news_websitWebsite,rrticle_url,news_headline,article_text,propaganda_label https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-resigns-from-punjab-congress-president-7093246/,नवजोत सिंह सिद्धू के बाद गुलजार इंदर चहल ने पंजाब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा,"नई दिल्ली। Navjot Singh Sidhu Resigns. पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह का पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं अब नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस के साथ बने रहेंगे। वहीं अब गुलजार इंदर चहल ने पंजाब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।सिद्धू के इस्तीफे पर कैप्टन की प्रतिक्रिया.अब नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर कैप्टन अमरिदंर सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। कैप्टन ने कहा मैने कहा था वो शख्स एक जगह टिकने वाले नहीं है, और पंजाब जैसे सरहदी राज्य के लिए सिद्धू सही नहीं भी नहीं है।I told you so…he is not a stable man and not fit for the border state of punjab.— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) September 28, 2021सोनिया गांधी को लिखा पत्र बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर इस संबंध में जानकारी दी है। पत्र में सिद्धू ने यह भी कह कि वे कांग्रेस का हिस्सा बने रहेंगे। सिद्दू ने इस पत्र को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर भी किया है। गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन ने इस्तीफा देने के साथ ही सिद्धू पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। कैप्टन ने कहा था कि पार्टी में उसे कोई बड़ी जिम्मेदारी दी तो मैं इसका विरोध करूंगा।pic.twitter.com/L5wdRql5t3— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 28, 2021राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू का पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा पार्टी का एक चुनावी पैंतरा है। पार्टी नहीं चाहती कि कैप्टन द्वारा सिद्धू पर लगाए गए आरोपों से कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में किसी भी तरह का नुकसान हो। वहीं इस संबंध में लोगों को कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे थे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/election-commission-announced-30-assembly-seats-including-4-west-bengal-by-election-on-october-30-7092981/,"West Bengal By Election: पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होगा उपचुनाव, EC का ऐलान","नई दिल्ली। चुनाव आयोग ( Election Commission ) ने पश्चिम बंगाल ( West Bengal By Election ) की चार सीटों दिनहाटा ( Dinhata ), शांतिपुर ( Shantipur ), गोसाबा ( Gosaba ) और खड़दह ( Khardah ) के लिए 30 अक्तूबर को उपचुनाव कराने का ऐलान किया।चारों सीटों के चुनाव परिणाम दो नंबर को घोषित किए जाएंगे। इससे पहले आयोग ने तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने का ऐलान किया था। इनमें भवानीपुर, समशेरगंज और जंगीपुर पर 30 सितंबर को वोटिंग होगी। भवानीपुर सीट से खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) चुनाव लड़ रही हैं।चुनाव आयोग ने तीन लोकसभा सीटों के साथ 14 राज्यों की 30 अलग-अलग विधानसभा सीटों पर चुनाव कराने की घोषणा की है। जिन राज्यों में लोकसभा सीटें खाली हैं उनमें दादरा और नागर हवेली और दमन और दियू मध्य प्रदेश- खंडवा और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट शामिल है। इसके साथ ही 14 राज्यों की 30 अलग अलग विधानसभा सीटों पर भी चुनाव होने हैं। By-elections to three Parliamentary Constituencies of UT of Dadra & Nagar Haveli and Daman & Diu, Madhya Pradesh and Himachal Pradesh and 30 Assembly constituencies of various States to be held on 30th October: Election Commission— ANI (@ANI) September 28, 2021चुनाव आयोग द्वारा जारी सूचना के अनुसार पश्चिम बंगाल की चार सीटों के लिए 1 अक्तूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी, जबकि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 8 अक्तूबर है।11 अक्तूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 13 अक्तूबर तक नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि है। 30 अक्तूबर को मतदान होगा, जबकि 2 नवंबर को मतगणना और चुनाव परिणाम का ऐलान किया जाएगा। 5 नवंबर तक मतदान की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इन राज्यों में विधानसभा सीटों पर चुनाव राज्य सीट असम 05 पश्चिम बंगाल 04 हिमाचल प्रदेश 03 मेघालय 03 मध्य प्रदेश 03 राजस्थान 02 बिहार 02 कर्नाटक 02 आंध्र प्रदेश 01 हरियाणा 01 महराष्ट्र 01 मिजोरम 01 नगालैंड 01 तेलंगाना 01 बंगाल में तीन सीटों पर उपचुनाव की तैयारी पूरी चुनाव आयोग के मुताबिक 52 केंद्रीय बलों की कंपनियों की तैनाती हुई है, जिनमें से अकेले भवानीपुर में 15 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनात होंगी, जबकि 18 कंपनियों को जंगीपुर में और 19 कंपनियों को शमशेरगंज में तैनात किया जाएगा। जंगीपुर में 363 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जबकि शमशेरगंज में 329 मतदान केंद्र हैं। वहीं कोलकाता की बहुचर्चित भवानीपुर में आठ वार्डों में कुल 287 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-cm-charanjit-singh-channis-cabinet-first-meeting-today-7091291/,"पंजाब CM चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में नई कैबिनेट की पहली बैठक जारी, किसान आंदोलन पर हुई चर्चा","नई दिल्ली। बीते कई दिनों के सियासी घमासान के बाद अब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पंजाब की नई सरकार काम पर लग गई है। आज पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के अध्यक्षता में नई कैबिनेट की बैठक हो रही है। इस दौरान किसान आंदोलन पर चर्चा हुई और भारत बंद का समर्थन किया गया। इस बैठक में कई बड़े ऐलान होने की उम्मीद लगाई जा रही है। बता दें कि कल ही पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट के 15 मंत्रियों को राज्यपाल ने शपथ दिलाई है।गांधी जयंती पर होगा कई योजनाओं का आगाज.बता दें कि पंजाब सीएम ने 15 नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण करने के बाद आज 10:30 बजे बैठक बुलाई थी। इसका ऐलान करते हुए दोनों डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारी सरकार में गरीबों पर खास ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही महात्मा गांधी की जयंती पर कई योजनाओं का आगाज होगा। माना जा रहा है कि बैठक में सभी मंत्रियों को संबंधित विभाग सौंपे जा सकते हैं। नई कैबिनेट में कौन-कौन शामिल. जानकारी के मुताबिक कल पंजाब सीएम और दो डिप्टी सीएम के बाद ब्रह्म मोहिंदरा, मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, अरुणा चौधरी, रजिया सुल्ताना, विजय इंदर सिंगला, भारत भूषण आशु, डॉ. राजकुमार वेरका, संगत सिंह गिलजियां, अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग, परगट सिंह, कुलजीत नागरा, गुरप्रीत कोटली, राणा गुरजीत ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। Today, along with cabinet colleagues attended first full cabinet meeting under the leadership of CM Punjab S. @CHARANJITCHANNI. In the meeting various decisions related to Public welfare were taken. pic.twitter.com/9otv41w2s5 — Bharat Bhushan Ashu (@BB__Ashu) September 27, 2021 गौरतलब है कि नई कैबिनेट से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कई मंत्रियों की छुट्टी भी कर दी गई है। इनमें से कुछ मंत्रियों को पद से हटाने की रिपोर्ट तो खुद प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने तैयार कर पार्टी आलाकमान को भेजी थी। इन मंत्रियों पर भष्टाचार के आरोपों को आधार बनाया गया था। कहा जा रहा है कि पंजाब की नई कैबिनेट में ज्यादातर राहुल गांधी या फिर पार्टी नेतृत्व के करीबी हैं।",-1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/13th-round-of-india-china-corps-commander-level-talks-fails,"सीमा विवाद पर भारत-चीन सैन्य वार्ता बेनतीजा, 13 बार हो चुकी है बैठक","""भारत और चीन के बीच सीमा विवाद (India-China Crisis) को खत्म करने के लिए सैन्य वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला है क्योंकि चीन भारतीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा दिए गए 'रचनात्मक सुझावों' पर सहमत नहीं है, बैठक रविवार को हुई. इसके अलावा, चीनी कोई दूरंदेशी प्रस्ताव नहीं दे सके. भारतीय सेना ने एक बयान में कहा, ""बैठक के परिणामस्वरूप शेष क्षेत्रों का समाधान नहीं हुआ."" भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक का 13वां दौर 10 अक्टूबर, 2021 को चुशुल-मोल्दो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित किया गया था. बैठक के दौरान, दोनों पक्षों के बीच चर्चा पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शेष मुद्दों के समाधान पर केंद्रित रही. यह दोनों विदेश मंत्रियों द्वारा दुशांबे में अपनी हालिया बैठक में प्रदान किए गए मार्गदर्शन के अनुरूप भी होगा, जहां वे इस बात पर सहमत हुए थे कि दोनों पक्षों को शेष मुद्दों को जल्द से जल्द हल करना चाहिए।",-1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/lakhimpur-case-ashishs-lawyer-raised-questions-on-sits-inquiry-said-will-oppose,"लखीमपुर केस : आशीष के वकील ने एसआईटी की कस्टडी पर उठाए सवाल,कहा- विरोध करेंगे","आशीष मिश्र (Ashish Mishra) के वकील अवधेश कुमार सिंह ने रविवार, 10 अक्टूबर को कहा कि वह आशीष की कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस कस्टडी का विरोध करेंगे. उन्होंने आशीष मिश्र के द्वारा जांच में सहयोग न देने वाले पुलिस के बयान को अनुचित बताया. उन्होंने कहा कि आशीष ने 12 घंटे की जांच में पूरा सहयोग दिया है, तो पुलिस ऐसा कैसे कह सकती है कि उन्होंने जांच में सहयोग नहीं दिया. अगर 12 घंटे में सहयोग नहीं दिया तो अब क्या सहयोग करेंगे. ये कोई आधार नहीं है.क्विंट से बातचीत में उन्होंने कहा कि आशीष मिश्र उस दिन घटनास्थल पर नहीं थे. वे उस समय दंगल स्थल पर थे. इसके सारे सबूत हमारे पास हैं. जब उनसे पूछा की एफिडेविट कितने लगाए हैं, तो उन्होंने बताया कि हमने कोई एफिडेविट नहीं लगाया है.कुमार ने बताया कि 8 लोगों की टीम ने पूछताछ की थी, जिसमें सभी ने बारी-बारी से आशीष से सवाल पूछे. उस दौरान वो संतुष्ट थे. कुमार ने बताया कि जितने देर पूछताछ की गई है, उसके हिसाब से आशीष के खिलाफ कोई सबूत नहीं पाया गया है. इससे साबित होता है कि आशीष के खिलाफ सबूत नहीं हैं.जब आशीष के वकील से पूछा गया कि आपके पास ठोस सबूत के आधार पर क्या है,तो मिश्र के वकील ने बताया कि हमारे पास 10 हजार लोग है जो दंगल में मौजूद थे..वे लोग बताएंगे की सच क्या है. कुमार ने किसानों द्वारा लिखाई एफआईआर पर भी सवाल उठाए है. और उसको विरोधाबास बताया है.",-1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/ed-summoned-cm-ashok-gehlots-brother-agrasen-gehlot-in-illegal-export-of-fertilizers-case,"अशोक गहलोत के भाई को ED का समन, फर्टिलाइजर के अवैध निर्यात का मामला","राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के भाई को फर्टिलाइजर के अवैध निर्यात के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फिर पूछताछ के लिए समन जारी किया है. मुख्यमंत्री के भाई अग्रसेन गहलोत को सोमवार को दिल्ली में जांच एजेंसी के कार्यालय आने के लिए कहा गया है.एनडीटीवी में छपी खबर के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि गहलोत अपने वकीलों के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मुख्यालय आएंगे. गहलोत पिछले महीने भी दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए थे.",-1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/special-session-of-the-legislative-assembly-called-by-the-uttar-pradesh-government,उत्तर प्रदेश सरकार ने 18 अक्टूबर को बुलाया विधानसभा का स्पेशल सत्र,"उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार द्वारा 18 अक्टूबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलया गया है. यह विशेष सत्र सिर्फ एक दिन चलेगा.विधानसभा का सत्र बुलाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कैबिनेट में प्रस्ताव पास किया गया जिसको गवर्नर आनंदीबाई पटेल द्वारा पास किया गया.न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आजादी के अमृत महोत्सव के समारोह के दौरान विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों का जॉइंट सेशन करेंगे. जिस कारणवश ही उत्तरप्रदेश विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है.इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा जल्द ही एक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा",-1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/womens-reservation-in-government-housing-allocation-scheme-unconstitutional-andhra-pradesh-high-court,आवास आवंटन योजना में 100 % महिला आरक्षण असंवैधानिक- आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय,"आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय (Andhra Pradesh High Court) ने केवल महिलाओं को घर आंवटित करने वाली सरकारी आवास योजना को असंवैधानिक माना है.अदालत ने कहा, ""महिला परिवारों को घर आवंटन में 100% आरक्षण समानता की पूरी अवधारणा के खिलाफ है. ट्रांस सेक्सुअल को घर की जगह आवंटित करने में विफलता, उन्हें पूरी तरह से समानता के अधिकार से वंचित करना होगा.""न्यायमूर्ति एम. सत्यनारायण मूर्ति ने सरकार को 'नवरत्नालु पेडलैंडारिकी इल्लू' योजना के तहत घर आवंटन में पुरुषों और ट्रांससेक्सुअल की पात्रता पर विचार करने का निर्देश देते हुए कहा कि न्यायालय महिलाओं के घर के आवंटन के खिलाफ नहीं है, लेकिन यह भेदभाव के बराबर है.योजना के खंड 2 के अनुसार पात्र परिवार को घर की लाभार्थी ही महिला के नाम पर 1.5 सेंट की सीमा में एक हाउस साइट का पट्टा जारी किया जाएगा. 129 व्यक्तियों ने इस खंड को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जिसमें कहा गया था कि यह हाउस साइट के आवंटन में पुरुषों और महिलाओं से ट्रांससेक्सुअल का भेदभाव करता है.याचिकाकर्ता द्वारा उठाई गई दलीलों से सहमत होते हुए, अदालत ने कहा कि यह योजना सीधे तौर पर पात्र पुरुषों को उक्त योजना का फायदा उठाने से वंचित करने के बराबर है.",-1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/union-power-minister-rk-singh-denies-shortage-of-coal-tata-gail,"कोयला संकटः ऊर्जा मंत्री का किल्लत से इनकार, टाटा और गेल के अधिकारियों को चेताया","एक तरफ कोयले की कमी (coal shortage) और बिजली कट्स (power cuts) की रिपोर्ट्स आ रही हैं वहीं दूसरी तरफ अब केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह (RK Singh) ने कोयले की कमी से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि कोई संकट ना कभी था और ना ही कभी होगा. उन्होंने ये भी कहा कि ये कन्फ्यूजन गेल (Gail) के एक मैसेज से हुआ है, जिसके लिए उनके सीएमडी से मैंने बात की है.समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि हमारे पास आज के दिन में 4 दिन के कोयले का स्टॉक है. इसके अलावा हमारे पास रोजाना स्टॉक आता है. इसका मतलब ये है कि कल जितने कोयले की खतपत हुई है उतना कोयला आया है, हां इतना है कि पहले की तरह 17 दिन का स्टॉक हमारे पास नहीं है लेकिन 4 दिन का स्टॉक है. ये स्थिति इसलिए बनी है क्योंकि हमारी खपत बढ़ी है और हमने आयात कम किया है.केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने टाटा और गेल के अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि ये पूरा कन्फ्यूजन गेल के उस मैसेज से हुआ जिसमें गेल ने दिल्ली के डिस्कॉम को एक मैसेज भेज दिया कि वो एक या दो दिन में बवाना के गैस स्टेशन को गैस देना बंद करेगा. ये मैसेज कोयले की की वजह से नहीं बल्कि इसलिए था क्योंकि उसका कांट्रैक्ट समाप्त हो रहा है.इसके अलावा आरके सिंह ने टाटा को चेताते हुए कहा कि ग्राहकों को अगर एसएमएस भेजकर दहशत फैलाई तो कार्रवाई की जाएगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गेल और टाटा के संदेश गैर जिम्मेदाराना है.इस पर आरके सिंह ने कहा है कि हमने गेल के सीएमडी से बात की है, उनसे कहा गया है कि कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो या ना हो आप गैस स्टेशन को सप्लाई करते रहेंगे.बिजली संकट पर कई मुख्यमंत्रियों ने लिखी चिट्ठी. बिजली संकट की आशंका पर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने चिट्ठी लिखी है.अगर वाकई देश में कोयला संकट है तो ये गंभीर इसलिए है क्योंकि हमारे देश में लगभग 70 फीसदी बिजली कोयले के द्वारा ही बनती है.",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/what-kind-of-benefits-to-taxpayers-by-filing-itr-with-sbi-yono-app-know-here/1870578/,एसबीआई के इस ऐप से आईटीआर फाइल करने पर इनकम टैक्‍सपेयर्स को मिलेंगे किस तर‍ह के फायदे,"स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया देश का सबसे बड़ा बैंक है। जो समय-समय पर अपने 40 करोड़ से ज्‍यादा अकाउंट होल्‍डर्स के लिए स्‍कीम लेकर आता रहता है। इस बार एसबीआई ने अपने योनो ऐप के थ्रू फ्री में इनकम टैक्‍स फाइलिंग करने की सुविधा दी है। अब एसबीआई ने ट्वीट करके करके बताया है कि अगर आप एसबीआई के ऐप के थ्रू आईटीआर फाइल करेंगे तो टैक्‍सपेयर्स को किस तरह के फायदे हो सकते हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि आख‍िर एसबीआई ने किस तरह का ट्वीट किया है।एसबीआई ने यूजर्स को दी अहम जानकारी.भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से टैक्‍सपेयर्स के लिए महत्वपूर्ण जानकारी है। SBI ने जल्दी ITR फाइल करने के कई फायदों के बारे में बताया है। इनकम टैक्सपेयर्स योनो पर टैक्स2विन के साथ अपना आईटीआर फाइल कर सकते हैं। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से हाल ही में एक ट्वीट में ट्वीट किया गया, “योनो पर टैक्स2विन के साथ अपना आईटीआर जल्दी दाखिल करने पर आपको रोमांचक लाभ मिलते हैं। मुफ्त फाइलिंग के अलावा, आपको जल्दी रिफंड भी मिलता है, पर्याप्त समय सामंजस्य, और बहुत कुछ। आईटीआर दाखिल करने के चार लाभ 1). शुरुआती टैक्‍सपेयर्स के लिए सबसे कम कीमत मिल सकती है। 2). जल्दी फाइलिंग का मतलब रिटर्न भी जल्‍दी मिल सकता है।3). जल्दी आईटीआर दाखिल करके आखिरी मिनट की परेशानी से बचा जा सकता है।4). किसी को भी आईटीआर भरते वक्‍त होने वाली त्रुटियों को सुधारने के लिए पर्याप्त समय मिल सकता है।इन डॉक्‍युमेंट्स की पड़ेगी जरुरत.एसबीआई ग्राहकों को बता दें क‍ि यह ऑफर 31 अक्टूबर 2021 तक वैध है। इससे पहले, एसबीआई ने अपने ग्राहकों को आईटीआर दाखिल करने के लिए दस्तावेजों की जानकारी दी थी। वे इस प्रकार हैं:1). पैन कार्ड2). आधार कार्ड3). फॉर्म-164). टैक्स कटौती विवरण5). ब्याज आय प्रमाण पत्र6). टैक्स सेविंग के लिए इन्वेस्टमेंट प्रूफ. योनो ऐप लॉगइन कर उठा सकते हैं फ्री में फायदा एसबीआई के ग्राहकों को ध्यान देना चाहिए कि उन्हें योनो में लॉग इन करना होगा और वे अपना आईटीआर मुफ्त में दाखिल कर सकते हैं। हालांकि एसबीआई कस्‍टमर्स 199 रुपए में ई-सीए सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं। यह ऑफर 31 अक्टूबर, 2021 तक वैध है।आसान चरणों में फाइल हो जाएगा आईटीआर.अब, योनो के माध्यम से अपना आईटीआर दाखिल करने के लिए, एसबीआई ग्राहकों को कुछ चरणों का पालन करना होगा।चरण 1: ग्राहकों को एसबीआई योनो में लॉग इन करना होगा.चरण 2: फिर उपयोगकर्ताओं को ‘दुकानें और आदेश’ विकल्प का चयन करना होगा.चरण 3: अब, उम्मीदवारों को ‘कर और निवेश’ का चयन करना होगा.चरण 4: फिर ‘Tax2Win’ का चयन करना होगा.इन स्टेप्स को फॉलो करने के बाद यूजर्स को अपना आईटीआर फाइल करने के लिए दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/india-power-crisis-how-coal-shortage-in-power-plant-demand-increases-after-lockdown-coal-india/1870291/,"आसान भाषा में समझें, कैसे बिजली सेक्टर पर मंडराने लगा संकट; लॉकडाउन के बाद चीजें बदलीं","देश में कई राज्यों में कोयले का संकट गहरा चुका है। कोयले की कमी के कारण कई बिजली संयंत्रों को बंद करना पड़ गया है। पंजाब, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, बिहार समेत कई राज्यों को इसकी वजह से बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है।भारत में ग्रिड प्रबंधकों के लिए अक्टूबर हमेशा से एक कठिन महीना रहा है। इस महीने बिजली की मांग हर साल बढ़ जाती है। लेकिन इस अक्टूबर ये मामला कुछ अलग ही है। इसके कई कारण हैं। लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से कंपनियां खुल गई हैं, उद्योग धंधे फिर से वापस पटरी पर लौट रहे हैं। जिसके कारण बिजली की मांग बढ़ गई है।दूसरा ओर अप्रैल-जून, 2021 में कोयला का कम उत्पादन हुआ। कोरोना की दूसरी लहर में खनन कार्य भी प्रभावित हुआ था। इसके अलावा हर साल मानसून के महीनों में आम तौर पर खनन उत्पादन में कमी होती है। इस साल तेज बारिश और ज्यादा समय तक बारिश होने से खदानों में पानी भर गया, जहां से कोयला निकलना मुश्किल हो गया। इसके साथ यह भी जानकारी मिली है कि भारतीय ताप विद्युत संयंत्रों ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के कारण कोयले के आयात में तेजी से कमी कर दी। हालांकि इनमें से कुछ कारण असामान्य हैं। इस संकट में एक बात स्पष्ट रूप से सामने आ रही है कि इसमें ग्रिड प्रबंधक और पॉलीसी मैनेजर, सप्लाई चेन, थर्मल पावर प्लांट प्रबंधक और कोल इंडिया लिमिटेड- कोयले की मांग में वृद्धि, और स्टॉक का अनुमान लगाने में विफल रही।रिपोर्ट के अनुसार इस साल के अगस्त-सितंबर के महीने में कुल कोयले की खपत में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शुक्रवार आठ अक्टूबर को बिजली की खपत 390 करोड़ यूनिट थी, जो इस महीने में अब तक सबसे ज्यादा थी। कोयले की आपूर्ति में सही से नहीं होने के कारण देश के 135 प्रमुख कोयला बिजली संयंत्रों में से आधे से अधिक में अब तीन दिन से कम का स्टॉक बचा हुआ है।हालांकि सीआईएल ने कोयले की आपूर्ति को बढ़ा दिया है। महीने की शुरुआत में जहां 1.4 मिलियन टन प्रतिदिन आपूर्ति हो रही थी तो वहीं 7 अक्टूबर को यह 1.5 मिलियन टन प्रतिदिन पहुंच गया। वहीं अक्टूबर के मध्य तक 1.7 मिलियन टन आपूर्ति करने का लक्ष्य है। इससे उम्मीद है कि कुछ दिनों में संयंत्रों में कोयले का स्टॉक का संकट खत्म हो जाएगा।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/technology-news/this-is-asia-first-hybrid-flying-car-vinata-aeromobility-vehicle-will-do-vertical-take-off-and-landing-and-will-fly-without-run-way-roof/1870435/,"देख लीजिए, ये है एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कारः करेगी वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग, बिन रन-वे छत से भर लेगी उड़ान","टेक्नोलॉजी तेजी से दुनिया को बदल रही है और इसी क्रम में वह दिन भी दूर नहीं है, जब दुनिया भर में लोग उड़ने वाली गाड़ियों का इस्तेमाल करेंगे। विदेश ही नहीं बल्कि भारत में भी इस तरह के वाहन लोगों की जिंदगी को आसान बनाने के लिए उपलब्ध होंगे। फिर चाहे इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं हों या फिर सामान और व्यक्तियों को एक जगह से दूसरे स्थान पर लेकर जाना हो, ये सारे काम इन फ्लाइंग कार्स के जरिए और आसान हो सकेंगे।ऐसा इसलिए, क्योंकि विश्व में विभिन्न कंपनियां उड़ने वाली गाड़ियों और एयर टैक्सियों को बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। यहां तक कि वे इनके लिए शहरी एयरपोर्ट्स भी तैयार कर रही हैं, जहां से ये टेकऑफ और लैंड कर सकें। इसी बीच, अपने देश के चेन्नई की कंपनी विनाता एयरोमोबिलिटी (Vinata Aeromobility) भी उड़ने वाली गाड़ी पर काम कर रही है और वह एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार तैयार कर रही है।विनाता एयररोमोबिलिटी जिस प्लान पर फिलहाल काम कर रही है, वह साल 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। पांच और छह अक्टूबर, 2021 को लंदन में हुई विश्व की सबसे बड़ी हेलिटेक एक्सपो में एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार को पेश किया था। कंपनी ने इससे जुड़ा एक वीडियो भी यूट्यूब पर पांच अक्टूबर को साझा किया गया था, जिसमें एनिमेटेड अंदाज में फ्लाइंग कार को उड़ते हुए दिखाया गया था।कंपनी ने इससे पहले बीते महीने फ्लाइंग कार के प्रोटोटाइप (मॉडल) केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाया था, जिन्होंने टीम के प्रयासों की तारीफ की थी। खास बात है कि यह फ्लाइंग कार वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग भी कर सकती है, जबकि बिना रन-वे छत से भी उड़ान भर सकती है।Delighted to have been introduced to the concept model of the soon-to-become Asia’s First Hybrid flying car by the young team of @VAeromobility . 1/2 pic.twitter.com/f4k4fUILLq— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) September 20, 2021‘मेड इन इंडिया’ कॉन्सेप्ट के तहत बनने वाली हाइब्रिड फ्लाइंग कार से जुड़ी बातें:1 – विनाता एयरोमोबिलिटी की हाइब्रिड फ्लाइंग कार एक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) मशीन है। इसका रोटर कॉन्फ़िगरेशन को-एक्सियल क्वाड-रोटर है। उड़ने वाली कार में चार तरफ पंख लगे होते हैं और यह टेक ऑफ और लैंड कर सकती है। इसका को एक्यिल (सह-अक्षीय) क्वाड-रोटर सिस्टम आठ बीएलडीसी मोटरों से पावर पाता है जो आठ फिक्स्ड पिच प्रोपेलर के साथ आते हैं।2- हाइब्रिड फ्लाइंग कार 120 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड से 60 मिनट तक उड़ सकती है। यह जमीनी स्तर से अधिकतम 3,000 फुट की ऊंचाई पर उड़ सकती है। टू-सीटर फ्लाइंग कार का वजन 1100 किलो है और यह अधिकतम 1300 किलो उठा सकती है। दावा है कि इसकी रेंज 100 किमी और उच्चतम सर्विस सीलिंग 3,000 फुट है। 3- विनाटा की हाइब्रिड फ्लाइंग कार में अंदर की तरफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ डिजिटल इंस्ट्रूमेंट पैनल हैं, जो कार को उड़ने और चलाने के अनुभव को अधिक आकर्षक और परेशानी मुक्त बनाते हैं। एक बड़ा डिजिटल टचस्क्रीन सिस्टम भी है, जिसका यूज अन्य चीजों के अलावा नेविगेशन के लिए किया जा सकता है। उड़ने वाली कार में पैनोरमिक विंडो कैनोपी है जो 300 डिग्री का दृश्य देती है। 4- सुरक्षा के उद्देश्य से, हाइब्रिड इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कार में इजेक्शन पैराशूट के साथ एयरबैग सक्षम कॉकपिट भी है। इसके अलावा यह डीईपी (डिस्ट्रिब्यूटेड इलेक्ट्रिक प्रपल्शन) सिस्टम का इस्तेमाल करती है, जो यात्रियों को अतिरेक के माध्यम से सुरक्षा प्रदान करता है। मतलब विमान पर कई प्रोपेलर और मोटर हैं और अगर एक या अधिक मोटर या प्रोपेलर खराब या फेल हो जाते हैं तो बाकी काम करने वाले मोटर और प्रोपेलर विमान को सुरक्षित रूप से उतार सकते हैं। 5- इसके इस्तेमाल को टिकाऊ बनाने के लिए हाइब्रिड फ्लाइंग कार बिजली के साथथ बायो फ्यूल का इस्तेमाल करेगी। इसमें बैकअप पावर भी है, जो जनरेटर पावर बाधित होने की स्थिति में मोटर को बिजली मुहैया कराता है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/junior-commissioned-officer-and-four-soldiers-have-lost-their-lives-during-a-counter-terror-operation-in-poonch-jammu-kashmir/1870423/,"जम्मू कश्मीर: पुंछ में घात लगाए आतंकियों ने किया हमला, JCO समेत पांच जवान शहीद हुए","जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवाद निरोधी अभियान में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच सोमवार को हुई मुठभेड़ में एक ‘जूनियर कमीशंड अधिकारी’ (जेसीओ) सहित सेना के पांच जवान शहीद हो गए। इस मामले में रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि, आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरनकोट में डीकेजी के पास एक गांव में तड़के एक अभियान शुरू किया गया।छिपे हुए आतंकवादियों के सुरक्षा बल पर गोलीबारी करने से एक जेसीओ और चार अन्य जवान घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, लेकिन रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि भारी हथियारों के साथ आतंकवादियों के नियंत्रण रेखा पार कर चरमेर के जंगल में छुपे होने की खबर मिली थी। मौके पर अतिरिक्त बल को भेजा गया है, ताकि आतंकवादियों के निकलने के सभी रास्ते बंद किए जा सकें। हमलावर आतंकियों के 4 से 5 तक होने की आशंका है।जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आज आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर(जेसीओ) और 4 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें निकटतम अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया: PRO डिफेंस, जम्मू 11, 2021बढ़ रही है आंतकी घटनाएं: बता दें कि घाटी में आतंकियों के हौसले एक बार फिर से बुलंद देखे जा रहे हैं। आतंकी घटनाओं से घाटी में दहशत कायम करने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में श्रीनगर के ईदगाह में गुरुवार को आतंकियों ने 2 सरकारी स्कूल के शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जान गंवाने वालों की पहचान अलोची बाग क्षेत्र निवासी सुपिन्दर कौर(प्रिंसिपल) और जम्मू निवासी दीपक चंद के रूप में हुई है। वे सरकारी बॉयज स्कूल, संगम में टीचर थे।इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में आतंकियों ने दवा विक्रेता माखन लाल बिंदरू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। माखन कश्मीरी पंडित थे और आतंकियों ने उन्हें कई बार कश्मीर छोड़ने की धमकी दी थी। लेकिन आतंकियों की धमकी के बाद भी बिंदरू ने घाटी नहीं छोड़ी। इस खुन्नस में आतंकियों ने उनकी दुकान के बाहर उन्हें गोली मार दी। बिंदरू की हत्या के एक घंटे बाद ही आतंकियों ने बांदीपोरा के शहगुंद गांव में टैक्सी एसोसिएशन के मालिक मोहम्मद शफी लोन को गोली मारी थी।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/how-could-make-duplicate-driving-licence-know-step-by-step-process/1870417/,"खो गया है डीएल तो न हो परेशान, ऐसे बना सकते हैं डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस, जानिए स्‍टेप बाय स्‍टेप तरीका","ड्राइविंग लाइसेंस के बिना भारत में वाहन चलाना अवैद्य माना जाता है। इस कारण मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के अनुसार भारतीय सड़कों पर वाहन चलाने वाले सभी व्यक्तियों के लिए भारत में ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है। ऐसे में अगर आपका ड्राइविंग लाइसेंस खो जाए या पर्स के साथ चोरी हो जाए तो उसी आरटीओ से डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं जिसने आपका डीएल जारी किया था। आप डुप्लीकेट डीएल के लिए ऑनलाइन या सीधे आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) में बिना किसी परेशानी भी आवेदन कर सकते हैं।डीएल के लिए जरुरी दस्‍तावेज,-आवेदन पत्र एलएलडी, जो ड्राइविंग लाइसेंस के खोने या नष्ट होने की सूचना के लिए है और डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एक आवेदन है।-ड्राइविंग लाइसेंस खो जाने या चोरी हो जाने पर प्राथमिकी दर्ज करें।-लाइसेंस का विवरण देना अनिवार्य। साथ हमें एक पासपोर्ट साइज फोटो, आयु प्रमाण व पते का सबूत जैसे आधार कार्ड होना चाहिए।डुप्लीकेट डीएल के लिए ऑनलाइन ऐसे करें आवेदन-सबसे पहले परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://sarathi.parivahan.gov.in/ पर जाएं।-संबंधित राज्य का चयन करें।-“ड्राइविंग लाइसेंस” मेनू से “ड्राइविंग लाइसेंस पर सेवाएं(नवीकरण/डुप्लिकेट/AEDL/अन्य)” पर क्लिक करें।-इसके बाद आवेदन पत्र भरना होगा।-फिर आगे बढ़कर आगे जाने वाले बटन पर क्लिक करें। इसके बाद फॉर्म का प्रिंटआउट निकाल लें।-मूल दस्तावेजों और शुल्क पर्ची के साथ निर्धारित तिथि पर आरटीओ पर जाएं।-ड्राइविंग लाइसेंस की ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी होने के 30 दिन बाद डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस डाक के माध्यम से आपके पते पर आ जाएगा।ड्राइविंग लाइसेंस की डुप्लीकेट या रीप्रिंट प्राप्त करने का शुल्क 200 रुपया और यदि आपको स्मार्ट कार्ड की आवश्यकता है, तो कुल संशोधित शुल्क 400 रुपया केंद्रीय मोटर वाहन नियम अधिनियम, 1989 के नियम 32 के अनुसार देना होता है।इसके अलावा आप ऑफलाइन तरीके से भी आवेदन कर सकते हैं। उस आरटीओ में जाना होगा जिसने आपका प्रारंभिक ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया था। एक फॉर्म एलएलडी प्राप्त करें- डुप्लिकेट ड्राइविंग लाइसेंस का आवेदन, फॉर्म को सही ढंग से भरें और फॉर्म पर अपना हस्ताक्षर कर जमा कर दें।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/technology-news/compact-suv-mg-astor-comes-with-personal-ai-assistant-which-will-give-competition-to-creta-seltos-and-duster/1870042/,"कॉम्पैक्ट एसयूवी MG Astor में पर्सनल AI असिस्टेंट: Creta, Seltos और Duster को देगी टक्कर, जानें- फीचर्स और दाम","ब्रिटिश ऑटो कंपनी मॉरिस गराज (एमजी) की एस्टर भारत में आज लॉन्च हो गई। कंपनी के मुताबिक, यह देश की पहली ‘एआई इनसाइड’ के साथ आने वाली गाड़ी है।कार के पर्सनल एआई असिस्टेंट में आपको जोक्स, न्यूज, वीकिपीडिया, फेस्टिवल जिफ, हेड टर्नर और वॉइस कमांड आदि चीजें मिलेंगी। गाड़ी कुल 27 स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स और लगभग 49 सेफ्टी फीचर्स के साथ (वेरियंट पर निर्भर करेगा) आएगी।The stylish MG Astor is set to rule your hearts. Hear it straight from the auto experts. #TheAIAffair pic.twitter.com/uNscn1K6Mo— Morris Garages India (@MGMotorIn) October 10, 2021 गाड़ी में छह एयरबैग्स, एबीएस+ईबीडी+ब्रेक असिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ईएसपी), ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम (टीसीएस), हिल होल्ड कंट्रोल (एचएचसी), हिल डिस्सेंट कंट्रोल (एचडीसी), इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल (ईएसएस), सभी चारों डिस्क ब्रेक, आईएसओफिक्स चाइल्ड एंकर, ऑटोहोल्ड के साथ इलेक्ट्रिक पार्किंग ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस), 360 डिग्री अराउंड व्यू कैमरा, कॉर्नरिंग असिस्ट के साथ फ्रंट फॉग लैंप, रियर फॉग लैंप, सिक्योरिटी अलार्म, रियर डीफॉगर, हीटेड ओआरवीएम और अल्ट्रा हाई टेंसिल स्टील केज बॉडी है।यही नहीं गाड़ी में ब्लूटुथ टेक्नोलॉजी के साथ डिजिटल की भी दी गई है। इमरजेंसी या फिर कार खो जाने की स्थिति में आप इस डिजिटल चाबी का इस्तेमाल कर अपनी कार को अनलॉक, लॉक या फिर ड्राइव कर सकेंगे।एस्टर में 110पीएस/144एनएम 1.5 लीटर का पेट्रोल और 140पीएस/220एनएम 1.3 लीटर का टर्बो पेट्रोल इंजन दिया गया है। यह गाड़ी Hyundai Creta, Kia Seltos, Renault Duster, Skoda Kushaq और Volkswagen Taigun को टक्कर देगी।एमजी एस्टर की शुरुआती कीमत 9.78 लाख रुपए से शुरू होकर 16.78 लाख तक (दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमत) जाएगी, जबकि इसकी बुकिंग 21 अक्टूबर से शुरू होगी और यह काम ऑनलाइन (वेबसाइट के जरिए) के साथ ऑफलाइन (डीलरशिप) भी किया जा सकेगा। हालांकि, इस गाड़ी को आज से प्री-बुक किया जा सकेगा। गाड़ी कुल 27 स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स और लगभग 49 सेफ्टी फीचर्स के साथ (वेरियंट पर निर्भर करेगा) आएगी।इस तरह से ऑनलाइन कर सकते हैं बुक: एमजी मोटर्स की वेबसाइट (mgmotor.co.in) पर जाएं। फिर वहां होम पेज पर ऊपर ‘ई-बुकिंग’ का ऑप्शन नजर आएगा। इस पर क्लिक करेंगे तो तीन विकल्प मिलेंगे। पहला- ई-बुक, दूसरा- मैनेज बुकिंग और तीसरा बुकिंग स्टेटस। पहले के जरिए गाड़ी बुक कर सकते हैं। उस पर क्लिक करेंगे तो नया पेज रीडायरेक्ट होगा, उसमें गाड़ी के डिटेल्स मांगे जाएंगे। गाड़ी के डिटेल्स के साथ लोकेशन और कॉन्टैक्ट भी भर दें। प्रक्रिया पूरी करने के लिए अपने नंबर पर ओटीपी मंगाएं और प्रोसेस पूरी करें।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/not-only-elon-musk-but-common-investors-were-made-rich-by-these-cryptocurrencies-in-october/1870246/,एलन मस्‍क ही नहीं आम निवेशकों को भी इन क्रिप्‍टोकरेंसी ने अक्‍टूबर में बनाया अमीर,"दुनिया के सबसे अमीर शख्‍स एलन मस्‍क की कुल संपत्‍त‍ि 222 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। आज तक दुनिया में इतनी संपत्‍त‍ि किसी भी एक शख्‍स के पास नहीं रही। वहीं दूसरी ओर जेफ बेजोस उनसे 191 अरब डॉलर के साथ काफी पीछे रह गए हैं। एलन मस्‍क की संपत्‍त‍ि में इजाफा स‍िर्फ उनकी कंपनी टेस्‍ला के स्‍टॉक उछलने से ही नहीं हुआ है। बल्‍कि इसमें क्रिप्‍टोकरेंसी इंवेस्‍टमेंट का भी काफी बड़ा हाथ रहा है। अक्‍टूबर के महीने में क्रिप्‍टोकरेंसी की कीमत में जबरदस्‍त तेजी देखने को मिली है। जिसकी वजह से एलन मस्‍क ही नहीं बल्‍कि आम निवेशकों की दौलत में भी काफी इजाफा देखने को मिला है। आइए आपको भी बताते कि बिटकॉइन, इथेरियम के अलावा डॉगेकॉइन ने अक्‍टूबर के महीने में निवेशकों की दौलत में कितना इजाफा किया है।डॉगेकॉइन में करीब 20 फीसदी का इजाफा.भले ही डॉगेकॉइन की कीमत में आज करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। अक्‍टूबर के महीने में अभी तक 20 फीसदी की लंबी छलांग लगा चुका है। छोटी करेंसी होने के कारण निवेशकों का रुझान ज्‍यादा देखने को मिल रहा है। वहीं मुनाफावूसली भी ज्‍यादा देखने को मिलती है। 30 सितंबर को डॉगेकॉइन 0.195052 डॉलर पर था जो आज 0.234499 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। आपको बता दें क‍ि बीते कुछ समय से एलन मस्‍क भी इस क्रिप्‍टोकरेंसी को ज्‍यादा ही सपोर्ट कर रहे हैं।इथेरियम ने भी बढ़ाई दौलत.वहीं दूसरी ओर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी इथेरियम ने भी अक्‍टूबर के महीने में दौलत बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वैसे आज इथेरियम की कीमत 2 फीसदी गिरी हुई दिखाई दे रही है, लेकिन अक्‍टूबर के महीने में अभी तक इथेरियम 28 फीसदी से ज्‍यादा का रिटर्न दे चुका है। 30 सितंबर के दिन इथेरियम की कीमत 2800 डॉलर के आसपास थी, जो आज कारोबारी सत्र के दौरान 3600 डॉलर के स्‍तर पर को पार कर गई है। जानकारों की मानें तो इथेरियम की कीमत में और ज्‍यादा इजाफा देखने को मिल सकता है।बिटकॉइन की कीमत में भी इजाफा.दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन ने अक्‍टूबर में सबसे ज्‍यादा रिटर्न दिया है। आज बिटकॉइन के दाम दो फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम 56541 डॉलर पर हैं। जबकि अक्‍टूबर के महीने में ब‍िटकॉइन 38 फीसदी का रिटर्न दे चुका है। 30 सितंबर को बिटकॉइन की कीमत 41000 डॉलर के आसपास थी, जो आज 56550 डॉलर के आसपास पहुंच गई है। कई रिपोर्ट में इस बात का दावा भी किया गया है कि बिटकॉइन के दाम एक लाख डॉलर पर पहुंच सकते हैं।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/good-news-for-these-bank-account-holders-bank-to-release-rs-2400-crore-know-how-you-will-benefit/1870188/,इन बैंक के खाताधारकों के लिए खुशखबरी! बैंक जारी करेगा 2400 करोड़ रुपये; जानिए आपको कैसे होगा फायदा,"पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खाताधारकों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएमसी बैंक के साथ हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) की गिरवी रखी संपत्ति को जारी करने की योजना बनाई है। ED की योजना PMC बैंक के साथ HDIL की गिरवी रखी गई संपत्ति को जारी करने की होगी। इसके तहत 2400 करोड़ रुपये की संपत्ति जारी की जाएगी। इससे खाताधारकों को किए गए भुगतान से सेंट्रम की देनदारी कम हो जाएगी।बता दें कि एचडीआईएल पीएमसी बैंक का कुल बकाया 2549 करोड़ रुपये था और 2400 करोड़ रुपये की संपत्ति जारी करने से मूल बकाया के 90 प्रतिशत की भरपाई होगी, यह फैसला ईडी और पीएमसी प्रशासकों के बीच हुई बैठक में किया गया है।आपको कैसे होगा फायदा.जानकारी के मुताबिक डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) द्वारा जारी एक बयान में यह कहा गया है कि PMC खाताधारकों को 5 लाख रुपये तक मिल सकते हैं। यह भी जानने वाली बात है कि डीआईसीजीसी ने उन 21 बैंकों की सूची भी जारी की है, जिनके खाताधारकों को पांच लाख तक फायदा मिल सकता है। लेकिन ये पैसे उन्‍हीं खाताधारकों को दिए जाएंगे जो इसके लिए योग्‍य हों। फिलहाल इन बैंकों का संचालन बंद कर दिया गया है।इन दावों का निपटारा उक्त अधिनियम की धारा 18ए और निगम की प्रक्रिया के अनुसार किया जाएगा। खाता धारको के बीमा राशि को लेकर इन बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि 45 दिनों के भीतर बीमा धारकों का दावा जमा करा लिया जाए। ताकि इन खाताधारकों के पैसे भेजने की प्रकिया जल्‍द पूरी हो सके। इन दावों का सत्यापन और निपटान अगले 45 दिनों के भीतर डीआईसीजीसी (29 नवंबर, 2021) द्वारा किया जाएगा।इन बैंकों को 15 अक्टूबर, 2021 तक दावा सूची देनी होगी और अंतिम सूची में 29 नवंबर, 2021 (मूलधन और ब्याज के साथ) की स्थिति को अपडेट करना होगा, ताकि डीआईसीजीसी दावे का निपटान कर सके और अपने बीमा का निर्वहन कर सके। भुगतान प्राप्ति के 30 दिनों के भीतर यानी 29 दिसंबर, 2021 तक किया जाएगा।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/senior-journalist-anant-vijay-remember-story-when-amitabh-bachchan-become-editor-for-one-day/1870503/,"जब एक दिन के लिए संपादक बने थे अमिताभ बच्चन, सीनियर जर्नलिस्ट ने याद करते हुए बताया- ब्रेकिंग की हलचल देखकर अचकचा गए थे बिग-B","सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का आज (11 अक्टूबर) जन्मदिन है, वह 79 साल के हो गए। इस मौके पर सोशल मीडिया पर उनके फैन अपने अपने अंदाज में शुभकामनाएं संदेश दे रहे हैं। इसी कड़ी में एक सीनियर पत्रकार ने बिग बी से जुड़े एक पुराने किस्से को साझा किया है, जिस पर लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। पत्रकार अनंत विजय ने इस किस्से का याद करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि मझे ठीक से याद नहीं है कि यह किस वर्ष की बात है। अमिताभ बच्चन अपनी फिल्म प्रमोशन के सिलसिले में IBN7 (समाचार चैनल) आए थे। उनको एक दिन का संपादक बनाया गया था। पहले उन्होंने संपादकीय मीटिंग की फिर न्यूजरूम घूमने लगे।अनंत विजय के अनुसार, अमिताभ बच्चन को ऋचा अनिरूद्ध और संजीव पालिवाल न्यूजरूम में घुमा रहे थे। उन्होंने बताया कि जब अमिताभ बच्चन हर वर्क स्टेशन पर जाकर खबरों पर बात कर रहे थे। तो बतौर शिफ्ट इंचार्ज मुझे, मुझे एक शरारत सूझी। उन्होंने बताया कि बिग बी जब न्यूज रूम में टिकर डेस्क के करीब पहुंचे तो मैं जोर से चिल्लाया, दिल्ली में बम फट गया है और दौड़ते हुए उनके पास पहुंचा और कहा संपादक जी बताइए इसको कैसे चलाना है, टिकर पर ब्रेक करें या सीधे रिपोर्टर के फोनो से।बकौल अनंत विजय, मेरे इस तरह के सवाल और अचानक हुए इस घटनाक्रम से अमिताभ बच्चन अचकचा गए और उन्हें लगा कि सही में बम फटा है। उनकी सिक्युरिटी वाले भी सतर्क हो गए। बाद में जब उनको बताया गया तो जोरदार ठहाका लगाया।बच्चन भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित अभिनेताओं में से एक हैं, जिनके सभी उम्र के प्रशंसक हैं। 1970 के दशक में ऑन-स्क्रीन एंग्री यंग मैन के रूप में शुरुआत करने, 2000 के दशक की शुरुआत में टेलीविजन में कदम रखने और वर्तमान पीढ़ी के लेखकों और फिल्मकारों की फिल्मों में प्रयोगधर्मी भूमिकाओं के साथ बच्चन दशकों से प्रासंगिक बने हुए हैं।अमिताभ बच्चन ने खुद को मिल रही शुभकामनाओं का जवाब देते हुए लिखा कि उनके प्रशंसकों द्वारा भेजे गए संदेश उनके लिए बहुत मायने रखते हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर भी अपनी एक फोटो पोस्ट कर लिखा, ‘‘80वें साल में प्रवेश।’’ चार बार नेशनल अवॉर्ड जीत चुके अभिनेता ने 2019 में हिंदी सिनेमा में अपने 50 साल पूरे किए। उसी साल उन्हें राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह में भारतीय सिनेमा के प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के से भी सम्मानित किया गया था।साल 1969 में ख्वाजा अहमद अब्बास द्वारा निर्देशित ‘सात हिंदुस्तानी’ से शुरुआत करने के बाद मेगास्टार ने ‘जंजीर, ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘अग्निपथ’, ‘ब्लैक’, ‘पा’, ‘पीकू’, ‘पिंक’ और ‘गुलाबो सिताबो’ सहित कई फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग के लिए सैकड़ों समीक्षकों से तारीफें पाई हैं। वर्क फ्रंट की बात करें तो इन दिनों वह ‘झुंड’, ‘ब्रह्मास्त्र’, ‘मेडे’ और ‘गुड बाय’ जैसी फिल्में की तैयारी में जुटे हुए हैं।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/trending-news/arvind-kejriwal-told-as-a-child-he-wanted-to-become-a-doctor-why-he-chose-the-path-of-engineering/1870621/,"अरविंद केजरीवाल ने बताया, बचपन में वह बनना चाहते थे डॉक्टर, क्यों चुनी थी इंजीनियरिंग की राह","दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आईआईटी खडगपुर के बेहतरीन छात्र रहे हैं, लेकिन उनका सपना बचपन से इंजीनियर बनने का नहीं था। एक प्रोग्राम में उन्होंने बताया कि वह बनना तो चाहते थे डॉक्टर पर एक सीनियर की सलाह के बाद उन्होंने अपनी राह आईआईटी की तरफ मोड़ ली। पढ़ाई इसके मुताबिक ही की और आईआईटी खडगपुर में सिलेक्ट हुए।दिल्ली सरकार के प्रोग्राम देश के मेन्टर बनो में उन्होंने अपनी बीती जिंदगी के कुछ राज बयां किए। केजरीवाल ने बताया कि उनकी हसरत डॉक्टर बनने की थी। उस समय 10 वीं के बाद ही तय करना होता था कि मेडिकल लाइन में जाना है या फिर इंजीनियरिंग। वह मेडिकल के लिए खुद को तैयार कर रहे थे। उनके सीनियर थे अरविंद पांडेय। वह आईआईटी से इंजीनियरिंग कर रहे थे। उन्होंने ही केजरीवाल को इंजीनियरिंग पढ़ने के लिए प्रेरित किया।दिल्ली के सीएम ने बताया कि अरविंद पांडेय ने उनसे कहा कि अगर डॉक्टर बनना चाहते हो तो देश में केवल एम्स ही ऐसा संस्थान है जो सबसे अच्छा है। लेकिन वहां 30 सीटें ही होती हैं। अगर इंजीनियंरिंग की तरफ जाना चाहते हो तो देश में पांच आईआईटी हैं। उनमें तकरीबन डेढ़ हजार सीटें होती हैं। उनका आशय था कि 30 के बजाए डेढ़ हजार सीटों के लिए लड़ना सरल है। वहां एडमिशन एम्स की बजाए ज्यादा आसानी से हो सकता है और वह एक सफल इंजीनियर बन सकते हैं।ध्यान रहे कि अरविंद केजरीवाल के पिता भी एक इंजीनियर थे। हरियाणा के हिसार जिले में जन्मे केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली और टाटा स्टील में काम किया। 1968 में जन्मे साल केजरीवाल ने 1992 में रेवेन्यु सर्विस में शामिल हुए। लेकिन 2006 में सरकारी नौकरी छोड़ दी। तब आयकर विभाग में संयुक्त आयुक्त थे। समाजसेवा के लिए उन्होंने बेहतरीन नौकरी को अलविदा कह दिया।इसके बाद उन्होंने समाजसेवी अरुणा रॉय के साथ सामाजिक आंदोलन चलाया था। 2006 में उन्हें मैग्सेसे पुरस्कार दिया गया था। अन्ना हजारे के साथ सत्याग्रह करने के बाद उन्होंने 2012 में आम आदमी पार्टी की शुरुआत की थी। फिर चुनाव मैदान में उतरे और उसके बाद से लगातार दिल्ली के सीएम हैं। कभी डॉक्टर बनने की हसरत पालने वाले केजरीवाल आज एक सफल राजनीतिज्ञ माने जाते हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/indian-railways-biodegradable-spittoon-gutka-paan-1472112,"पान-गुटखा खाने वालों के लिए रेलवे ने बनाया नया प्लान, प्लेटफॉर्म की बजाय अब पाउच में थूकिए","नई दिल्ली: पान-गुटखा खाकर जगह-जगह थूकने पर जहां पब्लिक प्लेस बेहद गंदे और भद्दे नज़र आते हैं वहीं इससे निपटने के लिए भारतीय रेलवे एक नई मुहिम की शुरूआत कर रहा है। दरअसल, भारतीय रेलवे अपने परिसरों में विशेषकर पान और तंबाकू खाने वालों द्वारा थूकने के कारण होने वाले दाग-धब्बों और निशानों को साफ करने के लिए सालाना लगभग 1,200 करोड़ रुपए और बहुत सारा पानी खर्च करता है।थूकने से रोकने के लिए 42 स्टेशनों पर वेंडिंग मशीन लगाए जा रहे हैं.दरअसल, यात्रियों को रेलवे परिसर में थूकने से रोकने के लिए 42 स्टेशनों पर वेंडिंग मशीन या कियोस्क लगाए जा रहे हैं, जो पांच रुपये से लेकर 10 रुपए तक के स्पिटून पाउच (पाउच वाला पीकदान) देंगे। रेलवे के तीन जोन - पश्चिम, उत्तर और मध्य ने इसके लिए एक स्टार्टअप EzySpit ​को ठेका दिया है।जानें इस पाउट की खासियत.यात्री इन पीकदान पाउच को आसानी से जेब में रख सकते है और इनकी मदद से यात्री बिना किसी दाग ​​के जब भी और और जहां चाहें थूक सकते हैं। इस पाउच के निर्माता के अनुसार इस उत्पाद में मैक्रोमोलेक्यूल पल्प तकनीक है और इसमें एक ऐसी सामग्री है, जो लार में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस के साथ मिलकर जम जाती है। ये थूक को अवशोषित कर उन्हें ठोस में बदल देते हैं। एक बार उपयोग करने के बाद इन पाउचों को जब मिट्टी में फेंक दिया जाता है, तो ये पूरी तरह घुलमिल जाते हैं और पौधे की वृद्धि को बढ़ावा मिलता है। बता दें कि इन बायोडिग्रेडेबल पाउच को 15 से 20 बार इस्तेमाल किया जा सकता है।वहीं, बता दें कि नागपुर स्थित कंपनी ने स्टेशनों पर ईजीस्पिट ​वेंडिंग मशीन लगाना शुरू कर दिया है। ईजीस्पिट की सह-संस्थापक रितु मल्होत्रा ​​ने कहा कि हमने मध्य, उत्तर और पश्चिम रेलवे के 42 स्टेशनों के लिए भारतीय रेलवे के साथ एक करार किया है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/amitabh-bachchan-took-a-big-decision-on-b-day-1472101,"B'Day पर अमिताभ बच्चन ने लिया बड़ा फैसला, पान मसाला के विज्ञापन से हुए अलग","महानायक अमिताभ बच्चन ने पान मसाला ब्रांड के एक विज्ञापन से खुद को अलग कर लिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि इसके प्रचार के लिए उन्हें जो राशि मिली थी, उन्होंने उसे भी वापस कर दिया है। एक पान मसाला ब्रांड के प्रचार के लिए 79 साल के अभिनेता को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। उनके कई प्रशंसकों ने इसको लेकर निराशा जाहिर की थी। ‘अमिताभ बच्चन कार्यालय' की ओर से जारी एक ब्लॉग पोस्ट में रविवार रात बताया गया कि वह अब इस प्रचार से जुड़े नहीं हैं।पोस्ट में कहा गया कि इस विज्ञापन के प्रसारण के कुछ दिन बाद बच्चन ने ब्रांड से संपर्क किया और पिछले हफ्ते इससे अलग हो गए। बच्चन जब इस ब्रांड से जुड़े थे तो उन्हें पता नहीं था कि यह विज्ञापन प्रतिबंधित उत्पाद से संबंधित विज्ञापन के तहत आता है। पोस्ट में बताया गया कि बच्चन ने अनुबंध खत्म कर दिया और प्रचार के लिए मिली राशि को वापस कर दिया। पिछले महीने एक गैर सरकारी संगठन ‘राष्ट्रीय तंबाकू उन्मून संगठन' (नोट) ने बच्चन से अपील की थी कि वह पान मसाला ब्रांड को बढ़ावा देने वाले विज्ञापनों का हिस्सा न बनें।Amitabh BachchanPan Masala AdvertisementNational Organization for the Elimination of TobaccoPan Masala BrandNational News अमिताभ बच्चन पान मसाला विज्ञापन.",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/mumbai-drugs-party-cruise-drugs-party-mumbai-cruise-aryan-khan-1472020,"क्रूज ड्रग्स पार्टी: किंग खान के बेटे को 2 दिन और खानी पड़ेगी जेल की रोटी, अब 13 अक्टूबर को सुनवाई","मुंबई- मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज शिप में चल रही ड्रग्स पार्टी में गिरफ्तार किए गए अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की जमानत याचिका पर अब 13 अक्टूबर को सुनवाई होगी, यानि कि अब आर्यन को अगले दो दिन और जेल में ही रहना होगा। विशेष न्यायाधीश वी वी पाटिल राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम से संबंधित मामले पर सुनवाई कर रहे थे। अगली सुनवाई 13 अक्टूबर को होगी। NCB ने गोवा जा रहे ‘कॉर्डेलिया क्रूज़’ के पोत पर छापेमारी के बाद तीन अक्टूबर को आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। वह अभी मुंबई में आर्थर रोड जेल में बंद हैं। उन्होंने पिछले सप्ताह जमानत के लिए मजिस्ट्रेट अदालत का रुख किया था, जिसने कहा था कि उसके पास जमानत आवेदन पर विचार करने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि मामले पर विशेष अदालत सुनवाई करेगी। इसके बाद आर्यन ने विशेष अदालत का रुख किया था। आर्यन खान के वकील अमित देसाई ने सोमवार को जमानत याचिका का जिक्र किया तो एनसीबी के वकील ए एम चिमलकर और अद्वैत सेठना ने जवाब देने और हलफनामा दाखिल करने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा। उन्होंने कहा कि मामले की जांच अब भी जारी है, एजेंसी द्वारा काफी सामग्री भी एकत्र की गई है और इस स्तर पर, यह देखने की जरूरत है कि क्या आर्यन खान को जमानत पर रिहा करने से मामले की जांच में बाधा आएगी या नहीं। देसाई ने हालांकि इसका विरोध किया और कहा कि यह एक व्यक्ति की स्वतंत्रता का सवाल है। उन्होंने तर्क दिया कि आरोपी को जमानत पर रिहा करने से मामले में जांच बंद नहीं होगी। देसाई ने कहा कि जमानत देने से जांच बंद नहीं हो जाएगी। एनसीबी जांच जारी रख सकती है। यह उनका काम है। मेरे मुवक्किल को हिरासत में रखना जरूरी नहीं है, क्योंकि उसके पास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। उसके (आर्यन) पास से कोई मादक पदार्थ नहीं मिला और उसके खिलाफ कोई अन्य सामग्री भी नहीं मिली। गिरफ्तारी के बाद से वह एक हफ्ते से एनसीबी की हिरासत में है और दो बार उसका बयान दर्ज किया गया है। अब उसे जेल में रखने की क्या जरूरत है?’’ चिमलकर ने हालांकि कहा कि एजेंसी को जवाब दाखिल करने के लिए कम से कम कुछ दिन तो चाहिए। उन्होंने कहा कि.आर्यन खान न्यायिक हिरासत में है। जमानत पर उनकी रिहाई हमारी जांच को प्रभावित करेगी या बाधित करेगी, इस पर गौर करने की जरूरत है। एनसीबी के वकील सेठना ने कहा कि जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई की बहुत ज्यादा आवश्यकता नहीं है। देसाई ने तब अदालत से आर्यन खान की याचिका पर अलग से सुनवाई और फैसला करने की मांग करते हुए कहा कि मामले में प्रत्येक आरोपी से मादक पदार्थ की बरामदगी का मामला अलग-अलग था। चिमलकर और सेठना ने इसका विरोध किया और कहा कि यह एक ही मामला है। इसके बाद, अदालत ने कहा कि आर्यन खान की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई की जाएगी। आर्यन खान के अलावा, मामले में गिरफ्तार मुनमुन धमेचा, अरबाज मर्चेंट, नूपुर सतेजा और मोहक जायसवाल ने भी जमानत याचिका दायर की है। आर्यन खान के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम की धारा 8(सी), 20(बी), 27, 28, 29 और 35 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एनसीबी मामले में अभी तक 20 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है mumbai drugs party cruise drugs party mumbai cruise aryan khan द ग्रेट खली के सामने शख्स ले रहा था सेल्फी, रेसलर ने थप्पड़ मार जमीन पर गिराया...वीडियो... NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/people-of-muslim-community-demonstrated-against-pak-in-lal-chowk-1472092,श्रीनगर: मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लाल चौक में पाक के खिलाफ किया प्रदर्शन,"जम्मू/श्रीनगर (मगोत्रा): श्रीनगर में गत दिनों प्रिंसीपल और एक अध्यापक की आतंकियों द्वारा की गई हत्या से गुस्साए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लाल चौक श्रीनगर में प्रदर्शन कर पाक के खिलाफ नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में ‘आखिर कब तक’ स्लोगन लिखे बैनर के साथ अपना रोष जताया। प्रदर्शन करने वालों में छात्र, कोच और बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कश्मीर में अल्पसंख्यकों की हत्या निंदनीय है। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान को घिनौनी हरकतों से बाज आने की चेतावनी दी। प्रदर्शनकारियों ने अल्पसंख्यकों का आह्वान किया कि वे घाटी न छोड़ें क्योंकि हम आपके साथ हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कश्मीर हम सबका है, जब पर्यटक आते हैं तो लोगों के काम-धंधे चलते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवाओं को पाकिस्तान की बातों में न आकर देश की उन्नति में सहयोग देना चाहिए। Srinagar Muslim Community Lal Chowk Srinagar Pakistan Kashmir Terrorist Murder National News मुस्लिम समुदाय लाल चौक श्रीनगर चीन में दशहरा उत्सव मनाने के लिए भारतीय दूतावास पहुंचे हजारों लोग NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/large-crowds-throng-indian-embassy-s-dussehra-fest-in-beijing-1472090,चीन में दशहरा उत्सव मनाने के लिए भारतीय दूतावास पहुंचे हजारों लोग,"बीजिंग: चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित कई दूतों, चीनी नागरिकों और भारतीय प्रवासियों समेत 1,800 से अधिक लोगों ने दशहरा उत्सव मनाने के लिए यहां भारतीय दूतावास में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। यहां ‘इंडिया हाउस' का विशाल मैदान रविवार को उस समय शोरगुल वाले एक बाजार में तब्दील हो गया, जब भारतीय दूतों के परिवार और बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी विविध भारतीय कलाकृतियों, कालीनों और व्यंजनों की बिक्री के लिए दूतावास द्वारा लगाई गई 28 अस्थायी दुकानों में पहुंचे। दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि दशहरा मनाने के लिए आयोजित उत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रमों में 1,800 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। दशहरा इस साल 15 अक्टूबर को मनाया जाएगा। भारतीय राजदूत विक्रम मिस्त्री की पत्नी डॉली मिस्त्री ने बताया कि दूतावास के ‘स्पाउसेस क्लब' ने घर पर बनी मोमबत्तियों की दुकान लगाई थी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग आए। इस दुकान से हुई आय को परमार्थ संगठनों को दिया जाएगा। इस दौरान प्रसिद्ध चीनी भरतनाट्यम नृत्यांगना जिन शानशान और उनकी बेटी जेसिका ने भरतनाट्यम नृत्य, सिंडी और दू जुआन ने कथक एवं बॉलीवुड नृत्य, दीक्षिता ने कुचिपुड़ी नृत्य, अंजना और मृदुला ने तमिल लोक गीत, दिव्या और नम्रता ने राजस्थानी लोक नृत्य प्रस्तुत किये। इस प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अतिरिक्त स्थानीय भारतीय योग स्कूलों के छात्रों ने योगासनों का भी प्रदर्शन किया। रामायण पर आधारित और दर्शन नायक द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक, पटाखों की प्रदर्शनी और रावण दहन समेत विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भारतीय दूत, चीनी थिंक टैंक के अधिकारी और भारतीय प्रवासी शामिल हुए। International news Indian Embassy China celebrate Dussehra पाक में गैर-मुस्लिम पत्रकारों को मिल रहे धमकी भरे पत्र NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-pakistan-muslim-journalist-1472089,पाक में गैर-मुस्लिम पत्रकारों को मिल रहे धमकी भरे पत्र,"नेशनल डेस्क: पाकिस्तान में 20 से अधिक गैर-मुस्लिम पत्रकारों को धमकी भरे पत्र मिले हैं। इसमें लिखा है कि यदि उन्होंने इस्लाम या मुसलमानों के विरुद्ध अपनी जुबान खोली तो उनका भी वही हाल किया जाएगा जो हिन्दू पत्रकार अजय कुमार का कुछ माह पहले किया गया था। वणर्नीय है कि पत्रकार अजय कुमार की 21 मार्च को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। अजय कुमार हिन्दू नाबालिग लड़कियों के जब्री धर्म परिवर्तन करवाने के लिए कुछ मौलवियों के विरुद्ध लिखता था। national newspunjab kesaridelhi pakistan muslim journalist ajay kumar conversion NIA ने कश्मीर में 16 स्थानों पर छापा मारा, TRF के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/nia-trf-jammu-kashmir-rade-1472086,"NIA ने कश्मीर में 16 स्थानों पर छापा मारा, TRF के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया","श्रीनगर- राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने रविवार को कश्मीर घाटी में 16 स्थानों पर छापा मारा और द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। टीआरएफ को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा समूह का मुखौटा संगठन माना जाता है। टीआरएफ ने कश्मीर घाटी में नागरिकों की लक्षित हत्याओं की जिम्मेदारी ली है। एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू कश्मीर पुलिस के सहयोग से कुलगाम, श्रीनगर तथा बारामुला जिलों में सात स्थानों पर छापेमारी की गई। एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान टीआरएफ के दो सदस्यों, बारामुला के तवसीफ अहमद वानी और वामपुरा के फैज अहमद खान को आतंकी गतिविधियों की साजिश में संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, अन्य संदिग्ध सामग्री सहित कई डिजिटल उपकरण बरामद किये गये। NIA TRF jammu kashmir rade पहली बार किर्गिस्तान के दौरे पर पहुंचे विदेश मंत्री जयशंकर, कई समझौतों पर हो सकते हैं... NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/foreign-minister-jaishankar-arrives-in-kyrgyzstan-1472082,"पहली बार किर्गिस्तान के दौरे पर पहुंचे विदेश मंत्री जयशंकर, कई समझौतों पर हो सकते हैं हस्ताक्षर","नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस. जयशंकर तीन मध्य एशियाई देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से किर्गिस्तान, कज़ाखस्तान और आर्मेनिया की अपनी चार दिवसीय यात्रा के तहत रविवार को यहां पहुंचे। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर 11-12 अक्तूबर तक कजाखस्तान की यात्रा पर रहेंगे जहां वे एशिया में संवाद एवं विश्वास निर्माण के उपाय (CICA) पर छठे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। CICA की बैठक कजाखस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान में हो रही है। कजाखस्तान इस समूह का वर्तमान अध्यक्ष है। यहां मनास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के तुरंत बाद जयशंकर ने ट्वीट किया कि विदेश मंत्री रुस्लान कजाकबायेव के निमंत्रण पर किर्गिस्तान के बिश्केक पहुंचने पर खुशी हुई। सकारात्मक यात्रा की उम्मीद है। हवाई अड्डे पर जयशंकर का स्वागत किर्गिस्तान के उप विदेश मंत्री ऐबेक अर्तिकबाएव और भारतीय राजदूत आलोक ए. डिमरी ने किया। यहां भारतीय दूतावास ने मंत्री के बिश्केक आगमन की तस्वीरें शेयर करते हुए ट्वीट किया। बिश्केक में अपने प्रवास के दौरान, जयशंकर राष्ट्रपति सदिर जापरोव से मुलाकात करने के अलावा किर्गिस्तान के अपने समकक्ष के साथ बातचीत करेंगे। मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री के रूप में यह उनका देश का पहला दौरा होगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा के दौरान कुछ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। पता चला है कि तीन मध्य एशियाई देशों के नेताओं के साथ जयशंकर की बातचीत में अफगानिस्तान का घटनाक्रम प्रमुखता से उठने की उम्मीद है। जयशंकर 12 से 13 अक्तूबर तक आर्मेनिया का दौरा करेंगे, इस दौरान वह अपने आर्मेनियाई समकक्ष अरारत मिर्जोयान के साथ बैठक करेंगे और प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान से मुलाकात करेंगे। External Affairs Minister S. Jaishankar Kyrgyzstan Kazakhstan CICA meeting Bishkek Armenia National News Afghanistan विदेश मंत्री एस. जयशंकर किर्गिस्तान कज़ाखस्तान भारत को अंतरिक्ष संपत्तियों की सुरक्षा में अपनी क्षमता को बढ़ाना होगा: डोभाल NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/india-has-to-enhance-its-capability-in-safeguarding-space-assets-ajit-doval-1472081,भारत को अंतरिक्ष संपत्तियों की सुरक्षा में अपनी क्षमता को बढ़ाना होगा: डोभाल,"नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने सोमवार को कहा कि भारत को अपने व्यावसायिक रूप से उपलब्ध स्वदेशी उपग्रह संचार समाधान, भौगोलिक क्षेत्रों में निगरानी क्षमताओं और अंतरिक्ष संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष संघ के शुरू होने पर आयोजित समारोह को संबोधित किया। भारतीय अंतरिक्ष संघ, एक अंतरिक्ष क्षेत्र उद्योग निकाय है, जिसमें भारती एयरटेल, लार्सन एंड टुब्रो, अग्निकुल, ध्रुव स्पेस और कावा स्पेस जैसी कंपनियां शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आर्थिक विकास और प्रौद्योगिकी विकास राष्ट्रीय शक्ति के सबसे महत्वपूर्ण तत्व हैं। ऐसे वातावरण में राष्ट्रीय सरकारें अब राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के लिए नीतियां विकसित करने में एकमात्र हितधारक नहीं हो सकती हैं।'' डोभाल ने कहा कि निजी क्षेत्र राष्ट्र निर्माण में बराबर का हिस्सेदार है। डोभाल ने कहा, ‘‘अब तक अंतरिक्ष जैसे विशेष क्षेत्रों में सार्वजनिक क्षेत्र का वर्चस्व था, इसलिए यह चक्र चलता रहे यह सुनिश्चित करने के लिए इसके द्वार निजी क्षेत्र के लिए खोलने की जरूरत है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी निवेश से उच्च तकनीक वाली नौकरियां पैदा होंगी, प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की सुविधा होगी और संयुक्त उद्यमों के माध्यम से विदेशी भागीदारों की भागीदारी सुनिश्चित होगी।'' डोभाल ने कहा कि ये कदम भारत को अंतरिक्ष संपत्तियों का विनिर्माण केंद्र बना देंगे। उन्होंने कहा कि एक मजबूत निजी क्षेत्र का उद्योग भी बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने में योगदान देगा। डोभाल ने कहा, ‘‘भारत को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध स्वदेशी उपग्रह संचार समाधान, भविष्य की प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास, भौगोलिक क्षेत्रों में निगरानी क्षमताओं और अंतरिक्ष संपत्तियों की सुरक्षा जैसे कई क्षेत्रों में अपनी क्षमता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।'' उन्होंने कहा कि सुरक्षा, रक्षा और कानूनी दायित्व के मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक उपयुक्त नियामक वातावरण बनाना इस प्रयास का केंद्र होगा। एनएसए ने कहा कि निजी क्षेत्र ने अहम प्रौद्योगिकियों के विकास में तेजी से प्रगति की है। उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से कई प्रौद्योगिकियां दोहरे उपयोग वाली हैं जिन्होंने दिशा सूचक प्रणाली, रिमोट सेंसिंग, मौसम निगरानी, कृषि, उपग्रह संचार और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सहित कई क्षेत्रों में गतिविधियों में क्रांतिकारी बदलाव किया है।'' एनएसए ने कहा कि कुछ अनुमानों के अनुसार, वैश्विक अंतरिक्ष उद्योग तेजी से आगे की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘उपयुक्त नीति और विनियमों के साथ भारतीय निजी क्षेत्र भारत की अंतरिक्ष यात्रा पर सह-यात्री बन सकता है।'' एनएसए ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने उच्च गुणवत्ता वाले आपूर्तिकर्ताओं का एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए अपने उत्कृष्ट कार्य से भारत को एक ठोस आधार प्रदान किया है, जिस पर अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी को आगे बढ़ाया जा सकता है। India Ajit Doval National Security Advisor of India हॉकी इंडिया एकतरफा फैसला करके राष्ट्रमंडल खेलों से नहीं हट सकता, सरकार से सलाह लेनी चाहिए... NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/anurag-thakur-commonwealth-games-hockey-1472078,"हॉकी इंडिया एकतरफा फैसला करके राष्ट्रमंडल खेलों से नहीं हट सकता, सरकार से सलाह लेनी चाहिए : ठाकुर","नई दिल्ली- देश के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से हटने का एकतरफा फैसला करने के लिये हॉकी इंडिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राष्ट्रीय महासंघ का ऐसा कोई भी निर्णय करने से पहले सरकार के साथ परामर्श करना जरूरी होता है। ठाकुर ने कहा कि देश में ओलंपिक खेलों का मुख्य वित्त पोषक होने के कारण सरकार को राष्ट्रीय टीम के प्रतिनिधित्व पर निर्णय करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मुझे लगता है कि किसी भी महासंघ को इस तरह का बयान देने से बचना चाहिए और पहले सरकार के साथ चर्चा करनी चाहिए क्योंकि यह महासंघ की टीम नहीं, राष्ट्रीय टीम है। ठाकुर ने कहा कि इस 130 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में केवल 18 खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व नहीं करते है। यह (राष्ट्रमंडल खेल) वैश्विक प्रतियोगिता है और मेरा मानना है कि उन्हें (हॉकी इंडिया) को सरकार और संबंधित विभाग से बात करनी चाहिए। फैसला सरकार करेगी। हॉकी इंडिया ने कोविड-19 से जुड़ी चिंताओं और ब्रिटेन के पृथकवास से जुड़े भेदभावपूर्ण ऩियमों के कारण मंगलवार को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों से हटने का फैसला किया जिसके बाद ठाकुर का कड़ा बयान आया है। हॉकी इंडिया ने इसके साथ ही कहा था कि बर्मिंघम खेलों (28 जुलाई से आठ अगस्त) और हांगजोउ एशियाई खेलों (10 से 25 सितंबर) के बीच केवल 32 दिन का समय है। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर टीम 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई कर जाएगी। मंत्री ने कहा कि देश में हॉकी प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं तथा उन्होंने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए कहा कि पेशेवर खिलाड़ियों के लिये लगातार दो टूर्नामेंटों में खेलना नयी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत में हॉकी में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। अगर आप क्रिकेट देखें तो आईपीएल चल रहा है और फिर विश्व कप है। अगर क्रिकेटर एक के बाद एक दो टूर्नामेंट खेल सकते हैं, तो दूसरे खेलों के खिलाड़ी क्यों नहीं खेल सकते हैं। ठाकुर ने कहा कि मैं समझ सकता हूं कि एशियाई खेलों को प्राथमिकता दी जा रही है और मैं इस संदर्भ में नहीं जा रहा हूं। मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि भारतीय टीम कहां खेलेगी, यह केवल महासंघ नहीं सरकार पर भी निर्भर करता है। इस बीच ठाकुर ने कहा कि इस साल के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिये चयनसमिति की बैठक अगले 10 दिन में हो जाएगी। उन्होंने कहा कि चयन समिति अगले 10 दिन में बैठक करेगी जिसमें वह पुरस्कार विजेताओं पर फैसला करेगी। राष्ट्रपति से समय मिलने के बाद पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे। anurag thakur Commonwealth Games hockey मुंबई आ रही पुष्पक एक्सप्रेस में युवती से गैंगरेप करने वाले सभी आठ आरोपी गिरफ्तार NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/mumbai-train-gangrape-girl-gangrape-grp-pushpak-express-gangrape-1472071,मुंबई आ रही पुष्पक एक्सप्रेस में युवती से गैंगरेप करने वाले सभी आठ आरोपी गिरफ्तार,"मुंबई- महाराष्ट में इगतपुरी और कसारा रेलवे स्टेशनों के बीच लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में 20 साल की लड़की से हुए गैंगरेप मामले में सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया एक अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, यह घटना बिते शुक्रवार रात की है जब आरोपी मुंबई आ रही ट्रेन में इगतपुरी स्टेशन से चढ़े। यह कथित अपराध तब हुआ जब ट्रेन घाट खंड से गुजर रही थी। पुलिस ने तब इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस मामले में अब सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान आरोपियों की पहचान प्रकाश उर्फ पाक्या दामू पारधी (20), अरशद शेख (19), अर्जुन उर्फ पाव्या सुभाष सिंह परदेशी (20), किशोर नंदू सोनवाने उर्फ कालिया (25), काशीनाथ रामचंद्र तेलम काश्या (23), आकाश शेनोर उर्फ आक्या (20), धनंजय भगत उर्फ गुड्डू (19) और राहुल आडोले उर्फ राहुल्या (22) के रूप में हुई है। ट्रेन में चढ़ने से पहले आरोपियों ने गांजा का सेवन किया था सरकारी रेलवे पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, ट्रेन में चढ़ने से पहले आरोपियों ने गांजा का सेवन किया था। उन्होंने बताया कि आरोपियों की ट्रेन में लूटपाट की योजना नहीं थी। लेकिन, ट्रेन में चढ़ने के बाद आरोपियों में से एक ने चाकू दिखा कर एक यात्री का सामान लूटने की कोशिश की। जिसके चलते भयभीत यात्री ने उन्हें नकदी दे दी। आरोपियों का हौसला बढ़ गया और उन्होंने अन्य यात्रियों को भी चाकू दिखा कर धमकाने का प्रयास किया। उन्हें लगा था कि अंधेरे में उनकी पहचान नहीं हो पाएगी। आरोपियों में से चार का आपराधिक रिकॉर्ड है पुलिस उपायुक्त मनोज पाटिल ने बताया कि इस मामले से जुड़े सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों में से चार का आपराधिक रिकॉर्ड है जबकि बाकी के खिलाफ पहले से कोई मामला दर्ज नहीं है। मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने 16 यात्रियों से नकदी लूटी और 9 मोबाइल फोन छीन लिए। आरोपियों ने 20 वर्षीय महिला से दुष्कर्म किया अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने 20 वर्षीय महिला से दुष्कर्म किया। महिला की हाल में ही शादी हुई थी और वह अपने पति के साथ मुंबई रहने जा रही थी। महिला के पति ने जब पत्नी को बचाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उस पर हमला किया। वहीं जीआरपी ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 395 (डकैती), 376 (डी)-सामूहिक दुष्कर्म के तहत मामला दर्ज किया है। Mumbai train gangrape girl gangrape GRP pushpak express gangrape लखीमपुर हिंसा: दिल्ली पहुंचे यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, कहा- 'वोट मिलेगा... NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/pm-modi-launched-ispa-1471944,"PM मोदी ने लॉन्च किया ISPA, बोले- जहां पर जरूरत नहीं वहां सरकारी नियंत्रण को करेंगे खत्म","नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के अंतरिक्ष क्षेत्र में सहभागिता निभाने की आकांक्षा रखने वाले उद्योगों के संगठन ‘इंडियन स्पेस एसोसिएशन' (ISPA) की शुरुआत करते हुए सोमवार को अपनी सरकार की सुधार संबंधी प्रतिबद्धताओं को रेखांकित किया और कहा कि देश में कभी इतनी निर्णायक सरकार नहीं रही। मोदी ने नुकसान में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन एयर इंडिया का निजीकरण करने में सरकार की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उसकी प्रतिबद्धता और गंभीरता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बारे में सरकार की नीति यह है कि जिन क्षेत्रों में उसकी आवश्यकता नहीं है, उन्हें निजी उपक्रमों के लिए खोला जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष से लेकर रक्षा तक अनेक क्षेत्रों के द्वार निजी उद्योगों के लिए खोले जाने का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने राष्ट्रीय हित तथा विभिन्न हितधारकों की आवश्यकता को ध्यान में रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में इतने बड़े स्तर पर सुधार दिख रहे हैं क्योंकि उसका दृष्टिकोण स्पष्ट है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत' बनाने का है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है जिनके पास अंतरिक्ष क्षेत्र में ‘एंड टू एंड' (एक सिरे से दूसरे सिरे तक निर्बाध आपूर्ति वाली) प्रौद्योगिकी है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार साझेदार के रूप में उद्योगों, युवा नवोन्मेषकों और स्टार्ट-अप की मदद कर रही है और करती रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों के लिए सरकार के प्रयास चार स्तंभों पर आधारित हैं, जिनमें निजी क्षेत्र को नवोन्मेषिता की स्वतंत्रता देना, सरकार की सामर्थ्य प्रदान करने की भूमिका निभाना, युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करना तथा क्षेत्र की कल्पना आम आदमी के विकास में सहायता प्रदान करने वाले स्रोत के रूप में करना शामिल हैं। सरकार ने कहा कि ISPA में सरकार और उसकी एजेंसियों समेत भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के सभी पक्षों की सहभागिता रहेगी। पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए संगठन भारत को आत्मनिर्भर, प्रौद्योगिकी के लिहाज से उन्नत तथा अंतरिक्ष क्षेत्र में नेतृत्व करने वाला बनाने में मदद करेगा। ISPA के संस्थापक सदस्यों में लार्सन एंड टूब्रो, नेल्को (टाटा समूह), वनवेब, भारती एयरटेल, मैपमाईइंडिया, वालचंदनगर इंडस्ट्रीज और अनंत टेक्नोलॉजी लिमिटेड शामिल हैं। इसके अन्य प्रमुख सदस्यों में गॉदरेज, ह्यूजेस इंडिया, अजिस्ता-बीएसटी एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड, बीईएल, सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स और मैक्सर इंडिया शामिल हैं। PM Narendra Modi Indian Space Association Satellite Companies Bharti Airtel Central Government Tata Group National News पीएम नरेंद्र मोदी भारतीय अंतरिक्ष संघ सैटेलाइट कंपनियां लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में आज महाराष्ट्र बंद...इन सेवाओं पर पड़ेगा असर...सुरक्षा कड़ी NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/thane-coronavirus-covid-19-corona-cases-in-maharashtra-1472053,"धीमी पड़ी कोरोना की रफ्तार,ठाणे में कोविड-19 के 219 नए मामले, तीन और लोगों की मौत","ठाणे- देश में अब पहले के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर थमती हुई नज़र आ रही हैं। वहीं बता दें कि कुछ राज्यों में अबी मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही हैं। दरअसल, महाराष्ट्र के ठाणे में कोविड-19 के 219 नए मामले सामने आने के बाद जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,61,878 हो गई। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि ये नए मामले रविवार को सामने आए। तीन और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद जिले में मृतक संख्या बढ़कर 11,433 हो गई है। जिले में कोविड-19 से मृत्यु दर 2.03 प्रतिशत है। इस बीच, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पड़ोस के पालघर जिले में कोविड-19 के मामले बढ़कर 1,37,195 हो गए और मृतक संख्या 3,278 है। thane coronavirus Covid 19 corona cases in maharashtra उत्तराखंड चुनाव से पहले BJP को बड़ा झटका NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/5jawan-martyr-in-poonch-encounter-1472040,"J&K: पुंछ में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ , सैन्य अधिकारी समेत 4 जवान शहीद","जम्मू: पीरपंजाल की पहाड़ियों में सोमवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी सहित पांच जवान शहीद हो गये। जानकारी के अनुसार मुठभेड़ पुंछ के सूरनकोट इलाके में हुई। मुठभेड़ में सेना का जूनियर कमिश्नड अधिकारी और चार जवान गंभीर तौर पर घायल हो गये। उन्हें अस्पताल ले जाया गया पर उनकी मौत हो गई थी। पूरे इलाके को घ्ेारकर रखा गया है और अभी भी मुठभेड़ जारी है। दो से तीन आतंकवादियों को घेरा गया है। Jammu Poonch Army Jawan Martyr Surankot Punjab kesari Birthday Special: जब अमिताभ बच्चन को चुनाव में मिले थे 4000 ""Kiss Vote "" NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/finance-minister-sitharaman-leaves-for-a-week-visit-to-the-us-1472027,"US के एक हफ्ते के दौरे पर रवाना हुईं वित्त मंत्री सीतारमण, G-20 और विश्व बैंक की बैठकों में लेंगी हिस्सा","नेशनल डेस्क: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण विश्व बैंक और IMF की वार्षिक बैठकों के साथ-साथ G-20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों (FMCBG) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के एक हफ्ते के दौरे पर रवाना हो गई हैं। अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के दौरान, सीतारमण के अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन से मिलने की भी उम्मीद है। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 11 अक्तूबर, 2021 से शुरू होने वाली अमेरिका की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान IMF एवं विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों, G-20 FMCBG बैठक, भारत-अमेरिका आर्थिक और वित्तीय वार्ता तथा निवेश से जुड़ी दूसरी बैठकों में हिस्सा लेंगी। अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के तहत, वह बड़े पेंशन फंड और निजी इक्विटी कंपनियों सहित निवेशकों को भी संबोधित करेंगी और उन्हें भारत के विकास के सफर का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करेंगी। दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत के सबसे ज्यादा वृद्धि दर दर्ज करने की उम्मीद है। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, मार्च 2022 में खत्म होने वाले चालू वित्त वर्ष में भारत 11 प्रतिशत की GDP वृद्धि हासिल कर सकता है। महामारी के प्रकोप के बाद यह पहली बार है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक प्रत्यक्ष उपस्थिति में हो रही हैं। हालांकि, गणमान्य लोगों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हिस्सा लेने का विकल्प भी उपलब्ध है। सीतारमण 13 अक्तूबर को निर्धारित FMCBG में हिस्सा लेंगी, जिसमें वैश्विक कर सौदे को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इस सौदे के बाद, भारत को डिजिटल सेवा कर या इस तरह के दूसरे उपायों को वापस लेना पड़ सकता है और भविष्य में इस तरह के उपायों को पेश नहीं करने की प्रतिबद्धता देनी पड़ सकती है। अंतर्राष्ट्रीय कर प्रणाली में एक बड़े सुधार के तहत, भारत सहित 136 देशों ने वैश्विक कर मानदंडों में बदलाव के लिए सहमति जताई है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां जहां कहीं भी काम करती हों, वहां न्यूनतम 15 प्रतिशत की दर से करों का भुगतान करें। हालांकि, शुक्रवार को जारी आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) की कार्यान्वयन योजना के अनुसार इस सौदे के लिए देशों को सभी डिजिटल सेवा कर और इस तरह के दूसरे उपायों को हटाने तथा भविष्य में इस तरह के उपायों को पेश नहीं करने की प्रतिबद्धता देनी होगी। Union Finance Minister Nirmala Sitharaman World Bank US International Monetary Fund Ministry of Finance India G-20 National News केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण विश्व बैंक अमेरिका क्रूज ड्रग्स पार्टी: किंग खान के बेटे को 2 दिन और खानी पड़ेगी जेल की रोटी, अब 13 अक्टूबर... NEXT STORY",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/all-leaves-of-up-policemen-cancelled-in-view-of-upcoming-festivals-and-farmers-protest-b602/,"किसान आंदोलन और त्योहारों में यूपी पुलिस स्टाफ को रहना होगा मुस्तैद, 18 अक्टूबर तक नहीं मिल सकती है कोई छुट्टी","यूपी में 18 अक्टूबर तक पुलिस की छुट्टी रद्द अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने जारी किया आदेश केवल अपरिहार्य कारणों से ले सकते हैं छुट्टी लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस ने आगामी त्योहारों और किसानों के विरोध विशेषकर लखीमपुर खीरी हिंसा के मद्देनजर अपने कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश रद्द कर दिए हैं । यूपी पुलिस के लिए 18 अक्टूबर तक छुट्टी नहीं होगी । अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है। एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया कि ""संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आगामी त्योहारों और प्रस्तावित कार्यक्रमों के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश पुलिस ने 18 अक्टूबर तक कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश रद्द कर दिए हैं । इस अवधि के दौरान केवल अपरिहार्य कारणों से मुख्यालय से छुट्टी की अनुमति दी जाएगी । इस आदेश के साथ तत्काल प्रभाव प्रभावी होगा । "" चूंकि नवरात्रि का त्योहार हमारे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में रामलीला का मंचन किया जा रहा है, इसलिए धार्मिक स्थलों, बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भीड़भाड़ होने की संभावना है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा को देखते हुए किसानों का विरोध भी जोरों पर है, जहां चार किसान प्रदर्शनकारियों और एक पत्रकार समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी तो ऐेसे में यूपी में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की छुट्टियां रद्द की गई है । इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने किसानों को 12 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में 'अंतिम अरदास' में शामिल होने के लिए कहा है । किसान संघ ने 12 अक्टूबर की शाम को कैंडल मार्च निकालने का भी आह्वान किया है। किसानों के विरोध प्रदर्शन में भाजपा सरकार का पुतला दहन भी शामिल है। किसान 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक पूरे देश में ""रेल रोको"" विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं ।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/t20-world-cup-all-rounder-hardik-pandya-decision-on-october-15-shardul-thakur-and-deepak-chahar-b507/,"T20 World Cup: हरफनमौला हार्दिक पंड्या का क्या होगा, 15 अक्टूबर को फैसला, ये दो खिलाड़ी रेस में सबसे आगे","अंतिम 15 में बदलाव के लिए समय सीमा को बढाकर 15 अक्टूबर कर दी है। शारदुल ठाकुर और दीपक चाहर जैसे अनुभवी विकल्प है। दीपक चाहर ने श्रीलंका में अपनी बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया है। T20 World Cup: चेतन शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति आगामी टी20 विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में एक तेज गेंदबाज को शामिल करने पर चर्चा कर सकती है क्योंकि हरफनमौला हार्दिक पंड्या ने इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स के लिए गेंदबाजी नहीं की। हार्दिक की गेंदबाजी को लेकर संशय के बीच बीसीसीआई के पास टीम में बदलाव करने के लिए अभी और पांच दिनों (15 अक्टूबर) का समय है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने सुपर 12 समूह में शामिल टीमों के लिए अंतिम 15 में बदलाव के लिए समय सीमा को बढाकर 15 अक्टूबर कर दी है। पहले चरण में भाग लेने वाली टीमों के लिए बदलाव की समयसीमा 10 अक्टूबर की मध्यरात्री (यूएई के समयानुसार) है। दो साल पहले पीठ में स्ट्रेस फ्रैक्चर का शिकार होने वाले हार्दिक ने सर्जरी से वापसी के बाद ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है। यह देखना होगा कि क्या विश्व कप में वह गेंदबाजी करेंगे या सिर्फ बल्लेबाजी पर ध्यान देंगे। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘ भारत की 15 सदस्यों की मुख्य टीम में कम से कम एक तेज गेंदबाज कमी है। हमारे पास शारदुल ठाकुर और दीपक चाहर जैसे अनुभवी विकल्प है। शारदुल खुद को गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप पर साबित कर चुके है जबकि दीपक चाहर ने श्रीलंका में अपनी बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर हार्दिक गेंदबाजी नहीं कर पाते हैं तो समिति इन दोनों में से किसी एक को टीम में शामिल कर सकती है।’’ चयनकर्ता हार्दिक के साथ साथ ‘मिस्ट्री’ स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के नाम पर फिर से चर्चा कर सकते है, जिनकी घुटने में परेशानी है। सूत्र ने कहा, ‘‘ घुटने में परेशानी के कारण अगर वरुण टीम का हिस्सा नहीं बने तो उनका एक ही विकल्प दिखता है और वह युजवेंद्र चहल है। भारत के बायो बबल में नेट बॉलर के तौर पर उमरान मलिक पहले से मौजूद हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या शिवम मावी को नेट गेंदबाज के तौर पर रखा जाता है या नहीं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/government-to-give-rs5000-to-people-who-take-road-accident-victims-to-hospital-b418/,"सड़क हादसे में घायल को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेंगे ₹5 हजार, नियम 15 अक्टूबर से होगा अमल","कई लोगों की मदद करने वालों को राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाएंगे आगामी 15 अक्तूबर से इसे देशभर में लागू किया जाएगा घायल को अस्पताल ले जाने वाले एक से अधिक लोग हैं तो उनके बीच 5 हजार रुपए की राशि विभाजित की जाएगी नागपुर : अक्सर सड़क हादसों में घायलों के समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाने से कई जानें चली जाती हैं. पुलिस की पूछताछ के डर से कई लोग चाहकर भी घायलों को अस्पताल नहीं ले जाते हैं. लेकिन अब सड़क हादसों में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने का नेक काम करने वालों को इसका डर नहीं रहेगा बल्कि इसके लिए उन्हें नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा. इस संदर्भ में केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने 3 अक्तूबर को पत्र जारी किया है, जिसके तहत आगामी 15 अक्तूबर से इसे देशभर में लागू किया जाएगा. इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्रालय के अपर सचिव सुदीप दत्त ने सभी राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के प्रधान सचिव (परिवहन), सचिव (परिवहन) तथा परिवहन आयुक्त को पत्र भेजा है. इसमें लिखा है कि सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले व्यक्ति को कोई नेक इंसान समय रहते अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर पहुंचाता है तो उसे 5 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा. यदि घायल को अस्पताल ले जाने वाले एक से अधिक लोग हैं तो उनके बीच 5 हजार रुपए की राशि विभाजित की जाएगी. यदि घायल एक से अधिक है और बचाने वाले भी एक से अधिक हैं तो प्रति घायल 5 हजार रुपए इनाम मिलेगा लेकिन किसी एक व्यक्ति को 5 हजार रुपए से अधिक इनाम नहीं मिल सकेगा. यदि घायल एक से अधिक है और बचाने वाला व्यक्ति एक ही है तो उसे केवल 5 हजार रुपए का नकद पुरस्कार मिलेगा. इस संदर्भ में सभी राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों को अलग से बैंक खाता खोलने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें 5 लाख रुपए का शुरुआती अनुदान जमा किया जाएगा. कई लोगों की मदद करने वाले को ₹1 लाख के इनाम यदि कोई व्यक्ति सालभर में कई सड़क हादसों के पीड़ितों को समय रहते अस्पताल पहुंचाता है तो ऐसे नेक लोगों को 10 राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाएंगे. इसमें प्रति व्यक्ति एक लाख रुपए नकद पुरस्कार दिया जाएगा. इस तरह सालभर लोगों की जान बचाने वाले को पुण्य का काम करने की आत्म संतुष्टि के अलावा नकद इनाम भी मिल सकेंगे. पुलिस या अस्पताल से मूल्यांकन समिति को जाएगी रिपोर्ट सड़क हादसा होते ही कोई व्यक्ति इसकी जानकारी सबसे पहले पुलिस को देता है और घायल या घायलों को बचाने के लिए अस्पताल पहुंचाता है तो पुलिस इस व्यक्ति के बारे में विस्तृत रिपोर्ट जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता वाली जिलास्तरीय मूल्यांकन समिति को भेजेगी. यदि घायलों को सीधे अस्पताल पहुंचाया जाता है तो अस्पताल की ओर से मूल्यांकन समिति को विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी. रिपोर्ट में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले का नाम, मोबाइल नंबर, पता, सड़क दुर्घटना का स्थान, तिथि और समय के अलावा उसने घायल को बचाने में कैसे मदद की, उसकी विस्तृत जानकारी होगी. इसके आधार पर संबंधित व्यक्ति को नकद पुरस्कार देने का निर्णय समिति करेगी. घायलों की बच सकेगी जान सांसद सड़क सुरक्षा समिति, नागपुर के सदस्य चंद्रशेखर मोहिते ने इस संदर्भ में 3 अगस्त 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विस्तृत ब्यौरे के साथ पत्र लिखा था. उन्होंने सड़क हादसे में घायलों को अस्पताल ले जाने वालों को प्रोत्साहन के लिए 5 हजार रुपए, शॉल, श्रीफल देकर सम्मानित करने की मांग की थी. इस मुद्दे को गंभीरता से लिया गया और 3 अक्तूबर को इस संदर्भ में नोटिफिकेशन जारी हो गया और 15 अक्तूबर से इस पर अमल भी किया जाएगा. इस पर चंद्रशेखर मोहिते ने कहा कि इस निर्णय से उन्हें बहुत आत्म संतुष्टि मिली है. यह निर्णय पूरे देश में सड़क हादसों में घायल होने वालों की जान बचाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा. लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा लोग इस काम में सम्मिलित होंगे.",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/madhya-pradesh/jab-paise-nhi-the-to-lock-nhi-karna-tha-collector-theif-leaves-note-after-looting-in-devas-mp-b628/,"मध्य प्रदेश: चोर को बड़ा माल नही मिला तो छोड़ी चिट्ठी, लिखा- 'जब पैसे नहीं थे तो लॉक नहीं करना था कलेक्टर'","चोरों द्वारा लिखा गया यह नोट सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा है वायरल चोर ने नोट लिखने के लिए डायरी और पेन भी कलेक्टर का उपयोग किया मध्यप्रदेश के देवास में डिप्टी कलेक्टर के घर यह चोरी की घटना हुई है। लेकिन चोरों को जब उनके घर में बड़ी रकम नहीं मिला तो वे एक नोट लिखकर छोड़ गए। जिसमें लिखा है-'जब पैसे नहीं थे, तो लॉक नहीं करना था कलेक्टर'। इसमें आश्चर्य की बात तो यह है कि चोरों ने इस बात को लिखने के लिए डायरी और पेन भी डिप्टी कलेक्टर का उपयोग किया है। चोरों द्वारा लिखी यह बात सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। दरअसल, करीब 15 दिन पहले ही देवास के डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन सिंह गौड़ को जिले के खातेगांव का एसडीएम नियुक्त किया गया। डिप्टी कलेक्टर का सरकारी आवास देवास के सिविल लाइन इलाके में सांसद निवास के समीप है। जिसमें पिछले 15 दिनों से ताला लटका देखकर चोरों ने इस वारदात को अंजाम दिया। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब डिप्टी कलेक्टर 15 दिन बाद अपने आवास पर पहुंचे। चोर द्वारा लिखा गया नोट उन्होंने अपने घर के ताले को टूटा देख तुरंत पुलिस को सूचना दी, इसके बाद घर में प्रवेश करने पर उन्होंने पाया कि घर का पूरा सामान बिखरा पड़ा है व कुछ नकदी और चांदी के जेवरात गायब हैं, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। इसी के साथ उन्हें टेबल पर उन्ही की डायरी से फटा यह कागज मिला, जिस पर चोर ने यह बात लिखी थी। कोतवाली थाना प्रभारी उमराव सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। चोरों ने डिप्टी कलेक्टर के घर से एक अंगूठी, चांदी की पायजेब और सिक्के सहित करीब 30 हजार रुपए नकदी चोरी किये हैं। एसडीएम के घर पर एक हस्तलिखित नोट भी मिला है , जो सम्भवतः चोर ने ही लिखा था। पुलिस चोर की सरगर्मी से तलाश कर रही हैं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/man-allegedly-rape-15-year-old-girls-in-uttar-pradesh-share-video-online-b418/,"मुजफ्फरनगर: 15 वर्षीय छात्रा के साथ दोस्त के भाई ने किया बलात्कार, वीडियो भी बनाया, आरोपी फरार","युवती के साथ बलात्कार के आरोपी गिरफ्तार दलित महिला के साथ सामूहिक बलात्कार, मामला दर्ज यूपी में पिछले हफ्ते बलात्कार के कई मामले मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक गांव में नौवीं कक्षा की छात्रा के साथ उसकी ही कक्षा में पढ़ने वाली एक अन्य लड़की के भाई ने कथित तौर पर बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि घटना रविवार की है, जब 15 वर्षीय लड़की अपनी ही कक्षा की एक छात्रा के घर गई थी। आरोपी ने घटना का वीडियो भी बनाया था। उन्होंने बताया कि पीड़िता के परिवार की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आरोपी की तलाश जारी है। युवती के साथ बलात्कार के आरोपी गिरफ्तार सहारनपुर जिले की सरसावा थाना पुलिस ने एक युवती को बहला-फुसला कर उसे भगाने, उसके साथ मारपीट करने और उसका कथित रूप से बलात्कार करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक देहात अतुल शर्मा ने रविवार को बताया कि गश्त के दौरान सरसावा थाने के प्रभारी धमेन्द्र सिंह बोन्सा और उनकी टीम को देखकर एक युवक भागने लगा। पुलिस ने पीछा करके उसे पकड़ा और पूछताछ के दौरान पता चला कि उसके खिलाफ बलात्कार सहित धाराओं में मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान ग्राम सरगथलवाला निवासी सचिन के रूप में हुई है। शर्मा ने बताया कि आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जिसने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। दलित महिला के साथ सामूहिक बलात्कार, मामला दर्ज गौतमबुद्ध नगर जिले की जेवर थाना पुलिस ने 55 वर्षीय दलित महिला के साथ कथित सामूहिक बलात्कार के आरोप में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नोएडा की पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा) वृंदा शुक्ला ने बताया कि जेवर थाना क्षेत्र निवासी एक महिला ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि रविवार की सुबह वह खेत में घास काटने गई थी उसी दौरान गांव के ही एक व्यक्ति ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। उन्होंने बताया कि महिला को जेवर के एक अस्पताल में ले जाया गया था जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी गांजा का नश करता है। डीसीपी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया गया है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/business/petrol-diesel-price-hike-petrol-and-diesel-rise-by-rs-030-and-rs-035-in-delhi-today-b628/,"Petrol Diesel Price: आज फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, दिल्ली में पेट्रोल 30 पैसे तो डीजल 35 पैसा हुआ महंगा","10 दिनों में डीजल 3.30 रुपये और पेट्रोल 2.80 रुपये हुआ महंगा अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 82 डॉलर प्रति बैरल पहुंची डीजल पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। आज फिर से पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई है। देश की राजधानी नई दिल्ली में आज डीजल 35 पैसे तो वहीं पेट्रोल में 30 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। बढ़े हुए दाम के अनुसार, यहां अब एक लीटर पेट्रोल के लिए 104.14 रुपये की बजाय 104.44 रुपये और डीजल के लिए 92.82 की बजाय 93.17 रुपये चुकाने होंगे। वहीं आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल जहां 29 पैसे महंगा हुआ है तो वहीं डीजल के दाम में 37 पैसे प्रति लीटर का उछाल आया है। मुंबई में अब नई कीमत के अनुसार, जहां पेट्रोल के लिए 110.41 रुपये प्रति लीटर तो डीजल के लिए 103.03 रुपये प्रति लीटर देने होंगे। Prices of petrol and diesel rise by Rs 0.30 (at Rs 104.44/litre) and Rs 0.35 (at Rs 93.17/litre) respectively in Delhi today. In Mumbai, petrol is priced at Rs 110.41/litre (up by Rs 0.29) and diesel costs Rs 101.03/litre (up by Rs 0.37) today. pic.twitter.com/i45MgOcAUh — ANI (@ANI) October 11, 2021 इन शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 के पार दिल्ली: पेट्रोल - 104.44 प्रति लीटर; डीजल - 93.17 प्रति लीटर नोएडा: पेट्रोल - 101.70 प्रति लीटर; डीजल - 93.80 प्रति लीटर मुंबई: पेट्रोल - 110.41 प्रति लीटर; डीजल - 103.03 प्रति लीटर कोलकाता: पेट्रोल - 105.05 प्रति लीटर; डीजल - 96.24 प्रति लीटर चेन्नई: पेट्रोल - 101.76 प्रति लीटर; डीजल - 97.56 प्रति लीटर चंडीगढ़: पेट्रोल - 100.49 प्रति लीटर; डीजल - 92.86 प्रति लीटर 10 दिनों में डीजल 3.30 रुपये और पेट्रोल 2.80 रुपये हुआ महंगा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से लोग परेशान हैं। आलम ये है कि अक्टूबर के दस दिनों में पेट्रोल जहां 2 रुपये 80 पैसे तक महंगा हो चुका है तो वहीं डीजल 3 रुपये 30 पैसे तक महंगा हो गया है। सितंबर के आखिरी दिनों से लगातार पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 82 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है। आपके शहर में कितना है पेट्रोल-डीजल का दाम, ऐसे जानें पेट्रोल-डीजल के भाव रोजाना बदलते हैं और सुबह 6 बजे अपडेट हो जाते हैं। पेट्रोल-डीजल का रोज़ का रेट आप SMS के जरिए भी जान सकते हैं। अगर आप इंडियन ऑयल के कस्टमर RSP स्पेस पेट्रोल पंप का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर और बीपीसीएल के ग्राहक RSP लिख कर 9223112222 नंबर पर भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं, एचपीसीएल के ग्राहक HPPrice लिख कर 9222201122 नंबर पर भेजकर भाव पता कर सकते हैं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/blog/india/shah-rukh-khans-son-aryan-khan-drug-case-facts-about-drug-pill-injection-rave-parties-in-hindi-b418/,विजय दर्डा का ब्लॉग : ड्रग्स..सेक्स..मस्ती की अंधेरी काली दुनिया!,"तेजी से नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं युवा कहानी केवल एक रेव पार्टी और कुछ हाईप्रोफाइल युवाओं की गिरफ्तारी की नहीं है पार्टियों में एमडीएमए नाम के एक ड्रग का भी उपयोग होता है जो सेक्स को लेकर उत्तेजना पैदा करता है कॉर्डेलिया क्रूज रेव पार्टी पर नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के छापे के बाद फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में है. यह स्वाभाविक भी है लेकिन वास्तव में कहानी केवल एक रेव पार्टी और कुछ हाईप्रोफाइल युवाओं की गिरफ्तारी की नहीं है. बड़े संदर्भो में यह कहानी है उस पश्चिमी चाल चलन की जिसमें ड्रग्स है..सेक्स है और मौज-मस्ती की अंधेरी काली दुनिया है जिसकी गिरफ्त में हमारा युवा वर्ग तेजी से फंसता जा रहा है. ये ड्रग्स वाकई बहुत विनाशकारी है. नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के अधिकारियों को तो पता भी नहीं था कि रेव पार्टी में किन बड़ी हस्तियों की औलादें हैं. उन्हें तो खबर मिली थी कि कॉर्डेलिया पर रेव पार्टी होने वाली है जिसे फैशन टीवी के मैनेजिंग डायरेक्टर काशिफ खान ने आयोजित किया है. काशिफ खान तो वहां हाथ नहीं आया, आर्यन खान हाथ आ गए और तहलका मच गया. रेव पार्टियों के बारे में मुझे जो जानकारी अधिकारियों से मिली है वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है. वहां गांजा, चरस, अफीम, कोकीन और न जाने किन-किन ड्रग्स का तो इस्तेमाल होता ही है, एमडीएमए नाम के एक ड्रग का भी उपयोग होता है जो सेक्स को लेकर उत्तेजना पैदा करता है. इतनी भीषण उत्तेजना कि घंटों तक और कई लोगों के साथ सेक्स में लगे रहने की शक्ति पैदा हो जाती है. जरा सोचिए कि जिन लड़कियों के साथ यह सब होता होगा वो भी तो किसी घर की बेटी ही होंगी! मस्ती के चक्कर में खुद को क्रूर पंजों में वे सौंप देती हैं. इसके लिए क्या वो अकेले दोषी हैं? मेरा मानना है कि माता-पिता और परिवार इसके लिए ज्यादा दोषी है. हमारा बच्च क्या कर रहा है, इसकी जानकारी रखना परिवार का दायित्व है. दुनिया की चकाचौंध से आकर्षित मध्यम वर्ग की बच्चियों को शिकार बनाया जाता है तो दौलतमंद लोगों की संतानें केवल मौज-मस्ती के चक्कर में फंस जाती हैं. ध्यान रखिए कि दौलत का यह कतई अर्थ नहीं कि अपनी औलादों को बिगाड़ दें! एक वो माता-पिता होते हैं जो मजदूरी करके, घरों में बर्तन मांज कर अपने बच्चों को पढ़ाते हैं और उनमें से ही कोई अब्दुल कलाम निकल आता है. दूसरे वो मां-बाप हैं जो बच्चे को हर रोज हजारों रुपए जेब खर्च देते समय यह नहीं पूछते कि इतने पैसे क्यों चाहिए? देर रात घर लौटे तो नहीं पूछते कि कहां थे? नतीजा आपके सामने है. बच्चों को फांसने के लिए तो हर मोड़ पर ड्रग्स के सौदागर ग्लैमर लिए खड़े हैं. रेव पार्टियों में इसीलिए तो हॉलीवुड और बॉलीवुड के सितारों या उनकी औलादों को शामिल किया जाता है! कुछ साल पहले एक वीडियो ने तहलका मचा दिया था जिसमें फिल्मी दुनिया की कई हस्तियां थीं लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. आखिर क्यों? मैं जब मुंबई में पढ़ रहा था तब देखता था कि स्कूल-कॉलेज के पास जिन पान दुकानों के भीतर शंकर भगवान की तस्वीर लगी रहती थी, वहां गांजा और चरस की बिक्री होती थी. शंकर भगवान की तस्वीर का इस्तेमाल ड्रग का संकेत देने के लिए किया जाता था. वह धंधा खुलेआम चलता था. उसके ठीक बाद नशे में चूर रहने वाले हिप्पियों का अमेरिका, यूरोप और इंग्लैंड से भारत आना शुरू हो गया था. वे गोवा में बीच पर पड़े रहते थे. वहां एक ऐसा कल्चर स्थापित हो गया जिसमें ड्रग्स का कारोबार था..सेक्स था. उसके बाद वहां रशियन ने टेकओवर किया. फिर पूरे देश में ड्रग्स का कारोबार फैलना शुरू हुआ. भारत में ड्रग्स के कारोबार का आर्थिक तंत्र कितना बड़ा है इसकी कोई ठोस जानकारी नहीं है. बस आकलन है कि यह दो लाख करोड़ रुपए का हो सकता है लेकिन मुझे तो स्थिति इससे भी भयावह लगती है. दुनिया में सबसे बड़ा माफिया ड्रग माफिया ही है और दूसरे नंबर पर हथियार माफिया है. दोनों आपस में जुड़े हुए हैं और इनके तार आतंकवादी संगठनों से जुड़े रहते हैं. ड्रग्स के कारोबार के मामले में भारत दुनिया के दस प्रमुख देशों में से एक है. भारत में ड्रग्स की खूब खपत तो होती ही है, भारत की भौगोलिक स्थिति इसे डिस्ट्रीब्यूशन का बड़ा केंद्र भी बनाती है. दुनिया में जितना ड्रग्स पैदा होता है उसका 40 प्रतिशत हिस्सा अफगानिस्तान में उगाया जाता है. इसे तस्करी के माध्यम से भारत लाकर प्रोसेस किया जाता है. फिर तैयार ड्रग्स दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाता है. दुर्भाग्य की बात है कि हमारे यहां ड्रग्स को लेकर सिंगापुर जैसे कड़े कानून नहीं हैं. वहां ड्रग्स रखने वालों को सजा-ए-मौत दी जाती है. हमारे यहां भी इसी तरह की व्यवस्था होनी चाहिए! ड्रग्स के खिलाफ हमें प्रशासनिक स्तर पर भी और समाज के स्तर पर भी लड़ाई लड़नी होगी. हमारी सजगता ही हमारे बच्चों को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में जाने से बचा सकती है. एक दिन एनसीबी के डायरेक्टर समीर वानखेड़े से मैं बात कर रहा था. मैंने उन्हें कहा कि तुम किसान के बेटे हो, विदर्भ की मिट्टी से आते हो जो आजादी की मिट्टी है. तुम्हें मौका मिला है, माता-पिता के संस्कार साथ हैं तो तुम्हें ड्रग्स के कारोबारियों को बख्शना नहीं चाहिए. उन्होंने मुझसे वादा किया कि मैं ईमानदारी से इसे क्रैक डाउन करूंगा. मुझे खुशी है कि समीर कर भी रहे हैं. मेरा कहना है कि समीर जैसे अधिकारियों का साथ राजनीति को एकजुट होकर देना चाहिए. मुङो पूरा विश्वास है कि केंद्र में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में बैठे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पारिवारिक संस्कार ऐसे हैं कि वे ड्रग्स कारोबारियों को नेस्तनाबूद जरूर करेंगे. अंतरराष्ट्रीय ख्याति के एक डॉक्टर से मेरी बात हो रही थी. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन करने के पहले वे लोगों से पूछते हैं कि कोई नशा तो नहीं करते हो? आश्चर्यजनक रूप से 80 फीसदी युवा बताते हैं कि वे किसी न किसी तरह का नशा करते हैं! सोचिएगा जरूर.. नशा करने वालों में कहीं आपका बच्च भी तो नहीं है?",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/ipl-2021-csk-dc-mahendra-singh-dhoni-batting-coach-ricky-ponting-amazed-greatest-finisher-every-b507/,"IPL 2021: महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी देख कोच रिकी पोंटिंग चकित, कहा-खेल के महानतम ‘फिनिशर’, हर बॉलर फेल","चेन्नई को आखिरी ओवर में 13 रन की जरूरत थी। टॉम कुरेन पर तीन चौके जड़कर अपनी टीम को जीत दिलायी। महेंद्र सिंह धोनी की दबाव में शांतचित होकर खेली गयी धमाकेदार पारी से चकित थे। IPL 2021: दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी की दबाव में शांतचित होकर खेली गयी धमाकेदार पारी से चकित थे और उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान को खेल के महानतम ‘फिनिशर’ (मैच का सफल अंत करने वाला) में से एक बताया। धोनी ने अंतिम क्षणों में मैच का सफल अंत करने की अपनी काबिलियत का फिर से बेजोड़ नमूना पेश करके चेन्नई को पहले क्वालीफायर में दिल्ली पर चार विकेट से जीत दिलायी जिससे उनकी टीम नौवीं बार इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल में पहुंचने में सफल रही। चेन्नई को आखिरी ओवर में 13 रन की जरूरत थी और धोनी ने तेज गेंदबाज टॉम कुरेन पर तीन चौके जड़कर अपनी टीम को जीत दिलायी। इससे पहले उन्होंने अवेश खान पर मिडविकेट क्षेत्र में छक्का लगाया था। पोंटिंग ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह (धोनी) खेल के महान खिलाड़ियों में से एक है। हम डगआउट में बैठकर सोच रहे थे कि अगला बल्लेबाज रविंद्र जडेजा होगा या धोनी तथा मैंने कहा कि धोनी बल्लेबाजी के लिये आएगा और मैच का समापन करने की कोशिश करेगा। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘देखिये जब वह खेलना छोड़ देंगे, संन्यास ले लेंगे तो मुझे लगता है कि उन्हें निश्चित तौर पर इस खेल के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में एक तौर पर याद किया जाएगा। ’’ पोंटिंग ने कहा कि दिल्ली के गेंदबाज धोनी के खिलाफ रणनीति के अनुरूप गेंदबाजी करने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा, ‘‘हमें धोनी के लिये उन अंतिम दो ओवरों में जैसी गेंदबाजी करनी चाहिए थी हम वैसा नहीं कर पाये और आप जानते हैं कि अगर आप चूक गये तो उनके (धोनी) सामने आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। वह लंबे समय से ऐसा करते आ रहे हैं।’’",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/blog/india/nobel-peace-prize-to-independent-journalists-is-honor-of-adventure-journalism-b628/,वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: साहसी पत्रकारिता का सम्मान,"विश्व प्रेस आजादी तालिका’ के 180 देशों में फिलीपींस का स्थान 138 वां है और भारत का 142 वां पत्रकारिता की आजादी के हिसाब से रूस का स्थान दुनिया में 150 वां है। फिलीपींस की महिला पत्रकार मारिया रेसा और रूस के पत्नकार दिमित्री मोरातोव को नोबल पुरस्कार देने से नोबल कमेटी की प्रतिष्ठा बढ़ गई है, क्योंकि आज की दुनिया अभिव्यक्ति के भयंकर संकट से गुजर रही है।‘विश्व प्रेस आजादी तालिका’ के 180 देशों में फिलीपींस का स्थान 138 वां है और भारत का 142 वां! यदि पत्रकारिता किसी देश की इतनी फिसड्डी हो तो उसके लोकतंत्र का हाल क्या होगा? लोकतंत्र के तीन खंभे बताए जाते हैं -विधानपालिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका! मेरी राय में एक चौथा खंभा भी है। इसका नाम है-खबरपालिका, जो सबकी खबर ले और सबको खबर दे। पहले तीन खंभों के मुकाबले यह खंभा ज्यादा मजबूत है। हर शासक की कोशिश होती है कि इस खंभे को खोखला कर दिया जाए। लेकिन पत्रकारिता ने अमेरिका और ब्रिटेन जैसे लोकतांत्रिक देशों में भी उनके राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के दम फुला रखे हैं। यही काम मारिया ने फिलीपींस में और मोरातोव ने रूस में कर दिखाया है। फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिग्गो दुतेर्ते ने मादक-द्रव्यों के विरुद्ध ऐसा जानलेवा अभियान चलाया कि उसके कारण सैकड़ों निर्दोष लोग मारे गए और जेलों में ठूंस दिए गए. इस नृशंस अत्याचार के खिलाफ मारिया ने अपने डिजिटल मंच ‘रेपलर’ से राष्ट्रपति की हवा खिसका दी थी। राष्ट्रपति ने मारिया के विरुद्ध भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया और उनकी हत्या की भी धमकी दी थी लेकिन वे अपनी टेक पर डटी रहीं। इसी प्रकार मोरातोव ने अपने अखबार ‘नोवाया गज्येता’ के जरिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अत्याचारों की पोल खोलकर रख दी। पत्रकारिता की आजादी के हिसाब से रूस का स्थान दुनिया में 150 वां है। ऐसी दमघोंटू दशा में भी मोरातोव ने ‘नोवाया गज्येता’ के जरिए पुतिन की गद्दी हिला रखी थी। सरकारी भ्रष्टाचार और चेचन्या में किए गए पाशविक अत्याचारों की खबरें मोरातोव और उनके साथियों ने उजागर कीं। उनके छह साथी पत्रकारों को इसीलिए मौत के घाट उतरना पड़ा। इसीलिए नोबल पुरस्कार स्वीकार करते हुए उन्होंने इन छह साथी पत्रकारों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि यह पुरस्कार उन्हीं को समर्पित है। भारत समेत दुनिया के कई देशों में ऐसे निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकार अभी भी कई हैं, जो नोबल पुरस्कार से भी बड़े सम्मान के पात्र हैं। उक्त दो पत्रकारों का सम्मान ऐसे सभी पत्रकारों का हौसला जरूर बढ़ाएगा। मारिया और मोरातोव को बधाई!",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/ipl-2021-emotional-moment-dressing-room-csk-coach-stephen-fleming-captain-mahendra-singh-dhoni-b507/,"IPL 2021: ड्रेसिंग रूम में भावुक करने वाला पल था, कोच स्टीफन फ्लेमिंग बोले-कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कर दिखाया, शानदार पारी","नौवीं बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल में पहुंचाया। ड्रेसिंग रूम में भावुक करने वाला पल था। हमें अपने प्रत्येक खिलाड़ी के प्रदर्शन पर गर्व है। IPL 2021: चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि इस महान विकेटकीपर बल्लेबाज को मैच का सफल अंत करते हुए देखना भावुक कर देने वाला क्षण था। धोनी ने रविवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ पहले क्वालीफायर के अंतिम क्षणों में मैच का सफल अंत करने की अपनी काबिलियत का फिर से बेजोड़ नमूना पेश करके चेन्नई को चार विकेट से जीत दिलाकर नौवीं बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल में पहुंचाया। चेन्नई को आखिरी ओवर में 13 रन की जरूरत थी और धोनी ने टॉम कुरेन पर तीन चौके जड़कर अपनी टीम को जीत दिलायी। इससे पहले उन्होंने अवेश खान पर मिडविकेट क्षेत्र में छक्का लगाया था। फ्लेमिंग ने मैच के बार वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह शानदार पारी थी। यह हमारे लिये भावनात्मक रूप से बहुत अच्छा था। जब भी वह (धोनी) क्रीज पर उतरते हैं तो हम उनके लिये प्रार्थना करते हैं क्योंकि हम जानते हैं कि उन पर दबाव है, उनसे उम्मीदें की गयी हैं और फिर से उन्होंने हमारे लिये मैच विजेता की भूमिका निभायी। इसलिए यह ड्रेसिंग रूम में भावुक करने वाला पल था। ’’ फ्लेमिंग से पूछा गया कि उनकी धोनी से क्या बात होती है, उन्होंने कहा, ‘‘ढेर सारी बातें होती है। हमने इन 20 ओवरों में सबसे अधिक बातें की हैं। तकनीकी को लेकर चर्चा होती है, रणनीति को लेकर बात होती है कि कैसे उस पर अमल करना है और कौन अधिक प्रभाव डाल सकता है।’’ धोनी की पारी से पहले रुतुराज गायकवाड़ ने 70 और रोबिन उथप्पा ने 63 रन की पारियां खेलकर चेन्नई की जीत की नींव रखी। फ्लेमिंग ने उथप्पा की पारी के बारे में कहा, ‘‘हमें अपने प्रत्येक खिलाड़ी के प्रदर्शन पर गर्व है। इसलिए यह विशेष पारी थी। पहली गेंद से ही उसने अपने इरादे जतला दिये थे।’’",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/weird/ms-dhoni-tosses-autographed-ball-to-young-kid-csk-fan-crying-after-chennais-thrilling-win-in-b602/,"सीएसके की शानदार जीत के बाद भावुक हुई नन्हीं प्रशंसक, धोनी ने इस तरह से बढ़ाया उत्साह, कहा- अब फाइनल में मिलेंगे","सीएसके की जीत पर भावुक हुई नन्हीं प्रशंसक अपने प्रिय खिलाड़ी धोनी को जीतता देख आंखों से छलके आंसु धोनी ने बच्ची को दिया ऑटोग्राफ वाला बॉल मुंबई : रविवार को घरेलू क्रिकेट के सबसे बड़े आयोजन में अपने फिनिशर के टैग पर खरा उतरते हुए, एमएस धोनी ने एक शानदार पारी खेली और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के क्वालीफायर 1 में ऋषभ पंत की दिल्ली कैपिटल (डीसी) के खिलाफ अपनी शानदार बल्लेबाज़ी के साथ टीम को मुकाबले में आगे पहुंचा दिया है । धोनी ने आईपीएल 2021में सीएसके को फाइनल में पहुंचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया । धोनी की पारी को देखने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली भी खुद को अपनी सीट से कूदने से नहीं रोक पाए । दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में अपने स्टार की शानदार पारी देखकर एक युवा प्रशंसक की आंखों से आंसू बह आएं । चेन्नई फ्रैंचाइज़ी के कप्तान द्वारा मैच जीतने वाली पारी के दौरान डीसी के टॉम कुरेन को करारा जवाब देने के बाद सीएसके के एक युवा प्रशंसक की आंखों से खुशी के आंसू बहने लगे । छोटे बच्चे की भावनाओं का सम्मान करते हुए, धोनी ने आंसू भरी आंखों वाले सीएसके के लिए यादगार शाम को और भी खास बनाने के लिए ऑटोग्राफ वाली गेंद को उपहार में दिया । Being a fan of MSD is an imotion! ♥#Dhoni@msdhonipic.twitter.com/EZyYjLjRwS — A n j u (@Anjuvj3) October 10, 2021 वीडियो में हम देख सकते हैं कि मैच जीतने के बाद धोनी नन्हीं प्रशंसक की ओर इशारा करते हुए ऑटोग्राफ वाली गेंद फेंकी । धोनी के इस प्यार और सम्मान के लिए फैंस उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं । इस खेल के सबसे महान फिनिळर धोनी इसलिए फैंस के लिए इतने खास है । धोनी ने एक छोटे शहर के लड़के को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का विश्वास दिलाया है इसलिए थाला धोनी खास है । Dhoni's gift to his littles big hearted Fans pic.twitter.com/zbxcPvb9aW — Ashok Rana (@AshokRa72671545) October 10, 2021 धोनी ने दुबई में आईपीएल 2021 के क्वालीफायर 1 में दिल्ली की राजधानियों पर सीएसके की यादगार जीत दर्ज की । फॉर्म में चल रहे रुतुराज गायकवाड़ (50 गेंदों में 70 रन) और रॉबिन उथप्पा (44 गेंदों में 63 रन) ने एक सफल रन चेज की नींव रखी, धोनी ने अंतिम ओवर थ्रिलर में सीएसके को डीसी से जीत दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/blog/india/the-new-power-of-the-rural-economy-is-the-ownership-plan-b602/,ग्रामीण अर्थव्यवस्था की नई शक्ति है स्वामित्व योजना,"पीएम मोदी ने 3000 गांवों के 1.71 लाख ग्रामीणों को जमीनों का अधिकार पत्न सौंपा देश के छह लाख गांवों में ड्रोन से भूखंडों का सर्वेक्षण कराया जाएगा पीएम किसान योजना के अंतर्गत लगभग 11 करोड़ किसानों को वित्तीय लाभ मिल रहा हाल ही में छह अक्तूबर को प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के हरदा में आयोजित स्वामित्व योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होते हुए देश के 3000 गांवों के 1.71 लाख ग्रामीणों को जमीनों के अधिकार पत्न सौंपते हुए कहा कि स्वामित्व योजना गांवों की जमीन पर बरसों से काबिज ग्रामीणों को अधिकार पत्न देकर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने वाली महत्वाकांक्षी योजना है. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को उनके भूखंडों पर मालिकाना हक मिलने से वे गैर संस्थागत स्नेतों से ऊंचे ब्याज पर उधार लेने के लिए मजबूर नहीं होंगे. वे भूखंडों के दस्तावेजों का उपयोग बैंकों से ऋण सहित विभिन्न आर्थिक और वित्तीय कार्यो में कर सकेंगे. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र के 76वें सत्न को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश के छह लाख गांवों में ड्रोन से भूखंडों का सर्वेक्षण कराकर उनके मालिकों को संपत्ति का स्पष्ट तौर पर स्वामित्व सौंपकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की स्वामित्व योजना तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है. गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्नों में आर्थिक सशक्तिकरण और गांवों में नई खुशहाली की इस महत्वाकांक्षी योजना के सूत्न मध्यप्रदेश के वर्तमान कृषि मंत्नी कमल पटेल के द्वारा वर्ष 2008 में उनके राजस्व मंत्नी रहते तैयार की गई मुख्यमंत्नी ग्रामीण आवास अधिकार योजना से आगे बढ़ते हुए दिखाई दिए हैं. 8 अक्तूबर 2008 को पटेल के गृह जिले हरदा के मसनगांव और भाट परेटिया गांवों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 1554 भूखंडों के मालिकाना हक के पट्टे मुख्यमंत्नी ग्रामीण आवास अधिकार पुस्तिका के माध्यम से दोनों गांवों के किसानों और मजदूरों को सौंपे गए थे. इस अभियान से ग्रामीणों के सशक्तिकरण के आशा के अनुरूप सुकूनभरे परिणाम प्राप्त हुए. जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्नी और नरेंद्र सिंह तोमर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्नी बने, तब देशभर के गांवों में ग्रामीणों को उनके भूखंडों का मालिकाना हक देने के महत्व के मद्देनजर स्वामित्व योजना पर महत्वपूर्ण विचार मंथन हुआ. 24 अप्रैल 2020 को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पांच राज्यों में स्वामित्व योजना की शुरुआत की गई. इसके बाद 24 अप्रैल 2021 को पंचायत राज दिवस पर प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर चरणबद्ध रूप से स्वामित्व योजना लागू किए जाने की घोषणा की. नि:संदेह स्वामित्व योजना से ग्रामीणों के पास उनकी जमीन का मालिकाना हक आ जाने से वे सरलतापूर्वक संस्थागत ऋण प्राप्त कर सकेंगे. हाल ही में प्रस्तुत राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) की रिपोर्ट 2021 से पता चलता है कि कृषि उत्पादन से कमाई घटी है और कर्ज बढ़ा है. साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीण परिवारों की आमदनी का जरिया मजदूरी बन गया है. यही धारणा एनएसएस के पिछले 2013 के सर्वे में भी नजर आई थी और 2015-16 में राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के द्वारा किए गए वित्तीय समावेशन सर्वे में भी इसे दोहराया गया था. इसमें कोई दो मत नहीं है कि ग्रामीण परिवारों की बदहाली दूर करने के लिए किसानों को उद्यमी बनाया जाना जरूरी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की 2018-19 में कृषि से जुड़े परिवारों के आकलन संबंधी रिपोर्ट में कहा गया है कि गांवों में अपनी कुल आय का 50 फीसदी से अधिक हिस्सा खेती से अर्जित करने वाले किसानों की तादाद लगभग चार करोड़ है. गांवों के बकाया किसान अपनी 50 फीसदी से अधिक आय अन्य साधनों व मजदूरी से प्राप्त करते हैं. ऐसे कृषि श्रमिकों को कृषि योजनाओं का पर्याप्त फायदा नहीं मिल पाता है. ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्नी किसान सम्मान निधि या पीएम किसान योजना के अंतर्गत लगभग 11 करोड़ किसानों को वित्तीय लाभ मिल रहा है. ऐसे में स्वामित्व योजना के तहत भूखंडों के दस्तावेजों के आधार पर कम ब्याज दर पर आसान ऋण प्राप्त करके ग्रामीणों के द्वारा गांवों में ही सूक्ष्म, लघु एवं ग्रामीण उद्योग शुरू करके आमदनी में वृद्धि की जा सकेगी तथा कृषि के इतर आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था की ताकत भी बढ़ाई जा सकेगी, जो ग्राम स्वराज के लिए उदाहरण बनेगी. उम्मीद है कि स्वामित्व योजना के कारगर क्रियान्वयन से ग्रामीण भारत में आर्थिक खुशहाली का नया अध्याय लिखा जा सकेगा. साथ ही इस योजना से गांवों की तकदीर और तस्वीर बदलने की नई संभावनाएं आगे बढ़ सकेंगी.",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/t20-world-cup-australia-won-by-5-wkts-australia-vs-south-africa-steven-smith-b507/,"T20 World Cup: 119 रन बनाने में आस्ट्रेलिया के छूटे पसीने, मात्र 2 गेंद पहले जीता मैच, दक्षिण अफ्रीका को 5 विकेट से हराया","आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर 12 ग्रुप एक के शुरुआती मैच में आस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को 5 विकेट से हारा दिया। आस्ट्रेलिया ने 19.4 ओवर में 121 रन बनाकर मैच जीत लिया। दक्षिण अफ्रीका को दो गेंद रहते पांच विकेट से हराकर दो अंक अपने खाते में डाले। पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने 34 गेंद में 35 रन की पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका की टीम शीर्ष क्रम चरमराने से शनिवार को यहां आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर 12 ग्रुप एक के शुरुआती मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ विकेट पर 118 रन ही बना सकी थी। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी आस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही थी। पर मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 24) और मैथ्यू वेड ने (नाबाद 15) ने छठे विकेट के लिये नाबाद 40 रन जोड़कर 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 121 रन बनाकर टीम को जीत दिलायी। आस्ट्रेलिया के लिये कोई बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। स्टीव स्मिथ ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाये। उसने चार रन के स्कोर पर दूसरे ही ओवर में कप्तान आरोन फिंच का विकेट गंवा दिया जो खाता भी नहीं खोल सके। डेविड वार्नर की फॉर्म पर टूर्नामेंट से पहले उठाये गये सवाल जारी रहे, वह 15 गेंद में तीन चौके जमाकर 14 रन ही बना सके थे कि कागिसो रबाडा की शार्ट लेंथ गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में प्वांइट पर कैच देकर पवेलियन पहुंच गये। आस्ट्रेलिया ने दूसरा विकेट 20 रन पर गंवाया। Smith in the middle, Stoinis at the death take Australia home in a tight chase 👏 The Super 12s begin in style! #AUSvSA | #T20WorldCup — ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) October 23, 2021 आस्ट्रेलिया को तीसरा झटका मिशेल मार्श (11) के रूप में लगा जो केशव महाराज की गेंद पर आसान कैच देकर आउट हुए। स्मिथ (35) और ग्लेन मैक्सवेल (18) जिस सहजता से खेल रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि फार्म में चल रहे ये दोनों खिलाड़ी आस्ट्रेलिया को लक्ष्य तक पहुंचा देंगे। आस्ट्रेलिया ने 80 रन पर स्मिथ के बाद 81 रन पर मैक्सवेल का विकेट गंवा दिया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिये 42 गेंद में 42 रन की साझेदारी की। स्मिथ (34 गेंद में तीन चौके) 14वें ओवर में नोर्किया की गेंद का शिकार बने जबकि मैक्सवेल (21 गेंद में एक चौका) को 15वें ओवर में तबरेज शम्सी ने बोल्ड किया। आस्ट्रेलिया का स्कोर 15वें ओवर में चार विकेट पर 81 रन था तो दक्षिण अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर 83 रन था। वेड (10 गेंद में दो चौके) और स्टोइनिस (16 गेंद में तीन चौके) ने 19वें ओवर में 10 रन जोड़े। अंतिम छह गेंद में आस्ट्रेलिया को जीत के लिये आठ रन चाहिए थे। स्टोइनिस ने अंतिम ओवर में दो रन लेने के बाद दो चौके लगाकर दो गेंद रहते जीत दिलायी। इससे पहले कप्तान फिंच के टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण करने के फैसले को सही साबित करते हुए आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को पस्त कर दिया। आस्ट्रेलिया के लिये जोश हेजलवुड ने चार ओवर में एक मेडन से 19 रन देकर दो विकेट झटके। एडम जम्पा ने 21 रन देकर दो विकेट हासिल किये। मिशेल स्टार्क हालांकि 32 रन देकर थोड़े महंगे रहे लेकिन दो विकेट चटकाने में सफल रहे। पैट कमिंस और मैक्सवेल ने एक एक विकेट प्राप्त किया। Australia will chase a target of 119 🎯 Will they start their campaign with a bang?#T20WorldCup | #AUSvSA | https://t.co/9nS8D6jMawpic.twitter.com/lPxpp03l31 — ICC (@ICC) October 23, 2021 दक्षिण अफ्रीका ने शीर्ष क्रम के चरमराने के बाद लगातार अंतराल पर विकेट गंवाये। उसके लिये एडेन मार्कराम 40 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे। उनके अलावा कागिसो रबाडा ने नाबाद 19 और डेविड मिलर ने 16 रन का योगदान दिया। कप्तान तेम्बा बावुमा (12) ने पहले ओवर में स्टार्क पर लगातार दो चौके लगाकर 11 रन जोड़े। पर मैक्सवेल ने अगले ओवर में बावुमा को बोल्ड कर अपनी टीम को पहली सफलता दिलायी। फिंच ने हेजलवुड को गेंदबाजी पर लगाया जिन्होंने पहली ही खूबसूरत गेंद पर रासी वान डर दुसेन (02) का विकेट हासिल किया। उनकी आफ स्टंप गेंद वान डर दुसेन का बल्ला चूमकर सीधे विकेटकीपर मैथ्यू वेड के हाथों में पहुंच गयी। दक्षिण अफ्रीका ने 16 रन पर दूसरा विकेट गंवा दिया। क्विंटन डिकॉक और ऐडन मार्कराम (40) सतर्क होकर खेलने की कोशिश कर रहे थे। हेजलवुड ने पांचवें ओवर में डिकॉक (07) को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका को एक और बड़ा झटका दिया जिसका स्कोर तीन विकेट पर 23 रन हो गया। हेजलवुड का यह ओवर मेडन रहा। दक्षिण अफ्रीका का पावरप्ले में स्कोर तीन विकेट पर 29 रन था। मार्कराम और हेनरिच क्लासेन ने दो ओवर संभलकर खेलकर निकाले। Josh Hazlewood at his unerring best 👌#T20WorldCup#AUSvSAhttps://t.co/59UgYj9Uf4 — ICC (@ICC) October 23, 2021 क्लासेन इस दौरान दो चौके लगाकर क्रीज पर जमने का प्रयास कर रहे थे। दोनों ने चौथे विकेट के लिये 23 रन जोड़ लिये थे कि क्लासेन आठवें ओवर में कमिंस की अंतिम गेंद को लेग साइड में खेलने की कोशिश में स्टीव स्मिथ को कैच देकर आउट हुए, इस तरह दक्षिण अफ्रीका ने 46 रन पर अपना चौथा विकेट खो दिया। 10 ओवर में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर चार विकेट पर 59 रन था। दक्षिण अफ्रीका एक बड़ी साझेदारी की तलाश में था। मार्कराम और डेविड मिलर ने पांचवें विकेट के लिये 33 गेंद में 34 रन जोड़ चुके थे कि जम्पा ने अपने तीसरे ओवर में दो विकेट झटक लिये। यह दक्षिण अफ्रीका के लिये सबसे बड़ी साझेदारी रही। जम्पा ने 14वें ओवर में पहले मिलर को पगबाधा आउट किया जिसका इस बल्लेबाज ने रिव्यू लिया, पर यह फैसला गेंदबाज के हक में ही रहा। फिर जम्पा ने क्रीज पर उतरे ड्वेन प्रिटोरियस को विकेटकीपर वेड के हाथों कैच आउट कराया और स्कोर छह विकेट पर 82 रन था। दक्षिण अफ्रीका के स्कोर में एक रन जुड़ा ही था कि केशव महाराज आते ही रन आउट हो गये। मार्कराम ने 17वें ओवर में हेजलवुड की गेंद को उठाकर डीप मिडविकेट पर पारी का पहला छक्का जड़ा और अगले ओवर में स्टार्क की गेंद को टाइमिंग नहीं करने पर आउट हो गये। उन्होंने 36 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। कागिसो रबाडा ने अंतिम ओवर में रन गति को बढ़ाने के प्रयास में पारी का दूसरा छक्का लगाया। उन्होंने 23 गेंद में एक चौके और एक छक्के से नाबाद 19 रन बनाकर योगदान दिया। स्टार्क ने एनरिक नोर्किया के रूप में अपना दूसरा विकेट हासिल किया।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/omg2-poster-released-akshay-kumar-seen-in-the-avatar-of-lord-shiva-b617/,"OMG2 का पोस्टर हुआ रिलीज, भगवान शिव के अवतार में नजर आए अक्षय कुमार","अक्षय कुमार फोटो को शेयर करते हुए लिखते हैं कि कर्ता करे न कर सके शिव करे सो होय OMG2 की शूटिंग के लिए अक्षय कुमार और उज्जैन गए हुए हैं बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म OMG2 का एक लुक शेयर कर दिया गया है। इस फिल्म में अक्षय भगवान शिव के किरदार में नजर आ रहे हैं। अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा की हैं जिसमें वह भगवान शिव के रूप में दिखाई पड़ रहे हैं। अक्षय कुमार फोटो को शेयर करते हुए लिखते हैं कि कर्ता करे न कर सके शिव करे सो होय.. OMG2 के लिए आपकी दुआओं और शुभकामनाओं की जरूरत है। यह एक जरूरी सोशल मैसेज देने की हमारी नम्र और इमानदार कोशिश है। आदि योगी की ऊर्जा हमारी इस यात्रा में हमारा साथ दे। हर हर महादेव। OMG2 की शूटिंग के लिए अक्षय कुमार और उज्जैन गए हुए हैं। 23 अक्टूबर को अक्षय अपनी टीम के साथ मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचे। उन्होंने वहां महाकाल मंदिर जाकर भगवान शिव के दर्शन किए और उनसे आशीर्वाद की कामना की। आपको बता दें कि इस फिल्म की कुछ सीन की शूटिंग महाकाल मंदिर में की जाएगी। खबर आ रही है कि OMG2 की शूटिंग करीब 2 हफ्ते तक चल सकती है। इस दौरान उज्जैन के अलग-अलग ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व वाली जगहों पर फिल्म के सीन बनाए जा सकते हैं। महाकाल के मंदिर में अक्षय कुमार के साथ पंकज त्रिपाठी भी पहुंचे हुए दिखाई पड़े। अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म OMG2 को अमित राय ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में अक्षय के साथ यामी गौतम और पंकज त्रिपाठी दिखाई देंगे। हाल ही में अभी खबर आई थी कि फिल्म में रामायण के फेम अरुण गोविल भगवान श्री राम के रूप में नजर आएंगे।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/malaika-aroras-birthday-special-actress-said-this-on-divorce-b617/,"मलाइका अरोड़ा के जन्मदिन पर विशेष, तलाक पर अभिनेत्री ने कही थी ये बात","मलाइका अरोरा और अरबाज खान साल 1998 में शादी के बंधन में बंधे थे साल 2017 में उनका तलाक हो गया मलाइका और अरबाज का एक बेटा है जिसका नाम अरहान है बॉलीवुड के एक्टर मलाइका अरोड़ा अपने फिटनेस और ग्लैमरस अदाओं की वजह से जानी जाती हैं। आज शनिवार को मलाइका का 48 वां जन्मदिन है। इन दिनों मलाइका बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर को डेट कर रही हैं। आज हम आपको उनके जन्मदिन के अवसर पर बताएंगे कि मलाइका ने अपने और अरबाज के तलाक की अर्जी पर सुनवाई से ठीक पहले की रात को क्या कहा था? दरअसल मलाइका अरोरा और सलमान खान के भाई अरबाज खान साल 1998 में शादी के बंधन में बंधे थे लेकिन साल 2017 में उनका तलाक हो गया। तलाक के बाद मलाइका ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब लोगों को हमारे तलाक के बारे में पता चला तो सभी ने कहा है ऐसा मत करो। एक बार फिर से सोच लो। कोई भी आपको नहीं कहेगा कि हां जाओ तलाक ले लो। मैं भी इसी दौर से गुजरी। तलाक होने से 1 दिन पहले भी मेरे परिवार वालों ने मुझे साथ बैठाया और मुझसे फिर से पूछा क्या तुम अपने निर्णय से खुश हो। आपका परिवार हमेशा आपका अच्छा ही सोचेगा और वह भी यही कर रहे थे। मलाइका ने आगे बताया कि अक्सर कोई आप पर ही उंगली उठाते रहे मुझे लगता है यह इंसानी फितरत है। जिसे बदला नहीं जा सकता है हम इस रिलेशन से खुश नहीं थे। हम एक दूसरे को खुश नहीं रख पा रहे थे जिसकी वजह से आसपास के लोगों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा था। आपको बता दें कि मलाइका और अरबाज का एक बेटा है जिसका नाम अरहान है। अभिनेत्री अपने बेटे के साथ समय-समय पर सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करती रहती हैं। इन दिनों अभिनेत्री को कई बार अर्जुन कपूर के साथ देखा गया है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/weird/viral-video-of-construction-worker-perform-amazing-dance-b602/,"मजदूर ने किया दमदार डांस , लोग देखकर रह गए दंग, कहा- इसके आगे बड़े-बड़े डांसर भी फेल हैं","मजदूर ने काम करते हुए किया दमदार डांस लोगों ने कहा - इसके सामने बड़े-बड़े डांसर फेल मजदूरे के डांस एक्सप्रेशन देखकर हर कोई तारीफ कर रहा मुंबई : सोशल मीडिया पर कब कौन सा वीडियो वायरल हो जाए कहा नहीं जा सकता है । हाल ही में कई वीडियो वायरल हुए , जो लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं । अब एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है , जिसमें एक मजदूर दमदार डांस करता नजर आ रहा है । इस वीडियो की खास बात यह है कि जिस जिसने भी इस वीडियो को देखा वो इस शख्स की तुलना माइकल जैक्सन से किए बिना खुद को रोक नहीं पाया, वहीं कुछ लोग तो ऐसे हैं जिन्होंने ये तक कह दिया कि इस शख्स के आगे गॉड ऑफ डांस भी फेल हैं । View this post on Instagram A post shared by Niranjan Mahapatra (@official_viralclips) वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि लड़का कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरी कर रहा होता है, लेकिन अचानक उसके भीतर का डांसर जाग जाता है और वो किसी प्रोफेशनल डांसर की तरह डांस करना शुरू कर देता है । इस मजदूर के डांस के दौरान हाथ और पैर का तालमेल बेहद शानदार हैं । वहीं, चेहरे के एक्सप्रेशन ऐसे हैं जिसे देखकर इतना तो यकीन के साथ कहा जा सकता है कि ये व्यक्ति डांस में पूरी तरह डूबा हुआ है । इस मजदूर का डांस वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों को खूब पसंद आ रहा है । एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘इसके टैंलेट को आगे बढ़ाने की जरुरत है ।’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘भगवान इस बच्चे को सही रास्त पर लेकर जाए ।’ वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, ‘ इस डांसर ने डांस करते हुए जो एक्सप्रेशन्स दिए, उसने दिल जीत लिया । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस वीडियो को official_viralclips नाम के अकाउंट द्वारा शेयर किया गया है । वीडियो के साथ ये भी लिखा गया है कि इसे भी एक मौका जरूर मिलना चाहिए ।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/samantha-ruth-prabhu-is-doing-char-dham-yatra-pictures-viral-on-social-media-b617/,"सामंथा रुथ प्रभु कर रहीं हैं चार धाम की यात्रा, सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल","इंस्टाग्राम पर सामांथा ने अपनी साथी शिल्पा रेड्डी के साथ यह तस्वीर साझा की है इससे पहले भी सामांथा ने सोशल मीडिया पर यात्रा को लेकर कई सारी तस्वीरें साझा की थी दक्षिण भारत की मशहूर अभिनेत्री समांथा रूठ प्रभु ने हाल ही में चार धाम की यात्रा पूरी कर ली है। ऐक्ट्रस लगातार अपनी यात्रा की फोटो फैन्स के साथ शेयर करती आई हैं। उन्होंने बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने के बाद अपनी यात्रा को समाप्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया में एक नोट लिखकर इस यात्रा के लिए अपनी भावना जाहिर की है। इंस्टाग्राम पर सामांथा ने अपनी साथी शिल्पा रेड्डी के साथ यह तस्वीर साझा की है। यह तस्वीर बद्रीनाथ मंदिर की है। तस्वीर में देखा जा सकता है कि वह दोनों एक चौपड़ के पास खड़े होकर पोज दे रही हैं। अपनी इस आध्यात्मिक यात्रा को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक शानदार यात्रा का समापन हुआ। चार धाम यात्रा यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ। मैं हिमालय को लेकर हमेशा से रोमांचित रही हूं। मैंने जब महाभारत पढ़ी थी तब से ही मैं यहां आने का सपना देखती थी। यह धरती स्वर्ग है। समर्थन या अपने एक्सपीरियंस को साझा करते हुए लिखा कि सब कुछ वैसा हीथा जैसा कि मैंने सोचा था बेहद शांत और दैवीय है। हिमालय का मेरे दिल में हमेशा एक स्थान रहेगा। इस पोस्ट को फैंस खूब सारा प्यार दे रहे हैं। पोस्ट शेयर होते ही कुछ ही देर में काफी सारे लाइक मिल चुके हैं। इससे पहले भी सामांथा ने सोशल मीडिया पर यात्रा को लेकर कई सारी तस्वीरें साझा की थी। उन्होंने गंगा के किनारे भगवान शिव की बड़ी सी प्रतिमा के आगे की फोटो साझा की थी। गौरतलब है कि सामंथा ने अपने पति नागा चैतन्य से अलग होने का फैसला किया था और इसके बाद वे अब अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने की कोशिश कर रही हैं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/ranveer-singh-sara-ali-khan-take-belly-dance-lessons-from-janhvi-kapoor-see-video-b507/,"जाह्नवी कपूर से बेली डांस सीख रहे हैं रणवीर सिंह, सारा अली खान!, देखें वीडियो","जाह्नवी कपूर और सारा अली खान रणवीर सिंह के शो 'द बिग पिक्चर' में एक साथ नजर आएंगी। प्रोमो वीडियो में जाह्नवी कपूर ने 'नदियों पार' गाने में अपने प्रदर्शन से दर्शकों को चौंका दिया। मुंबईः जाह्नवी कपूर और सारा अली खानरणवीर सिंह के शो 'द बिग पिक्चर' में एक साथ नजर आएंगी। प्रोमो के अनुसार, ऐसा लग रहा है कि तीनों ने एक साथ क्विज़ शो के लिए शूटिंग की थी। प्रोमो वीडियो में जाह्नवी कपूर ने 'नदियों पार' गाने में अपने प्रदर्शन से दर्शकों को चौंका दिया। कुछ बेली डांसिंग मूव्स सिखाती हुई दिखाई दे रही हैं। वीडियो में जाह्नवी शेयर करती हैं कि लॉकडाउन के दौरान घर में बोर होने के कारण और उनके पास करने के लिए कुछ नहीं था। उन्होंने बेली डांसिंग सीखी। इसके तुरंत बाद, रणवीर उसे और सारा को कुछ डांस मूव्स सिखाने का आग्रह करते हैं। दर्शकों के जोरदार जयकारे के बीच तीनों कलाकारों ने जाह्नवी के गाने पर स्टेप मैच किया।नया शो 'द बिग पिक्चर' से रणवीर सिंह ने टेलीविजन डेब्यू किया है। View this post on Instagram A post shared by ColorsTV (@colorstv) यह ज्ञान और दृश्य स्मृति पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम है। प्रतियोगियों को 12 दृश्य आधारित प्रश्नों का उत्तर देना होगा और 5 करोड़ का जैकपॉट जीतने का मौका देना होगा। एक बार स्क्रीन पर तस्वीर दिखाई देने के बाद, प्रतियोगियों को सही उत्तर देने के लिए बहुविकल्पीय विकल्प मिलेंगे। बजर को हिट करने और जवाब देने के लिए उन्हें 60 सेकंड का समय मिलेगा और हर सही प्रतिक्रिया के लिए उन्हें बड़ी जीत का मौका मिलेगा। View this post on Instagram A post shared by ColorsTV (@colorstv)",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/crime/muzaffarpur-rape-drug-female-bank-worker-blackmail-making-videos-stole-55-thousand-rupees-bihar-b507/,"मुजफ्फरपुरः महिला बैंककर्मी को नशा खिलाकर दुष्कर्म, वीडियो बना करता रहा ब्लैकमेल, 55 हजार रुपए छीना, जानें मामला","झांसा देकर लगातार यौन शोषण किया. गर्भवती हुई तो आरोपित ने पिता के साथ मिलकर गर्भपात करा दिया. छानबीन का जिम्मा दारोगा बबीता कुमारी को सौंपा गया है. पटनाः बिहार के मुजफ्फरपुर में एक महिला बैंककर्मी ने अपने सहकर्मी पर यौन शोषण का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई है. महिला ने आरोप लगाया है कि उसके साथ काम करनेवाले कर्मी ने नशे की दवा खिलाकर दुष्कर्म किया. साथ ही अश्लील वीडियो बनाकर धमकी दी और लगभग 55 हजार रुपए ऐंठ लिए. इस मामले में नगर थानेदार ओमप्रकाश ने बताया कि प्राथमिकी में मिठनपुरा थाने के रामबाग निवासी गौरव कुमार को नामजद किया गया है. नगर थानेदार ने बताया कि केस की छानबीन का जिम्मा दारोगा बबीता कुमारी को सौंपा गया है. दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता ने बताया है कि वह गोला रोड स्थित एक बैंक में काम करती है. उसके साथ गौरव कुमार भी काम करता था. बैंक में ही आरोपित से दोस्ती हुई थी. नवंबर 2018 में वह मां से मिलाने की बात कहकर अपने घर पर ले गया. फिर नशे की दवा खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसका वीडियो बना लिया. जब होश में आई तो उसकी मांग में सिंदूर भरकर मंगलसूत्र पहना दिया. उसने कहा कि अब से वह उसकी पत्नी है. फिर झांसा देकर लगातार यौन शोषण किया. पीड़िता ने बताया कि जब वह गर्भवती हो गई तो आरोपित ने अपने पिता के साथ मिलकर गर्भपात करा दिया.",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/happy-birthday-malaika-arora-b617/,"Happy Birthday Malaika: कभी वीडियो जॉकी रही मलाइका अरोड़ा आज हैं मशहूर मॉडल, जानिए अभिनेत्री के बारे में कुछ रोचक किस्से","मलाइका अरोड़ा ने सलमान खान के भाई और निर्देशक अरबाज खान से शादी की लेकिन दुर्भाग्य से ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया मलाइका अरोड़ा को सबसे पहले एमटीवी के वीडियो जॉकी के रूप में चुना गया था 23 अक्टूबर 1973 को जन्मी मलाइका अरोड़ा आज अपना जन्मदिन मना रही हैं, मलाइका को देखकर कोई उनकी सही उम्र का अंदाजा नहीं लगा सकता 47 वर्षीय एक्ट्रेस आज भी बॉलीवुड कि सबसे चर्चित और ग्लैमरस अभिनेत्रियों में शामिल हैं। महाराष्ट्र के ठाणे में जन्मी एक्ट्रेस जब केवल 11 साल की थीं तब ही उनके माता और पिता अलग हो गए थे जिस कारण उन्हें और उनकी बहन को अपनी आगे की लाइफ अपने मां के साथ बितानी पड़ी। बॉलीवुड में अपने डांस और अपनी फिटनेस के लिए जानी जाने वाली मलाइका अरोड़ा आज किसी भी पहचान की मोहताज नहीं हैं, वे एक एक्ट्रेस होने के साथ ही एक बेहतरीन डांसर, खूबसूरत मॉडल, वीजे, टेलीविजन प्रजेंटर और निर्माता के रूप में भी काम करती हैं। मलाइका के डांस की दीवानगी लोगों पर इस कदर हावी है कि आज भी शादी विवाह या पार्टियों में मुन्नी बदनाम हुई और उनके कई और पॉपुलर गाने जरूर बजते है। मुन्नी बदनाम हुई गाने पर 12 मार्च 2011 को 1235 लोगों ने एक साथ परफॉर्म कर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया था। आइटम सॉन्ग और अभिनय के अलावा मलाइका अपनी खूबसूरती के लिए भी जानी जाती हैं, वे अपने खूबसूरत फोटोज अक्सर ही अपने सोशल मडिया हैंडल इंस्टाग्राम पर शेयर करती ही रहती हैं। मलाइका अरोड़ा ने सलमान खान के भाई और निर्देशक अरबाज खान से शादी की लेकिन दुर्भाग्य से ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया और 2017 आते आते दोनों अलग हो गए। दोनों का एक बेटा भी है जिसका नाम अरहान खान है। मलाइका के पिता का नाम अनिल अरोड़ा है वे मर्चेंट नेवी में कर्यरत थे। मलाइका अरोड़ा को सबसे पहले एमटीवी के वीडियो जॉकी के रूप में चुना गया था, यहाँ काम मिलने के साथ ही उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में भी कदम रखा और देखते ही देखते वे विज्ञापनों में भी नजर आने लगीं। जिसके बाद उनका एक गाना ‘गुर नाल इश्क मीठा’ आया जिसने उन्हें एक नई पहचान दिलाई। शाहरुख के साथ चल छैयां छैयां गाने ने मलाइका को कमियाबी और शोहरत की बुंलदियों पर खड़ा कर दिया। यह गाना काफी फेमस हुआ और इसके साथ ही मलाइका का नाम भी तेजी से चर्चा में आने लगा। जिसके बाद में उन्हें आइटम सॉग्स के साथ ही फिल्मों में रोल्स भी मिलना शुरू हुए। मलाइका अरोड़ा ने कई फिल्मों में कैमियो अपियरेंस भी दिया है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/weird/harsh-goenka-tweets-rahul-dravid-about-passion-and-a-cricketer-who-inspired-him-video-goes-viral-b602/,"हर्ष गोयनका ने शेयर किया राहुल द्रविड़ का पुराना वीडियो, समझाया संघर्ष और सब्र का असल मतलब, वीडियो वायरल","राहुल द्रविड़ ने प्रवीण तांबे के संघर्ष के दिनों की बताई बात राहुल ने कहा - आपकी मेहनत उम्दा होनी चाहिए राहुल ने कहा - आपकी मेहनत उम्दा होनी चाहिए लोगों ने कहा- वाकई तांबे ने कमाल कर दिया मुंबई : देश के जाने-माने उद्योगपतियों में से एक हर्ष गोयनका सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं । वह अपने फॉलोअर्स के साथ अक्सर काफी दिलचस्प पोस्ट शेयर करते रहते हैं । अब उन्होंने पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का एक ऐसा ही पुराना वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह क्रिकेटर प्रवीण तांबे के संघर्षों के बारे में बात करते हुए नजर आ रहे हैं । वायरल वीडियो में राहुल द्रविड़, क्रिकेटर प्रवीण तांबे के बारे में बात करते हुए दिख रहे हैं । बता दें कि तब द्रविड़ IPL में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान थे । वीडियो में द्रविड़ कह रहे हैं, हमें एक लेग स्पिनर की तलाश थी, जो राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेल सके । उस वक्त 41 साल के प्रवीण तांबे नेट प्रैक्टिस करने के लिए आते थे । तब एक युवा प्लेयर ने मुझसे पूछा कि ये अंकल कौन हैं? राहुल द्रविड़ के मुताबिक, तांबे के अनुभव और उनके सीखने की ललक को देखते हुए उन्होंने उन्हें टीम में शामिल करने का फैसला लिया था लेकिन उनके इस फैसले पर काफी लोगों ने सवाल उठाए थे । Rahul Dravid about passion and a cricketer who inspired him.. pic.twitter.com/BARiCZaOa7 — Harsh Goenka (@hvgoenka) October 23, 2021 ट्विटर पर कुछ ही मिनट पहले शेयर हुए इस वीडियो को अब तक 16 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है । यह वीडियो लोगों को काफी पसंद आ रहा है । अब तक 14 सौ से ज्यादा लोग इसे लाइक कर चुके हैं, जबकि तीन सौ से ज्यादा लोगों ने इस पोस्ट को रिट्वीट किया है । एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा है, ये स्टोरी जितनी इंस्पायरिंग है, उससे भी कहीं ज्यादा इसे बताने वाले इंस्पायरिंग हैं ।’ वहीं, दूसरे यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा है, अपने सपने को पूरा करने के लिए उम्र की कोई नहीं होती । ‘द वॉल’ मेरे पसंदीदा में से एक हैं ।’ एक अन्य यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा है, जब खुद ‘द ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया’ प्रवीण तांबे के बारे में बता रहे हैं, तो फिर तांबे के पैशन के लिए सैल्यूट बनता है । लोग इस वीडियो को खूब पसंद कर रहे हैं और ढेरो कमेंट भी कर रहे हैं ।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/ranveer-singh-will-keep-the-fast-of-karva-chauth-for-deepika-padukone-b617/,"रणवीर सिंह दीपिका पादुकोण के लिए रहेंगे करवा चौथ का व्रत, हाथों में लगाएंगे दीपिका के नाम की मेहंदी","रणवीर सिंह ने खुलासा किया कि वह अपनी पत्नी दीपिका पादुकोण के लिए इस करवा चौथ में सरप्राइस देंगे ले रणवीर सिंह ने शो के प्रोमो वीडियो में बताया था कि उन्हें दीपिका पादुकोण जैसी ही बेटी चाहिए मशहूर बॉलीवुड एक्टर और एक्ट्रेस रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण ऐसे कपल है जिन्हें फैन्स बेहद पसंद करते हैं। यह कपल लोगों के लिए मिसाल के तौर पर कुछ ना कुछ करते आए हैं। हाल ही में रणवीर सिंह ने कुछ ऐसा खुलासा किया है जोकि कपल गोल सेट करता है। दरअसल रणवीर सिंह ने खुलासा किया कि वह अपनी पत्नी दीपिका पादुकोण के लिए इस करवा चौथ में सरप्राइस देंगे अपने हाथों में अपने दुल्हन के नाम की मेहंदी रचाई है। साथ ही कुछ ऐसा करेंगे जिसके बारे में दीपिका ने सोचा भी नहीं होगा। कलर्स ने ट्विटर पर रणवीर सिंह का एक वीडियो साझा किया है इस शो में खुलासा हुआ है कि दीपिका पादुकोण के लिए रणवीर सिंह इस बार करवा चौथ का व्रत रखने वाले हैं। द बिग पिक्चर के करवा चौथ स्पेशल एपिसोड में रणवीर सिंह अपने हाथों में दीपिका पादुकोण के नाम की मेहंदी शो की कंटेस्टेंट निमृत कौर और प्रियंका चौधरी से लगवाते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इससे पहले रणवीर सिंह ने शो के प्रोमो वीडियो में बताया था कि उन्हें दीपिका पादुकोण जैसी ही बेटी चाहिए। रणवीर सिंह ने वीडियो में कहा कि मेरी शादी हो गई है आप लोग जानते हैं और बच्चे भी होंगे दो-तीन साल में। भाई साहब आपकी भाभी बहुत क्यूट बेबी थी। ऐसे में मैं चाहता हूं कि मुझे भी बस दे दे एक। बस मेरी लाइफ सेट हो जाएगी। नाम भी मैं शॉर्टलिस्ट कर रहा हूं।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/punjab-indian-army-jawan-trapped-in-connivance-with-pakistan-lady-officer/1889344/,"पंजाबः पाक महिला अफसर से सांठगांठ में फंसा सेना का जवान, भेज रहा था गोपनीय दस्तावेज, हनी ट्रैप का अंदेशा","पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह किसी ना किसी तरह भारत को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाता रहता है। ताजा मामला पंजाब का है, यहां से खबर आई है कि भारतीय सेना के एक जवान को एक पाकिस्तानी महिला अधिकारी हनीट्रैप में फंसाकर खुफिया जानकारियां ले रही थी। ये महिला अधिकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ी हुई बताई जा रही है और वह फिरोजपुर कैंट में तैनात भारतीय जवान से सोशल मीडिया के जरिए जुड़ी और फिर उसे अपने जाल में फंसाती चली गई। पाकिस्तान की महिला इंटेलीजेंस ऑफिसर (PIO) सिदरा खान ने साल 2020 में भारतीय जवान से संपर्क साधा था। भारतीय जवान पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) से संबंधित है और उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए जवान का नाम कुणाल कुमार बारिया है और वह मूल रूप से गुजरात के पंचमहल जिले में दमनोद गांव का है। पाकिस्तान की महिला अधिकारी उससे बीते डेढ़ साल से गोपनीय जानकारियां निकाल रही थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुणाल कई सोशल साइट्स के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में था। पाकिस्तानी एजेंट उसे गोपनीय जानकारियों के बदले में पैसे भी दे रहे थे। अब इस भारतीय जवान से पूछताछ की जा रही है। दरअसल भारतीय जवान IT सेल में तैनात था और उसके पास भारतीय सेना से जुड़ी कई खुफियां जानकारियां थीं। इसी बात का फायदा पाकिस्तान ने उठाया। Also Read बाराबंकीः खेतों में जा पहुंचीं प्रियंका गांधी, महिलाओं ने खिलाई मिठाई तो बोलीं- भाई ने कहा है मोटी हो रही हो, कम खाओ भारतीय जवान के मोबाइल से कई सबूत मिले हैं, जिससे ये साफ होता है कि पाकिस्तान के पास काफी जानकारियां जा चुकी हैं और कई जानकारियां जाने वाली थीं। जांच में ये भी पता लगा है कि पाकिस्तानी महिला अधिकारी 3 नंबरों से अपने काम को ऑपरेट करती थी। 2 नंबर पाकिस्तान के हैं और एक नंबर भारत का है। एक बात ये भी सामने आई है कि पाक अधिकारी और भारतीय जवान एक-दूसरे से बात करने के लिए व्हाट्सऐप कॉल और मैसेज का इस्तेमाल करते थे। लेकिन तमाम चालबाजियों के बावजूद पाकिस्तानी अधिकारी की ये करतूत सामने आ ही गई।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/tamil-film-koozhangal-is-india-official-entry-to-oscars-2022-director-vinothraj-ps-vignesh-shivan/1889294/,"तमिल फिल्म कूझांगल को मिली ऑस्कर 2022 में इंट्री, शराबी पति और बेटे के संघर्ष की है कहानी","एक तमिल फिल्म ‘कूझांगल’ को ऑस्कर 2022 में भारत की ओर से अधिकारिक इंट्री मिल गई है। विनोथराज पीएस द्वारा निर्देशित इस फिल्म को 94वें अकादमी पुरस्कारों के लिए चुना गया है। फिल्म में एक शराबी अपमानजनक पति की कहानी है, जिसकी पत्नी उसे छोड़कर चली जाती है। ‘कूझांगल’ कई नए कलाकारों से सजी हुई फिल्म है। इसे विग्नेश शिवन और नयनतारा द्वारा निर्मित किया गया है। शिवन ने ट्विटर पर फिल्म के ऑस्कर चयन की खबर शेयर करते हुए कहा कि यह सुनने का मौका है!… और ऑस्कर जाता है … एक सपने से दो कदम दूर हमारे जीवन में सच होने का क्षण…। फिल्म की कहानी में एक शराबी, गाली देने वाला पिता गणपति (करुत्तदइयां) और उसका बेटा, वेलु (चेल्लापंडी), पत्नी-मां को वापस लाने के लिए पड़ोसी गांव जा रहे हैं, जो घर से भाग गई है। इसी दौरान गणपति और उसके ससुराल वालों के बीच हाथापाई हो जाती है। There’s a chance to hear this! “And the Oscars goes to …. ?????? “ Two steps away from a dream come true moment in our lives …. ???????#Pebbles #Nayanthara @PsVinothraj @thisisysr @AmudhavanKar @Rowdy_Pictures Can’t be prouder , happier & content ? pic.twitter.com/NKteru9CyI — Vignesh Shivan (@VigneshShivN) October 23, 2021 फिल्म के डायरेक्टर विनोथराज ने कहा कि वह सभी के प्यार और समर्थन के लिए आभारी हैं। उन्होंने ट्वीट किया कर कहा कि इस खबर को पाकर इससे ज्यादा खुशी की बात नहीं हो सकती। इस साल की शुरुआत में 50वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव रॉटरडैम (आईएफएफआर) में ‘कूझांगल’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए शीर्ष सम्मान जीता था। 94वें अकादमी पुरस्कार 27 मार्च, 2022 को लॉस एंजिल्स में होने वाले हैं। Also Read कादर खान के डायलॉग सुनने के बाद डायरेक्टर ने गिफ्ट कर दिया था टीवी और सोने का ब्रेसलेट, जानिए क्या है पूरा किस्सा हिन्दू की एक रिपोर्ट के अनुसार विनोथराज इस फिल्म के बारे में बताते हैं कि इसकी प्रेरणा उन्हें अपने ही घर से मिली थी। उनकी छोटी बहन के साथ घटी एक घटना के आधार पर, जिसके शराबी पति ने उसके लिए दरवाजे बंद कर दिए, जिससे वह 13 किलोमीटर से अधिक पैदल चलकर अपने गांव में एक बच्चे को गोद में लिए हुए आई थी। विनोथराज ऐसी घटनाओं को अपने गांव में “रोजमर्रा की घटना” कहते हैं। उन्होंने आगे कि वह जानती थी कि मैं उसकी कहानी बना रहा हूं। मैं इस बात के प्रति सचेत थी कि मैं इसमें शामिल किसी को भी चोट नहीं पहुंचाऊं। क्योंकि मैं जानता था कि मेरी बहन और उसका पति फिर से एक हो जाएंगे। उसने फिल्म देखी है और उसे वास्तव में यह पसंद आई है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/crime-news-hindi/rape-with-6-year-old-girl-in-delhi-injury-in-private-parts-treatment-continues-in-hospital/1889304/,"दिल्ली में 6 साल की बच्ची के साथ रेप, निजी अंगों में भी चोट, हॉस्पिटल में चल रहा इलाज","दिल्ली के रंजीत नगर में एक 6 साल की बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया है। बच्ची के प्राइवेट अंगों के साथ भी दरिंदगी हुई है और उन्हें चोट पहुंचाई गई है। बच्ची को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एडमिट कराया गया है और वहां उसका इलाज किया जा रहा है। बच्ची के पिता मजदूर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची शुक्रवार को सुबह करीब 9 बजे अपने पड़ोस में लंगर खाने गई थी, लेकिन काफी समय बाद जब वह वापस लौटी, तो उसके प्राइवेट अंगों से खून निकल रहा था। इसके बाद बच्ची को जब अस्पताल ले जाया गया तो रेप की पुष्टि हुई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन इस घिनौने अपराध को अंजाम देने वाले शख्स की पहचान नहीं हो पाई है। Also Read बाराबंकीः खेतों में जा पहुंचीं प्रियंका गांधी, महिलाओं ने खिलाई मिठाई तो बोलीं- भाई ने कहा है मोटी हो रही हो, कम खाओ हालांकि इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज बरामद हुआ है, जिसमें बच्ची एक संदिग्ध के साथ दिख रही है। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। दिल्ली महिला आयोग की टीम ने पीड़ित से मुलाकात भी की है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं। छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले बार- बार सामने आ रहे हैं, ये शर्म और चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि ये हमारी व्यवस्था की विफलता है कि हम छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार के मामलों को रोकने में असमर्थ हैं। पहले भी ये मुद्दे उठे, लेकिन ये मामले खत्म नहीं हो रहे। मालीवाल ने कहा है कि वह और उनकी टीम पीड़िता और उसके परिवार के साथ खड़े हैं। इस मामले में वह हर तरह की मदद के लिए तैयार हैं। मालीवाल ने आरोपियों को फौरन गिरफ्तार किए जाने और उन्हें जल्द फांसी दिए जाने की मांग की। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है। जिस जगह पर घटना हुई, वह बेहद घना इलाका है और वहां काफी भीड़ रहती है। ऐसी जगह से आरोपी का बचकर निकल जाना हैरानी की बात है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/news-update/raj-thackeray-who-took-both-the-vaccines-of-corona-became-positive-mother-and-house-maid-also-infected/1889251/,"कोरोना के दोनों टीके ले चुके राज ठाकरे हुए पॉजिटिव, मां और घर की नौकरानी भी संक्रमित","महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे और उनकी मां कुंडा ठाकरे जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। BMC के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों को हल्के लक्षण हैं। उन्हें दादर स्थित उनके घर में आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि राज ठाकरे और उनकी मां ने कोरोना की दोनों वैक्सीन ले रखी हैं। ठाकरे के एक वरिष्ठ सहयोगी ने उनके संक्रमित होने की पुष्टि की है। ठाकरे ने हाल में नासिक, पुणे और ठाणे का दौरा किया था। अगले साल होने वाले निकाय चुनाव से पहले मुंबई में पार्टी नेताओं से मुलाकात की थी। ध्यान रहे कि राज ठाकरे मास्क न पहनने को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहे हैं। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर भी कहा था कि मास्क में उनका यकीन नहीं है। इसे लेकर उनकी कई लोगों ने आलोचना भी की थी। उधर, राज ठाकरे ने अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। 23 अक्टूबर को उनकी मुंबई के भांडुप में रैली थी, लेकिन यह रैली रद्द कर दी गई है। राज ठाकरे का एक बार फिर पुणे दौरा होने वाला था। इस दौरे की तारीख भी आगे खिसका दी गई है। यह दौरा तबीयत खराब होने की वजह से आगे खिसकाया गया था। अब उनके कोरोना संक्रमित होने की खबर सामने आई है। मुंबई में भी एमएनएस नए कार्यकर्ताओं की भर्ती की मुहिम चला रही थी। राज ठाकरे के कोरोना संक्रमित होने की वजह से सारे कार्यक्रम स्थगित हो गए हैं। नए मामलों में कमी पर मौत का आंकड़ा बढ़ा देश में एक दिन में कोरोना के 16,326 नए केस ही मिले हैं, लेकिन मौतों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के चलते 666 लोगों के मरने की खबर है। हालांकि नए केसों का आंकड़ा कम होने की वजह से थोड़ी राहत जरूर है। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक मौतों का आंकड़ा बढ़ने की वजह केरल की ओर से दिया गया बैकलॉग एक बड़ी वजह है। केरल ने मौत के आंकड़े को रिवाइज करते हुए शुक्रवार को 563 मौतों के बैकलॉग की जानकारी दी थी। इसी के चलते यह आंकड़ा बढ़ते हुए 666 हो गया, जबकि दिन भर का वास्तविक आंकड़ा 103 का ही है। इस दौरान 17,677 लोग रिकवर हुए हैं। इस तरह एक्टिव केसों में भी 1 हजार से ज्यादा की कमी देखने को मिली है। फिलहाल रिकवरी रेट 98.16% का हो गया है, जबकि एक्टिव केसों की संख्या की बात करें तो अब यह आंकड़ा 1,73,728 है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/rajasthan-a-wonderful-sight-was-seen-in-the-examination-of-patwari/1889243/,"राजस्थानः पटवारी की परीक्षा में दिखा अजब-गजब नजारा, नहीं मिली आधी बाजू की शर्ट तो बनियान में पहुंचा अभ्यर्थी, लौटाया बैरंग","राजस्‍थान में शन‍िवार से शुरू हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में अजब-गजब नजारा देखने को मिला है। यहां कोई अभ्यर्थी पेड़ पर मास्क टांग रहा था और कोई बनियान पहनकर ही परीक्षा देने के लिए आ गया था। महिलाएं भी परीक्षा केंद्र के बाहर अपने गहने उतारती दिखीं। भीलवाड़ा शहर के 35 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने आये 11 हजार से अधिक अभ्‍यर्थियों के प्रवेश के समय कई तरह की समस्याएं आईं। एक अभ्यर्थी का कहना था कि उसके पास हाफ आस्तीन की शर्ट नहीं है, इसलिए वह बनियान पहनकर परीक्षा देने आया है, हालांकि उसे वापस भेज दिया गया। इसके अलावा सभी अभ्यर्थियों के पुराने मास्क कूड़ेदान में डलवा दिए गए और उन्हें नए मास्क दिए गए। फिर भी अभ्यर्थी अपने पुराने मास्क पेड़ पर टांगते दिखाई दिए। इसके अलावा खबर ये भी है कि पुलिस ने पटवारी परीक्षा में नकल को लेकर 2 लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक शख्स अपने किसी रिश्तेदार के लिए नकल सामग्री प्राप्त करने की कोशिश कर रहा था। हालांकि पुलिस ने जिस संदेह में छापा मारा था, उससे संबंधित शख्स फरार हो गया। इस दौरान पुलिस ने 5 मोबाइल, नकल डिवाइस और अन्य उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। Also Read भगत सिंह पर किताब और लेख की वजह से चला ‘नक्सल केस’, अब कोर्ट ने आदिवासी युवक को किया बरी पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने इस बारे में बताया कि पटवारी परीक्षा में नकल के बारे में जानकारी मिलते ही 2 पुलिस थानों की टीम ने कार्रवाई की। इस मामले में कुल मिलाकर 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ( आरएसएमएसएसबी ) की पटवारी भर्ती परीक्षा 23 अक्टूबर और 24 अक्टूबर को आयोजित हो रही है। इसमें कुल 15.62 लाख उम्मीदवार पटवारी भर्ती परीक्षा देंगे। परीक्षा में किसी प्रकार का कीमती सामान, आभूषण, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक सामान या किसी भी तरह की चीज को ले जाने की अनुमति नहीं है। हैरानी की बात ये है कि राज्‍य में 5378 रिक्‍त पदों पर योग्‍य उम्‍मीदवारों की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की जा रही है, लेकिन परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की संख्या कुल 15.62 लाख है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/modi-government-made-a-strategy-to-speed-up-the-second-dose-of-corona-vaccine-1478830,कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज की रफ्तार बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने बनाई रणनीति,"नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोविड-19 रोधी टीके बनाने वाली सात भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब भारत ने दो दिन पहले ही अपने नागरिकों को टीकों की 100 करोड़ खुराक देने की उपलब्धि हासिल की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने इस दौरान टीकों को लेकर शोध सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री से इस मुलाकात में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, जाइडस कैडिला, बॉयोलॉजिकल ई, जेन्नोवा बायोफार्मा और पैनेसिया बायोटेक के प्रतिनिधि मौजूद थे। इनके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती पवार ने भी बैठक में शिरकत की। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अब तक टीकों की 101.30 करोड़ खुराक दी जा चुकी है। बैठक के बाद एक वीडियो संदेश में जाइडस कैडिला के पंकज पटेल ने कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने टीके विकसित किए, उसके लिए सबसे बड़े कारक प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने शुरू से हमें प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि आप करो, सरकार आपके साथ है। आपको जहां भी असुविधा होगी, सरकार आपको सहयोग करेगी। इसी वजह से हम टीके विकसित कर पाए।'' उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत में नवोन्मेष का जो नया अध्याय आरंभ हुआ है, वह बहुत तेजी से बढ़ेगा और भारत एक नवोन्मेषी राष्ट्र के रूप में उभरेगा। सीरम इंस्टीट्यूट के साइरस पूनावाला ने कहा कि उनके मन में इस बात को लेकर कोई संदेह नहीं है कि प्रधानमंत्री ने अगर स्वास्थ्य मंत्रालय का नेतृत्व ना किया होता तो आज भारत टीकों की एक सौ करोड़ खुराक नहीं उपलब्ध करा पाता। उन्होंने कहा, ‘‘जब वह पिछले साल नवंबर में पुणे आए थे तो मैंने उन्हें आश्वस्त किया था कि टीकों के मामले में हम भारत को आत्मनिर्भर बनाएंगे और दुनिया का सबसे सस्ता टीका विकसित करेंगे। आज वह बहुत खुश थे कि उस आश्वासन को हमने पूरा किया है।'' भारत ने 21 अक्टूबर को महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान के तहत एक अरब खुराक का आंकड़ा पार कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी, जिसके लिए दुनियाभर से देश को बधाई मिलने का सिलसिला जारी है। देश में टीकाकरण के पात्र वयस्कों में से 75 प्रतिशत से अधिक लोगों को कम से कम एक खुराक लग चुकी है, जबकि करीब 31 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी हैं। नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सभी पात्र लोगों को टीकों की पहली खुराक दी जा चुकी है। टीकाकरण मुहिम की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी और इसके पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए गए थे। इसके बाद दो फरवरी से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण आरंभ हुआ था। टीकाकरण मुहिम का अगला चरण एक मार्च से आरंभ हुआ, जिसमें 60 साल से अधिक आयु के सभी लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके लगाने शुरू किए गए। देश में 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक अप्रैल से आरंभ हुआ था और 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू हुआ। देश के टीकाकरण अभियान में तीन टीकों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और स्पूतनिक वी का इस्तेमाल किया जा रहा है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/center-issued-advisory-to-states--be-more-careful-on-festivals-1478829,"केंद्र ने राज्यों को जारी की एडवाइजरी- त्यौहारों पर बरतें अधिक सावधानी, करें सख्त कार्रवाई","नई दिल्लीः केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर आगामी त्योहार ""अत्यधिक सावधानियों"" के साथ सुरक्षित तरीके से मनाए जाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा कि कोविड मामलों में किसी भी वृद्धि पर काबू के लिए पिछले महीने जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन किया जाना चाहिए। भूषण ने पत्र में कहा, ""निषिद्ध क्षेत्रों के रूप में पहचाने जाने वाले इलाकों और पांच प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों में किसी भी सामूहिक आयोजन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।"" उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान सावधानी बरतने के लिए संबंधित राज्य सरकारों द्वारा पर्याप्त रूप से पहले ही आवश्यक निर्देश जारी किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कोविड संबंधी उपयुक्त व्यवहार के उल्लंघन के मामले में दंडात्मक कार्रवाई भी की जानी चाहिए। केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से ऑनलाइन समारोहों, ऑनलाइन खरीदारी और अनावश्यक यात्रा से बचने के लिए विभिन्न तौर-तरीकों का पता लगाने तथा उन्हें बढ़ावा देने को भी कहा। केंद्र ने कहा कि यह अहम है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी स्थानीय मामलों की संख्या पर कड़ी नजर रखें और स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी परामर्श के आधार पर समय पर तथा सख्ती से हस्तक्षेप करें।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/flight-started-from-srinagar-to-sharjah-amit-shah-showed-the-green-signal-1478771,"श्रीनगर से शारजाह के लिए शुरू हुई फ्लाइट, अमित शाह ने दिखाई हरी झंडी","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को यहां शेख उल-आलम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से श्रीनगर-शारजाह की पहली सीधी उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिससे 11 साल बाद फिर से घाटी और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सीधे हवाई संपर्क की शुरुआत हो गई। 'गो फर्स्ट' द्वारा संचालित उड़ान भारतीय समयानुसार शाम 6.30 बजे शारजाह के लिए रवाना हुई और रात 9 बजे के आसपास संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में उतरने वाली है। शाह ने यहां राजभवन से डिजिटल माध्यम से उड़ान को हरी झंडी दिखाई। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 14 फरवरी, 2009 को श्रीनगर हवाई अड्डे से दुबई के लिए पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू की गई थी, लेकिन यात्रियों की कमी के कारण इस साप्ताहिक सेवा को बंद कर दिया गया था। पहले गोएयर के नाम से जानी जाने वाली गो फर्स्ट श्रीनगर से सीधी अंतरराष्ट्रीय यात्री और मालवाहक उड़ान का संचालन शुरू करने वाली पहली एयरलाइन है। यह श्रीनगर और शारजाह के बीच एक सप्ताह में चार उड़ानें संचालित करेगी। एयरलाइन ने एक बयान में कहा, ''शारजाह के लिए सीधी उड़ान शुरू होने से श्रीनगर और यूएई के बीच व्यापार तथा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।''",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/karnataka-husband-and-their-four-children-commit-suicide-1478753,कर्नाटक : ब्लैक फंगस से पत्नी की मौत होने से दुखी पति और उनके चार बच्चों ने की आत्महत्या,"ब्लैक फंगस से पत्नी की मौत से गमजदा एक सेवानिवृत्त सैनिक और उसके पांच बच्चों ने आत्महत्या कर ली। घटना जिले के हुक्केरी तालुक के एक गांव की है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि गोपाल हदिमानी (46) और उसके चार बच्चे- सौम्या (19), श्वेता (16), साक्षी (11) और सृजन हदिमानी (आठ) ने शुक्रवार रात को जहर खा लिया। पड़ोसियों को सुबह घर के किसी सदस्य को बाहर न पाकर शंका हुई जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बाद में रिश्तेदारों को बताया। रिश्तेदारों ने कहा कि हदिमानी की पत्नी जुलाई में कोविड-19 के बाद ब्लैक फंगस से पीड़ित हुई थी जिससे उसकी मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि इससे गोपाल बेहद दुखी था। एक संबंधी ने पत्रकारों को कहा कि वह और उसके बच्चे अकसर यह बात कहते थे कि वे उनके (महिला के) बिना नहीं जी सकते। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/40-new-cases-of-kovid-19-in-delhi-no-patient-died-1478743,"दिल्ली में कोविड-19 के 40 नए मामले, किसी भी मरीज की मौत नहीं","नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 के 40 नए मामले सामने आए और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 14,39,566 हो गई। वहीं, बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। दिल्ली में संक्रमण दर 0.07 प्रतिशत हो गयी है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन जारी कर यह जानकारी दी। दिल्ली में इस महीने कोविड-19 से अब तक चार मौतें हो चुकी हैं। इससे पहले 2 , 10 और 19 अक्टूबर को एक-एक रोगी की मौत हुई थी। वहीं सितंबर में कोरोना वायरस संक्रमण से पांच लोगों की मौत हुई थी। दिल्ली में अब तक 25,091 लोगों की कोविड-19 से मौत हो चुकी है। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में संक्रमण के 38 नए मामले सामने आए थे जबकि संक्रमण की दर 0.07 प्रतिशत रही थी। वहीं, बृहस्पतिवार को राजधानी में 22 नए मामले सामने आए और संक्रमण की दर 0.05 प्रतिशत थी। राजधानी में अब तक 14.14 लाख से अधिक लोग इस जानलेवा वायरस के संक्रमण को मात दे चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 61,152 नमूनों की जांच की गयी, जिसमें से 44,836 नमूनों की आरटी-पीसीआर जबकि 16,316 नमूनों की रैपिड एंटीजन जांच की गयी।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/raj-thackeray-and-his-mother-infected-with-corona-virus-quarantined-1478736,"राज ठाकरे और उनकी मां कोरोना वायरस से संक्रमित, क्वारंटीन किया गया","महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे और उनकी मां कुंडा ठाकरे जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। नगर निकाय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। बृहन्मुंबई महानगरपालिका के अधिकारी ने बताया कि दोनों को हल्के लक्षण हैं और उन्हें दादर स्थित उनके घर में पृथक-वास में रहने को कहा गया है। ठाकरे के एक वरिष्ठ सहयोगी ने उनके संक्रमित होने की पुष्टि की है। ठाकरे (53) ने हाल में नासिक, पुणे और ठाणे का दौरा किया था तथा अगले साल होने वाले निकाय चुनाव से पहले मुंबई में पार्टी नेताओं से मुलाकात की थी।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/delhi-close-to-winning-fight-against-dengue-says-kejriwal-1478705,डेंगू के खिलाफ लड़ाई जीतने के करीब है दिल्ली: केजरीवाल,"राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के मामलों में वृद्धि होने के बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली अब इस बीमारी के खिलाफ ""लड़ाई जीतने के बहुत करीब"" है। उन्होंने बीमारी पर काबू पाने के लिए सभी नगरवासियों से रविवार को ‘10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट' अभियान में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दिल्लों के लोगों ने तय कर लिया है कि वे नगर से डेंगू को भगा कर ही दम लेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में उनके हवाले से कहा गया है, ‘‘दिल्ली अब डेंगू के खिलाफ लड़ाई जीतने के बहुत करीब है। पिछले हफ्तों की भांति, इस रविवार को भी सुबह 10 बजे, हम सभी 10 मिनट अपने घरों और आसपास के इलाकों का निरीक्षण करने में बिताएं कि कहीं पानी तो नहीं रुका है। अगर ऐसा पानी मिलता है, तो आप उसे निकाल दें, उसे बदल दें या वहां तेल डाल दें। आइए, हम सब मिलकर दिल्ली को डेंगू-मुक्त बनाएं।"" इस बीच सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मौसम में 16 अक्टूबर तक डेंगू के कुल 723 मामले दर्ज किए गए जो 2018 के बाद इसी अवधि में सर्वाधिक है। इस महीने 16 अक्टूबर तक 382 मामले दर्ज किए गए जो इस साल सामने आए कुल मामलों का लगभग 52 प्रतिशत है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/pm-modi-meets-seven-covid-vaccine-manufacturers-of-india-1478697,100 करोड़ डोज का लक्ष्य पूरा होने के बाद भारत के सात कोविड वैक्सीन निर्माताओं से मिले पीएम मोदी,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सात भारतीय कोविड ​​-19 वैक्सीन निर्माताओं से मुलाकात की। देश में कोरोना वायरस रोधी टीके की 100 करोड़ खुराक देने का ऐतिहासिक लक्ष्य हासिल करने के मद्देनजर यह मुलाकात हुई। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सात वैक्सीन निर्माताओं - सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, ज़ायडस कैडिला, बायोलॉजिकल ई, जेनोवा बायोफार्मा और पैनासिया बायोटेक के प्रतिनिधियों ने पीएम मोदी के साथ बैठक में भाग लिया। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार भी मौजूद थीं। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस दौरान भारत की सभी पात्र आबादी का जल्द से जल्द टीकाकरण करने और ‘‘सभी के लिए टीका'' मंत्र के तहत अन्य देशों की मदद करने पर बल दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक टीके की 101.30 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-bollywood-shahrukh-khan-1478683,"आखिर क्यों शाहरुख खान ने कहा- मेरा नाम मेरे बच्चों की जिंदगी खराब कर सकता है, वीडियो देख फैंस हुए हैरान","बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने बृहस्पतिवार को अपने बेटे आर्यन खान से आर्थर रोड जेल में मुलाकात की, जहां वह इस महीने की शुरुआत में ड्रग्स के एक मामले में गिरफ्तारी के बाद से बंद हैं। मुंबई की एक अदालत ने आर्यन की जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद जेल में उनका इंतजार बढ़ गया है । एक अधिकारी ने बताया कि 55 वर्षीय सुपरस्टार टी-शर्ट और जींस तथा मास्क पहने सुबह करीब नौ बजे मुंबई सेंट्रल स्थित उच्च सुरक्षा वाली जेल पहुंचे और सुबह साढ़े नौ बजे बाहर आए। वहीं अब शाहरुख खान का एक और थ्रोबैक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें अभिनेता ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि, मेरा नाम मेरे बच्चों की जिंदगी खराब कर सकता है। वहीं दरअसल, शाहरुख ने साल 2008 में एक जर्मन टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने अपनी जिंदगी के सबसे बड़े डर के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा, जिंदगी में मेरा सबसे बड़ा डर मेरे बच्चों के लिए है। मुझे आशा है कि, वे मेरी छाया से बाहर रह सकेंगे। कम से कम मैं यही चाहता हूं। शाहरुख ने आगे कहा, ‘मेरा सबसे बड़ा डर उन पर मेरे फेम का प्रभाव है। मैं नहीं चाहता हूं कि वे कभी उससे लड़ें और कहें कि ओह, मैं अपने पिता से बेहतर हूं। मैं ये भी नहीं चाहता हूं कि वे पूरी तरह से इस बात में डूब जाएं कि उन्हें कुछ करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वे मेरे बच्चे हैं। ये बिल्कुल सच है कि मेरा नाम उनकी जिंदगी खराब कर सकता है। मैं ऐसा नहीं चाहता हूं। मैं नहीं चाहता कि वे मेरे बच्चों के रूप में जाने जाएं बल्कि मैं उनके पिता के रूप में जाना जाता चाहता हूं। शाहरुख खान कहते नजर आ रहे हैं कि जिंदगी में परिवार के लिए मुझे एक डर रहता है, खासकर बच्चों के लिए, उम्मीद करता हूं कि वह मेरी परछाई में न रहें। शाहरुख खान के आते ही मीडियाकर्मी जेल के बाहर हो गए जमा आपको बतां दे कि जब अभिनेता अपने बेटे से मिलने के लिए जेल पहुंचे तो बड़ी संख्या में लोग और मीडियाकर्मी बाहर जमा थे। शाहरुख जैसे ही जेल से बाहर आए, पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया। पत्रकारों को यह पूछते हुए सुना जा सकता है कि उन्होंने आर्यन खान से किस बारे में बात की। हालांकि शाहरुख बिना कुछ बोले कार में सवार होकर रवाना हो गए । सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में वह कुछ लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन करते नजर आए। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो ने एक क्रूज जहाज पर से कथित रूप से मादक पदार्थ जब्त होने के बाद तीन अक्टूबर को इस मामले में आर्यन खान (23) को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद से पहली बार आर्यन के परिवार का कोई सदस्य उनसे मिलने पहुंचा। आर्यन की गिरफ्तारी के बाद खान पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए। इसके बाद एनसीबी अधिकारियों की एक टीम उनके घर 'मन्नत' पहुंची । अधिकारियों ने बताया कि जेल अधिकारियों ने अभिनेता के जेल परिसर में प्रवेश करने से पहले उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जांच की। दस्तावेजों के सत्यापन के बाद, जेल अधिकारियों ने उन्हें एक टोकन दिया , जिसके बाद उन्हें अपने बेटे से मिलने की अनुमति दी गई, जो एक विचाराधीन कैदी के रूप में जेल के सामान्य कक्ष में बंद है। जेल के एक अधिकारी ने बताया कि शाहरुख खान ने अपने बेटे से 15 से 20 मिनट तक मुलाकात की। क्या है मामला उन्होंने बताया कि बातचीत के दौरान उनके साथ चार गार्ड भी मौजूद थे। अधिकारी ने कहा कि जेल नियमावली के अनुसार जिस तरह किसी सामान्य कैदी के परिवार के सदस्य को उससे मिलने दिया जाता है, वैसे ही खान को उनके बेटे से मिलने की अनुमति दी गई थी और उनके साथ कोई विशेष व्यवहार नहीं किया गया। जेल परिसर के बाहर भारी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात किये गए थे। अब तक, कैदियों के परिवार के सदस्यों को कोविड-19 महामारी के मद्देनजर जेल जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। अधिकारी ने कहा कि जेल अधिकारियों ने बृहस्पतिवार सुबह से कैदियों के परिवार के सदस्यों को उनसे मिलने की अनुमति देना शुरू कर दिया। एनसीबी ने मुंबई तट पर क्रूज जहाज पर छापा मारने और चरस सहित मादक पदार्थ जब्त करने का दावा करने के बाद आर्यन खान को कुछ अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस बीच, राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन-प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) संबंधी मामलों की एक विशेष अदालत ने इस मामले में आर्यन खान और सात अन्य की न्यायिक हिरासत 30 अक्टूबर तक बढ़ा दी। विशेष न्यायाधीश वी वी पाटिल ने उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ाई, जिन्हें एनडीपीएस अधिनियम से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए नामित किया गया था। हालांकि आरोपियों को अदालत में पेश नहीं किया गया। बुधवार को इसी अदालत ने मामले में आर्यन खान और दो अन्य सह-आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/singapore-to-allow-indians-to-enter-country-from-26-oct-1478655,सिंगापुर ने भारत पर लगा यात्रा प्रतिबंध हटाया,"सिंगापुरः सिंगापुर ने भारत व पांच अन्य एशियाई देशों को यात्रा प्रतिबंध सूची से हटा दिया है। कोविड-19 महामारी के कारण विभिन्न देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए गए थे। पिछले 14 दिनों में भारत, बांग्लादेश, म्यांमा, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका की यात्रा करने वाले लोगों को बुधवार से सिंगापुर में प्रवेश करने या यहां से अन्यत्र गुजरने की अनुमति होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने हालांकि कहा कि इन देशों से आने वाले यात्रियों को सख्त कोविड नियमों का पालन करना होगा और उन्हें 10 दिनों तक पृथकवास में रहना होगा। स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने एक डिजिटल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इन देशों में स्थिति कुछ समय से स्थिर हो गई है। समाचार पत्र स्ट्रेट्स टाइम्स ने ओंग के हवाले से कहा, ""इन देशों के यात्रियों को यहां आने से रोकने वाले सख्त नियमों की अब जरूरत नहीं है।"" सिंगापुर में शुक्रवार तक कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल 1,65,663 मामले सामने आए हैं और इस बीमारी के कारण देश में अब तक 294 लोगों की मौत हुयी है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/mild-tremors-felt-in-telangana-1478641,"तेलंगाना के करीमनगर में भूकंप के झटके महसूस किए गए, रिक्टर स्केल पर 4.0 की तीव्रता मापी गई","तेलंगाना में करीमनगर से 45 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में शनिवार दोपहर बाद भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र ने एक ट्वीट में बताया कि भूकंप के झटके 1403 बजे महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई। केन्द्र के अनुसार भूकंप का केन्द्र 18.77 अक्षांश और 79.38 देशांतर पर जमीन की सतह से 20 किलोमीटर गहराई में था। भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/tarantaran/news/lakhbirs-sister-father-who-became-a-victim-of-nihangs-barbarity-interrogated-the-statements-of-many-villagers-129052156.html,पंजाब की SIT भी पहुंची लखबीर के गांव:,"पंजाब की SIT भी पहुंची लखबीर के गांव:निहंगों की बर्बरता का शिकार युवक की बहन-पत्नी और ससुर से पूछताछ, ग्रामीणों के बयान भी लिए सिंघु बॉर्डर पर निहंगों की बर्बरता का शिकार हुए लखबीर सिंह की हत्या के मामले में पंजाब सरकार की ओर से गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने जांच शुरू कर दी है। SIT में शामिल ADGP वरिंदर कुमार शनिवार को तरनतारन के SSP हरविंदर विर्क के साथ चीमा खुर्द में लखबीर के घर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने मृतक की बहन राजकौर, पत्नी जसप्रीत कौर और ससुर दर्शन सिंह से बातचीत की। इससे पहले हरियाणा सरकार की विशेष टीम भी चीमा खुर्द गांव जाकर परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ कर चुकी है। जानकारी देते निहंगों की बर्बरता का शिकार हुए लखबीर के रिश्तेदार। पंजाब सरकार ने लखबीर हत्याकांड की जांच के लिए SIT का गठन किया था। टीम में ADGP वरिंदर कुमार, फिरोजपुर बॉर्डर रेंज DIG इंद्रबीर सिंह और तरनतारन के SSP हरविंदर विर्क को शामिल किया गया है। लखबीर की बहन राजकौर ने टीम को बताया कि उसका भाई ऐसी घटना को अंजाम नहीं दे सकता। किसी साजिश के तहत फंसाकर उसकी हत्या की गई है। राजकौर SIT के सामने भावुक हो गईं। रोते हुए उन्होंने अपील की कि पुलिस उनके भाई की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों तक पहुंचे और उसके माथे पर लगे कलंक को मिटाए। राजकौर ने कहा कि इस हत्या के पीछे किसी ने बड़ी साजिश रची है। चीमा खुर्द में दिलबाग सिंह से पूछताछ करते पंजाब की एसआईटी। परगट और दिलबाग सिंह से भी मिले अफसर SIT के अधिकारी इसके बाद परगट सिंह के घर भी पहुंचे। अधिकारियों ने परगट सिंह और उसके परिजनों के बयान भी कलमबद्ध किए। टीम के सदस्य गांव में स्थित गौशाला भी पहुंचे। इस गौशाला के संचालक दिलबाग सिंह है। टीम ने दिलबाग से भी पूछताछ की। ग्रामीणों के मुताबिक लखबीर सिंह का हाथ काटने का दावा करने वाला निहंग सरबजीत सिंह किसान आंदोलन में सिंघु बॉर्डर जाने से पहले इसी गौशाला में काम करता रहा है। यहां भी पुलिस अफसरों ने सभी के बयान कलमबद्ध किए। चीम कलां गांव में पहुंचे पंजाब SIT के एडीजीपी वरिंदर कुमार और एसएसपी हरविंदर विर्क। ADGP वरिंदर कुमार ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से गठित SIT ने शनिवार को चीमा कलां गांव में पहुंचकर जांच की। टीम ने जिस भी व्यक्ति से मुलाकात की उसके बयान कलमबद्ध किए गए हैं। जल्द ही लखबीर के फोन की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। जो भी इस पूरे मामले में दोषी होगा उसे गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच शुरू कराने के सियासी मायने भी गौरतलब है कि पंजाब सरकार के इस मुद्दे पर SIT बनाने के पीछे सियासी मायने भी हैं। बेअदबी मामलों में प्रभावी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाकर ही पिछले महीने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के CM पद से हटाया गया। अब चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार यह कह सकेगी कि उसने तो दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर हुई बेअदबी की जांच के लिए भी टीम बना दी थी। पंजाब सरकार की यह SIT पता लगाएगी कि तरनतारन जिले के चीमा गांव का लखबीर सिंह सिंघु बॉर्डर पर कैसे पहुंचा? उसे वहां कौन लेकर गया? क्या बेअदबी के लिए उसे किसी ने पैसे दिए थे? शुक्रवार को पहुंची थी हरियाणा की SIT हरियाणा पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) शुक्रवार को पंजाब में तरनतारन जिले के चीमा गांव में लखबीर सिंह के घर पहुंची। SIT में शामिल सब-इंस्पेक्टर रणबीर सिंह ने लखबीर सिंह की बहन राज कौर और पत्नी जसप्रीत कौर से लगभग 40 मिनट तक पूछताछ की। टीम ने हवेलियां गांव में उस परगट सिंह के परिवार से भी पूछताछ की जिसका मोबाइल नंबर लखबीर ने वीडियो में बताया था। लखबीर सिंह के खिलाफ बेअदबी के आरोप में कुंडली थाने में आईपीसी की धारा 295ए के तहत FIR नंबर 612 दर्ज की गई है। बेअदबी का केस निहंग बलविंदर सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/narendra-modi-covid-manufacturers-meeting-update-zydus-cadila-serum-institute-of-india-129051696.html,मोदी का मिशन वैक्सीनेशन:,"मोदी का मिशन वैक्सीनेशन:PM से मीटिंग के बाद पूनावाला बोले- मोदी की वजह से 100 करोड़ डोज का टारगेट पूरा हुआ नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के प्रमुखों के साथ एक अहम मीटिंग की। बैठक में कोवीशील्ड बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO अदार पूनावाला समेत 7 अन्य कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। अदार पूनावाला के पिता सायरस पूनावाला ने मीटिंग खत्म होने के बाद कहा कि यदि प्रधानमंत्री वैक्सीनेशन पर ध्यान केंद्रित नहीं करते और स्वास्थ्य मंत्रालय ही इसे चला रहा होता तो आज 100 करोड़ डोज नहीं लग पाते। देश में 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगने के बाद पीएम ने वैक्सीन निर्माताओं से उनके अनुभव जाने। इसके साथ ही उन्होंने वैक्सीन रिसर्च को आगे बढ़ाने के बारे में भी उनसे चर्चा की। देश में गुरुवार को 100 करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा पार हुआ था। इसके बाद कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन को और तेज करने और गरीब देशों को सप्लाई करने पर भी बात की। मीटिंग में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री PM ने की गोवा के स्वयंपूर्ण मित्रों से बात शनिवार सुबह पीएम मोदी ने गोवा के स्वयंपूर्ण मित्रों के साथ बातचीत की। इस दौरान मोदी ने कहा कि जब सरकार का साथ और जनता का परिश्रम मिलता है तो कैसे परिवर्तन आता है, कैसे आत्मविश्वास आता है, ये हम सभी ने स्वयंपूर्ण गोवा के लाभार्थियों से चर्चा के दौरान अनुभव किया। कार्यक्रम में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मौजूद रहे। PM मोदी ने कहा कि मेरे मित्र स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर जी ने गोवा को तेज विकास के जिस विश्वास के साथ आगे बढ़ाया, उसको सीएम प्रमोद की टीम पूरी ईमानदारी से नई बुलंदियां दे रही है। आज गोवा नए आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक गोवा में राजनीतिक स्वार्थ और राजनीतिक अस्थिरता ने राज्य को हानि पहुंचाई। बीते कुछ वर्षों में इस अस्थिरता को गोवा की समझदार जनता ने स्थिरता में बदला है। कल राष्ट्र के नाम दिया था संबोधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश को संबोधित किया। कोरोना काल के 19 महीने में ये उनका 10वां संबोधन था। दिवाली से पहले दिए 20 मिनट के संबोधन में मोदी का ज्यादातर फोकस कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज पूरे होने और महामारी से निपटने के तरीकों पर रहा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने एक संदेश भी दिया कि महामारी के वक्त जो सवाल उठे थे, देश ने उनके जवाब दे दिए हैं। साथ ही साथ उन्होंने अर्थव्यवस्था, किसानों और त्योहारों का भी जिक्र किया, तो मास्क को लेकर नया मंत्र भी दिया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/mp/rewa/news/the-sons-audio-came-in-front-before-the-cycle-journey-mp-assembly-speakers-son-threatened-the-toll-plaza-manager-said-abusive-words-in-anger-129051790.html,MP विस अध्यक्ष के बेटे का धमकी भरा AUDIO:,"MP विस अध्यक्ष के बेटे का धमकी भरा AUDIO:राहुल गौतम ने टोल मैनेजर से कहा- तू... चीफ मिनिस्टर है, हमारी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन देखेगा रीवा मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम की रविवार से निकाली जा रही साइकिल यात्रा से एक दिन पहले उनके बेटे और भाजपा जिला उपाध्यक्ष राहुल गौतम का ऑडियो सामने आया है। राहुल इसमें चुरहटा टोल प्लाजा मैनेजर को अपशब्द कहते हुए धमका रहे हैं। ये ऑडियो 20 दिन पुराना बताया जा रहा है। टोल मैनेजर ने राहुल के घर पहुंचकर माफी भी मांग ली थी। इसे लोग राजनीति से जोड़कर भी देख रहे हैं। ऑडियो 3.27 मिनट का है। इसमें राहुल लगातार टोल प्लाजा मैनेजर बीएस मिश्रा को धमका रहे हैं। गाली-गलौज कर रहे हैं, जबकि मिश्रा बार-बार गलती स्वीकार करते हुए माफी मांग रहे हैं। ऑडियो में ये बातचीत हुई... हैल्लो! मिश्रा जी, बात करिए राहुल भैया से स्पीकर साहब के यहां से! राहुल गौतम- तू…चीफ मिनिस्टर है। बीएस मिश्रा- अरे भैया प्रणाम। पुनीत अग्रवाल को फोन लगाओ, इसे बर्खास्त करें। राहुल गौतम- तू हमारी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन देखेगा…। मिश्रा- अरे नहीं सर, हम लोग कोई नहीं थे। राहुल- तू मेरी मम्मी से बात करेगा और रजिस्ट्रेशन देखकर कहेगा कि हूटर नहीं बजाना है। मिश्रा- अरे सर, हाथ जोड़कर निवेदन है कि मैं नहीं था। राहुल- …तू खुदा है। गिरफ्तार करो इसको। टेलीफोन लगाओ भेजो। इसको गिरफ्तार करके मेरे पास लाओ…को। इसको मैं सजा दूंगा, तू… हमें नियम कानून बताएगा, तू विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी को रोकेगा…। मिश्रा- अरे सर मैं नहीं था! राहुल- तू था, तेरे बैरियर के लड़के थे…। तेरी मैं…दूंगा…। मिश्रा- अरे मैं नहीं था भैया, जो कहना है कहिए भैया। मैं नहीं था। राहुल- मेन मैनेजर तो तू हैं न मिश्रा- हां, लेकिन आज मैं नहीं था भैया। भैया हाथ जोड़कर निवेदन है कि माफ कर दो। राहुल- इसे गिरफ्तार करो…। सारे स्टाफ को गिरफ्तार करो…। पुलिस को भेजो, अभी भेजो। मिश्रा- मैं माफी मांग रहा हूं। राहुल- तेरी माफी गई दाई...। तेरी हिम्मत कैसे हो गई कि गाड़ी को हाथ देगा। तेरा बैरियर वाला कहां है? चारों का नाम बता, तेरे बैरियर कौन है। पुनीत अग्रवाल को फोन लगाओ। इन … को अभी बर्खास्त करो। तेरी ऐसी की तैसी…। मिश्रा- अरे नहीं भैया हम लोग नहीं थे, हाथ जोड़कर निवेदन है मेरा। राहुल- तेरे बैरियर के लड़कों का नाम बता। मिश्रा- अब्दुल करके था एक लड़का। राहुल- चार लड़के कौन हैं, जो सायरन नहीं बजाना है, पूछ रहे थे। तू बताएगा, तेरा स्टाफ बताएगा कि सायरन कब बजाना है। मिश्रा- अरे नहीं भैया, ऐसी बात ही नहीं हुई थी। राहुल- विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी का सायरन तेरा स्टाफ बताएगा कि कब बजाना है और कब नहीं बजाना है। मिश्रा- अरे नहीं भैया हम लोग नहीं थे। अब्दुल करके था एक लड़का, उसे बात कर निकलवा दिए हैं। ऐसी कोई बात ही नहीं हुई है। अरे नहीं भैया ऐसा संभव ही नहीं है। राहुल- अरे…मेरी मम्मी झूठ बोल रही हैं। मिश्रा- अरे भैया अभी मैं जाकर लड़कों को बहुत डांटा-डपटा हूं। हाथ जोड़ने जहां कहिए वहां आ रहा हूं। राहुल- हाथ जोड़ने से क्या होता है, तुझे अभी मैं गिरफ्तार करा रहा हूं। चल तैयार हो…। मैं आ रहा हूं तेरे बैरियर। सारा देवतलाब लेकर तेरे बैरियर आ रहा हूं। एक हजार गाड़ियां तैयार करो। इस … को बताता हूं। चुरहटा टोल प्लाजा। ऑडियो सामने आने के बाद सफाई दी ऑडियो सामने आने के बाद राहुल गौतम ने सफाई दी है। बोले- ऑडियो 20 दिन पहले की है। उनकी मां मैहर दर्शन कर लौट रही थीं। वे शासकीय वाहन से थीं। फॉलो गार्ड भी लगा था। इसके बावजूद चुरहटा टोल प्लाजा पर उनकी मां को अब्दुल नाम के कर्मी ने रोक दिया। उसने हूटर न बजाने की चेतावनी दी, जबकि साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने परिचय भी दिया था। वाहन पर विधानसभा अध्यक्ष भी लिखा था। गुस्से में निकल गए अपशब्द राहुल ने कहा कि मां ने इसके बारे में बताया, तो वह गुस्से में आ गए। इस दौरान मैनेजर बीएस मिश्रा से अपशब्द बोल गया। इसके लिए माफी मांगता हूं। मुझे इस तरह के शब्दों का प्रयोग नहीं करना था। आरोप लगाया कि टोल प्लाजा के मैनेजर अब्दुल की इस तरह की कई शिकायतें हैं। वह अकसर लोगों से दुर्व्यवहार करता है। ऐसे कर्मचारी को टोल पर नहीं रखना चाहिए। मैं तो टोल ठेकेदार पुनीत अग्रवाल से बात करने के बारे में बोल रहा था। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम 24 अक्टूबर से निकाल रहे साइकिल यात्रा। राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा मामला विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम 24 अक्टूबर से अपनी विधानसभा की समस्याओं और मतदाताओं से रूबरू होने के लिए साइकिल यात्रा निकाल रहे हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इस यात्रा को हरी झंडी दिखाने पहुंच रहे हैं। वहीं, 30 अक्टूबर को यात्रा के समापन कार्यक्रम में सीएम पहुंचेंगे। 20 दिन पुरानी घटना से जुड़ा ऑडियो यात्रा से एक दिन पहले सामने लाए जाने को लोग राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। बीजेपी के रीवा जिला अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह ने कहा कि ऑडियो की जानकारी होने पर ही कुछ कह पाऊंगा। MP विधानसभा अध्यक्ष की साइकिल यात्रा:गिरीश गौतम देवतालाब विस में निकालेंगे साइकिल यात्रा, 24 को वीडी शर्मा दिखाएंगे हरी झंडी",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/tamil-drama-film-koozhangal-is-india-official-entry-to-oscars-2022-129051874.html,ऑस्कर में भारतीय फिल्म की एंट्री:,"ऑस्कर में भारतीय फिल्म की एंट्री:तमिल फिल्म 'कूझंगल' 94वें ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भेजी गई; शराबी पिता और बेटे के रिश्ते पर आधारित है फिल्म मुंबई पीएस विनोथराज के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'कूझंगल' (कंकड़) को 94वें ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भारत की ओर से भेजा जा रहा है। 15 सदस्यीय चयन समिति के अध्यक्ष शाजी एन. करुण ने इसकी घोषणा की। 2021 के लिए ऑस्कर अवॉर्ड्स इवेंट 27 मार्च, 2022 को लॉस एंजिल्स में आयोजित किया जाएगा। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) के महासचिव सुप्राण सेन ने बताया कि कूझंगल को ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल इंट्री के तौर पर भेजने का फैसला ज्यूरी की सहमति से हुआ है। रियल घटना पर आधारित है फिल्म 'कूझंगल' एक शराबी पिता और उसके बेटे के बीच के रिश्ते पर आधारित फिल्म है। इसमें अपने मायके चली गई पत्नी को वापस लाने के लिए पिता के साथ की गई बेटे की यात्रा है। यह कहानी फिल्म के डायरेक्टर विनोथराज के परिवार में हुई एक असली घटना पर आधारित है। फिल्म इस साल के शुरुआत में नीदरलैंड में आयोजित 50वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल रॉटरडैम में टाइगर अवॉर्ड जीत चुकी है। फिल्म के प्रोड्यूसर नयनतारा और विग्नेश शिवन हैं और इसका म्यूजिक युवान शंकर राजा ने कंपोज किया है। 'कूझंगल' ने 14 फिल्मों को पीछे छोड़ा कूझंगल ने देश की 14 अन्य फिल्मों को पछाड़कर अपनी जगह बनाई है, जो ऑस्कर में जाने की दौड़ में थी। जिनमें बॉलीवुड से अमित मसुरकर की विद्या बालन स्टारर 'शेरनी' और शूजीत सरकार की सरदार उधम, सिद्धार्थ मल्होत्रा स्टारर 'शेरशाह', पंकज त्रिपाठी की 'कागज' और फरहान अख्तर की स्पोर्ट्स फिल्म 'तूफान' शामिल हैं। इनके अलावा तमिल फिल्म 'मंडेला', मराठी फिल्म 'आटा वेल ज़ाली', 'करखानिसांची वारी' और 'गोदावरी', असमिया फिल्म ब्रिज, गुजराती फिल्म 'छेलो शो', मलयालम फिल्म 'नयाट्टू' और गोजरी फिल्म 'लैला और सत्गीत' भी इस रेस मे थीं। इन फिल्मों की स्क्रीनिंग और सिलेक्शन की प्रोसेस कोलकाता के बिजोली सिनेमा में हुई है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/ssoc-caught-constable-karunal-kumar-from-ferozepur-cantt-was-giving-information-to-pakistan-in-the-guise-of-female-poi-129051891.html,हनीट्रैप में फंसा आर्मी का जवान:,"हनीट्रैप में फंसा आर्मी का जवान:फिरोजपुर कैंट में तैनात जवान पाक महिला अफसर को भेज रहा था सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स, SSOC ने पकड़ा अमृतसर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की एक महिला अधिकारी भारतीय सेना के जवान को हनीट्रैप में फंसाकर गोपनीय जानकारियां ले रही थी। फिरोजपुर कैंट में तैनात इस जवान से पाकिस्तान की महिला इंटेलीजेंस ऑफिसर (PIO) सिदरा खान ने साल 2020 में सोशल नेटवर्किंग साइट पर संपर्क साधा और उसके बाद वो महिला के जाल में फंसता चला गया। पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने इस जवान को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए जवान का नाम क्रुणाल कुमार बारिया है जो गुजरात के पंचमहल जिले में दमनोद गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम लक्ष्मण भाई है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की सिदरा खान डेढ़ साल से उससे गोपनीय जानकारियां ले रही थी। SSOC से जुड़े सूत्रों के अनुसार, क्रुणाल फेसबुक के अलावा वॉट्सऐप और दूसरी सोशल साइट्स के जरिए लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के एजेंटों के संपर्क में था। हर गोपनीय जानकारी के बदले में उसे पाकिस्तानी एजेंट पैसे भी दे रहे थे। फिलहाल SSOC की टीम क्रुणाल को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ में जुटी हैं। IT सेल में तैनाती का उठाया फायदा क्रुणाल भारतीय आर्मी की IT सेल में तैनात था और इसी नाते उसके पास भारतीय सेना से जुड़ी कई खुफियां जानकारियां थीं। पाक खुफियां एजेंटों ने इसी का फायदा उठाया। क्रुणाल तमाम जानकारियां वॉट्सऐप और दूसरी इनक्रिप्टेड ऐप के जरिए पाकिस्तान भेज रहा था। शुरुआती पड़ताल में क्रुणाल के मोबाइल से कई ऐसे क्लासीफाइड डॉक्यूमेंट्स मिले, जो वह पाक एजेंसियों को भेज चुका है या भेजने वाला था। पाक महिला अफसर के पास भारत का मोबाइल नंबर शुरुआती जांच में पता चला है कि क्रुणाल को हनीट्रैप में फंसाने वाली पाकिस्तान की महिला इंटेलीजेंस ऑफिसर सिदरा खान 3 मोबाइल नंबर इस्तेमाल करती है। इनमें से 2 नंबर पाकिस्तानी मोबाइल कंपनियों के और एक नंबर भारतीय मोबाइल कंपनियों का है। सिदरा खान और क्रुणाल एक-दूसरे को मैसेज भेजने और कॉल करने के लिए वॉट्सऐप का ही इस्तेमाल करते थे। जवान पकड़े जाने के बाद भारतीय आर्मी भी हरकत में आ गई और इस बात का पता लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान भेजी गई जानकारियों से भारत को कितना नुकसान हो सकता है। जनवरी 2021 और 2019 में भी SSOC ने न्यूट्रलाइज किए 2 रैकेट पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने जनवरी 2021 में भी भारतीय आर्मी के 4 जवानों को खुफिया जानकारियां पाकिस्तानी एजेंटों को भेजने के आरोप में पकड़ा था। पकड़े गए जवानों में गुरदासपुर का मनप्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह, लवजोत सिंह और रमन कुमार शामिल था। इससे पहले 2019 में जालंधर MIS में तैनात रामकुमार नामक अधिकारी को भी SSOC की टीम ने गिरफ्तार किया था।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/barmer/jaisalmer/news/search-operation-of-security-agencies-continues-pakistan-talked-through-satellite-phone-129051356.html,राजस्थान बॉर्डर से पाकिस्तान में बात:,"राजस्थान बॉर्डर से पाकिस्तान में बात:पाक बॉर्डर से सटे हाईवे पर मिली सैटेलाइट फोन की लोकेशन, सेना ने अलर्ट जारी किया जैसलमेर सैटेलाइट फोन से बातचीत बॉर्डर से लगे पोछीना गांव की सीमा के पास की गई थी।- फाइल फोटो राजस्थान के जैसलमेर से सटे बॉर्डर के पास सैटेलाइट फोन के जरिए पाकिस्तान में बातचीत हुई है। यह जानकारी मिलते ही सेना ने अलर्ट जारी कर दिया है। यह बातचीत बॉर्डर से लगे पोछीना गांव की सरहद के पास की गई थी। यह गांव पाकिस्तान बॉर्डर से महज 5 किलोमीटर दूर है। इनपुट मिलते ही ‌BSF और सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन भी शुरू किया, लेकिन बातचीत करने वाले ट्रेस नहीं हो पाए हैं। अभी तक की जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर रात किसी ने सैटेलाइट फोन से पाकिस्तान बात की थी। सूत्रों के मुताबिक सैटेलाइट फोन की लोकेशन भारतमाला हाईवे पर मिली थी। BSF ने पोछीना पंचायत मुख्यालय के साथ करडा और बींजराज का तला गांव के लोगों से पूछताछ कर पूरे मामले की पड़ताल की है। हालांकि ग्रामीणों ने बताया कि सीमा पार उनकी कोई रिश्तेदारी नहीं है, लेकिन फिर भी सुरक्षा एजेंसियां हर एंगल से जांच कर रही हैं। अरब के शेख करते हैं सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल बताया जाता है कि सर्दियां शुरू होने के साथ ही अरब के शेख पाकिस्तान की ओर रुख करते हैं और भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के आस-पास इलाकों में शिकार के लिए भी आते हैं। ये लोग ही ज्यादातर सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल करते हैं। बॉर्डर के नजदीक आते ही सैटेलाइट फोन ट्रेस हो जाता है। इससे पहले भी जैसेलमेर में ऐसे एक-दो मामले सामने आए थे, जब टूरिस्ट सैटेलाइट फोन लेकर यहां पहुंचे थे।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/hisar/ellenabad/news/26-paramilitary-forces-jawans-infected-with-dengue-who-came-in-the-ellenabad-by-election-129051918.html,उपचुनाव में आए अर्द्धसैनिक बलों के 26 जवानों को डेंगू:,"उपचुनाव में आए अर्द्धसैनिक बलों के 26 जवानों को डेंगू:ऐलनाबाद में एक जवान को ब्लीडिंग के बाद अग्रोहा रेफर किया, 7 सिरसा में भर्ती ऐलनाबाद डीसी अनीश यादव ने सिविल अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हरियाणा में ऐलनाबाद विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में ड्यूटी के लिए आए अद्धसैनिक बलों के 26 जवानों को डेंगू हो गया है। इनमें से एक जवान को ब्लीडिंग होने पर सिरसा से अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। 7 सिरसा सिविल अस्प्ताल में भर्ती हैं। उपचुनाव के लिए अद्धसैनिक बलों की 23 कंपनियों के 2300 जवान चुनावी ड्यूटी पर आए हुए हैं। इस बीच सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के विधायक गोपाल कांडा के नजदीकी माने जाते इंद्रेश गुज्जर की 9 साल की इकलौती बेटी की डेंगू से मौत हो गई। बिना फॉगिंग धर्मशाला-स्कूलों में जवानों को ठहरा दिया ऐलनाबाद विधानसभा हलके में उपचुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए CRPF, RAF और ITBP के जवानों की ड्यूटी लगी है। इन अर्द्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां पहले ही यहां पहुंच गई थीं और 3 कंपनियों के 300 जवान 22 अक्टूबर को ऐलनाबाद पहंचे। इन जवानों को प्रशासन ने ऐलनाबाद सिटी और आसपास के गांवों की धर्मशालाओं और सरकारी स्कूलों में ठहराया दिया लेकिन वहां फॉगिंग नहीं करवाई। इसके चलते अलग-अलग कंपनियों के 26 जवान डेंगू की चपेट में आ गए। अगर पूरे सिरसा जिले की बात करें तो यहां इस साल अब तक डेंगू के 343 केस आ चुके हैं और 5 संदिग्ध डेंगू मरीजों की मौत हो चुकी है। यहां अकेले शनिवार को ही डेंगू के 10 नए केस आए हैं। डॉक्टरों और स्टाफ से बातचीत करते डीसी अनीश यादव। विधायक गोपाल कांडा के नजदीकी की बेटी की डेंगू से मौत सिरसा के विधायक गोपाल कांडा के सहयोगी और हलोपा नेता इंद्रेश गुज्जर की 9 साल की बेटी की डेंगू से मौत हो गई। बच्ची की सेहत दो दिन पहले खराब हुई जिसके बाद उसे सिरसा के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सेहत में सुधार नहीं होने पर उसे हिसार रेफर कर दिया गया। वहां प्लेटलेट्स कम हो जाने की वजह से बच्ची को ब्लीडिंग शुरू हो गई जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया। डेंगू के मरीजों से बातचीत करते डीसी अनीश यादव। शहर के सभी वार्डों में फॉगिंग कराने के निर्देश जिले में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए डीसी अनीश यादव ने शहर के सभी वार्डों में फोगिंग कराने के निर्देश दिए हैं। डीसी ने खुद सिविल अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। डीसी ने डेंगू वार्ड में मरीजों से मिल रही सुविधाओं पर फीडबैक लेने के अलावा अधिकारियों से टेस्टिंग बढ़ाने और लोगों को डेंगू से सचेत रहने के लिए जागरूक करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा घरों, दफ्तरों या दुकानों में लार्वा की जांच की जाए और जहां लार्वा मिलता है, वहां के मालिकों को नोटिस दिए जाएं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/himachal/shimla/news/anjali-was-having-lunch-on-the-caribbean-coast-of-mexico-died-in-a-shootout-between-the-drug-mafia-on-the-day-of-her-birthday-129051626.html,मैक्सिको में हिमाचल की लड़की की हत्या:,"मैक्सिको में हिमाचल की लड़की की हत्या:जन्मदिन पर कैरेबियन तट पर कर रही थी लंच, ड्रग माफिया के बीच गोलीबारी का शिकार हुई शिमला अंजली पेशे से इंजीनियर के साथ-साथ ट्रैवल ब्लॉगर भी थी। मैक्सिको के कैरेबियन तट पर ड्रग माफिया के बीच हुई गोलीबारी में हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की अंजलि रेयात की मौत हो गई है। गोलीबारी में जर्मनी की रहने वाली महिला जेनिफर हेनजोल्ह की भी मौत हुई है। जेनिफर हेनजोल्ह को गोली लगने के बाद अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बुधवार को हुई घटना में 3 और पर्यटक घायल हुए हैं। ड्रग माफिया के बीच हुआ विवाद बदला गोलीबारी में। मृतका अंजलि की फाइल फोटो। जन्मदिन मनाने मैक्सिको गई थी अंजलि अंजलि अपना जन्मदिन मनाने के लिए मैक्सिको गई हुई थी। वह पेशे से इंजीनियर के साथ-साथ ट्रैवल ब्लॉगर भी थी। लोगों को अपने ब्लॉग के जरिए विश्व की सुंदर जगहों के बारे में बताती थी। वर्तमान में वह अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैन जोस में रहती थी। अंजलि की शादी हो चुकी थी। 2 दिन पहले ही उसने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर तुलुम में समुद्र किनारे की पोस्ट भी अपने यूजर के साथ सांझा की थी। अंजलि हिमाचल प्रदेश के सोलन में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की रहने वाली है। उनके पिता का नाम केडी रेयात है। जन्मदिन वाले दिन मिली अंजलि को मौत। रेस्टोरेंट में खाना खाते समय लगी गोली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस दिन अंजलि का जन्मदिन था, उसी दिन ड्रग डीलर्स के बीच गोलीबारी की चपेट में आने से उनकी जान चली गई। स्पेनिश अखबार अल पाएस के मुताबिक, घटना की रात में रेयात और चार अन्य विदेशी टूरिस्ट कैरेबियाई तट पर ला मालक्वेरिदा रेस्टोरेंट के टेरेस पर डिनर कर रहे थे। रात में करीब 10.30 बजे असॉल्ट राइफल लेकर वहां पहुंचे चार आदमियों ने अंजलि के बराबर वाली टेबल पर बैठे लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसी दौरान अंजलि और जर्मन टूरिस्ट की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि जर्मनी व नीदरलैंड्स के तीन अन्य टूरिस्ट्स घायल हो गए। क्विंताना रू स्टेट प्रॉसीक्यूटर ऑफिस के मुताबिक, यह दो गैंग के बीच गैंगवार की घटना थी, जो इस एरिया में ड्रग्स की बिक्री करते हैं। अंजलि और दूसरी महिला महज उनके बीच की दुश्मनी का शिकार हो गईं। लिंक्डइन में साइट इंजीनियर के पद पर थी तैनात अंजलि ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर खुद को हिमाचल प्रदेश की ट्रैवल ब्लॉगर के तौर पर लिस्टेड किया हुआ था। लेकिन वह जुलाई से सैन जोसे में प्रोफेशनल सोशल मीडिया कंपनी लिंक्डइन में सीनियर साइट रियलिबिल्टी इंजीनियर के तौर पर काम कर रही थी। इससे पहले अंजलि याहू कंपनी के साथ जुड़ी हुई थीं। भाई ने मांगी बॉडी वापस भारत लाने में मदद अंजलि के भाई आशीष रेयात ने तुलुम की मेयर से उसकी बॉडी को फैमिली को हैंडओवर करने की प्रक्रिया तेज करने का आग्रह किया है। आशीष ने अधिकारियों से अंजलि की अंतिम क्रिया के लिए उसकी बॉडी को जल्द से जल्द भारत लाने के लिए अपना वीजा मंजूर करने और अन्य मदद करने में भी मदद मांगी है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/husband-sells-wife-in-rajasthan-for-smartphone-129051837.html,स्मार्टफोन के लिए पत्नी बेची:,"स्मार्टफोन के लिए पत्नी बेची:17 साल के पति ने 26 साल की पत्नी को 2 लाख में बेचा, पुलिस ने 55 साल के शख्स से छुड़ाया भुवनेश्वर ओडिशा में पैसों के लिए पत्नी को बेचने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। बालांगिर जिले के बेलपड़ा में 17 साल के नाबालिग राजेश राणा ने 1 लाख 80 हजार रुपए में अपनी पत्नी को राजस्थान के 55 साल के शख्स को बेच दिया। बेलपड़ा के इंस्पेक्टर बुलु मुंडा ने बताया कि 26 साल की महिला को किसी तरह खरीदने वाले व्यक्ति से बचाया। राजेश ने उसे राजस्थान के बारां जिले में बेचा था। पुलिस को महिला को बचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। महिला को रेस्क्यू करने आई पुलिस को ग्रामीणों ने रास्ते में रोक दिया। उनका कहना था कि उन्होंने महिला को पैसे देकर खरीदा है। बेलपड़ा पुलिस की टीम राजस्थान के बारां में पहुंची और महिला को खरीदने वाले 55 वर्षीय शख्स से उसे छुड़ाया। शादी के एक महीने बाद ही बेचा दोनों की शादी इस महीने जुलाई में ही हुई थी। पति ने आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला देते हुए पत्नी को अगस्त में ईंट भट्‌टे में काम करने के लिए राजी कर लिया। दोनों रायपुर के रास्ते झांसी पहुंचे। राजेश ने सारे पैसे स्मार्टफोन खरीदने और खाना खाने में खर्च कर दिए। इसके बाद बाद वह अपने गांव लौटा और परिवार को लड़की के भाग जाने की झूठी कहानी सुनाई। महिला के परिवार ने राजेश की कहानी मानने से इनकार कर दिया और पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड निकलवाए तो उन्हें राजेश की कहानी में गड़बड़ नजर आई। पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि उसने पत्नी को बेच दिया है। इसके बाद बालांगिर पुलिस की एक टीम बारां पहुंची और महिला को आजाद कराया। पुलिस ने 17 वर्षीय राजेश को बाल सुधार गृह भेज दिया है, जबकि महिला को उसे माता-पिता के पास भेज दिया गया है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/tech-auto/news/phone-pe-mobile-recharge-processing-fee-through-upi-129051647.html,मोबाइल रिचार्ज कराना महंगा:,"मोबाइल रिचार्ज कराना महंगा:50 रुपए से ज्यादा के रिचार्ज पर देनी होगी प्रोसेसिंग फीस, फोनपे ने शुरू किया ट्रांजैक्शन चार्ज नई दिल्लीफोन पे यूजर्स को अब मोबाइल रिचार्ज करने पर प्रोसेसिंग फीस देनी होगी। वॉलमार्ट समूह की डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे ने UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) ट्रांजैक्शन पर यह नियम लागू किया है। यूजर्स को प्रति ट्रांजैक्शन 50 रुपए से 100 रुपए के रिचार्ज पर 1 रुपए और 100 रुपए से ज्यादा के रिचार्ज पर 2 रुपए देने होंगे। इस तरह फोनपे UPI आधारित ट्रांजैक्शन पर चार्ज लेने वाली पहली डिजिटल पेमेंट ऐप बन गई है। पहले से इंडस्ट्री में वसूले जा रहे चार्ज कंपनी के प्रवक्ता ने बिल पेमेंट पर लगने वाले चार्ज को लेकर कहा कि हम इंडस्ट्री में ऐसा करने वाले पहले नहीं हैं। सभी डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म्स बिल पेमेंट्स को लेकर चार्ज वसूल रहे हैं। अब यह स्टैंडर्ड प्रैक्टिस हो गया है। अगर किसी बिल का भुगतान क्रेडिट कार्ड की मदद से किया जाता है तो हम इसके लिए प्रोसेसिंग फीस लेते हैं। दूसरे प्लेटफॉर्म पर इसे कन्वीनिएंस फीस के रूप में लिया जाता है। सबसे ज्यादा मार्केट शेयर थर्ड पार्टी के तौर पर ऐप में UPI ट्रांजैक्शन के मामले में फोनपे की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। कंपनी के प्लेटफॉर्म पर सितंबर में 165 करोड़ से ज्यादा UPI ट्रांजैक्शन हुए थे। इससे ऐप सेगमेंट में इसका मार्केट शेयर करीब 40% हो गया है। इंश्योरेंस भी बेचने की तैयारी फोनपे को लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस प्रोडक्ट को बेचने के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटर (IRDAI) से अप्रूवल भी मिल गया है। कंपनी अब आने वाले समय में अपने 30 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को इंश्योरेंस से रिलेटेड सलाह दे सकती है। इससे फोनपे भारत में सभी इंश्योरेंस कंपनियों की पॉलिसी बेच सकेगी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/sonipat/news/bail-to-nihang-for-lack-of-evidence-naveen-said-quarrel-with-the-servant-after-catching-girban-129051847.html,सिंघु बॉर्डर पर मुर्गा नहीं देने पर पीटने का मामला:,"सिंघु बॉर्डर पर मुर्गा नहीं देने पर पीटने का मामला:सबूत नहीं होने पर निहंग को जमानत, नवीन बोला- गिरेबान पकड़ने पर हुआ था झगड़ा सोनीपत कोर्ट में पेशी के बाद मीडिया से बात करते निहंग। सिंघु बॉर्डर पर पोल्ट्री फार्म कर्मचारी को पीटने के मामले में पुख्ता सबूत न होने पर अदालत ने निहंग नवीन संधू को जमानत दे दी। संधू पर आरोप था कि उसने मुर्गा नहीं देने पर बिहार के रहने वाले मनोज पासवान को बुरी तरह पीटा था। मीडिया के सामने निहंग ने कहा कि उसने मुर्गे की डिमांड नहीं की थी, बल्कि उनका गिरेबान पकड़ने पर झगड़ा हुआ था। अदालत ने निहंग नवीन संधू को शुक्रवार को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा था। शनिवार को नवीन संधू को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मामले में पुख्ता सबूत नहीं होने के कारण संधू की जमानत याचिका मंजूर कर ली। निहंग ने जमानत मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए मांग की कि सिंघु बॉर्डर पर उसकी भी कुछ लोगों ने पिटाई की थी और उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। मजदूर मनोज पासवान से मारपीट करने वाला निहंग नवीन संधू। (फाइल फोटो) लाठी बरामदगी के लिए लिया था रिमांड पर गौरतलब है कि पिटाई की घटना गुरुवार सुबह 11 बजे के आसपास सिंघु बॉर्डर पर हुई थी। उस समय मूल रूप से बिहार निवासी मनोज पासवान रिक्शा पर मुर्गे लेकर सप्लाई करने जा रहा था। मनोज पासवान कुंडली बॉर्डर पर चिकन शॉप चलाने वाले सत्यवान के पास काम करता है। मनोज का आरोप था कि रास्ते में नवीन ने उससे मुर्गा मांगा था। उसका आरोप था कि जब निहंग से मुर्गों का पूरा हिसाब रखने की बात कही तो उसकी पिटाई कर दी। पुलिस ने मारपीट में इस्तेमाल लाठी बरामद करने लिए आरोपी को रिमांड पर लिया था। पिटाई के बाद दो वीडियो आए थे सामने मजदूर मनोज पासवान के 2 वीडियो भी सामने आए हैं। पहला वीडियो 39 सेकेंड का है, जो सिंघु बॉर्डर का है। इसमें जमीन पर बैठा मनोज आपबीती बता रहा है। 44 सेकेंड के दूसरे वीडियो में सोनीपत अस्पताल में स्ट्रेचर पर लेटे मनोज ने कहा, ‘मैंने जेब से मुर्गों की संख्या वाली पर्ची निकालकर भी निहंग को दिखाई। पर्ची निकालते समय जेब में पड़ी बीड़ी मेरे हाथ में आ गई, जिसे देखकर निहंग ने गाली देते हुए कहा कि तुम बीड़ी पीते हो। उसने कहा कि सभी पीते हैं, मैं भी पीता हूं मगर यहां तो नहीं पीता। इस पर उसने मुझे दोबारा पीटा।’ निहंग नवीन संधू को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस। (फाइल फोटो) बाबा अमन के दल में है नवीन संधू आरोपी नवीन लंघू निहंग बाबा अमन सिंह के दल का है। सिंघु पर हत्या के बाद चर्चा में बाबा अमन सिंह का दल सिंघु बॉर्डर पर 15 अक्टूबर की सुबह हुई तरनतारन जिले के चीमा गांव के लखबीर सिंह की हत्या के बाद बाबा अमन सिंह और उनका निहंग दल चर्चा में है। लखबीर सिंह की हत्या से जुड़े केस में पुलिस के सामने सरेंडर करने वाले चारों निहंग, नारायण सिंह, सरबजीत सिंह, भगवंत सिंह और गोविंदप्रीत सिंह बाबा अमन सिंह के ही दल के हैं। यह चारों पुलिस और सोनीपत कोर्ट में जज के सामने लखबीर को मारने का जुर्म कबूल कर चुके हैं। चारों का दावा है कि लखबीर सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की और इसीलिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/bettiah/news/copy-of-12th-pre-board-exam-of-ramlakhan-singh-yadav-college-of-bettiah-goes-viral-129051534.html,बिहार में एग्जाम का वाकया:,"बिहार में एग्जाम का वाकया:परीक्षा में बैठा सनी देओल-प्रियंका चोपड़ा का बेटा; सवाल था-अकबर ने जजिया कर क्यों खत्म किया? जवाब मिला- रजिया से प्यार के कारण... बेतिया वायरल आंसर की कॉपी। बिहार के बेतिया में चल रहे 12वीं के प्री बोर्ड एग्जाम में छात्रों ने अपने आंसर शीट में अजीबोगरीब बातें लिखी हैं। एक छात्र ने अपने माता-पिता के नाम की जगह प्रियंका चोपड़ा और सन्नी देओल लिखा है। वहीं एक अन्य छात्र ने इतिहास के सवाल का अजीब सा जवाब दिया है। बेतिया के राम लखन सिंह यादव कॉलेज के पहले आसंर शीट पर शिवशंकर कुमार नाम के एक विद्यार्थी ने अपनी मां के नाम की जगह प्रियंका चोपड़ा तथा पिता के नाम में सनी देओल लिखा है, जबकि रोल नंबर वाली जगह खाली है। वहीं, इतिहास में पूछे गए प्रश्नों का उसने अजीबोगरीब जवाब लिखा है। प्रश्न में पूछा गया कि अकबर ने जजिया कर क्यों समाप्त कर दिया? इसका उत्तर छात्र ने लिखा- ""रजिया से प्यार के कारण अकबर ने जजिया कर हटा दिया...'। वहीं, एक और प्रश्न पुरातत्व से आप क्या समझते हैं? के जवाब में छात्र ने लिखा- ""मास्टर साहब ने हमको नहीं पढ़ाया। हमको पुरातत्व से कुछ समझ नहीं आता। सवाल के उत्तर में लिख दी बेवफाई की कहानी। लिख दी बेवफाई की कहानी दूसरी वायरल कॉपी राम लखन सिंह यादव कॉलेज के आदित्य कुमार, रोल नंबर-170 की है। उसने बिजनेस स्टडीज की परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों की जगह अपनी बेवफाई की कहानी लिख दी। इस मामले में राम लखन सिंह यादव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर राजेश्वर प्रसाद यादव से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/sonipat/news/court-extended-the-remand-of-the-four-nihangs-by-2-days-the-police-has-sought-remand-for-the-arrest-identification-of-3-new-accused-129051704.html,कोर्ट ने चारों निहंगों का रिमांड 2 दिन बढ़ाया:,"कोर्ट ने चारों निहंगों का रिमांड 2 दिन बढ़ाया:सिंघु बॉर्डर हत्याकांड के 3 नए आरोपियों की गिरफ्तारी-पहचान के लिए पुलिस ने मांगा था रिमांड सोनीपत चारों निहंगों को कोर्ट में पेश करने के लिए लेकर जाती पुलिस। सिंघु बॉर्डर पर 15 अक्टूबर को हुई लखबीर सिंह की निर्मम हत्या के मामले में सरेंडर के बाद रिमांड पर चल रहे चारों निहंगों को पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद चारों का 2 दिन का रिमांड बढ़ा दिया है। निहंगों की पेशी के मद्देनजर कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। मुख्य गेट के अंदर मीडिया की एंट्री भी बैन रही। तरनतारन के चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह की हत्या के मामले में चारों निहंगों नारायण सिंह, सरबजीत सिंह, भगवंत सिंह और गोविंदप्रीत को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। शनिवार को चारों को पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने अदालत को जानकारी दी कि अभी तक जांच के बाद हत्या के मामले में कुछ और नाम सामने आए हैं। पुलिस ने अदालत से नए आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए चारों निहंगों का चार दिन का रिमांड मांगा। चारों निहंगों की पेशी के मद्देनजर कोर्ट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। बचाव पक्ष के वकील ने चारों का रिमांड और बढ़ाने की मांग का विरोध किया। बचाव पक्ष ने कहा कि पुलिस वारदात स्थल की निशानदेही, मर्डर वैपन, खून से सने कपड़े आदि बरामद कर चुकी है। अब और रिमांड की जरूरत नहीं है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने चारों निहंगों का पुलिस रिमांड 2 दिन और बढ़ा दिया। एक परिजन 20 मिनट के लिए मिल सकेगा ड्यूटी मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास प्रिया दत्ता की कोर्ट में चारों निहंगों की पेशी हुई। अदालत ने इस दौरान एक पारिवारिक सदस्य को निहंगों से 20 मिनट के लिए मिलने का समय निर्धारित किया है। साथ ही चारों निहंगों का प्रतिदिन मेडिकल करवाने का भी आदेश दिया। फोटो में आए दूसरे निहंगों की पहचान कराएंगे कोर्ट में पेशी के बाद मामले के IO और SIT इंचार्ज DSP वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस को छानबीन के दौरान कुछ CCTV फुटेज, फोटो और मैसेज आदि मिले हैं। इनमें बहुत से निहंग दिख रहे हैं, इनकी पहचान करनी है। चारों को इसके लिए 2 दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस चारों निहंगों से इनके साथ रहे अन्य निहंगों की पहचान करवा कर गिरफ्तारी का काम करेगी। साथ ही अन्य स्थानों की निशानदेही भी कराई जाएगी। एक टीम अभी पंजाब में DSP वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस की एक टीम अभी पंजाब में छानबीन कर रही है। लखबीर के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जांच में क्या हासिल हुआ है, इसकी जानकारी टीम के लौटने पर दी जाएगी। एक दिन पहले की थी मॉक ड्रिल निहंगों की पेशी के मद्देनजर सोनीपत कोर्ट परिसर में शुक्रवार को पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था जांचने के लिए मॉक ड्रिल की थी। इस दौरान सुक्रक्षा बल तैनात कर सूचना दी गई कि सिंघु बॉर्डर पर बर्बर हत्या के मामले में आरोपी निहंगों की पेशी है। पुलिस इस दौरान मुस्तैद दिखी और मीडिया की एंट्री बैन कर दी गई। बाद में मीडिया को भी बुलाया गया। शुक्रवार को कुछ निहंग भी कोर्ट में पहुंचे लेकिन उन्हें बाहर ही रोक दिया गया था। पिछली पेशी पर मीडिया की धक्का-मुक्की में निहंग की पगड़ी गिर गई थी। इस कारण शनिवार को भी मीडिया की एंट्री कोर्ट परिसर में बैन रही।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/jammu-kashmir-snowfall-photos-update-hill-station-gulmarg-baramulla-ramban-and-anantnag-129051485.html,कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी के 10 PHOTO:,"कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी के 10 PHOTO:पहलगाम में पारा माइनस में, गुलमर्ग में स्कीइंग का लुत्फ ले रहे पर्यटक श्रीनगर जम्मू-कश्मीर के बारामूला, रामबन और अनंतनाग सहित कई जिलों में शनिवार सुबह सीजन की पहली बर्फबारी हुई। कश्मीर के प्रसिद्ध हिल स्टेशन गुलमर्ग में बर्फ की सफेद चादर नजर आने लगी है। आज सुबह हुई बर्फबारी के बाद यहां स्कीइंग शुरू कर दी गई है। इस सीजन में यहां दुनियाभर से स्कीइंग लवर्स आते हैं। इस बार भी सैकड़ों पर्यटक पहुंच चुके हैं। पहलगाम में भी आज सुबह बर्फबारी हुई है। इसके बाद यहां टेम्परेचर माइनस 0.3 डिग्री रह गया है, वहीं श्रीनगर में पारा 5.6 डिग्री है। जम्मू-कश्मीर के बारामूला में गुलमर्ग प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह श्रीनगर से 217 किलोमीटर दूर है। स्कीइंग के लिए दुनियाभर से टूरिस्ट यहां आते हैं। फोटो बडगाम के दूध पथरी हिल स्टेशन की है। यह श्रीनगर से 42 और बडगाम से 14 किमी दूर है। दूध-पथरी का मतलब है दूध की घाटी। यहां नदी का पानी ऊंचाई से नीचे गिरकर दूध जैसी धारा बनाता है। फोटो रामबन जिले की महू वैली का है। यहां लंबे-लंबे घास के मैदान हैं। ऑफबीट ट्रैवलर्स इस जगह को काफी पसंद करते हैं। जिले की कुल आबादी 2.84 लाख है। फोटो अनंतनाग जिले की छोटी सी तहसील पहलगाम का है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ अमरनाथ यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी है। पहलगाम लिद्दर नदी के किनारे बसा हुआ है। मुगलों के शासनकाल के दौरान यह इलाका केवल चरवाहों का गांव था। आज यह काफी प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट है। बर्फबारी से सेब की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। पेड़ों पर ज्यादा बर्फ गिरने से कई पेड़ों की टहनियां टूट गई हैं। पहलगाम के किसानों ने नुकसान ज्यादा होने की बात कही है। बर्फबारी के बाद पहलगाम में सड़कें सफेद चादर से ढक गई हैं। इससे लोगों को गाड़ी चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बर्फबारी होने के बाद कश्मीर के लोगों को यातायात में काफी परेशानी होती है। ठंड बढ़ने पर फ्यूल जम जाता है, जिसके बाद गाड़ियों को स्टार्ट करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। जम्मू संभाग के रामबन जिले में भी बर्फबारी हुई। इसके बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। फोटो गांदरबल जिले के सोनमर्ग हिल स्टेशन की है। यह गांदरबल से 62 किलोमीटर और श्रीनगर से 80 किलोमीटर दूर है। यहां भी सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/mp/ujjain/news/searched-on-google-how-to-kill-a-child-by-drowning-then-drowned-in-the-cistern-129049206.html,इंटरनेट से सीखकर मां ने बेटी की जान ली:,"इंटरनेट से सीखकर मां ने बेटी की जान ली:यूट्यूब पर देखा डूबने से मौत का तरीका, दो दिन बाद पानी की टंकी में मिला बच्ची का शव उज्जैन उज्जैन के खाचरौद में एक मां पर अपनी 3 महीने की बेटी की हत्या का आरोप लगा है। मां ने यूट्यूब पर बेटी को मारने का तरीका खोजा था। घटना 12 अक्टूबर की है, खाचरौद में बच्ची का शव मकान की तीसरी मंजिल पर पानी की टंकी में मिला था। पुलिस ने हत्या के आरोप में बच्ची की मां स्वाति भटेवरा को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, स्वाति का दावा है कि उसने बेटी की हत्या नहीं की है। पुलिस के मुताबिक खाचरौद पुलिस थाने के सामने रहने वाले भटेवरा परिवार की 3 महीने की बच्ची वीरति 12 अक्टूबर को गायब हो गई थी। जांच के बाद उसका शव घर में ही बनी पानी की टंकी में मिला। पूछताछ के बाद पुलिस ने बच्ची की मां स्वाति के मोबाइल की जांच की, तो पता चला कि उसने यूट्यूब पर बच्ची को मारने के तरीके सर्च किए थे। अब पुलिस उसे अरेस्ट कर कोर्ट में पेश करने की तैयारी में है। जन्म के 20 दिन बाद से खोज रही थी हत्या के तरीके वीरति का जन्म 6 जुलाई को हुआ था। इसके महज 20 दिन बाद यानी 26 जुलाई से स्वाति यूट्यूब पर हत्या के तरीके सर्च कर रही थी। हत्या से दो दिन पहले यानी 10 अक्टूबर को भी उसने यूट्यूब पर पानी में डूबने से मौत होने के बारे में सर्च किया था। यहां तक कि स्वाति ने यह भी देखा कि बच्ची का मुंह किस तरफ रखने से उसकी मौत जल्दी होगी। इसके दो दिन बाद 12 अक्टूबर को वीरति का शव पानी की टंकी में मिला। परिवार को भी शुरुआत से मां पर हत्या का शक था घटना के दिन दोपहर 1.20 बजे बच्ची के दादा सुभाष भटेवरा ने वीरति को देखा था। इसके बाद वे दुकान चले गए। दोपहर 1.44 बजे उनके बेटे ने फोन लगाकर वीरति के गुम होने की जानकारी दी। इस बीच 1.25 बजे दादी अनीता ने भी वीरति को देखा। मात्र 20 मिनट में बच्ची का घर से गायब होना संभव नहीं था, क्योंकि घर के नीचे ही वीरति के पिता अर्पित की दुकान है। जब बच्ची गायब हुई, तब न तो कोई घर पर आया और न ही छत पर गया। बच्ची का पिता अर्पित दुकान पर था और वीरति की मां ही छत पर गई थी। परिवार भी शुरुआत से बच्ची की मां पर ही शक जता रहा था। स्वाति और अर्पित की शादी 2019 में हुई थी। पुलिस को आशंका है कि महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं है या फिर पारिवारिक कलह भी इसकी वजह हो सकती है। ASP आकाश भूरिया ने बताया कि वीरति 12 अक्टूबर दोपहर 1.20 से 1.40 बजे के बीच घर में से गायब हुई थी। इस वक्त उसका पिता अर्पित घर के नीचे दुकान पर था। घर में स्वाति और उसकी सास अनीता भटेवरा के अलावा कोई नही था। जांच की तो स्वाति शंका के घेरे में आ गई। उसने मोबाइल में 10 अक्टूबर को इंटरनेट पर पानी में कैसे डुबाकर मार सकते हैं, सर्च किया था। इसी आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/ashish-mishras-role-will-be-decided-by-answering-18-questions-in-lakhimpur-violence-eight-accused-on-police-custody-remand-129051066.html,लखीमपुर मामले में आशीष के 3 करीबी गिरफ्तार:,"लखीमपुर मामले में आशीष के 3 करीबी गिरफ्तार:किसानों को कुचलने वाली थार के पीछे स्कॉर्पियो में थे ये तीनों, SIT आमना-सामना कराएगी लखनऊ आशीष को पुलिस ने दूसरी बार रिमांड पर लिया है। UP के लखीमपुर हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को तीन और आरोपियों को पकड़ा है। ये तीनों किसानों को कुचलने वाली थार जीप के पीछे स्कॉर्पियो में थे। इनकी पहचान मोहित त्रिवेदी, धर्मेंद्र सिंह और रिंकू राणा के रूप में हुई है। ये तीनों मुख्य आरोपी आशीष मिश्र के करीबी हैं। घटना के चश्मदीद सुमित जायसवाल के बाद इन तीनों की गिरफ्तारी को बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। केंद्रीय मंत्री का आरोपी बेटा आशीष दो दिन की रिमांड पर लखीमपुर हिं‍सा का आरोपी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र 'टेनी' के बेटे आशीष मिश्र को SIT ने शुक्रवार को दोबारा दो दिन की रिमांड पर ले लिया। आशीष का शनिवार को अन्य आरोपियों अंकित दास, शेखर भारती, लतीफ उर्फ काले, सुमित जायसवाल मोदी, सत्यम त्रिपाठी, नंदन सिंह और शिशुपाल से आमना-सामना कराया जाएगा। SIT हिंसा से जुड़े उन अनसुलझे सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश करेगी, जिनका जवाब अभी तक किसी आरोपी ने सही नहीं दिया। इसमें आशीष मिश्र की घटना के वक्त की मौजूदगी, किसानों पर थार जीप चढ़ाना, फायरिंग करने की वजह और इसके पीछे के इरादे जैसे सवाल प्रमुख हैं। शुक्रवार को CJM कोर्ट ने SIT की मांग पर आशीष मिश्र समेत चार आरोपियों की 48 घंटे की पुलिस रिमांड मंजूर कर दी थी। चारों आरोपी आशीष, अंकित दास, शेखर भारती और लतीफ उर्फ काले 22 अक्टूबर की शाम पांच बजे से 24 अक्टूबर शाम पांच बजे तक पुलिस कस्टडी में हैं। वहीं, सुमित जायसवाल मोदी, सत्यम त्रिपाठी, नंदन सिंह और शिशुपाल शुक्रवार सुबह से ही पुलिस रिमांड पर हैं। हिंसा के बाद किसान भड़क गए थे और तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। बैलेस्टिक रिपोर्ट का SIT को इंतजार SIT टीम अभी तक मुख्य आरोपी आशीष मिश्र से यह नहीं उगलवा सकी है कि वह हिंसा के वक्त मौके पर मौजूद था, जबकि सभी सबूत इशारा कर रहे हैं कि आशीष मौके पर था। अब तक की जांच की बात करें तो पुलिस को सिर्फ फोरेंसिक लैब से आशीष और अंकित दास के असलहों की बैलेस्टिक रिपोर्ट, बीटीएस टावर से सिग्नल कंजेशन रिपोर्ट, आशीष के मोबाइल फोन की साइबर रिपोर्ट मिलना बाकी है। जिसके बाद ही आशीष की घटनास्थल पर मौजूदगी और उसकी भूमिका तय हो सकेगी। आज SIT की इन सवालों से आरोपियों को घेरने की तैयारी घटना के वक्त किसने बताया कि तिकोनिया में किसान जुटे थे? सूचना मिलते ही आशीष मिश्र ने क्या कहा? आशीष अपने पिता को फोन पर घटना की जानकारी देने के बाद कहां गया? डिप्टी CM की अगवानी को बनवीरपुर से कितनी गाड़ियों का काफिला निकला था? अगवानी के लिए कौन भाजपा नेता गए थे? गाड़ियों की संख्या और उनके ड्राइवर कौन-कौन थे? कार्यक्रम में VVIP का रूट बदल गया है, इसकी जानकारी क्या आपको थी? किसानों के हंगामा करने पर कितने वाहन और लोग चल दिए? घटना के वक्त तुम लोगों के पास कौन-कौन से हथियार और गाड़ियां थीं? निघासन रोड स्थित महाराजा अग्रसेन खेल मैदान के आसपास विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों के पास क्यों गए? थार जीप में बरामद 315 बोर के दो कारतूस कहां से आए थे, उसमें मौजूद असलहा कहां गया? अंकित दास की रिपीटर बंदूक व रिवाल्वर थार में थी तो उसको कैसे मिली? सुमित जायसवाल थार में आगे बैठा था तो गाड़ी कौन चला रहा था, पीछे कौन-कौन था? तीन अक्टूबर के दिन हुई घटना के दौरान आप कहां थे, इसके सबूत दो। 2 बज कर 36 मिनट के बाद 45 मिनट तक आशीष मिश्र किसके साथ था? थार जीप हिंसा में क्षतिग्रस्त हुई, जलाई गई, उसको कौन चला रहा था, पीछे की फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो किसकी थी? जिन कारों का वीडियो फुटेज मिला है, उनमें तुम लोग कहां बैठे थे? किस-किस को फोन किया उस दौरान, किसका फोन आया आपके पास? अब तक 10 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी लखीमपुर हिंसा मामले में अब तक दस लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें मुख्य आरोपी आशीष मिश्र, अंकित दास, लतीफ उर्फ काले, शेखर, लवकुश, आशीष पांडेय, सुमित जायसवाल मोदी, सत्यम त्रिपाठी, नंदन सिंह और शिशुपाल हैं। हिंसा के मामले में आशीष समेत 15 आरोपियों पर केस दर्ज किया गया था। लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा 3 अक्टूबर (रविवार ) को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क गई थी। आरोप है कि भड़की हिंसा के दौरान किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। जिसमें एक पत्रकार भी मारा गया था। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया था।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/new-twist-in-cruise-drugs-case-now-aryan-khan-accuses-ncb-saying-chat-is-being-misused-129051240.html,क्रूज ड्रग्स केस में नया ट्विस्ट:,"क्रूज ड्रग्स केस में नया ट्विस्ट:आर्यन खान का NCB पर आरोप- पुरानी वॉट्सऐप चैट का गलत इस्तेमाल किया जा रहा मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में 3 अक्टूबर को गिरफ्तार हुए आर्यन खान ने बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर जमानत याचिका में कहा है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ड्रग्स की जब्ती के मामले में उन्हें फंसाने के लिए वॉट्सऐप चैट को गलत तरीके से पेश कर रही है। आर्यन फिलहाल मुंबई की आर्थर रोड जेल में हैं और उनकी जमानत याचिका दो बार खारिज हो चुकी है। जिसके बाद उनके वकीलों ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है। इस पर 26 अक्टूबर को सुनवाई होनी है। बता दें कि एंटी-ड्रग्स एजेंसी अब तक इस मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। आर्यन ने जमानत याचिका में ये दलीलें दीं जहाज पर छापा मारने के बाद NCB को मेरे पास किसी भी तरह का कोई ड्रग नहीं मिला। अरबाज मर्चेंट और अचित कुमार को छोड़कर मेरा किसी भी अन्य आरोपी के साथ कोई संबंध नहीं है। जिन वॉट्सऐप चैट्स का जिक्र NCB कर रही है, उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। वो चैट बहुत पहले के हैं। उन कथित चैट्स को किसी भी साजिश से नहीं जोड़ा जा सकता है, जिसके लिए गुप्त सूचना मिली थी। वॉट्सऐप चैट्स की व्याख्या जांच अधिकारी ने जिस तरह की है वह पूरी तरह से गलत है। सेशंस कोर्ट के फैसले पर भी उठाया सवाल आर्यन खान ने जमानत नहीं देने के सेशन कोर्ट के फैसले पर भी सवाल उठाया है। कोर्ट ने कहा था कि आर्यन प्रभावशाली हैं, इसलिए हिरासत से रिहा होने पर वे सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं। इस पर आर्यन ने कहा है ' ऐसा नहीं है कि कोई व्यक्ति प्रभावशाली है, तो वह सबूतों से छेड़छाड़ कर सकता है।' अदालत ने आर्यन को बताया था साजिश का हिस्सा आर्यन खान को 3 अक्टूबर को NCB ने अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा के साथ गिरफ्तार किया था। फिलहाल तीनों न्यायिक हिरासत में हैं। आर्यन खान और मर्चेंट सेंट्रल मुंबई के आर्थर रोड जेल में हैं, जबकि धमेचा भायखला महिला जेल में हैं। नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (NDPS) से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट ने आर्यन को यह कहते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया था कि वे साजिश का हिस्सा थे।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/11-trekkers-dead-in-uttarakhand-air-force-rescue-operation-going-on-129051207.html,उत्तराखंड में 11 ट्रैकर्स के शव मिले:,"उत्तराखंड में 11 ट्रैकर्स के शव मिले:बर्फबारी और खराब मौसम की वजह से लापता हो गए थे 17 पर्वतारोही, एयरफोर्स का सर्च ऑपरेशन जारी देहरादून एयरफोर्स ने उत्तराखंड के लमखागा पास में 17,000 फीट की ऊंचाई पर बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। यहां पर पर्यटकों, पोर्टर्स और गाइड समेत 17 ट्रैकर्स 18 अक्टूबर को भारी बर्फबारी और खराब मौसम के चलते रास्ता भटक गए थे। इनमें से 11 लोगों के शव लमखागा पास जाने वाले रास्ते में मिले हैं। पर्वतारोहियों ने 14 अक्टूबर को उत्तराखंड के हर्षिल से ट्रैकिंग शुरू की थी। उन्हें हिमाचल प्रदेश के छितकुल पहुंचना था, लेकिन 17 से 19 अक्टूबर के बीच खराब मौसम होने की वजह से वे लमखागा पास के करीब वे भटक गए और लापता हो गए। लमखागा पास उत्तराखंड में हर्षिल और हिमाचल प्रदेश में किन्नौर को जोड़ने वाले सबसे दुर्गम पास में से एक है। खराब मौसम के बीच भी एयरफोर्स का रेस्क्यू मिशन जारी एयरफोर्स ने बुधवार को सर्च ऑपरेशन के लिए दो हेलिकॉप्टर तैनात किए। अगले दिन गुरुवार को बचाव दल को 15,700 फीट की ऊंचाई पर 4 शव मिले। 16,800 फीट की ऊंचाई पर एक जिंदा शख्स का रेस्क्यू किया। उसकी हालत काफी खराब थी और वह हिल-डुल भी नहीं पा रहा था। 22 अक्टूबर की सुबह भी खराब मौसम और तेज हवा के बावजूद क्रू मेंबर्स एक शख्स को बचाने और 16,500 फीट की ऊंचाई से 5 शवों को वापस लाने में कामयाब रहे। एक संयुक्त गश्ती दल ने दो और शवों का पता लगाया है। हर्षिल से छितकुल के लिए रवाना हुआ था दल यह दल मोरी सांकरी की एक ट्रैकिंग एजेंसी के माध्यम से हर्षिल से छितकुल के लिए रवाना हुआ। इस दल ने उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के वन विभाग से 13 से 21 अक्टूबर तक लमखागा पास पर ट्रैकिंग करने के लिए इनरलाइन परमिट लिया था, लेकिन 17 से 19 अक्टूबर के बीच मौसम खराब हो जाने की वजह से दल भटक गया। रेस्क्यू किए गए लोगों में से एक की हालत गंभीर ट्रैकिंग दल से संपर्क टूट जाने और 19 अक्टूबर को उसके छितकुल नहीं पहुंचने पर ट्रैकिंग टूर एजेंसी ने बचाव के लिए प्रयास शुरू किए और उत्तराखंड व हिमाचल सरकार से संपर्क साधा। इसके बाद इस दल की तलाश शुरू की गई। किन्नौर जिला प्रशासन को इस दल के लापता होने की सूचना बुधवार को ही मिली। इसके बाद जिला प्रशासन ने QRT टीम, पुलिस और वन विभाग के दल को रेस्क्यू के लिए छितकुल कंडे की ओर रवाना कर दिया। किन्नौर के DC आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि लापता हुए दल के कुछ सदस्य मिल गए हैं। बाकी लोगों की तलाश चल रही है। जिन दो लोगों को रेस्क्यू किया गया है, उनमें से भी एक ही हालत गंभीर बताई जा रही है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/it-is-the-responsibility-of-the-customer-not-the-company-to-check-which-policy-of-which-insurance-company-will-be-correct-consumer-commission-129051195.html,राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग का बड़ा फैसला:,"राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग का बड़ा फैसला:किस बीमा कंपनी की कौन सी पॉलिसी सही रहेगी, यह जांचना ग्राहक की जिम्मेदारी, कंपनी की नहीं नई दिल्ली लेखक: पवन कुमार ग्राहक यह दावा नहीं कर सकता कि कंपनी ने सही सलाह नहीं दी। बीमा पालिसी को लेकर विवाद के संदर्भ में राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग ने एक अहम फैसला सुनाया है। आयोग के पीठासीन अधिकारी सी विश्वनाथ की पीठ ने एक महिला डाॅक्टर द्वारा दायर बीमा कंपनी के खिलाफ याचिका को खारिज करते हुए कहा कि कोई भी पॉलिसी खरीदते समय यह उपभोक्ता की जिम्मेदारी बनती है, कि वह अपने लिए सबसे उपयुक्त पॉलिसी का पता लगाए, उसे समझे और बीमा कंपनी से संपर्क करे। एक पॉलिसी के लिए बीमा कंपनी से संपर्क करने, उसे प्राप्त करने और उसका क्लेम लेने के बाद बीमाधारक यह दावा नहीं कर सकता कि बीमा कंपनी ने उसे ठीक से सलाह नहीं दी और अन्य सस्ती पॉलिसी की जानकारी नहीं दी। आयोग ने कहा कि उपभोक्ता की जरूरतों के हिसाब से उसके लिए कौन सी बीमा पॉलिसी बेहतर रहेगी, यह रिसर्च करने की जिम्मेदारी उपभोक्ता की होती है। इंश्योरेंस लेने व उस पॉलिसी के पूरा होने के बाद ग्राहक बीमा कंपनी पर यह आरोप नहीं लगा सकता कि कंपनी ने उस समय उसकी जरूरतों के हिसाब से मौजूद सस्ती पॉलिसी की जानकारी उसे नहीं दी। ऐसा दावा सही नहीं है, क्योंकि कंपनी का दायित्व इतना होता है कि वह अपने उपभोक्ता को उस पॉलिसी की पूरी जानकारी दे, जिसे उपभोक्ता लेना चाहता है। मामला: रिस्क कवर, दूसरी पॉलिसी नहीं बताई दिल्ली की डाॅक्टर शिप्रा त्रिपाठी ने आईसीआईसीआई लोंबार्ड इंश्योरेंस के खिलाफ राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग में एक शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि उसने व उसके पति सुमित कुमार ओझा ने आईसीआईसीआई बैंक से कुल 1 करोड़ 22 लाख रुपए का लोन लिया था। इसमें 83 लाख रुपए होमलोन और 39 लाख रुपए प्रॉपटी पर लोन था। इसके साथ ही उसके पति ने बीमा कंपनी से एक 21 लाख 18 हजार 915 रुपए की रिस्क कवर पॉलिसी भी ली थी। इसमें बीमारी, दुर्घटना या नौकरी जाने इत्यादि का रिस्क कवर था। इसके लिए उन्होंने बीमा कंपनी को वन टाइम प्रीमियम 1 लाख 29 हजार का भुगतान किया। 2 जनवरी 2012 को सुमित की मौत हो गई। इसके बाद बीमा कंपनी ने मृतक की पत्नी को 21 लाख का डेथ क्लेम दे दिया। इसके बाद उन्हें जानकारी मिली कि जब उन्होंने पॉलिसी ली थी, तब 21 हजार रुपए प्रीमियम पर 1 करोड़ 22 लाख रुपए कवर वाली पाॅलिसी भी मौजूद थी। इस पर उन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/stopping-migration-of-non-kashmiris-who-have-not-left-the-valley-said-kashmir-itself-did-not-go-home-even-in-the-peak-of-terror-now-will-live-here-will-die-here-129051169.html,घाटी न छोड़ने वाले गैर-कश्मीरी रोक रहे पलायन:,"घाटी न छोड़ने वाले गैर-कश्मीरी रोक रहे पलायन:बोले- कश्मीर ही घर, आतंक के चरम में भी नहीं गए, अब यहीं जिएंगे-यहीं मरेंगे श्रीनगर लेखक: मुदस्सिर कुल्लू/हारून रशीद कश्मीर में पाक के खिलाफ प्रदर्शन और बैठकें हुईं। गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाकर किए जा रहे आतंकी हमले के बीच सैकड़ों गैर कश्मीरी मजदूरों का पलायन जारी हैं। लेकिन घाटी में हजारों प्रवासी मजदूर ऐसे भी हैंं, जिन्होंने नब्बे के दशक में आतंक के सबसे क्रूर वक्त में भी कश्मीर नहीं छोड़ा। इनमें कई ऐसे भी हैं जो मौजूदा पलायन को रोकने में लगे हैं और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर अपने साथियों से घाटी नहीं छोड़ने की गुजारिश कर रहे हैं। कश्मीर में 5 लाख से अधिक गैर-कश्मीरी श्रमिक हैं। उत्तरप्रदेश के रहने वाले सुभाष कुमार नब्बे के दशक में घाटी आए थे और यहीं के होकर रह गए। तब से वे अनंतनाग जिले में राजगीर का काम करते हैं। सुभाष बताते हैं कि घाटी में हमें कभी भी खतरे का सामना नहीं करना पड़ा। पर अब हालिया गैर-कश्मीरियों की हत्या ने दहशत पैदा की है। लेकिन घाटी छोड़ना आखिरी विकल्प नहीं है।’ सुभाष को स्थानीय लोगों पर भरोसा है और वे कश्मीर में मिले प्यार का जिक्र करते हुए कहते हैं कि लॉकडाउन के चार महीने में यहां के लोगों ने हमारे दरवाजे तक खाना-पीना पहुंचाया। राजस्थान के मंटू दास घाटी में 20 साल से अधिक वक्त से गोलगप्पे बेच रहे हैं। वे कहते हैं कि कश्मीर हमारा दूसरा घर है और हम यहां मरना तक पसंद करेंगे। हमारी बेटी यही पली-बढ़ी है। यहां रहकर ही 8वीं में पढ़ाई कर रही है। वे कहते हैं कि हाल में हुई हत्याओं ने उन्हीं लोगों के बीच डर पैदा किया है, जो लंबे समय से यहां नहीं रह रहे हैं। जो लोग लंबे वक्त से यहां हैं, वे जानते हैं कि जल्द ही सबकुछ सामान्य हो जाएगा। वे कहते हैं कि हम बड़ी संख्या में अपने साथियों को रोकने में कामयाब रहे हैं। वे बताते हैं कि कुछ ऐसे हैं जो पिछले कुछ वर्षों से यहां हैं और हमारे साथ किराए के घरों में रहते हैंं। हम उन्हें विश्वास दिला रहे हैं कि ऐसी चीजें यहां होती हैं लेकिन स्थानीय लोग हमेशा गैर स्थानीय लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। अशांति के दौर में गैर स्थानीय श्रमिकों को कभी भी नुकसान नहीं पहुंचाया गया। श्रीनगर के बेमिना इलाके में पानीपुरी का ठेला लगाने वाले बिहार के विजय कुमार कहते हैं कि करीब 15 साल पहले वह भारी मन से कश्मीर आए थे। लेकिन यहां आने के बाद सारी आशंकाएं निराधार साबित हुई। हम यहां देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर कमाते हैं और गैर स्थानीय मजदूरों के खिलाफ अपराध न के बराबर है। श्रीनगर में रेस्त्रां चलाने वाले बिहार के एक शख्स ने बताया कि हम यहां दो दशकों से काम कर रहे हैं। मैंने खुद का रेस्त्रां तक खड़ा किया है और बिजनेस अच्छा चल रहा है। हमारे यहां ऐसे हमले पहले कभी नहीं हुए। यह हमारा घर है और हम इसे किसी भी सूरत में नहीं छोड़ेंगे। मुझे उम्मीद हैं, ये हत्याएं रुकेंगी और हमारे जैसे लाख प्रवासियों को सुकून मिलेगा। एक और गैर-कश्मीरी का शव मिला, श्रीनगर में फिर बन रहे सुरक्षा बंकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 23 से 25 अक्टूबर तक कश्मीर में रहेंगे। अनुच्छेद 370 हटने के बाद शाह का यह पहला कश्मीर दौरा है। वे यहां सभा भी करेंगे। सड़कों पर सुरक्षा बंकर बन रहे हैं। अनंतनाग में गैर-कश्मीरी का शव मिला है। सिर पर चोट के निशान हैं। ईंटों के दाम दोगुने, सेब तुड़ाई की दिहाड़ी 900 रु. पहुंची पलायन या खुद को घरों में कैद करने के चलते ईंट भट्‌टा, सेब के बागों आदि जगहों पर मजदूरों की कमी हो गई है। ईंटों के दाम दोगुना हो गए हैं। मजदूरों की कमी और बर्फबारी की आशंका के बीच पहली बार कश्मीर में सेब की तुड़ाई रात-दिन हो रही है। शोपियां के सेब उत्पादक अब्दुल राशिद बताते हैं कि हाल ही में हुई हत्याओं के बाद प्रवासी मजदूर पलायन कर गए हैं। श्रमिकों की दैनिक दिहाड़ी 500 से 900 रुपए हो गई है। कुपवाड़ा के सेब उत्पादक जुबैर कहते हैं कि हालिया हत्याओं से हो रहे पलायन ने हमारी फसल को प्रभावित किया है। सभी पेड़ सेब से लदे हैं और मजदूरों की कमी मेरी एक साल की मेहनत और कमाई तबाह कर सकती है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/rt-pcr-test-made-mandatory-for-maa-vaishno-devi-yatra-they-should-not-be-earlier-than-72-hours-129051119.html,वैष्णो देवी यात्रा के लिए कोरोना गाइडलाइंस:,"वैष्णो देवी यात्रा के लिए कोरोना गाइडलाइंस:जम्मू-कश्मीर सरकार ने RT-PCR टेस्ट जरूरी किया; 72 घंटे से पहले का नहीं होना चाहिए अमृतसर जम्मू कश्मीर सरकार ने वैष्णो देवी यात्रा के लिए कोरोना की नई गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। नई गाइडलाइंस के अनुसार अब मां वैष्णो देवी यात्रा से पहले लोगों को अपना RT-PCR या रैपिड एंटीजन टेस्ट जरूर कराना होगा। कोविड की तीसरी लहर से लड़ने के लिए जम्मू- कश्मीर सरकार ने गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने के भी आदेश जारी किए हैं। सरकार ने मां वैष्णो देवी की यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या भी सीमित करने के लिए कहा है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि यूनियन टेरिटरी में कोविड के हालातों को देखते हुए सख्ती जारी रखना अनिवार्य है। जिसके चलते ही मां वैष्णो देवी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी सीमित करने का फैसला लिया गया है। टेस्ट रिपोर्ट 72 घंटे से पुरानी न हो अब मां वैष्णो देवी दर्शनों के लिए आने वाले हर श्रद्धालु को अपना RT-PCR या रैपिड एंटीजन टेस्ट जरूर करवाना होगा। इस टेस्ट की अवधि भी 72 घंटे से अधिक की नहीं होनी चाहिए। यह आदेश सख्ती से लागू किए जाएंगे और इसके अलावा वही यात्री मां वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेगा, जिसमें कोविड के किसी प्रकार के लक्ष्ण नहीं होंगे। दिन में कई बार सैनिटाइज होगा मां का दरबार मां वैष्णो देवी के दरबार को सुरक्षित रखने के लिए भी गाइडलाइंस जारी की गई हैं। स्पष्ट कहा गया है कि दरबार व मां वैष्णो देवी के परिसर को बार-बार सैनिटाइज किया जाए। इतना ही नहीं, कोविड गाइडलाइंस का भी सख्ती से पालन करना जरूरी कर दिया गया है। वहीं मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखना होगा।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/bangladesh-durga-puja-pandal-cctv-footage-sheikh-hasina-govt-orders-to-open-entire-conspiracy-129045260.html,CCTV ने खोला बांग्लादेश हिंसा का राज:,"CCTV ने खोला बांग्लादेश हिंसा का राज:दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखकर दंगा कराने वाले पहचाने गए, सरकार ने कहा- पूरी साजिश का खुलासा करेंगे ढाका बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के पंडाल में मूर्तियों के बीच कुरान रखकर हिंदुओं पर कराए गए हमलों की साजिश अब पूरी तरह सामने आ गई है। बांग्लादेश पुलिस ने कोमिल्ला शहर में पंडाल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से कुरान रखने वाले का पता कर लिया है। इसकी पहचान शहर के ही सुजाननगर एरिया के इकबाल हुसैन (35 साल) के तौर पर की गई है। लोकल मीडिया के मुताबिक हुसैन का साथ देने वाले दो साथियों की भी पहचान की गई है। इनके नाम फयाज और इकराम हुसैन बताए गए हैं। ये दोनों हिरासत में ले लिए गए हैं। पुलिस ने कुल 41 सस्पेक्ट्स को हिरासत में लिया है। इनमें फयाज और इकराम समेत चार लोग हुसैन के साथियों के तौर पर पहचाने गए हैं। बांग्लादेशी PM शेख हसीना ने पूरी साजिश का पता कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश पुलिस को दिए हैं। कोमिल्ला शहर से 13 अक्टूबर को हिंदुओं के खिलाफ शुरू हुए हमले 17 अक्टूबर तक पूरे बांग्लादेश में चले थे। इस दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। दुर्गा पंडाल तोड़े गए। हिंदुओं के घर जलाए गए। हिंदुओं पर हमले किए गए। यह हिंसा अब भी पूरी तरह बंद नहीं हुई है। सरकार को अस्थिर करने की जमात की साजिश ढाका वाचर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना सरकार जानबूझकर डेसिक्रेशन करने और इसके बाद शुरू हुई तोड़फोड़ व सांप्रदायिक हिंसा की पूरी साजिश की परत खोलना चाहती है। माना जा रहा है कि यह सरकार के खिलाफ जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश की सोची समझी साजिश है। हालांकि अभी इसके लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं। जमात का लक्ष्य तालिबान की तरह बांग्लादेश में भी पूरी तरह इस्लामी राज्य कायम करना है। मस्जिद से कुरान लेकर पंडाल तक आने की फुटेज ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इकबाल हुसैन को नानुआ दिघिर में पूजा पंडाल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में देखा गया। एक फुटेज में वह एक स्थानीय मस्जिद से हरे कपड़े में लिपटी कुरान लेकर निकलने के बाद पूजा पंडाल में प्रवेश करता दिखा है। इसके बाद वह भगवान हनुमान की मूर्ति के पास घूमता देखा गया। पुलिस अब तक हुसैन को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हुसैन ने रखी कुरान, फयाज ने भड़काए लोग मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने पूरी साजिश की गहन जांच कर ली है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि हुसैन ने पंडाल में कुरान रखी थी। इसके बाद फयाज ने वहां अपने समुदाय के लोगों की भीड़ जुटाकर उन्हें भड़काया था। इसके बाद इकराम ने 999 आपातकालीन सेवा पर फोन कर पुलिस को पूजा पंडाल में कुरान रखे होने की जानकारी दी थी। नानुआ दिघिर पूजा सेलिब्रेशन कमेटी के प्रेसिडेंट सुबोध राय ने भी मीडिया को बताया कि हमने पवित्र कुरान नहीं देखी थी। अचानक दो युवा आए और चिल्लाना शुरू कर दिया, ""पूजा मंडप में कुरान मिली, पूजा मंडप में कुरान मिली।"" इसके बाद दंगा शुरू हो गया। फयाज ने ही फेसबुक लाइव किया था फयाज ने ही बाद में फेसबुक पर लाइव वीडियो बनाया था, जिसमें उसने इस पूरी घटना की डिटेल बेहद उकसाने वाले अंदाज में बताई थी। माना जा रहा है कि इसी वीडियो के बाद बांग्लादेश के अन्य हिस्सों में भी पूजा पंडालों और हिंदुओं के घरों पर हमले की घटनाएं शुरू हुई थीं। बांग्लादेशी नहीं, सऊदी अरब की कुरान पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि कोमिल्ला में पूजा पंडाल के अंदर भगवान गणेश के पैरों के नीचे मिली हरे कपड़े में लिपटी कुरान बांग्लादेश में नहीं छपी थी। सऊदी अरब में छपी इस कुरान को फयाज लेकर आया था और यह उसकी निजी कुरान थी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, फयाज पिछले साल सऊदी अरब से बांग्लादेश आया था और कोमिल्ला में एक मोबाइल सर्विस शॉप शुरू की थी। पुलिस कुरान के सऊदी अरब की होने के चलते भी इसे साजिश का हिस्सा मान रही है। बांग्लादेश से भगाए जा रहे हिंदू बांग्लादेश के जाने-माने वकील, फ्रीडम फाइटर और बांग्लादेश हिंदू बुद्धस्ट, क्रिश्चियन काउंसिल के जनरल सेक्रेटरी राणा दासगुप्ता ने भास्कर से खास बातचीत में इसे हिंदुओं को भगाने की साजिश का हिस्सा बताया। दासगुप्ता ने कहा, 'ये जो मौजूदा घटना हुई है, ये हिंदुओं को देश से भगाने का बहुत बड़ा षड्यंत्र है। कम्युनल फोर्सेज नहीं चाहतीं कि अल्पसंख्यक इस देश में रहें।' उन्होंने कहा, 'ये बातें आंकड़ों से साबित हो रही हैं। पाकिस्तान बनने के समय हिंदुओं की पॉपुलेशन 29.7% थी। बांग्लादेश बनने के समय यह 20% के आसपास आ गई थी और अब यह 9% के करीब ही रह गई है। जब बांग्लादेश बना, तब पाकिस्तानी सेना ने बड़े पैमाने पर हिंदुओं को कुचला और भगाया।' उन्होंने कहा, 'बांग्लादेश के संविधान में धर्मनिरपेक्ष शब्द जोड़ा गया था, लेकिन साल 1977 में जिया-उर-रहमान की सैन्य तानाशाही के दौरान एक मार्शल लॉ निर्देश द्वारा सेक्युलरिज्म (धर्मनिरपेक्षता) को संविधान से हटा दिया गया।' 1988 में हुसैन मुहम्मद इरशाद की अध्यक्षता में बांग्लादेश में इस्लाम को राज्य धर्म के रूप में अपनाया गया। 'धर्मनिरपेक्षता' को 'सर्वशक्तिमान अल्लाह में पूर्ण विश्वास' के साथ बदल दिया गया। ​​​​​​",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/jammu-kashmir-terror-attacks-terrorists-will-be-shifted-to-jails-from-other-states-129048543.html,आतंक पर शिकंजा:,"आतंक पर शिकंजा:जम्मू-कश्मीर से हार्डकोर आतंकियों की दूसरे राज्यों की जेल में शिफ्टिंग शुरू, 26 आतंकियों का पहला ग्रुप आगरा रवाना जम्मू जम्मू-कश्मीर में अचानक बढ़ी आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए सख्ती शुरू हो गई है। इसके लिए केंद्र शासित प्रदेश की जेलों में बंद A और B कैटेगरी के हार्डकोर आतंकियों को दूसरे राज्यों की जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है। कश्मीर घाटी की अलग-अलग सेंट्रल जेलों में बंद 26 आतंकियों का पहला ग्रुप शुक्रवार को ही उत्तर प्रदेश की आगरा सेंट्रल जेल के लिए रवाना कर दिया गया। ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने इन आतंकियों को शिफ्ट करने का आदेश जम्मू एंड कश्मीर पब्लिक सेफ्टी एक्ट-1978 की धारा 10 (बी) के तहत जारी किया है। 100 आतंकियों के नाम हैं लिस्ट में उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर की जेलों में बंद ऐसे 100 आतंकियों की लिस्ट तैयार की गई है, जो सुरक्षा बलों की तरफ से तैयार की गई A और B कैटेगरी के आतंकियों की लिस्ट में शामिल हैं। ये आतंकी जेल में रहकर भी बाहर अपने स्लीपर सेल के साथ लिंक जोड़े हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि हालिया आतंकी घटनाओं को जेल में बंद ऐसे ही आतंकियों ने अपरोक्ष तरीके से स्लीपर सेल के जरिए अंजाम दिया है या घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों की मदद अपने स्लीपर सेल से कराई है। सूत्रों के मुताबिक, 30 आतंकी A कैटेगरी में जबकि 70 आतंकी B कैटेगरी में रखे गए हैं। सुरक्षा बलों ने इनके जेलों से फरार होने का खतरा जताया था।​​​​​ 26 आतंकियों को चार्टर्ड प्लेन से रवाना किया सूत्रों का कहना है कि इन 100 आतंकियों की लिस्ट में से सबसे पहले 26 आतंकियों को दूसरे राज्यों की जेल में भेजा जा रहा है। ये 26 आतंकी कश्मीर की जेलों में बंद थे, जहां से उन्हें निकालकर हाई सिक्योरिटी के बीच श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचाया गया। फिर वहां से इन आतंकियों को चार्टर्ड प्लेन के जरिए आगरा भेजा जा रहा है। जम्मू में किया गया हाई सिक्योरिटी रिव्यू जम्मू में सेना की व्हाइट नाइट कोर के GOC लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार के नेतृत्व में एक हाई सिक्योरिटी रिव्यू किया गया। इसमें CIF (D), जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF के ADG और IG व BSF के DIG समेत कई अन्य पुलिस व सेना के अधिकारी शामिल थे। इस बैठक में हाल में हुई आतंकी घटनाओं पर चर्चा की गई। साथ ही सभी सुरक्षा बलों के बीच आपसी तालमेल की भी समीक्षा की गई।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/the-sky-lit-up-with-eco-friendly-fireworks-more-than-2-lakh-devotees-bowed-down-129048941.html,"गोल्डन टैंपल में ईको फ्रेंडली आतिशबाजी, देखें तस्वीरें...:","गोल्डन टैंपल में ईको फ्रेंडली आतिशबाजी, देखें तस्वीरें...:गुरु रामदास के 467वें प्रकाश पर्व पर 2 लाख श्रद्धालुओं ने टेका माथा, आसमान पर अटकीं नजरें अमृतसर दरबार साहिब में गुरु पर्व पर हुई ईको-फ्रेंडली आतिशबाजी का नजारा। श्री गुरु रामदास जी के 467वें प्रकाश पर्व की संध्या पर दरबार साहिब को दीयों से सजाया गया। साथ ही मनमोहक आतिशबाजी की गई। इस बार यह आतिशबाजी कुछ खास रही, क्योंकि यह ईको फ्रेंडली आतिशबाजी थी। रंग-बिरंगा आसमान श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। पूरा दिन देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे तकरीबन 2 लाख श्रद्धालुओं ने दरबार साहिब में माथा टेका। दरबार साहिब में आतिशबाजी का अलौकिक दृश्य। श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर मंजी हाल में कवि दरबार भी हुआ। पूरा दिन श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान किया, लंगर छका और गुरु घर में नतमस्तक हुए। शाम दरबार साहिब सरोवर के चारों तरफ दीये जलाए गए। सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में सुंदर जलो भी सजाए गए। इसके अलावा शाम को आतिशबाजी हुई। 6 बजे शुरू हुई आतिशबाजी तकरीबन आधा घंटा चली। लेकिन इस दौरान दरबार साहिब और आसपास के इलाकों की नजरें सिर्फ आसमान पर ही रहीं। आतिशबाजी से पूरा आकाश रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा गया। दरबार साहिब में शाम हुई आतिशबाजी को श्रद्धालु देखते ही रह गए। गुरु पर्व पर दरबार साहिब में शाम को हुई आतिशबाजी देखती संगत। गुरु पर्व पर दरबार साहिब में शाम को हुई आतिशबाजी देख श्रदालु दंग रह गए। गुरु पर्व पर दरबार साहिब में आतिशबाजी का ऐसा नजारा दिखा। गुरु पर्व के अवसर पर दरबार साहिब में हुई आतिशबाजी का नजारा।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/food-will-soon-be-available-in-trains-through-pantry-car-decision-taken-in-view-of-festival-season-129048842.html,ट्रेन में पेंट्री सर्विस:,"ट्रेन में पेंट्री सर्विस:ट्रेनों में 18 महीने बाद फिर परोसा जाएगा ताजा खाना, पिछले साल कोरोना के चलते रोक लगी थी नई दिल्ली रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर हैं। जल्द ही ट्रेनों में सफर करते हुए आप गर्म खाने का मजा ले सकेंगे। रेलवे की यात्री सुविधा कमेटी ट्रेनों में ऑन बोर्ड कैटरिंग सर्विस समेत कई दूसरी सुविधाएं एक बार फिर बहाल करने जा रही है। ट्रेनों में कोरोना की पहली लहर के बाद से ही पेंट्री की केटरिंग पर रोक है। अब 18 महीने बाद इसे फिर से शुरू किया जा सकता है। ट्रेनों में खाने के लिए यात्रियों को अलग से कोई बुकिंग नहीं करनी होगी। प्रीमियम ट्रेनों में टिकट के साथ ही खाने की सुविधा मिलेगी, जबकि दूसरी ट्रेनों में यात्री पहले की तरह पेमेंट देकर पेंट्री से खाना ले सकेंगे। रेल मंत्री के साथ यात्री सुविधा समिति की बैठक IRCTC से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 25 या 26 अक्टूबर तक यात्री सुविधा समिति की बैठक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ होनी है। इसमें खाना समेत बाकी सर्विसेस को दोबारा शुरू करने को लेकर चर्चा होगी। इस बैठक में रेलवे बेस किचन, ऑन बोर्ड कैटरिंग सर्विस शुरू करने पर निर्णय लिया जा सकता है। इसको लेकर विभाग और मंत्रालय को एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया है। 30% लोग ही ट्रेनों में खाना खरीद रहे कोरोना काल में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर IRCTC ने ट्रेनों में रेडी टू ईट फूड देने की शुरुआत की थी, लेकिन ज्यादातर यात्रियों को रेडी टू ईट फूड पसंद नहीं आ रहा था। जिसकी शिकायतें कई बार IRCTC को भी मिली हैं। IRCTC के पास कैटरिंग और टूरिज्म का कोर बिजनेस है। पहले के मुकाबले महज 30 फीसदी ट्रेनों में लोग खाना खरीदना पसंद कर रहे हैं। मसलन पहले किसी ट्रेन के फेरे में 5 लाख तक की बिक्री होती थी तो अब वह घटकर महज 1.5 लाख रु. की रह गई है। IRCTC 19 राजधानी, 2 तेजस, 1 गतिमान, 1 वंदे भारत, 22 शताब्दी, 19 दूरंतो और 296 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में कैटरिंग सर्विस देती है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/tarantaran/news/spoke-to-sister-and-wife-for-40-minutes-in-sacrilege-case-questioned-pargats-family-in-haveliyan-129048948.html,लखबीर के घर पहुंची SIT:,"लखबीर के घर पहुंची SIT:बेअदबी केस में बहन-पत्नी से 40 मिनट बात की, हवेलियां में परगट के परिवार से भी पूछताछ तरनतारन हरियाणा पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर 15 अक्टूबर की सुबह मारकर बैरिकेड पर लटकाए गए लखबीर सिंह के खिलाफ बेअदबी से जुड़े केस की जांच शुरू कर दी है। इस सिलसिले में सोनीपत की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) शुक्रवार को पंजाब में तरनतारन जिले के चीमा गांव में लखबीर सिंह के घर पहुंची। टीम ने हवेलियां गांव में उस परगट सिंह के परिवार से भी पूछताछ की जिसका मोबाइल नंबर लखबीर ने वीडियो में बताया था। लखबीर सिंह के खिलाफ बेअदबी के आरोप में कुंडली थाने में आईपीसी की धारा 295ए के तहत FIR नंबर 612 दर्ज की गई है। बेअदबी का यह केस निहंग बाबा बलविंदर सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है। निहंगों का आरोप है कि 15 अक्टूबर, दशहरे वाली सुबह सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की थी और इसी वजह से उसका हाथ और पैर काटा गया। ज्यादा खून बह जाने और शरीर पर घावों की वजह से लखबीर ने दम तोड़ दिया था। SI रणबीर सिंह ने तरनतारन के हवेलियां गांव में परगट सिंह के घर-परिवार से भी पूछताछ की। परगट सिंह वही शख्स है जिसका मोबाइल नंबर लखबीर ने वीडियो में बताया था। बहन-पत्नी से पूछताछ, परिवार को साजिश का शक शुक्रवार दोपहर चीमा गांव पहुंची हरियाणा पुलिस की SIT में शामिल सब-इंस्पेक्टर (SI) रणबीर सिंह ने लखबीर सिंह की बहन राज कौर और पत्नी जसप्रीत कौर से लगभग 40 मिनट तक पूछताछ की। राज कौर ने हरियाणा पुलिस को बताया कि उसका भाई बेअदबी जैसा काम नहीं कर सकता और उसे साजिश के तहत मारा गया है। बहन ने बताया- 50 रुपए लेकर निकला था राज कौर ने SIT को बताया कि लखबीर उससे 50 रुपए लेकर यह कहते हुए घर से निकला था कि वह मंडी जा रहा है। उसके बाद वापस नहीं लौटा। 15 अक्टूबर को लगभग 10 बजे उसे ग्रामीणों से पता चला कि लखबीर को सिंघु बॉर्डर पर मार दिया गया है। राज कौर ने दावा किया कि उसका भाई अकेला सिंघु बॉर्डर पर नहीं जा सकता। SIT ने चीमा गांव के लोगों से भी लखबीर को लेकर सवाल पूछे। परगट के परिवार से एक घंटे तक पूछताछ हरियाणा पुलिस की SIT भारत-पाक बॉर्डर के पास बसे तरनतारन जिले के ही हवेलियां गांव में परगट सिंह के घर भी पहुंची। परगट सिंह वही शख्स है, जिसका मोबाइल नंबर लखबीर एक वीडियो में बताता हुआ नजर आ रहा है। इस वीडियो में लखबीर के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। SIT मेंबरों ने लगभग 1 घंटे तक परगट सिंह के परिवार से पूछताछ की। इस दौरान परगट सिंह व लखबीर के एक-दूसरे के संपर्क में आने और दोनों के सिंघु बॉर्डर पर पहुंचने को लेकर जानकारी जुटाई गई। SIT ने हवेलियां गांव के लोगों से भी परगट सिंह के बारे में सवाल-जवाब किए। कहा जा रहा है कि परगट सिंह के घर ही लखबीर काम करता था। SIT में शामिल सब-इंस्पेक्टर रणबीर सिंह ने बताया कि SIT के मेंबर तरनतारन में ही मौजूद हैं और केस के अलग-अलग पहलुओं पर जानकारी जुटा रहे हैं। टीम पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर लखबीर सिंघु बॉर्डर पर कब पहुंचा? उसके साथी कौन-कौन हैं। लखबीर के गांव में देखा गया सरेंडर करने वाला निहंग लखबीर की हत्या से जुड़े केस में सबसे पहले सरेंडर करने वाले निहंग सरबजीत सिंह को लखबीर के गांव चीमा और इसके आसपास कई बार देखा गया। लखबीर की पत्नी जसप्रीत कौर ने SIT को बताया कि सरबजीत तरनतारन जिले से ही ताल्लुक रखता है। ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सरबजीत ही लखबीर को अपने साथ सिंघु बॉर्डर ले गया हो। SIT की जांच में यह एंगल भी शामिल है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/ncb-will-again-interrogate-chunky-pandeys-actress-daughter-today-summoned-at-11-am-129048069.html,अनन्या से 4 घंटे पूछताछ:,"अनन्या से 4 घंटे पूछताछ:NCB ने एक्ट्रेस से आर्यन के साथ चैट पर सवाल किए, पूछताछ के बाद अफसरों की हाई लेवल मीटिंग मुंबई अनन्या को सोमवार को भी NCB ऑफिस बुलाया गया है गुरुवार को उनसे करीब सवा दो घंटे हुई थी पूछताछ क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में एक्ट्रेस अनन्या पांडे से शुक्रवार को 4 घंटे तक पूछताछ की गई। शाम को करीब साढ़े 6 बजे अनन्या NCB ऑफिस से बाहर निकलीं। माना जा रहा है कि NCB ने अनन्या से ड्रग्स को लेकर आर्यन खान के साथ हुई चैटिंग को लेकर सवाल किए। अनन्या को शुक्रवार को सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे दोपहर ढाई बजे जांच एजेंसी के ऑफिस पहुंचीं। शुक्रवार को लंबी पूछताछ के बाद अनन्या को सोमवार को फिर NCB ऑफिस बुलाया गया है। इधर, शुक्रवार की शाम को NCB के सभी अधिकारी एक हाई लेवल मीटिंग में शामिल होने के लिए गए हैं। माना जा रहा है कि देर रात या सुबह तक इस केस में कोई बड़ा डेवलपमेंट हो सकता है। आर्यन और अनन्या के बीच की चैट्स वायरल आर्यन खान और अनन्या पांडे के बीच हुई चैट की कुछ डिटेल सार्वजनिक हुई हैं। इसमें आर्यन ने अनन्या से पूछा था कि क्या गांजे का कुछ जुगाड़ हो सकता है। इस पर अनन्या ने जवाब दिया था- मैं अरेंज कर दूंगी। गुरुवार को NCB ने अनन्या को यह चैट दिखाकर सवाल किया था। इस पर अनन्या ने जवाब दिया कि वे सिर्फ मजाक कर रही थीं। वे सिगरेट को लेकर बात कर रहे थे। यह भी पता चला है कि NCB ने जैसे ही पूछताछ शुरू की, अनन्या रोने लगीं। इसके बाद उन्हें पानी दिया गया और फिर सवाल किए गए। एनसीबी के हाथ लगी अनन्या की चैट्स 2018 की हैं आर्यन के पास से बरामद चैट्स में से ज्यादातर 2018 से 2019 के बीच की हैं। यह भी जानकारी सामने आई है कि चैट्स में उनकी और अनन्या के बीच गांजे को लेकर बात हुई थी। दोनों के फोन को सीज कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। आगे अनन्या के चैट से कुछ और बड़े खुलासे भी हो सकते हैं। एक अन्य चैट में वो आर्यन से कहती हैं कि उन्होंने गांजा पहले ट्राई किया है, लेकिन वो फिर से ट्राई करना चाहती हैं। तीन बार आर्यन को सप्लाई की ड्रग्स हालांकि अनन्या पांडे ने आर्यन के साथ किसी भी तरह की ड्रग्स चैट से इनकार कर दिया है। उन्होंने ड्रग्स सप्लाई करने की बात को भी खारिज किया है। NCB सूत्रों के मुताबिक, उनके हाथ ऐसे चैट लगे हैं जो यह साबित करते हैं कि अनन्या ने आर्यन को तीन बार ड्रग्स (गांजा) सप्लाई किया था। एक बार एक्ट्रेस ने एक बड़ी पार्टी में उन्हें ड्रग्स लाकर दिया था। NCB के एक अधिकारी ने बताया कि हमने एक्ट्रेस का फोन यह जांच करने के लिए लिया है कि कहीं उन्होंने अपने फोन से कुछ डिलीट तो नहीं किया है। NCB सूत्रों के मुताबिक अनन्या पांडे ने साल 2018-19 के बीच आर्यन खान को एक ड्रग पैडलर का नंबर दिया था। अनन्या से गुरुवार को भी हुई थी पूछताछ इससे पहले गुरुवार को अनन्या से सवा दो घंटे की पूछताछ की गई थी। अनन्या गुरुवार को तय समय से दो घंटे की देरी से शाम 4 बजे NCB ऑफिस पहुंची थीं और करीब 6 बजकर 15 मिनट पर अपने पिता चंकी पांडे और वकील के साथ NCB ऑफिस से बाहर निकली थीं।​​​​ क्रूज ड्रग्स केस में NCB ने एक और ड्रग पैडलर को गुरुवार देर रात 3 बजे पकड़ा है। हालांकि उसकी गिरफ्तारी अभी दिखाई नहीं गई है। कहा जा रहा है कि आर्यन के पास से रिकवर ड्रग चैट में भी इसका नाम है। इसलिए संभवतः अनन्या के सामने उसे बैठाकर पूछताछ की जा सकती है। अनन्या से पूछे गए यह 10 सवाल आपका नाम, उम्र, पता, व्यवसाय क्या है और क्या आप आर्यन को जानती हैं? अगर हां, तो आप आर्यन को कब से जानती हैं और आपकी आर्यन से आखिरी बार बातचीत कब हुई और क्या हुई? क्या आपने आर्यन को कभी ड्रग्स लेते और खरीदते हुए देखा है? क्या आपने इसके अलावा बॉलीवुड पार्टीज में किसी और को ड्रग्स लेते देखा है? क्या आपको इस बात की जानकारी है कि चरस, गांजा ये सभी प्रतिबंधित ड्रग्स हैं? आर्यन खान ड्रग्स लेते हैं या वो कभी ड्रग्स ले चुके हैं, क्या ये आपको पता है? आपके और आर्यन के बीच कभी ड्रग्स को लेकर कोई बातचीत हुई? क्या आपने खुद कभी ड्रग का सेवन किया या खरीदा है? क्या आप ऐसे किसी शख्स को जानती हैं जो ड्रग्स मुहैया करवाता है? आर्यन से हुई वॉट्सऐप चैट पर आपको क्या कहना है? अनन्या और आर्यन के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए NCB आर्यन खान और अनन्या पांडे की चैट की जांच कर रही है। उनके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त कर लिए गए हैं। बता दें कि NCB ने गुरुवार को मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित अनन्या पांडे के पाली हिल वाले फ्लैट पर रेड की थी। इसके बाद अनन्या को पूछताछ के लिए बुलाया गया। NCB अधिकारियों ने उनके घर से एक लैपटॉप, फोन और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। अनन्या से गुरुवार को महिला अफसर की मौजूदगी में पूछताछ की गई। इस दौरान अधिकारियों ने उनसे जेल में बंद आर्यन खान और इस केस से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की। अनन्या के लिए सवालों की पूरी लिस्ट तैयार की गई थी। NCB अधिकारी समीर वानखेड़े भी उनसे पूछताछ कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक अनन्या से यह भी पूछा गया कि आर्यन के साथ आप भी ड्रग्स लेती थीं या नहीं? सूत्रों ने कहा कि NCB ने उनसे पूछा था कि ‘क्या वह चैट में सामने आए नामों में से किसी और को जानती हैं।' एजेंसी ने उनसे पूछा कि ‘क्या वह किसी और को जानती हैं जिसे मुंबई क्रूज मामले में गिरफ्तार किया गया है।' अनन्या के साथ गुरुवार को उनके पिता चंकी पांडे भी करीब सवा 2 घंटे तक NCB ऑफिस में रहे। अनन्या ही नहीं, कई स्टार किड्स भी NCB की रडार पर NCB के करीबी सूत्र ने बताया कि आर्यन खान के टच में रहने वाले एक बड़े प्रोड्यूसर की बेटी, एक एक्टर के भतीजे, एक बड़े एक्टर की बेटी और एक बड़ी एक्ट्रेस की बहन भी NCB के रडार पर हैं। आर्यन के साथ इनके चैट भी मिले हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आर्यन ने इनसे ड्रग्स को लेकर कोई बात की थी या नहीं। NCB के हाथ आर्यन के जो चैट्स लगे हैं, वे काफी पुराने हैं। यह भी जानकारी सामने आई है कि इनमें से एक ने देश भी छोड़ दिया है। सूत्रों के मुताबिक, ये सभी आर्यन के साथ एक वॉट्सऐप ग्रुप का हिस्सा हैं। आने वाले समय में NCB इन्हें भी पूछताछ के लिए समन कर सकती है। आर्यन खान की न्यायिक हिरासत 30 अक्टूबर तक बढ़ी मुंबई के क्रूज ड्रग्स मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गुरुवार को फिर से झटका लगा है। मुंबई की स्पेशल NCB कोर्ट ने आर्यन, अरबाज समेत आठ आरोपियों की न्यायिक हिरासत में को 30 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया है। आरोपियों को इस बार न तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए और न ही शारीरिक रूप से कोर्ट में नहीं पेश किया गया था। 26 अक्टूबर को आर्यन की जमानत याचिका पर होगी सुनवाई इस बीच, आर्यन खान की जमानत याचिका पर 26 अक्टूबर को बॉम्बे हाई कोर्ट सुनवाई करेगा। 23 वर्षीय स्टार किड इस समय आर्थर रोड जेल में बंद है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/aryan-khan-jail-inside-story-shah-rukh-khan-meets-son-aryan-khan-in-arthur-road-jail-129048488.html,जेल में आर्यन का हाल:,"जेल में आर्यन का हाल:रिहाई के लिए शाहरुख के बेटे को अब भगवान से उम्मीद, हर दिन आरती में हो रहा शामिल मुंबई लेखक: निशात शम्सी मुलाकात के बाद शाहरुख जैसे ही लौटे, आर्यन विजिटर रूम में ही रोने लगे। ड्रग्स केस में अरेस्ट आर्यन खान को जेल में 19 दिन हो चुके हैं। शुरुआत में खबरें आई थीं कि वह बिना कुछ खाए-पिए चुपचाप बैठा रहता है। अब उसकी दिनचर्या में थोड़ा बदलाव आने लगा है। बताया जाता है कि रिहाई का इंतजार कर रहा आर्यन रोज जेल में होने वाली आरती में शामिल हो रहा है। जेल सूत्रों के मुताबिक आर्यन की बैरक में बने मंदिर में हर शाम 7 बजे आरती होती है। वह आरती पूरी होने तक वहीं रहता है। गुरुवार को मिलने पहुंचे थे शाहरुख आर्यन को क्रूज पर पार्टी के दौरान 2 अक्टूबर को NCB ने हिरासत में लिया था। शाहरुख खान गुरुवार को बेटे से मिलने आर्थर रोड जेल पहुंचे थे। वे करीब 18 मिनट तक वहां रुके। इस दौरान उन्होंने इंटरकॉम पर कांच की दीवार के पीछे खड़े आर्यन से 10 मिनट तक बात की। शाहरुख और आर्यन के बीच गुरुवार को तकरीबन 10 मिनट तक मुलाकात हुई थी। पिता के जाते ही रुलाई फूटी बताया जाता है कि मुलाकात के बाद शाहरुख जैसे ही लौटे, आर्यन विजिटर रूम में ही रोने लगे। इस दौरान जेल के एक संतरी ने उसे चुप करवाया। एक कैदी ने उसके कंधे पर हाथ रखकर शांत रहने के लिए कहा। जेल सूत्रों के मुताबिक आर्यन जब विजिटर रूम से लौट रहे थे, तब मुलाकाती कक्ष के बाहर लगभग 20 लोग लाइन में लगे थे। आर्यन की आंखों से आंसू निकलते देख उन्होंने भी उसे चुप कराने की कोशिश की। कुछ ने दिलासा दिया कि अगली बार उन्हें जमानत जरूर मिल जाएगी। एक ने कहा कि टेंशन मत लो, तुम दिवाली घर पर ही मनाओगे। इसके बाद दो संतरी आर्यन को लेकर बैरक में चले गए। जेल सूत्रों के मुताबिक आर्यन ने बैरक में लौटने के बाद काफी देर तक कुछ नहीं खाया। वह एक कोने में शांत बैठा रहा। एक-दो बंदियों के सवालों का सिर हिलाकर जवाब भर दिया। अभिनेता शाहरुख खान ने जेल में मौजूद एक महिला को सलाम किया था। यह महिला अपने बेटे से मिलने आर्थर रोड जेल गई थी। बेटे से मिलने पहुंची मां को शाहरुख ने किया सलाम शाहरुख जब आर्यन से मुलाकात कर रहे थे, तब उनसे कुछ दूरी पर एक बुजुर्ग महिला भी खड़ी थी, जो अपने बेटे से मिलने जेल में पहुंची थी। महिला का बेटा हत्या के आरोप में जेल में बंद है। महिला ने शाहरुख को देखकर सलाम किया। इसके जवाब में शाहरुख ने भी उन्हें आदाब किया और आगे बढ़ गए। महिला ने बाहर जाकर कुछ पैपराजी से यह बात बताई।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/no-fake-news/news/india-became-the-first-country-in-the-world-to-deliver-100-crore-vaccine-doses-know-the-truth-of-this-claim-129048490.html,फेक न्यूज एक्सपोज:,"फेक न्यूज एक्सपोज:भारत कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज लगाने वाला दुनिया का पहला देश बना, जानिए इस दावे का सच लेखक: हितेश तिवारी क्या हो रहा है वायरल: देश में कोरोना वैक्सीनेशन का कवरेज 100 करोड़ डोज के पार हो गया है। इनमें 71.32 करोड़ को वैक्सीन का पहला और 29 करोड़ से ज्यादा लोगों को दूसरा डोज भी लग चुका है। अब सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि 100 करोड़ डोज देने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। आजतक की सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप ने ट्वीट कर लिखा- वैक्सीनेशन रिकॉर्ड तोड़, डोज 100 करोड़! 100 करोड़ डोज देने वाला पहला देश बना भारत। भाजपा विधायक हरविंदर कल्याण ने पोस्ट कर लिखा- अबकी बार 100 करोड़ पार, कोरोना महामारी के खिलाफ देश की शानदार उपलब्धि, देश में टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ के पार हुआ। विश्व में कोरोना से बचाव की 100 करोड़ वैक्सीन की डोज देने वाला पहला देश बना भारत। दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण में अभूतपूर्व योगदान देने वाले देश के कुशल नेतृत्व, वैज्ञानिकों व स्वास्थ्यकर्मियों के समर्पण को नमन। और सच क्या है? वायरल पोस्ट का सच जानने के लिए हमने इससे जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किए। सर्च रिजल्ट में हमें टाइम्स ऑफ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स समेत कई न्यूज वेबसाइट पर इससे जुड़ी खबर मिली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में 16 सितंबर को ही 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगा चुका है। चीन में अब तक 223 करोड़ वैक्सीन डोज के साथ 71% आबादी पूरी तरह वैक्सीनेटेड हो चुकी है। पड़ताल के दौरान चीन का वैक्सीनेशन रिकॉर्ड हमें WHO की वेबसाइट पर भी मिला। दुनिया में 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने वाला भारत दूसरा देश बना है। इस मौके पर दैनिक भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर खास खबर भी पब्लिश की थी, इस खबर में वैक्सीनेशन को लेकर विस्तार से मौजूदा हालात बताए गए हैं। साफ है कि सोशल मीडिया पर वैक्सीनेशन को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। दुनिया में भारत 100 करोड़ डोज देने वाला पहला नहीं चीन के बाद दूसरा देश है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/if-you-also-invest-in-the-stock-market-then-how-much-tax-do-you-have-to-pay/1896118/,"अगर आप भी करते हैं स्‍टॉक मार्केट में निवेश, तो आप पर कितना लगता है टैक्‍स","इस बात की जानकारी सभी को होती है कि सैलरी, रेंटल इनकम और बिजनेस होने वाली आय टैक्‍सेबल होती है, जिसके लिए आय के हिसाब से स्‍लैब भी दिए गए हैं। जिस आय की स्‍लैब में जो आता है, उसे उतना टैक्‍स देना होता है। वहीं दूसरी ओर बात शेयरों से होने वाली कमाई की बात करें तो सवाल उठता है कि वो भी क्‍या टैक्‍सेबल है। होममेकर्स, रिटायर्ड लोग अपनी जमा पूंजी को शेयरों में निवेश करते हैं, लेकिन उन्‍हें इस बात की जानकारी नहीं होती है कि शेयरों से होने वाली कमाई इनकम टैक्‍स के दायरे में आती है या नहीं। वास्‍तव में शेयरों को बेचने और खरीदने पर होने वाले फायदे और हानि आधार पर टैक्‍स लगाया जाता है। आइए आपको भी बताते हैं कि शेयरों से होने वाली कमाई पर कितना और किस तरह का टैक्‍स लगता है। शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन/लॉस यदि स्टॉक एक्सचेंज में लिस्‍टेड शेयरों को खरीदने के 12 महीनों के अंदर बेचे जाते हैं, तो विक्रेता को शॉर्ट टर्म केपिटल गेन या फ‍िर शॉर्ट टर्म कैपिटल लॉस हो सकता है। जब शेयर खरीद मूल्य से ज्‍यादा कीमत पर बेचे जाते हैं तो विक्रेता शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन होता है। लांग टर्म कैपिटल गेन और लॉस लांग टर्म केपिटल गेन और लॉस तब होता है जब शेयरों को खरीदने के 12 महीने के बाद उन्‍हें बेचा जाता है। बजट 2018 से पहले इक्विटी शेयरों या म्यूचुअल फंड की इक्विटी-बेस्‍ड यूनिट्स को बेचने होने वाला लांग टर्म कैपिटल गेन को धारा 10 (38) के तहत टैक्‍स में छूट दी हुई थी। 2018 बजट के प्रावधानों के अनुसार, यदि कोई विक्रेता एक लाख से रुपए से ज्‍यादा लांग टर्म कैपिटल गेन अर्जित करता है तो उस 10 फीसदी लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स लगता है। इसके अलावा ऐसे लोगों को इंडेक्सेशन का बेनिफ‍िट भी नहीं दिया जाएगा। शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स पर टैक्स शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स पर 15 फीसदी टैक्स लगता है। टैक्स स्लैब के बावजूद, शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर 15 फीसदी का स्‍पेशल टैक्‍स रेट लागू होता है। इसके अलावा, यदि आपकी कुल टैक्‍सेबल इनकम शॉर्ट टर्म गेन को छोड़कर टैक्‍सेबल इनकम से कम है यानी 2.5 लाख से कम है तो आप इस कमी को अपने शॉर्ट टर्म गेन के अगेंस्‍ट समायोजित कर सकते हैं। बाकी शॉर्ट टर्म गेन पर 15 फीसदी टैक्‍स + 4 फीसदी सेस लगाया जाएगा। लांग टर्म कैपिटल गेन पर टैक्‍स अगर शेयर बेचने पर आपका लांग टर्म कैपिटल गेन 1 लाख रुपए से कम है तो उस पर कोई टैक्‍स नहीं लगाया जाएगा। अगर यह लांग टर्म कैपिटल गेन एक लाख रुपए से ज्‍यादा है तो उस पर 10 फीसदी का टैक्‍स लगाया जाएगा। साथ ही उन्‍हें इंडेक्‍सेशन का लाभ भी नहीं मिलेगा। यह प्रावधान बजट 2018 के बाद किया गया है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/aadhaar-hackathon-2021-begins-created-special-portal-youth-from-across-the-country-will-be-involved-in-it/1895868/,"UIDAI to conduct Aadhaar Hackathon 2021: UIDAI ने बनाया खास पोर्टल, जानें- कौन ले सकता है हिस्सा और क्या हैं नियम?","“आज़ादी का अमृत महोत्सव” मनाने और भारतीय युवाओं के बीच नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यूआईडीएआई 28 अक्टूबर 2021 से 31 अक्टूबर 2021 तक ‘आधार हैकथॉन 2021’ आयोजित कर रहा है। इसके लिए यूआईडीएआई ने एक खास पोर्टल बनाया है। कोई भी यूआईडीएआई के इस https://hackathon.uidai.gov.in/. पोर्टल पर जाकर पूरी जानकारी ले सकता है। सभी सत्र वेबिनार के माध्यम से होंगे। हैकाथॉन में दो व्यापक विषयों यानी नामांकन और प्रमाणीकरण के तहत वर्गीकृत कई समस्या वाली बातें शामिल हैं। यूआईडीएआई को पिछले कुछ दिनों में अब तक इंजीनियरिंग छात्रों से 2700 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए हैं। यह अपने आप में लोगों के सामने वास्तविक जीवन की चुनौतियों को हल करने में युवा मन के झुकाव को बताता है। भागीदारी में इंजीनियरिंग संस्थानों की सभी श्रेणियों यानी IIT, NIT और NIRF और देश के सभी कोनों से कई शीर्ष क्रम के कॉलेजों – अरुणाचल प्रदेश जैसे पूर्वी राज्यों से लेकर उत्तर में जम्मू-कश्मीर तक के छात्र शामिल हैं। नवाचार के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि “नवाचार केवल एक शब्द या घटना नहीं है। यह एक सतत प्रक्रिया है। आप केवल तभी कुछ नया कर सकते हैं जब आप किसी समस्या को समझते हैं और उसका समाधान निकालने का प्रयास करते हैं। हमें समस्या की जड़ में जाना चाहिए और लीक से हटकर समाधान खोजना चाहिए। उस युग में जहां ज्ञान शक्ति है, नवाचार विकास का चालक है।” यूआईडीएआई ने इन मार्गदर्शक लाइनों पर लोगों के अनुभव को बढ़ाने और तकनीकी नवाचारों के माध्यम से नामांकन और प्रमाणीकरण सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म के साथ इंटरफेस करने के तरीके को बढ़ाने के लिए ‘आधार हैकथॉन-2021’ शुरू किया है। यूआईडीएआई के सीईओ डॉ. सौरभ गर्ग ने कहा, “जैसा कि आधार पहले से ही निवासियों को सशक्त बना रहा है, मैं इन प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देता हूं और आशा करता हूं कि हमारे युवा नवप्रवर्तनकर्ता, ‘नए भारत’ के निर्माण स्तंभ के रूप में सामने आएंगे। साथ ही मौजूदा ‘आधार बुनियादी ढांचे’ को और मजबूत करने के लिए कुछ उत्कृष्ट दृष्टिकोण-समाधान पेश करेंगे। इससे अंततः ‘आधार’ से संबंधित सेवाओं का अधिकतम लाभ आम लोगों को मिल सकेगा।” यूआईडीएआई टीम युवाओं की सहायता के लिए दैनिक आधार पर ऑनलाइन इंटरेक्टिव सत्र भी आयोजित कर रहा है। इन सत्रों में अनिवार्य रूप से समस्या विवरण, यूआईडीएआई एपीआई और उत्पादों के विवरण शामिल हैं। इन सत्रों को युवा प्रतिभागियों ने सराहना की है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/haryana-bahadurgarh-over-speeding-truck-three-women-farmer-protesters-died/1895866/,"हरियाणा: आंदोलनकारी महिला किसानों को ट्रक ने रौंदा, तीन की मौत; बोले राहुल- देश को खोखला कर रही यह क्रूरता-नफरत","हरियाणा के बहादुरगढ़ में गुरुवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। एक तेज रफ्तार ट्रक ने महिला किसान प्रदर्शनकारियों को रौंद दिया। इस दर्दनाक घटना में तीन बुजुर्ग महिलाओं की जान चली गई और तीन अन्य महिलाओं की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक यह घटना आज सुबह साढ़े 6 बजे के आसपास की बताई जा रही है। जिसमें झज्जर रोड पर बुजुर्ग महिलाएं डिवाइडर पर बैठी हुई थीं। इतने में एक तेज रफ्तार ट्रक उन्हें रौंदते हुए आगे निकल गया। इस हादसे में दो महिलाओं की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि एक महिला ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे में जिन तीनों महिलाओं की जान गई है, वो सभी पंजाब के मानसा जिले की रहने वालीं हैं। जानकारी के अनुसार महिलाएं सुबह अपने घर जाने के लिए ऑटो का इंतजार करते हुए डिवाइडर पर बैठी थीं। तभी झज्जर रोड पर फ्लाइओवर के नीचे तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। हादसे की खबर पाते ही मौके पर पुलिस पहुंची। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर 2020 से दिल्ली बॉर्डर पर किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसी आंदोलन से तीनों महिलाएं भी जुड़ी थीं। इस घटना पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने संवेदना प्रकट करते हुए लिखा, “भारत माता- देश की अन्नदाता- को कुचला गया है। ये क्रूरता और नफ़रत हमारे देश को खोखला कर रही है। मेरी शोक संवेदनाएं।” बता दें कि इससे पहले यूपी के लखीमपुर खीरी में भी विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को महिंद्रा थार से कुचलने का मामला सामने आया था। जिसमें 4 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में तीन भाजपा कार्यकर्ता और एक पत्रकार की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी बनाए गए हैं। किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी: किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी गारंटी कानून बनाए। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कहा गया है कि जबतक सरकार किसानों की मांगे नहीं मानती तबतक किसान वापस नहीं जाएंगे। वहां दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन को 11 महीने पूरे हो चुके हैं।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/7th-pay-commissioni-ncrease-da-and-pension-before-diwali-karnataka-government/1895778/,"7th Pay Commission: दिवाली से पहले इन कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले! DA और पेंशन में इजाफा, बढ़कर आएगी सैलरी","सातवें वेतन आयोग के तहत कर्नाटक सरकार ने महंगाई भत्‍ते में इजाफा कर राज्य कर्मचारियों को दिवाली गिफ्ट दिया है। बता दें कि राज्य सरकार ने इस साल 1 जुलाई से अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते को मौजूदा 21.5% से बढ़ाकर 24.5% करने की घोषणा की है। बढ़ती महंगाई के बीच दिवाली से पहले वेतन में बढ़ोत्तरी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर मानी जा रही है। किन पर होगा लागू: राज्य सरकार का यह आदेश पूर्णकालिक सरकारी कर्मचारियों, सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों, जिला पंचायतों के कर्मचारियों, वेतन के नियमित समय-मानों पर कार्यरत कर्मचारियों और विश्वविद्यालयों के पूर्णकालिक कर्मचारियों जोकि नियमित वेतनमान पर हैं, उनपर लागू होगा। इससे पहले कर्नाटक सरकार ने जुलाई में महंगाई भत्ते की अतिरिक्त किश्तें जारी करने का आदेश दिया था। गौरतलब है कि महंगाई भत्ते को जनवरी 2020 से जून 2021 तक के लिए मौजूदा 11.25 प्रतिशत से संशोधित कर 21.5 प्रतिशत कर दिया था। बता दें कि सातवें वेतन आयोग के तहत महंगाई भत्‍ते में इजाफा बेसिक सैलरी के आधार पर किया जाता है। यूपी में भी दिवाली बोनस: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी दिवाली से पहले राज्य के 28 लाख कर्मचारियों और पेंशनरों को डबल तोहफा देने की तैयारी में है। वित्त विभाग की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक सरकार 3 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ा सकती है। जिसकी घोषणा जल्द ही हो सकती है। इससे मौजूदा दर 31 फीसदी पहुंच जाएगी। जानकारी के मुताबिक कर्मचारियों और पेंशनरों को राज्य सरकार दिवाली बोनस और महंगाई भत्ते का भुगतान एक साथ दे सकती है। राज्य कर्मचारियों के अलावा केंद्रीय कर्मचारियों के लिए भी यह दिवाली अच्छी खबर लेकर आई है। बता दें कि केंद्रीय कैबिनेट ने महंगाई भत्ता तीन फीसदी बढ़ाकर कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा दिया है। ये महंगाई भत्ता 1 जुलाई से लागू किया गया है। इसके साथ जुलाई 2021 के लिए महंगाई भत्ता बढ़ने के साथ एरियर भी मिलेगा। 31 फीसदी DA के साथ सरकार केंद्रीय कर्मचारियों को एरियर का भी भुगतान करेगी। वहीं डीए में बढ़ोतरी से केंद्र सरकार के 47 लाख से अधिक कर्मचारियों और 68.62 लाख पेंशनभोगियों को सीधे तौर पर इसका फायदा मिलेगा। सरकार ने कहा कि महंगाई भत्ते और महंगाई राहत के कारण हर साल राजकोष पर 9,488.70 करोड़ रुपये का खर्च बढ़ेगा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/news/ind-vs-nz-t20-world-cup-india-may-reach-into-semifinal-know-all-scenario-b628/,"IND vs NZ T20 World Cup: न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का होगा 'करो या मरो' मुकाबला, जानें क्या कहते हैं आंकड़े","सेमीफाइनल के लिए दोनों टीमों के लिए होगा 'करो या मरो' मैच अपना पहला मैच पाकिस्तान से हारी हैं दोनों टीमें टी20 वर्ल्ड कप में भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला मुकाबला दोनों टीमों के लिए 'करो या मरो' जैसा होने वाला है। दोनों ही टीमें अपना पहला मैच पाकिस्तान से हार चुकी हैं। ऐसे में जो टीम इस मुकाबले को जीतेगा वही टीम सुपर 12 के ग्रुप-2 पाकिस्तान के साथ सेमीफानइल में जा सकती है। इसलिए दोनों टीमों के लिए यह मुकाबला बेहद अहम माना जा रहा है। अपना पहला मैच पाकिस्तान से हारी दोनों टीमें पाकिस्तान ने पहले भारत को 24 अक्टूबर को हुए महामुकाबले में भारत को दस विकटों से हराया, फिर 26 अक्टूबर को उसने न्यूजीलैंड को भी पांच विकटों से मात दी। पाकिस्तान के खिलाफ़ बल्लेबाजी में न्यूजीलैंड कुछ खास नहीं कर सकी, लेकिन फिल्डिंग क्षेत्र में उसने इंडिया से बेहतर खेला। जबकि इंडिया बल्लेबाजी में पाकिस्तान को 151 रन बनाने में सफल रही थी। वहीं पाकिस्तान के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड 134 रन ही बना सकी थी। टी20 वर्ल्ड कप में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रदर्शन टी20 वर्ल्ड कप में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। दोनों टीमों के बीच हुए अब तक 2 मैचों में न्यूजीलैंड का पलड़ा पूरी तरह से भारी रहा है। इन दोनों मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों भारत को हार का सामना करना पड़ा है। 2007 में हुए टी20 विश्व कप में दोनों टीमों का सामना हुआ था, जहां न्यूजीलैंड ने भारत को 10 रनों से हराया था। इसके बाद साल 2016 के टी20 वर्ल्ड कप में कीवी टीम ने दूसरी बार इंडिया टीम को 47 रनों से हराया था। भारत की सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना अगर भारत को सेमीफाइनल में पहुंचना है तो उसे न्यूजीलैंड को हराना होगा और इसके बाद बचे अपने तीनों मैचों को जीतना होगा। न्यूजीलैंड के बाद भारत का मुकाबला ग्रुप की शेष टीमें अफगानिस्तान, नामीबिया और स्कॉटलैंड से होगा। सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को ये सभी मैच जीतने होंगे। अगर भारत सेमीफाइनल में पहुंच जाता है तो उसका मुकाबला ग्रुप-1 की टीम इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया या फिर श्रीलंका से हो सकता है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/jammu-and-kashmir-security-forces-encounter-terrorist-who-came-to-kill-shopkeeper-in-baramulla-b408/,"जम्मू-कश्मीर: सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, दुकानदार को मारने आया आतंकी ढेर, बिहारी श्रमिकों की मौत का था जिम्मेदार","बारामुल्ला के चेरदानी इलाके में मारा गया आतंकी, दुकानदार को मारने आया था। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार के मुताबिक मारा गया आतंकी जावेद अहमद वानी कुलगाम का रहने वाला था। जावेद अहमद वानी बिहार के दो मजदूरों राजा रेशी देव, जोगिंदर रेशी देव को मारे जाने की घटना में भी शामिल था। जम्मू: बारामुल्ला के चेरदानी इलाके में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी जावेद अहमद वानी को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि जावेद को बारामुल्ला में एक दुकानदार को निशाना बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। पुलिस को इस बात की भनक लग गई। सेना और पुलिस का संयुक्त दल समय से पहले ही वहां पहुंच गया। सुरक्षाबलों को अपने सामने देख आतंकी ने उन पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया और जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने आतंकी जावेद को मार गिराया। मारे गए आतंकवादी से एक पिस्तौल, उसकी मैगजीन व पाकिस्तान निर्मित ग्रेनेड बरामद किया गया है। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने आतंकी के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि जब इसने सेना और पुलिस की एडीपी पर हमला करने का प्रयास किया तो सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में इसे मार गिराया। दुकानदार को मारने आया था आतंकी आईजीपी विजय कुमार ने जानकारी दी कि जावेद को बारामुल्ला के एक दुकानदार को निशाना बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। इस बात की जानकारी पुलिस को अपने सूत्रों से मिली थी। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि आतंकी पहचान कर ली गई है। उसका नाम जावेद अहमद वानी था और वह कुलगाम का रहने वाला था। विजय कुमार के अनुसार, 'इसे हम हाइब्रिड टाइप आतंकी कह सकते हैं।' गत 17 अक्टूबर को आतंकवादियों ने कुलगाम के वानपोह इलाके में श्रमिकों की बस्ती पर जो हमला किया था, जावेद उसमें मददगार था। आतंकियों की अंधाधुंध फायरिंग में बिहार के दो मजदूरों राजा रेशी देव, जोगिंदर रेशी देव की मौत हो गई थी जबकि बिहार का एक अन्य मजदूर चुनचुन रेशी देव घायल हो गया। गोलियां चलाने वाला गुलजार अहमद था जिसे गत 20 अक्टूबर को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था। यह तब से इधर-उधर छुपता फिर रहा था।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/18th-asean-india-summit-pm-modi-will-virtually-attend-the-summit-today-b628/,"18वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी आज लेंगे हिस्सा, इस मुद्दे पर होगी चर्चा","वर्जुअल माध्यम से पीएम मोदी इस सम्मेलन में लेंगे हिस्सा कोरोना महामारी, अंतरराष्ट्रीय विकास, व्यवसायों और अन्य मुद्दों पर होगी वार्ता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 18वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्जुअल माध्यम से हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में सभी आसियान देशों के शीर्ष नेता सम्मिलित होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस बात की जानकारी ट्विटर के माध्यम से दी है। पीएमओ के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ब्रुनेई के सुल्तान के निमंत्रण पर इस आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन में आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष/शासनाध्यक्ष भाग लेंगे। PM Narendra Modi will virtually attend the 18th ASEAN-India Summit today. The Summit will be attended by heads of State/Government of the ASEAN countries: PMO (File pic) pic.twitter.com/SrrgQeraci — ANI (@ANI) October 28, 2021 इन मुद्दों पर होगी चर्चा बताया जा रहा है कि आज होने वाले आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में कोरोना महामारी, अंतरराष्ट्रीय विकास, व्यवसायों और अन्य मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। इसके साथ ही इस सम्मेलन में संबंधित देशों में व्यापार और वाणिज्य, कनेक्टिविटी, शिक्षा-स्वास्थ्य और संस्कृति सहित अन्य क्षेत्रों में हुई प्रगति का जायजा लिया जा सकता है। महामारी के बाद आर्थिक सुधार सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विकास पर भी चर्चा की जाएगी। भारत की दृष्टिकोण से आसियान शिखर सम्मेलन भारतीय दृष्टिकोण से आसियान हमारी एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो-पैसिफिक की हमारी व्‍यापक परिकल्‍पना का केन्‍द्र है। वर्ष 2022 में आसियान-भारत के संबंधों के 30 वर्ष पूरे हो रहे हैं। आसियान-भारत रणनीतिक साझेदारी साझा भौगोलिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विकास के संबंधों की मजबूती का आधार है। भारत और आसियान देशों में अनेक संवाद मंच हैं, जिसमें एक शिखर सम्मेलन, मंत्रिस्तरीय बैठकें और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठकें शामिल हैं। ये बैठकें नियमित रूप से होती हैं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/crime/all-muslims-in-wankhede-family-if-they-were-hindus-have-been-no-marriage-claims-of-cleric-who-taught-b615/,"वानखेड़े के परिवार में सभी मुस्लिम हैं, हिंदू होते तो निकाह ही नहीं होता; समीर को निकाह पढ़ाने वाले मौलवी का दावा","निकाह को लेकर समीर के पिता ने कहा कि निकाह नामा सही है निकाह पढ़ाने वाले काजी ने कहा कि अगर ये जाहिर होता कि समीर हिंदू हैं तो हमारी शरीयत में ये निकाह ही नहीं होता मुंबईः समीर वानखेड़े को निकाह पढ़वाने वाले मौलवी काजी मुजम्मिल अहमद ने कहा कि ये निकाह नामा सही है और मेरे दस्तखत भी सही है। मैंने ही निकाह पढ़वाया था। और उस वक्त समीर, शबाना, इनके पिता और पूरा खानदान सब मुसलमान थे। नवाब मलिक द्वारा समीर के मुसलमान होने के दावे पर मुहर लगाते हुए काजी ने आगे कहा कि अगर ये जाहिर होता कि समीर हिंदू हैं तो हमारी शरीयत में ये निकाह ही नहीं होता। और काजी शरीयत के खिलाफ निकाह नहीं पढ़ाता। मामला जब तय हो जाता है तो काजी 15 मिनट में निकाह पढ़ाकर चला आता है। पूरे इस्लामी तौर-तरीके से शादी हुई और वहां गवाह, वकील और मौजूद सभी मुसलमान थे। वहीं काजी के दावे को लेकर जब समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं 15 दिन से यही कहते आ रहा हूं कि मैं मुस्लिम नहीं हूं। मैं हिंदू हूं और मेरा नाम ज्ञानवेद वानखेड़े है। नवाब मलिक निकाह नामा लगाकर मेरी जाति धर्म को निकाल रहे हैं, इनका ड्रग्स से क्या लेना-देना है। निकाह को लेकर समीर के पिता ने कहा कि निकाह नामा सही है। और मेरे बेटे की शादी सही है। डॉक्टर शबाना कुरैशी से शादी हुई और निकाह नामे में हम भी थे। और निकाह तभी होता है जब दो लोग एक ही जाति के हों। मेरे बेटे ने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी की। गौरतलब है कि नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि समीर दलित कोटे से सरकारी अधिकारी बने हैं। नवाब मलिक ने कहा कि जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि जो कागजात हमने डाले हैं वे असली हैं। ये सरकारी कार्यालय का दस्तावेज है। उसे गौर से देखा जाए तो 20 साल के बाद उसे टैंपर करके एक सर्कल लगाकर स्टार बनाया गया और नाम का खेल खेला गया। समीर दाऊद वानखेड़े ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर दलित जाति का प्रमाण पत्र बनवाया और सरकारी नौकरी प्राप्त की।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/crime/kranti-redkar-sameer-wankhede-nikah-nama-is-correct-husband-did-not-change-religion-legally-will-b615/,"निकाह नामा सही है, पति ने कानूनी रूप से धर्म नहीं बदला, बोलीं बनाखेड़े की पत्नी- नवाब मलिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे","निकाह हुआ लेकिन समीर ने कानूनी तौर पर अपना धर्म, जाति नहीं बदलीः वानखेड़े की पत्नी यह सिर्फ एक औपचारिकता थी क्योंकि मेरी सास मुस्लिम थींः क्रांति रेडकर मुंबईः एनसीपी नेता नवाब मलिक द्वारा समीर वानखेड़े के खिलाफ लगाए आरोपों को लेकर एनसीबी अधिकारी की पत्नी क्रांति रेडकर ने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। क्रांति ने कहा कि हम नवाब मलिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, उनका उद्देश्य समीर को हटाना है ताकि उनका दामाद बच सके। गौरतलब है कि बुधवार एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के मुस्लिम होने और शबाना जाहिद कुरैशी से शादी को लेकर सबूत पेश किया था। मलिक ने दावा किया कि समीर वानखेड़े का शबाना जाहिद कुरैशी से 7 दिसंबर 2006 को रात 8 बजे, लोखंड वाला परिसर, अंधेरी (पश्चिम) मुंबई में निकाह हुआ था। नवाब मलिक के दावों पर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने कहा कि समीर का निकाह नामा सही है लेकिन पति ने कानूनी रूप से धर्म परिवर्तन नहीं किया था। नवाब मलिक के आरोपों के सवालों का जवाब देते हुए एनसीबी अधिकारी की पत्नी ने मीडिया से कहा कि निकाहनामा सही है। निकाह हुआ लेकिन समीर ने कानूनी तौर पर अपना धर्म, जाति नहीं बदली। यह सिर्फ एक औपचारिकता थी क्योंकि मेरी सास मुस्लिम थीं और उनकी खुशी के लिए निकाह हुआ। Nikahnama is correct. Nikah happened but Sameer legally didn't change his religion, caste. It was just a formality as my mother-in-law was Muslim&for her happiness, nikah happened. Birth certificate shared by Nawab Malik wrong: Kranti Redkar Wankhede, Sameer Wankhede';s wife (1/2) pic.twitter.com/ExMMeBHCuZ — ANI (@ANI) October 27, 2021 नवाब मलिक द्वारा साझा किए गए वानखेड़े के जन्म प्रमाण पत्र को गलत बताते हुए समीर की पत्नी ने कहा, हमारी निजी तस्वीरें साझा कर नवाब मलिक अपने द्वारा ली गई संवैधानिक शपथ के खिलाफ काम कर रहे हैं। हम उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उनका एक ही मकसद समीर वानखेड़े को उनके पद से हटाना है ताकि उनके दामाद को बचाया जा सके। इससे पहले क्रांति ने कहा था कि जो सही है उसके बारे में हमने कुछ नहीं कहा लेकिन जो झूठ है उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। क्रांति रेडकर ने एएनआई से बातचीत में कहा, हमने कभी किसी बात से इनकार नहीं किया, लेकिन झूठ को बर्दाश्त नहीं कर सकते। समीर की शबाना संग निकाह को लेकर कहा कि दोनों अलग-अलग धर्मों के थे... और स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी की। हमारे पास कानूनी दस्तावेज हैं, यह कैसे जालसाजी हुआ। यहां साफ लिखा है कि वह हिंदू हैं। इससे पहले क्रांति ने कहा था कि वह और समीर जन्म से हिंदू हैं और धर्म परिवर्तन कभी नहीं कराया।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/business/petrol-diesel-price-today-petrol-rs-10829-per-litre-and-diesel-rs-9702-per-litre-in-delhi-b628/,"Petrol Diesel Price Today: दो दिनों के ब्रेक के बाद आज फिर बढ़े तेल के दाम, दिल्ली में 108 रुपये के पार पहुंचा पेट्रोल","दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में प्रति लीटर 35-35 पैसे की वृद्धि मुंबई में पेट्रोल 114.14 तो डीजल 105.12 रुपये प्रति लीटर हुआ पेट्रोल-डीजल के दाम अनियंत्रित होकर लगातार बढ़ रहे हैं। अक्टूबर माह में ही तेल की कीमतों का ग्राफ काफी ऊपर चढ़ा है। हालांकि इस हफ्ते के पहले दोनों दिनों तक तेल के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। लेकिन 28 अक्टूबर को जारी तेल के नए दाम के मुताबिक देश की राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल 108.29 रुपये और डीजल के लिए 97.02 रुपये प्रति लीटर हो गया है। दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की कीमत में प्रति लीटर 35-35 पैसे की वृद्धि हुई है। वहीं मुंबई में पेट्रोल 114.14 रुपये और डीजल 105.12 रुपये प्रति लीटर हुआ है। Price of petrol & diesel in #Delhi is at Rs 108.29 per litre & Rs 97.02 per litre respectively today. Petrol & diesel prices per litre-Rs 114.14 & Rs 105.12 in #Mumbai, Rs 108.78 & Rs 100.14 in #Kolkata; Rs 105.13 & Rs 101.25 in #Chennai respectively (File pic) pic.twitter.com/V5TTs6JD09 — ANI (@ANI) October 28, 2021 शहरों में पेट्रोल की कीमत दिल्ली: पेट्रोल - 108.29 प्रति लीटर; डीजल - 97.02 प्रति लीटर मुंबई: पेट्रोल - 114.14 प्रति लीटर; डीजल - 105.12 प्रति लीटर कोलकाता: पेट्रोल - 108.78 प्रति लीटर; डीजल - 100. 14 प्रति लीटर चेन्नई: पेट्रोल - 105.13 प्रति लीटर; डीजल - 101.25 प्रति लीटर विश्व बाजार में लगातार बढ़ रहे हैं तेल के दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। पिछले दो महीनों में कच्चे तेल के दाम 20 फीसदी के करीब बढ़े हैं। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड अब 85 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। इससे ईंधन महंगा हुआ है और मुद्रास्फीति की आशंका बढ़ी है। इसका सीधा असर घरेलु बाजार में भी देखा जा रहा है, सितंबर के आखिरी सप्ताह से डीजल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं, जो रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। आपके शहर में कितना है पेट्रोल-डीजल का दाम, ऐसे जानें पेट्रोल-डीजल के भाव रोजाना बदलते हैं और सुबह 6 बजे अपडेट हो जाते हैं। पेट्रोल-डीजल का रोज़ का रेट आप SMS के जरिए भी जान सकते हैं। अगर आप इंडियन ऑयल के कस्टमर RSP स्पेस पेट्रोल पंप का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर और बीपीसीएल के ग्राहक RSP लिख कर 9223112222 नंबर पर भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं, एचपीसीएल के ग्राहक HPPrice लिख कर 9222201122 नंबर पर भेजकर भाव पता कर सकते हैं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/google-doodle-on-kano-jigoro-honours-father-of-judo-on-161st-birthday-b408/,"Google doodle: गूगल ने जापान के 'फादर ऑफ जूडो' कानो जिगोरो पर बनाया खास डूडल, जानें इनके बारे में","प्रोफेसर कानो जिगोरो का आज 161वां जन्मदिन है, गूगल ने उन पर आधारित डूडल बनाया। आज के गूगल डूडल में कानो जिगोर के जीवन और काम को एनिमेटेड तरीके से दिखाया गया है। कानो जिगोरो का जन्म 1860 में हुआ था, जूडो की शुरुआत करने का श्रेय इन्हें जाता है। नई दिल्ली: सर्च इंजन Google ने 'फादर ऑफ जूडो' कहे जाने वाले कानो जिगोरो (Kano Jigoro) पर आज बेहद खास डूडल बनाया है। प्रोफेसर कानो जिगोरो का आज 161वां जन्मदिन भी है। यही कारण है कि गूगल ने डूडल के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी। आज के डूडल में कई स्लाइड हैं और यह कानो के जीवन और काम को एनिमेटेड तरीके से एक सीरीज में दिखाने की कोशिश करते हैं। इन स्लाइड में उन्हें अपने छात्रों को मार्शल आर्ट की शिक्षा देते हुए दिखाया गया है। कानो जिगोरो का जन्म 1860 में मिकेज (अब कोबे का हिस्सा) में हुआ था। बाद में वे 11 साल की उम्र में अपने पिता के साथ टोक्यो चले गए। वे स्कूल में प्रतिभाशाली बच्चे के तौर पर जाने जाते थे। उनकी खास रूचि तब जुजुत्सु (Jujutsu) की मार्शल आर्ट का अध्ययन करने में थी। टोक्यो विश्वविद्यालय में एक छात्र के रूप में पढ़ाई के दौरान आखिरकार कोई ऐसा शख्स मिला जो उन्हें जुजुत्सु पढ़ा सकता था। जुजुत्सु मास्टर और पूर्व समुराई फुकुदा हाचिनोसुके से कानो जिगोरो ने जुजुत्सु की शिक्षा लेनी शुरू की। Kano Jigoro: जूडो की शुरुआत कैसे हुई? जूडो की शुरुआत का किस्सा दिलचस्प है। इस शैली का जन्म जुजुत्सु के एक मैच के दौरान हुआ था जब कानो ने अपने बड़े प्रतिद्वंद्वी को मैट पर गिराने के लिए पश्चिमी कुश्ती शैली की एक चाल का इस्तेमाल किया। जुजुत्सु में उपयोग की जाने वाली सबसे खतरनाक तकनीक को हटाकर उन्होंने 'जूडो' की शुरुआत की। यह एक सुरक्षित और सहयोगात्मक खेल था। कानो ने इसे अपने व्यक्तिगत विचार सेरीयोकू-ज़ेन्यो (ऊर्जा का अधिकतम कुशल उपयोग) और जिता-क्योई (खुद और दूसरों की पारस्परिक समृद्धि) के आधार पर तैयार किया। साल 1882 में कानो ने टोक्यो में अपना डोजो (एक मार्शल आर्ट जिम) खोला। इसे कोडोकन जूडो संस्थान नाम दिया गया। यहां कानो कई सालों तक जूडो के विकास पर काम करते रहे। उन्होंने 1893 में इस खेल में महिलाओं को भी शामिल किया। साल 1909 में कानो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के पहले एशियाई सदस्य बने और 1960 में IOC ने जूडो को एक आधिकारिक ओलंपिक खेल के रूप में मंजूरी दे दी थी।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/crime/kerala-17-year-old-girl-delivers-baby-with-help-from-youtube-videos-b408/,"केरल में 17 साल की लड़की ने यूट्यूब वीडियो देखते हुए बच्चे को दिया जन्म, घर में माता-पिता को नहीं थी बेटी की प्रेगनेंसी की जानकारी","केरल के मल्लापुरम जिले का मामला, 17 साल की लड़की ने वीडियो देखते हुए बच्चे को दिया जन्म। पुलिस के अनुसा लड़की ने बताया है कि 21 साल के एक पड़ोसी लड़के ने उसे फुसलाकर गर्भवती किया। लड़की के गर्भवती होने के बावजूद घर में माता-पिता को इस बारे में पता नहीं चल सका। केरल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां 17 साल की एक लड़की ने अपने घर पर यूट्यूब वीडियो देखते हुए बच्चे को जन्म दिया। लड़की के प्रेग्नेंट होने की जानकारी माता-पिता को भी नहीं थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार ये पूरा मामला केरल के मल्लापुरम जिले का है। लडकी ने 20 अक्टूबर को अपने कमरे में बच्चे जन्म दिया। इसके बाद वह तीन दिन तक अपने कमरे में ही बंद रही। लड़की की मां ठीक से देख नहीं सकती है। ऐसे में उसे इस संबंध में तीन दिन बाद उस समय जानकारी मिली जब लड़की को कोई संक्रमण हो गया। इसके बाद आननफानन में लड़की और बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। जच्चा और बच्चा अभी सुरक्षित हैं। बहरहाल, अस्पताल ने किशोर उम्र में लड़की की मां बनने की जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को दे दी है। CWC ने इस मामले से पुलिस को अवगत करा दिया है। पड़ोसी पर लड़की को गर्भवती करने का आरोप पुलिस के अनुसार लड़की ने बताया है कि 21 साल के उसके एक पड़ोसी ने उसे गर्भवती किया। साथ ही उसने सलाह भी दी कि वह यूट्यूब वीडियो देखकर सीख ले कि बच्चे के जन्म के बाद अंबिलिकल कॉर्ड कैसे काटना है। पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। सीडब्ल्यूसी ने इस बात पर भी हैरानी जताई है कि बेटी की गर्भावस्था की भनक महीनों तक मां को नहीं लग सकी। यही नहीं, जन्म के दो दिन बाद तक मां को इस बारे में पता नहीं चला। मलप्पुरम के सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष एडवोकेट शाजेश बस्केर ने कहा कि मां नेत्रहीन है और पिता सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते है। वे हमेशा रात की ड्यूटी पर रहते हैं। बेटी जब कमरे में मोबाइल के साथ बंद थी तो मां ने माना था कि लड़की ऑनलाइन क्लास कर रही है। पुलिस के अनुसार गर्भावस्था के तीसरे महीने में लड़की ने एक निजी अस्पताल में पेट दर्द की बात कर जांच कराई थी। यहां उसका गैस्ट्राइटिस का इलाज किया गया था। पुलिस ने कहा है कि जांच के लिए अब डीएनए परीक्षण कराया जाएगा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/other-sports/olympic-champion-neeraj-chopra-and-ravi-dahiya-khel-ratna-award-11-players-arjuna-award-35-players-b507/,"ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा और रवि दहिया सहित 11 खिलाड़ी को खेल रत्न पुरस्कार, शिखर धवन सहित 35 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड!, देखें लिस्ट","क्रिकेटर शिखर धवन सहित 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिया जाएगा। निशानेबाज अवनि लेखरा खेल रत्न हासिल करने वाले पांच पैरा खिलाड़ियों में शामिल हैं। नई दिल्लीः टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में भारत के शानदार प्रदर्शन की झलक बुधवार को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की सिफारिशों के दौरान दिखी जब खेल रत्न पुरस्कार के लिए ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा सहित 11 खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश की गई। चयन समिति ने अर्जुन पुरस्कार के लिए भी 35 खिलाड़ियों को नामित किया। व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी 23 साल के चोपड़ा के अलावा रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया और कांस्य पदक जीतने वाली महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन के नाम की सिफारिश भी देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए की गई। दिग्गज फुटबॉलर सुनील छेत्री भी अनुभवी हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश, महिला टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज के अलावा दिग्गज फुटबॉलर सुनील छेत्री को भी इस सम्मान के लिए चुना गया। छेत्री इस पुरस्कार के लिए चुने गए देश के पहले फुटबॉलर हैं। टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों, निशानेबाज अवनि लेखरा और मनीष नरवाल, भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल और बैडमिंटन खिलाड़ियों प्रमोद भगत और कृष्णा नागर को भी उनके प्रदर्शन का इनाम मिला। एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक सहित सात पदक जीते थे इन सभी को खेल रत्न पुरस्कारों की सूची में जगह मिली है जिसे स्वीकृति के लिए खेल मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। भारत ने तोक्यो ओलंपिक के लिए अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा था। इन खेलों में भारत की ओर से 121 खिलाड़ियों ने चुनौती पेश की थी और देश ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक सहित सात पदक जीते थे। इन ओलंपिक पदक विजेताओं में से तीन पहलवान बजरंग पूनिया, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को पहले ही खेल रत्न मिल चुका है। पैरालंपिक में भारत ने पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक सहित कुल 19 पदक जीते थे। पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यथिराज का नाम पिछले साल पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया जबकि 2016 रियो खेलों के बाद चार खिलाड़ियों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था लेकिन टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में भारत के शानदार प्रदर्शन के बाद अभूतपूर्व संख्या में खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश की गई। पैरालंपिक (24 अगस्त से पांच सितंबर) में हिस्सा लेने वाले पैरा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी विचार करने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा में विलंब किया गया। समिति ने अर्जुन पुरस्कार के लिए 35 खिलाड़ियों को चुना जो पिछले साल पुरस्कार के लिए चुने गए खिलाड़ियों की संख्या से आठ अधिक है। क्रिकेटर शिखर धवन, पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल, पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यथिराज और ऊंची कूद के निषाद कुमार अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए खिलाड़ियों में शामिल हैं। यह पुरस्कार शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को दिए जाते हैं। धवन अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए 57वें क्रिकेटर हैं। ओलंपिक में एतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सभी सदस्यों को भी अर्जुन पुरस्कार दिया जाएगा बशर्ते उन्हें पहले यह पुरस्कार नहीं मिला हो। महिला टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना के नाम की सिफारिश महिला हॉकी टीम की सदस्यों वंदना कटारिया और मोनिका, ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज भवानी देवी, मुक्केबाज सिमरनजीत कौर, पहलवान दीपक पूनिया, पिस्टल निशानेबाज अभिषेक वर्मा, कबड्डी खिलाड़ी संदीप नरवाल, महिला टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना के नाम की सिफारिश भी अर्जुन पुरस्कार के लिए की गई। यहां मिली जानकारी के अनुसार एथलेटिक्स के कोच राधाकृष्ण नायर और टीपी ओसेफ तथा हॉकी कोच संदीप सांगवान द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चुने गए कोच की सूची में शामिल हैं। खेल रत्न पुरस्कार में 25 लाख रुपये की इनामी राशि और प्रशस्ति पत्र जबकि अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को 15 लाख की इनामी राशि और प्रशस्ति पत्र मिलता है। वर्ष 2020 से पहले खेल रत्न पुरस्कार विजेता को साढ़े सात लाख रुपये जबकि अर्जुन पुरस्कार विजेता को पांच लाख रुपये दिए जाते थे। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कारः नीरज चोपड़ा रवि दहिया लवलीना बोरगोहेन अनुभवी हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश महिला टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज सुनील छेत्री अवनि लेखरा मनीष नरवाल भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल बैडमिंटन खिलाड़ियों प्रमोद भगत कृष्णा नागर। (इनपुट एजेंसी)",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/weird/viral-video-of-thief-stole-the-bicycle-people-were-ahocked-after-watching-this-b602/,"शख्स ने मौका देखकर सफाई से की चोरी, लोगों ने कहा- ये तो चोरो का सरदार निकला, वीडियो वायरल","शख्स ने शातिर ढ़ग से चुराई साइकिल वीडियो देख लोग रह गए दंग लोगों ने कहा- ये चोरों का सरदार है मुंबई : सोशल मीडिया पर हमेशा कोई न कोई वीडियो वायरल होता रहता है । कभी-कभी तो ये वीडियो आपको हैरानी में डाल देते हैं कि आखिर ये कैसा हो गया । अब एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है , जिसमें एक चोर इतने शातिर तरीके से चोरी करता है कि लोग देखते रह जाते हैं । वीडियो एक गली का है । जहां एक चोर चोरी करने के लिए गली में इधर -उधर भटक रहा होता है । वह कुछ इस तरह से रिएक्ट करता है जिससे किसी को शक ना हो कि वो वहां चोरी करने आया है । चोर की ये सारी हरकते वहां मौजूद कैमरे में कैद हो जाती है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है । View this post on Instagram A post shared by GiDDa CoMpAnY -mEmE pAgE- (@giedde) वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक चोर चोरी के लिए बहुत तगड़ा दिमाग लगा रहा है । दरअसल वो एक साइकिल चोरी करने के फिराक है, लेकिन चोरी करने से पहले वो इतना कुछ करता है कि आप बस देखते रह जाएंगे । इस वीडियो को मजेदार बनाने के लिए बैकग्राउंड में money heist वेब सीरीज का o bella ciao म्यूजिक बज रहा है । सोशल मीडिया पर मोबाइल चोर महिला का ये वीडियो खूब वायरल हो गया है और लोग कमेंट के जरिए अपना-अपना रिएक्शन दिए जा रहे हैं । एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘ भाईसाहब! क्या हाथों की सफाई दिखाई है ।’ वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, ‘ ऐसे लोगों से बचना चाहिए.’ इसके अलावा और भी कई लोगों ने इस पर कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को ‘giedde’ नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है , जिसके साथ उन्होंने मजेदार कैप्शन भी लिखा. यह वीडियो इतना मजेदार है कि लोग इसे बार-बार देख रहे हैं और अन्य प्लेटफार्म पर शेयर कर रहे हैं ।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/news/t20-world-cup-australian-david-warner-comment-south-african-quinton-de-kocks-decision-pull-out-b507/,"दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक पर आस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी का बयान, जानें क्या कहा","डेविड वार्नर ने कहा कि उनकी टीम घुटने के बल बैठेगी। टीम को घुटने के बल बैठने का निर्देश देने पर कुछ नहीं कहूंगा। नस्लवाद विरोधी अभियान के समर्थन में किया जाना था। T20 World Cup: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक के घुटने के बल बैठने से इनकार करने के बाद मैच से हटने के फैसले पर प्रतिक्रिया मांगने पर आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने कहा है कि उनकी टीम घुटने के बल बैठेगी। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने अपनी टीम को निर्देश दिया था कि सभी खिलाड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच की शुरुआत से पहले घुटने के बल बैठेंगे। ऐसा नस्लवाद विरोधी अभियान के समर्थन में किया जाना था। वार्नर की तरह डिकॉक भी दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज हैं और टीम के लिए अहम भूमिका निभाते हैं। वार्नर ने कहा, ‘‘बेशक मैं दक्षिण अफ्रीका प्रशासन के अपनी टीम को घुटने के बल बैठने का निर्देश देने पर कुछ नहीं कहूंगा। यह उनका फैसला था, ऐसा करना प्रत्येक व्यक्तिगत खिलाड़ी का फैसला था।’’ वार्नर ने साथ ही कहा कि वह हाल के मैच में अपने खराब प्रदर्शन से अधिक परेशान नहीं हैं और उन्हें जल्दी ही फॉर्म में वापसी की उम्मीद है। आस्ट्रेलिया टी20 विश्व कप के अपने दूसरे मैच में गुरुवार को दुबई में श्रीलंका से भिड़ेगा। स्टार्क के पैर में चोट लगी आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को यूएई के दुबई में मंगलवार रात आईसीसी अकादमी में ट्रेनिंग के बाद पैर में चोट के कारण लड़खड़ाते हुए देखा गया। स्टार्क दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 विश्व कप के आस्ट्रेलिया के पहले मुकाबले में खेले थे लेकिन उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। बायें हाथ के इस तेज गेंदबाज ने क्रिकेट से लगभग छह महीने का ब्रेक लिया था और आईसीसी टी20 विश्व कप के लिए दुबई पहुंचने से पहले वह बामुश्किल कोई मैच खेले। स्टार्क ने अपनी जोड़ीदार एलिसा हीली के साथ क्वीन्सलैंड में आस्ट्रेलिया की महिला टीम के साथ ट्रेनिंग की। चोट के कारण स्टार्क का गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ आस्ट्रेलिया की ओर से खेलना संदिग्ध है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/neet-ug-2021-sc-stays-bombay-high-court-order-allows-nta-to-declare-results-645991.html,"NEET-UG 2021: SC ने बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर लगाई रोक, NTA को रिजल्ट घोषित करने की अनुमति","NEET-UG 2021: SC ने बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर लगाई रोक, NTA को रिजल्ट घोषित करने की अनुमति By Anjan Kumar Chaudhary | Published: Thursday, October 28, 2021, 12:07 [IST] नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को अंडर ग्रेजुएट (एनईईटी-यूजी) 2021 के लिए नेशनल इलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट के लिए रिजल्ट घोषित करने की इजाजत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट के उस आदेश पर भी रोक लगा दिया है, जिसमें उसने एनटीए को परिणाम घोषित करने पर रोक लगाने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने आज इस मामले में एक बड़ा आदेश देते हुए एनटीए को परिणाम घोषित करने पर रोक लगाने के वाले बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर को स्थगित कर दिया है। अदालत ने इसके साथ ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को अंडर ग्रेजुएट (एनईईटी-यूजी) 2021 के लिए नेशनल इलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट के रिजल्ट घोषित करने की अनुमति दे दी है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/8-people-have-lost-their-lives-in-a-road-accident-near-thatri-in-doda-jammu-kashmir-645986.html,"Jammu and Kashmir: डोडा में बड़ा हादसा, खाई में गिरी बस, 8 लोगों की मौत","Jammu and Kashmir: डोडा में बड़ा हादसा, खाई में गिरी बस, 8 लोगों की मौत By Bavita Jha | Updated: Thursday, October 28, 2021, 11:48 [IST] श्रीनगर, 27 अक्टूबर। जम्मू कश्मीर के डोडा में बड़ा हादसा हो गया है। जम्मू-कश्मीर के डोडा में बड़ा हादसा हो गया है। कश्मीर के ठथरी से डोडा जा रही मिनी बस के खाई में गिर गई, जिसके कारण 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटनास्थल पर राहत बचाव कार्य जारी है। हादसे की सूचना मिलने के बाद वहां स्थानीय पुलिस की टीम पहुंच गई और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। एडिशनल एसपी डोडा ने राहत-बचाव कार्य की जिम्मेदारी संभाल रखी है। वहीं इस हादसे पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने डोडा क डीसी विकास शर्मा से फोन पर बात की है। उन्होंन कहा कि हादसे में घायलों को जीएमसी डोडा ले जाया जा रहा है। आगे जो भी सहायता की आवश्यकता होगी वो उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं प्रधानमंत्री ने हादसे पर शोक जताते हुए मुआवजे का ऐलान किया। हादसे में मरने वालों परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 -2 लाख के मुआवज का ऐलान किया गया है, वहीं हदासे में घायलों को 50000 रुप दिए जाएंगे। पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने लिया हिस्सा, इंडो-पैसिफिक रीजन में ध्यान देने पर जोर",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/kerala-17-year-old-girl-delivers-baby-watching-youtube-videos-lover-held-645981.html,"केरल में नाबालिग लड़की ने YouTube वीडियो देखकर बच्चे को जन्मा, घरवालों को पता ही नहीं था","केरल में नाबालिग लड़की ने YouTube वीडियो देखकर बच्चे को जन्मा, घरवालों को पता ही नहीं था By Vijay | Updated: Thursday, October 28, 2021, 11:21 [IST] मलप्पुरम। दक्षिण भारतीय राज्‍य केरल में एक 17 साल की लड़की ने अपने घर पर यूट्यूब के वीडियो देखकर बच्‍चा जन्मा। वो अपने प्रेमी से यौन-संबंध बनाने पर गर्भवती हो गई थी, जबकि उसके माता-पिता उसकी गर्भावस्था से अनजान थे। यह घटना केरल के मलप्पुरम जिले की है, जहां लड़की ने 20 अक्टूबर को बच्चे को जन्म दिया। तीन दिनों के बाद उसकी मां (जो देख नहीं पाती) को बच्चा होने के बारे में पता चला, क्योंकि प्रसव-क्रिया के बाद लड़की को इंफेक्शन हो गया था। केरल में चौंकाने वाला मामला सामने आया पता चला है कि, वो नाबालिग लड़की प्रसव के बाद तीन दिन तक अपने कमरे में ही रही। तीन दिन बाद जब उसकी मां को पता चला, तो लड़की और उसके बच्चे दोनों को अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल, वे दोनों ठीक हैं। उधर, अस्पताल के प्रबंधन ने नाबालिग को बच्‍चा होने के संबंध में बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सूचित किया, जिसने मामले की सूचना पुलिस को दी। पड़ोसी से प्रेम-प्रसंग चल रहा था पुलिस के मुताबिक, लड़की ने कहा है कि पड़ोस में ही रहने वाले एक 21 वर्षीय युवक से प्यार करती थी। उसी ने गर्भवती कर दिया। और, बच्चे को जन्म पर गर्भनाल को कैसे काटना है, यह समझने के लिए उसी ने यूट्यूब वीडियो देखने की भी सलाह दी। पुलिस का कहना है कि, जिस युवक ने नाबालिग लड़की को गर्भवती किया, उस पर कानूनी कार्रवाई होगी। युवक लड़की से उसी के कमरे में आकर मिलता था। नेत्रहीन होने की वजह से लड़की की मां उन्हें देख नहीं पाती थी, युवक ने लड़की के कमरे में अकेले होने का फायदा उठाया। 10 साल की बच्ची ने PM से मिलने को मेल किया, जवाब मिला- दौड़ी चली आओ बेटा, पूछे ढेरों सवाल मां को लगता था- ऑनलाइन क्लास ले रही है उधर, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने इस बात पर आश्चर्य जताया है कि, लड़की गर्भवती हो गई..ये उसके माता-पिता को पता नहीं चला होगा? क्योंकि, गर्भावस्था के महीनों में उसका पेट फूला रहा था। लड़की ने अपने माता-पिता से यह बात छिपाए रखी थी। मां तो नेत्रहीन है जबकि उसका पति सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता है और हमेशा रात की ड्यूटी पर रहता है। लड़की की मां का कहना है कि जब बेटी कमरे में खुद को बंद कर लेती थी..तो मैं सोचती थी कि उसकी ऑनलाइन क्लास चल रही है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/after-boat-a-drone-was-spotted-along-indo-pak-border-in-punjab-s-amritsar-645977.html,"Punjab: संदिग्ध नाव के बाद Indo-Pak बार्डर पर दिखा ड्रोन, BSF ने की फायरिंग","Punjab: संदिग्ध नाव के बाद Indo-Pak बार्डर पर दिखा ड्रोन, BSF ने की फायरिंग By Ankur Sharma | Updated: Thursday, October 28, 2021, 10:48 [IST] अमृतसर, 28 अक्टूबर। एक बड़ी खबर अमृतसर से है, जहां गुरुवार को अजनाला थाना क्षेत्र के पास भारत-पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन देखा गया। ड्रोन को देर रात 12.30 पर शाहपुर सीमा चौकी के पास देखा गया, जिस पर सीमा सुरक्षा बल की 73वीं बटालियन ने गोलियां चलाईं, जिसके बाद यह ड्रोन पाकिस्तान की ओर चला गया। बीएसएफ और सुरक्षा एजेंसियां को शक है कि ड्रोन का इस्तेमाल किसी सामान या हथियार को राज्य में गिराने के उद्देश्य से तो किया गया, फिलहाल मामले की जांच जारी है। आपको बता दें कि पिछले काफी वक्त से खबरें आ रही हैं कि ड्रोन के जरिए पाकिस्तान पंजाब के कुछ स्थानों पर हथियार पहुंचाने का काम कर रहा है। मालूम हो कि कल ही बीएसएफ को पाकिस्तान की तरफ से आई एक बोट भी मिली थी, जिसकी भी जांच की जा रही है। बीएसएफ को पाकिस्तानी नाव पठानकोट के बमियाल बॉर्डर पर तरनाह नाले में मिली है। आशंका जताई जा रही है कि इस नाव में बैठकर कुछ संदिग्ध लोग इंडिया में असलहा लेकर आए हैं, हालांकि अभी तक की जांच में कुछ भी हासिल नहीं हुआ है, फिलहाल तलाश जारी हैं, सुरक्षा एजेंसिंया अलर्ट पर हैं। पंजाब और कश्मीर बार्डर पर संदिग्ध ड्रोन की हरकतें बढ़ीं आपको बता दें कि पिछले काफी वक्त से पंजाब और कश्मीर बार्डर पर संदिग्ध ड्रोन की हरकतें बढ़ गई हैं। जम्मू-कश्मीर के कई सैन्य इलाकों के पास संदिग्ध ड्रोन देखे गए हैं। जो कि थोड़ी देर मंडराने के बाद पाक की सीमा में दाखिल हो जाते हैंं। गौरतलब है कि 27 जून को पहली बार ड्रोन के जरिए जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन पर हमला किया गया था। राज्य में कई जगहों पर ड्रोन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा हुआ है और इसको लेकर गाइडलाइंस जारी हैं। यही नहीं जिन व्यक्तियों के पास पहले से ही ड्रोन कैमरे/मानव रहित हवाई वाहन हैं, उन्हें स्थानीय पुलिस थाने में जमा करने के आदेश जारी है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-reports-16156-new-coronavirus-cases-and-733-fatalities-in-last-24-hours-645975.html,"डरा रहे मौतों के आंकड़े: 24 घंटों में कोरोना से 733 लोगों की मौत, 16156 नए मरीज","डरा रहे मौतों के आंकड़े: 24 घंटों में कोरोना से 733 लोगों की मौत, 16156 नए मरीज By Dharmender | Updated: Thursday, October 28, 2021, 10:57 [IST] नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: कोरोना वायरस के दैनिक मामलों और मौतों की संख्या ने एक बार फिर से स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंताओं को बढ़ा दिया है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के भीतर देश में कोरोना वायरस के 16156 नए मरीज मिले हैं, जबकि 733 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा बीते एक दिन में कोरोना वायरस के 17095 मरीज ठीक भी हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना वायरस की वजह से अभी तक देश के अलग-अलग राज्यों में 4,56,386 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की सबसे बड़ी बात यह है कि कोरोना के मरीजों के रिकवरी रेट में लगातार इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब कोरोना वायरस के मरीजों का रिकवरी रेट बढ़कर 98.19 फीसदी हो गया है। अलग-अलग राज्यों में अभी तक कोरोना वायरस से कुल 3,36,14,434 मरीज ठीक हो चुके हैं और मौजूदा रिकवरी रेट मार्च 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। मरीजों के ठीक होने की रफ्तार बढ़ने से कोरोना वायरस के एक्टिव केस भी कम हुए हैं और देश में फिलहाल 1,60,989 एक्टिव मरीज बचे हैं। कोलकाता में बढ़े कोरोना के केस, सोनारपुर में लगा लॉकडाउन आपको बता दें कि हाल के दिनों में देश के कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़े हैं। पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है और राजधानी कोलकाता में दुर्गा पूजा के बाद कोरोना वायरस के मामलों में 25 फीसदी का इजाफा हुआ है। हालात को देखते हुए कोलकाता के सोनारपुर नगर पालिका क्षेत्र में गुरुवार से तीन दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है। राज्य सरकार ने अपने आदेश में कहा कि लॉकडाउन के दौरान केवल आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं के लिए छूट रहेगी। इसके अलावा सभी दुकानें और मार्केट बंद रहेंगी। ",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/weather-updates-thunderstorm-expected-in-tamil-nadu-kerala-mercury-dropped-in-delhi-645970.html,"Weather Updates: तमिलनाडु समेत कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका, दिल्ली में गिरा पारा, बढ़ी सिहरन","Weather Updates: तमिलनाडु समेत कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका, दिल्ली में गिरा पारा, बढ़ी सिहरन By Ankur Sharma | Updated: Thursday, October 28, 2021, 9:36 [IST] नई दिल्ली, 28 अक्टूबर। देश के कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के चलते तमिलनाडु में आज भारी बारिश की आशंका है। तमिलनाडु में इस वक्त पूर्वोत्तर मानसून सक्रिय है और इस कारण तमिलनाडु में 28 से 30 अक्टूबर तक भारी बारिश के आसार हैं तो वहीं दक्षिण कर्नाटक,केरल में भी भारी बारिश हो सकती है। केरल के की जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी है। भारी बारिश होने के आसार आईएमडी के अनुसार, तमिलनाडु के रामनाथपुरम, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, थूथुकुडी, मयिलादुथुराई और नागपट्टिनम जिलों और कराईकल में 28 से 30 अक्टूबर के बीच में भारी बारिश होने की संभावना है। जबकि पुदुक्कोट्टई, विरुधुनगर, थेनकासी, शिवगंगई, रामनाथपुरम, मदुरै, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी और कन्याकुमारी जिलों में 31 अक्टूबर को भारी बारिश होने के आसार हैं। Weather Updates: तमिलनाडु-केरल में भारी बारिश के आसार गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है जबकि 30-31 अक्टूबर के बीच आंध्र प्रदेश के यनम जिले भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने ओडिशा में 28 से 30 अक्टूबर तक हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, गजपति, गंजम और कोरापुट में गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। दिल्ली के तापमान में कमी आई है तो वहीं दिल्ली के तापमान में कमी आई है। बुधवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान बुधवार को 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि इस मौसम में अभी तक सबसे कम है, इसके पीछे पहाड़ों पर पारा गिरना वजह बताई जा रही है। Weather Updates: आज कई राज्यों में बिगड़ेगा मौसम, दिल्ली में जारी हुआ 'Yellow Alert' हिमाचल प्रदेश में कल बर्फबारी हुई आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कल बर्फबारी हुई जिससे तापमान में कमी आई है। आज दिल्ली में आसमान साफ रहने की उम्मीद है। हालांकि, दिल्ली सहित उत्तर भारत में तापमान 1 या 2 नवंबर तक 12-13 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। हालांकि तापमान गिरने की वजह से दिल्ली की फिजाओं में सिहरन महसूस की गई, जिसे सर्दी की आहट माना जा सकता है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/corona-antibodies-in-90-percent-of-delhi-people-sero-survey-645950.html,"दिल्ली के 90 प्रतिशत लोगों में कोरोना की एंटीबॉडी, छठे सीरो सर्वे में सामने आई बात: सूत्र","दिल्ली के 90 प्रतिशत लोगों में कोरोना की एंटीबॉडी, छठे सीरो सर्वे में सामने आई बात: सूत्र By Ashutosh Tiwari | Published: Wednesday, October 27, 2021, 22:20 [IST] नई दिल्ली, 27 अक्टूबर: पूरे देश में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रखा है, लेकिन अब रोजाना के मामले काफी हद तक कम हो गए हैं। इस बीच छठे सीरो सर्वे की रिपोर्ट सामने आई। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में दिल्ली के 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस की एंटीबॉडी बन चुकी है। इसके अलावा हर जिले में कम से कम 85 प्रतिशत सीरो पॉजिटिविटी दर्ज की गई। सूत्रों ने आगे बताया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने ज्यादा एंटी बॉडी डेवल्प की है। इन आंकड़ों में टीकाकरण के बाद लोगों में बनी एंटीबॉडी को भी शामिल किया गया। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक रविवार तक दिल्ली में दो करोड़ से ज्यादा लोग यानि 86 प्रतिशत आबादी ने वैक्सीन की पहली खुराक ले ली। इसके अलावा 48 प्रतिशत लोगों ने दोनों खुराक ली है। हालांकि वैज्ञानिक अभी भी हर्ड इम्युनिटी को लेकर कंफर्म नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक ये निश्चित नहीं हुआ है कि हर्ड इम्युनिटी के लिए एंटीबॉडी वाली आबादी के कितने प्रतिशत की आवश्यकता है। विभिन्न रोगों के लिए ये आंकड़ा अलग-अलग है। पिछले साल जून के अंत में जो सीरो सर्वे हुए था, उसमें ये आंकड़ा 22.6 प्रतिशत रहा। फिर अगस्त में ये संख्या 29.1 प्रतिशत हो गई। बाद में जब सितंबर में करवाया गया, तो इसमें थोड़ा कमी आई और आंकड़ा 25.1 पहुंच गया। कोरोना से हुई मौत में परिजनों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देगी आंध्र प्रदेश सरकार, जानिए पूरी प्रक्रिया वहीं नए साल यानि जनवरी में जब सरकार ने 5वां सीरो सर्वे करवाया, तो 56.13 प्रतिशत आबादी में एंटीबॉडीज पाई गईं। फिर दूसरी लहर खत्म होने और हाई वैक्सीनेशन के बाद 24 सितंबर को छठा सर्वे शुरू हुआ, जिसमें 280 वार्डों में 28 हजार से ज्यादा नमूने लिए गए। इसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों में एंटीबॉडी पाई गई।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/central-govt-start-har-ghar-dastak-vaccination-campaign-from-next-month-645949.html,"अगले महीने से देश में शुरू होगा 'हर घर दस्तक' वैक्सीनेशन अभियान, घर-घर जाकर टीका लगाएंगे हेल्थ वर्कर","अगले महीने से देश में शुरू होगा 'हर घर दस्तक' वैक्सीनेशन अभियान, घर-घर जाकर टीका लगाएंगे हेल्थ वर्कर By Kapil Tiwari | Updated: Wednesday, October 27, 2021, 22:12 [IST] नई दिल्ली, अक्टूबर 27। अगले महीने से केंद्र सरकार एक मेगा टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने जा रही है। बुधवार को देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार अगले महीने से 'हर घर दस्तक' वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान के तहत हेल्थ वर्कर्स सभी पात्र लोगों को घर-घर जाकर वैक्सीन की सेकेंड डोज लगाएंगे। इसके अलावा जिनको पहली डोज नहीं लगी है, उन्हें वैक्सीन की पहली डोज भी लगाई जाएगी। देश में 10 करोड़ से अधिक लोगों को नहीं लगी है एक भी डोज स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाने पर चर्चा करने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक के बाद उन्होंने बताया कि भारत में अभी तक 77 प्रतिशत योग्य आबादी को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 32 प्रतिशत को दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी तक देश में लगभग 10 करोड़ से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। देश में 10 करोड़ से अधिक लोगों को नहीं लगी है एक भी डोज स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाने पर चर्चा करने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक के बाद उन्होंने बताया कि भारत में अभी तक 77 प्रतिशत योग्य आबादी को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 32 प्रतिशत को दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी तक देश में लगभग 10 करोड़ से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था वो टीका जरूर लगवाएं- मंडाविया स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान कहा कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, वो टीका जरूर लगवाएं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 3.92 करोड़ से अधिक लाभार्थी अपनी दूसरी खुराक के लिए पिछले छह सप्ताह से अधिक समय से वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा लगभग 1.57 करोड़ चार से छह सप्ताह से इंतजार कर रहे हैं। वहीं 1.50 करोड़ से अधिक लोग 2-4 सप्ताह से वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/pm-modi-participates-in-east-asia-summit-on-indo-pacific-region-645947.html,"पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने लिया हिस्सा, इंडो-पैसिफिक रीजन में ध्यान देने पर जोर","पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने लिया हिस्सा, इंडो-पैसिफिक रीजन में ध्यान देने पर जोर By Ashutosh Tiwari| Published: Wednesday, October 27, 2021, 21:38 [IST] नई दिल्ली, 27 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रुनेई द्वारा आयोजित 16वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। कोरोना महामारी की वजह से इसे वर्चुअल ही आयोजित किया गया था। इस बैठक में पीएम मोदी ने स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो पैसिफिक क्षेत्र के सिद्धांत पर भारत के ध्यान केंद्रित करने की बात कही। इस सम्मेलन में अमेरिका, रूस, चीन समेत 18 देश सदस्य के तौर पर भाग लेंगे। बैठक से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा था कि भारत बहुपक्षवाद, नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय कानून, सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के साझा मूल्यों के प्रति सम्मान को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। वैसे ये सम्मेलन हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रमुख नेताओं को मंच देने वाला है। 2005 में अपनी स्थापना के बाद से इसने पूर्वी एशिया के रणनीतिक और भू-राजनीतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं बात करें इसके सदस्य देशों की तो 10 आसियान सदस्य देशों के अलावा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारत, चीन, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस शामिल हैं। भारत इसके संस्थापक सदस्यों में से एक है, जिस वजह से उसके ऊपर काफी जिम्मेदारियां हैं। साथ ही वो सम्मेलन को मजबूत करने और समकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। चीन के नये 'भूमि सीमा कानून' पर भारत ने जताया सख्त ऐतराज, द्विपक्षीय समझौते पर पड़ेगा असर चीन के साथ चल रहा है विवाद चीन दुनियाभर में अपनी विस्तारवादी नीतियों के लिए जाना जाता है। दक्षिणी चीन सागर के अलावा वो हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में दखल देता रहता है। जिस पर भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया कई बार चर्चा भी कर चुके हैं। अब पीएम मोदी के इस बयान को भी काफी अहम माना जा रहा है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/indian-railways-this-mistake-can-be-heavy-in-the-train-journey-during-festive-may-have-to-go-to-jail-645943.html,"Indian Railways: त्योहारी मौसम में ट्रेन में यह गलती पड़ सकती है भारी, जाना पड़ सकता है जेल","Indian Railways: त्योहारी मौसम में ट्रेन में यह गलती पड़ सकती है भारी, जाना पड़ सकता है जेल By Anjan Kumar Chaudhary | Published: Wednesday, October 27, 2021, 21:00 [IST] नई दिल्ली, 27 अक्टूबर: अगर आप दिवाली और छठ पूजा के लिए ट्रेन से सफर करने की तैयारी कर रहे हैं तो थोड़ा संभल जाइए। भारतीय रेलवे आपकी यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाने के लिए कई सारे कदम उठा रहा है। लेकिन, इसके लिए उसे कुछ सख्त कदम भी उठाने पड़ रहे हैं, जिसमें कोविड-19 के अनुकूल व्यवहार का पालन करवाना तो है ही, साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि यात्रीगण अपने साथ कुछ ऐसा सामान लेकर ना चलें, जिससे बाकी रेल यात्री, रेल कर्मचारी या इनसे जुड़ी संपत्तियों को किसी तरह का खतरा हो। मसलन, ट्रेन में स्मोकिंग करने वालों या ज्वलनशील पदार्थों के साथ सफर करके दूसरों की जान खतरे में डालने वाले यात्रियों को जेल तक जाना पड़ सकता है। रेलवे ने यात्रियों के लिए जारी की चेतावनी दिवाली-छठ पूजा के मद्देनजर ट्रेनों में भीड़ बढ़नी शुरू हो गई है। रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए करीब 668 स्पेशल ट्रेन भी चला रहा है। लेकिन, इस दौरान भारतीय रेलवे एक बात के लिए बहुत ही सतर्क है कि रेल यात्री कोई ऐसी गलती ना कर बैठें, जिससे दूसरे यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों या आम लोगों की जान-माल खतरे में पड़ जाए। इस दौरान यात्री यदि ज्वलनशील पदार्थ या विस्फोटक सामग्री लेकर सफर करते हुए पकड़े गए तो तीन साल तक जेल की सजा काटनी पड़ सकती है। रेलवे के अलग-अलग जोन इस संबंध में यात्रियों के लिए सोशल मीडिया पर हिदायतें जारी कर रहे हैं। 11 नवंबर तक विशेष सतर्कता अभियान चलाएगा रेलवे नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे ने ट्विटर के जरिए रेल यात्रियों को साफ आगाह किया है कि ""कृपया रेल यात्रा के दौरान विस्फोटक एवं ज्वलनशील पदार्थ लेकर यात्रा न करें। यह पूरी तरह वर्जित है, ऐसा करना दंडनीय अपराध है।"" इसके लिए रेलवे ने सतर्कता बढ़ा दी है और 11 नवंबर तक रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में विशेष चेकिंग अभियान चलाने का फैसला किया है। इसी तरह की चेतावनी वेस्ट सेंट्रल रेलवे ने भी जारी किया है, जिसका पालन नहीं करने वाले यात्रियों को भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है और या जुर्माने के साथ जेल भी जाना पड़ सकता है। किन चीजों के साथ रेल सफर पर है पाबंदी ? जिन ज्वलनशील पदार्थों के साथ रेल यात्रा पर पाबंदी है, उनमें स्टोव, पेट्रोलियम पदार्थ, गैस सिलेंडर, पटाखे, सिगरेट, सूखी घास, मिट्टी का तेल, माचिस या आग फैलाने वाली कोई भी ज्वलनशील चीज। गौरतलब है कि यात्री ट्रेनों में आग लगने की घटनाओं के बाद इसी साल 22 मार्च से भारतीय रेलवे ने आग से कोताही बरतने वाले यात्रियों के खिलाफ एक विशेष जागरुकता अभियान चलाया था, जिस दौरान स्टेशनों और ट्रेनों में सघन तलाशी ली गई थी। यह अभियान मुख्य तौर पर ट्रेनों में स्मोकिंग करने वालों के खिलाफ लॉन्च किया गया था और रेलवे के बड़े अधिकारियों को इसके खिलाफ आरपीएफ के एएसआई रैंक के अफसरों के साथ तैनाती की गई थी। रेल परिसरों में स्मोकिंग पर है पाबंदी दरअसल, ट्रेनों और रेलवे स्टेशन परिसर और प्लटेफॉर्म में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए स्मोकिंग करने पर पूरी तरह से पाबंदी लगी हुई है। इसलिए इन जगहों पर बीड़ी-सिगरेट पीना दंडनीय अपराध है और ट्रेनों और स्टेशन परिसरों में स्मोकिंग करने वालों के खिलाफ रेलवे ऐक्ट और टोबैको ऐक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई हो सकती है, जिसके तहत जुर्माने की भी व्यवस्था है। इस साल की शुरुआत में हो चुकी है बड़ी दुर्घटनाएं इस साल की शुरुआत में कोरोना लॉकडाउन से पहले देहरादून और लखनऊ शताब्दी जैसी नामी ट्रेनों में आग लगने की घटनाएं हुई थीं और तहकीकात में यह पता चला था कि देहरादून शताब्दी में किसी ने जलती हुई सिगरेट टॉयलेट में फेंकी थी उसी से आग ने कोच को अपनी चपेट में ले लिया था। लखनऊ शताब्दी के लगेज वैन में आग लगी थी, जिसे दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्टेशन पर रोककर आग पर काबू पाया गया। सबसे बड़ी बात ये रही कि इतनी भयानक घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इसके चलते यात्रियों और रेलवे को करोड़ों की संपत्ति का नुकसान झेलना पड़ा।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/5000-km-range-ballistic-missile-agni-5-test-successful-645941.html,"कई गुना बढ़ी भारतीय सेना की ताकत, बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि -5' का हुआ सफल परीक्षण","कई गुना बढ़ी भारतीय सेना की ताकत, बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि -5' का हुआ सफल परीक्षण By Akarsh Shukla | Updated: Wednesday, October 27, 2021, 21:02 [IST] भुवनेश्वर, 27 अक्टूबर। भारतीय सुरक्षा बलों के हथियारों के बेड़े में अब एक और खतरनाक मिसाइल शामिल हो गई है। बुधवार को भारत ने ओडिशा के तट से दूर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर सतह से सतह पर अटैक करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि -5' का सफल परीक्षण किया है। 'अग्नि -5' जमीन पर 5000 किलोमीटर दूर बैठे अपने दुश्मन पर सटीक निशाना लगा सकती है। इस मिसाइल की जद में चीन-पाकिस्तान के कई बड़े शाहर आते हैं। 'अग्नि -5' के सफल परिक्षण से भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ गई है। आपको बता दें कि भारत ने अग्नि-5 मिसाइल इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की श्रेणी में आती है। एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल अग्नि-5 का परिक्षण 27 अक्टूबर की शाम 7:50 बजे हुआ। इस सफल टेस्ट के साथ ही भारत ने चीन को कड़ा संदेश दिया है। गौरतलब है कि बीते एक साल से भी अधिक समय से एलएसी की करीब भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर तनाव जारी है। वहीं, दूसरी ओर अग्नि-5 के परिक्षण से पाकिस्तान को भी कड़ा संदेश मिला होगा, जो लगातार सीजफायर का उल्लंघन और आतंकियों को सीमा पार करा रहा है। मालूम हो कि चीन-पाकिस्तान ने बीते कुछ दिनों से सीमा के करीब सैन्य गतिविधियां भी बढ़ा दी हैं। ऐसे समय भारत का अग्नि-5 मिसाइल का परिक्षण उसके दुश्मनों के लिए कड़ी चेतावनी है। अग्नि-5 लॉन्च के लिए तीन चरणों वाले ठोस ईंधन वाले इंजन का उपयोग करती है। यह 5,000 किलोमीटर तक की दूरी पर लक्ष्य को सटीकता से भेदने में सक्षम है। अग्नि-5 का सफल परीक्षण विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता की नीति आधारित है। जो परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करने के वचन को हाइलाइट करता है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/prime-minister-narendra-modi-to-attend-asean-india-summit-virtually-today-28-october-129068216.html,आसियान-भारत सम्मेलन में मोदी:,"Today 28 October आसियान-भारत सम्मेलन में मोदी:प्रधानमंत्री बोले- 2022 में आसियान-भारत की पार्टनशिप के 30 साल पूरे होंगे, दोस्ती की इस घड़ी को सेलिब्रेट करेंगे नई दिल्ली16 मिनट पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 18वें आसियान-भारत सम्मेलन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि, 'इतिहास गवाह है कि भारत और आसियान के बीच हजारों साल से जीवंत संबंध रहे हैं। इनकी झलक हमारे साझा मूल्य, परम्पराएं, भाषाएं, ग्रन्थ, वास्तुकला, संस्कृति, खान-पान, दिखाते हैं। इसलिए आसियान की यूनिटी और सेंट्रलिटी (केंद्रीयता) भारत के लिए सदैव एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2022 में हमारी पार्टनरशिप के 30 साल पूरे होंगे। भारत भी अपनी आजादी के 75 साल पूरे करेगा। मुझे बहुत खुशी है कि इस महत्वपूर्ण पड़ाव को हम 'आसियान-भारत मित्रता वर्ष' के रूप में मनाएंगे। मोदी ने आगे कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण हम सभी को अनेक चुनौतियों से जूझना पड़ा। लेकिन ये चुनौतीपूर्ण समय भारत-आसियान मित्रता की कसौटी के लिए अहम रहा है। कोविड के काल में हमारा आपसी सहयोग, आपसी संवेदना भविष्य में हमारे संबंधों को बल देते रहेंगे। दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन के ब्रुनेई में हो रहे इस समिट में मोदी वर्चुअली जुड़े। इस सम्मेलन में आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष और सरकारों के मुखिया शामिल हुए। हर साल होता है आयोजन यह सम्मेलन हर साल आयोजित किया जाता है। इसमें आसियान और भारत को टॉप लेवल पर बातचीत का मौका मिलता है। सरकार के मुताबिक आसियान-भारत साझेदारी साझा भौगोलिक, ऐतिहासिक और सभ्यता के मजबूत आधारों पर बेस्ड है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/youtube-childbirth-process-kerala-girl-delivers-baby-watching-videos-in-her-home-129068196.html,केरल की हैरान करने वाली घटना:,"केरल की हैरान करने वाली घटना:17 साल की लड़की ने YouTube देखकर दिया बच्चे को जन्म, माता-पिता से छुपाए रखी प्रेग्नेंसी तिरुवनंतपुरम30 मिनट पहले केरल में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक 17 साल की लड़की ने अपने घर पर बच्चे को जन्म दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि लड़की ने youtube देखकर बच्चा डिलीवर किया, जबकि उसके माता-पिता को उसकी प्रेग्नेंसी के बारे में पता भी नहीं था। पुलिस ने उसके 21 साल के प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला केरल के मल्लापुरम जिले का है जहां लड़की ने 20 अक्टूबर को बच्चे को जन्म दिया। डिलीवरी के तीन दिन बाद लड़की की अंधी मां को बच्चे के बारे में पता चला। लड़की डिलीवरी के बाद तीन दिन तक अपने कमरे में बंद रही। डिलीवरी के बाद इंफेक्शन हाेने के चलते इसलिए उसे बच्चे के साथ कमरे से बाहर आना पड़ा, जहां से दोनों मां-बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया। 21 साल के पड़ोसी लड़का है बच्चे का पिता चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (CWC) ने इस प्रेगनेंसी के बारे में पुलिस को बताया। पुलिस की जांच में सामने आया कि लड़के के पड़ोस में रहने वाले 21 साल के लड़के ने उसे इम्प्रेगनेट किया और डिलीवरी के समय youtube देखकर गर्भनाल काटने की सलाह दी। माता-पिता को नहीं थी प्रेग्नेंसी की जानकारी CWC ने इस बात पर हैरानगी जताई है कि कैसे एक ही घर में रहते हुए मां को बेटी की प्रेग्नेंसी की भनकी नहीं लगी। पुलिस ने कहा कि मां देख नहीं सकती हैं और पिता सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करते हैं, इसलिए वे रात को घर से बाहर रहते हैं। मां यह सोचती रहीं कि बेटी कमरे का दरवाजा इसलिए बंद करती है क्योंकि वह ऑनलाइन क्लासेस में पढ़ाई करती है। पुलिस ने बताया कि पड़ोस के आरोपी लड़के ने लड़की की घर की परिस्थिति का फायदा उठा लिया। खबरें और भी हैं... जम्मू-कश्मीर के डोडा में हादसा: मिनी बस खाई में गिरी; 8 लोगों की मौत और 10 घायल देश भास्कर LIVE अपडेट्स: NEET-UG 2021 के नतीजे जल्द घोषित किए जाएं, सुप्रीम कोर्ट का नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को आदेश देश दैनिक भास्कर प्राइड ऑफ सेंट्रल इंडिया-2021 सम्मान समारोह: गडकरी का बड़ा ऐलान, कहा- परफॉर्मेंस ऑडिट कर अच्छे प्रदर्शन करने वालों को तरजीह देगी सरकार देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/jammu-kashmir-bus-road-accident-update-doda-129068163.html,जम्मू-कश्मीर के डोडा में हादसा:,"जम्मू-कश्मीर के डोडा में हादसा:मिनी बस खाई में गिरी; 8 लोगों की मौत और 10 घायल श्रीनगर37 मिनट पहले वीडियो जम्मू-कश्मीर के डोडा में गुरुवार को बड़ा हादसा हुआ है। थाथरी से डोडा जा रही एक मिनी बस खाई में गिर गई। इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई और 10 घायल हैं। मौके पर रेस्क्यू चल रहा है। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना सुरक्षाबलों तक पहुंचाई। इसके तुरंत बाद सेना के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए। जवान खाई में उतरे और बस में फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। बस इतनी तेजी से खाई में गिरी कि तुरंत इसके टुकड़े-टुकड़े हो गए। डॉ जितेंद्र सिंह बोले- हर तरह की मदद दी जाएगी केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि मैंने डोडा के DC विकास शर्मा से बात की है। घायलों को GMC डोडा शिफ्ट किया जा रहा है। जिस तरह की भी मदद की जरूरत पड़ेगी, उसे मुहैया कराएंगे। सेना के जवानों और स्थानीय लोगों ने मिलकर बस के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला। मृतकोंं के परिजनों को 2 लाख की सहायता राशि मिलेगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए इस सड़क हादसे पर दुख जताया है। PMO ने ट्वीट करके कहा कि यह दुख की घड़ी है। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवार के प्रति संवेदना जाहिर करता हूं। दुर्घटना में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। PM मोदी ने कहा कि हादसे में जान गवांने वालों को परिजनों को PMNRF से 2-2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दुर्घटना पर दुख जताया जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने डोडा सड़क दुर्घटना पर दुख जताया है। LG जम्मू और कश्मीर के कार्यालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा कि मनोज सिन्हा ने जिला प्रशासन को मृतकों के परिवारों को तत्काल राहत और घायलों को मेडिकल सहायता देने का निर्देश दिया है। खबरें और भी हैं... किसान आंदोलन से लौट रही महिलाओं को डंपर ने रौंदा: पंजाब के मानसा की रहने वाली 3 महिलाओं की मौत, बहादुरगढ़ में हुआ हादसा रेवाड़ी आर्यन के साथ सेल्फी लेने वाला पकड़ा गया: क्रूज ड्रग्स केस का गवाह गोसावी 3 साल पुराने केस में पुणे से गिरफ्तार महाराष्ट्र भास्कर LIVE अपडेट्स: NEET-UG 2021 के नतीजे जल्द घोषित किए जाएं, सुप्रीम कोर्ट का नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को आदेश देश पाकिस्तान के गृह मंत्री को ओवैसी का जवाब: मुजफ्फरनगर में बोले- इस्लाम का क्रिकेट से क्या लेना-देना, मिनिस्टर पागल है बेचारा लखनऊ",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/rewari/news/3-died-on-the-spot-2-seriously-injured-returning-home-from-farmer-agitation-129067970.html,किसान आंदोलन से लौट रही महिलाओं को डंपर ने रौंदा:,"किसान आंदोलन से लौट रही महिलाओं को डंपर ने रौंदा:पंजाब के मानसा की रहने वाली 3 महिलाओं की मौत, बहादुरगढ़ में हुआ हादसा रेवाड़ी/बहादुरगढ़एक घंटा पहले वीडियो हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दो घायल महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया है। दिल्ली से सटे बहादुरगढ़ में गुरुवार की सुबह किसान आंदोलन के बीच बड़ा हादसा हो गया। एक बेकाबू डंपर ने आंदोलन स्थल से कुछ ही दूरी पर फुटपाथ पर बैठी 5 महिलाओं को रौंद दिया। इस दर्दनाक हादसे में पंजाब की रहने वाली 3 महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 2 बुजुर्ग महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुई है। एक की हालत गंभीर होने पर उसे बहादुरगढ़ नागरिक अस्पताल से रोहतक PGIMS रैफर किया गया हैं। इस हादसे पर पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दुख जताया है। इसके साथ ही उन्होंने पंजाब सरकार से पीड़ित परिवारों को मदद देने और घायलों के इलाज की मांग की है। मरने वाली महिलाओं में 60 वर्षीय सिंदर कौर पत्नी भान सिंह, 58 वर्षीय अमरजीत कौर पत्नी हरजीत सिंह, 60 वर्षीय गुरमेल कौर पत्नी भोला सिंह शामिल है, जबकि गंभीर रूप से घायल हुई महिला 60 वर्षीय गुरमेल कौर पत्नी मेहर सिंह है। इसके अलावा हरमीत कौर को भी चोटें आई है। ये सभी मानसा जिले तहसील भीखी के गांव खीवा दयालुवाला सिंह की रहने वाली है। हादसे को अंजाम देने के बाद आरोपी डंपर चालक मौके से फरार हो गया। हादसे के बाद झज्जर एसपी वसीम अकरम ने भी घटना स्थल का दौरा किया है। कैप्टन की तरफ से किया गया ट्वीट। मिनी जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार हुई इन सभी महिलाओं का टिकरी बॉर्डर से काफी पहले बहादुरगढ़ बाइपास स्थित फ्लाइओवर के नीचे कैंप था, जिसमें यह करीब 20 दिन से ठहरी हुई थी। किसान आंदोलन के रोटेशन के हिसाब से नया जत्था एक दिन पहले ही आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंच चुका है, जिसके चलते आज उन्हें वापस अपने घर लौटना था। सुबह करीब साढ़े 6 बजे पांच महिलाओं का यह जत्था अपने कैंप से कुछ दूर आगे ही बाइपास पर फुटपाथ पर जाकर बैठ गया। महिलाएं ऑटो का इंतजार कर रही थी, चूंकि उन्हें रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद ट्रेन पकड़नी थी। हादसे के बाद घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई। डंपर का ड्राइवर फरार हो गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तभी झज्जर की तरफ से एक तेज रफ्तार डंपर ने फुटपाथ के बीचो-बीच बैठी इन महिलाओं को रौंद दिया। हादसे में तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद जो तस्वीर सामने आई है, उसे देखकर किसी का भी दिल खोल सकता है, क्योंकि डंपर से बचने के लिए महिलाएं एक ऊपर एक चढ़ गई, लेकिन डंपर उनके ऊपर से गुजर गया। वहीं घायल हुई हरमीत कौर नाम की महिला की नजर सबसे पहले डंपर पर पड़ी, जिसकी वजह से वह बच गई। हालांकि उन्हें चोटें फिर भी लगी है। वहीं गुरमेल कौर पत्नी मेहर सिंह के दोनों पैरों में काफी ज्यादा चोटें है, जिसकी वजह से उन्हें रोहतक पीजीआई रैफर किया गया है। पुलिस ने 3 महिलाओं के शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। उसके बाद उनके शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। हादसे के बाद मौके पर मौजूद किसान और डंपर, जिसने महिलाओं को कुचला। आपस में बैठकर कर रही थी बात प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पांचों महिलाएं आपस में बैठकर बात कर रही थी, जिसकी वजह से उनका ध्यान डंपर की तरफ नहीं गया। उन्हें स्टेशन की तरफ जाना था, जिसकी वजह से उनका ध्यान फ्लाईओवर की तरफ से आने वाले ऑटो पर था और पीछे से झज्जर की तरफ से आ रहे डंपर ने उन्हें रौंद दिया। हादसे के वक्त कुछ ही दूरी पर काफी किसान भी टहल रहे थे, लेकिन जब तक वह पहुंचे 3 महिलाएं दम तोड़ चुकी थी। वहीं डंपर चालक भी मौके से फरार हो गया। हालांकि बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने डंपर को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने आरोपी डंपर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। घटनास्थल का दौरा करते एसपी वसीम अकरम। रोटेशन के हिसाब पहुंचते है किसान दरअसल, केन्द्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर पिछले 11 माह से किसानों का आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन में बड़ी संख्या में पंजाब के किसान आए हुए है। आंदोलन में महिलाओं की संख्या भी काफी ज्यादा हैं। पंजाब के विभिन्न जिलों के गांव से रोटेशन के हिसाब से किसान आंदोलन में शामिल होने आते है। इन महिलाओं का जत्था भी काफी दिन से यहां ठहरा हुआ था। इससे पहले भी इस आंदोलन के बीच कई लोगों की जान जा चुकी है। कोई घर लौटते वक्त सड़क हादसे का शिकार हुआ तो किसी ने आंदोलन स्थल पर प्राण त्याग दिए। जब से आंदोलन शुरू हुआ है तभी से अलग-अलग जगह 500 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी हैं। खबरें और भी हैं... सिंघु बॉर्डर से नहीं हटेंगी निहंग जत्थेबंदियां: पंजाब में सभी गुरुद्वारों में देंगे संपर्क नंबर, अगर बेअदबी हुई तो खुद करेंगे कार्रवाई लुधियाना सिंघु बॉर्डर पर लखबीर के परिजनों के साथ पहुंचे लोग: तनाव बढ़ने पर पुलिस का हल्का लाठीचार्ज, किसान मोर्चा बोला-BJP माहौल खराब कर रही सोनीपत श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामला: डेरा प्रमुख को फरीदकोट लाने पर आज आ सकता है फैसला, सुनारिया जेल प्रबंधन अदालत को देगा जानकारी लुधियाना IGNOU से कीजिए पढ़ाई: UG-PG कोर्साें में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की तारीख बढ़ी, कई तरह के दस्तावेज भी चाहिएं करनाल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/cruise-drugs-case-witness-kiran-gosavi-arrested-in-pune-news-and-updates-129067998.html,आर्यन के साथ सेल्फी लेने वाला पकड़ा गया:,"आर्यन के साथ सेल्फी लेने वाला पकड़ा गया:क्रूज ड्रग्स केस का गवाह गोसावी 3 साल पुराने केस में पुणे से गिरफ्तार पुणे क्रूज ड्रग्स केस में गवाह और आर्यन खान के साथ सेल्फी लेकर चर्चा में आए किरण गोसावी को पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। गोसावी की गिरफ्तारी विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई युवकों को ठगने के मामले में हुई है। बुधवार देर रात से गोसावी के पुणे में सरेंडर करने की चर्चा थी, लेकिन गुरुवार सुबह उसकी गिरफ्तारी की खबर आ गई। गोसावी को आज दोपहर करीब 12 बजे पुणे की शिवाजीनगर कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिलहाल उसे फारासखाना पुलिस स्टेशन में रखा गया है और पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता खुद उससे पूछताछ करने पहुंचे हैं। दरअसल गोसावी के खिलाफ धोखाधड़ी के 5 मामले दर्ज हैं। हालांकि, उसकी गिरफ्तारी पुणे में 2018 में दर्ज एक मामले में हुई है। इसमें चिन्मय देशमुख नाम के एक युवक ने किरण के खिलाफ मलेशिया में नौकरी दिलाने के नाम पर 3 लाख रुपए ठगने का आरोप लगाया था। इस फोटो में गोसावी NCB अधिकारी समीर वानखेड़े के ठीक पीछे खड़ा नजर आ रहा है। यह फोटो क्रूज पर रेड वाले दिन यानी 2 अक्टूबर की बताई जा रही है। नाम बदल कर लॉज में छिपा था गोसावी पुणे पुलिस के कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने गोसावी की गिरफ्तारी के बाद कहा कि 2018 के एक फ्रॉड केस में हमने आरोपी को सुबह 3 बजे एक लाज से गिरफ्तार किया है। पिछले 10 दिन से गोसावी को पकड़ने के लिए टीमों ने महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में छापेमारी की थी। टीम लगातार मुंबई, लोनावला, नवी मुंबई और कुछ अन्य शहरों सर्च कर रही थी। जांच में सामने आया है कि यह नकली दस्तावेज के सहारे सचिन पाटिल बनकर पुणे के एक लॉज में छिपा था। जांच में यह भी सामने आया है कि यह 'स्टॉप क्राइम' नाम से एक NGO भी चला रहा था। खुद को यह एक इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का व्यापारी बताता था। पैसे मांगने पर जान से मारने की दी थी धमकी चिन्मय देशमुख ने आरोप लगाया है कि मलेशिया में कुछ दिन रहने के बाद वह किसी तरह वापस पुणे लौटने में कामयाब रहा था, लेकिन वापसी के बाद जब उसने गोसावी से पैसे मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसके बाद चिन्मय ने किरण के खिलाफ केस दर्ज करवाया, लेकिन तब से ही गोसावी फरार चल रहा था। अब वह शाहरुख खान के बेटे आर्यन के साथ सेल्फी लेकर पुलिस की नजर में आया था। गोसावी की ये तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई है। क्रूज ड्रग्स केस में अहम गवाह है गोसावी जिस क्रूज से शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को पकड़ा गया था उसका मुख्य गवाह गोसावी ही है। उसकी आर्यन के साथ एक सेल्फी भी वायरल हुई थी, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने गोसावी के NCB अधिकारी समीर वानखेड़े का करीबी होने का आरोप लगाया था। क्रूज पर रेड के बाद हुई मीटिंग की तस्वीरों में भी गोसावी वानखेड़े के पास खड़ा नजर आ रहा था। पेशे से प्राइवेट डिटेक्टिव गोसावी को लेकर उसके बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर साइल ने भी पिछले दिनों एक बड़ा दावा किया है। साइल का कहना है कि गोसावी ने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी। इसमें से 8 करोड़ का हिस्सा NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े का भी है। हालांकि, वानखेड़े ने इन दावों को खारिज किया था। इसके बावजूद अब NCB की पांच सदस्यीय टीम मुंबई में जांच कर रही है। ये टीम आज प्रभाकर से भी पूछताछ करेगी। क्रूज पर कार्रवाई के बाद गोसावी की ये तस्वीर भी सामने आई थी, जिसमें वह आर्यन को घसीट कर NCB ऑफिस ले जाते हुए दिख रहा है। गोसावी ने गिरफ्तारी से पहले जारी किया वीडियो गिरफ्तारी से पहले किरण गोसावी ने एक वीडियो रिलीज किया है। इसमें वह दावा कर रहा है, 'प्रभाकर साइल झूठ बोल रहा है। मैं बस इतना अनुरोध करना चाहता हूं कि उनकी (प्रभाकर) और उनके भाइयों की सीडीआर रिपोर्ट जारी की जानी चाहिए। मेरी सीडीआर रिपोर्ट या चैट जारी की जा सकती है, प्रभाकर साइल और उनके भाई की सीडीआर रिपोर्ट और उसकी चैट से सब कुछ साफ हो जाएगा।' गोसावी आगे कहता है कि कम से कम एक मंत्री या महाराष्ट्र से विपक्ष का कोई भी नेता मेरे साथ खड़ा होना चाहिए। कम से कम उन्हें मुंबई पुलिस से अनुरोध करना चाहिए कि मैं क्या मांग कर रहा हूं। इससे पहले गोसावी ने कहा था कि महाराष्ट्र पुलिस कहानियां गढ़ रही है। वह NCB की जांच प्रभावित करना चाहते हैं। आर्यन की गिरफ्तारी के बाद मुझे फोन पर धमकाया जा रहा है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/paytm-ipo-opening-date-8-november-129065082.html,सबसे बड़े इश्यू की तारीख तय:,"सबसे बड़े इश्यू की तारीख तय:पेटीएम का IPO 8 नवंबर को खुलेगा, प्राइस 2080 से 2150 रुपए तय, 18 को हो सकती है शेयर की लिस्टिंग मुंबई एक नवंबर को पॉलिसीबाजार के साथ दो और कंपनियां तकरीबन 6,500 करोड़ रुपए जुटाने के लिए बाजार में उतरेंगी जबकि पेटीएम इसी महीने में 18,300 करोड़ रुपए जुटाएगी। मर्चेंट पेमेंट कंपनी पेटीएम के IPO की डेट तय हो गई है। पेटीएम का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 8 नवंबर को खुलेगा और 10 नवंबर को बंद हो जाएगा। कंपनी ने मूल्य दायरा 2080 से 2150 रुपए तय किया है। इसके बाद 18 नवंबर को शेयर्स स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो सकते हैं। यह भारत के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा IPO होने जा रहा है। वन97 कम्युनिकेशन के नाम से लिस्ट होंगे शेयर्स पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन है। इसलिए स्टॉक एक्सचेंज पर वन97 कम्युनिकेशन के नाम से ही पेटीएम के शेयर्स लिस्ट होंगे। पेटीएम ने अपना IPO साइज भी 16,600 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 18,300 करोड़ कर दिया है। पेटीएम की ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 10 हजार करोड़ रुपए, जबकि नए शेयर (IPO) के जरिए 8300 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। पहले बराबर रकम जुटाने की थी योजना पेटीएम का पहले नए शेयर और ऑफर फॉर सेल के जरिए बराबर रकम जुटाने का प्लान था, लेकिन कंपनी ने IPO बाजार में दिख रहे उत्साह के कारण ऑफर फॉर सेल से जुटाई जाने वाली रकम को 2 हजार करोड़ रुपए और बढ़ा दिया है। ऑफर फॉर सेल का मतलब होता है कि कंपनी के मौजूदा निवेशक अपनी हिस्सेदारी IPO में बेचेंगे। OFS में कौन करेगा कितनी बिक्री? कंपनी के शीर्ष अधिकारी विजय शेखर शर्मा 402 करोड़ रुपए के शेयर बेचेंगे एंटफिन अपने पास मौजूद 4,704 करोड़ रुपए के शेयर खुले बाजार में बेचेगी चीन का अलीबाबा ग्रुप अपनी हिस्सेदारी में से 784 करोड़ रुपए के शेयर निकालेगा इसके अलावा कई और कंपनियां भी IPO में पेटीएम में से अपनी हिस्सेदारी बेचेंगी कोल इंडिया के नाम है सबसे बड़े इश्यू का रिकॉर्ड पेटीएम से पहले कोल इंडिया सबसे बड़ा IPO लाई थी। कोल इंडिया ने 2010 में IPO के जरिए 15,299 करोड़ रुपए जुटाए थे। हालांकि पेटीएम का रिकॉर्ड बहुत ज्यादा दिन तक नहीं रहने वाला है, क्योंकि इसी वित्त वर्ष में LIC अपना IPO लेकर आने वाली है। इसके जरिए LIC 80 हजार करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपए की रकम जुटा सकती है। नवंबर महीना होगा हिट नवंबर महीना भारतीय IPO बाजार के लिहाज से अब तक सबसे ज्यादा रकम जुटाने के मामले में टॉप पर होगा। नवंबर की शुरुआत 3 IPO से हो रही है। एक नवंबर को पॉलिसीबाजार के साथ दो और कंपनियां करीब 6,500 करोड़ रुपए जुटाने के लिए बाजार में उतरेंगी। वहीं, पेटीएम इसी महीने में 18,300 करोड़ रुपए जुटाएगी। ऐसे में इन चार IPO से ही नवंबर में करीब 25 हजार करोड़ रुपए की रकम जुटाई जाएगी। भास्कर एक्सप्लेनर:पेटीएम ला रहा अब तक का सबसे बड़ा IPO; कब तक लिस्ट हो सकती है कंपनी? इससे कितनी रकम जुटाने का अनुमान?",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/agni-5-surface-to-surface-ballistic-missile-successfully-launches-129065545.html,देश के नाम बड़ी कामयाबी:,"देश के नाम बड़ी कामयाबी:अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण, 5000 KM तक टारगेट हिट करने में सक्षम; चीन-पाकिस्तान सहित पूरा एशिया जद में सीमा सुरक्षा और मिसाइल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में देश ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल कर ली। बुधवार को ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप से अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। यह मिसाइल 5 हजार किलोमीटर दूरी तक लक्ष्य साधने की क्षमता रखती है। इसकी जद में चीन और पाकिस्तान सहित पूरा एशिया आएगा। अग्नि-5 का यह आठवां टेस्ट था। अग्नि-5 भारत की पहली और एकमात्र इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है। ये भारत के पास मौजूद लंबी दूरी की मिसाइलों में से एक है। इसकी रेंज 5 हजार किलोमीटर है। अग्नि- 5 बैलिस्टिक मिसाइल एक साथ कई हथियार ले जाने में सक्षम है। ये मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) से लैस है। यानी एक साथ मल्टिपल टार्गेट के लिए लॉन्च की जा सकती है। यह मिसाइल डेढ़ टन तक न्यूक्लियर हथियार अपने साथ ले जा सकती है। इसकी स्पीड मैक 24 है, यानी आवाज की स्पीड से 24 गुना ज्यादा। अग्नि-5 के लॉन्चिंग सिस्टम में कैनिस्टर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस वजह से इस मिसाइल को कहीं भी आसानी से ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है। अग्नि-5 मिसाइल का इस्तेमाल भी बेहद आसान है, इस वजह से देश में कहीं भी इसकी तैनाती की जा सकती है। ये अग्नि सीरीज की 5वीं मिसाइल है। 19 अप्रैल 2012 को ओडिशा में पहला टेस्ट किया गया था, जो सफल था। जनवरी 2015 में पहला कैनिस्टर टेस्ट किया गया। तब मिसाइल को रोड मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च किया गया। 10 दिसंबर 2018 को मिसाइल का 7वां टेस्ट किया गया। अग्नि-5 को 2020 में ही सेना में शामिल करने की तैयारी थी, लेकिन कोरोना की वजह से टेस्ट में देरी हो गई। पाकिस्तान की सबसे ज्यादा रेंज की मिसाइल शाहीन-2 है। इसकी रेंज 2500 KM है। चीन के पास 12,000 KM रेंज वाली मिसाइल है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/another-ncb-witness-said-sign-on-blank-papers-done-fraudulently-second-case-in-three-days-129065582.html,वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ीं:,"वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ीं:NCB का एक और गवाह बोला- धोखे से कराए ब्लैंक पेपर पर साइन, तीन दिन में दूसरा मामला मुंबई NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। NCB के एक और गवाह ने बुधवार को एजेंसी के अधिकारियों पर धोखे से ब्लैंक पेपर पर साइन कराने का आरोप लगाया। शेखर काम्बले नाम के शिकायतकर्ता ने कहा कि बाद में इन कागजों का इस्तेमाल एक मामले के पंचनामे में किया गया। तीन दिन के अंदर यह दूसरा मामला है, जब NCB के किसी गवाह ने इस तरह का आरोप लगाया है। काम्बले से पहले प्रभाकर सैल यही आरोप लगा चुका है, जिसे बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के मामले में NCB ने गवाह बनाया है। क्रूज ड्रग्स केस में गवाह है काम्बले हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, नवी मुंबई के रहने वाले शेखर काम्बले को NCB ने 26 अगस्त को खारघर में मारे एक छापे के दौरान उसे पंचनामे में स्वतंत्र गवाह दिखाया था। काम्बले का कहना है कि उससे एजेंसी के अधिकारियों ने बिना बताए इससे पहले ही कोरे कागजों पर साइन करा लिए थे। इस छापे में NCB ने एक नाइजीरियाई नागरिक किंग्सले उक्वुएजा को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने उसके पास से 55 ग्राम मेफोड्रोन और थोड़ा सा गांजा बरामद दिखाया था। 10 कोरे कागजों पर कराए थे साइन काम्बले का कहना है कि छापे के दौरान वह NCB अफसरों के साथ मौके पर मौजूद था। एक नाइजीरियाई पकड़ा गया था, जबकि एक फरार हो गया था। काम्बले ने कहा कि उसे नहीं पता कि उन्होंने (NCB अफसरों ने) पकड़े गए नाइजीरियाई से ड्रग्स बरामद की थी या नहीं। काम्बले के मुताबिक, तीन दिन बाद एक NCB अफसर अनिल माने ने उसे कॉल किया और दक्षिणी मुंबई स्थित अपने ऑफिस बुलाया। ऑफिस में उससे कम से कम 10 कोरे कागजों पर साइन कराए गए, जिनका इस्तेमाल बाद में पंचनामे के लिए किया गया। CM को लिखे लैटर की जानकारी मिलने पर आया सामने काम्बले ने कहा, 'किसी अज्ञात आदमी की तरफ से खारघर मामले का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और NCP नेता नवाब मलिक को लैटर भेजने की जानकारी मिलने पर मैं डर गया। कि मंगलवार रात को अनिल माने ने मुझे कॉल किया और मुंह बंद रखने के लिए धमकाया।' इस मामले की जांच NCB अफसर आशीष रंजन कर रहे हैं। काम्बले के मुताबिक, माने की कॉल मिलने के बाद वह नवी मुंबई के कोपार खैरना पुलिस स्टेशन पहुंचा और सुरक्षा की गुहार लगाई। वानखेड़े बोले- कोर्ट में दूंगा काम्बले के दावे का जवाब NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े से जब काम्बले के दावे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने आरोपों को नकार दिया। वानखेड़े ने कहा, 'मैं इस आरोप को पूरी तरह नकारता हूं और मैं इसे लेकर कोर्ट में जवाब दूंगा।' उधर, प्रभाकर सैल के आरोपों की जांच करने दिल्ली से मुंबई पहुंची NCB की विजिलेंस टीम ने भी काम्बले के आरोप पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। विजिलेंस टीम को लीड कर रहे DDG ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि उनकी टीम का टारगेट फेयर जांच करना है। इसी कारण हम NCB के मुंबई ऑफिस के बजाय बांद्रा वेस्ट में CRPG मैस में ठहरकर मामले की जांच कर रहे हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/women/news/61-crores-will-be-sold-first-ticket-penny-black-5-feet-tall-girl-printed-on-it-ruled-the-world-8-times-tried-to-kill-129065172.html,61 करोड़ में बिकेगा पहला डाक टिकट:,"61 करोड़ में बिकेगा पहला डाक टिकट:इस पर छपी 5 फीट की लड़की ने दुनिया पर किया राज, 8 बार हुई थी जान लेने की कोशिश नई दिल्ली दुनिया का पहला चिपकाने वाला डाक टिकट 'पेनी ब्लैक' सात दिसंबर को लंदन में नीलाम होगा। दुनिया का सबसे पुराना नीलामी घर सोथबी इसे ऑक्शन के लिए पेश करेगा। 'पेनी ब्लैक' की कीमत करीब 61 करोड़ रुपए आंकी गई है। दुनिया के इस सबसे पुराने डाक टिकट पर इंग्लैंड की क्वीन विक्टोरिया की 15 साल की उम्र में खींची गई फोटो है। 'पेनी ब्लैक' को बंद करके 'पेनी रेड' जारी किया गया था। पेनी ब्लैक डाक टिकट गद्दी के लिए पांचवां नंबर था, फिर भी बन गईं रानी क्वीन एलेक्जेंड्रिना विक्टोरिया का जन्म 1819 को किनजिंगटन पैलेस में हुआ था। उनको अपना सेकेंड नेम विक्टोरिया या निकनेम ड्रिना सुनना पंसद था। वह तीन चाचा और पिता के बाद ब्रिटिश ताज की पांचवें नंबर की उत्तराधिकारी थीं, लेकिन इन सबकी मौत हो गई और वह 1837 में क्वीन बन गईं। 1839 में विक्टोरिया ने अपने कजिन और गोथा के राजकुमार अल्बर्ट को शादी के लिए प्रपोज किया और एक साल बाद दोनों ने शादी कर ली। विक्टोरिया और अल्बर्ट के नौ बच्चे हुए। विक्टोरिया पहली ऐसी शख्स थीं, जिनमें 'शाही बीमारी' ब्लड क्लॉटिंग हीमोफिलिया बी की पहचान हुई। महारानी को भाषाओं से था लगाव विक्टोरिया कई भाषाओं की जानकार थीं। वह इंग्लिश, जर्मन के अलावा फ्रेंच, इटैलियन, लैटिन जानती थीं और हिंदी-उर्दू के प्रति उनका खास लगाव था, जिसे वो सीखना चाहती थीं। हिंदी-उर्दू सीखने के लिए उन्होंने बाकायदा भारत से आए अपने खानसामा अब्दुल करीम की मदद ली थी। भाषा सीखते-सीखते हिंदुस्तानी नौकर से हुआ प्यार साल 1887 में महारानी विक्टोरिया का दिल एक भारतीय नौकर पर आया। इस इश्क के किस्से ब्रिटेन की एक लेखिका शरबनी बसु की किताब 'विक्टोरिया एंड अब्दुल' में सामने आए। खूबसूरत, लंबे भारतीय नौजवान करीम महारानी के पास एक तोहफे के रूप में इंग्लैंड पहुंचे थे। उर्दू सीखते-सिखाते कब दोनों प्रेम में गिरफ्त हुए पता नहीं चला। प्यार इतना गहरा कि महारानी की उपाधि वाली महिला ने अपनी खिदमत में तोहफे के तौर पर पेश किए गए लड़के के लिए खत तक लिखा। दोनों का साथ 15 साल तक रहा। विक्टोरिया की मौत के बाद करीम भारत आ गए। मुंशी अब्दुल करीम और क्वीन विक्टोरिया अपने जमाने की ट्रेंड सेटर थीं विक्टोरिया क्रिश्चिन शादी में पहना जाने वाला व्हाइट गाउन हो या क्रिसमस के दौरान क्रिसमस ट्री सजाने का चलन, ये सब फैशन ट्रेंड विक्टोरिया लेकर आईं। पहले शादियों का गाउन रंग-बिरंगा होता था। लेकिन जब विक्टोरिया ने प्रिंस अल्बर्ट को अपना जीवनसाथी चुना तो उन्होंने अपनी शादी की ड्रेस का भी खासा ध्यान रखा। विक्टोरिया ने अनुरोध करके अपने वेडिंग गाउन का कलर व्हाइट कराया। इसके बाद उन्होंने इसे नष्ट कर दिया ताकि इसे कोई कॉपी न कर सके। उन्होंने मेहमानों से कहा कि वो शादी में व्हाइट पहनकर न आएं ताकि उनका गाउन लाइमलाइट में रहे। कई जानलेवा हमला, हर बार बच निकलीं क्वीन को कई बार मारने की कोशिश की गई, लेकिन हर बार किस्मत ने उनका साथ दिया। हर हमले के साथ क्वीन की मजबूत इमेज और पॉपुलरैटी बढ़ती गई। पहला हमला साल 1840 में हुआ। लंदन में 18 साल के एडवर्ड ऑक्सफोर्ड ने उनकी गाड़ी पर गोली चलाई। दो साल बाद फिर से क्वीन ने हमला झेला। साल 1842 में दो और लड़कों ने उनकी गाड़ी पर हमला किया। साल 1849 में विलियम हेमिल्टन नामक एक बेरोजगार आइरिश अप्रवासी ने महारानी की जान लेने की कोशिश की। चौथा हमला एक साल बाद पूर्व सैनिक रॉबर्ट पेट ने किया। उसने आयरन केन से उनके सिर पर वार किया। इसमें वह घायल हो गई थीं। 1882 में एक स्कॉटिश कवि रोडरिक मैकलीन ने क्वीन पर आठवीं बार हमले की कोशिश की। हमलावर को पागल करार दिया गया। दुनिया भर में ऐसे पहुंचा विक्टोरिया नाम करीब पांच फीट लंबी महिला का नाम पूरी दुनिया में पहुंचने की मजेदार कहानी है। जब शाही घराने की प्रसिद्धि अपने चरम पर थी, उस समय इंग्लैंड की महारानी होने की वजह से विक्टोरिया के नाम पर दुनिया भर में शहरों, झीलों और पहाड़ों के नाम रखे गए। ब्रिटेन में उनके नाम पर 33 सड़कें हैं। वहीं भारत के भावनगर शहर में एक पार्क और न्यूजीलैंड में दो माउंट विक्टोरिया के नाम पर हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/who-has-said-additional-clarifications-are-needed-to-conduct-a-final-emergency-use-listing-of-covaxin-129064557.html,कोवैक्सिन को WHO की मंजूरी में देरी:,"कोवैक्सिन को WHO की मंजूरी में देरी:विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत बायोटेक से और डीटेल मांगी, अब 3 नवंबर को होगा असेसमेंट जिनेवा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के भारतीय टीके कोवैक्सिन को लेकर भारत बायोटेक से और जानकारी मांगी है। WHO के टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप की मंगलवार की बैठक से पहले कहा गया था कि अगर वह संतुष्ट होता है तो अगले 24 घंटे में ही कोवैक्सिन के बारे में कोई फैसला ले सकता है। अब इस ग्रुप की अगली बैठक 3 नवंबर को होगी, जिसमें कोवैक्सिन के ग्लोबल यूज को लेकर फाइनल असेसमेंट किया जाएगा। भारत बायोटेक ने 19 अप्रैल को WHO से कोवैक्सिन के अप्रूवल के लिए एप्लिकेशन दी थी, लेकिन अभी तक पेंडिंग है। ऐसे में कोवैक्सिन लेने वाले लोग विदेशों की यात्रा नहीं कर पा रहे हैं। मंजूरी मिलने के बाद इसे वैक्सीन पासपोर्ट की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा। साथ ही भारत बायोटेक इसे आसानी से दुनियाभर में एक्सपोर्ट भी कर पाएगी। कोवैक्सिन को अब तक 13 देशों में मंजूरी मिल चुकी है। 78% इफेक्टिव है कोवैक्सिन कोवैक्सिन को भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मिलकर बनाया है। फेज-3 क्लिनिकल ट्रायल्स के बाद कंपनी ने दावा किया था कि वैक्सीन की क्लिनिकल एफिकेसी 78% है, यानी यह कोरोना इन्फेक्शन को रोकने में 78% इफेक्टिव है। अच्छी बात यह है कि जिन्हें ट्रायल्स में यह वैक्सीन लगाई गई थी, उनमें से किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं दिखे, यानी गंभीर लक्षणों को रोकने के मामले में इसकी इफेक्टिवनेस 100% है। ICMR का दावा- सभी वैरिएंट पर असरदार ICMR का दावा है कि यह वैक्सीन सभी तरह के वैरिएंट्स पर कारगर है, यानी न केवल UK, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट्स पर बल्कि भारत के 10 से अधिक राज्यों में सामने आए डबल म्यूटेंट वैरिएंट पर भी यह असरदार साबित हुई है। WHO के इमरजेंसी यूज अप्रूवल की क्या अहमियत है? इमरजेंसी यूज लिस्टिंग में महामारी जैसी पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी में हेल्थ प्रोडक्ट की सेफ्टी और इफेक्टिवनेस को जांचा जाता है। WHO ने फाइजर की वैक्सीन को 31 दिसंबर 2020 को, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को 15 फरवरी 2021 को और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को 12 मार्च को इमरजेंसी यूज अप्रूवल दिया था। WHO के मुताबिक इमरजेंसी स्थिति को देखते हुए जल्द से जल्द दवा, वैक्सीन और डायग्नोस्टिक टूल्स विकसित करना और अप्रूव करना जरूरी है। वह भी सेफ्टी, एफिकेसी और क्वालिटी के मानकों पर खरा रहते हुए। यह असेसमेंट महामारी के दौरान व्यापक स्तर पर लोगों के लिए इन प्रोडक्ट्स की उपयोगिता सुनिश्चित करता है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/aryan-khan-bail-hearing-update-shah-rukh-khans-son-mumbai-drug-bust-case-high-court-latest-news-129064446.html,आर्यन की बेल पर फिर टली सुनवाई:,"आर्यन की बेल पर फिर टली सुनवाई:आरोपियों के वकीलों ने गिरफ्तारी को गलत बताया, कल सरकारी वकील देंगे जवाब मुंबई जज बोले- ASG एक घंटे में जवाब दे देंगे, तो कल ही मैटर खत्म करने की कोशिश करेंगे आर्यन खान की बेल एप्लिकेशन दो बार रिजेक्ट हो चुकी है, वे 8 अक्टूबर से जेल में हैं क्रूज ड्रग्स केस में आरोपी आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमीचा को बुधवार को भी जमानत नहीं मिली। 8 अक्टूबर से आर्थर रोड जेल में बंद आर्यन के मामले में अब बॉम्बे हाईकोर्ट में गुरुवार दोपहर 2.30 बजे सुनवाई होगी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) अनिल सिंह कल एक घंटे में जवाब दे देंगें, तो कल ही मैटर खत्म करने की कोशिश करेंगे। बता दें कि आर्यन की बेल एप्लिकेशन 2 बार रिजेक्ट हो चुकी है। वे 8 अक्टूबर से जेल में हैं। आर्यन को 2 अक्टूबर को क्रूज से पकड़ा गया था आर्यन को गलत तरीके से गिरफ्तार किया: रोहतगी हाईकोर्ट में आर्यन के वकील और पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने अरेस्ट मेमो दोबारा देखने की गुजारिश की। रोहतगी ने कहा- आर्यन को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया। इस केस की जांच उन्हें जमानत मिलने के बाद भी जारी रह सकती है। आज सुनवाई की शुरुआत में अरबाज मर्चेंट के वकील अमित देसाई ने भी दलीलें पेश कीं। उन्होंने बिना नोटिस दिए आरोपियों की गिरफ्तारी को गलत बताया, वहीं पंचनामे पर भी सवाल उठाए। इससे पहले मंगलवार को NCB ने आर्यन की जमानत का यह कहते हुए विरोध किया था कि बाहर आने पर वे गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं। आर्यन के वकील रोहतगी ने NCB की पूरी थ्योरी को खारिज करते हुए उनको बेकसूर बताया है। मंगलवार को ही आर्यन के दोस्त अरबाज मर्चेंट के वकील ने भी अपनी दलीलें अदालत के सामने रखी थीं। मंगलवार को ही NDPS कोर्ट ने इसी मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों मनीष गढ़ियां और अविन साहू को 50,000 रुपए के मुचलके पर जमानत दे दी थी। दोनों को ड्रग पैडलिंग के आरोप में पकड़ा गया था। मनीष के पास से 2.5 ग्राम ड्रग्स बरामद भी हुई थी। इनकी जमानत के बाद अब आर्यन की जमानत का रास्ता खुलता हुआ नजर आ रहा है। जांच के साथ छेड़छाड़ की कोशिश: NCB इसी मामले में मंगलवार को NCB की ओर से दायर लिखित जवाब में कहा गया कि इस केस की जांच के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की जा रही है। शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी गवाहों के साथ मीटिंग कर रही हैं और जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं। ऐसे में जमानत मिलने पर आर्यन भी गवाहों को प्रभावित कर सकता है। वह देश छोड़कर भाग भी सकता है। NCB के मुताबिक, 23 अक्टूबर 2021 को प्रभाकर सैल ने जो कथित हलफनामा दाखिल किया है, उससे यह बात साफ हो गई है कि जांच को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है। NCB का कहना है कि मामले पर सेशन कोर्ट और हाईकोर्ट में सुनवाई से पहले किसी भी कोर्ट में ऐसा कोई दस्तावेज क्यों नहीं दायर किया गया। इस हलफनामे को गोपनीय रूप से दाखिल किया गया और फिर मीडिया में व्यापक रूप से इसका प्रकाशन और प्रसारण किया गया। जबकि मामला कोर्ट में है। आर्यन ने प्रभाकर सैल के आरोपों से पल्ला झाड़ा उधर, आर्यन खान ने भी हलफनामा दायर करके कहा है कि NCB के खिलाफ रिश्वत के आरोपों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। हलफनामे में आर्यन ने बताया है कि वह खुद जांच एजेंसी के किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगा रहा है। इस केस के कुछ स्वतंत्र गवाहों की तरफ से जो दावे, बयानबाजी हो रही है, उससे भी उसका कोई वास्ता नहीं है। इसे देखकर साफ है कि आर्यन ने नवाब मलिक या प्रभाकर की तरफ से लगाए आरोपों से पल्ला झाड़ लिया है। प्रभाकर वही शख्स है, जिसने आर्यन केस में 18 करोड़ रुपए में डील होने की बात कही है। दो बार खारिज हो चुकी है आर्यन की बेल एप्लिकेशन इससे पहले आर्यन की बेल एप्लिकेशन दो बार स्पेशल NDPS कोर्ट और किला कोर्ट से खारिज हो चुकी है। जमानत खारिज करते हुए अदालत ने कहा था, 'पहली नजर में ऐसा लग रहा है कि आर्यन ड्रग्स से जुड़ी एक्टिविटी में लगातार शामिल था।' NDPS कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि वॉट्सऐप चैट से भी यही लगता है कि आर्यन ड्रग्स सप्लायर के संपर्क में था। इस मामले में कोर्ट ने अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमीचा की जमानत अर्जियां भी खारिज कर दी थीं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/wankhede-has-also-stopped-shahrukh-10-years-ago-was-released-only-after-collecting-the-fine-129065416.html,"आर्यन से पहले ""डॉन"" पर भी भारी:","आर्यन से पहले ""डॉन"" पर भी भारी:शाहरुख को भी 10 साल पहले रोक चुके हैं वानखेड़े, जुर्माना वसूलने के बाद ही छोड़ा था मुंबई मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में आर्यन खान को जेल की राह दिखाने वाले समीर वानखेड़े एक बार उनके पिता बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान को भी नियम-कायदा सिखा चुके हैं। एक दशक पहले दोनों की मुलाकात में ""डॉन"" शाहरुख को घंटों तक वानखेड़े के सवालों का सामना करना पड़ा था। कई घंटे की पूछताछ के बाद शाहरुख को जुर्माना चुकाकर ही वानखेड़े के कानूनी शिकंजे से छूटने का मौका मिला था। एयरपोर्ट पर रोका था शाहरुख को फैमिली के साथ मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, शाहरुख खान करीब 10 साल पहले अपनी फैमिली के साथ लंदन और हॉलैंड घूमने गए थे। साल 2011 के जुलाई महीने में हुए इस टूर के बाद जब शाहरुख और उनकी फैमिली वापस मुंबई लौटी थी तो एयरपोर्ट पर उनका सामना समीर वानखेड़े की टीम से हुआ था। एयरपोर्ट पर मौजूद समीर वानखेड़े ने तब शाहरुख को टैक्स चोरी का दोषी पाया था। असिस्टेंट कमिश्नर थे तब वानखेड़े उस समय वानखेड़े मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर के तौर पर मौजूद थे और उन्हें नौकरी शुरू किए महज दो साल ही हुए थे। रिपोर्टस के मुताबिक, शाहरुख खान और उनकी फैमिली ने विदेश से शॉपिंग में खरीदे गए कुछ सामान की जानकारी टैक्स डिटेल में नहीं दे रखी थी। इसके चलते वानखेड़े ने उनका सामान जब्त कर लिया था और उन्हें एयरपोर्ट लाउंज में ही सवाल-जवाब के लिए रोक लिया था। कई घंटे तक चली थी शाहरुख से पूछताछ शाहरुख खान और उनके परिवार के पास इस टूर में 20 बैग में भरा हुआ सामान था। इनमें से कुछ सामान के सीमा शुल्क की जानकारी वानखेड़े और उनकी टीम शाहरुख से मांग रही थी, लेकिन वह जवाब नहीं दे पा रहे थे। टीम ने इस दौरान शाहरुख से कई घंटे तक पूछताछ कर टैक्स चोरी को लेकर बहुत सारे सवालों के जवाब मांगे थे। 1.5 लाख रुपया जुर्माना देकर ही छूट पाए थे शाहरुख कई घंटे की पूछताछ के बाद शाहरुख खान तब ही अपनी फैमिली के साथ मुंबई एयरपोर्ट से बाहर आ पाए थे, जब उन्होंने अपने पास मौजूद अघोषित सामान के बदले जुर्माने के तौर पर 1.5 लाख रुपये कस्टम विभाग में जमा करा दिए थे। अब शाहरुख का बेटा आर्यन है 25 दिन से हिरासत में समीर वानखेड़े अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर हैं। उनकी टीम ने ही 2 अक्टूबर को क्रूज पर छापा मारकर ड्रग्स पकड़ी थी। इस मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन समेत कई को हिरासत में लिया गया था। शाहरुख खान देश के टॉप वकीलों को इस मामले में अपने बेटे की तरफ से लगा चुके हैं। लेकिन 25 दिन बाद भी आर्यन की जमानत नहीं हो सकी है। इन सेलेब्स का भी पड़ चुका है समीर वानखेड़े का पाला आर्यन खान और शाहरुख खान के अलावा अनुष्का शेट्टी से भी समीर 11 घंटों तक पूछताछ कर चुके हैं। एक्ट्रेस के पास कई कीमती जूलरी थी जिसके चलते उन्हें एयरपोर्ट में रोका गया था। इससे पहले समीर, दीपिका पादुकोण, कटरीना कैफ, मिनीषा लांबा, रणबीर कपूर, मीका सिंह, बिपाशा बसु, विवेक ओबेरॉय, अनुराग कश्यप, रिया चक्रवर्ती से भी पूछताछ कर चुके हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/if-aryan-khan-does-not-get-bail-from-the-high-court-by-october-29-then-he-may-have-to-remain-in-jail-till-november-15-129057767.html,क्रूज ड्रग्स केस:,"क्रूज ड्रग्स केस:आर्यन खान को अगले 2 दिन में बेल नहीं मिली तो 15 नवंबर तक जेल में रहना पड़ सकता है मुंबई लेखक: अमित कर्ण हाईकोर्ट में 15 नवंबर और सुप्रीम कोर्ट में 7 नवंबर तक दिवाली की छुट्टी आर्यन की बेल पर 3 सीनियर वकीलों ने भास्कर को बताए सारे पेंच आर्यन खान की जमानत अर्जी पर 27 अक्टूबर तक भी हाईकोर्ट में कोई फैसला नहीं हो पाया है। 28 अक्टूबर को कोर्ट में फिर सुनवाई होनी है। उम्मीद है कि 28-29 अक्टूबर तक हाईकोर्ट जमानत पर कोई फैसला सुना देगी। पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने 26 और 27 अक्टूबर को आर्यन के पक्ष में दलीलें रखी हैं। अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमीचा के वकीलों ने भी जिरह की है। 28 अक्टूबर को NCB की तरफ से वकील दलील देंगे। अगर हाईकोर्ट 29 अक्टूबर तक जमानत पर कोई फैसला नहीं देता है तो आर्यन को कम से कम 15 नवंबर तक जेल में ही रहना पड़ सकता है। आर्यन के मामले में आगे की राह कितनी आसान या मुश्किल है, उस पर दैनिक भास्कर ने कानून के विशेषज्ञों से बातचीत की। सीनियर एडवोकेट उज्जवल निकम, बॉम्बे हाईकोर्ट की एडवोकेट सबीना बेदी सच्चर और सीनियर एडवोकेट आदित्य प्रताप ने सिलसिलेवार ढंग से कोर्ट में आगे बन सकने वाली परिस्थितियों का एनालिसिस किया है। हाईकोर्ट में फिलहाल ये है स्थिति 20 अक्टूबर को NDPS कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद इसी दिन हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई। हाईकोर्ट ने सुनवाई के लिए 26 अक्टूबर की तारीख तय की। उसके बाद 28 को भी इस पर सुनवाई होगी। आर्यन की बेल को लेकर हाईकोर्ट में तीन तरह की कंडीशन बन रही हैं। कंडीशन 1 - 29 या इससे पहले हाईकोर्ट जमानत याचिका मंजूर कर ले। तब आर्यन 29 से 30 अक्टूबर तक अपने घर जा सकते हैं। कंडीशन 2 - सुनवाई दो दिन से जारी है। 26 और 27 अक्टूबर को सुनवाई हो चुकी है। अब 28 को भी फिर से सुनवाई होगी। हाईकोर्ट 29 अक्टूबर, शुक्रवार तक खुला है। 30 को शनिवार, 31 को रविवार है और 1 नवंबर से 15 नवंबर तक दिवाली वेकेशंस होंगे। अमूमन शनिवार को कोर्ट में केस की फाइलिंग ही होती है। सुनवाई के चांस कम रहते हैं। हालांकि जज लास्ट मिनट डिसाइड करें तो स्पेशल कोर्ट सुनवाई कर सकता है। इसमें अगर बेल रिजेक्ट होती है, तो आर्यन को जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगानी होगी। कंडीशन 3 - एक संभावना ये भी है कि NDPS कोर्ट की तरह हाईकोर्ट जमानत पर फैसला 15 नवंबर तक सुरक्षित रख ले। हालांकि इसकी उम्मीद बहुत कम है। इसका एक कारण ये भी है कि दिवाली के बाद जजों के रोस्टर चेंज होंगे, फिर कोई नया जज बेंच पर आए और फिर से उनके सामने सारी दलीलें रखी जाएं, ऐसा संभव नहीं है। हाईकोर्ट ही जमानत मंजूर या खारिज करे, ऐसी उम्मीद ज्यादा है, क्योंकि धारा 21 के तहत नियम है कि जमानत के फैसलों को बहुत दिनों तक नहीं रोका जा सकता। इसमें कोर्ट को फैसला जल्दी सुनाना होता है। सुप्रीम कोर्ट में क्या हो सकती है स्थिति? अब आते हैं सुप्रीम कोर्ट पर। वहां आर्यन का मामला तब जाएगा, जब हाईकोर्ट से आर्यन को राहत न मिले। यहां भी तीन कंडीशन बन सकती हैं। कंडीशन 1 - सुप्रीम कोर्ट के कैलेंडर को देखें तो वहां 1 से 7 नवंबर तक छुट्टी है। बहरहाल, छुट्टियों में भी आर्यन मामले में सुनवाई के चांस बने सकते हैं, अगर कोर्ट हॉलिडे में सुनवाई करे। इसके लिए आर्यन के वकीलों को काफी समझदारी से काम लेना होगा और हाईकोर्ट से बेल रिजेक्ट होते ही ऑर्डर की कॉपी हासिल करके सुप्रीम कोर्ट में लगानी होगी। अगर सुप्रीम कोर्ट इस केस को अर्जेंट मैटर मानता है तो स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की जा सकती है। कंडीशन 2 - अगर हाईकोर्ट 28 अक्टूबर को ही आर्यन की बेल रिजेक्ट कर दे तो संभावना बनती है कि उसी दिन या अगले दिन सुप्रीम कोर्ट में अपील लगाई जाए। अगर ऐसा होता है तो 29 को इस केस में सुनवाई का समय मिल सकता है। तब एक संभावना बनती है कि आर्यन को 29 को ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल सकती है। कंडीशन 3 - सुप्रीम कोर्ट इसे अर्जेंट केस कंसिडर नहीं करता है तो 8 नवंबर के पहले इसमें सुनवाई नहीं हो पाएगी। 29 को भी अगर केस सुप्रीम कोर्ट में फाइल हो जाता है तो भी 8 नवंबर को ही सुनवाई हो जाए, इसकी उम्मीद कम है। हो सकता है कि कोर्ट से 9 या 10 नवंबर के बाद की ही डेट मिले। वॉट्सऐप चैट कितना बड़ा सबूत है? रहा सवाल आर्यन के खिलाफ वॉट्सऐप चैट्स का तो NCB उसे कोर्ट में बतौर सेकेंडरी एविडेंस यूज कर सकता है, मगर आगे चलकर ट्रायल में NCB को वह प्रूव करना होगा कि उन्होंने उसे एविडेंस के तौर पर क्यों यूज किया? अभी फिलहाल मामला बेल के स्टेज में है। ट्रायल तब होगा, जब NCB चार्जशीट फाइल करेगी। कुछ मामलों में कोर्ट ने वॉट्सऐप चैट्स को सेकेंडरी एविडेंस माना है, मगर इसे प्राइमरी एविडेंस के तौर पर कम ही कंसिडर किए जाने के चांस रहते हैं, क्योंकि सोशल मीडिया चैट्स में एविडेंशियल वैल्यू इतनी भी नहीं मानी जाती कि सिर्फ उस सबूत के आधार पर ही आरोपी को कसूरवार ठहरा दिया जाए। कुल मिलाकर, अगर आर्यन खान को 29 अक्टूबर तक हाईकोर्ट से जमानत नहीं मिलती है तो उन्हें 10 से 15 नवंबर तक जेल में रहना पड़ सकता है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/lockdown-west-bengal-sonarpur-update-covid-cases-icmr-to-mamata-banerjee-govt-129065035.html,बंगाल में फिर लौटा कोरोना:,"बंगाल में फिर लौटा कोरोना:सोनारपुर में तीन दिन का लॉकडाउन लगा, शहर में 19 कंटेनमेंट जोन घोषित कोलकाता लॉकडाउन के दौरान सोनारपुर के सभी 35 वार्डों में इमरजेंसी और जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानें व बाजार बंद रहेंगे। (फाइल फोटो) पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए यहां तीन दिनों के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं को ही काम करने की इजाजत होगी। सोनारपुर में अब तक 19 कंटेनमेंट जोन घोषित हुए हैं। सोनारपुर राजधानी कोलकाता से करीब 20 किलोमीटर दूर है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बंगाल सरकार को एक पत्र लिखा है, जिसमें दुर्गा पूजा के बाद राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई गई है। पत्र में ICMR ने बताया है कि दुर्गा पूजा के बाद से कोलकाता में कोविड केस में करीब 25% की बढ़ोत्तरी हुई है। बीते 24 घंटों में कोलकाता में 248 मामले सामने आए हैं और 6 मौतें हुई हैं। कोविड गाइडलाइंस का पालन सुनिश्चित कराने की अपील केंद्र ने पश्चिम बंगाल सरकार से कोरोना के मामलों और मौतों को लेकर तुरंत समीक्षा करने को कहा है। त्योहारों के दौरान कोविड गाइडलाइंस का पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव को 22 अक्टूबर को जारी पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि राज्य में पिछले 30 दिन के दौरान संक्रमण के 20,936 नए मामले मिले हैं। इस दौरान 343 मरीजों की मौत हुई है, जोकि इस अवधि में भारत में सामने आए नए मामलों का 3.4% जबकि मौत के मामलों का 4.7% है। पश्चिम बंगाल में मंगलवार को 806 नए केस दर्ज हुए हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, पश्चिम बंगाल में मंगलवार को 806 नए केस दर्ज हुए और 15 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले सोमवार को यहां 805, रविवार को 989 और शनिवार को 974 संक्रमित मिले थे। राज्य में अब तक कोरोना के 15.88 लाख मामले सामने आ चुके हैं और 19,081 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 16 नवंबर से स्कूल खुलने वाले हैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को ऐलान कि कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चे अब स्कूल जाकर क्लास अटेंड कर सकेंगे। सभी स्कूल 16 नवंबर से शुरू होंगे। पहले बनर्जी ने 15 नवंबर से स्कूल खोलने की घोषणा की थी, लेकिन उस दिन बिरसा मुंडा की जयंती है। इसलिए अब सभी स्कूल 16 नवंबर को खुलेंगे।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/indian-army-cannot-operate-effectively-without-russia-supplied-equipment-129064930.html,अमेरिकी रिपोर्ट में दावा:,"अमेरिकी रिपोर्ट में दावा:भारत ने रूस से हथियारों की खरीदी कम की, लेकिन रूसी उपकरणों के बिना नहीं चल सकती इंडियन आर्मी नई दिल्ली CRS की रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में भी भारत की रूसी हथियारों पर निर्भरता बनी रहेगी। (फाइल फोटो) रूस से हथियारों और उपकरणों पर भारत की निर्भरता काफी कम हो गई है। अमेरिका की कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (CRS) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय सेना रूस से मिलने वाले उपकरणों के बिना प्रभावी ढंग से काम नहीं कर सकती है। साथ ही आने वाले समय में भी इस तरह की निर्भरता बनी रहेगी। यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब बाइडेन प्रशासन भारत के रूस से सैन्य हथियार खरीदने को लेकर अहम फैसला लेने वाला है। अमेरिका CAATSA एक्ट के तहत भारत पर पाबंदियां लगाने का विचार कर रहा है। इस कानून के तहत अमेरिका अपने साझेदारों से रूस से किसी भी प्रकार के सैन्य लेन-देन को तत्काल रोकने की अपील करता है। ऐसा न होने पर इन देशों को अमेरिका कई तरह की पाबंदियां लगा देता है। रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद 2016 से लटकी पड़ी रूस में बने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद की भारत की योजना 2016 से लटकी पड़ी है। यह डील होने पर अमेरिका CAATSA के सेक्शन 231 के तहत पाबंदियां लगा सकता है। मालूम हो कि CRS एक्सपर्ट्स के जरिए अलग-अलग मुद्दों पर समय-समय पर रिपोर्ट तैयार करता है। इसकी रिपोर्ट्स कांग्रेस की आधिकारिक रिपोर्ट नहीं हैं। ये सांसदों को फैसला लेने में मदद करने के लिए तैयार की जाती हैं। मोदी सरकार के तहत रूस से हथियारों के आयात में लगातार गिरावट CRS की रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 के बाद से मोदी सरकार के तहत रूस से हथियारों के आयात में लगातार गिरावट आई है। 2010 से भारत रूस से करीब दो-तिहाई (62%) हथियारों की खरीद कर रहा है। इस तरह भारत रूसी हथियारों का सबसे बड़ा खरीदार है। वहीं, रूस अपने हथियारों का एक-तिहाई (32%) हिस्सा भारत को बेचता है। भारत के सैन्य शस्त्रागार में रूस में बने हथियारों का भारी भंडार रिपोर्ट में कहा गया है कि द मिलिट्री बैलेंस 2021 के अनुसार भारत के मौजूदा सैन्य शस्त्रागार में रूस में बने या डिजाइन किए गए हथियारों का भारी भंडार है। नौसेना के 10 गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक में से चार रूसी काशीन वर्ग के हैं और इसके 17 युद्धपोतों में से छह रूसी तलवार वर्ग के हैं। नौसेना की एकमात्र परमाणु-संचालित पनडुब्बी रूस से पट्टे पर ली गई है और सेवा में मौजूद 14 दूसरी पनडुब्बियों में से आठ रूसी हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/delay-in-appointment-of-dgp-in-punjab-upsc-seeks-clarification-from-home-department-regarding-panel-name-and-joining-date-found-error-129064927.html,पंजाब में परमानेंट DGP की नियुक्ति में देरी:,"पंजाब में परमानेंट DGP की नियुक्ति में देरी:UPSC ने पैनल को लेकर गृह विभाग से मांगा स्पष्टीकरण; नाम और जॉइनिंग डेट में क्लेरिकल मिस्टेक मिली चंडीगढ़ नवजोत सिद्धू पंजाब में इकबालप्रीत सहोता को डीजीपी लगाने का विरोध कर रहे हैं। पंजाब में पक्के तौर पर DGP की नियुक्ति में देरी हो सकती है। पंजाब सरकार द्वारा UPSC को भेजे पैनल में कुछ क्लेरिकल मिस्टेक सामने आई हैं। जिस वजह से पंजाब के गृह विभाग से इस पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके बाद ही UPSC 3 अफसरों का पैनल बनाकर पंजाब को भेजेगी। जिनमें से किसी एक अफसर को डीजीपी लगाया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक UPSC को भेजी लिस्ट में डीजीपी वीके भवरा के नाम को लेकर पूछा गया है। पैनल में एक जगह उनका नाम शॉर्ट में लिखा है जबकि दूसरी जगह पूरा नाम है। गृह विभाग से पूछा गया है कि यह एक ही अफसर के अलग-अलग नाम हैं या दोनों अलग-अलग अफसर हैं। इसी तरह हाल ही में डीजीपी पद से हटाए दिनकर गुप्ता की जॉइनिंग की तारीख में भी कुछ गड़बड़ी है। जिस वजह से करीब एक महीना बीतने के बाद भी पैन बनकर नहीं आया है। अभी सहोता कार्यकारी डीजीपी पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM पद से हटाने के बाद दिनकर गुप्ता छुट्‌टी पर चले गए थे। बाद में नए सीएम चरणजीत चन्नी ने उनकी जगह इकबालप्रीत सहोता को डीजीपी का चार्ज दे दिया। फिलहाल सहोता कार्यकारी डीजीपी के तौर पर काम कर रहे हैं। चुनाव की घोषणा में करीब 2 महीने का वक्त बचा है। ऐसे में पैनल में देरी से कई बड़े दावेदार कुर्सी से वंचित हो सकते हैं। सिद्धू को दिया था यही फार्मूला दिलचस्प बात यह है कि नवजोत सिद्धू ने जब इकबालप्रीत सहोता को डीजीपी लगाने का विरोध किया तो उन्हें यही फार्मूला दिया गया। सिद्धू को कहा गया कि UPSC को पैनल भेजा है। वहां से सूची आने के बाद उनके साथ चर्चा कर नया डीजीपी लगा देंगे। हालांकि अब वहां से ही देरी होने पर सहोता पद पर बने रहेंगे। सिद्धू सिद्धार्थ चट्‌टोपाध्याय को डीजीपी लगाना चाहते थे। सिद्धू का तर्क था कि डीजीपी सहोता ने बेअदबी केस में बादल सरकार को क्लीन चिट दी थी। हालांकि उनके इस विरोध को CM चन्नी ने दरकिनार कर दिया था।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/children-need-vaccines-soon-vaccination-of-children-slows-down-in-britain-this-is-the-reason-for-the-new-wave-there-129063478.html,कोरोना का ट्रेंड हमारे लिए सबक:,"कोरोना का ट्रेंड हमारे लिए सबक:बच्चों को टीके जल्द जरूरी; ब्रिटेन में बच्चों का वैक्सीनेशन धीमा, वहां नई लहर की यही वजह नई दिल्ली 40 से ज्यादा देशों में 18 से कम उम्र की आबादी का टीकाकरण शुरू हो चुका है। यूरोपीय देश सबसे आगे हैं। लेकिन, ब्रिटेन इसमें पिछड़ गया है। यही वहां संक्रमण की नई लहर का कारण बना। ब्रिटेन में रोज 40 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं, जबकि यूरोप के अन्य देशों फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन आदि में संक्रमण कम है। इन देशों में बच्चों का वैक्सीनेशन बेशक ब्रिटेन के बाद शुरू हुआ, लेकिन रफ्तार तेज होने की वजह से ये ब्रिटेन से आगे निकल गए हैं। ब्रिटेन एकमात्र यूरोपीय देश है, जहां हफ्ते में प्रति 1 लाख आबादी 1000 बच्चे संक्रमित हो रहे हैं। फ्रांस, जर्मनी, स्पेन समेत अन्य देशों में यह दर 200 से कम है। ब्रिटेन में 15 साल से कम उम्र की 37% आबादी को एक डोज लगी है, जबकि स्पेन-फ्रांस में 65% से ज्यादा बच्चे पहली डोज लगवा चुके हैं। यही कारण है कि इन देशों में संक्रमण यूरोप में सबसे कम और ब्रिटेन में ज्यादा है। हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने की दर ब्रिटेन में भी कम है। नए मरीजों में 45% केस 19 साल से क्रम उम्र के मिल रहे ब्रिटेन में सबसे चिंताजनक बात यह है कि नए मरीजों में 45% केस 19 साल से क्रम उम्र के मिल रहे हैं। राहत की बात यह है कि 80+ की आबादी सबसे कम संक्रमित हो रही है। इसकी वजह बूस्टर डोज माने जा रहे हैं। बच्चों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर तक नहीं बने ब्रिटेन में वैक्सीनेशन प्रोग्राम के पूर्व प्रमुख डेविड सलिस्बरी कहते हैं कि यहां बच्चों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर तक नहीं बने हैं। ये सब सरकार को सुनिश्चित करना था, लेकिन इसका पूरा जिम्मा अभिभावकों पर छोड़ दिया गया है। बच्चों के वैक्सीनेशन की साफ नीति नहीं बनी इम्पीरियल कॉलेज लंदन में पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के चीफ प्रो. अजीम मजीद कहते हैं कि ब्रिटेन में अभी तक बच्चों के वैक्सीनेशन की स्पष्ट नीति नहीं बनी। वैक्सीन डिलीवरी अनियमित है। इसलिए, ब्रिटेन पिछड़ गया है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/union-road-transport-ministry-is-making-rules-suggestions-and-objections-are-also-sought-from-people-129064287.html,बाइक पर 4 साल तक के बच्चों को हेलमेट जरूरी:,"बाइक पर 4 साल तक के बच्चों को हेलमेट जरूरी:स्पीड भी 40 किमी से ज्यादा नहीं होगी; सरकार बना रही नियम, सुझाव भी मांगे नई दिल्ली बाइक पर चालक के साथ अगर चार साल तक की उम्र का बच्चा बैठा है ताे बाइक की रफ्तार 40 किमी से ज्यादा नहीं हाे सकेगी। हादसाें में बच्चाें की सुरक्षा के लिए खासताैर पर यह नियम बनाया जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इसके लिए प्रस्ताव भेजा है। इसमें कहा गया है कि मोटरसाइकिल चालक यह तय करेगा कि उसके पीछे बैठे 9 महीने से 4 साल तक की उम्र के बच्चे ऐसा हेलमेट पहने हों जो उनके सिर पर फिट बैठता हो। सरकार ने इस पर सुझाव और आपत्तियां भी मांगी हैं। बच्चे को सेफ्टी हार्नेस भी पहनाना होगा बच्चा जो हेलमेट पहनेगा वह भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) से अप्रूव भी होना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर चालक के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इस बारे में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक ट्वीट किया है। इसमें कहा गया है कि ड्राइवर से बच्चे को जोड़ने के लिए एक सेफ्टी हार्नेस लगाना जरूरी है। बता दें सेफ्टी हार्नेस एक तरह की बनियान होती है, जिसे बच्‍चे को पहनाया जाता है। यह एडजस्‍टेबल होता है, इसमें एक जोड़ी स्‍ट्रैप होते हैं जो बनियान से जुड़े होते हैं और एक शोल्‍डर लूप होता है, जिसे ड्राइवर पहनता है। इस तरह बच्‍चे के शरीर का ऊपरी हिस्‍सा सुरक्षित तरीके से ड्राइवर से जुड़ा रहता है। सेफ्टी हार्नेस के बारे में कहा गया है कि यह BIS के सभी नियमों के मुताबिक होना चाहिए। वजन में हल्का और एडजस्ट करने लायक हो। साथ ही वाटरप्रूफ और टिकाऊ भी होना चाहिए। मंत्रालय ने कहा है कि अगर किसी को इस बारे में कोई सुझाव हो या ऐतराज हो तो ईमेल-पत्र के जरिए बता सकते हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/5-arrested-including-2-retired-and-one-serving-officer-cbi-is-investigating-the-case-for-two-months-129063519.html,नौसेना के पनडुब्बी कार्यक्रम की सूचनाएं लीक:,"नौसेना के पनडुब्बी कार्यक्रम की सूचनाएं लीक:2 रिटायर्ड और एक सेवारत अफसर समेत 5 गिरफ्तार, CBI दो महीने से जांच कर रही नई दिल्लीएक दिन पहले नौसेना के पनडुब्बी बेड़े की खरीदारी एवं रखरखाव प्रक्रिया की कमर्शियल सूचनाएं लीक हो गई हैं। नौसेना के पनडुब्बी बेड़े की खरीदारी एवं रखरखाव प्रक्रिया की कमर्शियल सूचनाएं लीक हो गई हैं। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नौसेना के दो रिटायर्ड अफसरों, एक सेवारत कमांडर व दो असैन्य नागरिकों को गिरफ्तार किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए नौसेना मुख्यालय ने भी आंतरिक जांच शुरू कर दी है। सीबीआई अब तक इस मामले में दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद में 19 स्थानों पर छापे मार चुकी है। नौसेना के सूत्रों ने भास्कर को बताया कि यह जांच दो महीने से भी ज्यादा समय से चल रही है। सीबीआई ने सितम्बर के आखिरी सप्ताह में एक रिटायर्ड कोमोडोर और एक रिटायर्ड कमांडर को हिरासत में लिया। उसी समय दो असैन्य नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया। उनसे हुई पूछताछ के बाद मुंबई में नौसेना की पश्चिमी कमान के मुख्यालय से एक सेवारत कमांडर को गिफ्तार कर लिया गया। सेवारत कमांडर ने रिटायर्ड अफसरों से वर्तमान में चल रहे कीलो क्लास पनडुब्बी के आधुनिकीकरण प्रोजेक्ट की जानकारियां साझा की थीं। जांच की परतें देख नई दिल्ली स्थित नौसेना मुख्यालय हरकत में आ गया और एक वाइस एडमिरल स्तर के अफसर की अगुवाई में 5 सदस्यीय टीम गठित कर आंतरिक जांच के आदेश दे दिए गए। जांच बताएगी और क्या लीक हुआ सूत्रों ने बताया कि अभी तक की जांच से पता चला है कि जो सूचनाएं लीक हुईं वे पनडुब्बियों की रिपेयर और रखरखाव संबंधी कान्ट्रैक्ट के बारे में थीं। इस तरह की सूचनाएं एक ही सिस्टम में होती हैं, ये देखते हुए जांच का दायरा बढ़ाया गया। ताकि यह पता लगाया जा सके कि इससे अधिक जानकारियां तो गलत हाथों में नहीं पड़ गई हैं। नौसेना के सूत्रों ने इसे ‘अनधिकृत ढंग से सूचनाओं को साझा’ करने के जुर्म के दायरे में रखा है। नौसेना इस केस में फूंक-फूंककर कदम रख रही सूत्रों ने कहा कि अभी तक की जांच से यह साफ हो चुका है कि जो सूचनाएं साझा की गईं उनका नौसेना के आगामी पनडुब्बी कार्यक्रम प्रोजेक्ट-75 से सरोकार नहीं है। नौसेना इस बारे में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है क्योंकि दो दशक पहले वॉररूम लीक कांड सामने आने से पूरा स्कॉर्पियन पनडुब्बी कार्यक्रम पटरी से उतर गया था। इससे नौसेना की तैयारियां ठहर गई थीं। भास्कर ने इस बारे में नौसेना से सम्पर्क किया। लेकिन आधिकारिक प्रतिक्रिया हासिल नहीं हो सकी है। सीबीआई जांच में गिरफ्तारियों व आंतरिक जांच की बात अनौपचारिक रूप से स्वीकार की गई। सूत्रों ने बताया कि नौसेना सीबीआई का पूरा सहयोग कर रही है। गिरफ्तार अफसर के संपर्क में आए अन्य कर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/7th-pay-commission-here-state-government-increased-da-know-what-is-the-percentage-increase-and-from-when-will-it-be-implemented/1916776/,"7th Pay Commission: यहां सरकार ने बढ़ाया DA, जानें- कितने फीसदी हुई बढ़ोतरी और कब से होगा लागू?","7th Pay Commission Latest News in Hindi: झारखंड सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों एवं पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का बृहस्पतिवार को फैसला किया और यह बढ़ोतरी इस साल एक जुलाई से लागू होगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई झारखंड सरकार के मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय का फैसला किया गया। मंत्रिमंडल के फैसले के अनुसार राज्य सरकार के पांचवें, छठवें तथा सातवें वेतन आयोग के तहत वेतन पा रहे सभी कर्मचारियों एवं पेंशनधारियों को अब इस वर्ष की पहली जुलाई से महंगाई भत्ता तीन प्रतिशत अधिक मिलेगा। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद राज्य सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि राज्य सरकार के पेंशनधारियों एवं कर्मियों के वेतनमान में एक जुलाई से महंगाई भत्ते की दरों में तीन प्रतिशत वृद्धि की स्वीकृति दी गई है। यानी अब महंगाई भत्ते की दर को 28 प्रतिशत की दर से बढ़ाकर 31 प्रतिशत करने की स्वीकृत दी गयी है। नियुक्ति के लिए 14 नियमावलियों में संशोधनः इसी बीच, सीएम के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में रिक्त सरकारी पदों को भरने के अपने वादे के तहत कदम उठाते हुए शुक्रवार को 14 विभिन्न नियुक्ति नियमावलियों में संशोधन किया और सभी नियमावलियों में नियुक्ति के लिए राज्य से दसवीं एवं बारहवीं की कक्षा उत्तीर्ण करने की शर्त अनिवार्य कर दी। सोरेन की अध्यक्षता में यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के फैसले किए गये। एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि सरकारी विभागों में नियुक्ति के रास्ते को साफ करते हुए मंत्रिमंडल ने 14 नियुक्ति नियमावलियों में संशोधन को पारित कर दिया है। अब सरकारी नौकरी की जरूरी शर्त यह है कि राज्य में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए झारखंड के स्‍कूलों से ही 10वीं एवं 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। रांची में शुक्रवार को हुई झारखंड सरकार की मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 37 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। मंत्रिमंडल ने गोविंदपुर-दुमका सड़क के लिए भी 31 करोड़ रुपये और झरिया-बलियापुर सड़क के लिए 44 करोड़ रुपये व्यय करने की मंजूरी दी है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/indian-railways-irctc-railway-board-issues-order-to-drop-special-train-tag-revert-to-pre-covid-fares/1916726/,Indian Railways IRCTC करेगा 30% तक मौजूदा किराए में कटौती: दिल्ली-पटना का टिकट 630 रुपए तक होगा कम; इन रूट्स पर 24 तक ट्रेनें डायवर्ट,"भारतीय रेल ने किराए में बढ़ोतरी पर यात्रियों के दबाव का सामना करने के बाद मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए ‘स्पेशल’ टैग हटाने और कोरोना वायरस महामारी से पहले के किराए पर तत्काल प्रभाव से लौटने का एक आदेश जारी किया है। शुक्रवार (12 नवंबर, 2021) को रेलवे के इस आदेश के मुताबिक, मौजूदा किराए में 30 फीसदी तक की कटौती की जाएगी, जिसके तहत दिल्ली से बिहार की राजधानी पटना तक का किराया 630 रुपए तक कम हो जाएगा। किराए में आने वाली कमी से टिकट कितने रुपए तक सस्ता होगा? यह समझने के लिए हम वैशाली एक्सप्रेस को ले लेते हैं। इस गाड़ी का स्लीपर, थर्ड एसी और सेकेंड एसी का मौजूदा किराया क्रमशः 540, 1420 और 2020 रुपए है, जबकि नई व्यवस्था में यही किराया क्रमशः 515, 1350 और 1950 रुपए हो जाएगा। इसी तरह मिथिला और पूर्वांचल एक्सप्रेस की बात करें तो उसमें स्लीपर, थर्ड एसी और सेकेंड एसी के लिए अभी यात्रियों को क्रमशः 425, 1160 और 1645 रुपए देने होते हैं, मगर कटौती के बाद यह रेट क्रमशः 330, 895 और 1280 हो जाएगा। रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे को लिखे पत्र में कहा कि ट्रेनें अब अपने नियमित नंबर के साथ परिचालित की जाएंगी और किराया कोविड पूर्व दर जैसा सामान्य हो जाएगा। आदेश के अनुसार, ‘‘कोरोना के मद्देनजर सभी नियमित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें एमएसपीसी (मेल/एक्सप्रेस स्पेशल) और एचएसपी (होलीडे स्पेशल) के रूप में चलाई जा रही है। अब यह फैसला किया गया है कि वर्किंग टाइम टेबल, 2021 में शामिल सहित एमएसपीसी और एचएसपी ट्रेन सेवाएं नियमित नंबर के साथ परिचालित की जाएगी और किराया दिशानिर्देशों के मुताबिक, यात्रा के लिए संबद्ध वर्ग व ट्रेन के प्रकार पर आधारित होगा। आदेश में कहा गया है कि यह रेलवे बोर्ड के यात्री विपणन निदेशालय के सहयोग से जारी किया गया है। हालांकि, आदेश में यह नहीं बताया गया है कि जोनल रेलवे को कोविड पूर्व अपनी सेवाएं कब बहाल करने की जरूरत है। समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा से एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जोनल रेलवे को निर्देश जारी किया गया है। हालांकि, तत्काल प्रभाव से जारी आदेश की तामील में एक या दो दिन लग सकता है।’’ आगे एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में 1,700 से अधिक ट्रेनें बहाल की जाएंगी। ट्रेन नंबर का पहला अंक शून्य (जीरो) नहीं होगा जैसा कि स्पेशल ट्रेनों के मामले में था।’’ वैसे, अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लगाये गये प्रतिबंध प्रभावी रहेंगे, जैसे कि रियायत, बेड रोल (बिस्तर) और भोजन सेवाएं आदि पर पर अस्थायी प्रतिबंध जारी रहेगा। बता दें कि जब से कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन में ढील दी गई थी, रेलवे केवल विशेष ट्रेनें चला रहा है। इसकी शुरुआत लंबी दूरी की ट्रेनों से हुई थी और अब, यहां तक कि कम दूरी की यात्री सेवाओं को “थोड़ा अधिक किराए” वाली विशेष ट्रेनों के रूप में चलाया जा रहा है, ताकि “लोगों को परिहार्य यात्रा से हतोत्साहित” किया जा सके। विशष ट्रेनों के परिचालन और किराए में रियायत नहीं देने से रेलवे के राजस्व में भी काफी बढ़ोतरी देखी गई है। रेलवे ने यात्री मद से 2021-2022 की दूसरी तिमाही के दौरान पहली तिमाही की तुलना में 113 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है। इसी बीच, 16 से 24 नवंबर तक के लिए 11 गाड़ियों के रूट बदल दिए गए हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में दोहरीकरण संबंधी काम को लेकर यह फैसला लिया गया है। इनमें 05621 कामाख्या-आनंद विहार टर्मिनस स्पेशल (18 नवंबर को), 04698 जम्मूतवी-बरौनी स्पेशल (19 नवंबर), 05655 कामाख्या-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा स्पेशल (21 नवंबर) और 05212 अमृतसर-दरभंगा स्पेशल (20 व 22 नवंबर) आदि रोजा-लखनऊ-बुढ़वल के रास्ते चलेंगी।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/bhopal-mega-rally-of-pm-modi-about-tribals-shivraj-govt-will-spend-23-crore-for-4-hours/1916664/,"पीएम मोदी की चार घंटे की रैली के लिए 23 करोड़ रुपये खर्च करेगी मध्य प्रदेश सरकार, लोगों को जुटाने में लगेंगे 13 करोड़","भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर 15 नवंबर को मध्य प्रदेश जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाएगा। यह पूरा कार्यक्रम आदिवासियों को समर्पित किया जाना है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी भोपाल पहुंचेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप से बने पहले रेलवे स्टेशन हबीबगंज का भी उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय कैबिनेट ने भी फैसला किया है कि 15 से 22 नवंबर तक का समय जनजातीय गौरव सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। वहीं भोपाल के जंबोरी मैदान में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सुनने के लिए पूरे मध्य प्रदेश से लगभग 2 लाख आदिवासी पहुंचेंगे। इस पूरे मैदान को कार्यक्रम के लिए तैयार किया जा रहा है और इसे आदिवासी कलाओं से सजाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी भोपाल में कुल चार घंटे रहेंगे और वह एक घंटा 15 मिनट का वक्त मंच पर देंगे। यहां बड़े-बड़ें पांडाल लगाए जा रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से लगभग 300 कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इस कार्यक्रम में राज्य सरकार 23 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इसमें से 13 करोड़ रुपये तो केवल लोगों को लाने और ले जाने में लगेंगे। जानकारी के मुताबिक 12 करोड़ रुपये लाने ले जाने में, भोजन और लोगों के रुकने के इंतजाम में लगाए जाएंगे। लोगों के रुकने के लिए पांच डोम बनाए जा रहे हैं। इन्हें बनाने, सजावट और प्रचार में कुल 9 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। बता दें कि राज्य में 47 विधानसभा सीटें जनजातियों के लिए आरक्षित हैं। साल 2008 में भाजपा ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2013 में यह आंकड़ा बढ़कर 31 हो गया लेकिन 2018 में फिर से भाजपा 16 पर सिमट गई। एनसीआरबी डेटा की बात करें तो मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लोगों के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध हुए हैं। साल 2019 में यह आंकड़ा 1922 था वहीं 2018 में 1868 था। जबकि अपराध का आंकड़ा 2020 में ब ढ़कर 2401 हो गया। दो साल में ऐसे अपराध में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई। मध्य प्रदेश सरकार ने हबीबगंज रेलेवे स्टेशन का नाम बदलने को लिखा पत्र मध्य प्रदेश सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर मांग की है कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर आदिवासी क्वीन कमलापति के नाम पर रख दिया जाए। इससे पहले भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी यही मांग कर चुकी हैं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/health/covid-medicine-india-covid-19-pill-close-to-regulator-nod-in-india-may-cost-rs-500-rs-1000-know-b418/,"COVID medicine India: कुछ हफ्तों में लॉन्च होगी कोरोना की दवा, एक गोली कीमत हो सकती है 25-50 रुपये, जानें कितनी असरदार है दवा","भारत में मोल्क्सवीर (Molxvir) नाम से बिकेगी कोरोना की दवा दवा कंपनी सन फार्मा लॉन्च करेगी दवा पूरे उपचार की कीमत 500-1000 रुपये हो सकती है भारत में कोरोना वायरस की दवा आने वाले कुछ हफ्तों में लॉन्च हो सकती है और पूरे उपचार की कीमत 500-1000 रुपये होने का अनुमान है। इस दवा को अमेरिकी दवा कंपनी मर्क एंड रिजबैक बायोथेराप्यूटिक्स द्वारा विकसित किया गया है। यह कोरोना की पहली मौखिक गोली है। कोरोना वायरस की गोली का नाम का नाम मोलनुपिरवीर (Molnupiravir) है जोकि एक एंटीवायरल दवा है। गोली के शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि यह अस्पताल में भर्ती होने की संख्या को आधा कर सकती है। पिछले हफ्ते ब्रिटेन इस दवा को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। इस दवा को कोविड पॉजिटिव आने और लक्षणों की शुरुआत के पांच दिनों के भीतर लेने की सिफारिश की गई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के सूत्रों से पता चला है कि नियामक इस सप्ताह की शुरुआत में दवा के आपातकालीन उपयोग पर अपना फैसला दे सकता है क्योंकि यह भारत में लगभग 700 रोगियों के डेटा की समीक्षा के अंतिम चरण में है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आने वाले हफ्तों में मौखिक कोविड-19 गोली को लॉन्च किया जा सकता है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दवा की कीमत 25-50 रुपये प्रति टैबलेट होगी। एक मरीज को पांच दिनों के उपचार के दौरान 15-20 गोलियां लेनी होंगी। अधिकारी के अनुसार, 'हम उम्मीद कर रहे हैं कि प्रत्येक रोगी के लिए इस दवा के एक कोर्स की लागत केवल 500-1000 रुपये हो सकती है जो बहुत सस्ती होगी।' भारत में दवा बनाने के लिए लाइसेंस प्राप्त कंपनियों में से एक सन फार्मा है. कंपनी ने ने गुरुवार को कहा कि फर्म इसे 'किफायती कीमत' मोल्क्सवीर (Molxvir) नाम से लॉन्च करेगी। सन फार्मा, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, नैटको, हेटेरो फार्मा और अरबिंदो फार्मा सहित आठ कंपनियों ने दवा के जेनेरिक संस्करणों के उत्पादन के लिए स्वैच्छिक लाइसेंसिंग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं और उन्होंने अब आरईयू के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा अमेरिकी फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर ने भी एक एंटीवायरल गोली पैक्सलोविड (Paxlovid) बनाई है. फाइजर की एंटीवायरल गोली के बारे में बताया जा रहा है कि यह कोरोना के जोखिम को कम करके अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु की संभावना को 89 प्रतिशत की कम कर सकती है। फाइजर की पैक्सलोविड और मर्क की मोलनुपिरवीर दोनों गोलियों को मौखिक रूप से लिया जा सकेगा। निवारक उपाय के रूप में कोई भी गोली नहीं ली जा सकती है। इसका सेवन केवल उन लोगों को करना है, जिन्हें कोरोना पॉजिटिव है और लक्षण दिख रहे हैं। फाइजर की पैक्सलोविड के क्लिनिकल परीक्षण में हल्के से मध्यम कोविड-19 के 1,219 रोगियों की जांच की गई और इस गोली ने वयस्कों के लिए अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु की संभावना को 89 प्रतिशत तक कम कर दिया। पैक्सलोविड लेने वाले रोगियों में, 0.8 प्रतिशत अस्पताल में भर्ती थे, और 28 दिनों के उपचार के बाद किसी की मृत्यु नहीं हुई। मर्क निर्मित मोलनुपिरवीर को 775 रोगियों को प्रशासित किया गया, जिन्होंने कोविड-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया। मोलनुपिरवीर प्राप्त करने वाले रोगियों में, केवल 7.3 प्रतिशत अस्पताल में भर्ती थे और किसी ने भी घातक संक्रमण विकसित नहीं किया था। फाइजर पैक्सलोविड की तीन गोलियां कोविड-19 के निदान वाले रोगियों को दिन में दो बार दी जानी चाहिए। गोलियों को संक्रमण की शुरुआत के तीन से पांच दिनों के भीतर प्रशासित किया जाना चाहिए।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/news/ravichandran-ashwin-wife-prithi-celebrate-10th-wedding-anniversary-wrote-beautiful-post-marriages-b507/,"टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर ने 10वीं सालगिरह पर पत्नी के साथ शेयर की फोटो, जानिए इंस्टाग्राम पर क्या लिखा...","जोड़े ने 13 नवंबर 2011 को शादी की थी। अश्विन की पत्नी ने अपने पति और उनकी दो प्यारी बेटियों की कुछ तस्वीरें साझा कीं। नई दिल्लीः टीम इंडिया के दिग्ग्ज खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन की शादी की आज 10वीं सालगिरह है। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और उनकी पत्नी पृथ्वी नारायणन ने शादी की सालगिरह मनाई। इस जोड़े ने 13 नवंबर 2011 को शादी की थी। अपने विशेष दिन पर अश्विन की पत्नी ने अपने पति और उनकी दो प्यारी बेटियों की कुछ तस्वीरें साझा कीं। पृथ्वी अश्विन ने इंस्टाग्राम पर तस्वीरों को कैप्शन दिया, ""हमें 10 साल मुबारक। एक साथ रहने से ज्यादा रोमांटिक और क्या हो सकता है। रविचंद्रन अश्विन ने अपनी पत्नी के साथ तस्वीर साझा की हैं। 10 साल का प्यार जरा भी कम नहीं हुआ। वो और उनकी पत्नी अपने-अपने हाथ में एक एक सॉफ्टी लिए हुए दिख रहे है। दोनों किसी पार्क में मौजूद हैं। कई लोगों ने उन्हें सालगिरह पर बधाई दी। सूर्यकुमार यादव और पूर्व क्रिकेटर एस बद्रीनाथ ने बधाई दी। अश्विन ने लिखा, ""शादियां स्वर्ग में बनती हैं।"" अश्विन ने तस्वीर के कैप्शन में लिखा- 'वे कहते हैं कि शादियां स्वर्ग में बनती हैं।' लेकिन हम उस रिश्ते में एक साथ कैसे आगे बढ़ते हैं, खामियों को स्वीकार करते हैं और एक-दूसरे की ताकत का सराहना करते हैं, यह पार्टनरशिप की सफलता को शादी के रूप में निर्धारित करेगा। प्रीति और मैं आज अपनी शादी की 10वीं सालगिरह पूरी कर रहे हैं और यह एक शानदार यात्रा रही है, हैप्पी एनिवर्सरी बेबी।'",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/news/t20-world-cup-marais-erasmus-richard-kettleborough-named-on-field-umpires-for-final-nitin-menon-tv-b507/,"T20 World Cup: टी20 विश्व कप फाइनल, आईसीसी ने तय किए अंपायरों के नाम, सूची में भारतीय भी शामिल, देखें","भारत के नितिन मेनन टीवी अंपायर के रूप में काम करेंगे। अभी तक दोनों टीम ने टी20 विश्व कप अपने नाम नहीं किया है। फाइनल रविवार को दुबई में होना है। T20 World Cup: टी20 विश्व कप फाइनल कल खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच यह मुकाबला होगा। फाइनल रविवार को दुबई में होना है। क्रिकेट फैंस को इस बार नया चैंपियन मिलेगा। अभी तक दोनों टीम ने टी20 विश्व कप अपने नाम नहीं किया है। दक्षिण अफ्रीका के मराइस इरास्मस और इंग्लैंड के रिचर्ड केटलबोरो को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले टी20 विश्व कप फाइनल के लिए मैदानी अंपायर नियुक्त किया गया है। भारत के नितिन मेनन टीवी अंपायर के रूप में काम करेंगे। आईसीसी ने एक बयान में कहा, “अंपायर मराइस इरास्मस और रिचर्ड केटलबोरो रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले ICC पुरुष T20 विश्व कप 2021 के फाइनल में मैदान पर उतरेंगे।” मेनन जो आईसीसी एलीट पैनल में एकमात्र भारतीय अंपायर हैं, टीवी अंपायर होंगे जबकि श्रीलंका के पूर्व स्पिनर कुमार धर्मसेना चौथे अंपायर होंगे। मेनन अपने पहले पुरुष विश्व कप में अंपायरिंग कर रहे हैं, यह मेनन के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। आस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान को जबकि न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। रंजन मदुगले मैच रैफरी होंगे।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/spirituality/chandra-grahan-2021-november-19-know-time-and-effects-b628/,"Chandra Grahan 2021: 19 नवंबर को लग रहा है चंद्रग्रहण, जानें कहां और कैसा रहेगा ग्रहण का असर","उपछाया चंद्रग्रहण होने के कारण ग्रहण का सूतक काल नहीं होगा मान्य असम, अरुणाचल प्रदेश के हिस्सों में कुछ पल के लिए दिखाई दे सकता है ग्रहण चंद्रग्रहण 19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है। यह साल का आखिरी चंद्रग्रहण होगा। ज्योतिष और धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण काल एक अशुभ समयावधि होती है। ग्रहण के सूतक काल में पूजा-पाठ जैसे शुभ कार्यों के अलावा अन्य चीजों को भी करने की मनाही होती है। खासकर ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाला ग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा। चंद्र ग्रहण कितने बजे और कहां दिखाई देगा? भारतीय समयानुसार, चंद्र ग्रहण 19 तारीख को सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा जो शाम 05 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। ग्रहण की कुल अवधि लगभग 05 से ज्यादा होगी। यह चंद्रग्रहण यूरोप, अमेरिका, पश्चिमी अफ्रीका, इंडोनेशिया, रूस, चीन, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में साफ दिखाई देगा। अगर भारत की बात की जाय तो यह ग्रहण शाम के समय अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। लेकिन भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंशिक रूप से कुछ पल के लिए दिखाई दे सकता है। ग्रहण का सूतक काल चंद्रग्रहण में सूतक काल ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पूर्व ही लग जाता है जो ग्रहण समाप्ति के साथ ही खत्म होता है। भारतीय दृष्टिकोण से साल का आखिरी चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण है इसलिए यहां ग्रहण का सूतक काल प्रभावी नहीं होगा। हालांकि राशियों और नक्षत्रों पर ग्रहण का प्रभाव देखा जा सकेगा। इस राशि नक्षत्र में लगेगा ग्रहण, जानें प्रभाव ज्योतिषीय गणना के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाला उपछाया चंद्रग्रहण वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में लगेगा। वृषभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि समस्याकारक रह सकती है। वृषभ राशि में राहु पहले से ही विराजमान है। इस राशि के जातकों को बहस और फिजूल खर्ची से बचने की सलाह दी जाती है। चंद्र ग्रहण के दौरान सावधानियां धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। सूतक काल में खाने-पकाने, पूजा-पाठ से परहेज करना चाहिए। इस दौरान मन में ईश्वर की आराधना करनी चाहिए। ग्रहण के बाद स्‍नान जरूर करें। पूरे घर में गंगाजल छिड़कर उसे शुद्ध करना चाहिए। इस अवधि में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। चंद्र ग्रहण के दौरान शिव आराधना करने से लाभ मिलता है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/news/t20-world-cup-test-and-odi-virat-kohli-leave-captaincy-shahid-afridi-former-pakistan-captain-can-b507/,"T20 World Cup: टेस्ट और वनडे की कप्तानी छोड़ दें विराट कोहली, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बोले-दबाव के बिना ‘फ्री’ होकर खेल सकते हैं...","टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने यह फैसला किया। विराट कोहली को बल्लेबाजी पर ध्यान लगाना चाहिए और इसका लुत्फ उठाना चाहिए। क्रिकेट का लुत्फ उठाना चाहिए और मुझे लगता है कि उनका अभी काफी क्रिकेट बचा है। T20 World Cup: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को लगता है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली को बल्लेबाज के तौर पर और अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के लिये खेल के सभी प्रारूपों में कप्तानी की भूमिका छोड़ देनी चाहिए। ‘समा टीवी चैनल’ पर बात करते हुए अफरीदी ने कहा कि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) का रोहित शर्मा को भारतीय टी20 टीम का कप्तान नियुक्त करने का फैसला अच्छा है। कोहली ने भारत के टी20 विश्व कप में अभियान समाप्त होने पर टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने यह फैसला किया। अफरीदी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह भारतीय क्रिकेट के लिये अद्भुत ताकत रहा है लेकिन मुझे लगता है कि यह अच्छा होगा, अगर वह अब सभी प्रारूपों में बतौर कप्तान संन्यास लेने का फैसला कर लें। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक साल के लिये रोहित के साथ खेला था और वह मजबूत मानसिकता वाला लाजवाब खिलाड़ी है। उसकी सबसे मजबूत चीज है कि जब जरूरी हो तो वह ‘रिलैक्स’ रह सकता है और जब बहुत जरूरी हो तो वह आक्रामकता भी दिखा सकता है। ’’ इस पाकिस्तानी स्टार ने कहा कि रोहित में अच्छे कप्तान के लिये मानसिक मजबूती है और उन्होंने अपनी आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के लिये यह दिखा भी दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘वह शीर्ष स्तर का खिलाड़ी है, उनका शॉट चयन शानदार है और खिलाड़ियों के लिये अच्छे नेतृत्वकर्ता के लिये उनके पास मानसिकता भी है। ’’ अफरीदी आईपीएल के शुरू होने वाले वर्ष में डेक्कन चार्जर्स में रोहित के साथ खेले थे। कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के फैसले पर अफरीदी ने कहा कि वह इसकी उम्मीद कर रहे थे। अफरीदी को लगता है कि कोहली को कप्तानी छोड़कर सभी तीनों प्रारूपों में अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाना चाहिए और इसका लुत्फ उठाना चाहिए। अफरीदी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि विराट को कप्तानी छोड़कर अपना बचे हुए क्रिकेट का लुत्फ उठाना चाहिए और मुझे लगता है कि उनका अभी काफी क्रिकेट बचा है। वह शीर्ष स्तर के बल्लेबाज हैं और वह दिमाग में किसी अन्य दबाव के बिना ‘फ्री’ होकर खेल सकते हैं। वह अपने क्रिकेट का आनंद लेंगे। ’’ तैंतीस वर्षीय कोहली ने हाल में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी से भी हटने का फैसला किया था। वहीं मुख्य कोच के तौर पर कार्यकाल खत्म कर चुके रवि शास्त्री ने हाल में एक साक्षात्कार में संकेत दिया था कि कोहली वनडे की कप्तानी भी छोड़ सकते हैं और सिर्फ टेस्ट टीम की अगुआई पर ही ध्यान लगायेंगे जो उनका पसंदीदा प्रारूप है। कोहली ने 2019 के अंत से कोई टेस्ट शतक नहीं लगाया है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/gurmeet-chaudhary-revealed-he-was-threatened-for-refusing-to-do-the-new-film-b615/,"फिल्म के लिए मना करने पर गुरमीत चौधरी को मिली थी धमकी, अभिनेता ने किया खुलासा","गुरमीत ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत टेलीविजन शो के माध्यम से की थी गुरमीत को एक फिल्म का ऑफर मिला था जिसकी स्क्रिप्ट समझ नहीं आने पर मना कर दिया फिल्म को ना करने के बाद फिल्म निर्देशक ने उनका करियर खत्म करने की धमकी दी थी गुरमीत चौधरी ने खुलासा किया कि एक निर्देशक ने उसकी फिल्म में काम नहीं करने को लेकर धमकी दी थी। 'खामोशियां' और 'वजह तुम हो' में अभिनय कर चुके अभिनेता ने धमकी देनेवालो को 'बड़ा' निर्देशक बताया है। रेडियो होस्ट सिद्धार्थ कन्नन के साथ बात करते हुए, गुरमीत चौधरी ने खुलासा किया कि उन्हें एक फिल्म के लिए संपर्क किया गया था, लेकिन उन्हें स्क्रिप्ट समझ में नहीं आई। जब उन्होंने फिल्म को करने से मना कर दिया, तो निर्देशक काफी नाराज हुआ था। बकौल गुरमीत- जब मैं फिल्मो में आ गया तो एक अच्छे निर्देशक थे, बड़े निर्देशक थे, और उनको घर पर बुलाया और मुझे स्क्रिप्ट सुनाई। नई फिल्म, समझ नहीं आई। आज के समय पर ऐसा होता है कि आपको फिल्म समझ नहीं आई तो आप मना कर सकते हैं और बोल सकते हैं। मैंने जब मन किया तो उन्होंने कहा कि मैं तुझे कोई फिल्म करने नहीं दूंगा। गुरमीत ने वाकया सुनाते हुए आगे कहा, मुझे झटका लगा कि ये क्या! ये तो होता है न कि अभिनेता स्क्रिप्ट पढ़ता है और आपको लगता है कि यार आप करो या नहीं करोगे। लेकिन मुझे ये बोला गया और उन्होंने मुझे खड़े होके बोला कि कभी काम करने नहीं दूंगा। तुमने मेरी फिल्म कैसे मना की, तुझे क्या लगता है मेरी फिल्म गंदी है। गौरतलब है कि गुरमीत ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत टेलीविजन शो के माध्यम से की थी। रामायण, 'गीत - हुई सबसे पराई' और 'पुनर्विवाह - जिंदगी मिलेगी दोबारा' जैसे शो में अभिनय करने के बाद गुरमीत चौधरी घर-घर में अपनी पहचान बना ली थी। उन्होंने 'झलक दिखला जा 5' और 'फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी '5 जैसे रियलिटी शो में भी नजर आ चुके हैं।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/news/t20-world-cup-hasan-ali-dropped-catch-bowl-badly-three-successive-sixes-shaheen-shahid-afridi-b507/,"T20 World Cup: हसन अली ने कैच छोड़ा, आप लगातार तीन छक्के दे दिए, शाहीन अफरीदी के प्रदर्शन से खुश नहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान","विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने लगातार तीन छक्के मारे। शाहीन अफरीदी ने टी20 वर्ल्ड कप 2021 में 6 मैचों में 7 विकेट चटकाए हैं। पाकिस्तान टूर्नामेंट से बाहर हो गया। हसन अली ने एक कैच छोड़ा था। T20 World Cup: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कहा कि तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में अपनी गति का ""समझदारी से"" इस्तेमाल करना चाहिए था। शाहीन अफरीदी ने टी20 वर्ल्ड कप 2021 में 6 मैचों में 7 विकेट चटकाए हैं। शाहिद ने कहा, ‘‘मैं शाहीन के प्रदर्शन से खुश नहीं हूं। हसन अली ने कैच टपका दिया इसका यह मतलब नहीं है कि आप लगातार तीन छक्के दे दो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ शाहीन के पास अच्छी गति है और उसे समझदारी से इसका इस्तेमाल करना चाहिये था। भले ही कैच छूट गया हो। उन्हें अपने दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए था और अपनी गति का इस्तेमाल करते हुए ऑफ स्टंप के बारह यॉर्कर डालने पर ध्यान देना चाहिये था। वह उस तरह का गेंदबाज नहीं है जिसके खिलाफ ऐसे रन बने।’’ ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया। ऑस्ट्रेलिया रविवार को फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगा। शाहीन के पास इतनी गति है और उसे इसे समझदारी से इस्तेमाल करना चाहिए था। भले ही कैच छूट गया हो। दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए था और अपनी गति से यॉर्कर्स को ऑफ स्टंप के बाहर तेज गेंदबाजी करने की कोशिश करनी चाहिए थी। वह हिट होने वाला गेंदबाज नहीं है। मैंने केवल वसीम भाई (अकरम) या शायद मोहम्मद आमिर को नई गेंद से इस तरह गेंदबाजी करते देखा है। उन्होंने कहा, ""वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि वह इस क्रिकेट अनुभव से सीखेगा और भविष्य के लिए खुद को तैयार करेगा।"" शाहीन शाह अफरीदी की गेंद पर लगातार तीन छक्कों के साथ सबसे अधिक नुकसान किया। ऑस्ट्रेलिया अब रविवार को टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में न्यूजीलैंड से खेलेगी।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/spirituality/dev-uthani-ekadashi-2021-14-nov-know-vrat-niyam-b628/,"Dev Uthani Ekadashi 2021: 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी, जानें व्रत से जुड़े नियम","देवउठनी एकादशी व्रत 14 नवंबर को रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार माह के निद्रा काल से जागते हैं और पुनः सृष्टि के पालन का कार्यभार संभालते हैं। इस दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन से ही शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। इसलिए हिन्दू धर्म शास्त्रों में इस तिथि का विशेष महत्व माना गया है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की जी सच्चे मन से आराधना करने से वैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है। इस दिन तुलसी विवाह का होता है आयोजन देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के स्वरूप शालीग्राम और मां तुलसी का विवाह होता है। कहा जाता है कि एक बार माता तुलसी ने भगवान विष्णु को नाराज होकर श्राप दे दिया था कि तुम काला पत्थर बन जाओगे। इसी श्राप की मुक्ति के लिए भगवान ने शालीग्राम पत्थर के रूप में अवतार लिया और तुलसी से विवाह कर लिया। वहीं तुलसी को माता लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। हालांकि कई लोग तुलसी विवाह एकादशी को करते है तो कहीं द्वादशी के दिन तुलसी विवाह होता है। माना जाता है कि जो कोई भक्त प्रबोधिनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का अनुष्ठान विधि-विधान से करता है उसे कन्यादान के बराबर पुण्यफल प्राप्त होता है। देवउठनी एकादशी मुहूर्त 2021 एकादशी तिथि प्रारंभ - 14 नवंबर को सुबह 05:48 बजे से एकादशी तिथि का समापन - 15 नवंबर को सुबह 06:39 बजे तक व्रत पारण का समय- 15 नवंबर को दोपहर 01:10 बजे से दोपहर 03:19 बजे तक देवउठनी एकादशी व्रत नियम सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प करें। भगवान विष्णु जी के समक्ष दीप प्रज्जवलित करें। गंगा जल से अभिषेक करें। विष्णु जी को तुलसी चढ़ाएं। जगत के पालनहार को सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। शाम को तुलसी के समक्ष दीप जलाएं। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। अगले दिन द्वादशी के दिन शुभ मुहूर्त पर व्रत खोलें। ब्राह्मणों को भोजन कराकर प्रसाद वितरण करें। इन चीजों का रखें ध्यान एकादशी के दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। इस दिन चावल, मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि आप एकादशी का व्रत कर रहे हैं दशमी तिथि की शाम को सात्विक भोजन ग्रहण कर एकादशी के पूरे दिन व्रत रखें और द्वादशी तिथि पर पारण मुहूर्त में व्रत खोलें। व्रत में तुलसी पूजा अवश्य करें परंतु तुलसी के पत्ते न तोड़ें।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/health/delhi-air-quality-status-delhi-air-seasons-worst-experts-says-avoid-outdoor-activities-10-prevention-b418/,"दिल्ली की हवा हुई जहरीली, लोगों को घरों में रहने की सलाह, सांस की तकलीफ, आंखों में जलन, खांसी से बचाव के 10 तरीके","दिल्ली में शुक्रवार को इस मौसम का सबसे खराब एक्यूआई दर्ज किया गया सीपीसीबी ने लोगों को घरों से बाहर जाने से बचने की सलाह दी है प्रदूषण से बचना है तो इन उपायों पर जरूर काम करें देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। हालात इतने खतरनाक हो गए हैं कि लोगों को सांस, खांसी और आंखों में जलन की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इधर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने लोगों को घरों से बाहर जाने से बचने की सलाह दी है। दिल्ली में शुक्रवार को इस मौसम का सबसे खराब एक्यूआई दर्ज किया गया। औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे तक 471 दर्ज किया गया, जो इस मौसम में अब तक का सबसे खराब है। सीपीसीबी के सदस्य सचिव प्रशांत गर्गव ने कहा कि प्रतिकूल मौसम, पराली जलाने और कम हवाओं के कारण प्रदूषकों के नहीं छितराने के परिणामस्वरूप आने वाला सप्ताह दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के संबंध में काफी महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय राजधानी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के बीच एक सोशल मीडिया मंच पर कराये गये सर्वेक्षण में पाया गया है कि इस क्षेत्र में हर पांच परिवारों में से चार परिवार प्रदूषित हवा के चलते एक या अधिक बीमारियों से जूझ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में वायु की गुणवत्ता गंभीर होने के बाद उनके सामने उत्पन्न हुई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के बारे में पूछा गया था। पता चला कि 16 फीसदी लोगों को गले में खराश या बलगम या दोनों दिक्कत है. 16 फीसदी लोगों का कहना था कि उनकी आंखों में जलन, गले में तकलीफ है तथा नाक बह रही है जबकि अन्य 16 फीसदी ने कहा कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है। वायु प्रदूषण से बचने के सरल उपाय 1) फिलहाल प्रदूषण की हालात गंभीर बने हुए हैं इसलिए कुछ दिनों तक बेवजह घर से बाहर निकलने से बचें। खासकर सुबह के समय जब सबसे अधिक प्रदूषण अधिक होता है। 2) आंखों का चश्मा जरूर पहनें, इससे आंखों का प्रदूषण से काफी हद तक बचाया जा सकता है। 3) सफर के बाद और सोने से पहले साफ पानी से आंखों को धोयें। 4) आंखों को हाथों से छूने से बचें और हाथ धोने के बाद ही आंखों को टच करें। आंखें रगड़ने से बचें। 5) आंखों में जलन होने पर सिर्फ डॉक्टर द्वारा निर्धारित आई ड्रॉप का ही इस्तेमाल करें। 6) इस दौरान कांटेक्ट लेंस न पहनें और आई मेकअप से बचें। 7) जलन कम करने के लिए कूल कॉम्प्रेसएहतर होगा का इस्तेमाल करना बेहतर होगा। 8) लंबे समय तक स्क्रीन डिवाइस, जैसे मोबाइल फोन और लैपटॉप का उपयोग न करें। सु 9) एक स्वस्थ आहार खाएं जिसमें ओमेगा 3 और एंटीऑक्सीडेंट, जैसे कि मछली, हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, पालक, बादाम, अखरोट और जामुन समृद्ध खाद्य पदार्थ शामिल हों। ये आंखों के लिए बेहद अच्छे हैं। 10) अपने घर बेहतर क्वालिटी वाला एयर पोलुशन लगवाएं। इससे घर की हवा साफ होती है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/cricket/news/t20-world-cup-final-match-new-zealand-vs-australia-head-to-head-record-quick-t20i-stats-b507/,"T20 World Cup: टी20 विश्व कप ट्रॉफी, फाइनल मुकाबला, न्यूजीलैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, हेड टू हेड रिकॉर्ड, दोनों टीमों की झोली खाली, जानें आंकड़े","ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाली टीम रही है। मार्टिन गुप्टिल का आस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 में रिकार्ड काफी अच्छा है। डेरिल मिशेल करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने के बाद फाइनल में खेलेंगे। T20 World Cup: न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीम की नजरें अपने पहले टी 20 विश्व कप खिताब पर होंगी। ऑस्ट्रेलिया T20 WC फाइनल में पहुंचकर खाली हाथ लौटा है। केन विलियमसन की अगुवाई वाली टीम के लिए यह उनका पहला अनुभव है। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में टी20 वर्ल्ड कप 2021 के फाइनल के लिए दोनों टीम ने कमर कस ली है। अभी तक दोनों टीम एक भी टी20 विश्व कप पर कब्जा नहीं किया है। 2007 में टी20 विश्व कप की शुरुआत हुई थी। दोनों टीम के पास विश्व कप जीतने का मौका है। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने खिलाड़ियों के जोशिले प्रदर्शन से रविवार को यहां तस्मानियाई प्रतिद्वंद्वी न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में जीत हासिल कर पहली टी20 विश्व कप ट्रॉफी अपने नाम करने के लिये बेताब होगी। आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों ने अपने सेमीफाइनल मुकाबले जिस अंदाज में जीते थे, उसे देखते हुए ‘रिंग ऑफ फायर’ में एक और नाटकीय मैच की उम्मीद की जा सकती है। न्यूजीलैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया T20I आँकड़ेः कुल मैच 14 न्यूजीलैंड जीताः 4 ऑस्ट्रेलिया जीताः 9 मैच टाईः 1 टी20 वर्ल्ड कप हेड टू हेडः कुल मैच 1 न्यूजीलैंड 1 ऑस्ट्रेलिया 0। आस्ट्रेलिया ने 50 ओवर के क्रिकेट में रिकार्ड पांच विश्व कप खिताब जीते हैं लेकिन दिलचस्प बात है कि वह अभी तक टी20 विश्व कप ट्राफी अपने नाम नहीं कर पाया है। वहीं दूसरी ओर न्यूजीलैंड हमेशा आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) की प्रतियोगिताओं में निरंतर प्रदर्शन करती रही है और अब लगता है कि केन विलियमसन के कुशल नेतृत्व में उसके पास आगे बढ़ने का आत्मविश्वास मौजूद है। यह उनका पहला टी20 विश्व कप फाइनल होगा और अगर वे इसे जीत जाते हैं तो यह देश के लिये शानदार उपलब्धि होगी जहां से लगातार विश्व स्तरीय खिलाड़ी निकलते रहते हैं। जहां तक दोनों टीमों के बीच टी20 भिड़ंत की बात की जाये तो आस्ट्रेलिया का हमेशा मौजूदा विश्व टेस्ट चैम्पियन पर दबदबा रहा है। लेकिन न्यूजीलैंड ने भारत में 2016 चरण में विश्व कप में अपनी एकमात्र भिड़ंत में जीत हासिल की थी। दोनों टीमों के बीच विश्व कप फाइनल का अंतिम मुकाबला 2015 में 50 ओवर प्रारूप में रहा था जिसमें आस्ट्रेलिया ने फतह हासिल की थी जिसने तब से कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/assam-rifles-convoy-attacked-five-soldiers-including-commandant-martyred-1491387,"असम राइफल्स के काफिले पर हमला, कमांडेंट समेत पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने की निंदा","नई दिल्लीः मणिपुर में असम राइफल्स के एक दस्ते पर शनिवार को हुए उग्रवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जवानों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा। इस हमले में 46, असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर सहित पांच जवानों और उनके परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मणिपुर में असम राइफल्स के दस्ते पर हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं। इसमें शहीद हुए जवानों और परिवार के सदस्यों को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदानाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है।'' यह घटना म्यांमा सीमा से लगे चुराचांदपुर जिले में हुई। अलग ‘होमलैंड' की मांग करने वाले मणिपुर के उग्रवादी संगठन ‘पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपक' (पीआरईपीएके) को इस हमले का जिम्मेदार माना जा रहा है। इस हमले में ‘आईईडी' विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/government-schools-closed-for-1-week-construction-work-banned-1491360,"सरकारी स्कूल 1 हफ्ते के लिए बंद, निर्माण कार्यों पर लगी रोक; दिल्ली सरकार ने बैठक के बाद लिए बड़े फैसले","प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 1 हफ्ते के लिए सभी स्कूल बंद रहेंगे। ऑनलाइन क्लास जारी रहेंगी। इसके अलावा सभी तरह निर्माण कार्यों 14 से 17 नवंबर तक रोक रहेगी। उन्होंने बताया कि सभी सरकारी कर्मचारी घर से ही काम करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि प्राइवेट ऑफिस के लिए एडवाइजरी जारी जारी करेंगे। सीएम केजरीवाल ने कहा हम लोगों से घर से काम करने की अपील करेंगे। हम सुप्रीम कोर्ट के सामने प्रस्ताव रखेंगे। बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इस सीजन के सबसे उच्च स्तर पहुंच गया है। बताते चलें कि आज यानी शनिवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी को “आपात” स्थिति करार दिया और केंद्र एवं दिल्ली सरकार से कहा कि वे वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आपात कदम उठाएं। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन वी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि प्रदूषण की स्थिति इतनी खराब है कि लोग अपने घरों के भीतर मास्क पहन रहे हैं। इस पीठ में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्यकांत भी शामिल थे। पीठ ने कहा, ‘‘हर किसी को किसानों को जिम्मेदार ठहराने की धुन सवार है। क्या आपने देखा कि दिल्ली में पिछले सात दिनों में कैसे पटाखे जलाए गए हैं? यह आपात स्थिति है, जमीनी स्तर पर कई कदम उठाने की जरूरत है।'' सर्वोच्च अदालत ने केंद्र से सोमवार को जवाब मांगा है। न्यायालय ने इस तथ्य का भी संज्ञान लिया कि राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल खुल गए हैं और प्रशासन से कहा कि वाहनों को रोकने या लॉकडाउन लगाने जैसे कदम तत्काल उठाए जाएं। केंद्र सरकार की तरफ से पैरवी कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि पंजाब में पराली जलाई जा रही है। पीठ ने कहा, ‘‘आपका मतलब यह लगता है कि सिर्फ किसान जिम्मेदार हैं। दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने से जुड़े कदमों का क्या है?'' मेहता ने स्पष्ट किया कि उनका कहने का मतलब यह नहीं है कि सिर्फ किसान जिम्मेदार हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/know-who-is-kamalapati-whose-name-will-be-known-as-habibganj-1491308,"हबीब मियां ने दी थी स्टेशन के लिए जमीन, तो नाम पड़ा हबीबगंज! जानिए कौन है कमलापति","भोपाल: कई तरह की आधुनिक सुविधाओं से भरपूर दुनिया का नंबर वन हबीबगंज रेलवे स्टेशन लोकार्पण से पहले ही सुर्खियों में आ गया। इस स्टेशन को अब कमलापति रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। इस रेलवे स्टेशन के हबीबगंज नामकरण के पीछे बड़ी रोचक कहानी थी। दरअसल, इस रेलवे स्टेशन का नाम हबीब मियां के नाम पर रखा गया है। पहले इसका नाम शाहपुर हुआ करता था। साल 1979 में हबीब मियां ने रेलवे के विस्तार के लिए अपनी जमीन दान पर दी थी, जिसके बाद इस रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाम पर पड़ गया। वहीं एमपी नगर का नाम गंज हुआ करता था, जिसके बाद हबीब और गंज को मिलाकर हबीबगंज नाम कर दिया गया। कौन है कमलापति जिनके नाम से जाना जाएगा हबीबगंज अब मध्य प्रदेश सरकार ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति स्टेशन कर दिया गया। आइए आपको बताते हैं कि रानी कमलापति कौन हैं जिनके नाम से इस रेलवे स्टेशन का नाम रखा गया। रानी कमलापति गिन्नौरगढ़ के मुखिया निजाम शाह की विधवा गोंड शासक थीं। निजाम शाह गोंड राजा थे और उनकी सात पत्नियां थी। इनमें से एक रानी कमलापति थीं। रानी कमलापति बेहद खूबसूरत थी और राजा की सबसे प्रिय पत्नी थीं। उस समय निजाम शाह के भतीजे आलम शाह का बाड़ी पर शासन था। वह अपने चाचा निजाम शाह से बहुत ईर्ष्या करता था। यह ईर्ष्या न केवल धन शौहरत से ही नहीं बल्कि रानी कमलापति के सौंदर्य से भी थी। कहा जाता है कि आलम शाह रानी कमलापति की खूबसूरती पर मोहित था। उसने रानी से अपने प्यार का इजहार भी किया था, लेकिन रानी ने उसे ठुकरा दिया था। रानी को पाने के लिए निजाम शाह की हत्या कर दी गई जैसे ही कमलापति ने आलम शाह के प्यार को ठुकराया उसकी नफरत अपने चाचा निजाम शाह के खिलाफ और ज्यादा बढ़ गई। आलम शाह ने चाचा को मारने के लिए षंडयंत्र रचा और उसके खाने में जहर मिलाकर उनकी हत्या कर दी। रानी कमलपति आलम शाह के इरादों को भांप गई और खुद को इन षडयंत्रों से बचाने के लिए वह अपने बेटे नवल शाह को गिन्नौरगढ़ से भोपाल के रानी कमलापति महल लेकर आ गईं। वह आलम शाह से अपने पति की मौत का बदला लेना चाहती थी लेकिन उसके पास न तो पास न तो फौज थी और न ही पैसे। दोस्त मोहम्मद खान ने की रानी की मदद इसी बीच कमलापति की मुलाकात दोस्त मोहम्मद खान से हुई। इतिहासकारों की मानें तो दोस्त मोहम्मद खान पहले मुगल सेना का हिस्सा था, लेकिन लूटी हुई संपत्तियों के हिसाब में गड़बड़ी के बाद उसे निकाल दिया गया था। इसके बाद उसने भोपाल के नजदीक जगदीशपुर पर अपना शासन स्थापित कर लिया था। दोस्त मोहम्मद ने रानी की मदद करने की हामी भर दी लेकिन बदले में रानी से एक लाख रुपये मांगे। रानी ने दोस्त मोहम्मद की बात मान ली। दोस्त मोहम्मद ने आलम शाह को मार गिराया वादे के मुताबिक दोस्त मोहम्मद ने बाड़ी के राजा आलम शाह पर हमला कर उसकी हत्या कर दी। इस काम से रानी खुश हो गईं, लेकिन उसके पास एक लाख रुपए नहीं थे इसलिए उसने बदले में दोस्त मोहम्मद को भोपाल का एक हिस्सा दे दिया। लेकिन दोस्त मोहम्मद इस टुकड़े से खुश नहीं हुआ वह रानी पर बुरी नियत रखने लगा। वक्त के साथ रानी कमलापति का बेटा नवल शाह बड़ा हो चुका था। अपनी मां के आबरू बचाने के लिए नवल शाह आगे आया। बताया जा रहा है कि नवल शाह को रास्ते से हटाने के लिए दोस्त मोहम्मद ने नवल शाह से लाल घाटी में युद्ध किया। इसमें दोस्त मोहम्मद खान ने नवल शाह को मार दिया। बताया जाता है कि इस स्थान पर इतना खून बहा कि यहां की जमीन लाल हो गई और इस कारण इसे लालघाटी कहा जाने लगा। इस युद्ध में 2 लड़के बच गए थे जो किसी तरह अपनी जान बचाते हुए मनुआभान की पहाड़ी पर पहुंच गए। उन्होंने वहां काला धुआं कर रानी कमलापति को संकेत दिया कि वे युद्ध हार गए हैं और आपकी जान को खतरा है। अपनी आबरू बचाने के लिए रानी ने ली जलसमाधि रानी कमलापति समझ गई कि अब उनके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है। इसलिए उन्होंने अपनी इज्जत बचाने के लिए बड़े तालाब बांध का संकरा रास्ता खुलवाया जिसे छोटे तालाब के रूप में जाना जाता है। रानी कमलापति ने महल का सारा धन, दौलत, जेवरात, आभूषण आदि इसमें डालकर स्वयं जलसमाधि ले ली। दोस्त मोहम्मद खान ने महल की ओर रूख किया लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था दोस्त मोहम्मद को न तो धन मिला और न ही रानी कमलापति। इससे एक बात तो साबित हो गई कि रानी ने जीते जी अपनी अस्मिता और अपनी संस्कृति की रक्षा की और जलसमाधि लेकर सदा सदा के लिए इतिहास में अपना अमिट स्थान बनाया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/56-new-cases-of-kovid-19-in-delhi-infection-rate-0-10-percent-1491357,"दिल्ली में कोविड-19 के 56 नए मामले, संक्रमण दर 0.10 प्रतिशत","नई दिल्लीः दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 56 नए मामले आए और संक्रमण दर 0.10 प्रतिशत दर्ज की गई। इस दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से मौत का कोई मामला नहीं आया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को साझा किए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली। एक दिन पहले दिल्ली में संक्रमण के 62 मामले आए थे जो आठ अगस्त के बाद सर्वाधिक थे और करीब तीन हफ्तों बाद दो लोगों की मौत हुई। दिल्ली में संक्रमण से अब तक कुल 25,093 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार से पहले राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण से मौत का मामला 22 अक्टूबर को आया था। अक्टूबर में संक्रमण से चार और सितंबर में पांच लोगों की मौत हुई। संक्रमण के नए मामले आने के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 14,40,388 हो गई है। अब तक 14.14 लाख लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। शुक्रवार को संक्रमण दर 0.12 प्रतिशत थी जो शनिवार को घटकर 0.10 प्रतिशत हो गई। एक स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक एक दिन पहले कोविड-19 के लिए कुल 58,483 नमूनों की जांच की गई। इनमें से 45,772 नमूनों की जांच आरटी-पीसीआर पद्धति से और 12,711 नमूनों की जांच रैपिट एंटीजन तरीके से की गई।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-lunar-eclipse-debiprasad-duari-usa-1491290,"Partial lunar eclipse: इस दिन लगने जा रहा सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण, 580 साल बाद आया ऐसा मौका...","नेशनल डेस्क: महत्वपूर्ण खगोलीय घटना में 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण 19 नवंबर को पड़ेगा और यह पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा। एमपी बिड़ला तारामंडल में अनुसंधान और अकादमिक निदेशक देबीप्रसाद दुआरी ने बताया कि दुर्लभ घटनाक्रम अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ क्षेत्रों से दिखाई देगा। उन्होंने बताया कि आंशिक चंद्रग्रहण दोपहर 12.48 बजे शुरू होगा और शाम 4.17 बजे समाप्त होगा। दुआरी ने कहा कि ग्रहण की अवधि तीन घंटे 28 मिनट 24 सेकंड होगी, जो 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण होगा। उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षितिज के अत्यंत करीब अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ इलाकों में चंद्रोदय के ठीक बाद आंशिक ग्रहण अपने अंतिम क्षणों में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार इतनी लंबा आंशिक चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 को हुआ था और अगली बार इसी तरह का घटनाक्रम वर्ष 2669 में आठ फरवरी को दिखेगा। अधिकतम आंशिक ग्रहण अपराह्न 2.34 बजे दिखाई देगा जब चंद्रमा का 97 फीसदी हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा। आंशिक चंद्र ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत क्षेत्र में दिखाई देगा। दुआरी ने कहा कि उपछाया ग्रहण पूर्वाह्न 11.32 बजे शुरू होगा और शाम 5.33 बजे समाप्त होगा। उपछाया ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अपूर्ण रूप से संरेखित होते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रहण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से दिखाई देगा, लेकिन इन स्थानों से इसे कुछ समय के लिए ही देखा जा सकेगा। दुआरी ने कहा कि आंशिक ग्रहण की तरह उपछाया ग्रहण शानदार और नाटकीय नहीं होता है तथा कभी-कभी उस पर ध्यान भी नहीं जाता है। उन्होंने कहा कि पिछली बार चंद्रग्रहण 27 जुलाई, 2018 को पड़ा था और अगला चंद्रग्रहण 16 मई 2022 को होगा, लेकिन यह भारत से दिखाई नहीं देगा। भारत से दिखाई देने वाला अगला चंद्रग्रहण आठ नवंबर 2022 को होगा।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-kerala-kollam-pathanamthitta-1491263,"केरल: फिर मंडराया भारी बारिश का खतरा, छह जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी","केरल के कई हिस्सों में 12 नवंबर की रात से लगातार बारिश हो रही है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया है और ऊंचे इलाकों में मामूली भूस्खलन हुआ है। मौसम विभाग ने शनिवार को छह जिलों में बहुत भारी बारिश का अनुमान जताते हुए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और इडुक्की जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान जताया गया है। एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर, वायनाड और कासरगोड जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक बयान में कहा गया है कि 16 नवंबर तक केरल में एक या दो स्थानों पर गरज के साथ बिजली चमकने की भी संभावना है। तिरुवनंतपुरम जिले में व्यापक विनाश की सूचना मिली है, जहां कल रात से लगातार भारी बारिश हो रही है। जिसके बाद जिला अधिकारियों ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। तिरुवनंतपुरम-नगरकोविल मार्ग पर रेल की पटरी पर मिट्टी गिर गई और पास के उपनगर नेय्यत्तिनकारा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुल का हिस्सा भारी बारिश में बह गया। विझिंजम के तटीय गांव में दुकानों में बारिश का पानी घुस गया। जिले के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों विशेषकर विथुरा, पोनमुडी, नेदुमंगडु, पालोड आदि में लगातार बारिश हो रही है। इस बीच, जिले के अधिकारियों ने कहा कि अरुविक्कारा और पेप्पारा बांधों के शटर सुबह उठा दिए गए। ' रेड अलर्ट' 24 घंटों में 20 सेमी से अधिक भारी से अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि 'ऑरेंज अलर्ट' 6 सेमी से 20 सेमी तक बहुत भारी बारिश को दर्शाता है। 'येलो अलर्ट' का मतलब 6 से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/shahrukh-khan-bodyguard-ravi-singh-aryan-khan-1490591,"2 करोड़ से भी ज्यादा फीस लेने वाले शाहरुख खान के बॉडीगार्ड रवि करेंगे बेटे आर्यन खान को प्रोटेक्ट,","मुंबई: कॉर्डिएला क्रूज ड्रग केस में जमानत पर रिहा हुए शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान आज NCB दफ्तर हाज़िरी देने पहुंचे। वहीं, बेटे की सुरक्षा को देखते हुए किंग खान शाहरूख ने एक बड़ा फैसला लिया। दरअसल, आर्यन खान के जेल से छूटने के बाद से ही शाहरुख, उनके लिए एक बॉडीगार्ड की तलाश में थे, लेकिन अब ये तलाश पूरी हो चुकी है। एक खबर के अनुसार, नए बॉडीगार्ड को ढूंढने की बजाय शाहरुख खान ने अपने सिक्योरिटी हेड रवि सिंह को आर्यन के लिए अपॉइन्ट किया है। रिपोर्ट के अनुसार शाहरुख ने अपने पर्सनल बॉडीगार्ड को आर्यन की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया है। आर्यन बचपन से रवि के साथ रहे हैं, ऐसे में उन्हें असहज नहीं लगेगा। बता दें कि जमानत के बाद से ही आर्यन खान को हर हफ्ते एनसीबी ऑफिस में उपस्थिति दर्ज करवाने के ऑर्डर हैं। ऐसे में आर्यन हर शुक्रवार को घर से निकलते हैं। शाहरुख का मानना है कि आर्यन के साथ कोई वफादार व्यक्ति होना चाहिए, जिससे वो तसल्ली के साथ घर से दूर अपनी फिल्मों की शूटिंग कर सकें।जानकारी के लिए बता दें कि बॉडीगार्ड रवि सिंह पिछले एक दशक से शाहरुख खान की सिक्योरटी में है। रवि को इस काम के लिए सालाना 2.7 करोड़ रुपए तनख्वाह मिलती है। रवि इंडस्ट्री के सबसे ज्यादा इनकम करने वाले बॉडीगार्ड्स में से एक हैं। रेड चिलीज को मिले दर्जनों एप्लीकेशन वहीं कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि शाहरुख खान और गौरी खान अपने बेटे आर्यन खान के लिए एक बॉडीगार्ड की तलाश में हैं तब से मुंबई में सिक्योरिटी फर्मों ने इसमें काफी रुचि दिखाई है। फिल्म इंडस्ट्री के एक सोर्स ने बताया है कि दर्जनों सिक्योरिटी फर्मों और प्राइवेट बॉडीगार्ड्स ने इस जॉब के लिए शाहरुख खान के रेड चिलीज ऑफिस में अपने एप्लीकेशन भेजे हैं। इन लोगों के पास मशहूर हस्तियों और नाइट क्लबों की सुरक्षा संभालने का वर्षों का अनुभव है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/villagers-protest-against-accident-1491243,"बेकाबू वाहन ने पहले मारी टक्कर और फिर बैक कर कुचला, ग्रामीणों ने किया जोरदार प्रदर्शन","साम्बा (संजीव): सीमावर्ती रामगढ़ क्षेत्र में गत दिवस हुए सडक़ हादसे में एक व्यक्ति की मौत से गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने सडक़ हादसे में मारे गए व्यक्ति का नाम शामलाल पुत्र संसार चंद है। चक छटाका का रहने वाला लगभग 48 वर्षीय यह व्यक्ति गांव में ही छोटी सी दुकान चलाता था। बताया गया है कि बीती रात किसी अज्ञात वाहन ने शामलाल को टक्कर मार दी जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।चश्मदीदों ने बताया कि यह गत रात अपनी दुकान बंद कर साथ वाली दुकान पर खड़ा था कि एक तेज रफ्तार वाहन से सडक़ से करीब 15 फीट अंदर आकर इसे टक्कर मारी और जब यह घायल होकर गिर गया तो चालक ने दोबारा वाहन को बैक किया जिससे इसकी टांगें आदि बुरी तरह कुचली गई। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने उपचार के लिए शामलाल को रामगढ़ अस्पताल में पहुँचाया। प्राथमिक उपचार के बाद शामलाल को जम्मू जीएमसी रेफर कर दिया गया लेकिन जीएमसी अस्पताल में शाम लाल की मृत्यु हो गई। इसी के चलते मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने आज गांव में जोरदार प्रदर्शन किया। शव के साथ सडक़ पर उतरे लोगों ने करीब 2 घंटे तक रामगढ़-नंदपुर सडक़ को बंद रखा व नारेबाजी कर विरोधी प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा कि जिस प्रकार से यह हादसा हुआ है, उस से ऐसा लगता है कि साजिश के तहत शामलला को मारा गया है। इन लोगों ने टक्कर मारने वाली गाड़ी के आरोपी चालक को पकडऩे के लिए पुलिस से गुहार लाई और साथ ही कहा कि मृतक बेहद गरीब था इसलिए उसके परिवार की मदद की जाए।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/delegation-of-us-lawmakers-met-pm-modi-praised-covid-19-management-1491233,"अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी से की मुलाकात, भारत में Covid-19 प्रबंधन को सराहा","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शनिवार को अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों में निहित भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूती देने में अमेरिकी संसद के समर्थन और रचनात्मक भूमिका की सराहना की। ये प्रतिनिधिमंडल रहा शामिल प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सीनेटर जॉन कोर्निन ने किया और इसमें माइकल क्रेपो, थामस टुबरविल्ले और माइकल ली शामिल थे। इनके अलावा अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य टोनी गोंजालेस और जॉन केलविन एलिजे भी इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए। कोर्निन भारत और भारतीय-अमेरिकी सीनेट गुट के सह-संस्थापक और सह अध्यक्ष हैं। Covid-19 प्रबंधन को सराहा पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रतिनिधमंडल ने बड़ी और विविध जनसंख्या चुनौतियों के बादजूद भारत में कोविड-19 की स्थिति के शानदार प्रबंधन को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली एक शताब्दी में आई इस सबसे बड़ी महामारी से निपटने में देश के लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित जनभागीदारी ने प्रमुख भूमिका निभाई।'' पीएमओ के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान दक्षिण एशिया और हिंद प्रशांत क्षेत्र सहित क्षेत्रीय व आपसी हित के मुद्दों पर गर्मजोशी के साथ खुली चर्चा हुई। मोदी और दौरे पर आए प्रतिनिधमंडल ने दोनों रणनीतिक साझेदारों के बीच रणनीतिक हितों के बढ़ते सामंजस्य को रेखांकित किया और वैश्विक शांति व स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सहयोग को और मजबूत बनाने की इच्छा जताई। पीएमओ ने कहा कि इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने और आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी के लिए विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला जैसे समकालीन वैश्विक मुद्दों पर सहयोग मजबूत करने को लेकर विचारों का आदान प्रदान किया गया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/terrorists-ambushed-assam-rifles-convoy-many-soldiers-including-co-injured-1491184,"सेना के काफिले पर आतंकियों ने किया घात लगाकर हमला, कर्नल और 5 जवान सहित 7 की मौत","मणिपुर में सेना की टुकड़ी पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया है। इस हमले में असम राइफल्स के सीओ समेत 5 जवान शहीद हो गए। वहीं, अफसर के परिवार के दो सदस्यों की भी मौत इस हमले में हो गई है। चुराचांदपुर जिले के सिंघट इलाके में आतंकियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है। समाचार एजेंसी ANI द्वारा सूत्रों के हवाले से दी गई जानकारी के अनुसार, ये हमला मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में उस वक्त हुआ, जब असम राइफल्स की एक यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर का काफिला सिंघाट सब-डिवीजन में होकर गुजर रहा था। वहां घात लगाकर बैठे आतंकियों ने ये हमला किया। काफिले में कमांडिंग ऑफिसर के परिवार के साथ Quick Reaction Team भी शामिल थीं। हमले में आर्मी कर्नल के परिवार को निशाना बनाया है जबकि चार जवान भी शहीद हो गए हैं। हमले में कर्नल की पत्नी और उनके बेटे की भी मौत हो गई है। राजनाथ सिंह ने जताया दुख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायराना हमला बेहद दर्दनाक और निंदनीय है। देश ने सीओ और उनके परिवार के दो सदस्यों समेत 5 सैनिकों को खो दिया। मणिपुर सीएम ने जताया दुख मणिपुर सीएम बिरेन सिंह ने ट्वीट किया, 46 असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं, इसमें सीओ और उनके परिवार समेत कुछ कर्मियों की मौत हो गई। राज्य के बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन पर कड़ी कार्रवाई होगी।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/before-doing-chat-in-video-call-definitely-read-this-news-1491221,"वीडियो कॉल में सैक्स चैट करने से पहले जरूर पढ़ें यह खबर, नहीं तो आपके साथ भी हो सकता है धोखा!","नीमच(मनीष बागड़ी): देशभर में साइबर ठगों द्वारा ठगी करने के लिए नए-नए तरीके इजाद किए जा रहे हैं और इन तरीकों में लोगों की सालों की मेहनत की कमाई 2 मिनट में ही साफ हो रही है। सरकार आज तक इस तरह की ठगी को रोकने के लिए कोई उपाय नहीं निकाल पाई। अब ठगी के लिए एक और नया तरीका निकाला है। आपने एक्सटॉर्शन यानी जबरन वसूली के बारे में तो सुना होगा, जो एक जमाने में ठगी करने का एक तरीका हुआ करता था। लेकिन अब साइबर ठग आ गए हैं जो सेक्सटॉर्शन कर लोगों से पैसे ऐंठ रहे हैं। आजकल साइबर ठग लोगों से सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से वसूली कर रहे हैं। पहले यह ट्रेंड अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में देखने को मिला था लेकिन अब यह भारत में छोटे छोटे गांव कस्बों में भी हो रहा है। मध्य प्रदेश के नीमच जिले में ऐसे कई मामले सामने भी आ चुके हैं जिसमें कई लोगों के साथ ठगी भी हुई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार भी किया है और अब लोगों को जागरूक करने में लगी हुई। लड़कियों के नाम से करता है पहले दोस्ती आजकल ऐसे कई गिरोह सक्रिय है जो सोशल साइट्स पर लड़कियों के नाम से पहले आपसे दोस्ती करते हैं और फिर आपको परेशान कर आपसे वसूली शुरू हो जाती है। जीरन क्षेत्र में इन दिनों दर्जन भर ऐसे मामले सामने आए है जिनमें ऐसे ऑनलाइन ठगों ने अपना जाल बिछाकर कई युवाओं से ऑनलाइन चेटिंग और ऑनलाइन सैक्स के नाम ठगी करने की कोशिश की है। मगर अपनी समझदारी से कुछ लोग तो बच गए हैं मगर कुछ लोग उनके जाल में फंस चुके हैं और उनसे अब तक लाखों रुपए की ठगी भी हो चुकी है। इस ऑनलाइन सेक्स में शुरुआत में तो व्यक्ति से पैसा की मांग की जाती है फिर यह मांग एक बार नहीं कई बार की जाती है और यह व्यक्ति इतनी तक होती की व्यक्ति परेशान होकर आत्महत्या तक की धमकी दे बैठता है। ऐसे होता है यह पूरा खेल एक्सटॉर्शन यानी जबरन वसूली के शिकार कई लोगों ने बताया कि ये ठग आपको फेसबुक के जरिए फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते है, फिर आपने फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की तो आपको वहीं लड़की फेसबुक मैसेंजर पर मैसेज करेगी, आपसे हाय हेलो करने के बाद जैसे ही आपको लगेगा कि दोस्ती हो गई तो आपसे व्हाट्सएप नम्बर मांगा जाएंगे। उसके बाद आपको ऑनलाइन सेक्स करने की बात कही जाएगी इसके बाद यदि आप ने हां कर दी तो आपके पास व्हाट्सएप वीडियो कॉल आएगा और उसमें आपको अपने कपड़े खोलने के लिए कहा जाएगा और इस दौरान ठग बड़ी चालाकी से एक वीडियो मैसेंजर पर आपके उसी फेसबुक गर्ल फ्रेंड का फोन आएगा और आपको सामने से एक अश्लील वीडियो चलेगा। उसी दौरान आपको दिखाए जा रहे उस अश्लील वीडियो को देखते हुए आपको निहायती अय्याश साबित करने के लिए सामने वाला स्क्रीन रिकॉर्डर से आपका वीडियो बना लेगा। उसके बाद आपको वो वीडियो भेजा जाएगा। फिर आपसे बड़े अमाउंट की डिमांड की जाएगी। अगर आपने उसके बताए खाता नम्बर पर उसके द्वारा मांगी गई राशि नही भेजी या भेज भी दी तो ये गिरोह आपके फेसबुक के जरिये आपके दोस्तों की जानकारी निकाल कर उनके फेसबुक मैसेंजर पर वही वीडियो भेज देगा। उसके बाद आप मानसिक तनाव के शिकार होंगे। ऐसे मामलों में फेसबुक के जरिये आने वाली ऐसी किसी भी फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करने से पहले देख ले कि क्या यह व्यक्ति जिसे हम फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहे है उसे हम अच्छी तरह से जानते है।अगर नही जानते है फेसबुक पर अनजान व्यक्ति आपको मैसेंजर पर कॉल करता है तो कृपया कॉल रिसीव न करें। ऐसे किसी वारदात के शिकार होने पर पुलिस को सूचना अवश्य दे। ऐसे बचे एक्सटॉर्शन से किसी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें। अगर आप किसी को नहीं जानते हैं तो उसके साथ वीडियो कॉल के माध्यम से न जुड़ें। कभी भी ब्लैकमेलिंग करने वाले व्यक्ति को किसी तरह का भुगतान न करें। ऐसे किसी भी मामले में तुरंत ही साइबर पुलिस के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। मामले को लेकर सीएसपी राकेश मोहन शुक्ला कहना है कि इस तरह के मामलों में जहां इजाफा देखने को मिला है। वहीं क्राइम ब्रांच भी लगातार ऐसे गिरोह की धरपकड़ कर रही है। नीमच पुलिस ने भी ऐसे ही एक केस में आरोपियों को पकडा है। फेसबुक पर अनजान व्यक्ति आपको मैसेंजर पर कॉल करता है तो कॉल रिसीव न करें साथ ही ऐसे किसी वारदात के शिकार होने पर पुलिस को सूचना अवश्य दे। अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें पुलिस के मुताबिक ऐसे किसी भी सेक्सटॉर्शन से बचने के लिए आप किसी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें, अगर आप किसी को नहीं जानते हैं तो उसके साथ वीडियो कॉल के माध्यम से न जुड़ें, कभी भी ब्लैकमेलिंग करने वाले व्यक्ति को किसी तरह का भुगतान न करें और ऐसे किसी भी मामले में तुरंत ही साइबर पुलिस के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाएं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/youngster-still-do-not-faith-in-corona-vaccine-amidst-record-vaccinations-in-the-country-648489.html,"देश में रिकॉर्ड टीकाकरण के बीच युवाओं को अभी भी नहीं है वैक्सीन पर भरोसा, दे रहे हैं ये दलीलें","नई दिल्ली, 13 नवंबर। कोरोना महामारी के खिलाफ भारत का टीकाकरण अभियान पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बनता जा रहा है, क्योंकि बहुत ही कम समय के अंदर भारत ने अपनी बहुत बड़ी आबादी को कम से कम वैक्सीन की एक डोज लगा दी है। हाल ही में भारत में 100 करोड़ वैक्सीन की डोज का आंकड़ा हासिल किया गया है। इस उपलब्धि के बीच टीकाकरण अभियान को और तेज करने के लिए भारत सरकार ने हाल ही में 'हर घर दस्तक' अभियान की शुरुआत भी की है, जिसके तहत जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है, उन्हें घर-घर जाकर टीका लगाया जाएगा। इसके अलावा जिनकी दूसरी डोज रह गई है, उन्हें भी टीका लगाया जाएगा।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/pm-modi-and-defence-minister-rajnath-singh-condemns-attack-on-assam-rifles-convoy-in-manipur-648487.html,"मणिपुर आतंकी हमला: पीएम मोदी और रक्षा मंत्री ने जताया दुख, कहा- नहीं भुलाया जाएगा बलिदान","नई दिल्ली, 13 नवंबर: मणिपुर के चुराचनपुर में शनिवार को असम राइफल्स के काफिले पर हुए आतंकी हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ी निंदा की है। मणिपुर के सूरज चंद जिले में आतंकियों ने घात लगाकर असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर और उनके परिवार पर हमला किया। इस कायरता पूर्ण हमले में असम राइफल्स के कर्नल, उसकी पत्नी और आठ साल का बेटा और चार जवान शहीद हो गए।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/delhi-air-pollution-smog-paddy-stubble-burns-punjab-haryana-648474.html,"दिल्ली के प्रदूषण के लिए अकेले पराली नहीं है जिम्मेदार, इन बड़े बदलावों ने घोंटा राजधानी का दम","नई दिल्ली, 13 नवंबर: हर साल की तरह इस बार भी वायु प्रदूषण ने दिल्ली की सांसों को फुला दिया है। सरकारों और कोर्ट के सख्त आदेशों के बाद भी दिल्ली को जहरीली हवा से मुक्ति नहीं मिल सकी। आम तौर पर दिल्ली में छाने वाले इस स्मॉग के लिए हरियाणा और पंजाब में जलाई जाने वाली पराली को सबसे अहम कारण माना जाता है। हालांकि इस प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले धुएं, इंडस्ट्रियल प्रदूषण, पटाखें और डस्ट प्रदूषण शामिल है। लेकिन जब दिल्ली का दम घुटने लगता है तो सब इसका दोष धान की पराली पर मढ़ देते हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/have-you-seen-17-year-old-young-anand-mahindra-photo-interesting-story-of-1972-shares-648473.html,आपने देखी क्या आनंद महिंद्रा की जवानी की Photo? 1972 की ये दिलचस्प स्टोरी आपको भी आएगी पसंद,"मुंबई, 13 नवंबर। भारत के दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा को हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म भूषण के सम्मान से नवाजा। भारत का यह तीसरा सर्वोच्च नागरिक अवॉर्ड व्यापार और उद्योग जगत में उनके योगदान और काम के लिए दिया गया। आनंद महिंद्रा अपनी सफलता से तो लोगों को प्रेरित करते ही है, साथ-साथ ही साथ वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी युवावस्था की तस्वीर साझा की जिसमें उनकी उम्र सिर्फ 17 साल है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/center-gives-nod-for-doorstep-covid-19-vaccination-campaign-har-ghar-dastak-648462.html,"देश में शुरू हुआ 'हर घर दस्तक' टीकाकरण अभियान, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया- इन जिलों पर है फोकस","नई दिल्ली, 13 नवंबर। देश में कोरोना टीकाकरण अभियान को और मजबूती देने के लिए सरकार ने 'हर घर दस्तक' अभियान की शुरुआत कर दी है। शुक्रवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी मनोहर अगनानी ने कहा कि हमने घर-घर जाकर वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर दिया है। अगनानी ने बताया कि हमारे हेल्थ वर्कर्स भारत भर में पात्र लोगों का घर-घर जाकर टीकाकरण करेंगे, जिसमें उन जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां अभी 50% से कम योग्य आबादी का टीकाकरण किया गया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/what-is-people-liberation-army-group-behind-convoy-attacked-in-manipur-648457.html,"क्या है पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, मणिपुर में सेना पर हमले के पीछे इस आतंकी संगठन का हाथ","नई दिल्ली, 13 नवंबर: मणिपुर में सेना की टुकड़ी पर घात लगाकर किए गए हमले में सीओ समेत सात जवान शहीद हुए हैं। मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिनघाट सब-डिवीजन में ये हमला हुआ है। हमले में कर्नल और उनके परिवार के सदस्य भी शहीद हो गए हैं। मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का नाम इस हमले के पीछे आया है। आइए आपको बताते हैं कि इस आतंकी संगठन का इतिहास क्या है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/research-why-the-signs-of-diabetes-start-appearing-early-in-indian-children-648455.html,बच्चों में जल्दी क्यों दिखने लगते हैं डायबिटीज के संकेत? 35 साल तक चले शोध में हुआ खुलासा,"नई दिल्ली, 13 नवंबर। बच्चों में डायबिटीज (मधुमेह) का खतरा बढ़ता ही जा रहा है, अभी 40 साल की उम्र के बाद होने वाली यह बीमारी अब युवाओं में भी आम हो गई है। इसका खतरा अब बच्चों पर भी मंडराने लगा है, बहुत कम उम्र में अब उनमें डायबिटीज के संकेत मिलने लगे हैं। हाल ही में सामने आई एक स्टडी में इसका खुलासा किया गया है। करीब 3 दशक तक पुणे के 700 परिवारों पर किए गए परीक्षण में कई चौकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/like-europe-cases-of-corona-may-increase-again-in-india-this-big-reason-came-to-the-fore-648454.html,"यूरोप की तरह भारत में दोबारा बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले, ये कारण होंगे जिम्मेदार","नई दिल्ली, 13 नवंबर। एक तरफ जहां तमाम राज्यों के पास कोरोना वायरस की अप्रयुक्त वैक्सीनों का स्टॉक बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार द्वारा अगले महीने तक सभी व्यस्कों को कोरोना की डोल लगाने की डेडलाइन भी नजदीक आती जा रही है। भारत में कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान को शुरू होने के 300 दिन के बाद भी यहां की 80 प्रतिशत पात्र आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है, जबकि 40 प्रतिशत से भी कम पात्र लोगों को कोरोना के दोनों टीके लगाए गए हैं। यूरोप और मध्य एशिया में भी टीकाकरण की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं है और यही वजह है कि यहां कोरोना की एक नई लहर देखी जा सकती है। यहां कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/chennai-rain-and-flood-and-non-stop-working-frontline-heroes-648442.html,"बारिश से बेहाल चेन्नई में हीरो बने फ्रंटलाइन वर्कर, सोशल मीडिया पर छाए ये गुमनाम नायक","चेन्नई, 13 नवम्बर। भारी बारिश ने चेन्नई शहर का हाल बेहाल रखा है। भारी बारिश ने पूरे शहर को पानी से भर दिया। शहर के कई इलाकों में तो बाढ़ की स्थिति सी बन गई। बारिश और बाढ़ के चलते जहां पूरा जनजीवन अस्तव्यस्त था और लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया था वहीं इस मुश्किल घड़ी में कुछ ऐसे भी गुमनाम नायक थे जो बिना डरे या घबराए शहर में लोगों की मदद कर रहे थे। इनमें पुलिसकर्मियों से लेकर सफाई कर्मचारी शामिल थे जो नाम की परवाह किए बिना सिर्फ अपना काम कर रहे थे। लेकिन इन गुमनाय नायकों के काम को लोगों ने खूब पसंद किया है और इनके काम करने के जज्बे को लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी ट्वीट कर इनकी तारीफ की है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/thunderstorm-alert-in-tamil-nadu-yellow-alert-in-many-areas-due-to-rain-in-kerala-648440.html,"तमिलनाडु पर मंडरा रहा चक्रवात का खतरा, केरल में बारिश के चलते कई इलाकों में यलो अलर्ट","चेन्नई/तिरुवनन्तपुरम, 13 नवंबर। दक्षिण भारत में एक बार फिर बारिश का कहर टूट पड़ा है। तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश के चलते कई इलाकों में जलजमाव और बाढ़ की स्थिति है। बारिश की वजह से अब तक कई लोगों की मौत भी हो चुकी है, वहीं कई लोगों को स्थानांतरित भी करना पड़ा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक बारिश का असर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी देखने को मिल सकता है, हालांकि चेन्नई में जारी रेड अलर्ट को अब हटा लिया गया है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a5%80/,"गाजीपुर में ट्रक ने चाय पी रहे लोगों को कुचला, 6...","गाजीपुर में ट्रक ने चाय पी रहे लोगों को कुचला, 6 की मौत By तहलका ब्यूरो -November 2, 2021 उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के अहिरौली के पास मंगलवार को तेज रफ़्तार एक ट्रक ने 10 लोगों को कुचल दिया जिनमें 6 की मौत हो गयी। हादसा तब हुआ जब एक बाइक सवार को बचाने की कोशिश करते हुए चालक ने ट्रक से नियंत्रण खो दिया। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर धरना दे दिया और मृतकों के परिवारों को मुआबजे की मांग की है। लोगों ने ट्रक चालक की भी बुरी तरह पिटाई कर दी। जानकारी के मुताबिक हादसा तब हुआ जब ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया। ट्रक सड़क के किनारे चाय पी रहे लोगों को रौंदते हुए एक झोपड़ी में जा घुसा। हादसे में 4 लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि दो ने अस्पताल में जाकर दम तोड़ दिया। हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है जबकि 4 घायल हैं। उनकी हालत गंभीर बताई गयी है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%88%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%aa/,हिमाचल का आईटी और फार्मा पर बड़ा दाँव,"हिमाचल का आईटी और फार्मा पर बड़ा दाँव By तहलका ब्यूरो - November 1, 2021 विकास को मिली गति, बड़े निवेश की सम्भावना से जगा उत्साह हिमाचल प्रदेश की योजना राज्य को सूचना प्रौद्योगिकी और फार्मा उद्योग का केंद्र बनाने की है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने ‘तहलका’ से बातचीत में कहा कि प्रस्तावित फार्मा पार्क से 40,000 करोड़ रुपये से 50,000 करोड़ रुपये के बीच निवेश आएगा। साथ ही पर्यावरण के अनुकूल निवेश को आकर्षित करने के लिए आईटी हब का ख़ाका विकास को गति देगा। इस पर विस्तार से बता रहे हैं अनिल मनोचा :- हिमाचल प्रदेश दवा निर्माण में अग्रणी रहा है। भारत की एक-चौथाई से अधिक फॉर्मूलेशन दवाओं का उत्पादन और आपूर्ति प्रदेश के औद्योगिक नगर बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) से की जाती है, जिसमें डॉ. रेड्डी, रैनबैक्सी, सिप्ला, मोरपैन, कैडिला अदि 700 से अधिक फार्मा इकाइयाँ हैं। सरकार ने 1,400 एकड़ ज़मीन इसके लिए चयनित की है। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने राज्य सरकार द्वारा ऊना ज़िले में समर्पित बल्क ड्रग्स पार्क (जो दवा का एक प्रमुख घटक है) के लिए भेजे संशोधित प्रस्ताव पर अनुकूल प्रतिक्रिया दी है। फार्मा पार्क के लिए बोली इस संवाददाता से एक विशेष साक्षात्कार में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि राज्य ने प्रस्तावित फार्मा पार्क के लिए बेहतर बोली लगायी है और इसके हासिल करने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा देश भर में ऐसे तीन पार्कों की स्थापना की जानी है और हिमाचल प्रदेश इसे प्राप्त करने के लिए सकारात्मक है। उन्होंने कहा- ‘वास्तव में प्रस्तावित पार्क के लिए प्रिंसिपल (मुख्य) मंज़ूरी दे दी गयी है। प्रस्तावित पार्क अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार के अवसर पैदा करने के अलावा क़रीब 20,000 प्रत्यक्ष रोज़गार पैदा करेगा। राज्य निवेशकों को विशेष रियायती बिजली और पानी की दरों की पेशकश करेगा।’ हिमाचल प्रदेश भारत में फार्मास्युटिकल उद्योग में सबसे तेज़ी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। वर्ष 2020 में राज्य से दवा निर्माण और जैविक का निर्यात 822.0 मिलियन अमेरिकी डॉलर था और वर्ष 2021 में 814.39 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया है। शिमला और सोलन के बीच 106 एकड़ भूमि पर आईटी पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव है। कांगड़ा के गग्गल में फार्मा पार्क के साथ मिलकर राज्य में युवाओं के लिए रोज़गार पैदा होगा और यह विकास के लिए वरदान होगा। मुख्यमंत्री ने यह बात स्वीकार की कि सरकार को आईटी क्षमता का जल्द-से-जल्द दोहन करना चाहिए था। हालाँकि उन्होंने कहा कि फार्मा पार्क के साथ आईटी पहल से राज्य को वापसी में मदद मिलेगी। वर्तमान में 50 फ़ीसदी से अधिक सामग्री अकेले चीन से आयात की जाती है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा से भी सिलसिले मुलाक़ात की और कहा कि यह पहाड़ी राज्य के लिए एक परिवर्तन का बड़ा कारण होगा। उन्होंने कहा कि बायो-टेक और फार्मा क्षेत्र राज्य के लिए चमत्कार करेंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ फार्मा इकाइयाँ उन्हें दी गयीं, जो विशेष रियायतों के समाप्त होने के बाद बन्द कर दी गयीं; लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि ये इकाइयाँ वो थीं, जो लगातार घाटे में चल रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल को निवेश का पसन्दीदा स्थान बनाने के साथ ही सरकार ने कई समाज कल्याण योजनाएँ शुरू की हैं। इनमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शामिल है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग़रीबी रेखा से नीचे के परिवारों की महिलाओं को 50 मिलियन एलपीजी कनेक्शन वितरित करने के लिए शुरू किया था। राज्य ने योजना के प्रावधानों के अनुसार 1.36 लाख एलपीजी कनेक्शन प्रदान किये। चूँकि इसके तहत पूरे घरों को कवर नहीं किया गया था, इसलिए बाद में 3.25 लाख एलपीजी कनेक्शन प्रदान किये गये।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%8d/,परीक्षा से पहले रीट का पर्चा लीक!,"परीक्षा से पहले रीट का पर्चा लीक! By विजय माथुर - November 1, 2021 विप्रतियोगी परीक्षाओं के पारखियों का दावा है कि बिना किसी पुख़्ता कड़ी और पारंगत खिलाडिय़ों के बड़े पैमाने पर नक़ल का गोरखधन्धा हो ही नहीं सकता। हर खेल, ख़ासतौर से चोरी-चकारी और हेराफेरी में तो इन क्षेत्रों के गुरु होते हैं। नक़ल के गोरखधन्धे की संस्कृति एक अपारदर्शी षड्यंत्र सरीखी होती है। राजस्थान में शैक्षिक पात्रता से जुड़ी प्रतियोगी परीक्षा बड़े पैमाने पर हुए नक़ल के खेल के खलनायक और मुख्य कड़ी बत्तीलाल को बेशक एसओजी ने केदारनाथ से धर लिया; लेकिन उसकी गिरफ़्तारी से सांसद किरोड़ीलाल मीणा सन्तुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि बत्तीलाल तो इस पानी की छोटी मछली है। परीक्षा का आयोजन कराने वाले और वे लोग, जिनकी निगरानी में प्रश्न-पत्र था; असली घडिय़ाल तो वे थे। एसओजी उन पर हाथ डालने का हौसला क्यों नहीं जुटा रही? बत्तीलाल के साथ मलारणा डूंगर का शिवदास मीणा भी पकड़ा गया है। शिवदास जयपुर में गुर्जर की थड़ी के आस-पास हुक्काबार चलाता था। बत्तीलाल से प्रश्न पत्र लेने और आगे परीक्षार्थियों तक पहुँचाने के लिए एसओजी ने 13 लोगों को गिरफ़्तार किया है। ऐसे में अब तक कुल 16 लोग गिरफ़्तार किये जा चुके हैं, जिनमें पाँच परीक्षार्थी और एक पुलिस कांस्टेबल भी शामिल है। सवाल उठते हैं कि बत्तीलाल को किस-किस ने पैसे दिये? प्रश्न पत्र बाहर लाने वालों में रसूख़दार लोग कौन-कौन थे? बत्तीलाल को जिसने प्रश्न पत्र दिया, क्या उसने प्रश्न पत्र आगे बाँटने का काम किया और वह कई घंटे पहले बाहर कैसे आया? नक़ल की पटकथा कैसे लिखी गयी? परीक्षा की घूसख़ोरी में किस-किसने अपने मुँह घुसा रखे थे? इतने बड़े संगठित गिरोह का मुखिया कौन है? उसकी इस मामले में क्या भूमिका है? और शिक्षा पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र कब, कैसे और कहाँ से लीक हुआ? तय समय से कई घंटे पहले प्रश्न पत्र बाहर कैसे आया? परीक्षा तंत्र से जुड़े कर्मचारियों या अधिकारियों की इसमें कितनी संलिप्तता है? बत्तीलाल को जाँच में फ़िलहाल सिर्फ़ एक कड़ी माना जा रहा है। उससे पहले 15 लोगों को एसओजी गिरफ़्तार कर चुकी है। लेकिन अभी सरगना तक नहीं पहुँचा जा सका है। सरकार परीक्षा के सफल आयोजन के लिए अपनी पीठ थपथपा रही है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी पर्चा लीक होने की बात नहीं मान रहा। मामला उजागर होने के बाद बत्तीलाल के नेताओं के साथ जिस तरह के फोटो सामने आये उससे उसे प्रभाव का तो ख़ुलासा हुआ ही है, सन्देह भी उठता है कि कहीं यह अपराधियों और नेताओं की मिलीभगत का खेल तो नहीं है? रीट यानी शिक्षक प्रतियोगी पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक की घटना ने साबित किया है कि हमारे परीक्षा तंत्र में आसानी से सेंधमारी की जा सकती है। ऐसी घटनाएँ लगातार सामने आने से सरकार और परीक्षा एजेंसियों की साख गिरती है। वैसे भी संगठित गिरोह परीक्षा के सुरक्षित संचालन की प्रणाली में ख़ामियों का पूरा फ़ायदा उठाने की फ़िराक़ में रहते हैं। यह खेल मिलीभगत के बिना कामयाब नहीं हो सकता। नक़ल से पास होने की चाह रखने वाले अभ्यर्थी ऐसे गिरोह के आसान निशाना होते हैं। नक़ल के लिए जो तरीक़े अपनाये गये हैं, वो भी सभी को चौंकाते हैं। ऐसे में मेहनत के बूते ईमानदारी से परीक्षा देने वाले लाखों परिजन भी ख़ासे प्रभावित हुए हैं। मानसिक तनाव तो वे झेलते ही हैं और तंत्र से भी उनका भरोसा टूटता है। सभी चाहते हैं कि इस मामले का शीघ्रता से ख़ुलासा होना चाहिए। आख़िर 25 लाख से अधिक अभ्यर्थियों का भविष्य और उम्मीदें इस परीक्षा से जुड़ी हुई है। भविष्य में भी भर्तियों के लिए परीक्षाएँ होती रहेंगी। सख़्त सज़ा का प्रावधान लागू कर इस तरह की धाँधली को रोका जाना चाहिए। सूत्रों का कहना है कि रीट की परीक्षा शुरू होने के तय समय 10:00 बजे से पहले ही परीक्षा केंद्र के बाहर पहुँच चुका था। सवाई माधोपुर ज़िले के कुछ परीक्षा केंद्रों पर इस गड़बड़ी का ख़ुलासा हुआ है। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों सहित आठ लोगों को गिरफ़्तार किया है। गिरफ़्तार आरोपियों में शामिल पुलिस कांस्टेबल देवेन्द्र गुर्जर के मोबाइल में रीट प्रश्न पत्र मिला है, जिसकी रविवार सुबह 8.32 बजे फोटो खींची गयी थी। कांस्टेबल के अलावा सवाई माधोपुर शहर उप अधीक्षक के रीडर यदुवीर सिंह तथा दो अन्य को परीक्षा से पहले ही गिरफ़्तार कर लिया गया था। इसके बाद परीक्षा केंद्र पर ही दोनों पुलिसकर्मियों की पत्नियों सहित चार परीक्षार्थी महिलाओं की पहचान कर उनकी कॉपी में टिप्पणी भी डाली गयी। परीक्षा केंद्र से निक़लते ही चारों को गिरफ़्तार भी कर लिया गया। वहीं बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि प्रश्न पत्र कोषागार तक सुरक्षित पहुँचा दिया गया। फिर क्यों कर प्रश्न पत्र लीक हुआ? जबकि सुरक्षा का पूरा ज़िम्मा पुलिस के पास था। सवाई माधोपुर वाले मामले में हमें अभी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। गिरफ़्तार कांस्टेबल देवेन्द्र वन विभाग में प्रतिनियुक्ति पर है। इसके साथ ही दूसरा आरोपी हैड कांस्टेबल यदुवीर सिंह सवाई माधोपुर शहर उप अधीक्षक का रीडर है। दोनों की परीक्षा में ड्यूटी नहीं थी। वे अपनी पत्नियों के लिए प्रश्न पत्र जुगाडऩे में जुटे थे। अभी तक की पड़ताल में सामने आया है कि प्रश्न पत्र एक गिरोह ने कहीं से हथियाया था। उनसे दोनों पुलिसकर्मी सम्पर्क में थे। इससे साफ़ है कि गिरोह के पास प्रश्न पत्र 8:32 बजे से पहले ही पहुँच चुका था। अब पुलिस इस पड़ताल में जुटी है कि आख़िर प्रश्न पत्र किस केंद्र से लीक हुआ तथा किस-किस के पास पहुँचा? अलबत्ता यह बात सही है कि पूरी सख़्ती के बावजूद ‘रीट’ परीक्षा में परीक्षार्थी नक़ल की जुगत लगाने से बाज़ नहीं आये। हालाँकि यह सच है कि पुलिस ने परीक्षा शुरू होने से पहले एक महिला सहित पाँच अभ्यर्थियों को दबोच लिया था। बीकानेर पुलिस की सूचना पर अजमेर के किशनगढ़ एवं सीकर के नीमकाथाना में एक एक एवं प्रतापगढ़ में दो अभ्यर्थियों को गिरफ़्तार किया गया था। पुलिस अधीक्षक प्रीतीचन्द्रा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर नोखा रोड स्थित नया बस स्टेंड से एक महिला समेत पाँच लोगों को दबोचा। इनके पास से नक़ल कराने वाली सामग्री ज़ब्त की गयी। दिलचस्प बात है कि नक़ल माफिया तुलसाराम ने प्रदेश भर में 25 से अधिक लोगों को विशेष डिवाइस लगी चप्पलें उपलब्ध करायी थीं। तुलसाराम फ़िलहाल फ़रार है। रीट प्रश्न पत्र लीक मामले का सरगना बाड़मेर निवासी भजनलाल विश्नोई निकला है। पुलिस अधिकारी पृथ्वीराज मीणा ने पूछताछ में इसका ख़ुलासा किया। एसओजी सूत्रों के मुताबिक, मनरेगा में कनष्ठि तकनीकी सहायक पृथ्वीराज ने पूछताछ में इस बात को क़ुबूल किया है कि बाड़मेर निवासी भजनलाल ने परीक्षा से पहले रीट का प्रश्न पत्र उसको दिया था। आरोपी ने बताया कि बाड़मेर में पोस्टिंग के दौरान भजनलाल से उसकी मुलाक़ात हुई थी। भजनलाल ने पृथ्वीराज को रीट के आयोजन से आठ-नौ दिन पहले व्हाट्सऐप कॉल किया और प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने पर प्रत्येक परीक्षार्थी 12 लाख रुपये बताये। इसके बाद पृथ्वीराज ने उसके साथी लाइनमैन रवि मीना उर्फ़ रवि पागड़ी और मीना जीनापुर तथा बत्तीलाल मीना से प्रश्न पत्र बेचने के सम्बन्ध में बातचीत की। भजनलाल ने 26 सितंबर तडक़े 3:45 बजे रीट प्रश्न पत्र पृथ्वीराज को व्हाट्सऐप पर उपलब्ध करवाया। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि पृथ्वीराज गैंग ने यहाँ पर पकड़े गये परीक्षार्थियों के अलावा 14 परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र तीन लाख, सात लाख, आठ लाख और 10 लाख रुपये में बेचा।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/100-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%9a%e0%a4%ae/,100 करोड़ टीकाकरण का परचम,"100 करोड़ टीकाकरण का परचम By अलका आर्य - November 1, 2021 The Prime Minister, Shri Narendra Modi visits the vaccination centre at Dr. Ram Manohar Lohia Hospital, in New Delhi on October 21, 2021. भारत ने कोरोना-टीके (वैक्सीन) की 100 करोड़ ख़ुराकें लगाने का महत्त्वपूर्ण पड़ाव हासिल करके विश्व का दूसरा ऐसा देश बन गया है, जो इसमें बड़े पैमाने पर सफल हुआ है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विशेष मौक़े पर कहा- ‘भारत ने इतिहास रच दिया। यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि भारतीय विज्ञान, उद्यमों और 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक भावना की जीत है। डॉक्टरों, नर्सों और यह उपलब्धि हासिल करने के लिए काम करने वाले सभी लोगों का आभार।’ ग़ौरतलब है कि इसी साल 16 जनवरी को शुरू हुए टीकाकरण के बाद यह पड़ाव पाने में देश को 279 दिन लगे। देश में वयस्कों में से 75 फ़ीसदी को पहला टीका और 31 फ़ीसदी को दोनों टीके लग चुके हैं। इस मौक़े पर भारत को बधाई विश्व भर से मिल रही है। यूनिसेफ भारत की प्रतिनिधि डॉ. यास्मीन अली हक़ ने कहा-‘यह उपलब्धि शानदार है। जब भारतीय परिवार कोरोना की हालिया विनाशकारी लहर से उबर रहे हैं। ऐसे में कई लोगों के लिए इस उपलब्धि का अर्थ उम्मीद है।’ दक्षिण-पूर्व एशिया में विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल ने कहा- ‘यह मज़बूत राजनीतिक नेतृत्व के बिना सम्भव नहीं था।’ 100 करोड़ यानी एक अरब टीकाकरण में देश के किन-किन प्रदेशों ने अच्छा प्रदर्शन किया और कौन-से राज्य पिछड़ गये? इसका विश्लेषण करना भी ज़रूरी है। अब तक केरल, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है। नौ राज्य और केंद्रशासित क्षेत्र- अंडमान-निकोबार, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, सिक्किम, उत्तराखण्ड और दादर-नागर हवेली अपनी पूरी वयस्क आबादी को टीके की पहली ख़ुराक दे चुके हैं। इन राज्यों में हिमाचल शीर्ष पर है। इस राज्य की पात्र पूरी वयस्क आबादी को पहला कोरोना टीका लग चुका है और उसमें से आधी को दोनों टीके लग चुके हैं। हिमाचल जैसे पहाड़ी इलाक़े में यह करके दिखाना आसान नहीं था। लेकिन राजनीतिक प्रतिबद्धता और स्वास्थ्य विभाग की कर्मठता ने हर बाधा का समाधान निकालकर इसे सम्भव करके दूसरों के सामने एक मिसाल क़ायम की है। केरल में इस साल के मध्य में कोरोना वायरस के मामले काफ़ी बढ़े और पूरे देश का ध्यान वहाँ चला गया था, मगर वहाँ टीकाकरण की गति बढ़ाने पर ज़ोर दिया गया। आबादी के हिसाब से टीकों का वितरण नहीं होने के चलते भी कई राज्य पीछे रह गये हैं। जैसे- उत्तर प्रदेश की आबादी 23 करोड़ से अधिक है और देश की कुल आबादी में इसकी हिस्सेदारी 17.4 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 11.9 फ़ीसदी है। पश्चिम बंगाल की कुल आबादी में हिस्सेदारी 7.3 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 6.7 फ़ीसदी है। बिहार की कुल आबादी में हिस्सेदारी 9.1 फ़ीसदी है, मगर टीके 6.2 फ़ीसदी लगे हैं। तमिलनाडु का हिस्सा कुल आबादी में 5.7 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 5.3 फ़ीसदी है। वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जिन्होंने आबादी के अनुपात से अधिक टीके लगाये हैं। दिल्ली की कुल आबादी में हिस्सेदारी 1.4 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 2.0 फ़ीसदी और केरल की कुल आबादी में भागीदारी 2.6 फ़ीसदी, मगर टीकाकरण में हिस्सेदारी 3.7 फ़ीसदी है। हरियाणा का हिस्सा कुल आबादी में 2.1 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 2.2 फ़ीसदी है। पंजाब की कुल आबादी में 2.2 फ़ीसदी है, मगर टीकों में 2.1 फ़ीसदी हिस्सेदारी है। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलनाडु टीकाकरण में पीछे चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश की स्थिति इस सन्दर्भ में सबसे ख़राब है, यानी देश का सबसे अधिक आबादी वाला यह प्रदेश सबसे पीछे नज़र आ रहा है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%ae-%e0%a4%98%e0%a5%8b%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%9c%e0%a4%bc%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a5%80/,फिर दम घोटने लगीं ज़हरीली हवाएँ,"फिर दम घोटने लगीं ज़हरीली हवाएँ By राजीव दुबे - November 1, 2021 आख़िर में कहाँ चूक हो रही है कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण हर साल अक्टूबर महीने में विकराल रूप लेता है और जनवरी महीने के अन्त तक चलता है। इसके कारण बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को साँस लेने में परेशानी के साथ-साथ स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक़्क़तें हो रही हैं। सन् 2005 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वायु गुणवत्ता दिशा-निर्देशों के मुताबिक मानक तय किये थे। भारत में बढ़ते वायु प्रदूषण को समय रहते नहीं रोका गया, तो आने वाले दिनों में शहरों, ख़ासकर दिल्ली-एनसीआर में दिक़्क़तें और बढ़ेंगी। डब्ल्यूएचओ के चेताने के बाद से अब तक इन 16 वर्षों में देश में वायु प्रदूषण बढ़ाने वाले साधन भी बढ़े हैं। तंत्र की नाकामी का नतीजा यह है कि शहरों में तो ट्रैफिक पुलिस पूछताछ कर वाहनों की जाँच भी करती है। लेकिन गाँवों में तो 20 से 25 साल पुराने वाहन धड़ल्ले से चल रहे हैं। वायु प्रदूषण के जानकार डॉ. दिव्यांग देव गोस्वामी का कहना है कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सरकार तब हरकत में आती है, जब प्रदूषण से बढ़ जाता है और लोग बीमार पडऩे लगते हैं। हो-हल्ला मचने लगता है। तब शासन से प्रशासन तक अपनी ज़िम्मेदारी से बचाव के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगने हैं। व्यवस्था ठीक नहीं होती और स्थिति जस-की-तस रहती है और लोगों को प्रदूषित हवा में साँस लेने को मजबूर होना पड़ता है। डॉ. दिव्यांग देव का मानना है कि पराली ही अकेली वायु प्रदूषण को लेकर ज़िम्मेदार नहीं है। अन्य साधन भी ज़िम्मेदार हैं; जिसको सरकार अक्सर नज़रअंदाज़ करती है। कई दशक पुराने वाहन जिन पर रोक है, वो धड़ल्ले से सडक़ों पर ज़हरीला धुआँ छोड़ते हुए दौड़ रहे हैं। इन पर क़ानूनी तौर पर रोक लगनी चाहिए।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%95/,"दिल्ली में बंदरों का आतंक, लोग परेशान","दिल्ली में बंदरों का आतंक, लोग परेशान By राजीव दुबे -November 1, 2021 दिल्ली में बंदरों से तंग आकर, दिल्ली मेट्रो ने तो लंगूरों को लगा दिया है। ताकि वो बंदरों को रोक सकें। इस पहल से बंदरों के आतंक से कुछ तो राहत मेट्रो में यात्रा करने वालों को मिली है। लेकिन अन्य सार्वजनिक स्थानों में व सरकारी ऑफिस के बाहर के बंदरों के आतंक से कैसे निजात मिलेगी। दिल्ली के नामी –गिरामी माँलों के बाहर सब्जी मंडियों में बंदरों का आतंक इस कदर है। वहां पर तो लाखों रुपये खर्च कर सिक्योरिटी गार्डो तक को लगाया जा रहा है। ताकि वे बंदरों को रोक सकें। बताते चलें दिल्ली में बंदरों का आतंक इस कदर है कि अब, तो ये रिहायशी इलाकों में भी जमकर उत्पात मचा रहे है। स्थानीय लोगों का कहना है कि, कोरोना काल के पहले दिल्ली में कुछ ही इलाकों में बंदरों का कहर देखा जाता था। लेकिन कुछ ही महीनों पहले से बंदरों का कहर –आतंक बनकर उभरा है। दिल्ली के संसद मार्ग पर तो बंदर कहर इस कदर है कि आने-जाने वाले राहगीरों तक को दिक्कत है। उनके हाथ में पाँलीथीन हो या अन्य खाने का सामान हो तो बंदर कर छीन ले जाते है। इस बारे में आईएमए के पूर्व संयुक्त सचिव डाँ अनिल बंसल का कहना है कि बंदर के शहरों में आने का कारण ये है कि एक तो जंगल दिन व दिन कम होते जा रहे है। वहीं लोगों में जागरूकता के अभाव के कारण लोग बंदरों को खुद फल खिलाते है जिसके कारण दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास पहाड़ियों के आस-पास बंदर झुण्ड के झुण्ड बैठे देखे जाते है। डॉ अनिल बंसल का कहना है कि अगर बंदर काट ले तो उसे नजरअंदाज ना करें। बल्कि रैबीज का इंजेक्शन लगवाये। ताकि इन्फेक्शन ना फैल सकें।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%be/,"ड्रग्स मामले में आर्यन खान की रिहाई, मन्नत में जश्न का...","ड्रग्स मामले में आर्यन खान की रिहाई, मन्नत में जश्न का माहौल By तहलका ब्यूरो - October 30, 2021 आखिर लम्बे इन्तजार के बाद फिल्म कलाकार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान शनिवार को जेल से रिहा हो गए। करीब 28 दिन ड्रग्स मामले में जेल में रहे आर्यन खान जमानत मिलने के बाद आज सुबह मुंबई के आर्थर रोड जेल से रिहा कर दिए गए। उधर आर्यन को बॉम्बे हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने की खुशी में शाहरुख खान के बंगले मन्नत को गुरुवार को ही रोशनियां की गयी हैं। याद रहे एनसीबी ने 2 अक्टूबर को ड्रग्स बरामद होने के मामले में आर्यन खान समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया गया था। बाद में पूछताछ और जांच के आधार पर मामले में कुछ और आरोपी हिरासत में लिए गए थे। आर्यन के साथ इस मामले से जुड़े मुनमुन धमेचा और अरबाज मर्चेंट की भी रिहाई हो गई है। बॉम्बे हाइकोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ आर्यन और अन्य को जमानत दी है। शाहरुख के परिवार के अलावा उनके फैंस भी आर्यन की रिहाई से खुश हैं और सोशल मीडिया पर कमेंट्स के जरिये इसका जश्न मना रहे हैं।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9f%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%85%e0%a4%ad/,"टेनिस स्टार लिएंडर पेस, अभिनेत्री नफीसा अली टीएमसी में शामिल","टेनिस स्टार लिएंडर पेस, अभिनेत्री नफीसा अली टीएमसी में शामिल By तहलका ब्यूरो - October 29, 2021 भारत के टेनिस स्टार लिएंडर पेस शुक्रवार को टीएमसी में शामिल हो गए। टेनिस खिलाड़ी के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले पेस अब राजनीति की पारी खेलेंगे। पेस पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी में शामिल हुए। लिएंडर पेस का जन्म 1973 को कोलकाता में ही हुआ था। अभिनेत्री नफीसा अली भी आज सुबह टीएमसी में शामिल हो गईं। गोवा विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी जानी मानी हस्तियों को टीएमसी में शामिल कर रही हैं। ममता आज गोवा में ही हैं। यह माना जा रहा है कि टीएमसी गोवा का चुनाव जीतने की पूरी कोशिश कर रही है। पेस को भारत का खेल जगत में सबसे बड़ा पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 1996-1997 में प्रदान किया गया था जबकि सरकार ने उन्हें 2009 में पद्मश्री और 2014 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीन दिवसीय गोवा दौरे पर हैं जहां विधानसभा चुनाव होने हैं. शुक्रवार को टेनिस चैंपियन लिएंडर पेस गोवा में ममता बनर्जी की मौजूदगी में TMC में शामिल हो गए. लिएंडर पेस को डबल्स में सबसे महान टेनिस खिलाड़ियों में माना जाता है. उन्होंने आठ पुरुष डबल्स और दस मिक्स डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. डेविस कप में सबसे ज्यादा डबल्स जीतने का रिकॉर्ड लिएंडर पेस के पास ही है.",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%9c%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a4%aa-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be/,त्योहारी सीजन में पनप रहा है मिलावटी खोवा का कारोबार,"त्योहारी सीजन में पनप रहा है मिलावटी खोवा का कारोबार By राजीव दुबे -October 28, 2021 दीपावली के पर्व के अवसर पर मिठाईयों की बिक्री जमकर होती है। ऐसे में मिठाई विक्रेता मौके का फायदा उठाकर मिलावटी खोवे का जमकर प्रयोग करते है। दिल्ली एनसीआर में इन दिनों खोवा मंड़ी लेकर नामी –गिरामी दुकानों पर मिलावटी खोवा की जमकर बिक्री हो रही है। सामाजिक कार्यकर्ता रामदेव शर्मा ने बताया ने बताया कि, मिलावटी खोवा के व्यापार में मिठाई विक्रेता से लेकर संबंधित विभाग के आला अफसर शामिल है। और पुलिस भी अन्जान बनी हुई है। जिसके कारण दिल्ली –एनसीआर में मिलावटी खोवा का कारोबार जमकर फल-फूल रहा है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a1%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0/,दिल्ली में डेंगू का स्ट्रेन -2 पाये जाने से हड़कंप,"दिल्ली में डेंगू का स्ट्रेन -2 पाये जाने से हड़कंप By राजीव दुबे - October 21, 2021 राजधानी दिल्ली में डेंगू के कहर से लोगों के बीच हाहाकार मचा हुआ है। आलम ये है कि, सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिये बिस्तरों की कमी तक पड़ने लगी है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है। अगर समय रहते स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो, आने वाले दिनों में स्थिति भयावह हो सकती है। दिल्ली के डाक्टरों का कहना है कि कोरोना अभी गया नहीं है। अब डेंगू का कहर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पैदा कर सकता है। बतातें चलें, राजधानी दिल्ली में गत महीनें पहले डेंगू से एक मरीज की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया था। लोगों को जागरूक करने के लिये जागरूकता अभियान भी चलाया है। लेकिन डेंगू के मामलों में निरन्तर बढ़ोत्तरी होती जा रही है। जो चिन्ता का विषय है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b6-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%af/,दिल्ली में बारिश से यातायात बाधित लोगों को करना पड़ा मुसीबत...,"दिल्ली में बारिश से यातायात बाधित लोगों को करना पड़ा मुसीबत का सामना By तहलका ब्यूरो -October 18, 2021 दिल्ली में रविवार की सुबह से सोमवार की सुबह तक हुई बारिश से एक ओर तो दिल्ली में सर्दी ने दस्तक दें दी है। वहीं बारिश से दिल्ली में जगह-जगह जल भराव के चलते लोगों को आने-जाने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली की रिंग रोड़ से लेकर अन्य प्रमुख मार्गो पर ट्रैफिक जाम के चलते कर्मचारी समय पर आँफिस नही पहुंच सके । मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में अगले 24 घंटे तक रूक-रूक बारिश होने की संभावना है। अक्तूबर महीने की बारिश के चलते इस साल अक्तूबर महीने के अंत तक सर्दी पड़ने लगेंगी। दिल्ली में बारिश के कारण दिल्ली गेट के पास नई दिल्ली रेलवे स्टेशन मार्ग पर कई वाहनों के खराब होने के कारण इस मार्ग पर यातायात भी काफी समय तक बाधित रहा है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%bc%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%9f%e0%a4%be/,पटाखा बाज़ार में सन्नाटा,"पटाखा बाज़ार में सन्नाटा By राजीव दुबे - October 16, 2021 कोरोना काल के नियमों की पालन की अनदेखी करते हुये भी दिल्ली में दशहरे के पर्व की धूम देखने को मिली । लोगों ने बाजारों में जमकर खरीददारी की और दशहरे का उत्सव धूमधाम से मनाया। वहीं एक ओर पाटाखों की दुकानों में सन्नाटा देखने को मिला । पटाखा विक्रेता धनीराम सेठ ने बताया कि, “एक ओर तो कोरोना के चलते कामधंधा बंद है। उस पर अदालत के आदेश के चलते बढ़ते प्रदूषण के कारण पटाखों की बिक्री में रोक के कारण उनके कारोबार एकदम बंद सा हो गया है”।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%af%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%a8/,कोयले की किल्लत को लेकर इन्वरटरों की बिक्री जोरों पर,"कोयले की किल्लत को लेकर इन्वरटरों की बिक्री जोरों पर By राजीव दुबे - October 15, 2021 जैसे–जैसे दिल्ली सहित अन्य राज्यों में कोयले की कमी के चलते बिजली गुल होने के समाचार आ रहे है। वैसे-वैसे दिल्ली के बाज़ारों में इन्वरटरों की बिक्री जोरों पर है। लोगों का मानना है कि, कहीं दीपावली के अवसर पर अगर बिजली कोयले की कमी के कारण गुल हो गयी तो , दीपावली का त्यौहार फींका पड़ जायेगा। दिल्ली के लाजपत नगर, चांदनी चौक व लक्ष्मी नगर बाज़ार में इन्वरटरों की बिक्री ज़ोरों पर है। व्यापारियों का कहना है कि, वैसे तो इन्वरटर तो बाज़ारों में बिकते है। लेकिन अब ग्राहक खुद बता रहे है कि कोयले की किल्लत के चलते वे अपने घरों में इन्वरटरों को लगवा रहे है। चांदनी चौक के इलेक्ट्रानिक व्यापारी अमर जैन का कहना है कि, “आम लोगों में ये बात पक्की तौर पर समा गयी है कि कोयले की किल्लत होनी वाली है। सो , लोग इन्वरटरों को अपने-अपने घरों में लगवा रहे है। उनका मानना है कि अभी लगवा लेगें तो रेट टू रेट इन्वरटर लग जायेगे। अन्य़था बाद में महंगे मिलेगें या फिर बाजारों में कमी होने के कारण ना मिलेगें”। इसलिये बाजारों में इन्वरटरों की बिक्री जोरों पर है।लोगों का कहना है कि सरकार की कोयले की कमी बताने के पीछे कहीं कोई व्यापार तो नहीं छिपा है। क्योंकि कोयले की कमी को बताकर एक साथ कई बाजारों को बढ़ावा मिल सकता है। जैसे इलेक्ट्रानिक सामानों की जमकर बिक्री का होना है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%8f%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%ac%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-2021-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%b0/,एनसीआरबी रिपोर्ट-2021 लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध,"एनसीआरबी रिपोर्ट-2021 लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध By मंजू मिश्रा - October 15, 2021 पिछले दिनों बाराबंकी की शिवदेवी मिश्रा के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बचत (सेविंग) खाते से क़रीब सवा दो लाख और उनके पति अनुराग मिश्रा के उसी बैंक में एसबीआई खाते से क़रीब इतनी ही बड़ी रक़म उड़ा ली गयी। पुलिस और बैंक वालों से जब इसकी शिकायत की गयी, तो उन्होंने यह कहते हुए हाथ खड़े कर दिये कि जिस बैंक खाते में आपकी रक़म स्थानांतरित (ट्रांसफर) हुई है, वह झारखण्ड का है और उस खाते में कोई धनराशि (बैलेंस) नहीं है। यानी पैसे की वसूली (रिकवरी) की कोशिश नहीं की गयी। शिवदेवी मिश्रा और अनुराग मिश्रा आज भी परेशान घूम रहे हैं और उनकी कोई मदद नहीं कर रहा है। इसी वजह से साइबर अपराधियों के हौसले बढ़े हुए हैं और वे शिवदेवी तथा अनुराग मिश्रा की तरह ही गाँवों से शहरों तक के लोगों को बेखौफ़ लगातार अपना शिकार बना रहे हैं। भारत में पिछले साल 11.8 फ़ीसदी साइबर अपराध बढ़े हैं। यह बात ख़ुद भारत सरकार के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आँकड़ों से सामने आयी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में साल 2020 में साइबर अपराध के 50,035 मामले दर्ज किये गये, जो कि साल 2019 की अपेक्षा 11.8 फ़ीसदी ज़्यादा हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि साल 2020 में ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी के 4,047 मामले, ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) धोखाधड़ी के 1,093 मामले, क्रेडिट और डेबिट कार्ड धोखाधड़ी के 1,194 मामले तथा एटीएम से धोखाधड़ी के 2,160 मामले दर्ज किये गये। वहीं इस एक साल में सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी सूचना के 578 मामले सामने दर्ज कराये गये। इसी प्रकार ऑनलाइन परेशान करने या महिलाओं एवं बच्चों को साइबर धमकी से जुड़े 972 मामले, फ़र्ज़ी प्रोफाइल के 149 मामले और आँकड़ों की चोरी के 98 मामले सामने आये। गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाले एनसीआरबी के आँकड़ों के मुताबिक, देश में साइबर अपराध की दर प्रति एक लाख पर 2019 की 3.3 फ़ीसदी दर से बढ़कर 2020 में 3.7 फ़ीसदी हो गयी, जिसके 2021 में और बढऩे की आशंका है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में साल 2018 में साइबर अपराध के 27,248 मामले दर्ज हुए थे, जबकि साल 2019 में 44,735 मामले दर्ज हुए थे। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में दर्ज 50,035 साइबर अपराधों में से 30,142 यानी 60.2 फ़ीसदी साइबर अपराध फ़र्ज़ीवाड़े से सम्बन्धित दर्ज हुए। अन्य अपराधों के आँकड़े साइबर अपराध के अलावा यौन उत्पीडऩ के 3,293 यानी 6.6 फ़ीसदी मामले और अवैध उगाही के 2,440 यानी 4.9 फ़ीसदी मामले दर्ज किये गये। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में देश में 29,193 हत्याएँ हुईं, जिनकी संख्या हर रोज़ औसतन 80 रही। कुल अपराधों की बात करें, तो साल 2019 के मुक़ाबले साल 2020 में 28 फ़ीसदी अपराध बढ़े। साल 2020 में देश में अपराध के कुल 66,01,285 मामले दर्ज हुए, जबकि साल 2019 में 51,56,158 मामले दर्ज हुए थे। यानी साल 2019 की अपेक्षा साल 2020 में अपराध के 14,45,127 मामले ज़्यादा दर्ज किये गये। प्रदेशों की स्थिति एनसीआरबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर अपराध के सबसे ज़्यादा 11,097 मामले उत्तर प्रदेश के हैं। इसके बाद कर्नाटक साइबर अपराध में दूसरे और महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर हैं, जहाँ क्रमश: 10,741 और 5,496 मामले साल 2020 में दर्ज हुए। वहीं तेलंगाना में 5,024 मामले, असम में 3,530 मामले दर्ज हुए। बलात्कार के मामले में राजस्थान की स्थिति बहुत ख़राब है और आदिवासियों, दलितों व महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचारों में मध्य प्रदेश की स्थिति ठीक नहीं है। तो उत्तर प्रदेश दबे-कुचलों, महिलाओं पर अत्याचार और हत्याओं के मामले में आगे रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने एनसीआरटी के आँकड़ों को ही नकार दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि प्रदेश में अपराधों पर नियंत्रण हुआ है। प्रदेश की जनसंख्या के लिहाज़ से पूरे देश की तुलना में यहाँ अपराध के आँकड़े कम हैं। सरकार ताबड़तोड़ एनकाउंटर और रासुका जैसे कड़े क़ानून का इस्तेमाल अपराधियों और अपराध पर लगाम कसने के लिए लगातार कर रही है। वहीं मध्य प्रदेश में अपराधों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ सिंह ने सरकार को घेरा है। रिपोर्ट के मुताबिक, हत्या के मामले उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा। उसके बाद क्रमश: बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हत्याएँ हुईं। वहीं राजधानी दिल्ली में साल 2020 में 472 हत्याएँ हुईं।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%9b%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a4%95-%e0%a4%97%e0%a4%81%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a4/,पिछले अंक का शेष… चमक गँवाता हीरा,"पिछले अंक का शेष… चमक गँवाता हीरा By विजय माथुर - October 15, 2021 हीरे के काम से जुड़े मज़दूरों की दशा बहुत अच्छी नहीं है, जबकि हीरा व्यापारी मालामाल रहते हैं ज्वेलरी कॉर्पोरेट व्यवसाय के काम-काज को अन्दर तक खँगाले तो, लेब डायमंड ने भी हीरे की गरिमा को प्रभावित किया है। नतीजतन असमंजस का माहौल गर्व करने को प्रेरित नहीं करता। लेकिन अगर रत्नों के समूचे आख्यान और वैभव की तरफ़ लौटें तो हमें हीरे (डायमण्ड)पर अपना ध्यान केंद्रित करना होगा। आज भारत के कई हीरा व्यापारी विदेशों में जाकर हीरे का व्यापार कर रहे हैं, जिनमें कुछ यहाँ के हीरा बाज़ारों की हाल और दुश्वारियों को देखते हुए विदेशों का रूख़ कर चुके हैं, तो कुछ बैंकों से क़र्ज़ लेकर रफ़ूचक्कर हो चुके हैं। इस चमकते व्यापार की बदसूरती यह है कि कोयले से हीरा निकालने और उसे तराशकर उसमें चमक भरने वाले मज़दूरों की दशा बहुत अच्छी नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में हीरा-तराशी के काम से जुड़े कई मज़दूरों ने आत्महत्या तक की है। कह सकते हैं कि कोयले से हीरा निकालने वाले मज़दूर दिन-रात काले ही रहते हैं और हीरा-तराशी करने वाले मज़दूरों के हाथ कटे रहते हैं; लेकिन मालामाल इस व्यवसाय से जुड़े व्यापारी ही रहते हैं। यह इस व्यवसाय का सियाह पहलू ही कहा जाएगा। केवल सावजी ढोलकिया अकेले ऐसे हीरा व्यापारी हैं, जो अपने कर्मचारियों को हर साल महँगे तोहफ़े देते हैं और हर साल अनेक ग़रीब युवतियों की शादी कराते हैं। राहत की बात फ़ख़्र की बात यह है कि मौज़ूदा समय में अमेरिका और चीन के बाद भारत विश्व का सबसे बड़ा हीरा बाज़ार है। भारत के मध्यम वर्ग में हीरे के सालाना 12 फ़ीसदी रुझान बढ़ रहा है। भारत और पड़ोसी देश चीन में 70 फ़ीसदी लोगों का मानना है कि शादियों के लिए हीरा सबसे बेहतरीन तोहफ़ा हो सकता है। वैश्विक हीरा उद्योग के समूचे आख्यान पर नज़र डालें तो कहना ग़लत नहीं होगा कि हीरों के उत्पादन में क़रीब 20 फ़ीसदी की ढलाई तो बीते बरस ही शुरू हो गयी थी। नतीजतन खुरदरा हीरा (रफ डायमंड) की बिक्री में क़रीब 33 फ़ीसदी की कमी आ गयी। उत्पादन और माँग में अन्तर का फ़ासला बढ़ा, तो खनन कम्पनियों का मुनाफ़ा भी 20 से 22 फ़ीसदी तक कम हो गया। बावजूद इसके हीरे के प्रति लोगों का रुझान दिनोंदिन बढ़ रहा है। अलबत्ता बेन की रिपोर्ट खँगालें तो लॉकडाउन नीति, सरकारी समर्थन और फुटकर विक्रेताओं के रुझान के मद्देनज़र हीरे की माँग में बढ़त अहम हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना भी है कि हीरा उद्योग को पटरी पर लाने में मध्यम वर्ग का योगदान अहम भूमिका निभा सकता है। इस लिहाज़ से यह एक अच्छी ख़बर हो सकती है कि कच्चे हीरे के प्रबन्धन में जिस तरह सुधार किया जा रहा है। कलई (पॉलिश) किये गये हीरे की तुलना में उसकी बाज़ार में माँग बढ़ सकती है। उधर क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक राहुल गुट्टा कहते हैं कि जिस तरह हीरे का निर्यात बढ़ रहा है, अक्टूबर तक इसमें प्रतिमाह औसतन दो बिलियन डॉलर (तक़रीबन 14,822 करोड़ रुपये) तक बढ़ोतरी होने की उम्मीद की जा सकती है। निर्यात से पिछले वित्त वर्ष राजस्व में आयी बढ़ोतरी ने आँकड़ा 16.4 बिलियन डॉलर (1,21,540.40 करोड़ रुपये) तक पहुँच गया। क्रिसिल की रिपोर्ट कहती है कि हीरा व्यापारियों की आय में 20 फ़ीसदी में बढ़ोतरी हुई है। भारत में हीरे के निर्यात के लिए सबसे अच्छा संकेत मानें तो यात्रा पर प्रतिबन्ध और आतिथ्य समारोह पर ख़र्च को सीमित करने से यह हालात बने है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%9f%e0%a4%be-%e0%a4%95/,कोरोना से नहीं डिगा कोटा कोचिंग का हौसला,"कोरोना से नहीं डिगा कोटा कोचिंग का हौसला By विजय माथुर - October 15, 2021 प्रतिष्ठा क़ायम रखना आसान काम नहीं है। ख़ासकर कोरोना वायरस के कहर में जब स्थितियों के नियंत्रण से बाहर जाने का अंदेशा उत्पन्न हो गया है, कोटा कोचिंग ने अपनी श्रेष्ठता की विरासत बरक़रार रखते हुए एक बार फिर लम्बी छलाँग लगायी और जेईई-मेन्स में अखिल भारतीय स्तर पर शीर्ष रैंकिंग में शुमार किये जाने वाले छ: स्थानों में से चार पर क़ब्ज़ा जमा लिया। एलन कोचिंग की धाक क़ायम रखते हुए काव्या चोपड़ा ने 300 में से 300 अंक लाकर साबित कर दिया कि कोटा कोचिंग को सिरमोर बनाये रखने में कोरोना को बाधक नहीं बनने दिया जाएगा। पिछले लॉकडाउन के दौरान 50,000 से ज़्यादा छात्रों की सकुशल वापसी के साथ केयरिंग सिटी के रूप में अपनी विश्वसनीयता साबित कर कोटा कोचिंग एक बार फिर पुराने जोश के साथ सक्रिय है। कोरोना के कहर के चलते कोटा की यादों के साथ अपने घरों को लौट रहे विद्यार्थी यहाँ की पढ़ाई के माहौल को लेकर अत्यंत भावुक नज़र आये। राहुल पारीक ने बताया कि कोटा में पढ़ाई का अच्छा माहौल है। लेकिन मजबूरी में उन्हें लौटना पड़ रहा है। हालात सुधर जाएँगे, तो वह वापस आना चाहेंगे। अक्षय ने कहा कि कोटा कोचिंग का कोई मुक़ाबला नहीं है। यहाँ की सबसे बड़ी विशेषता नियमित और साल भर चलने वाला शिक्षा सत्र है। आज जब छात्र कोटा वापस लौट रहे हैं, तो उम्मीदों की तस्दीक़ हो रही है। एलन करियर के निदेशक गोविंद माहेश्वरी कहते हैं कि साल भर लॉकडाउन, ऑनलाइन शिक्षा तथा कफ्र्यू सरीखी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद इंजीनियरिंग तथा मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में हमने न केवल अपनी साख को बनाये रखा, बल्कि श्रेष्ठ परिणाम भी जारी रखे। हम जो कहते हैं, वही करते हैं। नीट के नतीजों में हमारे यहाँ के छात्र शोएब आफ़ताब ने 720 में से 720 अंक लाकर इतिहास रच दिया। हमारे यहाँ शिक्षकों से आसानी से सम्पर्क किया जा सकता है। पढ़ाई यहाँ बोझिल नहीं है। छात्रों का शिक्षकों से आसानी से सम्पर्क रहता है, जिससे वे कम समय में बेहतर तैयारी कर सकते हैं। हालाँकि कोरोना वायरस के चलते शैक्षिक व्यवस्था में निरंतर बदलाव आ रहा है। छात्रों की सुविधा, इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लक्ष्य को देखते हुए अलग-अलग समयावधि के पाठ्यक्रम शुरू किये गये हैं। एलन करियर द्वारा 31 शैय्याओं वाले आरोग्यतम अस्पताल की शुरुआत से कोटा कोचिंग के सर्वोच्च सिद्धांतों का पता चलता है कि स्वाथ्य के प्रति वे कितने जागरूक हैं। अस्पताल पूरी तरह छात्रों को समर्पित है। बीमार होने की स्थिति में हॉस्टल में ही क्वारंटाइन (एकांतवास) करने की व्यवस्था की हुई है। प्रवेश द्वार पर सेनेटाइजेशन और टेम्पेरेचर लेने की व्यवस्था है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a4%bf/,प्राकृतिक खेती से चमकी हिमाचल सेब उत्पादकों की क़िस्मत,"प्राकृतिक खेती से चमकी हिमाचल सेब उत्पादकों की क़िस्मत By तहलका ब्यूरो - October 15, 2021 शिमला ज़िले के ठियोग में सेब उत्पादक शकुंतला शर्मा की ख़ुशी के अपने कारण हैं। प्राकृतिक खेती की तकनीक से उनके बाग़ में पैदा हुए सेब से उन्हें इस बार बाज़ार में अप्रत्याशित रूप से 100 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक की क़ीमत मिली। यह अभी तक उन्हें मिली सबसे ज़्यादा क़ीमत है। शकुंतला के मुताबिक, इसका एक और लाभ हुआ है कि लागत का ख़र्चा पहले से काफ़ी घटा है। शकुंतला बताती हैं कि जैसे ही स्थानीय बाज़ार में ख़रीदार जब उनके सेब के बक्सों पर ‘प्राकृतिक सेब’ का लेबल देख रहे हैं, तो तुरन्त निर्धारित क़ीमत पर ख़रीदार रहे हैं। इससे ज़ाहिर होता है कि वे ग़ैर-रासायनिक उत्पाद को प्राथमिकता दे रहे हैं। उनके मुताबिक, ग़ैर-रासायनिक सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती (एसपीएनएफ) के साथ खेती की लागत पर 50,000 से 60,000 रुपये की बचत हो जाती है, जो वास्तव में एक बड़ा लाभ है। महिला किसान पाँच बीघा सेब के बाग़ सहित कुल 10 बीघा ज़मीन पर एसपीएनएफ का इस्तेमाल कर रही हैं। शकुंतला के मुताबिक, प्राकृतिक सब्ज़ियों के ख़रीदार भी उनके दरवाज़े पर आते हैं और अच्छी क़ीमत में उन्हें ख़रीदारते हैं। एसपीएनएफ पद्धति देसी गाय के गोबर, मूत्र और कुछ स्थानीय रूप से उपलब्ध संसाधनों से प्राप्त चीज़ें पर आधारित है। एसपीएनएफ के लिए फॉर्म इनपुट घर पर तैयार किये जा सकते हैं। इस तकनीक में किसी भी तरह के रासायनिक खाद या कोई कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया जाता है। शिमला ज़िले के रोहड़ू खण्ड में समोली पंचायत के एक और बाग़वान रविंदर चौहान ने बताया कि वह काफ़ी वित्तीय फ़ायदे में हैं; क्योंकि रासायनिक स्प्रे पर लगातार बढ़ते ख़र्च के कारण उन्हें अपने सेब बाग़ में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती में बदलाव ने मुझे पिछले तीन साल में अच्छा मुनाफ़ा कमाने में मदद की है। प्राकृतिक खेती की तकनीक से आठ बीघा ज़मीन पर सेब उगाने वाले चौहान ने तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्यों में सेब का एक डिब्बा (वज़न 25 किलो) 4200 से 4500 रुपये में बेचा। इसमें परिवहन लागत भी शामिल है। रविंदर चौहान के मुताबिक, सामान्य बाज़ार में क़ीमतों में उतार-चढ़ाव का उन पर ज़्यादा असर नहीं पड़ता; क्योंकि उनके सेब रसायन मुक्त, प्राकृतिक और स्वस्थ हैं। वह पहले से दर (क़ीमत) तय करते हैं। राज्य सरकार द्वारा सन् 2018 में शुरू किये गये पीके3वाई योजना के एक हिस्से के रूप में हिमाचल प्रदेश में कृषि और बाग़वानी फ़सलों के लिए ग़ैर-रासायनिक कम लागत वाली जलवायु लचीला एसपीएनएफ तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य परियोजना कार्यान्वयन इकाई (एसपीआईयू) द्वारा साझा किये गये आँकड़ों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अब तक (आंशिक या पूर्ण रूप से) 1,33,056 किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं, जिसमें 7,609 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल है। इसमें तक़रीबन 12,000 सेब बाग़वान शामिल हैं। बाहरी बाज़ार, उत्पादन, कृषि स्थिति और कम ख़र्च पर शून्य निर्भरता के सन्दर्भ में प्राकृतिक खेती के परिणामों से जहाँ किसान ख़ुश हैं, वहीं उन्होंने बेहतर लाभ के साथ प्राकृतिक उपज के विपणन के लिए अपने स्वयं के सम्बन्ध बनाने के प्रयास भी शुरू कर दिये हैं। इनमें से कुछ को स्थानीय मण्डियों में रासायनिक मुक्त प्राकृतिक उपज के अच्छे दाम मिल रहे हैं। अन्य लोग इन सेबों को देश के विभिन्न हिस्सों में भेज रहे हैं और कई को तो दरवाज़े पर ही ख़रीदार मिलने लगे हैं।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%81%e0%a4%9b-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ae/,पूँछ में आतंकवादियों से मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 5...,"पूँछ में आतंकवादियों से मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 5 जवान शहीद By तहलका ब्यूरो - October 11, 2021 जम्मू कश्मीर में अपनी गतिविधियां बढ़ाते हुए आतंकवादियों ने सोमवार को जम्मू कश्मीर के पूंछ सेक्टर में एक जेसीओ समेत 5 जवानों को शहीद कर दिया है। आतंकियों ने घात लगाकर तब हमला किया जब सुरक्षा बल जवान गश्त पर थे। मुठभेड़ चल रही है और एक आतंकी के मारे जाने की खबर है। श्रीनगर में वारदातों को अंजाम देने के बाद आतंकियों ने यह बड़ी घटना की है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर के सूरनकोट में यह घटना हुई है। गश्त पर निकले जवानों पर जब हमला हुआ तो वहां मुठभेड़ शुरू हो गयी जिसमें 5 जवान शहीद हो गए। इनमें एक जेसीओ और 4 जवान हैं। आज ही सुबह अनंतनाग और बांदीपोरा में एक अलग मुठभेड़ में दो आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया था। वहां 4-5 आतंकियों के छिपे होने की खबर है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a4%97%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82/,"श्रीनगर में फिर आतंकियों का हमला, महिला प्रिंसिपल समेत 2 की...","श्रीनगर में फिर आतंकियों का हमला, महिला प्रिंसिपल समेत 2 की हत्या By तहलका ब्यूरो - October 7, 2021 कश्मीर में तीन लोगों की हत्या की खबर की स्याही अभी सूखी भी नहीं थी कि आतंकवादियों ने गुरुवार को राजधानी श्रीनगर में एक बार फिर बड़ी घटना की है। आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह संगम इलाके में एक सरकारी स्कूल में घुसकर दो शिक्षकों की हत्या कर दी है, जिनमें एक महिला प्रिंसिपल शामिल है। जानकारी के मुताबिक श्रीनगर के ईदगाह संगम इलाके में आतंकियों ने अचानक हमला किया। इसमें दो शिक्षकों की मौत हो गई है। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक ईदगाह इलाके में गोलीबारी की घटना की उन्हें सूचना मिली। यह घटना सुबह की है। कुछ अज्ञात लोगों ने बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश किया और उसके प्रधानाध्यापक और अन्य शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-defence-minister-rajnath-singh-says-attack-on-convoy-of-assam-rifles-in-manipur-will-be-brought-to-justice-soon-22202391.html,"मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान","इंफाल/नई दिल्‍ली, एजेंसियां। मणिपुर में शनिवार को घात लगाकर किए गए एक हमले में असम राइफल्स की 46वीं बटालियन के कमांडिंग आफिसर (सीओ), उनके परिवार के दो सदस्यों और अर्धसैनिक बल के चार जवानों की मौत हो गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हमले की निंदा की। उन्‍होंने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। पूरा देश हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के साथ खड़ा है। हमारे वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। The sacrifices of our brave soldiers will not go in vain, tweets HM Amit Shah on the Manipur attack that claimed seven lives pic.twitter.com/NI5wr9Lhtj — ANI (@ANI) November 13, 2021 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की है। उन्‍होंने कहा- मैं मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं उन वीर जवानों और उनके परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं जो आज शहीद हुए हैं। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें Strongly condemn the attack on the Assam Rifles convoy in Manipur. I pay homage to those soldiers and family members who have been martyred today. Their sacrifice will never be forgotten. My thoughts are with the bereaved families in this hour of sadness. — Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2021 वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर किया गया यह हमला कायराना और निंदनीय है। इस हमले में शामिल दोषियों को नहीं बख्‍शा जाएगा। इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इन गुनहगारों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के दो शीर्ष अफसरों को बताया बहुत अहंकारी, वित्त सचिव समेत दो पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार यह भी पढ़ें #UPDATE | 5 personnel of Assam Rifles and two of their family members lost their lives in an attack in Churachandpur, Manipur: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/zfWDUeUk3b — ANI (@ANI) November 13, 2021 राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्‍होंने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमला निंदनीय है। यह कायरतापूर्ण कृत्य आतंकवाद के सभी रूपों को जड़ से खत्म करने के हमारे संकल्प की पुष्टि करता है। कम दूरी के विमानों में बहाल हो सकती है खाना देने की सुविधा, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्‍होंने कहा- मैं 46 असम राइफल्‍स के काफिले पर हुए इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं जिसमें आज चुराचांदपू में सीओ और उनके परिवार सहित कुछ कर्मियों की मौत हो गई। राज्य के बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही उग्रवादियों को पकड़ने के लिए काम कर रहे हैं। दोषियों को बख्‍शा नहीं जाएगा। जल्‍द ही उन्‍हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। महाराष्ट्र के अमरावती में लगातार दूसरे दिन हिंसा, चार दिन तक कर्फ्यू, इंटरनेट सेवाएं बंद, 20 गिरफ्तार यह भी पढ़ें भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस हमले की निंदा की। उन्‍होंने कहा- मणिपुर के चुराचांदपुर में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राष्ट्र इन वीर सपूतों का सदैव ऋणी रहेगा। ईश्वर शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना म्यांमार की सीमा से लगे चुराचांदपुर जिले में हुई। बताया जाता है कि उग्रवादियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर IED से हमला किया। रिपोर्टों के मुताबिक हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और बेटे की भी मौत हो गई। कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे। Covid-19 Updates: टीकाकरण में सुस्ती से राज्यों के पास बढ़ा टीके का स्टाक, जानिए देश में क्या हैं कोरोना के हालात यह भी पढ़ें सेना के एक अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों ने पहले 46 असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर घात लगाकर हमला करने के लिए IED ब्लास्ट किया और फिर मणिपुर के चुराचांदपुर में बल के वाहनों पर फायरिंग की। कमांडिंग आफिसर अपने फारवर्ड कंपनी बेस से अपने बटालियन मुख्यालय लौट रहे थे। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक अभी तक किसी भी उग्रवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-food-facility-can-be-restored-in-short-duration-planes-health-ministry-informed-civil-aviation-ministry-22203120.html,"कम दूरी के विमानों में बहाल हो सकती है खाना देने की सुविधा, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी","नई दिल्ली, प्रेट्र। दो घंटे से कम अवधि की उड़ानों में खाना देने की सुविधा फिर से बहाल की जा सकती है। समझा जाता है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इस बारे में जानकारी दे दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मौजूदा नियमों में संशोधन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से सुझाव मांगा था। सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि अब विमान के क्रू के सदस्यों को पूरा शरीर को ढकने (पीपीई किट पहनने) की जरूरत नहीं है, लेकिन दस्ताने, मास्क और फेस शील्ड पहनना जारी रखना चाहिए। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें मौजूदा दिशानिर्देशों के मुताबिक दो घंटे से कम अवधि की उड़ानों में भोजन परोसने की अनुमति नहीं है। यह पाबंदी इस साल 15 अप्रैल से लागू की गई थी। कोरोना लाकडाउन के बाद पिछले साल 25 मई को घरेलू विमान सेवा शुरू हुई थी तब मंत्रालय ने कुछ शर्तो के साथ उड़ान के दौरान खाना परोसने की अनुमति दी थी। एक सूत्र ने कहा, 'नागरिक उड्डयन मंत्रालय दैनिक कोरोना मामलों की संख्या में गिरावट के मद्देनजर घरेलू उड़ानों के दौरान विमान में भोजन सेवाओं की समीक्षा कर रहा है और मौजूदा दिशानिर्देशों में संशोधन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से सुझाव मांगा है।' सूत्र ने आगे कहा, 'अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने सूचना दी है कि दो घंटे से कम अवधि की उड़ानों में खाना परोसना शुरू किया जा सकता है।' मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 11 हजार 850 ताजा मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही कुल मामलों की संख्या तीन करोड़ 44 लाख 26 हजार 036 हो गया है। संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या घटकर एक लाख 36 हजार 308 हो गई है, जो स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 274 दिनों में सबसे कम है। वायरल बीमारी के कारण पिछले 24 घंटे में 555 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही चार लाख 63 हजार 245 लोगों की अबतक मौत हो गई है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-corona-vaccine-stock-increased-with-states-due-to-slowness-in-vaccination-22202985.html,"Covid-19 Updates: टीकाकरण में सुस्ती से राज्यों के पास बढ़ा टीके का स्टाक, जानिए देश में क्या हैं कोरोना के हालात","नई दिल्ली, जेएनएन। देश में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की 111.40 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। वैसे कोविन पोर्टल के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक अब तक कुल 111.91 करोड़ डोज दे दी गई हैं, जिनमें 75.14 करोड़ पहली और 36.76 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं। मंत्रालय के मुताबिक केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 123.19 करोड़ डोज मुहैया कराई हैं। इनके पास अभी 18.53 करोड़ डोज उपयोग के लिए बची हुई हैं। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें वहीं, देश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों यानी उपचाराधीन मरीजों की संख्या अब 1,36,308 रह गई है जो 274 दिनों में सबसे कम और कुल संक्रमितों का मात्र 0.40 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे के दौरान एक हजार से ज्यादा सक्रिय मामले घटे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार सुबह अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमण के और 11,850 नए मामले मिले हैं और 555 लोगों की मौत हुई है। इनमें से ज्यादातर मामले केरल से हैं। 555 मृतकों में से ही अकेले केरल से 471 और महाराष्ट्र से 41 मौतें हैं। केरल में पहले हुई मौतों को नए आंकड़ों के साथ जोड़कर जारी किया जा रहा है, इसलिए संख्या बढ़ रही है। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें शनिवार शाम जारी हुए आंकड़ों के अनुसार केरल में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 6,468 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 6,468 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं। 23 लोगों की कोरोना को चलते मौत हुई। केरल में कोरोना के सक्रिय मामले 68,630 बने हुए हैं। राज्य में अब तक 35,685 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। वैसे अगर समग्रता में बात करें तो देश में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में है। मरीजों के उबरने की दर बढ़ रही है और मृत्युदर लगभग स्थिर बनी हुई है। दैनिक और साप्ताहिक संक्रमण दर भी दो प्रतिशत से नहीं बनी हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले 11,850 कुल सक्रिय मामले 1,36,308 24 घंटे में टीकाकरण 58.42 लाख कुल टीकाकरण 111.91 करोड़ शनिवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 11,850 कुल मामले 3,44,26,036 सक्रिय मामले 1,36,308 मौतें (24 घंटे में) 555 सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के दो शीर्ष अफसरों को बताया बहुत अहंकारी, वित्त सचिव समेत दो पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार यह भी पढ़ें कुल मौतें 4,63,245 ठीक होने की दर 98.26 फीसद मृत्यु दर 1.35 फीसद पाजिटिविटी दर 0.94 फीसद सा.पाजिटिविटी दर 1.05 फीसद जांच (शुक्रवार) 12,66,589 कुल जांच 62.23 करोड़ शनिवार शाम 06:30 बजे तक किस राज्य में कितने टीके उत्तर प्रदेश 8.98 लाख महाराष्ट्र 6.35 लाख कम दूरी के विमानों में बहाल हो सकती है खाना देने की सुविधा, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें मध्य प्रदेश 6.00 लाख गुजरात 3.89 लाख बिहार 2.34 लाख दिल्ली 1.12 लाख छत्तीसगढ़ 1.06 लाख पंजाब 0.98 लाख हरियाणा 0.91 लाख हिमाचल 0.79 लाख झारखंड 0.67 लाख जम्मू-कश्मीर 0.66 लाख उत्तराखंड 0.51 लाख (कोविन पोर्टल के आंकड़े) Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-longest-partial-lunar-eclipse-in-580-years-on-nov-19-to-be-visible-from-india-22202723.html,"Chandra Grahan 2021: 580 सालों बाद लगने वाला है सबसे लंबा चंद्रग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां-कहां से देगा दिखाई","नई दिल्ली, पीटीआइ। 580 सालों बाद सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण लगने वाला है। यह चंद्रग्रहण 19 नवंबर को लगेगा और यह पूर्वोत्तर भारत समेत देश के अन्य कुछ हिस्सों से दिखाई देगा। एमपी बिड़ला तारामंडल में अनुसंधान और अकादमिक निदेशक देबिप्रसाद दुआरी ने समाचार एजेंसी पीटीआइ को बताया कि दुर्लभ घटना अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ क्षेत्रों से दिखाई देगी। उन्होंने बताया कि आंशिक चंद्रग्रहण दोपहर 12.48 बजे शुरू होगा और शाम 4.17 बजे समाप्त होगा। दुआरी ने कहा कि ग्रहण की अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी, जो इसे 580 सालों बाद सबसे लंबा बना देगा। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि पिछली बार इतना लंबा आंशिक चंद्रग्रहण 18 फरवरी, 1440 को हुआ था और अगली बार इसी तरह की घटना 8 फरवरी, 2669 को देखी जा सकती है। 19 नवंबर को लगने वाले चंद्रग्रहण की जानकारी देते हुए देबिप्रसाद दुआरी ने कहा कि अधिकतम आंशिक ग्रहण दोपहर 2.34 बजे दिखाई देगा क्योंकि चंद्रमा का 97 फीसदी हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढका रहेगा। इस दौरान चंद्रमा के रक्त-लाल रंग के दिखाई देने की संभावना है। यह तब होता है जब सूर्य के प्रकाश की लाल किरणें पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती हैं और कम से कम विक्षेपित होकर चंद्रमा पर गिरती हैं। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें यह आंशिक चंद्र ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत क्षेत्र से भी दिखाई देगा। देश के इन हिस्सों से कुछ समय के लिए देखा जा सकता है चंद्रग्रहण दुआरी ने कहा कि उपच्छाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अपूर्ण रूप से संरेखित होते हैं। यह सुबह 11.32 बजे शुरू होगा और शाम 5.33 बजे समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि उपच्छाया चंद्र ग्रहण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से दिखाई देगा, लेकिन इन स्थानों से इसे कुछ समय के लिए ही देखा जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें साथ ही उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में अंतिम चंद्रग्रहण 27 जुलाई, 2018 को देखा गया था। अगला चंद्रग्रहण 16 मई, 2022 को होगा, लेकिन यह भारत से दिखाई नहीं देगा। भारत से दिखाई देने वाला अगला चंद्रग्रहण 8 नवंबर, 2022 को होगा। 19 नवंबर का दिन होगा बेदह खास इस साल 19 नवंबर का दिन खास होने जा रहा है। इस दिन आंशिक चंद्रग्रहण के अलावा कार्तिक पूर्णिमा होगी। इसके अलावा प्रकाशोत्सव भी इसी दिन होने जा रहा है। जिस कारण यह दिन खास माना जा रहा है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-haze-due-to-pollution-in-delhi-ncr-these-states-of-the-country-will-rain-next-week-22202328.html,"Weather Updates: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के चलते धुंध, देश के इन राज्यों में अगले सप्ताह होगी बारिश, जारी हुआ अलर्ट","नई दिल्ली, पीटीआइ। देश की राजधानी दिल्ली व एनसीआर में वायु प्रदूषण के चलते धुंध छाई हुई है। शनिवार को दिल्ली की हवा का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 499 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में है। दिल्ली के ऐतिहासिक स्मारक लाल किला और जामा मस्जिद समेत कई अन्य महत्वपूर्ण इमारतें धुंध में सराबोर हो गईं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में ठंड ने भी दस्तक दे दी है। इसके साथ ही अभी देश के कई राज्यों में बारिश के आसार बने हुए हैं। ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले सप्ताह मूसलाधार बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटे थाईलैंड तट पर एक ताजा निम्न दबाव का क्षेत्र (Lopar) बन गया है, जो आगे चलकर गहरे दबाव में बदल सकता है। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें A Low Pressure Area has formed over south Andaman Sea & adjoining Thailand coast at 0830 hrs IST of today the 13th November 2021. It is likely to move west-northwestwards and concentrate into a Depression over north Andaman Sea & adjoining Southeast Bay of Bengal by 15th Nov. 1/2 — India Meteorological Department (@Indiametdept) November 13, 2021 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के ताजा बुलेटिन के अनुसार सोमवार तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश का अनुमान है। बुधवार को दक्षिण-तटीय ओडिशा के गंजम और गजपति में बारिश हो सकती है। इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही तटीय आंध्र प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर बारिश होने की संभावना बनी हुई है। कई छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। बुधवार से आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों पर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना बनी हुई है। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें मछुआरों को समुद्री तटों से दूर रहने की सलाह मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे सोमवार तक अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में न जाएं क्योंकि समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो सकती है। बारिश की चेतावनी के चलते मछुआरों को बुधवार और गुरुवार को आंध्र प्रदेश एवं दक्षिण ओडिशा के तटों से दूर रहने को कहा गया है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-pm-modi-meets-us-congress-delegation-talks-on-enhancing-bilateral-ties-22202263.html,"अमेरिकी कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से मिले पीएम मोदी, द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर हुई बातचीत","नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और दक्षिण एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित आपसी हित के क्षेत्रीय मुद्दों पर स्पष्ट चर्चा की। प्रधा मंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पीएम मोदी ने सीनेटर जान कार्निन के नेतृत्व में अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसमें सीनेटर माइकल क्रापो, सीनेटर थामस ट्यूबरविले, सीनेटर माइकल ली, कांग्रेसी टोनी गोंजालेस और कांग्रेसी जान केविन एलीजे सीनियर शामिल थे। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें सीनेटर जान कार्निन भारत और भारतीय अमेरिकियों पर सीनेट काकस के सह-संस्थापक और सह-अध्यक्ष हैं। जारी बयान के मुताबिक, 'कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने बड़ी और विविध आबादी की चुनौतियों के बावजूद भारत में COVID-19 स्थिति को अच्छे से काबू करने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लोकतांत्रिक लोकाचार पर आधारित लोगों की भागीदारी ने पिछली एक सदी की सबसे भीषण महामारी के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।' मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें बताया गया कि पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने में अमेरिकी कांग्रेस के निरंतर समर्थन और रचनात्मक भूमिका की सराहना की, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों में निहित है। बयान में कहा गया, दक्षिण एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र से संबंधित मुद्दों सहित आपसी हित के क्षेत्रीय मुद्दों पर गर्मजोशी से और स्पष्ट चर्चा हुई। आगे कहा गया है कि पीएम मोदी और आने वाले प्रतिनिधिमंडल ने दो रणनीतिक भागीदारों के बीच रणनीतिक हितों के बढ़ते अभिसरण पर ध्यान दिया और वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सहयोग को और बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने और आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के लिए विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला जैसे समकालीन वैश्विक मुद्दों पर सहयोग को मजबूत करने की संभावनाओं पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-terrorists-attack-convoy-of-assam-rifles-commanding-officer-in-manipur-22202231.html,"मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर आतंकी हमला, CO समेत कई जवान शहीद; परिवार के सदस्यों की भी मौत","नई दिल्ली, एएनआइ। मणिपुर में सेना के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है। असम राइफल्स यूनिट के एक कमांडिंग आफिसर के काफिले पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया। काफिले में त्वरित प्रतिक्रिया दल के साथ अधिकारी के परिवार के सदस्य भी शामिल थे। यह घटना मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट सब-डिवीजन की है।आतंकी हमले में कमांडिंग आफिसर सेमत कई जवानों शहीद हो गए हैं। वहीं, हमले में कमांडिंग आफिसर के परिवार के भी कुछ सदस्यों की मौत हो गई है। बता दें कि अभी तक किसी आतंकवादी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें मणिपुर के सीएम सीएम एन बीरेन सिंह ने हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस आतंकी हमले में आज सीसीपुर में सीओ और उनके परिवार सहित कुछ कर्मियों की मौत हो गई है। राज्य बल और अर्धसैनिक बल आतंकियों को पकड़ने के लिए आपरेशन चलाए हुए हैं। दोषियों को माफ नहीं किया जाएगा। Edited By: Manish Pandey",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-nal-successfully-demonstrates-aerial-covid19-vaccine-delivery-at-remote-bengaluru-location-22202178.html,"बेंगलुरु में ड्रोन के जरिए पहुंचाई गई कोरोना वैक्सीन, 20 मिनट में तय की 14 किमी की दूरी","बेंगलुरू, एएनआइ। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ड्रोन के जरिए कोरोना वैक्सीन की खुराक पहुंचाई गई है। नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (National Aerospace Laboratories) ने अपने ड्रोन 'ऑक्टाकॉप्टर' (Octacopter) के जरिए कोरोना वैक्सीन की डोज पहुंचाई। इस ड्रोन के जरिए वैक्सीन पहुंचाने के दौरान ज्यादा समय की खपत नहीं हुआ बल्कि महज 20 मिनट में 14 किमी की दूरी तय की गई। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के मुताबिक, ऑक्टाकॉप्टर ने 10 मीटर प्रति सेकंड की गति से 300 मीटर एजीएल की ऊंचाई पर उड़ान भरी और लगभग 10 मिनट में लगभग 7 किलोमीटर की हवाई दूरी तय की। हरगड्डे में टीकों की डिलीवरी के बाद, ड्रोन चंदपुरा पीएचसी में लौट आया। उन्होंने बताया कि पूरे मिशन ने टीकों की डिलीवरी सहित 20 मिनट में लगभग 14 किमी की दूरी तय की है। हालांकि, सड़क मार्ग से चंदपुरा से हरगड्डे तक टीके पहुंचाने में आमतौर पर लगभग 30 से 40 मिनट लगते हैं। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग की डा. मनीषा के हवाले से कहा गया है कि पीएचसी के डॉक्टर ड्रोन के जरिए कोरोना टीकों के तेज और सुरक्षित वितरण को देखकर खुश थे। चिकित्सा अधिकारियों ने खुशी व्यक्त करते हुए सीएसआईआर-एनएएल को बधाई दी और आने वाले दिनों में दूरस्थ स्थानों के लिए संयुक्त पहल जारी रखने के लिए समर्थन का आश्वासन दिया। सीएसआईआर-एनएएल में मानव रहित हवाई वाहन डिवीजन के प्रमुख डा. पी. वी सत्यनारायण मूर्ति ने अपनी टीम को बधाई दी और कहा कि दूरदराज के इलाकों में टीकों की डिलीवरी के लिए ऑक्टाकॉप्टर समय की जरूरत थी। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि एनएएल ऑक्टाकॉप्टर पूरी तरह से ऐसे मिशन के लिए डिजाइन किया गया है जो अकुशल ऑपरेटरों द्वारा संचालित करना आसान है। एनएएल ने ड्रोन निर्माण और परिचालन सेवाओं की पेशकश के लिए निजी फर्मों के साथ पहले ही करार कर लिया है। ऑक्टाकॉप्टर एक स्वदेश में विकसित मध्यम श्रेणी का बीवीएलओएस मल्टी-कॉप्टर यूएवी है। Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-southern-railway-diverts-several-train-routes-due-to-water-overflow-in-tada-sullurupeta-section-of-chennai-divison-22201921.html,"चेन्नई में भारी बारिश के चलते ट्रेनों के रूट को भी किया गया डायवर्ट, जानें किन मार्गों के बदले रास्ते","चेन्नई, एएनआइ। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में पिछले कई दिनों से भारी बारिश के चलते लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राजधानी के कई हिस्सों में जलजमाव हो गया है वहीं कुछ ट्रेनों के रूट भी डायवर्ट किए गए।अब दक्षिण रेलवे और दक्षिण-मध्य रेलवे ने चेन्नई सेंट्रल डिवीजन के टाडा-सल्लुरुपेटा खंड (Tada-Sullurupeta) में स्थित पुल पर खतरे के स्तर से ऊपर पानी के अतिप्रवाह के चलते कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया है। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें दानापुर-केएसआर बेंगलुरु सुपरफास्ट का बदला रूट दक्षिण पश्चिम रेलवे की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दानापुर-केएसआर बेंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस स्पेशल यात्रा दानापुर से शुरू होकर गुडूर, रेनिगुंटा, मेलपक्कम, काटपाडी और जोलारपेट्टई होकर चलेगी। वहीं कामाख्या-यशवंतपुर एक्सप्रेस स्पेशल कामाख्या से गुडूर, रेनिगुंटा, मेलपक्कम, काटपाडी और जोलारपेट्टई होते हुए चलने के लिए डायवर्ट की गई है। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें बेंगलुरु छावनी-गुवाहाटी एक्सप्रेस स्पेशल का बदला रास्ता बेंगलुरु छावनी-गुवाहाटी एक्सप्रेस स्पेशल ने बेंगलुरु छावनी से शुरू की यात्रा को पेरंबूर, एमजीआर चेन्नई सेंट्रल, अरक्कोनम, रेनीगुंटा और गुडूर होते हुए चलने के लिए बदल दिया गया। कई रूट पर ट्रेनों को चुकी है निलंबित इससे पहले भारी बारिश के चलते दक्षिण रेलवे, चेन्नई मंडल रेल के प्रबंधक कार्यालय ने तिरुवल्लुर तक की अधिकांश सर्विस को अवादी (Avadi) और अंबत्तूर (Ambattur) में पटरियों के जलभराव के कारण निलंबित कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें उधर, बीते दिन भारतीय रेलवे ने नई दिल्ली-चेन्नई के 2164 किलोमीटर के रूट को अब हाई स्पीड कॉरिडोर (Hi speed corridor) बनाने का निर्णय किया है। दिल्ली-चेन्नई रूट पर रेलवे अब 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाने की योजना बनाई जा रही है। इंडियन रेलवे ने इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसके साथ ही रेलवे की योजना मुंबई-हावड़ा के 1965 किलोमीटर सेक्शन, मुंबई-चेन्नई, चेन्नई-हावड़ा, चेन्नई-बेंगलुरु, बेंगलुरु-हैदराबाद, चेन्नई-हैदराबाद और हावड़ा-पुरी रूट पर ट्रेन की स्पीड बढ़ाने की भी है। Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-tamil-nadu-rain-warning-issued-again-cm-stalin-reaches-affected-area-victims-will-get-help-22201929.html,"तमिलनाडु: फिर जारी हुई बारिश की चेतावनी, सीएम स्टालिन पहुंचे प्रभावित क्षेत्र, पीड़ितों को मिलेगी मदद","चेन्नई, एजेंसी। चेन्नई और तमिलनाडु के अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बुरा हाल देखने को मिला। तमिलनाडु में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इस बीच तमिलनाडु के चेन्नई क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा सुबह 09:16 बजे जारी अलर्ट के अनुसार, अगले दो घंटों के भीतर कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली जिलों में एक या दो स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें कन्याकुमारी जिले में आज सुबह 8 बजे तक 24 घंटे में औसतन 100.48 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बारह स्थानों पर 100 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जिसमें आनाकेदंकू में (187.4 मिमी) सबसे अधिक दर्ज की गई है। कन्याकुमारी क्षेत्र व उससे जुड़े क्षेत्रों में कई झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने बारिश से प्रभावित कडलूर जिले के कुरिंजीपाडी क्षेत्र का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने बारिश से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री भी बांटी। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें Tamil Nadu CM MK Stalin visits rain-affected areas of Cuddalore district, where he distributed relief materials to the needy people pic.twitter.com/3BUnTwnlgO — ANI (@ANI) November 13, 2021 बारिश के चलते मारे गए लोगों के स्वजन को मदद देगा तमिलनाडु तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में भारी बारिश के चलते मारे गए लोगों के स्वजन को राज्य सरकार चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। मंत्री ने आश्वासन दिया कि पीडि़त परिवारों को एक सप्ताह के भीतर चेक सौंप दिया जाएगा। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्रालय के अनुसार, राज्य में भारी बारिश और जलजमाव के चलते 12 लोगों की मौत हो गई। इस बीच, चेन्नई में हालांकि बारिश रुक गई है लेकिन जलभराव के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा कई इलाकों में बिजली भी गुल है। प्रेट्र के अनुसार, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने भी किसानों, मछुआरों और निर्माण क्षेत्र से जुड़े मजदूरों की मुश्किलें कम करने के लिए राहत उपायों की घोषणा की है। एएनआइ के अनुसार, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, अंदरूनी कर्नाटक और केरल के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-cpcb-advised-to-cut-the-number-of-vehicles-by-30-percent-to-prevent-air-pollution-22201603.html,"वायू प्रदूषण रोकने के लिए सीपीसीबी का निर्देश, वाहनों की संख्या में 30 प्रतिशत की कटौती करने की सलाह","नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली- एनसीआर में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचते ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) भी सक्रिय हो गया है। सीपीसीबी की उप समिति ने शुक्रवार को आपात बैठक कर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सरकार से कई सख्त निर्णयों पर अमल करने के लिए कहा है। सीपीसीबी के सदस्य सचिव और उप समिति के अध्यक्ष डा. प्रशांत गर्गव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन राज्य सरकारों से कहा गया कि वे सभी सरकारी और निजी कार्यालयों के कर्मियों द्वारा प्रयोग किए जा रहे वाहनों की संख्या में 30 प्रतिशत तक कटौती करें ताकि वाहनों से निकलने वाले धुएं से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। सड़कों पर वाहनों की संख्या घटाने के लिए कार पूलिंग पर जोर दिया गया। साथ ही कर्मचारियों के लिए वर्क फ्राम होम व्यवस्था को लागू करने के लिए भी कहा गया है। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें सीपीसीबी के अनुसार वायु प्रदूषण का यह खतरनाक स्तर अभी 18 नवंबर तक बना रह सकता है। ऐसे में लोग अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। इसके साथ साथ सीपीसीबी ने अपने पिछले आदेश को भी लागू रखने कहा है, जिसमें आठ नवंबर को ईंट-भट्ठे, हाट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर को बंद करने का निर्देश दिया गया था। Edited By: Manish Pandey",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-create-an-effective-cover-letter-with-these-apps-you-will-get-success-resume-will-be-strong-jagran-special-22201887.html,"इन एप से बनाएं प्रभावी कवर लेटर, मिलेगी सफलता; रिज्यूम होगा मजबूत","नई दिल्ली, फीचर डेस्क। नौकरी के लिए आवेदन करते समय अक्सर रिज्यूम के साथ कवर लेटर भी भेजा जाता है। यह कवर लेटर ही बताता है कि आप भीड़ में दूसरों से कैसे अलग हैं। लेकिन एक प्रभावी कवर लेटर कैसे लिखा जाए, यह सबको नहीं पता होता है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे एप्स के बारे में, जिसकी मदद से अलग-अलग जाब्स के लिए बहुत आसानी से कवर लेटर लिखा जा सकता है... कवर लेटर सैंपल्स मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें एक प्रभावी कवर लेटर लिखने के यह एक अच्छा एप्लिकेशन है। अगर एंट्री लेवल जाब्स, कस्टमर सर्विस, मार्केटिंग, एजुकेशन आदि फील्ड से जुड़ी नौकरियों के लिए कवर लेटर लिखना है, तो इस एप्लिकेशन की मदद ली जा सकती है। इसमें आपको इन जाब्स से संबंधित कवर लेटर के सैंपल फार्मेट्स मिल जाएंगे। इसके अलावा, इसमें अलग-अलग तरह के टेम्प्लेट्स भी मिल जाएंगे। इन टूल्स की मदद से आप अपने लिए एक अच्छा कवर लेटर तैयार कर सकते हैं। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें आफलाइन लेटर्स एंड एप्लिकेशंस इस एप्लिकेशन के खासियत है कि यहां पर आपको सभी तरह के एप्लिकेशन और लेटर से संबंधित टेम्प्लेट्स और लेटर फार्मेट्स मिल जाएंगे। यहां पर आप कवर लेटर तो बना ही सकते हैं, साथ ही, बिजनेस लेटर, लीव एप्लिकेशन, जाब एप्लिकेशन, एक्सपीरियंस लेटर, वीजा लेटर, रेजिगनेशन लेटर, स्पीच आदि जुडे़ लेटर के सैंपल फार्मेट मिल जाएंगे। अलग-अलग लेटर और एप्लिकेशन के लिहाज से काफी उपयोगी हो सकता है। इसमें आपको एडिटिंग के आप्शंस भी मिल जाएंगे। यह आफलाइन एप है। इसे गूगल प्ले स्टोर से इंस्टाल कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें कवर लेटर फार फ्रेशर्स अगर आप फ्रेशर्स हैं और कवर लेटर लिखने में परेशानी हो रही है, तो यह एप्लिकेशन आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इसमें आसानी से इस्तेमाल में लाए जाने वाले कवर लेटर मिल जाएंगे। इसके साथ इसमें फ्रेशर्स के लिए रेज्यूमे तैयार करने के तरीके भी बताए गए हैं। यह गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इंग्लिश लेटर एंड एप्लिकेशन राइटिंग आफलाइन सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के दो शीर्ष अफसरों को बताया बहुत अहंकारी, वित्त सचिव समेत दो पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार यह भी पढ़ें इंग्लिश में किसी भी तरह के एप्लिकेशंस को लिखने में परेशानी महसूस करते हैं, तो इस एप को डाउनलोड कर लीजिए। इसमें 63 अलग-अलग कैटेगरी से जुड़े 2000 से अधिक लेटर और एप्लिकेशन लिखने के तरीके बताए गए हैं। इसमें जाब और बिजनेस एप्लिकेशन भी शामिल है। इसमें एप्लिकेशंस और लेटर से जुड़े अलग-अलग सैंपल फार्मेट मिलेंगे। यह आफलाइन एप है। इसलिए बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-success-mantra-patience-vital-role-for-your-any-type-of-bright-future-gamification-is-full-of-possibilities-jagran-special-22201862.html,"सक्‍सेस मंत्रा: संयम से मिलती है सफलता, गेमिफिकेशन है संभावनाओं से भरपूर","अंशु सिंह। पुणे के सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट से एमबीए दुष्यंत सारस्वत ने पेटीएम बैंक के सीएमओ के अलावा कंपनी के अलग-अलग वर्टिकल्स में कार्य किया। वे डिजनी इंटरैक्टिव मीडिया के निदेशक भी रहे। अपने कार्यकाल में उन्होंने डिजनी को देश के शीर्ष मोबाइल गेमिंग डेवलपर एवं पब्लिशर के रूप में स्थापित करने में कामयाबी पायी। उन्होंने आइसीआइसीआइ बैंक कार्ड्स एवं पेमेंट बिजनेस की मार्केटिंग टीम का नेतृत्व भी किया है। दो दशक से भी ज्यादा के अपने करियर में उन्होंने ग्रोथ मार्केटिंग, कस्टमर लाइफसाइकल मैनेजमेंट एवं प्रोडक्ट डेवलपमेंट के क्षेत्र में अच्छा अनुभव हासिल किया है। इससे उन्हें ग्राहकों की नब्ज समझने में देर नहीं लगती है। गेमिंग सेक्टर के अपने अनुभवों को देखते हुए ही उन्होंने २०१९ में 'हंटर गेम्स' की शुरुआत की। यह एक बीटुबीटुसी गेमिफिकेशन कंपनी है। यह पहला गेमिफिकेशन प्लेटफार्म है, जो हाइपर कैजुअल गेमिंग कंटेंट उपलब्ध कराता है। दुष्यंत की मानें, तो गेम्स का कई तरीके से इस्तेमाल हो सकता है। इससे हम रेवेन्यू भी जेनरेट कर सकते हैं। Chandra Grahan 2021: 580 सालों बाद लगने वाला है सबसे लंबा चंद्रग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां-कहां से देगा दिखाई यह भी पढ़ें हंटर गेम्स के संस्थापक एवं सीईओ दुष्यंत की मानें, तो मार्केट में प्रतिस्पर्धा दिनोंदिन बढ़ रही है। ई-कामर्स, पेमेंट, मीडिया, एजुकेशन से जुड़ी कंपनियां कस्टमर्स को लुभाने एवं उनका भरोसा जीतने के लिए काफी खर्च भी कर रही हैं। अगर कस्टमर उनके प्रोडक्ट या सर्विस पर अधिक समय तक विश्वास नहीं करते, तो कंपनियां दोबारा से उतना पैसा खर्च करती हैं। इसका मतलब है कि वे कस्टमर्स को अपने साथ ठीक से इंगेज नहीं कर पा रही हैं। वह कहते हैं, ‘मार्केट की अधिकांश कंपनियां रेवेन्यू बढ़ाने को लेकर दबाव में हैं। यह तमाम इंडस्ट्री की प्रमुख समस्या है। हमने भी अपने प्रोफेशनल करियर में इस तरह की समस्या को देखा था, तो कंपनी शुरू करते समय हमारे लिए यह सबसे बड़ी चुनौती थी। हमारे सामने कुछ यक्ष प्रश्न थे- आखिर कस्टमर्स बार-बार किसी एप का इस्तेमाल क्यों नहीं करते हैं? हमने इसे लेकर वैश्विक स्तर पर अध्ययन किया और पाया कि कंपनियां एक समय के बाद ग्राहकों को बांध पाने में नाकाम रहती हैं। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें इसका समाधान ‘हाइपर कैजुअल गेम्स’ हो सकता है, जिसमें हल्के-फुल्के अंदाज में कस्टमर्स को अपने से जोड़े रखा जा सकता है। हमने एक ऐसा ही प्लेटफार्म तैयार किया, जहां रोजाना लाखों कस्टमर्स का न सिर्फ मनोरंजन होता है, बल्कि रिवार्ड्स के रूप में वह कमाई भी कर पाते हैं। आज गूगल, फ्यूचर ग्रुप, एचडीएफसी बैंक, टीवी 9 एवं मल्टीपल टेल्कोज हमारे क्लाइंट्स हैं। दक्षिण एशिया एवं मध्य एशिया के देशों में अच्छा ट्रैक्शन मिला है। सेल्स हो रही है। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें गेमिफिकेशन है संभावनाओं से भरपूर गेमिफिकेशन का अर्थ है यूजर्स का जुड़ाव प्रोडक्ट के साथ बनाए रखने का प्रयास। इसका मुख्य उद्देश्य है कर्मचारियों, व्यावसायिक सहयोगियों एवं उपभोक्ताओं के साथ विश्वास भरा संबंध बनाना। जैसे इन दिनों कई कंपनियां अपनी वेबसाइट या आनलाइन स्टोर या एप से कस्टमर्स का बेहतर जुड़ाव बनाए रखने के लिए गेम डायनामिक्स का विकल्प चुन रही हैं। इसे गेमिफिकेशन कहा जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें दुष्यंत कहते हैं कि हम जिस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, वह एक नया कांसेप्ट है। जब बिजनेस की शुरुआत हुई थी, तो पहले हमें अपना कांसेप्ट ही बेचना पड़ा था। वह बहुत मुश्किल एवं चुनौतीपूर्ण था। लेकिन हम लोगों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे। आज स्थिति बदल चुकी है। हमारे क्लाइंट्स शीर्ष ई-कामर्स, पेमेंट एवं मीडिया एप्स पर गेमिफिकेशन को देख सकते हैं। आने वाले समय में हमारी कोशिश होगी कि अधिक से अधिक लोगों को इसके बारे में जानकारी दी जाए। गेमिफिकेशन में रेवेन्यू कमाने की बड़ी गुंजाइश है। जहां तक असफलता से डरने का सवाल है, तो हर उद्यमी कारोबार के अपने शुरुआती दिनों में थोड़ा असहज महसूस करता है। मेरे लिए भी कठिन परीक्षा रही है। लेकिन आज कंपनी की विकास दर को देखते हुए खुश हूं कि एक भारतीय कंपनी होते हुए हमने वैश्विक स्तर का प्रोडक्ट तैयार किया है। इस कारण आगे तेजी से काम करने का थोड़ा दबाव भी है, जिसमें गलतियां कम से कम हों। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के दो शीर्ष अफसरों को बताया बहुत अहंकारी, वित्त सचिव समेत दो पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार यह भी पढ़ें भरोसेमंद टीम का मिला साथ किसी भी बिजनेस या वेंचर की शुरुआत और उसे आगे लेकर जाने में टीम की बड़ी भूमिका होती है। दुष्यंत के अनुसार, इस मामले में वह खुशनसीब रहे हैं। वह कहते हैं, मेरी कोर टीम में वैसे लोग शामिल हैं, जिनके पास गेमिंग, पेमेंट, ई-कामर्स, बैंकिंग, टेल्को सर्विसेज एवं एफएमसीजी जैसे तमाम सेक्टर्स में काम करने का अनुभव रहा है। उन्होंने पेटीएम, अलीबाबा, वाल्ट डिजनी, रिलायंस गेमिंग जैसी कंपनियों में कार्य करते हुए वहां के रेवेन्यू जेनरेशन एवं ग्रोथ में अहम भूमिका निभायी है। कम दूरी के विमानों में बहाल हो सकती है खाना देने की सुविधा, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें अच्छे पैकेजेज को छोड़ मेरे साथ काम करने का निर्णय लिया है। मैं उनका तहेदिल से शुक्रगुजार हूं। हमारी टीम का आधार है क्रिएटिविटी, जिसे अमली जामा पहनाने का पूरा प्रयास किया जाता है। हमारे प्रोग्रामर्स भी कम नहीं हैं। वे हाइपर कैजुअल गेम्स बनाते हैं, जो कोई भी खेल सकता है। इन्हें खेलना बहुत आसान होता है। साथ ही, वे यूजर्स को अपने से बांधे रखते हैं। इसके पीछे प्रोग्रामर्स की कल्पनाशीलता का बड़ा हाथ होता है। महाराष्ट्र के अमरावती में लगातार दूसरे दिन हिंसा, चार दिन तक कर्फ्यू, इंटरनेट सेवाएं बंद, 20 गिरफ्तार यह भी पढ़ें निजी पूंजी निवेश से शुरुआत लोग नई कंपनी या बिजनेस शुरू करने के लिए बड़े वेंचर कैपिटलिस्ट्स के पास जाते हैं, लेकिन दुष्यंत ने अपनी पूंजी बिजनेस में निवेश की। इसमें उनके पूर्ववर्ती सीनियर्स एवं साथियों ने भी मदद की। वह कहते हैं, सभी ने जिस तरह से मुझमें और टीम में अपना भरोसा दिखाया, वह अविस्मरणीय है। आपकी यात्रा में जो लोग आपकी मदद करते हैं, उनसे बढ़कर कोई और नहीं हो सकता है। हमारे एंजेल इनवेस्टर्स ऐसे ही हैं। उन्होंने न सिर्फ हमें आगे बढ़ने के लिए आर्थिक सहायता दी, बल्कि हमारे साथ मिलकर कंपनी को स्थापित किया। Covid-19 Updates: टीकाकरण में सुस्ती से राज्यों के पास बढ़ा टीके का स्टाक, जानिए देश में क्या हैं कोरोना के हालात यह भी पढ़ें कारोबार को बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभायी। उद्यमिता का सफर कहीं से भी सरल व आसान नहीं है। मैंने अपनी सफलता एवं असफलता से बहुत कुछ सीखा है। ये सबक ही हमें आगे बढ़ने का हौसला देते हैं। युवा उद्यमियों से कहना चाहूंगा कि निवेशकों से फंड्स लेना गलत नहीं है, लेकिन निवेशक ऐसे चुनें, जो आपके विजन को पूरा करने में मददगार हों। आपको सही टीम का चुनाव करना होगा। बिजनेस में सफलता तभी मिलेगी। एक बार आपने यह सब कर लिया, तो आपको आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है। मेरी सफलता का मंत्र यही है कि धैर्य रखो, कोशिश करते रहो। Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-coronavirus-update-lowest-active-cases-in-274-days-but-deaths-raised-concern-know-latest-figures-22201861.html,"India Coronavirus Update: 274 दिनों में सबसे कम हुए सक्रिय मामले, लेकिन मौतों ने बढ़ाई चिंता, जानें- ताजा आंकड़ा","नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना वायरस को दुनिया में आए दिसंबर में पूरे दो साल हो जाएंगे, लेकिन अभी भी कई हिस्सों में यह पहले जैसा ही खतरनाक बना हुआ है। भारत ने कोरोना वायरस को काफी हद तक काबू पाया है और तीसरी लहर से अभी भी देश बचा हुआ है। देश में तेजी से वैक्सीनेशन का कार्य भी हो रहा है। हालांकि, बेशक संक्रमण के मामले कम ही रहे हों, लेकिन मौतों में आया उछाल एक चिंता का विषय है। भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। शनिवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 11,850 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 44 लाख 26 हजार 036 हो गई है, जबकि सक्रिय मामले घटकर 1,36,308 हो गए, जो 274 दिनों में सबसे कम है। Chandra Grahan 2021: 580 सालों बाद लगने वाला है सबसे लंबा चंद्रग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां-कहां से देगा दिखाई यह भी पढ़ें सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 555 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,63,245 हो गई है। पिछले दिनों के मुकाबले में मरने वालों की संख्या में उछाल दर्ज हुआ। बीते दिन भी 501 मौतों की सूचना मिली थी। नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 36 सीधे दिनों के लिए 20,000 से नीचे रही है और लगातार 139 दिनों में 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सक्रिय मामले घटकर 1,36,308 हो गए हैं, जिसमें कुल संक्रमण का 0.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम है, जबकि राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.26 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। 24 घंटे की अवधि में सक्रिय COVID-19 केसलोड में 1,108 मामलों की कमी दर्ज की गई है। दैनिक सकारात्मकता दर 0.94 प्रतिशत दर्ज की गई। पिछले 40 दिनों से यह 2 फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर भी 1.05 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 50 दिनों से यह 2 फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 38 लाख 26 हजार 483 हो गई, जबकि मृत्यु दर बढ़कर 1.35 प्रतिशत हो गई। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 111.40 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-parliamentary-committee-suggested-resuming-international-flights-talks-were-also-held-on-increasing-fares-22201801.html,"संसदीय समिति ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू करने का सुझाव दिया, बढ़ते किराये को लेकर भी हुई बातचीत","नई दिल्ली, प्रेट्र। संसदीय समिति के कुछ सदस्यों ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के ऊंचे किराये पर चिंता जताई और नागर विमानन मंत्रालय को अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने पर विचार करने का सुझाव भी दिया। सूत्रों ने कहा, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसद की स्थायी समिति के सदस्यों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बढ़ते किराये को लेकर मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों से पूछताछ भी की। गौरतलब है कि महामारी के चलते अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों के निलंबन को 30 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है। हालांकि, वंदे भारत मिशन और द्विपक्षीय एयर बबल व्यवस्था के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मई, 2020 से संचालित की जा रही हैं। नागर विमानन सचिव राजीव बंसल, नागर विमानन महानिदेशक और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष ने संसदीय समिति के सामने अपना पक्ष रखा। Chandra Grahan 2021: 580 सालों बाद लगने वाला है सबसे लंबा चंद्रग्रहण, जानिए भारत में कब और कहां-कहां से देगा दिखाई यह भी पढ़ें सदस्यों ने बैठक में टिकट की ऊंची कीमत का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार का इस पर नियंत्रण ना होना एक चिंता का विषय है। मंत्रालय के अधिकारियों ने समिति को बताया कि विमानन ईंधन में वृद्धि सहित कई वजहों से टिकट के दाम बढ़े हैं। सदस्यों ने दो घंटे से कम की घरेलू उड़ानों पर भी चिंता जताई। उनका कहना था कि इसमें यात्रियों के लिए भोजन की कोई सुविधा नहीं होती है, यह भेदभाव है। सदस्यों का कहना था कि क्या कोई ऐसा आश्वासन है कि उन यात्रियों को महामारी नहीं पकड़ेगी, जो लोग 2 घंटे या उससे अधिक समय की फ्लाइट में खाना ना खाएं या उनको कोविड-19 हो जाएगा जो 2 घंटे से कम की यात्रा कर रहे हैं और उनकी यात्रा में खाना सप्लाई किया गया हो? मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें बता दें पिछले महीने देश की प्रमुख एविएशन कंपनी Vistara ने अपने यात्रियों को ताजा शाकाहारी खाना परोसने की सुविधा को फिर से शुरू कर दी थी। Vistara ने अपनी घरेलू उड़ानों की सभी श्रेणियों-एकोनामी, प्रीमियम और बिजनेस के लिए 'इन-फ्लाइट भोजन' के नयी सुविधा की घोषणा की थी। कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों के कारण कंपनी पिछले वर्ष मई के बाद से पहले से तैयार यानी पैक किये हुए भोजन को ही घरेलू यात्रियों को परोस रही थी। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-rahul-gandhi-target-over-pm-modi-on-manipur-attack-7171065/,"मणिपुर आतंकी हमले को लेकर पीएम मोदी पर बरसे राहुल गांधी, कहा- आप देश की रक्षा करने में असमर्थ","नई दिल्ली। मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि देश का कोई हिस्सा आज आतंकियों से सुरक्षित नहीं है, इन हमलों से साबित हो गया है कि आप देश की रक्षा करने में असमर्थ हैं। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने इस हमले में शहीद जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पीएम मोदी पर साधा निशाना कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ट्विटर पर लिखा, मणिपुर में सेना के काफिले पर आतंकवादी हमला एक बार फिर साबित करता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। शहीदों के प्रति मेरी संवेदना और उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं हैं। राष्ट्र आपके बलिदान को हमेशा याद रखेगा। राहुल गांधी के अलावा कई और कांग्रेस नेताओं ने इस हमले की निंदा की है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग भी की है। मणिपुर में सेना के क़ाफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है। शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएँ। देश आपके बलिदान को याद रखेगा। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2021 अशोक गहलोत ने की कार्रवाई की मांग राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर लिखा, मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की मैं निंदा करता हूं। इस हमले में देश के 5 बहादुर जवानों और परिवार के 2 सदस्यों की जान चली गई, शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा, यह घटना पूरी तरह से चौंकाने वाली है। उम्मीद है कि जिम्मेदार लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। Strongly condemn the cowardly attack on Assam Rifles convoy in Churachandpur, #Manipur in which 5 brave personnel and two family members lost their lives. Salute their martyrdom and extend sincere condolences to the bereaved families. — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 13, 2021 बता दें कि मणिपुर में आतंकियों ने शनिवार सुबह हमला किया था। इस हमले में असम राइफल्स की खुगा बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे के साथ अर्धसैनिक बल के 4 जवान भी शहीद हो गए। बताया गया कि कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले को चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक के उग्रवादियों ने निशाना बनाया। ये एक उग्रवादी समूह है, जो एक अलग राज्य की मांग कर रहा है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/army-to-grant-permanent-commission-to-11-women-officers-7169446/,"महिला अफसरों को मिलेगा 10 दिनों के भीतर परमानेंट कमीशन, सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी के बाद केंद्र का वादा","सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारतीय सेना को अवमानना की चेतावनी देने के बाद, केंद्र सरकार ने शुक्रवार को आश्वासन दिया कि वह सभी 11 महिला सैन्य अधिकारियों को परमानेंट कमीशन (पीसी) विकल्प प्रदान करेगी। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी जानकारी दी कि परमानेंट कमीशन (पीसी) के लिए सुप्रीम कोर्ट से संपर्क करने वाली 11 महिला सैन्य अधिकारियों के संबंध में 10 दिनों के भीतर एक त्वरित निर्णय लिया जाएगा। इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ कर रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा , “11 महिला अधिकारियों को 10 दिनों की अवधि के भीतर स्थायी कमीशन दिया जाएगा। एएसजी का कहना है कि अधिकारी, जो अवमानना कार्यवाही में सुप्रीम कोर्ट के समक्ष नहीं हैं, लेकिन मानदंडों को पूरा करती हैं, उन्हें भी तीन सप्ताह की अवधि के भीतर स्थायी कमीशन प्रदान किया जाए।” इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सेना को महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने की प्रक्रिया 26 नवंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया है। इस मामले में केंद्र और रक्षा मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल संजय जैन और वरिष्ठ अधिवक्ता कर्नल आर. बालासुब्रमण्यम पेश हुए थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सेना भी इस मामले को अंतिम रूप देने के लिए उत्सुक है। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि ‘72 अधिकारियों में से एक ने समय से पहले रिलीज के लिए आवेदन किया था, 39 ने पीसी के लिए आवेदन किया था और इसके फैसले के अनुपालन में 29 अक्टूबर, 2021 को एक पत्र जारी किया गया है।’ एडिशनल सॉलिसिटर जनरल संजय जैन ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ‘कुल 72 महिला अफसरों में से एक ने रिलीज मांगी है। 35 में से 21 याचिकाकर्ताओं को स्थानीय कमीशन मिला है जबकि 14 महिला अफसरों में मेडिकल में फेल हो गईं। 11 अफसरों को भी दस दिन के भीतर स्थायी कमीशन दे दिया जाएगा’। वहीं, जिन महिला अफसर ने कार्ट का रुख नहीं किया है पर योग्य हैं, उनको 20 दिन के भीतर स्थायी कमीशन दिया जाएगा। बता दें कि न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ भारतीय सेना की 72 महिला अधिकारियों के आदेश पर अवमानना याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इन महिला अधिकारियों ने कोर्ट में दावा किया था कि उन्हें कोर्ट के मार्च के फैसले का उल्लंघन करते हुए परमानेंट कमीशन (पीसी) से वंचित कर दिया गया है। परमानेंट कमीशन (पीसी) का अर्थ सेना में रिटायरमेंट तक करियर है, जबकि शॉर्ट सर्विस कमीशन 10 साल के लिए होता है। इसी वर्ष मार्च में, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली एक अन्य पीठ ने सभी महिला अधिकारी जो 60% कट ऑफ, निर्दिष्ट चिकित्सा मानदंड और सतर्कता और अनुशासनात्मक मंजूरी को पूरा करती हैं, उन्हें परमानेंट कमीशन के लिए योग्य ठहराया था।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/up-cm-reviewed-the-zika-virus-situation-in-kanpur-7165360/,"कानपुर में जीका वायरस के बढ़ते मामलों पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'डरने की आवश्यकता नहीं'","कोरोना के प्रसार के बाद से उत्तर प्रदेश में जीका वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है। अब तक यहां संक्रमिक मरीजों की संख्या 106 पहुंच गई है। इस दौरान कानपुर पहंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जीका के बढ़ते प्रकोप का जायजा लिया और लोगों को भरोसा दिलाया कि इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी। सीएम योगी ने कहा, “पिछले एक महीने में जीका वायरस के 105 मामले दर्ज किये गये हैं जिनमें से 17 ठीक हो गये हैं। शहर के पांच वार्ड इस वायरस के संक्रमण से विशेष रूप से प्रभावित थे, लेकिन स्थानीय प्रशासन एवं नगर निगम सहित अन्य एजेंसियों के सामूहिक प्रयासों की मदद से निगरानी एवं स्वच्छता अभियान को तेज कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया।” उन्होंने आगे कहा, “हमने स्वास्थ्य टीमों की संख्या बढ़ा दी है। मैंने स्थिति की समीक्षा भी की है। डरने की जरूरत नहीं है।” सीएम योगी नेस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मामलों की रिपोर्ट मांगी है। We've increased the number of health teams. I have taken a review of the situation. There is no need to panic: UP CM Yogi Adityanath on Zika virus outbreak in Kanpur — ANI UP (@ANINewsUP) November 10, 2021 बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोना संक्रमण के बाद डेंगू और वायरल ने आम जनता को त्रस्त कर रखा था। अभी इनका प्रकोप खत्म भी नहीं हुआ था कि जीका वायरस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए। अब तक कानपुर में संक्रमितों की संख्या 105 पहुंच गई है। वहीं, कन्नौज में पहले से भी एक मामला सामने आया था जिससे कुल मामलों की संख्या 106 पहुंच गई है। प्रदेश सरकार लगातार इसपर नजर बनाये हुए है। क्या है जीका वायरस? जीका वायरस (Zika Virus) एडीज मच्छरों से फैलता है। ये उसी प्रजाति का मच्छर है जो डेंगू और चिकनगुनिया वायरस को फैलाता है। जीका वायरस की पहचान सबसे पहले 1947 में युगांडा के बंदरों में की गई थी तब अफ्रीका, एशिया, प्रशांत द्वीप समूह और दक्षिण और मध्य अमेरिका के लोग इससे काफी प्रभावित हुए थे। साल 2015-16 में अमेरिका ने जीका वायरस को महामारी घोषित कर दिया था। एडीज की कई प्रजातियां जीका वायरस को फैलाती हैं, लेकिन एडीज एल्बोपिक्टस (एशियाई बाघ मच्छर) और एडीज इजिप्टी (पीला बुखार मच्छर) इनमें मुख्य हैं। अभी तक नहीं बन पाई है कोई वैक्सीन इस वायरस के लक्षण डेंगू जैसे ही होते हैं, परंतु ये वायरस डेंगू से भी खतरनाक है और अभी तक इसका कोई टीका या इलाज नहीं मिल सका है। कई लोगों में तो इसके लक्षण देखने को नहीं मिलते और वो ठीक भी हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों को बूरी तरह से प्रभावित करते हैं। जीका वायरस (Zika Virus) कितना खतरनाक है आप इससे ही समझ सकते हैं कि ये मच्छर, यौन संबंध, गर्भ और खून दान करने से भी फैल सकता है। सबसे ज्यादा चिंता का विषय ये है कि संक्रमित गर्भवती मां से उसके अजन्मे बच्चे में भी यह संक्रमण फैल सकता है और संक्रमित मां से जन्मे बच्चे में बर्थ डिफेक्ट भी देखने को मिल सकता है। यही कारण है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर की दवा कंपनियों को निर्देश दिया है कि वो जल्द से जल्द इस वायरस के लिए वैक्सीन विकसित करें जो गर्भवती महिलाओं को भी दी जा सके । मार्च 2016 से लेकर अब तक दुनिया भर की एक दो नहीं, बल्कि 18 दवा कंपनियां इस वायरस की वैक्सीन विकसित करने में जुटी हैं, परंतु अभी तक किसी को सफलता नहीं मिल पाई है। बता दें कि कानपुर में जीका वायरस के कुल मामलों में दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। ऐसे में प्रशासन मामले की गंभीरता को देखते हुए गर्भवती महिलाओं की स्थिती पर नजर बनाये हुए है और समय-समय पर आवश्यक जांच करवा रहा है। कोरोना महामारी के बाद जिस तरह से जीका वायरस फैल रहा है, ऐसे में यूपी सरकार कोई रिस्क न लेते हुए जनता तक हर संभव सहायता उपलब्ध करा रही है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-modi-meeting-with-ministers-main-focus-on-corona-and-economy-7164885/,"केंद्रीय मंत्रिमंडल की अहम बैठक, कोरोना और अर्थव्यवस्था की चुनौतियों सहित कई मुद्दों पर चर्चा","नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज अपने मंत्रिमंडल के साथ अहम बैठक कर रहे हैं। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच हो रही इस बैठक में देश में मौजूदा हालात पर चर्चा की संभावना है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कुछ मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा किए जाने की भी संभावना है। इस बैठक में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों को काबू में रखने के उपायों पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा शाम मंत्रिपरिषद की एक अहम बैठक भी होगी, जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि आज होने वाली इस बैठक में देश में जारी कोरोना की मौजूदा स्थिति और भविष्य में इससे होने वाले खतरों को लेकर बातचीत हो सकती है। इसके साथ ही पीएम अपने मंत्रियों से देश में मौजूदा वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) की स्थिति को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। बैठक में वैक्सीनेशन की गति को और अधिक तेज करने तथा बच्चों को वैक्सीन लगाने जैसे सहित कई अन्य अहम मुद्दों पर आज पीएम मोदी अपने मंत्रियों से बात करेंगे। सड़क परिवहन, नागरिक उड्डयन और टेलीकॉम जैसे मंत्रालय के कामकाज के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं बैठक में जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत के राजनीतिक और सामरिक हालात पर चर्चा हो सकती है। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले की यह बैठक बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस बैठक में संसद सत्र को लेकर भी चर्चा संभव है। बहुत संभव है कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों से विपक्ष के लगातार होते हमलों से निपटने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे। आमतौर पर मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद की बैठक हर दो-तीन महीने पर अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित की जाती है, लेकिन हाल के दिनों में हाल के दिनों में ये बैठकें नियमित अंतराल पर आयोजित की जा रही हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/meeting-between-pm-narendra-modi-and-pope-francis-can-benefit-bjp-in-upcoming-goa-and-manipur-elections-7152636/,पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का हो सकता है बीजेपी को फायदा,"नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने इटली दौरे के दौरान वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। इस मुलाकात के अलग-अलग मायने देखे जा रहे हैं। विपक्ष और कुछ लोग इस मुलाकात पर सवाल उठा रहे हैं। यहां तक कि बीजेपी से राज्यसभा में सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस मुलाकात पर सवाल उठाए हैं। वहीं दूसरी तरफ कई लोग इस मुलाकात को सही बता रहे हैं। पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्यौता भी दिया, जिसे पोप फ्रांसिस ने स्वीकार भी कर लिया। हालांकि पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस के बीच हुई इस मुलाकात का कोई तय एजेंडा नहीं था, पर अगर बीजेपी की नज़र से देखा जाए तो यह मुलाकात उनके लिए राजनीतिक नज़रिए से काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का राजनीतिक फायदा पीएम नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का कोई तय उद्देश्य नहीं था, फिर भी यह राजनीतिक नज़रिए से बीजेपी के लिए आने वाले समय में फायदेमंद हो सकती है। अगले साल जनवरी-फरवरी में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन 5 राज्यों में से गोवा और मणिपुर दो ऐसे राज्य हैं जहां ईसाई जनसंख्या की अधिकता है। ऐसे में पीएम मोदी की पोप फ्रांसिस से हुई मुलाकात इन दोनों राज्यों में ईसाई वोट पाने में अहम भूमिका निभा सकती है। गोवा में 27% से ज़्यादा कैथोलिक ईसाई वोट्स हैं। इसके साथ ही मणिपुर में भी काफी कैथोलिक ईसाई वोट्स हैं। ऐसे में पीएम मोदी की पोप फ्रांसिस के साथ मुलाकात से बीजेपी अपने धर्मनिरपेक्षता के संदेश का मज़बूती से प्रचार कर सकती है। गोवा में बीजेपी के कैथोलिक फेस कहे जाने वाले मौविन गोदिन्हो ने भी पीएम मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात को ऐतिहासिक बताया है। ऐसे में बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति में इसके हिसाब से ज़रूरी पक्ष और नई प्रचार नीतियों को शामिल कर सकती है। साथ ही विपक्ष के बीजेपी पर साम्प्रदायिकता से सम्बन्धित आरोप भी जनता की नज़र में भ्रामक साबित हो सकेंगे। ऐसे में इन दोनों राज्यों में बीजेपी की स्थिति और मज़बूत हो सकेगी।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/by-election-voting-continue-for-29-assembly-seats-and-3-lok-sabha-seats-in-13-states-7149453/,By Election: लोकसभा की तीन और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी,"नई दिल्ली। एक केंद्र शासित प्रदेश और 13 राज्यों में विधानसभा की 29 और लोकसभा की तीन सीटों पर शनिवार को उपचुनाव ( By Election ) के लिए मतदान चल रहा है। लोकसभा की जिन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें दादरा और नगर हवेली, हिमाचल की मंडी और मध्यप्रदेश की खंडवा सीट शामिल हैं। वहीं असम की 05, पश्चिम बंगाल की 04, मध्यप्रदेश, हिमाचल व मेघालय की तीन-तीन, बिहार, राजस्थान व कर्नाटक की दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम व तेलंगाना की एक-एक विधानसभा सीट के लिए वोट डाले जा रहे हैं। कोरोना नियमों का सख्ती से पालन ज्यादातर सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच है। वहीं निर्वाचन आयोग ने कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए उपचुनाव में कई पाबंदियां लगाई हैं। सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर मास्क तक कोरोना गाइडलाइन का सख्ती पालन अनिवार्य है। एमपी में चार सीटों पर मतदान मध्य प्रदेश में खंडवा संसदीय क्षेत्र सहित पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए शनिवार को सुबह सात बजे से मतदान जारी है। चारों सीटों पर कुल 26 लाख 50 हजार मतदाता 48 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। 865 वोटिंग सेंटरों को संवदेनशील केंद्रों की सूची में रखा गया है। Bihar | Voting for bypoll to Kusheshwar Asthan assembly seat in Darbhanga underway By-elections are being held in three parliamentary constituencies and 30 assembly constituencies in different states today pic.twitter.com/lROdE2Y1wA — ANI (@ANI) October 30, 2021 बिहार में दो सीटों पर मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिहार विधानसभा की कुशेश्वरस्थान और तारापुर में सुबह सात बजे से वोटिंग हो रही है। मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लोग लाइन में लगे हुए हैं। वोटिंग शाम चार बजे तक होगी। यहां प्रचार के लिए खुद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पहुंचे थे। तेलंगाना: हुजुराबाद विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान चल रहे हैं। pic.twitter.com/EKJKP2j96m — ANI_HindiNews (@AHindinews) October 30, 2021 तेलंगाना में 306 मतदान केंद्रों पर वोटिंग जारी आंध्र प्रदेश के उपचुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कडप्पा जिले के बडवेल विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं की कतार लगी है। वहीं तेलंगाना में हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र के 306 मतदान केंद्रों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। असम और मिजोरम असम की पांच विधानसभा सीटें और मिजोरम के तुइरियाल विधानसभा क्षेत्र के 27 मतदान केंद्रों पर उपचुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे से जारी है। दो नवंबर को मतगणना दो नवंबर को मतों की गणना होगी। नगालैंड में भी विधानसभा की एक सीट पर उपचुनाव की घोषणा की गई थी लेकिन यहां 13 अक्टूबर को नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के एक उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-news-center-said-that-over-17-crore-vaccine-doses-were-given-to-the-elderly-and-disabled-under-nhcvc-till-september-27-latest-news-update,सुप्रीम कोर्ट: केंद्र ने कहा- 27 सितंबर तक एनएचसीवीसी के तहत बुजुर्गों और दिव्यांगों को 17.26 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी गई,"केंद्र सरकार ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि नियर टू होम कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (एनएचसीवीसी) के तहत 27 सितंबर तक बुजुर्गों और दिव्यांगों को 17.26 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी गई है। एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी के माध्यम से केंद्र ने जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ को बताया कि मई 2021 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक विशेषज्ञ समिति का गठन कर कोविड-19 टीकाकरण को बुजुर्ग व दिव्यांगों के करीब जाने के लिए सिफारिश देने के लिए कहा था। केंद्र का यह जवाब एनजीओ इवारा फाउंडेशन द्वारा दायर उस याचिका पर आया है जिसमें शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए डोर-टू-डोर (घर-घर जाकर) कोविड टीकाकरण की मांग की गई है। केंद्र ने एक हलफनामे में कहा है कि विशेषज्ञ समिति ने बुजुर्ग और दिव्यांग व्यक्तियों की होने वाली असुविधा को देखते हुए एनएचसीवीसी की सिफारिश की थी। एनएचसीवीसी, विशेष रूप से 60 वर्ष से ऊपर के लोगों और 60 वर्ष से कम आयु के शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों की बनाई गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/food-facility-can-be-restored-in-short-duration-planes-health-ministry-informed-civil-aviation-ministry-latest-news-update,राहत भरी खबर: दो घंटों से कम अवधि की उड़ानों में परोसा जा सकता है भोजन,"दो घंटे से कम अवधि वाली उड़ानों में बहुत जल्द खाना परोसना शुरू किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय को निर्देश जारी कर दिये हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि क्रू सदस्यों को अब कवर ऑल (पूरे शरीर को अतिरिक्त पोशाक से ढकने) की जरूरत नहीं है। उन्हें सिर्फ दस्ताने, मास्क और फेस शील्ड पहननी होगी। 15 अप्रैल से कोरोना महामारी के मद्देनजर दो घंटे से कम अवधि वाली उड़ानों पर खाना परोसने पर पाबंदी लगाई गई थी। पिछले साल लॉकडाउन के बाद 25 मई से शुरू की गईं घरेलू उड़ानों में कुछ शर्तों के साथ खाना परोसने का निर्देश दिया गया था। सूत्रों की मानें तो नागरिक उड्डयन मंत्रालय कोरोना मामलों की संख्या में लगातार हो रही गिरावट के मद्देनजर घरेलू उड़ानों के दौरान विमान में भोजन सेवाओं की समीक्षा कर रहा है। इसके लिए मौजूदा दिशानिर्देशों में संशोधन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से सुझाव भी मांगा गया है। अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने सूचना दी है कि दो घंटे से कम अवधि की उड़ानों में खाना परोसना शुरू किया जा सकता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pm-narendra-modi-chaired-a-meeting-on-cryptocurrency-and-related-issues-here-is-all-you-need-to-know-in-hindi,"Cryptocurrency: पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय बैठक, क्रिप्टोकरेंसी को टेरर फंडिंग का हथियार न बनने देने पर जोर","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित मुद्दों पर आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की। सरकारी सूत्रों ने बताया बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बढ़ा चढ़ाकर वादे करने और गैर पारदर्शी विज्ञापनों के जरिए युवाओं को गुमराह करने की कोशिशें बंद होनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि बैठक में कहा गया कि गैर-विनियमित क्रिप्टो बाजारों को काले धन को सफेद करने की और आतंकी गतिविधियों का वित्तपोषण करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। सरकार को पता है कि यह एक उभरती हुई प्रौद्योगिकी है इसलिए सरकार इस पर नजर बनाए रखेगी और सक्रिय कदम उठाएगी। बैठक में इस बात पर भी सहमति रही कि सरकार की ओर से क्रिप्टोकरेंसी और इससे संबंधित मुद्दों को लेकर उठाए गए कदम प्रगतिशील और दूरंदेशी होंगे। सूत्रों ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से संबंधितम मुद्दों को संबोधित करने के लिए वैश्विक भागीदारियों और सामूहिक रणनीतियों की अहमियत पर भी जोर दिया गया। सूत्रों ने कहा कि बैठक में इस बात पर भी सहमति जताई गई कि सरकार को क्रिप्टो बाजारों के लिए जरूरी प्रारूप बनाने के लिए विशेषज्ञों और हितधारकों के साथ सक्रियता से जुड़ना होगा। बैठक ऐसे समय में हुई है जब कांग्रेस ने हाल ही में करोड़ों रुपये के बिटकॉइन घोटाले और कर्नाटक में भाजपा सरकार द्वारा इसे छिपाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने मामले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/expecting-india-to-hit-two-digit-growth-next-year-wef-president-after-meeting-pm-modi,"WEF: विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष ने की पीएम मोदी से मुलाकात, अर्थव्यवस्था पर कही अहम बात","विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष बोर्गे ब्रेंडे ने शनिवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत अगले साल दो अंकों की वृद्धि हासिल करेगा। भारत अपनी आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है और जी -20 अध्यक्ष पद की तैयारी कर रहा है। वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट किया, @borgebrende से मिलकर खुशी हुई और कई विषयों पर आपके साथ व्यावहारिक बातचीत हुई। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने की दिशा में भारत के प्रयासों और पिछले कुछ महीनों में किए गए आर्थिक सुधारों पर प्रकाश डाला। It was a delight to meet you @borgebrende and have an insightful interaction with you on several subjects. Highlighted India’s efforts towards strengthening the fight against COVID-19 and the economic reforms undertaken in the last few months. https://t.co/SeOJwtd5l8 — Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2021 ब्रेंडे ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक बहुत महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने ट्विटर पर कहा, भारत फिर से बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहा है। अगले साल दो अंकों की वृद्धि की उम्मीद है, जबकि भारत अपनी आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है और जी20 के राष्ट्रपति पद के लिए तैयारी कर रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/manipur-terrorists-ambush-an-army-contingent-assam-rifles-colonel-and-many-jawans-injured,"मणिपुर: असम राइफल्स के काफिले पर हमला, कमांडेंट समेत पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया दुख","मणिपुर के चूड़ाचंद्रपुर जिले के सिंघट इलाके में शनिवार दोपहर आतंकियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया। हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर समेत पांच जवान शहीद हो गए। हमले में कर्नल की पत्नी और बेटे की भी मौत हो गई। पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने इस कायराना हमले कर निंदा की है। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह कायरतापूर्ण कृत्य आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों को जड़ से खत्म करने के हमारे संकल्प की पुष्टि करता है। सेना ने बताया कि असम राइफल्स के चार कर्मचारियों, एक अधिकारी, उनकी पत्नी और उनके आठ साल के बेटे की मौत होने के अलावा चार अन्य सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सेना के अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर पहले आईईडी धमाके किए फिर चूड़ाचांदपुर में वाहनों पर गोलीबारी की। कर्नल त्रिपाठी अपने फॉरवर्ड कंपनी बेस से बटालियन मुख्यालय लौट रहे थे। पीएम मोदी ने की निंदा, जताया दुख पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं उन सैनिकों और परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं जो आज शहीद हुए हैं। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारे वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आतंकियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी घटना पर दुख जताते हुए काह कि मणिपुर हमले में छत्तीसगढ़ का एक अधिकारी शहीद हुआ है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मैं परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। एम बीरेन सिंह ने इस घटना को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा, ""46 असम राइफल्स के काफिले पर हुए इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इसमें सुरक्षाबल के जवानों के साथ कमांडिंग अफसर और उनके परिवार की भी जान गई। राज्य के सुरक्षाबल और पैरा मिलिट्री इन आतंकियों को खोजने के काम में जुटे हैं। हमले को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।"" वहीं, राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के वीर जवानों पर कायराना हमला हुआ है। घटना को लेकर मैं बेहद दुखी हूं और घटना पर शोक व्यक्त करता हूं। देश ने सीओ समेत पांच वीर जवान और उनके परिवार के दो लोगों को खो दिया। हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सेना प्रमुख को दी गई जानकारी सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को मणिपुर आतंकवादी हमले के बारे में जानकारी दी गई है। इस हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए इलाके में अभियान शुरू कर दिया गया है। इस हमले में शामिल आतंकी फरार ना हो जाएं, इसलिए म्यांमार सीमा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। आर्मी मुख्यालय हालात पर लगातार कड़ी नजर बनाए हुए है। पत्नी और बेटे के साथ कर्नल विप्लव देव। (फाइल फोटो) कर्नल विप्लव त्रिपाठी के भाई भी सेना में अधिकारी मणिपुर में उग्रवादियों के हमले में शहीद असम रायफल्स के कमांडर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के भाई लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल त्रिपाठी भी सेना में हैं। कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे। उनका जन्म 1980 में हुआ था। उन्होंने सैनिक स्कूल रीवा में पढ़ाई की थी। असम राइफल्स में लेफ्टिनेंट कमांडेंड रहे त्रिपाठी को डिफेंस स्टडी में एमएससी करने के बाद प्रोमोशन मिला था। उनके पिता सुभाष त्रिपाठी रायगढ़ जिले के एक दैनिक समाचार पत्र के संपादक हैं और उनके दादा किशोरी मोहन त्रिपाठी, संविधान सभा के सदस्य थे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ncdrc-imposes-20-lakh-rupees-penalty-on-hospital-and-doctors,"इलाज में लापरवाही: अस्पताल पर लगा 20 लाख रुपये का जुर्माना, 26 साल पुराना था मामला","राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी) ने मेडिकल लापरवाही के आरोप को सही मानते हुए महाराष्ट्र के एक अस्पताल और डॉक्टर पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इस घटना में एक महिला की बच्चे को जन्म देते वक्त मौत हो गई थी। आयोग ने महिला के परिवारवालों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि एक मां को खोने का दर्द कभी बयां नहीं किया जा सकता। इस घाव को कभी भरा नहीं जा सकता। मां को खोने का दर्द स्थायी और बयां करने लायक नहीं 26 साल पहले के इस मामले की सुनवाई करते हुए एनसीडीआरसी के अध्यक्ष आरके अग्रवाल और सदस्य एसएम कांतिकर ने अहम फैसला सुनाया। पीठ ने कहा कि एक मां को खोने का दर्द स्थायी और बयां करने लायक नहीं है, ये एक ऐसा घाव है जो कभी ठीक नहीं हो सकता। अस्पताल और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप सही मानते हुए आयोग ने कहा कि हम समझ सकते हैं कि बिना मां के मदर्स डे मनाना उस बच्चे के लिए कितना मुश्किल रहा होगा। फरवरी 2015 में महाराष्ट्र उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने अस्पताल और डॉक्टर पर परिवार को 16 लाख रुपये बतौर अर्थदंड देने का फैसला सुनाया था। इसके खिलाफ अस्पताल ने एनसीडीआरसी में आवेदन किया था। अपना फैसला सुनाते हुए एनसीडीआरसी ने कहा कि मामला चूंकि 26 साल पहले का है, इसलिए 16 लाख जुर्माना कम है। पीठ ने अपने आदेश में कहा कि अस्पताल और घटना के जिम्मेदार दोनों डॉक्टर परिवार को 20 लाख रुपये अर्थदंड देंगे। इसके अतिरिक्त आवेदन और अन्य प्रक्रियाओं के दौरान खर्चे के हर्जाने के तौर पर अस्पताल परिवार को एक लाख रुपये देगा। ये था मामला घटना 20 सितंबर 1995 की है। महिला ने अस्पताल में इलाज के दौरान सुबह साढ़े नौ बजे एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था। लेकिन महिला के निचले हिस्से से रक्तस्त्राव नहीं रुका। कई कोशिशों के बाद भी जब डॉक्टर रक्तस्राव रोकने में कामयाब नहीं हुए तो अस्पताल के कहने पर महिला को दोपहर ढाई बजे दूसरे अस्पताल ले जाया गया। यहां साढ़े चार बजे महिला ने दम तोड़ दिया। शिकायतकर्ता के मुताबिक, मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाने में अस्पताल और डॉक्टरों ने पांच घंटे बर्बाद किए। इस वजह से महिला की मौत हो गई। डॉक्टर ने आयोग को तर्क दिया कि उन्होंने विशेष रूप से दंपति को ऐसे अस्पताल जाने की सलाह दी थी जहां ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध हो, लेकिन उन्होंने ऐसा करने में असमर्थता जता दी। अस्पताल ने कहा कि मरीज का पति समय पर रक्त की व्यवस्था करने में विफल रहा, लेकिन आयोग ने अस्पताल और डॉक्टरों का तर्क खारिज कर दिया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cji-nv-ramana-said-i-am-not-a-sophisticated-speaker-do-not-have-good-english-for-expressing-words-news-in-hindi,"मुख्य न्यायाधीश बोले: 'मैं कोई परिष्कृत वक्ता नहीं हूं, मुझे अंग्रेजी का बहुत अच्छा ज्ञान नहीं...' जानिए पूरा मामला","देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने शनिवार को कहा कि मैं कोई परिष्कृत वक्ता नहीं हूं और मैंने आठवीं कक्षा में अंग्रेजी भाषा सीखी थी। मुख्य न्यायाधीश की यह टिप्पणी सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के स्पष्टीकरण के जवाब में की। मेहता ने कहा था कि मैं यह सुझाव बिल्कुल नहीं दे रहा हूं कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के लिए केवल किसान जिम्मेदार हैं। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को लेकर एक मामले में केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल मेहता से मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'दुर्भाग्य से मैं एक परिष्कृत वक्ता नहीं हूं। यह मेरी कमी है क्योंकि मैंने अंग्रेजी भाषा आठवीं कक्षा में पढ़ी थी। मेरे पास शब्दों को व्यक्त करने के लिए बहुत अच्छी अंग्रेजी का ज्ञान नहीं है। मैंने कानून की पढ़ाई अंग्रेजी भाषा में की है।' मेहता ने कहा था कि वकीलों के रूप में हमारी प्रतिक्रिया जिस भाषा में ली जाती है, वह गलत संदेश भेज सकती है। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश की इस टिप्पणी पर कहा कि मैंने भी अंग्रेजी की पढ़ाई आठवीं कक्षा से शुरू की थी और स्नातक तक की पढ़ाई गुजराती माध्यम से की थी। मेहता ने कहा, 'हम एक ही नाव में सवार हैं। मैंने भी कानून की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में की थी।' सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में हो रहे इजाफे को आपातकाल करार दिया और केंद्र व दिल्ली सरकार से वायु गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए कहा है। सर्वोच्च अदालत ने इसे लेकर सुझाव दिया है कि वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए वाहनों को रोका जा सकता है और राष्ट्रीय राजधानी में एक लॉकडाउन लागू किया जा सकता है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'हम केवल यह चाहते हैं कि प्रदूषण कम हो, और कुछ नहीं।' उन्होंने यह बात पर्यावरण कार्यकर्ता आदित्य दुबे और कानून के छात्र अमन बांका की ओर से दाखिल एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कही। इस याचिका में देश के छोटे और सीमांत किसानों को पराली हटाने वाली मशीन मुफ्त में उपलब्ध कराने के लिए निर्देश देने की मांग की गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/west-bengal-fencing-on-the-border-to-prevent-infiltration-mamata-banerjee-will-bring-resolution-in-the-assembly-against-bsf-power-extended,"घुसपैठ रोकने के लिए बॉर्डर पर फेंसिंग: बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के खिलाफ दीदी, विधानसभा में लाएंगी प्रस्ताव","पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हो रही आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त कदम उठाने जा रहा है। बॉर्डर के भीतर पचास किलोमीटर तक के क्षेत्र में बीएसएफ को गिरफ्तारी, तलाशी व जब्ती की शक्ति प्रदान करने के फैसले का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विरोध कर रही हैं। विधानसभा में 17 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस फैसले के खिलाफ प्रस्ताव लाया जाएगा। दूसरी तरफ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बार घुसपैठियों और तस्करों का इलाज करने का मन बना लिया है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कोलकाता पहुंचकर राज्य के मुख्य सचिव एवं दूसरे अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बैठक की है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में बीएसएफ के नए कार्यक्षेत्र को लेकर विचार किया गया है। राज्य का वह क्षेत्र जो बॉर्डर को छूता है, लेकिन वहां फेंसिंग नहीं है, ऐसी जगहों पर कंटीली तारें लगाई जाएंगी। बॉर्डर का कुछ इलाका ऐसा भी है, जहां पर जमीन कम है या भू-अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण 'फेंसिंग' का काम अधूरा पड़ा है। 17 नवंबर को विधानसभा में लाया जाएगा प्रस्ताव... बता दें कि पिछले दिनों जारी नई अधिसूचना में बीएसएफ को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी), पासपोर्ट अधिनियम (भारत में प्रवेश) के तहत यह कार्रवाई करने का अधिकार मिला है। अब सीमा सुरक्षा बल 'बीएसएफ' के जवान पंजाब, असम व पश्चिम बंगाल में 50 किलोमीटर क्षेत्र तक तलाशी, छापेमारी और गिरफ्तारी कर सकते हैं। गुजरात में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 80 किमी से घटाकर 50 किमी किया गया है। विपक्षी दलों के अलावा पंजाब सरकार ने केंद्र के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। पंजाब विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव लाया गया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में ममता बनर्जी सरकार द्वारा 17 नवंबर को इस फैसले के खिलाफ प्रस्ताव लाया जाएगा। भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, प्रस्ताव लाने का मतलब क्या है। पश्चिम बंगाल, आतंकियों का 'हब' बन गया है। राज्य सरकार 631 किलोमीटर लंबे सीमा क्षेत्र में बाड़ लगाने के लिए जमीन तक नहीं दे रही है। सभी भाजपा विधायक, विधानसभा में इस प्रस्ताव का विरोध करेंगे। बांग्लादेश से लगती सीमा के इतने क्षेत्र में नहीं लगी है बाड़ पश्चिम बंगाल के साथ लगती बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा की लंबाई 2216.70 किलोमीटर है। इसमें से लगभग 1638 किलोमीटर हिस्से को बाड़ के द्वारा कवर किया गया है। हालांकि इसमें भी कई हिस्सों पर लगाई गई बाड़ अब क्षतिग्रस्त हो गई है। यह कहा जा सकता है कि लगभग छह सौ किलोमीटर का क्षेत्र ऐसा है, जहां पर कंटीली तार नहीं लगी है। इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। उनमें मुख्य तौर पर भूमि अधिग्रहण संबंधी समस्याओं का होना है। बीएसएफ को कंटीली तार लगाने के दौरान स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता है। भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा की कुल लंबाई 4096 किलोमीटर है। पश्चिम बंगाल के अलावा असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा से भी बांग्लादेश की सीमा लगती है। बीएसएफ के लिए बड़ी चुनौती बने घुसपैठिये पश्चिम बंगाल में रोजाना बीएसएफ को घुसपैठियों और तस्करों से जूझना पड़ता है। नशे की याबा टेबलेट, फेंसिडिल सिरप और गांजा, इन सब की तस्करी आम बात हो गई है। मानव तस्करी को लेकर भी पश्चिम बंगाल पुलिस गंभीर नहीं है। बीएसएफ और स्थानीय पुलिस के बीच ठीक समन्वय रहा हो, ऐसा कम ही देखने को मिला है। विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में कहा था कि बीएसएफ को स्थानीय पुलिस का सहयोग नहीं मिलता। बॉर्डर पर गायों की तस्करी भी एक बड़ी समस्या है। चूंकि सीमा पार इस तस्करी के धंधे को मान्यता प्रदान की गई है, इसलिए तस्कर गायों को सीमा पार कराने के लिए किसी भी सीमा तक चले जाते हैं। वे बीएसएफ के जवानों पर हमला तक कर देते हैं। बीएसएफ भी उन्हें कठोर लहजे में जवाब देती है। बीएसएफ के एक अधिकारी बताते हैं, हमारे जवान तो अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर तैनात हैं। वहां तक तस्करी का सामान कौन और कैसे लाता है, ये देखना पुलिस की जिम्मेदारी है। बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों से गोवंश को ट्रक में भरकर बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल तक पहुंचा दिया जाता है। उसके बाद उन्हें बॉर्डर पार कराने का प्रयास किया जाता है। इतने लंबे सफर में किसी भी राज्य की पुलिस का ध्यान इस तरफ नहीं जाता। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, के साथ जब बैठक होती हैं तो बीएसएफ को बंगाल के सीमावर्ती जिलों में चल रही नशे की फैक्ट्रियों के फोटो दिखाए जाते हैं। वे हमारे देश पर आरोप लगाते हैं कि हम जानबूझकर नशा और पशु, सीमा पार भेजते हैं। बीएसएफ को अब मिलेगी जमीन, तालमेल भी रहेगा... केंद्रीय गृह सचिव और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के बीच जिन मुद्दों पर बैठक हुई, उनमें कई बातों पर चर्चा की गई है। फेंसिंग के लिए जमीन की अधिग्रहण प्रक्रिया बिना किसी देरी के पूरी होगी। राज्य सरकार द्वारा बीएसएफ को इंटीग्रेटिड चेक पोस्ट बनाने या किसी अन्य कार्य के लिए जमीन देने के मामले में टालमटोल नहीं की जाएगी। ऐसी कितनी चेक पोस्ट या फेंसिंग का इलाका बचा है, जिसके लिए बांग्लादेश के साथ बातचीत करनी जरूरी है। अदालतों में जमीन अधिग्रहण के कितने मामले लंबित हैं। 50 किलोमीटर के अधिकार क्षेत्र की नई व्यवस्था में स्थानीय पुलिस और बीएसएफ के बीच 'इंटेलिजेंस इनपुट' को लेकर एक पुख्ता सिस्टम तैयार किया जाएगा। इस पर नजर रखने के लिए बंगाल पुलिस और बीएसएफ के अफसर बतौर नोडल अधिकारी नियुक्त होंगे। घुसपैठियों और तस्करों को लेकर जिला पुलिस को विशेष हिदायतें जारी की गई हैं। ऐसा संभावित है कि बीएसएफ के साथ तालमेल के लिए जिला स्तर पर लोकल पुलिस की टॉस्क फोर्स गठित की जाएगी। गाय, नशा और तस्करी का दूसरा सामान, जहां से बॉर्डर के लिए चलता है, वहीं पर छापेमारी की जाए। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह सचिव को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक द्वारा भी कई तरह के सुझाव दिए गए हैं। इनमें सूचनाओं का आदान प्रदान और कार्रवाई, ये दोनों बातें शामिल हैं। इस पर बात ध्यान दिया गया है कि किसी भी बल द्वारा जुटाई गई सूचना लीक न होने पाए। बीएसएफ को नए वाहन और संचार उपकरण, भी जल्द मुहैया कराए जाएंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/longest-partial-lunar-eclipse-in-580-years-on-november-19-will-be-visible-from-india-here-is-all-you-need-to-know,"Lunar Eclipse: 19 नवंबर को होगा 580 साल का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण, भारत में दिखेगा नजारा","एमपी बिड़ला प्लैनेटेरियम के डॉयरेक्टर ऑफ रिसर्च देवीप्रसाद दुआरी ने बताया कि इस दुर्लभ चंद्र ग्रहण को अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ इलाकों से देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस आंशिक चंद्र ग्रहण की शुरुआत 12.48 बजे (पीएम) होगी और यह 4.17 बजे (पीएम) समाप्त होगा। दुआरी ने कहा कि इसकी अवधि तीन घंटे 28 मिनट 24 सेकंड रहेगी, जो इसे 580 साल में सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण बनाता है। उन्होंने कहा, 'अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ क्षेत्रों में चंद्रोदय के ठीक बाद आंशिक ग्रहण के अंतिम क्षणों का अनुभव होगा, जो पूर्वी क्षितिज के बहुत करीब रहेगा। उन्होंने कहा कि यह चंद्र ग्रहण 2.34 बजे अपने चरम पर होगा जब चंद्रमा का 97 फीसदी हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढका होगा। दुआरी ने कहा कि पिछली बार इस अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण 18 फरवरी 1440 को हुआ था। वहीं, इस अवधि का अगला ग्रहण आठ फरवरी 2669 को देखा जा सकेगा। दुआरी ने बताया कि उपच्छाया ग्रहण की शुरुआत 11.32 बजे (एएम) पर होगी और यह 5.33 बजे (पीएम) समाप्त होगा। उपच्छाया ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में नहीं होते हैं। इसे उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से थोड़े समय के लिए देखा जा सकेगा। इस दौरान चंद्रमा रक्तिम लाल रंग का दिख सकता है जो कि तब होता है जब सूर्य की किरणें पृथ्वी के वातावरण से होकर जाती हैं और चंद्रमा की सतह पर कम से कम विक्षेपित होकर गिरती हैं। भारत के अलावा इसे उत्तरी व दक्षिणी अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत क्षेत्र से देखा जा सकेगा। दुआरी ने बताया कि पिछला चंद्र ग्रहण 27 जुलाई 2018 को पड़ा था। वहीं, अगला चंद्र ग्रहण 16 मई 2022 को पड़ेगा लेकिन भारत में नहीं दिखेगा।भारत में जो अगला चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा वह आठ नवंबर 2022 को पड़ेगा। इस साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण वृषभ और कृतिका नक्षत्र में लगेगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/20-indian-fishermen-released-from-pak-jail-to-be-transported-till-wagah-border-official,"पाकिस्तान: लांधी जेल से 20 भारतीय मछुआरे रिहा, वाघा सीमा पर छोड़ा जाएगा","पाकिस्तान ने लांधी जेल से रिहा 20 भारतीय मछुआरों को रविवार को वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंपने के लिए ले जाया जाएगा। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ये 20 मछुआरे गुजरात के हैं जो 350 अन्य भारतीय मछुआरों का हिस्सा हैं, जिन्होंने अपनी जेल की सजा पूरी कर ली है और बैचों में रिहा किए जाएंगे। इन्हें रविवार सुबह वाघा-अटारी सीमा पर ले जाया जाएगा। ईधी ट्रस्ट फाउंडेशन वाघा सीमा तक पहुंचाएगा गैर लाभकारी समाज कल्याण संगठन ईधी ट्रस्ट फाउंडेशन ने 20 भारतीय मछुआरों को वाघा सीमा तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था की है। पुरस्कार विजेता परोपकारी और सामाजिक कार्यकर्ता दिवंगत अब्दुल सत्तार ईधी के पुत्र फैसल ईधी ने कहा कि फाउंडेशन ने भारतीय मछुआरों को बस के माध्यम से भेजने की व्यवस्था की है और उन्हें उपहार और कुछ नकद भी देगा। उन्होंने कहा कि इन्हें कराची की लांधी जेल से रिहा किया जा रहा है। पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा बल ने गिरफ्तार किया था मछुआरों को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा बल (पीएमएसएफ) ने गिरफ्तार किया था और पाकिस्तानी जलक्षेत्र में कथित रूप से अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में डॉक पुलिस को सौंप दिया था। दोनों देशों के गरीब भारतीय और पाकिस्तानी मछुआरों को जेलों में बंद कराने के लिए काम कर रहे संगठनों का कहना है कि पीएमएसएफ द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद करीब 600 भारतीय मछुआरे पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं। फैसल ने पुष्टि की कि ये दर्जनों गरीब भारतीय मछुआरे लांधी और मलिर जेलों में बंद हैं। वहीं जेल प्राधिकरण ने कहा कि दोनों देशों के विदेशी कार्यालय चैनलों के माध्यम से उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि होने के बाद अन्य 350 भारतीय मछुआरों को जत्थों में रिहा किया जाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-judge-justice-surya-kant-said-he-hails-from-a-farmer-family,"पराली से प्रदूषण: जब सुप्रीम कोर्ट के जज सूर्यकांत बोले, मैं भी एक किसान परिवार से हूं","किसानों द्वारा पराली जलाए जाने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस सूर्य कांत ने शनिवार को कहा कि वह भी एक किसान हैं और चीफ जस्टिस एनवी रमना भी एक किसान परिवार से आते हैं। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि गरीब-सीमांत किसान पराली प्रबंधन के लिए मशीन नहीं खरीद सकते हैं। गरीब किसान नहीं खरीद सकते महंगी मशीन सुनवाई के दौरान जस्टिस कांत ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा, आप कह रहे हैं कि दो लाख मशीनें उपलब्ध हैं, लेकिन गरीब किसान यह नहीं खरीद सकते। यूपी, पंजाब और हरियाणा में जोत तीन एकड़ से भी कम है। हम उन किसानों से उन मशीनों को खरीदने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। जस्टिस कांत ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मशीनें क्यों नहीं उपलब्ध करा सकती हैं? पेपर मिल्स और अन्य उद्देश्यों के लिए इन्हें लिया जाए। राजस्थान में सर्दियों में पराली बकरियों आदि के लिए चारा हो सकती हैं। सर्वोच्च अदालत में पर्यावरण कार्यकर्ता आदित्य दुबे और लॉ स्टूडेंट अमन बांका की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई चल रही थी, जिसमें उन्होंने छोटे किसानों के लिए मुफ्त में पराली हटाने वाली मशीनें उपलब्ध कराने के लिए निर्देश की मांग की थी। किसानों को दोष देना बन गया है फैशन केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ये मशीनें 80 फीसदी सब्सिडी दर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के जज ने मेहता से पूछा कि क्या उनकी सहायता करने वाले अधिकारी सब्सिडी के बाद वास्तविक कीमत बता सकते हैं। चीफ जस्टिस एनवी रमना और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के साथ बैठे जस्टिस कांत ने कहा कि क्या किसान इसका वहन कर सकते हैं। मैं एक किसान हूं और मैं जानता हूं, सीजेआई भी एक किसान परिवार से हैं और वह भी जानते हैं और मेरे भाई (जज) भी इसे जानते हैं। जस्टिस कांत ने यह भी कहा कि वायु प्रदूषण के लिए किसानों को दोष देना फैशन बन गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/us-congressional-delegation-led-by-senator-john-cornyn-met-with-prime-minister-narendra-modi,"दिल्ली: अमेरिकी प्रतिधिनिमंडल ने पीएम मोदी से की मुलाकात, वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के लिए की भारत की प्रशंसा","अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों सराहना की गई। साथ ही अमेरिकी सांसदों ने व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के लिए भारत की भूमिका की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सीनेटर जॉन कोर्निन ने किया। इस प्रतिनिधि मंडल में उनके अलावा माइकल क्रेपो, थॉमस टुबरविल्ले और माइकल ली शामिल थे। इनके अलावा अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों में टोनी गोंजालेस और जॉन केलविन एलिजे भी मौजूद रहे। सीनेटर जॉन कोर्निन भारतीय-अमेरिकी सीनेट गुट के सह-संस्थापक और सह अध्यक्ष भी हैं। पीएमओ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि अमेरिकी प्रतिनिधि मंडल ने कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय प्रबंधन की सराहना की साथ ही कहा कि भारत ने लोकतांत्रिक मूल्यों को स्थापित करते हुए जनभागीदारी में प्रमुख भूमिका निभाई। इस दौरान वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-bipin-rawat-and-nsa-meet-on-afghanistan-giving-indications-that-china-and-pakistan-becoming-threat-to-india,सीडीएस और एनएसए की बैठक से मिल रहे संकेत: क्या चीन और पाकिस्तान से भारत के लिए बढ़ रहा है खतरा?,"एशिया में भारत के लिए बढ़ते खतरे को विदेश मामलों के जानकार अच्छा संकेत नहीं मानते। अफगानिस्तान के बहाने पाकिस्तान भारत की दुखती रग को छेड़ रहा है। चीन दक्षिण एशिया को पाकिस्तान की नजर से ही देख रहा है। जबकि इसके सामानांतर रूस के पत्ते अभी बंद हैं। देश के डिप्टी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पंकज सरन को भी ताजा पैदा हो रहे हालात पर रूस के स्पष्ट रूख का इंतजार है। मास्को में तैनात रहे विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी का भी कहना है कि अफगानिस्तान में अगस्त में हुए नए घटनाक्रम के बाद अभी भी काफी कुछ धुंधला है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के रोडमैप का संकेत देते रहे हैं। लावरोव भारत के साथ मधुर और विश्वसनीय रिश्तों के पक्षधर हैं, लेकिन इसके बाद भी कहा जा रहा है कि रूस की तरफ से अभी कई संकेत आने बाकी हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने बताया चीन बड़ा खतरा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत ने एक बार फिर चीन को सबसे बड़ा खतरा बताया है। उन्होंने अफगानिस्तान से अमेरिकी फौज की वापसी के बाद पाकिस्तान से प्रायोजित आतंकवाद में तेजी आने पर भी चिंता जताई है। जनरल रावत ने कहा है कि चीन भारत के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। जनरल के मुताबिक चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारी संख्या में तैनात भारतीय सैनिकों की संख्या में कमी या उनकी वापसी भी अब बहुत आसान प्रक्रिया नहीं है। लंबे समय तक इन्हें वापस नहीं बुलाया जा सकता। जनरल रावत ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की भाषा बोलते हुए कहा कि चीन और भारत के बीच में विश्वास में कमी और संदेह काफी बड़ी बाधा है। जनरल रावत ने चीन द्वारा अरुणाचल सीमा के पास गांव बसाए जाने पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने आशंका जताई कि भविष्य में चीन इसका इस्तेमाल फौजियों के ठिकाने के रूप में कर सकता है। उन्होंने इस आशंका को बल देते हुए कहा कि चीन ने गांवों को बसाने की योजना लद्दाख में तनातनी बढ़ने के बाद शुरू की है। जनरल रावत ने चीन के साथ-साथ अफगानिस्तान में तालिबान शासन को लेकर भी चिंता जताई। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद बढ़ने की आशंका बताई और थिएटर कमान गठित किए जाने पर जोर दिया। क्या है ताजा घटनाक्रम? भारत ने 10 नवंबर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों का सम्मेलन बुलाया था। दिल्ली क्षेत्रीय सुरक्षा संवाद के इस फोरम पर पाकिस्तान और चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों को आमंत्रित किया था। चीन को सम्मेलन में बुलाने के लिए विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कार्यालय ने काफी मशक्कत की थी। लेकिन चीन ने समय का हवाला देकर आने में आनाकानी की। जबकि पाकिस्तान ने मना कर दिया। इसी को केंद्र में रखकर पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर बैठक बुलाई। उसमें तालिबान शासन के प्रतिनिधि, चीन के राजनयिक समेत अन्य शामिल हुए। इसे पाकिस्तान और चीन का अफगानिस्तान मामले में भारत के खिलाफ गठजोड़ के तौर पर देखा जा रहा है। दूसरे भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कार्यालय की प्रमुख चिंता रूस द्वारा बार-बार आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का साथ देने का भरोसा देने के बाद भी खुलकर मुद्दे पर आगे न बढ़ना है। माना यह जा रहा है कि एशिया में राष्ट्रीय हितों को देखकर पाकिस्तान, चीन, अफगानिस्तान के तालिबान शासक वर्ग और रूस एक वेवलेंथ पर आ रहे हैं। अमेरिका की नीतियां अभी भी अस्पष्ट हैं। ऐसा होने पर भारत के सामने न केवल मध्य एशिया तक जाने, कारोबार, व्यापार बढ़ाने की चुनौती पैदा हो सकती है, बल्कि देश की सीमा पर घुसपैठ के साथ समुद्री रास्ते से बढ़ते खतरे का भी सामना करना पड़ सकता है। क्या अफगानिस्तान में कम हो सकती है लोगों की मुसीबत? यह एक ऐसा सवाल है, जिसका जवाब आसान नहीं है। डिप्टी एनएसए पंकज सरन भी ऐसे सवाल पर अभी कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं। सामान्य धारणा है कि अफगानिस्तान में स्थायित्व, शांति और स्थिरता आने पर ही वहां के लोगों की मुसीबत कम हो सकती है। रणनीतिकारों, कूटनीति के जानकारों और सामरिक विशेषज्ञों का कहना है कि इसका एकमात्र रास्ता वहां सैन्य बलों को भेजकर लोगों की सुरक्षा को बढ़ाना ही है। यह इतना आसान नहीं है। अमेरिकी सुरक्षाबलों के अफगानिस्तान से लौटने के बाद दुनिया के तमाम देश वहां अस्थिरता, गृह युद्ध की तरफ बढ़ रहे हालात या आतंकवाद की संभावना को लेकर भले चिंता जता रहे हैं, लेकिन सैन्य बल भेजने जैसे कदम उठाने या फिर एकजुटता के साथ मुद्दे के समाधान की तरफ बढ़ने की संभावना से कोसों दूर हैं। इसलिए आतंकवाद समेत अन्य ज्वलंत मुद्दों से निपटने के वैकल्पिक प्रयास अमल में लाए जा रहे हैं। चुनौती तो है, देखिए कैसे निपटते हैं? वायुसेना के अवकाश प्राप्त एयर वाइस मार्शल एनबी सिंह कहते हैं कि चुनौती तो है। यह देखना होगा कि भारत इसकी कौन सी काट तैयार करता है। पूर्व विदेश सचिव शशांक भी चुनौती बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं करते। हालांकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन में भारत सहित आठ एनएसए की मौजूदगी को वह काफी सकारात्मक मानते हैं। विदेश मामलों की समझ रखने वाले रंजीत कुमार कहते हैं कि भारत ने पाकिस्तान की मंशा को समझ कर उसमें पेंच फंसा दिया है। आने वाले समय में चुनौतियां बढ़ेंगी, लेकिन इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता। क्योंकि अभी यह नहीं पता कि अगले पल क्या होने वाला है। कौन सा नया बदलाव होगा और अफगानिस्तान में भी नया क्या होगा?",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-tells-centre-to-formulate-policy-for-tackling-air-pollution-says-in-such-conditions-we-have-to-wear-masks-at-home-also,"वायु प्रदूषण पर सुप्रीम नाराजगी: 'इस स्थिति में कैसे जिंदा रहेंगे लोग? जरूरत पड़े तो लॉकडाउन लगाइए', बोले चीफ जस्टिस","दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के चलते एक्यूआई का स्तर लगातार 500 से ऊपर बना हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को इसी मुद्दे पर दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से जल्द से जल्द कदम उठाने के लिए कहा। चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने कहा कि ऐसी स्थिति में तो लगता है कि घर में भी मास्क पहनकर ही बैठना होगा। कोर्ट ने केंद्र सरकार को वायु प्रदूषण से निपटने की तरकीब निकालने को कहा। कोर्ट में क्या हुआ वाकया? सुप्रीम कोर्ट में सुबह जब इस मामले पर सुनवाई शुरू हुई तो सीजेआई रमन्ना ने सीधे सरकार से सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि आप देख रहे हैं कि स्थिति कितनी खतरनाक है। हमें घरों पर भी मास्क लगाकर बैठना पड़ेगा। आखिर क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इस पर केंद्र की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वायु प्रदूषण का पहला कारण पराली जलाया जाना है। एसजी ने कहा कि किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए कुछ नियम होने चाहिए, जिससे राज्य सरकारें उन पर कार्रवाई कर सकें। हालांकि, एसजी की इस मांग पर चीफ जस्टिस ने सवाल उठाते हुए कहा- आप ऐसे कह रहे हैं कि सारे प्रदूषण के लिए किसान जिम्मेदार हैं। आखिर इसे रोकने का तंत्र कहा है? उन्होंने आगे कहा, ""हमारा सरकार स कोई लेना-देना नहीं। सवाल है कि इस समस्या से निपटा कैसे जाए। कोई आपात कदम, कुछ छोटी अवधि की योजनाएं, इसे नियंत्रित कैसे किया जाए?"" पटाखों और उद्योगों के प्रदूषण का मुद्दा भी उठा चीफ जस्टिस ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ""प्रदूषण में कुछ हिस्सा पराली जलने का हो सकता है, लेकिन बाकी दिल्ली में जो प्रदूषण है वो पटाखों, उद्योगों और धूल-धुएं की वजह से है। हमें तत्काल इसे नियंत्रित करने के कदम बताएं। अगर जरूरत पड़े तो दो दिन का लॉकडाउन या कुछ और कदम लीजिए। ऐसी स्थिति में आखिर लोग जिएंगे कैसे?"" सीजेआई के बाद जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, ""कोरोना महामारी के बाद स्कूल भी खोल दिए गए हैं। हमने अपने बच्चों को इस स्थिति में खुला छोड़ा है। डॉक्टर गुलेरिया कहते हैं कि जहां प्रदूषण है, वहां ये महामारी है।"" हालांकि, इस पर सॉलिसिटर ने कहा कि आज ही सरकार की एक बैठक प्रस्तावित है। सरकार भी इस मामले पर जागरूक है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/weather-update-chennai-rains-orange-alert-issued-in-kerala-tamil-nadu-in-bad-condition-due-to-heavy-rains,"बारिश ने किया बेहाल: तमिलनाडु में सापों और मवेशियों को भी किया जा रहा रेस्क्यू, केरल में ऑरेंज अलर्ट","तमिलनाडु के चेन्नई व अन्य हिस्सों में सप्ताह भर से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह तितर-बितर कर दिया है। लोगों के पास रहने का ठिकाना नहीं बचा है, जानवरों को खिलाने को नहीं है और तो और जलभराव के कारण अब जंगली जीवों को खतरा भी बढ़ गया है। अधिकारियों के अनुसार तमिलनाडु में बारिश के कारण अब तक कम से कम 14 लोगों की मौत हो चुकी है। 15 हजार लोगों को बचाया गया बारिश का असर यह पड़ा है कि बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं। पूरे तमिलनाडु में अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों को बचाया गया है, इन्हें 290 से अधिक राहत केंद्रों में रखा गया है। वहीं सिर्फ चेन्नई में ही 3,428 लोगों को बचाया है। राहत कार्य के लिए पूरे राज्य में तमिलनाडु पुलिस ने अपने 75,000 कर्मियों को तैनात किया है। इसके अलावा तटीय सुरक्षा समूह के 350 कर्मियों, 250 सदस्यीय विशेष बल व 364 होमगार्डों को भी राहत कार्य में लगाया गया है। सांप और गायों तक को किया जा रहा रेस्क्यू तमिलनाडु में बारिश के कारण जानवरों का भी बुरा हाल है। कई पालतू और जंगली जानवर जलभराव का दुष्प्रभाव झेल रहे हैं। इस बीच तमिलनाडु में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में इंसानों के साथ ही साथ जानवरों को भी बचाने का ऑपरेशन शुरू हो चुका है। बड़ी संख्या में जानवरों को बचाया जा रहा है। इस बीच वन विभाग ने बताया कि अब तक 20 से ज्यादा सांपो को बचाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कई सांप बहुत जहरीले हैं। इन सापों को बाद में छोड़ दिया जाएगा। न खाने को बचा न रहने को बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में निगम के अधिकारियों की ओर से 44 आश्रय स्थल बनाए गए हैं। यहां पर 2699 लोगों को आश्रय दिया गया है। पिछले छह दिनों में ही 28,64,400 खाने के पैकेट वितरित किए गए हैं। केरल की तरफ बढ़ रहा खतरा पूर्वोत्तर में सक्रिय मानसून केरल के लिए खतरा बन रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने 13 नवंबर को केरल के छह जिलों और 14 नवंबर को पांच जिलों में भारी बारिश के संकेत दिए हैं। विभाग की ओर से इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 13 नवंबर को जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उनमें तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और इडुक्की शामिल है। वहीं 14 नवंबर को पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इडुक्की में बारिश की चेतावनी जारी की गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-and-active-cases-in-india-lowering-but-deaths-and-recovery-rate-in-rise-know-covid-19-vaccination-numbers-today-news-and-updates,"COVID-19: भारत में 24 घंटे में कोरोना के 11,850 नए केस, 555 मौतें, दो दिन में करीब 63% बढ़ा मृतकों का आंकड़ा","भारत में कोरोना महामारी का प्रभाव बीते कुछ महीनों में कम जरूर हुआ है, लेकिन इससे होने वाली मौतों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है। पिछले 24 घंटे में ही देश में कोरोना के 11 हजार 850 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 555 नई मौतें दर्ज की गईं। इसे अगर आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए, तो पिछले दो दिन में मृतकों की संख्या में करीब 63 फीसदी का उछाल आया है। दरअसल, बुधवार से गुरुवार के बीच देश में कुल 340 लोगों की मौत दर्ज की गई थी, जबकि एक दिन पहले यह आंकड़ा करीब 50 फीसदी बढ़कर 501 पर आ गया था। अब पिछले 24 घंटे में कोरोना के मामले शुक्रवार से 10 फीसदी और गुरुवार के आंकड़ों से 63 फीसदी ज्यादा हैं। इसी के साथ देश में कोरोना के कुल केसों की संख्या अब तक 3 करोड़ 44 लाख के पार जा चुकी है। वहीं, मृतकों की संख्या अब 4 लाख 63 हजार से ज्यादा है। हालांकि, इस बीच भारत के लिए दो राहत भरी खबरें भी हैं। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 12 हजार के पार रही। यानी मौजूदा समय में रिकवरी रेट नए संक्रमितों से ज्यादा बना हुआ है। इसका असर यह है कि देश में एक्टिव केसों की संख्या 1 लाख 36 हजार 308 पर आ गई है, जो कि 274 दिन में सबसे कम है। वहीं, ओवरऑल रिकवरी रेट 98.26 फीसदी पर बना है, जो कि मार्च 2020 के बाद सबसे ज्यादा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक दिन में कोरोना वैक्सीन की 58 लाख 42 हजार 530 डोज दी गईं। इसी के साथ भारत में अब तक कुल 111 करोड़ 40 लाख से ज्यादा टीके के डोज लगाए जा चुके हैं। भारत में कोरोना टेस्ट्स का आंकड़ा भी लगातार 10 लाख के ऊपर बना हुआ है। गुरुवार से शुक्रवार के बीच देश में 12 लाख 66 हजार 589 से ज्यादा टेस्ट किए गए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/in-odisha-woman-dies-due-to-alleged-negligence-by-hospital-as-relatives-claim-different-blood-group-administered-to-her-news-and-updates,"ओडिशा: अस्पताल की लापरवाही, महिला को चढ़ा दिया गलत ब्लड ग्रुप का रक्त, मौत","ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में एक अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया है। आरोप है कि हॉस्पिटल के स्टाफ ने एक 25 वर्षीय युवती को कथित रूप से गलत ग्रुप का खून चढ़ा दिया। इससे उसकी मौत हो गई। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि कुतरा के बूड़ाकाटा गांव की रहने वाली सरोजिनी काकू को गुरुवार को राउरकेला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज को सिकल सेल एनीमिया की समस्या थी और उसे खून चढ़ाया जाना था। परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि महिला को गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया। इसके चलते उसकी मौत हो गई। एक रिश्तेदार ने रिपोर्टरों से बातचीत के दौरान कहा, सरोजिनी का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव है, लेकिन उन्हें बी पॉजिटिव ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया।’’ इस मामले में कुतरा के पुलिस इंस्पेक्टर बीके बिहारी ने मामला दर्ज करने की बात कही। उन्होंने बताया कि शव को आगे जांच के लिए रखा गया है। अस्पताल ने भी इस मामले की जांच के लिए आयोग का गठन किया है और कहा है कि इसमें जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि, अस्पताल के अधीक्षक जगदीशचंद्र बहेरा ने लापरवाही की संभावना से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर गलत ब्लड ग्रुप का मामला होता तो रोगी की 10-15 मिनट में ही मौत हो जाती।’’",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/delhi-is-the-most-polluted-city-in-the-world-check-top-ten-list-with-worst-aqi,"रिपोर्ट: दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर 'दिल्ली', टॉप टेन में कुल तीन भारतीय शहर, देखें पूरी सूची","पिछले कुछ सालों में वायु प्रदूषण एक बड़ा खतरा बनकर सामने आया। पराली, पटाखे, फैक्ट्रियां और तेजी से बढ़ती वाहनों की संख्या को इसका प्रमुख कारण बताया जाता है। दिल्ली-एनसीआर में तो हवा इस कदर खराब है कि यहां सांस लेना तक खतरनाक हो चुका है। हालांकि, यह हाल सिर्फ दिल्ली में पटाखे और पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की वजह से नहीं है, बल्कि चीन व पाकिस्तान का भी वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी खराब हो चुका है। दुनियाभर के एयर क्वालिटी इंडेक्स पर निगरानी रखने वाली संस्था आईक्यू एयर (IQ Air) के आंकड़ों पर गौर करें, तो शुक्रवार को दुनिया के दस सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली पहले स्थान पर है। वहीं दूसरा स्थान पाकिस्तान के लाहौर का है। इसी तरह बुल्गारिया का सोफिया तीसरे और भारत का कोलकाता चौथे स्थान पर है। टॉप टेन प्रदूषित शहरों में तीन भारत के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को दुनिया के टॉप टेन शहरों में दिल्ली पहले नंबर पर था, यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 556 था, तो कोलकाता 177 एक्यूआई के साथ चौथे नंबर पर था। इसके अलावा मुंबई छठे नंबर पर दर्ज किया गया। यहां का एक्यूआई 169 रहा। दुनिया के टॉप टेन प्रदूषित शहर 1. दिल्ली, भारत (एक्यूआई: 556) 2. लाहौर, पाकिस्तान (एक्यूआई: 354) 3. सोफिया, बुल्गारिया (एक्यूआई: 178) 4. कोलकाता, भारत (एक्यूआई: 177) 5. जाग्रेब, क्रोएशिया (एक्यूआई: 173) 6. मुंबई, भारत (एक्यूआई: 169) 7. बेलग्रेड, सर्बिया (एक्यूआई: 165) 8. चेंगदू, चीन (एक्यूआई: 165) 9. स्कोपिया, उत्तरी मैसेडोनिया (एक्यूआई: 164) 10. क्राको, पोलैंड (एक्यूआई: 160)",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cbi-is-waiting-for-the-supreme-court-nod-to-file-a-chargesheet-against-former-judge-srinarayan-shukla,घूसखोरी : पूर्व जज के खिलाफ चार्जशीट के लिए सुप्रीम कोर्ट की अनुमति का इंतजार,"सीबीआई पूर्व जज श्रीनारायण शुक्ला के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की अनुमति का इंतजार कर रही है। एजेंसी ने प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सर्विसेज घूसखोरी मामले में शुक्ला के खिलाफ केस चलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से करीब छह महीने पहले अभियोजन मंजूरी मांगी थी। सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद राष्ट्रपति अभियोजन चलाने की औपचारिक अनुमति देंगे। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जांच पूरी कर ली गई है और एजेंसी के पास आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत हैं। सीबीआई ने दिसंबर, 2019 को इस मामले में एफआईआर दायर कर शुक्ला के आवास पर छापेमारी की थी। शुक्ला पर आरोप है कि उन्होंने लखनऊ स्थित मेडिकल कॉलेज प्रसाद इंस्टीट्यूट से उसके हक में फैसले के लिए घूस लिया था। शुक्ला ने इसके लिए उड़ीसा हाईकोर्ट के पूर्व जज आईएम कुदूसी से सांठ-गांठ की थी। इस मामले में कुदूसी के साथ प्रसाद इंस्टीट्यूट के भगवान प्रसाद यादव व पलाश यादव और दलाल भगवान पांडे और सुधीर गिरि भी आरोपी हैं। इनपर आपराधिक षडयंत्र और भ्रष्टाचार निरोधी कानून के तहत आरोप तय किया जाना है। एमसीआई ने मई 2017 में इंस्टीट्यूट पर कई कमियों और शिक्षा के मानक पूरा नहीं करने के आधार पर 2017-18 और 2018- 19 के लिए छात्रों के नामांकन पर बैन लगा दिया था। एमसीआई ने इन वजहों से 46 अन्य मेडिकल कॉलेज पर प्रतिबंध लगाया था। प्रसाद इंस्टीट्यूट ने 24 अगस्त, 2017 को एमसीआई के इस फैसले को इलाहाबाद हाईकोर्ट मे चुनौती दी। सीबीआई एफआईआर के मुताबिक जस्टिस श्रीनारायण शुक्ला की डिवीजन बेंच में अगले ही दिन मामले में सुनवाई हो गई। इतना ही नहीं, उसी दिन इंस्टीट्यूट के हक में फैसला भी सुना दिया गया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pakistan-high-commission-issues-3000-visas-to-indian-sikh-pilgrims,"घोषणा: पाकिस्तान ने तीन हजार सिखों को दिया वीजा, जा सकेंगे ननकाना साहिब","पाकिस्तान ने शुक्रवार को घोषणा की कि 17 से 26 नवंबर तक चलने वाले गुरु नानक देव जी के 552वें प्रकाश पर्व में हिस्सा लेने के लिए उसने 3 हजार भारतीय सिख श्रद्धालुओं को वीजा जारी किया है। सिख यात्री ननकाना साहिब में गुरुद्वारा जन्मस्थान जा सकेंगे। पाकिस्तान उच्चायोग ने ट्वीट किया कि भारत के लिए पाकिस्तान उच्चायोग बाबा गुरु नानक की 552वीं जयंती की पूर्व संध्या पर भारतीय सिख यात्रियों को लगभग 3,000 वीजा जारी किए। बयान में कहा गया कि भारत में पाकिस्तान उच्चायोग सिख धर्म के संस्थापक की 552वीं जयंती पर भारत और दुनिया भर में सिख समुदाय को हार्दिक बधाई देता है। धार्मिक स्थलों की यात्रा पर भारत और पाकिस्तान के बीच 1974 के द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के प्रावधान के तहत वीजा जारी किया गया है। भारतीय तीर्थयात्री गुरुद्वारा ननकाना साहिब और गुरुद्वारा करतारपुर साहिब सहित विभिन्न गुरुद्वारों की यात्रा कर सकेंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/madras-high-court-237-lawyers-adamant-on-stopping-the-transfer-of-chief-justice-strongly-protested-raised-sharp-questions,"मद्रास हाईकोर्ट : चीफ जस्टिस का तबादला रुकवाने पर अड़े 237 वकील ने किया कड़ा विरोध, दागे तीखे सवाल","सुप्रीम कोर्ट जजों के कोलेजियम द्वारा मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी के मेघालय हाईकोर्ट ट्रांसफर का यहां की हाईकोर्ट के 237 वकीलों ने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने इसे एक ईमानदार व निडर जज को दंड देने जैसा कदम बताया। वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना और कोलेजियम को पत्र लिखा और निर्णय पर फिर से विचार करने को कहा। मद्रास हाईकोर्ट चीफ जस्टिस को मेघालय भेजने के खिलाफ खड़े हुए 237 वकील इस 12 पृष्ठों के पत्र में वकीलों ने कहा कि 75 जजों वाली मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को दो जजों वाली मेघालय के हाईकोर्ट में भेजना कई असामान्य प्रश्न पैदा करता है। बेहतर प्रशासन के लिए ट्रांसफर जरूरी होते हैं, लेकिन बार सदस्यों और आम जनता को पता होना चाहिए कि जिस अदालत में हर साल 35,000 मामले आते हैं, वहां के चीफ जस्टिस को ऐसी अदालत क्यों भेजा जा रहा है, जहां मुकदमों की संख्या 70-75 ही रहती है? वकीलों ने कहा कि जस्टिस बनर्जी का भ्रष्टाचार और अक्षमता को जरा भी सहन न करने का स्वभाव सराहा जाता है। पहले भी एक चीफ जस्टिस दे चुके हैं इस्तीफा सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम ने 2019 में भी मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस विजया के तहिलरामानी का ट्रांसफर मेघालय हाईकोर्ट कर दिया था। जस्टिस विजया ने इसे स्वीकार नहीं किया, आपत्ति की, लेकिन कोलेजियम ने उसे नहीं सुना। विरोध जताने के लिए उन्हें इस्तीफा देना बेहतर लगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/khori-gaon-case-supreme-court-asked-why-the-price-of-flat-given-in-rehabilitation-scheme-is-377500-lakhs,खोरी गांव मामला : सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- पुनर्वास योजना में दिए जाने वाले फ्लैट की कीमत 3.77 लाख क्यों?,"सुप्रीम कोर्ट ने फरीदाबाद के खोरी गांव में वनक्षेत्र से विस्थापित हुए लोगों को पुनर्वास योजना के तहत दिए जाने वाले फ्लैट की कीमत 377500 रुपये तय किये जाने पर शुक्रवार को सवाल उठाया। पात्र परिवारों के चयन को लेकर शीर्ष अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘आधार कार्ड’ का इस्तेमाल सिर्फ व्यक्ति के पहचान के लिए किया जा सकता है, इसे आवासीय प्रमाण का दस्तावेज नहीं माना जाएगा। जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने फरीदाबाद निगम से पूछा, खोरी वन क्षेत्र से विस्थापित हुए लोगों को पुनर्वास योजना के तहत दिए जाने वाले फ्लैट्स की कीमत 377500 रुपए क्यों हैं? जब वास्तव में यह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए फ्लैट हैं तो इनकी कीमत अलग क्यों होनी चाहिए? इस पर फरीदाबाद नगर निगम के वकील अरुण भारद्वाज ने पीठ से कहा, वह इस संबंध में विस्तृत जानकारी सोमवार को अदालत को मुहैया करा देंगे। इस पर पीठ ने कहा, सोमवार को ही इस संबंध में आदेश पारित किया जाएगा। आधार सिर्फ पहचान के लिए आवास का प्रमाण नहीं पीठ ने स्पष्ट किया कि आधार कार्ड को सिर्फ व्यक्ति के पहचान के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, इसे आवासीय प्रमाण नहीं माना जा सकता। इसके लिए अन्य दस्तावेज पेश करने होंगे और अथॉरिटी द्वारा उस दस्तावेज की जांच की जाएगी। दरअसल भरद्वाज ने दलील दी थी कि आधार को आवासीय प्रमाण नहीं माना जाना चाहिए। लोगों को यह प्रमाणित करने के लिए कि वह खोरी गांव में रहते थे, कोई अन्य दस्तावेज पेश करना जरूरी है। आधार कार्ड धारकों को पुनर्वास योजना के तहत आवेदन की इजाजत देने से इनकी संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा, जहां पहले फ्लैट अधिक थे और आवेदन कम थे। अब स्थिति बिल्कुल उलट हो गई है। यही नहीं आवेदन की तारीख बढ़ाने की भी बार बार मांग की जा रही है। बैंक पासबुक को प्रमाण मानने की मांग दरकिनार विस्थापित हुए लोगों की ओर से पेश एक वकील ने कहा, बैंक के पासबुक को भी आवासीय प्रमाण माना जाना चाहिए। लेकिन पीठ ने इस मांग को दरकिनार कर दिया। यह भी मांग की गई कि खोरी वन क्षेत्र में जो लोग व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे थे उन्हें भी पुनर्वास योजना के तहत लाभ मिलना चाहिए लेकिन पीठ ने इस मांग को भी नकार दिया। 10 हजार घरों को ढहाने का आदेश दिया था सुप्रीम कोर्ट ने सात जून को फरीदाबाद नगर निगम को खोरी गांव के वन क्षेत्र में स्थित करीब 10 हजार घरों को छह हफ्ते के भीतर ढहाने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया था कि वनक्षेत्र में अतिक्रमण का किसी को अधिकार नहीं। हर हालत में वन क्षेत्र खाली होना चाहिए और इसमें किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/national-jal-jeevan-mission-ministry-of-jal-shakti-has-set-a-target-of-providing-tap-water-to-78-lakh-rural-households-in-up,राष्ट्रीय जल जीवन मिशन : जलशक्ति मंत्रालय ने यूपी में 78 लाख ग्रामीण घरों को नल से जल देने का लक्ष्य रखा,"राष्ट्रीय जल जीवन मिशन ने उत्तर प्रदेश सरकार को इस साल 78 लाख ग्रामीण घरों में नल से जल देने के लिए 10,870 करोड़ रुपये का आवंटन किया था। यह नल मार्च 2022 तक लगने हैं। जलशक्ति मंत्रालय में यूपी में जेजेएम को लेकर शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में 735 सप्लाई स्कीम को मंजूरी दी गई है। मंत्रालय ने बताया कि राज्य सरकार के लिए जेजेएम को लागू करने के लिए 23,500 करोड़ रुपयों का प्रावधान किया गया है। मंत्रालय के मुताबिक जल जीवन मिशन को गति प्रदान करने के लिए मंत्रालय ने राज्य सरकार को तुरंत प्रभाव से त्वरित गति से जुटने के लिए कहा है। इस संदर्भ में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 97,000 से अधिक गांव हैं, इनमें 2.64 करोड़ ग्रामीण घर है। इनमें से केवल 12 फीसदी यानी 34 लाख परिवारों को ही नल से जल मिल रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nirav-modi-case-delhi-high-court-says-central-government-should-take-sides-on-the-petition-of-md-ceo-of-allahabad-bank-removed,नीरव मोदी केस : दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा- हटाई गईं इलाहाबाद बैंक की एमडी-सीईओ की याचिका पर केंद्र रखे पक्ष,"इलाहाबाद सीईओ व एमडी के पद से हटाई गईं ऊषा अनंथसुब्रमणियन की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस वी कामेश्वर राव ने शुक्रवार को केंद्र सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए कहा। अगली सुनवाई 18 अप्रैल को रखी गई है। नीरव मोदी द्वारा पंजाब नेशनल बैंक में किए 14000 करोड़ रुपए के फ्रॉड के बाद सरकार ने ऊषा को हटाया था। उसका नाम सीबीआई द्वारा दायर चार्जशीट में भी आया था। वे इलाहाबाद बैंक में आने से पहले पीएनबी में इसी पद पर कार्यरत थी। जनवरी 2018 में मोदी का घोटाला सामने आने के बाद अगस्त 2018 में अनंथसुब्रमणियन पर कार्रवाई हुई थी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-center-should-resolve-the-issue-of-including-private-doctors-in-covid-insurance-scheme-read-national-important-news,"सुप्रीम कोर्ट : कोविड बीमा योजना में निजी डॉक्टरों को शामिल करने का मुद्दा सुलझाए केंद्र, पढ़ें 11 खबरें","सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से कहा कि वह कोविड-19 से लड़ाई के दौरान निजी क्लिनिकों, डिस्पेंसरी और गैर अनुमोदित अस्पतालों में काम करते हुए जान गंवाने वाले निजी डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड बीमा योजना में शामिल करने से संबंधित विवाद सुलझाए। इस योजना के तहत जान गंवाने वालों के परिजनों को 50 लाख रुपये की बीमा राशि मिलती है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और एएस बोपन्ना की पीठ ने केंद्र सरकार का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा, आपको ये मुद्दा सुलझाना होगा। आप बीमा कंपनियों के साथ बैठें क्योंकि इसमें नकद मुआवजा देने की बात है, और स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी समाधान निकालें। केंद्र की नीति का अंतिम लक्ष्य जनता का कल्याण है और इसे सेलेक्टिव नहीं होना चाहिए। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोविड महामारी की शुरुआत में स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए इस बीमा योजना की शुरुआत की थी लेकिन निजी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी इससे बाहर थे। कोविड का इलाज करते हुए जान गंवाने वाले ऐसे कई स्वास्थ्य कर्मियों के परिजनों ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। आइए जानते हैं देश की अन्य महत्वपूर्ण खबरों के बारे में... कलकत्ता हाई कोर्ट ने अभिषेक बनर्जी के निजी सचिव की गिरफ्तारी पर लगाई रोक कलकत्ता हाईकोर्ट ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के निजी सचिव सुमित रॉय की गिरफ्तारी पर अगले छह हफ्ते के लिए रोक लगा दी है। लेकिन इस दौरान उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ जांच में सहयोग करना होगा। एजेंसी द्वारा बुलाए जाने पर उन्हें प्रत्यक्ष या ऑनलाइन पूछताछ में शामिल होना होगा। कोयला तस्करी से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को यह आदेश दिया। रॉय ने उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की ओर से जारी समन को अदालत में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार ने हिरासत प्रमाणपत्र का फॉर्मेट सुधारने को कहा केंद्र सरकार ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दाखिल एक हलफनामे पर असंतोष जाहिर करते हुए निर्देश दिया कि जेल प्राधिकारियों के बीच वितरित किए जाने वाले हिरासत प्रमाणपत्र का फॉर्मेट सुधारे। हिरासत प्रमाणपत्र में अंडरट्रायल व्यक्ति के हिरासत की अवधि समेत अन्य जानकारियां दर्ज होती हैं। जस्टिस एसके कौल और एमएम सुंदरेश की पीठ ने कहा कि प्रमाणप्रत्र में हिरासत में लिए गए व्यक्ति की हिरासत अवधि के बारे में स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए। दरअसल हम राज्य को ये निर्देश देना चाहते हैं कि हिरासत प्रमाणपत्र का फॉर्मेट सही करे और आगे के सभी केसों में नए फॉर्मेट में प्रमाणपत्र जारी किया जाए। शीर्ष अदालत ने एक मामले की सुनवाई करते हुए पिछले महीने राज्य सरकार से एक कैदी का हिरासत प्रमाणपत्र जमा करने को कहा था लेकिन प्रमाणपत्र में चीजें स्पष्ट न होने से उसने ये निर्देश जारी किया। अफवाहों को रोकने की मांग वाली याचिका पर 22 को सुनवाई देश में अफवाहों और भड़काऊ भाषणों को रोकने की गुजारिश करती एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 22 नवंबर को सुनवाई का निर्णय किया है। जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस सीटी रविकुमार ने याचिका में पक्षकार बनाए गए गृहमंत्रालय, विधि मंत्रालय और विधि आयोग को भी याचिका की प्रतिलिपि देने के लिए कहा है। याचिका भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने दायर की है, वह खुद भी अधिवक्ता हैं। बैंक सिर्फ ब्याज लेकर एनपीए से बाहर न निकालें खाते : आरबीआई आरबीआई ने एनपीए खातों को सामान्य खातों में बदलने के नियमों को सख्त करते हुए बैंकों को निर्देश जारी किए हैं। कहा है कि सिर्फ ब्याज लेकर एनपीए हुए खातों को मानक खातों में न बदला जाए। आरबीआई ने कहा, बैंकों को एनपीए खातों को बाहर निकालने के लिए अब भुगतान अवधि के साथ ब्याज और मूल का अलग ब्योरा देना होगा। बकाये का पूरा भुगतान होने के बाद ही खाते को एनपीए से बाहर लाया जाएगा। बैंकों ने कई ग्राहकों से सिर्फ ब्याज लेकर खाते एनपीए से बाहर कर दिए थे। ओएनजीसी को भारतीय कॉरपोरेट जगत का सबसे बड़ा शुद्ध मुनाफा सरकार के कंपनी कर में कटौती से तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) को कॉरपोरेट जगत का सबसे बड़ा लाभ हुआ है। कंपनी को दूसरी तिमाही में 18,347 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ है, जो देश में किसी भी कंपनी का अब तक का सर्वाधिक तिमाही शुद्ध लाभ है। ओएनजीसी ने शुक्रवार को बताया कि तेल की ऊंची कीमतों व 8,541 करोड़ के कर लाभ से शुद्ध लाभ अधिक रहा। इससे पहले इंडियन ऑयल को जनवरी-मार्च 2013 में 14,512.81 करोड़ का लाभ हुआ था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का सफल ऑपरेशन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (61) की रीढ़ की हड्डी का सफल ऑपरेशन शुक्रवार को हो गया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि एचएन रिलायंस अस्पताल में ऑपरेशन के बाद वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है। कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अजीत देसाई और स्पाइन सर्जन डॉ. शेखर भोजराज ने बताया कि मुख्यमंत्री की हालत स्थिर है और वे पहले से बेहतर महूसस कर रहे हैं। केरल : 16 नवंबर से खोले जाएंगे सबरीमला मंदिर के द्वार केरल में सबरीमला मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए 16 नवंबर से खुल जाएंगे। श्राइन बोर्ड ने बताया कि 15 नवंबर को शाम पांच बजे लॉर्ड अयप्पा का मंदिर खुलेगा। इसके बाद पूजा अर्चना की जाएगी। 16 नवंबर से रोजाना 30 हजार श्रद्धालु लॉर्ड अयप्पा के दर्शन कर सकेंगे। लॉर्ड अयप्पा के दर्शन के लिए जाने वाले हर व्यक्ति को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट रखनी होगी जो 72 घंटे से पुरानी नहीं होनी चाहिए। 20 जनवरी 2022 को मंदिर बंद हो जाएगा। अरुणाचल में एयरगन सरेंडर अभियान में 90 गन जमा हुईं अरुणाचल प्रदेश में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए शुरू किए गए एयरगन सरेंडर अभियान के तहत 90 एयरगन सरेंडर हुई हैं। अरुणाचल प्रदेश के वनमंत्री मामला नातुंग ने बताया कि एयरगन सरेंडर अभियान की शुरुआत 17 मार्च 2020 को हुई थी। बाद में इस अभियान को एयरगन से अपग्रेड करते हुए लाइसेंस गन्स कर दिया गया था जिससे वन्य जीवों पर इन हथियारों का इस्तेमाल न हो सके। इसके तहत अब तक कुल दो हजार से अधिक तरह की गन लोगों ने सरकार को सौंप दी है। पीएम के नेतृत्त्व में भारत को वैश्विक स्तर पर विशेष स्थान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्त्व में भारत को वैश्विक स्तर पर विशेष स्थान और प्रतिनिधित्त्व मिल रहा है। दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में आयोजित डिप्लोमेटिक कॉन्क्लेव 2021 में उन्होंने कहा कि शिक्षा और विदेश मंत्रालय शिक्षा जगत के आधुनिकीकरण और अंतरराष्ट्रीयकरण में लगा हुआ है। इलेक्ट्रॉनिक निगरानी पर नहीं दी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इलेक्ट्रॉनिक निगरानी को लेकर मांगी गई सूचना न देने के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र को अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। इसे लेकर दायर एक याचिका पर यह निर्देश दिए गए। अगली सुनवाई 2 दिसंबर को होगी। याचिकाकर्ता इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक अपार गुप्ता ने बताया कि उन्हाेंने आरटीआई में यह सूचना मांगी थी, जो नहीं दी गई। याची के अनुसार वे दिसंबर 2018 से अब तक इसे लेकर छह आरटीआई दायर कर चुके हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/fire-breaks-out-in-various-houses-of-jakkuva-village-in-andhra-pradesh,"दुखद: आंध्र प्रदेश में एक गांव के कई घर हुए जलकर राख, काफी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू","आंध्र प्रदेश के विजयनगरम के मेंटाडा मंडल के जक्कुवा गांव के कई घरों में बीती रात करीब 10 बजे आग लग गई। आग इतनी भयानक थी, जिसको काफी दूर से देखा जा सकता था। विजयनगरम डीसी सूर्य कुमारी ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है। आग में अपने घरों को खोने वालों को स्थानीय स्कूल में ठहराया जा रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-860-new-cases-in-west-bengal-for-the-second-day-assam-withdraws-exemptions-from-attending-office-due-to-pandemic-given-to-women-employees,"कोरोना : बंगाल में दूसरे दिन भी आठ सौ से ज्यादा नए मामले, असम ने महिला कर्मचारियों को दी गई रियायत वापस ली","पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को 860 नए मामले सामने आने पर कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 16,02,446 हो गई। एक ओर जहां 860 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, वहीं दूसरी ओर 14 लोगों की मौत भी दर्ज की गई। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 19,294 हो गई है। उधर, असम सरकार ने महिला कर्मचारियों को दी गई रियायत वापस ले ली है। जानकारी के अनुसार, प्रदेश में शुक्रवार को कोलकाता में सबसे अधिक 233 नए मामले दर्ज किए गए, इसके बाद उत्तर 24 परगना जिले में 148 मामले दर्ज हुए। राज्य के 23 जिलों में से केवल इन दो जिलों में तीन अंकों के आंकड़े दर्ज किए गए। उत्तर 24 परगना जिले में पांच ताजा मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि कोलकाता में चार और पूर्व बर्धमान जिले में दो और मौतें दर्ज हुई हैं। उत्तर 24 परगना जिले में पांच ताजा मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि कोलकाता में चार और पूर्व बर्धमान जिले में दो और मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में अभी 8,000 सक्रिय मामले हैं, जबकि पिछले 24 घंटों में 819 मरीजों के ठीक होने के साथ ही अब तक कुल 15,75,152 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं। पश्चिम बंगाल ने पिछले 24 घंटों में लिए गए 41,113 नमूनों सहित कोविड-19 के कुल 1.96 करोड़ से अधिक नमूनों का परीक्षण किया है। असम : कार्यालय जाने से छूट वापस ली गई असम सरकार ने कोविड-19 की स्थिति में हुए सुधार के मद्देनजर शुक्रवार को महिला कर्मचारियों को कार्यालय जाने से दी गई छूट वापस ले ली। यह रियायत उन महिलाओं को दी गई थी जो गर्भवती हैं या फिर जिनके बच्चे तीन साल से कम उम्र के हैं। सरकार ने रियायत वापस लेने के संबंध में आदेश जारी किया है। राज्य में कोविड-19 टीकाकरण के तहत पात्र आबादी के 95 प्रतिशत लोगों को पहले ही पहली खुराक लगाई जा चुकी है। इसी वजह से सरकार ने सभी कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य करने के लिए यह आदेश पारित किया है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की राज्य कार्यकारी समिति के अध्यक्ष के रूप में मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ के हस्ताक्षर वाले इस आदेश में कहा गया है कि गर्भवती महिला कर्मचारियों और 3 साल या उससे कम उम्र के बच्चों वाली महिला कर्मचारियों जो किसी भी सरकारी/सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम/वित्तीय संस्थानों/निजी संगठनों के तहत कार्यरत हैं; के लिए दी गई रियायत को वापस ले लिया गया है। इसमें आगे कहा गया है कि सरकारी कर्मचारी, चाहे वह संविदा पर हों या स्थायी, केवल अधिकृत अवकाश पर रहने वालों को छोड़कर अन्य सभी को कार्यालय में उपस्थित होना होगा। आदेश में कहा गया है कि यह निर्णय राज्य में समग्र परिदृश्य में हुए काफी सुधार के मद्देनजर लिया गया है। प्रदेश में करीब 31 फीसदी पात्र आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराक लगाई जा चुकी हैं। सरकार ने 20 अप्रैल 2021 को पांच साल से कम उम्र के बच्चों वाली महिलाओं और गर्भवतियों को घर से काम करने की रियायत दी थी। हालांकि इस रियायत को 17 अगस्त को संशोधित कर बच्चों की उम्र का मानक घटाकर तीन साल कर दिया गया था। परंतु अब इस रियायत को पूरी तरह से वापस ले लिया गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nia-files-chargesheet-against-seven-maoists-for-conspiracy-to-wage-war-against-govt,"हैदराबाद: सात माओवादियों के खिलाफ एनआईए ने दायर की चार्जशीट, सरकार के खिलाफ जंग छेड़ने का आरोप","एनआईए ने शुक्रवार को प्रतिबंधित भाकपा माओवादी पार्टी के सात सदस्यों के खिलाफ हैदराबाद की विशेष अदालत में आरोप पत्र दायर कर दिया। इन पर लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार के खिलाफ जंग की आपराधिक साजिश रचने, आतंकी कृत्य करने और देश के सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले के आरोप लगाए गए हैं। चार्जशीट में इन सभी आरोपियों पर भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं, गैर कानूनी गतिविधियां निवारक कानून (UAPA), विस्फोटक सामग्री निरोधक कानून के तहत आरोप लगाए गए हैं। एनआईए के जांच अधिकारी ने बताया कि मामले के चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और तीन फरार हैं। आरोप पत्र में मुथु नागराजू (37), कोम्मराजुला कनुकैया (31), सुरा सरैया (तेलंगाना) को नामजद किया गया है। इनके अलावा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की माडवी हिडमा, जो भाकपा (माओवादी) की पहली बटालियन पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की स्वयंभू कमांडर भी हैं, के साथ तेलंगाना राज्य समिति के सदस्य और 49 वर्षीय कोय्यादा सांबैया के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। सीपीआई (माओवादी) की बदराद्री कोठागुडेम-पूर्वी गोदावरी (डीके-ईजी) डिवीजनल कमेटी के सचिव, तेलंगाना के 26 वर्षीय मदकम कोसी और चेरला एरिया कमेटी (दलम) के स्वयंभू कमांडर और तेलंगाना के 43 वर्षीय वल्लेपु स्वामी के भी नाम हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक अधिकारी ने बताया कि सातों आरोपियों के खिलाफ मामला फरवरी में तेलंगाना में दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि हिडमा, सांबैया, कोसी सहित भाकपा (माओवादी) के शीर्ष सदस्यों ने सुरक्षा कर्मियों पर हमले सहित आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की तैयारी करके लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए कुछ भूमिगत कार्यकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू) के साथ आपराधिक साजिश रची थी। ओजीडब्ल्यू ने फरवरी में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लाइसेंस प्राप्त फर्मों से 500 किलोग्राम बूस्टर, 400 जिलेटिन स्टिक, 400 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 5,500 गैर-इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 5,490 सुरक्षा फ्यूज और अन्य सामग्री और मशीनरी सहित विस्फोटक खरीदे और उन्हें वाहनों के माध्यम से ले जाया गया। वन विभाग के कर्मियों के वेश में उन्हें तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा क्षेत्र में हिडमा और अन्य माओवादियों के पास पहुंचाया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-makes-progress-in-child-vaccination-against-diarrhoea-pneumonia-amid-pandemic-report-latest-news-update,रिपोर्ट में खुलासा: महामारी के बावजूद निमोनिया और डायरिया के खिलाफ टीकाकरण में वृद्धि,"कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद भारत ने 2020 में बच्चों को डायरिया और निमोनिया के खिलाफ टीकाकरण में प्रगति हासिल की है। जॉन हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में अंतर्राष्ट्रीय टीका पहुंच केंद्र (आईवीएसी) की ओर से विश्व न्यूमोनिया दिवस के मौके पर शुक्रवार को जारी में रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने न्यूमोनिया के खिलाफ लगाए जाने वाले न्यूमोकोकल वैक्सीन के टीकाकरण में छह फीसदी की बढ़त हासिल की है। यह 2019 में 15 फीसदी थी जो 2020 में बढ़कर 21 फीसदी हो गई। वहीं, डायरिया के खिलाफ टीकाकरण में 29 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। अक्तूबर 2021 में, यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम के तहत न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन का देशभर में विस्तार शुरू किया गया था, जिससे यह पहली बार पूरे भारत में सार्वभौमिक उपयोग के लिए उपलब्ध हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वर्तमान में निमोनिया और डायरिया से होने वाली मौतों का वैश्विक बोझ पांच साल से कम उम्र के बच्चों में सबसे ज्यादा है और इस तरह की सालाना अनुमानित 2,33,240 मौतें होती हैं, जो प्रति दिन 640 बच्चों के बराबर है। दुनियाभर में बच्चों को जानलेवा डायरिया से सुरक्षा प्रदान करने वाला रोटा वायरस वैक्सीन का भारत में विस्तार हुआ है। 2019 में रोटा वायरस वैक्सीन का टीकाकरण 53 फीसदी था, जो कि साल 2020 में बढ़कर 82 फीसदी पर पहुंच गया। रिपोर्ट के मुताबिक भारत सहित 15 देशों में बच्चों को लगने वाले डीटीपी (डिप्थेरिया, टिटनस, पर्ट्युसिस), खसरा और इंफ्लुएंजा टाइप बी वैक्सीन के टीके में औसतन दो फीसदी की कमी दर्ज की गई है। वैश्विक टीकाकरण अनुमान के मुताबिक वर्ष 2020 में 2.3 करोड़ बच्चे नियमित स्वास्थ्य सेवाओं के तहत टीका नहीं ले पाए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nitin-gadkari-will-sign-a-file-in-which-carmakers-will-be-asked-to-make-engines-that-can-run-on-100-percent-bio-ethanol,गडकरी का एलान: 'कार निर्माताओं को 100 फीसदी बायो-एथेनॉल पर चलने वाले इंजन बनाने के निर्देश देंगे'," सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी महंगे पेट्रोल-डीजल से छुटकारा देने के लिए एक बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं। सोमवार को एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं अगले 2-3 दिनों में एक फाइल पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं, जिसमें कार निर्माताओं को 100 फीसदी बायो-एथेनॉल से चलने वाले इंजन बनाने के लिए कहा जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार एथेनॉल की बढ़ी हुई आपूर्ति के साथ फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाले वाहनों को जल्द से जल्द पेश करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि 100 फीसदी बायो-एथेनॉल पर चलने वाले फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों के रोलआउट के साथ ही एथेनॉल की मांग तुरंत 4 से 5 गुना तक बढ़ जाएगी। जल्द अनिवार्य होंगे खास फ्यूल वाले इंजन परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ समय पहले बताया था कि सरकार ने पेट्रोल-डीजल की निर्भरता को कम करने के लिए नया तरीका ईजाद किया है। उन्होंने कहा था कि सरकार फ्लेक्स फ्यूल इंजन को अगले कुछ महीनों में अनिवार्य करने जा रही है। ये नियम हर तरह के वाहनों के लिए बनाया जाएगा। सभी ऑटो कंपनियों को आदेश दिए जाएंगे कि वाहनों में फ्लेक्स फ्यूल इंजन का इस्तेमाल करें। भारत में केवल तीन एथेनॉल स्टेशन भारत में अभी सिर्फ पुणे ही इकलौता शहर है जहां तीन एथेनॉल स्टेशन हैं। इसी साल पांच जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन E- 100 एथेनॉल डिस्पेंसिंग स्टेशन की शुरुआत की थी। विशेषज्ञों के मुताबिक, पायलट प्रोजेक्ट के तहत पुणे में कुछ एथेनॉल फ्यूल बेस्ड गाड़ियां चलाई जा रही हैं। एथेनॉल के इस्तेमाल में ब्राजील नंबर वन दुनिया भर में ब्राजील में सबसे ज्यादा गन्ने की पैदावार होती है। जिसकी वजह से ब्राजील में एथेनॉल का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है। 40 साल पहले ब्राजील ने एथेनॉल पर काम करना शुरू कर दिया था और वर्तमान में ब्राजील ने तेल का आयात घटा दिया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/kerala-high-court-asked-the-kerala-government-is-it-building-the-road-keeping-in-mind-the-future-or-to-save-the-old-remains,"केरल सरकार से हाईकोर्ट ने पूछा : सड़क भविष्य को ध्यान में रखते हुए बना रहे, या पुराने अवशेष बचाने के लिए"," पैसा कम होने से केरल सरकार राज्य में एक सड़क की चौड़ाई 12-16 मीटर से घटाकर 8-10 मीटर कर रही थी। एक याचिका की सुनवाई में केरल हाईकोर्ट ने सोमवार को सरकार से पूछा कि वह सड़क भविष्य को ध्यान में रखते हुए बना रही है या किसी पुराने अवशेष को सुरक्षित रखने का काम कर रही है? पैसे की कमी की वजह से सरकार ने घटा दी थी सड़क की चौड़ाई सरकार को निर्णय पर फिर से विचार करने का निर्देश देते हुए हाईकोर्ट ने कहा ‘पैसों की कमी बता कर सड़क की चौड़ाई कम करना सही नहीं होगा। सड़कों का निर्माण भविष्य को देखते हुए होना चाहिए, न कि इसे पुराने अवशेष सहेजने जैसा काम समझना चाहिए।’ यह याचिका भूमि अधिग्रहण से जुड़े मसले पर दायर हुई थी। अगली सुनवाई 14 दिसंबर को रखी गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-reached-13-countries-japan-closed-doors-for-foreigners-condition-of-seven-days-quarantine-in-india,"ओमिक्रॉन 13 देशों में पहुंचा : विदेशियों के लिए जापान ने बंद किए दरवाजे, भारत में भी सात दिन क्वारंटीन रहने की शर्त"," कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमिक्रॉन 13 देशों में पहुंच चुका है। इस खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने नए दिशा-निर्देश में कहा कि ओमिक्रॉन प्रभावित देशों से यात्रियों को भारत पहुंचते ही अनिवार्य कोरोना जांच के साथ सात दिन एकांतवास में रहना होगा। उधर, जापान ने सोमवार को विदेशियों के लिए अपनी सीमाओं को बंद करने की घोषणा की। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने ओमिक्रॉन की वजह से इस्राइल के बाद सबसे सख्त कदम उठाए हैं। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा है कि अब तक की सबसे खराब स्थिति को रोकने के लिए जापान मंगलवार से एहतियात के तौर पर विदेशियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर देगा। पीएम ने इसे अस्थायी और असाधारण उपाय बताया, जो सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। ओमिक्रॉन के बारे में स्पष्ट जानकारी न मिलने तक उन्होंने ये उपाय जरूरी बताए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सभी सदस्य देशों को चेताया है कि ओमिक्रॉन के कुछ क्षेत्रों में गंभीर परिणाम हो सकते हैं और इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने की आशंका है। वहीं, ब्रिटेन ने सोमवार कहा है कि वह शक्तिशाली देशों के समूह जी-7 के स्वास्थ्य मंत्रियों की तत्काल एक बैठक बुला रहा है। इसके साथ ही ब्रिटेन ने बताया कि ओमिक्रॉन के मामलों में तेजी से वृद्धि के चलते वैक्सीन की बूस्टर डोज देने के कार्यक्रम को वह आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। दूसरी तरफ सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के साथ टीकाकरण के आधार पर शुरू की गई यात्रा सुविधाओं को फिलहाल टालने का फैसला किया है। इससे पहले इस्राइल ने रविवार की मध्यरात्रि से प्रतिबंध लागू कर दिया। दक्षिण अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा चुके ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि जानकारी के आधार पर समझदारी से निर्णय लिया जाएगा। एक राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक के बाद एक दिसंबर से कुशल प्रवासियों और छात्रों के लिए सीमाओं को फिर से खोलने की योजना की समीक्षा की जाएगी। भारत ने भी बुधवार से सभी हवाई अड्डों पर जोखिम वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड-19 परीक्षण के आदेश दिए हैं। एजेंसी टीकाकरण तेज करने की सलाह डब्ल्यूएचओ ने सदस्यों से उच्च प्राथमिकता वाले समूहों के टीकाकरण में तेजी लाने और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त बनाए रखने का आग्रह किया है। अमेरिका में राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक डॉ. फ्रांसिस कॉलिन्स ने कहा कि अभी तक कोई डाटा यह नहीं बताता है कि ओमिक्रॉन कोविड-19 के पिछले किसी वैरिएंट की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। हालांकि, इसके तीव्र प्रसार की क्षमताओं को अनदेखा नहीं किया जा सकता। कॉलिन्स ने कहा कि हम नहीं जानते कि यह डेल्टा की तुलना में कितना खतरनाक है। फिलहाल, टीकाकरण, बूस्टर डोज, शरीरिक दूरी और मास्क जैसे उपायों पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति के सलाहकार महामारी विशेषज्ञ डा. फॉसी ने कहा कि ओमिक्रॉन से जुड़ी सटीक जानकारी आने में अभी कम से कम दो सप्ताह लगेंगे। इसके बाद ही ओमिक्रॉन की तीव्रता, प्रसार और अन्य विशेषताओं का पता लगेगा। बाजारों में मिलीजुली प्रतिक्रिया ओमिक्रॉन वायरस को लेकर सटीक जानकारी के अभाव में दुनियाभर के वित्तीय बाजारों में मिलाजुला असर रहा। पिछले हफ्ते जब नए वैरिएंट की जानकारी सामने आई थी तो बाजारों में हड़कंप मच गया था। अब तक इन देशों में आए मामले स्कॉटलैंड, पुर्तगाल, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, बोत्सवाना, ब्रिटेन, कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, इस्राइल, इटली, नीदरलैंड और दक्षिण अफ्रीका। कुछ यूरोपीय देशों में भी मामले सामने आए हैं। स्कॉटलैंड व पुर्तगाल में मिले नए मामले स्कॉटलैंड में ओमिक्रॉन से संक्रमित छह लोगों की पहचान की गई है। इन लोगों के साथ ब्रिटेन में कुल नौ लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हो चुके हैं। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि स्कॉटलैंड के कुछ संक्रमितों ने तो जोखिम वाले क्षेत्रों की यात्रा भी नहीं की है, जिससे सामुदायिक प्रसार की आशंका नजर आती है। स्कॉटलैंड के स्वास्थ्य मंत्री हमजा यूसुफ ने कहा कि फिलहाल तेजी से उन लोगों को खोजने की कोशिश की जा रही है, जो संक्रमितों के संपर्क में आए हैं। पुर्तगाल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि लिस्बन स्थित बेलेनेंसेस सॉकर क्लब के 13 खिलाड़ी ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से एक खिलाड़ी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटा है। एक-दो खिलाड़ियों में हल्के लक्षण दिखे हैं अन्य में कोई लक्षण सामने नहीं आए हैं। खिलाड़ियों के संपर्क में आए लोगों को एकांत में रखा गया है। इनकी जांच के साथ सुरक्षात्मक उपाय अपनाए गए हैं। दक्षिण अफ्रीका में नहीं होगा पूर्ण लॉकडाउन : राष्ट्रपति रामफोसा दक्षिण अफ्रीका में कोविड के ओमिक्रॉन स्वरूप का पता लगने के बाद से विश्व स्तर पर दहशत के बीच यह देश अपनी पांच-स्तरीय लॉकडाउन रणनीति के सबसे निचले स्तर पर बना रहेगा। राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने घोषणा की कि अर्थव्यवस्था में व्यवधानों को सीमित करते हुए महामारी के प्रबंधन के तरीके खोजने होंगे। उन्होंने 20 से ज्यादा देशों द्वारा लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों की सख्त आलोचना भी की। भारत सरकार ने जारी किए संशोधित दिशा-निर्देश, 1 दिसंबर से होंगे लागू कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमिक्रॉन 13 देशों में पहुंच चुका है। इस खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने नए दिशा-निर्देश में कहा कि ओमिक्रॉन प्रभावित देशों से यात्रियों को भारत पहुंचते ही अनिवार्य कोरोना जांच के साथ सात दिन एकांतवास में रहना होगा। सोमवार को जारी नए दिशानिर्देश के तहत ‘चिह्नित खतरे वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों को निगेटिव रिपोर्ट मिलने पर भी घर पर एकांतवास में रहना पड़ेगा, भले ही उन्होंने पूर्ण टीकाकरण करा रखा हो। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, सरकार ने सतर्कता के मद्देनजर यह कदम उठाया है। नए दिशानिर्देश 1 दिसंबर से प्रभावी होंगे। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 दिसंबर से सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के निर्णय की समीक्षा करने के लिए कह चुके हैं। अभी केवल द्विपक्षीय या बायोबबल समझौते के अनुसार विशेष उड़ानें चलाई जा रही हैं। निर्देश के मुताबिक, भारत से बाहर जाने वाले यात्रियों को भी यात्रा से 72 घंटे पहले कोविड जांच करानी होगी। मंत्रालय ने राज्यों को भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच पर कड़ी निगरानी के लिए कहा है। सभी नमूनों की भी जीनोम सिक्वेंसिंग होगी। इन देशों में वायरस ने पसारे पांव ओमिक्रॉन बोत्सवाना से शुरू होकर अब दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, जर्मनी, नीदरलैंड, पुर्तगाल, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, बेल्जियम, इस्राइल, चेक रिपब्लिक और हांगकांग पहुंच चुका है। सऊदी ने भारत से आने वालों पर रोक हटाई कोच्चि। केंद्र सरकार ने केरल हाईकोर्ट को बताया कि सऊदी अरब ने भारत से आने वाले लोगों पर रोक हटा ली है। कोवाक्सिन को सऊदी अरब पहले मान्यता नहीं दे रहा था। अब उसने यात्रा प्रतिबंध वापस ले लिए हैं। अब यह जरूरी... पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को एकांतवास में रखा जाएगा व क्लिनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल के अनुसार उपचार किया जाएगा। साथ ही, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भी लिया जाएगा। निगेटिव मिले यात्रियों को हवाईअड्डे से जाने की अनुमति होगी, लेकिन 7 दिन के लिए घर पर एकांतवास में रहना पड़ेगा। आठवें दिन उन्हें दोबारा जांच करानी होगी। बिना खतरे वाले देशों से भी आने वाले पांच फीसदी यात्रियों की एयरपोर्ट पर रैंडम आधार पर जांच होगी। एकांतवास में रखे गए पॉजिटिव व्यक्ति या रैंडम जांच वाले यात्री के सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/assam-one-youth-killed-and-two-others-injured-in-mob-attack-in-jorhat-district,"असम : जोरहाट जिले में भीड़ के हमले में एक युवक की मौत, दो अन्य घायल"," असम के जोरहाट जिले में भीड़ द्वारा किए गए हमले में एक युवक की मौत हो गई। जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए। हमलावरों की संख्या पचास बताई जा रही है। मृतक की पहचान गोलाघाट जिले के खुमताई के रहने वाले 30 वर्षीय अनिमेष भुइयां के रूप में हुई है। पुलिस ने अभी तक एक आरोपी की गिरफ्तारी की बात कही है। हमलावरों की संख्या 50 बताई जा रही है, क्षेत्र में तनाव घटना के बाद पूरे क्षेत्र मे तानव है और पूरा शहर बंद कर दिया गया। भूइंया ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं। पुलिस के मुताबिक घटना जोरहाट के डाउनटाउन इलाके में एक पिकअप स्टॉप पर हुई। रिपोर्टों के अनुसार, ब्रह्मपुत्र अंचलिक छात्र संस्था (गोलाघाट इकाई) शिक्षा सचिव अनिमेष भुइयां, मृदुस्मंत बरुआ (स्थानीय टीवी चैनल पत्रकार) और एक अन्य युवा के साथ बैठक में हिस्सा लेने जोरहाट जा रहे थे। बताया जा रहा है कि सड़क पर एक व्यक्ति गिर गया। उन्होंने उस व्यक्ति की सहायता की। लेकिन लोगों को लगतफहमी हो गई कि उनके द्वारा यह हादसा हुआ है। इस बात पर बहस हो गई औऱ बात मारपीट तक आ गई। लेकिन वास्तविकता यह थी कि वे उस घटना में शामिल नहीं थे, तो उस व्यक्ति की मदद कर रहे थे। इसके बाद बात इतनी आगे बढ़ कि भीड़ ने भुइयां औऱ उनके साथ आए दोनों युवाओं को घेर लिया औऱ उनकी पिटाई शुरू कर दी। जब तक पुलिस पहुंचती, उनको काफी चोट आ चुकी थी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/respiratory-crisis-if-states-fail-to-deal-with-air-pollution-then-the-supreme-court-will-form-a-task-force,"सांसों पर संकट : वायु प्रदूषण से निपटने के लिए राज्य नाकाम रहते हैं, तो सुप्रीम कोर्ट बनाएगा टास्क फोर्स"," सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण पर गहरी चिंता व्यक्त की। कोर्ट ने कहा कि अगर केंद्र और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के सुझाए कदमों को उठाने में राज्य विफल रहते हैं, तो वह टास्क फोर्स का गठन कर सकता है। सांसों पर संकट : वायु प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए गए कदमों का ब्योरा तलब चीफ जस्टिस एनवी रमण, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने केंद्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब को निर्देशों का अनुपालन दिखाने के लिए कहा है। कोर्ट अब बृहस्पतिवार को फिर मामले की सुनवाई करेगा। आदित्य दुबे की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से पूछा, क्या आयोग अपने आप कदम उठाने के बजाय राज्यों को केवल अदालत के निर्देश दे रहा है? पीठ ने मेहता से सवाल किया, ‘हमें बताएं, क्या राज्य निर्देशों का पालन कर रहे हैं? नहीं तो हम टास्क फोर्स बनाएंगे।’ सुनवाई में याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने कहा, सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत चल रही निर्माण गतिविधि भी दिल्ली में वायु प्रदूषण को बढ़ा रही है। उन्होंने कोर्ट से इसे रोकने के लिए निर्देश जारी करने को कहा। जमीन पर नतीजा शून्य पीठ ने सॉलिसिटर जनरल से हलफनामा दाखिल कर बताने को कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार के नियंत्रण वाले इलाकों में वायु प्रदूषण रोकने के लिए क्या किया है? शीर्ष अदालत ने कहा, निर्देश जारी कर दिए हैं...अथॉरिटी को उम्मीद है कि सब अच्छा होगा। लेकिन जमीनी स्तर पर नतीजा शून्य है। कोर्ट ने कहा, केंद्र का कहना है, वह कदम उठा रहा है, फिर भी प्रदूषण का स्तर खराब होता जा रहा है और कोरोना वायरस का खतरा भी मंडरा रहा है। राज्य बताएं, मजदूरों की मदद के लिए क्या किया दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने पीठ को बताया कि निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध के कारण प्रभावित करीब 2.90 लाख मजदूरों को निर्माण मजदूर कल्याण कोष से पांच-पांच हजार रुपये दिए जा चुके हैं। पीठ ने एनसीआर के दूसरे राज्यों से भी इसकी जानकारी तलब की। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने मजदूरों की स्थिति देखते हुए राज्यों को यह निर्देश दिए थे। कोर्ट ने पाया कि कोष में हजारों करोड़ रुपये बिना उपयोग के पड़े हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/odisha-padma-shri-awardee-teacher-nanda-prusty-admitted-to-a-hospital-in-kollajpur-district,ओडिशा : पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक नंदा प्रुस्टी को जाजपुर जिले के एक अस्पताल में कराया गया भर्ती," पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक नंदा प्रुस्टी को सोमवार को ओडिशा के जाजपुर जिले के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जाजपुर जिला अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि शिक्षक नंदा प्रूस्टी पिछले एक महीने से बीमार है और उन्हें बुखार, खांसी और अन्य बुढ़ापे की बीमारियों से पीड़ित है। डॉक्टर प्रवास रंजन पांडा ने कहा कि सुकिंडा प्रखंड के कांटीरा गांव के निवासी शताब्दी का इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) और एक्स-रे हुआ है। उन्होंने कहा, ईसीजी रिपोर्ट सामान्य है, लेकिन अभी एक्स-रे रिपोर्ट का इंतजार है। डॉक्टर ने कहा, उनकी हालत स्थिर है और हम उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी कर रहे हैं। संयोग से उनके बेटे गणेश्वर प्रस्ती को एक दिन पहले भूमि विवाद को लेकर उनके दो पड़ोसियों ने कथित तौर पर पीटा था। रविवार दोपहर को यह घटना हुई जब गणेश्वर प्रस्ती स्थानीय बाजार से अपने पिता के लिए दवा खरीदकर घर लौट रहे थे। गणेश्वर ने पुलिस शिकायत में कहा, जब मैं मदद के लिए चिल्लाया, तो दोनों ने मुझे एक झाड़ी में फेंक दिया और भाग गए। उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है। सुकिंडा पुलिस थाने के निरीक्षक शिव चरण बेहरा ने कहा कि शिकायत में नंदा प्रूर्टी पर किसी हमले या धमकी का जिक्र नहीं है। शिव चरण बेहरा ने कहा, संदिग्ध शिकायतकर्ता के निकटतम पड़ोसी हैं और घटना जमीन से संबंधित विवाद है। नंदा मास्टर के नाम से मशहूर नंदा प्रुस्टी को शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में उनके लंबे योगदान के लिए नौ नवंबर को पद्मश्री से नवाजा गया था। प्रस्टी, जिन्हें सातवीं कक्षा के बाद पढ़ाई बंद करनी पड़ी थी, निरक्षरता को मिटाने के मिशन पर हैं। वह दशकों से कंटीरा और आसपास के गांवों के बच्चों और वयस्कों को एक अस्थायी शेड में मुफ्त पढ़ाते हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/coronavirus-omicron-variant-dangers-nations-over-the-world-and-states-of-india-announce-measures-of-quarantine-for-international-passengers-news-and-updates,"ओमिक्रॉन का खतरा: नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुबह 10.30 बजे राज्यों के साथ करेंगे बैठक","खास बातें बेंगलुरु ग्रामीण के स्वास्थ्य अफसर बोले- हमने केरल और महाराष्ट्र से बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट और वैक्सिनेशन रिपोर्ट के बेंगलुरु आ रहे यात्रियों के मुद्दे पर भी चर्चा की। लाइव अपडेट 10:30 AM, 30-Nov-2021 देहरादून में 14 लोगों को किया गया होम आइसोलेट, छह दक्षिण अफ्रीका के उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विदेश से लौटने वाले 14 लोगों को होम आइसोलेट किया गया है। इनके सैंपल RT-PCR टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं। इनमें से छह लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं। 09:43 AM, 30-Nov-2021 ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण आज राज्यों के साथ कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर सुबह 10.30 बजे समीक्षा बैठक करेंगे। 08:41 AM, 30-Nov-2021 उत्तर प्रदेश के वृंदावन में कुल चार विदेशी यात्री संक्रमित उत्तर प्रदेश के वृंदावन में एक और विदेशी यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। जिले में अब कुल चार संक्रमित हो गए हैं। 08:37 AM, 30-Nov-2021 पिछले 15 दिनों में अफ्रीकी देशों से 1000 यात्री मुंबई पहुंचे अधिकारियों के अनुसार पिछले 15 दिनों में अफ्रीकी देशों से कम से कम 1,000 यात्री मुंबई पहुंचे। 07:50 AM, 30-Nov-2021 ओमिक्रॉन का खतरा: नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुबह 10.30 बजे राज्यों के साथ करेंगे बैठक दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का डर बढ़ता जा रहा है। जहां कई देशों ने विदेशी उड़ानों के आने पर रोक लगाने से जुड़ी गाइडलाइंस जारी करनी शुरू कर दी हैं, वहीं भारत में राज्य स्वतंत्र तौर पर इससे जुड़े फैसले ले रहे हैं। इस बीच बेंगलुरु ग्रामीण के जिला स्वास्थ्य अफसर टिप्परस्वामी ने कहा कि बेंगलुरु आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री जिनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव भी आई है, उन्हें सात दिन अनिवार्य क्वारंटीन में रहना होगा। सात दिन बाद उनका फिर से टेस्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी 598 ऐसे विदेशी यात्री निगरानी में रखे गए हैं। टिप्परस्वामी ने आगे कहा, ""हमने केरल और महाराष्ट्र से बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट और वैक्सिनेशन रिपोर्ट के बेंगलुरु आ रहे यात्रियों के मुद्दे पर भी चर्चा की। हमने पहले ही एयरलाइंस को अनिवार्य तौर पर यात्रियों की इन रिपोर्ट्स की जांच के लिए कह दिया है। इनके बिना किसी भी यात्री को सफर नहीं करने देने के निर्देश दिए गए हैं।""",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/on-the-allegations-of-whistleblower-sophie-zhang-the-parliamentary-committee-has-summoned-from-facebook,फेसबुक से सवाल : हेट स्पीच पर रोक की व्यवस्था क्या है? संसदीय समिति रटे-रटाए जवाब से असंतुष्ट," सूचना एवं तकनीक से संबंधित संसद की स्थाई समिति ने सोमवार को फेसबुक के प्रतिनिधियों से कंपनी की पूर्व कर्मचारी और अब व्हिसलब्लोअर सोफी झांग और फ्रांसेस हॉगेन के आरोपों के बारे में जवाब-तलब किया। सूत्रों ने बताया कि समिति झांग तथा हॉगेन को अपने सामने गवाही के लिए बुलाने पर भी विचार कर रही है। दोनों व्हिसलब्लोअर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पक्षपाती रवैया अपनाने और पर्याप्त नियामकीय व्यवस्था न करने के आरोप लगाए हैं। झांग ने तो संसदीय समिति के सामने दस्तावेज प्रस्तुत कर फेसबुक पर हेट स्पीच से संबंधित पोस्टों पर कार्रवाई नहीं करने की बात कही है। फेसबुक की ओर से सोमवार को इंडिया पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर शिवनाथ ठुकराल समिति के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए। उनसे नागरिकों की सुरक्षा के अधिकार, सोशल मीडिया/ऑनलाइन न्यूज के दुरुपयोग, फेसबुक के प्लेटफॉर्म पर महिलाओं की सुरक्षा जैसे विषयों के अलावा झांग के आरोपों से जुड़े सवाल भी पूछे गए। भारत केंद्रित सवाल पूछे गए समिति ने ठुकराल से हेट स्पीच पर लगाम लगाने के तरीकों के बारे में भी पूछा है। हेट स्पीच से जुड़े मुद्दे को लेकर फेसबुक पूरी दुनिया में निशाने पर है। समिति ने पूछा कि कंपनी हेट स्पीच को रोकने के लिए क्या तरीका अपनाती है। फेसबुक से खासकर भारत केंद्रित सवाल पूछे गए कि आखिर ऐसे देश में जहां इतनी भाषाएं हैं, वहां अलग-अलग भाषाओं में हेट स्पीच से संबंधित पोस्ट की निगरानी कैसे की जाती है? सूत्रों ने बताया कि फेसबुक की ओर से वही रटा-रटाया जवाब दिया गया कि निजता और सुरक्षा के लिए कंपनी ने प्रभावी व्यवस्था कर रखी है और इस मुद्दे पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाती है। समिति के सदस्य फेसबुक के जवाब से संतुष्ट नहीं थे। रटे जवाब से असंतुष्ट दिखे समिति के सदस्य सूचना एवं तकनीक से जुड़ी संसद की स्थायी समिति के सदस्य फेसबुक के पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर शिवनाथ ठुकराल के रटे-रटाए जवाबों से संतुष्ट नहीं हुए। सोमवार को तलब हुए ठुकराल से समिति हेट स्पीच पर लगाम लगाने के तरीकों के बारे में भी पूछा है। हेट स्पीच से जुड़े मुद्दे को लेकर फेसबुक पूरी दुनिया में निशाने पर है। सूत्रों ने बताया कि फेसबुक की ओर से वही रटा-रटाया जवाब दिया गया कि निजता और सुरक्षा के लिए कंपनी ने प्रभावी व्यवस्था कर रखी है और इस मुद्दे पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाती है। समिति के सदस्य फेसबुक के जवाब से संतुष्ट नहीं थे। फेसबुक की पूर्व कर्मचारी और अब व्हिसलब्लोअर सोफी झांग को अब लोकसभा अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखने के लिए कह सकती है। कौन हैं झांग और हॉगेन झांग और हॉगेन फेसबुक के पूर्व अमेरिकी कर्मचारी हैं जिन्होंने कंपनी में काम करने के दौरान पाया कि दुनिया में कम से कम 25 देशों में सरकारें अपने विरोधियों के खिलाफ फेसबुक का इस्तेमाल कर रही हैं और फेसबुक ने इस बारे में जानते हुए भी कुछ नहीं किया। इसके बाद दोनों ने कंपनी का सच दुनिया के सामने लाने का फैसला किया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-former-mumbai-police-chief-param-bir-singh-records-his-statement-for-about-six-hours-at-the-cid-s-office,"महाराष्ट्र : मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परम बीर सिंह ने सीआईडी के कार्यालय में छह घंटे तक बयान दर्ज कराया, सचिन वाजे से भी मिले"," महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह ने रंगदारी के एक मामले में सोमवार को नवी मुंबई स्थित सीआईडी के कार्यालय में करीब 6 घंटे तक अपना बयान दर्ज कराया। इसके साथ ही तीन कांस्टेबलों और एक अधिकारी के बयान दर्ज किए, जिन्होंने एपीआई सचिन वाजे को न्यायमूर्ति चांदीवाल आयोग के समक्ष सुनवाई के लिए एस्कॉर्ट किया था।परमबीर सिंह को मंगलवार को फिर से एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है। लंबे समय के बाद परमबीर सिंह और सचिन वाजे ने एक साथ आमने-सामने बात की। मुंबई पुलिस ने नवी मुंबई में अपने समकक्षों से यह भी जांच करने के लिए कहा कि कैसे दोनों एक-दूसरे से बात करने में कामयाब रहे और वह भी इतने लंबे समय तक। सूत्रों ने कहा कि सिंह और वेज़ एक दूसरे के साथ 30 मिनट से अधिक समय तक बात कर रहे थे, औ राज्य के पूर्व गृह मंत्री और राकांपा नेता अनिल देशमुख के वकील द्वारा न्यायमूर्ति चांदीवाल आयोग के समक्ष इस पर आपत्ति जताई गई थी। आयोग के परिसर में एक अन्य कमरे में सिंह और वाजे के एक साथ बैठने पर देशमुख के वकील द्वारा आयोग पर आपत्ति जताए जाने के बाद, न्यायमूर्ति चांदीवाल (सेवानिवृत्त) ने शुरू में कहा, इसे कैसे रोका जा सकता है? बाद में उन्होंने वाजे से कहा कि ऐसी स्थिति से बचने के लिए इस कमरे में बैठना बेहतर है (जहां आयोग की कार्यवाही हो रही थी। एक सदस्यीय आयोग का गठन राज्य सरकार ने सिंह द्वारा मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाए जाने के बाद देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए किया था। सचिन वाजे मामले के संबंध में जिरह के लिए आयोग के समक्ष पेश हो रहे हैं। देशमुख के वकील ने दिन में कहा था, परमबीर सिंह और सचिन वाजे पिछले एक घंटे से एक साथ बैठे हैं। वह गवाह सचिन को प्रभावित कर सकते हैं। सचिन वाजे और सिंह दोनों गोरेगांव में दर्ज एक जबरन वसूली मामले में सह-आरोपी हैं, पूर्व भी एंटीलिया बम डराने-मनसुख हिरन हत्या मामले के सिलसिले में जेल में है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-threat-in-mumbai-bmc-official-revelead-1000-travellers-from-african-nations-landed-in-last-15-days-got-list-of-only-466-samples-of-100-tested,"मुंबई में ओमिक्रॉन का खतरा : अफ्रीकी देशों से 15 दिन में 1000 यात्री आए, केवल 466 के नाम मिले, जांच बस 100 लोगों की हुई"," कोरोना का ओमिक्रॉन स्वरूप दुनिया के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। इसे रोकने के लिए तमाम देशों की सरकारें प्रयास भी कर रही हैं। वहीं एक समय पर देश में कोरोना के मामले बढ़ने को लेकर जिम्मेदार ठहराई गई आर्थिक राजधानी मुंबई में इसे लेकर एक बार फिर लापरवाही देखने को मिल रही है। इसका खुलासा भी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक वरिष्ठ अफसर ने किया है। बीएमसी के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को जानकारी दी कि ओमिक्रॉन स्वरूप सामने आने वाले अफ्रीकी देशों से पिछले 15 दिनों में कम से कम 1,000 यात्री मुंबई आए हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई नागरिक निकाय को इनमें से 466 की सूची मिली थी, इनमें से कम से कम 100 यात्रियों के स्वाब के नमूने एकत्र किए गए। बृहन्मुंबई नगर निगम के अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि हवाईअड्डा प्राधिकरण ने सूचित किया है कि पिछले एक पखवाड़े में करीब 1,000 यात्री अफ्रीकी देशों से मुंबई पहुंचे थे, लेकिन उसने अब तक केवल 466 ऐसे यात्रियों की सूची सौंपी है। काकानी ने कहा कि 466 यात्रियों में से 100 मुंबई के ही रहने वाले हैं। हमने पहले ही उनके स्वाब के नमूने एकत्र कर लिए हैं। कल या परसों तक, उनकी रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि वे सभी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं या नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले हफ्ते ओमिक्रॉन को 'चिंता के प्रकार' के रूप में वर्गीकृत किया था। काकानी ने कहा कि यदि उनकी परीक्षण रिपोर्ट नकारात्मक है, तो कोई समस्या नहीं होगी। हालांकि डब्ल्यूएचओ की सलाह के अनुसार, महानगरपालिका सकारात्मक नमूनों में एस-जीनोम के गायब होने की जांच कराने जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि एस-जीन गायब मिलता है, तो उस स्थिति में, यह माना जाता है कि वह (यात्री) संक्रमित (ओमिक्रॉन स्वरूप से) हो सकता है। काकानी ने कहा कि जीनोम अनुक्रमण की जांच से ही संक्रमण की पुष्टि होगी। काकानी ने कहा कि संक्रमित यात्रियों, चाहे रोगसूचक हों या स्पर्शोन्मुख हों, को उपनगरीय अंधेरी के सिविक-संचालित सेवन हिल्स अस्पताल में महानगरपालिका की संस्थागत संगरोध सुविधा में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। काकानी के मुताबिक ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच बीएमसी ने सभी पांच अस्पतालों और जंबो सुविधाओं को तैयार कर रखा है। संरचनात्मक ऑडिट, फायर ऑडिट, ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम ऑडिट के अलावा पर्याप्त दवाओं के स्टॉक और मैनपावर की नियुक्ति के लिए उपाय किए जा रहे हैं। पांच जंबो सेंटर पहले से ही काम कर रहे हैं। हमें सुविधाओं को अपग्रेड करना होगा। एक या दो वार्ड पहले से ही सक्रिय हैं, लेकिन जब भी जरूरत होगी, हम उन्ही जंबो सुविधाओं में और वार्डों को सक्रिय कर सकते हैं। मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंची मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मद्देनजर मुंबई हवाई अड्डे पर किए जा रहे उपायों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने मुझे बताया है कि वे आगमन पर प्रत्येक यात्री का परीक्षण करते हैं और उन्हें एकांतवास के लिए भेजते हैं।अब तक, मुंबई में ओमाइक्रोन का कोई मामला नहीं है",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/goverment-launches-unique-face-recognition-technology-for-pensioners,"सुविधा: फेस रिकॉग्निशन तकनीक से होगी पेंशनधारकों की पहचान, इसका इस्तेमाल जीवन प्रमाणपत्र की तरह होगा"," सरकार ने करोड़ों पेंशनधारकों को राहत देने के लिए सोमवार को फेस रिकॉग्निशन तकनीक यूनिक की शुरुआत की है। केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने तकनीक लांच करते हुए कहा कि पेंशनधारक इसका इस्तेमाल जीवन प्रमाण पत्र की तरह कर सकते हैं। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, सेवानिवृत्त और वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन जारी रखने के लिए हर साल अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र देना पड़ता है। इस प्रक्रिया को आसान बनाने और जीवन सुगमता बढ़ाने के लिए पहले डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा दी गई थी। इस तकनीक को और उन्नत बनाते हुए फेस रिकॉग्निशन शुरू किया गया है। इसका लाभ केंद्र सरकार के 68 लाख पेंशनधारकों के साथ ईपीएफओ और राज्य सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी मिलेगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/covid-new-strain-name-omicron-variant-cases-live-news-update-coronavirus-new-variant-south-africa-canada-india,"Corona Live: डब्ल्यूएचओ की चेतावनी, ओमिक्रॉन को बताया 'बहुत अधिक' खतरे वाला वैरिएंट, ब्रिटेन में अब तक 11 केस","खास बातें LIVE Omicron Variant (ओमिक्रॉन वैरिएंट) New COVID-19 Corona Strain Cases Hindi News Updates: ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए ब्रिटेन द्वारा G-7 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई गई है। बैठक में ओमिक्रॉन के फैलने और उसके रोकथाम के उपायों पर चर्चा की जाएगी। जी-7 देशों में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। उधर, डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है ओमिक्रॉन से खतरा बहुत अधिक हो सकता है। लाइव अपडेट 12:23 AM, 30-Nov-2021 आंध्र प्रदेश : सीएम रेड्डी ने की अफसरों के साथ बैठक आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को एक बैठक में अधिकारियों को टीकाकरण प्रक्रिया में तेजी लाने और लक्ष्य तय करके इसे पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर, कोविड केयर सेंटर और कोविड कॉल सेंटर का एक बार फिर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। 12:15 AM, 30-Nov-2021 तेलंगाना: ओमिक्रॉन से निपटने के लिए बनाई उप-समिति तेलंगाना में कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से निपटने और टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने के उपायों के लिए कैबिनेट की एक उप-समिति बनाई गई है। इस समिति की अध्यक्षता राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव करेंगे। 12:10 AM, 30-Nov-2021 घबराने की जरूरत नहीं : बाइडन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को कहा कि कोरोना का यह वेरिएंट (ओमिक्रॉन) चिंता का विषय है, परंतु इससे घबराने की जरूरत नहीं। मैं एक विस्तृत रणनीति पेश करूंगा, जिसमें बताया गया है कि हम इस ठंड के मौसम में कोविड से कैसे लड़ने जा रहे हैं। शटडाउन और लॉकडाउन के साथ नहीं, बल्कि अधिक व्यापक टीकाकरण, बूस्टर, परीक्षण और भी बहुत कुछ। 12:00 AM, 30-Nov-2021 असम: सभी को पहली खुराक लगाने का लक्ष्य असम में कामरूप मेट्रो (एम) प्रशासन के उपायुक्त पल्लव गोपाल झा ने सोमवार को कहा कि सात दिन तक बड़ा अभियान चलेगा। हम डाटा विश्लेषण के साथ आए हैं- मतदान केंद्रवार; अधिकारी, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग उस आधार पर सर्वेक्षण करेंगे और लोगों से बात करेंगे। वे उन क्षेत्रों को प्रमाणित करेंगे जहां 100 फीसदी टीकाकरण हो गया है। जिन लोगों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। हमारा लक्ष्य दिसंबर के पहले सप्ताह में टीके की पहली खुराक का 100 फीसदी कवरेज पूरा करना है, ताकि हम उसके बाद दूसरी खुराक पर ध्यान केंद्रित कर सकें। 09:26 PM, 29-Nov-2021 भारत मदद के लिए तैयार विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार मेड-इन-इंडिया टीकों की आपूर्ति सहित ओमिक्रॉन वैरिएंट से निपटने में अफ्रीका में प्रभावित देशों का समर्थन करने के लिए तैयार है। आपूर्ति कोवैक्स के माध्यम से या द्विपक्षीय रूप से की जा सकती है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस संबंध में सरकार ने मलावी, इथियोपिया, जाम्बिया, मोजाम्बिक, गिनी और लेसोथो जैसे अफ्रीकी देशों सहित कोविशील्ड टीकों की आपूर्ति के लिए कोवैक्स द्वारा अब तक दिए गए सभी आदेशों को मंजूरी दे दी है। हमने बोत्सवाना को कोवाक्सीन की आपूर्ति को भी मंजूरी दे दी है। द्विपक्षीय रूप से या कोवैक्स के माध्यम से अनुमानित किसी भी नई आवश्यकता पर शीघ्रता से विचार किया जाएगा। भारत आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं, परीक्षण किट, दस्ताने, पीपीई किट और वेंटिलेटर जैसे चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के लिए भी तैयार है। 08:17 PM, 29-Nov-2021 स्कॉटलैंड में मिले 6 केस, यूके में बूस्टर डोज की कवायद स्काटलैंड में सोमवार को छह लोग कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की चपेट आए हैं। वहीं, लंदन में भी इसके दो मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इसी के साथ ब्रिटेन में ओमिक्रॉन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 11 हो गया है। स्कॉटिश सरकार ने कहा कि चार मामले लानार्कशायर में और दो ग्रेटर ग्लासगो और क्लाइड क्षेत्र में पाए गए हैं। इंग्लैंड में पहले मिले तीन मामलों का दक्षिणी अफ्रीका के साथ एक यात्रा लिंक था, जबकि स्कॉटलैंड में पहचाने गए कुछ लोगों का कोई यात्रा इतिहास नहीं है। ब्रिटेन में सरकारी वैज्ञानिक सलाहकार निकाय ने सोमवार को कहा कि ब्रिटेन में सभी वयस्क अब तीसरा कोविड जैब ले सकेंगे। यहां तेजी से फैल रहे कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के बीच यह फैसला लिया गया है। इसके तहत अब 18 से 39 वर्ष की आयु के वयस्क भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज ले सकेंगे। इसके साथ ही यहां 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज का विकल्प खोल दिया गया है। साथ ही दूसरे और तीसरे डोज के बीच के अंतर को भी छह महीने से कम कर के तीन महीने कर दिया है। 06:42 PM, 29-Nov-2021 लखनऊ में डीएम ने जारी किए दिशानिर्देश उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के डीएम ने लखनऊ एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों के लिए प्रोटोकॉल जारी किए हैं। थर्मल स्कैनिंग में जिन मरीजों में लक्षण दिखेंगे उनकी आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी, इसके लिए उन्हें कोई शुल्क नहीं चुकाना होगा। इसके अलावा 10 फीसदी यात्रियों की जांच रैंडम आधार पर करने के लिए कहा गया है। 04:47 PM, 29-Nov-2021 मेयर ने कहा, खतरे से निपटने के लिए तैयार है मुंबई मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कहा कि हम इससे प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच और क्वारंटीन अनिवार्य किया गया है। आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड और मैनपावर बढ़ाई गई है और हम मामलों में अचानत तेजी आने पर ऐसी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। वहीं, स्कूलों के खुलने को लेकर मेयर ने कहा कि स्कूल एक दिसंबर से खुलेंगे। लेकिन अभी तक बच्चों के टीकाकरण को अनुमति नहीं दी गई है ऐसे में शायद अभिभावक अपने बच्चों को न भेजें। ऑनलाइन क्लासेज चलती रहेंगी। 04:01 PM, 29-Nov-2021 बचाव के लिए हर संभव कदम उठाएंगे: वीणा जॉर्ज केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि हम वर्तमान हालात को लेकर विचार-विमर्श करेंगे और हर संभव कदम उठाएंगे। हमने केंद्र सरकार से 18 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू करने की मांग की है। हमने उनसे बूस्टर खुराकें भी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। लेकिन हम अभी उनके फैसले का इंतजार कर रहे हैं। 03:39 PM, 29-Nov-2021 केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि जीनोमिक सर्विलांस लगातार जारी है। नए वैरिएंट (ओमिक्रॉन) से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों को प्रदेश में आने पर आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी और 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रहना होगा। हमने चार अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ाई है। 03:22 PM, 29-Nov-2021 कर्नाटक: जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कर्नाटक सरकार ने भी सतर्कता दिखाई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि हम कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हमने वैरिएंट की पुष्टि के लिए कुछ सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे हैं। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर कोविड-19 स्क्रीनिंग भी बढ़ाई जाएगी। 03:13 PM, 29-Nov-2021 ओमिक्रॉन से बहुत ज्यादा खतरा: डब्ल्यूएचओ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है। संगठन ने कहा है कि इस वैरिएंट से खतरे का स्तर 'बहुत अधिक' हो सकता है। 03:06 PM, 29-Nov-2021 भारत बायोटेक दिसंबर से बढ़ाएगी कोवाक्सिन का निर्यात भारत बायोटेक ने कहा है कि वह अपनी कोरोना रोधी वैक्सीन कोवाक्सिन का अतिरिक्त देशों को निर्यात दिसंबर से शुरू करेगी। 02:38 PM, 29-Nov-2021 ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए कोरोना वैक्सीन 2022 तक होगी तैयार : मॉडर्ना अमेरिकन फार्मा कंपनी मॉडर्ना ने रविवार को दावा किया है कि वह 2022 तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए कोरोना वैक्सीन को तैयार करेगी। 02:01 PM, 29-Nov-2021 ओमिक्रॉन वैरिएंट को जानने में दो सप्ताह का समय अमेरिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एंथोनी फॉसी ने बताया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) कितना संक्रामक है, कितना गंभीर है यह जानने के लिए दो हफ्ते का समय लगेगा। Load More",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/karnataka-13-students-of-morarji-desai-residential-school-in-channarayapattan-hassan-found-coronainfected,कर्नाटक : हासन के चन्नरायपट्टन में मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालय के 13 छात्र पाए गए कोरोना संक्रमित,कर्नाटक के हासन के चन्नरायपट्टन में मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालय के 13 छात्र कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। जिला निगरानी अधिकारी डॉ शिवशंकर ने कहा कि वे सभी एक दूसरे के संपर्क में आए थे। इन सभी 13 स्कूलों के प्राथमिक संपर्कों को खुद को क्वारंटाइन करने को कहा गया है।,-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/centre-tells-supreme-court-that-a-bill-for-rehabilitation-of-sex-workers-to-be-tabled-during-ongoing-winter-session-of-parliament,"केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया: यौन कर्मियों के पुनर्वास पर लाएंगे कानून, शीतकालीन सत्र में पेश करेंगे विधेयक"," केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दी कि देश में यौन कर्मियों की तस्करी को रोकने और उनके पुनर्वास की व्यवस्था करने के लिए एक विधायक संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा। अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल आरएस सूरी ने न्यायाधीश एल नागेश्वर राव और बीआर गवई की पीठ को बताया कि केंद्र ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान इससे संबंधित एक कानून लाने के लिए योजना बनाई है। शीर्ष अदालत अब इस मामले की सुनवाई दो सप्ताह के बाद करेगी। इसके साथ ही पीठ ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) की ओर से पहचान किए गए यौन कर्मियों से राशन कार्ड या पहचान के लिए किसी अन्य प्रमाण की जरूरत पर जोर नहीं दिया जाए। अदालत के पिछले आदेशों का अनुपालन करते हुए सूखा राशन उपलब्ध कराया जाए। शीर्ष अदालत ने 2011 में यौन कर्मियों के पुनर्वास के लिए एक समिति का गठन किया था। इस समिति ने सिफारिशों के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट अदालत को सौंपी है। इस मामले में न्याय मित्र की भूमिका निभा रहे वरिष्ठ अधिवक्ता जयंत भूषण ने सुनवाई के दौरान कहा कि हम यह जानना चाहते हैं कि क्या सरकार ने समिति की सिफारिशों में कम से कम एक पर कोई कदम उठाया है। इस पर सूरी ने मसौदा कानून की एक प्रति उपलब्ध कराने की बात कही। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी 10 दिसंबर से पहले स्थिति रिपोर्ट जमा करनी होगी। पीठ ने केंद्र सरकार से इसे लेकर जल्द से जल्द कानून लाने के लिए कहा। इस बीच, पीठ ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) की ओर से पहचान किए गए यौनकर्मियों से राशन कार्ड या किसी अन्य पहचान प्रमाण की आवश्यकता पर जोर नहीं देने का निर्देश दिया और कहा कि न्यायालय के पूर्व के आदेशों के अनुपालन में महामारी की अवधि के दौरान उन्हें सूखा राशन प्रदान करें। अदालत एक एनजीओ की ओर से दायर 2010 की एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें यौन कर्मियों की समस्याओं के समाधान की मांग की गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-winter-session-2021-live-updates-three-farm-laws-repeal-bill-lok-sabha-rajya-sabha-news-in-hindi-29-november-2021,"संसद सत्र: सरकार ने बताया- जम्मू-कश्मीर में तीन साल में 1033 आतंकी हमले हुए, 2019 में सबसे ज्यादा 594 घटनाएं","खास बातें Winter Session of Parliament 2021 Live Updates: लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया और कुछ देर बाद ही इसे पास कर दिया गया। वहीं विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। लाइव अपडेट 10:36 PM, 29-Nov-2021 आयकर चोरी की घटनाएं बढ़ीं इसके अलावा दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में कर चोरी की घटनाएं पर पूछे गए सवाल के जवाब में, चौधरी ने कहा कि आयकर चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसका कोई सबूत नहीं है। हालांकि, देश में जीएसटी और सीमा शुल्क चोरी के मामलों का पता लगाने में समग्र वृद्धि हुई है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि 23 नवंबर तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (रिफंड को समायोजित किए बिना) 8.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के संग्रह की तुलना में 48.11 अधिक है। चौधरी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में कोविड का प्रकोप घटने के बाद से सकल जीएसटी संग्रह लगातार बढ़ रहा है। मार्च 2021 को समाप्त वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सकल जीएसटी संग्रह 11.36 लाख करोड़ रुपये से अधिक था, जबकि चालू वित्त वर्ष में अक्टूबर तक यह 8.10 लाख करोड़ रुपये हो चुका था। 10:36 PM, 29-Nov-2021 देश के प्रत्यक्ष कर राजस्व में 68 फीसदी बढ़ोतरी देश के प्रत्यक्ष कर राजस्व संग्रह में 68 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को बताया कि एक अप्रैल से 23 नवंबर के दौरान शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह बढ़कर 6.92 लाख करोड़ हो गया है। लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 23 नवंबर, 2021 तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर राजस्व के तौर पर 6,92,833.6 करोड़ रुपये जमा हुए हैं। यह वित्त वर्ष 2020-21 की इसी अवधि के संग्रह से 67.93 फीसदी और वित्त वर्ष 2019-20 के संग्रह से 27.29 फीसदी अधिक है। 2020-21 और 2019-20 में एक अप्रैल से 23 नवंबर के दौरान शुद्ध कर राजस्व संग्रह क्रमश: 4.12 लाख करोड़ व 5.44 लाख करोड़ रहा। 10:13 PM, 29-Nov-2021 बिटकॉइन को मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं सरकार ने सोमवार को स्पष्ट किया कि देश में बिटकॉइन को वैध मुद्रा के तौर पर मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार बिटकॉइन लेनदेन के आंकड़े नहीं जुटाती है। बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है जिससे लोग बैंकों, क्रेडिट कार्ड या किसी अन्य साधन के बगैर वस्तुएं और सेवाएं खरीद सकते हैं और लेनदेन भी कर सकते हैं। संसद के शीत सत्र में सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक 2021 पेश करने की योजना बनाई है। इस विधेयक में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने लेकिन कुछ डिजिटल लेनदेन को जारी रखने का प्रावधान है। साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आधिकारिक डिजिटल करेंसी को मंजूरी देने की भी योजना है। 09:52 PM, 29-Nov-2021 कोरोना से सशस्त्र बलों के 190 जवानों की मौत: सरकार सरकार ने राज्यसभा में कहा कि सशस्त्र बलों में कोविड-19 से कुल 190 जवानों की मौत हुई है, जिसमें सेना में अधिकतम 137 लोग शामिल हैं। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार, भारतीय वायु सेना में 49 और भारतीय नौसेना में चार कर्मियों की मौत हुई। एक सवाल के जवाब में भट्ट ने कहा कि सेना में 45,576 कोरोना के मामले सामने आए, जबकि भारतीय वायु सेना में यह संख्या 14,022 थी और यह नौसेना में यह आंकड़ा 7,747 था। 09:18 PM, 29-Nov-2021 पिछले दो साल में आतंकी हमलों में कमी आई राज्यसभा में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने लिखित जवाब में बताया कि आतंकवादी हमलों और इन हमलों में मारे गए सुरक्षा बलों के जवानों की संख्या में पिछले 2 वर्षों की तुलना में 2021 में जम्मू-कश्मीर में कमी आई है। 2019 और 2020 में क्रमशः 594 और 244 आतंकी हमले हुए, 2021 में 15 नवंबर तक 196 हमले हुए। इन हमलों में युद्ध में हताहतों की संख्या के संदर्भ में, 2019 में 80 कर्मियों की जान चली गई, जबकि पिछले साल 62 की मौत हो गई। 2021 में 23 नवंबर तक 35 कर्मियों की जान चली गई। उन्होंने बताया कि कि जम्मू कश्मीर में पिछले तीन साल के दौरान आतंकियों के हमलों की 1,033 घटनाएं हुईं और उनमें से सबसे अधिक 594 घटनाएं 2019 में दर्ज की गईं। दिल्ली में हुई ऐसी एक ऐसी घटना को भी सूची में शामिल करने पर 2019 से 2021 (मध्य नवंबर तक) के बीच देश में कुल 1,034 ऐसी घटनाएं हुईं। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि सरकार ने तटीय, अपतटीय और समुद्री सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। इनमें समुद्री सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता में वृद्धि, तटीय और अपतटीय क्षेत्रों की तकनीकी निगरानी बढ़ाना और अंतर-एजेंसी समन्वय के लिए तंत्र की स्थापना शामिल हैं। समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारतीय नौसेना के पोतों और विमानों को हिंद महासागर क्षेत्र में 'मिशन आधारित तैनाती' के तहत नियमित रूप से तैनात किया जाता है। 02:38 PM, 29-Nov-2021 राहुल गांधी ने उठाए सवाल दोनों सदनों से कृषि कानून वापसी बिल पास होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि पहले हमने कहा था कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और आज इन कानूनों को निरस्त कर दिया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिना चर्चा के कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया गया। यह सरकार चर्चा करने से डरती है। 02:16 PM, 29-Nov-2021 लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित विपक्ष के हंगामा के चलते लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। 02:10 PM, 29-Nov-2021 लोकसभा के बाद कृषि कानून वापसी विधेयक राज्यसभा में भी पास लोकसभा में कृषि कानून वापसी विधेयक पास होने के बाद इसे अब राज्यसभा में भी पास कर दिया गया है। वहीं इस दौरान विपक्ष का हंगामा जारी रहा। वहीं इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि सदन को चलने नहीं देने के लिए सरकार हम पर आरोप लगाती है। लेकिन कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया गया और बिना चर्चा के पारित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भले ही सरकार ने कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया हो, लेकिन इसकी 'मन की बात' कुछ और है। इसके अलावा राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पास होने के बाद अब राज्यसभा में भी बिना चर्चा के ही सरकार इसे पेश करेगी। हम चाहते हैं कि कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 पर चर्चा हो। लेकिन लोकसभा में इस विधेयक को जल्दबाजी में पारित कर वे सिर्फ यह साबित करना चाहते हैं कि वे किसानों के पक्ष में हैं। 02:06 PM, 29-Nov-2021 कृषि कानून वापसी विधेयक राज्यसभा में पेश लोकसभा में कृषि कानून वापसी विधेयक पास होने के बाद इसे अब राज्यसभा में पेश कर दिया गया है। 01:50 PM, 29-Nov-2021 क्या यह भी मन की बात है: अधीर रंजन चौधरी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि सदन को चलने नहीं देने के लिए सरकार हम पर आरोप लगाती है। लेकिन कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया गया और बिना चर्चा के पारित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भले ही सरकार ने कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया हो, लेकिन इसकी 'मन की बात' कुछ और है। 01:26 PM, 29-Nov-2021 राज्यसभा में भी बिना चर्चा के ही पास होगा कृषि कानून वापसी बिल: खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पास होने के बाद अब राज्यसभा में भी बिना चर्चा के ही सरकार इसे पेश करेगी। हम चाहते हैं कि कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 पर चर्चा हो। लेकिन लोकसभा में इस विधेयक को जल्दबाजी में पारित कर वे सिर्फ यह साबित करना चाहते हैं कि वे किसानों के पक्ष में हैं। 12:58 PM, 29-Nov-2021 राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। 12:33 PM, 29-Nov-2021 आंदोलन जारी रहेगा: राकेश टिकैत लोकसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक पारित होने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जिन 700 किसानों की मृत्यु हुई उनको ही इस बिल के वापस होने का श्रेय जाता है। MSP भी एक बीमारी है। सरकार व्यापारियों को फसलों की लूट की छूट देना चाहती है। 12:09 PM, 29-Nov-2021 कृषि कानून वापसी बिल लोकसभा में पास लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पास कर दिया गया है। इस दौरान विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। 12:05 PM, 29-Nov-2021 लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू की गई है। विपक्ष के हंगामे से नाराज स्पीकर ने कहा कि सदन की मर्यादा बनाए रखें। Load More",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parag-agrawal-new-ceo-of-twitter-profile-career-education-net-worth-all-you-need-to-know-in-hindi,"Who is Parag Agarwal, twitter CEO: आईआईटी बॉम्बे से की है पढ़ाई, इतनी है संपत्ति... जानिए इनके बारे में"," पराग अग्रवाल 2011 में ट्विटर के साथ जुड़े थे। इससे पहले वह याहू और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं। अग्रवाल आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की है। ऐड्स इंजीनियर के तौर पर ट्विटर से जुड़े अग्रवाल को अक्तूबर 2017 में कंपनी का मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) बनाया गया था। वह कंपनी की टेक्निकल स्ट्रैटेजी का काम संभालते आए हैं। पीपलएआई के अनुसार पराग की कुल आय 1.52 मिलियन डॉलर है। अपने इस्तीफे के साथ-साथ जैक डॉर्सी ने पराग अग्रवाल की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे सीईओ के तौर पर पराग पर विश्वास है। पिछले 10 वर्षों में यहां उनका काम बेहद शानदार रहा है। वह कंपनी और इसकी जरूरतों को बहुत अच्छी तरीके से समझते हैं। वहीं, अग्रवाल ने अपनी नियुक्ति के बाद एक बयान में कहा कि आज के इस समाचार पर लोग अलग-अलग विचार प्रदर्शित करेंगे। क्योंकि वो ट्विटर और हमारे भविष्य की परवाह करते हैं। यह संकेत है कि हमारे काम का महत्व है। आइए दुनिया को ट्विटर की पूरी क्षमता दिखाएं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-said-that-before-cutting-trees-delhi-metro-will-have-to-take-the-approval-of-the-conservator-of-forests-latest-news-update,Delhi Metro: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पेड़ काटने से पहले दिल्ली मेट्रो को लेनी होगी वन संरक्षक की मंजूरी," सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) को चौथे चरण की योजना के लिए पेड़ों को काटने से पहले वन संरक्षण अधिनियम के तहत मंजूरी लेनी होगी। कोर्ट ने डीएमआरसी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (जीएनसीटीडी) के तहत पेड़ों की कटाई की अनुमति के लिए मुख्य वन संरक्षक के समक्ष एक आवेदन दायर करने का निर्देश दिया है। साथ ही कोर्ट ने निर्देश दिया कि मुख्य वन संरक्षक को एक महीने के भीतर अपनी सिफारिशों के साथ आवेदन पर्यावरण और वन मंत्रालय को देना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने डीएमआरसी और जीएनसीटीडी को शहर में पौधे लगाने के लिए कार्य योजना विकसित करने का निर्देश भी जारी किया है। योजना को 12 सप्ताह के भीतर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। केंद्र सरकार को संबंधित नियमों के अनुसार और न्यायालय द्वारा दी गई वन की परिभाषा के अनुसार आवेदन पर विचार करना चाहिए। जस्टिस एल नागेश्वर राव, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ ने 11 नवंबर को डीएमआरसी के आवेदन पर आदेश सुरक्षित रख लिया था। डीएमआरसी ने तर्क दिया था कि उसे वन मंजूरी की आवश्यकता नहीं है क्योंकि केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रस्तावित पेड़ों को काटे जाने का प्रस्ताव है, वह वनक्षेत्र के तहत नहीं आते हैं। डीएमआरसी ने जनकपुरी-आरके आश्रम, मौजपुर-मजलिस पार्क और एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर के कार्य के लिए 10 हजार से अधिक पेड़ों की पहचान की थी और उन्हें काटने के लिए अपेक्षित अनुमति नहीं मिली थी। उसने आरोप लगाया था कि पेड़ों को काटने के लिए आवश्यक अनुमति की कमी के कारण निर्माण कार्य रुका हुआ है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-asked-the-center-what-is-the-plan-for-the-rehabilitation-of-slum-dwellers-on-railway-land,सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा: रेलवे की भूमि पर झुग्गियों में रहने वालों के पुनर्वास के लिए क्या योजना है," सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को शहरी विकास मंत्रालय से पूछा कि गुजरात और हरियाणा में रेलवे की भूमि पर झुग्गियों में रहने वालों के पुनर्वास के लिए उसके पास कोई नीति है या नहीं। जस्टिस एएम खानविल्कर और जस्टिस सीटी रविकुमार की पीठ ने गुजरात व हरियाणा में रेलवे की भूमि से अतिक्रमण को हटाने से संबंधित दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह कहा यह कहा। इस दौरान रेल मंत्रालय ने कहा कि उसने शीर्ष अदालत और हाई कोर्ट में बराबर इस तथ्य को स्पष्ट किया है कि रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के पुनर्वास के लिए उसके पास कोई नीति नहीं है। रेलवे की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज ने सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा पहले दिए गए एक आदेश का हवाला दिया। इसमें कहा गया था कि शहरी विकास मंत्रालय को वर्ष 2015 में दिल्ली में अधिसूचित नीति पर कोई आपत्ति नहीं है। इस पर पीठ ने टिप्पणी की, इसलिए मंत्रालय इस नीति को रेलवे की संपत्तियों तक देने के लिए राजी हो गया था। कोर्ट ने पूछा, क्या दिल्ली जैसा प्रावधान हरियाणा-गुजरात में भी नटराज की इस दलील पर कि संबंधित राज्यों को पुनर्वास नीति लानी चाहिए, पीठ ने कहा कि शहरी विकास मंत्रालय और आप दोनों भारत सरकार हैं। इसलिए मंत्रालय को उसी प्रकार की नीति वहां लागू करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। पीठ ने कहा कि वह जानना चाहती है कि जैसा प्रावधान दिल्ली में है, क्या वैसी ही व्यवस्था मंत्रालय द्वारा गुजरात व हरियाणा में की जा सकती है। इस पर नटराज ने कहा कि वह इस मुद्दे पर निर्देश लेकर न्यायालय को सूचित करेंगे। इसके साथ ही कोर्ट ने मामले को तीन दिसंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/clean-ganga-ngt-strictly-said-that-the-people-responsible-for-the-failure-should-be-identified,"Clean Ganga: गंगा की सफाई को लेकर एनजीटी सख्त, कहा- नाकामी के जिम्मेदार लोगों की हो पहचान"," नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने गंगा नदी की सफाई को लेकर सख्ती बरतने की बात कही है। एनजीटी ने कहा है कि पिछले 36 वर्षों से निगरानी के बावजूद गंगा की सफाई चुनौती बनी हुई है। अब समय आ गया है जब नदी की सफाई के लिए आवंटित फंड के सही समयबद्ध उपयोग की जवाबदेही तय करने करने की जरूरत है। साथ ही प्रदूषण कम करने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आवंटित फंड और इसके उपयोग के संबंध में उचित जांच की जानी चाहिए। एनएमसीजी की स्थापना के बावजूद गंगा प्रदूषित एनजीटी चेयरमैन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि हालांकि गंगा एक्शन प्लान एक और दो के जरिए केंद्र सरकार के स्तर पर पहल की गई हैं और उसके बाद नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (एनएमसीजी) की स्थापना हुई, लेकिन गंगा में प्रदूषण बरकरार है। एनजीटी ने कहा कि जवाबदेही और प्रतिकूल परिणामों नहीं होने से समय सीमा का उल्लंघन किया जाता है। पीठ ने कहा कि निगरानी और जवाबदेही तय करने में विफलता से केवल सार्वजनिक धन की बर्बादी, निरंतर प्रदूषण और नतीजतन मौतें और बीमारियां होती हैं। एनजीटी ने कहा कि प्रदर्शन मापदंडों और समयसीमा स्पष्ट रूप से परिभाषित करने और कार्य संपादन के ऑडिट की आवश्यकता है। विफलता के कारणों और जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए। नाकामी के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए एक तंत्र को लगातार संचालित करने की आवश्यकता है। अनुशासनात्मक और गुणवत्ता नियंत्रण के बिना मिशन की सफलता की संभावना बहुत कम है। एजेंसियों को बदलना होगा ट्रिब्यूनल ने कहा कि आंतरिक समीक्षा तंत्र को मजबूत बनाने की आवश्यकता है लेकिन मौजूदा समय में ऐसा नहीं लगता। यदि लगता है कि एनएमसीजी द्वारा नियोजित एजेंसियां ठीक तरह से प्रदर्शन नहीं कर पा रही हैं तो एक उपयुक्त एजेंसी सरकारी, निजी या हाइब्रिड को काम सौंपकर संरचनात्मक बदलावों पर विचार करना होगा। इन्हें शर्तों के मुताबिक प्रदर्शन और लक्ष्यों को प्राप्त करने के संबंध में जवाबदेह ठहराया जाए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-vikas-dubey-s-wife-is-not-relieved-from-the-supreme-court-the-petition-for-cancellation-of-the-case-dismissed,"सुप्रीम कोर्ट: विकास दुबे की पत्नी को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं, मामला निरस्त करने की याचिका खारिज"," सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उसने खुद पर दर्ज फर्जीवाड़े के मुकदमे को निरस्त करने की मांग की थी। जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने ऋचा को राहत देने से इनकार कर दिया और आत्मसमर्पण के लिए सात दिन का समय दिया है। नौकर की मर्जी के बगैर उसके सिम कार्ड का इस्तेमाल करने के कारण ऋचा के खिलाफ आईपीसी की धारा-419 व 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गत एक अक्तूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एफआईआर निरस्त करने की ऋचा की याचिका खारिज कर दी थी जिसके बाद उसने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ विशेष अनुमति याचिका दायर की थी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/vice-admiral-hari-kumar-to-take-over-as-new-navy-chief-on-november-30-as-admiral-kb-singh-is-superannuating,"अहम नियुक्ति: वाइस एडमिरल हरि कुमार बनें नौसेना प्रमुख, मां के पैर छूकर लिया आशीर्वाद; वीडियो वायरल"," एडमिरल आर हरि कुमार ने मंगलवार को नौसेना प्रमुख प्रमुख के रूप में पदभार संभाल लिया है। इस पदभार से पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। गार्ड ऑफ ऑनर मिलने के बाद हरि कुमार काफी भावुक दिखे। उन्होंने अपनी मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उनके गले से लिपट गए। इस दौरान उनकी मां भी भावुक दिखाई दीं। उन्होंने एडमिरल केबी सिंह की जगह ली। 30 महीने के कार्यकाल के बाद केबी सिंह आज सेवानिवृत्त हो गए। एडमिरल आर हरि कुमार ने एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय के हिस्से के तौर पर बने थिएटर कमांड स्ट्रक्चर की मूल स्थापना में अहम भूमिका निभाई है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नौ सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। भारत की समुद्री सीमा की चुनौतियों और हितों के लिए आगे भी काम होता रहेगा। #WATCH Admiral R Hari Kumar takes blessings from his mother on taking charge as the new Chief of Naval Staff today pic.twitter.com/v6hsuhAhIG — ANI (@ANI) November 30, 2021 लगभग 39 साल के अपने शानदार करियर के दौरान एडमिरल हरि कुमार भारतीय नौसेना की विभिन्न कमांड में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने स्टाफ एवं निर्देशिक नियुक्तियों में भी काम किया है। उनकी कमांड समुद्री कमांड में आईएनएस निशंक, मिसाइल कॉरवेट, आईएनएस कोरा और गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस रणवीर शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने भारतीय नौसेना के विमान वाहक पोत आईएनएस विराट की कमान भी संभाली है। वह पश्चिमी बेड़े के ऑपरेशन्स अधिकारी के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वाइस एडमिरल आर हरि कुमार अमेरिका के नेवल वार कॉलेज, म्हो के आर्मी वार कॉलेज और यूनाइटेड किंगडम के रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज में अध्ययन कर चुके हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-central-government-told-that-disclosure-of-corona-vaccine-trial-data-against-national-interest-latest-news-update,सुप्रीम कोर्ट: केंद्र सरकार ने बताया- कोविड-19 वैक्सीन परीक्षण डेटा का खुलासा राष्ट्रीय हित के खिलाफ," केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि नागरिकों के जबरन टीकाकरण का आरोप लगाने और कोविड-19 वैक्सीन परीक्षण डेटा का खुलासा करने की मांग करने वाली याचिका राष्ट्रीय हित के खिलाफ है और नागरिकों के टीकाकरण के अधिकारों का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र ने हलफनामे दायर कर कहा है कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के पूर्व सदस्य डॉ जैकब पुलियेल द्वारा दायर याचिका सीधे तौर पर जनहित को नुकसान पहुंचाती है। केंद्र ने कहा है, 'इस समय केंद्र सरकार और राज्य सरकारों का पूरा ध्यान टीकाकरण अभियान पर होना चाहिए और लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इसलिए इस समय कुछ लोगों के पीछे के उद्देश्यों का पता लगाने में समय लगाना वांछनीय नहीं है। केंद्र ने अपने हलफनामे में कहा कि टीकाकरण के खिलाफ किसी भी तरह की गलतफहमी, गलत संदेह व प्रेरित प्रचार से वैक्सीन के प्रति हिचकिचाहट बढ़ने का संभावित खतरा हो सकता है, जो जनहित में नहीं होगा। हकफनामे में कहा गया है कि टीकों के परीक्षण और अनुमोदन के लिए एक वैधानिक व्यवस्था है और इसका पालन किया गया है। केंद्र ने कहा है कि सभी टीकाकरण परीक्षण डेटा सार्वजनिक रूप से मौजूद है। सिर्फ वह डेटा सार्वजनिक नहीं है जो क्लीनिकल ट्रायल के प्रतिभागियों के बारे में किसी भी जानकारी को उजागर करता है क्योंकि ऐसा करना नियमों और दिशानिर्देशों के विरुद्ध है। केंद्र ने कहा है कि याचिकाकर्ता को बताए गए तथ्यों के बारे में पूरी तरह से पता है। याचिकाकर्ता ने न्यायालय के समक्ष एक झूठी तस्वीर पेश करते की कोशिश की है। केंद्र ने याचिका को खारिज करने की मांग करते हुए कहा है कि राष्ट्र इस समय मानव जाति के सामने उत्पन्न एक अभूतपूर्व त्रासदी का सामना कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में यह स्पष्ट कर दिया था कि याचिका की सुनवाई का मतलब यह नहीं माना जाना चाहिए कि कोर्ट को कोविड-19 टीकों के प्रभाव पर भरोसा नहीं है। हालांकि कोर्ट ने केंद्र को इस संबंध में अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। कोर्ट ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से मांगा जवाब वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने एक अन्य मामले में कोरोना से मौत पर मुआवजे का दावा करने वाले पीड़ितों की कम संख्या पर चिंता व्यक्त की। कोर्ट ने राज्यों से पूछा कि उन्होंने इस योजना के बारे में ठीक तरह से प्रचार-प्रसार किया गया है या नहीं। जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को कोरोना से दर्ज की मौतों, मुआवजे के लिए अब तक मिले आवेदन और उन लोगों की संख्या बताने के निर्देश दिए हैं, जिन्हें अब तक मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। पीठ ने कहा कि सभी सूचनाएं राज्यों द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय, केंद्र सरकार, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी को तीन दिसंबर या उससे पहले मुहैया करा दी जाएं। मामले में अगली सुनवाई छह दिसंबर को होगी। शरणार्थियों को मुफ्त राशन देने की मांग वाली याचिका पर केंद्र को नोटिस सुप्रीम कोर्ट ने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के साथ पंजीकृत सभी शरणार्थियों और शरण चाहने वालों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग वाली याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने फैजल अब्दाली द्वारा संविधान के अनुच्छेद-32 के तहत जनहित याचिका पर परीक्षण करने का निर्णय लेते हुए केंद्र को जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। याचिका में कहा गया है कि कोविड -19 संकट से उत्पन्न आर्थिक मंदी के कारण शरणार्थियों और शरण चाहने वालों के लिए खाद्य असुरक्षा का सामना किया है। भारत के साथ पंजीकृत सभी शरणार्थियों और शरण चाहने वालों को मुफ्त सूखा राशन प्रदान किया जाना चाहिए। इन लोगों से मुफ्त राशन के लिए आधार, राशन कार्ड आदि दस्तावेज की मांग नहीं की जाए। याचिका में कहा गया है कि यूएनएचसीआर के अनुसार, भारत में 210201 शरणार्थी और शरण चाहने वाले रहते हैं। उनमें से 203235 शरणार्थी श्रीलंका व तिब्बत से हैं और 40859 शरणार्थी और शरण चाहने वाले दूसरे देशों से हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/weather-updates-delhi-up-and-these-states-may-witness-rain-in-next-few-days,"Weather update: अगले कुछ दिनों में बदल सकता है दिल्ली सहित कई राज्यों का मौसम, इन प्रदेशों में बारिश की संभावना"," उत्तर भारत में सर्दी की दस्तक के साथ ही आने वाले दिनों में देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों का मौसम बदल सकता है। अगले कुछ दिनों में दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के विज्ञानी आरके जेनामणि के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के चलते 30 नवंबर से दो दिसंबर तक ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी वर्षा होगी। मौसम में दिखेंगे कई बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक से दो दिसंबर की रात तक गुजरात, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के कई इलाकों में तेज बारिश की संभावना बनी हुई है। जेनामणि ने कहा कि दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश हो सकती है और कुल मिलाकर इस दौरान मौसम में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। आईएमडी ने कहा कि 30 नवंबर की रात से एक ताजा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम और आसपास के मध्य भारत को प्रभावित कर सकता है। इसके चलते 30 नवंबर से दो दिसंबर के दौरान गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण राजस्थान के आसपास के क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना बनी हुई है। आईएमडी ने ट्वीट कर कहा कि दो दिसंबर को गुजरात के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा एक और दो दिसंबर के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश में गरज के साथ छिटपुट बारिश की संभावना है। इन राज्यों में दो दिसंबर को बारिश की संभावना साथ ही आईएमडी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में दो दिसंबर को बारिश के साथ ही कई स्थानों में भारी बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल, माहे और लक्षद्वीप क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है। अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा में भी भारी बारिश हो सकती है। 5-6 दिसंबर को दिल्ली में बारिश की संभावना जेनामणि ने कहा, जहां तक बाकी क्षेत्रों की बात है 30 नवंबर को दक्षिण अंडमान सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, दो दिसंबर तक दबाव रहेगा। इसके कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होगी। 5-6 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा, इस दौरान दिल्ली में बारिश होगी। दो दिसंबर को एनसीआर में एक या दो स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है। 5-6 दिसंबर को वर्षा की संभावना अधिक है, पहाड़ियों और मैदानी इलाकों में होगी बारिश।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/icg-seized-drugs-worth-more-than-5516-crore-rupees-from-january-1-to-october-31-this-year,तट रक्षक बल: जनवरी से अक्तूबर के बीच जब्त किए 5516 करोड़ रुपये कीमत के मादक पदार्थ," भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) ने साल 2021 के पहले 10 महीनों में मादक पदार्थों की 5516 करोड़ रुपये कीमत की खेप जब्त की हैं। आईसीजी के प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि ये मादक पदार्थ नावों और जहाजों से जब्त किए गए। प्रवक्ता ने इस संबंध में जारी एक बयान में कहा, 'साल 2009 से अब तक 11,524 करोड़ रुपये कीमत के मादक पदार्थ जब्त किए जा चुके हैं। वहीं, एक जनवरी 2021 से 31 अक्तूबर 2021 तक जब्त किए गए नारकोटिक्स की कीमत 5516.25 करोड़ रुपये है।' बता दें कि आईसीजी के निदेशक के नटराजन ने बीती 25 नवंबर को कहा था कि भारत में आने वाली मादक मदार्थों क अधिकतर खेपें पाकिस्तान में स्थित मकरान तट के जरिए आती हैं। उन्होंने कहा था कि इसे लेकर हमारे पास निश्चित खुफिया सूचनाएं हैं। उन्होंने कहा था कि साल 2009 से हमने तटीय राज्यों के अधिकारियों के साथ 33 से अधिक तटीय सुरक्षा अभ्यास और अभियान आयोजित किए हैं। कई बार हम दो राज्यों को साथ में लेकर आए हैं और अभ्यास किए हैं, इससे हमारी क्षमताएं और कौशल बढ़ा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/renowned-journalist-vinod-dua-health-is-very-critical-says-daughter-mallika-dua,"Vinod Dua: आईसीयू में भर्ती पत्रकार विनोद दुआ की हालत गंभीर, बेटी मल्लिका ने लिखा भावुक पोस्ट"," पत्रकार विनोद दुआ की हालत गंभीर है। तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उनकी बेटी मल्लिका दुआ ने विनोद दुआ की हालत गंभीर होने की जानकारी दी है। मल्लिका ने अपने इंटाग्राम पर भावुक पोस्ट लिखते हुए कहा कि उनके पिता की हालत गंभीर है, उनके लिए दुआ करें कि उन्हें कम से कम तकलीफ हो। मौत की खबर हुई वायरल आज इस बीच उनके निधन की खबरें वायरल हो गईं, जिसका बेटी मल्लिका ने खंडन करते हुए कहा कि ऐसी खबरें फैलाना गलत है। उन्होंने कहा कि वह पिता के स्वास्थ्य से जुड़ा हर अपडेट साझा करेंगी। मल्लिका दुआ ने लिखा- मेरे पिता काफी बीमार हैं और आईसीयू में हैं। उनकी सेहत अप्रैल के महीने से ही बिगड़ती जा रही है। उन्हें दर्द नहीं होना चाहिए। सब उन्हें बहुत प्यार करते हैं और मैं आप सबसे गुजारिश करती हूं कि दुआ करें कि उन्हें कम से कम तकलीफ हो। कोरोना से हुई थी पत्नी की मौत इससे पहले कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान विनोद दुआ और उनकी पत्नी चिन्ना दुआ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। तब चिन्ना दुआ की मौत हो गई थी। मीडिया में एक जाना-माना नाम 67 साल के विनोद दुआ मीडिया में एक जाना पहचाना नाम हैं। विनोद दुआ ने दूरदर्शन के लिए भी काम किया है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान विनोद दुआ और उनकी पत्नी को गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद से ही विनोद दुआ की सेहत में लगातार गिरावट आती रही है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/no-case-of-new-omicron-variant-of-coronavirus-detected-in-india-till-now-news-in-hindi,"Omicron Variant: देश में फिलहाल नहीं कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट, अब तक इसका एक भी केस सामने नहीं आया"," कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट का भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। यह जानकारी एक सरकारी अधिकारी ने सोमवार को दी। कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन (बी.1.1.529) वैरिएंट पिछले सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था और तब से कई देशों में फैल चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे 'वैरिएंट ऑफ कन्सर्न' बताया है और इससे खतरे के स्तर को 'बहुत उच्च' की श्रेणी में रखा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि देश में ओमिक्रॉन से संक्रमण का अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है और इन्साकॉग स्थिति पर करीबी से नजर बनाए हुए है। ऐसे अंतरराष्ट्रीय यात्री जो कोरोना वायरस से संक्रमित मिल रहे हैं उनके सैंपल के जीनोमिक विश्लेषण के परिणामों का अध्ययन किया जा रहा है। केंद्र ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों, खास तौर पर इस वैरिएंट से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए संशोधित व सख्त दिशानिर्देश भी जारी किए थे। केंद्र सरकार की ओर से संशोधित दिशानिर्देशों में कहा गया है कि जो लोग इस वायरस से प्रभावित देशों से आ रहे हैं यहां पहुंचने पर कोरोना जांच करवानी होगी और परिणाम आने तक एयरपोर्ट पर ही इंतजार करना होगा। अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें सात दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा। आठवें दिन फिर जांच की जाएगी। इस बार भी निगेटिव आने पर उन्हें सात दिन के लिए खुद स्वास्थ्य पर नजर रखने को कहा जाएगा। इसके अलावा यात्री के लिए 14 दिन की यात्रा जानकारी देना और यात्रा से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य होगा। महाराष्ट्र: अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की ट्रैकिंग पर मुख्यमंत्री ने जताई चिंता ओमिक्रॉन वैरिएंट से खतरे की आशंकाओं के बीच एक समय में इस महामारी से देश में सबसे अधिक प्रभावित रहे राज्य महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई। यहां उन्होंने उन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की ट्रैकिंग को लेकर चिंता जताई जो सीधे मुंबई नहीं उतरेंगे और फिर किसी अन्य साधन से राज्य में प्रवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें आसानी होती अगर ऐसे यात्रियों के बारे में जानकारी साझा की जाए। ठाकरे ने कहा कि विदेश से आने वाले जो लोग मुंबई या किसी अन्य एयरपोर्ट पर नहीं उतरते हैं और फिर ट्रेन या बस से प्रदेश में आते हैं, उनकी जांच कैसे की जाएगी, प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी होनी चाहिए। बैठक में नए वैरिएंट पर भी चर्चा की गई। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक में ओमिक्रॉन के बारे में महत्वपूर्ण चर्चा हुई। ओमिक्रॉन को अगर रोकना है तो हमें साउथ अफ्रीका से आ रही फ्लाइट्स को रोकना भी जरूरी है। मंत्रिमंडल ने प्रभावित देशों से आने वाली फ्लाइट्स को प्रतिबंधित करने की मांग की है। मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार से भी इस पर विनती करने की मांग की है। आने वाले दिनों में इसके बारे में निर्णय लिया जाएगा। वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि 3-4 दिनों से ओमीक्रोन पर हमारी चर्चा हो रही है। कल भी हमारे मुख्यमंत्री ने एक बैठक की जिसमें महाराष्ट्र के सभी अधिकारी थे। महत्वपूर्ण यही है कि हम सभी को मास्क लगाना और डबल वैक्सीनेटेड होना जरूरी है। फ्लाइट्स को लेकर हमारी एडवाइजरी जारी हो गई है। 1 दिसंबर से स्कूल खुलेंगे ही, डरने की बात नहीं है लेकिन सर्तक रहना जरूरी है। कोरोना के नियमों का पालन करना जरूरी है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tirumala-tirupati-devasthanams-dollar-seshadri-dies-of-cardiac-arrest,"Dollar seshadri died: तिरुपति मंदिर के वरिष्ठ पुजारी 'डॉलर शेषाद्रि' का निधन, टीटीडी के ओएसडी थे"," आंध्रप्रदेश के तिरुपति में स्थित भगवान वेंकटेश्वर के प्रसिद्ध मंदिर के वरिष्ठ पुजारी व अधिकारी पी. शेषाद्रि का सोमवार अल सुबह निधन हो गया। वे 'डॉलर शेषाद्रि' के नाम से लोकप्रिय थे। विशाखापट्टनम में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। शेषाद्रि बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम में 'कार्तिक दीपोत्सवम' में भाग लेने के लिए आए थे। इसका आयोजन तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने किया था। टीटीडी ही तिरुपति में भगवान वेंकटेश के मंदिर का संचालन करता है। शेषाद्रि 73 वर्ष के थे। टीटीडी सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने सुबह करीब 4 बजे सीने में दर्द की शिकायत की। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार तिरुपति में मंगलवार को किया जाएगा। पी. शेषाद्रि 1978 से तिरुमला देवस्थान की सेवा कर रहे थे। वह 31 जुलाई, 2006 को सेवानिवृत्त हो गए थे, लेकिन उन्हें मंदिर ट्रस्ट का विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (OSD) बना दिया गया था। टीटीडी दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर का प्रबंधन करता है। यूं पड़ा डॉलर शेषाद्री नाम वरिष्ठतम पुजारी पाला शेषाद्रि को 'डॉलर शेषाद्रि' के नाम से इसलिए जाना जाता था क्योंकि वह अपने गले की चेन में डॉलर पहनते थे। 1978 में उन्होंने टीटीडी में क्लर्क के रूप में सेवा शुरू की थी। उनकी उल्लेखनीय सेवाओं को देखते हुए कई बार उन्हें सेवा दिया गया। उन्होंने दशकों तक टीटीडी की सेवा की। सीएम रेड्डी समेत कई ने जताया शोक आंध्र के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी, टीटीडी बोर्ड के अध्यक्ष वाई वी सुब्बा रेड्डी, कार्यकारी अधिकारी केएस जवाहर रेड्डी और अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी ए वेंकट धर्म रेड्डी ने शेषाद्रि के निधन पर दुख और दुख व्यक्त किया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/557-women-officers-have-been-granted-permanent-commission-in-indian-army-after-supreme-court-judgment-dated-17th-feb-2020,"Permanent Commission: अब तक 557 महिला अधिकारियों को भारतीय सेना में स्थायी कमीशन, रक्षा राज्य मंत्री ने दी जानकारी"," सुप्रीम कोर्ट के 17 फरवरी 2020 के फैसले के बाद 557 महिला अधिकारियों को भारतीय सेना में स्थायी कमीशन दिया गया है। किसी भी महिला अधिकारी को स्थायी कमीशन देने में कोई देरी नहीं की गई है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने आज राज्यसभा में डीएमके सांसद एम षणमुगम को एक लिखित जवाब में यह बात कही। साथ ही अजय भट्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुपालन में 63 पात्र महिला अधिकारियों को 25 नवंबर, 2021 तक स्थायी कमीशन दिया गया है। 29 अक्तूबर 39 महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन इससे पहले भारतीय सेना ने 29 अक्तूबर 2021 को 39 महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन प्रदान किया था। तब सुप्रीम कोर्ट ने सेना से इन अधिकारियों को एक नवंबर तक स्थायी कमीशन देने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने 22 अक्तूबर को सात कार्यदिवस के भीतर 39 महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने का निर्देश दिया था। शीर्ष अदालत ने यह आदेश तब दिया था जब केंद्र सरकार ने बताया था कि अदालती आदेश के तहत 71 सैन्य अधिकारियों में से 39 अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने के योग्य पाया गया है।न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ ने इन सभी 39 महिला सैन्य अधिकारियों को एक नवंबर तक स्थायी कमीशन प्रदान करने के लिए कहा था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bodies-of-two-covid19-victims-rotting-in-bengaluru-hospital-for-over-one-year-all-you-need-to-know-in-hindi,"शर्मनाक: बेंगलुरु के अस्पताल में पिछले एक साल से सड़ रहे हैं दो कोरोना मरीजों के शव, जुलाई 2020 में हुई थी मौत","कोरोना वायरस महामारी के दौरान मरीजों और इस बीमारी से मरने वाले लोगों के शवों के हाल देखकर सख्त से सख्त दिल वाले व्यक्ति की भी रूप कांप गई थी। वहीं, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एक अस्पताल से ऐसी घटना सामने आई है जिसे सुन कर आपका दिल दहल जाएगा। यहां के कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल के शव गृह में दो कोरोना मरीजों के शव पिछले एक साल से पड़े सड़ रहे हैं। इन दोनों मरीजों की मौत जुलाई 2020 में हुई थी। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल सूत्रों ने बताया कि जून 2020 में राजाजीनगर में स्थित अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित एक 40 वर्षीय महिला और एक लगभग 50 वर्षीय पुरुष को भर्ती किया गया था। दोनों ही मरीजों की कुछ दिन बाद अगले महीने मौत हो गई थी। इसके बाद तब से ही दोनों के शव अस्पताल की मोर्चरी में पड़े हैं। इनका अंतिम संस्कार अब तक क्यों नहीं किया गया इसके कारणों का कुछ पता नहीं है। भाजपा विधायक ने लिखा श्रम मंत्री को पत्र, जांच कराने की मांग इस संबंध में राजाजीनगर के भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री एस सुरेश कुमार ने राज्य के श्रम मंत्री ए शिवराम हेब्बर को पत्र लिखा है। उन्होंने इस पत्र में मामले की जांच करने और इस अमानवीय घटना के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कुमार ने कहा कि कोविड-19 की पहली लहर के दौरान जुलाई 2020 में दो लोगों की ईएसआई अस्पताल में मौत हो गई थी लेकिन उनके शव अभी भी अस्पताल की मोर्चरी में पड़े सड़ रहे हैं। इस तरह की घटनाएं कहीं भी नहीं होनी चाहिए: भाजपा विधायक कुमार ने अपने पत्र में लिखा है, 'वृहद बेंगलुरु महानगर पालिका और ईएसआई के अदिकारियों की भूमिका अहम है। इस संबंध में मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया जाए, विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की जाए और जो इस अमानवीय कृत्य के लिए जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।' पूरी तरह भावनात्मक रूप से लिखे गए अपने पत्र में भाजपा विधायक ने कहा कि इस तरह की घटनाएं कहीं भी नहीं होनी चाहिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sample-of-one-person-who-came-from-south-africa-is-different-from-delta-says-karnataka-minister,"Omicron Alert: दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु आए संक्रमित में मिला डेल्टा से अलग वैरिएंट, कर्नाटक के मंत्री के बयान से बढ़ी चिंता"," कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से पूरी दुनिया में फैले नए खौफ के बीच कर्नाटक से भी चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने सोमवार को कहा कि हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु आए दो लोगों में से एक के कोरोना सैंपल में डेल्टा से अलग वैरिएंट पाया गया है। इस बीच महाराष्ट्र के ठाणे में भी दक्षिण अफ्रीका से लौटे एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके नमूने को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। कर्नाटक के मंत्री सुधाकर ने कहा कि वह अभी इस वैरिएंट को लेकर अधिकृत रूप से कुछ नहीं कह सकते हैं, लेकिन वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) के संपर्क में हैं। सुधाकर ने बेंगलुरु में पत्रकारों से चर्चा में कहा, 'यहां बीते नौ माह से डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया था, लेकिन आप कह रहे हैं कि एक सैंपल ओमिक्रॉन का है। मैं इसके बारे में अधिकृत रूप से कुछ नहीं कह सकता हूं। मैं आईसीएमआर और केंद्र सरकार के संपर्क में हूं।' उन्होंने कहा कि यह सैंपल आईसीएमआर को भेजा गया है। डेल्टा से अलग पाया गया सैंपल कोरोना संक्रमित व्यक्ति, जिसका सैंपल डेल्टा से अलग पाया गया है, उसका नाम उजागर करने से इनकार करते हुए मंत्री सुधाकर ने कहा कि उसकी कोविड रिपोर्ट से पता चला है कि वह नोवेल कोरोना वायरस के एक अलग वैरिएंट के संपर्क में आया है। 63 साल का है संक्रमित व्यक्ति कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पीड़ित व्यक्ति 63 साल का है और उसका नाम मुझे उजागर नहीं करना चाहिए। उसकी रिपोर्ट कुछ अलग है। यह डेल्टा वैरिएंट से अलग दिखाई देती है। हम इसके बारे में आईसीएमआर के अधिकारियों के साथ विचार करेंगे और संभवत: शाम तक पता चल जाएगा कि यह कौनसे वैरिएंट से संक्रमित है। मंत्री सुधाकर ने कहा कि हमने गत मंगलवार को अपने विभाग के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की थी। इसमें नए वैरिएंट को लेकर किए जाने वाले सतर्कता उपायों पर विचार किया गया था। इस बैठक में कोविड-19 की तकनीकी परामर्श समिति के सदस्यों को भी बुलाया गया था। ओमिक्रॉन पर मांगी विस्तृत रिपोर्ट उन्होंने कहा कि मैंने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। हमें एक दिसंबर तक स्पष्ट सूचना मिल जाएगी कि ओमिक्रॉन किस तरह का व्यवहार करता है। इसके जीनोम अनुक्रमण से यह पता चल जाएगा। इसे देखने के बाद ही हम इससे बचाव के सारे उपाय करेंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cbi-lodges-case-against-rajkot-based-company-for-cheating-bank-of-rs-44-64-cr,"सीबीआई: राजकोट की कंपनी ने यूनियन बैंक को लगाया 44 करोड़ का चूना, धोखाधड़ी का केस दर्ज"," केंद्रीय जांच ब्यूरो ने राजकोट की मंदीप इंडस्ट्रीज व उसके निदेशकों व साझेदारों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। इन सभी पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ 44.64 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। सीबीआई के अधिकारियों ने सोमवार को दिल्ली में उक्त कंपनी व उसके कर्ताधर्ताओं के खिलाफ केस दायर किए जाने की जानकारी दी। जिन पर केस दर्ज किया गया है, उनमें कंपनी के निदेशक व साझेदार आशीष बी तलवैया, किशोर भाई एच वैष्णवी, श्री रामजी भाई एच गजेरा, कल्पेश प्रवीण भाई तलवैया, भावेश एम तलवैया व अज्ञात सरकारी अधिकारी शामिल हैं। कंपनी ने वर्ष 2014 से 2020 के दौरान साजिश रच कर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से करीब 47.30 करोड़ रुपये की कैश क्रेडिट लिमिट व टर्म लोन मंजूर कराया। उन्होंने कहा कि इस बैंक खाते को 15 जनवरी, 2020 को ब्याज और किश्तों की अदायगी नहीं करने के कारण गैर-निष्पादित संपत्ति (npa) घोषित किया गया। इससे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 44.64 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। हाल ही में मामला दर्ज करने के बाद, सीबीआई ने गुजरात के उपलेटा और राजकोट में आरोपियों के कार्यालयों और आवासीय परिसरों सहित सात स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-in-india-less-cases-than-may-2020-active-cases-near-1-lakhs-news-and-updates?src=top-lead,"राहत: भारत में आज कोरोना के 6990 केस, यह डेढ़ साल में सबसे कम, सक्रिय मामले अब एक लाख पर पहुंचे"," भारत में कोरोनावायरस महामारी का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। पिछले 24 घंटे की ही बात कर लें तो देश में कोरोना के 6,990 नए मामले सामने आए। यह पिछले साल मई यानी डेढ़ साल बाद एक दिन में कोरोना केसों का सबसे कम आंकड़ा है। उधर संक्रमण से 190 और लोगों की मौत दर्ज की गई इसी के साथ भारत में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 3,45,87,822 हो चुकी है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 4,68,980 हो गया। देश में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 1,00,543 हो गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/3-day-india-bangladesh-border-guarding-forces-meet-ends-on-positive-note,बीएसएफ-बीजीबी बैठक: भारतीय विद्रोहियों के कैंपों पर कार्रवाई और सीमा पर शांति के लिए किया मंथन," सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) की तीन दिनी बैठक सोमवार को मेघालय में संपन्न हुई। इसमें बांग्लादेश में शरण लेने वाले भारतीय विद्रोहियों के समूहों (आईआईजी) के खिलाफ कार्रवाई व सीमा सुरक्षा समेत तमाम मसलों पर मंथन हुआ। बीएसएफ व बीजीबी ने सीमा समस्याओं को लेकर एक दूसरे के दृष्टिकोण को सकारात्मक ढंग से समझने और खुले दिमाग से विचार पर सहमति जताई। इसके साथ ही सीमा पार अपराध को रोकने के लिए कार्रवाई योग्य खुफिया सूचनाएं साझा करने और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांतिपूर्ण माहौल कायम रखने पर भी रजामंदी दी। मानव व ड्रग्स तस्करी, नकली करंसी पर भी विचार बैठक में भारतीय विद्रोहियों की आवाजाही, मानव तस्करी, ड्रग्स, नकली करंसी, हथियारों की तस्करी जैसे दोनों सीमा सुरक्षा बलों की चिंताओं से जुड़े कई मसलों पर विचार हुआ। बीएसएफ ने एक बयान में कहा कि बैठक में सीमा क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन को सुरक्षित बनाने के लिए अधिक सहयोग, समझ और तालमेल की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। यह बैठक मेघालय, गुवाहाटी, सिलचर, त्रिपुरा के बीएसएफ आईजी और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के क्षेत्रीय कमांडरों के बीच शिलांग में 27 से 29 नवंबर तक हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व महानिरीक्षक त्रिपुरा फ्रंटियर सुशांत कुमार नाथ के साथ आईजी मेघालय ने किया जबकि बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व तनवीर गनी चौधरी अतिरिक्त महानिदेशक ने किया। बीएसएफ ने मुख्य रूप से बांग्लादेशी अपराधियों द्वारा उसके जवानों पर व निहत्थे भारतीयों पर हमलों का मुद्दा उठाया। सीमा सुरक्षा बल ने कहा कि उसके जवान अधिकतम संयम बरत रहे हैं। बहुत जरूरी होने पर आत्म रक्षा में गोली चलाई जाती है। बीएसएफ ने बांग्लादेश में विद्रोहियों के छिपने के ठिकानों व वहां के उन अपराधियों का ब्योरा पड़ोसी देश के अधिकारियों को दिया, जो कि बीएसएफ व नागरिकों पर हमले करते हैं। बीएसएफ के आईजी ने बीजीबी के रीजन कमांडर से कहा कि वे अपने देश के नागरिकों का भारत में घुसपैठ, सीमा पार अपराध रोकें व विद्रोहियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। विद्रोहियों के कैंप अब भी बांग्लादेश में चल रहे हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-omicron-variant-dr-nk-arora-chairman-national-technical-advisory-group-on-immunization-said-no-need-to-panic-of-third-wave-from-this-mutant,"Omicron Variant: जल्द लगेगी टीके की बूस्टर और अतिरिक्त डोज, नए म्यूटेंट पर टीका प्रभावी है या नहीं, हो रहे हैं शोध"," कोरोना वायरस का नया बदला हुआ स्वरूप ओमिक्रॉन (Omicron Variant) कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरी दुनिया में शोध इस बात को लेकर हो रहे हैं कि क्या अभी तक दिए जाने वाले टीके इस वायरस को रोकने में सक्षम है या नहीं। क्योंकि हमारे देश में अभी तक वायरस के नए म्यूटेंट के संक्रमण का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। बावजूद इसके केंद्र सरकार बहुत सजग है। जल्द ही देश में कोविड टीके की अतिरिक्त डोज और बूस्टर डोज को लेकर पॉलिसी लागू हो जाएगी। उसके आधार पर इन दो अलग तरह के टीकों को लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन के चेयरमैन डॉक्टर एनके अरोड़ा ने अमर उजाला डॉट कॉम से ित होने वाले टीकाकरण अभियान और वायरस के बदले स्वरूप पर बातचीत की... सवाल: कोरोना वायरस के नए म्यूटेंट ओमिक्रॉन से बचाव को लेकर सरकार की क्या तैयारियां हैं? जवाब: अभी तक अपने देश में नए म्यूटेंट का कोई भी केस सामने नहीं आया है। लेकिन जब पूरी दुनिया में इसके केस मिल रहे हैं तो हम लोगों का सचेत और सजग रहना लाजमी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए बाकायदा दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रभावित देशों से आने वाली फ्लाइट्स और उनमें संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की निगरानी की जा रही है। सवाल: नए म्यूटेंट की गंभीरता को देखते हुए क्या टीके की बूस्टर डोज को लेकर कोई तैयारियां की जा रही हैं? जवाब: देखिए, टीकाकरण की बूस्टर डोज और अतिरिक्त खुराक को लेकर पॉलिसी बनाई जा रही है। जल्द ही नई नीति बन जाएगी। उसी के आधार पर बूस्टर डोज और टीके की अतिरिक्त खुराक को लगाए जाने की पूरी तैयारियां की जाएंगी और उसे आगे बढ़ाया जाएगा। सवाल: क्या यह सभी लोगों को लगाई जानी है या उसके लिए कोई विशेष मापदंड तय किए जा रहे हैं? जवाब: जिन लोगों को अतिरिक्त खुराक दी जानी है उनके लिए निश्चित तौर पर एक क्राइटेरिया तय किया जा रहा है। उसमें वे लोग शामिल होंगे, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्तर टीका लगने के बाद भी कम है या कोई अन्य बीमारी होने के चलते उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता उतनी ताकतवर नहीं है। बूस्टर डोज देने के लिए यह तय किया जा रहा है कि दोनों टीके लगने के बाद कितने अंतराल में बूस्टर टीका दिया जाना चाहिए। सवाल: बूस्टर डोज को लेकर कब तक नई पॉलिसी आ जाएगी? कब से इसका विशेष टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा? जवाब: बहुत जल्द। सब कुछ सामान्य और ठीक रहा तो दो हफ्ते के भीतर अनुमान है। सवाल: कुछ इंटरनेशनल मीडिया की रिपोर्ट्स में इस बात की जानकारी आ रही है कि ओमिक्रॉन म्यूटेंट पर अभी तक तैयार किया गया टीका प्रभावी नहीं है। यह कितना सही है? जवाब: पूरी दुनिया में इसे लेकर रिसर्च चल रही है। खासतौर से उन देशों में जहां इस नए म्यूटेंट के मामले सामने आए हैं और लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। क्योंकि हमारे देश में अभी तक कोई भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है। बावजूद इसके हम लोग इस पूरे मामले में नजर बनाए हुए हैं। सवाल: क्या ऐसा भी हो सकता है कि वायरस के इस बदले हुए म्यूटेंट पर दुनिया भर में लगाए गए टीके प्रभावशाली न हों? जवाब: अब देखिए, जिस तरीके से इस बदले हुए वायरस के नए वैरिएंट में एक साथ बहुत ज्यादा परिवर्तन अचानक आ रहे हैं, उसे देखते हुए अभी कुछ कहना अभी मुश्किल होगा। क्योंकि अभी तक वायरस के जितने भी स्वरूप सामने आए हैं उनमें इतना ज्यादा परिवर्तन नहीं होता था। लेकिन इस बदले हुए वायरस के स्वरूप में परिवर्तन ज्यादा हो रहा है। इसलिए यह शोध का विषय है कि क्या दिए गए टीके इस म्यूटेंट पर प्रभावशाली होंगे या नहीं। सवाल: अब केस बहुत कम आ रहे हैं, लेकिन लोगों में डर है कि यही वायरस तीसरी लहर लेकर आएगा। जवाब: निश्चित तौर पर मामले कम आ रहे हैं। यह एक अच्छी बात है। लेकिन हमें अभी स्क्रीनिंग, टेस्टिंग और ट्रैसिंग और बढ़ानी होगी। लेकिन अभी भी हमें बहुत सचेत और सजग रहना होगा। इस वायरस से बचाव को लेकर जो तरीके बताए गए हैं, उनका हमें पालन करना होगा। रही बात इस वायरस से तीसरी लहर के खतरे की, तो हमें घबराने की जरूरत नहीं है। अभी शोध जारी है कि क्या यह वायरस वास्तव में बहुत खतरनाक है या नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई संस्थान इस पर अभी शोध कर रहे हैं। इसलिए यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि क्या यह वायरस उतना ही खतरनाक है जितना बताया जा रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/telengana-43-girls-of-mahatma-jyotiba-phule-school-coronavirus-positive,"तेलंगाना: महात्मा ज्योतिबा फुले स्कूल की 43 छात्राएं कोरोना संक्रमित, मचा हड़कंप"," कोरोना की स्थिति में सुधार होते ही सभी राज्यों में स्कूलों को भी लगभग खोल दिया गया है। लेकिन इस बीच कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा है। अब खबर सामने आई है कि तेलंगाना के संगा रेड्डी जिले के महात्मा ज्योतिबाफुले स्कूल की 43 छात्राओं में कोरोना संक्रमण पाया गया है। रिपोर्ट सामने आते ही जिले में हड़कंप मच गया है। डीएम डॉ. गायत्री का कहना है सभी छात्राओं के कोरोना संक्रमित होने की सूचना सामने आते ही सभी को आइसोलेशन में रखा गया है, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। गोवा में सात बच्चे संक्रमित गोवा के जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर में भी सोमवार को सात बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उत्तरी गोवा के जिला कलेक्टर अजीत रॉय ने बताया कि सभी बच्चों को आइसोलेशन में भेज दिया गया और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही है। उन्होंने बताया कि किसी भी बच्चे में गंभीर लक्षण नहीं हैं। महाराष्ट्र के भिवंडी में भी 62 बुजुर्ग हुए संक्रमित तेलंगाना, गोवा के अलावा महाराष्ट्र के भिवंडी में भी सोमवार को 62 बुजुर्गों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। चिंता की बात यह है कि जिन बुजुर्गों को कोरोना संक्रमण हुआ है, उसमें सभी पूरी तरह कोरोना टीकाकरण करवा चुके थे। इसके अलवा उसी वृद्धाश्रम के पांच कर्मचारी और उनके परिवार के दो लोगों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जारी किए दिशानिर्देश कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप से जंग के लिए भारत सरकार ने चौकसी बढ़ा दी है। विदेश से आने वाले यात्रियों को एक दिसंबर से यात्रा शुरू करने के पहले एयर सुविधा पोर्टल पर निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी। पिछले 14 दिन का यात्रा विवरण भी बताना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार देर शाम ये दिशा-निर्देश जारी किए। अब खतरे वाले देशों से आने वालों की भारत आते ही कोरोना जांच होगी। रिपोर्ट आने तक उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोका जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें सात दिन घर पर या जहां भी ठहरे हों, वहां क्वारंटीन रहना होगा। आठवें दिन दोबारा जांच होगी। इसमें भी रिपोर्ट निगेटिव आई तो अगले सात दिन खुद पर निगरानी रखनी होगी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-issues-revised-guidelines-for-international-travellers-in-view-of-omicron-variant-covid19,"ओमिक्रॉन वैरिएंट से सावधान: केंद्र की नई ट्रेवल एडवाइजरी जारी, 'जोखिम' देशों से लौटे यात्रियों की एयरपोर्ट पर होगी कोविड जांच"," भारत में कोरोना संक्रमण के मामले 10 हजार से भले ही कम आ रहे हो, लेकिन कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से दुनिया के अन्य देशों समेत भारत भी चिंतित है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आज नई गाइडलाइन जारी की है। नई गाइडलाइन के मुताबिक, 'एट रिस्क' यानी जोखिम वाले देशों से आने वाले विदेश यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही कोविड-19 टेस्ट से गुजरना होगा। इस दौरान कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लिए लोगों को भी टेस्टिंग कराना अनिवार्य होगा। नई गाइडलाइन्स की प्रमुख बातें 'एट रिस्क' यानी जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही कोरोना जांच कराना होगा। विदेश जाने वाले यात्रियों को 72 घंटे पहले किए गए आरटीपी-सीआर टेस्ट की रिपोर्ट दिखाना जरूरी होगा। संक्रमित पाए जाने वाले यात्रियों को आइसोलेट किया जाएगा, सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग भी होगी। निगेटिव रिपोर्ट आने पर यात्री घर तो जा सकते हैं, लेकिन एक सप्ताह तक उन्हें क्वारंटीन रहना पड़ेगा। इसके बाद 8वें दिन फिर टेस्ट होगा और अगले 7 दिन उन्हें सेल्फ मॉनीटिरिंग करनी होगी। ओमिक्रॉन के खतरे की श्रेणी से जिन देशों को बाहर रखा गया है, वहां से आने वाले यात्रियों में 5 फीसदी की टेस्टिंग जरूर की जाएगी। राज्य भी विदेशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी करें, टेस्टिंग बढ़ाएं और कोरोना हॉटस्पॉट की भी निगरानी करें। दक्षिण अफ्रीका से मुंबई लौटा युवक निकला कोविड पॉजिटिव महाराष्ट्र में कोरोना विस्फोट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मुंबई में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा पैदा हो गया है। दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली होते हुए मुंबई लौटे एक युवक का कोविड-19 टेस्ट रविवार को पॉजिटिव पाया गया। प्रशासन ने युवक को आइसोलेट करते हुए उसके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया है ताकि ओमिक्रॉन वैरिएंट होने या नहीं होने की पुष्टि हो सके। वहीं, ठाणे में कोरोना विस्फोट हुआ है। ठाणे के एक वृद्धाश्रम में 55 बुजुर्ग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी बुजुर्गों को कोरोना के दोनों खुराकें लग चुकी हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/extortion-case-former-mumbai-police-commissioner-parambir-singh-appeared-before-chandiwal-commission-commission-cancelled-the-bailable-warrant,"वसूली मामला: परमबीर सिंह के खिलाफ जारी की गई जमानती वारंट रद्द, चांदीवाल आयोग ने लिया फैसला"," मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे चांदीवाल आयोग के सामने पेश हुए। पूछताछ के बाद चांदीवाल कमीशन ने परमबीर सिंह के खिलाफ जारी की गई जमानती वारंट को रद्द कर दिया है। आयोग ने परमबीर सिंह पर जुर्माना लगाते हुए आदेश दिया है कि वह मुख्यमंत्री राहत कोष में 15,000 रुपये जमा कराएं। इस साल मार्च में किया गया था आयोग का गठन तत्कालीन गृह मंत्री और राकांपा नेता अनिल देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए इस साल मार्च में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया गया था। पैनल ने इससे पहले सिंह पर कई मौकों पर पेश होने में विफल रहने के लिए जुर्माना लगाया था और उनके खिलाफ जमानती वारंट भी जारी किया था। गौरतलब है कि परमबीर सिंह को एंटीलिया बम कांड के बाद मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से स्थानांतरित कर दिया गया था। स्थानांतरित होने के बाद परमबीर ने देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा था कि देशमुख पुलिस अधिकारियों से शहर में बार और रेस्तरां से 100 करोड़ रुपये प्रति माह इकट्ठा करने के लिए कहा था। एक अदालत ने परमबीर को फरार घोषित कर दिया था वसूली मामले में जब कई दिनों तक परमबीर सिंह नजर नहीं आए तो यहां की एक अदालत ने उन्हें फरार घोषित कर दिया था। अदालत के आदेश के बाद जुहू स्थित उनके फ्लैट के बाहर एक नोटिस चिपका दिया गया है। चांदीवाल आयोग ने परमबीर सिंह को 'प्रोडक्शन वारंट' भेजा चांदीवाल आयोग ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को 'प्रोडक्शन वारंट' भेजकर अपना बयान दर्ज करवाने के लिए 30 नवंबर को पेश होने के लिए कहा है। 'प्रोडक्शन वारंट' के तहत जब भी उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा उस समय पेश होना होगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/coronavirus-omicron-variant-dangers-nations-over-the-world-and-states-of-india-announce-measures-of-quarantine-for-international-passengers-news-and-updates?src=top-lead,"ओमिक्रॉन का खतरा LIVE: नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, झारखंड सरकार ने जारी किए नए दिशानिर्देश","खास बातें बेंगलुरु ग्रामीण के स्वास्थ्य अफसर बोले- हमने केरल और महाराष्ट्र से बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट और वैक्सिनेशन रिपोर्ट के बेंगलुरु आ रहे यात्रियों के मुद्दे पर भी चर्चा की। लाइव अपडेट 10:44 AM, 30-Nov-2021 झारखंड सरकार ने जारी किए दिशानिर्देश ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए झारखंड सरकार ने भी नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें बेहतर निगरानी और नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग शामल हैं। इसके अलावा रांची हवाई अड्डे पर थर्मल स्क्रीनिंग और कोविड-उपयुक्त व्यवहार शामिल है। 10:33 AM, 30-Nov-2021 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को तुरंत बंद करें पीएम मोदी: केजरीवाल कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी लोग डरे हुए हैं। इस बीच अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने के लिए कहा है। 10:31 AM, 30-Nov-2021 भारत में पिछले 24 घंटे में 6,990 नए मामले भारत में कोरोना वायरस महामारी का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। पिछले 24 घंटे की ही बात कर लें तो देश में कोरोना के 6,990 नए मामले सामने आए। यह पिछले साल मई यानी डेढ़ साल बाद एक दिन में कोरोना केसों का सबसे कम आंकड़ा है। उधर संक्रमण से 190 और लोगों की मौत दर्ज की गई है। इसी के साथ भारत में अब देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,45,87,822 हो गई। इसके बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 4,68,980 हो गई है। 10:30 AM, 30-Nov-2021 देहरादून में 14 लोगों को किया गया होम आइसोलेट, छह दक्षिण अफ्रीका के उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विदेश से लौटने वाले 14 लोगों को होम आइसोलेट किया गया है। इनके सैंपल RT-PCR टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं। इनमें से छह लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं। 09:43 AM, 30-Nov-2021 ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण आज राज्यों के साथ कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर सुबह 10.30 बजे समीक्षा बैठक करेंगे। 08:41 AM, 30-Nov-2021 उत्तर प्रदेश के वृंदावन में कुल चार विदेशी यात्री संक्रमित उत्तर प्रदेश के वृंदावन में एक और विदेशी यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। जिले में अब कुल चार संक्रमित हो गए हैं। 08:37 AM, 30-Nov-2021 पिछले 15 दिनों में अफ्रीकी देशों से 1000 यात्री मुंबई पहुंचे अधिकारियों के अनुसार पिछले 15 दिनों में अफ्रीकी देशों से कम से कम 1,000 यात्री मुंबई पहुंचे। 07:50 AM, 30-Nov-2021 ओमिक्रॉन का खतरा LIVE: नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, झारखंड सरकार ने जारी किए नए दिशानिर्देश दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का डर बढ़ता जा रहा है। जहां कई देशों ने विदेशी उड़ानों के आने पर रोक लगाने से जुड़ी गाइडलाइंस जारी करनी शुरू कर दी हैं, वहीं भारत में राज्य स्वतंत्र तौर पर इससे जुड़े फैसले ले रहे हैं। इस बीच बेंगलुरु ग्रामीण के जिला स्वास्थ्य अफसर टिप्परस्वामी ने कहा कि बेंगलुरु आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री जिनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव भी आई है, उन्हें सात दिन अनिवार्य क्वारंटीन में रहना होगा। सात दिन बाद उनका फिर से टेस्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी 598 ऐसे विदेशी यात्री निगरानी में रखे गए हैं। टिप्परस्वामी ने आगे कहा, ""हमने केरल और महाराष्ट्र से बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट और वैक्सिनेशन रिपोर्ट के बेंगलुरु आ रहे यात्रियों के मुद्दे पर भी चर्चा की। हमने पहले ही एयरलाइंस को अनिवार्य तौर पर यात्रियों की इन रिपोर्ट्स की जांच के लिए कह दिया है। इनके बिना किसी भी यात्री को सफर नहीं करने देने के निर्देश दिए गए हैं।""",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-in-india-less-cases-than-may-2020-active-cases-near-1-lakhs-news-and-updates,"राहत: भारत में आज कोरोना के 6990 केस, यह डेढ़ साल में सबसे कम, सक्रिय मामले अब एक लाख पर पहुंचे"," भारत में कोरोनावायरस महामारी का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। पिछले 24 घंटे की ही बात कर लें तो देश में कोरोना के 6,990 नए मामले सामने आए। यह पिछले साल मई यानी डेढ़ साल बाद एक दिन में कोरोना केसों का सबसे कम आंकड़ा है। उधर संक्रमण से 190 और लोगों की मौत दर्ज की गई इसी के साथ भारत में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 3,45,87,822 हो चुकी है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 4,68,980 हो गया। देश में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 1,00,543 हो गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/delhi-ncr-noida-faridabad-ghaziabad-gurugram-air-pollution-level-hearing-supreme-court-today,Delhi NCR Pollution: प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान सेंट्रल विस्टा पर क्यों नाराज हुए सीजेआई? केंद्र से कहा-हम सब जानते हैं," दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील विकास सिंह ने कहा कि आदेश के तहत दिल्ली में निर्माण कार्य बंद हैं, लेकिन इसके बावजूद सेंट्रल विस्टा का काम जारी है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को फटकार लगाते हुए कहा है कि वह केंद्र से पूछेगा कि क्या सेंट्रल विस्टा का काम जारी रखने से दिल्ली में वायु प्रदूषण नहीं बढ़ रहा है। उन्होंने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से सवाल किया कि प्रदूषण रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं। कोर्ट ने कहा कि हम दिल्ली में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, चाहें वह सेंट्रल विस्टा हो या कुछ और यह मत सोचो हम कुछ नहीं जानते। ध्यान भटकाने के लिए दूसरे मुद्दे मत उठाओ। आपको जवाब देना ही होगा। कोर्ट ने इस दौरान पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा कि वह सीधा-सीधा जवाब दें, हमें पोस्टऑफिस न समझें और न ही उस तरह व्यवहार करें। दरअसल, कोर्ट में सुनवाई के दौरान केंद्र के हलफनामे के जवाब में पंजाब सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के अलावा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। धान परिवहन के मुद्दे पर बैठक हुई है। कई राज्य इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं। आगे कहा कि हमें केंद्र के साथ हाथ मिलाकर काम करने की जरूरत है। आप केंद्र को निर्देश दें कि हमारा सहयोग करे। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें पोस्टऑफिस न समझो, सीधे-सीधे केंद्र के हलफनामे का जवाब दें। दिल्ली में पौधे लगाने की व्यापक योजना बनाए सरकार कोर्ट ने दिल्ली सरकार को भी निर्देश जारी किए हैं। कोर्ट ने कहा कि दिल्ली में पौधारोपण के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। दिल्ली सरकार एक कार्ययोजना तैयार कर हमें उसकी रिपेार्ट प्रस्तुत करे। इसके लिए कोर्ट ने सरकार को 12 सप्ताह का समय दिया है। इसके अलावा दिल्ली मेट्रो रेल परियोजना के चौथे चरण के लिए पेड़ों को काटने के लिए मुख्य वन संरक्षक से अनुमित लेने के निर्देश भी दिए हैं। अब दो दिसंबर को होगी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सरकार से प्रदूषण की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों और उनके अनुपालन की रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा कि आयोग द्वारा जो भी निर्देश दिए गए हैं, उनका पालन हुआ है कि नहीं इस पर विस्तृत रिपोर्ट वह पेश करे। इसके अलावा कोर्ट ने केंद्र से भी पूछा है कि कौन सा राज्य निर्देशों का पालन नहीं कर रहा है, उसका नाम बताएं। कोर्ट अब इस मामले में दो दिसंबर को सुनवाई करेगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/67-people-found-corona-positive-in-old-age-home-at-bhiwandi-maharashtra,"तीसरी लहर के संकेत: महाराष्ट्र के भिवंडी में कोरोना विस्फोट, वृद्धाश्रम में टीका लगवा चुके 62 बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव"," दुनिया में जहां कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' के सामने आने के बाद से लोगों में दहशत है वहीं महाराष्ट्र के भिवंडी में कोरोना विस्फोट की खबर से हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार भिवंडी के वृद्धाश्रम में कोरोना टीका लगवा चुके 62 बुजुर्ग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इन बुजुर्गों के अलावा वृद्धाश्रम के पांच कर्मचारी और दो उनके परिवार के लोग भी चपेट में आए हैं। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सभी बुजुर्ग एवं कर्मचारियों को ठाणे जिला के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। वृद्धाश्रम के एक कर्मचारी की बेटी को बुखार आया था जानकारी के अनुसार वृद्धाश्रम के एक कर्मचारी की बेटी को बुखार आया था इसके बाद उस कर्मचारी की तबीयत भी थोड़ी खराब लग रही थी। जब जांच की गई तो दोनों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद से ही पूरे आश्रम में कोरोना फैल गया। वहीं संक्रमण की सूचना मिलते ही प्रशासन ने वृद्धाश्रम और उसके आस पास के इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जारी किए दिशानिर्देश कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप से जंग के लिए भारत सरकार ने चौकसी बढ़ा दी है। विदेश से आने वाले यात्रियों को एक दिसंबर से यात्रा शुरू करने के पहले एयर सुविधा पोर्टल पर निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी। पिछले 14 दिन का यात्रा विवरण भी बताना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार देर शाम ये दिशा-निर्देश जारी किए। अब खतरे वाले देशों से आने वालों की भारत आते ही कोरोना जांच होगी। रिपोर्ट आने तक उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोका जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें सात दिन घर पर या जहां भी ठहरे हों, वहां क्वारंटीन रहना होगा। आठवें दिन दोबारा जांच होगी। इसमें भी रिपोर्ट निगेटिव आई तो अगले सात दिन खुद पर निगरानी रखनी होगी। कोरोना अपडेट बुलेटिन Coronavirus Update Today 29 Nov : चंद मिनटों में सुनिए कोरोना वायरस से जुड़ी हर खबर 1:27 अमर उजाला आवाज़",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/covid19-reports-8309-new-cases-and-active-caseload-at-103859-lowest-in-544-days,"देश में कोरोना: बीते 24 घंटे में आठ हजार से ज्यादा नए मामले, 544 दिन बाद एक्टिव केस की संख्या सबसे कम"," कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया को भले ही दहशत में डाल दिया हो, लेकिन भारत में कोरोना के दैनिक मामले लगातर कम हो रहे हैं। पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना के दैनिक आंकड़े 10 हजार से कम आ रहे हैं। बीते 24 घंटे में संक्रमण के आठ हजार नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 9 हजार से ज्यादा लोग स्वस्थ्य होकर घर लौट गए हैं। हालांकि, इस दौरान 236 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही एक्टिव मामलों में लगातार गिरावट जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के 1 लाख 03 हजार 859 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। यह आंकड़ा 544 दिन बाद सबसे कम है। वहीं, 3 करोड़ 40 लाख 81 हजार 183 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 3 करोड़ 42 लाख 71 हजार 175 कुल मामले सामने आए हैं। भारत में अब तक कोरोना से 4 लाख 68 हजार 790 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दूसरी तरफ कोरोना के नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। आशंका जताई जा रही है कि भारत में भी कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। महाराष्ट्र में वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना संक्रमित कई राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही। केरल, महराष्ट्र, मणिपुर, गुजरात समेत अन्य राज्यों में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लेने वाले लोग भी संक्रमित होते दिख रहे हैं। ठाणे के वृद्धाश्रम में करीब 50 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, केरल में भी कोरोना संक्रमित मरीज लगातार सामने आ रहे हैं। ओमिक्रॉन से दहशत में दुनिया दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से पूरी दुनिया दहशत में है। नए वैरिएंट को लेकर भारत सरकार भी सतर्क हो गई है। दक्षिण अफ्रीकी देशों पर दुनियाभर के कई देशों ने यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। यूरोप से लेकर तमाम देश उपाय में जुटे हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अपना रंग बदलने और वैक्सीन को भी चकमा देने में माहिर है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-variant-a-man-returned-from-south-africa-to-maharashtra-thane-tested-covid19-positive,"ओमिक्रॉन वैरिएंट: दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र लौटा शख्स कोरोना संक्रमित, मचा हड़कंप"," देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों पर फिर से विचार किया जा रहा है। इस बीच दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र लौटा एक शख्स कोरोना संक्रमित पाया गया है। रिपोर्ट सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन तक में हड़कंप मच गया है। हालांकि, संक्रमित व्यक्ति में अभी तक ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उसे आइसोलेशन में भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका से लौटा शख्स ठाणे जिले के डोम्बिली का रहने वाला है। कल्याण-डोम्बिली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति की जांच रिपोर्ट में उसमें कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि, अभी तक ओमिक्रॉन वैरिएंट की की पुष्टि नहीं हो पाई है। स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रतिभा के मुताबिक, व्यक्ति 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा था। इसके बाद से वह किसी के संपर्क में नहीं आया है। इसके बावजूद उसे आइसोलेशन में भेज दिया गया है। 10 देशों में फैल चुका है नया वैरिएंट कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अभी तक बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, बेल्जियम, इस्राइल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन समेत दुनिया के दस देशों में फैल चुका है। इसके बाद कई देशों ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। वहीं इस्राइल ने तो अपनी सीमाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया है। डेल्टा से भी ज्यादा है संक्रामक वैज्ञानिक ओमिक्रान को कोरोना के सभी वैरिएंट में सबसे ज्यादा खतरनाक और संक्रामक मान रहे हैं। अभी तक इसमें 32 म्यूटेशन देखे गए हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों का मानना है कि यह बहुत ही संक्रामक है। वैक्सीन का इस नए वैरिएंट पर क्या प्रभाव हे इस पर अध्ययन चल रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/earthquake-of-magnitude-3-6-occurred-today-around-4-17-am-in-59km-wsw-of-vellore-tamil-nadu,"भूकंप: तमिलनाडु में महसूस किए गए झटके, रिक्टर स्केल पर 3.6 रही तीव्रता","राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, तमिलनाडु के वेल्लोर में आज सुबह लगभग 4:17 बजे 3.6 तीव्रता का भूकंप आया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप से किसी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। कैसे आता है भूकंप? भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mumbai-police-retired-acp-pathan-allegations-against-former-acp-paramb-7190954/,"'परमबीर ने छुपाया था आतंकी कसाब का फोन', रिटायर्ड ACP ने किया बड़ा खुलासा","परमबीर ने छुपाया था आतंकी कसाब का फोन', रिटायर्ड ACP ने किया बड़ा खुलासा मुंबई पुलिस के पूर्व एसीपी शमशेर खान पठान ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में पठान ने दावा किया कि 'जानबूझकर परमबीर सिंह ने 26/11 मुंबई हमले से जुड़े सबूतों को नष्ट किया है और वो देश के दुश्मनों के साथ शामिल थे।' नई दिल्ली Published: November 25, 2021 03:41:15 pm मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर की मुसबीतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। वसूली के बाद परमबीर सिंह पर 26/11 हमले के मास्टरमाइन्ड कसाब का मोबाईल फोन गायब करने का आरोप लगा है। ये आरोप मुंबई पुलिस के रिटायर एसीपी शमशेर खान पठान ने लगाया है। मुंबई पुलिस के पूर्व एसीपी शमशेर खान पठान ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने बताया है कि '26/11 के दिन अजमल आमिर कसाब को जब पकड़ा गया था तब इसकी जानकारी मिलने के बाद मैंने अपने साथी एनआर माली को फोन किया था। उस समय माली ने मुझे बताया था कि अजमल कसाब का मोबाईल फोन भी बरामद हुआ है। माली ने जानकारी दी थी कि उस समय कई बड़े अधिकारी कसाब की गिरफ़्तारी के बाद पहुंचे थे, जिसमें से एक एटीएस के तत्कालीन चीफ परमबीर सिंह भी थे। माली ने मुझे बताया था कि कसाब का फोन कांबले के पास था जिसे परमबीर सिंह ने अपने पास रख लिया था।' पठान ने अपनी चिट्ठी में दावा किया है कि 'ये वही फोन था जिससे अजमल कसाब को पाकिस्तान से निर्देश मिल रहे थे। इस मोबाइल फोन से हमले के पीछे पाकिस्तान और भारत में आतंकियों के हैन्डलर का खुलासा हो सकता था, परंतु ये फोन जांच में शामिल ही नहीं हुआ था। उस समय कसाब के मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर महालय कर रहे थे, जिन्हें परमबीर सिंह ने ये फोन जांच के लिए दिया ही नहीं था।' इस चिट्ठी में पठान ने आगे लिखा है कि 'हमें इस बात का संदेह था कि कसाब के फोन में दोनों देशों में आतंकियों के कनेक्शन के अलावा कुछ बड़े व्यक्तियों का नाम भी हो सकता हैं, परंतु ये जांच का हिस्सा नहीं बना । ये फोन यदि जांच में शामिल होता तो कई महत्वपूर्ण जानकारी आज हमारे पास होती। शायद कई हमलों की योजना का भी पता चलता। मैंने इस बारे में इन्स्पेक्टर माली से बात की थी तब उन्होंने मुझे कहा था कि वो सबूत लेने एटीएस चीफ परमबीर सिंह के पास गए थे। उन्होंने ये सबूत क्राइम ब्रांच को सौंपने के लिए भी कहा था, परंतु वो उलट माली पर ही भड़क गए और उन्हें ऑफिस से निकाल दिया था।' यही नहीं पठान ने अपनी चिट्ठी में ये भी दावा किया है कि 'जब ये जानकारी तत्कालीन कमिश्नर वेंकेटेशम को दी गई तो उन्होंने भी इसपर कोई एक्शन नहीं लिया। हालांकि, माली ने अपनी व्यक्तिगत जांच को जारी रखा और सभी रिकॉर्ड्स खंगाले तो पाया कि रिकॉर्ड्स में कसाब के पास फोन होने की जानकारी शामिल ही नहीं की गई है। इसका अर्थ है कि क्राइम ब्रांच तक सभी सबूत नहीं पहुंचे थे। ये मामला साबित करता है कि जानबूझकर परमबीर सिंह ने 26/11 मुंबई हमले से जुड़े सबूतों को नष्ट किया है और वो देश के दुश्मनों के साथ शामिल थे।' अपनी चिट्ठी के आखिर में पूर्व एसीपी पठान ने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि रिटायर्ड ACP होने के नाते अब इस मामले में वो चुप नहीं रह सकते और अब वो परमबीर सिंह के खिलाफ जांच चाहते हैं। बता दें कि पूर्व एसीपी शमशेर खान पठान से पहले तत्कालीन पुलिस आयुक्त हसन गफूर ने भी परमबीर सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों पर 26/11 आतंकवादी हमले के समय आतंकवादियों से लड़ने से इंकार करने का आरोप लगाया था। परमबीर सिंह के ख़िलाफ़ तत्कालीन पुलिस आयुक्त हसन गफूर ने भी आरोप मढ़े थे। उनका कहना था कि 26/11 आतंकवादी हमले के समय परमबीर सिंह सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आतंकवादियों से मुकाबला करने से इनकार कर दिया था। बता दें कि परमबीर सिंह पर ये आरोप तब सामने आए हैं, जब वो कई दिनों तक गायब रहने के बाद वसूली मामले में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश हुए हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-s-visit-all-these-routes-will-be-diverted-till-6-pm-7173464/,पीएम का दौरा : शाम 6 बजे तक डायवर्ट रहेंगे ये सभी रूट,"पीएम का दौरा : शाम 6 बजे तक डायवर्ट रहेंगे ये सभी रूट PM's visit: सुबह 6 से रूट हुए डायवर्ट भोपाल Published: November 15, 2021 08:33:18 am भोपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोमवार को होने वाले कार्यक्रम के लिए शहर की यातायात व्यवस्था को परिवर्तित किया गया है। सुबह-6 बजे से शाम-6 तक भारी वाहनों का शहर के अंदर प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसी प्रकार आयोजन स्थल जंबूरी मैदान के आसपास के रास्तों को भी आम वाहनों के लिए प्रतिबंधित रखा गया है। शहर के अन्य डायवर्जन वाले मार्गों पर भी अनुमति के अनुसार ही प्रवेश करने दिया जाएगा। आयोजन स्थल पर आने वाले वाहनों के लिए पूरे शहर के रास्तों पर डायवर्सन प्लान बनाया गया है। जंबूरी मैदान 1. जन-सामान्य के लिए: इंदौर की तरफ से आने वाली समस्त बस खजूरी सडक़, बकानिया डिपो होते हुए मुबारकपुर, लाम्बाखेड़ा, चौपड़ा कला, पटेल नगर बायपास, आंनद नगर से जम्बूरी मैदान कट पाईंट का उपयोग करते हुए बस पार्किंग स्थल में पार्क होंगी। राजगढ़ (ब्यावरा) की ओर से आने वाले: बसें मुबारकपुर जोड़, लांबाखेडा जोड़, चौपड़ाकला जोड़, पटेल नगर बायपास, आंनद नगर से जम्बूरी मैदान कट पाईंट का उपयोग करते हुए पार्किग में पार्क होंगी। सागर-रायसेन की तरफ से आने वाले-समस्त वाहन पटेल नगर चौराहा से आनंद नगर पहुंचेंगे। जम्बूरी मैदान में बायी ओर मुडकऱ बस पार्किंग में पार्क होंगी। होशंगाबाद रोड की ओर से आने वाले समस्त वाहन 11 मील से आउटर बायपास होकर पटेल नगर चौराहे से बाईं ओर मुडकऱ आनंद नगर के आगे जाकर बाई ओर मुडकऱ जम्बूरी मैदान पर बस पार्किग में पार्क होंगी। नोट: उपरोक्त मार्गों से आने वाले जीप/कार भी उपरोक्तानुसार पार्किंग में जा सकेंगे। 2. स्थानीय जन सामान्य जीप-कार और दो पहिया वाहन के लिए गोविन्दपुरा टर्निंग से महात्मा गांधी चौराहा की ओर आने वाले चार पहिया वाहन, महात्मा गांधी स्कूल पार्किंग में जा सकेंगे। महात्मा गांधी तिराहा से होते हुए सेंट जेविंयर स्कूल के पीछे अपना वाहन पार्क करेंगे। वीआइपी पासधारी वाहन: गोविंदपुरा टर्निंग से महात्मा गांधी चौराहा से होते हुए अयप्पा मंदिर, गैस गोदाम होकर सेंट जेवियर स्कूल के सामने वीआइपी पार्किंग होगी। मीडिया गोविन्दपुरा टर्निंग से महात्मा गांधी चौराहा होते हुए अयप्पा मंदिर एवं गैस गोदाम के बीच मीडिया पार्किंग में वाहन पार्क हो सकेंगे। ये मार्ग रहेगा बंद महात्मा गांधी चौराहे से अवधपुरी चौक (जम्बूरी मैदान के सामने की रोड) तक आवागमन सोमवार सुबह-6 बजे से 12 घंटे पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। 3. परिवर्तित मार्ग: होशंगाबाद की ओर से आने वाले वाहन मिसरोद, बावडिय़ा रोड ओवर ब्रिज से शाहपुरा, मनीषा मार्केट कोलार रोड से अरेरा कॉलोनी, 12 नम्बर व 10 नम्बर मार्केट की ओर जा सकेंगे। Must Read - PM मोदी के स्वागत की तैयारी, आदिवासी रंग में रंगे शिवराज, देखें वीडियो शहर के प्रमुख परिवर्तित मार्ग अवधपुरी से बीकानेर मिष्ठान भंडार, सुरभि इन्कलेव, ऋषिपुरम चौराहा, चर्च चौराहा, विजय मार्केट, श्रीकृष्ण मंदिर, बरखेड़ा, गुलाब उद्यान, मस्जिद तिराहा, डीआरएम ऑफिस, हबीबगंज नाका अथवा हबीबगंज अंडरब्रिज से 10 नम्बर मार्केट की ओर आवागमन कर सकेंगे। पिपलानी/अयोध्यानगर से आने वाले वाहन जेके रोड, आइटीआइ तिराहा, प्रभात चौराहा मार्ग से आवागमन कर सकेंगे। ये पूरी तरह प्रतिबंधित क्षेत्र महात्मा गांधी चौराहे से अवधपुरी चौक (जम्बूरी मैदान के सामने की रोड) तक वाहनों का आवागमन सोमवार सुबह-6 बजे से पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। बोर्ड ऑफिस चौराहे से प्रगति होकर रानी कमलापति स्टेशन की ओर एवं 7 नम्बर स्टॉप से मानसरोवर की ओर सामान्य वाहन के लिए मार्ग प्रतिबंधित रहेगा। बागसेवनिया थाने से मानसरोवर तिराहा तक आवागमन सोमवार सुबह-6 बजे तक पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। 4. बसों का डायवर्सन: होशंगाबाद, जबलपुर, छिंदवाड़ा, बेतूल की ओर से आने वाली बसें बागसेवनिया थाना तिराहा से बागसेवनिया आइसीआइसीआइ बैंक तिराहा, अरविन्द विहार कॉलोनी, एमरोल्ड सिटी मार्ग का उपयोग कर एम्स अस्पताल गेट नम्बर 3, साकेत नगर, आरआरएल तिराहा, हबीबगंज नाका होते हुए आइएसबीटी की ओर आवागमन कर सकेंगे। आइएसबीटी से आगे बसों का नादरा बस स्टेण्ड की ओर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/sonu-sood-sister-malvika-sachar-to-contest-punjab-assembly-election-2022-from-moga-7172354/,"Punjab Assembly Election 2022: सोनू सूद की बहन लड़ेंगी विधानसभा चुनाव, अभी पार्टी पर खुलासा नहीं","Punjab Assembly Election 2022: सोनू सूद की बहन लड़ेंगी विधानसभा चुनाव, अभी पार्टी पर खुलासा नहीं Punjab Assembly Election 2022 अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में एक्टर सोनू सूद की बहन भी अपनी किस्मत आजमाएंगी। सोनू सूद ने आज घोषणा की कि उनकी बहन मालविका सूद पंजाब चुनाव लड़ेंगी। मालविका मोगा शहर में एक समाज सेविका के तौर पर जानी जाती हैं। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में कई सामाजिक कार्य किए हैं नई दिल्ली Published: November 14, 2021 02:00:39 pm नई दिल्ली। पंजाब ( Punjab Assembly Election 2022 )में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। अभिनेता सोनू सूद ( Sonu Sood ) की बहन मालविका सच्चर ( Malvika Sachar ) भी पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी। यह एलान खुद अभिनेता सोनू सूद ने रविवार को मोगा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। उन्होंने बताया कि उनकी बहन मालविका पंजाब का आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगीं। हालांकि पार्टी के नाम पर फिलहाल उन्होंने सस्पेंस बरकरार रखा है। Sonu Sood's sister Malvika Soon on #PunjabElections pic.twitter.com/1nIj8IsnqK — Kausthubh (@iamkausthubh) November 14, 2021 कोरोना के दौरान अपने कामों की वजह से प्रशंसा पाने वाले सोनू सूद ने राजधानी चंडीगढ़ से लगभग 170 किलोमीटर दूर मोगा में एक संवाददाता सम्मेलन में बड़ी घोषणा की। सोनू सूद ने बताया कि वे खुद तो राजनीति में नहीं उतरेंगे, लेकिन उकी बहन मालविका जरूर विधानसभा चुनाव लड़ेंगीं। बता दें कि सोनू सूद हाल ही में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात कर चुके हैं। सोनू सूद की बहन किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी, इस पर से पर्दा नहीं उठ पाया है। वहीं सोनू सूद की मानें तो वे किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि बहन का मन है तो वह मोगा से विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। हालांकि किस पार्टी से लड़ेंगी, यह तय नहीं किया है। समय आने पर इसका खुलासा कर दिया जाएगा। सोनूः किसी के खिलाफ नहीं करूंगा प्रचार सोनू सूद ने कहा कि वह किसी भी राजनीतिक दल या नेता के खिलाफ प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने किसी भी पार्टी का स्टार प्रचारक बनने से भी इंकार कर दिया। हालांकि इस दौरान उन्होंने कहा कि वे अपनी बहन मालविका का प्रचार करेंगे। वो जिस भी पार्टी में शामिल हों, उससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। घोषणा पत्र के साथ एग्रीमेंट करें नेता सोनू सूद ने कहा कि नेता अपने घोषणा पत्र के साथ एक एग्रीमेंट भी करें। इस एग्रीमेंट के मुताबिक समय पर वादों को पूरा न करने पर इस्तीफा देने की व्यवस्था होनी चाहिए। सोनू ने कहा कि उनके बहन का राजनीति में आने का मुख्य उद्देश्य लोगों की सेवा करना है। केजरीवाल ने रद्द किया दौरा दरअसल आप संयोजक अरविंद केजरीवाल 14 नवंबर को मोगा आने वाले थे। कयास थे कि वे सोनू सूद को पार्टी में शामिल कर सकते हैं, लेकिन पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से सोनू सूद की मुलाकात के बाद इन अटकलों पर विराम लग गया। कौन हैं मालविका सच्चर? तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी, मालविका सूद सच्चर (38) मोगा शहर की एक प्रमुख समाज सेविका हैं, जो शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में अपने सामाजिक कार्यों के लिए जानी जाती हैं। मालविका और सोनू एक साथ अपने दिवंगत माता-पिता शक्ति सागर सूद और सरोज बाला सूद की याद में सूद चैरिटी फाउंडेशन चलाते हैं। कोविड लॉकडाउन के दौरान, मालविका ने वंचित छात्रों के लिए मुफ्त ऑनलाइन कक्षाओं का भी आयोजन किया था। उनके पिता मोगा के मेन बाजार में बॉम्बे क्लॉथ हाउस की दुकान चलाते थे और उनकी मां शहर के डीएम कॉलेज में अंग्रेजी की शिक्षिका थीं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/army-to-grant-permanent-commission-to-11-women-officers-7169446/,"महिला अफसरों को मिलेगा 10 दिनों के भीतर परमानेंट कमीशन, सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी के बाद केंद्र का वादा","महिला अफसरों को मिलेगा 10 दिनों के भीतर परमानेंट कमीशन, सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी के बाद केंद्र का वादा सुप्रीम कोर्ट ने सेना को महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने की प्रक्रिया 26 नवंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया है। इस मामले में केंद्र और रक्षा मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल संजय जैन और वरिष्ठ अधिवक्ता कर्नल आर. बालासुब्रमण्यम पेश हुए थे। नई दिल्ली Updated: November 12, 2021 07:50:45 pm सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारतीय सेना को अवमानना की चेतावनी देने के बाद, केंद्र सरकार ने शुक्रवार को आश्वासन दिया कि वह सभी 11 महिला सैन्य अधिकारियों को परमानेंट कमीशन (पीसी) विकल्प प्रदान करेगी। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी जानकारी दी कि परमानेंट कमीशन (पीसी) के लिए सुप्रीम कोर्ट से संपर्क करने वाली 11 महिला सैन्य अधिकारियों के संबंध में 10 दिनों के भीतर एक त्वरित निर्णय लिया जाएगा। इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ कर रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा , “11 महिला अधिकारियों को 10 दिनों की अवधि के भीतर स्थायी कमीशन दिया जाएगा। एएसजी का कहना है कि अधिकारी, जो अवमानना कार्यवाही में सुप्रीम कोर्ट के समक्ष नहीं हैं, लेकिन मानदंडों को पूरा करती हैं, उन्हें भी तीन सप्ताह की अवधि के भीतर स्थायी कमीशन प्रदान किया जाए।” इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सेना को महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने की प्रक्रिया 26 नवंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया है। इस मामले में केंद्र और रक्षा मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल संजय जैन और वरिष्ठ अधिवक्ता कर्नल आर. बालासुब्रमण्यम पेश हुए थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सेना भी इस मामले को अंतिम रूप देने के लिए उत्सुक है। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि ‘72 अधिकारियों में से एक ने समय से पहले रिलीज के लिए आवेदन किया था, 39 ने पीसी के लिए आवेदन किया था और इसके फैसले के अनुपालन में 29 अक्टूबर, 2021 को एक पत्र जारी किया गया है।’ एडिशनल सॉलिसिटर जनरल संजय जैन ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ‘कुल 72 महिला अफसरों में से एक ने रिलीज मांगी है। 35 में से 21 याचिकाकर्ताओं को स्थानीय कमीशन मिला है जबकि 14 महिला अफसरों में मेडिकल में फेल हो गईं। 11 अफसरों को भी दस दिन के भीतर स्थायी कमीशन दे दिया जाएगा’। वहीं, जिन महिला अफसर ने कार्ट का रुख नहीं किया है पर योग्य हैं, उनको 20 दिन के भीतर स्थायी कमीशन दिया जाएगा। बता दें कि न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ भारतीय सेना की 72 महिला अधिकारियों के आदेश पर अवमानना याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इन महिला अधिकारियों ने कोर्ट में दावा किया था कि उन्हें कोर्ट के मार्च के फैसले का उल्लंघन करते हुए परमानेंट कमीशन (पीसी) से वंचित कर दिया गया है। परमानेंट कमीशन (पीसी) का अर्थ सेना में रिटायरमेंट तक करियर है, जबकि शॉर्ट सर्विस कमीशन 10 साल के लिए होता है। इसी वर्ष मार्च में, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली एक अन्य पीठ ने सभी महिला अधिकारी जो 60% कट ऑफ, निर्दिष्ट चिकित्सा मानदंड और सतर्कता और अनुशासनात्मक मंजूरी को पूरा करती हैं, उन्हें परमानेंट कमीशन के लिए योग्य ठहराया था।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/up-cm-reviewed-the-zika-virus-situation-in-kanpur-7165360/,"कानपुर में जीका वायरस के बढ़ते मामलों पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'डरने की आवश्यकता नहीं'","कानपुर में जीका वायरस के बढ़ते मामलों पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'डरने की आवश्यकता नहीं' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में जीका के बढ़ते प्रकोप का जायजा लिया और लोगों को भरोसा दिलाया कि इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी। नई दिल्ली Updated: November 10, 2021 04:12:44 pm कोरोना के प्रसार के बाद से उत्तर प्रदेश में जीका वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है। अब तक यहां संक्रमिक मरीजों की संख्या 106 पहुंच गई है। इस दौरान कानपुर पहंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जीका के बढ़ते प्रकोप का जायजा लिया और लोगों को भरोसा दिलाया कि इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी जायेगी। सीएम योगी ने कहा, “पिछले एक महीने में जीका वायरस के 105 मामले दर्ज किये गये हैं जिनमें से 17 ठीक हो गये हैं। शहर के पांच वार्ड इस वायरस के संक्रमण से विशेष रूप से प्रभावित थे, लेकिन स्थानीय प्रशासन एवं नगर निगम सहित अन्य एजेंसियों के सामूहिक प्रयासों की मदद से निगरानी एवं स्वच्छता अभियान को तेज कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया।” उन्होंने आगे कहा, “हमने स्वास्थ्य टीमों की संख्या बढ़ा दी है। मैंने स्थिति की समीक्षा भी की है। डरने की जरूरत नहीं है।” सीएम योगी नेस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मामलों की रिपोर्ट मांगी है। We've increased the number of health teams. I have taken a review of the situation. There is no need to panic: UP CM Yogi Adityanath on Zika virus outbreak in Kanpur — ANI UP (@ANINewsUP) November 10, 2021 बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोना संक्रमण के बाद डेंगू और वायरल ने आम जनता को त्रस्त कर रखा था। अभी इनका प्रकोप खत्म भी नहीं हुआ था कि जीका वायरस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए। अब तक कानपुर में संक्रमितों की संख्या 105 पहुंच गई है। वहीं, कन्नौज में पहले से भी एक मामला सामने आया था जिससे कुल मामलों की संख्या 106 पहुंच गई है। प्रदेश सरकार लगातार इसपर नजर बनाये हुए है। क्या है जीका वायरस? जीका वायरस (Zika Virus) एडीज मच्छरों से फैलता है। ये उसी प्रजाति का मच्छर है जो डेंगू और चिकनगुनिया वायरस को फैलाता है। जीका वायरस की पहचान सबसे पहले 1947 में युगांडा के बंदरों में की गई थी तब अफ्रीका, एशिया, प्रशांत द्वीप समूह और दक्षिण और मध्य अमेरिका के लोग इससे काफी प्रभावित हुए थे। साल 2015-16 में अमेरिका ने जीका वायरस को महामारी घोषित कर दिया था। एडीज की कई प्रजातियां जीका वायरस को फैलाती हैं, लेकिन एडीज एल्बोपिक्टस (एशियाई बाघ मच्छर) और एडीज इजिप्टी (पीला बुखार मच्छर) इनमें मुख्य हैं। अभी तक नहीं बन पाई है कोई वैक्सीन इस वायरस के लक्षण डेंगू जैसे ही होते हैं, परंतु ये वायरस डेंगू से भी खतरनाक है और अभी तक इसका कोई टीका या इलाज नहीं मिल सका है। कई लोगों में तो इसके लक्षण देखने को नहीं मिलते और वो ठीक भी हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों को बूरी तरह से प्रभावित करते हैं। जीका वायरस (Zika Virus) कितना खतरनाक है आप इससे ही समझ सकते हैं कि ये मच्छर, यौन संबंध, गर्भ और खून दान करने से भी फैल सकता है। सबसे ज्यादा चिंता का विषय ये है कि संक्रमित गर्भवती मां से उसके अजन्मे बच्चे में भी यह संक्रमण फैल सकता है और संक्रमित मां से जन्मे बच्चे में बर्थ डिफेक्ट भी देखने को मिल सकता है। यही कारण है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर की दवा कंपनियों को निर्देश दिया है कि वो जल्द से जल्द इस वायरस के लिए वैक्सीन विकसित करें जो गर्भवती महिलाओं को भी दी जा सके । मार्च 2016 से लेकर अब तक दुनिया भर की एक दो नहीं, बल्कि 18 दवा कंपनियां इस वायरस की वैक्सीन विकसित करने में जुटी हैं, परंतु अभी तक किसी को सफलता नहीं मिल पाई है। बता दें कि कानपुर में जीका वायरस के कुल मामलों में दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। ऐसे में प्रशासन मामले की गंभीरता को देखते हुए गर्भवती महिलाओं की स्थिती पर नजर बनाये हुए है और समय-समय पर आवश्यक जांच करवा रहा है। कोरोना महामारी के बाद जिस तरह से जीका वायरस फैल रहा है, ऐसे में यूपी सरकार कोई रिस्क न लेते हुए जनता तक हर संभव सहायता उपलब्ध करा रही है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-prices-of-petrol-and-diesel-in-rajasthan-highest-in-the-country-7165170/,"राजस्थान की गहलोत सरकार बढ़ाती गई पेट्रोल-डीजल पर VAT, अब दी है राहत","राजस्थान की गहलोत सरकार बढ़ाती गई पेट्रोल-डीजल पर VAT, अब दी है राहत वर्तमान में अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान पूरे भारत में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचने वाला प्रदेश है। नई दिल्ली Updated: November 10, 2021 01:55:17 pm पेट्रोल के बढ़ते दाम पिछले काफी समय से चर्चा का विषय बने हुए हैं। केंद्र सरकार के साथ ही कई राज्यों ने दीपावली के मौके पर पेट्रोल के दामों में कटौती कर आम जनता को राहत पहुंचाने का काम किया, परंतु मनमाने ढंग से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने के बाद अब राजस्थान की गहलोत सरकार ने इसके दाम घटाने की घोषणा की है। अशोक गहलोत को ये निर्णय लेने के लिए विवश होना पड़ा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को जोधपुर पहंचे और यहां सार्वजनिक मंच से घोषण करते हुए कहा, “प्रदेश में भी पेट्रोल डीजल पर वैट कम कर प्रदेशवासियों को राहत दी जाएगी जब सभी राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के भाव कम कम कर दिए तो हमें भी कम करने पड़ेंगे।” अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही राजस्थान की जनता को डीजल-पेट्रोल सस्ता मिल सकेगा। इस निर्णय से राज्य में पेट्रोल-डीजल पर जारी सियासत पर भी लगाम लग गई है। When all the states have reduced prices, we would also have to reduce it: Rajasthan CM Ashok Gehlot on the reduction of VAT on petrol on diesel (09.11.2021) pic.twitter.com/dOMzLQaexR — ANI (@ANI) November 9, 2021 दबाव में झुके अशोक गहलोत दरअसल, दीपावली के मौके पर केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी को कम करते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की थी। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में प्रति लीटर 5 व 10 रुपए की कटौती की थी, अब केंद्र सरकार पेट्रोल पर 27.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 21.8 रुपये लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। बता दें कि एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार वसूलती है और वैट का पैसा राज्यों के खातों में जाता है। केंद्र सरकार के इस निर्णय को साल 2022 में होने वाले पांच राज्यों के चुनावों से पहले मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है। केन्द्र की तर्ज पर राज्य सरकारों ने भी अपने-अपने राज्यों में डीजल और पेट्रोल से वैट को कम किया, परंतु कुछ राज्यों ने ऐसा करने से मना कर दिया। हालांकि, पंजाब सरकार ने अचानक से वैट (VAT) घटाकर कांग्रेस शासित राज्यों में पहली सरकार बन गई जिसने पेट्रोल-डीजल को सस्ता किया। इसके बाद राजस्थान की गहलोत सरकार पर पेट्रोल-डीजल के दाम करने का दबाव बढ़ने लगा था। भाजपा को भी गहलोत सरकार को घेरने के लिए बड़ा मुद्दा मिल गया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने मंगलवार को इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा था। इस पत्र में उन्होंने राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर कम करने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निर्देश देने की बात कही थी। इस पत्र में पूनिया ने इस बात पर भी प्रकाश डाला था कि कैसे राजस्थान में पेट्रोल के महंगे होने के कारण माफिया अन्य राज्यों से पेट्रोल-डीजल लाकर प्रदेश में बेच रहे हैं। हर तरफ से दबाव बढ़ते देख कई बार पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती करने से इंकार करने वाली गहलोत सरकार ने अचानक घोषणा की कि वो भी अब पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने पर विचार कर रही है। हालांकि, अभी कितना वैट कम होगा इसकी घोषणा होनी बाकी है, परंतु इस घोषण ने प्रदेश जनता को बड़ी राहत देने का काम किया है। गहलोत ने मनमाने ढंग से बढ़ाया वैट ऐसा नहीं है कि राजस्थान में पहले से पेट्रोल-डीजल के दाम अधिक थे। राजस्थान की पूर्व सरकार में स्थिति थोड़ी अलग थी। सितम्बर, 2018 में चुनावों से ठीक पहले राजस्थान की पूर्व वसुंधरा सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर वैट को चार-चार प्रतिशत से कम कर दिया था। वसुंधरा राजे ने अपने शासनकाल में राज्य में वैल्यू एडेड टैक्स यानी (वैट) पेट्रोल पर 30% से घटाकर 26% और डीजल पर 22% से घटाकर 18% कर दिया था। तब राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा था कि राज्य की आम जनता, किसानों व गृहिणियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। #Rajasthan: 4 percent reduction announced in VAT on Petrol and Diesel — DD News (@DDNewslive) September 9, 2018 राज्य में जैसे ही कांग्रेस की सरकार आई अशोक गहलोत ने जुलाई 2019 में वापस पेट्रोल और डीजल पर वैट को 30% और 22% कर दिया। अर्थात जो दाम वसुंधरा राजे ने घटाये थे, उसे गहलोत सरकार ने बढ़ा दिया। Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot on 'Rajasthan govt increases tax on petrol & diesel by 4% each': For winning elections, previous govt had reduced VAT by 4%. We have corrected the mistake committed by them. We have done nothing. Centre also hiked it many times. pic.twitter.com/o8pc8mYgcF — ANI (@ANI) July 6, 2019 इसके बाद कोरोनाकाल आया और इस दौरान लगातार राजस्थान की गहलोत सरकार पेट्रोल और डीजल पर वैट को बढ़ाती गई। 2020 में गहलोत सरकार ने पेट्रोल पर वैट को 30 से 34% और डीजल पर वैट को 22 से 26% कर दिया। 2020 में ही अप्रैल माह में पेट्रोल पर वैट को फिर से बढ़ाते हुए 36% कर दिया गया और डीजल पर वैट को बढ़ाकर 27% कर दिया गया। इसके बाद मई माह में फिर से पेट्रोल पर वैट बढ़ाकर 38% और डीजल पर 28% कर दिया गया। वैट बढ़ने से बढ़ता है पेट्रोल-डीजल के दाम आपको बता दें कि जैसे-जैसे वैट बढ़ता है वैसे-वैसे पंप पर मिलने वाले पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ़ते हैं। हालात ये हुए कि राजस्थान के श्रीगंगानगर में अन्य राज्यों की तुलना में पेट्रोल-डीजल के दाम सबसे महंगे हो गये। पड़ोसी राज्यों से करीब 10% वैट ज्यादा होने के कारण श्रीगंगानगर के लोगों को आर्थिक भार झेलना पड़ रहा था। इसके बाद जब वैट बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार की चारों तरफ से आलोचना होने लगी तो सरकार ने जनवरी, 2021 में 2% से वैट को कम कर दिया। 1 मार्च तक जयपुर में सामान्य पेट्रोल की कीमत 97.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.98 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि श्रीगंगानगर में इनके दाम क्रमश: 102.04 रुपये और 93.95 रुपये थे। राजस्थान सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचने वाला प्रदेश इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल का दाम 103.97 रुपये और डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 109.98 रुपये और डीजल के दाम 94.14 रुपये प्रति लीटर है, जबकि कोलकाता में पेट्रोल के दाम 104.67 रुपये और डीजल के दाम 89.79 रुपये लीटर है। चेन्नई की बात करें तो वहां भी पेट्रोल 101.40 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.43 रुपये प्रति लीटर है। राजस्थान की बात करें तो प्रदेश के श्रीगंगानगर में एक लीटर पेट्रोल 116.00 रुपये और डीजल 100.21 रुपये प्रति लीटर है, जबकि हनुमानगढ़ में पेट्रोल के दाम 115.21 प्रति लीटर और डीजल 99.49 रुपये प्रति लीटर है। आंकड़ों को देखें तो वर्तमान में अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान पूरे भारत में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचने वाला प्रदेश है। इसके बावजूद अशोक गहलोत को लगता है कि पेट्रोल-डीजल को लेकर जानबूझकर हो-हल्ला मचाया जा रहा है। वास्तविकता ये है कि राजस्था में पेट्रोल-डीजल के दाम मनमाने ढंग से बढ़ाये जाने से प्रदेश की जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। कोरोना ने पहले ही सभी की आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया है ऊपर से राज्य सरकार की मनमानी जनता की कमर तोड़ रही है। ऐसे में अशोक गहलोत का वर्तमान निर्णय प्रदेश की जनता को राहत देने वाला है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-modi-meeting-with-ministers-main-focus-on-corona-and-economy-7164885/,"केंद्रीय मंत्रिमंडल की अहम बैठक, कोरोना और अर्थव्यवस्था की चुनौतियों सहित कई मुद्दों पर चर्चा","केंद्रीय मंत्रिमंडल की अहम बैठक, कोरोना और अर्थव्यवस्था की चुनौतियों सहित कई मुद्दों पर चर्चा मंत्रिमंडल की इस अहम बैठक में देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति और भविष्य में इससे होने वाले खतरों को लेकर बातचीत हो सकती है। इसके साथ ही पीएम अपने मंत्रियों से देश में मौजूदा वैक्सीनेशन की स्थिति को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। पीएम मोदी अपने मंत्रियों से जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत के हालात पर भी चर्चा कर सकते हैं। Updated: November 10, 2021 11:20:09 am नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज अपने मंत्रिमंडल के साथ अहम बैठक कर रहे हैं। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच हो रही इस बैठक में देश में मौजूदा हालात पर चर्चा की संभावना है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कुछ मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा किए जाने की भी संभावना है। इस बैठक में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों को काबू में रखने के उपायों पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा शाम मंत्रिपरिषद की एक अहम बैठक भी होगी, जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि आज होने वाली इस बैठक में देश में जारी कोरोना की मौजूदा स्थिति और भविष्य में इससे होने वाले खतरों को लेकर बातचीत हो सकती है। इसके साथ ही पीएम अपने मंत्रियों से देश में मौजूदा वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) की स्थिति को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। बैठक में वैक्सीनेशन की गति को और अधिक तेज करने तथा बच्चों को वैक्सीन लगाने जैसे सहित कई अन्य अहम मुद्दों पर आज पीएम मोदी अपने मंत्रियों से बात करेंगे। सड़क परिवहन, नागरिक उड्डयन और टेलीकॉम जैसे मंत्रालय के कामकाज के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं बैठक में जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत के राजनीतिक और सामरिक हालात पर चर्चा हो सकती है। नड्डा बोले- बंगाल में नया इतिहास रचेगी भाजपा संसद के शीतकालीन सत्र से पहले की यह बैठक बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस बैठक में संसद सत्र को लेकर भी चर्चा संभव है। बहुत संभव है कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों से विपक्ष के लगातार होते हमलों से निपटने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे। आमतौर पर मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद की बैठक हर दो-तीन महीने पर अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित की जाती है, लेकिन हाल के दिनों में हाल के दिनों में ये बैठकें नियमित अंतराल पर आयोजित की जा रही हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-assembly-election-2022-bjp-will-fight-all-seats-in-punjab-7160501/,"Punjab Assembly Election 2022: भाजपा ने किया ऐलान, पंजाब में सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी पार्टी","भाजपा ने किया ऐलान, पंजाब में सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी पार्टी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा ने पंजाब की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। फिलहाल राज्य में कांग्रेस की सरकार है, वहीं पिछले चुनाव में बीजेपी को 3 सीटें हासिल हुई थीं। नई दिल्ली Published: November 07, 2021 07:37:12 pm नई दिल्ली। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा ने बड़ा ऐलान कर दिया है। दरअसल, बीजेपी ने पंजाब में सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। यह बात पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कही। बता दें कि पंजाब में साल 2022 के शुरूआत में ही विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में कांग्रेस सत्ता में है, 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था। बीजेपी का कहना है कि पंजाब की जनता कांग्रेस से परेशान है, अब हम केंद्र की तरह पंजाब में भी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे। बीजेपी को मिली थीं 3 सीटें अगर साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन की बात करें तो पार्टी को सिर्फ 3 सीटें हासिल हुई थीं। वहीं भाजपा के सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल को 15 सीटें मिलीं। लेकिन इस बार बीजेपी अकेले ही मैदान में हैं क्योंकि तीनों कृषि कानून लागू होने के बाद शिअद ने भाजपा से अलग होने का फैसला कर लिया था। आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों पर जीत दर्ज कर राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी उभरकर सामने आई थी। कांग्रेस में कलह नहीं हो रही खत्म माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस के लिए पंजाब में वापसी करना आसान नहीं होगा। लंबे समय से कांग्रेस में कलह चल रही है। पार्टी के नेता ही एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमलावर थे, वहीं उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया तो अब सिद्धू सीएम चन्नी पर हमलावर हैं। दरअसल, चन्नी के पंजाब सीएम बनने के कुछ ही दिन बाद सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू का कहना है कि नई सरकार में भी ऐसे लोगों को शामिल किया जा रहा है, जिन पर भष्ट्राचार के आरोप हैं। फिलहाल कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के समझाने पर सिद्धू ने इस्तीफा वापस तो ले लिया है, लेकिन उनका कहना है कि राज्य में नए डीजीपी की नियुक्ति के बाद ही वह अपना काम करना शुरू करेंगे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-national-executive-meeting-pm-modi-honoured-for-100-crore-coronavirus-vaccinations-7160020/,"BJP National Executive Meeting: 100 करोड़ टीकाकरण के लिए पीएम मोदी को किया गया सम्मान, नड्डा बोले- बंगाल में नया इतिहास रचेगी भाजपा","100 करोड़ टीकाकरण के लिए पीएम मोदी को किया गया सम्मान, नड्डा बोले- बंगाल में नया इतिहास रचेगी भाजपा BJP National Executive Meeting एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हाइब्रिड रूप में आयोजित की गई है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 124 सदस्यों ने हिस्सा लिया, बाकी बीजेपी नेता और सदस्य नेवर्चुअली तौर पर बैठक में शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी को 100 करोड़ टीकाकरण के लिए सम्मानित किया गया नई दिल्ली Published: November 07, 2021 02:16:09 pm नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रही इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान समेत तमाम छोटे-बड़े बीजेपी नेता शामिल हैं। बैठक में कोरोना संकट के बीच भारत में 100 करोड़ टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि बीजेपी प. बंगाल में नया इतिहास रचेगी। जेपी नड्डा ने कहा, मैं प. बंगाल के लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं हम आपके साथ हैं और राज्य में नया इतिहास रचेंगे। इस दौरान बैठक में कैलाश विजयवर्गीय, अनुपम हाजरा, स्वप्न दास गुप्ता समेत कई ऐसे नेता मौजूद थे, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाई थी। धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेसवार्ता के जरिए बताया कि बैठक को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने बंगाल के लोगों को विधानसभा चुनाव में समर्थन देने के लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा, 2016 में बंगाल में हमारी मौजूदगी नहीं थी। लेकिन अब हमें 38 फीसदी वोट मिला। 18 लोकसभा और 77 विधानसभा सीटें हमारे पास हैं। भारत के राजनीतिक इतिहास में पहली बार 9 करोड़ आबादी वाले राज्य में इस तरह के विकास को देखा गया। इस बैठक में 5 राज्यों में चुनाव की रणनीति पर मंथन के साथ ही पार्टी की आगामी रणनीतियों पर विचार किया गया। लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में हिस्सा लिया। ये बैठक एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हाइब्रिड रूप में आयोजित की गई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 124 सदस्य हिस्सा लिया। बता दें कि वर्ष 2022 में सात राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/lalu-prasad-leaves-for-delhi-after-bihar-assemble-by-election-7156857/,"बिहार विधानसभा उपचुनाव संपन्न होते ही दिल्ली लौटे लालू यादव, बोले- तबीयत सही नहीं है","बिहार विधानसभा उपचुनाव संपन्न होते ही दिल्ली लौटे लालू यादव, बोले- तबीयत सही नहीं है बिहार विधानसभा उपचुनाव के नतीजे सामने आने के अगले दिन ही लालू प्रसाद यादव दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। एयरपोर्ट पर उन्होंने पत्रकारों को बताया कि उनकी तबीयत सही नहीं है। नई दिल्ली Published: November 03, 2021 11:10:44 pm नई दिल्ली। अभी कल ही बिहार विधानसभा उपचुनाव संपन्न हुए हैं और आज राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इस दौरान एयरपोर्ट पर जब मीडिया ने वापस जाने के वजह पूछी तो लालू ने बताया कि अभी उनकी तबीयत सही नहीं है, इसीलिए वे इलाज के लिए दिल्ली वापस जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने उपचुनाव के नतीजों पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। चुनावी नतीजों पर कुछ नहीं बोले लालू और रावड़ी बता दें कि इस दौरान उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। उपचुनाव के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार उपचुनाव पर वो पहले ही अपनी तरफ से बयान दे चुके हैं। ऐसे में अब इस विषय पर कुछ नहीं बोलेंगे। वहीं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी उपचुनाव के नतीजों पर चुप्पी साध ली। लालू प्रसाद यादव स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते लंबे समय से दिल्ली के एम्स में अपना इलाज करवा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए खास तौर पर वो पटना आए थे। ऐसे में विपक्ष के कई नेताओं ने इस हालात में लालू से चुनाव प्रचार करने पर पार्टी पर सवाल उठाए थे। वहीं राजद सांसद तेजप्रताप यादव ने भी पिता की तबीयत खराब होने के बाद भी उनसे प्रचार करवाने पर सवाल उठाया था। अगर बिहार विधानसभा के चुनावी नतीजों की बात करें तो उपचुनाव में दोनों सीटों पर एनडीए को जीत मिली है। उपचुनाव में बिहार की कुशेश्‍वरस्‍थान सीट पर जेडीयू ने जीत दर्ज कर ली है, यहां जेडीयू के अमन हजारी ने आरजेडी उम्मीदवार गणेश भारती को 12698 वोटों से हरा दिया है। जबकि तारापुर में जदयू के उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने राजद के उम्मीदवार अरुण कुमार साह को 3821 मतों से हरा दिया है। बता दें कि राजीव कुमार सिंह को 78966 वोट जबकि अरुण कुमार साह को 75145 वोट हासिल हुए हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/advanced-heron-drone-made-in-israel-to-the-army-will-keep-an-eye-on-chinas-antics-on-lac-129167738.html,"लद्दाख में भारत का नया जासूस: सेना को मिले इजराइल में बने एडवांस्ड हेरॉन ड्रोन, LAC पर चीन की हरकतों पर रखेंगे नजर","लद्दाख में भारत का नया जासूस:सेना को मिले इजराइल में बने एडवांस्ड हेरॉन ड्रोन, LAC पर चीन की हरकतों पर रखेंगे नजर भारतीय सेना को इजराइल में बने एडवांस्ड हेरॉन ड्रोन मिल गए हैं। इससे सेना को लद्दाख सेक्टर के दुर्गम इलाकों में नजर रखने में आसानी होगी। खास तौर से चीनी सेना की हरकतें अब छुपी नहीं रह पाएंगी। ये ड्रोन भारत को काफी पहले मिल जाने थे, लेकिन कोरोना की वजह से इनकी डिलीवरी में कुछ महीने की देरी हो गई। सरकार से जुड़े एक टॉप सोर्स ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि हेरॉन ड्रोन देश को मिल गए हैं। इन्हें ईस्टर्न लद्दाख एरिया में निगरानी के लिए तैनात किया जा रहा हैं। ये सभी ऑपरेशनल हैं और पहले से मौजूद इसी कैटेगरी के ड्रोन से बहुत बेहतर हैं। इनकी एंटी जैमिंग कैपेबिलिटी भी इनके पिछले वर्जन से ज्यादा अच्छी है। इमरजेंसी खरीद के तहत सेना ने लिए ड्रोन कुछ महीने पहले मोदी सरकार ने सेनाओं को जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी खरीद के अधिकार दिए थे। इसके तहत सेना चीन से मिल रही चुनौतियों के मद्देनजर अपनी युद्ध की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 500 करोड़ तक के इक्विपमेंट और सिस्टम खरीद सकती है। इजराइल से ये ड्रोन इसी अधिकार के तहत लिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक इनके अलावा भी कई छोटे और मध्यम आकार के ड्रोन भारतीय कंपनियों से खरीदे जा रहे हैं। पिछली बार सेना को इस तरह की छूट 2019 में पाकिस्तान में बालाकोट के आतंकी कैंपों पर की गई एयर स्ट्राइक के ठीक बाद दी गई थी। इसी सुविधा का इस्तेमाल करते हुए भारतीय नौसेना ने दो प्रीडेटर ड्रोन लीज पर लिए हैं। ये ड्रोन अमेरिकी फर्म जनरल एटॉमिक्स से लिए गए हैं। भारतीय वायु सेना ने भी बड़ी संख्या में एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और लंबी दूरी तक सटीक मार करने वाली मिसाइलें खरीदी हैं। इमरजेंसी खरीद के ये अधिकार 31 अगस्त तक के लिए दिए गए थे। सेनाओं के पास आखिरी फेज में कुछ और प्रोजेक्ट बचे हुए हैं। अगर और समय मिलता है तो सेनाएं इक्विपमेंट की खरीद पर आगे बढ़ेंगीं। 35 हजार फीट ऊंचाई तक उड़ान भरने की क्षमता दुश्मनों पर नजर रखने के लिए हेरॉन ड्रोन को सबसे भरोसेमंद माना जाता है। निगरानी के मामले में इसका कोई तोड़ नहीं है। हेरॉन ड्रोन को इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के UAV डिवीजन ने तैयार किया है। ये 35 हजार फीट की ऊंचाई तक 52 घंटे तक उड़ान भरने में सक्षम हैं। इसे लगातार अपग्रेड भी किया जा रहा है। फरवरी 2014 में सिंगापुर एयर शो में सुपर हेरॉन को पेश किया गया था। इसमें 200 हॉर्सपावर का डीजल इंजन लगा है। सेना के अधिकारियों के मुताबिक निगरानी के मामले में इस ड्रोन का कोई तोड़ नहीं है। इसे लिए जाने के बाद से ही यह निगरानी तंत्र की रीढ़ रहा है। 30,000 फीट की ऊंचाई से भी यह जमीन पर कमांडरों को फीडबैक देना जारी रख सकता है, ताकि उसके हिसाब से सैनिकों का मूवमेंट किया जा सके। चीन की घुसपैठ ने बढ़ाई परेशानी लद्दाख से अरुणाचल तक चीनी सेना की हरकतों ने भारत की परेशानी बढ़ा दी है। कई बार तो टकराव जैसे हालात बन चुके हैं। गलवान की हिंसक झड़प के बाद से यही स्थिति बनी हुई है। दोनों सेनाओं ने भारी हथियार, हेलिकॉप्टर, लड़ाकू विमान और एयर डिफेंस सिस्टम तैनात कर रखे हैं। भारत और चीन ने बातचीत के बाद कुछ पॉइंट से अपने टैंक वापस मंगा लिए थे। हालांकि भारी हथियार अब भी दोनों ओर तैनात हैं। चीन ने भारत से लगी सीमा पर हाल ही में सबसे खतरनाक बॉम्बर प्लेन तैनात किए हैं। ये एयरक्राफ्ट CJ-20 लॉन्ग रेंज मिसाइलों से लैस हैं, जिनकी जद में दिल्ली भी है। 11 नवंबर को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की एयरफोर्स की 72वीं एनिवर्सरी पर चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने हिमालय के पास से उड़ान भर रहे इन H-6K बॉम्बर्स प्लेन की फुटेज भी जारी की थी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-rajasthan-delhi-ncr-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-news-coronavirus-vaccine-today-latest-129167044.html,"भास्कर LIVE अपडेट्स: कृषि कानून वापसी के बाद MSP कानून पर बातचीत के लिए तैयार सरकार, संयुक्त किसान मोर्चा से मांगे नाम","भास्कर LIVE अपडेट्स:कृषि कानून वापसी के बाद MSP कानून पर बातचीत के लिए तैयार सरकार, संयुक्त किसान मोर्चा से मांगे नाम तीन कृषि कानूनों की वापसी के बावजूद किसान संगठनों के अड़ियल रुख अपनाए रखने के बाद सरकार MSP कानून को लेकर भी बातचीत के लिए तैयार हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) को इस मुद्दे पर बातचीत का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए किसान मोर्चे को अपने 5 नेताओं के नाम देने के लिए कहा गया है, जो बातचीत के दौरान बैठक में मौजूद रहेंगे। किसान मोर्चा के सूत्रों का कहना है कि अब 4 दिसंबर को आंदोलन वापसी की घोषणा हो सकती है। हालांकि अभी सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के 32 किसान संगठनों की मीटिंग जारी है। ज्यादातर किसान संगठन अब आंदोलन को खत्म करने के पक्ष में हैं, हालांकि भाकियू (टिकैत) के राकेश टिकैत और गुरनाम चढ़ूनी आंदोलन को जारी रखने पर अड़े हैं। उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने सभी राज्यों को किसान आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए मुकदमे वापस लेने का निर्देश दिया है। हरियाणा के किसान नेताओं ने मुकदमों की वापसी के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ बैठक करने की घोषणा भी कर दी है। दरअसल पिछले एक साल से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की सभी सीमाएं घेरकर बैठे किसान संगठन केवल कृषि कानून वापसी से सहमत नहीं हैं। किसानों का कहना है कि यदि सरकार उनकी आर्थिक स्थिति सुधारना चाहती है तो MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से कम दाम पर फसल नहीं बिकने के लिए भी कानून लागू करे। किसान संगठन MSP कानून बनने तक धरना जारी रखने की घोषणा कर चुके हैं। सरकार इसमें बीच का रास्ता तलाशना चाहती है और इसी कारण उसने बातचीत का ऑफर दिया है। पूरी खबर पढ़ें.. आज की अन्य बड़ी खबरें... दूसरी तिमाही में देश की इकोनॉमी 8.4% की दर से बढ़ी, अनुमानों के मुताबिक रही ग्रोथ रेट देश की इकोनॉमी दूसरी तिमाही में 8.4% की दर से बढ़ी है। यह ग्रोथ सभी अनुमानों के मुताबिक ही रही। फिस्कल डेफिसिट पूरे साल के लक्ष्य की तुलना में अप्रैल से अक्टूबर के बीच 36.3% या 5.47 लाख करोड़ रुपए रहा। कुल खर्च 18.27 लाख करोड़ रुपए रहा। फिस्कल डेफिसिट का मतलब सरकार का जितना खर्च है, उसकी तुलना में इनकम में कमी से है। पिछले साल यह 119.7% था। इसी समय में सरकार का रेवेन्यू 12.6 लाख करोड़ रुपए रहा। बजट अनुमान की तुलना में यह 70.5% रहा। पिछले साल इसी समय में यह 34.2% था। टैक्स से कमाई 10.53 लाख करोड़ रुपए रही। 8 प्रमुख इंडस्ट्रीज की ग्रोथ अक्टूबर में 7.5% पर रही। इसमें सबसे ज्यादा ग्रोथ नेचुरल गैस की 25.8% रही। कोयले की ग्रोथ 14.6%, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स की 14.4 और सीमेंट की 11.3% ग्रोथ रही। इलेक्ट्रिसिटी, स्टील और फर्टिलाइजर्स में भी ग्रोथ रही। हालांकि कच्चे तेल की ग्रोथ में 2.2% की गिरावट रही। पूरी खबर यहां पढ़ें... लद्दाख सेक्टर में चीन पर नजर रखेंगे इजराइली हेरॉन ड्रोन भारतीय सेना को इजराइल के बने एडवांस्ड हेरॉन ड्रोन मिल गए हैं। इससे सेना को लद्दाख सेक्टर के दुर्गम इलाकों में नजर रखने में आसानी होगी। खासतौर से चीनी सेना की हरकतें अब छुपी नहीं रह पाएंगी। ये ड्रोन भारत को काफी पहले मिल जाने थे, लेकिन कोरोना की वजह से इनकी डिलीवरी में कुछ महीने की देर हो गई। सरकार से जुड़े एक टॉप सोर्स ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि हेरॉन ड्रोन देश को मिल गए हैं। इन्हें ईस्टर्न लद्दाख एरिया में निगरानी के लिए तैनात किया जा रहा हैं। ये सभी ऑपरेशनल हैं और पहले से मौजूद इसी कैटेगरी के ड्रोन से बहुत बेहतर हैं। इनकी एंटी जैमिंग कैपेबिलिटी भी इसके पिछले वर्जन से ज्यादा अच्छी है। यूपी में बसपा अकेले चुनाव लड़ेगी, चंद्रशेखर से गठबंधन नहीं होगा लखनऊ में मंगलवार को बसपा मुख्यालय में मायावती ने योगी सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने साफ किया कि वह किसी से गठबंधन नहीं करेंगी और बसपा अकेले ही चुनाव लड़ेगी। बता दें कि 2017 में बसपा के 19 विधायक जीते थे, हालांकि लगातार उनके विधायकों के दूसरे दलों में जाने से अब उनके पास केवल चार विधायक बचे हैं। मायावती ने कहा कि गोरखपुर में ब्राह्मण की हत्या पर कार्रवाई नहीं हुई। कानून व्यवस्था के मामले में योगी सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है। उन्होंने किसी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर कहा कि हमारी पार्टी इस बार किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... मुंबई दौरे पर CM ठाकरे और ममता की मुलाकात नहीं होगी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीन दिन के मुंबई दौरे पर हैं। पहले कहा गया था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और NCP चीफ शरद पवार से ममता की मुलाकात होगी। हालांकि अब सीएम ठाकरे से मिलने का उनका कार्यक्रम रद्द हो गया है। ठाकरे खराब सेहत के चलते ममता से नहीं मिलेंगे। वहीं, शरद पवार से बंगाल सीएम की मुलाकात हो सकती है। चारधाम देवस्थानम बोर्ड भंग उत्तराखंड सरकार ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड एक्ट को वापस लेने का फैसला किया है। राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले दिनों देवस्थानम बोर्ड को लेकर विभिन्न प्रकार के सामाजिक संगठनों, तीर्थ पुरोहितों, पंडा समाज के लोगों और विभिन्न प्रकार के जनप्रतिनिधियों से बात की है और सभी के सुझाव आए हैं। उन्होंने कहा, ""मनोहर कांत ध्यानी ने एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई थी। उस कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट दी है। जिस पर हमने विचार करते हुए फैसला लिया है कि हम इस एक्ट को वापस ले रहे हैं। आगे चल कर हम सभी से बात करते जो भी उत्तराखंड राज्य के हित में होगा उस पर कार्रवाई करेंगे।"" इस बोर्ड का गठन भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल के दौरान हुआ था। साधु-संत इसका लगातार विरोध कर रहे थे। कहा जाता है कि इस एक्ट के विरोध के चलते रावत को सीएम पद गंवाना पड़ा था। जाखड़ का ट्वीट- आपके बंदर, आपकी सर्कस पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने नवजोत सिद्धू के संगठन बनाने को लेकर दिलचस्प ट्वीट किया है। जाखड़ ने कहा कि 'आपके बंदर, आपकी सर्कस', मैं इस कहावत को फॉलो करता हूं। मैंने न किसी को कुछ सुझाव दिया है और न ही दूसरे के 'शो' में हस्तक्षेप किया है। जाखड़ का यह ट्वीट उन मीडिया रिपोर्ट्स के बाद आया है, जिनमें कहा गया कि नवजोत सिद्धू ने संगठन बनाते वक्त जाखड़ की सिफारिश नहीं मानी। पूरी खबर यहां पढ़ें... कैथल में रोड एक्सीडेंट में 6 की मौत हरियाणा में कैथल जिले के गांव पाई में मंगलवार सुबह दो कारों की आमने-सामने टक्कर में 4 बारातियों समेत 6 की मौत हो गई। मृतकों में एक दंपत्ति शामिल है। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों कारें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। 2 की मौके पर मौत हुई, जबकि अन्य को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 4 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... कंगना ने जान से मारने की धमकी देने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट को जान से मारने की धमकी मिली है। इसके बाद एक्ट्रेस ने पुलिस में धमकी देने वाले भठिंडा के एक व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। यह बात खुद कंगना ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए शेयर की। इस पोस्ट में कंगना ने FIR की कॉपी भी शेयर की है। इसके साथ उन्होंने एक लंबा नोट भी शेयर किया है। कंगना ने लिखा, ""मुंबई में हुए आतंकी हमले के शहीदों को याद करते हुए मैंने लिखा था कि गद्दारों को कभी माफ नहीं करना, ना ही भूलना। इस तरह की हर घटना में अंदरूनी गद्दारों का सबसे बड़ा हाथ था। वरना पाकिस्तानी आतंकवादियों की हिम्मत मुंबई पर हमला करने की हो सकती थी?"" पूरी खबर यहां पढ़ें... क्रिप्टो करेंसी ऐप से 6.70 करोड़ की धोखाधड़ी इंदौर की सॉफ्टवेयर कंपनी के जापानी क्लाइंट से क्रिप्टो करेंसी ऐप के जरिए 6 करोड़ 70 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई। यह फर्जीवाड़ा कंपनी के ही सॉफ्टवेयर डेवलपर ने किया है। उसने पत्नी और मां के वॉलेट में रुपए ट्रांसफर कर दिए। वह अपनी संपत्ति बेचकर विदेश भागने वाला था, उसके पहले ही सायबर पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार कर लिया। एसपी जितेंद्र सिंह के मुताबिक 15 जुलाई 2021 को नो बार्डर्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक पीयूष सिंह ने विजयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पूरी खबर यहां पढ़ें... जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में आग लगी राजस्थान के जोधपुर में आज एक हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में आग लग गई। दमकल अधिकारी ने बताया कि फैक्ट्री में आग लगने के बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फिलहाल हालात काबू में हैं। दमकल की 3-4 गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट लग रहा है। कांग्रेस पार्टी की महिला शाखा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस (AIMC) की सदस्यों ने महंगाई, ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस को रास नहीं आया संगठन का 'सिद्धू मॉडल' पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू का संगठन मॉडल कांग्रेस को पसंद नहीं आया। सिद्धू ने करीब 2 हफ्ते पहले संगठन की लिस्ट कांग्रेस हाईकमान को भेजी थी। इसे वहीं रोक लिया गया है। यह लिस्ट पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी के पास अटकी हुई है। चर्चा है कि सिद्धू ने संगठन बनाते वक्त पार्टी के MLA और वरिष्ठ नेताओं की नहीं सुनी। सिद्धू ने अपने करीबी MLA और नेताओं से चर्चा कर लिस्ट तैयार कर दी। इससे कई विधायक और नेताओं ने नाखुशी जाहिर की है। पूरी खबर यहां पढ़ें... नए वैरिएंट ओमिक्रॉन पर राजस्थान अलर्ट कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है। राजस्थान सरकार भी कोरोना के इस नए वैरिएंट से बचने के लिए अलर्ट पर आ गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों को वैक्सीनेशन पर फोकस करने के लिए कहा है। ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाने और जिन लोगों को दूसरी डोज नहीं लगी है, उन्हें दूसरी डोज लगाने निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 28 हजार बेड तैयार कर लिए गए हैं और बच्चों के लिए 2600 ICU बेड तैयार किए जा रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... शेयर बाजार, सेंसेक्स में 881 पॉइंट्स की तेजी शेयर बाजार में आज अच्छी खासी तेजी है। सुबह बाजार 12 पॉइंट्स की बढ़त के साथ 57,272 पर खुला था। इस समय यह 881 अंकों की तेजी के साथ 58,128 पर कारोबार कर रहा है। आज पहले ही मिनट में मार्केट कैप में 4.16 लाख करोड़ रुपए की बढ़त आई है। कल यह 256.94 लाख करोड़ रुपए था जो आज 261.10 लाख करोड़ रुपए हो गया है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 17,051 पर खुला था। इस समय इसमें 267 अंकों की तेजी है और यह 17320 पर कारोबार कर रहा है। इसने दिन में 17,330 का हाई बनाया जबकि 17,051 का निचला स्तर बनाया। पूरी खबर यहां पढ़ें... एडमिरल आर. हरि कुमार भारतीय नौसेना के नए प्रमुख बने एडमिरल आर. हरि कुमार ने भारतीय नौसेना के नए प्रमुख का पदभार संभाला। कुमार ने कहा कि एडमिरल करमबीर सिंह आज 41 साल तक देश सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। हम उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं। भारतीय नौसेवा हमेशा उनकी आभारी रहेगी। एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि पिछले 30 महीने भारतीय नौसेना के प्रमुख के रूप में काम करना मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है। इस दौरान देश और नौसेना कोविड महामारी के चलते मुश्किल समय से गुजरी है। नौसेना ने इस कठिन समय में अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाते हुए कार्य किया। दिल्ली-NCR में हवा की क्वालिटी आज भी बहुत खराब दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता मंगलवार को भी 'बहुत खराब' कैटेगरी में है। आज सुबह यहां औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 362 दर्ज हुआ। न्यूज एजेंसी ANI ने अक्षरधाम इलाके की तस्वीरें जारी की हैं। इनमें मोटी धुंध देखी जा सकती है। लोगों को यातायात में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जुलाई से सितंबर के बीच 7 से 9% रह सकती है ग्रोथ सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की ग्रोथ जुलाई से सितंबर के बीच 7 से 9% के बीच रह सकती है। तमाम अनुमानों में यह बात सामने आई है। इसके आंकड़े सरकार आज जारी करेगी। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अनुमान लगाया है कि दूसरी तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ दर 7.9% रह सकती है। पहले इसने 7.7% का अनुमान लगाया था। सरकार ने सितंबर में काफी खर्च किया है। इसका असर अर्थव्यवस्था की विकास पर दिखेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... इंटरनेशनल पैसेंजर्स को लेकर बिहार में हाई अलर्ट इंटरनेशनल पैसेंजर्स को लेकर देश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग व मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण के निर्देश के बाद बिहार में भी अलर्ट कर दिया गया है। मुख्य सचिव को भेजे गए दिशानिर्देश में सचिव राजेश भूषण ने इंटरनेशनल यात्रियों को लेकर चौकसी बढ़ाने को कहा है। अब विदेश से आने वालों को कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद भी 10 दिनों तक क्वारैंटाइन होना पड़ेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 16 करोड़ के पार यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़ा नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ है। प्रदेश में 16 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की डोज लग चुकी है। 16 करोड़ से अधिक वैक्सीनेशन करने वाला यूपी देश में पहला राज्य बन गया है। इस उपलब्धि पर सीएम योगी ने भी ट्वीट करके बधाई दी है। इस बीच प्रदेश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलें 86 हो गए हैं। सोमवार को 5 नए पॉजिटिव केस दर्ज हुए। ओमिक्रोन को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का असर भी देखा जा रहा है। प्रदेश में नए प्रोटोकॉल के साथ एयरपोर्ट पर बाहर से आ रहे यात्रियों पर नजर रखी जा रही है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/these-work-done-today-pf-aadhaar-uan-rule-tojawahar-vidyalaya-admission-registration-last-datete-129167142.html,काम की बात: UAN-आधार लिंक और लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट करने समेत आज ही निपटा लें ये 4 जरूरी काम,"काम की बात:UAN-आधार लिंक और लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट करने समेत आज ही निपटा लें ये 4 जरूरी काम नई दिल्ली आज यानी 30 नवंबर कई जरूरी काम निपटाने की आखिरी तारीख है। 30 नवंबर तक PF खाते के UAN को आधार से लिंक करना जरूरी है। ऐसा न करने पर आपके खाते में कंपनी की ओर से आने वाला कॉन्ट्रिब्यूशन रोक दिया जाएगा। इसके अलावा अगर आप होम लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो LIC हाउसिंग फाइनेंस का खास होम लोन ऑफर इस महीने खत्म हो रहा है। हम आपको ऐसे ही 4 कामों के बारे में बता रहे हैं जो आपको आज ही निपटाने हैं। UAN को आधार से लिंक करें यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) को आधार कार्ड से 30 नवंबर तक लिंक करना जरूरी है। ऐसे में अगर आपने अब तक अपने UAN नंबर को आधार कार्ड से लिंक नहीं किया है तो जल्द से जल्द कर लें। अगर आप 30 नवंबर तक ऐसा नहीं कर पाते, तो आपके खाते में कंपनी की ओर से आने वाला कॉन्ट्रिब्यूशन रोक दिया जाएगा। इसके अलावा इससे आपको EPF अकाउंट से पैसा निकालने में भी परेशानी हो सकती है। अगर EPF अकाउंट होल्डर का अकाउंट आधार से लिंक्ड नहीं है, तो वे EPFO की सर्विसेस का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। लाइफ सर्टिफिकेट जमा करें पेंशनर्स को अपनी पेंशन पाते रहने के लिए हर साल 30 नवंबर तक अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना होता है। इस लाइफ सर्टिफिकेट का मतलब होता है कि पेंशनर जीवित है। इसलिए पेंशनर्स को हर हाल में आज अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना होगा, ताकि उनकी पेंशन रुक न जाए। LIC हाउसिंग फाइनेंस में होम लोन के लिए अप्लाई LIC हाउसिंग फाइनेंस ने 2 करोड़ रुपए तक के होम लोन के लिए ब्याज दर घटाकर 6.66% कर दी है। यह ऑफर 30 नवंबर तक लिए गए होम लोन पर ही लागू होगा। इसके बाद कंपनी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है। जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षा 9 में प्रवेश के लिए 30 अप्रैल 2022 को होने वाली चयन परीक्षा के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 30 नवंबर है। इस तारीख तक नवोदय विद्यालय समिति (NVS) की आधिकारिक वेबसाइट navodaya.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कक्षा 9 में एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट यानी जवाहर नवोदय विद्यालय सेलेक्शन टेस्ट (JNVST) 09 अप्रैल 2022 को होना है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे का एडमिशन जवाहर नवोदय विद्यालय में कराना चाहते हैं तो जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करा दें।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-30-nov-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129167033.html,"कोरोना देश में LIVE: केंद्र का दावा- RT-PCR, रैपिड एंटीजन टेस्ट से नहीं बच सकता ओमिक्रॉन","कोरोना देश में LIVE:केंद्र का दावा- RT-PCR, रैपिड एंटीजन टेस्ट से नहीं बच सकता ओमिक्रॉन ओमिक्रॉन को लेकर भारत सरकार ने राहत देने वाला दावा किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ओमिक्रॉन RT-PCR और रैपिड एंटीजन टेस्ट से नहीं बच सकता है। यह जानकारी केंद्र ने एक मीटिंग में दी। सरकार ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे टेस्टिंग की सुविधा बढ़ाएं, ताकि पॉजिटिव केस समय रहते पता चल सकें। आज के अन्य जरूरी अपडेट्स... केंद्र ने देश में लागू कोरोना गाइडलाइन 31 दिसंबर तक बढ़ाई, टेस्टिंग में तेजी पर जोर केंद्र सरकार ने देश में लागू कोरोना गाइडलाइंस को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। तेजी से फैलते कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए यह फैसला किया गया है। गृह मंत्रालय के आदेश में राज्य सरकारों को 25 नवंबर को रिलीज की गई एडवाइजरी का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। अपनी एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने राज्यों से स्क्रीनिंग और टेस्टिंग में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। साथ ही इंटरनेशनल फ्लाइट्स से आ रहे सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य करने और उन्हें ट्रैक करने को कहा था। इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए भी नई गाइडलाइन जारी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच केंद्र ने भारत आने वाले इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक अब एयर सुविधा पोर्टल पर मौजूद सेल्फ डेक्लेरेशन फॉर्म में सभी इंटरनेशनल पैसेंजर्स को फ्लाइट बोर्ड करने से पहले अपनी 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री बतानी होगी। एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि एट रिस्क देशों से आने वाले पैसेंजर्स के लिए देश के हर एयरपोर्ट पर अलग एरिया बनाया जाएगा, जहां वे RT-PCR टेस्ट के रिजल्ट के लिए इंतजार करेंगे। सभी एयरपोर्ट्स पर अतिरिक्त RT-PCR फेसिलिटी भी तैयार की जाएंगी। भारत में ओमिक्रॉन का कोई केस नहीं, सरकार ने संसद में दी जानकारी देश में ओमिक्रॉन का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में यह जानकारी दी। कोरोना का बेहद संक्रामक वैरिएंट ओमिक्रॉन अब तक दुनिया के 16 देशों में अपना असर दिखा चुका है। हालांकि इसकी गंभीरता को लेकर अभी स्टडी होना बाकी है। पिछले 15 दिनों में अफ्रीकी देशों के 1 हजार पैसेंजर्स मुंबई पहुंचे बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि पिछले 15 दिनों में अफ्रीकी देशों के 1 हजार पैसेंजर्स मुंबई पहुंचे हैं। इनमें से 466 लोगों की ही लिस्ट एयरपोर्ट अथॉरिटी से मिल पाई है। अब तक 100 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है। BMC के अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी से अब तक सभी लोगों की लिस्ट नहीं मिली है, जिसके कारण टेस्ट में विलंब हो रहा है। 466 यात्रियों में से 100 मुंबई से हैं। हमने पहले ही उनके स्वाब के नमूने एकत्र कर लिए हैं। कल या परसों तक उनकी रिपोर्ट आने की उम्मीद है। तेलंगाना के एक स्कूल में 45 स्टूडेंट्स और 1 टीचर संक्रमित तेलंगाना के संगारेड्‌डी जिले के महात्मा ज्योतिबा फुले पिछड़ा वर्ग कल्याण स्कूल के 45 स्टूडेंट्स और 1 टीचर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संगारेड्डी जिले के डीएम और एचओ डॉ. गायत्री ने बताया कि सभी को आइसोलेट कर दिया गया है और इनका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, राज्य में कोरोना के कुल सक्रिय मामले 3,535 हैं। ओमिक्रॉन से जुड़ा कोई मामला राज्य में नहीं है। 544 दिनों में सबसे कम हुए सक्रिय मामले स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में पिछले 24 घंटों में 8,309 नए मरीज सामने आए हैं। 236 मौतें दर्ज की गई हैं। इसके साथ सक्रिय मामलों की संख्या 1 लाख 03 हजार 859 तक पहुंच गया है, जो कि पिछले 544 दिनों में सबसे कम है। मंत्रालय के अनुसार, देश में सक्रिय मामले कुल मामलों के 1% से भी कम हैं, जो वर्तमान में 0.30% है जो पिछले साल मार्च के बाद सबसे कम है। 24 घंटे में करीब 10 हजार लोग ठीक हुए पिछले 24 घंटों में 9 हजार 905 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। देश में ठीक होने की दर 98.34% है जो पिछले साल मार्च के बाद से सबसे अधिक है। ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3 करोड़ 40 लाख 08 हजार 183 हो गई है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/covid-19-vaccine-booster-dose-new-policy-soon-amid-omicron-coronavirus-variant-129167408.html,बच्चों की वैक्सीन पर अच्छी खबर: देश के 44 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए जल्द आएगी नई पॉलिसी; दिसंबर से मिल सकता है टीका,"बच्चों की वैक्सीन पर अच्छी खबर:देश के 44 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए जल्द आएगी नई पॉलिसी; दिसंबर से मिल सकता है टीका नई दिल्ली23 मिनट पहले कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के भारत पहुंचने की भी आशंका जताई जा रही है। इस बीच, भारत में कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने कहा है कि 18 साल की उम्र से नीचे 44 करोड़ बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने की योजना जल्द ही देश के सामने रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन दिए जाने की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है। जिससे कॉमरेडिडिटी वाले बच्चों कोरोना वैक्सीन लगाई जा सके। डॉ. अरोड़ा ने कहा कि उसके बाद स्वास्थ्य बच्चों को कोरोना का टीका दिया जाएगा। उधर, सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि 2-18 आयु वर्ग के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सिन अभी प्रक्रिया में है। इसके इमरजेंसी यूज की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक्सपर्ट्स कमेटी ने अतिरिक्त जानकारी मांगी है। बीमार बच्चों को दिसंबर में और स्वस्थ को अगली तिमाही में लगेगा टीका इससे पहले अरोड़ा ने NDTV से कहा था कि बीमारी के शिकार बच्चों के लिए वैक्सीनेशन दिसंबर में शुरू हो सकता है। जबकि स्वस्थ बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन अगले साल की पहली तिमाही में हो सकता है। अरोड़ा ने कहा था कि हम प्राथमिकता के आधार पर बच्चों का टीकाकरण शुरू करेंगे। जब बीमारियों के शिकार बच्चों में टीकाकरण 10-15% तक पहुंच जाएगा, तब हम स्वस्थ बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू कर देंगे। अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल जैसे देशों में पहले से ही हाई रिस्क कैटेगरी वाले लोगों को बूस्टर डोज दिया जा रहा है। पूनावाला बोले-अगले 6 महीनों में बच्चों की वैक्सीन उपलब्ध होगी कोवीशील्ड की निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (CII) के CEO अदार पूनावाला ने NDTV से बातचीत में कहा है कि बच्चों के लिए वैक्सीन तैयार करने का काम भी तेजी से चल रहा है। पूनावाला ने स्पष्ट किया कि यह कोवीशील्ड नहीं बल्कि कोवावैक्स होगी। पूनावाला ने कहा कि कोवावैक्स अगले छह महीनों में उपलब्ध होगी। ट्रायल चल रहे हैं। अभी तक कोई सुरक्षा संबंधी मुद्दा सामने नहीं आया है। सात साल तक की उम्र के बच्चों को भी ये वैक्सीन दी गई है। उन्होंने कहा कि बच्चों को वैक्सीन देने की मुहिम में हमारा मकसद कम से कम दो साल तक के बच्चे के लिए टीका तैयार करना है। कोवावैक्स का स्टॉक भारत और दुनिया भर में उपलब्ध कराने के लिए हम तैयार हैं। हमें बस नियामक मंजूरी का इंतजार है। बूस्टर डोज के लिए पॉलिसी 2 हफ्ते में तैयार होगी देश की कोविड टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि सरकार गंभीर रोगियों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए वैक्सीन की एडिशनल डोज (बूस्टर डोज) पर नई पॉलिसी लाने जा रही है। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (NTAG) इस पॉलिसी को 2 हफ्ते में तैयार करेगा। NTAG देश के 44 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए भी नई पॉलिसी लाने जा रहा है। अरोड़ा ने कहा- देश की कई लैब्स फिलहाल नए वैरिएंट पर भारत में मौजूद वैक्सीन की एफिकेसी की जांच कर रही है। इसमें 2 हफ्ते लग सकते हैं। इसके बाद ही हमें पता चलेगा कि कोवैक्सिन, कोवीशील्ड और दूसरी वैक्सीन नए वायरस से किस हद तक लड़ने में सक्षम हैं। कई देशों में बुजुर्गों को बूस्टर डोज NDTV के मुताबिक बुजुर्गों के लिए बूस्टर डोज के बारे में पूछे जाने पर डॉ. अरोड़ा ने कहा- कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद कई देशों में बुजुर्गों को बूस्टर डोज दिया जा रहा है। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल शामिल हैं। बूस्टर का मतलब है कि हमें 94 करोड़ और डोज की जरूरत पड़ेगी। इन्हें एक रात में तैयार नहीं किया जा सकता। हालांकि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। अरोड़ा ने कहा- देश में 12 से 15 करोड़ लोगों को वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लगा है। 30 करोड़ लोगों को दूसरा डोज नहीं लगा है। साफ है कि हमें वैक्सीनेशन तेज करना होगा। इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाना चाहिए। देश में ओमिक्रॉन का केस नहीं भारत में अभी तक ओमिक्रॉन का एक भी केस सामने नहीं आया है। इस महीने की शुरुआत में बेंगलुरु पहुंचे 2 दक्षिण अफ्रीकी नागरिक कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें से एक डेल्टा स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने कहा- टेस्ट के सैंपल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब्स में भेजे गए हैं। ओमिक्रॉन स्ट्रेन पर हम काफी सतर्क हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) में एपिडेमियोलॉजी के चीफ डॉ. समीरन पांडा ने ओमिक्रॉन के पहले से ही भारत में मौजूद होने की संभावना जताई है। पांडा ने कहा कि इस वैरिएंट की जानकारी केवल टेस्ट से ही सामने आएगी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/parag-agrawal-new-twitter-ceo-who-is-parag-agrawal-129167145.html,"पराग अग्रवाल ट्विटर के नए CEO: टॉप 500 कंपनियों के सबसे युवा CEO बने, फाउंडर जैक डोर्सी बोले- पराग पर मुझे गहरा भरोसा","पराग अग्रवाल ट्विटर के नए CEO:टॉप 500 कंपनियों के सबसे युवा CEO बने, फाउंडर जैक डोर्सी बोले- पराग पर मुझे गहरा भरोसा नई दिल्ली3 घंटे पहले ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के CEO पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह पर पराग अग्रवाल कंपनी के नए CEO होंगे। वे अब तक कंपनी में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर थे। उन्होंने 10 साल पहले कंपनी जॉइन की थी। 37 साल के पराग ने इसे सम्मान की बात बताया है। टॉप 500 कंपनियों के सबसे युवा CEO बने 37 साल के पराग अब दुनिया की टॉप 500 कंपनियों के सबसे युवा CEO बन गए हैं। ट्विटर ने उनकी डेट ऑफ बर्थ जाहिर नहीं की है, लेकिन यह बताया है कि उनका जन्म 1984 में हुआ था। उनका जन्मदिन फेसबुक के CEO मार्क जुकरबर्ग के जन्मदिन 14 मई के बाद ही आता है। IIT बॉम्बे से पढ़ाई करने वाले पराग अग्रवाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट भी हैं। ट्विटर ने 2018 में उन्हें एडम मेसिंजर की जगह चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बनाया था। ट्विटर से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और याहू के साथ काम कर चुके हैं। अजमेर के रहने वाले हैं ट्विटर के नए CEO:किराए पर रहता था परिवार, 4 दिसंबर को घर आएंगे पराग के मां-बाप जैक ने ट़्विटर स्टाफ के नाम लिखी आखिरी चिठ्‌ठी ट्विटर फाउंडर जैक डोर्सी ने ट्विटर स्टाफ को लिखी अपनी आखिरी चिठ्‌ठी में लिखा, 'मैंने ट्विटर छोड़ने का फैसला किया है क्योंकि मैं मानता हूं कि अब कंपनी अपने फाउंडर्स से अलग होने को तैयार है। ट्विटर CEO के तौर पर पराग पर मेरा भरोसा बहुत गहरा है। पिछले 10 साल में उनका काम बदलाव लाने वाला रहा है। वे अपनी स्किल, दिल और आत्मा से काम करते हैं, जिसके लिए मैं तहेदिल से उनका शुक्रगुजार हूं। अब ट्विटर को लीड करने का उनका समय है।' पढ़िए जैक डोर्सी की चिट्ठी : पराग हर उस महत्वपूर्ण निर्णय के पीछे रहे हैं, जिसने ट्विटर की कायापलट की हैलो टीम, हमारी कंपनी में लगभग 16 साल तक भूमिका में रहने के बाद... सह-संस्थापक से CEO, फिर चेयरमैन, एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और फिर अंतरिम-CEO से CEO तक… मैंने तय किया कि मेरे जाने का समय आ गया है। क्यों? “संस्थापक के नेतृत्व वाली” कंपनी के महत्व के बारे में बहुत सी बातें होती हैं। अंतत: मेरा मानना ​​है कि यह गंभीर रूप से सीमित और विफलता का एक बिंदु है। मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की है कि यह कंपनी अपने संस्थापकों से अलग हो सके। 3 कारण हैं जो मुझे लगता है कि अब सही समय है। पहला, पराग हमारे CEO बन रहे हैं। बोर्ड ने सभी विकल्पों पर विचार करते हुए कठोर प्रक्रिया अपनाई और सर्वसम्मति से पराग को नियुक्त किया। वे कुछ समय के लिए मेरी पसंद रहे हैं। वे कंपनी और उसकी जरूरतों को गहराई से समझते हैं। पराग हर उस महत्वपूर्ण निर्णय के पीछे रहे हैं, जिसने इस कंपनी की कायापलट करने में मदद की। दूसरा, ब्रेट टेलर हमारे बोर्ड अध्यक्ष बनने के लिए सहमत हैं। तीसरा, आप सब हैं। इस टीम में हमारी बहुत महत्वाकांक्षा और क्षमता है। इस पर विचार करें: पराग ने यहां एक इंजीनियर के रूप में शुरुआत की, जो हमारे काम के बारे में गहराई से परवाह करते थे और अब वे हमारे CEO हैं (मेरे पास भी ऐसा ही रास्ता था... उन्होंने इसे बेहतर किया!)। यह अकेली बात मुझे गौरवान्वित करती है। कल सुबह 9:05 बजे प्रशांत महासागर में एक बैठक होगी। तब तक, आपने मुझ पर जो भरोसा किया है, और पराग और खुद पर उस भरोसे को बनाने के खुलेपन के लिए आप सभी का धन्यवाद। -जैक गूगल, माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब ट्विटर में भी भारतीय मूल के CEO दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के CEO हैं। माइक्रोसॉफ्ट में सत्या नडेला, गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में सुंदर पिचई, अडोब में शांतनु नारायण, IBM में अरविंद कृष्णा, VMWare में रघु रघुराम के बाद अब ट्विटर में पराग अग्रवाल CEO बने हैं। 2006 में हुई थी ट्विटर की स्थापना डोर्सी ने अपने तीन साथियों के साथ 21 मार्च 2006 को सैन फ्रांसिस्को में ट्विटर की स्थापना की थी। इसके बाद वे सबसे बड़े टेक्नोलॉजी इंटरप्रेन्योर्स में से एक बन गए थे। डोर्सी के पद छोड़ने की खबरें सामने आने के बाद कंपनी के शेयर्स की कीमतें 10% तक बढ़ गईं। बताया जाता है कि डोर्सी एक फाइनेंशियल पेमेंट कंपनी स्क्वायर में भी टॉप एग्जीक्यूटिव हैं। उन्होंने ही इसकी स्थापना की थी। कंपनी के कुछ बड़े निवेशक खुलकर सवाल उठा रहे थे कि क्या वह प्रभावी तरीके से दोनों कंपनियों को लीड कर सकते हैं। हालांकि जैक 2022 तक कंपनी के बोर्ड में बने रहेंगे।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/twitter-ceo-parag-agarwal-controversy-american-right-wing-129167356.html,"पहले ही दिन कंट्रोवर्सी में घिरे नए ट्विटर CEO: 10 साल पहले मुस्लिमों, गोरों और नस्लवाद को लेकर किया था ट्वीट, अब ट्रोल किए जा रहे","पहले ही दिन कंट्रोवर्सी में घिरे नए ट्विटर CEO:10 साल पहले मुस्लिमों, गोरों और नस्लवाद को लेकर किया था ट्वीट, अब ट्रोल किए जा रहे 4 घंटे पहले ट्विटर के नए CEO पराग अग्रवाल कंट्रोवर्सी में घिर गए हैं। उनका करीब 10 साल पुराना एक ट्वीट वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने व्हाइट पीपुल यानी गोरों और मुस्लिमों को लेकर एक ट्वीट किया था। अब इस ट्वीट के वायरल होने के बाद अमेरिकी दक्षिणपंथी पराग को ट्रोल कर रहे हैं। उनका कहना है कि पराग के पुराने ट्वीट से नस्लवाद झलकता है। पराग ने 2010 में किया था ट्वीट ट्विटर CEO पराग ने 26 अक्टूबर 2010 को कॉमेडियन आसिफ मांडवी के शो को लेकर एक ट्वीट किया था। उन्होंने अमेरिकी व्हाइट लोगों के लिए लिखा था- अगर आप मुस्लिमों और चरमपंथियों के बीच अंतर नहीं कर सकते हैं तो मैं गोरे लोगों और नस्लवादियों के बीच भेद क्यों करूं। अब इस ट्वीट को लेकर अमेरिकी दक्षिणपंथी उन्हें निशाना बना रहे हैं। वे इस ट्वीट के आधार पर पराग को व्हाइट पीपुल विरोधी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इस ट्वीट से जुड़े दूसरे ट्वीट्स में पराग ने सफाई दी थी कि उनका स्टेटमेंट कॉमेडियन के शो को लेकर है। इस विरोध की वजह क्या है? पराग के इस ट्वीट के अभी वायरल और ट्रोल होने की वजह अमेरिकी कट्टरपंथी व्हाइट समुदाय है, जिसके लिए ट्विटर की शर्तें हमेशा से ही सख्त रही हैं। अब ये समुदाय पराग को पूर्व CEO जैक डोर्सी के उत्तराधिकारी के तौर पर देख रहा है। उनका मानना है कि कट्टरपंथियों के लिए इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेंसरशिप और ज्यादा बढ़ जाएगी। इन कट्टरपंथियों ने पहले भी ट्विटर का बहिष्कार किया था, जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को ट्विटर ने बैन कर दिया था। इस समुदाय का कहना है कि ट्विटर उनको अपने प्लेटफॉर्म पर हमेशा दबाता रहा है। पराग ने IIT बॉम्बे से पढ़ाई की, स्टैनफोर्ड से डॉक्टरेट IIT बॉम्बे से पढ़ाई करने वाले पराग अग्रवाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट भी हैं। ट्विटर ने 2018 में उन्हें एडम मेसिंजर की जगह चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बनाया था। ट्विटर से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और याहू के साथ काम कर चुके हैं। दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के CEO माइक्रोसॉफ्ट में सत्या नडेला, गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में सुंदर पिचाई, अडोब में शांतनु नारायण, IBM में अरविंद कृष्णा, VMWare में रघु रघुराम के बाद अब ट्विटर में पराग अग्रवाल CEO बने हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/mohali/kharar/news/in-kharar-a-speeding-car-broke-the-pillar-trampled-two-youths-standing-on-the-divider-ate-12-flips-129167361.html,"CCTV में कैद मौत का मंजर: तेज रफ्तार कार पोल से टकराकर 10 फीट उछली, डिवाइडर पर खड़े दो लोग 25 फीट दूर जा गिरे","CCTV में कैद मौत का मंजर:तेज रफ्तार कार पोल से टकराकर 10 फीट उछली, डिवाइडर पर खड़े दो लोग 25 फीट दूर जा गिरे चंडीगढ़4 घंटे पहले पंजाब के खरड़ में एक तेज रफ्तार कार ने सड़क पार करने के लिए डिवाइडर पर खड़े दो लोगों को जोरदार टक्कर मार दी। दोनों लोग 25 फीट दूर जाकर गिरे। इसके बाद तेज रफ्तार कार स्ट्रीट लाइट के पोल से टकराकर करीब 10 फीट हवा में उछलती हुई सड़क पार जा गिरी। यह भीषण हादसा CCTV में कैद हो गया है। हादसे में चार की मौत हुई है और कई घायल हैं। कार ने 12 पलटी खाईं खरड़-लुधियाना हाईवे पर सड़क दुर्घटना में मरने वालों में दो राहगीर और दो कार सवार शामिल हैं। रविवार दोपहर 2.30 बजे CCTV में कैद यह हादसा रोंगटे खड़े करने वाला है। एक तेज रफ्तार वरना कार खरड़ से लुधियाना की ओर जा रही थी। कार यूनिवर्सिटी के पास पहुंची तो अचानक ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया। कार हाईवे के बीच लगे स्ट्रीट लाइट का पोल तोड़ते हुए डिवाइडर पर चढ़ गई। करीब 12 बार पलटी खाते हुई दूर जाकर गिरी। कार फुटओवर ब्रिज से भी टकराई। बेकाबू कार से बचने का प्रयास करते युवक, हादसे में दोनों की मौत हो गई। मौत को नहीं दे पाए चकमा हाईवे क्रॉस करने के लिए डिवाइडर के बीच खड़े गांव घडुओ निवासी सुरिन्दर सिंह छिंदा और जमील खान ने बेकाबू कार को देख लिया था। मौत को अपनी तरफ आता देख दोनों सड़क से कुछ पीछे भी हटे, लेकिन कार उनको उड़ाते हुए निकल गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में जिन चार व्यक्तियों की मौत हुई, उनमें दो कार सवार थे। बदहवास होकर भागा बाइक चालक CCTV में दिख रहा है कि जहां हादसा हुआ, वहां रोड किनारे एक युवक बाइक लिए खड़ा है। कार डिवाइडर तोड़ते हुए दो युवकों को उड़ाती हुई निकली तो मलबा बाइक सवार को लगता है। वह बाइक समेत गिर जाता है। फिर तुरंत ही बाइक छोड़कर मौके से भाग लेता है। हालांकि, इस दौरान लोग हादसे में घायलों को बचाने के लिए दौड़ते हैं। बाइक सवार के हाव भाव से साफ लग रहा है कि वह हादसे से बुरी तरह भयभीत हुआ है। हादसे के दौरान बाइक से गिरा युवक। कार में थे पांच युवक कार में पांच युवक सवार थे। कार चालक संजीत कुमार के अलावा विक्रमजीत, राहुल यादव और अंकुश भी जख्मी हुए। इनमें से संजीत की मौके पर ही मौत हो गई। विक्रमजीत को सिविल अस्पताल खरड़ से सेक्टर-16 अस्पताल चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां पहुंचने पर उसे भी डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। क्षतिग्रस्त हुई कार शराब की बोतलें भी मिली हैं। डिवाइडर से टकराती बेकाबू कार। ऑटो चालक ने देखा हादसा ऑटो स्टैंड पर मौजूद ऑटो चालक हरबंस सिंह ने बताया कि फ्लाईओवर ब्रिज के ऊपर से आ रही तेज रफ्तार कार ब्रिज से सर्विस रोड की ओर टर्न लेते समय हाईवे पर बेकाबू हो गई थी। इसके बाद कार डिवाइडर के साथ टकरा गई। इस दौरान सुरिंदर सिंह और जमील खान भी इसकी चपेट में आ गए। दोनों ऑटो चलाते थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के दौरान क्षतिग्रस्त कार करीब 10 फीट हवा में उड़ते हुए स्ट्रीट लाइट के पोल से टकराई।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/parag-agrawal-sundar-pichai-satya-nadella-world-richest-indian-ceo-list-update-by-net-worth-129167423.html,बड़ी कंपनियों में भारतीयों का जलवा: पराग से पहले भी सत्‍य नडेला और सुंदर पिचाई सहित कई भारतीय दुनिया में मनवा चुके हैं अपना लोहा,"बड़ी कंपनियों में भारतीयों का जलवा:पराग से पहले भी सत्‍य नडेला और सुंदर पिचाई सहित कई भारतीय दुनिया में मनवा चुके हैं अपना लोहा नई दिल्ली6 घंटे पहले पराग अग्रवाल को ट्विटर का CEO बनाया गया है। 37 साल के पराग अब दुनिया की टॉप 500 कंपनियों के सबसे युवा CEO बन गए हैं। हालांकि इससे पहले गूगल और माइक्रोसॉफ्ट समेत दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के बॉस या CEO हैं। हम आपको ऐसे ही 7 भारतीयों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। सत्‍य नडेला 54 साल के सत्‍य नडेला दुनिया की लीडिंग टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन हैं। 19 अगस्त 1967 को हैदराबाद में जन्मे सत्य नडेला फरवरी 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के CEO बने। उन्होंने मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की है। साल 1992 में नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट से विंडो NT ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलपर्स के तौर पर शुरुआत की थी। सत्‍य नडेला की नेटवर्थ 2,527 अरब डॉलर है। सुंदर पिचाई सुंदर पिचाई साल 2019 से गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO हैं। चेन्नई में पैदा हुए सुंदर पिचाई साल 2014 में गूगल के हेड बने थे। 49 साल के पिचाई का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में 10 जून, 1972 को हुआ था। उन्होंने IIT खड़गपुर और कैलिफोर्निया की स्‍टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। इस समय उनकी नेटवर्थ 1924 अरब डॉलर है। शांतनु नारायण हैदराबाद में 27 मई 1963 को जन्‍मे शांतनु नारायण साल 2007 से अडोबी इंक के CEO और चेयरमैन हैं। हैदराबाद की उस्‍मानिया यूनिवर्सिटी से बैचलर्स की डिग्री हासिल करने वाले नारायण ने बर्केले स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से MBA की पढ़ाई की है। वे अडोबी ज्‍वॉइन करने से पहले वो एप्‍पल से जुड़े थे। 58 साल के शांतनु की नेटवर्थ 325 अरब डॉलर है। अरविंद कृष्णा अरविंद कृष्णा साल 2020 से IBM में CEO के पद पर हैं। वो लगभग 30 सालों से कंपनी में काम कर रहे हैं। IIT कानपुर से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉयस से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की थी। अरविंद कृष्णा का जन्म 1962 में आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी में हुआ था। 59 साल के अरविंद कृष्णा की नेटवर्थ 106 अरब डॉलर है। संजय मेहरोत्रा संजय मेहरोत्रा उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पैदा हुए थे। वर्तमान में वह माइक्रॉन टेक्नॉलजी के CEO हैं। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर्स डिग्री ली है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले से कंप्यूटर साइंस से मास्टर्स की पढ़ाई की। वह सैनडिस्क के को-फाउंडर भी रहे हैं। संजय मेहरोत्रा की नेटवर्थ 95 अरब डॉलर है। निकेश अरोड़ा उत्‍तर प्रदेश के गाजियाबाद में जन्‍मे निकेश अरोड़ा जून 2018 से पालो ऑल्‍टो नेटवर्क्‍स के CEO हैं। गूगल एग्जिक्‍यूटिव का पद संभालने के बाद अरोड़ा जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप के CEO का जिम्‍मा संभाला था। 53 साल के निकेश अरोड़ा ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU), बोस्‍टन कॉलेज और नॉर्थइस्‍टर्न यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उनकी नेटवर्थ 54 अरब डॉलर है। पराग अग्रवाल ट्विटर के CEO बनाए गए पराग अग्रवाल 10 साल से कंपनी से जुड़े हैं। ट्विटर से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और याहू के साथ काम कर चुके हैं। बॉम्बे IIT से ग्रेजुएशन करने वाले पराग अग्रवाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट भी हैं। 37 साल के पराग अग्रवाल की नेटवर्थ 38.5 अरब डॉलर है। खबरें और भी हैं... ट्विटर के CEO की लव स्टोरी: वाइफ विनीता और पराग दोनों ने PhD स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से की , IIT के बाद करियर बनाने अमेरिका गए टेक & ऑटो एलन मस्क की पराग को बधाई: ट्विटर CEO बनने पर बोले- भारतीय टैलेंट से अमेरिका को बहुत फायदा हुआ बिजनेस सिल्वर ETF में निवेश: 1% से कम रहेगा सिल्वर ईटीएफ में एक्सपेंस रेश्यो, 99.9% शुद्ध चांदी में होगा निवेश बिजनेस रिचार्ज कराना महंगा: एयरटेल और Vi के बाद जियो ने रीचार्ज प्लान के दाम बढ़ाए, अब किस कंपनी के प्लान सबसे सस्ते बिजनेस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/fake-indian-currency-deal-note-sting-operation-delhi-rajasthan-exclusive-video-photos-whatsapp-chat-129167042.html,"भास्कर स्टिंग ऑपरेशन: देश के 25 शहरों में जाली करेंसी का रैकेट; फ्रांस के सरगना की डील- 25 लाख दो, एक करोड़ के नकली नोट लो","भास्कर स्टिंग ऑपरेशन:देश के 25 शहरों में जाली करेंसी का रैकेट; फ्रांस के सरगना की डील- 25 लाख दो, एक करोड़ के नकली नोट लो दिल्ली6 घंटे पहले देश में दक्षिण अफ्रीका के 50 लोगों का नेटवर्क, 10% कमीशन पर चल रहा धंधा देश में नकली नोटों का कारोबार फिर धड़ल्ले से चल पड़ा है और इसका बड़ा अड्‌डा दिल्ली जैसी कैपिटल सिटीज हैं। दैनिक भास्कर ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन में इसका खुलासा किया है। इसमें बड़े नोट, खासकर 2000 और 500 के नकली नोटों के धंधे का पता चला है। इस कारोबार में देश के कई शहर और वहां के लोग शामिल हैं, लेकिन इसके सरगना फ्रांस और अफ्रीकी देशों में बैठे हैं। हमने फ्रांस में बैठे सरगना से 15 दिन पहले कॉन्टैक्ट किया। वॉट्सऐप पर चली बातचीत के बाद वो महज 5 दिन पहले नकली नोटों की डील के लिए राजी हो गया। इसके बाद हम राजस्थान के बांसवाड़ा से करीब 777 किमी का सफर तय कर डील के लिए दिल्ली पहुंचे और इस स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया। सोमवार को हमारे इस ऑपरेशन के दौरान ही सरगना का भारत में कारोबार संभालने वाला साउथ अफ्रीकी गुर्गा पुलिस के हत्थे चढ़ा गया। उसने कबूल किया कि भारत के 25 शहरों में नकली नोटों का धंधा फ्रांस से ऑपरेट हो रहा है। कैसे हो रहा है ये कारोबार, जानिए इस रिपोर्ट में… वॉट्सऐप पर मिला सरगना और धंधे के बारे में सब कुछ बताया रिपोर्टर ने फ्रांस में बैठे सरगना माइकल से वॉट्सऐप नंबर +33752583492 के जरिए संपर्क किया। माइकल ने दावा किया कि दिल्ली और बेंगलुरु में नकली नोटों के फ्री सैंपल मिल जाएंगे। बाजार में चलाकर देख सकते हैं। भरोसा होने पर एक लाख रुपए दें और 4 लाख के नकली नोट ले लें। सरगना से बात हुई, फिर भारत में उसके गुर्गे ने संपर्क किया रिपोर्टर ने डील के लिए हामी भरी तो कुछ ही देर में दिल्ली में गिरोह चलाने वाले उसके गुर्गे यातारे ने वॉट्सऐप नंबर 7835929389 के जरिए संपर्क किया। उसका काम पार्टी से मिलकर उसके बारे में पूरी पड़ताल करनी है। यातारे को 1 लाख रुपए की डील पर 10% कमीशन यानी 10 हजार रुपए मिलते हैं। रिपोर्टर को वीडियो कॉल पर मशीन में नकली नोट गिनकर दिखाए 29 नवंबर को सुबह माइकल ने रिपोर्टर से फिर संपर्क किया। रिपोर्टर ने माइकल से पूछा कि उसके पास नकली नोट हैं, इसका यकीन हम कैसे करें? इस पर उसने वॉट्सऐप किया और कहा कि पहले होटल का पूरा कमरा दिखाओ। जब उसे कोई खतरा नहीं नजर आया, तो वीडियो काॅल के जरिए नकली नोटों की गडि्डयां दिखाईं। इसमें 2000 और 500 के नोट थे। हमने कहा कि रुपए गिनने वाली मशीन नकली नोटों को आसानी से पकड़ लेगी। मशीन में 24,840 रुपए काउंट करके दिखाओ और उसका वीडियो भी भेजो। हमने 24,840 रु. के ही नोट अपने सामने इसलिए गिनवाए, ताकि वो पहले से गिने हुए नोटों का वीडियो न भेज सके। माइकल ने 24,840 रुपए के नकली नोट मशीन से काउंट करके भी दिखाए। हैरानी ये कि 2000, 500 और 200 के एक भी नोट को मशीन पकड़ नहीं पाई। माइकल और उसके गुर्गों के साथ रिपोर्टर की पूरी बातचीत पढ़िए माइकल: बेंगलुरु व दिल्ली में भारतीय मुद्रा उपलब्ध है। प्रतिनिधि दोनों शहरों में फ्री सैंपल उपलब्ध करा देंगे। पहली मीटिंग फ्री रहेगी। सैंपल काे बाजार में चलाकर देखाे। अगर आप बिजनेस करने को राजी होते हो ताे एक लाख रुपए के बदले 4 लाख के नकली नोट मिलेंगे। रिपोर्टर: दिल्ली में कहां और कब मिलोगे? माइकल: कभी भी। तुम्हारा नाम, बिजनेस और उम्र बताओ। (इसके कुछ देर बाद रिपोर्टर के पास वॉट्सऐप नंबर 7835929389 से मैसेज आया। मैसेज भेजने वाले यातारे ने कहा कि आपका नंबर डॉ. माइकल ने दिया है। यातारे ही माइकल का मेन आदमी है।) यातारे: आप कहां पर हो। मैं दिल्ली में हूं। रिपोर्टर: जयपुर। यातारे: ओके। दिल्ली कब आ रहे हो? मैं मिलना चाहता हूं। मैं बिजनेस के बारे में सब कुछ दिखाऊंगा। रिपोर्टर: रविवार को। यातारे: ठीक है। रात को कन्फर्म कर देना। रिपोर्टर: ठीक है। सोमवार को हम जयपुर से दिल्ली पहुंच जाएंगे। यातारे: कोई समस्या नहीं। जब आप रवाना हो तो मुझे बता देना। जब आप पहुंच जाओ, तब होटल मत लेना। महिपालपुर आ जाना। वहीं हम मिलकर होटल चलेंगे। रिपोर्टर: हम रात 12 बजे तक दिल्ली पहुंच जाएंगे। यातारे: ठीक है। सोमवार सुबह 10 बजे महिपालपुर मिलता हूं। आप पहुंचकर एक होटल कर लेना। इसके बाद मैं फोन करूंगा। रिपोर्टर: ठीक है। दिल्ली पहुंचकर तुम्हें होटल का एड्रेस भेजता हूं। यातारे ने किस तरह से डील आगे बढ़ाई यातारे ने पहले कहा कि वह महिपालपुर में होटल में ही मुलाकात करेगा। वह खुद कमरा लेगा और उसी में बुला लेगा। इसके बाद उसने प्लान बदल दिया। 11 बजे बाहर मिलने के लिए बुलाया। कहा कि आप होटल के बाहर आ जाओ, नीचे मिलेंगे। इसके बाद उसने कहा कि वह टैक्सी नहीं लेगा। ऑटो में ही चलेंगे। उसके साथ बाइक पर 2 युवक थे और एक साउथ अफ्रीकन लड़की थी। उसके हाथ में एक बैग था। वह ऑटो में जैसे ही बैठने लगा, दिल्ली पुलिस ने उसे दबोच लिया, लेकिन बाइक सवार दोनों युवक और लड़की फरार हो गए। पुलिस इनकी तलाश कर रही है। माइकल को अपने गुर्गे की गिरफ्तारी का पता नहीं था यातारे के पकड़े जाने के बाद माइकल ने वॉट्सऐप के जरिए रिपोर्टर से फिर बातचीत की। उसे अपने एजेंट की गिरफ्तारी के बारे में पता नहीं था। उसने बातचीत में दावा किया कि 25 लाख रुपए के बदले आपको 1 करोड़ रुपए के नकली नोट मिल जाएंगे। माइकल ने कहा कि मंगलवार सुबह ही दिल्ली में 1 करोड़ रुपए की डिलीवरी मिल जाएगी। जब गिरफ्तारी का पता चला तो रिपोर्टर को दी धमकी सोमवार दोपहर तक माइकल को अपने गुर्गे की गिरफ्तारी की जानकारी मिल चुकी थी। शाम 4 बजे उसने रिपोर्टर को फिर वॉट्सऐप कॉल की। इस कॉल में उसने अपना चेहरा नहीं दिखाया। उसने धमकी दी- दुनिया के किसी भी कोने में छिप जाना। मैं ढूंढकर जान से मार दूंगा। अगले 24 घंटे में तुम्हें मार दूंगा। यातारे ने खोले देश में चल रहे धंधे के राज यातारे ने बताया कि फ्रांस से माइकल का ही फोन आता है। वह उसे बताता है कि किस व्यक्ति से मिलना है। उसका काम सिर्फ पार्टी के बारे में जानकारी जुटाना है। माइकल नकली नोटों के बंडल भेजता है और वह उन्हें डिलीवर करता है। हर डील पर उसे 10% कमीशन मिलता है। नोट कहां छपते हैं, उसे इसकी कोई जानकारी नहीं है। भारत के 25 शहरों में उसके जैसे कई साउथ अफ्रीकी एजेंट है, जिन्हें माइकल कंट्रोल करता है और उनके जरिए धंधा ऑपरेट करता है। इस स्टिंग में भास्कर को जयपुर के साइबर एक्सपर्ट जयदीप शर्मा और सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश शर्मा का सहयोग मिला। पिछले साल महाराष्ट्र में पकड़े गए 83.61 करोड़ के नकली नोट NCRB की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में नकली नोटों की बरामदगी के मामलों में कमी नहीं आई है। अकेले महाराष्ट्र में 2020 में 97 लोगों के पास से पुलिस ने 6,99,495 भारतीय नकली नोट पकड़े। जिनका कुल मूल्य 83.61 करोड़ रुपए था। 2020 में देश में कुल 92.18 करोड़ मूल्य की 8,34,947 फर्जी भारतीय करेंसी पकड़ी गई। यह 2019 की तुलना में 190.5% ज्यादा है। 2019 में 25.39 करोड़ रुपए की नकली करेंसी पकड़ी गई थी। महाराष्ट्र के अलावा यहां भी नकली नोटों का जाल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/said-i-had-gone-to-know-the-history-of-kartarpur-sahib-and-sikhism-many-sikhs-were-also-taking-photos-129167057.html,पाक मॉडल ने मांगी माफी: कहा- करतारपुर साहिब का इतिहास और सिख धर्म को जानने गई थी; कई सिख भी फोटो ले रहे थे,"पाक मॉडल ने मांगी माफी:कहा- करतारपुर साहिब का इतिहास और सिख धर्म को जानने गई थी; कई सिख भी फोटो ले रहे थे चंडीगढ़6 घंटे पहले पाकिस्तान स्थित श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में फोटोशूट करने पर पाकिस्तानी मॉडल स्वाला लाला ने माफी मांग ली है। उन्होंने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 'सॉरी' की फोटो पोस्ट की है। आपत्तिजनक फोटो डिलीट कर मॉडल लाला ने कहा कि वह तो करतारपुर साहिब की हिस्ट्री और सिख धर्म के बारे में जानने गई थी। अगर उनके फोटो से कोई आहत हुआ हो तो वह माफी मांगती हैं। लाहौर की रहने वाली मॉडल स्वाला लाला ने कहा कि यह किसी फोटोशूट का हिस्सा नहीं था। मैं किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती थी। मैंने देखा कि लोग वहां फोटो खिंचवा रहे हैं, जिनमें कई सिख भी थे, इसलिए मैंने भी खिंचवा ली। यह तस्वीरें भी उस जगह की नहीं हैं, जहां लोग माथा टेकते हैं। उन्होंने पूरे सिख समुदाय से माफी मांग कर कहा कि भविष्य में वह इसका ध्यान रखेंगी। फोटो को स्टोर ने डिस्काउंट के साथ पोस्ट किया था फोटोशूट पर मॉडल और स्टोर का झूठा दावा इस मामले में स्टोर मन्नत क्लोदिंग और मॉडल स्वाला लाला का कहना है कि यह किसी फोटोशूट का हिस्सा नहीं था। हालांकि मन्नत क्लोथिंग ने बाद में मॉडल की इन तस्वीरों पर 50% तक डिस्काउंट का लेबल लगाकर इन्हें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था। वहीं, दूसरों को देख फोटो खिंचवाने का मॉडल का दावा भी झूठा माना जा रहा है, क्योंकि ऐसा होता तो फिर वह सिर ढ़ककर सभ्य तरीके से फोटो खिंचवाती, न कि मॉडलिंग करतीं। स्टोर ने पाकिस्तानी पेज डि-एक्टिवेट किया, USA का चल रहा पाक मॉडल की करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में इस फोटोशूट की तस्वीरें जिस मन्नत क्लोथिंग स्टोर के पेज पर पोस्ट की गई थीं, उसे डी-एक्टिवेट कर दिया गया है। हालांकि स्टोर का USA का पेज मन्नत डॉट USA के नाम से चल रहा है। इससे पहले स्टोर भी इन तस्वीरों को हटा चुका था। पाकिस्तानी मॉडल का माफीनामा पाक सरकार तक पहुंचा मामला मॉडल के फोटोशूट का पता चलते ही दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) ने कड़ा एतराज जताया था। मनजिंदर सिरसा ने पाक पीएम इमरान खान और पाकिस्तानी सरकार से कार्रवाई के लिए कहा था। इसके बाद पाक सरकार के एक मंत्री ने तुरंत स्टोर और मॉडल को फटकार लगाई और माफी मांगने को कहा। हालांकि DSGMC ने इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय को भी शिकायत की है कि करतारपुर साहिब पिकनिक स्पॉट न बने, इसके लिए पाक सरकार पर दबाव डाला जाए। ​​​​​​ करतारपुर में मॉडल का फोटोशूट:गुरुद्वारे में बिना सिर ढंके तस्वीरें खिंचवाईं; सिख संगठन बोले- इमरान सरकार तीर्थ को पिकनिक स्पॉट न बनने दे",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/parliament-winter-session-today-live-news-updates-cryptocurrency-and-regulation-of-digital-currency-bill-among-26-to-be-introduced-in-winter-session-129167037.html,"संसद का विंटर सेशन: वेंकैया ने राज्यसभा सांसदों का निलंबन रद्द करने से इनकार किया, विपक्ष का सदन से वॉकआउट","संसद का विंटर सेशन:वेंकैया ने राज्यसभा सांसदों का निलंबन रद्द करने से इनकार किया, विपक्ष का सदन से वॉकआउट नई दिल्ली4 घंटे पहले संसद का विंटर सेशन भी काफी हंगामेदार है। दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते दिन भर में कुल तीन बार लोकसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। हंगामा नहीं थमने पर दोपहर 3 बजे के बाद लोकसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं, राज्यसभा में भी विपक्ष ने इस मामले को काफी जोर-शोर से उठाया। दरअसल, राज्यसभा से निलंबित किए गए 12 सांसदों के मामले पर विपक्ष भड़का हुआ है। इन सांसदों को संसद के मानसून सत्र में मार्शलों के साथ बदसलूकी करने के आरोप में निलंबित किया गया है। अब 12 निलंबित विपक्षी सांसद राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखेंगे और अपने निलंबन के खिलाफ दलील पेश करेंगे। साथ ही वे कल संसद में गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना भी देंगे। सांसदों का निलंबन रद्द करने से सभापति का इनकार इससे पहले राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह निलंबन का फैसला संवैधानिक है और इसे वापस नहीं लिया जाएगा। नायडू की इस घोषणा के बाद विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में निलंबन को लेकर विपक्षी नेता एक और बैठक कर रहे हैं। सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया। 'निलंबित सांसदों को माफी मांगनी चाहिए' सरकार का कहना है कि निलंबित किए गए सांसदों को मापी मांगनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ""कल भी हमने उनसे कहा कि आप लोग माफी मांग लीजिए, खेद जाहिर कीजिए। लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया, साफ इनकार किया। इसलिए मजबूरी में हमें ये फैसला लेना पड़ा। उन्हें सदन में माफी मांगनी चाहिए।"" राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग खारिज कर दी। इसके बाद विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा से वॉकआउट किया। राहुल बोले- किस बात की माफी? कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि किस बात की माफी? संसद में जनता की बात उठाने की? बिलकुल नहीं! वहीं, अधीरंजन चौधरी ने कहा कि रेट्रोस्पेक्टिव इफेक्ट चल रहा है। सरकार का ये नया तरीका है। हमें डराने का, धमकाने का, हमें जो अपनी बात रखने का अवसर मिलता है उसे छीनने का नया तरीका है। उन्होंने कहा, ""यहां पर जमींदारी या राजा नहीं है कि हम बात-बात पर इनके पैर पकड़ें और माफी मांगे। ये जबरदस्ती क्यों माफी मंगवाना चाहते हैं। इसे हम बहुमत की बाहुबली कह सकते हैं। ये लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।"" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद में पूर्व प्रधानमंत्री और राज्यसभा सांसद एच.डी. देवेगौड़ा से भेंट की। PM मोदी की पार्टी के टॉप नेताओं के साथ बैठक इस सेशन के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के टॉप नेताओं के साथ बैठक की। इस मीटिंग में राजनाथ सिंह, अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई मंत्री मौजूद रहे। इस दौरान संसद में सरकार की आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई। 'सांसदों का निलंबन नियमों के खिलाफ' कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा के लिए विपक्षी दलों ने आज बैठक की। उन्होंने कहा कि माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। सांसदों को सदन के नियमों के खिलाफ निलंबित कर दिया गया। 12 सांसदों के निलंबन की कार्रवाई राज्यसभा में विपक्ष की आवाज का गला घोंटने जैसा है। खड़गे ने कहा कि जिस मुद्दे पर निलंबित किया गया है वो मुद्दा पिछले सत्र का है, शीतकालीन सत्र में इसे उठाकर निलंबन इसलिए किया गया है कि विपक्षी पार्टियों द्वारा उनकी पोल न खोल दी जाए। सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दलों ने बैठक की। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी मौजूद रहे। 'कृषि कानून वापस लेते समय भी केंद्र ने तानाशाही दिखाई' AAP सांसद संजय सिंह ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ""अगर प्रधानमंत्री किसानों के मन से आशंका को दूर करना चाहते तो वे सदन में आकर बोलते कि अब ये काला कानून किसी भी स्वरूप में नहीं आएगा। चर्चा न करा के सरकार ने ये बताया है कि जब काला कानून पास किया था तब भी तानाशाही थी, जब इसको वापस लिया तब भी तानाशाही है।"" कांग्रेस के 6; TMC, शिवसेना और लेफ्ट के 6 MP राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सोमवार को निलंबित सांसदों के नाम की घोषणा की। इनमें कांग्रेस के 6 सांसद: फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं। ममता बनर्जी की पार्टी TMC से डोला सेन और शांता छेत्री को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई शामिल हैं। वहीं CPM के एलाराम करीम और CPI के बिनॉय विश्वम भी निलंबित होने वाले सांसदाें की लिस्ट में शामिल हैं। राज्यसभा से 12 सांसद सस्पेंड: मानसून सेशन में मार्शलों पर हमला करने का आरोप; कांग्रेस, शिवसेना, TMC और लेफ्ट के नेता शामिल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/two-western-disturbances-will-come-between-1st-and-6th-chances-of-rain-in-entire-central-and-north-india-including-rajasthan-mp-129164789.html,"दिसंबर से और बढ़ेगी ठंड: 1 से 6 तारीख के बीच आएंगे दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस; राजस्थान, MP समेत पूरे मध्य और उत्तर भारत में बारिश के आसार","दिसंबर से और बढ़ेगी ठंड:1 से 6 तारीख के बीच आएंगे दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस; राजस्थान, MP समेत पूरे मध्य और उत्तर भारत में बारिश के आसार नई दिल्ली18 घंटे पहले वीडियो देश के दक्षिणी राज्यों में हुई जोरदार बारिश के बाद अब उत्तर और मध्य भारत में भी बरसात की आशंका बढ़ रही है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 1 से 6 दिसंबर के बीच दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) दस्तक दे सकते हैं। ऐसे में राजस्थान, MP समेत पूरे उत्तर-मध्य भारत में बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग के वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि पिछला वेस्टर्न डिस्टर्बेंस 23-24 अक्टूबर को आया था। अब यह 2-3 दिसंबर के आसपास आएगा, उत्तर भारत में बारिश होगी। पहाड़ों पर भी बारिश होगी। हवा भी चलेगी, इसलिए प्रदूषण और स्मॉग की स्थिति में सुधार होगा। 5-6 दिसंबर को दिल्ली एनसीआर में बारिश होगी 5-6 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा, इस दौरान दिल्ली में बारिश होगी। 2 दिसंबर को NCR में एक या दो स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है। 5-6 दिसंबर को बारिश संभावना अधिक है। इस दौरान पहाड़ और मैदान दोनों जगहों पर बारिश होगी। ओडिशा और आंध्र प्रदेश में हाेगी भारी बारिश एक अन्य सिस्टम से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में लंबे समय तक बारिश हुई, सोमवार से इसमें कमी देखी गई है। जेनामणि ने आगे बताया कि जहां तक ​​बाकी क्षेत्रों की बात है, 30 नवंबर को दक्षिण अंडमान सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। 2 दिसंबर तक डिप्रेशन रहेगा। इसके कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होगी। गुजरात में 1 दिसंबर को ओरेंज अलर्ट जेनामणि ने कहा कि हमने हमने 1 दिसंबर के लिए गुजरात के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कोंकण, मध्य महाराष्ट्र में भी बारिश होगी। इस दौरान 1-2 दिसंबर को मुंबई में भी हल्की-फुल्की बारिश होगी। साथ ही मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। ...तो और बढ़ेगी ठंड मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत के राज्यों में बारिश होने के बाद ठंड तेजी से बढ़ेगी। पहाड़ों पर भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड तेजी से बढ़ेगी। अच्छी बात यह है कि दिल्ली समेत तमाम शहरों में स्मॉग और प्रदूषण वाली स्थिति से लोगों को निजात मिलेगी। पहाड़ों पर बर्फबारी की भी आशंका जताई गई है। इन राज्यों में बारिश होगी भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, दक्षिण-पश्चिमी मध्यप्रदेश और दक्षिणी राजस्थान में 30 नवंबर की रात तेज हवाओं के साथ शुरू होने वाला बारिश का दौर 2 दिसंबर तक चलेगा। गुजरात में एक और दो दिसंबर को गरज व बिजली के साथ भारी बारिश की संभावना है। पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक व दो दिसंबर को तेज हवाओं के साथ बारिश होगी। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के साथ जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद में भी तेज बारिश की संभावना है। यहां कुछ दिनों में बर्फबारी भी होगी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/jhajjar/news/11-months-ago-in-jhajjar-was-murdered-after-rape-129164723.html,"5 वर्षीय बच्ची को रेप कर मारने वाले को फांसी: झज्जर में 11 माह पहले पड़ोसी की बेटी की लाश के साथ कमरे में पकड़ा, पॉक्सो एक्ट में उम्रकैद भी","5 वर्षीय बच्ची को रेप कर मारने वाले को फांसी:झज्जर में 11 माह पहले पड़ोसी की बेटी की लाश के साथ कमरे में पकड़ा, पॉक्सो एक्ट में उम्रकैद भी झज्जर20 घंटे पहले हरियाणा के झज्जर में 5 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या करने के दोषी को सोमवार को फांसी की सजा सुनाई गई। वारदात के 11 महीने बाद फास्ट ट्रैक कोर्ट ने सुनवाई पूरी करते हुए दोषी विनोद उर्फ मुन्ना को सजा सुनाई। इसके अलावा कोर्ट ने प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेस (पॉक्सो ) एक्ट 2012 की धारा 6 के तहत दोषी को उम्रकैद और 1 लाख 85 हजार रुपए का जुर्माना भी किया। वारदात 21 दिसंबर 2020 को झज्जर के छावनी एरिया में हुई थी। यहां एक राजमिस्त्री अपने परिवार के साथ रहता था। उनके पास ही 26 साल का विनोद कुमार उर्फ मुन्ना भी रहता था। 21 दिसंबर 2020- रविवार की रात तकरीबन 1 बजे विनोद ने राजमिस्त्री के घर का दरवाजा खटखटाया। जब राजमिस्त्री ने दरवाजा खोलकर देखा तो विनोद के सिर से खून निकल रहा था। विनोद ने देखभाल के लिए राजमिस्त्री को साथ चलने के लिए कहा और उसे बहाने से अपने कमरे पर ले जाकर वहां बंद कर दिया। इसके बाद विनोद वापस राजमिस्त्री के घर पहुंचा। वहां राजमिस्त्री की पत्नी अपनी 5 साल की बच्ची के साथ मौजूद थी। बच्ची को उसके घर से उठा ले गया था विनोद ने पहले राजमिस्त्री की पत्नी से छेड़छाड़ की और फिर उसकी 5 वर्षीय बेटी को उठाकर भाग गया। विनोद बच्ची को लेकर अपने कमरे पहुंचा और राजमिस्त्री को बाहर निकालकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। विनोद ने कमरे में बच्ची के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी। राजमिस्त्री ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे पुलिसवालों ने विनोद के कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर आरोपी बच्ची की लाश के पास बैठा था। पुलिस ने विनोद को गिरफ्तार कर लिया। पोस्टमॉर्टम के दौरान बच्ची के साथ मर्डर से पहले रेप की पुष्टि हुई। 11 महीने में फैसला 5 साल की बच्ची का रेप कर मर्डर करने का यह केस झज्जर में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश हेमराज की फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा था। कोर्ट ने सभी सबूतों को देखते हुए सोमवार को वारदात के 11 महीने बाद विनोद उर्फ मुन्ना को दोषी ठहराते हुए सजा सुना दी। बच्ची के साथ रेप और उसकी हत्या के मामले में कोर्ट ने विनोद को फांसी की सजा सुनाई। इसके अलावा प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेस (पॉक्सो ) एक्ट 2012 की धारा 6 के तहत भी उसे उम्रकैद की सजा सुनाते हुए 1 लाख 85 हजार रुपए जुर्माने की सजा दी गई। 12 गवाहों ने पहुंचाया फांसी तक इस मामले की जांच झज्जर के तत्कालीन DSP राहुल देव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने की। तकरीबन दो दर्जन गवाहों के बयानों के आधार पर विनोद उर्फ मुन्ना को फांसी की सजा सुनाई गई। विनोद उर्फ मुन्ना के खिलाफ पहले भी हरियाणा और राजस्थान में लूट और हत्या जैसे 8 केस दर्ज हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/indian-navy-chief-r-hari-kumar-takes-charge-129167859.html,"एडमिरल आर. हरि कुमार बने देश के 25वें नौसेना प्रमुख: नेवी चीफ ने मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, बेटे को गले लगाकर दी बधाई","एडमिरल आर. हरि कुमार बने देश के 25वें नौसेना प्रमुख:नेवी चीफ ने मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, बेटे को गले लगाकर दी बधाई नई दिल्ली7 मिनट पहले एडमिरल आर. हरि कुमार ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के नए प्रमुख का पदभार संभाला। इस मौके पर देश को भारतीय संस्कार की झलक देखने को मिली। इतने बड़े पद पर पहुंचने के बाद भी एडमिरल कुमार अपना संस्कार नहीं भूले। दरअसल, पदभार संभालने के बाद कुमार भावुक हो गए और उन्होंने अपनी मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मां ने गले लग कर बेटे को बधाई दी। न्यूज एजेंसी ANI ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें एडमिरल कुमार मां के पैर छूकर आशीर्वाद लेते दिखाई दे रहे हैं। नौसेना प्रमुख को साउथ ब्लॉक लॉन में गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। अपनी मां के साथ गले लगकर मुस्कुराते हुए एडमिरल कुमार। पद ग्रहण के मौके पर कुमार ने कहा- एडमिरल करमबीर सिंह आज 41 साल तक देश सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। हम उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं। भारतीय नौसेना हमेशा उनकी आभारी रहेगी। 1983 में भारतीय नौसेना में हुए शामिल एडमिरल कुमार नोसेना की बागडोर संभालने से पहले पश्चिमी नौसेना कमान के कमांडर इन चीफ रह चुके हैं। 12 अप्रैल 1962 को जन्में एडमिरल कुमार, 1 जनवरी 1983 को भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे। करीब 38 साल की अपनी लंबी एवं विशिष्ट सेवा के दौरान, एडमिरल कुमार ने अलग- अलग कमानों और स्टाफ में अपनी सेवाएं दी है। इनमें कोस्ट गॉर्ड शिप C-01, भारतीय नौसेना के जहाजों की कमान के साथ निशंक, कोरा, रणवीर और एयर क्राफ्ट कैरियर INS विराट जैसे जहाज शामिल है। करमबीर सिंह बोले- 30 महीने नौसेना प्रमुख रहना गर्व की बात पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा- पिछले 30 महीने भारतीय नौसेना के प्रमुख के रूप में काम करना मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है। इस दौरान देश और नौसेना ने कोविड महामारी के दौरान मुश्किल समय का सामना किया है। नौसेना ने इस कठिन समय में अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाते हुए कार्य किया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/meeting-of-32-farmers-organizations-of-punjab-again-today-at-singhu-border-adamant-on-continuing-the-tikat-chadhuni-movement-129167243.html,किसान आंदोलन पर एक्शन में केंद्र सरकार: MSP कमेटी के लिए 5 नेताओं के नाम मांगे; 4 दिसंबर को आंदोलन खत्म करने पर फैसला लेगा SKM,"किसान आंदोलन पर एक्शन में केंद्र सरकार:MSP कमेटी के लिए 5 नेताओं के नाम मांगे; 4 दिसंबर को आंदोलन खत्म करने पर फैसला लेगा SKM चंडीगढ़19 मिनट पहले केंद्र सरकार अब किसान आंदोलन को पूरी तरह खत्म कराने के लिए एक्शन में आ गई है। लोकसभा और राज्यसभा में तीन कृषि सुधार कानून वापस लेने के बावजूद धरनास्थलों पर बैठे किसान संगठनों की MSP कानून की मांग पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके लिए केंद्र सरकार ने MSP कमेटी बनाने का फैसला किया है। साथ ही इस कमेटी में शामिल होने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से 5 किसान नेताओं के नाम मांगे हैं। किसान नेता मनजीत सिंह राय ने कहा कि कल कमेटी में शामिल होने वालों के नामों की लिस्ट जारी की जा सकती है। सिंघु बॉर्डर पर बैठक में की सरकार के प्रस्ताव पर बातचीत सिंघु बॉर्डर पर मंगलवार शाम को 32 किसान संगठनों की तरफ से की गई बैठक अब खत्म हो गई है। बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि ज्यादातर किसान संगठन अब आंदोलन को खत्म करने के पक्ष में हैं, हालांकि भाकियू (टिकैत) के राकेश टिकैत और गुरनाम चढ़ूनी आंदोलन को जारी रखने पर अड़े हुए हैं। हालांकि सर्वसम्मति से ही सब इसका हल चाहते हैं।अब 4 दिसंबर को SKM की मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में आंदोलन वापसी की घोषणा हो सकती है। हरिंदर सिंह लक्खोवाल बैठक के बाद किसान नेता हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमसे 5 मेंबरों की सूची मांगी है। हम एक-दो दिन में सूची दे देंगे। अब 4 दिसंबर को हम संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग बुलाएंगे। उसके बाद किसान आंदोलन पर फैसला ले लिया जाएगा। गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा- किसानों के मुकदमे वापस लो केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय ने सभी राज्यों को किसान आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए मुकदमे वापस लेने का निर्देश दिया है। हरियाणा के किसान नेताओं ने मुकदमाों की वापसी के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठक करने की घोषणा भी कर दी है। मनोहर लाल खट्‌टर पहले ही कह चुके हैं कि वे किसानों पर दर्ज केस वापस लेने को तैयार हैं। पंजाब सरकार भी इसके लिए पहले ही सहमति दे चुकी है। लक्खोवाल के मुताबिक, हरियाणा, चंडीगढ़ और रेलवे के केस भी हम पर दर्ज हैं। हरियाणा ने मीटिंग बुला ली है और उत्तर प्रदेश में भी लिस्ट बन रही है। सिंघु बॉर्डर पर बढ़ी हलचल, सामान पैक कर रहे किसान केंद्र सरकार के 3 कृषि सुधार कानून वापस लेने के बाद से ही सिंघु बॉर्डर पर किसानों की वापसी को लेकर हलचल बढ़ी हुई है। किसान सामान की पैकिंग कर रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि बॉर्डर तभी छोड़ेंगे, जब संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से इसका औपचारिक ऐलान हो जाएगा। पंजाब के किसान संगठनों ने सोमवार को भी सिंघु बॉर्डर पर मीटिंग की थी। घर वापसी पर पंजाब के किसान सहमत केंद्र सरकार ने तीन कृषि सुधार कानून वापस ले लिए हैं। लोकसभा और राज्यसभा में पास होने के बाद अब इस पर राष्ट्रपति की मुहर बाकी है। सोमवार को पंजाब के किसान संगठनों ने मीटिंग कर घर वापसी पर सहमति दी थी। इससे पहले उन्होंने बाकी मांगों को लेकर केंद्र सरकार को एक दिन का अल्टीमेटम दिया था। घर वापसी के बारे में औपचारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा, लेकिन इस पर 4 दिसंबर को SKM की मुहर लग सकती है। पंजाब के किसान संगठन एक दिन पहले मीडिया में अपनी बात रखते हुए। पंजाब के किसान संगठनों का तर्क पंजाब के किसान नेताओं का कहना है कि उनकी मुख्य मांग 3 कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की थी। इसे केंद्र ने एक ही दिन में लोकसभा और राज्यसभा से पास करवा दिया। पराली और बिजली एक्ट से किसानों को बाहर निकाल दिया। अब केंद्र सरकार ने MSP पर कमेटी के लिए किसान नेताओं के नाम भी मांग लिए हैं। वहीं केस रद्द करने को लेकर भी सरकार पूरी तरह से हरकत में है। हालांकि वह आंदोलन में मरे किसानों के लिए केंद्र से मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं। टिकैत-चढ़ूनी MSP कानून मांग रहे किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम चढ़ूनी केंद्र सरकार से MSP गारंटी कानून की मांग कर रहे हैं। खास बात यह है कि पंजाब के किसान आंदोलन खत्म करने को लेकर जहां संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के फैसले को सुप्रीम कह रहे हैं। टिकैत और चढ़ूनी सीधे कह रहे हैं कि आंदोलन खत्म नहीं होगा। कुछ दिन पहले टिकैत ने अमृतसर आकर यह भी कहा कि अगर कोई किसानों को पूंछे कि कृषि कानून वापसी के बाद भी आंदोलन खत्म क्यों नहीं हुआ तो वह मौन धारण कर लें। किसानों पर दर्ज केसों का डेटा जुटा रही सरकार:CM मनोहर बोले- किसान नेताओं के साथ क्रॉस चेक करेंगे, अमरिंदर गलत पार्टी में थे; अब दूरियां खत्म",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/on-becoming-the-new-ceo-of-twitter-users-said-after-agarwal-sweets-bhandar-here-is-agarwal-tweet-bhandar-129167513.html,मीम्स में छाए पराग अग्रवाल: ट्विटर के नए CEO बनने पर यूजर्स बोले- अग्रवाल स्वीट्स भंडार के बाद पेश है अग्रवाल ट्वीट भंडार,"मीम्स में छाए पराग अग्रवाल:ट्विटर के नए CEO बनने पर यूजर्स बोले- अग्रवाल स्वीट्स भंडार के बाद पेश है अग्रवाल ट्वीट भंडार एक घंटा पहले ट्विटर के नए CEO बने पराग अग्रवाल अब मीमर्स के लिए नए MEME मटेरियल भी बन गए हैं। सोमवार को ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के CEO पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी जगह पराग अग्रवाल को कंपनी का नया CEO बनाए जाने की घोषणा की गई थी। जैसे ही ये खबर सामने आई सोशल मीडिया पर पराग को लेकर कई मजेदार MEME शेयर होना शुरू हो गए। अमन नाम के यूजर ने मजेदार मीम शेयर कर बताई पराग और उनकी मां की मनगढ़ंत बातचीत। सागर नाम के यूजर ने पूजा की थाली लिए जया बच्चन की फोटो शेयर कर लिखा- ट्विटर के नए CEO बनने पर पराग अग्रवाल का स्वागत करते हुए भारतीय। कनिका ने बाहुबली के एक सीन पर बने मीम को पराग के लिए किया शेयर, ये लोग जिनसे में अंजान हूं, मैं इनका भगवान कैसे बन गया? पराग पर इतने मीम देखकर खुद शायद पराग भी बोल रहे होंगे- सांस तो लेने दे बे। पराग के CEO बनने पर देश वासियों की खुशी बताता ये MEME..",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/women/news/twitters-new-ceo-parags-top-priority-was-love-and-family-with-vineeta-love-story-started-with-travel-129167777.html,"विनीता के 'फैमिली मैन' पराग: Twitter के नए CEO की टॉप प्रायॅरिटी प्यार और परिवार, ट्रैवल से शुरू हुई थी लवस्टोरी","विनीता के 'फैमिली मैन' पराग:Twitter के नए CEO की टॉप प्रायॅरिटी प्यार और परिवार, ट्रैवल से शुरू हुई थी लवस्टोरी नई दिल्लीएक घंटा पहले बेटे अंश के साथ विनीता और पराग। स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर विनीता को हमसफर बनाने वाले रोमांच और ट्रैवल के शौकीन पराग अग्रवाल ट्विटर के नए CEO बन गए हैं। उन्होंने जैक डोर्सी की जगह ली है, जिन्होंने सोमवार को पद से इस्तीफा दे दिया था। विनीता और पराग अब ऐसे भारतीय मूल के लोगों के क्लब में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने दुनिया में भारत का मान बढ़ाया है। आइए-जानते हैं विनीता के लिए पराग किस तरह से फैमिली मैन के रूप में जाने जाते हैंं। दुनिया घूमते-घूमते हुए प्यार, विनीता को भूगर्भ विज्ञान से है लगाव विनीता और पराग की सगाई अक्टूबर, 2015 में अौर जनवरी, 2016 में शादी हुई थी। उससे पहले दोनों अक्सर कहीं साथ घूमने जाते थे। दोनों को ही दुनिया की नई-नई जगहें घूमने का शौक है। इसी शौक ने दोनों के बीच करीबी बढ़ाई। अरसे तक रिलेशनशिप में रहने के बाद दोनों ने जिंदगी एकसाथ बिताना तय किया। विनीता को तो खासकर से जियोलॉजी यानी भूगर्भ विज्ञान में खास इंटरेस्ट है। वह इसे टि्वटर पर कई बार जाहिर भी कर चुकी हैं। दोनों कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को में रहते हैं। दोनों का एक बेटा भी है जिसका नाम अंश है। अंश का जन्म 2018 में हुआ था। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं विनीता। सोशल मीडिया यूजर्स दोनों को मानते हैं क्यूट कपल विनीता और पराग सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वे अक्सर अपनी तस्वीरें पोस्ट करते रहते हैं। खासतौर पर जहां भी जाते हैं, वहां की तस्वीरें जरूर सोशल मीडिया पर डालते हैं। चाहे वह बेटे अंश के जन्म का मौका हो, या होली-दिवाली, हर मौके को यूजर्स से साझा करना नहीं भूलते। यही वजह है कि सोशल मीडिया यूजर्स भी इन दोनों को क्यूट कपल मानता है। शादी की कई तस्वीरें भी पराग के इंस्टाग्राम पर हैं। दोनों अक्सर अपने घूमने-फिरने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करती रहती हैं। विनीता हर कदम पर देती हैं साथ, माइक्रोसाॅफ्ट और याहू में भी किया है काम पराग 2011 से ट्विटर में काम करते रहे हैं। वह 2017 से कंपनी के सीटीओ रहे हैं। ट्विटर से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट और याहू में काम कर चुके हैं। कंपनी के पूर्व CEO जैक डोर्सी ने भी पराग की तारीफ की थी और कहा था कि वो नई सोच के मालिक हैं औऱ मुझे लगता है कि उनकी अगुवाई में कंपनी अच्छा ग्रो करेगी। वहीं, विनीता स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट क्लिनिकल प्रोफेसर हैं। विनीता हर कदम पर पराग का साथ देती हैं, जिस वजह से वह खुद को हर फैसले लेने में मजबूत पाते हैं। विनीता मेडिकल और टेक्निकल एक्सपर्ट, पीएचडी भी की पत्नी विनीता स्टैनफर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में फिजीशियन और असिस्टेंट क्लिनिकल प्रोफेसर हैं। इससे पहले, विनीता फ्लैटिरॉन हेल्थ में प्रोडक्ट मैनेजमेंट के डायरेक्टर के रूप में काम करती थीं। विनीता 'बिगहैट बायोसाइंस' के साथ भी काम करती हैं। उन्होंने मेडिकल और टेक्निकल फील्ड में अब तक काफी काम किया है। एजुकेशन की बात करें तो उन्होंने स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। इसके अलावा, उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से PhD की है। विनीता ने इंस्टिट्यूट ऑफ हार्वर्ड एंड एमआईटी से जेनेटिक बेसिस ऑफ कॉमन डिजीज की पढ़ाई की है। उन्होंने कोल्ड स्प्रिंग हार्बर लैबोरेटरी एंड लॉरेंस लीवमोर नेशनल लैबोरेटरी से कॉम्प्यूटेशनल रिसर्च भी किया है। IIT बॉम्बे से पढ़ाई करने के बाद करियर बनाने अमेरिका गए पराग की परवरिश भारत में हुई। IIT बॉम्बे से पढ़ाई करने के बाद पराग करियर बनाने अमेरिका चले गए। उन्होंने BTech की पढ़ाई की है। अमेरिका जाने के बाद पराग ने स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से PhD भी की है। इस यूनिवर्सिटी से विनीता ने भी पढ़ाई की है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/news/complaint-given-to-rohtak-police-against-manager-director-producer-co-producer-and-actor-of-haryanvi-film-safe-house-129167661.html,"हरियाणवी फिल्म ‘सेफ हाउस’ पर विवाद गहराया: मैनेजर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, को-प्रोड्यूसर और अभिनेता के खिलाफ थाने में शिकायत, 3 दिसंबर को होनी है रिलीज","हरियाणवी फिल्म ‘सेफ हाउस’ पर विवाद गहराया:मैनेजर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, को-प्रोड्यूसर और अभिनेता के खिलाफ थाने में शिकायत, 3 दिसंबर को होनी है रिलीज रोहतक2 घंटे पहले फिल्म के एक सीन में कोर्ट परिसर में जज को चप्पल मारता हरियाणवी कलाकार राम मेहर महला। हरियाणवी फिल्म ‘सेफ हाउस’ रिलीज होने से पहले अनसेफ होती नजर आ रही है। फिल्म के मैनेजर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, को-प्रोड्यूसर और अभिनेता के खिलाफ रोहतक के शिवाजी कॉलोनी थाना में शिकायत दी गई है। शिकायत रोहतक के वकील दिग्विजय जाखड़ की ओर से दी गई है। जिसमें उन्होंने न्यायपालिका से जोड़कर फिल्माए गए आपत्तिजनक दृश्य को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि अभी फिल्म के जिम्मेदारों ने उनकी मेल एवं नोटिस का कोई जबाब नहीं दिया है, इसी बीच फिल्म का गाना भी रिलीज कर दिया है। जिसमें सभी आपत्तिजनक कंटेंट मौजूद है। पुलिस को दी शिकायत में वकील ने फिल्म के डायरेक्टर रमेश चहल, को-प्रोड्यूसर दीप सिसाई व अभिनेता राम मेहर महला को नामजद करते हुए मैनेजर व प्रोड्यूसर का पद लिखा है और उन पर संबंधित कार्रवाई की मांग की है। शिकायतकर्ता वकील दिग्विजय जाखड़। 3 दिसंबर को होनी है फिल्म रिलीज रोहतक कोर्ट में वकालत करने वाले वकील दिग्विजय जाखड़ का कहना है कि 3 दिसंबर को हरियाणवी फिल्म रिलीज होनी है। इससे पहले स्टेज ऐप के माध्यम से फिल्म का ट्रेलर दिखाया जा रहा है। फिल्म के अंदर न्याय प्रणाली पर आपत्तिजनक दृश्य फिल्माए गए हैं। जज व वकील पर गलत टिप्पणियां की गई हैं, जिससे समाज में न्यायपालिका की छवि धूमिल होगी। इतना ही नहीं, फिल्म में कोर्ट परिसर में एक मामले की सुनवाई के दौरान जज को गाली देते हुए चप्पल भी मारी गई है। इसके चलते फिल्म निर्माताओं व कलाकार को कानूनी नोटिस भेजकर दृश्य हटाने की मांग की है। दृश्य न हटाने पर पांच करोड़ का मानहानि का दावा करने की बात कही है। साथ ही सरकार से मांग की है कि ऑनलाइन आने वाली फिल्मों व दूसरी प्रसारण सामग्री पर भी सेंसर बोर्ड होना चाहिए। बुधवार को हाईकोर्ट में लगाएंगे अर्जी वकील का कहना है कि स्टेज ऐप की ऑफिशियल ई-मेल पर शिकायत मेल भी गई है। साथ ही हार्ड कॉपी भी भेजी गई है। मगर मेल का करीब पांच दिन बाद भी कोई जबाब नहीं मिला है। अब वे हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं। इसके लिए वे बुधवार को हाईकोर्ट में अर्जी लगाएंगे और अर्जी पर त्वरित सुनवाई का आग्राह करते हुए फिल्म पर स्टे भी लिया जाएगा।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/elon-musk-congratulates-parag-agarwal-where-america-has-benefited-greatly-from-129167180.html,एलन मस्क की पराग को बधाई: ट्विटर CEO बनने पर बोले- भारतीय टैलेंट से अमेरिका को बहुत फायदा हुआ,"एलन मस्क की पराग को बधाई:ट्विटर CEO बनने पर बोले- भारतीय टैलेंट से अमेरिका को बहुत फायदा हुआ नई दिल्ली4 घंटे पहले वीडियो ट्विटर ने भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को अपना नया CEO बनाया है। उन्हें CEO बनाए जाने की टेस्ला के CEO एलन मस्क ने तारीफ की है। स्ट्राइप कंपनी के CEO और को-फाउंडर पैट्रिक कोलिसन के ट्वीट पर एलन मस्क ने रिप्लाई करते हुए लिखा कि भारतीय टैलेंट से अमेरिका को काफी फायदा हुआ है। कोलिसन ने कहा भारतीयों की सफलता शानदार पैट्रिक कोलिसन ने पराग अग्रवाल को बधाई देते हुए लिखा था, ""गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अडोबी, IBM, पालो आल्टो, नेटवर्क्स और अब ट्विटर के CEO भारत में ही पले-बढ़े हैं। टेक की दुनिया में भारतीयों की आश्चर्यजनक सफलता को देखकर खुशी हो रही है। बधाई हो पराग।"" श्रेया घोषाल ने कहा- हमें आपकी कामयाबी पर गर्व सिंगर श्रेया घोषाल ने भी पराग अग्रवाल को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बधाई पराग, तुम पर गर्व है!! हमारे लिए ये बड़ा दिन है, इस खबर का जश्न मना रहे हैं। दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के CEO हैं। माइक्रोसॉफ्ट में सत्या नडेला, गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में सुंदर पिचाई, अडोब में शांतनु नारायण, IBM में अरविंद कृष्णा, VMWare में रघु रघुराम के बाद अब ट्विटर में पराग अग्रवाल CEO बने हैं। पराग ने IIT बॉम्बे से पढ़ाई की, स्टेनफोर्ड से डॉक्टरेट IIT बॉम्बे से पढ़ाई करने वाले पराग अग्रवाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट भी हैं। ट्विटर ने 2018 में उन्हें एडम मेसिंजर की जगह चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बनाया था। ट्विटर से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और याहू के साथ काम कर चुके हैं। अपने बैच के टॉपर थे पराग IIT बॉम्बे में पराग अग्रवाल के प्रोफेसर रहे सुप्रतिम विश्वास ने बताया कि उन्होंने मेरे साथ दो कोर्स किए और, अगर मुझे सही से याद है, तो उन्होंने डिपार्टमेंट टॉपर के रूप में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने कहा कि अग्रवाल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है क्योंकि पराग IIT बॉम्बे से ग्रेजुएशन करने के बाद स्टैनफोर्ड चला गया था। वहां से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/news/indian-railways-reduced-platform-ticket-rates-from-rs-30-to-rs-10-129167478.html,"Indian Railway की छूट: प्लेटफार्म टिकट के रेट 30 से किए 10 रुपए, रोहतक जंक्शन पर हर माह औसतन 3200 लोग लेते हैं प्लेटफार्म टिकट","Indian Railway की छूट:प्लेटफार्म टिकट के रेट 30 से किए 10 रुपए, रोहतक जंक्शन पर हर माह औसतन 3200 लोग लेते हैं प्लेटफार्म टिकट रोहतक5 घंटे पहले रोहतक रेलवे स्टेशन (फाइल फोटो)। रेलवे विभाग द्वारा रेलगाड़ियों का परिचालन धीरे-धीरे शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही रेलवे प्लेटफार्म पर आने वाले लोगों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। जिसके चलते रेलवे विभाग ने प्लेटफार्म टिकट के रेट कम कर दिए हैं। पहले जहां प्लेटफार्म टिकट लेने के लिए यात्रियों के परिजनों सहित आमजन को 30 रुपये देने पड़ते थे। अब प्लेटफार्म टिकट के लिए सिर्फ 10 रुपये ही देने होंगे। रेलवे ने तुरंत प्रभाव से व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते बढ़ाए थे रेट बढ़ते कोरोना संक्रमण और यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने लगभग छह माह पहले अप्रैल माह में प्लेटफार्म टिकट के दाम में बढ़ोत्तरी कर दी थी। हालांकि प्लेटफार्म टिकट के रेट बढ़ने से लोगों को काफी परेशानी हुई थी लेकिन विभागीय अधिकारियों का कहना था कि कोरोना संक्रमण के दौरान स्टेशन पर बेवजह घूमने वाले लोगों पर लगाम लगाने के मकसद से ही प्लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ाए गए थे। अब रेलवे ने यात्रियों को राहत देते हुए प्लेटाफार्म टिकट के रेट कम करते हुए दस रुपये सुनिश्चित किए हैं। हर माह औसतन 3200 लोग लेते हैं प्लेटफार्म टिकट रोहतक स्टेशन मास्टर बीएस मीना का कहना है कि मौजूदा समय में रोहतक रेलवे जंक्शन से 40 से 45 ट्रेनों का परिचालन व ठहराव रेलवे द्वारा किया जा रहा है। इस कारण पहले के मुकाबले अब यात्रियों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। अब रोजाना 3500 से 4000 यात्री स्टेशन पर आ रहे हैं। सीवीएस नारायण दत्त का कहना कि अगर प्लेटफार्म टिकट बिक्री की बात करें तो प्रतिमाह औसतन 3200 प्लेटफार्म टिकट काटी जाती है। अक्टूबर माह में 3500 प्लेटफार्म टिकट काटी गई थी। इस माह में तीन हजार से ज्यादा प्लेटफार्म टिकट काटी गई है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/ambala/kaithal/news/the-car-of-the-procession-going-from-pundri-to-jind-collided-with-the-car-coming-from-the-front-129167223.html,"हरियाणा में दंपती सहित 6 की सड़क हादसे में मौत: कैथल में बारात से लौट रही कार दूसरी कार से टकराई, मरने वालों में 4 बाराती","हरियाणा में दंपती सहित 6 की सड़क हादसे में मौत:कैथल में बारात से लौट रही कार दूसरी कार से टकराई, मरने वालों में 4 बाराती कैथल5 घंटे पहले हरियाणा के कैथल जिले के गांव पाई में मंगलवार सुबह दो कारों की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में 4 बारातियों समेत 6 की मौत हो गई। मृतकों में एक दंपती शामिल है। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों कारें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। दो की मौके पर मौत हुई, जबकि अन्य को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। चार घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुंडरी से जींद गई थी बारात कैथल के पुंडरी निवासी राहुल की बारात जींद की सैनी धर्मशाला में गई थी। एक कार में सवार बाराती घर लौट रहे थे। उनकी कार जब गांव पाई के पास पहुंची तो दूसरी कार से सामने टक्कर हो गई। दूसरी कार में सवार लोग कुरुक्षेत्र के दाबखेड़ी गांव से जींद के मलार गांव में जा रहे थे। ये अपनी बीमार मां से मिलकर गांव लौट रहे थे। हादसे के बाद शवों को दोनों कारों से निकाला गया। मरने वालों में पति-पत्नी भी पाई गांव के पास दोनों कारों की आमने-सामने हुई टक्कर में जींद की तरफ जा रही कार में विनोद, बाला, सोनिया और विराज सवार थे। विनोद और उसकी पत्नी बाला की मौत हो गई। जबकि विराज और सोनिया घायल हैं। दूसरी तरफ बारात से लौट रही कार के ड्राइवर बरेली निवासी सत्यम, सैनी मोहल्ला पुंडरी निवासी रमेश, नरवाना निवासी अनिल, हिसार निवासी शिवम की मौत हो गई। दो बाराती सतीश और बलराज घायल हैं। मृतक विनोद और उसकी पत्नी बाला का फाइल फोटो। जींद के अपराही मोहल्ला में भी मातम जींद के अपराही मोहल्ला में स्वर्गीय रामधारी नंबरदार के छोटे भाई नरेश नंबरदार की बेटी निशु की शादी थी। बारात पुंडरी से जींद की सफीदों गेट सैनी धर्मशाला में आई थी। बारात की एक कार पुंडरी लौटते समय कैथल के गांव पाई के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे की सूचना जींद में करीब साढ़े 9 बजे पहुंची। वहां भी मातम पसर गया। कैथल के पाई गांव में दो कारों में भीषण टक्कर के बाद कार के परखच्चे उड़ गए। सुबह 6 बजे निकली डोली निशु, जिसकी शादी थी, के पिता नरेश नंबरदार की जींद सब्जी मंडी में आढ़ती है। मंडी में इनकी 34 नंबर दुकान है। कुछ बाराती अपने-अपने वाहनों में अल सुबह 2 से 3 बजे ही निकल गए थे। डोली सुबह करीब 6 बजे गई थी। कुछ बाराती इसके साथ ही निकले थे। डोली के साथ निकलने वाले रिश्तेदार आमतौर पर काफी करीबी ही होते हैं। तीन दिन पहले ही पड़ोस में हुई थी मौत नरेश नंबरदार के पड़ोस में तीन दिन पहले गली में ही बलजीत नामक व्यक्ति की अचानक ही मौत हो गई थी। उनकी मौत से भी गली में मातम था। इसको देखते हुए निशु की शादी बड़े सादे ढंग की गई। हादसे के बाद शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए जुटे परिजन। पुलिस से पहले ग्रामीणों ने शुरू कर दिया था बचाव कार्य पाई गांव के पास हादसे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। इससे पहले ग्रामीणों की भीड़ लग गई थी, जो बचाव कार्य में लगे थे। हादसे के बाद एक कार पेड़ से टकरा गई थी। घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त कारों का सामान बिखरा पड़ा था। शव गाड़ियों में ही फंसे थे। पुलिस ने घायलों और दो शवों को अस्पताल पहुंचाया। मरने वालों की संख्या 6 हो गई। कैथल में हुए हादसे को लेकर कार्रवाई करती पुलिस। नव वधु के स्वागत की थी तैयारी, हादसे की सूचना पहुंची बारात की गाड़ी और दूसरी कार की टक्कर से 4 बारातियों की मौत की सूचना पुंडरी पहुंची तो शादी वाले घर में मातम पसर गया। जिस घर में नव वधु के स्वागत की तैयारी चल रही थी, वहां शवों की सूचना पहुंची। नाच गाना रुक गया। दूसरी तरफ विनोद और बाला की मौत से उनकी बीमार मां की हालत और बिगड़ गई।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/delta-is-not-as-dangerous-as-omicron-the-after-discussion-with-the-doctors-in-africa-said-the-infection-is-not-serious-129165984.html,कर्नाटक के हेल्थ मिनिस्टर का दावा: डेल्टा जितना खतरनाक नहीं ओमिक्राॅन; दक्षिण अफ्रीका में डाॅक्टराें से चर्चा के बाद बोले- इसका संक्रमण भी गंभीर नहीं,"कर्नाटक के हेल्थ मिनिस्टर का दावा:डेल्टा जितना खतरनाक नहीं ओमिक्राॅन; दक्षिण अफ्रीका में डाॅक्टराें से चर्चा के बाद बोले- इसका संक्रमण भी गंभीर नहीं बेंगलुरू9 घंटे पहले दक्षिण अफ्रीकी नागरिक में डेल्टा से भिन्न वैरिएंट मिला, जांच की जा रही। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डीके सुधाकर ने साेमवार काे कहा कि बेंगलुरू आए दाे दक्षिण अफ्रीकी नागरिकाें में से एक का सैंपल डेल्टा वैरिएंट से अलग है। मंत्री ने कहा कि 63 साल के विदेशी नागरिक की रिपाेर्ट बताती है कि वह किसी अलग तरह के काेराेनावायरस के संपर्क में आया है। सुधाकर खुद एक मेडिकल प्राेफेशनल हैं और उन्हाेंने दक्षिण अफ्रीका में अपने साथी डाॅक्टराें से बात करके दावा किया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा जितना खतरनाक नहीं है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री खुद एक मेडिकल प्रोफेशनल हैं और उन्होंने साउथ अफ्रीका में अपने साथी डॉक्टर्स से बात करके ओमिक्रॉन पर बयान दिया है। सुधाकर ने कहा, 'संताेष की बात है कि यह फैलता तेजी से है लेकिन इसका संक्रमण गंभीर नहीं है। इसलिए इससे डरने की बात नहीं है। हालांकि, हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR के संपर्क में हैं।' दक्षिण अफ्रीका ने 24 नवंबर काे पहली बार डब्ल्यूएचओ काे इस वैरिएंट की सूचना दी थी। इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न माना गया है। करीब 15 देशाें में इसके मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद भारत समेत कई देशाें ने यात्रा प्रतिबंध सख्त कर दिए हैं। राज्याें काे भी टेस्टिंग और ट्रैकिंग बढ़ाने की सलाह दी है। दक्षिण अफ्रीका में मिले ओमिक्रॉन वैरिएंट के मद्देनजर पूरी दुनिया में यात्रा प्रतिबंध कड़े कर दिए गए हैं। दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिक का दावा: ओमिक्राॅन से ज्यादा खतरा नहीं दक्षिण अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष एंजेलीक कोएट्जी पहले ही कह चुकी हैं कि इस वैरिएंट में हल्की बीमारी देखी जा रही है। मांसपेशियों में दर्द और एक दिन के लिए थकान या दो दिनों तक बीमार रहना जैसे लक्षण हैं। हालांकि इसमें संक्रमित की गंध या स्वाद की क्षमता खत्म हाेने की परेशानी का सामना नहीं कर रहे हैं। अधिकारी का कहना है कि ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या अस्पताल में ज्यादा नहीं है। कुछ मरीज भर्ती हुए हैं और ये सभी युवा हैं, जिनकी आयु 40 साल या इससे कम है। कुछ संक्रमित घर पर ही इलाज कर रहे हैं। हम इसके बारे में दो से तीन हफ्तों के बाद ही विस्तार से जान पाएंगे। दक्षिण अफ्रीका में पहले संक्रमण के कम मामले सामने आ रहे थे, लेकिन ओमिक्रॉन के बाद दो सप्ताह के दौरान नए मामलों में तेज वृद्धि देखी गई है। वैसे तो देश में अब भी संक्रमण के अपेक्षाकृत कम मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन युवाओं को संक्रमित करने की ओमिक्रॉन की रफ्तार देखकर स्वास्थ्य पेशेवर भी हैरान हैं। दक्षिण अफ्रीका में मिले ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित होने वाले ज्यादातर मरीजों की उम्र 40 साल से कम है। WHO ने कहा- ओमिकाॅर्न पर स्डटी की जरूरत, सावधानी की सलाह विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने काेराेना के ओमिकाॅर्न वैरिएंट के दुनिया भर में फैलने की चेतावनी देते हुए कहा है कि इससे संक्रमण का बड़ा खतरा है। कुछ क्षेत्राें में यह गंभीर रूप ले सकता है। उसने ज्यादा जाेखिम वाले वर्गाें में टीकाकरण तेज करने और अधिक संख्या में संक्रमण के अनुमान के साथ आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं बनाए रखने की याेजना बनाने काे कहा है। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि अब तक इस बीमारी से किसी भी माैत की सूचना नहीं है। पूर्व संक्रमण और वैक्सीन से पैदा हाेने वाले बचाव काे चकमा देने के संबंध में इस वैरिएंट पर और अधिक शाेध की जरूरत है। कम टीकाकरण वाले देशाें में अधिक जाेखिम वाली आबादी पर इसके गंभीर परिणाम हाे सकते हैं। PM माेदी ने भी की सावधान रहने की अपील रविवार को मन की बात के बाद प्रधानमंत्री माेदी ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन साेमवार काे भी कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर सावधान रहने की अपील की। उन्हाेंने कहा कि दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर चिंता जताई जा रही है। ऐसे में हमें सावधान रहने की जरूरत है। पिछले सत्र के बाद कोरोना की विकट स्थिति में भी देश ने 100 करोड़ से ज्यादा कोरोना टीके लगाए हैं। इस दिशा में हम और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/corona-positive-including-wife-and-maid-returned-from-south-africa-samples-sent-for-investigation-of-new-variants-from-genome-sequencing-129167108.html,चंडीगढ़ में ओेमिक्रॉन का 'खतरा': साउथ अफ्रीका से लौटा व्यक्ति पत्नी औैर मेड समेत कोरोना पॉजिटिव; जीनोम सीक्वेंसिंग से वैरिएंट का पता चलेगा,"चंडीगढ़ में ओेमिक्रॉन का 'खतरा':साउथ अफ्रीका से लौटा व्यक्ति पत्नी औैर मेड समेत कोरोना पॉजिटिव; जीनोम सीक्वेंसिंग से वैरिएंट का पता चलेगा चंडीगढ़10 घंटे पहले कोविड के बढ़ते खतरे को देख चंडीगढ़ में टेस्टिंग बढ़ाने के आदेश दे दिए गए हैं। (फाइल फोटो) चंडीगढ़ में भी कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा बढ़ गया है। साउथ अफ्रीका से लौटा एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो गया। उसके साथ पत्नी और मेड की रिपोर्ट भी पॉजिटिव निकली। हालांकि अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि उनमें साउथ अफ्रीका के ओमिक्रॉन वैरिएंट है या नहीं। यह ओमिक्रॉन है या डेल्टा वैरिएंट, इसके लिए चंडीगढ़ सेहत विभाग जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल दिल्ली भेज रहा है। फिलहाल दंपती और उनकी मेड को एहतियातन घर से सेक्टर 32 स्थित GMCH शिफ्ट कर दिया गया है। जहां उन्हें दूसरे कोरोना मरीजों से अलग आइसोलेट किया गया है। परिवार के 2 मेंबरों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुछ सदस्यों की रिपोर्ट का इंतजार है। इंडिया आने पर निगेटिव थी रिपोर्ट चंडीगढ़ के सेक्टर 36 के रहने वाले 39 वर्षीय व्यक्ति 21 नवंबर को साउथ अफ्रीका से लौटे थे। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका RT-PCR टेस्ट हुआ था। इसमें रिपोर्ट निगेटिव आने पर चंडीगढ़ भेज दिया गया। यहां उन्हें 7 दिन के लिए होम क्वारैंटाइन किया गया था। 8वें दिन उनका फिर RT-PCR टेस्ट किया गया तो वह पॉजिटिव आ गया। इसका पता चलते ही उन्हें GMCH में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद परिवार के टेस्ट भी लिए गए तो पत्नी और मेड पॉजिटिव मिले। उन्हें भी इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन के लिए अस्पताल भेजा गया है। सेक्टर 32 स्थित मेडिकल कॉलेज, जहां मरीज को शिफ्ट किया गया है। परिवार में पहले से थे कोरोना जैसे लक्षण सेहत विभाग की शुरूआती जांच में यह भी सामने आया है कि यह पुरुष भले ही साउथ अफ्रीका से आया हो, लेकिन उनके परिवार में पहले से ही कोरोना जैसे लक्षण थे। यह संभव है कि उक्त व्यक्ति चंडीगढ़ पहुंचने के बाद पॉजिटिव हुआ हो। इंडिया आने से पहले साउथ अफ्रीका में 2 बार और दिल्ली एयरपोर्ट पर एक बार उनका टेस्ट निगेटिव आया था। अब कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की टेंशन सेहत विभाग के पास अब कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की टेंशन हो गई है। कोरोना पॉजिटिव पुरुष इन 7 दिनों में किसी से नहीं मिला, लेकिन परिवार के सदस्यों की मुलाकात दूसरे लोगों से हो सकती है। इसलिए उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। इसके अलावा फ्लाइट में साथी पैसेंजर्स की जानकारी लेकर भी उनकी पहचान की जा रही है। केस के बाद अलर्ट हुआ सेहत विभाग इस केस के सामने आने के बाद चंडीगढ़ के हेल्थ सेक्रेटरी यशपाल गर्ग ने रिव्यू मीटिंग की। जिसमें फैसला हुआ कि GMSH-16, सेक्टर 22, 45, मनीमाजरा स्थित सब डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और GMCH 32 की ओपीडी में कोविड टेस्ट होंगे। एडमिशन के वक्त रैपिड एंटीजन टेस्ट या RT-PCR होगा। वहीं, OPD में सभी मरीजों का रैपिड टेस्ट होगा। लक्षण वाले मरीजों का RT-PCR टेस्ट होगा। वहीं, बिना लक्षण वालों का रैपिड टेस्ट होगा। जिसमें डॉक्टर चाहें तो उनका RT-PCR टेस्ट करवा सकते हैं। हेल्थ और वेलनेस सेंटर में भी ओपीडी मरीजों की कोविड टेस्टिंग के प्रबंध किए जाएंगे। PGI में भी ओपीडी और भर्ती होने वाले मरीजों के कोविड टेस्ट बढ़ाने के लिए कहा गया है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/saran/news/saran-news-children-of-government-school-in-mashrakh-reached-police-station-against-headmaster-teachers-129164659.html,"बिहार में टीचर की लेटलतीफी पर बच्चों का एक्शन: टाइम पर स्कूल नहीं पहुंचे प्रिंसिपल तो स्कूल में ताला मारा, फिर थाने पहुंचकर की शिकायत","बिहार में टीचर की लेटलतीफी पर बच्चों का एक्शन:टाइम पर स्कूल नहीं पहुंचे प्रिंसिपल तो स्कूल में ताला मारा, फिर थाने पहुंचकर की शिकायत छपरा12 घंटे पहले वीडियो बिहार के सारण जिले में शिक्षकों की लेटलतीफी से परेशान बच्चों ने स्कूल में ताला जड़ दिया। फिर ये बच्चे एक साथ मिलकर थाने पहुंचे और थानेदार से प्रिंसिपल और शिक्षकों की शिकायत कर डाली।मामला मशरक प्रखंड मुख्यालय के पास स्थित स्टेशन रोड उत्क्रमित मध्य विद्यालय आश्रम का है। इन बच्चों की उम्र 6 से 15 साल के बीच होगी। स्कूल में BEO और पुलिस अधिकारियों के साथ बच्चे। थानेदार खुद बच्चों के साथ स्कूल पहुंचे और मेन गेट खुलवाया छात्रों को देख मशरक थानेदार राजेश कुमार भी चौंक गए। पहले उन्होंने बच्चों की बातें सुनी और उनकी शिकायत नोट की। थानेदार ने इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) को फोन कर मामले की जानकारी दी। स्कूल की व्यवस्था को लेकर छात्रों की शिकायत के बारे में बताया। फिर थानेदार खुद बच्चों के साथ स्कूल पहुंचे और मेन गेट खुलवाया। मशरक थाना में शिकायत करने पहुंचे बच्चे। शिक्षा अधिकारी भी स्कूल पहुंचे बच्चों की ओर से ऐसी शिकायत मिलने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ. वीणा कुमारी आनन-फानन में मौके पर पहुंची। स्कूल पहुंचने पर वहां नियुक्त सभी 9 शिक्षक अनुपस्थित मिले। स्कूल का मुआयना करने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि हेड मास्टर सहित सभी शिक्षकों से जवाब-तलब किया जाएगा। स्कूल के मेन गेट का ताला खुलवाते मशरक थानाध्यक्ष। इधर छात्रों के एक्शन में आने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। कोई इसे नई पीढ़ी की सजगता बता रहा है, तो कोई स्थानीय राजनीति से प्रेरित मामला कह रहा है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/nawada/news/8-years-old-beaten-after-hanging-upside-down-in-accusation-of-stealing-biscuits-in-nawada-129164480.html,"5 रुपए के बिस्किट के लिए बच्चे को तालिबानी सजा: चोरी के शक में 8 साल के मासूम को उल्टा लटकाकर पीटा, छोड़ने के लिए 40 हजार रुपए मांगे","5 रुपए के बिस्किट के लिए बच्चे को तालिबानी सजा:चोरी के शक में 8 साल के मासूम को उल्टा लटकाकर पीटा, छोड़ने के लिए 40 हजार रुपए मांगे नवादा12 घंटे पहले वीडियो बिहार के नवादा जिले में बच्चे के साथ क्रूरता का एक दिन दहला देने वाला वीडियो सामने आया है। 8 साल के मासूम पर आरोप था कि उसने दुकान से 5 रुपए का बिस्किट का पैकेट चुरा लिया था। मामला वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चांदीपुर सौर गांव का है। वाीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग बच्चे को उल्टा लटकाकर पीट रहे हैं। बच्चे के परिवार ने इसे लेकर पुलिस को सूचना नहीं दी। उसकी मां का कहना है कि उन्हें डर है कि बेटे को चोरी के आरोप में जेल न भेज दिया जाए। ग्रामीणों ने बताया कि बच्चे ने सोमवार को विपिन सिंह की दुकान से बिस्किट चोरी कर लिया था। विपिन सिंह ने उसको पकड़कर पहले पिटाई की। फिर अपने घर ले गया और वहां उल्टा लटकाकर पीटने लगा। परिजनों के माफी मांगने के बाद भी बच्चे को नहीं छोड़ा वीडियो में विपिन सिंह को बच्चे की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। उसके आसपास बहुत सारे लोग हैं, लेकिन उल्टा लटके बच्चे को कोई बचाने की हिम्मत नहीं कर रहा है। हालांकि भीड़ में से किसी ने इस वाकये का वीडियो बना लिया। ग्रामीणों ने बताया कि विपिन सिंह ने उल्टा लटकाकर बच्चे को खूब पीटा। उसके परिजनों के माफी मांगने के बाद भी बच्चे को नहीं छोड़ा। छोड़ने के लिए मांगे 40 हजार रुपए वहीं, विपिन सिंह ने कहा कि अगर किसी ने पुलिस को बताया तो बच्चे पर चोरी का आरोप लगाकर जेल भिजवा देंगे। इसके डर से परिवार ने पुलिस को सूचना नहीं दी। बच्चे की मां ने कहा कि विपिन सिंह बच्चे को सोमवार सुबह 4 बजे उठाकर ले गए। उन्होंने 40 हजार रुपए की मांग की है। कहा कि जब तक पैसे नहीं दोगे, तब तक बेटे को नहीं छोड़ा जाएगा। मां ने इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है। खबर के बाद जागी पुलिस, बच्चे को छुड़वाया बच्चे के भाई विशाल ने बताया कि पुलिस के आते ही विपिन सिंह परिवार के साथ घर छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने मेरे भाई को छुड़ाया और माता-पिता के साथ उसे अपने साथ ले गए। आरोपी पुलिस की भनक लगते ही परिवार समेत फरार हो गया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/fake-currency-racket-is-running-from-france-in-25-cities-of-the-country-the-kingpin-has-spread-a-network-of-50-agents-129165554.html,"भास्कर स्टिंग: फ्रांस से चल रहा है देश के 25 शहरों में जाली करंसी का रैकेट, सरगना ने फैला रखा है 50 एजेंटों का नेटवर्क","भास्कर स्टिंग:फ्रांस से चल रहा है देश के 25 शहरों में जाली करंसी का रैकेट, सरगना ने फैला रखा है 50 एजेंटों का नेटवर्क बांसवाड़ा/ नई दिल्ली18 घंटे पहलेलेखक: प्रियंक भट्‌ट और चिराग द्विवेदी भास्कर की मदद से दिल्ली पुलिस ने साउथ अफ्रीकी नागरिक को दबोचा। देश में 500 और 2000 के जाली नोट चलाए जा रहे हैं और यह पूरा रैकेट फ्रांस से ऑपरेट हो रहा है। सप्लाई के लिए दिल्ली और बेंगलूरू को हब बनाया गया है। यहां से पूरे देश में जाली करंसी सप्लाई की जा रही है। यह खुलासा बांसवाड़ा में दैनिक भास्कर की टीम के स्टिंग ऑपरेशन में हुआ है। रैकेट का सरगना फ्रांस में बैठा माइकल नाम का व्यक्ति है। उसके एजेंट्स के तौर पर भारत में 50 से ज्यादा लोगों का नेटवर्क काम कर रहा है जिसमें ज्यादातर साउथ अफ्रीकी नागरिक हैं। ये एजेंट 25 शहरों में नोट सप्लाई करते हैं। भास्कर टीम ने ग्राहक बनकर सरगना माइकल से वॉट्सएप पर बातचीत की। उसने कहा कि जितने भी नकली नोट चाहिए हों, उसके 25% के बराबर असली नोट देने होंगे। सैंपल दिखाने के लिए उसने दिल्ली में अपने एजेंट का नंबर दिया। भास्कर टीम दिल्ली में इस एजेंट यातारे से मिलने पहुंची जो साउथ अफ्रीका का है। वहां पहचान पुष्ट होने के बाद दिल्ली पुलिस ने यातारे को गिरफ्तार कर लिया। वॉट्सएप चैट में डील, दिल्ली-बेंगलूरू में फ्री सैंपल देने को राजी...सीधा हिसाब-25 लाख असली नोट दो, 1 करोड़ के नकली लो वीडियो कॉल में दिखाईं नोटों की गडि्डयां भास्कर टीम ने फ्रांस में बैठे माइकल से वॉट्सएप नंबर +33752583492 पर संपर्क किया। चैटिंग में उसने कहा कि जहां चाहें वहां नकली नोट मिल सकते हैं। कुछ दिन तक चली बातचीत के बाद भास्कर टीम ने सवाल किया कि कैसे यकीन करें आपके पास नकली नोट हैं। माइकल ने वीडियो कॉल के जरिये नोटों की गडि्डयां दिखाईं। उसने कहा कि 25 लाख के असली नोटों के बदले 1 करोड़ के नकली नोट मिल जाएंगे। सरगना का दावा-बैंक की टेलर मशीन भी नहीं पकड़ सकती माइकल ने दावा किया कि उसके नकली नोटों को बैंक भी नहीं पकड़ पाएंगे। भास्कर टीम ने जब सवाल उठाया तो उसने एक वीडियो भेजा जिसमें 24840 रुपए टेलर मशीन में गिनकर दिखाए। इसमें 2000 और 500 रुपए के नोट के साथ ही 100, 50 और 20 रुपए के नोट भी थे। पकड़ा गया साउथ अफ्रीकी एजेंट हर ग्राहक की पूरी जांच कर सरगना को बताता था; डील होने पर 10% कमीशन मिलता था भास्कर टीम ने डील के लिए हामी भरी तो माइकल के एजेंट यातारे ने वाट्सएप नंबर 7835929389 के जरिए संपर्क किया। उसने दिल्ली के महिपालपुर में बुलाया। भास्कर टीम जयपुर के साइबर एक्सपर्ट जयदीप शर्मा के साथ दिल्ली पहुंची और स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। यातारे ने भास्कर टीम को सुबह 11 बजे होटल के बाहर बुलाया। उसके साथ बाइक पर दो युवक और एक साउथ अफ्रीकी लड़की थी। उनके पास एक बैग भी था। यातारे ने कहा, सैंपल के लिए साथ चलना होगा। वह ऑटो से जाएगा। ऑटो में बैठते ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। हालांकि उसके साथी भाग निकले। वसंत कुंज थाने के एसआई दुर्गाप्रसाद राठौड़ के मुताबिक यातेरा ने पूछताछ में जाली करंसी के रैकेट की बात स्वीकारी है। वह 10% कमीशन पर काम करता था। पुलिस नेटवर्क की दूसरी कड़ियां तलाश रही है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/sanjay-raut-dance-at-his-daughter-purvashi-raut-wedding-video-goes-viral-129164368.html,"संजय राउत की बेटी की शादी: 'लैंबॉर्गिनी' गाने पर थिरके संजय राउत और सुप्रिया सुले, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो","संजय राउत की बेटी की शादी:'लैंबॉर्गिनी' गाने पर थिरके संजय राउत और सुप्रिया सुले, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो मुंबईएक दिन पहले वीडियो संजय राउत और सुप्रिया सुले के डांस का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत की बेटी पूर्वाशी की शादी आज मुंबई में हुई है। शादी से पहले मुंबई के एक 5 स्टार होटल में संगीत समारोह किया गया। इस समारोह में NCP चीफ शरद पवार परिवार समेत शामिल हुए थे। इस दौरान बारामती से सांसद सुप्रिया सुले और संजय राउत का अलग ही अंदाज देखने को मिला। बेटी की शादी के जश्न में शामिल राउत ने सुप्रिया सुले के साथ खूब डांस किया। अलग-अलग पार्टी के दोनों नेताओं के डांस का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें दोनों 'लैंबॉर्गिनी चलाई जाने ओ' गाने पर डांस कर रहे हैं। इनके डांस को देख वहां मौजूद लोग तालियां बजा रहे हैं। अपने तीखे बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले राउत की छवि एक गंभीर नेता की मानी जाती है। ऐसे में उनका ये वीडियो देखकर कई लोग हैरान भी हैं, तो कोई कह रहा है कि बेटी की शादी में भला कौन खुश नहीं होगा? संजय राउत की बेटी की शादी में महाविकास अघाड़ी के लगभग सभी बड़े नेता शामिल हुए हैं। राउत और सुप्रिया सुले के परिवार के कुछ अन्य सदस्यों ने भी इस संगीत समारोह में जमकर डांस किया। राजशाही थीम पर हो रही है शादी संजय राउत की बेटी पूर्वाशी की शादी ठाणे जिला कलेक्टर राजेश नार्वेकर के बेटे मल्हार से हो रही है। शादी का समारोह शुरू हो चुका है। इस शादी को राजशाही थीम दिया गया है। वर और वधु पक्ष के लोग पेशवाओं की ड्रेस में समारोह में शामिल होंगे। समारोह के दौरान संजय राउत का सिंगर अवतार भी देखने को मिला। लोगों ने खूब पसंद किया वीडियो राउत और सुप्रिया के डांस वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। राजनीतिक दलों के समर्थकों और नेताओं के फैंस की भी जबरदस्त प्रतिक्रिया आ रही है। एक सोशल मीडिया यूजर ने इस वीडियो को देखने के बाद लिखा- संजू भाऊ (Rocks)। इसी तरह लोग अपने पसंदीदा नेताओं का डांस देखकर तारीफ कर रहे हैं। कई हाईप्रोफाइल नेता हो रहे शामिल आज होने वाली इस हाईप्रोफाइल शादी में NCP चीफ शरद पवार का परिवार, मनसे प्रमुख राज ठाकरे और उनका परिवार, महाराष्ट्र के लगभग सभी मंत्री और उनका परिवार शामिल हो रहा है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि शिवसेना की पुरानी सहयोगी यानी भाजपा के भी कई नेता शामिल हो सकते हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/snowfall-in-the-mountains-from-today-it-will-rain-in-the-plains-of-north-india-imd-warns-129163790.html,"भास्कर अपडेट्स: ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने CEO का पद छोड़ा, पराग अग्रवाल संभालेंगे जिम्मेदारी","भास्कर अपडेट्स:ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने CEO का पद छोड़ा, पराग अग्रवाल संभालेंगे जिम्मेदारी ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के CEO पद से इस्तीफा दे दिया है। पहले अमेरिका के मीडिया नेटवर्क CNBC की रिपोर्ट्स में कहा गया था कि डोर्सी पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। इसके बाद खबर आई है कि पराग अग्रवाल कंपनी के नए CEO होंगे। 45 साल के पराग ने खुद इसे सम्मान की बात बताया है। वे अब तक कंपनी में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर थे। उन्होंने 10 साल पहले कंपनी जॉइन की थी। IIT बॉम्बे से पढ़ाई करने वाले पराग अग्रवाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट भी हैं। ट्विटर ने 2018 में उन्हें एडम मेसिंजर की जगह चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बनाया था। ट्विटर से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और याहू के साथ काम कर चुके हैं। पराग अग्रवाल की ओर से जैक डोर्सी और कंपनी को किया गया मेल। डोर्सी ने अपने तीन साथियों के साथ 21 मार्च 2006 को सेन फ्रांसिस्को में ट्विटर की स्थापना की थी। इसके बाद वे सबसे बड़े टेक्नोलॉजी इंटरप्रेन्योर्स में से एक बन गए थे। डोर्सी के पद छोड़ने की खबरें सामने आने के बाद कंपनी के शेयर्स की कीमतें 10% तक बढ़ गईं। बताया जाता है कि डोर्सी एक फाइनेंशियल पेमेंट कंपनी स्क्वायर में भी टॉप एग्जीक्यूटिव हैं। उन्होंने ही इसकी स्थापना की थी। कंपनी के कुछ बड़े निवेशक खुलकर सवाल उठा रहे थे कि क्या वह प्रभावी तरीके से दोनों कंपनियों को लीड कर सकते हैं। हालांकि जैक 2022 तक कंपनी के बोर्ड में बने रहेंगे। आज की अन्य बड़ी खबरें... रिजर्व बैंक ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल का बोर्ड खारिज किया अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भारतीय रिजर्व बैंक ने खारिज कर दिया है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पूर्व कार्यकारी निदेशक नागेश्वर राव को नया प्रशासक बनाया गया। इस फैसले का असर कंपनी के शेयर पर भी पड़ा। इसके शेयर 4.99% लोअर सर्किट के साथ 19.05 रुपए पर बंद हुए। लोअर सर्किट यानी एक दिन में उससे ज्यादा गिरावट नहीं आ सकती। रिजर्व बैंक ने सोमवार को एक बयान में कहा कि रिलायंस कैपिटल तमाम उधारी देने वालों का पेमेंट देने में फेल रही। इसमें ढेर सारे कॉर्पोरेट गवर्नेंस के मामले भी सामने आए हैं जो चिंताजनक हैं। कॉर्पोरेट गवर्नेंस का मामला काफी गंभीर है, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। जून 2019 में ऑडिटर्स ने कंपनी की चौथी तिमाही के रिजल्ट पर सवाल खड़े किए थे। इसमें अकाउंटिंग के तरीके पर भी सवाल उठाया गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें... साबुन और डिटर्जेंट की कीमतें बढ़ीं; व्हील 3.5% महंगा ग्राहकों के सामान बनाने वाली हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) और ITC लिमिटेड ने अपने चुनिंदा उत्पादों की कीमतें बढ़ा दी हैं। कंपनी ने कहा है कि ज्यादा लागत की वजह से यह फैसला करना पड़ा। इस कारण व्हील के एक किलो पैकेट की कीमत अब 3.5% बढ़ गई है। कंपनी ने कहा कि चुनिंदा प्रोडक्ट्स की कीमत आधा किलो और एक किलो के पैक पर बढ़ी है। HUL ने अपने 1 किलो के व्हील डिटर्जेंट पावडर की कीमत में 3.4% की बढ़ोतरी की है। इससे आधा किलो के व्हील के पैक की कीमत 2 रुपए बढ़ जाएगी। इसने रिन डिटर्जेंट बार और लक्स साबुन की भी कीमतें बढ़ा दी हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... यूपी पूरी खबर यहां पढ़ें... आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भारी बारिश, कई जिलों में अलर्ट आंध्र प्रदेश के नेल्लूर में तेज बारिश हो रही है। इसके चलते सड़कों पर पानी जमा हो गया है। लोगों को यातायात में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाकों में घरों के अंदर भी पानी घुसने की रिपोर्ट है। IMD ने प्रकाशम, नेल्लोर, चित्तूर, कडप्पा जिलों के लिए भारी बारिश का 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। साथ ही मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। तमिलनाडु के कई इलाकों में लगातार 5 दिनों से बारिश वहीं, तमिलनाडु के कई इलाकों में लगातार 5 दिनों से बारिश हो रही है। यहां भी सड़कों पर जलभराव देखा गया। चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। साथ ही कहीं-कहीं गरज के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। SC ने केंद्र से पूछा- क्या सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से भी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की खराब गुणवत्ता के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने बढ़ते हवा प्रदूषण को लेकर चिंता जाहिर की। साथ ही कहा कि प्रदूषण के साथ ही अब कोरोना का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को राजधानी में पेड़-पौधे लगाने के लिए योजना तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि यह योजना 12 हफ्ते के भीतर कोर्ट के सामने पेश की जाए। कोर्ट ने कहा कि वह केंद्र से पूछेगा कि क्या सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में निर्माण कार्य जारी रखने से धूल प्रदूषण बढ़ रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... UP TET का सबसे पहला पेपर बेचने वाला गिरफ्तार उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) का पेपर लीक में सोमवार सुबह STF ने अलीगढ़ से गौरव नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। एसटीएफ गौरव से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का दावा है कि इसी ने मथुरा में 27 नवंबर की शाम को शामली के रवि, मनीष और धर्मेंद्र को 5 लाख रुपए में पर्चा बेचा था। आगरा के एक सरकारी शिक्षक का नाम भी सामने आया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 725 पॉइंट्स टूटने के बाद अब सेंसेक्स बढ़त में, 60 सेकेंड में 5 लाख करोड़ स्वाहा शेयर बाजार में आज भी भारी गिरावट है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स करीबन 725 पॉइंट्स टूटकर 56,668 पर पहुंच गया। हालांकि अभी यह 65 अंक ऊपर 57,188 कारोबार कर रहा है। ज्यादातर गिरावट बैंकिंग और मेटल शेयर्स में दिख रही हैं। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 253.28 लाख करोड़ रुपए रह गया है। शुक्रवार को यह 258.31 लाख करोड़ रुपए था। पहले ही मिनट में करीबन 5 लाख करोड़ रुपए की कमी इसमें आई है। शुक्रवार को इसमें 7.50 लाख करोड़ रुपए की कमी आई थी। आज सेंसेक्स सुबह 79 पॉइंट्स नीचे 57,028 पर खुला था। खुलते ही बाजार में पहले मिनट में 500 अंकों की गिरावट आ गई। पूरी खबर यहां पढ़ें... राजस्थान में लगातार बढ़ रहा कोरोना का खतरा, 7 जिलों में आए 17 संक्रमित राजस्थान में कोरोना संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में राजस्थान में कोरोना के 17 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा मरीज जयपुर में 8 सामने आए। अजमेर में 4, अलवर, जैसलमेर, नागौर, पाली और उदयपुर में एक-एक संक्रमित मरीज मिला है। इसी के साथ प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 199 पर पहुंच गई है। राजस्थान में जयपुर कोरोना का नया हॉटस्पॉट जिला बन रहा है। जयपुर के साथ-साथ पिछले कुछ दिनों से अजमेर में भी केस बढ़ने लगे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... भगोड़े मेहुल चौकसी को किडनैपिंग का डर भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी ने डर जताया है कि उसे फिर से किडनैप किया जा सकता है। चौकसी का कहना है कि उसका अपहरण करके गुयाना ले जाया जा सकता है, जहां उसे गैर-कानूनी तरीके से फंसाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मैं फिलहाल एंटीगुआ में स्थित अपने घर से ज्यादा दूर नहीं जाता हूं। मेरी तबीयत ठीक नहीं है। मैं कहीं और जाने में सक्षम नहीं हूं। गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता अभी भी खराब कैटेगरी में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता खराब कैटेगरी में बनी हुई है। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। गाड़ी चलाते समय आंखों में जलन की समस्या भी हो रही है। तस्वीरों में भारी धुंध देखी जा सकती है। बिहार में पंचायत चुनाव के 9वें चरण में मतदान जारी बिहार में पंचायत चुनाव के 9वें चरण में सोमवार को मतदान का दिन है। राज्‍य के 35 जिलों की 875 पंचायतों में वोटिंग हो रही है। इस चरण में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 42 हजार पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। इसमें जिला पुलिस बल, गृह रक्षक बल और बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की तैनाती की गई है। सोमवार सुबह 6 बजे से ही मतदाता बूथों पर पहुंचने लगे। मतदान केंद्र के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... तमिलनाडु के वेल्लोर में महसूस हुए भूकंप के झटके तमिलनाडु के वेल्लोर में सोमवार तड़के भूकंप के झटके महसूस हुए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक आज सुबह 4:17 बजे भूकंप के झटके से धरती कांपी। अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। दिल्ली में आज से सभी कक्षाओं के स्कूल खुले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज से सभी कक्षाओं के स्कूल खुल रहे हैं। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब होने की वजह से सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे। हालांकि, आज भी राजधानी में हवा की क्वालिटी 'बहुत खराब' कैटेगरी में है। एक अभिभावक ने बताया, ""स्कूल बंद होने के कारण बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। लेकिन अभी स्कूल नहीं खुलने चाहिए क्योकि प्रदूषण और कोरोना दोनों बढ़ गए हैं।"" आज से पहाड़ों पर बर्फबारी उत्तर भारत के पहाड़ों पर सोमवार से जमकर बर्फबारी देखने को मिल सकती है, जबकि मैदानी भागों में जमकर बारिश का नजारा दिखाई दे सकता है। यह चेतावनी भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जारी की है। IMD के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बन रहा है, जिसके चलते गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र और उससे सटे साउथ-वेस्ट मध्य प्रदेश व साउथ राजस्थान में सोमवार से 2 दिसंबर तक तूफानी हवाएं चल सकती हैं, जबकि 1 दिसंबर को जमकर बारिश हो सकती है। आज के प्रमुख इवेंट्स... संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। इसमें सरकार तीनों कृषि कानून वापस लेने का बिल पेश कर सकती है। नीट पीजी 2021 से जुड़ी मांगों पर देश भर में हड़ताल कर रहे रेसिडेंट डॉक्टरों की संस्था फोर्डा की मीटिंग होगी। भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में खेले जा रहे टेस्ट का आखिरी दिन होगा।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/corona-new-variant-omicron-can-wreak-havoc-sgpgi-director-pro-rk-dhiman-said-vigilance-will-save-lives-up-today-news-updates-129163796.html,"तीसरी लहर ला सकता है ओमिक्रॉन: SGPGI डायरेक्टर बोले- कोरोना का यह वैरिएंट डेल्टा से ज्यादा ताकतवर, भारी पड़ सकती है अनदेखी","तीसरी लहर ला सकता है ओमिक्रॉन:SGPGI डायरेक्टर बोले- कोरोना का यह वैरिएंट डेल्टा से ज्यादा ताकतवर, भारी पड़ सकती है अनदेखी लखनऊएक दिन पहलेलेखक: प्रणव कुमार वीडियो कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर देश-दुनिया में अफरातफरी है। दैनिक भास्कर ने लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) के डायरेक्टर प्रो. आरके धीमन से इस पर बात की। उन्होंने कहा कि इसी वैरिएंट की वजह से तीसरी लहर आएगी, यह कहना अभी मुश्किल है, लेकिन यह वैरिएंट तीसरी लहर का कारण बन सकता है। हालांकि यूपी के लिहाज से राहत की बात यह है कि यहां 80% लोगों में इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है। सवाल: ओमिक्रॉन को लेकर डर जैसा माहौल बन रहा है? जवाब : 9 नवंबर को साउथ अफ्रीका में पहली बार यह वैरिएंट डिटेक्ट हुआ। यह तेजी से फैल रहा है। महज 20 दिनों में अफ्रीका के बाद यूरोप और एशिया समेत कई महाद्वीप तक पहुंच गया। एक्सपर्ट्स डेल्टा समेत कोरोना के सभी वैरिएंट से इसे कई गुना ज्यादा संक्रमण क्षमता वाला बता रहे हैं। इसलिए पूरी सतर्कता बरतने की जरूरत है। कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। इनकी अनदेखी भारी पड़ सकती है। सवाल : इस वैरिएंट से तीसरी लहर आ सकती है? जवाब : इस बात के अभी कोई पुख्ता प्रमाण नही है कि यही वैरिएंट तीसरी लहर लाएगा, लेकिन निश्चित तौर पर यह वैरिएंट तीसरी लहर का कारण हो सकता है। इसीलिए हमें लापरवाही नही बरतनी चाहिए। एक और अहम बात, यूपी के हालात अन्य जगहों से बेहतर हैं। सीरो सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार यहां 80 प्रतिशत से ज्यादा लोगों में इम्यूनिटी डेवलप हुई है। साथ ही वैक्सीनेशन का आंकड़ा भी 15 करोड़ के करीब है, लेकिन सावधानी हर स्तर पर बरतने की जरूरत है। सवाल : हाई रिस्क कैटेगरी के लोगों के लिए कोई सलाह? जवाब : को-मोरबीडीटीज यानी हाई रिस्क पेशेंट जिनमें ट्रांसप्लांट वाले मरीज, ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट डिजीज, लिवर समेत गंभीर रोगों से जूझ रहे लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। इन सभी को CAB यानी कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करना अनिवार्य है। मास्क का इस्तेमाल और दो गज की दूरी का ध्यान रखना होगा। सवाल : इस वैरिएंट से बचाव का तरीका क्या है? निजी और सामाजिक स्तर पर क्या कदम उठाए जाने की जरूरत है? जवाब : हम सबको समझना होगा कि यह बेहद अहम समय है। अगर यह वैरिएंट इम्यूनिटी एस्केप और वैक्सीनेशन से भी एस्केप करता है। यानी इन दोनों का इस पर असर नहीं पड़ता है तो फिर इससे निपटने का तरीका सिर्फ कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर ही है। इसमें मास्क पहनना, फिजिकल डिस्टेंसिंग, पब्लिक गैदरिंग को बंद करना या सीमित करना जैसे अहम एहतियात हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट पर विदेशों से आने वालों की टेस्टिंग और उनके क्वारैंटाइन संबंधी नियम सख्त करने होंगे। रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर भी एहतियात बरतने की जरूरत है। एक जिम्मेदार सोसाइटी के रूप में भी हमें खुद को तैयार रखना होगा। डेल्टा वैरिएंट झेल चुके भारतीयों को ओमिक्रॉन से खतरा नहीं:BHU के वैज्ञानिक बोले- 18 माह पहले आया वैरिएंट, अब हुआ सक्रिय; 1 व्यक्ति 2 को फैला रहे संक्रमण",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/coronavirus-outbreak-india-cases-live-situation-update-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-karnataka-odisha-covid-29-november-129163783.html,"कोरोना देश में: ओमिक्रॉन पर पंजाब में अलर्ट, 11 देशों से आने वाले यात्रियों को टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी क्वारैंटाइन रहना होगा","कोरोना देश में:ओमिक्रॉन पर पंजाब में अलर्ट, 11 देशों से आने वाले यात्रियों को टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी क्वारैंटाइन रहना होगा नई दिल्लीएक दिन पहले वीडियो 7 दिन का क्वारैंटाइन पूरा करने के बाद यात्रियों का फिर टेस्ट होगा। इसके बाद 7 दिन तक उन्हें होम क्वारैंटाइन रहना होगा।- फाइल फोटो कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को लेकर पंजाब सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। इसके तहत 11 देशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी शुरू की गई है। इन देशों में साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और इजराइल शामिल हैं। इन देशों से आने वाले यात्रियों को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी 7 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। इसके बाद उनका फिर टेस्ट होगा। इसके बाद 7 दिन फिर से होम क्वारैंटाइन रहना होगा। स्वास्थ्य विभाग देख रहे डिप्टी सीएम ओपी सोनी ने कोरोना की तीसरी लहर के हिसाब से हर तरह की इमरजेंसी जरूरत की तैयारी करने को कहा है। अफसरों को इसके लिए दवाओं और उपकरणों की खरीद के आदेश दिए गए हैं। पढ़िए कोरोना से जुड़ा लेटेस्ट अपडेट्स... मथुरा में 3 दिन में 4 विदेशी पॉजिटिव; जहां ठहरे थे वह बिल्डिंग कंटेनमेंट जोन घोषित मथुरा के वृंदावन में लगातार तीसरे दिन एक और विदेशी महिला कोविड पॉजिटिव पाई गई। वह रूस से भारत आई थी। इससे पहले शनिवार को 1, रविवार को 2 और सोमवार को 1 विदेशी महिला व 1 स्थानीय युवक के पॉजिटिव आने के बाद अब यहां एक्टिव केस 5 हो गए हैं। पॉजिटिव मिलने के बाद रमणरेती इलाके में स्थित बिल्डिंग को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। यूरोपीय देशों का 60 सदस्यीय दल वृंदावन घूमने के लिए 15 नवंबर को आया था। इन लोगों को 21 नवंबर को वापस जाना था, लेकिन कई सदस्य यहां रुक गए। इसके बाद कुछ सदस्य वापस चले गए, जबकि कुछ रह गए। अब जब इन लोगों ने वापस अपने देश लौटने से पहले एयरपोर्ट पर कोविड रिपोर्ट दिखाने के लिए टेस्ट कराया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। पूरी खबर यहां पढ़ें... उत्तर प्रदेश में बाहर से आए यात्रियों का RT-PCR टेस्ट अनिवार्य उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि हमारे देश में अभी तक आेमिक्रॉन का एक भी केस सामने नहीं आया है। जो 1-2 केस हैं उसका अभी पता नहीं चल पा रहा है कि वो ओमिक्रॉन ही है। लेकिन हमने इसके लिए तैयारी की है। उत्तर प्रदेश में बाहर से आए यात्रियों का RT-PCR टेस्ट करना अनिवार्य होगा। दिल्ली निर्माण कार्य अगले आदेश तक बंद केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में निर्माण कार्य अगले आदेश तक बंद रहेगा। हम मजदूरों के बैंक खाते में 5,000 रुपए जमा कराएंगे जिससे उनको दिक्कत न हो। आपातकालीन वाहनों को छोड़कर दिल्ली में 7 दिसंबर तक डीजल ट्रकों को आने की अनुमति नहीं होगी। केरल में कोरोना के 3 हजार से ज्याद केस मिले केरल में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 3,382 नए मामले सामने आए हैं। 5779 लोग ठीक हुए हैं, जबकि 59 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। अब तक राज्य में कुल 39,955 मरीजों की मौत हुई है। सक्रिय मामले 44,487 हैं जबकि कुल 50 लाख 51 हजार 998 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। गोवा में जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर में 7 बच्चे कोरोना पॉजिटिव गोवा के एक जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर में 7 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उत्तरी गोवा के जिला कलेक्टर अजीत रॉय ने बताया कि सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा था। इसके बावजूद संक्रमण के मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों की एक टीम संक्रमित बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। देश में 24 घंटे में 8,309 कोरोना केस मिले भारत में पिछले 24 घंटे में 8,309 कोरोना केस सामने आए हैं। वहीं, इस दौरान कोरोना से 236 लोगों की जान भी गई है। इस बीच, ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सोमवार को नई गाइडलाइन जारी की है। नई गाइडलाइन के मुताबिक, 'एट रिस्क' देशों से आने वाले सभी यात्रियों को आने के साथ ही कोविड-19 टेस्ट से गुजरना होगा। टेस्टिंग की शर्त तब भी लागू होगी, जबकि आने वाले यात्री पूरी तरह वैक्सीनेटेड हों। पूरी खबर यहां पढ़ें... गाइडलाइन्स की मुख्य बातें.. 'एट रिस्क' यानी खतरे की श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर टेस्ट कराना होगा। बाहर जाने वाले यात्रियों को 72 घंटे पहले किए गए टेस्ट की रिपोर्ट देना अब जरूरी होगा। पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को आइसोलेट किया जाएगा, सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग होगी। निगेटिव पाए गए यात्री घर जा सकेंगे, पर 7 दिन तक आइसोलेट रहना होगा और 8वें दिन फिर टेस्ट होगा और अगले 7 दिन उन्हें सेल्फ मॉनीटिरिंग करनी होगी। ओमिक्रॉन के खतरे की श्रेणी से जिन देशों को बाहर रखा गया है, वहां से आने वाले यात्रियों में 5 फीसदी की टेस्टिंग जरूर की जाएगी। राज्य भी विदेशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी करें, टेस्टिंग बढ़ाएं और कोरोना हॉटस्पॉट की भी निगरानी करें। MP में 24 घंटे में 12 केस, भोपाल में सबसे ज्यादा 9 संक्रमित मिले मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 12 नए केस मिले हैं। इनमें भोपाल में सबसे ज्यादा 9 पॉजिटिव केस हैं। इंदौर में एक सप्ताह के बाद सिर्फ 1 केस सामने आया है। वहीं, जबलपुर में 2 संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग नए पॉजिटिव मरीजों की कॉन्टैक्ट और ट्रैवल हिस्ट्री तलाश रहा है, ताकि संपर्क में आने वाले लोगों के भी टेस्ट किए जा सकें। प्रदेश में अभी भी 126 एक्टिव केस हैं। इसके साथ ही साउथ अफ्रीका से जबलपुर आई महिला का भी पता लग गया है। वह सेना के हॉस्टल में क्वारैंटाइन है। वृंदावन में तीन विदेशी नागरिक संक्रमित वृंदावन में रविवार को तीन विदेशी नागरिक कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया है। वहीं ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचने के लिए लखनऊ प्रशासन ने नए नियम लागू किए हैं। अब लखनऊ एयरपोर्ट पर आने वाले पैसेंजर्स को RT-PCR टेस्ट कराना होगा और 8 दिन के लिए होम क्वारैंटाइन भी होना पड़ेगा। महाराष्ट्र में वृद्धाश्रम में 62 लोग कोरोना पॉजिटिव, 60 फुली वैक्सीनेटिड महाराष्ट्र के भिवंडी में एक ओल्ड एज होम में 62 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 55 वहां के रहने वाले हैं, 5 स्टाफ के लोग और 2 रिश्तेदार शामिल हैं। इनके अलावा और 5 लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एरिया को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। इन 62 में से 60 लोग फुली वैक्सीनेटिड हैं। साउथ अफ्रीका से मुंबई लौटा युवक निकला कोविड पॉजिटिव मुंबई में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा पैदा हो गया है। साउथ अफ्रीका से दिल्ली होते हुए मुंबई लौटे डोम्बिवली के एक युवक का कोविड-19 टेस्ट रविवार को पॉजिटिव पाया गया है। एडमिनिस्ट्रेशन ने युवक को आइसोलेट करते हुए उसके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया है ताकि ओमिक्रॉन वैरिएंट होने या नहीं होने की पुष्टि हो सके। संक्रमित युवक साउथ अफ्रीका से 24 नवंबर को दिल्ली पहुंचा था और वहां से मुंबई आया था। कल्याण-डोम्बिवली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की हेल्थ ऑफिसर डॉ. प्रतिभा पाटिल के मुताबिक, युवक की हालत फिलहाल पूरी तरह सामान्य है। उसके भाई का भी कोविड टेस्ट कराया गया था, जो निगेटिव निकला है। अन्य फैमली मेंबर्स का कोरोना टेस्ट सोमवार को कराया जाएगा। फिलहाल उन सभी को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। ​​​",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/katrina-kaif-vicky-kaushal-wedding-ranthambore-update-cousin-sister-statement-viral-129164023.html,"विक-कैट की वेडिंग: विक्की कौशल और कटरीना कैफ की शादी के लिए 45 होटल बुक, सेलेब्स की पहचान सीक्रेट कोड से होगी","विक-कैट की वेडिंग:विक्की कौशल और कटरीना कैफ की शादी के लिए 45 होटल बुक, सेलेब्स की पहचान सीक्रेट कोड से होगी एक दिन पहले वीडियो विक्की और कटरीना राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक-दूसरे का हाथ थाम पति-पत्नी बनेंगे। इसके लिए 3 दिन का भव्य समारोह होगा। इस शादी की खास बात यह है कि इसे पूरी तरह से सीक्रेट रखने के लिए मेहमानों को कोड दिए गए हैं। विक्की और कटरीना के अल्फाबेट्स पर सीक्रेट कोड बनेंगे। मेहमान यही कोड बताकर वेन्यू पर एंट्री ले सकेंगे। रणथंभौर नेशनल पार्क की सफारी भी इसी सीक्रेट कोड से होगी। शहर के 45 होटल बुक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस शादी के लिए करीब 45 होटल बुक हो चुके हैं। यहां बड़े होटल नहीं हैं। रणथंभौर में छोटे होटल ही हैं। 7 दिसंबर से इस शादी में शामिल होने इंडस्ट्री के बहुत सारे स्टार्स आने वाले हैं। पहले खबरें थीं कि सलमान भी 9 दिसंबर को आएंगे, फिर पता चला कि वे नहीं आ रहे हैं। शादी में शामिल होने वाले मेहमान विक्की और कटरीना की शादी में करन जौहर, फराह खान, जोया अख्तर और डायरेक्टर शशांक खेतान का नाम गेस्ट लिस्ट में है। खबर यह भी है कि विराट कोहली और अनुष्का शर्मा बेटी वमिका के साथ शादी में शामिल होंगे। मेहमानों के लिए नो फोन पॉलिसी विक्की और कटरीना के वेडिंग वेन्यू पर मेहमानों के लिए नो-मोबाइल पॉलिसी लागू होगी। इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी को यह पक्का करने के लिए कहा गया है कि कोई भी फोटो या वीडियो उनकी जानकारी के बिना सोशल मीडिया पर ना आए। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक तय एरिया के आगे कोई भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। ए-लिस्ट बॉलीवुड सेलेब्स के अलावा, दोनों की फैमिली भी कई लोगों को बुला रही हैं। शादी वाली जगह से फोन दूर रखने की यह पॉलिसी सभी पर लागू होगी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/doctor-treating-heart-attack-dies-of-cardiac-arrest-patient-also-passed-away-in-a-while-129164122.html,"नियति के आगे सब बेबस: हार्ट अटैक के मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर की कार्डियक अरेस्ट से मौत, थोड़ी देर बाद पेशेंट भी चल बसा","नियति के आगे सब बेबस:हार्ट अटैक के मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर की कार्डियक अरेस्ट से मौत, थोड़ी देर बाद पेशेंट भी चल बसा हैदराबादएक दिन पहले वीडियो हैदराबाद के एक अस्पताल में हार्ट पेशेंट का इलाज करते वक्त एक डॉक्टर को ही कार्डियक अरेस्ट आ गया। इससे उनकी अस्पताल में ही मौत हो गई। जिस मरीज का डॉक्टर इलाज कर रहे थे, उसने भी थोड़ी देर बाद दम तोड़ दिया। डॉक्टर की उम्र 40 साल बताई जा रही है। हैदराबाद में गुजाला इलाके के रहने वाले 60 साल के जगिया नाइक को रविवार सुबह हार्ट अटैक आया था। उन्हें इलाज के लिए गांधारी मंडल के एसवी श्रीजा नर्सिंग होम लाया गया। अस्पताल के ICU में डॉ. लक्ष्मण उनका इलाज करने पहुंचे थे। डॉ. लक्ष्मण पेशेंट का इलाज कर ही रहे थे, तभी उन्हें कार्डियक अरेस्ट आ गया और वे गिर पड़े। इलाज नहीं मिलने पर मरीज ने भी तोड़ा दम कार्डियक अरेस्ट के बाद डॉ. लक्ष्मण के साथियों ने इमरजेंसी ट्रीटमेंट दिया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। इसके बाद अस्पताल के कर्मचारी उनकी बॉडी को ICU से बाहर ले गए। इस बीच, इलाज करवा रहे नाइक की हालत भी बिगड़ गई। मरीज का परिवार उन्हें दूसरे अस्पताल ले गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया। भोपाल में डांस करते वक्त डॉक्टर को आया था अटैक एक महीने पहले भोपाल में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां एक पार्टी में डांस कर रहे 67 साल के सीनियर डॉक्टर सीएस जैन को हार्ट अटैक आया और वे गिर गए। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था। उस वक्त होटल में 50 डॉक्टर मौजूद थे। इनमें शहर के टॉप लेवल के एक्सपर्ट भी थे, लेकिन डॉ. जैन को बचाया नहीं जा सका। वर्क आउट के दौरान सुपरस्टार पुनीत का निधन कन्नड़ फिल्म एक्टर पुनीत राजकुमार का भी जिम में वर्कआउट के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। हार्ट अटैक के तुरंत बाद 46 साल के पुनीत को बेंगलुरु के विक्रम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/after-airtel-and-vi-jio-also-made-recharge-plans-expensive-now-which-companys-plans-are-the-cheapest-129163898.html,"रिचार्ज कराना महंगा: एयरटेल और Vi के बाद जियो ने रीचार्ज प्लान के दाम बढ़ाए, अब किस कंपनी के प्लान सबसे सस्ते","रिचार्ज कराना महंगा:एयरटेल और Vi के बाद जियो ने रीचार्ज प्लान के दाम बढ़ाए, अब किस कंपनी के प्लान सबसे सस्ते नई दिल्लीएक दिन पहले वीडियो एयरटेल और Vi (वोडाफोन-आइडिया) के बाद जियो ने भी अपने रीचार्ज प्लान महंगे कर दिए हैं। जियो ने अपने प्लान में 21% तक की बढ़ोतरी की है। जियो के 75 रुपए वाले प्लान के लिए 1 दिसंबर से 91 रुपए चुकाने होंगे। ये रहेंगी नए प्लान्स की कीमतें 129 रुपए वाला प्लान 155 रुपए, 399 वाला प्लान 479 रुपए, 1,299 वाला प्लान 1,559 रुपए और 2,399 वाला प्लान अब 2,879 रुपए में मिलेगा। डेटा टॉप-अप की कीमत भी बढ़ाई गई है। अब 6 GB डेटा के लिए 51 के बजाय 61, 12 GB के लिए 101 के बजाय 121 रुपए और 50 GB के लिए 251 रुपए के बजाय 301 रुपए खर्च करने होंगे। अभी भी जियो सबसे सस्ता रेट बढ़ने के बाद भी अगर हम एयरटेल, Vi और जियो के प्लान्स की तुलना करें तो पाएंगे कि जियो के प्लान्स बाकी दोनों कंपनियों से सस्ते हैं। एयरटेल और Vi के ज्यादातर प्लान्स के रेट एक जैसे ही हैं। सबसे कम ARPU से कंपनियों को नुकसान हो रहा: महेश उप्पल टैरिफ प्लान महंगे करने पर टेलिकॉम मामलों के एक्सपर्ट और कॉमफर्स्ट के डायरेक्टर, महेश उप्पल ने कहा, ""भारत में टेलिकॉम कंपनियों के सामने दो प्रॉब्लम हैं। पहली- कंपनियों का एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) दुनियाभर में सबसे कम हमारे यहां है। कंपनियां चाहती हैं कि किसी तरह से ARPU में बढ़ोतरी हो। अब इसे बढ़ाने वाली कंपनी के सामने चैलेंज ये है कि यदि कॉम्पिटिटर ने दाम नहीं बढ़ाए, तो उसके बिजनेस पर असर पड़ेगा। दूसरी प्रॉब्लम ये है कि देश के लोगों के लिए दाम काफी मायने रखते हैं। कई ग्राहक टेलिकॉम का खर्च एक लेवल तक ही रखना चाहते हैं। कंपनियों के लिए अच्छी बात ये है कि अब मार्केट में कॉम्पिटिशन कम है और कंपनियां डेटा रेवेन्यू",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/models-photoshoot-at-kartarpur-gurdwara-in-pakistan-photographs-posed-without-covering-their-heads-sikh-organization-said-dont-let-imran-and-pak-government-become-picnic-spots-129164025.html,करतारपुर में मॉडल का फोटोशूट: गुरुद्वारे में बिना सिर ढंके तस्वीरें खिंचवाईं; सिख संगठन बोले- इमरान सरकार तीर्थ को पिकनिक स्पॉट न बनने दे,"करतारपुर में मॉडल का फोटोशूट:गुरुद्वारे में बिना सिर ढंके तस्वीरें खिंचवाईं; सिख संगठन बोले- इमरान सरकार तीर्थ को पिकनिक स्पॉट न बनने दे चंडीगढ़एक दिन पहले वीडियो पाकिस्तान में श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में एक मॉडल के फोटोशूट पर विवाद छिड़ गया है। दरअसल गुरुद्वारा कैंपस में एक मॉडल ने सिर ढंके बिना ही तस्वीरें खिंचवाईं। इस पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) ने कड़ा ऐतराज जताया है। कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और वहां की सरकार से इस पवित्र जगह को पिकनिक स्पॉट न बनने देने की मांग की है। सिरसा ने मॉडल की फोटो पोस्ट करते हुए कहा- गुरु नानक देव की पवित्र जगह पर ऐसा व्यवहार और कारगुजारी बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या यह मॉडल अपने धार्मिक स्थल पर पाकिस्तान में इस तरह के फोटोशूट कर सकती है। गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के सामने पाकिस्तानी मॉडल की फोटो, जिस पर विवाद हुआ। पिकनिक स्पॉट न बनाएं पाकिस्तानी मनजिंदर सिरसा ने पाक पीएम इमरान खान और पाकिस्तान सरकार को कहा कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। श्री करतारपुर साहिब को पाकिस्तान के लोगों द्वारा पिकनिक स्पॉट बनाने के ट्रेंड को तुरंत रोका जाना चाहिए। मॉडल ने सिख परंपरा के मुताबिक सिर तक नहीं ढंका है। गुरुद्वारा परिसर में इस तरह के फोटोशूट पर बाकी सिख संगठन भी नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में फेब्रिक कंपनी के लिए फोटोशूट कराती हुई मॉडल। पाकिस्तान के क्लाथ स्टोर ने कराया फोटोशूट करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में मॉडल का फोटोशूट पाकिस्तान के एक क्लॉथ स्टोर ने करवाया है। जिसका नाम मन्नत क्लाथिंग है। उसके बाद यह तस्वीरें इंस्टाग्राम पर डाली गईं। हालांकि इसको लेकर इंस्टाग्राम पर भी क्लाथ स्टोर को लोग खरी-खोटी सुना रहे हैं। उन्हें अपने व्यापार के लिए धार्मिक स्थान का अपमान करने के लिए फटकार लगाई जा रही है। हालांकि अभी तक इस मामले में स्टोर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह तस्वीरें पोस्ट की गई हैं पहले भी हो चुका विवाद इससे पहले अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब में भी इस तरह के कुछ वीडियो बनाए गए थे। इस पर सिख संगठनों ने कड़ी आपत्ति जाहिर की थी। इसके अलावा भी फेमस होने के लिए देश में कई धार्मिक जगहों पर इस तरह के वीडियो और तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। DSGMC प्रधान मनजिंदर सिरसा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई कुछ दिन पहले ही खुला कॉरिडोर श्री करतारपुर साहिब में सिख धर्म के पहले पातशाही गुरु नानक देव ने अंतिम वक्त गुजारा था। इसके दर्शन के लिए कुछ दिन पहले ही भारत-पाक के बीच करतारपुर कॉरिडोर को दूसरी बार खोला गया। सिख धर्म में श्री करतारपुर साहिब के प्रति बड़ी आस्था है। सिखों के साथ दूसरे धर्मों के लोग भी यहां माथा टेकने जाते हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/omicron-variant-updates-narendra-modi-govt-revises-guidelines-for-international-arrivals-in-india-129164168.html,"ओमिक्रॉन पर एक्शन में सरकार: 'एट रिस्क' देशों के यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही कोरोना टेस्ट, निगेटिव आने पर भी 7 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा","ओमिक्रॉन पर एक्शन में सरकार:'एट रिस्क' देशों के यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही कोरोना टेस्ट, निगेटिव आने पर भी 7 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा नई दिल्लीएक दिन पहले वीडियो कोरोना के नए स्ट्रेन ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सोमवार को नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी की भारत में पिछले 24 घंटे में 8,309 कोरोना केस सामने आए हैं। वहीं, इस दौरान कोरोना से 236 लोगों की जान भी गई है। इस बीच, वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सोमवार को नई गाइडलाइन जारी की। इसके मुताबिक, 'एट रिस्क' देशों से आने वाले सभी यात्रियों को आने के साथ ही कोविड-19 टेस्ट से गुजरना होगा। टेस्टिंग की शर्त तब भी लागू होगी, जबकि आने वाले यात्री पूरी तरह वैक्सीनेटेड हों। 'एट रिस्क' वाले देशों को छोड़कर बाकी देशों के यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति होगी। उन्हें 14 दिन के लिए सेल्फ मॉनिटरिंग करनी होगी। ओमिक्रॉन के खतरे की श्रेणी से जिन देशों को बाहर रखा गया है, वहां से आने वाले यात्रियों में 5% की टेस्टिंग जरूर की जाएगी। सरकार की ट्रैवल एडवाइजरी में ओमिक्रॉन को फैलने से रोकने के लिए हर संक्रमित यात्री के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का फैसला किया गया है। गाइडलाइन्स की मुख्य बातें 'एट रिस्क' यानी खतरे की श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर टेस्ट कराना होगा। बाहर जाने वाले यात्रियों को 72 घंटे पहले किए गए टेस्ट की RT-PCR रिपोर्ट देना जरूरी होगा। पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को आइसोलेट किया जाएगा, सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग होगी। निगेटिव पाए गए यात्री घर जा सकेंगे, पर 7 दिन तक आइसोलेट रहना होगा। ऐसे यात्रियों का 8वें दिन फिर टेस्ट होगा और अगले 7 दिन उन्हें सेल्फ मॉनिटरिंग करनी होगी। ओमिक्रॉन के खतरे की श्रेणी से जिन देशों को बाहर रखा गया है, वहां से आने वाले यात्रियों में 5 फीसदी की टेस्टिंग जरूर की जाएगी। राज्य भी विदेशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी करें, टेस्टिंग बढ़ाएं और कोरोना हॉटस्पॉट की भी निगरानी करें। 12 देशों को 'एट रिस्क' वाले देशों में रखा बता दें कि केंद्र सरकार ने 12 देशों की लिस्ट तैयार की है, जहां नए वैरिएंट का खतरा अधिक है। इनमें यूके समेत यूरोप के सभी देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और इजराइल शामिल हैं। राज्यों को निगरानी बढ़ाने को कहा नई गाइडलाइन में राज्यों से भी विदेशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी और टेस्टिंग बढ़ाने के साथ ही कोरोना हॉटस्पॉट की निगरानी करने को कहा है। बड़े शहरों में संक्रमण रोकने के लिए केंद्र ने राज्यों को खास तौर पर आगाह किया है, उन्हें टेस्टिंग बढ़ाने को कहा गया है। 'एट रिस्क' वाले देशों के यात्री जांच रिपोर्ट आने तक एयरपोर्ट पर ही रहेंगे स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार 'एट रिस्क' यानी खतरे की श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर टेस्ट कराना होगा। एयरपोर्ट पर ही रिजल्ट की प्रतीक्षा करनी होगी। यदि रिपोर्ट निगेटिव है तो वे 7 दिनों के लिए होम क्वारैंटाइन होंगे। 8वें दिन फिर टेस्ट होगा और यदि निगेटिव रहे तो अगले 7 दिनों के लिए खुद अपनी निगरानी करनी यानी सेल्फ मॉनिटरिंग करनी होगी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/lumber-was-running-in-pgi-for-21-years-died-on-monday-morning-the-anchor-was-not-allowed-to-stop-even-on-the-day-of-death-129164105.html,"नहीं रहे पद्मश्री लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा: सोमवार सुबह अंतिम सांस ली, PGI चंडीगढ़ के बाहर 21 सालों से दे रहे जरूरतमंदों को भोजन","नहीं रहे पद्मश्री लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा:सोमवार सुबह अंतिम सांस ली, PGI चंडीगढ़ के बाहर 21 सालों से दे रहे जरूरतमंदों को भोजन चंडीगढ़ PGI चंडीगढ़ के बाहर पिछले 21 साल से मरीजों और तीमारदारों को लंगर बांटने वाले जगदीश लाल आहूजा का सोमवार सुबह निधन हो गया। लंगर बाबा के नाम से प्रसिद्ध जगदीश लाल (90) की मौत के दिन भी उनकी इच्छा के अनुसार लंगर सेवा जारी रही। लंगर बाबा को उनके सामाजिक कार्य के लिए 2020 में राष्ट्रपति ने पद्मश्री से सम्मानित किया था। लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा का जन्म पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। उनके लंगर का सिलसिला 40 साल पहले उनके बेटे के जन्मदिन पर शुरू हुआ था। उन्होंने सेक्टर 26 मंडी में लंगर लगाया था। इसके बाद से मंडी में लंगर लगने लगा। 2000 में जब उनके पेट का आपरेशन हुआ तो PGI के बाहर मदद करने का फैसला लिया। लंगर के लिए जब भी उन्हें पैसों की कमी आई, उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी बेचनी शुरू कर दी। अपने देहांत से पहले वे करोड़ों की संपत्ति लंगर लगाने के लिए बेच चुके हैं। शाम को बुलाकर कहा- मेरी मौत के दिन भी बंद न हो लंगर PGI के बाहर जगदीश लाल आहूजा की ओर से लंगर बांट रहे संदीप ने बताया कि वह 10 सालों से बाबा के साथ काम कर रहा है। लंगर बाबा ने रविवार शाम उसे घर बुलाया और कहा कि मैं जब मरूं तो उस दिन भी लंगर बंद नहीं होना चाहिए। कुछ दिनों पहले ही महीनों का राशन खरीद कर चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित मकान में रखवा दिया था। संदीप के अनुसार, सुबह 9:30 बजे लंगर बाबा के देहांत की सूचना आई। उनकी इच्छा पूरी करने के लिए सभी कर्मचारियों ने लंगर जारी रखा। सुबह 10:30 बजे लंगर शुरू हुआ और दोपहर करीब 12 बजे तक जारी रहा। लंगर बाबा PGI के बाहर करीब 4 से 5 हजार लोगों को खाना खिलाते थे। लंगर बाबा के देहांत वाले दिन भी PGI में लंगर बांटा गया। कभी नौकर नहीं कहने देते थे संदीप ने बताया कि बाबा ने कभी किसी कर्मचारी को नौकर नहीं समझा। अपने बच्चों की तरह ही रखा। यदि कोई नौकर कहता तो उससे लड़ पड़ते थे। किसी को जब जरूरत पड़ी तो उसे पैसे या अन्य सामान के लिए कभी इनकार नहीं किया। संदीप ने बताया कि लंगर बाबा पहले सेक्टर 16 और 32 में मेडिकल कॉलेज में भी लंगर चलाते थे। उन्होंने अपनी सारी प्रॉपर्टी लंगर पर खर्च कर दी। कोरोना में चार दिन बंद रहा लंगर बाबा अपनी पत्नी निर्मल के साथ ही लंगर बांटते थे। परिवार में बेटा संजू है। कोरोना में चार दिन लंगर बंद रहा, परंतु बाद में बाबा ने डीसी से अनुमति ली और लंगर चालू करवाया। बाबा को देखकर ही कुछ साल पहले बाकी संस्थाओं ने भी लंगर बांटना शुरू किया। पहले दो समय सुबह और दोपहर को लंगर बांटते थे, लेकिन कोरोना के बाद एक समय कर दिया गया। वहीं PGI चंडीगढ़ में पोस्टमॉटर्म के बाद शव लेकर परिजन सेक्टर 23 स्थित आवास पर चले गए।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-up-assembly-election-union-minister-ramdas-athawale-meets-amit-shah-sought-seats-in-uttar-pradesh-22256972.html,"अमित शाह से मिले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, उत्तर प्रदेश चुनाव में मांगीं 10 सीटें","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए आठ से दस सीटें मांगी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पार्टी का जनाधार पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ा है। ऐसे में प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर होने वाले गठबंधन में उसे सम्मिलित होने का अवसर मिलना चाहिए। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें महात्मा ज्योतिबा फूले व अन्नाभाऊ साठे को भारत रत्न देने की मांग की केंद्रीय मंत्री आठवले ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा में यह जानकारी दी। साथ ही बताया कि गृह मंत्री शाह से उनकी यह मुलाकात संसद भवन स्थित उनके कार्यालय में हुई। बैठक में उत्तर प्रदेश के चुनावों से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी दोनों के बीच चर्चा हुई। आठवले के मुताबिक गृह मंत्री के साथ चर्चा में उन्होंने समाज सुधारक व लेखक ज्योतिबा फुले और अन्नाभाऊ साठे के उल्लेखनीय कार्यो को देखते हुए दोनों को ही मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की। तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें पार्टी की बड़ी रैली इस महीने लखनऊ में प्रस्तावित गौरतलब है कि आठवले की पार्टी पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूती देने के लिए एक बड़ा अभियान छेड़े हुए है। इसके तहत इस महीने प्रदेश के सभी मंडलों में सभाएं की गई है। साथ ही पार्टी की एक बड़ी रैली इस महीने लखनऊ में प्रस्तावित है। हाल ही में आठवले बनारस पहुंचे थे हाल ही में आठवले बनारस पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विभागीय अफसरों से बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि बाबा साहब अंबेडकर की असली पार्टी आरपीआइ ही है। साथ ही बहुजन समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बसपा को सिर्फ चुनाव लड़ने में रूचि है। वह दलित समाज को बरगला रही है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-union-govt-nitin-gadkari-says-loss-of-toll-worth-rs-2731-crore-occurred-during-farmers-agitation-22256542.html,"सरकार ने राज्‍यसभा में कहा- किसानों के आंदोलन के दौरान हुआ 2,731 करोड़ के टोल का नुकसान","नई दिल्ली, एजेंसियां। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कृषि कानून विरोधी आंदोलन से नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) को 2,731.32 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ। राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि शुरुआत में अक्टूबर, 2020 में प्रदर्शनकारियों ने पंजाब में टोल प्लाजा को बंद करना शुरू किया था। इसके बाद यह पूरे हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में फैल गया। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें राजमार्गों पर 60-65 टोल प्लाजा हुए प्रभावित केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह भी बताया कि आंदोलन की वजह से राष्ट्रीय राजमार्गों पर 60-65 टोल प्लाजा प्रभावित हुए। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि मंत्रालय का वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 12 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का लक्ष्य है। प्रदर्शनकारियों की मौत का कोई रिकार्ड नहीं तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों की मौत का उसके पास कोई रिकार्ड नहीं है। ऐसे प्रदर्शनकारियों के स्वजन को वित्तीय सहायता दिए जाने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कृषि मंत्रालय ने बताया कि उसके पास इस मामले में कोई रिकार्ड नहीं है, लिहाजा इसका सवाल ही पैदा नहीं होता। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों की मौत का मसला उठाया था। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा यह भी पढ़ें प्रदर्शनकारियों के स्वजन को पांच करोड़ देने की मांग कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बुधवार को लोकसभा में शून्य काल के दौरान कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान मारे गए प्रदर्शनकारियों के स्वजन को पांच करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों की पहचान करने के लिए सरकार को सर्वे कराना चाहिए। तिवारी ने दावा किया कि आंदोलन के दौरान 750 प्रदर्शनकारी मारे गए। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-karnataka-cm-to-meet-union-health-minister-to-discuss-administration-of-booster-dose-of-covid-19-vaccine-22255244.html,कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगे कर्नाटक के मुख्यमंत्री,"हुबली, प्रेट्र। कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर से पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। भारत में वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के बाद देश में हालात जहां धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे थे, वहीं देश के कुछ राज्य में एक बार फिर कोरोना वायरस अपना पैर पसार रहा है, जबकि दक्षिणी अफ्रीका में पाए गए कोविड-19 के नए घातक वेरिएंट ओमिक्रोन से पूरी दुनिया चिंतित है। नए वेरिएंट से बचने के लिए देश-विदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है। इसी बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई कोविड-19 की ताजा चिंताओं के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात करने जा रहे हैं। सीएम बोम्मई ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार का इरादा स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का है और वह इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा करेंगे। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें क्या कहा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, 'मैं 2 दिसंबर को दिल्ली जा रहा हूं, जिस दौरान मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलूंगा, मैं उनके साथ स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को बूस्टर खुराक के प्रशासन के बारे में चर्चा करूंगा, जिन्होंने पहले और बाद में वैक्सीन की दूसरी खुराक लगभग छह-सात महीने पहले से ली थी।' उन्होंने आगे कहा कि क्रिसमस और नए साल के जश्न पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध लगाने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है और लॉकडाउन लगाने की भी कोई खास आवश्यकता नहीं है। सीएम बोम्मई ने बताया कि सामाजिक और आर्थिक गतिविधियां अब धीरे-धीरे बढ़ रही हैं, इसलिए कोई कठोर प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं है। तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें पत्रकारों से बातचीत करते हुए, उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से बूस्टर डोज देने पर वैज्ञानिक विकास और इस संबंध में केंद्र की राय या सिफारिश के बारे में जानेंगे। उन्होंने कहा, 'हमने पहले ही स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के लिए बूस्टर या तीसरी खुराक के COVID टास्क फोर्स प्रशासन के विशेषज्ञों के साथ चर्चा की है, और राय यह है कि- इसे विशेष रूप से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशासित किया जाना चाहिए, इसलिए मैं इस पर उनसे चर्चा करूंगा' गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा यह भी पढ़ें राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़ने और नए घातक वेरिएंट ओमिक्रोन के बड़े पैमाने पर होने वाले खतरों के बाद, कोरोना वायरस को लेकर चिंताए बढ़ गई हैं। टीकाकरण को अनिवार्य बनाने या इसके साथ किसी भी सरकारी सुविधा या योजना को जोड़ने से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'इसे अनिवार्य बनाने के बजाय, हम टीकाकरण के संबंध में अभियान को तेज करेंगे।' Edited By: Ashisha Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-suspension-of-mps-will-not-be-withdrawn-venkaiah-naidu-took-a-tough-stand-against-mps-22254243.html,"वापस नहीं होगा सांसदों का निलंबन, वेंकैया नायडू ने अमर्यादित आचरण करने वाले सांसदों के खिलाफ अपनाया कड़ा रुख","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को निलंबित किए जाने के विरोध में मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू के सख्त रुख को देखते हुए विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। विपक्षी दलों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निलंबन की कार्रवाई को नियम विरुद्ध और निराधार करार दिया। इस पर नायडू ने साफ कहा, 'आपने सदन को गुमराह करने की कोशिश की। आपने अफरा-तफरी मचाई। आपने सदन में हंगामा किया। आसन पर कागज फेंका। कुछ तो टेबल पर चढ़ गए और मुझे ही पाठ पढ़ा रहे हैं। कार्रवाई हो चुकी है और यह अंतिम फैसला है।' सभापति ने कहा कि निलंबित सदस्य बाद में सदन में आएंगे और उम्मीद है कि सदन की गरिमा व देशवासियों की आकांक्षाओं का ध्यान रखेंगे। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें मानसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने जबर्दस्त हंगामा किया था। सदन में अफरातफरी मचाने वाले सांसदों को चिन्हित करने के लिए गठित समिति की रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को शीत सत्र के पहले दिन 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। मंगलवार की सुबह सदन शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के नेताओं ने सभापति नायडू से मिलकर इसे वापस लेने की मांग की थी। इस पर नायडू ने कहा कि माफी मांगे बगैर यह संभव नहीं है। उधर, कांग्रेस ने भी कहा कि माफी मांगने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें निलंबन की कार्रवाई नियमों के तहत की गई : नायडू मंगलवार सुबह राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाते हुए खड़गे ने नियमों का हवाला देकर उनकी बहाली के साथ ही उन्हें कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति मांगी। इस पर नायडू ने स्पष्ट किया कि निलंबन की कार्रवाई उनकी नहीं बल्कि सदन की थी। सांसदों ने पिछले सत्र में किसान आंदोलन और अन्य कई मुद्दों को लेकर सदन में जो हो-हल्ला और हंगामा किया था, वह अभूतपूर्व था, जिससे सदन में अफरातफरी मच गई थी। निलंबन की कार्रवाई नियमों के तहत की गई है। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा यह भी पढ़ें कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताना गलत नायडू ने कहा कि राज्यसभा निरंतर चलने वाला सदन है। इसका कार्यकाल कभी खत्म नहीं होता है। उन्होंने कहा, 'राज्यसभा के सभापति को संसदीय कानून की धाराओं 256, 259 और 266 समेत अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई करने का अधिकार मिला है। इस पर सदन भी कार्रवाई कर सकता है। सोमवार को हुई कार्रवाई सभापति ने नहीं, बल्कि सदन की थी। सदन में लाए गए प्रस्ताव के आधार पर कार्रवाई हुई है।' उन्होंने कहा कि कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताना गलत है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह जरूरी है। सभापति ने कहा कि उन्होंने लीक से हटकर कोई फैसला नहीं लिया है। नियमों और पूर्व के उदाहरणों के हिसाब से कार्रवाई की गई है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/uttar-pradesh/lucknow-city-policemen-will-be-ready-with-cameras-in-up-assembly-election-rallies-22257227.html,"यूपी विधानसभा चुनाव से पहले डीजीपी ने की समीक्षा बैठक, पुलिसकर्मियों को बाडीवार्न कैमरों के साथ मुस्तैद रहने के निर्देश","लखनऊ, राज्य ब्यूरो। विधानसभा चुनाव से पहले जिस तरह प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां लगातार बढ़ रही हैं, उसके दृष्टिगत पुलिस ने भी शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। आने वाले दिनों में रैलियों और सभाओं के दौरान आत्याधुनिक उपकरणों की मदद से मजबूत सुरक्षा घेरा बनाए जाने पर जोर दिया जा रहा है। डीजीपी मुकुल गोयल ने बुधवार को समीक्षा बैठक में पुलिसकर्मियों के बाडीवार्न कैमरे का अत्यधिक उपयोग करने का निर्देश दिया। कहा कि ड्रोन कैमरों का उपयोग बढ़ाया जाए। डीजीपी ने इसके अलावा पिंक बूथ पर महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति व उनके प्रशिक्षण को लेकर भी कड़े निर्देश दिए। केजीएमयू के बाद अब लोहिया संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर भी कल से हड़ताल पर, सेवाएं रहेंगी बाधित यह भी पढ़ें पुलिस मुख्यालय में एडीजी लाजिस्टिक, एडीजी कानून व्यवस्था, पुलिस आयुक्त लखनऊ, एडीजी यातायात व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में यातायात व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की गई। डीजीपी ने कहा कि यातायात, कानून-व्यवस्था और अन्य महत्वपूर्ण ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी बाडीवार्न कैमरों का अधिक से अधिक उपयोग करें। इसके लिए एसओपी का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित कराया जाए। डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों को रैली, सभाओं व अन्य महत्वपूर्ण ड्यूटियों के दौरान बाडीवार्न कैमरों के उपयोग व उपयोगिता की विस्तार से जानकारी भी दी जाए। ड्रोन कैमरों के संचालन के लिए प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को लगाया जाए और महत्वपूर्ण मौकों पर ड्रोन कैमरों का उपयोग बढ़ाया जाए। डीजीपी ने पिंक बूथ में नियुक्त महिला पुलिस कर्मियों को महिला संबंधी शिकायतों को निराकरण करने के निर्देश दिए। Edited By: Vikas Mishra",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amit-shah-to-lay-the-foundation-stone-of-maa-shakumbhari-vishwavidyalaya-at-saharanpur-in-uttar-pradesh-22257880.html,सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह,"नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे। गृहमंत्री के कार्यालय ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि आज दोपहर में एक समारोह आयोजित किया गया है। ट्वीट में कहा गया है, 'केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी सहारनपुर में 'मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय' का शिलान्यास करेंगे। दिनांक: 2 दिसंबर 2021, समय: दोपहर 1 बजे।' यह जानकारी 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आई है। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें इससे पहले उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 403 सीटों में से 312 सीटें हासिल की थीं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 47 सीटें जीती थीं, बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) ने 19 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को सिर्फ सात सीटें मिली थीं। बाकी सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने कब्जा किया था। Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/international-india-eam-s-jaishankar-says-attempts-to-bring-bilateral-issues-to-sco-must-be-condemned-22239908.html,"एससीओ में भारत ने बताई अपनी ताकत, विदेश मंत्री ने द्विपक्षीय मुद्दे उठाने के लिए पाकिस्तान पर साधा निशाना","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना महामारी के बाद जहां दुनिया के कई देश अभी तक आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं वहीं भारत सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के तौर पर स्थापित हो रहा है। अब भारत ने इसे वैश्विक मंचों पर बताना भी शुरू कर दिया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्यों की सरकारों के प्रमुखों की गुरुवार को हुई बैठक में भारत को वैश्विक स्तर पर उभरती हुई आर्थिक शक्ति के तौर पर चिह्नित किया। बैठक में चीन, पाकिस्तान, रूस समेत 10 देशों के शासन प्रमुख थे। विदेश मंत्री ने भारत की आर्थिक संभावनाओं का जिक्र करते हुए यह भी संदेश दिया कि वह एससीओ क्षेत्र में महत्वपूर्ण वैश्विक कनेक्टिविटी परियोजनाओं को लागू करने व सहयोग करने को प्रतिबद्ध है। जयशंकर ने पाकिस्तान की तरफ से इस तरह के सम्मेलन में कश्मीर मुद्दे को उठाने की परोक्ष तौर पर ¨नदा की, लेकिन उनके भाषण के केंद्र में भारत की आर्थिक प्रगति ही रही। जयशंकर ने कहा कि भारत एससीओ को एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय समूह मानता है, जो अंतरराष्ट्रीय शासन, पारदर्शिता और बराबरी के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगा। यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि कुछ देश इस मंच पर द्विपक्षीय मुद्दे को उठा रहे हैं। यह एससीओ के स्थापित सिद्धांतों के खिलाफ है। यह सदस्य देशों के बीच सहमति बनाने व विकसित करने के खिलाफ काम कर सकता है। इसी तरह से जयशंकर ने वैश्विक संपर्क परियोजनाओं को लागू करने की प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी बनाने और इसमें दूसरे देशों की संप्रभुता का आदर करने की बात कही। भारत का यह पुराना रुख है और इसे सार्वजनिक मंच पर उठा कर वह चीन की तरफ से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) की तरफ इशारा करता है। सीपीईसी का एक हिस्सा कश्मीर से गुजरता है, जो अभी पाकिस्तान के गैर कानूनी कब्जे में है। जयशंकर ने कहा कि कोरोना के बाद भारत की अर्थव्यवस्था में स्थायित्व काफी महत्वपूर्ण है। आइएमएफ ने वर्ष 2021 में भारत की आर्थिक विकास दर 9.5 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है। भारत का निर्यात 20 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रहा है। कोरोना के बावजूद भारत ने वर्ष 2020-21 में 77 अरब डालर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित किया है। ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत पहले स्थान पर है। भारत में 65 यूनीकार्न (एक अरब डालर से ज्यादा कारोबार वाली स्टार्ट अप कंपनियां) स्थापित हो चुके हैं। हम इस बारे में अपने अनुभव एससीओ के सदस्यों से साझा करने को तैयार हैं। चाबहार पोर्ट विकसित करने को लेकर भी उन्होंने भारत की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि एससीओ देशों को सामान्य व डिजिटल कनेक्टिविटी से जोड़ने को लेकर भी भारत प्रतिबद्ध है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/international-foreign-secretary-harsh-vardhan-shringla-says-afghan-crisis-should-be-resolved-through-dialogue-22236659.html,"विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला बोले- अफगान संकट का बातचीत से निकालना चाहिए समाधान, अपने हितों की रक्षा के लिए भारत सक्रिय","नई दिल्ली, पीटीआइ। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को कहा कि भारत को यह देखना होगा कि अफगानिस्तान की कठिन परिस्थिति में अपने हितों की सुरक्षा करते हुए कैसे बेहतर ढंग से आगे बढ़ा जा सकता है। उद्योग परिसंघ के सत्र को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए श्रृंगला ने कहा, 'तालिबान यह मानता है कि पिछले 20 वर्षों में अफगानिस्तान के विकास में भारत का अहम योगदान रहा है। वह भारत से अपने देश के लिए मानवीय सहायता की चाहत रखता है। भारत ने दोहा और मास्को में तालिबान से संपर्क स्थापित किया था। तालिबान चाहता है कि भारत, अफगानिस्तान में फिर से अपना दूतावास स्थापित करे।' विदेश सचिव ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सक्रिय है और संपर्क बनाए हुए है, ताकि उसके वृहत हितों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने अफगानिस्तान के संदर्भ में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2,593 का जिक्र करते हुए उसे लाभकारी बताया। इस बीच श्रृंगला ने अफगानिस्तान संकट का बातचीत के जरिये समावेशी राजनीतिक समाधान निकालने की जरूरत को दोहराते हुए कहा कि उसकी धरती का किसी दूसरे देश को नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। विदेश सचिव ने कहा कि अफगानिस्तान की अशरफ गनी सरकार के पतन व तालिबान द्वारा काबुल पर असानी से कब्जा किए जाने के बाद भारत थोड़ी असहज स्थिति में था, क्योंकि इसकी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने बताया कि कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने अगस्त के आखिर में तालिबान नेता शेर मुहम्मद अब्बास स्टेनकजई से मुलाकात की थी। तालिबान का रवैया काफी सकारात्मक रहा था। विदेश सचिव ने कहा कि अफगानिस्तान में मानवीय सहायता प्रदान करने की जरूरत है तथा वहां महिलाओं, बच्चों व अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए। श्रृंगला ने कहा कि ये बुनियादी मानदंड हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को देखना होगा कि अफगानिस्तान की वर्तमान सत्ता इसके प्रति जवाबदेह हो। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/international-s-jaishankar-says-india-china-ties-on-bad-patch-beijing-no-explanation-on-violation-of-agreements-22220553.html,"विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- चीन की गलत हरकतों के कारण बिगड़े द्विपक्षीय रिश्‍ते, हमारा पक्ष बेहद स्‍पष्‍ट","सिंगापुर, पीटीआइ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत और चीन के संबंध खराब दौर से गुजर रहे हैं, क्योंकि बीजिंग ने ऐसे कई काम किए हैं, जिनसे समझौतों का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने कहा कि इन उल्लंघनों के लिए उसके पास अब तक कोई विश्वसनीय स्पष्टीकरण नहीं है। यह बताना अब चीनी नेतृत्व की जिम्मेदारी है कि वह द्विपक्षीय संबंधों को किस ओर ले जाना चाहता है। भारत ने चीन को बता दिया है कि पूर्वी लद्दाख में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया में प्रगति शांति की बहाली के लिए अनिवार्य है और यह द्विपक्षीय संबंधों में व्यापक सुधार का आधार है। 16 सितंबर को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में अपने चीनी समकक्ष वांग ई से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया था कि दोनों पक्षों को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बकाया मुद्दों के शीघ्र समाधान के लिए काम करना चाहिए। इसके अलावा द्विपक्षीय समझौतों का भी पूरी तरह पालन करना चाहिए। सिंगापुर में ब्लूमबर्ग न्यू इकोनामिक फोरम में सामूहिक चर्चा के दौरान जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में कहा, मुझे नहीं लगता कि चीनी पक्ष को इस बात को लेकर कोई संदेह है कि आपसी संबंधों के मामले में हम कहां खड़े हैं और इसके साथ क्या सही नहीं हो रहा है। मैं अपने समकक्ष वांग ई से कई बार मिल चुका हूं। जैसा कि आपने महसूस किया होगा कि मैं स्पष्ट और तार्किक रूप से समझने वाली बात करता हूं। मेरी बातों में स्पष्टता का कोई अभाव नहीं रहता है। इसलिए यदि वे यह सुनना चाहते हैं तो मुझे विश्वास है कि उन्होंने इसे सुन लिया होगा। जयशंकर ने इस धारणा को भी हास्यास्पद बताते हुए खारिज कर दिया कि वैश्विक शक्ति संतुलन के बीच अमेरिका रणनीतिक रूप से अनुबंध कर रहा है और दूसरों को जगह दे रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका पहले की तुलना में अब ज्यादा लचीला साथी है और विचारों के लिए खुला है। इस उलझन में मत पडि़ए कि अमेरिका का पतन हो रहा है। मुझे लगता है कि यह हास्यास्पद है। भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र की चर्चा करते हुए जयशंकर ने कहा कि दो हजार डालर (लगभग डेढ़ लाख रुपये) से कम प्रति व्यक्ति आय के बावजूद भारत ने दिखाया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। अपनी सिंगापुर यात्रा के दौरान जयशंकर ने शुक्रवार को यहां के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री से भेंट की। इन नेताओं के साथ उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के विकास और स्वास्थ्य सुरक्षा सहयोग को लेकर चर्चा की। जयशंकर अपनी तीन दिन की यात्रा पर बुधवार को सिंगापुर आए थे। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/international-israel-prime-minister-naftali-bennett-may-visit-india-in-the-middle-of-next-year-says-ambassador-naor-gilon-22212314.html,अगले साल के मध्य में भारत का दौरा कर सकते हैं इजरायल के प्रधानमंत्री नाफ्ताली बेनेट,"नई दिल्ली, एएनआइ। भारत में इजरायल के नवनियुक्त राजदूत नाओर गिलोन ने मंगलवार को बताया कि इजरायल के प्रधानमंत्री नाफ्ताली बेनेट अगले साल के मध्य में भारत का दौरा कर सकते हैं। गौरतलब है कि पिछले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल दौरे के दौरान नाफ्ताली को भारत आने का निमंत्रण दिया था। गिलोन ने बेनेट की भारत की अपेक्षित यात्रा पर भी जानकारी देते हुए कहा कि बेनेट अगले साल दौरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ' उम्मीद है कि यह दौरान अगले साल की शुरुआत में नहीं, लेकिन शायद अगले वर्ष के मध्य में हो सकता है। यह हमारे अद्भुत और बढ़ते संबंधों में एक और महत्वपूर्ण बेंचमार्क है। इससे पहले ग्लासगो में काप 26 जलवायु शिखर सम्मेलन में इजरायल के प्रधानमंत्री बेनेट ने पीएम मोदी को 'इजरायल में सबसे लोकप्रिय व्यक्ति' कहा था। उन्होंने ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक वीडियो शेयर किया था। इजरायल, भारत, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और संयुक्त राज्य अमेरिका (US) में आगे सहयोग की बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात और इजरायल के बीच विशेष संबंध हैं। इसलिए पूरा त्रिकोण बहुत मजबूत है। अगर इसमें अमेरिका को जोड़ दिया जाए, तो मुझे लगता है कि यह आगे सहयोग के लिए एक बड़ी संभावना है। गिलोन ने आगे कहा कि भारत, इजरायल, यूएई और अमेरिका बुनियादी ढांचे पर एक साथ काम कर रहे हैं। यह कुछ ऐसा है जो बहुत मददगार हो सकता है, क्योंकि अब हमारे बीच अब्राहम समझौता है। इससे खाड़ी देश, और मोरक्को और सूडान भी, इजरायल के करीब आ रहे हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए भारत और इजरायल के बीच भविष्य के सहयोग पर भी टिप्पणी की। इसे लेकर उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि अतिरिक्त क्षमता मुख्य रूप से नवाचार (Innovation) है। इजरायल नवाचार के मामले में विश्व में सबसे आगे है और मजबूत औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ भारत नवाचार में मजबूत है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/international-xi-jinping-became-the-president-for-the-third-time-amid-the-tension-between-india-and-china-jagran-special-22198958.html,"भारत-चीन सीमा तनाव के बीच शी चिनफ‍िंग का चीन में फ‍िर एकछत्र राज, US के साथ बढ़ेगा तनाव, जानें-एक्‍सपर्ट व्‍यू","नई दिल्‍ली, आनलाइन डेस्‍क। चीन की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी में अब एकछत्र राज चीनी राष्‍ट्रपति शी चिनफ‍िंग का होगा। चीन की राजधानी बीजिंग में बंद दरवाजे के भीतर कांग्रेस के दो हजार प्रतिनिधियों के बीच इस बात का ऐलान हुआ कि आने वाले पांच वर्षों में देश की कमान शी चिनफ‍िंग के हाथों में होगी। इस बैठक में उन्‍हें देश के नायक और एक युगपुरुष के रूप में पेश किया गया। उनकी तुलना मोआत्‍से तुंग से की गई। चिनफ‍िंग के विचारों को संविधान में शामिल करने का फैसला भी लिया गया। खास बात यह है कि च‍िनफ‍िंग का राष्‍ट्रपति बनने का ऐलान ऐसे वक्‍त हुआ है जब भारत और चीन का सीमा विवाद चरम पर है। ऐसे में कांग्रेस की इस बैठक के क्‍या निहितार्थ होंगे। चिनफ‍िंग का नया दौर कैसा होगा। अमेरिका और चीन के रिश्‍ते में क्‍या होगा सुधार। क्‍या दुनिया में एक नए शीत युद्ध की दस्‍तक होगी। चीन में और मजबूत हुए चिनफ‍िंग प्रो. हर्ष वी पंत का कहना है कि 1921 में कम्युनिस्ट पार्टी के बनने के बाद से यह तीसरी बार है जब इस तरह का रिजाल्यूशन पास किया गया है। कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के इतिहास में यह अपनी तरह का तीसरा प्रस्‍ताव है। इसके पूर्व पहला प्रस्‍ताव 1945 में माओत्‍से तुंग ने और फ‍िर दूसरा प्रस्‍ताव देंग शियाओपिंग ने 1981 में पारित किया था। इस तरह से ऐसे प्रस्‍ताव जारी करने वाले शी चिनफ‍िंग चीन के तीसरे नेता बन गए हैं। कम्‍युनिस्‍ट पार्टी का मकसद चिनफ‍िंग को पार्टी के संस्‍थापक माओत्‍से तुंग और देंग शियाओपिंग के बराबर खड़ा करना है। प्रो. पंत का कहना है कि चीन में कांग्रेस की बैठक में यह तीसरी बार हुआ है, जब किसी नेता के विचार को संव‍िधान में शामिल किया गया है। यह चीन में चिनफ‍िंग की ताकत को दर्शाता है। यह इस बात को सिद्ध करता है कि चिनफ‍िंग की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी में जबरदस्‍त पकड़ है। उन्‍होंने कहा कि इसके पूर्व माओत्‍से तुंग और देंग जियाओपिंग के विचारों को पार्टी संविधान में शामिल किया गया था। इस फैसले के बाद अब स्‍कूलों में उनके विचारों को बाकायदा पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के सदस्‍य भी उनके पाठ को पढ़ेंगे। चिनफ‍िंग के इस विचार के बाद नए तेवर में चीनी समाजवादी युग शुरू हो गया। पार्टी ने इस युग को आधुनिक चीन का तीसरा अध्‍याय करार दिया है। उन्‍होंने कहा कि माओ का कार्यकाल इसलिए याद किया जाता है कि उन्‍होंने गृह युद्ध में फंसे चीन को निकलने के लिए लोगों को एकजुट किया था। इसके बाद देंग जियाओपिंग के शासनकाल में चीन की एकता पर जोर दिया गया। देंग के कार्यकाल में चीन ने अनुशासित और विदेश संबंधों को मजबूत किया। एक नए शीत युद्ध की हो सकती है शुरुआत प्रो. पंत का कहना है कि चिनफ‍िंग देश के आंतरिक राजनीति में काफी मजबूत हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि इन पांच वर्षों में चिनफ‍िंग बाहरी जगत के लिए खासकर अपने प्रतिद्वंद्व‍ियों के लिए और आक्रामक हो सकते हैं। उनके तेवर और सख्‍त हो सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि चिनफ‍िंग के मजबूत होने से दुनिया में शस्‍त्रों की एक नई होड़ शुरू हो सकती है। चीन की अमेरिका के साथ वर्चस्‍व की जंग में और तेजी आ सकती है। उन्‍होंने कहा कि इस बात की आशंका प्रबल है कि दुनिया में एक नए शीत युद्ध की शुरुआत हो सकती है। इसके अलावा चीन का भारत समेत अन्‍य सीमावर्ती देशों के साथ संघर्ष बढ़ सकता है। ताइवान को लेकर भी चीन और आक्रामक रुख अपना सकता है। इन पांच वर्षों में चीन हांगकांग की तर्ज पर ताइवान को भी चीन में शामिल करने का बड़ा यत्‍न कर सकता है। राष्ट्रपति बनने के लिए संविधान में संशोधन चिनफ‍िंग के पूर्व राष्ट्रपति रहे सभी नेता पांच साल के दो कार्यकाल या 68 साल की आयु होने के अनिवार्य नियम के बाद रिटायर हो चुके हैं। 2018 में हुए अहम संविधान संशोधन के बाद चिनफ‍िंग को तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने का रास्ता साफ हो गया था। च‍िनफ‍िंग को छोड़कर पार्टी के अन्य सभी पदाधिकारी दो कार्यकाल पूरा होने के बाद रिटायर हो सकते हैं, जिनमें प्रधानमंत्री ली क्विंग भी शामिल हैं। पार्टी ने कहा है कि चिनफ‍िंग के नेतृत्व में चीन में समाजवाद का नया युग आया है। चिनफ‍िंग के खिलाफ बयान अपराध माना जाएगा बता दें कि पिछले चार दिनों से बीजिंग में चल रही कम्युनिस्ट पार्टी की हाई लेवल मीटिंग गुरुवार को खत्म हो गई। इस बैठक में पार्टी के इतिहास पर एक नया रिजाल्यूशन पास किया गया। इसमें 68 वर्षीय राष्ट्रपति शी चिनफ‍िंग को माओत्से तुंग और देंग के बाद चीन का सबसे बड़ा नेता घोषित किया गया। इस फैसले के बाद पार्टी की ऐतिहासिक उपलब्धियों में चिनफ‍िंग का नाम भी अमर हो गया है। अब चिनफ‍िंग के खिलाफ बयानबाजी को चीन में अपराध माना जाएगा। उनके खिलाफ उठी हर आवाज दबा दी जाएगी। Edited By: Ramesh Mishra",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/international-will-china-be-able-to-reduce-the-rapidly-growing-economic-inequality-jagran-special-22193307.html,क्या चीन तेजी से बढ़ती आर्थिक विषमता को कम करने में कामयाब होगा?,"अभिजीत। संपूर्ण विश्व की गंभीर समस्याओं में से एक बढ़ती हुई आर्थिक विषमता को लेकर जो नया विचार आजकल चर्चा के केंद्र में है, वह है कामन प्रोस्पेरिटी यानी साझा संपन्नता। चीनी के राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रयोग किए गए इस शब्द को घरेलू राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत करने के एक कदम के रूप में देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि चीन में अगले वर्ष चुनाव हैं और शी चिनफिंग जो स्वयं को विश्व के सबसे ताकतवर नेता के तौर पर स्थापित करने में लगे हैं, उनके लिए जरूरी है कि वह फिर से चुनकर आएं, ताकि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की साख बची रहे। लिहाजा इन दोनों उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए चीन में बीते वर्षो के दौरान बढ़ी आर्थिक विषमता और उस कारण उपज रहे असंतोष को कम करना आवश्यक है। चूंकि चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, ऐसे में इस कदम के वैश्विक प्रभावों की अनदेखी नहीं की जा सकती है। शायद यही कारण है कि विश्व के अर्थशास्त्रियों के बीच आम संपन्नता का विषय आज बहस का मुद्दा बना हुआ है। वैसे आम संपन्नता मूल रूप से कोई नया विचार नहीं है। पिछली सदी के छठे दशक में चीन में जब कम्युनिस्ट पार्टी की सत्ता स्थापित हुई, तब भी लोगों को साथ लाने और साम्यवादी सोच को मजबूती देने के लिए माओ जेडोंग ने कुछ ऐसा ही कहा था। उसके बाद पिछली सदी के नौवें दशक में चीनी नेतृत्व ने साम्यवाद की जगह पूंजीवादी नीतियों को महत्व दिया। चीनी नेतृत्व ने आम संपन्नता के नारे को दोहराते हुए उस समय कहा था कि पहले कुछ लोगों और क्षेत्रों को अमीर होने दें और उसके बाद नीतियों में परिवर्तन से इस अमीरी को सामान्य बनाया जा सकेगा। सैद्धांतिक स्तर पर देखें तो इस विचार में कोई त्रुटि नजर नहीं आती है। अगर कोई समस्या है तो वह है चीन के आर्थिक विकास के पीछे की शोषणकारी नीतियां। दरअसल वैश्विक स्तर पर चीन की पहचान मजदूरी की कम दर वाले देश के रूप में है जो चीन की आर्थिक नीतियों में रहा है। आमतौर पर पूंजीवादी व्यवस्था मजदूरी को कम रखने और अधिक मुनाफा बनाने की कोशिश करती है और सरकारें उसकी अनदेखी करती है, परंतु चीन में सरकार ने निर्यात बढ़ाने और विदेशी पूंजी लाने के लिए खुद मजदूरी कम रखने और मजदूरों के शोषण को प्रोत्साहित किया। पूंजी और सत्ता के बीच गठजोड़ के कारण चीन में एक स्वस्थ्य औद्योगिक परिवेश का अभाव रहा। यह अभाव वर्तमान में बढ़ी हुई आर्थिक विषमता का एक बड़ा कारण है। इसीलिए आम संपन्नता पर हो रही बहस का एक आयाम यह भी है कि क्या चीन तेजी से बढ़ती आर्थिक विषमता को कम करने में कामयाब होगा? स्वस्थ औद्योगिक परिवेश की कमी केवल चीन की समस्या नहीं है। औद्योगिक क्रांति के बाद पश्चिम में मालिक और मजदूर के बीच शोषण और वर्ग संघर्ष का संबंध रहा, जिसका एक कारण इन देशों में प्राचीन काल से चली आ रही दास प्रथा की भी भूमिका थी। औद्योगिक क्रांति और उपनिवेशवाद का प्रसार पूरी दुनिया में फैलता गया। भारत में जिन दो व्यक्तियों ने इस विचार को सबसे बड़ी चुनौती दी, उनमें पहला नाम महात्मा गांधी और दूसरा दत्तोपंत ठेंगड़ी का है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान जब महात्मा गांधी आर्थिक और सामाजिक विकास के अपने विचार दुनिया के समक्ष रख रहे थे, तब अहमदाबाद कपड़ा मिल मजदूरों के आंदोलन ने उन्हें उनके विषय को समझने का मौका दिया, लिहाजा उन्होंने वर्ग सहकार और ट्रस्टीशिप के सिद्धांत को समाज के सामने रखा। गांधीजी ने श्रम को पूंजी के ऊपर रखा, लेकिन वर्ग शत्रुता और औद्योगिक संबंधों के बारे में उनका मानना था कि समाज भाईचारे से ही आगे बढ़ सकता है। वैसे महात्मा गांधी अपने प्रयोगों के द्वारा किसी नई व्यवस्था का निर्माण नहीं कर रहे थे, बल्कि भारत के सनातन चिंतन को युगानुकूल रूप में सामने ला रहे थे। दुर्भाग्य से गांधी के ये प्रयोग, कांग्रेस के बाकी नेतृत्व की उदासीनता के कारण बहुत लंबे समय तक नहीं चल सके। मजदूर आंदोलन में संघर्ष की जगह सहयोग की भावना को स्थापित करने में सबसे महत्वपूर्ण नाम है दत्तोपंत ठेंगड़ी का। ठेंगड़ी ने न केवल पूंजीवाद और साम्यवाद दोनों के सैद्धांतिक पक्ष की कमजोरियों को सामने रखते हुए विश्व को एक तीसरे विकल्प को तलाशने के लिए प्रेरित किया, बल्कि व्यावहारिक परिवर्तनों के लिए संगठनों की भी स्थापना की। वर्ष 1955 में भारतीय मजदूर संघ की स्थापना के समय ही यह स्पष्ट था कि इस संगठन की लड़ाई अन्याय के विरुद्ध है, न कि किसी वर्ग विशेष के। ठेंगड़ी ने मालिक और मजदूर दोनों को औद्योगिक परिवार का सदस्य माना और राष्ट्रवाद को धुरी मानते हुए समाज हित को दोनों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। परस्पर विश्वास की भावना बनी रहे और मजदूर उद्योग को अपना मानते हुए अपनी उत्पादकता बढ़ाने को प्रेरित हो, इसके लिए आय अनुपात की अवधारणा को सामने रखा। ठेंगड़ी के विचार भारतीय मानस के कितने करीब थे, इस बात को समझने के लिए केवल एक तथ्य ही काफी होगा कि स्थापना के केवल चार दशकों के भीतर ही भारतीय मजदूर संघ भारत का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन बन चुका था। स्वस्थ औद्योगिक संबंधों की दिशा में गांधी और ठेंगड़ी दोनों के प्रयोगों का महत्व केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। ठेंगड़ी जहां मजदूरों की संपन्नता को उद्योगपति की जिम्मेदारी मानने तथा पूरी उत्पादन प्रक्रिया को समाज के लिए हितकारी बनाने की वकालत करते हैं, वहीं गांधी उद्योग-धंधों से संचित धन का परोपकार एवं सामाजिक कार्यो में व्यय की बात करते हैं। और ये दोनों ही रास्ते सत्ता के दबाव नहीं, आम सहमति की भावना से आम संपन्नता की ओर जाते हैं। आज जब विश्व आम संपन्नता पर चर्चा कर रहा है तो ऐसे में हमें दत्तोपंत ठेंगड़ी के विचारों को समग्रता में समझना चाहिए। [शोधार्थी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/international-will-xi-jinping-hold-the-president-post-why-is-it-being-compared-to-mao-how-is-the-election-of-the-chinese-president-jagran-special-22190402.html,"क्‍या शी चिनफ‍िंग के हाथों में रहेगी 'ड्रैगन' की डोर, क्‍यों हो रही है माओ से तुलना, कैसे होता है चीनी राष्‍ट्रपति का चुनाव","नई दिल्‍ली, रमेश मिश्र। चीन में सत्‍ताधारी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की कांग्रेस की बैठक पर दुनिया की नजरें टिकी हैं। आखिर इस बैठक में ऐसा क्‍या खास होने वाला है। दरअसल, इस बैठक में चीन का अगला राष्‍ट्रपति कौन होगा यह सुनिश्चित होगा। ऐसे में यह जिज्ञासा पैदा होती है कि आखिर चीन के राष्‍ट्रपति का क्‍या चुनाव होता है। कैसे बनता है चीन का राष्‍ट्रपति ? क्‍यों वह इतना ताकतवर होता है ? क्‍या चिनफ‍िंग तीसरी बार देश के राष्‍ट्रपति बन सकते हैं ? आइए जानते हैं चीन के राष्‍ट्रपति चुनाव की क्‍या प्रक्रिया है ? चिनफ‍िंग पहली बार राष्‍ट्रपति कब बने ? वह देश में इतने लोकप्रिय क्‍यों हुए ? आखिर इस सारे मामलों में क्‍या कहते हैं विशेषज्ञ प्रो. हर्ष वी पंत (आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन, नई दिल्ली में निदेशक, अध्ययन और सामरिक अध्ययन कार्यक्रम के प्रमुख)। आखिर चीनी कांग्रेस की बैठक में दुनिया की नजर क्‍यों हैं, इसमें क्‍या खास ? दरअसल, चीन की सत्‍ताधारी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की कांग्रेस की पांच साल में होने वाली बैठक बेहद खास होती है। कांग्रेस की इस बैठक में तय किया जाता है कि कम्‍युनिस्‍ट पार्टी का नेतृत्‍व कौन करेगा। किसके हाथ में कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की कमान होगी। इस बैठक में यह तय होगा कि चीन में एक अरब 30 करोड़ लोगों पर किसका शासन होगा। वही शख्‍स दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था का संचालन करता है। कैसे होता है राष्‍ट्रपति का चुनाव ? 1- चीन में भले ही कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की सत्‍ता हो, लेकिन बाकायदा वहां भी राष्‍ट्रपति यानी पार्टी महासचिव के लिए चुनाव होता है। दरअसल, कम्‍युनिस्‍ट पार्टी आफ चाइना सीपीसी देश भर से प्रतिनिधियों को नियुक्‍त करती है। इसके बाद बीजिंग के ग्रेट हाल में बैठक होती है। पार्टी में करीब 2,300 प्रतिनिधि हैं। सीपीसी एक सेंट्रल कमेटी का चुनाव करती है। सेंट्रल कमेटी में 200 सदस्‍य होते हैं। यही कमेटी पोलित ब्‍यूरो का चयन करती है। पोलित ब्‍यूरो स्‍थाई समिति का चयन करती है। यह दोनों क‍मेटियां ही चीन में नीतिगत निर्णय लेने वाली असली निकाय है। चीन के पोलित ब्‍यूरो में अभी 24 सदस्‍य हैं, जबकि स्‍टैंडिंग समिति में सात सदस्‍य हैं। हालांकि, सदस्‍यों की संख्‍या में बदलाव होता रहता है। 2- चीन में राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए एक मतदान की प्रक्रिया को अपनाया गया है, लेकिन व्‍यवहार में वर्तमान में यह नाम पहले से ही तय होता है। सेंट्रल कमेटी पार्टी के शीर्ष नेता का भी चुनाव करती है। इसे कम्‍युनिस्‍ट पार्टी का महासचिव कहा जाता है। यह सीपीसी का महासचिव होता है। वही देश का राष्‍ट्रपति बनता है। कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की कांग्रेस में चीन के भविष्‍य के नए नेताओं को आगे किया जाता है। पार्टी के महासचिव यानी राष्‍ट्रपति के पास पांच वर्षों तक यह कमान रहती है। शी चिनफ‍िंग का इस बार भी पार्टी का महासचिव यानी राष्‍ट्रपति चुना जाना तय माना जा रहा है। वह अगले पांच वर्षों तक चीन के राष्‍ट्रपति रह सकते हैं। कम्‍युनिस्‍ट पार्टी में चिनफ‍िंग की क्‍या स्थिति है ? चिनफ‍िंग ने दस वर्षों में पार्टी के अंदर अपनी स्थिति को काफी मजबूत बनाया है। वर्ष 2012 में जब शी चिनफ‍िंग सत्ता में आए तब से उन्होंने अपनी ताकत में बढ़ोतरी की है। अपनी इस ताकत के चलते चिनफ‍िंग को कई टाइटलों से नवाजा जा चुका है। उन्हें कोर लीडर आफ चाइना का भी टाइटल दिया गया। इस टाइटल के जरिए वह चीन के महान नेता माओत्से तुंग जैसे शक्तिशाली नेताओं की पंक्ति में खड़े हो गए। कहा जा रहा है कि कांग्रेस में चिनफ‍िंग के सहयोगियों की संख्या काफी है। ऐसे में पार्टी चार्टर में चिनफ‍िंग की नीतियों को स्थापित करना आसान होगा। चिनफ‍िंग की लोकप्रियता के क्‍या कारण हैं ? 1- अगर चिनफ‍िंग पार्टी के महासचिव घोषित किए जाते हैं तो यह कम्‍युनिस्‍ट पार्टी में एक नया अध्‍याय होगा। अगर ऐसा हुआ तो यह चीन में एक नया इतिहास होगा। चिनफ‍िंग तीसरी बार देश के राष्‍ट्रपति होंगे। च‍िनफ‍िंग की इस लोकप्रियता के पीछे कई कारण हैं। चिनफ‍िंग के नेतृत्‍व में चीन वैश्विक स्तर पर कई मामलों में मुखर रूप से सामने आया है। इसमें खासकर दक्षिण चीन सागर का विस्तार और वन बेल्ट वन रोड अहम हैं। च‍िनफ‍िंग की हांगकांग नीति को लेकर उन्‍होंने देश के बाहर और चीन के अंदर अपना लोहा मनवाया। चिनफ‍िंग की देश के एकीकरण की नीति को लेकर खासकर हांगकांग और ताइवान के मुद्दे पर देश में काफी समर्थन मिल रहा है। उन्‍होंने अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और मौजूदा राष्‍ट्रप‍ति जो बाइडन के नेतृत्व में अमेरिका की जो स्थिति है, उसमें चीन को खुद एक वैकल्पिक महाशक्ति के रूप में पेश किया। 2- वर्ष 2012 में च‍िनफ‍िंग राष्ट्रपति बनने के बाद से भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को प्रभावी तरीके से लागू किया। चीन में करीब 10 लाख से अधिक अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई हुई थी। हालांकि, चिनफ‍िंग के इस कदम की बड़ी निंदा की गई। चीन में कई लोग इसे विरोधियों के खिलाफ कदम के रूप में भी देखते हैं। चिनफ‍िंग के नाम से भी एक आंदोलन चला। इसके चलते वहां के मीडिया में चिनफ‍िंग की छवि भी चमकी। इन्हीं कारणों से चिनफ‍िंग को चीन में प्यार से 'शी दादा' उपनाम भी दिया गया। Edited By: Ramesh Mishra",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/state-cm-shivraj-inaugurated-the-6th-edition-of-jal-mahotsav-in-hanuvantia-island-22223986.html,सीएम शिवराज ने हनुवंतिया टापू में ‘जल महोत्सव‘ के छठवें संस्करण का किया शुभारंभ,"खंडवा, एजेंसी। मध्यप्रदेश के खंडवा स्थित हनुवंतिया टापू में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ' जल महोत्सव' के छठवें संस्करण का शुभारंभ किया। आपको बता दे कि पिछले वर्षों के पर्यटकों के उत्साह और रूझानों को देखते हुए इस वर्ष भी जल महोत्सव की अवधि को दो माह तक रखा गया है। यह महोत्सव 20 जनवरी 2022 तक चलेगा। ‘जल महोत्सव’ में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए इंदौर से हनुवंतिया आने-जाने हेतु दो माह तक प्रतिदिन बस का संचालन भी किया जायेगा। एमपी: नरोत्तम मिश्रा का कमलनाथ पर हमला, कहा- ‘कोरोना काल में बस घर बैठकर सियासी रोटियां सेंकी’ यह भी पढ़ें प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला के अनुसार ‘’जल महोत्सव’’ के दौरान लग्जरी रीगल सीरीज बोट, 40 फीट हाई रोप स्विंग और जिप सायकल आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहेंगे। पर्यटक एडवेन्चर से सम्बन्धित सभी गतिविधियों जैसे पैरामोटरिंग, पैरासेलिंग, स्पीड बोट, जेट स्काई, मोटर बोट राइडिंग, हॉट एयर बैलूनिंग, साइकिलिंग, क्रूज़ बोटिंग, आइलैंड कैम्पिंग, स्टार गेज़िंग, बर्ड वॉचिंग आदि का भी आनंद ले सकेंगे। महोत्सव स्थानीय कला, शिल्प, लोक संगीत, नृत्य और व्यंजनों के माध्यम से प्रदेश के जीवन, संस्कृति, रीति-रिवाजों और समृद्ध परंपराओं का अनुभव करने के लिए एक आदर्श मंच होगा। ‘‘जल महोत्सव‘‘ में साहसिक खेलों को ध्यान में रखते हुए उत्साहवर्धक गतिविधियों के आयोजनों का भी निर्णय लिया गया है। Koo App हनुवंतिया टापू, #Khandwa में जल महोत्सव के छठवें संस्करण का शुभारंभ। #JalMahotsavMP #MPTourism View attached media content - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 20 Nov 2021 टेन्ट सिटी मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवाचारों में सदैव अग्रणी रहा है। इसी श्रंखला में सनसेट डेज़र्ट कैम्प के साथ मिलकर इंदिरा सागर बांध में स्थित हनुवंतिया टापू में टेन्ट सिटी का संचालन 1 नवंबर 2021 से पर्यटकों के लिए किया जा रहा है। टेन्ट सिटी में 104 लग्ज़री स्विस टेन्ट्स के साथ कॉर्पाेरेट सम्मेलनों के लिए एसी हॉल की भी सुविधा होगी। कोविड -19 महामारी को ध्यान में रखते हुए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जायेगा। पर्यटकों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा, पर्यटकों को मास्क और सेनिटाइजर्स भी उपलब्ध कराये जायेंगे। साथ ही टेंट सिटी में विभिन्न स्थानों पर भी सेनीटाइजर स्टेंड लगाये जायेंगे। हनुवंतिया टापू 'हनुवंतिया टापू' 'इंदिरा सागर बांध' के तट पर स्थित एक अद्भुत और अविश्वसनीय पर्यटन स्थल है। इस गंतव्य को पर्यटकों से रू-ब-रू कराने के लिए पर्यटन विभाग ने एक रिसॉर्ट का निर्माण किया है। जल महोत्सव को आयोजित कर यात्रा, व्यापार, हितधारकों और संभावित निवेशकों को नए गंतव्य की सम्भावनाओं का अनुभव कराना और देश के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। इंदिरा सागर डैम में समृद्ध जैव विविधता वाले हरे-भरे द्वीप जल मार्ग साधनों द्वारा आपस में सम्बद्ध हैं। जल महोत्सव को वर्ष-2017 में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा सबसे अनोखे और अद्वितीय नवीन पर्यटन उत्पाद वर्ष-2015-16 के लिए नेशनल टूरिज्म अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। Edited By: Sanjeev Tiwari",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/state-police-commissionerate-system-will-now-be-implemented-in-bhopal-and-indore-22226188.html,"भोपाल और इंदौर में लागू होगा पुलिस कमिश्नर सिस्टम, सीएम शिवराज ने किया ऐलान","भोपाल, एजेंसी। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने रविवार को ऐलान किया कि भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होगा। इस ऐलान के साथ ही आईपीएस अधिकारियों की पुरानी मांग पूरी हो गई है। इस मांग को लेकर मध्‍य प्रदेश आईपीएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मुलाकात की थी। सालों से अटका पुलिस कमिश्नर सिस्टम 2020 में 15 अगस्त को लागू किया जाना था। लेकिन, एन वक्त पर घोषणा टल गई थी। पुलिस मुख्यालय कई बार पुलिस कमिश्नर सिस्टम के लिए गृह विभाग को प्रस्ताव भेज चुका है। मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कू पर पोस्ट कर कहा कि प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहतर है, लेकिन जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इसलिए कानून व व्यवस्था की कुछ नई समस्याएं पैदा हो रही हैं। अत: हम भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू कर रहे हैं, ताकि अपराधियों पर और बेहतर नियंत्रण कर सकें। Koo App प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहतर है, लेकिन जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इसलिए कानून व व्यवस्था की कुछ नई समस्याएं पैदा हो रही हैं। अत: हम भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू कर रहे हैं, ताकि अपराधियों पर और बेहतर नियंत्रण कर सकें। View attached media content - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 21 Nov 2021 गौरतलब है कि पुलिस कमिश्नर सिस्टम के पिरामिड में डीजी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, एडीजी स्तर के अधिकारी को पुलिस कमिश्नर बनाया जा सकता है। उसके नीचे एडीजी या आईजी स्तर के दो ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर होंगे. पिरामिड में एडिशनल पुलिस कमिश्नर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी आईजी या डीआईजी स्तर अफसरों को मिलेगी. इसी तरह डिप्टी पुलिस कमिश्नर डीआईजी या एसपी स्तर के होंगे। जूनियर आईपीएस या वरिष्ठ एसपीएस अधिकारियों को असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर बनाया जा सकेगा। Edited By: Sanjeev Tiwari",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/state-unemployed-teachers-gave-warning-to-government-said-if-demands-not-accepted-then-they-will-protest-again-22223393.html,"जालंधरः बेरोजगार अध्यापकों ने दी चेतावनी, कहा- मांगे पूरी नहीं हुई तो 23 को फिर घेरेंगे शिक्षा मंत्री की कोठी","जागरण संवाददाता, जालंधर । बीएड टेट पास बेरोजगार अध्यापकों का संघर्ष 24वें दिन भी जारी रहा। जिसमें श्रृंखला के हिसाब से रोजाना पांच पांच साथी अध्यापक भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इन अध्यापकों को अब शिक्षा मंत्री परगट सिंह की तरफ से दिए गए आश्वासन के अनुसार नोटिफिकेशन जारी करने के फैसले का इंतजार है। अध्यापकों की तरफ से 23 नवंबर को फिर से शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव किया जाना है।अध्यापकों के अनुसार उनकी एक ही मांग है कि सरकार शिक्षा विभाग हिंदी पंजाबी और एसएसटी विषय के 9000 अध्यापकों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी करें। जैसे ही यह नोटिफिकेशन जारी होगा उनका प्रदर्शन भी पूर्ण हो जाएगा। वहीं दूसरी तरफ मनीष और जसवंत घुबाया जर्नल बस अड्डा पानी की टंकी पर चढ़कर अपना रोष जाहिर कर रहे हैं। हालांकि इस दौरान मनीष की तबीयत पूरी तरह से बिगड़ी हुई है और स्वास्थ्य विभाग की टीम की तरफ से उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई है। मगर मनीष का कहना यही है कि जब तक उनके हक में फैसला नहीं आता वे टंकी से नहीं उतरेंगे फिर चाहे इसका जो भी असर उनके स्वास्थ्य पर पड़े। बता दें कि इन अध्यापकों की तरफ से दो बार पहले ही शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव किया जा चुका है। दोनों ही बार पुलिस और अध्यापकों की जमकर हाथापाई भी हुई । जिसके बाद उन्हें तारा नंबर को चंडीगढ़ में मीटिंग के लिए बुलाया गया था। जहां पर यूनियन के प्रतिनिधिमंडल की शिक्षा मंत्री डीडीएससी शिक्षा सचिव सहित आला अधिकारियों के साथ पैनल मीटिंग हुई थी। तब शिक्षा मंत्री की तरफ से यही आश्वासन दिया गया था कि वे जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरी करवाने के लिए प्रयत्न कर रहे हैं और जल्द ही उनकी मांग संबंधी नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। यह भी पढ़ेंः Punjab Politics: जालंधर में हरीश चौधरी के निशाने पर रहे कैप्टन, डिप्टी सीएम सोनी ने कहा- 90 फीसद वादे पूरे किए Edited By: Vinay Kumar",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/bihar/gaya-people-in-adhaura-bihar-dependent-on-up-and-jharkhand-for-internet-network-minister-zaman-khan-also-forgot-the-promise-22097499.html,"बिहार के अधौरा के लोगों को इंटरनेट नेटवर्क के लिए यूपी व झारखंड का सहारा, मंत्री जमां खान भी भूल गए वादा","अधौरा (कैमूर), संवाद सूत्र। कैमूर जिले के पहाड़ी प्रखंड अधौरा में वैसे तो समस्याओं की लंबी लिस्ट है, लेकिन इस डिजिटल युग में अधौरा के लोग आज भी नेटवर्क की समस्या का दंश झेलने को मजबूर हैं । यह आश्चर्य की बात है। चाहे अपनों से बात करनी हो या कार्यालयों से मैसेज भेजना हो नेटवर्क की समस्या हर जगह है। प्रखंड में कुल 108 राजस्व गांव हैं। इसमें से पांच गांवों अधौरा, झड़पा, डुमरांवा, लोहरा व श्रवणदाग में बीएसएनएल के टावर लगाए गए हैं। इससे लगभग पच्चीस से तीस गांव लाभान्वित होते हैं। शेष गांवों के लोगों को सीमावर्ती राज्यों यथा यूपी या झारखंड में लगाए गए टावर से नेटवर्क की तलाश के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। तब कहीं नेटवर्क का सिग्नल मिल पाता है वो भी पूरी तरह नहीं। मोबाइल फोन घर में और नेटवर्क की तलाश के लिए ऊंची पहाडिय़ों पर चढ़ कर बातें की जाती हैं। मंत्री भूल गए वादा हाईस्पीड ट्रेन चलाने की योजना पर कार्य शुरू, बागेश्वरी गुमटी के पास बनने लगी चारदीवारी यह भी पढ़ें स्‍थानीय विधायक सह बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमां खां ने अधौरा के खेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा था कि तीन महीने के अंदर यहां जियो और अन्य कंपनियों के मोबाइल टावर हर हाल में लग जाएंगे। फिर नेटवर्क की समस्या से निजात मिल जाएगी। लेकिन आठ महीने बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। सबसे बुरा हाल तो प्रखंड मुख्यालय अधौरा का है। प्रखंड के सभी सरकारी कार्यालयों में मैसेज भेजना होता है, लेकिन नेटवर्क की समस्या से मैसेज ससमय भेंजे नहीं जाते। फलस्वरूप कार्यों में विलंब होता रहता है। आमजनों को फजीहत झेलनी पड़ती है। जर्जर भवन में संचालित हो रहा रामचंद्र सिंह वनमाली बाबा प्लस-टू कन्या विद्यालय यह भी पढ़ें क्या कहते हैं लोग बीडी यादव, सीएसपी संचालक: नेटवर्क खराब होने की वजह से अक्सर ङ्क्षलक ठीक ढंग से काम नहीं करता और स्लो चलता है। नेटपैक के रुपये बेकार चले जाते हैं। ग्राहकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। संजय कुमार, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष: नेटवर्क की समस्या की वजह से सभी परेशान हैं। चाहे बैंक हो, विद्यालय हो या अन्य सरकारी कार्यालय। किसी से बात भी करनी है तो उसके लिए काफी देर केवल नेटवर्क का इंतजार करने में लग जाता है। जेपीएन अस्पताल की ओपीडी में दवाओं की किल्लत, मरीज परेशान यह भी पढ़ें शकील अहमद, जेडीयू कार्यकर्ता: नेटवर्क की समस्या से सभी परेशान हैं। स्थानीय विधायक सह मंत्री के प्रयास से नेटवर्क की समस्या का समाधान शीघ्र ही होने की संभावना प्रबल है। बीएसएनएल के केबल बिछाने का कार्य जोरों से चल रहा है। केबल बिछ जाने के बाद समस्या का समाधान हो सकता है। मेराज आलम, मोबाइल दुकानदार: नेटवर्क की समस्या से रिचार्ज के रुपये बेकार चले जाते हैं। अधौरा प्रखंड में इस समस्या का समाधान बहुत जरूरी है। इससे सभी लोगों का कार्य प्रभावित होता है। आज की दौड़ भाग वाली ङ्क्षजदगी में अधौरा के लोग नेटवर्क की समस्या झेल रहे हैं। Edited By: Sumita Jaiswal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/haryana/hisar-business-boards-team-expanded-at-state-and-district-level-21416348.html,व्यापार मंडल की टीम का प्रदेश व जिला स्तर पर विस्तार,"जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा प्रदेश व्यापारमंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापारमंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने व्यापारमंडल के प्रतिनिधियों से बातचीत करके हरियाणा में व्यापारमंडल के प्रदेश, जिला व शहर स्तर पर विस्तार किया। जिसमें प्रदेश उपप्रधान लक्ष्मी नारायण गुप्ता पानीपत, सतीश छिकारा बहादुरगढ़, रमेश रॉयल हिसार, प्रदेश सचिव सुधीर ललित सिरसा, रमेश जिदल करनाल, ओमप्रकाश गुप्ता पलवल, प्रदेश संगठन मंत्री गजानंद सोनी सिरसा, अक्षय मलिक हिसार, प्रदेश प्रचार सचिव सतीश दनौदा, पवन तनेजा सोनीपत, सुशील जैन पिल्लूखेड़ा, प्रदेश सह-सचिव बलवीर शर्मा डिग मंडी, संदीप गांधी अंबाला,हितेश गोयल चंडीगढ़, लीगल डिपार्टमेंट के मुख्य कानूनी सलाहकार एडवोकेट लालबहादुर खोवाल हिसार, कानूनी सलाहकार वैभव जैन पंचकूला, अंकित गोयल चंडीगढ़, सुंदर रेडू जींद व शीशपाल गुप्ता तरावड़ी व्यापार मंडल प्रधान के अलावा युवा व्यापार मंडल कैथल प्रधान सुमित बंसल, उकलाना प्रधान विनोद मित्तल, सोनीपत प्रधान हिमांशु कक्कड़, टोहाना प्रधान जोनी महता के साथ-साथ युवा प्रदेश सचिव कृष्ण कुमार पंचकूला, प्रदेश युवा प्रवक्ता मुनीष मित्तल पानीपत, युवा प्रदेश प्रचार सचिव रोहित शर्मा पंचकूला, गगन बंसल होड़ल, युवा आईटी सेल प्रमुख नितेश हाण्डा पंचकूला व विशेष आमंत्रित सदस्य विजय बंसल, आशु सिगला पंचकूला, संजीव ओबराय यमुनानगर, सुबोध अटल पिजोर को बनाया गया है। Haryana Weather Update: अरब सागर की तरफ से आई हवा और पश्चिमी विक्षोभ ने बदला मौसम का मिजाज, ठंड से बचें यह भी पढ़ें ------------------ 5 मार्च को जनजागरण अभियान बजरंग गर्ग ने कहा कि पेट्रोल, डीजल व गैस सिलेंडर की कीमतों में भारी-भरकम बढ़ोतरी, जीएसटी के तहत टैक्स की दरें अनाप-शनाप होने के कारण देश व प्रदेश में बेतहाशा महंगाई व बेरोजगारी बढ़ने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था बिगड़ने के विरोध में व्यापार मंडल 5 मार्च से प्रदेश भर में जनजागरण अभियान चलाएगा। जिसके तहत प्रथम चरण में जिला, शहर व ब्लॉक स्तर पर सम्मेलन व जिला उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन दिए जाएंगे व 18 अप्रैल 2021 को राज्य स्तरीय भव्य सम्मेलन किया जाएगा। Edited By: Jagran",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amit-shah-to-lay-the-foundation-stone-of-maa-shakumbhari-vishwavidyalaya-at-saharanpur-in-uttar-pradesh-22257880.html,सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह,"नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे। गृहमंत्री के कार्यालय ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि आज दोपहर में एक समारोह आयोजित किया गया है। ट्वीट में कहा गया है, 'केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी सहारनपुर में 'मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय' का शिलान्यास करेंगे। दिनांक: 2 दिसंबर 2021, समय: दोपहर 1 बजे।' यह जानकारी 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आई है। इससे पहले उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 403 सीटों में से 312 सीटें हासिल की थीं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 47 सीटें जीती थीं, बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) ने 19 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को सिर्फ सात सीटें मिली थीं। बाकी सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने कब्जा किया था। Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-reports-9765-new-cases-477-deaths-in-the-last-24-hours-22258050.html,"24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान","नई दिल्ली, एएनआइ। देश में कोरोना को लेकर स्थिति लगातार सुधरती नजर आ रही है। पिछले कई दिनों से देश में नए मामलों की संख्या रोजाना 10 हजार से नीचे दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के साढ़े नौ हजार से ऊपर मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 में 9,765 मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 477 मरीजों की कोरोना के कारण मृत्यु हो गई है। इसके अलावा 8,548 रिकवरी भी हुई हैं, जिसके बाद देश में सक्रिय मामलों की संख्या 99,763 हो गई है। COVID19 | India reports 9,765 new cases, 477 deaths and 8,548 recoveries in the last 24 hours; Active caseload currently stands at 99,763 pic.twitter.com/WKj3abp1tK — ANI (@ANI) December 2, 2021 Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-this-two-year-journey-of-the-covid-pandemic-made-the-blessings-of-longevity-redundant-jagran-special-22257994.html,कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी,"अभिषेक कुमार सिंह। हाल के दशकों में चिकित्सा विज्ञान की उपलब्धियों के बल पर यह भरोसा पैदा हुआ था कि इंसान का लंबी उम्र पाने का जो सपना सदियों से कायम रहा है, वह हकीकत बन सकता है, लेकिन कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को बेमानी कर दिया है। कुछ ऐसे अध्ययन हाल में सामने आए हैं, जो बताते हैं कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अब दुनिया में मनुष्यों की औसत आयु में सबसे बड़ी गिरावट आ गई है। ऐसे वक्त में जब दुनिया का सारा फोकस कोरोना वायरस से जूझने पर केंद्रित है, ऐसे अध्ययन मायूस करते हैं और जीवन प्रत्याशा (लाइफ एक्सपेक्टेंसी) बढ़ाने की उन सारी कोशिशों पर सवाल खड़े करते हैं, जो अब तक जारी रही हैं। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें बूढ़ा होना यानी एजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका सामना पृथ्वी पर मौजूद हर जीव को करना पड़ता है। विज्ञान की दृष्टि में बुढ़ापा असल में कोशिकाओं के विभाजन की दर पर निर्भर है। मानव की कोशिकाएं अपनी मृत्यु से पहले औसत रूप से अधिकतम 50 बार विभाजित होती हैं। जितनी बार कोशिकाएं विभाजित होती हैं, इंसानी क्षमताओं में धीरे-धीरे उतनी ही कमी आने लगती है। बुढ़ापे का एक अन्य कारण टेलोमर्स की लंबाई घटना भी माना जाता है। टेलोमर्स असल में एक प्रकार का एंजाइम है, जो मनुष्यों की युवावस्था में प्रचुर मात्रा में बनता है। यह एंजाइम डीएनए कोशिकाओं को टूटफूट से बचाता है। तो सवाल है कि क्या कोविड महामारी ने टेलोमर्स की लंबाई घटा दी है? 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें जीवन प्रत्याशा दर में उठापटक : इस सवाल का जवाब संभवत: इंटरनेशनल जर्नल आफ एपिडेमियोलाजी में प्रकाशित आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ताजा अध्ययन में मिल सकते हैं, जिसमें कोविड के चलते औसत उम्र में गिरावट का दावा किया गया है। इस अध्ययन के लिए आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने वर्ष 2020-21 में हुई मौतों के आंकड़ों को आधार बनाया है। दुनियाभर में पहली दिसंबर, 2021 तक 52 लाख 23 हजार से ज्यादा लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हुई है। इनमें भी अमेरिका में सबसे अधिक 8.03 लाख मौतें हुई हैं। उसके बाद ब्राजील (6.14 लाख) और भारत (4.69 लाख) का नंबर आता है। अध्ययन में शामिल 29 देशों (जिनमें भारत के आंकड़े शामिल नहीं हैं, क्योंकि माना गया कि यहां कोविड-19 से हुई मौतों की संख्या सरकारी आंकड़ों से कई गुना ज्यादा हो सकती है) में अलग-अलग आयु वर्ग में जीवन प्रत्याशा दर का आकलन किया गया। इसका जो निष्कर्ष सामने आया है, उससे अमेरिका में जीवन प्रत्याशा दर यानी दीर्घायु होने के आशीर्वाद को सबसे बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह यह है कि वहां वर्ष 2020 में 60 से कम (अंडर-60) उम्र के उस समूह में जीवन प्रत्याशा सबसे ज्यादा घटी है, जो कामकाजी उम्र (वर्किग एज) मानी जाती है। अमेरिका के साथ-साथ यूरोप के अधिकतर देशों में भी इस आयु वर्ग (अंडर-60) में ज्यादा मौतें हुई हैं। इसने दुनिया में लंबी उम्र के आश्वासन पर तुषारापात कर दिया है। वर्ष 2015 से 2020 के बीच मुत्यु दर के ट्रेंड्स को लिंग और उम्र के आधार पर विभाजित करते हुए पाया गया है कि 29 में से 27 देशों में 2020 में जीवन प्रत्याशा की दर घट गई। 2015 की तुलना में 2020 में 15 देशों में महिलाओं और 10 देशों में पुरुषों के जन्म के समय की जीवन प्रत्याशा घट गई है। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने कोरोना काल की 2015 से तुलना की, क्योंकि उस समय फ्लू सीजन के दौरान दुनिया में हजारों लोगों ने जान गंवाई थी। स्पेन, इंग्लैंड, इटली, बेल्जियम समेत अन्य पश्चिमी यूरोपीय देशों में जीवन प्रत्याशा में किसी एक साल में इस तरह की गिरावट सिर्फ द्वितीय विश्वयुद्ध के समय हुई थी। जीवन प्रत्याशा में यह गिरावट आखिर कितनी है, इसका अंदाजा वल्र्ड हेल्थ स्टेटिस्टिक्स की जुलाई 2021 में आई रिपोर्ट से लग जाता है। यह रिपोर्ट कहती है कि पूरी दुनिया में जीवन प्रत्याशा दर बढ़ी है। इस रिपोर्ट से यह विरोधाभासी आंकड़ा सामने आता है कि दुनिया में जन्म के समय औसत उम्र 73.3 वर्ष हो गई है, जबकि आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसार स्वस्थ जीवन प्रत्याशा 63.7 वर्ष है। यहां पूछा जा सकता है कि आक्सफोर्ड के अध्ययन और वल्र्ड हेल्थ स्टेटिस्टिक्स की रिपोर्ट में विरोधाभास क्यों है? एक अध्ययन जीवन प्रत्याशा में गिरावट दर्शा रहा है, तो दूसरी रिपोर्ट इसमें बढ़ोतरी बता रही है। इसकी असल वजह यह है कि वल्र्ड हेल्थ स्टेटिस्टिक्स की रिपोर्ट में वर्ष 2020 में हुई मौतों के आंकड़े शामिल नहीं हैं, जिस दौरान पूरी दुनिया में कोविड-19 का तांडव मचा हुआ था। अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला यह भी पढ़ें जी जाएं 140 साल : दीर्घायु होने के स्वप्न या जीवन प्रत्याशा बढ़ाने की कोशिशों पर भले ही ग्रहण लग गया हो, लेकिन दुनिया में ऐसे आविष्कारों पर काम चल रहा है, जो यह भरोसा पैदा करते हैं कि इंसान अमर तो नहीं हो सकता, लेकिन 120 या 140 साल तक जीने का इंतजाम चिकित्सा विज्ञान की बदौलत कर सकता है। जैसे एक प्रयोग अमेरिकी लेखक रे कुर्जवील रोजाना दो दर्जन गोलियों (टैबलेट्स) का सेवन करते हुए खुद पर आजमा रहे हैं। उन्हें कोई बीमारी नहीं है, पर वे भविष्य का एक सपना देख रहे हैं जिसे साकार करने के लिए वे दवा की इतनी गोलियां रोजाना खाते हैं। उनका मानना है कि अब साइंस की मदद से इंसान की उम्र बढ़ाई जा सकती है। वैसे तो उनका सपना खुद को अमर करने का है, पर यदि अमर नहीं हो सके तो भी 120 या 140 साल की उम्र तक वह जीना चाहते हैं। इससे वे साबित कर सकेंगे कि कम से कम सौ साल तक मनुष्य के जीवित रखने की संभावना को सच में बदलना मुश्किल नहीं है। साइंस जिस तरह से अमरता का सपना पाले हुए है, उसे देखकर यह संभावना अब ज्यादा दूर नहीं लगती कि इंसान की औसत आयु में 15 या 20 साल का और इजाफा हो सकता है और वह सौ के पार जाकर भी सक्रिय जीवन जी सकता है। इस संबध में कुछ अन्य प्रयोगों का उल्लेख जरूरी है। जैसे वर्ष 2015 में इसी तरह एक खोजबीन में विज्ञानियों को जेलीफिश परिवार के एक सदस्य हाइड्रा नामक जीव में ऐसे संकेत मिले थे जिन्हें अमरत्व की अवधारणा के करीब माना जाता है। अमेरिका के पामोना कालेज के एक शोधकर्ता डेनियल मार्टिनेज ने बताया था कि यह जीव बढ़ती उम्र को मात देने में सक्षम पाया गया है। लगभग एक सेंटीमीटर लंबे हाइड्रा में यह खूबी पाई गई कि वह खुद को नए स्टेम सेल से लगातार बदलते रहता है। यानी उसके शरीर से पुरानी कोशिकाएं खुद ही हटती जाती हैं और नई कोशिकाएं उनका स्थान लेती रहती हैं। इससे हाइड्रा का शरीर एकदम नया बना रहता है। गुजरात, राजस्थान समेत इन राज्यों में आज बारिश के आसार, बढ़ सकती है ठंड - IMD यह भी पढ़ें आखिर कब होगा करिश्मा : विज्ञानी मनुष्यों की उम्र बढ़ाने के संबंध में सपने तो बड़े-बड़े दिखा रहे हैं, लेकिन प्रश्न है कि आखिर कब ऐसा होना संभव हो पाएगा। छह वर्ष पूर्व (दिसंबर, 2015 में) दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल हुए जानेमाने विज्ञानी डा. एब्रे डि ग्रे (सेंस रिसर्च फाउंडेशन के चीफ साइंस आफिसर) ने भी इस बारे में एक अनुमान लगाने की कोशिश की थी। उन्होंने इसकी पूरी उम्मीद जगाई थी कि अगले 15 वर्षो में यह करिश्मा करना संभव हो सकता है जब इंसान कम से कम सौ साल तो जीए ही। हो सकता है कि अब तारीख में कोई परिवर्तन हो जाए, क्योंकि एलान के वक्त कोरोना वायरस के प्रकोप का कोई अनुमान नहीं था। एजिंग यानी बढ़ती उम्र रोकने वाली दवाओं के अनुसंधान पर काम कर रहे डा. ग्रे के मतानुसार कोशिकाओं के क्षरण को रोक कर और शरीर में मौजूद अणुओं की चाल पलट कर बढ़ती उम्र यानी एजिंग को कुछ हद तक थामा जा सकता है। चूंकि अब साइंस यह काम करने के करीब है, लिहाजा सौ साल की जिंदगी को एक आम बात बनाना मुमकिन है। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें ध्यान रहे कि आज से सौ या पचास पहले इंसान की औसत आयु कोई खास नहीं थी। पचास साल की उम्र के बाद लोग बूढ़े लगने लगते थे और जल्द ही मृत्यु को प्राप्त होते थे। पर बीते पांच-छह दशकों में ही पूरी दुनिया में औसत उम्र बढ़ चुकी है। निश्चय ही यह बात हर कोई जानना चाहेगा कि साइंस ने वह कौन सा चमत्कार किया है कि इंसान की औसत उम्र में सहसा बढ़ोतरी होती लग रही है। विज्ञानियों के मुताबिक उम्दा खानपान और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं का इसमें बड़ा रोल है। पर इससे भी बड़ी बात है वृद्धावस्था में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना और दिमाग, मांसपेशियों, जोड़ों, इम्यून सिस्टम, फेफड़ों और दिल में होने वाले बदलावों पर अंकुश लगाना, क्योंकि इन्हीं से बढ़ती उम्र पर काबू पाया जा सकता है। इंटरनेट बंद करने के निर्णय के लिए उचित व्यवस्था की जरूरत, संसदीय समिति का केंद्र पर निशाना यह भी पढ़ें उम्र बढ़ाने के सिलसिले में शोध कर रहे विज्ञानियों का कहना है कि अगर नियंत्रित तरीके से कुछ समय का उपवास रखा जाए तो इससे न सिर्फ बढ़ते वजन को घटाया जा सकता है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी कई अन्य फायदे भी हो सकते हैं। खास तौर से इससे उम्र बढ़ाना भी संभव है। इस हिसाब से मनुष्य एक सौ बीस वर्ष की उम्र पा सकता है। दुनिया में 1930 से ही एक ऐसे प्रयोग के बारे में लोगों को बताया जाता रहा है, जिसके तहत कम कैलोरी पर पल रहे चूहे उन चूहों की तुलना में ज्यादा दिन तक जिंदा रहे जिन्हें पौष्टिकता से भरपूर भोजन दिया गया था। यह बात आज भी कई शोध साबित कर रहे हैं। जैसे यूनिवर्सिटी कालेज लंदन स्थित इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ एजिंग से जुड़े प्रमुख वैज्ञानिक डा. मैथ्यू पाइपर का कहना है कि आहार पर नियंत्रण जीवन को लंबा करने का एक असरदार तरीका है। डा. पाइपर के मुताबिक यदि आप किसी चूहे के आहार में 40 प्रतिशत की कमी कर दें तो वह 20 या 30 प्रतिशत ज्यादा जीवित रहेगा। जोखिम वाले देशों से आए छह और यात्रियों की कोविड जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने से हड़कंप, जीनोम जांच के लिए भेजे गए नमूने यह भी पढ़ें दरअसल उपवास के दौरान शरीर में एक खास किस्म के हार्मोन के असर को विज्ञानियों ने दर्ज किया है। प्रयोग के दौरान आनुवंशिक रूप से संवर्धित चूहों को जब खाना देना बंद कर दिया गया तो उनमें आइजीएफ-1 नामक हार्मोन के स्तर में कमी आने लगी। शरीर की बढ़ोतरी में कारगर यह हार्मोन ऐसी स्थिति में शरीर में आ रही कमियों और टूटफूट की मरम्मत करने लग गया। अर्थात जैसे ही आइजीएफ-1 नामक हार्मोन का स्तर कम होता है तो इसका असर जीवों के शरीर पर होता है और मरम्मत करने वाले कई जीन इसमें सक्रिय हो जाते हैं। [संस्था-एफआइएस ग्लोबल से संबद्ध] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-dangerous-network-of-moneylenders-spread-across-the-country-jagran-special-22258035.html,अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला,"संजय मिश्र। कर्ज लेना और देना कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब यह सूदखोरी का जरिया बन जाता है तो इसका परिणाम दर्दनाक ही होता है। सूदखोर किसी को समस्या से निकालने के लिए नहीं, बल्कि अपने धन को दोगुना-तीन गुना करने के लिए कर्ज का धंधा चलाते हैं। लाभ कमाना उनका मकसद होता है इसलिए उनमें संवेदना का स्तर लगभग शून्य रहता है। यह हैरान करने वाली बात है कि अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का जाल पूरे देश में फैला है। उनका नेटवर्क इतना मजबूत हो चुका है कि अनेक क्षेत्रों में प्रशासनिक मशीनरी उन तक पहुंचने का साहस ही नहीं दिखा पाती। एक तरह से वे समानांतर व्यवस्था चला रहे हैं। मध्य प्रदेश में सूदखोरों की गैंग शहर से लेकर गांव तक फैली हुई है। कई आदिवासी क्षेत्रों में तो वे इतने सशक्त हो चुके हैं कि बिना व्यापक अभियान चलाए उन्हें नियंत्रित करना मुश्किल है। राहत की बात है कि सूदखोरी का धंधा रोकने के लिए कानूनी प्रविधान करने वाली शिवराज सरकार अब सूदखोरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने जा रही है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र हों या शहरी, साहूकारों द्वारा ब्याज पर ऋण देने की व्यवस्था लंबे समय से चली आ रही है। इसके लिए कानून में प्रविधान भी किए गए हैं कि पंजीकृत साहूकार ही ऋण देने का काम कर सकता है, लेकिन ऐसे साहूकारों की संख्या अंगुली पर गिनने लायक ही है। असली कारोबार तो गैर पंजीकृत सूदखोर ही कर रहे हैं, जो शासन के किसी भी नियम-कायदे को नहीं मानते। ऐसा भी नहीं है कि उन्हें नियंत्रित करने के लिए कोई प्रविधान नहीं है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की लापरवाही उनके लिए खाद बन जाती है। शिकायत के बाद भी अक्सर अधिकारी आंखें मूंदे रहते हैं, जिसका लाभ सूदखोर उठाते हैं। यही वजह है कि भोपाल में सूदखोरी की वजह से हंसता-खेलता जोशी परिवार बर्बाद हो गया। सूदखोरों की गैंग से आतंकित होकर परिवार के पांच सदस्यों ने जहर पी लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। उनके सुसाइड नोट पढ़कर लगता है कि सूदखोरों के कारण वे लंबे समय से तनाव में जी रहे थे। उनकी लिखी यह पंक्ति ही पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है कि ‘रोज-रोज मरने से अच्छा है एक दिन मर जाएं।’ इस प्रकरण का दुखद पहलू यह है कि जोशी परिवार ने लगभग एक सप्ताह पूर्व पुलिस से गुहार लगाई थी कि उन्हें सूदखोरों का गिरोह चलाने वाली बबली प्रताड़ित कर रही है, लेकिन किसी ने ध्यान ही नहीं दिया। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें सच में ऐसे गिरोह जिस तरह तीन का तेरह करने के लिए लोगों को धमकाते हैं उससे रातों की नींद उड़ना स्वाभाविक ही है। हर वक्त एक ही तनाव बना रहता है कि कहीं घर के दरवाजे पर सूदखोर या उसके गुर्गे न आ जाएं। यह कोई एक मामला नहीं है, जिसने रोंगटे खड़े कर दिए, बल्कि आए दिन ऐसे वाकये होते रहते हैं। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने साहूकारी अधिनियम में संशोधन का विचार बनाया। शिवराज सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में इसकी शुरुआत उस समय की थी जब अगस्त 2017 में आलीराजपुर के तत्कालीन कलेक्टर गणोश शंकर मिश्र ने साहूकारों के लाइसेंस निरस्त करके उनके द्वारा दिए गए कर्ज को शून्य घोषित कर दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सूदखोरी के वृत्ति से जुड़ा मामला होने की वजह से राजस्व विभाग से साहूकारी अधिनियम में संशोधन का मसौदा तैयार करवाकर केंद्र सरकार को भेजवाया था, लेकिन इसे स्वीकृति मिलने से पहले ही विधानसभा चुनाव आ गया। इसके बाद केंद्र सरकार और राजस्व विभाग के बीच मामला लटका रहा। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन हो गया। कांग्रेस की सरकार आ गई और कमल नाथ मुख्यमंत्री बने। उन्होंने भी सूदखोरी को गंभीरता से लिया और नौ अगस्त, 2019 को अनुसूचित जनजाति वर्ग द्वारा गैर पंजीकृत साहूकारों से लिए गए समस्त ऋण को शून्य घोषित किए जाने की घोषणा कर दी। कैबिनेट ने इस आशय से तैयार विधेयक का प्रस्ताव भी पारित कर दिया, लेकिन क्रियान्वयन नहीं हो पाया। बाद में सितंबर 2020 में केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद विधानसभा ने साहूकारी अधिनियम में संशोधन के साथ अनुसूचित जनजाति ऋण विमुक्ति विधेयक पारित किया। इसमें प्रविधान किया गया कि कोई भी गैर पंजीकृत साहूकार ब्याज पर ऋण देने का कारोबार नहीं कर पाएगा। ऐसा करते हुए पाए जाने पर दो साल की सजा होगी और जुर्माना लगेगा। इतना ही नहीं गैर पंजीकृत साहूकारों द्वारा 15 अगस्त, 2020 तक अधिसूचित क्षेत्र (89 आदिवासी विकासखंड) में अनुसूचित जनजाति वर्ग को दिए ऋण को शून्य घोषित करते हुए इसकी वसूली पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई। यह स्पष्ट कर दिया गया कि ऋण देने के लिए जो वस्तु या दस्तावेज गिरवी रखे गए हैं वे भी लौटाने होंगे। अधिनियम के प्रभावी होने के बाद जबरन वसूली का मामला सामने आने पर जमानती अपराध दर्ज किया जाएगा। साहूकारी अधिनियम में ग्रामसभा को अधिकार दिए गए कि यदि वह तय करे कि उसके क्षेत्र में साहूकारी व्यवसाय नहीं होगा तो कलेक्टर वहां साहूकारी के लिए किसी को लाइसेंस नहीं देंगे। इतनी स्पष्टता के बाद भी सूदखोरों का प्रभावी बने रहना प्रशासनिक मशीनरी की सक्रियता पर सवाल है। उम्मीद है कि सरकार के नए अभियान से अब सूदखोरों का नेटवर्क ध्वस्त होगा। [स्थानीय संपादक, नवदुनिया, भोपाल] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-know-all-about-weather-updates-based-on-imd-forecast-22257813.html,"गुजरात, राजस्थान समेत इन राज्यों में आज बारिश के आसार, बढ़ सकती है ठंड - IMD","नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार सुबह जारी किए गए अपने पूर्वानुमान में उत्तर प्रदेश व राजस्थान के कुछ इलाकों में बारिश का अनुमान जताया। साथ ही गुजरात में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की भी बात कही है। इसके मद्देनजर यहां आणंद, भरूच, नवसारी, वलसाड, अमरेली और भावनगर में आज के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है। बता दें कि मछुआरों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। वहीं दिल्ली में आज आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे और बारिश के भी आसार हैं। अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है। पहाड़ों पर हिमपात की भी संभावना बन रही है जिससे दिल्ली में ठंड बढ़ेगी। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें IMD के अनुसार, गुजरात, महाराष्‍ट्र, दक्षिण-पश्चिम मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान के दक्षिणी हिस्‍से में भारी बारिश की संभावना है। उत्‍तर प्रदेश में अगले दो दिन के भीतर कुछ हिस्‍सों में बारिश के आसार जताए गए हैं। दिसंबर के पहले हफ्ते में जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड तथा हिमाचल प्रदेश में हिमपात की संभावना है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड तेजी से बढ़ेगी। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे और लक्षद्वीप क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें इन जिलों में भारी बारिश की आशंका मौसम विभाग ने बताया कि बनासकांठा, साबरकांठा, अरावली, महिसागर, डांग और तापी जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश हो सकती है। देश के कई राज्‍यों में बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्‍तर भारत में तापमान में गिरावट का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते दिल्‍ली-एनसीआर, उत्‍तर प्रदेश, बिहार, मध्‍य प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश के आसार हैं। बुधवार को महाराष्‍ट्र और उत्‍तर कोंकण समेत गुजरात में भारी बारिश की संभावना है। IMD ने आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के तटों से एक चक्रवाती तूफान के टकराने की आशंका भी जताई है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-coronavirus-live-updates-us-reports-first-case-of-omicron-variant-in-california-know-what-is-the-situation-of-india-22257861.html,"अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित","नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में जैसे-जैसे नई जानकारियां सामने आ रही हैं दुनिया भर में चिंता बढ़ती जा रही है। बढ़ती दहशत के बीच कई देशों द्वारा यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त किया जा रहा है और उड़ानों पर रोक लगाई जा रही है। इन सख्त उपायों के बावजूद ओमिक्रोन के मामले नए-नए देशों में मिल रहे हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले वाले देशों में अब अमेरिका, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नाम भी जुड़ गए हैं। इन तीनों देशों में एक-एक मामले मिले हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसके 23 देशों में पहुंचने की जानकारी दी है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने पूरी दुनिया को दहशत में डाल दिया है। इसी वजह से भारत सरकार ने भी अपने स्तर पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। अब जानकारी मिली है कि देश में 11 अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट लैंड की हैं और उनमें से 6 यात्री कोविड पाजिटिव पाए गए हैं। कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन के ताजा अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहे... सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें राज्यों ने दिखाई सख्ती कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन की गंभीरत को लेकर कई राज्यों ने तो अपने स्तर पर सख्ती करना शुरू भी कर दिया है। उत्तराखंड में जारी गाइडलाइन के अनुसार, प्रदेश में किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन आगामी देश तक पूर्ण रुप से प्रतिबंधित रहेंगे। साथ ही 50 फीसद क्षमता के साथ स्कूल खुलेंगे। 6 दिन में से 3 दिन ही बच्चे स्कूल में पढ़ने जाएंगे। उधर, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी अधिकारियों को कोविड प्रोटोकाल को फिर से एक्टिव करने, सुविधाओं और कर्मियों को हाईअलर्ट पर रखने का निर्देश दे दिए हैं। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें 3476 यात्रियों में से 6 कोविड पाजिटिव बताया जा रहा है कि 11 एयरपोर्ट से एट रिस्क वाले देशों से आए 3476 लोगों का कोविड टेस्ट करवाया गया था। अब उसका नतीजा सामने आ गया है और 6 लोग पॉजिटिव निकले हैं। अब इन सभी सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। जीनोम के जरिए इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि ये लोग कोविड के किस वेरिएंट से संक्रमित हैं। जानें- अब तक किस देश में कितने मामले मिले कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें देश ओमिक्रोन के मामले दक्षिण अफ्रीका 100 (26 नवंबर तक) ब्रिटेन 22 नीदरलैंड 14 पुर्तगाल 13 बोत्सवाना 9 दक्षिण कोरिया 5 डेनमार्क 5 जर्मनी 4 ब्राजील 3 मोजांबिक 2 नाईजीरिया 2 जापान 2 नार्वे 2 स्पेन 2 अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला यह भी पढ़ें अमेरिका 1 यूएई 1 आस्टि्रया 1 आयरलैंड 1 इटली 1 सऊदी अरब 1 घाना 1 Edited By: Sanjeev Tiwari",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-union-govt-took-big-steps-to-stop-omicron-lowest-corona-cases-in-november-after-may-last-year-22256398.html,"जोखिम वाले देशों से आए छह और यात्रियों की कोविड जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने से हड़कंप, जीनोम जांच के लिए भेजे गए नमूने","नई दिल्‍ली, जेएनएन/एजेंसियां। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को दाखिल होने से रोकने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया है। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक लखनऊ को छोड़कर देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर आधी रात से बुधवार शाम 4 बजे तक कुल 11 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 'जोखिम की श्रेणी' में शामिल देशों से उतरीं। इनमें 3476 यात्री सवार थे। सभी की आरटी-पीसीआर जांच की गई जिनमें छह यात्री कोरोना संक्रमित पाए। इन सभी के नमूनों को जीनोम सिक्‍वेंसिंग के लिए संबंधि‍त प्रयोगशालाओं में भेजा गया है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें Total 11 international flights landed at various airports of the country except Lucknow, from midnight to 4 pm today, from ""at risk"" countries. These carried 3476 passengers. All pax were administered RT-PCR tests, wherein only 6 pax were found #COVID19 positive: Govt of India pic.twitter.com/fUxVH0yscv — ANI (@ANI) December 1, 2021 डीजीसीए ने उठाया सख्‍त कदम समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक वहीं डीजीसीए ने कोविड के नए वैरिएंट ओम‍िक्रोन के जोखिमों को भांपते हुए 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया है। कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमीक्रोन' के सामने आने के मद्देनजर यह कदम उठाया है। बीते 27 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अधिकारियों को दिए निर्देश के बाद डीजीसीए ने यह निर्णय लिया है। वहीं राहत की बात यह है कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्‍या में लगातार कमी आ रही है। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें अब तक के उठाए गए एहतियाती कदम अंतरराष्‍ट्रीय यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य किए जाने के निर्देश विदेश से आने वाले संक्रमितों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का फैसला जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए तत्काल संक्रमित लोगों के नमूने भेजने की सलाह जोखिम की श्रेणी के मुल्‍कों से आने वाले यात्रियों पर सख्ती से निगरानी रखने के निर्देश गृह मंत्रालय ने राज्यों से बाहर से आने वाले यात्रियों की कड़ाई से जांच करने को कहा एयरपोर्ट, बंदरगाहों पर अधिकारियों को सख्‍त कोविड जांच का अनुपाल करने के निर्देश 15 दिन में अफ्रीकी देशों से 1000 यात्री मुंबई, 100 की जांच, रिपोर्ट का इंतजार भारत बायोटेक ने ओमिक्रोन पर कोवैक्सीन के प्रभाव को परखने के लिए शोध शुरू किया गृह मंत्रालय ने 31 दिसंबर तक बढ़ाई कोरोना संबंधी गाइडलाइंस केंद्र की गाइडलाइंस केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइडलाइंस में केवल अत्यधिक जोखिम वाले देशों के यात्रियों के लिए एयरपोर्ट से बाहर निकलने या कनेक्टिंग फ्लाइट लेने के पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट को अनिवार्य किया गया है और रिपोर्ट आने तक वहीं रहने की बात कही है। अत्यधिक जोखिम के अलावा दूसरे देशों के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता नहीं होगी, लेकिन उन्हें 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर स्वयं ध्यान रखना होगा। हालांकि, इन देशों के यात्रियों में से पांच फीसद का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा, ताकि वायरस की मौजूदगी का पता लगाया जा सके। उन्हें एयरपोर्ट पर सैंपल देने के बाद जाने की अनुमति भी होगी। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें अत्यधिक जोखिम वाले 11 देश सरकार द्वारा 26 नवंबर को अपडेट की गई सूची के मुताबिक 11 देशों को जोखिम ग्रस्त सूची में रखा गया है। इनमें ब्रिटेन व यूरोपीय संघ के देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, इजरायल और हांगकांग शामिल हैं। पहले इस सूची में बांग्लादेश का भी नाम था, लेकिन मंगलवार को उसे सूची से हटा दिया गया। अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला यह भी पढ़ें दो दर्जन से ज्‍यादा देशों में फैला वायरस सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में चिन्हित किया गया ओमिक्रोन वैरिएंट हफ्ते भर के भीतर दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैल गया है। भारत अभी इसका कोई मामला नहीं पाया गया है, परंतु अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। महाराष्ट्र सरकार की अलग गाइडलाइंस पर एतराज राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डों पर जहां सतर्कता बढ़ी है वहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए महाराष्ट्र सरकार की अलग गाइडलाइंस पर केंद्र ने गहरा एतराज जताया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप कुमार व्यास को पत्र लिखकर राज्य की गाइडलाइंस को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुरूप लाने को कहा है। साथ ही इसके व्यापक प्रचार का निर्देश भी दिया है ताकि यात्रियों में किसी तरह का भ्रम नहीं रहे। गुजरात, राजस्थान समेत इन राज्यों में आज बारिश के आसार, बढ़ सकती है ठंड - IMD यह भी पढ़ें महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइंस महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को जारी गाइडलाइंस में सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। साथ आरटी-पीसीआर टेस्ट के निगेटिव आने के बावजूद सभी यात्रियों को 14 दिन तक अनिवार्य रूप से होम क्वारंटाइन में रहने का नियम बनाया है। मुंबई एयरपोर्ट से कने¨क्टग फ्लाइट लेने वाले यात्रियों को भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा, निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें आगे की यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। सबसे बड़ी बात कि महाराष्ट्र ने दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए भी 48 घंटे पहले का निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है। जबकि देश के भीतर किसी भी राज्य में इस तरह की अनिवार्यता नहीं है। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें जोखिम वाले देशों से आए छह यात्री संक्रमित मिले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार अपराह्न चार बजे तक जोखिम वाले देशों से 11 उड़ानों से कुल 3,476 यात्री लखनऊ को छोड़कर देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर उतरे। हवाई अड्डों पर इन सभी यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच की गई, जिसमें छह लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इनके नमूनों को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए इंसाकाग की प्रयोगशालाओं को भेजा गया है। इससे पता चलेगा कि क्या इनमें से कोई ओमिक्रोन वैरिएंट से तो संक्रमित नहीं है। इंटरनेट बंद करने के निर्णय के लिए उचित व्यवस्था की जरूरत, संसदीय समिति का केंद्र पर निशाना यह भी पढ़ें देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले 8,954 कुल सक्रिय मामले 99,023 24 घंटे में टीकाकरण 80.78 लाख कुल टीकाकरण 124.77 करोड़ बेहतर रहा नवंबर का महीना कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में नवंबर का महीना कुछ बेहतर रहा। पिछले साल मई के बाद पहली बार नवंबर में कोरोना संक्रमण के सबसे कम मामले 3.1 लाख दर्ज किए गए हैं। संक्रमण के मामलों की मासिक संख्या में भी नवंबर में लगातार छठी बार गिरावट आई है। सक्रिय मामलों में आई गिरावट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बुधवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक 547 दिन बाद सक्रिय मामले भी घटकर एक लाख के नीचे आ गए हैं। पिछले 24 घंटे में सक्रिय मामलों में डेढ़ हजार से ज्यादा की गिरावट आई है और वर्तमान में इनकी संख्या 99,023 रह गई है जो कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है। इस दौरान 8,954 नए मामले मिले हैं और 267 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 177 मौतें अकेले केरल और 35 मौतें महाराष्ट्र से हैं। बुधवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 8,954 कुल मामले 3,45,96,776 सक्रिय मामले 99,023 मौतें (24 घंटे में) 267 कुल मौतें 4,69,247 ठीक होने की दर 98.36 प्रतिशत मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत पाजिटिविटी दर 0.81 प्रतिशत सा.पाजिटिविटी दर 0.84 प्रतिशत कुल 124.77 करोड़ डोज लगाई गई कोविन पोर्टल के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 124.77 करोड़ डोज लगाई गई हैं। इसमें 79.22 करोड़ पहली और 45.54 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं। मैसुरु में केरल के 72 नर्सिग छात्र संक्रमित मिले कर्नाटक के मैसुरु में केरल के 72 नर्सिग छात्रों को कोरोना से संक्रमित पाया गया है। ये दो छात्र दो संस्थाओं के हैं। इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने इन छात्रों के संपर्क में आने वालों के साथ ही कम से कम पांच हजार लोगों की जांच करने का आदेश दिया है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। केरल से मैसुरु आने वालों के लिए भी आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य बना दिया गया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-a-common-curriculum-for-schools-across-the-country-the-parliamentary-standing-committee-on-the-ministry-of-education-recommended-22256627.html,"देश भर के स्कूलों के लिए बने एक कामन पाठ्यक्रम, शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने की सिफारिश","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीबीएसई, आइसीएससी और राज्य शिक्षा बोर्डो में बंटी स्कूली शिक्षा को एक जैसा स्वरूप देने के लिए संसद की स्थायी समिति ने देश भर के स्कूलों के लिए एक समान (कामन) पाठ्यक्रम विकसित करने का सुझाव दिया है। साथ ही शिक्षा मंत्रालय से कहा है कि वह इससे जुड़ी संभावनाओं पर काम करें। स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले सभी विषयों को इसमें शामिल किया जाना चाहिए। समिति का कहना है कि इससे स्कूली शिक्षा में एकरूपता आएगी और देश भर के सभी स्कूली छात्रों का एक ही शैक्षणिक स्टैंडर्ड होगा। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें सीबीएसई, आइसीएसई और राज्यों के शिक्षा बोर्डों के साथ इस पर काम करने का दिया सुझाव भाजपा सांसद डा विनय सहस्त्रबुद्धे की अगुवाई वाली शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने स्कूली शिक्षा को लेकर यह अहम सिफारिश उस समय की है, जब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल का काम तेजी से चल रहा है। इसके तहत स्कूलों के लिए नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें भी तैयार होनी हैं। हालांकि इससे पहले ही समिति की 'स्कूली पाठ्यपुस्तकों की विषयवस्तु और डिजाइन में सुधार' के संबंध में यह सिफारिश इसलिए भी अहम है, क्योंकि मौजूदा समय में देश में अलग-अलग शिक्षा बोर्डों से संबंद्ध स्कूल है। ऐसे में इन स्कूलों में अभी एक जैसा पाठ्यक्रम नहीं है। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें पूरी सतर्कता से काम करने की जरूरत पर जोर समिति से जुड़े सदस्यों की मानें तो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जब स्कूलों के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार ही होना है, तो फिर इन सिफारिशों पर भी विचार किया जा सकता है। संसदीय समिति ने इसके साथ ही स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली इतिहास से जुड़ी विषयवस्तु तैयार करने में पूरी सतर्कता से काम करने की जरूरत पर जोर दिया है। समिति ने अपनी सिफारिश में करीब 25 बिंदु शामिल किए हैं। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें पाठ्यपुस्तकों में स्कूलों बच्चों को इंटरनेट की लत और नशा से प्रति भी जागरूक करने से जुड़े पहलुओं को शामिल करने की सिफारिश की गई है। समिति ने स्कूली पाठ्यपुस्तकों में महिलाओं और लड़कियों के कम प्रतिनिधित्व पर भी सवाल खड़े किए और विकसित की जा रही पाठ्यपुस्तकों में महिलाओं के योगदान को आगे लाने का सुझाव दिया। इससे लड़कियों में आत्म सम्मान और आत्मविश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी। समिति ने स्कूलों में तकनीक के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल पर भी जोर दिया है। Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-karnataka-asks-officials-to-strict-implement-travel-advisory-22257766.html,"ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर अलर्ट हुआ कर्नाटक, सख्त ट्रैवल एडवाइजरी लागू करने के निर्देश","बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक सरकार ने बुधवार को कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर राज्य भर में नए निर्देश दिए। राज्य सरकार ने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका, जिला प्रशासन व एयरपोर्ट से संबंधित अधिकारियों को अलर्ट किया और सख्ती बरतने के निर्देश दिए। इन्हें नए ट्रैवल एडवाइजरी लागू करने और इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने को कहा। 28 नवंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत आने वाले विदेशी यात्रियों के लिए नए गाइडलाइंस जारी किए थे जो 1 दिसंबर से लागू कर दिया गया है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें नए गाइडलाइंस के तहत यात्रियों को आनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर एक फार्म सबमिट करना होगा जिसमें अंतिम 14 दिनों की अपनी ट्रैवल हिस्ट्री बतानी होगी। इसके साथ ही नेगेटिव RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर देना होगा जो यात्रा शुरू करने से पहले के 72 घंटों के भीतर का होना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जोखिम वाले देशों में ब्रिटेन, अमेरिका, चीन, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, मारिशस, न्यूजीलैंड, जिंबाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग , इजरायल है। बता दें कि कोरोना वायरस का नय वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमण का मामला सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को आया। नीदरलैंड और कुछ अन्य देशों में मिले मामलों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि यह वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका से बहुत पहले ही यूरोप में पहुंच गया था। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें यात्रा पाबंदियां अफ्रीकी देशों को लेकर लगाई जा रही हैं। जापान समेत कई देशों के ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त कर दिया है। उसने सभी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस से दिसंबर तक नई बुकिंग नहीं करने को कहा है। जापान में ओमिक्रोन का दूसरा मामला मिला है। यह व्यक्ति कतर होते हुए पेरू से आया था। जापान ने विदेशी नागरिकों के आने पर पहले ही पाबंदी लगा दी थी। कई और देशों ने भी अफ्रीकी देशों से आने वालों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए जांच के नियमों को सख्त कर दिया है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-delhi-judge-attends-hearing-in-supreme-court-22257592.html,"सरकार के कामकाज के तरीके पर सुप्रीम कोर्ट ने जताया खेद, जानें पूरा मामला","नई दिल्ली, प्रेट्र। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को दिल्ली न्यायिक सेवा के एक जज को अपने निजी मामले की सुनवाई में शामिल होने के लिए ड्यूटी से छुट्टी लेने के लिए फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में न्यायाधीशों की पीठ ने सरकार के कामकाज के तरीके को लेकर बुधवार को खेद व्यक्त किया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की नियुक्ति के सिलसिले में होने वाली परीक्षा से जुड़ी सुनवाई में दिल्ली के एक न्यायाधीश के पास सुप्रीम कोर्ट का नोटिस पहुंच गया था। इसीलिए दिल्ली के न्यायाधीश पीठ के समक्ष पेश होने के लिए पहुंचे थे। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें न्यायिक अधिकारी को देख भड़का सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एल नागेश्वर राव और जस्टिस बीआर गवई की पीठ ने दिल्ली के न्यायिक अधिकारी को कोर्ट में देखकर पूछा- आप यहां क्या कर रहे हैं ? आपकी कोर्ट शुरू होने का क्या समय है ? इस पर दिल्ली के न्यायाधीश ने जवाब दिया-दस बजे। सरकारी व्यवस्था का बताया दोष सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने पूछा- लेकिन इस समय तो 10.50 बजे हैं, आप यहां पर हैं तो आपकी कोर्ट कैसे कार्य कर रही होगी ? तब दिल्ली के न्यायाधीश ने बताया कि वह कुछ घंटों की छुट्टी लेकर आए हैं। वह सुप्रीम कोर्ट के नोटिस पर पेश होने के लिए आए हैं। इस पर पीठ ने कहा, वह अपनी ओर से किसी योग्य अधिवक्ता को सुप्रीम कोर्ट में पेश होने के लिए भेज सकते थे और अपना कार्य करते रह सकते थे। निश्चित तौर पर यह सरकारी व्यवस्था का दोष है। यह हमारे लिए खेद का विषय है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-an-engine-trapped-in-ocean-due-to-fire-near-lakshadweep-22257570.html,"लक्षद्वीप : इंजन में आग लगने से समुद्र में फंसा जहाज, सभी यात्री सुरक्षित","कवरत्ती (लक्षद्वीप), प्रेट्र। लक्षद्वीप (Lakshdweep) के कवरत्ती से 16 समुद्री मील दूर एक जहाज बुधवार को इंजन में आग लगने के बाद फंस गया। जहाज में 322 यात्री और चालक दल के 85 सदस्य सवार हैं। सूत्रों ने बताया, सभी यात्री सुरक्षित हैं और भारतीय तटरक्षक बल द्वारा जहाज को खींचकर एंड्रोथ ले जाया जा रहा है। एक अन्य जहाज एमवी कोरल को भी फंसे हुए जहाज को एंड्रोथ ले जाने के लिए भेजा गया है। एंड्रोथ पहुंच जाने के बाद यात्रियों को अन्य छोटी नावों के जरिये दूसरे द्वीपों में भेजा जाएगा। सूत्रों ने बताया कि जहाज एंड्रोथ से कुछ घंटों की दूरी पर था कि तभी इंजन में अचानक से आग लग गई। हालांकि आग तुरंत बुझा दी गई थी, जिससे यात्रियों को नुकसान नहीं पहुंच सका। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें सूत्रों के अनुसार, समय रहते आग बुझा लिया गया और जहाज पर सवार 322 यात्री सुरक्षित हैं। केरल के कोच्चि से कावारत्ती पहुंचे जहाज में आग लगने की घटना के बारे में जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि घटना उस समय हुई जब लक्षद्वीप डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा संचालित पोत एमवी कवरत्ती एंड्रोथ और कल्पेनी द्वीप जा रहा था। तभी जहाज के इंजन कक्ष में आग लग गई। चालक दल ने तत्परतापूर्वक आग पर काबू पाया गया। विमान में सवार सभी 322 यात्री और चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-cabinet-secretary-reviews-preparedness-in-ncmc-meet-to-deal-with-impending-cyclone-in-bay-of-bengal-22257342.html,"चक्रवात से निपटने के लिए NCMC की बैठक, कैबिनेट सेक्रेटरी ने लिया तैयारियों का जायजा","नई दिल्ली, एएनआइ। बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमिटी (National Crisis Management Committee,NCMC) की बैठक आयोजित की गई। इसमें कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा (Rajiv Gauba) ने केंद्रीय मंत्रालयों की एजेंसियों और राज्य सरकारों द्वारा चक्रवात के कारण उत्पन्न हालात से निपटने के लिए की गई तेयारियों का जायजा लिया। NCMC के चेयरमैन के तौर पर बैठक में शामिल गौबा ने चक्रवाती तूफान के आने से पहले ही सभी बचाव और एहतियातन की गई तैयारियों को लेकर कहा कि संबंधित एजेंसियांं इस बात का पूरा ध्यान रखें ताकि इसके कारण कम से कम जान-माल की क्षति हो। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें समुद्र में गए मछुआरों और नौकाओं को तुरंत वापस बुलाने पर जोर देते हुए कैबिनेट सेक्रेटरी ने राज्य सरकारों से इस बात को सुनिश्चित कराने को कहा कि इसके कारण जिन इलाकों में अधिक असर होने की संभावना है वहां से तुरंत लोगों को हटा कर सुरक्षित स्थान पर ले जाने का इंतजाम किया जाए। उन्होंने राज्य सरकारों को इस बात का आश्वासन दिया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां तैयार हैं और सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें यह चक्रवाती तूफान आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम के साथ ही ओडिशा के तटीय इलाकों में बसे जिलों को प्रभावित कर सकता है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान व निकोबाद द्वीप समूह के चीफ सेक्रेटरी व वरिष्ठ अधिकारियों ने चक्रवात से बचाव के लिए किए गए उपायों से कमेटी को अवगत कराया। इन राज्यों में NDRF ने अपनी 32 टीमों को तैनात कर दिया है। बता दें कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर पूर्वानुमानित चक्रवात जवाद की भयावहता को देखते हुए ओडिशा के कई जिलों के लिए बारिश और हवा की चेतावनी जारी की गई है। चक्रवात 4 दिसंबर की सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तटों पर स्थल भाग से टकराने की संभावना जताई गई है। चक्रवात के प्रभाव से 3 दिसंबर की शाम/रात से बारिश शुरू हो जाएगी। दो दिसंबर को दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें 3 दिसंबर की सुबह से मध्य बंगाल की खाड़ी में 65-75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है और धीरे-धीरे 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम और इससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने की संभावना है। 3 दिसंबर की मध्यरात्रि से उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट के साथ-साथ निकटवर्ती जिलों में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है और 4 दिसंबर की दोपहर से धीरे-धीरे 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे होने की संभावना है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ncr-weather-updates-news-cyclonic-storm-is-coming-heavy-rain-alert-in-many-states-22255769.html,"Weather News : आने वाला है चक्रवाती तूफान, देश के कई राज्‍यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें आपके इलाके में कैसा रहेगा मौसम","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के आस पास के इलाकों में डीप डिप्रेशन के चलते एक चक्रवाती तूफान बन रहा है जो तीन दिसंबर को मजबूत होकर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और चार दिसंबर की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराएगा। इसका नाम चक्रवात जोवाड़ (Cyclone Jowad) रखा गया है। वहीं पश्चिमोत्तर और मध्य भारत के आस पास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ ने दस्‍तक दी है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक इसकी वजह से मौसम का मिजाज बदलेगा जिसकी वजह से देश के कई इलाकों में दो दिसंबर तक तेज बारिश होगी। चार दिसंबर को आंध्र से टकराएगा तूफान मौसम विभाग की मानें अंडमान सागर के मध्य भाग पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र बुधवार तक पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए मंगलवार तक बंगाल की मध्य खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के रूप में तब्‍दील होकर चार दिसंबर को उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट से टकराएगा। इसकी वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों के साथ साथ आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्रों में भारी से बहुत ज्‍यादा भारी बारिश होने का अनुमान है। यही नहीं उत्तरी-पूर्वी राज्यों में भी पांच से छह दिसंबर को भारी बारिश होगी। वर‍िष्‍ठ पत्रकार व‍िनोद दुआ की हालत नाजुक, बेटी और अस्‍पताल ने द‍िया ताजा अपडेट यह भी पढ़ें मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह यही नहीं दक्षिण पूर्वी अरब सागर पर भी एक चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है जिसकी वजह से अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। पीटीआइ के मुताबिक पश्चिमोत्तर और मध्य भारत के आस पास बने पश्चिमी विक्षोभ की वजह से गुजरात के कुछ हिस्सों में दो दिसंबर तक भारी बारिश का अनुमान है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को अरब सागर में नहीं जाने की सलाह दी है। साथ ही किसानों को कटी फसलें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की सलाह दी गई है। गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने अपने आल इंडिया वेदर बुलेटिन में कहा है कि इन मौसमी बदलाव के चलते बुधवार और बृहस्पतिवार को गुजरात के वडोदरा, नर्मदा, बनासकांठा, साबरकांठा, छोटा उदयपुर, भडूच, तापी, अमरेली, अरावली, दाहोद, महिसागर और भावनगर जिलों के कई स्थानों पर भारी से ज्‍यादा भारी बारिश हो सकती है। यही नहीं सौराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। मौसम विभाग ने किसानों को रबी की फसल की बोवाई नहीं करने और अपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी है। घाटी में कड़कड़ाती सर्दी की शुरुआत वहीं जम्‍मू-कश्‍मीर में ठिठुराने वाली सर्दी शुरू हो गई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्‍त में पूरे कश्‍मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। श्रीनगर में मंगलवार की रात सीजन की सबसे सर्द रात के रूप में दर्ज की गई। श्रीनगर में मंगलवार की रात पारा शून्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहा। कश्‍मीर घाटी में इस हफ्ते के अंत में एक पश्चिमी विक्षोभ के दस्तक देने का अनुमान है। इसकी वजह से बूंदाबांदी और बर्फबारी होगी नतीजतन घाटी में शुष्क मौसम और शुष्‍क हो जाएगा। आमतौर पर कश्‍मीर घाटी में कड़कड़ाती ठंड दिसंबर के तीसरे हफ्ते के आसपास शुरू होती है। पंजाब, हरियाणा, यूपी और मध्‍य प्रदेश में ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में तापमान सामान्य रहने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान, पूर्व और पश्चिम यूपी, मध्‍य प्रदेश में तापमान सामान्य से नीचे रहने की उम्मीद है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्‍काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। यही नहीं केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। महाराष्‍ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में ऐसा रहेगा मौसम स्‍काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ताजा मौसमी बदलावों के चलते गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय भागों में तेज हवाएं की वजह से समुद्र में ऊंची लहरें उठने का अलर्ट जारी किया गया है। अनुमान है कि हवाओं की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। दक्षिणपूर्व राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और रायलसीमा के कुछ इलाकों में हल्की बारिश संभव है। यही नहीं दिल्‍ली एनसीआर के इलाकों में सुबह से ही स्‍माग और कोहरे की चादर छाई हुई है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-jammu-kashmir-terrorist-mehran-killed-non-muslims-in-srinagar-last-month-investigation-revealed-22257238.html,"आतंकी मेहरान ने की थी श्रीनगर में पिछले माह गैर-मुस्लिमों की हत्या, छानबीन में मिली हैरान करने वाली जानकारियां","नीलू रंजन, नई दिल्ली। श्रीनगर में निर्दोष गैर हिंदुओं की चुन-चुनकर हत्या करने में आतंकी मेहरान यासीन शल्ला का ही हाथ था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की जांच में इन हत्याओं के पीछे मेहरान का हाथ होने के ठोस सुबूत मिले हैं। पिछले हफ्ते मेहरान को उसके दो साथियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। पुलिस अब उसके अन्य सहयोगियों की पहचान में जुट गई है, जिनमें श्रीनगर की एक लड़की का नाम भी सामने आ रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार श्रीनगर में ही कभी डिलिवरी ब्याय का काम करने वाला मेहरान इसी साल मई में आतंकी बना था। वह लश्कर आतंकी अब्बास शेख के मातहत द रेसिस्टेंट फ्रंट के बैनर तले आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया। द रेसिस्टेंट फ्रंट लश्कर-ए-तैयबा का ही मुखौटा संगठन है। 24 अगस्त को अब्बास शेख के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मेहरान सीधे पाकिस्तान स्थित हैंडलर के निर्देश पर काम करने लगा। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक वह पाकिस्तान स्थित तीन हैंडलर के संपर्क में था, जिसमें दो लश्कर और एक आइएसआइ का है। इन हैंडलर की पहचान की जा रही है। इन्हीं हैंडलरों के निर्देश पर मेहरान ने गैर मुस्लिमों की चुन-चुनकर हत्या कर दशहत फैलाने की साजिश रची। सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डिलिवरी ब्याय का काम करने के कारण मेहरान को श्रीनगर की गलियों की अच्छी जानकारी थी, जिसके कारण वारदात करने के बाद वह आसानी से भाग निकलता था। सबसे पहले उसने केमिस्ट मखन लाल ब‍िंदरू को निशाना बनाया। उसके बाद स्ट्रीट वेंडर वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी। इसके दो दिन बाद ही श्रीनगर के एक स्कूल में जाकर प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद की हत्या। इसके 10 दिन बाद श्रीनगर में बिहार के मजदूरों की हत्या में भी मेहरान शामिल था। सुरक्षा बलों की सख्ती के बाद मेहरान कुछ दिनों तक शांत रहा, लेकिन आठ अक्टूबर वह फिर एक कश्मीरी हिंदू की दुकान पर हत्या करने पहुंच गया, लेकिन गलती से उसने सेल्समैन गुलाम मुहम्मद खान की हत्या कर दी। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर में मेहरान के सहयोगियों की पड़ताल की जा रही है, जिसमें एक लड़की का नाम सामने आया है। ओवर ग्राउंड वर्कर (ओडब्ल्यूजी) के रूप में काम करने वाली लड़की टारगेट चुनने से लेकर रेकी करने तक में मेहरान की मदद करती थी। इसके अलावा दक्षिण कश्मीर में उसके सात-आठ सहयोगियों की भी पहचान कर ली गई है, जिन्हें उनसे पाकिस्तान से पैसे भी दिलवाए थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही मेहरान के सभी सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-supreme-court-sc-clears-hurdle-on-custodial-interrogation-of-exunitech-promoters-22257026.html,सुप्रीम कोर्ट ने यूनिटेक के पूर्व प्रमोटर चंद्रा भाइयों को ईडी की हिरासत में देने का रास्ता किया साफ,"नई दिल्ली, पीटीआइ। सुप्रीम कोर्ट ने यूनिटेक के पूर्व प्रमोटरों संजय चंद्रा और अजय चंद्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेजने का रास्ता साफ कर दिया है। ईडी की याचिका पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि 26 अगस्त का उसका आदेश चंद्रा भाइयों को ईडी की हिरासत में भेजने की राह में बाधा नहीं बनेगा।जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह की पीठ ने कहा कि अगर मजिस्ट्रेट को लगता है कि चंद्रा भाइयों को पूछताछ के लिए ईडी की हिरासत में भेजने की जरूरत है तो वह इस पर फैसला ले सकते हैं। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें सुप्रीम कोर्ट ने 26 अगस्त के अपने आदेश में चंद्रा भाइयों को दिल्ली की तिहाड़ जेल से मुंबई का आर्थर रोड और तजोला जेल भेजने को कहा था। साथ ही पीठ ने अदालती कार्यवाहियों में दोनों को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये पेश करने को कहा था। ईडी की याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) ने दोनों के खिलाफ दो नवंबर और 12 नवंबर को पेशी वारंट जारी किया था। ईडी ने दोनों को हिरासत में देने का अनुरोध किया था। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए आर्थर रोड जेल और तजोला जेल प्रशासन ने शीर्ष अदालत से स्थिति स्पष्ट करने आग्रह किया था। इसी पर पीठ ने यह बता कही है। संजय चंद्र को आर्थर रोड जेल और अजय चंद्र को तलोजा जेल में रखा गया है। पहले दोनों तिहाड़ जेल में एक साथ थे। ईडी ने आरोप लगाया था कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर दोनों वहीं से अपना कारोबार चला रहे हैं। ईडी चंद्रा बंधुओं के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रही है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक जांच एजेंसी को इस मामले में दोनों के खिलाफ कुछ नए सुबूत मिले हैं। यही वजह है कि प्रवर्तन निदेशालय दोनों को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार करते हुए पूछताछ करना चाहता है। हाल ही में ईडी ने बताया था कि धनशोधन कानून के तहत यूनिटेक समूह की कथित बेनामी कंपनियों की 18.14 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया गया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-internet-media-full-by-misinformation-google-removed-more-than-four-lakh-posts-in-october-22256718.html,"इंटरनेट मीडिया पर दुष्प्रचार और गलत जानकारियों की भरमार, गूगल ने अक्टूबर में ही हटाए चार लाख से ज्यादा पोस्ट","नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में इंटरनेट मीडिया के उपभोक्ताओं की संख्या करोड़ों में है तो उनके द्वारा पोस्ट किए जाने वाली सामग्री को लेकर भी शिकायतों की भी बड़ी संख्या है। गूगल को भारत से संबंधित उपभोक्ताओं की 24,569 शिकायतें प्राप्त हुईं जिनके आधार पर 48,594 आनलाइन सामग्री को हटाया गया। गूगल ने यह जानकारी अपनी मासिक पारदर्शिता रिपोर्ट में दी है। इससे पहले अक्टूबर में गूगल अपने आटोमेटेड डिटेक्शन सिस्टम से सर्च कर 3,84,509 सामग्रियों को हटाया गया था। हटाई गई सामग्री घृणास्पद दुष्प्रचार और भेदभाव से संबंधित थीं। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें गूगल को 29,842 शिकायतें मिलीं इससे पहले सितंबर में गूगल को 29,842 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। उनके आधार पर 76,967 सामग्री को हटाया गया। जबकि आटोमेटेड डिटेक्शन से 4,50,246 सामग्रियों को हटाया गया। अमेरिका की तकनीक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने यह जानकारी भारत के नए आइटी कानून के प्रविधानों के अनुसार दी है। यह कानून मई 2020 से लागू हुआ है। गूगल को व्यक्तिगत आधार पर जो शिकायतें प्राप्त हुईं, वे देश के हर क्षेत्र से मिलीं। इन्हें गूगल की शिकायत करने की निर्धारित व्यवस्था में जाकर किया गया। इनमें कुछ शिकायतें बौद्धिक संपदा अधिकार के उल्लंघन की थीं और कुछ शिकायतें स्थानीय नियम-कानूनों के उल्लंघन की। जबकि 48,078 शिकायतें कापीराइट के उल्लंघन की थी। शिकायतों की बड़ी संख्या दुष्प्रचार और झूठा आरोप लगाने की थीं। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें फेसबुक और इंस्टाग्राम से हटी 1.88 करोड़ पोस्ट कुछ हफ्ते पहले बनी कंपनी मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम एप से अक्टूबर में 1.88 करोड़ कंटेंट हटाए हैं। यह कार्रवाई उसने प्राप्त शिकायतों और अपने आटोमेटेड सिस्टम के जरिये की है। फेसबुक 13 बिंदुओं वाली अपनी नियमावली के अनुसार भारत और अन्य देशों के उपभोक्ताओं द्वारा पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट पर नजर रखता है। भारत के नए आइटी कानून के अनुसार उसे इस तरह की सामग्री के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक भी करना है। इसी के चलते मेटा ने एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्राप्त शिकायतों और आटोमेटेड सिस्टम से पकड़ी गई दोषयुक्त सामग्री को हटाने की कार्रवाई के बारे में बताया है। (आइएएनएस)इंटरनेट मीडिया पर दुष्प्रचार और गलत जानकारियों की भरमार राष्ट्रीय पेज पर लें। क्रासर में करोड़ की जगह लाख किया गया। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें गूगल ने हटाए चार लाख से ज्यादा पोस्ट समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक भारत में इंटरनेट मीडिया के उपभोक्ताओं की संख्या करोड़ों में है तो उनके द्वारा पोस्ट किए जाने वाली सामग्री को लेकर भी शिकायतों की भी बड़ी संख्या है। गूगल को भारत से संबंधित उपभोक्ताओं की 24,569 शिकायतें प्राप्त हुईं जिनके आधार पर 48,594 आनलाइन सामग्री को हटाया गया। गूगल ने यह जानकारी अपनी मासिक पारदर्शिता रिपोर्ट में दी है। इससे पहले अक्टूबर में गूगल अपने आटोमेटेड डिटेक्शन सिस्टम से सर्च कर 3,84,509 सामग्रियों को हटाया गया था। हटाई गई सामग्री घृणास्पद दुष्प्रचार और भेदभाव से संबंधित थीं। अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला यह भी पढ़ें सितंबर में 76,967 सामग्री को हटाया इससे पहले सितंबर में गूगल को 29,842 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। उनके आधार पर 76,967 सामग्री को हटाया गया। जबकि आटोमेटेड डिटेक्शन से 4,50,246 सामग्रियों को हटाया गया। अमेरिका की तकनीक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने यह जानकारी भारत के नए आइटी कानून के प्रविधानों के अनुसार दी है। यह कानून मई 2020 से लागू हुआ है। गूगल को व्यक्तिगत आधार पर जो शिकायतें प्राप्त हुईं, वे देश के हर क्षेत्र से मिलीं। इन्हें गूगल की शिकायत करने की निर्धारित व्यवस्था में जाकर किया गया। इनमें कुछ शिकायतें बौद्धिक संपदा अधिकार के उल्लंघन की थीं और कुछ शिकायतें स्थानीय नियम-कानूनों के उल्लंघन की। जबकि 48,078 शिकायतें कापीराइट के उल्लंघन की थी। शिकायतों की बड़ी संख्या दुष्प्रचार और झूठा आरोप लगाने की थीं। गुजरात, राजस्थान समेत इन राज्यों में आज बारिश के आसार, बढ़ सकती है ठंड - IMD यह भी पढ़ें फेसबुक और इंस्टाग्राम से हटी 1.88 करोड़ पोस्ट समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक कुछ हफ्ते पहले बनी कंपनी मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम एप से अक्टूबर में 1.88 करोड़ कंटेंट हटाए हैं। यह कार्रवाई उसने प्राप्त शिकायतों और अपने आटोमेटेड सिस्टम के जरिये की है। फेसबुक 13 बिंदुओं वाली अपनी नियमावली के अनुसार भारत और अन्य देशों के उपभोक्ताओं द्वारा पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट पर नजर रखता है। भारत के नए आइटी कानून के अनुसार उसे इस तरह की सामग्री के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक भी करना है। इसी के चलते मेटा ने एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्राप्त शिकायतों और आटोमेटेड सिस्टम से पकड़ी गई दोषयुक्त सामग्री को हटाने की कार्रवाई के बारे में बताया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-virologist-t-jacob-says-covid-vaccines-booster-doses-easiest-barrier-against-omicron-variant-22256860.html,प्रख्यात वायरोलाजिस्ट ने बताया ओमिक्रोन वैरिएंट को रोकने का सबसे आसान तरीका,"नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से भीषण तबाही का सामना कर चुकी दुनिया ओमिक्रोन वैरिएंट के सामने आने के बाद दहशत में है। ओमिक्रोन को लेकर कम जानकारी और अधिक अटकलों के चलते डर का माहौल बढ़ता ही जा रहा है। इस वैरिएंट के तेजी से फैलने के साथ ही मौजूदा वैक्सीन को बेअसर करने की भी आशंका जताई जा रही है। ऐसे में भारत के एक विषाणु विज्ञानी के दावे से भय और भ्रम से पैदा हुए अंधेर में उम्मीद की किरण नजर आई है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें प्रख्यात विषाणु विज्ञानी डा. टी जैकब जान का कहना है कि कोरोना रोधी वैक्सीन की बूस्टर डोज ओमिक्रोन को रोकने का सबसे आसान और तात्कालिक उपाय है। उनके मुताबिक हो सकता है कि ओमिक्रोन महामारी की तीसरी लहर का कारण नहीं बने, लेकिन ब्रेकथ्रू संक्रमण का कारण बन सकता है। ब्रेकथ्रू संक्रमण से मतलब ऐसे लोगों के संक्रमित होने से है जो वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका में पिछले महीने के आखिरी हफ्ते में पहली बार पहचाने गए ओमिक्रोन वैरिएंट (बी.1.1529) में अब तक 34 बदलाव हो चुके हैं, जो अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा की तुलना में बहुत ज्यादा हैं। ये सभी 'वैरिएंट आफ कंसर्न' हैं। ओमिक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में भी कई म्युटेशन की बात सामने आ रही है। इसी के चलते इसके तेजी से फैलने और मौजूदा वैक्सीन को बेअसर करने की बात कहीं जा रही हैं, क्योंकि अभी तक मूल वायरस के स्पाइक प्रोटीन के आधार पर ही वैक्सीन बनाई गई हैं। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के विषाणु विज्ञान एडवांस अनुसंधान केंद्र के निदेशक रह चुके डा. जान ने प्रेट्र से बातचीत में कहा कि ओमिक्रोन को हमारी उक्ति 'सर्वश्रेष्ठ की अपेक्षा करें लेकिन सबसे बुरे के लिए तैयार रहें' की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में हमारी स्थिति एक प्याली के एक तिहाई भरे होने जैसी है, क्योंकि अभी तक सिर्फ 30 प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीन की दोनों डोज दी जा सकी है। यह स्थिति खराब नहीं, लेकिन इसमें और सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महामारी की पहली और घातक दूसरी लहर से भारत में ज्यादातर लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबाडी बन गई है। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें डा. जान कहते हैं कि ऐसी पृष्ठभूमि में अगर यह वैरिएंट शरीर में प्रवेश करता है और तेजी से फैलता है तो यह अप्रत्याशित हो सकता है। परंतु, स्थिति इतनी बुरी भी नहीं होगी जितनी लोग डरे हैं। यह तीसरी लहर का कारण भी नहीं हो सकता है। इसके बावजूद, इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यही होगा कि हम अपनी आबादी में प्रतिरक्षा पैदा करें, जिसे आमतौर पर सामुदायिक प्रतिरक्षा कहते हैं। इसका मतलब है कि हमें दो चीजें तुरंत करनी चाहिए, जिन्हें कोई डोज नहीं लगी है उन्हें पहली डोज लगाई जाए और जिन्हें दोनों डोज लग गई हैं उन्हें बूस्टर डोज दी जाए। अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रसार के रास्ते में बूस्टर डोज ही सबसे आसान बाधा है, जिसे तुरंत पैदा करना चाहिए। उनके मुताबिक बच्चों से लेकर गर्भवती महिलाओं को भी कोरोना का टीका लगाया जाना चाहिए। मौजूदा वैक्सीन के प्रभाव को लेकर उनका कहना है कि ब्रेकथ्रू मामले सामान्य हो सकते हैं। मूल वायरस समान है इसलिए उम्मीद है कि बूस्टर डोज से पैदा होने वाली उच्च प्रतिरक्षा न सिर्फ हमें इस बीमारी से बचाएगी, बल्कि इसके प्रसार की रफ्तार को भी कम करेगी। ------------------------ Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-government-to-bring-uniformity-in-the-safety-process-of-dams-bill-introduced-in-rajya-sabha-jagran-special-22256794.html,"बांधों की सुरक्षा प्रक्रिया में एकरूपता लाना चाहती है सरकार, राज्‍यसभा में विधेयक पेश, लोकसभा हो चुका है पारित","सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 को लेकर सरकार सभी राजनीतिक दलों से गंभीर मंत्रणा करना चाहती है। बांधों की सुरक्षा एक बड़ी और गंभीर चुनौती है। इसीलिए सदन से आनन-फानन में पारित कराने के बजाय वह लगातार विपक्षी दलों को इस पर होने में वाली बहस में हिस्सा लेने का आग्रह कर रही है। लोकसभा से यह विधेयक पहले ही पारित हो चुका है। सरकार की मंशा देश के सभी बांधों की सुरक्षा संबंधी प्रक्रिया में एकरूपता लाने की है। विधेयक के जरिये एक ऐसा तंत्र विकसित किया जाएगा जो सभी बांधों की सुरक्षा की निगरानी करेगा। इसमें राज्यों की अहम भूमिका सुनिश्चित की गई है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें कुछ राज्यों ने जताया है एतराज हालांकि, कुछ राज्यों ने विधेयक के प्रविधानों पर एतराज जताया है। इसके लिए विधेयक में जरूरी हुआ तो संशोधन भी किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों के प्रतिनिधि सदन में अपनी आपत्तियां जता सकते हैं। दरअसल, जल राज्य का विषय है। विधेयक में किसी भी तरह राज्यों के अधिकारों के साथ छेड़छाड़ नहीं करने का आश्वासन दिया जा रहा है। विधेयक के माध्यम से एक तंत्र तैयार किया जाएगा जो राज्यों के अधिकारों की सुरक्षा करेगा। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें सुरक्षा मानकों का है प्रविधान विधेयक में बांधों के निर्माण और रखरखाव के साथ उसके सुरक्षा मानकों का प्रविधान है। बांधों का सीधा ताल्लुक राज्यों के सिंचाई विभाग और केंद्रीय जल आयोग से है, जिन्हें मजबूती देने की जरूरत है। बांधों के निरीक्षण संबंधी कार्य राज्य सरकारों के पास रहेंगे। बांधों के निर्माण की विफलता से बचने के लिए निवारक तंत्र भी बनेगा क्योंकि बांधों की विफलता के लिए कोई स्थान नहीं है। दरअसल जलवायु परिवर्तन के साथ पानी के मुद्दे पर सावधानी और सटीकता के साथ विचार करने की जरूरत है। बांधों की एकरूपता पर विचार करते समय जलवायु, जलग्रहण क्षेत्रों जैसे स्थानीय कारकों पर भी विशेष बल देने की जरूरत है। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें 293 बांध सौ साल से भी ज्यादा पुराने देश में फिलहाल कुल 5,344 बांधों में से 92 प्रतिशत बांधों का निर्माण एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवाहित होने वाली नदियों पर किया गया है। इनमें से 293 बांध ऐसे हैं जो 100 साल से भी ज्यादा पुराने हैं। उनकी सुरक्षा पर विशेष जोर देने की जरूरत है। देश में 25 प्रतिशत बांध 50 से 100 साल पहले बनाए गए थे। 80 प्रतिशत बांध 25 साल या उससे पुराने हैं। आजादी के बाद देश में कई बांध ध्वस्त भी हो चुके हैं। 1979 में गुजरात में ऐसी ही एक घटना में हजारों लोगों की जान चली गई थी। अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला यह भी पढ़ें जमती गाद की वजह से घट रही बांधों की जल भंडारण क्षमता देश में बांध सुरक्षा संबंधी गंभीर चुनौतियां हैं। कुछ बांध बहुत पुराने हो चुके हैं, जिनके डिजायन जल विज्ञान और बाकी सुरक्षा प्रणाली आधुनिक टेक्नोलाजी पर आधारित नहीं है। इसके अलावा ज्यादातर बांधों में बड़े पैमाने पर गाद (सिल्ट) जमा होने से उनकी जल भंडारण क्षमता लगातार कम हो रही है। इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए बांध सुरक्षा विधेयक की जरूरत महसूस की गई। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-serum-institute-seeks-dcgi-approval-for-covishield-booster-dose-amid-concerns-raised-by-omicron-variant-22256516.html,ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर चिंता के बीच सीरम ने बूस्टर डोज के लिए डीसीजीआइ से मांगी अनुमति,"नई दिल्ली, पीटीआइ। सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (SII) ने देश में वैक्सीन के पर्याप्त स्टाक और कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को देखते हुए कोविशील्ड के बूस्टर डोज के लिए भारत के ड्रग रेगुलेटर की मंजूरी मांगी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) को एक आवेदन में सीरम में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा है कि बिट्रेन की दवा नियामक एजेंसी ने पहले ही एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की बूस्टर खुराक को मंजूरी दे दी है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें एक आधिकारिक सूत्र के अनुसार प्रकाश कुमार सिंह ने मंगलवार को आवेदन में कहा कि दुनिया महामारी को देखते हुए कई देशों ने कोरोना टीकों की बूस्टर खुराक देना शुरू कर दिया है। हमारे देश के लोगों के साथ-साथ अन्य देशों के नागरिक जिन्हें पहले ही कोविशील्ड की दो खुराक दी जा चुकी है, वे भी लगातार बूस्टर खुराक के लिए हमारी फर्म से अनुरोध कर रहे हैं।आप जानते हैं कि अब हमारे देश में कोविशील्ड की कोई कमी नहीं है और महामारी और नए वैरिएंट को देखते हुए वैक्सीन की बूस्टर डोज की मांग दिन-पर-दिन बढ़ती जा रही है। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें प्रकाश कुमार सिंह ने आगे कहा कि यह समय की मांग है और हर व्यक्ति के स्वास्थ्य के अधिकार की बात है कि वे इस महामारी की स्थिति में खुद को बचाने के लिए बूस्टर खुराक से वंचित नहीं रहें। केंद्र सरकार ने संसद को सूचित किया है कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह और कोरोना के लिए वैक्सीन एडमिनिट्रेशन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह बूस्टर खुराक की आवश्यकता को लेकर वैज्ञानिक प्रमाणों पर विचार कर रहा है। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रोन' को लेकर चिंताओं के बीच केरल, राजस्थान, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ ने केंद्र से आग्रह किया है कि वह कोरोना वैक्सीन की बूस्टर खुराक की अनुमति देने पर निर्णय करे। दिल्ली हाई कोर्ट ने 25 नवंबर को केंद्र को निर्देश दिया कि वह उन लोगों को बूस्टर खुराक देने पर अपना रुख स्पष्ट करे, जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग गई है। कोर्ट ने कहा कि वह दूसरी लहर जैसी स्थिति नहीं चाहता है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-horrific-road-accident-in-betul-six-people-died-on-the-spot-22256554.html,"बैतूल में भीषण सड़क हादसा, बस-ट्रक की टक्कर में छह लोगों की मौके पर मौत 25 घायल","बैतूल, एजेंसियां: एमपी के बैतूल जिले में हुए एक सड़क हादसे में छह लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि यह हादसा जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर मुलताई-प्रभातपट्टन मार्ग पर नरखेड़ गांव के पास दोपहर के वक्त हुआ है। यात्री बस और ट्रक के बीच हुई टक्कर में 25 अन्य लोगों के घायल होने की भी खबर है। घायलों में 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। मुलताई थाना प्रभारी सुनील लता के मुताबिक, प्रभातपट्टन से मुलताई के ओर जा रही तेज रफ्तार यात्री बस विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से टकरा गई। हादसे की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टक्कर के बाद दुर्घटना का शिकार हुए वाहन पलट गए, जिससे बस चालक समेत 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में कुल 25 यात्रियों के घायल होने की खबर है, जिनमें से 5 की स्थिति नाजुक बनी हुई है। उन्हें इलाज के लिए पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के वरुद शहर रेफर किया गया है। थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों की पहचान बस चालक शेख राशिद (65), छाया पाटिल (40), सुनील पिपर्डे (45), भीमराव धोटे (60), देवराज पंडोले (60) और तेजस्वी (19) के रूप में हुई है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भीषण सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वो ये सुनिश्चित करें की हादसे में घायल लोगों का उचित हो और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद दी जाए। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-international-flights-will-not-start-in-the-country-from-december15-22255561.html,"International Flight: 15 दिसंबर से देश में नहीं शुरू होंगी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, विशेष यात्री उड़ानों का होगा संचालन","नई दिल्ली, एजेंसियां: देश में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन अभी फिलहाल पहले के तरह ही किया जाएगा। बीते दिनों नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तरफ से जारी एक बयान में कहा गया था कि दिसंबर के तीसरे हफ्ते यानी 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू की जा सकती है। लेकिन इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। देश में पिछले साल 23 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित हैं। गौरतलब है कि भारत से करीब 28 देशों के साथ एयर बबल व्यवस्था के तहत पिछले साल जुलाई से विशेष अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का संचालन किया जा रहा है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें अभी नहीं शुरू होंगी उड़ानें बीते शुक्रवार नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तरफ से जारी एक बयान में कहा गया था कि कमर्शियल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के मुद्दे पर गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य-परिवार कल्याण मंत्रालय ने सहमति जताई है। जिसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन शुरू हो सकता है। लेकिन फिलहाल इस मामले में परिस्थितियां, मौजूदा व्यवस्था के अनुसार ही बने रहने की संभावना है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबंधित मंत्रालय और अधिकारियों से इस विषय पर समीक्षा करने के लिए कहा था। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें 'प्रोएक्टिव' रहने की जरूरत एक बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कोरोना के मुद्दे पर 'प्रोएक्टिव' रहने की जरूरत जताई थी। साथ ही सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की निगरानी और निर्देशों के मुताबिक, यात्रियों की जांच पर जोर दिया था। क्या है एयर बबल व्यवस्था ""एयर बबल"" या ""हवाई यात्रा व्यवस्था"" दो देशों के बीच अस्थायी व्यवस्था है। जिसका मकसद कर्मिशियल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करना है। जिस वक्त COVID-19 महामारी के चलते नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ाने निलंबित हैं। ऐसे में व्यवस्था के तहत दोनों देशों की एयरलाइन सेवाओं को बराबर फायदा पहुंचाने के लिए यह इंतजाम किया गया है। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-244-terrorist-incidents-reported-in-jammu-and-kashmir-this-year-22255572.html,"जम्मू कश्मीर में इस साल कितनी आतंकी घटनाएं हुई जानिए, संसद सत्र में गृह राज्यमंत्री दी जानकारी","नई दिल्ली,एएनआइ। नवंबर तक जम्मू कश्मीर में कुल 244 आतंकी घटनांए सामने आई है। वहीं, साल 2018 में कुल 417 आतंकी घटनाएं दर्ज की गईं थी। साथ ही घुसपैठ की घटनाओं में भी कमी आई है। इस साल नवंबर तक केवल 28 घुसपैठ की घटनाएं दर्ज की गईं हैं। वहीं इसके मुकाबले साल 2018 में कुल 143 घुसपैठ की घटनाएं रिकार्ड की गई थी। संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन राज्यसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि अक्टूबर 2020 से लेकर अक्टूबर 2021 तक विभिन्न आतंकी घटनाओं में 32 सुरक्षाकर्मी और जम्मू कश्मीर के 19 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। पिछले 12 महीनों में दिसंबर 2020 से 26 नवंबर 2021 तक 14 आतंकियों को जिंदा पकड़ा गया है और सुरक्षाबलों ने 165 आतंकियों को ढेर किया है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें पिछले 5 सालों का रिकार्ड इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि पिछले पांच साल में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में देश के कुल 348 सुरक्षाकर्मी और 195 आम नागरिक मारे गए हैं। साल 2017 में कुल 80 जम्मू-कश्मीर के पुलिस कर्मियों सहित सुरक्षा बल के जवानों ने आतंकी घटनाओं में अपनी जान गंवाई थी. साल 2018 में 91 और 2019 में कुल 80 सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान शहीद हुए थे। इसी तरह साल 2020 में 62 जवानों ने देश के लिए बलिदान दिया था। इस साल 15 नवंबर तक 35 पुलिस कर्मियों और सुरक्षा बलों ने अपनी जान गवाई। गृह राज्यमंत्री ने आगे बताया कि पिछले चार सालों की आतंकी घटनाओं में कुल 195 आम नागरिकों की मौत हुई है। जिसमें साल 2017 में 40 नागरिक मारे गए थे, 2018 और 2019 दोनों साल में 39-39 नागरिकों की मौत हुई थी। इसी तरह 2020 में 37 और इस साल 15 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर के 40 लोगों की मौत हुई है। Edited By: Geetika Sharma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-kerala-students-organize-programs-to-increase-awareness-about-aids-demand-to-end-discrimination-22255573.html,"केरल: छात्रों ने AIDS के बारे में जागरूकता बढ़ाने को आयोजित किए कार्यक्रम, भेदभाव खत्म करने की मांग की","कोझिकोड, पीटीआइ। शहर में कालेज के छात्रों के एक समूह ने बुधवार को दुनिया भर में एड्स रोगियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने और उनके प्रति दिखाए गए भेदभाव को समाप्त करने की मांग के लिए पोस्टर प्रदर्शित किए। जमोरिन के गुरुवायुरप्पन कालेज और जेडीटी इस्लाम पालिटेक्निक कालेज के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवक यहां हेरिटेज क्षेत्र, व्यस्त एसएमएस स्ट्रीट पर एकत्र हुए और विश्व एड्स दिवस मनाने और प्रभावित व्यक्तियों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए अपने कलात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें 'असमानता समाप्त करें, एड्स समाप्त करें' (End inequalities, End AIDS) इस वर्ष दिवस की थीम है। जब छात्र सभी को साथ लेकर बजाए गए फिल्मी गीतों पर थिरके, तो बड़ी संख्या में लोग लाइव प्रदर्शन की एक झलक पाने के लिए एकत्र हुए। कार्यक्रम के बाद, छात्रों ने दर्शकों के बीच दिन का संदेश दिया और बीमारी के नाम पर असमानता को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। एनएसएस के अलावा, यहां कोट्टापराम्बु में सरकारी महिला और बाल अस्पताल भी जागरूकता अभियान से जुड़ा था। कार्यक्रम के आयोजकों में से एक डा सी के अफजल ने कहा, 'अभियान का आयोजन एड्स रोगियों को दिखाई गई असमानताओं को समाप्त करने और उन्हें उनमें से एक के रूप में मानने की आवश्यकता पर समाज में जागरूकता पैदा करने के लिए किया जाता है।' आयोजन के दौरान दुनिया भर में एड्स रोगियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने वाले पोस्टर भी लगाए गए। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-andhra-pradesh-tirumala-ghat-road-closed-after-landslide-traffic-affected-22255507.html,"आंध्र प्रदेश: भारी बारिश के कारण तिरुमाला घाट रोड पर दोबारा हुआ भूस्खलन, मार्ग बंद, यातायात प्रभावित","तिरुपति, एजेंसी। तिरुमाला घाट रोड पर भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हो गया है। भूस्खलन के कारण घाट रोड को बंद करना पड़ा है। प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर की ओर जाने वाली सड़क भूस्खलन से सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई है। इस करण वेंकटेश्वर मंदिर के रास्ते में भक्तों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ा है। मंदिर जा रहे कई वाहन फंस गए हैं। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा वाहनों को हटाने का प्रयास किया जा रहा है। बताया गया कि सड़कों को साफ करने का काम जारी है और जल्द एक वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें अधिकारियों ने कहा कि तीन स्थानों पर भूस्खलन से सड़क क्षतिग्रस्त होने के बाद तिरुमाला पहाड़ियों के ऊपर प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर की ओर जाने वाली एक घाट सड़क को बुधवार को बंद कर दिया गया। मंगलवार देर रात बड़े-बड़े बोल्डर सड़क पर लुढ़क गए जिससे महत्वपूर्ण लिंक क्षतिग्रस्त हो गया और वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। इसके बाद टीटीडी के अधिकारी हरकत में आए और वाहनों को रोकने शुरू किया। साथ ही मलबे को साफ करने के लिए अर्थ मूवर्स को तैनात किया। अधिकारी नुकसान का जायजा ले रहे है और मरम्मत करने का काम हो रहा है। सड़कों को नुकसान को देखते हुए ऊपर की सड़क पर सभी वाहनों को रोक दिया गया था। विकल्प के तौर पर डाउन घाट रोड से कुछ-कुछ वाहनों को एक साथ जाने दिया जा रहा था। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें एक महीने से भी कम समय में यह दूसरी बार है जब घाट रोड पर भूस्खलन हुआ है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, 11 नवंबर को घाट की सड़कों को बंद कर दिया गया था और 20 नवंबर को ही फिर से खोल दिया गया था। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण घाट सड़कों पर बोल्डर लुढ़क गए थे। प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर को तिरुपति से जोड़ने वाली सड़कों पर पेड़ भी उखड़कर गिर गए। पहली घाट सड़क पर चार स्थानों पर भूस्खलन के कारण सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि दूसरे घाट मार्ग पर 13 भूस्खलन का बारे में जानकारी मिली। भारी बारिश ने दोनों फुटपाथ (अलीपिरी और श्रीवारी मेट्टू) को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे अधिकारियों को उन्हें बंद करना पड़ा। फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें बारिश के कारण वैकुंठम कतार परिसरों और चार माडा सड़कों पर पानी भर गया था। टीटीडी के अध्यक्ष के अनुसार, टीटीडी को लगभग 4 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। तिरुमाला और तिरुपति में 17 से 19 नवंबर के बीच 19 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 30 वर्षों में सबसे अधिक है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-blanket-travel-bans-will-not-prevent-the-international-spread-of-omicron-variant-says-who-22255419.html,"ओमिक्रोन से बचने के लिए ट्रैवल बैन लगाना नहीं सही उपाय, इससे बढ़ेंगी लोगों की मुश्किलें- WHO","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। दुनिया भर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर जहां एक तरफ पूरी दुनिया सर्तक है और इसकी रोकथाम के उपाय करने में लगी है, वहीं विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन इन उपायों से नाखुश नजर आ रहा है। दरअसल, ओमिक्रोन वैरिएंट के मद्देनजर कई देश अफ्रीकी देशों समेत कुछ अन्‍य देशों को ट्रैवल बैन की सूची में डाल चुके हैं। इन देशों के इसी फैसले से विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन दुखी है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन का कहना है कि ट्रैवल बैन करने से समस्‍या को रोका नहीं जा सकता है। इससे लोगों की खासतौर पर गरीब देशों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। लोग फिर से बेरोजगारी समेत दूसरी कई चीजों के जोखिम को सहने को मजबूर हो जाएंगे। इस फैसले से लोगों के ऊपर दबाव बढ़ जाएगा। पहले से ही वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था काफी दबाव का सामना कर रह है। डब्‍ल्‍यूएचओ की वेबसाइट पर मौजूद इंटरनेशनल ट्रैवल एडवाइस फार कोविड-19 ओमिक्रोन वैरिएंट में कहा गया है कि ट्रैवल बैन करने से विश्‍व की स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। बेहतर होगा कि विभिन्‍न देश ट्रैवल बैन न करके इस वैरिएंट की रोकथाम के लिए दूसरे उपाय करें। वैरिएंट की जीनोम सिक्‍वेंसिंग और अपडेट डाटा के जरिए भी इसको रोकने में मदद मिल सकती है। इससे इस वैरिएंट के प्रभाव और मौजूदा स्‍वरूप को भी समझने में मदद मिल सकेगी। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें बता दें कि ओमिक्रोन का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था। इसके बाद से अब तक ये दुनिया के करीब दस देशों में फैल चुका है। पूरा विश्‍व इसको लेकर काफी सचेत भी है और डरा भी हुआ है। कहा जा रहा कि इसके संक्रमण की रफ्तार डेल्‍टा वैरिएंट से कहीं अधिक है। हालांकि मौजूदा वैक्‍सीन पर इस वैरिएंट का क्‍या असर होगा, इसकी जांच जारी है। डब्‍ल्‍यूएचओ का ये भी कहना है कि इस नए वैरिएंट के अब तक कई म्‍यूटेशन सामने आ चुके हैं। इस वजह से ये अधिक खतरनाक हो सकता है। संगठन की टेक्‍नीकल हैड मारिया का भी कहना है कि इसका प्रसार जितना अधिक होगा उतना ही अधिक ये म्‍यूटेट भी होगा। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-understanding-the-omicron-variant-of-coronavirus-jagran-special-22255400.html,"Omicron Variant News: चिंता का सबब बनता ओमिक्रोन वैरिएंट, सामुदायिक सजगता ही हथियार","योगेश कुमार गोयल। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (बी.1.1.529) ने फिर से चिंता का माहौल बना दिया है। यह बोत्सवाना में मिला है। कोरोना ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाने के अलावा लगभग सभी देशों की अर्थव्यवस्था को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। इसी के कारण करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं। आर्थिक विषमता की खाई बहुत चौड़ी हो गई है। अभी तक कोरोना की सबसे खतरनाक बात यही सामने आती रही है कि यह वायरस स्वयं को मानव शरीर के आटो इम्यून सिस्टम से बचाने के लिए बार-बार अपना रूप बदल लेता है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें वायरस में म्युटेशन के जरिये जितने ज्यादा वैरिएंट बनते हैं, वे उतने ही अधिक खतरनाक होते हैं। ऐसा ही ओमिक्रोन के मामले में भी देखा जा रहा है। इसके स्पाइक प्रोटीन में वायरस के अन्य स्वरूपों की तुलना में अधिक परिवर्तन पाया गया है। स्पाइक में होने वाले बदलावों के कारण ही यह वैक्सीन को भी आसानी से चकमा देने में सक्षम है। यह वजह है कि ओमिक्रोन को लेकर दुनियाभर में दहशत का माहौल है। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें ओमिक्रोन ग्रीक वर्णमाला का 15वां शब्द है। वैरिएंट का नाम विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ग्रीक वर्णमाला के शब्दों के अनुसार ही रखता है। इससे पहले कोरोना के कुल चार वैरिएंट्स अल्फा (बी.1.1.7), बीटा (बी.1.351), गामा (पी.1) तथा डेल्टा (बी.1.617.2) थे। ओमिक्रोन के बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि यह हवा से भी फैल सकता है। इसीलिए चिंता का सबसे बड़ा कारण यही है कि ऐसे में शारीरिक दूरी जैसे नियम भी इस वैरिएंट से निपटने में फेल हो सकते हैं। फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें ओमिक्रोन को डेल्टा के मुकाबले बहुत ज्यादा खतरनाक इसलिए माना जा रहा है, क्योंकि बड़ी तबाही लाने वाले डेल्टा वैरिएंट में जहां स्पाइक प्रोटीन में दो म्युटेशन हुए थे, वहीं ओमिक्रोन में अब तक 50 से ज्यादा म्युटेशन मिल चुके हैं, जिनमें से 32 म्युटेशन केवल इसके स्पाइक प्रोटीन में ही हुए हैं। एक ही वैरिएंट में इतने सारे म्यूटेंट का पाया जाना इस बात की ओर इशारा करता है कि यह कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है। माना जा रहा है कि ओमिक्रोन वैरिएंट किसी ऐसे एचआइवी या एड्स रोगी से विकसित हुआ है, जिसका इलाज नहीं हुआ हो। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें कोरोना वायरस शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करने के लिए स्पाइक प्रोटीन का ही सहारा लेता है। चूंकि नए वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में ही बहुत ज्यादा म्युटेशन हुए हैं इसीलिए संभावना व्यक्त की जा रही है कि यह कोरोना रोधी टीकों को बेअसर करने में सक्षम हो सकता है। इन धारणाओं को इसलिए भी बल मिलता है, क्योंकि नए वैरिएंट से संक्रमित कुछ ऐसे मरीज मिले हैं, जिनमें से कुछ ने वैक्सीन की पूरी डोज ले ली थी और कुछ ने तो बूस्टर डोज भी ली थी। डेल्टा वैरिएंट जितना करीब 100 दिनों में फैला था, ओमिक्रोन उतना 15 दिनों में ही फैल चुका है। अर्थात यह डेल्टा के मुकाबले करीब सात गुना तेजी से फैल रहा है। दक्षिण अफ्रीका में यह वैरिएंट जिस प्रकार कहर बरपा रहा है और अन्य देशों में जिस तेजी से फैल रहा है, उसी के मद्देनजर डब्ल्यूएचओ द्वारा ओमिक्रोन को वैरिएंट आफ कंर्सन घोषित किया जा चुका है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें जिस प्रकार दुनियाभर में ओमिक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में भारत में भी इसके मामले बढ़ते हैं तो ये तीसरी लहर का बड़ा कारण बन सकते हैं। भारत ने लापरवाहियों के चलते कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तबाही का जो मंजर देखा है, ऐसे में अभी से ऐसे ठोस कदम उठाए जाने की सख्त जरूरत है, ताकि हालात फिर से भयावह न होने पाएं। दरअसल हमारे यहां कोरोना को लेकर लगभग सभी पाबंदियां अब केवल कागजों तक ही सीमित दिखती हैं। (लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं) Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-pm-modi-congratulates-people-on-nagaland-statehood-day-22255332.html,"नगालैंड दिवस की पीएम मोदी ने दी बधाई, वीरता और मानवता की पहचान है नागा समुदाय","नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह ट्विटर के माध्यम से नगालैंड वासियों को राज्य दिवस की बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नागा संस्कृति वीरता और साहस को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि नगालैंड दिवस के इस खास अवसर पर राज्य के लोग बधाई के पात्र हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि नागा संस्कृति का भारत के विकास में खास योगदान है। उन्होंने कहा कि वह प्रार्थना करते हैं कि आने वाले सालों में नगालैंड और तरक्की करे। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें गृह मंत्री समेत अन्य ने दी बधाई गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अधयक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत कई अन्य नेताओं ने नगालैंड स्थापना दिवस की बधाई दी है। 1957 में केंद्र सरकार और नगालैंड के नेताओं में नागा पहाड़ियों को एक क्षेत्र बनाने को लेकर एक एग्रीमेंट हुआ था। नगालैंड स्टेट एक्ट के तहत 1962 में नगालैंड को पूरी तरह से भारत के 16वें राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था। लेकिन 1 दिसंबर 1963 में नगालैंड को राजधानी कोहिमा के साथ औपचारिक रूप से मान्यता प्राप्त हुई। नगालैंड नार्थ ईस्ट का एक सीमावर्ती क्षेत्र है, जहां 12 जिले हैं और राज्य का सबसे बड़ा शहर दीमापुर है। वहीं, राज्य में ईसाई धर्म के लोगों की संख्या ज्यादा है। अधिकतर लोग रोजगार के लिए कृषि पर निर्भर हैं। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें त्योहारों के लिए जाना जाता है नगालैंड बता दें कि नगालैंड अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है, जहां विभिन्न क्षेत्रों के आदिवासी लोग भी रहते हैं। सभी लोगों की अपनी अलग-अलग संस्कृति और परंपराएं हैं। इसके चलते नगालैंड को त्योहारों की भूमि के नाम से भी जाना जाता है। आदिवासी लोगों के अधिकतर त्योहार कृषि और बदलते मौसम पर निर्भर हैं। नगालैंड सरकार की ओर से दिसंबर 2000 में राज्य की संस्कृति और आदिवासी लोगों की परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए हार्नबिल त्योहार की शुरुआत की गई थी। यह त्योहार राज्य पर्यटन विभाग और कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। इसके बाद नगालैंड में हर साल यह त्योहार मनाया जाता है, जिसमें राज्य के लोकप्रिय नृत्‍य, खान-पान और खेलों का आयोजन किया जाता है। Edited By: Geetika Sharma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-weather-update-western-disturbance-will-worsen-the-climate-rain-will-increase-trouble-in-these-states-imd-issued-alert-22255116.html,"Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ बिगाड़ेगा मौसम, बारिश बनेगी मुसीबत, इन राज्यों में IMD का अलर्ट जारी","नई दिल्ली, एजेंसी। देश के कई हिस्सों में सर्दियां बढ़ गई है और ऐसे में भारत के सबसे उत्तरी क्षेत्रों, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख को मुश्किल स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं यहां बारिश और मुसीबत बढ़ा सकती है। बताया गया कि एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ इस क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है और इस कारण उत्तरी राज्यों में पहली सर्दियों की बारिश भी जल्द आएगी। वहीं, कर्नाटक के पश्चिम में एक चक्रवाती परिसंचरण बुधवार से गुरुवार तक गुजरात और महाराष्ट्र के तट पर भारी से बहुत भारी बारिश करता हुआ उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा, जिसका अधिक असर बुधवार को देखने को मिलेगा। 100-120 मिमी की कुल वर्षा संचय की उम्मीद लगाई गई है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है यानी लोगों को भारी बारिश, आंधी और तेज हवाओं के लिए 'तैयार' रहने की चेतावनी दी गई है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भी आरेंज अलर्ट पर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अंडमान सागर के मध्य भागों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बुधवार से गुरुवार तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 100-150 मिमी की कुल वर्षा के साथ बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश करेगा। कम दबाव का यह क्षेत्र गुरुवार तक डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है। यह बंगाल की खाड़ी के ऊपर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए शुक्रवार तक एक चक्रवाती तूफान में और तेज हो जाएगा और शनिवार सुबह लगभग उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा तटों के पास पहुंच जाएगा। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें संभावित चक्रवाती तूफान के कारण भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। सप्ताहांत में आंध्र प्रदेश, ओडिशा से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल तक फैले तट पर कुल 150-200 मिमी बारिश होने की संभावना है। इस सप्ताह के अंत में आंध्र प्रदेश ओडिशा के तटों पर 60-70 किमी / घंटा की रफ्तार से हवा के झोंके चलते नजर आएंगे। इस बीच, एक पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश, बर्फबारी करेगा। एक और पश्चिमी विक्षोभ इन क्षेत्रों को सप्ताहांत में प्रभावित करेगा। फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें जहां तक पारा स्तर की बात है, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों में बुधवार और गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे रहेगा। दूसरी ओर, इस सप्ताह के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और पूर्वोत्तर भारत में रीडिंग सामान्य से काफी अधिक बढ़ जाएगी। इस सप्ताह के दौरान पूरे उपमहाद्वीप में न्यूनतम तापमान सामान्य से बहुत ऊपर रहेगा, साथ ही पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और पूर्वोत्तर भारत के लिए औसत रातों की तुलना में काफी गर्म रहेगा। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें क्षेत्रीय पूर्वानुमान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश, गुजरात क्षेत्र, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। सौराष्ट्र और कच्छ, केरल और माहे और लक्षद्वीप में गरज के साथ व्यापक बारिश का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, कर्नाटक में गरज के साथ छिटपुट बारिश संभव है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, मराठवाड़ा और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में गरज के साथ छिटपुट वर्षा की भविष्यवाणी की गई है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-coronavirus-update-active-cases-is-now-less-than-one-lakh-8954-new-cases-and-267-deaths-registered-on-the-last-day-22255156.html,"India Coronavirus Update: एक लाख से कम हुए सक्रिय मामले, बीते दिन 8,954 नए केस और 267 मौतें हुई दर्ज","नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में बीते दिन कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, सक्रिय केस अब एक लाख से भी कम हो गए हैं यानी इतने केस आ नहीं रहे हैं, जितने कि ठीक हो रहे हैं। देखा जाए तो जहां दुनिया इस समय कोरोना के नए वेरीयंट ओमिक्रोन को लेकर चिंतित है, वहीं, भारत में पिछले काफी समय से 10 हजार से कम आ रहे केस राहत लेकर आते हैं। इसके बावजूद सावधानी बेहद जरूरी है और कोरोना की इस लड़ाई में अपने टीके लेना भी महत्वपूर्ण है। इस बीच भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। बुधवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 8,954 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 45 लाख 96 हजार 776 हो गई है, जबकि सक्रिय मामले घटकर एक लाख से भी कम हो गए हैं। बताया गया कि 547 दिनों के बाद यह आंकड़ा नीचे गया है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 267 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,69,247 हो गई है। 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 1,520 की कमी आई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.36 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो पिछले साल मार्च के बाद से सबसे अधिक है। नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 54 सीधे दिनों के लिए 20,000 से नीचे रही है और लगातार 156 दिनों में 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं। दैनिक सकारात्मकता दर 0.81 प्रतिशत दर्ज की गई थी। पिछले 58 दिनों से यह 2 फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.84 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 17 दिनों से यह 1 फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 40 लाख 28 हजार 506 हो गई, जबकि मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत हो गई। बीते दिन 10,207 लोग डिस्चार्ज हुए। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 124.10 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-delhi-and-its-surrounding-state-are-under-thick-layer-of-smog-know-your-area-air-quality-22255122.html,"दिल्‍ली-एनसीआर में छाई कोहरे की चादर, जानें- आपके इलाके में कैसा है वायु प्रदूषण का स्‍तर","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। दिल्‍ली और एनसीआर के राज्‍यों में बुधवार सुबह से ही कोहरे की चादर छाई हुई है। हालांकि यदि बात करें वायु प्रदूषण या एक्‍यूआई के स्‍तर की तो वो गंभीर स्‍तर में होने के बाद भी अन्‍य दिनों के मुकाबले कुछ कम रिकार्ड किया गया है। दिल्‍ली की ही यदि बात करें तो यहां के विभिन्‍न इलाकों में सुबह 9 बजे का एक्‍यूआई का स्‍तर इस प्रकार रिकार्ड किया गया है। श्रीनिवासपुरी में 301, रोहिणी में 376, वजीरपुर में 417, नरेला में 431, बवाना में 362, जहांगीरपुरी में 377, अलीपुर में 401, झिलमिल में 383, आनंद विहार में 418, नजफगढ़ में 229, रिकार्ड किया गया है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें उत्‍तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क-5 में सुबह करीब 9 बजे एक्‍यूआई का स्‍तर 495 और नालेज पार्क-3 में ये 365 रिकार्ड किया गया है। इसके अलावा गाजियाबाद के संजय नगर में 344, इंद्रापुरम में 342, नोएडा के सेक्‍टर 62 में 482, लोनी में 442, बुलंदशहर में 339, हापुड़ में 356, मुरादाबाद में 516, मेरठ में 308 रिकार्ड किया गया है। दिल्‍ली से सटे हरियाणा की बात करें तो यहां पर भिवाड़ी में सुबह 9 बजे एक्‍यूआई का स्‍तर 220, मानेसर में 300, रोहतक में 236, चरखी दादरी में 225, कैथल में 189, फरीदाबाद में 471, पलवल में 130 गुरुग्राम में 242 और बहादुरगढ़ में 202, यमुना नगर में 406 रिकार्ड किया गया है। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें गौरतलब है कि दिल्‍ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के स्‍तर पर सुप्रीम कोर्ट कई बार अपनी चिंता और नाराजगी जता चुका है। इस पर सुप्रीम कोर्ट में मामला भी निलंबित है। इस मामले की पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र और दिल्‍ली सरकार पर उनके रवैये को देखते हुए कड़ी टिप्‍पणी तक की थी। दिल्‍ली एनसीआर की खराब होती हवा को लेकर स्‍वास्‍थ्‍य मामलों के जानकार भी चिंता जता चुके हैं। इन विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के वातावरण में कोरोना का वायरस अधिक समय तक बना रह सकता है। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-coronavirus-new-variant-omicron-update-strict-rules-apply-for-international-passengers-at-airports-from-1dec-22254908.html,"ओमिक्रोन की चिंता: अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आज से कड़े नियम लागू, राज्य सरकारें भी अलर्ट","नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का खतरा देश पर मंडरा रहा है। हालांकि देश में नए वैरिएंट का कोई केस सामने नहीं आया है। लेकिन भारत की राज्य सरकारें खासा सतर्कता बरत रहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों, खासकर अत्यधिक जोखिम वाले देशों से आने वालों के लिए मंगलवार मध्य रात्रि से कड़े नियम लागू हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को राज्यों को ढिलाई नहीं करने और विभिन्न हवाई अड्डों, बंदरगाहों तथा भू-सीमा से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी निगरानी करने की सलाह दी।नए नियमों के तहत जोखिम ग्रस्त देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य हैं और जांच के नतीजे आने पर ही उन्हें हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति मिलेगी। साथ ही, अन्य देशों से उड़ानों से आने वाले यात्रियों में से पांच प्रतिशत की कोरोना की जांच की जाएगी। ओमिक्रोन से जुड़ी हर खबर के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए... ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें बीते 24 घंटे में कोरोना के 8,954 नए कोरोना केस मिले भारत में बीते 24 घंटे में 8,954 नए कोरोना केस मिले हैं और 267 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान 10,207 लोग रिकवर भी हुए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक फिलहाल 99,023 एक्टिव केस हैं। देश भर में वैक्सीनेशन कैंपन जोरशोर से चलाया जा रहा है। अब तक 1.24 अरब लोगों को टीका लग चुका है। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें लोकसभा में आज कोरोना पर होगी चर्चा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को बताया कि लोकसभा में बुधवार को कोरोना महामारी पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि यह चर्चा कम अवधि वाली होगी। यह चर्चा नियम 193 के तहत होगी, जिसके तहत सदस्य सार्स-कोव-2 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के बारे में विवरण मांग सकते हैं। कर्नाटक : रिपोर्ट निगेटिव फिर भी सात दिन क्वारंटीन रहना होगा फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के. सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि राज्य में प्रतिदिन लगभग 2,500 अंतरराष्ट्रीय यात्री आते हैं और सभी को अब आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाना अनिवार्य है, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आएगी, उन्हें सात दिन के लिए होम क्वारंटीन किया जाएगा। हरियाणा स्कूल खोलने का फैसला टाला हरियाणा सरकार ने कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के सामने आने पर पहली दिसंबर से स्कूलों को पूरी क्षमता के साथ खोलने का निर्णय टाल दिया है। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें नागपुर में स्कूल 10 दिसंबर और पुणे में 15 दिसंबर तक बंद नागपुर के नगर आयुक्त राधाकृष्णन बी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को ध्यान में रखते हुए शहर में कक्षा एक से सात तक के स्कूल 10 दिसंबर तक नहीं खुलेंगे। उसके बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी और उसके अनुसार निर्णय लिया जाएगा। उधर, पुणे नगर निगम ने भी कक्षा 1 से 7 तक के स्कूलों को 15 दिसंबर के बाद खोलने की मंगलवार को घोषणा की है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें हवाई अड्डे पर ही इंतजार करने के लिए तैयार रहें इसके मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सलाह दी है कि जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्री आरटी-पीसीआर जांच के नतीजे आने तक हवाई अड्डे पर ही इंतजार करने के लिए तैयार रहें और वहां से अन्य स्थान के लिए पहले से संपर्क उड़ान बुक नहीं करें।दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 1,500 लोगों के रुकने की व्यवस्थाराष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों ने नए नियमों को लागू करने के लिए कमर कस ली है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा ने एक बार में 1,500 तक यात्रियों को रखने की व्यवस्था की है। इनमें जोखिम वाले देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्री भी होंगे, जो जांच रिपोर्ट आने तक रोके जाएंगे। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें जांच और रुकने के लिए हर यात्री से लिए जाएंगे 1700 रुपये अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक यात्री को आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी, जिसके लिए करीब 1,700 रुपये लिए जाएंगे। जांच रिपोर्ट आने तक उनके रुकने के दौरान भोजन-पानी भी इस राशि में शामिल है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के प्रवक्ता ने कहा कि सभी एएआइ हवाई अड्डे केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का राज्य प्राधिकारों के साथ समन्वय कर लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। एएआइ का शीर्ष प्रबंधन भी स्थिति की निगरानी कर रहा है। एएआइ 34 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का संचालन करता है। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें जोखिम ग्रस्त सूची में 11 देश सरकार द्वारा 26 नवंबर को अपडेट की गई सूची के मुताबिक 11 देशों को जोखिम ग्रस्त सूची में रखा गया है। इनमें ब्रिटेन व यूरोपीय संघ के देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, इजरायल और हांगकांग शामिल हैं। पहले इस सूची में बांग्लादेश का भी नाम था, लेकिन मंगलवार को सरकार ने उसे इससे बाहर कर दिया। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने ढाका में कहा कि इस मुद्दे को भारत के समक्ष उठाया गया था। भारतीय उच्चायुक्त ने बताया है कि उनके अनुरोध पर बांग्लादेश को इस सूची से हटा दिया गया है। Edited By: Sanjeev Tiwari",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-is-cause-for-concern-jagran-special-22255069.html,कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के आने से फिर डर और बंधनों के बीच जीने की बढ़ती आशंका,"डा. मोनिका शर्मा। बीते दो साल से कोविड-19 के वैश्विक संकट से जूझ रही दुनिया अब तीसरी लहर के खतरे की आशंका से घिरती जा रही है। पहली और दूसरी लहर में भारत समेत दुनिया के कई देश दर्दनाक स्थितियां झेल चुके हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण की वापसी की यह आहट चेताने वाली है। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वैरिएंट आफ कंसर्न घोषित किया गया कोरोना का नया वैरिएंट ‘ओमिक्रोन’ फिर से जीवन सहेजने के मोर्चे पर मुश्किलें खड़ी करता दिख रहा है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें विज्ञानियों का भी मानना है कि यह नया वैरिएंट भयावह संक्रमण की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा से भी ज्यादा संक्रामक है। तेजी से फैलने वाले इस वैरिएंट से बचाव और इसके विस्तार को रोकने के लिए सहजता की पटरी पर लौटते जीवन में फिर सतर्कता और दिशा-निर्देशों के पालन की जरूरत है। फिर अपने पैर पसार रही इस जानलेवा परेशानी से लड़ने से लिए आमजन का सचेत रहना जरूरी है। कोविड-19 महामारी की पहली और दूसरी लहर की मुसीबत से जूझते हुए यह देखा-समझा गया है कि आमजन की समझ और सतर्कता ही इस आपदा को काबू में ला सकती है। हालांकि नए वैरिएंट को लेकर देश में सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं, पर बड़ी आबादी वाले हमारे देश में इस विपदा से लड़ने के लिए सामुदायिक सजगता ही सबसे मुफीद हथियार है। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें चिंतनीय है कि बेहद खतरनाक बताए जा रहे नए वैरिएंट से संक्रमण तेजी से फैल सकता है। नतीजतन कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से फैल रहे संक्रमण की जानकारी सामने आने के बाद पूरी दुनिया में बचाव के इंतजामों पर मुस्तैदी दिखाई जा रही है। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग में कोविड के नए वैरिएंट के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यही वजह है कि कई देश अफ्रीकी देशों से आने वाली उड़ानों पर रोक भी लगा रहे हैं। नए मरीजों के सामने आने के बाद इजरायल ने सात अफ्रीकी देशों से आने-जाने पर रोक लगा दी है। वहीं ब्रिटेन ने भी छह अफ्रीकी देशों से आवाजाही पर पाबंदियां लगाई हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए भारत सहित कई अन्य देश भी प्रतिबंध लगाने के कदम उठाने की सोच रहे हैं। फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें भारत के संदर्भ में देखा जाए तो सरकार कई मोर्चो पर मुस्तैद है। संभावित तीसरी लहर के खतरे को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्कता बढ़ाने की हिदायत दी है। सभी राज्यों को हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी जांच किए जाने और सतर्क रहने की सलाह देते हुए चिट्ठी लिखी है। विशेषकर सीधे दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों या दक्षिण अफ्रीका से होकर आने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखने और कोरोना जांच में गंभीरता बरते जाने के निर्देश दिए गए हैं। देश भर में टेस्ट और वैक्सीनेशन को फिर रफ्तार देने के प्रयास शुरू हो गए हैं। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें गौरतलब है कि हमारे यहां अब तक कोविड रोधी टीके की 120 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी हैं, लेकिन सामने आ रहा है कि नया वैरिएंट कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा विकसित रूप है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट फार कम्युनिकेबल डिजीज के मुताबिक वहां सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए-नए म्युटेशन वाकई खतरनाक हैं। साथ ही म्यूटेंट बनने का सिलसिला भी जारी है। चिंतनीय भी है कि यह वैरिएंट टीका ले चुके लोगों के लिए भी जान का जोखिम खड़ा कर सकता है। ऐसे में वैक्सीन के प्रभाव को खत्म करने में भी सक्षम माने जा रहे इस वैरिएंट के संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए आम लोगों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें विचारणीय है कि त्योहारी मौसम के बाद इन दिनों शादियों के माहौल में हर नागरिक को जिम्मेदार बनने की जरूरत है। फिर दस्तक दे रही आपदा की आशंका के बीच खुशियां मनाते हुए जिंदगी को जोखिम में डालने वाली गलतियों से बचना आवश्यक है। भीड़ जुटाने वाले शादी समारोहों से दूरी बनाना ही बेहतर है। लग रहा है कि वैश्विक महामारी के न्यू नार्मल वाले नियमों में बंधे रहना ही जीवन बचाने का रास्ता है। खुशियां बटोरते हुए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुसरण न केवल नए वैरिएंट से बचाव के लिए जरूरी है, बल्कि इसके विस्तार को भी रोक सकता है। ऐसे में जिंदगी बचाने वाले नियमों को ताक पर रखकर आयोजन करना वाकई एक बड़ी गलती साबित हो सकती है। तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए हर नागरिक को यह समझना होगा कि इस साझे संकट से मिलकर ही जूझना है। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें हाल ही में इस संकट से उबरने की स्थितियां बनीं तो स्कूल खोलने से लेकर वैवाहिक आयोजनों में नियत संख्या से ज्यादा मेहमान बुला सकने जैसे कई फैसले किए गए। यह ढील जनता के जीवन को सहज बनाने के लिए ही थी। तकलीफदेह है अब फिर कठोर नियमों का अनुसरण करना आवश्यक हो गया है। जीवन सहेजने और इस संकट से उबरने के लिए यह जरूरी भी है। रेखांकित करने योग्य बात है कि कोरोना संकट की पहली और दूसरी लहर से जूझते हुए देश के नागरिकों ने टीका लगवाने से लेकर नियमों के पालन तक गंभीरता दिखाई है। जबकि कई विकसित देशों के नागरिक जीवन बचाने वाले प्रतिबंधों के खिलाफ भी आवाज उठाते रहे हैं। शिक्षित और सुविधासंपन्न माने जाने वाले पश्चिमी देशों में लोगों ने वैक्सीन लेने में भी कोताही की है। हमारे देश के नागरिकों ने न केवल अनगिनत समस्याओं का सामना करते हुए भी कोरोना रोधी टीके की खुराक ली, बल्कि कोरोना वारियर्स दूरदराज के इलाकों में हर संकट का सामना करते हुए लोगों को वैक्सीन लगाने पहुंचे। नागरिकों का यही जज्बा देश का साहस बना। तीसरी लहर के आसन्न खतरे को देखते हुए फिर सामुदायिक सजगता और जीवन सहेजने वाले साझे दायित्व बोध के भाव की दरकार है। [सामाजिक मामलों की जानकार] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-sand-artist-sudarsan-pattnaik-on-tuesday-created-sand-art-on-puri-beach-on-the-eve-of-world-aids-day2021-22254795.html,"World AIDS Day: सैंड आर्टिस्ट ने बनाई खूबसूरत कलाकृति, सिलिगुड़ी में HIV से मरने वालों को कैंडल जला दी गई श्रद्धांजलि","सिलिगुड़ी, एएनआइ। एड्स पीड़ितों की मदद और इस बीमारी से जुड़ी गलत धारणाओं को खत्म करने के प्रयास के तौर पर हर साल मनाए जाने वाले विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या के मौके पर मंगलवार को सिलिगुड़ी की यौन कर्मियों , स्वास्थ्य कर्मियों और एड्स मरीजों ने मिलकर सामूहिक रूप से मोमबत्तियां जलाईं और इस बीमारी से मरने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं ओडिशा के पुरी तट पर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने भी बालू की खूबसूरत कलाकृति बनाई। इस बार यानि 2021 में विश्व एड्स दिवस 2021 का थीम 'असमानताओं को समाप्त करें. एड्स खत्म करें' है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि साल 2021 का मुख्य एजेंडा दुनिया भर में आवश्यक एचआईवी सेवाओं तक पहुंच में बढ़ती असमानताओं को उजागर करना है। इसमें आगे कहा गया है कि विभाजन, असमानता और मानवाधिकारों की अवहेलना उन विफलताओं में से हैं जिन्होंने एचआईवी को वैश्विक स्वास्थ्य संकट बनने और बने रहने दिया। WHO यह भी कहता है कि अब COVID-19 सेवाओं में असमानता और व्यवधान को बढ़ा रहा है, जिससे एड्स बीमारी से जूझ रहे मरीजों का जीवन और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें विश्व एड्स दिवस पहली बार 1 दिसंबर, 1988 को मनाया गया था। इसे मनाने का मकसद एड्स से पीड़ित लोगों की मदद करना और एड्स से जुड़ी गलत धारणाओं को दूर करते हुए लोगों को शिक्षित करना है। Odisha: Sand artist Sudarsan Pattnaik on Tuesday created sand art on Puri beach on the eve of #WorldAIDSDay2021 pic.twitter.com/v2xapIe5i5 — ANI (@ANI) November 30, 2021 विश्व एड्स दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। HIV का प्रतीक लाल रंग का रिबन है। पश्चिम बंगाल में अभी तक कुल 50 हजार एड्स के मरीज हैं। UNAIDS के अनुसार, आज, दुनिया 2030 तक एड्स को समाप्त करने के लिए साझा प्रतिबद्धता को पूरा करने से दूर है, न कि एड्स को मात देने के लिए ज्ञान या उपकरणों की कमी के कारण, बल्कि संरचनात्मक असमानताओं के कारण जो एचआईवी की रोकथाम और उपचार के सिद्ध समाधानों में बाधा डालती हैं। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-kisan-andolan-central-government-asked-for-five-names-from-united-kisan-morcha-for-the-committee-of-msp-22254105.html,"केंद्र सरकार की बड़ी पहल, MSP पर समिति के लिए संयुक्त किसान मोर्चा से मांगे पांच नाम","नई दिल्ली, जागरण टीम। केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून के लिए बनाई जाने वाली समिति के लिए पांच लोगों के नाम मांगे हैं लेकिन मोर्चा ने अभी नाम तय नहीं किए हैं। मोर्चा चार दिसंबर को होने वाली बैठक में इन नामों के साथ ही आंदोलन को दिशा देने संबंधी अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला लेगा। हालांकि मोर्चा की एक आपातकालीन बैठक बुधवार को दोपहर बाद कुंडली बार्डर पर होगी। इसमें आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। मंगलवार को मोर्चा ने जारी बयान में साफ किया कि जब तक किसानों की सभी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे यहां से नहीं जाएंगे। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें उधर, पंजाब की 32 जत्थेबंदियों ने भी लगातार दूसरे दिन बैठक के बाद कहा कि वे अधूरी मांगों के साथ वापस नहीं जाएंगे। इस बीच, यूपी गेट पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की घर वापसी की अफवाह फैलाई जा रही है। एमएसपी पर कानून और किसानों पर लगे मुकदमों की वापसी के बिना हम नहीं जाएंगे। आंदोलन में शामिल निहंग भी सभी संगतों से विमर्श करने के बाद ही वापसी का फैसला लेंगे। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें निहंग बाबा बलविंद्र ने कहा कि वे सभी संगतों से बातचीत कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता डा. दर्शनपाल ने कहा कि केंद्र ने मंगलवार को मोर्चा से पांच नाम एमएसपी मुद्दे पर विचार करने वाली समिति के लिए मांगे हैं, लेकिन हमने अभी नामों पर फैसला नहीं किया है। हम चार दिसंबर को नाम तय करेंगे। मोर्चा के सभी घटक संगठनों की चार दिसंबर को प्रस्तावित बैठक में प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उठाए गए विभिन्न बिंदुओं और भविष्य में लिए जाने वाले फैसलों पर भी चर्चा होगी। फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें घर वापसी को सामान बांधने लगे प्रदर्शनकारी इस बीच, कुंडली बार्डर पर मंगलवार सुबह कई प्रदर्शनकारियों ने अपना सामान पैक कर ट्रक में रख लिया। किसान तेजेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार ने उनकी मांगें मान ली हैं, बाकी मांगें भी पूरी करने का आश्वासन दिया है। अब उनके घर में बेटी की शादी है, इसलिए अब लौटने की तैयारी है। निहंग बाबा बलविंद्र ने साथियों पर लगाए आरोप अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें कुंडली बार्डर पर बेअदबी का आरोप लगाकर युवक की नृशंस हत्या के मामले के बाद विवादों में आए निहंग जत्थेदारों ने एक-दूसरे पर ही सवाल उठाए हैं। निहंग जत्थेदार बाबा बलविंद्र स‍िंह ने मंगलवार को कहा कि युवक की हत्या के मामले में उनके चार निहंग साथी जेल में हैं। उस समय निहंग जत्थेदार बाबा राजराज सिंह और बाबा कुलविंद्र सिंह समेत कई लोगों ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन अब कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा। बाबा बलविंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि उनके पास फोन आ रहे हैं कि लाखों रुपये उनके पास पहुंचाए गए हैं, वे क्या कर रहे हैं? उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास कोई पैसा नहीं आया है, जिन लोगों के पास पैसा आया है, वे जानें। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें टिकैत ने किया ट्वीट यूपी गेट पर भी मंगलवार को आंदोलन को लेकर मंथन हुआ। राकेश टिकैत ने दिन में प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक की और शाम करीब साढ़े पांच बजे एक ट्वीट में लिखा कि किसान, नरेन्द्र मोदी कमेटी की 2011 में बनाई रिपोर्ट को लागू करने और एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। सरकार देश के आर्थिक तंत्र पर बोझ का रोना रोकर इससे बचने के रास्ते तलाश रही है। कई सत्तापोषित अर्थशास्ति्रयों को सरकार ने अपने बचाव के लिए आगे कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन के ट्विटर हैंडल से इसे रिट्वीट करते हुए लिखा गया कि एमएसपी जरूरी है। हालांकि यूपी गेट पर मंगलवार को ज्यादातर टेंट खाली रहे। मंच सूना पड़ा रहा। फिर भी पुलिस बल तैनात रहा। खुफिया विभाग की टीम सक्रिय रही। 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें टीकरी पर रात में जश्न का माहौल, सुरक्षा बल की तैनाती बढ़ी बहादुरगढ़। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पूरी होने के बाद अब टीकरी बार्डर पर आंदोलनकारियों की ओर से रोज रात में जश्न मनाने के नाम पर हुल्लड़बाजी से लोगों को परेशानी हो रही है। आंदोलन स्थल पर सोमवार की रात बीच सड़क पर ट्रैक्टर खड़े कर दिए गए। तेज म्यूजिक के बीच युवा आंदोलनकारी खूब नाचे। ऐसे में यहां से निकलने वालों को परेशानी हुई। इन हालातों को देख अब बैरिकेडिंग के दोनों तरफ सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें मंगलवार को एक तरफ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और दूसरी तरफ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान तैनात किए गए। सीआरपीएफ के महानिरीक्षक ने दौरा कर हालात जाने। टीकरी बार्डर पर कई जगह सामान लदे ट्रैक्टर-ट्राली खड़े हैं। अब एसकेएम की घोषणा का इंतजार है। सभा के मंच से कई वक्ता अभी आंदोलन जारी रहने की बात कहते नजर आए। हरियाणा से किसान नेता जोगेंद्र सिंह ने कहा कि हम यहां किसी से टकराने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि अपनी मांग मनवाने के लिए आए हैं। अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला यह भी पढ़ें महिलाओं की भूमिका की सराहना नया गांव चौक पर भाकियू एकता उगराहा संगठन के मंच से आंदोलन में महिलाओं की भूमिका की सराहना की गई। मालन कौर कोठागुरु ने इस संघर्ष में महिलाओं द्वारा निभाई जा रही भूमिका, उनकी भागीदारी की सराहना की। पलविंदर कौर अमृतसर ने किसानों, श्रमिकों और निजीकरण, वैश्वीकरण और खुले बाजार की नीतियों को लेकर मानसिक रूप से तैयार रहने का आह्वान किया। Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-mansukh-mandaviya-meeting-with-states-on-airport-screening-and-surveillance-amid-concerns-over-covid-omicron-variant-22258077.html,"ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा","नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया एयरपोर्ट की स्क्रीनिंग पर राज्यों के साथ बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में एयरपोर्ट सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों (एपीएचओ) और बंदरगाह स्वास्थ्य अधिकारियों (पीएचओ) के साथ ताजा हालात पर चर्चा की जाएगी। Union Health Minister Dr. Mansukh Mandaviya will chair a meeting at 10 am today with States on airport screening and surveillance with Airport Public Health Officials (APHOs) and Port Health Officials (PHOs): Official sources pic.twitter.com/KLsJfSfnYp — ANI (@ANI) December 2, 2021 अधिकारी सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री सुबह 10 बजे राज्यों के साथ होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। विदेशों में लगातार सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के मामलों को देखतदे हुए भारत भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में पहली बार नए ओमिक्रोन वैरिएंट सामने आया था। Edited By: Manish Pandey",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-the-increasing-npa-of-banks-is-a-threat-to-the-existence-of-the-country-banking-system-jagran-special-22258072.html,बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा,"मनोहर मनोज। हाल में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार द्वारा देश के सभी बैंक डिफाल्टर्स के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि देश में बैंकों के साथ धोखाधड़ी करके या उनसे लिए गए कर्ज की रकम पचाने वाले तमाम डिफाल्टर देश के अंदर हैं और कई विदेश भाग चुके हैं। इन सभी के खिलाफ सरकार सख्ती बरतने की अपनी नीति पर काम कर रही है। कहना न होगा कि पिछले एक दशक में बैंकों की अनुत्पादक परिसंपत्ति (एनपीए) बढ़कर छह लाख करोड़ रुपये से करीब दोगुनी हो गई है। यह स्थिति देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद गंभीर है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें देश के आर्थिक भ्रष्टाचारियों के लिए बैंक आसान शिकार बने हुए हैं। कर्ज लेकर लापता होने और इन्हें नहीं चुकाने वालों की एक लंबी सूची है। सच बात तो यह है कि बैंकिंग सेक्टर की यह एक लाइलाज बीमारी बन चुकी है। ऐसे में वित्त मंत्री का यह संकल्प बेहद सराहनीय है। यह बताना जरूरी है कि देश में अभी विभिन्न बुनियादी समस्याओं और मूलभूत राष्ट्रीय लक्ष्यों के मार्ग में जो कुछ बड़े अवरोध हैं, उनमें एक एनपीए भी है। गौरतलब है कि हमारे देश में भ्रष्टाचार का सर्वप्रमुख स्वरूप यानी मौद्रिक भ्रष्टाचार अलग-अलग दौर में अलग-अलग रूपों में अवतरित होता रहा है। 1990 में देश में नान बैंकिंग कंपनियों का दौर आया, जिन्होंने लोगों को असामान्य रूप से ज्यादा ब्याज का लालच देकर उनसे अरबों रुपये जमा करा लिए और फिर इनमें से अधिकतर कंपनियां भूमिगत हो गईं। इससे लाखों लोगों को नुकसान हुआ। इसके बाद देश ने 2000 में रियल एस्टेट कंपनियों के फ्राड को देखा। कई रियल एस्टेट कंपनियों ने अपने प्री-लांच हाउसिंग स्कीमों के जरिये लाखों निवेशकों को ठगा। साल 2010 में सस्ती मुद्रा नीति एवं रियायती कर्ज नीति का फायदा उठाकर देश के तमाम छोटे-बड़े कारपोरेट कारोबारियों ने बैंकों से जमकर कर्ज लिया और फिर उसके बाद सभी को मालूम ही है कि कहानी क्या हुई? जब इन सभी बैंकों के कर्ज घोटाले उजागर हो रहे थे, तब हमारे देश में बैंकों की कर्ज नीति को लेकर भी लोगों का गुस्सा चरम पर पहुंच रहा था। कहा गया कि जो बैंक एक छोटे कर्ज की रकम लेने के लिए कर्जदार को नाकों चने चबवा देते हैं, वे बड़े कजर्दारों के प्रति आखिर इतनी ढिलाई एवं लापरवाही क्यों बरतते हैं? साथ ही यह सवाल भी खूब सुर्खियों में रहा कि देश के बैंकों ने अब तक अपनी कर्जनीति को बिल्कुल नीतिसम्मत और पारदर्शी क्यों नहीं बनाया है? वास्तव में जब लोगों को दिए जाने वाले कर्जे की संस्तुति बैंकरों के विवेक पर छोड़ दी जाएगी तो उसमें भ्रष्टाचार तो होगा ही। साथ-साथ निवेश और कर्ज की असुरक्षा भी चरम पर होगी। हमारे कई बैंकरों ने बड़े कर्जदारों के साथ एक तरह से साझा भ्रष्टाचार की मिसालें पेश की हैं। यही वजह है कि अब बैंकों के सर्वोच्च पदाधिकारियों के कठघरे में जाने की खबरें आने लगी हैं। फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें बहरहाल केंद्रीय वित्त मंत्री ने बैंक की फंसी पूंजी की वसूली के लिए चार सूत्रों की बात कही है। पहला कर्जदारों की पहचान, दूसरा सुलह-समाधान, तीसरा पुन:पूंजीकरण और चौथा सुधार। वित्त मंत्री के इस संकल्प की एक झलक पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देश के बड़े बैंकरों के साथ हुई एक बैठक में मिली। इसमें प्रधानमंत्री द्वारा कहा गया कि पिछले सात सालों के दौरान देश के बैंकों ने कुल करीब पांच लाख करोड़ रुपये के फंसे कर्ज को वसूला है। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार राष्ट्रीय बैंकिंग परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कोष योजना के जरिये करीब दो लाख करोड़ रुपये की फंसी परिसंपत्तियों की और रिकवरी करेगी। प्रधानमंत्री का यह बयान मौजूदा बैकिंग परिदृश्य के लिए एक बेहद आशाजनक तस्वीर पेश करता है। इसके इतर अभी केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से एक सूचना जारी की गई है, जिसमें यह बताया गया कि निदेशालय अभी तक विजय माल्या, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी की भारत स्थित करीब 9,300 करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्तियां उनके कर्जदाता सार्वजनिक बैकों को स्थानांतरित कर चुका है। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें कहना न होगा कि देश में ऐसी मानसिकता वाले भ्रष्टाचारियों का एक बड़ा तबका है, जो बैंकों से बड़े-बड़े कर्ज लेकर उन्हें डकारने की जुगत में लगा रहता है। इस मानसिकता को तभी बदला जा सकता है, जब देश में एक फूलप्रूफ नई कर्ज और निवेश संस्कृति स्थापित की जाए। कोई भी कर्ज किसी भी सूरत में न डूबे इसे लेकर हर तरह के नीतिगत एवं तकनीकगत उपाय सुनिश्चित किए जाएं। मजे की बात यह है कि देश में अभी माइक्रो फाइनेंस एवं स्व-सहायता समूहों द्वारा लिए जाने वाले कर्ज की अदायगी का आंकड़ा करीब सौ फीसद है तो फिर बड़े-बड़े उद्योगों द्वारा लिए जाने वाले कर्ज इस कदर असुरक्षित क्यों हैं? वास्तव में बैंकों का बढ़ता एनपीए देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है। जिसका समाधान एक व्यापक, पारदर्शी तथा स्वत: सुरक्षित जमानत के प्रविधानों के जरिये किया जा सकता है। -आइआरसी सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें [आर्थिक मामलों के जानकार] बैंकों का बढ़ता एनपीए देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा। प्रतीकात्मक Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-air-quality-is-severe-in-faridabad-and-other-areas-of-delhi-22258052.html,"फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। दिल्‍ली-एनसीआर के कई इलाकों में गुरुवार की सुबह कोहरे की चादर छाई रही। सुबह 6:30 बजे भी कुछ ही मीटर की दूरी तक देखा जा रहा था। राजधानी और इसके आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की बात करें तो सुबह 9 बजे एक्‍यूआई का स्‍तर 300-500 के बीच रहा है। इसका अर्थ राजधानी का वायु प्रदूषण बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में रिकार्ड किया गया है। राजधानी दिल्‍ली के विभिन्‍न इलाकों में वायु प्रदूषण का स्‍तर इस प्रकार रहा है। नजफगढ़ में 338, बवाना में 350, मुंडका में 421 अलीपुर में 385, नरेला में 384, रोहिणी में 405, पंजाबी बाग में 406, पूसा में 478, आरकेपुरम में 426, जहांगीरपुर में 418, आनंद विहार 492, झिलमिल 428, शूटिंग रेंज, श्रीनिवासपुरी में 422, मेजर ध्‍यान चंद नेशनल स्‍टेडियम के पास 412 और पटपड़गंज में 402 रिकार्ड किया गया है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें हरियाणा के फरीदाबाद के औद्योगिक क्षेत्र में एक्‍यूआई का स्‍तर सुबह 9 बजे 749 और सेक्‍टर 30 में 765 रिकार्ड किया गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। इसी तरह से पलवल में सुबह वायु प्रदूषण का स्‍तर 157 रहा है जो खराब श्रेणी में आता है। गुरुग्राम में 409, मानेसर के सेक्‍टर 2 में 377, बहादुरगढ़ में 286, भिवाड़ी में 257 रिकार्ड किया गया है। उत्‍तर प्रदेश के इलाकों की बात करें तो यहां के नोएडा के सेक्‍टर 62 में एक्‍यूआई का स्‍तर 535 लोनी में 315, सेक्‍टर 116 में 282, ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क-5 में एक्‍यूआई का स्‍तर 247, नालेज पार्क 3 में ये 273, हापुड़ में 244, बुलंदशहर में 268, बागपत में 249 रहा है। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें आपको बता दें कि दिल्‍ली-एनसीआर के राज्‍यों में बढ़ते प्रदूषण पर आज भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। पिछली 3-4 सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र और राज्‍य सरकार जमकर फटकार लगाई थी। कोर्ट लगातार बढ़ते प्रदूषण पर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर चुका है। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/eight-fishermen-missing-after-boats-were-damaged-by-strong-wind-off-gujarat-coast-b421/,गुजरात तट के पास तेज हवा से नौकाएं क्षतिग्रस्त होने के बाद आठ मछुआरे लापता,"उना तालुका के मामलातदार (राजस्व अधिकारी) आर आर खांभरा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लापता आठ मछुआरों को खोजने के लिए बृहस्पतिवार को सुबह तटरक्षक बल के एक हेलीकॉप्टर की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि तट पर खड़ी कम से कम 10 नौकाएं पूरी तरह से नष्ट हो गईं और 40 अन्य नौकाएं तूफानी मौसम के कारण आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं। ",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/fir-lodged-against-600-farmers-who-are-staging-a-sit-in-in-front-of-noida-authoritys-office-b421/,नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय के समाने धरना दे रहे 600 किसानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज,"नोएडा सेक्टर- 20 थाना के प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक रामचंदर ने शिकायत दर्ज कराई है कि 30 नवंबर को किसान नेता सुखबीर खलीफा, उदल सिंह, महेश, सुधीर चौहान, अंकित, ओमवीर, बिजेंदर, अतुल, सुरेंद्र, राजेंद्र, विपुल,सतपाल ,अरविंद, गौरव यादव, राहुल, सागर ,प्रेमचंद्र, सोनू, तेजपाल, पूनम, बबली शर्मा, सविता, अलका, विनोद यादव, सुनील चौहान, अतुल, अमित भाटी सहित 41 नामजद तथा 600 अज्ञात लोगों ने नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय का घेराव कर, धरना प्रदर्शन किया, तथा रास्ता अवरुद्ध किया। ",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/33-new-cases-of-kovid-19-in-puducherry-the-number-of-infected-is-about-129000-b421/,"पुडुचेरी में कोविड-19 के 33 नए मामले, संक्रमितों की संख्या करीब 1,29,000 हुई","पिछले 24 घंटे में बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई और मृतकों की संख्या 1,873 बनी हुई है। स्वास्थ्य निदेशक जी श्रीरामुलु ने एक विज्ञप्ति में बताया कि 2,389 नमूनों की जांच के बाद पुडुचेरी से 21, माहे से आठ, कराइकल से चार मामले सामने आए हैं। केंद्रशासित प्रदेश में 299 मरीजों का उपचार चल रहा है। ",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/life-imprisonment-and-fine-of-five-lakh-rupees-for-murder-convict-b421/,हत्या के दोषी को उम्रकैद और पांच लाख रुपये का जुर्माना,"अभियोजन पक्ष के मुताबिक 15 जनवरी 2008 को करंडा क्षेत्र में अमरनाथ दुबे नामक व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि विशाल यादव नामक व्यक्ति ने उनके बेटे अखिलेश की हत्या की है। ",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/along-with-delhi-the-air-quality-of-noida-faridabad-also-recorded-in-severe-category-b421/,दिल्ली के साथ-साथ नोएडा-फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता भी ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज,"नोएडा, दो दिसंबर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के दो शहरों नोएडा और फरीदाबाद में भी बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई जबकि क्षेत्र के अन्य शहरों की वायु गुणवत्ता भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। वायु गुणवत्ता मापने की प्रणाली ‘समीर’ के मुताबिक बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 428 दर्ज किया गया जबकि नोएडा और फरीदाबाद का एक्यूआई क्रमश: 409 और 445 दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। समीर ऐप के मुताबिक इसी अवधि में गाजियाबाद का 354, ग्रेटर नोएडा का 378, गुरुग्राम का 370 , आगरा का 331 ,बहादुरगढ़ का 370, बुलंदशहर का 391, हापुड़ का 378, मेरठ का 331 एक्यूआई रहा। गौरतलब है कि एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है। ",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/pm-reviews-preparedness-to-deal-with-impending-cyclone-in-bay-of-bengal-b421/,बंगाल की खाड़ी में आसन्न चक्रवात से निपटने की तैयारियों की प्रधानमंत्री ने समीक्षा की,"नयी दिल्ली, दो दिसंबर बंगाल की खाड़ी में आसन्न चक्रवात से निपटने की तैयारियों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गाउबा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में प्रधानमंत्री के समक्ष चक्रवात की वर्तमान स्थिति और इसके संभावित असर के बारे में एक प्रस्तुति के जरिए जानकारी दी गई। ऐसी आशंका जताई गई है कि चक्रवात आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि एक चक्रवाती तूफान शनिवार की सुबह आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में पहुंच सकता है। ओड़िशा सरकार ने राज्य के 13 जिलों के जिलाधिकारियों को लोगों को तटीय इलाकों से बाहर निकालने और राहत व बचाव कार्य के लिए तैयार रहने को कहा है। ",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/maharashtra-government-considering-amendment-in-travel-rules-on-kovid-19-chief-secretary-b421/,कोविड-19 पर यात्रा संबंधी नियमों में संशोधन पर विचार कर रही महाराष्ट्र सरकार: मुख्य सचिव,"मुंबई, दो दिसंबर महाराष्ट्र के मुख्य सचिव देवाशीष चक्रवर्ती ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 पर, यात्रा संबंधी अपने दिशा निर्देशों में संशोधन करने पर विचार कर रही है। इससे एक दिन पहले, केंद्र सरकार ने राज्य को लिखा था कि उसका (राज्य) आदेश, केंद्र सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया और दिशा निर्देशों के अनुरूप नहीं है। कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ पर दुनियाभर में व्याप्त चिंता के मद्देनजर, महाराष्ट्र सरकार ने ‘खतरे वाले’ देशों से राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए सात दिन पृथक-वास अनिवार्य कर दिया है। मंगलवार रात को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से इस बाबत दिशा निर्देश जारी किये गए थे। निर्देशों के अनुसार, ऐसे यात्रियों को आगमन के दूसरे, चौथे और सातवें दिन आरटी पीसीआर जांच करानी होगी। संक्रमित पाए जाने पर यात्री को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। जांच रिपोर्ट ‘निगेटिव’ आने पर भी यात्री को सात दिन के पृथक-वास में रखना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को महाराष्ट्र स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप कुमार व्यास को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य सरकार को केंद्र की मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप आदेश जारी करना चाहिए। संपर्क किये जाने पर राज्य के मुख्य सचिव चक्रवर्ती ने कहा, “दिशा निर्देशों में संशोधन पर विचार किया जा रहा है और आज शाम तक तस्वीर साफ हो जाएगी।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 28 नवंबर को जारी नए दिशा निर्देशों के तहत, ‘खतरे वाले’ देशों से आने वाले यात्रियों को आगमन के पश्चात आरटी पीसीआर जांच करानी होगी और नतीजे आने तक हवाई अड्डे पर इंतजार करना होगा। निर्देशों के अनुसार, जो यात्री ‘खतरे वाले’ देशों से नहीं आ रहे हैं, उन्हें हवाई अड्डा छोड़ने की अनुमति होगी और उन्हें आगमन के 14 दिन बाद तक खुद के स्वास्थ्य की जांच करनी होगी। केंद्र के निर्देशों में कहा गया है कि उड़ान के यात्रियों की कुल संख्या के पांच प्रतिशत लोगों को हवाई अड्डे पर आगमन के बाद ‘औचक’ जांच से गुजरना होगा। वहीं, महाराष्ट्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार, जो यात्री ‘खतरे वाले’ देशों से नहीं आ रहे हैं उन्हें हवाई अड्डे पर अनिवार्य रूप से आरटी पीसीआर जांच करानी होगी। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बावजूद उन्हें 14 दिन के पृथक-वास में रहना होगा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/tikamgarh-stone-mine-164-coins-mughal-period-found-12-silver-and-copper-coins-inscriptions-engraved-b507/,"मुगल काल के 164 सिक्के मिले, 12 चांदी और शेष तांबे के सिक्के,उर्दू या फारसी में लेख उत्कीर्ण","मिट्टी के बर्तन में कुल 164 सिक्के मिले हैं। लिखी गई भाषा का पता अध्ययन के बाद चलेगा। निवाड़ी जिले का ओरछा जो कि अपने राम राजा मंदिर के लिए विश्व प्रसिद्ध है। टीकमगढ़ः मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में पत्थर की खदान की खुदाई के दौरान एक बर्तन में रखे संभवत: मुगल काल के कुल 164 सिक्के मिले हैं। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। जिला खनन अधिकारी प्रशांत तिवारी ने बताया कि बुधवार को बुंदेलखंड क्षेत्र में जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर नंदनवारा गांव में स्थित पत्थर खनन में शामिल एक निजी ठेकेदार ने उन्हें सिक्कों की जानकारी दी। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘‘ एक मिट्टी के बर्तन में कुल 164 सिक्के मिले हैं। इनमें 12 चांदी के और शेष तांबे के सिक्के हैं जिनपर उर्दू या फारसी में लेख उत्कीर्ण हैं। सिक्कों को जिला कोषागार में जमा करा दिया गया है।’’ अधिकारी ने कहा कि पुरातत्व विभाग का एक दल सिक्कों का विश्लेषण करेगा। सिक्के किस अवधि के हैं और उन पर लिखी गई भाषा का पता अध्ययन के बाद चलेगा। निवाड़ी जिले का ओरछा जो कि अपने राम राजा मंदिर के लिए विश्व प्रसिद्ध है। नंदनवारा गांव ओरछा से लगभग 45 किलोमीटर दूर है। निवाड़ी जिले को 2018 में टीकमगढ़ से अलग कर जिला बनाया गया है। बुंदेलखंड के इस क्षेत्र में अफगानों और मुगलों की उपस्थिति के सबूत मिलते हैं। इतिहास के अनुसार सन 1626 में जुझार सिंह ओरछा के राजा बने थे और उन्होंने मुगल साम्राज्य के जागीरदार नहीं रहने की कसम खाई थी। मुगल बादशाह शाहजहां से आजादी दिलाने के उनके प्रयास ने उनके पतन का मार्ग प्रशस्त किया। औरंगजेब के नेतृत्व में मुगल सेना ने उनपर आक्रमण किया और 1635 में इस इलाके को जीत लिया। इसके बाद सिंह को चौरागढ़ वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/maharashtra-will-issue-revised-air-travel-guidelines-in-a-few-days-minister-b421/,महाराष्ट्र कुछ दिनों में संशोधित हवाई यात्रा दिशानिर्देश जारी करेगा : मंत्री,"मुंबई, दो दिसंबर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच घरेलू हवाई यात्रा के लिए संशोधित दिशानिर्देश राज्य सरकार अगले कुछ दिनों में जारी करेगी। केंद्र सरकार ने एक दिन पहले राज्यों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के मुताबिक कदम उठाने का निर्देश दिया, जिसके बाद टोपे का यह बयान सामने आया। महाराष्ट्र ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मंगलवार रात जारी दिशा-निर्देशों के तहत ‘जोखिम वाले’ देशों से राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए सात-दिवसीय संस्थागत पृथक-वास अनिवार्य कर दिया है। ऐसे यात्रियों की आगमन के दूसरे, चौथे और सातवें दिन आरटी-पीसीआर जांच भी होगी। अगर व्यक्ति कोविड-19 से ग्रसित पाया जाता है तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जांच में संक्रमण की पुष्टि नहीं होने की स्थिति में यात्री को सात दिन तक गृह पृथक-वास में रहना होगा। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बुधवार को शहर के हवाई अड्डे पर उतरने वाले सभी घरेलू यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है जो 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए और उसमें व्यक्ति के संक्रमित नहीं होने की पुष्टि होनी चाहिए। इससे पहले एक स्वास्थ्य बुलेटिन में बताया गया कि महाराष्ट्र में उच्च जोखिम वाले देशों के अब तक छह यात्रियों में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। टोपे ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सख्त दिशा-निर्देशों को टाल दिया गया है क्योंकि राज्य प्रशासन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के लिए दिशानिर्देशों का एक नया प्रारूप तैयार कर रहा है। दिशा-निर्देशों का नया प्रारूप अगले कुछ दिनों में सामने आ जाएगा। केवल घरेलू हवाई यात्रियों के लिए दिशानिर्देशों में संशोधन किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा परिभाषित सख्त दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/schools-will-remain-closed-from-friday-till-further-orders-due-to-pollution-in-delhi-gopal-rai-b421/,दिल्ली में प्रदूषण के कारण आगामी आदेश आने तक शुक्रवार से स्कूल बंद रहेंगे: गोपाल राय,"नयी दिल्ली, दो दिसंबर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को बताया कि वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में आगामी आदेश आने तक स्कूल शुक्रवार से बंद रहेंगे। उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बीच स्कूलों में प्रत्यक्ष कक्षाएं शुरू करने को लेकर दिल्ली सरकार को बृहस्पतिवार को फटकार लगाई, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला किया। राय ने कहा, ‘‘हमने वायु गुणवत्ता में सुधार का पूर्वानुमान जताए जाने के कारण स्कूल फिर से खोल दिए थे, लेकिन वायु प्रदूषण फिर से बढ़ गया है और हमने आगामी आदेश आने तक शुक्रवार से स्कूल बंद करने का फैसला किया है।’’ दिल्ली में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान 13 नवंबर से बंद थे, लेकिन उन्हें सोमवार से खोल दिया गया था।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/madhya-pradesh-164-ancient-rare-coins-found-during-excavation-in-stone-quarry-b421/,मध्यप्रदेश : पत्थर की खदान में खुदाई के दौरान मिले 164 प्राचीन दुर्लभ सिक्के,"टीकमगढ़, दो दिसंबर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में पत्थर की खदान की खुदाई के दौरान एक बर्तन में रखे संभवत: मुगल काल के कुल 164 सिक्के मिले हैं। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। जिला खनन अधिकारी प्रशांत तिवारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बुधवार को बुंदेलखंड क्षेत्र में जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर नंदनवारा गांव में स्थित पत्थर खनन में शामिल एक निजी ठेकेदार ने उन्हें सिक्कों की जानकारी दी। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘‘ एक मिट्टी के बर्तन में कुल 164 सिक्के मिले हैं। इनमें 12 चांदी के और शेष तांबे के सिक्के हैं जिनपर उर्दू या फारसी में लेख उत्कीर्ण हैं। सिक्कों को जिला कोषागार में जमा करा दिया गया है।’’ अधिकारी ने कहा कि पुरातत्व विभाग का एक दल सिक्कों का विश्लेषण करेगा। सिक्के किस अवधि के हैं और उन पर लिखी गई भाषा का पता अध्ययन के बाद चलेगा। निवाड़ी जिले का ओरछा जो कि अपने राम राजा मंदिर के लिए विश्व प्रसिद्ध है। नंदनवारा गांव ओरछा से लगभग 45 किलोमीटर दूर है। निवाड़ी जिले को 2018 में टीकमगढ़ से अलग कर जिला बनाया गया है। बुंदेलखंड के इस क्षेत्र में अफगानों और मुगलों की उपस्थिति के सबूत मिलते हैं। इतिहास के अनुसार सन 1626 में जुझार सिंह ओरछा के राजा बने थे और उन्होंने मुगल साम्राज्य के जागीरदार नहीं रहने की कसम खाई थी। मुगल बादशाह शाहजहां से आजादी दिलाने के उनके प्रयास ने उनके पतन का मार्ग प्रशस्त किया। औरंगजेब के नेतृत्व में मुगल सेना ने उनपर आक्रमण किया और 1635 में इस इलाके को जीत लिया। इसके बाद सिंह को चौरागढ़ वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/schools-will-remain-closed-from-friday-till-further-orders-due-to-pollution-in-delhi-gopal-rai-b421-1/,अरुणाचल प्रदेश में कोविड-19 के तीन नए मामले,"ईटानगर, दो दिसंबर अरुणाचल प्रदेश में कोविड-19 के तीन नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 55,279 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। राज्य निगरानी अधिकारी एल जाम्पा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई और मृतकों की संख्या 280 बनी हुई है। इस पूर्वोत्तर राज्य में 35 मरीजों का उपचार चल रहा है और 54,964 मरीज अब तक संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। राज्य टीकाकरण अधिकारी दिमोंग पाडुंग ने बताया कि अब तक 14.14 लाख लोगों को टीके की खुराक दी गई है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/three-new-cases-of-kovid-19-in-arunachal-pradesh-b421-4/,मुल्लापेरियार बांध : केरल ने उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक बुलाने की मांग की,"इडुक्की (केरल), दो दिसंबर केरल सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि तमिलनाडु ने मुल्लापेरियार बांध के शटर खोल दिए और बिना उचित सूचना और एहतियाती चेतावनी के पानी छोड़ दिया। साथ ही कहा कि उच्चाधिकार प्राप्त समिति को इस मामले पर चर्चा के लिए तत्काल बैठक करनी चाहिए। केरल के जल संसाधन मंत्री रोशी ऑगस्टाइन ने कहा कि पड़ोसी राज्य तमिलनाडु द्वारा नियम का पालन नहीं करना अदालत की अवमानना है और अगली बार सुनवाई में इसे शीर्ष अदालत के ध्यान में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि रात में अचानक पानी छोड़े जाने से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। केरल सरकार इस मुद्दे को बेहद गंभीरता से ले रही है और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन जल्द से जल्द तमिलनाडु के समक्ष इस मामले को उठाएंगे। ऑगस्टाइन ने कहा कि लोगों के हितों के खिलाफ तमिलनाडु की ओर से अप्रत्याशित कदम उठाया गया। मंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्य द्वारा नियमों के सभी उल्लंघनों को उचित साक्ष्य और डेटा के साथ शीर्ष अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य चाहता है कि इस मामले पर चर्चा करने के लिए उच्चाधिकार प्राप्त समिति तत्काल बैठक बुलाए। जल स्तर 142 फीट तक पहुंचने के कारण तमिलनाडु द्वारा बुधवार रात मुल्लापेरियार बांध के दस शटर 60 सेंटीमीटर ऊपर उठा दिए गए थे। इसमें से सात शटर बाद में बंद कर दिए गए थे।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/mullaperiyar-dam-kerala-demands-to-convene-a-meeting-of-the-high-powered-committee-b421/,दिल्ली के साथ-साथ नोएडा-फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता भी ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज,"नोएडा, दो दिसंबर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के दो शहरों नोएडा और फरीदाबाद में भी बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई जबकि क्षेत्र के अन्य शहरों की वायु गुणवत्ता भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। वायु गुणवत्ता मापने की प्रणाली ‘समीर’ के मुताबिक बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 428 दर्ज किया गया जबकि नोएडा और फरीदाबाद का एक्यूआई क्रमश: 409 और 445 दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। समीर ऐप के मुताबिक इसी अवधि में गाजियाबाद का 354, ग्रेटर नोएडा का 378, गुरुग्राम का 370 , आगरा का 331 ,बहादुरगढ़ का 370, बुलंदशहर का 391, हापुड़ का 378, मेरठ का 331 एक्यूआई रहा। गौरतलब है कि एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a5%80/,"गाजीपुर में ट्रक ने चाय पी रहे लोगों को कुचला, 6...","उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के अहिरौली के पास मंगलवार को तेज रफ़्तार एक ट्रक ने 10 लोगों को कुचल दिया जिनमें 6 की मौत हो गयी। हादसा तब हुआ जब एक बाइक सवार को बचाने की कोशिश करते हुए चालक ने ट्रक से नियंत्रण खो दिया। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर धरना दे दिया और मृतकों के परिवारों को मुआबजे की मांग की है। लोगों ने ट्रक चालक की भी बुरी तरह पिटाई कर दी। जानकारी के मुताबिक हादसा तब हुआ जब ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया। ट्रक सड़क के किनारे चाय पी रहे लोगों को रौंदते हुए एक झोपड़ी में जा घुसा। हादसे में 4 लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि दो ने अस्पताल में जाकर दम तोड़ दिया। हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है जबकि 4 घायल हैं। उनकी हालत गंभीर बताई गयी है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%88%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%aa/,हिमाचल का आईटी और फार्मा पर बड़ा दाँव,"विकास को मिली गति, बड़े निवेश की सम्भावना से जगा उत्साह हिमाचल प्रदेश की योजना राज्य को सूचना प्रौद्योगिकी और फार्मा उद्योग का केंद्र बनाने की है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने ‘तहलका’ से बातचीत में कहा कि प्रस्तावित फार्मा पार्क से 40,000 करोड़ रुपये से 50,000 करोड़ रुपये के बीच निवेश आएगा। साथ ही पर्यावरण के अनुकूल निवेश को आकर्षित करने के लिए आईटी हब का ख़ाका विकास को गति देगा। इस पर विस्तार से बता रहे हैं अनिल मनोचा :- हिमाचल प्रदेश दवा निर्माण में अग्रणी रहा है। भारत की एक-चौथाई से अधिक फॉर्मूलेशन दवाओं का उत्पादन और आपूर्ति प्रदेश के औद्योगिक नगर बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) से की जाती है, जिसमें डॉ. रेड्डी, रैनबैक्सी, सिप्ला, मोरपैन, कैडिला अदि 700 से अधिक फार्मा इकाइयाँ हैं। सरकार ने 1,400 एकड़ ज़मीन इसके लिए चयनित की है। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने राज्य सरकार द्वारा ऊना ज़िले में समर्पित बल्क ड्रग्स पार्क (जो दवा का एक प्रमुख घटक है) के लिए भेजे संशोधित प्रस्ताव पर अनुकूल प्रतिक्रिया दी है। फार्मा पार्क के लिए बोली इस संवाददाता से एक विशेष साक्षात्कार में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि राज्य ने प्रस्तावित फार्मा पार्क के लिए बेहतर बोली लगायी है और इसके हासिल करने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा देश भर में ऐसे तीन पार्कों की स्थापना की जानी है और हिमाचल प्रदेश इसे प्राप्त करने के लिए सकारात्मक है। उन्होंने कहा- ‘वास्तव में प्रस्तावित पार्क के लिए प्रिंसिपल (मुख्य) मंज़ूरी दे दी गयी है। प्रस्तावित पार्क अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार के अवसर पैदा करने के अलावा क़रीब 20,000 प्रत्यक्ष रोज़गार पैदा करेगा। राज्य निवेशकों को विशेष रियायती बिजली और पानी की दरों की पेशकश करेगा।’ हिमाचल प्रदेश भारत में फार्मास्युटिकल उद्योग में सबसे तेज़ी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। वर्ष 2020 में राज्य से दवा निर्माण और जैविक का निर्यात 822.0 मिलियन अमेरिकी डॉलर था और वर्ष 2021 में 814.39 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया है। शिमला और सोलन के बीच 106 एकड़ भूमि पर आईटी पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव है। कांगड़ा के गग्गल में फार्मा पार्क के साथ मिलकर राज्य में युवाओं के लिए रोज़गार पैदा होगा और यह विकास के लिए वरदान होगा। मुख्यमंत्री ने यह बात स्वीकार की कि सरकार को आईटी क्षमता का जल्द-से-जल्द दोहन करना चाहिए था। हालाँकि उन्होंने कहा कि फार्मा पार्क के साथ आईटी पहल से राज्य को वापसी में मदद मिलेगी। वर्तमान में 50 फ़ीसदी से अधिक सामग्री अकेले चीन से आयात की जाती है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा से भी सिलसिले मुलाक़ात की और कहा कि यह पहाड़ी राज्य के लिए एक परिवर्तन का बड़ा कारण होगा। उन्होंने कहा कि बायो-टेक और फार्मा क्षेत्र राज्य के लिए चमत्कार करेंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ फार्मा इकाइयाँ उन्हें दी गयीं, जो विशेष रियायतों के समाप्त होने के बाद बन्द कर दी गयीं; लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि ये इकाइयाँ वो थीं, जो लगातार घाटे में चल रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल को निवेश का पसन्दीदा स्थान बनाने के साथ ही सरकार ने कई समाज कल्याण योजनाएँ शुरू की हैं। इनमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शामिल है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग़रीबी रेखा से नीचे के परिवारों की महिलाओं को 50 मिलियन एलपीजी कनेक्शन वितरित करने के लिए शुरू किया था। राज्य ने योजना के प्रावधानों के अनुसार 1.36 लाख एलपीजी कनेक्शन प्रदान किये। चूँकि इसके तहत पूरे घरों को कवर नहीं किया गया था, इसलिए बाद में 3.25 लाख एलपीजी कनेक्शन प्रदान किये गये।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%8d/,परीक्षा से पहले रीट का पर्चा लीक!,"विप्रतियोगी परीक्षाओं के पारखियों का दावा है कि बिना किसी पुख़्ता कड़ी और पारंगत खिलाडिय़ों के बड़े पैमाने पर नक़ल का गोरखधन्धा हो ही नहीं सकता। हर खेल, ख़ासतौर से चोरी-चकारी और हेराफेरी में तो इन क्षेत्रों के गुरु होते हैं। नक़ल के गोरखधन्धे की संस्कृति एक अपारदर्शी षड्यंत्र सरीखी होती है। राजस्थान में शैक्षिक पात्रता से जुड़ी प्रतियोगी परीक्षा बड़े पैमाने पर हुए नक़ल के खेल के खलनायक और मुख्य कड़ी बत्तीलाल को बेशक एसओजी ने केदारनाथ से धर लिया; लेकिन उसकी गिरफ़्तारी से सांसद किरोड़ीलाल मीणा सन्तुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि बत्तीलाल तो इस पानी की छोटी मछली है। परीक्षा का आयोजन कराने वाले और वे लोग, जिनकी निगरानी में प्रश्न-पत्र था; असली घडिय़ाल तो वे थे। एसओजी उन पर हाथ डालने का हौसला क्यों नहीं जुटा रही? बत्तीलाल के साथ मलारणा डूंगर का शिवदास मीणा भी पकड़ा गया है। शिवदास जयपुर में गुर्जर की थड़ी के आस-पास हुक्काबार चलाता था। बत्तीलाल से प्रश्न पत्र लेने और आगे परीक्षार्थियों तक पहुँचाने के लिए एसओजी ने 13 लोगों को गिरफ़्तार किया है। ऐसे में अब तक कुल 16 लोग गिरफ़्तार किये जा चुके हैं, जिनमें पाँच परीक्षार्थी और एक पुलिस कांस्टेबल भी शामिल है। सवाल उठते हैं कि बत्तीलाल को किस-किस ने पैसे दिये? प्रश्न पत्र बाहर लाने वालों में रसूख़दार लोग कौन-कौन थे? बत्तीलाल को जिसने प्रश्न पत्र दिया, क्या उसने प्रश्न पत्र आगे बाँटने का काम किया और वह कई घंटे पहले बाहर कैसे आया? नक़ल की पटकथा कैसे लिखी गयी? परीक्षा की घूसख़ोरी में किस-किसने अपने मुँह घुसा रखे थे? इतने बड़े संगठित गिरोह का मुखिया कौन है? उसकी इस मामले में क्या भूमिका है? और शिक्षा पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र कब, कैसे और कहाँ से लीक हुआ? तय समय से कई घंटे पहले प्रश्न पत्र बाहर कैसे आया? परीक्षा तंत्र से जुड़े कर्मचारियों या अधिकारियों की इसमें कितनी संलिप्तता है? बत्तीलाल को जाँच में फ़िलहाल सिर्फ़ एक कड़ी माना जा रहा है। उससे पहले 15 लोगों को एसओजी गिरफ़्तार कर चुकी है। लेकिन अभी सरगना तक नहीं पहुँचा जा सका है। सरकार परीक्षा के सफल आयोजन के लिए अपनी पीठ थपथपा रही है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी पर्चा लीक होने की बात नहीं मान रहा। मामला उजागर होने के बाद बत्तीलाल के नेताओं के साथ जिस तरह के फोटो सामने आये उससे उसे प्रभाव का तो ख़ुलासा हुआ ही है, सन्देह भी उठता है कि कहीं यह अपराधियों और नेताओं की मिलीभगत का खेल तो नहीं है? रीट यानी शिक्षक प्रतियोगी पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक की घटना ने साबित किया है कि हमारे परीक्षा तंत्र में आसानी से सेंधमारी की जा सकती है। ऐसी घटनाएँ लगातार सामने आने से सरकार और परीक्षा एजेंसियों की साख गिरती है। वैसे भी संगठित गिरोह परीक्षा के सुरक्षित संचालन की प्रणाली में ख़ामियों का पूरा फ़ायदा उठाने की फ़िराक़ में रहते हैं। यह खेल मिलीभगत के बिना कामयाब नहीं हो सकता। नक़ल से पास होने की चाह रखने वाले अभ्यर्थी ऐसे गिरोह के आसान निशाना होते हैं। नक़ल के लिए जो तरीक़े अपनाये गये हैं, वो भी सभी को चौंकाते हैं। ऐसे में मेहनत के बूते ईमानदारी से परीक्षा देने वाले लाखों परिजन भी ख़ासे प्रभावित हुए हैं। मानसिक तनाव तो वे झेलते ही हैं और तंत्र से भी उनका भरोसा टूटता है। सभी चाहते हैं कि इस मामले का शीघ्रता से ख़ुलासा होना चाहिए। आख़िर 25 लाख से अधिक अभ्यर्थियों का भविष्य और उम्मीदें इस परीक्षा से जुड़ी हुई है। भविष्य में भी भर्तियों के लिए परीक्षाएँ होती रहेंगी। सख़्त सज़ा का प्रावधान लागू कर इस तरह की धाँधली को रोका जाना चाहिए। सूत्रों का कहना है कि रीट की परीक्षा शुरू होने के तय समय 10:00 बजे से पहले ही परीक्षा केंद्र के बाहर पहुँच चुका था। सवाई माधोपुर ज़िले के कुछ परीक्षा केंद्रों पर इस गड़बड़ी का ख़ुलासा हुआ है। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों सहित आठ लोगों को गिरफ़्तार किया है। गिरफ़्तार आरोपियों में शामिल पुलिस कांस्टेबल देवेन्द्र गुर्जर के मोबाइल में रीट प्रश्न पत्र मिला है, जिसकी रविवार सुबह 8.32 बजे फोटो खींची गयी थी। कांस्टेबल के अलावा सवाई माधोपुर शहर उप अधीक्षक के रीडर यदुवीर सिंह तथा दो अन्य को परीक्षा से पहले ही गिरफ़्तार कर लिया गया था। इसके बाद परीक्षा केंद्र पर ही दोनों पुलिसकर्मियों की पत्नियों सहित चार परीक्षार्थी महिलाओं की पहचान कर उनकी कॉपी में टिप्पणी भी डाली गयी। परीक्षा केंद्र से निक़लते ही चारों को गिरफ़्तार भी कर लिया गया। वहीं बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि प्रश्न पत्र कोषागार तक सुरक्षित पहुँचा दिया गया। फिर क्यों कर प्रश्न पत्र लीक हुआ? जबकि सुरक्षा का पूरा ज़िम्मा पुलिस के पास था। सवाई माधोपुर वाले मामले में हमें अभी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। गिरफ़्तार कांस्टेबल देवेन्द्र वन विभाग में प्रतिनियुक्ति पर है। इसके साथ ही दूसरा आरोपी हैड कांस्टेबल यदुवीर सिंह सवाई माधोपुर शहर उप अधीक्षक का रीडर है। दोनों की परीक्षा में ड्यूटी नहीं थी। वे अपनी पत्नियों के लिए प्रश्न पत्र जुगाडऩे में जुटे थे। अभी तक की पड़ताल में सामने आया है कि प्रश्न पत्र एक गिरोह ने कहीं से हथियाया था। उनसे दोनों पुलिसकर्मी सम्पर्क में थे। इससे साफ़ है कि गिरोह के पास प्रश्न पत्र 8:32 बजे से पहले ही पहुँच चुका था। अब पुलिस इस पड़ताल में जुटी है कि आख़िर प्रश्न पत्र किस केंद्र से लीक हुआ तथा किस-किस के पास पहुँचा? अलबत्ता यह बात सही है कि पूरी सख़्ती के बावजूद ‘रीट’ परीक्षा में परीक्षार्थी नक़ल की जुगत लगाने से बाज़ नहीं आये। हालाँकि यह सच है कि पुलिस ने परीक्षा शुरू होने से पहले एक महिला सहित पाँच अभ्यर्थियों को दबोच लिया था। बीकानेर पुलिस की सूचना पर अजमेर के किशनगढ़ एवं सीकर के नीमकाथाना में एक एक एवं प्रतापगढ़ में दो अभ्यर्थियों को गिरफ़्तार किया गया था। पुलिस अधीक्षक प्रीतीचन्द्रा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर नोखा रोड स्थित नया बस स्टेंड से एक महिला समेत पाँच लोगों को दबोचा। इनके पास से नक़ल कराने वाली सामग्री ज़ब्त की गयी। दिलचस्प बात है कि नक़ल माफिया तुलसाराम ने प्रदेश भर में 25 से अधिक लोगों को विशेष डिवाइस लगी चप्पलें उपलब्ध करायी थीं। तुलसाराम फ़िलहाल फ़रार है। रीट प्रश्न पत्र लीक मामले का सरगना बाड़मेर निवासी भजनलाल विश्नोई निकला है। पुलिस अधिकारी पृथ्वीराज मीणा ने पूछताछ में इसका ख़ुलासा किया। एसओजी सूत्रों के मुताबिक, मनरेगा में कनष्ठि तकनीकी सहायक पृथ्वीराज ने पूछताछ में इस बात को क़ुबूल किया है कि बाड़मेर निवासी भजनलाल ने परीक्षा से पहले रीट का प्रश्न पत्र उसको दिया था। आरोपी ने बताया कि बाड़मेर में पोस्टिंग के दौरान भजनलाल से उसकी मुलाक़ात हुई थी। भजनलाल ने पृथ्वीराज को रीट के आयोजन से आठ-नौ दिन पहले व्हाट्सऐप कॉल किया और प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने पर प्रत्येक परीक्षार्थी 12 लाख रुपये बताये। इसके बाद पृथ्वीराज ने उसके साथी लाइनमैन रवि मीना उर्फ़ रवि पागड़ी और मीना जीनापुर तथा बत्तीलाल मीना से प्रश्न पत्र बेचने के सम्बन्ध में बातचीत की। भजनलाल ने 26 सितंबर तडक़े 3:45 बजे रीट प्रश्न पत्र पृथ्वीराज को व्हाट्सऐप पर उपलब्ध करवाया। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि पृथ्वीराज गैंग ने यहाँ पर पकड़े गये परीक्षार्थियों के अलावा 14 परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र तीन लाख, सात लाख, आठ लाख और 10 लाख रुपये में बेचा।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%ae-%e0%a4%98%e0%a5%8b%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%9c%e0%a4%bc%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a5%80/,फिर दम घोटने लगीं ज़हरीली हवाएँ,"आख़िर में कहाँ चूक हो रही है कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण हर साल अक्टूबर महीने में विकराल रूप लेता है और जनवरी महीने के अन्त तक चलता है। इसके कारण बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को साँस लेने में परेशानी के साथ-साथ स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक़्क़तें हो रही हैं। सन् 2005 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वायु गुणवत्ता दिशा-निर्देशों के मुताबिक मानक तय किये थे। भारत में बढ़ते वायु प्रदूषण को समय रहते नहीं रोका गया, तो आने वाले दिनों में शहरों, ख़ासकर दिल्ली-एनसीआर में दिक़्क़तें और बढ़ेंगी। डब्ल्यूएचओ के चेताने के बाद से अब तक इन 16 वर्षों में देश में वायु प्रदूषण बढ़ाने वाले साधन भी बढ़े हैं। तंत्र की नाकामी का नतीजा यह है कि शहरों में तो ट्रैफिक पुलिस पूछताछ कर वाहनों की जाँच भी करती है। लेकिन गाँवों में तो 20 से 25 साल पुराने वाहन धड़ल्ले से चल रहे हैं। वायु प्रदूषण के जानकार डॉ. दिव्यांग देव गोस्वामी का कहना है कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सरकार तब हरकत में आती है, जब प्रदूषण से बढ़ जाता है और लोग बीमार पडऩे लगते हैं। हो-हल्ला मचने लगता है। तब शासन से प्रशासन तक अपनी ज़िम्मेदारी से बचाव के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगने हैं। व्यवस्था ठीक नहीं होती और स्थिति जस-की-तस रहती है और लोगों को प्रदूषित हवा में साँस लेने को मजबूर होना पड़ता है। डॉ. दिव्यांग देव का मानना है कि पराली ही अकेली वायु प्रदूषण को लेकर ज़िम्मेदार नहीं है। अन्य साधन भी ज़िम्मेदार हैं; जिसको सरकार अक्सर नज़रअंदाज़ करती है। कई दशक पुराने वाहन जिन पर रोक है, वो धड़ल्ले से सडक़ों पर ज़हरीला धुआँ छोड़ते हुए दौड़ रहे हैं। इन पर क़ानूनी तौर पर रोक लगनी चाहिए।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%88-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%96%e0%a4%bc/,कई सरकारी संस्थाओं में ख़ाली पड़े हैं महत्त्वपूर्ण पद,"झारखण्ड में निगम, बोर्ड, आयोग, परिषद् समेत कई ऐसी सरकारी संस्थाएँ हैं, जिनमें वर्षों से कहीं अध्यक्ष, तो कहीं सदस्य के पद ख़ाली पड़े हुए हैं। इसकी वजह से ये सभी संवैधानिक और सरकारी संस्थाएँ निष्क्रिय पड़ी हुई हैं। इनकी निष्क्रियता के कारण जनहित में कोई काम नहीं हो रहा है। झारखण्ड की वर्तमान महा गठबन्धन की सरकार आपसी खींचतान के कारण इन संस्थाओं में नियुक्ति नहीं कर पा रही है। प्रदेश की संस्थाओं में इन दिनों क्या स्थिति है बता रहे हैं प्रशांत झा :- देश के हर राज्य में सरकार के विभिन्न विभागों के अधीन बोर्ड, निगम और संवैधानिक आयोग होते हैं। इनके गठन के पीछे का उद्देश्य होता है कि ये सरकारी विभागों से इतर स्वायत्त तरीक़े से अपने संस्थान से सम्बन्धित जनहित में काम करें। साथ ही सरकार के कामकाज और योजनाओं की निगरानी करते हैं। कई संस्थाएँ विभागों को सहयोग करती हैं और कई संस्थाएँ उन पर नज़र रखती हैं। यह जनहित के कार्यों में सरकार की मदद करते हैं। संस्थानों को आवंटित ज़िम्मेदारी और कार्य के अनुसार अधिकार प्राप्त होता है। झारखण्ड में भी दर्ज़नों ऐसे निगम, बोर्ड और आयोग हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सरकार के अन्दर सहयोगी दलों की आपसी खींचतान की वजह से ये निष्क्रिय पड़े हुए हैं। फ़िलहाल लम्बे समय से ये बोर्ड, निगम, आयोग केवल अपने नाम की शोभा बढ़ा रहे हैं। उधर दूसरे राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, बंगाल की स्थिति झारखण्ड की तरह नहीं है। वहाँ कम-से-कम महत्त्वपूर्ण संस्थाएँ फ़िलहाल निष्क्रिय होने से बचे हुई हैं। कुछ बोर्ड, निगम में पद ख़ाली हैं; लेकिन वो इतने महत्त्वपूर्ण नहीं हैं। 35 संस्थाओं में नहीं अध्यक्ष कहा जाता है कि निगम, बोर्ड, 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति जैसी संस्थाएँ सरकार अपनी पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं को उपकृत करने के लिए रखती है। उन संस्थाओं के अध्यक्ष, सदस्य आदि पार्टी के विधायकों, नेताओं, कार्यकर्ताओं को दिया जाता है। इसका बहुत अधिक महत्त्व नहीं होता है। पर कुछ बोर्ड, निगम और आयोग ऐसे हैं, जो काफ़ी महत्त्व रखते हैं। यह सीधे जनहित से जुड़े होते हैं। अगर यह निष्क्रिय हो जाएँ, तो इसका असर रोज़ाना के काम और विकास पर होता है। झारखण्ड में ऐसा ही कुछ हाल है। लोकायुक्त तक का पद ख़ाली पड़ा है। इसके अलावा राज्य सूचना आयोग, राज्य विद्युत नियामक आयोग, बाल संरक्षण आयोग, राज्य महिला आयोग, राज्य निगरानी परिषद्, राज्य विकास परिषद्, औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार, राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, राज्य आवास बोर्ड, कृषि विपणन परिषद्, रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार, पर्यटन विकास निगम, राज्य वन विकास निगम, राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड समेत कई बोर्डों में शीर्ष पद ख़ाली पड़े हैं। आयोग भी निष्क्रिय सूचना आयोग, बाल संरक्षण आयोग, लोकायुक्त, विद्युत नियामक आयोग आदि जैसी कई संस्थाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। यह जनता से सीधे जुड़े होते हैं। हालत यह है कि राज्य में ये संस्थाएँ भी लम्बे से समय से निष्क्रिय पड़ी हुई हैं। राज्य सूचना आयोग में पिछले डेढ़ साल से मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्त नहीं हैं। यहाँ 2,600 से अधिक शिकायतें और 7,669 अपीलें धूल फाँक रही हैं। राज्य विद्युत नियामक आयोग की भी बिजली सम्बन्धित मामले में महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। बिजली उपभोक्ताओं को यहाँ से काफ़ी मदद मिलती है। यहाँ के तत्कालीन अध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने 12 मई, 2020 को इस्तीफ़ा दे दिया था, तब से यह पद ख़ाली है। इसी तरह राज्य महिला आयोग में अध्यक्ष, सचिव सहित चार सदस्यों के पद एक साल से ख़ाली है। यहाँ सुनवाई के लिए 3200 मामले लम्बित हैं। राज्य मानवाधिकार आयोग का पद पिछले छ: महीने से ख़ाली है। लोकायुक्त की नियुक्ति पिछले पाँच महीने से लटकी हुई है। यहाँ 1,700 से अधिक मामलों की सुनवाई और फ़ैसला का काम लम्बित है। यही हाल अन्य महत्त्वपूर्ण आयोगों का है। इसके अलावा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, माटी कला बोर्ड, समाज कल्याण बोर्ड, आवास बोर्ड समेत कई बोर्ड और निगम में पद रिक्त पड़े हुए हैं। खींचतान में फँसा पेच मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्त की नियुक्ति के लिए लगभग डेढ़ साल पहले कार्मिक विभाग ने आवेदन आमंत्रित किया था। एक मुख्य सूचना आयुक्त और छ: सूचना आयुक्त के पद ख़ाली हैं। इनके लिए लगभग 350 से आवेदन आये। इनकी नियुक्ति में मुख्यमंत्री के अलावा विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता होना ज़रूरी है। विधानसभा में अभी तक भाजपा के बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष का नेता नहीं माना गया है, नतीजतन यह नियुक्ति अटकी हुई है। इसी तरह बोर्ड, निगम, 20 सूत्री का बँटवारा सरकार के गठबन्धन दलों झामुमो, कांग्रेस और राजद के बीच होना है। आपसी खींचतान के कारण अभी तक बँटवारा नहीं हो सका है। जबकि मौज़ूदा सरकार का दो साल पूरा होने वाला है। इन बोर्ड, निगम आदि पर सत्ताधारी दल के विधायकों, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की नज़र टिकी हुई है। हर कुछ दिन पर इसके लिए प्रयास होता है; लेकिन सफलता अब तक नहीं मिली है। कुछ माह पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल समन्वय विभाग से राज्य के सभी बोर्ड, निगम, आयोग आदि की सूची और रिक्त पदों की जानकारी माँगी थी। पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश प्रभारी आर.पी.एन. सिंह रांची आये थे और मुख्यमंत्री से मिले भी थे। आर.पी.एन. ने कहा था कि गठबन्धन दलों के बीच निगम, बोर्ड, आयोग, 20 सूत्री आदि के बँटवारे को लेकर एक ख़ाका तैयार कर लिया गया है, जल्द ही इसका बँटवारा होगा। इस बात को भी अब दो महीने बीत गये। सत्ता पक्ष के पार्टी पदाधिकारी रटे-रटाये बयान कि जल्द बँटवारा होगा, गठबन्धन दलों ने एक रूपरेखा तैयार कर ली; आदि देकर टाल जाते हैं। विपक्षी दल भाजपा के नेता कहते हैं कि इन संस्थानों का अपना एक महत्त्व है। इसका पुनर्गठन सरकार को करना चाहिए। सरकार कुछ करना ही नहीं चाहती है। लेकिन विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर उठाती नहीं है। राजनीति और आपसी खींचतान के बीच जनता की समस्याओं का निदान नहीं हो पा रहा है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%bc%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%bc%e0%a4%ab/,"नियमित स़फाई , अनियमित स़फाईकर्मी","स़फाई का काम पूँजीपतियों के हाथ में जाने से बढ़ी समस्या सरकार सरकारी कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोपों और कम बजट में अधिक व बेहतर सेवाएँ प्रदान करने के लिए हर सेक्टर में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। लेकिन निजीकरण के तहत जो भी काम हो रहा है, वह भी सरकारी व्यवस्था की तरह, बल्कि कई क्षेत्रों में उससे भी कई गुना लचर व अव्यस्थित साबित हो रहा है। ऐसे में लोगों को उन्हीं हालात का सामना करना पड़ रहा है, जो हालात सरकारी व्यवस्था के तहत पेश आते रहे हैं। ऐसे ही कार्यों में स़फाई भी शामिल है। स्वस्थ रहने के लिए नियमित स़फाई अत्यधिक ज़रूरी है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि देश इन दिनों कई महामारियों और बीमारियों से जूझ रहा है। बीमारियों में जितनी ज़रूरत इलाज की होती है, उतनी ही ज़रूरत साफ़-स़फाई की भी होती है, जिसमें स़फाईकर्मियों की बड़ी भूमिका होती है। लेकिन देश भर में स़फाई व्यवस्था लचर होने से लोगों को तो अनेक दिक़्क़तों का सामना करना पड़ ही रहा है, नित नयी बीमारियाँ भी बढ़ रही हैं। मौज़ूद स़फाई अव्यवस्था और शहरों में दिन-दिन बढ़ती गन्दगी के कई कारण हैं। लेकिन सबसे बड़ी दिक़्क़्त देश में स़फाईकर्मियों की कमी है। ‘तहलका’ ने इस बारे में दिल्ली समेत कई राज्यों में इसे लेकर पड़ताल की, जिसमें मुख्य वजह यह सामने आयी कि सरकारी स़फाईकर्मचारियों की नियुक्तियाँ न होने के कारण स़फाई के काम से जुड़े लोगों को मजबूरन ठेकेदारी या निजी संस्थाओं के तहत काम करना पड़ता है, जहाँ उन्हें पर्याप्त वेतन भी नहीं मिलता। दिल्ली में ठेकेदारी के तहत काम करने वाले कई स़फाईकर्मियों ने बताया कि उनको जो वेतन बताया जाता है, उसमें से भी 30 फ़ीसदी काटकर ठेकेदार उन्हें देता है। उनकी मजबूरी यह है कि अगर वे विरोध करें, तो उन्हें काम से निकाल दिया जाता है। इसके अलावा जो सरकारी स़फाईकर्मी हैं, वे भी कई बार अफ़सरों से साँठगाँठ करके कम पैसे पर स़फाईकर्मी रखकर उनसे काम करा लेते हैं। इतना ही नहीं, दिल्ली में नगर निगम से लेकर नई दिल्ली नगर पालिका में जितने स़फाईकर्मियों की आवश्यकता है, उतने स़फाईकर्मी कभी होते ही नहीं हैं। ऐसे में बेहतर स़फाई व्यवस्था की उम्मीद कैसे की जा सकती है? एक स़फाई कर्मचारी उदय का कहना है कि दिल्ली में अक्सर स़फाई व्यवस्था चौपट रहने की वजह सियासत भी है। दिल्ली नगर निगम से लेकर केंद्र सरकार के अस्पताल, दिल्ली सरकार के स्कूल, अस्पताल और सडक़ों की साफ़-स़फाई का अधिक-से-अधिक काम ठेकेदारों के हाथ में है। ऐसे में ठेकेदार कम-से-कम लोगों से, कम-से-कम पैसे में अधिक-से-अधिक काम कराने के चक्कर में पड़े रहते हैं और स़फाई की ओर ध्यान तक नहीं देते हैं। इसकी वजह यह है कि इस महत्त्वपूर्ण काम में ठेकेदारों, आला अफ़सरों से लेकर सत्ता में बैठे कुछ लोग तक जमकर मलाई काट रहे हैं। यह एक तरह से बजट से कम में काम कराने से लेकर स़फाईकर्मियों का हिस्सा खाने तक का खेल है। हर कोई शिकायत करने से डरता है; क्योंकि उसे काम से हटाना इन लोगों के बाएँ हाथ का काम है। दिक़्क़्त यह है कि इस महत्त्वपूर्ण काम की ठीक से जाँच नहीं होती और अगर कभी कोई जाँच हो भी जाए, तो या तो उसे वहीं दबा दिया जाता है या फिर किसी भ्रष्टाचार को लेकर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है। आज के आधुनिक युग में जब स़फाई की कई बेहतरीन मशीने आ चुकी हैं, बावजूद इसके देश की राजधानी दिल्ली तक में सीवर और गटर की स़फाई के लिए स़फाई कर्मचारियों को उनमें उतारा जाता है। इस काम से हर साल कई स़फाईकर्मियों की दम घुटने से मौत तक होती है। लेकिन इसके बावजूद सरकारें, निगम व स़फाई के काम से जुड़े अन्य संस्थान इस ओर ध्यान नहीं देते। पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली सरकार ने गटर साफ़ करने वाली कुछ मशीने मँगायी थीं; लेकिन वो ज़रूरत के हिसाब से अभी अपर्याप्त हैं। दिल्ली नगर निगम के पास भी मशीनें हैं। लेकिन अगर वह और आधुनिक तथा अधिक मशीनें ख़रीदे, तो साधनों गटर की स़फाई स़फाईकर्मियों को उनमें घुसकर न करनी पड़े और किसी भी स़फाईकर्मी की स़फाई के दौरान दम घुटने से मौत न हो। दु:खद यह है कि किसी स़फाईकर्मी की गटर स़फाई के दौरान मौत होती है, तो उस पर जमकर सियासत होती है, जिसके चलते कई बार तो मृतक के परिजनों को उचित न्याय और मुआवज़ा नहीं मिल पाता। अगर स़फाईकर्मी ठेकेदार के अंतर्गत काम करने वाला हो, तब तो और भी नहीं।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%95/,"दिल्ली में बंदरों का आतंक, लोग परेशान","दिल्ली में बंदरों से तंग आकर, दिल्ली मेट्रो ने तो लंगूरों को लगा दिया है। ताकि वो बंदरों को रोक सकें। इस पहल से बंदरों के आतंक से कुछ तो राहत मेट्रो में यात्रा करने वालों को मिली है। लेकिन अन्य सार्वजनिक स्थानों में व सरकारी ऑफिस के बाहर के बंदरों के आतंक से कैसे निजात मिलेगी। दिल्ली के नामी –गिरामी माँलों के बाहर सब्जी मंडियों में बंदरों का आतंक इस कदर है। वहां पर तो लाखों रुपये खर्च कर सिक्योरिटी गार्डो तक को लगाया जा रहा है। ताकि वे बंदरों को रोक सकें। बताते चलें दिल्ली में बंदरों का आतंक इस कदर है कि अब, तो ये रिहायशी इलाकों में भी जमकर उत्पात मचा रहे है। स्थानीय लोगों का कहना है कि, कोरोना काल के पहले दिल्ली में कुछ ही इलाकों में बंदरों का कहर देखा जाता था। लेकिन कुछ ही महीनों पहले से बंदरों का कहर –आतंक बनकर उभरा है। दिल्ली के संसद मार्ग पर तो बंदर कहर इस कदर है कि आने-जाने वाले राहगीरों तक को दिक्कत है। उनके हाथ में पाँलीथीन हो या अन्य खाने का सामान हो तो बंदर कर छीन ले जाते है। इस बारे में आईएमए के पूर्व संयुक्त सचिव डाँ अनिल बंसल का कहना है कि बंदर के शहरों में आने का कारण ये है कि एक तो जंगल दिन व दिन कम होते जा रहे है। वहीं लोगों में जागरूकता के अभाव के कारण लोग बंदरों को खुद फल खिलाते है जिसके कारण दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास पहाड़ियों के आस-पास बंदर झुण्ड के झुण्ड बैठे देखे जाते है। डॉ अनिल बंसल का कहना है कि अगर बंदर काट ले तो उसे नजरअंदाज ना करें। बल्कि रैबीज का इंजेक्शन लगवाये। ताकि इन्फेक्शन ना फैल सकें।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%be/,"ड्रग्स मामले में आर्यन खान की रिहाई, मन्नत में जश्न का...","आखिर लम्बे इन्तजार के बाद फिल्म कलाकार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान शनिवार को जेल से रिहा हो गए। करीब 28 दिन ड्रग्स मामले में जेल में रहे आर्यन खान जमानत मिलने के बाद आज सुबह मुंबई के आर्थर रोड जेल से रिहा कर दिए गए। उधर आर्यन को बॉम्बे हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने की खुशी में शाहरुख खान के बंगले मन्नत को गुरुवार को ही रोशनियां की गयी हैं। याद रहे एनसीबी ने 2 अक्टूबर को ड्रग्स बरामद होने के मामले में आर्यन खान समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया गया था। बाद में पूछताछ और जांच के आधार पर मामले में कुछ और आरोपी हिरासत में लिए गए थे। आर्यन के साथ इस मामले से जुड़े मुनमुन धमेचा और अरबाज मर्चेंट की भी रिहाई हो गई है। बॉम्बे हाइकोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ आर्यन और अन्य को जमानत दी है। शाहरुख के परिवार के अलावा उनके फैंस भी आर्यन की रिहाई से खुश हैं और सोशल मीडिया पर कमेंट्स के जरिये इसका जश्न मना रहे हैं।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%82%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9c%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%b0/,वायु प्रदूषण को जहरीला कर रहा सार्वजनिक स्थानों का धुआं,"सर्दी ने दस्तक दे दी है।वायु प्रदूषण का कहर है। ऐसे में सरकार की ओर से अलाव बंद है। फिर भी लोग नियमों की अनदेखी कर पार्को में , बस स्टैण्डों पर और सार्वजनिक स्थानों में सर्दी से बचाव के लिये सुबह-सुबह बसों के टायर और सड़कों पर फैले कूड़े को जलाकर जहरीला धुंआ फेंक रहे है। जिससे शहर का पूरा वातावरण खराब हो रहा है। तहलका संवाददाता ने सुबह कई पार्कों सहित कई अन्य स्थानों पर देखा कि लोग सर्दी से बचाव के लिये आग जला रहें। सुबह-सुबह पार्को में आग जलाये जाने पर लोगों ने विरोध भी किया है। लेकिन कोई किसी की सुनने को तैयार ही नहीं है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%9c%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a4%aa-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be/,त्योहारी सीजन में पनप रहा है मिलावटी खोवा का कारोबार,"दीपावली के पर्व के अवसर पर मिठाईयों की बिक्री जमकर होती है। ऐसे में मिठाई विक्रेता मौके का फायदा उठाकर मिलावटी खोवे का जमकर प्रयोग करते है। दिल्ली एनसीआर में इन दिनों खोवा मंड़ी लेकर नामी –गिरामी दुकानों पर मिलावटी खोवा की जमकर बिक्री हो रही है। सामाजिक कार्यकर्ता रामदेव शर्मा ने बताया ने बताया कि, मिलावटी खोवा के व्यापार में मिठाई विक्रेता से लेकर संबंधित विभाग के आला अफसर शामिल है। और पुलिस भी अन्जान बनी हुई है। जिसके कारण दिल्ली –एनसीआर में मिलावटी खोवा का कारोबार जमकर फल-फूल रहा है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b9%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%97%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%bf%e0%a4%95/,हे भगवान प्लास्टिक,"प्लास्टिक ही प्लास्टिक लगभग नब्बे बरस पहले हमारी दुनिया में प्लास्टिक नाम की कोई चीज नहीं थी. आज शहर में, गांव में, आस-पास, दूर-दूर जहां भी देखो प्लास्टिक ही प्लास्टिक अटा पड़ा है. गरीब, अमीर, अगड़ी-पिछड़ी पूरी दुनिया प्लास्टिकमय हो चुकी है. सचमुच यह तो अब कण-कण में व्याप्त है–शायद भगवान से भी ज्यादा! मुझे पहली बार जब यह बात समझ में आई तो मैंने सोचा कि क्यों न मैं एक प्रयोग करके देखूं- क्या मैं अपना कोई एक दिन बिना प्लास्टिक छुए बिता सकूंगी. खूब सोच-समझकर मैंने यह संकल्प लिया था. दिन शुरू हुआ. नतीजा आपको क्या बताऊं, आपको तो पता चल ही गया होगा. मैं अपने उस दिन के कुछ ही क्षण बिता पाई थी कि प्लास्टिक ने मुझे छू लिया था! फिर मैं सोचती रही कि इस विचित्र चीज ने कैसे हम सबको, हमारे सारे जीवन को बुरी तरह से घेर लिया है. सब जानते हैं, या कुछ तो जानते ही हैं कि यह बड़ा विषैला है. पर इस विषैली प्रेम कहानी ने हमें जन्म से मृत्यु तक बांध लिया है. अब हम सब इस बात को भी भूल चुके हैं कि हमारा जीवन कभी बिना प्लास्टिक के भी चलता था, ठीक से चलता था. प्लास्टिक की थैली नहीं थी, प्लास्टिक की बोतल नहीं थी पर हम थे, हमारा जीवन तो था. यही सब सोचते-सोचते मैंने इस विचित्र पदार्थ की जानकारी एकत्र करने की शुरुआत किया. इसके बारे में सोचना-समझना, पढ़ना-लिखना शुरू किया. तब मुझे यह जानकर बड़ा ही अचरज हुआ कि दुनिया में तेल की, पेट्रोल की खोज के बाद प्लास्टिक का उदय हुआ था. तेल और प्राकृतिक गैस की खुदाई के बाद उनकी सफाई की जाती है. उस सफाई में जो कचरा बच निकलता है–हमारा यह प्लास्टिक उसी का हिस्सा है. यों देखा जाए तो सिद्धांत तो अच्छा ही था. कचरे को यों ही कहीं फेंक देने के बदले उसमें से कोई और काम की चीज बन जाए तो कितनी अच्छी बात है. इस तरह पेट्रोल की सफाई से निकले कचरे से हमारा यह प्लास्टिक बन गया. पर शायद साध्य और साधन दोनों ही गड़बड़ थे. इसलिए सिद्धांत भले ही ठीक था, परिणाम भयानक ही निकला. फिर धीरे-धीरे मुझे यह भी समझ में आने लगा कि ये प्लास्टिक महाराज एक नहीं हैं, उनके तो कई रूप हैं, कई अवतार हैं. और इनके हर रूप के जन्म की कहानी अलग-अलग है. फिर इन कहानियों में से और कहानियां निकलती हैं. उदाहरण के लिए, प्लास्टिक का पहला प्रकार सैलुलाइड नामक एक उत्पादन था. इससे तरह-तरह के कंघे, कंघियां और बटन आदि बने थे. इस उत्पादन के पहले ऐसी चीजें प्राय: कुछ जानवरों की हड्डियों से बनाई जाती थीं. उस काम के लिए ऐसे जानवरों को मारा जाता था. कच्चा माल आसानी से नहीं मिल पाता था तो पक्का माल भी कम ही बनता था. वह सबकी पहुंच से दूर ही रहता था. जैसे ही यह प्लास्टिक आया, ये सारी चीजें भी एकदम सस्ती हो गईं और खूब मात्रा में मिलने लगीं. हरेक की पहुंच में आ गईं. हर कमीज, कुरते, कुरती में करीने से बने रंग-बिरंगे लगने लगे और फिर कई जेबों में हल्की, मजबूत कंघियां भी रखी गईं. इस सरल-सी बात को कठिन बनाकर कहना हो तो बताया जा सकता है कि इस दौर में अचानक इन चीजों का ‘लोकतांत्रीकरण’ हो गया था. फिर भी उस दौर में प्लास्टिक कण-कण में व्याप्त नहीं हो पाया था. इसकी शुरुआत तो सन 1920 के आस-पास हुई. इसके पीछे विश्व युद्ध का भी बड़ा हाथ था. अमेरिका और यूरोप के युद्धरत देशों ने अपने-अपने यहां के उद्योगों को इस बात के लिए बड़ा सहारा दिया, प्रोत्साहन दिया कि वे धातु आदि से बनने वाली भारी-भरकम चीजों के बदले उतनी ही मजबूत पर बेहद हल्की चीजों के उत्पादन की प्रक्रिया पर शोध करें. युद्ध में काम आने वाली चीजों का वजन ज्यादा होता था. इस कारण उनको यहां-वहां ले जाना कठिन और महंगा भी था. ऐसे विकल्प सामने आने लगे तो फिर उनका उत्पादन बढ़ाया जाने लगा. कहीं युद्ध में जरूरत की कोई चीज कम न पड़ जाए, किसी कमी की वजह से युद्ध ही न हार जाएं-इस भय से इन चीजों का उत्पादन बढ़ाकर रखा गया.",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%97%e0%a5%81%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%bc%e0%a4%af%e0%a4%be/,एक और गुडि़या,"पांच साल की खुशी अपने मम्मी और पापा के साथ; फोटो-विकास कुमार दिसंबर, 2012 में हुए दिल्ली गैंग रेप के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन अभी थम ही रहे थे कि नए साल के चौथे ही महीने में दिल्ली में पांच साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार की बर्बरता ने पूरे देश को फिर से हिला दिया. जंतर-मंतर और इंडिया गेट पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के महीनों तक चले प्रदर्शन और जस्टिस वर्मा कमेटी की रिपोर्ट में दर्ज सिफारिशों के आधार पर नए ‘आपराधिक संशोधन अधिनियम- 2013’ के पारित होने के बाद उम्मीद जगी थी कि बलात्कार के मामलों में दिल्ली पुलिस की कुख्यात संवेदनहीनता में कुछ सुधार तो होगा ही. लेकिन पांच साल की खुशी (बदला हुआ नाम) की यह कहानी एक तरफ जहां बलात्कार के मामलों में लगातार जारी दिल्ली पुलिस की आपराधिक लापरवाही और उदासीन रवैये को स्पष्ट करती है वहीं ‘महिलाओं के लिए सुरक्षित दिल्ली’ जैसे सरकारी दावों की पोल भी खोलती है. हरियाणा बॉर्डर से सटा कापसहेड़ा दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के आखिरी छोर पर बसा अंतिम रिहायशी इलाका है. आलीशान बंगलों, बहु-मंजिला इमारतों और घने बाजारों वाले इस इलाके के सेक्टर 21 में बने अय्यप्पा मंदिर के पास इन बंगलों और इमारतों में काम करने वाले मजदूरों की एक बस्ती है. यहीं रहने वाले पप्पू कुमार को दिसंबर, 2012 के दिल्ली गैंग रेप और उसके बाद अप्रैल, 2013 में गुड़िया बलात्कार कांड का पूरा घटनाक्रम लगभग जबानी याद है. अपनी पत्नी और छह बच्चों के साथ अपनी एक कमरे की खोली में बैठकर बात करते हुए वे हर दूसरी बात पर पूर्वी दिल्ली में हुए चर्चित गुड़िया बलात्कार कांड का जिक्र करते हुए कहते हैं, ‘मेरी खुशी भी तो गुड़िया की ही तरह सिर्फ पांच साल की ही है. लेकिन उसका केस मीडिया के सामने आ गया. हमें पुलिसवालों ने मीडियावालों से बात करने से सख्त मना कर दिया था. बस वाले मामले के साथ-साथ गुड़िया के मामले पर भी इतना हंगामा हुआ और सारे आरोपी तुरंत गिरफ्तार कर लिए गए. लेकिन मेरी बच्ची के साथ ऐसी घिनौनी हरकत करने वाले आजाद घूम रहे हैं. वह भी तब जब वह खुद उनके बारे में बता रही है.’ 10 फरवरी, 2013 को पप्पू कुमार की पांच वर्षीया बेटी खुशी का बलात्कार हुआ था. अपराधियों ने खून से लथपथ और बेहोश खुशी को मरा हुआ समझ कर उसे कापसहेड़ा बॉर्डर के पास मौजूद सूर्या विहार के जंगलों में छोड़ दिया था. एक महीने के सघन इलाज और चौदह टांकों वाली सर्जरी के बाद अब खुशी घर तो वापस आ चुकी है, लेकिन खामोश है. दुबली-पतली काया वाली करीब डेढ़ फुट की यह बच्ची अब अक्सर कमरे के किसी कोने में बैठकर एक दिशा में ताकती रहती है. लेकिन खुशी की मां प्रीति बताती हैं कि वह हमेशा से ऐसी नहीं थी. तहलका से बातचीत में अपनी बेटी के साथ हुए आपराधिक घटनाक्रम को याद करते हुए वे कहती हैं, ‘मेरे पति तब स्कूल में चपरासी का काम करते थे और मैं पास की कोठियों में बर्तन धोने और खाना बनाने जाती थी. 10 फरवरी को भी रोज की ही तरह मैं शाम को सात बजे खाना बनाने गई. वापस आई तो खुशी घर पर नहीं थी. मैंने सोचा यहीं खेल रही होगी. मैं खाना बनाने लगी. खाना बनाकर मैंने रोज की तरह अपने सारे बच्चों को आवाज दी. खुशी को छोड़कर सब आ गए. जब खुशी रात को आठ बजे तक नहीं लौटी तो हमने उसे ढूंढ़ना शुरू किया लेकिन वह कहीं नहीं मिली.’ प्रीति आगे बताती हैं कि पूरी रात बेटी को ढूंढ़ने के बाद उन्होंने कापसहेड़ा पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट लिखवाई. वहीं उन्हें पता चला कि खुशी सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है. अस्पताल में पता चला कि उसकी सर्जरी होने वाली है. प्रीति याद करती हैं, ‘उसकी हालत बहुत खराब थी. पिछली रात वह पुलिसवालों को सूर्या विहार के पास से मिली थी. बाद में पूछने पर उसने बताया कि हमारे घर के पास रहने वाला सुनील उसे ले गया था. उसे सब साफ याद है. उसने पुलिसवालों के सामने भी बताया कि सुनील ने उससे कहा कि तेरी मां कोठी पे बुला रही है. फिर वह उसे समोसे खिलाने के बहाने बस्ती से बाहर ले गया. चार महीने हो गए, मेरी लड़की आज भी साफ-साफ बताती है कि सुनील अंकल उसे सूर्या विहार के जंगल ले गए थे. फिर वह सो गई थी. उन लोगों ने मेरी लड़की का बलात्कार किया और फिर उसे मरा समझ कर छोड़ गए थे. लेकिन मेरी लड़की न जाने कैसे हिम्मत करके कुछ घंटों बाद उठी और रोती हुई सड़क तक आ गई. इतनी सर्दी में उसके पूरे कपड़े उतार लिए थे. ऊपर सिर्फ एक हाफ स्वेटर पहने थी और नीचे दोनों पैरों से खून लगातार बह रहा था.",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%a8%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be/,एक नदी का मर्सिया,"सूरज ठीक सिर पर आ चुका है. धूप तेज है मगर हवा ठंडी. देहरादून से करीब 45 किलोमीटर दूर जिस जगह पर हम हैं उसे डाक पत्थर कहते हैं. डाक पत्थर वह इलाका है जहां यमुना नदी पहाड़ों का सुरक्षित ठिकाना छोड़कर मैदानों के खुले विस्तार में आती है. यमुना इस मामले में भाग्यशाली है कि पहाड़ अब भी उसके लिए सुरक्षित ठिकाना बने हुए हैं. उसकी बड़ी बहन गंगा की किस्मत इतनी अच्छी नहीं. जिज्ञासा होती है कि आखिर गंगा की तर्ज पर यमुना के पर्वतीय इलाकों में बांध परियोजनाओं की धूम क्यों नहीं है. जवाब डाक पत्थर में गढ़वाल मंडल विकास निगम के रेस्ट हाउस में प्रबंधक एसपीएस रावत देते हैं. रावत खुद भी वाटर राफ्टिंग एसोसिएशन से जुड़े रहे हैं. वे कहते हैं, ‘पहाड़ों पर यमुना में गंगा के मुकाबले एक चौथाई पानी होता है. इसके अलावा यमुना पहाड़ों में जिस इलाके से बहती है वह चट्टानी नहीं होकर कच्ची मिट्टी वाला है जिस पर बांध नहीं बनाए जा सकते.’हालांकि यमुना की अच्छी किस्मत भी डाक पत्थर तक ही उसका साथ दे पाती है. यहां से आगे ऐसा लगता है कि जैसे हर कोई उसे जितना हो सके निचोड़ लेना चाहता हो. यमुना के किनारे चलते हुए तहलका ने उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश तक अलग-अलग इलाकों की लगभग 600 किलोमीटर लंबी यात्रा की. हर जगह हमने यही पाया कि यमुना की हत्या में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही. शिवालिक पहाड़ियों में पतली धार वाली घूमती-इतराती यमुना डाक पत्थर में अचानक ही लबालब पानी से भरा विशाल कटोरा बन जाती है. इसकी वजह है टौंस. इसी जगह पर यमुना से दस गुना ज्यादा पानी अपने में समेटे टौंस इससे मिलती है. डाक पत्थर वह जगह है जहां यमुना पर आदमी का पहला बड़ा हस्तक्षेप हुआ है. इस बैराज से एक नहर निकलती है और करीब बीस किलोमीटर आगे जाकर पांवटा साहिब में यमुना की मुख्य धारा में फिर से मिल जाती है. यानी डाक पत्थर से आगे यमुना की मुख्य धारा में एक बूंद भी पानी नहीं जाता. बीस किलोमीटर लंबी यह पट्टी जल विहीन है क्योंकि सारा पानी नहर में छोड़ा जाता है. डाक पत्थर से पांवटा साहिब तक जाने वाली इस नहर पर बीच में थोड़े-थोड़े अंतराल पर तीन जल विद्युत संयंत्र बन हुए हैं- ढकरानी, धालीपुर और कुल्हाल. कहते हैं कि एक नेता जी ने कभी किसी बांध का विरोध करते हुए कह दिया था कि ‘पानी से बिजली निकाल लेंगे तो पानी में क्या बचेगा.’ नेता जी की यह टिप्पणी कई बार नेताओं की अज्ञानता पर व्यंग्य करने के लिए इस्तेमाल की जाती है. लेकिन अज्ञानता में कही गई उस बात में कुछ सच्चाई भी है. पानी से बिजली बनाने वाली परियोजनाओं की वजह से पानी का सब कुछ नहीं लेकिन बहुत कुछ खत्म हो जाता है. सर्दियों में पहाड़ की शीतल धाराओं से निकल कर जो मछलियां नीचे मैदानों की तरफ आती थीं वे गर्मियों में प्रजनन के लिए एक बार फिर से धारा की उल्टी दिशा में जाती थीं. कतला, रोहू, ट्राउट जैसी उन मछलियों का क्या हुआ कोई नहीं जानता. बड़ी-बड़ी पीठ वाले वे कछुए जिन्हें पौराणिक कथाओं में यमुना की सवारी माना गया है अब नहीं दिखते क्योंकि बांधों को कूद कर वापस ऊपर की तरफ जाने की कला उन्हें नहीं आती थी, खैर मछलियों और नदियों के आंसू किसने देखे हैं. उन 500 से ज्यादा मछुआरे गांवों के बारे में भी किसी सरकारी दफ्तर में कोई रिकॉर्ड नहीं है जो सत्तर के दशक तक इसी यमुना के पानी पर मछली पालन का काम करते थे. वे जल पक्षी भी अब नहीं दिखते जो पुराने लोगों की स्मृतियों में नदी के मुहानों पर जलीय जीवों का शिकार करते थे. डाक पत्थर से निकलने वाली यमुना नहर में बंशी लगाए बैठे 27 वर्षीय जितेंदर कहते हैं, ‘यहां कोई मछली नहीं मिलती. अपने खाने को मिल जाए वही बहुत है.’ हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में नहर यमुना की मुख्य धारा में मिलती है और उसे नया जीवन देती है. पांवटा साहिब सिखों का पवित्र धार्मिक स्थल है. कहते हैं कि गुरु गोविंद सिंह यहां कुछ दिन रुके थे. उन्होंने अपने कई हथियार यहीं छोड़ दिए थे जिनके दर्शन के लिए श्रद्धालु यहां आते हैं. डाक पत्थर से पांवटा साहिब तक एक तरफ हिमाचल प्रदेश और दूसरी ओर उत्तराखंड है. यमुना दोनों राज्यों की सीमा तय करती चलती है. यमुना नहर की वजह से डाक पत्थर से पांवटा साहिब तक नदी की मुख्य धारा सूखी रहती है. इस 20 किमी की दूरी में जो हो रहा है उसे देखकर लगता है कि यमुना की हत्या के बाद उसकी लाश भी बुरी तरह नोची जा रही हो. सुप्रीम कोर्ट ने सालों पहले नदी में किसी भी तरह के खनन पर प्रतिबंध लगा रखा है. लेकिन नदी के बेसिन में खुदाई करते मजदूर और ट्रकों-ट्रैक्टरों का निर्बाध आवागमन देखना यहां कतई मेहनत का काम नहीं है. नदी के पाट में खनन का पारिस्थितिकी पर काफी बुरा असर पड़ता है. नदी की धारा बदल सकती है. मानसून में पानी आने पर तटों के कटाव का खतरा बढ़ जाता है. पांवटा साहिब औद्योगिक नगर भी है. यहां सीमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया है, टेक्सटाइल्स उद्योग हंै, केमिकल फैक्टरियां हैं और दवा के कारखाने भी हैं. इन सबकी थोड़ी-थोड़ी निर्भरता यमुना पर है और सबका थोड़ा-थोड़ा योगदान यमुना के प्रदूषण में है. हालांकि तब भी यह गंदगी उतनी ही है जितनी नदी खुद साफ कर सकती है. यमुना की सफाई के नाम पर पिछले दो दशक के दौरान यमुना एक्शन प्लान के तहत करीब 1000 करोड़ रु खर्च हुए. यह अलग बात है कि इसके बावजूद नदी आज भी उतनी ही मैली है जितनी तब थी पांवटा साहिब से यमुना आगे बढ़ती है. लगभग 25 किमी आगे कलेसर राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के शांत और सुरम्य वातावरण से गुजरते हुए अचानक ही सामने एक विशाल बांध दिखता है. यह ताजेवाला है. यहीं पर हथिनीकुंड बांध बना है. यह यमुना की कब्र है. यहां से आगे एक बूंद पानी यमुना में नहीं जाता सिवाय बरसात के तीन महीनों के, जब नदी की धारा पर कोई बंधन काम नहीं करता. यहां से यमुना का सारा पानी दो बड़ी नहरों में बांट लिया जाता है. पश्चिमी यमुना नहर और पूर्वी यमुना नहर. पश्चिमी यमुना नहर हरियाणा के आधे हिस्से की खेती-बाड़ी और प्यास बुझाने में होम हो जाती है, पूर्वी यमुना नहर उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से का गला तर करने में खेत रहती है. इस तरह नदी की मुख्य धारा एक बार फिर से सूख जाती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी डीडी बसु कहते हैं, ‘हथिनीकुंड में यमुना की मृत्यु हो जाती है. अगर एक भी फीसदी कुदरती बहाव यमुना में नहीं होगा तो केवल सीवर के पानी के सहारे यमुना जिंदा नहीं रहेगी. आप लाख ट्रीटमेंट प्लांट लगा लें.’ हथिनीकुंड में यमुना की मौत का नजारा देखने के बाद यमुनानगर आता है. यमुना के तट पर बसा पहला बड़ा शहर. हरियाणा में पड़ने वाला यह शहर हमें चकित करता है. यमुना में ठीक-ठाक पानी मौजूद है. जब हथिनीकुंड से पानी आगे बढ़ता ही नहीं तो यहां पानी पहुंचा कैसे? इसका जवाब नदी के किनारे-किनारे उस सीमा तक यात्रा करने पर मिलता है जहां से यमुना यमुनानगर में घुसती है. दसियों छोटे-बड़े नाले मुख्य धारा में अपना मुंह खोले हुए हैं. एक बड़ा विचित्र खेल यहां देखने को मिलता है. जहां दस एमएलडी क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगा है उसके ठीक बगल से दो बड़े नाले बिना किसी ट्रीटमेंट के नदी में मिल रहे हैं. यहीं पर यमुनानगर का श्मशान घाट भी है. इससे थोड़ा ऊपर की तरफ हिमालय की निचली पहाड़ियों से निकलने वाली एक-दो छोटी धाराएं भी यमुना में मिलती हैं और इसे जीवन देती हंै. नदी किनारे दसियों लोग मछली मारते हुए दिखते हैं. लेकिन डाक पत्थर के उलट यहां मछली मारने वालों का उद्देश्य अलग है. वे जानते हैं कि ये मछलियां खाने के लायक नहीं हैं. वे इन्हें पकड़ते हैं और पास में ही रेहड़ी लगा कर बेच देते हैं. यहां नदी किनारे घूमते वक्त एक भी ऐसा स्थान नहीं मिला जहां नाक से रुमाल हटाया जा सके. यहां से आगे दो और शहर हैं- सोनीपत और पानीपत. हालांकि ये ठीक नदी किनारे नहीं हैं. इसलिए इनकी गंदगी का कुछ हिस्सा ही यमुना को ढोना पड़ता है. कुछ मौसमी धाराओं और भूगर्भीय जलस्त्रोतों से खुद को जिंदा रखते हुए यमुना आगे दिल्ली की तरफ बढ़ती है. करीब 200 किलोमीटर पहाड़ों में और इससे थोड़ा-सा ज्यादा मैदानों में घूमते-घामते यमुना पल्ला गांव पहुंचती है. यह गांव दिल्ली की उत्तरी सीमा पर बसा है और यहां से यमुना की दिल्ली यात्रा शुरू होती है. 22 किलोमीटर की इस पट्टी में 22 तरह की मौतें है. एक मरी हुई नदी को बार-बार मारने का मानवीय सिलसिला यहां चलता है. पहला काम होता है वजीराबाद संयंत्र के पास बचा हुआ सारा पानी निकालने का. दो करोड़ लोगों के भार से दबे जा रहे यमुना बेसिन के इस शहर का एक हिस्सा अपनी प्यास इसी पानी से बुझाता है. इस पानी को निकालने के बाद इसकी पूर्ति करना भी तो जरूरी है सो दिल्ली ने नजफगढ़ नाले का मुंह यहीं पर खोल दिया है. अपने आठ सहायक नालों के साथ तैयार हुआ यह नाला शहर की शुरुआत में नदी का गला घोंट देता है. अब यहां से यही कचरा लेकर यमुना आगे बढ़ती है और बीच-बीच में कई दूसरे कचरे अपने भीतर समेटती चलती है. बदरपुर के पास शहर छोड़ने से ठीक पहले एक और बड़ा नाला, जिसे शाहदरा ड्रेन के नाम से जाना जाता है, इसमें आकर मिल जाता है. अपनी गंदगी से मुक्ति पाकर शहर कभी यह सोचने की जहमत ही नहीं करता कि जो कचरा उसने छोड़ा, वह गया कहां. और अगर वह फिलहाल चला भी गया तो क्या हमेशा के लिए चला गया? दिल्ली कितनी गंदगी यमुना में घोलती है, इसका एक अंदाजा यहां यमुना में मौजूद कोलीफॉर्म बैक्टीरिया से लगाया जा सकता है. ये बैक्टीरिया पानी में मानव मल के ऊपर ही पोषित होते हैं. कोलीफॉर्म से प्रदूषित पानी हैजा, टायफाइड और किडनी खराबी जैसी बीमारियां फैलाता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पल्ला में जहां नदी शहर में प्रवेश करती है वहां कोलीफॉर्म का स्तर सामान्य से 30 से लेकर 1,000 गुना तक ज्यादा है. और शहर पार करने के बाद ओखला बांध के पास इसकी मात्रा सामान्य से दस हजार गुना तक ज्यादा पाई गई है. यानी यह पानी छूने लायक भी नहीं. हालांकि दिल्ली के नालों को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए साफ करने की कई योजनाएं हैं. हम इन्हें यमुना एक्शन प्लान के नाम से जानते हैं. 1993 से हम इसके बारे में सुनते आ रहे हैं और आज भी यह प्लान उतना ही सफल-असफल है जितना दो दशक पहले था. तब भी यमुना मैली थी आज भी मैली है. हां! सफाई के नाम पर इन दो दशकों में 1000 करोड़ रुपये जरूर साफ हो चुके हैं. फिलहाल यमुना एक्शन प्लान का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. हर योजना समय पर पूरी होने में असफल रही है. हर योजना के बजट में बाद में दिल खोलकर बढ़ोतरी भी की गई है. लेकिन हासिल के नाम पर कुछ नहीं है. एक जिम्मेदार अधिकारी इस संबंध में पूछने पर पहले तो कुछ बोलने से मना करते हैं. फिर जल्द ही नजदीक खड़े अपने रिटायरमेंट की दुहाई देते हैं और फिर नाम न छापने की शर्त पर ऐसी बात बताते हैं जिससे शायद ही दुनिया को कोई फर्क पड़े. वे कहते हैं, ‘देखिए, इस तरह की योजनाओं के पूरा होने का समय और उस पर आने वाली लागत अनुमानित होती है. इनका बढ़ना कोई बड़ी बात नहीं है.’यह कहकर वे चले जाते हैं. सवाल है कि आखिर इस देश में ऐसी भी कोई योजना है जिसने अनुमानित अवधि से पहले अपना काम निपटा दिया हो और आवंटित बजट से कम में काम कर दिखाया हो? हर बार यह अनुमान बढ़ता ही क्यों है? हाल ही में देश के 71 शहरों द्वारा पैदा किए जा रहे मल-मूत्र पर दिल्ली स्थित चर्चित संस्था सेंटर फॉर साइंस एेंड इनवायरनमेंट(सीएसई) की एक रिपोर्ट आई है. इसमें दिल्ली द्वारा पैदा की जा रही गंदगी पर विस्तार से रोशनी डाली गई है. सीएसई के प्रोग्राम डाइरेक्टर फॉर वाटर नित्या जैकब बताते हैं, ‘यह शहर हर दिन 445 करोड़ लीटर से भी ज्यादा गंदगी पैदा कर रहा है. इसमें से सिर्फ 147.8 करोड़ लीटर का ट्रीटमेंट हो रहा है. हालांकि एक्शन प्लान वालों का दावा है कि उनके पास 233 करोड़ लीटर सीवेज ट्रीट करने की क्षमता है.’यहां यमुना के खादर में खेती भी खूब होती है. खीरा, लौकी, ककड़ी, तरबूज, खरबूज, पालक, तोरी, भिंडी, और भी बहुत कुछ. दि एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टीईआरआई) की इसी साल आई रिपोर्ट बताती है कि इन सब्जियों में निकिल, लेड, मरकरी और मैंगनीज जैसी भारी धातुएं सुरक्षित सीमा से कई गुना ज्यादा पाई गई हैं. टीईआरआई का शोध उन्हीं सब्जियों पर आधारित है जो किसी न किसी तरह से यमुना पर निर्भर रही हैं. इसकी वजह ढूंढ़ने पर पता चलता है कि आज भी दिल्ली शहर में तमाम सरकारी दावों के विपरीत बैट्री बनाने वाली लगभग दो सौ वैध-अवैध फैक्टरियां निर्बाध रूप से संचालित हो रही हंै. इसके अलावा एक और जानकारी आश्चर्यजनक है जिसकी ओर पहली बार लोगों का ध्यान गया है. शहर की सड़कों पर दौड़ रहे लाखों दोपहिया और चार पहिया वाहनों का हुजूम भी यमुना के प्रदूषण की एक बड़ी वजह है. इनके रिपेयरिंग के काम में लगी हुई तमाम बड़ी सर्विस कंपनियों के साथ-साथ लगभग तीस हजार छोटे-मोटे ऑटो रिपेयरिंग शॉप पूरे शहर में कुटीर उद्योग की तरह फैले हुए हैं. सर्विसिंग से पैदा होने वाला ऑटोमोबाइल कचरा, मोबिल आयल आदि भी धड़ल्ले से यमुना के हवाले ही किया जा रहा है. ये सीपीसीबी के राडार पर अब जाकर आए हैं. लेकिन इन्हें रोक पाना कितना मुश्किल या आसान होगा, हमें पता है. जो शहर आज तक लोगों को ट्रैफिक के साधारण नियम का पालन करना नहीं सिखा सका, वहां एक मरी हुई नदी की फिक्र किसे होगी. यहां यमुना की हत्या का एक और हिस्सेदार है. इसका ताल्लुक आधुनिक जिंदगी के आराम से जुड़ता है. टेलीविजन, फ्रिज, गर्मी को दो हाथ दूर रखने वाले एसी और सर्दी भगाने वाले हीटरों के लिए दिल्ली के बाशिंदों को बिजली चाहिए. थोड़ी-बहुत नहीं. उत्तर प्रदेश को जितनी बिजली मिलती है उससे ज्यादा दिल्ली की जरूरत है. इसका इंतजाम भी दिल्ली ने यमुना के किनारों पर कर रखा है. राजघाट पावर स्टेशन, इंद्रप्रस्थ पावर स्टेशन और बदरपुर पावर स्टेशन कोयला जलाकर शहर को बिजली मुहैया करवाते हैं. हालांकि सिर्फ इतने से दिल्ली की प्यास नहीं बुझती. दिल्ली विश्वविद्यालय का एक विभाग है भूगर्भशास्त्र विभाग. इसके अध्यक्ष डॉ. चंद्रा एस दुबे हैं. इन्हीं की निगरानी में विभाग ने महीने भर पहले यमुना में आर्सेनिक प्रदूषण का विस्तृत अध्ययन करके एक रिपोर्ट तैयार की है. यह बताती है कि दिल्ली के तीनों थर्मल पावर प्लांट कोयला जलाने के बाद बची हुई राख का एक बड़ा हिस्सा यमुना में बहा रहे हैं. डॉ. दुबे के मुताबिक राजघाट पावर प्लांट इस राख के जरिए हर साल 5.5 टन आर्सेनिक यमुना के पानी में बहा रहा है. इसी तरह बदरपुर वाले संयत्र का योगदान सालाना लगभग दो टन है. आर्सेनिक अच्छे-भले आदमी की थोड़े ही समय में हृदय रोग और कैंसर से मुलाकात करवा सकता है. दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर और मयूर विहार फेज 1 वाला इलाका ऐसा है जहां यमुना के कछार में मौसमी सब्जियां खूब उगाई जाती हैं. यहां टीम ने आर्सेनिक का स्तर 135 पार्ट पर बिलियन पाया. जबकि न्यूनतम सुरक्षित सीमा है 10 पार्ट पर बिलियन. इस अध्ययन के संदर्भ में एक और बात समझना जरूरी है. कंक्रीट के इस जंगल में सिर्फ यमुना के डूब में आने वाला इलाका बचा है जो इस शहर के भूगर्भीय जल को रीचार्ज करने का काम करता है. यहां जो भूगर्भीय जल जांचा गया उसमें आर्सेनिक का स्तर 180 पार्ट पर बिलियन पाया गया है.",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%a8/,उपेक्षित उत्पीड़न,"14 मई, 2013 को उत्तर प्रदेश के एटा जिले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया. उन्हें महीने भर पुराने एक कत्ल के मामले में पकड़ा गया था. तीन दिन बाद उनमें से एक बलबीर सिंह की लखनऊ के एक अस्पताल में मौत हो गई. सिंह के रिश्तेदार सुनुल कुमार इसकी वजह पुलिस की थर्ड डिग्री को बताते हैं. वे कहते हैं, ‘पुलिस ने उन्हें बिजली के झटके दिए थे. उन्हें पेट्रोल और तेजाब के इंजेक्शन भी लगाए गए. पुलिस ने उन्हें जबरन बिजली के हीटर पर बैठाया जिससे वे बुरी तरह जल गए.’ कुमार के मुताबिक बलबीर ने मरने से पहले उनसे बात की थी. वे कहते हैं, ‘उनका कहना था कि पुलिस उनसे हत्या में शामिल होने की बात कबूलवाना चाहती थी.’ बलबीर सिंह की हालत कितनी खराब हो चुकी थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले उन्हें जिला अस्पताल एटा में भर्ती कराया गया, यहां बात नहीं बनी तो उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा भेजा गया और आखिर में जीएमसी मेडिकल कॉलेज लखनऊ जहां आईसीयू में उनकी मौत हो गई. मरने से पहले मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान में उन्होंने उन पुलिसवालों के नाम लिए जिन्होंने उन्हें यातनाएं दी थीं. इसके बाद पुलिस को हत्या का मामला दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा. इसके बाद निचले स्तर के पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. खबर लिखे जाने तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी. एक सब-इंस्पेक्टर फरार है. संबंधित थाने के एसओ देवेंद्र पांडे को सिर्फ तबादला करके छोड़ दिया गया, जबकि कुमार के मुताबिक सिंह को बिजली के झटके पांडे ने ही दिए थे. सिंह का एक साल का बेटा है और उनकी पत्नी दूसरी संतान को जन्म देने वाली हैं. ऐसा ही एक मामला चार अगस्त 2013 को भी सुर्खियों में आया. पंजाब में अमृतसर के सुल्तानविंड इलाके सतिंदरपाल सिंह नाम के एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत के मुद्दे पर लोगों ने जमकर हंगामा किया. सतिंदर की पत्नी और मां का आरोप था कि पुलिस ने उसे पकड़कर गैर कानूनी हिरासत तरीके से हिरासत में रखा. उनका कहना था कि इस दौरान दी गई यातनाओं से जब उसकी मौत हो गई तो परिवार को सूचना दिए बिना आनन-फानन में पोस्टमाटर्म करवाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. इस मुद्दे पर जब बवाल होने लगा तो एक एएसआई और दो अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. 2010 में अपने एक फैसले में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था, ‘अगर रक्षक ही भक्षक बन जाए तो सभ्य समाज का अस्तित्व खत्म हो जाएगा….आपराधिक कृत्य करने वाले पुलिसकर्मियों को दूसरे लोगों के मुकाबले और भी कड़ी सजा दी जानी चाहिए, क्योंकि उनका कर्तव्य लोगों की सुरक्षा करना है न कि खुद ही कानून तोड़ना.’ यह फैसला उस मामले में आया था जिसमें थाने में एक व्यक्ति का जननांग काटने के दोषी बाड़मेर के एक कांस्टेबल किशोर सिंह को अदालत ने पांच साल कैद की सजा सुनाई थी. अदालत ने पुलिस की मानसिकता की निंदा करते हुए कहा था कि लोकतांत्रिक देश के कानून में थर्ड डिग्री जैसे गैरकानूनी तरीकों के इस्तेमाल की कोई जगह नहीं है. लेकिन पुलिस या जेल अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न और आम भाषा में कहें तो टॉर्चर के आरोपों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा. बीती 18 मई को ही फैजाबाद अदालत में पेशी के बाद लखनऊ जेल ले जाए जा रहे 32 साल के खालिद मुजाहिद ने दम तोड़ दिया. सात जून, 2012 को इस तरह का एक और मामला सामने आया. बदायूं के रहने वाले 23 वर्षीय रिंकू यादव की पुलिस हिरासत के दौरान खून की उल्टियां करने के बाद मौत हो गई. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने 2001 से 2010 के बीच देश 14 हजार से भी ज्यादा लोगों की पुलिस हिरासत और जेल में मौत की घटनाएं दर्ज की हैं. यानी औसतन देखा जाए तो चार मौतें रोज. आयोग के मुताबिक पिछले तीन साल में ही पुलिस हिरासत में 417 और न्यायिक हिरासत में 4,285 मौतें हुई हैं. इस दौरान पुलिस हिरासत में शारीरिक शोषण और यातना के 1,899 मामले देखे गए हैं, जबकि 75 मामले आयोग ने ऐसे दर्ज किए हैं जिनमें पुलिसकर्मियों पर ही बलात्कार का आरोप है. पुलिसिया उत्पीड़न से जुड़ी इस तरह की ज्यादातर घटनाओं पर कोई खास चर्चा नहीं होती. सवाल उठता है कि ऐसा क्यों होता है. दरअसल इसके दो कारण हैं. पहला कारण तो यह आम धारणा है कि उत्पीड़न उन्हीं का होता है जिनका होना चाहिए. दूसरा कारण भी एक धारणा ही है और वह यह है कि गैरकानूनी होने पर भी उत्पीड़न ही एक ऐसा तरीका है तो आतंकी घटनाओं या माफिया गतिविधियों के संदेह में गिरफ्तार लोगों से कुछ अहम जानकारियां उगलवा सकता है. लेकिन जानकारों के मुताबिक ये दोनों ही धारणाएं सही नहीं हैं. ज्यादातर मामलों में उत्पीड़न से सटीक जानकारी नहीं मिलती. बल्कि एक लिहाज से यह सुरक्षा व्यवस्था के लिए संकट की बात ही होती है क्योंकि अक्सर इससे डरकर लोग वे अपराध कबूल लेते हैं जो उन्होंने किए ही नहीं जबकि असल अपराधी खुले घूमते रहते हैं. दूसरी बात यह है कि उत्पीड़न सिर्फ कुछ दुर्लभ मामलों तक ही सीमित नहीं है. अक्सर यह छोटे-मोटे अपराध में पकड़े गए आरोपितों के साथ होता है. रतनजी वाघेला का मामला इसका एक उदाहरण है. उन्हें इस साल 27 अप्रैल को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया. डिप्रेशन और याद्दाश्त की कमी जैसी बीमारियों के मरीज वाघेला का कसूर यह था कि वे एक सरकारी काफिले के रास्ते में आ गए थे. उनके परिवार का आरोप है कि उन्हें प्रताड़ित किया गया जिसकी वजह से उन्हें बहुत चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. नई दिल्ली में इस मुद्दे पर अभियान चला रहे सुहास चकमा कहते हैं, ‘दुनिया में बहुत कम देश ऐसे होंगे जहां उत्पीड़न इतना व्यवस्थित और व्यवस्थागत है. ‘ सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ कहती हैं, ‘भारत में उत्पीड़न अपवाद नहीं है. यह तो आम बात है.’ फिर भी वाघेला खुशकिस्मत हैं. उनके मामले में चकमा की शिकायत के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गुजरात सरकार को आदेश दिया है कि वह वाघेला को तीन लाख रु का अंतरिम मुआवजा दे. यही नहीं, उससे चकमा को प्रताड़ित किए जाने के आरोप की जांच करने के लिए भी कहा गया है. लेकिन उन लाखों लोगों के लिए उम्मीद की कोई किरण नहीं है जो भारत के थानों और जेलों में बर्बर यातना के शिकार हो रहे हैं. छत्तीसगढ़ में दो साल जेल में बिताने वाले सामाजिक कार्यकर्ता बिनायक सेन कहते हैं, ‘मैंने देखा है कि लोगों को तब तक पीटा जाता है जब तक वे ढेर नहीं हो जाते. और ऐसा करने वालों को सजा का कोई डर नहीं होता. भारतीय जेलों में यह रोज की हकीकत है.’ सेन को 2010 में राष्ट्रद्रोह के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी और उनका मामला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बन गया था. ऊपरी अदालत में इस फैसले के खिलाफ अपील करने के बाद वे फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. सेन कहते है कि जब उन्होंने साथी कैदियों के उत्पीड़न का विरोध किया तो उनका मजाक उड़ाया गया. उनके मुताबिक उन्होंने उत्पीड़न से पीड़ित एक भी व्यक्ति नहीं देखा जो इसके खिलाफ न्याय चाहता हो. वैसे तो सरकारी एजेंसियों द्वारा उत्पीड़न के मामले बाकी दुनिया में भी सामने आते रहते हैं, लेकिन भारत का जिक्र इस मायने में उल्लेखनीय है कि कमोरेस या गिनी-बिसाऊ जैसे छोटे-छोटे पांच-छह देशों की लिस्ट में वह अकेला बड़ा देश है जो उत्पीड़न के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के साथ समझौता करने के बावजूद इसे अपने यहां लागू नहीं कर पाया है. हिरासत में यातना, अमानवीय व्यवहार और सजा के खिलाफ 1997 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र के साथ समझौता किया था. इसे लागू करने के लिए मौजूदा कानूनी प्रावधानों में संशोधन कर नया कानून बनाना जरूरी था. हालांकि हिरासत में उत्पीड़न के खिलाफ कुछ प्रावधान भारतीय दंड संहिता में हैं, लेकिन उनमें न उत्पीड़न की व्याख्या है और न इसे आपराधिक माना गया है. इस बर्बरता को रोकने के लिए जरूरी है कि इसे गैरकानूनी घाेषित करते हुए इसके लिए सजा का प्रावधान हो. 2010 में प्रिवेंशन ऑफ टॉर्चर बिल के साथ ऐसी एक कोशिश हुई तो थी मगर बिल के मसौदे में कई गड़बड़ियां थीं जिन पर ध्यान दिलाए जाने पर उनकी जांच के लिए एक संसदीय समिति बनाई गई और तब से मामला ठंडे बस्ते में ही है. नतीजा यह है कि भारत में कानून का पालन सुनिश्चित होने की जो प्रक्रिया है उत्पीड़न इसका एक अभिन्न हिस्सा बना हुआ है और न्यायपालिका भी इससे आंखें फेरे रहती है. इस मुद्दे पर लंबे समय से अभियान चला रही उच्चतम न्यायालय की अधिवक्ता वृंदा ग्रोवर कहती हैं, ‘ज्यादातर मामलों में उत्पीड़न पर न्यायपालिका सिर्फ जुबानी गुस्सा दिखाती है. इसे अंजाम देने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं होती.’ कभी किसी मामले पर हल्ला हो जाता है तो ज्यादा से ज्यादा पीड़ित को मुआवजा दे दिया जाता है. लेकिन जहां तक दोषी पर कार्रवाई का सवाल है तो मामला हमेशा के लिए घिसटता रह जाता है. हैरानी की बात है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़े ही बता रहे हैं कि हिरासत में उत्पीड़न के आरोप में पुलिस और जेल अधिकारियों के खिलाफ इतने मामलों के बावजूद आज तक एक भी उदाहरण ऐसा नहीं जहां आरोप सिद्ध हो गए हों. सामाजिक कार्यकर्ता आरोप लगाते हैं कि हिरासत के दौरान होने वाली मौतों में से ज्यादातर उत्पीड़न के चलते होती हैं. हालांकि स्वाभाविक ही है कि अधिकारी हमेशा इससे इनकार करते हैं. अधिकांश ऐसी मौतें खुदकुशी के तौर पर दर्ज होती हैं तो कइयों के पीछे की वजह बीमारी बताई जाती है. ‘जब वे पैर के तलवे पर डंडे बरसाते थे तो दर्द यहां तक जाता था. तीन दिन बाद मैंने मान लिया कि बम रखने वाला मैं था’ नरेश कुजूरी (कुजूरी पर गढ़चिरौली में वह बम रखने का आरोप था जिससे हुए धमाके में 12 लोग मारे गए) और जो इस बर्बरता के बावजूद बच जाते हैं उनके लिए कभी न खत्म होने वाले एक बुरे सपने की शुरुआत हो जाती है. 24 जनवरी, 2012 को बिहार के शेखपुरा जिले में पुलिस ने मुकेश कुमार नाम के एक व्यक्ति को अवैध शराब बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था. बाद में राज्य मानवाधिकार आयोग में दर्ज एक शिकायत के मुताबिक 21 साल के कुमार को जिले के एसपी बाबू राम के सरकारी आवास पर ले जाया गया और वहां बुरी तरह पीटा गया. उसके मल द्वार में डंडा घुसेड़ दिया गया. (हालांकि पुलिस इससे इनकार करती है). चार दिन बाद जब उसे अस्पताल लाया गया तो डॉक्टरों ने पाया कि उसकी आंत बुरी तरह फट चुकी है. हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान लाना पड़ा जहां उसके ऑपरेशनों पर अब तक करीब दो लाख रु खर्च हो चुके हैं. डॉक्टरों के मुताबिक उसकी चोट शायद ही कभी ठीक हो. कुमार के मामा धीरज सिंह बताते हैं, ‘जब कानून के रखवाले ही ऐसा अपराध करेंगे तो आदमी कहां जाए?’ मामला सुर्खियों में आया तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एसपी के तबादले के आदेश दिए. शेखपुरा की नई एसपी मीनू कुमारी कहती हैं, ‘एसपी सहित मामले में शामिल सभी पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है. मैं इस मामले पर कोई और टिप्पणी नहीं कर सकती.’",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a0%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%be/,जीवन की पाठशाला,"दृश्य -1: कॉलेज के मेन गेट पर खड़ी एक लड़की. उम्र करीब 18-19 साल. कॉलेज की ड्रेस पहने यह लड़की हाथों में किताब लिए हुए है. बाहर से कोई दरवाजा खटखटाता है. वह गेट के झरोखे से आने वाले का परिचय और कॉलेज आने का कारण पूछती है? जवाबों से संतुष्ट होने के बाद वह लोहे का विशाल गेट खोलती है. व्यक्ति कॉलेज में प्रवेश करता है. लड़की फिर गेट बंद करके पास में लगी हुई कुर्सी पर बैठ जाती है. उसकी आंखें फिर से किताब के पन्नों में डूब जाती हैं. दृश्य -2: लड़कों के हॉस्टल के ठीक सामने स्थित तबेले में करीब 20 गाय-भैंसें हैं. शाम के छह बज रहे हैं. हॉस्टल से पांच लड़कों का समूह बाहर आता है. सबके हाथ में एक बाल्टी है. सब दूध देने वाली गायों और भैंसों को तबेले के दूसरे हिस्से में ले जाकर बांधते हैं. वहां बांधकर उनके सामने चारा डालते हैं. फिर अपनी-अपनी बाल्टियों में दूध दुहने की शुरुआत करते हैं. दृश्य –3: बीए तृतीय वर्ष की राजनीति विज्ञान की क्लास चल रही है. सिमरनजीत कौर तल्लीनता से सामने पढ़ा रही अपनी हमउम्र शिक्षक को सुन रही हैं. क्लास खत्म होने की घंटी बजती है. सिमरनजीत फटाफट कक्षा से बाहर निकलकर पास ही स्थित बीए द्वितीय वर्ष की क्लास में दाखिल होती हैं. वहां पहुंचते ही वे छात्रा से शिक्षिका बन जाती हैं. सामने बैठी लड़कियां उनके कहे अनुसार अपनी राजनीति विज्ञान की किताबें निकालती हैं. कौर उन्हें पढ़ाना शुरू कर देती हैं. दृश्य -4: पिछले साल कक्षा 12 में पंजाब बोर्ड की मेरिट लिस्ट में आई बीए प्रथम वर्ष की छात्रा गगनदीप गिल आज कोई क्लास नहीं करेंगी. लेकिन हॉस्टल की अन्य लड़कियों की तरह ही वे अलसुबह उठ कर कॉलेज ड्रेस पहनकर तैयार हो चुकी हैं. गगन के साथ 11 और लड़कियां भी हैं. वे भी आज कोई क्लास नहीं लेंगी. आज उनकी खाना बनाने की ड्यूटी है. हॉस्टल में रहने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए ये 12 छात्राएं सुबह के नाश्ते से लेकर रात तक का खाना बनाएंगी. ये सारे दृश्य उस बड़ी तस्वीर का सिर्फ एक छोटा-सा हिस्सा भर हैं, जो पंजाब में गुरदासपुर जिले के तुगलवाला गांव स्थित बाबा आया सिंह रियाड़की कॉलेज में जाने पर दिखती है. एक ऐसे समय में जब शिक्षा कारोबार बनकर साधारण आदमी की पहुंच से दूर निकल गई है, यह एक ऐसा अनोखा शिक्षण संस्थान है जो बताता है कि शिक्षा कारोबार नहीं बल्कि सरोकार है जिसका उद्देश्य एक नया मनुष्य रचना है. बाबा आया सिंह रियाड़की कॉलेज की कहानी 1975 से शुरू होती है. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पूरे देश में आपातकाल लगा दिया था. संयोग देखिए कि जिस समय एक महिला प्रधानमंत्री ने देश में आपातकाल लगाया वह साल महिला वर्ष के रूप में मनाया जा रहा था. देश के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं पर केंद्रित कई कार्यक्रम हो रहे थे. एक ऐसा ही कार्यक्रम पंजाब के गुरदासपुर में भी हो रहा था. उस सभा में कई नेता मौजूद थे. उसी सभा के एक श्रोता स्वर्ण सिंह विर्क भी थे. वक्ताओं द्वारा महिलाओं के लिए ये करेंगे, वो करेंगे जैसे दावे किए जा रहे थे. अचानक विर्क की सहनशीलता जवाब दे गई. वे खड़े हुए और भरी सभा में नेताओं की तरफ इशारा करके कहा ‘ क्यों इतना झूठ बोल रहे हो. मुझे पता है तुम लोग कुछ नहीं करोगे. ’ उनका यह कहना था कि जवाब के रूप में उन पर तंज होने लगे जिनका लब्बोलुआब यह था कि अगर हम नहीं कर सकते तो तुम ही करके दिखाओ तो जानें. यही वह क्षण था जब विर्क ने एक ऐसा शिक्षण संस्थान बनाने की ठान ली जो आने वाले समय में पूरे देश के लिए एक आदर्श बनने वाला था. लेकिन उस दौर में स्थितियां ऐसी थीं कि इलाके में कोई भी परिवार अपनी लड़कियों को स्कूल भेजने के लिए आसानी से तैयार नहीं होता था. विर्क गांव-गांव घूमे. लड़कियों की शिक्षा क्यों परिवार और देश के भविष्य के लिए जरूरी है, यह बात उन्होंने घर-घर जाकर लोगों को समझानी शुरू की. सैकड़ों गांवों की खाक छानने के बाद मात्र 34 लड़कियों के परिवारवाले अपनी बेटी को स्कूल भेजने के लिए राजी हुए. विर्क ने इन लड़कियों को लेकर 1976 में उस स्कूल की शुरुआत की जहां पढ़ने की कोई फीस नहीं थी. लेकिन कुछ समय बाद ही 20 लड़कियों के परिवारवालों ने अपनी बेटियों को स्कूल जाने से रोक दिया. अब स्कूल में केवल 14 लड़कियां बची रह गई थीं. विर्क अकेले शिक्षक थे. उस साल बोर्ड की परीक्षा में ये सभी लड़कियां प्रथम श्रेणी में पास हुईं. सिलसिला आगे बढ़ता गया. जिस स्कूल की शुरुआत 14 लड़कियों के एडमिशन से हुई थी, आज उसमें 3,500 विद्यार्थी पढ़ते हैं. इनमें 2,500 लड़कियां हैं. बिना किसी फीस के शुरू हुए इस स्कूल में आज फीस तो ली जाती है लेकिन उतनी ही जिससे कॉलेज का जरूरी खर्च निकल आए. पहली से लेकर एमए तक की यहां पढ़ाई होती है. अधिकतम ट्यूशन फीस 1,000 रुपये सालाना है तो हॉस्टल की सालाना फीस अधिकतम 7,500 रु है. कॉलेज के प्रिंसिपल स्वर्ण सिंह विर्क कहते हैं, ‘ ‘हमने एक ऐसा सिस्टम अपने यहां विकसित कर रखा है जिसकी वजह से हमें पैसों की बेहद कम जरूरत पड़ती है. पढ़ाई से लेकर प्रशासन तक हम पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं.’ दरअसल 15 एकड़ में फैले इस कॉलेज का अनूठापन और उसकी शक्ति आत्मनिर्भरता में ही छिपी है. कॉलेज का सब काम कॉलेज की छात्राएं ही करती हैं. यहां शिक्षक लगभग न के बराबर हैं. जो छात्राएं हैं वे ही शिक्षिका भी हैं. व्यवस्था यह है कि जो सीनियर कक्षा के विद्यार्थी हैं वे अपने से निचली कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं. इस तरह बीए थर्ड ईयर की छात्रा बीए सेकंड ईयर वालों को पढ़ाती है. बीए सकेंड ईयर वाली बीए फर्स्ट ईयर वालों को. इस तरह यह व्यवस्था ऊपर से नीचे तक चलती जाती है. कॉलेज में ईच वन, टीच वन के नाम से एक और प्रयोग चलता है. इसके तहत हर छात्रा के ऊपर दूसरी छात्रा को पढ़ाने की जिम्मेदारी है. मान लीजिए एक लड़की अंग्रेजी में दूसरी लड़की से अच्छी है तो वह दूसरी लड़की की टीचर बन जाएगी और रोज एक घंटे उसे पढ़ाएगी.",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%b2-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%97%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%a8/,युवाबल से युगपरिवर्तन,"ताराबाई मारुति कभी दिहाड़ी मजदूर थीं. आज उनके पास 17 गायें हैं और वे ढाई सौ से तीन सौ लीटर दूध रोज बेचती हैं. वे बताती हैं, ‘पहले मजदूरी करते थे. पांच-दस रुपये रोज मिलते थे तो खाना मिलता था. आज आमदनी बढ़ गई है.’ हिवड़े बाजार नाम के जिस गांव में ताराबाई रहती हैं वहां के ज्यादातर लोगों का अतीत कभी उनके जैसा ही था. वर्तमान भी उनके जैसा ही है. आज राजनीति से लेकर तमाम क्षेत्रों में जिस युवा शक्ति को अवसर देने की बात हो रही है वह युवा शक्ति कैसे समाज की तस्वीर बदल सकती है, इसका उदाहरण है हिवड़े बाजार. दो दशक पहले तक महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में बसे इस गांव की आबादी का एक बड़ा हिस्सा मजदूरी करने आस-पास के शहरों में चला जाता था. यानी उन साढ़े छह करोड़ लोगों में शामिल हो जाता था जो 2011 की जनगणना के मुताबिक देश के 4000 शहरों और कस्बों में नारकीय हालात में जी रहे हैं. बहुत-से परिवार ऐसे भी थे जो पुणे या मुंबई जैसे शहरों में ही बस गए थे. जो गांव में बचे थे उनके लिए भी हालात विकट थे. जमीन पथरीली थी. बारिश काफी कम होती थी. सूखा सिर पर सवार रहता था. 90 फीसदी लोग गरीबी की रेखा के नीचे थे. शराब का बोलबाला था. झगड़ा, मार-पिटाई आम बात थी. मोहन छत्तर बताते हैं, ‘कॉलेज में पढ़ते थे तो बताने में शर्म आती थी कि हम हिवड़े बाजार के हैं.’ लेकिन आज शर्म की जगह गर्व ने ले ली है. हिवड़े बाजार आज अपनी खुशहाली के लिए देश और दुनिया में सुर्खियां बटोर रहा है. पलायन तो रुक ही गया है, जो लोग हमेशा के लिए शहर चले गए थे वे भी वापस आकर गांव में बसने लगे हैं. आज गांव की प्रति व्यक्ति आय औसतन 30 हजार रु सालाना है. 1995 में यह महज 830 रु थी. गांव के उपसरपंच पोपट राव पवार कहते हैं, ‘तब ज्वार-बाजरा भी मुश्किल से होता था. आज हम हर साल एक करोड़ रुपये की नगदी फसल उगाते हैं. डेयरी का काम भी फैला है. गांव में रोज 4000 लीटर दूध का कलेक्शन हो रहा है.’ हिवड़े बाजार जाने पर आपको तरतीब से बने गुलाबी मकान दिखेंगे. साफ और चौड़ी सड़कें भी. नालियां बंद हैं और जगह-जगह कूड़ेदान लगे हैं. हर जगह एक अनुशासित व्यवस्था के दर्शन होते हैं. शराब और तंबाकू के लिए अब गांव में कोई जगह नहीं रही. हर घर में पक्का शौचालय है. खेतों में मकई, ज्वार, बाजरा, प्याज और आलू की फसलें लहलहा रही हैं. सूखे से जूझते किसी इलाके में यह देखना किसी चमत्कार से कम नहीं. 235 परिवारों और 1,250 लोगों की आबादी वाले इस गांव में 60 करोड़पति हैं. महात्मा गांधी ने कहा था, ‘सच्ची लोकशाही केंद्र में बैठे हुए 20 लोग नहीं चला सकते. वह तो नीचे से हर एक गांव के लोगों द्वारा चलाई जानी चाहिए.’ हिवड़े बाजार ने यही कर दिखाया है. युवा शक्ति कैसे ग्राम स्वराज ला सकती है यह सिखाता है हिवड़े बाजार. 85 साल के रावसाहेब राऊजी पवार याद करते हैं, ‘हमारे गांव में गरीबी थी. हालांकि हम अपनी सीधी-सादी जिंदगी से खुश थे. लेकिन 1972 के अकाल ने हमारे गांव की शांति छीन ली. जमीन पथरीली थी. पानी न होने से हालात और खराब हो गए. वह सामाजिक ताना-बाना बिखर गया जो गरीबी के बावजूद लोगों को एक रखता था. लोग शराब के चक्कर में पड़ गए. जरा-सी बात पर झगड़ा हो जाता. जिंदगी चलाना मुश्किल हो गया सो गांव के कई लोग मजदूरी करने पास के शहरों में जाने लगे.’",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%8c%e0%a4%a8-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%ad%e0%a4%9f%e0%a4%95%e0%a4%b2/,कौन है यासीन भटकल?,"बिहार के बोधगया में महोबोधि मंदिर परिसर में नौ बम धमाकों के बाद अंदेशा जताया जा रहा है कि इसके पीछे इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का हाथ है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में 12 आतंकवादियों की तस्वीरें जारी की हैं. इनमें आईएम संस्थापकों में से एक यासीन भटकल भी है. यासीन उन लोगों में से है जिनके पीछे कुछ सालों से खुफिया एजेंसियां लगी हुई हैं लेकिन आज भी वह उनके लिए एक गुत्थी बना हुआ है. 12 राज्यों की आतंक निरोधक एजेंसियों द्वारा यासीन के खिलाफ दायर आरोप पत्रों के मुताबिक वह 2008 से हुए कम से कम 10 बम धमाकों में प्रमुख सूत्रधार रहा है. ये बम धमाके अहमदाबाद (2008), सूरत (2008), जयपुर (2008), नई दिल्ली (2008), बनारस के दशाश्वमेध घाट (2010), बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम (2010), पुणे के जर्मन बेकरी (2011), मुंबई (2011), हैदराबाद (2013) और बेंगलुरु (2013) में हुए थे. आखिर यासीन भटकल कौन है और लगातार इतनी घटनाओं में सीधी भूमिका होने के बावजूद वह सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ से बाहर कैसे है? 1973 में जन्मा यासीन मूल रूप से कर्नाटक के एक तटीय गांव भटकल का रहने वाला है. उसकी शुरुआती शिक्षा अंजुमन हमी ए मुसलीमीन नाम के मदरसे में हुई थी. 1980 के दशक की शुरुआत में वह पुणे आ गया था. बाद में यासीन शाहबंदरी भाइयों के नाम से कुख्यात- रियाज और इकबाल भटकल (इनसे यासीन का कोई पारिवारिक नाता नहीं है) के संपर्क में आया. इन्होंने ही इंडियन मुजाहिदीन की नींव रखी थी. माना जाता है कि इस समय दोनों भाई देश छोड़ चुके हैं. यासीन के बारे में बात करते हुए खुफिया एजेंसियों के अधिकारी कहते हैं कि उसकी गतिविधियों पर नजर रख पाना बहुत मुश्किल है. एक अधिकारी के मुताबिक यासीन को तकनीक का प्रयोग करना पंसद नहीं है. इसके बजाय वह परंपरागत तरीकों जैसे भेष बदलने आदि में माहिर है. वे कहते हैं, ‘ एक ऐसा आदमी जो ईमेल नहीं करता, हर पखवाड़े ठिकाना बदलता हो, ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में रहता हो और मोबाइल फोन को कुछ ही सेकंड तक इस्तेमाल करके सिमकार्ड तुरंत नष्ट कर दे, उस पर आप नजर कैसे रखेंगे.’ महाराष्ट्र एटीएस के एक अधिकारी कहते हैं, ‘यहां तक कि उसके करीबी लोग भी उसकी असली पहचान नहीं जानते. उसके ससुर को भी यही पता था कि उसका नाम इमरान है.’ यह भी दिलचस्प है कि एक बार यासीन पुलिस गिरफ्त में आ चुका है. 2008 की बात है जब कोलकाता पुलिस ने उसे फर्जी नोटों के एक मामले में हिरासत में लिया था. लेकिन एक माह जेल में रहने के बाद उसे जमानत मिल गई. पुलिस उस समय पूरी तरह अनभिज्ञ थी कि यह आदमी कौन है. यासीन ने खुद के बारे में जानकारी दी थी कि वह बिहार के दरभंगा में रहने वाला मोहम्मद अशरफ है. इसी तरह नवंबर, 2011 में वह चेन्नई में खुफिया अधिकारियों को चकमा देकर बच निकला था. दिल्ली और चेन्नई में तैनात खुफिया अधिकारी एक सूचना के आधार पर जब उसके ठिकाने पर पहुंचे उसके कुछ घंटे पहले ही यासीन वहां से निकल चुका था. उसके ससुर इरशाद खान ने पुलिस को बताया था कि वह बाजार गया है. लेकिन यासीन वापस अपने ठिकाने पर कभी नहीं लौटा.",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a4%9f-%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%b0%e0%a4%a4/,करवट लेती कुदरत,"जुलाई 2005 में मुंबई की बाढ़ 26 जुलाई, 2005 को मुंबई में 944 मिमी पानी गिरा. यह बारिश इतनी थी कि पिछले 100 साल की शहर की याददाश्त में कभी इतना पानी नहीं गिरा था. इस अप्रत्याशित बारिश ने एक अप्रत्याशित बाढ़ को जन्म दिया जिसने देश की आर्थिक राजधानी को अगले चार दिन तक अपंग बनाए रखा. जगह-जगह पानी भरा होने के कारण सड़कें टूट गई थीं और नाले जाम थे. इस बाढ़ में करीब 100 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. उस साल पूरे महाराष्ट्र में ही जरूरत से ज्यादा बारिश हुई थी. पूरे राज्य में मौतों का आंकड़ा दो सौ के पार पहुंच गया था. वैज्ञानिकों के मुताबिक जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने और जनसंख्या में हुई बेहिसाब बढ़ोतरी के कारण इस बारिश का दोहरा दुष्प्रभाव सामने आया था. तबाही के बाद अगले कुछ दिनों में वैज्ञानिकों ने काफी विचार के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि मुंबई की बाढ़ के पीछे ग्लोबल वार्मिंग की भूमिका है. साल दर साल बढ़ते तापमान की वजह से समुद्री पानी के वाष्पीकरण की दर बहुत तेज हो गई है. ‘मरीन ऑब्जर्वेशन’ के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं. उनके मुताबिक पिछले 50 वर्षों में समुद्री सतह से वाष्प उत्सर्जन में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसी अध्ययन में यह भी कहा गया है कि पिछली आधी सदी में भयंकर वर्षा या बादल फटने की घटनाओं में प्रति दशक 14.5 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई है. मुंबई की बाढ़ और बारिश इसी का नतीजा थी और चेतावनी भी. लेह में बादल का फटना कोल्ड डेजर्ट यानी ठंडा रेगिस्तान. लद्दाख को इसी उपनाम से जाना जाता है. इसकी वजह यह है कि यहां जितनी ज्यादा ठंड होती है उतनी ही तेज सूर्य की किरणें भी यहां पड़ती हैं. एक साथ ही यहां धूप में तेज गर्मी और छांह में ठंड का अहसास लिया जा सकता है. अधिकतर वक्त चटख धूप वाले लद्दाख के लेह इलाके में छह अगस्त, 2010 को बादल फटने की विनाशकारी घटना हुई. इसकी वजह से पूरे लेह क्षेत्र में भयंकर बाढ़ और भूस्खलन की घटना हुई. इस आपदा में डेढ़ सौ से अधिक लोगों की मौत हो गईं और गांव के गांव बह गए. इसके अलावा लेह की आजीविका के मुख्य आधार इनके जानवर बड़ी संख्या में मारे गए. इससे लेह की पूरी अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई. स्कूलों, दफ्तरों, रास्तों और पुलों समेत तमाम दूसरी जगहों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा था. जानकारों के मुताबिक लेह की त्रासदी इंसानी हस्तक्षेप की वजह से हुई. लेह में आई बाढ़ और भूस्खलन की वजह असल में ये थी कि वह पूरा का पूरा इलाका एक ऐसी धारा के ऊपर बसा हुआ था जो काफी समय से सूखा पड़ा था. बीते कुछ सालों के दौरान इस रास्ते में बड़ी मात्रा में निर्माण कार्य हुए जिससे पुरानी धारा जिस रास्ते से बहती थी वह बेहद संकरा हो गया था. 2010 के अगस्त महीने में जब अचानक से भीषण बरसात हुई तो पानी को बहने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं मिल पाया. पर पानी अपना रास्ता बना ही लेता है. अपने रास्ते में पड़ने वाले हर घर-मकान को तोड़ते पानी आगे निकल गया और पीछे तबाही के निशान छोड़ गया. भुरभुरी मिट्टी के ऊपर बने ये मकान पानी के प्रचंड दबाव के सामने टिक नहीं सके. जानकारों के मुताबिक लेह में बादल फटना एक सामान्य घटना थी लेकिन इतनी बड़ी जनहानी की वजह रही मानवीय लापरवाही. लोगों ने पारंपरिक तरीके छोड़कर आधुनिक कंक्रीट और सीमेंट आदि के घर बनाना शुरू कर दिया है. लद्दाख में ऐसा भी देखने में आया कि हाल के समय में बने मकान मलबे के ढेर में बदल गए थे जबकि स्थानीय शैली में बने 400 साल पुराने भवन अपनी जगहों पर सुरक्षित बने रहे.",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/crime/cyber-crime/story/cyber-fraud-of-75-thousand-rupees-with-a-delhi-based-woman-while-buying-clothes-order-online-ntc-1366827-2021-12-02,"ऑनलाइन कपड़े ऑर्डर करना महिला को पड़ा भारी, लगा 75000 का चूना","दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले में एक महिला के खाते से शातिर साइबर ठग ने 75 हजार रुपए साफ कर दिए. महिला ने मोबाइल पर आई एक लिंक पर अपने बैंक खाते की पूरी डिटेल भर दी थी जिसके बाद ठगों ने उसके अकाउंट में सेंध लगा दी. शिकायत के बाद साइबर पुलिस ने तीन महीने तक छानबीन की, तब जाकर आरोपी गिरफ्त में आ सका. फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है. साइबर सेल को राखी नाम की एक महिला ने शिकायत दी कि उनके एकाउंट से किसी ने 75 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए. जब पुलिस ने जांच शुरू कि तो पता लगा कि महिला ने एक लिंक के अंदर अपने बैंक एकाउंट का डिटेल डाली थी ताकि वह महज 5 रुपये की पेमेंट कर सके. राखी ने 5 रुपये का पेमेंट किया भी, लेकिन उसे नहीं पता था कि जिस लिंक में उसने अपने बैंक की डिटेल डालकर 5 रुपये की पेमेंट की है, दरअसल वह एक ठगों का बिछाया हुआ जाल था. जाल में फंसाई महिला महिला ने शिकायत में लिखा था कि 10 अगस्त को उसने लुधियाना से कुछ कपड़े आर्डर किए थे, जो कुरियर के जरिये आने थे. लेकिन डिलीवरी में देरी हो गई. कुरियर को ट्रैक करने के लिए महिला गूगल पर गई, जहां उसे उसी कुरियर के नाम का एक पेज मिला. जबकि यह एक फिशिंग वेबसाइट थी, जो साइबर ठगों ने लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए बनाई थी. इस फिशिंग वेबसाइट पर जाकर महिला ने अपने सारे डिटेल भर दिए. जिसके बाद महिला और उसके पति के पास ठगों ने कुरियर एजेंसी का कर्मचारी बनकर फ़ोन किया और कहा कि उनके कुरियर में कुछ टेक्निकल समस्या आ गई है जिसके लिए उन्हें सिर्फ 5 रुपये का भुगतान करना होगा. एक क्लिक और पैसा साफ महिला 5 रुपये देने के लिए तैयार हो गई जिसके बाद ठगों ने महिला को एक लिंक भेजा, और जैसे ही उस लिंक में 5 रुपये देने के लिए राखी ने अपने बैंक एकाउंट की डिटेल डाली, उसके एकाउंट का मिरर कंट्रोल दूसरी तरफ ठगों को मिल गया और उन्होंने महिला के एकाउंट से तुरंत 75 हजार रुपये निकाल लिए. ठगी की रकम से खरीदे गए 2 मोबाइल फ़ोन जांच के दौरान पुलिस उस बैंक एकाउंट तक पहुंची, जहां पर सबसे पहले पैसा ट्रांसफर होकर पहुंचा था. इसके बाद बैंक से पैसा अलग-अलग गेटवे और वॉलेट से होते हुए कई जगह ट्रांसफर हुआ था. फिर एक ऑनलाइन वेबसाइट से 2 मोबाइल फ़ोन भी इस पैसे से खरीदे गए थे. दोनों मोबाइल फ़ोन गुजरात के सूरत में डिलीवर हुए थे. इसके अलावा, एक बैंक के क्रेडिट कार्ड का बिल भी पेमेंट किया गया था. पुलिस ने आरोपी को दबोचा इन सभी सुरागों का पीछा करती हुई पुलिस ने कई फ़ोन के सीडीआर को भी खंगाला और फिर पुलिस ने दिल्ली के शाहदरा इलाके में रहने वाले झारखंड के अजीत कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया.अजीत अभी 20 साल का भी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उसके ठगी करने के तरीके ने दिल्ली पुलिस को भी परेशान कर दिया. और यही वजह है कि पुलिस को इस तक पहुंचने में 3 महीने से ज्यादा का वक़्त लगा गया. रिश्तेदार भी शामिल पुलिस के मुताबिक, इस पूरे गोरखधंधे में आरोपी अजीत का एक रिश्तेदार भी शामिल है. इस केस की जांच अभी जारी है, इस मामले में और भी लोगों के गिरफ्तार होने की भी संभावना है.",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/delhi/story/delhi-police-crime-arrested-car-and-bike-theft-dismantlement-news-ntc-1366828-2021-12-02,"महंगी कारों को डिसमेंटल कर बेच देते थे पार्ट्स, पुलिस ने किया गैंग का भंडाफोड़","दिल्ली पुलिस ने कार चोरों के एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है जो कार को चोरी करने के बाद उनके पार्ट्स को अलग अलग करके खुले बाजार में बेच दिया करता था. पुलिस के मुताबिक चोरों का ये गैंग उन्हीं गाड़ियों को ही टारगेट करता था जिनके पार्ट्स की बाजार में बड़ी मात्रा में डिमांड रहती है. पुलिस ने इस गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. उनके नाम फहीमुद्दीन और अमरजीत सिंह है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये गैंग गाड़ी चोरी करने से पहले इलाके की रेकी करता था. फिर मौका देखकर गाड़ी चोरी करने के बाद उसे किसी ऐसे जगह पार्क कर देता जहां आमतौर पर किसी का ध्यान न जाये. कभी किसी पार्किंग में तो कभी किसी खाली जगह पर, इसके बाद ये लोग वहां नज़र रखते थे. ये ऐसा इसलिये करते थे ताकि गाड़ी में अगर ट्रैकर लगा हो और पुलिस उसे खोजती हुई अगर पहुंच जाए तो उसे गाड़ी तो मिल जाये लेकिन गैंग के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाए और वो पकड़े जाने से बच जाएं. चोरी के बाद ये गाडियों को काट दिया करते थे अगर दो या तीन दिन तक कोई उन गाड़ियों तक नही पहुंचता था फिर ये उस गाड़ियों को वहां से लेकर अपने गैराज जाते फिर वहां उनके सारे पार्ट्स खोल दिया करते थे और पार्ट्स को बाजार में बेच दिया करते थे. यानी इधर लोग अपनी चोरी की कार को खोजने में जुटे हुए हैं, पुलिस थाने के चक्कर काट रहे हैं उधर आपकी गाड़ी के टुकड़े कट कर बिक चुके होते हैं. ऐसे पकड़ में आये शातिर बदमाश शाहदरा जिला पुलिस का कहना है कि रात में चोरी और झपटमारी की वारदात को रोकने के लिए उनकी टीम लगातार पेट्रोलिंग करती है. इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि दो शातिर चोर शाहदरा के पुस्ता इलाके में मौजूद हो सकते हैं. इस जानकारी के बाद पुलिस की टीम ने रेड करके फहीमुद्दीन और अमरजीत को गिरफ्तार कर लिया. जबकि इनका एक साथी मौके से फरार हो गया. इस वक़्त भी ये चोरी की हौंडा सिटी कार में थे. बरामदगी पुलिस की पूछताछ के बाद इनके पास से चोरी की चार कार, और कई कारों के पार्ट्स, कार को डिस्मेंटल करने का टूल बरामद किया है.",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/bihar/story/muzaffarpur-case-cataract-operation-15-people-lost-eyesight-but-data-of-65-people-still-lost-ntc-1366683-2021-12-02,"मुजफ्फरपुर मोतियाबिंद कांड: चली गई 15 लोगों की आंखों की रोशनी, 65 लोगों का आंकड़ा भी नहीं जुट पाया","बिहार के मुजफ्फरपुर में हुए मोतियाबिंद कांड में बीते तीन दिनों से जांच जारी है, लेकिन अभी तक सभी 65 लोगों का आंकड़ा नहीं मिल सका है. अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो अपने घरों में कराह रहे हैं और उन्हें पता नहीं कि अब किया क्या जाए. इन्हीं 65 लोगों में से एक जुमेराती मियां भी हैं, जो मुजफ्फरपुर जिले के मोमिनपुर के रहने वाले है. मियां काफी गरीब हैं और इन्हें किसी अस्पताल में भेजने की कोई जानकारी तक नहीं है. जब बिहार तक कि टीम इनके घर पहुंची तो आश्चर्य चकित रह गयी. पूरे राज्य में इस आई हॉस्पिटल कांड की चर्चा है, विधानसभा में भी हंगामा हो गया है लेकिन अभी तक जांच टीम के पास 65 लोगों का एक्चुल डाटा तक नहीं मिला है. वहीं सिविलसर्जन ने जल्द डाटा मिलने की बात कह रहे है. गई 15 लोगों की आंखों की रोशनी गौरतलब है कि बीते 22 नवंबर को मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल में कुल 65 लोगों की आंख का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था. इन लोगों में से ज्यादातर लोगों की आंखों में इंफेक्शन हो गया. इसके बाद बीते 29 नवंबर को कुछ पीड़ित मरीजों के परिजन अस्पताल में आकर हंगामा करने लगे और मीडिया में मामला सामने आया. बता दें कि इन 65 लोगों का आंखों में इस इंफेक्शन के चलते कुल 15 लोगों की हालत ऐसी बिगड़ी की इनकी आंख ही निकालनी पड़ गई. मामले को लेकर विधानसभा में हंगामा इसके बाद मामले को लेकर विधानसभा में भी हंगामा हुआ. सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने ACMO के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर तीन दिनों में जाच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश जारी किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित मरीजों को SKMCH में इलाज कराने की व्यवस्था भी की गई. पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि जो भी मरीज आ रहे हैं, उनके इलाज की व्यवस्था SKMCH में की गई है. अभी तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए कोई एक आंकड़ा नहीं दिया जा सकता. डॉक्टर के मुताबिक अब तक 14 मरीज भर्ती हुए हैं जिनमें 11 मरीजों के संक्रमित आंख को ऑपरेशन कर निकाल दिया गया है, बाकी 4 मरीजों का ऑपरेशन भी जल्द कर दिया जाएगा.",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/rajasthan/story/it-dept-detects-rs-500-crore-black-income-after-raids-on-jaipur-jewellery-gems-group-ntc-1366097-2021-12-01,"जयपुर में इनकम टैक्स की बड़ी रेड, ज्वेलरी फर्म से मिली 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति","इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने हाल ही में जयपुर में ज्वेलरी बनाने, एक्सपोर्ट करने वाली और रत्न की कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की थी. आईटी के मुताबिक, छापेमारी के दौरान ग्रुप के पास से 500 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति का पता चला है. इनकम टैक्स ने 23 नवंबर को करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान अफसरों ने 4 करोड़ रुपए का कैश और 9 करोड़ की ज्वेलरी बरामद की थी. अभी तक ग्रुप के पास 500 करोड़ की बेनामी संपत्ति का पता चला है. इनकम टैक्स ने अपने बयान में बताया कि ग्रुप ने 500 करोड़ में से 72 करोड़ को बेनामी संपत्ति स्वीकार किया है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के लिए नीति तैयार की. आईटी डिपार्टमेंट के मुताबिक, कंपनी अफ्रीका से रफ कीमती रत्न और कम कीमती रत्न लाती थी और इन्हें जयपुर में तैयार किया जाता था. इस तरह बनाई बेनामी संपत्ति इन पॉलिश किए गए कुछ कीमती रत्नों को कैश में बेंचा जाता था. इससे बेनामी संपत्ति अर्जित की गई, इसे कंपनी के खातों में दर्ज नहीं किया गया. आईटी के मुताबिक, इस बेनामी रकम को फाइनेंस ब्रोकर द्वारा कैश लोन देकर बढ़ाया गया. आईटी अफसरों ने कैश लोन और ब्याज से जुड़े दस्तावेजों और डिजीटल सबूतों को सीज कर लिया है. आईटी का दावा है कि कंपनी के पास बेनामी संपत्ति के अलावा बिना दर्ज की गई खरीद और बेच के सबूत मिले हैं. आईटी को स्पेशल इकोनॉमिक जोन से चलने वाले ग्रुप्स के दस्तावेज भी मिले हैं, जो यह बताते हैं कि कुछ यूनिट द्वारा अधिक लाभ दिखाने जैसे कामों में संलिप्त रहा है.",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/crime/news/story/haryana-faridabad-nit-area-attack-on-girl-friend-hospital-hotel-ntc-1365796-2021-12-01,"जन्मदिन के नाम पर लिया रूम, प्रेमिका के गले पर वार कर फरार हुआ प्रेमी","हरियाणा के फरीदाबाद शहर में एक प्रेमी जोड़े ने जन्मदिन मनाने के नाम पर होटल में कमरा बुक कराया था. प्रेमी ने प्रेमिका के गले पर धारदार हथियार से वार कर दिया. इसके बाद प्रेमी आराम से होटल से भाग निकला. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवती को उपचार के लिए तत्काल अस्पताल पहुंचाया. घटना फरीदाबाद के एनआईटी पांच नंबर इलाके की है. बताया जाता है कि इलाके के एक होटल में एक प्रेमी युगल पहुंचा. युगल ने जन्मदिन मनाने के नाम पर होटल में कमरा बुक कराया. युवक कुछ देर बाद ही कमरे से निकला और बाहर चला गया. इसके कुछ देर बाद ही खून से लथ-पथ युवती भी अपने कमरे से बाहर आई. युवती को घायल देख होटल के स्टाफ ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवती को अस्पताल पहुंचाया जहां उसका उपचार चल रहा है. आरोपी युवक फरार बताया जा रहा है. पुलिस घटना की तहकीकात कर रही है. होटल के मैनेजर सुनील के मुताबिक युवक और युवती, दोनों बालिग थे. होटल के मैनेजर ने बताया कि युवक ने अपने साथ आई युवती का बर्थडे होने की बात कहकर कमरा बुक कराया था. युवक कुछ ही देर बाद बड़े आराम से निकल गया. युवक के निकलते ही युवती भी बाहर आ गई. उसके गले से खून बहता देख इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई.",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/crime/news/story/gujrat-rape-and-murder-case-update-accused-sent-in-life-imprisonment-by-gandhinagar-sessions-court-ntc-1366343-2021-12-01,"3 साल की बच्ची के रेप और मर्डर केस का एक माह में फैसला, दोषी को मिली ये सजा","गुजरात के गांधीनगर में अदालत ने 3 साल की बच्ची की हत्या और बलात्कार के मामले में एक माह के भीतर फैसला कर दिया. कोर्ट ने दोषी को जिंदगी की आखिरी सांस तक जेल में रहने की सजा सुनाई है. दीवाली से पहले तीन दिन पहले 1 नवंबर को अपने घर के बाहर सो रही 3 साल की बच्ची गायब हो गई थी. पुलिस की पड़ताल में पता चला कि पड़ोस में रहने वाले विजय ठाकोर ने बच्ची के साथ बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी. गिरफ़्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी ने एक 5 साल और 7 साल की बच्ची के साथ भी दुष्कर्म करने की बात कबूल की. इस मामले में पुलिस ने एक ही महीने के भीतर वारदात की छानबीन कर चार्जशीट फाइल कर दी. इस पर गांधीनगर सेशन कोर्ट ने फास्ट्रेक में केस चलाकर आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. यानी दोषी को सांस चलने तक अपनी जिंदगी जेल में बितानी पड़ेगी.",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/telangana/story/hyderabad-man-tried-jumping-into-the-lion-enclosure-at-nehru-zoological-park-ntc-1361766-2021-11-23,"चिड़ियाघर में गजब का ड्रामा, शेर के बाड़े में कूदने लगा युवक, VIDEO","हैदराबाद (Hyderabad) के नेहरू प्राणी उद्यान ( Nehru Zoological Park) में मंगलवार को एक युवक ने शेर के बाड़े में कूदने की कोशिश की. युवक को समय रहते पकड़ लिया गया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. दोपहर करीब 03:30 बजे 31 साल का एक युवक जी.साई कुमार शेर के बाड़े के आस-पास के शिलाखंडों पर असुरक्षित रूप से चल रहा था. यह अफ्रीकन लायन का बाड़ा था, जो कि पूरी तरह से एक प्रतिबंधित क्षेत्र है. युवक शिलाखंड पर बैठ गया और शेर के बाड़े में कूदने की कोशिश करने लगा. शेर भी लग रहा था जैसे उसके कूदने का ही इंतज़ार कर रहा हो. युवक को देखते ही, पार्क में अफरा-तफरी मच गई. लोगों ने शोर मचाया और उद्यान के कर्मचारी हरकत में आए. तुरंत ही युवक को शिलाखंड से उतार लिया गया. चिड़ियाघर के कर्मचारी उसे बहादुरपुरा पुलिस स्टेशन को सौंप दिया और उसकी शिकायत दर्ज कराई. पूछताछ में पता चला है कि युवक कीसरा का रहने वाला है और पुलिस के मुताबिक युवक की दिमागी हालत ठीक नहीं है. आपको बता दें कि 2019 में दिल्ली से भी इसी तरह का मामला सामने आया था. दिल्ली के चिड़ियाघर में भी एक युवक शेर के बाड़े में चला गया था. उसने तो शेर के बाड़े में घुसकर शेर के साथ सेल्फी भी ली थी. उसे भी चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने समय रहते बाड़े से बाहर निकाल लिया था. वह युवक भी मानसिक रूप से कमज़ोर बताया गया था. ",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/neither-singapore-nor-paris-this-is-the-world-s-most-expensive-city-to-live-in-651399.html,"न सिंगापुर न पेरिस, ये है रहने के लिहाज से दुनिया का सबसे महंगा शहर","नई दिल्ली, 2 दिसंबर। जब हम दुनिया की सबसे महंगे शहरों के बारे में सोचते हैं तो हमारे जेहन में सिंगापुर, पेरिस और हॉन्ग कॉन्ग का नाम आता है। आपके दिमाग में भी यही नाम आ रहे होंगे, लेकिन आप गलत हैं जनाब। 2021 के खत्म होते होते चीजें बदल गई हैं। बुधवार को जारी एक सर्वे के अनुसार अब तेल अवीव दुनिका का सबसे महंगा शहर बन गया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/health-ministry-on-omicron-and-vaccine-2-doses-gap-651391.html,क्या ओमिक्रोन आने से कम होगा वैक्सीन डोज के बीच का गैप? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया जवाब,"37 लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग वहीं आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने 37 प्रयोगशालाओं में जीनोम सिक्वेंसिंग की व्यवस्था कर रखी है। उन्हीं के जरिए कर्नाटक में दो मामलों का पता चला है। अभी हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जागरुकता बहुत ज्यादा जरूरी है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/bangalore-5-people-corona-postive-who-came-in-contact-with-the-affected-doctor-of-omicron-651383.html,बेंगलुरु में ओमिक्रान के प्रभावित डॉक्‍टर के संपर्क में आए 5 लोगों को हुआ कोरोना,"कर्नाटक सरकार ने कहा इस मरीज के संपर्क में 13 प्रत्यक्ष लोग सामने आए और 250 से अधिक लोग उनके माध्‍यम से संपर्क में आए। वहीं दूसरा ओमिक्रॉन रोगी एक 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है जो एक निगेटिव कोरोना रिपोर्ट के साथ भारत आया था। वह व्यक्ति, जिसने दोनों टीके की खुराक लग चुकी थी कर्नाटक आने पर उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी जिसके बाद उसे सेल्‍फ आइसोलेशन में रख दिया था। एक हफ्ते बाद, एक निजी लैब से एक निगेटिव कोविड रिपोर्ट के साथ वो दुबई फ्लाइट लेकर चला गया। उसके जाने के बाद जीनोम रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उसके सीधे संपर्क में 24 लोग आए और 240 लोग इनडायरेक्‍टली संपर्क में आए जिन सभी का टेस्‍ट करवाया जा रहा है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-india-on-november-27-one-out-of-two-patients-has-left-india-651380.html,"Omicron India: 27 नवंबर को ही दो में से एक मरीज छोड़ चुका है भारत, जानिए उसकी पूरी ट्रैवल हिस्ट्री","बेंगलुरु, 2 दिसंबर: भारत में गुरुवार को ही कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो मामलों की पुष्टि हुई है। दोनों केस कर्नाटक में मिले हैं, जिसमें एक व्यक्ति 66 साल का और दूसरा 46 साल का है। लेकिन, अब जानकारी आ रही है कि 66 साल वाला शख्स 20 नवंबर को दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु आया था। सात दिन होटल में रहा और फिर वापस दुबई चला गया। उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट आने के बाद उसके ओमिक्रॉन कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बता दें कि ओमिक्रॉन कोरोना वायरस अबतक 30 देशों में दस्तक दे चुका है और इसके कम से कम 375 मामले सामने आ चुके हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/heena-blouse-what-s-next-video-woman-wears-blouse-made-of-mehendi-with-saree-people-angry-651366.html,"Heena Blouse What’s Next Video: महिला ने बिना ब्लाउज के पहनी साड़ी, मेंहदी का किया नया प्रयोग, भड़के लोग","नई दिल्ली, 02 दिसंबर। इन दिनों शादियों का मौसम पूरे शबाब पर है इसलिए आए दिन शादियों की थीम, ड्रेस और स्टाइल की बातें सोशल मीडिया पर होती रहती है लेकिन इस वक्त उस वीडियो की चर्चा जोर-शोर से सोशल मीडिया पर हो रही है, जिसमें एक महिला ने बिना ब्लाउज के साड़ी पहनी है और उसने मेंहदी से ब्लाउज की पूरी डिजाइन बनाई है, जिसे आपको पहली नजर में देखने में यही लगेगा कि उस महिला ने ब्लाउज पहना है लेकिन नहीं, वो ब्लाउज नहीं केवल मेंहदी से बनाई गई ब्लाउज की डिजाइन है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/who-south-east-asia-regional-director-dr-poonam-khetrapal-singh-on-two-omicron-case-in-india-651364.html,"भारत में omicron की पुष्टि पर WHO का बयान, निगरानी पर दिया जोर","इधर, दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के डॉ. धीरेन ने कहा कि भारत में ओमिक्रॉन के के मामलों की उम्मीद थी। भारत में लोगों को शांत और संयमित रहने की जरूरत है, लेकिन साथ ही हमें सतर्क भी रहना चाहिए। हमारी प्रारंभिक रिपोर्ट के साथ हम कह सकते हैं कि यह अन्य प्रकारों की तुलना में एक हल्का वायरस है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-rules-of-coved-test-for-domestic-air-travelers-are-different-in-every-state-here-is-the-list-651357.html,"Omicron: देसी हवाई यात्रियों के लिए कोरोना जांच के हर राज्य में हैं अलग नियम, कंफ्यूजन यहां दूर कीजिए","नई दिल्ली, 2 दिसंबर: कोरोना का डरावना वेरिएंट ओमिक्रॉन भारत में भी पहुंच चुका है। हालांकि, सख्त निगरानी की वजह से संक्रमितों का पता चल गया और उनके संपर्कों की भी तलाश कर ली गई है, लेकिन इसकी वजह से देश में हवाई यात्रा को लेकर एकबार फिर से ऊहापोह वाली स्थिति बन रही है। घरेलू विमान यात्रियों को दिक्कत ये हो रही है कि हर राज्य ने एयरपोर्ट पर कोविड टेस्ट को लेकर अलग-अलग नियम बना रखे हैं। इसकी वजह से सवाल भी उठाए जा रहे हैं। लेकिन, हम आपकी सुविधा के लिए यहां पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नियमों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिससे आपका कंफ्यूजन दूर हो सकता है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/vk-paul-said-scientific-study-for-booster-dose-of-vaccine-in-progress-651353.html,"वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए साइंटिफिक स्टडी जारी, परिस्थितियों के आधार पर लेंगे फैसला: वीके पॉल","उन्होंने आगे कहा, 'पूरी दुनिया में अभी ओमिक्रोन की विशेषताएं, प्रभाव यह सब समझा जा रहा है। वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए अध्ययन किया जा रहा है। जैसे-जैसे जो स्थिति सामने आएगी उसके आधार पर आगे फैसले लिए जाएंगे।' इस बीच वीके पॉल से देश में ओमिक्रोन के मिलने के बाद लॉकडाउन लगाने को लेकर सवाल पूछा गया। जवाब में उन्होंने कहा, 'अभी इसकी ज़रूरत नहीं है। जो नई चुनौती है, उसका हम मुकाबला करेंगे और इसके लिए हमारे पास सभी चीजें उपलब्ध है। हमें डरना नहीं है। लोगों की जिम्मेदारी हैं कि वे मास्क पहने।'",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/pm-modi-holds-meeting-regarding-cyclonic-storm-jawad-651351.html,"पीएम मोदी ने चक्रवाती तूफान 'जवाद' को लेकर की बैठक, 4 दिसंबर को ओडिशा-आंध्र के तट से टकराने की संभावना","मछुआरों को दिए गए किनारों से दूर रहने के निर्देश वहीं, राज्य के राहत आयुक्त पीके जेना ने कहा कि मछुआरों को 2 व 3 दिसंबर को दक्षिण-पूर्व और उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में न जाने के लिए कहा गया है। वहीं पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय ने सभी शिपिंग जहाजों को को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है और आपातकालीन जहाजों को तैनात किया गया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/two-cases-of-omicron-variant-confirmed-in-india-health-ministry-651344.html,"भारत में 'ओमिक्रोन' की दस्तक, कर्नाटक में 2 लोग पॉजिटिव","प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोविड के ओमिक्रोन वेरिएंट की सावधानी से जांच की जा रही, इसके आधार पर ही निर्णय लिया जा रहा है। अब वैक्सीन लेना समय की जरूरत है, ऐसे में सभी लोग जल्द से जल्द दोनों डोज ले लें।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/tamil-nadu-25-students-test-covid-19-positive-at-school-samples-to-be-checked-for-omicron-variant-651333.html,"तमिलनाडु के एक स्कूल में 25 छात्रों को हुआ कोरोना, ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए सैंपल की होगी जांच","जिला शिक्षा अधिकारी टी. शिवकुमार ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग टीकाकरण और अन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में माता-पिता के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा, 'अपने निरीक्षण के दौरान हम स्कूलों में टीचिंग और नॉन टीचिंग फैकल्टी सदस्यों के टीकाकरण प्रमाणपत्रों की भी जांच कर रहे हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/rajya-sabha-chairman-naidu-said-on-the-impasse-both-sides-should-find-a-solution-through-talks-651288.html,"राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन पर जारी गतिरोध पर बोले वेंकैया नायडू, दोनों पक्ष बातचीत से हल निकालें","दोनों पक्ष बातचीत से हल निकालें-नायडू इसके साथ ही राज्यसभा के सभापति ने कहा कि 'उपसभापति ने दोनों पक्षों से बातचीत का आग्रह किया है और सदन की सामान्य कार्यवाही संचालित करने के लिए जरूरी कदम बढ़ाइए.....मैं इस सदन के दोनों पक्षों से आग्रह करता हूं कि बातचीत कीजिए और सदन को उसका कार्य कर दीजिए।'",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cyclone-in-odisha-what-does-jawad-mean-who-gave-this-name-651278.html,Cyclone Jawad: क्या होता है 'जवाद' का मतलब? किसने दिया ये नाम?,"नई दिल्ली, 02 दिसंबर। ओडिशा पर एक बार फिर से चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। इस साइक्लोन का नाम 'जवाद' है, जिसके 4 दिसंबर को ओडिशा तट पर टकराने की आशंका है और इस वजह से राज्य में Red Alert जारी किया गया है। आपको बता दें कि चक्रवात को 'जवाद' का नाम सऊदी अरब ने दिया है। जिसका मतलब होता है 'दयालु' इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि ये तूफान विनाशकारी नहीं होगा।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cyclone-jawad-very-heavy-rain-expected-so-red-alert-in-odisha-says-imd-read-everything-651277.html,"Cyclone Jawad: ओडिशा पर मंडराया चक्रवात 'जवाद' का खतरा, Red Alert जारी","नई दिल्ली, 02 दिसंबर। ओडिशा पर एक बार फिर से चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण अंडमान सागर में एक लो प्रेशर एरिया बन रहा है। जो कि एक बहुत जल्द एक डिप्रेशन में बदलेगा और 4 दिसंबर को एक चक्रवाती तूफान का रूप धारण करके ओडिशा की ओर बढे़गा। इस वजह से ओडिशा और उसके आस-पास के राज्यों में भारी वर्षा होने के आसार हैं। आईएमडी ने यहां Red Alert जारी किया है, इस तूफान का नाम 'जवाद' है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covid-19-omicron-six-travellers-found-infected-with-corona-virus-on-day-1-of-new-rules-651265.html,"Omicron: विदेश से आ रहे यात्रियों का अब नए नियमों के तहत कोरोना टेस्‍ट, 6 वायरस से संक्रमित मिले","नई दिल्‍ली। कोरोनावायरस के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' (Omicron) के केस मिलने वाले देशों से भारत आ रहे यात्रियों में से 6 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। इससे भारत भी ""जोखिम में"" फंसता नजर आ रहा है। विदेश की फ्लाइट्स से दिल्‍ली पहुंचे 3,000 से अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग हुई है, जिनमें से कम से कम 6 जनों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है। अब यात्रियों के कोरोना पॉजिटिव होने के सैंपल लैब भेजे गए हैं, जहां यह पता किया जाएगा कि उनमें कोरोनावायरस के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' का संक्रमण तो नहीं है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/indian-consulate-in-new-york-misbehaving-with-woman-simi-garewal-share-video-651237.html,"महिला के साथ भारतीय दूतावास के अधिकारी ने की बदसलूकी, एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल ने शेयर किया Video","वीडियो के साथ विदेश मंत्रालय, विदेश मंत्री, प्रधानमंत्री मोदी और पीएमओ को बहुत से लोगों ने टैग किया। जिसके बाद दूतावास के उच्चाधिकारी भी हरकत में आए और मामले में सफाई जारी की। न्यूयॉर्क में भारतीय दूतावास ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि हमने इस वीडियो के संबंध में शिकायत दर्ज कर ली है। दूतावास में जनता की सेवा को सर्वोच्च स्थान दिया जाता है। ये जो घटना है वो दूतावास के नियमावली के हिसाब से सही नहीं है। काउंसल जनरल खुद इस मामले को देख रहे हैं। अगर इसमें दूतावास अधिकारी की गलती पाई गई, तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/experts-claim-omicron-variants-can-be-identified-through-genome-sequencing-651228.html,एक्सपर्ट्स का दावा- जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए ही हो सकती है ओमिक्रोन वैरिएंट की पहचान,"उन्होंने आगे कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह कितना संक्रामक हो सकता है। डॉक्ट ने कहा कि हम नहीं जानते कि मामले कितने गंभीर होंगे और इसके बारे में 26 नवंबर को बात की गई थी, अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ है। इसलिए यह टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी कि संक्रमण कितना गंभीर है या होने जा रहा है। कई तरीके के डेटा आ रहे हैं और हर कोई यह पता लगाने के लिए बहुत मेहनत कर रहा है कि हम कहां हैं और हम कहां जा रहे हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/remaining-23-lakh-indians-should-now-get-the-covid-19-vaccine-soon-651226.html,बचे हुए 23 लाख वयस्क भारतीयों को अब जल्‍द लगवानी चाहिए कोविड -19 वैक्सीन,"यहां वह समय है जब भारत ने वास्तव में चुनौती के लिए कदम बढ़ाया है। कुछ ही महीनों में, 1.3 बिलियन की आबादी वाले विविधता वाले देश को टीका लगाने की चुनौती को देखते हुए वैक्‍सीन के उत्‍पाद को कुछ स्तर तक बढ़ाया कोई कमी ना हो इसके लिए जरूरत पड़ने पर वैक्‍सीन आयात भी की गई। हमारी आबादी के लिए 100 करोड़ से अधिक खुराक मुहैय्या करवायी जिसकी वजह से कोविड वैक्‍सीन की दूसरी खुराक लेने में भी तेजी आ रही है। यह निस्संदेह एक प्रमुख कारण है कि कुछ यूरोपीय देशों की स्थिति के विपरीत देश भर में संक्रमित मामलों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/president-s-approval-for-withdrawal-of-farm-laws-notification-issued-651205.html,"तीनों कृषि कानून रद्द, विधेयक पर राष्ट्रपति ने किए हस्ताक्षर","इसके फौरन बाद कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने विधेयक पर चर्चा कराने की मांग शुरू कर दी, हालांकि अध्यक्ष ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज सदन में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इसके बाद सदन ने शोर शराबे में भी ही बिना चर्चा के फार्म लॉ रिपील बिल 2021 को मंजूरी दे दी थी। सोमवार को ही राज्यसभा ने भी बिना चर्चा के कृषि कानून वापसी बिल को मंजूरी दे दी थी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/weather-updates-heavy-rain-expected-in-many-palces-mercury-will-fall-rapidly-in-north-651179.html,Weather Updates: अगले 24 घंटों में इन राज्यों में तेजी से गिरेगा पारा और यहां होगी भारी बारिश,"नई दिल्ली, 01 दिसंबर। नार्थ से लेकर साउथ तक मौसम का उलटफेर जारी है। जहां दक्षिण इस वक्त पूर्वोत्तर मानसून की गिरफ्त में हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तर भारत में भी अब पारा तेजी से गिरने वाला है। भारतीय मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आने वाले दो-तीन दिनों के अंदर दिल्ली सहित सभी राज्यों के मौसम में जबरदस्त उलटफेर होने वाला है। इस महीने में कई जगहों पर न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने की संभावना है तो वहीं अगले दो दिनों के अंदर नार्थ में कई जगहों पर बारिश होगी और तापमान तेजी से गिरेगा हालांकि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में तापमान सामान्य रहने की संभावना है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/center-directs-states-to-send-all-positive-samples-for-genome-testing-651164.html,Omicron: केंद्र ने राज्यों को दिए सभी पॉजिटिव सैंपलों को बिना देरी के जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजने के निर्देश,राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से उन जगहों पर खास नजर रखने को कहा गया जहां से कोरोना के केस अधिक मिले हैं। इसके अलावा सभी राज्यों से कोरोना पॉजिटिव सैंपलों को बिना देरी किए जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए INSACOG लैब भेजने के लिए कहा गया। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अब तक केवल 5 प्रतिशत पॉजिटिव केसों को ही जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजा गया था। इसके अलावा सभी राज्यों के जांच अधिकारियों से जीनोम टेस्टिंग लैब्स के साथ लगातार संपर्क में रहने को कहा गया। इसके अलावा राज्यों से पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाने और 14 दिन तक उन पर निगरानी करने को भी कहा गया।,-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/keep-these-things-in-mind-before-transferring-home-loan-slight-mistake-can-be-heavy/1943855/,"Home Loan ट्रांसफर करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल, जरा सी चूक पड़ सकती है भारी","Home Loan ट्रांसफर करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल, जरा सी चूक पड़ सकती है भारी होम लोन ट्रांसफर के दौरान प्रोसेसिंग फ़ीस, आवेदन शुल्क के अलावा कई और शुल्क भी होते हैं जो आपके मौजूदा बैंक और नए बैंक के द्वारा वसूले जाते हैं। ऐसी स्थिति में आप इन सभी खर्चों को जोड़कर मौजूदा लोन से इसकी तुलना करके यह देख सकते हैं कि आपके लिए लोन ट्रांसफर कराना फायदेमंद है या नहीं। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By रुंजय कुमार नई दिल्ली December 2, 2021 9:03:35 pm तस्वीर का इस्तेमाल प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइनेंशियल एक्सप्रेस फोटो) घर खरीदना लोगों के लिए सपने जैसा होता है। लोग अपने बचत के पैसे और होम लोन के जरिए घर खरीदते हैं। होम लोन के जरिए घर खरीदने वाले लोगों को कई बार लगता है कि उनसे ज्यादा ब्याज वसूला जा रहा है और उन्हें ठीक ठाक ऑफर नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से कई लोग अपने होम लोन को ट्रांसफर कराना चाहते हैं। हालांकि होम लोन ट्रांसफर कराने से पहले कुछ बातों का ख्याल जरूर रखा जाना चाहिए। नहीं तो ऐसी स्थिति में जरा सी चूक भी भारी पड़ जाती है। अपने होम लोन को मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कराने से पहले ब्याज दरों के बारे में जानकारी इकट्ठी करनी चाहिए। अगर आपके मौजूदा बैंक के होम लोन रेट और दूसरे बैंक के होम लोन रेट में 0.25 प्रतिशत या उससे अधिक का अंतर है तो इस स्थिति में भी होम लोन ट्रांसफर कराया जा सकता है। इस स्थिति में आप होम लोन के रूप में बैंक को चुकाए जाने वाले रकम में अच्छी खासी बचत कर सकते हैं। Also Read अगर आप अपने पैसे को फिक्‍स डिपोजिट में निवेश करने का कर रहे हैं प्‍लान, तो यहां जानें कौन बैंक दे रहा सबसे अधिक ब्‍याज PAN Card पर खराब से खराब फोटो मिनटों में कर सकते हैं चेंज, जानिए पूरा प्रोसेस Post Office की ये पांच स्‍कीम जिनपर मिलता है सबसे अधिक रिटर्न, कुछ सालों में पैसा भी कर देती हैं डबल बेटी का भविष्य करना चाहते हैं सुरक्षित! तो सरकार की स्कीम में करें निवेश, 21 साल की उम्र पर मिलेंगे 65 लाख रुपये इसके अलावा होम लोन की किस्त के समय अवधि पर भी ध्यान देना जरूरी होता है। अगर आपके होम लोन की बकाया राशि अधिक है और आप इसकी ईएमआई को लंबे समय तक देना चाहते हैं तो आपको होम लोन ट्रांसफर की स्थिति में लाभ हो सकता है। लेकिन अगर आप एक या दो साल के लिए होम लोन ट्रांसफर कराना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको ज्यादा फायदा नहीं होगा। इसके अलावा होम लोन ट्रांसफर के दौरान प्रोसेसिंग फ़ीस, आवेदन शुल्क के अलावा कई और शुल्क भी होते हैं जो आपके मौजूदा बैंक और नए बैंक के द्वारा वसूले जाते हैं। ऐसी स्थिति में आप इन सभी खर्चों को जोड़कर मौजूदा लोन से इसकी तुलना करके यह देख सकते हैं कि आपके लिए लोन ट्रांसफर कराना फायदेमंद है या नहीं। इसके अलावा अपने मौजूदा बैंक को भी ब्याज दर घटाने के लिए कह सकते हैं। कई बार बैंक समय पर ईएमआई चुकाने वाले ग्राहकों को ब्याज दर में छूट देते हैं। होम लोन ट्रांसफर के जरिए आप फेस्टिव सीजन में कम ब्याज दर का फायदा उठा सकते हैं। इससे आपका EMI कम होता है। लोन ट्रांसफर से आप टॉप अप का फायदा भी उठा सकते हैं। आप इसका उपयोग आप किसी भी खर्च के लिए कर सकते हैं। अगर आप होम लोन ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए पहचान प्रमाण, एड्रेस प्रूफ, सैलरी स्लिप और बीते 6 महीनों का बैंक अकाउंट जैसे कई दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/technology-news/google-announce-for-android-auto-now-your-smartphone-will-become-digital-car-key-you-will-be-able-to-lock-and-unlock-from-the-phone-itself/1943867/,"अब आपका स्‍मार्टफोन बनेगा Digital Car Key! फोन से ही कर सकेंगे लॉक व अनलॉक, गूगल ने अन्‍य फीचर्स के साथ किया ऐलान","अब आपका स्‍मार्टफोन बनेगा Digital Car Key! फोन से ही कर सकेंगे लॉक व अनलॉक, गूगल ने अन्‍य फीचर्स के साथ किया ऐलान Google ने यह भी घोषणा की कि एंड्रॉइड ऑटो को अब स्वचालित रूप से लॉन्च करने के लिए सेट किया जा सकता है और उपयोगकर्ता अपने एंड्रॉइड स्मार्टफोन का उपयोग करके अपनी संगत बीएमडब्ल्यू कारों को लॉक, अनलॉक और यहां तक ​​कि स्विच भी कर सकते हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By himanshudiwedi नई दिल्ली December 2, 2021 8:45:06 pm अब आपका स्‍मार्टफोन बनेगा Digital Car Key! फोन से ही कर सकेंगे लॉक व अनलॉक (Photo- Google) आपके सफर को और भी बेहतर बनाने के लिए गूगल ने Digital Car Key समेत कई फीचर लेकर आ रही है। इसमें बस आप होम स्‍क्रीन पर एक टच से संगीत, मैसेज और बहुत कुछ अपने स्‍मार्टफोन से कर सकते हैं। गूगल ने इसे Android Auto का नाम दिया है। इसके अलावा, Google ने यह भी घोषणा की कि एंड्रॉइड ऑटो को अब स्वचालित रूप से लॉन्च करने के लिए सेट किया जा सकता है और उपयोगकर्ता अपने एंड्रॉइड स्मार्टफोन का उपयोग करके अपनी संगत बीएमडब्ल्यू कारों को लॉक, अनलॉक और यहां तक ​​कि स्विच भी कर सकते हैं। एक ब्लॉग पोस्ट में, Google ने Google Play Books, YouTube Music, और Google Photos के लिए तीन नए विजेट लॉन्च करने की घोषणा की है। YouTube म्‍यूजिक विजेट प्लेबैक नियंत्रण को सीधे होम स्क्रीन पर रखेगा। Google Play पुस्तकें विजेट उपयोगकर्ताओं को आसानी से पुस्तकों तक पहुंचने की अनुमति देगा। इसी तरह Google फोटो को एक मेमोरी विकल्प मिल रहा है, जिसमें आप अपनी मेमोरी सेव कर कसते हैं। एप्‍पल के लिए पहले से हैं यह फीचर इससे पहले मई में Google ने एक Apple CarKey प्रेरित टूल Google Digital Car Key की घोषणा की थी, जो स्मार्टफोन को जेब से निकाले बिना भी एक संगत कार को अनलॉक करने के लिए अल्ट्रा-वाइडबैंड (UWB) तकनीक देता है। यह भी पढ़ें: ये है टॉप 4 सस्‍ती CNG कार, देती है दमदार माइलेज; कीमत आपके बजट के अनुसार! कैसे कर सकते हैं इस्‍तेमाल Google बताता है कि उपयोगकर्ता कुछ चुनिंदा देशों में अब संगत बीएमडब्ल्यू कारों के लिए Pixel 6, Pixel 6 Pro और Samsung Galaxy S21 पर डिजिटल कार की का उपयोग कर सकते हैं। इस तकनीक का उपयोग करने के लिए उपयोगकर्ताओं को अपना Android Auto ऐप सेट करना होगा। इसके अतिरिक्त, कंपनी मौजूदा सुविधाओं को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है ताकि ड्राइवर की नज़र न भटके। कंपनी वाइस तकनीक पर काम कर रही है, जिससे आवाज सुनकर आप म्‍यूजिक सुन सकते हैं, मैसेज भेजना व लॉक अनलॉक करना या फिर कोई अन्‍य कार्य एड्रॉयड से कर सकते हैं। 12 सुविधाओं की भी घोषणा की अपडेटेड इमोजी किचन और एक प्राइवेसी टूल जैसी अन्य एंड्रॉइड 12 सुविधाओं की भी घोषणा की गई है। Google का कहना है कि ये सुविधाएं लोगों को एक नया अनुभव देंगी। इसमें किचेन इमोजी से लेकर कई अन्‍य इमोजी को रोल आउट किया जा रहा",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/these-are-the-top-4-cheap-cng-cars-gives-strong-mileage-price-according-to-your-budget/1943743/,"ये है टॉप 4 सस्‍ती CNG कार, देती है दमदार माइलेज; कीमत आपके बजट के अनुसार!","ये है टॉप 4 सस्‍ती CNG कार, देती है दमदार माइलेज; कीमत आपके बजट के अनुसार! अगर आप भी एक सीएनजी कार कम बजट में लेने की सोच रहे हैं तो यहां ऐसे ही टॉप 4 सीएनजी कार के बारे में जानकारी दी गई है, जो आपके लिए बेहतर विकल्‍प हो सकता है। क्‍योंकि ये सस्‍ते में अच्‍छा माइलेज दे सकती हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली December 2, 2021 7:44:23 pm ये है टॉप 4 सस्‍ती CNG कार, देती है दमदार माइलेज; कीमत आपके बजट के अनुसार (Photo- Maruti Suzuki) देश में बढ़ते ईंधन की कीमतों को देखते हुए लोग अब सीएनजी कार को खरीद रहे हैं, जो एक बेहतर ऑप्‍शन हो सकता है। ऐसे में अगर आप भी एक सीएनजी कार कम बजट में लेने की सोच रहे हैं तो यहां ऐसे ही टॉप 4 सीएनजी कार के बारे में जानकारी दी गई है, जो आपके लिए बेहतर विकल्‍प हो सकता है। क्‍योंकि ये सस्‍ते में अच्‍छा माइलेज दे सकती हैं। Maruti Suzuki Alto मारुति सुजुकी Alto एसटीडी, एसटीडी (ओ), एलएक्सआई, एलएक्सआई (ओ), वीएक्सआई, और वीएक्सआई+ वेरिएंट के साथ आता है। मारुति सुजुकी ऑल्टो 0.8-लीटर पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित है जो इसके पेट्रोल संस्करण में 47bhp और 69Nm का टार्क पैदा करता है। जब सीएनजी मोड में स्विच किया जाता है, तो उसी मोटर में 40bhp का आउटपुट और 60Nm का टार्क होता है। मारुति सुजुकी ऑल्‍टो की कीमत 4.82 लाख रुपये है। माइलेज के मामले में यह सबसे अधिक 31.59 km/kg देता है। Also Read अब आपका स्‍मार्टफोन बनेगा Digital Car Key! फोन से ही कर सकेंगे लॉक व अनलॉक, गूगल ने अन्‍य फीचर्स के साथ किया ऐलान बहुत सस्ते में यहां मिल रही है 80 kmpl माइलेज वाली Hero Splendor Plus, पढ़ें पूरी डिटेल अगर आप अपने पैसे को फिक्‍स डिपोजिट में निवेश करने का कर रहे हैं प्‍लान, तो यहां जानें कौन बैंक दे रहा सबसे अधिक ब्‍याज आसमान में उड़ेगी Renault की फ्लाइंग AIR4 कार, 93.6 किमी है टॉप स्पीड, जानिए इसकी सभी खूबियां मारुति सुजुकी S-Presso मारुति एस-प्रेसो भी बेहतरीन माइलेज और कीमत के साथ इंडियन मार्केट में उपलब्ध है। वहीं यह 3 तीन सीएनजी वेरिएंट के साथ आता है। मारुति एस-प्रेसो 1.0 लीटर के इंजन के साथ आता है, जो 59 पीएस की मैक्सिमम पॉवर और 78 एनएम की पीक टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है। कीमत की बात करें तो, मारुति की यह कार 5.11 लाख रुपये से 5.37 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक आता है। इसमें 1.0 लीटर का इंजन दिया गया है, जो सीएनजी के साथ 59PS की अधिकतम पावर और 78Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। वहीं माइलेज सीएनजी के साथ यह कार 31.2km/kg का माइलेज देती है। यह भी पढ़ें: अगर आप अपने पैसे को फिक्‍स डिपोजिट में निवेश करने का कर रहे हैं प्‍लान, तो यहां जानें कौन बैंक दे रहा सबसे अधिक ब्‍याज मारुति सुजुकी वैगन आर मारुति की वैगन आर को काफी पसंद किया जाता है। मारुति सुजुकी वैगनआर की कीमत 5.83 लाख रुपये से शुरू होती है। सीएनजी के साथ यह कार 32.52km/kg का माइलेज देती है। इसमें 1.0 लीटर का इंजन दिया गया है, जो 59PS की अधिकतम पावर और 78Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। मारुति सुजुकी Eeco यह कार भी भारतीय बाजारों में अधिक पसंद की जाती है। इसकी कीमत की बात करें तो यह 4.38 की शुरूआती कीमत के साथ आती है। यह माइलेज के मामले में 30.47 km/kg देती है। इसमें एक लीटर का इंजन दिया गया है। पढें यूटिलिटी न्यूज समाचार (Utility News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/story-of-ips-anirudh-kumar-who-cleared-upsc-after-getting-failure-in-many-attempt/1943636/,"असफलताओं से परेशान होकर छोड़ दी थी UPSC की तैयारी, फिर कैसे प्रेरित होकर अनिरुद्ध बने IPS?","असफलताओं से परेशान होकर छोड़ दी थी UPSC की तैयारी, फिर कैसे प्रेरित होकर अनिरुद्ध बने IPS? 2015 में अनिरुद्ध कुमार की शादी आरती सिंह से हुई। आरती और वे दोनों मिलकर यूपीएससी की तैयारी करने लगे। इसके बाद दोनों ने 2016 में यूपीएससी की परीक्षा दी। 2016 की परीक्षा में आरती सिंह का आईपीएस में चयन हो गया लेकिन अनिरुद्ध कुमार को डिफेंस सर्विसेज मिला। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By रुंजय कुमार नई दिल्ली December 2, 2021 6:59:17 pm साल 2017 में 146वां रैंक लाने वाले अनिरुद्ध कुमार की पत्नी आरती सिंह भी आईपीएस है। (फोटो: फेसबुक/ Arti Singh IPS) यूपीएससी एग्जाम में हर साल लाखों बच्चे अपनी किस्मत आजमाते हैं, लेकिन सफलता चुनिंदा अभ्यर्थियों को ही मिल पाती है। ईमानदारी से कोशिश करने वाले अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में सफलता मिल जाती है। आज हमको आप ऐसे ही एक आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध कुमार की कहानी बता रहे हैं जिन्होंने कभी असफलताओं से परेशान होकर यूपीएससी की तैयारी छोड़ दी थी लेकिन बाद में फिर से उन्होंने तैयारी शुरू की और अपने लक्ष्य को हासिल किया। तैयारी के दौरान अनिरुद्ध का साथ देने वाली उनकी पत्नी आरती सिंह भी आईपीएस अधिकारी हैं। साल 2017 में यूपीएससी की परीक्षा में 146वीं रैंक हासिल करने वाले अनिरुद्ध कुमार मूल रूप से बिहार के जहानाबाद के रहने वाले हैं। उनकी शुरूआती पढ़ाई लिखाई जहानाबाद में हुई। नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण उनका बचपन काफी खौफ में बिता। गांव और आसपास के माहौल को देखते हुए उनके चाचा बचपन में उन्हें कलेक्टर बनने के लिए प्रेरित किया करते थे। चाचा की बात अनिरुद्ध के मन में बचपन में ही घर कर गई। मुझे उस दिन की याद आ रही है जब मुझे पीटते-पीटते ले जा रहे थे…परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी ने किया फेसबुक लाइव BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं अनिरुद्ध कुमार के पिताजी रेलवे में नौकरी किया करते थे। इसी दौरान उनके पिताजी का ट्रान्सफर कानपुर हो गया। जिसके बाद अनिरुद्ध कुमार अपने परिवार के साथ कानपुर आ गए। बाद में उनकी पढ़ाई लिखाई कानपुर में ही हुई। उन्होंने कानपुर के ही एचबीटीआई से बीटेक की डिग्री हासिल की। बीटेक के बाद वे इंफोसिस में नौकरी करने लगे। तभी अनिरुद्ध कुमार के जीवन में एक ऐसी घटना घटी जिन्होंने उन्हें सिविल सेवा अधिकारी बनने के लिए दोबारा से प्रेरित किया। दरअसल अनिरुद्ध कुमार के पिता ने अपनी कमाई से कानपुर में एक जमीन खरीदी थी। जिसपर दबंगों ने कब्ज़ा कर लिया। अनिरुद्ध कुमार और उसके परिवारवालों ने इसकी शिकायत कानपुर के एसएसपी से की। एसएसपी ने स्थानीय थाने को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिसके बाद वो जमीन अनिरुद्ध कुमार के परिवार को वापस मिल गई। इस घटना ने उनके मन पर गहरी छाप छोड़ी और वो यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। अनिरुद्ध कुमार ने 2012 में अपना पहला प्रयास दिया लेकिन वे इंटरव्यू तक नहीं पहुंच पाए। दूसरे प्रयास में वे इंटरव्यू तक पहुंचे लेकिन उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी। इसके बाद उन्होंने पीसीएस की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने तीन बार पीसीएस की परीक्षा दी और तीनों बार सफलता मिली। लेकिन उन्हें लगा कि वे अपने मूल लक्ष्य से भटक गए हैं। इसके बाद उन्होंने दोबारा से यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। इसी दौरान 2015 में उनकी शादी आरती सिंह से हो गई। आरती और वे दोनों मिलकर यूपीएससी की तैयारी करने लगे। इसके बाद दोनों ने 2016 में यूपीएससी की परीक्षा दी। 2016 की परीक्षा में अनिरुद्ध कुमार की पत्नी आरती सिंह का आईपीएस में चयन हो गया लेकिन उन्हें डिफेंस सर्विसेज मिले। चूंकि अनिरुद्ध का लक्ष्य आईएएस या आईपीएस ही था। इसलिए उन्होंने डिफेंस सर्विसेज को छोड़ दिया और वापस से तैयारी में लग गए। अगले ही प्रयास में अनिरुद्ध कुमार को यूपीएससी की परीक्षा में 146वां रैंक हासिल हुआ और वे आईपीएस के लिए चुन लिए गए।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/which-banks-give-more-interest-rate-on-fixed-deposit-scheme-read-detail-here/1943703/,"अगर आप अपने पैसे को फिक्‍स डिपोजिट में निवेश करने का कर रहे हैं प्‍लान, तो यहां जानें कौन बैंक दे रहा सबसे अधिक ब्‍याज","अगर आप अपने पैसे को फिक्‍स डिपोजिट में निवेश करने का कर रहे हैं प्‍लान, तो यहां जानें कौन बैंक दे रहा सबसे अधिक ब्‍याज अगर आप भी फिक्‍स डिपोजिट (FD) प्‍लान में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको थोड़ा इंतजार कर लेना चाहिए। क्‍योंकि बैंक और अन्‍य लोन देने वाली कंपनियां अब एफडी पर लोन बढ़ाने वाली हैं, आपको इसपर ज्‍यादा ब्‍याज मिल सकता है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By himanshudiwedi नई दिल्ली December 2, 2021 6:33:12 pm अगर आप अपने पैसे को फिक्‍स डिपोजिट में निवेश करने का कर रहे हैं प्‍लान, तो यहां जानें कौन बैंक दे रहा सबसे अधिक ब्‍याज (File Photo) अगर आप भी फिक्‍स डिपोजिट (FD) प्‍लान में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको थोड़ा इंतजार कर लेना चाहिए। क्‍योंकि बैंक और अन्‍य लोन देने वाली कंपनियां अब एफडी पर लोन बढ़ाने वाली हैं, आपको इसपर ज्‍यादा ब्‍याज मिल सकता है। हालाकि अभी भी इसमें आपको अधिक ब्‍याज दर दिया जा रहा है। आइए जानते हैं कौन सा बैंक आपको कितना ब्‍याज दे रहा है। ये बैंक दे रही हैं अधिक ब्‍याज दर बैंक की एफडी में निवेश करना अच्‍छा ऑप्‍शन हो सकता है, लेकिन निवेश ग्राहकों को सावधानी पूर्वक करना चाहिए। वहीं अगर आप सुरक्षित निवेश करने का प्‍लान बना रहे हैं तो कुछ प्रमुख बैंकों में निवेश कर सकते हैं। ICICI बैंक एफडी पर 2.5 फीसद से 5.5 प्रतिशत का ब्‍याज देती है। वहीं स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया की बात करें तो यह 2.9 फीसद से 5.4 प्रतिशत ब्‍याज दे रहा है। इसके अलावा अगर आप HDFC बैंक में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो यह आपको 2.5 फीसद से 5.5 प्रतिशत का ब्‍याज देगा। इसी तरही पंजाब नेशनल बैंक आपको 2.9 फीसद से 5.7 फीसद का ब्‍याज दर दिया जाता है। बेटी का भविष्य करना चाहते हैं सुरक्षित! तो सरकार की स्कीम में करें निवेश, 21 साल की उम्र पर मिलेंगे 65 लाख रुपये जनवरी से बढ़ेगी ब्‍याज दरें माना जा रहा है कि ब्याज दर जनवरी से बढ़ सकते हैं। निजी सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC बैंक ने चुनिंदा समय वाली FD पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। यह नई दरें एक दिसंबर से लागू हो गई हैं। बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, FD पर 2.50% से लेकर 6 महीने की अवधि वाली जमा राशि पर 3.5% का ब्याज दर मिलेगा।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/naxal-area-of-chhattisgarh-sukma-and-dantewada-health-care-center/1902608/,सात दशक के बाद घने जंगलों में बना एक स्वास्थ्य केंद्र,"सात दशक के बाद घने जंगलों में बना एक स्वास्थ्य केंद्र छत्तीसगढ़ के सुकमा और दंतेवाड़ा के घने जंगलों में नक्सली अपना शासन चलाते हैं। यहां के रास्ते दुर्गम हैं और मीलों-मील तक सड़कों का नामों-निशान नहीं है। यहां विकास और प्रशासन ज्यादातर हिस्सों से नदारद है। गांवों का यह हाल है कि सुकमा जिले के कई गांव तो सरकारी कागजों में हैं ही नहीं। जो हैं वह कहां हैं, यह भी जानना मुश्किल है। उनका पता लगाना टेढ़ी खीर है। इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं मधुरेंद्र सिन्हा। Written By जनसत्ता ऑनलाइन रायपुर Updated: November 2, 2021 1:14:44 pm छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में मिनपा गांव में बना यह स्वास्थ्य केंद्र मधुरेंद्र सिन्हा क्या आप सोच सकते हैं कि आजादी के 74 वर्षों के बाद भी देश के कई हिस्सों में स्वास्थ्य सेवाएं हैं ही नहीं। वहां लोग अस्पताल, डॉक्टर, नर्स कुछ भी नहीं जानते। वहां बैगा यानी झाड़-फूंक करने वाला ही उनका डॉक्टर है। सैकड़ों साल पुरानी परंपराएं हैं जिन पर उनका अगाध विश्वास है। मॉडर्न मेडिसिन सिस्टम से ये बेखबर हैं। बात हो रही है छत्तीसगढ़ के सुकमा और दंतेवाड़ा की, जहां घने जंगलों में नक्सली अपना शासन चलाते हैं। यहां के रास्ते दुर्गम हैं और मीलों-मील तक सड़कों का नामों-निशान नहीं है। यहां विकास और प्रशासन ज्यादातर हिस्सों से नदारद है। गांवों का यह हाल है कि सुकमा जिले के कई गांव तो सरकारी कागजों में हैं ही नहीं। जो हैं वह कहां हैं, यह भी जानना मुश्किल है। उनका पता लगाना टेढ़ी खीर है। सुकमा के दूरदराज के गांव में: लेकिन पिछले दिनों सुकमा के दूर-दराज के एक गांव मिनपा में जो हुआ वह किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। वहां स्थानीय आदिवासियों से मिलकर साम्य भूमि फाउंडेशन और यूनिसेफ ने एक उप स्वास्थ्य केंद्र बनाया है। कोंटा ब्लॉक के 150 गांवों में यह भी एक गांव है जहां कोई स्वास्थ्य केंद्र नहीं था लेकिन अब वह गर्व से कह सकते हैं कि वहां स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। यह झोपड़ी में बना केंद्र है क्योंकि इस इलाके में पक्का ढांचा खड़ा करना नक्सलियों को जरा भी पसंद नहीं है। हालत यह है कि उन्होंने स्कूलों के कई भवन उड़ा दिये हैं और सरकारी भवनों को भी क्षति पहुंचाई है। विकास उनके अस्तित्व के लिए खतरा है। वे यह मानते हैं कि अगर बच्चे पढ़-लिख जाएंगे तो उनके सामने नई चुनौती खड़ी हो जाएगी। इसलिए वह न केवल स्कूलों के पक्के ढांचे नहीं बनने देते बल्कि मौका मिलने पर 10-12 साल के बच्चों को घरों से उठाकर ले जाते हैं और उन्हें बंदूक चलाना सिखाते हैं। कई गांवों में तो आदिवासियों ने अपने चार-पांच साल के बच्चों को दूर के रिश्तेदारों के पास भेज देते हैं। अस्पतालों की अनुमति नक्सली इसलिए नहीं देते क्योंकि उससे वे बाहर के लोगों से घुलने-मिलने लग जाएंगे। यह उनके लिए खतरा है। मिनपा गांव कहने को तो सुकमा से लगभग 90 किलोमीटर दूर है लेकिन वहां पहुंचने में तीन घंटे से भी ज्यादा का समय लगता है। थोड़ी दूर तक सड़क ठीक है लेकिन बाद में वह टूटी हुई है। रास्ते में सीआरपीएफ के दर्जन भर कैंप हैं जहां चाक-चौबंद जवान अपने ऑटोमैटिक हथियारों के साथ खड़े मिलेंगे। जैसे-जैसे गांव के निकट पहुंचेंगे तो देखेंगे कि ज्यादातर पुलिया बारूद से उड़ा दी गई है। छुपकर किए गए उनके हमलों में सैकड़ों जवान और बेगुनाह लोग मारे जा चुके हैं। ध्यान रहे कि इसी सुकमा के पास झीरम घाटी में घात लगाकर किये हमले में पूर्व केंद्रिय मंत्री विद्याचरण शुक्ला सहित 28 लोगों की मौत हो गई। इनमें महेंद्र करमा भी थे जो सलवा जुडुम के संस्थापक भी थे। उन्हें भी नक्सलियों ने बेरहमी से मार डाला था। इस हमले के अलावा भी घात लगाकर कई हमले हुए जिनमें पुलिसकर्मियों के अलावा बेगुनाह लोग भी मारे गये। यहां के घने जंगलों और पहाड़ियों में छुपना आसान है। जब पुलिस की कार्रवाई होती है तो ये नक्सली लुंगी-गंजी पहनकर ग्रामीण बन जाते हैं। कई बार ये मारे जाते हैं तो इन्हें बेगुनाह ग्रामीण बता दिया जाता है। फिर मानवाधिकार का मामला खड़ा हो जाता है। साम्य भूमि फाउंडेशन के आदर्श कुमार कहते हैं कि यहां काम करने का अपना ही आनंद है हालांकि यह इलाका खतरनाक है। यहां काम करना एक जुनून जैसा है और इस बात का सबूत वह खुद हैं। वह एक मेकेनिकल इंजीनियर हैं और पुणे में नौकरी करते थे जिसे छोड़कर वह इन जंगलों में अब आदिवासियों के साथ काम करते हैं। सिर्फ वह ही नहीं बल्कि वहां काम करने वाली एएनएम और उनकी सहायक भी इस काम में हाथ बंटा रही हैं। राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी: ऐसा इसलिए है कि यहां राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी है। सीआरपीएफ के पुराने ऑफिसर कहते हैं कि राज्य सरकारें दिल से चाहें तो इस समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। लेकिन कोई इस चुनौती को स्वीकार नहीं करना चाहता है। कोई नेता इस पचड़े में पड़ना चाहता है। महेंद्र करमा की नृशंस हत्या के बाद तो ज्यादातर नेता चाहे वे किसी भी पार्टी के हों, कन्नी कटाते फिरते हैं। राज्य सरकारें वोट की राजनीति करती हैं सो वे इस तरह का कोई काम करना नहीं चाहतीं जिससे लोगों में कोई आक्रोश पैदा हो या लॉ एंड ऑर्डर की समस्या खड़ी हो। इसलिए वे केंद्र सरकार द्वारा चलाए जाने वाले किसी भी इस तरह के अभियान में भाग नहीं लेती हैं। वे तटस्थ रहते हैं। नक्सलियों के इस आतंक के कारण वहां पर विकास के कार्य ठप हो गये हैं। स्कूल-अस्पताल बनाना सरकार के लिए बेहद कठिन हो गया है। सरकार के पास पर्याप्त फंड है लेकिन उन इलाकों में पहुंचना खतरे से खाली नहीं है। रास्ते दुर्गम हैं। दंतेवाड़ा का उदहारण: लेकिन जहां संभव हुआ वहां स्थानीय प्रशासन ने प्रयास किया है। इसका बढ़िया उदाहरण है दंतेवाड़ा। इस जिले के लगभग 40 प्रतिशत हिस्से पर नक्सलियों का आतंक है। लेकिन शेष इलाकों में अब विकास के कई कार्य हो रहे हैं। जिला कलेक्टर दीपक सोनी बताते हैं कि इधर कुछ वर्षों से जिले में विकास कार्यों में तेजी आई है। शिक्षा और स्वास्थ्य के कई कार्य हुए हैं। ग्रामीण अब सरकारी सामानों को लेने से हिचकिचाते नहीं हैं। आदिवासियों और अन्य ग्रामीणों के लिए पौष्टिक आहार कार्यक्रम भी चलाया गया है। इन्हें अपने बच्चों के खाने में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह प्रोटीन उन्हें दवाओं के जरिये नहीं दालों के जरिये मिलता है और ये दालें यहां की उपज हैं। यह एक अच्छी पहल है और इसे यूनिसेफ का सहारा भी मिला हुआ है। ग्रामीणों को प्रोत्साहित करने के लिए कठपुतली नृत्य-गीत के जरिये कार्यक्रम किये जाते हैं। विलासपुर का एक एनजीओ कठपुतली एवं नाट्य कला मंच बिना सरकारी मदद के खुद यहां लोगों को कठपुतली नृत्य और स्थानीय भाषा के गीतों के जरिये संतुलित आहार की शिक्षा देता है। यह पहल बहुत ही सफल रही है। इस तरह के कार्यक्रमों में भारी भीड़ जुड़ती है और मधुर संगीत के कारण लोग स्वास्थ्य संबंधी निर्देश समझ जाते हैं। पिछले तीन वर्षों में प्राइमरी हेल्थ सेंटरों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसका नतीजा है कि कुपोषण में 35 प्रतिशत की कमी देखी गई है। कोविड टीकाकरण अभियान सफल: सबसे बड़ी बात यह है कि दंतेवाड़ा और सुकमा में कोविड का टीकाकरण कार्यक्रम सफल रहा है। शुरू में प्रतिरोध हुआ और नक्सलियों ने भी धमकी दी। सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर कपिल बताते हैं कि हमें पहले चरण में काफी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा लेकिन दूसरे चरण में नहीं। इसका मुख्य कारण यह रहा कि जब नक्सली बिना टीका लगाये कोविड से मरने लगे तो उन्हें समझ में आया कि यह कितना जरूरी है। फिर उन्होंने कोई प्रतिरोध नहीं किया और खुद भी नाम बदलकर टीका लेने आ गये। इसकी सफलता का बड़ा उदाहरण इस बात से मिलता है कि शहर से कटे हुए मिनपा गांव के लगभग 2700 लोगों में कमोबेश सभी को टीका लग चुका है। लेकिन इसके लिये साम्य भूमि फाउंडेशन और यूनिसेफ ने भी बड़ी भूमिका निभाई। स्वास्थ्यकर्मी आइस बॉक्सों में टीकों को लेकर पैदल मीलों चले और उन्होंने टीके लगाये। उन दुर्गम इलाकों में यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। झोपड़ी में बने मिनपा गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम झोपड़ी में बना मिनपा गांव का यह उप स्वास्थ्य केंद्र इस मायने में अद्भुत है कि इसने उस दुर्गम इलाके में जहां जिंदगी और मौत के बीच का फासला बहुत कम है, एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह आदिवासियों, स्वैच्छिक संगठन, चुनिंदा स्वास्थ्य कर्मियों और यूनिसेफ की पहल से बन पाया है और आगे के लिए रास्ते खोलता है। भविष्य में इस मॉडल पर कई और ऐसे केंद्र बन सकते हैं।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/covid-19-hail-to-corona-warriors-for-100-crore-vaccination-milestone/1885468/,उन लाखों योद्धाओं को सलाम जिन्होंने 100 करोड़ का लक्ष्य दिलवाया,"उन लाखों योद्धाओं को सलाम जिन्होंने 100 करोड़ का लक्ष्य दिलवाया इसी साल जनवरी में जो अभियान शुरू हुआ वह अक्टूबर के मध्य में आते-आते सौ करोड़ के जादुई आंकड़े तक जा पहुंचा है। अगले साल तक यह संख्या हमारी पूरी आबादी को कवर कर लेगी। भारत ने वह कर दिखाया जो दुनिया के किसी भी देश के लिए एक सपना है। 100 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाकर हमने एक कीर्तिमान बनाया है। पढ़िए मधुरेंद्र सिन्हा के विचार। Written By जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली October 21, 2021 11:49:01 am भारत ने सौ करोड़ देशवासियों को कोविड का टीका लगाकर एक कीर्तिमान रच दिया है। (Photo Source – PTI) मधुरेंद्र सिन्हा भारत ने वह कर दिखाया जो दुनिया के किसी भी देश के लिए एक सपना है। 100 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाकर हमने एक कीर्तिमान बनाया है। यह संख्या यूरोप-अमेरिका और जापान की कुल आबादी से भी ज्यादा है। इसे आप भारत की जनता की प्रतिबद्धता कहें या चाहत, बात साफ है कि सब ने मिलकर यह बीड़ा उठाया। और फिर दुनिया ने देखा कि भारत ने एक कमाल कर दिखाया। दूसरी ओर विघ्नसंतोषी इस बात की चर्चा तक कर रहे थे कि भारत में यह संभव नहीं है। कई भारतीय विद्वान भी इसी तरह की बातें कर रहे थे लेकिन देश की करोड़ों जनता ने सभी को करारा जवाब दिया। जनवरी में जो अभियान शुरू हुआ वह अक्टूबर के मध्य में आते-आते इस जादुई आंकड़े तक जा पहुंचा है और यह सारी आबादी तक अगले साल तक पहुंच जाएगा। स्वास्थ्यकर्मियों, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया कमाल लेकिन जिन लोगों ने इस महाअभियान में जी-जान से चुपचाप शिरकत की बिना किसी पब्लिसिटी की चाहत के इसे इस अंजाम तक पहुंचाया, उनमें लाखों स्वास्थ्यकर्मी, स्कूल शिक्षक और भारत के हजारों गांवों में रहने वाली आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं भी हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान भी अपना स्वास्थ्य कार्यक्रम जारी रखा। हजारों की मौत इस घातक बीमारी से हुई लेकिन उन लोगों ने हिम्मत नहीं हारी। यह सफलता उनके नाम है। यहां आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के बारे में चर्चा किए बगैर बात पूरी नहीं होगी। ये देश के कोने-कोने में स्वास्थ्य, पोषण और मातृत्व के कार्यों में अपना काफी समय लगाती हैं। इनकी कुल तादाद 8 लाख से जरा ही ज्यादा है और ये तीन-चार हजार रुपए औसतन प्रति माह के मानदेय पर काम करती हैं। गांव-गांव जाना और वहां लोगों में संदेश फैलाना और फिर उन्हें टीका केंद्रों तक लाने का बीड़ा उन्होंने उठाया। उनके महती प्रयासों से इस अभियान का गांव-गांव में प्रसार संभव हुआ। अगर इन लोगों ने प्रतिबद्धता नहीं दिखाई होती। तो सरकारी तंत्र असहाय रह जाता। सबसे बड़ी बात है कि इन लोगों ने उस मिथ्या प्रचार को खत्म करने में बड़ी भूमिका निभाई जिसमें कोरोना के टीके को लेकर तमाम तरह की निगेटिव बातें कही जा रही थीं। लेकिन इन लाखों आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने समझदारी और प्रेम भाव से लोगों को समझाया-बुझाया, आश्वस्त किया। इन कर्मवीरों ने कोई कसर नहीं छोड़ी और अपनी जान पर खेल गईं। यह कोई आसान काम नहीं था क्योंकि देश के कई राजनीतिक दल और कई धार्मिक गुट भी अपने क्षुद्र स्वार्थ में आकर इन टीकों के खिलाफ जहर उगल रहे थे। विदेशी दवा कंपनियां भी इसी अभियान में लगी हुई थीं कि किसी तरह भारत बने में टीकों को लोग रिजेक्ट कर दें ताकि उनके महंगे टीके उनकी शर्तों पर बिकें। दुनिया के कई देशों को टीका बनाने वाली विदेशी कंपनियों ने घुटने टिका दिए। कई निगेटिव रिपोर्ट दुनिया के नामी-गिरामी अखबारों में छपे ताकि भारत के टीका उत्पादन और उसे लगाने के कार्यक्रम को जबर्दस्त धक्का लगे और विदेशों में बने पांच गुने से भी ज्यादा महंगे टीके बेचे जा सकें। उनकी यह मंशा पूरी न हो सकी क्योंकि हमारे करोड़ों स्वास्थ्यकर्मियों और समझदार जनता ने उनके फरेब का जाल तोड़ दिया और भारत ने आज एक अभूतपूर्व उपलब्धि पा ली। भारत टीके बनाने में अव्वल रहा कोविड टास्क फोर्स के एक महत्वपूर्ण सदस्य डॉक्टर एनके अरोड़ा ने कहा कि पोलियो के विरुद्ध सफल लड़ाई ने हमें इस अभियान को हाथ में लेने और उसे पूरा करने का मंत्र दिया था। उन्होंने इस युद्ध के योद्धाओं को बधाई दी और कहा कि उनके प्रयासों से ही यह संभव हुआ क्योंकि इस बार यात्रा न केवल कठिन थी बल्कि इसमें जान का खतरा भी था। सच तो है कि लाखों लोगों की जान भी चली गई। लेकिन अपनी हिम्मत से उन सभी ने इसे सफल बनाया। डॉक्टर अरोड़ा ने बताया कि भारत बच्चों के लिए टीके बनाने में मामले में दुनिया में अव्वल था लेकिन इस तरह के टीके बनाने के बारे में उस पर बहुत संदेह था लेकिन उसने पिछले दो दशकों में उसने बड़ी छलांग लगाई और इसका टीका भी बना दिया। दरअसल इन वर्षों में भारत में वैज्ञानिक रिसर्च के लिए बहुत बड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर दिया। पिछले साल मार्च में केंद्र सरकार ने बहुत बड़ी राशि टीके के विकास के लिए जारी की थी। इस बड़ी राशि से ने केवल रिसर्च और निर्माण में मदद मिली बल्कि इंटरनेशनल पार्टनरों और लोकल मैन्युफैक्टरर्स तथा स्थानीय लैब से करार करने में आसानी हुई। इसका ही नतीजा था कि भारत ने महामारी शुरू होने के सिर्फ दस महीनों के कम समय में देसी टीका तैयार कर लिया। एक एक्सपर्ट पैनल भी बनाया गया जिसने टीके के दुष्प्रभाव की निगरानी की और सही समय पर सही सुझाव दिए। इस पैनल में तमाम तरह के डॉक्टर, शोधकर्ता, वैज्ञानिक थे जिन्होंने समय-समय पर अपने अनमोल सुझाव दिये। इनके सुझावों से ही सौ करोड़ की आबादी में नगण्य संख्या में दुष्प्रभाव देखने को मिले। टीके लेने वाले हर व्यक्ति को टीका केंद्र में रोके रखने के पीछे मकसद यही था कि किसी भी तरह के दुष्प्भाव का पता तुरंत लगाया जा सके। इस अभियान की एक और बड़ी बात यह थी इसमें पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप काम आया। दोनों पक्षों ने मिलकर टीकाकरण के इस महती कार्य को सफल बनाने में मदद की। प्राइवेट कंपनियों ने न केवल टीके का विकास किया बल्कि उसे लगाने बीमारी के इलाज में भी हाथ बंटाया। दूसरी ओर डब्लूएचओ और यूनिसेफ जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने भी बड़ा योगदान किया। डब्लूएचओ ने टेक्निकल और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट दिया जिस वजह से टीके को कोल्ड चेन सप्लाई सिस्टम के तहत देश के सभी हिस्सों में ले जाना संभव हुआ। अभी जंग जारी है इस देश में 94 करोड़ वयस्क हैं और उनके लिए कुल 190 करोड़ टीके की डोज चाहिए ताकि पूरे देश को इम्युनाइज किया जा सके। जहां तक इतनी तादाद में टीकों की बात है तो वर्तमान उत्पादन रफ्तार से हम यह लक्ष्य अगले साल के मध्य तक पा लेंगे। लेकिन वो लोग जो टीके न लेने पर अड़े हुए हैं उन तक पहंचना कठिन होगा। इससे वह सुरक्षा चक्र नहीं बन पाएगा जो इस दुष्कर बीमारी में जरूरी है। फिर हमारी उम्मीदें उन लाखों स्कूल शिक्षकों, स्वास्थ्यकर्मियों, आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं पर टिकी हुई हैं। उन्होंने ही यहां तक का रास्ता तय करने में निस्वार्थ भाव से जान पर खेलकर हमारी मदद की है। उनमें से कई तो इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन आज वह वक्त है कि हमें और देशवासियों को उनका शुक्रगुजार होना चाहिए।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/hunger-is-not-in-the-stomach-it-is-sown-in-the-fields/1875408/,क्या खाद्य असुरक्षा की तरफ बढ़ रही है दुनिया? समझें पूरी तस्वीर,"क्या खाद्य असुरक्षा की तरफ बढ़ रही है दुनिया? समझें पूरी तस्वीर यह वर्ष एक चौंकाने वाला समाचार लाया है। वह यह कि विश्व भर में खाद्य वस्तुएं महंगी हो गईं हैं। बात इतनी-सी साधारण नहीं है। हम शनैः शनैः खाद्य असुरक्षा की ओर बढ़ रहे हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली October 14, 2021 1:19:22 pm हमारा भोजन कैसा है, उसके उत्पादन का हमारी पारिस्थितिकी पर कैसा प्रभाव पड़ता है, इसका सम्बन्ध हमारे भविष्य से है। डॉ. वीर सिंह स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा कहते थे कि मनुष्य ने जब पहली बार हल चलाया था तो उसने उसी दिन अपने विनाश की कहानी लिख दी थी। बात अटपटी-सी लगती है, लेकिन इसमें एक गहरा दर्शन छिपा है, और सुदीर्घ भविष्य का सत्य भी। जब हल नहीं चला था, अर्थात जब खेती पर हमारा जीवन अवलम्बित नहीं था, तब हमारे लिए हजारों पेड़-पौधे थे जिनसे हम अपना भोजन लेते थे। जड़ें, तने, पत्तियां, कलियां, फूल, फल, बीज, शहद और इसी तरह के नाना प्रकार के भोज्य पदार्थ हमें अपने आस-पास के परिवेश से प्राप्त होते थे, और वह भी बिना हाड-तोड़ परिश्रम के तथा बिलकुल निशुल्क। यह वर्ष एक चौंकाने वाला समाचार लाया है। वह यह कि विश्व भर में खाद्य वस्तुएं महंगी हो गईं हैं। बात इतनी-सी साधारण नहीं है। हम शनैः शनैः खाद्य असुरक्षा की ओर बढ़ रहे हैं। और इस असुरक्षा की जड़ें हमारी खेती में हैं, हल चलाकर भोजन पैदा करने वाली खेती में। और जैसे-जैसे खेती का आधुनिकीकरण होता जा रहा है, वैसे-वैसे ही खाद्य असुरक्षा अपने पैर पसार रही है। इस खाद्य असुरक्षा में समाहित हैं कुपोषण, कुपोषण-जनित रोग और भुखमरी। भूख पेटों में नहीं होती, खेतों में बोई जाती है। धरती पर सभी जीवधारियों को उनका भोजन उनके परिवेश से मिल जाता है। केवल मनुष्य के भोजन का मोल लगा है। खाने-पीने की हर वस्तु का मूल्य है, क्यों कि मानव अपना भोजन स्वयं उगाता है, और वह भी लाखों जीव-जंतुओं के परिवेश को उजाड़ कर, अर्थात वन काट कर, वन्यजीवन उजाड़ कर और नंगी धरती का सीना फाड़ कर। वह फसलों को पानी देने के लिए कुँए खोदता है, भूमिगत जल को बाहर खींचता है या नदियों का पानी मोड़ कर खेतों की और ले आता है। फसलों को कीट-पतंगों और रोगों से बचाने के लिए जीवनाशी रसायन छिड़कता है। उसे उस मिट्टी पर विश्वास नहीं रह गया जिस पर विशाल वृक्ष खड़े रहते थे और उसके आस-पास असंख्य प्रकार के पौधे पनपते थे। अब अनाज बोकर वह पहले मिट्टी को रासायनिक उर्वरकों से पोषित करता है, फिर मिट्टी फसलों को पोषित करती है। फिर, उसकी फसलों के उत्पाद का मूल्य क्यों नहीं होगा? अगर भोजन का मोल है तो वह सबके लिए सुलभ कैसे हो सकता है? और अगर सुलभ हो गया तो, सबको वे सारे तत्व कैसे मिल सकते हैं जिनकी उनके शारीरिक, बौद्धिक, मनोवैज्ञानिक, और भावनात्मक विकास के लिए आवश्यकता है? क्यों कि जितने आवश्यक भोजन के तत्त्व, उतना ही अधिक उनका मोल। निष्कर्ष निकलता है कि खाद्य सुरक्षा पैसे का खेल है। पैसे के आगे ही नाचती है खाद्य सुरक्षा। पैसा बाजार का ‘राजा’ है। खाद्य सुरक्षा खेतों-फसलों से नहीं, बाजार से मिलती है। खेत-खेती तो बाजार के विस्तृत अंग हैं। बाजार में बीज, उर्वरक, जीवनाशी रसायन और कृषि उपकरणों से सम्बंधित बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा संचालित और बाजार में जड़ें जमाए एवं पैसे के बल पर बिकने वाली खाद्य सुरक्षा न तो सम्पोषित है, न सुदीर्घ भविष्य तक साथ देने वाली और न ही सबको बराबर अधिकार देने वाली। कोई भी दुर्भिक्ष, जैसे सूखा-बाढ़, प्रतिकूल जलवायु, अग्निकांड, कीट प्रकोप, फसल रोग आदि कभी भी तथाकथित खाद्य सुरक्षा प्रणाली की गर्दन मरोड़ सकता है। और यदि इनसे भी बच निकली तो वह जनसंख्या के बोझ तले दब जाएगी। खाद्य सुरक्षा की प्राकृतिक, स्थायी और गहरी जड़ें धरती के पारिस्थितिकी तंत्रों में हैं और विश्व की सारी मानव सभ्यता को उसकी छतरी के नीचे लाने के लिए पारिस्थितिक, आर्थिक और राजनीतिक उपाय हैं। अनाज फसलों और उनमें से भी केवल तीन फसलों – गेहूं, चावल और मक्का – के वर्चस्व वाली खेती टिकाऊ नहीं है। यह प्रदूषण, रोग और जलवायु परिवर्तन पैदा करने वाली खेती है। यह जैव विविधता का हरण करने वाली खेती है। इस पर टिकी खाद्य सुरक्षा अस्थायी है और पर्यावरण विनाश की और ले जाती है। इसके विपरीत वृक्षों से जितने प्रकार के खाद्य पदार्थ मिलते हैं, उतने अनाज फसलों से नहीं। प्राचीन काल से हम हजारों प्रकार के पौधों से अपना भोजन चुनते थे और पर्यावरण संतुलन जैसे मुद्दे कभी नहीं उठते थे। यह सही है कि हम पुनः अरण्य से प्राप्त खाद्य पदार्थों वाली व्यवस्था रातों-रात तैयार नहीं कर सकते। अभी वर्तमान कृषि प्रणाली की ही आवश्यकता होगी, मगर हम धीरे धीरे पर्यावरण संरक्षण-केंद्रित वृक्ष खेती की और बढ़ सकते हैं और इसका श्रीगणेश कृषि वानिकी प्रणाली विकसित कर किया जा सकता है। कृषि वानिकी (एग्रोफोरेस्ट्री) पहले से ही अस्तित्व में है, लेकिन उसे विश्वव्यापी विस्तार देने की आवश्यकता है। इसमें समय लगना स्वाभाविक है। संयुक्त राष्ट्र संघ के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफ ए ओ) के अनुसार 2050 तक विश्व की जनसंख्या 9.7 बिलियन हो जाएगी जिसे खिलाने के लिए 70 प्रतिशत अतिरिक्त भोजन की आवश्यकता होगी। उस समय गेहूं, चावल और मक्का के वर्चस्व वाली खेती विश्व भर की भोजन आवश्यकताओं की पूर्ति कर सके, संभव-सा नहीं लगता। इस शताब्दी के अंत तक धरती पर 12.2 बिलियन लोगों का वास होगा। तब भी सुदृढ़ कृषि वानिकी सबकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम होगी। कृषि वानिकी से मिट्टी, जल और जैव विविधता का संरक्षण होगा और साथ में वे सभी भोज्य पदार्थ मिलते रहेंगे जो चलताऊ कृषि तंत्र से भी मिलते हैं, और नाना प्रकार के भोज्य पदार्थ देने वाले वृक्षों का चयन किया जाए तो आज के दैनंदिन भोजन से कहीं अधिक प्रचुर मात्रा में और कहीं बहुत पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक भोजन मिलेगा और समाज की खाद्य सुरक्षा का स्तर बढ़ेगा। भूतल पर रहने वाले सभी जंतुओं और अधिकांश जलचरों का भोजन जिस प्रक्रिया से बनता है उसे प्रकाश संश्लेषण कहते हैं। मनुष्य और अन्य जंतुओं की खाद्य सुरक्षा का आधार प्रकाश संश्लेषण ही है। हरितपर्ण वाले पौधे अपना भोजन सीधे-सीधे प्रकाश संश्लेषण के बल पर लेते हैं, और हम सब उस भोजन पर निर्भर हैं और हमारी खाद्य सुरक्षा भी उस भोजन पर निर्भर है जो पौधे अपने लिए बनाते हैं। इस प्रकार जितनी विराटता प्रकाश संश्लेषण की होगी, उतना ही ऊंचा स्तर हमारी खाद्य सुरक्षा का होगा। उथली जड़ों वाली और मिट्टी- जल-जैव विविधता का क्षरण करने वाली आधुनिक कृषि भी प्रकश संश्लेषण के माध्यम से ही खाद्योत्पादन करती है। लेकिन कृषि फसलों की प्रकाश संश्लेषण की क्षमताएं प्राकृतिक वनों की अपेक्षा काफी कम है और फसल पकने से समाप्त हुए पर्णहरित के कारण और फसल कटाई के बाद प्रकाश संश्लेषण शून्य हो जाता है। कृषि वानिकी से प्रकाश संश्लेषण की क्षमताओं में तीव्र वृद्धि होगी, और फलस्वरूप खद्योत्पादन में भी अभिवृद्धि होगी। प्रकाश संश्लेषण और जलवायु नियामन का भी सीधा सम्बन्ध है। प्रकाश संश्लेषण से वायुमंडल की कार्बन डाइऑक्साइड पौधों के द्रव्यमान और वहां से मिट्टी में समाहित हो जाती है, जिससे वातावरण में प्रमुख ग्रीनहाउस गैस सीमित मात्रा में रहती है और जलवायु चक्र अपने संतुलन में रहता है। वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन के लिए कृषि का योगदान एक-तिहाई के आस-पास है। कृषि-वानिकी पद्वतियों के विकास से हम उस खाद्योत्पादन प्रणाली को सुदृढ़ कर सकते है जिसे “क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर” कहते हैं। हमारा भोजन कैसा है, उसके उत्पादन का हमारी पारिस्थितिकी पर कैसा प्रभाव पड़ता है, इसका सम्बन्ध हमारे भविष्य से है। प्रफुल्लताओं से सराबोर भविष्य आज के पारिस्थितिक आधार के स्वास्थ्य पर निर्भर है। पारिस्थितिक तंत्रों की प्रकाश संश्लेषण क्षमताएं अधिकतम कर हम खाद्य सुरक्षा ही नहीं, खाद्य प्रभुसत्ता के मोर्चे पर सुदृढ़ खड़े होंगे, अपने प्रफुल्लताओं से भरे भविष्य में प्रवेश करने के लिए आतुर। खाद्य सुरक्षा को बल देने के लिए समाज का आर्थिक सुदृढ़ीकरण बहुत आवश्यक है। आर्थिक सुदृढ़ीकरण को पुनर्परिभाषित करने की आवश्यकता है। पारिस्थितिक और आर्थिक पहलू भिन्न नहीं हैं। बहुगुणा जी का कथन “पारिस्थितिकी ही स्थाई आर्थिकी है” मानव जीवन का एक सनातन सत्य है। समाजों का आर्थिक सशक्तिकरण पारिस्थितिक विकास की पृष्ठभूमि पर खड़ा हो। मानव जीवन का कोई भी पहलू राजनीति से विलग नहीं है। हमारी खेती में बीज से लेकर रोटी तक राजनीति कई दांव-पेच खेलती है। वानिकी, कृषि वानिकी, वन्यजीव, खाद्य वितरण, खाद्य सुरक्षा कवच सब राजनीति के अधीन हैं। इसलिए अक्षय विकास का मार्ग प्रशस्त करने के लिए ऐसी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नीतियां तैयार हों जिनसे घायल धरती के घावों को भरा जा सके, मानव सभ्यता के लिए हर्षोल्लास से भरपूर भविष्य सृजित किया जा सके। (लेखक जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक हैं)",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/the-historic-decision-of-delhi-university-to-promote-teachers-that-can-change-the-whole-picture/1870413/,"दिल्ली विश्वविद्यालय का वो ऐतिहासिक फैसला, जो बदल सकता है पठन-पाठन की पूरी तस्वीर","दिल्ली विश्वविद्यालय का वो ऐतिहासिक फैसला, जो बदल सकता है पठन-पाठन की पूरी तस्वीर डीयू के इस अभूतपूर्व कदम से उन तमाम युवा शिक्षकों को प्रेरणा मिल रही है, जो यूजीसी के तमाम नियमों को पूरा कर प्रोफेसर बनने की चाहत रखते हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली Updated: October 11, 2021 2:07:38 pm डॉ. नित्यानंद अगस्ती दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में पिछले दिनों कुछ ऐतिहासिक हुआ, जो हर तरफ चर्चा का विषय बना। पहली बार विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों को प्रमोट कर प्रोफेसर बनाया गया। यह व्यवस्था पहले विवि के विभागों तक ही सीमित थी। तमाम कॉलेजों में कई ऐसे शिक्षक थे, जो लंबे वक्त से एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर अपनी सेवा दे रहे थे और उनका प्रमोशन जुलाई 2018 से ही लंबित था। इस प्रमोशन को सिर्फ कुछ शिक्षकों की पदोन्नति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसके व्यापक प्रभाव हैं। सबसे महत्वपूर्ण तो यह कि इस पदोन्नति ने पूरे विश्वविद्यालय में गुणात्मक शैक्षणिक प्रगति पर ध्यान देने योग्य प्रभाव डाला है। आपको बता दें कि अभी तक डीयू से संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों को ज्यादा से ज्यादा सहायक प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर के स्तर तक पदोन्नत किया जाता था। इससे उनका करियर आगे बढ़ नहीं पाता था। लेकिन इस बार हुए पदोन्नति खासकर युवा सहायक प्रोफेसरों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। रिसर्च पब्लिकेशंस की गुणवत्ता सुधरेगी: डीयू के इस अभूतपूर्व कदम से उन तमाम युवा शिक्षकों को प्रेरणा मिल रही है, जो यूजीसी के तमाम नियमों को पूरा कर प्रोफेसर बनने की चाहत रखते हैं। तमाम शिक्षकों ने तो अपने शोध आउटपुट को बढ़ाने का काम भी शुरू कर दिया है। जल्द ही रिसर्च पब्लिकेशंस के रूप में इसका नतीजा भी देखने को मिलेगा। न सिर्फ पब्लिकेशंस की संख्या बढ़ेगी, बल्कि गुणवत्ता में भी सुधार होगा। कल्पना कीजिए कि अगर सभी असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रमोशन के लिए जरूर प्रकाशन की संख्या को पूरा करते हैं तो पूरे विश्वविद्यालय के प्रकाशनों की संख्या में कितना उछाल आयेगा। इसको इस तरीके से समझें कि डीयू से संबद्ध हर कॉलेज में तकरीबन 50 असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। यदि सभी जरूरी रिसर्च पब्लिकेशंस पर काम करें तो करीबन 35000 पब्लिकेशन तैयार हो जाएगा, जो देश में शोध प्रकाशनों की संख्या में बेहद महत्वपूर्ण योगदान होगा। हालांकि पहले प्रकाशन की गुणवत्ता एक प्रमुख चिंता का विषय रही है। लेकिन स्कोपस इंडेक्सेड ( Scopus Indexed) जैसी गुणवत्तापरक शोध पत्रिकाओं में प्रकाशन की अनिवार्यता से इसका स्तर सुधरा है। शिक्षक भी सतर्क और सजग हुए हैं। कुल मिलाकर नई व्यवस्था के बाद तमाम युवा शिक्षक घंटों किताबों में सिर खपाने, शोध और शोध की गुणवत्ता पर ध्यान देने को तैयार दिख रहे हैं। क्योंकि उन्हें पदोन्नति की संभावना दिखाई दे रही है, जो पहले नहीं थी। पीएचडी के नामांकन में भी होगा इजाफा: इन सबके साथ-साथ पीएचडी में दाखिले की संख्या में भी भारी उछाल आएगा, क्योंकि अब ज्यादा शिक्षक शोध कराने (रिसर्च सुपरवाइजर) को तैयार होंगे, जो प्रमोशन के लिए अहम है। इसके अलावा शिक्षक शोध के विषय, उसकी गुणवत्ता और प्रकाशन जैसी बुनियादी चीजों को गंभीरता से लेंगे और ध्यान देंगे। बता दें कि प्रमोशन की प्रक्रिया का लाभ सिर्फ एसोसिएट प्रोफेसरों को ही नहीं मिला, बल्कि अलग-अलग स्तर पर सैकड़ों शिक्षक लाभान्वित हुए। मसलन, तमाम असिस्टेंट प्रोफेसर प्रमोट होकर एसोसिएट बने। कई शिक्षकों को पदोन्नति के अलग-अलग चरण का लाभ मिला, जो पिछले दस-बारह साल से लंबित था। दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे संस्थान में सालभर के भीतर ही प्रमोशन से जुड़े मामलों को आगे बढ़ाना एक बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह काम विवि के डीन ऑफ कॉलेजेज प्रो. बलराम पाणि के नेतृत्व में संभव हो पाया, जो पहले दिन से ही इस कार्य को लेकर दृढ़ संकल्पित थे। प्रोफेसर पाणि कहते हैं कि “पदोन्नति का काम सबकी सहायता और समन्वय के कारण संभव हो पाया। यह शिक्षक का अधिकार भी है। अगर इसे समय से पूरा कर दिया जाए तो बेहतर शैक्षणिक वातावरण बनेगा और नेतृत्व-कार्य करने की क्षमता भी बढ़ेगी। यह काम लंबे समय से नहीं हुआ था, इसलिए मैंने मिशन मोड में इसे पूरा करने का फैसला लिया। केवल पदोन्नति ही नहीं बल्कि सेवानिवृत्त शिक्षकों के पेंशन आदि से जुड़े मुद्दे भी पेंडिंग थे। विश्वविद्यालय ने इसे भी हल कर लिया है, और फिलहाल ऐसा कोई नहीं है, जिसकी पेंशन फाइल लंबित हो।” नई नियुक्तियों की प्रक्रिया में आएगी तेजी: चूंकि, अब पदोन्नति की प्रक्रिया लगभग पूरी होने को है, ऐसे में विश्वविद्यालय में नियुक्तियों की प्रक्रिया में भी तेजी आने की संभावना है, जो सालों से लंबित है। खासकर एडहॉक पर पढ़ा रहे हजारों शिक्षकों को भी उम्मीद जगी है। बता दें कि डीयू से संबद्ध तमाम ऐसे कॉलेज हैं, जहां बीते एक दशक से भी ज्यादा वक्त से कोई भी स्थायी नियुक्ति नहीं हुई है। जिसके चलते हजारों योग्य-कुशल शिक्षकों के करियर पर एक तरीके से ब्रेक लग गया है। प्रो. बलराम पाणि कहते हैं कि विवि में नए कुलपति की नियुक्ति के साथ ही प्रमोशन की तरह नई नियुक्तियों की प्रक्रिया भी गति पकड़ेगी। शिक्षा मंत्रालय द्वारा देश के सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति को पूरा करने के लिए दी गई समय-सीमा के अंदर यहां भी नियुक्तियों की प्रक्रिया पूरी करने की दिशा में काम चल रहा है। इससे निश्चित रूप से दिल्ली विश्वविद्यालय में पठन-पाठन का माहौल और बेहतर होगा। खासकर, ऐसे वक्त में जब राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू हो गई है, तब विवि ऐसे महत्वपूर्ण कार्य को नजरअंदाज करने का जोखिम कतई नहीं उठा सकता है। (डॉ. नित्यानंद अगस्ती, दिल्ली विश्वविद्यालय के दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में केमिस्ट्री के प्राध्यापक हैं।)",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/ratlam-s-brave-son-martyred-in-manipur-1504620,"तिलक लगाकर 22 साल के बेटे को किया था विदा, अब तिंरगे में लिपटकर लौटा देश का वीर सपूत","रतलाम(समीर खान): मध्य प्रदेश के रतलाम का जवान लोकेश कुमावत मणिपुर के इंफाल में शहीद हो गया। एक महीने पहले जिस बेटे को तिलक लगा कर विदा किया था उसकी शहीदी की खबर सुनते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव मावता पहुंचा तो शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोकेश कुमावत को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद का पार्थिव शरीर साढ़े 9 बजे जावरा पहुंचा, जहां रतलाम कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। ""शहीद की अंतिम शवयात्रा में पूरा गांव शामिल हुए। वीर सपूत की एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। मां और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। आपको बता दें कि बुधवार को कुमावत परिवार को 22 वर्षीय लोकेश के शहीद होने की दुखद खबर मिली थी। बताया जा रहा है कि लोकेश उग्रवादियों से मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से शहीद हुए थे। हालांकि, इस बारे में सेना या प्रशासन की ओर से कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। जिसे लेकर शहीद के परिजन धरने पर बैठ गए। शासन-प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद परिजन व ग्रामीणों ने शहीद की अंतिम यात्रा निकाली। हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद लोकेश को मणिपुर में पोस्टिंग मिली थी। उनका भारतीय सेना में मार्च 2019 में चयन हुआ था। शहीद के परिवार में उसके किसान पिता मुकेश कुमावत, मां रेखा बाई और छोटा भाई विशाल है। शहीद के काका रामेश्वर कुमावत भी सेना में तैनात हैं।""",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-social-media-pakistan-amina-riaz-video-viral-1504414,"आखिर क्यों इस पाक लड़की के दीवाने हुए लोग, न कोई मेकअप न पहने हैं सुंदर कपड़े! तहलका मचा रहा वीडियो","नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां रातों-रात आम आदमी भी सेलेब बन जाता है। इन दिनों भी एक प्यारी सी लड़की का ऐसा ही वीडियो लोगों का दिल जीत रहा है। वीडियो में लड़की यूं तो अपने काम में लगी हुई है, लेकिन देखने वाले उसकी मासूमियत पर फिदा हो रहे हैं। यह वीडियो पाकिस्तान का बताया जा रहा है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/bhopal-gas-tragedy-thousands-died-in-minutes-1503793,"भोपाल गैस त्रासदी: मिनटों में हुई थी हजारों मौत, जानिए 2 दिसंबर की रात कैसे लीक हुई थी जहरीली गैस?","""मध्यप्रदेश डेस्क (विकास तिवारी): आज विश्व की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी यानी भोपाल गैस कांड को 37 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। 2-3 दिसंबर 1984 की रात को हुआ ये भयावह हादसा हजारों लोगों को निगल गया। 2-3 दिसंबर की रात को हजारों जिंदगियां काल के गाल में समा गईं। इस रात यूनियन कार्बाइड से निकलने वाली मौत ने हर दरवाजे पर दस्तक दी थी। हर शख्स सांस लेना चाहता था। लेकिन उस जहरीली गैस ने फेफड़ों फूलना बंद कर दिया था। हर कोई अस्पताल की ओर भाग रहा था। लेकिन आंखें भी दगा दे रही थीं। उनमें देखने की ताकत खत्म हो चली थी। लिहाजा, कई लोग रास्ते में ही गिर गये, और जो गिरा, वो फिर उठने लायक नहीं रहा। आलम यह था कि हमीदीया और जयप्रकाश (JP) जैसे बड़े अस्पताल भी सैकड़ों लोगों की पीड़ा से कराह उठे। धीरे धीरे अस्पताल मुर्दाघर बनने लगे। आलम यह था कि अस्पतालों के बाहर लाशों का अंबार लगने लगा। शुरूआती कुछ घंटे में ही करीब तीन हजार लोगों की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी कम पड़ गये। अस्पताल जाने वाले हर रास्ते में लाशों के ढेर दिख रहे थे। यह सिलसिला दो तीन दिनों तक चलता रहा, हालत यह थी कि श्मशान में लाशों की चिता जलाने के लिये लकड़ियां तो कब्रिस्तानों में कब्र के लिये जमीन कम पड़ने लगी। 1969 में स्थापित हुई यूनियन कार्बाइड... भोपाल में जेपी नगर के ठीक सामने यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन ने 1969 में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के नाम से एक कीटनाशक फैक्ट्री खोली। इसके 10 सालों बाद 1979 में भोपाल में एक प्रोडक्शन प्लांट लगाया। इस प्लांट में एक कीटनाशक तैयार किया जाता था, जिसका नाम सेविन था। सेविन असल में कारबेरिल नाम के केमिकल का ब्रैंड नाम था। इस घटना के लिए UCIL (यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड) द्वारा उठाए गए शुरुआती कदम भी कम जिम्मेदार नहीं थे। उस समय जब अन्य कंपनियां कारबेरिल के उत्पादन के लिए कुछ और इस्तेमाल करती थीं। जबकि यूसीआईएल ने मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) का इस्तेमाल किया। MIC एक जहरीली गैस थी। चूंकि इसके इस्तेमाल से उत्पादन खर्च काफी कम पड़ता था, इसलिए यूसीआईएल ने इस जहरीली गैस को अपनाया। उस वक्त राजकुमार केसवानी नाम के पत्रकार ने 1982 से 1984 के बीच इस पर चार आर्टिकल लिखे। हर आर्टिकल में यूसीआईएल प्लांट के खतरे से चेताया। उन्होंने बताया कि नवंबर 1984 में प्लांट काफी घटिया स्थिति में था लेकिन उनकी चेतावनी को अनदेखा कर दिया गया। 2 दिंसबर की रात 10:30 बजे शुरू हुई त्रासदी की शुरुआत... दो दिसंबर की रात 8 बजे यूनियन कार्बाइड कारखाने की रात की शिफ्ट आ चुकी थी। जहां सुपरवाइजर और मजदूर अपना-अपना काम कर रहे थे। इसके ठीक एक घंटे बाद 9 बजे करीब 6 कर्मचारी भूमिगत टैंक के पास पाइपलाइन की सफाई का काम करने के लिए निकल पड़े। रात 10 बजे कारखाने के भूमिगत टैंक में रासायनिक प्रतिक्रिया शुरू हुई। इस दौरान एक साइड पाइप से टैंक E610 में पानी घुस गया। पानी घुसने के कारण टैंक के अंदर जोरदार रिएक्शन होने लगा जो धीरे-धीरे काबू से बाहर हो गया। गैस लीक होने का एक और प्रमुख कारण पाइपलाइन भी थी, जिसमें जंग लग गई थी। इस बीच अचानक टैंक का तापमान बढ़कर 200 डिग्री सेल्सियस हो गया। जबकि तापमान 4 से 5 डिग्री के बीच रहना चाहिए था। इससे टैंक के अंदर दबाव बढ़ता गया। रात 10.30 पर शुरू हुई महा तबाही की कहानी... रात 10:30 बजे टैंक से गैस पाइप में पहुंचने लगी। वाल्व ठीक से बंद नहीं होने के कारण टॉवर से गैस का रिसाव शुरू हो गया और टैंक पर प्रेशर पड़ा और 45-60 मिनट के अंदर 40 मीट्रिक टन एमआईसी का रिसाव हो गया। रात 12:15 बजे वहां पर मौजूद कर्मचारियों को घुटन होने लगी। वाल्व बंद करने की लगातार कोशिश की गई लेकिन तभी खतरे का सायरन बजने लगा। जिसे सुनकर सभी कर्मचारी भागने लगे। इसके बाद टैंक से भारी मात्रा में निकली जहरीली गैस बादल की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई। इसके बाद अचानक लोगों को घुटन महसूस होने लगी, आंखों में जलन होने लगी, किसी को ये नहीं समझ आ रहा था कि ये आखिर हो क्या रहा है। जहरीली गैस के चपेट में भोपाल का पूरा दक्षिण-पूर्वी इलाका आ चुका था। देखते ही देखते चारों तरफ लाशों का अंबार लग गया। सुबह लग चुका था लाशों का अंबार... 2 दिसंबर की रात शुरू हुए महाविनाश के बाद 3 दिसंबर की सुबह हजारों लोग मौत की नींद सो चुके थे। शवों को सामूहिक रूप से दफनाया जा रहा था। मरने वालों के अनुमान पर अलग-अलग एजेंसियों की राय भी अलग-अलग है। पहले अधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या 2,259 बताई गई थी। MP की तत्कालीन सरकार ने 3,787 लोगों के मरने की पुष्टि की थी। वहीं कुछ रिपोर्ट्स में इस बात का भी दावा किया गया कि, 8000 से ज्यादा लोगों की मौत तो दो सप्ताह के अंदर ही हो गई थी, और लगभग अन्य 8000 से ज्यादा लोग गैस रिसाव से फैली बीमारियों के कारण मारे गये थे। 2006 में सरकार के द्वारा कोर्ट में दिए हलफनामे में बताया गया कि गैस रिसाव में 5,58,125 लोग जख्मी हुए। उनमें से 38,478 आंशिक तौर पर अस्थायी विकलांग हुए और 3,900 ऐसे मामले थे जिसमें स्थायी रूप से लोग विकलांग हो गए। इसके प्रभावितों की संख्या लाखों में होने का अनुमान है। इंसान ही नहीं, करीब 2000 हजार जानवर भी इस त्रासदी का शिकार हुए थे।"" इस हादसे पर 2014 में 'भोपाल ए प्रेयर ऑफ रेन' फिल्म भी बनी। त्रासदी के बाद भोपाल में जिन बच्चों ने जन्म लिया उनमें से कई विकलांग पैदा हुए तो कई किसी और बीमारी के साथ इस दुनिया में आए और यह भयावह सिलसिला अभी भी जारी है। पंजाब केसरी हादसे में मृत लोगों को श्रद्धांजली अर्पित करता है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-domestic-violence-1504199,"घरेलू हिंसा पर चौंकाने वाला सच! पति के पीटने को खुद ही जायज मानती हैं देश की महिलाएं, पढ़ें हैरान करने वाली रिपोर्ट","नेशनल डेस्क: कुछ राज्यों में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि महिला और पुरुष घरेलू हिंसा के पक्षधर हैं। जहां एक ओर गिरती प्रजनन दर और शिक्षा में बढ़ा महिलाओं का योगदान उनके सशक्तिकरण की ओर इशारा करता है, तो वहीं दूसरी ओर घरेलू हिंसा को लेकर उनके विचारों से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सशक्तिकरण तक पहुंचने के लिए अभी बहुत लंबी दूरी तय करनी है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में किए गए सर्वे में उत्तरदाताओं से पूछा गया कि आपकी राय में क्या पति का अपनी पत्नी को पीटना या मारना जायज है? सर्वेक्षण में शामिल महिलाओं में से तेलंगाना में 83.8 फीसदी महिलाओं ने इसके जवाब में कहा कि पुरुषों का अपनी पत्नियों को पीटना जायज है। जबकि हिमाचल प्रदेश में 14.8 फीसदी महिलाओं ने कहा कि पीटने को जायज बताया है। पत्नी को पीटने के कई हैं कारण जबकि इसको लेकर पुरुषों के विचार भी कुछ कुछ महिलाओं से मेल खाते हैं। कर्नाटक में 81.9 प्रतिशत पुरुष उत्तरदाताओं का मानना है कि पति का अपनी पत्नी को पीटना जायज है। वहीं हिमाचल प्रदेश में सिर्फ 14.2 प्रतिशत पुरुष ऐसा उचित मानते हैं। सर्वेक्षण के दौरान जब पत्नी को पीटने के कारणों के बारे में पूछा गया तो उत्तरदाताओं ने कुछ कारणों का जिक्र किया। इनमें घर से बिना बताए बाहर जाना, घर और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करना, पति से बहस करना, ससुराल वालों के साथ गलत व्यवहार करना, यौन संबंध बनाने से इनकार करना, ठीक से खाना न बनाना, अफेयर रखना और धोखा देना शामिल हैं। सर्वेक्षण में लोगों ने घरेलू हिंसा को सही ठहराने के लिए जिन कारणों पर सबसे ज्यादा जोर दिया, उनमें ससुराल वालों का अनादर करना, घर और बच्चों की उपेक्षा करना शामिल है। 2019-21 में हुए सर्वेक्षणों से संबंधित आंकड़े हाल ही में जारी किए गए हैं। ये सर्वे असम, आंध्र प्रदेश, बिहार, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में आयोजित किया गया था। घरेलू हिंसा की पक्षधर महिलाओं संख्या अधिक जिन अन्य राज्यों में घरेलू हिंसा को सही ठहराने वाली महिलाओं का प्रतिशत अधिक है। उनमें आंध्र प्रदेश (83.6 प्रतिशत), कर्नाटक (76.9 प्रतिशत), मणिपुर (65.9 प्रतिशत) और केरल (52.4 प्रतिशत) शामिल हैं। जबकि हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा के पुरुषों में घरेलू हिंसा को लेकर स्वीकृति सबसे कम देखी गई। केवल 14.2 प्रतिशत, 21.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने इसको लेकर सहमति व्यक्त की।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/gita-gopinath-to-take-over-as-first-deputy-managing-director-of-imf-1504139,"IMF की फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर का पद संभालेंगी गीता गोपीनाथ, 21 जनवरी से शुरू करेंगी कामकाज","नेशनल डेस्क: भारतीय मूल की अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का प्रथम उप प्रबंध निदेशक बनाने का फैसला किया गया है। गोपीनाथ अगले साल 21 जनवरी से अपनी यह नई जिम्मेदारी संभालेंगी। वह तीन साल से इस वैश्विक संगठन की मुख्य अर्थशास्त्री हैं। अपनी नई जिम्मेदारी के तहत वह IMF की तरफ से नीतियों और शोध कार्यों पर निगरानी रखेंगी ताकि संगठन की रिपोर्ट और अन्य प्रकाशित सामग्रियों की गुणवत्ता उच्च बनी रहे। IMF की महानिदेशक क्रिस्टालिना जार्जिवा ने कहा है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि गोपीनाथ ने यह जिम्मेदारी संभालने की स्वीकृति दे दी है। गोपीनाथ का मुख्य अर्थशास्त्री के पद पर तीन वर्ष का कार्यकाल साल 2022 जनवरी में पूरा हो रहा था और इसके बाद वह अमेरिका में पुन: अध्यापन के क्षेत्र में लौटने वाली थीं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/army-will-get-new-uniform-next-year-with-digital-print-this-is-the-reason-1504091,"डिजिटल प्रिंट के साथ अगले साल सेना को मिलेगी नई वर्दी, ये है वजह","नई दिल्लीः सेना अगले साल से अपने कर्मियों के लिए एक हल्की और अधिक जलवायु अनुकूल वर्दी पेश करने के लिए तैयार है, जिसे लड़ाई के दौरान पहना जा सकेगा। इस मामले से परिचित व्यक्तियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नयी वर्दी 15 जनवरी को सेना दिवस परेड में प्रदर्शित होने की उम्मीद है। पता चला है कि कई देशों की सैन्य वर्दी पर व्यापक विचार-विमर्श और विश्लेषण के बाद इस नयी वर्दी को अंतिम रूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि नयी वर्दी अधिक टिकाऊ होने के साथ-साथ गर्मी और सर्दी दोनों में आरामदायक होगी। इसे सैनिकों की तैनाती के क्षेत्रों और जलवायु परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। नौसेना ने पिछले साल नयी वर्दी पेश की थी। मांगे गए थे सुझाव बता दें, सेना मुख्यालय से लेकर सुदूर इलाकों में तैनात फॉर्मेशन से वर्दी को ज्यादा आरामदेह और स्मार्ट बनाने के लिए सुझाव मांगे गए थे। इसके बाद दुनिया की अलग-अलग सेनाओं की वर्दियों को परखा गया। नए दौर के बदलावों पर विचार करते हुए बदलते हुए वॉरफेयर की जरूरतों को शामिल किया गया। इसके बाद अलग-अलग इलाकों के मौसम के हिसाब से हर विकल्प पर विचार किया गया। 3 बार पहले भी हो चुके हैं बदलाव भारतीय सेना की वर्दी में ये चौथा बड़ा बदलाव होगा। पहली बार आजादी के बाद पाकिस्तान की सेना की वर्दी से अलग रखने के लिए इसे खाकी से जैतूनी हरी किया गया था। पाकिस्तानी सेना अभी भी खाकी वर्दी ही इस्तेमाल करती है। दूसरी बाद 1980 में बैटल फटीग यानि कार्रवाइयों के दौरान पहनी जाने वाली वर्दी को सूती से बदलकर Disruptive Pattern (DP) Battle Dress किया गया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/omicron-s-first-patient-left-for-dubai-on-november-27-after-testing-positive-1503970,"Omicron के पहले मरीज को लेकर बड़ा खुलासा, 27 नवंबर को ही दुबई लौटा शख्स","""नेशनल डेस्कः अमेरिका, ऑस्ट्रलिया और ब्रिटेन के बाद कोरोना के ने वैरिएंट ओमिक्रॉन ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि कर्नाटक में दो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं। जिन दो व्यक्तियों में नया वैरिएंट मिला है, उनकी उम्र 66 वर्ष और 46 वर्ष बताई जा रही है। वहीं, इसको लेकर अब नए-नए खुलासे हो रहे है। जानकारी के अनुसार, इनमें से एक 66 साल के बुजुर्ग हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं जबकि दूसरा शख्स एक स्वास्थ्यकर्मी है। अब बेंगलुरु महानगर पालिका ने दोनों संक्रमित मरीजों की पूरी जानकारी दी है। बीबीएमपी के अधिकारी ने बताया कि 66 साल के जो बुजुर्ग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं वो साउथ अफ्रीका से दुबई होते हुए भारत लौटे हैं और 20 नवंबर को एयरपोर्ट से उनका सैंपल लिया गया था। वो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। उसने उसी दिन एक होटल में चेक इन किया और जब उसका कोविड टेस्ट किया गया तो वह पॉजिटिव पाया गया। अधिकारी ने बताया कि होटल में सरकारी डॉक्टर को भेजा गया और उसे क्वारंटीन रहने के लिए कहा गया।"" ""बीबीएमपी के अधिकारी ने बताया कि ओमिक्रॉन देखते हुए """"एट-रिस्क"""" लिस्ट में शामिल देशों में से एक यात्री होने के कारण फिर से उसका सैंपल लिया गया और 22 नवंबर को जीनोम सीक्वेंस भेजा गया। अधिकारी ने बताया कि उसके संपर्क में आए सभी 24 लोगों के कोविड सैंपल लिए गए और सभी नेगेटिव पाए गए। 23 नवंबर को आदमी ने एक निजी लैब में एक और कोरोना टेस्ट कराया और रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद 27 नवंबर को उन्होंने रात के 12 बजकर 34 मिनट पर होटल से चेकआउट किया और दुबई जाने के लिए कैब लेकर वो एयरपोर्ट पहुंच थे। उनके संपर्क में आने वाले सभी 240 लोगों को सैंपल लेकर उसकी जांच की गई लेकिन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वहीं ओमिक्रॉन से पॉजिटिव हुए 46 साल के दूसरे मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। बेंगलुरु महानगरपालिका की रिपोर्ट के मुताबिक उस शख्स को 21 नवंबर को फीवर और बदन में दर्द होने लगा जिसके बाद उसने अस्पताल जाकर अपना आरटीपीसीआर टेस्ट कराया। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद 22 नवंबर को वो कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसके सैंपल को भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। केंद्र ने क्या कहा? केंद्र सरकार भारतीय सार्स-कोवी-2 जीनोमिक्स कंर्सोटियम (इन्साकॉग) के नेटवर्क के जरिए ओमीक्रोन के दो मामलों का पता लगाया गया है। साथ ही, इन दोनों के संपर्क में आए सभी लोगों का समय पर पता लगा लिया गया और उनकी जांच की जा रही। उन्होंने कहा, ‘‘हमें ओमीक्रोन के मामले सामने आने पर दहशत में आने की जरूरत नहीं है, बल्कि जागरूक होने की जरूरत है। कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन करें और भीड़ में जाने से बचें। कोविड-19 टीके लगाने की गति बढ़ाना समय की आवश्यकता है। ''""",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/health-minister-called-emergency-meeting-amid-omicron-cases-in-the-country-1503886,"देश में ओमिक्रॉन के मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बुलाई आपात बैठक, लापरवाही न बरतने के दिए निर्देश","नेशनल डेस्कः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन' पर बढ़ती चिंता के बीच प्रवेश के सभी बिंदुओं पर जांच और निगरानी के विषय पर बृहस्पतिवार को विमानतल और पत्तन स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय, विभिन्न हवाई अड्डों से देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को सुझाव देता रहा है। मंत्रालय ने कहा है कि ‘खतरे वाले' देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आगमन के पहले दिन तथा विशेष वर्ग के यात्रियों की आठवें दिन कोरोना वायरस संक्रमण जांच की जाए। ‘खतरे वाले' देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को हवाई अड्डे पर तब तक इंतजार करने को कहा गया है जब तक आरटी पीसीआर जांच की रिपोर्ट उपलब्ध नहीं हो जाती। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा गया है कि संक्रमित पाए जाने वाले सभी नमूनों को तत्काल ‘आईएनएसए सीओजी' प्रयोगशालाओं में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाए और संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जाए।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/omicron-entry-in-india-also-1503797,"भारत में भी ओमिक्रोन की दस्तक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया- कर्नाटक में नए वैरिएंट से 2 लोग संक्रमित",नेशनल डेस्क: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने भारत की भी चिंता बढ़ा दी है। भारत में भी ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कर्नाटक में नए वैरिएंट के दो केस मिले हैं। कर्नाटक के 66 साल और 46 साल के दो व्यक्तियों में ओमिक्रोन मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटे में देश में यह दो केस मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में WHO के हवाले से बताया कि ओमिक्रॉन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से 5 गुना ज्यादा खतरनाक है और इसके तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही है।,-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/mother-beats-son-slippers-airport-video-viral-social-media-1503786,"गुलदस्ता लेकर स्वागत करने एयरपोर्ट पर पहुंचा बेटा तो मां ने चप्पल से की ताबड़तोड़ पिटाई, VIDEO देख निकली लोगों की हंसी","नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर आए दिन नए नए वीडियो वायरल होते रहते हैं ऐसे में एक मां-बेटे का ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसे लोग बेहद पसंद कर रहे हैं। वायरल हो रहे वीडियो में एक मां अपने बेटे को 'चप्पल' से पीटती नजर आ रही है, क्योंकि वह एयरपोर्ट से उसे लेने गया था। इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहे वीडियो में बेटे को अपनी मां के स्वागत के लिए 'वी मिस यू' का पोस्टर और गुलदस्ता पकड़े देखा जा सकता है। इस दौरान जैसे ही उसकी मां ने हवाई अड्डे से बाहर आती है वह उसे अपनी 'चप्पल' उतार और अपने बेटे को पीटना शुरू कर देती है सोशल मीडिया यूजर्स को यह वीडियो बेहद फनी लग रहा है। लोग इसे देख रहे हैं। वीडियो को कैप्शन दिया गया था ""माई मॉम इज बैक""। अब तक इस वीडियो को 132 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है, 5.9 मिलियन लाइक्स और 60 हजार से अधिक कमेंट्स मिल चुके हैं। एक यूजर ने कमेंट किया कि अपने प्यार का इजहार करने का बिल्कुल सही तरीका।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/pakistanis-remember-sushma-swaraj-after-parag-becomes-twitter-ceo-1503645,"PAK में भी छाए ट्विटर CEO पराग अग्रवाल, लोग बोले-4 साल पहले सुषमा स्वराज ने सही कहा था कि हमने...","नेशनल डेस्क: भारतीय मूल के पराग अग्रवाल ट्विटर के CEO बनने पर दुनिया में पराग के साथ ही भारत की भी वाहवाही हो रही है। ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल की चर्चा इन दिनों पाकिस्तान में खूब हो रही है। पराग अग्रवाल के बहाने पाकिस्तानी अपना ही मजाक बना रहे हैं। पाकिस्तान के लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पराग और भारत के एजुकेशन सेंटर की भी तारीफ की। इसी के साथ पाकिस्तानियों को भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संयुक्त राष्ट्र (UN) में दिया भाषण भी याद आ रहा है। ""Stripe कंपनी के CEO के ट्वीट पर पाकिस्तान का रिएक्शन पराग के ट्विटर के CEO बनने के बाद Stripe) कंपनी के CEO पैट्रिक कोलिसन ने उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट किया था। पैट्रिक कोलिसन ने लिखा था कि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब, आईबीएम, पालो अल्टो नेटवर्क्स और अब ट्विटर का CEO भी एक भारतीय होगा। टेक्नोलॉजी वर्ल्ड में भारत की कामयाबी देखकर बहुत अच्छा लगता है। इससे हमें ये भी पता लगता है कि अमेरिका इमिग्रेंट्स को मौके दे रहा है। पैट्रिक के इस ट्वीट को पाकिस्तानी टेक एक्सपर्ट उमर सैफ ने शेयर करते हुए लिखा- इस फील्ड में कॉम्पिटिशन करें तो बहुत बेहतर होगा। सैफ ने एक अलग पोस्ट में उन भारतीयों के नाम भी बताए, जो इस वक्त दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों में CEO हैं। वहीं कई पाकिस्तानी यूजर्स ने इन ट्वीट पर कई रिएक्शन दिए जिसमें उन्होंने दिखाया कि भारत कहां पहुंच गया है और पाकिस्तान कहां पर है।"" ""पाकिस्तानियों को याद आया सुषमा स्वराज का भाषण भारत की स्वर्गीय पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने UN में चार साल पहले अपने भाषण में कहा था कि “भारत ने पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद की चुनौतियों का सामना करते हुए भी अपने घरेलू विकास को कभी थमने नहीं दिया। हमारे देश में 70 साल के दौरान कई पार्टियों की सरकारें आईं, हर सरकार ने विकास की रफ्तार जारी रखी।” साल 2017 में पाकिस्तान को आइना दिखाते हुए UN में सुषमा स्वराज ने कहा था कि “हमने IIT और IIM बनाए, हमने AIIMS जैसे अस्पताल बनाए, अंतरिक्ष के क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध संस्थान बनाए।"" पाकिस्तान वालों, आपने क्या बनाया? आपने हिज्बुल मुजाहिदीन, हक्कानी नेटवर्क, जैश-ए-मोहम्मद बनाया और लश्कर-ए-तैयबा बनाया। हमने स्कॉलर, सांइटिस्ट्स और डॉक्टर पैदा किए और आपने जिहादी पैदा किए।” सुषमा स्वराज का यह पुराना वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और खास बात है कि पाकिस्तान के लोग ही इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।",-1 https://www.abplive.com/news/india/omicron-variant-ten-foreign-passengers-returned-from-african-countries-are-not-in-contact-with-bengaluru-administration-ann-2009953,"Omicron Variant: अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी नागरिक 'Not Reachable', बेंगलुरु प्रशासन के फूले हाथ-पैर",,"Covid-19 Omicron Varient: कर्नाटक के बेंगलुरु से दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट ओमिक्रोन के दो केस सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. इस बीच अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी नागरिक संपर्क में नहीं हैं. प्रशासन उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा है लेकिन उनका कोई अता-पता नहीं है. बेंगलुरु महानगरपालिका और स्वास्थ्य अधिकारियों का उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाने के चलते प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए हैं. जो दो केस ओमिक्रोन के आए हैं, उसमे एक शख्स दक्षिण अफ्रीका से लौटा था. ऐसे में इन विदेशी नागरिकों से संपर्क ना हो पाना सभी के लिए मुसीबत पैदा कर सकता है. जानकारी के अनुसार, इन सभी विदेशी नागरिकों का दक्षिण अफ्रीकी देशों से ट्रैवल हिस्ट्री हासिल की गई है. लेकिन चिंता की बात यह है कि इन सभी के फोन भी स्विच ऑफ आ रहे हैं. ऐसे में इन्हें ट्रेस नहीं किया जा पा रहा है. गौरतलब है बेंगलुरु महानगर निगम के कमिश्नर से इन दोनों को लेकर आधिकारिक जानकारी दी है. 66 वर्षीय पहला व्यक्ति 20 नवंबर को बेंगलुरु पहुंचा था. एयरपोर्ट पर ही सैंपल्स लिए गए थे. रिपोर्ट पॉजिटिव आई. वह दक्षिण अफ्रीका से दुबई के रास्ते बेंगलुरु आया था. लेकिन गौर करने वाली बात यह कि एक निजी होटल में रुका था जहां इसने अपनी रिपोर्ट नेगेटिव बताई थी. ऐसे में बीबीएमपी और होटल सवालों के घेरे में आ गए हैं कि आखिर कैसे कोई पॉजिटिव व्यक्ति फेक नेगेटिव रिपोर्ट के साथ होटल में रुक गया. आखिर किस लैब ने यह रिपोर्ट तैयार कर दी? फिर इसी प्राइवेट लैब की टेस्ट रिपोर्ट को आधार बनाकर ये शख्स 27 तारीख को बेंगलुरु से दुबई के लिए निकल गया. मामला सामने आने के बाद अब सरकार जागी है और टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव देने वाले प्राइवेट लैब पर अब जांच की जाएगी. यह व्यक्ति 20 नवंबर को पॉजिटिव था तो कैसे इस लैब ने 23 नवंबर की रिपोर्ट में इसे नेगेटिव बताया. दूसरा व्यक्ति 46 साल का है. उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. 21 नवंबर को उसकी तबीयत बिगड़ी. हॉस्पिटल में RTPCR टेस्ट किया गया और 22 की सुबह 10 बजे कोविड पॉजिटिव की पुष्टि हो गई. CT वैल्यू कम था इसलिए सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया. 22 से 24 तक वह होम आइसोलेशन में था. 25 को तबीयत बिगड़ी और उसे हॉस्पिटल में एडमिट किया गया. 2 दिन के इलाज के बाद 27 को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया. इस व्यक्ति के 13 प्राइमरी कॉन्टैक्ट और 205 सेकेंडरी कॉन्टैक्ट का टेस्ट किया गया. प्राइमरी में से 3 और सेकेंडरी में से 2 पॉजिटिव आए. सभी को आइसोलेट कर दिया गया है. Omicron Variant: 'COVID 19 टीकों की ‘बूस्टर’ डोज देने पर हो विचार', INSACOG ने सरकार से कहा क्या मौजूदा कोरोना वैक्सीन Omicron पर काम नहीं करती है? स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए वैरिएंट को लेकर दिए ये जवाब",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/is-vaccine-not-effective-on-new-covid-variant-omicron-mohfw-answered-all-faq-s-on-today-s-press-conference-2009919,क्या मौजूदा कोरोना वैक्सीन Omicron पर काम नहीं करती है? स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए वैरिएंट को लेकर दिए ये जवाब,"Omicron Variant: केंद्र ने ओमिक्रोन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQ)की सूची जारी की. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सार्स-सीओवी-2 के नये स्वरूप ओमिक्रोन पर मौजूदा टीकों के काम नहीं करने के बारे में कोई साक्ष्य नहीं है, हालांकि कुछ म्यूटेशन टीकों के प्रभाव को कम कर सकते हैं. हालांकि, मंत्रालय ने इस बात का जिक्र किया कि नये स्वरूप द्वारा प्रतिरक्षा तंत्र को चकमा देने के बारे में साक्ष्य का इंतजार है. मंत्रालय ने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQ) की एक सूची जारी की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे 'Variant Of Concern' बताया है. नये स्वरूप के दो मामले बृहस्पतिवार को कर्नाटक में सामने आए हैं. मंत्रालय ने इस सूची के जरिए, मौजूदा टीकों के ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ काम करने से जुड़े प्रश्न के उत्तर में कहा है ‘‘ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है, जो यह बताता हो कि मौजूदा टीके ओमिक्रोन पर काम नहीं करते हैं, हालांकि स्पाइक जीन पर पाए गये कुछ उत्परिर्वतन मौजूदा टीकों के असर को कम कर सकते हैं.’’ इसमें कहा गया है कि हालांकि एंटीबॉडी के द्वारा टीका सुरक्षा को अपेक्षाकृत बेहतर रूप से संरक्षित रखने की उम्मीद है. इसलिए, टीकों से गंभीर रोग के खिलाफ सुरक्षा मिलने की उम्मीद है और टीकाकरण जरूरी है.कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की संभावना पर मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के बाहर के देशों से ओमिक्रोन के मामलों का सामने आना बढ़ता जा रहा है और इसकी जो विशेषता है उसके अनुसार इसके भारत सहित अधिक देशों में फैलने की संभावना है. हालांकि, किस स्तर पर मामले बढ़ेंगे और रोग की गंभीरता को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत में टीकाकरण की तीव्र गति और डेल्टा स्वरूप के प्रभाव को देखते हुए इस रोग की गंभीरता कम रहने की उम्मीद है. हालांकि, वैज्ञानिक साक्ष्य अब तक नहीं आए हैं.’’ क्या मौजूदा नैदानिक पद्धति ओमिक्रोन का पता लगा सकते हैं, इस प्रश्न के उत्तर में मंत्रालय ने कहा कि सार्स-सीओवी-2 के लिए सर्वाधिक स्वीकार्य और बड़े पैमाने पर अपनाई गई जांच आरटी-पीसीआर पद्धति है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह पद्धति वायरस में विशेष जीन की पहचान करती है, जैसे कि स्पाइक (एस) जीन आदि. हालांकि, ओमिक्रोन के मामले में स्पाइक जीन अत्यधिक म्युटेट है.’’ मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस खास एस जीन के साथ अन्य जीन का उपयोग ओमिक्रोन की नैदानिक विशेषता के तौर पर किया जा सकता है. हालांकि, ओमिक्रोन स्वरूप की अंतिम पुष्टि जीनोमिक सीक्वेंसिंग से करने की जरूरत होगी.’’ मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रोन को उसके म्यूटेशन, अत्यधिक संक्रामकता और प्रतिरक्षा को चकमा देने को लेकर चिंता पैदा करने वाला वैरिएंट बताया गया है. इसने जोर देते हुए कहा पहले की तरह ही एहतियात बरतने और कदम उठाने की जरूरत है. मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और समय-समय पर उपयुक्त दिशानिर्देश जारी कर रही है. Heartbreak Advice : Shahrukh Khan ने दिल टूटने को लेकर कही थी ये बात, कई लोग कर पाएंगे Relate Love Advice : ऐसे करें अपनी Crush को Propose, कभी नहीं कह पाएगी आपको 'ना'",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/omicron-variant-insacog-on-covid-vaccine-booster-dose-2009891,"Omicron Variant: 'COVID 19 टीकों की ‘बूस्टर’ डोज देने पर हो विचार', INSACOG ने सरकार से कहा","Omicron Variant: देश में ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरों के बीच शीर्ष भारतीय जीनोम वैज्ञानिकों ने 40 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 रोधी टीकों की ‘बूस्टर’ (तीसरी) खुराक देने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि इस आयुवर्ग के लोगों के संक्रमण की चपेट में आने का खतरा अधिक है. यह सुझाव ‘भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम’ (आईएनएसएसीओजी) के साप्ताहिक बुलेटिन में दिया गया है. सरकार ने आईएनएसएसीओजी की स्थापना कोविड-19 के जीनोम अनुक्रमण का विश्लेषण करने के लिए की थी. आईएनएसएसीओजी के बुलेटिन में कहा गया, ‘‘ जिन लोगों को अधिक खतरा है, उनका टीकाकरण और 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को ‘बूस्टर’ खुराक देने पर विचार किया जा सकता है. सबसे पहले, उन लोगों को लक्षित किया जाए, जिनके संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक है.’’ देश में वैश्विक महामारी की स्थिति पर लोकसभा में चर्चा के दौरान सांसदों द्वारा कोविड-19 रोधी टीकों की ‘बूस्टर’ खुराक दी जाने की मांग के बाद यह सिफारिश की गई है. आईएनएसएसीओजी ने कहा कि आवश्यक जन स्वास्थ्य उपायों को कारगर बनाने के वास्ते इस प्रकार की उपस्थिति का शीघ्र पता लगाने के लिए जीनोमिक निगरानी महत्वपूर्ण होगी. उसने सुझाव दिया कि प्रभावित क्षेत्रों से आने-जाने लोगों पर नजर रखी जाए, उनके सम्पर्क में आए लोगों की पहचान करें और जांच बढ़ाएं. बता दें कि देश में अब तक कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के दो मामलों की पुष्टि हुई है. आज ही केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि कोविड-19 के नये ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के संक्रमण के भारत में दो मामले सामने आए हैं और खतरे की श्रेणी वाले देशों (एट रिस्क) से आये 16 हजार यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच में 18 लोग कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं जिनके जीनोम अनुक्रमण से यह पता लगाया जा रहा है कि इनमें से कितने इस नये स्वरूप से संक्रमित हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण को लेकर कहा कि इसपर फैसला वैज्ञानिक सलाह के बाद लिया जाएगा. Rahul Gandhi बोले-किसान आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा दे मोदी सरकार, लिस्ट ना हो तो हमसे ले लें",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/measures-against-delta-work-for-omicron-variant-too-who-2009807,Covid-19 Pandemic: WHO का दावा- ‘Delta Variant’ के खिलाफ किए गए उपाय ‘Omicron’ से निपटने में भी कारगर,"Omicron Threat: पश्चिमी प्रशांत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों ने कहा है कि कुछ देशों द्वारा सीमा बंद करने के उपाय को अपनाया जाना कोरोना वायरस के Omicron Variant से निपटने के लिए समय दे सकता है, लेकिन वैश्विक महामारी से लड़ने की नींव Delta Variant से निपटने के लिए किए गए उपाय और उससे प्राप्त अनुभवों द्वारा रखी जानी चाहिए. शुक्रवार को फिलीपीन के मनीला से प्रसारित ऑनलाइन समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि पश्चिमी प्रशांत के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ ताकेशी कसई ने कहा कि जहां कुछ देशों में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, और कई अन्य देशों में मामले कम आए हैं और मौतों में कमी आई है. उन्होंने कहा, “इन सबमें अच्छी खबर यह है कि ओमीक्रोन के बारे में हमारे पास ऐसी कोई भी सूचना नहीं है जो बताती हो कि हमारी प्रतिक्रिया की दिशा को बदलने की जरूरत है.” नए वैरिएंट के बारे में बहुत कुछ अज्ञात है, जिसमें इसके अधिक संक्रामक होने, लोगों को अधिक गंभीर रूप से बीमार बनाने, और टीकों का इसपर असर नहीं होने जैसी आशंकाएं भी शामिल हैं. कसई ने कहा कि म्यूटेशन की संख्या के कारण ओमीक्रोन को Variant Of Concern नामित किया गया है और क्योंकि प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि यह वायरस के अन्य स्वरूपों की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए अधिक जांच और रिसर्च की आवश्यकता है. डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय आपातकालीन निदेशक डॉ. बाबतंडे ओलोवोकुरे ने कहा कि अब तक पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के चार देशों और क्षेत्रों - ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, जापान और दक्षिण कोरिया ने ओमीक्रोन वैरिएंटके मामलों की सूचना दी है. ओलोवोक्योर ने कहा कि यह संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि विश्व स्तर पर और अधिक मामले खोजे जा रहे हैं. भारत, सिंगापुर और मलेशिया ने भी पिछले 24 घंटों में अपने पहले मामले दर्ज किए हैं. उन्होंने कहा, “ओमिक्रॉन से नपटने के लिए देशों को अभी क्या करना चाहिए, इस लिहाज से पिछले कुछ वर्षों में हमारे अनुभव, विशेष रूप से डेल्टा वैरिएंट की तुलना में, हमें एक मार्गदर्शन प्रदान करते हैं कि हमें क्या करने की आवश्यकता है, साथ ही साथ भविष्य में मामले बढ़ने पर अधिक टिकाऊ तरीके से कैसे इनका सामना करना है.” ओलोवोक्योर ने कहा कि इनमें पूर्ण टीकाकरण कवरेज, सामाजिक दूरी, मास्क पहनना और अन्य उपाय शामिल हैं. फिर स्थानीय संदर्भ के जवाब में उन्हें ठीक किया जा सकता है. Omicron: ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच केन्द्र ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर किया अलर्ट, कहा- इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए दिए निर्देशों का करें पालन Corona case in Jaipur: जयपुर में एक ही परिवार के पांच लोग कोरोना संक्रमित, साउथ अफ्रीका से लौटे थे रिश्तेदार",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/low-pressure-system-intensifies-into-cyclone-jawad-storm-likely-to-reach-odisha-andhra-pradesh-tomorrow-morning-ann-2009802,"आंध्र प्रदेश-ओडिशा में मंडराया चक्रवाती तूफान 'Jawad' का खतरा, 12 घंटे बाद 100 किमी की रफ्तार से टकराएगा","Andhara Pradesh Odisha Jawad Cyclone: देश अभी ओमिक्रोन के खौफ से सहमा ही हुआ है कि बंगाल की खाली में उठा लो प्रेशर अब डीप डिप्रेशन में तब्दील हो चुका है और अगले 12 घंटों में और तेजी के साथ रफ्तार पकड़ते हुए तूफान में बदल जाएगा. तूफान का नाम जवाद रखा गया है. जैसे-जैसे यह उत्तर की ओर बढ़ रहा है यह रफ्तार पकड़ता जा रहा है. पिछले कई दिनों से हुई तेज बारिश-बाढ़ के बाद ओमिक्रोन के खतरे के बीच अब चक्रवाती तूफान का खतरा दक्षिण पूर्वी राज्यों पर मंडरा रहा है. आपको बता दें कि गल्फ ऑफ थाईलैंड और अंडमान सी पर उठा लो प्रेशर बंगाल की खाड़ी के उत्तर दिशा की ओर बढ़ चुका है. जो अगले 12 घंटों के भीतर उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तट पर टकराएगा. इस वक्त यह तूफान विशाखापट्टनम से 500 किलोमीटर और ओडिशा के गोपालपुर से करीब 600 किलोमीटर की दूरी पर है. अगले 12 घंटों में यह तूफान बनकर विशाखापट्टनम और गोपालपुर के बीच टकराएगा. इस वक्त हवा की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. यही कारण है कि इस वक्त आंध्र प्रदेश और ओडिशा पूरी तरह अलर्ट पर हैं. गृह मंत्रालय पल-पल की स्थिति पर नजर बनाए हुए है. तूफान के खतरे को देखते हुए लोगों को तटीय इलाकों से हटाकर सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया जा रहा है. शुक्रवार और शनिवार को बच्चों के लिए छुट्टी का ऐलान भी किया जा चुका है. इस तूफान से निपटने के लिए NDRF की कुल 29 टीमों को तैनात कर दिया गया है. ये टीमें नाव और ट्री कटर और भी एडवांस्ड इक्विपमेंट्स के साथ तैनात की गई हैं, ताकि तूफान खत्म होते ही रेस्टोरेशन का काम जल्द से जल्द किया जा सके. इसके अलावा कोस्ट गार्ड की टीम्स भी तैनात की गई हैं, जो समंदर में फंसे मछुआरों को जल्द से जल्द तट पर भेज रही हैं और लगातार इस तूफान को खतरे को मछुआरों तक पहुंचा रही हैं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/terrorist-basit-ahmed-dar-who-injured-after-srinagar-rambagh-encounter-died-says-trf-alley-of-laskhkar-e-taiba-ann-2009780,"Srinagar के रामबाग Encounter में घायल आतंकी Basit Ahmed Dar की हो चुकी है मौत, TRF ने किया खुलासा","आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन टीआरएफ ने किया खुलासा है कि श्रीनगर के रामबाग में 24 नवंबर को मुठभेड़ के दौरान घायल आतंकवादी बासित अहमद डार की मौत हो गई है. बासित अहमद डार कुख्यात आतंकवादी मेहरान का खासम खास था. मेहरान और उसके ग्रुप को श्रीनगर में गैर मुस्लिमों की हत्या का आरोपी माना जाता है. टीआरएफ ने यह खुलासा भी किया है कि मेहरान और बासित अहमद गाजी फोर्स के सदस्य थे. केंद्रीय सुरक्षा बलों ने एक सूचना के आधार पर बीते 24 नवंबर को श्रीनगर के रामबाग इलाके में आतंकवादियों से मुठभेड़ की थी. इस मुठभेड़ के दौरान कुख्यात आतंकवादी मेहरान समेत उसके दो साथी मारे गए थे. इस मामले में सुरक्षाबलों को जांच के दौरान यह भी पता चला कि मेहरान श्रीनगर में गैर मुस्लिमों की हत्या में शामिल था. मेहरान और उसका ग्रुप लगातार गैर मुस्लिमों की हत्याओं को अंजाम दे रहे थे. इसके बाद आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथी संगठन टीआरएफ ने दावा किया कि इस मुठभेड़ के दौरान बासित अहमद नाम का आतंकी बुरी तरह से घायल हो गया था, जिसकी बाद में मौत हो गई. बासित को खुद आतंकवादी संगठन ने मेहरान का खासम खास बताया है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक मेहरान और बासित इसी साल आतंकवादी संगठन में शामिल हुए थे. इनमें मेहरान के संपर्क पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और लश्कर के बड़े कमांडरों से जुड़ गए थे. आईएसआई और लश्कर के निर्देश पर मेहरान अपने ग्रुप के साथ श्रीनगर और आसपास के इलाकों में गैर मुस्लिमों की हत्या करने लगा था. अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक मेहरान और उसके ग्रुप ने श्रीनगर में केमिस्ट की दुकान चलाने वाले माखनलाल बिंदरू, स्ट्रीट वेंडर वीरेंद्र पासवान, श्रीनगर के एक स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद के अलावा एक मेडिकल स्टोर पर भी एक शख्स की हत्या की थी. साथ ही बिहार के मजदूरों की हत्या में भी इस ग्रुप के लोग शामिल बताए जाते हैं. खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी संगठन लश्कर के सहयोगी ग्रुप टीआरएफ ने जो खुद खुलासा किया है उसके मुताबिक मेहरान और बासित गाजी फोर्स के सदस्य थे .यानी यह लोग स्वयं को यूरोप की तर्ज पर स्वयं को अन्याय से लड़ने वाले जिस गुट की तर्ज पर काम करना बताते थे वह पूरी तरह से निराधार है. क्योंकि इन लोगों ने खुद ही यह स्वीकार किया है कि यही टीआरएफ के अंदर गाजी फोर्स भी है यानी पूरी तरह से यह संगठन पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों का ही हिस्सा है और आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के इशारे पर काम कर रहा है. टीआरएफ द्वारा किए गए दावे के आधार पर सुरक्षाबलों ने अपनी जांच शुरू कर दी है और इस ग्रुप के अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/omicron-threat-union-health-secretary-writes-to-states-says-strict-checking-for-international-passengers-ann-2009739,"Omicron: ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच केन्द्र ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर किया अलर्ट, कहा- इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए दिए निर्देशों का करें पालन","Omicron Variant: ओमिक्रोन के देश में लगातार बढ़ते खतरे और बेंगलुरु में मिले दो नए मरीज के बाद एक बार फिर से केन्द्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट किया है. केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शुक्रवार को राज्यों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखकर उन सभी से सतर्क रहने की सलाह दी है. इसके साथ ही, कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और ज्यादा कड़ाई से जांच करें. राज्य सरकार को केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की तरफ से ज्यादा से ज्यादा जीनोम सिक्वेंसिंग करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा, क्लस्टर पर भी नजर बनाए रखने को कहा गया है. साथ ही, वैक्सीनेशन में तेजी लाने और कोविड के सही व्यवहार का पालन करवाने को कहा गया है. इससे पहले बेंगलुरु में ओमिक्रोन के 2 नए मरीज मिले. इसके साथ ही, महाराष्ट्र और राजस्थान समेत कई जगहों पर संदिग्ध ओमिक्रोन के मरीज मिले और उनके सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा जा चुका है. दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में विदेश से आए 8 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन सभी लोगों के सैंपल जीनोम सिस्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है. दिल्ली के एलएनजेपी अस्पातल में पिछले दो दिनों में विदेश से आए 12 लोगों को एडमिट कराया गया है जिसमें से 8 लोग पॉजिटिव पाए गए है और इनके सैंपल व्होल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए है ताकि वैरिएंट का पता लग सके. वहीं बाकी चार के सैंपल दोबारा टेस्ट के लिए भेजे गए हैं. इस पर एबीपी न्यूज़ ने एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार से बात की. उन्होंने बताया- “हमारे पास कुल 12 मरीज है जिसमें से 8 मरीज कोरोना पॉजिटिव हैं. इनमें से चार का पता अरटीपीसीआर से चला है जबकि चार RAT से पता चला है. जो मरीज हैं वह यूके से और फ्रांस, बेल्जियम और तन्जानिया से हैं. ज्यादातर मरीज ठीक हैं किसी तरह क्यों ने दिक्कत नहीं है, उन्हें आईसीयू या किसी तरह की आवश्यकता नहीं है. माइल्ड केस है और उन्हें स्पेशल वार्ड में भर्ती कराया गया है. Corona case in Jaipur: जयपुर में एक ही परिवार के पांच लोग कोरोना संक्रमित, साउथ अफ्रीका से लौटे थे रिश्तेदार Omicron: महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के संदिग्ध मरीजों की संख्या हुई 28, हाई रिस्क देशों से आए लोगों के सैंपल genome sequencing के लिए भेजे गए Omicron Latest News: कोरोना वायरस के सबसे खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रान ने भारत में दस्तक दे दी है. भारत में दोनों ओमिक्रोन के केस कर्नाटक में सामने आए हैं. लेकिन अब दिल्ली में भी ओमिक्रोन की आहट सुनाई देनी लगी है. दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में विदेश से आए 8 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन सभी लोगों के सैंपल जीनोम सिस्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है. दिल्ली के एलएनजेपी अस्पातल में पिछले दो दिनों में विदेश से आए 12 लोगों को एडमिट कराया गया है जिसमें से 8 लोग पॉजिटिव पाए गए है और इनके सैंपल व्होल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए है ताकि वैरिएंट का पता लग सके. वहीं बाकी चार के सैंपल दोबारा टेस्ट के लिए भेजे गए हैं. इस पर एबीपी न्यूज़ ने एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार से बात की. उन्होंने बताया- “हमारे पास कुल 12 मरीज है जिसमें से 8 मरीज कोरोना पॉजिटिव हैं. इनमें से चार का पता अरटीपीसीआर से चला है जबकि चार RAT से पता चला है. जो मरीज हैं वह यूके से और फ्रांस, बेल्जियम और तन्जानिया से हैं. ज्यादातर मरीज ठीक हैं किसी तरह क्यों ने दिक्कत नहीं है, उन्हें आईसीयू या किसी तरह की आवश्यकता नहीं है. माइल्ड केस है और उन्हें स्पेशल वार्ड में भर्ती कराया गया है. उन्होंने आगे बताया कि जो मरीज पॉजिटिव थे या किसी को लक्षण थे हल्का बुखार था उनको लाया गया है. इसमें से 8 पॉजिटिव पाए गए और बाकी लोगों के सैंपल को हमने दोबारा अरटीपीसीआर टेस्ट के सैंपल आज सुबह भेजा है. जो पॉजिटिव है उनके सैंपल भेज दिया है जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए और इसमें समय लगता है क्योंकि यह जटिल साइंटिफिक प्रक्रिया है और इसमें समय लगता है. ओमिक्रोन की भारत में एंट्री देश में दो लोग ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं. चिंता की बात ये है कि जिस डेल्टा वैरिएंट ने दूसरी लहर में हजारों लोगों की जान ली थी, ये वायरस उससे भी कई गुना ज्यादा खतरनाक है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया है कि भारत में दो ओमिक्रोन के केस कर्नाटक में सामने आए हैं. दोनों संक्रमित पुरुष हैं, जिनकी उम्र 66 साल और 46 साल है. लोगों को कोविड के सभी नियमों का पालन करना होगा- डॉ अशोक दिल्ली में फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टर अशोक सेठ ने बताया है कि ओमिक्रोन वायरस सबसे पहले साउथ अफ्रीका में पाया गया. इसमें बहुत सारे म्युटेशन्स हैं. जब वायरस अपनी शक्ल बदलता है तो शायद वो और खतरनाक बन जाए. लोगों को कोविड के सभी नियमों का पालन करना होगा. हमारा देश इससे लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है. पाबंदियों का नया दौर शुरू ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए पाबंदियों का नया दौर शुरू हो गया है. दादरा-नगर हवेली और दमन दीव में 31 दिसंबर तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. दिल्ली में मेट्रो जैसी सार्वजनिक जगहों पर टीके की दोनों डोज नहीं लगी होने पर यात्रा में पाबंदी की तैयारी है. दिल्ली सरकार इस बारे में प्रस्ताव तैयार कर रही है, हालांकि केंद्र सरकार कह रही है कि अभी डरने की कोई जरूरत नहीं, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन कड़ाई से करना होगा.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/delhi-pollution-task-force-constitute-and-17-flying-squad-to-be-made-to-check-air-pollution-centre-tells-supreme-court-ann-2009593,"Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र ने बनाए 40 उड़न दस्ते, सुप्रीम कोर्ट ने कल दी थी सख्त आदेश की चेतावनी","Delhi-NCR Air Pollution: केंद्र सरकार ने आज सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से निपटने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है. साथ ही, 40 फ्लाइंग स्क्वाड भी बनाए गए हैं, जो प्रदूषण फैला रहे उद्योगों और निर्माण कार्यों पर सीधी कार्रवाई करेंगे. कोर्ट ने इस पर संतोष जताते हुए कहा कि इन उपायों पर अमल किया जाए. गौरतलब है कि कल हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को यह चेताया था कि वह कुछ करे, नहीं तो कोर्ट अपनी तरफ से आदेश देगा. कोर्ट ने कल दी थी चेतावनी गुरुवार को हुई सुनवाई सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर असंतोष जताया था कि एनसीआर में होने वाले प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार ने पिछले साल जो आयोग बनाया था, वह सफल नहीं हो पा रहा है. कोर्ट ने यह कहा था कि आयोग के पास अपने निर्देशों को लागू करवाने की कोई कानूनी शक्ति नहीं है. चीफ जस्टिस एन वी रमना, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने यह संकेत दिया था कि वह अपनी तरफ से एक टास्क फोर्स का गठन करेगी. साथ ही साथ फ्लाइंग स्क्वाड यानी उड़न दस्ते भी बनाए जाएंगे. कोर्ट ने इस चेतावनी के साथ मामले की सुनवाई आज नियमित समय से आधा घंटा पहले, सुबह 10 बजे के लिए रखी थी. लेकिन कोर्ट की सुनवाई शुरू होने से पहले केंद्र ने नया हलफनामा दाखिल कर दिया. सरकार ने दी टास्क फोर्स की जानकारी सुनवाई की शुरुआत में केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने जजों को बताया कि एनसीआर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने एक 5 सदस्यीय इंफोर्समेंट टास्क फोर्स का गठन किया है. इसमें 2 स्वतंत्र सदस्य होंगे. इसके साथ ही 40 फ्लाइंग स्क्वाड बनाए गए हैं, जो प्रदूषण फैलाने वालों पर सीधे कार्रवाई करेंगे. मेहता ने कहा कि टास्क फोर्स की हर शाम 6 बजे बैठक होगी. इस बैठक के दौरान फ्लाइंग स्क्वाड उसे रिपोर्ट देगा. कोर्ट ने जताया संतोष याचिकाकर्ता के वकील विकास सिंह ने इस पर असंतोष जताते हुए कहा कि सरकार ने सिर्फ कोर्ट के आदेश से बचने के लिए यह कदम उठाया है. सिंह ने कहा, ""पिछले साल जब कोर्ट ने रिटायर्ड जस्टिस मदन बी लोकुर की अध्यक्षता में एक संस्था के गठन का आदेश दिया था, तब भी सरकार ने अपनी तरफ से 16 सदस्यीय आयोग बना दिया था. लेकिन यह आयोग विफल साबित हुआ. चीफ जस्टिस सिंह की इस दलील पर आश्वस्त नजर नहीं आए. उन्होंने कहा, ""आप कल जो मांग हमारे सामने रख रहे थे, वह तो सरकार ने पूरी कर दी. अब हमें यह देखना होगा यह व्यवस्था किस तरह से काम करती है."" दिल्ली सरकार पर भी रहा नरम रवैया गुरुवार को ही सुनवाई में कोर्ट ने दिल्ली सरकार को भी आड़े हाथों लिया था. कोर्ट ने यह कहा था कि दिल्ली सरकार प्रदूषण से लड़ने के गंभीर प्रयास नहीं कर रही है. उसका पूरा जोर सिर्फ अपने प्रचार पर है. कल कोर्ट ने दिल्ली में स्कूलों को खोले जाने पर भी सवाल खड़ा किया था. आज दिल्ली सरकार के लिए पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जजों को यह बताया कि दिल्ली में स्कूल खोलने का निर्णय किस वजह से लिया गया है. इस पर चीफ जस्टिस ने कहा, ""हमने मीडिया में देखा है कि हमें ऐसे खलनायक की तरह दिखाया जा रहा है, जो दिल्ली के बच्चों का स्कूल बंद करवा देना चाहता है. जबकि हमने ऐसा कुछ भी नहीं कहा. हम कोई राजनीतिक दल नहीं है कि प्रेस कांफ्रेंस करके सफाई दें."" सिंघवी ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि जजों ने स्कूल बंद करने का आदेश नहीं दिया था। सिर्फ सवाल पूछे थे. दिल्ली सरकार के वकील ने कोर्ट को बताया कि दिल्ली में 27 अस्पतालों में कोविड से जुड़ी नई सुविधाओं का विकास किया जाना है. उनके निर्माण को रोकना जनहित में नहीं है. सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने सिंघवी की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि कहा कि यह आवश्यक निर्माण है. सुनवाई के अंत में दिए आदेश में बेंच ने दिल्ली सरकार को अस्पतालों में निर्माण कार्य की अनुमति दे दी. गौरतलब है कि इससे पहले हुई सुनवाई में कोर्ट ने दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए गैर जरूरी निर्माण कार्यों पर रोक लगाने का आदेश दिया था. यूपी ने मांगी मिल चलाने की अनुमति सुनवाई के अंत में उत्तर प्रदेश सरकार के लिए पेश वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने गन्ना आधारित उद्योगों का सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इस तरह के उद्योग में बॉयलर को 48 घंटे चालू रखना पड़ता है, तब जाकर काम शुरू हो पाता है. लेकिन एनसीआर क्षेत्र में गैर पीएनजी उद्योगों को बंद रखने या फिर उन्हें सिर्फ 8 घंटे चलाने की अनुमति देने के आदेश से गन्ना किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कोई आदेश देने की बजाय उनसे कहा कि वह एनसीआर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन के सामने अपनी बात रखें. सुनवाई में पाकिस्तान की एंट्री सुनवाई में हल्का-फुल्का क्षण तब आया जब यूपी के वकील ने गजरौला, बागपत जैसे इलाकों में उद्योग चलाने की अनुमति मांगते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश हवा के बहाव के क्षेत्र में है. वहां से दिल्ली की तरफ हवा नहीं आती है. इसलिए उस तरफ से दिल्ली में प्रदूषण आने का सवाल ही नहीं उठता. यूपी के वकील ने कहा कि प्रदूषित हवा पाकिस्तान की तरफ से आ रही है. इस पर चुटकी लेते हुए चीफ जस्टिस ने कहा, ""क्या आप यह चाहते हैं कि पाकिस्तान के उद्योगों को बंद करवा दिया जाए?"" कोर्ट ने कहा कि यूपी सरकार को जो भी कहना है, कमीशन के सामने कहे. मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार, 10 दिसंबर को होगी. Air Pollution: अस्पतालों की निर्माण गतिविधियों को जारी रखने की दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने दी इजाजत, 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई Delhi Pollution: Red Light On, Gaadi Off कैंपेन पर SC का दिल्ली सरकार को फटकार, कहा- यह लोकलुभावन नारा के अलावा कुछ नहीं",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/amid-rising-threat-of-new-corona-variant-omicron-know-what-expert-says-2009576,Omicron Variant: ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे और भारत में मिले दो नए कोरोना वेरिएंट के बीच एक्सपर्ट ने दी ये सलाह,"Corona New Variant: महाराष्ट्र सरकार के कोविड-19 कार्यबल के एक सदस्य ने बताया कि सतर्कता, जीनोम अनुक्रमण, सीमा निगरानी में सुधार और टीकाकरण कुछ ऐसी चीजें हैं जो कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से निपटने के लिए आवश्यक हैं. कार्यबल के सदस्य एवं शहर के एक अस्पताल में संक्रामक रोगों के सलाहकार डॉ. वसंत नागवेकर ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि हालांकि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन ‘ओमीक्रोन’ चिंता का विषय जरूर है. वसंत नागवेकर ने कहा, ‘‘ हमें सतर्क रहने की जरूरत है. इस नए स्वरूप में 50 उत्परिवर्तन हुए हैं और इसने बहुत चिंता उत्पन्न की है. यह अधिक संक्रामक और प्रतिरक्षा-निरोधक भी हो सकता है. लेकिन अभी तक, इसके काई सबूत नहीं मिले हैं कि यह अधिक घातक संक्रमण है. दक्षिण अफ्रीका से मिले प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार अधिकतर युवा इसकी चपेट में आए हैं और इस स्वरूप के लक्षण मामूली हैं.’’ डॉ. नागवेकर ने कहा कि अभी के लिए स्वरूप स्थिर प्रतीत होता है, अधिक संक्रामकता के साथ, कम घातक...जिससे संभवत: इससे संक्रमित होने पर लोगों को अधिक संख्या में अस्पताल में भर्ती कराने या इसकी चपेट में आने से मौत होने की आशंका कम है. उन्होंने लोगों से मास्क पहनने की अपील करते हुए कहा, ‘‘हमें सतर्कता, जीनोम अनुक्रमण, सीमा निगरानी में सुधार और टीकाकरण बढ़ाने की जरूरत है.’’ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पहचाने गए कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को ‘‘ चिंता का स्वरूप’’ बताया है. गौरतलब है कि बेंगलुरु में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के दो मामलों की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही और कई भी कोरोना पॉजिटिव लोगों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजी गई है. दूसरी तरफ देश में कोरोना के नए मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है. Omicron Variant: ओमिक्रोन की दहशत के बीच दक्षिण अफ्रीका में लॉकडाउन, न्यूयॉर्क में मिले 5 केस, भारत में बढ़ी सख्ती, जानें 10 अपडेट्स",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/delhi-government-files-an-affidavit-in-supreme-court-urging-to-allow-construction-activities-of-hospitals-2009560,"Air Pollution: अस्पतालों की निर्माण गतिविधियों को जारी रखने की दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने दी इजाजत, 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई","सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को अस्पतालों की निर्माण गतिविधियों को जारी रखने की इजाजत दे दी है. मामले की अगली सुनवाई 10 दिसंबर को होगी. दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर शहर में अस्पतालों की निर्माण गतिविधियों की इजाजत देने का आग्रह किया था. दिल्ली सरकार ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर को तैयार करने और उसका मुकाबला करने के लिए उसने अपने अस्पताल के बुनियादी ढांचे में सुधार करना शुरू कर दिया था. 7 नए अस्पतालों का निर्माण शुरू कर दिया गया था, लेकिन निर्माण प्रतिबंध के कारण काम बंद हो गया है. राज्य सरकार ने कहा कि रोगियों के लाभ के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बेहतर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए 19 सरकारी अस्पतालों में काम किया जा रहा है, दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि अस्पतालों में निर्माण कार्य को प्रतिबंध से मुक्त किया जाए. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने स्कूल बंद करने का का ऐलान कर दिया था. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली के स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है. प्रदूषण के बीच स्कूल खोले जाने की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई थी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में बढ़ते पॉल्यूशन के बीच बच्चों के स्कूल को खोले जाने पर केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई थी. शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर के बीच स्कूल खोलने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार की खिंचाई भी की. 'हमारा उद्देश्य प्रदूषण पर नियंत्रण' SC ने दिल्ली सरकार से पूछा, जब सरकार ने वयस्कों के लिए वर्क फ्रॉम होम लागू किया तो बच्चों को स्कूल जाने पर क्यों मजबूर किया जा रहा है? प्रदूषण को लेकर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा था कि, मैंने रास्ते में देखा कि सरकार की तरफ से कुछ लोग प्रदूषण पर नियंत्रण के बैनर लिए सड़क पर खड़े हैं. तभी हम कहते हैं आप सिर्फ लोकप्रिय होने वाले नारे लगाते हैं. उन्होंने कहा कि हम कोई विपक्ष के नेता नहीं हैं. हमारा उद्देश्य प्रदूषण पर नियंत्रण है. लेकिन केजरीवाल सरकार सिर्फ बातें करती है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/historical-sharda-peetha-site-made-live-today-after-more-than-seven-decades-dr-darakhshan-andrabi-ann-2009538,"J&K: तंगदार सेक्टर में LoC के पास रखी गई शारदा मंदिर की आधारशिला, जानिए इसकी क्या है मान्यता","Jammu Kashmir News: तंगदार सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास एलओसी पर स्थित टेटवाल गांव में गुरुवार को एक शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया, जहां शारदा अस्थानन की भूमि पर हाल ही में पुनः दावा किया गया और एक शारदा मंदिर और शारदा केंद्र की आधारशिला रखी गई. इससे पहले शारदा यात्रा समिति ने सुबह भूमि का भूमि-पूजन किया था. nकश्मीरी पंडित खुद को मां शारदा का वंशज मानते हैं और किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले श्री गणेश के बजाय शारदा का आह्वान करते हैं और शारदापीठ उनके लिए काशी के समान है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की केंद्रीय वक्फ विकास समिति के अध्यक्ष और बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य डॉ दर्शन अंद्राबी, शारदा यात्रा समिति के अध्यक्ष रविंदर पंडिता, एसडीएम तंगदार और तहसीलदार तंगदार की उपस्थिति में कल सुबह 11 बजे मंदिर की आधारशिला रखी गई. इस स्थल को समिति द्वारा उस स्थान पर पुनः प्राप्त किया गया था, जहां 1948 तक एक प्राचीन धर्मशाला हुआ करती थी. 1948 तक कश्मीर और जम्मू के तीर्थयात्रियों के लिए यह अंतिम पड़ाव-स्थल शारदा तीर्थ था. पाकिस्तान के 1948 के आदिवासी हमले के बाद यह स्थल वीरान हो गया था और अब रविंदर पंडिता के नेतृत्व में शारदा यात्रा समिति ने एक लंबे संघर्ष के बाद साइट पर विशाल शारदा केंद्र और पूजा केंद्र के इस ऐतिहासिक पुनर्निर्माण के लिए भूमि और आधारशिला को पुनः प्राप्त किया. शारदा पीठ यात्रा को फिर से खोलने की मांग कर रहे हैं कश्मीरी पंडित शारदा पीठ एलओसी के पार नीलम नदी के किनारे शारदा गांव में एक परित्यक्त मंदिर है. यह शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र था और इसे दक्षिण एशिया के 18 अत्यधिक सम्मानित मंदिरों में से एक माना जाता है. कश्मीरी पंडित लंबे समय से पाकिस्तान सरकार के साथ शारदा पीठ यात्रा को फिर से खोलने की मांग कर रहे हैं. साल 2020 में जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी पंडितों ने करतारपुर कॉरिडोर की तर्ज पर पाक में नीलम घाटी और उत्तरी कश्मीर में टीटवाल के बीच एक कॉरिडोर खोलने की मांग की थी. सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरपर्सन डॉ दर्शन अंद्राबी ने कहा, ""शारदा पीठ सदियों से कश्मीर की पहचान थी क्योंकि यह पूरे दक्षिण-एशिया में सीखने, शोध और आध्यात्मिकता में प्रमुखता का स्थान था."" इतिहास को फिर से लिखने का अवसर मिला- अंद्राबी डॉ अंद्राबी ने कहा, “1948 तक श्रीनगर से शारदा यात्रा इस स्थान से होकर गुजरती थी और यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पड़ाव था. सात दशकों से अधिक समय के बाद, हम ऐतिहासिक महत्व के इस स्थान को भावी पीढ़ी के लिए जीवंत बना रहे हैं और यहां एक विशाल शारदा केंद्र और पूजा स्थल की नींव रखी गई है. हम भाग्यशाली हैं कि इतिहास को फिर से लिखने का यह अवसर मिला है.” इस अवसर पर बोलते हुए शारदा तीर्थ समिति के अध्यक्ष रविंदर पंडिता ने कहा कि उनके दशकों के लंबे संघर्ष ने आज फल दिया है और कश्मीर में शारदा संस्कृति को पुनर्जीवित करने की शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा, “मैं कार्यक्रम के आयोजन में समर्थन के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार और भारतीय सेना का आभारी हूं. स्थानीय मुस्लिम और सिख प्रतिनिधि भी संघर्ष के दौरान और कार्यक्रम में हमारे साथ खड़े रहे.”",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/after-new-covid-19-variant-is-there-need-any-changes-in-vaccination-or-booster-dose-know-what-government-says-ann-2009528,Omicron Variant: कोरोना के नए वेरिएंट के भारत पहुंचने के बाद क्या वैक्सीनेशन में बदलाव की है जरूरत? जानें क्या है सरकार का जवाब,"Omicron Variant: भारत में आखिरकार कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के संक्रमण के मामले सामने आ गए हैं. कर्नाटक में दो मामले सामने आए, जो इस कोरोना वायरस नए वैरिएंट से संक्रमित हुए हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की वजह से वैक्सीनेशन में बदलाव करने की जरूरत है. क्या कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज या तीसरी डोज की जरूरत है ताकि वायरस से बचा जा सके और बच्चों को भी वैक्सीन देना शुरू कर देना चाहिए. ऐसे कई सवाल हैं जो लोगों के मन में है और लगातार पूछे जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अभी इस वायरस के बारें में और जानकरी हासिल की जा रही है. वहीं टीकाकरण में इस तरह के फैसले साइंस और साइंटिफिक आधार पर लिए जाते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अभी तक इस वायरस के नए म्यूटेशन के बारें जितनी जानकारी है वो काफी नहीं है. इस बारें में और जानकरी हासिल की जा रही है. वहीं वैक्सीन के एक और डोज या बूस्टर डोज को लेकर भी अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि ऐसा करने पर बचाव हो सकता है. वैक्सीन या इलाज पर इस तरह के फैसले सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर, साइंटिफिक एविडेंस, रिसर्च के बाद लिए जाते है. नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के. पॉल ने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है ओमिक्रोन के कैरेक्टरस्टिक्स उसका असर, उसका इम्पैक्ट यह सब अभी देखा जा रहा है और समझा जा रहा है. आज देश में ही नहीं पूरी दुनिया में तो इसकी वजह से वैक्सीनेशन पर कोई फैसला या ट्रीटमेंट पर लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. अभी जो हमने आपको दिखाया है वह मौजूदा स्थिति है वैक्सीनेशन होना चाहिए यह जानकारी अभी तक हमारे पास है और जब कोई आगे जानकारी आएगी तो उस पर देखा जाएगा. वहीं बच्चों के लिए वैक्सीन पर भी सरकार का कहना है कि ये पूरा फैसला साइंटिफिक आधार पर लिया जाएगा और तब जब इसकी पूरी जानकरी होगी. सिर्फ वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित होने से जल्दबाजी में इस तरह के फैसले नहीं लिए जा सकते है. वी.के पॉल ने कहा- “इतना बड़ा डिसिशन की हम पीडियाट्रिक वैक्सीन इसकी वजह से स्ट्रेटजी किस तरफ जाती है, बूस्टर डोज के लिए इसके इम्परेटिव क्या है यह सब अध्ययन, जो इसके वैज्ञानिक पहलू उसको ध्यान से स्टडी कर रहे हैं उस पर पूरी नजर है और इस पर काम चल रहा है. इस बारें चर्चा होती है टेक्निकल और साइंटिफिक सर्किल में, कमिटी. इस सबको ध्यान से देखा जा रहा जैसे जो साइंटिफिक तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर फैसले लिए जाएंगे.” दुनिया के कुछ देशों में इस वेरिएंट के आने से पहले से बूस्टर डोज दिए जा रहे है. वहीं इस वेरिएंट के आने के बाद बूस्टर डोज की बात इसलिए भी कही जा रही ताकि इसे ज्यादा नुकसान ना हो. लेकिन साफ है कि भारत सरकार कोई फैसला जल्दबाजी में नहीं लेना चाहती है. इस तरह के फैसले सिर्फ व्येज्ञानिक आधार पर और रिसर्च के आधार पर लिए जाएंगे. भारत मे कोरोना टीकाकरण के लिए NTAGI यानी नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन है जो टीकाकरण से जुड़े फैसले की किसको कब वैक्सीन देनी, कितने अंतराल पर, बूस्टर डोज जैसी चीजों पर फैसला करती है वो भी पूरे साइंटिफिक एविडेंस और रिसर्च के आधार पर. फिलहाल दुनिया भर के वैज्ञानिक इस वायरस के बारें में और जानकरी हासिल करने में जुटे हुए है. अब तक जो जानकारी सामने आई है कि ये पुराने वायरस के मुकाबले पांच गुना ज्यादा तेज़ी से फैलता है, संक्रामक है. वहीं संक्रमित होने पर इसके लक्षण काफी माइल्ड है, इसे अभी तक गंभीरता का पता नहीं लगा है. इसे हाल ही में डब्लूएचओ ने वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/pm-modi-will-inaugurate-infinity-manch-today-more-than-70-countries-will-participate-2009403,"PM Modi आज ‘इन्फिनिटी मंच’ का करेंगे उद्घाटन, 70 से ज्यादा देश लेंगे हिस्सा","PM Modi to inaugurate InFinity Forum: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘इन्फिनिटी-फोरम’ का उद्घाटन करेंगे. जानकारी के मुताबिक, ये उद्घाटन आज सुबह 10 बजे होगा. वहीं, इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) द्वारा किया जा रहा है. गिफ्ट-सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) और ब्लूमबर्ग आयोजन में सहयोग कर रहे हैं. इस कार्यक्रम आज और कल ओयोजित किया जाना है. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने जानकारी देते हुए कहा कि, मंच के पहले संस्करण में इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन भागीदार देश हैं. यह मंच नीति, व्यापार और प्रौद्योगिकी में दुनिया के अग्रणी लोगों को एक साथ लाएगा. मंच में इस बात पर चर्चा होगी कि कैसे समावेशी वृद्धि और बड़े पैमाने पर मानवता की सेवा के लिए फिनटेक उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाया जा सकता है. पीएमओ ने कहा कि फोरम का एजेंडा ‘बियॉन्ड’ के विषय पर केंद्रित होगा. मंच में 70 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. मुख्य साझीदारों में हैं ये नाम मुख्य वक्ताओं में मलेशिया के वित्तमंत्री श्री तेंगकू ज़फरुल-अज़ीज़, इंडोनेशिया की वित्तमंत्री सुश्री मुल्यानी इंद्रावती, इंडोनेशिया के संरचनात्मक अर्थव्यवस्था के मंत्री श्री सैनडियागा एस. ऊनो, रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री मुकेश अंबानी, सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री मासायोशी सून, आईबीएम कॉरपोरेशन के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री अरविन्द कृष्ण, कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री उदय कोटक और अन्य गणमान्य शामिल हैं. इस वर्ष के फोरम में नीति आयोग, इनवेस्ट इंडिया, फिक्की और नैसकॉम मुख्य साझीदारों में से हैं. आईएफएससीए के बारे में वहीं, अगर बात आईएफएससीए के बारे में की जाए तो अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण का मुख्यालय गिफ्ट-सिटी, गांधीनगर, गुजरात में स्थित है. इसकी स्थापना अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण अधिनियम, 2019 के तहत की गई थी. यह संस्था भारत में वित्तीय उत्पादों, वित्तीय सेवाओं और वित्तीय संस्थानों के नियमन तथा विकास के लिये एक एकीकृत प्राधिकार के रूप में काम करती है. इस समय गिफ्ट-आईएफएससी भारत में पहला अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/covid-new-variant-omicron-reached-india-here-are-the-details-how-government-dealing-with-the-foreign-indian-nationals-ann-2009320,"Omicron Threat: भारत पहुंचा कोविड-19 का नया वैरिएंट Omicron, 'एट रिस्क' देशों से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए है ये व्यवस्था","Omicron Threat: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन जिसे डब्लूएचओ द्वारा वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया गया था वो आखिरकार भारत पंहुच ही गया है. भारत मे कोरोना के इस नए वैरिएंट से दो लोग संक्रमित पाए गए हैं. ये दोनों ही केस कर्नाटक में पाए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दोनों की स्थिति ठीक है और दोनो को हल्के लक्षण थे. ओमिक्रोन वैरिएंट से 373 लोग 29 देशों में संक्रमित पाए गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ दो लोग कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित थे. ये दोनों पुरुष हैं. जिसमे एक व्यक्ति की उम्र 66 साल है जबकि दूसरे की उम्र 46 साल है. वहीं सामने आए दोनों केस में लक्षण काफी माइल्ड थे. इन दोनो की राज्य सरकार ने डिटेल कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर ली है. उनके टेस्ट भी किए गए और उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया गया है. ओमिक्रोन की खबर आने के बाद से केंद्र सरकार ने कई सख्त फैसले लिए हैं खासकर विदेशों से आनेवाले यात्रियों के लिए. इसके लिए दुनिया के देशों को दो हिस्से में बांट दिया है, एट रिस्क देश वो जहां केस सामने आए हैं और बाकी देश. 1 दिसंबर से भारत में अब तक 37 फ्लाइट्स आई है एट रिस्क देशों से और 7976 यात्री आए है और सभी का अरटीपीसीआर टेस्ट किया गया है. जिसमें से 10 यात्री पॉजिटिव पाए गए हैं और उनके सैंपल को व्होल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है. वहीं सख्ती से बाकी यात्रियों पर नज़र रखी जा रही है. एट रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों के आगमन के बाद आरटी-पीसीआर सहित... ""पॉज़िटिव यात्रियों को अलग सुविधा के तहत आइसोलेट किया जाएगा और जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नमूने भेजे जाएंगे. अगर वह ओमिक्रोन से पॉजिटिव होते हैं तो टेस्टिंग नेगेटिव होने तक उनका सख्त आइसोलेशन और प्रोटोकॉल के तहत इलाज होगा. नेगेटिव रिपोर्ट आने पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अनुमति दी जाएगी लेकिन उन्हें 7 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में रहना होगा और 8वें दिन फिर से जांच की जाएगी. अंतरराष्ट्रीय उड़ान में 2% यात्रियों के आगमन पर आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा. सैंपल देने के बाद जाने की इजाजत दी जाएगी. पॉजिटिव पाए जाने पर, सैंपल प्रोटोकॉल के अनुसार जीनोमिक सिक्वेंसिंग और उपचार के लिए भेजे जाएंगे."" इसके अलावा राज्य सरकारों को कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया है. खुद प्रधानमंत्री इसको लेकर उच्च स्तरीय बैठक कर चुके है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दुनिया के कुल 29 देशो में आज तक 373 मामले सामने आए है. ये देश है दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नीदरलैंड, हॉगकॉग, इजराइल, बेल्जियम, यूके, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इटली, चेक, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, कनाडा, स्वीडन, स्विट्ज़रलैंड, स्पेन, पुर्तगाल, जापान, रीयूनियन (फ्रांस), घाना, दक्षिण, कोरिया, नाइजीरिया, ब्राज़िल, नॉर्वे, अमेरीका, सऊदी अरब, आयरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात शामिल है. Omicron India: कर्नाटक में ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित दो में से एक की नहीं है ट्रैवल हिस्ट्री Corona Omicron Variant: एक दिन में कितने बढ़ सकते हैं कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले? जानें डॉ नरेश त्रेहान से",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/railway-news-govt-not-starting-senior-citizen-concession-on-train-ticket-says-ashwini-vaishnav-in-parliament-ann-2008742,Railway News: ट्रेन किराए में रियायती कोटे को लेकर रेल मंत्रालय ने संसद में किया बड़ा ऐलान,"Railway News: अगर आप वरिष्ठ नागरिक हैं और ट्रेन में रियायती टिकट पर यात्रा करते आए हैं तो आपके लिए अच्छी ख़बर नहीं है. पिछले साल से बंद रियायती टिकट के फिर शुरू होने की फ़िलहाल कोई संभावना नहीं है. बुधवार को लोकसभा में रेल मंत्रालय की ओर से दिए गए एक लिखित जवाब से उन यात्रियों को निराशा होगी जो पिछले साल मार्च तक ट्रेन यात्रा में रियायती टिकट के हकदार थे. डीएमके सांसद ए राजा के एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पिछले साल कोरोना की शुरुआत होने पर 20 मार्च को मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर सभी रियायती कोटे वाले टिकट की व्यवस्था खत्म कर दी थी. हालांकि दिव्यांगजनों की 4 श्रेणियों, विद्यार्थियों और 11 बीमारियों के मरीजों की रियायत जारी रखी गई थी. वैष्णव ने अपने जवाब में बताया कि मंत्रालय के आदेश के बाद से लगातार रियायती कोटे की व्यवस्था लागू करने की मांग उठ रही है. जिन लोगों के रियायती टिकट बंद कर दिए गए उनमें बुजुर्ग नागरिक भी शामिल हैं, जिन्हें हर यात्रा पर 50 फीसदी की छूट मिलती थी. वैष्णव के मुताबिक रेलवे ने रियायती टिकट फिर से शुरू करने से जुड़ी सभी मांगों और सलाहों की समीक्षा की है, लेकिन इन मांगों को फिलहाल अमल करने लायक नहीं माना है. कोरोना की शुरुआत में लॉकडाउन लगने के बाद जबसे ट्रेनों का परिचालन फिर शुरू हुआ, तब से ट्रेनों को स्पेशल श्रेणी में चलाया जा रहा था. हालांकि पिछले महीने से ही ट्रेनों का परिचालन पहले की तरह ही सामान्य कर दिया गया है. ऐसे में ट्रेनों में रियायती टिकट की व्यवस्था फिर शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही थी.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/bsf-attack-on-drone-coming-from-pakistan-four-packets-of-narcotics-recovered-2008764,"BSF ने पाकिस्तान की ओर से आ रहे ड्रोन पर हमला कर वापस भगाया, Drugs के चार पैकेट बरामद","अमृतसर: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बुधवार को कहा कि उसके सैनिकों ने अमृतसर सेक्टर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक ड्रोन पर हमला कर उसे वापस जाने पर मजबूर कर दिया. बीएसएफ ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसके कर्मियों ने 30 नवंबर और एक दिसंबर की मध्यरात्रि पाकिस्तान की ओर से भारतीय क्षेत्र में आ रहे ड्रोन की आवाज सुनकर उसपर हमला किया. बयान में कहा गया है, ' सैनिकों ने ड्रोन के जरिये तस्करी की राष्ट्र-विरोधी तत्वों की साजिश को भांपकर इसे नाकाम करने के लिये उस दिशा में जवाबी हमला किया, जहां से ड्रोन की आवाज आ रही थी.' बयान के अनुसार, 'सैनिकों ने 10 सेकेंड बाद फिर से पाकिस्तानी क्षेत्र की ओर जाते संदिग्ध ड्रोन की आवाज सुनी. तत्काल इलाके को घेरकर पुलिस को सूचित किया गया और सभी रास्तों को बंद कर दिया गया. तलाशी के दौरान भारतीय क्षेत्र में एक खेत से थैला बरामद हुआ. थैले को पकड़ने के लिये उस पर धागे से एक छल्ला बंधा हुआ था.' मिले पैकेट का हेरोइन होने का संदेह बयान में कहा गया है, 'थैले से प्रतिबंधित मादक पदार्थ के चार पैकेट मिले हैं जिनके हेरोइन होने का संदेह है. इनका वजन लगभग 3.66 किलोग्राम है.' अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन सुरक्षा एजेंसियों के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बन गए हैं क्योंकि राष्ट्र विरोधी तत्व इनका इस्तेमाल तस्करी व अन्य अवैध कामों लिए करते रहे हैं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/railway-minister-ashwini-vaishnav-said-due-to-the-agitation-of-farmers-and-other-organizations-railways-suffered-a-loss-of-crores-2008769,Indian Railway: सरकार ने कहा- रेलवे को चालू वित्त वर्ष में धरना प्रदर्शन के चलते 36.87 करोड़ का हुआ नुकसान,"नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि इस वर्ष किसानों व अन्य संगठनों के विरोध प्रदर्शन के कारण रेलवे को 36.87 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है. लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल मंत्री ने कहा कि प्रदर्शन के कारण उत्तर रेलवे को इस अवधि में सबसे अधिक 22.58 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ. वैष्णव ने कहा कि पुलिस व कानून व्यवस्था राज्य का विषय है और रेलवे पर कानून व व्यवस्था बनाये रखने और अपराधों को रोकने, पंजीकरण व जांच करने के लिये राज्य सरकार जिम्मेदार हैं. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) इन प्रयासों में सहायता करता है. अगले महीने के अंत तक किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा- राकेश टिकैत बता दें, तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का विधेयक संसद में पारित भी हो गया है. एक साल से चल रहे आंदोलन में अब किसानों के बीच आंदोलन खत्म करने को लेकर अलग-अलग राय सामने आने लगी है. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि अगले महीने के अंत तक किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा. किसानों की आमदनी दोगुनी करने को लेकर पीएम मोदी ने जुबान दी है- राकेश टिकैत राकेश टिकैत ने कहा, 'अगले महीने के अंत तक ये आंदोलन खत्म हो जाएगा क्योंकि पीएम ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने को लेकर जुबान दी हुई है. अगर 1 जनवरी तक MSP पर कानून नहीं बनता है तो ये मुद्दा भी किसानों के आंदोलन में मांग का हिस्सा बन जाएगा. हालांकि सरकार ऐसा बिल्कुल नहीं होने देगी. इसलिए अगले महीने तक ये आंदोलन खत्म हो जाएगा.' वहीं, किसानों का एक धड़ा आंदोलन खत्म करने को लेकर अगुवाई कर रहा है तो कुछ नेता अपनी अन्य मांगों पर आंदोलन को जारी रखना चाहते हैं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/amit-shah-saharanpur-visit-amit-shah-will-visit-saharanpur-today-will-lay-the-foundation-stone-of-the-state-university-2008780,"Mission UP: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आज सहारनपुर दौरा, राजकीय विश्विद्यालय का करेंगे शिलान्यास","Amit Shah Saharanpur Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले का दौरा करेंगे. इस दौरान अमित शाह पुवांरका में मां शाकंभुरी देवी राजकीय विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे. जानकारी के मुताबिक, अमित शाह के इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. साथ ही उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी शामिल होंगे. कार्यक्रम स्थल पर दोपहर करीब 1 बजे सभी मंत्री पहुंचेंगे जिसके बाद 2.30 बजे पुवांरका में मां शाकंभुरी देवी राजकीय विश्वविद्यालय का शिलान्यास होगा. वहीं, अमित शाह इसके बाद जनसभा को संबोधित करेंगे. एक लाख लोगों की क्षमता के हिसाब से बनाया गया पंडाल बताया जा रहा है कि, कार्यक्रम स्थल को दस लाख स्कवायर फीट में एक लाख लोगों की क्षमता के हिसाब से बनाया गया है. साथ ही उनके बैठने की भी व्यवस्था की गई है. तैयारियां हुई पूरी केंद्रीय एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल समेत जिलाधिकारी अखिलेश सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बीते दिन कार्यक्रम स्थल पर पहुंच तैयारियों को अंतिम रूप दिया. एडीजी ने कार्यक्रम को लेकर बताया कि, सभा में शिकरत करने वाले लोगों के लिए व्यवस्था की गई है. साथ ही सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दूसरे जिलों से फोर्स भी मंगाई गई है. उन्होंने कहा कि, पुवारंका शहर के 15 किलोमीटर दूरी पर है जिस कारण शहर में जाम लगने की कम ही संभावना है. हालांकि, मुजफ्फरनगर और शामली से आने वाले लोगों को हाइवे से निकालने की व्यवस्था की गई है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/supreme-court-sc-to-hear-on-delhi-ncr-pollution-case-today-questions-will-be-raised-on-compliance-of-instructions-2008788,"Supreme Court: दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण मामले पर आज SC करेगा सुनवाई, निर्देशों के पालन पर उठेंगे सवाल","सुप्रीम कोर्ट आज दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण मामले पर सुनवाई करेगा. कोर्ट ने दिल्ली और आस-पास के राज्यों से यह बताने को कहा है कि उन्होंने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए गठित आयोग के निर्देशों का कितना पालन किया है. दरअसल, पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि आयोग के निर्देशों का राज्य पालन नहीं कर रहे. सख्ती दिखाते हुए कोर्ट ने कहा कि, अगर ऐसा रवैया रहा तो कोर्ट अपनी तरफ से एक स्वतंत्र टास्क फोर्स का गठन कर देगा. वहीं, कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा में निर्माण कार्य जारी रहने पर केंद्र से भी जवाब मांगा है. केंद्र सरकार ने सेंट्रल विस्टा में निर्माण कार्य जारी रखने का बचाव किया बता दें, सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई से पहले केंद्र सरकार ने सेंट्रल विस्टा में निर्माण कार्य जारी रखने का बचाव किया. उन्होंने हलफनामा दाखिल करते हुए कहा- परियोजना राष्ट्रीय महत्व की. निर्माण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण में रखा गया है. धूल और धुएं पर लगाम के लिए स्मॉग गन, पानी का छिड़काव जैसे सभी उपायों का पालन किया जा रहा है. दिल्ली सरकार केंद्रीय लोक निर्माण विभाग को जारी करेगी नोटिस वहीं, प्रतिबंध के बावजूद सेंट्रल विस्टा में निर्माण कार्य कराए जाने और धूल नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करने के लिए दिल्ली सरकार केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को नोटिस जारी करेगी. यह बात बुधवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कही. राय ने कहा, ‘‘निर्माण एवं ध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध के बावजूद हमें सेंट्रल विस्टा परियोजना स्थल पर काम कराए जाने के बारे में कई फोन आ रहे हैं. जांच के दौरान हमने पाया कि यह सही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति से कहेंगे कि सीपीडब्ल्यूडी को नोटिस जारी कर वायु प्रदूषण को देखते हुए प्रतिबंध के बावजूद निर्माण कराए जाने के कारणों के बारे में पूछें.’’ राय ने कहा कि निर्माण स्थल पर धूल प्रदूषण नियंत्रण नियमों के उल्लंघन के लिए एजेंसी को अलग से नोटिस जारी किया जाएगा. दिल्ली सरकार ने पहले कहा था कि वायु प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए राजधानी में अगले आदेश तक निर्माण एवं ध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/bhupesh-baghel-air-travel-should-be-banned-between-india-and-countries-where-it-omicron-variant-found-2008787,Omicron Variant: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- भारत और ओमिक्रोन प्रभावित देशों के बीच बंद हो हवाई यात्रा,"Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel Statement: कोरोना वायरस संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर चिंताओं के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन देशों की हवाई यात्रा बैन करने की मांग की, जहां ओमिक्रोन के मरीज मिले हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ""भारत और उन देशों के बीच हवाई यात्रा पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए, जहां यह (ओमिक्रोन वेरिएंट) फैल रहा है. नहीं तो इन देशों के यात्री भारत आकर देश में इसे फैलाएंगे."" ""'एट रिस्क' देशों की लिस्ट में कौन-कौन? बता दें कि 30 नवंबर को अपडेट सूची के अनुसार, जोखिम वाले (एट रिस्क) देशों में यूरोपीय देश, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इज़राइल हैं."" ""बुधवार को भारत लौटे यात्रियों में से 6 संक्रमित गौरतलब है कि बुधवार को विदेशों से भारत लौटे कुल 3476 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में 6 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके बाद उनके सैंपल को जीनोमिक सिक्वेंसिंग के लिए लैब में भेज दिया गया है. यह यात्री """"एट रिस्क"""" देशों से आए हैं यानी उन देशों से जिन्हें रिस्क की कैटेगरी में रखा गया है और जहां कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के केस सामने आए हैं."" ""कम से कम 25 देशों में मिले ओमिक्रोन के केस बुधवार को अमेरिका और यूएई में भी ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी. दोनों देशों में एक-एक ओमिक्रोन का केस मिला है. इसके साथ ही, ऐसे देशों की संख्या बढ़ गई है, जहां कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के केस मिले हैं. अब ऐसे कम से कम 25 देश हो गए हैं. पहले इनकी संख्या 23 थी, लेकिन अब दो और देशों में केस मिलने के बाद यह बढ़ गई है."" ""किन-किन देशों में मिले ओमिक्रोन के मामले? बोत्सवाना में 19, दक्षिण अफ्रीका में 77, नाइजीरिया में 3, ब्रिटेन में 22, दक्षिण कोरिया में 5, ऑस्ट्रेलिया में 7, ऑस्ट्रिया में 1, बेल्जियम में 1, ब्राजील में 3, चेक गणराज्य में 1, फ्रांस में 1, जर्मनी में 9, हांगकांग में 4, इज़राइल में 4, इटली में 9, जापान में 2, नीदरलैंड्स में 16, नॉर्वे में 2, स्पेन में 2, पुर्तगाल में 13, स्वीडन में 3, कनाडा में 6, डेनमार्क में 4, अमेरिका में 1 और UAE में भी 1 मामला सामने आया है.""",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/maharashtra-minister-uday-samant-accident-in-mumbai-security-guard-injured-2008779,"Maharashtra: सड़क हादसे में बाल-बाल बचे महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उदय सामंत, एक सुरक्षाकर्मी घायल","Uday Samant Accident: महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत बुधवार शाम अपने काफिले के एक अन्य वाहन से हुई सड़क दुर्घटना में बाल-बाल बचे. मंत्री को कोई चोट नहीं आई लेकिन उनके एक सुरक्षाकर्मी को चोट आई हैं, जिन्हें मुंबई के कूपर अस्पताल ले जाया गया है. मुंबई पुलिस ने यह जानकारी दी है. एक सुरक्षाकर्मी घायल पुलिस ने बताया कि 'हादसा बुधवार की शाम को हुआ. काफिले की एक अन्य कार से टक्कर हुई. लेकिन, मंत्री उदय सामंत को कुछ नहीं हुआ, उनका एक सुरक्षाकर्मी घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए मुंबई के कूपर अस्पताल ले जाया गया है.' उदय सामंत ने दी हादसे की जानकारी वहीं, इस संबंध में मंत्री उदय सामंत ने खुद भी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उनका एक्सीडेंट हुआ था लेकिन वह बिलकुल ठीक हैं और गुरुवार से ही जनता की सेवा के लिए अपने कार्यालय में मौजूद रहेंगे. ठीक हैं मंत्री उदय सामंत उन्होंने ट्वीट में लिखा, ""मेरा एक छोटा सा एक्सीडेंट हो गया था. मैं आप सभी के आशीर्वाद से सुरक्षित हूं. मैं कल (गुरुवार) से मंत्रालय में आपकी सेवा के लिए रहूंगा. आप सभी की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद."" चार बार विधायक बने बता दें कि उदय सामंत, महाराष्ट्र सरकार में उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री हैं. वह पहली बार 2004 में विधानसभा चुनाव जीते थे, इसके बाद 2009, 2014 और 2019 में भी वह विधानसभा का चुनाव जीते और अब सरकार में मंत्री हैं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/bengulru-2-dead-bodies-of-corona-patients-found-in-esi-hospital-after-16-months-action-taken-on-director-2008791,"Corona: बेंगलुरु के ESI अस्पताल में मिले 16 महीने बाद कोरोना मरीजों के 2 शव, निदेशक पर हुई कार्रवाई","कर्नाटक के बेंगलुरु से बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. शहर के राजाजीनगर के ईएसआई अस्पताल में दो ऐसे शव मिले हैं जिनकी मौत कोरोना की पहली लहर के दौरान हुई थी और उनका अंतिम संस्कार ना करते हुए परिजनों को गुमराह किया गया. दरअसल, कोरोना की पहली लहर में हुई मौत के बाद इनका अंतिम संस्कार किया जाना था लेकिन अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही दिखाते हुए इनका अंतिम संस्कार नहीं किया. जिसकी खबर सामने आने के बाद श्रम मंत्रालय ने बुधवार को राजाजीनगर अस्पताल के निदेशक प्रोफेसर और डीन डॉ जीतेंद्र कुमार जे.एम को हटा दिया और उनके स्थान पर डॉ. रेणुका रमैया को नियुक्त किया. दोनों की जुलाई महीने में हुई थी मौत बताया जा रहा है कि बेंगलुरु की रहने वाली दुर्गा नाम की महिला की 5 जुलाई को मौत हुई थी. अस्पताल प्रशासन ने उनका शव परिजनों को नहीं सौंपा था. वहीं, दूसरा मिला शव मणिराजू नाम के शख्स का है जिनकी उम्र 50 साल की थी और उनकी मौत 2 जुलाई को हुई थी. पीड़ित परिवार वालों को अस्पताल प्रशासन ने किया गुमराह अस्पताल प्रशासन ने उनके शव शवगृह में रखे थे और अंतिम संस्कार नहीं किया गया. हालांकि प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को गुमराह किया कि शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. जबकि शव 16 महीने से अधिक समय तक मुर्दाघर में कथित तौर पर शव पड़े रहे. मीडिया के एक वर्ग द्वारा मामले की सूचना दिए जाने के बाद, परिवार को अस्पताल के अधिकारियों के इस कृत्य के बारे में पता चला.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/tripura-cm-biplab-kumar-deb-says-targeted-hiv-testing-in-colleges-of-agartala-if-necessary-2008789,HIV के बढ़ते मामलों के बीज त्रिपुरा के CM बिप्लब कुमार देब बोले- कॉलेजों में कराया जाए टेस्ट,"Tripura CM Biplab Kumar Deb On HIV Testing: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने HIV पॉजिटिव मामलों में चिंताजनक वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अगरतला शहर के कॉलेजों में लक्षित परीक्षण करने का बुधवार को निर्देश दिया. सीएम देब ने कहा, ""मैंने राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों का अधिकारियों के साथ पुन: सत्यापन किया है और जिस पैटर्न में मामले बढ़ रहे हैं, वह गहरी चिंता का विषय है."" सीएम देब ने कहा, ""स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग अगर जरूरी समझे तो कॉलेजों के प्रत्येक छात्र का परीक्षण करे. दुर्भाग्य से, राज्य के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज में अधिक संख्या में मामले सामने आ रहे हैं."" उन्होंने कहा कि ""दवाओं के मार्गों की पहचान की जानी चाहिए. जरूरत पड़ने पर पुलिस से सहयोग मांगा जा सकता है. 'हर दिन अगरतला में 2-3 मरीज पॉजिटिव पाए जाते हैं' देब के अनुसार, 'नशीली दवाओं के दुरुपयोग में वृद्धि एक नकारात्मक मानसिकता का परिणाम है जो पिछले 40 से 45 वर्षों से राज्य में पनपी है.' उन्होंने कहा, ""हर दिन जीबीपी अस्पताल, अगरतला में 2-3 मरीज पॉजिटिव पाए जाते हैं और कॉलेज के छात्रों में इसका प्रचलन अधिक है. उन्होंने कहा कि ये आंकड़े एक खतरनाक भविष्य की ओर इशारा कर रहे हैं. सीएम देब ने कहा, ""हमें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए और त्रिपुरा को भूमि से एचआईवी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए वन टू वन जागरूकता अभियान शुरू करना चाहिए. त्रिपुरा में ""ड्रग्स के लिए कोई जगह नहीं, एचआईवी के लिए कोई जगह नहीं"" का नारा देते हुए देब ने महिलाओं से ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कहा. त्रिपुरा में HIV AIDS के कुल 2,459 केस त्रिपुरा राज्य AIDS नियंत्रण समिति द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, त्रिपुरा में एचआईवी के कुल 2,459 केस हैं, जिनमें 750 महिलाएं और 1709 पुरुष मरीज शामिल हैं. वहीं, पिछले 20 वर्षों में एचआईवी के कारण कुल 640 रोगियों की मृत्यु हुई. यहां नॉर्थ त्रिपुरा जिले में सबसे ज्यादा 594 एचआईवी केस हैं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/husband-wife-dispute-supreme-court-says-its-father-responsibility-to-take-care-of-children-2008798,Husband-Wife Dispute: पति-पत्नी विवाद मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- बेटे की परवरिश की जिम्मेदारी पिता की ही,"Supreme Court Hearing: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि पति और पत्नी के बीच विवाद में बच्चे को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह माना जाता है कि बेटे के वयस्क होने तक उसका भरण-पोषण करना पिता की जिम्मेदारी है. जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस एएस बोपन्ना ने कहा, ""पति और पत्नी के बीच जो भी विवाद हो, एक बच्चे को पीड़ित नहीं होना चाहिए बच्चे के विकास को बनाए रखने के लिए पिता की जिम्मेदारी तब तक बनी रहती है, जब तक कि बच्चा/बेटा वयस्क नहीं हो जाता."" पीठ ने कहा कि बच्चे की मां कमा नहीं रही है और वह जयपुर में अपने पैतृक घर में रह रही है. इसलिए शिक्षा सहित उसके बेटे के भरण-पोषण के लिए एक उचित/पर्याप्त राशि की आवश्यकता होती है, जिसका भुगतान प्रतिवादी-पति को करना होगा. पिता को हर महीने 50,000 रुपये भरण-पोषण देने का भी निर्देश सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत अपनी शक्ति का प्रयोग करते हुए फैमिली कोर्ट और हाईकोर्ट द्वारा पति और पत्नी को दी गई तलाक की डिक्री की पुष्टि की. साथ ही पिता को हर महीने 50,000 रुपये भरण-पोषण देने का भी निर्देश दिया. पीठ ने इस बात पर विचार किया कि अलग हो चुके जोड़े मई 2011 से साथ नहीं रह रहे हैं. पीठ ने कहा कि दिसंबर 2019 से पिता ने उस राशि का भुगतान करना बंद कर दिया था, जिसका भुगतान सेना के अधिकारियों द्वारा 15 नवंबर, 2012 को पारित आदेश के तहत किया जा रहा था. पीठ ने कहा, ""प्रतिवादी-पति को प्रतिवादी की स्थिति के अनुसार, बेटे के भरण-पोषण के लिए दिसंबर 2019 से अपीलकर्ता-पत्नी को प्रति माह 50,000 रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया जाता है. दिसंबर 2019 से नवंबर तक प्रति माह 50,000 रुपये का बकाया 2021 का भुगतान आज से आठ सप्ताह की अवधि के भीतर किया जाए."" दंपति का विवाह 16 नवंबर, 2005 को हुआ था और वह व्यक्ति तब एक मेजर के रूप में सेवा कर रहा था. दंपति का बच्चा अब 13 साल का हो गया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/high-courts-comment-on-cross-gender-massage-said-cross-gender-massage-not-a-sign-of-sexual-activity/1040194,‘क्रॉस-जेंडर’ मसाज क्‍या यौन गतिविधि का संकेत? कोर्ट ने कही ये बात,"नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार से कहा कि वह शहर में 'क्रॉस-जेंडर' मालिश (Cross Gender Massage) पर प्रतिबंध के मामले में कोई कार्रवाई करने से परहेज करे. कोर्ट ने कहा कि ऐसी सेवाएं केवल यौन गतिविधि (Sexual Activity) के अस्तित्व का संकेत नहीं देती हैं. कोर्ट ने की टिप्पणी यह टिप्पणी न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने की, जिन्हें दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने बताया कि ऐसे केंद्रों में यौन गतिविधियों को रोकने के लिए उचित विचार-विमर्श के बाद नीति बनायी गई थी. क्या है क्रॉस जेंडर मसाज? क्रॉस-जेंडर मसाज (मालिश) का मतलब है कि किसी पुरुष की मालिश कोई महिला करे या किसी महिला की मालिश कोई पुरुष करे. यह भी पढ़ें: ओमिक्रॉन पर लगातार चेतावनी दे रहे WHO ने पहली बार कही राहत भरी बात 5 स्टार होटलों में नहीं है 'क्रॉस-जेंडर' मालिश की अनुमति आपको बता दें कि कोर्ट 'क्रॉस-जेंडर' मालिश पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी. वरिष्ठ अधिवक्ता ने अदालत से नीति को अनुमति देने का आग्रह किया, जो अब एक दिशानिर्देश का रूप ले चुकी है. उन्होंने अदालत से नीति को कुछ समय के लिए लागू रहने की अनुमति देने के लिए कहा और इस बात पर प्रकाश डाला कि 5 स्टार होटलों सहित कई स्थानों पर 'क्रॉस-जेंडर' मालिश की अनुमति नहीं है. 'आप अपने लोगों को रोकें' हालांकि, कोर्ट ने कहा, ‘सिर्फ इसलिए कि यह एक क्रॉस-जेंडर मालिश है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह यौन गतिविधि है. आप अपने लोगों को रोकें. मैं यह नहीं कह रही हूं कि आपको अवैध गतिविधियां नहीं रोकनी चाहिए.’ इसके बाद दिल्ली सरकार के वकील ने कहा कि अधिकारी केवल अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. अदालत ने इस महीने के अंत तक याचिकाओं पर सुनवाई स्थगित कर दी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/health-minister-mansukh-mandaviya-response-on-omicron-corona-vaccine-booster-dose/1040189,ओमिक्रॉन: बूस्‍टर डोज और बच्चों को वैक्‍सीन कब लगेगी? स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री का ये जवाब,"नई दिल्ली: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के सामने आने के बाद क्या देश में लोगों को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज (Corona Vaccine Booster Dose) लगाने की तैयारी हो रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को इस बारे में जवाब दिया. 'एक्सपर्टों की सलाह के बाद होगा फैसला' लोकसभा में शुक्रवार को कोरोना महामारी पर हुई चर्चा मांडविया अपना जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि देशवासियों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की बूस्टर या तीसरी डोज दी जाएगी या नहीं. इसका फैसला एक्सपर्टों की सलाह के बाद लिया जाएगा. इसके साथ ही 18 साल से कम उम्र के बच्चों को टीके लगाए जाने का फैसला भी वैज्ञानिकों की सलाह के बाद लिया जाएगा. 'कोरोना वैक्सीन पर 2 विकल्प' केंद्रीय मंत्री मांडविया ने कहा कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पर हमारे पास दो ही विकल्प हैं. इनमें से एक राजनीतिक और दूसरा वैज्ञानिक है. लोगों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए अगला कदम क्या उठाया जाए, इस बारे में सरकार एक्सपर्टों की सलाह के बाद ही कोई फैसला लेगी. उन्होंने बताया कि देश में अभी तक 125 करोड़ कोरोना की डोज लग चुकी हैं. वहीं 22 करोड़ डोज अभी राज्यों के पास बची हैं. 'विपक्ष ने उड़ाया था वैक्सीन का मजाक' मंत्री ने आरोप लगाया कि पहली लहर में लॉकडाउन के दौरान कुछ विपक्षी दलों ने लोगों को उकसाया तथा गरीबों के लिए चल रहे सबसे बड़े खाद्य कार्यक्रम का मजाक उड़ाकर गरीबों का मजाक उड़ाया. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने देश में बने कोविड टीकों (Corona Vaccine) पर सवाल उठाये और टीकाकरण के समय लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने जहां अपनी क्षमता साबित की, वहीं विपक्ष ने लोगों को डराया. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की राजनीति में आपदा की स्थिति में ऐसा व्यवहार कभी नहीं देखा गया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/big-success-for-ed-in-money-laundering-case-attached-assets-worth-227-crores-in-coal-block-case/1040150,"ED को बड़ी कामयाबी, प्रकाश इंडस्ट्री की 227 करोड़ की संपत्ति अटैच","नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हिसार में वेद प्रकाश अग्रवाल की प्रकाश इंडस्ट्री की 227 करोड़ की संपत्ति को मनी लॉड्रिंग मामले में अटैच किया है. ये अटैचमैंट कोल ब्लॉक (Coal Block) से जुड़े मामलों में की गई है. आपको बता दें ED ने प्रकाश इंडस्ट्री की दिल्ली, नोएडा, हिसार और छत्तीसगढ़ की जमीनों को अटैच किया है. क्या है पूरा मामला? प्रकाश इंडस्ट्री ने साल 2003 में छत्तीसगढ़ के छोटिया इलाके में कोल ब्लॉक के लिए आवेदन किया था, जिसके लिये बकायदा कंपनी का प्रोफाइल को बढ़ा कर दिखाया गया. कोल ब्लॉक लेने के लिए कंपनी की वित्तीय हालत (Financial Condition) और उत्पादन के दावों को गलत दिखाया गया. SC ने सीबीआई को सौंपी जांच हालांकि प्रकाश इंडस्ट्री के चेयरमैन वेद प्रकाश अग्रवाल को साल 2003 में छत्तीसगढ़ के छोटिया में कोल ब्लॉक मिल गए थे जिसमें साल 2006 में उत्पादन भी शुरू कर दिया गया था. लेकिन जब कोल ब्लॉक के फर्जी तरीके से आवंटन के मामले सुप्रीम कोर्ट में पहुंचे तो प्रकाश इंडस्ट्री को मिले कोल ब्लॉक को सितंबर 2014 में कैसिंल कर दिया गया और जांच सीबीआई को सौंप दी गई. पैसों का किया दुरुपयोग CBI को दर्ज इसी मामले के आधार पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज अपनी जांच शुरू की थी. जांच में ED को पता चला कि कोल ब्लॉक मिलने के बाद साल 2006 से 2015 तक प्रकाश इंडस्ट्री ने 951.77 करोड़ के कोयले का खनन किया था और इन पैसों से कंपनी और प्रमोटर के नाम पर संपत्ति ली गई थी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ed-arrested-ca-who-helped-chinese-companies-to-send-money-out-of-india/1040138,"सिर्फ 9 लाख लेकर 1100 करोड़ रुपये कर दिए देश से बाहर, चीन का मददगार CA अरेस्ट","नई दिल्ली: ED ने चीनी कंपनियों (Chinese Companies) की बड़ी रकम बाहर भेजने के आरोप में रवि कुमार नाम के CA को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने फर्जी एयरवे बिल तैयार करवाकर चीनी कंपनियों के 1100 करोड़ रुपये देश से बाहर भिजवा दिए. चीनी कंपनियों ने यह रकम ऑनलाइन गेम और डेटिंग एप्लिकेशन के जरिए लाखों लोगों से ठगी थी. हैदराबाद पुलिस ने किया था खुलासा हैदराबाद पुलिस ने सितंबर 2021 को M/s Linkyun Technology Pvt Ltd और M/s Dokypay Technology Pvt Ltd और दूसरे आरोपियों के खिलाफ चाइनीज एप्लिकेशन के जरिए करोडों की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया था. उसी मामले के आधार पर ED ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी. चीन और हॉन्‍ग कॉन्‍ग भिजवाए थे 1100 करोड़ रुपये आरोप है कि ये चाइनीज कंपनियां (Chinese Companies) ऑनलाइन गेम और डेटिंग एप्लिकेशन के जरिये लोगों को ठग रही थी. इसके बाद ऑनलाइन पेमेंट गेटवे के जरिए उन पैसों को बैंक खातों में डाला जा रहा था. फिर फर्जी एयरवे बिल बनाकर उन पैसों को दूसरे देशों में मौजूद खातों में ट्रांसफर किया जा रहा था. इसी काम में चार्टेड अकाउटेंट रवि कुमार ने भी 1100 करोड़ रुपये के फर्जी एय़र वे बिल और क्लाउड सीसीटीवी स्टोरेज रेंटल चार्जेस के नाम पर पर चीन और हॉन्‍ग कॉन्‍ग भेजने में मदद की. CA ने वसूले 9 लाख रुपये इसके लिए आरोपी ने Form 15CB के 621 फर्जी सर्टिफिकेट पर साइन करने के लिए प्रति पेपर 1500 रुपये लिये. यानी सिर्फ 9,31,500 रुपये में 1100 करोड़ रुपये विदेश में भेज दिए. रवि कुमार को ED ने इसी आधार पर 27 नवंबर को गिरफ्तार किया था. इसके बाद 3 दिसंबर को उसे हैदराबाद की अदालत में पेश कर 9 दिसंबर तक पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लिया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/delhi-police-started-operation-masoom-to-stop-child-pornography/1040111,"चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर रोक लगाएगी दिल्ली पुलिस, शुरू किया 'Operation Masoom'","नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (Child Pornography) को रोकने के लिए ऑपरेशन मासूम (Opration Masoom) की शुरुआत की है. इस ऑपरेशन को दिल्ली में स्पेशल सेल की IFSO यूनिट और सभी डिस्ट्रिक्ट में चलाया जा रहा है. ऑपरेशन के तहत करीब 162 से ज्यादा FIR दर्ज करके 97 आरोपियों को चाइल्ड प्रोनोग्राफी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस कमिश्नर ने दिया है निर्देश सूत्रों के मुताबिक बढ़ती चाइल्ड पोर्नोनोग्राफी (Child Pornography) को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के कमिश्नर राकेश अस्थाना ने IFSO यूनिट को ये टास्क दिया है. इसके बाद से IFSO के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा और एसीपी रमन लांबा की टीम इस ऑपेशन पर लगातार काम कर रही हैं. दिल्ली के जिस थाना क्षेत्र में भी आरोपियों का एड्रेस मिल रहा है. वहां के थाना प्रभारी से सहयोग लेकर उन सभी आरोपियों को चाइल्ड प्रोनोग्राफी के मामले में गिरफ्तार किया जा रहा है. चाइल्ड पोर्नोग्राफी रोकने की मुहिम दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के अधिकारी के मुताबिक उन्हें मासूम बच्चों से जुड़ी अश्लील सामग्री से संबंधित जानकारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के जरिए मिलती है. NCRB का NCMEC के साथ समझौता है. जैसे ही कोई शख्स बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री सोशल मीडिया पर अपलोड करता है तो वो विशेष सॉफ्टवेयर ऑटोमेटिक तरीके से उसको डिटेक्ट करते हुए आरोपी शख्स की डिटेल निकाल लेता है. इसके बाद वह जानकारी पुलिस के साथ साझा की जाती है. जिस पर काम करते हुए पुलिस टीम आरोपियों तक पहुंच जाती है. NCMEC से कर रखा है समझौता दरअसल गुम और शोषित बच्चों के लिए काम करने वाली नेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लॉइटेड चिल्ड्रेन ( NCMEC) एक प्राइवेट और गैर लाभकारी संगठन है. इस संगठन की स्थापना वर्ष 1984 में हुई थी. इस संगठन का मुख्यालय यूएसए में है. संगठन ने फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ करार किया हुआ है. उन्हें सोशल मीडिया पर जब भी बच्चों के संबंध में कोई अश्लील सामग्री (Child Pornography) मिलती है तो वो रेड फ्लैग कर देता है. जिससे अपलोड करने वाले का आईपी एड्रेस आ जाता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/amidst-the-danger-of-omicron-scientists-recommend-to-the-government-40-people-should-be-given-booster-dose/1039987,"ऑमिक्रोन के खतरे के बीच सरकार से सिफारिश, 40+ वालों को लगाई जाए बूस्टर डोज","नई दिल्ली: देश में कोरोना का कहर एक बार फिर से देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ऑमिक्रोन (Omicron) लोगों की चिंता बढ़ा रहा है. हाल ही में नए वेरिएंट के 2 केस सामने आने के बाद वैक्सीन पर फिर से सवाल उठने लगे हैं. ऐसे में वैज्ञानिकों का मानना है कि देश में 40 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज दी जानी चाहिए. वैज्ञानिकों ने की सिफारिश टॉप भारतीय जीनोम वैज्ञानिकों (Genome Scientists) ने 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज की सिफारिश की है. यह सिफारिश भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (INSACOG) के साप्ताहिक बुलेटिन में की गई है. दरअसल, INSACOG कोरोना के जीनोम वेरिएटंस की निगरानी के लिए सरकार द्वारा बनाया गया नेशनल टेस्टिंग लेबोरेटरीज का एक नेटवर्क है. यह भी पढ़ें: प्रशांत किशोर पर भड़के सलमान खुर्शीद, कहा- स्कूल जाकर फिर से पढ़ें इन लोगों को पहले लगाई जाए बूस्टर डोज INSACOG के साप्ताहिक बुलेटिन (Weekly Bulletin) में कहा गया है कि जिन लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है, उनको खतरा ज्यादा है और पहले उनका टीकाकरण किया जाए. इसके अलावा 40 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के विषय पर भी गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि देश में कोविड की बिगड़ती स्थिति के मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा चल रही है. ऐसे में वैज्ञानिकों की ओर से बूस्टर डोज की मांग के लिए यह सिफारिश सामने आई है. निगरानी बहुत जरूरी INSACOG ने यात्राओं पर निगरानी की सलाह देते हुए कहा है कि ओमिक्रॉन से प्रभावित इलाकों (अफ्रीकी देशों) पर नजर रखी जानी चाहिए और कोरोना वायरस के मामलों की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग भी होनी चाहिए ताकि प्रभावित इलाकों में इसके संक्रमण का पता लगाया जा सके और टेस्टिंग की संख्या बढ़ाकर बचाव के उपायों को लागू किया जा सके. भारत में ओमिक्रॉन के 2 मामले गौरतलब है कि भारत में अब तक ओमिक्रॉन के 2 केस कर्नाटक में मिले हैं. इन दोनों में मामूली लक्षण हैं. दुनिया में इस वेरिएंट के अब तक जितने मामले आए हैं, उसमें सीरियस लक्षण नहीं हैं. ऐसे में मास्क यूनिवर्सल वैक्सीन की तरह है. यह तमाम वेरिएंट को रोकता है. ",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/12-patients-suspected-to-be-infected-with-the-covid-19-omicron-variant-admitted-to-lnjp-hospital-in-delhi/1039891,कर्नाटक के बाद दिल्ली पहुंचा Omicron Variant? अस्पताल में भर्ती किए गए 12 संदिग्ध,"नई दिल्ली: कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन (Coronavirus Omicron Variant) दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है और अब तक भारत समेत 25 से ज्यादा देशों में इसकी पुष्टि हो चुकी है. इस बीच दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (LNJP Hospital) में अब तक कोविड​​​​-19 के ओमिक्रोन वैरिएंट (COVID-19 Omicron Variant) से संक्रमित होने के संदेह में 12 मरीजों को भर्ती कराया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे सैंपल सूत्रों के अनुसार, कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Coronavirus Omicron Variant) के 8 संदिग्धों को कल (2 दिसंबर) एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं चार अन्य संदिग्धों को आज (3 दिसंबर) भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि अन्य 2 के रिपोर्ट का इंतजार है. इसके साथ ही सभी मरीजों के सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) के लिए भेजे जाएंगे. इन देशों से लौटे हैं ओमिक्रोन से संक्रमित संदिग्ध सूत्रों ने बताया कि एलएनजेपी अस्पताल (LNJP Hospital) में आज (3 दिसंबर) भर्ती किए गए 4 संदिग्धों में से दो ब्रिटेन से वापस लौटे थे, जबकि एक फ्रांस और एक नीदरलैंड से लौटा है. इसके साथ ही कोविड-19 से संक्रमित पाए गए मरीजों की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है और उनका भी टेस्ट कराया जा रहा है. भारत में ओमिक्रोन के 2 मामलों की हुई है पुष्टि इससे पहले गुरुवार (2 दिसंबर) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने भारत में ओमिक्रोन वैरिएंट (Omicron Variant) का पाए जाने की पुष्टि की थी और बताया था कि कर्नाटक में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के दो मामलों का पता चला है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के. सुधाकर ने मीडियाकर्मियों को बताया था, 'कोवि-19 के ओमिक्रोन वैरिएंट (Covid-19 Omicron Variant) से 2 लोग संक्रमित पाए गए हैं. संक्रमित पाए गए एक व्यक्ति की उम्र लगभग 66 साल है, जो एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है और वह वापस चला गया है. जबकि दूसरा व्यक्ति 46 वर्षीय डॉक्टर है और उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है.' (इनपुट- न्यूज एजेंसी एएनआई)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/omicron-infected-man-left-india-and-went-dubai-before-coronavirus-genome-sequencing-test-report-came/1039804,भारत का पहला Omicron मरीज भाग गया देश से बाहर! प्रशासन को ऐसे दिया चकमा,"बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट Omicron से संक्रमित दो केस पाए गए हैं. लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल साउथ अफ्रीका (South Africa) का एक नागरिक जो भारत आकर दुबई लौट गया, वो भी Omicron से संक्रमित था. जब वो दुबई लौट गया, उसके बाद जीनोम सीक्वेसिंग (Genome Sequencing) की रिपोर्ट आई. माना जा रहा है कि ये भारत में Omicron का पहला केस था. Omicron से संक्रमित की ट्रैवल हिस्ट्री द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, Omicron से संक्रमित साउथ अफ्रीका के नागरिक की उम्र 66 साल है. वो एक फार्मास्युटिकल कंपनी का रिप्रेजेंटेटिव है. Omicron संक्रमित 27 नवंबर को भारत के बेंगलुरु से वापस दुबई चला गया. ये शख्स 20 नवंबर को साउथ अफ्रीका से भारत आया था. जब वो बेंगलुरु पहुंचा था तब जांच में उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. स्टार होटल में रुका था Omicron संक्रमित बता दें कि 20 नवंबर को साउथ अफ्रीका का ये नागरिक बेंगलुरु के वसंतनगर में स्टार होटल में रुका था. जिसके बाद उसने कोरोना टेस्ट कराया तो वो कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया. होटल स्टाफ को ऐसे दिया चकमा इसके बाद 22 नवंबर को इस शख्स का सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेज दिया गया था. फिर अगले दिन 23 नवंबर को शख्स ने एक प्राइवेट लैब में टेस्ट कराया, जहां उसकी कोरोना रिपोर्ट एक बार फिर निगेटिव आई. इसके बाद उसने होटल स्टाफ को अपनी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाई और वहां से चेक आउट कर लिया. जीनोम सिक्वेसिंग की रिपोर्ट सामने आने के बाद जब लोकल प्रशासन साउथ अफ्रीका के उस नागरिक की तलाश में गया तो पता चला कि वो तो वापस दुबई जा चुका है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/coronavirus-4-people-returned-to-jaipur-from-south-africa-found-corona-positive-5-people-who-came-in-contact/1039696,"दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे 4 लोग कोरोना पॉजिटिव, संपर्क में आए 5 लोग भी संक्रमित","जयपुर: भारत में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Coronavirus Omicron Variant) के दो मामले कर्नाटक में सामने आए हैं और नए स्ट्रेन को लेकर चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही है. इस बीच दक्षिण अफ्रीका से एक सप्ताह पहले राजस्थान के जयपुर लौटे एक परिवार के 4 लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं. बताया जा रहा है कि ये परिवार 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा था. संक्रमित परिवार को जयपुर के RUHS अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि नहीं कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाए गए सभी चार लोगों में अभी तक कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Omicron Variant) की पुष्टि नहीं हुई है और उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) के लिए भेजा गया है. जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद ही ये तय होगा कि इनमें ओमिक्रोन वैरिएंट है या नहीं. संपर्क में आए 5 लोग भी हुए संक्रमित परिवार में सदस्यों की बात करें तो माता-पिता और उनकी 8 साल व 15 साल की दो बेटियां संक्रमित बताई जा रही हैं. दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे परिवार के संपर्क में आए 12 लोगों को भी कोरोना टेस्ट कराया गया है, जिनमें से 5 लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) पॉजिटिव पाए गए हैं. सभी वयस्कों को लग चुकी है वैक्सीन कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाए गए 9 लोगों में से सभी वयस्कों (18 साल से ज्यादा उम्र) को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लग चुकी है. किसी के अंदर कोरोना के कोई लक्षण (Covid-19 Symptoms) नहीं दिख रहे हैं और सभी सामान्य हैं. भारत में कोविड-19 के 99976 एक्टिव केस केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) के 9216 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 391 लोगों की मौत हुई. देशभर में अब तक कोविड-19 से 3 करोड़ 40 लाख 45 हजार 666 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 4 लाख 70 हजार 115 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. भारत में कोरोना वायरस के 99 हजार 976 एक्टिव केस (Coronavirus Active Case in India) मौजूद हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/how-does-desi-ghee-look-like-through-a-microscope-contains-bacteria/1039695,"अगर देख ली देशी घी की 'असलियत, तो कभी भी नहीं खा पाएंगे!","नई दिल्ली: रोटियां तो हम सभी खाते हैं लेकिन अगर उनमें देशी घी लगा हो तो रोटियों का स्वाद और भी बढ़ जाता है. लेकिन जिस देशी घी को आप इतना ज्यादा पसंद करते हैं, क्या आपने कभी सोचा है कि देशी घी माइक्रोस्कोप (Microscope) से कैसा दिखता है? अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं कि देशी घी माइक्रोस्कोप से कैसा दिखता है? माइक्रोस्कोप से कैसा दिखता है देशी घी? बता दें कि जब आप माइक्रोस्कोप से देशी घी को देखेंगे तो आपको उसमें बैक्टीरिया (Bacteria) रेंगते हुए नजर आएंगे. ये देखने में बहुत घिनौने और बेकार लगते हैं लेकिन ये बैक्टीरिया इंसानों के लिए हानिकारक नहीं होते हैं. पानी की एक बूंद में होते हैं लाखों बैक्टीरिया जान लें कि बैक्टीरिया सबसे छोटे, सरल और सबसे प्राचीन जीवों में से एक है. बैक्टीरिया पौधों में, जानवरों में और वातावरण में भी पाए जाते हैं. बैक्टीरिया के छोटे होने का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पानी की एक बूंद में लाखों बैक्टीरिया होते हैं. फायदेमंद भी होते हैं कई बैक्टीरिया गौरतलब है कि सभी बैक्टीरिया इंसानों के लिए खतरनाक नहीं होते हैं. कुछ बैक्टीरिया ऐसे होते हैं जो इंफेक्शन और एलर्जी को रोकने में मदद करते हैं. ये हमारे शरीर के अंदर भी मौजूद होते हैं और खाना पचाने में मददगार साबित होते हैं. कुछ बैक्टीरिया एंटीबायोटिक्स भी बनाते हैं जिन्हें हमारा शरीर बैक्टीरिया के खिलाफ इस्तेमाल करता है. देशी घी खाने के फायदे देशी घी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. देशी घी कब्ज की समस्या को दूर करता है. देशी घी हर दिन खाने से हमारे शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है. इसके अलावा देशी घी स्किन के लिए भी लाभकारी है. ये हमारी स्किन में निखार लाता है. अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो देशी घी उसमें भी फायदेमंद है. नाक में 2-3 बूंद देशी घी डालने से माइग्रेन से राहत मिलती है. देशी घी हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है. ",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/central-government-formed-special-task-force-to-deal-with-pollution-in-delhi-ncr/1039668,दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने उठाया बड़ा कदम,"नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों (Delhi-NCT) में प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब बनी हुई है और इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. केंद्र ने इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्कवायड का गठन किया है. केंद्र सरकार ने पांच सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया, जिन्हें विधायी शक्तियां भी दी गई हैं. इसके साथ ही 17 फ्लाइंग स्कवायड भी बनाए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर दी जानकारी वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ( CAQM) ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) में हलफनामा दाखिल कर इस बात की जानकारी दी. हलफनामे के अनुसार, 2 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए दिए गए आदेश को देखते हुए आयोग और केंद्र ने पांच सदस्यीय इंफोर्समेंट टास्क फोर्स (Enforcement Task Force) का गठन किया है. टास्क फोर्स को मिली सजा देने की शक्ति इंफोर्समेंट टास्क फोर्स के पास सजा देने और प्रदूषण फैलाने से रोकने के लिए विधायी शक्तियां भी दी गई हैं. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बताया कि इंफोर्समेंट टास्क फोर्स की अध्यक्षता एमएम कुट्टी (CAQM के चेयरपर्सन) करेंगे और CPCB के चेयरमैन तन्मय कुमार इसके सदस्य होंगे. इसके अलावा TERI की डीजी डॉ विभा धवन, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एनके शुक्ला और CAQM के NGO सदस्य आशीष धवन भी टास्क फोर्स के सदस्य हैं. 24 घंटे में 40 होगी फ्लाइंग स्क्वायड की संख्या केंद्र सरकार ने हलफनामें में कहा कि 17 फ्लाइंग स्कवायड भी बनाए गए हैं, जो सीधा इंफोर्समेंट टास्क फोर्स को रिपोर्ट करेंगे. फ्लाइंग स्कवायड के मेंबर विभिन्न स्थानों प्रदूषण फैलाने से रोकने के लिए छापे मार रहे हैं और अभी तक वो 25 जगहों पर औचक छापे मार चुके हैं. केंद्र सरकार ने कहा कि अगले 24 घंटे में फ्लाइंग स्क्वायड की संख्या बढ़ा पर 40 कर दी जाएगी. दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति दिल्ली में आज (3 दिसंबर) सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 385 रहा, जबकि नोएडा में एक्यूआई 562 और गुरुग्राम में एक्यूआई 413 दर्ज किया गया. वहीं गाजियाबाद में पीएम 2.5 का लेवल 222 दर्ज किया गया. इससे पहले गुरुवार (2 दिसंबर) को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 342 और बुधवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 357 रहा था. कब कितनी खराब मानी जाती है हवा बता दें कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शून्य से 50 के बीच रहने पर हवा को अच्छा माना जाता है, जबकि 51 और 100 के बीच एक्यूआई 'संतोषजनक' श्रीणी में माना जाता है. वहीं एक्यूआई जब 101 और 200 के बीच रहता है प्रदूषण को 'मध्यम', जबकि 201 और 300 के बीच इसे खराब माना जाता है. 301 और 400 के बीच हवा को 'बेहद खराब' माना जाता है, जबकि 401 और 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ias-officer-tapasya-parihar-success-story-daughter-of-farmer-crack-upsc-exam-without-coaching-secured-air-23/1039646,"किसान की बेटी ने बिना कोचिंग ऐसे पास किया UPSC Exam, फिर बनी IAS अफसर","नई दिल्ली: देश के सबसे कठीन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) की तैयारी के लिए ज्यादातर स्टूडेंट्स कोचिंग का सहारा लेते हैं और इसके बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है. ऐसी ही कहानी मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की रहने वाली तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) की है, जिन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Service Exam) की तैयारी के लिए कोचिंग जॉइन किया. लेकिन जब सफलता नहीं मिली, तब उन्होंने सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया और ऑल इंडिया में 23वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बनीं. 12वीं के बाद की लॉ की पढ़ाई मूल रूप से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की रहने वाली तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से की. 12वीं के बाद तपस्या ने पुणे के इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज (Indian Law Society’s Law College) में एडमिशन लिया और यहां से वकालत की पढ़ाई की. लॉ के शुरू की यूपीएससी की तैयारी हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे से लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) देने का फैसला किया. एग्जाम की तैयारी के लिए तपस्या ने कोचिंग जॉइन की, लेकिन पहले प्रयास में उन्हें असफलता हाथ लगी और प्री परीक्षा में ही फेल हो गईं. कोचिंग छोड़ सेल्फ स्टडी पर किया फोकस यूपीएससी एग्जाम में पहले प्रयास में असफलता के बाद तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने कोचिंग छोड़ दी और खुद मेहनत करने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने सेल्फ स्टडी पर फोकस किया. दूसरे प्रयास के लिए जब तपस्या ने पढ़ाई शुरू की तो उनका टारगेट ज्यादा से ज्यादा नोट्स बनाने और आंसर पेपर सॉल्व करने पर था. सेल्फ स्टडी से पाई सफलता तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) की तैयारी के लिए रणनीति में बदलाव किया और कड़ी मेहनत की. उन्होंने एग्जाम से पहले रिवीजन पर ध्यान दिया और कई आंसर पेपर सॉल्व कर डाले. इसके बाद तपस्या की मेहनत रंग लाई और उन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम 2017 में ऑल इंडिया में 23वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनने में सफल रहीं. तपस्या के पिता हैं किसान तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने परिवार को जब यूपीएससी की तैयारी करने की इच्छा जाहिर की तो उनके परिवार ने कुछ संकोच किए बना उनका साथ दिया. तपस्या के पिता विश्वास परिहार मूल रूप से किसान हैं. तपस्‍या के चाचा विनायक परिहार एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के दौरान तपस्‍या को उनका काफी समर्थन मिला. तपस्या की दादी देवकुंवर परिहार नरसिंहपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष रही हैं. ",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/ugc-net-december-2020-and-june-2021-exam-exam-rescheduled-in-3-cities-of-odisha-and-2-cities-of-andhra-pradesh-due-to-cyclone-jawad-942780.html,"यूजीसी-नेट दिसंबर 2020 और जून 2021 EXAM, चक्रवाती तूफान जवाद के चलते उड़ीसा के 3 और आंध्र प्रदेश के 2 शहरों में परीक्षा की गई रिशिड्यूल","उड़ीसा के 3 और आंध्र प्रदेश के 2 शहरों में ही परीक्षा रिशिड्यूल की गई है, बाकी जगहों पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा होगी. उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान जवाद (cyclonic storm Jawad) को लेकर जारी किए गए रेड अलर्ट की वजह से 5 दिसंबर को होने वाली यूजीसी-नेट दिसंबर 2020 और जून 2021 की परीक्षा अब रिशिड्यूल कर दी गई है. उड़ीसा (Odisha) के 3 और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के 2 शहरों में ही ये परीक्षा रिशिड्यूल की गई है, बाकी जगहों पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा होगी. उधर चक्रवाती तूफान जवाद के शुक्रवार को ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ने और ओडिशा के पुरी जिले में इसके पहुंचने से पहले राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी 64 टीम तैयार रखी है. चक्रवात से पश्चिम बंगाल के भी प्रभावित होने की संभावना है. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया कि चक्रवाती तूफान के बंगाल की खाड़ी से बाहर जाने से पहले ओडिशा के पुरी जिले में किसी स्थान पर पहुंचने की संभावना है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए NDRF की 64 टीम अलर्ट मोड पर उन्होंने भुवनेश्वर में संवाददाताओं से कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से बताए गए चक्रवात के संभावित मार्ग के मुताबिक ये पुरी तट पर दस्तक दे सकता है और समुद्र में लौट सकता है. उन्होंने बताया कि चक्रवात के जिले में पहुंचने के साथ 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है. साथ ही कहा कि चक्रवात के ओडिशा तट को छूने के बाद रफ्तार में क्रमिक रूप से कमी आ सकती है. उन्होंने कहा कि इस बात की भी संभावना है कि चक्रवात अपना रास्ता बदल ले और ओडिशा में नहीं पहुंचे. ये महज तट रेखा के ऊपर से गुजर सकता है और पुरी इसके घर्षण प्रभाव का सामना कर सकता है. एनडीआरएफ महानिदेशक अतुल करवाल ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि जोखिम वाले इलाकों में 46 टीम तैनात कर दी गई है या उन्हें वहां तैयार रखा गया है, जबकि 18 टीम को रिजर्व रखा गया है. संवाददाता सम्मेलन में उनकी ओर से साझा किए गए तैनाती नक्शे के मुताबिक 46 टीम में 19 पश्चिम बंगाल में, ओडिशा में 17, आंध्र प्रदेश में 19 के अलावा तमिलनाडु में सात और अंडमान निकोबार में दो टीम रखी गई है. स्थानीय अधिकारियों के साथ परामर्श पर उन्हें तैनात किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति से निपटने की तैयारियों की गुरुवार को समीक्षा की थी. उन्होंने अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया था.चक्रवात का नाम ‘जवाद’ सऊदी अरब ने प्रस्तावित किया है. ये भी पढ़ें- Maharashtra Board Exam 2022: महाराष्ट्र बोर्ड परीक्षा के लिए इन स्टूडेंट्स को नहीं देनी होगी फीस ये भी पढ़ें- SSC Jobs: हिमाचल प्रदेश में सैकड़ों पदों पर वैकेंसी, कर्मचारी चयन आयोग करेगा भर्ती, देखें जॉब नोटिफिकेशन (इनपुट- भाषा के साथ)",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/mysterious-light-seen-in-the-sky-of-north-indian-states-defense-sources-confirm-it-was-a-satellite-942758.html,"उत्तर भारतीय राज्यों के आसमान में दिखी रहस्यमयी रोशनी की कतार लोगों के लिए बनी पहेली, रक्षा सूत्रों ने बताया इसका राज","उत्तर भारतीय राज्यों के आसमान में दिखी रहस्यमयी रोशनी (फोटो- ANI) उत्तर भारतीय राज्यों में शुक्रवार को आसमान में एक रहस्यमयी रोशनी देखने को मिली. बताया जा रहा है कि ये रोशनी पंजाब समेत कई राज्यों में दिखाई दी. वहीं रक्षा सूत्रों ने बताया है कि ये रोशनी सैटेलाइट थी. हालांकि इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि यह एलोन मस्क के नेतृत्व वाले ‘स्टारलिंक’ उपग्रह हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब के पठानकोट में भी शुक्रवार को आसमान में रहस्यमयी रोशनी देखी गई, जिससे स्थानीय लोग स्तब्ध रह गए. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि रोशनी शाम करीब 6:50 बजे पांच मिनट तक देखी गई. वीडियो में कुछ रहस्यमयी रोशनी को एक सीधी रेखा में देखा जा सकता है. Mysterious lights were seen over north Indian states and videos shared on social media. Defence sources confirm it was a satellite, earlier media reports say it is Elon Musk-led ‘Starlink’ satellites. (Pic – screengrab from a video) pic.twitter.com/6Qxi33igWq — ANI (@ANI) December 3, 2021 वहीं आसमान में चमकती रोशनी देखने के बाद लोग लगातार ट्विटर पर अपना अनुभव शेयर कर रहे हैं. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोगों ने बताया कि ये ऐसा लग रहा था मानों कुछ दूरी से ट्रेन जा रही हो. कई लोगों ने इस रोशनी को रॉकेट भी समझ लिया. जम्मू-कश्मीर में भी देखी गई रोशनी पंजाब के अलावा जम्मू-कश्मीर में भी इस रोशनी को देखा गया. बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में जम्मू, सांबा, कठुआ, ऊधमपुर, राजौरी और पुंछ जैसे जिलों में लोगों ने इस नजारे को देखा और अपने कैमरों में कैद कर लिया. गुजरात में भी देखी गई थी इस तरह की रोशनी यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की रहस्यमयी रोशनी आसमान में देखी गई है. इससे पहले इस साल जून में, गुजरात के जूनागढ़, उपलेटा और सौराष्ट्र के आस-पास के क्षेत्रों में रात के आसमान में रहस्यमयी रोशनी टिमटिमाती हुई देखी गई थी. जिसके बाद यूएफओ की अटकलें तेज हो गई थीं. उस दौरान गुजरात काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (GUJCOST) के सलाहकार नरोत्तम साहू ने यूएफओ होने की बात को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि हो सकता है कि किसी उपग्रह के लो अर्थ ऑर्बिट से गुजरने के कारण ये रोशनी दिखाई दी हों. यह भी पढ़ें IMD Alert: आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा तूफान ‘जवाद’, रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा रहने के आसार, मचा सकता है भारी तबाही अफगानिस्तान पर यूरोपीय संघ ने कहा- आतंकवाद के मुद्दे पर सिर्फ भारत ही चिंतित नहीं, हम भी कर रहे चर्चा",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cyclone-jawad-moving-towards-north-andhra-pradesh-coast-ndrf-team-alertsaid-landslides-and-uprooting-of-trees-are-the-biggest-problems-942709.html,"IMD Alert: आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा तूफान ‘जवाद’, रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा रहने के आसार, मचा सकता है भारी तबाही","चक्रवाती तूफान जवाद को लेकर कई राज्‍यों में अलर्ट चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) को लेकर मौसम विभाग ने देशभर में अलर्ट जारी किया है. बताया जा रहा है कि इस तूफान की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे रहने के आसार हैं और तेज हवाओं की वजह से पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ सकते हैं. वहीं बताया ये भी जा रहा है कि सुबह का डीप डिप्रेशन चक्रवाती तूफान जवाद में बदल गया है और अब यह उत्तर पश्चिम दिशा में उत्तर आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है. बताया जा रहा है कि कल तक यह आगे बढ़ेगा और तेज होगा. विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र की निदेशक सुनंदा ने इसके बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि इसके बाद यह उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुड़ेगा और तट के समानांतर चलेगा. यह ओडिशा में गोपालपुर और पुरी के बीच से गुजरेगा. भूस्खलन और पेड़ों का उखड़ना सबसे बड़ी चिंता चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं. विशाखापट्टनम में एनडीआरएफ हेड कांस्टेबल रामा राव ने कहा हम किसी भी घटना के लिए 24×7 तैयार और सतर्क हैं. मुख्य चिंता भूस्खलन और पेड़ों का उखड़ना है. ट्रैफिक की किसी भी समस्या से बचने के लिए हमें सड़कों को जल्दी से साफ करना होगा. हमारे पास बहुप्रतिभाशाली कर्मी हैं जो किसी भी स्थिति का जवाब दे सकते हैं. वहीं, एनडीआरएफ के सब-इंस्पेक्टर सत्यनारायण ने बताया कि यदि कोई भूस्खलन होता है या पेड़ उखड़ते हैं तो हम सभी सड़कों से मलबे को साफ कर देंगे. साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में डूबने वाले किसी भी व्यक्ति को भी बचाएंगे इससे पहले आईएमडी अमरावती निदेशक स्टेला सैमुअल ने कहा कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और अगले 6 घंटों में यह एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इसके कल शनिवार (4 दिसंबर) की सुबह तक उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना है. लोगों को किया गया अलर्ट मौसम विभाग ने लोगों को आगाह करते हुए कहा है कि किसानों से अनुरोध है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा करें. निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर रहना चाहिए. चक्रवाती तूफान के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए क्योंकि इससे भूस्खलन भी हो सकता है. यह भी पढ़ें: कल टकराएगा Cyclone Jawad, जानें भारत में आए अब तक 7 सबसे खतरनाक तूफान ‘जवाद’ चक्रवात के बाद आएगा ‘असानी’, तूफानों के नाम इतने अजीबोगरीब क्‍यों होते हैं, जानिए इसकी वजह",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/alert-issued-in-the-country-regarding-omicron-variant-preparation-of-these-states-including-delhi-942656.html,"ओमीक्रॉन वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, केंद्र ने जारी किया अलर्ट, महामारी को कंट्रोल करने के लिए राज्‍य सरकारों ने उठाए कई ठोस कदम","ओमीक्रॉन देश और दुनिया में तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट से भी 5 गुना ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है और इसकी पहचान केवल जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए हो सकती है. (सांकेतिक फोटो) कर्नाटक में गुरुवार को नए ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के दो मामलों की पुष्टि होने के बाद देश भर के राज्यों को अलर्ट रहने और कोविड -19 मामलों को लेकर अपनी तैयारियों को तेज करने का निर्देश दिया गया है. कर्नाटक में गुरुवार को जो दो मामले ओमीक्रॉन के मिले थे, उनमें से एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जबकि दूसरा स्थानीय व्यक्ति है. ओमीक्रॉन देश और दुनिया में तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट से भी 5 गुना ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है और इसकी पहचान केवल जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए हो सकती है. मतलब ये कि ओमीक्रॉन वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए जल्द से जल्द जीनोम सिक्वेंसिंग जरूरी है, ताकि वक्त रहते संक्रमितों का पता लग सके और उन्हें आइसोलेट करके संक्रमण की कड़ी को तोड़ा जा सके. पढ़िए नए दिशा-निर्देशों के साथ राज्य नई चुनौती का सामना कैसे कर रहे हैं. कर्नाटक कर्नाटक ने शुक्रवार को तकनीकी सलाहकार समिति की सिफारिशों के आधार पर अपने कोविड -19 दिशानिर्देशों को अपडेट किया. नए दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में 15 जनवरी 2022 तक कोई भी सांस्कृतिक गतिविधियां व समारोह नहीं हो सकेंगे. दिशानिर्देश 18 वर्ष से कम आयु के छात्रों के माता-पिता के लिए दोनों खुराक के साथ टीकाकरण करना अनिवार्य बनाते हैं. मॉल, थिएटर और सिनेमा हॉल भी केवल उन्हीं लोगों को अनुमति देंगे जिन्हें पूरी तरह से टीका लगाया गया है. बैठकों और सम्मेलनों सहित सभी समारोहों के लिए उपस्थिति 500 ​​तक सीमित कर दी गई है. उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को राज्य की सीमाओं पर स्क्रीनिंग तेज करने और निगरानी को मजबूत करने का फैसला किया है. सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने अधिकारियों से कहा है कि वो हवाई अड्डों पर ध्यान केंद्रित करते हुए निगरानी में और सुधार करें ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि राज्य में सामान्य स्थिति बनी रहे. लखनऊ के केजीएमयू और पीजीआई में सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग तेजी से की जा रही है. अधिकारियों को अन्य बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए व्यापक सफाई, स्वच्छता और फॉगिंग अभियान जारी रखने के लिए भी कहा गया है. दिल्ली दिल्ली सरकार ने केंद्र की तरफ से रिस्क कैटेगरी के देशों के रूप में पहचाने जाने वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. इनमें यूरोपीय राष्ट्र, यूके, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, ब्राजील, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल शामिल है. पांच साल से कम उम्र के बच्चों को तब तक कोविड -19 टेस्ट से नहीं गुजरना पड़ेगा, जब तक कि उनमें वायरस के लक्षण नहीं दिखते. दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यात्रियों को असुविधा का सामना न करने के लिए कोविड जांच के लिए कई काउंटर स्थापित करने सहित पर्याप्त व्यवस्था की है. रैपिड पीसीआर टेस्ट की कीमत 3,900 रुपए से घटाकर 3,500 रुपए कर दी गई है. महाराष्ट्र राज्य सरकार ने सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए मुंबई के लिए उड़ान या राज्य के किसी भी जिले में आने के लिए किसी भी परिवहन साधन में सवार होने से पहले पिछले 15 दिनों में अपनी यात्रा का विवरण देना अनिवार्य कर दिया है. राज्य सलाहकार ने कहा कि रिस्क वाले देशों से आने वालों के लिए प्राथमिकता के आधार पर जांच के लिए अलग काउंटर होंगे. गुजरात गुजरात के आठ शहरों में सुबह 1 बजे से सुबह 5 बजे के बीच रात के कर्फ्यू को 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है. ये शहर हैं गांधीनगर, अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर, भावनगर और जूनागढ़. राज्य सरकार ने कहा है कि इन शहरों में एपीएमसी, दुकानें और ब्यूटी सैलून जैसे व्यावसायिक प्रतिष्ठान सुबह 12 बजे तक खुले रह सकते हैं और आधी रात तक रेस्तरां 75 फीसदी क्षमता के साथ खुले रह सकते हैं.अधिकतम 100 व्यक्तियों को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी गई है और 400 विवाह समारोहों, धार्मिक कार्यों और राजनीतिक समारोहों में भाग ले सकते हैं. पश्चिम बंगाल राज्य में कोविड -19 प्रतिबंधों को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है और दिसंबर के अंत तक रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात के कर्फ्यू की घोषणा की गई है. आवश्यक सेवाओं के लिए छूट दी गई है. ये भी पढ़ें- Omicron Variant: कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन वरदान है या अभिशाप, जानिए क्या है डॉक्टर की राय ये भी पढ़ें- Omicron के क्या हो सकते हैं लक्षण, दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टर ने दी जानकारी, कहा- डेल्टा-बीटा से यह अलग वेरिएंट",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-variant-the-third-wave-of-corona-may-come-in-terms-in-terms-of-numbers-of-infections-rising-said-dr-anurag-aggarwal-942641.html,"Omicron Variant: संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर आ सकती है कोरोनी की तीसरी लहर, बोले डॉ अनुराग अग्रवाल","कोरोना वायरस देश में बढ़ते ओमीक्रॉन कोरोना वेरिएंट (Omicron Corona Variant) के खतरे के बीच सीएसआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक डॉ अनुराग अग्रवाल का कहना है कि संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर निश्चित रूप से बढ़ते संक्रमणों की संख्या के संदर्भ में आएगी, लेकिन स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर दबाव के मामले में विनाशकारी नहीं होना चाहिए. वहीं बच्चों को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा, ”बच्चों को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है. भारत के आंकड़े बताते हैं कि बच्चे वयस्कों की तरह लगभग उसी दर से संक्रमित हुए हैं.” उन्होंने कहा कि बच्चों में गंभीर बीमारी का जोखिम कम बना रहेगा, लेकिन पर्याप्त संख्या में संक्रमणों को देखते हुए, कुछ में हमेशा गंभीर बीमारी का विकास होगा. इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया कि अभी सबसे अच्छी इम्युनिटी वाले लोग हाइब्रिड इम्युनिटी वाले लोग हैं जो आबादी का सबसे बड़ा गुट है. डॉ अनुराग अग्रवाल का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब देश में कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर डर का माहौल है. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इसे लेकर स्थिति अगले एक दो हफ्तों में साफ हो जाएगी. लेकिन फिलहाल इससे डरने के बजाय सतर्क रहने की जरूरत है. ओमीक्रॉन को लेकर क्या है एक्सपर्ट्स की राय वहीं दूसरी ओर इसे लेकर एक्सपर्ट्स की राय है कि इसे रोकना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. इंडियन मेडिकल एसोशिएसन के वित्त सचिव डॉक्टर अनिल गोयल ने टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में बताया कि इसे रोकने की बात करना बेमानी होगा. अधिक जरूरी बात ये है कि किस तरीके से इसके इलाज और दूसरे पक्षों पर ध्यान दिया जाए. एम्स में पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय ने कहा है कि अभी वक्त आ गया है इस बात पर ध्यान देने का कि हमारे हॉस्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को कैसे दुरुस्त किया जाए. बजाए इसके कि वायरस की प्रकृति क्या है. यह भी पढ़ें: Omicron Variant: अफ्रीकी देशों से बेंगलुरु आए 10 यात्री लापता, बंद आ रहे हैं फोन, राज्य में मचा हड़कंप कर्नाटक में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट पर शक, राज्य सरकार ने लैब की जांच का दिया आदेश",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cyclone-jawad-imd-amaravati-maximum-warned-wind-speed-100-kmph-trees-and-electric-poles-to-get-uprooted-landslides-occur-942435.html,"Cyclone Jawad: रात 12 बजे के बाद तूफान ‘जवाद’ दिखाएगा अपना खेल, 100 km की स्पीड से चलेंगी हवाएं, भूस्खलन की भी संभावना","सांकेतिक तस्वीर. कोरोना संकट के बीच साल 2021 के आखिरी महीने में भी चक्रवाती तूफान दस्तक देने जा रहा है. साइक्लोन जवाद (Cyclone Jawad) को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने देशभर में अलर्ट जारी कर रखा है. चक्रवात के बारे में अब चेतावनी दी गई है कि इस तूफान की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे रहने के आसार हैं और तेज हवाओं की वजह से पेड़ तथा बिजली के खंभे उखड़ सकते हैं. आईएमडी अमरावती निदेशक स्टेला सैमुअल ने कहा कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और अगले 6 घंटों में यह एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इसके कल शनिवार (4 दिसंबर) की सुबह तक उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना है. पेड़-बिजली के खंभे के उखड़ने की संभावना साइक्लोन जवाद की गंभीरता के बारे में अमरावती के मौसम विभाग के निदेशक स्टेला सैमुअल ने कहा कि इसके बाद के 24 घंटों के दौरान उत्तर, उत्तर-पूर्व की ओर फिर से और ओडिशा तट के साथ आगे बढ़ने की संभावना है. इस दौरान निरंतर हवा की गति 80 से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रहेगी और इसके अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे तक जाने की संभावना है. तेज हवा की वजह से पेड़ और बिजली के खंभे के उखड़ने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से लोगों को आगाह करते हुए कहा गया है कि किसानों से अनुरोध है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा करें. निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर रहना चाहिए. चक्रवाती तूफान के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए क्योंकि इससे भूस्खलन भी हो सकता है. हल्की से तेज बारिश तक की चेतावनी स्टेला सैमुअल ने यह भी बताया कि चक्रवाती तूफान की वजह से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. मछुआरों को भी समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जाती है क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. साइक्लोन जवाद की वजह से ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार जताए गए हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ और खड़ी फसलों, विशेष रूप से धान को संभावित नुकसान पहुंचने की संभावना है. चक्रवात जवाद की वजह से होने वाले प्रतिकूल प्रभावों को रोकने के लिए ओडिशा सरकार ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने तूफान के बारे में तैयारियों के बारे में कहा कि सरकार तटीय जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य अग्निशमन सेवा और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) सहित 266 टीमों को तैनात करने की योजना बना रही है. ये भी पढ़ें Cyclone Jawad: अगले 12 घंटों में लेगा ‘चक्रवाती तूफान’ का रूप, ओडिशा-आंध्र और बंगाल के कई हिस्सों में होगी भारी बारिश",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/health-ministry-said-omicron-variant-may-be-less-severe-due-to-vaccination-and-prior-infections-942363.html,स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा- वैक्सीनेशन की तेज गति से ओमीक्रॉन पर लगाया जा सकेगा अंकुश,"सांकेतिक तस्वीर कोरोना वायरस के नए और बेहद खतरनाक वेरिएंट माने जा रहे ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron variant) की देश में एंट्री के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज शुक्रवार को कहा कि वैक्सीनेशन की तेज गति और डेल्टा वेरिएंट के उच्च जोखिम के कारण भारत में ओमीक्रॉन का खतरा कम हो सकता है. मंत्रालय ने कहा कि न्यू वेरिएंट ऑफ कंसर्न (variant of concern) के भारत सहित और भी देशों में फैलने की संभावना है, लेकिन संक्रमणों में वृद्धि का पैमाना और परिमाण अभी भी स्पष्ट नहीं है. मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि भारत में टीकाकरण की तेज गति और हाई सेरोपॉजिविटी के सबूत के रूप में डेल्टा संस्करण के उच्च जोखिम को देखते हुए, बीमारी की गंभीरता कम होने का अनुमान है. हालांकि, वैज्ञानिक साक्ष्य अभी भी विकसित हो रहे हैं. मंत्रालय ने इस बात पर भी प्रकाश डाला है कि ओमीक्रॉन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा परखे गए म्यूटेशंस, उनके बढ़े हुए ट्रांसमिशन और इम्युन इवेशन की अनुमानित विशेषताओं और कोविड-19 महामारी के हानिकारक परिवर्तन के शुरुआती साक्ष्य के आधार पर वेरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया गया है. संक्रमण होने की संभावना तीन गुना अधिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने उपलब्ध वैक्सीन के साथ कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीनेशन के अभियान पर जोर दिया क्योंकि उनसे अभी भी गंभीर बीमारी से सुरक्षा प्रदान करने की उम्मीद है. स्टडी के अनुसार, बीटा या डेल्टा वेरिएंट की तुलना में वेरिएंट ऑफ कंसर्न से दोबारा संक्रमण होने की संभावना तीन गुना अधिक होती है. पेपर मेडिकल प्रीप्रिंट सर्वर पर उपलब्ध है और अभी तक इसकी समीक्षा नहीं की गई है. भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 9,216 नए मामले दर्ज किए हैं जबकि एक्टिव केस की संख्या 1 लाख से नीचे है. इस बीच, शुक्रवार को 73.67 लाख वैक्सीन की डोज दी गई जिससे देश में वैक्सीन की कुल डोज की संख्या 125 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है. बूस्टर डोज की तैयारी कर रही सरकार इससे पहले ओमीक्रॉन वेरिएंट के खतरे के बीच केंद्र सरकार ने कल गुरुवार को कहा था कि कोविड-19 के लिए बूस्टर वैक्सीन डोज के वैज्ञानिक स्तर पर जांच की जा रही है, लेकिन प्राथमिकता दोनों डोज के साथ व्यस्क आबादी का पूर्ण वैक्सीनेशन सुनिश्चित करना है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘बूस्टर के लिए वैज्ञानिक स्तर पर परिक्षण किया जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता पहले वैक्सीन के दोनों डोज को प्रशासित करने का काम पूरा करना है और यही वह रणनीति है जिससे हमें सबसे ज्याादा फायदा होगा.’ ये भी पढ़ें बूस्टर डोज पर बोला स्वास्थ्य मंत्रालय- वैज्ञानिक स्तरीय जांच जारी, लेकिन प्राथमिकता पहले डबल खुराक देने पर",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-variant-10-passengers-who-came-to-bangalore-from-african-countries-missing-942479.html,"Omicron Variant: अफ्रीकी देशों से बेंगलुरु आए 10 यात्री लापता, बंद आ रहे हैं फोन, राज्य में मचा हड़कंप","अफ्रीकी देशों से बेंगलुरु आए 10 यात्री लापता (सांकेतिक तस्वीर) कर्नाटक (Karnataka) से सामने आए कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के दो मामलों के बाद पूरे देश में डर का माहौल है. इस बीच अब एक और परेशान करने वाली खबर सामने आई है जिससे कर्नाटक में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि अफ्रीकी देशों से बेंगलुरु आए 10 यात्री लापता हैं. इतना ही नहीं उनका फोन भी बंद है और वह अपने दिए पते पर भी उपलब्ध नहीं है. राज्य से ही ओमीक्रॉन के दो मामले सामने आने के बाद इसे बड़ी लापरवाही के तौर पर देखा जा रहा है. स्वास्थ्य अधिकारी इन यात्रियों की तलाश में जुट गए हैं. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि साउथ अफ्रीका में ओमीक्रॉन पाए जाने के बाद बेंगलुरु में 57 यात्री आए. इन 57 यात्रियों में से 10 को बीबीएमपी ट्रेस नहीं कर पाई है. उनके फोन भी बंद हैं और दिए पते पर वह उपलब्ध नहीं है.” शैक्षणिक संस्थानों में सभी कार्यक्रमों 15 जनवरी तक के लिए स्थगित वहीं, दूसरी ओर कर्नाटक में ओमीक्रॉन वेरिएंट के दो मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार ने भी कुछ सख्‍त कदम उठाए हैं. कर्नाटक सरकार में मंत्री आर अशोक ने कहा कि सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में सभी कार्यक्रमों को 15 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है. उन्होंने कहा कि नागरिकों को सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स, शॉपिंग मॉल में तभी जाने की अनुमति है, जब वे फुली वैक्सीनेटेड हों. शादी समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है. अधिकतम 500 लोगों के विवाह समारोह में शामिल होने की अनुमति है. मंत्री ने कहा कि हम आज उनका (दक्षिण अफ्रीका के ‘लापता’ यात्री) पता लगाएंगे और उनका टेस्ट करेंगे. बता दें, तेजी से फैलने वाले इस वेरिएंट की चपेट में फिलहाल दुनिया के करीब 30 देश हैं. 27 नवंबर तक यानी हफ्ते भर पहले 11 देशों में इस नए वेरिएंट की पुष्टि हुई और इसमें बोत्सवाना और नीदरलैंड को छोड़ दें तो बाकी 9 देशों में 3% से लेकर 388% तक पिछले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते कोरोना के मामले बढ़े हैं. इजरायल में 78%, हांग कांग में 27% , इटली में 24%, चेक गणराज्य में 11% और बेल्जियम में 10% तक ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं. यह भी पढ़ें: कर्नाटक में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट पर शक, राज्य सरकार ने लैब की जांच का दिया आदेश ’10 लाख आबादी में 340 लोगों की हुई कोरोना से मौत, ये दुनिया में सबसे कम’, लोकसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/karnataka-government-orders-inquiry-on-first-omicron-variant-case-lab-which-is-doubtful-942310.html,"कर्नाटक में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट पर शक, राज्य सरकार ने लैब की जांच का दिया आदेश","सांकेतिक तस्वीर: कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन. कर्नाटक (Karnatka Government) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरनाक ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) का केस सामने आया है. इसके बाद सरकार सतर्क हो गई है. कर्नाटक सरकार में मंत्री आर अशोक ने कहा कि संक्रमित हुए एक व्यक्ति की रिपोर्ट को लेकर कुछ संदेह है, क्योंकि एक रिपोर्ट में वह व्यक्ति पॉजिटिव आया और एक रिपोर्ट में वह नेगेटिव आया. इस वजह से लैब की जांच की जरूरत है. कर्नाटक में गुरुवार को दो लोग संक्रमित मिले थे, जिसमें एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जबकि दूसरा स्थानीय व्यक्ति है. मंत्री आर अशोक ने कहा, ‘कर्नाटक सरकार ने आरटीपीसीआर रिपोर्ट को लेकर पहले ओमीक्रॉन मामले की जांच के आदेश दिए हैं. वह व्यक्ति एक होटल में रुका और फिर उसने वहां पर कुछ बैठकें कीं. उसके बाद वह दुबई (Dubai) चला गया. ऐसे में उसके पास दो रिपोर्ट हैं, एक पॉजिटिव और एक निगेटिव, जो संदेह पैदा करती है. उन्होंने कहा कि इस वजह से इन रिपोर्ट्स को तैयार करने वाली लैब की जांच करनी चाहिए. मंत्री ने बताया कि बेंगलुरू के पुलिस कमिश्नर इस जांच की निगरानी करेंगे. फुली वैक्सीनेटेड लोगों को मिलेगी सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स, शॉपिंग मॉल में एंट्री आर अशोक ने कहा कि सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में सभी कार्यक्रमों को 15 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है. उन्होंने कहा कि नागरिकों को सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स, शॉपिंग मॉल में तभी जाने की अनुमति है, जब वे फुली वैक्सीनेटेड हों. शादी समारोह में शामिल होने की लोगों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है. अधिकतम 500 लोगों के विवाह समारोह में शामिल होने की अनुमति है. मंत्री ने कहा कि हम आज उनका (दक्षिण अफ्रीका के ‘लापता’ यात्री) पता लगाएंगे और उनका टेस्ट करेंगे. जीनोम सीक्वेंसिंग में जुटी सरकार गौरतलब है कि कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को कहा कि राज्य में ओमीक्रोन के दो मामले सामने आए. इसमें एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जबकि दूसरा स्थानीय व्यक्ति है, जो एक डॉक्टर है और उसने विदेश यात्रा नहीं की थी. डॉक्टर के संपर्क में आए पांच लोगों की कोविड-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और उनके नमूने जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गये हैं. अधिकारियों के मुताबिक बेंगलुरू शहर में जांच में पॉजिटिव पाये गये दोनों मरीजों को कोविड की दोनों डोज लग चुकी थी. बृहत बेंगलुरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने कहा कि पहला मामला 66 वर्षीय व्यक्ति के संक्रमित होने का है जो दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है. उन्होंने बताया, वह 20 नवंबर को यहां (बेंगलुरू) आया था, उसके नमूने जीनोम सीक्वेंस के लिए भेजे गये थे, जिसकी रिपोर्ट आज आई और उसमें उसके ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. उन्होंने दूसरे मामले के बारे में कहा, ‘दूसरे व्यक्ति ने कोई (विदेश) यात्रा नहीं की थी इसलिए और अधिक लोगों के संक्रमित होने की गुंजाइश है. इस नये वेरिएंट के खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत है. ये भी पढ़ें: ’10 लाख आबादी में 340 लोगों की हुई कोरोना से मौत, ये दुनिया में सबसे कम’, लोकसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-corona-variant-doctors-said-it-is-impossible-to-stop-this-new-covid-19-variant-cases-increased-within-a-week-in-many-countries-942168.html,"Omicron Variant: दुनियाभर में तेजी से फैल रहे इस नए वेरिएंट को रोकना असंभव, डॉक्टर बोले- अब इसके इलाज पर देना होगा ध्यान","कोरोना वायरस हाल के दिनों में ओमीक्रॉन के मामले (Omicron Variant Cases) अचानक से पूरे विश्व में बढ़े हैं. विशेषज्ञों की राय है कि इसे रोकना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. इंडियन मेडिकल एसोशिएसन के वित्त सचिव डॉक्टर अनिल गोयल ने टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में बताया कि इसे रोकने की बात करना बेमानी होगा. अधिक जरूरी बात ये है कि किस तरीके से इसके इलाज और दूसरे पक्षों पर ध्यान दिया जाए. एम्स में पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय ने कहा है कि अभी वक्त आ गया है इस बात पर ध्यान देने का कि हमारे हॉस्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को कैसे दुरुस्त किया जाए. बजाए इसके कि वायरस की प्रकृति क्या है. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि फिलहाल पहली नजर में इस वायरस ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए अपने आपको माइल्ड किया है. इसलिए हम कह सकते हैं कि संभव है आने वाले दिनों में हमारे लिए या वरदान साबित हो इसलिए डरने की जरूरत नहीं सजग रहने की जरूरत है. तेजी से बढ़ रहे हैं केस ओमीक्रॉन कोरोना वेरिएंट के मामले अब भारत में भी हैं. वहीं जिन-जिन देशों में कोरोना का ये नया वेरिएंट मिला है वहां हफ्ते भर के भीतर मामले तेज़ी से बढ़े हैं. सबसे पहले इस नए वेरिएंट को रिपोर्ट करने वाले देश दक्षिण अफ्रीका में तो पिछले हफ्ते से इस हफ्ते 388% कोरोना के ज़्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं. 30 देशों पर असर ओमीक्रॉन कोरोना के मामलों में उछाल ला रहा है. तेजी से फैलने वाले इस वेरिएंट की चपेट में फिलहाल दुनिया के करीब 30 देश हैं. 27 नवंबर तक यानी हफ्ते भर पहले 11 देशों में इस नए वेरिएंट की पुष्टि हुई और इसमें बोत्सवाना और नीदरलैंड को छोड़ दें तो बाकी 9 देशों में 3% से लेकर 388% तक पिछले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते कोरोना के मामले बढ़े हैं. इजरायल में 78%, हांग कांग में 27% , इटली में 24%, चेक गणराज्य में 11% और बेल्जियम में 10% तक ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं. इन देशों में भी मौजूदगी बाकी देशों में जहां हाल के दिनों में इस नए वेरिएंट की मौजूदगी देखी गई है उनमें फ्रांस में 55%, स्पेन में 45%, नॉर्वे में 29%, दक्षिण कोरिया में 25%, पुर्तगाल में 19% और कनाडा में पिछले हफ्ते से इस हफ्ते 15% ज्यादा कोरोना के मामले आए हैं. यह भी पढ़ें: Omicron Variant: कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन वरदान है या अभिशाप, जानिए क्या है डॉक्टर की राय आखिर क्यों जीनोम सीक्वेंस बढ़ाना है भारत के लिए बेहद जरूरी? दिखाई लापरवाही तो देगी बड़ी ‘मुसीबत’ दस्तक!",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-corona-variant-in-india-doctor-opinion-on-whether-it-is-boon-or-curse-942132.html,"Omicron Variant: कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन वरदान है या अभिशाप, जानिए क्या है डॉक्टर की राय","कोरोना वायरस ओमीक्रॉन कोरोना वेरिएंट वरदान है या फिर अभिशाप है यह एक बड़ा सवाल हो गया है. विशेषज्ञों की माने तो हमें डरने से ज्यादा सजग रहने की जरूरत है. संभव है यह नया वेरिएंट हमारे लिए वरदान साबित हो इसलिए हमें साक्ष्य का इंतजार करना चाहिए और विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 1 से 2 हफ्ते में यह सब कुछ क्लियर हो जाएगा कि वायरस वरदान है यह अथवा अभिशाप. एम्स के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ संजय राय ने TV9 भारतवर्ष से खास बातचीत में बताया है कि अभी फिलहाल पहली नजर में इस वायरस ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए अपने आपको माइल्ड किया है. इसलिए हम कह सकते हैं कि संभव है आने वाले दिनों में हमारे लिए या वरदान साबित हो इसलिए डरने की जरूरत नहीं सजग रहने की जरूरत है. डाक्टर संजय राय ने बताया कि यह जो नया वैरिएंट आया है उसके आने के महज दो दिनों के अंदर डब्ल्यूएचओ (WHO) ने यह कह दिया कि वैरिएंट ऑफ कंसर्न है. कहा गया कि यह डेल्टा से भी ज्यादा इनफेक्शियस है और इसमें इम्युनिटी को भी बायपास करने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि डर का माहौल बनाया गया है. इसके पीछे कहीं कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है. अभी तक जो साक्ष्य है उसके हिसाब से ये माइल्ड है. यदि इसमें माइल्ड सिम्टम है तो मैं इसे वरदान कहूंगा. इससे किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है. यह डेल्टा को रिप्लेस कर सकता है डाक्टर संजय राय ने कहा कि यदि यह वायरस माइल्ड है और बहुत तेजी से फैलता है तो ऐसा भी हो सकता है कि आने वाले दिनों में डेल्टा जिसने पूरी दुनियां में कोहराम मचाया उसे रिप्लेस कर दे. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो अधिक से अधिक लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी आएगी और वायरस का प्रभाव कम हो जाएगा. ऐसे में लोगों को वैक्सीन की भी जुररत नहीं होगी क्योंकि उनमें नेचुरल इम्यूनिटी आ चुकी होगी. वायरस ने खुद को बचाने के लिए माइल्ड किया डाक्टर संजय राय ने बताया कि वायरस में कई तरह के म्यूटेशन होते हैं. ऐसे में यह भी जानाना जरूरी है कि संभव है वायरस ने खुद को बचाने के लिए अपने आप को माइल्ड किया हो. अगर यह सामान्य सर्दी खांसी बुखार होकर रह जाएगा तो हम उस तरीके से इसपर रिएक्ट नहीं करेंगे जैसा कि अभी हम कर रहे हैं. संभव हो खतरनाक भी हो वक्त आ गया है कि वैज्ञानिक साक्ष्य पर काम करें.डाक्टर संजय राय ने कहा कि कई बार इसमें लोग अपना फायदा देखने लगते हैं. मसलन वैक्सीन बनाने वाली कंपनी हो या वैक्सीन के विरोध में काम करने वाले लोग. हमें एक से दो सप्ताह में इस बात के प्रमाण मिलने शुरू हो जाएगें कि ओमीक्रान कितना खतरनाक है. अगर ये अपनी प्रकृति नहीं बदलता तो माइल्ड ही रहेगा. ऐसे में जरूरी है थोड़ा इंतजार किया जाए बजाए इसके कि डर से हम अपनी सभी तरह की गतिविधियों को बंद कर दें. यह भी पढ़ें: Coronavirus Live: अब 33 देशों में पहुंचा ओमीक्रॉन, मलेशिया में भी पहला मामला दर्ज- अमेरिका में 7-7 नए केस Omicron Variant: दिल्ली में ओमीक्रॉन का साया, LNGP अस्पताल में अबतक 12 संदिग्ध मरीज भर्ती",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/pm-narendra-modi-says-convert-fintech-initiatives-into-fintech-revolution-for-financial-empowerment-942032.html,"प्रधानमंत्री मोदी ने की गुजारिश, समावेश और विश्वास पर आधारित हो ‘फिनटेक क्रांति’","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को कहा कि लोगों को एक किफायती और विश्वसनीय भुगतान प्रणाली मुहैया कराने के लिए वित्त प्रौद्योगिकी पहल को वित्त प्रौद्योगिकी क्रांति (Fintech Revolution) में बदलने की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने ‘इन्फिनिटी मंच’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘प्रौद्योगिकी वित्त में एक बड़ा बदलाव ला रही है और पिछले साल मोबाइल से किया जाने वाला भुगतान, एटीएम कार्ड से की जाने वाली पैसों की निकासी से अधिक था. उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष शाखा कार्यालयों के बिना काम करने वाले डिजिटल बैंक पहले से ही एक वास्तविकता हैं और एक दशक से भी कम समय में ये आम हो सकते हैं. मोदी ने कहा, ‘अब, इन वित्त प्रौद्योगिकी (फिनटेक) पहल को वित्त प्रौद्योगिकी क्रांति में बदलने का समय आ गया है. वह क्रांति जो देश के हर एक नागरिक के वित्तीय सशक्तिकरण (Financial Empowerment) में मदद करेगी.’ पीएम मोदी ने इन्फिनिटी मंच का किया उद्घाटन उन्होंने साथ ही कहा कि फिनटेक की व्यापक पहुंच के साथ, ऐसे विचार हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है और फिनटेक उद्योग ने एक व्यापक स्तर हासिल किया है और इस स्तर का मतलब ऐसे ग्राहकों का होना है जो जीवन के सभी क्षेत्रों से आते हैं. मोदी ने कहा, ‘जनता में वित्तीय प्रौद्योगिकी की स्वीकार्यता की एक अनूठी विशेषता है. वह विशेषता विश्वास है.’ प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को इन्फिनिटी मंच का उद्घाटन किया. ‘प्रौद्योगिकी अपनाने के मामले में भारत किसी से पीछे नहीं’ दो दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में इस बात पर चर्चा होगी कि कैसे समावेशी वृद्धि और बड़े पैमाने पर लोगों की सेवा के लिए फिनटेक उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाया जा सकता है. पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत ने दुनिया के सामने यह साबित कर दिया है कि प्रौद्योगिकी अपनाने के मामले में वह किसी से पीछे नहीं है.’ उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया के तहत परिवर्तनकारी पहलों ने शासन में लागू होने वाले नवीन फिनटेक समाधानों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं. प्रौद्योगिकी के नेतृत्व में भारत के वित्तीय समावेशन अभियान को साझा करते हुए मोदी ने कहा कि 2014 में 50 प्रतिशत से कम भारतीयों के पास बैंक खाते थे. जबकि भारत ने पिछले सात सालों में 43 करोड़ जन धन खातों के साथ इसे लगभग सार्वभौमिक बना दिया है. ये भी पढ़ें: क्या अमेरिका में नया वेरिएंट फिर से बढ़ाएगा टेंशन? कई राज्यों में मिले Omicron Variant के मामले",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/what-is-the-percentage-of-risk-of-reinfection-in-omicron-compared-to-delta-942010.html,"डेल्टा के मुकाबले ओमीक्रॉन में कितने फीसदी है रि-इंफेक्शन का खतरा, कैसे चलेगा पता, अध्ययन में हुआ खुलासा","ओमीक्रॉन कोराना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन ने पूरे देश में तहलका मचा रखा है. दुनियाभर से तमाम वैज्ञानिक इस पर खोज करने में लगे हुए हैं. इस बीच दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक प्रारंभिक अध्ययन से पता चला है कि डेल्टा या बीटा स्ट्रेन की तुलना में ओमीक्रॉन वैरिएंट से दोबारा संक्रमण होने की संभावना तीन गुना ज्यादा अधिक है. दक्षिण अफ्रीका के हेल्थ सिस्टम ने इसके लिए डेटा एकत्र किया था. यह अपनी तरह का पहला शोध है, जो संक्रमण के स्तर पर ओमिक्रॉन वैरिएंट की क्षमता को दर्शाता है और बताता है कि नया वेरिएंट इम्यूनिटी को कितना नुकसान पहुंचा सकता है. यह पेपर एक मेडिकल प्रीप्रिंट सर्वर पर अपलोड किया गया था और अभी तक इसकी समीक्षा नहीं की गई है. 27 नवंबर तक सकारात्मक परीक्षण वाले 2.8 मिलियन (28 लाख) व्यक्तियों में 35,670 संदिग्ध दोबारा संक्रमण की चपेट में पाए गए. अगर व्यक्ति के पॉजिटिव होने का मामला 90 दिनों के अंतर पर आता है, तो इसे री-इंफेक्शन माना जाता है. टीके की प्रतिरक्षा पर शोध जारी दक्षिण अफ्रीका के डीएसआई-एनआरएफ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन एपिडेमियोलॉजिकल मॉडलिंग एंड एनालिसिस के निदेशक जूलियट पुलियम ने ट्वीट किया, “हाल ही में उन लोगों में संक्रमण हुआ है, जिनको प्राथमिक संक्रमण कोरोना की तीनों लहरों के दौरान हुआ था. इसमें सबसे अधिक संक्रमण डेल्टा वेव के दौरान हुआ था.” पुलियम ने बताया कि लेखकों को अभी व्यक्तियों के टीकाकरण की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है. इस पर आकलन जारी है कि ओमिक्रॉन किस हद तक टीके से प्रेरित प्रतिरक्षा से बचाता है. शोधकर्ताओं आगे अभी इस पर अध्ययन कर रहे हैं. उसने कहा, “ओमीक्रॉन संक्रमण से जुड़ी बीमारी की गंभीरता पर भी डेटा की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें पूर्व संक्रमण के इतिहास वाले व्यक्ति भी शामिल हैं.” वहीं साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक माइकल हेड ने शोध को उच्च गुणवत्ता बताते हुए उसकी प्रशंसा की. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की शीर्ष वैज्ञानिक एनी वॉन गॉटबर्ग ने मामलों में वृद्धि पर हामी भरी थी, हालांकि उन्होंने कहा कि अधिकारियों को उम्मीद है कि टीके अभी भी गंभीर परिणामों के खिलाफ प्रभावी होंगे. गॉटबर्ग नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज में एक विशेषज्ञ हैं. सभी जगह तेजी से बढ़ रहे हैं मामले विश्व स्वास्थ्य संगठन के अफ्रीका क्षेत्र के साथ एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा,”हमें विश्वास है कि देश के सभी प्रांतों में मामलों की संख्या तेजी से बढ़ेगी. हालांकि हम मानते हैं कि टीके अभी भी गंभीर बीमारी से रक्षा करने में सक्षम हैं. टीकों को हमेशा गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु से बचाने में कारगर पाया गया है.” दो दर्जन देशों में फैला ओमीक्रॉन यह देखते हुए कि ओमिक्रॉन अब लगभग दो दर्जन देशों में फैल चुका है और इसका कोई स्रोत स्पष्ट नहीं है, डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों ने दक्षिणी अफ्रीका के खिलाफ यात्रा प्रतिबंधों को जारी रखने की बात कही. एक स्पेशलिस्ट एम्ब्रोस तालिसुना ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में सबसे पहले वैरिएंट पाया गया था. हमें अभी भी इसके मूल का पता नहीं है इसलिए उन लोगों को दंडित करना जो सिर्फ इसका पता लगा रहे हैं या रिपोर्ट कर रहे हैं, अनुचित है.’ नवंबर के मध्य में दक्षिण अफ्रीका में एक दिन में लगभग 300 मामले दर्ज किए गए थे. इसके बाद मामलों में लगातार बढ़ोतरी पाई गई. बुधवार को देश ने 8,561 नए मामले दर्ज किए गए जो एक दिन पहले 4,373 और सोमवार को 2,273 थे. ये भी पढ़ें-संसद में खत्म नहीं हो रहा गतिरोध, विपक्ष के रवैये के खिलाफ BJP सांसदों का गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/navy-chief-admiral-r-hari-kumar-on-navy-day-2021-china-india-maritime-security-941946.html,"‘समुद्री सुरक्षा के लिए नौसेना हमेशा कॉम्बैट रेडी, चीन के खतरे से निपटने के लिए तैयार’, बोले नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार","नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार नौसेना दिवस 2021 (Navy Day 2021) के एक दिन पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार (Admiral R Hari Kumar) ने कहा कि देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि समुद्री सुरक्षा के लिए नौसेना हमेशा कॉम्बैट रेडी है. उन्होंने कहा कि चार दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है. इस दौरान नौसेना प्रमुख ने सूचनाओं के लीक होने को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है. इसके अलावा, उन्होंने चीन की तरफ से बढ़ते खतरे और उससे निपटने के लिए भारतीय नौसेना (Indian Navy) की तैयारियों को लेकर जिक्र किया. नेवी चीफ ने कहा, मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि समुद्री सुरक्षा के लिए हम हमेशा तैयार हैं. 50 साल पहले चार दिसंबर को कराची (Karachi) पर नौसेना ने हमला किया था. इसी दिन को नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि पश्चिमी सीमा पर हर चुनौती से निपटने के लिए नौसेना पूरी तरह से तैयार है. कोविड के दौरान नौसेना ने अस्पतालों में लोगों की मदद की. नेवी चीफ ने कहा कि 10 समुद्री जहाजों ने मित्र देशों को कोविड के दौरान दवाइयां, वैक्सीन और मानवीय सहायता पहुंचाई. कोविड के दौरान भी हम किसी भी विपरीत हालात के लिये तैयार थे. पिछले सात सालों में नौसेना में शामिल हुए 28 शिप और सबमरीन एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि पीएम के सागर मिशन के तहत 22 देशों के साथ बाइलेट्रल और मल्टीलेट्रल सैन्य अभ्यास को अंजाम दिया गया है. उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत पिछले 7 सालों में 28 शिप और सबमरीन नौसेना में शामिल किए गए हैं. 39 शिप और सबमरीन के निर्माण का काम जारी है जिसमें 37 भारत में हैं. उन्होंने बताया कि आईएसी विक्रांत अपने दो समुद्री ट्रायल के पूरा कर चुका है. नेवल एवियेशन के तहत 9 एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर, 2 चीता हेलीकॉप्टर और 2 डॉर्नियर के भारतीय नौसेना मे शामिल किये गए हैं. कारवार में नौसेना का प्रोजेक्ट सीबर्ड लगातार जारी है. महिलाओं को नौसेना में शामिल करने के लिए हम तैयार नेवी चीफ ने कहा कि हमने महिला अधिकारियों को अतिरिक्त अवसर प्रदान करने के उपाय किए हैं. पहली महिला प्रोवोस्ट अधिकारी इस साल मार्च में शामिल हुईं. अलग-अलग पदों पर महिलाओं को शामिल करने को नौसेना तैयार है. उन्होंने कहा कि हमारी उत्तरी सीमाओं और कोविड-19 की स्थिति ने दो जटिल चुनौतियों को पैदा किया है और भारतीय नौसेना दोनों चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है. सूचना लीक मामले को लेकर नौसेना प्रमुख ने कहा, सूचना लीक मामले में सीबीआई जांच जारी है. नौसेना की ओर से भी पूछताछ जारी है. फिलहाल इन मामलों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी. चीन को लेकर कही ये बात एडमिरल हरि कुमार ने कहा, चीनी नौसेना (Chinese Navy) 2008 से हिंद महासागर क्षेत्र में मौजूद है और उनके यहां सात से आठ युद्धपोत हैं. हमारे विमानों और जहाजों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है और उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा, हम पिछले कुछ सालों में चीनी नौसेना के 110 युद्धपोतों (Chinese Vessels) के निर्माण के विकास से अवगत हैं. हमारी योजनाएं आईओआर में सभी गतिविधियों और तैनाती पर ध्यान देंगी. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारतीय नौसेना भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए आश्वस्त है. नेवी चीफ ने कहा, सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) का निर्माण स्वतंत्रता के बाद से सीडीएस के पद के निर्माण के साथ-साथ सेना में सबसे बड़ा सुधार है. यह तेजी से निर्णय लेने और नौकरशाही की परतों को कम करता है. उन्होंने कहा, हमारे पास स्वदेशी मानव रहित हवाई, पानी के भीतर और स्वायत्त प्रणालियों की योजना के साथ दस साल का रोड मैप है. ये भी पढ़ें: संसद में खत्म नहीं हो रहा गतिरोध, विपक्ष के रवैये के खिलाफ BJP सांसदों का गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cyclone-jawad-updates-andhra-pradesh-school-closed-trains-cancelled-heavy-rain-depression-bay-of-bengal-941917.html,ओडिशा: 5 दिसंबर को दोपहर तक पुरी तट से टकराएगा चक्रवाती तूफान ‘जवाद’- मौसम विभाग,"चक्रवाती तूफान (सांकेतिक तस्वीर) आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में चक्रवात जवाद (Cyclone Jawad) के कहर के मद्देनजर विशाखापत्तनम और श्रीकाकुलम जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है. विशाखापत्तनम जिला कलेक्टर ने इस बात की जानकारी दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन जिलों के स्कूल 3 दिसंबर और शनिवार को यानी 4 दिसंबर को बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) ने गुरुवार को श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम के जिला कलेक्टरों से बात की और उन्हें सभी एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री रेड्डी ने कलेक्टरों से कहा, ‘यह सुनिश्चित करें कि चक्रवाती तूफान के कारण किसी को कोई समस्या न हो. खासकर निचले और संवेदनशील क्षेत्रों के मामले में सतर्क रहें.’ सीएमओ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है, ‘मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि जहां कहीं भी जरूरी हो, राहत शिविर स्थापित करने की व्यवस्था की जाए.’ वहीं, वाल्टेयर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक ईस्ट कोस्ट रेलवे के डिवीजन एके त्रिपाठी ने कहा, ‘जवाद के मद्देनजर आंध्र प्रदेश सरकार ने 3 और 4 दिसंबर के लिए विशाखापत्तनम जिले से लगभग 65 ट्रेनों को रद्द कर दिया है.’ Andhra Pradesh | All schools across the Visakhapatnam & Srikakulam districts will be closed from noon today & tomorrow, in the wake of #CycloneJawad: Visakhapatnam District Collector, Mallikarjuna — ANI (@ANI) December 3, 2021 कई राज्यों में दिखेगा चक्रवात जवाद का प्रभाव मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान जवाद में बदल जाएगा. आईएमडी ने कहा कि चक्रवाती तूफान के शनिवार सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों तक पहुंचने की संभावना है. विभाग ने कहा कि विशाखापत्तनम (Vishakhapatnam) से करीब 770 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में गुरुवार देर रात बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक, यह दबाव शुक्रवार की सुबह पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव में बदल गया है. NDRF सहित 266 टीमों को तैनात करने की योजना ओडिशा, आंध्र प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश (Heavy Rainfall) होने के भी आसार जताए गए है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ और खड़ी फसलों, विशेष रूप से धान को संभावित नुकसान पहुंचने की संभावना है. चक्रवात जवाद से उत्पन्न होने वाले प्रतिकूल प्रभावों को रोकने के लिए ओडिशा सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं. विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि सरकार तटीय जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य अग्निशमन सेवा और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) सहित 266 टीमों को तैनात करने की योजना बना रही है. ये भी पढ़ें: Cyclone Jawad: अगले 12 घंटों में लेगा ‘चक्रवाती तूफान’ का रूप, ओडिशा-आंध्र और बंगाल के कई हिस्सों में होगी भारी बारिश",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/union-minister-nitin-gadkari-says-he-will-drive-his-green-hydrogen-car-in-delhi-to-show-it-is-possible-sewage-water-solid-waste-941703.html,"नितिन गडकरी बोले- जल्द करेंगे नई शुरुआत, दिल्ली की सड़कों पर जल्द ही चलाएंगे ग्रीन हाइड्रोजन वाली कार","केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (File) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कल गुरुवार को दावा किया कि उन्होंने एक ऐसी कार खरीदी है जो एक पायलट प्रोजेक्ट के लिए फरीदाबाद के ऑयल रिसर्च इंस्टीट्यूट में उत्पादित ग्रीन हाइड्रोजन से चलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि गोरक्षण की कोई आवश्यकता नहीं होगी अगर गाय के गोबर और गोमूत्र की व्यावसायिक व्यवहार्यता पैदा की दी जाए. वित्तीय समावेशन पर आयोजित एक राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि वह दिल्ली में उस कार को चलाएंगे ताकि लोगों को विश्वास हो कि पानी से ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) प्राप्त करना संभव है. केंद्रीय मंत्री संभावित परिवहन ईंधन के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन की संभावनाओं पर जोर दे रहे थे. ‘ग्रीन हाइड्रोजन पर बस और कार चलाने की योजना’ केंद्रीय परिवहन मंत्री ने शिखर सम्मेलन में कहा, “मेरे पास ग्रीन हाइड्रोजन पर बसें, ट्रक और कार चलाने की योजना है जो शहरों में सीवेज के पानी और ठोस कचरे का उपयोग करके बनाई जाएगी.” नितिन गडकरी द्वारा नागपुर में शुरू की गई 7 साल पुरानी एक परियोजना, जहां सीवेज के पानी को रिसाइकल किया जा रहा है, के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब नागपुर अपना सीवेज पानी महाराष्ट्र सरकार के बिजली संयंत्र को बेचता है और एक साल में लगभग 325 करोड़ कमाता भी है. उन्होंने कहा, “कोई भी चीज बेकार नहीं होती है. यह नेतृत्व और प्रौद्योगिकी के दृष्टिकोण पर निर्भर करता है कि आप कचरे से भी धन पैदा कर सकते हैं. अब मैं कोशिश कर रहा हूं कि हम अपशिष्ट जल से पैसा बनाया जाए. हर नगरपालिका के पास इस तरह का पानी है.” ‘सीवेज पानी से ग्रीन हाइड्रोजन तैयार करें’ उन्होंने कहा, “लोगों को प्रशिक्षित करें ताकि इस पानी से ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन किया जा सके. हमारे पास ठोस कचरा है जिसे सौर छतों द्वारा कवर किया जा सकता है जिससे सस्ती दर पर बिजली मिलती है. इसलिए बिजली सस्ती आती है. हमारे पास पानी और इलेक्ट्रोलाइजर है, अब भारत द्वारा ये उत्पादित किए जाते हैं. हम ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकते हैं और यह एक वैकल्पिक ईंधन हो सकता है. इस पर सभी बसें, ट्रक, कार चलाई जा सकती हैं. यह मुश्किल नहीं है. मैंने एक हाइड्रोजन कार खरीदी है जिसे मैं दिल्ली में चलाने जा रहा हूं क्योंकि लोगों को आउट ऑफ बॉक्स जाकर स्वीकार करने में समय लगता है.” अन्य नई परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “अपने कमरे की एक दीवार को गाय के गोबर से बने पेंट से रंगवाया है. मंत्री ने कहा, “गोरक्षण की कोई आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि लोग अपनी गायों को नहीं बेचेंगे यदि हम गोबर और गोमूत्र की व्यावसायिक व्यवहार्यता पैदा कर सकते हैं. फिनाइल गोमूत्र से बनाया जा सकता है.” ये भी पढ़ें Omicron के क्या हो सकते हैं लक्षण, दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टर ने दी जानकारी, कहा- डेल्टा-बीटा से यह अलग वेरिएंट",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/delhi-ncr-pollution-central-government-established-task-force-and-flying-squad-to-tackle-pollution-941588.html,"दिल्ली-NCR में प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्क्वाड का किया गठन, 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई","दिल्ली में प्रदूषण दिल्ली-एनसीआर में जारी वायु प्रदूषण (Air Pollution in Delhi-NCR) को लेकर केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हलफनामा दाखिल कर इसकी जानकारी दी है. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि सरकार की तरफ से प्रदूषण से निपटने के लिए इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लांइग स्क्वाड का गठन किया गया है. ये टास्क फोर्स पांच सदस्यों वाली है और इन्हें विधायी शक्तियां भी दी गई हैं. टास्क फोर्स के पास सजा देने और प्रिवेंटिव विधायी शक्तियां भी हैं. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिए गए अपने हलफनामे में कहा कि 17 फ्लाइंग स्क्वाड सीधा इंफोर्समेंट टास्क फोर्स को रिपोर्ट करेगी. सरकार ने कहा है कि अगले 24 घंटे में फ्लाइंग स्क्वाड की संख्या बढ़ाकर 40 कर दिया जाएगा. वहीं, इसमें बताया गया है कि प्रदूषण के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में आने वाले ट्रकों पर रोक जारी रहने वाली है. हालांकि, सरकार ने ये भी बताया है कि केवल आवश्यक समान वाले ट्रकों को प्रवेश मिलेगा. हलफनामे में कहा गया है कि स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि ये फ्लाइंग स्क्वाड सिर्फ दिल्ली में निरीक्षण करेगी या एनसीआर में. इस पर सॉलिसिटर जरनल ने कहा कि पूरे एनसीआर के लिए टास्क फोर्स के तहत फ्लाइंस स्क्वाड काम करेगा. पॉवर प्लांट के बंद किए जाने पर कोर्ट ने पूछा कि क्या इससे बिजली उत्पादन पर तो फर्क नहीं पड़ेगा. इस पर मेहता ने कहा नहीं. दिल्ली सरकार को कोर्ट ने लगाई फटकार वहीं, चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी से कहा कि आप हमें मीडिया के सामने विलेन क्यों बना रहे हैं कि हमने स्कूल बंद करा दिए. जबकि आपने अपना काम ठीक ये नहीं किया. सिंघवी ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक अखबार ने ऐसा प्रकाशित किया है. हमें भी इस पर आपत्ति है. सीजेआई ने कहा कि ऐसा लगता है कि हम शिक्षा के खिलाफ हैं. आप बाहर जाकर इस पर बात कर सकते हैं, हम नहीं कर सकते. सिंघवी ने कहा कि हमने हलफनामा दाखिल किया है. सेंट्रल कमीशन के कहने पर हमने स्कूल खोले थे और अभी स्कूल दोबारा बंद कर दिए गए हैं. नवंबर में स्कूल सिर्फ 15-16 दिन के लिए खोले गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि ऐसा पेश किया जा रहा है जैसे सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल बंद करने के लिए कहा, जबकि आपने कहा था कि स्कूल बंद किया जा जाएगा. दिल्ली सरकार ने कहा कि खबर में यह भी कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन को टेक ओवर करेंगे. इन लोगों को बनाया गया है टास्क फोर्स का सदस्य सरकार ने बताया है कि इंफोर्समेंट टास्क फोर्स की अध्यक्षता एमएम कुट्टी (वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के चेयरपर्सन) करेंगे और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन तन्मय कुमार इसके सदस्य होंगे. हलफनामे में बताया गया है कि ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI) की डीजी विभा धवन, मध्यप्रदेश पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के पूर्व चेयरमैन एनके शुक्ला वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग NGO के सदस्य भी केंद्र सरकार की इंफोर्समेंट टास्क फोर्स के सदस्य होंगे. 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई चीफ जस्टिस ने कहा कि हमने केंद्र और एनसीटी के हलफनामे का अध्यय किया है. हमने प्रस्तावित निर्देशों को ध्यान में रखा है. हम दिल्ली और केंद्र को 2 दिसंबर के आदेशों को लागू करने का निर्देश देते हैं. हम मामले को लंबित रखते हैं और अगले शुक्रवार यानी कि 10 दिसंबर को इस पर सुनवाई करेंगे. दिल्ली में अगले आदेश तक स्कूल बंद वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को बताया कि वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में आगामी आदेश आने तक स्कूल शुक्रवार से बंद रहेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बीच स्कूलों में प्रत्यक्ष कक्षाएं शुरू करने को लेकर दिल्ली सरकार को गुरुवार को फटकार लगाई, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला किया. राय ने कहा, ‘हमने वायु गुणवत्ता में सुधार का पूर्वानुमान जताए जाने के कारण स्कूल फिर से खोल दिए थे, लेकिन वायु प्रदूषण फिर से बढ़ गया है और हमने आगामी आदेश आने तक शुक्रवार से स्कूल बंद करने का फैसला किया है.’ दिल्ली में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान 13 नवंबर से बंद थे, लेकिन उन्हें सोमवार से खोल दिया गया था. ये भी पढ़ें: ‘भोपाल गैस त्रासदी’ से बड़ी कोई विपदा नहीं, 37 साल बाद आज भी रिस रहा जहर -जानिए कैसे हजारों लोगों को मौत के मुं‍ह में धकेल दिया",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/health/covid/covid-19-2-person-tested-positive-tamil-nadu-admitted-hospital-samples-sent-for-genome-sequencing-health-minister-subramanian-941622.html,"Omicron का खौफ: विदेश से लौटे 2 लोग तमिलनाडु में कोरोना संक्रमित, जांच को भेजे गए सैंपल","सांकेतिक तस्वीर कर्नाटक में ओमीक्रॉन वेरिएंट के 2 मामले सामने आने के बाद राज्य सरकारें अलर्ट हो गई हैं और वेरिएंट को फैलने से रोकने की कोशिश में जुट गई हैं. इस बीच कर्नाटक के पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में विदेश से आए 2 लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. दोनों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और उनके सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए गए हैं. तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली और चेन्नई में विदेश से आए 1-1 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने बताया कि तिरुचिरापल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सिंगापुर का एक यात्री कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके जीनोम सिक्वेसिंग के लिए नमूने चेन्नई और बेंगलुरु भेजे गए हैं. कर्नाटक में कल ओमीक्रॉन के 2 केस मिले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने चेन्नई के तिएनामपेट में कहा कि चेन्नई में इंग्लैंड के आए एक अन्य यात्री कोविड पॉजिटिव पाया गया और उसे चेन्नई के किंग इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन के एक स्पेशल वार्ड में भर्ती कराया गया. इनका भी जीनोम सिक्वेसिंग के लिए चेन्नई और बेंगलुरु लैब को सैंपल भेजे गए हैं. A passenger from Singapore at the Tiruchirappalli International Airport was found COVID positive & got admitted to a private hospital; samples have been sent for genome sequencing to Chennai & Bengaluru: Tamil Nadu Health Minister Ma. Subramanian at Teynampet, Chennai pic.twitter.com/KINyM8r4k7 — ANI (@ANI) December 3, 2021 कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन की भारत में दस्तक हो गई है और कल 2 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कल बताया था कि भारत में दो ओमीक्रॉन के केस कर्नाटक में सामने आए हैं. दोनों संक्रमित पुरुष हैं, जिनकी उम्र 66 साल और 46 साल है. ओमीक्रॉन को लेकर राज्य में तैयारियों के बारे में केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि केरल सरकार ने ओमीक्रॉन को देखते हुए सभी जरूरी कदम उठाए हैं. हम हवाई अड्डे पर RT-PCR टेस्ट कर रहे हैं. हाई रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों का RT-PCR टेस्ट और 7 दिन का होम क्वारंटीन अनिवार्य है. उसके बाद उन्हें दोबारा RT-PCR टेस्ट कराना होगा. 24 घंटे में कोरोना के 9,216 नए मामले देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,216 नए मामले सामने आए हैं. जबकि रिकवरी रेट की बात करें तो यह 98.35% तक हो गया है. इस दौरान 8,612 लोग कोरोना से ठीक हुए. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक कुल 3 करोड़ 40 लाख 45 हजार 666 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में 391 लोगों की कोरोना से मौत हुई, जिससे इस महामारी से जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 4 लाख 70 हजार 115 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या 99 हजार 976 है. ये भी पढ़ें Omicron के क्या हो सकते हैं लक्षण, दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टर ने दी जानकारी, कहा- डेल्टा-बीटा से यह अलग वेरिएंट",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/world-news-imf-chief-economist-gita-gopinath-to-take-top-leadership-role-first-managing-director-941639.html,"IMF की चीफ इकॉनमिस्ट गीता गोपीनाथ का हुआ बड़ा प्रमोशन, नौकरी छोड़ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ज्वाइन करने का था प्लान","Geeta Gopinath Imf chief भारतीय अमेरिकी गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर होंगी. वह जियोफ्रे ओकामोटो की जगह लेंगी. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से गुरुवार को बताया गया कि ओकामोटा जल्द ही अपना पद छोड़ देंगे, जिसके बाद गीता गोपीनाथ उनकी जगह कामकाज संभालेंगी. वह अभी तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में बतौर चीफ इकोनॉमिस्ट के रूप में कार्य कर रहीं थीं. गोपीनाथ तीन साल से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में बतौर चीफ इकोनॉमिस्ट के रूप में कार्य कर रहीं हैं, वह जनवरी 2022 में हार्वर्ड विश्विद्यालय में फिर से शैक्षणिक कार्य शुरू करने वालीं थीं, लेकिन उन्हें पदोन्नति देकर फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया है. इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिष्टैलिना जियोग्रेविया ने कहा कि गीता गोपीनाथ पहली महिला चीफ इकोनॉमिस्ट थीं, हमें इस बात की खुशी है कि वह अपनी सेवाएं जारी रखेंगी और अब फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम करेंगी. गीता गोपीनाथ जेफ्री ओकामोटो (Geoffrey Okamoto) की जगह लेंगी, जो अगले साल की शुरुआत में आईएमएफ का पद छोड़ने जा रही हैं. गोपीनाथ जनवरी 2022 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अपनी शैक्षणिक स्थिति में लौटने वाली थीं. उन्होंने तीन साल के लिए आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में कार्य किया है. क्रिस्टालिना और बोर्ड की बहुत आभारी हूं-गोपीनाथ आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि, ‘जेफ्री और गीता दोनों अच्छे सहयोगी हैं, मैं जेफ्री को जाते हुए देखकर दुखी हूं, लेकिन साथ ही, मुझे खुशी है कि गीता ने हमारे एफडीएमडी के रूप में रहने और नई जिम्मेदारी स्वीकार करने का फैसला किया है.’जॉर्जीवा ने कहा कि आईएमएफ में गोपीनाथ का योगदान पहले से ही असाधारण रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि आईएमएफ के इतिहास में पहली महिला मुख्य अर्थशास्त्री गोपीनाथ ने व्यापक मुद्दों पर विश्लेषणात्मक रूप से कठोर काम करने में एक ट्रैक रिकॉर्ड के साथ सदस्य देशों और संस्थान में सम्मान और प्रशंसा प्राप्त की है.गोपीनाथ ने कहा कि, ‘मैं इस अवसर के लिए क्रिस्टालिना और बोर्ड की बहुत आभारी हूं, और इसलिए सभी के साथ मिलकर सहयोग करने के लिए तत्पर हूं. ‘ गोपीनाथ के नेतृत्व में, आईएमएफ का रिसर्च डिपार्टमेंट मजबूती से आगे बढ़ा है. देशों को अंतरराष्ट्रीय पूंजी प्रवाह (integrated policy framework) का जवाब देने में मदद करने के लिए एक नए दृष्टिकोण, विश्व आर्थिक आउटलुक (World Economic Outlook) के माध्यम से बहुपक्षीय निगरानी में उनका योगदान रहा है. जॉर्जीवा ने कहा कि उन्होंने दुनिया को संभव कीमत पर टीकाकरण के लक्ष्य निर्धारित करके COVID​​​​-19 संकट को समाप्त करने की योजना पर भी काम किया. सातवीं सबसे शक्तिशाली महिला हैं गीता गोपीनाथ मालूम हो कि फॉर्च्यून इंडिया (Fortune India) की भारत की सबसे शक्तिशाली महिलाओं, 2021 (Fortune India’s Most Powerful Women) की सूची के अनुसार गीता गोपीनाथ सातवीं सबसे शक्तिशाली महिला हैं. गीता गोपीनाथ अब अमेरिका की निवासी हैं, लेकिन उनका जन्‍म भारत में हुआ था. उन्‍होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स की पढ़ाई की है. ये भी पढ़ें-दिल्ली-NCR में प्रदूषण में निपटने के लिए केंद्र सरकार ने कसी कमर, टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्क्वाड का किया गठन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/coronavirus-variant-omicron-karnataka-basavaraj-bommai-to-chair-high-level-meeting-today-941646.html,"Omicron: कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई ने आज बुलाई हाई-लेवल मीटिंग, नए दिशानिर्देशों और वेरिएंट के प्रसार को रोकने पर होगी चर्चा","मुख्यमंत्री बसावराज बोम्मई. (File Photo) कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (New Coronavirus Variant Omicron) के दो मामले सामने आने के बाद कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) सतर्क हो गई और अपने स्तर पर तरह-तरह के एहतियाती उपाय कर रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने बेंगलुरू में नए वेरिएंट पर चर्चा के लिए शुक्रवार को एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में राज्य से सामने आए ओमीक्रोन के दो मामलों के उपायों पर चर्चा की जाएगी. इसके अलावा, विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों से नए दिशानिर्देश को लेकर बात की जाएगी. बोम्मई ने कहा, ‘हम सभी जानकारियों के साथ शुक्रवार को एक बैठक करेंगे और नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के साथ सामने आएंगे. हम विशेषज्ञ के विचारों और केंद्र से दिशानिर्देश प्राप्त करने की भी कोशिश कर रहे हैं.’ मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘केंद्र ने नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज को भेजे गए कुछ COVID टेस्ट सैंपल की रिपोर्ट के आधार पर दो ओमीक्रोन मामलों की पुष्टि की है. हालांकि अभी विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है.’ नए दिशानिर्देश तैयार करने पर भी होगा विचार उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य सचिव को विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करने का निर्देश दिया है. विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शुक्रवार तो एक आपात बैठक बुलाई गई है.’ बोम्मई ने कहा कि बैठक में कोविड के नए वेरिएंट के प्रसार को रोकने के उपायों और इसे नियंत्रित करने की रणनीतियों पर चर्चा होगी. इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के विशेषज्ञों के साथ भी चर्चा की जाएगी. इसके अलावा, नए दिशानिर्देश तैयार करने पर भी विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हालांकि कर्नाटक में ओमीक्रोन वेरिएंट के दो मामलों की पुष्टि हुई है, लेकिन प्रयोगशाला की रिपोर्ट अभी आधिकारिक तौर पर राज्य सरकार के पास नहीं आई है. बता दें कि बोम्मई ने गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की थी और अपने राज्य में कोविड-19 के ओमीक्रोन वेरिएंट के दो मामले सामने आने के बीच इस बारे में चर्चा की थी. स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने पर जोर बैठक के बाद, बोम्मई ने बताया कि उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज देने पर भी चर्चा की. मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उनसे कहा कि केंद्र मौजूदा घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है और स्वास्थ्यकर्मियों को बूस्टर डोज लगाने के बारे में फैसला विशेषज्ञ समितियों के साथ चर्चा करने के बाद लिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने बताया, ‘मैंने दो मुद्दों पर चर्चा की. पहला, कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करना और दूसरा मुद्दा कोरोना के नए वेरिएंट के बारे में था.’ बैठक में मांडविया ने राज्य सरकार के वैक्सीनेशन अभियान की सराहना की और इसे इसी गति से जारी रखने का निर्देश दिया. ये भी पढ़ें: Omicron Variant: आंध्र प्रदेश में विदेश से आए 30 यात्री ‘लापता’, हाई अलर्ट पर सरकार, तलाश में जुटा प्रशासन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/corona-update-national-news-corona-case-99976-health-ministry-corona-news-covid-19-941571.html,"देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,216 नए मामले सामने आए, 391 लोगों की मौत-जानिए कहां पहुंचा पॉजिटिविटी रेट","सांकेतिक तस्वीर देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना (corona) के 9,216 नए केस सामने आए हैं. रिकवरी रेट की बात करें तो यह 98.35% है. पिछले 24 घंटे में 8,612 लोग कोरोना से ठीक हुए. आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक कुल 3 करोड़ 40 लाख 45 हजार 666 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. बता दें 391 लोगों की कोरोना से मौत हुई. जिसके बाद जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 4 लाख 70 हजार 115 हो गई है. डेली पॉजिटिविटी रेट (daily positivity rate) 0.80% है. वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.84% है जो कि पिछले 19 दिनों से 1 प्रतिशत से नीचे है.केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या 99 हजार 976 है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 125 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं. कल 73 लाख 67 हजार 230 डोज़ दी गईं, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 125 करोड़ 75 लाख 5 हजार 514 डोज़ दी जा चुकी हैं.स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी.भारत के तीन राज्यों में 15 जिले ऐसे हैं जहां केस पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है. ये राज्य है मिज़ोरम, केरल और अरूणाचल प्रदेश हैं. मिज़ोरम के 9 जिलों में केस पॉजिटिविटी 10% ज्यादा है, ये जिले आइजोल, चम्फाई, हनहथियाल, लांगटलाई, लुंगलेई, मामित, सैहा, सैतुअल और सेरछिप हैं. वहीं कल देश में 18 जिलों में कोरोना की केस पॉजिटिविटी रेट 5 से 10% के बीच थी जबकि 15 जिलों में 10% से ज्यादा है. वहीं देश में कोरोना की केस पॉजिटिविटी रेट 0.89 फीसदी थी. ओमिक्रोन की भारत में एंट्री देश में दो लोग ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं. चिंता की बात ये है कि जिस डेल्टा वैरिएंट ने दूसरी लहर में हजारों लोगों की जान ली थी, ये वायरस उससे भी कई गुना ज्यादा खतरनाक है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया है कि भारत में दो ओमिक्रोन के केस कर्नाटक में सामने आए हैं. दोनों संक्रमित पुरुष हैं, जिनकी उम्र 66 साल और 46 साल है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया है कि केरल सरकार ने ओमिक्रोन को देखते हुए सभी ज़रूरी कदम उठाए हैं. हम हवाई अड्डे पर RT-PCR टेस्ट कर रहे हैं. हाई रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों का RT-PCR टेस्ट और 7 दिन का होम क्वारंटीन अनिवार्य है. उसके बाद उन्हें दोबारा RT-PCR टेस्ट कराना होगा.दिल्ली में फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टर अशोक सेठ ने बताया है कि ओमिक्रोन वायरस सबसे पहले साउथ अफ्रीका में पाया गया. इसमें बहुत सारे म्युटेशन्स हैं. जब वायरस अपनी शक्ल बदलता है तो शायद वो और खतरनाक बन जाए. लोगों को कोविड के सभी नियमों का पालन करना होगा. हमारा देश इससे लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है. ये भी पढ़ें-दिल्ली-NCR में प्रदूषण में निपटने के लिए केंद्र सरकार ने कसी कमर, टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्क्वाड का किया गठन",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cyclone-jawad-deep-depression-turn-into-cyclonic-storm-during-12-hours-heavy-rain-expected-in-odisha-andhra-bengal-941591.html,"Cyclone Jawad: अगले 12 घंटों में लेगा ‘चक्रवाती तूफान’ का रूप, ओडिशा-आंध्र और बंगाल के कई हिस्सों में होगी भारी बारिश","चक्रवाती तूफान (प्रतीकात्मक तस्वीर) ताउते (Tauktae Cyclone) और यास (Yaas Cyclone) चक्रवाती तूफान के बाद अब एक और तूफान का खतरा देशभर में मंडराने लगा है, जिसको ‘जवाद साइक्लोन’ (Cyclone Jawad) नाम दिया गया है. जवाद को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने देश भर में अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में कम दबाव का क्षेत्र तेज होकर चक्रवाती तूफान जवाद में जल्द बदल सकता है. आईएमडी ने कहा कि चक्रवाती तूफान के शनिवार सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों तक पहुंचने की संभावना है. विभाग ने कहा कि विशाखापत्तनम (Vishakhapatnam) से करीब 770 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में गुरुवार देर रात बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक, यह दबाव शुक्रवार की सुबह पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव में बदल गया है. 12 घंटों में चक्रवाती तूफान में बदलेगा ‘दबाव’ मौसम विभाग के अनुसार, यह दबाव (Depression) अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के बाद तेज हो जाएगा और शनिवार सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट तक पहुंच जाएगा. मौसम विभाग ने संभावना जताई कि 3 दिसंबर को जवाद मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के रूप में विकसित हो जाएगा. अनुमान है कि चक्रवात जवाद की हवा की गति शनिवार को कुछ समय के लिए गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकती है. ओडिशा, आंध्र प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश (Heavy Rainfall) होने के आसार जताए गए है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ और खड़ी फसलों, विशेष रूप से धान को संभावित नुकसान पहुंचने की संभावना है. चक्रवात जवाद से उत्पन्न होने वाले प्रतिकूल प्रभावों को रोकने के लिए ओडिशा सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं. विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि सरकार तटीय जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य अग्निशमन सेवा और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) सहित 266 टीमों को तैनात करने की योजना बना रही है. मछली पकड़ने की गतिविधियों पर लगी रोक जेना ने कहा, ‘राज्य सरकार स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. 14 तटीय जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और आने वाले चक्रवाती तूफान को देखते हुए सभी जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है.’ चक्रवात जवाद के कारण 3 दिसंबर से 5 दिसंबर तक ओडिशा के पूरे तट के साथ प्रादेशिक जल के भीतर मछली पकड़ने की गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई है. मत्स्य पालन और एआरडी विभाग ने कहा, ‘चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ के मद्देनजर ओडिशा और चिल्का झील के पूरे तट पर 3 दिसंबर 2021 से 5 दिसंबर 2021 तक मछली पकड़ने की गतिविधियों को प्रतिबंधित करने की आवश्यकता है.’ ये भी पढ़ें: Jharkhand Cyclone JAWAD: चक्रवात जवाद ने ट्रेनों की रफ्तार पर लगाया ब्रेक, जानें कौन-कौन ट्रेनें हुईं रद्द",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/history-of-the-day-national-news-37-years-of-bhopal-gas-tragedy-some-died-in-sleep-poisonous-gas-941527.html,"‘भोपाल गैस त्रासदी’ से बड़ी कोई विपदा नहीं, 37 साल बाद आज भी रिस रहा जहर -जानिए कैसे हजारों लोगों को मौत के मुं‍ह में धकेल दिया","bhopal gas tragedy भोपाल गैस त्रासदी को 37 साल हो चुके हैं, भोपाल में 2-3 दिसम्बर 1984 यानी आज से 37 साल पहले दर्दनाक हादसा हुआ था. इतिहास में जिसे भोपाल गैस कांड, भोपाल गैस त्रासदी का नाम दिया गया है. भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड नामक कंपनी के कारखाने से एक जहरीली गैस का रिसाव हुआ, जिससे लगभग 15000 से अधिक लोगों की जान गई और कई लोग अनेक तरह की शारीरिक अपंगता से लेकर अंधेपन के भी शिकार हुए, जो आज भी त्रासदी की मार झेल रहे हैं. गैस राहत के बने अस्पतालों में लंबी लाइन इस गैस के असर को बयान करती हुई दिखाई दे जाती है कि घटना कितनी भयावह थी. लोभ लालच लापरवाही के चलते घटित हुई घटना के 37 साल भी जिम्मेदारों ने इस घटना से कोई सबक नहीं लिया और आज भी देश के कई हिस्सों में गैस के कई कांड हुए है. महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश में हाल ही में एक के बाद एक गैस कांड हुए जिनमें कई लोगों की जान चली गई. देश की राजधानी कही जाने वाली दिल्ली में भी गैस की बड़ी घटना घटित हुई. आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हो जहां से पूरा देश चलता है वहां ऐसी लापरवाही कितनी बड़ी घटना को न्योता दे सकती है. लोगों के जीवन की अनदेखी करती सरकारें और व्यापारी कब जीवन से खिलवाड़ छोड़कर जीवन के महत्व समझेंगे. 50 हजार से ज्यादा लोग इलाज के लिए पहुंचे 2-3 दिसंबर की रात भोपाल के लिए वो रात थी, जब हवा में मौत बह रही थी. फैक्ट्री के पास ही झुग्गी-बस्ती बनी थी, जहां काम की तलाश में दूर-दराज गांव से आकर लोग रह रहे थे. इन झुग्गी-बस्तियों में रह रहे कुछ लोगों को तो नींद में ही मौत आ गई. जब गैस धीरे-धीरे लोगों को घरों में घुसने लगी, तो लोग घबराकर बाहर आए, लेकिन यहां तो हालात और भी ज्यादा खराब थे. किसी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया, तो कोई हांफते-हांफते ही मर गया. इस तरह के हादसे के लिए कोई तैयार नहीं था. बताते हैं कि उस समय फैक्ट्री का अलार्म सिस्टम भी घंटों तक बंद रहा था, जबकि उसे बिना किसी देरी के ही बजना था. जैसे-जैसे रात बीत रही थी, अस्पतालों में भीड़ बढ़ती जा रही थी. लेकिन डॉक्टरों को ये मालूम नहीं था कि हुआ क्या है? और इसका इलाज कैसे करना है?उस समय किसी की आंखों के सामने अंधेरा छा रहा था, तो किसी का सिर चकरा रहा था और सांस की तकलीफ तो सभी को थी. एक अनुमान के मुताबिक, सिर्फ दो दिन में ही 50 हजार से ज्यादा लोग इलाज के लिए पहुंचे थे. जबकि, कइयों की लाशें तो सड़कों पर ही पड़ी थी. दुर्घटना से मिले जख्म 36 साल बाद भी नहीं भरे अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों को भी जगा कर ड्यूटी पर लगाया गया. लेकिन डॉक्टरों का सारा अमला लाचार था. उन्हें ये तो पता लग रहा था कि लाशों पर जहरीले केमिकल का असर है. बीमारों के लक्षण भी उन्हें जहर का शिकार बता रहे थे. मगर ये जहर है क्या ये जाने बगैर इलाज मुश्किल था. तब अचानक और पहली बार एक सीनियर फोरेंसिक एक्सपर्ट की जुबान पर आया मिथाइल आईसोसायनाइड का नाम.गैस लीक होने के 8 घंटे बाद भोपाल को जहरीली गैस के असर से मुक्त मान लिया गया था. लेकिन 1984 में हुई इस दुर्घटना से मिले जख्म 36 साल बाद भी भरे नहीं हैं. ये भी पढ़ें-प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे फिनटेक पर ‘इनफिनिटी फोरम’ का उद्घाटन, 70 से ज्यादा देश लेंगे हिस्सा",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/coronavirus-variant-omicron-andhra-pradesh-administration-in-search-of-30-missing-foreign-returnees-941541.html,"Omicron Variant: आंध्र प्रदेश में विदेश से आए 30 यात्री ‘लापता’, हाई अलर्ट पर सरकार, तलाश में जुटा प्रशासन","कोविड 19 के ओमीक्रॉन वेरिएंट का खतरा बढ़ा, सभी राज्यों में बढ़ी सख्ती कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ (New Coronavirus Variant Omicron) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है. गुरुवार को कर्नाटक (Karnataka) में ओमीक्रोन के दो नए मामलों की पुष्टी हुई, जिसके बाद देश भर में हड़कंप मच गया. इस दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट (South African Covid Variants) के खतरे को देखते हुए कई राज्यों ने अपने-अपने स्तर पर एहतियाती उपाय करना और सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश प्रशासन (Andhra Pradesh) ने भी ऐसे 30 विदेशियों की तालाश शुरू कर दी है, जो हाल ही में विदेशों से लौटे हैं और जिनके कोविड के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित होने की संभावना है. दरअसल, पिछले 10 दिनों के दौरान अलग-अलग हवाई अड्डों पर उतरे अफ्रीका के 9 सहित लगभग 60 अंतर्राष्ट्रीय यात्री (60 International Passengers) विशाखापत्तनम (Visakhapatnam) आए. इनमें से 30 यात्री तो विशाखापत्तनम में ही रह रहे हैं, लेकिन बाकी 30 यात्री अलग-अलग राज्यों के लिए रवाना हो गए हैं. इनमें से कुछ पैसेंजर्स कथित तौर पर टेलीफोन कॉल भी रिसीव नहीं कर रहे हैं. विशाखापत्तनम जिला प्रशासन ने राज्य के अन्य जिलों के कलेक्टरों को पिछले 10 दिनों में शहर छोड़ने वाले 30 विदेशी यात्रियों का पता लगाने का निर्देश दिया है और उन्हें सतर्क रहने के लिए कहा है. ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए हाई अलर्ट पर राज्य दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से तीन और बोत्सवाना से छह यात्री आंध्र प्रदेश आए थे. अधिकारियों ने इनमें से छह का पता लगा लिया है. हालांकि बाकी बचे तीन यात्री- बोत्सवाना (Botswana) से दो और दक्षिण अफ्रीका से एक, कथित तौर पर कृष्णा जिले में अपने-अपने गांवों के लिए रवाना हो गए हैं. उनकी तलाश की जा रही है. ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए राज्य हाई अलर्ट पर है. आंध्र प्रदेश ने हवाई अड्डों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग तेज कर दी है. पिछले 10 दिनों में शहर आने वाले विदेशी यात्रियों के संपर्क की जानकारी का पता लगाने के दौरान अधिकारियों ने पाया कि 9 लोग अफ्रीका से आए थे. हालांकि कई उनमें से कई सीधे विशाखापत्तनम में नहीं उतरे. विदेश से आए पैसेंजर्स ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित तो नहीं! जानकारी के मुताबिक, इनमें से कई पैसेंजर्स अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर उतरने के बाद राज्य आए, जहां उनका कोविड-19 के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया होगा. हालांकि जिला प्रशासन एक और आरटी-पीसीआर टेस्ट करके यह सुनिश्चित करना चाहता है कि लौटने वाले पैसेंजर्स ओमीक्रोन वेरिएंट से तो संक्रमित नहीं है. विशाखापत्तनम के जिला संयुक्त कलेक्टर अरुण बाबू ने टीओआई को बताया कि अभी तक किसी भी विदेशी पैसेंजर का कोविड टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया है. ये भी पढ़ें: कर्नाटक: कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा नहीं, फिर कैसे ‘Omicron’ से संक्रमित हो गया बेंगलुरु निवासी, सोच में पड़ा स्वास्थ्य विभाग",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-news-india-russia-relations-geopolitical-issues-putin-visit-meet-with-prime-minister-narendra-modi-941480.html,"भारत-रूस संबंध: व्लादिमीर पुतिन की 6 दिसंबर को भारत यात्रा, क्या क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय चुनौती को साध पाएंगे प्रधानमंत्री मोदी?","भारत-रूस संबंध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रही चुनौतियों के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 6 दिसंबर को भारत आ रहे हैं. सूचना है कि राष्ट्रपति 6 दिसंबर को ही 21 वीं भारत-रूस वार्षिक समिट होने के बाद लौट जाएंगे. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी रूस के साथ रिश्ते को गहराई में ले जाने का एक अवसर है, क्योंकि कोविड-19 संक्रमण काल के बाद पुतिन किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष से द्विपक्षीय वार्ता के लिए भारत का दौरा कर रहे हैं. सबसे दिलचस्प है कि पुतिन की यह यात्रा रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोलाई पात्रुशेव की पाकिस्तान यात्रा संपन्न होने के बाद हो रही है. ऐसे में देखना है कि भारत और रूस अपने रिश्ते को और क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक दूसरे के लिए कितना उपयोगी बना पाते हैं. रूस के रक्षा मंत्री 5-6 दिसंबर की रात में आ जाएंगे. विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी होंगे. पहले चरण में रूस के रक्षा मंत्री और राजनाथ सिंह तथा रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और विदेश मंत्री एस जयशंकर की तमाम मुद्दों पर मंत्रणा होगी. यह २+२ संवाद का रिश्ता भारत का कुछ देशों के साथ ही है. दोपहर के बाद प्रधानमंत्री मोदी रूस के राष्ट्राध्यक्ष के साथ भारत-रूस वार्षिक समिट में प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता करेंगे. क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हैं चुनौतियां दोनों नेताओं में क्षेत्रीय, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत होगी. आपसी हितों से जुड़े तमाम मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा होगी. इसमें रक्षा, परमाणु तकनीकी, आपसी व्यापार, विज्ञान और तकनीकी को बढ़ाना प्रमुख होने के आसार हैं. भारत अमेरिका की तमाम अड़चनों को पार करते हुए रूस से उसकी प्रतिरक्षी मिसाइल प्रणाली को ले रहा है. 2022 में इसकी आपूर्ति आरंभ हो जाएगी. इस प्रणाली की डिलीवरी चीन और पाकिस्तान दोनों को अखर रही है. दोनों देश इसे क्षेत्र में सैन्य संतुलन गड़बड़ाने और हथियारों की होड़ को बढ़ावा देने का हवाला दे रहे हैं. इसके अलावा भारत और रूस के बीच में सैन्य मामलों में कुछ संवेदनशील सहमतियों का भी मुद्दा है. देखना है कि दोनों देश सहयोग के रास्ते पर कितना चल पाते हैं. एक दिन की यात्रा और उम्मीदें तमाम रूस और भारत के संबंधों की तासीर क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई तथ्यों को प्रभावित करती है. मसलन रूस के चीन, सीरिया, ईरान, तुर्की से अच्छे रिश्ते चल रहे हैं. चीन के साथ सीमा समस्या भी है, लेकिन शी जिनपिंग के साथ रूस के राष्ट्रपति का समीकरण भी है. चीन के जरिए रूस ने पाकिस्तान के साथ संबंधों को ठीक करना शुरू किया है. हाल में पाकिस्तान के एनएसए मो. युसुफ के बुलावे पर रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार वहां थे और तमाम क्षेत्रों में संबंधों को मधुर करने पर चर्चा हुई है. पात्रुशेव की इस यात्रा पर भारत की भी निगाह है.दोनों देशों के अधिकारी पिछले कुछ महीने से 21 वीं भारत-रूस वार्षिक संवाद समिट को लेकर चर्चा कर रहे हैं. रक्षा, विदेश, राजनीतिक तमाम मुद्दों पर चर्चा हो रही है. इस बीच में कुछ समझौतों और सहमतियों का आधार तैयार किया गया है.रूस रक्षा, विज्ञान और तकनीकी, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष समेत तमाम क्षेत्रों में विश्वसनीय सहयोगी रहा है. इसको लेकर कई समझौतों पर सहमति बनने के आसार है. ये भी पढ़ें-कोरोना पर लोकसभा में तीखी बहस, विपक्ष ने केंद्र पर लगाया लापरवाही का आरोप, रात 12 बजे तक चलती रही चर्चा",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/karnataka-two-omicron-cases-bengaluru-doctor-says-without-international-travel-how-new-coronavirus-variant-contracted-941481.html,"कर्नाटक: कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा नहीं, फिर कैसे ‘Omicron’ से संक्रमित हो गया बेंगलुरु निवासी, सोच में पड़ा स्वास्थ्य विभाग","कोरोना संक्रमण की जांच (सांकेतिक तस्वीर) कर्नाटक (Karnataka) से दो ओमीक्रॉन के मामले सामने आने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया है. राज्य से सामने आए कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Corona New Variant Omicron) के दो मामलों में एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक (South Africa) है. जबकि दूसरा स्थानीय व्यक्ति है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर (K Sudhakar) ने बताया कि स्थानीय निवासी का अंतरराष्ट्रीय यात्रा का कोई इतिहास नहीं है. जबकि 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक 20 नवंबर को बेंगलुरु (Bengaluru) आया था. कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) के सदस्य हालांकि यह पता नहीं लगा पा रहे कि ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए गए दो लोगों में से एक, जिसका अंतरराष्ट्रीय यात्रा का कोई इतिहास नहीं है, वो ओमीक्रोन वेरिएंट से कैसे संक्रमित हो गया. बीबीएमपी के मुताबिक, कर्नाटक से सामने आने वाला पहला मामला 66 वर्षीय व्यक्ति के संक्रमित होने का है, जो दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है. उन्होंने बताया, ‘वह 20 नवंबर को यहां (बेंगलुरु) आया था. उसके टेस्ट सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे. इसकी रिपोर्ट गुरुवार को आई, जिसमें उसके ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. अफ्रीकी नागरिक के संपर्क में आए लोगों की हो रही निगरानी वहीं, दूसरे मरीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि वह बेंगलुरु का ही रहने वाला 44 साल का नागरिक है और हेल्थकेयर वर्कर के तौर पर काम करता है. स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने आगे बताया कि हेल्थकेयर वर्कर शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में काम करता हैं. उसे 21 नवंबर को बुखार और शरीर में दर्द हुआ, जिसके बाद अगले दिन टेस्ट कराने पर ओमीक्रोन की पुष्टी हुई. बीबीएमपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीकी नागरिक के सीधे संपर्क में आए 24 लोग और परोक्ष रूप से सपंर्क में आए 240 लोगों के सैंपल की जांच निगेटिव आई है, लेकिन उन लोगों को निगरानी में रखा गया है. कोरोना के नए वेरिएंट के खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने दूसरे मामले के बारे में कहा, ‘कृपया गौर करें कि दूसरे व्यक्ति ने कोई विदेश यात्रा नहीं की थी इसलिए और अधिक लोगों के संक्रमित होने की गुंजाइश है. इस नए वेरिएंट के खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत है.’ स्थानीय मरीज एक हेल्थकेयर वर्कर बताया जा रहा है. शरीर में दर्द की शिकायत होने और अन्य लक्षणों के बाद उसकी आरटी-पीसीआर जांच की गई थी. गुप्ता ने बताया कि उसके सीधे संपर्क में आए 13 लोगों और अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क में आए 205 लोगों की जांच की गई. उन्होंने बताया, ‘सीधे संपर्क में आए तीन लोग और अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क में आए दो लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उन्हें आइसोलेशम में रखा गया है और उनके सैंपल सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. ये भी पढ़ें: ओमीक्रॉन वेरिएंट के केस मिलने के बाद कर्नाटक सरकार सतर्क, CM बोम्मई बोले- जारी करेंगे नया SOP, बढ़ाएंगे यात्रियों की निगरानी",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/karnataka-new-sops-will-be-issued-regarding-omicron-variant-track-and-trace-for-international-passengers-said-cm-basavaraj-bommai-941246.html,"ओमीक्रॉन वेरिएंट के केस मिलने के बाद कर्नाटक सरकार सतर्क, CM बोम्मई बोले- जारी करेंगे नया SOP, बढ़ाएंगे यात्रियों की निगरानी","मुख्यमंत्री बसावराज बोम्मई. (File Photo) कर्नाटक (Karnataka) में कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Corona Omicron Variant) के 2 मामले सामने आने के साथ ही देशभर में इस वायरस को लेकर डर का माहौल पैदा हो गया है. वहीं संक्रमित मरीजों का इलाज भी शुरू हो गया है. अब इस पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) का बयान भी सामने आए हैं. बसवराज बोम्मई ने कहा है कि हम बहुत सतर्क हैं. मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से इस पर चर्चा की है. उन्होंने कहा कि वह और जानकारी देंगे . हमारा कर्तव्य अब इस तरह के स्ट्रेन और उनके संपर्कों को जहां कहीं भी पाया जाता है, उन्हें ट्रैक करना और उनका पता लगाना है. हम पहले से ही अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को ट्रैक और ट्रेस कर रहे हैं. ओमीक्रॉन पर जारी किए जाएंगे नए SOP मुख्‍यमंत्री ने आगे कहा, ‘हम इन सभी जानकारियों के साथ कल बैठक करेंगे. जहां तक ​​ओमीक्रॉन की बात है, इसके लिए हम नए SOP लेकर आएंगे. हम इस पर विशेषज्ञों की राय और भारत सरकार के दिशा-निर्देश प्राप्त करने की कोशिश कर रहे है. बताया जा रहा है कि कर्नाटक से सामने दोनों मामलों के बारे में बुधवार देर रात जानकारी मिली. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में अब तक ओमीक्रॉन वेरिएंट के 2 मामले सामने आए हैं और दोनों ही केस कर्नाटक में मिले हैं. जिन 2 मरीजों में ओमीक्रॉन केस की पुष्टि हुई है उनमें से एक 66 वर्षीय पुरुष जबकि दूसरा 46 वर्षीय पुरुष है. उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है. इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया कि दोनों संक्रमितों में हल्के लक्षण मिले हैं. संक्रमित लोगों का इलाज किया जा रहा है. साथ ही इन संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों पर भी नजर रखी जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 29 देशों में अब तक ओमीक्रॉन के 373 मामले सामने आ चुके हैं. ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर क्या है डॉक्टर की राय वहीं दूसरी ओर गंगाराम अस्पताल के डॉ धीरेन ने कहा कि भारत में ओमीक्रॉन मामलों के आने की उम्मीद थी. भारत में लोगों को शांत और संयमित रहने की जरूरत है लेकिन साथ ही हमें सतर्क भी रहना है. हमारी प्रारंभिक रिपोर्ट के साथ, हम कह सकते हैं कि यह अन्य वेरिएंट की तुलना में एक हल्का वायरस है. यह भी पढ़ें: आने वाले 2 हफ्ते काफी अहम, दोगुनी हो सकती है कोरोना मामलों की संख्या! भारत में ओमीक्रॉन की एंट्री पर डॉक्‍टरों ने जताई चिंता देश में ओमीक्रॉन की एंट्री: वायरस के स्वरूप-व्यवहार जानने का एकमात्र जरिया जीनोम सिक्वेंसिंग, बढ़ानी होगी टेस्‍ट की रफ्तार",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/why-omicron-the-new-variant-of-corona-is-considered-dangerous-know-here-941350.html,"देश में एंट्री लेने वाला कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन क्यों माना जा रहा है खतरनाक, यहां समझिए","खतरनाक क्यों माना जा रहा है ओमीक्रॉन वेरिएंट अब तक कोरोना के जिस नए वैरिएंट का कहर अफ्रीकी देशों समेत कुछ चुनिंदा मुल्कों में था, उसने अब हिंदुस्तान में दस्तक दे दी है. जिस तरह ओमिक्रॉन (Omicron Variant) अलग-अलग देशों को अपने शिकंजे में जकड़ता जा रहा था उससे ये आशंका बहुत बढ़ चुकी थी कि ओमिक्रॉन वैरिएंट विदेश से आने वाले लोगों के साथ कभी भी हिंदुस्तान में आ सकता है और वही हुआ. लोग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए. स्वास्थ्य मंत्रालय के इस ऐलान के साथ ही वो आशंकाएं सच साबित हुईं जिनके गलत होने के लिए पूरा देश दुआ कर रहा था. क्योंकि एक के बाद एक विदेश से आए लोग संक्रमित पाए जा रहे थे. उनके सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग हो रही थी. उनमें से ही 2 लोग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं. सूत्रों के अनुसार ओमिक्रॉन से संक्रमित दोनों लोगों में से एक NRI और दूसरा भारतीय है. चिंता की बात ये है कि संक्रमित पाए गए भारतीय शख्स की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. दोनों संक्रमितों के एयरपोर्ट से लेकर घर तक जितने कॉन्टैक्ट हैं, उन सबकी ट्रेसिंग हो रही है. जिस सीट पर दोनों संक्रमित बैठे थे, उसके आसपास के सभी लोगों को सख्ती से क्वारंटाइन फॉलो करने के लिए कहा गया है. फ्लाइट में संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों पर वन टू वन बेसिस पर नजर रखी जा रही है. इनके संपर्क में आए 5 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक वहां जो 2 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले थे उनमें से एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक था. वो 66 साल के नागरिक भारत से दुबई जा चुके हैं. फिलहाल दूसरे संक्रमित व्यक्ति एक डॉक्टर हैं और उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है. अब आपको ये बता देते हैं कि कोरोना का ये नया वैरिएंट यानी ओमिक्रॉन खतरनाक क्यों माना जा रहा है. ओमिक्रॉन खतरनाक क्यों माना जा रहा है? दरअसल आशंका जताई जा रही है कि ये बहुत तेजी से लंग्स को नुकसान पहुंचा जा सकता है. हालांकि अभी पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है, लेकिन दुनिया भर में मिले संक्रमितों पर नजर रखी जा रही है. इस वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से ज्यादा म्यूटेशन मिले हैं. स्पाइक प्रोटीन यानी वायरस का वो हिस्सा, जिसके जरिए वो ह्यूमन सेल से संपर्क करता है. जिसकी वजह से माना जा रहा है कि ये वैक्सीन को चकमा दे सकता है और अब तक कई मामले ऐसे सामने आ चुके हैं, जिनमें वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोग भी संक्रमित पाए गए हैं. ये देश और दुनिया में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट से भी 5 गुना ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है और इसकी पहचान केवल जीनोम सिक्वेंसिंग के जरिए हो सकती है. मतलब ये कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए जल्द से जल्द जीनोम सिक्वेंसिंग जरूरी है, ताकि वक्त रहते संक्रमितों का पता लग सके और उन्हें आइसोलेट करके संक्रमण की कड़ी को तोड़ा जा सके. लेकिन चिंता ये है कि देश में जीनोम सिक्वेंसिंग में कमी देखने को मिली है.इसलिए खतरा और फिक्र दोनों बढ़ गए हैं. देखिए ये रिपोर्ट जीनोम सिक्वेंसिंग को लेकर बड़ी फिक्र यूं तो सामान्य संक्रमण की पहचान के लिए मेडिकल साइंस के पास कई तरीके हैं. लेकिन ओमिक्रॉन जैसे वायरस के किसी भी स्वरूप को जानने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग जरूरी है.भारत में जिन दो लोगों में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन मिला उसकी पुष्टि जीनोम सिक्वेंसिंग से ही हुई. मतलब कोरोना का नया वैरिएंट भारत में दस्तक दे चुका है. खतरा बड़ा हो चुका है..लेकिन यहां फिक्र बड़ी ये होती जा रही है कि — देश में पूरी क्षमता से जीनोम सिक्वेंसिंग नहीं हो रही है. जीनोम सिक्वेंसिंग पर राज्यों का ध्यान नहीं है. आपको बता दें कि साल भर पहले इन्हीं दिनों में कोरोना वायरस में नए-नए बदलाव देखने को मिल रहे थे. जिसके बाद देश में जीनोम सीक्वेंसिंग को जरूरी करते हुए इन्साकॉग का गठन हुआ. ये तय हुआ कि हर महीने राज्यों को पांच फीसदी सैंपल सीक्वेंसिंग के लिए भेजना जरूरी है. लेकिन 12 महीने में 20 से भी अधिक बैठक और निर्देश जारी होने के बाद भी राज्यों का अब तक इस पर ध्यान नहीं है. स्थिति ये है कि इस साल जून से अगस्त के बीच ही 50 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है. देश भर में सीक्वेंसिंग के लिए 288 लैब की पहचान की गई, लेकिन फिक्र बढ़ाने वाली बात ये है कि ज्यादातर राज्यों से पर्याप्त सैंपल सीक्वेंसिंग के लिए नहीं आ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी में 2207, फरवरी में 1321, मार्च में 7806, अप्रैल में 5713, मई में 10488, जून में 12257 जुलाई में 6990 और अगस्त में 6458 सैंपल की सीक्वेंसिंग हुई. लेकिन इसी साल सितंबर में 2100 और अक्टूबर में करीब 450 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पहुंचे . WHO के नियम के मुताबिक कुल संक्रमित मरीजों का कम से कम पांच प्रतिशत केस का जीनोम सिक्वेंसिंग होनी चाहिए. लेकिन भारत में ऐसा नहीं हो पा रहा है. सरकार ने जो अप्रैल महीने में नियम बनाए, उसके मुताबिक 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 288 जगहों पर 8614 सैंपल भेजने का लक्ष्य था लेकिन 19 राज्यों ने तय लक्ष्य के अनुसार सैंपल नहीं भेजे. मतलब कोरोना केस कम होते ही जीनोम सिक्वेंसिंग को लेकर लापरवाही होने लगी. जबकि एक्सपर्ट बताते हैं कि जितनी ज्यादा जीनोम सिक्वेंसिंग होगी कोरोना वायरस को लेकर उतनी ज्यादा जानकारी मिलेगी. यहां ये जानना भी जरूरी है कि जीनोम सिक्वेंसिग होती क्या है? क्या होती है जीनोम सिक्वेसिंग? दरअसल, शरीर में कोशिकाओं के अंदर के जेनेटिक मेटेरियल को जीनोम कहा जाता है. कोशिका के भीतर एक जीन की तय जगह और दो जीन के बीच की दूरी और उसके आंतरिक हिस्सों के व्यवहार और उसकी दूरी को समझने के लिए कई तरीकों से जीनोम सिक्वेंसिंग की जाती है. इससे जीनोम में होने वाले बदलाव के बारे में पता चलता है. ये बदलाव पुराने वायरस से कितना अलग है ये भी बताता है. आपको ये भी बता दें कि जीनोम सिक्वेंसिंग करने में सात दिन का वक्त लगता है और अभी भारत में ओमिक्रॉन केस के कई संदिग्धों को लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग की रिजल्ट का इंतजार है. इन हालात में हमें और आपको ज्यादा सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि कोरोना के इस वैरिएंट में सिर्फ उसका रूप ही नहीं बदला, बल्कि कई लक्षण भी बदल दिए हैं. ओमीक्रॉन वेरिएंट में लक्षणों में भी आया बदलाव हालांकि WHO का कहना है कि अभी तक किसी तरह के खास लक्षण सामने नहीं आए हैं, लेकिन इस वैरिएंट को सबसे पहले पहचानने वाली दक्षिण अफ्रीका की डॉक्टर एंजेलिक कोएट्जी के मुताबिक ओमिक्रॉन के असामान्य, लेकिन हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं. असामान्य इसलिए क्योंकि अभी तक संक्रमण होने पर तेज बुखार आता था लेकिन ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए लोगों में ज्यादातर हल्का बुखार देखा गया है. इसके अलावा डेल्टा से संक्रमित होने वाले लोगों में गले में खराश के साथ कफ भी शिकायत देखने को मिलती है. लेकिन ओमिक्रॉन में कफ की शिकायत नहीं देखी जा रही है और सबसे बड़ा बदलाव ये देखने को मिला है कि कोरोना के दूसरे वैरिएंट से इन्फेक्ट होने पर स्वाद और सूंघने की क्षमता पर असर पड़ता था. लेकिन ओमिक्रॉन के मरीजों में ये लक्षण नहीं देखा जा रहा है. हालांकि इस बीच WHO की ओर से कुछ राहत की खबर भी आई है. और वो ये है कि दुनिया भर में अभी तक ओमिक्रॉन से संक्रमण के ज्यादातर माइल्ड केस मिले है जिसके चलते WHO का मानना है कि इस वैरिएंट से दुनिया को उतना नुकसान नहीं होगा, जितना डेल्टा ने पहुंचाया. साथ ही साथ अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि मौजूदा टीके अस्पताल में भर्ती होने और मौत को रोकने में कम प्रभावी होंगे लेकिन ये सब सुनकर बेफिक्र होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अभी तक जो कुछ भी पता चला है, वो बहुत ही शुरुआती जानकारी है क्योंकि ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगे 9 दिन ही बीते हैं. इसलिए अभी बहुत कुछ पता लगना बाकी है. तब जाकर पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकेगा. यह भी पढ़ें: ओमीक्रॉन वेरिएंट के केस मिलने के बाद कर्नाटक सरकार सतर्क, CM बोम्मई बोले- जारी करेंगे नया SOP, बढ़ाएंगे यात्रियों की निगरानी आने वाले 2 हफ्ते काफी अहम, दोगुनी हो सकती है कोरोना मामलों की संख्या! भारत में ओमीक्रॉन की एंट्री पर डॉक्‍टरों ने जताई चिंता",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/health-ministry-told-scientific-reasoning-for-booster-vaccine-doses-for-covid-19-is-under-examination-priority-ensure-complete-vaccination-941208.html,"बूस्टर डोज पर बोला स्वास्थ्य मंत्रालय- वैज्ञानिक स्तरीय जांच जारी, लेकिन प्राथमिकता पहले डबल खुराक देने पर","सांकेतिक तस्वीर कोरोना वायरस के खतरनाक वेरिएंट माने जा रहे ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के खतरे के बीच केंद्र सरकार ने आज गुरुवार को कहा कि कोविड-19 के लिए बूस्टर वैक्सीन डोज के वैज्ञानिक स्तर पर जांच की जा रही है, लेकिन प्राथमिकता दोनों डोज के साथ व्यस्क आबादी का पूर्ण वैक्सीनेशन सुनिश्चित करना है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारत में COVID-19 के ओमीक्रॉन वेरिएंट के दो केस सामने आने के मामले का खुलासा किया. इस दौरान स्वास्थ्य संयुक्त सचिव ने कहा, ‘बूस्टर के लिए वैज्ञानिक स्तर पर परिक्षण किया जा रहा है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी प्राथमिकता पहले वैक्सीन के दोनों डोज को प्रशासित करने का काम पूरा करना है और यही वह रणनीति है जिससे हमें सबसे ज्याादा फायदा होगा.’ वैक्सीन कवरेज बढ़ाना होगा: डॉक्टर पॉल कोरोना के नए वेरिएंट के मद्देनजर वैक्सीनेशन के महत्व पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि इस नई चुनौती के बावजूद वैक्सीनेशन ही सबसे महत्वपूर्ण उपकरण बना हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास उपकरण (वैक्सीनेशन) प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि वैक्सीन कवरेज को बढ़ाना होगा. बड़े स्तर पर देखें, हमारे पास यह उपकरण है और हमें इस उपकरण के जरिए हर पात्र व्यक्ति की रक्षा करनी चाहिए. डॉक्टर पॉल ने कहा कि हमें दो डोज का फायदा हुआ है और लोगों को दूसरी डोज जल्द से जल्द मिलनी चाहिए. डोज के बीच की अवधि पर फैसला वैज्ञानिक डेटा और स्थानीय डेटा के जरिए व्यवस्थित तरीके से आधारित है, और वर्तमान अवधि में कोई बदलाव नहीं किया गया है. ‘ब्रेकथ्रू इंफेक्शन के मामले में लाल निशान नहीं’ ब्रेकथ्रू इंफेक्शन के बारे में उन्होंने कहा, ‘हमें ब्रेकथ्रू इंफेक्शन के मामले में कोई लाल निशान नहीं दिख रहा है, और हम समय-समय पर इसे देखते हैं. विगत में, हमने दिखाया है कि ब्रेकथ्रू इंफेक्शन रेट बहुत कम है और हम अधिक जानकारी प्रदान करेंगे.’ बूस्टर डोज के बारे में डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि कोविड टीके के बूस्टर डोज पर भी विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में अभी ओमीक्रॉन की अहमियत और प्रभाव यह सब समझा जा रहा है. वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए भी अध्ययन किया जा रहा है. जैसे-जैसे जो स्थिति सामने आएगी उसके आधार पर आगे के फैसले लिए जाएंगे.’ भारत में ओमीक्रॉन वेरिएंट से दो लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आने के बाद दक्षिण पूर्व एशिया के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम क्षेत्रपाल ने कहा कि सभी देशों को इसके मद्देनजर सचेत होना चाहिए और इसे फैलने से रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए. भारत में ओमीक्रॉन से संक्रमित लोगों के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के बारे में नेशनल सेंट्रल फॉर डिसीज कंट्रोल के निदेशक डॉक्टर सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि सरकार तीन प्रकार की ट्रेसिंग प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक (Primary, Secondary and Tertiary) का पता लगा रही है. रिमोट कॉन्टेक्ट्स का भी पता लगा रहेः डॉक्टर सुजीत उन्होंने कहा कि रिमोट कॉन्टेक्ट्स का भी पता लगाया जा रहा है. यह राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है और राज्य निगरानी अधिकारी इसके लिए सहयोग कर रहे हैं. इस मामले में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक संपर्कों का पता लगाया गया है. उन्होंने कहा कि अब तक 9 हवाईअड्डों पर फ्लाइट्स आ चुकी हैं, जहां से जीनोम के सैंपल्स एकत्र किए गए हैं और उनका परीक्षण किया गया है, और 30 अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों को ‘जोखिम वाले’ देशों से आने वाले यात्रियों के बारे में संवेदनशील बनाया गया है. बूस्टर डोज के बारे में डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि कोविड टीके के बूस्टर डोज पर भी विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में अभी ओमीक्रॉन की अहमियत और प्रभाव यह सब समझा जा रहा है. वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए भी अध्ययन किया जा रहा है. जैसे-जैसे जो स्थिति सामने आएगी उसके आधार पर आगे के फैसले लिए जाएंगे.’ भारत में ओमीक्रॉन वेरिएंट से दो लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आने के बाद दक्षिण पूर्व एशिया के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम क्षेत्रपाल ने कहा कि सभी देशों को इसके मद्देनजर सचेत होना चाहिए और इसे फैलने से रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए. ये भी पढ़ें आने वाले 2 हफ्ते काफी अहम, दोगुनी हो सकती है कोरोना मामलों की संख्या! भारत में ओमीक्रॉन की एंट्री पर डॉक्‍टरों ने जताई चिंता",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/gujarat/now-fine-for-ringing-of-phone-in-gujarat-high-court-940854.html,"इस हाई कोर्ट में मोबाइल की घंटी बजने पर भरना होगा जुर्माना, कोर्ट बंद होने तक जब्त किया जाएगा फोन","गुजरात हाईकोर्ट. हाई कोर्ट के अंदर मोबाइल फोन की अचानक ही घंटी का बज उठना कोर्ट डेकोरम के खिलाफ माना जाएगा. इसके लिए एक राज्य की हाई कोर्ट ने तो बाकायदा जुर्माना राशि तक निर्धारित कर डाली. ऐसा नहीं है कि आप जुर्माना अदा करके मोबाइल लेकर कोर्ट में अपना कामकाज निपटते ही घर चले जाएंगे. मोबाइल को शाम पांच बजे तक कोर्ट में जमा भी कर लिया जाएगा. यह आदेश हाल ही में गुजरात हाई कोर्ट की ओर से जारी किया गया है. दरअसल इस आदेश को लागू करने की नौबत बीते दिनों हाई कोर्ट में मौजूद एक बूजुर्ग से जाने-अनजाने हुई गलती के चलते आई है. यह बुजुर्ग गुमशुदा बेटी से संबंधित मामले में हाईकोर्ट में हेबियस कोपर्स दाखिल करने पहुंचे थे. मामले की सुनवाई जब चीफ जस्टिस अरविंद कुमार और जस्टिस ए जे शास्त्री की कोर्ट में चल रही थी. उसी समय जाने-अनजाने वहां मौजूद बुजुर्ग के पास मौजूद मोबाइल की घंटी बज उठी. हाईकोर्ट ने बुजुर्ग के इस कृत्य को अनुचित और कोर्ट के डेकोरम के खिलाफ करार दे दिया. मुवक्किल के वकील ने बताई वजह हालांकि दूसरी ओर वहीं बुजुर्ग के वकील ने हाईकोर्ट को बताया कि, गुमशुदा बेटी के चलते वे वृद्ध मानसिक रूप से परेशान चल रहे हैं. इसी परेशानी के चलते उन्हें हाईकोर्ट के अंदर मोबाइल स्विच ऑफ करने का ध्यान नहीं रहा. घटनाक्रम के मुताबिक पहले से ही परेशान चल रही बुजुर्ग मोबाइल की घंटी बजते ही मय मोबाइल कोर्ट रूम से बाहर चले गए थे. मगर फिर भी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और जस्टिस ने इस मामले पर नाराजगी जताई. चीफ जस्टिस ने तय कर दिया जुर्माना चीफ जस्टिस ने तो यहां तक कह दिया कि, आप लोग हाईकोर्ट में नोटिस बोर्ड पर चस्पा हिदायतों को शायद बिलकुल नहीं पढ़ते हैं. जिनमें साफ साफ लिखा है कि हाईकोर्ट के अंदर मोबाइल फोन का बजना अनुचित है. इसी के साथ हाईकोर्ट ने आइंदा किसी के भी मोबाइल की घंटी बजने पर सीधे-सीधे अर्थदण्ड यानी नकद जुर्माने का आदेश जारी कर दिया, जिसके मुताबिक हाईकोर्ट के भीतर मोबाइल की पहली घंटी बजने पर 100 रुपए, दूसरी घंटी बजी तो 500 तीसरी घंटी बजने पर 1000 रुपए नकद जुर्माना यानी अर्थदण्ड देना होगा. हाईकोर्ट में फिर ऐसा न हो इस तरह के कृत्य की पुनरावृत्ति रोकने के लिए हाई कोर्ट ने रजिस्ट्रार को भी तत्काल इस बाबत सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए. साथ ही गुजरात हाईकोर्ट ने कहा कि नकद जुर्माना राशि अदा कर देने के बाद भी ऐसा नहीं है कि लापरवाह मोबाइल मालिक अपने गंतव्य को जाने के लिए स्वंत्रत होगा. शाम पांच बजे यानी हाईकोर्ट का कामकाज चलने तक, अपना मोबाइल फोन कोर्ट रूम में ही जमा कराना पड़ेगा. ताकि फिर मोबाइल फोन की घंटी के जरिए कम से कम कोर्ट का डेकोरम टूटने से बचाया जा सके. यह भी पढ़ें –39 साल की टीचर ने 15 साल के छात्र और बेटे के दोस्त संग 100 से ज्यादा बार बनाए शारीरिक संबंध तो मचा बवाल यह भी पढ़ें –ऐसे भी IPS : रसूखदार पुलिसिया सिंहासन छोड़ कोई बनी कृष्ण की मीरा कोई राधा बना, कुछ हनुमान भक्त और कथा-वाचक तक बन गए",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/rajya-sabha-passes-dam-safety-bill-provides-for-surveillance-inspection-operation-maintenance-of-specified-dams-in-india-via-a-regulatory-body-941108.html,"शीतकालीन सत्रः बांधों की सुरक्षा और मेंटेनेंस करेगी केंद्र सरकार, राज्‍यसभा में लंबी चर्चा के बाद पास हुआ बिल","सांकेतिक तस्वीर Rajya Sabha passes Dam Safety Bill: संसद का शीतकालीन सत्र का गुरुवार को चौथा दिन है. संसद में जारी गतिरोध के बीच राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक 2019 (The Dam Safety Bill, 2019) पास हो गया है. राज्‍यसभा में इस बिल पर 4 घंटे तक चर्चा हुई. यह बिल लोकसभा में पहले ही पास हो चुका है. विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने मांग की कि सरकार बांध सुरक्षा विधेयक को एक प्रवर समिति के पास भेजे. राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक के पास होने से पहले यह बिल अगस्त 2019 में लोकसभा से पास हो गया था. बांध सुरक्षा विधेयक भारत में एक नियामक संस्था के माध्यम से निर्दिष्ट बांधों की निगरानी, ​​निरीक्षण, संचालन और रखरखाव का प्रावधान करता है. इसमें 15 मीटर से अधिक ऊंचाई या 10-15 मीटर की ऊंचाई वाले बांध, विशिष्ट डिजाइन और स्ट्रक्चर वाले बांध शामिल हैं. चर्चा के बाद राज्यसभा में पास राज्यसभा में आज विधेयक पर लंबी चर्चा के बाद वोटिंग की गई, जिसके बाद इस बिल को पास कर दिया गया. इससे पहले बांध सुरक्षा विधेयक पर राज्यसभा में हो रही चर्चा में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि देश में अब तक 42 बांध टूट चुके हैं. 2010 में इस विधेयक को लाने की बात कही गई थी और अगस्त 2019 में लोकसभा से पास हो चुका है. इस कानून को तुरंत बनाया जाना चाहिए. स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही इस बिल को बनाया गया है. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने विपक्षी सांसदों को यह आश्वासन भी दिया कि यदि विधेयक पारित हो जाता है तो राज्यों में राज्य समितियों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व होगा. बांध पर नियम बनाने का अधिकार केंद्र के पास नहींः विपक्ष विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को मांग की कि सरकार बांध सुरक्षा विधेयक को एक प्रवर समिति (Select Committee) को भेजे. सांसदों ने कहा कि बांध राज्य सरकार का विषय है और केंद्र राज्य के लिए नियम नहीं बना सकता. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और कांग्रेस जैसी पार्टियों के कई सांसदों ने कहा कि राज्य सरकार बांधों की सुरक्षा का ख्याल रखती है और उनका रखरखाव करती है. YSRCP के वी विजयसाई रेड्डी का कहना है कि बांध सुरक्षा विधेयक को पारित करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विधेयक को पारित करने की जरूरत है और बांधों के उचित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा जांच की जा सकती है. ये भी पढ़ें Electricity Amendment Bill 2021: अगर कानून बना तो आपका क्या बिगड़ेगा, जानिए बिजली से जुड़े इस बिल की 3 खास बातें",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-vigilance-being-taken-on-the-borders-of-the-state-regarding-the-new-variant-omicron-news-hindi-1-498539-KKN.html,नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर प्रदेश की सीमाओं पर बरती जा रही सतर्कता,"लखनऊ। कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन की पुष्टि होने पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सीमाओं पर व्यवस्था को चाक चौबंद कर दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अधिकारियों को सर्तकता बरतने के साथ ही सभी यात्रियों की जांच के निर्देश दिए हैं। कोरोना प्रबंधन में अव्वल रहने वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कोरोना की पहली लहर में कम समय में जांच की रफ्तार को बढ़ाया था, जिसके बाद यूपी प्रतिदिन ढाई लाख से अधिक आरटीपीआर जांच करने में सक्षम है। ऐसे में नए वैरिएंट को ध्यान में रखते हुए भविष्य में जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार को बढ़ाने में भी यूपी सक्षम है। मुख्यमंत्री ने पीजीआई, केजीएमयू में जीनोम परीक्षण को तेज करने के आदेश दिए हैं। प्रदेश में बीएचयू, सीडीआरआई, आईजीआईबी, राम मनोहर लोहिया संस्थान, एनबीआरआई में नए वैरिएंट की जांच जरूरत पड़ने पर की जा सकती है। बता दें कि राजधानी लखनऊ के एनबीआरआई में कोरोना की पहली लहर के बाद ही नए वैरिएंट की जांच शुरू की थी। जिसमें 45 सैंपल जांचे गये थे। संभावित तीसरी लहर को देखते बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई व आईजीआईबी में नए वैरिएंट के जीनोम परीक्षण की प्रक्रिया की जा सकती है। स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. वेदव्रत सिंह के मुताबिक प्रदेश में फोकस टेस्टिंग के दायरे को बढ़ाते हुए स्क्रीनिंग, सर्विलांस जांच को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। कर्नाटक के बाद हैदराबाद में मिले नए वैरिएंट के चलते सर्वाधिक आबादी वाले यूपी में सर्तकता बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बीएसएल-2 आरटीपीसीआर प्रयोगशालाओं का संचालन किया जा रहा है। (आईएएनएस)",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/maharashtra/mumbai-news/news-police-files-chargesheet-in-gang-rape-of-minor-by-33-people-in-maharashtra-news-hindi-1-498538-KKN.html,महाराष्ट्र में 33 लोगों द्वारा नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की,"मुंबई। ठाणे पुलिस ने सनसनीखेज मामले में एक 15 वर्षीय लड़की की ओर से 29 युवकों और चार किशोरों द्वारा बार-बार सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराने के दो महीने बाद आरोप पत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। 112 गवाहों के बयानों के साथ 800 से अधिक पृष्ठों में चलने वाला आरोप पत्र कल्याण में मजिस्ट्रेट कोर्ट में दर्ज किया गया। पीड़िता के प्रेमी ने उसके साथ जबरन यौन संबंध बनाए और वीडियो बना ली, जिसे बाद में उसने अपने दोस्तों के साथ साझा किया, जिन्होंने उसका दुष्कर्म करने के लिए उसका शोषण भी किया। पुलिस जांच के अनुसार कई युवकों ने लड़की को ब्लैकमेल किया और धमकी दी और अलग-अलग स्थानों पर उसके साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/karnataka/bengaluru-news/news-karnataka-preparing-for-third-wave-of-covid-18000-nursing-students-to-be-trained-news-hindi-1-498532-KKN.html,"कर्नाटक कोविड की तीसरी लहर के लिए कर रहा तैयारी; 18,000 नसिर्ंग छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा","बेंगलुरू। कर्नाटक सरकार ने 18,000 नसिर्ंग छात्रों (जो अपने अंतिम वर्ष में हैं) को, कोरोनावायरस की संभावित तीसरी लहर या ओमिक्रॉन के संभावित प्रभावों के दौरान रोगियों के इलाज के लिए प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने शुक्रवार को सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों, डीन, एचओडी और चिकित्सा अधीक्षकों की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह घोषणा की। उन्होंने कहा, ""महामारी के समय में आईसीयू और अस्पतालों में नर्सों की सेवा महत्वपूर्ण है। राज्य में 18,000 नसिर्ंग छात्र अखिरी साल में हैं। उनकी सेवाओं का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग को 18,000 अतिरिक्त कर्मचारी मिलेंगे यदि वे काम करते हैं। दूसरी लहर के दौरान, नर्सों की कमी महसूस की गई थी।"" उन्होंने कहा कि उन्हें डिजिटल पाठ्यक्रमों के माध्यम से उपचार देने और अन्य संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया गया है। बैठक में 21 सरकारी चिकित्सा संस्थानों की समीक्षा की गई। हर जिले में मेडिकल कॉलेज से जुड़ा जिला सरकारी अस्पताल संकट की घड़ी में अहम भूमिका निभाने जा रहा है। सुधाकर ने बताया कि संभावित तीसरी लहर या ओमिक्रॉन के संभावित प्रभावों पर तैयारियों के बारे में पूरी तरह से चर्चा की गई है। बैठक में मरीजों के प्रभावी इलाज के लिए घरेलू डॉक्टरों और पीजी मेडिकल छात्रों की सेवाओं का उपयोग करने पर भी चर्चा हुई। सुधाकर ने घोषणा की कि रेजिडेंट मेडिकल डॉक्टरों के लिए कोविड जोखिम भत्ता जारी किया गया है। सरकार ने 73 करोड़ रुपये में से 55 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं और बाकी एक-दो दिन में जारी कर दिए जाएंगे। उन्होंने डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों के लिए समय पर वेतन जारी करने का भी आश्वासन दिया। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-clashes-with-china-indian-warships-were-deployed-at-forward-positions-says-navy-chief-news-hindi-1-498528-KKN.html,चीन के साथ सीमा संघर्ष के दौरान अग्रिम स्थानों पर तैनात किए गए थे भारतीय युद्धपोत : नौसेना प्रमुख,"नई दिल्ली। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ सीमा संघर्ष के दौरान भारतीय युद्धपोतों को अग्रिम स्थानों पर तैनात किया गया था। नौसेना प्रमुख ने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर सुरक्षा की स्थिति ने भारत के सामने चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। एडमिरल कुमार ने जोर देकर कहा कि भारतीय नौसेना भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से आश्वस्त है। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना वर्ष 2007 से हिंद महासागर में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (नौसेना) की मौजूदगी पर नजर रखे हुए है। हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी युद्धपोतों की उपस्थिति का विवरण साझा करते हुए, एडमिरल कुमार ने कहा कि औसतन सात चीनी पीएलए नौसेना के जहाज हैं। वे कभी-कभी अपनी पनडुब्बी भी भेजते हैं। एडमिरल कुमार ने कहा, ""हम उनके (चीनी) जहाजों की तैनाती के बारे में जानते हैं। हम सब कुछ ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति की योजना भी बनाते हैं। हमने चीनी जहाजों को कड़ी निगरानी में रखा है और हम अब भी ऐसा करना जारी रखे हुए हैं।"" वह 4 दिसंबर को मनाए जाने वाले भारतीय नौसेना दिवस से पहले मीडिया को संबोधित कर रहे थे। चीनी नौसेना की ताकत के बारे में बोलते हुए, एडमिरल ने कहा कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों में 180 जहाजों का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना दोनों चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है। कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना के लिए बनाए जा रहे 39 युद्धपोतों और पनडुब्बियों में से 37 भारत में 'मेक इन इंडिया' के तहत बनाए जा रहे हैं, जो आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी खोज को दर्शाता है। बेड़े में जहाजों के शामिल होने के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में 28 जहाजों को कमीशन किया गया है। मानव रहित प्रणालियों के बारे में बात करते हुए, एडमिरल कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना के पास जल्द ही हवा और पानी के अंदर चलने वाली स्वदेशी-मानवरहित प्रणालियां होंगी। इसके लिए 10 साल का रोडमैप तैयार है। उन्होंने सैन्य मामलों का विभाग बनाने के सरकार के फैसले की सराहना करते हुए कहा, ""सैन्य मामलों के विभाग का निर्माण सीडीएस के पद के निर्माण के साथ-साथ स्वतंत्रता के बाद से सेना में सबसे बड़ा सुधार है। यह तेजी से निर्णय लेने में सक्षम बनाता है।"" भारत और चीन पिछले 19 महीनों से सीमा विवाद में उलझे हुए हैं। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-centenary-celebrations-of-public-accounts-committee-(pac)---due-to-the-threat-of-omicron-no-foreign-delegation-is-able-to-attend-news-hindi-1-498526-KKN.html,पीएसी का शताब्दी समारोह - ओमिक्रॉन के खतरे की वजह से नहीं शामिल हो पा रहा है कोई विदेशी प्रतिनिधिमंडल,"नई दिल्ली। भारत के संसदीय लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोक लेखा समिति (पीएसी) के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है। 4 दिसंबर से शुरू होने वाले इस दो दिवसीय शताब्दी समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान समेत 52 कॉमनवेल्थ देशों को न्योता भेजा गया था, लेकिन कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे की वजह से कोई भी विदेशी प्रतिनिधिमंडल इस समारोह में शामिल होने के लिए भारत नहीं आ पा रहा है। पीएसी के शताब्दी समारोह की जानकारी देते हुए समिति के चेयरमैन अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि ओमिक्रॉन के खतरे की वजह से कोई भी विदेशी प्रतिनिधिमंडल इस समारोह में शामिल नहीं हो पा रहा है। पीएसी चेयरमैन ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए पाकिस्तान को भी न्योता भेजा गया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। शताब्दी समारोह कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे। राज्य सभा के सभापति एवं उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि रविवार को होने वाले समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी का प्रयास किया जा रहा है। मीडिया से बात करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि ब्रिटिश शासन काल में 1921 में लोक लेखा समिति का गठन किया गया था। देश के आजाद होने और गणतंत्र बन जाने के बाद इसमें आमूल चूल परिवर्तन होना शुरू हुआ। वर्ष 1967 में सरकार ने यह फैसला किया कि इस समिति का चेयरमैन विपक्ष के नेता को ही बनाया जाएगा और उसी समय से यह परंपरा चली आ रही है। उन्होंने सरकार की कमियों, गलतियों, खामियों और अनियमितताओं को पकड़ने के लिए और वित्तीय मामलों में सरकारी कामकाज पर निगरानी में पीएसी की महत्वपूर्ण भूमिका का जिक्र करते हुए बताया कि 1952 से लेकर 2021 तक यह समिति अपनी 1699 रिपोर्ट जमा कर चुकी है। पीएम केयर्स फंड के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कैग को पीएसी का ब्रेन बताते हुए कहा कि यह समिति कैग की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करती है, लेकिन पीएम केयर्स फंड कैग के दायरे में नहीं आता है, इसलिए इस पर वह कुछ नहीं कह सकते हैं। इस पर पीएमओ ही कुछ कह सकता है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-mines-department-big-action-on-illegal-mining-activities-in-banshipaharpur-deployment-of-rac-border-home-guard---acs-dr-subodh-agarwal-news-hindi-1-498523-KKN.html,"बंशीपहाड़पुर में अवैध खनन गतिविधियों पर माइंस विभाग की बड़ी कार्रवाई,आरएसी-बार्डर होमगार्ड की तैनाती - एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल","जयपुर । बंशीपहाड़पुर खनन क्षेत्र में अवैध खनन के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही करते हुए एक हाईड्रो क्रेन सहित दो ट्रेक्टर मय सेंड स्टोन के जब्त किए हैं। क्षेत्र में खान, पुलिस, होमगार्ड व वन विभाग की टीम द्वारा कार्यवाही की जा रही है। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार सायंकाल क्षेत्र में अवैध खनन व परिवहन की जानकारी मिलते ही राज्य स्तर से तत्काल रात को ही अधिकारियों की टीम भेजकर कार्यवाही की गई और आज शुक्रवार को खनन क्षेत्र में अधिकारियों, कार्मिकों, पुलिस व होमगार्ड की भी तैनाती कर दी गई है। वहीं जयपुर में खान विभाग द्वारा कार्यवाही करते हुए अवैध खनन गतिविधियों में लिप्त 16 वाहनों की जब्ती कर संबंधित थानों में सुपुर्दगी की गई है। एसीएस माइंस डॉ. अग्रवाल ने शुक्रवार को सचिवालय में बंशीपहाडपुर पर कोआर्डिनेटर प्रताप मीणा व अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होंने बताया कि सूत्रों से जानकारी मिलते ही बंशीपहाड़पुर कोऑर्डिनेटर प्रताप मीणा को गोपनीय तरीके से कार्यवाही के निर्देश दिए गए जिसकी क्रियान्विति में रात को एएमई रुपवास पिंक राव व एमई भरतपुर रामनिवास मंगल की मय गार्ड व कार्मिकों के दो टीम बनाकर कार्यवाही करते हुए क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में लिप्त 15-15 टन सेंड स्टोन से भरे दो ट्रेक्टर व एक हाइड्रो क्रेन को जब्त कर संबंधित थानें में सुपुर्द किया गया है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बंशीपहाड़पुर क्षेत्र में अवैध खनन रोकने और वैध खनन के लिए खनन प्लॉटों की नीलामी जारी है। शुक्रवार को जिला प्रशासन से भी समन्वय बनाया गया है और इसके बाद पुलिस अधीक्षक भरतपुर द्वारा आरएसी के एक सैक्सन की मौके पर तैनाती कर दी गई है। इसी तरह से वन विभाग द्वारा भी निगरानी शुरु करने के साथ ही एएमई रुपवास पिंक राव एक फोरमेन, एमई भरतपुर श्री रामनिवास मंगल व तीन फोरमेन मय 20 बार्डर होमगार्ड के क्षेत्र में तैनात कर दिए गए है। कोआर्डिनेटर बंशीपहाड़पुर एसएमई जयपुर श्री प्रताप मीणा को समन्वय बनाए रखने और एसएमई अविनाश कुलदीप को निगरानी के निर्देश दिए गए है। जयपुर मेें दो दिन में 16 वाहन जब्त, 25 लाख 95 हजार का जुर्माना एसीएस माइंस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि रात्रिकालीन गश्त के निर्देशों के चलते पिछले दो दिनों में जयपुर व आसपास के क्षेत्र मेें एसएमई प्रतापमीणा के नेतृत्व में कार्यवाही की गई है। मीणा ने बताया कि जयपुर एसएमई विजिलेंस श्री केसी गोयल ने शुक्रवार को कालवाड में 2 और हरमाड़ा में एक बजरी से भरा वाहन जब्त कर संबंधित थानों में सुपुर्द किया है। इससे पहले एक वाहन गिट्टी का और कानोता मेें एक वाहन चेजा पत्थर का जब्त किया गया है। कुल 10 लाख 95 हजार का जुर्माना लगाते हुए दो लाख 95 हजार की वसूली भी की जा चुकी है। प्रताप मीणा ने बताया कि एमई जयपुर श्री श्रीकृष्ण शर्मा की टीम ने शुक्रवार को खनिज बजरी के चार वाहन सांभर में जब्त कर पुलिस को सुपुर्द किए है। इससे पहले मंगलवार-बुधवार की रात 6 वाहन जब्त किए गए जिसमें हरमाड़ा व भांकरोटा में खनिज बजरी, बंधे के बालाजी मेें 3वाहन मैसनरी स्टोन व एक ट्रेक्टर कंप्रेशर, जगतपुरा में एक वाहन खनिज बजरी की जब्ती कर पुलिस को सुपुर्द किए गए है। उन्होंने बताया कि इन पर 15 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है जिसमें से 9लाख से अधिक की वसूली कर ली गई है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-international-day-of-persons-with-disabilities---tricycle-wheelchair-and-crutches-given-to-the-handicapped-news-hindi-1-498522-KKN.html,"अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस - दिव्यांगों को दी गई ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर और बैसाखी","जयपुर । अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर नारायण सेवा संस्थान ने एआरटी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के सहयोग से जयपुर में दिव्यांग सहायता शिविर का आयोजन किया। यह शिविर संस्थान की सीएसआर गतिविधियों के तहत आयोजित किया गया। इस शिविर के माध्यम से 45 दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर और बैसाखी वितरित करने की पहल की गई। शिविर का आयोजन दिव्यांगों के लिए समानता, सुगमता और समान अवसर उपलब्ध कराने के संदेश के साथ किया गया। नारायण सेवा संस्थान ने लगभग 2,74,603 व्हीलचेयर, 2,64,422 ट्राइसाइकिल, 2,97,789 बैसाखी, 3,61,997 और 1,72,000 कंबल जरूरतमंद और वंचित व्यक्तियों के बीच वितरित किए हैं। दिव्यांग जनों को एक स्थायी आजीविका देने के लिए एनजीओ राजस्थान, दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात में शिविर आयोजित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। कोविड-19 के नए वेरिएंट और फिर से महामारी फैलने की चिंताओं के बीच संस्थान ने ‘नो मास्क, नो एंट्री’ जैसे अभियानों के माध्यम से भी जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है। इसके लिए डिजिटल तौर पर और फील्ड में भी अभियान चलाए जा रहे हैं। संस्थान के इस अभियान की जानकारी देते हुए अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, ‘‘ग्रामीण और शहरी भारत में लगभग 2.68 करोड़ दिव्यांगजन सरकारी और निजी संगठनों में अच्छे रोजगार के अवसरों तक पहुंच की कमी जैसे सामान्य मुद्दों का सामना कर रहे हैं। अच्छे स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, पार्किंग स्थलों और कभी-कभी शौचालय तक पहुंच की कमी के साथ दिव्यांगों को अनेक जबरदस्त चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है। दिव्यांगों को आसानी से पहुंच प्रदान करने और उन्हें मुख्यधारा के समाज का हिस्सा बनने में सहायता करने के लिए, नारायण सेवा संस्थान कृत्रिम अंग, तिपहिया, व्हीलचेयर और बैसाखी वितरित करके इस उद्देश्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। हालांकि सरकार अपनी ओर से विभिन्न योजनाओं की पेशकश करती रही है, लेकिन दिव्यांग जनों की सहायता के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। एनएसएस द्वारा विभिन्न शहरों में आयोजित शिविरों में दिव्यांगजनों को अच्छी गुणवत्ता वाले अंग निशुल्क लगाए जा रहे हैं और इस तरह हम उनकी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ एआरटी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के एमडी और सीईओ विपिन जैन ने कहा, ‘‘हम इस नेक काम के माध्यम से छोटे, लेकिन महत्वपूर्ण तरीके से देश की सेवा करने के लिए उत्साहित हैं। दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में लाकर सेवा प्रदान करने के नारायण सेवा संस्थान के प्रयासों के साथ हम मजबूती से खड़े हैं और एआरटी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में हम इस सहयोग के लिए उनके आभारी हैं।’’ दिसंबर माह में नारायण सेवा संस्थान की ओर से जयपुर, उदयपुर, परभणी, लुधियाना, अहमदाबाद, अलीगढ़ और आगरा में कैंप आयोजित किए जाएंगे।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-4-people-covid-positive-after-returning-from-south-africa-to-jaipur-samples-sent-for-genome-sequencing-news-hindi-1-498519-KKN.html,"दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटने के बाद 4 लोग कोविड पॉजिटिव, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए नमूने","जयपुर। कर्नाटक में ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले पाए जाने के बाद, दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटा एक परिवार के चार सदस्यों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। संक्रमित परिवार ने जयपुर में दस से अधिक रिश्तेदारों से मुलाकात की थी, उनमें से पांच पॉजिटिव पाये गये। इन सभी को क्वारंटीन कर दिया गया है और इनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की कि बच्चे को छोड़कर सभी को टीका लगाया गया है और इसलिए उनमें कोरोना के गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि परिवार 25 नवंबर को अफ्रीका से लौटा था और उसके बाद रिश्तेदारों से मिल रहा था। बुधवार को, आदर्श नगर में रहने वाले परिवार के एक व्यक्ति का टेस्ट पॉजिटिव आया, जिसके बाद अन्य की जांच की गई। विशेष रूप से, राजस्थान में कोविड के मामले दिवाली के बाद से बढ़ रहे हैं। दिवाली से पहले, रोजाना मामले 50 तक सीमित थे, लेकिन त्योहार के बाद, सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं और अब यह 213 हो गये हैं। गुरुवार को राज्य में 21 पॉजिटिव मामले सामने आए, जिसमें जयपुर में सबसे अधिक 114 मामले दर्ज किए गए। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-everyone-will-have-to-make-efforts-together-to-create-a-specially-abled-friendly-state---dr-samit-sharma-news-hindi-1-498517-KKN.html,विशेष योग्यजन फ्रैंडली राज्य बनाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा - डॉ. समित शर्मा,"जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने कहा कि राज्य को विशेष योग्यजन फ्रैंडली राज्य बनाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। डॉ. शर्मा अन्र्तराष्ट्रीय विशेष योग्यजन दिवस के अवसर पर शुक्रवार को यहां शासन सचिवालय के कान्फ्रेंस हॉल में विभिन्न विभागों तथा स्वंयसेवी संस्थाओं के साथ विशेष योग्यजन के समावेशी विकास के लिए आयोजित दूसरे सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आयोजित कार्यशाला के प्रथम सत्र में विशेष योग्यजनों को स्कूटी देकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला में डॉ शर्मा ने कहा कि विशेष योग्यजन के लिए नीति बनानी होगी जिसमें सभी विभागों तथा स्वंयसेवी संस्थाओं की मदद से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनकी फैसिलिटी मैंपिग किया जाए जिसमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक अरुणा राजोरिया ने कहा कि विशेष योग्यजन को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए एक कॉमन प्लेटफॉर्म पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में विशेष योग्यजन की पहचान के लिए विद्यालयों में 100 प्रतिशत विज्ञान की शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण करवाया गया। उसके बाद चिन्हित हुए विशेष योग्यजन बच्चों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शिविरों में लाया गया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा मातृ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी प्रयास करने होगे जिससे बच्चे की शुरुआती स्टेज पर ही डिसेबलिटी की पहचान कर उपचार किया जा सके। इस अवसर पर भगवान महावीर सेवा संस्थान के संस्थापक एवं मुख्य सरंक्षक डी. आर. मेहता ने संस्थान द्वारा विशेष योग्यजनों के लिए किए जा रहे कार्योें का उल्लेख करते हुए कहा कि अब तक संस्थान द्वारा 50 लाख विशेष योग्यजनों को अंग उपकरणों से लाभान्वित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजनों को दिए जाने वाले अंग उपकरणों की क्वालिटी तथा रिसर्च पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस क्षेत्र में मिशन मोड पर काम करना होगा जिससे विशेष योग्यजन सरकार की सभी योजनाओं का लाभ ले सकें। इस दौरान नारायण सेवा संस्थान के प्रशान्त अग्रवाल ने कहा कि उनके संस्थान द्वारा कुल 86 तरह की डिसेबलिटी का उपचार किया जाता है। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा विशेष योग्यजनों को आर्थिक संबल देने के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण के बाद में नौकरी देने का प्रयास भी किया जाता है। कार्यक्रम में दिशा फाउन्डेशन से रेणु सिंह ने कहा कि दिशा संस्थान द्वारा लंबे समय से विशेष योग्यजन बच्चों को शिक्षा एवं कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। कार्यशाला में अपना घर स्वंयसेवी संस्था के बी. एम. भारद्वाज ने कहा कि संस्थान द्वारा समाज से परित्यक्त हो चुके असाधरणीय बहु दिव्यांगताओं वाले विशेष योग्यजनों को निः शुल्क आवास एवं खाना उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि संस्थान के वर्तमान में 10 राज्यों में 50 केन्द्र कार्यरत है। कार्यशाला में शिक्षा विभाग, निर्वाचन विभाग, राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम सहित विभिन्न विभागों तथा विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं द्वारा विशेष योग्यजन के क्षेत्र में कार्य की प्रस्तुतिकरण द्वारा चर्चा की गई। इस अवसर पर विशेष योग्यजन के आयुक्त गजानन्द शर्मा सहित संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद थे।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-international-day-of-persons-with-disabilities---minister-of-social-justice-and-empowerment-distributed-scooty-to-10-divyangjan-news-hindi-1-498514-KKN.html,"अंतर्राष्ट्रीय विशेष योग्यजन दिवस- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने 10 दिव्यांगजन को किया स्कूटी वितरण,","जयपुर । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय विशेष योग्यजन दिवस पर स्कूटी वितरण से संबंधित बजट घोषणा को क्रियान्वित करते हुए 10 जनों को शासन सचिवालय परिसर में स्कूटी वितरित की। जूली ने इस अवसर पर शासन सचिवालय के कॉन्फ्रेन्स हॉल में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में ऎसी प्रतिभाओं को सम्मानित किया जिन्होंने इस क्षेत्र में समाज सेवा की है अथवा स्वयं दिव्यांग होते हुए भी अपनी विशिष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर जूली ने अधिकारियों से कहा कि प्रशासन गांवों एवं शहरों के संग अभियान में सभी का यह प्रयास रहना चाहिए कि जिस क्षेत्र में शिविर लग रहा है, वहां कोई भी विशेष योग्यजन प्रमाण पत्र बनवाने अथवा सरकारी योजना का लाभ लेने से वंचित न रह जाए। जूली ने स्वयं के बचपन में पोलियो प्रभावित होने के बावजूद आगे बढने का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि शारीरिक कमी को कभी भी जीवन की बाधा नहीं बनने देना चाहिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कमला रावत, लोकेन्द्र सिंह, छवि शर्मा, कीर्ति जांगिड, नेहा राना, तरूण कुमार, सुनीता धोबी और सुनीता छाबडा को सम्मानित किया। इस दौरान जिला स्तर पर भी प्रतिभाओं को जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति के बीच सम्मानित किया गया। शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने उदघाटन सत्र में कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए सबको संवेदनशील दृृष्टिकोण से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विशेष योग्यजन के जीवन को सरल बनाने, सामाजिक सुरक्षा देने, शिक्षा, कौशल और समावेशी समाज बनाने का लक्ष्य दिया। प्रारंभ में आयुक्त, विशेष योग्यजन गजानन शर्मा ने राजस्थान सरकार द्वारा विशेष योग्यजन के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्कोयं की जानकारी दी। कार्यक्रम में एक लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/madhya-pradesh/bhopal-news/news-martyr-in-javra-lokesh-imphal-chief-minister-shivraj-mourns-news-hindi-1-498513-KKN.html,"जावरा के लोकेश इंफाल में शहीद, मुख्यमंत्री शिवराज ने शोक जताया","रतलाम/भोपाल। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के जावरा के मावता गांव के निवासी लोकेश कुमावत इंफाल में शहीद हो गए। लोकेश सेना की इंफाल यूनिट में पदस्थ थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं। बताया गया है कि लोकेश सेना की इंफाल यूनिट में पदस्थ थे और उनके परिजनों को सैन्य अधिकारियों ने संक्षिप्त सूचना दी है कि वे शहीद हो गए हैं। इस सूचना के बाद उनका परिवार गमगीन है। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने शोक संदेश में कहा है कि आर्मी की इंफाल यूनिट में पदस्थ रतलाम के ग्राम मावता के वीर सपूत लोकेश कुमावत ने मातृभूमि की सेवा एवं अखण्डता की रक्षा करते हुए प्राण न्योछावर कर दिए। मैं उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने अपने शोक संदेश में कहा, मातृभूमि की सेवा करते हुए आर्मी की इंफाल यूनिट में पदस्थ मप्र के रतलाम निवासी वीर सपूत लोकेश कुमावत के वीरगति प्राप्त होने का समाचार मिला है। परमपिता परमेश्वर पुण्य आत्मा को शांति और परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/alwar-news/news-abducted-13-year-old-minor-and-accused-of-raping-arrested-from-bihar-news-hindi-1-498512-KKN.html,13 वर्षीय नाबालिग को अगवा कर दुष्कर्म के आरोपी को बिहार से किया गिरफ्तार,"भिवाडी । अलवर जिले की महिला थाना पुलिस ने 13 वर्षीय बालिका को बहला-फुसला कर अगवा करने के साथ दुष्कर्म करने के मामले में बिहार के छपरा जिले के थाना अमनौर निवासी आरोपी नीतू कुमार पुत्र ब्रजकिशोर (22) को गुरुवार को अमनौर बिहार से डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि 20 नवंबर को मूलतः बिहार हाल भिवाड़ी निवासी 13 वर्षीय बालिका के पिता ने महिला थाने में आरोपी नीतू कुमार के विरुद्ध बेटी को बहला फुसला कर भगा ले जाने व उसके साथ दुष्कर्म करने की एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नाबालिग के अपहरण व दुष्कर्म के मामले को संजीदगी से लेते हुए तथा महिलाओं के प्रति अपराधों में जीरो टोलरेंस की नीति अपनाते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरुण मच्या एवं डीएसपी सीआईयूसीएडब्ल्यू रोहिताश देवेन्दा एवं थानाधिकारी महिला थाना रमाशंकर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। एसपी ने बताया अनुसंधान के दौरान आरोपी नीतू कुमार के मोबाइल नंबरों की सीडीआर व वर्तमान लोकेशन साईबर सेल के सहयोग से निकलवाई गई तथा मुखबिरों को एक्टिव किया गया। गठित टीम ने बिहार में मुलजिम के पैतृक स्थान व अन्य संभावित स्थानों पर तलाश की। सतत प्रयासों, आसूचना संकलन एवं रिश्तेदारों के मोबाइल नंबरों की लोकेशन के आधार पर कार्रवाई करते हुए गुरुवार को आरोपी नीतू कुमार को थाना अमनौर इलाके से डिटेन किया गया।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-man-stabbed-to-death-in-delhi-rajouri-garden-2-arrested-news-hindi-1-498509-KKN.html,"दिल्ली के राजौरी गार्डन में चाकू मारकर व्यक्ति की हत्या, 2 गिरफ्तार","नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में निजी रंजिश को लेकर एक 26 वर्षीय व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी के मुताबिक घटना मंगलवार को शहर के राजौरी गार्डन इलाके में हुई। अधिकारी ने कहा, ""गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल से राजौरी गार्डन पुलिस स्टेशन में एक मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) के संबंध में एक कॉल आई थी, जिसमें डबलू सिंह नाम का एक व्यक्ति घायल हो गया था और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।"" अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मी तुरंत चिकित्सा सुविधा पहुंचे, जहां पता चला कि मरीज की हालत बिगड़ने पर उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बाद में, उसने दम तोड़ दिया। पूछताछ करने पर पता चला कि मृतक के गले में कुछ स्थानीय युवकों ने रंजिश के चलते चाकू मार दिया था और आरोपी रघुबीर नगर के टीसी कैंप में रह रहे थे। भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 201 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया और आरोपी को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया। दोनों आरोपियों की पहचान 24 वर्षीय शाहलाम और 20 वर्षीय लाडला के रूप में हुई, जिन्हें बाद में मामले में गिरफ्तार किया गया। क्षेत्र में कुछ सांप्रदायिक तनाव की अफवाहें थीं क्योंकि पीड़ित और अपराधी अलग-अलग समुदायों के थे। हालांकि, इन अफवाहों को खारिज करते हुए पुलिस ने कहा कि स्थिति शांतिपूर्ण है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/kerala/kochi-news/news-kerala-high-court-cancels-appointment-of-late-leader-son-says-mla-is-not-a-government-employee-news-hindi-1-498506-KKN.html,"केरल हाईकोर्ट ने दिवंगत नेता के बेटे की नियुक्ति रद्द करते हुए कहा, विधायक सरकारी कर्मचारी नहीं","कोच्चि। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को कोर्ट के उस फैसले से करारा झटका लगा है, जिसमें जिन्होंने दिवंगत माकपा विधायक के. के. रामचंद्रन नायर के बेटे को सरकारी नौकरी मुहैया कराई थी। इस मामले में केरल हाईकोर्ट ने शुक्रवार को फैसला सुनाते हुए नियुक्ति रद्द कर दी और कहा कि 'विधायक सरकारी कर्मचारी नहीं है'। 2016 के विधानसभा चुनावों में चेंगानूर विधानसभा क्षेत्र से चुने जाने के बाद पहली बार विधायक बने नायर का 2018 में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया था। विजयन ने एक आश्चर्यजनक निर्णय लेते हुए नायर के बेटे आर. प्रशांत को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में सहायक अभियंता के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया, जिसकी काफी समय से भारी आलोचना हो रही थी। हालांकि, पलक्कड़ के एक याचिकाकर्ता अशोक कुमार ने इस संबंध में उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की और शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश एस. मणिकुमार की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने फैसला सुनाया कि एक विधायक सरकारी कर्मचारी नहीं है, क्योंकि उनका केवल पांच वर्ष के लिए एक निर्वाचित कार्यकाल होता है। इसलिए डाइंग इन हार्नेस मोड के तहत एक सरकारी नौकरी लागू नहीं होती है। यह कहते हुए अदालत ने इस नियुक्ति को रद्द कर दिया। संयोग से, यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब विजयन द्वारा मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से नायर के कर्ज को चुकाने के लिए पर्याप्त राशि मंजूर किए जाने के बाद लोकायुक्त के समक्ष एक याचिका दायर की गई है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/orissa/bhubaneswar-news/news-46-ndrf-teams-deployed-in-eastern-coastal-states-in-wake-of-cyclone-jawad-news-hindi-1-498505-KKN.html,चक्रवात जवाद : निचले इलाकों से लोगों को निकालने में जुटी ओडिशा सरकार,"भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में आकार ले रहे चक्रवात जवाद के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने तटीय जिलों के जिला प्रशासन से कच्चे घरों और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने के लिए कहा है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी. के. जेना ने यहां मीडियाकर्मियों को बताया, ""हमने जिला प्रशासन से कटक जिले के गंजम, खुर्दा (चिल्का क्षेत्र), पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और नियाली क्षेत्र के कच्चे घरों और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने के लिए कहा है।"" जेना ने कहा कि स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों और निर्वाचित प्रतिनिधियों की मदद से बीडीओ, तहसीलदार और पुलिस अधिकारी निकासी प्रक्रिया में लगे रहेंगे। निकासी की प्रक्रिया शुक्रवार की दोपहर से ही शुरू कर दी गई है और यह शनिवार दोपहर तक समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों को आसपास के इलाकों में चक्रवात केंद्रों सहित सुरक्षित भवन में पहुंचाया जाएगा। एसआरसी ने बताया, ""हालांकि, हमने एक सामूहिक निकासी जारी नहीं की है क्योंकि अपेक्षित हवा की गति 100 किमी प्रति घंटे के साथ 90-100 किलोमीटर प्रति घंटा होने की उम्मीद है। अधिकतम लोगों को तट के करीब स्थित गांवों से निकाला जाएगा।"" आईएमडी के सुबह के बुलेटिन के अनुसार, उन्होंने कहा, ""विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से लगभग 580 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में, गोपालपुर (ओडिशा) से 670 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व और पारादीप (ओडिशा) से 760 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम के पास पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन केंद्रित है।"" जेना ने कहा कि चक्रवात फिर से मोड़ लेगा और पुरी जिले के उत्तरी हिस्सों में इसके टकराने की संभावना है। उन्होंने संभावित प्रभावित क्षेत्र के लोगों को घर के अंदर रहने और समुद्र के किनारे नहीं जाने की सलाह दी। एसआरसी ने आगे बताया कि सभी मछुआरे समुद्र से वापस आ गए हैं और समुद्र की स्थिति सामान्य होने तक कोई भी समुद्र में प्रवेश नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ), दमकल कर्मियों को संभावित प्रभावित जिलों में तैनात किया जा रहा है। इस बीच, राज्य सरकार ने चक्रवात जवाद के मद्देनजर इस रविवार (4 दिसंबर) को साप्ताहिक अवकाश रद्द कर दिया है। बता दें कि गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात जवाद की संभावित स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों तथा संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया है कि लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला जाए और सभी आवश्यक सेवाओं जैसे बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए तथा किसी भी व्यवधान की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल किया जाए। उन्होंने आवश्यक दवाओं और आपूर्ति का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने तथा निर्बाध आवाजाही की योजना बनाने का भी निर्देश दिया है। पीएम मोदी ने नियंत्रण कक्ष को चौबीसों घंटे चालू रखने के भी निर्देश दिए हैं। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-resident-doctors-of-delhi-top-five-hospitals-boycott-routine-services-news-hindi-1-498504-KKN.html,दिल्ली के शीर्ष पांच अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने नियमित सेवाओं का किया बहिष्कार,"नई दिल्ली। दिल्ली के शीर्ष पांच अस्पतालों- आरएमएल अस्पताल, लेडी हाडिर्ंग अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, एलएनजेपी अस्पताल और जीटीबी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शुक्रवार को नीट पीजी 2021 परीक्षा में देरी के विरोध में नियमित सेवाओं का बहिष्कार किया। 27 नवंबर से रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के कारण लगातार पांचवें दिन विरोध प्रदर्शन से ओपीडी सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। आरएमएल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के एक पत्र के अनुसार, ""चूंकि ओपीडी सेवाओं को वापस लेने से अधिकारियों की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई, नीट पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी के लिए जिम्मेदार निकायों की असंवेदनशील प्रतिक्रिया के कारण, हम आरएमएल अस्पताल (ओपीडीएस) में सभी नियमित सेवाओं का बहिष्कार करने के लिए मजबूर हैं।"" आईएएनएस से बात करते हुए, आरडीए आरएमएल अस्पताल के डॉ सर्वेश पांडे ने कहा, ""हमारे सत्र में पहले ही एक साल की देरी हो चुकी है और रेजिडेंट डॉक्टरों पर कोविड -19 के प्रकोप के बाद से अधिक बोझ है। ईडब्ल्यूएस कोटा की सुनवाई में देरी हो रही है, हम शीर्ष अदालत से अनुरोध करते हैं अदालत हमारे मुद्दों को सुनने के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन करे और इसे जल्द से जल्द अंतिम रूप दे।"" विरोध के कारण आरएमएल अस्पताल में ओपीडी सेवा काफी हद तक प्रभावित हुई है क्योंकि कोई रेजिडेंट डॉक्टर मरीजों को सलाह नहीं दे रहे हैं। ओपीडी सेवा प्रोफेसरों द्वारा चलाई जा रही है। आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर अस्पताल में सभी चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हुई हैं। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएफए) के महासचिव डॉ मनीष झांगरा ने कहा, ""भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता चला है और यह पूरे भारत में रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए एक और दबाव पैदा करने वाला है क्योंकि हम पहले से ही मेडिकोज की कमी से पीड़ित हैं।"" उन्होंने कहा कि अगर नी पीजी काउंसलिंग 2021 को तत्काल पूरा करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो हम अपने विरोध के लिए एक कठोर और कठोर निर्णय लेने के लिए मजबूर होंगे। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-center-clarifies-possibility-of-third-wave-after-omicron-detection-news-hindi-1-498501-KKN.html,ओमिक्रॉन का पता लगाने के बाद केंद्र ने तीसरी लहर की संभावना पर स्पष्टीकरण दिया,"नई दिल्ली। दुनियाभर में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। भारत में भी ओमिक्रॉन कोविड वेरिएंट के दो मामले दर्ज किए हैं और इसके अधिक देशों में फैलने की संभावना है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, ""भारत में टीकाकरण की तेज गति और उच्च सेरोपॉजिटिविटी के सबूत के रूप में डेल्टा संस्करण के उच्च जोखिम को देखते हुए, बीमारी की गंभीरता कम होने का अनुमान है। हालांकि, वैज्ञानिक साक्ष्य अभी भी विकसित हो रहे हैं।"" इसमें आगे कहा गया है कि मामलों में वृद्धि का पैमाना और परिमाण और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे होने वाली बीमारी की गंभीरता अभी भी स्पष्ट नहीं है। इस वेरिएंट के खिलाफ मौजूदा वैक्सीन प्रभावकारिता के सवाल पर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मौजूदा टीके ओमिक्रॉन पर काम नहीं करते हैं। स्पाइक जीन पर रिपोर्ट किए गए कुछ म्यूटेशन मौजूदा टीकों की प्रभावकारिता को कम कर सकते हैं। मंत्रालय के अनुसार, ""इसलिए टीकों से अभी भी गंभीर बीमारी से सुरक्षा प्रदान करने की उम्मीद है, और उपलब्ध टीकों के साथ टीकाकरण महत्वपूर्ण है। यदि पात्र हैं, लेकिन टीकाकरण नहीं करवाया है, तो टीका लगवाना चाहिए।"" मंत्रालय ने कहा है कि बरती जाने वाली सावधानियां और कदम पहले की तरह ही रहेंगे। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ""खुद को ठीक से मास्क करना आवश्यक है, टीकों की दोनों खुराक लें (यदि अभी तक टीका नहीं लगाया गया है), सामाजिक दूरी बनाए रखें और अधिकतम संभव वेंटिलेशन बनाए रखें।"" सरकार स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और उपयुक्त दिशा-निर्देश जारी कर रही है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-plea-in-hc-opposing-same-sex-marriages-under-hindu-marriage-act-news-hindi-1-498483-KKN.html,हिंदू विवाह अधिनियम के तहत समलैंगिक विवाह का विरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई करेगा हाईकोर्ट,"नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय अगले साल 3 फरवरी को हिंदू विवाह अधिनियम के तहत समान-विवाह के पंजीकरण का विरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई करेगा और इसके पंजीकरण को धर्म-तटस्थ या धर्मनिरपेक्ष कानून के तहत करने पर फैसला करेगा। मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि वह इसी तरह के मामलों के साथ याचिका पर सुनवाई करेगी और इसे 3 फरवरी के लिए सूचीबद्ध करेगी। इससे पहले, पीठ लेस्बियन, गेय, बायसेक्शुयल, ट्रांसजेंडर और क्वीर (एलजीबीटीक्यू प्लस) समुदाय से संबंधित व्यक्तियों द्वारा दायर याचिकाओं के एक बैच पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें विशेष हिंदू और विदेशी विवाह कानूनों के तहत समान-विवाह को मान्यता देने की मांग की गई थी। शुक्रवार को याचिकाकर्ता सेवा न्याय उत्थान फाउंडेशन द्वारा एडवोकेट शशांक शेखर के माध्यम से दायर हस्तक्षेप आवेदन में यह प्रस्तुत किया गया था कि ऐसी शादियों को या तो विशेष विवाह अधिनियम जैसे धर्मनिरपेक्ष कानून के तहत पंजीकृत किया जाना चाहिए या मुस्लिम विवाह कानून और सिखों का आनंद विवाह अधिनियम जैसे सभी धार्मिक कानूनों के तहत अनुमति दी जानी चाहिए। याचिका में कहा गया है कि इसे धर्म-निरपेक्ष बनाया जाना चाहिए। याचिकाकर्ता ने हिंदू विवाह अधिनियम के तहत ऐसे विवाहों के पंजीकरण पर आपत्ति दर्ज की है क्योंकि यह अधिनियम सीधे वेद और उपनिषद जैसे हिंदू धार्मिक ग्रंथों से लिया गया है, जहां एक विवाह को 'केवल एक जैविक पुरुष और जैविक महिला के बीच अनुमति' के रूप में परिभाषित किया गया है। याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि अगर ऐसे विवाह हिंदू विवाह अधिनियम के अलावा अन्य अधिनियमों जैसे विशेष विवाह अधिनियम और विदेशी विवाह अधिनियम के तहत पंजीकृत हैं, तो कोई आपत्ति नहीं है। यदि इसे हिंदू विवाह अधिनियम के तहत पंजीकृत होना चाहिए, तो यह सभी धर्मों के लिए होना चाहिए। इससे पहले कि अदालत हिंदुओं के लिए समान-विवाह के पक्ष में फैसला करे, उसे पहले उन प्रणालियों पर विचार करना चाहिए जहां विवाह केवल एक 'नागरिक अनुबंध' है जैसे निकाह। याचिकाकतार्ओं ने यह भी कहा कि 10,000 साल से अधिक के इतिहास वाले हिंदुओं के लिए समान-विवाह के पंजीकरण की अनुमति देने से पहले, इसे मुस्लिमों (1,400 वर्ष पुराने), ईसाई (2,000 वर्ष पुराने), पारसी (2,500 साल पुराना) जैसे नए धर्मों के साथ शुरू करना चाहिए। 30 नवंबर को, हाईकोर्ट ने एक याचिका पर देश में समलैंगिक विवाह की कार्यवाही की लाइव-स्ट्रीमिंग पर केंद्र की प्रतिक्रिया मांगी थी, जिसमें एक याचिकाकर्ता ने एलजीबीटी समुदाय की मान्यता को लगभग आठ प्रतिशत आबादी का गठन किया था। इससे पहले, केंद्र ने उच्च न्यायालय को यह भी बताया था कि एक ही लिंग के दो व्यक्तियों के बीच विवाह की संस्था की स्वीकृति किसी भी असंहिताबद्ध व्यक्तिगत कानूनों या किसी संहिताबद्ध वैधानिक कानूनों में न तो मान्यता प्राप्त है और न ही स्वीकार की जाती है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/karnataka/bengaluru-news/news-karnataka-on-high-alert-awaiting-omicron-suspects-report-news-hindi-1-498479-KKN.html,"कर्नाटक हाई अलर्ट पर, ओमिक्रॉन संदिग्धों की रिपोर्ट का इंतजार","बेंगलुरू। कर्नाटक में ओमिक्रोन वेरिएंट को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग बेंगलुरु के एक ओमिक्रॉन संक्रमित डॉक्टर के संपर्क में आए पांच लोगों की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार या शनिवार तक रिपोर्ट आने की उम्मीद है। ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने संक्रमित व्यक्ति के घर के सामने चेतावनी के साथ एक स्टिकर चिपका दिया है। अधिकारियों ने इलाके को सील कर आवास के पास 100 मीटर तक सड़क जाम कर क्लस्टर घोषित कर दिया है। अधिकारियों ने पड़ोस में रहने वाले 32 व्यक्तियों के भी टेस्ट किए हैं। उनके परिणाम शुक्रवार को आने की उम्मीद है। नए वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर टेस्ट किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि जिस डॉक्टर में नए कोविड वैरिएंट ओमिक्रॉन वायरस का पता चला था, उसे 20 नवंबर को शहर के एक पांच सितारा होटल में एक चिकित्सा सम्मेलन में संक्रमण हुआ था। कांफ्रेंस में शामिल होने के बाद डॉक्टर में लक्षण उभरे। सम्मेलन में भाग लेने वाले तीन अन्य डॉक्टरों को डेल्टा वेरिएंट के साथ पाया गया और जीनोमिक अनुक्रमण के टेस्ट परिणामों की प्रतीक्षा एक अन्य डॉक्टर के लिए की जा रही है। डॉक्टर की पत्नी ने भी खुद को क्वारंटीन कर लिया है। वह भी एक डॉक्टर हैं। स्वास्थ्य विभाग उसके अस्पताल के कर्मचारियों, डॉक्टरों को प्राथमिक संपर्क मान रहा है। कोविड -19 के लिए पॉजिटिव पाए जाने वाले पांच संपर्को में परिवार के दो सदस्य और एक सहयोगी शामिल हैं। बोम्मनहल्ली निवासी डॉक्टर, बेंगलुरु के बन्नेरघट्टा रोड पर एक अस्पताल में काम करता था। डॉक्टर की पत्नी, उनकी 13 वर्षीय बेटी पॉजिटिव पाए गए। हालांकि, उनका बेटा नेगेटिव पाया गया। बीबीएमपी सूत्रों ने कहा कि उनका दोबारा टेस्ट किया जाएगा। डॉक्टर के सहयोगी की पत्नी और ससुर भी पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने नए वेरिएंट के फैलने की आशंका और पूरी तरह से टीके लगाए गए लोगों में भी संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/haryana/gurugram-news/news-fierce-road-accident-in-gurugram-five-killed-one-injured-news-hindi-1-498478-KKN.html,"गुरुग्राम में भीषण सड़क हादसा, पांच की मौत, एक घायल","गुरुग्राम । गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात यहां गढ़ी गांव के पास सधराना रोड पर एक कार सड़क किनारे दीवार से टकराकर पलट गई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान सागर, जिबेक, नियाज खान, प्रिंस और जगबीर के रूप में हुई है। घटना में हार्दिक तिवारी नाम का एक व्यक्ति घायल हो गया। पीड़ित एक शादी में शामिल होने के बाद गांव सधरना से गुरुग्राम शहर लौट रहे थे। गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने कहा, ""वे सभी सधरना गांव में एक शादी समारोह से आ रहे थे। यह दुर्घटना तेज गति और क्षतिग्रस्त सड़क का परिणाम थी। सभी पीड़ित शहर के एक निजी अस्पताल में काम करते थे। पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही है।"" उन्होंने कहा, ""घायल व्यक्ति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे की जांच जारी है।"" --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-over-160-firs-lodged-50-arrested-under-op-masoom-against-child-pornography-news-hindi-1-498475-KKN.html,"चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ ऑपरेशन मासूम के तहत 160 से ज्यादा एफआईआर दर्ज, 50 गिरफ्तार","नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ऑपरेशन मासूम के तहत चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ अपने विशेष अभियान के दौरान विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 160 से अधिक मामले दर्ज किए हैं और 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ऑपरेशन मासूम (किशोर यौन आक्रामक ऑनलाइन सामग्री का शमन) दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) इकाई द्वारा शुरू किया गया था। इसने सभी जिलों ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खतरे को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अधिकारी ने कहा, ""यह अभ्यास अंतरविभागीय और अंतर एजेंसी समन्वय का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।"" बाल अश्लील सामग्री से संबंधित उल्लंघनों का विवरण राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के माध्यम से आईएफएसओ में प्राप्त होता है, जिसका राष्ट्रीय गुम और शोषित बच्चों के लिए राष्ट्रीय केंद्र (एनसीएमईसी) के साथ समझौता ज्ञापन है। अधिकारी के अनुसार, एनसीएमईसी की स्थापना 1984 में संयुक्त राष्ट्र कांग्रेस द्वारा की गई थी। संगठन ने फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ करार किया है। वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की सामग्री को स्क्रॉल और क्रॉल करते हैं। जब भी, उन्हें बच्चों के संबंध में गोपनीयता/अश्लील सामग्री का उल्लंघन करने वाली कोई सामग्री मिलती है, तो उसे लाल झंडी दिखा दी जाती है। वे उस उपयोगकर्ता के आईपी पते का विवरण प्राप्त करते हैं जिसने अश्लील सामग्री अपलोड की थी। एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) और नेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लॉइटेड चिल्ड्रेन (एनसीएमईसी)के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौता ज्ञापन के तहत, एनसीएमईसी बच्चों के खिलाफ यौन आपत्तिजनक सामग्री के बारे में साइबर टिपलाइन शिकायतें एनसीआरबी को प्रदान कर रहा है जिसे फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा या अपलोड किया जा रहा है। इसके लिए एनसीएमईसी इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर जनता के साथ कोऑर्डिनेशन में काम करता है। इस तरह की यौन आपत्तिजनक सामग्री को साझा करने या अपलोड करने वाले व्यक्ति के विवरण के साथ इन शिकायतों को एनसीएमईसी द्वारा एनसीआरबी को फॉरवर्ड किया जाता है, जो बाद में इसे राज्य नोडल एजेंसियों के साथ साझा करता है। साइबर क्राइम यूनिट (आईएफएसओ), स्पेशल सेल, दिल्ली में नोडल एजेंसी है। आईएफएसओ इकाई में, एनसीआरबी से प्राप्त ब्यौरों का विश्लेषण किसी संगठित गठजोड़ की पहचान के उद्देश्य से किया जाता है। अधिकारी ने कहा कि आईएफएसओ इकाई ने सभी इनपुट का विश्लेषण किया और संदिग्धों की पहचान की। इसके बाद, आगे आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के लिए संबंधित को सूचना प्रसारित की गई। जिलों और पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र के आधार पर एनसीएमईसी द्वारा प्रदान की गई साइबर टिपलाइनों को अलग करने के लिए एक टीम का गठन किया गया था। मामले दर्ज करने के लिए संबंधित पुलिस स्टेशनों और जिलों के साथ जानकारी साझा की गई और अभियान के दौरान 160 से अधिक मामले दर्ज किए गए। अधिकारी ने कहा कि अतीत में भी, आईएफएसओ यूनिट ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ एक अभियान और ऑपरेशन मासूम शुरू किया गया था, जिसमें एनसीएमईसी-एनसीआरबी से इनपुट लिया गया था और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/jharkhand/ranchi-news/news-paddy-will-be-procured-in-jharkhand-from-15-december-farmers-will-get-50-percent-payment-immediately-news-hindi-1-498465-KKN.html,"झारखंड में 15 दिसंबर से होगी धान की खरीद, किसानों को 50 प्रतिशत राशि का भुगतान तत्काल मिलेगा","रांची। झारखंड में किसानों से धान की खरीद 15 दिसंबर से शुरू होगी। राज्य के विभिन्न प्रखंडों में लैम्पस और पैक्स में धान की खरीदारी शुरू करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इस बार किसानों द्वारा बेचे जाने वाले धान की कुल कीमत का पचास फीसदी हिस्सा सरकार तत्काल भुगतान कर देगी । किसानों को शेष पचास फीसदी राशि तीन महीने के भीतर दी जायेगी। सरकार ने एक किसान से धान खरीदारी के लिए 200 क्विंटल की अधिकतम सीमा तय की है। राज्य के कृषि एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि सरकार ने इस बार पिछले साल की तुलना में 2 लाख टन अधिक धान खरीद का लक्ष्य रखा है। इस बार 8 लाख टन की खरीद का लक्ष्य तय किया गया है। पिछली बार 6 लाख टन के लक्ष्य के विरुद्ध सरकार ने6.2 लाख टन धान की खरीद की थी। धान खरीदारी की दरें पिछले साल के बराबर हैं। साधारण धान के लिए 2050 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए किस्म के लिए 2070 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जायेगा। इस राशि में केंद्र द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य और राज्य सरकार की ओर से दिया जाने वाला बोनस दोनों शामिल है। बताया गया है कि एक किसान से अधिकतम 200 क्विंटल धान खरीदने की सीमा तय किये जाने के पीछे की वजह यह है कि सरकार ज्यादा से ज्यादा किसानों को सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ पहुंचाना चाहती है। पिछले साल कुछ जिलों में एफसीआई के जरिए धान की खरीद की गयी थी, लेकिन इसमें अनियमितता की शिकायतें मिलने की वजह से सरकार ने तय किया है कि वह लैम्पस के माध्यम से सीधे धान खरीदेगी। किसानों को धान बेचने के लिए ई-उपार्जन पोर्टल या बाजार एप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसमें आधार संख्या, मोबाइल नंबर, बैंक खाता, कृषि कार्य हेतु प्रयुक्त जमीन का रकबा (खाता, प्लाट संख्या सहित) और अन्य जानकारियां देनी होंगी। सभी कागजात जिला आपूर्ति कार्यालय द्वारा निर्धारित पोर्टल एवं एप पर अपलोड किये जायेंगे। यदि किसी किसान का आवेदन रिजेक्ट हो जाता है या कोई त्रुटि उसमें रह जाती है तब भी इसकी सूचना एसएमएस या फोन के जरिए दी जायेगी। --आईएएनएस",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-30-11-2021-opposition-parties-meeting-on-the-suspension-of-12-mps-7198876/,Parliament Winter Session: राज्यसभा के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए हुई स्थगित,"Parliament Winter Session: राज्यसभा के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए हुई स्थगित Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र पहले दिन की कार्यवाही में एक तरफ तो तीनों कृषि कानून वापसी बिल बिना किसी चर्चा के दोनों सदनों से पास हो गए वहीं दूसरी ओर मानसून सत्र में अनुशासनहीनता मामले में 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। इन दोनों की कार्यवाही से विपक्ष नाराज दिखा। यही वजह है कि विपक्ष ने मंगलवार को दूसरे दिन की कार्यवाही से पहले अहम बैठक बुलाई। नई दिल्ली Updated: November 30, 2021 03:38:47 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) के पहले दिन संसद के दोनों सदनों से बिना बहस के तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले बिल को पास कराने और राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दल नाराज हैं। यही वजह है कि कांग्रेस और 13 अन्य दल संसद के शीतकालीन सत्र का बहिष्कार करने पर विचार कर सकते हैं। दरअसल विपक्षी एकजुटता में दरार दिखने के बाद कांग्रेस ( Congress ) की अगुवाई में विपक्ष ( Opposition Party Meeting )अब अलग रणनीति बनाने में जुटा है। इसको लेकर मंगलवार को कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों की बैठक होगी। इस बैठक में सरकार को घेरने को लेकर आगे की रणनीति तैयार होगी। हालांकि विपक्ष की इस बैठक में टीएमसी शामिल नहीं होगा। Lok Sabha Speaker Om Birla today chaired a meeting of Floor Leaders of all parties to discuss and end the deadlock. (Earlier visuals) pic.twitter.com/1Lrb3v4O1u — ANI (@ANI) November 30, 2021 Lok Sabha adjourned till tomorrow, 1st December.— ANI (@ANI) November 30, 2021 संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। 12 सांसदों के निलंबन पर दिनभर विरोध हुआ। राज्यसभा सभापति ने जहां निलंबन वापस लेने के लिए माफी मांगने को कहा, वहीं विपक्ष ने साफ इनकार कर दिया। जोरदार हंगामे के बदा राज्यसभा को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई। बताया जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद गतिरोध खत्म हो गया है। इस बैठक में अधीर रंजन चौधरी, टी आर बालू, सौगत रॉय, कल्याण बनर्जी, सुप्रिया सुले, पीवी मिधुन रेड्डी, नमा नागेश्वर राव, अनुभव मोहंती, पिनाकी मिश्रा, जयदेव गल्ला और अन्य नेता मौजूद थे। Rajya Sabha adjourned till 11 am, 1st December. — ANI (@ANI) November 30, 2021 राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू 12 सांसदों के निलंबन को बहाल करने के लिए माफी पर अड़ें हैं, जबकि सांसद किसी भी कीमत पर माफी मांगने को तैयार नहीं है। यही वजह है कि हंगामे के बीच राज्यसभा बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बताया जा रहा है कि निलंबित विपक्षी सांसद राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को अपने निलंबन को निरस्त करने के लिए पत्र लिखेंगे। साथ ही निलंबित सांसद कल संसद में गांधी प्रतिमा के सामने धरना भी देंगे। सदन की मर्यादा की रक्षा के लिए कार्रवाई सही 12 राज्यसभा सांसद के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, कुछ विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया, सीटी बजाई, हूटिंग की, एक सांसद ने एलईडी स्क्रीन को तोड़ने की कोशिश की, पिछले मानसून सत्र में कुछ सांसदों ने महिला मार्शल पर हमला किया। सदन की मर्यादा की रक्षा के लिए कार्रवाई की जरूरत थी। No case of COVID19 variant #Omicron reported in India so far: Health Minister Dr Mansukh Mandaviya said in Rajya Sabha during Question Hour Source: Sansad TV pic.twitter.com/89sFr7uij1 — ANI (@ANI) November 30, 2021 अब तक नहीं मिला Omicron Variant का एक भी केस कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर देशभर में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में सरकार ने बड़ी जानकारी दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बताया है कि भारत में अब तक कोरोनावायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। माफी पर राहुल गांधी का ट्वीट केरल से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 12 सांसदों के निलंबन को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने निलंबन वापसी के लिए सांसदों की ओर से माफी मांगे जाने की अटकलों पर विराम लगाया। उन्होंने लिखा- ""किस बात की माफ़ी? संसद में जनता की बात उठाने की? बिलकुल नहीं!"" #WATCH Opposition leaders protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament premises demanding revocation of suspension of 12 Opposition MPs of Rajya Sabha pic.twitter.com/iuqVtc5q5R — ANI (@ANI) November 30, 2021 Delhi | Opposition leaders protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament premises over suspension of 12 MPs. Opposition MPs staged walkout from Lok Sabha and Rajya Sabha after Rajya Sabha Chairman M Venkaiah Naidu rejected revocation of the suspension of 12 Opposition MPs. pic.twitter.com/t8T7XmDFKY— ANI (@ANI) November 30, 2021 विपक्ष ने किया किया वॉकआउट, गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्ष के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की अपील को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि सभापति को कार्रवाई करने का अधिकार है और वह कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र का अनुभव काफी कड़वा रहा। वहीं नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सांसदों पर की कई कार्रवाई का मुद्दा पिछले सत्र का है, तो इस पर अब निर्णय कैसे लिया जा सकता है। इसके बाद विपक्ष ने सदन का वॉकआउट कर दिया। वहीं विपक्ष गांधी प्रतिमा पर 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। Opposition parties are meeting today to discuss future course of action. The question of offering an apology doesn't arise.MPs were suspended against rules of the House. This action is like strangulating the voice of opposition LoP in RS,Mallikarjun Kharge on suspension of 12 MPs pic.twitter.com/dRr1Y2hIHg — ANI (@ANI) November 30, 2021 विपक्ष की आवाज दबा रही सरकार शीतकालीन सत्र के दौरान 12 सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। कांग्रेस नेता व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों की बैठक शुरू होने से पहले बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रही है। खड़गे ने कहा कि सदन में माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। दरअसल, सदन की ओर से कहा गया था कि अगर सांसद सार्वजनिक तौर पर माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबन वापस लेने पर विचार किया जा सकता है। Congress MP Manickam Tagore gives adjournment motion notice in Lok Sabha 'to discuss reasons for the increase in prices of essential commodities across the country &to direct the Govt to take appropriate steps to reduce the Excise duty on petrol, diesel, LPG to the level of 2013' — ANI (@ANI) November 30, 2021 कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने संसद में स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का रिकॉर्ड बनाने और उन्हें मुआवजा देने पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भेजा है। वहीं सांसद मणिकम टैगोर ने एक स्थगन प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल-डीजल,एलपीजी कीमतों को 2013 के स्तर पर लाने को लेकर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भेजा है। संसद के शीतकालीन सत्र से 12 सांसदों के निलंबन के बाद विपक्षी दलों में खासी नाराजगी दिखी। राजनीतिक दलों का कहना है कि किसी भी सांसद का पक्ष जाने बगैर उन्हें निलंबित कर दिया गया। वहीं इस मामले को लेकर मंगलवार को सुबह 10 बजे बैठक बुलाई गई है। आशंका जताई जा रही है कि विपक्ष पूरे सत्र से दूरी बना सकता है। कांग्रेस की अगुवाई में हो रही इस बैठक में 13 विपक्षी दल हिस्सा लेंगे। हालांकि बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस इस बैठक में शामिल नहीं होगी। पार्टी की ओर से अलग से बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगामी शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन ने बताया कि 12 निलंबित सांसदों में से दो सांसद टीएमसी के भी हैं, ऐसे में पार्टी की अगली रणनीति क्या होगी इस पर अलग बैठक में विचार होगा। टीएमसी के इस कदम से ये आशंका जताई जा रही है कि तृणमूल विपक्षी खेमे का नेतृत्व करना चाहती है। यानी पहले से कमजोर विपक्ष अब और बिखरता नजर आ रहा है। इन पार्टियों के सांसद निलंबित मौजूदा शीतकालीन सत्र के लिए जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें कांग्रेस के 6, टीएमसी और शिवसेना के 2-2 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और सीपीआई (एम) से एक-एक शामिल हैं। Parliament Winter session: Bill on regulation of reproductive technology to be tabled in Lok Sabha today Read @ANI Story | https://t.co/HmluJWcRgc pic.twitter.com/D9U7wgOtJ1 — ANI Digital (@ani_digital) November 30, 2021 पेश होंगे अहम बिल मंगलवार को सदन में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ( Mansukh Mandaviya ) सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी बिल, 2020 ( Reproductive Technology Bill ) पेश कर सकते हैं। संसद में पारित हो जाने एवं इस विधेयक के कानून का रूप लेने के बाद केन्‍द्र सरकार इस अधिनियम पर अमल की तिथि को अधिसूचित करेगी। इसके बाद राष्‍ट्रीय बोर्ड का गठन किया जाएगा। यह भी पढ़ेँः कोरोना से जान गंवाने वालों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए बनेगा पोर्टल, Supreme Court को केंद्र सरकार ने दी जानकारी इसके अलावा राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक भी पेश हो सकता है। इस बिल को जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पेश कर सकते हैं। इस बिल के जरिए राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एकरूप बांध सुरक्षा प्रक्रियाओं को अपनाने में मदद मिलेगी, जिससे बांधों की सुरक्षा सुनिश्‍चित होगी और इन बांधों से होने वाले लाभ सुरक्षित रहेंगे। ",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-leader-told-when-will-statehood-be-restored-in-jammu-kashmir-7198226/,भाजपा नेता ने बताया जम्मू-कश्मीर में कब बहाल होगा राज्य का दर्जा,"भाजपा नेता ने बताया जम्मू-कश्मीर में कब बहाल होगा राज्य का दर्जा भाजपा नेता ने कहा कि एक बार कश्मीर में लोगों की हत्या बंद हो जाएं। घाटी में आम आदमी स्वतंत्र होकर घूमने लगे उसके बाद घाटी को फिर से राज्य घोषित कर दिया जाएगा। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 08:18:10 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से विपक्षी नेता लगातार इसे बहाल करने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच बीजेपी के एक नेता ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल, भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई ने सोमवार को कहा कि एक बार कश्मीर में लोगों की हत्या बंद हो जाएं। घाटी में आम आदमी स्वतंत्र होकर घूमने लगे उसके बाद घाटी को फिर से राज्य घोषित कर दिया जाएगा। भाजपा के संगठन महासचिव अशोक कौल का कहना है कि कश्मीर में लोगों की टारगेट किलिंग हो रही थी, इसके चलते ही केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है। भाजपा नेता का कहना है कि घाटी में पार्टी नेताओं की चुन-चुनकर हत्या की जा रही थी। इस तरह की हत्याओं को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के पक्ष में हैं। दोनों नेताओं ने संसद में भी यह बात कही थी। अशोक कौल ने हाल ही में हुए अमित शाह के कश्मीर दौरे का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने अपने दौरे में भी साफ किया था कि मोदी सरकार कश्‍मीर का खास ध्‍यान रखेगी। अमित शाह ने कहा था कि केंद्र सरकार का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करना है। जिससे आम नागरिक घाटी में चैन की सांस ले सकें। अब कश्मीर में सुधार देखने को भी मिल रहा है, पहले लोग कश्मीर में निवेश करने से डरते थे, लेकिन अब जम्मू-कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है। वहीं सरकार 2022 के अंत तक कुल 51 हजार करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। यह भी पढ़ें: 'ओमीक्रोन' वेरिएंट को लेकर सरकार सख्त, 2 हफ्तों में भारत लेगा वैक्सीन के बूस्टर डोज पर फैसला गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अक्सर कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग उठाती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने एक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर का फैसला गांधी के भारत में हुआ था और हम गांधी के ही भारत में रहना चाहते हैं। कश्मीर के लोग गोडसे के भारत में कतई नहीं रह सकते। ",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-today-pm-narendra-modi-says-its-an-important-session-7197253/,"Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित","Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित Parliament Winter Session संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ये सत्र और आने वाले सत्र आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें। देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजें, उपाए खोजें और इसके लिए ये सत्र बहुत ही विचारों की समृद्धि वाला, सकारात्म निर्णयों वाला बने। 'मैं आशा करता हूं, कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया? कितनी अच्छी भागीदारी की, उस तराजू पर तौला जाए ना कि किसने कितना संसाधन लगाकर उसे रोक दिया।' नई दिल्ली Updated: November 29, 2021 04:01:55 pm नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) के पहले दिन सदन के दोनों सदनों में कृषि कानून वापसी बिल पास कर दिया गया है। इसके बाद अब राष्ट्रपति के पास इसे भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और स्वीकृति के बाद ये कानून रद्द हो जाएगा। वहीं शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन 11 अगस्त को मानसून सत्र के दौरान अभद्र व्यवहार करने वाले 12 राज्यसभा सासंदों पर भी बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही राज्यसभा 30 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई। कानून वपसी पर चर्चा से डरती है सरकार वहीं कृषि कानून वापसी बिल बिना चर्चा के दोनों सदनों में पास कराए जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को जमकर घेरा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, सरकार कानून वापसी पर बहस से डरती है। चर्चा होती है तो पता चलता कि किसके दबाव में कानून बने। राहुल गांधी ने कहा कि माफी मांग कर पीएम मोदी ने ये कुबुल किया कि उनसे गलती हुई। तीन कृषि कानून मजदूर और किसान पर सरकार का आक्रमण था। यह भी पढ़ेँः पीएम मोदी ने विलुप्त नून नदी के पुनर्जीवित करने के लिए जालौनवासियों की जमकर सराहना की Earlier, we had said that the govt will have to withdraw the farm laws, and today these laws were repealed. It is unfortunate that the farm laws were repealed without discussion. This government is scared of holding a discussion: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/omuigbn1Tg — ANI (@ANI) November 29, 2021 The 12 Rajya Sabha MPs have been suspended for indiscipline in the last session of the House. The House has been adjourned till tomorrow, 30th November— ANI (@ANI) November 29, 2021 From Dist Court to Supreme Court, an accused is heard even there, lawyers are provided for them too, sometimes Govt officials are sent to take their version. Here our version wasn't taken: Shiv Sena MP Priyanka Chaturvedi - one of the 12 Rajya Sabha MPs suspended for this session pic.twitter.com/S9z7hVskpJ— ANI (@ANI) November 29, 2021 पूरे सत्र के लिए 12 सांसद सस्पेंड मॉनसूत्र सत्र में हुए हंगामे का शीतकालीन सत्र में बड़ा एक्शन देखने को मिला। शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के सांसद शामिल हैं। इस एक्शन को लेकर सांसद छाया वर्मा ने कहा कि, पिछले सत्र में हुए व्यवहार को लेकर इस सत्र में क्यों एक्शन लिया जा रहा है। बता दें कि पूरे सत्र के दौरान निलंबित सभी सांसद राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाएंगे। तानाशाही फैसला निलंबित किे जाने पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, एक आरोपी को वहां भी सुना जाता है, उनके लिए वकील भी उपलब्ध कराए जाते हैं, कभी-कभी सरकारी अधिकारियों को उनका पक्ष लेने के लिए भेजा जाता है। यहां हमें सस्पेंड करने से पहले हमारा पक्ष जानने की कोशिश तक नहीं की गई। ये तानाशाही रवैया। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सरकार ने कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा में पेश किया। लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया और कुछ देर बाद ही इसे पास कर दिया गया। लोकसभा से पास होने के बाद इसे राज्यसभा में भी पेश किया गया। यहां भी ध्वनि मत के साथ कृषि कानून वापसी बिल पास कर दिया गया। हालांकि इससे पहले कांग्रेस ने कहा कि तीन कृषि बिल किसानों को हित में नहीं। इससे पूरे देश में किसानों के खिलाफ माहौल बना। कांग्रेस ने नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 13 महीने से ज्यादा वक्त तक सरकार सोती रही, लेकिन चुनाव में नुकसान को भांप कर सरकार ने वापसी का फैसला लिया। Amid ruckus in Upper House, the Farm Laws Repeal Bill 2021 passed in Rajya Sabha pic.twitter.com/m4JqZPeOCi — ANI (@ANI) November 29, 2021 हालांकि, विपक्ष कृषि कानूनों पर बहस की मांग पर अड़ गया है। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि सरकार कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। सरकार का कहना है कि जब प्रधानमंत्री मोदी खुद माफी मांग चुके हैं तो फिर चर्चा किस बात की। The Farm Laws Repeal Bill, 2021 passed by Lok Sabha amid ruckus by Opposition MPs Leader of Congress Party in Lok Sabha Adhir Ranjan Chowdhury demands discussion on the Bill in the House pic.twitter.com/2QAyOAVGq1 — ANI (@ANI) November 29, 2021 इससे पहले शीतकालीनी सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने मीडिया को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि संसद का ये सत्र बहुत अहम है। ऐसे में सत्र के दौरान विपक्ष इसकी गरीमा को बनाए रखे। हर मुद्दे पर चर्चा हो, सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है। पीएम मोदी ने कहा- आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को पूरा करने के लिए सामान्य नागरिक भी अपना दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है। We all should stay alert in view of the new variant of #COVID19: PM Modi (Source: PM Modi's Twitter handle ) pic.twitter.com/WqGOe521Bs — ANI (@ANI) November 29, 2021 Our Government is ready to answer all questions during the Winter Session of the Parliament. We should debate in the Parliament, and maintain the decorum of the proceedings: PM Modi pic.twitter.com/1ihNcHlfpz— ANI (@ANI) November 29, 2021 पीएम मोदी ने कहा- पिछले दिनों हमने देखा, संविधान दिवस भी नए संकल्प के साथ मनाया गया। भारत का संसद का ये और आने वाले सत्र आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल संसद देशहित में चर्चाएं करें। देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजे, उपाए खोजे और इसके लिए ये सत्र बहुत ही विचारों की समृद्धि वाला, सकारात्म निर्णयों वाला बने। 'मैं आशा करता हूं, कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया? कितनी अच्छी भागीदारी की, उस तराजू पर तौला जाए ना कि किसने कितना संसाधन लगाकर उसे रोक दिया।' प्रधानमंत्री ने कहा कि, मापदंड ये हो कि संसद में कितने घंटे काम हुआ। सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार, खुली चर्चा के लिए तैयार। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। आजादी के अमृतमहोत्सव में हम चाहेंगे कि संसद में सवाल भी हो, शांति भी हो। संसद में सरकार के खिलाफ, नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए हो, लेकिन संसद की गरीमा, स्पीकर की गरीमा भी बनी रहे। ऐसा आचरण करें जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ियों को काम आए। यह भी पढ़ेँः Omicron Variant: दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र पहुंचा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप नया वैरिएंट हमें और सतर्क करता है पिछले सत्र के बाद कोरोना की विकट परिस्थिति में भी देश ने 100 करोड़ से ज्यादा लॉजिक्स, कोरोना वैक्सीन अब हम 150 करोड़ की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नए वैरिएंट की खबरें हमें और सतर्क करती हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से अनाज मुफ्त देने की योजना चल रही है। इसे मार्च 2022 तक आगे बढ़ा दिया गया है। 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपए की राशि के सहयोग से योजना चल रही है। ",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-clean-sweep-in-tripura-municipal-elections-win-217-seats-7196817/,"Tripura Municipal Election Results 2021: त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने किया क्लीन स्वीप, 334 में से 329 सीटें पर जीत हासिल","Tripura Municipal Election Results 2021: त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने किया क्लीन स्वीप, 334 में से 329 सीटें पर जीत हासिल त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने क्लीन स्वीप कर दिया है। दरअसल, त्रिपुरा में अगरतला निगर निगम और 13 नगर निकाय की 334 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें से बीजेपी ने 329 सीटों पर जीत दर्ज की है। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 09:59:56 pm नई दिल्ली। त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। दरअसल, त्रिपुरा में अगरतला निगर निगम और 13 नगर निकाय की 334 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें से बीजेपी ने 329 सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव में भाजपा के शानदार प्रदर्शन से पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। पार्टी की इस बड़ी कामयाबी पर बीजेपी उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने भी लोगों को धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि ये जनता का बीजेपी पर भरोसा है। टीएमसी पर नहीं है जनता को भरोसा इस दौरान दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव के नतीजों ने पूर्वोत्तर राज्यों में पैठ जमाने का टीएमसी के खोखले दावों को उजागर कर दिया है। इससे साबित हो गया है कि राज्य के लोग टीएमसी के बारे में क्या सोचते हैं और उनपर कितना भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी नतीजे जनता का बीजेपी पर विश्वास का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि टीएमसी राज्य में सरकार बनाने के दावे कर रही है, लेकिन निकाय चुनाव के नतीजों ने टीएमसी के इस सपने को पानी-पानी कर दिया है। साबित हो गया है कि राज्य में टीएमसी का खाता खुलने का भी कोई आसार नहीं है। दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी के लोग राज्य में सिर्फ शोर मचा रहे हैं, उनका यहां कोई अस्तित्व नहीं है। बीजेपी उपाध्यक्ष यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि बंगाल से आए कुछ भाड़े के लोग राज्य में टीएमसी का आधार बनाने में पूरी तरह से नाकाम हुए हैं। ",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/corona-new-variant-omicron-has-all-features-to-lead-third-wave-in-india-129177264.html,"देश में कोरोना की थर्ड वेव का खतरा: टॉप साइंटिस्ट ने कहा- ओमिक्रॉन वैरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो देश में तीसरी लहर ला सकते हैं","देश में कोरोना की थर्ड वेव का खतरा:टॉप साइंटिस्ट ने कहा- ओमिक्रॉन वैरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो देश में तीसरी लहर ला सकते हैं कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन देश में तीसरी लहर ला सकता है। इसकी वजह इसका ज्यादा संक्रामक और ताकतवर होना है। देश के एक टॉप साइंटिस्ट ने शुक्रवार को यह चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जिनकी वजह से तीसरी लहर आ सकती है। CSIR इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के डायरेक्टर अनुराग अग्रवाल ने कहा कि इस वैरिएंट में शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को धोखा देने की खूबी मौजूद है। यह अब तक मिले पिछले वैरिएंट्स में नहीं देखी गई। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की इम्यूनिटी बेहतर है और वे वैक्सीनेटेड भी हैं तो ऐसे लोगों में हाइब्रिड इम्यूनिटी पाई जाती है। हमारे देश में ऐसे लोगों की तादाद काफी ज्यादा है। अब तक भारत में दो मरीज मिले भारत में अब तक ओमिक्रॉन से संक्रमित दो मरीज मिले हैं। इनमें एक की उम्र 66 साल और दूसरे की 46 साल है। दोनों केस कर्नाटक में मिले हैं। इनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। पिछले एक महीने में हजारों लोग एट रिस्क वाले देशों से लौटे हैं। सरकार ने एट रिस्क कैटेगरी में उन देशों को शामिल किया है, जहां नया वैरिएंट मिला है। पहले कहा था- डेल्टा+ की वजह से तीसरी लहर नहीं आएगी इससे पहले डॉ. अनुराग अग्रवाल ने ही डेल्टा+ वैरिएंट के बारे में भी सटीक भविष्यवाणी की थी। जब देश में डेल्टा+ वैरिएंट को लेकर खौफ का माहौल था, तब डॉ. अनुराग ने ही कहा था कि यह तीसरी लहर की वजह नहीं बनेगा। उन्होंने कहा था कि इस बात के कोई सबूत नहीं है, जिससे माना जाए कि डेल्टा+ का कोरोना की संभावित तीसरी लहर से कोई लेना-देना है। डेल्टा+ वैरिएंट भारत में ही मिले डेल्टा वैरिएंट के म्यूटेशन से बना था। डेल्टा वैरिएंट की वजह से ही भारत में भयानक दूसरी लहर आई थी। यह बात उन्होंने अपने इंस्टीट्यूट में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आए सैंपल के डेटा के आधार पर कही थी। उस वक्त जून में महाराष्ट्र से लिए गए 3500 से ज्यादा सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई थी। इसमें अप्रैल और मई के सैंपल्स भी थे। इन सैंपल में डेल्टा+ वैरिएंट के मामले बहुत ज्यादा थे। यह वैरिएंट सबसे पहले मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में मिला था। इसके कुछ केस केरल में भी मिले थे। SGPGI के डायरेक्टर ने भी जताई है तीसरी लहर की आशंका ओमिक्रॉन के बारे में हाल में दैनिक भास्कर ने लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) के डायरेक्टर प्रो. आरके धीमन से बात की थी। उन्होंने भी आशंका जताई थी कि यह वैरिएंट तीसरी लहर का कारण बन सकता है। इसीलिए हमें लापरवाही नही बरतनी चाहिए। पढ़ें पूरी खबर... तमिलनाडु में अब तक ओमिक्रॉन का एक भी मरीज नहीं है। फिर भी चेन्नई में इसके लिए अलग वार्ड बना लिए गए हैं। ज्यादा म्यूटेशन की वजह से ओमिक्रॉन खतरनाक कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का पहला केस 24 नवंबर 2021 को साउथ अफ्रीका में मिला था। पहचाने जाने के सिर्फ दो दिन में ही WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर दिया था। इसकी वजह इसका ज्यादा संक्रामक होना और इसके स्पाइक प्रोटीन में 30 से ज्यादा बार म्यूटेशन होना था। भारत सरकार भी कह चुकी है कि ओमिक्रॉन डेल्टा के मुकाबले 5 गुना तक संक्रामक है। ओमिक्रॉन पर दक्षिण अफ्रीका की रिसर्च क्या कहती है? संक्रमित पाए गए लोगों को बदन दर्द, तेज सिरदर्द और थकान की शिकायत। किसी में गंध और स्वाद चले जाने, नाक बंद होने या बुखार की शिकायत नहीं देखी गई। डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन के लक्षण अलग और हल्के हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट RT-PCR टेस्ट में पकड़ में आता है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/messaged-brother-before-running-away-sunil-inform-the-police-in-depression-i-129177303.html,"कानपुर में डॉक्टर ने पत्नी-2 बच्चों को मार डाला: नोट में लिखा- ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा, भाई को किया मैसेज- पुलिस बुलाओ","कानपुर में डॉक्टर ने पत्नी-2 बच्चों को मार डाला:नोट में लिखा- ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा, भाई को किया मैसेज- पुलिस बुलाओ कानपुर कानपुर के कल्याणपुर में रहने वाले डॉ. सुशील कुमार ने शुक्रवार शाम पत्नी और बेटा-बेटी की हत्या कर दी। उन्होंने पहले पत्नी के सिर पर किसी भारी चीज से वार किया। फिर बेटे और बेटी का गला घोंट दिया। सुशील ने शाम करीब साढ़े 5 बजे अपने भाई डॉ. सुनील को मैसेज भेजा कि पुलिस को इनफार्म करो, मैंने डिप्रेशन में हत्या कर दी है। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन उससे पहले वे फरार हो गए। मौके से 10 पेज का एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि अब और कोविड नहीं, ये कोविड अब सभी को मार डालेगा। ओमिक्रॉन किसी को नहीं छोड़ेगा, अब लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाही के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं। जहां से निकलना असंभव हैं। भाई दरवाजा तुड़वाकर अंदर दाखिल हुए तो लाशें मिलीं सुनील को मिला उनके भाई का आखिरी मैसेज। इसमें उन्होंने डिप्रेशन में हत्या करने और पुलिस बुलाने के लिए कहा था। इंद्रानगर में डिविनिटी अपार्टमेंट में डॉ. सुशील कुमार अपनी पत्नी 48 साल की चंद्रप्रभा के साथ रहते थे। वे रामा मेडिकल कॉलेज की फॉरेंसिक टीम के हेड हैं। उनके बेटे 18 साल के शिखर सिंह और बेटी 16 साल की खुशी सिंह भी इसी अपार्टमेंट में रहते थे। शुक्रवार शाम 5.32 बजे डॉ. सुशील कुमार ने अपने भाई सुनील को आखिरी मैसेज किया। इस मैसेज को पढ़ने के बाद सुनील अपार्टमेंट पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद मिला। उन्होंने दरवाजा तुड़वाया। अंदर पहुंचे तो उन्हें चंद्रप्रभा, शिखर और खुशी की लाश मिलीं। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी। पुलिस छानबीन में घटनास्थल पर एक डायरी में नोट भी मिला। जिसमें डॉ. सुशील कुमार ने परिवार की हत्या समेत अपने जिंदगी को लेकर बातें लिखी थीं। भाई सुनील के मुताबिक, डॉ. सुशील कुछ समय से डिप्रेशन में थे। वह हत्या के बाद कहां है, ये किसी को नहीं पता है। इसलिए पुलिस उनकी तलाश कर रही है। डॉ. सुशील और उनकी पत्नी चंद्रप्रभा। - फाइल फोटो। सुसाइड नोट में लिखी ये बातें 'अब और कोविड नहीं, ये कोविड ओमिक्रॉन अब सभी को मार डालेगा। अब और लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाही के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं। जहां से निकलना असंभव हैं। मेरा कोई भविष्य नहीं है। मैं अपने होश-ओ-हवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को खत्म कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार और कोई नहीं। मैं लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया हूं। आगे का भविष्य कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। इसके अलावा मेरे पास कोई और चारा नहीं है। मैं अपने परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता। सभी को मुक्ति के मार्ग में छोड़कर जा रहा हूं। सारे कष्टों को एक ही पल में दूर कर रहा हूं। अपने पीछे मैं किसी को कष्ट में नहीं देख सकता। मेरी आत्मा मुझे कभी भी माफ नहीं करेगी। आंखों की लाइलाज बीमारी की वजह से मुझे इस तरह का कदम उठाना पड़ रहा है। पढ़ाना मेरा पेशा है। जब मेरी आंख ही नहीं रहेगी तो मैं क्या करूंगा'। अलविदा... डॉ. सुशील ने नोट में यह भी लिखा है कि वह मैलिग्नैंट डिप्रेशन का शिकार हैं, जो मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर में आता है। सुसाइड नोट में लिखा- मैं उस मुकाम पर जहां से निकल पाना असंभव। पत्नी के सिर से बह रहा था खून सुशील की पत्नी चंद्रप्रभा के सिर से खून बह रहा था। वहीं, शिखर और खुशी के चोट के निशान नहीं थे। इसलिए अंदेशा जताया जा रहा है कि चंद्रप्रभा के सिर पर भारी चीज का हमला किया गया। जबकि बेटा-बेटी का गला घोंटा गया है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की सही वजह सामने आएगी। घटनास्थल पर पुलिस आयुक्त असीम अरुण, अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने भी सबूत जुटाए हैं। डॉक्टर ने लिखा- मैं खुद को भी खत्म कर रहा हूं। वारदात के बाद वह फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। फॉरेंसिक विभाग के HOD हैं सुशील कुमार रामा मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक विभाग का हेड ऑफ डिपार्टमेंट (HOD) है। वह कानपुर मेडिकल कॉलेज का छात्र रहे हैं। 15 साल पहले उसने GSVM से MBBS किया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डीएन त्रिपाठी ने बताया 2 दिन पहले ही उनकी सुशील से उनकी मुलाकात हुई थी बातचीत के दौरान ऐसा नहीं लगा था कि वह मानसिक तनाव में हैं। उसका व्यवहार और बातचीत सभी के साथ बहुत सरल रहा है। कभी भी उसका आफिस स्टॉफ में किसी से मनमुटाव नहीं हुआ है। 2 दिन पहले मिलने पर कहीं से नहीं लग रहा था कि वह मानसिक तनाव से गुजर रहा है। अब उसके अंदर क्या कुछ चल रहा है, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/mp/sagar/damoh/news/mla-rambai-danced-to-the-song-mujhe-naulakha-manga-de-re-o-saiya-deewane-from-the-movie-sharabi-129177022.html,MP की BSP विधायक रामबाई का 'नौलखा' डांस: भांजे की शादी में 'मुझे नौलखा मंगा दे रे ओ सैंया दीवाने' गाने पर जमकर थिरकीं,"MP की BSP विधायक रामबाई का 'नौलखा' डांस:भांजे की शादी में 'मुझे नौलखा मंगा दे रे ओ सैंया दीवाने' गाने पर जमकर थिरकीं दमोह मुझे नौलखा मंगा दे रे ओ सैंया दीवाने... 1984 में आई फिल्म शराबी का यह गीत आज भी लोगों को थिरकने पर मजबूर कर देता है। व्यक्ति चाहे आम हो या खास। अब इस गीत पर थिरकी हैं, अपने दबंग अंदाज के लिए चर्चा में रहने वाली मध्यप्रदेश के पथरिया की बसपा विधायक रामबाई। रामबाई ने एक्ट्रेस जयाप्रदा की तरह ही हर स्टेप को बखूबी किया। उनके इस डांस की खूब चर्चा हो रही है। विधायक रामबाई परिहार ने सीहोर में यह डांस किया। रामबाई 2 नवंबर को अपने भांजे के शादी समारोह में शामिल होने पहुंची हैं। वहां लेडीज संगीत के दौरान उन्होंने मंच पर जमकर डांस किया। बिंदास अंदाज को लेकर चर्चा में रहती हैं विधायक यह पहला मौका नहीं है, जब विधायक रामबाई डांस को लेकर चर्चा में हैं। इसके पहले भी वह कई धार्मिक आयोजनों में इस तरह से डांस कर चुकी हैं। डांस के साथ उन्हें गाने का भी शौक है। उन्होंने डांस खुद ही सीखा है। इसके अलावा, रामबाई अपने दबंग अंदाज के लिए भी जानी जाती हैं। कई बार अधिकारियों को फटकार लगाते हुए और कर्मचारियों के भ्रष्टाचार पर उनसे पैसे वापस कराने जैसे मामले सामने आ चुके हैं। जिला पंचायत सदस्य से राजनीति में आईं रामबाई ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जिला पंचायत सदस्य के चुनाव से की थी। वे जिला पंचायत उपाध्यक्ष रहीं। 2018 विधानसभा चुनाव में उन्होंने बसपा की सीट पर पथरिया से जीत हासिल की। कांग्रेस की जोड़-तोड़ की सरकार को उन्होंने अपना समर्थन दिया था। दमोह से ओपी सोनी की रिपोर्ट...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/breaking-news-live-updates-headlines-3-dec-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-129176255.html,"कोरोना देश में LIVE: एट रिस्क देशों से आने वाले 16 हजार यात्रियों की RT-PCR टेस्ट किया गया, इनमें 18 कोरोना पॉजिटिव","कोरोना देश में LIVE:एट रिस्क देशों से आने वाले 16 हजार यात्रियों की RT-PCR टेस्ट किया गया, इनमें 18 कोरोना पॉजिटिव एट रिस्क देशों से आने वाले अब तक 58 फ्लाइट्स के 16000 यात्रियों का RT-PCR टेस्ट किया गया है। इनमें 18 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनकी रिपोर्ट जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजी गई है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी। जिन 11 देशों को एट रिस्क कैटेगरी में रखा गया है उनमें यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, जिम्बाब्वे, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, हांगकांग, सिंगापुर और इजराइल शामिल हैं। देश में कोरोना से जुड़े अन्य अपडेट्स... सिंगापुर और ब्रिटेन से तमिलनाडु पहुंचे 2 ट्रैवलर्स कोरोना पॉजिटिव सिंगापुर और ब्रिटेन से तमिलनाडु पहुंचे 2 ट्रैवलर्स शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। दोनों को अस्पताल में आइसोलेट कर उनके सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेज दिए गए हैं। तमिलनाडु सरकार संक्रमितों के परिवार और सह कर्मचारियों को ट्रेस करने की कोशिश कर रही है।​​​​​​​ केरल में 15 साल की दो लड़कियों को गलती से लगाया वैक्सीन, अस्पताल में भर्ती कराया गया केरल के तिरुवनंतपुरम में गुरुवार को दो नाबालिग लड़कियों को वैक्सीन लगाने का मामला सामने आया है। वैक्सीन लगने के बाद दोनों की हालत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। घटना आर्यनद ग्रामीण के एक कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर की है। दोनों की उम्र 15 साल बताई जा रही है। जिला चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, दो नाबालिगों को अस्पताल में एडमिट किया गया है और उनकी जांच की जा रही है। जयपुर में एक ही परिवार के 9 सदस्य कोरोना से संक्रमित जयपुर में एक ही परिवार के 9 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 4 सदस्य एक दिन पहले ही दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे। ओमिक्रॉन के खतरे के देखते हुए इनकी रिपोर्ट जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सवाई मान सिंह अस्पताल भेजी गई है। CMHO डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि इस परिवार के 14 लोगों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें 9 संक्रमित पाए गए हैं। ओडिशा में चल रहे जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप पर कोरोना का साया, एक कर्मचारी संक्रमित ओडिशा में चल रहे जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में कोरोना की एंट्री हो चुकी है। यहां राज्य खेल विभाग के सोशल मीडिया टीम का एक सदस्य की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बता दें कि यहां सभी टीमों को बायो बबल में रखा गया है। साथ ही मीडिया सेंटर में भी हर 48 में RT-PCR टेस्ट की जाती है। कर्नाटक में पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोग ही मॉल्स, मल्टीप्लेक्स और थियेटर्स में जा सकेंगे बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर यात्रियों कर्नाटक में गुरुवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो केस सामने आने के बाद कोरोना से गाइडलाइन में सख्तियां शुरू कर दी गई हैं। राज्य में अब पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों की ही मॉल्स, मल्टीप्लेक्स और थियेटर्स में एंट्री हो सकेगी। कर्नाटक के रेवेन्यू मिनिस्टर आर अशोक ने शुक्रवार को बताया कि शादी समारोह को लेकर पुराने नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। विवाह समारोह में 500 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति है। इसके साथ ही 15 जनवरी तक राज्य में शिक्षा से जुड़े सभी कार्यक्रमों पर भी पाबंदी लगाई गई है। कर्नाटक में एयरपोर्ट से बिना जांच कराए भागे 10 लोग, खोजबीन जारी कर्नाटक में नए वैरिएंट के दो केस मिलने के बाद एयरपोर्ट पर जांच तेज कर दी गई है। बाहर से आने वाले लोगों को RT-PCR के बाद ही छोड़ा जा रहा है। इस बीच एक खबर आ रही है कि यहां एयरपोर्ट से 10 लोग बिना जांच के भाग गए हैं। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने बताया कि 10 लोगों के एयरपोर्ट से लापता होने की खबर है। इनकी खोजबीन जारी है। ऐसे मामलों से बचने के लिए यात्रियों को उनकी रिपोर्ट आने तक हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संदिग्धों की संख्या 28 हुई, दिल्ली के LNJP अस्पताल में 12 सस्पेक्ट भर्ती इंटरनेशनल फ्लाइट्स से मुंबई आए 9 विदेशी नागरिकों समेत 10 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के संदिग्ध संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। ये सभी 10 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे थे। TOI की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 12 संदिग्ध मरीज भर्ती हुए हैं। 20 दिन में 2868 ट्रैवलर्स मुंबई पहुंचे महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि कोविड पॉजिटिव 28 लोगों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। टोपे ने कहा कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ को लेकर बढ़ी चिंताओं के बीच घरेलू हवाई यात्रा के लिए संशोधित दिशा-निर्देश राज्य सरकार अगले कुछ दिनों में जारी करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही राज्य में वैक्सीन को लेकर बड़ा निर्णय ले सकती है। 10 से 30 नवंबर के बीच 2868 यात्री मुंबई में आए हैं। इनमें से 485 यात्रियों की जांच की जा चुकी है। 9 लोग पॉजिटिव मिले हैं। अगले 2 दिनों में बाकी लोगों की भी रिपोर्ट आ जाएगी। अफ्रीका से जयपुर लौटे एक ही परिवार के 4 लोगों को कोरोना; जिन 12 रिश्तेदारों से मिले, उनमें 5 संक्रमित मध्य प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना के 15 नए मामले; भोपाल बना हॉटस्पॉट, इंदौर दूसरे नंबर पर देश में ओमिक्रॉन की दहशत के बीच मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना के 15 नए केस सामने आए हैं। इनमें भोपाल में सबसे ज्यादा 8 पॉजिटिव शामिल हैं। लगातार छठवें दिन भोपाल एमपी में नए केस के मामले पहले नंबर पर है। पिछले 6 दिन में मध्यप्रदेश के कुल 88 केस में से अकेले भोपाल में 54 मामले शामिल हैं। यानी 60% से ज्यादा केस भोपाल में ही मिल रहे हैं। इससे चिंता बढ़ गई है। दूसरे नंबर पर इंदौर है। यहां पर 6 दिन में 22 केस सामने आ चुके हैं। भोपाल में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बिना मास्क के घूमने पर 500 रुपए तक जुर्माना लगाने को कहा है। CM शिवराज सिंह चौहान भी संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जता चुके हैं। पढ़िए पूरी खबर... आंध्र प्रदेश में विदेश से लौटे 30 लोग लापता, RT-PCR के लिए खोज रही सरकार आंध्र प्रदेश सरकार विदेश से लौटे 60 लोगों में से 30 लोगों को ढूंढ रही है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सरकार को इन लोगों का RT-PCR टेस्ट कराना है। अफ्रीका से आए 9 लोगों को मिलाकर करीब 60 पैसेंजर पिछले 10 दिनों में विशाखापत्तनम पहुंचे हैं। इनमें से 30 अभी विशाखापत्तनम में रुके हुए हैं, जबकि बाकी 30 राज्य में अलग जगहों के लिए निकल गए हैं। इनमें से कुछ लोग फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते अधिकारियों को इनके लापता होने का डर लग रहा है। राजस्थान में ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ा, दक्षिण अफ्रीका से लौटे 4 लोग कोरोना पॉजिटिव कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की भारत में एंट्री हो चुकी है। कर्नाटक में गुरुवार को इसके दो मामले सामने आए हैं। इधर, राजस्थान में भी चिंता बढ़ गई है। प्रदेश में 7 दिन पहले दक्षिण अफ्रीका से जयपुर आए एक परिवार के 4 लोग पॉजिटिव आए हैं। इनमें दंपती समेत उनकी दो बच्चियां (8 और 15 साल) पॉजिटिव मिले हैं। सभी को ओमिक्रॉन का संदिग्ध मानते हुए क्वारैंटाइन किया गया है। अब जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इनके सैंपल लिए गए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... महाराष्ट्र के हिंगोली में वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वालों को इनाम में टीवी, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर हिंगोली जिले में अब तक 73% लोगों ने वैक्पसीन की पहली डोज लगवाई है और 56% लोग दोनों डोज लगवा चुके हैं। देश में भले ही 120 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन के डोज लग चुके हों, लेकिन अब भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाया है। ऐसा ही एक जिला है महाराष्ट्र का हिंगोली। यहां की नगर परिषद ने लोगों को कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से एक लुभावनी योजना शुरू की है, जिसके तहत वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले लोगों को एलईडी टीवी, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन जैसे पुरस्कार जीतने का मौका दिया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें.. दिल्ली में वैक्सीन नहीं लेने वालों की 15 दिसंबर से सार्वजनिक स्थानों पर एंट्री बैन हो सकती है कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार सतर्क है, यहां और भी सख्त नियम लागू किए जा सकते हैं। राज्य सरकारों ने अपने स्तर पर वायरस की रोकथाम के लिए कई पाबंदियों का ऐलान किया है। दिल्ली में 15 दिसंबर से सार्वजनिक स्थानों पर वैक्सीन नहीं लेने वाले लोगों की एंट्री पर बैन किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में इस बात का प्रस्ताव रखा गया है। नए वैरिएंट की गंभीरता और कोरोना के तीसरे लहर की आशंकाओं के बीच दिल्ली सरकार इस पर विचार कर सकती है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/experts-on-new-corona-variant-omicron-news-and-updates-129176387.html,"ओमिक्रॉन पर देश-दुनिया के 10 एक्सपर्ट्स: नया वैरिएंट संक्रमण के बाद आई इम्यूनिटी को मात देने में सक्षम, देश में तीसरी लहर ला सकता है","ओमिक्रॉन पर देश-दुनिया के 10 एक्सपर्ट्स:नया वैरिएंट संक्रमण के बाद आई इम्यूनिटी को मात देने में सक्षम, देश में तीसरी लहर ला सकता है ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर वैज्ञानिक और डॉक्टर अभी तक कई सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं। द. अफ्रीका में मिला कोरोना का ये नया वैरिएंट एक महीने से कम समय में ही पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इस वैरिएंट पर कई स्टडी हो चुकी हैं और कई जारी हैं। इनमें पता चला है कि ये वैरिएंट संक्रमण से पनपी इम्यूनिटी को तो मात दे ही सकता है, इसके अलावा फुली वैक्सीनेटेड लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। जानिए क्या कहते हैं दुनिया के 10 एक्सपर्ट्स... 1. ICMR: ओमिक्रॉन संक्रमित को नहीं जाना होगा अस्पताल ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के मुख्‍य वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर ने बताया कि नए वैरिएंट के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि इससे संक्रमित होने पर अस्‍पताल में एडमिट होने की जरूरत नहीं आई है। उन्‍होंने कहा, हल्के लक्षणों को रोका नहीं जा सकता है, क्‍योंकि वैरिएंट लगातार आते रहेंगे। 2. WHO: कितना खतरनाक, कहना मुश्किल WHO की चीफ साइंटिस्‍ट डॉ. सौम्‍या स्‍वामीनाथन ने कहा है कि डेल्‍टा वैरिएंट से भारत में सबसे ज्‍यादा मौतें हुई थीं। अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है कि ओमिक्रॉन, डेल्‍टा वैरिएंट से कितना ज्यादा खतरनाक है और कितनी तेजी से फैलता है। दक्षिण अफ्रीका में जो लोग इससे संक्रमित हुए हैं, उनमें से कुछ वैक्सीनेटेड थे। 3. CovidRxExchange: जेनेटिक रूप बदल सकता है CovidRxExchange के डॉ. शशांक हेडा के मुताबिक ओमिक्रॉन के खतरे के बारे में आने वाले समय में पता चलेगा। महाराष्ट्र समेत कई राज्यों की सरकार को कोविड से जुड़ी नीति बनाने की सलाह देने वाले डॉ. शशांक हेडा ने ओमिक्रॉन को बेहद खतरनाक बताया है। डॉ. हेडा CovidRxExchange के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। उन्होंने कहा है कि ओमिक्रॉन का जेनेटिक रूप बदल सकता है। यह कितना खतरनाक है, यह आने वाले समय में पता चलेगा। 4. अमेरिका: सबसे ज्यादा खतरनाक वैरिएंट अमेरिका के संक्रमण रोग विशेषज्ञ और व्हाइट हाउस के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ. एंथनी फाउसी ने ओमिक्रॉन वैरिएंट से सचेत रहने की चेतावनी दी है। कैलिफोर्निया में ओमिक्रॉन का पहला केस मिला था। फाउसी ने इसके म्‍यूटेशन पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन, डेल्‍टा वैरिएंट समेत अन्‍य वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक हो सकता है। 5. यूरोप: जल्द दुनिया की हर भीड़ वाली जगह होगा यूरोपियन एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन साउथ अफ्रीका में बहुत तेजी से फैल रहा है और जल्द ही यूरोप भी इसकी चपेट में आ जाएगा। इसके बाद दुनिया की हर पॉपुलेटेड जगह पर इसके केस मिलेंगे, क्योंकि संक्रमण की रफ्तार के मामले में ये डेल्टा से ज्यादा घातक है। अभी तक ये 25 देशों और 5 महाद्वीपों तक पहुंच चुका है। 2 साल महामारी से लड़ने वाले देश, जो रिकवरी की उम्मीद लगाए हुए हैं, वे नई लहर की चपेट में आ सकते हैं। 6. द. अफ्रीका: संक्रमण से पनपी इम्युनिटी को मात देने में सक्षम दक्षिण अफ्रीकी रिसर्चर्स और साइंटिस्ट ने बताया नवंबर में कोरोना के केसों में अचानक तेजी आई। केसों की रफ्तार बीटा और डेल्टा वैरिएंट के फैलने से भी ज्यादा थी। ज्यादातर केस ऐसे थे, जो पहले से ही कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके थे। इन केसों में तीन चौथाई में नया वैरिएंट मिला। यानी ये कोरोना संक्रमण से उपजी इम्यूनिटी को भी मात दे सकता है। 7. दिल्ली एम्स: वैक्सीन के प्रभाव को कम कर सकता है ओमिक्रॉन दिल्ली एम्स के डायरेक्‍टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने ओमिक्रॉन को इम्‍यूनिटी पर असर डालने वाला वायरस बताया है। उन्होंने कहा कि यह वैरिएंट वैक्‍सीन की प्रभावशीलता कम कर सकता है। उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत में उपयोग की जा रही वैक्‍सीन का दोबारा मूल्‍यांकन करने की जरूरत है। 8. मेदांता: लोगों को सावधान हो जाना चाहिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के डॉ. अरविंद कुमार ने कहा है कि कर्नाटक में ओमिक्रॉन के मामले मिलने से ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है, लेकिन अब लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। मास्क पहनना चाहिए और पहले की तरह ही सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य उपाय अपनाने शुरू कर देने चाहिए। जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें तत्काल दोनों डोज लेने चाहिए। 9. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज: तीसरी लहर ला सकता है जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा है कि ये वैरिएंट भारत में तीसरी लहर का कारण बन सकता है। ये इतना खतरनाक है कि डबल डोज लगवाकर इम्यूनिटी डेवलप कर चुके व्यक्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा सकता है। नए वैरिएंट में 30 से ज्यादा स्पाइक्स का म्यूटेशन पाया गया है, जो लंग्स को बहुत तेजी से डैमेज कर सकता है। 10. गंगाराम अस्पताल: दूसरे वैरिएंट की तुलना में हल्का है दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में डॉ. धीरेन ने बताया कि ओमिक्रॉन वायरस के भारत पहुंचने की आशंका पहले ही थी। हालांकि, भारत में लोगों को शांत और संयमित रहना चाहिए, लेकिन साथ ही सतर्क रहने की भी जरूरत है। प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर हम कह सकते हैं कि दूसरे वैरिएंट की तुलना में काफी हल्का वायरस है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/coronavirus-omicron-variant-corona-vaccine-booster-dose-for-high-risk-group-vaccination-south-african-variant-news-and-updates-129176704.html,"40+ वालों को बूस्टर की जरूरत पहले: ओमिक्रॉन से बचने के लिए भारतीय वैज्ञानिक समूह की सलाह; जिन्हें ज्यादा खतरा, फोकस उन्हीं पर हो","40+ वालों को बूस्टर की जरूरत पहले:ओमिक्रॉन से बचने के लिए भारतीय वैज्ञानिक समूह की सलाह; जिन्हें ज्यादा खतरा, फोकस उन्हीं पर हो नई दिल्ली5 घंटे पहले वीडियो कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे के बीच भारत में भी बूस्टर डोज लगाए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। इंडियन सार्स-कोविड-2 जेनेटिक कंसोर्शियम (INSACOG) के साइंटिस्ट्स ने 40 साल से ऊपर के लोगों के लिए बूस्टर डोज की सिफारिश की है। कंसोर्शियम ने अपनी बुलेटिन में कहा है कि 40 साल से ऊपर की उम्र वालों को बूस्टर डोज लगाई जाए। इसमें फोकस उन पर रखा जाए, जिन्हें खतरा ज्यादा है। बता दें कि INSACOG कोरोना वायरस के जीनोम वैरिएशंस पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाई गईं लैब्स की टॉप बॉडी है। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना के नए वैरिएंट से मुकाबले के लिए 40 साल से ऊपर के लोगों को बूस्टर डोज लगाई जानी चाहिए। बूस्टर डोज क्यों है जरूरी? पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग के पूर्व HOD प्रोफेसर डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि जिन लोगों को सेकेंड डोज लिए 6 से 9 महीने हो गए हैं उन्हें बूस्टर डोज देना चाहिए, क्योंकि 6 से 9 महीने में एंटीबॉडी फॉल पर होती है। यही कारण है कि इन्फ्लुएंजा वैक्सीन जो हम लोग लेते हैं उसका भी एक साल में डोज दिया जाता है। भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक देश में अब तक कोरोना वैक्सीन के 125 करोड़ डोज लगाए जा चुके हैं। देश में बूस्टर डोज पर पॉलिसी कब तक? देश की कोविड टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि सरकार गंभीर रोगियों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए वैक्सीन की एडिशनल डोज (बूस्टर डोज) पर नई पॉलिसी लाने जा रही है। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (NTAG) इस पॉलिसी को 2 हफ्ते में तैयार करेगा। NTAG देश के 44 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए भी नई पॉलिसी लाने जा रहा है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/2-infected-found-in-bangalore-4-people-returned-from-south-africa-in-rajasthan-corona-positive-129176410.html,"बेंगलुरु के बाद राजस्थान में ओमिक्रॉन का खतरा: अफ्रीका से जयपुर लौटे एक ही परिवार के 4 लोगों को कोरोना; जिन 12 रिश्तेदारों से मिले, उनमें 5 संक्रमित","बेंगलुरु के बाद राजस्थान में ओमिक्रॉन का खतरा:अफ्रीका से जयपुर लौटे एक ही परिवार के 4 लोगों को कोरोना; जिन 12 रिश्तेदारों से मिले, उनमें 5 संक्रमित नई दिल्ली11 घंटे पहले वीडियो कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत में भी घुसपैठ कर ली है। राजस्थान में 7 दिन पहले दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे एक ही परिवार के 4 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें पति-पत्नी समेत उनकी दो बेटियां (8 और 15 साल) शामिल हैं। सभी को ओमिक्रॉन का संदिग्ध मानते हुए क्वारैंटाइन किया गया है। इनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। चिंता की बात यह है कि 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा यह परिवार जयपुर में अपने 12 रिश्तेदारों से मिला था। उनमें से 5 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें एक 16 साल का बच्चा भी है। राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (RUHS) के अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि सभी को ओमिक्रॉन संदिग्ध मानते हुए क्वारैंटाइन किया गया है। इनके सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। हालांकि, बच्चों को छोड़कर सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं। उनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं और स्वास्थ्य भी ठीक है। इंटरनेशनल फ्लाइट्स ​​​​​​से मुंबई पहुंचे 9 विदेशियों समेत 10 लोग कोरोना संक्रमित इधर, इंटरनेशनल फ्लाइट्स से मुंबई में आए 9 विदेशी नागरिकों समेत 10 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। ये सभी लोग 10 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे थे। मुंबई के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने बताया कि सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। बेंगलुरु में डॉक्टर समेत 6 को कोरोना दे गया ओमिक्रॉन संक्रमित विदेशी इससे पहले गुरुवार को कर्नाटक में देश के पहले दो ओमिक्रॉन मरीजों की पुष्टि हुई थी। इनमें एक 66 साल का विदेशी नागरिक है, जो पिछले दिनों साउथ अफ्रीका गया था, जबकि दूसरा बेंगलुरु के बोमनहल्ली का 46 साल का हेल्थ वर्कर है। दोनों के सैंपल में ओमिक्रॉन मिला है। इनके संपर्क में आने वाले एक डॉक्टर समेत 6 अन्य लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, जिनके सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग को भेज दिए गए हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मिले विदेशी मरीज की बेंगलुरु म्युनिसिपल कॉरपोरेशन से जारी की गई ट्रैवल रिपोर्ट। बेंगलुरु में मिला ओमिक्रॉन संक्रमित विदेशी 27 नवंबर दुबई जा चुका है बेंगलुरु में जिस विदेशी नागरिक के सैंपल में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है, वह देश से 27 नवंबर को ही दुबई जा चुका है। बेंगलुरु म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन की तरफ से इस नागरिक की ट्रैवल रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुका विदेशी नागरिक 20 नवंबर को निगेटिव रिपोर्ट के साथ बेंगलुरु पहुंचा था। उसके 'एट-रिस्क कंट्रीज' से आने के कारण एयरपोर्ट पर ही RT-PCR टेस्ट किया गया।​ जामनगर में जिम्बाब्वे से लौटे बुजुर्ग का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग को भेजा उधर, गुजरात के जामनगर में भी एक 72 साल के बुजुर्ग को ओमिक्रॉन संदिग्ध की कैटेगरी में रखा गया है। यह बुजुर्ग 'एट रिस्क लिस्ट' में शामिल अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे से वापस लौटा है और उसकी कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है। जिंबॉब्बे केंद्र सरकार की तरफ से ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर बनाई गई 'एट-रिस्क लिस्ट' में शामिल है। जामनगर के म्युनिसिपल कमिश्नर विजयकुमार खराडी ने बताया कि बुजुर्ग को क्वारैंटाइन कर दिया गया है और उनके सैंपल को ओमिक्रॉन से जुड़ी जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग को अहमदाबाद भेजा गया है। जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने में करीब एक सप्ताह लगेगा। आंध्र में विदेश से लौटे 60 लोगों में से 30 लापता, सरकार इन्हें खोज रही आंध्र प्रदेश सरकार विदेश से लौटे 60 लोगों में से 30 लोगों को ढूंढ रही है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सरकार को इन लोगों का RT-PCR टेस्ट कराना है। अफ्रीका से आए 9 लोगों को मिलाकर करीब 60 पैसेंजर पिछले 10 दिनों में विशाखापत्तनम पहुंचे हैं। इनमें से 30 अभी विशाखापत्तनम में रुके हुए हैं, जबकि बाकी 30 राज्य में अलग जगहों के लिए निकल गए हैं। इनमें से कुछ लोग फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते अधिकारियों को इनके लापता होने का डर लग रहा है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/himachal/shimla/kullu/news/continuous-snowfall-in-himachal-pradesh-district-of-lahaul-and-spiti-129176483.html,"हिमाचल के पहाड़ों पर सुबह से बर्फबारी: ​​​​​​​रोहतांग दर्रा में डेढ़ फीट तक बर्फ, मैदानी इलाकों में अब बढ़ेगी ठंड, जनजीवन पर दिखने लगा असर","हिमाचल के पहाड़ों पर सुबह से बर्फबारी:​​​​​​​रोहतांग दर्रा में डेढ़ फीट तक बर्फ, मैदानी इलाकों में अब बढ़ेगी ठंड, जनजीवन पर दिखने लगा असर कुल्लू12 घंटे पहले हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में शुक्रवार सुबह से ही बर्फबारी हो रही है। लाहौल स्पीति में दो दिन से हो रही बर्फबारी के बाद पहाड़ सफेद चादर से ढके नजर आने लगे हैं। रोहतांग दर्रा और कुंजोम दर्रा में डेढ़ फीट तक बर्फ गिरी है। अटल टनल में भी बर्फ गिरने का दौर जारी है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर अब पंजाब और हरियाणा के मैदानी क्षेत्रों में भी दिखने लगा है। यहां ठंड बढ़ गई है। हालांकि, हरियाणा के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी के बाद स्मॉग छंट गया है और दो दिन के बाद शुक्रवार को सूर्य ने भी चमक बिखेरी। आगामी दिनों में मैदानी इलाकों में शीत लहर का प्रकोप देखने को मिल सकता है। केलांग में 3 इंच तक बर्फ हिमाचल में कुल्लू के आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में शुक्रवार सुबह से ही ताजा बर्फ गिर रही है। कुछ क्षेत्रों में जहां रात को बर्फ गिरी, वहीं कई क्षेत्रों में दो दिन से रुक-रुक बर्फबारी हो रही है। जिला मुख्यालय केलांग में 3 इंच तक बर्फ गिरी है। यहां रास्ते, घर की छतें और सड़कों पर खड़ी गाड़ियां बर्फ से लदी नजर आने लगी हैं। इसका असर अब जनजीवन पर भी पड़ने लगेगा। वहीं बर्फबारी का मजा लेने के लिए पर्यटकों का आना भी शुरू हो गया है। केलांग में बर्फ से ढकी गाड़ियां और रोड। कई रास्तों पर बस सेवा बंद ताजा बर्फबारी के चलते हिमाचल पथ परिवहन निगम ने शुक्रवार को कुल्लू-केलांग के बीच चलने वाली बस सेवा फिलहाल बंद कर दी है। जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के भीतरी भागों में बस सेवा जारी है। अटल टनल रोहतांग होकर चलने वाली कुल्लू केलांग बस सेवा को भी फिलहाल बंद कर दिया गया है। टनल होकर अन्य चार पहिया वाहनों की आवाजाही पर फिलहाल रोक नहीं है। अटल टनल के पास बर्फ से ढकी सड़क और पहाड़। ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरे जनजाति जिला लाहौल स्पीति मुख्यालय में 2 से 3 इंच तक बर्फबारी हुई है। इसके अलावा तांदी संगम, जिस्पा, कोकसर, सिस्सू, कुजोम दर्रा, रोहतांग दर्रा समेत जिला के तमाम क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी हुई है। कुल्लू जिला में भी तमाम ऊंची पहाड़ियों में बर्फबारी का दौर सुबह से जारी है, जबकि निचले क्षेत्रों में जमकर बारिश हो रही है। जालोडी पास सहित जिला की तमाम ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिर रहे हैं। ताजा बर्फबारी के बाद सफेद चादर ओढ़ने लगे पहाड़। यहां चलती रहेंगी बस केलांग के क्षेत्रीय प्रबंधक मंगल मनेपा ने बताया कि मौसम के रुख को ध्यान में रखते हुए फिलहाल, कुल्लू और केलांग के मध्य बस सेवाएं स्थगित की गई हैं, लेकिन आज घाटी के उदयपुर से खंजर, सलग्रां से उदयपुर और भुजंड और उदयपुर व समस्त पांगी घाटी के मध्य बस सेवा जारी रहेगी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/bathinda/news/2-youths-who-came-on-bike-in-muktsars-village-at-8-pm-shot-in-the-forehead-of-the-dera-lover-sitting-in-the-shop-129177382.html,बेअदबी में नामजद डेरा प्रेमी की हत्या: मुक्तसर के गांव में बाइक पर आए 2 युवकों ने दुकान में बैठे डेरा अनुयायी के माथे में मारी गोली,"बेअदबी में नामजद डेरा प्रेमी की हत्या:मुक्तसर के गांव में बाइक पर आए 2 युवकों ने दुकान में बैठे डेरा अनुयायी के माथे में मारी गोली मलोटएक घंटा पहले डेरा प्रेमी चरणदास जिसे गोली मारी गई। पंजाब में मुक्तसर जिले में शुक्रवार देर शाम को बड़ी वारदात हो गई। यहां भूदड़ गांव में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी चरणदास की 2 लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर बाइक पर आए। घटना तब हुई जब डेरा प्रेमी चरणदास गांव में ही अपनी करियाना की दुकान पर बैठा था। डेरा प्रेमी चरणदास श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के केस में नामजद था। उसे गोली मारने के बाद हत्यारे बाइक पर फरार हो गए। वारदात की जानकारी मिलते ही मुक्तसर के एसएसपी सरबजीत सिंह खुद घटनास्थल पर पहुंच गए। भूदड़ गांव में रहने वाले 40 साल के चरणदास कई बरसों से सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी थे। वह गांव में ही करियाना की दुकान चलाते थे। शुक्रवार शाम तकरीबन 8 बजे चरणदास अपनी दुकान पर बैठे थे। उस समय परिवार के कई अन्य सदस्य भी दुकान में ही मौजूद थे। चरणदास पारिवारिक सदस्यों से बातचीत कर रहे थे कि बाइक पर 2 युवक उनकी दुकान के सामने आकर रुके। उनमें से एक युवक बाइक को स्टार्ट रखकर उसके ऊपर ही बैठा रहा जबकि दूसरा उतरकर दुकान में पहुंचा। उसने सफेद कुर्ता-पायजामा पहन रखा था और दाढ़ी रखी हुई थी। बेअदबी केस में नामजद डेराप्रेमी को गोली मारे जाने की जानकारी मिलने के बाद भूदड़ गांव पहुंचे मुक्तसर के एसएसपी सरबजीत सिंह ने खुद घटनास्थल का जायजा लिया और पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। हमलावर ने मांगी चीनी और चाय पत्ती दुकान के काउंटर पर पहुंचकर युवक ने चरणदास से चीनी और चाय पत्ती देने को कहा। चरणदास जैसे ही लिफाफे में चीनी डालने लगे, युवक ने अचानक पिस्तौल निकाली और उन्हें गोली मार दी। गोली चरणदास के माथे में लगी और वह नीचे गिर पड़े। उधर गोली मारते ही युवक भागते हुए बाइक तक पहुंचा और फिर दोनों हमलावर फरार हो गए। बिजली न होने की वजह से नहीं देख सके चेहरा जिस समय डेरा प्रेमी चरणदास को गोली मारी गई, उस समय भूंदड़ गांव में बिजली नहीं थी। इसलिए चरणदास के परिवार के सदस्य न तो बाइक पर बैठे दूसरे युवक का चेहरा देख पाए और न ही बाइक का नंबर नोट कर पाए। घटना के बाद चरणदास को लेकर परिवार वाले आनन-फानन में गिदड़बाहा सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां से डॉक्टरों ने उसे बठिंडा रेफर कर दिया। बठिंडा पहुंचने से पहले ही चरणदास ने दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बेअदबी केस में नामजद डेराप्रेमी को गोली मारे जाने की घटना की जानकारी मिलते ही मुक्तसर के एसएसपी सरबजीत सिंह खुद भूदड़ गांव पहुंच गए। एसएसपी खुद पहुंचे मौके पर बेअदबी के आरोपी डेरा प्रेमी को गोली मारे जाने की खबर फैलते ही मुक्तसर पुलिस में हड़कंप सा मच गया। कोटभाई थाने की पुलिस और गिदड़बाहा के डीएसपी के अलावा मुक्तसर के एसएसपी सरबजीत सिंह खुद भूदड़ गांव पहुंच गए। एसएसपी सरबजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। 2018 में सौगंध के लिए उठा लिया था गुरुग्रंथ साहिब डेरा प्रेमी चरणदास पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का केस दर्ज है। अप्रैल-2018 में घरेलू विवाद में उसने सौगंध उठाने के लिए नंगे सिर ही गांव के गुरुद्वारे में पहुंचकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को उठा लिया था। इसके बाद बेअदबी का मामला दर्ज करते हुए उसे नामजद किया गया। शुक्रवार देर शाम को बेअदबी केस में नामजद डेराप्रेमी को गोली मारे जाने की घटना के बाद मुक्तसर जिले के भूदड़ गांव में खड़ी पुलिस की गाड़ी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cyclonic-storm-jawad-landfall-update-rain-alert-in-andhra-pradesh-west-bengal-odisha-and-vishakhapatnam-129176709.html,"3 राज्यों में जवाद तूफान की दस्तक: आंध्र-बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी, NDRF की 46 टीमें तैनात; ओडिशा में इंटरनेशनल सैंड फेस्टिवल टला","3 राज्यों में जवाद तूफान की दस्तक:आंध्र-बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी, NDRF की 46 टीमें तैनात; ओडिशा में इंटरनेशनल सैंड फेस्टिवल टला 4 घंटे पहले वीडियो बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोन जवाद के रविवार सुबह ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कई तटवर्ती इलाकों से टकराने की आशंका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया है। तूफान से निपटने के लिए तीनों राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में NDRF (नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की 46 टीमें तैनात की जा चुकी हैं। वहीं, राज्य सरकारों की तरफ से भी एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। NDRF के डॉयरेक्टर जनरल अतुल करवाल ने कहा- जवाद से निपटने के लिए कुल 46 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भेजा गया है। किसी भी टीम को एयरलिफ्ट करने के लिए भी हम तैयार हैं। 18 और टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। साइक्लोन जवाद के खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने 12वें इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल को टालने का फैसला लिया है। यह फेस्टिवल प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर के पास आयोजित किया जा रहा था। इसे कोणार्क फेस्टिवल भी कहते हैं। इसमें देशभर के सैंड आर्टिस्ट शामिल होकर तरह-तरह की कलाकृतियां बनाते हैं। PM मोदी की रिव्यू मीटिंग के बाद बढ़ाई गईं NDRF की टीमें PM मोदी की गुरुवार को रिव्यू मीटिंग में कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे। साइक्लोन जवाद से निपटने की तैयारियों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रिव्यू मीटिंग की थी। उन्होंने लोगों को रेस्क्यू करने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया था। बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पीने के पानी जैसी सभी जरूरी सुविधाओं को बरकरार रखने के निर्देश दिए गए थे। मीटिंग के बाद NDRF (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) ने 33 और टीमों को इलाकों में तैनात किया है। ओडिशा के 14 जिलों में अलर्ट घोषित ओडिशा में समुद्र किनारे मछुआरों के मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है। ओडिशा के 14 तटवर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। राज्य ने दक्षिणी तट पर 266 रेस्क्यू टीम तैनात करने की योजना बनाई है। इनमें NDRF, स्टेट फायर डिपार्टमेंट और ओडिशा की SDRF (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) शामिल है। इन जिलों में समुद्र किनारे मछुआरों के मछली पकड़ने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। IMD के डॉयरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि 4 दिसंबर को बारिश की तीव्रता बढ़ने की आशंका है। हवा की रफ्तार 50-55 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। यह रफ्तार बाद में बढ़कर 100 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी। आंध्र प्रदेश के CM ने दिए निर्देश आंध्र प्रदेश के विजयनगरम, विशाखापट्‌टनम, श्रीकाकुलम में तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। CM वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को इन जिलों के DM से बात की और उन्हें बचाव के उपाय करने का निर्देश दिया। तूफान के शनिवार शाम तक विशाखापट्‌टनम पहुंचने की आशंका है। जवाद साइक्लोन में होने वाले बदलाव को लेकर IMD ने पूर्वानुमान जारी किया है। पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की आशंका पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की भी आशंका है। कोलकाता में 2, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर, हुगली और नादिया जिले में एक-एक टीम तैनात की गई है। जवाद का क्या मतलब है? पिछले साल आए अम्फान साइक्लोन के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। जवाद एक अरबी शब्द है। इसका मतलब उदार या दयालु होता है। इसलिए माना जा रहा है कि तूफान ज्यादा खतरनाक नहीं होगा। हालांकि IMD ने 4 दिसंबर की सुबह हवा की अधिकतम रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तूफान का नाम सउदी अरब के सुझाव पर रखा गया है। पिछले साल आए अम्फान साइक्लोन के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। ",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-coronavirus-cases-increasing-in-the-country-new-covid-measures-in-karnataka-22262422.html,"देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री","नई दिल्ली, जेएनएन/एजेंसियां। देश में सक्रिय मामलों के साथ ही नए मामलों में भी वृद्धि होने लगी है। सक्रिय मामलों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई गई है और इनकी संख्या एक बार फिर एक लाख के करीब पहुंच गई है। वहीं, नए मामले भी बढ़ रहे हैं। वहीं कर्नाटक में कोरोना के नए ओमिक्रोन के दो मामलों का पता चलने के बाद राज्‍य सरकार ने शुक्रवार सख्‍त पाबंदियों की घोषणा की। इसमें मॉल, सिनेमा हॉल या थिएटर में दाखिल होने के लिए कोविड रोधी वैक्‍सीन की दोनों डोज लेनी अनिवार्य कर दी गई है। स्कूल या कालेज जाने वाले छात्रों के माता-पिता के लिए यही नियम लागू किए गए हैं। सीएम बोम्मई ने कई उपायों की घोषणा की कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने राज्य में ओमीक्रोन के दो केस पाए जाने के बाद शुक्रवार को विशेषज्ञों, वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। कर्नाटक सरकार की ओर से घोषित किए गए अन्‍य उपायों में हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच तेज करना, शिक्षण संस्थानों को अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों को स्थगित करना, सभाओं बैठकों और सम्मेलनों में शामिल होने वालों की संख्या 500 तक सीमित करना भी शामिल हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले 9,216 कुल सक्रिय मामले 99,976 24 घंटे में टीकाकरण 73.67 लाख कुल टीकाकरण 126.48 करोड़ 320 मौतें अकेले केरल से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में सक्रिय मामलों में 213 की वृद्धि हुई है और इनकी संख्या 99,976 हो गई है जो कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है। इस दौरान कोरोना संक्रमण के 9,216 नए मामले मिले हैं और 391 लोगों की जान भी गई है, जिसमें 320 मौतें अकेले केरल से हैं। केरल में पहले हुई मौतों को नए आंकड़ों के साथ मिलाकर जारी किया जा रहा है। मरीजों के उबरने की दर सुधर रही है और मृत्युदर स्थिर बनी हुई है। दैनिक और साप्ताहिक संक्रमण दर एक प्रतिशत से नीच बनी हुई है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें शुक्रवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 9,216 कुल मामले 3,46,15,757 सक्रिय मामले 99,976 मौतें (24 घंटे में) 391 कुल मौतें 4,70,115 ठीक होने की दर 98.35 प्रतिशत मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत पाजिटिविटी दर 0.80 प्रतिशत सा.पाजिटिविटी दर 0.84 प्रतिशत अब तक 126.48 करोड़ डोज लगाई गईं चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें कोविन पोर्टल के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 126.48 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। इनमें 79.72 करोड़ पहली और 46.75 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 73.67 लाख डोज लगाई गई हैं। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-centre-issues-faqs-on-omicron-variant-regarding-vaccine-efficacy-and-coronavirus-third-wave-22261617.html,ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब,"नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना महामारी का कारण बनने वाले सार्स-कोव-2 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर हर तरफ आशंका का दौर है। इस वैरिएंट में जितने ज्यादा म्युटेशन पाए गए हैं, उससे इसकी संक्रमण क्षमता बहुत ज्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। साथ ही यह डर भी है कि नया वैरिएंट मौजूदा टीकों के प्रभाव को भी कम कर सकता है। भारत में भी इस वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ प्रश्न-उत्तर के माध्यम से लोगों की शंका का समाधान करने का प्रयास किया है। इसमें कहा गया है कि अभी ऐसा कोई प्रमाण नहीं है, जिससे यह माना जाए कि यह वैरिएंट टीके का प्रभाव कम कर सकता है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें नए वैरिएंट के कारण तीसरी लहर की कितनी आशंका है? अभी स्पष्ट नहीं है कि यह वायरस कितनी तेजी से फैलता है और कितना गंभीर है। हालांकि भारत में तेजी से टीकाकरण हो रहा है। सीरो सर्वे के मुताबिक, बहुत बड़ी आबादी डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित होकर ठीक हो चुकी है। ऐसे में भारत में स्थिति कम गंभीर होने का अनुमान है। वैज्ञानिक प्रमाण अभी मिलने बाकी हैं। मौजूदा टीके इस पर कितने प्रभावी हैं? वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें मौजूदा टीकों के ओमिक्रोन पर प्रभावी नहीं होने का कोई प्रमाण अभी नहीं मिला है। कुछ म्युटेशन को देखते हुए यह अनुमान है कि प्रभाव कुछ कम हो सकता है। हालांकि शरीर में बनी एंटीबाडी और सेल्युलर इम्युनिटी भी वायरस के खिलाफ सुरक्षा का काम करती है और इनका प्रभाव बने रहने का अनुमान है। इसलिए सभी लोगों को जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। इस वैरिएंट से कितना सतर्क रहने की जरूरत है? इस वैरिएंट को डब्ल्यूएचओ ने वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है। इसका अर्थ है कि यह वैरिएंट ज्यादा संक्रामक और घातक हो सकता है। अभी इस बारे में वैज्ञानिक नतीजे तो नहीं मिले हैं, लेकिन फिलहाल इससे संभलकर रहने की जरूरत है। बचाव के लिए कौन से कदम उठाने चाहिए? वायरस के किसी भी वैरिएंट से बचाव के मामले में शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क लगाना कारगर है। साथ ही हाथों की साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। जिन लोगों ने अब तक टीका नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। अब तक के प्रमाण बताते हैं कि टीका कोरोना संक्रमण को गंभीर होने से रोकता है। टीका लगवा चुके लोगों के अस्पताल में भर्ती होने के मामले कम पाए गए हैं। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें जांच के मौजूदा तरीके ओमिक्रोन के मामले में कितने कारगर हैं? शरीर में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट में वायरस के कुछ विशेष जीन की जांच की जाती है। इनमें स्पाइक (एस), एनवलप्ड (ई) और न्यूक्लिओकैपसिड (एन) जीन शामिल हैं। ओमिक्रोन के स्पाइक में बहुत ज्यादा बदलाव देखा गया है। इसलिए कुछ मामलों में एस-जीन पकड़ में नहीं आएगा। इसे एस-जीन ड्राप आउट कहा जाता है। जांच के दौरान एस-जीन ड्राप आउट को ओमिक्रोन की पहचान के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। हालांकि पुष्टि के लिए जीन सिक्वेंसिंग की जरूरत होती है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें दोबारा संक्रमित होने का खतरा तीन गुना कर सकता है नया वैरिएंट इस बीच, दक्षिणी अफ्रीकी विज्ञानियों ने अपने एक शुरुआती शोध में पाया है कि बीटा और डेल्टा जैसे अन्य वैरिएंट आफ कंसर्न की तुलना में ओमिक्रोन किसी व्यक्ति के दोबारा कोरोना संक्रमित होने का खतरा तीन गुना तक बढ़ा देता है। इसमें कहा गया है कि ओमिक्रोन पहले के संक्रमण से शरीर में बनी एंटीबाडी को चकमा देने में काफी हद तक सक्षम है। इस अध्ययन में करीब 28 लाख ऐसे लोगों को शामिल किया गया, जो अध्ययन से कम से कम 90 दिन या उससे पहले संक्रमित हुए थे। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-trains-canceled-due-to-cyclonic-storm-jawad-schools-closed-and-heavy-rain-alert-issued-22261705.html,"चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद","विशाखापट्टनम/नई दिल्ली, एएनआइ। अब से कुछ ही घंटों में पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) में बदल जाएगा। चक्रवाती तूफान जवाद के चलते रेल यातायात प्रभावित रहेगा। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले से 3 और 4 दिसंबर को लगभग 65 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। शुक्रवार को पूर्वी तट रेलवे ने यह जानकारी दी है। पूर्वी तट रेलवे के शीर्ष अधिकारी ए.के. त्रिपाठी ने कहा कि चक्रवात जवाद के चलते इन सभी ट्रेनों का रद किया गया है। तूफान के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी विशाखापट्टनम और श्रीकाकुलम जिलों के सभी स्कूलों को शनिवार तक बंद करने का आदेश दिया है। चक्रवात तूफान से निपटने को लेकर केंद्र व राज्य सरकारें पूरी तरह अलर्ट हैं। शुक्रवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने चक्रवाती तूफान जवाद से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें वहीं, चक्रवाती तूफान जवाद की वजह से तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने तीनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा आइएमडी की ओर से इस दौरान उत्तरी महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिमी तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। एनडीआरएफ की 46 टीमें तैनात इस बीच, लगभग 46 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में 46 टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि एनडीआरएफ की कुल 46 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भेजा गया है। वे वहां पहले से तैनात हैं। किसी भी टीम को एयरलिफ्ट करने की स्थिति पैदा होने पर आईडीएस अलर्ट पर है। साथ ही 18 और टीमें स्टैंडबाय पर हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें तूफान के प्रभाव को रोकने के लिए सरकार ने जारी किए दिशानिर्देश बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर गहरा दबाव अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और शनिवार सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट पर पहुंच जाएगा। चक्रवात जवाद के चलते दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है। ओडिशा सरकार ने गुरुवार शाम को इसके प्रभावों को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें शनिवार की सुबह इन जगहों पर तूफान के पहुंचने की उम्मीद इससे पहले, आइएमडी ने सूचित किया था कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात जवाद में तेज होने की उम्मीद है। शनिवार की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश - ओडिशा के तट तक पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान 100 किमी प्रति घंटे की हवाएं चलेंगी। चक्रवाती तूफान के चलते आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात जवाद की स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की है। साथ ही कैबिनेट सचिव ने सभी तटीय राज्यों के मुख्य सचिवों और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों या एजेंसियों के साथ स्थिति और तैयारियों की भी समीक्षा की है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-has-developed-an-indigenous-anti-drone-system-ministry-of-defense-informed-in-parliament-22263136.html,"भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी","नई दिल्ली, प्रेट्र। देश की सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए भारत ने रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद की है। यह भारत का संप्रभु निर्णय है। इससे हमारी रक्षा तैयारियों को बल मिलेगा। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने यह बात लोकसभा में शुक्रवार को एक सवाल के जवाब में दी। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि भारत स्वदेशी एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार कर लिया है। यह सिस्टम दुश्मन के ड्रोन को खोजने, उसका पीछा करने और उसे मार गिराने में सक्षम है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें दो साल में वायुसेना के सात विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए रक्षा राज्य मंत्री भट्ट ने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि पिछले दो साल में वायुसेना के कुल सात लड़ाकू विमान दुर्घटना के शिकार हुए। वायुसेना इनके कारणों की जांच कर रही है। दुर्घटनाग्रस्त विमानों में एक मिराज 2000 विमान भी शामिल है, जो कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश में हादसे का शिकार हुआ। सरकार इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें दवाएं बनाने का 68 प्रतिशत कच्चा माल चीन से आया देश ने दवाएं बनाने के लिए बीते वित्त वर्ष (2020-21) में करीब 28,529 करोड़ रुपये के कच्चे माल का आयात किया। इसमें से 19,402 करोड़ रुपये का अर्थात 68 प्रतिशत केवल चीन से आया। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं रसायन मंत्री मनसुख मांडविया ने दी है। इससे पहले 2019-20 में कुल 24,171 करोड़ रुपये का कच्चा माल आयात किया गया था। इसमें से 16,443 करोड़ रुपये का माल चीन से आया था। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें देश में घटी प्रजनन दर भारत जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में प्रभावी तरीके से आगे बढ़ रहा है। इसके चलते 2019-20 में प्रजनन दर घटकर 2.0 पर आ गई है। कुल 36 में से 31 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने इस प्रजनन दर को प्राप्त कर लिया है। जन्म दर भी 2019 में घटकर 19.7 पर आ गई है। सन 2000 में तैयार राष्ट्रीय जनसंख्या नीति के अनुसार 2045 तक जनसंख्या को नियंत्रित कर लिया जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण कुमार ने लोकसभा में दी है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें प्रतिदिन 8778 टन लिक्विड आक्सीजन का उत्पादन स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार पूरी तरह से सतर्क है। देश में प्रतिदिन 8,778 मीट्रिक टन लिक्विड आक्सीजन का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। पीएम केयर्स फंड से देश के प्रत्येक जिले में 1,225 मेडिकल आक्सीजन उत्पादक संयंत्र लगाए गए हैं। ऐसे कुल संयंत्रों की संख्या 1,563 है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें ज्यूडीशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर अथारिटी बनाने का प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने देश में नेशनल ज्यूडीशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर अथारिटी बनाए जाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा है। प्रस्ताव के अनुसार इस प्रशासनिक संस्था के प्रमुख मुख्य न्यायाधीश होंगे। यह जानकारी केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा को दी है। मुख्य न्यायाधीश ने हाल ही में इस अथारिटी के गठन की आवश्यकता जताई थी। यह अथारिटी न्यायालयों की आधारभूत संरचना के विकास और उनके रखरखाव का कार्य देखेगी। लोकसभा में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि आपरेशन देवी शक्ति के तहत भारत ने अगस्त महीने में कुल 565 लोग निकाले, जिनमें से 438 भारतीय और बाकी विदेशी नागरिक थे। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-target-of-providing-water-and-sewer-connections-through-amrut-scheme-22263153.html,"पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश के शहरी क्षेत्रों में जहां ढाई करोड़ से अधिक सीवर कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है, वहीं देश की सभी शहरी निकायों के साथ छोटे-बड़े कस्बों में ढाई करोड़ से अधिक पानी के कनेक्शन देने का लक्ष्य है। सभी शहरी घरों से कूड़ा उठाने की योजना तैयार की गई है। अमृत योजना के दूसरे चरण के तहत जहां जलापूर्ति और सीवर कनेक्शन दिए जाएंगे, वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत कूड़ा प्रबंधन पर जोर होगा। देश के 4,371 शहरी निकाय खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो चुके हैं। ये जानकारी लोकसभा में पूछे गए कई सवालों के जवाब में शहरी विकास मंत्रालय ने दी है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें शहरों के कायाकल्प और परिवर्तन के लिए शुरू किए गए अटल मिशन (अमृत) के तहत पहले जहां सिर्फ 500 बड़े शहरों में योजना चलाई जा रही थी, उसे बढ़ाकर अब 4,800 शहरी निकायों तक कर दिया गया है। शहरी निकायों को जल सुरक्षा और जल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। सेप्टिक टैंक और सीवर लाइनों के लिए भी सभी शहरों को शामिल किया गया है। मंत्रालय ने बताया कि मिशन के तहत कुल 2.68 करोड़ पानी के नल के कनेक्शन दिए जाएंगे। इसी के साथ 2.64 करोड़ घरों को सीवर लाइन जोड़ा जाएगा। इसके लिए वित्तीय मदद स्थानीय निकाय अपने स्तर पर बाजार से उधार लेकर ले सकते हैं। अमृत योजना के दूसरे चरण में टेक्नोलाजी सबमिशन शुरू किया गया है, जिसमें वैश्विक स्तर की प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें स्वच्छता मिशन को सतत बनाए रखने के लिए शहरों को कूड़ा मुक्त बनाने पर जोर दिया जाएगा। शौचालय निर्माण का कार्य लगातार जारी है। शहरी क्षेत्रों के 98.50 प्रतिशत घरों में शौचालय बनाए जा चुके हैं। सामुदायिक क्षेत्रों में निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले 92 प्रतिशत शौचालय बनाए जा चुके हैं। देश के बाकी रह गए 96 शहरी निकायों को ओडीएफ बनाने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। इसी तरह सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में 89 प्रतिशत शहरी घरों से कूड़ा उठाया जाने लगा है। अगला लक्ष्य घरों के स्तर पर ही कूड़े की छंटाई करना है। इसे भी चालू वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। अगली चुनौती इसे सतत बनाए रखने की है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-approval-of-multi-village-scheme-under-har-ghar-jal-in-uttarakhand-22263008.html,"उत्तराखंड में हर घर जल के तहत मल्टी विलेज स्कीम को मंजूरी, 2022 तक 15 लाख घरों को मिल जाएगा पानी का कनेक्शन","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जल जीवन मिशन के नेशनल कमेटी की बैठक में उत्तराखंड के लिए मल्टी विलेज स्कीम को मंजूरी दी गई, जिसमें एक दर्जन से अधिक जलापूर्ति योजनाएं शामिल हैं। इस स्कीम में राज्य के लिए कुल 267 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी दी गई है। राज्य के कुल छह जिलों के 2,300 से अधिक गांवों में नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का लक्ष्य है। जल शक्ति मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड वर्ष 2022 तक कुल 15.18 लाख ग्रामीण घरों तक नल से जलापूर्ति करने लगेगा। मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड को 2020-21 के लिए जल जीवन मिशन के तहत 1,443.80 करोड़ रुपये की केंद्रीय मदद मुहैया कराई गई थी। राज्य स्तर पर मंजूरी कमेटी का गठन करने का प्रविधान किया गया है, जिससे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति सुनिश्चित की जा सके। यह केंद्र सरकार की नामित कमेटी के तौर पर काम करती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप देश के गांवों के हर घर तक नल से जल की आपूर्ति करना है, जिसके लिए सरकार का जल जीवन मिशन काम कर रहा है। पिछले साल के मुकाबले चार गुना अधिक धनराशि का हुआ आवंटन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने बताया कि उत्तराखंड को जल जीवन मिशन के लिए पिछले साल के मुकाबले चार गुना अधिक धनराशि का आवंटन किया गया है। नेशनल जल जीवन मिशन ने राज्य सरकार से कहा है कि इस साल तक प्रदेश के कुल 2.64 लाख घरों को पानी का कनेक्शन दे दिया जाए। इस साल के लिए जहां केंद्रीय आवंटन 1,443.80 करोड़ रुपये किया गया है, वहीं ओपनिंग बैलेंस 111.22 करोड़ रुपये है। इसमें राज्य का मैचिंग ग्रांट जोड़कर कुल 1733 करोड़ रुपये हो जाएगा। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को स्पष्ट कर दिया है कि उत्तराखंड में जल जीवन मिशन के लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। राज्य को 15वें वित्त आयोग से भी इस मद में पर्याप्त धनराशि का आवंटन किया गया है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-sri-lanka-to-give-priority-to-indian-investment-consignment-of-food-grains-and-essential-medicines-will-be-sent-22262896.html,"भारतीय निवेश को प्राथमिकता देगा श्रीलंका, जल्द ही अनाज व आवश्यक दवाइयों की खेप भेजा जाएगा","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अनाज, दवाइयों और विदेशी मुद्रा की किल्लत से जूझ रहे श्रीलंका को चीन से कोई खास मदद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में श्रीलंका को एकमात्र उम्मीद अब भारत से है। भारत ने भी पड़ोसी धर्म निभाते हुए श्रीलंका को मदद करने के लिए चार सूत्री पैकेज पर सहमति जता दी है। इसके तहत श्रीलंका को जल्द ही अनाज व आवश्यक दवाइयों की खेप भेजी जाएगी। साथ ही उसे विदेशी मुद्रा उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि वह दूसरे देशों से आवश्यक वस्तुओं की खरीद कर सके। इसके अलावा श्रीलंका को ईधन की आपूर्ति भी की जाएगी और उसे भुगतान संतुलन की स्थिति सुधारने के लिए करेंसी स्वैप की सुविधा दी जाएगी। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें दूसरी तरफ, श्रीलंका ने कहा है कि वह भारत से विभिन्न सेक्टर में होने वाले निवेश को बढ़ावा देगा। यह श्रीलंका के ढांचागत क्षेत्र में भारतीय कंपनियों के निवेश को बढ़ाने वाला कदम साबित हो सकता है। भारत की दो दिनों की यात्रा करके स्वदेश लौटने के बाद श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे की तरफ से उनके मंत्रालय ने एक विस्तृत बयान जारी किया है, जो बताता है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की सरकार किस तरह की चुनौतियों से जूझ रही है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें चीन की ओर से नहीं मिल रही पर्याप्त मदद यह भी बताते चलें कि जुलाई 2021 में वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के बाद बासिल राजपक्षे ने पहले विदेश दौरे के तौर पर भारत का ही चयन किया है। जानकारों का कहना है कि गोटाबाया राजपक्षे के चीन समर्थक होने के बावजूद चीन की सरकार से श्रीलंका को पर्याप्त मदद नहीं मिल पा रही है। चीन की तरफ से श्रीलंका पर कई तरह के दबाव बनाने की कोशिश हो रही है। पिछले हफ्ते ही श्रीलंका सरकार ने चीन की कंपनी सीएचईसी को कोलंबो पोर्ट पर स्थित कंटेनर टर्मिनल का दूसरा फेज बनाने का ठेका दिया है। दूसरी तरफ श्रीलंका में बिजली व ईधन संकट चरम पर पहुंच गया है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें तत्काल मदद की लगाई गुहार श्रीलंका के वित्त मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि बासिल राजपक्षे ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात करके श्रीलंका के मौजूदा संकट के बारे में विस्तार से बताया है और तत्काल मदद की गुहार लगाई है। माना जा रहा है कि उन्होंने भारत से अनाज, दवाएं, ईधन मिलने के साथ ही करेंसी स्वैप की सुविधा के तौर पर एक अरब डालर की मदद मांगी है। जल्द ही दोनों देशों की तरफ से इस संदर्भ में एक पैकेज की घोषणा किए जाने की संभावना है। राजपक्षे की तरफ से बताया गया है कि भारत के विदेश और वित्त मंत्री ने उनकी तरफ से सीधा संवाद कायम करने की व्यवस्था का आग्रह मान लिया है। इससे पैकेज को लेकर शीघ्रता से फैसला करने में मदद मिलेगी। बताते चलें कि इसी साल अक्टूबर के पहले हफ्ते में विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कोलंबो की यात्रा की थी। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ncr-supreme-court-asks-centre-ncr-states-to-implement-panel-order-to-curb-air-pollution-22262862.html,"प्रदूषण नियंत्रण उपायों पर नजर रखेगा फ्लाइंग स्क्वाड, केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया- 17 गठित किए, 24 घंटे में 40 कर देंगे","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को काबू करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कई आदेश दिए हैं। उन आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए पांच सदस्यीय टास्क फोर्स और 17 फ्लाइंग स्क्वाड गठित किए गए हैं। कोर्ट ने उठाए गए कदमों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए केंद्र और दिल्ली-एनसीआर के राज्यों को आयोग के निर्देशों का पालन करने का आदेश दिया और सुनवाई अगले शुक्रवार तक के लिए टाल दी। स्‍कूलों को बंद कराने के मुद्दे पर कही यह बात साथ ही कोर्ट ने मीडिया के कुछ वर्गों में दिल्ली में स्कूल बंद करने को लेकर कोर्ट को खलनायक के तौर पर पेश करने पर भी एतराज जताया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसने स्कूल बंद करने का आदेश नहीं दिया था बल्कि दिल्ली सरकार ने स्वयं कहा था कि वह सब कुछ बंद कर रही है व वर्क फ्राम होम लागू कर रही है, इस पर कोर्ट ने स्कूल खुले होने पर सवाल पूछा था। वायु प्रदूषण: दिल्ली में स्कूल खोलने पर SC ने लगाई फटकार, कहा- बड़े लोग वर्क फ्राम होम है और बच्चों को जाना पड़ता है स्कूल यह भी पढ़ें उठाए गए कदमों की जानकारी दी ये टिप्पणियां और निर्देश प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने शुक्रवार को केंद्र की ओर से पेश सालिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा प्रदूषण काबू करने के लिए तत्काल उठाए गए कदमों व जारी निर्देशों की जानकारी देने तथा दिल्ली सरकार द्वारा दिए ब्योरे को सुनने के बाद दिए। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को यह बताने के लिए केंद्र को 24 घंटे का समय दिया था कि प्रदूषण को कैसे काबू किया जाएगा। साथ ही दिल्ली सरकार से छोटे बच्चों के स्कूल खोलने पर जवाब मांगा था। केंद्र और दिल्ली इस पर हलफनामे दाखिल किए। Weather News : आने वाला है चक्रवाती तूफान, देश के कई राज्‍यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें आपके इलाके में कैसा रहेगा मौसम यह भी पढ़ें आयोग ने उठाए कई कदम सुनवाई के दौरान तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि वायु प्रदूषण को काबू करने के लिए आयोग ने कई कदम उठाए हैं। पांच सदस्यीय टास्क फोर्स और 17 फ्लाइंग स्क्वाड गठित हुए है जो निर्देशों के अनुपालन की निगरानी करेंगे। 24 घंटे में इनकी संख्या बढ़ाकर 40 कर दी जाएगी। टास्क फोर्स की रोजाना छह बजे बैठक होगी। आवश्यक वस्तुओं को लाने वाले ट्रकों को छोड़कर बाकी सभी ट्रकों का दिल्ली में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। एनसीआर में क्लीन फ्यूल या पीएनजी से नहीं चलने वाले उद्योगों को सोमवार से शुक्रवार तक आठ घंटे चलने की इजाजत होगी और शनिवार-रविवार को बंद रहेंगे। एनसीआर के स्कूल-कालेज बंद रहेंगे, सिर्फ परीक्षा या प्रैक्टिकल के लिए खुलेंगे। 11 थर्मल पावर प्लांट में से सिर्फ पांच ही चलेंगे, बाकी बंद रहेंगे। आयोग ने दिए हैं ये आदेश एनसीआर में पीएनजी या क्लीन फ्यूल से नहीं चलने वाले उद्योग सोमवार से शुक्रवार तक रोजाना आठ घंटे ही चलेंगे। शनिवार-रविवार को बंद रहेंगे। दिल्ली के 300 किलोमीटर की परिधि में स्थित 11 थर्मल पावर प्लांटों में से सिर्फ पांच ही चलेंगे। बाकी 15 दिसंबर तक बंद रहेंगे। एनसीआर के सभी स्कूल-कालेज बंद रहेंगे, सिर्फ आनलाइन क्लासेज की इजाजत होगी। परीक्षा और प्रैक्टिकल के लिए स्कूल-कालेज खुलेंगे। दिल्ली में सिर्फ सीएनजी या इलेक्ट्रिक ट्रकों या आवश्यक वस्तुएं लाने वाले ट्रकों को ही प्रवेश की इजाजत होगी। बाकी ट्रकों के प्रवेश पर रोक रहेगी। वैकल्पिक उपायों पर हो विचार इस पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि थर्मल पावर प्लांट बंद करते वक्त बिजली के वैकल्पिक उपायों पर भी विचार होना चाहिए। मेहता ने कहा कि विचार हो रहा है। याचिकाकर्ता के वकील विकास सिंह ने कहा कि सरकार स्वयं से कुछ नहीं करती, जब कोर्ट ने जस्टिस लोकुर की कमेटी बनाई तो केंद्र ने आयोग गठित कर दिया और जब कोर्ट से टास्क फोर्स गठित करने की मांग की गई तो टास्क फोर्स गठित कर दी। इन दलीलों पर पीठ ने कहा कि इसमें कुछ भी प्रतिकूल नहीं है। सरकार कुछ काम कर रही है, उसे करने देना चाहिए। कोर्ट मामले को निपटा नहीं रहा है, वह आगे भी निगरानी करेगा। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-know-what-the-scientists-of-csir-said-about-the-third-wave-of-corona-in-the-country-22262627.html,देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जानिए क्या बोले सीएसआइआर के वैज्ञानिक,"नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना के नए वैरिएंट के बीच सीएसआइआर ने कहा कि आबादी के एक छोटे से हिस्से का अभी टीकाकरण नहीं हुआ है, हमें उनका टीकाकरण अवश्य करवाना चाहिए। हमें स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन के बूस्टर डोज के साथ खुद को बचाने का एक उचित तरीका देना चाहिए। अभी सबसे अच्छी इम्युनिटी वाले लोग हाइब्रिड इम्युनिटी वाले लोग हैं जो आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा हैं। इसके साथ ही सीएसआइआर संस्थान के जीनोमिक्स और इंटीग्रेटिव बायोलाजी के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने बताया कि संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर निश्चित रूप से बढ़ते संक्रमणों की संख्या के संदर्भ में आएगी। देश में हो रहे टीकाकरण व स्वास्थ्य प्रणाली के चलते यह उतनी भयावह नहीं होनी चाहिए। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें Children have always been at risk for infection. India's data show that children have got infected at almost same rate as adults. Children will continue to be at low risk for severe disease, but given enough number of infections, some will always develop severe disease, he added pic.twitter.com/vaggYOZozZ — ANI (@ANI) December 3, 2021 वहीं, बच्चों को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है। भारत के आंकड़े बताते हैं कि बच्चे वयस्कों की तरह लगभग उसी दर से संक्रमित हुए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों में गंभीर बीमारी का जोखिम कम बना रहेगा, लेकिन पर्याप्त संख्या में संक्रमणों को देखते हुए, कुछ में हमेशा गंभीर बीमारी का विकास होगा। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित होने पर अस्‍पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं बता दें कि पिछले दिनों इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुख्‍य वैज्ञानिक डाक्टर रमन गंगाखेडकर ने बताया कि नए वैरिएंट के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि इससे संक्रमित होने पर अस्‍पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं आई है। उन्‍होंने कहा कि हल्के लक्षणों को रोका नहीं जा सकता है, क्‍योंकि वैरिएंट लगातार आते रहेंगे। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें 126 करोड़ से ज्यादा हुआ कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 126.44 करोड़ के पार पहुंच गया है। आज शाम 7 बजे तक कोविड की 66 लाख से ज्यादा डोज लगाई गई हैं। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-total-of-233-cases-of-zika-virus-infection-were-reported-in-the-country-22262544.html,"देश में जीका वायरस के कुल 233 मामले आए सामने, जाने किन राज्यों में मिले कितने केस","नई दिल्ली, पीटीआई: एक तरफ कोरोना वायरस थमने का नाम नहीं ले रहा, वहीं दूसरी तरफ अन्य वायरस भी अपना प्रकोप दिखाने से चूक नहीं रहे हैं। आए दिन कोरोना के नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं, तो जीका वायरस भी संक्रमण फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इस साल देश के कई राज्यों से जीका वायरस के संक्रमित मरीज सामने आए हैं। जिन प्रदेशों में जीका वायरस के मामले मिले हैं उनमें उत्तर प्रदेश, केरल और महाराष्ट्र सरीखे राज्य हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें आंकड़ों के मुताबिक, 27 नवंबर तक उत्तर प्रदेश में जीका वायरस के कुल 149 मामले मिले। तो वहीं, महाराष्ट्र में 83 और केरल में एक मामला दर्ज किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक लिखित जवाब में बताया कि केंद्रीय टीमों ने स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक जीका वायरस रोकथाम योजनाओं को लागू करने के लिए राज्य और जिला अधिकारियों के साथ काम किया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने जीका वायरस के रोकथाम के लिए एक कार्य योजना तैयार की है। जिसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा अपनाया जा सकता है और उनकी आवश्यकता के अनुसार संशोधित भी किया जा सकता है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें वहीं, जीका वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के टेस्ट और इलाज के लिए बुनियादी ढांचा और विशेषज्ञों के बारे में सवाल पर, पवार ने कहा कि देश में जीका से संक्रमित व्यक्तियों की टेस्टिंग और इलाज के लिए आवश्यक विशेषज्ञ और बुनियादी ढांचा मौजूद है। ज्यादा जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि जीका वायरस से पीड़ित मरीज में हल्का बुखार, खांसी, मायलगिया, अस्टेनिया और खुजली हो सकती है। यह बीमारी आमतौर पर दो से सात दिनों तक रहती है, साथ ही इसमें मृत्यु का खतरा संभवत कम होता है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान जीका वायरस से संक्रमित महिलाओं से पैदा होने वाले बच्चों में न्यूरोलॉजिकल अक्षमताओं और विकृतियों के मामले सामने आए हैं। जिसको लेकर सरकार काम कर रही है। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-govts-alert-on-omicron-variant-of-coronavirus-know-steps-taken-by-the-states-jagran-special-22262048.html,"कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर सरकारें अलर्ट, जानें राज्‍यों ने अब तक कौन से कदम उठाए","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की दस्‍तक को देखते हुए केंद्र के साथ साथ राज्‍य सरकारें भी अलर्ट मोड पर हैं। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने राज्‍यों को जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों की सघन कोविड-19 जांच और निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं संक्रमित यात्रियों की जीनोम जांच कराने के लिए नमूनों को भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसकाग) को भेजने को कहा है। यही नहीं, इस वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए राज्‍य सरकारें भी सख्‍त पाबंदियां लगा रही हैं। जानें राज्‍यों ने अब तक क्या कदम उठाए हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें महाराष्‍ट्र में ये पाबंदियां अलग अलग राज्‍यों में अलग अलग तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं, लेकिन अधिकांश राज्‍यों में यह एक जैसी हैं। महाराष्‍ट्र सरकार ने जोखिम की श्रेणी में शामिल देशों से आने वाले यात्रियों के लिए सात दिन का क्‍वारंटाइन अनिवार्य कर दिया है। इन मुल्‍कों से आने वाले यात्रियों को आगमन के दूसरे, चौथे और सातवें दिन आरटी पीसीआर जांच करानी होगी। संक्रमित यात्री को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी यात्री को सात दिन के आइसोलेशन में रखना होगा। हालांकि, केंद्र की आपत्ति पर वह यात्रा संबंधी अपने दिशा निर्देशों में संशोधन करने पर विचार कर रही है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें दिल्‍ली और मध्‍य प्रदेश में ये नियम वहीं, दिल्‍ली में उच्‍च जोखिम वाले देशों से आने वालों के लिए आरटी पीसीआर जांच अनिवार्य की गई है। संक्रमित पाए जाने पर जीनोम जांच कराई जाएगी और अनिवार्य रूप से आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आई तो सात दिनों तक घर पर आइसोलेशन में रहना होगा। मध्‍य प्रदेश में उन यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्‍ट अनिवार्य है जिन्‍होंने यात्रा से पहले यह जांच नहीं कराई है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें कर्नाटक सरकार ने सख्‍त की पाबंदियां कर्नाटक में विदेश से आने वाले यात्रियों का आरटी पीसीआर टेस्‍ट अनिवार्य किया गया है। यही नहीं सात दिनों के लिए होम क्‍वारंटाइन भी अनिवार्य है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस मसले पर विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक के बाद विस्तृत एसओपी और नए दिशानिर्देश जल्‍द जारी किए जाने की बातें कही। सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में सभी कार्यक्रमों को 15 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है। नागरिकों को सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स, शॉपिंग मॉल में तभी जाने की अनुमति है, जब उन्हें पूरी तरह से टीका लगाया गया हो। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें उत्‍तराखंड में सीमाओं पर रैंडम जांच उत्‍तराखंड में सीमाओं पर रैंडम टेस्टिंग की व्‍यवस्‍था की गई है। सभी स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों की कोविड-19 जांच जरूरी है। पंजाब में जोखिम की श्रेणी वाले देशों से आने वालों पर सघन निगरानी रखी जा रही है। इनके अलावा गुजरात, यूपी, तमिलनाडु जैसे राज्‍यों में यात्रियों की निगरानी और कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। इन राज्‍यों में बाहरी यात्रियों के लिए नियम लगभग एक जैसे हैं। सभी के लिए कोविड जांच रिपोर्ट जरूरी है। रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी यात्रियों को सात दिन के लिए होम क्‍वारंटाइन में रहने को कहा गया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-indian-railway-will-not-restore-concessions-on-tickets-at-present-tells-ashwini-vaishnaw-in-parliament-22262434.html,"रेलवे फिलहाल यात्रियों को टिकट पर नहीं देगा कोई छूट, संसद में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी","नई दिल्ली, पीटीआइ। रेल मंत्रालय ने संसद में जानकारी दी है कि वर्तमान में रेल टिकटों पर रियायतों को बहाल करना संभव नहीं है। कोरोना महामारी आने के बाद से यह बंद हैं। राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि इस सुविधा को बहाल करने के लिए काफी आवेदन मिले हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और प्रोटोकाल के मद्देनजर 20 मार्च 2020 से दिव्यांगजन की 4 श्रेणियों, मरीजों और छात्रों की 11 श्रेणियों को छोड़कर सभी श्रेणियों के यात्रियों के लिए रेल टिकटों पर दी जाने वाली रियायत वापस ले ली गई थी। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें वैष्णव ने कहा कि सभी रियायतों की बहाली के लिए विभिन्न वर्गों से आवेदन प्राप्त हुए हैं। मामले पर गौर किया गया है, लेकिन वर्तमान में रियायत देना व्यवहार्य नहीं पाया गया है। बता दें कि कोरोना से पहले रेलवे यात्रियों 54 श्रेणियों की टिकट पर रियायत देता था। एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में 70 फीसद से अधिक की कमी आई रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को संसद को यह भी जानकारी दी कि कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020-21 में वातानुकूलित डिब्बों (AC Coaches) में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में 70 फीसद से अधिक की कमी आई। राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-20 के दौरान एसी डिब्बों से यात्रा करने वाले यात्रियों में लगभग 4 फीसद की वृद्धि हुई और पिछले वर्ष की तुलना में 2020-21 में 70 फीसद की गिरावट देखी गई। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें रेलवे ने मार्च 2020 में अपनी सभी नियमित सेवाओं को निलंबित कर दिया था वर्ष 2019-20 और 2020-21 के दौरान एसी कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या क्रमशः 18.1 करोड़ और 4.9 करोड़ रही। साल 2019-20 में जहां इसके पिछले साल के मुकाबले +3.92 फीसद बढ़ोतरी देखी गई। वहीं साल 2020-21 में इसमें -73.23 फीसद की कमी देखी गई। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण इसमें गिरावट देखी गई। इसके कारण सीमित ट्रेन सेवाएं चालू थीं और लोग यात्रा से भी बच रहे थे। वे तब तक यात्रा नहीं कर रहे थे जबतक कि बहुत जरूरी न हो। महामारी के प्रकोप के बीच रेलवे ने मार्च 2020 में अपनी सभी नियमित सेवाओं को निलंबित कर दिया था। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-parliament-winter-session-amid-omicron-variant-scare-mansukh-mandaviya-on-children-vaccination-and-booster-dose-22262124.html,"बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर जल्दबाजी में नहीं है सरकार, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कही यह बात","नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर फैलती दहशत के बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर फैसला वैज्ञानिक सलाह के आधार पर किया जाएगा। ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर निगरानी बढ़ा दी गई है और देश में इस वैरिएंट आफ कंसर्न का पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जा रही है।कोरोना पर लोकसभा में 11 घंटे तक चली चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस महामारी पर भी राजनीति करने के लिए विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया और उन्हें देश के विज्ञानियों पर भरोसा रखने की सलाह दी। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें मांडविया ने कहा कि ओमिक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है। इस वैरिएंट के मद्देनजर जोखिम वाले देशों से अब तक आए 16,000 यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच कराई गई है। इनमें से 18 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें ओमिक्रोन वैरिएंट के पता लगाने के लिए इनके नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। चर्चा के दौरान गुरुवार को कई सदस्यों ने कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज और कोरोना के नए वैरिएंट को लकर जताई गई चिंता जताई थी, जिसके दो मामले कर्नाटक में सामने आए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर कोई भी फैसला विज्ञानियों की सलाह के बाद ही लिया जाएगा। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें विपक्ष ने दूसरी लहर के दौरान सरकार की खामियां गिनाईं सदन में चर्चा के दौरान शुक्रवार को भी विपक्षी सदस्यों ने पहली और दूसरी लहर के दौरान सरकार प्रबंधन की खामियों को फिर से गिनाया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने अपने राज्यों ने कोरोना के टीके की कमी का मुद्दा भी उठाया। जबकि कुछ विपक्षी सदस्यों ने केंद्र सरकार पर विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप भी लगाया। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें स्वास्थ्य मंत्री का विपक्ष पर पलटवार स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए आंकड़ों के साथ बताया कि किस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कोरोना काल की चुनौतियों से सफलतापूर्वक निपटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि हमारे विज्ञानियों ने कम समय में वैक्सीन तैयार कर दिखाया और इसके परिणामस्वरूप हम 125 करोड़ से अधिक डोज देने में सफल रहे हैं। पहले भारत में लोगों को वैक्सीन विकसित होने के 10-15 साल बाद ही मिल पाती थी। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें सांसद अपने क्षेत्रों में 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करें दिसंबर तक सभी वयस्कों के टीकाकरण पर आशंका जताने वाले कांग्रेस के गौरव गोगोई का जवाब देते हुए मांडविया ने कहा कि सरकार ने इसके लिए वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का वादा किया था और वह पूरा हो रहा है। राज्यों के पास अब भी 22 करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध हैं और इस महीने 10 करोड़ और डोज मिलेंगी। मांडविया ने गोगोई से पूछा कि एक सांसद होने के नाते आखिर उन्होंने अपने क्षेत्र में संपूर्ण टीकाकरण के लिए क्या प्रयास किया। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें अब तक 85 प्रतिशत लोगों को पहली डोज दी गईं मांडविया ने बताया कि देश में अब तक 85 प्रतिशत पात्र आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई हैं, जबकि 50 प्रतिशत का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। उन्होंने टीकाकरण में तेजी लाने के लिए सभी सांसदों से अपने-अपने क्षेत्रों में 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया। पीएम-केयर्स फंड पर बंद हो राजनीति भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें मांडविया ने कहा कि विपक्ष को पीएम-केयर्स फंड पर राजनीति बंद करनी चाहिए। इसके जरिये 58,000 वेंटीलेटर खरीदे गए, जिनमें से ज्यादातर की खरीद सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों सी की गई। केंद्र की तरफ से 50,200 वेंटीलेटर राज्यों को दिए गए और 48,000 विभिन्न अस्पतालों में लगाए गए। सरकार ने राज्यों के लिए कोरोना संबंधी आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की। सरकार शक्ति से नहीं, इच्छाशक्ति से करती है काम पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें मांडविया ने कहा कि सरकार नतीजों के लिए काम करती है। कोरोना काल के दौरान मोदी सरकार ने दिखाया दिया है कि वह शक्ति से नहीं इच्छा शक्ति से काम करती है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amid-omicron-variant-scare-in-india-some-international-returnees-untraceable-in-andhra-pradesh-22261523.html,"ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे के बीच आंध्र प्रदेश में विदेश से आए लोग गायब, नहीं हो पा रहा संपर्क","विशाखापत्तनम, एएनआइ। भारत में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद आंध्र प्रदेश से चिंता बढ़ा देने वाली खबर सामने आई है। यहां विदेश से आए कुछ लोग गायब हो गए हैं। उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। विशाखापत्तनम के जिला कलेक्टर मल्लिकार्जुन ने शुक्रवार को कहा कि विदेश से आने के बाद बेंगलुरू, चेन्नई या हैदराबाद से विशाखापत्तनम आए कुछ लोगों का पता नहीं चल पा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन को विदेश से आए लोगों की एक सूची मिली है, जो बेंगलुरू, चेन्नई या हैदराबाद से विशाखापत्तनम आए हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से कुछ का पता लगा लिया गया है, जबकि कुछ का पता नहीं चल पाया है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रोटोकाल बहुत स्पष्ट है। एक बार जब कोई अंतरराष्ट्रीय यात्री कोरोना पाजिटिव पाया जाता है, तो रोकथाम और उपचार के नियमित प्रोटोकाल का पालन करने के अलावा, हम उनके सैंपल का जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज रहे हैं। जिला कलेक्टर ने यह भी कहा कि आने वाले समय में कोविड-19 के कारण किसी भी तरह की स्थिति उत्पन्न होने से निपटने लिए प्रशासन तैयार है। हमने यात्रियों के लिए विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर एक आरटी-पीसीआर टेस्ट की सुविधा स्थापित की है। जिले में लगभग 7,500 बिस्तर उपलब्ध हैं, जिनमें आक्सीजन बेड भी शामिल हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें कर्नाटक में दो लोग ओमिक्रोन से संक्रमित मिले बता दें कि केंद्र सरकार ने गुरुवार को जानकारी दी कि कर्नाटक में दो लोग कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से एक विदेश से आया 60 साल का व्यक्ति, जबकि दूसरा 46 साल का स्थानिय डाक्टर है। पहले व्यक्ति संक्रमण से उबर गया है, जबकि दूसरा आइसोलेट है। इसके संपर्क में आए पांच और लोग संक्रमित पाए गए हैं।उनका भी सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर पहली बार 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को जानकारी दी थी। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-insacog-recommends-booster-doses-for-those-40-years-and-above-22261276.html,"ओमिक्रोन वैरिएंट: 40 साल से ऊपर वालों को दिया जाए कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज, INSACOG की सिफारिश","नई दिल्ली, एएनआइ। शीर्ष भारतीय जीनोम वैज्ञानिकों ने 40 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन के टीकों की बूस्टर डोज (Booster Dose) की सिफारिश की है। उन्होंने उच्च जोखिम वाली 40 साल से ज्यादा उम्र की आबादी को प्राथमिकता के साथ बूस्टर डोज देने की सिफारिश की है। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (INSACOG) के साप्ताहिक बुलेटिन में यह बात कही गई है। बता दें कि इनसाकोग कोरोना के जीनोमिक बदलावों की निगरानी के लिए सरकार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय परीक्षण प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क है। इनसकागो बुलेटिन में कहा गया है, 'सभी शेष गैर-जोखिम वाले लोगों का टीकाकरण और 40 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर खुराक देने पर विचार किया जा सकता है।' देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) की दस्तक से सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। इनसाकोग ने कहा है कि पहले सबसे उच्च जोखिम वाले लोगों को लक्षित करने पर विचार किया जा सकता है, क्योंकि भले ही मौजूदा टीकों से ओमिक्रोन को बेअसर करने के लिए पर्याप्त होने की संभावना नहीं है, लेकिन इससे गंभीर बीमारी का खतरा कम करने की संभावना। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें कोविशील्ड के लिए बूस्टर डोज के तौर पर सीरम ने डीसीजीआइ से मांगी मंजूरी सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) ने कोविशील्ड को बूस्टर डोज के तौर पर लगाने के लिए दवा नियामक से मंजूरी मांगी है। कंपनी ने कहा कि देश में पर्याप्त संख्या में वैक्सीन उपलब्ध है और कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद बूस्टर डोज की जरूरत है। एसआइआइ में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) को इस संबंध में एक अर्जी दी है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें Koo App What makes #OmicronVariant, a variant of concern❓ How concerned should we be about it❓ Will there be a third wave❓ @mohfw_india issues answers to Frequently Asked Questions (FAQs) on the new variant of #COVID19 Read: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1777594 View attached media content - PIB India (@PIB_India) 3 Dec 2021 नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डाक्टर वीके पाल कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज के बारे में पूछे जाने पर डाक्टर पाल ने कहा कि ओमिक्रान वैरिएंट की जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें बूस्टर डोज को लेकर क्या बोले नीति आयोग के सदस्य वीके पाल नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डाक्टर वीके पाल ने गुरुवार को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर कहा था कि ओमिक्रान वैरिएंट की जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।उन्होंने कहा कि फिलहाल केंद्र की प्राथमिकता देश की वयस्क आबादी का कोरोना के खिलाफ पूरी तरह से टीकाकरण करना है। Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-cyclone-jawad-updates-jawad-to-hit-andhra-pradesh-coast-tomorrow-alert-issued-pm-modi-review-meeting-22260970.html,"Cyclone Jawad: 'जवाद' के चलते आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट, दो दिन स्कूल बंद; जानें कब पहुंचेगा ओडिशा","नई दिल्ली, जेएनएन। चक्रवात 'जवाद' के चलते आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में बिजली और टेलीफोन लाइनें बाधित हो सकती हैं। आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात अलर्ट की घोषणा की गई है। मौसम विभाग के डीजी, मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि यह एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और कल शाम तक विशाखापत्तनम पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही बताया कि विशाखापत्तनम के बाद यह तूफान ओडिशा की तरफ पहुंचेगा। इस दौरान सभी तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा होगी। 4 दिसंबर को बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना बनी हुई। हवा की गति 50-55 किमी / घंटा होने की उम्मीद है और धीरे-धीरे बढ़कर 100 किमी / घंटा हो जाएगी। इसके अलावा पांच दिसंबर को ओडिशा के तट पर ये तूफान पहुंचेगा। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें आंध्र प्रदेश के इन जिलों में 'जवाद' के चलते 2 दिन स्कूल बंद चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर आंध्र प्रदेश में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। विशाखापत्तनम और श्रीकाकुलम जिलों के आज और कल स्कूल बंद रहेंगे । विशाखापत्तनम जिला कलेक्टर, मल्लिकार्जुन ने इसकी जानकारी दी है। इसके अलावा विशाखापत्तनम जिले से 3-4 दिसंबर के लिए लगभग 65 चल रही ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें जारी हुआ अलर्ट, कल आंध्र प्रदेश के तट से टकराएगा जवाद बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान 'जवाद' की आहट को लेकर देश चिंतित है। इसको लेकर आंध्र प्रदेश और ओडिशा में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तूफान से निपटने के लिए समीक्षा बैठक बुलाने के साथ तैयारियों का जायजा लिया। तूफान 'जवाद' कल यानी शनिवार को आंध्र प्रदेश के तट से टकाएगा। ऐसे में आपदा टीमें तैनात कर दी गई है। इतना ही नहीं करीब 95 ट्रेनों का परिचलान भी रद्द कर दिया गया है। इस तूफान के बाद की स्थिति से निपटने के लिए भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने जहाज और हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। जरूरत पड़ने पर थल सेना और वायु सेना की भी मदद ली जाएगी। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें मौसम विभाग के अनुमान की मानें तो जवाद तूफान के तट से टकराने के बाद शनिवार की सुबह हवा की गति 100 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। इससे आंध्र प्रदेश, ओडिश और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की आशंका जताई गई है। जवाद के खतरे को ध्यान में रखते हुए हुए ओडिशा के चार जिले- गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है जबकि और बाकी के सात जिलों- केंद्रपाड़ा, कटक, खुर्दा, नयागढ़, कंधमाल, रायगड़ा, कोरापुट जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को चक्रवात में तब्दील हो सकता है। चार दिसंबर तक इसके ओडिशा और आंध्र के तटों से टकराने की आशंका है। बता दें, इस बार चक्रवात का जवाद नाम सऊदी अरब ने दिया है। जवाद का अरबी में अर्थ उदार या दयालु होता है। जानें- कैसे पड़ा तूफान जवाद का नाम जवाद अरबी भाषा का शब्द है। इसका अर्थ उदार या दयालु होना है। यह नाम सऊदी अरब के सुझाव पर रखा गया है। इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा गया है कि यह तूफान ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाएगा। माना जाता है कि तूफानों के नाम दुनिया के विभिन्न देशों के बीच हुए समझौते के आधार पर रखे जाते हैं। Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-the-new-form-of-corona-raised-the-concern-of-the-world-jagran-special-22261310.html,"कोरोना के नए रूप ओमिक्रोन ने बढ़ाई दुनिया की चिंता, जानें कितना घातक है यह वैरिएंट","रंजना मिश्र। कोरोना ने एक नया रूप लेकर फिर से दुनिया में दस्तक दी है। इस वैरिएंट का नाम है ओमिक्रोन। कहा जा रहा है कि यह वैक्सीन के असर को भी बेअसर कर सकता है। यानी जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं, उन्हें भी बहुत सावधान रहने की जरूरत है। इसका सबसे बड़ा कारण है, इस वैरिएंट में असामान्य रूप से लगातार होने वाला म्युटेशन। म्युटेशन का मतलब है कि कैसे यह लगातार अपना रूप बदल रहा है। इस वैरिएंट में कुल 50 म्युटेशन यानी बदलाव हो चुके हैं, जिनमें अकेले 32 म्युटेशन इसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं। कोरोना वायरस के चित्र में जो कांटे दिखाए जाते हैं, वे स्पाइक प्रोटीन होते हैं। ज्यादातर वैक्सीन वायरस के स्पाइक प्रोटीन पर ही हमला करती हैं। इन्हीं स्पाइक प्रोटीन के जरिये वायरस इंसानों के शरीर में प्रवेश करता है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें वैक्सीन इन स्पाइक प्रोटीन की पहचान करने के लिए शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। जब वायरस वैक्सीन युक्त शरीर में प्रवेश करता है तो इम्यून सिस्टम उसके खिलाफ अपनी लड़ाई शुरू कर देता है। दुनिया भर में उपयोग होने वाली ज्यादातर वैक्सीन एमआरएनए और वेक्टर आधारित हैं। इनमें अमेरिका की फाइजर और माडर्ना हैं, ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका है, जिसे भारत में कोविशील्ड के नाम से लगाया जा रहा है और रूस की स्पूतनिक भी इन्हीं में शामिल है। ये सभी वैक्सीन वायरस के स्पाइक प्रोटीन पर हमला करके वायरस को हराती हैं, लेकिन जब म्युटेशन की वजह से वायरस के प्रोटीन का स्ट्रक्चर ही बदल चुका है तो इन टीकों को भी बदलना होगा, नहीं तो इनका असर कम हो जाएगा। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें ऐसी आशंका है कि ये वैक्सीन इस वैरिएंट पर कम प्रभावी या शायद बिल्कुल भी प्रभावी न हों। हालांकि राहत की बात यह है कि कोरोनारोधी मौजूदा टीकों के स्ट्रक्चर को बदलने में ज्यादा लंबा समय नहीं लगेगा। यह काम आसानी से और कुछ ही महीनों में पूरा किया जा सकता है। अमेरिका की माडर्ना कंपनी ने बताया है कि उसकी मौजूदा वैक्सीन ओमिक्रोन वैरिएंट पर कम प्रभावी हो सकती है। उसने जल्द ही नई वैक्सीन लाने की बात कही है। माडर्ना के यह बताने पर कि उसकी मौजूदा वैक्सीन इस वैरिएंट पर ज्यादा प्रभावशाली नहीं है, पूरी दुनिया में चिंता की लहर दौड़ गई है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें हालांकि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने कहा है कि कोवैक्सीन ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी साबित हो सकती है, क्योंकि यह वैक्सीन वायरस की निष्क्रिय कोशिकाओं से बनाई गई है। यह सिर्फ उसके स्पाइक प्रोटीन पर हमला न करके पूरे वायरस को ही नष्ट करने का काम करती है। भारत में अब तक कोरोनारोधी वैक्सीन की लगभग 124 करोड़ डोज लग चुकी हैं। इनमें कोविशील्ड की 99 करोड़ 54 लाख, कोवैक्सीन की 12 करोड़ 68 लाख और स्पूतनिक की 11 लाख डोज हैं। दक्षिण अफ्रीका में अब तक सिर्फ छह प्रतिशत लोगों को ही टीका लगा है, क्योंकि उसके पास ज्यादा वैक्सीन हैं ही नहीं। दक्षिण अफ्रीका ने 24 नवंबर को पहली बार बताया था कि वहां पर कुछ लोग कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित हुए हैं। इसके बाद डब्ल्यूएचओ ने भी इसकी अधिकारिक पुष्टि की और इसे वैरिएंट आफ कंसर्न घोषित किया। ओमिक्रोन भारत सहित दुनिया के 23 देशों में प्रवेश कर चुका है और धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। यह वैरिएंट आरटीपीसीआर टेस्ट से छिप नहीं सकता। डेल्टा वैरिएंट के काफी मामलों में देखा गया था कि वह आरटीपीसीआर टेस्ट को भी चकमा दे देता था, जिससे उसकी ट्रेसिंग मुश्किल हो गई थी। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें अच्छी बात है कि ओमिक्रोन से संक्रमित किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं। किसी भी मरीज ने अब तक सांस में तकलीफ की शिकायत नहीं की है। ज्यादातर मरीजों को मांसपेशियों में दर्द, थकान, तेज बुखार, खांसी, सिरदर्द और हाई पल्स रेट के लक्षण दिखे हैं। हालांकि इटली में हुए अध्ययन में यह पता चला है कि यह वैरिएंट डेल्टा की तुलना में सात गुना ज्यादा संक्रामक है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आगे चलकर यह खतरनाक होगा कि नहीं, लेकिन इससे निपटने को लेकर हमें अभी से अपनी तैयारियों को पुख्ता कर लेना होगा। अभी अलग-अलग देशों के विज्ञानी इस विषय में कई तरह की बातें कर रहे हैं। बहरहाल डब्ल्यूएचओ ने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। लोगों को मौजूदा वैक्सीन लगवानी चाहिए, मास्क लगाना चाहिए और शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए, क्योंकि बचाव के अभी सिर्फ यह तरीके हैं। [विज्ञान की जानकार] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-suspected-patients-found-in-delhi-after-karnataka-are-admitted-in-the-hospital-22261258.html,"ओमिक्रोन वैरिएंट: कर्नाटक के बाद दिल्ली में भी मिले संदिग्ध मरीज, अस्पताल में हैं भर्ती","नई दिल्ली, एएनआई: कर्नाटक में कोविड-19 ओमिक्रोन वैरिएंट के दो पाजिटिव मरीज मिलने के बाद, अब दिल्ली में 12 लोगों के संक्रमित होने की खबर सामने आई है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि, ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित होने के शक के चलते सभी लोगों को राजधानी के लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही खबर है कि आठ ओमिक्रोन संदिग्धों को गुरुवार को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तो वहीं, चार संदिग्ध मरीजों को आज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आज भर्ती किए गए लोगों में से दो का कोरोना टेस्ट पाजिटिव आया है। तो वहीं, दो के टेस्ट रिजल्ट आने अभी बाकी हैं। चारों संदिग्धों में से दो ब्रिटेन से, एक फ्रांस से और एक नीदरलैंड की यात्रा से वापस आए हैं। चारों संदिग्धों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें कर्नाटक में भी मिले केस इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि कर्नाटक में संभावित रूप से अधिक संक्रामक कोरोनावायरस के स्ट्रेन ओमिक्रोन के दो मामलों का पता चला है। वहीं, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डा. के सुधाकर ने मीडिया को बताया कि दो लोग कोविड-19 के ओमिक्रान वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। जिसमें से एक व्यक्ति लगभग 66 वर्ष का है और वो दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जो वापस चला गया है। वहीं, दूसरा व्यक्ति 46 वर्षीय डॉक्टर है, लेकिन उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वैरिएंट गौरतलब है कि, कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रान का विश्व में पहला केस 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से सामने आया था। जिसकी जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के हवाले से जारी की गई थी। WHO के मुताबिक, ओमिक्रान वैरिएंट का पहला मामला 9 नवंबर को लिए सैंपलों में से सामने आया था। पहला मामला सामने आने के अगले ही दिन 26 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट को WHO ने ‘ओमिक्रान’ नाम दिया था। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-covid-19-new-variant-south-africa-india-latest-updates-about-corona-new-variant-jagran-special-22260864.html,"भारत में ओमिक्रोन वैरिएंट के केस मिलने के बाद सरकार सतर्क, जानिए- क्या है आज का ताजा अपडेट","नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना का सबसे तेज म्यूटेशन वाला वैरिएंट ओमिक्रोन भारत में पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2 दिसंबर को कर्नाटक में दो ओमिक्रोन केस पाए जाने की पुष्टि की है। बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) पहले ही वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर चुका है। 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में पहला केस मिलने के बाद से एक हफ्ते के अंदर ही भारत, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस समेत दुनिया के 30 देशों में ओमिक्रोन के केस मिल चुके हैं। ओमिक्रोन से जुड़ी सभी अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहे... INSACOG की सिफारिश, 40 से ऊपर वालों को दिया जाए वैक्सीन का बूस्टर डोज देश के शीर्ष जीनोम वैज्ञानिकों ने 40 साल से ऊपर के लोगों के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन के बूस्टर शॉट की सिफारिश की है। साथ ही वैज्ञानिकों ने उन लोगों को भी बूस्टर शॉट देने की बात की है, जो हाई रिस्क वाले और हाई एक्सपोजर वाले हैं INSACOG ने यह सिफारिश अपने साप्ताहिक बुलेटिन में की है। बता दें कि INSACOG कोरोना वायरस के जीनोम वैरिएशंस पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाई गईं लैब्स का एक नेटवर्क है। INSACOG ने अपने बुलेटिन में कहा है कि टीका ना लगवाने वाले लोग रिस्क में हैं, इनके टीकाकरण के साथ 40 साल के ऊपर के लोगों के लिए बूस्टर डोज पर प्राथमिकता के साथ विचार किया जाना चाहिए। इनमें हाई रिस्क और ज्यादा खतरे में रह रहे लोगों को प्राथमिकता दी जा सकती है। विस्तृत खबर के लिए यहां क्लिक करें। दिल्ली में ओमिक्रोन के 12 संदिग्ध मरीज LNJP में भर्ती राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' के 12 संदिग्ध मरीज मिले हैं। सभी को लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक दो की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जबकि, अन्य के जांच नतीजों का इंतजार किया जा रहा है। कहा जा है कि 4 संदिग्धों ब्रिटेन, एक फ्रांस और एक नीदरलैंडस से लौटा था। आज चारों मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए। विस्तृत खबर के लिए यहां क्लिक करें। मुंबई पहुंचे 9 अंतरराष्ट्रीय यात्री कोरोना पॉजिटिव, जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए नमूने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बताया कि 10 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे 9 अंतरराष्ट्रीय यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। उनके नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। इसमें दक्षिण अफ्रीका के एक यात्री आया है। बाकी 8 यात्री अन्य देशों से आए है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें भारत में पिछले 24 घंटों में 9,216 नए कोविड मामले सामने आए देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,216 नए केस सामने आए हैं। रिकवरी रेट की बात करें तो यह 98.35 फीसद है। पिछले 24 घंटे में 8,612 लोग कोरोना से ठीक हुए है। अब तक कुल 3,40,45,666 लोग ठीक हो चुके हैं। वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.84% है जो कि पिछले 19 दिनों से 1 फीसद से नीचे है। अब तक कुल 125.75 करोड़ वैक्सीनेशन हो चुका है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें नेपाल ने हांगकांग सहित 9 देशों से आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन केस आने के बाद अब पड़ोस में भी सख्ती देखने को मिल रही है। कोविड के ओमिक्रोन वैरिएंट के मद्देनजर नेपाल ने हांगकांग सहित 9 देशों से आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया है। सऊदी अरब और यूएई में दर्ज किया गया कोरोना वायरस का नया वैरिएंट कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने कई देशों में दस्तक देना शुरू कर दिया है और सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से इसका पहला मामला सामने आया है। सऊदी अरब की सरकारी ‘सऊदी प्रेस एजेंसी' की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि देश में किसी उत्तरी अफ्रीकी देश से आया व्यक्ति ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया है। कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्वरूप से ओमिक्रोन से संक्रमित हुए इस व्यक्ति का इलाज किया जा रहा है। वहीं इसके संपर्क में आए लोगों को आइसोलेटेड कर दिया गया है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें ओमिक्रोन के खतरे के बीच ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने लिया कोरोना का बूस्टर डोज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ओमिक्रोन के खतरे के बीच कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवाया है। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए दी। बोरिस ने वीडियो शेयर किया, जिसमें वो बूस्टर डोज लगवाते हुए दिख रहे हैं। बोरिस ने कहा- आप सभी अपनी बारी आने पर बाद बूस्टर डोज लगवाएं। हमें वायरस को दूसरा मौका नहीं देना चाहिए। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें I’ve just got my booster jab from the brilliant @GSTTnhs team. When your turn comes, get your booster and ask your friends and family to do the same. Let’s not give the virus a second chance. pic.twitter.com/1rCx4PAzgR — Boris Johnson (@BorisJohnson) December 2, 2021 कर्नाटक में ओमिक्रॉन को लेकर होगी मीटिंग कर्नाटक में ओमिक्रोन वैरिएंट के मरीज मिलने के बाद राज्य सरकार अब तक के हालात पर मीटिंग करेगी। कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा, हम कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर रहे हैं। मैं आज दोपहर 1 बजे स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ बैठक करूंगा। मैंने स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया से बात की है, वह कुछ दिशानिर्देशों के साथ मुझसे संपर्क करेंगे। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें न्यूयॉर्क में ओमिक्रोन के पांच केस, यूएस में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कड़े प्रतिबंध अमेरिका के न्यूयॉर्क प्रांत में ओमिक्रोन वेरिएंट के पांच केस सामने आए हैं। गवर्नर ने इस बात की पुष्टि की है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए नए उपायों का खुलासा किया है। उन्होंने कहा ओमिक्रोन खतरे को देखते हुए बूस्टर डोज की जरूरत भी बढ़ गई है। बिडेन की योजना में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कड़े प्रतिबंध और घर पर कोरोना टेस्ट की पहुंच भी शामिल है। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें बहुत तेजी से फैलता है ओमिक्रोन लव अग्रवाल ने अमेरिकी महामारी रोग विशेषज्ञ डाक्टर इरिक फीग्ल-¨डग द्वारा तैयार माडल का हवाला देते हुए कहा कि शुरुआती ट्रेंड से ओमिक्रोन, डेल्टा वैरिएंट की तुलना में पांच गुना ज्यादा संक्रामक नजर रहा है। इसकी संक्रामकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना से इसके मरीज की सूचना विश्व स्वास्थ्य संगठन को मिली और आठ दिनों में यह 30 देशों में फैल गया। ध्यान देने की बात है कि इस साल अप्रैल और मई महीने में डेल्टा ने भारत में बड़ी तबाही मचाई थी। डेल्टा से पांच गुना ज्यादा संक्रामक होना ओमिक्रोन को काफी खतरनाक बना रहा है। पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें डेल्टा की तुलना में कम घातक राहत की बात बस यही है कि अभी तक दुनिया में ओमिक्रोन के सभी मामले माइल्ड किस्म के मिले हैं। इसकी चपेट में आए किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। चपेट में आए लोगों में सामान्य रूप से बदन दर्द की शिकायत देखने को मिल रही है। लव अग्रवाल ने यह भी साफ किया कि अभी सीमित डाटा के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है। आने वाले दिनों में स्थिति और स्पष्ट होगी। ओमिक्रोन के मामले माइल्ड होने के बावजूद पिछले एक हफ्ते में दक्षिण अफ्रीका में कोरोना मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने के बढ़ते आंकड़े खतरनाक संकेत दे रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि यह देखना पड़ेगा कि ओमिक्रोन के मामले बढ़ने से अस्पतालों में मरीज बढ़े हैं या किसी और कारण से। Edited By: Sanjeev Tiwari",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-osmania-university-will-charge-monthly-fee-from-outsider-morning-walkers-22261210.html,"मॉर्निंग वॉकर्स से उस्मानिया विश्वविद्यालय लेगा मासिक शुल्क, जानें क्या है वजह","हैदराबाद तेलंगाना, एएनआई। तेलंगाना के हैदराबाद में उस्मानिया विश्वविद्यालय ने पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए नई पहल की है। विश्वविद्यालय में सुबह सैर करने आने वाले लोगों से अब हर महीने 200 रुपये लिए फीस ली जाएगी। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रविंदर ने बताया कि इससे पर्यावरण को साफ रखने में मदद मिलेगी और हम लोगों को और अच्छी सुविधाएं प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम कैंपस को हरा-भरा और ऑक्सीजन जोन बनाने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई यह फीस देने में समर्थ नहीं है तो वह आई-कार्ड लेकर विश्वविद्यालय में सैर करने के लिए आ सकता है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें लोगों से की बातचीत डा. रविंदर ने कहा कि उस्मानिया विश्वविद्यालय सभी के लिए है। यहां सैर करने के लिए लोग विश्वविद्यालय के चारों ओर घूमते हैं। इसके चलते विश्वविद्यालय के हितों को ध्यान में रखते हुए यहां सैर के लिए वाले लोगों से बातचीत की गई। इस दौरान लोगों ने अपनी मांगे कुलपति के सामने रखी, जिसमें पार्क में कुर्सियां लगाना, पानी के लिए कूलर लगाना आदि शामिल था। इसके लिए लोगों से एक मामूली शुल्क देने की बात कही गई। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें जिम पर खर्च लाखों रुपये कुलपति डा. रविंदर ने बताया कि कुछ लोग अपना राजनीतिक लाभ लेने के लिए मीडिया में झूठी खबरें फैलाने की कोशिश भी करते है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में जिम बनाने पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं। लेकिन कोरोना महामारी के कारण जिम का इस्तेमाल नहीं किया गया था। इसके बाद हमने फिट इंडिया कार्यक्रम के तहत दोनों विश्वविद्यालय के छात्रों और बाहर के लोगों के लिए जिम में एक समय तय किया। जिससे वह कोरोना नियमों का पालन करते हुए पूरी तरह से जिम का फायदा ले सकें। जिम का इस्तेमाल करने के लिए भी लोगों से मामूली 1000 रुपये लिए जाते हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें पर्यावरण को दूषित करते हैं लोग डा. रविंदर ने बताया कि विश्वविद्यालय में तीन ग्राउंड हैं। जहां बाहर के लोग सैर करने के लिए आते है और कचरा इधर-उधर फेंक कर पर्यावरण को गंदा करते हैं। पर्यावरण को साफ रखने के लिए बाहरी लोगों से कुछ पैसे लिए जाते हैं और उन्हें अलग से आई-कार्ड भी दिए गए हैं। छात्रों के लिए भी अलग आईडी कार्ड हैं और उनके वाहनों पर स्टिकर लगे होते हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में एक बाहरी व्यक्ति ने विश्वविद्यालय के वन में अवैध तरीके से घुसकर कुत्ते को दफना दिया, जिससे विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया। इसलिए इस तरह की चीजों को रोकने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं। Edited By: Geetika Sharma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-in-india-details-of-the-two-patients-who-have-been-detected-positive-in-karnataka-22261085.html,"भारत में ओमिक्रॉन की दस्तक, जानें-कर्नाटक में मिले दो मरीजों का पूरा विवरण","नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना के 'ओमिक्रोन वैरिएंट' ने भारत में भी दस्तक दे दी है। दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक पहुंचे दो यात्री इस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, इस वक्त दोनों को आइसोलेशन में रखा गया है। उनके सभी प्राइमरी, सेंकेडरी, और टर्शियरी संपर्कों की पहचान कर ली गई है और उनकी टेस्टिंग की गई है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डा. के सुधाकर के मुताबिक, राज्य में ओमिक्रोन से संक्रमित, जो दो लोग मिले उनमें से एक 66 वर्षीय (पुरुष) दक्षिण अफ्रीका का नागरिक है। हालांकि वह वापस चला गया है। वहीं, 46 वर्षीय दूसरा व्यक्ति (पुरुष) भारतीय नागरिक व पेशे से डाक्टर है। उसकी कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं मिली है। हालांकि, 46 वर्षीय पुरुष के तीन प्राथमिक संपर्कों और दो माध्यमिक संपर्कों का 22 से 25 नवंबर के बीच कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। सभी को आइसोलेट कर लिया गया है। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका ने जानकारी देते हुए कहा कि सभी के सैंपल को जांच के लिए भेज दिए गए हैं। तो आइए कर्नाटक में मिले ओमिक्रोन वैरिएंट के दोनों मरीजों का ब्योरा जानते हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें जाने-कर्नाटक में मिले पहले मरीज का विवरण बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका ने दोनों मरीजों की जानकारी साझा की है। दक्षिण अफ्रीका से 20 नवंबर 2021 को 66 वर्षीय पुरुष ने भारत के लिए लिए यात्रा की थी। इस दौरान उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव थी। कर्नाटक पहुंचने के बाद उनकी स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद 20 नवंबर को होटल तक पहुंचने के बाद उनका टेस्ट पॉजिटिव आया, जिसके बाद उन्हें आइसोलेट किया गया। हालांकि, इस शख्स ने कोरोना वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगाई हुई है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें दूसरे 46 वर्षीय मरीज का विवरण उधर, दूसरा कर्नाटक में मिले दूसरे संक्रमित मरीज (पुरुष) की उम्र 46 वर्ष की है। 22 नवंबर 2021 को इस शख्स के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया। इस शख्स में बुखार के लक्षण होने पर उनका आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया है। 22 नवंबर 2021 की सुबह 10 बजे के करीब इनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद 22-24 नंबवर उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया। 25 नवंबर को उनको अस्पताल में भर्ती किया गया। तीन दिन अस्पताल से इलाज लेने के बाद 27 नवंबर को उनको अस्पताल से छुट्टी मिली। उनके प्राइमरी संपर्क में 13 जबकि सैंक्रडरी में 205 लोग आए थे। इसमें से प्राइमरी में आए कम से कम तीन और सैंक्रडरी में 2 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 22-25 नवंबर को आई इस रिपोर्ट के बात सभी को आइसोलेट किया गया है। Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-reports-9216-new-covid-19-cases-in-the-last-24-hours-22261084.html,"पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,216 मामले, एक लाख से कम हुए एक्टिव केस","नई दिल्ली, एएनआइ। देश में कोरोना संक्रमण के हर दिन दस हजार कम मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इससे काफी सुकून तो है लेकिन कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। भले ही देश में कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की जा रही हो लेकिन लोगों को अभी भी काफी सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि वे सावधानी बरतें और इसके साथ ही इस नए वैरिएंट से निपटने के लिए खुद भी अलर्ट हो गई है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के नौ हजार से ऊपर मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 9,216 नए मामले सामने आए हैं और देश में रिकवरी बढ़ीं हैं, जिसके बाद सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख से नीचे पहुंच गई है। देश में फिलहाल 99,976 सक्रिय मामले हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 8,612 मरीज संक्रमण से ठीक हुए हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना से ठीक होने वालों कुल आंकड़ा 3,40,45,666 तक पहुंच गया है। वर्तमान समय में देश में रिकवरी रेट 98.35 फीसद है। दैनिक सकारात्मकता दर 0.80 फीसद है जो पिछले 60 दिनों से दो फीसद से नीचे बनी हुई है। पिछले 19 दिनों से साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.84 फीसद है जो एक प्रतिशत से भी कम रही है। इस बीच, देश में अब तक 64.46 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है। इसके अलावा राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक COVID-19 वैक्सीन की 125.75 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें तीस देशों में पहुंचा ओमिक्रोन अमेरिका, भारत और यूरोपीय देशों समेत करीब तीस देशों में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन दस्तक दे चुका है। विभिन्न देशों की सरकारें जहां कड़े प्रतिबंध लगाने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं वहीं निवेशकों की नींद उड़ गई है। Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-along-with-india-omicron-variant-cases-has-been-reported-in-these-countries-22258732.html,"अब तक कितने देशों में पहुंचा ओमिक्रोन वैरिएंट, जानें इस स्‍ट्रेन के बारे में क्‍या है विशेषज्ञों की राय","नई दिल्ली, एजेंसियां। दुनियाभर में हड़कंप मचाए कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने भारत में दस्तक दे दी है। कर्नाटक में इसके दो मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को देश में कोरोना की स्थिति पर अपनी दैनिक ब्रीफिंग में इसकी जानकारी दी। मंत्रालय के अनुसार कोरोना के इस नए वैरिएंट के लगभग 30 देशों में 373 मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसको वैरिएंट आफ कंसर्न घोषित किया है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें बता दें कि कोरोना के इस नए वैरिएंट (बी 1.1.529) की जानकारी पहली बार 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को मिली थी। संगठन के अनुसार वैरिएंट के पहले केस की पुष्टि 9 नवंबर को हुई थी। 26 नवंबर को डब्ल्यूएचओ ने इसे ओमिक्रोन नाम दिया। जानकारी के अनुसार आस्ट्रेलिया, आस्ट्रिया, बेल्जियम, बोत्सवाना, ब्राजील, कनाडा, चेक गणराज्य, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, इजरायल, इटली, जापान, नीदरलैंड, नाइजीरिया, नार्वे, पुर्तगाल,सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्वीडन, ब्रिटेन, अमेरिका और भारत में इसके मामले सामने आए हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें दक्षिण अफ्रीका में एक ही दिन में मामले दोगुने हुए कोरोना के इस नए वैरिएंट को रोकने के लिए तमाम देश कड़ी पाबंदियां लगा रहे हैं। इस म्युटेशन के सामने आने के बाद अफ्रीकी देशों पर भारत समेत दुनिया के तमाम देशों ने यात्रा को लेकर कड़ी पाबंदियां लगा दी हैं। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए मामले एक ही दिन में लगभग दोगुना होकर लगभग 8,600 हो गए। अधिकारियों ने बुधवार को इसकी सूचना दी। देश के नेशनल इंस्टीट्यूट फार कम्युनिकेबल डिजीज ने कहा कि जिनोम सिक्वेंसिंग में डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। इस वैरिएंट को लेकर कई सवाल हैं, जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं। क्या यह वैरिएंट अन्य वैरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक है? क्या यह लोगों को अधिक गंभीर रूप से बीमार बनाता है? क्या इस वैरिएंट के खिलाफ वैक्सीन कारगर हैं? ऐसे तमाम सवाल है जिनके बारे में पता लगाने की कोशिश हो रही है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें कम हो सकता है टीके का प्रभाव : गुलेरिया कोरोना के इस वैरिएंट को लेकर एम्स दिल्ली के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि यह टीके के प्रभाव को कम कर सकता है। उन्होंने कहा कि स्पाइक प्रोटिन में 30 से ज्यादा म्यूटेशन होने के कारण यह टीके को चकमा दे सकता है। अधिकतर टीके स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ एंटीबाडी बनाकर काम करते हैं। ऐसे में टीकों का प्रभाव कम हो सकता है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें ब्रेकथ्रू संक्रमण का कारण बन सकता है ओमिक्रोन वैरिएंट : डा. टी जैकब प्रख्यात विषाणु विज्ञानी डा. टी जैकब जान के अनुसार ओमिक्रोन वैरिएंट ब्रेकथ्रू संक्रमण का कारण बन सकता है। ब्रेकथ्रू संक्रमण यानी वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इसके कारण महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका काफी कम है। वैक्सीन की बूस्टर डोज इस रोकने का आसान और कारगर उपाय है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें बच्चों के टीकाकरण में देरी पड़ सकती है भारी गंगाराम अस्पताल के डा. धीरेंद्र ने कहा कि बच्चों का कोरोना टीकाकरण नहीं हो रहा है। यह महामारी से लड़ाई की सबसे कमजोर कड़ी साबित हो सकती है। हमने बच्चों के टीकाकरण में देरी की है। उन्हें टीकाकरण से वंचित करने वाली हमारी नीतियां हम पर उल्टा असर कर सकती हैं। हमें उन्हें स्कूल भेजने से पहले सोचना चाहिए। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-report-in-30-countries-till-now-know-the-symptoms-22260959.html,"भारत समेत कुल 30 देशों में अब तक दस्‍तक दे चुका है ओमिक्रोन वैरिएंट, डेल्‍टा से अलग हैं इसके लक्षण","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। ओमिक्रोन वैरिएंट की दहशत लगातार पूरी दुनिया में देखी जा रही है। अब तक दुनिया के करीब 30 देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। बता दें कि नवंबर तीसरे सप्‍ताह में ही इसका पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था। इसके बाद ये बोत्‍सवाना में इसका मामला सामने आया था। 24 नवंबर को विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इस वैरिएंट के मामले सामने आने की पुष्टि की थी। इसके बाद ये वैरिएंट इस महाद्वीप के दूसरे देशों में फैला और अब ये महाद्वीप की सीमाओं से बाहर निकलकर पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है। इसको देखते हुए विभिन्‍न देशों ने कई एहतियाती उपाय उठाए हैं, जिसमें से एक उपाय ट्रैवल बैन भी है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें ट्रैवल बैन से खुश नहीं टैड्रोस हालांकि, कुछ देशों पर लगाए गए ट्रैवल बैन के फैसले से विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन खुश नहींं है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के प्रमुख डाक्‍टर टैड्रोस अधानोम घेब्रेयसस का कहना है कि इस तरह के फैसले से लोगों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। संगठन की तरफ से कहा गया है कि इस वैरिएंट की रोकथाम को लेकर विश्‍व को दूसरे उपाय करने चाहिए, ट्रैवल बैन इसके लिए सही फैसला नहींं है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें कहां कितने मामले इस बीच इस वैरिएंट ने भारत में भी दस्‍तक दे दी है। बैंगलुरू एयरपोर्ट पर आए दो यात्री इससे संक्रमित पाए गए हैं। ये देानों ही दक्षिण अफ्रीका से आए हैं। इन्‍हें आइसोलेट कर दिया गया है। गौरतलब है कि ओमिक्रोन वैरिएंट को डेल्‍टा वैरिएंट की तुलना में पांच गुना ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। भारत के अलावा अन्‍य देशों की बात करें तो ओमिक्रोन के अब तक 373 मामले सामने आए हैं जिनमें सबसे अधिक दक्षिण अफ्रीका में 183, ब्रिटेन में 32, पुर्तगाल में 13, जर्मनी में 10 और घाना में 33 मामले हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें इस वैरिएंट के लक्षण दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों की मानें तो इसके लक्षण पहले सामने आने वाले दूसरे वैरिएंट से कुछ अलग हैं। एएनआई के मुताबिक साउथ अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की चेयरपर्सन एंजेलिक कोटेज ने बताया है कि अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक शरीर में दर्द होना इसका एक सामान्‍य लक्षण है। इसके अलावा इससे संक्रमित मरीज को स्‍वाद का पता न चलने या गंध न आने की समस्‍या नहीं हो रही है। बता दें कि कोरोना के अब तक सामने आए वैरिएंट में ये एक बड़ा लक्षण पाया गया था। इसके लक्षणों में नाक का बंद होना और तेज बुखार होने की भी जानकारी सामने आई है। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-an-engine-trapped-in-ocean-due-to-fire-near-lakshadweep-22257570.html,"लक्षद्वीप : इंजन में आग लगने से समुद्र में फंसा जहाज, सभी यात्री सुरक्षित","कवरत्ती (लक्षद्वीप), प्रेट्र। लक्षद्वीप (Lakshdweep) के कवरत्ती से 16 समुद्री मील दूर एक जहाज बुधवार को इंजन में आग लगने के बाद फंस गया। जहाज में 322 यात्री और चालक दल के 85 सदस्य सवार हैं। सूत्रों ने बताया, सभी यात्री सुरक्षित हैं और भारतीय तटरक्षक बल द्वारा जहाज को खींचकर एंड्रोथ ले जाया जा रहा है। एक अन्य जहाज एमवी कोरल को भी फंसे हुए जहाज को एंड्रोथ ले जाने के लिए भेजा गया है। एंड्रोथ पहुंच जाने के बाद यात्रियों को अन्य छोटी नावों के जरिये दूसरे द्वीपों में भेजा जाएगा। सूत्रों ने बताया कि जहाज एंड्रोथ से कुछ घंटों की दूरी पर था कि तभी इंजन में अचानक से आग लग गई। हालांकि आग तुरंत बुझा दी गई थी, जिससे यात्रियों को नुकसान नहीं पहुंच सका। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें सूत्रों के अनुसार, समय रहते आग बुझा लिया गया और जहाज पर सवार 322 यात्री सुरक्षित हैं। केरल के कोच्चि से कावारत्ती पहुंचे जहाज में आग लगने की घटना के बारे में जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि घटना उस समय हुई जब लक्षद्वीप डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा संचालित पोत एमवी कवरत्ती एंड्रोथ और कल्पेनी द्वीप जा रहा था। तभी जहाज के इंजन कक्ष में आग लग गई। चालक दल ने तत्परतापूर्वक आग पर काबू पाया गया। विमान में सवार सभी 322 यात्री और चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें लक्षद्वीप तट पर फंसे जहाज के सभी यात्री सुरक्षित लक्षद्वीप के तट पर फंसे जहाज में मौजूद 322 यात्रियों के अलावा चालक दल के 85 सदस्य बचा लिए गए हैं। जहाज को गुरुवार को एंड्रोथ द्वीप पहुंचा दिया गया। तटरक्षक बल ने अपने पोत से जहाज को खींचकर एंड्रोथ द्वीप तक पहुंचाया। यहां से सभी यात्रियों को छोटी नौकाओं के जरिये अन्य द्वीपों तक पहुंचा दिया गया है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-cyclonic-storm-jawad-to-cause-heavy-rain-in-bengal-andhra-pradesh-and-odisha-pm-modi-directs-officials-22259756.html,"चक्रवात 'जवाद' की आहट से चिंता, ओडिशा में हाई अलर्ट, पीएम मोदी ने ली बैठक, जानें किन राज्‍यों पर पड़ेगी इसकी मार","नई दिल्‍ली/भुवनेश्‍वर, जेएनएन। दक्षिणी अंडमान और बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात 'जवाद' ने कई राज्यों की चिंता बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को चक्रवात की तबाही से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य की एजेंसियों को बचाव कार्य से संबंधित कई निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें इस बात की हर संभव कोशिश करनी है कि चक्रवात से जान-माल की क्षति न हो। राहत कार्य के इंतजाम भी पहले से कर लिए जाएं। कैबिनेट सचिव ने भी बैठक ली बुधवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी बैठक कर प्रभावित क्षेत्र से सभी लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने तथा मछुआरों और नौकाओं को समुद्री क्षेत्र से हटाने के निर्देश दिए थे। बैठक में ओडिशा, आंध्र प्रदेश, बंगाल और अंडमान निकोबार के मुख्य सचिव तथा वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। इससे पहले भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने 'जवाद' की आशंका को देखते हुए पूरे देश में अलर्ट जारी किया है। चार दिसंबर तक टकराएगा मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को चक्रवात में तब्दील हो सकता है। चार दिसंबर तक इसके ओडिशा और आंध्र के तटों से टकराने की आशंका है। बता दें, इस बार चक्रवात का जवाद नाम सऊदी अरब ने दिया है। जवाद का अरबी में अर्थ उदार या दयालु होता है। कल ओडिशा व आंध्र के तट से टकराएगा तूफान प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद आइएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अंडमान सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र गुरुवार सुबह वेल मार्क लो प्रेसर में तब्दील हो गया है। अगले 12 घंटे मे यह डिप्रेशन (दबाव क्षेत्र) का रूप लेगा। यह उत्तर-पश्चिम दिशा में तेज गति से चार दिसंबर को उत्तर-आंध्र और दक्षिण-ओडिशा के पास समुद्र में सक्रिय होगा। इसके बाद यह अपनी दिशा बदलेगा। आंध्र, ओडिशा और बंगाल इस चक्रवात से ज्यादा प्रभावित होंगे। आज से ही बढ़ जाएगी हवा की गति तीन दिसंबर (शुक्रवार) को ही मध्यरात्रि के बाद हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है। शुरुआत में हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की आशंका है। इसके बाद चार दिसंबर दोपहर बाद हवा की रफ्तार 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। शुक्रवार से ही प्रभावित क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं। 95 मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनें रद चक्रवात के कारण एहतियात के तौर पर पूर्व तट रेलवे ने तीन और चार दिसंबर को चलनेवाली 95 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद कर दिया है। रेलवे ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। सेना और एनडीआरएफ की तैनाती तूफान से निपटने को लेकर सरकारी स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। केंद्रीय आपदा प्रबंधन कमेटी ने संभावित चक्रवात की समीक्षा करने के साथ ही राहत और बचाव कार्य के लिए भारतीय नौसेना और थल सेना को अलर्ट पर रहने को कहा है। इसके अलावा 32 राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को भी तैनात करने के साथ अतिरिक्त टीम को भी सतर्क रहने को कहा गया है। ओडिशा के 13 जिलों में विशेष सतर्कता ओडिशा में तूफान से प्रभावित होने वाले जिलों में गंजाम, गजपति, पुरी, नयागड़, खुर्दा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, ढेंकानाल, कटक, भद्रक, बालेश्वर और मयूरभंज शामिल हैं। वहीं ओडिशा के तटीय जिलों के साथ आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम जिले के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है। ऐसे पड़ा जवाद नाम जवाद अरबी भाषा का शब्द है। इसका अर्थ उदार या दयालु होना है। यह नाम सऊदी अरब के सुझाव पर रखा गया है। इसके पीछे यह भी तर्क दिया गया है कि यह तूफान ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाएगा। तूफानों के नाम दुनिया के विभिन्न देशों के बीच हुए समझौते के आधार पर रखे जाते हैं। 1953 में इस संबंध में हुई संधि में भारत समेत दुनिया के 13 देश शामिल हैं। हिंद महासागर क्षेत्र में 2004 से यह परंपरा शुरू हुई। एक के बाद दूसरे तूफान का नाम रखने के लिए वर्णमाला के हिसाब से देशों का क्रम बना हुआ है। नामकरण से मौसम विज्ञानियों, विशेषज्ञों, आपदा प्रबंधक टीमों और आम लोगों को चक्रवातों को पहचानने व समझने में मदद मिलती है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-chennai-madurai-coimbatore-airports-start-compulsory-testing-of-passengers-arriving-from-11-at-risk-countries-22260694.html,"Omicron: अलर्ट हुआ तमिलनाडु, 11 जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों की हो रही टेस्टिंग","चेन्नई, एएनआइ। कर्नाटक में मिले ओमिक्रोन के दो मामलों के बाद पूरे देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस का डर फैलने लगा है। इस क्रम में तमिलनाडु सरकार ने राज्य के तीन एयरपोर्ट पर दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों के लिए टेस्टिंग अनिवार्य कर दिया है। भारत सरकार द्वारा घोषित जोखिम वाले 11 देशों के लिए विशेष तौर पर निर्देश दिए गए हैं। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ( Ma Subramanian) ने कहा, 'चेन्नई, मदुरै और कोयंबटूर एयरपोर्ट पर उन जोखिम वाले 11 देशों से आने वाले पैसेंजर के लिए कोविड टेस्टिंग अनिवार्य कर दिया गया है।' केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य ( Jyotiraditya Scindia) ने गुरुवार को संसद में सूचित किया कि 11 देशों- यूके, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, जिंबाब्वे, मारिशस, न्यूजीलैंड, हांग कांग, सिंगापुर और इजरायल को जोखिम वाला करार दिया गया है जहां ओमिक्रोन का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें उल्लेखनीय है कि नवंबर 2021 तक देश में एक लाख से अधिक सार्स-सीओवी-2 जीनोम की सीक्वेंसिंग की जा चुकी है। गुरुवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा समन्वित भारतीय सार्स सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकाग) ने 25 नवंबर तक 1,02,880 सार्स सीओवी-2 जीनोम की सीक्वेंसिंग की है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कर्नाटक में ओमिक्रोन के दो नए मामले सामने आए हैं। 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation, WHO) को इस संक्रमण के बारे में पहली बार अवगत कराया गया। WHO के अनुसार, इस साल 9 नवंबर को जांचे गए सैंपल में पहली बार B.1.1.529 संक्रमण का पता चला था। 26 नवंबर को WHO ने नए कोविड-19 वैरिएंट को ओमिक्रोन (Omicron) नाम दिया। साथ ही इसे वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में डाल दिया। दर्जनों देशों ने दक्षिण अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिया है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-would-mostly-be-fatigue-but-nobody-mentioned-loss-of-smell-or-taste-says-angelique-coetzee-22260428.html,"डेल्टा से अलग हैं 'ओमिक्रोन' संक्रमितों के लक्षण, नहीं जाता है स्वाद या गंध; जानें","नई दिल्ली, एएनआइ। दक्षिण अफ्रीका से शुरुआत करने वाले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमित मरीजों ने स्वाद या गंध जाने की शिकायत नहीं की है और न ही इनके नाक बंद हैं या फिर शरीर का तापमान काफी अधिक है। साउथ अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की चेयरपर्सन एंजेलिक कोटेज (Angelique Coetzee) ने गुरुवार को एएनआइ से बताया कि ओमिक्रोन के अधिकतर मामलों में थकान की शिकायत आई है। इस नए वैरिएंट के संक्रमितों ने शरीर में दर्द की शिकायत की है। वही कुछ संक्रमितों ने तेज सिर दर्द और काफी अधिक थकान की बात कही है। लेकिन किसी ने स्वाद या गंध जाने की बात नहीं कही और न ही इनके नाक में ब्लाकेज या तेज बुखार के मामले हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले दुनिया के तीस देशों में दर्ज किए गए हैं। हालांकि इसे अत्यधिक संक्रामक बताया जा रहा है लेकिन जहां तक इसके लक्षणों की बात है वह पुराने वैरिएंट से बिल्कुल ही अलग है। सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पहचाने गए घातक कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में अभी किसी के पास बहुत अधिक जानकारी नहीं है। लेकिन मध्य नवंबर में सामने आए इस वैरिएंट की चपेट में अब तक दुनिया के करीब तीस देश आ चुके हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें क्या कहते हैं एक्सपर्ट- प्रोफेसर एन वोन गोटबर्ग ने कहा कि जो लोग पहले संक्रमित हो चुके थे उन्हें डेल्टा वैरिएंट की चपेट में आने पर ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। लेकिन ओमिक्रोन के मामले में ऐसा नहीं लगता। हालांकि दक्षिण अफ्रीका के विज्ञानियों ने अब तक जो अध्ययन किए हैं उनका हवाला देते हुए कहा कि पहले संक्रमित हो चुके जो लोग ओमिक्रोन की चपेट में आ रहे हैं उनमें बीमारी के हल्के लक्षण पाए गए हैं। यूरोपीय यूनियन की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी यूरोपियन सेंटर फार डिसीज प्रेवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) ने कहा कि अगले कुछ महीनों में यूरोप के कोरोना संक्रमण के आधे से ज्यादा मामलों के लिए ओमिक्रोन जिम्मेदार होगा। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-is-five-times-more-contagious-than-the-delta-variant-coronavirus-22259770.html,"डेल्टा वैरिएंट की तुलना में पांच गुना ज्यादा संक्रामक है ओमिक्रोन, जानिए फिर भी क्या है राहत की बात","नीलू रंजन, नई दिल्ली। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट ने भारत में भी दस्तक दे दी है। दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक पहुंचे दो यात्री इस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। दोनों को आइसोलेशन में रखा गया है। उनके सभी प्राइमरी, सेकेंडरी और टर्सियरी संपर्कों की पहचान कर ली गई है और उनकी टेस्टिंग की जा रही है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डा.के सुधाकर ने एक ट्वीट कर बताया कि राज्य में ओमिक्रोन से संक्रमित जो दो लोग मिले उनमें से 66 वर्षीय व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका का नागरिक है और वह वापस अपने देश लौट गया। वहीं, 46 वर्षीय दूसरा व्यक्ति भारतीय नागरिक व पेशे से डाक्टर है। उसकी कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं मिली है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें भारत में दूसरी लहर के दौरान तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन वैरिएंट को पांच गुना ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। लेकिन राहत की बात है कि पूरी दुनिया में इस वैरिएंट से अब तक मिले सभी संक्रमित मामले माइल्ड श्रेणी के पाए गए हैं। ऐसे में तत्काल लाकडाउन जैसे विकल्पों पर विचार से भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मना किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि बुधवार की शाम आठ बजे तक 37 उड़ानों से आने वाले 7,976 का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया। जिनमें 10 यात्री पाजिटिव पाए गए। इन सब के सैंपल की जिनोम सिक्वेंसिंग के बाद दो लोगों में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें वैसे अग्रवाल ने यह नहीं बताया कि इन दोनों ने वैक्सीन ली थी या नहीं। इस तरह भारत, दुनिया का ऐसा 30वां देश बन गया जहां ओमिक्रोन पाया गया है। इसके पहले 29 देशों में ओमिक्रोन के 373 मामले मिल चुके हैं। इनमें सबसे अधिक द.अफ्रीका में 183, ब्रिटेन में 32, पुर्तगाल में 13, जर्मनी में 10 और घाना में 33 मामले हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें बहुत तेजी से फैलता है ओमिक्रोन लव अग्रवाल ने अमेरिकी महामारी रोग विशेषज्ञ डाक्टर एरिक फीगल-डिंग द्वारा तैयार माडल का हवाला देते हुए कहा कि शुरुआती ट्रेंड से ओमिक्रोन, डेल्टा वैरिएंट की तुलना में पांच गुना ज्यादा संक्रामक नजर रहा है। इसकी संक्रामकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 24 नवंबर को द.अफ्रीका और बोत्सवाना से इसके मरीज की सूचना विश्व स्वास्थ्य संगठन को मिली और आठ दिनों में यह 30 देशों में फैल गया। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें ध्यान देने की बात है कि इस साल अप्रैल और मई महीने में डेल्टा ने भारत में बड़ी तबाही मचाई थी। डेल्टा से पांच गुना ज्यादा संक्रामक होना ओमिक्रोन को काफी खतरनाक बना रहा है। डेल्टा की तुलना में कम घातक राहत की बात बस यही है कि अभी तक दुनिया में ओमिक्रोन के सभी मामले माइल्ड किस्म के मिले हैं। इसकी चपेट में आए किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। चपेट आए लोगों में सामान्य रूप से बदन दर्द की शिकायत देखने को मिल रही है। लव अग्रवाल ने यह भी साफ किया कि अभी सीमित डाटा के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है और आने वाले दिनों में स्थिति और स्पष्ट होगी। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें ओमिक्रोन के मामले माइल्ड होने के बावजूद पिछले एक हफ्ते में दक्षिण अफ्रीका में कोरोना मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने के बढ़ते आंकड़े खतरनाक संकेत दे रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि यह देखना पड़ेगा कि ओमिक्रोन के मामले बढ़ने से अस्पतालों में मरीज बढ़े है या किसी और कारण से। फिर से टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और आइसोलेशन पर बढ़ेगा जोर ओमिक्रोन ने एक बार फिर से पहली और दूसरी लहर की तरह टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और आइसोलेशन को अनिवार्य कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ओमिक्रोन का तेजी से फैलना तय है। सरकार ने एक बार फिर से राज्यों को टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और आइसोलेशन को कड़ाई से पालन करने के लिए कह दिया है। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें ओमिक्रोन को फैलने से रोकने में फिजिकल डिस्टेसिंग (उचित शारीरिक दूरी) कारगर हथियार साबित हो सकती है। अग्रवाल ने बताया कि फिजिकल डिस्टेसिंग के नियम का पालन नहीं करने का नतीजा अमेरिका, यूरोप समेत दुनिया के अन्य भागों में देखा जा सकता है। वैक्सीन अब भी कारगर पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें ओमिक्रोन में एक साथ 45 से 52 परिवर्तनों में इस पर वैक्सीन की कारगरता पर सवाल खड़ा कर दिया है। दुनिया की अधिकांश वैक्सीन कोरोना के स्पाइक प्रोटीन पर आधारित हैं, जबकि ओमिक्रोन वैरिएंट में स्पाइक प्रोटीन में ही 26 से 32 परिवर्तन देखे जा रहे हैं। नीति आयोग के सदस्य और टीकाकरण पर गठित टास्क फोर्स के प्रमुख डाक्टर वीके पाल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन का हवाला देते हुए कहा कि मौजूदा वैक्सीन भी ओमिक्रोन से बचाव में सक्षम है। वैक्सीन से बनने वाली टी-सेल रिस्पांस ओमिक्रोन के मामले में मरीजों की स्थिति गंभीर होने से बचा सकती है। इसीलिए उन्होंने सभी लोगों को तत्काल टीके की दोनों डोज लगाने की जरूरत बताई। उत्तराखंड में हर घर जल के तहत मल्टी विलेज स्कीम को मंजूरी, 2022 तक 15 लाख घरों को मिल जाएगा पानी का कनेक्शन यह भी पढ़ें कोवैक्सीन हो सकती है ज्यादा कारगर ओमिक्रोन के खिलाफ भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन ज्यादा कारगर साबित हो सकती है। आइसीएमआर के महानिदेशक डाक्टर बलराम भार्गव के अनुसार कोवैक्सीन पूरे वायरस से बनी वैक्सीन है और वैज्ञानिक रूप से पूरे वायरस से बनी वैक्सीन किसी भी वैरिएंट के खिलाफ ज्यादा कारगर मानी जाती है। हालांकि उन्होंने यह भी साफ कहा कि ओमिक्रोन के खिलाफ सभी वैक्सीन की कारगरता की नए सिरे से जांच करने की जरूरत है। बूस्टर डोज फिलहाल नहीं ओमिक्रोन वैरिएंट ने देश में बूस्टर डोज की जरूरत को बढ़ा दिया है हालांकि डा.वीके पाल ने फिलहाल इससे साफ इन्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश में टीकाकरण एक वैज्ञानिक तरीके से चल रहा है। नए वैरिएंट के बावजूद इसमें फिलहाल बदलाव की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले सभी वयस्क जनसंख्या को टीके की दोनों डोज लगाने की जरूरत है। उन्होंने कोविशील्ड के दोनों डोज के बीच की समय सीमा को घटाने की जरूरत से इन्कार कर दिया। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-cases-in-india-mansukh-mandaviya-meets-airport-and-port-health-officials-over-screening-22258764.html,"देश में ओमिक्रोन के मामले मिलने से हड़कंप, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने हाईलेवल बैठक की, जानें सरकार ने अब तक कौन से कदम उठाए","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के दो मामले पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर तैनात स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारियों के साथ-साथ अन्य आफि‍सर्स के साथ एक बैठक की। इस बैठक में कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रोन' के खतरे और इसकी रोकथाम को लेकर तमाम बिंदुओं पर बातचीत हुई। सनद रहे स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सख्‍त निगरानी और उनकी कोविड-19 जांच कराए जाने की सलाह देता रहा है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें हालात पर बारीक नजर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने राज्‍यों को 'जोखिम की श्रेणी में शुमार' देशों के संक्रमित अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के नमूनों की जीनोम सिक्‍वेंसिंग के निदेश दिए हैं। जोखिम वाले देशों के अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट आने तक उनको हवाई अड्डों पर प्रतीक्षा करने की सलाह दी जा रही है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को संक्रमित यात्रियों की जीनोम जांच के लिए नमूनों को संबंधित इंसाकोग प्रयोगशालाओं को तुरंत भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं राज्यों को संक्रमित यात्रियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने को भी कहा गया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें अब तक के उठाए गए एहतियाती कदम अंतरराष्‍ट्रीय यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने के निर्देश विदेश से आने वाले संक्रमितों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का फैसला जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तत्काल नमूने भेजने की सलाह जोखिम वाले मुल्‍कों से आने वालों की कड़ी निगरानी और संपर्कों का पता लगाने के निर्देश एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर अधिकारियों को सख्‍त कोविड जांच का अनुपाल करने के निर्देश भारत बायोटेक ने ओमिक्रोन पर कोवैक्सीन के प्रभाव को परखने के लिए शोध शुरू किया पीएम मोदी की बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने 31 दिसंबर तक बढ़ाई कोरोना गाइडलाइंस 11 देशों को जोखिम ग्रस्त देशों में रखा ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक अत्यधिक जोखिम के अलावा दूसरे देशों के यात्रियों को 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर नजर रखनी होगी। इन देशों के यात्रियों में से पांच फीसद का आरटी-पीसीआर टेस्ट करने के निर्देश हैं। इन यात्रियों को एयरपोर्ट पर सैंपल देने के बाद जाने की अनुमति होगी। सरकार ने अब तक 11 देशों को जोखिम ग्रस्त देशों की सूची में रखा है। इनमें दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के देश, चीन, मारीशस, इजरायल, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर और हांगकांग शामिल हैं। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें सरकार ने सख्‍त किए नियम संशोधित दिशा निर्देशों के अनुसार, जांच में निगेटिव होने पर यात्रियों को सात दिनों के लिए होम क्वारंटाइन का पालन करना होगा और भारत में आगमन के आठवें दिन उनकी फिर से कोविड जांच कराई जाएगी। यदि वे फिर से निगेटिव मिलते हैं तो उन्हें अगले सात दिन के लिए अपने स्वास्थ्य की खुद निगरानी करनी होगी। यदि किसी यात्री का परीक्षण पाजिटिव पाया जाता है तो उसके नमूने इंसाकाग लैब नेटवर्क पर जीनोमिक परीक्षण के लिए भेजे जाने चाहिए। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें विदेश से मुंबई पहुंचे पांच और यात्री संक्रमित मिले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि जोखिम वाले देशों से मुंबई पहुंचे पांच और यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए। बीएमसी के अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि ऐसे यात्री जो जांच में पाजिटिव पाए गए और जिनके ओमिक्रोन से संक्रमित होने का आशंका है, उनकी संख्या बढ़कर नौ हो गई। बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि मुंबई पहुंचे सभी पांच यात्री पुरुष हैं। जो 17 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच शहर में आए थे। इनमें से तीन लंदन से, एक पुर्तगाल से और पांचवां जर्मनी से आया था। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रोका कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दहशत ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को नियमित करने के फैसले पर ब्रेक लगा दिया है। पहले सरकार ने 15 दिसंबर से सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को नियमित करने का फैसला किया था। परंतु, नए वैरिएंट के चलते उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने के फैसले पर पुनर्विचार करने की बात कही थी। उसी के बाद यह फैसला किया गया है। सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में चिन्हित किया गया ओमिक्रोन हफ्ते भर के भीतर दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैल गया है। पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें भारत ने निगरानी बढ़ाई वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि भारत ने यात्रा प्रतिबंध नहीं लगाए हैं, लेकिन निगरानी और प्रोटोकाल बढ़ा दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग 'जोखिम वाले' देशों से आ रहे हैं हवाई अड्डे पर उनकी अनिवार्य रूप से जांच होगी। उन्हें क्वारंटाइन की प्रक्रिया से भी गुजरना होगा। हम अफ्रीकी देशों समेत किसी भी देश के साथ चिकित्सा उपकरण, चिकित्सा सहायता और सहयोग की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं, अगर वे इस तरह के किसी भी अनुरोध के साथ आगे आते हैं। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-14th-round-corps-commander-level-talks-between-india-and-china-likely-in-december-second-half-22258584.html,"भारत और चीन दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में करेंगे 14वें दौर की कोर कमांडर स्‍तर की बातचीत, जानें क्‍या होगा एजेंडा","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध के समाधान की कोशिशों के तहत भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तरीय वार्ता दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में होने की उम्मीद है। यह दोनों देशों के बीच 14वें दौर की सैन्य वार्ता होगी। सरकारी सूत्रों ने बताया कि सैन्य वार्ता के लिए आमंत्रण चीनी पक्ष की ओर से आना है। दोनों देशों के बीच यह बातचीत दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में हो सकती है। सूत्रों ने कहा कि यह समय भारत के लिए भी उपयुक्त होगा, क्योंकि सशस्त्र बल 16 दिसंबर तक 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान की हार और भारत की जीत के स्वर्ण जयंती वर्ष पर आयोजनों में व्यस्त होंगे। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें बताते चलें कि गतिरोध का हल निकालने के लिए भारत और चीन के सैन्य अधिकारी पूर्वी लद्दाख इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बातचीत करते रहे हैं। दोनों देशों के बीच अब तक 13 दौर की वार्ता हो चुकी है। फिलहाल दोनों पक्ष हाट स्पि्रंग्स में गतिरोध का हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले साल चीनी अतिक्रमण के बाद से दोनों देशों के बीच इसको लेकर गतिरोध बना हुआ है। पैंगोंग झील और गोगरा इलाकों में टकराव वाले स्थलों का समाधान निकाला जा चुका है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें सूत्रों का कहना है कि दोनों देश हाट स्प्रिंग्स में जारी गतिरोध के समाधान को लेकर बातचीत करना चाहते हैं। मालूम हो कि अब तक की सैन्‍य बातचीत और विदेश मंत्रियों के स्‍तर पर हुई वार्ता में पैंगोंग झील और गोगरा हाइट्स के किनारे वाले फ्रि‍क्‍शन प्‍वाइंट को लेकर जारी गतिरोध को दूर कर लिया गया है। हालांकि अभी भी हाट स्प्रिंग्स में गतिरोध को दूर किया जाना बाकी है। सूत्रों का कहना है कि भारत डीबीओ क्षेत्र और सीएनएन जंक्शन क्षेत्र के समाधान की भी मांग कर रहा है जो विरासती और पुराने मुद्दे माने जाते हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें अब तक भारत ने चीनी आक्रामकता का पुरजोर तरीके से जवाब देता आया है। भारत क्षेत्र में शांति स्थापित करने का पक्षधर रहा है और लगातार इस दिशा में काम करता रहा है लेकिन पिछले कुछ महीनों में चीन रवैया लगातार उकसाने वाला रहा है। यही कारण है कि भारत ने चीनी सैनिकों की ओर से की जाने वाली किसी भी दुस्साहस को विफल करने के लिए उच्च स्तरीय सैन्‍य तैयारियों को भी बनाए रखी है। मौजूदा वक्‍त में भी सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव बरकरार है। दोनों देशों ने भारी हथियारों के साथ बड़ी संख्या में जवानों को इलाके में तैनात कर रखा है। चीन ने एलएसी के बहुत समीप सैनिकों के लिए आवास बनाकर लद्दाख के विपरीत क्षेत्रों में अपनी गतिविधियों को बढ़ा दिया है। चीन के आक्रामक बुनियादी ढांचे के निर्माण कार्यों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि वह किसी बड़ी योजना पर काम कर रहा है। चीन की हरकतों को देखकर भारत भी तेजी से बुनियादी ढांचे को विकसित करने में जुटा हुआ है। भारत ने सैनिकों के लिए सड़कों और आवासों को तेजी से विकसित किया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-indian-railways-canceled-95-trains-due-to-cyclonic-storm-22258585.html,"Indian Railways: चक्रवाती तूफान के चलते भारतीय रेलवे ने रद की 95 ट्रेनें, देखें पूरी लिस्ट","भुवनेश्वर, पीटीआइ। पूर्वी तट रेलवे (East Coast Railway) ने गुरुवार को कहा कि उसने चक्रवाती तूफान के ओडिशा तट से टकराने की भविष्यवाणी के चलते गुरुवार से तीन दिनों के लिए 95 ट्रेनों को रद कर दिया है। ईसीओआर के एक बयान में कहा गया है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए एहतियाती उपाय के रूप में विभिन्न स्थानों से चलने वाली और क्षेत्र से गुजरने वाली 95 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को 2-4 दिसंबर से रद कर दिया गया है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि दोपहर 12.43 बजे तक अंडमान सागर के मध्य भागों पर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे अंडमान सागर पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मौसम विभाग ने कहा कि इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक दबाव में केंद्रित होने की संभावना है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है। इसके 4 दिसंबर की सुबह दक्षिण ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना है। चक्रवाती तूफान के चलते रद की गई 95 ट्रेनों की सूची इस प्रकार है... 2 दिसंबर को रद की गईं ट्रेनों की सूची 12509 BNC- GHY 12844 ADI – PURI 12508 SCL – TVC 18478 YNRK – PURI 12802 NDLS – PURI 22641 TVC- SHM 15905 CAPE – DBRG 15644 KYQ- PURI 22909 BL- PURI तीन और चार दिसंबर को रद की गईं ट्रेनों की सूची 08431 CTC- PURI 18105 ROU – PURI 3 दिसंबर को रद की गई ट्रेनों की सूची 18417 PURI – GNPR 20896 BBS – RMM 12703 HWH – SC 22883 PURI – YPR 12245 HWH – YPR 11020 BBS – CSTM 18443 BBS – PSA 22605 PRR – VM 17479 PURI – TPTY 18045 HWH – HYB 12841 HWH – MAS 22817 HWH – MYS 22807 SRC – MAS 22873 DGHA – VSKP 12863 HWH – YPR 12839 HWH – MAS 22644 PNBE – ERS 17244 RGDA- GNT 20809 SBP-NED 18517 KRBA – VSKP 13351 DHN- ALP 12889 TATA-YPR 18409 HWH – PURI 22201 SDAH – PURI 12895 HWH – PURI 18410 PURI- HWH 18448 JDB – BBS 20838 JNRD – BBS 18424 NYGT – BBS 12842 MAS – HWH 18046 HYB – HWH 12829 MAS – BBS 12246 YPR- HWH 12704 SC – HWH 17480 TPTY – PURI 12864 YPR- HWH 17016 SC – BBS 12840 MAS – HWH 18048 VSG – HWH 12664 TPJ – HWH 18464 SBC – BBS 11019 CSTM – BBS 18518 VSKP – KRBA 18528 VSKP – RGDA 17243 GNT – RGDA 08428 PURI – ANGL 08404 PURI – KUR 17479 PURI – TPTY 18425 PURI – DURG 12838 PURI – HWH 18452 PURI – HTE 18477 PURI – YNRK 12801 PURI – NDLS 18451 THE- PURI 12837 HWH- PURI 18426 DURG -PURI 17480 TPTY –PURI 12876 ANVT- PURI 18447 BBS- JOB 20837 BBS- JNRD 12843 PURI- ADI 18423 BBS- NYGT 4 दिसंबर को रद की गईं ट्रेनों की सूची 12807 VSKP – NZM 18551 VSKP- KROL 22202 PURI – SDAH 18418 GNPR – PURI 15643 PURI- KYQ 18106- PURI – ROU 08432 – PURI – CTC 12822 PURI – HWH 12815 PURI – ANVT 22974 PURI – GIMB 18417 PURI – GNPR 12074 BBS – HWH 12893 BBS – BLGR 20817 BBS – NDLS 18463 BBS – SBC 22819 BBS – VSKP 17015 BBS – SC 18637 HTE -BNC 08427 ANGL PURI 18418 GNPR – PURI 08403 KUR- PURI 12821 HWH- PURI .@RailMinIndia As per forecast of Met Dept., Cyclone 'Jawad' may hit Odisha on 3rd - 4th Dec. For the safety of passengers 95 Trains originating from different destination and passing over ECoR and originating from ECoR have been cancelled as below: JCO: JOURNEY COMMENCING ON pic.twitter.com/eJDakxI9wK — East Coast Railway (@EastCoastRail) December 1, 2021 Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-after-the-omicron-variant-was-found-in-india-know-what-dr-vk-pal-said-about-the-booster-dose-22259482.html,देश में ओमिक्रोन के पाए जाने के बाद जानिये बूस्टर डोज को लेकर क्या बोले नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल,"नई दिल्ली, जेएनएन। बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले सामने आने से भारत में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 3,46,06,541 हो गए, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 99,763 हो गए। इस बीच, भारत में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के भी दो मामले सामने आए हैं। ये दो मामले कर्नाटक में पाए गए हैं। भारत में आए कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के मामलों बीच नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डाक्टर वीके पाल ने गुरुवार को कहा कि केंद्र की प्राथमिकता देश की वयस्क आबादी को कोरोना के खिलाफ पूरी तरह से टीकाकरण करना है। इसके साथ ही डाक्टर वीके पाल ने लोगों से आग्रह किया है कि पूरी तरह से टीकाकरण कराएं। कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज के बारे में पूछे जाने पर डाक्टर पाल ने कहा कि ओमिक्रान वैरिएंट की जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, 477 मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,69,724 हो गई है। मरने वालों में अकेले केरल से 403 लोग हैं। इनमें 96 लोगों की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई जबकि 307 मामलों को केंद्र के नए दिशा निर्देशों और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर अपील प्राप्त करने के बाद कोरोना से मौत के रूप में दर्ज किया गया। इस बीच राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में 125.72 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें गुरुवार शाम जारी हुए आंकड़ों के अनुसार केरल में पिछले 24 घंटों के अंदर 4,700 नए मामले सामनए आए हैं। इस दौरान 4,128 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं और 66 की कोरोना से मौत हुई है। केरल में कोरोना से कुल 40,855 हुईं हैं। राज्य में कोरोना के स​क्रिय मामले 44,376 हैं। देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 41 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 196 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना से दिल्ली में एक भी मौत नहीं हुई है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें हर घर दस्तक अभियान से डबल डोज कवरेज 11.7 प्रतिशत बढ़ी केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को बताया कि घर-घर जाकर कोविड के टीकाकरण के लिए केंद्र के 'हर घर दस्तक' अभियान के कारण 30 नवंबर तक पहली खुराक कवरेज में 5.9 प्रतिशत और दूसरी खुराक के कवरेज में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये स्वास्थ्य सचिवों और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एनएचएम मिशन निदेशकों के साथ अभियान के तहत हुई प्रगति की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि तीन नवंबर से शुरू किए गए इस अभियान से टीकाकरण की गति बढ़ी है लेकिन करीब 12 करोड़ लोगों ने अभी भी अपनी दूसरी डोज नहीं ली है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें सात राज्यों में इस्तेमाल की जाएगी जायकोव-डी समीक्षा के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि जायडस कैडिला की वैक्सीन जायकोव-डी का इस्तेमाल शुरू में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और बंगाल सहित सात राज्यों में किया जाएगा। देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले 9,765 कुल सक्रिय मामले 99,763 जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें 24 घंटे में टीकाकरण 68.92 लाख कुल टीकाकरण 125.72 करोड़ गुरुवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 9,765 कुल मामले 3,46,06,541 सक्रिय मामले 99,023 मौतें (24 घंटे में) 477 कुल मौतें 4,69,724 ठीक होने की दर 98.35 प्रतिशत मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत पाजिटिविटी दर 0.89 प्रतिशत सा.पाजिटिविटी दर 0.85 प्रतिशत Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-iit-students-placement-started-iit-delhi-60-students-got-one-crore-package-22260111.html,"आइआइटी छात्रों की प्लेसमेंट शुरू, आइआइटी दिल्ली में 60 छात्रों को मिला एक करोड़ का पैकेज","नई दिल्ली, प्रेट्र। देश के विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) में 'प्लेसमेंट' अभियान की शुरुआत हो गई है। गुरुवार को कई छात्रों को एक करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक पैकेज मिला। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यह कोरोना से पहले के समय से भी बेहतर प्रदर्शन है। आइआइटी दिल्ली में कम से कम 60 छात्रों को एक करोड़ रुपये का पैकेज मिला। आइआइटी रूड़की के एक छात्र को तकनीक के क्षेत्र में काम करने वाली एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी ने 2.15 करोड़ रुपये का वार्षिक पैकेज दिया। इसी प्रकार आइआइटी बांबे के एक छात्र को उबर कंपनी ने लगभग 2.05 करोड़ रुपये के पैकेज का प्रस्ताव दिया। आइआइटी गुवाहाटी के एक छात्र को दो करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का पैकेज मिला। आइआइटी मंडी में औसत वार्षिक वेतन में 16 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें आइआइटी बीएचयू के पांच छात्रों को उबर ने दिया नौकरी का प्रस्ताव -आइआइटी बीएचयू के पांच छात्रों को उबर ने नौकरी का प्रस्ताव दिया। इन पांच में से एक छात्र को कंपनी के अमेरिका स्थित कार्यालय में काम करने का प्रस्ताव मिला, जबकि एक अन्य को दो करोड़ का वार्षिक पैकेज मिला। -कुल 55 कंपनियों ने आइआइटी बीएचयू के छात्रों को 232 आफर लेटर दिए। इसमें औसत 32.89 लाख रुपये और न्यूनतम 12 लाख रुपये वार्षिक वेतन का पैकेज दिया गया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें आइआइटी मद्रास में पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत अधिक प्रस्ताव आइआइटी मद्रास की ओर से कहा गया कि प्लेसमेंट के पहले दिन पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत अधिक प्रस्ताव आए। आइआइटी मद्रास में पहले दिन 34 कंपनियों ने 176 पैकेज दिए, जो कि पहले दिन आने वाले नौकरी के प्रस्तावों की सर्वाधिक संख्या है। संस्थान ने कहा कि 11 छात्रों को अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव मिले। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rajya-sabha-passes-the-dam-safety-bill2019-22259341.html,"पटरी पर लौटी राज्यसभा, बांध सुरक्षा विधेयक पारित, प्रवर समिति को सौंपने की विपक्ष की मांग हुई खारिज","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में कई दिनों बाद गुरुवार को दोपहर बाद से कामकाज पटरी पर लौट आया। बहुप्रतीक्षित बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 लंबी चर्चा के बाद पारित कर दिया गया। विधेयक को पुनर्विचार के लिए प्रवर समिति के पास भेजे जाने का विपक्ष का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया, जिसके लिए मतविभाजन कराना पड़ा। देश के बांधों की सुरक्षा के लिए अति-महत्वपूर्ण यह विधेयक लोकसभा से 2019 में ही पारित हो चुका है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें सरकार की उच्च प्राथमिकता में होने की वजह से बांध सुरक्षा विधेयक को सबसे पहले पेश करके पारित कराया गया। राज्यसभा में दोपहर के भोजनावकाश के बाद विधेयक पर बहस शुरू हुई और विपक्षी दलों से चर्चा कराने के बाद देर शाम पारित करा लिया गया। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को विपक्ष के हंगामे के बीच विधेयक को प्रस्तुत किया था, लेकिन शोरशराबा और सदन स्थगित होने की वजह से इस पर चर्चा नहीं हो सकी थी। सरकार पहले ही साफ कर चुकी थी कि विधेयक को विपक्ष के साथ विचार-विमर्श के बाद ही पारित कराया जाएगा। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक ने चर्चा के दौरान विधेयक संसदीय प्रवर समिति के पास विचारार्थ भेजने की मांग की। उन्होंने विधेयक को असंवैधानिक बताते हुए राज्यों के अधिकारों का अतिक्रमण करने वाला करार दिया। यह विधेयक बांधों की निगरानी, निरीक्षण और रखरखाव के लिए विशेष प्रविधान करता है। द्रमुक नेता तिरुचि शिवा ने कहा कि भारत राज्यों का संघ है। हमारा लोकतंत्र और संविधान दोनों संघवाद पर आधारित हैं। राज्यों के अपने अधिकार हैं उन्हें जलापूर्ति, निकासी और बंधा बनाने आदि के लिए कानून बनाने का हक है। बहस में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि यह विधेयक असंवैधानिक है, जिसे प्रवर समिति को भेजकर इसमें संशोधन लाया जाना चाहिए। ऐसा नहीं किया गया तो इसे कोई भी अदालत में चुनौती दे सकता है। तृणमूल कांग्रेस के नेता नदीमुल हक ने विपक्षी नेताओं की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि विधेयक की विधिवत छानबीन होनी चाहिए। इसमें कई विवादित प्रविधान हैं, जिनके जरिये राज्यों के अधिकार छीनने की कोशिश की गई है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें इस तरह के विधेयक की सख्त जरूरत : वाईएसआर कांग्रेस भाजपा सदस्य केजे अल्फांस ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि इसके प्रविधान संघवाद का उदाहरण हैं। देश के बड़े बांधों की सुरक्षा के महत्व का जिक्र करते हुए अल्फांस ने कहा कि ये जल बम हैं। आंध्र प्रदेश और बंगाल की राज्य विधानसभाओं ने पहले ही प्रस्ताव पारित कर स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र को बांधों की सुरक्षा को लेकर कानून बनाना चाहिए। वाईएसआर कांग्रेस के वी. विजयसाई रेड्डी ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि इस तरह के विधेयक की सख्त जरूरत है, जिसे पास करने में कोई विलंब नहीं होना चाहिए। इसके बावजूद अगर किसी तरह के संशोधन की जरूरत होगी तो केंद्र अधिसूचना जारी कर बदलाव कर सकता है। जदयू के रामनाथ ठाकुर ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि नेपाल में बनाए जा रहे ऊंचे बांधों से बिहार के लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखने पर विचार किया जाना चाहिए। बिहार के लोग हर साल जून के बाद बांधों से पानी छोड़े जाने से बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। बीजद नेता आचार्य ने कहा कि ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया और कनाडा में बांधों की सुरक्षा का दायित्व राज्य सरकारें निभाती हैं। अन्नाद्रमुक के नेता नवनीत कृष्णन ने विधेयक को गलत करार दिया। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rfl-funds-siphoning-supreme-court-asks-police-to-conclude-probe-against-shivinder-mohan-singh-by-december15-22260023.html,सुप्रीम कोर्ट ने फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर शिविंदर के खिलाफ 15 तक जांच पूरी करने को कहा,"नई दिल्ली, प्रेट्र। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस से फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर शिविंदर मोहन सिंह के खिलाफ मामले में 15 दिसंबर तक अपनी जांच पूरी करने को कहा। शिविंदर अन्य लोगों के साथ रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) के 2,397 करोड़ रुपये की हेराफेरी में आरोपित हैं। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से पेश एडिशनल सालिसिटर जनरल केएम नटराज को उक्त निर्देश दिए। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें इससे पहले नटराज ने कहा कि जांच आखिरी चरण में है और उन्होंने उसे पूरा करने के लिए महीने के आखिर तक का समय मांगा। इस पर शीर्ष अदालत ने कहा कि वह इतना समय नहीं दे सकती और मामले पर 15 दिसंबर को सुनवाई करेगी। पीठ ने कहा, 'हमने मामले को लंबित रखा। आपको फिर समय चाहिए। आप एक चीज याद रखिए, आपको किसी का पक्ष नहीं लेना चाहिए। आपको निष्पक्ष जांच करने की जरूरत है। हमें इसकी चिंता नहीं है कि किसने पैसा लिया है। आपराधिक कृत्यों में जांच एजेंसियों को निष्पक्ष होना चाहिए और हम यही चाहते हैं। हम इसे पूरा करने के लिए ज्यादा समय नहीं देंगे। हम मामले को 15 दिसंबर के लिए सूचीबद्ध कर रहे हैं।' वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें आरएफएल के शिकायतकर्ता मनप्रीत सूरी की ओर से वरिष्ठ वकील आर बसंत ने कहा कि गवाहों को चुप कराने के लिए 200 करोड़ का भुगतान किया गया है और याचिकाकर्ता को रिहा करना खतरनाक होगा। पीठ ने इसपर कहा, 'आप हिसाब चुकता करने के लिए कार्यवाही दर्ज करना चाहते हैं। हम इसकी अनुमति नहीं देते हैं। अगर वे प्राथमिकी दर्ज करना चाहते हैं तो उन्हें करने दें, हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है।' शीर्ष अदालत ने आगे कहा, 'हम उन चीजों पर गौर नहीं करने जा रहे हैं। यह जमानत का मामला है। हम तय करेंगे कि जमानत दी जाए या नहीं। इस मामले का दायरा न बढ़ाएं। यह एक साधारण जमानत का मामला है। सिंह की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि शीर्ष अदालत ने जांच पूरी करने के लिए और समय दिया है, अब वे फिर से और समय मांग रहे हैं। इसके बाद पीठ ने मामले की सुनवाई 15 दिसंबर के लिए टाल दी। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-and-russia-will-have-four-high-level-talks-in-a-day-22259954.html,"भारत और रूस के बीच एक दिन में होंगी चार उच्चस्तरीय वार्ताएं, रक्षा क्षेत्र में कुछ बड़े समझौतों का भी होगा एलान","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा है कि अगले हफ्ते की भारत यात्रा के दौरान वह पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ मिल कर दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों को और मजबूत बनाने का काम करेंगे। गुरुवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने भी यह बताया कि रणनीतिक रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए पुतिन की यात्रा के दौरान किस तरह से कदम उठाए जाएंगे। पुतिन की भारत यात्रा के दौरान एक ही दिन में दोनों देशों के बीच चार दौर की शीर्ष स्तरीय वार्ताएं होंगी। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें पुतिन व मोदी के बीच होने वाली शिखर बैठक में रक्षा क्षेत्र में कुछ बड़े समझौतों का भी एलान होगा। संकेत इस बात के हैं कि पुतिन की इस यात्रा के बाद भारत और रूस के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग का एक नया दौर शुरू होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि छह दिसंबर, 2021 को सबसे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोयगू के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। दोनों देशों के बीच सैन्य तकनीकी सहयोग पर गठित अंतर-मंत्रालयी समिति की बैठक की अध्यक्षता भी दोनों रक्षा मंत्रियों की तरफ से की जाएगी। इस बैठक में रक्षा क्षेत्र को लेकर कई अहम भावी सहयोग के मुद्दों को अंतिम रूप दिया जाना है। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद दोनों विदेश मंत्रियों व रक्षा मंत्रियों को मिला कर टू प्लस टू वार्ता होगी। यह भारत व रूस के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता होगी। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें भारत-रूस रिश्तों को दिशा देने वाला साबित होगा पुतिन का यह दौरा इस बैठक के बाद पीएम मोदी व राष्ट्रपति पुतिन की अगुवाई में 21वां शिखर सम्मेलन होगा जिसमें दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार व दूसरे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री भी उपस्थित होंगे। अंत में एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा जिसको लेकर जानकार बता रहे हैं कि जो अगले एक दशक के दौरान भारत-रूस रिश्तों को दिशा देने वाला साबित होगा। दोनों नेताओं के बीच होने वाली चर्चाओं के बारे में बागची ने कहा कि इसमें द्विपक्षीय, बहुपक्षीय व दूसरे क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें उधर, राष्ट्रपति पुतिन भी इस यात्रा को लेकर काफी उत्साहित हैं। बुधवार को मास्को में भारत के नये राजदूत पवन कपूर ने उन्हें अपना पहचान पत्र पेश किया। इस अवसर पर पुतिन ने कहा कि, अगले हफ्ते मैं भारत की यात्रा करूंगा। पीएम मोदी के साथ वार्ता में हम भारत-रूस संबंधों, भारत-रूस रणनीतिक रिश्तों को और आगे बढ़ाने को लेकर बड़ी कोशिशों को तय करेंगे। उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों में हाल के समय में आए सुधार की बात कही और खास तौर पर ऊर्जा, अंतरिक्ष, मेडिसिन आदि में हो रहे सहयोग का जिक्र किया। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें बताते चलें कि राष्ट्रपति पुतिन को वर्ष 2019 में ही भारत आना था लेकिन उनकी यात्रा अंत समय में रद कर दी गई थी। तब कई लोगों ने यह कहा था कि यह दोनों देशों के रिश्तों में खत्म हो रही गर्माहट को बता रहा है। पिछले वर्ष भी कोरोना की वजह से पुतिन की यात्रा नहीं हो सकी। लेकिन इस बार पुतिन का आना तकरीबन तय है। यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इस वर्ष पुतिन रूस से बाहर सिर्फ एक बार विदेश दौरे पर गये हैं और वह भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ शिखर वार्ता में हिस्सा लेने। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-will-commemorate-dec-6-as-maitri-diwas-with-bangladesh-22259594.html,"भारत छह दिसंबर को बांग्लादेश के साथ मनाएगा मैत्री दिवस, विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी","नई दिल्ली, एएनआई: भारतीय विदेश मंत्रालय के तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, भारत 6 दिसंबर को बांग्लादेश के साथ मैत्री दिवस के रूप में मनाएगा। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि, सन 1971 में इसी दिन नई दिल्ली ने ढाका को मान्यता दी थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि, ""मार्च में पीएम नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान, 6 दिसंबर को मैत्री दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया था।"" साथ ही उन्होंने कहा कि, 1971 में बांग्लादेश की आजादी से ठीक 10 दिन पहले, 6 दिसंबर 1971 को भारत ने बांग्लादेश को मान्यता दी थी। भारत ही पहला देश था जिसने बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय और राजनयिक संबंध स्थापित किए। बांग्लादेश और नई दिल्ली के अलावा दुनिया भर के 18 देशों में मैत्री दिवस मनाया जा रहा है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें मैत्री दिवस मनाने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंडोनेशिया, रूस, कतर, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड और यूएई सरीखे देश शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के मुताबिक, नई दिल्ली स्थित Indian Council of World Affairs 6 दिसंबर को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेगी जिसमें दोनों देशों की भागीदारी होगी। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि, मैत्री दिवस का आयोजन भारत के लोगों और बांग्लादेश के लोगों के बीच गहरी और स्थायी दोस्ती का प्रतिबिंब है। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-in-india-one-patient-already-recovered-and-another-in-quarantine-says-karnataka-22259164.html,देश में ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों की कैसी है हालत? संपर्क में आए पांच लोग भी हुए संक्रमित,"बेंगलुरु, आइएएनएस / एएनआइ। भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी है। कर्नाटक में दो लोग इस नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं। मामला सामने आने के साथ ही राज्य के अधिकारियों ने चुनौती से निपटने के लिए योजना बनाई है। इसके मद्देनजर बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने कोविड वार रूम में एक आपात बैठक बुलाई। समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी है कि संक्रमित लोगों में से एक पहले ही ठीक हो चुका है, जबकि दूसरा क्वारंटाइन है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें संपर्क में आए पांच लोग पाए गए संक्रमित बीबीएमपी ने दोनों संक्रमित व्यक्तियों के प्राइमरी कांटैक्ट (सीधे संपर्क में आए लोग) को ट्रैक किया है। पहले संक्रमित व्यक्ति के 12 प्राइमरी कांटैक्ट नेगेटिव पाए गए हैं। वहीं दूसरे संक्रमित व्यक्ति के 212 प्राइमरी कांटैक्ट को क्वारंटाइन किया गया है और उनके टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार बीबीएमसी ने जानकारी दी है कि दोनों में से एक मरीज 66 और दूसरा 46 साल का है। 46 साल के व्यक्ति के तीन प्राइमरी और दो सेकेंड्री कांट्रैक्ट 22 से 25 नवंबर के बीच संक्रमित पाए गए। सभी लोग आइसोलेट हैं। इनके सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें दोनों संक्रमित व्यक्तियों ने कोरोना टीका की दो खुराक ली थी समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने गुरुवार को कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने बाद संक्रमित पाए गए सभी पांच लोगों को आइसोलेट कर दिया गया है। एक सरकारी अस्पताल में उनका इलाज हो रहा है। दोनों संक्रमित व्यक्तियों ने कोरोना टीका की दो खुराक ली थी। घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमने इनमें कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं। डेल्टा वैरिएंट में सांस लेने में तकलीफ सहित गंभीर लक्षण दिखे थे। हालांकि, राज्य में ओमिक्रोन स्ट्रेन से प्रभावित लोगों में इस तरह के गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं। हालांकि, सावधानियां बरती जानी चाहिए। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें डाक्टर की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार सुधाकर ने कहा कि कर्नाटक में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा किए गए आक्रामक टेस्टिंग के कारण ओमिक्रोन वायरस का जल्दी पता लगाया जा सका है। दो संक्रमित व्यक्तियों के प्राइमरी और सेकेंड्री कांटैक्ट्स की टेस्टिंग हुई। उन्होंने कहा कि दुबई जाने वाले संक्रमित व्यक्ति ने बेंगलुरु हवाई अड्डा टैक्सी से गया और अधिकारियों ने इसका पूरा ट्रैक रखा है। वहीं संक्रमित व्यक्ति स्थानीय 46 वर्षीय डाक्टर है। उसमें टेस्ट से पहले कमजोरी, बुखार और थकान के लक्षण थे। हाई वायरल लोड पाए जाने के बाद, उसका नमूना जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। इसका परिणाम गुरुवार को आया। ओमिक्रोन वायरस से संक्रमित पाया गया दक्षिण अफ्रीकी नागरिक का ट्रैवल हिस्ट्री है, लेकिन डाक्टर की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-union-govt-says-facial-recognition-technology-at-four-airports-to-be-introduced-by-march-next-year-22259215.html,"मार्च से चार एयरपोर्ट पर शुरू हो जाएगी चेहरा पहचान तकनीक, सरकार ने लोकसभा में दी जानकारी","नई दिल्ली, एजेंसियां। नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने गुरुवार को लोकसभा में बताया कि अभी तक देश में किसी भी एयरपोर्ट पर चेहरा पहचान तकनीक (एफआरटी) शुरू नहीं हुई है, लेकिन मार्च, 2022 तक इसे चार एयरपोर्ट पर शुरू करने की योजना है। सांसद वरुण गांधी और राम शंकर कठेरिया के सवाल पर वीके सिंह ने बताया कि डिजी यात्रा सेंट्रल ईकोसिस्टम के पहले चरण के रूप में एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया (एएआइ) चार एयरपोर्ट (वाराणसी, पुणे, कोलकाता और विजयवाड़ा) पर एफआरटी आधारित बायोमेट्रिक बोर्डिग सिस्टम पर काम कर रही है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें बाद में इसे चरणबद्ध तरीके से देश के विभिन्न एयरपोर्ट पर शुरू किया जाएगा। जनरल सिंह ने बताया कि यह यात्री की इच्छा पर होगा कि वह इस विकल्प को अपनाना चाहता है अथवा नहीं। इसका विकल्प नहीं चुनने पर उसे एयरपोर्ट पर वर्तमान मैनुअल प्रोसेस का इस्तेमाल करने की छूट होगी। एयरलाइनों को दी है सांसदों को मनचाही सीट आवंटित करने की सलाह कांग्रेस सांसद के. सुधाकरण के सवाल के जवाब में जनरल सिंह ने बताया कि सरकार ने एयरलाइनों को सलाह दी है कि वे सांसदों को उपलब्धता के आधार पर उनकी मनचाही सीट आवंटित करें। इस सलाह का अनुपालन नहीं होने के बाद की प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर वीके सिंह ने बताया कि अगर किसी सांसद से एयरलाइन के कर्मचारी द्वारा अशिष्ट व्यवहार की शिकायत मिलती है तो उसकी जांच की जाएगी और संबंधित एयरलाइन से रिपोर्ट तलब की जाएगी। उसके बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-first-case-of-omicron-was-found-in-this-country-know-how-different-it-is-from-the-delta-variant-22259211.html,"ओमिक्रोन कोविड-19 वैरिएंट: इस देश में मिला था ओमिक्रोन का पहला केस, जानें डेल्टा वैरिएंट से कितना है अलग","नई दिल्ली, एजेंसियां: कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट B.1.1.529 ओमिक्रोन ने भारत में भी दस्तक दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से दी गई जानकारी के मुताबिक, देश में ओमिक्रोन वैरिएंट संक्रमण के दो मामले सामने आए हैं। दोनों ही संक्रमित लोग कर्नाटक से हैं, जिनकी उम्र 66 साल और 46 साल बताई जा रही है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा Omicron नाम दिया गया है और इसे ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ घोषित किया गया है। ओमिक्रोन दुनिया भर के वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय है, ऐसा माना जा रहा है की कोरोना का यह नया वैरिएंट पिछले संस्करण की तुलना में कहीं अधिक संक्रामक है। ओमिक्रोन वैरिएंट में 43 म्यूटेशन देखे जा रहे हैं, जो कि डेल्टा वैरिएंट में सिर्फ 18 ही था। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें कहां मिला पहला केस विश्व में ओमिक्रोन वैरिएंट का सबसे पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। जिसके बाद ये धीरे-धीरे विश्व के अन्य देशों में फैलता चला गया। अब तक विश्व के लगभग 29 देशों में ओमिक्रोन वैरिएंट के कुल 373 मामले दर्ज किए गए हैं। यहां हम उन देशों के बारे में बता रहे हैं, जहां अभी तक ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले दर्ज किए गए: ऑस्ट्रेलिया: 7 मामले वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें ऑस्ट्रिया: 1 मामला बेल्जियम: 1 मामला बोत्सवाना: 19 मामले ब्राजील: 2 मामले कनाडा: 6 मामले चेक गणराज्य: 1 मामला डेनमार्क: 4 मामले फ्रांस: 1 मामला (रीयूनियन द्वीप पर) जर्मनी: 9 मामले हांगकांग: 4 मामले इज़राइल: 4 मामले इटली: 9 मामले जापान: 2 मामले नीदरलैंड: 16 मामले नाइजीरिया: 3 मामले नॉर्वे: 2 मामले ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें पुर्तगाल: 13 मामले सऊदी अरब: 1 मामला दक्षिण अफ्रीका: 77 मामले दक्षिण कोरिया: 5 मामले स्पेन: 2 मामले स्वीडन: 3 मामले यूनाइटेड किंगडम: 22 मामले संयुक्त राज्य अमेरिका: 1 मामला भारत: 2 मामले डीजीसीए ने उठाया सख्‍त कदम डीजीसीए ने कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मद्देनजर 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला लिया। बीते 27 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को दिए निर्देश के बाद डीजीसीए ने यह निर्णय लिया है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें ओमिक्रोन और डेल्टा के बीच अंतर 1.ओमिक्रोन वैरिएंट के जीन सिक्वेंसिंग में देखा गया है कि इसमें COVID-19 के डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ज्यादा म्यूटेशन है। वैज्ञानिकों को ओमिक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में 43 एए म्यूटेशन मिले हैं, जबकि डेल्टा वेरिएंट में इनकी संख्या सिर्फ 18 ही थी। 2.डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन के स्पाइक प्रोटीन पर ज्यादा म्यूटेशन होता है, लेकिन इसका क्या मतलब है यह फिलहाल देखा जाना बाकी है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें 3.ओमिक्रोन वैरिएंट में ज्यादा म्यूटेशन का अर्थ यह नहीं है कि, वो ज्यादा संक्रामक है। इसका मतलब है कि, वायरस ने मानव प्रजाती के अनुरूप ढलते हुए एक और वैरिएंट बना लिया है। 4. ओमिक्रोन वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में भी डेल्टा, अल्फा, गामा और बीटा वेरिएंट के तरह ही म्यूटेशन होते हैं। 5.दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों का मानना है कि ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों में पुन: संक्रमण के अधिक मामले हो सकते हैं। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें ओमिक्रोन पर वैक्सीन का प्रभाव विश्व स्तर पर, टीके डेल्टा वेरिएंट का मुकाबला करने में सक्षम हैं। हालांकि ओमिक्रोन के बारे में अभी ऐसा नहीं कहा जा सकता है। लेकिन वैज्ञानिकों को ऐसी आशंका है कि, ओमिक्रोन टीकों को कम प्रभावी बना सकता है क्योंकि यह बीटा और गामा के साथ म्यूटेशन साझा करता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, डेल्टा वैरिएंट मौजूदा वक्त में कोविड-19 के 99 फीसदी से ज्यादा मामले हैं। हालांकि, अभी यह देखा जाना बाकी है कि, ओमिक्रोन संक्रमण के मामले में डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा घातक साबित होता है या नहीं यह फिलहाल शोध का विषय है। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-know-which-two-states-of-the-country-have-55-percent-cases-of-corona-the-union-health-ministry-told-22258665.html,"भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने बढ़ाई टेंशन, कर्नाटक में मिले दो मामले, सरकार हुई अलर्ट","नई दिल्ली, एएनआइ। भारत में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट ने दस्तक दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में अब तक ओमिक्रोन वैरिएंट के दो मामले सामने आए हैं। ये दोनों मामले कर्नाटक से हैं। 66 और 46 साल के व्यक्तियों में ओमिक्रोन का संक्रमण पाया गया है। लगभग 29 देशों में अब तक ओमिक्रोन वैरिएंट के 373 मामले दर्ज किए गए हैं। लव अग्रवाल ने बताया कि ओमिक्रोन से जुड़े सभी मामलों में अब तक हल्के लक्षण पाए गए हैं। देश और दुनियाभर में ऐसे सभी मामलों में अब तक कोई गंभीर लक्षण नहीं देखा गया है। डब्ल्यूएचओ ने भी कहा है कि ओमिक्रोन के उभरते लक्षणों का अध्ययन किया जा रहा है। संयुक्त स्वास्थ्य सचिव ने आगे कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में बहुत से तथ्य विज्ञान के द्वारा अभी सामने आने वाले हैं। भविष्य में जो भी निर्णय लिए जाए वे सभी निर्णय वैज्ञानिक तथ्यों के सामने आने के बाद ही लिए जाने चाहिए। Two cases of #Omicron Variant reported in the country so far. Both cases from Karnataka: Lav Agarwal, Joint Secretary, Union Health Ministry#COVID19 pic.twitter.com/NlJOwcqGDf — ANI (@ANI) December 2, 2021 देश में वैक्सीन के बूस्टर डोज को लेकर नीति आयोग के सदस्य डाक्टर वीके पाल ने बताया कि पूरी दुनिया में अभी ओमिक्रोन के प्रभाव को समझा जा रहा है। जैसे-जैसे जो स्थिति सामने आएगी उसके आधार पर आगे फैसले लिए जाएंगे। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें आइसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा स्थापित 37 प्रयोगशालाओं के INSACOG के जीनोम अनुक्रमण प्रयास के माध्यम से कर्नाटक में अब तक ओमिक्रोन के दो मामलों का पता चला है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन कोरोना को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है। देश में कोरोना के 55 फीसद मामले महाराष्ट्र और केरल राज्य से देश में कोरोना के मामलों की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केरल और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य हैं, जहां अभी 10 हजार से अधिक कोरोना के सक्रिय मामले हैं। देश के 55 फीसद मामले इन दो राज्यों में दर्ज किए गए हैं। देश में इस समय कोरोना के 99,763 सक्रिय मामलों की संख्या है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 9,765 नए मामले सामने आए हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें देश में 125 करोड़ से ज्यादा लगाई गई कोविड वैक्सीन की डोज टीकाकरण की जानकारी देते हुए लव अग्रवाल ने बताया कि देश में हम अब तक लोगों को 125 करोड़ से ज्यादा कोविड वैक्सीन की डोज लगा चुके हैं। 84.3 फीसद लोगों को वैक्सीन की पहली डोज और 45.92 फीसद लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुके हैं। संयुक्त स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि विश्व में अभी भी कोविड के मामलों में तेजी देखी जा रही है। पिछले एक हफ्ते में दुनिया में 70 फीसद मामले यूरोप से आए हैं। एक हफ्ते में यूरोप में 2.75 लाख कोविड के मामले और 29,000 से अधिक लोगों की मौत इसके चलते हुई है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-weather-forecast-cyclone-jawad-will-hit-odisha-coast-soon-will-cause-havoc-alert-issued-in-these-states-including-delhi-and-up-22258218.html,"Weather Update: चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर इन जगहों पर जारी हुआ रेड अलर्ट, पीएम मोदी ने अधिकारियों को दिए जरूरी दिशा-निर्देश","नई दिल्ली, एजेंसी। चक्रवाती तूफान जवाद के 4 दिसंबर को राज्य में पहुंचने की संभावना के बाद सभी जिलों में ओडिशा सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों में दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने और इसके चक्रवात में बदलने की संभावना की भविष्यवाणी की है। IMD के अनुसार, चक्रवाती तूफान के 4 दिसंबर को ओडिशा तट से टकराने की संभावना है। इस बीच, चक्रवात के पूर्वानुमान के बीच ओडिशा के कुछ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य ने बचाव और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और दमकल विभाग के कर्मियों को बुलाकर आपदा प्रबंधन रणनीति भी तैयार की है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें आईएमडी ने अगले कुछ दिनों में 'भारी' से 'बहुत भारी' बारिश की भविष्यवाणी करते हुए कुछ जिलों में रेड, आरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम कार्यालय ने कहा कि दक्षिण अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्र में बना निम्न दबाव का क्षेत्र भारी होते हुए 3 दिसंबर के आसपास एक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। सिस्टम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 4 दिसंबर के आसपास उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट पर पहुंच जाएगा। चक्रवात जवाद पर आईएमडी वैज्ञानिक उमाशंकर दास बोले, '4 जिलों में रेड वार्निंग जारी, 7 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट जारी। मछुआरों को 3 से 5 दिसंबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई।' Koo App Weather Status - 02.12.2021 The Low Pressure Area over Southeast Bay of Bengal and adjoining Andaman Sea now lies as a Well Marked Low Pressure area over the same region. View attached media content - Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 2 Dec 2021 4 दिसंबर को ओडिशा तट से टकराने वाले चक्रवाती तूफान के मद्देनजर, IMD ने गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में चक्रवात से संबंधित स्थिति पर एक बैठक की अध्यक्षता की। तूफान को लेकर अधिकारियों से बातचीत में सभी जरूरी दिशा-निर्देश उठाने के दिए निर्देश Prime Minister Narendra Modi chairs a meeting on the cyclone-related situation in the country. pic.twitter.com/eWIcoFp8rm — ANI (@ANI) December 2, 2021 गुजरात क्षेत्र में होगी भारी बारिश! उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली में गरज के साथ होगी छिटपुट बारिश एक और प्रणाली भारत के पश्चिमी तट को प्रभावित करने के लिए नजर आ रही है। नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, महाराष्ट्र के पश्चिम में एक चक्रवाती परिसंचरण द्वारा गुरुवार को गुजरात और महाराष्ट्र के तट पर स्थानीय रूप से 50 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें इस बीच, उत्तर भारत में, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश या हिमपात ला सकता है। अगले डब्ल्यूडी के इस सप्ताह के अंत से अगले सप्ताह की शुरुआत तक यह क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं। गुरुवार को गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे रहने की संभावना है। इस बीच, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और पूर्वोत्तर भारत में कई दिनों तक रीडिंग सामान्य से काफी अधिक हो जाएगी। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें अब प्वाइंट में जानें, आने वाले मौसम का पूर्वानुमान.. - आज अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और गुजरात क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। - उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ भारी बारिश या हिमपात की संभावना जताई गई है। - पूर्वी राजस्थान, केरल, माहे और लक्षद्वीप में गरज के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना है। - पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात क्षेत्र, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और कर्नाटक में गरज के साथ छिटपुट बारिश संभव है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें -ओडिशा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र, कच्छ, विदर्भ, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गरज के साथ छिटपुट बारिश की संभावना है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-major-change-in-army-camouflage-uniform-22258814.html,"आर्मी की कैमोफ्लेज यूनिफॉर्म में बड़ा बदलाव, सैनिकों को जल्द मिलेगी नई वर्दी","नई दिल्ली, पीटीआई: भारतीय सेना जल्द ही अपने सैनिकों के लिए नई वर्दी पेश कर सकती है। जानकारों की माने तो, सैनिकों के लिए पेश की जा रही नई वर्दी कई मायनों में आरामदायक होगी। यह वर्दी हल्की और जलवायु के अधिक अनुकूल होगी। नई वर्दी थल सेना की मौजूदा कैमोफ्लेज वर्दी की जगह लेगी। इसे अगले साल 15 जनवरी को सेना दिवस परेड में प्रदर्शित किए जाने की उम्मीद है। डिजिटल पैटर्न पर होगी वर्दी देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें जानकारी के मुताबिक, सेना द्वारा पेश की जा रही नई कैमोफ्लेज वर्दी ‘डिजिटल डिसरपटिव’ पैटर्न पर आधारित होगी । साथ ही बताया जा रहा है कि, नई कैमोफ्लेज वर्दी का डिजाइन लंबे विचार विमर्श के बाद तैयार किया गया है। इसमें कई देशों की सैन्य वर्दियों को ध्यान में रखते हुए विश्लेषण के बाद नई कैमोफ्लेज वर्दी को अंतिम रूप दिया गया है। अधिक टिकाऊ होगी नई वर्दी आधिकारिक बयानों के मुताबिक, नई वर्दी अधिक टिकाऊ होने के साथ-साथ गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसमों में आरामदायक होगी। वहीं अगर नई वर्दी के रंगों की बात करें, तो नई वर्दी में कई ऐसे रंगों का इस्‍तेमाल किया गया है, जो सैनिकों को छिपने में मदद करेंगे। इसमें ओलिव और मिट्टी का रंग देखने को मिल सकता है। नई वर्दी को सैनिकों की तैनाती के इलाकों और जलवायु परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। देश की नौसेना ने अपने सैनिकों के लिए पिछले साल नई कैमोफ्लेज वर्दी लागू कर चुका है। उसने अपनी लाइट ब्‍लू हाफ शर्ट और नेवी ब्‍लू ट्राउजर को बदला था। आपको बता दें कि थल सेना, नौसेना और वायुसेना के पास अलग-अलग मौकों पर पहनने के लिए वर्दी के अलग अलग सेट होते हैं। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-children-corona-vaccination-bihar-and-up-among-seven-states-to-be-administered-zydus-cadila-vaccine-first-22258611.html,"बच्चों का कोरोना टीकाकरण, यूपी समेत इन सात राज्यों में पहले लगेगी जायडस कैडिला की वैक्सीन","नई दिल्ली, आइएएनएस। जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन जायकोव डी (ZyCoV-D) जल्द ही देश के टीकाकरण के अभियान में शामिल होने वाली है। इस टीके का इस्तेमाल बच्चों के टीकाकरण (12 साल से ऊपर) के लिए होगा। बता दें कि यह वैक्सीन सिरिंज या सुई से नहीं बल्कि एप्लिकेटर के जरिये लगाई जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सात राज्यों में इस टीके की इस्तेमाल की मंजूरी दी है। ये राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड़, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल हैं। मंत्रालय ने इन राज्यों को ऐसे जिलों की जानकारी जुटाने के निर्देश दिए जहां वैक्सीन की पहली डोज कम लगी है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें मंत्रालय ने राज्यों को फार्माजेट इंजेक्टर को लेकर एक सत्र आयोजित करने और वैक्सीनेटर की पहचान करने के लिए कहा है, ताकि उन्हें ट्रेनिंग दी जा सक। जायकोव डी के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों साथ 'हर घर दस्तक' अभियान के तहत टीकाकरम की स्थिति और प्रगति की समीक्षा करते हुए राज्यों को टीकाकरण में तेजी लाने की सलाह दी थी। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें प्रमुख फार्मा कंपनी कैडिला हेल्थकेयर इस महीने तक केंद्र को जायकोव डी वैक्सीन की 1 करोड़ खुराक की आपूर्ति करेगी। केंद्र पहले ही वैक्सीन की एक करोड़ खुराक के लिए आर्डर दे चुका है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के बच्चों के टीकाकरण के लिए इस वैक्सीन की आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है। यह टीका वायरस के खिलाफ कंपनी द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित पहला डीएनए प्लास्मिड वैक्सीन है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में अब तक टीकों की 125 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी है। 79.13 करोड़ (84.3 फीसद) लाभार्थियों को पहली खुराक और 45.82 करोड़ (49 प्रतिशत) को दूसरी खुराक दी जा चुकी की है। देश में फिलहाल 18 साल से ऊपर के लोगों की टीकाकरण हो रहा है। इसके लिए तीन टीकों सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशिल्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूस की स्पुतनिक V का इस्तेमाल हो रहा है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-fire-in-the-mv-kavaratti-ship-was-found-under-control-22258497.html,"एमवी कवरत्ती समुद्री जहाज में लगी आग पर पाया गया काबू, सभी 624 यात्री और चालक दल के सदस्य सुरक्षित: कोस्ट गार्ड","नई दिल्ली, एएनआई: कोच्चि और लक्षद्वीप द्वीपों के बीच चलने वाले समुद्री जहाज एमवी कवरत्ती में लगी आग पर काबू पा लिया गया है। अग्निकांड में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है, सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया। हादसे के वक्त जहाज पर करीब 624 यात्री और चालक दल के करीब 85 सदस्य मौजूद थे। एमवी कवरत्ती क्रूज जहाज इंजन में आग लगने के बाद समुद्र में फंस गया था। यह जहाज एंड्रोथ द्वीप की ओर जा रहा था, जो लक्षद्वीप द्वीपसमूह का ही एक हिस्सा है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें इंजन में लगी थी आग बताया जा रहा है कि, एमवी कवरत्ती को भारतीय तटरक्षक बल का एक जहाज एंड्रोथ ले जा रहा है। जहाज के गुरूवार रात 11.00 बजे तक तट पर पहुंचने की संभावना है। फंसे हुए जहाज की मदद के लिए भेजा गया एमवी कोरल भी साथ में ही मौजूद है।आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, एमवी कवरत्ती मंगलवार को कोच्चि से लक्षद्वीप के लिए रवाना हुआ था। यात्रा के दौरान कुछ यात्रियों को उतारने के बाद जहाज बुधवार को एंड्रोथ के ओर रवाना हुआ था। इसी दौरान जहाज के इंजन में आग लग गई। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें 2008 में शुरू हुआ था संचालन जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त यह हादसा हुआ जहाज एंड्रोथ से कुछ ही घंटे की दूरी पर था। हालांकि, आग की लपटों को चालक दल ने सूझबूझ से काम लेते हुए तुरंत ही बुझा दिया गया था, लेकिन इंजन में खराबी आने के कारण जहाज आगे नहीं बढ़ सका। आपको बतादें, एमवी कवरत्ती क्रूज जहाज का संचालन विशेष रूप से लक्षद्वीप द्वीप समूह के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। कोच्चि और लक्षद्वीप द्वीपों के बीच इस जहाज का संचालन साल 2008 में शुरू किया गया था। 120 मीटर लंबे इस जहाज में 700 यात्री और 200 टन कार्गो ढोने की ताकत है। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amit-shah-to-lay-the-foundation-stone-of-maa-shakumbhari-vishwavidyalaya-at-saharanpur-in-uttar-pradesh-22257880.html,"अमित शाह ने सहारनपुर में किया शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास, सीएम योगी और धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद","नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। इस दौरान शाह ने कहा कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुंडे और माफियों का शासन था उससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मुक्त करवा कर उसका सम्मान लौटाने का काम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां जातिवाद, वंशवाद और परिवारवाद हावी होगा वहां विकास के लिए जगह नहीं होगी। उन्होंने आगे कहा, अपनी हस्त कला, औद्योगिक गतिविधियों के लिए जाना जाने वाला ये जनपद सहारनपुर दशकों से मांग कर रहा था कि उनका अपना विश्वविद्यालय हो। पिछली सरकार के पास विकास का कोई एजेंडा नहीं था। सहारनपुर में 92 करोड़ की लागत से 50.43 एकड़ में जनता रोड स्थित पुंवारका में मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, आज उत्तर प्रदेश में विश्वविद्यालय खुल रहे हैं, महाविद्यालय खुल रहे हैं, अच्छे रास्ते बन रहे हैं, किसानों के बैंक खाते में पैसा आ रहा है, गरीबों के घर बन रहे हैं, अमन के लिए कानून का राज स्थापित हुआ है। यही सुशासन है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें सहारनपुर में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना से छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के नए द्वार खुलेंगे और इसके साथ ही नौ जिलों में एक हजार कालेजों के बोझ से दबी चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी को भी राहत मिलेगी। सीसीएसयू के खाते से तीन जिलों के 27 फीसद कालेज और 30 फीसद छात्र नवनिर्मित विश्वविद्यालय में शिफ्ट हो जाएंगे। इससे पहले उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 403 सीटों में से 312 सीटें हासिल की थीं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 47 सीटें जीती थीं, बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) ने 19 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को सिर्फ सात सीटें मिली थीं। बाकी सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने कब्जा किया था। Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-jyotiraditya-scindia-says-new-covid19-variant-omicron-a-matter-of-concern-for-all-countries-22258426.html,"कोरोना के नए वैरिएंट पर लोकसभा में बोले सिंधिया, ओमिक्रोन सभी देशों के लिए चिंता का विषय","नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन एक झटका है जिससे दुनिया भर के देशों को बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 11 देशों को जोखिम वाले देशों की लिस्ट में शामिल किया है। सिंधिया ने सदन को बताया कि पिछले छह महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उड़ानों को धीरे-धीरे बढ़ाने का हमारा प्रयास रहा है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें It has been our effort over last 6 months to slowly increase flights, internationally as well...#Omicron is a setback as all countries across the world need to be safe. Our govt has categorised 11 countries as 'at risk': Union Civil Aviation Min Jyotiraditya Scindia in Lok Sabha pic.twitter.com/JsDKbrhV1k — ANI (@ANI) December 2, 2021 कोरोना के नए वैरिएंट के कारण बन रहे हालात को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बुधवार को कहा कि वह भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन सेवाओं को नियमित करने के लिए नई तारीखों का एलान करेगा। 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने से कुछ दिन पहले डीजीसीए द्वारा नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इन उड़ानों को कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निलंबित किए जाने के लगभग 20 महीने बाद यह फैसला लिया गया था। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें कोरोना के नए वैरिएंट का पहला मामला 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बी.1.1.1.529 संक्रमण इस साल 9 नवंबर को एकत्र किए गए नमूने से मिला था। 26 नवंबर को WHO ने नए वैरिएंट को B.1.1.529 का नाम दिया, जिसे दक्षिण अफ्रीका में 'ओमिक्रोन' के रूप में पाया गया है। डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रोन को 'वैरिएंट आफ कंसर्न' के रूप में वर्गीकृत किया है। नए वैरिएंट का मामला सामने आने के बाद तमाम देशों में यात्रा प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडनाम घेब्येयियस ने कहा था कि 23 देशों में नए ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि की गई है और उनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि भारत में अब तक ओमिक्रोन का कोई मामला सामने नहीं आया है। Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-138-crore-people-vaccinated-till-now-in-all-states-and-uts-22258306.html,"अब तक राज्यों को मिली 138 करोड़ कोरोना वैक्सीन, केंद्र से बूस्टर डोज की मांग","नई दिल्ली, एएनआइ। देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्य में अभी तक 138 करोड़ लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन दी गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार सुबह दी। मंत्रालय ने बताया कि भारत सरकार की ओर से अभी तक सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को डायरेक्ट स्टेट प्रोक्योरमेंट कैटेगरी के तहत मुफ्त में 138 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा अभी तक सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के पास 22.78 करोड़ वैक्सीन की अतिरिक्त डोज उपलब्ध है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें राज्य भी कर रहे बूस्‍टर डोज की मांग वैक्सिनेशन अभियान के नए दौर में केंद्र सरकार सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 75 प्रतिशत मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवाएगी। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट को देखते हुए देश में वैक्सीनेशन अभियान को और तेज किया गया है। वहीं, अब सीरम इंस्टिट्यूट आफ इंडिया ने केंद्र सरकार से कोविशील्‍ड बूस्टर डोज को बनाने की अनुमति मांगी है। सीरम ने बताया कि देश में कोविशील्‍ड वैक्‍सीन की डोज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। वहीं, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भी वैक्सीनेशन के बूस्टर डोज को लेकर जानकारी दी गई थी। नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए कई राज्यों ने भी केंद्र सरकार से भारत में बूस्‍टर डोज बनाने की अपील की है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें ओमिक्रोन से दुनिया में दहशत का माहौल आपको बता दें कि राज्य सरकारों ने भी ओमिक्रोन को फैलने से रोकने की कोशिश में कई कदम उठाए हैं। इसके तहत कोरोना गाइडलाइंस की सख्ती से पालना के लिए नई एसओपी भी जारी की गई है। इससे पहले कई राज्यों ने स्कूल खोलने का फैसला भी किया था, लेकिन अब ओमिक्रोन के चलते इस फैसले को हुए टाल दिया गया है। 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन वैरिएंट का पहला मामला पाया गया था। वहीं, दुनिया के कई देशों में ओमिक्रोन के मामलों सामने आने से लोगों में डर का माहौल है। बुधवार को अमेरिका, सऊदी अरब और यीएई में ओमिक्रोन का एक-एक मामला पाया गया है। Edited By: Geetika Sharma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-international-mountain-day-the-prediction-of-disaster-on-the-mountains-is-coming-true-know-what-is-the-matter-jagran-special-22258249.html,"International Mountain Day: सच हो रही पर्वतों पर आफत की भविष्यवाणी, जानें- क्या हैै मामला","(रोहित पराशर) हिमाचल में बादल फटने, पहाड़ी के दरकने और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं में भारी वृद्धि देखी जा रही है। गत दिनों में हिमाचल में चार बड़ी प्राकृतिक आपदाएं हो चुकी हैं। वहीं, इस मानसून सीजन में डेढ़ माह में हुई प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं की घटनाओं में 202 जानें जा चुकी हैं और करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। हिमाचल में बढ़ती घटनाओं ने जलवायु परिवर्तन की आशंकाओं को सच साबित कर दिया है। मौसम के निर्माता व रक्षक पर्वतों पर आती मुसीबतों के कारकों में इंसानी दखल का असर बताती अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस (11 दिसंबर) पर रोहित पराशर की खास रिपोर्ट। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें जलवायु परिवर्तन की आशंकाएं सच हुई गौरतलब है कि हिमाचल सरकार के पर्यावरण, विज्ञान एवं तकनीकी विभाग ने 2012 में जलवायु परिवर्तन पर राज्य की रणनीति और एक्शन प्लान तैयार किया था। इस दस्तावेज में पहले ही आगाह किया गया था कि जलवायु परिवर्तन के असर को कम नहीं किया गया तो राज्य में बाढ़, भूस्खलन, ग्लेशियर झीलों का फटना, अधिक वर्षा, अधिक बर्फबारी, बेमौसमी बारीश और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि होगी। एक्शन प्लान में स्पष्ट तौर पर हिमाचल में स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करने पर भी बल देने की बात कही गई है। हिमाचल में बादल फटने, पहाड़ी के दरकने और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं में भारी वृद्धि देखी जा रही है। गत दिनों में हिमाचल में चार बड़ी प्राकृतिक आपदाएं हो चुकी हैं। वहीं, इस मानसून सीजन में डेढ़ माह में हुई प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं की घटनाओं में 202 जानें जा चुकी हैं और करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। मानसून सीजन में चंबा, कांगड़ा, किन्नौर और लाहौल स्पीति में बादल फटने, भूस्खलन, चट्टानों के टूटने और बाढ़ की घटनाएं हुई हैं। हिमाचल में बढ़ती घटनाओं ने जलवायु परिवर्तन की आशंकाओं को सच साबित कर दिया है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें स्टेट स्ट्रैटेजी एडं एक्शन प्लान फार क्लाइमेट चेंज में भविष्य के तापमान को लेकर की गई भविष्यवाणी में कहा गया है कि 2030 तक प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 1 से 5 डीग्री सेल्सियस और अधिक तापमान में 0.5 से 2.5 डिग्री सेल्सियस तक का अंतर देखा जाएगा। एक्शन प्लान में बारिश के दिनों में बढ़ोतरी होने का दावा किया गया है 2030 तक हिमाचल में बारिश के दिनों में 5 से 10 अधिक दिन जुडेंगे। वहीं हिमाचल के उतर पश्चिम क्षेत्र में इनकी संख्या 15 तक हो सकती है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें अभी हाल में चंबा, कांगड़ा, किन्नौर और लाहौल स्पीति में बादल फटने, भूस्खलन, चट्टानों के टूटने और बाढ़ की ज्यादा घटनाएं देखने को मिली हैं और इन घटनाओं में 30 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। जबकि स्टेट स्ट्रैटेजी एडं एक्शन प्लान फार क्लाइमेट चेंज में भी इन्ही जिलों में भारी बारीश, भूस्खलन और प्राकृतिक आपदाओं को लेकर चेताया गया था। इस दस्तावेज में अधिक उंचाई वाले क्षेत्रों किन्नौर, लाहौल-स्पीति, चंबा और कुल्लू जहां पर बर्फबारी होती है, अब इन स्थानों में बर्फबारी के स्थान पर ज्यादा बारीश का क्रम देखा गया है। जिससे प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें नालों में बाढ़ शीत मरूस्थल के नाम से जाने वाले हिमाचल के लाहौल स्पीति जिले में ज्यादातर घर मिट्टी से बने होते हैं और ऐसे में अब इस क्षेत्र में हर साल अधिक बारिश देखी जा रही है। लाहौल स्पीति के युवा विक्रम कटोच ने डाउन टू अर्थ को बताया कि हमारे क्षेत्र में बहुत कम बारीश कम होती थी। लेकिन अब अधिक बारीश की वजह से ज्यादातर नालों में बाढ़ आती देखी जा रही है जो पहले कभी नहीं होता था। इसके अलावा मौसम में आ रहे बदलावों की वजह से हिमस्खलन की घटनाओं में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें इसके अलावा एशियन डेवल्पमेंट बैंक की ओर से क्लाइमेट चेंज अडोप्सन इन हिमाचल प्रदेश को लेकर तैयार की गई रिपोर्ट में हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय की क्लाइमेट असेस्टमेंट इन हिमाचल प्रदेश में तापमान और बारीश के 1976 से 2006 तक के डाटा को शोध किया गया है। इसमें पाया गया है कि लाहौल स्पीति, कांगडा और चंबा में बारीश का क्रम बढ़ा है जबकि सोलन और किन्नौर में बारीश में कमी आई है। इन्नोवेटिव इंजीनियरिंग का प्रयोग हो जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें इसके अलावा एशियन डेवल्पमेंट बैंक की ओर से क्लाइमेट चेंज अडोप्सन इन हिमाचल प्रदेश को लेकर तैयार की गई रिपोर्ट में भी हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशिल बताया गया है। इस रिपोर्ट में हिमाचल प्रदेश में एक्स्ट्रीम इवेंट्स में वृद्धि की बात कही गई है । इसमें बताया गया है कि हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियां यहां प्राकृतिक आपदाओं में ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए हिमाचल प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रचर में इन्नोवेटिव इंजीनियरिंग का प्रयोग करना चाहिए। इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि हिमाचल मे 2,30,00 हैक्टेयर भूमि बाढ़ संभावित क्षेत्र के तहत आती है। इसलिए इससे निपटने के लिए भी पहले से ही तैयारियां की जानी चाहिए ताकि नुकसान को कम किया जा सके। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें 40 फीसदी क्षेत्र उच्च संवेदनशील बिल्डींग मेटेरियल एडं टेक्नोलाॅजी प्रमोशन कांउसिल की एक रिपोर्ट बताती है कि हिमाचल में 40 फीसदी क्षेत्र उच्च संवेदनशील और 32 फीसदी क्षेत्र अति संवेदनशील केटेगरी में आता है। इसलिए हमें भवन निर्माण के दौरान ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। इंपैक्ट एडं पाॅलीसी रिसर्च इंस्टीट्यूट के रिसर्च फैलो व शिमला नगर निगम शिमला के पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र पंवर ने डाउन टू अर्थ को बताया कि हिमाचल में प्रदेश में बहुत ज्यादा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट और नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। इनके निर्माण के समय नियमों को ताक में रखा जा रहा है। पहाड़ियों में खोदाई के दौरान न ही तो हाइड्रोलाॅजिस्ट और न ही जियोलाॅजिस्ट की राय का ध्यान रखा जाता है। जिससे भूस्खलन की घटनाओं में बेतहाशा बढोतरी हो रही है। इसके अलावा उनका कहना है कि हिमाचल में पाॅलीसी इंम्पलीमेंटेशन को लेकर बहुत सारी खामियां हैं। पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें स्टेट स्ट्रैटेजी एडं एक्शन प्लान फार क्लाइमेट चेंज में सतत कृषि, जल संसाधन, वन और जैव विविधता, स्वास्थ्य और पर्यटन, शहरी विकास और उर्जा क्षेत्र में सुधार लाने को लेकर सुझाव दिए गए हैं। इस एक्शन प्लान के लिए 1560 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया था, लेकिन अभी ज्यादातर क्षेत्रों में बहुत काम करने की जरूरत है। ताकि भविष्य में जलवायु परिवर्तन की वजह से होने वाली प्राकृतिक आपदाओं और आने वाले बड़ी चुनौतियों के लिए सयम रहत तैयारी की जा सके और नुकसान को कम किया जा सके। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-world-disability-day-2021-technology-making-life-easier-for-the-divyang-jagran-special-22258244.html,"दिव्यांगों की जिंदगी आसान बनाती तकनीक, बोलकर लिखना हो जाएगा आसान; जानिए कैसे काम करेंगी ये टेकनीक","अमित निधि। तकनीक की वजह से दिव्यांगों की जिंदगी अब कुछ हद तक आसान होने लगी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, दुनियाभर में एक अरब से अधिक लोग किसी न किसी प्रकार की दिव्यांगता से पीड़ित हैं। इसलिए अब तकनीकी कंपनियां भी अपने उत्पादों को एक्सेसिबिलिटी सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार करने लगी हैं। हाल के वर्षों में कई ऐसी सहायक प्रौद्योगिकी (असिस्टिव टेक्नोलाजी) विकसित की गई हैं, जो दिव्यांगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें आसान हो जाएगा पढ़ना: जो लोग देख नहीं सकते, वे चीजों को पढ़ेंगे कैसे? अब ऐसे लोगों के लिए भी तकनीकी समाधान उपलब्ध हैं। वायस ड्रीम रीडर ऐसा ही उपयोगी टूल है। यह किसी भी माध्यम से आये टेक्स्ट को पढ़कर सुनाता है। चाहे वह माइक्रोसाफ्ट वर्ड फार्मेट में हो या फिर पीडीएफ या वेबपेज। यहां पर उपलब्ध करीब 36 वायस में यूजर एक का चयन कर सकते हैं, जिनमें वे टेक्स्ट को सुनना चाहते हैं। यूजर चाहें, तो आवाज या फिर पढ़ने की गति को अपनी सुविधा के हिसाब से समायोजित कर सकते हैं। आइओएस यूजर के लिए उपलब्ध यह एप फ्री और पेड दोनों ही वर्जन में उपलब्ध है। वहीं एंड्रायड यूजर्स के लिए ‘लेगेरे रीडर’ एक विकल्प हो सकता है। यह रीडिंग टूल है। जो व्यक्ति देख नहीं सकते, वे इसकी मदद से टेक्स्ट को सुन सकते हैं। यह 24 भाषाओं को सपोर्ट करता है। इसकी मदद से टेक्स्ट डाक्यूमेंट्स को म्यूजिक की तरह सुना जा सकता है। यह स्क्रीन लाक होने के बाद भी पढ़ना जारी रखता है। इसमें पढ़ने की गति 50-700 शब्द प्रति मिनट है, जिसे सुविधा के हिसाब से समायोजित किया जा सकता है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें ऐसे जानेंगे आसपास क्या है: माइक्रोसाफ्ट का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित सीइंग एआइ एप उन लोगों के लिए उपयोगी है, जो आसपास की चीजों को देख नहीं सकते हैं। इसे खासतौर पर लो-विजन वाले यूजर्स को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है। यह आसपास के व्यक्ति, टेक्स्ट और चीजों के बारे में बताता है। इसमें जैसे ही कोई टेक्स्ट कैमरे के सामने आएगा, यह बोल कर उसके बारे में बताएगा। इसमें लोगों के चेहरे सेव कर सकते हैं, ताकि आप उन्हें पहचान सकें। इसी तरह का एक और एप गूगल ने भी पेश किया है। इसका नाम है लुकआउट बाय गूगल। यह कंप्यूटर विजन का इस्तेमाल करता है। इसकी मदद से लो-विजन वाले यूजर डिवाइस के कैमरे का इस्तेमाल कर तेजी से कोई कार्य कर सकते हैं। यह कई भाषाओं को सपोर्ट करता है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें जो सुन नहीं सकते: जो व्यक्ति सुन नहीं सकते, उनके लिए ट्रांसेंस उपयोगी साफ्टवेयर है। इसकी मदद से सांकेतिक भाषा (साइन लैंग्वेज) या लिप-रीडिंग का उपयोग करके संवाद कर सकते हैं। इतना ही नहीं, इसमें समूह बातचीत की सुविधा भी है। बातचीत के दौरान प्रत्येक प्रतिभागी के स्मार्टफोन के माइक्रोफोन का उपयोग करके एप उनकी बातों को पकड़ लेता है और फिर उसे रीयल-टाइम में टेक्स्ट में बदल देता है। प्रत्येक यूजर का अपना संबंधित टेक्स्ट बबल होता है, जो अलग-अलग कलर में होता है। ठीक वैसे ही जैसे आप एक नियमित ग्रुप चैट में पाते हैं। इतना ही नहीं, गूगल लाइव कैप्शनिंग भी एक अच्छा उपाय हो सकता है। इसमें वीडियो, पाडकास्ट या फोन पर वायस नोट्स के लिए रीयल टाइम में कैप्शन सपोर्ट की सुविधा मिलती है। लाइव कैप्शन फीचर आडियो को पहचान कर आटोमैटिकली फोन की स्क्रीन पर कैप्शन देने लगता है। इसके लिए इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है। इसी तरह का एक और हैंड टाक ट्रांसलेटर एप है, जो आटोमेटिकली टेक्स्ट और आडियो को अमेरिकन साइन लैंग्वेज में बदल देता है। इसकी खास बात है कि यह टेक्स्ट और आडियो को एआइ की मदद से साइन लैंग्वेज में बदल देता है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें बोलकर लिखना हो जाएगा आसान: आजकल बोलकर लिखने की सुविधा वाट्सएप जैसे मैसेजिंग एप के साथ गूगल डाक्स में भी उपलब्ध है। इसके अलावा, स्पीचनोट्स की भी मदद ले सकते हैं। इसमें स्पीच टु टेक्स्ट की सुविधा है यानी बोलकर नोट्स तैयार कर सकते हैं। इसके लिए माइक्रोफोन एक्सेस की सुविधा देनी होगी। इसकी मदद से लंबे नोट्स तैयार किए जा सकते हैं। इसी तरह का एक अन्य टूल लिस्टनोट स्पीच-टु-टेक्स्ट है। इसकी मदद से बोलकर आसानी से नोट्स लिखे जा सकते हैं। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें खास हैं ये डिवाइस: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जोधपुर और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, जोधपुर के इनोवेटर्स ने स्पीच डिसएबिलिटी यानी बोलने की क्षमता खो चुके लोगों के लिए कम लागत वाला ‘टाकिंग ग्लव्स’ विकसित किया है। विकसित किए गए डिवाइस की कीमत 5,000 रुपये से कम है। यह बोलने में अक्षम लोगों और सामान्य लोगों के बीच सवांद के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) और मशीन लर्निंग (एमएल) के सिद्धांतों का उपयोग करता है। विकसित उपकरण व्यक्ति के हाथ के इशारों को टेक्स्ट या पहले से रिकार्ड की गई आवाजों में बदलने में मदद कर सकता है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें डाट बुक: यह भारत का पहला ब्रेल लैपटाप है, जिसे आइआइटी, दिल्ली के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है। यह नियमित लैपटाप जैसी स्क्रीन के बजाय ब्रेल का उपयोग करता है। दिव्यांगों के लिए इससे पढ़ना और लिखना आसान हो सकता है। मोबाइल में करें ये सेटिंग्स: मोबाइल में भी टेक्स्ट टु स्पीच की सुविधा होती है, लेकिन डिफाल्ट रूप से ये विकल्प बंद होते हैं। अपने एपल और एंड्रायड फोन में इस फीचर को आसानी से इनेबल कर सकते हैं। आइफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो फिर सेटिंग्स में जाने के बाद एक्सेसिबिलिटी में जाएं, फिर टेक्स्ट टु स्पीच वाले विकल्प को चालू कर दें। आपके पास एंड्रायड फोन है, तो फिर सेटिंग्स में एक्सेसिबिलिटी को सलेक्ट करें, फिर टेक्स्ट टु स्पीच आउटपुट को आन कर दें। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें सीखें सांकेतिक भाषा: दिव्यांगों के लिए सांकेतिक भाषा का ज्ञान होना जरूरी है। इसके लिए इंडियन साइन लैंग्वेज उपयोगी मंच है। अच्छी बात यह है कि इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, तब भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी मदद से अल्फाबेट, नंबर के साथ छोटे-छोटे वाक्य बनाना भी आसानी से सीखा जा सकता है। इसके साथ ही दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली चीजों से जुड़ी साइन लैंग्वेज को सीखना आसान हो सकता है। इसके अलावा, स्क्रिप्ट्स ड्राप्स भी उपयोगी है। अगर देश से कहीं बाहर जाते हैं तो यह साइन लैंग्वेज एप काम आ सकती है। इसकी मदद से अमेरिकन साइन लैंग्वेज को सीख सकते हैं। हर दिन पांच मिनट की प्रैक्टिस से साइन लैंग्वेज को सीखा जा सकता है। इसकी खास बात यह है कि साइन लैंग्वेज को स्क्रीन पर लिख कर भी लोगों से कम्युनिकेट कर सकते हैं। इसमें साइन लैंग्वेज से जुड़े लेसंस के साथ प्रैक्टिस के लिए गेम्स भी मिलेंगे। Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-air-quality-is-severe-in-faridabad-and-other-areas-of-delhi-22258052.html,"फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। दिल्‍ली-एनसीआर के कई इलाकों में गुरुवार की सुबह कोहरे की चादर छाई रही। सुबह 6:30 बजे भी कुछ ही मीटर की दूरी तक देखा जा रहा था। राजधानी और इसके आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की बात करें तो सुबह 9 बजे एक्‍यूआई का स्‍तर 300-500 के बीच रहा है। इसका अर्थ राजधानी का वायु प्रदूषण बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में रिकार्ड किया गया है। राजधानी दिल्‍ली के विभिन्‍न इलाकों में वायु प्रदूषण का स्‍तर इस प्रकार रहा है। नजफगढ़ में 338, बवाना में 350, मुंडका में 421 अलीपुर में 385, नरेला में 384, रोहिणी में 405, पंजाबी बाग में 406, पूसा में 478, आरकेपुरम में 426, जहांगीरपुर में 418, आनंद विहार 492, झिलमिल 428, शूटिंग रेंज, श्रीनिवासपुरी में 422, मेजर ध्‍यान चंद नेशनल स्‍टेडियम के पास 412 और पटपड़गंज में 402 रिकार्ड किया गया है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें हरियाणा के फरीदाबाद के औद्योगिक क्षेत्र में एक्‍यूआई का स्‍तर सुबह 9 बजे 749 और सेक्‍टर 30 में 765 रिकार्ड किया गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। इसी तरह से पलवल में सुबह वायु प्रदूषण का स्‍तर 157 रहा है जो खराब श्रेणी में आता है। गुरुग्राम में 409, मानेसर के सेक्‍टर 2 में 377, बहादुरगढ़ में 286, भिवाड़ी में 257 रिकार्ड किया गया है। Koo App Weather Updates: Light intensity to moderate intensity rain would occur over and adjoining areas of Narwana, Barwala, Adampur, Hissar, Hansi, Siwani, Jind, Tosham (Haryana). Light intensity rain/drizzle would occur over and adjoining areas of Jhajjar (Haryana) Debai, Narora, Sikandra Rao (U.P.) during the next 2 hours. - Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 2 Dec 2021 उत्‍तर प्रदेश के इलाकों की बात करें तो यहां के नोएडा के सेक्‍टर 62 में एक्‍यूआई का स्‍तर 535 लोनी में 315, सेक्‍टर 116 में 282, ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क-5 में एक्‍यूआई का स्‍तर 247, नालेज पार्क 3 में ये 273, हापुड़ में 244, बुलंदशहर में 268, बागपत में 249 रहा है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें आपको बता दें कि दिल्‍ली-एनसीआर के राज्‍यों में बढ़ते प्रदूषण पर आज भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। पिछली 3-4 सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र और राज्‍य सरकार जमकर फटकार लगाई थी। कोर्ट लगातार बढ़ते प्रदूषण पर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर चुका है। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-sii-seeks-approval-for-covishield-vaccine-as-booster-dose-amid-omicron-variant-concerns-22258212.html,"ओमिक्रोन वैरिएंट के डर के बीच भारत में भी बूस्‍टर डोज की मांग, जानें- इसके बारे में और कुछ","नई दिल्‍ली (एएनआई)। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए सीरम इंस्टिट्यूट आफ इंडिया ने भारत के ड्रग कंट्रोलर से कोविशील्‍ड की बूस्‍टर डोज को मंजूरी देने की अपील की है। सीरम की तरफ से कहा गया है कि इसके लिए देश में कोविशील्‍ड वैक्‍सीन की पूरी खुराक मौजूद है। आपको बता दें कि देश में सीरम इंस्टिट्यूट इस तरह की अपील करने वाली पहली कंपनी है। भारत सरकार की तरफ से इसकी जानकारी शीतकालीन सत्र के दौरान संसद को भी दी गई है। इस जानकारी के दौरान सरकार की तरफ से कहा गया है कि टीकाकरण को लेकर बने नेशनल टेक्‍नीकल एडवाइजरी ग्रुप और नेशनल एक्‍सपर्ट ग्रुप आन वैक्‍सीन एडमिनिस्‍ट्रेशन फार कोविड-19 बूस्‍टर डोज के वैज्ञानिक आधार पर विचार कर रहे हैं। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को ध्‍यान में रखते हए राजस्‍थान, छत्‍तीसगढ़, कर्नाटक और केरल ने भी केंद्र से बूस्‍टर डोज पर विचार करने की अपील की है। हाल में सीरम के चीफ एग्‍जीक्‍यूटिव आफिसर अदर पूनावाला ने एक इंटरव्‍यू के दौरान कहा था कि आक्‍सफार्ड के वैज्ञानिक बूस्‍टर डोज के लिए छह माह के अंदर एक नई वैक्‍सीन को सामने लेकर आ सकते हैं। बता दें कि विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन वैरिएंट का पहला मामला मिलने की जानकारी दी थी। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें संगठन के मुताबिक इस वैरिएंट के कई म्‍यूटेशन सामने आए हैं, जिसमें स्‍पाइक प्रोटीन में हुए म्‍यूटेशन भी शामिल हैं। इस आधार पर ही संगठन की तरफ से ये बात कही गई थी कि ये अब तक सामने आए दूसरे वैरिएंट से अधिक संक्रामक है। दक्षिण अफ्रीका के स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारियों का ये भी कहना है कि जिन लोगों को वैक्‍सीन की दोनों खुराक लग चुकी हैं वो भी इस वैरिएंट की चपेट में आए हैं। दक्षिण अफ्रीकी अधिकारी की ये बात इसलिए भी सही है क्‍योंकि इजरायल में भी जो मामला सामने आया है, उस व्‍यक्ति को भी वैक्‍सीन की दोनों खुराक लग चुकी थीं। आपको बता दें कि ये वैरिएंट अब तक दुनिया के करीब 23 देशों में रिपोर्ट किया जा चुका है। इसको लेकर पूरी दुनिया सतर्क है और एहतियाती उपाय कर रही है। कई देशों ने इस वैरिएंट की चपेट में आने वाले अफ्रीकी देशों पर ट्रैवल बैन लगाया है। हालांकि विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इस फैसले पर नाराजगी जताई है। संगठन का कहना है कि इससे लोगों की परेशानी ही बढ़ेगी। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें क्‍या होती है बूस्‍टर डोज और किसे लग सकती है आपको बता दें कि बूस्‍टर डोज केवल उसी व्‍यक्ति को लगाई जा सकती जिसको पहले वैक्‍सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी हों। ये बूस्‍टर डोज किसी खास रोगाणु या विषाणु के खिलाफ लड़ने में सहायक होती है। बूस्‍टर डोज में भी काकटेल का इस्‍तेमाल नहीं किया जा सकता है। इसका अर्थ है कि जिस कंपनी की डोज पहले लगाई जा चुकी है उसकी ही बूस्‍टर डोज लग सकती है। बूस्टर डोज वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए ज्यादा एंटीबाडीज का निर्माण करती है जिसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rt-pcr-facility-will-be-available-at-chennai-international-airport-22258148.html,"अब चेन्नई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर होगी आरटी पीसीआर की सुविधा, विदेशी यात्रियों के लिए जारी नई एसओपी","चेन्नई, एएनआइ। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए भारत ने भी कोरोना से बचने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इसी कड़ी में तमिलनाडु सरकार ने ओमिक्रोन से बचने के लिए विदेशी यात्रियों के लिए नई एसओपी जारी की है। इसके चलते राज्य सरकार ने चेन्नई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्टपर आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नियुक्ती की हैं। इससे बाहरी देशों से आने वाले यात्रियों का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ही टेस्ट किया जा सकेगा, जो ओमिक्रोन से बचने की दिशा में काफी महत्वपूर्ण कदम है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें 23 मार्च से बंद है अंतरराष्ट्रीय उड़ानें वहीं, बुधवार शाम नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से भी अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा को लेकर एक बयान जारी किया गया। ओमिक्रोन के चलते भारत में अभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के शुरू नहीं किया जाएगा और एयर बबल के तहत पहले की तरह ही अंतरराष्ट्रीय उड़ाने आगे भी जारी रहेंगी। इससे पहले सरकार ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दोबारा शुरू करने की बात कही थी। आपको बताते चलें कि कोरोना वायरस के चलते भारत में 23 मार्च 2020 से ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। वहीं, एयर बबल के तहत जुलाई 2020 से केवल 28 देशों के साथ विशेष अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का ही संचालन किया जा रहा है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें कई राज्यों की सरकार भी सतर्क वहीं इसमें शामिल होते हुए देश की राज्य सरकारों ने भी ओमिक्रोन को फैलने से रोकने की कोशिश में कई कदम उठाए हैं। इसके तहत कोरोना गाइडलाइंस में सख्ती की पालना के साथ-साथ हवाई यात्रा से आने वाले यात्रियों के लिए भी नई एसओपी जारी की गई है। इससे पहले कई राज्यों ने स्कूल खोलने का फैसला भी किया था, जिसे अब ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए टाल दिया गया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें 23 देशों में हो सकते है ओमिक्रोन के मामले वहीं, दुनिया के कई देशों में अब जैसे-जैसे कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामलों सामने आ रहे हैं, लोगों में दहशत का माहौल बढ़ता जा रहा है। बुधवार को अमेरिका, सऊदी अरब और यीएई में ओमिक्रोन का एक-एक मामला सामने आया है, जिससे दुनिया में हड़कंप मच गया हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 23 देशों में ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले होने की संभावाना जताई है, जिसके चलते अब विश्व भर में ओमिक्रोन से बचने के लिए कई कदम उठाए जा रहे है। इसमें डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले काफी तेजी से म्‍यूटेशन होता है और इस वैरिएंट में 50 तरह के म्‍यूटेशन पाए गए है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। Edited By: Geetika Sharma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-mansukh-mandaviya-meeting-with-states-on-airport-screening-and-surveillance-amid-concerns-over-covid-omicron-variant-22258077.html,"ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट स्क्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा","नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया एयरपोर्ट की स्क्रीनिंग पर राज्यों के साथ बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में एयरपोर्ट सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों (एपीएचओ) और बंदरगाह स्वास्थ्य अधिकारियों (पीएचओ) के साथ ताजा हालात पर चर्चा की जाएगी। सरकार ने पूरी सतर्कता बरतते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को नियमित करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री सुबह 10 बजे राज्यों के साथ होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। विदेशों में लगातार सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के मामलों को देखते हुए भारत भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में पहली बार नए ओमिक्रोन वैरिएंट सामने आया था। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें Union Health Minister Dr. Mansukh Mandaviya will chair a meeting at 10 am today with States on airport screening and surveillance with Airport Public Health Officials (APHOs) and Port Health Officials (PHOs): Official sources pic.twitter.com/KLsJfSfnYp — ANI (@ANI) December 2, 2021 भारत में ओमिक्रोन का अभी कोई मामला नहीं पाया गया है, परंतु अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सरकार ने बुधवार को 15 दिसंबर से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू नहीं करने का फैसला किया। डीजीसीए ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की तारीख को नियत समय में अधिसूचित किया जाएगा। कोरोना वायरस महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 23 मार्च, 2020 से निलंबित हैं। Edited By: Manish Pandey",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-the-increasing-npa-of-banks-is-a-threat-to-the-existence-of-the-country-banking-system-jagran-special-22258072.html,बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा,"मनोहर मनोज। हाल में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार द्वारा देश के सभी बैंक डिफाल्टर्स के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि देश में बैंकों के साथ धोखाधड़ी करके या उनसे लिए गए कर्ज की रकम पचाने वाले तमाम डिफाल्टर देश के अंदर हैं और कई विदेश भाग चुके हैं। इन सभी के खिलाफ सरकार सख्ती बरतने की अपनी नीति पर काम कर रही है। कहना न होगा कि पिछले एक दशक में बैंकों की अनुत्पादक परिसंपत्ति (एनपीए) बढ़कर छह लाख करोड़ रुपये से करीब दोगुनी हो गई है। यह स्थिति देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद गंभीर है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें देश के आर्थिक भ्रष्टाचारियों के लिए बैंक आसान शिकार बने हुए हैं। कर्ज लेकर लापता होने और इन्हें नहीं चुकाने वालों की एक लंबी सूची है। सच बात तो यह है कि बैंकिंग सेक्टर की यह एक लाइलाज बीमारी बन चुकी है। ऐसे में वित्त मंत्री का यह संकल्प बेहद सराहनीय है। यह बताना जरूरी है कि देश में अभी विभिन्न बुनियादी समस्याओं और मूलभूत राष्ट्रीय लक्ष्यों के मार्ग में जो कुछ बड़े अवरोध हैं, उनमें एक एनपीए भी है। गौरतलब है कि हमारे देश में भ्रष्टाचार का सर्वप्रमुख स्वरूप यानी मौद्रिक भ्रष्टाचार अलग-अलग दौर में अलग-अलग रूपों में अवतरित होता रहा है। 1990 में देश में नान बैंकिंग कंपनियों का दौर आया, जिन्होंने लोगों को असामान्य रूप से ज्यादा ब्याज का लालच देकर उनसे अरबों रुपये जमा करा लिए और फिर इनमें से अधिकतर कंपनियां भूमिगत हो गईं। इससे लाखों लोगों को नुकसान हुआ। इसके बाद देश ने 2000 में रियल एस्टेट कंपनियों के फ्राड को देखा। कई रियल एस्टेट कंपनियों ने अपने प्री-लांच हाउसिंग स्कीमों के जरिये लाखों निवेशकों को ठगा। साल 2010 में सस्ती मुद्रा नीति एवं रियायती कर्ज नीति का फायदा उठाकर देश के तमाम छोटे-बड़े कारपोरेट कारोबारियों ने बैंकों से जमकर कर्ज लिया और फिर उसके बाद सभी को मालूम ही है कि कहानी क्या हुई? देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें जब इन सभी बैंकों के कर्ज घोटाले उजागर हो रहे थे, तब हमारे देश में बैंकों की कर्ज नीति को लेकर भी लोगों का गुस्सा चरम पर पहुंच रहा था। कहा गया कि जो बैंक एक छोटे कर्ज की रकम लेने के लिए कर्जदार को नाकों चने चबवा देते हैं, वे बड़े कजर्दारों के प्रति आखिर इतनी ढिलाई एवं लापरवाही क्यों बरतते हैं? साथ ही यह सवाल भी खूब सुर्खियों में रहा कि देश के बैंकों ने अब तक अपनी कर्जनीति को बिल्कुल नीतिसम्मत और पारदर्शी क्यों नहीं बनाया है? वास्तव में जब लोगों को दिए जाने वाले कर्जे की संस्तुति बैंकरों के विवेक पर छोड़ दी जाएगी तो उसमें भ्रष्टाचार तो होगा ही। साथ-साथ निवेश और कर्ज की असुरक्षा भी चरम पर होगी। हमारे कई बैंकरों ने बड़े कर्जदारों के साथ एक तरह से साझा भ्रष्टाचार की मिसालें पेश की हैं। यही वजह है कि अब बैंकों के सर्वोच्च पदाधिकारियों के कठघरे में जाने की खबरें आने लगी हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें बहरहाल केंद्रीय वित्त मंत्री ने बैंक की फंसी पूंजी की वसूली के लिए चार सूत्रों की बात कही है। पहला कर्जदारों की पहचान, दूसरा सुलह-समाधान, तीसरा पुन:पूंजीकरण और चौथा सुधार। वित्त मंत्री के इस संकल्प की एक झलक पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देश के बड़े बैंकरों के साथ हुई एक बैठक में मिली। इसमें प्रधानमंत्री द्वारा कहा गया कि पिछले सात सालों के दौरान देश के बैंकों ने कुल करीब पांच लाख करोड़ रुपये के फंसे कर्ज को वसूला है। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार राष्ट्रीय बैंकिंग परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कोष योजना के जरिये करीब दो लाख करोड़ रुपये की फंसी परिसंपत्तियों की और रिकवरी करेगी। प्रधानमंत्री का यह बयान मौजूदा बैकिंग परिदृश्य के लिए एक बेहद आशाजनक तस्वीर पेश करता है। इसके इतर अभी केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से एक सूचना जारी की गई है, जिसमें यह बताया गया कि निदेशालय अभी तक विजय माल्या, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी की भारत स्थित करीब 9,300 करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्तियां उनके कर्जदाता सार्वजनिक बैकों को स्थानांतरित कर चुका है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें कहना न होगा कि देश में ऐसी मानसिकता वाले भ्रष्टाचारियों का एक बड़ा तबका है, जो बैंकों से बड़े-बड़े कर्ज लेकर उन्हें डकारने की जुगत में लगा रहता है। इस मानसिकता को तभी बदला जा सकता है, जब देश में एक फूलप्रूफ नई कर्ज और निवेश संस्कृति स्थापित की जाए। कोई भी कर्ज किसी भी सूरत में न डूबे इसे लेकर हर तरह के नीतिगत एवं तकनीकगत उपाय सुनिश्चित किए जाएं। मजे की बात यह है कि देश में अभी माइक्रो फाइनेंस एवं स्व-सहायता समूहों द्वारा लिए जाने वाले कर्ज की अदायगी का आंकड़ा करीब सौ फीसद है तो फिर बड़े-बड़े उद्योगों द्वारा लिए जाने वाले कर्ज इस कदर असुरक्षित क्यों हैं? वास्तव में बैंकों का बढ़ता एनपीए देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है। जिसका समाधान एक व्यापक, पारदर्शी तथा स्वत: सुरक्षित जमानत के प्रविधानों के जरिये किया जा सकता है। -आइआरसी चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें [आर्थिक मामलों के जानकार] बैंकों का बढ़ता एनपीए देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा। प्रतीकात्मक Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-coronavirus-live-updates-us-reports-first-case-of-omicron-variant-in-california-know-what-is-the-situation-of-india-22257861.html,"अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित","नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में जैसे-जैसे नई जानकारियां सामने आ रही हैं दुनिया भर में चिंता बढ़ती जा रही है। बढ़ती दहशत के बीच कई देशों द्वारा यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त किया जा रहा है और उड़ानों पर रोक लगाई जा रही है। इन सख्त उपायों के बावजूद ओमिक्रोन के मामले नए-नए देशों में मिल रहे हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले वाले देशों में अब अमेरिका, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नाम भी जुड़ गए हैं। इन तीनों देशों में एक-एक मामले मिले हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसके 23 देशों में पहुंचने की जानकारी दी है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने पूरी दुनिया को दहशत में डाल दिया है। इसी वजह से भारत सरकार ने भी अपने स्तर पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। अब जानकारी मिली है कि देश में 11 अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट लैंड की हैं और उनमें से 6 यात्री कोविड पाजिटिव पाए गए हैं। कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन के ताजा अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहे... किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें भारत में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 9 हजार 765 नए केस आए कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच भारत में कोरोना के नए केस बढ़ गए हैं। इतना ही नहीं चिंता इसलिए भी है क्योंकि नए केसों की तुलना में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते एक दिन में कोरोना के 9 हजार 765 नए केस आए हैं। वहीं, इस दौरान सिर्फ 8 हजार 548 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं। देश में कोरोना के ऐक्टिव केस अभी भी एक लाख से कम हैं और फिलहाल यह संख्या 99 हजार 763 है। रिकवरी रेट 98.35 फीसद है। हालांकि, इस दौरान 477 कोरोना मरीजों ने दम भी तोड़ा है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें राज्यों ने दिखाई सख्ती कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन की गंभीरत को लेकर कई राज्यों ने तो अपने स्तर पर सख्ती करना शुरू भी कर दिया है। उत्तराखंड में जारी गाइडलाइन के अनुसार, प्रदेश में किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन आगामी देश तक पूर्ण रुप से प्रतिबंधित रहेंगे। साथ ही 50 फीसद क्षमता के साथ स्कूल खुलेंगे। 6 दिन में से 3 दिन ही बच्चे स्कूल में पढ़ने जाएंगे। उधर, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी अधिकारियों को कोविड प्रोटोकाल को फिर से एक्टिव करने, सुविधाओं और कर्मियों को हाईअलर्ट पर रखने का निर्देश दे दिए हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें 3476 यात्रियों में से 6 कोविड पाजिटिव बताया जा रहा है कि 11 एयरपोर्ट से एट रिस्क वाले देशों से आए 3476 लोगों का कोविड टेस्ट करवाया गया था। अब उसका नतीजा सामने आ गया है और 6 लोग पॉजिटिव निकले हैं। अब इन सभी सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। जीनोम के जरिए इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि ये लोग कोविड के किस वेरिएंट से संक्रमित हैं। जानें- अब तक किस देश में कितने मामले मिले ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें देश ओमिक्रोन के मामले दक्षिण अफ्रीका 100 (26 नवंबर तक) ब्रिटेन 22 नीदरलैंड 14 पुर्तगाल 13 बोत्सवाना 9 दक्षिण कोरिया 5 डेनमार्क 5 जर्मनी 4 ब्राजील 3 मोजांबिक 2 नाईजीरिया 2 जापान 2 नार्वे 2 स्पेन 2 चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें अमेरिका 1 यूएई 1 आस्टि्रया 1 आयरलैंड 1 इटली 1 सऊदी अरब 1 घाना 1 Edited By: Sanjeev Tiwari",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-reports-9765-new-cases-477-deaths-in-the-last-24-hours-22258050.html,"24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान","नई दिल्ली, एएनआइ। देश में कोरोना को लेकर स्थिति लगातार सुधरती नजर आ रही है। पिछले कई दिनों से देश में नए मामलों की संख्या रोजाना 10 हजार से नीचे दर्ज की जा रही है। हालांकि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने एक बार फिर से चिंताएं बढ़ा दी हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के साढ़े नौ हजार से ऊपर मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 में 9,765 मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 477 मरीजों की कोरोना के कारण मृत्यु हो गई है। इसके अलावा 8,548 रिकवरी भी हुई हैं, जिसके बाद देश में सक्रिय मामलों की संख्या 99,763 हो गई है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें COVID19 | India reports 9,765 new cases, 477 deaths and 8,548 recoveries in the last 24 hours; Active caseload currently stands at 99,763 pic.twitter.com/WKj3abp1tK — ANI (@ANI) December 2, 2021 इससे एक दिन पहले देश में संक्रमण के आठ हजार से ऊपर मामले दर्ज किए गए थे। कल कोरोना संक्रमण के 8,954 नए मामले सामने आए थे और इस दौरान 267 मौतें दर्ज की गईं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लगातार 158 दिनों से संक्रमण के नए मामलों की संख्या 50,000 से नीचे रही है। मंत्रालय ने कहा कि सक्रिय मामलों में कुल संक्रमण का 0.29 प्रतिशत शामिल है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम है, जबकि रिकवरी रेट 98.35 प्रतिशत दर्ज की गई है। दैनिक सकारात्मकता दर 0.89 फीसद दर्ज की गई थी। पिछले 59 दिनों से यह दो फीसद से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर भी 0.85 फीसद दर्ज की गई है। मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 18 दिनों से यह एक फीसद से नीचे है। बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 3,40,37,054 हो गई है और मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत दर्ज की गई है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 138 करोड़ से अधिक COVID-19 वैक्सीन की खुराक प्रदान की हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'भारत सरकार और प्रत्यक्ष राज्य खरीद श्रेणी के माध्यम से अब तक राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों को 138 करोड़ (1,38,46,29,010) से अधिक वैक्सीन की खुराक प्रदान की जा चुकी है।' इसमें आगे का गया है, '22.78 करोड़ (22,78,95,731) से अधिक शेष और अप्रयुक्त COVID वैक्सीन खुराक अभी भी राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में प्रशासित होने के लिए उपलब्ध हैं।' Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-this-two-year-journey-of-the-covid-pandemic-made-the-blessings-of-longevity-redundant-jagran-special-22257994.html,कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी,"अभिषेक कुमार सिंह। हाल के दशकों में चिकित्सा विज्ञान की उपलब्धियों के बल पर यह भरोसा पैदा हुआ था कि इंसान का लंबी उम्र पाने का जो सपना सदियों से कायम रहा है, वह हकीकत बन सकता है, लेकिन कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को बेमानी कर दिया है। कुछ ऐसे अध्ययन हाल में सामने आए हैं, जो बताते हैं कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अब दुनिया में मनुष्यों की औसत आयु में सबसे बड़ी गिरावट आ गई है। ऐसे वक्त में जब दुनिया का सारा फोकस कोरोना वायरस से जूझने पर केंद्रित है, ऐसे अध्ययन मायूस करते हैं और जीवन प्रत्याशा (लाइफ एक्सपेक्टेंसी) बढ़ाने की उन सारी कोशिशों पर सवाल खड़े करते हैं, जो अब तक जारी रही हैं। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें बूढ़ा होना यानी एजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका सामना पृथ्वी पर मौजूद हर जीव को करना पड़ता है। विज्ञान की दृष्टि में बुढ़ापा असल में कोशिकाओं के विभाजन की दर पर निर्भर है। मानव की कोशिकाएं अपनी मृत्यु से पहले औसत रूप से अधिकतम 50 बार विभाजित होती हैं। जितनी बार कोशिकाएं विभाजित होती हैं, इंसानी क्षमताओं में धीरे-धीरे उतनी ही कमी आने लगती है। बुढ़ापे का एक अन्य कारण टेलोमर्स की लंबाई घटना भी माना जाता है। टेलोमर्स असल में एक प्रकार का एंजाइम है, जो मनुष्यों की युवावस्था में प्रचुर मात्रा में बनता है। यह एंजाइम डीएनए कोशिकाओं को टूटफूट से बचाता है। तो सवाल है कि क्या कोविड महामारी ने टेलोमर्स की लंबाई घटा दी है? देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें जीवन प्रत्याशा दर में उठापटक : इस सवाल का जवाब संभवत: इंटरनेशनल जर्नल आफ एपिडेमियोलाजी में प्रकाशित आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ताजा अध्ययन में मिल सकते हैं, जिसमें कोविड के चलते औसत उम्र में गिरावट का दावा किया गया है। इस अध्ययन के लिए आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने वर्ष 2020-21 में हुई मौतों के आंकड़ों को आधार बनाया है। दुनियाभर में पहली दिसंबर, 2021 तक 52 लाख 23 हजार से ज्यादा लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हुई है। इनमें भी अमेरिका में सबसे अधिक 8.03 लाख मौतें हुई हैं। उसके बाद ब्राजील (6.14 लाख) और भारत (4.69 लाख) का नंबर आता है। अध्ययन में शामिल 29 देशों (जिनमें भारत के आंकड़े शामिल नहीं हैं, क्योंकि माना गया कि यहां कोविड-19 से हुई मौतों की संख्या सरकारी आंकड़ों से कई गुना ज्यादा हो सकती है) में अलग-अलग आयु वर्ग में जीवन प्रत्याशा दर का आकलन किया गया। इसका जो निष्कर्ष सामने आया है, उससे अमेरिका में जीवन प्रत्याशा दर यानी दीर्घायु होने के आशीर्वाद को सबसे बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह यह है कि वहां वर्ष 2020 में 60 से कम (अंडर-60) उम्र के उस समूह में जीवन प्रत्याशा सबसे ज्यादा घटी है, जो कामकाजी उम्र (वर्किग एज) मानी जाती है। अमेरिका के साथ-साथ यूरोप के अधिकतर देशों में भी इस आयु वर्ग (अंडर-60) में ज्यादा मौतें हुई हैं। इसने दुनिया में लंबी उम्र के आश्वासन पर तुषारापात कर दिया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें वर्ष 2015 से 2020 के बीच मुत्यु दर के ट्रेंड्स को लिंग और उम्र के आधार पर विभाजित करते हुए पाया गया है कि 29 में से 27 देशों में 2020 में जीवन प्रत्याशा की दर घट गई। 2015 की तुलना में 2020 में 15 देशों में महिलाओं और 10 देशों में पुरुषों के जन्म के समय की जीवन प्रत्याशा घट गई है। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने कोरोना काल की 2015 से तुलना की, क्योंकि उस समय फ्लू सीजन के दौरान दुनिया में हजारों लोगों ने जान गंवाई थी। स्पेन, इंग्लैंड, इटली, बेल्जियम समेत अन्य पश्चिमी यूरोपीय देशों में जीवन प्रत्याशा में किसी एक साल में इस तरह की गिरावट सिर्फ द्वितीय विश्वयुद्ध के समय हुई थी। जीवन प्रत्याशा में यह गिरावट आखिर कितनी है, इसका अंदाजा वल्र्ड हेल्थ स्टेटिस्टिक्स की जुलाई 2021 में आई रिपोर्ट से लग जाता है। यह रिपोर्ट कहती है कि पूरी दुनिया में जीवन प्रत्याशा दर बढ़ी है। इस रिपोर्ट से यह विरोधाभासी आंकड़ा सामने आता है कि दुनिया में जन्म के समय औसत उम्र 73.3 वर्ष हो गई है, जबकि आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसार स्वस्थ जीवन प्रत्याशा 63.7 वर्ष है। यहां पूछा जा सकता है कि आक्सफोर्ड के अध्ययन और वल्र्ड हेल्थ स्टेटिस्टिक्स की रिपोर्ट में विरोधाभास क्यों है? एक अध्ययन जीवन प्रत्याशा में गिरावट दर्शा रहा है, तो दूसरी रिपोर्ट इसमें बढ़ोतरी बता रही है। इसकी असल वजह यह है कि वल्र्ड हेल्थ स्टेटिस्टिक्स की रिपोर्ट में वर्ष 2020 में हुई मौतों के आंकड़े शामिल नहीं हैं, जिस दौरान पूरी दुनिया में कोविड-19 का तांडव मचा हुआ था। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें जी जाएं 140 साल : दीर्घायु होने के स्वप्न या जीवन प्रत्याशा बढ़ाने की कोशिशों पर भले ही ग्रहण लग गया हो, लेकिन दुनिया में ऐसे आविष्कारों पर काम चल रहा है, जो यह भरोसा पैदा करते हैं कि इंसान अमर तो नहीं हो सकता, लेकिन 120 या 140 साल तक जीने का इंतजाम चिकित्सा विज्ञान की बदौलत कर सकता है। जैसे एक प्रयोग अमेरिकी लेखक रे कुर्जवील रोजाना दो दर्जन गोलियों (टैबलेट्स) का सेवन करते हुए खुद पर आजमा रहे हैं। उन्हें कोई बीमारी नहीं है, पर वे भविष्य का एक सपना देख रहे हैं जिसे साकार करने के लिए वे दवा की इतनी गोलियां रोजाना खाते हैं। उनका मानना है कि अब साइंस की मदद से इंसान की उम्र बढ़ाई जा सकती है। वैसे तो उनका सपना खुद को अमर करने का है, पर यदि अमर नहीं हो सके तो भी 120 या 140 साल की उम्र तक वह जीना चाहते हैं। इससे वे साबित कर सकेंगे कि कम से कम सौ साल तक मनुष्य के जीवित रखने की संभावना को सच में बदलना मुश्किल नहीं है। साइंस जिस तरह से अमरता का सपना पाले हुए है, उसे देखकर यह संभावना अब ज्यादा दूर नहीं लगती कि इंसान की औसत आयु में 15 या 20 साल का और इजाफा हो सकता है और वह सौ के पार जाकर भी सक्रिय जीवन जी सकता है। इस संबध में कुछ अन्य प्रयोगों का उल्लेख जरूरी है। जैसे वर्ष 2015 में इसी तरह एक खोजबीन में विज्ञानियों को जेलीफिश परिवार के एक सदस्य हाइड्रा नामक जीव में ऐसे संकेत मिले थे जिन्हें अमरत्व की अवधारणा के करीब माना जाता है। अमेरिका के पामोना कालेज के एक शोधकर्ता डेनियल मार्टिनेज ने बताया था कि यह जीव बढ़ती उम्र को मात देने में सक्षम पाया गया है। लगभग एक सेंटीमीटर लंबे हाइड्रा में यह खूबी पाई गई कि वह खुद को नए स्टेम सेल से लगातार बदलते रहता है। यानी उसके शरीर से पुरानी कोशिकाएं खुद ही हटती जाती हैं और नई कोशिकाएं उनका स्थान लेती रहती हैं। इससे हाइड्रा का शरीर एकदम नया बना रहता है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें आखिर कब होगा करिश्मा : विज्ञानी मनुष्यों की उम्र बढ़ाने के संबंध में सपने तो बड़े-बड़े दिखा रहे हैं, लेकिन प्रश्न है कि आखिर कब ऐसा होना संभव हो पाएगा। छह वर्ष पूर्व (दिसंबर, 2015 में) दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल हुए जानेमाने विज्ञानी डा. एब्रे डि ग्रे (सेंस रिसर्च फाउंडेशन के चीफ साइंस आफिसर) ने भी इस बारे में एक अनुमान लगाने की कोशिश की थी। उन्होंने इसकी पूरी उम्मीद जगाई थी कि अगले 15 वर्षो में यह करिश्मा करना संभव हो सकता है जब इंसान कम से कम सौ साल तो जीए ही। हो सकता है कि अब तारीख में कोई परिवर्तन हो जाए, क्योंकि एलान के वक्त कोरोना वायरस के प्रकोप का कोई अनुमान नहीं था। एजिंग यानी बढ़ती उम्र रोकने वाली दवाओं के अनुसंधान पर काम कर रहे डा. ग्रे के मतानुसार कोशिकाओं के क्षरण को रोक कर और शरीर में मौजूद अणुओं की चाल पलट कर बढ़ती उम्र यानी एजिंग को कुछ हद तक थामा जा सकता है। चूंकि अब साइंस यह काम करने के करीब है, लिहाजा सौ साल की जिंदगी को एक आम बात बनाना मुमकिन है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें ध्यान रहे कि आज से सौ या पचास पहले इंसान की औसत आयु कोई खास नहीं थी। पचास साल की उम्र के बाद लोग बूढ़े लगने लगते थे और जल्द ही मृत्यु को प्राप्त होते थे। पर बीते पांच-छह दशकों में ही पूरी दुनिया में औसत उम्र बढ़ चुकी है। निश्चय ही यह बात हर कोई जानना चाहेगा कि साइंस ने वह कौन सा चमत्कार किया है कि इंसान की औसत उम्र में सहसा बढ़ोतरी होती लग रही है। विज्ञानियों के मुताबिक उम्दा खानपान और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं का इसमें बड़ा रोल है। पर इससे भी बड़ी बात है वृद्धावस्था में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना और दिमाग, मांसपेशियों, जोड़ों, इम्यून सिस्टम, फेफड़ों और दिल में होने वाले बदलावों पर अंकुश लगाना, क्योंकि इन्हीं से बढ़ती उम्र पर काबू पाया जा सकता है। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें उम्र बढ़ाने के सिलसिले में शोध कर रहे विज्ञानियों का कहना है कि अगर नियंत्रित तरीके से कुछ समय का उपवास रखा जाए तो इससे न सिर्फ बढ़ते वजन को घटाया जा सकता है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी कई अन्य फायदे भी हो सकते हैं। खास तौर से इससे उम्र बढ़ाना भी संभव है। इस हिसाब से मनुष्य एक सौ बीस वर्ष की उम्र पा सकता है। दुनिया में 1930 से ही एक ऐसे प्रयोग के बारे में लोगों को बताया जाता रहा है, जिसके तहत कम कैलोरी पर पल रहे चूहे उन चूहों की तुलना में ज्यादा दिन तक जिंदा रहे जिन्हें पौष्टिकता से भरपूर भोजन दिया गया था। यह बात आज भी कई शोध साबित कर रहे हैं। जैसे यूनिवर्सिटी कालेज लंदन स्थित इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ एजिंग से जुड़े प्रमुख वैज्ञानिक डा. मैथ्यू पाइपर का कहना है कि आहार पर नियंत्रण जीवन को लंबा करने का एक असरदार तरीका है। डा. पाइपर के मुताबिक यदि आप किसी चूहे के आहार में 40 प्रतिशत की कमी कर दें तो वह 20 या 30 प्रतिशत ज्यादा जीवित रहेगा। पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें दरअसल उपवास के दौरान शरीर में एक खास किस्म के हार्मोन के असर को विज्ञानियों ने दर्ज किया है। प्रयोग के दौरान आनुवंशिक रूप से संवर्धित चूहों को जब खाना देना बंद कर दिया गया तो उनमें आइजीएफ-1 नामक हार्मोन के स्तर में कमी आने लगी। शरीर की बढ़ोतरी में कारगर यह हार्मोन ऐसी स्थिति में शरीर में आ रही कमियों और टूटफूट की मरम्मत करने लग गया। अर्थात जैसे ही आइजीएफ-1 नामक हार्मोन का स्तर कम होता है तो इसका असर जीवों के शरीर पर होता है और मरम्मत करने वाले कई जीन इसमें सक्रिय हो जाते हैं। [संस्था-एफआइएस ग्लोबल से संबद्ध] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-know-all-about-weather-updates-based-on-imd-forecast-22257813.html,"गुजरात, राजस्थान समेत इन राज्यों में आज बारिश के आसार, बढ़ सकती है ठंड - IMD","नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार सुबह जारी किए गए अपने पूर्वानुमान में उत्तर प्रदेश व राजस्थान के कुछ इलाकों में बारिश का अनुमान जताया। साथ ही गुजरात में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की भी बात कही है। इसके मद्देनजर यहां आणंद, भरूच, नवसारी, वलसाड, अमरेली और भावनगर में आज के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है। बता दें कि मछुआरों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। वहीं दिल्ली में आज आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे और बारिश के भी आसार हैं। अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है। पहाड़ों पर हिमपात की भी संभावना बन रही है जिससे दिल्ली में ठंड बढ़ेगी। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें IMD के अनुसार, गुजरात, महाराष्‍ट्र, दक्षिण-पश्चिम मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान के दक्षिणी हिस्‍से में भारी बारिश की संभावना है। उत्‍तर प्रदेश में अगले दो दिन के भीतर कुछ हिस्‍सों में बारिश के आसार जताए गए हैं। दिसंबर के पहले हफ्ते में जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड तथा हिमाचल प्रदेश में हिमपात की संभावना है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड तेजी से बढ़ेगी। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे और लक्षद्वीप क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें इन जिलों में भारी बारिश की आशंका मौसम विभाग ने बताया कि बनासकांठा, साबरकांठा, अरावली, महिसागर, डांग और तापी जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश हो सकती है। देश के कई राज्‍यों में बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्‍तर भारत में तापमान में गिरावट का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते दिल्‍ली-एनसीआर, उत्‍तर प्रदेश, बिहार, मध्‍य प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश के आसार हैं। बुधवार को महाराष्‍ट्र और उत्‍तर कोंकण समेत गुजरात में भारी बारिश की संभावना है। IMD ने आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के तटों से एक चक्रवाती तूफान के टकराने की आशंका भी जताई है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-union-govt-took-big-steps-to-stop-omicron-lowest-corona-cases-in-november-after-may-last-year-22256398.html,"जोखिम वाले देशों से आए छह और यात्रियों की कोविड जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने से हड़कंप, जीनोम जांच के लिए भेजे गए नमूने","नई दिल्‍ली, जेएनएन/एजेंसियां। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को दाखिल होने से रोकने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया है। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक लखनऊ को छोड़कर देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर आधी रात से बुधवार शाम 4 बजे तक कुल 11 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 'जोखिम की श्रेणी' में शामिल देशों से उतरीं। इनमें 3476 यात्री सवार थे। सभी की आरटी-पीसीआर जांच की गई जिनमें छह यात्री कोरोना संक्रमित पाए। इन सभी के नमूनों को जीनोम सिक्‍वेंसिंग के लिए संबंधि‍त प्रयोगशालाओं में भेजा गया है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें Total 11 international flights landed at various airports of the country except Lucknow, from midnight to 4 pm today, from ""at risk"" countries. These carried 3476 passengers. All pax were administered RT-PCR tests, wherein only 6 pax were found #COVID19 positive: Govt of India pic.twitter.com/fUxVH0yscv — ANI (@ANI) December 1, 2021 डीजीसीए ने उठाया सख्‍त कदम समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक वहीं डीजीसीए ने कोविड के नए वैरिएंट ओम‍िक्रोन के जोखिमों को भांपते हुए 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया है। कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमीक्रोन' के सामने आने के मद्देनजर यह कदम उठाया है। बीते 27 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अधिकारियों को दिए निर्देश के बाद डीजीसीए ने यह निर्णय लिया है। वहीं राहत की बात यह है कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्‍या में लगातार कमी आ रही है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें अब तक के उठाए गए एहतियाती कदम अंतरराष्‍ट्रीय यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य किए जाने के निर्देश विदेश से आने वाले संक्रमितों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का फैसला जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए तत्काल संक्रमित लोगों के नमूने भेजने की सलाह जोखिम की श्रेणी के मुल्‍कों से आने वाले यात्रियों पर सख्ती से निगरानी रखने के निर्देश गृह मंत्रालय ने राज्यों से बाहर से आने वाले यात्रियों की कड़ाई से जांच करने को कहा एयरपोर्ट, बंदरगाहों पर अधिकारियों को सख्‍त कोविड जांच का अनुपाल करने के निर्देश 15 दिन में अफ्रीकी देशों से 1000 यात्री मुंबई, 100 की जांच, रिपोर्ट का इंतजार भारत बायोटेक ने ओमिक्रोन पर कोवैक्सीन के प्रभाव को परखने के लिए शोध शुरू किया गृह मंत्रालय ने 31 दिसंबर तक बढ़ाई कोरोना संबंधी गाइडलाइंस केंद्र की गाइडलाइंस केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइडलाइंस में केवल अत्यधिक जोखिम वाले देशों के यात्रियों के लिए एयरपोर्ट से बाहर निकलने या कनेक्टिंग फ्लाइट लेने के पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट को अनिवार्य किया गया है और रिपोर्ट आने तक वहीं रहने की बात कही है। अत्यधिक जोखिम के अलावा दूसरे देशों के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता नहीं होगी, लेकिन उन्हें 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर स्वयं ध्यान रखना होगा। हालांकि, इन देशों के यात्रियों में से पांच फीसद का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा, ताकि वायरस की मौजूदगी का पता लगाया जा सके। उन्हें एयरपोर्ट पर सैंपल देने के बाद जाने की अनुमति भी होगी। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें अत्यधिक जोखिम वाले 11 देश सरकार द्वारा 26 नवंबर को अपडेट की गई सूची के मुताबिक 11 देशों को जोखिम ग्रस्त सूची में रखा गया है। इनमें ब्रिटेन व यूरोपीय संघ के देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, इजरायल और हांगकांग शामिल हैं। पहले इस सूची में बांग्लादेश का भी नाम था, लेकिन मंगलवार को उसे सूची से हटा दिया गया। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें दो दर्जन से ज्‍यादा देशों में फैला वायरस सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में चिन्हित किया गया ओमिक्रोन वैरिएंट हफ्ते भर के भीतर दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैल गया है। भारत अभी इसका कोई मामला नहीं पाया गया है, परंतु अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। महाराष्ट्र सरकार की अलग गाइडलाइंस पर एतराज राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डों पर जहां सतर्कता बढ़ी है वहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए महाराष्ट्र सरकार की अलग गाइडलाइंस पर केंद्र ने गहरा एतराज जताया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप कुमार व्यास को पत्र लिखकर राज्य की गाइडलाइंस को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुरूप लाने को कहा है। साथ ही इसके व्यापक प्रचार का निर्देश भी दिया है ताकि यात्रियों में किसी तरह का भ्रम नहीं रहे। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइंस महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को जारी गाइडलाइंस में सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। साथ आरटी-पीसीआर टेस्ट के निगेटिव आने के बावजूद सभी यात्रियों को 14 दिन तक अनिवार्य रूप से होम क्वारंटाइन में रहने का नियम बनाया है। मुंबई एयरपोर्ट से कने¨क्टग फ्लाइट लेने वाले यात्रियों को भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा, निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें आगे की यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। सबसे बड़ी बात कि महाराष्ट्र ने दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए भी 48 घंटे पहले का निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है। जबकि देश के भीतर किसी भी राज्य में इस तरह की अनिवार्यता नहीं है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें जोखिम वाले देशों से आए छह यात्री संक्रमित मिले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार अपराह्न चार बजे तक जोखिम वाले देशों से 11 उड़ानों से कुल 3,476 यात्री लखनऊ को छोड़कर देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर उतरे। हवाई अड्डों पर इन सभी यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच की गई, जिसमें छह लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इनके नमूनों को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए इंसाकाग की प्रयोगशालाओं को भेजा गया है। इससे पता चलेगा कि क्या इनमें से कोई ओमिक्रोन वैरिएंट से तो संक्रमित नहीं है। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले 8,954 कुल सक्रिय मामले 99,023 24 घंटे में टीकाकरण 80.78 लाख कुल टीकाकरण 124.77 करोड़ बेहतर रहा नवंबर का महीना कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में नवंबर का महीना कुछ बेहतर रहा। पिछले साल मई के बाद पहली बार नवंबर में कोरोना संक्रमण के सबसे कम मामले 3.1 लाख दर्ज किए गए हैं। संक्रमण के मामलों की मासिक संख्या में भी नवंबर में लगातार छठी बार गिरावट आई है। पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें सक्रिय मामलों में आई गिरावट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बुधवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक 547 दिन बाद सक्रिय मामले भी घटकर एक लाख के नीचे आ गए हैं। पिछले 24 घंटे में सक्रिय मामलों में डेढ़ हजार से ज्यादा की गिरावट आई है और वर्तमान में इनकी संख्या 99,023 रह गई है जो कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है। इस दौरान 8,954 नए मामले मिले हैं और 267 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 177 मौतें अकेले केरल और 35 मौतें महाराष्ट्र से हैं। बुधवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 8,954 कुल मामले 3,45,96,776 सक्रिय मामले 99,023 मौतें (24 घंटे में) 267 कुल मौतें 4,69,247 ठीक होने की दर 98.36 प्रतिशत मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत पाजिटिविटी दर 0.81 प्रतिशत सा.पाजिटिविटी दर 0.84 प्रतिशत कुल 124.77 करोड़ डोज लगाई गई कोविन पोर्टल के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 124.77 करोड़ डोज लगाई गई हैं। इसमें 79.22 करोड़ पहली और 45.54 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं। मैसुरु में केरल के 72 नर्सिग छात्र संक्रमित मिले कर्नाटक के मैसुरु में केरल के 72 नर्सिग छात्रों को कोरोना से संक्रमित पाया गया है। ये दो छात्र दो संस्थाओं के हैं। इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने इन छात्रों के संपर्क में आने वालों के साथ ही कम से कम पांच हजार लोगों की जांच करने का आदेश दिया है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। केरल से मैसुरु आने वालों के लिए भी आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य बना दिया गया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-a-common-curriculum-for-schools-across-the-country-the-parliamentary-standing-committee-on-the-ministry-of-education-recommended-22256627.html,"देश भर के स्कूलों के लिए बने एक कामन पाठ्यक्रम, शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने की सिफारिश","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीबीएसई, आइसीएससी और राज्य शिक्षा बोर्डो में बंटी स्कूली शिक्षा को एक जैसा स्वरूप देने के लिए संसद की स्थायी समिति ने देश भर के स्कूलों के लिए एक समान (कामन) पाठ्यक्रम विकसित करने का सुझाव दिया है। साथ ही शिक्षा मंत्रालय से कहा है कि वह इससे जुड़ी संभावनाओं पर काम करें। स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले सभी विषयों को इसमें शामिल किया जाना चाहिए। समिति का कहना है कि इससे स्कूली शिक्षा में एकरूपता आएगी और देश भर के सभी स्कूली छात्रों का एक ही शैक्षणिक स्टैंडर्ड होगा। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें सीबीएसई, आइसीएसई और राज्यों के शिक्षा बोर्डों के साथ इस पर काम करने का दिया सुझाव भाजपा सांसद डा विनय सहस्त्रबुद्धे की अगुवाई वाली शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने स्कूली शिक्षा को लेकर यह अहम सिफारिश उस समय की है, जब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल का काम तेजी से चल रहा है। इसके तहत स्कूलों के लिए नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें भी तैयार होनी हैं। हालांकि इससे पहले ही समिति की 'स्कूली पाठ्यपुस्तकों की विषयवस्तु और डिजाइन में सुधार' के संबंध में यह सिफारिश इसलिए भी अहम है, क्योंकि मौजूदा समय में देश में अलग-अलग शिक्षा बोर्डों से संबंद्ध स्कूल है। ऐसे में इन स्कूलों में अभी एक जैसा पाठ्यक्रम नहीं है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें पूरी सतर्कता से काम करने की जरूरत पर जोर समिति से जुड़े सदस्यों की मानें तो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जब स्कूलों के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार ही होना है, तो फिर इन सिफारिशों पर भी विचार किया जा सकता है। संसदीय समिति ने इसके साथ ही स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली इतिहास से जुड़ी विषयवस्तु तैयार करने में पूरी सतर्कता से काम करने की जरूरत पर जोर दिया है। समिति ने अपनी सिफारिश में करीब 25 बिंदु शामिल किए हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें पाठ्यपुस्तकों में स्कूलों बच्चों को इंटरनेट की लत और नशा से प्रति भी जागरूक करने से जुड़े पहलुओं को शामिल करने की सिफारिश की गई है। समिति ने स्कूली पाठ्यपुस्तकों में महिलाओं और लड़कियों के कम प्रतिनिधित्व पर भी सवाल खड़े किए और विकसित की जा रही पाठ्यपुस्तकों में महिलाओं के योगदान को आगे लाने का सुझाव दिया। इससे लड़कियों में आत्म सम्मान और आत्मविश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी। समिति ने स्कूलों में तकनीक के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल पर भी जोर दिया है। Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-karnataka-asks-officials-to-strict-implement-travel-advisory-22257766.html,"ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर अलर्ट हुआ कर्नाटक, सख्त ट्रैवल एडवाइजरी लागू करने के निर्देश","बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक सरकार ने बुधवार को कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर राज्य भर में नए निर्देश दिए। राज्य सरकार ने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका, जिला प्रशासन व एयरपोर्ट से संबंधित अधिकारियों को अलर्ट किया और सख्ती बरतने के निर्देश दिए। इन्हें नए ट्रैवल एडवाइजरी लागू करने और इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने को कहा। 28 नवंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत आने वाले विदेशी यात्रियों के लिए नए गाइडलाइंस जारी किए थे जो 1 दिसंबर से लागू कर दिया गया है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें नए गाइडलाइंस के तहत यात्रियों को आनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर एक फार्म सबमिट करना होगा जिसमें अंतिम 14 दिनों की अपनी ट्रैवल हिस्ट्री बतानी होगी। इसके साथ ही नेगेटिव RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर देना होगा जो यात्रा शुरू करने से पहले के 72 घंटों के भीतर का होना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जोखिम वाले देशों में ब्रिटेन, अमेरिका, चीन, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, मारिशस, न्यूजीलैंड, जिंबाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग , इजरायल है। बता दें कि कोरोना वायरस का नय वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमण का मामला सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को आया। नीदरलैंड और कुछ अन्य देशों में मिले मामलों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि यह वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका से बहुत पहले ही यूरोप में पहुंच गया था। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें यात्रा पाबंदियां अफ्रीकी देशों को लेकर लगाई जा रही हैं। जापान समेत कई देशों के ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त कर दिया है। उसने सभी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस से दिसंबर तक नई बुकिंग नहीं करने को कहा है। जापान में ओमिक्रोन का दूसरा मामला मिला है। यह व्यक्ति कतर होते हुए पेरू से आया था। जापान ने विदेशी नागरिकों के आने पर पहले ही पाबंदी लगा दी थी। कई और देशों ने भी अफ्रीकी देशों से आने वालों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए जांच के नियमों को सख्त कर दिया है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-cabinet-secretary-reviews-preparedness-in-ncmc-meet-to-deal-with-impending-cyclone-in-bay-of-bengal-22257342.html,"चक्रवात से निपटने के लिए NCMC की बैठक, कैबिनेट सेक्रेटरी ने लिया तैयारियों का जायजा","नई दिल्ली, एएनआइ। बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमिटी (National Crisis Management Committee,NCMC) की बैठक आयोजित की गई। इसमें कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा (Rajiv Gauba) ने केंद्रीय मंत्रालयों की एजेंसियों और राज्य सरकारों द्वारा चक्रवात के कारण उत्पन्न हालात से निपटने के लिए की गई तेयारियों का जायजा लिया। NCMC के चेयरमैन के तौर पर बैठक में शामिल गौबा ने चक्रवाती तूफान के आने से पहले ही सभी बचाव और एहतियातन की गई तैयारियों को लेकर कहा कि संबंधित एजेंसियांं इस बात का पूरा ध्यान रखें ताकि इसके कारण कम से कम जान-माल की क्षति हो। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें समुद्र में गए मछुआरों और नौकाओं को तुरंत वापस बुलाने पर जोर देते हुए कैबिनेट सेक्रेटरी ने राज्य सरकारों से इस बात को सुनिश्चित कराने को कहा कि इसके कारण जिन इलाकों में अधिक असर होने की संभावना है वहां से तुरंत लोगों को हटा कर सुरक्षित स्थान पर ले जाने का इंतजाम किया जाए। उन्होंने राज्य सरकारों को इस बात का आश्वासन दिया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां तैयार हैं और सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें यह चक्रवाती तूफान आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम के साथ ही ओडिशा के तटीय इलाकों में बसे जिलों को प्रभावित कर सकता है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान व निकोबाद द्वीप समूह के चीफ सेक्रेटरी व वरिष्ठ अधिकारियों ने चक्रवात से बचाव के लिए किए गए उपायों से कमेटी को अवगत कराया। इन राज्यों में NDRF ने अपनी 32 टीमों को तैनात कर दिया है। बता दें कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर पूर्वानुमानित चक्रवात जवाद की भयावहता को देखते हुए ओडिशा के कई जिलों के लिए बारिश और हवा की चेतावनी जारी की गई है। चक्रवात 4 दिसंबर की सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तटों पर स्थल भाग से टकराने की संभावना जताई गई है। चक्रवात के प्रभाव से 3 दिसंबर की शाम/रात से बारिश शुरू हो जाएगी। दो दिसंबर को दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें 3 दिसंबर की सुबह से मध्य बंगाल की खाड़ी में 65-75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है और धीरे-धीरे 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम और इससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने की संभावना है। 3 दिसंबर की मध्यरात्रि से उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट के साथ-साथ निकटवर्ती जिलों में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है और 4 दिसंबर की दोपहर से धीरे-धीरे 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे होने की संभावना है। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ncr-weather-updates-news-cyclonic-storm-is-coming-heavy-rain-alert-in-many-states-22255769.html,"Weather News : आने वाला है चक्रवाती तूफान, देश के कई राज्‍यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें आपके इलाके में कैसा रहेगा मौसम","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के आस पास के इलाकों में डीप डिप्रेशन के चलते एक चक्रवाती तूफान बन रहा है जो तीन दिसंबर को मजबूत होकर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और चार दिसंबर की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराएगा। इसका नाम चक्रवात जोवाड़ (Cyclone Jowad) रखा गया है। वहीं पश्चिमोत्तर और मध्य भारत के आस पास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ ने दस्‍तक दी है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक इसकी वजह से मौसम का मिजाज बदलेगा जिसकी वजह से देश के कई इलाकों में दो दिसंबर तक तेज बारिश होगी। प्रदूषण नियंत्रण उपायों पर नजर रखेगा फ्लाइंग स्क्वाड, केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया- 17 गठित किए, 24 घंटे में 40 कर देंगे यह भी पढ़ें चार दिसंबर को आंध्र से टकराएगा तूफान मौसम विभाग की मानें अंडमान सागर के मध्य भाग पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र बुधवार तक पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए मंगलवार तक बंगाल की मध्य खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के रूप में तब्‍दील होकर चार दिसंबर को उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट से टकराएगा। इसकी वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों के साथ साथ आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्रों में भारी से बहुत ज्‍यादा भारी बारिश होने का अनुमान है। यही नहीं उत्तरी-पूर्वी राज्यों में भी पांच से छह दिसंबर को भारी बारिश होगी। वायु प्रदूषण: दिल्ली में स्कूल खोलने पर SC ने लगाई फटकार, कहा- बड़े लोग वर्क फ्राम होम है और बच्चों को जाना पड़ता है स्कूल यह भी पढ़ें मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह यही नहीं दक्षिण पूर्वी अरब सागर पर भी एक चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है जिसकी वजह से अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। पीटीआइ के मुताबिक पश्चिमोत्तर और मध्य भारत के आस पास बने पश्चिमी विक्षोभ की वजह से गुजरात के कुछ हिस्सों में दो दिसंबर तक भारी बारिश का अनुमान है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को अरब सागर में नहीं जाने की सलाह दी है। साथ ही किसानों को कटी फसलें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की सलाह दी गई है। गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने अपने आल इंडिया वेदर बुलेटिन में कहा है कि इन मौसमी बदलाव के चलते बुधवार और बृहस्पतिवार को गुजरात के वडोदरा, नर्मदा, बनासकांठा, साबरकांठा, छोटा उदयपुर, भडूच, तापी, अमरेली, अरावली, दाहोद, महिसागर और भावनगर जिलों के कई स्थानों पर भारी से ज्‍यादा भारी बारिश हो सकती है। यही नहीं सौराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। मौसम विभाग ने किसानों को रबी की फसल की बोवाई नहीं करने और अपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी है। घाटी में कड़कड़ाती सर्दी की शुरुआत वहीं जम्‍मू-कश्‍मीर में ठिठुराने वाली सर्दी शुरू हो गई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्‍त में पूरे कश्‍मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। श्रीनगर में मंगलवार की रात सीजन की सबसे सर्द रात के रूप में दर्ज की गई। श्रीनगर में मंगलवार की रात पारा शून्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहा। कश्‍मीर घाटी में इस हफ्ते के अंत में एक पश्चिमी विक्षोभ के दस्तक देने का अनुमान है। इसकी वजह से बूंदाबांदी और बर्फबारी होगी नतीजतन घाटी में शुष्क मौसम और शुष्‍क हो जाएगा। आमतौर पर कश्‍मीर घाटी में कड़कड़ाती ठंड दिसंबर के तीसरे हफ्ते के आसपास शुरू होती है। पंजाब, हरियाणा, यूपी और मध्‍य प्रदेश में ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में तापमान सामान्य रहने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान, पूर्व और पश्चिम यूपी, मध्‍य प्रदेश में तापमान सामान्य से नीचे रहने की उम्मीद है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्‍काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। यही नहीं केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। महाराष्‍ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में ऐसा रहेगा मौसम स्‍काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ताजा मौसमी बदलावों के चलते गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय भागों में तेज हवाएं की वजह से समुद्र में ऊंची लहरें उठने का अलर्ट जारी किया गया है। अनुमान है कि हवाओं की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। दक्षिणपूर्व राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और रायलसीमा के कुछ इलाकों में हल्की बारिश संभव है। यही नहीं दिल्‍ली एनसीआर के इलाकों में सुबह से ही स्‍माग और कोहरे की चादर छाई हुई है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-jammu-kashmir-terrorist-mehran-killed-non-muslims-in-srinagar-last-month-investigation-revealed-22257238.html,"आतंकी मेहरान ने की थी श्रीनगर में पिछले माह गैर-मुस्लिमों की हत्या, छानबीन में मिली हैरान करने वाली जानकारियां","नीलू रंजन, नई दिल्ली। श्रीनगर में निर्दोष गैर हिंदुओं की चुन-चुनकर हत्या करने में आतंकी मेहरान यासीन शल्ला का ही हाथ था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की जांच में इन हत्याओं के पीछे मेहरान का हाथ होने के ठोस सुबूत मिले हैं। पिछले हफ्ते मेहरान को उसके दो साथियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। पुलिस अब उसके अन्य सहयोगियों की पहचान में जुट गई है, जिनमें श्रीनगर की एक लड़की का नाम भी सामने आ रहा है। कश्मीर पर अनावश्यक टिप्पणी से बाज नहीं आ रहा यूएन का मानवाधिकार उच्चायोग कार्यालय, भारत ने लगाई फटकार यह भी पढ़ें सुरक्षा एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार श्रीनगर में ही कभी डिलिवरी ब्याय का काम करने वाला मेहरान इसी साल मई में आतंकी बना था। वह लश्कर आतंकी अब्बास शेख के मातहत द रेसिस्टेंट फ्रंट के बैनर तले आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया। द रेसिस्टेंट फ्रंट लश्कर-ए-तैयबा का ही मुखौटा संगठन है। 24 अगस्त को अब्बास शेख के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मेहरान सीधे पाकिस्तान स्थित हैंडलर के निर्देश पर काम करने लगा। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक वह पाकिस्तान स्थित तीन हैंडलर के संपर्क में था, जिसमें दो लश्कर और एक आइएसआइ का है। इन हैंडलर की पहचान की जा रही है। इन्हीं हैंडलरों के निर्देश पर मेहरान ने गैर मुस्लिमों की चुन-चुनकर हत्या कर दशहत फैलाने की साजिश रची। सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डिलिवरी ब्याय का काम करने के कारण मेहरान को श्रीनगर की गलियों की अच्छी जानकारी थी, जिसके कारण वारदात करने के बाद वह आसानी से भाग निकलता था। सबसे पहले उसने केमिस्ट मखन लाल ब‍िंदरू को निशाना बनाया। उसके बाद स्ट्रीट वेंडर वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी। इसके दो दिन बाद ही श्रीनगर के एक स्कूल में जाकर प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद की हत्या। इसके 10 दिन बाद श्रीनगर में बिहार के मजदूरों की हत्या में भी मेहरान शामिल था। सुरक्षा बलों की सख्ती के बाद मेहरान कुछ दिनों तक शांत रहा, लेकिन आठ अक्टूबर वह फिर एक कश्मीरी हिंदू की दुकान पर हत्या करने पहुंच गया, लेकिन गलती से उसने सेल्समैन गुलाम मुहम्मद खान की हत्या कर दी। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर में मेहरान के सहयोगियों की पड़ताल की जा रही है, जिसमें एक लड़की का नाम सामने आया है। ओवर ग्राउंड वर्कर (ओडब्ल्यूजी) के रूप में काम करने वाली लड़की टारगेट चुनने से लेकर रेकी करने तक में मेहरान की मदद करती थी। इसके अलावा दक्षिण कश्मीर में उसके सात-आठ सहयोगियों की भी पहचान कर ली गई है, जिन्हें उनसे पाकिस्तान से पैसे भी दिलवाए थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही मेहरान के सभी सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-supreme-court-sc-clears-hurdle-on-custodial-interrogation-of-exunitech-promoters-22257026.html,सुप्रीम कोर्ट ने यूनिटेक के पूर्व प्रमोटर चंद्रा भाइयों को ईडी की हिरासत में देने का रास्ता किया साफ,"नई दिल्ली, पीटीआइ। सुप्रीम कोर्ट ने यूनिटेक के पूर्व प्रमोटरों संजय चंद्रा और अजय चंद्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेजने का रास्ता साफ कर दिया है। ईडी की याचिका पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि 26 अगस्त का उसका आदेश चंद्रा भाइयों को ईडी की हिरासत में भेजने की राह में बाधा नहीं बनेगा।जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह की पीठ ने कहा कि अगर मजिस्ट्रेट को लगता है कि चंद्रा भाइयों को पूछताछ के लिए ईडी की हिरासत में भेजने की जरूरत है तो वह इस पर फैसला ले सकते हैं। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें सुप्रीम कोर्ट ने 26 अगस्त के अपने आदेश में चंद्रा भाइयों को दिल्ली की तिहाड़ जेल से मुंबई का आर्थर रोड और तजोला जेल भेजने को कहा था। साथ ही पीठ ने अदालती कार्यवाहियों में दोनों को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये पेश करने को कहा था। ईडी की याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) ने दोनों के खिलाफ दो नवंबर और 12 नवंबर को पेशी वारंट जारी किया था। ईडी ने दोनों को हिरासत में देने का अनुरोध किया था। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए आर्थर रोड जेल और तजोला जेल प्रशासन ने शीर्ष अदालत से स्थिति स्पष्ट करने आग्रह किया था। इसी पर पीठ ने यह बता कही है। संजय चंद्र को आर्थर रोड जेल और अजय चंद्र को तलोजा जेल में रखा गया है। पहले दोनों तिहाड़ जेल में एक साथ थे। ईडी ने आरोप लगाया था कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर दोनों वहीं से अपना कारोबार चला रहे हैं। ईडी चंद्रा बंधुओं के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रही है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक जांच एजेंसी को इस मामले में दोनों के खिलाफ कुछ नए सुबूत मिले हैं। यही वजह है कि प्रवर्तन निदेशालय दोनों को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार करते हुए पूछताछ करना चाहता है। हाल ही में ईडी ने बताया था कि धनशोधन कानून के तहत यूनिटेक समूह की कथित बेनामी कंपनियों की 18.14 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया गया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-internet-media-full-by-misinformation-google-removed-more-than-four-lakh-posts-in-october-22256718.html,"इंटरनेट मीडिया पर दुष्प्रचार और गलत जानकारियों की भरमार, गूगल ने अक्टूबर में ही हटाए चार लाख से ज्यादा पोस्ट","नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में इंटरनेट मीडिया के उपभोक्ताओं की संख्या करोड़ों में है तो उनके द्वारा पोस्ट किए जाने वाली सामग्री को लेकर भी शिकायतों की भी बड़ी संख्या है। गूगल को भारत से संबंधित उपभोक्ताओं की 24,569 शिकायतें प्राप्त हुईं जिनके आधार पर 48,594 आनलाइन सामग्री को हटाया गया। गूगल ने यह जानकारी अपनी मासिक पारदर्शिता रिपोर्ट में दी है। इससे पहले अक्टूबर में गूगल अपने आटोमेटेड डिटेक्शन सिस्टम से सर्च कर 3,84,509 सामग्रियों को हटाया गया था। हटाई गई सामग्री घृणास्पद दुष्प्रचार और भेदभाव से संबंधित थीं। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें गूगल को 29,842 शिकायतें मिलीं इससे पहले सितंबर में गूगल को 29,842 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। उनके आधार पर 76,967 सामग्री को हटाया गया। जबकि आटोमेटेड डिटेक्शन से 4,50,246 सामग्रियों को हटाया गया। अमेरिका की तकनीक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने यह जानकारी भारत के नए आइटी कानून के प्रविधानों के अनुसार दी है। यह कानून मई 2020 से लागू हुआ है। गूगल को व्यक्तिगत आधार पर जो शिकायतें प्राप्त हुईं, वे देश के हर क्षेत्र से मिलीं। इन्हें गूगल की शिकायत करने की निर्धारित व्यवस्था में जाकर किया गया। इनमें कुछ शिकायतें बौद्धिक संपदा अधिकार के उल्लंघन की थीं और कुछ शिकायतें स्थानीय नियम-कानूनों के उल्लंघन की। जबकि 48,078 शिकायतें कापीराइट के उल्लंघन की थी। शिकायतों की बड़ी संख्या दुष्प्रचार और झूठा आरोप लगाने की थीं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें फेसबुक और इंस्टाग्राम से हटी 1.88 करोड़ पोस्ट कुछ हफ्ते पहले बनी कंपनी मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम एप से अक्टूबर में 1.88 करोड़ कंटेंट हटाए हैं। यह कार्रवाई उसने प्राप्त शिकायतों और अपने आटोमेटेड सिस्टम के जरिये की है। फेसबुक 13 बिंदुओं वाली अपनी नियमावली के अनुसार भारत और अन्य देशों के उपभोक्ताओं द्वारा पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट पर नजर रखता है। भारत के नए आइटी कानून के अनुसार उसे इस तरह की सामग्री के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक भी करना है। इसी के चलते मेटा ने एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्राप्त शिकायतों और आटोमेटेड सिस्टम से पकड़ी गई दोषयुक्त सामग्री को हटाने की कार्रवाई के बारे में बताया है। (आइएएनएस)इंटरनेट मीडिया पर दुष्प्रचार और गलत जानकारियों की भरमार राष्ट्रीय पेज पर लें। क्रासर में करोड़ की जगह लाख किया गया। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें गूगल ने हटाए चार लाख से ज्यादा पोस्ट समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक भारत में इंटरनेट मीडिया के उपभोक्ताओं की संख्या करोड़ों में है तो उनके द्वारा पोस्ट किए जाने वाली सामग्री को लेकर भी शिकायतों की भी बड़ी संख्या है। गूगल को भारत से संबंधित उपभोक्ताओं की 24,569 शिकायतें प्राप्त हुईं जिनके आधार पर 48,594 आनलाइन सामग्री को हटाया गया। गूगल ने यह जानकारी अपनी मासिक पारदर्शिता रिपोर्ट में दी है। इससे पहले अक्टूबर में गूगल अपने आटोमेटेड डिटेक्शन सिस्टम से सर्च कर 3,84,509 सामग्रियों को हटाया गया था। हटाई गई सामग्री घृणास्पद दुष्प्रचार और भेदभाव से संबंधित थीं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें सितंबर में 76,967 सामग्री को हटाया इससे पहले सितंबर में गूगल को 29,842 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। उनके आधार पर 76,967 सामग्री को हटाया गया। जबकि आटोमेटेड डिटेक्शन से 4,50,246 सामग्रियों को हटाया गया। अमेरिका की तकनीक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने यह जानकारी भारत के नए आइटी कानून के प्रविधानों के अनुसार दी है। यह कानून मई 2020 से लागू हुआ है। गूगल को व्यक्तिगत आधार पर जो शिकायतें प्राप्त हुईं, वे देश के हर क्षेत्र से मिलीं। इन्हें गूगल की शिकायत करने की निर्धारित व्यवस्था में जाकर किया गया। इनमें कुछ शिकायतें बौद्धिक संपदा अधिकार के उल्लंघन की थीं और कुछ शिकायतें स्थानीय नियम-कानूनों के उल्लंघन की। जबकि 48,078 शिकायतें कापीराइट के उल्लंघन की थी। शिकायतों की बड़ी संख्या दुष्प्रचार और झूठा आरोप लगाने की थीं। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें फेसबुक और इंस्टाग्राम से हटी 1.88 करोड़ पोस्ट समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक कुछ हफ्ते पहले बनी कंपनी मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम एप से अक्टूबर में 1.88 करोड़ कंटेंट हटाए हैं। यह कार्रवाई उसने प्राप्त शिकायतों और अपने आटोमेटेड सिस्टम के जरिये की है। फेसबुक 13 बिंदुओं वाली अपनी नियमावली के अनुसार भारत और अन्य देशों के उपभोक्ताओं द्वारा पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट पर नजर रखता है। भारत के नए आइटी कानून के अनुसार उसे इस तरह की सामग्री के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक भी करना है। इसी के चलते मेटा ने एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्राप्त शिकायतों और आटोमेटेड सिस्टम से पकड़ी गई दोषयुक्त सामग्री को हटाने की कार्रवाई के बारे में बताया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-virologist-t-jacob-says-covid-vaccines-booster-doses-easiest-barrier-against-omicron-variant-22256860.html,प्रख्यात वायरोलाजिस्ट ने बताया ओमिक्रोन वैरिएंट को रोकने का सबसे आसान तरीका,"नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से भीषण तबाही का सामना कर चुकी दुनिया ओमिक्रोन वैरिएंट के सामने आने के बाद दहशत में है। ओमिक्रोन को लेकर कम जानकारी और अधिक अटकलों के चलते डर का माहौल बढ़ता ही जा रहा है। इस वैरिएंट के तेजी से फैलने के साथ ही मौजूदा वैक्सीन को बेअसर करने की भी आशंका जताई जा रही है। ऐसे में भारत के एक विषाणु विज्ञानी के दावे से भय और भ्रम से पैदा हुए अंधेर में उम्मीद की किरण नजर आई है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें प्रख्यात विषाणु विज्ञानी डा. टी जैकब जान का कहना है कि कोरोना रोधी वैक्सीन की बूस्टर डोज ओमिक्रोन को रोकने का सबसे आसान और तात्कालिक उपाय है। उनके मुताबिक हो सकता है कि ओमिक्रोन महामारी की तीसरी लहर का कारण नहीं बने, लेकिन ब्रेकथ्रू संक्रमण का कारण बन सकता है। ब्रेकथ्रू संक्रमण से मतलब ऐसे लोगों के संक्रमित होने से है जो वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका में पिछले महीने के आखिरी हफ्ते में पहली बार पहचाने गए ओमिक्रोन वैरिएंट (बी.1.1529) में अब तक 34 बदलाव हो चुके हैं, जो अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा की तुलना में बहुत ज्यादा हैं। ये सभी 'वैरिएंट आफ कंसर्न' हैं। ओमिक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में भी कई म्युटेशन की बात सामने आ रही है। इसी के चलते इसके तेजी से फैलने और मौजूदा वैक्सीन को बेअसर करने की बात कहीं जा रही हैं, क्योंकि अभी तक मूल वायरस के स्पाइक प्रोटीन के आधार पर ही वैक्सीन बनाई गई हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के विषाणु विज्ञान एडवांस अनुसंधान केंद्र के निदेशक रह चुके डा. जान ने प्रेट्र से बातचीत में कहा कि ओमिक्रोन को हमारी उक्ति 'सर्वश्रेष्ठ की अपेक्षा करें लेकिन सबसे बुरे के लिए तैयार रहें' की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में हमारी स्थिति एक प्याली के एक तिहाई भरे होने जैसी है, क्योंकि अभी तक सिर्फ 30 प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीन की दोनों डोज दी जा सकी है। यह स्थिति खराब नहीं, लेकिन इसमें और सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महामारी की पहली और घातक दूसरी लहर से भारत में ज्यादातर लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबाडी बन गई है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें डा. जान कहते हैं कि ऐसी पृष्ठभूमि में अगर यह वैरिएंट शरीर में प्रवेश करता है और तेजी से फैलता है तो यह अप्रत्याशित हो सकता है। परंतु, स्थिति इतनी बुरी भी नहीं होगी जितनी लोग डरे हैं। यह तीसरी लहर का कारण भी नहीं हो सकता है। इसके बावजूद, इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यही होगा कि हम अपनी आबादी में प्रतिरक्षा पैदा करें, जिसे आमतौर पर सामुदायिक प्रतिरक्षा कहते हैं। इसका मतलब है कि हमें दो चीजें तुरंत करनी चाहिए, जिन्हें कोई डोज नहीं लगी है उन्हें पहली डोज लगाई जाए और जिन्हें दोनों डोज लग गई हैं उन्हें बूस्टर डोज दी जाए। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रसार के रास्ते में बूस्टर डोज ही सबसे आसान बाधा है, जिसे तुरंत पैदा करना चाहिए। उनके मुताबिक बच्चों से लेकर गर्भवती महिलाओं को भी कोरोना का टीका लगाया जाना चाहिए। मौजूदा वैक्सीन के प्रभाव को लेकर उनका कहना है कि ब्रेकथ्रू मामले सामान्य हो सकते हैं। मूल वायरस समान है इसलिए उम्मीद है कि बूस्टर डोज से पैदा होने वाली उच्च प्रतिरक्षा न सिर्फ हमें इस बीमारी से बचाएगी, बल्कि इसके प्रसार की रफ्तार को भी कम करेगी। ------------------------ Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-government-to-bring-uniformity-in-the-safety-process-of-dams-bill-introduced-in-rajya-sabha-jagran-special-22256794.html,"बांधों की सुरक्षा प्रक्रिया में एकरूपता लाना चाहती है सरकार, राज्‍यसभा में विधेयक पेश, लोकसभा हो चुका है पारित","सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 को लेकर सरकार सभी राजनीतिक दलों से गंभीर मंत्रणा करना चाहती है। बांधों की सुरक्षा एक बड़ी और गंभीर चुनौती है। इसीलिए सदन से आनन-फानन में पारित कराने के बजाय वह लगातार विपक्षी दलों को इस पर होने में वाली बहस में हिस्सा लेने का आग्रह कर रही है। लोकसभा से यह विधेयक पहले ही पारित हो चुका है। सरकार की मंशा देश के सभी बांधों की सुरक्षा संबंधी प्रक्रिया में एकरूपता लाने की है। विधेयक के जरिये एक ऐसा तंत्र विकसित किया जाएगा जो सभी बांधों की सुरक्षा की निगरानी करेगा। इसमें राज्यों की अहम भूमिका सुनिश्चित की गई है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें कुछ राज्यों ने जताया है एतराज हालांकि, कुछ राज्यों ने विधेयक के प्रविधानों पर एतराज जताया है। इसके लिए विधेयक में जरूरी हुआ तो संशोधन भी किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों के प्रतिनिधि सदन में अपनी आपत्तियां जता सकते हैं। दरअसल, जल राज्य का विषय है। विधेयक में किसी भी तरह राज्यों के अधिकारों के साथ छेड़छाड़ नहीं करने का आश्वासन दिया जा रहा है। विधेयक के माध्यम से एक तंत्र तैयार किया जाएगा जो राज्यों के अधिकारों की सुरक्षा करेगा। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें सुरक्षा मानकों का है प्रविधान विधेयक में बांधों के निर्माण और रखरखाव के साथ उसके सुरक्षा मानकों का प्रविधान है। बांधों का सीधा ताल्लुक राज्यों के सिंचाई विभाग और केंद्रीय जल आयोग से है, जिन्हें मजबूती देने की जरूरत है। बांधों के निरीक्षण संबंधी कार्य राज्य सरकारों के पास रहेंगे। बांधों के निर्माण की विफलता से बचने के लिए निवारक तंत्र भी बनेगा क्योंकि बांधों की विफलता के लिए कोई स्थान नहीं है। दरअसल जलवायु परिवर्तन के साथ पानी के मुद्दे पर सावधानी और सटीकता के साथ विचार करने की जरूरत है। बांधों की एकरूपता पर विचार करते समय जलवायु, जलग्रहण क्षेत्रों जैसे स्थानीय कारकों पर भी विशेष बल देने की जरूरत है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें 293 बांध सौ साल से भी ज्यादा पुराने देश में फिलहाल कुल 5,344 बांधों में से 92 प्रतिशत बांधों का निर्माण एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवाहित होने वाली नदियों पर किया गया है। इनमें से 293 बांध ऐसे हैं जो 100 साल से भी ज्यादा पुराने हैं। उनकी सुरक्षा पर विशेष जोर देने की जरूरत है। देश में 25 प्रतिशत बांध 50 से 100 साल पहले बनाए गए थे। 80 प्रतिशत बांध 25 साल या उससे पुराने हैं। आजादी के बाद देश में कई बांध ध्वस्त भी हो चुके हैं। 1979 में गुजरात में ऐसी ही एक घटना में हजारों लोगों की जान चली गई थी। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें जमती गाद की वजह से घट रही बांधों की जल भंडारण क्षमता देश में बांध सुरक्षा संबंधी गंभीर चुनौतियां हैं। कुछ बांध बहुत पुराने हो चुके हैं, जिनके डिजायन जल विज्ञान और बाकी सुरक्षा प्रणाली आधुनिक टेक्नोलाजी पर आधारित नहीं है। इसके अलावा ज्यादातर बांधों में बड़े पैमाने पर गाद (सिल्ट) जमा होने से उनकी जल भंडारण क्षमता लगातार कम हो रही है। इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए बांध सुरक्षा विधेयक की जरूरत महसूस की गई। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-serum-institute-seeks-dcgi-approval-for-covishield-booster-dose-amid-concerns-raised-by-omicron-variant-22256516.html,ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर चिंता के बीच सीरम ने बूस्टर डोज के लिए डीसीजीआइ से मांगी अनुमति,"नई दिल्ली, पीटीआइ। सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (SII) ने देश में वैक्सीन के पर्याप्त स्टाक और कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को देखते हुए कोविशील्ड के बूस्टर डोज के लिए भारत के ड्रग रेगुलेटर की मंजूरी मांगी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) को एक आवेदन में सीरम में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा है कि बिट्रेन की दवा नियामक एजेंसी ने पहले ही एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की बूस्टर खुराक को मंजूरी दे दी है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें एक आधिकारिक सूत्र के अनुसार प्रकाश कुमार सिंह ने मंगलवार को आवेदन में कहा कि दुनिया महामारी को देखते हुए कई देशों ने कोरोना टीकों की बूस्टर खुराक देना शुरू कर दिया है। हमारे देश के लोगों के साथ-साथ अन्य देशों के नागरिक जिन्हें पहले ही कोविशील्ड की दो खुराक दी जा चुकी है, वे भी लगातार बूस्टर खुराक के लिए हमारी फर्म से अनुरोध कर रहे हैं।आप जानते हैं कि अब हमारे देश में कोविशील्ड की कोई कमी नहीं है और महामारी और नए वैरिएंट को देखते हुए वैक्सीन की बूस्टर डोज की मांग दिन-पर-दिन बढ़ती जा रही है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें प्रकाश कुमार सिंह ने आगे कहा कि यह समय की मांग है और हर व्यक्ति के स्वास्थ्य के अधिकार की बात है कि वे इस महामारी की स्थिति में खुद को बचाने के लिए बूस्टर खुराक से वंचित नहीं रहें। केंद्र सरकार ने संसद को सूचित किया है कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह और कोरोना के लिए वैक्सीन एडमिनिट्रेशन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह बूस्टर खुराक की आवश्यकता को लेकर वैज्ञानिक प्रमाणों पर विचार कर रहा है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रोन' को लेकर चिंताओं के बीच केरल, राजस्थान, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ ने केंद्र से आग्रह किया है कि वह कोरोना वैक्सीन की बूस्टर खुराक की अनुमति देने पर निर्णय करे। दिल्ली हाई कोर्ट ने 25 नवंबर को केंद्र को निर्देश दिया कि वह उन लोगों को बूस्टर खुराक देने पर अपना रुख स्पष्ट करे, जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग गई है। कोर्ट ने कहा कि वह दूसरी लहर जैसी स्थिति नहीं चाहता है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-coronavirus-update-union-govt-writes-to-six-states-ut-over-rising-covid-positivity-rates-and-deaths-22265236.html,"ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश","नई दिल्‍ली, पीटीआइ। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के सामने आने के बाद सरकार हरकत में आ गई है। केंद्र सरकार इस मसले पर राज्‍यों से लगातार संपर्क बनाए हुए है और मामलों पर करीबी नजर रख रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को छह राज्‍यों को पत्र लिखकर कोरोना के मामलों पर आगाह किया है। साथ ही संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने चिट्ठी लिखकर इन राज्‍यों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, मिजोरम और जम्मू-कश्मीर, को पत्र लिखकर कोरोना के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट के साथ साथ ज्‍यादा से ज्‍यादा टीकाकरण करने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं राज्‍यों को उपयुक्त कोविड व्यवहार अपनाने को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है। सरकार ने इन राज्‍यों के कुछ जिलों में संक्रमण के बढ़ते मामलों, साप्ताहिक संक्रमण दर और मृत्यु के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह दिशा-निर्देश दिए हैं। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 27 नवंबर को लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा कि पहले ही सलाह दी जा चुकी है कि सभी राज्‍य अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी नजर रखें और कोरोना के उभरते नए हाटस्पाट क्षेत्रों पर नजर बनाए रखें। साथ ही संक्रमित यात्रियों के संपर्क में आए लोगों का तुरंत पता लगाएं। संक्रमित अंतरराष्‍ट्रीय यात्रियों के नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने के लिए भी कहा जा चुका है। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें यही नहीं कोरोना के मामलों की तुरंत पहचान करने और स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियों की समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कर्नाटक के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) को लिखे पत्र में कहा कि राज्‍य में तीन दिसंबर तक एक महीने के भीतर कोरोना के 8073 नए केस सामने आए हैं। राज्य में साप्ताहिक नए मामलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। साथ ही राज्‍य में साप्ताहिक मौतों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है और यह 22 से बढ़कर 29 हो गई है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ncr-senior-journalist-vinod-dua-passes-away-confirms-his-daughter-and-actress-mallika-dua-22264803.html,"वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार","नई दिल्ली, एजेंसियां। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनकी बेटी अभिनेत्री व कामेड‍ियन मल्लिका दुआ ने यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी बताया कि कल दिल्ली में लोधी कंसोर्टियम में उनका अंतिम संस्कार होगा। इस खबर से पूरे पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ उठी है। हिंदी पत्रकारिता के जाने-माने चेहरे रहे दुआ ने दूरदर्शन और एनडीटीवी समेत अन्य कई संस्थानों में काम किया। पिछले काफी दिनों से उनकी तबियत खराब थी। वे अपोलो अस्पताल में आईसीयू में भर्ती थे। विनोद दुआ इलेक्ट्रानिक मीडिया के पहले पत्रकार रहे, जो प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवार्ड से सम्मानित हुआ। साल 2008 में उन्हें भारत सरकार ने पत्रकारिता के लिए पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया था। मुंबई प्रेस क्लब ने साल 2017 में उन्हें रेडइंक पुरस्कार से सम्मानित किया था। यह सम्मान उन्हें पत्रकारिता में उनकी जीवन भर की उपलब्धि के लिए दिया गया था। महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें यह सम्मान दिया था। प्रदूषण नियंत्रण उपायों पर नजर रखेगा फ्लाइंग स्क्वाड, केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया- 17 गठित किए, 24 घंटे में 40 कर देंगे यह भी पढ़ें दिल्ली के हंसराज कालेज से अंग्रेजी साहित्य में विनोद दुआ ने डिग्री के साथ-साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से साहित्य में मास्टर डिग्री हासिल की। एनडीटीवी का शो जायका इंडिया को काफी पसंद किया जाता, जिसे वो होस्ट करते थे। बता दें कि देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान विनोद दुआ और उनकी पत्नी पद्मावती 'चिन्ना' दुआ कोरोना से संक्रमित हो गए थे। इस दौरान दोनों की तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। उनकी पत्नी का 12 जून को निधन हो गया था। विनोद दुआ की हालत तभी से खराब थी। बीते दिनों उनकी मौत की फेक न्यूज भी आई थी, जिसका उनकी बेटी ने खंडन किया था। विनोद दुआ की एक और बेटी बकुल दुआ हैं, जो पेशे से मनोवैज्ञानिक हैं। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-double-vaccinate-against-covid-or-booster-shots-know-experts-views-on-omicron-concerns-jagran-special-22264615.html,"वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय","नई दिल्‍ली, पीटीआइ। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे के बीच वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत जैसे देश को कोविड रोधी वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज देने के बजाए वयस्‍कों को टीके की दोनों खुराकों को देने पर फोकस करना चाहिए। वैज्ञानिकों का यह सुझाव ऐसे वक्‍त में सामने आया है जब कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर चिंताओं के बीच कोविड रोधी वैक्‍सीन की बूस्टर डोज दिए जाने की जरूरत समझी जा रही है। यही नहीं इंसाकोग ने भी 40 साल से ज्‍यादा उम्र के लोगों को वैक्‍सीन की बूस्टर डोज देने की वकालत की है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें रोग प्रतिरोधक क्षमता विज्ञानी विनीता बल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि देश में 18 साल से कम उम्र के लोगों की बड़ी आबादी है। ऐसे में जब तक इन लोगों का भी टीकाकरण नहीं हो जाता तब तक कोविड रोधी वैक्‍सीन की तीसरी खुराक का सुझाव देना बेमतलब की बात होगी। विनीता कहती हैं कि देश में कोरोना के खिलाफ बड़े स्तर पर टीकाकरण मार्च 2021 में ही शुरू हुआ। ऐसे में हमको सबसे पहले वैक्‍सीन की दोनों डोज लगाने पर फोकस करने की दरकार है। यही नहीं यदि हो सके तो 18 साल से कम उम्र वालों के टीकाकरण पर जोर देना चाहिए। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें पुणे के भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में गेस्‍ट टीचर विनीता बल कहती हैं कि जिन लोगों को कोविड रोधी वैक्‍सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। देखा जा रहा है कि उनमें संक्रमण होने की दशा में बीमारी उतनी गंभीर नहीं बन रही है बनिस्बत ऐसे लोगों में जिन्होंने कोविड रोधी वैक्‍सीन की कोई खुराक नहीं ली है। इस बात से साबित हो जाता है कि देश में कोविड रोधी वैक्‍सीन लगवा चुके लोगों में गंभीर संक्रमण से बचाने लायक रोग प्रतिरक्षा क्षमता बन रही है। वहीं नई दिल्ली के राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान (एनआईआई) में विशेषज्ञ सत्यजीत रथ ने कहा कि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि कोविड रोधी टीकों की बूस्टर डोज की जरूरत है या नहीं। भले ही हाल के कुछ अध्ययनों में प्रतिरक्षा की अवधि और कोविड-19 से सुरक्षा में अंतर दिख रहा हो लेकिन मौजूदा वक्‍त में मैं इनके आधार पर वैक्‍सीन की बूस्टर खुराक के बारे में कोई निश्चित राय देने में असमर्थ हूं। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें वहीं मुंबई के एक अस्पताल में संक्रामक रोग विशेषज्ञ और महाराष्ट्र सरकार के कोविड-19 कार्यबल के सदस्य वसंत नागवेकर का कहना है कि भले ही कोविड रोधी वैक्‍सीन की बूस्टर डोज काम कर रही हो... फ‍िर भी यह अस्थायी समाधान ही होगा। हम वायरस के हर बदलाव के साथ बूस्टर खुराक नहीं दे सकते हैं। यही नहीं हर छह महीने पर बूस्‍टर शाट देने भी उचित नहीं है। बेहतर होगा कि सभी को मास्क लगाने पर जोर दिया जाए। मास्क के इस्‍तेमाल से संक्रमण 53 फीसद तक घट सकता है। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें उल्‍लेखनीय है कि केंद्र सरकार का कहना है कि देश में कोविड रोधी वैक्‍सीन की बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर फैसला वैज्ञानिक सलाह के आधार पर किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को विपक्षी दलों को देश के विज्ञानियों पर भरोसा रखने की सलाह देते हुए कहा था कि ओमिक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है। इस वैरिएंट के मद्देनजर जोखिम वाले देशों से अब तक आए 16,000 यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच कराई गई है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-despite-concerns-over-omicron-variant-one-in-three-indians-continue-to-refrain-from-carrying-masks-22264812.html,ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क,"नई दिल्‍ली, पीटीआइ। देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद उभरती चिंताओं के बावजूद मास्क पहनने के नियमों का अनुपालन निचले स्तर पर बना हुआ है। समाचार एजेंसी पीटीआइ एक सर्वेक्षण के हवाले से बताया है कि तीन में से एक भारतीय का कहना है कि उनके इलाक में अधिकांश लोग अपने घरों से बाहर निकलते समय मास्क नहीं पहनते हैं। केवल दो फीसद लोगों ने माना कि उनके इलाके, शहर या जिले में लोग इस नियम का पालन कर रहे हैं। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें डिजिटल समुदाय आधारित प्लेटफार्म 'लोकल सर्किल' (LocalCircles) की ओर से किए गए एक सर्वेक्षण में देश के 364 जिलों के 25 हजार से अधिक लोगों की प्रतिक्रियाएं मिलीं। इनमें 29 फीसद लोगों ने माना कि मास्क पहनने के नियम का पालन करने की दर अच्‍छी है। समाचार एजेंसी पीटीआइ ने सर्वेक्षण के आधार पर कहा है कि देश में मास्क पहनने की दर सितंबर में गिरकर महज 12 फीसद तक आ गई। नवंबर में इसमें और गिरावट आई और यह केवल दो फीसद तक रह गई। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें 'लोकल सर्किल' (LocalCircles) के संस्थापक सचिन टापरिया (Sachin Taparia) ने कहा कि यह बेहद जरूरी है कि कोरोना के ओमि‍क्रोन वैरिएंट के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकारें मास्क अनुपालन के बारे में जागरूकता पैदा करने और इसका पालन कराने के लिए जरूरी कानूनी कार्रवाई को लेकर कदम उठाएं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि एक इनडोर क्षेत्र में दो लोगों ने मास्क नहीं पहना है तो संक्रमित व्यक्ति केवल 10 मिनट में दूसरे को वायरस दे सकता है जबकि यदि दोनों ने एन-95 मास्क पहना है तो इसके लिए 600 घंटे से अधिक समय तक दायरे में आने की आवश्यकता होती है। ऐसे में जब ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक आगाह कर रहे हैं तो मास्‍क पहनने की जरूरत सबसे ज्‍यादा हो जाती है। सनद रहे कि डब्‍ल्‍यूएचओ की ओर से ओमिक्रोन को वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है। यह वैरिएंट दुनिया के 40 से अधिक देशों में फैल चुका है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-air-india-flight-from-delhi-to-new-jersey-returned-after-three-hours-of-flight-22264355.html,"अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी","नई दिल्ली, एजेंसी। संयुक्त राज्य अमेरिका में नेवार्क जाने वाली एयर इंडिया की एक उड़ान एक यात्री की मौत के कारण प्रस्थान करने के तीन घंटे बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर वापस लौट आई। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया, 'एयर इंडिया के अधिकारी ने बताया कि जहाज पर मेडिकल इमरजेंसी के कारण एयर इंडिया दिल्ली-नेवार्क (यूएस) फ्लाइट तीन घंटे से भी ज्यादा समय की उड़ान भरने के बाद वापस लौट गई है।' ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें हवाई अड्डे के डाक्टरों की एक टीम विमान में पहुंची और यात्री की सावधानीपूर्वक जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। यात्री अमेरिकी नागरिक था और अपनी पत्नी के साथ यात्रा कर रहा था। हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने एएनआई को बताया, '04.12.2021 को, दिल्ली से नेवार्क जाने वाली उड़ान संख्या एआई-105, एक पुरुष यात्री की मौत के कारण लौट आई, एक अमेरिकी नागरिक, जो अपनी पत्नी के साथ नेवार्क की यात्रा कर रहा था।' वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरी और उड़ान समय शुल्क सीमा (FDTL) मानदंडों के अनुसार, उड़ान संचालन के लिए चालक दल के एक और बैच की व्यवस्था की जाएगी। अधिकारी ने कहा, 'नए चालक दल के सदस्यों के साथ विमान के लगभग चार बजे उड़ान भरने की उम्मीद है।' वहीं, आगे की कानूनी औपचारिकताओं के लिए पूरे मामले की सूचना एयरपोर्ट पुलिस को दी गई है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rainfall-to-increase-today-crops-might-be-damaged-imd-dg-on-cyclone-jawad-22264561.html,"इन क्षेत्रों में आज और बढ़ सकती है बारिश, फसलों को हो सकता है नुकसान, चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर IMD ने किया अलर्ट","नई दिल्ली, एएनआइ। बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान जवाद कमजोर पड़ गया है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार जवाद समुद्र के भीतर कमजोर होकर अब चार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर व उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ रहा है। पहले इसकी गति क्रमशः 60 से लेकर 110 किलोमीटर प्रतिघंटा होने का अनुमान जताया गया था। गति कम होने के कारण अब चक्रवात निम्न दबाव के रूप में रविवार दोपहर पुरी तट से टकराएगा। इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने शनिवार को कहा कि चक्रवाती तूफान जवाद फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। चक्रवात तूफान के चलते आज आंध्र प्रदेश-ओडिशा में बारिश और तेज हो सकती है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें चक्रवाती तूफान के असर को लेकर आइएमडी के डीजी ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि कुछ छोटे पेड़ गिर सकते हैं। तटीय क्षेत्रों में पेड़ों की शाखाएं टूट कर गिर सकती हैं। घास- फूस के घर भी तूफान से प्रभावित हो सकते हैं। बड़े पैमाने पर यह तूफान खड़ी फसलों को प्रभावित करेगा। इन क्षेत्रों में कल शाम से हो रही बारिश साथ ही उन्होंने कहा कि जैसा कि अनुमान लगाया गया था कि चक्रवाती तूफान जवाद उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश से 230 किमी पूर्व और पुरी, ओडिशा से 400 किमी दक्षिण में केंद्रित है। उत्तरी आंध्र प्रदेश और तटीय और ओडिशा के कई जिलों में कल शाम से ही बारिश हो रही है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें रविवार-सोमवार को असम, मेघालय और त्रिपुरा में बारिश का है पूर्वानुमान महापात्र के मुताबिक इन क्षेत्रों में आज बारिश की गतिविधि और बढ़ेगी। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजियानगरम और विशाखापत्तनम के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा ओडिशा के गजापट्टी, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों के लिए भी रेड अलर्ट जारी हुआ है। चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल में शनिवार-रविवार और असम, मेघालय व त्रिपुरा में रविवार-सोमवार को कुछ इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। उत्तरी ओडिशा में 5 दिसंबर को बारिश हो सकती है। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें पुरी में एनडीआरएफ की टीमें तैनात एनडीआरएफ के अधिकारी बिश्वनाथ चौधरी ने बताया कि चक्रवाती तूफान जवाद को देखते हुए यहां पुरी में एक टीम को तैनात किया गया है। अगर यहां हालात बिगड़ते हैं तो हमारे पास बचाव के सारे उपकरण और टीम तैयार हैं। जलभराव के कारण यातायात हो सकता है प्रभावित आइएमडी भुवनेश्वर के निदेशक एचआर बिस्वास ने बताया कि चक्रवाती तूफान जवाद को पिछले 1 घंटे में उत्तर की ओर बढ़ते हुए देखा गया था और यह अगले 12 घंटों तक ऐसे ही बढ़ता रहेगा। चक्रवात तूफान रविवार को पुरी के तटीय क्षेत्रों से टकराने की उम्मीद है और ये धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा। इस दौरान हवा की अधिकतम गति 75 किमी प्रति घंटा रहने का अनुमान है। रविवार को तेज बारिश की संभावना है और किसी भी क्षेत्र में तूफान को लेकर चेतावनी जारी नहीं की गई है। जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हो सकता है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-third-case-of-omicron-variant-in-the-country-found-in-gujarat-jamnagar-22264441.html,"देश में ओमिक्रोन का तीसरा मामला मिलने से हड़कंप, गुजरात में मिला मरीज, संसदीय पैनल ने की टीकों के मूल्यांकन की सिफारिश","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का तीसरा मामला सामने आया है। गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को बताया कि राज्‍य में ओमिक्रोन का पहला मामला जामनगर में सामने आया। इसमें जिम्बाब्वे से आया एक व्यक्ति ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित था। विस्‍तृत जांच के लिए उसके नमूने को पुणे भेजा गया है। वहीं दूसरी ओर ओमीक्रोन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच संसदीय समिति ने कोविड-19 रोधी वैक्‍सीन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने की सिफारिश की है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक जामनगर में Omicron के पहला केस आने के बाद गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें उन्‍होंने गुजरात के स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने ओमिक्रोन के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। गुजरात के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज अग्रवाल ने कहा कि जामनगर में मिले ओमिक्रोन के मरीज को आइसोलेट कर दिया गया है। उनके मकान को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। सारी सावधानियों का पालन करते हुए टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की व्‍यवस्‍था होगी। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान हुई जानमाल की क्षति के मद्देनजर समिति ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सार्स-कोव-2 के प्रसार पर अंकुश लगाने या रोकने के लिए किए गए उपाय पूरी तरह से अपर्याप्त साबित हुए हैं। समिति ने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा ऑक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। समिति का कहना है कि देश के ग्रामीण इलाकों में जांच सुविधाओं में सुधार की तत्‍काल जरूरत है। समिति ने अपनी सिफारिशों में कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सरकार को इस समय का सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की जरूरत है। सरकार को अस्‍पतालों में बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और आक्सीजन सिलेंडरों और जरूरी दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ध्‍यान केंद्रित करना चाहिए। राज्यों में वीआरडीएल के साथ पीएचसी और सीएचसी के बीच कोआर्डिनेशन को भी मजबूत किए जाने की जरूरत है। समिति का कहना है कि मौजूदा वक्‍त में महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए संक्रमितों का समय पर पता लगाना और उन्हें क्‍वारंटीन करना बहुत जरूरी है। यही नहीं कोरोना संक्रमण के इलाज को लेकर और अध्‍ययन किए जाने की अहमियत को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। सरकार को ज्‍यादा से ज्‍यादा वैक्‍सीन को मंजूरी देने के साथ ही टीकों के उत्पादन में तेजी लाने पर भी जोर देना चाहिए। मौजूदा वक्‍त में वैक्‍सीन की वितरण क्षमता बढ़ाने के साथ ही टीकाकरण की दर को भी बढ़ाए जाने की आवश्‍यकता है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-know-about-the-deadly-omicron-variant-in-10-points-the-virus-became-a-cause-of-concern-for-the-world-jagran-special-22264423.html,"10 बिंदुओं में जानें घातक ओमिक्रोन वैरिएंट के बारे में, आखिर दुनिया के लिए कैसे बना चिंता का सबब","नई दिल्‍ली, जेएनएन। दक्षिण अफ्रीका में मिले खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रोन ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। ओमिक्रोन की सबसे पहले पहचान दक्षिण अफ्रीका में हुई, लेकिन अब कोरोना वायरस का ये खतरनाक वैरिएंट यूरोप और एशिया में अपना पांव पसार चुका है। इसके बाद इस वैरिएंट से पूरी दुनिया में खलबली मच गई है। यह नया वैरिएंट तेजी से फैलने वाला बताया जा रहा है और परेशान करने वाली बात ये है कि ये उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है जो पहले से ही संक्रमित हो चुके हैं। इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि 24 नवंबर को ओमिकोन वैरिएंट के पहले केस की पुष्टि के बाद 3 दिसंबर तक यानी सिर्फ 10 दिनों में ही नया स्ट्रेन 38 देशों तक फैल चुका है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें 1- यह कोरोना का नया वैरिएंट है। इसे ओमिक्रोन (B.1.1.529) नाम दिया गया है। इस वैरिएंट के कुल 50 तरह के म्‍यूटेशन है। इसमें 30 स्‍पाइक प्रोटीन है। वैरिएंट की यह खासियत उसको अधिक संक्रामक और खतरनाक बनाती है। चिंता की बात वैरिएंट के 50 म्‍यूटेशन है। विश्‍व स्‍थ्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इसे डेल्‍टा वैरिएंट से ज्‍यादा खतरनाक बताया है। 2- दरअसल, म्‍यूटेशन एक गुच्‍छे की तरह है और यह पहले फैलने वाले वैरिएंट से पूरी तरह से अलग है। इसके साथ इसमें 30 स्‍पाइक प्रोटीन हैं। वायरस के आंतरिक सरंचना में स्‍पाइक प्रोटीन ही वह हिस्‍सा होता है, जहां वैक्‍सीन असर करती है। अगर स्‍पाइक प्रोटीन अलग-अलग होगा तो इस पर वैक्‍सीन के असरदार नहीं होने की आशंका है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें 3- विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने तमाम जांच के बाद ओमिक्रोन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न कैटेगरी में रखा है। इसके मायने हैं कि यह वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है। ओमिक्रोन वैरिएंट का म्यूटेशन और संक्रामक होने की गति की क्षमता को देखकर इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न कैटेगरी में रखा गया है। 4- भारत में कहर मचाने वाले डेल्‍टा वैरिएंट के रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन में दो म्‍यूटेशन थे, जबकि इस वैरिएंट में 10 तरह के म्‍यूटेशन है। यह वायरस का वह हिस्‍सा होता है, जो हमारे शरीर के सेल्‍स के संपर्क में आता है। इसलिए यह वैरिएंट ज्‍यादा संक्रामक माना जा रहा है। हालांकि, अभी इस वायरस के बारे में बहुत कुछ जानकारी आना बाकी है। लेकिन इसने जिस तरह से दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के मामलों वृद्धि की है उससे इसके चरित्र को समझा जा सकता है। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें 5- ओमिक्रोन के भी पिछले वैरिएंट जैसे लक्षण ही दिख रहे हैं। बुखार, खांसी, गंध या स्वाद का खो जाना, गले में दर्द, सिरदर्द, सांस लेने में समस्या, सीने में दर्द आदि सामान्‍य लक्ष्‍ण हो सकते है। ओमिक्रोन के कारण कुछ मरीज असिंप्टोमेटिक भी हो सकते हैं। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुसार ओमिक्रोन की जांच करने के लिए पहले से इस्तेमाल किए जा रहे पीसीआर टेस्ट की ही मदद ली जा रही है। हालांकि, कई लैब ने संकेत दिया है कि इस पीसीआर टेस्ट में तीन टारगेट जीन्स में से एक डिटेक्ट नहीं किया जा रहा है। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें 6- ओमिक्रोन के खिलाफ कोराना वैक्‍सीन कितनी असरदार है इस पर अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। हालांकि, वैक्‍सीन निर्माता कंपनियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। यह एक सकारात्‍मक कदम है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ओमिक्रोन ने वैक्‍सीन या बूस्‍टर डोज लगवा चुके कई लोगों को संक्रमित किया है, लेकिन यह अभी शोध का विषय है। आने वाले समय में चीजें और स्‍पष्‍ट हो सकेंगी। फ‍िलहाल, वैक्‍सीनेशन पर ध्‍यान केंद्रित करना चाहिए। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें 7- वैक्सीनेशन प्रक्रिया और टेस्ट की प्रक्रिया को और तेज करके इस वैरिएंट को बढ़ने से रोका जा सकता है। अच्छी तरह मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग, भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहना और घर-आफिस में अच्छी तरह वेंटिलेशन बनाए रखना इससे बचने का सबसे बेहतर तरीका है। कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर का पालन करना जरूरी है। 8-ओमिक्रोन को लेकर भारत सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। इस गाइडलाइन के मुताबिक ओमिक्रोन से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर की जांच को अनिवार्य कर दिया गया है। यही नहीं यात्रियों को एयरपोर्ट छोड़ने की अनुमति तब तक नहीं दी जाएगी, जब तक दिए गए सैंपल की जांच का रिजल्ट नहीं आ जाता। पाजिटिव पाए गए यात्रियों को क्वारंटाइन किया जाएगा और प्रोटोकाल के मुताबिक उनका इलाज होगा। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर पैसेंजर एयरपोर्ट से जा पाएंगे लेकिन कम से कम सात दिनों के लिए उन्हें घर पर आइसोलेशन में रहना होगा। इसी के साथ भारत लौटने के आठवें दिन उन्हें दोबारा अपना कोरोना की जांच कराना होगा। केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई इन तमाम गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य होगा। इन क्षेत्रों में आज और बढ़ सकती है बारिश, फसलों को हो सकता है नुकसान, चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर IMD ने किया अलर्ट यह भी पढ़ें 9- हाई रिस्क मरीजों जिनमें ट्रांसप्लांट वाले मरीज, ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट डिजीज, लिवर समेत गंभीर रोगों से जूझ रहे लोगों को ज्यादा सावधान और सचेत रहने की जरूरत है। इन सभी को CAB यानी कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करना अनिवार्य है। मास्क का इस्तेमाल और दो गज की दूरी का ध्यान रखना जरूर रखना होगा। कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर के जरिए ही इससे निपटा जा सकता है। इसमें मास्क पहनना, फिजिकल डिस्टेंसिंग, पब्लिक गैदरिंग को बंद करना या सीमित करना जैसे अहम एहतियात हैं। देश में ओमिक्रोन का तीसरा मामला मिलने से हड़कंप, गुजरात में मिला मरीज, संसदीय पैनल ने की टीकों के मूल्यांकन की सिफारिश यह भी पढ़ें 10- सावधानी, सजगता और सचेत रहकर हम किसी भी खतरनाक संक्रामक बीमारी से बच सकते हैं। फ‍िर वह चाहे डेल्‍टा वैरिएंट रहा हो या फ‍िर ओमिक्रोन हो। तथ्‍यों की जानकारी रखकर और जरूरी सावधानी अपनाकर आप खुद को और अपने निकट के लोगों को सुरक्षित रख सकते हैं। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन अपने स्‍थानीय स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से दी गई सलाह को पूरी तरह से फालो करें। इसे कतई नजरअंदाज नहीं करें। जब भी हम गाइडलाइन से दूर जाएंगे संक्रमित होने का खतरा बढ़ता जाएगा। Edited By: Ramesh Mishra",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-cyclone-jawad-update-may-hit-today-north-andhra-pradesh-cost-alert-issue-know-every-new-updates-22263876.html,"Cyclone Jawad Updates: ओडिशा भी चक्रवात 'जवाद' से निपटने के लिए तैयार, आज आंध्र प्रदेश के तट से टकराएगा तूफान","नई दिल्ली, जेएनएन। चक्रवात 'जवाद' वर्तमान में विशाखापत्तनम के दक्षिण-पूर्व में लगभग 210 किमी और पुरी से 390 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। ओडिशा के अधिकारी के मुताबिक, चक्रवात कमजोर पड़ने के संकेत दे रहा है। चक्रवात कल शाम तक ओडिशा से दूर चला जाएगा। चक्रवात 'जवाद' को ध्यान में रखते हुए ओडिशा भी अलर्ट है। यहां पर संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने का काम जारी है। पुरी जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने बताया कि चक्रवात के बाद बिजली और पेयजल आपूर्ति जैसी सेवाओं की बहाली के लिए टीमें तैयार हैं। चक्रवात आश्रयों में रहने वालों को गर्म भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें Odisha | The evacuation of people from vulnerable areas is ongoing. Teams for restoration of services like power and drinking water supply post-cyclone are ready. Those in cyclone shelters are being provided with hot meals: Samarth Verma, Puri District Magistrate #CycloneJawad pic.twitter.com/gSrIJNHtKm — ANI (@ANI) December 4, 2021 आंध्र प्रदेश के तट से आज चक्रवात तूफान 'जवाद' टकराएगा। राज्य में लगातार बारिश दर्ज हो रही है। कुछ स्थानों पर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं है। इतना ही नहीं प्रदेश की सरकार ने अलर्ट भी जारी कर दिया है। स्कूल-कालेज को भी बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन लगातार अलर्ट मोड में है। इस तूफान से निपटने के लिए राज्य सरकारों ने पूरी तैयारी कर ली है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें #WATCH | Odisha: People vacating the Puri beach area with their make-shift shops & belongings, while the deployed police expedite the process in the wake of #CycloneJawad pic.twitter.com/eGfUkEsBUA — ANI (@ANI) December 4, 2021 चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर प्रशासन पहले ही अलर्ट मोड पर है। बंगाल की खाड़ी से उठे इस चक्रवात का असर सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश-ओडिशा और बंगाल में देखने को मिल सकता है। जानमाल के संभावित नुकसान से बचने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने अलर्ट घोषित कर दिया है। स्कूल- कालजों के साथ कई ट्रनों को रद कर दिया गया है। इसके अलावा बंगाल और ओडिशा में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। ओडिशा के पुरी में भी चक्रवात तूफान जवाद को लेकर चेतावनी जारी की गई है। सभी मछुआरों को समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें #WATCH | Odisha: Lifeguards from the Odisha Fire & Disaster dept urge people to vacate Puri beach, in the wake of #CycloneJawad pic.twitter.com/SAM9nt7DUH — ANI (@ANI) December 4, 2021 भारत मौसम विज्ञान विभाग की माने तो जवाद के आज उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद पुरी में आज भारी बारिश हो हो सकती है। इस दौरान 80 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। IMD ने यह भी बताया है कि चक्रवाती तूफान अस्थायी अवधि के लिए समुद्र में बड़े तूफान में तब्दील हो जाएगा और 110 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चल सकती हैं। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले से 3- 4 दिसंबर को लगभग 65 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। शुक्रवार को पूर्वी तट रेलवे ने यह जानकारी दी है। पूर्वी तट रेलवे के शीर्ष अधिकारी ए.के. त्रिपाठी ने कहा कि चक्रवात जवाद के चलते इन सभी ट्रेनों का रद किया गया है। तूफान के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी विशाखापट्टनम और श्रीकाकुलम जिलों के सभी स्कूलों को शनिवार तक बंद करने का आदेश दिया है। चक्रवात तूफान से निपटने को लेकर केंद्र व राज्य सरकारें पूरी तरह अलर्ट हैं। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें बता दें कि चक्रवाती तूफान जवाद के चलते तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने तीनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही इस दौरान उत्तरी महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिमी तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस बीच, लगभग 46 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में 46 टीमों को तैनात किया गया है। इन क्षेत्रों में आज और बढ़ सकती है बारिश, फसलों को हो सकता है नुकसान, चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर IMD ने किया अलर्ट यह भी पढ़ें शुक्रवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने चक्रवाती तूफान जवाद से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-booster-dose-found-to-be-safe-and-effective-jagran-special-22264327.html,"सुरक्षित और प्रभावी पाई गई बूस्टर डोज, साइड इफेक्ट के रूप में मामूली लक्षण ही पाए गए","नई दिल्‍ली, प्रेट्र। ओमिक्रोन के उभरते खतरे के बाद अब दुनियाभर में बूस्टर डोज की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। विज्ञान पत्रिका लैंसेट में प्रकाशित नए अध्ययन में पाया गया है कि बूस्टर डोज सुरक्षित और प्रभावी है। साइड इफेक्ट के रूप में इंजेक्शन की जगह पर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान जैसे मामूली लक्षण ही पाए गए। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें सात टीकों पर हुआ अध्ययन : यह अध्ययन एस्ट्राजेनेका, फाइजर- बायोएनटेक, नोवावैक्स, जेनसेन, माडर्ना, वाल्नेवा और क्योरवैक पर किया गया। इसके तहत एस्ट्रोजेनेका और फाइजर के टीके की दोनों डोज ले चुके लोगों को शामिल किया गया था। उनमें से प्रत्येक को बाकी छह टीकों में से कोई एक टीका बूस्टर डोज के तौर पर लगाया गया। इसके तहत ब्रिटेन में 2,878 लोगों पर एक से 30 जून, 2021 के बीच ट्रायल किया गया। इनमें 30 साल से अधिक उम्र के लोगों को शामिल किया गया था। आधे प्रतिभागियों की उम्र 70 साल या इससे ज्यादा थी। उम्र के हिसाब से बूस्टर के प्रभाव में विशेष अंतर नहीं पाया गया। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें एस्ट्राजेनेका के टीके के बाद बूस्टर डोज ज्यादा असरदार : अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित टीके की दोनों डोज लगवा चुके लोगों में अलग-अलग वैक्सीन के हिसाब से बूस्टर डोज का असर 1.8 से 32.3 गुना तक ज्यादा पाया गया। फाइजर के मामले में 1.3 से 11.5 गुना तक ज्यादा असर देखने को मिला। भारत में आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित टीके को कोविशील्ड के नाम से लगाया जा रहा है। फिलहाल विज्ञानियों ने इस संबंध में और लंबे शोध की जरूरत जताई है। Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-tantya-bhil-an-idol-of-bravery-the-country-remembering-his-sacrifice-today-jagran-special-22264301.html,"शौर्य की प्रतिमूर्ति टंट्या भील, उनके बलिदान को आज देश कर रहा याद","संजय सागर। स्वतंत्रता के लिए भारत को बड़ा लंबा संघर्ष करना पड़ा है। इस संघर्ष यात्र में भारत माता के अनगिनत सपूतों ने अपने प्राणों का उत्सर्ग कर शौर्य की एक स्वर्णिम गाथा लिखी। उनमें से कई का नाम इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा गया, परंतु तमाम ऐसे भी रहे, जिनके साथ इतिहास ने पर्याप्त न्याय नहीं किया। टंट्या भील ऐसे ही एक सिपाही थी, जिन्हें इतिहास ने अपेक्षित स्थान नहीं दिया। हालांकि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आदिवासी वर्गो में उनकी पूजा की जाती है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें टंट्या भील के बलिदान को आज किया जा रहा याद हर वर्ष आज ही के दिन यानी चार दिसंबर को उनके बलिदान दिवस के मौके पर उन्हें याद किया जाता है। टंट्या भील का जन्म 1840 में मध्य प्रदेश के खंडवा में हुआ था। उनका असली नाम टंड्रा भील था। उनकी गतिविधियों को देखते हुए अंग्रेजों ने उन्हें ‘इंडियन राबिन हुड’ कहा था। टंट्या भील की वीरता और अदम्य साहस से प्रभावित होकर तात्या टोपे ने उन्हें गुरिल्ला युद्ध में पारंगत बनाया था। वह भील जनजाति के ऐसे योद्धा थे, जो अंग्रेजों को लूटकर गरीबों की भूख मिटाने का काम करते थे। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें अंग्रजों की शोषण नीति के खिलाफ उठाई आवाज, आदिवासियों के लिए मसीहा बनकर उभरे उन्होंने अंग्रेजों की शोषण नीति के विरुद्ध आवाज उठाई और गरीब आदिवासियों के लिए मसीहा बनकर उभरे। वह केवल वीरता के लिए ही नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यो में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए जाने जाते थे। टंट्या भील को उनके तेजतर्रार तेवरों के चलते कम समय में ही बड़ी पहचान मिल गई थी। उनके विषय में तमाम किंवदंतियां प्रचलित हैं। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें आदिवासियों के विद्रोहों की शुरुआत प्लासी युद्ध से हुई उल्लेखनीय है कि आदिवासियों के विद्रोहों की शुरुआत प्लासी युद्ध (1757) के ठीक बाद ही आरंभ हो गई थी और उनका यह संघर्ष 20वीं सदी के आरंभ तक चलता रहा। टंट्या भील संघर्ष की इसी मशाल को थामे हुए थे। वर्ष 1857 से लेकर 1889 तक टंट्या भील ने अंग्रेजों की नाक में दम कर रखा था। वह अपनी गुरिल्ला युद्ध नीति के तहत अंग्रेजों पर हमला करके किसी परिंदे की तरह ओझल हो जाते थे। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें आलौलिक शक्तियों के धनी थे भील टंट्या भील के बारे में कहा जाता है कि उन्हें आलौकिक शक्तियां प्राप्त थीं। इन्हीं शक्तियों के सहारे टंट्या एक ही समय में एक साथ सैकड़ों गांवों में सभाएं करते थे। टंट्या की इन शक्तियों के कारण अंग्रेजों के दो हजार सैनिक भी उन्हें पकड़ नहीं पाते थे। देखते ही देखते वह अंग्रेजों की आंखों के सामने से ओझल हो जाते। आखिरकार अपने ही बीच के कुछ लोगों की मिलीभगत के कारण वह अंग्रेजों की पकड़ में आ गए और चार दिसंबर 1889 को उन्हें फांसी दे दी गई। फांसी के बाद अंग्रेजों ने उनके शव को इंदौर के निकट खंडवा रेल मार्ग पर स्थित पातालपानी रेलवे स्टेशन के पास फेंक दिया। इसी जगह को टंट्या की समाधि स्थल माना जाता है। आज भी रेलवे के तमाम लोको पायलट पातालपानी स्टेशन से गुजरते हुए टंट्या को याद करते हैं। इतिहास को भी उन्हें याद करना चाहिए। (लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं) Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-konijeti-rosaiah-former-chief-minister-of-andhra-pradesh-and-governor-of-tamil-nadu-passes-away-22264168.html,"आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और तमिलनाडु के राज्यपाल रह चुके कोनिजेती रोसैया का निधन, पीएम मोदी ने किया याद","हैदराबाद, आइएएनएस। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कोनिजेती रोसैया का शनिवार को निधन हो गया। सूत्रों ने कहा कि पल्स रेट में गिरावट के बाद, रोसैया को परिवार के सदस्यों द्वारा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने कोई रेसपोन्स नहीं दिया और उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए पूर्व सीएम को याद किया। पीएम मोदी ने कहा, 'के. रोसैया गारू के निधन से दुखी हूं। मुझे उनके साथ अपनी बातचीत याद आती है जब हम दोनों ने मुख्यमंत्रियों के रूप में कार्य किया और बाद में जब वे तमिलनाडु के राज्यपाल थे। जनसेवा में उनके योगदान को याद किया जाएगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।' ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें रोसैया ने एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में वाईएस राजशेखर रेड्डी की मृत्यु के बाद मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, रोसैया ने 3 सितंबर, 2009 से 24 नवंबर, 2010 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था। मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ने के बाद, उन्होंने 2011 से 2016 तक तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवा दी। तमिलनाडु के राज्यपाल बनने से पहले उन्होंने कर्नाटक के राज्यपाल के रूप में भी दो महीने तक काम किया था। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें इससे पहले, उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया था और उन्हें रिकार्ड 15 बार राज्य का बजट पेश करने का गौरव प्राप्त है। 1933 में जन्मे रोसैया ने 1968 में आंध्र प्रदेश विधान परिषद के सदस्य के रूप में अपनी विधायकी यात्रा शुरू की। उन्होंने आंध्र प्रदेश विधानसभा में चिराला का प्रतिनिधित्व भी किया है। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने रोसैया के निधन पर दुख व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-there-will-be-a-ban-on-the-entry-of-people-without-vaccination-in-other-public-places-including-hotels-malls-in-madurai-22264220.html,"मदुरै में कड़े हुए कोविड-19 नियम, बिना वैक्‍सीनेट हुए नहीं मिलेगा होटल, न होगी माल्‍स में एंट्री","मदुरै (एएनआइ)। भारत में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी है। देशभर में नए वैरिएंट को गंभीरता से लिया जा रहा है। तमिलनाडु के जिले मदुरै में कोविड-19 के नियमों को एक बार फिर से कड़ा किया जा रहा है। मदुरै जिला प्रशासन ने कहा है कि बिना टीकाकरण वाले लोगों को होटल, शापिंग माल्‍स और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों जैसे सार्वजनिक स्थानों में एक सप्ताह के बाद प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें टीकाकरण के लिए दिया गया 1 सप्ताह का समय जिला प्रशासन कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के आगामी संकटों को देखते हुए सख्त रवैया अपना रहा है। प्रशासन ने लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लेने के लिए अगले एक सप्ताह का समय दिया है। मदुरै जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि लोगों को कोविड-19 वैक्सीन के लिए कम से कम एक खुराक लेना अनिवार्य होगा, जिसके लिए उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें मदुरै जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने कहा मदुरै जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने देश में नए वैरिएंट ओमिक्रोन को गंभीरता से लेते हुए कोविड-19 नियमों को कड़ा करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'केवल कोरोना वायरस वैक्सीन प्रमाणपत्र वाले लोगों को भीड़-भाड़ वाले जगहों पर जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। बिना वैक्सीन वाले लोगों को हॉस्टल, बार, शापिंग माल्‍स, शराब की दुकानें, होटल, व्यवसाय, शैक्षणिक संस्थान, बाजार, थिएटर और मैरिज हाल में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।' अनीश ने आगे कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर आने वाले लोगों को कम से कम पहली खुराक का टीका लगा होना चाहिए। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें जिला कलेक्टर ने पेश किए आंकड़े जिला कलेक्टर अनीश ने बताया कि मदुरै में लगभग तीन लाख लोगों को वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं मिली है। उन्होंने कहा, 'मदुरै जिले में 71.6 फीसद लोगों को पहली खुराक और 32.8 फीसद लोगों को दूसरी खुराक का टीका लगाया गया है, जिनमें 3 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्हें दूसरी समय सीमा के बाद भी कोविड-19 टीकाकरण का एक भी खुराक नहीं लगाया गया है।' Edited By: Ashisha Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-success-mantra-innovation-is-the-demand-of-the-new-era-take-inspiration-from-out-of-the-box-thinking-to-move-forward-jagran-special-22264274.html,"सक्सेस मंत्र: इनोवेशन है नये दौर की मांग, यहां लें आउट आफ बाक्स सोच से आगे बढ़ने की प्रेरणा","अंशु सिंह। स्टार्टअप का मुख्य उद्देश्य होता है किसी समस्या का समाधान। भारत के रियल एस्टेट बाजार में ब्रोकरेज बड़ी समस्या रही है। बेंगलुरु स्थित ‘नोब्रोकर डाट काम’ के सह-संस्थापक एवं सीईओ अमित कुमार अग्रवाल ने अपने प्लेटफार्म के माध्यम से लोगों को ब्रोकर फ्री आशियाना दिलाने का बड़ा फैसला लिया और उसमें काफी हद तक कामयाब रहे। अब यह रियल एस्टेट प्लेटफार्म से वन स्टाप शाप बन चुका है। यहां घरों की लिस्टिंग के साथ ही मूवर्स एंड पैकर्स को हायर करने, होम लोन लेने, पेंटिंग एवं क्लीनिंग सर्विस, लीगल सर्विस, रेंट पेमेंट आदि की सुविधा भी उपलब्ध है। हाल ही में इसने २१० मिलियन डालर (1575 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। टाइगर ग्लोबल, मूर स्ट्रेटेजिक वेंचर्स एवं जनरल अटलांटिक ने कंपनी में निवेश किया है। इसके बाद यह देश का पहला प्रापर्टी टेक यूनिकार्न बन गया है। अमित के अनुसार, इनके १५ मिलियन से अधिक रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। वह मानते हैं कि जब आपके पास किसी समस्या का हल होगा, तो ग्राहक भी जरूर मिलेंगे। जैसे कोरोना काल में जब शहरों में लाकडाउन रहा और प्रापर्टी की खरीद-बिक्री या उसे किराये पर लेने की प्रक्रिया धीमी रही, तब हमने वीडियो वाकथ्रू एवं वर्चुअल मीट की सुविधा शुरू की। इससे ग्राहकों में विश्वास उत्पन्न हुआ और तमाम चुनौतियों के बीच हम आगे बढ़ते रहे। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें आइआइटी कानपुर एवं आइएमएम अहमदाबाद से शिक्षा-दीक्षा लेने के बाद अमित अग्रवाल ने आठ वर्ष प्राइस वाटर कूपर्स के बैंकिंग एवं फाइनेंशियल सर्विसेज वर्टिकल में कार्य किया। इस दौरान उन्हें देश-विदेश के शीर्ष बैंकों को उनकी बिजनेस स्ट्रेटेजी एवं मुनाफा बढ़ाने के तरीकों पर कंसल्टेंसी देने का अवसर मिला। उन्होंने कंसल्टिंग टीम्स का न सिर्फ नेतृत्व किया, बल्कि सीएक्सओ के साथ सीधे तौर पर काम करने का अनुभव भी हासिल किया। इससे सीखने को तो मिला ही, सराहना भी काफी मिली। तत्पश्चात् उन्हें एएनजेड बैंक के स्ट्रेटेजी हेड की जिम्मेदारी मिली। बताते हैं अमित,‘मैं ग्राहकों की मूल समस्याओं को सुलझाना चाहता था, इसलिए उद्यमिता में आने का निर्णय लिया। दरअसल, मेरा ब्रोकर्स के साथ बेहद खराब अनुभव रहा है। सिर्फ समय की बर्बादी हुई। सलीके का कोई फ्लैट नहीं मिला। जब बाजार में मौजूद रियल एस्टेट प्लेयर्स की जानकारी ली, तो पता चला कि कोई भी ब्रोकर फ्री समाधान देने को इच्छुक नहीं। ब्रोकर्स ग्राहकों से दो-तीन महीने का ब्रोकरेज लेते हैं। इतनी बड़ी रकम लेने के एवज में वे कस्टमर्स को गलत सूचना या धमकी तक देने से नहीं हिचकते। इसके बाद ही मैंने इस कमी को दूर करने का फैसला किया और २०१३ में नींव पड़ी नोब्रोकर की। यह मेरा पहला वेंचर है। अपने प्लेटफार्म के जरिये हम लोगों को बिना ब्रोकरेज शुल्क लिए फ्लैट उपलब्ध कराते हैं। कुछ समय पहले हमने एनआरआइ कस्टमर्स के लिए प्रापर्टी मैनेजमेंट सर्विस भी लांच की है, जिसमें हम उनकी प्रापर्टी को न सिर्फ रेंट पर लगाते हैं, बल्कि उसकी मरम्मत आदि की जिम्मेदारी भी संभालते हैं। अगर मकान कुछ महीने खाली भी रहा, तो ओनर को हमारी ओऱ से रेंट मिलता रहता है।‘ वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें विरोध के बावजूद डटे रहे रियल एस्टेट का क्षेत्र काफी असंगठित है। बहुत सारे बेनामी ट्रांजैक्शंस होते हैं। अमित ने बताया कि किसी भी बिजनेस की सस्टेनेबिलिटी समस्या या चुनौती का समाधान निकालने पर निर्भर करती है। जब हमने शुरुआत की थी, तो कोई भी बिना ब्रोकर के काम करने को राजी नहीं था। यह कल्पना से परे था। शुरू में उन्हें भी ब्रोकर समुदाय से कई प्रकार के विरोध का सामना करना पड़ा। लोग उनके आइडिया को लेकर आश्वस्त नहीं हो पा रहे थे। लेकिन वह न डरे और न हारे। वह कहते हैं, ‘जब आपका अप्रोच सही हो, तो ग्राहक एवं निवेश दोनों मिल जाते हैं। न हम तब हारे थे और न अब। महामारी के दौर में इस क्षेत्र में काफी उथल-पुथल हुए। लेकिन मैं मानता हूं कि रेंटल स्पेस में धीरे ही सही स्थायित्व आ रहा है। इससे बाजार में कारोबार की संभावनाएं भी बढ़ी हैं। विभिन्न शहरों में ग्राहकों की मांग में बढ़ोत्तरी भी इसकी पुष्टि करता है।‘ वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें काबिल टीम के साथ निकाला समस्या का समाधान अमित बताते हैं कि अपने वेंचर के जरिये हम असंगठित होम रेंटल सेगमेंट में परिवर्तन लाना चाहते थे। इसलिए ऐसे लोगों की टीम में जरूरत थी, जो सक्रिय होने के साथ ही हल निकालना जानते हों। टीम चयन करने की प्रक्रिया बेहद कठिन एवं लंबी होती है। हमने काफी मेहनत से टीम बनाई, जो हमारे उद्देश्यों एवं लक्ष्य से सहमति रखते हों। मैं खुद को खुशनसीब मानता हूं कि अच्छे, टैलेंटेड लोगों को जोड़ सका। यहां वे स्वयं के साथ कंपनी के विकास पर पूरा ध्यान देते हैं।‘ इनकी मानें तो अगर अपनी शक्तियों की जगह कमजोरियों पर ध्यान दिया जाए औऱ उन कमियों को सुधारने पर काम किया जाए, तो परिणाम सार्थक निकल सकते हैं। जैसे, आज हर कोई अपना काम शुरू करना चाह रहा। लेकिन जब भी कोई आइडिया आए, तो पहले देखें कि क्या वह किसी समस्या का हल बन सकता है या नहीं? बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है। आपके पास चाहे जितनी पूंजी हो, लेकिन कंपनी को जितने किफायत से चला सकेंगे, उतना अच्छा रहेगा। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें आउट आफ बाक्स सोच से बढ़ें आगे आज वह दौर है जब कंपनियों को लंबी पारी खेलने के लिए अपनी स्ट्रेटेजी से लेकर सर्विसेज में नित नये प्रयोग करने पड़ रहे हैं। अमित कहते हैं, ‘हमारी जीवनचर्या एवं प्राथमिकताएं बदल चुकी हैं। इसने इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों को भी आउट आफ बाक्स सोचने पर विवश किया है। प्रापर्टी डीलिंग डिजिटल माध्यम से हो रही है। डिजिटल ट्रांजैक्शंस हो रहे हैं। मकान मालिक भी टेक्नोलाजी का उपयोग कर अपनी प्रापर्टी के वीडियोज अपलोड कर रहे हैं, जिससे प्रापर्टी का साइज, एरिया एवं अन्य जानकारियां आसानी से उपलब्ध हो जा रही हैं। हमने कई प्रकार की इनोवेटिव सर्विस लांच की है। जैसे ‘नोब्रोकरहुड’ एप की मदद से सोसायटीज एवं अपार्टमेंट्स की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जा सकती है। इस एप से लोग ग्रोसरी आदि भी आर्डर कर सकते हैं। इसके लिए हमने आइटीसी एवं बिगबास्केट से टाइअप किया है। आरोग्य सेतु एप से जुड़े होने के कारण हमें कोरोना से जुड़ी जानकारी भी इसी से मिल जाती है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-aatmanirbhar-bharat-center-allows-manufacturing-of-over-5-lakh-ak-203-assault-rifles-in-uttar-pradesh-22264223.html,आत्मनिर्भर भारत: केंद्र ने उत्तर प्रदेश में 5 लाख से अधिक AK-203 असाल्ट राइफलों को बनाने की अनुमति दी,"नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्र सरकार ने AK-203 असाल्ट राइफलों को बनाने की अनुमति यूपी में दे दी है। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, देश में रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए, केंद्र ने उत्तर प्रदेश के कोरवा (अमेठी) में पांच लाख से अधिक AK-203 असाल्ट राइफलों के उत्पादन की योजना को मंजूरी दी है। इस कदम के साथ, 7.62 X 39 मिमी कैलिबर AK-203 राइफल्स तीन दशक पहले शामिल इन-सर्विस INSAS राइफल की जगह लेगी। सरकार के अनुसार, AK-203 राइफलें आतंकवाद और आतंकवाद विरोधी अभियानों में भारतीय सेना की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएगी। इसके अलावा, यह परियोजना विभिन्न एमएसएमई और अन्य रक्षा उद्योगों को कच्चे माल और घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह परियोजना इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) नामक एक विशेष प्रयोजन के संयुक्त उद्यम द्वारा कार्यान्वित की जाएगी। यह भारत के तत्कालीन ओएफबी [अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआईएल) और मुनिशन इंडिया लिमिटेड (एमआईएल)] और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (आरओई) और चिंता कलाश्निकोव के साथ बनाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह रक्षा अधिग्रहण में खरीद (वैश्विक) से मेक इन इंडिया में लगातार बढ़ते प्रतिमान को दर्शाता है। यह प्रयास रूस के साथ साझेदारी में किया जाएगा और रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच गहरी होती साझेदारी को भी दिखाता है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-coronavirus-update-8603-new-corona-cases-reported-in-india-active-cases-less-than-1-lakh-22264099.html,"India Coronavirus Update: भारत में 8603 नए कोरोना के मामले आए सामने, सक्रिय केस 1 लाख से कम","नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले मिलने के बाद सख्ती व गंभीरता देखी जा सकती है। हालांकि, देश में फिलहाल नए मामलों को लेकर एक स्थिर स्थिति नजर आ रही है। बीते कई दिनों से कोरोना के मामले दस हजार से नीचे ही बने हुए हैं। इस बीच भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। शनिवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 8,603 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 46 लाख 24 हजार 360 हो गई है, जबकि सक्रिय मामले घटकर एक लाख से भी कम हो गए हैं। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 415 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,70,530 हो गई है। 24 घंटों में सक्रिय मामलों में दो केस की कमी दर्ज की गई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.35 प्रतिशत दर्ज की गई है। नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि पिछले लगभग दो महीनों से सीधे 20,000 से नीचे रही है और लगातार 160 दिनों में 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं। दैनिक सकारात्मकता दर 0.69 प्रतिशत दर्ज की गई। पिछले 61 दिनों से यह 2 फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.81 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 20 दिनों से यह 1 फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 40 लाख 53 हजार 856 हो गई, जबकि मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत हो गई। बीते दिन 8,190 लोग डिस्चार्ज हुए। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 126.53 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-school-college-closed-due-to-heavy-rains-in-tamil-nadu-cyclone-jawad-will-cause-havoc-alert-issued-22264125.html,"तमिलनाडु में भारी बारिश के चलते स्कूल-कालेज बंद, चक्रवात 'जवाद' को लेकर जारी हुआ अलर्ट","चेन्नई, एएनआइ। चक्रवात तूफान 'जवाद' का असर तमिलनाडु में भी देखने को मिलेगा। भारी बारिश के चलते राज्य में सभी स्कूल-कालेज को बंद कर दिया गया है। बता दें कि आज ये तूफान आंध्र प्रदेश के तट से टकराएगा, जिसके चलते कई राज्यों में इसका असर देखने को मिलेगा। राज्य प्रशासन इस तूफान को लेकर अलर्ट हो गया है। आंध्र में भी सभी स्कूल- कालेज को बंद कर दिया गया है। वहीं ओडिशा में भी इस तूफान का असर देखने को मिलेगा। इसको ध्यान में रखते हुए समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को हटाया जा रहा है। पुलिस को भी तैनात किया गया है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें ओडिशा में स्थिति पुरी के एसपी कंवर विशाल सिंह ने कहा, 'लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुरी बीच पर मौजूद सभी लोगों को यह इलाका खाली करने को कहा गया है। पुरी में आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं। सभी से अनुरोध है कि चक्रवात जवाद पर सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। ओडिशा में लोग अपनी अस्थाई दुकानों और सामानों के साथ पुरी समुद्र तट क्षेत्र को खाली कर रहे हैं। वहीं तैनात पुलिस तूफान के मद्देनजर इस प्रक्रिया में तेजी ला रही है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें Cyclone Jawad Updates: आज तबाही मचाएगा तूफान 'जवाद', आंध्र प्रदेश में बारिश जारी; 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं Edited By: Pooja Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-become-a-master-in-excel-learn-new-tips-and-tricks-here-jagran-special-22264144.html,"Excel में बनिए मास्टर, यहां नई टिप्स व ट्रिक्स सीखें","अमित निधि। भले ही आप माइक्रोसाफ्ट एक्सेल में कितने भी अच्छे क्यों न हों, सीखने के लिए हमेशा कुछ न कुछ रह ही जाता है। इसलिए यदि अपने नियमित कार्यों के लिए एक्सेल का उपयोग करते हैं, तो एक्सेल ब्लाग और वेबसाइट की मदद से नई चीजें सीख सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि एक्सेल से जुड़ी वेबसाइट के बारे में, जिससे नई टिप्स व ट्रिक्स सीख सकते हैं... हाउ टु एक्सेल माइक्रोसाफ्ट एक्सेल से जुड़ी नई चीजों को सीखने के लिए हाउ टु एक्सेल (howtoexcel.org) एक अच्छा मंच हो सकता है। यह नई टिप्स और ट्रिक्स को सीखने वाला सूचनात्मक स्थान है। एक्सेल में अलग-अलग कार्य को करने के विभिन्न तरीकों की व्याख्या करते हुए बहुत सारे टिप्स और ट्रिक्स दिए गए हैं, जिन्हें अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें आपको ईजी-टु-फालो इंस्ट्रक्शंस दिए गए हैं। इसके लिए स्क्रीनशाट भी दिए गए हैं, जिससे समझना आसान हो जाता है। अगर आप एक्सेल सीखने की शुरुआत ही कर रहे हैं, तब भी यह काम का हो सकता है। आप इसके यूट्यूब चैनल पर उपयोगी वीडियो ट्यूटोरियल भी देख सकते हैं। इसके अलावा, हाउ टू एक्सेल की वेबसाइट पर कुछ कोर्स और ईबुक भी हैं। एक्सेल टिप्स को सीधे अपने इनबाक्स में प्राप्त करने के लिए इसके न्यूजलेटर की मेंबरशिप ले सकते हैं। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें एक्सेल आफ द ग्रिड एक्सेल आफ द ग्रिड एक अन्य वेबसाइट है, जहां एक्सेल के बारे में नई चीजों की जानकारी हासिल कर सकते हैं। एक्सेल आफ द ग्रिड (exceloffthegrid.com) पर वीबीए, पावर क्वेरी और आफिस स्क्रिप्ट जैसे अधिक उन्नत विषयों पर सलाह प्राप्त कर सकते हैं। यहां पर कुछ शुरुआती स्तर की चीजें भी शामिल हैं, जिसमें फ्रिक्शंस को प्रदर्शित करना भी शामिल है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें एक वीबीए कोड लाइब्रेरी है, जो कई हिस्सों में विभाजित है, जिससे आप अपने नियमित कार्यों को आसान बना सकते हैं। अपनी एक्सेस स्किल को और बेहतर करने के लिए इसकी टीम द्वारा लिखित ई-बुक्स पढ़ सकते हैं। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें एक्सेल टिप एक्सेल टिप (exceltip.com) बड़े काम का प्लेटफार्म है। यह एक्सेल स्किल को बेहतर करने का एक अच्छा मंच है। इसकी मदद से एक्सेस से जुड़े अधिक जटिल कार्यों को भी आसानी से कर पाएंगे। यहां पर एक्सेल, एक्सेल 365, फंक्शंस, वीबीए, चार्ट्स आदि की बेसिक बातों को सीख पाएंगे। एक्सेल में टिप्स और ट्रिक्स के साथ एडिटिंग/फार्मेटिंग के लिए अलग-अलग सेक्शन हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसकी वेबसाइट से रेडीमेड डैशबोर्ड और टेम्प्लेट डाउनलोड कर सकते हैं। रैंडम एक्सेल टिप्स के लिए आप इसकी टिप आफ द डे देख सकते हैं। इसके अलावा, यहां पर न्यूजलेटर की सुविधा है, जिसकी मदद से भी इनबाक्स में एक्सेस के टिप मिलते रहेंगे। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amidst-the-epidemic-the-unicorn-of-start-ups-becoming-more-than-one-billion-dollars-is-a-big-achievement-of-the-youth-of-the-country-jagran-special-22264142.html,महामारी के बीच स्टार्ट-अप का यूनिकार्न एक अरब डालर से अधिक बनना देश के युवाओं की बड़ी उपलब्धि,"अरुण श्रीवास्तव। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘मन की बात’ कार्यक्रम (रविवार 28 नवंबर को) में देश में तेजी से आगे आ रहे स्टार्ट-अप का प्रमुखता से उल्लेख करना अकारण नहीं है। उन्होंने खासतौर पर इनका जिक्र करते हुए इस बात पर भी जोर दिया कि पिछले दस महीनों में भारत में हर दस दिन में कोई न कोई स्टार्ट-अप यूनिकार्न (एक अरब डालर से अधिक मूल्य वाली कंपनी) बन रहा है। यह बड़ी बात है। उल्लेखनीय यह भी है कि भारतीय युवाओं ने यह उपलब्ध ऐसे समय में हासिल की है, जब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था कोरोना के कारण लड़खड़ाई हुई है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें सबसे सुखद बात यह है कि ये स्टार्ट-अप सिर्फ कारोबार करने और मुनाफा कमाने के लिए सामने आए हैं, बल्कि इसके पीछे इनके संस्थापक युवाओं के वैश्विक और सामाजिक सरोकार भी हैं। देखा जाए, तो ज्यादातर स्टार्ट-अप को शुरू करने के पीछे उनके संस्थापकों द्वारा खुद समस्याओं से होकर गुजरना रहा है, जिसने उन्हें उन समस्याओं को दूर करने के उपाय सुझाने के लिए प्रेरित किया। उत्साही युवाओं ने समस्याओं को ही अवसर मानकर कुछ ही समय में बड़ा कारोबार खड़ा कर दिया। लोगों की मुश्किलें कम करने में मददगार होने के कारण ही ये कारोबार तेजी से आगे बढ़ सके। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें बेरोजगारी का विकल्प : आमतौर पर भारत जैसी बड़ी आबादी वाले देश के लिए बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा रही है। लोकसभा या विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक दल इसे जोरशोर से मुद्दा भी बनाते रहे हैं। यह अलग बात है कि चुनाव के बाद शायद ही कोई इसे लेकर बहुत गंभीर होता है या फिर किसी ठोस योजना के तहत कदम उठाता है। दरअसल, ज्यादातर लोगों को आज भी सरकारी नौकरियों की ही चाह होती है। यही कारण है कि केंद्र या राज्य के स्तर पर रिक्तियां आने की स्थिति में उपलब्ध पदों की तुलना में हजारों-लाखों उम्मीदवार आवेदन करते हैं। सीमित पद होने के कारण ज्यादातर युवा बेरोजगार ही रह जाते हैं। इस तरह से साल दर साल यह संख्या बढ़ती चली जाती है। जाहिर है कि सीमित पद और संसाधन होने के कारण हर किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती। ऐसे में राजनीतिक दलों के लिए यह विषय आसानी से मुद्दा बना लिया जाता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से प्रधानमंत्री ने युवाओं जिस तरह नौकरी के पीछे भागने के बजाय नौकरी देने वाला बनने के लिए प्रेरित करना शुरू किया है, उससे काफी हद तक तस्वीर बदलने लगी है। यही कारण है कि युवाओं में अपने इनोवेशन के बल पर नौकरी के बजाय स्टार्ट-अप शुरू करने की इच्छा बलवती हुई है। उन्होंने अपने संकल्प से अपने साथ-साथ अन्य युवाओं को भी स्वावलंबी बनाने की राह सफलतापूर्वक चुनी है। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें बढ़ रहे रोजगार देने वाले : पिछले कुछ वर्षों में स्टार्ट-अप के रूप में एंटरप्रिन्योर की राह पकड़ने वाले युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसे हम सब देख रहे हैं। बेशक इसमें तकनीक की मदद से आनलाइन सेवाएं देने वालों की संख्या ही अधिक है, लेकिन यह बदलते वक्त की आवश्यकता भी है। पिछले साल मार्च के बाद पहली और दूसरी लहर के रूप कहर ढाने वाले कोरोना के चलते इस तरह की सेवाएं स्वाभाविक रूप से कई गुना अधिक तेजी से बढ़ी हैं। चाहे इंश्योरेंस सेक्टर हो या फिर ईकामर्स-ग्रोसरी, एजुकेशन, मेडिसिन, फैशल और फूड की होम डिलीवरी से जुड़ा कामकाज। इन सभी क्षेत्रों में काम शुरू करने वाली कंपनियों ने प्रतिस्पर्धी दरों पर गुणवत्तायुक्त सामान सुरक्षित तरीके से घरों तक पहुंचाकर लोगों के बीच अपनी जगह तेजी से बनाई है। कामकाज तेजी से बढ़ने का ही नतीजा है कि आज भारत में 70 से अधिक स्टार्ट-अप यूनिकार्न यानी एक अरब डालर से अधिक की कंपनी बन गए हैं। कंपनियों की तरक्की से विभिन्न क्षेत्रों में कौशल रखने वाले युवाओं के लिए रोजगार के आकर्षक मौके भी तेजी से बढ़े हैं। यह भी कहा जा सकता है कि काबिल युवाओं को अब किसी नौकरी के पीछे भागने की जरूरत नहीं होती, बल्कि नौकरियां उनके पीछे-पीछे चलती हैं। स्थिति यह है कि मजबूरी में कोई नौकरी ज्वाइन करने के बजाय अब उनके सामने अपनी पसंद की नौकरी चुनने के कई विकल्प होते हैं। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें सरोकारों के साथ-साथ : ऐसा नहीं है कि आज के स्वावलंबी और स्वाभिमानी युवा सिर्फ पैसा बनाने के लिए स्टार्ट-अप शुरू कर रहे हैं, उन्हें अपने देश और समाज को उन्नत बनाने की भी उतनी ही चिंता रहती है। यही कारण है कि तमाम युवा परंपरागत कारोबार से हटकर अपने स्टार्ट-अप के लिए उन क्षेत्रों को चुन रहे हैं, जिससे समाज की मुश्किलें दूर होने के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो सके। पहले जरूरत की दवाएं खोजने के लिए लोगों को बाजार के चक्कर काटने पड़ते थे, जबकि आज अपने मोबाइल के जरिए कुछ ही देर में घर बैठे उनके पास जरूरत की दवाएं पहुंच जाती हैं और वह भी आकर्षक छूट के साथ। इसी तरह शहर या शहर से बाहर जाने के लिए लोगों को सार्वजनिक साधनों पर निर्भर रहना पड़ता था या फिर निजी टैक्सी वालों की मनमानी सहनी पड़ती थी। अब देश के तकरीबन हर शहर में चौबीसों घंटे प्रतिस्पर्धी दरों पर साधन उपलब्ध हो जाते हैं। यही हाल घर बैठे किराना के सामान या ताजा फल-सब्जी उपलब्ध होने का भी है। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें बढ़ाएं अपनी काबिलियत : यदि आप भी अपने पसंदीदा क्षेत्र में आकर्षक पैकेज पर नौकरी पाने की चाहत रखते हैं, तो सिर्फ सरकारी नौकरियों की बाट जोहने या फिर डिग्री के भरोसे काम पाने की कोशिश के बजाय अपनी रुचि के क्षेत्र को जान-समझकर उससे संबंधित कौशल से खुद को निखारने का भरसक प्रयास करें। यही नहीं, आफलाइन या आनलाइन कोर्स के जरिए स्किल सीखने के बाद उसे नियमित आधार पर अपडेट भी करते रहें, ताकि आपको न सिर्फ आसानी से नौकरी मिल सके, बल्कि आपको नियमित रूप से तरक्की भी मिलती रहे। Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-let-us-know-how-should-be-our-working-style-at-the-time-of-success-and-failure-jagran-special-22264115.html,"आइए जानें, सफलता और असफलता के वक्‍त हमारी कार्यशैली कैसी होनी चाहिए…","मिलन सिन्हा। जीवन की लंबी परिवर्तनशील यात्रा में सभी युवा व्‍यक्तिगत और सामूहिक रूप से कई कामयाबी-नाकामयाबी के हकदार बनते हैं। इस क्रम में उनके ज्ञान और अनुभव की पूंजी में इजाफा होता रहता है। हां, इस दौरान एक और बात आमतौर पर दिखाई देती है और वह यह है कि कई युवा अच्छी बातों और कामयाबी का सारा क्रेडिट खुद लपकने का प्रयास करते हैं, लेकिन गलतियों और नाकामयाबियों का ठीकरा दूसरे के माथे पर फोड़ते हैं। सवाल उठता है कि क्या ऐसी कार्यशैली से वाकई हम बेहतर मुकाम हासिल कर सकते हैं? आइए जानें, सफलता और असफलता के वक्‍त हमारी कार्यशैली कैसी होनी चाहिए… ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें दूसरों पर दोष डालने का परिणाम: अपनी असफलता का दोष टीम मेंबर्स पर या दूसरे किसी पर डालने की कोशिश करने से क्या होता है? इसे इस प्रकार समझा जा सकता है: 1. एक व्यक्ति के रूप में ऐसे लोग खुद में सुधार लाने वाले रास्ते को बंद कर देते हैं और साथ ही कीमती समय, ऊर्जा और मानसिक शांति को अनावश्यक रूप से बर्बाद करने के रास्ते खोल देते हैं। ऐसा करना तो बहुत आसान होता है, लेकिन इसके दूरगामी दुष्परिणाम होते हैं जो मुख्यतः उन्हें ही भुगतने पड़ते हैं। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें 2. किसी संस्थान के प्रमुख या किसी टीम के लीडर के रूप में इस तरह के लोग अपनी भूमिका के साथ अन्याय करते हैं। उस स्थिति में आमतौर पर लगभग सभी सदस्य प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपना बचाव करने और फिर एक-दूसरे पर दोष डालने लग जाते हैं। इससे अचानक एकता के बजाय गुटबाजी शुरू हो जाती है। अतार्किक बहसें प्रारंभ हो जाती हैं। पेशेवर विचार-विमर्श के स्थान पर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल पड़ता है। अतीत की अप्रासंगिक-अवांछित बातें मिर्च-मसाले के साथ एक-दूसरे के खिलाफ इस्तेमाल की जाती हैं। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें 3. देखा गया है कि आरोप-प्रत्यारोप के छोटे-बड़े किसी भी दौर के थमने के बाद भी टीम भावनात्मक स्तर पर पूरी तरह कभी एकजुट नहीं हो पाती है। इसका व्यापक नकारात्मक असर संस्थान की छवि और उत्पादकता पर पड़ता है। व्‍यवहार कुशल लोगों का रवैया : दूसरी तरफ एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्‍यारोप करने वालों के उलट किसी भी क्षेत्र के सफल, व्यवहार कुशल और प्रभावी लोग ऐसा नहीं करते हैं। यकीनन उनका रवैया अलग होता है। आखिर ऐसे लोग नाकामयाबियों से कैसे निपटने हैं, वे क्या करते हैं? ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें 1. नाकामयाबी की स्थिति में समझदार टीम लीडर या कर्मी उस नाकामयाबी को दिल से नहीं, दिमाग से लेता है। संयत रहने की पूरी कोशिश करता है, विचलित या उत्तेजित नहीं होता। अपने स्तर पर हार या नाकामयाबी का निरपेक्ष विश्‍लेषण करता है, जिसमें उनकी अपनी कार्यशैली की समीक्षा भी शामिल होती है। गलत-सही के मूल्यांकन के लिए तराजू या पैमाना सबके लिए एक समान होता है। अगर किसी सदस्य विशेष की गलती है, तो उसे एकांत में बुलाकर उसका पक्ष जानता है और फिर उसे समझाता-बुझाता है। टीम लीडर का इरादा दोष या गलती करने वाले को अपमानित करने या नीचा दिखाने का नहीं होता है, बल्कि उसे गलती का एहसास करवाकर सुधारने का होता है। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें 2. सबसे अहम बात यह है कि सबके सामने वह खुद असफलता की जिम्मेदारी लेता है, जबकि टीम के सारे लोग जानते-समझते हैं कि इसमें कमोबेश सबकी या किसी सदस्य विशेष की नाकामी है। ऐसे में, कमोबेश सभी सदस्य आत्मावलोकन करते हैं और सब अंदर से दुखी भी रहते हैं। यहां लीडर अपनी टीम को इस सच से साक्षात्कार भी करवाता है कि जो हो गया, सो हो गया और अब तो जो भी आगे करना है उस पर फोकस करने का समय है, जिससे कि पिछली गलतियों से सबक लेकर आगे अपने प्रदर्शन को बेहतर कर सकें। दरअसल, एक सच्‍चे लीडर के सामने अपनी टीम को हार या नाकामयाबी के भाव से निकालकर भविष्य के बड़े लक्ष्य के लिए तैयार करना असली चुनौती होती है और वह उसी पर फोकस करता है। इन क्षेत्रों में आज और बढ़ सकती है बारिश, फसलों को हो सकता है नुकसान, चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर IMD ने किया अलर्ट यह भी पढ़ें 3. लीडर द्वारा हार की जिम्मेदारी लेने से उत्साहवर्धक बात यह भी होती है कि पूरी टीम फिर से एक सकारात्मक भाव से संकल्पित होकर आगे की कार्ययोजना पर फोकस करती है। तब तू-तू, मैं-मैं की नौबत नहीं आती। नकारात्मक सोच और व्यवहार से सभी बच जाते हैं। सबको श्रेय देने का फायदा: असफलता के विपरीत किसी काम में सफल होने पर एक बेहतर कार्यशैली वाला मैनेजर या टीम लीडर सफलता का श्रेय सबको देकर हरेक सदस्य को गौरव, आत्मसम्मान एवं आत्मविश्‍वास से भरने की कोशिश करता है। परिणामस्वरूप वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनते हैं और बेहतर प्रदर्शन करने का मन-ही-मन संकल्प भी लेते हैं। ऐसा करने से लीडर के प्रति टीम सदस्‍यों का सम्मान बहुत बढ़ जाता है, जिससे टीम को भावनात्मक स्तर पर बांधे रखना और टीम के लिए निकट भविष्य की कार्ययोजनाओं को मूर्त रूप देना आसान हो जाता है। ‍[मोटिवेशनल स्पीकर एंड वेलनेस कंसल्‍टेंट] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-does-not-reduce-the-effectiveness-of-vaccine-jagran-special-22263970.html,टीकों का प्रभाव कम नहीं करता SARS-CoV-2 वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन,"नई दिल्‍ली, प्रेट्र। कोरोना महामारी का कारण बनने वाले सार्स-कोव-2 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर हर तरफ आशंका का दौर है। इस वैरिएंट में जितने ज्यादा म्युटेशन पाए गए हैं, उससे इसकी संक्रमण क्षमता बहुत ज्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। साथ ही यह डर भी है कि नया वैरिएंट मौजूदा टीकों के प्रभाव को भी कम कर सकता है। भारत में भी इस वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ प्रश्न-उत्तर के माध्यम से लोगों की शंका का समाधान करने का प्रयास किया है। इसमें कहा गया है कि अभी ऐसा कोई प्रमाण नहीं है, जिससे यह माना जाए कि यह वैरिएंट टीके का प्रभाव कम कर सकता है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें तीसरी लहर की कितनी आशंका है?: अभी स्पष्ट नहीं है कि यह वायरस कितनी तेजी से फैलता है और कितना गंभीर है। हालांकि भारत में तेजी से टीकाकरण हो रहा है। सीरो सर्वे के मुताबिक, बहुत बड़ी आबादी डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित होकर ठीक हो चुकी है। ऐसे में भारत में स्थिति कम गंभीर होने का अनुमान है। वैज्ञानिक प्रमाण अभी मिलने बाकी हैं। उपलब्ध टीके इस पर कितने प्रभावी हैं? मौजूदा टीकों के ओमिक्रोन पर प्रभावी नहीं होने का कोई प्रमाण अभी नहीं मिला है। कुछ म्युटेशन को देखते हुए यह अनुमान है कि प्रभाव थोड़ा कम हो सकता है। हालांकि शरीर में बनी एंटीबाडी और सेल्युलर इम्युनिटी भी वायरस के खिलाफ सुरक्षा का काम करती है और इनका प्रभाव बने रहने का अनुमान है। इसलिए सभी लोगों को जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें मौजूदा तरीके ओमिक्रोन की जांच में कितने कारगर हैं?: शरीर में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने के लिए आरटी- पीसीआर टेस्ट में वायरस के कुछ विशेष जीन की जांच की जाती है। इनमें स्पाइक (एस), एनवलप्ड (ई) और न्यूक्लिओकैपसिड (एन) जीन शामिल हैं। ओमिक्रोन के स्पाइक में बहुत ज्यादा बदलाव देखा वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें गया है। इसलिए कुछ मामलों में एस-जीन पकड़ में नहीं आएगा। इसे एस-जीन ड्राप आउट कहा जाता है। जांच के दौरान एस-जीन ड्राप आउट को ओमिक्रोन की पहचान के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। हालांकि पुष्टि के लिए जीन की जरूरत होती है। कितना सतर्क रहने की जरूरत है?: इस वैरिएंट को डब्ल्यूएचओ ने वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है। इसका अर्थ है कि यह वैरिएंट ज्यादा संक्रामक और घातक हो सकता है। अभी इस बारे में वैज्ञानिक नतीजे तो नहीं मिले हैं, लेकिन फिलहाल इससे संभलकर रहने की जरूरत है। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें बचाव के लिए कौन से कदम उठाने चाहिए?: वायरस के किसी भी वैरिएंट से बचाव के मामले में शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क लगाना कारगर है। साथ ही हाथों की साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। जिन लोगों ने अब तक टीका नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। अब तक के प्रमाण बताते हैं कि टीका कोरोना संक्रमण को गंभीर होने से रोकता है। टीका लगवा चुके लोगों के अस्पताल में भर्ती होने के मामले कम पाए गए हैं। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें दोबारा संक्रमण का खतरा तीन गुना कर सकता है नया वैरिएंट: इस बीच, दक्षिणी अफ्रीकी विज्ञानियों ने अपने एक शुरुआती शोध में पाया है कि बीटा और डेल्टा की तुलना में ओमिक्रोन दोबारा संक्रमण का खतरा तीन गुना तक बढ़ा देता है। ओमिक्रोन पहले के संक्रमण से शरीर में बनी एंटीबाडी को चकमा देने में काफी हद तक सक्षम पाया गया है। लोगों की लापरवाही को देखते हुए यह तथ्य और भी चिंता बढ़ाने वाला है। आनलाइन सर्वे फर्म लोकल सर्किल्स के मुताबिक, भारत में बहुत कम लोग ही अब मास्क लेकर बाहर निकल रहे हैं। ओमिक्रोन के मामले आने के बाद भी बमुश्किल दो प्रतिशत लोगों को लगता है कि मास्क पहनने से बचाव हो सकता है। तिहाई लोगों का कहना है कि उनके क्षेत्र में लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-a-man-returned-kerala-from-the-uk-tested-corona-positive-sample-sent-for-omicron-testing-22263725.html,"केरल: ब्रिटेन से वापस लौटा शख्स कोरोना संक्रमित, जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया सैंपल","तिरुअनंतपुरम, एएनआइ। नवंबर में ब्रिटेन से लौटा केरल का शख्स कोरोना पाजिटिव है। 46 वर्षीय शख्स 21 नवंबर को ब्रिटेन से वापस अपने घर केरल आया और चार दिन बाद 26 नवंबर को उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद एहतियातन उसकी मां और बहन के साथ घरेलू सहायिका का ब्लड सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए लिया गया है। शख्स का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। यह जानकारी शुक्रवार को कोझीकोड के जिला चिकित्सा अधिकारी डाक्टर उमर फारूक (Dr Ummer Farook) ने दी। बता दें कि एक सप्ताह पहले ही ब्रिटेन में ओमिक्रोन का पहला मामला सामने आया । Kerala | A man, who returned from the UK on Nov 21, tested positive for COVID-19 on Nov 26. Samples of his mother & house help have been sent for testing. The man's sample has been sent for genome sequencing: Kozhikode District Medical Officer Dr Ummer Farook (03.12) pic.twitter.com/TdJ9eGdJiw — ANI (@ANI) December 3, 2021 ब्रिटेन से लौटने के बाद शख्स ने अकेले ही ट्रेन से अर्नाकुलम और कायमकुलम की यात्रा की। डा. फारूक ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से समुचित उपाय किए गए हैं। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें ब्रिटेन में ओमिक्रोन इंग्लैंड में ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमण के 22 मामले हैं, स्काटलैंड में 29 और वेल्स में एक मामला है। शुक्रवार को जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के 50,584 नए मामले दर्ज किए गए जिसके बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 10,379,647 हो गई है। इसके अलावा देशभर में 143 नए कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। शिन्हुआ के अनुसार अभी यहां कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों का आंकड़ा 7,373 है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें बता दें कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में दर्ज किया गया जिसके तुरंत बाद ही यह 30 देशों तक फैल गया। इसके खतरे को भांपते ही कई देशों ने दक्षिण अफ्रीकी देशों के साथ यात्रा प्रतिबंध लगा दिए। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-trains-canceled-due-to-cyclonic-storm-jawad-schools-closed-and-heavy-rain-alert-issued-22261705.html,"चक्रवाती तूफान जवाद : एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा, भारी बारिश का अलर्ट, कई ट्रेनें रद स्कूल कालेज भी बंद","विशाखापट्टनम/नई दिल्ली, एएनआइ। अब से कुछ ही घंटों में पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) में बदल जाएगा। चक्रवाती तूफान जवाद के चलते रेल यातायात प्रभावित रहेगा। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले से 3 और 4 दिसंबर को लगभग 65 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। शुक्रवार को पूर्वी तट रेलवे ने यह जानकारी दी है। पूर्वी तट रेलवे के शीर्ष अधिकारी ए.के. त्रिपाठी ने कहा कि चक्रवात जवाद के चलते इन सभी ट्रेनों का रद किया गया है। तूफान के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी विशाखापट्टनम और श्रीकाकुलम जिलों के सभी स्कूलों को शनिवार तक बंद करने का आदेश दिया है। चक्रवात तूफान से निपटने को लेकर केंद्र व राज्य सरकारें पूरी तरह अलर्ट हैं। शुक्रवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने चक्रवाती तूफान जवाद से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें वहीं, चक्रवाती तूफान जवाद की वजह से तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने तीनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा आइएमडी की ओर से इस दौरान उत्तरी महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिमी तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। एनडीआरएफ की 46 टीमें तैनात इस बीच, लगभग 46 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में 46 टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि एनडीआरएफ की कुल 46 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भेजा गया है। वे वहां पहले से तैनात हैं। किसी भी टीम को एयरलिफ्ट करने की स्थिति पैदा होने पर आईडीएस अलर्ट पर है। साथ ही 18 और टीमें स्टैंडबाय पर हैं। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें तूफान के प्रभाव को रोकने के लिए सरकार ने जारी किए दिशानिर्देश बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर गहरा दबाव अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और शनिवार सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट पर पहुंच जाएगा। चक्रवात जवाद के चलते दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है। ओडिशा सरकार ने गुरुवार शाम को इसके प्रभावों को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें शनिवार की सुबह इन जगहों पर तूफान के पहुंचने की उम्मीद इससे पहले, आइएमडी ने सूचित किया था कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात जवाद में तेज होने की उम्मीद है। शनिवार की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश - ओडिशा के तट तक पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान 100 किमी प्रति घंटे की हवाएं चलेंगी। चक्रवाती तूफान के चलते आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात जवाद की स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की है। साथ ही कैबिनेट सचिव ने सभी तटीय राज्यों के मुख्य सचिवों और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों या एजेंसियों के साथ स्थिति और तैयारियों की भी समीक्षा की है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-less-fatal-due-to-vaccination-and-wide-spread-of-delta-variant-antibodies-made-in-most-22263587.html,"ओमिक्रोन के घातक होने के आसार कम, टीकाकरण और डेल्टा वैरिएंट के व्यापक प्रसार से ज्यादातर में बन चुकी है एंटीबाडी","नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर दुनिया भर में फैली दहशत के बीच शुक्रवार को सरकार की तरफ से कुछ राहत देने वाली खबर आई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में ओमिक्रोन के घातक होने के आसार कम हैं क्योंकि टीकाकरण की तेज गति और डेल्टा वैरिएंट के व्यापक प्रसार के चलते ज्यादातर लोगों में उच्च सीरोपाजिटिविटी पाई गई है यानी उनमें कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबाडी बन चुकी है। वहीं केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर फैसला वैज्ञानिक सलाह के आधार पर किया जाएगा। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें अभी तक ज्‍यादा जानकारी नहीं हालांकि, मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रोन के संभावित गंभीरता को लेकर अभी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिले हैं। इसके भी अभी कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं जिससे यह पता चलता हो कि मौजूदा वैक्सीन इस वैरिएंट के खिलाफ काम नहीं करेंगी। परंतु, इस वैरिएंट में कुछ ऐसे बदलाव की बात सामने आ रही है जो वैक्सीन के प्रभाव को कम कर सकती है। 16,000 यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में कोरोना महामारी पर 11 घंटे तक चली चर्चा का जवाब देते हुए बताया कि सरकार देश में ओमिक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। ओमिक्रोन प्रभावित देशों से अब तक आए 16,000 यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच कराई गई है जिनमें 18 लोग संक्रमित पाए गए हैं। ओमिक्रोन का पता लगाने के लिए इनके नमूने को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। हालांकि, मंत्री के बयान के बाद कुछ और संदिग्ध मामले पाए गए हैं। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें राजस्थान में ओमिक्रोन के चार संदिग्ध मामले मिले स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में ओमिक्रोन के दो मामलों की पुष्टि हुई है, जो कर्नाटक में मिले थे, लेकिन संदिग्धों की संख्या बढ़ रही है। दक्षिण अफ्रीका से एक हफ्ते पहले जयपुर लौटे एक दंपती और उनके दो बच्चों को संक्रमित पाया गया है। इनके ओमिक्रोन से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। इनके संपर्क में आए छह और लोग भी संक्रमित पाए गए हैं। दिल्ली में नए वैरिएंट के संदिग्ध मामलों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। महाराष्ट्र सरकार में 28 और तमिलनाडु में दूसरे देश से आए तीन यात्रियों को संक्रमित पाया गया है। सभी की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें सावधानी और बचाव जरूरी मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रोन के खिलाफ वैक्सीन के बेअसर होने के प्रमाण नहीं मिले हैं, इसलिए टीका लगवाना जरूरी है। साथ ही सावधानी, सतर्कता और पहले की तरह बचाव के उपायों को अपनाते रहना भी आवश्यक है। मंत्रालय ने मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और ज्यादा से ज्यादा खुले स्थान या हवादार जगह पर रहने की सलाह दी है। ओमिक्रोन से घबराने की नहीं, सजग रहने की जरूरत : सौम्या अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य विज्ञानी डा. सौम्या स्वामीनाथन ने रायटर से बातचीत में कहा कि ओमिक्रोन से घबराने की नहीं, बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने भी कहा कि यह आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी कि इस नए वैरिएंट के खिलाफ मौजूदा टीके काम नहीं करेंगे। ओमिक्रोन के अधिक घातक होने के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि अभी तक के आंकड़ों से ओमिक्रोन को अधिक संक्रामक जरूर पाया गया है। इन क्षेत्रों में आज और बढ़ सकती है बारिश, फसलों को हो सकता है नुकसान, चक्रवात तूफान 'जवाद' को लेकर IMD ने किया अलर्ट यह भी पढ़ें बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर फैसला वैज्ञानिक सलाह पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना महामारी पर राजनीति करने के लिए विपक्ष को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में सरकार की कमियां गिनाने के बजाय विपक्ष को यह देखना चाहिए कि सरकार ने क्या-क्या काम किए। उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण पर फैसला वैज्ञानिक सलाह के आधार पर किया जाएगा। देश में ओमिक्रोन का तीसरा मामला मिलने से हड़कंप, गुजरात में मिला मरीज, संसदीय पैनल ने की टीकों के मूल्यांकन की सिफारिश यह भी पढ़ें प्रबंधन की खामियों को गिनाया सदन में चर्चा के दौरान शुक्रवार को भी विपक्षी सदस्यों ने पहली और दूसरी लहर के दौरान सरकार प्रबंधन की खामियों को फिर से गिनाया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने अपने राज्यों ने कोरोना के टीके की कमी का मुद्दा भी उठाया। जबकि कुछ विपक्षी सदस्यों ने केंद्र सरकार पर विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप भी लगाया। चुनौतियों को दी शिकस्‍त अमृत महोत्सव: महाकाल की छाया में ये मंदिर भारत मां का, पढ़ें- इस गुप्त ठिकाने के बारे में यह भी पढ़ें स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए आंकड़ों के साथ बताया कि किस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कोरोना काल की चुनौतियों से सफलतापूर्वक निपटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि हमारे विज्ञानियों ने कम समय में वैक्सीन तैयार कर दिखाया और इसके परिणामस्वरूप हम 126 करोड़ से अधिक डोज देने में सफल रहे हैं। पहले भारत में लोगों को वैक्सीन विकसित होने के 10-15 साल बाद ही मिल पाती थी। सांसद अपने क्षेत्रों में 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करें दिसंबर तक सभी वयस्कों के टीकाकरण पर आशंका जताने वाले कांग्रेस के गौरव गोगोई का जवाब देते हुए मांडविया ने कहा कि सरकार ने इसके लिए वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का वादा किया था और वह पूरा हो रहा है। राज्यों के पास अब भी 22 करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध हैं और इस महीने 10 करोड़ और डोज मिलेंगी। मांडविया ने गोगोई से पूछा कि एक सांसद होने के नाते आखिर उन्होंने अपने क्षेत्र में संपूर्ण टीकाकरण के लिए क्या प्रयास किया। अब तक 85 प्रतिशत लोगों को पहली डोज दी गईं मांडविया ने बताया कि देश में अब तक 85 प्रतिशत पात्र आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई हैं, जबकि 50 प्रतिशत का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। उन्होंने टीकाकरण में तेजी लाने के लिए सभी सांसदों से अपने-अपने क्षेत्रों में 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया। पीएम-केयर्स फंड पर बंद हो राजनीति मांडविया ने कहा कि विपक्ष को पीएम-केयर्स फंड पर राजनीति बंद करनी चाहिए। इसके जरिये 58,000 वेंटीलेटर खरीदे गए, जिनमें से ज्यादातर की खरीद सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों सी की गई। केंद्र की तरफ से 50,200 वेंटीलेटर राज्यों को दिए गए और 48,000 विभिन्न अस्पतालों में लगाए गए। सरकार ने राज्यों के लिए कोरोना संबंधी आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की। सरकार शक्ति से नहीं, इच्छाशक्ति से करती है काम मांडविया ने कहा कि सरकार नतीजों के लिए काम करती है। कोरोना काल के दौरान मोदी सरकार ने दिखाया दिया है कि वह शक्ति से नहीं इच्छा शक्ति से काम करती है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-has-developed-an-indigenous-anti-drone-system-ministry-of-defense-informed-in-parliament-22263136.html,"भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी","नई दिल्ली, प्रेट्र। देश की सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए भारत ने रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद की है। यह भारत का संप्रभु निर्णय है। इससे हमारी रक्षा तैयारियों को बल मिलेगा। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने यह बात लोकसभा में शुक्रवार को एक सवाल के जवाब में दी। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि भारत स्वदेशी एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार कर लिया है। यह सिस्टम दुश्मन के ड्रोन को खोजने, उसका पीछा करने और उसे मार गिराने में सक्षम है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें दो साल में वायुसेना के सात विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए रक्षा राज्य मंत्री भट्ट ने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि पिछले दो साल में वायुसेना के कुल सात लड़ाकू विमान दुर्घटना के शिकार हुए। वायुसेना इनके कारणों की जांच कर रही है। दुर्घटनाग्रस्त विमानों में एक मिराज 2000 विमान भी शामिल है, जो कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश में हादसे का शिकार हुआ। सरकार इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें दवाएं बनाने का 68 प्रतिशत कच्चा माल चीन से आया देश ने दवाएं बनाने के लिए बीते वित्त वर्ष (2020-21) में करीब 28,529 करोड़ रुपये के कच्चे माल का आयात किया। इसमें से 19,402 करोड़ रुपये का अर्थात 68 प्रतिशत केवल चीन से आया। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं रसायन मंत्री मनसुख मांडविया ने दी है। इससे पहले 2019-20 में कुल 24,171 करोड़ रुपये का कच्चा माल आयात किया गया था। इसमें से 16,443 करोड़ रुपये का माल चीन से आया था। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें देश में घटी प्रजनन दर भारत जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में प्रभावी तरीके से आगे बढ़ रहा है। इसके चलते 2019-20 में प्रजनन दर घटकर 2.0 पर आ गई है। कुल 36 में से 31 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने इस प्रजनन दर को प्राप्त कर लिया है। जन्म दर भी 2019 में घटकर 19.7 पर आ गई है। सन 2000 में तैयार राष्ट्रीय जनसंख्या नीति के अनुसार 2045 तक जनसंख्या को नियंत्रित कर लिया जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण कुमार ने लोकसभा में दी है। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें प्रतिदिन 8778 टन लिक्विड आक्सीजन का उत्पादन स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार पूरी तरह से सतर्क है। देश में प्रतिदिन 8,778 मीट्रिक टन लिक्विड आक्सीजन का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। पीएम केयर्स फंड से देश के प्रत्येक जिले में 1,225 मेडिकल आक्सीजन उत्पादक संयंत्र लगाए गए हैं। ऐसे कुल संयंत्रों की संख्या 1,563 है। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें ज्यूडीशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर अथारिटी बनाने का प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने देश में नेशनल ज्यूडीशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर अथारिटी बनाए जाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा है। प्रस्ताव के अनुसार इस प्रशासनिक संस्था के प्रमुख मुख्य न्यायाधीश होंगे। यह जानकारी केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा को दी है। मुख्य न्यायाधीश ने हाल ही में इस अथारिटी के गठन की आवश्यकता जताई थी। यह अथारिटी न्यायालयों की आधारभूत संरचना के विकास और उनके रखरखाव का कार्य देखेगी। लोकसभा में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि आपरेशन देवी शक्ति के तहत भारत ने अगस्त महीने में कुल 565 लोग निकाले, जिनमें से 438 भारतीय और बाकी विदेशी नागरिक थे। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-coronavirus-cases-increasing-in-the-country-new-covid-measures-in-karnataka-22262422.html,"देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री","नई दिल्ली, जेएनएन/एजेंसियां। देश में सक्रिय मामलों के साथ ही नए मामलों में भी वृद्धि होने लगी है। सक्रिय मामलों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई गई है और इनकी संख्या एक बार फिर एक लाख के करीब पहुंच गई है। वहीं, नए मामले भी बढ़ रहे हैं। वहीं कर्नाटक में कोरोना के नए ओमिक्रोन के दो मामलों का पता चलने के बाद राज्‍य सरकार ने शुक्रवार सख्‍त पाबंदियों की घोषणा की। इसमें मॉल, सिनेमा हॉल या थिएटर में दाखिल होने के लिए कोविड रोधी वैक्‍सीन की दोनों डोज लेनी अनिवार्य कर दी गई है। स्कूल या कालेज जाने वाले छात्रों के माता-पिता के लिए यही नियम लागू किए गए हैं। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें सीएम बोम्मई ने कई उपायों की घोषणा की कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने राज्य में ओमीक्रोन के दो केस पाए जाने के बाद शुक्रवार को विशेषज्ञों, वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। कर्नाटक सरकार की ओर से घोषित किए गए अन्‍य उपायों में हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच तेज करना, शिक्षण संस्थानों को अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों को स्थगित करना, सभाओं बैठकों और सम्मेलनों में शामिल होने वालों की संख्या 500 तक सीमित करना भी शामिल हैं। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले 9,216 कुल सक्रिय मामले 99,976 24 घंटे में टीकाकरण 73.67 लाख कुल टीकाकरण 126.48 करोड़ 320 मौतें अकेले केरल से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में सक्रिय मामलों में 213 की वृद्धि हुई है और इनकी संख्या 99,976 हो गई है जो कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है। इस दौरान कोरोना संक्रमण के 9,216 नए मामले मिले हैं और 391 लोगों की जान भी गई है, जिसमें 320 मौतें अकेले केरल से हैं। केरल में पहले हुई मौतों को नए आंकड़ों के साथ मिलाकर जारी किया जा रहा है। मरीजों के उबरने की दर सुधर रही है और मृत्युदर स्थिर बनी हुई है। दैनिक और साप्ताहिक संक्रमण दर एक प्रतिशत से नीच बनी हुई है। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें शुक्रवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 9,216 कुल मामले 3,46,15,757 सक्रिय मामले 99,976 मौतें (24 घंटे में) 391 कुल मौतें 4,70,115 ठीक होने की दर 98.35 प्रतिशत मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत पाजिटिविटी दर 0.80 प्रतिशत सा.पाजिटिविटी दर 0.84 प्रतिशत अब तक 126.48 करोड़ डोज लगाई गईं ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें कोविन पोर्टल के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 126.48 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। इनमें 79.72 करोड़ पहली और 46.75 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 73.67 लाख डोज लगाई गई हैं। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-centre-issues-faqs-on-omicron-variant-regarding-vaccine-efficacy-and-coronavirus-third-wave-22261617.html,ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब,"नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना महामारी का कारण बनने वाले सार्स-कोव-2 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर हर तरफ आशंका का दौर है। इस वैरिएंट में जितने ज्यादा म्युटेशन पाए गए हैं, उससे इसकी संक्रमण क्षमता बहुत ज्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। साथ ही यह डर भी है कि नया वैरिएंट मौजूदा टीकों के प्रभाव को भी कम कर सकता है। भारत में भी इस वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ प्रश्न-उत्तर के माध्यम से लोगों की शंका का समाधान करने का प्रयास किया है। इसमें कहा गया है कि अभी ऐसा कोई प्रमाण नहीं है, जिससे यह माना जाए कि यह वैरिएंट टीके का प्रभाव कम कर सकता है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें नए वैरिएंट के कारण तीसरी लहर की कितनी आशंका है? अभी स्पष्ट नहीं है कि यह वायरस कितनी तेजी से फैलता है और कितना गंभीर है। हालांकि भारत में तेजी से टीकाकरण हो रहा है। सीरो सर्वे के मुताबिक, बहुत बड़ी आबादी डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित होकर ठीक हो चुकी है। ऐसे में भारत में स्थिति कम गंभीर होने का अनुमान है। वैज्ञानिक प्रमाण अभी मिलने बाकी हैं। मौजूदा टीके इस पर कितने प्रभावी हैं? वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें मौजूदा टीकों के ओमिक्रोन पर प्रभावी नहीं होने का कोई प्रमाण अभी नहीं मिला है। कुछ म्युटेशन को देखते हुए यह अनुमान है कि प्रभाव कुछ कम हो सकता है। हालांकि शरीर में बनी एंटीबाडी और सेल्युलर इम्युनिटी भी वायरस के खिलाफ सुरक्षा का काम करती है और इनका प्रभाव बने रहने का अनुमान है। इसलिए सभी लोगों को जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। इस वैरिएंट से कितना सतर्क रहने की जरूरत है? वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें इस वैरिएंट को डब्ल्यूएचओ ने वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है। इसका अर्थ है कि यह वैरिएंट ज्यादा संक्रामक और घातक हो सकता है। अभी इस बारे में वैज्ञानिक नतीजे तो नहीं मिले हैं, लेकिन फिलहाल इससे संभलकर रहने की जरूरत है। बचाव के लिए कौन से कदम उठाने चाहिए? वायरस के किसी भी वैरिएंट से बचाव के मामले में शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क लगाना कारगर है। साथ ही हाथों की साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। जिन लोगों ने अब तक टीका नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। अब तक के प्रमाण बताते हैं कि टीका कोरोना संक्रमण को गंभीर होने से रोकता है। टीका लगवा चुके लोगों के अस्पताल में भर्ती होने के मामले कम पाए गए हैं। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें जांच के मौजूदा तरीके ओमिक्रोन के मामले में कितने कारगर हैं? शरीर में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट में वायरस के कुछ विशेष जीन की जांच की जाती है। इनमें स्पाइक (एस), एनवलप्ड (ई) और न्यूक्लिओकैपसिड (एन) जीन शामिल हैं। ओमिक्रोन के स्पाइक में बहुत ज्यादा बदलाव देखा गया है। इसलिए कुछ मामलों में एस-जीन पकड़ में नहीं आएगा। इसे एस-जीन ड्राप आउट कहा जाता है। जांच के दौरान एस-जीन ड्राप आउट को ओमिक्रोन की पहचान के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। हालांकि पुष्टि के लिए जीन सिक्वेंसिंग की जरूरत होती है। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें दोबारा संक्रमित होने का खतरा तीन गुना कर सकता है नया वैरिएंट इस बीच, दक्षिणी अफ्रीकी विज्ञानियों ने अपने एक शुरुआती शोध में पाया है कि बीटा और डेल्टा जैसे अन्य वैरिएंट आफ कंसर्न की तुलना में ओमिक्रोन किसी व्यक्ति के दोबारा कोरोना संक्रमित होने का खतरा तीन गुना तक बढ़ा देता है। इसमें कहा गया है कि ओमिक्रोन पहले के संक्रमण से शरीर में बनी एंटीबाडी को चकमा देने में काफी हद तक सक्षम है। इस अध्ययन में करीब 28 लाख ऐसे लोगों को शामिल किया गया, जो अध्ययन से कम से कम 90 दिन या उससे पहले संक्रमित हुए थे। Edited By: Tanisk",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/mumbai/news/maharashtra-bhiwandi-road-accident-video-footage-police-caught-truck-driver-129180238.html,"जाको राखे साइयां मार सके ना कोय: सड़क किनारे खड़े थे लोग, अचानक पीछे से आया ट्रक और रौंदता चला गया; बच गए सब सुरक्षित","जाको राखे साइयां मार सके ना कोय:सड़क किनारे खड़े थे लोग, अचानक पीछे से आया ट्रक और रौंदता चला गया; बच गए सब सुरक्षित ठाणे7 मिनट पहले वीडियो महाराष्ट्र के भिवंडी में एक भीषण हादसा कैमरे में कैद हुआ है। यहां एक बेकाबू ट्रक ने सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियों को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में आसपास खड़े कई लोग बाल-बाल बच गए। हालांकि, भागने के चक्कर में दो लोग सड़क किनारे गिर पड़े और उन्हें मामूली चोट आई है। पुलिस ने दुर्घटना के बाद ट्रक ड्राइवर को पकड़ लिया है। यह दिल दहलाने वाली घटना 3 दिसंबर की रात 12 बजे के आसपास हुई है। जो वीडियो सामने आया है, वह सड़क किनारे लगे एक कैमरे में कैद हुआ है। इसमें एक संकरी सड़क पर कुछ लोग सड़क किनारे खड़े नजर आ रहे हैं। इतने में एक तेज रफ्तार ट्रक आता है और सड़क किनारे खड़े लोगों और कारों को रौंदता हुआ आगे बढ़ जाता है। ड्राइवर की गलती से हुई दुर्घटना भिवंडी पुलिस के मुताबिक, यह दुर्घटना आईएसबीबी इलाके में फ्रेंक हॉस्पिटल के बाहर हुई है। ड्राइवर का कहना है कि ट्रक का ब्रेक फेल हो गया था और गाड़ी की रफ्तार तेज होने के कारण यह दुर्घटना हुई है। ड्राइवर जिस जगह यह ट्रक लेकर आया था वहां बड़ी गाड़ियों का प्रवेश वर्जित है। पुलिस ने वारदात के बाद मौके से फरार ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो फुटेज में ड्राइवर की गलती नजर आ रही है। उसके बयान की जांच की जा रही है। उसका मेडिकल भी करवाया गया है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/gaya/news/bihar-news-guest-from-mongolia-turned-out-to-be-corona-positive-129179654.html,"उपराष्ट्रपति से मिला कोरोना संक्रमित: मंगोलियाई डेलिगेशन में शामिल संक्रमित 3 दिन पहले वेंकैया नायडू से मिला, गया में बुद्ध मंदिर भी गया","उपराष्ट्रपति से मिला कोरोना संक्रमित:मंगोलियाई डेलिगेशन में शामिल संक्रमित 3 दिन पहले वेंकैया नायडू से मिला, गया में बुद्ध मंदिर भी गया मंगोलिया से बोध गया आए 23 सदस्यों के शिष्टमंडल में से एक व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसकी RT-PCR रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही दिल्ली से लेकर गया तक हड़कंप मच गया। मंगोलिया के संसद के अध्यक्ष गोम्बोजव झंडनशतर के नेतृत्व में आया यह शिष्टमंडल बुधवार को उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू से भी मिला था। गया के DM अभिषेक सिंह ने बताया कि पॉजिटिव सदस्य को मगध मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। डॉक्टरों का कहना है, 'सैंपल को जांच के लिए बाहर भी भेजा जाएगा, ताकि ओमिक्रॉन को लेकर पुख्ता जानकारी मिल सके। फिलहाल मरीज को 10 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया गया है।' उपराष्ट्रपति के साथ मंगोलिया की संसद के अध्यक्ष गोम्बोजव झंडनशतर। उनके साथ गए डेलिगेशन में से एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है। मंगोलिया की संसद के अध्यक्ष के साथ 23 डेलिगेट्स का यह दल 2 दिसंबर को गया पहुंचा था। सभी लोग दिल्ली से होते हुए गया आए थे। दिल्ली में भी उनका स्वागत किया गया था। गया एयरपोर्ट पर इनकी एंटीजन और RT-PCR जांच की गई थी, लेकिन इन्हें क्वॉरैंटाइन नहीं किया गया था, जबकि भारत सरकार का साफ आदेश है कि हर विदेशी को देश आने पर क्वारैंटाइन किया जाएगा। गुरुवार शाम को शिष्टमंडल बुद्ध की तपोस्थली ढुंगेश्वरी गुफा में मत्था टेका था और दल के सभी सदस्य ढुंगेश्वरी पर्वत घूमने भी गए थे। भगवान बुद्ध की तपोस्थली का किया था दर्शन विदेशी मेहमानों ने बोध गया के डुंगेश्वरी पर्वत पर भगवान बुद्ध की तपोस्थली के दर्शन भी किए थे। इसके बाद महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध के दर्शन और नमन भी किया था। इनकी मेहमान नवाजी के लिए जिला प्रशासन की पूरी टीम भी साथ-साथ चल रही थी। बुधवार को दिल्ली में उप राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान मंगोलिया से आया 23 सदस्यों का शिष्टमंडल। बिहार में कोरोना से मौतें, 24 घंटे में 2,424 की उछाल बिहार में कोरोना से मौतों का आंकड़ा शुक्रवार को एक दिन में 2,424 बढ़ गया है। 2 दिसंबर तक राज्य में कोरोना से हुई कुल मौतों की संख्या 9,664 थीं, जो 3 दिसंबर को 12,089 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले डेढ़ साल के अंदर कोरोना से मौतों के जो भी आवेदन आए थे, उसकी जांच कर आंकड़े अपडेट किए गए हैं। इससे पहले 9 जून को सरकार की ओर से मौतों के आंकड़ों में संशोधन किया गया था, तब 3,951 एक्स्ट्रा मौतें जोड़ी गई थीं। इसके बाद सरकार ने 7 जून से पहले हुई मौतों की समीक्षा के लिए राज्यस्तरीय कमेटी बनाई थी, वेरिफिकेशन के बाद मौतों का आंकड़ा दोबारा संशोधित किया गया है और एक बार में 2,424 मौतें जोड़ी हैं। सबसे अधिक 445 एक्स्ट्रा मौतें पटना में हुई हैं। मंगोलिया से आए 23 VIP मेहमानों को 10 दिन क्वारैंटाइन करना था, पर प्रशासन ने नहीं किया",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/storm-hitting-the-coast-of-andhra-and-odisha-today-heavy-rain-alert-issued-129179630.html,"PHOTOS में तूफान जवाद से लड़ने की तैयारी: आंध्र के 3 जिलों से 54 हजार लोगों को निकाला गया, ओडिशा में सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील","में तूफान जवाद से लड़ने की तैयारी:आंध्र के 3 जिलों से 54 हजार लोगों को निकाला गया, ओडिशा में सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील बंगाल की खाड़ी में बना साइक्लोन जवाद शनिवार सुबह ओडिशा और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती इलाकों से टकराएगा। आंध्र प्रदेश के 3 जिलों विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम में 11 NDRF, 5 SDRF, 6 तटरक्षक बल, 10 समुद्री पुलिस दल तैनात किए गए हैं। अभी तक तीनों जिलों के निचले इलाकों से करीब 54 हजार लोगों को निकाला गया है। ओडिशा में ODRAF, NDRF और स्टेट फायर सर्विस की 247 टीमें तैनात की गई हैं। करीब 20 टीमें रिजर्व रखी गई हैं। ज्यादातर जिलों में लोग घरों से बाहर आने के लिए तैयार नहीं हैं, संभावना है कि लोगों को प्रभावित इलाकों से कल निकाला जाएगा। जवाद के रविवार सुबह ओडिशा और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटवर्ती इलाकों से टकराने की आशंका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया है। ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में NDRF (नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की 46 टीमें तैनात की जा चुकी हैं। वहीं, राज्य सरकारों की तरफ से भी एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। ओडिशा के पुरी में तूफान की वजह से लगातार बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। ओडिशा के गजपति जिले में जिला प्रशासन ने जवाद से निपटने के लिए तैयारियां की हैं। पुरी में मछुआरों के समुद्र में जाने से रोक लगाई गई है। भारी बारिश की आशंका को लेकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए SDRF रेस्क्यू बोट्स को तैयार कर रही है। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में लगातार बारिश है रही है। कुछ इलाकों में 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। प्रभावित इलाकों तक मेडिकल फैसिलिटी पहुंचाने के लिए एंबुलेंस भी तैयार हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/absconding-for-12-hours-in-kanpur-duty-was-engaged-in-covid-center-in-both-wave-of-corona-129179593.html,"ओमिक्रॉन की दहशत में डॉक्टर बना हत्यारा: पत्नी और 2 बच्चों को बेरहमी से मार डाला; लिखा- अब लाशें नहीं गिननी, ओमिक्रॉन किसी को नहीं छोड़ेगा","ओमिक्रॉन की दहशत में डॉक्टर बना हत्यारा:पत्नी और 2 बच्चों को बेरहमी से मार डाला; लिखा- अब लाशें नहीं गिननी, ओमिक्रॉन किसी को नहीं छोड़ेगा उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक डॉक्टर ने अपने पूरे परिवार को बेरहमी से मार डाला। यह घटना शुक्रवार शाम की। डॉक्टर का नाम सुशील कुमार है। पुलिस के मुताबिक, घर में पत्नी, बेटे और बेटी की लाश मिली। डॉक्टर ने बॉडी के पास एक नोट भी छोड़ा। इसमें लिखा कि कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के आने के बाद अब और लाशें नहीं गिननी हैं। ये सबको मार डालेगा। डॉक्टर ने ये भी लिखा कि उसे कोविड रिलेटेड डिप्रेशन है। डॉ. सुशील कुमार का 18 साल का बेटा शिखर और 16 साल की बेटी खुशी (फाइल फोटो) पुलिस डॉ. सुशील को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई। वह वारदात को अंजाम देने के बाद भाग गए। घटना स्थल से मिले नोट की वजह से कहा जा रहा है कि उसने यह कदम कोरोना के डिप्रेशन और ओमिक्रॉन की दहशत की वजह से उठाया है। हालांकि, उसके जुड़वा भाई सुनील के मुताबिक, डॉ. सुशील कुछ समय से डिप्रेशन में थे। डॉ. सुशील कानपुर में इंद्रानगर के डिविनिटी अपार्टमेंट में रहते थे। पत्नी चंद्रप्रभा की उम्र 48 साल थी। बेटा शिखर (18 साल) और खुशी (16 साल की थी)। पुलिस ड्रिप्रेशन के अलावा हत्या के दूसरे एंगल पर भी जांच कर रही है। हत्या के बाद डॉ. सुशील कुमार ने अपने भाई सुनील को सुशील ने यह मैसेज भेजा था। भाई को मैसेज भेजा- सभी की हत्या कर दी डॉ. सुशील कुमार ने शुक्रवार शाम 5.32 बजे अपने भाई सुनील को मैसेज किया। इसमें लिखा कि पुलिस को इंफार्म करो, मैंने डिप्रेशन में हत्या कर दी है। मैसेज पढ़ने के बाद सुनील उनके घर पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तुड़वाया गया। अंदर पहुंचे तो उन्हें चंद्रप्रभा, शिखर और खुशी की लाशें मिलीं। पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर ने पहले पत्नी के सिर पर किसी भारी चीज से वार किया। डॉक्टर सुशील और सुनील दोनों जुड़वा भाई हैं। अपने नोट में डॉ. सुशील कुमार ने ओमिक्रॉन लिखा और कहा कि अब लाशें नहीं गिननी हैं। अब और लाशें नहीं गिननी डॉ. ने लिखा, 'अब और कोविड नहीं, ये कोविड ओमिक्रॉन अब सभी को मार डालेगा। अब और लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाही के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना असंभव हैं। मेरा कोई भविष्य नहीं है। मैं अपने होश-ओ-हवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को खत्म कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार और कोई नहीं। मैं लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया हूं। आगे का भविष्य कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। इसके अलावा मेरे पास कोई और चारा नहीं है। मैं अपने परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता। सभी को मुक्ति के मार्ग में छोड़कर जा रहा हूं। सारे कष्टों को एक ही पल में दूर कर रहा हूं। अपने पीछे मैं किसी को कष्ट में नहीं देख सकता। मेरी आत्मा मुझे कभी भी माफ नहीं करेगी। आंखों की लाइलाज बीमारी की वजह से मुझे इस तरह का कदम उठाना पड़ रहा है। पढ़ाना मेरा पेशा है। जब मेरी आंख ही नहीं रहेगी, तो मैं क्या करूंगा'। अलविदा...' इस नोट में डॉ. सुशील कुमार ने करियर को लेकर परेशानियों का जिक्र भी किया है। फॉरेंसिक विभाग के हेड हैं डॉ. सुशील सुशील कुमार रामा मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट (HOD) हैं। वे कानपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र रहे हैं। 15 साल पहले उन्होंने GSVM से MBBS किया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डीएन त्रिपाठी ने बताया 2 दिन पहले ही सुशील से उनकी मुलाकात हुई थी। बातचीत के दौरान ऐसा नहीं लगा था कि वह मानसिक तनाव में हैं। पत्नी चंद्रप्रभा के साथ रामा मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ. सुशील कुमार। - फाइल फोटो",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cyclonic-storm-jawad-landfall-live-update-rain-alert-in-andhra-pradesh-west-bengal-odisha-and-vishakhapatnam-129179439.html,3 राज्यों पर तूफान जवाद का खतरा: बंगाल की खाड़ी से उठा साइक्लोन आज आंध्र और ओडिशा से टकराएगा; बंगाल में भारी बारिश की आशंका,"3 राज्यों पर तूफान जवाद का खतरा:बंगाल की खाड़ी से उठा साइक्लोन आज आंध्र और ओडिशा से टकराएगा; बंगाल में भारी बारिश की आशंका बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान जवाद के शनिवार सुबह ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों से टकराएगा। इसके साथ ही रविवार दोपहर तक तूफान के पुरी तट से भी टकराने की आशंका है। यास और गुलाब के बाद यह तीसरा तूफान है जो इस साल ओडिशा पहुंच रहा है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए NDRF की 46 टीमें तैनात की गई थीं। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात रविवार दोपहर के आसपास पुरी जिले के सबसे करीब होगा। तूफान के कारण शनिवार और रविवार की सुबह आंध्र और ओडिशा में तेज बारिश होगी। रविवार को ही तूफान बंगाल की खाड़ी की ओर वापस लौट जाएगा। तब बंगाल के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। राजधानी भुवनेश्वर में SDRF की टीम। 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी इस दौरान करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। इन हवाओं का सबसे ज्यादा असर विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम, पुरी, गंजम, गजपति, भद्रक, बालासोर और नयागढ़ जिलों पर पड़ने की आशंका है। मौसम विभाग ने सोमवार तक सभी मछली पकड़ने, पर्यटन और गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी है। UGC-NET की परीक्षा रद़्द ओडिशा और आंध्र प्रदेश में जारी रेड अलर्ट के कारण 5 दिसंबर को होने वाली UGC-NET की परीक्षा (दिसंबर 2020 और जून 2021) रद्द कर दी गई है। इसे रीशेड्यूल की गई है। इसकी संशोधित डेटाशीट बाद में अपलोड की जाएगी। IIFT की परीक्षा भी रिशेड्यूल होगी इसके साथ ही विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), भुवनेश्वर, संबलपुर, कटक (ओडिशा) और कोलकाता, दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में 5 दिसंबर को होने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड की एमबीए (IB) 2022-24 की प्रवेश परीक्षा को भी रीशेड्यूल किया गया है। इसकी तारीख एक बार फिर से जारी की जाएगी। ओडिशा के 14 जिलों में अलर्ट घोषित ओडिशा के 14 तटवर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। राज्य ने दक्षिणी तट पर 266 रेस्क्यू टीम तैनात करने की योजना बनाई है। इनमें NDRF, स्टेट फायर डिपार्टमेंट और ओडिशा की SDRF (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) शामिल है। साइक्लोन जवाद के खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने 12वें इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल को टालने का फैसला लिया है। यह फेस्टिवल प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर के पास आयोजित किया जा रहा था। इसे कोणार्क फेस्टिवल भी कहते हैं। इसमें देशभर के सैंड आर्टिस्ट शामिल होकर तरह-तरह की कलाकृतियां बनाते हैं। ओडिशा सरकार ने 12वें इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल को टालने का फैसला लिया है। आंध्र प्रदेश के CM ने दिए निर्देश आंध्र प्रदेश के विजयनगरम, विशाखापट्‌टनम, श्रीकाकुलम में तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। CM वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को इन जिलों के DM से बात की और उन्हें बचाव के उपाय करने का निर्देश दिया। तूफान के शनिवार शाम तक विशाखापट्‌टनम पहुंचने की आशंका है। पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की आशंका पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की भी आशंका है। कोलकाता में 2, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर, हुगली और नादिया जिले में एक-एक टीम तैनात की गई है। जवाद का क्या मतलब है? जवाद एक अरबी शब्द है। इसका मतलब उदार या दयालु होता है। इसलिए माना जा रहा है कि तूफान ज्यादा खतरनाक नहीं होगा। हालांकि IMD ने 4 दिसंबर की सुबह हवा की अधिकतम रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तूफान का नाम सउदी अरब के सुझाव पर रखा गया है। पिछले साल आए अम्फान साइक्लोन के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/pm-modi-launch-multiple-development-projects-in-uttarakhand-129179576.html,"PHOTOS में देखें दिल्ली-देहरादून कॉरीडोर: PM मोदी आज फाउंडेशन स्टोन रखेंगे, कंप्लीट होने पर देहरादून से ढाई घंटे में दिल्ली पहुंच सकेंगे","में देखें दिल्ली-देहरादून कॉरीडोर:PM मोदी आज फाउंडेशन स्टोन रखेंगे, कंप्लीट होने पर देहरादून से ढाई घंटे में दिल्ली पहुंच सकेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी उत्तराखंड यात्रा के दौरान 11 डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की फाउंडेशन स्टोन रखेंगे और सात प्रोजेक्ट्स का इनॉगरेशन करेंगे। इन प्रोजेक्ट्स की लागत लगभग 18,000 करोड़ रुपए हैं। जिन 11 प्रोजेक्ट्स की फाउंडेशन स्टोन रखी जाएगी उनमें दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जंक्शन से देहरादून तक) शामिल है। इसे लगभग 8,300 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। यह दिल्ली से देहरादून की दूरी को कम कर देगा और यात्रा के समय को छह घंटे से घटाकर लगभग 2.5 घंटे कर देगा। इसमें हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत से कनेक्टिविटी के लिए 7 प्रमुख इंटरचेंज होंगे। अक्षरधाम (स्टार्टिंग पॉइंट) से देहरादून तक दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर की पूरी लंबाई को चार सेक्शन में डिवाइड किया जाएगा: सेक्शन 1 सेक्शन 1 को 6एल सर्विस रोड के साथ 6 लेन में डेवलप किया जा रहा है। इसे 2 पैकेजों में डिवाइड किया गया है। पैकेज 1 दिल्ली पोर्शन 14.75 किलोमीटर का होगा। इसमें से 6.4 किमी एलिवेटेड है। पैकेज 2 उत्तर प्रदेश पोर्शन 16.85 किमी को होगा। इसमें से 11.2 किमी एलिवेटेड है। यह सेक्शन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) के पास अक्षरधाम मंदिर से शुरू होगा और गीता कॉलोनी, खजूरीखास, मंडोला आदि से होकर गुजरेगा। सेक्शन 2 यह बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जिलों से होकर गुजरता है। डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार है। भूमि अधिग्रहण की प्रोसेस अभी जारी है। सेक्शन 3 यह सहारनपुर बाईपास से शुरू होकर गणेशपुर पर खत्म होगा। पूरी लंबाई को हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 4 लेन में पूरा किया है। 100 किमी/घंटा की न्यूनतम गति प्राप्त करने के लिए अंडरपास और सर्विस रोड की योजना बनाई जा रही है। सेक्शन 4 छह लेन का सेक्शन मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एक रिजर्व फॉरेस्ट से होकर गुजरता है। 20 किमी में से, 5 किमी ब्राउनफील्ड एक्सपेंशन है और 15 किमी रिअलाइनमेंट है जिसमें एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर (12 किमी) और एक टनल (स्ट्रक्चर 340 मीटर) शामिल है। वाइल्डलाइफ कंसर्न के कारण राइट-ऑफ-वे (ROW) 25 मीटर तक सीमित है। इस सेक्शन के लिए सभी फॉरेस्ट और वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस ले लिए गए हैं। अक्षरधाम से EPE सेक्शन के बीच शास्त्री पार्क में प्रस्तावित इंटरचेंज अक्षरधाम से EPE जंक्शन (6-लेन मेन हाइवे और 6-लेन सर्विस रोड) के बीच प्रस्तावित हाइवे सेक्शन EPE से सहारनपुर तक ग्रीनफील्ड सेक्शन में प्रस्तावित हाईवे लेआउट अनरिस्ट्रिक्टेड वाइल्ड लाइफ मूवमेंट के लिए एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ एलिवेटेड कॉरिडोर (12 किमी) होगा। दत काली मंदिर, देहरादून के पास 340 मीटर लंबी सुरंग भी होगी सहारनपुर से गणेशपुर के बीच गणेशपुर में सड़क का प्रस्तावित लेआउट (6-लेन मेन हाइवे 4-लेन सर्विस रोड के साथ) EPE जंक्शन से सराहनपुर के बीच ग्रीनफील्ड सेक्शन में प्रपोज्ड वेसाइड एमिनिटी गणेशपुर-देहरादून सेगमेंट में वाहनों-जानवर की टक्कर से बचने के लिए कई एनिमल पास बनाए जाएंगे। दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर में 500 मीटर के इंटरवेल पर रेन वाटर हार्वेसटिंग और 400 से ज्यादा वाटर रिचार्ज पॉइंट होंगे। सहारनपुर के हलगोआ से हरिद्वार के भद्राबाद को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट का निर्माण 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट दिल्ली से हरिद्वार का यात्रा समय कम करेगा। मनोहरपुर से कांगड़ी तक हरिद्वार रिंग रोड प्रोजेक्ट में 1600 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यह प्रोजेक्ट हरिद्वार शहर के लोगों को, विशेष रूप से पीक टूरिस्ट सीजन में ट्रैफिक जाम से राहत देगा और कुमाऊं क्षेत्र के साथ सम्पर्क में भी सुधार करेगा। देहरादून-पोंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश) रोड प्रोजेक्ट में लगभग 1700 करोड़ रुपए की लागत आएगी। ये इन दोनों शहरों के बीच दूरी को कम करेगा और समय बचाएगा। नाजिमाबाद-कोटद्वार रोड वाइडनिंग प्रोजेक्ट, यात्रा के समय को कम करेगा और लैंसडाउन से सम्पर्क में भी सुधार करेगा। वर्ल्ड फेमस लक्ष्मण झूले के पास गंगा नदी पर एक पुल भी बनाया जाएगा। लक्ष्मण झूले का निर्माण 1929 में किया गया था, लेकिन अब इसे बंद कर दिया गया है। नए पुल पर पैदल चलने वालों के लिए कांच का डेक होगा, साथ ही हल्के वजन के वाहनों को भी पार करने की अनुमति होगी। प्रधानमंत्री देहरादून में चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट की भी आधारशिला रखेंगे। इसके अलावा देहरादून में 700 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से वाटर सप्लाई, रोड और ड्रेनेज सिस्टम से जुड़े प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास किया जाएगा। श्री बद्रीनाथ धाम और गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट वर्क की आधारशिला रखी जाएगी। इसके साथ ही हरिद्वार में 500 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से नया मेडिकल कॉलेज भी बनाया जाएगा। सात प्रोजेक्ट्स का इनॉगरेशन प्रधानमंत्री सात प्रोजेक्ट्स का इनॉगरेशन भी करेंगे। इन प्रोजेक्ट्स में लामबगड़ (जो बद्रीनाथ धाम के रास्ते में है) में लैंडस्लाइड मिटिगेश प्रोजेक्ट और NH-58 पर शकनिधर, श्रीनगर और देवप्रयाग में क्रॉनिक लैंडस्लाइड ट्रीटमेंट शामिल हैं। चारधाम रोड कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के तहत देवप्रयाग से श्रीकोट तक और NH-58 पर ब्रह्मपुरी से कोडियाला तक सड़क चौड़ी करने के प्रोजेक्ट का भी इनॉगरेशन किया जाएगा। 1700 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से यमुना नदी पर बने 120 मेगावाट के व्यासी हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट का भी इनॉगरेशन देहरादून में हिमालय कल्चर सेंटर के साथ किया जाएगा। प्रधानमंत्री देहरादून में इत्र और सुगंध प्रयोगशाला (सुगंधित पौधों के लिए केंद्र) का भी इनॉगरेशन करेंगे। यहां किया गया रिसर्च इत्र, साबुन, सैनिटाइजर, एयर फ्रेशनर, अगरबत्ती आदि सहित विभिन्न उत्पादों को बनाने के लिए उपयोगी साबित होगा।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/elon-musk-starlink-crossed-india-a-long-line-of-flashing-lights-was-seen-in-north-india-everyone-was-surprised-to-see-129179575.html,"आसमान में दिखी जगमग ट्रेन: पंजाब में 15 मिनट दिखा मस्क का स्टार लिंक, लगा जैसे ट्रेन हो; पहले लोग पैनिक हुए फिर बनाए वीडियो","आसमान में दिखी जगमग ट्रेन:पंजाब में 15 मिनट दिखा मस्क का स्टार लिंक, लगा जैसे ट्रेन हो; पहले लोग पैनिक हुए फिर बनाए वीडियो दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला के मालिक​ ​​​​​​एलन मस्क का स्टार लिंक सैटेलाइट शुक्रवार शाम भारत के आसमान से गुजरा। पंजाब में करीब 15 मिनट तक ये नजारा देखा गया। तस्वीरें और VIDEO में एक चमकती हुई लकीर दिखाई दी। ऐसा लगा जैसे आसमान से जगमगाती ट्रेन गुजर रही हो। पहले तो लोग इस नजारे को देखकर घबराए, पर उसके बाद फोटो खींची और VIDEO बनाने लगे। पठानकोट के आसमान में स्टार लिंक सैटेलाइट के गुजरने के दौरान दिखाई दी रोशनी की लकीर। जम्मू पुलिस के अनुसार यह स्टारलिंक सैटेलाइट उत्तर भारत में शाम तकरीबन 7 बजे स्टार लिंक देखा गया। आसमान में चमकती लकीर पंजाब में अमृतसर, पठानकोट एरिया के अलावा जम्मू में नजर आई। तकरीबन 10 से 15 मिनट तक यह नजारा देखने को मिला। इससे एक तरह से पैनिक की स्थिति पैदा हो गई। सुरक्षा एजेंसियां भी इसका रहस्य जानने में जुट गईं। सूचना है कि भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में रोशनी की यह कतार देखने को मिली। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लोगों को शांति बनाए रखने के लिए कहा। जम्मू जोन के ADG पुलिस मुकेश सिंह ने बताया कि यह स्टार लिंक सैटेलाइट है, जो भारत के ऊपर से गुजरा है। सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट सुविधा देगी स्टार लिंक एलन मस्क की कंपनी पूरे विश्व में सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट की सुविधा देने जा रही है। यह काम उनकी कंपनी स्टार लिंक कर रही है। इसके लिए कई सैटेलाइट उन्होंने अंतरिक्ष में पहुंचाए हैं। अभी कई और सैटेलाइट भेजने की तैयारी है। एलन मस्क भारत में भी लोगों को सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर काम कर रहे हैं, लेकिन अभी उन्हें भारत में लाइसेंस नहीं मिला है। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क सेटेलाइट से इंटरनेट सर्विस देने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। भारत से स्टार लिंक को 5000 से ज्यादा प्री-ऑर्डर स्टार लिंक इंडिया की ओर से पिछले दिनों दिए गए बयान में बताया गया कि भारत में स्टार लिंक इंटरनेट सर्विस के प्री-ऑर्डर बुकिंग का आंकड़ा 5000 पार जा चुका है। कंपनी 2022 के अंत तक इस सुविधा को भारत में शुरू कर सकती है। हालांकि भारत सरकार ने प्री-ऑर्डर देने से मना किया है, क्योंकि स्टार लिंक को अभी भारत से लाइसेंस नहीं मिला है। जियो और वन वेब से है टक्कर एलन मस्क की स्टार लिंक कंपनी का भारत में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो और एयरटेल की वन वेब से मुकाबला होगा। स्टार लिंक और वन वेब सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सर्विस प्रदान करेंगे, जबकि जियो फाइबर ऑप्टिक्स के जरिए इंटरनेट सर्विस प्रदान कर रही है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-04-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129179414.html,"भारत का चौथा ओमिक्रॉन केस मुंबई में मिला: साउथ अफ्रीका से दिल्ली के रास्ते मुंबई आया था, इससे पहले जामनगर में एक और बेंगलुरु में मिले थे दो केस","भारत का चौथा ओमिक्रॉन केस मुंबई में मिला:साउथ अफ्रीका से दिल्ली के रास्ते मुंबई आया था, इससे पहले जामनगर में एक और बेंगलुरु में मिले थे दो केस भारत में ओमिक्रॉन का चौथा केस महाराष्ट्र में मिला है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मुंबई के पास कल्याण डोंबिवली का रहने वाला यह शख्स साउथ अफ्रीका से लौटा था। उसकी उम्र 33 साल है। वह साउथ अफ्रीका से दुबई, फिर दिल्ली और वहां से 24 नवंबर को मुंबई आया था। उसने अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाई है। उसके संपर्क में आए 12 हाई रिस्क और 23 लो-रिस्क कॉन्टैक्ट ट्रेस किए गए हैं। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दिल्ली-मुंबई फ्लाइट में संक्रमित व्यक्ति के साथ सफर करने वाले 25 को-पैसेंजर्स का टेस्ट भी निगेटिव आया है। देश में सबसे पहले ओमिक्रॉन के दो केस कर्नाटक में मिले थे। इसके बाद गुजरात के जामनगर में एक मरीज में नए वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। कोरोना से संक्रमण और मौत की सप्ताहिक दर बढ़ी छह राज्यों में कोरोना से संक्रमण और मौत की सप्ताहिक दर में बढ़ोतरी ने केंद्र को चिंता में डाल दिया है। सरकार ने केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, मिजोरम और जम्मू-कश्मीर को चिट्‌ठी लिखकर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को कहा कि सभी राज्यों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए इंटरनेशनल ट्रैवलर्स पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। मुंबई एयरपोर्ट पर रैपिड टेस्ट का चार्ज घटा, अब 4500 नहीं 3900 रुपए देनें होंगे मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शनिवार से रैपिड कोरोना टेस्ट कराने का चार्ज घटा दिया गया। एयरपोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि अब एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों से टेस्ट के बदले 4500 रुपए के बजाय 3900 रुपए ही वसूले जाएंगे। इसके अलावा यात्रियों को 600 रुपए सामान्य RT-PCR टेस्ट के लिए भी चुकाना होगा, जिसकी सुविधा भी एयरपोर्ट पर ही मौजूद है। दक्षिण अफ्रीका से चंडीगढ़ लौटी महिला के खिलाफ FIR पंजाब के चंडीगढ़ में दक्षिण अफ्रीका से लौटी एक महिला के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। इस महिला पर होम क्वारैंटाइन नियमों का पालन नहीं करने आरोप है। मालूम हो कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर दक्षिण अफ्रीका हाई-रिस्क पर है। चंडीगढ़ के हेल्थ सेक्रेटरी और नोडल ऑफिसर यशपाल गर्ग ने बताया कि महिला 1 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटी। इसका RT-PCR टेस्ट कराया गया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। प्रोटोकॉल के मुताबिक, उसे 7 दिन तक होम क्वारैंटाइन रहना था लेकिन 2 दिसंबर को ही वह एक होटल में चली गई। पूरी खबर यहां पढ़ें... यात्रा से पहले ऑनलाइन टेस्टिंग स्लॉट बुक कराने वाले विदेशी यात्रियों के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर 20 डैडीकेटिड काउंटर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर रैपिड कोविड टेस्ट और RT-PCR टेस्ट कराने में मदद के लिए 20 डैडीकेटिड काउंटर शुरू किए गए हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने शनिवार को बताया कि इन काउंटर्स पर दूसरे देशों से आने वाले उन यात्रियों का टेस्ट होगा, जो यात्रा शुरू करने से पहले ही अपना टेस्टिंग स्लॉट ऑनलाइन बुक करा लेंगे। दिल्ली एयरपोर्ट के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट ट्वीट में बताया गया कि यह कदम यात्रियों का समय बचाने के लिए उठाया गया है। इसके अलावा एयरपोर्ट पर उतरने के बाद टेस्ट के लिए स्लॉट बुक करने वाले फिजिकल बुकिंग काउंटर भी बढ़ाए जा रहे हैं। बता दें कि देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण लागू नई गाइडलाइंस से एयरपोर्ट पर उतरने के बाद टेस्ट कराने के लिए यात्रियों को लंबा समय बिताना पड़ रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर इंतजार का यह समय 6 घंटे तक पहुंच जा रहा है। गुजरात के जामनगर में ओमिक्रॉन का केस मिला गुजरात में जामनगर से ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह व्‍यक्ति जिम्बाब्वे से भारत लौटा है। वह 28 नवंबर को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरने के बाद जामनगर गया था। उसके ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि जीनोम सीक्‍वेंसिंग टेस्‍ट से हुई है। गुजरात के स्वास्थ्य आयुक्त जय प्रकाश शिवहरे ने भी इस व्यक्ति के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि की है। देश में अब ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या 3 हो गई है। ओमिक्रॉन के पहले दो मरीज कर्नाटक में मिले। इनमें एक 66 साल का विदेशी नागरिक है, जो पिछले दिनों साउथ अफ्रीका गया था, जबकि दूसरा बेंगलुरु के बोमनहल्ली का 46 साल का हेल्थ वर्कर है। दोनों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल में ओमिक्रॉन मिला। पूरी खबर यहां पढ़ें... सूरत में एक ही परिवार के तीन लोग कोरोना पॉजिटिव, तीनों की ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं गुजरात में सूरत के रांदेर की श्रीनाथ सोसाइटी में एक दंपती और उनके बेटे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। तीनों संक्रमितों की कोई ट्वैवल हिस्ट्री नहीं है। दंपती वैक्सीन की दोनों डोज भी ले चुके हैं। अब इस सोसाइटी को क्लस्टर घोषित कर दिया गया है। प्रशासन इसे लेकर अलर्ट हो गया है। सोसाइटी में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है। पूरी खबर यहां पढ़ें... ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच होम क्वारैंटाइन पर BMC की नई गाइडलाइन मुंबई में BMC ने होम क्वारैंटाइन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक हर दिन सुबह एयरपोर्ट CEO 24 घंटे में रिस्क और हाई रिस्क कंट्री से आने वाले लोगों की डीटेल्स डिजास्टर मैनेजमेंट को भेजेगा। डिजास्टर मैनेजमेंट उस लिस्ट को वार्ड ऑफिसर और कोविड वॉर रूम को भेजेंगे। कोविड वॉर रूम दिन में 5 बार पैसेंजर की हेल्थ की जानकारी लेंगे। वार्ड ऑफिसर सोसायटी के सेक्रेटरी को होम क्वारैंटाइन वाले व्यक्ति को लेकर नोटिस जारी करेंगे और उनके घर विजिटर जाने की मनाही करेंगे। डॉक्टर्स की टीम हर दिन चेकअप करने जाएगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... भोपाल में लगातार दूसरे दिन सबसे ज्यादा 8 केस मिले, महाकाल दर्शन कर राजनांदगांव लौटा परिवार संक्रमित मध्य प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। 24 घंटे में 18 नए पॉजिटिव मिले हैं। लगातार दूसरे दिन सबसे ज्यादा 8 कोरोना केस भोपाल में सामने आए हैं। इंदौर में 6, ग्वालियर और जबलपुर में 2-2 संक्रमित मिले हैं। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 142 हो गई है। ग्वालियर में मिले संक्रमितों में से एक 48 साल का सेना का जवान है। पेट दर्द होने पर जांच कराने पर पॉजिटिव पाया गया। दूसरा 35 साल का युवक है। वह विशाखापट्टनम की ऑयल कंपनी में जॉब करता है। 20 दिन पहले ही ग्वालियर लौटा है। उसने भी पेट दर्द होने पर जांच कराई थी। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक ही परिवार के 6 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सभी उज्जैन में महाकाल के दर्शन कर 15 दिन पहले राजनांदगांव लौटे हैं। उज्जैन से जाने के बाद सभी लोग बीमार हो गए। उज्जैन में इनकी जांच हुई थी। शुक्रवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद राजनांदगांव प्रशासन ने सभी को वहां आइसोलेट कर दिया है। संक्रमितों में दो बच्चे भी हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... बेंगलुरु से एक ओमिक्रॉन संक्रमित 'लापता कर्नाटक में ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले 2 लोगों में से एक व्यक्ति लापता है। राज्य सरकार ने बताया कि एक निजी लैब से कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट मिलने के बाद से वह शख्स लापता है। प्रशासन उन 10 और लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है जो हवाईअड्डे से लापता हो गए थे। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने ओमिक्रॉन पर शुक्रवार को टॉप अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि लापता लोगों का जल्द पता लगाया जाना चाहिए। वहीं, बेंगलुरु महानगरपालिका के कमिश्नर गौरव गुप्ता ने बताया कि सभी लापता विदेशी नागरिक दक्षिण अफ्रीकी देशों से आए हैं। फिलहाल इनके फोन बंद हैं। इन यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जो पता बताया, उस पर भी ये नहीं मिले हैं। देश में बीते 24 घंटे में 8,603 नए कोरोना केस मिले देश में बीते 24 घंटे में 8,603 नए कोरोना केस मिले और 415 लोगों की मौत हुई। इस दौरान 8,190 लोग महामारी को मात देकर रिकवर हुए। फिलहाल एक्टिव मामलों की संख्या 99,974 है। देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है। अब तक 1.26 अरब लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। मैनपुरी के सैनिक स्कूल में 5 बच्चे कोरोना पॉजिटिव UP के मैनपुरी में सैनिक स्कूल के 5 बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इन बच्चों को स्कूल में ही क्वारैंटाइन कर दिया गया है। इनके परिजनों को खबर दे दी गई है। 5 बच्चों के संक्रमित मिलने के बाद सभी 85 बच्चों की एंटीजन जांच कराई गई, बाकी सभी बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आई। संक्रमित मिले बच्चों में तीन आगरा, एक मैनपुरी और एक चंदौली का रहने वाला है। हालांकि, इनमें किसी में भी लक्षण नजर नहीं आए हैं। स्वास्थ्य विभाग इन बच्चों की ट्रैवल हिस्ट्री चेक कर रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के संदिग्ध मामलों की संख्या 30 हुई महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के संदिग्ध मामलों की संख्या 30 हो गई है। शुक्रवार को 2,821 यात्री हाई-रिस्क देशों से मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे। RT-PCR टेस्ट में 2 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। 11,060 यात्री अन्य देशों से मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचे, जिनमें से 224 का कोरोना टेस्ट हुआ। इनमें से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 30 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। MP में नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा मध्य प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए IAS सर्विस मीट को स्थगित कर दिया गया है। यह मीटिंग भोपाल में 17 से 19 दिसंबर के बीच होनी थी। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करने वाले थे। एसोसिएशन के अध्यक्ष और अपर मुख्य सचिव आईपीसी केसरी ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट के फैलने की आशंका को ध्यान में रख कर मीटिंग को स्थगित किया गया। केसरी ने आयोजन को टालने की सलाह दी थी। पूरी खबर यहां पढ़ें... बेंगलुरु में डॉक्टर्स की कॉन्फ्रेंस में शामिल हुआ ओमिक्रॉन संक्रमित डॉक्टर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 19-21 नवंबर के बीच हुई इंटरनेशनल मेडिकल कॉन्फ्रेंस ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, वन स्टार होटल में हुई इस कॉन्फ्रेंस में शामिल तीन डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से एक व्यक्ति ओमिक्रॉन से संक्रमित है। उन्होंने 20 नवंबर को कुछ घंटे के लिए कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था। इसके अगले ही दिन उनमें संक्रमण के लक्षण दिखने लगे। ऐसे में इस बैठक में शामिल दूसरे लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका है। एट रिस्क देशों से आने वाले 16 हजार यात्रियों में 18 कोरोना पॉजिटिव एट रिस्क देशों से आने वाले अब तक 58 फ्लाइट्स के 16000 यात्रियों का RT-PCR टेस्ट किया गया है। इनमें 18 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनकी रिपोर्ट जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजी गई है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी। जिन 11 देशों को एट रिस्क कैटेगरी में रखा गया है उनमें यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, जिम्बाब्वे, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, हांगकांग, सिंगापुर और इजराइल शामिल हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/omicron-variant-india-cases-south-africa-retrunee-missing-from-airport-129180223.html,"विदेश से आने वाले लिखवा रहे गलत पते-नंबर: बेंगलुरु, मेरठ, पटना और छत्तीसगढ़ में विदेश से आए 556 लोग लापता, ये लापरवाही ला सकती है तीसरी लहर","विदेश से आने वाले लिखवा रहे गलत पते-नंबर:बेंगलुरु, मेरठ, पटना और छत्तीसगढ़ में विदेश से आए 556 लोग लापता, ये लापरवाही ला सकती है तीसरी लहर दुनिया भर में चिंता का विषय बने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के तीन मरीज अब देश में भी मिल चुके हैं। इसके चलते एक्सपर्ट कह रहे हैं कि इससे देश भर में कोरोना की तीसरी लहर फैल सकती है। इस खतरे को उन लोगों ने और बढ़ा दिया है, जो एट रिस्क कैटेगरी वाले देशों से भारत आए और अब उनका कोई अता-पता नहीं है। अगर ये लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए होंगे तो इस नए वैरिएंट के सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं, क्योंकि न तो इनका कोरोना टेस्ट हुआ है और न ही ये कहीं पर क्वारैंटाइन हैं। ऐसे 556 लोगों को अलग-अलग शहरों में तलाशा जा रहा है। भारत में ओमिक्रॉन के दो मरीज कर्नाटक के बेंगलुरु में और एक मरीज गुजरात के जामनगर में मिल चुका है। कुछ और शहरों में ओमिक्रॉन के संदिग्ध मरीज मिले हैं। हालांकि अब भी उनमें इस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। 10 पॉइंट्स में समझिए देश में कैसे फैल रही कोरोना की दहशत 1. उत्तर प्रदेश के मेरठ में विदेश से 300 लोग लौटे। इनमें से 13 गलत पते और जानकारी देकर लापता हो गए। न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि इनमें से 7 दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे, जहां सबसे पहले ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला था। अब अधिकारी इन लापता लोगों को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं। 2. चंडीगढ़ में दक्षिण अफ्रीका से लौटी एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उस पर भारत आने के बाद क्वारैंटाइन नियमों को तोड़ने का आरोप है। महिला बुधवार को भारत आई थी और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। उसे एक सप्ताह के लिए होम क्वारैंटाइन रहने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने अगले ही दिन घर लौटने से पहले होटल में चेक-इन करने के लिए आइसोलेशन तोड़ दिया। 3. बेंगलुरु एयरपोर्ट से भी कम से कम 10 यात्री लापता हो गए हैं। ये सभी दक्षिण अफ्रीकी बताए जा रहे हैं। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर. अशोक ने बताया है कि एयरपोर्ट सिक्योरिटी, पुलिस और हेल्थ डिपार्टमेंट उन्हें ट्रैक और टेस्ट करने पर काम कर रहे हैं। फोटो दिल्ली एयरपोर्ट की है। यहां विदेश से लौटने वाले हर यात्री का कोरोना टेस्ट हो रहा है। 4. इससे पहले 66 साल का एक विदेशी शख्स बेंगलुरु में एक हफ्ते रुकने के बाद दुबई चला गया था। देश में ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला यही पहला व्यक्ति था। उसे कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके थे। एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वह पॉजिटिव मिला था। लक्षण होने की वजह से उसे आइसोलेट कर दिया गया था। उसके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। एक हफ्ते बाद (नए स्ट्रेन की पहचान होने से पहले) उसने शहर की ही एक प्राइवेट लैब में टेस्ट कराया। इसमें उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद उसने दुबई के लिए उड़ान भरी। उसे ट्रैक करने और उसके संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट करने के लिए कोशिश की जा रही है। भारत में ऐसे कुल 264 लोग है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 5. पिछले कुछ दिनों में विदेश से दिल्ली आने वाले और ओमिक्रॉन के संदिग्ध 12 मरीजों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। इनमें से 8 कोरोना पॉजिटिव निकले। 4 की टेस्ट रिपोर्ट अभी जारी नहीं की गई है। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर के मुताबिक, स्ट्रेन की पुष्टि के लिए इनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। 6. विदेश से छत्तीसगढ़ के रायपुर आए 16 लोगों की जानकारी प्रशासन को नहीं मिल पा रही है। इनमें से 10 लोगों ने गलत नंबर दिए और 4 से फोन पर कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक विदेश से रायपुर आने वालों की तादाद 243 है। इसमें अमेरिका और ब्रिटेन से आने वाले भी शामिल हैं। इसके अलावा बिलासपुर में भी 17 नवंबर से अब तक आए 57 में से 15 लोगों को ही तलाशकर टेस्ट कराया जा सका है। इनमें USA से आए दो लोग पॉजिटिव मिले हैं। बाकी 42 की तलाश की जा रही है। विदेशों से रायपुर आए 16 NRI अब तक नहीं मिले; 10 गलत नंबर देकर छुपे, ढूंढ रहा प्रशासन बिलासपुर में विदेश से आए दो लोग पॉजिटिव मिले; 42 लोगों की तलाश जारी यात्रियों को प्लेन में भी कोरोना से बचाव के नियम और गाइडलाइंस की जानकारी दी जा रही है 7. पटना में गुरुवार रात तक कुल 560 लोग विदेश से वापस आए हैं। इनमें से महज 85 लोगों को ही ट्रेस किया जा सका है। अब तक 55 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 20 की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। लापता लोगों में कई के मोबाइल नंबर बंद हैं। उनकी तलाश में स्पेशल टीम लगाई गई है। इस काम में पुलिस की मदद भी ली जा रही है। विदेश से पटना लौटे 560 लोग, 475 लापता 8. इस सप्ताह दिल्ली, मुंबई और चंडीगढ़ में कोरोना के कम से कम 18 कोविड केस सामने आए हैं। इनमें से कुछ ऐसे मरीज थे, जो भारत के ओमिक्रॉन से जुड़ी गाइडलाइंस लागू होने से पहले आए थे। इनमें से कई लोग एट रिस्क कैटेगरी वाले देशों से लौटे थे। 9. मध्यप्रदेश के जबलपुर में अफ्रीकी देश बोत्सवाना से आई एक महिला लापता हो गई थी। यह महिला 18 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से एयर इंडिया की फ्लाइट से जबलपुर आई थी। इसके बाद उसका पता नहीं चला। कुछ दिन बाद वह मिलिट्री हॉस्पिटल में मिली। यह महिला बोत्सवाना की आर्मी अफसर है और फॉरेन एक्सचेंज रिसर्च प्रोग्राम के तहत 9 महीने की ट्रेनिंग आई है। 10. दिल्ली एयरपोर्ट के एयर इंडिया और महान एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर को कोविड गाइडलाइंस का पालन न करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। उन्होंने तीन यात्रियों को एयर सुविधा पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म और निगेटिव RT-PCR रिपोर्ट अपलोड किए बिना उड़ान भरने की इजाजत दे दी थी। खबरें और भी हैं... जनवरी में आएगी की तीसरी लहर: ओमिक्रॉन पर IIT का पहला डेटा एनालिसिस, फरवरी में डेढ़ लाख डेली केस के साथ बनेगा तीसरी लहर का पीक DB ओरिजिनल गुजरात में ओमिक्रॉन का पहला मामला: जिम्बाब्वे से जामनगर लौटे 72 वर्षीय शख्स के जीनोम सैंपल में पुष्टि, देश में तीन हुए ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले गुजरात भास्कर एक्सप्लेनर: ओमिक्रॉन के खतरे के बीच जल्द जारी होगी बूस्टर डोज पर गाइडलाइन, तो क्या पहली दोनों डोज हो चुकी हैं बेअसर? एक्सप्लेनर जानना जरूरी है: पुराने वाले कोरोना से 200% ज्यादा तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन, 20 FAQs में जानिए सब कुछ DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/db-original/news/omicron-variant-iit-kanpur-study-manindra-agarwal-on-south-africa-coronavirus-new-variant-129179889.html,"जनवरी में आएगी की तीसरी लहर: ओमिक्रॉन पर IIT का पहला डेटा एनालिसिस, फरवरी में डेढ़ लाख डेली केस के साथ बनेगा तीसरी लहर का पीक","जनवरी में आएगी की तीसरी लहर:ओमिक्रॉन पर IIT का पहला डेटा एनालिसिस, फरवरी में डेढ़ लाख डेली केस के साथ बनेगा तीसरी लहर का पीक ‘ओमिक्रॉन वैरिएंट के भारत में केस आने के बाद कोरोना वायरस की तीसरी लहर नए साल की शुरुआत यानी जनवरी 2022 में आ सकती है। IIT कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल की ओर से ओमिक्रॉन वैरिएंट पर किए गए डेटा एनालिसिस में यह तथ्य सामने आया है। देश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान प्रोफ्रेसर अग्रवाल का कोरोना को लेकर किए गए डेटा एनालिसिस काफी सुर्खियों में रहा था। प्रोफेसर अग्रवाल के अनुसार नाइट कर्फ्यू, भीड़ लगाने पर प्रतिबंधों से ही केस की संख्या में कमी आ जाएगी। दुनियाभर में फैल रहे खतरनाक ओमिक्रॉन वैरिएंट और तीसरी लहर की आशंका पर मणींद्र ने साउथ अफ्रीका से लेकर बाकी देशों के डेटा को स्टडी किया है और भारत को लेकर अहम विश्लेषण निकाले हैं। इसको लेकर दैनिक भास्कर प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का इंटरव्यू - सवाल: दुनियाभर में कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। भारत में भी इसके मामले आ चुके हैं। आपने जो डेटा स्टडी की है उसके मुताबिक भारत पर इसका क्या असर होगा? प्रो. मणींद्र अग्रवाल: ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में हमें साउथ अफ्रीका से जो डेटा मिला है उसका अध्ययन करके हमने अपने निष्कर्ष निकाले हैं। अगले साल के शुरुआती महीनों, जनवरी से तीसरी लहर दस्तक दे सकती है और फरवरी तक इसका पीक बन सकता है। फरवरी में जब पीक बनेगा तो डेली कोविड केस डेढ़ लाख तक जा सकते हैं। साउथ अफ्रीका में कुछ महीनों पहले ही ओमिक्रॉन वैरिएंट आ चुका था, लेकिन इसका संक्रमण काफी धीरे-धीरे फैल रहा था। इसके पीछे वजह ये थी कि वहां के 80% से ज्यादा लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी आ चुकी है। ये ऐसे लोग हैं जो पहले ही संक्रमित हो कर ठीक हो चुके हैं। इसकी वजह से बहुत कम ऐसे लोग हैं जिनको संक्रमण होने की संभावना थी, लेकिन हाल के दिनों में ओमिक्रॉन के केस तेजी से बढ़े हैं। नए साल पर दस्तक दे सकती है कोविड की तीसरी लहर सवाल: भारत में ओमिक्रॉन के फैलने की रफ्तार कितनी होगी? प्रो. मणींद्र अग्रवाल: ओमिक्रॉन वैरिएंट लोगों की नेचुरल इम्यूनिटी को कितना धोखा दे पा रहा है इसे लेकर साउथ अफ्रीका से दूसरी स्टडी आई है। इसमें पता चला है कि ओमिक्रॉन नेचुरल इम्यूनिटी को बाइपास नहीं करने की ज्यादा उम्मीद है, लेकिन ये डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले दोगुनी तेजी से फैलता है। हमारा अनुमान है कि भारत में भी ओमिक्रॉन दोगुनी गति से फैलेगा। भारत में भी करीब 80% लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी चुकी है। अगले साल की शुरुआती महीने में, यानी जनवरी में इसका सबसे ज्यादा असर होगा। सवाल: स्कूल जाने वाले बच्चों, दिनभर बाहर काम करने वाले लोगों, महिलाओं पर ओमिक्रॉन वैरिएंट का असर कितना होगा? प्रो. मणींद्र अग्रवाल: ओमिक्रॉन को लेकर अभी काफी कुछ बातें सामने आना बाकी हैं, लेकिन सवाल है कि क्या पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हो रहे हैं? हमने देखा है कि डेल्टा वैरिएंट भी वैक्सीनेटेड लोगों को संक्रमित तो कर सकता था लेकिन उसकी तबीयत बहुत हल्की फुल्की खराब होती है। ओमिक्रॉन के साथ भी अगर ऐसी ही स्थिति होगी, तो थोड़ा बहुत खांसी-जुकाम, बुखार होकर रिकवरी हो जाएगी। बच्चों में भी इसका ज्यादा असर होने की कम ही उम्मीद है। बहुत ज्यादा चिंता करने या डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी जरूर बरतें। सवाल: जिन्होंने अपना वैक्सीनेशन नहीं कराया है और जिन्होंने अभी सिर्फ एक ही डोज लिया है, ऐसे लोगों पर ओमिक्रॉन वैरिएंट का क्या असर होगा? प्रो. मणींद्र अग्रवाल: अगर आप ने एक ही डोज लिया है, वो दूसरा डोज जरूर लें। इसे टालें नहीं। वहीं जिन्होंने वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लिया, वो जरूर वैक्सीनेशन कराएं। सवाल: ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण अगर बढ़ता है तो भारत में किस तरह के प्रतिबंध देखने मिल सकते हैं? प्रो. मणींद्र अग्रवाल: डेल्टा वैरिएंट के अध्ययन से हमें समझ आया है कि बहुत ज्यादा सख्त लॉकडाउन करने का ज्यादा फायदा नहीं होता है। हल्का लॉकडाउन ज्यादा प्रभावी रहा है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लॉकडाउन कर दें, बंद जगहों पर भीड़ ना हो, लोग मास्क अच्छे से लगाकर चलें। सारी दुकानें, बाजार, ट्रांसपोर्ट बंद अगर नहीं भी करते हैं तो संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकता है। सरकारों को कुछ प्रतिबंध लगाने चाहिए, लेकिन सख्त लॉकडाउन करने से बचना चाहिए। डेली कोविड केस में साप्ताहिक बदलाव देखने को मिलता है। रविवार और सोमवार को काफी कम कोविड केस आते हैं। मंगलवार से कोविड केस बढ़ना शुरू होते हैं और गुरुवार, शुक्रवार को पीक होता है। सवाल: अभी तक कोविड को लेकर लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी भी डेवलप हुई है, क्या ओमिक्रॉन वैरिएंट नेचुरल इम्यूनिटी को तोड़कर लोगों को संक्रमित कर पा रहा है? प्रो. मणींद्र अग्रवाल: सभी को लग रहा है कि ओमिक्रॉन की वजह से रीइन्फेक्शन बढ़ेगा। मतलब जो एक बार कोविड से संक्रमित हो चुका है उसे फिर से ओमिक्रॉन संक्रमित कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं है। अभी तक इसको लेकर एक ही स्टडी आई है, जिसमें पता चला है कि पिछले 3 महीनों के दौरान रीइन्फेक्शन 3 गुना बढ़ गया है। अगर ये मान भी लें तो इसके आंकड़े बहुत ही कम हैं। साउथ अफ्रीका में संक्रमित होने वालों में से सिर्फ 1% लोग ही दूसरी बार संक्रमित हुए हैं, तो इस लिहाज से ये बहुत ही कम संख्या है। वक्त के साथ पहली बार इन्फेक्शन की संभावना कम होती जाती है। रीइन्फेक्शन की संभावना बढ़ती जाती है। रीइन्फेक्शन की संख्या बढ़ना बहुत ही लाजमी है। हमने जो डेटा स्टडी की है उससे मालूम हुआ कि ओमिक्रॉन नेचुरल इम्यूनिटी को थोड़ा ज्यादा बाइपास कर रहा है, लेकिन इसका बहुत घातक असर हो रहा है ऐसा नहीं है। सवाल: ओमिक्रॉन और तीसरी लहर की आशंका से मुकाबले के लिए सरकार को अपनी रणनीति में क्या बदलाव करने की जरूरत है? प्रो. मणींद्र अग्रवाल: मुझे लगता है कि सरकार को सकते में आकर बहुत ज्यादा प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं है। ये बात सही है कि किसी भी नए वैरिएंट का डर रहता है। सावधानी बरतने की जरूरत है, लेकिन ज्यादा प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं है। बाकी सरकार के पास ज्यादा जानकारी होती है वो अपने अध्ययन के मुताबिक ही फैसले लेंगे।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/bhaskar-ground-report-katrina-kaif-and-vicky-kaushal-wedding-rajasthan-sawai-madhopur-choth-ka-barwada-129180218.html,"भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट: विक्की-कटरीना की शादी के लिए कल से होटल सिक्स सेंसेस होगा हाई सिक्योरिटी के हवाले, स्टाफ मोबाइल नहीं रख सकेंगे","भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट:विक्की-कटरीना की शादी के लिए कल से होटल सिक्स सेंसेस होगा हाई सिक्योरिटी के हवाले, स्टाफ मोबाइल नहीं रख सकेंगे राजस्थानएक घंटा पहलेलेखक: राजेश गाबा विक्की कौशल और कटरीना कैफ इन दिनों अपनी शादी को लेकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं। दोनों 7 से 9 दिसंबर के बीच राजस्थान में शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। इस शादी को खास और शाही बनाने के लिए सवाई माधोपुर में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने तैयारियों का जायजा लिया है। चौथ का बरवाड़ा के 700 साल पुराने गढ़ में बने होटल सिक्स सेंसेस फोर्ट में तैयारियां जोरों पर हैं और रविवार से यह हाई सिक्योरिटी एरिया में तब्दील हो जाएगा। होटल स्टाफ को भी मोबाइल रखने से मना किया गया है। किसी बाहरी आदमी को होटल में प्रवेश नहीं मिलेगा। होटल के एक हिस्से में चल रहे निर्माण कार्य भी रोक दिए गए हैं और मजदूरों को 10 दिसंबर तक छुट्टी दे दी गई है। कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर पाबंदी रविवार से होटल सिक्स सेंसेस हाई सिक्योरिटी के हवाले होगा। होटल में केवल गेस्ट, इवेंट कंपनी और अथोराइज्ड होटल स्टाफ ही प्रवेश पा सकेंगे। मोबाइल या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर पाबंदी रहेगी। 7 दिसंबर से 9 दिसंबर तक शादी में सेलिब्रिटीज और VVIP's का जमावड़ा रहेगा। इसके लिए होटल प्रबंधन भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। शनिवार सुबह से ही 150 मजदूर किले से होटल में तब्दील हुए इस शाही महल की साफ सफाई, रंगरोगन, फिनिशिंग और डेकोरेशन में जुटे हुए हैं। ये देर रात तक काम करेंगे। 5 से 10 दिसंबर तक इनको छुट्टी दी गई है। होटल सिक्स सेंसेज के बाहर सफाई का काम जोरों पर चल रहा है। सड़कों से धूल-मिट्टी और कचरा हटाया जा रहा है। किले के पीछे वाले गेट में दो चेकिंग पोस्ट किले के पिछले हिस्से से कर्मचारियों को होटल में प्रवेश दिया जा रहा है। यहां पर बड़ी संख्या में होटल की सिक्योरिटी तैनात की गई है। दो चेकिंग पोस्ट हैं। जहां पर सिक्योरिटी टाइट चेकिंग कर रही है। आई कार्ड चेक किया जा रहा है। मोबाइल फोन, चाबी सारा सामान वहीं कस्टडी में लिया जा रहा है, ताकि कोई अंदर की फोटो या वीडियो न लीक कर सके। गेस्ट के लिए सुइट के बाहर स्विमिंग पूल गेस्ट के सुइट के बाहर स्विमिंग पूल के आसपास खूबसूरत डेकोरेशन किया जा रहा है, जहां गेस्ट बैठ सकेंगे। हर प्वाइंट पर वेलकम के लिए रिहर्सल जारी होटल के अंदर अलग-अलग प्वाइंट पर गेस्ट को वेलकम करने के लिए अलग-अलग टीम बनाई है। जो शनिवार को इसकी रिहर्सल करती नजर आई। राजस्थानी गीत संगीत का इंतजाम लोक कलाकार भी अपने इंस्ट्रूमेंट्स के साथ राजस्थानी लोक संगीत की रिहर्सल कर रहे थे। संगीत सेरेमनी 7 दिसंबर को होगी 7 दिसंबर को संगीत सेरेमनी के लिए पुराने लकड़ी के गेट के पास ओपन गार्डन में तैयारी चल रही हैं। इसके लिए गार्डन की घास को कट किया जा रहा है। साथ ही चट्टान का स्टेज भी है। साथ ही सामने पुराने पत्थर पुराने लुक के साथ होंगे। होटल के बाहर लगा टेंट कर्मचारियों और होटल के अंदर सर्विस देने वालों की खाने और टॉयलेट की व्यवस्था बाहर की गई है। इसके लिए टेंट और ग्रीन टॉयलेट फिटिंग जारी है। होटल के बाहर ही कर्मचारियों की सुविधा के लिए टायलेट्स की फिटिंग की जा रही है। एंट्रेंस गेट पर सफाई जारी सिक्स सेंस होटल के एंट्रेस गेट पर जहां से वीवीआईपी आयेंगे उसे भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। यहां पर सिक्स सेंस फोर्ट बरवाड़ा का पुरानी चट्टान पर साइन बोर्ड लगाया गया है। अस्तबल बने स्टोर किले में मौजूद अस्तबल जहां पहले घोड़े बांधे जाते थे। उसे अब स्टोर रूम में तब्दील किया गया है। जनाना महल का नहीं बदला स्वरूप खरबूजा महल और मर्दाना महल को मोडिफाइड किया गया है। वहीं जनाना महल को पुराने लुक में ही रखा गया है। उस पर प्लास्टर भी पुराना ही है। किले की दीवारों पर लालटेन और मशाल की तरह इलेक्ट्रॉनिक लाइट लगाई जा रही हैं। जो किले को खूबसूरत रोशनी से सराबोर करेगी। होटल तक जाने वाली सड़कों को भी दुरुस्त किया जा रहा है। चमड़े की जूतियां और मिट्टी के बर्तन बनाने का लाइव डेमो गेस्ट के लिए राजस्थान की मोजड़ी (जूतियां) को लाइव बनाकर भी दिखाएंगे। साथ ही वहां पर कुम्हार ने अपने चौक भी लगाए हैं। जहां पर वे लाइव मटके बनाकर गेस्ट को दिखाएंगे। डेको इवेंट कंपनी दिल्ली की टीम के 100 लोग पहुंचे शादी की तैयारियों के लिए दिल्ली की डेको इवेंट कंपनी के 100 लोग चौथ माता धर्मशाला में शनिवार को पहुंचे। मेंहदी और बाउंसर कल पहुचेंगे बरवाड़ा पाली के सोजत की मेहंदी और एम एच सिक्योरिटी जयपुर के 100 बाउंसर रविवार को चौथ का बरवाड़ा पहुंचेंगे।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/db-original/explainer/news/omicron-variant-covid-vaccine-booster-dose-how-india-modi-govt-preparing-for-129177078.html,"भास्कर एक्सप्लेनर: ओमिक्रॉन के खतरे के बीच जल्द जारी होगी बूस्टर डोज पर गाइडलाइन, तो क्या पहली दोनों डोज हो चुकी हैं बेअसर?","भास्कर एक्सप्लेनर:ओमिक्रॉन के खतरे के बीच जल्द जारी होगी बूस्टर डोज पर गाइडलाइन, तो क्या पहली दोनों डोज हो चुकी हैं बेअसर? देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की एंट्री हो चुकी है। पहले से मौजूद वैरिएंट से कई गुना ज्यादा तेजी से फैलने की वजह से माना जा रहा है कि इस पर वैक्सीन भी बेअसर हो सकती है। साथ ही अलग-अलग स्टडी में ये बात भी सामने आई है कि समय के साथ शरीर में वैक्सीन द्वारा बनी एंटीबॉडी कम हो जाती है। इस वजह से कई देश लोगों को वैक्सीन का बूस्टर डोज दे रहे हैं। भारत सरकार भी जल्द ही बूस्टर डोज पर गाइडलाइन जारी कर सकती है। समझते हैं, ओमिक्रॉन से निपटने क्या बूस्टर डोज लेना होगा? अभी किन-किन देशों में बूस्टर डोज दिए जा रहे हैं? वहां किन शर्तों के साथ लोगों को बूस्टर डोज लग रहे हैं? क्या कोरोना को रोकने में बूस्टर डोज कारगर है? और भारत सरकार बूस्टर डोज को लेकर क्या तैयारी कर रही है?... ओमिक्रॉन आने के बाद बूस्टर डोज की चर्चा क्यों हो रही है? दुनियाभर में इस वक्त कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने तहलका मचा रखा है। इस वैरिएंट से संक्रमित कई लोग ऐसे भी हैं, जो फुली वैक्सीनेटेड थे। इसके बाद भी वे संक्रमित हो गए। ओमिक्रॉन को डेल्टा के मुकाबले ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है, यानी ये ज्यादा तेजी से फैल रहा है। इस वजह से भी बूस्टर डोज की चर्चा होने लगी है। माना जाता है कि वैक्सीन लेने के 9 महीने से 1 साल तक शरीर में एंटीबॉडी रहती है। उसके बाद यह कम होने लगती है। यानी शरीर में एंटीबॉडी लेवल बनाए रखने के लिए आपको बूस्टर डोज लेना होगा। स्टडीज में सामने आया है कि कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट्स पर समय के साथ वैक्सीन की इफेक्टिवनेस भी कम होती जाती है। ओमिक्रॉन पर वैक्सीन कितनी इफेक्टिव है, अभी इसकी कोई स्टडी नहीं है। अगर वैक्सीन की इफेक्टिवनेस कम होती है तो बूस्टर डोज देना होगा। भारत सरकार बूस्टर डोज को लेकर क्या कर रही है? देश की कोविड टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि सरकार गंभीर रोगियों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए वैक्सीन की एडिशनल डोज (बूस्टर डोज) पर नई पॉलिसी लाने जा रही है। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (NTAG) इस पॉलिसी को 2 हफ्ते में तैयार करेगा। NTAG देश के 44 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए भी नई पॉलिसी लाने जा रहा है। 2 दिसंबर को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने भारत में बूस्टर डोज के रूप में कोवीशील्ड वैक्सीन के लिए ड्रग रेगुलेटर से मंजूरी मांगी है। सीरम इंस्‍टीट्यूट ने वैक्‍सीन की पर्याप्त डोज का हवाला देते हुए बूस्टर डोज के रूप में वैक्सीन के लिए मंजूरी मांगी है। केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक ने भी केंद्र सरकार से अपील की है कि वो ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए बूस्टर डोज पर कोई फैसला ले। माना जा रहा है कि 15 दिन के भीतर सरकार बूस्टर डोज पर गाइडलाइन जारी कर सकती है। तो क्या वैक्सीन की पहली दोनों डोज बेअसर हो चुकी हैं? नहीं। दरअसल, समय के साथ शरीर में एंटीबॉडी की संख्या कम हो जाती है, इस वजह से ही बूस्टर डोज दिया जाता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि पहले दोनों डोज बेअसर हो गए। बूस्टर डोज आपके शरीर में एंटीबॉडी लेवल को मेंटेन करने का काम करता है। कहां-कहां दिया जा रहा है बूस्टर डोज? Our World in Data के मुताबिक, दुनियाभर के 35 से भी ज्यादा देश अपने नागरिकों को बूस्टर डोज दे रहे हैं। अलग-अलग देशों में कोमोर्बिडिटी (एक समय में एक से ज्यादा बीमारियां होना) और अलग-अलग फैक्टर को ध्यान में रखते हुए लोगों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज दिया जा रहा है। इजराइल इजराइल सबसे पहला देश है, जिसने बूस्टर डोज देने की शुरुआत की थी। इजराइल जुलाई से ही अपने नागरिकों को वैक्सीन का बूस्टर डोज लगा रहा है। अगस्त में सिर्फ 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही वैक्सीन का तीसरा डोज दिया जा रहा था, लेकिन फिलहाल 12 से ज्यादा उम्र के लोगों को बूस्टर डोज दिया जा रहा है। अमेरिका सितंबर में अमेरिका ने बूस्टर डोज के लिए अप्रूवल दिया था। कहा गया था कि दोनों डोज लगवाने के 6 महीने बाद लोग बूस्टर डोज ले सकेंगे। सितंबर में ये केवल फाइजर की वैक्सीन को ही बूस्टर शॉट के लिए अप्रूवल मिला था, लेकिन फिलहाल तीन वैक्सीन के बूस्टर शॉट लग रहे हैं। जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके लोग 2 महीने बाद ही तीसरा डोज भी लगवा सकते हैं। फिलहाल 18 साल से ज्यादा उम्र को कोई भी अमेरिका में बूस्टर डोज लगवा सकता है। यूरोप 24 नवंबर को यूरोपियन सेंटर फॉर डिसीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ECDC) ने सभी व्यस्कों के लिए बूस्टर डोज रिकमंड किया है। यूरोप के अलग-अलग देश अलग-अलग शर्तों के साथ लोगों को बूस्टर डोज दे रहे हैं। ऑस्ट्रिया, ब्रिटेन, चेक रिपब्लिक, जर्मनी, हंगरी, इटली जैसे कई देश बूस्टर डोज दे रहे हैं। कनाडा कनाडा ने नवंबर से बूस्टर डोज देने की शुरुआत की है। यहां पर मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन के बूस्टर डोज दिए जा रहे हैं। कोमोर्बिडिटी और उम्र के हिसाब से डोज की क्वांटिटी को अलग-अलग रखा गया है। 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोग फाइजर का बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। क्या सभी को लगाया जा रहा है बूस्टर डोज? नहीं, अलग-अलग देशों में बूस्टर डोज के लिए अलग-अलग शर्ते हैं। कई देश केवल 40+ उम्र के लोगों को तो कई 18 से ज्यादा उम्र वालों को बूस्टर डोज दे रहे हैं। अमेरिका में कोमोर्बिडिटी और रिस्क वाले एरिया में रहने/काम करने वाले 18+ उम्र के लोग बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। ब्रिटेन में केवल उन्हें ही बूस्टर डोज नहीं दिया जा रहा है, जिन्हें पहले दोनों डोज की वजह से गंभीर रिएक्शन हुआ था। बाकी लोगों को बूस्टर डोज लेने की सलाह दी गई है। कोमोर्बिडिटी वाली प्रेग्नेंट महिलाओं को भी बूस्टर डोज दिया जा रहा है। कनाडा में उम्र और कोमोर्बिडिटी के हिसाब से अलग-अलग ग्रुप्स को बूस्टर डोज दिया जा रहा है। इजराइल में 12 साल से ऊपर के सभी लोग बूस्टर डोज के लिए एलिजिबल हैं। जापान ने नवंबर में फाइजर के बूस्टर डोज को मंजूरी दी है। दिसंबर में हेल्थकेयर वर्कर्स को भी बूस्टर डोज देने की शुरुआत हुई है। जनवरी से बुजुर्ग आबादी को बूस्टर डोज दिया जाएगा। क्या कोरोना को रोकने में बूस्टर डोज कारगर है? इजराइल में बूस्टर डोज की इफेक्टिवनेस को लेकर एक स्टडी की गई थी। 7.28 लाख लोगों पर की गई इस स्टडी में सामने आया था कि वैक्सीन का बूस्टर डोज कोरोना की वजह से हॉस्पिटलाइजेशन रोकने में 93% कारगर है। साथ ही कोरोना के गंभीर लक्षणों को रोकने में भी 92% इफेक्टिव है। वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने के 5-6 महीने बाद एंटीबॉडी लेवल में कमी आने लगती है। इंग्लैंड में फाइजर वैक्सीन की इफेक्टिवनेस को लेकर की गई स्टडी में सामने आया था कि दूसरा डोज लगवाने के 2 हफ्ते तक वैक्सीन इंफेक्शन को रोकने में 90% कारगर है, लेकिन 5 महीने बाद केवल 70% ही कारगर रह जाती है। इसी स्टडी में मॉडर्ना वैक्सीन की इफेक्टिवनेस भी समय के साथ कम होती गई थी। बूस्टर डोज पर WHO का क्या कहना है? बूस्टर डोज पर WHO का रुख देशों के विपरीत रहा है। नवंबर में WHO चीफ ने कहा था कि बूस्टर डोज एक धांधली है और इसे रुकना चाहिए। जो देश लोगों को बूस्टर डोज दे रहे हैं, वे इसकी बजाय गरीब देशों को वैक्सीन डोनेट करें। क्या बूस्टर डोज से किसी तरह के रिएक्शन को कोई मामला सामने आया है? नहीं। दुनिया में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, बूस्टर डोज देने के बाद आपको हल्का बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द जैसे सामान्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/how-dangerous-is-the-omicron-variant-of-corona-what-to-do-to-avoid-it-129179425.html,"कितना खतरनाक ओमिक्रॉन: कोरोना का नया स्ट्रेन 10 दिन में ही 35 देशों तक पहुंचा, इससे बचने के लिए क्या करें.. जानें सबकुछ","कितना खतरनाक ओमिक्रॉन:कोरोना का नया स्ट्रेन 10 दिन में ही 35 देशों तक पहुंचा, इससे बचने के लिए क्या करें.. जानें सबकुछ दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मिलने के बाद कर्नाटक में भी गुरुवार को इसके दो मामले सामने आए हैं। 24 नवंबर को ओमिक्रॉन वैरिएंट के पहले केस की पुष्टि के बाद 3 दिसंबर तक यानी सिर्फ 10 दिनों में ही नया स्ट्रेन 35 देशों तक फैल चुका है। दुनियाभर में अब तक इसके करीब 400 केस सामने आ चुके हैं। भारत में दूसरी लहर के लिए कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को कारण बताया गया था। नए वैरिएंट की रफ्तार को लेकर एक्सपर्ट्स भी चेतावनी दे चुके हैं कि ओमिक्रॉन डेल्टा स्ट्रेन से भी 10 गुना ज्यादा रफ्तार से फैल सकता है। नए वैरिएंट को लेकर दुनियाभर में खौफ का माहौल है और एक बार फिर से पाबंदियों का दौर भी शुरू हो चुका है। आइए जानते हैं कोरोना के इस नए वैरिएंट से जुड़ी 7 बड़ी बातें जो आपको जानना जरूरी है... 1. ओमिक्रॉन क्या है और इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न क्यों बताया गया? कोरोना (SARS-CoV-2) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (B.1.1.529) का पहला केस 24 नवंबर 2021 को साउथ अफ्रीका में मिला। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इसकी जांच के बाद इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) की श्रेणी में रखा है। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओमिक्रॉन दुनिया में कहर बरपा चुके डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा तेजी से म्यूटेशन करने वाला वैरिएंट है। ओमिक्रॉन में कुल 50 म्यूटेशन हो चुके हैं, जिनमें से 30 म्यूटेशन तो उसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं। स्पाइक प्रोटीन के जरिए ही कोरोना वायरस इंसानी शरीर में प्रवेश के रास्ते खोलता है। इसकी तुलना में डेल्टा के S प्रोटीन में 18 म्यूटेशन हुए थे। ओमिक्रॉन के रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन में भी 10 म्यूटेशन हो चुके हैं, जबकि डेल्टा वैरिएंट में केवल 2 ही म्यूटेशन हुए थे। रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन वायरस का वह हिस्सा है जो इंसान के शरीर के सेल से सबसे पहले संपर्क में आता है। 2. क्या मौजूदा टेस्ट मैथड से ही ओमिक्रॉन की पहचान मुमकिन है? WHO का मानना है कि SARS-CoV2 के नए वैरिएंट के पहचान के लिए मौजूदा टेस्ट मैथड RT-PCR सही है। RT-PCR विधि शरीर में वायरस में विशिष्ट जीन का पता लगाती है, जैसे स्पाइक (S), ईनवेलॉप्ड (E) और न्यूक्लियोकैप्सिड (N)। ओमिक्रॉन में स्पाइक जीन बहुत अधिक म्यूटेट होता है। ऐसे में इससे पहचान आसान हो जाती है। हालांकि, इसकी पूरी तरह से पुष्टि के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग जरूरी है। 3. नए वैरिएंट को लेकर सतर्क रहना कितना जरूरी? WHO ने तमाम जांच के बाद ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) कैटेगरी में रखा है। यानी यह वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है। यह बताना जरूरी है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट का म्यूटेशन, ट्रांसमिशन की गति और इम्यून सिस्टम को प्रभावित करने की क्षमता को देखकर इसे VOC कैटेगरी में रखा गया है। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी मोर्डना और कई एक्सपर्ट्स इस बात का भी दावा कर रहे हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन कारगर नहीं है। इस पर कई तरह के दावे हैं लेकिन मौजूदा व्यवस्था के तहत ही इसे रोकने को लेकर काम किया जा रहा है। हालांकि कई कंपनियां इसके बूस्टर डोज को लेकर भी काम कर रही हैं। हालांकि कई सवाल अब भी हैं जिन पर रिसर्च जारी है। 4. हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? जैसा की हमने पहले ही बताया कि मौजूदा व्यवस्था के तहत ही इस वैरिएंट को रोकने के प्रयास जारी हैं। तेजी से दोनों वैक्सीन बढ़ाने और टेस्ट की प्रक्रिया को और तेज करके इस वैरिएंट को बढ़ने से रोका जा सकता है। अच्छी तरह मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग, भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहना और घर-ऑफिस में अच्छी तरह वेंटिलेशन बनाए रखना इससे बचने का सबसे बेहतर तरीका है। कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर का पालन करना जरूरी है। 5. क्या कोरोना की तीसरी लहर आएगी? दक्षिण अफ्रीका के बाद नया वैरिएंट 34 देशों तक पहुंच चुका है। इसकी बीमारी की गंभीरता भी अभी स्पष्ट नहीं है। इसलिए यह कितना खतरनाक हो सकता है, यह कहना जल्दबाजी होगी। भारत में भी इसके दो केस कर्नाटक में मिल चुके हैं। चुकी देश में डेल्टा वैरिएंट और वैक्सीनेशन की तेज गति से इस वैरिएंट के बिहेवियर को लेकर कुछ भी साफ नहीं है। हाई सेरोपॉजिटिविटी यानी लोगों में एंटीबॉडी भी इसके खतरे को कमजोर करती है। हालांकि इसके वैज्ञानिक प्रमाण को लेकर काम चल हर है। इसके बाद ही सही जानकारी सामने आएगी। 6. क्या मौजूदा वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ कारगर हैं? एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए मौजूदा वैक्सीन कारगर हैं। ओमिक्रॉन स्पाइक प्रोटीन पर कहीं ज्यादा म्यूटेट हो रहा है। ऐसे में कुछ वैज्ञानिकों का यह भी दावा है कि मौजूदा वैक्सीन शायद नए वैरिएंट पर कारगर न हो। वैक्सीन की एफिकेसी को लेकर भी अभी रिसर्च चल रहे हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि जहां कुछ नहीं वहां कम से कम वैक्सीन लोगों को बुरी स्थिति में जाने से रोकने में सक्षम है। यानी वैक्सीनेशन के बाद मौत का खतरा तो टल ही जाता है। इसलिए हर किसी को वैक्सीन लेना चाहिए। 7. भारत में इससे निपटने के लिए क्या तैयारी है? केंद्र सरकार नए वैरिएंट से निपटने के लिए इसकी कड़ी निगरानी कर रही है। एट रिस्क वाले देशों पर कुछ पाबंदियां लगाई गई हैं। सरकार ने इसके लिए 1 दिसंबर से नई गाइडलाइन भी जारी की है। जिसमें एट रिस्क देशों से आने वाले लोगों के लिए टेस्टिंग और आइसोलेशन जरूरी कर दिया गया है। इसके साथ ही उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी विभिन्न राज्य सरकारें अपने स्तर पर कर रही हैं। केंद्र सरकार की विभिन्न हेल्थ बॉडी भी अपने-अपने स्तर पर निगरानी कर रहे हैं। साइंटिस्ट और मेडिकल एक्सपर्ट्स भी नए वैरिएंट को लेकर जानकारी जुटा रहे हैं।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/bathinda/news/2-youths-who-came-on-bike-in-muktsars-village-at-8-pm-shot-in-the-forehead-of-the-dera-lover-sitting-in-the-shop-129177382.html,बेअदबी में नामजद डेरा प्रेमी की हत्या: मुक्तसर के गांव में बाइक पर आए 2 युवकों ने दुकान में बैठे डेरा अनुयायी के माथे में मारी गोली,"बेअदबी में नामजद डेरा प्रेमी की हत्या:मुक्तसर के गांव में बाइक पर आए 2 युवकों ने दुकान में बैठे डेरा अनुयायी के माथे में मारी गोली पंजाब में मुक्तसर जिले में शुक्रवार देर शाम को बड़ी वारदात हो गई। यहां भूदड़ गांव में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी चरणदास की 2 लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर बाइक पर आए। घटना तब हुई जब डेरा प्रेमी चरणदास गांव में ही अपनी करियाना की दुकान पर बैठा था। डेरा प्रेमी चरणदास श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के केस में नामजद था। उसे गोली मारने के बाद हत्यारे बाइक पर फरार हो गए। वारदात की जानकारी मिलते ही मुक्तसर के एसएसपी सरबजीत सिंह खुद घटनास्थल पर पहुंच गए। भूदड़ गांव में रहने वाले 40 साल के चरणदास कई बरसों से सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी थे। वह गांव में ही करियाना की दुकान चलाते थे। शुक्रवार शाम तकरीबन 8 बजे चरणदास अपनी दुकान पर बैठे थे। उस समय परिवार के कई अन्य सदस्य भी दुकान में ही मौजूद थे। चरणदास पारिवारिक सदस्यों से बातचीत कर रहे थे कि बाइक पर 2 युवक उनकी दुकान के सामने आकर रुके। उनमें से एक युवक बाइक को स्टार्ट रखकर उसके ऊपर ही बैठा रहा जबकि दूसरा उतरकर दुकान में पहुंचा। उसने सफेद कुर्ता-पायजामा पहन रखा था और दाढ़ी रखी हुई थी। हमलावर ने मांगी चीनी और चाय पत्ती दुकान के काउंटर पर पहुंचकर युवक ने चरणदास से चीनी और चाय पत्ती देने को कहा। चरणदास जैसे ही लिफाफे में चीनी डालने लगे, युवक ने अचानक पिस्तौल निकाली और उन्हें गोली मार दी। गोली चरणदास के माथे में लगी और वह नीचे गिर पड़े। उधर गोली मारते ही युवक भागते हुए बाइक तक पहुंचा और फिर दोनों हमलावर फरार हो गए। बिजली न होने की वजह से नहीं देख सके चेहरा जिस समय डेरा प्रेमी चरणदास को गोली मारी गई, उस समय भूंदड़ गांव में बिजली नहीं थी। इसलिए चरणदास के परिवार के सदस्य न तो बाइक पर बैठे दूसरे युवक का चेहरा देख पाए और न ही बाइक का नंबर नोट कर पाए। घटना के बाद चरणदास को लेकर परिवार वाले आनन-फानन में गिदड़बाहा सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां से डॉक्टरों ने उसे बठिंडा रेफर कर दिया। बठिंडा पहुंचने से पहले ही चरणदास ने दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसएसपी खुद पहुंचे मौके पर बेअदबी के आरोपी डेरा प्रेमी को गोली मारे जाने की खबर फैलते ही मुक्तसर पुलिस में हड़कंप सा मच गया। कोटभाई थाने की पुलिस और गिदड़बाहा के डीएसपी के अलावा मुक्तसर के एसएसपी सरबजीत सिंह खुद भूदड़ गांव पहुंच गए। एसएसपी सरबजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बेअदबी केस में नामजद डेराप्रेमी को गोली मारे जाने की जानकारी मिलने के बाद भूदड़ गांव पहुंचे मुक्तसर के एसएसपी सरबजीत सिंह ने खुद घटनास्थल का जायजा लिया और पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। 2018 में सौगंध के लिए उठा लिया था गुरुग्रंथ साहिब डेरा प्रेमी चरणदास पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का केस दर्ज है। अप्रैल-2018 में घरेलू विवाद में उसने सौगंध उठाने के लिए नंगे सिर ही गांव के गुरुद्वारे में पहुंचकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को उठा लिया था। इसके बाद बेअदबी का मामला दर्ज करते हुए उसे नामजद किया गया। शुक्रवार देर शाम को बेअदबी केस में नामजद डेराप्रेमी को गोली मारे जाने की घटना के बाद मुक्तसर जिले के भूदड़ गांव में खड़ी पुलिस की गाड़ी।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/police-personnel-posted-overnight-outside-the-house-of-lovers-named-in-sacrilege-cases-charandas-post-mortem-will-be-done-today-129179573.html,"डेराप्रेमी की हत्या के बाद पंजाब में हाईअलर्ट: बेअदबी मामलों में नामजद डेरा अनुयायियों की सुरक्षा बढ़ाई, नामचर्चा घरों के बाहर पुलिस तैनात","डेराप्रेमी की हत्या के बाद पंजाब में हाईअलर्ट:बेअदबी मामलों में नामजद डेरा अनुयायियों की सुरक्षा बढ़ाई, नामचर्चा घरों के बाहर पुलिस तैनात पंजाब में एक नामचर्चा घर के बाहर तैनात पुलिस। पंजाब में मुक्तसर जिले के भूंदड़ गांव मे डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी चरणदास की हत्या के बाद पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। चरणदास की हत्या के बाद पूरी रात डेरा सच्चा सौदा के उन प्रेमियों के घरों के बाहर पुलिस की तैनाती रही, जो किसी न किसी मामले को लेकर विवाद में रहे हैं। कोटकपूरा, फरीदकोट और बठिंडा में पुलिस की यह मुस्तैदी ज्यादा देखने को मिली। क्योंकि इन्हीं एरिया में डेरा सच्चा सौदा को लेकर ज्यादातर विवाद होते रहे हैं। इसलिए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है। उधर चरणदास की हत्या के 16 घंटे बाद भी, शनिवार दोपहर 12 बजे तक किसी ने चरणदास की हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली? पुलिस को भी हत्यारों के संबंध में कोई सुराग नहीं लगा है। शनिवार को पोस्टमार्टम करवाने के बाद चरणदास के शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बेअदबी मामले के आरोपी जमानत पर, उनकी सुरक्षा चाक चौबंद वर्ष 2015 में गांव बुर्ज जवाहर के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की चोरी मामले में पुलिस ने पांच डेरा प्रेमियों कोटकपूरा के निशान सिंह, रणजीत सिंह व प्रदीप सिंह, फरीदकोट के बलजीत सिंह व शक्ति सिंह सहित एक अन्य आरोपी सुखविंदर सिंह सनी को नामजद किया है। यह सभी अब जमानत पर चल रहे हैं। पुलिस की तरफ से सभी के घर के बाहर देर रात तक पुलिस का पहरा लगाकर रखा गया। इन्हें पहले ही पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई हुई है, जिसे और सख्त कर दिया गया है। नामचर्चा घरों पर भी सख्त पहरे पुलिस की तरफ से पंजाब के सभी नामचर्चा घरों के बाहर सख्त पुलिस पहरे लगाए हुए हैं। देर रात पुलिस के सीनियर अधिकारियों की तरफ से खुद इन सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया गया है। पुलिस के गजटिड अफसरों को आदेश दिए गए हैं कि वह खुद नाम चर्चा घरों और विवादों में रहे डेरा प्रेमियों के घरों पर सुरक्षा बंदोबस्त करें। अब तक हुई डेरा प्रेमियों कीहत्याएं 13 जून 2016 बुर्ज जवाहर सिंह वाला के डेरा प्रेमी गुरदेव सिंह पर दो युवकों ने फायरिंग कर दी और उसकी 5दिन बाद डीएमसी में मौत हुई थी। 22 जून 2019 नाभा की नई जिला जेल में बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी डेरा प्रेमी महिंदरपाल सिंह बिट्टू (49) निवासी फरीदकोट की दो अन्य कैदियों ने लोहे के सरिए से हमलाकर हत्या कर दी थी। 20 नवंबर 2020 को पंजाब के बठिंडा के रामपुरा क्षेत्र के कस्बा भगता भाईका में दो मोटर साइकिल सवार युवकों ने दुकान में बैठे डेरा प्रेमी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपियों ने चार फायर किए। मृतक की पहचान मनोहर लाल (55) के तौर पर हुई है। 3 दिसंबर 2021 में चरणदास नामक व्यक्ति को दुकान में घुसकर दो युवकों ने गोली मार दी, जिसे बठिंडा के अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/itr-filing-last-date-2021-rs-10000-penalty-for-late-filing-of-income-tax-return-129179680.html,"काम की बात: 31 दिसंबर तक फाइल कर दें इनकम टैक्स रिटर्न, नहीं तो देना पड़ सकता है 10 हजार का जुर्माना","काम की बात:31 दिसंबर तक फाइल कर दें इनकम टैक्स रिटर्न, नहीं तो देना पड़ सकता है 10 हजार का जुर्माना वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 31 दिसंबर तक इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करना है। टैक्स एक्सपर्ट के मुताबिक, समय रहते ITR फाइल करने से न केवल पेनल्टी से बचाव होता है, बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं। सीए अभय शर्मा आपको समय पर ITR फाइल करन के फायदे बता रहे हैं। जुर्माने से बचाव निर्धारित तारीख के भीतर ITR दाखिल नहीं करने पर आपको 10 हजार रुपए तक का भारी जुर्माना चुकाना पड़ सकता है। समय पर ITR दाखिल करके इस जुर्माने से बचा जा सकता है। नोटिस आने का डर नहीं रहेगा समय पर ITR दाखिल नहीं करने पर आयकर विभाग से आपको नोटिस मिल सकता है। नोटिस की परेशानियों से बचने के लिए समय पर ITR जमा करना फायदेमंद है। ब्याज की बचत आयकर के नियमों के मुताबिक यदि किसी करदाता ने एडवांस टैक्स नहीं चुकाया है या अपनी देनदारी के 90% से कम चुकाया है तो उसे सेक्शन 234बी के तहत 1 फीसदी प्रति माह का ब्याज पेनल्टी के रूप में चुकाना होगा। अगर समय पर रिटर्न दाखिल करते हैं तो देय आयकर पर लगने वाले ब्याज की बचत कर सकते हैं। नुकसान कैरी फॉरवर्ड आयकर के नियमों के मुताबिक निर्धारित तारीख से पहले ITR दाखिल करने पर आप अपने नुकसान को आगे के वित्त वर्षों के लिए कैरी फारवर्ड कर सकते हैं। यानी अगले वित्त वर्षों में आप अपनी कमाई पर टैक्स देनदारी कम कर सकते हैं। देर से ITR फाइल करने के हैं कई नुकसान ITR फाइल करने देरी के कारण करदाता को जुर्माना तो भरना ही पड़ता है साथ ही कई तरह की इनकम टैक्‍स छूट भी आपको नहीं मिलती हैं। इससे आयकर कानून की धारा-10A और धारा-10B के तहत मिलने वाली छूट नहीं मिलती हैं। वहीं, धारा-80IA, 80IAB, 80IC, 80ID और 80IE के तहत मिलने वाली छूट भी आपको नहीं मिलेंगी। इसके अलावा देरी से इनकम टैक्‍स रिटर्न फाइल करने के कारण करदाता को आयकर कानून की धारा-80IAC, 80IBA, 80JJA, 80JJAA, 80LA, 80P, 80PA, 80QQB और 80RRB के तहत मिलने वाले डिडक्शन का लाभ भी नहीं मिलेगा।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/auto-electronics-and-auto-companies-engaged-in-dealing-with-the-impact-of-omicron-129179583.html,"एहतियात: ओमिक्रॉन के असर से निपटने में जुटीं इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटो कंपनियां, कई कंपनियों से स्टॉक बढ़ाना शुरू किया","एहतियात:ओमिक्रॉन के असर से निपटने में जुटीं इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटो कंपनियां, कई कंपनियों से स्टॉक बढ़ाना शुरू किया कोरोना की पहली दो लहरों के दौरान नुकसान उठाने वाली ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की आमद के साथ ही संभावित दिक्कतों से निपटने की तैयारी में जुटी हैं। कई कंपनियों ने कच्चे और तैयार माल का स्टॉक बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा सप्लाई की दिक्कत से निपटने के लिए 1-2 महीने की जरूरतों के लिए अतिरिक्त ऑर्डर भी दिए जा रहे हैं। भारतीय कंपनियां दूसरे देशों से मंगवाती है कंपोनेंट्स भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स और ऑटो कंपनियों के लिए कई छोटे-बड़े कंपोनेंट्स का आयात चीन, ताइवान, हॉन्गकॉन्ग और दक्षिण कोरिया जैसे देशों से होता है। कई कंपनियां तैयार माल भी इन देशों से आयात करती हैं। कंपनियों को डर है कि पिछले बार की तरह वायरस का संक्रमण बढ़ने पर ये देश अचानक बंदरगाह, एयरपोर्ट और कारखानों को बंद कर सकते हैं। इसकी वजह से इंडस्ट्री के प्रोडक्शन में और इन्वेंटरी के प्रबंधन में दिक्कत आ सकती है। कंपोनेंट की किल्लत से पहले ही देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों का प्रोडक्शन 15-20% घट गया है। चुनिंदा पुर्जों की इन्वेंटरी भी बढ़ाई जा रही देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने दैनिक भास्कर से कहा, ‘हम पिछले अनुभवों से सबक लेकर सक्रिय रूप से सप्लायर्स को जोड़ रहे हैं। इसके अलावा चुनिंदा पुर्जों की इन्वेंटरी भी बढ़ाई जा रही है।’ जहां तक देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी की बात है, यह फिलहाल वेट एंड वॉच की स्थिति में है।’ कोई चांस नहीं लेना चाहते गोदरेज अप्लायंसेज इन्वेंटरी लेवल एक माह की जगह दो माह करेगी। ओमिक्रॉन की वजह से शिपिंग चार्ज और बढ़ेंगे। इसके अलावा सप्लाई भी बाधित होने की आशंका है। इसके चलते हम कोई चांस नहीं लेना चाहते। - कमल नंदी, वाइस प्रेसिडेंट, गोदरेज एंड बॉयस फिक्की ने केंद्र से सोच-समझकर कदम उठाने के लिए कहा भारतीय उद्योग जगत की प्रतिनिधि संस्था फिक्की ने सरकार से कहा है कि वह ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत में बगैर-सोचे समझे कोई कदम न उठाए। फिक्की के मुताबिक, जल्दबाजी में उठाए गए किसी भी कदम से दहशत का माहौल बनेगा। कोविड-19 महामारी की पहली दो लहरों के बीच लॉकडाउन की वजह से देश की आर्थिक गतिविधियों को काफी नुकसान हुआ था।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/all-vaccines-are-effective-on-the-omicron-variant-but-if-the-vaccines-do-not-accelerate-it-is-not-possible-to-dose-all-adults-this-year-129178871.html,"टीकाकरण की धीमी रफ्तार से चिंता: ओमिक्रॉन पर वैक्सीन कारगर, लेकिन धीमी रफ्तार के चलते इस साल सभी वयस्कों को टीका लगना मुश्किल","टीकाकरण की धीमी रफ्तार से चिंता:ओमिक्रॉन पर वैक्सीन कारगर, लेकिन धीमी रफ्तार के चलते इस साल सभी वयस्कों को टीका लगना मुश्किल 31 दिसं तक सभी वयस्कों को दोनों डोज का लक्ष्य है, इसी रफ्तार से चले तो यह 78 दिन में पूरा होगा। कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के 30 से अधिक देशों में दस्तक दे चुका है। कई देशों ने लाेगों को वैक्सीन का बूस्टर डोज लगाकर ओमिक्रॉन से लड़ने की तैयारी कर ली है। भारत में भी ओमिक्रॉन आ चुका है, लेकिन टीकाकरण की रफ्तार धीमी पड़ने से पिछड़ने की स्थिति बन रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने तय किया है कि दिसंबर 2021 तक सभी (करीब 94 करोड़) वयस्क आबादी को दोनों डोज लगा दी जाएंगी। गणित ये कहता है वैक्सीनेशन के आंकड़ों से पता चलता है कि इस महीने यह लक्ष्य पाना मुश्किल है। 2 दिसंबर तक के आंकड़े देखें तो देश में 79.36 करोड़ लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। इनमें से 46.38 करोड़ दोनों डोज, जबकि करीब 33 करोड़ सिर्फ एक डोज लगवा पाए हैं। 15 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने एक भी डोज नहीं लगवाई है। ऐसे में सरकार को अभी करीब 63 करोड़ डोज की जरूरत है। वर्तमान में देश में हर दिन औसतन 80 लाख डोज लगाई जा रही है। इस अनुसार इतने डोज लगाने में करीब 78 दिन और लग जाएंगे। भारत में भी 40 से ऊपर के लोगों को बूस्टर डोज लगाया जाए: इन्साकॉग इस बीच, देश में सॉर्स-कोव-2 जीनोमिक्स कन्सोर्टियम (इन्साकॉग) के शीर्ष वैज्ञानिकों ने अनुशंसा की है कि ओमिक्रॉन से बचने के लिए भारत में भी 40 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाया जाए। वैज्ञानिकों ने उच्च जोखिम वाली 40 साल से ज्यादा की आबादी को प्राथमिकता के साथ बूस्टर डोज देने की सिफारिश की है। मालूम हो, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भी कोविशील्ड को बूस्टर डोज के तौर पर लगाने के लिए दवा नियामक से मंजूरी मांगी है। कंपनी ने कहा कि देश में पर्याप्त संख्या में वैक्सीन उपलब्ध है। मांडविया बोले: एक्सपर्ट कमेटी का निर्णय अंतिम होगा इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को लोकसभा में स्पष्ट किया कि देश में बूस्टर डोज और बच्चों को वैक्सीन लगाने या नहीं लगाने का फैसला पूरी तरह से एक्सपर्ट कमेटी (एनटागी और नेगवैक) के निर्णय के आधार पर वैज्ञानिक तरीके से लिया जाएगा। सरकार किसी प्रकार की जल्दबाजी में नहीं है। बूस्टर डोज या बच्चों की वैक्सीन का फैसला राजनीतिक नहीं होगा। जाेखिम वाले देशों से अब तक 16 हजार यात्री भारत आए स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने लोकसभा में कहा कि जोखिम वाले देशों की 58 फ्लाइट से अब तक 16 हजार लोग आए हैं। टेस्टिंग में 18 पॉजिटिव मिले हैं। ओमिक्रॉन की पुष्टि के लिए जीनाम सीक्वेंसिंग की जा रही है। बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद से विशाखापट्‌टनम पहुंचे कुछ अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का कोई सुराग नहीं है। विशाखापट्‌टनम के कलेक्टर ने बताया कि इन लोगों के सूची में नाम हैं, लेकिन ये दिए गए पते पर नहीं मिल रहे हैं। दिल्ली में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 12 संदिग्धों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इनमें से 8 गुरुवार, 4 शुक्रवार को भर्ती कराए गए हैं। मुंबई में 9 अंतरराष्ट्रीय यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से एक 10 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच दक्षिण अफ्रीका से लौटा था। उसके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। विदेश से हैदराबाद (तेलंगाना) लौटी महिला पॉजिटिव पाई गई है। हालांकि वह ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित है या नहीं, इसकी रिपोर्ट नहीं आई है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/kanpur/news/messaged-brother-before-running-away-sunil-inform-the-police-in-depression-i-129177303.html,"कानपुर में डॉक्टर ने पत्नी-2 बच्चों को मार डाला: नोट में लिखा- ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा, भाई को किया मैसेज- पुलिस बुलाओ","कानपुर में डॉक्टर ने पत्नी-2 बच्चों को मार डाला:नोट में लिखा- ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा, भाई को किया मैसेज- पुलिस बुलाओ कानपुर के कल्याणपुर में रहने वाले डॉ. सुशील कुमार ने शुक्रवार शाम पत्नी और बेटा-बेटी की हत्या कर दी। उन्होंने पहले पत्नी के सिर पर किसी भारी चीज से वार किया। फिर बेटे और बेटी का गला घोंट दिया। सुशील ने शाम करीब साढ़े 5 बजे अपने भाई डॉ. सुनील को मैसेज भेजा कि पुलिस को इनफार्म करो, मैंने डिप्रेशन में हत्या कर दी है। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन उससे पहले वह फरार हो गया। मौके से 10 पेज का एक नोट मिला है। इसमें लिखा है कि अब और कोविड नहीं, ये कोविड अब सभी को मार डालेगा। ओमिक्रॉन किसी को नहीं छोड़ेगा, अब लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाही के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं। जहां से निकलना असंभव हैं। भाई दरवाजा तुड़वाकर अंदर दाखिल हुए तो लाशें मिलीं सुनील को मिला उनके भाई का आखिरी मैसेज। इसमें उन्होंने डिप्रेशन में हत्या करने और पुलिस बुलाने के लिए कहा था। इंद्रानगर में डिविनिटी अपार्टमेंट में डॉ. सुशील कुमार अपनी पत्नी 48 साल की चंद्रप्रभा के साथ रहते थे। वे रामा मेडिकल कॉलेज की फॉरेंसिक टीम के हेड हैं। उनके बेटे 18 साल के शिखर सिंह और बेटी 16 साल की खुशी सिंह भी इसी अपार्टमेंट में रहते थे। शुक्रवार शाम 5.32 बजे डॉ. सुशील कुमार ने अपने भाई सुनील को आखिरी मैसेज किया। इस मैसेज को पढ़ने के बाद सुनील अपार्टमेंट पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद मिला। उन्होंने दरवाजा तुड़वाया। अंदर पहुंचे तो उन्हें चंद्रप्रभा, शिखर और खुशी की लाश मिलीं। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी। पुलिस छानबीन में घटनास्थल पर एक डायरी में नोट भी मिला। जिसमें डॉ. सुशील कुमार ने परिवार की हत्या समेत अपने जिंदगी को लेकर बातें लिखी थीं। भाई सुनील के मुताबिक, डॉ. सुशील कुछ समय से डिप्रेशन में थे। वह हत्या के बाद कहां है, ये किसी को नहीं पता है। इसलिए पुलिस उनकी तलाश कर रही है। डॉ. सुशील और उनकी पत्नी चंद्रप्रभा। - फाइल फोटो। नोट में लिखी ये बातें... 'अब और कोविड नहीं, ये कोविड ओमिक्रॉन अब सभी को मार डालेगा। अब और लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाही के चलते करियर के उस मुकाम पर फंस गया हूं। जहां से निकलना असंभव हैं। मेरा कोई भविष्य नहीं है। मैं अपने होश-ओ-हवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को खत्म कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार और कोई नहीं। मैं लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया हूं। आगे का भविष्य कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। इसके अलावा मेरे पास कोई और चारा नहीं है। मैं अपने परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता। सभी को मुक्ति के मार्ग में छोड़कर जा रहा हूं। सारे कष्टों को एक ही पल में दूर कर रहा हूं। अपने पीछे मैं किसी को कष्ट में नहीं देख सकता। मेरी आत्मा मुझे कभी भी माफ नहीं करेगी। आंखों की लाइलाज बीमारी की वजह से मुझे इस तरह का कदम उठाना पड़ रहा है। पढ़ाना मेरा पेशा है। जब मेरी आंख ही नहीं रहेगी तो मैं क्या करूंगा'। अलविदा... डॉ. सुशील ने नोट में यह भी लिखा है कि वह मैलिग्नैंट डिप्रेशन का शिकार हैं, जो मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर में आता है। सुसाइड नोट में लिखा- मैं उस मुकाम पर जहां से निकल पाना असंभव। पत्नी के सिर से बह रहा था खून सुशील की पत्नी चंद्रप्रभा के सिर से खून बह रहा था। वहीं, शिखर और खुशी के चोट के निशान नहीं थे। इसलिए अंदेशा जताया जा रहा है कि चंद्रप्रभा के सिर पर भारी चीज का हमला किया गया। जबकि बेटा-बेटी का गला घोंटा गया है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की सही वजह सामने आएगी। घटनास्थल पर पुलिस आयुक्त असीम अरुण, अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने भी सबूत जुटाए हैं। डॉक्टर ने लिखा- मैं खुद को भी खत्म कर रहा हूं। वारदात के बाद वह फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। फॉरेंसिक विभाग के HOD हैं सुशील कुमार रामा मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट (HOD) है। वह कानपुर मेडिकल कॉलेज का छात्र रहे हैं। 15 साल पहले उसने GSVM से MBBS किया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डीएन त्रिपाठी ने बताया 2 दिन पहले ही सुशील से उनकी मुलाकात हुई थी बातचीत के दौरान ऐसा नहीं लगा था कि वह मानसिक तनाव में हैं। उसका व्यवहार और बातचीत सभी के साथ बहुत सरल रहा है। कभी भी उसका आफिस स्टॉफ में किसी से मनमुटाव नहीं हुआ है। 2 दिन पहले मिलने पर कहीं से नहीं लग रहा था कि वह मानसिक तनाव से गुजर रहा है। अब उसके अंदर क्या कुछ चल रहा है, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/corona-new-variant-omicron-has-all-features-to-lead-third-wave-in-india-129177264.html,"देश में कोरोना की थर्ड वेव का खतरा: टॉप साइंटिस्ट ने कहा- ओमिक्रॉन वैरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो देश में तीसरी लहर ला सकते हैं","देश में कोरोना की थर्ड वेव का खतरा:टॉप साइंटिस्ट ने कहा- ओमिक्रॉन वैरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो देश में तीसरी लहर ला सकते हैं कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन देश में तीसरी लहर ला सकता है। इसकी वजह इसका ज्यादा संक्रामक और ताकतवर होना है। देश के एक टॉप साइंटिस्ट ने शुक्रवार को यह चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जिनकी वजह से तीसरी लहर आ सकती है। CSIR इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के डायरेक्टर अनुराग अग्रवाल ने कहा कि इस वैरिएंट में शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को धोखा देने की खूबी मौजूद है। यह अब तक मिले पिछले वैरिएंट्स में नहीं देखी गई। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की इम्यूनिटी बेहतर है और वे वैक्सीनेटेड भी हैं तो ऐसे लोगों में हाइब्रिड इम्यूनिटी पाई जाती है। हमारे देश में ऐसे लोगों की तादाद काफी ज्यादा है। अब तक भारत में दो मरीज मिले भारत में अब तक ओमिक्रॉन से संक्रमित दो मरीज मिले हैं। इनमें एक की उम्र 66 साल और दूसरे की 46 साल है। दोनों केस कर्नाटक में मिले हैं। इनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। पिछले एक महीने में हजारों लोग एट रिस्क वाले देशों से लौटे हैं। सरकार ने एट रिस्क कैटेगरी में उन देशों को शामिल किया है, जहां नया वैरिएंट मिला है। पहले कहा था- डेल्टा+ की वजह से तीसरी लहर नहीं आएगी इससे पहले डॉ. अनुराग अग्रवाल ने ही डेल्टा+ वैरिएंट के बारे में भी सटीक भविष्यवाणी की थी। जब देश में डेल्टा+ वैरिएंट को लेकर खौफ का माहौल था, तब डॉ. अनुराग ने ही कहा था कि यह तीसरी लहर की वजह नहीं बनेगा। उन्होंने कहा था कि इस बात के कोई सबूत नहीं है, जिससे माना जाए कि डेल्टा+ का कोरोना की संभावित तीसरी लहर से कोई लेना-देना है। डेल्टा+ वैरिएंट भारत में ही मिले डेल्टा वैरिएंट के म्यूटेशन से बना था। डेल्टा वैरिएंट की वजह से ही भारत में भयानक दूसरी लहर आई थी। यह बात उन्होंने अपने इंस्टीट्यूट में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आए सैंपल के डेटा के आधार पर कही थी। उस वक्त जून में महाराष्ट्र से लिए गए 3500 से ज्यादा सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई थी। इसमें अप्रैल और मई के सैंपल्स भी थे। इन सैंपल में डेल्टा+ वैरिएंट के मामले बहुत ज्यादा थे। यह वैरिएंट सबसे पहले मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में मिला था। इसके कुछ केस केरल में भी मिले थे। SGPGI के डायरेक्टर ने भी जताई है तीसरी लहर की आशंका ओमिक्रॉन के बारे में हाल में दैनिक भास्कर ने लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) के डायरेक्टर प्रो. आरके धीमन से बात की थी। उन्होंने भी आशंका जताई थी कि यह वैरिएंट तीसरी लहर का कारण बन सकता है। इसीलिए हमें लापरवाही नही बरतनी चाहिए। पढ़ें पूरी खबर... तमिलनाडु में अब तक ओमिक्रॉन का एक भी मरीज नहीं है। फिर भी चेन्नई में इसके लिए अलग वार्ड बना लिए गए हैं। ज्यादा म्यूटेशन की वजह से ओमिक्रॉन खतरनाक कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का पहला केस 24 नवंबर 2021 को साउथ अफ्रीका में मिला था। पहचाने जाने के सिर्फ दो दिन में ही WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर दिया था। इसकी वजह इसका ज्यादा संक्रामक होना और इसके स्पाइक प्रोटीन में 30 से ज्यादा बार म्यूटेशन होना था। भारत सरकार भी कह चुकी है कि ओमिक्रॉन डेल्टा के मुकाबले 5 गुना तक संक्रामक है। ओमिक्रॉन पर दक्षिण अफ्रीका की रिसर्च क्या कहती है? संक्रमित पाए गए लोगों को बदन दर्द, तेज सिरदर्द और थकान की शिकायत। किसी में गंध और स्वाद चले जाने, नाक बंद होने या बुखार की शिकायत नहीं देखी गई। डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन के लक्षण अलग और हल्के हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट RT-PCR टेस्ट में पकड़ में आता है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/contraceptive-use-increased-by-172-in-himachal-family-planning-increased-in-10-out-of-11-states-with-55-population-129178109.html,"नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5: हिमाचल में गर्भनिरोधक का इस्तेमाल 17.2% तक बढ़ा, 55% आबादी वाले 11 में से 10 राज्यों में फैमिली प्लानिंग बढ़ी","नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5:हिमाचल में गर्भनिरोधक का इस्तेमाल 17.2% तक बढ़ा, 55% आबादी वाले 11 में से 10 राज्यों में फैमिली प्लानिंग बढ़ी फैमिली प्लानिंग के मामले में पिछले पांच साल में बिहार का प्रदर्शन सबसे बेहतरीन रहा। फैमिली प्लानिंग के मामले में पिछले पांच साल में बिहार का प्रदर्शन सबसे बेहतरीन रहा। राज्य में गर्भनिरोधक का इस्तेमाल 31.7% तक बढ़ गया है। मगर अब भी राज्य में प्रति महिला बच्चों की संख्या 3 है, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के अनुसार बिहार में 2015-16 के दौरान जहां 24.1% लोग गर्भनिरोधक का उपयोग करते थे, 2019-20 में वह आंकड़ा 55.8% तक हो गया। देश की 55% आबादी वाले 11 में से 10 राज्यों (पंजाब छोड़कर) में गर्भनिरोधक का इस्तेमाल बढ़ा है और जन्मदर में कमी आई है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/the-world-will-fight-with-the-new-variant-only-with-the-help-of-booster-dose-and-lockdown-increased-the-scope-of-booster-dose-in-many-countries-129178901.html,"30 देशों में फैला ओमिक्रॉन: नए वैरिएंट से अभी सिर्फ बूस्टर डोज और लॉकडाउन के सहारे लड़ेगी दुनिया, कई देशों में बूस्टर की डोज का दायरा बढ़ाया","30 देशों में फैला ओमिक्रॉन:नए वैरिएंट से अभी सिर्फ बूस्टर डोज और लॉकडाउन के सहारे लड़ेगी दुनिया, कई देशों में बूस्टर की डोज का दायरा बढ़ाया दक्षिण कोरिया ने ओपनिंग की प्रक्रिया टाल दी है। काेरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अब तक दुनिया भर के 30 देशों में पांव पसार चुका है। इनमें से 13 यूरोपीय देश हैं। ओमिक्रॉन से मुकाबले के लिए अधिकांश यूरोपीय देश कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज और सख्त लॉकडाउन को रक्षा कवच के रूप में बड़ा फॉर्मूला मानकर चल रहे हैं। जर्मनी ने बिना टीके लगे लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर जाने से पांबदी लगाई है। शुक्रवार से ये नया नियम लागू हो गया। यूरोपीय देशों में बेल्जियम और ऑस्ट्रिया ने भी कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं। लेकिन इन देशों में पाबंदी का विरोध भी हो रहा है। प्रदशर्नकारियों का कहना है कि इस प्रकार के प्रतिबंध उनकी आजादी के खिलाफ हैं। साथ ही कुछ देशों ने कोरोना की बूस्टर डोज को भी ओमिक्रॉन से मुकाबले में उतारा है। ब्रिटेन में कोरोना की बूस्टर डोज का दौर शुरू हो गया है। ब्रिटेन ने चौथी और पांचवीं डोज के लिए लगभग सवा करोड़ अतिरिक्त डोज की भी तैयारी कर ली है। ब्रिटिश सरकार ने इसकी खरीद भी कर ली है। फ्रांस सरकार भी अगले कुछ दिनों में अपने नागरिकों के लिए बूस्टर डोज का अभियान छेड़ने जा रही है। वैक्सीन कॉम्बीनेशन बूस्टर के तौर पर बेहद प्रभावी: शोध लैंसेट में प्रकाशित एक शोध के अनुसार वैक्सीन के कॉबीनेशन बूस्टर के तौर पर प्रभावी साबित हुए हैं। ब्रिटेन में लगभग तीन हजार लोगों पर किए गए अध्ययन में सामने आया कि वहां काम में ली जा रही सातों वैक्सीन के कॉबीनेशन को बूस्टर के ताैर पर लगाने से अच्छे नतीजे आए हैं। अमेरिका में टेस्टिंग में तेजी, 5 करोड़ फ्री एट होम टेस्ट होंगे ओमिक्रॉन के मामलों में तेजी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने टेस्टिंग में तेजी का ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि पांच करोड़ लोगों के फ्री एट होम टेस्ट किए जाएंगे। साथ ही उड़ानों में सफर के लिए निगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट पिछले 24 घंटों का होना जरूरी होगा। दुनिया का हाल न्यूजीलैंड ऑकलैंड में 107 दिन के बाद लॉकडाउन हटाया गया। सार्वजनिक स्थल खुले। जर्मनी में अब तक 10 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हैं, 80 नए आईसीयू खोले गए। स्विटजरलैंड ने नए प्रतिबंधों का ऐलान किया। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जरूरी। बोत्सवाना राष्ट्रपति मसीसी ने कहा, उनके देश के 4 ओमिक्रॉन संक्रिमत यूरोप से आए थे। ब्रिटेन पिछले सप्ताह की तुलना में संक्रमण की रफ्तार में 4 फीसदी की तेजी आई। इटली कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए प्रतिबंधों को और सख्त किया गया।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/mp/sagar/damoh/news/mla-rambai-danced-to-the-song-mujhe-naulakha-manga-de-re-o-saiya-deewane-from-the-movie-sharabi-129177022.html,MP की BSP विधायक रामबाई का 'नौलखा' डांस: भांजे की शादी में 'मुझे नौलखा मंगा दे रे ओ सैंया दीवाने' गाने पर जमकर थिरकीं,"MP की BSP विधायक रामबाई का 'नौलखा' डांस:भांजे की शादी में 'मुझे नौलखा मंगा दे रे ओ सैंया दीवाने' गाने पर जमकर थिरकीं मुझे नौलखा मंगा दे रे ओ सैंया दीवाने... 1984 में आई फिल्म शराबी का यह गीत आज भी लोगों को थिरकने पर मजबूर कर देता है। व्यक्ति चाहे आम हो या खास। अब इस गीत पर थिरकी हैं, अपने दबंग अंदाज के लिए चर्चा में रहने वाली मध्यप्रदेश के पथरिया की बसपा विधायक रामबाई। रामबाई ने एक्ट्रेस जयाप्रदा की तरह ही हर स्टेप को बखूबी किया। उनके इस डांस की खूब चर्चा हो रही है। विधायक रामबाई परिहार ने सीहोर में यह डांस किया। रामबाई 2 नवंबर को अपने भांजे के शादी समारोह में शामिल होने पहुंची हैं। वहां लेडीज संगीत के दौरान उन्होंने मंच पर जमकर डांस किया। बिंदास अंदाज को लेकर चर्चा में रहती हैं विधायक यह पहला मौका नहीं है, जब विधायक रामबाई डांस को लेकर चर्चा में हैं। इसके पहले भी वह कई धार्मिक आयोजनों में इस तरह से डांस कर चुकी हैं। डांस के साथ उन्हें गाने का भी शौक है। उन्होंने डांस खुद ही सीखा है। इसके अलावा, रामबाई अपने दबंग अंदाज के लिए भी जानी जाती हैं। कई बार अधिकारियों को फटकार लगाते हुए और कर्मचारियों के भ्रष्टाचार पर उनसे पैसे वापस कराने जैसे मामले सामने आ चुके हैं। जिला पंचायत सदस्य से राजनीति में आईं रामबाई ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जिला पंचायत सदस्य के चुनाव से की थी। वे जिला पंचायत उपाध्यक्ष रहीं। 2018 विधानसभा चुनाव में उन्होंने बसपा की सीट पर पथरिया से जीत हासिल की। कांग्रेस की जोड़-तोड़ की सरकार को उन्होंने अपना समर्थन दिया था। दमोह से ओपी सोनी की रिपोर्ट...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cyclonic-storm-jawad-landfall-update-rain-alert-in-andhra-pradesh-west-bengal-odisha-and-vishakhapatnam-129176709.html,"3 राज्यों में जवाद तूफान की दस्तक: आंध्र-बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी, NDRF की 46 टीमें तैनात; ओडिशा में इंटरनेशनल सैंड फेस्टिवल टला","3 राज्यों में जवाद तूफान की दस्तक:आंध्र-बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी, NDRF की 46 टीमें तैनात; ओडिशा में इंटरनेशनल सैंड फेस्टिवल टला बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोन जवाद के रविवार सुबह ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कई तटवर्ती इलाकों से टकराने की आशंका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया है। तूफान से निपटने के लिए तीनों राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में NDRF (नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की 46 टीमें तैनात की जा चुकी हैं। वहीं, राज्य सरकारों की तरफ से भी एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। NDRF के डॉयरेक्टर जनरल अतुल करवाल ने कहा- जवाद से निपटने के लिए कुल 46 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भेजा गया है। किसी भी टीम को एयरलिफ्ट करने के लिए भी हम तैयार हैं। 18 और टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। साइक्लोन जवाद के खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने 12वें इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल को टालने का फैसला लिया है। यह फेस्टिवल प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर के पास आयोजित किया जा रहा था। इसे कोणार्क फेस्टिवल भी कहते हैं। इसमें देशभर के सैंड आर्टिस्ट शामिल होकर तरह-तरह की कलाकृतियां बनाते हैं। PM मोदी की रिव्यू मीटिंग के बाद बढ़ाई गईं NDRF की टीमें PM मोदी की गुरुवार को रिव्यू मीटिंग में कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे। साइक्लोन जवाद से निपटने की तैयारियों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रिव्यू मीटिंग की थी। उन्होंने लोगों को रेस्क्यू करने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया था। बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पीने के पानी जैसी सभी जरूरी सुविधाओं को बरकरार रखने के निर्देश दिए गए थे। मीटिंग के बाद NDRF (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) ने 33 और टीमों को इलाकों में तैनात किया है। ओडिशा के 14 जिलों में अलर्ट घोषित ओडिशा में समुद्र किनारे मछुआरों के मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है। ओडिशा के 14 तटवर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। राज्य ने दक्षिणी तट पर 266 रेस्क्यू टीम तैनात करने की योजना बनाई है। इनमें NDRF, स्टेट फायर डिपार्टमेंट और ओडिशा की SDRF (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) शामिल है। इन जिलों में समुद्र किनारे मछुआरों के मछली पकड़ने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। IMD के डॉयरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि 4 दिसंबर को बारिश की तीव्रता बढ़ने की आशंका है। हवा की रफ्तार 50-55 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। यह रफ्तार बाद में बढ़कर 100 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी। आंध्र प्रदेश के CM ने दिए निर्देश आंध्र प्रदेश के विजयनगरम, विशाखापट्‌टनम, श्रीकाकुलम में तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। CM वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को इन जिलों के DM से बात की और उन्हें बचाव के उपाय करने का निर्देश दिया। तूफान के शनिवार शाम तक विशाखापट्‌टनम पहुंचने की आशंका है। जवाद साइक्लोन में होने वाले बदलाव को लेकर IMD ने पूर्वानुमान जारी किया है। पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की आशंका पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की भी आशंका है। कोलकाता में 2, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर, हुगली और नादिया जिले में एक-एक टीम तैनात की गई है। जवाद का क्या मतलब है? पिछले साल आए अम्फान साइक्लोन के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। जवाद एक अरबी शब्द है। इसका मतलब उदार या दयालु होता है। इसलिए माना जा रहा है कि तूफान ज्यादा खतरनाक नहीं होगा। हालांकि IMD ने 4 दिसंबर की सुबह हवा की अधिकतम रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तूफान का नाम सउदी अरब के सुझाव पर रखा गया है। पिछले साल आए अम्फान साइक्लोन के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/news/olympic-gold-medalist-neeraj-chopra-yahoo-most-searched-personalities-list-2021-129176840.html,"Yahoo 2021 रिव्यू: सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले नीरज चोपड़ा बने तीसरे खिलाड़ी, पहले पर विरोट कोहली और दूसरे पर महेंद्र सिंह धोनी रहे","Yahoo 2021 रिव्यू:सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले नीरज चोपड़ा बने तीसरे खिलाड़ी, पहले पर विरोट कोहली और दूसरे पर महेंद्र सिंह धोनी रहे सर्च इंजन Yahoo ने 2021 ईयर इन रिव्यु (YIR) का ऐलान किया है। ओलंपिक खेलों नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में मेडल जीतकर भारत को पहला गोल्ड हासिल करवाया, तो विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए सीरीज पर कब्जा जमाया था। कोहली की कप्तानी में इस साल हुए टी 20 वर्ल्ड कप में भारत का शुरुआती खेल प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल 2021 में धोनी की कप्तानी वाली टीम ने इस साल आईपीएल का खिताब भी अपने नाम किया था। इन खिलाड़ियों को यूजर्स ने किया सबसे ज्यादा सर्च खेल हस्तियों की बात करें तो इस साल कप्तान विराट कोहली को सबसे ज्यादा सर्च किया गया है। दूसरे नंबर पर महेंद्र सिंह धोनी काबिज हैं। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में विराट की कप्तानी में भारतीय टीम को कीवियों के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन भारतीय टीम ने इसके बाद अच्छी वापसी करते हुए इंग्लैंड को उसी की धरती पर टेस्ट सीरीज में हराया था। ज्यादा वर्कलोड के चलते टी20 वर्ल्ड कप से पहले विराट ने टी-20 की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। वहीं धोनी की बात करें तो धोनी ने अपनी कप्तानी में एक बार सीएसके को चैंपियन बनाया और टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के मेंटॉर भी बनाए गए। साल के लगभग अंतिम महीनों में ओलांपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा को याहू सर्च पर जमकर देखा गया है। यही वजह है उन्हें Yahoo Search Engine ने खिलाड़ियों के रिव्यू लिस्ट में तीसरा स्थान दिया है। वहीं सचिन तेंदुलकर इस लिस्ट में चौथे स्थान और रोहित शर्मा 5वें नंबर पर रहे।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/photo-agreement-with-international-magazine-so-the-guests-were-asked-to-call-not-allowed-know-who-started-the-trend-of-wedding-photos-129176744.html,"कटरीना- विक्की का Hide & Seek: इंटरनेशनल मैगजीन से फोटो करार के चलते मेहमानों से कहा-फोन नॉट अलाउड, जानिए-किस महिला ने शुरू किया वेडिंग फोटो ट्रेंड","कटरीना- विक्की का Hide & Seek:इंटरनेशनल मैगजीन से फोटो करार के चलते मेहमानों से कहा-फोन नॉट अलाउड, जानिए-किस महिला ने शुरू किया वेडिंग फोटो ट्रेंड एक्ट्रेस कटरीना कैफ और एक्टर विक्की कौशल 9 दिसंबर को राजस्थान के सवाई माधोपुर में शादी के बंधन में बंध जाएंगे। इन दोनों की शादी की खबर लगातार सुर्खियां बटोर रही हैं। यह स्टार कपल क्या पहनेगा, कहां शादी हो रही, गेस्ट लिस्ट में किसका नाम होगा, वेन्यू क्या है, मेन्यू क्या है? दोनों के फैंस उनकी शादी की तैयारियों से जुड़ी हर बात जानना चाहते हैं। इस बारे में काफी कुछ सामने भी आ चुका है। हालांकि, हर दिन शादी को लेकर नया नियम भी जारी किया जा रहा है। मेहमान कर रहे नॉन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट साइन नई जानकारी के अनुसार कैट-विक्की की शादी में शामिल होने वाले मेहमानों से नॉन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट ( NDA) साइन कराया जा रहा है। साथ ही मेहमानों को फोन लेकर जाने की अनुमति नहीं है। ऐसा करने के पीछे की सामने आ गई है। दरअसल कटरीना और विक्की दोनों ही अपनी शादी के यादगार लम्हों के फोटोग्राफ्स एक इंटरनेशनल मैगज़ीन को बेचेंगे। ब्रिटेन की महारानी और उनके पति रहे हैं ट्रेंड सेटर ब्रिटने की महारानी विक्टोरिया और उनके पति प्रिंस एल्बर्ट को ट्रेंड सेटर कहे तो ये कहीं से गलत नहीं होगा। इन दोनों ने दुनिया को बहुत सारी नई चीजों से रूबरू करवाया। जैसे कि इस कपल ने क्रिसमस ट्री का चलन शुुरू किया। वेडिंग गाउन क्वीन विक्टोरिया की ही देन है। ठीक वैसे ही वेडिंग फोटोग्राफी की शुरुआत भी इनसे ही हुई। 1800 के दशक के अंत में ये पहले कपल थे जिनकी शादी की तस्वीर उतारी गई। वैसे तो फोटोग्राफी कला का अविष्कार साल 1826 में जोसेफ निसेफोर नीपसे ने कर दी थी। लेकिन इस खोज के लगभग 14 साल बाद क्वीन और उनके पति का वेडिंग फोटो कैप्चर हुई। वेडिंग फोटो मैगजीन को बेचना नई बात नहीं शादी के बेहतर तरीके से प्लान करना और हर पल को यादगार बनाने के ट्रेंड का श्रेय हॉलीवुड-बॉलीवुड स्टारों को जाता है। वैसे तो इनकी लाइफ का हर पल कैमरे की नजर में होता है और कैमरे के जरिए फैंस तक। लेकिन बहुत सारे स्टार ऐसे रहे, जिन्होंने अपनी शादी को कैमरे की नजर से बचना की पूरी कोशिश की। विक्की-कटरीना भी कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। ये दोनों भी बाकी स्टार की तरह अपनी शादी के यादगार लम्हों को अपनी सहूलियत के हिसाब से दुनिया के सामने पेश करेंगे। वो जरिया होगा इंटरनेशनल मैगजीन से करार। इन दोनों से पहले बॉलीवुड में प्रियंका चोपड़ा- निक जोनस, सोनम कपूर, आनंद आहूजा, प्रीति जिंटा ने अपनी शादी के फोटो इंटरनेशनल मैगजीन को बेची थी। वहीं, अगर हॉलीवुड की बात करें तो जॉर्ज क्लूनी और अमल क्लूनी, जस्टिन टिम्बरलेक और जेसिका बीएल, किम कार्दशियन और क्रिस हम्फ्रीज़ जैसे स्टार ये तरीका अपना चुके हैं।",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/vaccination-completed-in-himachal-pradesh-first-state-to-complete-vaccination-on-all-applicable-adults/1040877,"वैक्सीनेशन में इस राज्य ने बनाया रिकॉर्ड, दोनों डोज पूरी करने वाला पहला स्टेट","शिमला: कोविड 19 से लड़ने के लिए पूरे देश में टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य बन गया है जहां सभी पात्र वयस्कों का टीकाकरण पूरा हो चुका है. शनिवार को राज्य के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी. फिर से नंबर 1 बना हिमाचल उन्होंने बताया कि राज्य के पात्र 53,86,393 वयस्कों को टीके की दूसरी खुराक दे दी गई है. प्रवक्ता ने बताया कि अपनी पूरी वयस्क आबादी को टीके की पहली खुराक देने के मामले में भी हिमाचल प्रदेश पहला राज्य था जिसने यह उपलब्धि अगस्त महीने के आखिर में प्राप्त की थी. रविवार को होगा विशेष कार्यक्रम गौरतलब है कि रविवार को बिलासपुर स्थित एम्स (AIIMS Bilaspur) में कोविड-19 कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (J. P. Nadda) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) भी हिस्सा लेंगे. इस दौरान नगारिकों के टीकाकरण में अहम भूमिका निभाने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल भी उपस्थित रहेंगे. बिलासपुर दौरे पर रहेंगे नड्डा इस बीच, कुछ दिन पहले राज्य के भाजपा अध्यक्ष और शिमला से सांसद सुरेश कश्यप (Suresh Kumar Kashyap) ने बयान जारी कर कहा था कि नड्डा राज्य के दौरे के दौरान एम्स बिलासपुर में बने बर्हिगमन रोगी विभाग (Outpatient Department) का उद्घाटन करेंगे.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/wife-of-sukesh-chandrashekhar-made-allegation-in-case-of-cheating-200-crore-rupees-in-tihar-jail/1040872,"जेल में रहकर ठग लिए 200 करोड़ रुपये, आरोपी की पत्नी से क्यों घबरा रहा तिहाड़ प्रशासन","नई दिल्ली: तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के अंदर से रेलिगेयर के पूर्व प्रमोटर 'सिंह बंधुओं' को जेल से बाहर निकालने के नाम पर 200 करोड़ वसूली केस में ED ने शनिवार को पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की. करीब 7 हजार पन्नों की ये चार्जशीट 8 आरोपियों के खिलाफ थी, जिस पर कोर्ट ने शनिवार को ही संज्ञान भी ले लिया और अगली तारीख 13 दिसंबर की लगा दी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई सुनवाई कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान अलग-अलग जेलों में बंद सभी आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया. उसी दौरान मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) की पत्नी लीना ने अचानक तिहाड़ जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा दिए. लीना मारिया पॉल ने जज को बताया कि उसको जेल में बिल्कुल भी फोन कॉल नहीं करने दी जा रही है, जबकि एनआईए और अन्य एजेंसियों के कैदियों को भी फोन करने का अधिकार है. लीना ने तिहाड़ डीजी पर लगाए आरोप लीना ने कहा कि उसने कई बार जेल अधिकारियों से कैदियों के अधिकार की दुहाई दी. यह भी कहा कि वह जेल प्रशासन के अधिकारियों के सामने स्पीकर पर इंग्लिश में बात करने को तैयार है. इसके बावजूद तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के अधिकारियों की दलील है कि उन्हें सुकेश (Sukesh Chandrashekhar) की पत्नी होने की वजह से डीजी तिहाड़ ने फोन कॉल करने की अनुमति देने से इनकार किया हुआ है. 'जेल प्रशासन नहीं करने दे रहा फोन' लीना के वकील अनंत मलिक ने कोर्ट को बताया कि किसी भी विचाराधीन कैदी को अपने सगे संबंधियों से दिन में 5 मिनट बात करने का अधिकार है. लीना ने भी 4 अक्टूबर से कई बार फोन करने की अनुमति देने की एप्लिकेशन जेल प्रशासन को दी हुई है. फिर भी जेल प्रशासन उनके अधिकारों का हनन सिर्फ इसलिए कर रहा है क्योंकि वो सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) की पत्नी है. आरोपी सुकेश की पत्नी है लीना कोर्ट ने आरोपियों और सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद इस मामले में अगली सुनवाई की तारीख 13 दिसंबर तय कर दी. तब तक सभी आरोपियों को चार्जशीट की कॉपी सप्लाई करने का आदेश दिया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/danger-of-omicron-is-increasing-rapidly-in-the-country-now-the-fourth-infected-found-in-maharashtra/1040791,"देश में तेजी से बढ़ रहा Omicron का खतरा, अब इस शहर में मिला चौथा संक्रमित","नई दिल्ली. महाराष्ट्र से ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला सामने आया है. इसे मिलाकर अब तक देश में कुस 4 ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले हो चुके हैं. महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग निदेशक ने बताया कि मुंबई के पास कल्याण डोम्बिवली नगरपालिका इलाके में एक शख्स में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है. ये शख्स साउथ अफ्रीका से यात्रा करके भारत लौटा था. दुबई और दिल्ली के रास्ते पहुंचा था मुंबई जानकारी के अनुसार, 33 साल का ये शख्स ये शख्स 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका के केपटाउन से दुबई और दिल्ली के रास्ते मुंबई पहुंचा. शख्स ने अभी तक कोई वैक्सीन नहीं ली है. शख्स के उच्च जोखिम वाले संपर्क में आए 12 और कम जोखिम वाले संपर्क में आए 23 लोगों का पता लगा लिया गया है. इन सभी की कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. शख्स के संपर्क में आए लोगों का किया जा रहा है पता महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली-मुंबई उड़ान के दौरान इस शख्स के साथ सफर करने वाले 25 यात्रियों की भी कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव आई है. अभी और संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है. बता दें, इससे पहले शनिवार को ही गुजरात के जामनगर के ओमिक्रॉन का मामला मिला था. वो शख्स भी साउथ अफ्रीका से यात्रा करके वापस लौटा था. इसके अलावा दो मामले कर्नाटक के बेंगलुरु से सामने आए थे. क्या तीसरी लहर आने वाली है? ओमिक्रॉन की वजह से लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या तीसरी लहर आने वाली है. इसे लेकर भारत सरकार ने कहा है कि ओमिक्रॉन भारत समेत अन्य देशों मे फैल सकता है. कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन वैरिएंट को पांच गुना अधिक संक्रामक बताया जा रहा है. इसलिए एक बार फिर पहले जैसी सावधानी बरतने की हिदायद सरकार की ओर से जारी की गई है. लक्षण डेल्टा वैरिएंट से अलग? ओमिक्रॉन को लेकर जुटाए गए शुरुआती डेटा के मुताबिक, ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को बहुत अधिक थकान, गले में खराश, मांशपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं आती हैं. इस वैरिएंट के लक्षण डेल्टा वैरिएंट से अलग हैं. ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के स्वाद और गंध की क्षमता में कोई बदलाव नहीं देखा गया है. WHO का बयान ओमिक्रॉन का पता लगाने वाली दक्षिण अफ्रीका की डॉक्टर ने बताया कि फिलहाल मरीजों में हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं. इस वैरिएंट से संक्रमित लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़े हैं. WHO ने ओमिक्रॉन को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' (चिंताजनक) की कैटिगरी में डाला है. ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं है .हालांकि, प्रारंभिक साक्ष्य इस बात की संभावना को बढ़ाते हैं कि इस वैरिएंट में ऐसे म्यूटेशन हैं जो इम्यून सिस्टम रिस्पॉन्स से बच सकते हैं और एक से दूसरे व्यक्ति में इसे फैलाने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/the-number-plate-of-the-sex-series-was-issued-to-the-girls-scooty-action-has-been-taken-on-the-department/1040783,"लड़की की स्कूटी को जारी हुई थी ‘SEX’ सीरीज वाली नंबर प्लेट, अब विभाग पर हुआ एक्शन","नई दिल्ली: कुछ दिनों पहले दिल्ली में एक लड़की ने स्कूटी खरीदी थी, जिसके बाद वो काफी चर्चा में बनी हुई है. दरअसल उस लड़की को जब स्कूटर का रजिस्ट्रेशन नंबर अलॉट हुआ तो उसे देखकर लड़की को काफी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी. स्कूटी का नंबर था, DL3 SEX ********. जब यह नंबर प्लेट आई तो उसमें 'SEX' शब्द चर्चाओं का केंद्र बना. अब इस मामले में दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने आरटीओ को नोटिस जारी कर इस नंबर में ‘SEX’ अक्षर बदलने को कहा है. लड़की का कहना है कि इन अक्षरों के चलते उसे 'अत्यधिक परेशानी' का सामना करना पड़ रहा है. महिला आयोग ने मांगा जवाब डीसीडब्ल्यू ने विभाग से अपने जवाब में नई सीरीज के तहत पंजीकृत वाहनों की कुल संख्या का उल्लेख करने को भी कहा है. RTO ने लिया एक्शन परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मामला सामने आने के बाद पूरी सीरीज को ही रोक दिया गया है. लड़की को झेलनी पड़ रही आलोचना महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) के हवाले से एक बयान में कहा गया, 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग इतने घटिया और अपमानजनक हो सकते हैं कि लड़की को इतना उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है. मैंने परिवहन विभाग को इस समस्या के समाधान के लिए 4 दिन का समय दिया है ताकि लड़की को और तकलीफ न हो.' उन्होंने कहा, 'मैंने परिवहन विभाग को 'सेक्स' शब्द वाली इस आवंटन सीरीज में रजिस्टर्ड वाहनों की कुल संख्या बताने के लिए कहा है.' नोटिस में, मालीवाल ने विभाग से ऐसी सभी शिकायतों का ब्योरा भी मांगा हैं. दिल्ली में ऐसे अलॉट होते हैं नंबर आपको बता दें कि दिल्ली में दोपहिया वाहनों को 'S' अक्षर से दर्शाया जाता है और वर्तमान में, दोपहिया वाहनों के पंजीकरण के लिए प्रचलन में दो अक्षर 'ई' और 'एक्स' हैं. इसलिए, इन दिनों दिल्ली में दोपहिया वाहनों की नंबर प्लेट पर 'S' अक्षर और उसके बाद 'EX' लिखा होता है. परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिस किसी के पास इस सीरीज में रजिस्ट्रेशन नंबर है, वह इसे बदलवा सकता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/karnataka-theft-by-entering-the-house-in-the-name-of-applying-omicron-vaccine/1040779,"ओमिक्रॉन की वैक्सीन लगाने के नाम पर घर में घुसे चोर, दिनदहाड़े की सोने की लूट","बेंगलुरु. कर्नाटक से ओमिक्रॉन की वैक्सीन के नाम पर दिनदहाड़े लूट का मामला सामने आया है, जहां कुछ लुटेरे ओमिक्रॉन की वैक्सीन लगाने के बहाने घर में घुसे और सोने के आभूषण लूट लिए. चोरी के इस मामले में कर्नाटक पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल हुई कार की बरामद जानकारी के अनुसार, ये मामला यशवंतपुर इलाके का है. यशवंतपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इस संबंध में पुलिस दो लोगों से पूछताछ कर रही है. जिस घर में लूट की घटना को अंजाम दिया गया, उसके पास से पुलिस ने लाल रंग की एक कार भी बरामद की है. कार में आए थे तीन लुटेरे पुलिस के अनुसार, तीन लुटेरे एक कार में आए थे. बदमाशों ने कथित तौर पर वाहन की रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट बदल दी थी. पुलिस को शक है कि कार चोरी की थी और लूट के लिए इस्तेमाल की गई थी. कोरोना वैक्सीन लगाने के नाम पर घर में घुसे लुटेरे लुटेरों ने संपत सिंह की पत्नी पिस्ता देवी और उनकी बहू रक्षा से कोविड-19 के वैक्सीन के बारे में पूछताछ की. पिस्ता देवी ने पति को फोन करने की कोशिश की तो लुटेरों ने उनके माथे पर पिस्टल रख दी और उन्हें एक कमरे में बंद कर घर से 50 ग्राम सोने के जेवर लूट लिए. पुलिस ने दो आरोपी किए अरेस्ट जब पिस्ता देवी का बड़ा बेटा विक्रम सिंह घर लौटा, तो लुटेरों ने उससे पूछा कि क्या उसने वैक्सीन लगवाई है. जैसे ही विक्रम ने कहा कि उसका वैक्सीनेशन हो चुका है, वैसे ही लुटेरे मौके से फरार हो गये. पुलिस ने लूट के आरोप में दो लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/senior-journalist-vinod-dua-passed-away-daughter-gave-information-by-writing-an-emotional-post/1040718,"वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, बेटी ने भावुक पोस्ट लिखकर दी जानकारी","नई दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन हो गया है. उनकी बेटी और अभिनेत्री मल्लिका दुआ ने इस बात की पुष्टि की है. उनकी पोस्ट के अनुसार विनोद दुआ का अंतिम संस्कार कल होगा. दुआ को इस साल की शुरुआत में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. Senior journalist Vinod Dua passes away, confirms his daughter and actress Mallika Dua. His cremation will take place tomorrow, she posts. (Pic Source: Vinod Dua Twitter account) pic.twitter.com/CmkSgOrWfP — ANI (@ANI) December 4, 2021 बेटी ने इंस्टाग्राम पर दी जानकारी उनकी बेटी मल्लिका दुआ (Mallika Dua) ने इंस्टाग्राम पर लिखा, हमारे निर्भीक और असाधारण पिता विनोद दुआ का निधन हो गया है. उन्होंने शानदार जिंदगी को जिया, दिल्ली की एक शरणार्थी कॉलोनी में पले-बढ़े और 42 साल तक पत्रकारिता की दुनिया में नाम कमाया, वह हमेशा सच की आवाज उठाते रहे. अब वह हमारी मां के साथ हैं, उनकी पत्नी चिन्ना स्वर्ग में हैं जहां वे गाएंगे, खाना बनाएंगे और एक साथ यात्रा करेंगे. उनका अंतिम संस्कार कल (15.12.21) लोधी श्मशान घाट में होगा. 67 की उम्र में कह गए अलविदा देश के जाने माने पत्रकार विनोद दुआ ने शनिवार को 67 वर्ष की आयु में आखिरी सांस ली. दुआ ने कई न्यूज चैनलों में काम किया था और पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बड़ा नाम थे. उन्हें पत्रकारिता के बड़े सम्मान रामनाथ गोयनका पुरस्कार (Ramnath Goenka Award) से सम्मानित किया गया था. बेहतरीन पत्रकारिता के लिए किए जाएंगे याद साल 2008 में उन्हें भारत सरकार द्वारा में पत्रकारिता के लिए पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था. जून 2017 में, पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी जीवन भर की उपलब्धि के लिए, मुंबई प्रेस क्लब ने उन्हें रेडइंक पुरस्कार से सम्मानित किया था. जून में पत्नी का हुआ था निधन दूरदर्शन और एनडीटीवी जैसे समाचार चैनलों में काम कर चुके और हिंदी पत्रकारिता के जाने माने चेहरे 67 वर्षीय विनोद दुआ की पत्नी पद्मावती ‘चिन्ना’ दुआ का कोरोना के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के बाद जून में निधन हो गया था. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/one-out-of-every-three-people-in-india-is-not-wearing-a-mask-shocking-revelation-in-the-survey/1040716,भारत में कितने लोग पहन रहे मास्क? सर्वे में हुआ चौंकाने वाला खुलासा,"नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के बारे में पता चलने के बाद जहां एक ओर डर और चिंता का माहौल बना हुआ है. वहीं एक सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. सर्वे में दौरान पता चला है कि भारत में केवल 2 फीसदी लोगों ने माना है कि उनके इलाके, शहर या जिले में लोग मास्क पहनते हैं. तीन में से एक व्यक्ति नहीं पहनता मास्क सर्वे में खुलासा हुआ कि मास्क पहनने के नियम का अनुपालन निचले स्तर पर बना हुआ है. डिजिटल प्लेटफॉर्म 'लोकल सर्किल' द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार तीन में से एक भारतीय का कहना है कि उनके इलाके के ज्यादातर लोग अपने घरों से बाहर निकलते समय मास्क नहीं पहनते. 364 जिलों में हुआ सर्वे अप्रैल में किए गए इस सर्वे में भारत के 364 जिलों में रहने वाले 25,000 से ज्यादा लोगों की प्रतिक्रियाएं मिलीं. सर्वे के मुताबिक 29 प्रतिशत लोगों ने कहा कि मास्क पहनने के नियम का पालन करने की दर काफी अधिक है. मास्क पहनने की दर सितंबर में गिरकर 12 प्रतिशत तक आ गई और फिर तेजी से गिरकर नवंबर में केवल दो प्रतिशत रह गई. मास्क पहनने के जागरूकता जरूरी 'लोकल सर्किल' के फाउंडर सचिन टापरिया ने कहा, 'ये जरूरी है कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारें और जिला प्रशासन ओमीक्रॉन वैरिएंट के मद्देनजर मास्क पहनने के बारे में जागरूकता पैदा करें. इसे कड़ाई से पालन कराया जाना चाहिए. इसके लिए जो भी जरूरी कदम हों वो उठाए जाएं.' (इनपुट- पीटीआई भाषा)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mos-health-bharati-pawar-reply-on-lok-sabha-over-covaxine-and-covishield-production-in-india-as-omicron-surge/1040705,"ओमीक्रॉन के खतरे के बीच देश में कितना वैक्सीन प्रोडक्शन, लोक सभा में सरकार ने बताया","नई दिल्ली: देश में कोरोना की तीसरी लहर की अटकलों और ओमीक्रॉन (Omicron) के खतरे के बीच केंद्र सरकार ने लोक सभा में बताया है कि कि पुणे (Pune) स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक उनकी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) कोविशील्ड (Covishield) की मौजूदा मंथली प्रोडक्शन लिमिट 25 करोड़ से 27.5 करोड़ डोज है. कोवैक्सीन का पर्याप्त इंतजाम केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लोक सभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (Bharat Biotech International Limited), हैदराबाद से मिली सूचना के मुताबिक उसके टीके कोवैक्सीन (Covaxin) की मौजूदा मंथली प्रोडक्शन क्षमता 5 करोड़ से 6 करोड़ डोज के बीच है. विपक्ष ने पूछा था सवाल संसद (Parliament) के निचले सदन यानी लोक सभा में यह सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार ने इस बात का पता लगाया है कि देश में बनी दोनों स्वीकृत कोविड-19 टीका निर्माता कंपनियों ने अपनी अधिकतम प्रोडक्शन क्षमता की सीमा तक पहुंची हैं या नहीं. इसका उत्तर देते हुए मंत्री ने कहा कि दोनों कंपनियां अपनी कुल उत्पादन क्षमता के अनुपात में अभी करीब 90 फीसदी क्षमता से वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही हैं. (भाषा इनपुट के साथ)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/weather-forecast-for-delhi-ncr-in-next-one-week-imd-alert-rain-snowfall/1040688,"इस तारीख से पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, मौसम विभाग ने जारी किया ये अलर्ट","Delhi NCR Weather: दिसंबर शुरू हो चुका है. इसके बावजूद लोगों को अभी तक कड़ाके वाली सर्दी (Cold) का अहसास नहीं हुआ है. हालांकि अब मौसम पर बड़ा अपडेट (Weather Forecast for Delhi NCR) सामने आया है. 5-6 दिसंबर को हो सकती है बारिश-बर्फबारी मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक उत्तर भारत के कई पहाड़ी और मैदानी हिस्सों में बारिश हो सकती है. विभाग कहना है कि 5-6 दिसंबर को उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बर्फबारी हो सकती है. वहीं उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में तेज बारिश का अनुमान है. बारिश और बर्फबारी के बाद उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में कड़ाके की सर्दी (Cold) पड़ेगी. सक्रिय हो रहा पश्चिम विक्षोभ मौसम विभाग के अनुसार 5-6 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है. इससे दिल्ली और एनसीआर (Delhi NCR) के इलाकों में बारिश (Rain) होगी. इससे मौसम का मिजाज अचानक पलटी खाएगा. बारिश होने से दिन और रात के तापमान में गिरावट आएगी. जिससे रात के साथ ही दिन में भी ठंड का प्रकोप बढ़ जाएगा. दिन के तापमान में भी आएगी गिरावट विभाग के मुताबिक फिलहाल अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस चल रहा है. बारिश (Rain) के बाद इस तापमान में करीब 4-5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी. इससे लोगों को दिन में भी कंपकंपाने वाली सर्दी का अहसास होगा. ऐसे में मौसम की मार से बचने के लिए दिन में भी गरम कपड़े पहन लेना बेहतर रहेगा.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/kanpur-shocking-triple-murder-case-doctor-kills-wife-children-over-alleged-omicron-tension/1040652,"नोट में लिखा 'लाशें नहीं गिननी', डॉक्टर ने पत्नी-बच्चों को मारा; Omicron बताई गई वजह","कानपुर: उत्तर प्रदेश (UP) के कानपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर एक डॉक्टर ने अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद डॉक्टर ने अपने भाई को मैसेज भेजकर पुलिस बुलाने को कहा. लेकिन भाई के पहुंचने से पहले ही आरोपी डॉक्टर फरार हो गया. 'नजारा देखकर उड़े होश' मैसेज पढ़ते ही डॉक्टर का भाई मौके पर पहुंचा तो घर का दरवाजा बंद था. जब वो दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुआ तो उसके होश उड़ गए. घर के अंदर तीन लाशें देखकर उसने पुलिस को सूचना दी. डॉक्टर के भाई ने पुलिस को बताया कि जब वो वहां पहुंचा तो उसकी भाभी चंद्र प्रभा के साथ दोनों बच्चों की हत्या हो चुकी थी. पास में खून से सना हुआ हथौड़ा भी पड़ा हुआ था. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. बताया जा रहा है कि डॉक्टर पिछले काफी समय से डिप्रेशन में था. 'लाशें नहीं गिननी, कोरोना सबको मार डालेगा' पुलिस को मौके से एक डायरी भी मिली है, जिसमें लिखे नोट में उसने हत्या की वजह कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को बताया है. जिसमें उसने लिखा था कि अब लाशें नहीं गिननी है. इस नोट में कोविड फोबिया होने की बात भी लिखी है. डॉक्टर सुशील ने अपने नोट में लिखा, 'मैं एक लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हूं. ऐसे में परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता. सभी को मुक्ति के मार्ग पर छोड़कर जा रहा हूं. सारे कष्ट एक ही पल में दूर कर रहा हूं. अपने पीछे किसी को कष्ट में नहीं देख सकता था. मेरी आत्मा कभी मुझे माफ नहीं करती. अब लाशें नहीं गिननी हैं, ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा. अपनी लापरवाही के चलते उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना मुश्किल है.' मामले की जांच जारी स्थानीय पुलिस के मुताबिक इंदिरा नगर में डिविनिटी आपर्टमेंट में डॉक्टर सुशील कुमार अपने परिवार के साथ रहते थे. इस घटना के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. मरने वाले लोगों में आरोपी डॉक्टर की पत्नी चंद्रप्रभा (48), बेटा शिखर (18) और डॉक्टर की नाबालिग बेटी 10वीं की छात्रा थी. वहीं पुलिस फरार डॉक्टर को ढूंढने का प्रयास कर रही है. इस मामले में पुलिस की जांच जारी है. @kanpurnagarpol के थाना क्षेत्र कल्याणपुर में ट्रिपल मर्डर प्रकरण के सम्बन्ध में पुलिस उपायुक्त पश्चिम द्वारा दी गई बाइट । @Uppolice pic.twitter.com/li2qPRB3xX — POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) December 3, 2021",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/how-is-the-condition-of-the-first-patient-infected-with-omicron-in-india-updates-have-come-to-the-fore/1040605,"भारत में Omicron से संक्रमित पहले मरीज की कैसी है हालत, अपडेट आया सामने","नई दिल्ली. दुनिया के कई देशों में कोविड-19 वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' का कहर जारी है. ऐसे में भारत में भी दो लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई थी. जिन दो लोगों में वायरस का नया वैरिएंट मिला था, उनमें से एक कोरोना से बिल्कुल ठीक हो गए हैं. ठीक हुए शख्स बेंगलुरु स्थित एनेस्थेसियोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं. उनके संपर्क में आए एक अन्य डॉक्टर, उनकी पत्नी और बेटी भी अब ठीक हो रहे हैं. अभी हैं डॉक्टर की ऑब्जर्वेशन में जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर अब एक हॉस्पिटल में आइसोलेशन और ऑब्जर्वेशन में हैं. उनकी पत्नी और बेटी का भी वहीं इलाज चल रहा है. बता दें कि जिस हॉस्पिटल में वो लोग हैं उसकी एक पूरी मंजिल को ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमित और साथ ही संदिग्ध मामलों के इलाज के लिए आरक्षित किया गया है. फिलहाल छह लोगों का इलाज चल रहा है और उन्हें यहां निगरानी में रखा गया है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए है पूरी तैयारी हॉस्पिटल के सूत्रों ने बताया कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कम से कम 60 बिस्तर रिजर्व हैं. उनकी देखभाल कर रहे कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि वे दूसरे वार्ड में न जाएं और न ही हॉस्पिटल के परिसर में घूमें. 'वायरस पहले के कोविड संक्रमण की तरह है' इन लोगों का इलाज कर रहे एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि हम सभी दोस्त हैं. ओमिक्रॉन से प्रभावित डॉक्टर का कहना है कि वह बिल्कुल ठीक है. हम एक-दूसरे से बात करते हैं कि वायरस पहले के कोविड संक्रमण की तरह है. डॉक्टर के संपर्क में आए लोग भी बिना किसी सीरियस प्रॉब्लम के ठीक हो रहे हैं. उन्हें सांस लेने में कोई समस्या नहीं हैं और इनका इलाज वैसे ही हो रहा है जैसे कि पहले कोविड पेशेंट का किया जा रहा था. तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है हॉस्पिटल डॉक्टर ने बताया कि 'ये सिर्फ एक और कोविड स्ट्रेन है. हम सामान्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं. हम तैयार हैं. हॉस्पिटल में बुनियादी ढांचे को अपडेट किया गया है. डॉक्टर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है और सभी डॉक्टर आईसीयू मैनेजमेंट भी कर सकते हैं. हम पहली और दूसरी की तुलना में कोविड की तीसरी लहर का सामना करने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हैं' ओमिक्रॉन वैरिएंट में दिखे ये लक्षण डॉक्टर ने पाया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट में सबसे पहले शरीर में तेज दर्द, ठंड लगना और हल्के बुखार के लक्षण दिखाई दिए. उन्हें आज तक सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई और ऑक्सीजन का स्तर सामान्य बना रहा. चक्कर आने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सूत्रों ने कहा कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी के साथ इलाज के बाद, वह बिना किसी लक्षण के सामान्य स्थिति में लौट आए.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/omicron-omicron-live-updates-04-december-enters-in-gujarat-as-first-case-found-in-jamnagar-of-covid-19-variant/1040570,"भारत में मिला Omicron का तीसरा केस, इस शहर में पहले मरीज की पुष्टि","नई दिल्ली: गुजरात (Gujarat) मे कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए और डेल्टा से भी खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) की एंट्री से हड़कंप मच गया है. गुजरात के जामनगर मे ओमिक्रॉन का पहला केस सामने आया है. आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से आया एक शख्स इस घातक वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है. पुणे लैब गया था सैंपल इनकी आरटी-पीसीआर यानी कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट पुणे (Pune) की लैब में भेजे गए थे. गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि जिम्बाब्वे निवासी नागरिक के जामनगर आने पर उसके नमूनों को दूसरी लैब में परीक्षण के लिए भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कोविड -19 का पॉजिटिव मरीज नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित है या नहीं. ओमिक्रॉन की वजह से लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या तीसरी लहर आने वाली है. इसे लेकर भारत सरकार ने कहा है कि ओमिक्रॉन भारत समेत अन्य देशों मे फैल सकता है. कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन वैरिएंट को पांच गुना अधिक संक्रामक बताया जा रहा है. इसलिए एक बार फिर पहले जैसी सावधानी बरतने की हिदायद सरकार की ओर से जारी की गई है. लक्षण डेल्टा वैरिएंट से अलग? ओमिक्रॉन को लेकर जुटाए गए शुरुआती डेटा के मुताबिक, ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को बहुत अधिक थकान, गले में खराश, मांशपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं आती हैं. इस वैरिएंट के लक्षण डेल्टा वैरिएंट से अलग हैं. ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के स्वाद और गंध की क्षमता में कोई बदलाव नहीं देखा गया है. WHO का बयान ओमिक्रॉन का पता लगाने वाली दक्षिण अफ्रीका की डॉक्टर ने बताया कि फिलहाल मरीजों में हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं. इस वैरिएंट से संक्रमित लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़े हैं. WHO ने ओमिक्रॉन को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' (चिंताजनक) की कैटिगरी में डाला है. ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं है .हालांकि, प्रारंभिक साक्ष्य इस बात की संभावना को बढ़ाते हैं कि इस वैरिएंट में ऐसे म्यूटेशन हैं जो इम्यून सिस्टम रिस्पॉन्स से बच सकते हैं और एक से दूसरे व्यक्ति में इसे फैलाने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/railways-charges-so-much-rent-for-the-shooting-of-the-film-you-will-be-surprised-to-know/1040504,"Knowledge: रेलवे लेती है फिल्म की शूटिंग के लिए इतना किराया, जान कर रह जाएंगे हैरान","नई दिल्ली. आपने बॉलीवुड की मशहूर फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे का वो सीन जरूर देखा होगा, जिसमें शाहरूख खान ट्रेन के गेट पर होते हैं और काजोल ट्रेन के साथ-साथ भागती हुई दिखाई देती हैं. फिल्म में इस सीन को काफी खास अंदाज में दिखाया गया था. इस फिल्म के अलावा भी कई फिल्मों और वेबसीरीज में ट्रेन और रेलवे स्टेशनों पर शूटिंग होती है. लेकिन कभी आपने सोचा है कि फिल्म की शूटिंग करने के लिए कितने रुपये भारतीय रेलवे लेती है और उसके बाद ही शूटिंग करने की मंजूरी मिलती है. बता दें, कि किसी भी फिल्म की शूटिंग करने के लिए भारतीय रेलवे के अपने ही कुछ खास नियम होते है. आज हम आपको इन नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं. इंजन और 4 बोगियों का चार्ज है 50 लाख रुपये आपको बता दें, अगर किसी शूटिंग के दौरान ट्रेन के एक इंजन और चार बोगियों की डिमांड की जाए, तो ऐसे में रेलवे एक दिन के लिए करीब 50 लाख रुपये लेता है. यानी रेलवे परिसर में जिस तरह से फिल्म की शूटिंग की जाती है, उसी हिसाब से रेंट भी लिया जाता है. हालांकि, यह रेंट पहले ही तय कर लिया जाता है, ताकि बाद में कोई समस्या न हो. स्टेशनों पर शूटिंग का भी है लाखों रुपये चार्ज गौरतलब है कि ए वन कैटेगरी वाले स्टेशनों के लिए लाइसेंस फीस प्रतिदिन के हिसाब से 1 लाख रुपये तय की जाती है. इसके इलावा बी वन और बी टू कैटेगरी वाले स्टेशनों के लिए 50 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देने पड़ते हैं. इतना ही नहीं अगर आप बिजी सीजन के समय इन ट्रेनों का इस्तेमाल करते हैं तो आपको 15 प्रतिशत अधिक चार्ज करना पड़ता है. मालगाड़ी के लिए अलग है नियम अगर शूटिंग के लिए किसी मालगाड़ी का इस्तेमाल होता है, तो न्यूनतम 200 किलोमीटर का चार्ज देना होता है. चाहे आप शूटिंग के लिए 1 किलोमीटर तक ही मालगाड़ी का इस्तेमाल क्यों न कर रहे हो. यानी आपको 426600 प्रतिदिन की दर से रकम अदा करनी होती है. बता दें, शूटिंग के दौरान अगर ट्रेन को रोका जाता है तो उसके लिए भी 900 रुपये प्रति घंटे की दर से एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ता है. आर्टिफिशियल स्टेशनों में शूट किए जाते हैं कई सीन कई फिल्मों में दिखाए जाने वाले ट्रेन के सीन फिल्म सिटी में बने आर्टिफिशियल स्टेशनों में शूट किए जाते हैं. क्यों कि असली ट्रेन और स्टेशन पर शूटिंग करना काफी महंगा पड़ता है और शूटिंग के दौरान रेलवे के यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mp-man-killed-himself-on-railway-track-crying-father-hits-by-train-hoshangabad-accident-news/1040428,"बेटे के शव को देख पिता ने खोया होश, रेलवे ट्रैक पर ही बैठ रोने लगा; ट्रेन ने कुचला","होशंगाबाद: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के होशंगाबाद (Hoshangabad) से एक बेहद खौफनाक मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक पिता तब ट्रेन की चपेट में आ गया जब वो रेलवे ट्रैक पर बैठकर अपने बेटे के शव पर रो रहा था. उसके बेटे ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली थी. पत्नी से विवाद के बाद शख्स ने की खुदकुशी द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, होशंगाबाद में ये दर्दनाक घटना गुरुवार देर रात को हुई. छोटेलाल का अपनी पत्नी से विवाद हो गया था, जिसके बाद उसने चलती ट्रेन के सामने आकर खुदकुशी कर ली. खबर मिलते ही मृतक के पिता मोहनलाल दौड़े-दौड़े रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और अपने बेटे के शव को देखकर फूट-फूटकर रोने लगे. एक ही परिवार के दो लोगों की मौत से हड़कंप इस बीच अचानक एक तेज रफ्तार ट्रेन आ गई और छोटेलाल के पिता भी ट्रेन की चपेट में आ गए. उनकी भी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक के परिवार को इस घटना से बहुत सदमा लगा है. उनका रो-रोकर बुरा हाल है. एक साथ परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई. कई महीने से मायके में रह रही थी मृतक की बीवी बता दें कि छोटेलाल की उम्र अभी 36 साल थी और उनके पिता मोहनलाल की उम्र 60 साल थी. वो होशंगाबाद के सोहागपुर गांव में रहते थे. दोनों कारपेंटर का काम करते थे. छोटेलाल का अपनी पत्नी से काफी समय से झगड़ा चल रहा था. छोटेलाल की पत्नी कई महीने से अपने मायके में रह रही थी. रेलवे ट्रैक छोटेलाल के घर से महज 100 मीटर दूर था. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/bmc-strategy-to-counter-omicron-from-mumbai-airport-to-housing-society-do-and-do-not-list-is-here/1040346,Omicron से निपटने के लिए हर दिन चेकअप और 7वें दिन RT-PCR टेस्ट; जानें गाइडलाइन,"मुंबई: होम क्वारेंटाइन में रहने वाले यात्रियों की निगरानी के लिए बीएमसी (BMC) ने अपना नया मास्टर प्लान तैयार किया है. जिसके तहत अब राजधानी में ओमिक्रॉन (Omicron) पर प्रशासन के अचूक वार करने की पुख्ता तैयारी की गई है. BMC के इस प्लान के तहत इन 4 बिंदुओं पर आगे बढ़ते हुए मुंबई में पहले की तरह हालात नहीं बिगड़ने दिए जाएंगे. 1. सीईओ करेंगे निगरानी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) के सीईओ की इस अभियान में अहम भूमिका रहेगी. वो खुद रोजाना सुबह 09.00 बजे, 'हाई रिस्क देशों' और 'At Risk देशों' से पिछले 24 घंटों में मुंबई पहुंचने वाले विदेशी यात्रियों और उन लोगों, जिन्होंने बीते 15 दिनों में ऐसे देशों का सफर किया होगा उनकी एक सिंगल लाइन लिस्ट निर्धारित फॉर्मेट में ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के जरिए आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management) के निदेशक महेश नार्वेकर को भेजेंगे. इसके जरिए ये सुनिश्चित किया जाएगा कि इस लिस्ट से कोई नाम छूट न जाए और सिर्फ उन्हीं यात्रियों के नाम सूची में शामिल किए जाएं जिन्होंने अपने पते में MCGM ज्यूरिडिक्शन का उल्लेख किया है. 2. डिजास्टर मैनेजमेंट का रोल आपदा प्रबंधन इकाई के निदेशक महेश नार्वेकर ऐसा सॉफ्टवेयर डिजाइन करेंगे जिससे इन यात्रियों को उनके एड्रेस के आधार पर मुंबई के 24 वार्डों में बांटा जा सके. इसके बाद सुबह 10 बजे तक सभी 24 वार्डों के वॉर रूम और वार्ड के मेडिकल ऑफिसर को उनके एरिया के ऐसे यात्रियों की पूरी लिस्ट मिल जाए ये सुनिश्चित किया जाएगा. 3. यूं काम करेगा वॉर रूम आपदा प्रबंधन इकाई से रोजाना सुबह 10 बजे ऐसे यात्रियों की सूची प्राप्त होने के बाद वॉर रूम सभी यात्रियों को टेलीफोन कॉल करेगा और विनम्रता से उन्हें सूचित करेगा कि वे 7 दिन होम क्वारंटाइन में हैं. वे यात्रियों को कोविड प्रोटोकॉल के बारे में उचित जानकारी प्रदान करेंगे और उनकी चिंताओं पर परामर्श देंगे. और साथ ही दिन में पांच बार बातचीत कर उनके स्वास्थ्य की स्थिति जानकर ये सुनिश्चित करेगा कि ये यात्री होम क्वारंटाइन प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कर रहे हैं. हाउसिंग सोसाइटी की भूमिका वॉर रूम ऐसे सभी यात्रियों के बारे में उनकी हाउसिंग सोसाइटी के पदाधिकारियों को उनके होम क्वारेंटाइन के बारे में सूचित करेगा जो ये सुनिश्चित करेंगे कि ऐसे घरों में किसी भी विजिटर को आने की अनुमति नहीं होगी और किसी भी तरह के उल्लंघन की जानकारी बीएमसी (BMC) को देंगे. वॉर रूम नियमित रूप से अपनी मेडिकल टीमों को एंबुलेंस के साथ यह जांचने के लिए भेजेगा कि क्या ये यात्री होम क्वारेंटाइन प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं या नहीं होम क्वारेंटाइन के 7वें दिन वॉर रूम यह सुनिश्चित करेगा कि यात्री अपनी मर्जी से RT-PCR टेस्ट कराएं. होम क्वारेंटाइन किए गए यात्रियों में कोई लक्षण दिखाई देने पर, वॉर रूम उन्हें जरूरत के हिसाब से उपचार और अस्पताल में भर्ती होने की सलाह देगा. ऐसे यात्रियों को वॉर रूम टेलीफोन पर अपने स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से 24x7 परामर्श यानी कंसल्टेशन (Doctor Consultation) दिलवा सकता है. कड़ी सजा का प्रावधान होम क्वारेंटाइन प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले यात्रियों के खिलाफ महामारी अधिनियम, 1897 और आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की संबंधित धारा के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके तहत उन्हें मैंडेटरी इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा. 4. मेडिकल विभाग की मुस्तैदी अब सभी वार्ड ऑफिसर यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके वॉर रूम में पर्याप्त रूप से कर्मचारी कार्यात्मक हों, सभी फोन लाइनें पूरी तरह एक्टिव होंगी. वहीं हर वॉर रूम में 10 एंबुलेंस भी हरदम तैयार रहेंगी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/traffic-police-officer-can-not-snatch-your-vehicles-key-know-the-rule-and-what-to-do/1040314,ट्रैफिक पुलिस नहीं छीन सकती आपकी गाड़ी की चाबी? ऐसा करने पर तुरंत बता दें ये नियम,"नई दिल्ली: अगर आप वाहन चलाते हैं तो आप इस बात से जरूर वाकिफ होंगे कि कई बार ट्रैफिक पुलिसकर्मी (Traffic Policeman) चेकिंग के दौरान गाड़ी की चाबी निकाल (Snatch Vehicle Key) लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें इस बात का अधिकार नहीं होता है. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आपको क्या करना चाहिए, ये इस खबर में जानिए. क्या पुलिस के पास है आपकी चाबी छीनने का अधिकार? बता दें कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी के पास चेकिंग के दौरान आपकी गाड़ी से चाबी निकालने का अधिकार नहीं होता है. इसके अलावा ना तो वो आपकी गाड़ी के टायर की हवा निकाल सकते हैं और ना ही आपको गाली दे सकते हैं या बदसलूकी कर सकते हैं. अगर आपके साथ कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी ऐसा करता है तो आप सबूत के तौर पर उस घटना का वीडियो बना लीजिए. फिर नजदीकी पुलिस स्टेशन में या फिर उसके सीनियर अधिकारी से शिकायत कर सकते हैं क्योंकि मोटर व्हीकल एक्ट 2019 (Motor Vehicle Act 2019) में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को ऐसा कोई अधिकार नहीं दिया गया है. अगर अधिकारी ट्रैफिक पुलिसकर्मी का पक्ष लें तो क्या करें? इसके बाद भी अगर पुलिस स्टेशन में या सीनियर अधिकारी बदसलूकी करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी का पक्ष लेते हैं तो आप इस मामले को हाई कोर्ट तक ले जा सकते हैं. अगर आप गरीबी रेखा से नीचे आते हैं और आपके पास बीपीएल कार्ड है तो कानून के जानकार वकील आपको मुफ्त में सलाह देंगे. फिर हाई कोर्ट उस ट्रैफिक पुलिसकर्मी और उसके सीनियर अधिकारियों को तलब करेगा. चेकिंग के नाम पर नहीं हो सकती गुंडागर्दी जान लें कि मोटर व्हीकल एक्ट 2019 (Motor Vehicle Act 2019) किसी भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी को चेकिंग के नाम पर गुंडागर्दी का अधिकार नहीं देता है. चाहे कितना भी सीनियर अधिकारी क्यों ना हो वो आपके साथ बदसलूकी नहीं कर सकता और आपकी गाड़ी से चाबी नहीं निकाल सकता है. गौरतलब है कि एक आरटीआई के जवाब में हरियाणा पुलिस कह चुकी है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी हाथ का इशारा देकर आपके वाहन को रुकवा सकते हैं लेकिन वो आपको हाथ नहीं लगा सकते हैं. हां अगर हाथ के इशारा देखकर भी कोई वाहन नहीं रोकता है तो उसके खिलाफ पुलिस उचित कार्रवाई कर सकती है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cab-driver-masturbates-in-front-of-female-journalist-in-bengaluru/1040312,"महिला पत्रकार के सामने कैब ड्राइवर ने की गंदी हरकत, फिर बीच रास्ते में छोड़कर भाग गया","बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) में एक महिला पत्रकार (Female Journalist) के सामने कैब ड्राइवर (Cab Driver) ने अश्लील हरकत की. महिला के शोर मचाने पर आरोपी वहां से भाग निकला. अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है. पत्रकार ने सोशल मीडिया पर इस घटना का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि वो कैब से ऑफिस से घर लौट रही थीं, तभी ड्राइवर ने उनके सामने हस्तमैथुन (Masturbation) करना शुरू कर दिया. जब उन्होंने शोर मचाया तो आरोपी भाग गया. OLA ने ड्राइवर को किया सस्पेंड ‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित महिला पत्रकार ने बताया कि ड्राइवर ऐसा दिखाने की कोशिश कर रहा था कि उसने कुछ गलत नहीं किया. जब उन्होंने जोर से चिल्लाया तो वो उन्हें छोड़कर भाग गया. महिला पत्रकार के आरोपों के बाद OLA ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने इस घटना पर खेद जताते हुए कहा है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. ‘मैं उस वक्त अंधेरी सड़क पर थी’ महिला पत्रकार ने लिखा, 'जिस शहर को मैं अपना घर कहती हूं, वहां आज मुझे असुरक्षित महसूस हुआ. काम के बाद जब मैं घर लौट रही थी तो ओला कैब का ड्राइवर मेरे सामने ही मास्टरबेट कर रहा था. वो ये सोच रहा था कि मैं उस पर ध्यान नहीं दे रही हूं. फिर वो यह जताने लगा कि उसने कुछ गलत नहीं किया. मैं उसी वक्त चिल्लाई तो उसने कैब रोक दी. दुर्भाग्य से मैं उस वक्त एक अंधेरी सड़क पर थी. वो रुका और वहां से चला गया’. कुछ देर बाद मिली दूसरी राइड पत्रकार ने कहा कि कैब में इमरजेंसी नंबर था, लेकिन जब आप ऐसी स्थिति में होते हैं तो आपको कुछ याद नहीं रहता. आपकी पहली कोशिश होती है, वहां से बाहर निकलना और यही मैंने किया. किस्मत अच्छी थी कि मुझे थोड़ी देर बाद दूसरी राइड मिल गई. उन्होंने कहा कि ओला ने ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया है, लेकिन काम के बाद हम घर लौटते समय कैसे सुरक्षित महसूस करें? क्या हम काम करना बंद कर दें?. पुलिस कमिश्नर ने जताया खेद महिला पत्रकार के ट्वीट पर बेंगलुरु सिटी के पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने जवाब दिया है. उन्होंने इस घटना के लिए खेद जताया और बताया कि मामले की जांच के लिए एक टीम को भेज दिया गया है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. बता दें कि कैब ड्राइवरों द्वारा इस तरह की वारदातों को पहले भी अंजाम दिया जा चुका है. उनकी बदमिजाजी के किस्से तो आये दिन सामने आते रहते हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mysterious-lights-sky-punjab-pathankot-locals-photo-goes-viral/1040296,"पंजाब के आसमान में रहस्यमयी रोशनी, लोगों में बैठा डर; PHOTO हुई वायरल","नई दिल्ली: पंजाब (Punjab) के पठानकोट (Pathankot) में बीती रात एक रहस्यमयी रोशनी (Mysterious Lights) ने लोगों को कई घंटो तक परेशान कर दिया. ये रोशनी शाम 7 बजे के आसपास दिखाई दी जिसके बाद इलाके में दहशत फैल गई. इस घटनाक्रम को कुछ लोगों ने कैमरे में रिकार्ड कर लिया. वायरल हुई पोस्ट लोगों की खींची गई तस्वीर और घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर फौरन वायरल हुआ. इसकी तस्वीरों के साथ लोगों ने ये भी लिखा कि अभी-अभी पठानकोट में एक रहस्यमयी रोशनी आसमान में देखी गई है. स्थानीय निवासियों के मुताबिक उन्होंने आसमान में तेज रफ्तार से जाती हुई एक चमकीली चीज देखी. जो काफी लंबी थी, बिल्कुल ट्रेन के आकार की तरह. ये आसमान में चल रही किसी ट्रेन जैसी दिख रही थी. जिसकी रोशनी बेहद तेज थी. हमने इस तरह की कोई चीज जिंदगी में पहली बार देखी. इस घटनाक्रम को लेकर 56 सेकेंड का एक वीडियो भी वायरल है. #Breaking:A suspicious object was seen flying over Jammu and Pathankot#isro #nasa pic.twitter.com/KZYyiFKlgf — OSINT Updates (@OsintUpdates) December 3, 2021 अटकलों का दौर जारी आसमान में पांच मिनट तक दिखी ये रहस्यमयी रोशनी क्या थी, ये कैसे आई जैसे सवालों का जवाब मिलना अभी बाकी है. इसको लेकर कोई अधिकृत बयान नहीं आया है. इस घटना का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल (Viral on Social Media) हो रहे हैं. इस रहस्यमयी रोशनी को लेकर लोग कई तरह की अटकलें लगा रहे हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/microsoft-investors-demands-to-publish-employees-sexual-harassment-report-same-as-in-tesla-people-over-profit/1040261,"Sexual Harassment की रिपोर्ट सार्वजनिक करने पर अड़े निवेशक, कहीं ये वजह तो नहीं","नई दिल्ली: दुनिया भर में यौन शोषण (Sexual Harassment ) की शिकार करोड़ों महिलाओं की बात करें तो साल 2017 में पहली बार पूरी दुनिया में मी टू (Me Too) आंदोलन की शुरुआत हुई थी. इसका मकसद उन लोगों को बेनकाब करना था, जो अपनी ताकत का इस्तेमाल करके महिलाओं का यौन शोषण करते हैं. तब दुनिया भर की हज़ारों महिलाएं सामने आईं थी और उन्होंने बताया था कि कैसे कार्यस्थल पर उनका शोषण किया गया. Me Too का असर इसके बाद ये आंदोलन भारत भी पहुंच गया और लोगों को पता लगा कि कैसे दफ्तरों से लेकर फिल्मों तक में महिलाओं का शोषण होता है और कैसे शक्तिशाली लोगों के दबाव की वजह से महिलाएं इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती. इसके बाद कुछ एक लोगों को सज़ा हुई, कुछ को अपने पदों से इस्तीफा देना पड़ा. वहीं कुछ को माफी मांगनी पड़ी. लेकिन फिर धीरे धीरे ये आंदोलन ठंडा पड़ने लगा और लोग इसे भूल गए. Microsoftमें मची हलचल अचानक इसी महीने की शुरुआत यानी एक तारीख को दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) में कुछ ऐसा हुआ. जिसने लोगों को इस आंदोलन की फिर से याद दिलाई और महिलाओं का यौन शोषण करने वाले Boses के खिलाफ विद्रोह का नया तरीका भी दुनिया को दे दिया. दरअसल, दो दिन पहले यानी 1 दिसंबर को Microsoft के Share Holderes की एक मीटिंग हुई, जिसमें ये फैसला लिया गया कि कंपनी को वो रिपोर्ट सार्वजनिक करनी होगी जो महिलाओं द्वारा यौन शोषण के आरोपों के बाद तैयार की गई थी. बिल गेट्स पर आरोप आपको याद होगा कुछ महीनों पहले ही Microsoft के Co Founder और दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति बिल गेट्स (Bill Gates) ने अपनी पत्नी मेलिंडा गेट्स (Melinda Gates) को तलाक दे दिया था. दोनों की शादी को 27 वर्ष हो चुके थे. लेकिन कहा जाता है कि Bill Gates की पत्नी ने उन्हें तलाक इसलिए दिया क्योंकि उनकी Jeffrey Epstein (जेफरी ऐप्सटीन) नामक एक अरबपति कारोबारी से गहरी दोस्ती थी. जिस पर बच्चों के यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे थे. 2 साल पहले Me Too आंदोलन के दौरान Microsoft के कई बड़े Bosses और पुरुष कर्मचारियों पर भी ये आरोप लगे थे कि वो अपने साथ काम करने वाली महिलाओं का शोषण करते हैं, उनके साथ भेदभाव करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं. ऐसे ही आरोप Bill Gates पर भी लगे थे, जिनके मुताबिक वो अपने Office में काम करने वाली महिला कर्मचारियों को परेशान किया करते थे. वो उनका फायदा उठाने की कोशिश करते थे, उन्हें E Mail भेजकर ज़बरदस्ती डिनर पर चलने के लिए कहते थे और जब कोई महिला कर्मचारी उनकी बात मानने से इनकार कर देती थी तो वो उससे कहते थे कि भूल जाना कि मैने कभी तुमसे ऐसा कुछ कहा था. 'Bosses के नाम बताने ही होंगे' जब ऐसी तमाम शिकायतें Microsoft के Senior Managment को मिली तो इनकी जांच शुरु हुई और बिल गेट्स (Bill Gates) ने कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया. तर्क ये था कि इससे जांच प्रभावित नहीं होगी. अब ये जांच पूरी हो चुकी है. लेकिन किसी को नहीं पता कि इस जांच में क्या निकला, Bill Gates को महिलाओं के यौन शोषण का दोषी पाया गया या नहीं ये भी किसी को नहीं पता. यानी इस जांच को पूरी तरह से दबा दिया गया. इसी तरह जब Me Too आंदोलन के दौरान भी आरोपों की जांच हुई थी. तब भी किसी को इसके नतीजों के बारे में कुछ नहीं बताया गया. लेकिन अब Microsoft के Investors और Share Holdres ने साफ कह दिया है कि बहुत हुआ. कंपनी को उन सीनियर्स (Bosses) के नाम बताने ही होंगे. जिन्होंने वर्क प्लेस (Work Place) पर महिलाओं का शोषण किया. Microsoftकी साख का सवाल? इसलिए इसी महीने की एक तारीख़ को जब शेयर होल्डर्स (Share Holders) की सालाना मीटिंग हुई तो उसमें इस जांच को सार्वजनिक करने का एक प्रस्ताव लाया गया. जिसमें 80 फीसदी Share Holders ने इसके पक्ष में वोट किया. अब Microsoft के मैनेजमेंट पर ये दबाव है कि वो ये बताएं कि Bill Gates पर लगे आरोपों की जांच में क्या पाया गया? दूसरे Bosses की जांच में क्या मिला? और Work Place पर महिलाओं का यौन शोषण रोकने के लिए क्या किया गया? Share holders ने कहा है कि उन्हें इन सबके जवाब की विस्तृत रिपोर्ट चाहिए हालांकि Microsoft का मैनेजमेंट इससे खुश नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे कंपनी की साख को धक्का लगेगा. यही वजह है कि मीटिंग से पहले Microsoft ने Investors पर ये दबाव डाला था कि वो इस प्रस्ताव के विरोध में वोट करें. रिपोर्ट सार्वजनिक करने पर अड़े निवशक लेकिन निवेशकों ने साफ कर दिया कि अब वो Management की नहीं सुनेंगे. ये Microsoft के खिलाफ एक दुर्लभ विद्रोह है और ऐसा पिछले कई दशकों में पहली बार हुआ है. नोट करने वाली बात ये है कि दुनिया की इस दूसरी सबसे बड़ी कंपनी में मैनेजमेंट के खिलाफ निवेशकों का ये विद्रोह, मुनाफे को लेकर नहीं है, कंपनी की भविष्य की रणनीति को लेकर नहीं है बल्कि इस कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों खासकर महिला कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा के लिए है. People Over Profit का ट्रेंड आपको बता दें कि सिर्फ Microsoft ही नहीं पूरी दुनिया की सैंकड़ों कंपनियों के हज़ारों कर्मचारी और निवेशक अपने मैनेजमेंट पर कुछ ऐसा ही दबाव डाल रहे हैं ताकि कर्मचारियों का शोषण रोका जा सके. इसलिए अब इस आंदोलन को People Over Profit नाम दिया गया है, यानी कंपनियों को अब मुनाफे से ऊपर मानवीय संवेदनाओं को रखना ही होगा. एक आम आदमी अपने जीवन के 90 हज़ार घंटे दफ्तरों में काम करते हुए बिताता है. जिन कंपनियों में काम करते हुए लोग अपने जीवन के 10 साल खर्च कर देते हैं. उन्हें इस बात की गारंटी तो देनी ही होगी कि उनके यहां किसी भी कर्मचारियों का शोषण नहीं होगा, ताकतवर Bosses कर्मचारियों पर अत्याचार नहीं करेंगे, और महिला और पुरुषों को एक जैसे अधिकार दिए जाएंगे. कॉरपोरेट जगत के लिए संदेश दफ्तरों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो स्टैंड Microsoft के शेयर होल्डर्स (Shareholders) ने लिया है, वो दरअसल पूरी दुनिया के Corporate जगत के लिए एक संदेश है और एक सबक भी है. संदेश ये है कि भले ही एक कंपनी के तौर पर आप भारी मुनाफा कमा रहे हो, भले ही कोविड 19 का असर भी कंपनी के Growth पर ना पड़ा हो, भले ही आपकी कंपनी हर दिन अपना विस्तार कर रही हो लेकिन अगर इन्हीं कंपनियों में महिलाएं सुरक्षित नहीं है तो इन सब बातों के कोई मायने नहीं हैं. 'Tesla में भी यही हुआ' ऐसा ही एक उदाहरण दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक Tesla का है. Tesla की मार्केट वैल्यू 75 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का है, ये कई देशों की अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा है. लेकिन इस कंपनी के निवेशकों ने भी कुछ दिनों पहले ये बता दिया कि कंपनी की साख कितनी बड़ी है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. Tesla में भी जब Annual Share holder meeting हुई तो इसमें भी शेयर धारकों ने ये मांग रख दी कि कंपनी कर्मचारियों के शोषण के आरोपों पर रिपोर्ट बनाकर दें. इस प्रस्ताव के पक्ष में 46 फीसदी Shareholders ने वोट किया था. अब आप सोचिए जब दुनिया की इतनी बड़ी बड़ी कंपनियों में महिला कर्मचारी सुरक्षित नहीं हैं तो बाकी की कंपनियों का क्या हाल होगा. Pink Ladder की रिपोर्ट Pink Ladder नामक एक संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 53 प्रतिशत महिलाएं दफ्तरों में यौन शोषण का सामना कर चुकी हैं. 56 फीसदी महिलाओं ने माना कि पिछले चार पांच साल में उनके साथ यौन शोषण की घटनाएं बढ़ी हैं. ये सर्वे भारत की 80 कंपनियों में हुआ जिसमें कई मीडिया संस्थान भी शामिल थे. 4 साल में बढ़ें 54 फीसदी मामले इसी सर्वे में पता चला कि 33 फीसदी महिलाओं को ये पता है कि यौन शोषण के खिलाफ उन्हें कहां और कैसे शिकायत करनी है. लेकिन इसके बावजूद Bosses के दबाव और नौकरी जाने के डर की वजह से महिलाएं ऐसा नहीं कर पातीं. भारत के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के मुताबिक 2014 से लेकर 2017 के बीच दफ्तरों में महिलाओं के खिलाफ शोषण के मामले 54 फीसदी तक बढ़ चुके हैं. कंपनी मानवीय रूप से अपने कर्मचारियों के प्रति कितनी संवेदनशील? यानी चाहे कंपनियां किसी भी देश की हो वहां महिला कर्मचारियों की स्थिती बहुत अच्छी नहीं है. लेकिन कोविड के बाद से अब कंपनियों में काम करने वाले ज्यादातर लोग किसी भी तरह का अत्याचार सहने की स्थिति में नहीं है और निवेशक भी इस बात को अच्छी तरह समझने लगे हैं. इसलिए वो मैनेजमेंट से बैलेंटशीट मागने से पहले अब ये पूछने लगे हैं कि कंपनियां कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए क्या कर रही हैं? लेकिन भारत में ये बदलाव अभी इतने बड़े पैमाने पर नहीं आया है. इसलिए आज हम देश की तमाम बड़ी कंपनियों के निवेशकों से यही कहना चाहते हैं कि जब आप कंपनी से उसके मुनाफे का हिसाब मांगे तो ये भी ज़रूर पूछें कि वो कंपनी मानवीय रूप से अपने कर्मचारियों के प्रति कितनी संवेदनशील है?",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cyclone-jawad-alert-may-hit-sea-shore-of-andhra-pradesh-and-odisha-ndrf/1040253,"सावधान! आ रहा है 'जवाद' तूफान, जमकर मचाएगा तबाही; 107 ट्रेनें रद्द","नई दिल्ली: देश के पूर्वी तट की तरफ चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) तेजी से बढ़ रहा है. अनुमान है कि ये तूफान आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और ओडिशा (Odisha) तटीय इलाकों से टकराएगा. इस तूफान का असर देश के अलग-अलग हिस्सों में पड़ेगा. लेकिन इससे सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश और ओडिशा प्रभावित होंगे. ऐसे में दोनों राज्यों की सरकार ने इसे लेकर कई दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. चक्रवात जवाद का कहर! देश के पूर्वी तट पर फिर से चक्रवाती तूफान का खतरा बना हुआ है. आंध्र प्रदेश और ओडिशा में जवाद तूफान का कहर देखने को मिल सकता है. चक्रवात जवाद के आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास व पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की आशंका है. इसके बाद ये ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट के पास पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा. जवाद 5 दिसंबर की दोपहर को पुरी के आसपास के तट तक पहुंचेगा. ये भी पढ़ें- कोरोना के सीजन-3 का सबसे बड़ा विलेन 'ओमिक्रॉन', 9 दिन में 33 देशों तक हुई घुसपैठ​ क्या हो सकती है जवाद की रफ्तार? बता दें कि चक्रवात जवाद को लेकर देशभर में अलर्ट है. इस तूफान की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे रहने के आसार हैं. तेज हवाओं के चलते पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ सकते हैं. चक्रवात से निपटने के लिए पूर्वी तट वाले राज्यों में NDRF की 46 टीमों को तैनात कर दिया गया है. रेलवे ने रद्द की 107 ट्रेनें चक्रवात जवाद के चलते इंडियन रेलवे ने 107 ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं. ये आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनें हैं. चक्रवात जवाद को लेकर ओडिशा के 19 जिलों के स्कूल आज बंद रहेंगे. दोनों ही राज्यों में UGC NET की परीक्षाएं टाल दी गई हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/senior-citizens-to-get-concessions-in-train-fare-check-what-railway-minister-said/1040249,ट्रेन किराये में मिलने वाली छूट कब से होगी बहाल? जानें क्या है रेल मंत्री का जवाब,"नई दिल्ली: कोरोना महामारी का असर पहले के मुकाबले भले ही कम हो गया है, लेकिन यात्रियों (Passengers) को ट्रेन किराये (Train Fare) में मिलने वाली रियायत अभी तक शुरू नहीं हुई है. ऐसे में हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर रेलवे पुरानी व्यवस्था कब बहाल करने वाला है? रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने शुक्रवार को संसद में इस सवाल का जवाब दे दिया है. यात्रियों की संख्या में आई गिरावट रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने संसद में बताया कि कोरोना महामारी के चलते वर्ष 2020-21 के दौरान ट्रेनों के एसी डिब्बों में 70 फीसदी यात्री कम हुए हैं. लोग बहुत जरूरत होने पर ही यात्रा कर रहे हैं, इसलिए यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है. साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया है कि रेलवे के टिकटों पर बंद रियायतों को फिलहाल शुरू नहीं किया जा सकता है. ये भी पढ़ें-ओमिक्रॉन: बूस्‍टर डोज और बच्चों को वैक्‍सीन कब लगेगी? स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने दिया जवाब 2019-20 में हुआ था 4% इजाफा राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में रेल मंत्री ने कहा, ‘2019-20 में एसी डिब्बों में यात्रा करने वाले यात्रियों में 4 फीसदी की वृद्धि हुई थी, जबकि 2020-21 में इसमें पिछले साल के मुकाबले 70 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. रेल मंत्री ने आगे कहा कि 2019-20 और 2020-21 के दौरान एसी डिब्बों में क्रमश: 18.1 करोड़ और 4.9 करोड़ लोगों ने यात्रा की. सीमित संख्या में ट्रेनों का संचालन वैष्णव ने कहा कि यह गिरावट कोरोना महामारी की वजह से आई, जिसमें सीमित संख्या में ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था और लोग भी जब तक बहुत जरूरी ना हो यात्रा से बच रहे थे. रेलवे ने मार्च 2020 में सभी नियमित ट्रेनों की सेवाएं निलंबित कर दी थी. रेलमंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में संसद को बताया कि कोरोना महामारी के समय से सीनियर सिटीजन आदि को रेलवे के टिकटों पर मिलने वाली रियायतों को बंद किया गया था, जिसे फिलहाल शुरू करना संभव नहीं है. छूट के संबंध में आवेदन मिले राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि टिकटों पर बंद रियायत की सुविधा को बहाल करने के लिए उन्हें आवेदन मिले हैं, लेकिन फिलहाल ये संभव नहीं है. गौरतलब है कि महामारी और कोविड प्रोटोकॉल के मद्देनजर, यात्रियों की सभी श्रेणियों (दिव्यांगजन की 4 श्रेणियों, मरीजों और छात्रों की 11 श्रेणियों को छोड़कर) को सभी रियायत 20.03.2020 से निलंबित हैं. इनपुट: पीटीआई",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/didnt-violate-centres-covid-19-guidelines-american-airlines-on-delhi-govt-notice-944150.html,"‘केंद्र के कोविड-19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन नहीं किया,’ दिल्ली सरकार के नोटिस पर अमेरिकन एयरलाइंस","अमेरिकन एयरलाइंस को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया केंद्र सरकार के कोविड-19 दिशानिर्देशों का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के एक दिन बाद अमेरिकन एयरलाइंस ने शनिवार को कहा कि उसकी न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान ने सभी मानदंडों का पालन किया है. नयी दिल्ली जिला प्रशासन ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर चिंताओं के मद्देनजर विदेश से यात्रियों के आगमन के लिए केंद्र द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के कथित गैर-अनुपालन के लिए एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. एयरलाइन ने एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिकन एयरलाइंस हमारे ग्राहकों और टीम के सदस्यों के स्वास्थ्य और भलाई को हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में रखती है और हम सरकारों द्वारा तय कोविड-19 दिशानिर्देशों और अन्य सभी नियमों और मानदंडों के पालन का ध्यान रखते हैं जहां हम काम करते हैं. ’’बयान में कहा गया, ‘‘हमें नोटिस मिला और विश्वास है कि हमारी उड़ान नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार थी और हमने उसी के अनुसार प्रतिक्रिया दी है.’ क्यों जारी हुआ था नोटिस दरअसल कोरोना वायरस के ‘ओमीक्रॉन’ वेरिएंट को लेकर चिंताओं के मद्देनजर नई दिल्ली जिला प्रशासन ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए केंद्र के दिशानिर्देशों का कथित रूप से पालन नहीं करने पर ‘अमेरिकन एयरलाइंस’ को शुक्रवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इस पर अमेरिकन एयरलाइंस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी. अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली जिले के तहत आने वाले दिल्ली छावनी के उपमंडल मजिस्ट्रेट पीयूष अरुण रोहनकर ने नोटिस जारी किया. नोटिस के मुताबिक, अमेरिकी एयरलाइन को नोटिस का जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है और जवाब देने में विफल रहने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005; आईपीसी की धारा 188 और अन्य लागू कानूनों के प्रासंगिक प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई शुरू करने के लिए उपयुक्त माना जाएगा. एट रिस्क वाले देश के रूप में नामित केंद्र के अनुसार- दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल और यूके सहित यूरोपीय देश “एट रिस्क” वाले देशों के रूप में नामित हैं. इन “एट रिस्क” देशों के यात्री मंगलवार मध्यरात्रि से भारत आगमन पर अतिरिक्त उपायों का पालन कर रहे हैं. नए मानदंडों के तहत, “एट रिस्क” देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य है और रिजल्ट आने के बाद ही उन्हें हवाईअड्डे से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी. साथ ही, दूसरे देशों से सभी उड़ानों में आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की रेंडम टेस्टिंग की जाएगी.दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 54 नए मामले सामने आए और पिछले एक दिन में कोविड-19 से किसी मरीज की मौत नहीं हुई. स्वास्थ्य बुलेटिन में यह जानकारी सामने आई. शहर में संक्रमण की दर 0.09 प्रतिशत है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/for-the-first-time-in-the-country-this-person-of-only-3-feet-got-a-driving-license-learned-the-car-by-going-to-america-944078.html,"देश में पहली बार मात्र 3 फीट के इस व्यक्ति को मिला ड्राइविंग लाइसेंस, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है नाम","गट्टीपल्ली शिवलाल तेलंगाना से एक प्रेरणा देने वाली घटाना सामने आई है. बता दें तेलंगाना के मात्र तीन फीट लंबे गट्टीपल्ली शिवलाल ड्राइविंग लाइसेंस पाने वाले देश के पहले व्यक्ति बन गए हैं. देश में कोई भी वाहन चलाने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है. भारत सरकार ने लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आयु सहित कुछ अन्य नियम और शर्तें निर्धारित की हैं. लेकिन देश में पहली बार तीन फीट के व्यक्ति को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया गया है. गट्टीपल्ली शिवलाल ड्राइविंग लाइसेंस पाने वाले देश के ऐसे पहले व्यक्ति हैं. महज तीन फीट लंबे कुकटपल्ली निवासी 42 वर्षीय शिवलाल को सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करनी पड़ती थी. इसमें उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. क्योंकि शिवलाल गाड़ी नहीं चला सकते थे, इसलिए वे यात्रा करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए मजबूर थे. इसी कारण से लोग उन्हें ताना मारते थे और विचित्र नजरों से देखते थे. इस वजह से वे मानसिक रुप से परेशान हो जाते थे. उसके बाद शिवलाल ने ने खुद गाड़ी चलाना सीखने का फैसला किया. Telangana | A Hyderabad man, Gattipally Shivpal becomes the first dwarf to receive a Driving license in India. Gattipally Shivlal is 42 years old and about 3 feet tall. He finished his degree in 2004 &was the first to complete the degree as a handicapped in his district. pic.twitter.com/phfhdT4oi8 — ANI (@ANI) December 4, 2021 ड्राइविंग स्कूल खोलने की योजना शिवलाल अब अपनी पत्नी को कार चलाना सिखा रहे हैं. उन्होंने शहर में एक विशेष ड्राइविंग स्कूल खोलने की योजना बनाई है ताकि उनके जैसे लोग भी गाड़ी चलाना सीख सकें.उनके प्रयास से तेलंगाना सरकार ने बिना गेयर के स्व-चालित वाहन को भी मंजूरी दे दी है. लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज इतने छोटे कद के व्यक्ति को पहली बार ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के बाद शिवलाल का नाम तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया.देश में कोई उम्मीत नहीं बची तो शिवलाल ड्राइविंग सीखने के लिए अमेरिका गए. वहां से वे ड्राइविंग सीखकर लौटे तो भी भारत में उनके लिए लाइसेंस पाना और गाड़ी चलााना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. इसी दौरान उन्हें हैदराबाद में एक कार डिजाइन करने वाले एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली. शिवलाल ने उस व्यक्ति से कार में कुछ बदलाव कराए. वे बताते हैं, “उस कार के पैडल सामान्य से अधिक ऊंचे थे और मेरे पैर वहां पहुंच सकते थे. करना पड़ा कई कठिनाइयों का सामना गाड़ी चलाना सीखते समय उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. कई बार वे हतोत्साहित भी हो गए लेकिन एक बार जब उन्होंने अमेरिका में एक व्यक्ति को गाड़ी चलाने का वीडियो देखा, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ गया. उन्होंने कई जगह ड्राइविंग सीखने के लिए अप्लाई किया. लेकिन सभी जगह खारिज कर दिए गए.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cyclone-jawad-slowed-down-into-deep-depression-now-330-km-from-puri-in-odisha-says-india-meteorological-department-943985.html,"चक्रवात जवाद डीप डिप्रेशन में धीमा हुआ, अभी ओडिशा के पुरी से 330 किलोमीटर दूर: भारतीय मौसम विभाग","मौसम विभाग ने ट्विटर पर कहा कि डीप डिप्रेशन वर्तमान में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम और ओडिशा के गोपालपुर, पारादीप और पुरी के पास है. (सांकेतिक फोटो) भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने शनिवार को कहा कि चक्रवात जवाद (Cyclone Jawad) एक गहरे दबाव में धीमा हो गया है. मौसम विभाग ने ट्विटर पर कहा कि डीप डिप्रेशन वर्तमान में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम और ओडिशा के गोपालपुर, पारादीप और पुरी के पास है. ये (चक्रवात जवाद डीप डिप्रेशन में कमजोर हुआ) विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से लगभग 180 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व, गोपालपुर से 260 किलोमीटर दक्षिण, पुरी से 330 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पारादीप (ओडिशा में तीनों) से 420 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है. आईएमडी ने शाम 6.51 बजे ये ट्वीट किया. इससे पहले दिन में आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा था कि रविवार दोपहर पुरी पहुंचने के लिए उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने से पहले अगले 12 घंटों में चक्रवात जवाद धीरे-धीरे एक गहरे दबाव में कमजोर हो जाएगा. इस बीच तूफान और बारिश की चेतावनी के लिए अपनी व्यवस्था के तहत पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकारों ने शनिवार को लोगों को तट से दूर रहने के लिए कहा. पुरी बीच पर लोगों को अपनी अस्थाई दुकानों और सामानों के साथ खाली करने के लिए कहा गया. The Cyclonic Storm ‘JAWAD’ weakened into a Deep Depression at 1730 hrs IST of today, it is about 180 km east-southeast of Vishakhapatnam (Andhra Pradesh), 260 km south of Gopalpur (Odisha , 330 km south-southwest of Puri (Odisha) and 420 km south-southwest of Paradip (Odisha). — India Meteorological Department (@Indiametdept) December 4, 2021 पश्चिम बंगाल में लगभग 11,000 लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया गया दूसरी ओर बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों में प्रशासन ने समुद्री रिसॉर्ट्स में पर्यटकों से समुद्र तटों से दूर रहने का आग्रह किया, क्योंकि तूफान ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट के पास पहुंचेगा. एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पश्चिम बंगाल में लगभग 11,000 लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया गया जबकि मछुआरे दीघा, शंकरपुर, काकद्वीप और राज्य के अन्य तटीय क्षेत्रों में लौट आए. ओडिशा में पुरी के पुलिस अधीक्षक कंवर विशाल सिंह ने कहा कि शहर में होम शेल्टर बनाए गए हैं. लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. सभी से अनुरोध है कि चक्रवात जवाद पर सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें. पुरी के जिला मजिस्ट्रेट समर्थ वर्मा ने बताया कि चक्रवात के बाद बिजली और पेयजल सेवाओं की बहाली के लिए जिम्मेदार टीमें मौजूद हैं और वर्तमान में होम शेल्टर में रहने वालों को गर्म भोजन दिया जा रहा है. शनिवार को ओडिशा के 19 जिलों में स्कूल बंद रहे.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-is-not-fatal-but-india-should-be-ready-for-third-wave-of-corona-top-health-expert-943895.html,"घातक नहीं है ‘ओमीक्रॉन’, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के लिए भारत को रहना चाहिए तैयार: टॉप हेल्थ एक्सपर्ट","अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, बीबीनगर के कार्यकारी निदेशक डॉ विकास भाटिया. दुनिया को नए कोविड वेरिएंट ओमीक्रॉन (Covid Variant Omicron) के बारे में अधिक जानकारी का इंतजार है, वहीं इस बीच भारत के एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार भारत को एक संभावित तीसरी लहर से लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, बीबीनगर के कार्यकारी निदेशक डॉ विकास भाटिया ने संभावित लहर में हाइब्रिड इम्युनिटी की मदद के बारे में बात करते हुए कहा कि अभी इस बारे में भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है क्योंकि इस समय भी जब 30 से अधिक देशों ने एक या अधिक मामलों की सूचना दी है, हम अभी भी कुछ और जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस चरण में हमें खुद को तैयार करना चाहिए कि एक तीसरी लहर आ सकती है लेकिन साथ ही ये अच्छी खबर हो सकती है अगर हम पाते हैं कि ये विशेष वायरस ओमीक्रॉन बहुत घातक नहीं है. साथ ही कहा कि अभी तक दुनिया के किसी भी हिस्से से किसी की मौत की खबर नहीं आई है. उन्होंने कहा कि ये एक हल्की बीमारी हो सकती है. संभवतः दक्षिण अफ्रीका जैसे कुछ देशों में ये देखा जा रहा है कि संक्रमण और बीमारी के प्रकट होने के बीच का अंतर थोड़ा लंबा है और जब ये डेल्टा वायरस से अधिक लंबा होता है, तो इसकी संभावन अधिक से अधिक लोगों को संचारित और संक्रमित करने की होती है. Hybrid immunity in Covid means a (combined) immunity acquired through both the infection and vaccination. When these two work together it’s called hybrid immunity: Executive Director All India Institute of Medical Sciences, Bibinagar, (near Hyderabad) Prof (Dr) Vikas Bhatia pic.twitter.com/xlGGNZtkeD — ANI (@ANI) December 4, 2021 ‘ओमीक्रॉन वेरिएंट के कारण ऑक्सीजन का स्तर गिरना होगा चिंता का विषय’ अब अगर संचरण दर अधिक है, लेकिन इसकी मारने की शक्ति कम है, तो ये लोगों के बीच संचार और प्रतिरक्षा उत्पन्न कर सकता है. डॉ भाटिया ने कहा कि अगर ओमीक्रॉन वेरिएंट के कारण ऑक्सीजन का स्तर गिरता है तो ये चिंता का विषय होगा, लेकिन उनका मानना ​​है कि देशभर में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम के कारण ये समस्या नहीं होनी चाहिए. ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट और मामले की मृत्यु दर, ये हमारी मुख्य चिंता हैं. हमें बीमारी के संचरण के बारे में ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए, क्योंकि टीकाकरण कार्यक्रम भी चल रहा है. कार्यकारी निदेशक ने हाइब्रिड इम्युनिटी को ओमीक्रॉन के खिलाफ संरक्षण के रूप में उजागर किया और कहा जब हम कोविड के संबंध में हाइब्रिड के बारे में बात करते हैं, तो इसका मतलब है कि हम उस प्रतिरक्षा के बारे में बात कर रहे हैं जो संक्रमण और प्रतिरक्षा के माध्यम से हासिल की गई है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/national-news-journalism-tribute-tweet-world-due-to-the-death-of-senior-journalist-vinod-dua-943801.html,"‘उनके साथ यादों का एक लंबा सिलसिला,’ विनोद दुआ के निधन पर पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, देश की बड़ी हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि","विनोद दुआ पत्रकार विनोद दुआ का निधन हो गया. वे काफी समय से बीमार चल रहे थे. विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ये जानकारी दी. बता दें कि कुछ दिन पहले ही विनोद दुआ की मौत की अफवाह उड़ी थी, तब उनकी बेटी ने इनका खंडन किया था. उनके निधन के बाद उनके फैंस और पत्रकारिता जगत के लोगों को बहुत बड़ा झटका लगा है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोग उनकी मौत को लेकर बहुत ज्यादा दुख जता रहे हैं और उनकी आत्मा की शांति की कामना और उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. राहुल गांधी ने किया फेसबुक पोस्ट कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी फेसबुक पोस्ट के जरिए पत्रकार विनोद दुआ के निधन पर श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा, वरिष्ठ पत्रकार श्री विनोद दुआ के आकस्मिक निधन का समाचार दुखद है.उसके परिवार और दोस्तों को मेरी संवेदनाएं. सोनिया गांधी का ट्वीट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ‘भारतीय पत्रकारिता के लिए अपूरणीय क्षति. भारत में टीवी समाचार के अग्रणी. इश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’ An irreparable loss to India journalism. Pioneer of TV news in India. Rest in peace Vinod Dua. pic.twitter.com/9u7yv2tyk4 — Sonia Gandhi (@SoniaGandhi_FC) December 4, 2021 मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का ट्वीट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर लिखा, ये जानकर बेहद दुख हुआ, विनोद जी का भारतीय पत्रकारिता के क्षेत्र में अमूल्य योगदान रहा है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं परिवार को ये दुख सहने की शक्ति दें ये जानकर बेहद दुख हुआ। विनोद जी का भारतीय पत्रकारिता के क्षेत्र में अमूल्य योगदान रहा है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं परिवार को ये दुख सहने की शक्ति दें। विनम्र श्रद्धांजलि। https://t.co/9DXZEt402o — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 4, 2021 परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे-अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, देश के जानेमाने पत्रकार विनोद दुआ जी की मृत्यु, पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे. देश के जानेमाने पत्रकार श्री विनोद दुआ जी की मृत्यु पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। pic.twitter.com/NtcKRCkljW — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 4, 2021 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री टीएस सिंहदेव ने क्या कहा विनोद दुआ के निधन पर छत्तीसगढ़ के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दुख जताते हुए लिखा, ‘वरिष्ठ पत्रकार श्री विनोद दुआ के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. वह उन लोगों में से कुछ थे जिन्होंने निडर होकर अपनी राय रखी और इस सम्मानजनक पेशे के पथ प्रदर्शक थे. उनके परिवार और सभी दर्शकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. Saddened to hear about the demise of senior journalist Shri Vinod Dua. He was few among those who fearlessly voiced his opinion and was a torchbearer of this honourable profession. My condolences to his family and all the viewers. — T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) December 4, 2021 कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने लिखा, ‘अलविदा विनोद दुआ. ” अलविदा विनोद दुआ pic.twitter.com/GHSQC6DTDi — Pawan Khera (@Pawankhera) December 4, 2021 ‘पत्रकारिता जगत का बहुत बड़ा नुक़सान’ केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी विनोद दुआ की मौत को लेकर उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, बेहतरीन इन्सान, बेबाक सहाफ़ी विनोद दुआ साहब का इन्तक़ाल पत्रकारिता जगत का बहुत बड़ा नुक़सान,ईश्वर उनके परिवार ,शुभचिंतकों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति दे. Deeply pained to hear about demise of veteran and valiant Journalist Vinod Dua Sahab. His demise is a huge loss to world of Journalism. May God give his family and well-wishers strength to bear this irreparable loss. Heartfelt tributes.. 🙏🙏🙏 #VinodDua pic.twitter.com/x1jI310Clw — Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) December 4, 2021 मीडिया में एक जाना-माना नाम 67 साल के विनोद दुआ मीडिया में एक जाना पहचाना नाम थे. विनोद दुआ ने दूरदर्शन के लिए भी काम किया था. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान विनोद दुआ और उनकी पत्नी को गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी पत्नी की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही विनोद दुआ की सेहत में लगातार गिरावट आती रही.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/assam-19-people-including-ratan-tata-and-olympian-lovlina-borgohain-will-get-assam-government-top-award-943818.html,Assam: रतन टाटा और ओलंपियन लवलीना बोरगोहेन समेत 19 लोगों को मिलेगा असम सरकार का टॉप पुरस्कार,"उद्योगपति रतन टाटा. असम सरकार (Assam Government) नागरिक पुरस्कार सम्मानों के पहले साल में उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा (Ratan Tata) और ओलंपियन लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) समेत अलग-अलग क्षेत्रों के व्यक्तित्वों को प्रदान करेगी. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) ने शनिवार को ये जानकारी दी. गुरुवार को जहां राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘असम बैभव’ के लिए रतन टाटा के नाम की घोषणा की जा चुकी थी, वहीं सरमा ने एक संवाददाता सम्मेलन में ‘असम सौरव’ और ‘असम गौरव’ के लिए पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरस्कारों के माध्यम से हम इन लोगों के योगदान को उनके काम के माध्यम से समाज में पहचानना चाहते हैं. सीएम ने कहा कि असम में अहोम वंश की स्थापना करने वाले स्वर्गदेव चाओलुंग सुकफा के शासन की स्मृति में 2 दिसंबर को मनाए जाने वाले असम दिवस पर पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे, जिन्होंने 600 सालों तक राज्य पर शासन किया. उन्होंने कहा कि इस बार पुरस्कार 24 जनवरी 2022 को दिए जाएंगे. रतन टाटा को राज्य में कैंसर देखभाल सुविधाओं के लिए उनके योगदान के लिए ‘असम बैभव’ पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में नामित किया गया था. Assam CM HB Sarma today announced names of 19 personalities chosen for 3 newly-instituted awards- Asom Baibhav, Asom Sourav & Asom Gourav, “to honour their exemplary services towards society” Ratan Tata accorded Asom Baibhav, Olympic medalist Lovlina Borgohain to get Asom Sourav pic.twitter.com/MYdzKyPjuj — ANI (@ANI) December 4, 2021 ओलंपियन पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को मिलेगा ‘असम सौरव’ ‘असम सौरव’ से सम्मानित होने वाले पांच व्यक्तियों में ओलंपियन पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन, कलाकार नील पवन बरुआ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य निदेशक लक्ष्मणन एस हैं. साथ ही प्रोफेसर कमलेंदु देब क्रोरी को शिक्षा और डॉ दीपक चंद जैन को व्यवसाय प्रबंधन के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए ‘असम सौरव’ से सम्मानित किया जाएगा. ‘असम गौरव’ प्राप्त करने वालों में मुनींद्र नाथ नगाटे शामिल हैं, जो राज्य में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के प्रभारी रहे हैं. वहीं डॉ बसंत हजारिका, महामारी की शुरुआत के बाद से वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे हैं. इनके अलावा एएनएम नर्स नमिता कलिता और आशा कार्यकर्ता बोर्निता मोमिन भी हैं. कलिता ने अब तक लगभग एक लाख कोविड के टीके लगाए हैं, जो महामारी के दौरान किसी व्यक्ति द्वारा दिए गए सबसे अधिक जैब्स हैं, जबकि मोमिन ने ग्रामीणों की अंधविश्वासी मान्यताओं पर काबू पाने और जागरूकता पैदा करके सोनितपुर जिले के फूलोगुरी गारो गांव का सफलतापूर्वक टीकाकरण किया था. ‘असम बैभव’ पुरस्कार में मिलेंगे पांच लाख रुपए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘असम बैभव’ पुरस्कार में पांच लाख रुपए, ‘असम सौरव’ में चार लाख रुपए और ‘असम गौरव’ में तीन लाख रुपए की नकद राशि दी जाती है. इसके अलावा सरकार अस्पताल में भर्ती होने के मामले में सभी पुरस्कार विजेताओं के इलाज की लागत सालाना 2 लाख रुपए तक का खर्च उठाएगी. उन्हें असम भवनों में मुफ्त आवास मिलेगा और सरकारी समारोहों में आमंत्रित अतिथि होंगे.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/senior-journalist-vinod-dua-passes-away-943726.html,"वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का लंबी बीमारी के बाद निधन, बेटी ने कहा- उन्होंने अद्वितीय जीवन जिया","वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ (फाइल फोटो) वरिष्ठ भारतीय पत्रकार विनोद दुआ (Vinod Dua) का लंबी बीमारी के चलते शनिवार को निधन हो गया. तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था. जानकारी के मुताबिक, अप्रैल के बाद से ही उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही थी और गंभीर हालत में उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में एडमिट कराया गया था. सूत्रों के मुताबिक, वरिष्ठ पत्रकार का शनिवार को दिन में साढ़े चार बजे अपोलो अस्पताल में देहावसान हुआ. लिवर में संक्रमण की वजह से दुआ पिछले पांच दिनों से आईसीयू में भर्ती थे. विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पर उनके निधन की दुखद खबर दी. उन्होंने लिखा, ‘हमारे अडिग, निडर और असाधारण पिता विनोद दुआ का निधन हो गया है. उन्होंने एक अद्वितीय जीवन को जिया है. वह दिल्ली की शरणार्थी कॉलोनियों से गुजरते हुए 42 सालों तक पत्रकारिता उत्कृष्टता के शिखर तक पहुंचे. उन्होंने हमेशा सच बोला. वह अब हमारी मां और उनकी प्यारी पत्नी चिन्ना के साथ स्वर्ग में हैं, जहां पर वे दोनों गाना गाएंगे, खाना बनाएंगे, यात्रा करेंगे और एक दूसरे के साथ रहेंगे.’ मल्लिका दुआ ने जानकारी दी कि 5 दिसंबर की दोपहर को लोधी श्मशान घाट पर दुआ का अंतिम संस्कार किया जाएगा. Senior journalist Vinod Dua passes away, confirms his daughter and actress Mallika Dua. His cremation will take place tomorrow, she posts. (Pic Source: Vinod Dua Twitter account) pic.twitter.com/CmkSgOrWfP — ANI (@ANI) December 4, 2021 सोशल मीडिया पर दी थी बिगड़ते स्वास्थ्य की जानकारी दूरदर्शन और एनडीटीवी जैसे समाचार चैनलों के लिए सेवाएं दे चुके और हिंदी पत्रकारिता के जाने माने चेहरा 67 वर्षीय विनोद दुआ ने इसी साल जून में अपनी पत्नी पद्मावती ‘चिन्ना’ दुआ को कोरोना के चलते खो दिया था. मालूम हो कि इससे पहले, पत्रकार के बिगड़ते स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए उनकी बेटी और कॉमेडियन मलाइका दुआ (Malika Dua) ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी कि ‘मेरे पिता की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती हैं. अप्रैल के बाद से ही उनकी सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है. उन्होंने एक असाधारण जीवन जिया है और हमें वही दिया है. उन्हें दर्द नहीं होना चाहिए. सब उन्हें बहुत प्यार करते हैं और मैं आप सबसे गुजारिश करती हूं कि दुआ करें कि उन्हें कम से कम तकलीफ हो.’ कोरोना की दूसरी लहर ने छीन ली थी ‘चिन्ना’ कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान विनोद दुआ और उनकी पत्नी गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती हुए थे. पत्रकार की हालत तभी से खराब चल रही थी. इस दौरान उन्हें कई बार अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ा था. कोरोना की वजह से चिन्ना दुआ को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. पेशे से रेडियोलॉजिस्ट चिन्ना दुआ का असल नाम पदमावती दुआ था. कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. विनोद दुआ ने सात जून को एक फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी पत्नी के निधन की दुखद खबर दी थी. चिन्ना दुआ ने 2019 तक लगभग 24 सालों तक एक रेडियोलॉजिस्ट के तौर पर काम किया था. रामनाथ गोयनका पत्रकारिता सम्मान पाने वाले पहले टीवी पत्रकार विनोद दुआ साल 1996 में रामनाथ गोयनका पत्रकारिता सम्मान पाने वाले पहले टीवी पत्रकार थे. उन्हें केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार के वक्त 2008 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. पत्रकारिता में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए मुंबई प्रैस क्लब ने जून 2017 में उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट रेड लिंक अवार्ड दिया था. दुआ का जन्म 11 मार्च 1954 को हुआ था. उनका परिवार पाकिस्तान के डेरा इस्माइल खान से विभाजन के वक्त दिल्ली आया था. खूबसूरत आवाज के धनी थे दुआ उन्होंने दिल्ली के हंसराज कालेज से अंग्रेजी में स्नातक किया और दिल्ली विश्वविद्यलय से लिट्रेचर में एमए की डिग्री हासिल की. वे स्ट्रीट थियेटर ग्रुप के सक्रिय सदस्य रहे और खूबसूरत आवाज के धनी दुआ और पत्नि डॉ चिन्ना दुआ महफिलों की शान हुआ करते थे. उनकी दो बेटियां मल्लिका और बकुल हैं. मल्लिका ने कल ही अपने इंस्टाग्राम पर उनकी तबियत की गंभीरता का जिक्र किया था और कहा कि हमेशा जिंदादिल रहे विनोद दुआ जैसी शख्सियत के लिए बेहतर जिंदगी जीना, लंबी जिंदगी जीने से ज्यादा महत्वपूर्ण है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/jawad-cyclone-news-cyclone-jawad-in-puri-75-train-cancelled-people-vacate-lower-area-943727.html,"Jawad Cyclone: चक्रवात ‘जवाद’ की आहट, पुरी में तेज हवाएं और बारिश, रेलवे ने 75 ट्रेनों को किया रद्द","चक्रवाती तूफान जवाद (सांकेतिक तस्वीर) भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में एक गहरा दबाव शुक्रवार को चक्रवाती तूफान जवाद (Jawad Cyclone) में तब्दील हो गया. रविवार तक इस चक्रवाती तूफान के ओडिशा के पुरी तक पहुंचने की पूरी संभावना है. जवाद तूफान की वजह से जो क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे, उसमें उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण तटीय ओडिशा शामिल हैं. इस इलाकों में बहुत भारी बारिश की संभावना है. कुछ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग ने वीकेंड पर पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भी भविष्यवाणी की है. पुरी में तूफान जवाद का असर देखने को मिलना शुरू हो गया है. ये तूफान रविवार को ओडिशा के तट से टकराने (Cyclone Jawad in Odisha) वाला है, लेकिन पुरी (Puri) में अभी से ही तेज बारिश होने लगी है. इसके अलावा, हवाओं की रफ्तार भी तेज हो गई है. इस वजह से एनडीआरएफ (NDRF) की 64 टीमों को तैनात कर दिया गया है. एनडीआरएफ के अधिकारी बिश्वनाथ चौधरी ने कहा कि जवाद तूफान के मद्देनजर ओडिशा के पुरी में एक टीम को तैनात किया गया है. अगर यहां पर स्थिति बिगड़ती है तो हमारे पास सभी जरूरी उपकरण हैं और टीम पूरी तरह से तैयार है. जलभराव की वजह से यातायात होगा प्रभावित मौमस विभाग भुवनेश्वर के डायरेक्टर एच आर विश्वास ने बताया कि तूफान के दौरान हवा की अधिकतम गति 75 किमी/घंटा रहने का अनुमान है. यहां पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है और किसी भी क्षेत्र में तूफान की चेतावनी नहीं है. जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हो सकता है. उन्होंने कहा कि केवल तट के निचले इलाकों और संवेदनशील इलाकों में ही लोगों को निकाला गया है. वहीं, तूफान के मद्देनजर पुरी के तट को खाली करा दिया गया है. यहां पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है, ताकि लोगों को बाहर निकालने के काम में तेजी लाई जा सके और लोगों को यहां आने से रोका जा सके. तूफान के कमजोर होने का आसार वहीं, भारतीय मौसम विभाग ने एक बयान जारी कर बताया कि शनिवार सुबह 5.30 बजे तक जवाद तूफान आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम से लगभग 230 किमी दक्षिण-पूर्व और ओडिशा में पुरी से 410 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में पश्चिम-मध्य पर केंद्रित था. विभाग ने कहा कि तूफान के धीरे-धीरे कमजोर पड़ने और अगले 12 घंटे में उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद है और इसके बाद यह उत्तर की तरफ ओडिशा के तट की तरफ गहरे दबाव के क्षेत्र के रूप में पुरी के पास जा सकता है. इसके बाद जवाद के और कमजोर होने और उत्तर-पूर्वोत्तर की तरफ ओडिशा से पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ने के आसार हैं. तूफान से क्या हो सकता है नुकसान? रिलीफ कमिश्नर प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि हमारी सभी रिस्पांस टीम खेतों में तैनात हैं और कुछ लोगों को बाहर निकालने का काम भी जारी है. केवल निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को स्थानांतरित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस चक्रवात के प्रभाव की वजह से हमें ओडिशा में धान की फसलों के बड़े पैमाने पर नुकसान होने की उम्मीद है. फसलों के नुकसान होने का आकलन किया जा रहा है. जेना ने कहा की मछली पकड़ने की लगभग 22,700 नौका पहले से समुद्र और चिल्का झील से वापस आ चुकी हैं. तूफान की वजह से पुरी में जलभराव की भी उम्मीद है, जिसकी वजह से सड़कों पर जाम लग सकता है. ट्रेनें रद्द-गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में किया गया ट्रांसफर भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने चक्रवात जवाद के मद्देनजर 4 और 5 दिसंबर को ओडिशा से गुजरने वाली 75 से अधिक यात्री ट्रेनों को दो दिनों के लिए रद्द करने का फैसला किया है. ओडिशा सरकार चक्रवात प्रभावित जिलों में गर्भवती महिलाओं को जवाद के मद्देनजर अस्पतालों में स्थानांतरित कर रही है. अब तक 400 से अधिक गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में ले जाया जा चुका है. इस बीच, चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. एनडीआरएफ डीजी अतुल करवल ने कहा, ‘एनडीआरएफ जवाद चक्रवात के लिए तैयार है. पश्चिम बंगाल, आंध्र और ओडिशा के प्रभावित क्षेत्रों में कुल 64 टीमें मौजूद हैं, जिनमें से 52 को तैनात किया गया है. आईएमडी के अनुसार, चक्रवात की तीव्रता और हवा की गति कम हो गई है और ये विशाखापत्तनम से लगभग 200 किमी दूर है.’ उन्होंने कहा, ‘भविष्यवाणी के मुताबिक आधी रात तक चक्रवात डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा. कुछ क्षेत्रों में 3-7 सेमी वर्षा देखी गई है. अब तक कोई मोबाइल कनेक्टिविटी समस्या या सड़क ब्लॉक देखने को नहीं मिला है.’",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/snowfall-in-jammu-kashmir-for-next-two-days-increased-cold-rain-alert-in-these-states-including-delhi-943497.html,"जम्मू कश्मीर में अगले दो दिन तक बर्फबारी का अलर्ट, दिल्ली समेत इन राज्यों में बढ़ी ठंड, बारिश का भी अलर्ट","कश्मीर में बर्फबारी (फाइल फोटो- PTI) जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में अगले दो दिन तक हल्की से भारी बर्फबारी का अनुमान जताया है. घाटी में ज्यादातर जगहों पर न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखी गई है. मौसम विभाग ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर में शनिवार शाम से सोमवार शाम तक बर्फबारी होने की उम्मीद है और रविवार को भारी हिमपात हो सकता है.’ पहाड़ों में हो रही बर्फबारी (Snowfall) का असर मैदानी इलाकों वाले राज्यों में भी दिख रहा है. दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड बढ़ गई है. वहीं कुछ कसर बेमौसम बारिश ने पूरी कर दी है. मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि जम्मू कश्मीर में शनिवार रात से बर्फबारी शुरू हो जाएगी और धीरे-धीरे बढ़ते हुए रविवार को तेज होगी. अधिकारियों ने कहा कि कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की (दो से तीन इंच) बर्फबारी हो सकती है जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम (छह से सात इंच) बर्फबारी होने के आसार हैं. उन्होंने कहा कि ऊंचाई वाली कुछ जगहों पर भारी बर्फबारी भी हो सकती है. जम्मू क्षेत्र के अधिकांश इलाकों में हल्की से भारी बारिश होने का अंदेशा है. श्रीनगर में तापमान शून्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज अधिकारियों ने कहा कि बारिश के कारण सदना टॉप, जोजिला, सिंथन टॉप, मुगल रोड और रामबन-बनिहाल जैसे दर्रों पर कुछ देर के लिए यातायात बाधित हो सकता है. इससे रविवार को बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है. इस बीच शुक्रवार को घाटी के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखी गई. श्रीनगर में शुक्रवार रात को तापमान शून्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया जो कि पिछली रात से 2.4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था. पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से दो डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया जो कि 4.1 डिग्री सेल्सियस से अधिक था. दिल्ली में सुबह का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया वहीं, राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. आईएमडी ने बताया कि हवा में नमी का स्तर 97 प्रतिशत दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने दिन भर हल्की धुंध छाए रहने और अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान जताया है. विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि आगामी रविवार से मौसम फिर करवट लेगा और 2 दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा. साथ ही शनिवार के लिए यलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी करते हुए घने कोहरे (Fog) की संभावना जताई गई है. वही, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) “बेहद खराब” श्रेणी में 372 दर्ज किया गया.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/congress-leader-konijeti-rosaiah-passes-away-pm-narendra-modi-andhra-tamil-nadu-cm-expressed-grief-943420.html,"आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कोनिजेति रोसैया का निधन, पीएम मोदी समेत आंध्र और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने जताया शोक","आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कोनिजेति रोसैया का निधन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कोनिजेति रोसैया (Konijeti Rosaiah) के निधन पर शनिवार को शोक प्रकट किया और कहा कि जन हित में किए गए उनके कार्यों और उनके योगदानों को याद किया जाएगा. रोसैया का शनिवार सुबह हैदराबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया. वह 88 वर्ष के थे. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘के. रोसैया के निधन से दुखी हूं. मुख्यमंत्री के रूप में और फिर तमिलनाडु का राज्यपाल बनने के बाद हुई हम दोनों की मुलाकातें मुझे याद आ रही हैं. जन हित में किए गए कार्यों और योगदानों के लिए उन्हें याद किया जाएगा. उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं.’ मालूम हो कि रोसैया 31 अगस्त 2011 से 30 अगस्त 2016 तक तमिलनाडु के राज्यपाल रहे थे. साल 1968 में की थी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत रोसैया ने अपनी राजनीतिक यात्रा 1968 में विधान परिषद के सदस्य के रूप में शुरू की थी. वाईएस राजशेखर रेड्डी के निधन के बाद वह तीन सितंबर 2009 से 25 नवंबर 2010 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. रोसैया के निधन पर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल ने भी शोक व्यक्त किया है. आंध्र के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने अपने संदेश में कहा, ‘मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.’ वहीं, आंध्र के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि रोसैया के निधन से उन्हें बेहद दुख हुआ. रेड्डी ने एक बयान में कहा, ‘अपने लंबे राजनीतिक सफर में रोसैया ने एक विधायक, मंत्री, सांसद, मुख्यमंत्री और राज्यपाल के रूप में बेहतरीन सेवा दी. उनका निधन दोनों तेलुगू भाषी राज्यों के लिए अपूरणीय क्षति है.’ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने व्यक्त किया शोक विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू ने रोसैया को एक अच्छा प्रशासक और आर्थिक मामलों का जानकार बताया. जनसेना पार्टी के अध्यक्ष के. पबन कल्याण ने कहा कि रोसैया एक बेदाग छवि वाले नेता थे. आंध्र प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष एस. शैलजानाथ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सोमू वीरराजू, नेहरू युवा केंद्र संगठन के उपाध्यक्ष विष्णुवर्धन रेड्डी तथा राज्य के अन्य गणमान्य लोगों ने रोसैया के निधन पर शोक व्यक्त किया. तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि ने कहा कि रोसैया के निधन से वह स्तब्ध रह गए. रवि ने कहा कि रोसैया एक वरिष्ठ नेता और सांसद थे जिन्हें उनकी प्रशासनिक क्षमता के लिए जाना जाता था. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने ट्वीट किया, ‘आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल डॉ कोनिजेति रोसैया के निधन के निधन की सूचना पाकर बेहद दुख हुआ. वह बहुत अनुभवी, ज्ञानी और वरिष्ठ नेता थे. मैं उनके शोकाकुल परिजनों और मित्रों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.’",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/jammu-and-kashmir/jammu-kashmir-active-lashkar-i-taiba-militant-hamid-nath-arrested-in-budgam-943458.html,"जम्मू-कश्मीर: LeT का एक्टिव आतंकी हामिद नाथ बडगाम से गिरफ्तार, लश्कर कमांडर मोहम्मद युसूफ कांत्रो का है करीबी सहयोगी","सांकेतिक तस्वीर जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बडगाम जिले (Budgam District) में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-I-Taiba) के एक सक्रिय आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इसकी जानकारी दी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस और सेना की 02 आरआर, 62 आरआर की संयुक्त टीम ने पुष्कर में एक सक्रिय आतंकवादी को गिरफ्तार किया है. उन्होंने गिरफ्तार आतंकवादी की पहचान पेठ जनिगाम निवासी हामिद नाथ (Hamid Nath) के रूप में की है. वह इस साल 26 फरवरी से ही सक्रिय था. अधिकारी ने कहा कि वह लश्कर कमांडर मोहम्मद युसूफ कांत्रो का करीबी सहयोगी था. इससे पहले, 16 अक्टूबर में कश्मीर जोन पुलिस (Kashmir Zone Police) ने बताया था कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी उमर मुस्ताक खांडे को एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया. खांडे ने फरवरी में श्रीनगर (Srinagar) के बघाट में चाय पी रहे पुलिस के दो जवानों मोहम्मद यूसुफ और सुहैल आह की हत्या कर दी थी. इसने राज्य में अन्य आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया था. पुलिस ने पुलवामा जिले के पंपोर इलाके में खांडे को लंबे समय तक चले मुठभेड़ के बाद ढेर किया है. इस साल अगस्त में पुलिस द्वारा एक हिटलिस्ट जारी किए जाने के बाद से सुरक्षा बल आतंकियों को ढेर करने में जुटे हुए हैं. पुलवामा में मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादी ढेर सुरक्षाबलों की हिटलिस्ट में शामिल अन्य आतंकियों में सलीम पर्रे, यूसुफ कांट्रो, अब्बास शेख, रेयाज शेटगुंड, फारूक नली, जुबैर वानी, अशरफ मोलवी, साकिब मंजूर और वकील शाह शामिल हैं. वहीं, जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का आतंकवादी कमांडर यासिर पर्रे और एक विदेशी आतंकवादी मारा गया. मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर में स्थित पुलवामा जिले के कसबयार इलाके में हुई. उन्होंने बताया, मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए. पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) कश्मीर, विजय कुमार ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में से एक पर्रे जेईएम का कमांडर और आईईडी का जानकार था. आईजीपी ने ट्वीट किया, प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर और आईईडी का जानकार यासिर पर्रे तथा विदेशी आतंकवादी फुरकान को मार गिराया गया. दोनों कई आतंकवादी मामलों में शामिल थे. ये एक बड़ी सफलता है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/air-india-delhi-newark-us-flight-returns-to-delhi-after-three-hours-of-flight-due-to-medical-emergency-943375.html,"अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट रवाना होने के तीन घंटे बाद लौटी भारत, मेडिकल इमरजेंसी के बाद लिया गया फैसला","एअर इंडिया. दिल्ली से नेवार्क (US) जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट (Air India Flight) को मेडिकल इमरजेंसी (Medical Emergency) के कारण भारत वापस लौटना पड़ा. एयर इंडिया के अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि फ्लाइट ने 3 घंटे से ज्यादा की उड़ान भरी थी. लेकिन इसके बाद मेडिकल इमरजेंसी की वजह से फ्लाइट को वापस दिल्ली (Delhi) का रुख करना पड़ा. Air India Delhi-Newark (US) flight returns to Delhi after more than 3 hours of flight, due to a medical emergency onboard: Air India official (file pic) pic.twitter.com/fe4RWq2C8a — ANI (@ANI) December 4, 2021 ढाका से भी सामने आया था कुछ ऐसा ही मामला वहीं, बुधवार रात को ढाका से भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां मलेशियाई एयरलाइंस के विमान में बम की खबर मिलने के बाद हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Hazrat Shahjalal International Airport) पर विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी. हालांकि यह सूचना झूठी निकली थी. बांग्लादेश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बताया था, ‘ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एचएसआईए) पर यात्रियों, उनके सामान और विमान की गहन तलाशी के बाद मलेशियाई एयरलाइंस के विमान में बम की खबर ‘निराधार’ निकली है. मलेशिया से एक फोन कॉल पर हमें जो जानकारी मिली थी. वह झूठी साबित हुई है.’ खराब इंजन की चेतावनी के बाद नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग इससे पहले, 27 नवंबर को बेंगलुरू से पटना जाने वाली गो फर्स्ट फ्लाइट (Go First Flight) में खराब इंजन की चेतावनी के बाद उसे नागपुर एयरपोर्ट (Nagpur Airport) डायवर्ट कर दिया गया था. ये विमान पटना जा रहा था और इसमें 139 यात्री सवार थे. विमान के कैप्टन को एहतियात के तौर पर इंजन को बंद करना पड़ा. इसके बाद कैप्टन ने सूझ-बूझ के साथ विमान को सुरक्षित नागपुर एयरपोर्ट पर लैंड करवाया. गो फर्स्ट के प्रवक्ता ने बताया था, ‘सभी यात्रियों को सुरक्षित विमान से उतार दिया गया है’. बता दें कि इसके बाद यात्रियों के लिए दूसरे विमान की व्यवस्था की गई थी.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-russia-22-ministerial-dialogue-foreign-minister-sergey-lavrov-to-visit-india-and-meet-eam-s-jaishankar-943310.html,"भारत दौरे पर आएंगे रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, जयशंकर संग होगी मुलाकात, 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में लेंगे हिस्सा","रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Russian Foreign Minister Sergey Lavrov) 5-6 दिसंबर को भारत के दौरे पर आएंगे. विदेश मंत्रालय ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान लावरोव विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) से मुलाकात करेंगे और भारत-रूस के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता (2+2 Ministerial Dialogue) में हिस्सा लेंगे. रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और विदेश मंत्री लावरोव अपने भारतीय समकक्षों राजनाथ सिंह और एस. जयशंकर के साथ 2+2 मंत्रिस्तरीय की बातचीत के लिए नई दिल्ली आएंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इससे पहले जानकारी दी थी कि 6 दिसंबर को ‘2+2’ मंत्रिस्तरीय वार्ता होगी, जिसमें दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्री हिस्सा लेंगे. उन्होंने बताया था कि ‘2+2’ मंत्रिस्तरीय वार्ता में हिस्सा लेने के लिए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु 5-6 दिसंबर को भारत आएंगे. बागची ने कहा कि इस बैठक में भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर हिस्सा लेंगे. 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा रूस विदेश मंत्रालय के मुताबिक, 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में मंत्री एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और अफगानिस्तान तथा सीरिया के घटनाक्रम सहित प्रमुख क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर गहन चर्चा करेंगे. गौरतलब है कि रूस हिंद-प्रशांत को एशिया-प्रशांत के संदर्भ में उल्लेख करता है. वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) भी अगले हफ्ते भारत के दौरे पर आने वाले हैं. रूसी राष्ट्रपति पुतिन के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के बीच वार्ता के बाद भारत और रूस कुछ अर्ध-गोपनीय समेत विभिन्न क्षेत्रों में 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. राष्ट्रपति पुतिन भारत की आधिकारिक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और द्विपक्षीय एवं विशेष सामरिक संबंधों के सभी आयामों पर विस्तृत चर्चा करेंगे. रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक, राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने संभावित 10 द्विपक्षीय समझौतों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी. क्योंकि उन्हें अभी भी अंतिम रूप दिया जा रहा है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे अधिकांश विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए बेहद अहम हैं.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/coronavirus-omicron-variant-madurai-ban-entry-of-unvaccinated-people-in-hotels-malls-other-public-places-943269.html,"मदुरई में बिना वैक्सीनेशन वाले लोगों की होटल, शॉपिंग मॉल में ‘नो एंट्री’, प्रशासन ने लिया सख्त फैसला","कोरोना जांच करते स्वास्थ्यकर्मी. भारत में ओमीक्रोन के दो मामलों के सामने आने के बाद सभी राज्य कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं. इसी कड़ी में तमिलनाडु के मदुरई जिला प्रशासन ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर एक आदेश जारी किया है. जिला प्रशासन ने आदेश में कहा कि एक हफ्ते के बाद नॉन-वैक्सीनेटेड लोगों को होटल, शॉपिंग मॉल और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों जैसे सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. जिला प्रशासन ने कहा कि लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की कम से कम एक डोज लेने के लिए एक हफ्ते का समय दिया जा रहा है. मदुरई के जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘लोगों को COVID-19 वैक्सीन की कम से कम एक डोज लेने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है. जो इस नियम का पालन नहीं करेगा, उसे होटल, शॉपिंग मॉल और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों जैसे सार्वजनिक स्थानों में एंट्री करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.’ केवल वैक्सीनेटेड लोगों को ही एंट्री की मिलेगी इजाजत जिला कलेक्टर ने बताया कि भीड़-भाड़ वाली जगहों पर केवल कोरोनावायरस वैक्सीन सर्टिफिकेट वाले लोगों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी. होटल, हॉस्टल, बार, शॉपिंग मॉल, व्यवसाय, कारखाने, शैक्षणिक संस्थान, मैरिज हॉल, थिएटर, बाजार और शराब की दुकानों में बिना वैक्सीन के लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. सार्वजनिक स्थानों पर आने वाले लोगों को कम से कम पहली डोज की वैक्सीन लगी होनी चाहिए. जिला कलेक्टर ने बताया कि मदुरई में करीब 3 लाख लोगों को वैक्सीन की एक भी डोज नहीं मिली है. 3 लाख लोग अब भी नॉन-वैक्सीनेटेड मदुरई जिले में 71.6 प्रतिशत लोगों को पहली डोज और 32.8 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज की वैक्सीन लगी है. उन्होंने कहा, ‘मदुरई जिले में 71.6 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज और 32.8 फीसदी लोगों को दूसरी डोज का टीका लगाया गया है. 3 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें दूसरी समय सीमा के बाद भी टीका नहीं लगाया गया है.’ इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में 126.53 करोड़ COVID-19 वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/maharashtra/omicron-patient-first-in-maharashtra-from-kalyan-dombivli-after-coming-to-mumbai-from-capetown-on-24th-november-to-the-doctor-for-this-only-reason-944103.html,"Omicron in Maharashtra: डोंबिवली के ओमीक्रॉन संक्रमित व्यक्ति में दिखा था बस एक ही लक्षण, जानें कैसे महाराष्ट्र में मिला पहला केस","ओमीक्रॉन का साया दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन से मुंबई से सटे डोंबिवली इलाके में आए एक शख्स की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वह ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है. इस वजह से महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग और कल्याण-डोंबिवली महापालिका का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. यह शख्स केपटाउन से दुबई आया. दुबई से दिल्ली पहुंचा. दिल्ली से मुंबई होते हुए डोंबिवली पहुंचा. जब वह डोंबिवली पहुंचा तो उसकी तबीयत में कोई खास खराबी नहीं दिखाई दे रही थी. वह अपने रोजमर्रे के काम सही तरह से कर रहा था. लोगों से बातचीत अच्छी तरह से कर रहा था. फिर उसके शरीर में दिखाई दिया पहला लक्षण. वह चौंक गया. उसने कोरोना टेस्ट करवाया. टेस्ट पॉजिटिव आया. वह थोड़ा और घबराया. मन में सवाल आया कि कोरोना के अन्य लक्षण उसे महसूस क्यों नहीं हुए? मसलन उसे गले में खराश नहीं हुआ. बेचैनी नहीं हुई. थकावट नहीं हुई. बदन दर्द नहीं हुआ. बस एक दिक्कत सामने आई थी. वो इसी एक वजह से कोरोना टेस्ट करवाने पहुंच गया था. उस एक लक्षण का नतीजा कोरोना पॉजिटिव के रूप में सामने आया. वो एक लक्षण था हल्का बुखार आना. बस एक लक्षण दिखा था, हल्का बुखार हुआ था उस शख्स को बस हल्का सा बुखार हुआ था. इसके अलावा उसके अंदर कोरोना के कोई और लक्षण नहीं दिखे. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद डोंबिवली महापालिका ने उसे आर्ट गैलरी के कोविड अस्पताल में भर्ती किया. यहां से उसके सैंपल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया. शनिवार को जब रिपोर्ट आई तो वो रिपोर्ट हैरान कर गई थी. वह महाराष्ट्र का पहला ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मरीज घोषित किया गया. वह अकेला व्यक्ति हुआ पॉजिटिव, उससे जुड़े सभी लोग नेगेटिव ओमीक्रॉन संक्रमित व्यक्ति के करीबियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई. वह डोंबिवली की जिस इमारत में रह रहा है, उस इमारत में रह रहे लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है. उसके रिश्तेदारों की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वह अकेला ओमीक्रॉन वेरिएंट संक्रमित व्यक्ति पाया गया है. उसे जानने-पहचानने वाले में से भी किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है. यह मरीज जिस डॉक्टर के पास अपनी जांच करवाने गया था, वह डॉक्टर भी पूरी तरह से नेगेटिव पाए गए हैं. इतना ही नहीं यह व्यक्ति जिस प्राइवेट कार से होकर मुंबई से डोंबिवली गया. उस कार के ड्राइवर की टेस्ट रिपोर्ट भी नेगेटिव पाई गई है. इस यात्री के साथ दिल्ली से मुंबई तक यात्रा करने वाले लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है. महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन वेरिएंट का पहला केस मिलने की पुष्टि करते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि इस खबर से घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन सावधानी और सतर्कता में कमी भी कतई ना की जाए. कोरोना नियमों का पालन सख्ती से करते रहें. मास्क का इस्तेमाल करें. कोरोना नियमों का इस्तेमाल करने के लिए सख्ती थोड़ी और बढ़ाई जाएगी. फिलहाल राज्य सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी शुरू कर दी है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/russian-president-vladimir-putin-india-visit-next-week-top-russian-official-claims-russia-india-to-sign-10-bilateral-agreements-pm-narendra-modi-943147.html,"अगले हफ्ते भारत आ रहे राष्ट्रपति पुतिन, रूसी अधिकारी का दावा- भारत के साथ 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा रूस","रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (File) रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) अगले हफ्ते भारत के दौरे पर आने वाले हैं. रूसी राष्ट्रपति पुतिन के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच वार्ता के बाद भारत और रूस कुछ अर्ध-गोपनीय समेत विभिन्न क्षेत्रों में 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. रूसी समाचार एजेंसी TASS ने राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से कहा कि लगभग 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जो काफी महत्वपूर्ण हैं और इनमें कुछ अर्ध-गोपनीय (Semi-confidential) समझौते भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, “इन पर अभी भी काम चल रहा है. हमें विश्वास है कि इस दौरे के हिस्से के रूप में समझौतों के पैकेज पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.” संभावित समझौतों का खुलासा नहीं रूसी समाचार एजेंसी के अनुसार, यूर",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-variant-new-covid-19-corona-strain-cases-live-south-africa-canada-india-news-updates-in-hindi,"Omicron LIVE: रांची में 'ओमिक्रॉन' वेरिएंट का एक संदिग्ध मरीज मिला, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया सैंपल","खास बातें LIVE Omicron Variant (ओमिक्रॉन वैरिएंट) New COVID-19 Corona Strain Cases Hindi News Updates : भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' के फैलने से लोगों में जहां डर का माहौल है वहीं कई विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की आशंका जताई है। इस बीच 'ओमिक्रॉन' का पहला मामला अब चिली में भी आ गया है। उधर भारत में गुजरात और महाराष्ट्र से ओमिक्रॉन के कुल दो मामले सामने आए हैं जिससे देश में अब कुल संक्रमितों की संख्या चार हो गई है। लाइव अपडेट 09:17 AM, 05-Dec-2021 रांची में 'ओमिक्रॉन' का एक संदिग्ध मरीज मिला रांची में कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' का एक संदिग्ध मरीज मिला है। इस मरीज का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया है। 08:33 AM, 05-Dec-2021 Omicron LIVE: रांची में 'ओमिक्रॉन' वेरिएंट का एक संदिग्ध मरीज मिला, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया सैंपल चिली में 25 नवंबर को घाना से आए एक व्यक्ति मे कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' की पुष्टि हुई है। इसी के साथ देश में ओमिक्रॉन के पहले मामले ने दस्तक दे दी है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/cyclone-jawad-latest-updates-today-05-december-odisha-and-andhra-pradesh-weather-imd-heavy-rain-alert,"Cyclone Jawad : कमजोर पड़ा चक्रवाती तूफान, पुरी में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू, दोपहर तक टकराने की संभावना","खास बातें मौसम विभाग के मुताबिक आज पुरी में जमीन से टकराने के पहले चक्रवात और भी कमजोर होते हुए गहरे दबाव में पहुंच जाएगा । पुरी में बारिश शुरू हो गई है। तूफान के कमजोर पड़ने से नुकसान और तबाही कम होने की संभावना है। हालांकि, आईएमडी ने अलर्ट जारी किया है। लाइव अपडेट 08:57 AM, 05-Dec-2021 ओडिशा के पुरी पहुंचने से पहले चक्रवात तूफान जवाद का असर दिखने लगा है। पुरी में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। 08:53 AM, 05-Dec-2021 बंगाल ने तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकाला मौसम विभाग ने कहा ""चक्रवाती तूफान जवाद के डीप डिप्रेशन के अवशेष कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल जाएंगे, आज दोपहर के आसपास पुरी के पास ओडिशा तट पर पहुंचेंगे।"" बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती दबाव के कारण दीघा का समुद्र उबड़-खाबड़ हो गया है। तूफान कमजोर पड़ने के बाद कुछ लोग समुद्र किनारे पहुंचे और मौसम का आनंद उठाया। #WATCH | The sea at Digha has turned rough due to cyclonic circulation over the Bay of Bengal ""Deep Depression remnant of cyclonic storm Jawad to weaken further into a Depression, reach Odisha coast near Puri around noon today,"" says IMD. pic.twitter.com/kuS6OzqsZX — ANI (@ANI) December 5, 2021 08:38 AM, 05-Dec-2021 जवाद के खतरे को देखते हुए पश्चिम बंगाल ने दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मेदिनिपुर समेत कई तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकाल लिया है। शनिवार को उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनिपुर, झारग्राम, हावड़ा और हुगली में दिनभर बारिश होती रही। 08:36 AM, 05-Dec-2021 ओडिशा सरकार ने समुद्री तट के आसपास रहने वाले लोगों को खाली करा लिया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, कोस्टल गार्ड समेत स्थानीय पुलिस के जवान भी तैनात हैं। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह 5:30 बजे चक्रवात जवाद पुरी तट से 410 किमी व विशाखापत्तनम से 230 किमी दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था। यहां से यह कमजोर पड़ना शुरू हुआ और उत्तर की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटे में इसके और कमजोर पड़ने का अनुमान है। वहां से यह उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर ओडिशा तट का रुख करेगा व रविवार दोपहर को गहरे दबाव में बदलते हुए पुरी में दस्तक देगा। यहां से यह और कमजोर होता हुआ पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा। 08:15 AM, 05-Dec-2021 Cyclone Jawad : कमजोर पड़ा चक्रवाती तूफान, पुरी में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू, दोपहर तक टकराने की संभावना बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात जवाद ओडिशा की पुरी पहुंचने से पहले ही सुस्त पड़ता नजर आया। आज दोपहर तक ओडिशा की पुरी से टकराने की संभावना है। कमजोर पड़ने के बाद जवाद से नुकसान भी कम होने की उम्मीद जताई जा रही है। 80 से 100 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाला चक्रवाती तूफान जवाद के कमजोर होने के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि, इस दौरान कई राज्यों में बारिश की आशंका जताई गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल में गंगा के तटों से लगते क्षेत्रों और उत्तरी ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर बारिश हो सकती है। इसके अलावा सोमवार को असम, मेघालय और त्रिपुरा के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा, जवाद के कमजोर पड़ने से अधिक नुकसान नहीं होगा लेकिन इस दौरान आंध्र प्रदेश व ओडिशा में बारिश बढ़ेगी जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। इसका जो भी असर होगा वह ओडिशा के गंजम, भदरक और बालासोर जिले में होगा। यह नुकसान चक्रवात की तबाही जैसा नहीं होगा। श्रीकाकुलम, विजियानगरम व विशाखापत्तनम में भी बारिश बढ़ेगी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/madras-high-court-order-to-tamil-nadu-government-to-keep-the-property-of-sri-nitya-kalyan-perumal-temple-safe,मद्रास हाईकोर्ट : तमिलनाडु सरकार को श्री नित्य कल्याण पेरुमल मंदिर की संपत्ति सुरक्षित रखने के दिए निर्देश,"मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया है कि मंदिर की संपत्ति को निजी या व्यावसायिक संस्थाओं को बेचा या किराए पर नहीं दिया जाए। शहर आधारित मरमेड प्रॉपर्टीज की एक याचिका का निपटारा करते हुए कोर्ट ने यह आदेश दिए। याचिका में राज्य हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग के 30 मार्च 2017 को जारी आदेश को रद्द करने और कांचीपुरम जिले के तिरुविदंथाई गांव के श्री नित्य कल्याण पेरुमल मंदिर की 31 में से 22 सेंट को लीज पर देने की मांग की गई थी। जस्टिस आर. सुरेश कुमार ने अपने फैसले में कहा कि सरकार को मंदिर की संपत्तियों को किसी व्यक्ति, कंपनी, फर्म या औद्योगिक घराने को देने से पहले व्यापक विचार करना चाहिए। राज्य का विकास हालांकि महत्वपूर्ण है, लेकिन यह ईश्वर की संपत्तियों की कीमत पर नहीं होना चाहिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tamil-nadu-three-passengers-arrested-for-gold-and-foreign-currency-smuggling-at-chennai-airport,तमिलनाडु: चेन्नई हवाईअड्डे पर सोना व विदेशी मुद्रा की तस्करी के आरोप में तीन यात्री गिरफ्तार,"चेन्नई हवाईअड्डे पर दो अलग-अलग घटनाओं में 65.13 लाख रुपये मूल्य का सोना, विदेशी मुद्रा और इलेक्ट्रॉनिक सामानों की तस्करी में तीन यात्रियों को गिरफ्तार किया है। पहली घटना में सीमा शुल्क अधिकारियों ने शुक्रवार को दुबई से आए दो यात्रियों से कांच के 24 जार बरामद किए, जिसमें सोना व इलेक्ट्रॉनिक सामान था। एक यात्री को गिरफ्तार किया है। दूसरी घटना में दुबई जाने वाले दो यात्रियों से 500 के मूल्य में 220 सऊदी रियाल पाए गए। दोनों घटनाओं में, अधिकारियों ने 601 ग्राम सोना, 11,000 सऊदी रियाल और सामान जब्त किए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/azadi-ka-amrit-mahotsav-here-revolution-story-of-veer-vinayak-damodar-savarkar-on-every-tongue-memories-are-felt-on-the-streets-and-chaupal,"आजादी का अमृत महोत्सव : यहां हर जुबां पर 'वीर' की क्रांतिगाथा, गलियों और चौपाल पर होता है स्मृतियों का एहसास","नासिक से भगूर गांव तक वीर सावरकर की यादों का एक पूरा समंदर फैला है। नासिक से 12 किलोमीटर दूर दक्षिण की ओर बसे इस गांव में जाने के लिए हम ऑटो में बैठे। ऑटो चालक पूरे रास्ते अपने तात्या के किस्से सुनाता रहा। सावरकर की क्रांति गाथा की एक-एक पंक्ति उसके जेहन में बसी थी। कुछ देर बाद हम भगूर गांव में सावरकर के घर के सामने थे, जो अब स्मारक बन चुका है। गांव में प्रवेश करते ही यहां की गलियों और चौपाल पर सावरकर के बचपन की स्मृतियों का एहसास होता है। गांव के एक छोर से दूसरे छोर तक उनकी वीरगाथाएं सुनाई देती हैं। यहां के लोगों के लिए यह स्मारक किसी मंदिर से कम नहीं है। गोबर से लीपे इस पुराने भवन में आजादी के योद्धा के बचपन की यादें संजोकर रखी हुई हैं। यहां आने वाले सैलानी सहज ही वीर सावरकर की स्मृतियों में खो जाते हैं। जिस जगह उनके परिवार के लोग पूजा किया करते थे वह स्थान भी सुरक्षित है। वक्त के साथ भगूर अब कस्बे की शक्ल ले चुका है। स्मारक देखने के लिए न केवल महाराष्ट्र बल्कि देशभर से लोग पहुंचते हैं और यहां माथा टेकते हैं। गांव के हर आदमी की जुबान पर वीर की गाथाएं हैं और हर घर में उनकी तस्वीर। 15 हजार की आबादी वाला यह गांव अपने आंचल में क्रांति का पूरा इतिहास समेटे है। यूं तो भगूर गांव की धरती पर कई स्वतंत्रता सेनानियों ने जन्म लिया था। पर, सावरकर ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जो शंखनाद किया, उससे यह गांव राष्ट्रभक्तों का तीर्थ बन गया। यहां से जंग-ए-आजादी की अलख कुछ ही दिनों में नासिक तक पहुंच गई। स्मारक के आसपास रहने वाले राजगुरु, भानुधने, धात्रक और गायने परिवार के बुजुर्गों ने सावरकर का बचपन करीब से देखा है। इन्हीं में से एक ने बताया कि बचपन में ही सावरकर का परिवार यहां से नासिक चला गया। देखरेख न होने के कारण मकान जर्जर हो गया। लेकिन कौन जानता था कि यह मकान एक दिन गौरवशाली इतिहास का गवाह बनेगा। स्मारक में प्रवेश करते ही सामने उनकी मूर्ति नजर आती है। हर दीवार पर सावरकर और परिवार की तस्वीरें लगी हैं। इन्हीं के बीच विदेशी वस्त्रों की होली जलाते हुए सावरकर की तस्वीर समेत कई और तस्वीरें भी आंदोलनों की गवाही देती हैं। पास में ही रहने वाले भानुधने परिवार ने बताया कि दो साल से कोराना के चलते स्मारक बंद था, इसलिए यहां लोगों की आवाजाही भी बंद थी, लेकिन अब फिर से रौनक लौटने लगी है। हर रोज यहां करीब 200 से 300 लोग आते हैं। अच्छा लगता है जब यहां आकर लोग सावरकर के बारे में जानना और पढ़ना चाहते हैं। गांव में 28 मई को सावरकर के जन्मदिन और 26 फरवरी को पुण्यतिथि पर कार्यक्रम होते हैं। जन्मदिन का जलसा गांव में किसी उत्सव से कम नहीं होता है। सियासी लोगों का भी उस दिन यहां जमावड़ा रहता है। स्मारक की देख-रेख करने वाले मनोज कुंवर बताते हैं कि यहां शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे, उद्धव ठाकरे समेत महाराष्ट्र की तमाम सियासी हस्तियां आ चुकी हैं। पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी स्मारक पर माथा टेक चुके हैं। स्मारक के पास ही वह प्राइमरी स्कूल है जिसमें सावरकर 5वीं तक पढ़े थे। इसके बाद आगे पढ़ाई नासिक में हुई। वर्तमान में स्कूल का स्वरूप बहुत बदल गया है। इसका भवन भी नया बन गया है। अब इसमें 300 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। गांव वाले बताते हैं कि सावरकर में नेतृत्व क्षमता बचपन से थी। सुबह-शाम को स्कूल के मैदान में बच्चों की टोली जमा होती थी। सावरकर इनके नेता होते थे। इनके खिलौने होते थे धनुष बाण, तलवार और भाला। सावरकर के पोते रणजीत सावरकर का कहना है कि एक साजिश के तहत उनके दादा के स्वतंत्रता सेनानी होने पर संदेह जताया जाता है, जो लोग इस कुचक्र में शामिल हैं वे राष्ट्रविरोधी हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सावरकर ने सभी स्वतंत्रता सेनानियों को रिहा करवाने के लिए पिटीशन दायर की थी । उसमें कहीं माफी का जिक्र नहीं था। हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा वीर सावरकर ने पूरे विश्व में भारत की पहचान हिंदू के रूप में बनाने के लिए हिंदुत्व शब्द को गढ़ा था। सावरकर के हिसाब से भारत में रहने वाला व्यक्ति मूलत: हिंदू है और यही हिंदुत्व शब्द की परिभाषा है। जिस शख्स की मातृभूमि भारत हो वह इस देश का नागरिक है। इतिहासकारों का कहना है कि सावरकर ने एक किताब ‘हिंदुत्व हू इज हिंदू’ लिखी थी। इसमें उन्होंने पहली बार राजनीतिक विचारधारा के तौर पर हिंदुत्व का इस्तेमाल किया था। हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा को विकसित करने में सावरकर का बड़ा योगदान रहा है। हालांकि सावरकर कभी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनसंघ के सदस्य नहीं रहे लेकिन संघ फिर भी उन्हें प्रणेता मानता रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत तो यहां तक कह चुके हैं कि सावरकर को बदनाम करने की मुहिम आजादी के बाद से ही शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा था कि वर्तमान समय में सावरकर के बारे में सही जानकारी की कमी है। नौजवानों को उनकी लिखी किताबें पढ़नी चाहिए। विचार और व्याख्या सावरकर के विचार और आजादी के लिए उनके योगदान को घर-घर पहुंचाने के लिए यहां के युवाओं ने सोशल मीडिया पर एक ग्रुप बना रखा है। इस ग्रुप से कई हजार लोग जुड़े हुए हैं। सावरकर द्वारा लिखी गई किताबें और जिस देशभक्ति के साहित्य को वह पढ़ा करते थे उसका खूब प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। महाराष्ट्र के स्कूलों तक सावरकर की लिखी किताबें पहुंचाई जा रही हैं। सावरकर ने अपनी मृत्यु से दो साल पहले आत्महत्या या आत्मसमर्पण नाम का एक लेख लिखा था... इस लेख में उन्होंने अपनी इच्छा मृत्यु के समर्थन को स्पष्ट किया था। उनका कहना था कि आत्महत्या और आत्म त्याग के बीच एक महत्वपूर्ण अंतर होता है। एक निराश इंसान आत्महत्या से अपना जीवन समाप्त करता है, लेकिन जब किसी के जीवन का मिशन पूरा हो चुका हो और शरीर इतना कमजोर हो चुका हो कि जीना असंभव हो तो जीवन का अंत करने को स्व बलिदान कहा जाना चाहिए। सावरकर की आत्मकथा 'मेरा आजीवन कारावास' में उनके अंतिम दिनों के लिखे गए कई पत्र प्रकाशित हैं। इसमें एक पत्र ऐसा भी है जिसमें उन्होंने कई तर्कों के जरिये इच्छा मृत्यु की व्याख्या की है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/azadi-ka-amrit-mahotsav-britishers-did-not-find-any-buyer-for-vinayak-damodar-savarkar-house,आजादी का अमृत महोत्सव : अंग्रेजों को नहीं मिला सावरकर के घर का कोई खरीदार,"अंग्रेजी हुकूमत ने सावरकर के घर को नीलाम करने की तैयारी कर ली थी। कीमत 300 रुपये रखी गई थी। लेकिन गांव के किसी व्यक्ति ने नीलामी में भाग नहीं लिया। इसके बाद गांव का ही एक व्यक्ति इस मकान की देखरेख करता रहा और आजादी के बहुत बाद सरकार ने इसे सावरकर स्मारक बना दिया। गांव के लोगों का कहना है, जब अंग्रेजों ने सावरकर को गिरफ्तार किया, तब आसपास के क्षेत्रों में उनकी पहचान बढ़ी, लेकिन कांग्रेसी विचारधारा के लोग सावरकर को लेकर कभी सहज नहीं हुए। आजादी से पहले और बाद में भी सावरकर को लेकर खूब भ्रम फैलाया। स्मारक के लिए लंबे समय तक संघर्ष करने वाले एकनाथरावजी शेटे ने बताया कि तत्कालीन सरकार स्मारक बनाने के लिए राजी नहीं थी। सावरकर के बारे में भ्रम फैलाए गए। स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी वीर गाथा को भी धूमिल करने के प्रयास हुए, पर गांव वालों ने हार नहीं मानी। आंदोलन किए। मुंबई कूच हुए। बालासाहेब ठाकरे से मिले। 1993 में महाराष्ट्र सरकार ने स्मारक बनाने का आदेश दिया। अब राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा मांग रहे गांव वाले गांव के लोगों की मेहनत रंग लाई और दिसंबर, 1993 में स्मारक बनाने का काम शुरू हुआ। अब इसे राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने की मांग चल रही है। इसके लिए हस्ताक्षर अभियान चल रहा है। कम उम्र में छिन गया था माता-पिता का साया विनायक सावरकर 7 साल के थे तो 1890 में प्लेग की महामारी से पिता दामोदर पंत का निधन हो गया। नौ साल के हुए तो मां राधाबाई भी साथ छोड़ गईं। बड़े भाई गणेश (बाबाराव) पर पूरी जिम्मेदारी आ गई। वीर के एक और भाई नारायण दामोदर और बहन नैनाबाई थी। 1901 में नासिक के स्कूल से मैट्रिक की। इसके बाद यमुना बाई से उनका विवाह हुआ। 1905 में पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से बीए किया। ..हम वीर के गांव से आए हैं गांव के मनोज कुंवर कहते हैं कि हम लोग जब महाराष्ट्र से बाहर जाते हैं तो सावरकर की तस्वीर लेकर जाते हैं या उनकी किताबें। बड़ी शान से कहते हैं कि हम वीर के गांव से आए हैं। गांव के ही भूषण का कहना है कि जब कोई हमारे गांव के वीर के बारे में चर्चा करता है तो विशेष गर्व की अनुभूति होती है। अंग्रेजों से माफी के सवाल पर गांव के युवा कहते हैं कि साजिश के तहत भ्रम फैलाया गया है। सावरकर ने अधिवक्ता होने के नाते पिटीशन दायर किया था। हर राजनीतिक बंदी को यह पिटीशन दायर करने की छूट थी। इसमें लिखी गई भाषा को लेकर भ्रम फैलाए जाते हैं। उनकी छवि धूमिल करने के लिए कुचक्र रचा गया, जो सफल नहीं हो पाया। सावरकर का सफर 28 मई 1883-जन्म 1901 में नासिक के शिवाजी हाईस्कूल से मैट्रिक 1905 में पुणे में विदेशी वस्त्रों की होली जलवाई 1906 में कानून की पढ़ाई करने लंदन गए 13 मार्च 1910 को लंदन में गिरफ्तार किया गया 24 दिसंबर 1910 को आजीवन कारावास की सजा 31 जनवरी 1911 को फिर आजीवन कारावास 2 मई 1921 को उन्हें रत्नागिरी जेल भेजा गया 1924 में उन्हें कुछ शर्तों के साथ रिहाई मिली 23 जनवरी 1924 को रत्नागिरी हिंदू सभा का गठन 1937 में हिंदू महासभा के अध्यक्ष चुने गए 1948 में गांधी की हत्या के षड्यंत्र के आरोप में गिरफ्तार हुए। 1949 में बरी कर दिया गया 26 फरवरी 1966 को देहावसान 1970 में उन पर डाक टिकट जारी किया गया",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/research-air-standards-organization-safar-says-delhis-people-save-annually-by-being-aware-of-pollution-7694-crore-rupees-medical-expenses,"शोध : वायु मानक संस्था की सलाह- दिल्लीवाले सालाना बचा सकते हैं 7694 करोड़ रुपये, जानिए कैसे","केंद्र की वायु मानक संस्था सफर ने दावा किया है कि उसका पूर्वानुमान मानकर प्रदूषण से पीड़ित दिल्लीवाले सालाना मेडिकल पर होने वाला 7,694 करोड़ रुपये का खर्च बचा सकते हैं। वहीं, महाराष्ट्र का शहर पुणे भी चिकित्सा पर खर्च होने वाले 948 करोड़ रुपये की बचत कर सकता है। संस्था सफर ने अपने शोध में किया वायु प्रदूषण से पीड़ित मरीजों के मेडिकल खर्च का अध्ययन इस संबंध में सफर की ओर से एक शोध रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें अस्थमा, कॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसऑर्डर (सीओपीडी) और वायु प्रदूषण से जुड़ी अन्य संबंधित बीमारियों पर होने वाले खर्च व बचत को लेकर अध्ययन किया गया। सफर के नए अध्ययन के अनुसार, यदि दिल्ली में वायु प्रदूषण से संबंधित बीमारियों से पीड़ित कुल आबादी में से 5 फीसदी भी सफर की सलाह का पालन करते हैं तो इससे स्वास्थ्य व्यय पर 1,096 करोड़ रुपये की वार्षिक बचत हो सकती है। सफर की ओर से टीम में सुवर्णा टिकले, इशिका इल्मे और प्रो. गुफरान बेग ने अंतरराष्ट्रीय जर्नल रीजनल इकनॉमिक डेवलपमेंट रिसर्च में भारत के आर्थिक स्वास्थ्य बोझ को कम करने में सफर वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान ढांचे और सलाहकार सेवाओं का प्रभाव शीर्षक से शोध पत्र लिखा है। आबादी के जागरूक होने पर हो सकता है इतना लाभ प्रो. बेग ने कहा कि यदि 5 से 10 फीसदी आबादी के बीच जागरूकता को बढ़ा दिया जाए तो अधिक लोग खराब वायु गुणवत्ता वाले दिनों में सफर की तीन दिवसीय प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के आधार पर उपाय करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। इससे दिल्ली में लाभ बढ़कर 2,192 करोड़ रुपये और पुणे में 200 करोड़ रुपये हो जाएगा। 2010 में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से शुरू की गई सफर संस्था वास्तविक समय में वायु गुणवत्ता पर स्थान-विशिष्ट जानकारी देती है। यह चार प्रमुख शहर दिल्ली, मुंबई, पुणे और अहमदाबाद जैसे शहरों में एक से तीन दिन पहले अपना पूर्वानुमान जारी करता है। सफर की ओर से खराब हवा के दिनों में स्वास्थ्य सलाह जारी की जाती है। एलर्जी पर खर्च हो जाते हैं 1,449 करोड़ अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि वायु प्रदूषण से संबंधित बीमारियों की वार्षिक औसत लागत के तहत दिल्ली में 7,694 करोड़ व पुणे में 948 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, एलर्जिक राइनाइटिस के ओपीडी उपचार में सबसे अधिक 1,449 करोड़ रुपये खर्च होता है। इसके बाद दिल्ली में अस्थमा पर 1,001 करोड़ रुपये और सीओपीडी पर 514 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं। विशेषज्ञ बोले- पूर्वानुमान बचा सकता है जान प्रो. बेग के मुताबिक, अध्ययन के निष्कर्ष इस बात का समर्थन करते हैं कि सार्वजनिक ज्ञान और प्रारंभिक चेतावनी स्वास्थ्य और आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण घटक हैं। शोध के अनुसार, सफर को वायु प्रदूषण से पीड़ितों द्वारा खर्च किए गए कुल धन का 11-14 फीसदी धन बचाने का श्रेय दिया गया है। यदि अस्थमा ग्रसित व्यक्ति वायु प्रदूषण की स्थिति से अनजान और बिना सुरक्षा के घर से बाहर कदम रखता है तो वह आईसीयू में जा सकता है। ऐसे में सफर का पूर्वानुमान व इसकी सलाह जीवन बचा सकती है। साथ ही चिकित्सा व्यय में भारी कटौती कर सकती है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-chief-secretary-took-first-dose-of-covid-vaccine-after-10-months,कोरोना संक्रमण: महाराष्ट्र के मुख्य सचिव ने 10 माह बाद ली कोविड टीके की पहली डोज,"देश में सर्वाधिक कोरोना संक्रमण वाले राज्य महाराष्ट्र के मुख्य सचिव देबाशीष चक्रवर्ती ने कोविड टीके की पहली डोज शनिवार को ली। 59 साल के देबाशीष कार्यवाहक मुख्य सचिव के तौर पर तैनात हैं। देश में 10 महीने पहले मार्च में टीकाकरण शुरू हुआ था। मुख्य सचिव ने देरी की विशेष वजह नहीं बताई। यह उनका निजी निर्णय था। माना जा रहा है कि उन्होंने टीका महाराष्ट्र नए विधानसभा सत्र को देखते हुए लिया, जहां बिना टीका शीत सत्र में आने की अनुमति किसी को नहीं है। यह सत्र 22 दिसंबर से शुरू होगा। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में करीब 60 लाख लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/how-effective-is-the-corona-booster-dose-on-indians-government-should-check,"कोरोना वायरस: बूस्टर डोज भारतीयों पर कितनी प्रभावी, जांच करवाए सरकार","कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप व तीसरी लहर की आशंका से बढ़ती चिंताओं के बीच स्वास्थ्य मामलों पर बनी संसद की स्थायी समिति ने सरकार को सुझाव दिया है कि वह भारतीयों में बूस्टर डोज के उपयोग व प्रभाव पर जांच व अध्ययन करवाए। समिति ने शुक्रवार को रिपोर्ट में कहा कि ओमिक्रॉन में प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने की क्षमता को गंभीरता से लेना चाहिए। समिति ने सुझाव दिया है कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करे। वहीं ओमिक्रॉन का जल्द पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर किटों के जरिए पॉजिटिव सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग कर रहे भारतीय शोधकर्ता ‘एस’ जीन टारगेट फेल्योर (एसजीटीएफ) रणनीति अपना रहे हैं। प्रमुख वैज्ञानिकों में शुमार डॉ. कृष्णा खैरनार का कहना है, आरटी-पीसीआर जांच वायरस के विभिन्न जीनों को निशाना बनाती है ताकि व्यापक स्वरूपों का पता लगाया जा सके। नागपुर स्थित सीएसआईआर-नीरी के शोधकर्ता खैरनार के मुताबिक ओमिक्रॉन के मामलों में एस जीन में म्यूटेशन के कारण थर्मोफिशर कंपनी की आरटी-पीसीआर जांच में यह पकड़ में नहीं आ रहा जबकि ओआरएफ और एन जीन का पता लग रहा है। पॉजिटिव सैंपलों में एस जीन का न मिलना ‘एस’ जीन टार्गेट फेल्योर (एसजीटीएफ) कहा जा रहा है। इन सैंपलों को ओमिक्रॉन से संक्रमित मानकर फास्ट ट्रैक जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जा सकता है ताकि इस स्वरूप की पुष्टि हो सके। 415 की मौत हुई एक दिन में 8,603 संक्रमित 24 घंटे में 99,974 सक्रिय केस 26.53 करोड़ डोज अब तक दी 46.68 करोड़ को दो डोज मिली ये भी सिफारिशें जांच सुविधाओं को सुधारें, खासतौर से ग्रामीण इलाकों में। पीएचसी व सीएचसी को जांच केंद्रों से जोड़ें। संक्रमितों की निगरानी व समय पर पहचान हो ताकि उन्हें अलग रखा जा सके। टीकाकरण तेज हो, ज्यादा टीकों के आपात उपयोग की अनुमति मिले। टीका उत्पादन बढ़ाने और उन्हें पहुंचाने की व्यवस्था भी करनी होगी। ओमिक्रॉन पर टीकाकरण का प्रभाव मापने के लिए सरकार शोध करवाए। एयरपोर्ट पर यात्रियों की जांच गहनता से हो। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए बुनियादी सुविधाओं को सुधारें। सरकार ने 64,179.55 करोड़ के फंड की व्यवस्था की थी, इसे उपयोग करने के लिए प्लान ऑफ एक्शन तय करें। विशेषज्ञाें की राय : बूस्टर से बेहतर होगा नागरिकों की दो डोज पूरी करवाएं कोविड-19 टीकों की बूस्टर डोज पर विचार करने के बजाय सभी लोगों को टीके की दो डोज देने पर ध्यान देना चाहिए। इससे महामारी से बचाव में ज्यादा मदद मिलेगी। यह दावा वैज्ञानिकों ने ऐसे समय में किया है जब वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से तीसरी लहर की आशंका जताई गई है। बचाव के लिए वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर बूस्टर डोज देने की विभिन्न संस्थाएं, राज्य व वर्ग सिफारिश कर रहे हैं। जानिए इस पूरे मुद्दे के पक्ष और पहलू... ओमिक्रॉन को देखते हुए नहीं बने थे टीके डॉ. विनीता बल, इम्यूनोलॉजिस्ट, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च का कहना है कि टीके पुराने वायरस पर आधारित हैं, डेल्टा या ओमिक्रॉन को देखते हुए नहीं बने, तब यह वेरिएंट थे ही नहीं। इनके बूस्टर से ओमिक्रॉन पर प्रभाव होगा या नहीं, हमें नहीं पता। हमारा ध्यान टीकाकरण के पात्र लोगों को पूरे डोज देने पर होना चाहिए। मास्क पहनो, फिर जो वेरिएंट आए, बचे रहोगे सत्यजीत रथ, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी, दिल्ली का कहना है कि हमें यह भी पता नहीं है कि क्या बूस्टर डोज का प्रभाव भी है? और किस टीके का असर कब तक रहता है? इससे तो अच्छा होगा कि सरकार नागरिकों को अच्छे स्तर के मास्क मुहैया करवाए। इन्हें पहनने के लिए सख्ती करे। कोरोना से मौतों का असली आंकड़ा जारी करे सरकार : कांग्रेस कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर कोरोना से मौतों के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए ऑनलाइन अभियान ‘स्पीक अप फॉर कोविड न्याय’ शुरू किया। उन्होंने सरकार से महामारी में मारे लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने और मौत के असली आंकड़ा जारी करने को भी कहा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ncpedp-launches-missing-millions-campaign,"सराहनीय: एनसीपीईडीपी ने लांच किया ‘मिसिंग मिलियंस’ कैंपेन, लाखों दिव्यांगजनों की आवाज होगी बुलंद","नेशनल सेंटर फोर प्रमोशन ऑफ एंप्लॉयमेंट फोर डिसैबल्ड पीपल (एनसीपीईडीपी) ने इंटरनेशनल डे ऑफ पर्सन्स विद डिसैबिलिटीज के अवसर पर ‘मिसिंग मिलियंस कैंपेन’ लांच किया। कैंपेन का लक्ष्य मुख्यधारा से कटे लाखों दिव्यांगजनों की आवाज को बुलंद करना है ताकि जीवन के सभी क्षेत्रों में उनकी सक्रिय भागीदारी हो सके। कांस्टीट्यूनशल क्लब ऑफ इंडिया में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत यूनेस्को नई दिल्ली के निदेशक एरिक फाल्ट के वीडियो संदेश से हुई। उन्होंने इस कैंपेन के लिए एनसीपीईडीपी को बधाई दी। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति श्रीपति रविंद्र भट्ट ने कैंपेन को लांच किया। इस दौरान ‘जिसकी गिनती नहीं होती है, उसे गिना भी नहीं जाता है’ पर फोकस वीडियो भी दिखाया गया। उन्होंने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि सामान्य लोग दिव्यांगजनों की जरूरतों पर नीतियों के निर्माण के समय उन्हें प्रमुख साझीदार मानकर उनके साथ टेबल साझा करें। कैंपेन लांच के बाद दिव्यांगजनों की चुनौतियों और आगे के मार्ग पर दो पैनल चर्चाएं हुई जिनमें कई प्रभावशाली वक्ताओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर वीआर फेरोस की किताब इनविजिबल मेजोरिटी किताब को सांसद गौरव गोगोई ने लांच किया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/esic-annual-check-up-of-insured-members-above-40-years-of-age-begins-100-bedded-hospital-in-gurugram-will-have-a-capacity-of-500,"ईएसआईसी : 40 से ज्यादा उम्र वाले बीमित सदस्यों की वार्षिक जांच शुरू, गुरुग्राम में 100 बिस्तर वाले अस्पताल की क्षमता 500 होगी","राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआईसी) के 40 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र वाले बीमित सदस्यों की वार्षिक जांच की शुरुआत केंद्रीय श्रम मंत्री भूपिंदर यादव ने की। यह जांच पायलट मोड में अहमदाबाद, फरीदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता के ईएसआईसी अस्पतालों में होगी। गुरुग्राम में 100 बिस्तर वाले अस्पताल की क्षमता होगी 500, मेरठ में नया बनेगा उधर, ईएसआईसी की 186वीं बैठक में सेवाओं के विस्तार के लिए गुरुग्राम के एचएसआईआईडीसी, मानेसर में 100 बिस्तर वाले अस्पताल की क्षमता बढ़ाकर 500 बिस्तर करने का प्रस्ताव पास किया गया। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में यादव ने बताया कि बीमित सदस्यों के फ्री मेडिकल चेकअप अभियान का लक्ष्य स्वस्थ भारत का स्वप्न साकार करना है। इस समय निगम के बीमित सदस्य 3.5 करोड़ हैं। यह संख्या 5 करोड़ पहुंचने के बाद इस पायलट प्रोजेक्ट का और विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईएसआईसी अपने अस्पतालों को सुपर स्पेशियलिटी में बदलने का इच्छुक है, ताकि मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर करने की आवश्यकता न हो। उन्होंने ईएसआईसी लाभार्थियों तक सेवाओं की पहुंच में सुधार के लिए संतुष्ट नाम का मोबाइल एप भी लांच किया। गुरुग्राम के मानेसर में 500 बेड के ईएसआईसी अस्पताल के संबंध में उन्होंने बताया कि इसके लिए धन आवंटित कर दिया गया है। इसके लिए हरियाणा सरकार ने 8.7 एकड़ जमीन चिह्नित की है। मेरठ में 100 बिस्तर वाले ईएसआईसी अस्पताल के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने दो एकड़ जमीन चिह्नित की है और इसे बिना किसी शुल्क 90 साल के लिए दे दिया है। बैठक में इस अस्पताल के निर्माण को भी मंजूरी दी गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-no-entry-in-public-markets-from-december-12-without-vaccination-in-tamil-nadu,"तमिलनाडु : टीका नहीं लगवाने वाले लोग 12 दिसंबर से बाजार में नहीं घूम पाएंगे, पढ़ें तीन खबरें","देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले सामने आने के बाद तमिलनाडु के मदुरै जिले में 12 दिसंबर से बिना टीकाकरण वालों को सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश नहीं मिलेगा। जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने कहा कि नए वैरिएंट के एहतियातन यह कदम उठाया जा रहा है। इसके मद्देनजर जिले के लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक लेने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, मदुरै में लगभग तीन लाख लोगों को टीके की एक भी खुराक नहीं मिली है। ऐसे में सार्वजनिक स्थानों पर आने वाले लोगों को कम से कम पहली खुराक का टीका लगा होना चाहिए। टीकाकरण के जिले में केवल 71 प्रतिशत को पहली और 32 प्रतिशत को दूसरी खुराक मिली है और लगभग 3 लाख लोगों को अभी तक एक भी खुराक नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि निगम और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण किया जाएगा। इससे यह पता लगाया जा सकेगा कि जिला प्रशासन द्वारा उल्लेखित 18 स्थानों के अंदर टीकाकरण न कराने वालों को अनुमति है या नहीं। गौरतलब है कि तमिलनाडु में अब तक कोविड-19 के 27,29,061 मामले देखने को मिले और तकरीबन 36,513 मौतें हुई हैं। एनआईए ने मणिपुर आतंकी हमले की जांच शुरू की मणिपुर में असम राइफल्स पर हुए आतंकी हमला मामले में एनआईए ने जांच राज्य पुलिस से अपने हाथ में ले ली है। एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने राज्य पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है। 27 नवंबर को गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद फिर से प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एजेंसी द्वारा गृह मंत्रालय को मामला दर्ज करने का प्रस्ताव भेजे जाने के बाद गृह मंत्रालय ने कुछ दिन पहले एनआईए को हरी झंडी दे दी थी। त्रिपुरा : सहकर्मी की फायरिंग में टीएसआर के दो जवान शहीद त्रिपुरा के सहजला जिले के मधुपुर में त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के दो जवानों को शनिवार सुबह अपने ही एक साथी जवान ने अंधाधुंध फायरिंक कर मार डाला। मृतक दो जवान और आरोपी टीएसआर की 5वीं बटालियन के हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी जवान ने हथियार और गोला-बारूद के साथ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। जवानों की पहचान सूबेदार मरका सिंह जमातिया और नायब सूबेदार किरण जमातिया के रूप में हुई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cyclone-jawad-weakened-even-before-reaching-odisha-and-andhra-pradesh,"चक्रवात: ओडिशा-आंध्र के लिए राहत, ‘जवाद’ से अधिक तबाही होने के आसार नहीं","बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात जवाद शनिवार को कमजोर पड़ता नजर आया। बीते एक साल में दो चक्रवातों गुलाब और यास की तबाही झेल चुके पूर्वी राज्य ओडिशा व आंध्र प्रदेश के लिए यह बड़ी राहत की बात है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को पुरी में जमीन से टकराने के पहले चक्रवात और भी कमजोर होते हुए गहरे दबाव में पहुंचेगा जिससे अधिक तबाही के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा, जवाद के कमजोर पड़ने से अधिक नुकसान नहीं होगा लेकिन इस दौरान आंध्र प्रदेश व ओडिशा में बारिश बढ़ेगी जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। इसका जो भी असर होगा वह ओडिशा के गंजम, भदरक और बालासोर जिले में होगा। यह नुकसान चक्रवात की तबाही जैसा नहीं होगा। श्रीकाकुलम, विजियानगरम व विशाखापत्तनम में भी बारिश बढ़ेगी। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह 5:30 बजे चक्रवात जवाद पुरी तट से 410 किमी व विशाखापत्तनम से 230 किमी दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था। यहां से यह कमजोर पड़ना शुरू हुआ और उत्तर की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटे में इसके और कमजोर पड़ने का अनुमान है। वहां से यह उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर ओडिशा तट का रुख करेगा व रविवार दोपहर को गहरे दबाव में बदलते हुए पुरी में दस्तक देगा। यहां से यह और कमजोर होता हुआ पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा। एनडीआरएफ दीघा में सहायक कमांडेंट एसडी प्रसाद ने कहा पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 18 टीमें तैनात हैं। हमने जागरूकता कार्यक्रम चलाए और जरूरत पड़ने पर निकासी के लिए तैयार रहें। यह राहत की बात है कि कल पुरी समुद्र तट पर पहुंचने पर जवाद कमजोर हो जाएगा यहां हो सकती है भारी से बहुत भारी बारिश मौसम विभाग के मुताबिक जवाद के कारण शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इसके अलावा असम, मेघालय व त्रिपुरा में रविवार व मंगलवार को कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। बंगाल ने तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकाला जवाद के खतरे को देखते हुए पश्चिम बंगाल ने दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मेदिनिपुर समेत कई तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकाल लिया है। शनिवार को उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनिपुर, झारग्राम, हावड़ा और हुगली में दिनभर बारिश होती रही।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-director-of-tata-institute-for-genetics-rakesh-mishra-warned-this-is-time-for-all-of-us-to-be-aware-the-covid-epidemic-is-not-over-yet,"कोविड-19 : जेनेटिक्स विशेषज्ञ राकेश मिश्रा ने चेताया, बोले- यह समय जागरूक होने का, महामारी अभी खत्म नहीं हुई","टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि यह समय हम सबको जागरूक होने के लिए एक संकेत दे रहा है कि कोविड महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। आज हम बहुत उच्च सेरोपोसिटिविटी और टीकाकरण के साथ बहुत मजबूत स्थिति में हैं। हमारे देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली कोविड की पहली और दूसरी लहर की तुलना में बहुत अधिक सक्षम है। इसलिए हम बहुत मजबूत स्थिति में हैं। लेकिन इसके बाद भी हमें लापरवाह होकर समय नहीं गंवाना चाहिए। लोगों को सरकार का सहयोग करना चाहिए और पूरी तरह से कोरोना टीका लगवाना चाहिए। कोरोना के फैलने का पता लगाने के लिए सरकार को सर्वेक्षण करते रहना चाहिए और यदि कोई नया वैरिएंट दिखाई देता है या यदि किसी स्थान पर वैरिएंट मिलता है तो आप उसे फैलने से रोककर नियंत्रण में कर सकते हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-variant-now-four-cases-in-india-confirmed-in-two-people-who-came-from-abroad-to-gujarat-and-maharashtra,"ओमिक्रॉन : देश में अब चार मामले, विदेश से गुजरात और महाराष्ट्र आए दो शख्स में पुष्टि","देश में कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमण के दो और मामले सामने आए हैं। जिम्बॉब्वे से गुजरात के जामनगर और दक्षिण अफ्रीका से दुबई होते हुए मुंबई आए में दो लोगों में इसकी पुष्टि हुई है। गुजरात के स्वास्थ्य कमिश्नर जय प्रकाश शिवहरे ने कहा, 72 वर्षीय व्यक्ति 28 नवंबर को देश लौटा था और 2 दिसंबर को उसके कोरोना पीड़ित होने की पुष्टि हुई थी। उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अहमदाबाद भेजा गया। जीनोम सीक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन की पुष्टि के बाद अब उसके संपर्क में आने वालों का पता लगाया जा रहा है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) दूसरे संक्रमित के संपर्क में आने वालों का पता लगा रही है। ओमिक्रॉन के दो केस पहले कर्नाटक में सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, जम्मू एवं कश्मीर, ओडिशा तथा मिजोरम को ‘जांच-खोज-उपचार-टीकाकरण-कोविड अनुरूप व्यवहार’ की रणनीति के तहत अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए पत्र लिखा है ताकि कोरोना के प्रसार और मौतों को नियंत्रित किया जा सके। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह पत्र भेजा है। इन राज्यों के कुछ जिलों में कोरोना संक्रमण, साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर और साप्ताहिक मृत्यु दर में उछाल आने के बाद केंद्र ने यह कदम उठाया है। पेशे से मरीन इंजीनियर है महाराष्ट्र में मिला मरीज महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन स्वरूस से संक्रमित मिले सबसे पहला मरीज पेशे से मरीन इंजीनियर है। नगर निकाय के अधिकारियों के मुताबिक, 33 वर्षीय यह शख्स का बीते अप्रैल से अब तक टीकाकरण नहीं हो पाया था, इस काम में उसकी पेशवर मुश्किलों ने भी अड़ंगा डाला। यह शख्स कल्याण-डोंबिवली क्षेत्र में रहता है। वह दक्षिण अफ्रीका से दुबई होते हुए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा और फिर वहां से मुंबई आया था। इसके बाद जांच करने पर वह ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित मिला। इस शख्स का मामला महाराष्ट्र में पहला और देश में ओमिक्रॉन का अब तक सामने आया चौथा मामला है। एक अधिकारी ने बताया कि उक्त शख्स एक निजी शिप कंपनी के लिए काम करता है। वह अप्रैल में शिप पर गया था, जब देश में कोरोना की दूसरी लहर थी। उस समय केवल स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए ही टीके उपलब्ध थे। उसने कुछ पोर्ट पर खुद टीका लगवाने का प्रयास किया परंतु उसे टीका नहीं लग पाया। वह नवंबर अंत तक अपने शिप पर ही रहा। इसके बाद उसका जहाज जब दक्षिण अफ्रीका पहुंचा तब उसे भारत लौटने की अनुमति मिली। परंतु अपने टिकट और वीजा की व्यवस्था करने के दौरान ही वह कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित हो गया। ससुर से मिलने आया था तीसरा संक्रमित जामनगर में ओमिक्रॉन से संक्रमित तीसरा शख्स पिछले कई सालों से जिम्बॉब्वे में रह रहा है। वह अपने ससुर से मिलने अभी देश लौटा था। यहां पहुंचने के बाद बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह के बाद उसने एक निजी लैब से कोविड की जांच कराई। पॉजिटिव आने पर निजी लैब ने सरकारी अधिकारियों को इसकी सूचना दी जिसके बाद उसे क्वारंटीन किया गया। सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने की सलाह केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी बढ़ाने, आपातकालीन हॉटस्पॉट को चिह्नित करने, त्वरित गति से कॉन्टैक्ट की खोज करने और सभी पॉजिटिव सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने की सलाह दी है। संक्रमण का जल्द पता लगाने पर जोर देने, स्वास्थ्य अवसंरचनाओं की समीक्षा करने और सैनिटाइजेशन बढ़ाने के लिए भी कहा है। महाराष्ट्र आने वाले यात्रियों को 7 दिन का क्वारंटीन अनिवार्य महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच शहर में आने वाले यात्रियों के लिए सात दिन घर में क्वारंटीन रहना अनिवार्य कर दिया है। बीएमसी ने अपने आदेश में कहा है कि उच्च जोखिम वाले देशों की यात्रा करने वालों को पहुंचने के दूसरे, चौथे और सातवें दिन आरटी-पीसीआर जांच करवानी होगी। क्वारंटीन संबंधी आदेशों का पालन अनिवार्य होगा और यदि यात्री इसका उल्लंघन करते पाए गए तो उन्हें सरकार द्वारा बनाए क्वारंटीन केंद्रों में भेज दिया जाएगा। वैश्विक अर्थव्यवस्था के अनुमान बिगाड़ सकता है ओमिक्रॉन: आईएमएफ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का मानना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट आईएमएफ को वैश्विक विकास के अनुमान घटाने पर मजबूर कर सकता है। प्रबंध निदेशक क्रिस्टेलिना जॉजिएवा ने कहा, नया वैरिएंट जो कि शायद बहुत तेजी से फैल सकता है, आत्मविश्वास को चोट पहुंचा सकता है और इसके कारण हम वैश्विक विकास के अक्तूबर के अनुमानों में कटौती के लिए बाध्य हो सकते हैं। कर्नाटक : हुबली में आयुर्वेद के दो छात्र कोरोना पॉजिटिव कर्नाटक के हुबली में आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के दो छात्र कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रहसंत ए एस ने बताया कि दो छात्रों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन दोनों ने हाल ही में अयोध्या, दिल्ली और अन्य स्थानों की यात्रा की है। हमने अगली सूचना तक बीएएमएस कक्षाओं के सभी चार बैचों को अगले आदेश तक टाल दिया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-a-girl-complains-to-police-after-mother-marries-minor-daughter-for-fourth-time-in-a-year-case-registered,"महाराष्ट्र : मां ने नाबालिग बेटी की एक साल में तीन बार कराई शादी, चौथी बार विवाह कराने पर पुलिस से की शिकायत, गिरफ्तार","महाराष्ट्र के जाना जिले में एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी की चौथी बार शादी कराने की नाकाम कोशिश की। इस मामले में पुलिस ने अब इस महिला के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि एक मां ने अपनी 17 साल की नाबालिग बेटी की एक साल में तीन बार शादी कराई, चौथी बार विवाह कराने पर लड़की ने पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने शुक्रवार को नाबालिग लड़की को उसके मां के चंगुल से छुड़ा लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की का आरोप है कि उसकी मां और उसके भाई ने चौथी बार उसकी शादी करवाने की कोशिश की है। बताया जा रहा है कि पहले तीन बार लड़की की अलग-अलग युवकों से शादी कराई गई थी। लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद लड़की वापस अपने घर चली आई थी। जब चौथी बार लड़की के भाई ने उसकी शादी करवाने की कोशिश की तब उसने पुलिस हेल्पलाइन पर संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर इस मामले में कार्रवाई की। इस मामले में लड़की की मां और उसके भाई समेत 12 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sc-to-examine-if-pocso-cases-can-be-quashed-on-basis-of-compromise-between-accused-and-victim,"POCSO: क्या आरोपी और पीड़ित के बीच समझौते से पॉक्सो केस हो सकता है रद्द, सुप्रीम कोर्ट जांच पर सहमत","सुप्रीम कोर्ट एक कानूनी सवाल की जांच करने के लिए सहमत हो गया है कि क्या यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के मामलों को आरोपी और पीड़ित के बीच समझौते के आधार पर रद्द किया जा सकता है। जस्टिस अजय रस्तोगी और एएस ओका की पीठ ने केरल हाई कोर्ट के 26 अगस्त, 2019 के उस आदेश पर रोक लगा दी जिसमें उसने आरोपी और पीड़ित पक्षों के बीच हुए समझौते के आधार पर पॉक्सो अधिनियम 2012 के तहत आरोपी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रिपोर्ट को रद्द किया था। शीर्ष अदालत ने हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ केरल सरकार द्वारा दायर अपील पर एक नोटिस जारी किया। इस मामले में पेशे से शिक्षक आरोपी पर पॉक्सो अधिनियम की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया था और मामला शैक्षणिक संस्थान या धार्मिक संस्था द्वारा उस संस्था में किसी बच्चे पर यौन हमला करने से जुड़ा था। शीर्ष अदालत ने कहा, याचिकाकर्ताओं के वकील ने बताया कि मलप्पुरम पुलिस स्टेशन में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम, 2012 की धारा 9 (एफ) और 10 के तहत दंडनीय अपराधों के लिए प्राथमिकी को रद्द कर दिया गया है। पक्षों के बीच किए जा रहे समझौते के आधार पर ऐसा करना अदालत के फैसले के मद्देनजर स्वीकार्य नहीं है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nine-lakhs-were-taken-for-not-raiding-the-bar-restaurant-disclosed-in-the-charge-sheet-against-former-police-commissioner-parambir-and-others-latest-news-update,"महाराष्ट्र: बार-रेस्तरां पर छापा नहीं मारने की एवज में लिए थे नौ लाख, पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र में खुलासा","गोरेगांव के कारोबारी बिमल अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि साझेदारी में चल रहे दो बार और रेस्तरां पर छापा नहीं मारने की एवज में उन्होंने परमबीर सिंह और अन्य पुलिस अधिकारियों को नौ लाख रुपये दिए थे। यही नहीं, उन्हें 2.92 लाख रुपये कीमत के दो स्मार्टफोन खरीदकर देने के लिए भी मजबूर किया गया। आरोप जनवरी 2020 और मार्च 2021 से संबंधित हैं। इनकी रिपोर्ट भारतीय दंड संहिता की धारा 384 और 385 के तहत दर्ज हुई थी। अपराध शाखा पुलिस इकाई-11 ने अपने पूर्व मुखिया परमबीर सिंह और तीन अन्य पर 400 पेज का आरोप पत्र दाखिल किया है। परमबीर सिंह ने इस मामले में पिछले सप्ताह बयान दर्ज कराया था। दो दिन पहले महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था। मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में दाखिल आरोप पत्र में अन्य आरोपी बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे, सुमित सिंह और अल्पेश पटेल हैं। विशेष लोक अभियोजक एडवोकेट शेखर जगताप ने बताया कि सचिन वाजे, पूर्व पुलिस कमिश्नर और अन्य के खिलाफ रिपोर्ट 23 जुलाई को गोरेगांव थाने में दर्ज हुई थी। बाद में जांच अपराध शाखा को सौंपी गई थी। तत्कालीन गृह मंत्री पर लगाए थे आरोप अपने खिलाफ भ्रष्टाचार और उगाही के छह मामले दर्ज होने के बाद 1988 बैच के आईपीएस परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर तत्कालीन गृह मंत्री और एनसीपी के नेता अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और दुराचरण के आरोप लगाए थे। इसके बाद 17 मार्च को उन्हें कमिश्नर पद से हटाकर होमगार्ड का जनरल कमांडर बना दिया गया था। जबरन वसूली का 75 प्रतिशत परमबीर सिंह को जाएगा और बाकी को वाजे अपनी जेब में डाल देगा मुंबई पुलिस ने जबरन वसूली के एक मामले में अपने आरोपपत्र में दावा किया है कि बर्खास्त किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को नंबर 1 बताया और उनकी ओर से जबरन वसूली की। आरोप पत्र में बताया कि जबरन वसूली का 75 प्रतिशत परमबीर सिंह को जाएगा और बाकी को वाजे अपनी जेब में डाल देगा। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने शनिवार को उपनगरीय गोरेगांव पुलिस थाने में जबरन वसूली के एक मामले में परमबीर सिंह, वाजे और दो अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एसबी भाजीपाले के समक्ष 400 पृष्ठों से अधिक का आरोप पत्र दायर किया गया। अन्य आरोपियों में से सुमित सिंह और अल्पेश पटेल जमानत पर बाहर हैं जबकि विनायक सिंह और रियाज भट्टी को वांछित आरोपी के रूप में दिखाया गया है। सभी आरोपियों पर आईपीसी की धाराओं के तहत जबरन वसूली, सबूत मिटाने और आपराधिक साजिश समेत अन्य आरोप लगाए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा परमबीर सिंह को गिरफ्तारी से मिली अंतरिम राहत खत्म होने के दो दिन पहले चार्जशीट आई थी। उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास विस्फोटकों के साथ एक एसयूवी लगाने और बाद में व्यवसायी मनसुख हिरन की हत्या में उनकी कथित भूमिका के लिए एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद पूर्व सहायक निरीक्षक सचिन वाजे वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/hyderabad-gattipally-shivpal-becomes-the-first-dwarf-to-receive-a-driving-license-in-india,हैदराबाद: गट्टीपल्ली शिवपाल बने भारत में ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने वाले सबसे छोटे कद के इंसान,"हैदराबाद के रहने वाले गट्टीपल्ली शिवपाल भारत में ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने वाले सबसे छोटे कद के इंसान बन गए हैं। गट्टीपल्ली शिवलाल 42 साल के हैं और करीब तीन फीट लंबे हैं। उन्होंने 2004 में अपनी डिग्री पूरी की और अपने जिले में विकलांग के रूप में डिग्री पूरी करने वाले पहले व्यक्ति थे। गट्टीपल्ली शिवपाल ने कहा कि मेरे कद के कारण लोग मुझे चिढ़ाते थे और आज मैं द लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और कई अन्य रिकॉर्ड के लिए नामांकित हूं। ड्राइविंग प्रशिक्षण के लिए बहुत कम लोग मुझसे संपर्क कर रहे हैं और मैंने अगले साल से शारीरिक रूप से विकलांग लोगों के लिए ड्राइविंग स्कूल शुरू करने का फैसला किया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/omicron-live-update-covid19-variant-spreads-to-38-countries-no-deaths-reported-to-the-corona-variant-says-who,"Omicron live update: कर्नाटक, गुजरात के बाद महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन की एंट्री, अब तक चार लोगों में मिला कोरोना का नया वैरिएंट","कर्नाटक में विदेश से आने वाले लोग जांच से बचने के लिए अपनी गलत जानकारी एयरपोर्ट पर दर्ज करा रहे हैं। ऐसे 13 लोग सामने आए हैं, जिन्होंने गलत मोबाइल नंबर की जानकारी साझा की है। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की है कि न ही अपना फोन बंद और न ही नॉट रीचेबल हों। लाइव अपडेट 09:53 PM, 04-Dec-2021 ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के मामले बढ़े इंग्लैंड में कोरोना के मामलों में अब भी 99 फीसदी से अधिक मामले डेल्टा वैरिएंट से जुड़े हैं। हालांकि, यहां ओमिक्रॉन के 75 और मामले सामने आए हैं। यहां अक तक कोरोना के नए वैरिएंट के कुल संख्या 104 मामले सामने आ चुके हैं। स्कॉटलैंड में 16 और मामले सामने आने से मामलों की संख्या 29 हो गई है। एक मामला वेल्स में सामने आया है। इस तरह ब्रिटेन में इस स्वरूप से जुड़े मामलों की कुल संख्या 134 है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने शुक्रवार को कहा कि इंग्लैंड में डेल्टा अब भी प्रमुख स्वरूप बना हुआ है। 09:48 PM, 04-Dec-2021 मुंबई एयरपोर्ट ने रैपिड पीसीआर टेस्ट की कीमत घटाई छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने शनिवार को कहा कि उसने कोविड-19 के लिए रैपिड पीसीआर परीक्षण के शुल्क को पहले के 4,500 रुपये से घटाकर 3,900 रुपये कर दिया है। सीएसएमआईए ने एक बयान में कहा कि इसके साथ ही हवाईअड्डे पर 600 रुपये प्रति यात्री की सामान्य आरटी-पीसीआर जांच भी उपलब्ध है। 09:36 PM, 04-Dec-2021 मालदीव: 95% फ्रंटलाइन कर्मचारियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया दुबई में हिंद महासागर सम्मेलन 2021 में मालदीव के उपराष्ट्रपति फैसल नसीम ने कहा कि हमारे मेहमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारे 95% फ्रंटलाइन पर्यटक कर्मचारियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है। समानता के सिद्धांत के आधार पर सभी नागरिक सामाजिक स्थिति की परवाह किए बिना टीके प्राप्त करने के पात्र हैं। 09:36 PM, 04-Dec-2021 श्रीलंका ने भारत की सराहना की दुबई में हिंद महासागर सम्मेलन 2021 में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कहा कि हमने अब तक 85% आबादी को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक दे दी हैं। 98% आबादी को पहली खुराक मिल चुकी है। हम भारत, चीन, अमेरिका और जापान की उदारता की बहुत सराहना करते हैं, जिन्होंने हमें सीधे या कोवैक्स के माध्यम से टीके दान किए। उन्होंने कहा कि यदि मौजूदा टीके ओमिक्रॉन के लिए अप्रभावी हैं तो दुनिया जल्द ही बंद सीमाओं और अन्य प्रतिबंधों पर लौट सकती है। इसलिए मैं राष्ट्रों से कम धनी देशों के टीकाकरण अभियान का अधिक प्रभावी ढंग से समर्थन करने का आह्वान करता हूं। 09:26 PM, 04-Dec-2021 केपटाउन से दुबई और दिल्ली के रास्ते मुंबई पहुंचा महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कल्याण-डोंबिवली का एक 33 वर्षीय व्यक्ति जो हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटा है, वो ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया है। 33 वर्षीय यात्री 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन से दुबई और दिल्ली के रास्ते मुंबई पहुंचा। उन्होंने कोई टीका नहीं लगवाया है। उनके हाई रिस्क संपर्कों में से 12 और कम रिस्क वाले संपर्कों में से 23 का पता लगा लिया गया है, सभी का टेस्ट नेगेटिव आया है। दिल्ली-मुंबई उड़ान के 25 सह-यात्रियों का भी टेस्ट नेगेटिव आया है। अभी और संपर्कों का पता लगाया जा रहा है। 07:23 PM, 04-Dec-2021 ओमिक्रॉन का चौथा मामला सामने आया देश में ओमिक्रॉन का चौथा मामला सामने आया है। विदेश से मुंबई लौटे युवक में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने बताया कि 33 साल का व्यक्ति जो विदेश से मुंबई के पास कल्याण डोंबिवली नगरपालिका क्षेत्र में लौटा, उसमें कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा है कि इसके ससाथ दिल्ली-मुंबई की फ्लाइट के 25 अन्य लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। संक्रमित के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। 02:54 PM, 04-Dec-2021 देश में ओमिक्रॉन का तीसरा मामला आया सामने गुजरात के जामनगर में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का तीसरा मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक, व्यक्ति दो दिन पहले ही जिम्बाब्वे से भारत आया था। उसकी जांच रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। 01:14 PM, 04-Dec-2021 कर्नाटक: सीएम ने दिए भीड़ प्रबंधन के निर्देश कर्नाटक में ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए भीड़ प्रबंधन के निर्देश दिए गए हैं। सीएम बसवराज बोम्मई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी स्कूल, कॉलेजों व अपार्टमेंट में भीड़ प्रबंधन के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बृहत बेंगलूरू महानगर पालिका को भी निर्देशित किया गया है, अपार्टमेंट में होने वाले सार्वजनिक आयोजनों की निगरानी करें। 12:36 PM, 04-Dec-2021 मुंबई में सात दिन का क्वारंटीन अनिवार्य हाई रिस्क वाले देशों से मुंबई आने पर सात दिन का क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया गया है। बीएमसी ने शनिवार को ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए यह आदेश जारी किया। साथ ही एयरपोर्ट प्रशासन को भी आगाह किया गया है कि वे विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की जानकारी कंट्रोल रूम के साथ साझा करेंगे। इसके अलावा मुंबई मेयर ने बताया कि संक्रमित रोगों के लिए 10 एंबुलेंस स्टैंड बॉय में रखी गई हैं। 12:22 PM, 04-Dec-2021 पांच साल से कम उम्र के बच्चों में खतरा ज्यादा ओमिक्रॉन पर दक्षिण अफ्रीका में हुए अध्ययन में सामने आया है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों में ओमिक्रॉन का खतरा ज्यादा है। विशेषज्ञों का कहना है कि पहली और दूसरी लहर में कोरोना ने बच्चों व युवाओं को संक्रमित नहीं किया था, लेकिन तीसरी लहर में युवा इसकी चपेट में आए थे और अब ओमिक्रॉन के प्रांरभिक निष्कर्ष बता रहे हैं कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। 11:38 AM, 04-Dec-2021 24 घंटे में कोरोना के 8603 मामले आए सामने भारत में पिछले 24 घंटे के अंदर 8603 कोरोना संक्रमित सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इस दौरान 415 लोगों की मौत की पुष्टि हुई तो वहीं 8190 लोग ठीक होकर घर लौट गए। अब देश में कोरोना के 99974 सक्रिय मामले बचे हैं। 11:04 AM, 04-Dec-2021 चंडीगढ: क्वारंटीन प्रोटोकाल तोड़ने पर मुकदमा दर्ज चंडीगढ़ में क्वारंटीन प्रोटोकाल तोड़ने पर एक युवती पर मुकदमा दर्ज किया गया है। स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने बताया कि युवती एक दिसंबर को युवती दक्षिण अफ्रीका से लौटी थी, उसका आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया था, जो निगेटिव आया था। इसके बाद भी युवती को क्वारंटीन रहने के लिए कहा गया था, लेकिन युवती दो दिसंबर को प्रोटोकाल एक होटल में गई थी। इसलिए उस पर मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं होटल संचालक से पिछले 15 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री मांगी गई है। 10:58 AM, 04-Dec-2021 कर्नाटक: सरकार ने की फोन बंद न करने की अपील विदेशों से आ रहे नागरिक सरकार की चिंता तो बढ़ा ही रहे हैं बल्कि ऐसे लोग अन्य लोगों के लिए भी खतरा बनते जा रहे हैं। ऐसे में कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने लोगों से अपील की है कि जो लोग विदेश से भारत आ रहे हैं वे जिम्मेदार बनें और अपना फोन न ही बंद करें और न ही नॉट रीचेबल हों। उन्होंने बताया लोग एयरपोर्ट पर अपना गलत नंबर लिखवा रहे हैं। विदेश से आए 297 लोगों में से 13 लोगों ने अपने गलत नंबर दर्ज करवाए हैं। 10:36 AM, 04-Dec-2021 लापता लोगों ने बढ़ाई चिंता ओमिक्रॉन के खतरे के बीच दक्षिण अफ्रीका से लौटे यात्रियों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, ऐसे कई लोग सामने आए हैं, जो दक्षिण अफ्रीका से लौटे तो हैं, लेकिन उसके बाद से लापता हैं। बेंगलुरू से अब तक ऐसे 10 दक्षिण अफ्रीकी यात्रियों के लापता होने की खबरें सामने आ चुकी हैं। 10:07 AM, 04-Dec-2021 इस्राइल में अब तक सात लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित इस्राइल में ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले सामने आने के बाद सरकार ने अपने देश की सीमाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया था। इसके बावजूद ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण यहां तेजी से बढ़ रहा है। देश में अब तक सात संक्रमित सामने आ चुके हैं। वहीं 27 लोगों में संदेह के घेरे में हैं। वहीं कनाडा में ओमिक्रॉन के 15 मामले अब तक सामने आ चुके हैं। Load More",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/noida-news/uptet-paper-leak-anoop-prasad-and-sanjay-upadhyay-seen-in-cctv-footage-7207429/,"UPTET Paper Leak Case : नोएडा के होटल में साथ दिखे आरोपी अनूप प्रसाद और संजय उपाध्याय, CCTV फुटेज से नया खुलासा","नोएडा के होटल में साथ दिखे आरोपी अनूप प्रसाद और संजय उपाध्याय, CCTV फुटेज से नया खुलासा UPTET Paper Leak Case में एक सीसीटीवी फुटेज जांच एजेंसियों के हाथ लगी है, जिसमें आरोपी राय अनूप प्रसाद के साथ परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय नजर आ रहे हैं। नोएडा के एक होटल में 23 अक्टूबर 2021 को दोनों के बीच एक मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग के बाद ही 26 अक्टूबर को राय अनूप प्रसाद की आरएसएम फिनसर्व कंपनी को यूपीटीईटी के पेपर छापने का वर्क ऑर्डर दिया गया था। नोएडा Published: December 05, 2021 09:55:45 am नोएडा. यूपीटीईटी पेपर लीक मामले (UPTET Paper Leak Case) में नया खुलासा हुआ है। एक सीसीटीवी फुटेज जांच एजेंसियों के हाथ लगी है, जिसमें आरोपी राय अनूप प्रसाद के साथ परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय नजर आ रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, नोएडा के एक होटल में 23 अक्टूबर 2021 को दोनों के बीच एक मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग के बाद ही 26 अक्टूबर को राय अनूप प्रसाद की आरएसएम फिनसर्व कंपनी को यूपीटीईटी के पेपर छापने का वर्क ऑर्डर दिया गया था। यह मीटिंग नोएडा के एक नामी होटल में की गई थी। होटल की सीसीटीवी फुटेज में राय अनूप प्रसाद सफेद शर्ट और स्लेटी रंग की पैंट पहने नजर आ रहा है और उसके कंधे पर एक लेदर का बैग भी है। जबकि पीली टी शर्ट और ब्ल्यू जींस में परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय दिख रहा है। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद अब जांच एजेंसियां टेंडर से पहले होटल में दोनों की मीटिंग की वजह तलाश रही हैं। बता दें कि फिलहाल संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद जेल में हैं। अब जांच एजेंसी दोनों को कस्टडी रिमांड पर लेकर सीसीटीवी फुटेज के संबंध में पूछताछ करेंगी। आरोप है कि संजय उपाध्याय ने नियम कानूनों को ताक पर रखते हुए यूपीटीईटी पेपर छापने का टेंडर दिया था, जो राय अनूप प्रसाद को दिया गया था। राय अनूप प्रसाद ने चार छोटी और असुरक्षित प्रेसों से यह वर्क ऑर्डर पूरा करवाया था। इन्हीं में से किसी एक प्रिंटिग प्रेस से पेपर लीक होने के कयास लगाए जा रहे हैं। प्रिंटिंग प्रेस से ही यूपीटीईटी का पेपर लीक होने की पुष्टि यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि फिलहाल जांच में प्रिंटिंग प्रेस से ही यूपीटीईटी का पेपर लीक होने की पुष्टि हुई है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 28 नवंबर को आयोजित की गई थी। परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक हो गया था, जिस कारण परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इसमें 21.65 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे। इस पूरे प्रकरण को राज्य सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है। सरकार ने इसके जिम्मेदारों पर पर कार्रवाई के लिए जांच एसटीएफ को सौंपी थी। सूरजपुर थाने में दर्ज हुआ था केस बता दें कि यूपीटीईटी पेपर लीक केस में जांच कर रही एसटीएफ ने आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड के निदेशक राय अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया था। प्रश्न पत्र छापने का ठेका लेने वाली कंपनी आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड के निदेशक राय अनूप प्रसाद से पूछताछ में संजय उपाध्याय की संलिप्तता सामने आने के बाद ये कार्रवाई की गई थी। संजय उपाध्याय को गिरफ्तार कर ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाने में धारा 420, 409,120बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। फिलहाल ये दोनों जेल में बंद हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/seoni-news/farmer-earned-2-90-lakh-from-three-acres-now-wants-to-increase-acreag-7207428/,"किसान ने तीन एकड़ से कमाया 2.90 लाख, अब बढ़ाना चाहते हैं रकबा","किसान ने तीन एकड़ से कमाया 2.90 लाख, अब बढ़ाना चाहते हैं रकबा गेंदे की खेती कर छोटे लाल पैसे के साथ नाम भी कमाया सिवनी Published: December 05, 2021 09:55:41 am सिवनी. कृषि क्षेत्र में आ रहे बदलावों में आज का समय उन्नत खेती का है। कम लागत और कम परिश्रम से अधिक मुनाफा देने वाली फसलों की ओर जिले के किसान अग्रसर हो रहे हैं। जिले में उद्यानिकी की विभिन्न फसलों जैसे सब्जी, मसाला आदि के अलावा जिले के छपारा विकासखण्ड के पहाड़ी क्लस्टर के किसान फूलों की खेती से भी अच्छी कमाई कर लाभ कमा रहे हैं। क्लस्टर के ग्राम पहाड़ी के सफल किसान छोटेलाल कुमरे द्वारा परंपरागत खेती से हटकर तीन एकड़ में गेंदे की खेती की जा रही है। किसान छोटेलाल द्वारा जुलाई 2021 में 1.5 एकड़ में गेंदा किस्म टेनिस बॉल एवं अन्य 1.5 एकड़ में खुद के तैयार किए हुए गेंदे के पौधों का रोपण किया, जिसमें तीन महीने के बाद फूल आना शुरू हो गया। किसान छोटेलाल ने बताया कि पहले उनके द्वारा गेंदे के लोकल किस्म की खेती की जाती थी। 5-6 वर्ष पहले उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के सुझाव एवं तकनीकी मार्गदर्शन से प्रोत्साहित होकर उनके द्वारा तीन वर्षों से गेंदे की संकर किस्मों की खेती उच्च तकनीक अपनाकर की जा रही है। पौधों में तीन माह में फूल आना शुरू हो जाते हैं, जो बाजार में नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, ग्यारस आदि पर्व के साथ ही विभिन्न समारोह में हाथों-हाथ बिक जाते हैं। इस वर्ष छोटेलाल द्वारा तीन एकड़ में गेंदे की खेती करने से लगभग अस्सी हजार (80000) से नब्बे हजार (90000) रुपए तक का खर्च आया है। जुलाई माह में की गई रोपाई से प्राप्त फूलों की पहली तुड़ाई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी अवसर पर की गई। फूलों की तुडाई ग्यारस तक की गई, जिन्हे स्थानीय बाजार एवं जबलपुर मंडी में बेचा गया। तीन एकड़ से छोटेलाल को 120 से 150 क्विंटल फूलों का उत्पादन मिला, जिसे स्थानीय बाजार में बेचने पर 10-20 रुपए प्रति किलोग्राम से लेकर 40-60 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमत मिली। इस तरह तीन एकड़ में गेंदे की खेती करने से किसान छोटे लाल को दो लाख नब्बे हजार (290000) रुपए की आय प्राप्त हुई। परंपरागत खेती से हटकर फूलों की खेती करने से हुए लाभ से प्रोत्साहित होकर छोटेलाल आगामी वर्षों में गेंदे के अलावा अन्य फूलों की खेती कर फूलों का रकबा बढ़ाना चाहते हैं। सहायक संचालक उद्यान डॉ. आशा उपवंशी-वासेवार ने किसानों को समझाइश देते हुए बताया कि विभिन्न त्यौहारों एवं शादी के मौसम में फूलों की अच्छी मांग बनी रहती है। यदि छोटे किसान भी फूलों की खेती को अपनाएं एवं सही तकनीक, मार्गदर्शन एवं समय पर सही देखभाल करते हुए खेती करें तो उन्हें कई गुना अधिक लाभ मिल सकता है। फूलों की खेती का मुनाफा पर्वो/त्यौहारों और स्थानीय बाजारों की मांग पर निर्भर करता है। किसान ने तीन एकड़ से कमाया 2.90 लाख, अब बढ़ाना चाहते हैं रकबा",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilwara-news/bhilwara-ranked-third-in-the-state-in-vaccination-7207425/,covid vaccination टीकाकरण में प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा भीलवाड़ा,"टीकाकरण में प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा भीलवाड़ा एक बार फिर लगे एक लाख से ज्यादा टीके 390 से भी अधिक केंद्रों पर टीकाकरण भीलवाड़ा Published: December 05, 2021 09:53:03 am भीलवाड़ा। covid vaccination कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के संभावित खतरे को देखते जिले में कोविड टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने एवं शत प्रतिशत लोगों को सुरक्षा कवच देने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शनिवार को टीकाकरण अभियान छेड़ा इस अभियान के तहत प्रदेश में भीलवाड़ा तीसरे स्थान पर रहा है। covid vaccination टीकाकरण में प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा भीलवाड़ा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुस्ताक खान ने बताया कि जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते के निर्देशन में शनिवार को मेगा वैक्सीनेशन शिविर में ३९० सेन्टरों पर एक लाख से भी अधिक लोगों को टीकाकरण का लक्ष्य था। यह शतप्रतिशत पूरा कर लिया। रात १० बजे तक एक लाख २ हजार से अधिक लोगों के पहली व दूसरी डोज के टीके लगाए जाने के आंकड़े मिले थे। डाटा फीड का काम देर रात तक जारी था। जिला अस्पताल, सामुदायिक, प्राथमिक व उप स्वास्थ्य केंद्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के घरों में तथा खेतों सहित सार्वजनिक स्थानों पर भी विभाग ने वैक्सीनेशन किया। आरसीएचओ डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिन से टीकाकरण से वंचित लोगों की लिस्ट तैयार की गई थी। ाशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा वंचित लोगों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। शनिवार को मेगा शिविर में एक लाख से अधिक लोगों के पहली व दूसरी डोज के टीके लगाए गए। डॉ. शर्मा ने बताया कि एक लाख टीके जिले में तीसरी बार लगाए गए है। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीपी गोस्वामी ने सुवाणा के श्रीनगर, कोदूकोटा, सीडियास व बड़ामहुआ टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण किया। 470 लोगों ने पुर जमात खाना में लगाए टीके जीएन अलमदद सोसायटी पुर व पठान समाज के सयुक्त तत्वावधान में पठानों के जमात खाने में कोरोना वैक्सीनेशन शिविर का आयोजन किया गया। जीएन अलमदद सोसायटी पुर के अध्यक्ष रफीक पठान ने बताया कि शिविर में 470 लोगों ने टीके लगवाए। शिविर में पुर हॉस्पिटल प्रभारी डॉ. जितेन्द्र सिंह, विमला सुखवाल, जरीना बानू, किरण जीनगर, पुष्पा रेगर, पायलकंवर, सागर विश्नोई, भगवती लाल, संजय शर्मा का सहयोग रहा। पठान समाज के सदर हाजी सुल्तान भी उपस्थित रहे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/meerut-news/weather-will-change-in-these-districts-in-24-hours-7207418/,"Today Weather Alert : 24 घंटे के भीतर इस जिलों में बिगड़ेगा मौसम, इतना नीचे तक जाएगा तापमान","24 घंटे के भीतर इस जिलों में बिगड़ेगा मौसम, इतना नीचे तक जाएगा तापमान Today Weather Alert : एनसीआर और पश्चिमी उप्र (West up)में आज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार आज देर शाम तक मौसम (Weather)बिगड़ सकता है। मौसम बिगड़ने से दिल्ली,गाजियाबाद,नोएडा, मेरठ,बागपत, हापुड, बुलंदशहर के अलावा अन्य जिलों में हल्की बारिश (light rain) हो सकती है। इस समय तापमान भी काफी बढ़ा हुआ है और हवा की सेहत भी काफी खराब है। मेरठ Published: December 05, 2021 09:44:21 am मेरठ . Today Weather Alert : आज रविवार को एनसीआर (NCR) और पश्चिमी उप्र के कुछ हिस्सों में बारिश का अंदेशा जताया जा रहा है। जिसके कारण तापमान में परिवर्तन आएगा। इस समय मेरठ और आसपास के जिलों में तापमान (Temperature) बढ़ा हुआ है। जिसके चलते ठंड (Cold) का असर कुछ कम हुआ है। आज मेरठ का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री तक पहुंच गया है। वहीं अधिकतम तापमान भी इस समय 25 डिग्री सेंटीग्रेट (centigrade) पर पहुंचा हुआ है। आज एनसीआर अलग-अलग हिस्सों में दिन के बाद शाम को हल्की बूंदाबांदी (light drizzle) हो सकती है। इसके चलते अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान में गिरावट की संभावना है। Today Weather Alert : 24 घंटे के भीतर इस जिलों में बिगड़ेगा मौसम, इतनी डिग्री नीचे तक जाएगा तापमान शनिवार को दिन में एनसीआर और पश्चिमी उप्र के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में सामान्य से 3 डिग्री अधिक की उपस्थिति दर्ज की गई है। मेरठ और एनसीआर के अधिकांश जिलों में रविवार को तेज धूप (bright sun) देखने को मिली। दिन चढ़ने के साथ ही धूप और तेज होने की संभावना है। इस समय दृश्यता का स्तर साढ़े तीन किलोमीटर है। जो कि काफी अच्छा माना जाता है। खिली हुई धूप के चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी इजाफा हुआ। ये भी पढे : पहाड़ों पर बर्फबारी ने इन जिलों में बढ़ाई ठंड,तापमान में आएगी बड़ी गिरावट मोदी पुरम कृषि अनुसंधान संस्थान के मौसम वैज्ञानिक डा0 एन सुभाष ने बताया कि अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। वहीं न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा है। उन्होंने बताया कि आज रविवार के दिन मेरठ और एनसीआर के जिलों में मौसम में बदलाव (change in weather) देखने को मिलेगा। खासतौर पर शाम के समय अलग-अलग हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके चलते अगले तीन दिन के बीच अधिकतम तापमान 20 डिग्री तक और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ashoknagar-news/fire-on-police-2-74-lakh-looted-from-farmer-two-pistols-recovered-7207415/,"पुलिस पर फायर-किसान से लूटे 2.74 लाख, दो पिस्टल और चाकू बरामद","पुलिस पर फायर-किसान से लूटे 2.74 लाख, दो पिस्टल और चाकू बरामद लुटेरों ने कोतवाली प्रभारी व पुलिस टीम पर फायर किया. अशोकनगर Published: December 05, 2021 09:39:45 am अशोकनगर. क्षेत्र में बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्होंने शहर में लूट की वारदात को अंजाम दिया और किसान से 2.75 लाख रुपए लूट ले गए, लेकिन जब तलाश में पुलिस पहुंची तो लुटेरों ने कोतवाली प्रभारी व पुलिस टीम पर फायर किया। हालांकि पुलिस ने पांच घंटे में ही तीन लुटेरों को पकड़ लिया, लेकिन तीन अन्य भागने में सफल रहे। पकड़े गए लुटेरों से 2.44 लाख रुपए व दो पिस्टल, तीन कारतूस, एक चाकू व दो बाइक बरामद हुई हैं। पुलिस पर फायर-किसान से लूटे 2.74 लाख, दो पिस्टल और चाकू बरामद पैसा झोले में रखकर घर जा रहा था किसान मामला रात 9 बजे शहर के नगेश्री चौराहा का है। मंडी में धान बेचकर अमाही तालाब निवासी किसान जगीरसिंह सिख ने व्यापारी राजकुमार अरोरा व चक्रेश जैन से धान के 2 लाख 74 हजार 577 रुपए लिए, जिन्हें थैले में रखकर बाइक से जगीरसिंह अपने घर जा रहा था। नगेश्री चौराहा पर पहुंचकर जगीरसिंह वैजनाथ साहू की किराना दुकान पर रुका और करीब साढ़े तीन फीट दूर ही बाइक रख सामान खरीदने लगा। तभी लुटेरे उसकी बाइक से थैला उठाकर भाग गए। सूचना मिली तो एसपी रघुवंशसिंह भदौरिया पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वहां लगे सीसीटीवी के फुटेज देखे। रात 11 बजे पुलिस टीम कलेक्टर-एसपी बंगले से कुछ दूरी पर स्थित होटल च्वॉइस पर बैठी मिली तो वहां पर बदमाश बैठे मिले, जिन्हें पकडऩे का प्रयास किया तो एक लुटेरे ने कोतवाली प्रभारी विवेक शर्मा व पुलिस टीम पर फायर कर दिया। हालांकि पुलिस ने तीन लुटेरों को पकड़ लिया व जिनके पास से लूट की राशि बरामद हो गई। हालांकि तीन अन्य लुटेरे भागने में सफल रहे। सीसीटीवी में देखा हुलिया और पांच घंटे में पकड़ाए तीन लुटेरे होटल च्वॉइस पर पुलिस ने दी दबिश, मिले लुटेरे सूचना मिली तो एसपी ने पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज देखे, जिनमें बाइक से एक व्यक्ति रुपयों से भरा थैला उठाकर वहां आई बाइक से निकल गया और दूसरे सीसीटीवी में उनके हुलिया देखे। फुटेज में दिखे हुलिया के लोगों को ढूंढने पुलिस ने कई जगह दबिश देने के बाद होटल च्वॉइस पर दबिश दी तो वहां यह लुटेरे मिल गए। एसपी के मुताबिक लुटेरों ने सुभाषगंज से ही रैकी की और किसान का पीछा किया तो यदि किसान दुकान पर नहीं रुकता तो हो सकता है रास्ते में रोककर लूट के साथ बड़ी वारदात कर सकते थे। नेशनल हाइवे पर फूंका ट्रक- महिला की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाई आग यह है खास लूट की घटना के बाद किसान ने विधायक को सूचना दी तो विधायक ने एसपी को वारदात की जानकारी दी, इससे पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई। लुटेरे ने कोतवाली प्रभारी व पुलिस टीम पर फायरिंग की, गनीमत रही निशाना चूक गया। वहीं राउंड फंस जाने से वह दूसरा फायर नहीं कर सका। एएसपी के मुताबिक पकड़े गए लुटेरों पर धारा 376 , मारपीट, आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज है, वहीं गुना केंट थाने में भी एक मामले में शामिल हैं। एसपी के मुताबिक पुलिस रिमांड पर लेकर लुटेरों से अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ की जाएगी, साथ ही अन्य आपराधिक रिकॉर्ड भी ढूंढ रहे हैं। पुलिस यदि तुरंत सीसीटीवी फुटेज देखकर जांच व तलाशी शुरु न करती तो हो सकता है कि सभी लुटेरे भागने में सफल हो जाते। एमपी में बड़ा हादसा-ट्रेक्टर ट्रॉली पलटने से दो की मौत, 28 घायल, कई गंभीर क्षेत्र के ही हैं लुटेरे, फरार लुटेरों की तलाश जारी पकड़े गए तीनों लुटेरे जिले के ही हैं। जिनकी गिरफ्तारी के बाद एसपी रघुवंशसिंह भदौरिया व एएसपी प्रदीप पटेल ने मामले का खुलासा किया। एसपी के मुताबिक, खैराभान निवासी 23 वर्षीय सरवन पुत्र गुरुनाम सिख, बायंगा निवासी 22 वर्षीय तरुण पुत्र अशोक यादव जो शहर के पठार मोहल्ले पर रहता था, पठार मोहल्ला निवासी 19 वर्षीय रोहित पुत्र रामवीर यादव को गिरफ्तार किया है। तीनों के पास से २ लाख 44 हजार 577 रुपए, मैग्जीन लगी पिस्टल व देशी पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस व एक चला हुआ कारतूस, खटकादार चाकू व दो बाइक बरामद हुई है। वहीं तीन अन्य लुटेरे फरार हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilwara-news/animal-owners-will-get-a-bonus-of-5-crores-on-every-deepawali-7207414/,पशुपालकों को हर दीपावली पर मिलेगा 5 करोड़ का बोनस,"पशुपालकों को हर दीपावली पर मिलेगा 5 करोड़ का बोनस भीलवाड़ा डेयरी की 32वी आमसभा व पशुपालक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित भीलवाड़ा Published: December 05, 2021 09:38:08 am भीलवाड़ा। जिले के पशुपालकों को अब हर दीपावली पर 50 पैसा प्रति लीटर के आधार पर बोनस दिया जाएगा। यानी एक साल में लगभग 5 करोड़ रुपए का बोनस देने का निर्णय भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ लिमिटेड की ३२वी आम सभा में किया गया। डेयरी में औसत पौने दो लाख लीटर दुध प्रतिदिन आता है जो साल में लगभग १० से ११ करोड़ लीटर होता है। ५० पैसा प्रति लीटर के आधार पर यह राशि ५ करोड़ रुपए होगी। आमसभा डेयरी अध्यक्ष व राजस्व मंत्री रामलाल जाट की अध्यक्षता में आयोजित हुई। सभा में ६६५.४० करोड़ का बजट का अनुमोदन किया गया। पशुपालकों को हर दीपावली पर मिलेगा 5 करोड़ का बोनस डेयरी के प्रबन्ध संचालक विपिन शर्मा ने बताया कि जाट ने डेयरी की भावी योजनाओं के बारे में समिति के अध्यक्षों व सचिवों को विस्तार से जानकारी दी। जाट ने बताया कि पशुपालक की पुत्री की शादी में डेयरी मामा का काम कर रही है। उसे सिलाई मशीन या नकद राशि तथा ५०० रुपए अतिरिक्त राशि देती है। डेयरी ने ४ हजार कुट्टी मशीन पर १४ हजार का अनुदान देने की घोषणा कर रखी है। जाट ने हेडलोड को कम करने के लिए जिला कलक्टर से हर गांव को डीएमएफटी फंड से सड़कों से जोडऩे की बात कहीं। जाट ने कहा डेयरी अध्यक्ष बनाने में पशुपालकों के साथ भाजपा का भी सहयोग रहा है। इसके लिए उनका आभारी भी हूं। जाट ने डेयरी के अध्यक्ष पद से भी इस्तिफा देने की घोषणा की है। जाट ने कहा कि आज जो मैं मंत्री बना हूं उसके पशुपालकों की बड़ी भूमिका है। लगातार विधायक भी बनाया तो डेयरी चेयरमेन भी। राजस्व विभाग में क्या सुधार कर सके उसके बारे में विस्तार से चर्चा कर रहे है। विभाग में स्टाफ की कमी है। ५ हजार की भर्ती करने जा रहे है। हर पंचायत में पटवारी मिलेगा। ताकि समस्या का समाधान हो सके। डेयरी में जिस तरह से ऑनलाइन सिस्टम किया उर्स तर्ज पर राजस्व विभाग में भी कई नवाचार किया जाएगा। खेत में रास्ते को लेकर जो झगड़ा होता है उसे समाप्त करने का काम किया जाएगा। प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान सभी कागजों को रिकोर्ड में दर्ज कराए ताकि काम आसानी से हो सकेगा। पैरा-फैरी में भी काम अटके हुए है उनके काम भी जल्द किया जाएगा। रोजगार की बड़ी संमस्या है। पढ़ाई करने वाले हर युवक नौकरी की ओर देख रहा है। जबकि नौकरी में जितना वेतन कलक्टर को मिलता है उससे भी ज्यादा राशि खेती-बाड़ी व पशुपालन से कमा सकता है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaisalmer-news/will-work-to-solve-the-problems-related-to-the-colonization-7207408/,'उपनिवेशन से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए करेंगे कार्य',"उपनिवेशन से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए करेंगे कार्य' - उपनिवेशन व सीएडी विभाग मिलने पर मंत्री का किया अभिनंदन जैसलमेर Published: December 05, 2021 09:33:34 am नाचना. राजस्थान सरकार के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री व पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने उन्हें जीताया तथा उनके विश्वास की बदोलत मुख्यमंत्री ने उन्हें उपनिवेशन विभाग व कृषि सिंचित क्षेत्र विकास की जिम्मेवारी सुपुर्द की है। उन्होंने गांव के मुख्य चौक में शनिवार को आयोजित अपने अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वे स्वयं किसान है तथा किसानों का दर्द जानते है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें किसान होने के नाते किसानों से जुड़े विभागों की जिम्मेवारी दी गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसानोंं की उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास व जल उपयोगिता विभाग के अलावा अन्य समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने सरकार की ओर से संचालित योजनाओं की जानकारी दी तथा उनका लाभ अर्जित करने का आह्वान किया। उन्होंने अपने स्वागत व अभिनंदन के लिए ग्रामीणों व किसानों का आभार जताते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर पंचायत समिति नाचना के प्रधान अर्जुनराम मेघवाल, सत्यनारायण चांडक सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे और किसानोंं की समस्याओं से अवगत करवाया। जिस पर मंत्री ने समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिलाया। इसी प्रकार मंत्री शाले मोहम्मद ने यहां उपस्थित महिलाओं व ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी और निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। 21 किलो की माला से किया अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों व किसानों की ओर से साफा, मालाएं पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर मंत्री का अभिनंदन किया गया। इसी प्रकार ग्रामीणों की ओर से मंत्री का 21 किलो की माला पहनाकर स्वागत व सत्कार किया गया। इसी प्रकार सत्यनारायण चांडक के घर के बाहर मंत्री शाले मोहम्मद को गुड़ से तोला गया तथा यहां भी मालाएं पहनाकर अभिनंदन किया गया। इस दौरान यहां बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने जिंदाबाद के नारे लगाए। 'उपनिवेशन से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए करेंगे कार्य'",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaisalmer-news/a-rally-was-taken-out-and-gave-a-message-to-be-aware-of-korana-7207383/,रैली निकालकर दिया कोराना से जागरूक रहने का संदेश,"रैली निकालकर दिया कोराना से जागरूक रहने का संदेश रैली निकालकर दिया कोराना से जागरूक रहने का संदेश जैसलमेर Updated: December 05, 2021 09:13:23 am जैसलमेर. शहर के अमर शहीद सागरमल गोपा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जैसलमेर में राष्ट्रीय सेवा योजना का द्वितीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कार्यवाहक संस्था प्रधान नटवरलाल जंगा ने कोरोना जागरुकता रैली के संभागियों को राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल मंत्र सेवा को जीवन में अपनाने की बात कही । एनएसएस प्रभारी व्याख्याता मिश्री सिंह भाटी ने कोरोना से बचाव के तरीकों के बारे में बताते हुए संभागियों से आह्वान किया कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करें। व्याख्याता विजय बल्लाणी ने स्वच्छता का महत्व बताते हुए कक्षा कक्ष व विद्यालय परिसर को साफ -सुथरा रखने की बात कही। संस्था प्रधान नटवरलाल जंगा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो जिला कलक्टर कार्यालय के आगे से होकर विजय स्तंभ की परिक्रमा कर हनुमान चौराहा होते हुई गोपा चौक पहुंची। स्वयं सेवको द्वारा कोरोना मुक्ति संबंधी धी नारे लगाते हुए कोरोना से बचाव के लिए सघन वातावरण निर्माण एवं जागरूकता की अलख जगाई। रैली मुख्य मार्गो से होती हुई वापिस विद्यालय परिसर पहुंची । विद्यालय में में स्वच्छ भारत अभियान के तहत श्रमदान किया गया। कार्यक्रम में व्याख्याता करणसिंह, गणपतराम, विजय बल्लाणी व विनोद व्यास ने सहयोग दिया। रैली निकालकर दिया कोराना से जागरूक रहने का संदेश विशेष योग्यजन की योजनाओं में उपलब्धि, जिला कलक्टर को मिला सम्मान जैसलमेर. दिव्यांगों के कल्याण के क्षेत्र में जिले में उल्लेखनीय योगदान के लिए जिला कलक्टर आशीष मोदी को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर राज्यस्तरीय सम्मान प्रदान किया गया है। जिले में विशेष योग्यजन की योजनाओं के अंतर्गत दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण में जैसलमेर जिले की उल्लेखनीय उपलतब्धियों के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से जिला कलक्टर आशीष मोदी को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर यह सम्मान दिया गया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने इसके लिए जिला कलक्टर की सराहना करते हुए जिले में आगामी समय में इस योजना में विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग उपलब्ध कराकर उनके जीवन को बेहतर बनाने में और अधिक योगदान का विश्वास जताया है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/tonk-news/tapasya-is-necessary-in-life-for-self-purification-7207380/,आत्म शुद्धि के लिए जीवन में तप जरूरी - मनीष सागर,"आत्म शुद्धि के लिए जीवन में तप जरूरी - मनीष सागर उपधान तप की तपस्या के दौरान धर्म सभा को संबोधित करते हुए युवा मनीषी मनीष सागर ने कहा कि सांसारिक जीवन में रहकर मनुष्य जब तक आत्म शुद्धि नहीं करेगा, तब तक वह सांसारिक मोह माया के जाल में फसा रहेगा। टोंक Updated: December 05, 2021 09:11:55 am मालपुरा. श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ जयपुर के तत्वावधान में श्री जिनकुशलसुरि दादाबाड़ी में अध्यात्मयोगि महेन्द्रसागर, युवामनीषी मनीषसागर एवं मरुधर ज्योति मणिप्रभाश्री आदि ठाणा की निश्रा में कुशल उपवन में उपधान तप की 51 दिन की तपस्या के तहत श्रावक श्राविका को इस तपस्या के दौरान साधु की तरह जीवन जीने के साथ-साथ धार्मिक क्रियाएं प्रतिदिन कराई जा रही है। आत्म शुद्धि के लिए जीवन में तप जरूरी - मनीष सागर उपधान तप की तपस्या के दौरान धर्म सभा को संबोधित करते हुए युवा मनीषी मनीष सागर ने कहा कि सांसारिक जीवन में रहकर मनुष्य जब तक आत्म शुद्धि नहीं करेगा, तब तक वह सांसारिक मोह माया के जाल में फसा रहेगा। उन्होंने कहा कि जीवन में तन मन में विकारों के उदय विलय का क्रम जीवन भर चलता रहता है। यदि हम इस तप के माध्यम से अपने जीवन का आत्मचिंतन करेंगे तो निश्चित ही सुकून एवं आनंदमई जीवन जीने के लिए धर्म के मार्ग पर चलनें का अनुभव होगा। उपधान तप की 51 दिन की तपस्या के तहत उपधान तप की साधना करने वाले श्रावक श्राविका को इस तपस्या के दौरान साधु की तरह जीवन जीने के साथ-साथ धार्मिक क्रियाओं के साथ जीवन जीने की क्रियाएं प्रतिदिन कराई जा रही है। उपधान तप कार्यक्रम में संपूर्ण भारत से लगभग 450 श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। धर्म पर चलने से सब संकट दूर: गणिनी टोंक. श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र मेहंदवास में स्वस्ति धाम जहाजपुर की प्रणेता गणिनी आर्यिका 105 स्वस्ति भूषण के सान्निध्य में शनिअरिष्ट निवारक श्री1008 श्री मुनिसुव्रत विधान का आयोजन किया गया। समिति मंत्री वीरेंद्र जैन संघी ने बताया कि विधान के सौधर्म इंद्र सुरेश कुमार, अशोक कुमार संघी रहे। समिति के अध्यक्ष कमलेश जैन ने बताया कि शांति धारा करने का सौभाग्य चांद मल विरेंद्र कुमार संघी एवं विमल कुमार अशोक कुमार मेहंदवास तथा प्रथम अभिषेक अनिल कुमार नवीन कुमार टोंक, मंडल पर मुख्य मंगल कलश स्थापना करने का सौभाग्य मंजू देवी चांदमल सघी टोंक को मिला। प्रवक्ता, रमेश जैन ने बताया कि गणिनी आर्यिका ने अपने प्रवचन में कहा की धर्म पर चलने से सब संकट दूर हो जाते हैं। इस अवसर पर श्याम लाल, भागचंद फुलेता, विमल बरवास, पारस चंद, ओम, ज्ञानचंद टोरडी, नीरज, विनोद, बंटी, राजेश जैन, विष्णु बोहरा, सुशील, नेमी चंद निवाई वाले उपस्थित थे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/mandla-news/three-km-route-between-two-villages-incomplete-7207379/,दो ग्रामों के बीच तीन किमी का मार्ग अधूरा,"दो ग्रामों के बीच तीन किमी का मार्ग अधूरा शिकवा, शिकायतों के बाद भी मार्ग निर्माण अधूरा, जनपद घेराव करने की तैयारी मंडला Updated: December 05, 2021 09:11:06 am दो ग्रामों के बीच तीन किमी का मार्ग अधूरा मंडला। विकासखंड नारायणगंज के ग्राम खैरी से पदमी तक का करीब तीन किमी मार्ग जर्जर हालत में है। दोनों ग्रामों के बीच दो क्षेत्रों में मार्ग बना हुआ है, और कुछ क्षेत्र में गिट्टी बिछी हुई है। वहीं कुछ मार्ग कच्चा है। जिसके कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। आधे अधूरे मार्ग निर्माण के कारण बारिश के सीजन में लोगों का यहां से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। बता दे कि खैरी ग्राम नेशनल हाईवे से लगा हुआ है और पदमी की दूरी करीब 5 किमी की है। ग्रामीणों ने मार्ग निर्माण और ग्राम में नलजल योजना संचालित करने के लिए कई बार प्रदर्शन कर चुके है। लेकिन कोई स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। अब ग्राम के लोग और भारतीय आम नागरिक देश संघर्ष युवा संगठन अब जनपद का घेराव करने की तैयारी कर रहे है। जानकारी अनुसार नारायणगंज के ग्राम खैरी से पदमी तक मार्ग की हालत खराब है। साथ ही ग्राम पदमी में आज दिनांक तक नलजल योजना शुरू नहीं की गई। करीब पांच हजार की आबादी पांच हैंडपंप के भरोसे है। चाहे पीने का पानी हो या निस्तार का पानी या फिर निर्माण कार्य के लिए पानी हो, सब इन्हें हैंडपंप के भरोसे ही रहना पड़ता है। ग्राम पदमी में कुछ हितग्राहियों के प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कार्य भी शुरू हुआ है, जिससे हितग्राहियों को पानी के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीणोंं में पंचायत और प्रशासन पर नाराजगी दिखाते हुए कहां कि यदि ग्राम में सड़क और पानी की जल्द व्यवस्था नहीं की गई तो आंदोलन करने मजबूर हो जाएगे। ग्राम में नहीं है नलजल योजना : ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल समस्या को लेकर ग्राम पंचायत की तरफ से किसी का ध्यान नहीं है, लापरवाही बरत रहे है। पेयजल समस्या के निराकरण के लिए अभी तक सर्वे भी नहीं किया गया है। वहीं ग्राम में पेयजल के लिए हैंडपंप ही एक वैकल्पिक साधन है। जिससे ग्रामीण खासे परेशान है। वही शासन द्वारा नल जल योजना का लाभ देने गांव-गांव जल जीवन योजना के अंतर्गत हर घर में पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन ग्राम पदमी के लोगों को इस योजना का भी लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है। समस्या निराकरण के वजाय देते है अश्वासन : ग्राम पदमी में सड़क और पानी की समस्या के लिये ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया है। इस समस्या के लिये ग्रामीणों ने धरना, विरोध प्रदर्शन तक कर चुके है, बावजूद इसके समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। प्रतिवर्ष बारिश के सीजन में खैरी से पदमी के बीच का मार्ग दलदल बन जाता है। जिससे ग्राम के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विरोध करने के बाद भी प्रशासन और जनप्रतिनिधि नहीं जागते है। प्रशासन द्वारा सिर्फ ग्रामीणों को आश्वासन देकर तसल्ली दी जाती है, लेकिन समस्या के निराकरण का प्रयास नहीं किया जाता है। जिसके कारण ग्रामीणों में रोष है। जनपद का घेराव करने की तैयारी : भारतीय आम नागरिक देश संघर्ष युवा संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि ग्राम की मुख्य समस्या सड़क और पानी की समस्या का निदान जल्द नहीं किया गया तो ग्राम व संगठन के लोग एकत्र होकर जनपद का घेराव करेंगे। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द ही ग्राम के मार्ग को बनाया जाए और ग्राम के हर घर में नलजल योजना के तहत कनेक्शन दिया जाए। जिससे ग्रामीणों को इस परेशानी से छुटकारा मिल सके। दो ग्रामों के बीच तीन किमी का मार्ग अधूरा",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/lucknow-news/police-make-plan-to-control-crime-on-up-election-2022-time-7207367/,"विधानसभा चुनाव में वोट के बदले पैसा नहीं बांट पाएंगे नेता, नेताओं पर लगाम लगाने के लिए निकाली गई तरकीब","विधानसभा चुनाव में वोट के बदले पैसा नहीं बांट पाएंगे नेता, नेताओं पर लगाम लगाने के लिए निकाली गई तरकीब आगामी चुनाव में लाइसेंसी असलहा का दुरुपयोग न हो सके इसके लिए भी स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। सभी जिले के डीएम को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने जिले में जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस का शत-प्रतिशत सत्यापन करा लें। आवश्यकता पड़ने पर असलहों को जमा किया जाए लखनऊ Published: December 05, 2021 09:01:34 am लखनऊ. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन अभी से सख्त है विधानसभा चुनाव में वोट ख़रीदने के लिए नेता पैसे बांटते हैं। पिछले चुनाव में पैसे बांटने को लेकर कई शिकायतें मिली थी। आगामी विधानसभा चुनाव में इस तरह की शिकायतें फिर से न मिले इसको लेकर पुलिस ने प्लान तैयार किया है। ये है रणनीति चुनाव में वोट खरीदने के लिए नेताओं द्वारा पैसे न बाटें जा सके इसको लेकर रणनीति तैयार की गई है। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव में पैसा न बांटे जा सके इसके लिए बैंकों से समन्वय स्थापित किया गया है। पुलिस ने बैंक के साथ मिलकर यह प्लान तैयार किया है कि अगर बैंक से बड़ी रकम निकाली जाती है तो बैंक तत्काल प्रभाव से इसकी सूचना पुलिस को दे देगी। जिसके बाद पुलिस टीम को लगाया जाएगा कि संबंधित व्यक्ति इस पैसे का क्या कर रहा है। अगर इस पैसे का प्रयोग चुनाव में वोट खरीदने के लिए होता है तो तत्काल पुलिस की टीम संबंधित नेता के खिलाफ एक्शन लेगी। इनकम टैक्स विभाग भी करेगा कार्रवाई अगर नेताओं द्वारा पैसा बांटने का मामला सामने आता है तो सिर्फ पुलिस पैसे को बांटने से ही नहीं रोकेगी, इसके बाद इनकम टैक्स विभाग को सूचना दी जाएगी। इनकम टैक्स विभाग द्वारा जांच की जाएगी आखिर संबंधित व्यक्ति के पास यह पैसा कहां से आया है। अगर पैसे के संबंध में नेताजी संतोषजनक जानकारी नहीं दे पाएंगे तो इनकम टैक्स भी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। शराब तस्करी पर लगेगी लगाम चुनाव के दौरान यह देखा गया कि अवैध तौर पर शराब खूब बांटी जाती है। शराब का दुरुपयोग न हो इसको लेकर भी पुलिस ने प्लान तैयार किया है। अभी से ही शराब तस्करों पर नजर रखी जा रही है। लाइसेंस होल्डर शराब विक्रेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह एक निर्धारित मात्रा से अधिक शराब की बिक्री न करें। असलहों पर लगेगी लगाम आगामी चुनाव में लाइसेंसी असलहा का दुरुपयोग न हो सके इसके लिए भी स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। सभी जिले के डीएम को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने जिले में जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस का शत-प्रतिशत सत्यापन करा लें। आवश्यकता पड़ने पर असलहों को जमा किया जाए।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/tonk-news/the-water-of-dakhia-dam-did-not-reach-the-minor-7207365/,"दाखिया बांध से छोडा पानी 12 दिन बाद भी नहीं पहुंचा टेल तक, सूखी पड़ी है अमीनपुरा माइनर","दाखिया बांध से छोडा पानी 12 दिन बाद भी नहीं पहुंचा टेल तक, सूखी पड़ी है अमीनपुरा माइनर दाखिया बांध से छोडा पानी टेल तक नहीं पहुंचने पर अमीनपुरा माइनर आज भी सूखी पड़ी है। टेल पर पानी नहीं पहुंचने से सिंचाई के अभाव में फसल सूखने लगी है, जिससे किसानों में निराशा होने लगी है। टोंक Published: December 05, 2021 08:59:06 am टोंक. 12 दिन पूर्व दाखिया बांध से छोडा पानी टेल तक नहीं पहुंचने पर अमीनपुरा माइनर आज भी सूखी पड़ी है। टेल पर पानी नहीं पहुंचने से सिंचाई के अभाव में फसल सूखने लगी है, जिससे किसानों में निराशा होने लगी है। किसान महापंचायत के टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा प्रभारी भरत राज ने बताया कि बीसलपुर सिंचाई परियोजना के अंतर्गत आने वाले दाखिया बांध से 23 नवम्बर को सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया गया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण 12 दिन गुजर जाने के बाद अभी तक टेल के किसानों को पानी नहीं मिला है। दाखिया बांध से छोडा पानी 12 दिन बाद भी नहीं पहुंचा टेल तक, सूखी पड़ी है अमीनपुरा माइनर जबकि पहली प्राथमिकता टेल वाले किसानों को पानी देने की होती है। उन्होंने बताया कि दाखिया बांध की नहरों से नवाबपुरा, अमीनपुरा , मालियों की झोपडिय़ा आदि गांव की जमीने सिंचित होती है। किसानों द्वारा अधिकारियों को टेल तक पानी नहीं पहुंचने के बारे में बताने के बाद भी उचित कार्रवाई नहीं किए जाने से किसानों में नाराजगी बढऩे लगी है। किसानों ने उच्चाधिकारियों से जल्द टेल तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की मांग की है, जिससे समय रहते उनकी फसलों को बचाया जा सके। एक पुरुष व दो महिलाएं घायल पीपलू. बरौनी थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव जौला में फसल को पानी पिलाने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया, जिसमें एक पुरुष सहित दो महिला घायल हो गए। बरौनी थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद मीणा ने बताया कि फसल को पानी पिलाने के मामले में गांव जौंला के रामप्रसाद सेन तथा अशोक सेन के बीच खेत पर झगड़ा हो गया, जिसमें रामप्रसाद पुत्र घासी लाल सेन, कैलाशी पत्नी रामप्रसाद तथा सुनीता पुत्री रामप्रसाद घायल हो गए, जिनका शुक्रवार को पुलिस ने मेडिकल करवाया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से रिपोर्ट दर्ज करके जांच हेड कांस्टेबल रामेश्वर को सौंपी है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaipur-news/no-change-in-the-prices-of-petrol-and-diesel-on-the-31st-day-7207359/,petrol diesel price today: 31वें दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं,"31वें दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं कच्चे तेल के दामों में जोरदार गिरावट के बावजूद सरकारी तेल कंपनियों ( goverment oil companies ) ने लगातार 31वें दिन पेट्रोल-डीजल ( petrol diesel price today ) के दामों में कोई बदलाव नहीं किया है। जयपुर में रविवार को पेट्रोल का दाम 107.06 रुपए और डीजल का दाम 90.70 रुपए प्रति लीटर है। जयपुर Published: December 05, 2021 08:52:32 am जयपुर। कच्चे तेल के दामों में जोरदार गिरावट के बावजूद सरकारी तेल कंपनियों ( goverment oil companies ) ने लगातार 31वें दिन पेट्रोल-डीजल ( petrol diesel price today ) के दामों में कोई बदलाव नहीं किया है। जयपुर में रविवार को पेट्रोल का दाम 107.06 रुपए और डीजल का दाम 90.70 रुपए प्रति लीटर है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार ने 17 नवंबर माह की शुरुआत में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट में कटौती की थी, जिसके बाद पेट्रोल 4.04 रुपए और डीजल 5.01 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो गया था। राज्य सरकार ने पेट्रोल पर वैट 36 के बजाय 31.04 प्रतिशत और डीजल पर 26 के 19.30 प्रतिशत कर दिया था। दिवाली से पहले केंद्र सरकार ने भी एक्साइज ड्यूटी में कमी की थी, जिससे राज्य में डीजल 11 से 12 रुपए व पेट्रोल पर 5 से 6 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो गया था। इसके बाद से राज्य सरकार पर वैट कम करने का लगातार दबाव बना हुआ था। देश के महानगरों में पेट्रोल-डीजल का हाल दिल्ली में पेट्रोल के दाम 103.97 रुपए व डीजल के दाम 86.67 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 109.98 रुपए व डीजल के दाम 94.14 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 104.67 रुपए और डीजल 89.79 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 101.40 रुपए और डीजल के दाम 91.43 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए। प्रति दिन छह बजे बदलती है कीमत बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोडऩे के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। जानिए आपके शहर में कितना है दाम पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको आरएसपी और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा। petrol diesel price today: 31वें दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/chhindwara-news/woman-s-death-angry-villagers-set-fire-to-truck-7207358/,नेशनल हाइवे पर फूंका ट्रक- महिला की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाई आग,"नेशनल हाइवे पर फूंका ट्रक- महिला की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाई आग लोगों ने ट्रक को आग के हवाले कर दिया, देखते ही देखते ट्रक भयंकर रूप से जलने लगा। छिंदवाड़ा Published: December 05, 2021 08:51:09 am छिंदवाड़ा. मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से एक महिला की मौत हो गई, जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर ट्रक में आग लगा दी, जिससे ट्रक कुछ ही देर में धूं-धूं कर जलता नजर आया, मामला बिगड़ता देख पुलिस बल तैनात किया गया, ताकि किसी प्रकार का हंगामा नहीं हो। ऐसे में मौके पर पहुंची फायर फाइटर की मदद से आग पर काबु पाया गया। जानकारी के अनुसार नागपुर-छिंदवाड़ा नेशनल हाइवे पर शनिवार रात करीब आठ बजे ग्राम देवर्धा में मुख्य सड़क पार कर रही एक महिला को तेज रफ्तार ट्रक के चालक ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, ऐसे में महिला को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन गम्भीर चोट होने के कारण महिला की मौत हो गई। वहीं दूसरी तरफ आक्रोशित लोगों ने ट्रक को आग के हवाले कर दिया, देखते ही देखते ट्रक भयंकर रूप से जलने लगा। एमपी में बड़ा हादसा-ट्रेक्टर ट्रॉली पलटने से दो की मौत, 28 घायल, कई गंभीर काम कर लौट रही थी महिला ग्राम देवर्धा निवासी कमला बाई (45) पति गोपाल मानकर काम कर घर लौट रही थी। देवर्धा में वह मुख्य सड़क को पार कर रही थी, इस दौरान छिंदवाड़ा की तरफ से लिंगा की ओर जा रहे एक तेज रफ्तार ट्रक के चालक ने सड़क पार कर रही कमला बाई को टक्कर मार दी। जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला को 108 एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंचती इसके पहले किसी ने मक्का भरे ट्रक में आग लगा दी। सूचना के बाद उमरानाला चौकी पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। ट्रक में आग भड़क चुकी थी। जिसके चलते सड़क के एक हिस्से से आवाजाही बंद हो गई। वहीं दूसरी ओर से आने-जाने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गई। माहौल बिगड़ा देख जिला मुख्यालय से पुलिस फोर्स और दो दमकल आग बुझाने के लिए रवाना की गई। उमरानाला चौकी में पदस्थ एएसआइ वीरेन्द्र पाल ने बताया कि ट्रक तिरुपति ट्रांसपोर्ट का था। रात करीब 9.20 बजे आग पर काबू पा लिया गया।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/tonk-news/woman-dies-after-being-crushed-under-tractor-7207353/,ट्रैक्टर के नीचे दबने से महिला की हुई मौत,"ट्रैक्टर के नीचे दबने से महिला की हुई मौत जहाजपुर चुंगी नाका पर खड़ी 30 वर्षीय महिला को एक ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी, घायल महिला को राजकीय चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती करवाया, जिसने उपचार के दौरान कुछ मिनटों बाद दम तोड़ दिया। टोंक Published: December 05, 2021 08:44:16 am देवली. शहर के जहाजपुर चुंगी नाका पर खड़ी 30 वर्षीय महिला को एक ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी, जिससे असन्तुलित होकर महिला गिरते ही उसके ऊपर से ट्रैक्टर निकल गया और वह गंभीर घायल होकर तड़पने लगी, जिसे बाद में वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी तथा घायल को यहां राजकीय चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती करवाया, जिसने उपचार के दौरान कुछ मिनटों बाद दम तोड़ दिया। थाना प्रभारी मोहम्मद इमरान ने बताया कि शनिवार दोपहर को सपना पत्नी नेपाल सिंह मीणा निवासी गाडोली थाना हनुमाननगर तहसील जहाजपुर जिला भीलवाड़ा किसी काम से देवली आई थी। महिला शहर के जहाजपुर चुंगी नाका पर खड़ी होकर साधन आने का इंतजार कर रही थी। ट्रैक्टर के नीचे दबने से महिला की हुई मौत इस बीच ऊंचा की तरफ से आ रहे ट्रैक्टर ने सपना को टक्कर मार दी, जिससे वह असन्तुलित होकर गिरने से ट्रेक्टर उसके ऊपर से निकल गया। वहां मौजूद लोगों ने उसे संभाला और पुलिस को सूचना देकर तुरंत यहां राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। वहीं पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।अस्पताल में कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिया। मृतका के रिश्तेदारों ने बताया कि उसके अभी दो छोटे बच्चे है।जबकि एक बच्चे की पहले स्कूल बस से कुचलने से मौत हो चुकी है। करंट से वृद्ध की मौत दूनी. टोकरावास गांव स्थित खेत पर सिंचाई के दौरान शनिवार को हाइटेंशन लाइन से ट्रांसफार्मर में उतरे करंट से वृद्ध झुलस गया। करंट से अचेत हुए वृद्ध को परिजनों ने दूनी अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्साकर्मी बृजेश पाराशर ने बताया की झुलस कर घायल हुआ वृद्ध टोकरावास निवासी गणेश (70) पुत्र कुरालाल मीणा है। परिजनों ने बताया की वृद्ध गणेश खेत पर लगे ट्रांसफार्मर के पास सरसों की पिलाई कर रहा था, स्पॉट वायर के छु जाने पर वह अचेत हो गया, जिसे चिकित्सालय में मृत घोषित कर दिया। टक्कर से बाइक सवार की मौत देवली .थाना क्षेत्र के गांवड़ी ग्राम में शनिवार प्रात: बाइक पर जा रहे 50 वर्षीय एक जने की अज्ञात वाहन की लगी टक्कर से गिरने पर गंभीर घायल हो गया, जिसे बाद में यहां राजकीय चिकित्सालय लाने पर चिकित्सक ने देखकर मृत घोषित कर दिया। थाने के सहायक उप निरीक्षक रामजीलाल ने बताया कि रघुवीर सिंह पुत्र छोटू सिंह दरोगा निवासी गांवड़ी शनिवार को अपने गांव में बाइक से सडक़ से गुजर रहा था। इस दौरान अज्ञात वाहन की टक्कर से वह नीचे गिर गया। इस बीच मौके से निकल रही पुलिस ने उसे तत्काल यहां राजकीय चिकित्सालय उपचार के लिए पहुंचाया, जिसको देखने के बाद चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक शराब ठेकेदार के पास एकाउंट्स का काम करता था। उसके एक पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं। पुलिस की सूचना के बाद मृतक के रिश्तेदार चिकित्सालय पहुंचे, जिसके बाद पुलिस शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/durg-news/teacher-who-taught-tuition-in-durg-raped-the-student-7207347/,"ट्यूशन पढ़ने वाली छात्रा को टीचर ने बनाया हवस का शिकार, जब प्रेग्नेंट हुई तो खिला दी गर्भपात की गोलियां, छात्रा की मौत","ट्यूशन पढ़ने वाली छात्रा को टीचर ने बनाया हवस का शिकार, जब प्रेग्नेंट हुई तो खिला दी गर्भपात की गोलियां, छात्रा की मौत दुर्ग अदालत ने दोषी ट्यूटर अविनाश कुमार राजपूत को 5 वर्ष के सश्रम कारावास व 10 हजार रुपए के अर्थदण्ड से दंडित किया है। दुर्ग Published: December 05, 2021 08:32:13 am दुर्ग. ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक ने छात्रा के साथ शारीरिक संबंध बनाया। जब छात्रा गर्भवती हो गई तो उसे गर्भपात की गोलियां खिला दी। गोलियों के साइड इफेक्ट से छात्रा की मौत हो गई। दुर्ग अदालत ने दोषी ट्यूटर अविनाश कुमार राजपूत को 5 वर्ष के सश्रम कारावास व 10 हजार रुपए के अर्थदण्ड से दंडित किया है। यह फैसला जिला सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव की अदालत में सुनाया गया। घटना छावनी थाना क्षेत्र की है। 18 वर्षीय छात्रा ट्यूशन पढऩे के लिए अविनाश कुमार राजपूत के घर जाती थी। वह मूल रुप से रोहतास बिहार निवासी है। लोक अभियोजक बालमुकुंद चंद्राकर ने बताया अविनाश ने छात्रा को गर्भपात की 5 गोलियां उपलब्ध कराई थी। छात्रा ने तीन बार में पांच गोलियों को सेवन कर लिया। रक्तस्राव होने पर उसे बीएम शाह हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां 29 जनवरी 2019 को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। ट्यूशन पढऩे वाली छात्रा को टीचर ने बनाया हवस का शिकार, जब प्रेग्नेंट हुई तो खिला दी गर्भपात की गोलियां, छात्रा की मौत कोर्ट ने कहा खुद को बचाने छात्रा को मौत के मुंह में धकेल दिया अदालत ने फैसले में कहा कि अभियुक्त मृतक छात्रा का गुरु था। बावजूद उसने गुरु के महती दायित्व को उचित रूप से निर्वहित न करते हुए उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। उसके गर्भवती होने पर स्वयं को बचाने के आशय से मृतका की जीवन को खतरे में डालते हुए उसे गर्भपात कराने के आशय से दवाईयां खिलाई। जिससे उसकी मौत हो गई। इस स्थिति अभियुक्त को कम सजा से दंडित किया जाना उचित नहीं होगा। 2019 का था मामला छात्रा की मौत के बाद ट्यूटर की हरकत का खुलासा हुआ था। अस्पताल से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई प्रारंभ की थी। मृतका के परिजनों, चिकित्सकों, मृतका के मृत्यु पूर्व बयान तथा बिसरा रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी अविनाश कुमार राजपूत को गिरफ्तार किया। पुलिस ने 19 जून 2019 को जेल भेज दिया था।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/panna-news/major-accident-in-mp-two-death-28-injured-overturning-of-tractor-7207342/,"एमपी में बड़ा हादसा-ट्रेक्टर ट्रॉली पलटने से दो की मौत, 28 घायल, कई गंभीर","एमपी में बड़ा हादसा-ट्रेक्टर ट्रॉली पलटने से दो की मौत, 28 घायल, कई गंभीर जटाशंकर धाम से दर्शन कर लौट रहे यात्रियों से भरी एक ट्रेक्टर ट्रॉली पलट गई है। पन्ना Published: December 05, 2021 08:24:06 am पन्ना. मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया है। जिसमें एक महिला और ट्रेक्टर चालक की मौत हो गई है। वहीं 28 लोग घायल हो गए हैं। इस हादसे में बच्चों को भी काफी चोटें आई है। घायलों को आनन फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले में जटाशंकर धाम से दर्शन कर लौट रहे यात्रियों से भरी एक ट्रेक्टर ट्रॉली पलट गई है। इसमें काफी यात्री सवार होकर वापस घर की ओर लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में ट्रेक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होने के कारण पलट गई, जिससे बड़ा हादसा हो गया। हादसे में दो की मौत, 28 घायल, बच्चे गंभीर यह हादसा जैतपुर तहसील बिजावर के समीप हुआ, ट्रेक्टर ट्रॉली में सवार यात्री सिमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव भूपतपुरा लौट रहे थे, इस हादसे में ट्रेक्टर ड्रायवर, एक महिला की मौत हो गई, वहीं 28 यात्री घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है हादसे में बच्चों की स्थिति गंभीर हैं। सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें से तीन की स्थिति गंभीर होने के कारण उनको उपचार के लिए रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। छतरपुर जिले में है जटाशंकर आपको बतादें की जटाशंकर धाम छतरपुर जिले में स्थित हैं, यहां हर दिन सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं,हादसे की जानकारी लगते ही पवई विधानसभा से बीजेपी विधायक प्रह्लाद लोधी, जिला पंचायत अध्यक्ष रविराज यादव एवं पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों की सुध लेते हुए अस्पताल प्रबंधन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/lucknow-news/corona-vaccination-registration-will-start-soon-for-syringe-free-vacci-7207339/,"यूपी में लगेगा बिना सिरिंज के कोरोना टीका, पहले चरण के लिए मांगी गई जिलों की सूची","यूपी में लगेगा बिना सिरिंज के कोरोना टीका, पहले चरण के लिए मांगी गई जिलों की सूची कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए फार्मा कंपनी द्वारा विकसित बिना सिरिंज के टीका देश के जिन सात राज्यों को देने के लिए केन्द्र की तैयारी की है उसमें उत्तर प्रदेश शामिल है। पहले चरण में कंपनी द्वारा यूपी को बिना सिरिंज का टीकाकरण उपलब्ध कराया जाएगा। टीकाकरण की डोज मिलने के बाद प्रदेश के उन जिलों में टीकाकरण किया जाएगा जहां पर सबसे कम टीकाकरण हुआ है। लखनऊ Updated: December 05, 2021 08:27:02 am लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर प्रभावशाली न हो इसके लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण किया जा रहा है। अब आने वाले दिनों में बिना सिरिंज के टीका लगाने को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। जल्द ही केन्द्र सरकार उत्तर प्रदेश को बिना सुरिंज के टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराएगा। जिसके बाद प्रदेश में बिना सिरिंज के दर्द रहित टीका लगाया जाएगा। यूपी चयनित कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए फार्मा कंपनी द्वारा विकसित बिना सिरिंज के टीका देश के जिन सात राज्यों को देने के लिए केन्द्र की तैयारी की है उसमें उत्तर प्रदेश शामिल है। पहले चरण में कंपनी द्वारा यूपी को बिना सिरिंज का टीकाकरण उपलब्ध कराया जाएगा। टीकाकरण की डोज मिलने के बाद प्रदेश के उन जिलों में टीकाकरण किया जाएगा जहां पर सबसे कम टीकाकरण हुआ है। केन्द्र ने यूपी के मांगे जिलों के नाम केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उत्तर प्रदेश से उन जिलों के नाम मांगे हैं जहां बड़ी संख्या में लोगों ने किसी भी टीके की सिंगल डोज नहीं ली है। हर घर दस्तक अभियान के मूल्यांकन के लिए हुई वर्चुअल बैठक में भूषण ने कहा कि शुरुआत में ये टीका वयस्कों को ही दिया जा रहा है। हालांकि, भारत में आपात उपयोग के तहत इसे 12 साल से अधिक उम्र के लोगों को देने की अनुमति भी दे दी है। टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण पूरा हो चुका है अब राज्यों को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा गया है इस टीके की डोज 32 में 28 दिनों के अंतर पर दी जाएंगी।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/kaushambi-news/kallu-goat-died-whole-neighborhood-cried-hindu-customs-funeral-know-7207333/,"कल्लू बकरा मर गया पूरा मोहल्ला रोया हिंदू रीति-रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार, अब तेरहवीं भी होगी जानें क्यों","कल्लू बकरा मर गया पूरा मोहल्ला रोया हिंदू रीति-रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार, अब तेरहवीं भी होगी जानें क्यों - यूपी सहित पूरे देश में पशु प्रेम के कई उदाहरण हैं। कही कोई बंदर मरने पर उसकी शव यात्रा धूमधाम से निकलता है तो कहीं कोई कुत्ते के प्रेम में ऐसा करता है। ऐसी कई घटनाएं अक्सर सुनने में आती है। यह घटनाएं पशुओं के प्रति प्रेम को बढ़ावा देती है। ऐसा एक मामला कौशांबी में हुआ। जब कल्लू मर गया.. कौशाम्बी Updated: December 05, 2021 10:25:25 am कौशांबी. कल्लू नहीं रहा। परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। और दुखी कल्लू के मालिक ने उसकी मृत्यु के बाद बाकायदा हिंदू रीति-रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया। शव यात्रा में राम नाम सत्य के नारे लगे। मृत आत्मा की शांति के लिए ब्राह्मण भोज भी किया गया। अब तेरहवीं भी होगी। कई गांवों के लोगों को इसमें न्योता दिया गया है। कल्लू एक बकरे का नाम है। इस कहानी जिसने सुना वह आश्चर्यचकित हो गया है। सूबे में ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं। पशु के प्रति प्रेम की यह कहानी लोगों को एक नई राह दिखाने के लिए मिसाल दी जा सकती है। कल्लू बकरा मर गया पूरा मोहल्ला रोया हिंदू रीति-रिवाज हुआ अंतिम संस्कार, अब तेरहवीं भी होगी जानें क्यों कहानी लोगों के मिसाल :- मामला सिराथू तहसील क्षेत्र के सयारा मीठेपुर निहालपुर गांव निवासी होमगार्ड रामप्रकाश यादव एक बकरा पाल रखा था। बकरा कल्लू घर में सभी से काफी घुल मिल गया था। रामप्रकाश यादव बकरे का अपना बेटे जैसा पालन-पोषण करते थे। बकरा दो दिन से बीमार था, शुक्रवार सुबह अचानक बकरे की मौत हो गई। बकरे का किया गया अंतिम-संस्कार :- कल्लू की मौत के बाद परिजन दुखी हो गए। रामप्रकाश यादव बकरे की अंत्येष्टि की तैयारी में जुट गए। सिर भी मुंडवा लिया। बकायदा कल्लू बकरे की शव यात्रा निकाली गई। अपने खेत में हिंदू रीति रिवाज से अंतिम-संस्कार कर दिया। कल्लू बकरा नहीं मेरा बेटा था :- कल्लू के मालिक राम प्रकाश यादव ने बताया, कल्लू बकरा साढ़े 5 साल का था। तबीयत खराब हुई या नहीं पता नहीं, लेकिन दो दिन की बीमारी में वह चल बसा। मैंने जी जान से उसे औलाद की तरह पाला था। हमारी कोई संतान नहीं है, इसलिए उसी को अपना संतान समझते थे। तेरहवीं भी करूंगा :- राम प्रकाश यादव ने आगे बताया, हमने हिंदू-रीति रिवाज में उसका अंतिम संस्कार किया है। उसकी आत्मा की शांति के लिए मैं सब कुछ करूंगा। जैसे किसी आम आदमी का अंतिम संस्कार होता है उसी तरह किया है। दाग भी दिया और इसकी तेरहवीं भी करूंगा।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ratlam-news/vigilance-investigation-7206643/,"विजिलेंस की जांच, नदारत मिले टीटीई","विजिलेंस की जांच, नदारत मिले टीटीई हेड टीटीई कार्यालय में पहुंचा दल रतलाम Updated: December 04, 2021 07:16:21 pm रतलाम. रेल मंडल के रेलवे स्टेशन पर शनिवार को मुंबई के विजिलेंस के दल ने आकस्मिक जांच की। जांच के दौरान ड्यूटी पर तैनात किए गए दो टीटीई नदारत मिले। इसके बाद विभागीय प्रकरण बनाया गया है। On the news of the patrika , the investigation of the land scam was ha रेलवे से मिली अधिकृत सूचना के अनुसार विजिलेंस के अधिकारी मिक्की सक्सेना इंदौर से डेमू ट्रेन से आए थे। इनके साथ एक सहयोगी भी था। इस दौरान दोनों कर्मचारी प्लेटफॉर्म से हेड टीटीई कर्मचारी के कक्ष में गए। यहां पर जब कोई कर्मचारी नहीं मिला तो पहले प्लेटफॉर्म नंबर २ व इसके बाद चार नंबर पर तलाश की। जब दोनों स्थान पर कर्मचारी ड्यूटी देते नहीं नजर आए तो ड्यूटी रोस्टर रजिस्टर देखकर कर्मचारियों को बारी - बारी से फोन लगाया गया। इसके बाद कर्मचारियों ने कहा कि वे प्लेटफॉर्म पर ही ड्यूटी दे रहे है। इसके बाद विजिलेंस के दल ने कह दिया कि तीन मिनट में वीडिओ कॉल लगाकर अपने ड्यूटी स्थान को बताओ। इसके बाद जब तीस मिनट तक दोनों कर्मचारियों के फोन नहीं आए तो विजिलेंस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। अब यह होगा अब सोमवार को विजिलेंस अपनी पूरी जांच रिपोर्ट मुंबई मुख्यालय में प्रस्तुत करेगी। इसके बाद मुंबई से रिपोर्ट के आधार पर सूचना दी जाएगी। इस सूचना के आधार पर गैर हाजीर रहने वाले टीटीई को नोटिस जारी किए जाएंगे। जिसका जवाब इनको देना होगा। दिए गए जवाब के आधार पर ही आगे का भविष्य टीटीई का तय होगा। फिलहाल सूचना नहीं विजिलेंस ने कार्रवाई की होगी। यह उनका अधिकार है, लेकिन फिलहाल मंडल को इसकी अधिकृत सूचना नहीं है। सूचना मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। - खेमराज मीणा, मंडल रेल प्रवक्ता",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/tonk-news/three-absconding-accused-arrested-7207330/,पुलिस से अभद्रता कर फरार चल रहे तीन आरोपी किए गिरफ्तार,"पुलिस से अभद्रता कर फरार चल रहे तीन आरोपी किए गिरफ्तार पुलिस से धक्का-मुक्की कर अवैध बजरी के ट्रैक्टर को भगा ले जाने के मामले में फरार चल रहे तीन आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार रात गिरफ्तार किया है। टोंक Published: December 05, 2021 08:05:33 am निवाई . कैरोद मोड़ पर साढ़े चार माह पूर्व पुलिस से धक्का-मुक्की कर अवैध बजरी के ट्रैक्टर को भगा ले जाने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार रात तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि 16 जुलाई को सूचना मिली थी कि कैरोद मोड़ पर अवैध बजरी से भरा ट्रैक्टर खड़ा है, जिस पर हेड कांस्टेबल शंकरलाल जाप्ते के साथ मौके पर पहुंच गए और ट्रैक्टर जब्त कर थाने लाने लगे तो चार जनों ने पुलिस कर्मियों से धक्का मुक्की कर पुलिस से ट्रैक्टर छुड़ाकर फ रार हो गए थे। पुलिस से अभद्रता कर फरार चल रहे तीन आरोपी किए गिरफ्तार मामले में हेड कांस्टेबल की ओर से पांच जनों के विरूद्ध राजकार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया गया था। थानाधिकारी ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने दो जनों को गिरफ्तार कर लिया था। शेष तीन फ रार आरोपियों की तलाश जारी थी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को एएसआई पन्नालाल ने फ रार आरोपी हंसराज पुत्र कैलाश गुर्जर निवासी लुणेरा, लादू पुत्र बरदा गुर्जर निवासी बडोदिया की ढाणी कुरावदा और राजेश पुत्र रामधन गुर्जर निवासी लुणेरा को गिरफ्तार कर लिया है। अजय कुमार ने बताया कि तीनों आरोपियों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जहां तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। चोरी के इरादे से तीन जने घर में घुसे आवां. कस्बे में गुरुवार रात बैरवा मोहल्ले स्थित लक्ष्मण बैरवा के मकान में रात करीब डेढ़ बजे तीन जने मोटरसाइकिल चोरी के इरादे से घुस गए, जिनमें से एक को लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले किया। जानकारी अनुसार मध्य रात्रि करीब डेढ़ बजे मोटरसाइकिल चोरी के इरादे से तीन जने लक्ष्मण बैरवा के मकान में घुस गए। बाहर बरामदे में सौ रही लक्ष्मण की मां रामकन्या ने जब किसी अजनबी को मोटरसाइकिल निकालते देखा तो दौड़ कर पीछे से उसको पकड़ लिया और चिल्लाना शुरू कर दिया। चिल्लाने की आवाज सुनकर लक्ष्मण सहित मोहल्ले वाले एकत्र हो गए। इस तरह मोहल्ले वालों को आता देख आरोपी चोर के दो साथी मौका देख कर भागने में कामयाब हो गए, जबकि एक जने को लोगों ने पकड़ लिया और घटना की जानकारी दूनी थाने में दी। रात लगभग चार बजे दूनी थाने से पुलिस की गाड़ी आई और संदिग्ध को पकडकऱ ले गई।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/pratapgarh-rajasthan-news/education-news-make-the-name-of-family-society-and-country-bright-by-7207328/,education news-बालिकाएं पढ़ लिखकर परिवारए समाज देश का नाम रोशन करें,"बालिकाएं पढ़ लिखकर परिवारए समाज देश का नाम रोशन करें प्रतापगढ़/छोटीसादड़ी. उपखंड क्षेत्र के नाराणी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में साइकिल वितरण योजना के तहत कक्षा 9 एवं 10 की बालिकाओं को उपप्रधान विक्रम आंजना के मुख्य अतिथि में 55 बालिकाओं को साइकिल वितरित की गई। प्रतापगढ़ Published: December 05, 2021 08:04:01 am प्रतापगढ़/छोटीसादड़ी. उपखंड क्षेत्र के नाराणी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में साइकिल वितरण योजना के तहत कक्षा 9 एवं 10 की बालिकाओं को उपप्रधान विक्रम आंजना के मुख्य अतिथि में 55 बालिकाओं को साइकिल वितरित की गई। उपप्रधान विक्रम आंजना ने कहा कि राजस्थान सरकार के निशुल्क साइकिल वितरण योजना से बालिकाओं को प्रोत्साहन मिला है। आंजना ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं के लिए राजस्थान सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसका लाभ लेकर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऩे की बात कही। बालिकाएं पढ़-लिखकर अपने परिवार समाज एवं देश का नाम रोशन करें। अध्यक्षता सरपंच सुमाबाई भील ने की। विशिष्ट अतिथि पूर्व पंचायत समिति सदस्य भंवरलाल जाट, पंचायत समिति सदस्य छगनलाल, एसएमसी अध्यक्ष मदनलाल कुमावत थे। इस अवसर पर प्रधानाचार्य दिलीपसिंह समेत कई लोग मौजूद रहे। बारावरदा. यहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय साइकिलों का वितरण गोपाल मीणा के सान्निध्य में किया गया। इस मौके पर ९५ साइकिलों का वितरण किया गया। इस मौके पर हुक्मीचंद मीणा जिला परिषद सदस्य, नाथूराम डिगा पंचायत समिति सदस्य, ओंकारलाल मीणा, सरपंच ग्राम पंचायत बारावरदा, प्रधानाचार्य देशराज, गेवीलाल, वार्ड पंच प्रकाश, मुकेश एवं ग्रामीण मौजूद रहे। यहां सहयोग से कक्षा 9 की बालिकाओं को वितरण किया गया। दलोट. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय निनोर में नि: शुल्क साइकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 61 छात्राओं को साइकिल वितरण की गई कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रमुख इंदिरादेवी मीणा द्वारा की गई। विद्यालय प्रधानाचार्य सौरभ कालरवाल, सरपंच हेमराज मीणा, पंचायत समिति सदस्य धारासिंह सोलंकी, उप सरपंच कृष्णदास बैरागी, हेमंत सेन, कांतिलाल मीणा, देवीलाल मीणा, कन्हैयालाल चौधरी, प्रकाशचन्द्र मीणा निधि जोशी, डिंपल रानी, चांदनी मीणा, कमला बारिया, बहादुर खराड़ी, शंभूलाल मीणा, जयसिंह मीणा, वितनाम मीणा आदि मौजूद रहे। चार प्रयोगशालाओं और एक कक्षाकक्ष का आज शिलान्यास करेंगे मंत्री आंजना छोटीसादड़ी. शहर के नीमच रोड़ स्थित गुलाबचंद मेवाड़ी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में चार प्रयोगशालाओं और एक कक्षाकक्ष का शिलान्यास रविवार को सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना करेंगे। नगर कांग्रेस अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि गुलाबचंद मेवाड़ी राजकीय विद्यालय में नवीन भवन निर्माण के क्रम में चार प्रयोगशालाओं एवं एक कक्षाकक्ष का शिलान्यास रविवार सुबह साढ़े 11 बजे होगा। मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना होंगे। अध्यक्षता पूर्व प्रधान मनोहरलाल आंजना करेंगे। नगर पालिका चेयरमैन फातेमा बोहरा, प्रधान सपना मीणा, पालिका उपाध्यक्ष सीमा उपाध्याय के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित होगा।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilai-news/two-people-from-maharashtra-found-corona-positive-in-rajnandgaon-7207327/,"महाराष्ट्र से लौटा बीड़ी फैक्ट्री का कुक सहित दो लोग कोरोना पॉजिटिव, कोविड के नए वेरिएंट से निपटने अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग","महाराष्ट्र से लौटा बीड़ी फैक्ट्री का कुक सहित दो लोग कोरोना पॉजिटिव, कोविड के नए वेरिएंट से निपटने अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग Coronavirus in CG: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव शहर में लगातार कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। जांच में देसाई बीड़ी फैक्ट्री में खाना बनाने का काम करने वाला 40 वर्षीय कुक कोरोना पॉजिटिव मिला है। भिलाई Published: December 05, 2021 08:03:34 am राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव शहर में लगातार कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। शनिवार को हुई जांच में देसाई बीड़ी फैक्ट्री में खाना बनाने का काम करने वाला 40 वर्षीय कुक कोरोना पॉजिटिव मिला है। वहीं एक अंबागढ़ चौकी से एक व्यक्ति पॉजिटिव आया है। देसाई बीड़ी फैक्ट्री का रसोइया पिछले दिनों महाराष्ट्र से लौटा है। इसके बाद से उसकी तबीयत खराब थी। उसे पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड सेंटर में दाखिल कराया गया है। वहीं उसके प्राइमरी कॉन्टेक्ट में आए 10 लोगों का सैंपल लिया गया। राहत की बात रही कि बाकी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल लैब भेजा गया है। महाराष्ट्र से लौटा बीड़ी फैक्ट्री का कुक सहित दो लोग कोरोना पॉजिटिव, कोविड के नए वेरिएंट से निपटने अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर की देश में दस्तक से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट कोरोना के इस उतार-चढ़ाव को देखते प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग फिर से संवेदनशील हो गया है। विभिन्न नए गाइड लाइन जारी किए जा रहे हैं। सोशल डिस्टेसिंग और मास्क के उपयोग को अनिवार्य किया गया है। हालांकि लोग अब भी किसी तरह कोई सावधानी नहीं बरत रहे हैं। जबकि देश और देश के कई राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक की जानकारी आ चुकी है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मरीज सामने आ रहे हैंं। केसर नगर में कंटेनमेंट जोन पिछले दिनों राजनांदगांव महाकालेश्वर का दर्शन कर शहर पहुंचे केसर नगर के एक ही परिवार के 6 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल और वार्ड में शिविर लगाकर जांच की है। वहीं क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। वैक्सीनेशन में तेजी के निर्देश लगातार पॉजिटिव मरीजों के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। लोगों को भी समझाइश दी जा रही है। वहीं विभाग वैक्सीनेशन पर तेजी लाने का निर्देश दिया है। सेकेंड डोज के लिए बचे लोगों को घर-घर जाकर टीका लगाया जा रहा है। कलेक्टर के निर्देश पर सर्तकता भी बढ़ा दी गई है। नोडल अधिकारी कोरोना अभियान डॉ. बीएल तुलावी ने बताया कि शनिवार को दो पॉजिटिव केस आया है। केसर नगर क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर रखी है। वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ratlam-news/retired-dsp-s-court-stopped-pension-for-not-coming-to-testify-7206779/,गवाही देने नहीें आने पर सेवानिवृत्त डीएसपी की कोर्ट ने रोकी पेंशन,"गवाही देने नहीें आने पर सेवानिवृत्त डीएसपी की कोर्ट ने रोकी पेंशन कोर्ट ने सेवानिवृत्त डीएसपी के लिए निकाला गिरफ्तारी वारंट, एसपी को भी लिखा पत्र रतलाम Updated: December 04, 2021 08:28:06 pm रतलाम। युवक की हत्या के 2012 के एक मामले में अजाक डीएसपी के गवाही देने नहीं आने पर कोर्ट ने सख्त रूख अपनाया है। अजाक डीएसपी का गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए कोर्ट ने डीएसपी की पेंशन रोकने को कहा है। साथ ही जब तक गवाही देने डीएसपी उपस्थित नहीं होते हैं तब तक उनकी पेंशन जारी नहीं करने के निर्देश जारी किए हैं। गवाही देने नहीें आने पर सेवानिवृत्त डीएसपी की कोर्ट ने रोकी पेंशन एट्रोसिटी एक्ट के विशेष लोक अभियोजक नीरज सक्सेना ने बताया कि मामला २०१२ में हुई हत्या का है। मृतत रामलाल पिता कनीराम निवासी सोहनगढ़ की २६ जून से १ जुलाई के बीच सोहनगढ़ के ही शंकर पिता नंदराम पाटीदार ३२ ने अपने साथियों के साथ अपहरण करके हत्या कर दी थी। युवक की लाश खाचरोद थाना क्षेत्र में १ जुलाई को मिली थी। सोहनगढ़ के शंकर के साथ राकेश पिता भंवरसिंह राजपूत २६ निवासी नामली, पूना पिता नाथू गायरी २४ निवासी सोहनगढ़ और एक अन्य आरोपी शामिल थे। २६ जून को शंकर रामलाल को बाइक पर बैठाकर ले गया था और बाद में उसकी हत्या कर दी थी। सक्सेना ने बताया कि केस में एंट्रोसिटी एक्ट के साथ ही हत्या का मामला दर्ज किया गया था और तब से केस चल रहा है। सारे बयान हो चुके हैं लेकिन तत्कालीन अजाक डीएसपी और वर्तमान में सेवानिवृत्त देवेंद्रसिंह राठौर बयान देने आज तक न्यायालय नहीं पहुंचे। इनके बयान की वजह से मामले में कोई फैसला नहीं हो पा रहा है। एंट्रोसिटी एक्ट की कोर्ट ने तत्कालीन अजाक डीएसपी और वर्तमान में सेवानिवृत्त देवेंद्र सिंह राठौर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करके एसपी को पत्र लिखा है कि उनकी पेंशन रोक दी जाए और जब तक वे बयान नहीं देते हैं तब तक पेंशन जारी नहीं की जाए।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/pratapgarh-rajasthan-news/pratapgarh-farmer-highest-contribution-of-women-in-agriculture-7207321/,pratapgarh farmer-खेती में महिलाओं का सर्वाधिक योगदान,"खेती में महिलाओं का सर्वाधिक योगदान प्रतापगढ़. यहां केवीके पर अन्तरराष्ट्रीय कृषक महिला दिवस का आयोजन किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ. योगेश कन्नोजिया बताया कि कृषि में महिलाओं का योगदान सर्वाधिक हैं। इसी लिए किसान महिलाओं को सम्मान देने के लिए ही प्रति वर्ष अन्तरराष्ट्रीय महिला किसान दिवस का आयोजन किया जाता हैं। प्रतापगढ़ Published: December 05, 2021 07:54:26 am प्रतापगढ़. यहां केवीके पर अन्तरराष्ट्रीय कृषक महिला दिवस का आयोजन किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ. योगेश कन्नोजिया बताया कि कृषि में महिलाओं का योगदान सर्वाधिक हैं। इसी लिए किसान महिलाओं को सम्मान देने के लिए ही प्रति वर्ष अन्तरराष्ट्रीय महिला किसान दिवस का आयोजन किया जाता हैं। डॉ. कन्नोजिया ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को खेती में निर्णय लेने का अवसर बहुत ही कम मिलता हैं। यदि निर्णय में महिलाओं का योगदान हो तो किसान को भी निश्चित रुप खेती में मदद मिल सकती हैं। उन्होनें बताया कि सिलाई, कशीदाकारी, प्रसंस्करण, डेयरी आदि के प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाएं स्वरोजगार अपना सकती हैं तथा अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकती हैं। डॉ. कनोजिया ने बताया कि परिवार के अच्छे पोषण के लिए महिलाओं को गृह वाटिका भी तैयार करनी चाहिए। केन्द्र के तकनीकी सहायक डॉ. रमेशकुमार डामोर ने महिलाओं से बात करते हुए उनको खेती बाड़ी के साथ-साथ बैंक से जुडऩे की बात कही। जिससे विपदा के समय परिवार को बीमा का राशि का लाभ मिल सकें। उन्होनें अजोला के बारें में भी जानकारी प्रदान की। राजीविका के पशुधन सहायक श्यामलाल कुमावत ने पशुपालन के बारें में जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर में सेलारपुरा और नानणां गांव की महिलाओं ने भाग लिया। खेती में महिलाओं का सर्वाधिक योगदान पहुंचा यूरिया, लगी किसानों की कतार चूपना. इन दिनों रबी की फसल में सिंचाई की जा रही है। ऐसे में यूरिया की आवश्यकता है। वहीं समितियों में यूरिया नहीं है। जिस कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां सहकारी समिति में शनिवार को यूरिाया की खेप पहुंची। इस पर सुबह से ही ेिकसानों की कतार लग गई। जिससे समिति प्रबंधक को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां किसानों को शाम तक यूरिया का वितरण किया गया। बच्चों को उद्यान का भ्रमण कराया प्रतापगढ़. शहर के लक्ष्य इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के कक्षा नर्सरी से कक्षा 2 तक के छात्र-छात्राओं को शहर में स्थित प्राकृतिक उद्यान में शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। इसके अंतर्गत बच्चों को पेड़-पौधों की हमारे जीवन में क्या उपयोगिता होती हैं? उससे संबंधित पर्यावरण में क्या प्रभाव पड़ते हैं? एवं वृक्ष-पौधे व झाडिय़ों के अंतर को समझाया एवं औषधि वाले पौधों एवं सुंदरता से सुसज्जित होने वाले पौधों के बारे में समझाया गया। बच्चों को सिखाया गया कि हमें पर्यावरण को स्वच्छ रखनेके लिए हमारे घर पर पौधे लगाकर प्रदूषण मुक्त शहर का निर्माण करने में सहयोग करें। प्राचार्य आरती जैन द्वारा शैक्षणिक भ्रमण पर गए विद्यार्थियों से चर्चा की।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/pratapgarh-rajasthan-news/pratapgarh-police-95-people-arrested-and-banned-in-operation-nakel-ca-7207315/,pratapgarh police-ऑपरेशन नकेल अभियान में 95 लोगों को किया गिरफ्तार और पाबंद,"ऑपरेशन नकेल अभियान में 95 लोगों को किया गिरफ्तार और पाबंद प्रतापगढ़. जिले में अवैध शराब एवं शांति भंग करने वाले हार्डकोर अपराधियों के विरुद्ध जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.अमृता दुहन की ओर से ऑपरेशन नकेल अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिले के विभिन्न पुलिस थानों द्वारा अवैध षराब तस्करी एवं निर्माण में संलिप्त अपराधियों एवं आदतन हार्डकोर अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। प्रतापगढ़ Published: December 05, 2021 07:46:58 am आबकारी अधिनियम में 2 प्रकरण दर्ज प्रतापगढ़. जिले में अवैध शराब एवं शांति भंग करने वाले हार्डकोर अपराधियों के विरुद्ध जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.अमृता दुहन की ओर से ऑपरेशन नकेल अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिले के विभिन्न पुलिस थानों द्वारा अवैध षराब तस्करी एवं निर्माण में संलिप्त अपराधियों एवं आदतन हार्डकोर अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। अभियान में गत तीन दिनों में आबकारी अधिनियम में 2 प्रकरण दर्ज कर 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं आदतन अपराधियों एवं शांति भंग करने के मामलें में 95 से ज्यादा व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और पाबंद कराया गया। ऑपरेशन नकेल अभियान के तहत थाना सालमगढ़ पुलिस ने १५ लोगों को गिरफ्तार किया। सभी को न्यायालय के समक्ष पेशकर पाबंद कराया गया। देवगढ़ पुलिस ने दो लोगों को पाबंद करवाया गया। वहीं आबकारी अधिनियम के तहत देवीलाल पुत्र नाथुलाल मीणा निवासी केशरपुरा थाना देवगढ़ को शराब परिवहन करते हुए गिरफ्तार किया गया। हथुनिया पुलिस ने पांच लोगों को पाबंद करवाया गया। छोटीसादडी पुलिस ने २० लोगों को पाबंद करवाया गया। प्रतापगढ़ पुलिस ने सात लोगों को पाबंद करवाया गया। सुहागपुरा पुलिस ने चार, धोलापानी पुलिस ने तीन लोगों को पाबंद करवाया गया। अरनोद पुलिस ने आठ लोगों को पाबंद करवाया गया। वहीं आबकारी अधिनियम के तहत श्यामलाल पुत्र जीवनलाल मीणा निवासी नयाखेड़ा थाना सालमगढ़ को गिरफ्तार किया। धमोत्तर पुलिस ने १५ लोगों को पाबंद करवाया गया। पीपलखूंट पुलिस ने १२ लोगों को पाबंद करवाया गया। घंटाली पुलिस ने चार को पाबंद करवाया गया। रठाजंना पुलिस ने ११ को पाबंद करवाया गया। धरियावद पुलिस ने दो को पाबंद करवाया गया। -------- ऑपरेशन नकेल अभियान में 95 लोगों को किया गिरफ्तार और पाबंद जिले में ६ थाना अधिकारी बदले प्रतापगढ़. जिले में पुलिस महकमे में एक बार फिर से फेरबदल किया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अमृता दुहन ने ६ थाना अधिकारियों का फेरबदल किया है। प्रतापगढ़ शहर कोतवाल पद पर रविंद्रसिंह को कमान सौंपी है। वहीं महिला थाने में तैनात उप निरीक्षक मधु कुंवर को हथुनिया थाने की कमान सौंपी है। ब्रजेश कुमार को अपराध सहायक व पारसोला थाना अधिकारी रोहितकुमार को सालमगढ़ थाना अधिकारी की कमान सौंपी गई है। थाना अधिकारी रोहित कुमार हाल ही में छोटीसादड़ी से पारसोला के लिए लगाए गए थे। वहीं पूर्व में भी सालमगढ़ थाने में सेवाएं दे चुके हैं। इधर पारसोला थाना अधिकारी के पद पर पेशावर खान केा लगाया गया है। कृष्णचंद्र बुनकर को एसपी कार्यालय में मयौअनि प्रकोष्ठ का जिम्मा सौंपा गया है।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bangalore-news/end-of-five-day-training-camp-7207309/,पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन,"पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन जीवन विज्ञान प्रशिक्षण कार्यशाला बैंगलोर Updated: December 05, 2021 07:26:13 am बेंगलूरु. अडक़मारनहल्ली स्थित नाहर फार्म पर कर्नाटक शिक्षा विभाग के (डीएसईआरटी) के निर्देशन में संदर्भ व्यक्तियों को प्रशिक्षण के लिए आयोजित पांच दिवसीय शिविर का समापन हुआ। डीएसईआरटी के निदेशक विश्वनाथ ने पांच दिन में जो प्रारूप बनाए, उसका विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने संदर्भ व्यक्तियों द्वारा दिन रात किए गए श्रम की प्रशंसा करते हुए रात को 2 बजे तक कार्य किया। इससे ऐसा लगता है कि आप सभी का दिल मन और आत्मा जुड़ी रही। घर परिवार को छोडक़र इस कार्य को संपादित किया है। उप निदेशक वेदमूर्ति ने अलग-अलग थीम पर किए गए कार्य का विवरण प्रस्तुत किया। अगले शिविर में इन थीम को परिपक्वता प्रदान करनी है। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल ने सभी का स्वागत करते हुए, अपने सुझाव दिए। जीवन विज्ञान के संयोजक ललित जैन ने कहा कि आपके श्रम को हम सभी अन्य भाषाओं में अनुवाद करवा कर संपूर्ण भारत में जीवन विज्ञान अकादमी के माध्यम से लागू करवाने का प्रयास करेंगे। कर्नाटक शिक्षा विभाग के लिए यह गौरव की बात होगी। आपका किया हुआ श्रम को विद्यार्थी जीवन को उच्च कोटि की कला के साथ देश के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मूलचंद नाहर ने कहा कि जीवन विज्ञान आचार्य महाप्रज्ञ का अवदान है और आचार्य महाश्रमण की कृपा है। सह निदेशिका गिरिजम्मा ने कहा की हम इस बात का निर्णय ले चुके हैं कि जिनकी प्रेरणा और सहयोग रहा उनका उल्लेख अवश्य करेंगे। उन्होंने जो पाठ्यक्रम प्रशिक्षण हुआ उसकी एक कॉपी संयोजक ललित जैन को भेंट की। मंजूनाथ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बहुत ही सुंदर व्यवस्था के लिए नाहर फार्म, जीवन विज्ञान अकादमी और अणुव्रत समिति का को आभार जताया। अणुव्रत समिति के देवराज रायसोनी, निर्मल पोकरणा, हरकचंद ओस्तवाल, रूपचंद देसरला, गौतम वेदमूथा, विक्रम सेठिया उपस्थित थे। पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bangalore-news/the-color-of-bhairav-bhakti-accumulated-till-late-night-7207306/,देर रात तक जमा भैरव भक्ति का रंग,"देर रात तक जमा भैरव भक्ति का रंग जयनगर में हुआ आयोजन बैंगलोर Published: December 05, 2021 07:21:25 am बेंगलूरु. ऑल इंडिया भैरव दरबार की ओर से शुक्रवार देर शाम को जयनगर स्थित धर्मनाथ जैन मंदिर परिसर में आचार्य देवेन्द्र सागर सूरी की निश्रा में भैरव भक्ति का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ऑल इंडिया भैरव दरबार के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश चौधरी सहित अनेक पदाधिकारियों ने आचार्य देवेन्द्रसागर व मुनि महापद्मसागर का अभिनन्दन किया। इस अवसर पर आचार्य ने कहा कि परमात्मा व अधिष्ठाता देवों की भक्ति करके आप अपने जीवन को धन्य बनाते हो। उन्होंने कहा कि काफी संख्या में लोग अब भैरव भक्ति से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भक्ति से ही तीर्थंकरों नाम का उपार्जन किया जा सकता है। इस दौरान टुमकुरु से आई जस्मिता जैन ने सरस्वती वंदना सहित अनेक भजनों की प्रस्तुति देकर भजन संध्या को ऊंचाइयां प्रदान की। इस अवसर पर डॉ. नीतू राठौड़, भावना सिंघवी, कमलेश भंडारी, जितेन्द्र भंडारी, रोहित जेन ने भैरव भजन प्रस्तुत किए। भैरव भक्ति के दौरान जयनगर ट्रस्ट के ट्रस्टी भूरमल गांधी, भैरव भक्त विनीत सोनी, सज्जन देवी, डॉ. अंजली जैन, अलका जैन, मोनिका जैन, ममता बाई, महावीर जैन आदि उपस्थित थे। देर रात तक जमा भैरव भक्ति का रंग ढाई सौ लोगों ने बनवाए मतदाता पहचान पत्र बेंगलूरु. जिला प्रशासन के सहयोग से मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए शनिवार को चामराजपेट स्थित मंदिर में मतदाता पहचान पत्र शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के २५० लोगों ने मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन किया। आयोजन महावीर दर्शन मंडल की ओर से किया गया। इस अवसर पर चेयरमैन गौतम पोरवाल, नरेश बांठिया, निर्मल बरलोटा, निर्मल बोहरा, सुरेश पिरगल आदि उपस्थित थे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/balod-news/atm-card-of-80-thousand-farmers-of-balod-district-expired-7206292/,"छत्तीसगढ़ के इस जिले के 80 हजार किसानों का ATM कार्ड एक साथ हो गया एक्सपायर, सकते में प्रशासन","छत्तीसगढ़ के इस जिले के 80 हजार किसानों का ATM कार्ड एक साथ हो गया एक्सपायर, सकते में प्रशासन समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो गई है। किसान उत्साह के साथ धान बेच रहे हैं। दूसरी ओर एटीएम कार्ड एक्सपायर होने से उनकी चिंता बढ़ गई है। बालोद Updated: December 04, 2021 03:56:52 pm बालोद. छत्तीसगढ़ सहित बालोद जिले में समर्थन मूल्य पर धान (Paddy Purchasing in Balod) की खरीदी शुरू हो गई है। किसान उत्साह के साथ धान बेच रहे हैं। दूसरी ओर एटीएम कार्ड एक्सपायर होने से उनकी चिंता बढ़ गई है। दरअसल बालोद जिले के लगभग 80 हजार किसानों को जारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का एटीएम कार्ड 31 अक्टूबर को ही एक्सपायर हो गया है। उनकी अवधि समाप्त हो चुकी है। धान बेचने के बाद सरकार किसानों के खाते में एक सप्ताह के भीतर राशि डाल देगी। ऐसे में किसानों को एटीएम नहीं बल्कि विड्रॉल फॉर्म भरकर कतार में खड़े होकर राशि निकालनी पड़ेगी। एटीएम नहीं होने से जिले के 20 जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में राशि निकालने किसानों की एक बार फिर भीड़ लगेगी। कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे के बीच इतनी भीड़ एक जगह एकत्रित होने से संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ गया है। जिसे देखते हुए प्रशासन भी सकते में आ गया है। छत्तीसगढ़ के इस जिले के 80 हजार किसानों का एटीएम कार्ड एक साथ हो गया एक्सपायर, सकते में प्रशासन जल्द जारी करना था एटीएम किसान राजेश, रमेशर व प्रताप ने कहा कि जब एटीएम बंद हो गया था। तत्काल नए एटीएम के लिए आवेदन मुख्य बैंक को दे देना था। एटीएम जारी होने से किसानों को रुपए निकालने कतार लगाने की जरूरत नहीं रहती। इससे बैंकों में भीड़ भी कम रहती। सभी एक्सपायर एटीएम कार्ड जल्द जारी करें। जिले के लगभग एक लाख से अधिक किसानों को उनकी सुविधा के लिए एटीएम जारी किया गया था। लगभग 80 हजार एटीएम 31 अक्टूबर को एक साथ एक्सपायरी हो गया। पहले नोडल अधिकारी व जिम्मेदार विभाग ने बंद एटीएम की जगह एक माह के भीतर नए एटीएम किसानों को जारी करने की बात कही थी। लेकिन आज तक नहीं मिला। अब जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग का कहना है कि जिन किसानों का एटीएम बंद है। उन्हें नए एटीएम 15 दिसंबर के आसपास जारी होने की उम्मीद है। जिले में 1.38 लाख खाताधारक भीड़ नियंत्रित करने नहीं तैयारी जिले में कुल 20 जिला सहकारी केंद्रीय बैंक है। जहां लगभग 1 लाख 38 हजार से ज्यादा किसान खातेधारक हैं। इस बार बैंक में किसानों को बिना किसी परेशानी के ही रुपए निकालने की तैयारी पर अभी तक कोई विचार नहीं किया गया है। किसानों को बैंक प्रबंधक व समितियों ने यह नहीं बताया कि नए एटीएम के लिए आवेदन करें या फिर सीधे किसानों के पास डाक के माध्यम से पहुंचेगा। जिले के 20 में से 15 बैंक प्रबंधक कह रहे हैं कि हमने दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अधिकारी से चर्चा की है। बताया गया है कि अभी एटीएम कार्ड प्रिंट के लिए गया है। उसे आने में 10 से 15 दिनों का समय लग सकता है। स्पष्ट आदेश नहीं होने से किसान भी उलझन में है। आवेदन देकर भी मंगा सकते हैं नया कार्ड जिला नोडल अधिकारी सत्येंद्र वेदे ने बताया कि जिलेभर के हजारों किसानों का एटीएम 31 अक्टूबर को ही एक्सपायरी हो गया है। नए एटीएम के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ratlam-news/twenty-trains-will-have-additional-coaches-7206607/,बीस ट्रेन में लगेंगे अतिरिक्त डिब्बे,"बीस ट्रेन में लगेंगे अतिरिक्त डिब्बे एसी व सामान्य डिब्बों का मिलेगा लाभ रतलाम Updated: December 04, 2021 06:50:13 pm रतलाम. रेलवे ने बीस यात्री ट्रेन में अतिरिक्त डिब्बे लगाने का निर्णय लिया है। रेलवे मंडल प्रवक्ता खेमराज मीणा के अनुसार इससे यात्रियों को लाभ होगा। ट्रेन नंबर 20473 दिल्ली सरायरोहिल्ला उदयपुर ट्रेन में 31 दिसंबर तक तथा ट्रेन नंबर 20474 उदयपुर दिल्ली सरायरोहिल्ला ट्रेन में 1 जनवरी तक एक प्रथम श्रेणी एसी कम सेकेंड एसी के तथा चार स्लीपर श्रेणी के अतिरिक्त डिब्बे लगेंगे। ट्रेन नंबर 19666 उदयपुर खजुराहो में 31 दिसंबर तक तथा ट्रेन नंबर 19665 खजुराहो उदयपुर में 2 जनवरी तक 2 थर्ड एसी एवं तीन स्लीपर श्रेणी के अतिरिक्त डिब्बे लगेंगे। ट्रेन नंबर 19615 उदयपुर कामाख्या में 4 दिसंबर से 27 दिसंबर तक तथा ट्रेन नंबर 19616 कामाख्या उदयपुर में 9 दिसंबर से 30 दिसंबर तक सेकेंड एसी कम थर्ड एसी का एक अतिरिक्त डिब्बा लगेगा। ट्रेन नंबर 19601 उदयपुर न्यू जलपाइगुड़ी ट्रेन में 11 दिसंबर तथा ट्रेन नंबर 19602 न्यू जलपाइगुड़ी उदयपुर ट्रेन में 6 एवं १३ दिसंबर को एक थर्ड एसी एवं दो स्लीपर श्रेणी के अतिरिक्त डिब्बे लगेंगे। ट्रेन नंबर 20971 उदयपुर शालिमार में 25 दिसंबर तक तथा ट्रेन नंबर 20972 शालिमार उदयपुर में 5 से 26 दिसंबर तक एक स्लीपर एवं एक सामान्य श्रेणी का अतिरिक्त डिब्बा लगेगा। ट्रेन नंबर 12991/12992 उदयपुर जयपुर उदयपुर में 31 दिसंबर तक सामान्य श्रेणी के चार अतिरिक्त डिब्बे लगाए जाएंगे। ट्रेन नंबर 19608 मदार - कोलाकाता एक्सपे्रस में 6 से 27 दिसंबर तक तथा ट्रेन नंबर 19607 कोलकाता मदार एक्सपे्रस में 9 से 30 दिसंबर तक सामान्य श्रेणी के अतिरिक्त डिब्बे लगाए जाएंगे। ट्रेन नंबर 19711 जयपुर भोपाल में 31 दिसंबर तक तथा ट्रेन नंबर 19712 भोपाल जयपुर में 1 जनवरी तक एक सामान्य श्रेणी तथा एक स्लीपर श्रेणी का एक अतिरिक्त डिब्बा लगेगा। ट्रेन नंबर 12466 जोधपुर इंदौर 31 दिसंबर तक तथा ट्रेन नंबर 12465 इंदौर जोधपुर 1 जनवरी तक दो सामान्य श्रेणी का कोच लगेगा। ट्रेन नंबर 14801 जोधपुर इंदौर 2 जनवरी तक तथा ट्रेन नंबर 14802 इंदौर जोधपुर में 3 जनवरी तक दो सामान्य श्रेणी के डिब्बे रहेंगे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/kolkata-news/west-bengal-news-7207300/,WEST BENGAL-बीएसएफ ने नाकाम की तस्करी,"WEST BENGAL-बीएसएफ ने नाकाम की तस्करी 125 बोतल फेंसिडिल समेत एक तस्कर को दबोचा कोलकाता Published: December 05, 2021 06:51:51 am BENGAL NEWS-कोलकाता।दक्षिण बंगाल सीमांत फ्रंटियर बीएसएफ ने तस्करी विफल कर एक तस्कर को दबोचा। बीएसएफ के अनुसार सीमा चौकी नवादा 70वीं वाहिनी सेक्टर मालदा के जवानों ने एक तस्कर को 125 बोतल फेंसिडिल समेत पकड़ा।भारतीय बाजार में जब्त फेंसिडिल की अनुमानित कीमत 23,500 रुपए आंकी गई। 4 दिसंबर को खुफिया सूचना पर नवादा में एक एंबुश लगाया गया। उसी दौरान एंबुश पार्टी ने छोटे बैग के साथ कुछ तस्करों की हरकत देखी जो भारत की तरफ से सीमा की ओर बढ़ रहे थे। एंबुश पार्टी ने उन्हें रुकने की चुनौती दी लेकिन तस्कर अंधेरे, कोहरे और घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए। एंबुश पार्टी ने पीछा किया और एक तस्कर को पकडऩे में कामयाब रहे।पकड़े गए तस्कर की पहचान सोहेल इस्लाम थाना कालियाचक, जिला मालदा, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई। WEST BENGAL-बीएसएफ ने नाकाम की तस्करी उधर बांग्लादेशी महिला को अन्तराष्ट्रीय सीमा रेखा पार करते पकड़ा इसके अलावा 153वीं बटालियन सीमा चौकी कैजूरी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने मानव तस्करी की शिकार बांग्लादेशी महिला को अन्तराष्ट्रीय सीमा रेखा पार करते पकड़ा। सीमा चौकी कैजूरी क्षेत्र में मानव तस्करी की खुफिया सूचना मिली थी।जवानों ने एक महिला को भारत से बांग्लादेश सीमा पार करते देखा। जवानों ने महिला का पीछा कर उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्तार बांग्लादेशी महिला ने अपना नाम शिल्पी बेगम (काल्पनिक नाम) जिला ढाका, बांग्लादेश बताया।उसने खुलासा किया कि वह 2 साल पहले अज्ञात स्थान से अपने प्रेमी सलमान के साथ भारत आई थी। उसका प्रेमी उसे बस से हावड़ा स्टेशन ले आया और उसे ट्रेन से मुंबई लेकर गया। उसके प्रेमी ने उसे मुंबई के कमातीपुरा लालबाजार में वेश्यालय की मालकिन आइसा को बेच दिया। बांग्लादेशी महिला को स्वरूपनगर पुलिस थाना को सौंप दिया गया।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ratlam-news/train-will-run-at-an-200-kmph-railways-started-the-work-7206868/,"200 किमी. प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन, रेलवे ने शुरु किया काम","200 किमी. प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन, रेलवे ने शुरु किया काम गोधरा से नागदा के बीच तीसरी लाइन के सर्वे में आई गति... रतलाम Updated: December 04, 2021 09:06:53 pm रतलाम. रेल मंडल में पहले 160 व इसके बाद 200 किमी की गति से यात्री ट्रेन को चलाने में मदद के लिए रेलवे ने तीसरी लाइन डालने के लिए सर्वे की शुरुआत कर दी है। तीसरी लाइन पर मालगाड़ियों को चलाया जाएगा, जिससे यात्री ट्रेन पूरी गति के साथ निर्बाध चलती रहे। इसके लिए सर्वे मंडल का निर्माण विभाग कर रहा है। 160-200 किमी. की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन रेल मंडल के आला अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी के संचालन को सतत जारी रखते हुए यात्री ट्रेन को 160 से 200 किमी. की गति से चलाने के लिए रेलवे ने गोधरा से रतलाम होते हुए नागदा तक के कुल 259 किमी के रेल मार्ग पर सर्वे कार्य की शुरुआत कर दी है। इस सर्वे के बाद निर्माण विभाग अपनी पूरी रिपोर्ट आला अधिकारियों को देगा। आला अधिकारी इसको पश्चिम रेलवे व इसके बाद रेलवे बोर्ड में भेजा जाएगा। इसकी पूरी कयावद में एक वर्ष का समय लगेगा। कॉरिडोर का भी जारी निर्माण इधर रेलवे नई दिल्ली - रतलाम - मुंबई के बीच एक कॉरिडोर भी बना रहा है। इसके अलावा मुंबई सेंट्रल - बड़ोदरा - अहमदाबाद - जयपुर - नई दिल्ली के बीच भी एक कॉरिडोर बन रहा है। मुंबई सेंट्रल - जयपुर - नई दिल्ली वाले कॉरिडोर का उपयोग भी मालगाड़ी चलाने के लिए किया जाएगा। ऐसे में रतलाम रेल मंडल में सिर्फ भोपाल - उज्जैन मार्ग से आने वाली मालगाड़ियों का ही संचालन किया जाएगा। इन सब के बीच तीसरी लाइन के सर्वे के बाद यात्री ट्रेन की गति जल्दी तेज होगी इसकी संभावना बढ़ गई है। यह कार्य हो रहा सर्वे में निर्माण विभाग जो सर्वे कर रहा है उसमें गोधरा-रतलाम-नागदा के बीच 259 किमी के मार्ग में कई तरह की जांच हो रही है। इसमें बनने वाले बड़े पुल, छोटे पुल की संख्या, आरयूबी की संख्या, कर्व पर होने वाले निर्माण आदि की जानकारी ली जा रही है। इसके लिए इंडेक्स योजना, इंडेक्स सेक्शन, यातायात सर्वेक्षण आदि जारी है। इसको इसी माह पूरा किया जाना है। इसके बाद नए वर्ष में ही इस योजना को पहले पश्चिम रेलवे व इसके बाद रेलवे बोर्ड मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhopal-news/anju-bobby-george-former-long-jumper-athlete-from-india-7206974/,"'एथलेटिक्स में बड़ा कॉम्पीटिशन है, ट्रेनिंग से ज्यादा मेंटली स्ट्रॉन्ग होने की जरूरत'","एथलेटिक्स में बड़ा कॉम्पीटिशन है, ट्रेनिंग से ज्यादा मेंटली स्ट्रॉन्ग होने की जरूरत' भारत की पूर्व लॉन्ग जंपर एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज भोपाल में एक निजी कॉलेज के कार्यक्रम में हुईं शामिल.... भोपाल Updated: December 04, 2021 09:45:21 pm भोपाल. भारत की पूर्व लॉन्ग जंपर एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा का स्वर्ण पदक जीतना भारतीय एथलेटिक्स का सुनहरे भविष्य की ओर ईशारा करता है। इससे युवा पीढ़ी को नई ऊर्जा मिलेगी। युवा उन्हें अपना आदर्श मानकर ही एथलेटिक्स में आ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारे एथलीट 2024 में भी भारत के लिए पदक जीत सकेंगे। अंजू शनिवार को एक निजी यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शिरकत करने भोपाल आई थीं। इस दौरान उन्होंने बताया कि नीरज हमेशा अनुशासन में रहते हैं। और शांत स्वभाव के हैं। यही कारण है कि उन्होंने ओलंपिक में अपना बेस्ट दिया और वे सफल भी हुए। 'देश को दूंगी टॉप के एथलीट' हाल में ही अंजू बॉबी जॉर्ज को विश्व एथलेटिक्स संघ ने वुमेन ऑफ द ईयर चुना है। इस उपलब्धि पर उन्होंने कहा कि मुझे देश में प्रतिभाओं को तराशने और लैंगिक समानता की पैरवी के लिए वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला का पुरस्कार दिया है। यह मेरे लिए गर्व की बात है। इंडियन एथलेटिक्स फेडरेशन की सीनियर उपाध्यक्ष अंजू ने बताया कि वो 2016 से पति (रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज) के साथ एक अकादमी चला रही हैं। जिसमें युवा लड़कियों को ट्रेनिंग दी जाती है। जिससे कई चैंपियन एथलीट भी निकल रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण शैली है। शैली ने 6.48 मीटर छलांग लगाकर सीनियर राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैंपियनशिप जीती थी। साथ ही अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। उम्मीद है कि हम आगे भी बेस्ट एथलीट इंडिया को देंगे। 'एशिया में बेस्ट प्रदर्शन कर रहे हमारे एथलीट' अन्य देशों की तुलना में हमारे एथलीट ज्यादा सफल क्यों नहीं है, इस सवाल पर दो बार की इस ओलंपियन ने कहा कि ओलंपिक में अन्य खेलों की तुलना में एथलेटिक्स के इवेंट सबसे ज्यादा होते हैं। कई देश भी एथलेटिक्स के लिए ही तैयारी करते हैं। इसमें कई छोटे-छोटे देश भी हैं। इसलिए एथलेटिक्स में बहुत बड़ा कॉम्पीटिशन होता है। हमारे एथलीट्स ट्रेनिंग में तो खूब मेहनत करते हैं लेकिन मेंटली तैयारी कम होती है। उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि हमारे एथलीट बहुत पीछे हैं। ट्रेक इवेंट्स में वो एशिया में अपना दबदबा बना रहे हैं। वो दिन दूर नहीं है जब हमारे ज्यादा से ज्यादा एथलीट ओलंपिक में पहुंचेंगे। केरल की अर्जुन अवॉर्डी एथलीट अंजू बॉबी जार्ज ने कहा कि उन्हें ओलंपिक में पदक नहीं जीतने का हमेशा मलाल रहेगा। बता दें कि उन्होंने 2004 के एथेंस ओलंपिक और 2008 के बीजिंग ओलंपिक में भी भाग लिया था लेकिन पदक जीतने में सफल नहीं हो सकी थीं। मेरे दो बच्चों, दोनों को ही एथलीट बनाऊंगी राजीव गांधी खेल रत्न और पद्मश्री प्राप्त अंजू बॉबी जॉर्ज ने बताया कि मैंने 5 साल की उम्र से ही एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया था। मेरे दो बच्चे हैं। आरोन जॉर्ज और एंड्रिया जॉर्ज दोनों ही एथलेक्टिस की तैयारी कर रहे हैं। मैं उन्हें एथलेक्टिस के लिए मोटिवेट करती हूं। मैं यहीं चाहूंगी कि ये दोनों एथलेक्टिस में भारत का प्रतिधिनित्व करें और देश के लिए पदक जीतें। मैं उन्हें अपनी तरह लॉन्ग जंपर ही बनना चाहती हूं। लेकिन हो सकता है कि वो किसी अन्य इवेंट में भी अच्छा कर पाएं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एथलेटिक्स में कई बदलाव हुए हैं। युवाओं को बेस्ट सुविधाएं दी जा रही हैं। जो मेरे समय नहीं मिल पाती थी।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ajmer-news/van-driver-and-zareen-died-due-to-trailer-collision-7207297/,ट्रेलर की टक्कर से वैन चालक व राजकोट के जायरीन की मौत,"ट्रेलर की टक्कर से वैन चालक व राजकोट के जायरीन की मौत -सरवाड़ से जियारत कर अजमेर लौट रहे थे जायरीन, 4 घायल, राजकोट (गुजरात) से जियारत के लिए आए थे अजमेर अजमेर Published: December 05, 2021 03:03:25 am नसीराबाद (अजमेर). नसीराबाद-कोटा मार्ग पर शनिवार की देर शाम तेजगति से आ रहे एक ट्रेलर ने जायरीन से भरी वैन के टक्कर मार दी। वैन चालक समेत एक जायरीन युवक की दर्दनाक मौत हो गई जबकि छह अन्य जायरीन युवक जख्मी हो गए। घायलों को जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया है। जानकारी के अनुसार गुजरात राजकोट निवासी फुरकान, नजीर, लतीफ, हसनेन, तौसिफ, शौएब व साहिल कुरैशी अजमेर दरगाह जियारत कर शनिवार को सरवाड़ जियारत करने गए। देर शाम को अजमेर वापसी में नसीराबाद लोहरवाड़ा के निकट तेजगति से आ रहे ट्रेलर ने जायरीन से भरी वैन के टक्कर मार दी। हादसे में वैन चालक की घटनास्थल पर दर्दनाक मौत हो गई जबकि जायरीन साहिल कुरैशी(19) पुत्र सि²ीक कुरैशी ने नसीराबाद चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। प्रारंभिक पड़ताल में वैन चालक की पहचान विजय रावत के रूप में हुई। दुर्घटना में फुरकान, नजीर, हसनेन और लतीफ जख्मी हो गए जबकि शौएब, तौफिक के मामूली चोट आई। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जेएलएनएच के लिए रैफर कर दिया। नसीराबाद सदर थाना पुलिस प्रकरण में पड़ताल में जुटी है। ट्रेलर की टक्कर से वैन चालक व जायरीन की मौत चालक की दर्दनाक मौत दुर्घटना में वैन चालक की दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना के काफी देर बात मृतक की पहचान विजय रावत के रूप में हो सकी जबकि दुर्घटना में दम तोडऩे वाले दूसरे युवक की पहचान साहिल कुरैशी के रूप में की गई। हादसे में साहिल का बड़ा भाई नजीर कुरैशी भी जख्मी हो गया। उसके सिर में चोट आई। साहिल व नजीर अपने मित्रों के साथ अजमेर दरगाह जियारत करने आए थे। आज होगा पोस्टमार्टम सूचना मिलने पर सदर थानाधिकारी राजेश मीणा मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घायलों को नसीराबाद के राजकीय अस्पताल पहुंचाया। चालक व एक जायरीन के मृत घोषित किए जाने पर शवों को मोर्चरी में रखवाया। पुलिस रविवार को पोस्टमार्टम कराएगी। हादसे की सूचना पर दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम डा. आदिल, खादिम समुदाय के लोग घायलों को राहत व मदद के लिए जेएलएन अस्पताल पहुंचे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ajmer-news/online-fraud-money-can-be-saved-only-by-vigilance-7207294/,ऑनलाइन ठगी : सतर्कता से ही बच सकती रकम,"ऑनलाइन ठगी : सतर्कता से ही बच सकती रकम ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को बरतनी होगी सावधानी अजमेर Published: December 05, 2021 02:42:16 am ऑनलाइन बैंकिंग, शॉपिंग समेत इंटरनेट की अन्य किसी भी गतिविधि में निजी जानकारियों को साझा कर रहे हैं तो आपका खजाना खाली हो सकता है। बढ़ती ऑनलाइन ठगी की वारदातों के बाजवदू जानकारी के अभाव में सैकड़ों लोग ठगी का भी शिकार हो रहे हैं। हालांकि लगातार बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए जिला पुलिस की साइबर सेल साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ठग गिरोह की तलाश में जुटी है। ऑनलाइन ठगी : सतर्कता से ही बच सकती रकम अजमेर. बीते दो दिन में शहर के दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में दो युवक ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए। जहां एक ऑनलाइन शॉपिंग के बाद उत्पाद को पुन: लौटाने के फेर में गूगल से हासिल फर्जी नम्बर पर कॉल कर ठगी का शिकार हो गया। वहीं दूसरे युवक को ठग ने स्वयं को सैन्य अधिकारी बता अजमेर में किराए पर मकान लेना बताकर अग्रिम भुगतान के नाम पर २ लाख रुपए की चपत लगा दी। केस-1 लोहाखान के सज्जनकुमार तंवर ने सिविल लाइन थाना पुलिस को रिपोर्ट दी। तंवर ने रिपोर्ट में बताया कि उसने ऑनलाइन साइट से साड़ी खरीदी। फिर उसने साड़ी को रिटर्न करने के लिए गूगल से ऑनलाइन साइट का लिया। कॉल कर पर नम्बर पर कॉल रिसिव नहीं हुआ लेकिन कुछ देर बाद उसे फोन आया। कॉलर ने फ्लिपकार्ट का कर्मचारी बनाकर एप डाउनलोड कराया। कॉलर के बताए अनुसार एप का इस्तेमाल करने पर उसके बैंक खाते से 19 हजार 81 रुपए की निकासी हो गई। केस-2 चन्द्रवरदाईनगर सी ब्लॉक में रहने वाले आयूष जैन ने बताया कि जयपुर जगतपुरा स्थित फ्लैट को किराए पर लेने के लिए शुक्रवार को उसकी मम्मी को कॉल आया। कॉलर ने खुद को सैन्य अधिकारी बताते हुए अहमदाबाद से अजमेर में तबादला होने की बात कही। उसने फ्लैट किराए पर लेने की इच्छा जाहिर करते हुए अग्रिम भुगतान के लिए बैंक की डिटेल ले ली। फिर आईसीआईसीआई में मर्चेन्ट अकाउंट का हवाला देकर पीडि़त से ६ ट्रांजेक्शन में २ लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। आरोपी रकम पुन: खाते में भेजने का झांसा देता रहा। आखिर उसने मोबाइल बंद कर लिया। मामले में आयूष ने रामगंज थाने में रिपोर्ट दी। आसाम की सिम, नासिक में खाता आयूष जैन ने बताया कि आरोपी ने फ्लैट देख बिना किराए पर लेने को राजी हो गया। यहां तक की 25 हजार रुपए अग्रिम भुगतान के लिए खाता नम्बर ले लिया। जैन ने बताया कि प्रारंभिक पड़ताल में आरोपी का सिमकार्ड आसाम गुहाटी का है जबकि ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल बैंक खाता नासिक महाराष्ट्र का निकला। सेफ्टी अलर्ट-यह बरते सावधानी -अपने ब्राउजर के एड्रेस बार में यूआरएल टाइप करके ही बैंक वेबसाइट तक पहुंचे। ऑनलाइन बैंकिंग वाले कोई गलत मोबाइल एप डाउनलोड करने में सावधानी बरतें। -वेबसाइट पर पहुंचने के लिए किसी ई-मैसेज मे दिए गए लिंक पर क्लिक ना करें। -बैंक खाते से संबंधित जानकारी ई-मेल, एसएमएस या फोन कॉल पर ना दें। अन्यथा ठग इंटरनेट बैंकिंग से ठगी का शिकार बना सकते हैं। -व्यक्तिगत जानकारी देने पर बैंक साइट पर खाते की डिटेल की जानकारी देने पर पुरस्कार देने, ईमेल, एसएएमएस, फोन कॉल पर जानकारी ना दें। ऐसा करने पर अपनी गाढ़ी कमाई खो सकते हैं।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/sri-ganganagar-news/electric-train-will-run-from-suratgarh-to-bathinda-soon-7207292/,सूरतगढ़ से बठिण्डा के बीच शीघ्र चलेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन,"सूरतगढ़ से बठिण्डा के बीच शीघ्र चलेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन बठिण्डा से सूरतगढ़ (बिरधवाल) के बीच हुए रेलवे विद्युतीकरण कार्य के दो दिवसीय निरीक्षण के तहत शनिवार को सीआरएस पश्चिम वृत आरके शर्मा ने सूरतगढ़ से बिरधवाल तक विद्युतीकरण कार्य का गहन निरीक्षण किया। सीआरएस के साथ मंडल रेल प्रबंधक राजीव श्रीवास्तव, आरई अंबाला के चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर सतवीर सिंह यादव सहित उत्तर पश्चिम रेलवे के उच्चाधिकारी भी साथ रहे। शनिवार देर शाम सीआरएस ने इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर स्पेशल ट्रेन का बिरधवाल से बठिण्डा तक स्पीड ट्रायल किया। स्पीड ट्रायल सफल रहने के बाद रेलवे व इलेक्ट् श्री गंगानगर Published: December 05, 2021 02:35:25 am -सीआरएस ने किया विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). बठिण्डा से सूरतगढ़ (बिरधवाल) के बीच हुए रेलवे विद्युतीकरण कार्य के दो दिवसीय निरीक्षण के तहत शनिवार को सीआरएस पश्चिम वृत आरके शर्मा ने सूरतगढ़ से बिरधवाल तक विद्युतीकरण कार्य का गहन निरीक्षण किया। सीआरएस के साथ मंडल रेल प्रबंधक राजीव श्रीवास्तव, आरई अंबाला के चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर सतवीर सिंह यादव सहित उत्तर पश्चिम रेलवे के उच्चाधिकारी भी साथ रहे। शनिवार देर शाम सीआरएस ने इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर स्पेशल ट्रेन का बिरधवाल से बठिण्डा तक स्पीड ट्रायल किया। स्पीड ट्रायल सफल रहने के बाद रेलवे व इलेक्ट्रिफिकेशन के अधिकारी उत्साहित नजर आए। अधिकारियों के अनुसार रेल विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण सफल रहा है। जल्द ही सीआरएस से इस खण्ड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचालन को लेकर हरी झंडी मिलने की संभावना है। जानकारी के अनुसार बठिण्डा से सूरतगढ़ (बिरधवाल) तक दो दिवसीय सीआरएस निरीक्षण के तहत शुक्रवार को सीआरएस ने बठिण्डा से हनुमानगढ़ खण्ड पर रेलवे के विद्युतीकरण कार्यों का निरीक्षण किया था। इसके तहत बठिण्डा-हनुमानगढ़ खंड पर बठिण्डा एसपी, गुरसरसहनेवाला स्टेशन, मंडी डबवाली स्टेशन, संगरिया स्टेशन, नवां के टीएसएस व हनुमानगढ़ के स्टेशन का निरीक्षण किया गया। दूसरे दिन शनिवार को सीआरएस आरके शर्मा ने हनुमानगढ़ से सूरतगढ़ तक स्पेशल ट्रेन से विंडो निरीक्षण किया। सीआरएस दोपहर साढ़े बारह बजे सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर पैनल रूम व एफओबी का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने स्टेशन अधीक्षक राजसिंह शेखावत, यातायात निरीक्षक सतविन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारियों से चर्चा की। इसके बाद सीआरएस ने सूरतगढ़ एसपी, 220 केवी ओवरहैड क्रॉसिंग, आरयूबी, ब्रिज संख्या 28 व 70, कर्व संख्या 28 का निरीक्षण कर रेल विद्युतीकरण कार्यों का जायजा लिया। देर शाम किया स्पेशल ट्रेन का स्पीड ट्रायल बिरधवाल स्टेशन पर निरीक्षण पूर्ण होने के बाद सीआरएस ने तुगलकाबाद शैड के अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक लॉकोमोटिव डब्ल्यूएपी 7 से स्पेशल ट्रेन का बिरधवाल से बठिण्डा के बीच स्पीड ट्रायल किया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर सौ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बठिण्डा तक स्पीड ट्रायल सफलतापूवर्क पूर्ण हुआ है। बठिण्डा से सूरतगढ़ के बीच सीआरएस निरीक्षण पूरा होने के बाद जल्द ही इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर रेलगाडियों का संचालन शुरु किया जाएगा। सीआरएस से फिटनेस प्राप्त होने के बाद एक माह तक मालगाडिय़ों को इलेक्ट्रिक पॉवर के साथ चलाया जाएगा। सूरतगढ़ से बठिण्डा के बीच शीघ्र चलेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/ajmer-news/the-girl-kidnapped-from-college-was-gang-raped-by-taking-hostage-7207286/,कॉलेज से अगवा छात्रा को बंधक बनाकर पहले जयपुर फिर टौंक में किया गैंगरेप,"कॉलेज से अगवा छात्रा को बंधक बनाकर पहले जयपुर फिर टौंक में किया गैंगरेप वारदात : बीकानेर के एक थाने में जीरो नम्बरी मुकदमे के बाद अजमेर में मुकदमा दर्ज, परिजन को जान से मारने की धमकी देने पर पीडि़ता ने साध ली थी चुप्पी अजमेर Updated: December 05, 2021 02:13:15 am अजमेर. शहर के निकट एक निजी कॉलेज से अगवा छात्रा को बंधक बनाकर गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़ता ने वारदात के एक माह बाद रिश्तेदार के यहां पर गैंगरेप की कहानी बयां कर गैंगरेप का जीरो नम्बरी मुकदमा दर्ज कराया। जीरो नम्बरी एफआईआर पर अजमेर के एक ग्रामीण थाने में मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है। कॉलेज से अगवा छात्रा को बंधक बनाकर पहले जयपुर फिर टौंक में किया गैंगरेप पुलिस के अनुसार बीकानेर जिला पुलिस की ओर से भेजी गई जीरो नम्बर एफआईआर पर संबंधित थाना पुलिस ने छात्रा के अपहरण, मारपीट, धमकाकर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया है। पीडि़ता ने रिपोर्ट में बताया कि 25 अक्टूबर को आमिन नामक युवक अपने रिश्तेदार फरदीन के साथ कार में आया। आरोपी ने उसके भाई-बहन को मारने की धमकी देते हुए उसे कार में बैठने की धमकी दी। कार में बैठने पर आरोपी उसे जयपुर रोड की तरफ ले गए। रास्ते में आरोपियों ने उसको नशीला पदार्थ पिलाया। उसको जब होश आया तो वह जयपुर में थी। आरोपी उसे एक रिश्तेदार फैजान के घर ले गए। यहां आरोपियों ने पहले उसके साथ मारपीट की। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया। प्रकरण में अनुसंधान सहायक पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा कर रहे हैं। पहले जयपुर-फिर टौंक में गैंगरेप पीडि़ता ने बताया कि आरोपी आमिन उसको जयपुर से टौंक निवासी रिश्तेदार रमजानी के घर पर टौंक ले गया। यहां उसको कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। उसके साथ यहां भी गैंगरेप किया गया। हालांकि अपहरण के 4-5 दिन बाद में उसको तलाशते हुए अजमेर पुलिस टौंक आ गई। ...डर से साधी ली चुप्पी पीडि़ता ने वारदात के बाद पुलिस की ओर से दस्तयाब किए जाने के समय चुप्पी साधने के कारण बताए हैं। उसने बताया कि आरोपियों के डर के चलते उसने पुलिस को बयान नहीं दिए लेकिन अब जो वह कह रही है वह सही है। आरोपियों ने उसको डरा धमका कर सामूहिक बलात्कार किया। आरोपी उसे एक धार्मिक स्थल पर भी ले गए। जहां उसको गंदा तरल पदार्थ पिलाया गया। परिवार को जान से मारने की धमकी पीडि़ता के मुताबिक आरोपियों को अजमेर पुलिस के टौंक आने का पहले से पता चल गया था। आरोपी उस पर पहले ही उनके कहे अनुसार बयान देने का दबाव बना चुके थे। आरोपियों ने आमिन के खिलाफ बयान देने पर परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी। रिश्तेदार के साथ गई पीडि़ता मामले की जांच कर रही पुलिस के मुताबिक परिजन के सुपुर्द किए जाने के बाद पीडि़ता रिश्तेदार के साथ बीकानेर चली गई। वहां जाकर उसने मामले की शिकायत संबंधित थाने में की। जिस पर भेजी गई जीरो नम्बरी एफआईआर पर मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू किया है। पुलिस प्रकरण में आरोपियों की ओर से धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास व अन्य तथ्यों की भी जांच में जुटी है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/nagaland-several-civilians-killed-by-security-forces-as-mistaken-identity-cm-calls-for-peace-b408/,"नागालैंड में सुरक्षाबलों की फायरिंग में 13 लोगों की मौत पर बवाल, उग्रवादी समझकर चलाई थी गोली, SIT जांच के आदेश","कोहिमा: नागालैंड के मोन (Mon) जिले के ओटिंग गांव में सुरक्षाबलों की ओर से उग्रवादी समझकर की गई कार्रवाई में कम से कम 13 नागरिकों के मारे जाने की आशंका है। आधिकारिक स्रोत के हवाले से अभी संख्य की पुष्टि नहीं हो सकी है। सूत्रों के अनुसार सुरक्षाबल पैराकमांडो थे और उन्होंने नागरिकों को गलती से उग्रवादी समझकर फायरिंग की। घटना में एक जवान के भी मारे जाने की खबर है। घटना शनिवार शाम की है जब कुछ लोग एक कोल माइन से काम करने के बाद वापस अपने घर की ओर लौट रहे थे। ये एक पिक-अप ट्रक में सवार थे। पूरी घटना के बाद स्थानीय़ लोगों में गुस्सा है। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक गुस्साएं ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों में आग लगा दी। इस बीच नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियो रियो ने लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने रविवार सुबह ट्वीट कर पूरी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और शोक जताया। मुख्यमंत्री ने लिखा, 'ओटिंग, मोन में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं। उच्च स्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और कानून के अनुसार न्याय दिलाएगी। सभी वर्गों से शांति की अपील है।' The unfortunate incident leading to killing of civilians at Oting, Mon is highly condemnable.Condolences to the bereaved families & speedy recovery of those injured. High level SIT will investigate & justice delivered as per the law of the land.Appeal for peace from all sections — Neiphiu Rio (@Neiphiu_Rio) December 5, 2021",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/the-government-of-puducherry-makes-covid19-vaccination-compulsory-in-the-union-territory-with-b628/,"इस केन्द्र शासित प्रदेश में अनिवार्य हुआ कोरोना का टीका लगवाना, नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई","आदेश न मानने वालों पर होगी कार्रवाईआदेश तत्काल प्रभाव से होगा लागू केन्द्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में तत्काल प्रभाव से कोरोना के टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया है। राज्य के हैल्थ डायरेक्टोरेट एंड फैमिली वेलफेयर सर्विस की ओर से यह फैसला लिया गया है। इस नियम को तोड़ने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। केन्द्र शासित प्रदेश में पब्लिक हैल्थ एक्ट 1973 की धारा 54(1) के सेक्शन 8 के तहत यह आदेश लागू किया गया है। इसमें कहा गया है कि केन्द्र शासित प्रदेश में कोविड 19 वैक्सीन को अनिवार्य किया जा रहा है। 4 दिसंबर को जारी इस आदेश में यह भी कहा गया है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कानून के प्रावधान के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण को स्वास्थ्य कर्मचारियों और कोरोना वायरस के विरुद्ध लड़ रहे फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए अनिवार्य किया था। इसके बाद कई राज्यों में सरकारी कर्मचारियों के लिए कोरोना टीके को अनिवार्य कर दिया गया था। कोविड 19 के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे को भांपते हुए कई प्रदेशों में यह रेहड़ी-पटरी के दुकानदारों के लिए भी अनिवार्य की गई। इन दुकानदारों का वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट चेक किया जा रहा है। आपको बता दें, पुडुचेरी में शनिवार को कोविड-19 के 28 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,29,056 हो गई। संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि 2,514 नमूनों की जांच के बाद हुई है। संक्रमण से एक और मरीज की मौत हुई, जिसके बाद कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 1,875 हो ग",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/97-new-cases-of-kovid-19-in-thane-maharashtra-one-patient-died-b421/,"महाराष्ट्र के ठाणे में कोविड-19 के 97 नए मामले, एक मरीज की मौत","ठाणे, पांच दिसंबर महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कोरोना वायरस के 97 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले 5,69,759 पर पहुंच गए। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि यहां पर एक और संक्रमित की मौत होने से मृतक संख्या 11,588 हो गई। अधिकारी ने बताया कि मरीज की मौत शनिवार को हुई तथा ये नए मामले भी शनिवार को ही सामने आए। उन्होंने बताया कि ठाणे में कोविड-19 के कारण मृत्यु दर 2.03 फीसदी है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी पालघर जिले में कोविड-19 के मामले बढ़कर 1,38,654 हो गए तथा मृतक संख्या 3,301 हो गई।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/omicrone-india-states-foreigners-quarantine-interstate-fully-vaccinated-b626/,"ओमीक्रोन: भारत में चार मामले, जानें किस राज्य में क्या है स्थिति और क्या है बचाव की तैयारी","महाराष्ट्र ने दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और बोत्सवाना से आने वालों के लिए सात दिनों की क्वारंटीन अनिवार्य किया।कर्नाटक में सिनेमाघर, स्कूल जाने वाले छात्रों के अभिभावकों के लिए टीके की दोनों खुराक लेना जरूरी। गुजरात सरकार ने राज्य के आठ शहरों में रात का कर्फ्यू 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। नई दिल्ली: देश में ओमीक्रॉन का चौथा मामला महाराष्ट्र में सामने आया है जहां 33 वर्षीय यह व्यक्ति 23 नवंबर को दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा था. इससे पहले, कर्नाटक में दो और गुजरात में ‘ओमीक्रोन’ से जुड़ा एक मामला सामने आ चुका है।पहली बार दक्षिण अफ्रीका में मिला ओमीक्रोन स्वरूप को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चिंता का स्वरूप वर्गीकृत किया है। इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, संक्रमण की दृष्टि से ‘‘जोखिम वाले’’ देशों से आने वाले सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना होगा जबकि दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों को भी जांच से गुजरना होगा। ऐसे में देश के अलग-अलग राज्यों ने ओमीक्रोन संक्रमण को अपने यहां आने से रोकने से लेकर उसके फैलने पर रोक लगाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. महाराष्ट्र महाराष्ट्र सरकार ने तीन 'उच्च जोखिम वाले' देशों - दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और बोत्सवाना से आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सात दिनों की संस्थागत क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया है। इसके साथ ही दूसरे राज्यों के पूर्ण टीकाकृत लोगों को निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट की जरूरत नहीं होगी. कर्नाटक कर्नाटक में कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्वरूप ओमीक्रोन के दो मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार ने शुक्रवार को कई सुरक्षा उपायों की घोषणा की जिनमें मॉल और सिनेमाघरों में जाने तथा स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों के अभिभावकों के लिए टीके की दोनों खुराक लेना जरूरी है। हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच तेज करना, शिक्षण संस्थानों को अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों को स्थगित करने के लिए कहना, सभाओं, बैठकों, सम्मेलनों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 500 तक सीमित करना, सरकार द्वारा घोषित अन्य उपायों में शामिल हैं। गुजरात कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने के मद्देनज़र गुजरात सरकार ने राज्य के आठ शहरों - अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ शहरों में रात का कर्फ्यू 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। रात्रि कर्फ्यू अब 10 दिसंबर तक लागू रहेगा। इन शहरों में दुकान, सैलून रात 12 बजे तक खुल सकेंगे जबकि रेस्तरां को आधी रात तक खुले रहने की इजाजत है लेकिन वे 75 फीसदी क्षमता के साथ ही खुले रहेंगे। वहीं खाने की ‘होम डिलिवरी’ तथा खाना पैक करा के घर ले जाने (टेक अवे) की सेवा भी आधी रात तक जारी रहेगी। इसमें बताया गया है कि पूरे राज्य में सिनेमा घर 100 फीसदी क्षमता के साथ संचालित हो सकते हैं। दिसंबर के शुरुआती दस दिनों में 400 लोग शादी और धार्मिक या राजनीतिक कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं और 100 लोग अंतिम संस्कार में जा सकते हैं। दिल्ली दिल्ली सरकार ने कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रोन' के आशंकित खतरे से निपटने के लिए कमर कस ली है। इसके लिए ऑक्सीजन युक्त 30,000 बिस्तर तैयार किए हैं। इनमें से 10,000 आईसीयू बिस्तर हैं. वहीं 6,800 बिस्तर फरवरी तक तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा ऑक्सीजन की आपूर्ति को भी सरकार ने बढ़ा दिया है। दिल्ली सरकार ने इसके साथ ही 32 तरह की दवाओं का ऑर्डर भी दे दिया है ताकि उनका दो महीने का 'बफर स्टॉक' तैयार किया जा सके। दिल्ली पुलिस ने भी अपने कर्मियों और उनके परिवारवालों को टीके की दोनों खुराक लेने का निर्देश दिया है। दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने के संदेह में 15 मरीजों को भर्ती कराया गया है। इनमें से नौ के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जबकि छह मरीजों में गले में खराश, बुखार जैसे लक्षण और मरीजों के संपर्क में आने का इतिहास है। केरल केरल की सरकार ने कहा कि, राज्य में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है. हालांकि अब तक राज्य में इस तरह का कोई मामला नहीं आया है इसलिए चिंता की बात नहीं है। मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि, राज्य में इस नए वेरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन राज्य सरकार इस हालात पर नजर बनाए हुए है। उत्तराखंड उत्तराखंड में चीफ मिनिस्टर पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव, डीजीपी और हेल्थ सेक्रेटरी से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि राज्य के सभी सार्वजनिक स्थानों पर कोविड नियमों का पालन हो।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/six-patients-of-kovid-19-under-treatment-in-andaman-and-nicobar-islands-b421/,अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में कोविड-19 के छह मरीज उपचाराधीन,"पोर्ट ब्लेयर,पांच दिसंबर अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में इस समय कोरोना वायरस संक्रमण के छह मरीज उपचाराधीन हैं। रविवार को जारी एक स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया कि द्वीपसमूह में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आने से कुल मामलों की संख्या 7,688 बनी हुई है। इसमें कहा गया कि दो और मरीजों के संक्रमणमुक्त होने से अब तक ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 7,553 हो गई है तथा संक्रमण से अब तक 129 मरीजों की मौत हुई है। बुलेटिन के अनुसार, प्रशासन ने अब तक 6.37 लाख से अधिक नमूनों की कोविड संबंधी जांच की है और 2.97 लाख से अधिक लोगों को संक्रमण रोधी टीके की खुराक दी गई हैं, जिनमें से 2.63 लाख लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/rajkot-municipal-corporation-has-announced-a-smartphone-to-lucky-winner-taking-second-dose-of-covid-b628/,"इस शहर में कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने पर मिलेगा 50 हजार रुपये का स्मार्टफोन, जानें शर्तें","वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लेकर अहमदाबाद नागरिक निकाय भी कर चुका है ऐसी घोषणा शर्त के अनुसार, 4 दिसंबर से 10 दिसंबर तक लगवाना होगा कोरोना का दूसरा डोज अहमदाबाद:गुजरात में कोरोना के टीकाकरण के अभियान को व्यापक और तेज करने के लिए राजकोट मुंसिपल कॉरपोरेशन ने एक अनोखी पहल शुरू की है। राजकोट मुंसिपल कॉरपोरेशन ने यह घोषणा की है कि कोरोना के दूसरे डोज लगवाने वाले लकी विनर को 50 हजार रुपये का स्मार्टफोन दिया जाएगा। हालांकि इसके लिए शर्त ये है कि कोरोना की दूसरी डोज को 4 दिसंबर से 10 दिसंबर तक के बीच लेना होगा। मुंसिपल कमिश्नर अमित अरोरा ने बीते शनिवार को कहा कि विजेता लकी ड्रॉ के माध्यम से चुना जाएगा और उसे 50 हजार रुपये का स्मार्टफोन दिया जाएगा। इसके अलावा मुंसिपल कॉरपोरेशन की ओर से अर्बन हैल्थकेयर सेंटर की टीम के लिए ईनाम की घोषणा की गई है। अगर 4 दिसंबर से 10 दिसंबर तक अर्बन हैल्थकेयर सेंटर की जो टीम सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाती है कॉरपोरेशन की ओर से 21 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। वैक्सीनेशन के सेकंड डोज को स्पीड अप करने के लिए हैल्थ टीम के लिए इन्सेंटिव की भी घोषणा की जाएगी। बता दें कि राज्य में वैक्सीनेशन के अभियान को तेज गति देने के लिए राजकोट मुंसिपल कॉरपोरेशन का यह अनोखा कदम है। Gujarat: Rajkot Municipal Corporation has announced a smartphone to lucky winner taking second dose of COVID vaccine between Dec 4 & Dec 10 ""The winner will be decided through a lucky draw & given a smartphone worth Rs 50,000,"" municipal commissioner Amit Arora said on Saturday pic.twitter.com/1CfIaJGA2W — ANI (@ANI) December 5, 2021 राजकोट मुंसिपल कॉरपोरेशन ने कहा कि राजकोट में लगभग 1.82 लाख लोगों को कोरोनोवायरस वैक्सीन की दूसरी खुराक लेनी बाकी है। विशेष अभियान के दौरान शहर के सभी 22 स्वास्थ्य केंद्र 12 घंटे (सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक) अधिकतम लोगों को टीका लगाने के लिए काम करेंगे। इससे पहले, गुजरात के एक और शहर ने भी इसी तरह का अभियान शुरू किया है। अहमदाबाद नागरिक निकाय ने एक लकी ड्रॉ प्रतियोगिता की भी घोषणा की जिसमें विजेता को ₹60,000 का स्मार्टफोन देने की घोषणा की गई थी। जो लोग 1 से 7 दिसंबर के बीच COVID-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लेते हैं, वे इस योजना के लिए पात्र होंगे और एक विजेता को बाद में लकी ड्रॉ के माध्यम से घोषित किया जाएगा।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/december-5-yukta-mukhi-won-the-miss-world-title-b421-1/,पांच दिसंबर : युक्ता मुखी ने जीता मिस वर्ल्ड का खिताब,"नयी दिल्ली, पांच दिसंबर भारत की सुंदरियों ने 1990 के दशक में दुनियाभर की सौंदर्य प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन किया और 1994 में शुरू हुए इस सिलसिले में 1999 में युक्ता मुखी ने एक और सुनहरा अध्याय जोड़ दिया। सात अक्टूबर, 1979 को बेंगलुरु में जन्मी युक्ता ने पांच दिसंबर, 1999 को मिस वर्ल्ड का खिताब अपने नाम किया। देश-दुनिया के इतिहास में पांच दिसंबर की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:- 1898 : प्रसिद्ध उर्दू कवि जोश मलीहाबादी का जन्म। 1941 : प्रसिद्ध भारतीय महिला चित्रकार अमृता शेरगिल का लाहौर में निधन। उनकी कई कलाकृतियों को विश्वभर में सराहा गया। 1969 : निशानेबाजी में दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाली मशहूर निशानेबाज अंजलि भागवत का जन्म। 1971 : भारत ने बंगलादेश को एक देश के रूप में मान्यता दी। 1998 : रूस भारतीय नौसेना को ‘क्रिवाक श्रेणी’ के बहुउद्देश्यीय युद्धपोत देने पर सहमत। 1999 : युक्ता मुखी ने मिस वर्ल्ड का खिताब अपने नाम किया। 2001 : अफ़ग़ानिस्तान में हामिद करजई के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन पर चार गुट सहमत। 2005 : ब्रिटेन ने एक कानून बनाकर समलैंगिकता को वैध करार दिया। 2013 : दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का निधन। 2016 : तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता का निधन। 2020 : देश में कोविड-19 के एक दिन में 36,652 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के कुल मामले 96.08 लाख के पार चले गए।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/will-omicron-variant-cause-third-wave-in-india-expert-says-effect-can-be-seen-in-6-to-8-weeks-b408/,ओमीक्रोन वेरिएंट से भारत में आएगी कोरोना की तीसरी लहर? विशेषज्ञों ने कहा- 6 से 8 हफ्तों में दिख सकता है असर,"कर्नाटक सहित गुजरात और महाराष्ट्र में अभी तक मिले हैं ओमीक्रोन वेरिएंट के मामले।भारत में चार ओमीक्रोन मामले में से तीन बाहरी देशों से आने वालों से संबंधित, एक स्थानीय मामला।एक्सपर्ट के मुताबिक भारत में अगर ओमीक्रोन फैलता है तो इसका असर 6 से 8 हफ्तों में दिख सकता है। नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के 'ओमीक्रोन' वेरिएंट के चार मामले सामने आने के बाद इसके फैलाव का खतरा बढ़ गया है। पिछले एक हफ्ते से भी कम समय में ये चारों मामले मिले हैं। इसमें कर्नाटक में दो सहित महाराष्ट्र और गुजरात में एक-एक केस शामिल हैं। ऐसे में सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या ओमीक्रोन भारत में कोरोना की तीसरी लहर की वजह बन सकता है? ओमीक्रोन भारत में ला सकता है कोरोना की तीसरी लहर? टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि अभी ओमीक्रोन को लेकर काफी कुछ पता नहीं है। ऐसे में बहुत ज्यादा बेचैन होने की जरूरत नहीं है लेकिन नजर रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन पर अभी और स्टडी करने की जरूरत है कि अगले कुछ हफ्तों में क्या फैलाव के मामले में यह डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ सकता है। गौरतलब है कि भारत में दूसरी लहर के लिए डेल्टा वेरिएंट ही जिम्मेदार था। ओमीक्रोन का खतरा, अगले छह से 8 हफ्ते अहम शशांक जोशी के मुताबिक अगले छह से आठ हफ्ते बेहद अहम रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ये देखना होगा कि आने वाले दिनों में ओमीक्रोन वेरिएंट भारत में कैसा प्रभाव दिखाता है। अगर ओमीक्रोन वेरिएंट फैलता है तो अगले कुछ हफ्तों में इसका असर दिख सकता है। डॉ जोशी ने कहा, 'भारत में अभी ज्यादातर ओमीक्रोन के केस यात्रा से जुड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका से इतर अन्य देशों में ओमीक्रोन के मामले की स्टडी करनी होगी जो पहली यात्रा के बाद फैला होगा। इससे हमें बेहतर समझ बनाने में मदद मिलेगी।' टास्क फोर्स के एक अन्य सदस्य डॉ राहुल पंडित के मुताबिक ओमीक्रोन से निपटने के लिए वापस आधारभूत कामों की ओर लौटना होगा। इसमें ट्रेसिंग, टेस्टिंग और इलाज शामिल हैं। उन्होंने कहा, 'हमने पहले देखा है कि नया वेरिएंट आने के बाद इसके मामले बढ़ने में एक से दो महीने लगते हैं।' बचाव के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी वहीं, कल्याण डोंबिवली नगर निगम आयुक्त डॉ विजय सूर्यवंशी ने कहा कि लोगों को अनिवार्य रूप से घर से बाहर फेस मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपायों का पालन करना चाहिए। बता दें कि देश में चौथा ओमीक्रोन का मामला महाराष्ट्र के डोंबिवली से ही आया है। शख्स की उम्र 33 साल है और वह 24 नवंबर को दुबई, दिल्ली होते हुए दक्षिण अफ्रीका से मुंबई लौटा है।",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/up-miraj-fighter-jet-tyre-stolen-from-a-truck-suspects-return-tyre-to-airforce-b626/,"यूपी: दो व्यक्तियों ने मिराज लड़ाकू विमान का चोरी हुआ टायर वापस किया, कहा- ट्रक का टायर समझकर ले गए थे","अज्ञात लोगों ने मिराज लड़ाकू विमान के पांच टायरों में से एक को चुरा लिया था।टायरों को दो व्यक्तियों ने चोरी की घटना के कुछ दिन बाद वापस लौटा दिया।दो व्यक्ति यह सोचते हुए टायर को अपने साथ ले गए थे कि यह ट्रक का है। लखनऊ:उत्तर प्रदेश के लखनऊ से चोरी हुए मिराज लड़ाकू विमान के टायरों को दो व्यक्तियों ने चोरी की घटना के कुछ दिन बाद वापस लौटा दिया। पुलिस ने चार दिसंबर को इसकी जानकारी दी। चोरी के दौरान विमान लखनऊ से जोधपुर ले जाया जा रहा था। द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ पुलिस ने कहा कि दो व्यक्ति यह सोचते हुए टायर को अपने साथ ले गए थे कि यह ट्रक का है। बता दें कि, एक ट्रक चालक की शिकायत पर आशियाना पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 379 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ अज्ञात लोगों ने मिराज लड़ाकू विमान के पांच टायरों में से एक को चुरा लिया था जिसे वह अपने ट्रक में ले जा रहा था। ट्रक बख्शी का तालाब एयरफोर्स स्टेशन से एयरफोर्स के उपकरण जोधपुर ले जा रहा था। पुलिस ने कहा कि 4 दिसंबर को, चालक दीपराज और उनके भतीजे हिमांशु बंसल बीकेटी एयरफोर्स स्टेशन पर उतरे और टायर वापस कर दिया. वायु सेना के अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह चोरी का टायर था। पूछताछ के दौरान दोनों व्यक्तियों ने बताया कि 26 नवंबर की रात करीब 10:30-10:45 बजे उन्हें शहीद पथ सिनेपोलिस पर मेन रोड और सर्विस रोड के बीच एक टायर मिला। पुलिस ने कहा कि वे इसे ट्रक का टायर समझकर घर ले गए। पुलिस ने कहा कि 3 दिसंबर को दोनों को जेट टायर चोरी होने की खबर मिली और यह पता लगाने के बाद कि उनके पास का टायर असामान्य लग रहा है, इसे वापस करने का फैसला किया।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%be/,"ड्रग्स मामले में आर्यन खान की रिहाई, मन्नत में जश्न का...","ड्रग्स मामले में आर्यन खान की रिहाई, मन्नत में जश्न का माहौल By तहलका ब्यूरो October 30, 2021 आखिर लम्बे इन्तजार के बाद फिल्म कलाकार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान शनिवार को जेल से रिहा हो गए। करीब 28 दिन ड्रग्स मामले में जेल में रहे आर्यन खान जमानत मिलने के बाद आज सुबह मुंबई के आर्थर रोड जेल से रिहा कर दिए गए। उधर आर्यन को बॉम्बे हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने की खुशी में शाहरुख खान के बंगले मन्नत को गुरुवार को ही रोशनियां की गयी हैं। याद रहे एनसीबी ने 2 अक्टूबर को ड्रग्स बरामद होने के मामले में आर्यन खान समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया गया था। बाद में पूछताछ और जांच के आधार पर मामले में कुछ और आरोपी हिरासत में लिए गए थे। आर्यन के साथ इस मामले से जुड़े मुनमुन धमेचा और अरबाज मर्चेंट की भी रिहाई हो गई है। बॉम्बे हाइकोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ आर्यन और अन्य को जमानत दी है। शाहरुख के परिवार के अलावा उनके फैंस भी आर्यन की रिहाई से खुश हैं और सोशल मीडिया पर कमेंट्स के जरिये इसका जश्न मना रहे हैं।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a4%97%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82/,"श्रीनगर में फिर आतंकियों का हमला, महिला प्रिंसिपल समेत 2 की...","श्रीनगर में फिर आतंकियों का हमला, महिला प्रिंसिपल समेत 2 की हत्या By तहलका ब्यूरो October 7, 2021 कश्मीर में तीन लोगों की हत्या की खबर की स्याही अभी सूखी भी नहीं थी कि आतंकवादियों ने गुरुवार को राजधानी श्रीनगर में एक बार फिर बड़ी घटना की है। आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह संगम इलाके में एक सरकारी स्कूल में घुसकर दो शिक्षकों की हत्या कर दी है, जिनमें एक महिला प्रिंसिपल शामिल है। जानकारी के मुताबिक श्रीनगर के ईदगाह संगम इलाके में आतंकियों ने अचानक हमला किया। इसमें दो शिक्षकों की मौत हो गई है। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक ईदगाह इलाके में गोलीबारी की घटना की उन्हें सूचना मिली। यह घटना सुबह की है। कुछ अज्ञात लोगों ने बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश किया और उसके प्रधानाध्यापक और अन्य शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a8/,"कश्मीर में आतंकवादियों ने 3 लोगों की हत्या की, इनमें एक...","कश्मीर में आतंकवादियों ने 3 लोगों की हत्या की, इनमें एक कश्मीरी पंडित दुकानदार भी By तहलका ब्यूरो October 6, 2021 अफगानिस्तान में तालिबान के बाद कश्मीर को लेकर अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों की तरफ से भले फिलहाल ब्यानबाजी बंद हो, वहां आतंकवाद की घटनाएँ रुकती नहीं दिख रही हैं। आतंकवादियों ने जहाँ बहुत साल बाद किसी कश्मीरी पंडित की हत्या की वहीं दो और लोगों को भी जान से मार दिया। आतंकियों ने श्रीनगर में बिंदरू मेडिकेट स्टोर के मालिक माखन लाल बिंदरू की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी। बिंदरू की हत्या की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) नामक आतंकी संगठन ने ली है। आतंकवादियों ने 3 नागरिकों की हत्या दो घंटे के भीतर कीं। इनमें से दो हत्याएं तो श्रीनगर में महज एक घंटे के भीतर हुईं। सरकार के इन दावों कि कश्मीर में आतंकवाद पर काबू पाने में काफी हद तक सफलता मिली है, के बावजूद आतंकी काफी सक्रिय दिख रहे हैं। आतंकियों ने सबसे पहले श्रीनगर के इकबाल पार्क के पास मशहूर फार्मेसी स्टोर बिंदरू मेडिकेट के मालिक माखन लाल बिंदरू को गोली मारकर घायल कर दिया। बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गयी। बिंदरू काफी लम्बे समय से वहां दुकान चला रहे थे और उनकी काफी लोकप्रियता थी। आतंकवादियों ने उस वक्त गोलियां चलाईं, जब वह लोगों को दवाइयां दे रहे थे। गंभीर रूप से घायल बिंदरू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%a4/,"चुनाव आयोग ने तीन लोकसभा, तीस विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर...","चुनाव आयोग ने तीन लोकसभा, तीस विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा की, 2 को नतीजे By तहलका ब्यूरो September 28, 2021 चुनाव आयोग ने देश भर में खाली पड़ी लोकसभा और विधानसभा की सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा कर दी है। आयोग ने 3 लोकसभा और 30 विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को इन चुनावों के लिए मतदान की तारीख तय की है जबकि वोटों की गिनती 2 नवंबर को होगी। आयोग की घोषणा के मुताबिक चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया की पहली अक्टूबर से शुरू होकर 8 अक्टूबर तक चलेगी। तीन लोकसभा सीटों पर उपचुनाव दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, मध्य प्रदेश के खंडवा लोकसभा सीट और हिमाचल प्रदेश की मंडी क्षेत्र शामिल हैं।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a1%e0%a5%80%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%af%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82/,डीटीसी बसों में यत्रियों को सभी सीटों पर बैठकर सफर करने...,"डीटीसी बसों में यत्रियों को सभी सीटों पर बैठकर सफर करने पर रोक, गैर डीटीसी और मैट्रो में कोई रोक नहीं; यात्री परेशान By राजीव दुबे September 22, 2021 अजीब विडम्बना है कि एक ओर तो दिल्ली मैट्रो में सभी सीटों पर सवारियों के बैठने की अनुमति है और मैट्रो में खड़े होकर यात्रा करने पर भी कोई रोक नहीं है। लेकिन दिल्ली प्रशासन ना जाने क्यों दिल्ली परिवहन (डीटीसी) की बसों में खड़े होकर यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति नहीं दें रहा है। जिससे डीटीसी बसों में चलने वाले दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बतातें चलें डीटीसी और मैट्रो में कोरोना काल जब पीक पर दिल्ली में चल रहा था। तब सभी सीटों पर बैठकर यात्रियों को यात्रा करने पर रोक थी। अब दिल्ली में कोरोना के मामलें बहुत ही कम आ रहे है। उसके बादजूद डीटीसी बसों में खड़े होकर यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करना मना है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covid-19-india-reports-8895-new-cases-in-the-last-24-hours-health-ministry-651728.html,"COVID-19: बीते 24 घंटे में देश में सामने आए 8895 कोरोना के नए मामले, जानें ताजा स्थिति","COVID-19: बीते 24 घंटे में देश में सामने आए 8895 कोरोना के नए मामले, जानें ताजा स्थिति By Ankur Sharma| Published: Sunday, December 5, 2021, 10:08 [IST] नई दिल्ली, 05 दिसंबर । कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमिक्रोन' को लेकर देश में दहशत का माहौल पैदा हो गया है तो वहीं देश में पिछले 24 घंटों में 8,895 नए कोविड मामले सामने आए हैं और 2,796 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इस वक्त देश में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 99,155 पहुंच गया है, जबकि 6,918 लोग कोरोना से ठीक हुए है। रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त देश में कोरोना को कुल मामले 3,46,33,255 हो गए हैं तो वहीं कुल मौतों का आंकड़ा 4,73,326 हो गया है, जबकि अब तक 1,27,61,83,065 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक इंडिया में कल तक कोरोना वायरस के लिए 12,26,064 सैंपल टेस्ट किए गए हैं , जिसके बाद कुल 64,72,52,850 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। आपको बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन' (Omicron)के चार केस भारत में मिल चुके हैं। गौरतलब है कि ओमिक्रोन में बहुत ज़्यादा म्यूटेशन है। अभी पता नहीं लग पाया है कि यह कोविड की दोनों डोज़ लगे हुए लोगों को प्रभावित करता है कि नहीं? इसलिए सभी को काफी सतर्क रहने की जरूरत है। देश में एक दिन में 1 करोड़ से अधिक लोगों को लगी कोरोना की वैक्सीन केरल में कोरोना वायरस के 4,557 नए मामले अगर राज्यों की बात करें तो बीते 24 घंटे में केरल में कोरोना वायरस के 4,557 नए मामले सामनें आई हैं और 52 मौतें हुई हैं। तो वहीं मिज़ोरम में पिछले 24 घंटे में COVID19 के 282 नए मामले आए और एक मरीज की मौत हुई है तो वहीं असम में कोरोना वायरस के 169 नए मामले सामने आए और कोरोना से 3 लोगों की मौत हुई। जरा सी लापरवाही बन सकती है बड़ी मुसीबत देश में कोरोना के केस में कमी हुई है ये जरूर राहत की बात है लेकिन अभी भी कोविड देश से खत्म नहीं हुआ है इसलिए सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि जरा सी लापरवाही मुसीबत बन सकती है ऊपर से 'ओमिक्रोन' को लेकर भी काफी सावधान होने की आवश्यकता है। इसलिए घर से बाहर बिना मास्क के ना निकलें और हमेशा लोगों से दो गज की दूरी बनाकर रखें। ये हैं आंकड़े कुल मामले: 3,46,33,255 सक्रिय मामले: 99,155 कुल रिकवरी: 3,40,60,774 कुल मौतें: 4,73,326 कुल वैक्सीनेशन: 1,27,61,83,065",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/government-of-puducherry-makes-covid19-vaccination-compulsory-651727.html,"पुडुचेरी सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश में अनिवार्य की कोरोना वैक्सीन, डोज न लेने वालों पर होगी कार्रवाई","पुडुचेरी सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश में अनिवार्य की कोरोना वैक्सीन, डोज न लेने वालों पर होगी कार्रवाई By Rahul Goyal| Published: Sunday, December 5, 2021, 10:01 [IST] नई दिल्ली, 05 दिसंबर: कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट ने कर्नाटक के बाद गुजरात में भी दस्तक दे दी है। ओमिक्रोन वेरिएंट केस देश में आने के बाद केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों की चिंता भी और बढ़ गई है। इस बीच पुडुचेरी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश में तत्काल प्रभाव से कोविड-19 टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है। पुडुचेरी सरकार ने शनिवार 04 दिसंबर को अपने जारी किए एक आदेश में कहा कि पुडुचेरी पब्लिक हेल्थ एक्ट 1973 के मुताबिक, सभी लोगों को वैक्सीन डोज लगवाना होगा। इस आदेश को न मानने वालों को कानून के तहत दंड दिया जाएगा। बता दें, पुडुचेरी में शनिवार को कोविड-19 के 28 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,29,056 हो गई। संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि 2,514 नमूनों की जांच के बाद हुई है। संक्रमण से एक और मरीज की मौत हुई, जिसके बाद कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 1,875 हो गई।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/nagaland-cm-neiphiu-rio-on-oting-mon-incident-all-you-need-to-know-651724.html,"नागालैंड फायरिंग में 6 की मौत: CM नेफियू रियो ने दिए SIT जांच के निर्देश, बोले- हत्या की घटना दुर्भाग्यपूर्ण","नागालैंड फायरिंग में 6 की मौत: CM नेफियू रियो ने दिए SIT जांच के निर्देश, बोले- हत्या की घटना दुर्भाग्यपूर्ण By Pallavi Kumari| Published: Sunday, December 5, 2021, 9:22 [IST] कोहिमा, 05 दिसंबर: नागालैंड के मोन जिले में शनिवार (04 दिसंबर) कथित रूप से की गई फायरिंग में 6 नागरिकों की मौत हो गई है। वहीं दो अन्य घायल हो गए। जिसके बाद इलाके में तनावपूर्ण स्थिति है। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने इलाके के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। रविवार (05 दिसंबर) को किए अपने ट्वीट में सीएम नेफियू रियो ने यह भी बताया है कि उन्होंने जांच के लिए उच्च स्तरीय एसआईटी का गठन किया है। शनिवार को ये घटना मोन जिले के ओटिंग गांव में हुई है। यह घटना कथित रूप से उस समय हुई जब एक पिकअप वाहन (ट्रक) पर सवार मजदूरों का एक समूह तिरु गांव से जा रहा था।अज्ञात बदमाशों ने कथित तौर पर वाहन पर गोलियां चला दीं, जिससे मौत हो गई और चोटें आईं। सीएम नेफियू रियो ने ट्वीट किया, ''ओटिंग, मोन में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है। उच्च स्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और देश के कानून के अनुसार न्याय दिलाएगी। सभी वर्गों से अपील है कि वो शांति बनाए रखें।''",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/mos-it-rajeev-chandrasekhar-on-pm-narendra-modi-vision-of-digital-india-651722.html,"PM मोदी चाहते हैं इंटरनेट हर भारतीय तक पहुंचे, यही डिजिटल इंडिया का विजन भी है: IT मंत्री राजीव चंद्रशेखर","PM मोदी चाहते हैं इंटरनेट हर भारतीय तक पहुंचे, यही डिजिटल इंडिया का विजन भी है: IT मंत्री राजीव चंद्रशेखर By Pallavi Kumari| Updated: Sunday, December 5, 2021, 8:49 [IST] नई दिल्ली, 5 दिसंबर: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डिजिटल इंडिया का दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करना है कि इंटरनेट सभी भारतीयों तक पहुंचे और उन्हें सशक्त बनाया जाए। चंद्रशेखर ने कहा, ""प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डिजिटल इंडिया का विजन यह सुनिश्चित करना है कि इंटरनेट सभी भारतीयों तक पहुंचे और उन्हें सशक्त बनाया जाए। इसके लिए बहुभाषी इंटरनेट एक चुनौती नहीं बल्कि एक तत्काल आवश्यकता है।"" लेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा बहुभाषी इंटरनेट पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान, चंद्रशेखर ने सभी भारतीयों को जोड़ने के लिए एक बहुभाषी इंटरनेट बनाने की सरकार की महत्वाकांक्षा के बारे में बात की। चंद्रशेखर ने कहा कि आधुनिक भारत के इतिहास में शिक्षा के क्षेत्र में सबसे बड़ा सुधार-नई शिक्षा नीति, शिक्षा के माध्यम के रूप में क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोग को प्रोत्साहित करती है। चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि इसलिए, यह जरूरी है कि इंटरनेट, साथ ही प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म, डिजिटल समावेशन सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय भाषाओं का समर्थन करें। एमईआईटीवाई इंटरनेट को बहुभाषी बनाने के रणनीतिक लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक रोडमैप को अंतिम रूप देने के लिए उद्योग के साथ साझेदारी करेगा।"" डिजिटल इंडिया मिशन पर पीएम के दृष्टिकोण पर बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा, ""2015 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन प्रमुख परिणामों के साथ डिजिटल इंडिया मिशन की शुरुआत की- भारतीयों के जीवन को बदलने के लिए, डिजिटल उद्यमिता के साथ आर्थिक अवसरों का विस्तार करने और निश्चित रूप से रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए। इंटरनेट सहित प्रौद्योगिकियां ताकि इंटरनेट का भविष्य उन देशों द्वारा आकार दिया जा सके जो खुले समाज हैं और समान लोकतांत्रिक मूल्यों को साझा करते हैं और नागरिक अधिकारों का सम्मान करते हैं।""",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/health-expert-says-omicron-will-spread-in-all-major-cities-in-india-651721.html,देश के सभी बड़े शहरों में होगा ओमिक्रॉन का संक्रमण: स्वास्थ्य विशेषज्ञ,"देश के सभी बड़े शहरों में होगा ओमिक्रॉन का संक्रमण: स्वास्थ्य विशेषज्ञ By Ankur Singh| Published: Sunday, December 5, 2021, 8:33 [IST] नई दिल्ली, 05 दिसंबर। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनियाभर में लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। जिस तरह से यह वैरिएंट फैल रहा है उसको लेकर वैज्ञानिक चिंता जता रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन नए वैरिएंट के खिलाफ लड़ाई में लोगों की मदद करेगी। टाटा इंस्टिट्यूट फॉर जेनेटिक्स के डायरेक्टर डॉक्टर राकेश मिश्रा का कहना है कि नतीजे दिखाते हैं कि कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ हाइब्रिड इम्युनिटी कारगर साबित होगी। इन चीजों की वैज्ञानिक पुष्टि हो रही है। लोग खुद से भी प्रयोग कर रहे हैं और लैब में इसकी टेस्टिंग चल रही है। मुझे लगता है कि इसके नतीजे अगले 10 दिनों में या फिर दो हफ्तों में आ सकते हैं। डॉक्टर राकेश मिश्रा ने कहा कि मुझे लगता है कि हाइब्रिड इम्युनिटी लोगों को सुरक्षा प्रदान करेगी, हो सकता है कि यह थोड़ी कम सुरक्षा प्रदान करे, वैक्सीन से आने वाली इम्युनिटी और हाइब्रिड इम्युनिटी लोगों के लिए कारगर साबित होगी। मेरा मानना है कि अगर लोग पहले संक्रमित हो चुके हैं और उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी है तो यह नए वैरिएंट के खिलाफ लड़ाई में मदद करेगा। बड़े शहरों में लोगों को संक्रमण हुआ है और लोगों को पता भी नहीं चला है क्योंकि वो एसिंप्टोमैटिक थे। डॉक्टर मिश्रा ने लोगों को चेताते हुए कहा कि संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है और ओमिक्रॉन लोगों को जागरूक करने के लिए पर्याप्त है। लोगों को सभी जरूरी प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए जिससे कि लोगों को वैक्सीन के खिलाफ सुरक्षा मिल सके। हमारा हेल्थ केयर सिस्टम बेहतर हुआ है, बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन लग रही है, हम नई चुनौती के खिलाफ बेहतर तरह से तैयार हैं और मजबूत स्थिति में हैं लेकिन हमे लापरवाह होने की जरूरत नहीं है। यह लोगों की जिम्मेदारी है कि वह सरकार के साथ सहयोग करें और टीका लगवाएं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/more-than-1-crore-people-got-vaccinated-on-4-december-in-india-651718.html,देश में एक दिन में 1 करोड़ से अधिक लोगों को लगी कोरोना की वैक्सीन,"देश में एक दिन में 1 करोड़ से अधिक लोगों को लगी कोरोना की वैक्सीन By Ankur Singh| Updated: Sunday, December 5, 2021, 7:45 [IST] नई दिल्ली, 05 दिसंबर। भारत में लगातार कोरोना वैक्सीन की रफ्तार बढ़ रही है। देश में अबतक 18 साल से अधिक उम्र के तकरीबन 50 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। यही नहीं शनिवार को देश में एक करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। शनिवार को देश में 1.03 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गई। यही नहीं राज्यों के पास वैक्सीन की पर्याप्त डोज अभी भी मौजूद है। राज्यों के पास अभी 21.38 करोड़ वैक्सीन की डोज मौजूद है। राज्यों की बात करें तो बिहार में 15.33 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज शनिवार को लगाई गई। जबकि तमिलनाडु में 14.84 लाख लोगों को, राजस्थान में 10.8 लाख लोगों को, उत्तर प्रदेश में 10.24 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए सरकार वैक्सिनेशन की रफ्तार बढ़ाने पर लगातार जोर देरही है। अभी तक देश में 18 साल से अधिक तकरीबन 85 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोनों डोज लग चुकी है, जबकि 5035 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। इसे भी पढ़ें- Omicron:क्‍या जिन्‍हें कोरोना वैक्‍सीन लग चुकी है वो ओमिक्रॉन से पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं? जानें डॉ सुरेश से भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की बात करें तो शनिवार को देश में 99,974 कोरोना संक्रमण के मामले हैं जोकि मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं। पिछले 61 दिनों से कोरोना संक्रमण की दैनिक दर 2 फीसदी से कम है बकि पिछले 20 दिनों से दैनिक संक्रमण दर 1 फीसदी से कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से अपील की है कि वह यात्रियों पर सर्विलांस को बढ़ाएं , नए हॉटस्पॉट पर मॉनिटरिंग को बढ़ाएं। केरल में अभी भी कोरोना के मामलों में इजाफा जारी है। केरल के तिरुवनंतपुरम में 11.61 फीसदी, वायनाड में 11.25 फीसदी, कोझिकोड में 11 फीसदी, कोट्टयम में 10.81 फीसदी पॉजिटिविटी दर है। इन चारों जिलों में 10 फीसदी से अधिक पॉजिटिविटी रेट है। वहीं पिछले एक हफ्ते में थ्रिसू में 128, मलप्पुरम में 109, कोझिकोड में 82, कोल्लम में 17 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-are-corona-vaccineted-people-completely-safe-from-new-variant-know-symptoms-treatment-651715.html,Omicron:क्‍या जिन्‍हें कोरोना वैक्‍सीन लग चुकी है वो ओमिक्रॉन से पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं? जानें डॉ सुरेश से,"Omicron:क्‍या जिन्‍हें कोरोना वैक्‍सीन लग चुकी है वो ओमिक्रॉन से पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं? जानें डॉ सुरेश से By Bhavna Pandey| Updated: Sunday, December 5, 2021, 0:37 [IST] नई दिल्‍ली, 05 नवंबर। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के शनिवार को दो और नए केस भारत में सामने आए। वहीं दिल्‍ली के लोक नायक अस्‍पताल में ओमिक्रॉन के 8 संदिग्‍ध मरीजों को शुक्रवार अस्‍पताल में भर्ती किया गया है। उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिग के लिए भेजे जा चुके हैं। भारत में ओमिक्रॉन की एंट्री के बाद लोग भयभीत हैं। ऐसे में ओमिक्रॉन से बचाव के उपाय क्‍या हैं, उसके लक्षण और इलाज क्‍या है, इसके लिए कौन सी जांच करवाई जानी चाहिए? क्‍या जिन्‍हें कोरोना वैक्‍सीन लग चुकी है वो इस वेरिएंट से पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं? इन सभी सवालों के जवाब जानिए दिल्‍ली के लोकनायक अस्‍पताल के मेडिकल डॉयरेक्‍टर डॉक्‍टर सुरेश कुमार से। क्‍या ओमिक्रॉन वेरिएंट भारत में तीसरी लहर का संकेत है? एलएनजेपी अस्‍पताल के मेडिकल डॉयरेक्‍टर ने कहा लोगों को इतना पैनिक होने की आवश्‍यकता नहीं है। ओमिक्रॉन के पहले जो वेरिएंट आए उसमें डेल्‍टा सबसे अधिक देशों में फैला वहीं ओमिक्रॉन इतने कम दिनों में 30 से अधिक देशों में फैल चुका है, ऐसे में हमें जागरूक और अधिक सावधानी बरते की जरूरत है। पिछले दिनों कोरोना के केस ना के बराबर थे। लेकिन कुछ दिनों में कोरोना के वो केस सामने आए हैं जो ओमिक्रॉन प्रभावित देशों से दिल्‍ली आए हैं। तो अभी ये कहना बहुत जल्‍दी होगी कि ये ओमिक्रॉन के कारण तीसरी लहर आएगी। हालांकि तीसरी लहर को लेकर हमारी सरकारें सतर्क हैं, अगर ऐसी स्थि‍ति आती है तो हम उससे निपटने के लिए तैयार हैं। ओमिक्रॉन के लक्षण क्‍या हैं? डॉक्‍टर सुरेश कुमार ने बताया ओमिक्रॉन के मरीज को हल्‍का बुखार, आंख का लाल होना, शरीर में कमजोरी, गले में खराश समेत अन्‍य लक्षण नजर आ रहे हैं। जो कि सामान्‍य है कोरोना के कुछ लक्षणों जैसे ही हैं। वहीं ओमिक्रॉन के जो अब तक केस आए उन मरीजों में मुंह का स्‍वाद जाने और नाक की स्‍मेल जाने जैसी शिकायत नहीं देखी गई है। दिल्‍ली में ओमिक्रॉन को लेकर क्‍या तैयारी है? एलएनजेपी अस्‍पताल के मेडिकल डॉयरेक्‍टर डॉक्‍टर सुरेश कुमार ने बताया दिल्‍ली में हमारे एलएनजेपी अस्‍पताल को इसके लिए सेंटर बनाया गया है। जहां अभी तक 8 ओमिक्रॉन के संदिग्‍ध मरीज भर्ती हुए हैं। उनकी रिपोर्ट आने पर ही पुष्टि होगी। अभी फिलहाल ऐसे मरीजों के लिए 40 बेड तैयार किए गए है। आईसीयू बेड का भी इंतजाम किया गया है। अगर भविष्‍य में जरूरत पड़ी तो हमारे अस्‍पताल और दिल्‍ली के रामलीला मैदान समेत हमारे अस्‍पताल में 500 मरीजों के इलाज लिए तुरंत सेवाएं शुरू हो सकती है। हमारे पास वैटीलेटर, ऑक्‍सीजन समेत पर्याप्‍त स्‍टाफ है। क्‍या जिनको कोरोना वैक्‍सीन लग चुकी है वो ओमिक्रॉन से पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं? डॉक्‍टर सुरेश ने कहा जिन्‍होंने दोनों वैक्‍सीन ली है या एक वैक्‍सीन ली है उन्‍हें ऐसा नहीं है कि ओमिक्रॉन का खतरा नहीं है। हां ये जरूर है कि जिन्‍हें वैक्‍सीन लगी है उन्‍हें मामूली रूप से ही ये प्रभावित करेगा। लेकिन जिन्‍होंने वैक्‍सीन नहीं लगवाई है उन्‍हें जान का खतरा तक हो सकता है। इसलिए जिन लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए एक भी वैक्‍सीन अभी तक नहीं लगवाई है या केवल एक ही डोज लगवाई है कृपया वो जल्‍द से जल्‍द वैक्‍सीन लगवा कर स्‍वयं को सुरक्षित कर लें। ओमिक्रॉन से बचने के लिए क्‍या बूस्‍टर डोज लगवानी चाहिए? डॉक्‍टर सुरेश कुमार ने कहा फुल वैक्‍सीनेटेड लोगों को बूस्‍टर डोज लेने की जल्‍दी नहीं करना चाहिए। वैक्‍सीन ओमिक्रॉन से भी सुरक्षा प्रदान करती है। इसलिए बूस्‍टर डोज के लिए जब तक कोई सरकार की ओर से गाइडलाइन नहीं आ जाती है तब तक ऐसा कोई भी कदम उठाना नहीं चाहिए। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से कैसे बचा जा सकता है ? डॉक्‍टर सुरेश कुमार ने कहा कि अभी शादी-ब्याह के सीजन में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। जरूरत ना हो तो पब्लिक प्‍लेस और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जानें से बचे। इसके अलावा कोरोना संबंधी गाइडलाइन का सख्‍ती से पालन करने की आवश्‍यकता है। मुंह पर मास्‍क और दो गज की दूरी बनाकर ही हम अपने आप को इस कोरोना के नए वेरिएंट से सुरक्षित रह सकते हैं। Omicron का मुंबई में मिला ओमिक्रॉन का चौथा मामला, साउथ अफ्रीका से लौटा है शख्‍स|",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/for-the-first-time-in-india-this-issued-a-driving-license-to-a-dwarf-651711.html,"भारत में पहली बार मिला किसी बौने व्‍यक्ति को ड्राइविंग लाइसेंस, जानें कौन हैं ये शख्‍स","भारत में पहली बार मिला किसी बौने व्‍यक्ति को ड्राइविंग लाइसेंस, जानें कौन हैं ये शख्‍स By Bhavna Pandey | Updated: Sunday, December 5, 2021, 0:52 [IST] हैदराबाद, 04 नवंबर। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एक बौने व्‍यक्ति को भारत का पहला ड्राइविंग लाइसेंस दिया गया है। गट्टीपल्ली शिवपाल नाम का ये शख्‍स भारत में ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने वाला पहला बौना बन गया है। बता दें गट्टीपल्ली शिवलाल 42 साल के हैं और करीब 3 फीट लंबे हैं। उन्होंने 2004 में अपनी डिग्री पूरी की और अपने जिले में विकलांग के रूप में डिग्री पूरी करने वाले पहले व्यक्ति थे।मीडिया को दिए इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा लोगों को मेरी लंबाई को लेकर पता नहीं क्‍या समस्‍या था लोग हमेशा मुझे तंज कसते थे। लोगों से तंज आकर मैंने ड्राइविंग सीखने की कोशिश की और मैं कामयाब हुआ। शिवलाल ने कहा कि आज मैं द लिम्‍का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और कई अन्य के लिए योग्य हूं। मेरे सीखने के बाइ कई दिव्‍यांग लोगों ने मुझसे ड्राइविंग की ट्रेनिंग लेने के लिए संपर्क किया है।मछुआरे ने खोजी ये अजीबोगरीब मछली, फोटो देख लोग बोले- 'चीजबर्गर विद टीथ' शिवपाल ने बताया इन सभी में अधिकांश की लंबाई कम हैं, इसलिए अब मैंने निर्णय लिया है कि मैं अगले साल से शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के लिए ड्राइविंग स्‍कूल शुरू करूंगा। प्राइवेट संस्‍था में काम करने वाले शिवपाल ने बताया कि उन्‍हें नौकरी पर जाने के लिए बस, टैक्‍सी में ट्रैवेल करने में काफी समस्‍या होती थी। लोग उन भद्दे कमेंट करते थे लेकिन जब मैंने देखा कि बौना अमेरिकी कार ड्राइव कर रहा है तब मैंने भी ड्राइविंग सीखने की ठान ली और आज परिणाम सबके सामने है। शिवपाल ने कहां उन्‍होंने लगभग 120 ड्राइविंग स्‍कूलों में कार सीखने के लिए संपर्क किया लेकिन सभी ने मना कर दिया। इसके बाद हैदराबाद के बारे में शिवपाल को पता चला कि वो लोगों के हिसाब से कार डिजाइन करता है। इसके बाद शिवपाल ने अपनी हाइट के हिसाब से कार सेट एजेस्‍ट करवाई और अपने एक करीबी दोसत से रात के समय में सूनसान सड़क पर ड्राइविंग सीखी। चंद दिन में ही मैं गाड़ी चलाना सीख गया इसके बाद मैंने लाइसेंस के अप्‍लाई किया। जहां मेरा ड्राइविंग टेस्‍ट हुआ जिसमें मैं पास हुआ और ये साबित कर सका कि कम हाइट वाले भी ड्राइविंग कर सकते हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/sukesh-chandrashekar-jacqueline-fernandez-enforcement-directorate-nora-fatehi-chargesheet-651710.html,"ED की चार्जशीट में खुलासा, ठग सुकेश ने जैकलीन को दिए थे 10 करोड़ के गिफ्ट और लाखों का घोड़ा","ED की चार्जशीट में खुलासा, ठग सुकेश ने जैकलीन को दिए थे 10 करोड़ के गिफ्ट और लाखों का घोड़ा By Rahul Kumar| Published: Saturday, December 4, 2021, 22:23 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर: तिहाड़ जेल से 200 करोड़ वसलूने के मामले में शनिवार को प्रर्वतन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग के तहत चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में ईडी ने ठग सुकेश चंद्रशेखर को लेकर कई बड़े चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। ईडी ने आरोपपत्र में एक्ट्रेस जैकलीन फर्नाडिस और नोरा फतेही को लेकर कई खुलासे किए हैं। जैकलीन फर्नांडीज को सुकेश चंद्रशेखर ने 10 करोड़ रुपये के उपहार में 52 लाख रुपये का एक घोड़ा और 9 लाख रुपये की एक फारसी बिल्ली दी थी। जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली की एक अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। जांच एजेंसी ने 7000 पन्नों की चार्जशीट में एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस और नोरा फतेही का जिक्र किया है। एजेंसी ने बताया कि, सुकेश ने जैकलीन फर्नांडिस को करीब 10 करोड़ रुपए के गिफ्ट दिए हैं, जिनमें एक बीएमडब्ल्यू कार, एक आईफोन, महंगी ज्वैलरी, और अन्य समान शामिल हैं। साथ ही जैकलीन को सुकेश ने 4 फारसी बिल्लियां भी गिफ्ट की थी, जिनमें एक बिल्ली की कीमत करीब 9 लाख रुपये है। सुकेश ने जैकलीन को लाखों रुपए की कीमत का एक घोड़ा भी गिफ्ट किया है। इसके अलावा जैकलीन के अकॉउंट में करीब लाखों रुपए भी ट्रांसफर किए। इसके अलावा सुकेश ने जैकलीन के भाई-बहन के खातों में भी रुपए भेजे हैं। सुकेश चंद्रशेखर जब जेल में था तो वह जैकलीन से मोबाइल फोन पर बात करता था। जब सुकेश जमानत पर बाहर आया तो उसने चेन्नई के लिए चार्टर्ड फ्लाइट बुक की। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा- केस वापसी तक नहीं खाली करेंगे प्रदर्शन स्थल सुकेश चंद्रशेखर ने मुंबई से दिल्ली के लिए जैकलीन फर्नांडीज के लिए एक चार्टर्ड फ्लाइट भी बुक की थी। सुकेश और जैकलीन दोनों चेन्नई के एक होटल में रुके थे। जमानत पर रहते हुए सुकेश ने निजी जेट में हवाई यात्रा के लिए लगभग 8 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इसके अलावा सुकेश ने एक्ट्रेस नोरा फतेही को भी करीब 1 करोड़ रुपये के गिफ्ट दिए गए हैं, जिनमे लग्जरी कार शामिल है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/can-t-say-how-deadly-omicron-is-but-india-should-be-prepared-for-the-third-wave-experts-651702.html,"ओमिक्रॉन कितना घातक फिलहाल नहीं कह सकते, लेकिन भारत को तीसरी लहर के लिए तैयार रहना चाहिए- विशेषज्ञ","ओमिक्रॉन कितना घातक फिलहाल नहीं कह सकते, लेकिन भारत को तीसरी लहर के लिए तैयार रहना चाहिए- विशेषज्ञ By Sagar Bhardwaj| Published: Saturday, December 4, 2021, 21:00 [IST] नई दिल्ली, 4 दिसंबर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), बीबीनगर के कार्यकारी निदेशक डॉ विकास भाटिया ने शनिवार को कहा कि ओमाइक्रोन वेरिएंट जानलेवा नहीं है, लेकिन जिस तरह से इसके केस सामने आ रहे हैं, उसे देखते हुए भारत को तीसरी लहर को लेकर तैयार रहना चाहिए। एक मीडिया चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस वेरिएंट के सटीक खतरे का पता लगाने के लिए अधिक जानकारी की आवश्यकता है, लेकिन यह अभी तक जानलेवा नहीं लगता है। भारत को तीसरी लहर को लेकर तैयार रहना चाहिए कोरोना की तीसरी लहर के बारे में भाटिया ने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेजी से फैलने की क्षमता, लेकिन कम घातकता को ध्यान में रखते हुए भारत को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि यह वेरिएंट तीसरी लहर का कारण हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल हम यह भविष्यवाणी नहीं कर सकते कि यह वायरस जानलेवा है कि नहीं, लेकिन अभी तक 30 से अधिक देशों में इसके मामले सामने आए हैं, लेकिन दुनिया के किसी भी हिस्से से किसी की मौत की सूचना नहीं मिली है। हम अभी और जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं, अगर यह सामने आता है कि ओमिक्रॉन जानलेवा नहीं है तो यह हमारे लिए अच्छी खबर हो सकती है, लेकिन भारत को कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयार रहना चाहिए।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-s-fourth-case-found-in-mumbai-the-person-has-returned-from-south-africa-651692.html,"Omicron का मुंबई में मिला ओमिक्रॉन का चौथा मामला, साउथ अफ्रीका से लौटा है शख्‍स","Omicron का मुंबई में मिला ओमिक्रॉन का चौथा मामला, साउथ अफ्रीका से लौटा है शख्‍स By Bhavna Pandey| Updated: Saturday, December 4, 2021, 20:53 [IST] नई दिल्‍ली, 04 दिसंबर। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के दो नए केस सामने आए हैं। जिसमें एक गुजरात का केस है और दूसरा ओमिक्रॉन का मरीज मुंबई में सामने आया है। मुंबई में जो मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है वो कल्याण-डोंबिवली का एक 33 वर्षीय व्यक्ति है जो हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटा है। ये जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी। ये यह महाराष्ट्र में वैरिएंट का पहला और देश में चौथा मामला है। बता दें इससे पहले शनिवार को गुजरात के जामनगर में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का तीसरा मामला प्रकाश में आया। जो शख्‍स कोरोना के नए वेरिएंट से प्रभावित पाया गया है वो हाल ही में जिम्बाब्वे से भारत आया था। उसकी जांच रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट होने की पुष्टि टेस्‍ट रिपोर्ट में हुई है। वहीं भारत में कोरोना के सबसे पहले दो केस कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में दर्ज हुए थे। जिसमें एक 46 वर्षीय चिकित्‍सक थे जिनकी कोई इंटरनेशनल हिस्‍ट्री नहीं थी उनके अस्‍पताल से डिसचार्ज होने के बाद जीनोम रिपोर्ट में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई थी। वहीं दूसरा आमिक्रॉन का पेसेन्‍ट 66वर्षीय शख्‍स था। जो दक्षिा अफ्रीका से बेंगलुरू निगेटिव रिपोर्ट के साथ आया था और यहां उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और वो सेल्‍फ आइसोलेशन में था। इसके बाद प्राइवेट लैब से कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट हासिल कर वो दुबई फ्लाइट से रवाना हो गया था। ओमिक्रॉन रिपोर्ट आने के बाद उसकी तलाश की गई तो ये बात सामने आई कि वो भारत छोड़कर फरार हो चुका है। वहीं कर्नाटक सरकार ने अब दक्षिण अफ्रीका से आए बाकी लापता यात्रियों को पुलिस के माध्‍यम से ट्रेस कर रही है। बता दें अब तक दुनिया के 30 देश कोरोना के नए वेरिएंट आमिक्रॉन से प्रभावित हो चुके हैं। वहीं भारत में भी इसकी कुल अब तक चार केस समाने आने के बाद एक नई चुनौती सामने खड़ी हो गई है। विशेषज्ञों के अनुसार अगर सावधानी नहीं बरती गई तो ओमिक्रॉन की वजह से भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने का अंदेशा है। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारें इस को लेकर हर दिन नए इंतजाम कर रही हैं। दिल्ली के अस्पताल में ओमिक्रॉन के 12 संदिग्ध मरीज किए गए भर्ती, करवाया गया है ये टेस्‍ट वहीं दिल्‍ली के लोकनायक अस्‍पताल के मेडिकल डॉयरेक्‍टर डॉक्‍टर सुरेश के अनुसार दिल्‍ली में अंतराष्‍ट्रीय हवाई यात्रा करके दिल्‍ली लौटे आठ ओमिक्रॉन के संदिग्‍ध पेसेन्‍ट को भर्ती किया गया है। कुल 12 यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्‍ट किया गया था जिनमें 8 कोरोना पॉजिटिव आए। इन 8 लोगों को अस्‍पताल में भर्ती करके उनका सैंपल लेकर जीनोम टेस्‍ट करवाया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने में अभी समय लगेगा। रिपोर्ट आने पर ही ओमिक्रॉन की पुष्टि होगी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/heavy-snowfall-in-manali-see-beautiful-view-in-photos-and-videos-651674.html,"मनाली में हुई जमकर बर्फबारी, फोटोज और वीडियो में देखें खूबसूरत नजारा","मनाली में हुई जमकर बर्फबारी, फोटोज और वीडियो में देखें खूबसूरत नजारा By Bhavna Pandey| Published: Saturday, December 4, 2021, 18:15 [IST] नई दिल्‍ली, 4 दिसंबर। दिसंबर की शुरूआत में ही दिल्‍ली समेत अन्‍य राज्‍यों में तापमान गिरने के बाद ठंड बढ़ गई है। देश की राजधानी में ठंड बढ़ने का कारण हिमालय के कुछ इलाकों में शुक्रवार को हुई तेज बर्फबारी बताई जा रही है। वैसे तो सितंबर के अंत में ही शिमला और मनाली समेत अन्‍य हिमालय के पर्यटक क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई थी लेकिन अब जो बर्फबारी हो रही उसके बाद पूरा मनाली जाने वाला रास्‍ता तक बर्फ की सफेद चादर से ढक चुका है। बर्फ को हटाकर रास्‍ता साफ किया जा रहा है। दशहरें की छुट्टियों में ही मनाली में बर्फबारी होने के बाद पर्यटकों की आमन बढ़ गई थी वहीं अब दिसंबर में बर्फ से ढकी वादियों को देखने के लिए पर्यटकों की संख्‍या तेजी से बढ़ रही हैं दिसंबर-जनवरी में इन 5 हिल स्टेशन पर होती है बर्फबारी, खूबसूरत नजारों संग एन्जॉय करने के ये हैं बेस्ट ऑप्शन हिमाचल मे जमकर हुई बर्फवारी, माइनस में पहुंचा कई जगहों का तापमान हिमाचल प्रदेश में हुई सीजन की पहली बर्फबारी, बर्फ की सफेद चादर से ढके पर्यटल स्‍थल",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/senior-journalist-vinod-dua-passes-away-confirms-his-daughter-and-actress-mallika-dua-651668.html,"नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ, लंबी बीमारी के बाद 67 वर्ष की उम्र में हुआ निधन","नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ, लंबी बीमारी के बाद 67 वर्ष की उम्र में हुआ निधन By Akarsh Shukla| Updated: Saturday, December 4, 2021, 18:06 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर। वरिष्ठ पत्रकार और अभिनेत्री मल्लिका दुआ के पिता विनोद दुआ का आज (शनिवार) निधन हो गया। वह पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके निधन की जानकारी विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने दी। मल्लिका ने बताया कि कल यानी रविवार को पत्रकार विनोद दुआ का अंतिम संस्कार किया जाएगा। 67 वर्ष की उम्र में विनोद दुआ के निधन से मीडिया जगत शोक में डूब गया है। Senior Journalist Vinod Dua का लंबी बीमारी के बाद निधन, बेटी ने दी जानकारी | वनइंडिया हिंदी एक्ट्रेस मल्लिका दुआ ने ये दुखद खबर अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर कर के दी। उन्होंने लिखा, 'मेरे निडर और असाधारण पिता विनोद दुआ अब हमारी बीच नहीं रहे।' मल्लिका दुआ आगे लिखती हैं कि उन्होंने (विनोद दुआ) अद्वितीय जीवन जिया, दिल्ली की शरणार्थी कॉलोनियों से 42 वर्षों तक वह पत्रकारिता की उत्कृष्टता के शिखर तक बढ़ाते हुए हमेशा सच बोलते रहे। वह अब महारी मां और अपनी प्यारी पत्नी चिन्ना के साथ स्वर्ग में हैं। हमेशा की तरह दोनों गाना, खाना बनाना, घूमना फिर एक साथ कर सकेंगे। कल (5 दिसंबर) उनका अंतिम संस्कार लोधी श्मशान घाट में होगा। ",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/story-of-tripura-table-tennis-coach-kajal-dey-who-was-given-best-coach-award-by-government-651665.html,"Kajal Dey: दोनों हाथ नहीं फिर भी बच्चों को देते हैं टेबल टेनिस की कोचिंग, मिला बेस्ट कोच का अवॉर्ड","Kajal Dey: दोनों हाथ नहीं फिर भी बच्चों को देते हैं टेबल टेनिस की कोचिंग, मिला बेस्ट कोच का अवॉर्ड By Love Gaur| Published: Saturday, December 4, 2021, 17:47 [IST] अगरतला, 04 दिसंबर: त्रिपुरा के टेबल टेनिस ट्रेनिंग देने वाले काजल डे ने साबित कर दिया कि 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती'। काजल डे उन लोगों के लिए एक हिम्मत है, जो दिव्यांग होने के बाद अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के रहने वाले काजल डे के दोनों हाथ नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद भी वो टेबल टेनिस की ट्रेनिंग देते हैं। अब साल 2021 में त्रिपुरा सरकार ने उनको बेस्ट कोच के अवार्ड से सम्मानित किया है। हालांकि हिम्मत और कामयाबी की मिसाल बने काजल डे जन्म से दिव्यांग नहीं थे। उनके साथ एक ऐसी घटना घटी, जिसमें उन्होंने अपने हाथ गंवा दिए। क्या है काजल डे की कहानी जानिए... 22-23 साल से बच्चों को दे रहे कोचिंग पूरे त्रिपुरा की शान काजल डे के चाहे दोनों हाथ नहीं हो, लेकिन उनके हौसलों में बहुत दम हैं। वो खिलाड़ियों को टेबल टेनिस की ट्रेनिंग देते हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई को काजल डे ने बताया, 'मैं अगरतला के पोलस्टार क्लब में पिछले 22-23 साल से बच्चों को कोचिंग करा रहा हूं। मुझे जो कुछ मिला है वो बच्चों से ही मिला, वो चैंपियन बने हैं।' बेस्ट कोच के अवॉर्ड से किया सम्मानित वहीं सरकार की तरफ से सम्मानित होने पर टेबल टेनिस कोच काजल डे ने कहा कि '2021 में त्रिपुरा सरकार ने बेस्ट कोच के लिए मुझे अवार्ड दिया। मैं सब कुछ मुफ्त कराता हूं। मैं शुरू में जानता था कि मेरे लिए ये मुश्किल है, लेकिन मैंने ठान लिया कि मैं नामुमकिन को मुमकिन करके दिखाऊंगा, आज मैं सफल हूं। कोशिश से सब कुछ मिलता है।' बम बनाने के दौरान हुआ था हादसा आपको बता दें कि एक हादसे में काजल डे अपना दोनों हाथ गंवा बैठे थे। कई मीडिया रिपोर्ट्सके मुताबिक काजल के पापा सरकारी नौकरी में थे, लेकिन अचानक वो चले बसे। पिता के निधन के बाद उनकी बिजली विभाग में नौकली लग गई, लेकिन वहां उनका मन नहीं लगता था। इसी वक्त वो किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ गए। जहांएक दिन जब वो बम बनाने काट्रेनिंग ले रहे थे, तभी वो फट गया और उवके हाथ से चीथड़े उड़ गए। उनका चार महीने अस्पताल में इलाज चला, जिसका उनको जिंदगीभर अफसोस है। सिर्फ टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई ही नहीं, इन सेलिब्रिटीज को भी गायब करवा चुकी है चीन की सरकार",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/delhi-doctor-successfully-done-thumb-surgery-after-patient-came-from-dubai-651629.html,"दिल्ली के डॉक्टरों ने 22 घंटे बाद जोड़ दिया कटा अंगूठा, दुबई में 24 लाख बताया खर्च यहां लगे सिर्फ 3.65 लाख","दिल्ली के डॉक्टरों ने 22 घंटे बाद जोड़ दिया कटा अंगूठा, दुबई में 24 लाख बताया खर्च यहां लगे सिर्फ 3.65 लाख By Vivek Singh| Published: Saturday, December 4, 2021, 15:18 [IST] नई दिल्ली, 4 दिसम्बर। मेडिकल के क्षेत्र में भारत के डॉक्टर दुनिया के तमाम सुविधा सम्पन्न देशों को टक्कर देते हैं। अब देश के डॉक्टरों ने ऐसा गजब का काम किया है जिसके बारे में जानकर आप तारीफ किए बिना नहीं रह सकेंगे। दिल्ली के एक अस्पताल के डॉक्टरों ने एक शख्स के कटे अंगूठे को जोड़ने की बेहद ही चैलेंजिंग सर्जरी को सफलतापूर्वक कर दिखाया है। दुबई में डॉक्टरों ने बताया था 24 लाख खर्च कमाल की बात तो ये है कि जिस काम के लिए दुबई के डॉक्टरों ने 24 लाख का खर्च बताया था उसे दिल्ली के डॉक्टरों की टीम ने महज 3 लाख 65 हजार रुपये में कर दिखाया। वो भी तब जब शख्स अपना कटा अंगूठा लिए दुबई से दिल्ली फ्लाइट से पहुंचा और इस दौरान उसका 300 मिलीलीटर खून बह चुका था। दुबई में काम करते थे संदीप देश के तमाम लोगों की तरह राजस्थान के संदीप सिंह भी पैसा कमाने के लिए दुबई गए थे। दुबई में संदीप कारपेंटर का काम कर रहे थे। एक दिन जब वह काम कर रहे थे इसी दौरान एक दुर्घटना में उनका अंगूठा हाथ से अलग हो गया। आनन-फानन में संदीप के साथी उन्हें लेकर नजदीक के अस्पताल में पहुंचे। खर्च सुनकर भारत में सर्जरी का किया फैसला अस्पताल में जब डॉक्टरों ने कटा अंगूठा देखा तो बताया कि इसे जोड़ने के लिए तुरंत सर्जरी करनी होगी। संदीप सर्जरी के लिए तैयार थे लेकिन जब डॉक्टरों ने इलाज का खर्च 24 लाख रुपये बताया तो उनके होश उड़ गए। रोजी-रोजी की तलाश में दुबई पहुंचे संदीप के लिए 24 लाख रुपये खर्च कर पाना नामुमकिन था। संदीप ने इसके बाद भारत में अपने परिजनों से संपर्क किया और अपने देश में ही इलाज कराने का फैसला किया। दिल्ली के डॉक्टरों की टीम थी तैयार संदीप के परिजनों ने दिल्ली के आकाश हॉस्पिटल में इलाज के लिए सलाह ली जिसके बाद आकाश हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम ने उन्हें भारत आने के लिए कहा। इसके बाद संदीप अपना कटा अंगूठा लेकर फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली उतरने के बाद जब संदीप आकाश हॉस्पिटल पहुंचे तो यहां पर 6 डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन की पूरी तैयारी कर रखी थी। काफी चैलेंजिंग थी सर्जरी यहां पहुंचने के बाद अभी भी मुश्किल खत्म नहीं हुई थी। संदीप को दुबई से दिल्ली तक पहुंचने में काफी वक्त लग चुका था और इस दौरान उनका काफी खून भी बहा था। खून बहने के चलते किसी मरीज का ऑपरेशन करना आसान नहीं होता लेकिन डॉक्टरों की टीम ने बेहतर सतर्कता से सर्जरी को अंजाम दिया और अंगूठे को फिर से जोड़ देने का नामुमकिन काम कर दिखाया। 6 घंटे चला ऑपरेशन संदीप के कटे अंगूठे को जोड़ने के लिए डॉक्टरों को 6 घंटे तक सर्जरी करनी पड़ी। इस तरह की सर्जरी बहुत ही नाजुक होती है ऐसे में डॉक्टरों ने सर्जरी की पूरी प्रक्रिया को माइक्रोस्कोपिक विधि से पूरा किया। दुबई से आने और सर्जरी का पूरा समय जोड़ दिया जाए तो संदीप का अंगूठा 22 घंटे बाद सफलतापूर्वक जोड़ा जा सका। 34,000 बच्चों की फ्री सर्जरी कर उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेर चुके हैं डॉ. सुबोध, कभी पढ़ाई के लिए बेचे थे चश्मे",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/madurai-dm-order-unvaccinated-people-baned-on-public-place-651626.html,"तमिलनाडु में मदुरै के डीएम का आदेश, वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों पर लगाईं ये पाबंदियां","तमिलनाडु में मदुरै के डीएम का आदेश, वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों पर लगाईं ये पाबंदियां By Kapil Tiwari| Published: Saturday, December 4, 2021, 14:57 [IST] चेन्नई, दिसंबर 04। देश में ओमिक्रोन की दस्तक के बाद तमिलनाडु के मदुरै जिले के डीएम ने वैक्सीनेशन को लेकर एक नया फरमान जारी कर दिया है। डीएम ने आदेश दिया है कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, उनके पब्लिक प्लेस में जाने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, मदुरै के डीएम अनीश शेखर ने कहा है कि जिले के अंदर जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, वो मार्केट, होटल, शॉपिंग, थिएटर, मैरिज हॉल, TASMAC और PDS दुकानों सहित सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जा सकेंगे। ऐसे लोगों पर प्रतिबंध रहेगा। Omicron Variant: Madurai में Corona Vaccine नहीं लेने वालों को Hotel में एंट्री नहीं |वनइंडिया हिंदी डीएम ने की है वैक्सीन लगवाने की अपील इन प्रतिबंधों को लगाने के साथ-साथ डीएम अनीश शेखर ने लोगों से अपील की है कि जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा लीजिए। डीएम ने लोगों को वैक्सीन लगवाने का कम से कम एक हफ्ते का समय दिया है। आपको बता दें कि पिछले महीने सार्वजनिक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशालय ने तमिलनाडु सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिनियम, 1939 के प्रावधानों को लागू करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश करने के लिए कोविड वैक्सीनेशन को अनिवार्य कर दिया था। मदुरै में वैक्सीनेशन की है धीमी रफ्तार तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम डीएम के इस आदेश के बारे बोलते हुए कहा है कि वैक्सीनेशन के मामले में जिला अधिकारी इस तरह के प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के अंदर जिन जिलों में वैक्सीनेशन अभी कम है, वहां पर इस तरह के प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मदुरै जिले में वैक्सीनेशन कार्यक्रम बहुत धीमा चल रहा है। अभी तक जिले में केवल 71 प्रतिशत आबादी को ही पहली डोज लगी है, जबकि दूसरी डोज लेने वालों की संख्या सिर्फ 32 प्रतिशत है। वहीं पूरे राज्य में 79 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की पहली डोज और 44 प्रतिशत आबादी को दूसरी डोज लगी है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-to-build-ak-203-rifles-with-russia-in-up-s-amethi-government-approves-rs-5-100-crore-project-651620.html,"यूपी के अमेठी में भारत रूस के साथ बनाएगा AK-203 राइफल्स, सरकार ने दी 5,100 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी","यूपी के अमेठी में भारत रूस के साथ बनाएगा AK-203 राइफल्स, सरकार ने दी 5,100 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी By Sagar Bhardwaj| Published: Saturday, December 4, 2021, 14:41 [IST] लखनऊ, 4 दिसंबर। सरकार ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए रूस के साथ 500,000 से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलों के संयुक्त उत्पादन की योजना को मंजूरी दे दी है। इस मामले के जानकार अधिकारियों ने कहा कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए 6 दिसंबर को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा से पहले आया है। सरकार ने दी 5,100 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के अमेठी में राइफलों के संयुक्त रूप से निर्माण के लिए 5,100 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी। अधिकारियों ने कहा यह मंजूरी रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के प्रति प्रतिबद्धता और दोनो देशों के बीच गहरी होती साझेदारी को दर्शाता है। यह भी पढ़ें: जानिए केविन पीटरसन ने भारत और पीएम नरेंद्र मोदी को क्यों कहा थैंक्यू? इन-सर्विस इंसास राइफल्स की जगह लेंगी राइफल्स AK-203 असॉल्ट राइफलें तीन दशक से अधिक समय पहले शामिल की गई इन-सर्विस इंसास राइफल्स की जगह लेंगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना विभिन्न सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों और अन्य रक्षा फर्मों को कच्चे माल और घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इस परियोजना को इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) नामक एक विशेष उद्देश्य संयुक्त उद्यम द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा। इसे भारत के तत्कालीन ओएफबी (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड और मुनिशन इंडिया लिमिटेड) और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट और कलाश्निकोव के साथ बनाया गया है। इन राइफलों का निर्माण अमेठी के कोरवा में किया जाएगा।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/air-india-delhi-newark-flight-returns-to-delhi-due-to-medical-emergency-onboard-651615.html,"Air India दिल्ली-नेवार्क फ्लाइट बीच में से ही लौटी, मेडिकल इमरजेंसी के चलते वापसी","Air India दिल्ली-नेवार्क फ्लाइट बीच में से ही लौटी, मेडिकल इमरजेंसी के चलते वापसी By Love Gaur| Updated: Saturday, December 4, 2021, 17:02 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर: अमेरिका जाने वाली एयर इंडिया की एक फ्लाइट को मेडिकल इमरजेंसी के कारण 3 घंटे से अधिक समय की उड़ान के बाद वापस भारत लौटना पड़ा। फ्लाइट नेवार्क (यूएस) की ओर जा रही थी। जानकारी के मुताबिक फ्लाइट की वापसी मेडिकल इमरजेंसी की वजह से हुई है। नई दिल्ली से संयुक्त राज्य अमेरिका के नेवार्क के लिए एयर इंडिया की एक फ्लाइट दिल्ली से उड़ाने भरने के तीन घंटे बाद दोबारा दिल्ली एयरपोर्ट लौट आई, जिसकी जानकारी एयरलाइन के एक अधिकारी ने दी। विमान में कथित तौर पर मेडिकल इमरजेंसी के कारण फ्लाइट को वापस भारत में उतारा गया। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया दिल्ली-नेवार्क (यूएस) की फ्लाइट तीन घंटे से अधिक की उड़ान के बाद दिल्ली लौटी है, क्योंकि फ्लाइट में इमरजेंसी स्थिति थी। फ्लाइट में महिला ने बिल्ली के बच्चे को करवाया स्तनपान, नवजात समझ बाकी यात्री खा गए धोखा आपको बता दें कि बुधवार को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भी फ्लाइट की आपात लैंडिंग कराई गई थी। जहां बुधवार रात को ढाका से मलेशियाई एयरलाइंस के विमान में बम की खबर के बाद सनसनी फैल गई और आनन-फानन में फ्लाइट की हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी, हालांकि जांच के बाद सूचना झूठी निकली थी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-bluntly-on-s-400-missile-system-before-putin-s-visit-651598.html,पुतिन के दौरे से पहले S-400 मिसाइल सिस्टम पर भारत की दो टूक,"पुतिन के दौरे से पहले S-400 मिसाइल सिस्टम पर भारत की दो टूक By BBC News हिन्दी Updated: Saturday, December 4, 2021, 15:10 [IST] एस-400 रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर 6 दिसंबर को आ रहे हैं. पुतिन का यह भारत दौरा बेहद छोटा ज़रूर है लेकिन इसे बेहद अहम माना जा रहा है. 21वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन के लिए पुतिन ऐसे समय में भारत आ रहे हैं, जब भारत ने रूस के साथ एस-400 जैसे मिसाइल सिस्टम को लेकर एक क़रार किया हुआ है और अमेरिका उन देशों पर दबाव डालता रहा है जो रूस के साथ रक्षा सौदा करते रहे हैं. एस-400 मिसाइल सिस्टम के कारण तुर्की तक को अमेरिकी ग़ुस्से का सामना करना पड़ा था लेकिन भारत ने अब इशारों-इशारों में साफ़ कह दिया है कि वो किसी के दबाव में नहीं आने वाला है. रूस ने उड़ाया जासूसी उपग्रह, ग़ुस्से में अमेरिका बोला- जवाब मिलेगा रूस में किस शानोशौकत से रहते हैं दुनिया के मोस्ट वांटेड रईस हैकर पुतिन पुतिन के दौरे से पहले रक्षा मंत्रालय ने बाक़ायदा लोकसभा में एक लिखित जवाब में किसी भी दबाव में न रहने को लेकर अपनी बात कही है. दरअसल, एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रक्षा सौदों और उससे जुड़े घटनाक्रमों पर सवाल पूछा था, जिसका जवाब रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने दिया. रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा रक्षा राज्य मंत्री ने जो बयान दिया था, उसे पीआईबी ने भी प्रकाशित किया है. बयान में कहा गया है, ""रूस के साथ एस-400 सिस्टम की डिलिवरी को लेकर 5 अक्टूबर 2018 को क़रार हुआ है."" ""सरकार रक्षा उपकरणों की ख़रीद को प्रभावित करने वाले सभी घटनाक्रमों से अवगत है. सरकार, सशस्त्र बलों की सभी सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने की तैयारी के लिए संभावित खतरों, ऑपरेशनल और टेक्निकल पहलुओं के आधार पर संप्रभुता के साथ निर्णय लेती है. यह डिलिवरी अनुबंध की समयसीमा के अनुसार हो रही है."" ""एस-400 मिसाइल एक बड़े क्षेत्र में निरंतर और प्रभावी वायु रक्षा प्रणाली प्रदान करने के लिए अपनी परिचालन क्षमता के मामले में एक शक्तिशाली प्रणाली है. इस प्रणाली के शामिल होने से देश की वायु रक्षा क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी."" मिसाइल रक्षा मंत्रालय की ओर से संसद में दिए गए इस बयान को बहुत अहम समझा जा रहा है क्योंकि अब तक माना जा रहा था कि अमेरिका के कारण भारत एस-400 मिसाइल सिस्टम पर कुछ नहीं बोल रहा है. ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि भारत को रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम की डिलिवरी शुरू हो चुकी है लेकिन भारत ने सार्वजनिक तौर पर इसको लेकर कोई घोषणा नहीं की है. हालांकि बीते महीने पत्रकारों से बात करते हुए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ़ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा था कि कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से भारत को इस साल के अंत तक एस-400 मिसाइल सिस्टम की पहली खेप मिल जाएगी. अमेरिका की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं बाइडन पुतिन के आगामी दौरे में पाँच अरब डॉलर से अधिक के इस मिसाइल रक्षा सौदे के बारे में कोई जानकारी मिल सकती है लेकिन उससे पहले अमेरिका के बयान का भी इंतज़ार है. रूस के साथ रक्षा सौदे को लेकर अमेरिका और तुर्की के बीच की तकरार जगज़ाहिर है. अमेरिका तुर्की के ख़िलाफ़ काउंटरिंग अमेरिकाज़ एडवर्सरीज़ थ्रू सेंक्शंस एक्ट (CAATSA) के तहत कार्रवाई कर चुका है जबकि वो भी उसके साथ नेटो का सदस्य देश है. इस क़ानून के तहत अमेरिका रूस से रक्षा सौदा करने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाता है. ऐसे आशंकाएं थीं कि अमेरिका इसी क़ानून के तहत भारत पर भी प्रतिबंध लगा सकता है लेकिन अभी तक कुछ साफ़ नहीं है. बीते 15 नवंर को अमेरिका ने इस सौदे पर 'चिंता' ज़रूर ज़ाहिर की थी. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि रक्षा सिस्टम ख़रीदने को लेकर भारत पर उनके विचार बेहद स्पष्ट है. हालांकि यह विचार क्या हैं यह अभी स्पष्ट नहीं हैं. चीन की हाइपरसोनिक मिसाइलों से अमेरिका को क्यों है परेशानी? मोदी सरकार के 'समर्थन' पर चीनी अख़बार हुआ फिदा मिसाइल वहीं अमेरिका की उप रक्षा मंत्री वेंडी शेरमन ने ज़ोर देते हुए कहा था कि एस-400 मिसाइल सिस्टम इस्तेमाल करने का कोई देश सोचता है तो वो 'ख़तरनाक' है. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई थी कि भारत और अमेरिका इस ख़रीद को लेकर अपने मतभेदों को सुलझा लेंगे. अमेरिका ने अब तक भारत पर कोई दबाव सार्वजनिक तौर पर नहीं डाला है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अंदरखाने भारत और अमेरिका के बीच इस मसले पर चर्चा ज़रूर हुई होगी. भारत को रूस से मिलने वाले S-400 सिस्टम की क्यों है इतनी चर्चा 'दिल्ली डायलॉग' के बाद अफ़ग़ानिस्तान पर रूस के अलग बयान के मायने रक्षा विश्लेषक अजय शुक्ला ने ट्वीट करके इस मामले में दबाव को लेकर संदेह जताया है. उन्होंने रक्षा मंत्रालय के लोकसभा में दिए बयान को ट्वीट करते हुए लिखा है, ""दिल्ली की ओर से एक आक्रोश वाली प्रेस रिलीज़ जो कह रही है कि भारत विदेशी ताक़तों के दबाव के आगे नहीं झुकेगा और वो भी 'सशस्त्र बलों की सभी सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने की तैयारी के लिए संभावित खतरों, ऑपरेशनल और टेक्निकल पहलुओं के आधार पर संप्रभुता के निर्णय के मामले में.' क्या अमेरिका की ओर से दबाव है?"" https://twitter.com/ajaishukla/status/1466752940408926208 अमेरिका क्यों नहीं लगा रहा भारत पर प्रतिबंध समाचार वेबसाइट टीआरटी वर्ल्ड के मुताबिक़, सुरक्षा विश्लेषक मोहम्मद वलीद बिन सिराज कहते हैं कि वॉशिंगटन नई दिल्ली को लेकर शायद बहुत 'दयालु' रहने वाला है क्योंकि अमेरिकी संसद में लॉबी भी बड़ा कारण है. सिराज कहते हैं कि अमेरिकी सीनेट और कांग्रेस में लॉबी ने प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ अपने हितों पर सहमति बनाई है और वही इस मुद्दे को व्हाइट हाउस लेकर जाएंगे. 26 अक्टूबर को दो प्रमुख अमेरिकी सीनेटर्स डेमोक्रेटिक पार्टी के मार्क वॉर्नर और रिपब्लिकन पार्टी के जॉन कॉर्निन ने राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिखकर CAATSA क़ानून में भारत को छूट देने की अपील की थी. उनका तर्क था कि इससे अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को लाभ होगा. अफ़ग़ानिस्तान पर भारत किस मक़सद से रूस-ईरान के साथ कर रहा है बैठक क्वांटम कंप्यूटर बनाने की रेस में क्यों हैं अमेरिका, चीन, भारत और दूसरे देश? इसी मुद्दे पर टीआरटी वर्ल्ड से आर्मी एयर डिफ़ेंस कोर के भारत के पूर्व महानिदेशक लेफ़्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) विजय कुमार सक्सेना कहते हैं कि कोई भी प्रतिबंध दोनों राष्ट्रों के द्विपक्षीय रक्षा निर्यात संबंधों को बाधित करेंगे जो कि तीन दशकों में बने हैं. लेफ़्टिनेंट जनरल सक्सेना कहते हैं, ""रक्षा निर्यात संबंध बनाने के लिए अमेरिका ने एक कठिन रास्ता तय किया है और इसी साल बाइडन प्रशासन ने भारत को संभावित 2.5 अरब डॉलर के हथियार बेचने की अनुमति कांग्रेस को दी है."" ""मुझे नहीं लगता है कि अमेरिका एस-400 पर प्रतिबंध लगाने के लिए अपने उछाल मार रहे निर्यात संबंधों को बिगाड़ेगा."" मिसाइल भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग सोवियत संघ के ज़माने से है. सैन्य उपकरण के मामले में भारत अब भी अपनी ज़रूरतों का 80 फ़ीसदी से ज़्यादा सामान रूस से ही ख़रीदता है. भारतीय वायु सेना रूस में ही निर्मित मिग-29 और सुखोई-30 उड़ाती है. भारतीय नौ सेना में भी रूसी जेट और पोत हैं. भारत ने रूस से परमाणु शक्ति से लैस सबमरीन का भी ऑर्डर किया है. लेकिन हाल के वर्षों में इसराइल और अमेरिका भी भारत के रक्षा साझेदार के तौर पर उभरे हैं. ये रूस के लिए असहज करने वाला है. 2018 में भारत ने रूस से पाँच एस-400 मिसाइल सिस्टम ख़रीदने के सौदे पर हामी भरी थी. एस-400 रूस का बेहद आधुनिक मिसाइल सिस्टम है. इसकी तुलना अमेरिका के बेहतरीन एयर डिफ़ेंस सिस्टम पैट्रिअट मिसाइल से होती है.",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/former-cm-of-unified-andhra-pradesh-and-former-governor-of-tamil-nadu-konijeti-rosaiah-passed-away-651590.html,"आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कोनिजेती रोसैया का हुआ निधन, राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर","आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कोनिजेती रोसैया का हुआ निधन, राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर By Akarsh Shukla Updated: Saturday, December 4, 2021, 13:10 [IST] हैदराबाद, 04 दिसंबर। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल कोनिजेती रोसैया का आज (शनिवार) सुबह निधन हो गया। उन्होंने 88 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। प्राप्त जानकारी के मुताबिक के रोसैया लंबे समय से बीमार थे, उनके निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। रोसैया कांग्रेस पार्टी के एक प्रमुख व्यक्ति थे, उन्हें सबसे अनुभवी नेता भी माना जाता है। कोनिजेती रोसैया 3 सितंबर 2009 से 24 नवंबर 2010 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। कोनिजेती रोसैया का जन्म 4 जुलाई 1933 को हुआ था। वह कर्नाटक के राज्यपाल भी रह चुके हैं, उन्होंने प्रदेश के 17वें राज्यपाल के तौर पर 28 जून 2014 - 31 अगस्त 2014 तक अपनी सेवा दी। इसके बाद वह 31 अगस्त 2011 - 30 अगस्त 2016 तक तमिलनाडु के राज्यपाल भी रहे। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाने वाले कोनिजेती रोसैया विधायक और सांसद भी रहे हैं। अपने लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने कई मंत्री पदों को संभाला। तमिलनाडु में राज्यपाल के तौर पर 5 साल काम करने के दौरान ही उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था। यह भी पढ़ें: आंध्र प्रदेश: CM जगन मोहन रेड्डी ने राज्य के विकास के लिए नीति आयोग से मांगा समर्थन का आश्वासन कोनिजेती रोसैया के रानीतिक करियर की बात करें तो उन्होंने स्वतंत्रता कार्यकर्ता एनजी रंगा के राजनीतिक शिष्य के रूप में शुरुआत की और 1968, 1974, 1980 और2009 में एमएलसी और चिराला विधानसभा क्षेत्र से 1989 और 2004 में विधायक चुने गए। पहली बार वह 1998 में सांसद चुने गए, इसके बाद मुख्यमंत्री और राज्यपाल के पद पर रहे। कोनिजेती रोसैया के नाम सबसे ज्यादा 7 बार राज्य का बजट पेश करने का भी रिकॉर्ड है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/amidst-the-omicron-crisis-new-cases-of-coronavirus-decreased-8190-people-recovered-651586.html,"ओमिक्रॉन संकट के बीच कोरोना के नए मामलों में आई कमी, 8190 लोगों ने महामारी को दी मात","ओमिक्रॉन संकट के बीच कोरोना के नए मामलों में आई कमी, 8190 लोगों ने महामारी को दी मात By Akarsh Shukla| Updated: Saturday, December 4, 2021, 10:59 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत में भी दस्तक दे दी है। अभी तक कर्नाटक में दो ओमिक्रॉन मामले की पुष्टि हुई हैं, जिसे देखते हुए क्रेंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कोविड-19 के नए मामलों का आंकड़ा जारी किया। राहत की खबर ये है कि बीते दिनों के मुकाबले आज संक्रमितों की संख्या में कमी आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देशभर से कोरोना वायरस के 8,603 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 415 लोगों की मौत हुई। Omicron Variant: India में बढ़ा ओमिक्रोन का खतरा !, जयपुर से Karnataka तक हड़कंप | वनइंडिया हिंदी गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर लोग डरे हुए हैं, सरकार ने भी जनता को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है। वहीं, बीते शुक्रवार कोविड-19 के 9216 नए केस सामने आने के बाद चिंता बढ़ गई थी। हालांकि शनिवार को थोड़ी राहत की खबर मिली और नए मामलों में गिरवाट देखी गई। इस बीच 8,190 लोगों ने महामारी को मात भी दी, अब तक कुल 34053856 लोग कोरोना वायरस से ठीक हो चुके हैं। वहीं, वर्तमान में एक्टिव मामलों की संख्या 99974 है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/when-indian-mig-planes-attacked-dhaka-s-government-house-651575.html,ढाका के गवर्नमेंट हाउस पर जब भारत के मिग विमानों ने किया हमला- विवेचना,"ढाका के गवर्नमेंट हाउस पर जब भारत के मिग विमानों ने किया हमला- विवेचना By BBC News हिन्दी Updated: Saturday, December 4, 2021, 15:02 [IST] 14 दिसंबर 1971 की सुबह ढाका के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल के टेलीफ़ोन ऑपरेटर ने पूर्वी पाकिस्तान सरकार के प्रतिनिधि द्वारा किया गया एक अर्जेंट कॉल उठाया. फ़ोन करने वाला शख़्स होटल में ठहरे हुए संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग के प्रतिनिधि जॉन केली से बात करना चाह रहा था. जब केली ने फ़ोन उठाया तो उस शख़्स ने उनसे कहा कि पूर्वी पाकिस्तान के गवर्नर डॉक्टर एएम मलिक आपसे बात करना चाहते हैं. मलिक ने केली और उनके साथी पीटर वीलर को गवर्नर हाउस आमंत्रित किया ताकि वो उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों से बात कर उन्हें सलाह दे सकें. मलिक ने केली से कहा कि वह अपने साथ रेड क्रॉस के प्रतिनिधि स्वेन लैंपेल को भी लेते आएं. इस टेलिफ़ोन कॉल को भारतीय वायुसेना और सेना की पूर्वी कमान की वायरलेस इंटरसेप्शन यूनिट ने इंटरसेप्ट किया. इस बातचीत से ही पता चला कि इस बैठक में पूर्वी पाकिस्तान के मार्शल लॉ प्रशासक और पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तान की वायुसेना के प्रमुख भी भाग लेंगे. पूर्वी कमान के सिग्नल इंटेलिजेंस के प्रमुख लेफ़्टिनेंट कर्नल पी सी भल्ला सुबह साढ़े नौ बजे इस बातचीत की ट्रांस-स्क्रिप्ट पूर्वी कमान के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ मेजर जनरल जे एफ़ आर जैकब के पास ले गए. जनरल जैकब ने तुरंत शिलॉन्ग में पूर्वी वायुकमान के प्रमुख एयर वाइस मार्शल देवेशर को फ़ोन मिलाया. दोनों ने तय किया कि अगर गवर्नमेंट हाउस में होने वाली इस बैठक में भारतीय वायुसेना के विमान व्यवधान डालते हैं तो पाकिस्तानी सेना पर हथियार डालने के लिए मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ेगा. भारत-पाकिस्तान की 1971 की लड़ाई में भारतीय मेजर ने जब अपने हाथों से काटी थी अपनी टाँग पाकिस्तान के ख़िलाफ़ गंगासागर की लड़ाई जितवाने वाले अल्बर्ट एक्का जनरल जे एफ़ आर जैकब के रेहान फ़ज़ल बैठक शुरू होने से एक घंटा पहले हमला करने के आदेश इस महत्वपूर्ण बैठक का समय निर्धारित किया गया था, 14 दिसंबर को दोपहर 12 बजे. वायुसेना की पूर्वी कमान को इस बैठक के शुरू होने से सिर्फ़ एक घंटे पहले निर्देश मिले कि उसे ढाका के गवर्नमेंट हाउस पर हमला करना है. सूचना पहुँचने में थोड़ी गड़बड़ी हुई. गुवाहाटी में ग्रुप कैप्टन माल्कम वोलेन को बताया गया कि ये बैठक सर्किट हाउस में होगी. वोलेन दौड़ते हुए ऑपरेशन रूम में पहुंचे जहां विंग कमांडर भूप बिश्नोई कुछ साथी पायलटों के साथ चाय पी रहे थे. वोलेन ने बिश्नोई को जल्दी जल्दी ब्रीफ़ किया और कहा कि उन्हें 11 बजकर 50 मिनट पर ढाका के ऊपर होना है. उस समय पाकिस्तानी समय के अनुसार सुबह के 11 बजकर 25 मिनट हुए थे. नक्शे के नाम पर उन्हें बर्मा शेल कंपनी का एक टूरिस्ट मैप दिया गया जिसे उन्होंने अपनी साइड पॉकेट में खोंस लिया. बांग्लादेश बनाने में भारत के ऑपरेशन जैकपॉट की कहानी बांग्लादेश बनने में भारत का वो आख़िरी तीन मिनट का हमला आख़िरी मिनट पर लक्ष्य को बदला गया बीबीसी से बात करते हुए विंग कमांडर भूप बिश्नोई ने याद किया, ''उस समय हमारे पास हमला करने के लिए सिर्फ़ 24 मिनट थे. उनमें से गुवाहाटी से ढाका तक पहुंचने तक का समय ही 21 मिनट था. तो कुल मिला कर हमारे पास सिर्फ़ तीन मिनट बचते थे. मैं अपने मिग 21 का इंजन स्टार्ट कर उसका हुड बंद ही कर रहा था कि मैंने देखा कि एक व्यक्ति एक कागज़ लहराता हुआ मेरी तरफ़ दौड़ा चला आ रहा है.'' ''मैंने देखा कि कागज़ पर लिखा था 'नॉट सर्किट हाउस - गवर्नमेंट हाउस.' मैंने संदेश तो पढ़ लिया लेकिन मेरे लिए बहुत मुश्किल था कि मैं इसके बारे में अपने साथी पायलटों को बता पाता, क्योंकि अगर मैं रेडियो पर ऐसा करता तो पूरी दुनिया को पता चल जाता कि हम क्या करने जा रहे हैं. मैंने सोचा कि मैं ढाका की उड़ान के दौरान नक्शे को पढ़ूंगा और वहां पहुंच कर ही गवर्नर हाउस को खोजूंगा."" अब्दुल हमीद ने जब पाक टैंकों की बनाई क़ब्रगाह 'सीओ साब का ऑर्डर है- ज़िंदा या मुर्दा डोगरई में मिलना है' भूप बिश्नोई के साथ रेहान फ़ज़ल हासिमारा में विंग कमांडर एस के कौल को भी इसी मिशन में लगाया गया इस बीच गुवहाटी से 150 किलोमीटर पश्चिम में हासिमारा में विंग कमांडर आरवी सिंह ने 37 स्कवॉड्रन के सीओ विंग कमांडर एसके कौल को बुला कर ब्रीफ़ किया कि उन्हें भी ढाका के गवर्नमेंट हाउस को ध्वस्त करना है. कौल का पहला सवाल था कि 'गवर्नमेंट हाउस है कहाँ?' इसके जवाब में उन्हें भी बर्मा शेल पेट्रोलियम कंपनी की तरफ़ से जारी किया गया एक दो इंच का टूरिस्ट मैप दिया गया. बांग्लादेश के बिहारी मुसलमान: अपने ही मुल्क में 'बेवतन' हुए लोग विजय दिवसः 13 दिन की भारत-पाकिस्तान की लड़ाई और बांग्लादेश का जन्म इस बीच बिश्नोई को गुवहाटी से उड़े बीस मिनट हो चुके थे. उन्होंने अनुमान लगाया कि वो तीन मिनट के अंदर अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे. उन्होंने वो नक्शा अपनी जेब से निकाला और उसको देखने के बाद उन्होंने अपने साथी पायलेट्स को रेडियो पर संदेश भेजा कि ढाका हवाई अड्डे के दक्षिण में लक्ष्य को ढूंढने की कोशिश करें. अब ये लक्ष्य सर्किट हाउस न हो कर गवर्नमेंट हाउस है. उनके नंबर तीन पायलट विनोद भाटिया ने सबसे पहले गवर्नमेंट हाउस को ढूंढा. इसके चारों तरफ हरी घास का एक कंपाउंड था जैसा कि भारत के राज्यों की राजधानियों में स्थित राज भवनों में हुआ करता है. बिश्नोई याद करते हैं, ""मैं यह सुनिश्चित करने के लिए अपने मिग को बहुत नीचे ले आया कि हमारा लक्ष्य बिल्कुल सही है या नहीं. मैंने देखा वहाँ बहुत सारी कारें आ जा रही हैं, बहुत सारे सैनिक वाहन भी खड़े हुए हैं और पाकिस्तान का झंडा गुंबद पर लहरा रहा है. मैंने अपने साथियों को बताया कि हमें यहीं हमला करना है."" https://www.youtube.com/watch?v=grTjV7_rU8Q गवर्नर मलिक की अपने परिवार को होटल में भेजने की कोशिश उस समय गवर्नमेंट हाउस में गवर्नर डॉक्टर एएम मलिक अपने मंत्रिमंडल के साथियों से मंत्रणा कर रहे थे. तभी संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि जॉन केली वहाँ पहुंचे. मलिक ने मंत्रिमंडल की बैठक बीच में ही छोड़ कर केली को रिसीव किया. मलिक ने केली से पूछा कि वर्तमान परिस्थितियों के बारे में उनका आकलन क्या है? केली का जवाब था 'आपको और आपके मंत्रिमडल के लोगों को मुक्तिवाहिनी अपना निशाना बना सकती है.' केली ने उन्हें सलाह दी कि आप तय किए गए तटस्थ क्षेत्र इंटरकॉन्टिनेंटल होटल में शरण ले सकते हैं लेकिन ऐसा करने से पहले आपको और आपके मंत्रिमंडल के सदस्यों को अपने पद से इस्तीफ़ा देना होगा. मलिक का जवाब था कि वो इस बारे में सोच रहे हैं, लेकिन ऐसा इसलिए नहीं करना चाहते कि कहीं इतिहास ये न कहे कि वो बीच लड़ाई में मैदान छोड़ कर भाग गए. मलिक ने केली से पूछा कि क्या वो अपनी ऑस्ट्रियन पत्नी और बेटी को होटल भेज सकते हैं? केली ने कहा कि वो ऐसा कर तो सकते हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रेस को इसका आभास हो जाएगा और वो ये खबर ज़रूर फैलाएंगे कि गवर्नर का भविष्य से विश्वास उठ गया है इसलिए उन्होंने अपने परिवार को होटल की शरण में भेज दिया है. बिश्नोई के मिग का गवर्नमेंट हाउस पर हमला अभी ये बात चल ही रही थी कि लगा कि गवर्नमेंट हाउस में जैसे भूचाल आ गया हो. बिश्नोई के छोड़े रॉकेट भवन पर गिरने शुरू हो गए थे. पहले राउंड में हर पायलट ने 16 रॉकेट दागे. बिश्नोई ने मुख्य गुंबद के नीचे वाले कमरे को अपना निशाना बनाया. भवन के अंदर हाहाकार मच गया. केली और उनके साथी वीलर जंगले से बाहर कूदे और बचने के लिए बाहर पार्क में खड़ी एक जीप के नीचे छिप गए. जॉन केली अपनी किताब 'थ्री डेज़ इन ढाका में' लिखते हैं, ""हमले के दौरान मेरा पूर्वी पाकिस्तान के मुख्य सचिव मुज़फ़्फ़र हुसैन से सामना हुआ. उनका रंग पीला पड़ा हुआ था. मैं 20 गज़ दूर एक बंकर की तरफ़ भागा जो पहले से ही पाकिस्तानी सैनिकों से भरा हुआ था. मेरे सामने से मेजर जनरल राव फ़रमान अली दौड़ते हुए निकले. वो भी बचने के लिए कोई आड़ ढ़ूँढ़ रहे थे. दौड़ते दौड़ते उन्होंने मुझसे कहा, भारतीय हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहे रहे हैं ? विंग कमांडर बिश्नोई के नेतृत्व में उड़ रहे चार मिग 21 विमानों ने धुएं और धूल के ग़ुबार से घिरे गवर्नमेंट हाउस पर 128 रॉकेट गिराए. जैसे ही वो वहां से हटे, फ़्लाइट लेफ़्टिनेंट जी बाला के नेतृत्व में 4 स्कवॉड्रन के दो और मिग 21 वहां बमबारी करने पहुंच गए. बाला और उनके नंबर 2 हेमू सरदेसाई ने गवर्नमेंट हाउस के दो चक्कर लगाए और हर बार चार चार रॉकेट भवन पर दागे. नीचे से विमानभेदी तोपें भारतीय विमानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रही थीं लेकिन उनका कोई असर नहीं हो रहा था. गवर्नर मलिक और उनके सहयोगियों का चेहरा पीला पड़ा इस बीच रेडक्रॉस के प्रतिनिधि स्वेन लैंपेल भी गवर्नमेंट हाउस पहुंच गए. वो इस बैठक के लिए देर से पहुंचे. हमले के दौरान उन्होंने अपनी कार सड़क पर ही रोक ली. बाद में उन्होंने उसका विवरण देते हुए अपनी किताब 'इन द मिड्स्ट ऑफ़ द स्टॉर्म विद द रेडक्रॉस इन द फ़ील्ड' में लिखा, 'गवर्नमेंट हाउस के मुख्य द्वार पर कोई सुरक्षाकर्मी नहीं खड़ा था. हम बिना किसी रोकटोक के उस कमरे में पहुंचे जहाँ गवर्नर मलिक अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ बैठे हुए थे. मेज़ के चारों तरफ़ बैठे लोगों का चेहरा पीला पड़ा हुआ था. वो बहुत थके हुए लग रहे थे और ऐसा लग रहा था कि वो अंदर से टूट चुके हैं. उन्हें जनरल याहिया ख़ाँ की तरफ़ से कोई संदेश नहीं मिला था और वो सभी एक तटस्थ क्षेत्र में शरण लेना चाहते थे. उनकी ज़िंदगी अब हमारे हाथों में थी.' 45 मिनट में तीसरा हमला मिग 21 के 6 हमलों और 192 रॉकेट दागे जाने के बावजूद गवर्नमेंट हाउस धाराशायी नहीं हुआ था, हालांकि उसकी कई दीवारें, खिड़कियाँ और दरवाज़े इस हमले को बर्दाश्त नहीं कर पाए थे. जैसे ही हमला समाप्त हुआ केली और उनके साथी एक मील दूर संयुक्त राष्ट्र संघ के दफ़्तर रवाना हो गए. वहाँ पर मौजूद लंदन ऑब्ज़र्वर के संवाददाता गाविन यंग ने केली को सलाह दी कि दोबारा चल कर वहाँ हो रहे नुकसान का जायज़ा लिया जाए. गाविन का तर्क था कि भारतीय विमान इतनी जल्दी वापस नहीं लौट कर आएंगे और उन्हें दोबारा ईंधन और हथियार भरने में कम से कम एक घंटा लगेगा. Getty Images गाविन यंग जब तक केली और गाविन दोबारा गवर्नमेंट हाउस पहुंचे मलिक और उनके सहयोगी भवन के ही एक बंकर में घुस चुके थे. मलिक ने अभी भी इस्तीफ़ा देने के बारे में फ़ैसला नहीं लिया था. वो अभी मंत्रणा कर ही रहे थे कि अचानक ऊपर से गोलियों की बौछार की आवाज़ सुनाई दी. भारतीय वायु सेना 45 मिनट के अंदर गवर्मेंट हाउस पर अपना तीसरा हमला कर रही थी. कौल और मसंद ने गवर्नमेंट हाउस की ख़िड़कियों को निशाना बनाया इस बार हमले की कमान थी हंटर उड़ा रहे विंग कमांडर एसके कौल और फ़्लाइंग ऑफ़िसर हरीश मसंद के पास. कौल ने जो बाद में वायुसेनाध्यक्ष बने, बीबीसी को बताया, ""हमें ये ही नहीं पता था कि ढाका में ये गवर्नमेंट हाउस कहाँ था. ढाका कलकत्ता और बंबई की तरह बड़ा शहर था. हमें ढाका शहर का बर्मा शेल का एक पुराना रोडमैप दिया गया था. उससे हमें ज़बरदस्त मदद मिली.'' कौल की अगुवाई में दल ने इसका भी ध्यान रखा कि हमले में आस पड़ोस की आबादी को ज़्यादा नुकसान नहीं हो. उन्होंने बताया,""हमने पहले बिल्डिंग को पास किया ताकि आसपास खड़े लोग तितर बितर हो जाएं और उन्हें नुकसान न पहुंचे. हमने रॉकेट अटैक के साथ साथ गन अटैक भी किए और अपने अटैक को हाइट पर रखा ताकि हम उनके छोटे हथियारों की पहुँच से बाहर रह सकें."" https://www.youtube.com/watch?v=Y9qVCKcNZsI विंग कमांडर कौल के साथ गए उनके विंग मैन फ़्लाइंग ऑफ़िसर हरीश मसंद से भी बीबीसी ने बात की. उन्होंने याद किया, ""मुझे याद है गवर्नमेंट हाउस के सामने पहली मंज़िल पर एक बड़ा दरवाज़ा या खिड़की सरीखी चीज़ थी. उस पर हमने ये सोच कर निशाना लगाया कि वहाँ कोई मीटिंग हॉल हो सकता है. हमले के बाद जब हम लोग नीचे उड़ते हुए इंटरकॉन्टिनेंटल होटल के बगल से गुज़र रहे थे तो हमने देखा कि उसकी छत, टैरेस और बालकनी पर बहुत से लोग इस नज़ारे को देख रहे थे."" गवर्नर मलिक ने काँपते हाथों से अपना इस्तीफ़ा लिखा बाद में गवर्नमेंट हाउस में मौजूद गाविन यंग ने अपनी पुस्तक 'गाविन यंग वर्ल्ड्स अपार्ट ट्रेवेल्स इन वॉर एंड पीस में लिखा, ""भारतीय जेटों ने गरजते हुए हमला किया. धरती फटी और हिली भी. मलिक के मुंह से निकला-अब हम भी शरणार्थी हैं. केली ने मेरी तरफ देखा मानो बिना बोले पूछ रहे हों आखिर हमें यहाँ दोबारा आने की ज़रूरत क्या थी. अचानक मलिक ने एक पेन निकाला और कांपते हाथों से एक काग़ज़ पर कुछ लिखा. केली और मैंने देखा कि ये मलिक का इस्तीफ़ा था जिसे उन्होंने राष्ट्रपति याहया ख़ाँ को संबोधित किया था. अभी हमला जारी ही था कि मलिक ने अपने जूते और मोज़े उतारे, बग़ल के गुसलखाने में अपने हाथ पैर धोए, रूमाल से अपना सिर ढका और बंकर के एक कोने में नमाज़ पढ़ने लगे. ये गवर्नमेंट हाउस का अंत था. ये पूर्वी पाकिस्तान की आख़िरी सरकार का भी अंत था."" पूर्वी पाकिस्तान के सभी आला अफ़सरों ने होटल में शरण ली इस हमले के तुरंत बाद गवर्नर मलिक ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ इंटरकॉन्टिनेंटल होटल का रुख़ किया. इस हमले ने युद्ध के समय को तो कम किया ही और दूसरे विश्व युद्ध में बर्लिन की तरह गली गली में लड़ने की नौबत भी नहीं आई. उस समय पूर्वी पाकिस्तान में जनसंपर्क अधिकारी सिद्दीक सालिक ने अपनी किताब 'विटनेस टू सरेंडर' में इसका ज़िक्र करते हुए लिखा, 'भारतीय हवाई हमले ने गवर्नमेंट हाउस के मुख्य हॉल की छत ज़रूर उड़ा दी लेकिन वहाँ मौजूद पाकिस्तानी सत्ता से जुड़े एक भी शख़्स की जान नहीं गई. हाँ उस हॉल में शीशे के केस में रखी कुछ मछलियाँ ज़रूर मारी गईं. गवर्नर, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों और आला अफ़सरों ने होटल इंटरकॉन्टिनेंटल में शरण ली जिसे रेडक्रॉस ने तटस्थ क्षेत्र घोषित कर दिया था. इन आला अफ़सरों में मुख्य सचिव, इंस्पेक्टर जनरल पुलिस और ढाका डिवीज़न के आयुक्त शामिल थे. उन्होंने तटस्थ क्षेत्र में स्थान पाने के लिए बाक़ायदा लिखित रूप से अपने आप को पाकिस्तान की सरकार से अलग-थलग कर लिया क्योंकि उस तटस्थ क्षेत्र में शरण लेने की पहली शर्त थी कि उसे पाकिस्तान सरकार का हिस्सा नहीं होना चाहिए.' https://www.youtube.com/watch?v=uGgpa6Vu4t4 एस के कौल को महावीर, बिश्नोई और मसंद को वीर चक्र दो दिन बाद ही पाकिस्तानी सेना के 93000 सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने हथियार डाल दिए और एक मुक्त देश के तौर पर बांग्लादेश के अभ्युदय का रास्ता साफ़ हो गया. बाद में भारत के पूर्व विदेश सचिव और बांग्लादेश में उच्चायुक्त रह चुके जे एन दीक्षित ने अपनी किताब 'लिबरेशन एंड बियॉन्ड' में लिखा, 'गवर्नमेंट हाउस के किसी और कमरे को नुकसान नहीं पहुंचा. मैंने 16 दिसंबर को पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण के बाद उस कमरे का जायज़ा लिया. मेरे बांग्लादेशी दोस्तों ने बताया कि इस हमले ने पूर्वी पाकिस्तान के शासकों को सबसे अधिक मनोवैज्ञानिक नुकसान पहुंचाया था, जिसकी वजह से वे तुरंत हथियार डालने के लिए राज़ी हो गए.' इस युद्ध में असाधारण वीरता दिखाने के लिए विंग कमांडर एसके कौल को महावीर चक्र और विंग कमांडर बीके बिश्नोई और हरीश मसंद को वीर चक्र प्रदान किए गए.",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cryptocurrency-price-today-bitcoin-moves-up-651557.html,"क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में सुधार, बिटकॉइन और ईथर ने दर्ज की मजबूती","क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में सुधार, बिटकॉइन और ईथर ने दर्ज की मजबूती By Vivek Singh| Published: Friday, December 3, 2021, 23:11 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसम्बर। पिछले 24 घंटों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में थोड़ी वृद्धि हुई है। टॉप वर्चुअल कॉइन अपने निकटतम समर्थन स्तरों के आसपास कारोबार कर रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत शुक्रवार शाम 5.15 बजे 57041 डॉलर पर कारोबार कर रही थी जो कि पिछले दिन के मुकाबले 1.17 प्रतिशत ऊपर है। बिटकॉइन का बाजार पूंजीकरण मूल्य (मार्केट कैप) 1.08 ट्रिलियन डॉलर था और पिछले 24 घंटे में इसका ट्रेडिंग वॉल्यूम 1 अरब डॉलर पर रहा। एथेरियम ब्लॉकचेन का सिक्का ईथर पिछले दिन के मुकाबले 1.91 प्रतिशत अधिक होकर 4600 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। ईथर का मार्केट कैप बढ़कर 540 अरब डॉलर हो गया और बीते 24 घंटे में इसका ट्रेडिंग वॉल्यूम 1.04 अरब डॉलर रहा। दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में भी मजबूती किप्टो बाजार में सुधार का असर बाकी क्रिप्टोकरेंसी पर भी पड़ा है और इनमें वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि कोरोनावायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते खतरे के चलते क्रिप्टोकरेंसी स्पेस अस्थिर बना हुआ है। एक अन्य महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरेंसी बिनांस कॉइन 600 डॉलर के ऊपर कारोबार कर रही थी। वहीं एक दिन पहले शानदार उछाल दर्ज करने वाली सोलाना 3 प्रतिशत से अधिक गिरकर 221 डॉलर पर पहुंच गई है। पिछले दिनों केंद्र सरकार के क्रिप्टो बाजार को नियामक दायरे में लाने की तैयारी की खबरों के बीच क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई थी। मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक केंद्र सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने के बजाय एक नियामक ढांचे के तहत लाने का फैसला किया है, जिससे ऐसी संपत्तियों पर चीन जैसी कार्रवाई की आशंकाओं को शांत किया जा सके। क्या बिटकॉइन को मुद्रा के रूप में मान्यता देने जा रही है सरकार? जानें वित्त मंत्रालय ने क्या कहा",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/kerala-positive-doctor-sampl-sent-for-genome-sequencing-651551.html,"जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया केरल के पॉजिटिव डॉक्टर का सैंपल, UK से आकर की कई जिलों की यात्रा","जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया केरल के पॉजिटिव डॉक्टर का सैंपल, UK से आकर की कई जिलों की यात्रा By Ashutosh Tiwari | Updated: Friday, December 3, 2021, 21:59 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसंबर: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर टेंशन बढ़ती जा रही है, जहां गुरुवार को भारत में भी दो मामलों का पता चला। इसके बाद से सभी राज्य हाईअलर्ट पर हैं और विदेशी यात्रियों की स्क्रीनिंग तेज कर दी गई है। इसी क्रम में केरल सरकार ने एक 46 वर्षीय डॉक्टर के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा, जो 21 नवंबर को यूके से लौटकर आए थे। वैसे तो उनके अंदर कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे, लेकिन आरटी-पीसीआर जांच के दौरान उनका सैंपल पॉजिटिव पाया गया। केरल स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोझीकोड के डॉक्टर यूके से आने के बाद पॉजिटिव मिले, ऐसे में उनके सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग करवाई जाएगी। उन्होंने वापस आने के बाद कई जिलों की यात्रा भी की थी, इस वजह से उनके संपर्क में आए लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है। मामले में कोझीकोड के जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. वी उमर फारूक ने कहा कि डॉक्टर का एक रूट मैप है, जिसकी निगरानी की जा रही है, जल्द ही उसे पब्लिश किया जाएगा। उनकी मां के भी सैंपल लिए गए हैं, अगर वो भी पॉजिटिव पाई जाती हैं तो उनका सैंपल भी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। क्या ओमिक्रोन लेकर आएगा भारत में कोरोना की तीसरी लहर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब वहीं दूसरी ओर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को राज्य के चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए स्क्रीनिंग सुविधाओं को बढ़ाने का फैसला किया। जिसके तहत पांच से दस कियोस्क लगेंगे। अगर कोई विदेशी यात्री पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे सीधे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ले जाया जाएगा।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/12-suspected-patients-of-omicron-were-admitted-in-delhi-hospital-this-test-has-been-done-651545.html,"दिल्ली के अस्पताल में ओमिक्रॉन के 12 संदिग्ध मरीज किए गए भर्ती, करवाया गया है ये टेस्‍ट","दिल्ली के अस्पताल में ओमिक्रॉन के 12 संदिग्ध मरीज किए गए भर्ती, करवाया गया है ये टेस्‍ट By Bhavna Pandey| Updated: Friday, December 3, 2021, 21:37 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर। कोरोना के नए वेरिंएट के कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में आए दो केस के बाद दिल्‍ली के अस्‍पताल में ओमिक्रॉन के 12 संदिग्ध मरीज भर्ती किए गए है। उनके सैंपल जीनोम टेस्‍ट के लिए भेजे जा चुके हैं। ताकि इसकी पुष्टि हो सके वो ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं या नहीं। ये सभी यात्री पिछले तीन से इंटरनेशनल फ्लाइट से भारत आए हैं। इन 12 संदिग्ध मरीजों को दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में हैं। कोविड के लिए पॉजिटिव टेस्‍ट के बाद आठ को कल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चार और लोगों को आज भर्ती कराया गया लेकिन उनके कोविड टेस्ट रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा इनमें चार यूके से, चार फ्रांस से, कुछ तंजानिया से, एक बेल्जियम से है। सभी की हालत सामान्‍य है केवल उन्‍हें बुखार है। सुरेश कुमार ने कहा उनके सैंपल जीनोम परीक्षण के लिए भेजे गए हैं और उनमें से कोई ओमाइक्रोन से संक्रमित है या नहीं यह पांच या छह दिनों में पता चल जाएगा। जीनोम सींक्रिनिंग एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है। ओमिक्रॉन: बेंगलुरू में दक्षिण अफ्रीका से आए लापता यात्रियों को पुलिस कर रही ट्रेस भारत में अब तक दो ओमिक्रॉन के मामलों की पुष्टि हुई है, दोनों कर्नाटक के केस हैं। उनमें से एक बेंगलुरू का एक 46 वर्षीय डॉक्‍टर है जिसे वैक्‍सीन की दोनों डोज लग चुकी है और उसकी कोई ट्रेवेल हिस्‍ट्री नहीं है। उसे 21 नवंबर को बुखार और शरीर में दर्द के लक्षण दिखाई दिए। वहीं दूसरा ओमिक्रॉन रोगी एक 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी का है जो 20 नवंबर को एक निगेटिव कोविड रिपोर्ट के साथ भारत आया था और सात दिन बाद उड़ान से दुबई के लिए रवाना हुआ था। कर्नाटक सरकार ने मामला दर्ज कर आरोप लगाया है कि वह एक होटल से ""भाग गया"" और दुबई चला गया। तमिलनाडु में, 'जोखिम में' देशों के एक बच्चे सहित दो अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों ने आज सुबह कोविड के लिए पॉजिटिव टेस्‍ट किया। राज्य सरकार ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है कि वो ओमिक्रॉन के मामले थे उन्‍होंने कहा नमूने जीनोम परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट जो पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था, की पुष्टि 23 देशों में की गई है और संख्या बढ़ने की उम्मीद है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/mia-khalifa-s-net-worth-even-after-her-retirement-from-adult-industry-651544.html,"पोर्न इंडस्ट्री छोड़ने के बाद भी हर महीने लाखों रुपए कमाती हैं मिया खलीफा, जानिए कितनी है कुल संपत्ति","पोर्न इंडस्ट्री छोड़ने के बाद भी हर महीने लाखों रुपए कमाती हैं मिया खलीफा, जानिए कितनी है कुल संपत्ति By Rahul Kumar| Updated: Friday, December 3, 2021, 21:21 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर: लेबनानी-अमेरिकी सोशल मीडिया पर्सनालिटी और वेब कैमरा मॉडल मिया खलीफा एडल्ट मनोरंजन उद्योग में सबसे लोकप्रिय और जानी पहचानी हस्तियों में से एक हैं। एडल्ट इंडस्ट्रीज को अलविदा कह चुकी मिया खलीफा अभी भी किसी ना किसी वजह से सुर्खियों में रहती हैं। पूर्व एडल्ट फिल्म अभिनेत्री अपने हालिया फोटोशूट के चलते इंटरनेट पर तहलका मचाए हुए हैं। उनके फैन्स उनकी हॉटनेस देखकर क्रेजी हो जाते हैं। इन क्रेजी फैंस को ये जानने की हमेशा उत्सुकता रहती है कि, मिया हर महीने कितनी कमाई करती हैं और उनकी नेट वर्थ क्या है? आईए हम आपको बताते हैं मिया की कितनी संपत्ति है। हर महीने 22 लाख रुपए कमाती हैं मिया 28 साल की मिया खलीफा का जन्म लेबनान के बेरूत शहर में हुआ था। उनका पालन-पोषण एक कैथोलिक घराने में हुआ था। पूर्व एडल्ट फिल्म अभिनेत्री की कुल अनुमानित संपत्ति $4 मिलियन (30 करोड़) है। उसकी मासिक आय 30,000 डॉलर(22 लाख रुपए) आंकी गई है। उनकी कमाई का अधिकांश हिस्सा सोशल मीडिया और कई कंपनियों के उत्पादों के विज्ञापन से आता है। मिया के इंस्टाग्राम पर 15 मिलियन से ज्यादा और यूट्यूब पर 2.5 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। मिया के पास है कई महंगी कारों का कलेक्शन पिछले एक इंटरव्यू में मिया ने कबूल किया था कि उन्होंने एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ 12,000 डॉलर कमाए हैं। सोशल मीडिया सेंसेशन ने खुलासा किया कि अब वह एक अच्छी जिंदगी जी रही है। मिया के पास बेंटले कॉन्टिनेंटल जीटी, बीएमडब्ल्यू 18 कूप और ऑडी आर8 स्पाइडर समेत कई महंगी कारों का कलेक्शन है। वह अपने पूर्व पति के साथ लॉस एंजिल्स में अपने वर्तमान आवासीय घर की सह-मालिक हैं। हर साल कमाती हैं पौने चार करोड़ रुपए पोर्न इंडस्ट्री से मिया की सेवानिवृत्ति ने उन्हें एक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में पहचान दिलाई, जिसके बाद उनकी कमाई में काफी इजाफा हुआ। 25 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स के साथ, मिया ओनलीफैन्स पर सबसे अधिक पैसा कमाने वाली शख्सियतों में से एक हैं। वह अब एक वेबकैम मॉडल के रूप में काम करती है। उसके फैन फॉलोइंग के आधार पर, वह प्रति वर्ष लगभग $500,000 (पौने चार करोड़ रुपए ) कमाती हैं। बता दें कि कुछ महीने पहले भी मिया ने अपनी एक इंटरव्यू अपनी कमाई को लेकर अहम खुलासा किया था। वेटरेस से लेकर इंफ्लुएंसर तक का सफर पोर्न स्टार बनने से पहले मिया खलीफा मायामी फ्लोरिडा में एक रेस्टोरेंट में काम करती थीं। उन्होंने टेक्सास स्थित एक हैमबर्गर रेस्तरां में भी काम किया, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों को बहुत ध्यान आकर्षित किया। 2014 में मिया ने एडल्ट इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। दिसंबर 2014 में मिया को नंबर एक एडल्ट स्टार नामित किया गया था। मिया खलीफा ने 2014 से 2015 के बीच तीन महीनों तक पोर्न इंडस्ट्री में काम किया था। इसके बाद उन्होंने इस इंडस्ट्री को छोड़ दिया। मिया खलीफा ने अपने ब्‍वॉयफ्रेंड रॉबर्ट सेंडबर्ग के साथ सगाई कर ली है। उन्‍होंने खुद सोशल मीडिया पर तस्‍वीरें शेयर कर इस बात की जानकारी दी।हाल ही में मिया ने अपने आर्मपिट्स के लिए बोटॉक्सइंजेक्शन लिए थे। मिया ने इंस्टा स्टोरी पर इस प्रोसीजर की तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-variant-16-thousand-passengers-from-risky-countries-were-tested-651527.html,"Omicron Variant: जोखिम वाले देशों से आए 16 हजार यात्रियों का हुआ टेस्ट, 18 सैंपल मिले पॉजिटिव","Omicron Variant: जोखिम वाले देशों से आए 16 हजार यात्रियों का हुआ टेस्ट, 18 सैंपल मिले पॉजिटिव By Ashutosh Tiwari| Updated: Friday, December 3, 2021, 19:42 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसंबर: पूरी दुनिया कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट को लेकर टेंशन में है। भारत में भी गुरुवार को दो मामलों का पता चला। जिसके बाद शुक्रवार को संसद में इसका मुद्दा उठा। इस पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि जोखिम वाले देशों से आए 16 हजार यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया है। जिसमें से 18 के सैंपल पॉजिटिव पाए गए। अब उनमें ओमिक्रोन वेरिएंट का पता लगाने के लिए सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है। लोकसभा में कोरोना पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने देश को भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए तैयार करने के उपाय किए हैं। साथ ही बफर स्टॉक नीति को अपनाया, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि सभी राज्यों के पास महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त दवाएं हों। इसके अलावा बच्चों की वैक्सीन और वयस्कों की बूस्टर डोज का फैसला वैज्ञानिकों की सलाह पर लिया जाएगा। उन्होंने विपक्षी दलों से वैज्ञानिकों पर भरोसा रखने की अपील की। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश में कोरोना के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं, जिसमें से अब तक 4.6 लाख मरीजों की मौत हुई। इसके अलावा भारत में प्रति मिलियन जनसंख्या पर 25,000 मामले और 340 मौतें दर्ज की गईं, जो दुनिया में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम कर रही है। पिछली सरकारों ने बुनियादी ढांचे की अनदेखी की, जिसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ा। पिछले 2 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में निर्णय दिखाता है कि ये सरकार इच्छाशक्ति के साथ काम करती है। क्या ओमिक्रोन लेकर आएगा भारत में कोरोना की तीसरी लहर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब सिर्फ पंजाब ने दिया आंकड़ा वहीं केंद्र की ओर से सभी राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत के आंकड़े मांगे गए थे। जिस पर 19 राज्यों ने जवाब दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में बताया कि सिर्फ पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी से 4 मौत की बात कही है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/karnataka-government-orders-probe-into-first-patient-case-of-omicron-who-has-gone-to-dubai-651523.html,ओमिक्रॉन: बेंगलुरू में दक्षिण अफ्रीका से आए लापता यात्रियों को पुलिस कर रही ट्रेस,"ओमिक्रॉन: बेंगलुरू में दक्षिण अफ्रीका से आए लापता यात्रियों को पुलिस कर रही ट्रेस By Bhavna Pandey| Updated: Friday, December 3, 2021, 18:55 [IST] बेंगलुरु, 03 दिसंबर। कोरोना के नए वेरिएंट के भारत के दो पहले केस सामने आए हैं वो दोनों कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू के हैं । जिनमें से मरीज 46 वर्षीय डॉक्‍टर है वहीं दूसरे जिस 66 वर्षीय मरीज की पहचान की गई है वो अब भारत में ही नहीं है। ये मरीज दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरू आया था इसके बाद वो फ्लाइट लेकर दुबई रवाना हो चुका है। इसके साथ ही बेंगलुरू में कई दक्षिण अफ्रीका से आए यात्री लापता है जिनके ट्रेस करने के लिए पुलिस की मदद मांगी है। वहीं ओमिक्रॉन को लेकर अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को उच्‍चअधिकारियों के साथ बैठक की और पूरे मालले की जांच के आदेश दिए हैं। कोविड 19 की स्थिति और दो ओमिक्रॉन मामलों से संबंधित बैठक के बाद कर्नाटक सरकार ने RTPCR रिपोर्ट पर पहले ओमिक्रॉन मामले की जांच का आदेश दिया। कर्नाटक मंत्री आर अशोक ने कहा वह व्यक्ति एक होटल में रुका और वहां कुछ बैठकें कीं। उसके बाद, वह दुबई चला गया, इसलिए 2 रिपोर्ट एक पॉजिटिव और निगेटिव है, जो संदिग्ध है, लैब की जांच होनी चाहिए। मंत्री अशोक ने कहा कि इसके साथ ही हम आज दक्षिण अफ्रीका से आए लापता यात्रियों का पुलिस के माध्‍यम से पता लगा रहे हैं। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक पुलिस आयुक्त ने कहा कि ऐसे मरीजों की जांच पर विशेष निगरानी रखी जाएगीओमिक्रॉन के मद्देनजर 40 पार लोगों को कोविड वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज देने पर होना चाहिए विचार: INSACOG मंत्री अशोक ने कहा इसके साथ ही कर्नाटक सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में सभी कार्यक्रमों को 15 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है। नागरिकों को सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स, शॉपिंग मॉल में तभी जाने की अनुमति होगी जिन्‍होंने कोविड वैक्‍सीन की दोनों डोज लगवाई है। लोगों की संख्या में कोई बदलाव नहीं की गई है। अधिकतम 500 लोगों को विवाह समारोह में शामिल होने की अनुमति है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-10-south-africans-missing-after-arrival-in-bengaluru-651510.html,"अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी बेंगलुरु में 'लापता', बंद आ रहे हैं फोन","अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी बेंगलुरु में 'लापता', बंद आ रहे हैं फोन By Rahul Kumar| Updated: Friday, December 3, 2021, 18:10 [IST] बेंगलुरु, 03 नवंबर: कर्नाटक में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बेंगलुरु में ओमिक्रॉन वैरिएंट के देश के पहले दो मामलों का पता लगाने के बाद, कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग अब 10 दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों के लापता होने के बाद चिंतित है। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने शुक्रवार को कहा कि अफ्रीकी देशों से आए कम से कम 10 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने कहा कि बेंगलुरु पहुंचने के बाद लापता हुए दस दक्षिण अफ्रीकी लोगों का पता लगाने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग टीमों और स्वास्थ्य विभाग की मदद से आधी रात तक उन्हें ट्रैक कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि यदि उन्होंने परीक्षण के लिए अपने नमूने दिए हैं तो उनके मोबाइल फोन स्विच ऑफ ना करें। Covid-19 Omicron variant in India: Bengaluru पहुंचे 10 नागरिक लापता, फोन भी बंद | वनइंडिया हिंदी बेंगलुरु महानगरपालिका के कमिश्नर गौरव गुप्ता ने बताया कि सभी विदेशी नागरिक दक्षिण अफ्रीकी देशों से आए हैं। इनके फोन भी बंद जा रहे हैं। ओमिक्रॉन आने के बाद दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु में 57 यात्री आए हैं। प्रशासन इनमें से 10 का पता नहीं लगा पा रहे हैं। इनके फोन भी ऑफ हैं। इन यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जो पता दर्ज किया था, उस पर भी ये नहीं मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने चेतावनी जारी की और कहा कि अगर सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों ने सहयोग नहीं किया और उनके फोन बंद हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और महानगरपालिका मिलकर इन संदिग्ध विदेशी नागरिकों का पता लगा रहे हैं। प्रशासन को डर है कि अगर ये विदेशी नागरिक ओमिक्रोन संक्रमित हुए तो सुपर स्प्रेडर का काम कर सकते हैं। क्या ओमिक्रोन लेकर आएगा भारत में कोरोना की तीसरी लहर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब वहीं दूसरी ओर आंध्र प्रदेश सरकार विदेश से लौटे 60 लोगों में से 30 लोगों को ढूंढ रही है। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए सरकार को इन लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना है। अफ्रीका से आए 9 लोगों को मिलाकर करीब 60 पैसेंजर पिछले 10 दिनों में विशाखापत्तनम पहुंचे हैं। इनमें से 30 अभी विशाखापत्तनम में रुके हुए हैं, जबकि बाकी 30 राज्य में अलग जगहों के लिए निकल गए हैं। इनमें से कुछ लोग फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं जिसके चलते अधिकारियों को इनके लापता होने का डर लग रहा है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-variant-will-there-be-a-third-wave-health-ministry-give-reply-651499.html,क्या ओमिक्रोन लेकर आएगा भारत में कोरोना की तीसरी लहर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब,"क्या ओमिक्रोन लेकर आएगा भारत में कोरोना की तीसरी लहर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब By Kapil Tiwari| Updated: Friday, December 3, 2021, 18:06 [IST] नई दिल्ली, दिसंबर 03। भारत समेत दुनियाभर के लगभग 30 देशों में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन अपने पांव पसार चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस नए वेरिएंट को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' माना है। ऐसे में भारत में ओमिक्रोन की दस्तक को 'तीसरी लहर' के आगमन के तौर पर देखा जा रहा है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को फ्रीक्वेंटली पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए के प्रेस रिलीज जारी की, जिसमें सरकार ने इस सवाल का जवाब भी दिया है कि क्या कोरोना का नया वेरिएंट भारत में तीसरी लहर का आगमन है? तीसरी लहर की कोई संभावना नहीं Omicron Variant: क्या होता है Institutional Quarantine? जानें नई Guidelines | वनइंडिया हिंदी इस सवाल के जवाब में भारत सरकार की तरफ से कहा गया है कि ओमिक्रोन वेरिएंट को अभी इतना गंभीर लेना सही नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि टीकाकरण की तेज गति और डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित हो चुकी बड़ी आबादी की वजह से ओमिक्रोन का खतरा भारत में इतना ज्यादा नहीं होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में तीसरी लहर की कोई संभावना नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा गया था ये सवाल विजयानंद नाम के एक कोविड डेटा एनलिस्ट ने स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा था कि क्या भारत में ओमिक्रोन की दस्तक कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत है? इसके जवाब में सरकार ने कहा है, ""दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों में ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अब भारत में भी इसके फैलने की आशंका बहुत ज्यादा है। हालांकि टीकाकरण में तेजी और डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित हो चुकी एक बड़ी आबादी की वजह से इसके गंभीर होने की संभावना कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे कहा है कि अभी इस बात के सबूत भी नहीं हैं कि ओमिक्रोन वेरिएंट के खिलाफ टीका प्रभावी है या नहीं। ये भी पढ़ें:अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी बेंगलुरु में 'लापता', बंद आ रहे हैं फोन परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? भारत मैट्रिमोनी पर - निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! अधिक omicron coronavirus समाचार Omicron: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने 100 बेड वाले अस्‍पतालों में वेंटिलेटर शुरू करने के दिए आदेश तमिलनाडु में मदुरै के डीएम का आदेश, वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों पर लगाईं ये पाबंदियां गुजरात में भी ओमिक्रोन वेरिएंट की दस्तक, जामनगर में साउथ अफ्रीका से लौटा शख्स पॉजिटिव महाराष्ट्र में होम क्वारंटाइन की नई गाइडलाइन, हर दिन चेकअप और 7वें दिन होगा RT-PCR टेस्ट दक्षिण अफ्रीका में रॉकेट की रफ्तार से बढ़े कोरोना के मामले, 5 साल से छोटे बच्चों पर ओमिक्रॉन का कहर कनाडा में भी कोरोना के नए वैरिएंट से हड़कंप, 15 लोग मिले ओमिक्रॉन से संक्रमित जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया केरल के पॉजिटिव डॉक्टर का सैंपल, UK से आकर की कई जिलों की यात्रा चूहे से पैदा होकर इतना भयावह बना ओमिक्रॉन वायरस ? डरा रही है ये थ्योरी दिल्ली के अस्पताल में ओमिक्रॉन के 12 संदिग्ध मरीज किए गए भर्ती, करवाया गया है ये टेस्‍ट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच दिल्ली में नए मरीजों का आंकड़ा फिर 50 के पार, पिछले 24 घंटे में मिले 54 मरीज Omicron Variant: जोखिम वाले देशों से आए 16 हजार यात्रियों का हुआ टेस्ट, 18 सैंपल मिले पॉजिटिव ओमिक्रॉन: बेंगलुरू में दक्षिण अफ्रीका से आए लापता यात्रियों को पुलिस कर रही ट्रेस",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-fertility-rate-fall-contraceptive-use-are-the-main-reason-behind-651498.html,"NFHS-5: गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल में वृद्धि है देश की प्रजनन दर में कमी की वजह, बिहार में दोगुना बढ़ा इस्तेमाल","NFHS-5: गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल में वृद्धि है देश की प्रजनन दर में कमी की वजह, बिहार में दोगुना बढ़ा इस्तेमाल By Vivek Singh| Published: Friday, December 3, 2021, 17:20 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसम्बर। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस-5) का हालिया सर्वेक्षण खुशखबरी लेकर आया है। सर्वेक्षण में जहां पहली बार देश में महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में ज्यादा हुई है वहीं प्रजनन दर में कमी भी दर्ज की गई है जो कि बढ़ती जनसंख्या से परेशान भारत के लिए राहत देने वाली बात है। 2019-21 के इस सर्वेक्षण में एक महिला के बच्चा पैदा करने का औसत 2.2 से घटकर 2 बच्चों का हो गया है जो कि अब तक का सबसे कम है। देश में प्रजनन दर में गिरावट के पीछे प्रमुख वजह गर्भनिरोधकों का बढ़ता उपयोग है। गर्भ निरोधकों के इस्तेमाल में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 5 वर्षों में परिवार नियोजन के लिए अपनाए जाने वाले आधुनिक गर्भ निरोधकों के उपयोग में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2015-16 के एनएफएचएस-4 में जहां गर्भनिरोधकों का उपयोग 7.8 प्रतिशत था वहीं 2019-20 में किए गए एनएफएचएस-5 में यह बढ़कर 56.5 प्रतिशत पर पहुंच गया। सर्वेक्षण से प्राप्त डेटा के मुताबिक 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में से 30 ने गर्भनिरोधकों के उपयोग में वृद्धि दिखाई है। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों की बड़ी आबादी को देखते हुए इनके इस्तेमाल में सुधार विशेष रूप से उत्साहजनक रहा है। बिहार में गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल की मात्रा लगभग दोगुनी (23.3% से 44.4%) हो गई है। प्रजनन दर में कमी के पीछ तीन मुख्य कारक विशेषज्ञों के मुताबिक प्रजनन दर में कमी के पीछे तीन मुख्य कारक हैं- पहला गर्भनिरोधकों का उपयोग, दूसरा विवाह की उम्र में वृद्धि और तीसरा कारक गर्भपात है। बिहार में शादी की उम्र अभी भी कम बनी हुई है और पिछले सर्वेक्षण से इसमें विशेष अंतर नहीं आया है। एनएफएचएस-4 में 43 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 साल से कम उम्र में हो गई थी वहीं एनएफएचएस-5 में यह मामूली कमी के साथ 41 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यूपी में शादी की उम्र बढ़ी वहीं सबसे बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश में शादी की उम्र बढ़ी है जिसके चलते उन्हें परिवार नियोजन की अच्छी समझ के साथ मौका भी मिल रहा है। एनएफएचएस-4 में उत्तर प्रदेश में 21% महिलाओं की शादी 18 वर्ष की उम्र में हो गई थी वहीं एनएफएचएस-5 में यह संख्या 5 प्रतिशत घटकर 16% पर पहुंच गई है। इसके साथ ही यूपी ने नसबंदी और दूसरे गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल के मिश्रण में भी बहुत बढ़िया संतुलन दिखाया है जो कि अच्छा संकेत है। यूपी में जिन गर्भनिरोधक उपायों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया गया है उनमें कंडोम पहले नंबर पर है जो कि एक और अच्छा संकेत है। गर्भनिरोधक उपायों में यूपी में जहां 40 प्रतिशत ने नसबंदी कराई है वहीं 60 प्रतिशत अस्थायी उपायों का प्रयोग कर रहे हैं। यूपी में गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल 13 प्रतिशत बढ़ा पिछले 5 साल में यूपी में गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो कि राष्ट्रीय औसत से अधिक है। 2015-16 में जहां 31.7 प्रतिशत लोग गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल कर रहे थे वहीं 2019-20 में यह बढ़कर 44.5 प्रतिशत पहुंच गया। इस दौरान महिला नसबंदी में 0.4 प्रतिशत की कमी देखी गई है। NFHS-5: भारत में पहली बार पुरुषों से ज्यादा महिलाएं, बैंक खाता रखने वाली औरतें भी 25% बढ़ीं",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/read-everything-about-amitabh-bachchan-s-loving-son-in-law-nikhil-nanda-651492.html,"जानिए अमिताभ बच्चन के लाडले दामाद निखिल नंदा के बारे में सब कुछ, कपूर परिवार से भी है खास कनेक्शन","जानिए अमिताभ बच्चन के लाडले दामाद निखिल नंदा के बारे में सब कुछ, कपूर परिवार से भी है खास कनेक्शन By Ankur Sharma| Updated: Friday, December 3, 2021, 17:02 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर। सोनी टीवी के लोकप्रिय शो ' कौन बनेगा करोड़ पति' के 1000वें एपीसोड में अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन और उनकी नवासी नव्या नवेली मेहमान बनकर आने वाले हैं। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि इस तरह से किसी शो में अमिताभ अपनी बेटी और नवासी के साथ दिखाई पड़े। श्वेता आम तौर पर लाइमलाइट से काफी दूर रहती हैं अपने पापा के बेहद करीबी श्वेता आम तौर पर लाइमलाइट से काफी दूर रहती हैं। उनकी करीबी उन्हें बेहद हंसमुख और मिलनसार कहते हैं। उनकी सौम्यता को देखकर कोई नहीं कह सकता है कि वो सदी के महानायक की बेटी और एक बहुत बड़े बिजनेसमैन की पत्नी हैं। KBC completes 1000 episode: पत्नी जया से अमिताभ ने क्यों कहा-'जाओ हम तुमसे बात नहीं करेंगे?' आइए आज आपको बतातें हैं श्वेता बच्चन के पति, नव्या नवेली के पापा और अमिताभ-जया के चहेते दामाद निखिल नंदा के बारे में खास बातें लाइमलाइट से दूर रहते हैं निखिल नंदा अपनी पत्नी की ही तरह लाइमलाइट से दूर रहने वाले निखिल नंदा भारत के टॉप बिजनेसमैन में से एक हैं। वो इस वक्त एस्कॉर्ट्स लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। एस्कॉर्ट्स लिमिटेड ट्रैक्टर और अन्य कृषि उपकरण बनाती है। जिसके संस्थापक निखिल के दादाजी हर प्रसाद नंदा थे। ऋतु नंदा के पिता अभिनेता राजकपूर थे इस कंपनी की स्थापना साल 1944 में हुई थी। निखिल नंदा मशहूर बिजनेस मैन राजन नंदा और ऋतु नंदा के बेटे हैं। उनके नाना अभिनेता राजकपूर थे, यानि कि निखिल कपूर परिवार भी नंदा का ननिहाल है। निखिल नंदा और श्वेता बच्चन की शादी साल 1997 में हुई थी। ये शादी एक अरेंज मैरज थी, निखिल-श्वेता शादी से पहले अपने परिवारवालों के ही कहने से मिले थे। दोनों को शादी से दो बच्चे नव्या नवेली और अगस्तया हैं। Kapil Sharma Show: कपिल ने करण से पूछा गर्लफ्रेंड के बारे में तो बोले सनी-'शर्माते-शर्माते सब कर लिया ' निखिल अपने पिता के निधन के बाद एस्कॉर्ट्स ग्रुप के चेयरमैन बने कभी-कभी बॉलीवुड के इवेंट या बच्चन परिवार की किसी पार्टी में दिखाई पड़ने वाले निखिल नंदा ने दून से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की थी और इसके बाद उन्होंने अमेरिका के व्हार्टन बिजनेस स्कूल से प्रबंधन और विपणन की डिग्री हासिल की थी। निखिल अपने पिता के निधन के बाद एस्कॉर्ट्स ग्रुप के चेयरमैन बने थे। हालांकि साल 2013 में एस्कॉर्ट्स में मैनेजिंग डायरेक्टर बने। वो साल 1997 से ही वो निर्देशक मंडल के मेंबर हैं तो वहीं उन्होंने अमेरिका का व्हार्टन बिजनेस स्कूल से प्रबंधन और विपणन की पढ़ाई की है। अपने पति के साथ खुशी-खुशी जीवन व्यतीत करने वाली श्वेता बच्चन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो मिसेज निखिल नंदा बनकर काफी खुश हैं। उनकी आवाज और चेहरा कभी भी हिरोईन वाला नहीं था इसलिए उन्होंने कभी भी एक्टिंग के लिए ट्राई नहीं किया। हाल ही में जब निखिल नंदा को बेस्ट CEO के अवॉर्ड से नवाजा गया था तो नव्या ने अपने पापा को विश करते हुए एक भावुक पोस्ट लिखी थी, जो कि काफी वायरल हुई थी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? भारत मैट्रिमोनी पर - निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! अधिक amitabh bachchan समाचार क्यों अमिताभ बच्चन के बंगले की 'दीवार' पैदा कर सकती है कांग्रेस-शिवसेना में दरार ? KBC 1000 episode: श्वेता का सवाल सुनने के बाद रो पड़े अमिताभ, कहा-'खेल अभी खत्म नहीं हुआ है' Arunodaya Sharma KBC : जानिए कौन हैं 9 साल के अरुणोदय, जिनकी बातें सुन अमिताभ बोले- हमें नहीं खेलना... अमिताभ बच्चन के पास अरबों की संपत्ति, फिर भी गरीबी में जी रहा 'महानायक' का एक परिवार Video: जब अमिताभ बच्चन से बात करते हुए KBC में रोने लगे जॉन अब्राहम, टीवी पर पहले कभी नहीं दिखे ऐसे इमोशनल पहली बार KBC के मंच पर अमिताभ संग नजए आएंगी बेटी और नातिन, सामने आई सुंदर तस्वीर अमिताभ बच्‍चन की पोती आराध्‍या की चाल देखकर गुस्‍साएं लोग, Video में देखें आखिर क्‍यों केबीसी के सेट पर बच्ची ने अमिताभ बच्चन की लगाई डांट, Sorry Miss बोलते दिखे बिग बी 21 साल के हुए अमिताभ बच्चन के नाती, मामू अभिषेक बोले- 'अब मेरे कपड़े और जूते लेना बंद कर दो...' पान मसाला का विज्ञापन प्रसारित करने पर आगबबूला हुए अमिताभ बच्‍चन, भेजा लीगल नोटिस Video: अमिताभ बच्चन को क्यों हुआ बेटे अभिषेक बच्चन पर गर्व? 'बॉब बिस्वास' का ट्रेलर देख खुद जान जाइए इस उभरते हीरो के साथ रिलेशन में अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या, सीरियस है मामला",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-insacog-said-people-over-40-giving-booster-dose-of-covid-vaccine-may-be-considered-651482.html,ओमिक्रॉन के मद्देनजर 40 पार लोगों को कोविड वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज देने पर होना चाहिए विचार: INSACOG,"ओमिक्रॉन के मद्देनजर 40 पार लोगों को कोविड वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज देने पर होना चाहिए विचार: INSACOG By Bhavna Pandey| Published: Friday, December 3, 2021, 15:52 [IST] नई दिल्‍ली, 03 दिसंबर। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने लोगों के सामने एक बड़ी समस्‍या खड़ी कर दी है। कौन सी वैक्‍सीन इस पर अधिक प्रभावी है और क्‍या दोनों वैक्‍सीन लगवा चुके लोगों को इस नए वेरिएंट से बचने के लिए बूस्‍टर डोज लगवानी चाहिए, इस पर फोकस किया जा रहा है। वहीं INSACOG का कहना है कि ओमिक्रॉन के खिलाफ 40 साल से ऊपर की उम्र के लोगों के लिए कोविड -19 को बूस्टर डोज दिए जाने पर विचार किया जा सकता है। COVID Omicron Variant India: एक्सपर्ट बोले- आते रहेंगे नए वेरिएंट, सतर्क रहें | वनइंडिया हिंदी INSACOG ने कहा हाई रिस्‍क वाले सभी बचे हुए लोगों को वैक्‍सीन और 40 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक पर विचार करने पर विचार किया जा सकता है। भारतीय कोविड 19 जेनेटिक्स कंसोर्टियम या INSACOG ने अपने नवीनतम साप्ताहिक बुलेटिन में कहा कि 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर वैक्सीन की खुराक देने पर विचार करने की सिफारिश की है। निकाय ने देश के लिए नए वेरिएंट ओमिक्रॉन स द्वारा उत्पन्न जोखिमों के कारण इसकी सिफारिश की। इसने उन सभी लोगों के टीकाकरण करवाने पर जोर डाला जो अभी तक असंबद्ध हैं और ""जोखिम में हैं।""इसमें कहा गया है कि मौजूदा वैक्‍सीन से एंटीबॉडी ओमिक्रॉन वेरिएंट को बेअसर करने के लिए पर्याप्त होने की संभावना नहीं है, लेकिन इस वेरिएंट से गंभीर बीमारी का जोखिम कम होने की संभावना है। ओमिक्रॉन पर दूसरे टीकों के मुकाबले क्यों ज्यादा असरदार है कोवैक्सीन, ICMR ने बताई वजह",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/bigg-boss-15-pratik-sehajpal-cry-on-tejasswi-prakash-accuses-him-of-inappropriate-651455.html,"BB15: फूट-फूट कर रोए प्रतीक, जब तेजस्वी ने कहा- 'टास्क में तेरा हाथ लड़कियों को कहां-कहां...', देखें Video","BB15: फूट-फूट कर रोए प्रतीक, जब तेजस्वी ने कहा- 'टास्क में तेरा हाथ लड़कियों को कहां-कहां...', देखें Video By Pallavi Kumari| Updated: Friday, December 3, 2021, 13:26 [IST] मुंबई, 03 दिसंबर: बिग बॉस 15 में जब से वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट्स की एंट्री हुई है, ऐसा लग रहा है घर में जान सी आ गई है। घर में लड़ाई-झगड़े और ड्रामा अब आम बात हो गई है। बिग बॉस 15 के कंटेस्टेंट करण कुंद्रा और प्रतीक सहजपाल के बीच एक बार फिर घर के अंदर तकरार देखने को मिली है। कलर्स टीवी पर शो के एक नए प्रोमो में करण कुंद्रा और प्रतीक सहजपाल दोनों एक टास्क के दौरान फिजिकल हो गए और हाथापाई पर उतर आए। प्रतीक ने करण पर लात मारने का आरोप लगाया। इसी लड़ाई के बीच तेजस्वी प्रकाश करण के बचाव में आईं और प्रतीक पर गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया। तेजस्वी की इस बात को सुनकर करण टूट गए थे और रोते हुए दिखाई दिए। प्रतीक और करण के बीच कैसे हुआ झगड़ा वीडियो के शुरुआत में दिखता है कि करण कुंद्रा निशांत भट पर कुछ फेंकते हैं, जो उनकी ओर पीठ करके खड़ा था। जैसी ही इस हरकत को प्रतीक सहजपाल देखते हैं, वो दौड़ कर आते हुए करण को कहते हैं, आप उसे क्यों मार रहे हैं, क्या फेंक रहे हो, उधर। करण ने कहा, ""कहां मारा, मैंने कहां कुछ फेंका है'' बात करते हुए करण प्रतीक की ओर आगे बढ़ते हैं और उसे अपने शरीर से धक्का देते हैं। जिसके बाद प्रतीक ने भी करण को धक्का दिया और लड़ाई फिजिकल हो गई। 'मैंने किसी को नहीं मारा, जाकर कैमरा चेक करो...' करण कुंद्रा और प्रतीक सहजपाल की लड़ाई को निशांत भट, देवोलीना भट्टाचार्जी और रश्मि देसाई रोकने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान प्रतीक राखी से बार-बार कह रहे थे कि ""उसने (करण कुंद्रा) मुझे लात मारी है।'' वहीं करण को दूसरों से कहते सुना गया, ""नहीं मारा है मैंने किसी को। जाओ कैमरा चेक करो।'' इसके बाद प्रतीक ने करण पर आरोप लगाया और कहा, ""मैं तो अब तेरा सर फाड़ के जाउंगा आपका, याद रखना।"" जैसे ही करण ने जवाब देने की कोशिश की प्रतीक उस पर चिल्लाया, ""चुप रहो। मुंह बंद करके बैठे रहो।"" बैठे हुए करण ने अपनी सीट से छलांग लगा दी और उससे कहा, ""ओपन चैलेंज देता हूं...।'' 'टास्क में तेरा हाथ लड़कियों को कहां-कहां...' प्रतीक और करण के इस झगड़े में तेजस्वी प्रकाश ने कुछ ऐसा कहा, जिसके बाद प्रतीक फूट-फूट कर रोने लगे। तेजस्वी प्रकाश ने प्रतीक से कहा, ""खोलू मैं अपना मुंह, टास्क में तेरा हांथ लड़कियों को कहां कहां लगते हैं। थप्पड़ तक पड़े हुए हैं।"" प्रतीक ने इस बात को सुनने के बाद कहा, ''मैं रोना चाहता हूं। मुझे रोना आ रहा है और यह खेल इस हद तक जाएगा मैंने सोचा नहीं था। मैं सिर्फ यह जानना चाहता हूं।""",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covaccin-may-be-more-effective-than-other-vaccines-against-omicron-icmr-651445.html,"ओमिक्रॉन पर दूसरे टीकों के मुकाबले क्यों ज्यादा असरदार है कोवैक्सीन, ICMR ने बताई वजह","ओमिक्रॉन पर दूसरे टीकों के मुकाबले क्यों ज्यादा असरदार है कोवैक्सीन, ICMR ने बताई वजह By Bhavna Pandey| Updated: Friday, December 3, 2021, 13:14 [IST] नई दिल्‍ली, 03 दिसंबर। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की भारत में एंट्री हो चुकी है। वहीं वैज्ञानिक इस रिसर्च में जुट चुके हैं कि कोरोना पर कौन सी वैक्‍सीन ज्‍यादा असरदार है। वहीं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक अधिकारी ने कहा है कि भारत बायोटेक का कोविड वैक्सीन 'कोवैक्सिन' अत्यधिक परिवर्तनशील ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी हो सकता है। इसके साथ उन्‍होंने बताया कि कोवैक्‍सीन अन्‍य वैक्‍सीन की तुलना में ज्‍यादा इस नए वेरिएंट पर अधिक असरदार है। अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर ये हिंदू बिजनेस को बताया कि ये अन्य उपलब्ध टीकों की तुलना में यह कोवैक्सिन ओमिक्रॉन के खिलाफ अधिक प्रभावी होने की संभावना है। अधिकारी ने ये बताया कि कोवैक्सिन एक विषाणु-निष्क्रिय टीका पूरे वायरस को कवर करता है और इस अत्यधिक म्यूटेंस के नए वेरिएंट के खिलाफ काम कर सकता है""। आईसीएमआर के अधिकारी ने कहा कोवैक्सिन को अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा जैसे अन्य वेरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी पाया गया, इसलिए हम उम्मीद कर सकते हैं कि यह नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खिलाफ भी प्रभावी होगा। हालांकि ये पुख्‍ता तौर पर अधिक सैंपल पर जांच होने के बाद ही कहा जा सकेगा। उन्‍होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि यह सुरक्षा प्रदान करेगा। एक बार जब हम सैंपल प्राप्त कर लेंगे, तो हम पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में टीके की प्रभावकारिता का परीक्षण करेंगे। रिपोर्ट में कंपनी के एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि वैक्सीन को वुहान में खोजे गए कोरोना के मुख्‍य वायरस के खिलाफ विकसित किया गया था और ""यह दिखाया गया है कि यह अन्य वेरिएंट के खिलाफ काम कर सकता है। वॉकहार्ट अस्पताल के केदार तोरास्कर ने यह भी कहा कि सैद्धांतिक रूप से, क्योंकि कोवैक्सिन एमआरएनए (मॉडर्ना, फाइजर) और एडिनोवेक्टर टीके (स्पुतनिक, एस्ट्राजेनेका) जैसे स्पाइक प्रोटीन के बजाय सभी एंटीजन और एपिटोप को कवर करता है, यह ओमाइक्रोन के खिलाफ बेहतर सुरक्षा दे सकता है,"" लेकिन वह अधिक शोध और परीक्षण की आवश्यकता है। Omicron symptoms: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रान के लक्षण क्‍या हैं और जानें कितना है खतरनाक एम्स के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने पहले कहा था कि स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में ओमिक्रॉन के 30 से अधिक म्यूटेशन हैं, जो इसे एक प्रतिरक्षा बचाव तंत्र विकसित करने की क्षमता प्रदान करते हैं, और टीकों की प्रभावकारिता का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया जाना चाहिए। स्पाइक प्रोटीन की उपस्थिति एक वायरस को मेजबान कोशिका में प्रवेश करने में मदद करती है, जिससे यह संक्रमणीय हो जाता है और संक्रमण का कारण बनता है। उन्‍होंने कहा चूंकि स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ एंटीबॉडी बनाने वाले अधिकांश टीके स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में कई म्यूटेशन से कोविड ​​​​-19 वैक्सीन प्रभावकारिता में कमी आ सकती है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/corona-new-variant-omicron-hits-tourism-sector-20-percent-cancellations-increase-651440.html,"कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने टूरिज्म सेक्टर को दिया झटका, 20 प्रतिशत तक बढ़ा कैंसिलेशन","कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने टूरिज्म सेक्टर को दिया झटका, 20 प्रतिशत तक बढ़ा कैंसिलेशन By Kapil Tiwari| Updated: Friday, December 3, 2021, 12:27 [IST] नई दिल्ली, दिसंबर 03। कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर के 30 से अधिक देशों में फैल चुका है। इस नए खतरे के बढ़ने के बाद कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं, जिसकी वजह से टूरिज्म इंडस्ट्री एकबार फिर बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। साल 2020 में भी कोरोना महामारी के कारण लगाए लॉकडाउन की वजह से टूरिज्म इंडस्ट्री पूरी तरह से ठप्प हो गई थी। 2021 का आधा साल भी ऐसे ही निकल गया था, लेकिन अब पिछले कुछ महीनों से पर्यटन क्षेत्र में सुधार देखने को मिल रहे थे, लेकिन अब फिर से हालात खराब होना शुरू हो गए हैं। 20 प्रतिशत हुआ कैंसिलेशन ओमिक्रोन की दस्तक के बाद टूर ऑपरेटरों का कहना है कि सीजन के वक्त में अब कस्टमर की तरफ से कैंसिलेशन बढ़ गया है। NDTV की खबर के मुताबिक, चेन्नई में मदुरा ट्रैवल सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीहरन बालन का कहना है कि पिछले तीन दिनों के अंदर ट्रैवल एजेंसियों ने आउटबाउंड यात्रा में लगभग 20 प्रतिशत कैंसिलेशन देखा है। उनका कहना है कि ओमिक्रोन के खतरे के कारण अब लोग अपनी यात्रा को कैंसिल कर रहे हैं। इन देशों की यात्रा कैंसिल कर रहे हैं लोग श्रीहरन बालन ने आगे कहा है कि 2020 में लंबे लॉकडाउन के बाद अब टूरिज्म सेक्टर पटरी पर लौट रहा था, लेकिन ओमीक्रोन ने फिर से मुश्किलें पैदा कर दी हैं। ओमिक्रोन की दस्तक के बाद दुबई, यूरोप और अमेरिका के लिए आउटबाउंड बुकिंग में क्रिसमस और नए साल के जश्न से पहले बड़े स्तर पर लोग अपनी यात्रा को कैंसिल कर रहे हैं। ओमिक्रोन खतरे के कारण गिरावट देखी जा रही है। कर्नाटक में मिले ओमिक्रोन के 2 मामले आपको बता दें कि भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के सबसे पहले मामले कर्नाटक में रिपोर्ट किए गए हैं। भारत सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपने उस फैसले को भी वापस ले लिया है, जिसमें 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट को शुरू करने का ऐलान किया था। कर्नाटक के बाद कई और राज्यों में भी विदेशों से लौट रहे यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनके सैंपल जांच के लिए आगे भेजे गए हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cyclone-jawad-live-updates-651439.html,Cyclone Jawad Live Updates: ओडिशा-आंध्र के तट से टकराने से पहले आज रात को कमजोर हो सकता है चक्रवात जवाद- IMD,"5 Dec, 2021 6:32:10 IST Cyclone Jawad Live Updates: ओडिशा-आंध्र के तट से टकराने से पहले आज रात को कमजोर हो सकता है चक्रवात जवाद- IMD By Ankur Sharma| Updated: Sunday, December 5, 2021, 8:36 [IST] नई दिल्ली,03 दिसंबर। साइक्लोन 'जवाद' के मद्देनजर आंध्र प्रदेश और ओडिशा में Red Alert जारी है। आईएमडी के ताजा अपडेट के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन तेज हो गया है और ये तेजी से आग बढ़ रहा है। इस तूफान की वजह से कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका है। कहा जा रहा है कि 'जवाद के तटीय तट से टकराते ही प्रचंड रूप ले सकता है। पढ़िए, साइक्लोन जवाद से जुड़े लाइव अपडेट। Cyclone Jawad: चक्रवात जवाद का खतरा, PM Modi ने की हाई लेवल मीटिंग | वनइंडिया हिंदी पल-पल के लाइव अपडेट के लिए पेज को रीफ्रेश करते रहिए... Cyclone Jawad: ओडिशा-आंध्रा में भारी बारिश का अलर्ट, नार्थ में गिरा पारा, पड़ाड़ों पर हुई बर्फबारी, बढ़ी ठंड Newest First Oldest First 8:36 AM, 5 Dec #WATCH | The sea at Digha has turned rough due to cyclonic circulation over the Bay of Bengal ""Deep Depression remnant of cyclonic storm Jawad to weaken further into a Depression, reach Odisha coast near Puri around noon today,"" says IMD. pic.twitter.com/kuS6OzqsZX — ANI (@ANI) December 5, 2021 भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है। 6:39 AM, 5 Dec Cyclone #Jawad | 18 NDRF teams are deployed in West Bengal. We carried out awareness programmes & ready for evacuations if needed. It's a matter of relief that 'Jawad' will weaken into a deep depression when it reaches Puri beach tomorrow:SD Prasad, Asst Commandant, NDRF in Digha pic.twitter.com/Aaus90wsBR — ANI (@ANI) December 4, 2021 एनडीआरएफ की 18 टीमों को पश्चिम बंगाल में तैनात किया गया है, हमने लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाया, जरूरत पड़ने पर लोगों से घर खाली कराए जाएंगे। पुरी बीच पहुंचने पर यह चक्रवात कमजोर पड़ जाएगा, यह राहत की बात है- एसडी प्रसाद, असिस्टैंट कमांडर, NDRF डीघा 7:07 PM, 4 Dec ओडिशा-आंध्र के तट से टकराने से पहले आज रात को कमजोर हो सकता है चक्रवात जवाद- IMD 5:16 PM, 4 Dec ओडिशा: पुरि में चक्रवात आने की संभावना को देखते हुए तटीय इलाकों में NDRF की टीम तैनात की गई। NDRF के अधिकारी विश्वनाथ चौधरी ने बताया, ""जवाद तूफान आने वाला है, इसके लिए हमारी एक टीम पुरी में तैनात है। अगर यहां परिस्थिति खराब होती है, तो उसके लिए हमारे पास बचाव के सभी उपकरण है।"" 5:16 PM, 4 Dec आंध्र प्रदेश: NDRF की टीम श्रीकाकुलम के निचले इलाकों का दौरा किया। NDRF इंस्पेक्टर ने बताया, ""बारिश बंद हो चुकी है, निचले इलाकों में कहीं कोई रोड ब्लॉक और नुकसान तो नहीं हुआ इसे देखने के लिए हम सुबह से निकले हुए हैं,अभी ऐसी कोई स्थिति नहीं देखी है। यहां कुल 11-12 टीम तैनात हैं।"" 5:16 PM, 4 Dec तमिलनाडु: मदुरई में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव हो गया। 5:15 PM, 4 Dec आज और कल मछुआरों को समुद्र में जाना मना है। आज हमारे तटीय ज़िलों में भारी बारिश होने की संभावना है। कल भी उत्तर तटीय ज़िलों में भी भारी बारिश हो सकता है फिर 6 तारीख से बारिश बिलकुल कम हो जाएगी: एच.आर. बिस्वास, निदेशक,आईएमडी, भुवनेश्वर, ओडिशा 5:15 PM, 4 Dec उसके बाद चक्रवात कमज़ोर होगा फिर उत्तर-उत्तर पूर्वी की ओर बढ़कर कल ओडिशा के पुरी के पास पहुंचेगा। कल जब चक्रवात आएगा तो डीप डिप्रेशन होनी की संभावना है उसके बाद और कमज़ोर होकर चक्रवात उत्तर-उत्तर पूर्वी की ओर बढ़कर ओडिशा से पश्चिम बंगाल की ओर जाएगा: निदेशक,आईएमडी, भुवनेश्वर 5:15 PM, 4 Dec पिछले 6 घंटे में चक्रवात जवाद उत्तर की ओर बढ़ा है, ये 320 किमी. दक्षिण गोपालपुर, 390 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व पुरी और 470 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम पारादीप में केंद्रित हैं। अगले 12 घंटे तक चक्रवात उत्तर की ओर ही रहेगा: एच.आर. बिस्वास, निदेशक,आईएमडी, भुवनेश्वर,ओडिशा 5:15 PM, 4 Dec NDRF की 52 टीमें तैनात हैं और 12 टीमें रिजर्व हैं। बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में ज़रूरत के मुताबिक टीम भेजी गई हैं। हमने पूरी तैयारी कर ली है। IMD की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक चक्रवाती तूफान जवाद की ताकत पहले से कम हो रही है: अतुल करवाल DG NDRF दिल्ली 3:51 PM, 4 Dec हमारे सभी प्रतिक्रिया बल मैदान में तैनात हैं और कुछ निकासी भी जारी है। निचले मकानों में रहने वाले लोगों को ही ले जाया जा रहा है। इस चक्रवात के प्रभाव के रूप में, हम धान की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान की उम्मीद करते हैं। फसल क्षति का आकलन किया जा रहा है : प्रदीप कुमार जेना 3:51 PM, 4 Dec जवाद चक्रवात वर्तमान में विशाखापत्तनम के दक्षिण-पूर्व में लगभग 210 किमी और पुरी से 390 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। चक्रवात कमजोर पड़ने के संकेत दे रहा है। चक्रवात कल शाम तक ओडिशा से दूर चला जाएगा: प्रदीप कुमार जेना, राहत आयुक्त, ओडिशा 3:47 PM, 4 Dec पश्चिम बंगाल | हल्की बारिश शुरू हो चुकी है और कुछ घंटों में हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है। हम पुराने और नए दीघा के तटीय क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह रहे हैं: एम कलैयासन 2 बटालियन, एनडीआरएफ 2:08 PM, 4 Dec चक्रवाती तूफान जवाद वर्तमान में विशाखापत्तनम से 210 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व में और पुरी के लगभग 390 किमी दक्षिण दक्षिण पश्चिम और पारादीप के 470 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है: प्रदीप कुमार जेना, विशेष राहत आयुक्त, भुवनेश्वर, उड़ीसा 2:07 PM, 4 Dec बारिश शुरू हो गई है इसे लेकर हम लोगों को माइकिंग के जरिए जागरूक कर रहे हैं। पर्यटकों को जवाद चक्रवाती तूफान से जुड़ी सावधानियां बरतने को कहा जा रहा है। NDRF के जवान लगातार तटीय क्षेत्र पर तैनात है: NDRF द्वितीय बटालियन के टीम कमांडेंट एम. कलैयारसन, दीघा पूर्व मिदनापुर में 12:26 PM, 4 Dec सबकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। प्रशासन द्वारा ज़रूरतमंदों के लिए शेल्टर की व्यवस्था की जा रही है। तुफान को देखते हुए समुद्र तट पर किसी को जाने की अनुमति नहीं है, तट पर जो पर्यटक थे उन्हें भी हटा दिया गया है: पुलिस अधीक्षक पुरी कंवर विशाल सिंह 12:26 PM, 4 Dec जवाद के प्रभाव से उत्तर आंध्र प्रदेश और कोस्टल ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश हो रही है। आज से भारी बारिश होने की संभावना है। बंगाल में बारिश होगी। जवाद अभी पुरी से 400 किमी दूर है। उड़ीसा पहुंचने पर इसकी गति 50 किमी प्रति घंटा होगी: IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र 10:17 AM, 4 Dec विशाखापत्तनम: पूर्वी तट रेलवे का वाल्टेयर डिवीजन चक्रवात जवाद से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। हम राज्य सरकार, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों के संपर्क में हैं। हमारे कर्मी अलर्ट पर हैं और पूरी तैयारी में हैं: एके सत्पथी, मंडल रेल प्रबंधक 10:16 AM, 4 Dec तमिलनाडु | क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण जिले के स्कूल और कॉलेज आज बंद रहेंगे: मदुरै जिला कलेक्टर अनीश शेखर 10:15 AM, 4 Dec इसके धीरे-धीरे कमजोर होने और अगले 12 घंटों के दौरान लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और फिर ओडिशा तट के साथ उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर 5 दिसंबर दोपहर के आसपास पुरी के पास एक गहरे अवसाद के रूप में पहुंचने की संभावना है। इसके और कमजोर होने और पश्चिम बंगाल तट की ओर उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है: IMD 10:15 AM, 4 Dec चक्रवात जवाद के मद्देनजर आंध्र प्रदेश के तीन ज़िलों विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम में 11 NDRF, 5 SDRF, 6 तटरक्षक बल, 10 समुद्री पुलिस दल तैनात किए गए हैं। अभी तक इन ज़िलों के निचले इलाकों से 54,008 लोगों को निकाला गया है। 10:15 AM, 4 Dec चक्रवाती तूफान जवाद बंगाल की पश्चिम-मध्य खाड़ी में विशाखापत्तनम से लगभग 230 किमी दक्षिण पूर्व, गोपालपुर से 340 किमी दक्षिण, पुरी से 410 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पारादीप से 490 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है: भारत मौसम विज्ञान विभाग 10:14 AM, 4 Dec तमिलनाडु: मदुरै शहर के कई हिस्सों में बारिश हुई। 9:00 PM, 3 Dec IMD के मुताबिक तूफान के उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा तट के साथ पुरी के करीब 5 दिसंबर की दोपहर तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद इसके बंगाल की ओर बढ़ने की आशंका है। 8:57 PM, 3 Dec आईएमडी विशाखापट्टनम निदेशक सुनंदा ने कहा कि चक्रवात अब उत्तर पश्चिम दिशा में उत्तर आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है। कल ये तीव्रता से आगे बढ़ेगा। इसके बाद ये उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुड़ेगा और फिर ओडिशा में गोपालपुर-पुरी के बीच से गुजरेगा। 5:33 PM, 3 Dec NDRF की कुल 46 टीमों को उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भेजा गया है। किसी भी दल को एयरलिफ्ट करने की स्थिति उत्पन्न होने पर IDS अलर्ट पर है। 18 अन्य टीमें स्टैंडबाय पर हैं: अतुल करवाल DG, NDRF pic.twitter.com/zabjjFysc5 — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2021 18 अन्य टीमें स्टैंडबाय पर हैं: अतुल करवाल DG, NDRF 5:33 PM, 3 Dec NDRF की कुल 46 टीमों को उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भेजा गया है: अतुल करवाल DG, NDRF 3:20 PM, 3 Dec बंगाल की खाड़ी के ऊपर 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है: आईएमडी अमरावती निदेशक स्टेला सैमुअल 3:20 PM, 3 Dec Light to moderate rain or thundershowers likely to occur at most places of north coastal Andhra Pradesh. Fishermen are advised not to venture in sea as gale wind speed of 90 to 100 kmph is likely to occur over Bay of Bengal: IMD Amaravati Director Stella Samuel 3/4 pic.twitter.com/tGOdcgbLZu — ANI (@ANI) December 3, 2021 आईएमडी अमरावती निदेशक स्टेला सैमुअल ने कहा कि उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की आशंका है और इसलिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। 1:51 PM, 3 Dec ओडिशा के तटीय जिलों में NDRF की 266 टीमों को भेजा गया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cyclone-jawad-rain-alert-in-odisha-andhra-mercury-dropped-in-north-snowfall-in-utt-jk-weather-update-651437.html,"Cyclone Jawad: ओडिशा-आंध्रा में भारी बारिश का अलर्ट, नॉर्थ में गिरा पारा, पड़ाड़ों पर हुई बर्फबारी, बढ़ी ठंड","Cyclone Jawad: ओडिशा-आंध्रा में भारी बारिश का अलर्ट, नॉर्थ में गिरा पारा, पड़ाड़ों पर हुई बर्फबारी, बढ़ी ठंड By Ankur Sharma| Updated: Friday, December 3, 2021, 12:14 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर। पूरे देश में मौसम का उलटफेर जारी है। साइक्लोन 'जवाद' के मद्देनजर आंध्र प्रदेश और ओडिशा में Red Alert जारी है तो वहीं नॉर्थ में कई जगहों पर हुई बूंदा-बांदी से तापमान में तेजी से गिरावट आई है और सर्दी बढ़ गई है। आईएमडी के ताजा अपडेट के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन तेज हो गया है और ये तेजी से आग बढ़ रहा है। इसके कल ओडिशा के तटों से टकराने की आशंका है। इससे निपटने के लिए सेना को तैनात किया गया है तो वहीं पीएम मोदी ने तूफान के मद्देनजर कल कई ताबड़तोड़ बैठकें भी की हैं। Cyclone Jawad को लेकर NDRF की 46 टीमें तैनात, जानें क्या है तैयारी | वनइंडिया हिंदी ओडिशा-आंध्रा में भारी बारिश का अलर्ट जहां एक और चक्रवात के कारण ओडिशा-आंध्रा में ये हाल है, वहीं दूसरी ओर नार्थ में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण एकदम से कल से ठंड बढ़ गई है। गुरुवार को दिल्ली और आस-पास के इलाकों में हल्की बारिश हुई है, जिसकी वजह से एकदम से ठंड बढ़ गई है। Cyclone Jawad: क्या होता है 'जवाद' का मतलब? किसने दिया ये नाम? जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में बर्फबारी जबकि जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में बर्फबारी हुई है, जिससे पारा नीचे गिर गया है और सर्दी में इजाफा हुआ है। IMD ने पहले ही 4 दिसंबर के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में स्नोफॉल होने के आसार हैं। अगर पहाड़ों पर बारिश होगी तो निश्चित तौर पर मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ेगी। तूफान का असर जबकि 'जवाद' का असर कई राज्यों में दिखाई देगा। मौसम विभाग ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में अगले 3 से 4 दिन के अंदर बारिश होने की संभावना जताई है। दक्षिण भारत में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा तो वहीं दक्षिण भारत में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। आज भी तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में भारी बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग ने यहां भी अलर्ट जारी किया हुआ है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? भारत मैट्रिमोनी पर - निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! अधिक पश्चिम बंगाल समाचार Cyclone Jawad: ओडिशा पर मंडराया चक्रवात 'जवाद' का खतरा, Red Alert जारी बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बैठकर गाया राष्ट्रगान, मुंबई बीजेपी के एक नेता ने दर्ज कराई FIR बंगाली एक्ट्रेस को धमकी देने वाला 'सनकी' गिरफ्तार, 2 बार पहले भी जा चुका है जेल ममता ने मुंबई में बीजेपी पर बोला हमला, कहा-शाहरुख खान को निशाना बनाया जा रहा है पश्चिम बंगाल में मौजूदा कोविड संबंधी प्रतिबंध और ढील 15 दिसंबर तक जारी रहेगी क्या BJP से अकेले लड़ने के जोश में ममता बनर्जी विपक्ष को कमजोर कर रही हैं ? पश्चिम बंगाल: सड़क हादसे में 18 लोगों की मौत और 5 घायल, PM मोदी ने किया अनुग्रह राशि का ऐलान भारत-म्यांमार बॉर्डर पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, तीव्रता 6.1 रानू मंडल से हिमेश रेशमिया ने किया था मुंबई में फ्लैट देने का वादा, खुद सिंगर ने बताई पूरी बात, Video पश्चिम बंगाल: 19 दिसंबर को होंगे कोलकाता नगर निगम के चुनाव, अधिसूचना जारी सड़क किनारे बटन बेचने वाले ने ट्वीट कर सीएम योगी को दी धमकी तो युवक हुआ गिरफ्तार 'बाईसेक्सुअल नहीं हूं, कुछ गलत हो गया था...', नुसरत के आरोपों पर पूर्व पति निखिल जैन ने तोड़ी चुप्पी",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/rpf-cop-saves-the-life-of-a-woman-who-falling-down-under-train-in-west-bengal-651433.html,"ट्रेन के नीचे जाती जिंदगी को RPF के जवान ने बड़ी मुस्तैदी से बचाया, रेलवे ने ट्वीट किया वीडियो","ट्रेन के नीचे जाती जिंदगी को RPF के जवान ने बड़ी मुस्तैदी से बचाया, रेलवे ने ट्वीट किया वीडियो By Kapil Tiwari| Published: Friday, December 3, 2021, 11:13 [IST] नई दिल्ली, दिसंबर 03। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया रेलवे स्टेशन पर तैनात एक रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवान ने बड़ी ही मुस्तैदी से भागते हुए एक महिला की जिंदगी को बचाया। वो महिला ट्रेन के नीचे आने ही वाली थी कि तभी रेलवे स्टेशन पर मौजूद लोगों ने और RPF जवान ने भागकर उस महिला को ट्रेन के नीचे आने से बचा लिया। इस पूरी घटना का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जो रेलवे ने ही जारी किया है। Indian Railway: RPF अधिकारी ने महिला को ट्रेन की चपेट में आने से बचाया, देखिए Video | वनइंडिया हिंदी ट्रेन से उतरते वक्त गिर जाती हैं दोनों महिलाएं वीडियो में देखा जा सकता है कि पुरुलिया रेलवे स्टेशन पर दो महिलाएं चलती हुई ट्रेन से उतरने की कोशिश करती हैं। ये संत्रगाची-आनंद विहार एक्सप्रेस थी। दोनों महिलाएं गलत तरीके से उतरती हैं और मुंह के बल प्लेटफॉर्म पर गिर जाती हैं। इनमें से एक महिला तो ट्रैक और ट्रेन के बीच की दूरी के एकदम पास में गिरती है। RPF जवान और स्टेशन पर मौजूद लोगों ने बचाई जान वो महिला ट्रेन के नीचे आने से बाल-बाल बच जाती है। इस घटना को स्टेशन पर मौजूद लोग और RPF का जवान जैसे ही देखता है तो वो तुरंत महिला को बचाने के लिए भागते हैं। आरपीएफ जवान महिला को ट्रेन के पास से खींचकर अलग कर देता है। रेलवे की वॉर्निंग के बाद भी हो रही हैं घटनाएं रेलवे की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, ये घटना 29 नवंबर की है और महिला की जान बचाने वाले जवान की पहचान RPF सब इंस्पेक्टर बबलू कुमार के रूप में हुई है। आपको बता दें कि चलती ट्रेन से उतरना और उसमें चढ़ना बहुत ही खतरनाक होता है। रेलवे लगातार ऐसी घटनाओं के सामने आने को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है, लेकिन यात्री लगातार अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/mumbai-9-international-travellers-including-one-from-south-africa-tested-positive-covid19-651428.html,"मुंबई में भी ओमिक्रॉन का खतरा? 9 विदेशी मिले कोरोना संक्रमित, वैरिएंट की जांच के लिए भेजा गया सैंपल","मुंबई में भी ओमिक्रॉन का खतरा? 9 विदेशी मिले कोरोना संक्रमित, वैरिएंट की जांच के लिए भेजा गया सैंपल By Pallavi Kumari| Updated: Friday, December 3, 2021, 11:16 [IST] मुंबई, 03 दिसंबर: कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने के बाद दुनियाभर के कई देशों में फैल गया है। कई देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को लेकर हवाई यात्रा और पाबंदियां लगा दी हैं। भारत में भी ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले मिले हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित दोनों मामले कर्नाटक के हैं। इसी बीच मुंबई में भी अब ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा हो सकता है। मुंबई में एक दक्षिण अफ्रीका के यात्री समेत 9 विदेशी यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी लोगों का ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, ''10 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे दक्षिण अफ्रीका के एक यात्री सहित 9 अंतरराष्ट्रीय यात्री कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। उनके सैंपल को वैरिएंट की जांच के लिए भेजे गए हैं।'' वहीं राजस्थान के जयपुर में भी विदेश से लौटे एक ही परिवार के चार लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक परिवार वाले हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं। दक्षिण अफ्रीका में ही सबसे पहले कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन पाया गया था। संक्रमित पाए गए चार लोगों में से दो नाबालिग लड़कियां और माता-पिता हैं। पूरे परिवार को क्वारंटाइन किया गया है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों को लेकर सरकारी मेडिकल कॉलेजों के डीन और मेडिकल सुपरिटेंडेंट के साथ बैठक करेंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दिल्ली में संवाददाताओं से पुष्टि की कि राष्ट्रीय जैविक विज्ञान केंद्र में परीक्षण के बाद केंद्र ने दो नमूनों में ओमिक्रॉन संक्रमण पाया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज देने पर भी विचार कर रहे हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covid-19-india-reports-9216-new-cases-said-ministry-of-health-and-family-welfare-651423.html,"COVID-19: बीते 24 घंटे में देश में सामने आए 9216 कोरोना के नए मामले, जानें ताजा स्थिति","COVID-19: बीते 24 घंटे में देश में सामने आए 9216 कोरोना के नए मामले, जानें ताजा स्थिति By Ankur Sharma | Updated: Friday, December 3, 2021, 10:02 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर। कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमिक्रोन' को लेकर देश में दहशत का माहौल पैदा हो गया है तो वहीं देश में पिछले 24 घंटों में 9,216 नए कोविड के मामले सामने आए हैं और इस वक्त देश में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 99,976 पहुंच गया है, जबकि 8,612 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त देश में रिकवरी रेट 98.35% है और डेली पॉजिटिविटी रेट 0.80% है, जबकि वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.84% है और अभी तक कुल 125.75 करोड़ वैक्सीनेशन हो चुका है। Covid-19 Omicron variant in India: देश में 24 घंटे में कोरोनावायरस के 9,216 केस दर्ज |वनइंडिया हिंदी जहां एक ओर कोरोना के केसों में कमी देखी जा रही हैं तो वहीं दूसरी ओर कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन' (Omicron)के दो केस कर्नाटक में पाए गए हैं। जिनमें से एक भारतीय नागरिक है और दूसरा शख्‍स दक्षिण अफ्रीका का है। इस बारे में फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक डॉ अशोक सेठ ने कहा है कि ओमिक्रोन में बहुत ज़्यादा म्यूटेशन है। अभी पता नहीं लग पाया है कि यह कोविड की दोनों डोज़ लगे हुए लोगों को प्रभावित करता है कि नहीं? इसलिए सभी को काफी सतर्क रहने की जरूरत है। बाइडेन ने नई गाइडलाइन जारी की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ओमिक्रॉन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। बाइडेन ने कहा कि जो विदेशी यात्री अमेरिका आ रहे हैं उन्हें कोरोना का टेस्ट यात्रा के दिन कराना अनिवार्य होगा, फिर चाहे वह किसी भी देश के हों, उन्हें दोनों वैक्सीन की डोज लग चुकी हो। NEET PG Counseling: रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अब दिल्‍ली के LNJP हॉस्पिटल में भी OPD सेवाएं रोकीं, हड़ताल तेज बंगाल में कोरोना वायरस के 657 नए मामले सामने आए अगर राज्यों की बात करें तो बीते 24 घंटे में पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के 657 नए मामले सामने आए, 667 डिस्चार्ज हुए और 12 लोगों की कोरोना से मौत हुई। जबकि असम में कोरोना के 124 नए मामले सामने आए है कोरोना से 3 लोगों की मौत हुई है जबकि तमिलनाडु में आज कोरोना वायरस के 715 नए ​​मामले सामने आए और 12 लोगों की कोरोना से मौत हुई। जरा सी लापरवाही बन सकती है बड़ी मुसीबत देश में कोरोना के केस में कमी हुई है ये जरूर राहत की बात है लेकिन अभी भी कोविड देश से खत्म नहीं हुआ है इसलिए सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि जरा सी लापरवाही मुसीबत बन सकती है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/can-omicron-outstrip-delta-variant-all-you-need-to-know-651419.html,"क्या कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है ओमिक्रॉन, जानिए डॉक्टर ने क्या कहा?","क्या कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है ओमिक्रॉन, जानिए डॉक्टर ने क्या कहा? By Pallavi Kumari| Updated: Friday, December 3, 2021, 9:56 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर भारत में भी खतरा बना हुआ है। भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले रिपोर्ट किए गए हैं। कोरोना के इस नए वैरिएंट के बीच वैक्सीन की बूस्टर डोज की चर्चा हो रही है। हर कोई ये जानना चाहता है कि क्या ओमिक्रॉन वैरिएंट से वैक्सीन की बूस्टर डोज बचा सकता है। ब्राउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन डॉ आशीष झा ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि किसी भी तरह से कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज वैरिएंट से संक्रमित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। खासकर उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए। डॉ आशीष झा ने कहा, एक हफ्ते या 10 दिनों में, हमें पता चल जाएगा कि इस वैरिएंट पर वैक्सीन कितना प्रभावी होगा। क्या ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से अधिक खतरनाक है? इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ आशीष झा ने कहा, अभी इस वैरिएंट कके खतरनाक होने के बारे में कहना जल्दबाजी होगी। इस पर विचार करने के लिए बहुत सारे कारण हैं। कोरोना के इन सालों में हमने कई वैरिएंट देखे हैं। उनमें से ज्यादातर से कोई बड़ी समस्या नहीं हुई। लेकिन ओमिक्रॉनको बहुत गंभीरता से लेन की जरूरत है। हालांकि मुझे नहीं लगता कि घबराने की कोई वजह है। हमे बस इसको लेकर लापरवाही नहीं करनी है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर डॉक्टर ने कहा कि तीन सवाल हम सबके सामने हैं। पहला क्या यह अधिक आसानी से फैलता है? दूसरा क्या ये सिर्फ हल्के लक्षण देता है या गंभीर बीमारी में बदल जाता है। तीसरा क्या इसपर वैक्सीन प्रभावी है या नहीं। यह बहुत बेसिक बाते हैं, जिसपर रिसर्च किया जा रहा है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/today-in-parliament-cvc-and-delhi-police-special-act-bill-to-be-tabled-winter-session-651413.html,Today In Parliament: सीवीसी और दिल्ली पुलिस विशेष अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक होगा पेश,"सीवीसी और दिल्ली पुलिस विशेष अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक होगा पेश By Pallavi Kumari| Updated: Friday, December 3, 2021, 16:00 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर: संसद का शीतकालिन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ और 23 दिसंबर तक चलने की उम्मीद है। गुरुवार (02 दिसंबर) को विपक्ष ने केंद्र से बांध सुरक्षा विधेयक को जांच के लिए एक चयन समिति को भेजने का आग्रह किया। विपक्ष ने सरकार को बताया कि इसकी जांच की जरूरत है क्योंकि यह असंवैधानिक है और राज्यों के अधिकारों का अतिक्रमण करता है। वहीं टीएमसी और एनसीपी ने कोविड​​-19 के खिलाफ वैक्सीन की बूस्टर डोज पर सरकार का रुख जानने की कोशिश की। टीएमसी ने सरकार पर महामारी से निपटने में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया है। आइए जानें आज संसद में क्या-क्या होगा? लोकसभा में आज क्या-क्या होगा? -केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह केंद्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम, 2003 में और संशोधन करने के लिए एक विधेयक परिचय करने की अनुमति का प्रस्ताव करेंगे। -केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम, 1946 में और संशोधन करने के लिए एक विधेयक परिचय करने की अनुमति का प्रस्ताव देंगे। - स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया राष्ट्रीय भेषज शिक्षा और अनुसंधान संस्थान अधिनियम, 1998 का और संशोधन करने वाला प्रस्ताव पर चर्चा के लिए विधेयक पेश करेंगे। -COVID-19 और उससे जुड़े पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। -कुछ विपक्षी दल संविधान में और संशोधन के लिए विधेयक पेश करने की मांग करेंगे। -रमेश बिधूड़ी शैक्षणिक संस्थानों में नैतिक शिक्षा पाठ्य पुस्तक के रूप में भगवद गीता के अनिवार्य शिक्षण और उससे जुड़े मामलों के लिए एक विधेयक पेश करने की अनुमति का प्रस्ताव करेंगे। राज्यसभा में आज क्या-क्या होगा? -राज्यसभा में भी आज कोविड-19 महामारी की रिपोर्ट पेश की जाएगी। -केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, अनुपूरक अनुदान मांगों, 2021-22 को दर्शाने वाला एक विवरण (अंग्रेजी और हिंदी में) सभा पटल पर रखेगी। -संविधान में और संशोधन के लिए भी विधेयक पेश होगा। -केंद्रीय मंत्री डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी का प्रस्ताव है कि लोगों को मुफ्त और अनिवार्य स्वास्थ्य सेवाओं और सार्वभौमिक स्वास्थ्य का अधिकार प्रदान करने वाले विधेयक पर विचार किया जाए।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/which-test-will-tell-if-you-are-infected-with-omicron-651407.html,"Omicron - ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं, ये किस टेस्ट से पता चलेगा?","Omicron - ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं, ये किस टेस्ट से पता चलेगा? By BBC News हिन्दी Updated: Friday, December 3, 2021, 13:29 [IST] ओमिक्रॉन कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत में भी दस्तक दे दी है. गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर बताया कि कर्नाटक में ओमिक्रॉन के दो मामलों की पुष्टि हुई है. ओमिक्रॉन से संक्रमित एक व्यक्ति की उम्र 66 साल है और दूसरे की 46 साल. बीबीसी हिन्दी के सहयोगी पत्रकार इमरान क़ुरैशी से अधिकारियों ने बताया है कि एक मरीज़ दक्षिण अफ़्रीका से लौटे थे और 27 नवंबर से ही क्वॉरंटीन में थे. आइए ओमिक्रॉन के बारे में कुछ ज़रूरी बातें आपसे साझा करते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ओमिक्रॉन पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा ख़तरा है. शुरुआती डेटा से पता चला है कि ओमिक्रॉन में व्यक्ति को संक्रमित करने की क्षमता ज़्यादा है और यह इम्युन सिस्टम पर भी भारी पड़ सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि ओमिक्रॉन के साथ अच्छी बात यह है कि इसका पता कुछ आरटी-पीसीआर टेस्ट से चल सकता है. इससे इसका पता लगाने में और फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है. कई दूसरे वेरिएंट का पता लगाने के लिए जेनेटिक सिक्वेंस का सहारा लेना पड़ता है. ओमिक्रॉन: कोरोना का नया वेरिएंट क्यों है 'चिंता का विषय' भारत में भी ओमिक्रॉन की दस्तक, पहली बार मिले दो मामले लेकिन कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि यह इतना सीधा मामला नहीं है. अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस से वैज्ञानिकों ने कहा है कि ज़्यादातर आरटीपीसीआर टेस्ट ओमिक्रॉन और दूसरे वेरिएंट में फ़र्क़ करने में सक्षम नहीं हैं. ओमिक्रॉन जांच का विज्ञान वैज्ञानिकों का कहना है कि आरटीपीसीआर टेस्ट से सिर्फ़ ये पता चलता है कि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं, न कि वेरिएंट के बारे में पता चलता है. ऐसे में जीनोम सिक्वेंसिंग स्टडी ज़रूरी हो जाती है. लेकिन सभी संक्रमित सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नहीं भेजा जा सकता है. यह प्रक्रिया धीमी, जटिल और महंगी होती है. आरटीसीआर टेस्ट से शरीर में वायरस की मौजूदगी का पता चलता है. टेस्टिंग का विज्ञान समझने वालों की राय इस सवाल पर बँटी हुई है. सार्वजनिक और निजी लैब में किए जाने वाले ज़्यादातर टेस्ट में सार्स कोव- 2 संक्रमण का पता लगाया जा सकता है. लेकिन ये पता नहीं लगाया जा सकता है कि संक्रमित व्यक्ति वायरस के किस वेरिएंट से संक्रमित है. क्योंकि ये टेस्ट वायरस के उस हिस्से को तलाशते हैं, जिनमें ज़्यादा बदलाव नहीं होता है. वेरिएंट को म्युटेशन में अंतर के आधार पर तय किया जाता है. ओमिक्रॉन के मामले में, ये अंतर स्पाइक प्रोटीन के म्युटेशन से जुड़ा है, जो कि वायरस का एक ऐसा हिस्सा होता जो कि बार-बार बदलता है ताकि वह ख़ुद को दवाइयों और रोग-प्रतिरोध कोशिकाओं से बचा सके. इसी वजह से इसकी जाँच करना मुश्किल है. ऐसे में ज़्यादातर टेस्ट ये बताएंगे कि फलां व्यक्ति को कोरोना संक्रमण हुआ है लेकिन वह ये नहीं बताएंगे कि व्यक्ति ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित है. कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए भारत कितना तैयार है? इसके लिए डॉक्टर को आपके सैंपल को एक लैब में भेजना होगा जो कि जेनेटिक सीक्वेंसिंग की मदद से ओमिक्रॉन जैसे जेनेटिक सिग्नेचर की तलाश कर सकती है. थर्मो फिशर साइंटिफिक कंपनी की ओर से एक टेस्ट पेश किया गया, जो कि कोरोना संक्रमण की जांच करने के साथ-साथ टेस्ट करने वालों को ये संकेत दे सकता है कि वह जिस सैंपल की जांच कर रहे हैं, वह ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हो सकता है. ये टेस्ट कोरोना वायरस के तीन हिस्सों पर निशाना साधता है. इनमें से दो हिस्से अपेक्षाकृत रूप से स्थिर हैं. वहीं, एक हिस्सा बदलाव वाला स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र है. ऐसे में अगर व्यक्ति कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होगा तो टेस्ट के पहले दो हिस्से पॉज़िटिव मिलेंगे. कोरोना वायरस के अल्फ़ा वेरिएंट में भी यही लक्षण देखने को मिलता है. लेकिन अगर व्यक्ति ओमिक्रॉन से संक्रमित होगा तो स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में निगेटिव मिलेगा. इस समय दुनिया भर में संक्रमण के नए मामलों में से 99 फ़ीसद मामले डेल्टा वेरिएंट से जुड़े हैं. डेल्टा वेरिएंट में ये कमी नज़र नहीं आती. और थर्मो फिशर पीसीआर टेस्ट में तीनों क्षेत्रों से पॉज़िटिव संकेत मिलते हैं. ऐसे में अगर टेस्ट के दौरान तीनों क्षेत्रों में पॉज़िटिव संकेत मिलते हैं तो उसके डेल्टा वेरिएंट होने की संभावना है. क्या डेल्टा से ज़्यादा ख़तरनाक हो सकता है कोरोना का नया वेरिएंट, भारत में भी अलर्ट बहुत मामूली लक्षण वायरस का ये नए वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ़्रीका में पाए गए थे, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन को इसकी जानकारी दी गई. संगठन ने फिर 24 नवंबर को इस दक्षिण अफ़्रीका को इस नए वेरिएंट की पुष्टि की और बयान जारी किया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले सप्ताह कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को ""चिंता का विषय"" बताते हुए इसका नाम ओमिक्रॉन रखा था. कोरोना के नए वेरिएंट का WHO ने नाम रखा 'ओमिक्रॉन' संगठन ने एक बयान जारी कर कहा था कि इस वेरिएंट के बहुत सारे म्यूटेशन हो रहे हैं और शुरुआती संकेत यही मिल रहे हैं कि इससे दोबारा संक्रमित होने का ख़तरा है. कोरोना के इस नए वेरिएंट का पता सबसे पहले दक्षिण अफ़्रीका की डॉक्टर एंजेलिक़ कोएत्ज़ी ने लगाया था. उन्होंने बीबीसी को बताया कि अभी तक तक वहाँ जिन लोगों में ये वेरिएंट मिला है उनमें कोविड के ""बहुत मामूली लक्षण"" नज़र आए हैं. उन्होंने कहा, ""ज़्यादातर मरीज़ बदन में दर्द और बहुत ज़्यादा थकावट की शिकायत कर रहे हैं. और मैं ये बात युवाओं के बारे में कर रही हूँ. मैं उन लोगों की बात नहीं कर रही जो अस्पताल जाकर भर्ती हो गए."" हालाँकि, डॉक्टर कोएत्ज़ी ने साथ ही कहा कि ऐसे लोग जिन्हें ख़तरा ज़्यादा होता है, उन पर इस वेरिएंट के असर की गंभीरता का अनुमान लगाने में अभी समय लगेगा. कोरोना के इस नए वेरिएंट के बारे में सबसे पहले दक्षिण अफ़्रीका की डॉक्टर एंजेलिक़ कोएत्ज़ी ने बताया कितना ख़तरनाक सभी म्यूटेशन का मतलब ये नहीं होता है कि वो बुरे होते हैं लेकिन ये देखना ज़रूरी है कि इसमें क्या-क्या म्यूटेशन हुए हैं. लेकिन, चिंता इस बात की है ये वायरस चीन के वुहान में मिले मूल वायरस से मौलिक रूप से अलग है. इसका मतलब ये है कि उस मूल वायरस को ध्यान में रखकर बनाई गईं वैक्सीन इस वेरिएंट पर अप्रभावी भी हो सकती हैं. दूसरे वेरिएंट में भी कुछ म्यूटेशन देखे गए हैं जिससे इस वेरिएंट में उनकी भूमिका के बारे में कुछ जानकारी मिल सकती है. जैसे एन501वाई कोरोना वायरस के लिए फैलना आसाना बनाता है. कुछ म्यूटेशन ऐसे होते हैं जो एंटबॉडी के लिए वायरस को पहचानना मुश्किल बना देते हैं और इससे वैक्सीन का प्रभाव कम हो जाता है. कुछ म्यूटेशन बिल्कुल अलग तरह के होते हैं. कोविड वैक्सीन के कारण क्यों बनते हैं ख़ून के थक्के, वैज्ञानिकों ने बताई वजह दक्षिण अफ़्रीका में यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वाज़ुलु-नटाल में प्रोफ़ेसर रिचर्ड लेसल्स कहते हैं, ""हमारी चिंता ये है कि इससे वायरस की एक से दूसरे व्यक्ति में फैलने की क्षमता बढ़ सकती है. ये प्रतिरक्षा प्रणाली के हिस्सों से भी बच सकता है."" वेरिएंट्स के ऐसे उदाहरण भी हैं जो कागज पर तो डरवाने लगते थे लेकिन उनका कुछ खास असर नहीं हुआ. साल की शुरुआत में बीटा वेरिएंट चिंता का कारण बना था क्योंकि ये प्रतिरक्षा तंत्र से बच निकलने में ज़्यादा माहिर था. लेकिन बाद में डेल्टा वेरिएंट पूरी दुनिया में फैल गया और बड़ी परेशानी का कारण बना. यूनिवर्सिटी ऑफ़ केम्ब्रिज के प्रोफ़ेसर रवि गुप्ता कहते हैं, ""बीटा प्रतिरक्षा तंत्र से बच सकता था, डेल्टा वेरिएंट में संक्रामकता थी और प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की थोड़ी क्षमता थी."" कॉपीः अनंत प्रकाश",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/neither-singapore-nor-paris-this-is-the-world-s-most-expensive-city-to-live-in-651399.html,"न सिंगापुर न पेरिस, ये है रहने के लिहाज से दुनिया का सबसे महंगा शहर","न सिंगापुर न पेरिस, ये है रहने के लिहाज से दुनिया का सबसे महंगा शहर By Sagar Bhardwaj| Published: Thursday, December 2, 2021, 22:29 [IST] नई दिल्ली, 2 दिसंबर। जब हम दुनिया की सबसे महंगे शहरों के बारे में सोचते हैं तो हमारे जेहन में सिंगापुर, पेरिस और हॉन्ग कॉन्ग का नाम आता है। आपके दिमाग में भी यही नाम आ रहे होंगे, लेकिन आप गलत हैं जनाब। 2021 के खत्म होते होते चीजें बदल गई हैं। बुधवार को जारी एक सर्वे के अनुसार अब तेल अवीव दुनिका का सबसे महंगा शहर बन गया है। सर्वे में हुआ खुलासा जी हां, रहने के लिहाज से तेल अवीव दुनिया का सबसे महंगा शहर है। बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण तेल अवीव दुनिया का सबसे महंगा शहर बन गया है। इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट पिछले तीन दशक से सबसे महंगे और सबसे सस्ते शहरों की लिस्ट तैयार कर रही है। इस सर्वे को काफी प्रतिष्ठित माना जाता है। इस बार इस सर्वे में 173 शहरों को शामिल किया गया। सर्वे के दौरान दो सौ से अधिक बुनियादी जरूरत की वस्तुओं और सेवाओं के मूल्यों की तुलना की गई। पिछले साल था पांचवें नंबर पर तेल अवीव पिछले साल सबसे महंगे शहरों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर था और पहले नंबर पर पेरिस था। जबकि इस बार पेरिस दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। यह पहली बार है जब तेल अवीव को इस लिस्ट में पहला स्थान मिला है। क्या है तेल अवीव के सबसे महंगा होने की वजह तेल अवीव का सबसे महंगा होने की वजह है वहां की मुद्रा का मजबूत होना। दूसरी वजह है कोरोना के कारण सप्लाई चेन में गिरावट आना। इसके अलावा कोरोना काल में उत्पादन भी घटा है जिसके कारण वस्तुओं के दाम बढ़े हैं। शराब और परिवहन के मामले में तेल अवीव दूसरा और पर्सनल केयर और खरीदारी के मामले में पांचवां सबसे महंगा शहर है। तेल अवीव के बाद पेरिस और सिंगापुर सबसे महंगे देशों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। चौथे नंबर पर स्विटजरलैंड का ज्यूरिख और पांचवें नंबर पर हॉन्ग कॉन्ग है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/health-ministry-on-omicron-and-vaccine-2-doses-gap-651391.html,क्या ओमिक्रोन आने से कम होगा वैक्सीन डोज के बीच का गैप? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया जवाब,"क्या ओमिक्रोन आने से कम होगा वैक्सीन डोज के बीच का गैप? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया जवाब By Ashutosh Tiwari| Published: Thursday, December 2, 2021, 21:34 [IST] नई दिल्ली, 2 दिसंबर: कोरोना वायरस की दूसरी लहर से दुनिया अभी उबरी ही थी कि अब ओमिक्रोन वेरिएंट ने टेंशन बढ़ा दी है। भारत सरकार ने इसको रोकने के लिए तमाम कड़े कदम उठाए, लेकिन गुरुवार को देश में दो मामले सामने आ आए। इसके बाद से संभावना जताई जा रही थी कि सरकार दो डोज के बीच के अंतराल में बदलाव कम करेगी, लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर सफाई दी है। साथ ही टीकाकरण प्रोग्राम के बारे में बताया। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कर्नाटक में ओमिक्रोन के दो मामले सामने आए हैं, लेकिन अभी वैक्सीन की डोज के बीच के गैप को कम करने की कोई योजना नहीं है। पहले की ही तरह वैक्सीनेशन प्रोग्राम जारी रहेगा। इसके अलावा कोविड के ओमिक्रोन वेरिएंट की सावधानी से जांच की जा रही, उसी आधार पर ही निर्णय लिया जा रहा है। अब वैक्सीन लेना समय की जरूरत है, ऐसे में सभी लोग जल्द से जल्द दोनों डोज ले लें। वहीं कर्नाटक में ओमिक्रोन वेरिएंट के दो मामले सामने आए हैं। जिसमें एक की उम्र 66 और दूसरी की 46 साल है। उनसे संबंधित सवाल पर डॉ. पॉल ने कहा कि आज हमारे पास सभी जवाब नहीं हैं, लेकिन हमारे वैज्ञानिक और प्रयोगशालाएं इस पर काम कर रही हैं। विज्ञान और अनुभव के माध्यम से हम नई स्थिति से निपटेंगे। अभी तक ये देखा गया कि जिन देशों ने वायरस को हल्के में लिया है, वहां पर हालात बद से बदतर हो गए। इस वजह से सभी को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना चाहिए। वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए साइंटिफिक स्टडी जारी, परिस्थितियों के आधार पर लेंगे फैसला: वीके पॉल 37 लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग वहीं आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने 37 प्रयोगशालाओं में जीनोम सिक्वेंसिंग की व्यवस्था कर रखी है। उन्हीं के जरिए कर्नाटक में दो मामलों का पता चला है। अभी हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जागरुकता बहुत ज्यादा जरूरी है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/bangalore-5-people-corona-postive-who-came-in-contact-with-the-affected-doctor-of-omicron-651383.html,बेंगलुरु में ओमिक्रान के प्रभावित डॉक्‍टर के संपर्क में आए 5 लोगों को हुआ कोरोना,"बेंगलुरु में ओमिक्रान के प्रभावित डॉक्‍टर के संपर्क में आए 5 लोगों को हुआ कोरोना By Bhavna Pandey| Updated: Thursday, December 2, 2021, 20:41 [IST] बेंगलुरु, 02 नवंबर। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की भारत में भी एंट्री हो चुकी है। गुरुवार को भारत में ओमिक्रान के पहले दो कर्नाटक में केस कर्नाटक में सामने आए हैं। जिसके बाद हडकंप मच गया है। कर्नाटक में सामने आए इन दो केसों की पुष्टि खुद भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने की है। वहीं अब खबर है कि एक ओमिक्रॉन रोगी के संपर्क में आए पांच लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। मरीजों को अलग-थलग कर दिया गया है और उनके नमूने जीनोम परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। जिन मरीजों को ओमिक्रॉन पाया गया उन्‍हें और उनके संपर्क में आए मरीजों को अलग-थलग कर दिया गया है और उनके नमूने जीनोम परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। बता दें कर्नाटक के जिन दो मरीज ओमिक्रॉन के सामने आए हैं उन रोगियों में से एक बेंगलुरु का एक 46 वर्षीय डाक्‍टर है और जिसे कोविड के दोनों टीके लग चुके हैं। उन्‍हें पिछले 21 नवंबर को बुखार और शरीर में दर्द के लक्षण नजर आए थे। इसके बाद अगले दिन कोविड टेस्‍ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्‍हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका नमूना उसी दिन जीनोम काउटिंग के लिए भेजा गया था। लेकिन उनकी सेहत में सुधार होने के बाद तीन दिन बाद उन्हें अस्‍पताल से छुट्टी दे दी गई। Omicron India: 27 नवंबर को ही दो में से एक मरीज छोड़ चुका है भारत, जानिए उसकी पूरी ट्रैवल हिस्ट्री कर्नाटक सरकार ने कहा इस मरीज के संपर्क में 13 प्रत्यक्ष लोग सामने आए और 250 से अधिक लोग उनके माध्‍यम से संपर्क में आए। वहीं दूसरा ओमिक्रॉन रोगी एक 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है जो एक निगेटिव कोरोना रिपोर्ट के साथ भारत आया था। वह व्यक्ति, जिसने दोनों टीके की खुराक लग चुकी थी कर्नाटक आने पर उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी जिसके बाद उसे सेल्‍फ आइसोलेशन में रख दिया था। एक हफ्ते बाद, एक निजी लैब से एक निगेटिव कोविड रिपोर्ट के साथ वो दुबई फ्लाइट लेकर चला गया। उसके जाने के बाद जीनोम रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उसके सीधे संपर्क में 24 लोग आए और 240 लोग इनडायरेक्‍टली संपर्क में आए जिन सभी का टेस्‍ट करवाया जा रहा है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/first-patient-of-omicron-found-in-delhi-too-1505536,"दिल्ली में भी मिला 'ओमिक्रॉन' का पहला मरीज, LNJP में भर्ती...तंजानिया से लौटा है शख्स","नेशनल डेस्क: दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल में भर्ती 12 मरीजों में से एक शख्स में 'ओमिक्रॉन' वैरिएंट की पुष्टि हुई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार को बताया कि जो बाहर से आ रहे हैं उनका टेस्ट किया जा रहा है। अभी तक 17 पॉजिटिव मरीज LNJP में भर्ती हैं, 6 उनके संपर्क वाले हैं। 12 लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग हुई जिसमें से 1 ओमीक्रोन का मरीज लग रहा है, फाइल रिपोर्ट सोमवार को आएगी। दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम कह सकते हैं कि यह दिल्ली में पहला ओमीक्रोन केस है। ओमीक्रोन पीड़ित मरीज तंजानिया से लौटा है। सूत्रों के मुताबिक एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कोरोना के संदिग्ध मरीजों में से दो ब्रिटेन से, एक फ्रांस से और एक नीदरलैंड से लौटा है। वहीं दिल्ली में 'ओमिक्रॉन' का केस सामने आने के बाद देश में यह नए कोरोना वैरिएंट का पांचवा मामला है। सबसे पहले कर्नाटक में 'ओमिक्रॉन' के दो मरीज मिले थे।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/with-this-fruit-juice-you-can-reduce-the-level-of-sugar-in-a-few-minutes-1505526,डायबिटीज मरीजों के लिए खबर: इस Fruit जूस से कुछ ही मिनटों में कम कर सकते हैं शुगर का लेवल,"नेशनल डेस्क: आज के समय सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक डायबिटीज। स्वास्थ्य विशेषज्ञ डायबिटीज को 'साइलेंट किलर' मानते हैं, यानि कि मधुमेह शरीर को धीरे-धीरे कमजोर करता है और साथ ही यह कई अन्य गंभीर बीमारियों का कारण भी बनता है। डायबिटीज मुख्यरूप से दो प्रकार (टाइप-1 और टाइप-2) की होती है। टाइप-2 डायबिटीज को सबसे गंभीर माना जाता है। भारत में पिछले दो दशकों में डायबिटीज रोगियों की संख्या में भारी उछाल देखने को मिला है। आंकड़ों के मुताबिक देश के करीब 8 करोड़ लोग इस गंभीर बीमारी के साथ जी रहे हैं। टाइप -2 मधुमेह क्या टाइप -2 मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जिसमें अग्न्याशय (pancreas) पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है या शरीर इंसुलिन प्रतिरोधी हो जाता है। इस स्थिति में ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है जिससे कई अंगों पर गंभीर असर होता है। इस सभी के बीच वैज्ञानिकों ने एक ऐसे उपाय के बारे में बताया है जिससे महज तीन घंटे में ब्लड शुगर के स्तर को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित बनाए रखने के लिए कम या बिना चीनी वाली चीजों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा कुछ फलों के सेवन भी फायदेमंद होता है। एक नए अध्ययन के अनुसार अनार के जूस पीने से कुछ ही मिनटों में रक्त शर्करा को कम किया जा सकता है। टाइप -2 डायबिटीज के रोगियों के लिए यह काफी लाभदायक हो सकता है। क्या डायबिटीज के रोगियों जूस पीना चाहिए इस पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं हां लेकिन एक हिसाब की मात्रा से इसका सेवन करना चाहिए। एल्सेवियर जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अनार का जूस टाइप -2 डायबिटीज के रोगियों के लिए सही है। अनार के जूस के फायदे जर्नल एल्सेवियर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अनार के जूस का सेवन करने से रक्त शर्करा को कम करने के अल्पकालिक प्रभावों के बारे में पता चलता है। विशेषज्ञों के मुताबिक अनार के जूस का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में लाभदायक हो सकता है। अध्ययन के मुताबिक इसके लिए 12 घंटे के उपवास के बाद डायबिटीज से पीड़ित 85 रोगियों के ब्लड सैंपल लिए गए। इसके बाद 1.5 मिली अनार के जूस के सेवन के सेवन के एक और तीन घंटे बाद फिर सैंपल जांच किए गए। अध्ययन में पुरुषों और महिलाओं दोनों में इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले जबकि उम्रदराज डायबिटिक रोगियों में इसे अपेक्षाकृत कम असरदार पाया गया। इस आधार पर वैज्ञानिकों का कहना है कि अनार के जूस का सेवन करना टाइप-2 डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। ब्लड शुगर रखें नियंत्रित स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित बनाए रखने के लिए डायबिटीज रोगियों को लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाले खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए। ऐसे खाद्य पदार्थ स्वाभाविक रूप से रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोकने में सहायक होते हैं। साबुत अनाज, जई, सब्जियां और ओट्स, और कुछ फलों को ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, ऐसे में अनार का सेवन काफी फायदेमंद है। ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने के लिए लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) खाद्य पदार्थ के सेवन की बात कही जाती है। दरअसल यह ऐसे ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिसका सेवन करने पर ब्लड शुगर के स्तर अधिक नहीं बढ़ते हैं। कुछ सबसे आम उच्च जीआई खाद्य पदार्थों में रिफाइंड चीनी, प्रोसेस्ड फूड, डेजर्ट्स, शुगर कार्बोनेटेड पेय पदार्थ, आलू, सफेद ब्रेड और सफेद चावल शामिल हैं। इन्हें खाने से बचने की सलाह दी जाती है। वहीं दूसरी ओर कम जीआई खाद्य पदार्थों में साबुत अनाज, ओट्स, हरी सब्जियां आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त पर्याप्त व्यायाम करना, कम स कम ढाई घंटे की कसरत मधुमेह के प्रभाव को रोकने में मदद कर सकती है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://up.punjabkesari.in/national/news/earthquake-tremors-felt-twice-in-uttarakhand-1505502,"टिहरी और उत्तरकाशी में 2 बार महसूस किए गए भूकंप के झटके, कोई अप्रिय घटना नहीं","देहरादूनः उत्तराखंड के टिहरी और उत्तरकाशी जनपदों में 2 बार भूकम्प के झटके महसूस होने से लोगों में दहशत फैल गई। अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सभी बांध और विद्युत परियोजना सुरक्षित है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के टिहरी और उत्तरकाशी जनपद में रात्रि 12 बजकर, 23 मिनट, 19 सेकेंड पर पहली बार भूकम्प के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.2 रिकॉर्ड की गई। जो 30.65 उत्तरी अक्षांश और 78.78 पूर्वी देशांतर पर 10 किलोमीटर गहराई पर अवस्थित रहा। इसके बाद रात्रि 02 बजकर 02 मिनट 47 सेकेंड पर पुन: इसी क्षेत्र में 3.8 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। वहीं यह भूकम्प टिहरी जनपद की तहसील घनसाली के नेरवी, गंगी गांव और धुंत्री क मध्य महसूस किया गया। जबकि उत्तरकाशी के भटवाड़ी, डुंडा, चिन्यालीसौड़, बड़कोट, पुरोला, मोरी तहसील क्षेत्र के कुछ भागों में महसूस किया गया है। अभी तक कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/delhi-police-alert-due-to-omicron-threat-1505483,"ओमिक्रॉन के खतरे के चलते दिल्ली पुलिस अलर्ट, कोविड केयर सेंटर फिर एक्टिव करने के दिए आदेश","नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रॉन ' पर बढ़ती चिंता के बीच, दिल्ली पुलिस ने अपने कर्मियों और उनके परिवारवालों को टीके की दोनों खुराक लेने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि विभाग ने अपने covid-19 स्वास्थ्य निगरानी प्रकोष्ठ (health monitoring cell) को फिर से एक्टिव करने को कहा है जिसके प्रमुख निरीक्षक रैंक के अधिकारी हैं। अधिकारियों ने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर तथा जीवन रक्षक दवाओं (life saving drugs) की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों को covid-19 हेल्पलाइन शीघ्र चालू करने तथा covid-19 से बचाव के अनुरूप व्यवहार नहीं करने वालों के प्रति कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। विशेष पुलिस आयुक्त (कल्याण) शालिनी सिंह ने 2 दिसंबर को जारी एक आदेश में सभी 15 पुलिस जिलों तथा अन्य इकाइयों को निर्देश दिया है कि अपने covid-19 नोडल अधिकारियों के माध्यम से ओमिक्रॉन संबंधित किसी भी प्रकार की तात्कालिक जरूरत के लिए पूरी तरह तैयार रहें। आदेश के अनुसार, पुलिस बल को covid देखभाल केंद्र, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा सान्द्रक की उपलब्धता (availability of concentrate), जीवन रक्षक दवाओं, अस्पताल के बिस्तर, एम्बुलेंस, सेनिटाइजर, मास्क, दस्ताने, PPE किट और अन्य आवश्यक वस्तुओं की तैयारी करने को कहा गया है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/cyclone-jawad-may-reach-puri-today-rain-started-1505479,"ओडिशा: पुरी में आज दोपहर तक पहुंच सकता है चक्रवाती तूफान 'जवाद', तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू","नेशनल डेस्क: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवाती तूफान 'जवाद' कमजोर होकर एक गहरे दबाव में बदल गया और आज पुरी पहुंचने तक इसके और कमजोर पड़ने की संभावना है। यह आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए राहत की बात है। इसके आज दोपहर के आसपास पुरी के निकट पहुंचने की संभावना है। #WATCH Odisha's Puri witnesses moderate rainfall as cyclonic storm Jawad is likely to reach around noon today; 'Jawad' is likely to weaken further into a Depression, as per IMD pic.twitter.com/Qn0wDO0WAq — ANI (@ANI) December 5, 2021 इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर ओडिशा के तट के साथ पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ने तथा अगले 24 घंटों के दौरान इसके और कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है।'' सऊदी अरब ने चक्रवात का नाम 'जवाद' रखा है, जिसका मतलब उदार या दयालु से है। गत 30 नवंबर को अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ था। IMD ने कहा कि यह 2 दिसंबर को एक दबाव के क्षेत्र में और शुक्रवार की सुबह गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया तथा शुक्रवार दोपहर यह चक्रवात में तब्दील हो गया। IMD ने रविवार को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटों से लगते क्षेत्रों और उत्तरी ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश तथा रविवार और सोमवार को असम, मेघालय और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। IMD ने रविवार तक बंगाल की मध्य और उत्तरी खाड़ी में नौवहन और मछुआरों के लिए समुद्री स्थिति प्रतिकूल रहेगी।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/russian-president-vladimir-putin-will-visit-india-on-december-6-1505369,"6 दिसंबर को भारत दौरे पर आएंगे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, दुनिया की रहेगी नजर","नई दिल्लीः भारत और रूस के सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर वार्ता में रक्षा, व्यापार और निवेश, ऊर्जा और तकनीक के अहम क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने की संभावना है। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। शिखर वार्ता के साथ ही पहली ‘टू प्लस टू' रक्षा और विदेश मंत्री स्तरीय वार्ता में दोनों पक्षों के अफगानिस्तान में स्थिति और लश्कर-ए-तैयबा तथा जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों समेत आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर भी बातचीत करने की संभावना है। ऐसा बताया जा रहा है कि शिखर वार्ता के बाद जारी होने वाले संयुक्त बयान में सीमा पार आतंकवाद और अफगान संकट के कारण सुरक्षा पर पड़ने वाले असर को लेकर भारत की चिंताओं को व्यक्त किया जा सकता है। पुतिन सोमवार को दिल्ली पहुंचेंगे जबकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रक्षा मंत्री सर्गेई शोयगू रविवार रात को पहुंच रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन शाम साढ़े पांच बजे शिखर वार्ता शुरू करेंगे और रूसी नेता रात साढ़े नौ बजे दिल्ली से उड़ान भरेंगे। शिखर वार्ता के मद्देनजर भारत ने अमेठी के कोरवा में पांच लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल्स के विनिर्माण के लिए करीब 5,000 करोड़ रुपये के लंबित एके 203 कलाश्निकोव राइफल्स समझौते को मंजूरी दे दी है। दोनों पक्षों के साजोसामान सहयोग समझौते के लिए बातचीत के अंतिम चरण को भी पूरा करने की संभावना है। इस समझौते पर शिखर वार्ता या ‘टू प्लस टू' वार्ता में हस्ताक्षर हो सकते हैं। भारत और रूस के प्रौद्योगिक और विज्ञान पर संयुक्त आयोग की घोषणा करने के अलाव शिखर वार्ता में सैन्य-तकनीकी सहयोग के लिए अगले दशक की रूपरेखा तय करने की भी संभावना है। दोनों पक्ष भारतीय सशस्त्र सेनाओं के लिए 200 दोहरे इंजन वाले कामोव-226टी हल्के हेलीकॉप्टर के संयुक्त उत्पादन के लिए लंबित परियोजना पर विचार विमर्श करने के अलावा कई रक्षा खरीद प्रस्तावों पर भी बातचीत कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, भारत, रूस को विभिन्न क्षेत्रीय घटनाक्रम पर अपनी चिंताओं के साथ ही पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद पर अपना रुख भी बता सकता है। उन्होंने बताया कि रूस में कोविड-19 के मौजूदा हालात के बावजूद राष्ट्रपति पुतिन का भारत की यात्रा करने का फैसला यह दिखाता है कि वह भारत के साथ संबंध को कितनी महत्ता देते हैं। एक के बाद एक महत्वपूर्ण बैठकों का हवाला देते हुए एक सूत्र ने बताया, ‘‘छह दिसंबर पूरी तरह से रूसी दिवस होगा।'' रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने रूसी समकक्ष शोयगू के साथ बातचीत करेंगे। इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ बातचीत करेंगे। इसके बाद दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्री रात साढ़े 11 बजे ‘टू प्लस टू' वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन 21वीं भारत-रूस शिखर वार्ता से पहले बैठक करेंगे। रूसी नेता के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि व्यापार, ऊर्जा, संस्कृति, रक्षा और तकनीक समेत विभिन्न क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। एक अन्य सूत्र ने बताया, ‘‘वैश्विक भू-राजनीतिक बदलावों के अलावा रूस के साथ हमारे संबंध बहुत स्थिर हैं।'' रक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष सैन्य उपकरण और मंचों के सह-उत्पादन और सह-विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे। निवेश संबंधों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि 2018 में 30 अरब डॉलर का लक्ष्य पहले ही पूरा कर लिया गया और अब 2025 तक 50 अरब डॉलर का लक्ष्य है। सूत्रों ने बताया कि भारत रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र के साथ व्यापार संबंध बढ़ाने का भी इच्छुक है और इस क्षेत्र के 11 गवर्नर्स को आगामी वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है। आखिरी भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता सितंबर 2019 में हुई थी जब मोदी व्लादिवोस्तोक गए थे। पिछले साल कोविड-19 महामारी के कारण शिखर वार्ता नहीं हो सकी।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/fourth-case-of-new-variant-omicron-of-corona-surfaced-in-india-1505340,"भारत में सामने आया कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का चौथा मामला, मुंबई में पहला केस","नेशनल डेस्कः महानगर के पास कल्याण डोंबिवली नगर निकाय क्षेत्र का एक व्यक्ति कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन' से संक्रमित पाया गया है। महाराष्ट्र में इस स्वरूप के संक्रमण का यह पहला मामला है। अधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को दिल्ली में कहा कि 33 वर्षीय यह व्यक्ति 23 नवंबर को मुंबई के लिए उड़ान भरने से पहले दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा था जहां उसने कोविड जांच के लिए नमूना दिया था। इससे पहले, कर्नाटक और गुजरात में भी ‘ओमीक्रोन' से जुड़े मामले मिल चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में कोरोना वायरस के नवीनतम ओमिक्रोन वेरीयंट के संक्रमण के पहले और कुल मिलाकर देश के ऐसे तीसरे मामले की आज पुष्टि हो गई। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉक्टर अर्चना पाटिल ने मुंबई में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कल्याण डोंबिवली नगर निकाय क्षेत्र का एक व्यक्ति कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप से संक्रमित पाया गया है। यह राज्य में पहला आधिकारिक मामला है।'' उन्होंने कहा, ‘‘वह (व्यक्ति) चार लोगों के एक समूह के साथ आया था। उनकी आरटी-पीसीआर जांच और जीनोम अनुक्रमण भी किया जाएगा।'' वहीं, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के ओमिक्रॉन संक्रमण के मद्देनजर में इसके खिलाफ लड़ने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। महापौर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि शहर में ओमिक्रॉन के संभावित प्रसार को रोकने के लिए, बीएमसी ने एक कार्य योजना तैयार की है जिसमें हवाईअड्डा प्राधिकरण को निर्देश दिया गया है कि वह निगम के आपदा नियंत्रण कक्ष को उच्च जोखिम वाले देश से यहां आने वाले यात्रियों की सूचना दें तथा यात्रियों के पते सहित सभी विवरण प्रदान करें। पेडनेकर ने कहा कि अब तक जिन 288 यात्रियों के हमने नमूने एकत्र किए हैं, उसे जांच के लिए भेज दिया गया है लेकिन रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है। हवाईअड्डा अधिकारियों द्वारा दी गई सूचना पर वाडर् के अनुसार टीम बनायी है जो यात्रियों की जांच के साथ जरूरी कदम उठायेंगे। निगम ने यात्रियों की सोसायटियों को भी सूचित कर दिया है कि यात्रियों द्वारा कोविड मानदंडों के पालन पर कड़ी नजर रखें। उन्होंने कहा कि नागरिक निकाय की एक टीम को हवाई अड्डे पर तैनात किया गया है तथा संक्रमित यात्रियों के लिए एक एम्बुलेंस को हवाई अड्डे पर तथा वाडर् कार्यालय में रखा गया है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/these-people-increased-the-tension-of-the-government-1505394,"देश में ओमिक्रॉन के चार मामले, इन लोगों ने बढ़ाई सरकार की टेंशन","दुनियाभर में चिंता का विषय बने कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन के देश में अब तक चार मामले सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन को डेल्टा वैरिएंट से पांच गुना ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। इस नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि देशभर में तीसरी लहर आ सकती है। इस खतरे को उन लोगों ने और बढ़ा दिया है, जो एट रिस्क कैटेगरी वाले देशों से भारत आए और अब उनका कोई अता-पता नहीं है। अगर ये लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए होंगे तो इस नए वैरिएंट के सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं, क्योंकि न तो इनका कोरोना टेस्ट हुआ है और न ही ये कहीं पर क्वारैंटाइन हैं। ऐसे 556 लोगों को अलग-अलग शहरों में तलाशा जा रहा है। भारत में ओमिक्रॉन के दो मरीज कर्नाटक के बेंगलुरु में, एक गुजरात के जामनगर में और एक मुंबई में मिल चुका है। कुछ और शहरों में ओमिक्रॉन के संदिग्ध मरीज मिले हैं। हालांकि, उनमें इस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश के मेरठ में विदेश से 300 लोग लौटे। इनमें से 13 गलत पते और जानकारी देकर लापता हो गए। न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि इनमें से 7 दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे, जहां सबसे पहले ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला था। अब अधिकारी इन लापता लोगों को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं। चंडीगढ़ में दक्षिण अफ्रीका से लौटी एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उस पर भारत आने के बाद क्वारैंटाइन नियमों को तोड़ने का आरोप है। महिला बुधवार को भारत आई थी और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। उसे एक सप्ताह के लिए होम क्वारैंटाइन रहने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने अगले ही दिन घर लौटने से पहले होटल में चेक-इन करने के लिए आइसोलेशन तोड़ दिया। बेंगलुरु एयरपोर्ट से भी कम से कम 10 यात्री लापता हो गए हैं। ये सभी दक्षिण अफ्रीकी बताए जा रहे हैं। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर. अशोक ने बताया है कि एयरपोर्ट सिक्योरिटी, पुलिस और हेल्थ डिपार्टमेंट उन्हें ट्रैक और टेस्ट करने पर काम कर रहे हैं। इससे पहले 66 साल का एक विदेशी शख्स बेंगलुरु में एक हफ्ते रुकने के बाद दुबई चला गया था। देश में ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला यही पहला व्यक्ति था। उसे कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके थे। एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वह पॉजिटिव मिला था। लक्षण होने की वजह से उसे आइसोलेट कर दिया गया था। उसके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। पिछले कुछ दिनों में विदेश से दिल्ली आने वाले और ओमिक्रॉन के संदिग्ध 12 मरीजों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। इनमें से 8 कोरोना पॉजिटिव निकले। 4 की टेस्ट रिपोर्ट अभी जारी नहीं की गई है। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर के मुताबिक, स्ट्रेन की पुष्टि के लिए इनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। विदेश से छत्तीसगढ़ के रायपुर आए 16 लोगों की जानकारी प्रशासन को नहीं मिल पा रही है। इनमें से 10 लोगों ने गलत नंबर दिए और 4 से फोन पर कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक विदेश से रायपुर आने वालों की तादाद 243 है। इसमें अमेरिका और ब्रिटेन से आने वाले भी शामिल हैं। इसके अलावा बिलासपुर में भी 17 नवंबर से अब तक आए 57 में से 15 लोगों को ही तलाशकर टेस्ट कराया जा सका है। इनमें USA से आए दो लोग पॉजिटिव मिले हैं। बाकी 42 की तलाश की जा रही है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/tamil-nadu-two-more-passengers-returned-from-singapore-and-uk-corona-positive-1505475,तमिलनाडुः सिंगापुर और यूके से लौटे दो और यात्री कोरोना पॉजिटिव,"नई दिल्ली: तमिलनाडु के मंत्री मा. सुब्रमंण्यम ने शनिवार को जानकारी दी कि यूनाइटेड किंगडम और सिंगापुर से राज्य में आने वाले दो व्यक्ति कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। इस रिपोर्ट के बाद विदेशों से आने वाले वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या अब बढ़कर पांच हो गई है। शुक्रवार को सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम से आने वाले तीन लोगों ने एक बच्चे समेत कोविड -19 का सकारात्मक परीक्षण किया। विदेश से आने वाले लोगों में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही देश में ओमिक्रॉन संक्रमण का भी खतरा बढ़ता जा रहा है। तमिलनाडु के चिकित्सा और परिवार मंत्री मा. सुब्रमण्यम ने बताया कि दुबई के रास्ते यूनाइटेड किंगडम से आने वाली एक 25 व्यक्ति कोविड पॉजिटिव पाया गया है। मंत्री सुब्रमण्यम राज्य में शुरू हो रहे 13वें मेगा टीकाकरण कार्यक्रम के आयोजन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यूनाइडेट किंगडम से आने वाले शख्स को किंग इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन एंड रिसर्च हॉस्पिटल, गिंडी में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही उच्च जोखिम देशों से आने वाले 4 अतिरिक्त लोग भी कोविड टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/kovid-vaccine-dosage-crosses-127-crores-in-the-country-1505438,"देश में कोविड वैक्सीन डोज 127 करोड़ के पार, एक दिन में लगे 1 करोड़ से अधिक टीके","नई दिल्लीः देश में शनिवार को एक दिन में कोविड-19 के एक करोड़ से अधिक टीका लगाए गए, जिससे अभी तक टीके की 127.5 करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी है। भारत में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के अभी तक चार मामले सामने आए हैं। दक्षिण अफ्रीका में नया स्वरूप आने के बाद पिछले एक हफ्ते से अधिक समय से देश में टीकाकरण की गति ने जोर पकड़ा है। इस स्वरूप को डब्ल्यूएचओ ने ‘चिंताजनक' करार दिया है। देश में शनिवार की रात सवा आठ बजे तक एक करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में आज कोविड-19 के एक करोड़ टीके लगाए गए। हर घर दस्तक अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान नई ऊंचाइयों को छू रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है।'' रोजाना टीकाकरण के आंकड़े शनिवार देर रात तक अंतिम रिपोर्ट आने के बाद बढ़ने की उम्मीद है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष नवंबर में प्रति दिन औसतन टीके की 59.32 लाख खुराकें लगाई जा रही थीं जबकि मई में प्रति दिन औसतन 19.69 लाख खुराक लगाई जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि भारत की आबादी के करीब 84.8 फीसदी वयस्कों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है, जबकि 50 फीसदी वयस्कों को दूसरी खुराक भी लग गई है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/delhi-this-series-number-became-trouble-for-the-girl-1505415,"दिल्ली: लड़की के लिए मुसीबत बना S.E.X सीरीज वाला नंबर, मुश्किल हुआ घर से बाहर निकलना","देश की राजधानी दिल्ली में RTO द्वारा एक टू-व्हीलर को ऐसा नंबर दिया गया है, जिससे परिवार परेशान है। दरअसल साउथ दिल्ली RTO की ओर से वाहनों के DL3C और DL3S सीरीज के नंबर जारी किए जाते हैं। इसी कड़ी में पिछले महीने DL 3 SEX सीरीज के नए नंबर अलॉट हुए हैं। लेकिन अब यही सीरीज वाहनों खरीदारों के लिए संकट बन रहा है। क्योंकि इस सीरीज के तहत जो अल्फाबेट्स दिए जा रहे हैं, वो अटपटा है। सीरीज के अल्टाबेट्स DL 3 'SEX'.... (सेक्स) जैसे वर्ड बन जा रहे हैं। इस मामले को लेकर जब दिल्ली के एक आरटीओ अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि करीब 10 हजार गाड़ियों को इस सीरीज के नंबर अलॉट हुए हैं। लेकिन अब एक लड़की को इस सीरीज के नंबर अलॉट होने पर मामला तूल पकड़ रहा है। क्योंकि लड़की की स्कूटी को आरटीओ की तरफ से जो नंबर मिला है, उसके बीच के अंकों में S.E.X अल्फाबेट्स हैं। वहीं, अब इस मामले की दिल्ली महिला आयोग को शिकायत मिली। इसमें पीड़ित युवती ने बताया था कि हाल ही में उसने ने एक नई स्कूटी खरीदी थी। उसके वाहन की पंजीकरण संख्या पर जो सीरीज थी, जो एसईएक्स यानी 'सेक्स' शब्द था। लड़की ने आयोग को बताया कि रजिस्ट्रेशन नंबर में सेक्स शब्द शामिल है। इस वजह से उसे उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। लड़की ने आयोग को बताया कि इस सब के कारण आस पास के लोग उसे ताना मारते हैं और उसे चिढ़ाते भी हैं। इसकी वजह उसे कही आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जरूरी कामों के लिए भी घर से बाहर निकलना नामुमकिन सा हो गया है। आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए परिवहन विभाग को नोटिस जारी कर स्कूटी के वाहन पंजीकरण नंबर में तत्काल बदलाव की मांग की है। डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने नोटिस जारी करते हुए कहा, आयोग द्वारा परिवहन विभाग को इस सीरीज में पंजीकृत वाहनों की कुल संख्या प्रस्तुत करने एवं साथ ही विभाग को प्राप्त ऐसी सभी शिकायतों का विवरण भी देने को कहा गया है। आखिरकार आयोग ने परिवहन विभाग से 4 दिन के भीतर मामले में की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट जारी करने को कहा है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/jkrsa-holds-screening-of-roller-skating-nationals-contingent-1505398,59वें नेशनल रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता के लिए जेकेआरएसए ने की खिलाड़ियों की स्क्रीनिंग,"जम्मू: जम्मू कश्मीर रोलर स्केटिंग एसोसिएशन जेकेआरएसए ने शनिवार को जम्मू के एमए स्टेडियम में स्क्रीनिंग कार्यक्रम रखा। इस दौरान 59वें नेशनल रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता हेतु खिलाड़ियों की स्क्रीनिंग की गई। यह प्रतियोगिताएं नई दिल्ली और मोहाली में 11 से लेकर 22 दिसंबर 2021 को आयोजित होंगी। जेकेआरएसए ने इस बार बड़ा कदम उठाते हुयेे सभी खिलाड़ियों के लिए स्क्रीनिंग को आवश्यक बना दिया है। टाज के कार्यक्रम में डिविजनल स्पोटर्स अधिकारी आशोक सिंह, जेकेआरएसए के प्रधान जी एस खुरमी , एमए स्टेडियम के स्पोटर्स मैनेजर सतीश चोपड़ा, जेकेआरएसए की संयुक्त सचिव सीमा खरयाल, मैनेजर कोच रतनीश पुरी और जतिन्द्र शर्मा स्केटिंग रिंक में मौजूद थे। कार्यक्रम में जहां बच्चों की औपचारिक प्रक्रिया को पूरा किया गया वहीं उन्हें ने नेशनल प्रतियोगिता हेतु शुभकामनाएं भी दी गईं। आपको बता दें कि खिलाड़ियों का चयन जम्मू और कश्मीर यूटी से किया गया है और इसके लिए जिला एवं राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/bring-72-hours-old-rt-pcr-report-with-you-1505251,"वैष्णो देवी यात्रा के लिए कोरोना गाइडलाइंस, 72 घंटे पुरानी RT-PCR रिपोर्ट साथ लेकर आएं","श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोडर् (एसएमवीडी) ने शनिवार को कटरा में कोविड के मामलों में नये मामलों में वृद्धि और ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए यहां आने वाले श्रद्धालुओं से कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया है। श्राइन बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि एसएमवीडी श्राइन बोडर् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने तीर्थ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से 72 घंटे से पहले कराये वैध और सत्यापति आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपने साथ रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सामाजिक दूरी के अलावा मास्क सही ढंग से पहनने की भी सलाह दी गयी है। प्रवक्ता ने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए पहले से ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक यात्री की प्रवेश बिंदुओं पर थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 के मद्देनजर अपनाए जाने वाले विभिन्न एहतियाती उपायों के बारे में जागरूकता के लिए पहले से स्थापित बहुउद्देश्यीय ऑडियो प्रणली और मार्ग पर हाई-टेक वीडियो के जरिए नियमित घोषणा भी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि श्राइन बोर्ड आने वाले तीर्थयात्रियों, कर्मचारियों और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल के अनुरूप अपने परिसर की सफाई कर रहा है। सूत्रों के अनुसार कटरा में पिछले एक सप्ताह में 12 से अधिक श्रद्धालु कोरोना संक्रमित पाए गए।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/itr-filing-these-are-the-benefits-of-income-tax-return-filing-in-india/1946947/,"31 दिसंबर तक न भरा ITR तो लग सकता है 10 हजार रुपए जुर्माना, जानें- क्या हैं टाइम पर Income Tax Return भरने के फायदे?","वित्त वर्ष 2020-21 (असेसमेंट ईयर 2021-22) के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return: ITR) भरने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर, 2021 है। अगर आप डेडलाइन से पहले यह काम नहीं करते हैं, तब आपके लिए समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। मसलन आपको मोटा जुर्माना भरना पड़ सकता है, जबकि कुछ और पेनाल्टी का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में टैक्स एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि आप यह काम समय रहते निपटा लें और अंतिम घड़ी का इंतजार न करें। आइए जानते हैं कि टाइम पर आईटीआर भरने के क्या फायदे हैं: डेडलाइन से पहले आईटीआर दाखिल कर देंगे, तब आपको जुर्माना नहीं भरना होगा। यह रकम 10 हजार रुपए तक हो सकती है। अगर लेट-लतीफी करेंगे, तो आयकर विभाग ऐक्शन लेते हुए फाइन लगा देगा। जो लोग वक्त पर इनकम टैक्स रिटर्न नहीं फाइल करते हैं, आईटी विभाग उन्हें नोटिस भेजकर अलर्ट भी करता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप आखिरी डेट से पहले ही यह काम निपटा लें। टाइम पर आईटीआर फाइल कर के लोग ब्याज की बचत भी कर सकते हैं। दरअसल, नियम कहते हैं कि अगर किसी टैक्सपेयर ने एडवांस टैक्स नहीं भरा है या फिर देनदारी से 90 फीसदी कम कर चुकाया है, तब उसे एक फीसदी प्रति महीने का इंट्रेस्ट पेनाल्टी के तौर पर चुकाना पड़ता है। यह ब्याज सेक्शन 234बी के तहत लगता है, जिससे वक्त पर आईटीआर दाखिल कर बचा जा सकता है। अगर वक्त पर आईटीआर भरेंगे, तब आप कई सारी इनकम टैक्स के तहत मिलने वाली छूट के भी हकदार होंगे। इनमें धारा 10ए, धारा 10बी, धारा-80आईए, 80आईएबी, 80आईसी, 80आईडी और 80आईई के तहत मिलने वाली छूट शामिल है, जो टाइम पर आईटीआर भर कर आप पा सकेंगे। आपको ITR फाइलिंग के दौरान किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसलिए आप कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा। मसलन आपको अपना आधार कार्ड (Aadhaar Card) और पैन कार्ड (PAN Card) लिंक करना होगा। जिस बैंक खाते में आप रिफंड चाहते हैं, उसे प्रीवैलिडेट करना रहेगा। फाइलिंग से पहले सही आईटीआर चुनें। अन्यथा आपका दाखिल फॉर्म डिफेक्टिव (गड़बड़) माना जाएगा और ऐसे में आपको दोबारा आईटीआर भरना होगा। अपने रिटर्न को e-Verify Now के ऑप्शन पर जाकर वेरिफाई भी कर लें।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/elevated-risk-in-cryptocurrency-as-here-the-big-drop-due-to-coronavirus-omicron-and-hackers-stole-tokens/1946849/,"Cryptocurrency में ऊंचा जोखिम! इधर ओमीक्रॉन के चलते बड़ी गिरावट, उधर हैकर्स ने चुराए टोकन; FM बोलीं- हम लोगों को आगाह कर रहे","Cryptocurrency ऊंचे जोखिम वाला क्षेत्र! इधर ओमीक्रॉन के चलते बड़ी गिरावट, उधर हैकर्स ने चुराए टोकन; FM बोलीं- हम लोगों को आगाह कर रहे निवेश के लिहाज से युवा पीढ़ी के बीच कम समय में पॉपुलर होने वाली क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वेरियंट की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुई। डिजिटल टोकन में महामारी के नए स्ट्रेन की वजह से बड़ी गिरावट आई है। जिस बिटक्वॉइन का दाम 15 दिनों पहले करीब 68 हजार अमेरिकी डॉलर था, वह खिसक कर शनिवार (चार दिसंबर, 2021) तक 42,296 यूएस डॉलर पर आ पहुंचा। सिर्फ एक घंटे के भीतर इसमें 10 हजार डॉलर का भाव गिर गया। हालांकि, जुलाई में इसका भाव 30 हजार डॉलर था, जबकि कहा जाता है कि साल 2021 में इसने 60 प्रतिशत का लाभ दिया। फिर भी ताजा कमी के बाद शनिवार को क्रिप्टो मार्केट से तकरीबन 2.4 अरब डॉलर की राशि निकाल ली गई। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सात सितंबर, 2021 के बाद एक दिन में किया जाने वाला सबसे बड़ा विथड्रॉल है। इसी बीच, क्रिप्टोकरेंसी की सुरक्षा को लेकर थोड़ी चिंतित खबर आई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हैकरों ने लगभग 900 करोड़ से अधिक के क्रिप्टो टोकन चुरा लिए। उन्होंने इस वारदात को ब्लॉकचेन बेस्ड डिसेंट्रलाइज्ड फाइनैंस प्लैटफॉर्म बेजरडीएओ के जरिए अंजाम दिया। बैजर का कहना है कि उसे यूजर फंड से अनजान विथड्रॉल/निकासी की जानकारी मिली है। हालांकि, मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। चल रही अटकलें ‘ठीक बात’ नहीं- FM: इस बीच, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी पर कई तरह की अटकलें चल रही हैं और ये अटकलें अच्छी बात नहीं हैं। सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के विनिमयन की तैयारियों के बीच उनका यह बयान आया है। ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में वह बोलीं कि अच्छी तरह से विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया विधेयक मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद निश्चित रूप से संसद में आने जा रहा है। बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा का नियमन विधेयक, 2021 को लोकसभा के बुलेटिन-भाग दो में शामिल किया गया है। इसे शीतकालीन सत्र में ही पेश किया जाएगा। “लोगों को क्रिप्टोकरेंसी से आगाह कर रहे”: हफ्ते की शुरुआत में राज्यसभा में सीतारमण ने कहा था कि नए विधेयक में वर्चुअल मुद्रा के क्षेत्र में आ रहे बदलावों का ध्यान रखा जाएगा और इसमें पुराने विधेयक की उन चीजों को भी शामिल किया जाएगा जिन्हें पहले नहीं लिया जा सका था। उन्होंने कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) लोगों को क्रिप्टोकरेंसी से आगाह कर रहे हैं। यह काफी ऊंचे जोखिम वाला क्षेत्र है। नहीं है किसी का क्रिप्टो पर कंट्रोल!: क्रिप्टोकरेंसी भले ही कम समय में कम समय में आकर लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हो, मगर अभी भी यह बेहद जोखिम भरी मानी जा रही है। दरअसल, इस पर किसी मुल्क के केंद्रीय बैंक या सरकार या संस्था का कंट्रोल नहीं है, जबकि रुपए, डॉलर या अन्य किसी विदेशी मुद्रा पर जारीकर्ता देश के बैंक या बड़ी संस्था का हाथ होता है। यह पूरी तरह से विकेंद्रित है और यही वजह है कि यह बहुत जोखिम भरी मानी जाती है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/labour-minister-bhupender-yadav-launches-free-annual-health-check-up-programme-for-esic-members-aged-above-40/1946778/,"ESIC के इन सदस्यों का अब फ्री में होगा सालाना हेल्थ चेक-अप, केंद्र ने चालू की परियोजना","एंप्लाई स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (Employees’ State Insurance Corporation: ईएसआईसी) ने 40 साल से अधिक उम्र के ईएसआईसी सदस्यों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम शुरू किया है। शनिवार (चार दिसंबर, 2021) को नई दिल्ली में ईएसआईसी की 186वीं बैठक में केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने अहमदाबाद, फरीदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता के ईएसआई अस्पतालों में पायलट आधार पर इस वार्षिक एहतियाती स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम का आगाज किया। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए, यादव ने कहा, ‘‘हमने एक पायलट परियोजना शुरू की है जिसके तहत हम प्रत्येक साल 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के ईएसआईसी के बीमाकृत व्यक्तियों (आईपी) के लिए मुफ्त चिकित्सा जांच प्रदान कर रहे हैं। ‘स्वस्थ भारत’ का हमारा सपना है। हमारे पास लगभग 3.5 करोड़ आईपी हैं। इसलिए अगर हम उपचारात्मक के साथ ईएसआईसी में निवारक देखभाल कार्यक्रम भी चलाते हैं, तो हम स्वस्थ्य भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।’’ Electric Vehicles को बढ़ावा देगी यह सरकार, CM बोले- चार पहिया वाहनों के लिए देंगे तीन लाख रुपये तक, जानें- नीति के बारे में स्पोर्टी डिजाइन और 66 kmpl माइलेज वाला Yamaha Ray ZR 125 यहां मिलेगा 38 हजार में, कंपनी देगी 1 साल की वारंटी कोरोना के नए स्ट्रेन ‘ओमीक्रॉन’ से कोहराम! एक्सपर्ट बोले- ‘बूस्टर’ डोज के बजाय टीके की दोनों खुराक देने पर हो अधिक ध्यान मंत्री ने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में सामाजिक सुरक्षा संहिता के कार्यान्वयन के साथ आईपी की संख्या बढ़कर पांच करोड़ हो जाएगी, जिससे इस योजना का और विस्तार किया जा सकेगा। यादव की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में गुरुग्राम (मानेसर) में मौजूदा 100 बिस्तरों वाले अस्पताल का विस्तार कर 500 बिस्तरों वाले ईएसआईसी अस्पताल के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। मंत्री के मुताबिक, आने वाले दिनों में सामाजिक सुरक्षा संहिता के कार्यान्वयन के साथ आईपी की संख्या को बढ़ाकर पांच करोड़ करने के साथ इस पायलट का और विस्तार किया जाएगा। ईएसआईसी भी अपने अस्पतालों को सुपर स्पेशियलिटी में सुधारना चाहता है, ताकि आने वाले दिनों में दूसरों के लिए रेफरल कम किया जा सके। यादव ने सेवाओं के वितरण में सुधार के लिए ईएसआईसी लाभार्थियों के लिए एक मोबाइल ऐप ‘संतुष्ट’ शुरू करने के बारे में भी बात की। उन्होंने ने आगे कहा कि बिहार के पटना में बिहटा और राजस्थान के अलवर में दो ईएसआईसी अस्पतालों का निर्माण पूरा हो गया है और जल्द ही इनका उद्घाटन किया जाएगा। ईएसआईसी ने ईएसआईसी कोविड-19 रिलीफ स्कीम (ESIC COVID-19 Relief Scheme) में अंशदायी शर्त में भी ढील दी। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से मरने वाले आईपी के परिवारों को मदद मुहैया कराने के लिए ईएसआईसी कोरोना राहत योजना शुरू की गई थी। 70 दिनों के अंशदान के भुगतान की इस अंशदायी शर्त को इस हद तक शिथिल करने का प्रस्ताव है कि अंशदान का भुगतान 70 दिनों के बजाय कम से कम 35 दिनों के लिए किया जाना चाहिए था।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/four-cases-of-omicron-in-india-infection-in-nine-people-of-rajasthan-sent-samples-for-examination/1946683/,"ओमीक्रान के अब तक चार मामले, राजस्थान के नौ लोगों में संक्रमण, जांच के लिए नमूने भेजे","गुरुवार को कर्नाटक में ओमीक्रान के दो मामले सामने आने के बाद शनिवार को गुजरात और महाराष्ट्र में भी एक-एक मामले की पुष्टि हुई। दक्षिण अफ्रीका से राजस्थान लौटे एक परिवार के 14 में से नौ सदस्य में संक्रमण की पुष्टि की सूचना है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें ओमीक्रान संक्रमण है। जांच के लिए (जीनोम सिक्वेंसिंग) नमूने भेजे गए हैं। जिम्बाब्वे से लौटा गुजरात के जामनगर शहर का 72 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना विषाणु के नए बहुरूप ‘ओमीक्रान’ से संक्रमित पाया गया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी। जिम्बाब्वे अधिक जोखिम वाले देशों की श्रेणी में शामिल है और गुजरात में सामने आया मामला भारत में ‘ओमीक्रान’ स्वरूप का अब तक आया तीसरा मामला है। इससे पहले, कर्नाटक में दो व्यक्ति विषाणु के इस स्वरूप से संक्रमित मिले थे। Cryptocurrency में ऊंचा जोखिम! इधर ओमीक्रॉन के चलते बड़ी गिरावट, उधर हैकर्स ने चुराए टोकन; FM बोलीं- हम लोगों को आगाह कर रहे ESIC के इन सदस्यों का अब फ्री में होगा सालाना हेल्थ चेक-अप, केंद्र ने चालू की परियोजना अब मेरिट पर नहीं होगा दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन? पैनल ने CET का किया समर्थन, यह है बड़ी वजह गुजरात के स्वास्थ्य आयुक्त जयप्रकाश शिवहरे ने पुष्टि की कि जामनगर शहर का संबंधित व्यक्ति ‘ओमीक्रान’ से संक्रमित पाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि यह व्यक्ति 28 नवंबर को जिम्बाब्वे से गुजरात आया था और दो दिसंबर को कोरोना विषाणु से संक्रमित मिला था, जिसके बाद उसका नमूना जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया था। जामनगर के निगमायुक्त विजय कुमार खराडी ने कहा था कि नमूना जीनोम अनुक्रमण के लिए अहमदाबाद भेजा गया था ताकि यह पता लगाया जा सके कि व्यक्ति ‘ओमीक्रान’ से संक्रमित है या नहीं। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति कई साल से जिम्बाब्वे में रह रहा है और वह राज्य में अपने ससुर से मिलने आया था। अधिकारी ने कहा कि बुखार होने के बाद डाक्टर ने उन्हें आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने की सलाह दी और निजी प्रयोगशाला ने गुरुवार को अधिकारियों को उसके कोरोना विषाणु से संक्रमित होने की सूचना दी। खराडी ने कहा कि इसके बाद, इस व्यक्ति को गुरु गोबिंद सिंह सरकारी अस्पताल के पृथक वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने ‘ओमीक्रान’ को ‘चिंताजनक स्वरूप’ की श्रेणी में रखा है। केंद्र के अनुसार, ‘अधिक जोखिम’ वाले देशों में ब्रिटेन सहित यूरोपीय देश और दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग तथा इजराइल शामिल हैं। मुंबई के महानगर के पास कल्याण डोंबिवली नगर निकाय क्षेत्र का एक व्यक्ति ‘ओमीक्रान’ से संक्रमित पाया गया है। महाराष्ट्र में इस स्वरूप के संक्रमण का यह पहला मामला है। अधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को दिल्ली में कहा कि 33 वर्षीय यह व्यक्ति 23 नवंबर को मुंबई के लिए उड़ान भरने से पहले दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा था जहां उसने कोविड जांच के लिए नमूना दिया था। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डाक्टर अर्चना पाटिल ने मुंबई में कहा कि, ‘कल्याण डोंबिवली नगर निकाय क्षेत्र का एक व्यक्ति ओमीक्रान से संक्रमित पाया गया है। यह राज्य में पहला आधिकारिक मामला है।’ उन्होंने कहा, ‘वह (व्यक्ति) चार लोगों के एक समूह के साथ आया था। उनकी आरटी-पीसीआर जांच और जीनोम अनुक्रमण भी किया जाएगा।’ राजस्थान में दक्षिण अफ्रीका से लौटे एक परिवार के 14 में से नौ सदस्य में प्राथमिक रूप से संक्रमण की पुष्टि की सूचना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा नरोत्तम शर्मा ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका से लौटे लोगों को आरयूएचएस अस्पताल में आइसोलेट किया गया है, जबकि अन्य पांच को एकांतवास में रखा गया है।",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/covid19-india-50-percent-eligible-population-are-now-fully-vaccinated-mansukh-mandaviya-says-moment-of-pride-944541.html,"देश में 50 फीसदी से ज्यादा लोग फुली वैक्सीनेट, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा- एकजुट होकर कोविड-19 को हराएंगे","केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (फाइल फोटो) भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ जारी टीकाकरण अभियान (Covid-19 Vaccination) के तहत 50 फीसदी से ज्यादा लोग पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं. यानी वे कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को बताया कि यह गर्व का क्षण है कि 50 फीसदी से ज्यादा योग्य आबादी अब पूरी तरह वैक्सीनेट है. उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जीतेंगे. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोविड-19 वैक्सीन की 127 करोड़ से अधिक डोज लगाई जा चुकी है. इनमें 79.90 करोड़ लोगों को कम से कम एक डोज और 47.71 करोड़ लोगों को दोनों डोज लगाई जा चुकी है. शनिवार को देश भर में 1.04 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई गई. महत्वपूर्ण यह है कि इसमें दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या 75.12 लाख है. इससे पहले भी कई बार एक दिन में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 1 करोड़ के पार पहुंचा है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में आज (शनिवार) कोविड-19 के एक करोड़ टीके लगाए गए. हर घर दस्तक अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है. दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान नई ऊंचाइयों को छू रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है.’’ हम होंगे कामयाब ✌🏼 Congratulations India 🇮🇳 It is a moment of great pride as over 50% of the eligible population are now fully vaccinated 💉 We will win the battle against COVID-19 together ✌🏼#HarGharDastak #SabkoMuftVaccine pic.twitter.com/q4evljMChk — Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 5, 2021 सरकार के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर महीने में प्रति दिन औसतन टीके की 59.32 लाख डोज लगाई जा रही थीं जबकि मई में प्रति दिन औसतन 19.69 लाख डोज लगाई जा रही थी. अधिकारियों ने बताया कि भारत की आबादी के करीब 84.8 फीसदी वयस्कों को कोविड-19 टीके की पहली डोज लगाई जा चुकी है, जबकि 50 फीसदी वयस्कों को दूसरी खुराक भी लग गई है. 21.13 करोड़ से ज्यादा डोज राज्यों के पास उपलब्ध स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, केंद्र सरकार ने अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को वैक्सीन की 138 करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध कराई है. इसमें 21.13 करोड़ से अधिक अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल हुई डोज शामिल हैं, जिन्हें लगाया जाना है. देश में रविवार को कोविड-19 के 8,895 नए मामले सामने आए. इसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,33,255 हो गई. वहीं एक्टिव केस की संख्या घटकर 99,155 हो गई है. दैनिक संक्रमण दर 0.73 फीसदी रही, जो पिछले 62 दिन से दो प्रतिशत से कम बनी हुई है. देश में कोविड-19 संक्रमण से अब तक 4,73,326 लोगों की मौत हो चुकी है. नए आंकड़ों में 2,796 मौत के मामले आए हैं, जिसमें बिहार के 2,426 पुरानी मौतों के मामले को जोड़ा गया है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/karnataka-at-least-29-students-found-positive-with-coronavirus-in-shimoga-nursing-school-944505.html,"कर्नाटक: शिवमोगा के निजी नर्सिंग स्कूल में कोरोना वायरस से संक्रमित मिले 29 छात्र, हॉस्टल परिसर को सील किया गया","नर्सिंग स्कूल के छात्र कोरोना से संक्रमित मिले (Karnataka Covid-19 Cases) Karnataka Students Found Positive With Coronavirus: कर्नाटक में शिवमोगा के एक निजी नर्सिंग स्कूल में 29 छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इस बात की जानकारी शिवमोगा के डिप्टी कमिश्नर केबी शिवकुमार ने दी है. उन्होंने बताया कि इनमें से ज्यादातर में कोई लक्षण नहीं दिखे हैं. शिवकुमार ने कहा, ‘हम कई जगहों पर रैंडम सैंपलिंग (Random Sampling) कर रहे हैं और इसी दौरान इन छात्रों के संक्रमित होने का पता चला, यहां विभिन्न राज्यों से छात्र इस निजी नर्सिंग स्कूल में आए हैं. हमने हॉस्टल परिसर को सील कर दिया है. संस्थान के करीब 29 छात्र संक्रमित पाए गए हैं.’ जब ये पूछा गया कि संक्रमण के इस इलाके में फैलने की संभावना है, तो डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इलाके में रहने वाले लोगों के सैंपल भी जांच हेतु लिए जा रहे हैं. वहीं राज्य में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने कहा कि अगर किसी इलाके में तीन या उससे अधिक कोविड-19 मामले मिलते हैं, तो उसे क्लस्टर के तौर पर वर्गीकृत किया जाएगा. कोरोना वायरस के मामलों की बात करें, तो कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शनिवार को 397 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 277 रिकवरी और चार मौत भी दर्ज की गई हैं. राज्य में ओमीक्रॉन के दो केस मिले कर्नाटक में इस समय 7012 सक्रिय मामले हैं. इसी हफ्ते की शुरुआत में यहां कोरोना वायरस के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट के दो मामले भी मिले थे (Omicron Variant Cases in Karnataka). भारत में अब तक कुल चार ओमीक्रॉन के मामले मिले हैं. इन दोनों में से एक 66 साल का दक्षिण अफ्रीकी नागरिक था. जो एयरपोर्ट पर कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आया था. जांच करने पर वह कोरोना से संक्रमित पाया गया. फिर उसके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए. हालांकि ये शख्स आइसोलेशन से अचानक दुबई भाग गया. उसने एक निजी लैब से जांच कराई, जहां रिपोर्ट निगेटिव आई. इसी रिपोर्ट को लेकर वह भारत से चला गया. संक्रमित डॉक्टर ने नहीं की विदेश यात्रा कर्नाटक सरकार के लिए चिंता की बात इसलिए है क्योंकि यहां एक 46 साल का डॉक्टर भी ओमीक्रॉन से संक्रमित मिला था. जिसने कोई विदेश यात्रा नहीं की. डॉक्टर एक सम्मेलन में शामिल जरूर हुआ था, जहां विदेशी प्रतिनिधि आए थे. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वह सम्मेलन में भाग लेने से पहले ही वेरिएंट की चपेट में आ गया था. इसके अलावा कर्नाटक सरकार उन 57 लोगों की जांच भी करेगी, जो एयरपोर्ट पर उसी समय उतरे जब ये दक्षिण अफ्रीकी नागरिक उतरा था. लेकिन 57 में से 10 लोगों ने अपने फोन स्विच ऑफ कर लिए हैं और उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा. सरकार ने कहा है कि इन लोगों की तलाश की जा रही है.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cyclone-jawad-odisha-west-bengal-andhra-pradesh-to-receive-heavy-rainfall-likely-to-reach-coast-of-puri-around-noon-944447.html,"Cyclone Jawad: दोपहर तक पुरी तट से टकराएगा तूफान जवाद, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट","पुरी तट पर तैनात NDRF के कर्मी (फोटो- PTI) चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ (Cyclone Jawad) के तटीय इलाकों में पहुंचने से पहले ओडिशा के पुरी में रविवार सुबह बारिश हुई. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, तूफान के आज दोपहर तक पुरी तट से टकराने और कमजोर पड़ने की संभावना है. ओडिशा के गंजाम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और कटक जिलों के कुछ हिस्सों में अगले कुछ घंटे भारी बारिश होने की संभावना है. विभाग ने बताया कि जवाद तूफान शनिवार को कमजोर होकर एक गहरे दबाव में बदल गया था. तूफान के कमजोर पड़ने और रविवार दोपहर पुरी तट पर लैंडफॉल की संभावना से पहले पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 18 टीमों को तैनात किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर वे लोगों की निकासी के लिए तैयार हैं. यह राहत की बात है कि तूफान कमजोर हो गया है. लैंडफॉल से पहले दीघा में पहले से पूरी तैयारी कर ली गई है. आईएमडी द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, गहरे दबाव का क्षेत्र आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के पूर्व-उत्तर पूर्व 230 किलोमीटर, गोपालपुर के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम से करीब 130 किलोमीटर, पुरी के दक्षिण-दक्षिण पूर्व से 180 किलोमीटर दूर, पारादीप के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम से 270 किलोमीटर दूर केंद्रित है. पुरी तट पर 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को ओडिशा के पुरी तट पर 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. तेज बारिश के कारण तटीय जिलों के कुछ स्‍थानों पर आम जन-जीवन प्रभावित हो सकता है. इसे देखते हुए संबंधित जिलों में स्‍थानीय प्रशासन जलभराव की आशंका वाले स्‍थानों से लोगों को वहां से निकालने की योजना बना रहा है. विशेष राहत आयुक्‍त पी के जैना ने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राहत दलों को सतर्क कर दिया गया है. #WATCH Odisha’s Puri witnesses moderate rainfall as cyclonic storm Jawad is likely to reach around noon today; ‘Jawad’ is likely to weaken further into a Depression, as per IMD pic.twitter.com/Qn0wDO0WAq — ANI (@ANI) December 5, 2021",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/drugs-worth-rs-500-crore-seized-in-manipur-town-along-myanmar-border,Drugs seized: मणिपुर में म्यांमार सीमा के पास 500 करोड़ का नशा पकड़ा,"विस्तार मणिपुर के म्यांमार सीमा के पास स्थित मोरेह शहर में 500 करोड़ कीमत का नशे का सामान पकड़ा गया है। यह किसी भी उत्तरपूर्वी राज्य में अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। तेनुगोपाल जिले के एसएसपी विक्रमजीत ने बताया कि राज्य पुलिस और 43 असम रायफल के संयुक्त अभियान के दौरान सोमवार दोपहर एक गोदाम पर छापा मारा गया। यहां से 54 किलो ब्राउन शुगर, 154 किलो क्रिस्टल मेथाम्पेटामाइन बरामद की गई। इस गोदाम पर पिछले काफी समय से नजर रखी जा रही थी। इस मामले में म्यांमार के एक नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की नशे के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम के दौरान यह अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी है। नशे का कारोबार करने वाले ही आतंकवादियों को धन मुहैया कराते हैं। इनके कारण उत्तर पूर्व ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-corona-variant-cases-in-india-live-news-updates-coronavirus-cases-in-india-today-covid19-cases-in-india-7-december,"Omicron updates: देश में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामले, पुणे में 10 नए मामले आए सामने","खास बातें Omicron in India Live: स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 6,822 मामले सामने आए हैं जो कि 558 दिनों में सबसे कम है। हालांकि ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लाइव अपडेट 10:06 PM, 07-Dec-2021 डॉ. एंथनी फाउची बोले, डेल्टा से कम खतरनाक है ओमिक्रॉन अमेरिकी वैज्ञानिक व विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा से अधिक खतरनाक नहीं है। समाचार एजेंसी एएफपी ने ये जानकारी दी है। 09:40 PM, 07-Dec-2021 ब्रिटेन और कनाडा से लौटे दो लोग संक्रमित भोपाल जिला प्रशासन ने कहा कि ब्रिटेन और कनाडा से मध्य प्रदेश लौटे दो व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं। 09:14 PM, 07-Dec-2021 ठाणे में विदेश से लौटे 12 लापता महाराष्ट्र: नगर निगम के एक अधिकारी ने कहा कि ठाणे जिले के कल्याण डोंबिवली नगर निगम क्षेत्र में हाल ही में विदेश से लौटे 12 लोग लापता हैं। 06:48 PM, 07-Dec-2021 रोका गया जनगणना का कार्य COVID-19 महामारी के प्रकोप के कारण जनगणना 2021 और संबंधित क्षेत्र की गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया है। जनगणना 2021 के संचालन के लिए सरकार के निर्देश 28 मार्च 2019 को अधिसूचित किए गए थे। लोकसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी दी। 06:12 PM, 07-Dec-2021 पुणे शहर में ओमिक्रॉन के दस और नए मामले मंगलवार को महाराष्ट्र के पुणे शहर में ओमिक्रॉन के दस और नए मामले सामने आए हैं। पुणे के एक शीर्ष अधिकारी ने जानकारी दी कि हवाई अड्डे पर लगभग 30 हजार यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया गया। इनमें से दस लोगों में ओमिक्रॉन की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। 01:15 PM, 07-Dec-2021 जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब बनाएगी कर्नाटक सरकार ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए और भी अधिक प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए चर्चा कर रही है। 01:09 PM, 07-Dec-2021 ब्रिटेन में कम्युनिटी स्प्रेड ब्रिटेन के कई इलाके में ओमिक्रॉन वैरिएंट ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। देश में 336 मामले सामने आने के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि यहां कम्युनिटी स्प्रेड की शुरुआत हो गई है। कई इलाकों में लोग तेजी से चपेट में आ रहे हैं। 12:18 PM, 07-Dec-2021 मध्यप्रदेश में 28 वर्षीय जर्मन नागरिक कोरोना पॉजिटिव मध्यप्रदेश में भी कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर टेंशन बढ़ गई है। दरअसल, जबलपुर में 28 वर्षीय जर्मन नागरिक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसका नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने तक कुछ नहीं कहा जा सकता है। 10:53 AM, 07-Dec-2021 महाराष्ट्र में विदेश से लौटे 100 से अधिक यात्रियों की जानकारी नहीं ओमिक्रॉन के डर के बीच, कल्याण डोंबिवली नगर निगम के प्रमुख विजय सूर्यवंशी ने सोमवार को कहा कि ठाणे जिले के टाउनशिप में हाल ही में विदेश से लौटे 295 में से 109 का पता नहीं चल सका है। 10:26 AM, 07-Dec-2021 गोवा सरकार की अपील- 19 दिसंबर तक करवा लें संपूर्ण टीकाकरण गोवा के मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से 19 दिसंबर तक पूरी तरह से टीकाकरण कराने की अपील की है। 09:31 AM, 07-Dec-2021 Omicron updates: देश में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामले, पुणे में 10 नए मामले आए सामने देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच बड़ी राहत की खबर आई है। दरअसल, 558 दिनों में संक्रमण के सबसे कम मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 6,822 मामले सामने आए हैं जो कि 558 दिनों में सबसे कम है। इस दौरान 220 लोगों की मौत भी हो गई। इसके अलावा 10,004 लोग स्वस्थ भी हुए और रिकवरी दर 98.36 फीसदी पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब कुल 95,014 सक्रिय मरीज बचे हैं जो कि 554 दिनों बाद सबसे कम है। वहीं देश में अब तक कोरोना के कुल 3,46,48,383 मामले आ चुके हैं जबकि कुल 3,40,79,612 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं कुल मृतकों की संख्या की बात करें तो यह 4,73,757 हो गई है। देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 128 करोड़ (1,28,76,10,590) के पार हो गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sc-directs-all-states-except-maharashtra-to-fill-up-vacancies-in-consumer-commissions-by-january-end,सुप्रीम कोर्ट का निर्देश: महाराष्ट्र को छोड़ बाकी सभी राज्य उपभोक्ता आयोगों में रिक्त पद जनवरी तक भरें,"विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र को छोड़ सभी राज्यों को निर्देश दिया कि वह जिला व राज्य उपभोक्ता आयोगों में जनवरी 2022 के अंत तक सारे रिक्त पदों को भर दें। जस्टिस एसके कौल और जस्टिस एमएम सुंद्रेश की पीठ ने कहा कि बताया गया है कि बड़ी संख्या में राज्य नियुक्ति प्रक्रिया को पूरी करने के करीब हैं। तमिलनाडु के बारे में शीर्ष कोर्ट ने कहा कि मद्रास हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश को कुछ न्यायाधीशों को नामित करना होगा। राज्य सरकार तत्काल कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश से इस बारे में संपर्क करे, हम उम्मीद करते हैं कि तत्काल मनोनयन किया जाएगा। इस मामले में न्याय मित्र बनाए गए वकील आदित्य नारायण ने आयोग में सदस्यों की नियुक्तियों को लेकर व्यापक स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की। उन्होंने सुझाव दिया कि दो महीने का समय यानी जनवरी, 2022 के अंत तक, राज्यों को निर्देश का पूरी तरह से पालन करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए। इनमें वो राज्य भी शामिल हैं, जिन्होंने आदेश का आंशिक रूप से पालन किया है, लेकिन रिक्तियों को नहीं भरा गया है। महाराष्ट्र अपवाद है। उसे केंद्र सरकार और राज्य दोनों द्वारा दायर की गई विशेष अनुमति याचिका के निर्णय का इंतजार करना होगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/president-ram-nath-kovind-reached-pune-welcomed-by-governor-bhagat-singh-koshiyari-and-home-minister-dilip-walse-patil,President in Pune: राष्ट्रपति कोविंद ने पुणे वायु सेना अड्डे का दौरा किया,"विस्तार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को महाराष्ट्र के पुणे में वायु सेना अड्डे का दौरा किया, जहां उन्होंने उड़ान प्रदर्शन का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सैनिकों से बातचीत की और सुखोई लड़ाकू विमान के पूर्ण मिशन ‘सिम्युलेटर’ का अनुभव किया। राष्ट्रपति कार्यालय मंगलवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रपति कोविंद सोमवार से महाराष्ट्र के चार दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने सोमवार को मुंबई के पास रोप-वे के जरिये ऐतिहासिक रायगढ़ किले की यात्रा कर अपने दौरे की शुरुआत की थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को पुणे पहुंचे थे। यहां राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने उनका स्वागत किया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/chhattisgarh-three-policemen-killed-in-road-accident-in-sukma,छत्तीसगढ़: सुकमा में सड़क हादसे में तीन पुलिसकर्मियों की मौत,"विस्तार छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक सड़क दुर्घटना में पुलिस अधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में मोटरसाइकिल सवार पुलिसकर्मियों को कार ने टक्कर मार दी। सुकमा गांव के राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर हुई इस दुर्घटना में मोटरसाइकिल सवार उप निरीक्षक अथनासियुस मिंज (61), प्रधान आरक्षक रघुनाथ मरकाम (52) और आरक्षक सोमनाथ मरकाम (32) की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने कार चालक घुरउ राम राणा (42) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस लाइन में पदस्थ तीनों पुलिसकर्मी रविवार को शाम करीब साढ़े सात बजे मोटरसाइकिल से शहर से पुलिस लाइन जा रहे थे। इस दौरान जब वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के उप महानिरीक्षक कार्यालय के करीब पहुंचे तब एक कार ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। उन्होंने बताया कि इस घटना में उप निरीक्षक मिंज की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, प्रधान आरक्षक रघुनाथ मरकाम और आरक्षक सोमनाथ मरकाम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/panama-papers-leak-undisclosed-deposits-of-20-3-thousand-crores-of-930-institutions-detected,"पनामा पेपर लीक: 20 हजार करोड़ की अघोषित जमा उजागर, 2000 के सिर्फ 1.75 फीसदी नोट चलन में","विस्तार केंद्र सरकार ने राज्यसभा में मंगलवार को बताया कि पनामा और पैराडाइज पेपर लीक में 930 भारतीय संस्थानों के 20,353 करोड़ रुपये की जमा का पता चला है। यह आंकड़ा 1 अक्तूबर, 2021 का है। वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने सदन में एक प्रश्न के जवाब में यह भी कहा कि पनामा और पैराडाइज पेपर लीक मामले में अब तक 153.88 करोड़ रुपये की कर वसूली की गई है। उन्होंने कहा कि कर विभाग आयकर कानून 1961 और कालाधन (अघोषित विदेशी आमदनी एवं संपत्ति) और कर आरोपण कानून 2015 उल्लंघन करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि कालाधन कानून के तहत पनामा और पैराडाइज पेपर लीक मामले में 52 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इनके अलावा 130 मामलों में सुनवाई चल रही है। उल्लेखनीय है कि मीडिया रिपोर्ट में ऐसे कुछ नाम उछले हैं, जिनका कथित रूप से पंडोरा पेपर लीक में नाम आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी जांच जारी है। 2000 के नोट अब केवल 1.75 फीसदी ही चलन में सरकार ने राज्यसभा को बताया कि अब केवल 1.75 फीसदी 2000 के नोट ही चलन में रह गए हैं। वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि मार्च 2018 में 2000 के 336.3 करोड़ नोट चलन में थे, जो अब घट कर 223.3 करोड़ रह गए हैं। मंत्री ने बताया कि सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से लोगों की मांग के आधार पर इस नोट की छपाई का फैसला लिया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/lok-sabha-no-infiltration-on-the-china-bhutan-border-in-the-last-three-years-the-ministry-of-home-affairs-replied,"लोकसभा: चीन-भूटान सीमा पर बीते तीन सालों में नहीं हुई कोई घुसपैठ, गृह मंत्रालय ने दिया जवाब","विस्तार पिछले तीन सालों में चीन और भूटान सीमा पर घुसपैठ की कोई घटना नहीं हुई है। सांसद चिराग पासवान द्वारा लोकसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निशीथ प्रमाणिक ने यह जानकारी दी। पासवान ने गत तीन वर्षों के दौरान सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ के विभिन्न मामलों और इस संबंध में सरकार की ओर से की गई कार्रवाई के बारे में सवाल किया था। घुसपैठ की कहां कितनी घटनाएं हुईं जवाब में प्रमाणिक ने बताया कि पाकिस्तान से सटी सीमा पर घुसपैठ की 128 घटनाएं, बांग्लादेश सीमा पर 1,787 घटनाएं, नेपाल सीमा पर 25 घटनाएं, म्यांमार सीमा पर 133 घटनाएं और चीन एवं भूटान सीमा पर कोई घटना नहीं हुई। घुसपैठ की घटनाओं से सीमा सुरक्षा बल, राज्य सरकार और अन्य सरकारी एजेंसियों से करीबी समन्वय बनाकर निपटते हैं। विशेष निगरानी दल नहीं, सीमा सुरक्षा बल कर रहे रोकथाम इस सवाल कि सीमावर्ती इलाकों में जनसंख्या अनुपात में तेजी से वृद्धि के मद्देनजर क्या सरकार ने घुसपैठ की निगरानी और रोकथाम के लिए विशेष निगरानी दल गठित करने का प्रस्ताव किया है? इस सवाल पर प्रमाणिक ने कहा कि सीमा सुरक्षा करने वाले बल घुसपैठ की निगरानी कर रहे हैं और उसकी रोकथाम के कदम उठा रहे हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/successful-test-fire-of-vertically-launched-short-range-surface-to-air-missile-the-air-defence-system-being-developed-by-drdo,"डीआरडीओ: जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का किया सफल परीक्षण, नौसेना के लिए तैयार कर रहा एयर डिफेंस सिस्टम","विस्तार भारत ने कम रेंज की जमीन से हवा में मार करने वाली वर्टिकली (जमीन से लंबवत) लॉन्च मिसाइल (वीएल-एसआरएसएएम) का ओडिशा के तट से सफल परीक्षण किया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि डीआरडीओ की ओर से नौसेना के युद्धपोतों के लिए एक ऐसी हवाई रक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) विकसित किया जा रहा है जो लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तक निशाना लगा सकेगा। इससे पहले रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया था कि देश की सीमाओं पर बढ़ते ड्रोन खतरे से निपटने के लिए डीआरडीओ स्वदेशी ड्रोन रोधी तकनीक पर काम कर रहा है। यह तकनीक जल्द ही सुरक्षा बलों को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा था कि बीएसएफ, डीआरडीओ और एनएसजी ड्रोन रोधी तकनीक विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे अपने वैज्ञानिकों पर पूरा भरोसा है कि हम जल्द ही स्वदेशी ड्रोन रोधी तकनीक विकसित करने में सफल होंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tinka-tinka-india-awards-2021-16-prisoners-and-two-jail-officials-selected-for-the-award,तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स- 2021: 16 बंदी और दो जेल अधिकारी पुरस्कार के लिए चुने गए,"विस्तार हर साल 10 दिसंबर को मनाए जाने वाले मानवाधिकार दिवस के लिए तिनका तिनका अवॉर्ड्स इंडिया-2021 की घोषणा की गई है। बंदियों और कर्मचारियों के लिए स्थापित इन इकलौते पुरस्कारों का यह सातवां वर्ष है। जेल सुधारक वर्तिका नन्दा इन पुरस्कारों की स्थापना की है। इस वर्ष तीन श्रेणियां थीं- पेंटिंग, विशेष उल्लेख और जेल प्रशासन। 12 बंदियों को पेंटिंग श्रेणी में पुरस्कार मिला है जबकि दो बंदियों को जेल जीवन में उनके विशेष योगदान के लिए चुना गया है। दो जेल कर्मचारियों को उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया जा रहा है। जूरी में सुधीर यादव, आईपीएस (सेवानिवृत्त) और पूर्व डीजी, दिल्ली जेल, अरुण कुमार गुप्ता, आईपीएस (सेवानिवृत्त), पूर्व डीजी, पश्चिम बंगाल, जेल और डॉ. वर्तिका नन्दा संस्थापक, तिनका तिनका फाउंडेशन शामिल थे। अवॉर्ड्स के लिए इस वर्ष का विषय था- 'जेल में टेलीफोन'। दो बंदियों को 'विशेष तिनका तिनका बंदिनी पुरस्कार' से सम्मानित किया जाएगा। सबसे युवा पुरस्कृत बंदी 25 साल और सबसे बुज़ुर्ग 64 साल का। पुरस्कार अरविंद कुमार, महानिदेशक मध्य प्रदेश जेल और सुधारात्मक सेवाएं देंगे। पेंटिंग श्रेणी में इन्हें मिले पुरस्कार पेंटिंग श्रेणी में पहला पुरस्कार सेंट्रल जेल अहमदाबाद में बंद मनीष बाबूभाई परमार (46) और उत्तर प्रदेश की रायबरेली की जिला जेल में बंद शिव मोहन सिंह (64) को संयुक्त तौर पर दिया जाएगा। दूसरा पुरस्कार सेंट्रल जेल, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में रविशंकर और महाराष्ट्र के ठाणे के सेंट्रल जेल में निरुद्ध तौकीर हसन खान (53) ने साझा किया है। तमिलनाडु की सेंट्रल जेल, कोयंबटूर के बन्दी प्रभु (42) ने पेंटिंग श्रेणी में तीसरा पुरस्कार हासिल किया है। पेंटिंग में सांत्वना पुरस्कार पेंटिग श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार सात बंदियों को दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की सेंट्रल जेल में निरुद्ध 35 वर्षीय शत्रुहन और रमेश पटेल (30) को सांत्वना पुरस्कार मिला है। दोनों 10 साल से ज्यादा समय जेल में बिता चुके हैं। मध्य प्रदेश की सेंट्रल जेल, भोपाल से सैयद अथर अली (43) और सेंट्रल जेल, सतना से रूपेंद्र मिश्रा (36) को भी सांत्वना पुरस्कार मिला है। जिला जेल, करनाल, हरियाणा से उत्तम आनंद (44), लाजपुर सेंट्रल जेल, सूरत, गुजरात से जितेंद्र मेवालाल मौर्य (35) और सेंट्रल जेल नंबर 8 और 9, तिहाड़ दिल्ली से मनीष (26) को भी पुरस्कार दिया जा रहा है। विशेष उल्लेख श्रेणी में दो बंदियोंं को पुरस्कार विशेष उल्लेख श्रेणी में दो बंदियोंं को पुरस्कृत किया जा रहा है। गुजरात के राजपीपला के जिला जेल के 37 वर्षीय आशीष कपिलभाई नंदा को बंदियों के टेलीफोन कॉल से संबंधित काम करने, डेटाबेस और रजिस्टर की व्यवस्था करने लिए चुना गया है। आशीष उम्रकैद की सज़ा काट रहा है और 15 साल जेल में बिता चुका है। महाराष्ट्र के नासिक के सेंट्रल जेल में बंद 53 वर्षीय रजनीश मोहनलाल ठाकुर जेल में टेलीफोन से जुड़ा काम करते हैं। महामारी के दौरान 1700 से अधिक बंदियों को कॉल करने की अनुमति दी गई थी। संपूर्ण डेटा और कंप्यूटर प्रोग्राम रजनीश द्वारा तैयार किया गया। वे जेल में काम कर रहे पैरा लीगल वालंटियर्स (पीएलवी) में से भी एक हैं। वे सभी बंदियों को उनके कानूनी अधिकारों से अवगत कराने मैं मदद करते हैं। दो को तिनका तिनका बंदिनी पुरस्कार दो बंदियों को तिनका तिनका बंदिनी पुरस्कार दिया जा रहा है। जिला जेल, करनाल, हरियाणा से 39 वर्षीय सोनिया चौधरी को जेल रेडियो के संचालन, तिनका तिनका जेल रिसर्च सेल के ज़रिये जेल के टेलीफोन और जेल रेडियो पर शोध, जेल की ज़िंदगी को रंगों और साहित्य के जरिए सहजने के लिए यह सम्मान दिया जा रहा है। वे जेल में 21 साल गुजार चुकी हैं । 2004 में उनकी फांसी की सजा को अंतिम सांस तक कारावास में तब्दील कर दिया गया था। उन्होंने जेल में अपने काम से साथी महिला बंदियों को हौसला दिया है। 25 वर्षीय पलक पुराणिक जिला जेल, इंदौर, मध्य प्रदेश में बंदी हैं। वे जनवरी 2019 से जेल में हैं । चूंकि जेल में महिला बंदियों के लिए कोई पैरामेडिक स्टाफ उपलब्ध नहीं है, इसलिए उन्होंने नर्स / कंपाउंडर के रूप में उनकी सेवा करने की जिम्मेदारी ली। पलक के पूर्व के नर्सिंग के ज्ञान के कारण वे पिछले 2 वर्षों में अन्य महिला कैदियों के लिए एक बड़ी मदद थीं, खासकर कोविड -19 के दौरान। दो जेल कर्मियों का चयन जेल में विशेष कार्य के लिए इस साल भारतभर से दो जेलकर्मियों को चुना गया है। इस वर्ष जय किशन छिल्लर (57) अधीक्षक, जिला जेल फरीदाबाद को जेल टेलीफोन, जेल रेडियो और इग्नू के जरिए शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है। महाराष्ट्र के नासिक रोड सेंट्रल जेल के 53 वर्षीय अशोक शिवराम करकरे, जेलर ग्रेड-1 को यह सम्मान जेल विभाग के लिए उनकी विशेष सेवाओं के लिए दिया जा रहा है। कोविड-19 के दौरान बंदियों को कोरोना से बचाने के लिए वे लगातार तीन महीने तक जेल में ही रहे। अपने लंबे कार्यकाल में उन्होंने सफलतापूर्वक जेल में अनेक दुर्दांत अपराधियों और आंतकवादियों को परिरोध का प्रबंधन किया। इनमें अबू सलेम, अरुण गवली और छोटा राजन जैसे अपराधी और याकूब मेनन, अजमल कसाब जैसे आतंकवादी शामिल हैं। पृष्ठभूमि: तिनका तिनका फाउंडेशन ने 2015 में जेलों के लिए दो राष्ट्रीय पुरस्कारों- तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स और तिनका तिनका बंदिनी अवॉर्ड्स की स्थापना की थी। ये एकमात्र पुरस्कार हैं जो पूरी तरह से बंदियों और जेल कर्मचारियों को समर्पित हैं। इन पुरस्कारों के माध्यम से जेलों में रचनात्मकता और उनके योगदान का सम्मान किया जाता है। इन पुरस्कारों का यह सातवां साल है। वर्तिका नन्दा के बारे में: डॉ. वर्तिका नन्दा एक जेल सुधारक और मीडिया शिक्षिका हैं। उन्होंने तिनका तिनका के बैनर तले भारत में जेल सुधारों पर एक आंदोलन शुरू किया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/president-kovind-will-present-president-standard-to-22nd-missile-vessel-squadron,"सम्मान: बुधवार को रामनाथ कोविंद वेसल स्क्वाड्रन को करेंगे राष्ट्रपति मानक प्रदान, 1971 में पाक जहाजों को किया था ध्वस्त","विस्तार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार (8 दिसंबर) को मुंबई में भारतीय नौसेना की 22वीं मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन या किलर स्काड्रन को राष्ट्रपति मानक प्रदान करेंगे। इस मौके पर डाक विभाग द्वारा डाक टिकट भी जारी किया जाएगा। यह पुरस्कार अपनी विशिष्ट सेवा के लिए एक दुर्लभ सम्मान है। वेसल स्क्वाड्रन ने 1971 के युद्ध में कराची बंदरगाह पर पाकिस्तानी नौसेना के जहाजों को ध्वस्त कर दिया था। नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन, जिसे ‘किलर्स’ भी कहा जाता है, की स्थापना के 50 साल पूरे हो गए हैं, जिसने पिछले पांच दशकों में समुद्र में एक विश्वसनीय आक्रामक क्षमता बनाए रखी है। मुंबई स्थित, मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन ने ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन पराक्रम में भी हिस्सा लिया है और हाल ही में, पुलवामा हमले के बाद बढ़े हुए सुरक्षा राज्य के दौरान, इसे पाकिस्तान तट से थोड़ी दूरी के भीतर तैनात किया गया था। President Kovind will present President’s Standard to 22nd Missile Vessel Squadron, aka Killer Squadron at a ceremonial parade to be held at Naval Dockyard, Mumbai on 8th Dec.On the occasion,a Special Day Cover along with a commemorative stamp will also be released by Postal Dept pic.twitter.com/Y6OScWBlar — ANI (@ANI) December 7, 2021",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bengaluru-doctor-found-corona-positive-again-after-recovering-from-omicron-variant,"कर्नाटक: ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित थे डॉक्टर, ठीक होने के बाद फिर पाए गए कोविड-19 पॉजिटिव","विस्तार कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने अब पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। भारत में भी अब तक इस वैरिएंट के 20 से ज्यादा केस मिल चुके हैं। इस बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। बेंगलुरु के जिस डॉक्टर को ओमिक्रॉन स्वरूप से पीड़ित पाया गया था, वे ठीक होने के बाद एक बार फिर कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। अभी यह साफ नहीं है कि उन्हें दूसरी बार भी ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही संक्रमण हुआ या उनकी पिछली रिपोर्ट गलत थी। बेंगलुरु के ये डॉक्टर देश में ओमिक्रॉन से संक्रमित होने वाले पहले दो पीड़ितों में से एक थे। एक और केस दक्षिण अफ्रीका का नागरिक था, जो कि कुछ समय तक क्वारैंटीन रहने के बाद प्राइवेट लैब से निगेटिव रिपोर्ट हासिल कर दुबई चला गया। रिपोर्ट पॉजिटिव पर कोई लक्षण नहीं ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा, ""यह सच है कि बेंगलुरु के डॉक्टर जो पहले ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए थे, उनकी टेस्ट रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आई है।"" अधिकारी ने कहा- ""डॉक्टर को अभी आइसोलेशन में रखा गया है और उनमें कोई लक्षण नहीं हैं।"" इस बीच बेंगलुरु पुलिस ने दक्षिण अफ्रीका के उस नागरिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है, जिसने ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के बावजूद दुबई के लिए फ्लाइट पकड़ ली थी। पुलिस का कहना है कि गुजरात मूल के उस शख्स ने बिना अफसरों को बताए अपने क्वारैंटीन नियमों का उल्लंघन किया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-variant-world-health-organization-latest-report-revealed-not-a-single-death-has-been-registered-so-far-from-new-strain-of-coronavirus,"47 देशों में फैला ओमिक्रॉन: एक्सपर्ट्स का दावा- इस वैरिएंट पर कारगर है वैक्सीन, नए म्यूटेंट से अभी तक एक भी मौत नहीं","विस्तार दुनिया के 47 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पहुंच चुका है। दक्षिण अफ्रीका में तो अचानक कोविड-19 मरीजों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। लेकिन राहत की बात यह है कि इस वैरिएंट से अभी तक एक भी मौत नहीं हुई है। आईसीएमआर के वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक के मामलों को देखते हुए इस बात का आकलन किया जा रहा है कि यह वैरिएंट फैल तो तेजी से रहा है, लेकिन बहुत खतरनाक नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्वरूप से बचने के लिए टीकाकरण और एहतियात ही कारगर है। ज्यादा खतरनाक नहीं है ओमिक्रॉन - डॉ समीरन पांडा ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर जारी हुई विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों की एक रिपोर्ट बहुत राहत भरी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के कई मुल्कों में कोरोना के बदले हुए स्वरूप ओमिक्रॉन के मामले लगातार मिल रहे हैं। लेकिन इस बदले हुए स्वरूप की वजह से अब तक एक भी मौत दर्ज नहीं हुई है। आईसीएमआर के मुख्य महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर समीरन पांडा कहते हैं कि यह बात लगातार बताई जा रही है कि इस म्यूटेंट से डरने की जरूरत नहीं है। हालांकि उनका कहना है कि इसकी गंभीरता और इसके फैलने की क्षमता को लेकर अभी तमाम तरीके के शोध किए जा रहे हैं। प्राथमिक शोध और दक्षिण अफ्रीका में मिले मरीज और उनकी स्थिति को पूरी दुनिया देख रही है। डॉक्टर पांडा के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका के मरीजों की स्थिति को देखने के बाद प्रथम दृष्टया इसी बात का आकलन किया जा रहा है कि यह वैरिएंट लोगों को ज्यादा से ज्यादा चपेट में लेता है, लेकिन न तो ज्यादा अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आई है और न ही इससे मृत्यु के मामले रिपोर्ट हो रहे हैं। वे कहते हैं, वायरस के बदले हुए स्वरूप से पैदा हुए भय के माहौल में यह एक बहुत ही सकारात्मक पहलू है। डेल्टा से कम खतरनाक है ओमिक्रॉन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुख्य महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर समीरन पांडा के मुताबिक साउथ अफ्रीका में बीते डेढ़ सप्ताह के भीतर मरीजों की संख्या में तो इजाफा हुआ है, लेकिन यह खतरनाक स्थिति नहीं है। चंडीगढ़ पीजीआई के मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. अरुणलोक चक्रवर्ती कहते हैं कि डेल्टा वैरिएंट निश्चित तौर पर ज्यादा खतरनाक था। उनके मुताबिक जिस तेजी से यह म्यूटेंट लोगों को दक्षिण अफ्रीका में संक्रमित कर रहा है, भारत में उसी तेजी से डेल्टा वैरिएंट ने लोगों को न सिर्फ संक्रमित करना शुरू किया था, बल्कि मौतों की संख्या भी बढ़ने लगी थी। उनका कहना है कि दक्षिण अफ्रीका के मरीज और उनकी स्थिति पर नजर बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और मेडिकल एसोसिएशन के माध्यम से मिल रही जानकारियों से इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट फिलहाल उस स्तर तक घातक नहीं हुआ है, जितना कि डेल्टा था। वह कहते हैं कि हालांकि अभी इस पर शोध चल रहा है कि क्या आने वाले निकट भविष्य में यह वायरस का बदला हुआ म्यूटेंट खतरनाक होगा या नहीं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें - स्वास्थ्य मंत्रालय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की हाल में हुई बैठक में ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में शामिल स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को इस बात का अंदाजा है कि देश में इस बदले हुए नए स्वरूप से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ेगी। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईसीएमआर द्वारा तय की गई गाइडलाइंस को अपनाने के लिए सभी राज्यों को सख्त निर्देश दिए हैं। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा ट्रैकिंग और ट्रैसिंग के अलावा जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक उनकी पूरी कोशिश है कि भारत में वायरस के इस बदले हुए स्वरूप का कम्युनिटी ट्रांसमिशन रोका जाए। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोविड से बचाव के लिए दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। किन देशों में फैला ओमिक्रॉन? दक्षिण अफ्रीका, भारत, संयुक्त अरब अमीरात, रूस, नामीबिया, नेपाल, थाईलैंड, क्रोएशिया, अर्जेंटीना, श्रीलंका, चेक गणराज्य, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, कनाडा, मलयेशिया, सिंगापुर, सेनेगल, बोत्सवाना, मेक्सिको, नीदरलैंड, हांगकांग, इस्राइल, बेल्जियम, ब्रिटेन, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, स्पेन, पुर्तगाल, जापान, फ्रांस, घाना, दक्षिण कोरिया, नाइजीरिया, ब्राजील, नॉर्वे, अमेरिका, सऊदी अरब, आयरलैंड जैसे देशों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/in-amid-community-spread-in-uk-due-to-omicron-corona-new-variant-know-what-is-genome-sequencing-and-what-is-its-benefits,"Omicron Variant: ब्रिटेन में कम्युनिटी स्प्रेड जैसी स्थिति के बीच जानिए Genome Sequencing होती क्या है, इसका क्या फायदा है","विस्तार आईआईटी के वैज्ञानिकों का दावा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से भारत में कोरोना की तीसरी लहर फरवरी में आ सकती है। हालांकि अनुमान है कि यह दूसरी लहर के मुकाबले कमजोर रह सकता है। आईआईटी के डाटा वैज्ञानिक दल की ओर से किए गए अध्ययन के अनुसार तीसरी लहर में एक से डेढ़ लाख तक अधिकतम मामले प्रतिदिन आ सकते हैं। अध्ययन दल में शामिल डाटा वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस बड़े आंकड़े के पीछे ओमिक्रॉन ही हो सकता है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे पहले नौ नवंबर को कोरोना के इस घातक वैरिएंट के संक्रमण के बारे में पता चला था, तब से अबतक यह कई देशों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है। इतना ही नहीं अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में यह कम्युनिटी स्प्रेड जैसी स्थिति का कारण बन चुका है। यूके के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने संसद में बताया कि देश में कोरोना के नए वेरिएंट के 336 केस सामने आ चुके हैं. इंग्लैंड में इसका कम्युनिटी स्प्रेड हो रहा है। भारत की बात करें तो पिछले तीन दिनों में यहां भी तेजी से मामलों में इजाफा देखने को मिला है। यहां अब तक 23 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। सरकार का जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर भारत में अब तक ओमिक्रॉन के कई मामले आ चुके हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों से यूरोप, अमेरिका, रूस और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय देशों से उड़ान भरने वाले यात्रियों की जीनोम सीक्वेंस रिपोर्ट लेने सहित कई सख्त उपाय करने को कहा है। बाहर से आने वाले यात्रियों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भारत के अलग-अलग प्रयोगशालाओं में भेजा जाता है। देश भर में सीक्वेंसिंग के लिए 288 जगहों की पहचान की गई।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/goa-cm-pramod-sawant-appeals-to-all-citizens-to-get-fully-vaccinated-by-dec-19,"गोवा: 90 फीसदी तक हो चुका है वैक्सीनेशन, मुख्यमंत्री ने 19 दिसंबर तक टीकाकरण अभियान पूरा करने का दिया भरोसा","विस्तार गोवा में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। पांच नए मामले सामने के आद सभी को क्वारंटीन कर दिया गया है। वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने लोगों से ओमिक्रॉन के डर से घबराने की अपील नहीं करते हुए सभी को 19 दिसंबर तक टीकाकरण करने की भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि हर हाल में दिसंबर से पहले तक इस अभियान को पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री सावंत ने कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण को सबसे आक्रमक हथियार बताया। उन्होंने बताया कि 11 लाख की कुल आबादी में से 1.20 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक लेना बाकी है। मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि जल्द से जल्द टीका लगवा लें। ताकि 19 दिसंबर तक राज्य में 100 फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया जाए। उन्होंने आगे बताया कि गोवा ने इस साल सितंबर तक सभी पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक दे दी थी। एमजीपी-टीएमसी गठबंधन पर निशाना इस दौरान मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और तृणमूल कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन पर निशाना साधा। प्रमोद सावंत ने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन भले ही हुआ है, लेकिन दोनों दलों की संस्कृतियां एक दूसरे के विपरित है, क्योंकि जब दोनों पार्टियों की सांस्कृतिक पहचान की बात आती है तो उनका कोई मुकाबला नहीं है। एमजीपी की संस्कृति कहां है और टीएमसी की पश्चिम बंगाल संस्कृति कहां है? हमें आश्चर्य है कि वे कैसे मेल खाते हैं। बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फड़णवीस की अध्यक्षता में भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक हुई थी। बैठक के बाद सीएम सावंत ने मीडिया से बातचीत में ये बातें कहीं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sunil-arora-former-cec-invited-to-join-board-of-advisors-for-idea,"उपलब्धि: IDEA के सलाहकार बोर्ड में शामिल हुए पूर्व चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की बढ़ेगी ताकत","विस्तार भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस (IDEA) के सलाहकार बोर्ड में शामिल किया गया है। सलाहरकार बोर्ड में उन्हें आमंत्रित किया गया है। Sunil Arora, former Chief Election Commissioner of India has been invited to join the Board of Advisors for International Institute for Democracy and Electoral Assistance (IDEA): Election Commission of India pic.twitter.com/49vVh7knKR — ANI (@ANI) December 7, 2021 भारत में भी लोकतांत्रिक मूल्यों में गिरावट- संस्था लोकतांत्रिक मूल्यों पर काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस’ (IIDEA) ने कहा है कि कोरोना के आड़ में कई लोकतांत्रिक सरकारें गलत ढंग से कार्रवाई कर रही हैं। इसमें भारत भी शामिल है। एशिया के संबंध में रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान, हांगकांग और म्यांमा को ‘बढ़ती निरंकुशता की लहर’ का सामना करना पड़ा, लेकिन भारत, फिलीपींस और श्रीलंका में भी लोकतांत्रिक मूल्यों में गिरावट देखने को मिली है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/drugs-worth-rs-500-crores-caught-in-moreh-town-of-manipur-including-brown-sugar-ice-meth-by-assam-rifles-troops,"मणिपुर: चीनी नागरिक से शादी करने वाली महिला के घर से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद, 500 करोड़ से ज्यादा की हैं नशीली दवाएं","विस्तार असम राइफल्स के जवानों ने मणिपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक घर से 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की नीशली दवाएं पकड़ी हैं। इन दवाओं के साथ 54 किलो ब्राउन शुगर और 154 किलो आइस मेथ भी बरामद हुआ है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मोरेह कस्बे में स्थित यह घर उसी महिला का है, जिसकी एक चीनी नागरिक से शादी हुई है और सुरक्षा बलों को संदेह है कि महिला म्यांमार के मांडले में छिपी हुई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/vladimir-putin-india-visit-28-important-agreements-signed-between-russia-and-india-during-short-visit-of-putin,"Vladimir Putin India Visit: रूस और भारत के बीच हुए 28 अहम समझौते, दौरा छोटा लेकिन रिश्ते हुए और गहरे","विस्तार चीन के साथ लद्दाख के मुद्दे पर तनाव को लेकर भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चर्चा हुई, लेकिन विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कहा कि वह इसके बारे में और ज्यादा कुछ नहीं बता पाएंगे। दोनों शिखर नेताओं ने अफगानिस्तान से लेकर आतंकवाद और सभी संभावित द्विपक्षीय, क्षेत्रीय, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बात की। दिलचस्प है कि कोरोना काल के बाद पुतिन किसी देश के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए पहली बार दौरे पर रूस से बाहर निकले। यह अब तक का भारत आने वाले किसी राष्ट्राध्यक्ष का सबसे छोटा दौरा रहा और 28 समझौतों तथा सहमतियों पर उनका प्रतिनिधिमंडल दस्तखत करके मास्को लौट गया। इससे पहले व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ भी आमने-सामने द्विपक्षीय चर्चा की थी, लेकिन इसके लिए उन्होंने जेनेवा का दौरा किया था। जबकि प्रधानमंत्री मोदी के साथ भारत-रूस संवाद समिट के लिए वह प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली आए। रणनीतिक साझेदारी के 20 साल पूरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस साल शांति, दोस्ती और सहयोग की संधि के पचास साल और रणनीतिक साझेदारी के 20 साल पूरे हो रहे हैं। साझेदारी में 20 साल में जो उल्लेखनीय प्रगति हुई है, उसके मुख्य सूत्रधार पुतिन ही रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जिक्र किया कि दुनिया में तमाम तरह के बदलाव हुए लेकिन भारत-रूस की मित्रता निरंतर विश्वसनीय बनी रही। प्रधानमंत्री के वक्तव्यों के साथ पुतिन ने भी भारत को घनिष्ठ मित्र, ताकतवर और समय की कसौटी पर खरा देश बताया। दुनिया को संदेश भी दिया कि भारत और रूस सैन्य समेत कई क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं। 2+2 डॉयलॉग और रिश्तों को मिला विश्वसनीय आयाम अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के बाद रूस चौथा देश है, जिसके साथ भारत का 2+2 डॉयलॉग का रिश्ता है। हालांकि रूस के साथ इस फोरम पर चर्चा पहले शुरू हुई थी, लेकिन सहमति बाद में बनी। इसी फोरम पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने समकक्ष सर्गेई शुइगो के साथ तमाम मुद्दों पर चर्चा की। दोनों देश अगले दस साल के मिलिट्री टू मिलिट्री टेक्निकल को-ऑपरेशन के लिए सहमत हुए। दोनों देशों के बीच में 20 साल पहले इस सामरिक रणनीतिक साझेदारी पर सहमति बनी थी। दोनों देश इस समझौते को दस-दस साल के लिए करते हैं और इस बार इसके तीसरे टर्म को जारी रखने पर सहमति बनी है। अमेठी में रूस के सहयोग से अगले दस साल में संयुक्त उद्यम के जरिए एके-203 राइफल के निर्माण और आपूर्ति पर सहमति बनी। समु्द्री क्षेत्र में सहयोग, सैन्य उपकरणों, रक्षा संबंधों को नया आयाम देने समेत तमाम मुद्दे चर्चा में शामिल हुए। विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कहा कि दोनों देशों के बीच में अपने विश्वसनीय सहयोग को विस्तार देने के सभी मु्द्दे चर्चा में शामिल हुए। हालांकि अभी यह नहीं साफ हो सका है कि रक्षा क्षेत्र में हाइपरसोनिक तकनीक के विकास और सहयोग पर दोनों देशों का रुख क्या रहा। भारत की अकुला क्लास की पनडुब्बी लीज पर लेने की योजना कितनी साकार हो सकी। लॉजिस्टिक सपोर्ट के क्षेत्र में दोनों देशों ने क्या तय किया? इसके सामानांतर एक अच्छी सूचना भी है। भारत और रूस के बीच एस-400 प्रतिरक्षी मिसाइल प्रणाली के सौदे को ठोस आधार देकर समय पर इसकी आपूर्ति पर सहमत बन गई है। भारत ने इसके जरिए संदेश दिया कि उसकी विदेश नीति स्वतंत्र है और अमेरिका के प्रतिबंध कानून काटसा की परवाह किए बिना उसने रूस के साथ रिश्ते को महत्व दिया। चीन के साथ जारी तनाव के मुद्दे पर भी चर्चा भारत ने अपने विश्वसनीय साझीदार देश रूस के साथ पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के मुद्दे पर भी चर्चा की। हालांकि विदेश मंत्री श्रृंगला का कहना है कि इससे अधिक वह इस बारे में कुछ नहीं बता पाएंगे। भारत और रूस के बीच में अफगानिस्तान, वहां के ताजा हालात, ज्वलंत चुनौतियां, आतंकवाद तथा आसन्न खतरे पर भी चर्चा हुई। अफगानिस्तान को लेकर दोनों देशों का उद्देश्य एक है। भारत और रूस दोनों शांतिपूर्ण और स्थायी अफगानिस्तान चाहते हैं। इस दौरान चर्चा में अमेरिका के साथ बने क्वैड फोरम का भी मुद्दा उठा और भारत ने साफ कहा कि उसका क्वैड को लेकर अमेरिका और सहयोगियों के साथ मुद्दों पर आधारित संबंध है। इसी तरह से ऑकुस फोरम समेत तमाम आपसी हित के और क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय हितों, सामुद्रिक क्षेत्र में सहयोग, हिंद महासागरीय क्षेत्र की स्थिति पर चर्चा हुई। समझा जा रहा है कि शिखर नेताओं की बैठक में यूक्रेन और रूस के बीच में बने तनाव जैसे हालात को लेकर भी चर्चा हुई है। बातचीत के केंद्र में नार्थ साउथ कॉरिडोर का मुद्दा भी रहा है। 28 समझौते, सहमति पत्र पर हुए दस्तखत प्रधानमंत्री मोदी ने स्टील क्षेत्र में रूस को निवेश के लिए आमंत्रित किया है। इसके अलावा खाना बनाने वाले कोयला, गैस, हाइड्रोकार्बन समेत तमाम क्षेत्रों में भारत ने रुचि दिखाई है। दोनों देशों की चर्चा में परमाणु ऊर्जा, संस्कृति, व्यापार, साइबर सुरक्षा, जिओलॉजिकल सर्वे, विज्ञान एवं तकनीकी समेत क्षेत्रों में सहमति बनी है। विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने बताया कि इस दौरान दोनों देशों ने कुछ 28 समझौतों और आपसी सहमति पत्रों पर दस्तखत किए हैं। श्रृंगला ने कहा कि निश्चित रूप से यह राष्ट्रपति पुतिन का बहुत छोटा (कम समय का) दौरा था, लेकिन इस दौरान बहुत व्यापकता के साथ तमाम मुद्दों और बहुआयामी फलक पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने रिश्ते की गहराई को बढ़ाने की दिशा में अपने प्रयासों को तेजी से बढ़ाया है। रूस के रक्षा और विदेश मंत्री ने हमारे रक्षा और विदेश मंत्री अगले साल रूस आने के लिए आमंत्रित किया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/know-indian-armed-forces-flag-day-history-and-importance,"Indian Armed Forces Flag Day: आज मनाया जा रहा है 'भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस, जानिए इसका इतिहास और महत्व","विस्तार देश में आज यानी 7 दिसंबर को भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर कई नेताओं ने देशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। यह दिवस थलसेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों के कल्याण हेतु मनाया जाता है। ये दिवस साल 1949 से मनाया जा रहा है। आखिर क्या है इसका इतिहास और क्यों मनाया जाता है 7 दिसंबर के दिन भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने के पीछे कारण यह है कि दरअसल, भारत को आजादी मिलने के बाद 28 अगस्त 1949 को भारत सरकार द्वारा भारतीय सेना के जवानों के कल्याण के लिए एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने 7 दिसंबर को प्रतिवर्ष झंडा दिवस मनाने के लिए चुना। वहीं जवानों के कल्याण हेतु धन जमा करने के लिए समिति ने लोगों के बीच छोटे झंडे बांटकर, उससे चंदा इकट्ठा किया। इस झंडे में तीन रंग (लाल, गहरा नीला और हल्का नीला) तीनों सेनाओं को प्रदर्शित करते है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर किए गए धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य हैं। पहला युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग। दूसरा सेना में कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग के लिए और तीसरा सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण हेतु। कई नेताओं ने दी बधाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने koo पर दी बधाई कई बड़े नेताओं ने देशवासियों को भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने koo में पोस्ट करते हुए लिखा कि आप सभी को 'सशस्त्र सेना झंडा दिवस' की हार्दिक बधाई। सशस्त्र बलों के वीरों का बलिदान, समर्पण व उनकी कर्मठता हम सभी के लिए महान प्रेरणा है। आइए, माँ भारती के सपूतों व उनके परिजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करें एवं अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। जय हिंद! Koo App आप सभी को ’सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ की हार्दिक बधाई। सशस्त्र बलों के वीरों का बलिदान, समर्पण व उनकी कर्मठता हम सभी के लिए महान प्रेरणा है। आइए, माँ भारती के सपूतों व उनके परिजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करें एवं अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। जय हिंद! - Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 7 Dec 2021 नितिन गडकरी ने बधाई दी वहीं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस अवसर पर लिखा कि देश के सम्मान की रक्षा के लिए हमारी सीमाओं पर बहादुरी से लड़ने वाले जवानों को सलाम। सशस्त्र सेना झंडा दिवस की बधाई... Koo App Salute to the men in uniform who valiantly fought on our borders to safeguard the country’s honour. #ArmedForcesFlagDay View attached media content - Nitin Gadkari (@nitin.gadkari) 7 Dec 2021",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-bipin-rawat-says-all-of-us-support-each-other-for-virus-generated-pandemics,कोरोना का खतरा: CDS चीफ बिपिन रावत बोले- एकजुट होकर ही वायरस जनित महामारी से निपटाना संभव,"विस्तार कोरोना वारयस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत ने एक दूसरों को मदद करने का आग्रह किया। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीडीएस बिपिन रावत ने कहा कि देश में कई आपदाएं आ चुकी हैं, जिसमें कुछ प्राकृतिक थी और कुछ मानवीय , लेकिन सभी आपदाओं से बढ़कर वायरस जनित महामारी हम सबके सामने आ खड़ी है। हम सभी को एक जुट होकर निपटन की जरूरत है। बढ़ती महामारी के लिए कई कारक जिम्मेदार वहीं, सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरणवे ने महामारी बढ़ने के कई कारणों पर प्रकाश डाला। मनोज मुकुंद नरवणे के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन, अनियोजित शहरीकरण, गरीबी, बढ़ती आबादी समते कई कारकों के कारण आपदाओं और महामारी के बढ़ने की आशंका है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/on-the-death-of-justice-mohan-m-shantanagoudar-chief-justice-of-india-nv-raman-speaks-he-was-a-common-man-s-judge,श्रद्धांजलि : जस्टिस मोहन एम शांतनगौदार के निधन पर सीजेआई रमण बोलें- वह आम आदमी के जज थे,"विस्तार भारत के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मोहन एम शांतनगौदार को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन को शीर्ष अदालत के लिए सबसे बड़ा नुकसान बताया। जस्टिस शांतनगौदर का सेवानिवृत्ति से करीब तीन साल पहले 24 अप्रैल को गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया था। जस्टिस शांतनगौदर को 17 फरवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया गया था और उनका कार्यकाल 5 मई 2023 तक था। उनकी मृत्यु 62 वर्ष की उम्र में 24 अप्रैल की देर रात गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में हुई थी। सीजेआई ने दिवंगत न्यायाधीश की स्मृति में शीर्ष अदालत में हाइब्रिड मोड में आयोजित ‘फुल कोर्ट रिफ्रेंस’ में कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे अपने सबसे मूल्यवान सहयोगियों में से एक की मृत्यु पर शोक व्यक्त करना होगा। उनका आकस्मिक निधन शीर्ष अदालत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके निधन से देश ने ‘आम आदमी का जज’ खो दिया है। एजेंसी",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-says-upheld-the-evaluation-plan-of-cbse-right-and-this-scheme-has-got-finality,"सुप्रीम कोर्ट : सीबीएसई की मूल्यांकन योजना को ठहराया सही, कहा- यह अंतिमता प्राप्त कर चुकी है","सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना के कारण इस साल 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद सीबीएसई की मूल्यांकन योजना को सही ठहराते हुए कहा कि यह योजना अंतिमता प्राप्त कर चुकी है। शीर्ष अदालत ने पहले ही उस पर मुहर लगा दी थी। पीठ ने कहा कि वह सीबीएसई के मामले को कतई नहीं खोलेगा, जिसके खिलाफ याचिकाकर्ताओं ने शिकायत की है। शीर्ष अदालत ने कहा, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि जहां तक मूल्यांकन फॉर्मूला का संबंध है तो वह अंतिम है। अदालत ने पाया कि याचिकाकर्ता छात्रों को मूल्यांकन फॉर्मूले के लिए अपनाए गए अनुपात को लेकर शिकायत है। याचिका का निस्तारण करते हुए पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ताओं को बोर्ड के समक्ष अपनी बात रखनी चाहिए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-omicron-variant-may-bring-third-wave-in-february-warns-iit-bombay-data-study-team,"कोरोना महामारी: ओमिक्रॉन वैरिएंट से फरवरी में आ सकती है तीसरी लहर, आईआईटी बॉम्बे ने दी चेतावनी","विस्तार ओमिक्रॉन वैरिएंट के साथ भारत में नए खतरे बढ़ा रहे कोरोना वायरस की वजह से कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर फरवरी में आ सकती है। हालांकि यह पिछली यानी दूसरी लहर से कमजोर रहने का भी अनुमान है। ये दावे आईआईटी के डाटा वैज्ञानिक दल ने किए हैं। उनके अनुसार तीसरी लहर में 1 से 1.5 लाख तक अधिकतम मामले प्रतिदिन आ सकते हैं। अध्ययन दल में शामिल डाटा वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस बड़े आंकड़े के पीछे ओमिक्रॉन ही हो सकता है। नए वैरिएंट ने नई आशंकाएं पैदा की हैं। हालांकि अब तक यही देखने में आया कि ओमिक्रॉन की घातकता डेल्टा जैसी नहीं है। दक्षिण अफ्रीका में मिल रहे मामलों को देखने की जरूरत है। जहां अत्यधिक मामलों के बावजूद अभी भर्ती होने वालों की दर कम है। लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। आने वाले दिनों में वहां नए संक्रमण व भर्ती करवाए गए लोगों का अनुपात देखकर स्थितियां और साफ होंगी। लॉकडाउन से मिलेगी मदद अग्रवाल ने कहा कि पिछली बार रात के कर्फ्यू और भीड़ भरे आयोजनों को रोकने से संक्रमितों की संख्या में कमी लाई गई थी। आगे भी हल्के स्तर पर लॉकडाउन लगाकर इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है। ‘बूस्टर’ नहीं, ‘अतिरिक्त डोज’ पर हुआ विचार भारत में गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को कोविड-19 टीके की ‘अतिरिक्त डोज’ और बच्चों के टीकाकरण पर विचार किया जा रहा है। टीकाकरण के लिए बने राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह ने सोमवार को इस बारे में चर्चा की। हालांकि इन मुद्दों पर सदस्यों द्वारा कोई अंतिम सहमति या सिफारिश फिलहाल नहीं दी गई है। अतिरिक्त डोज ‘बूस्टर डोज’ से अलग होगी, जो कई देश सभी वयस्क नागरिकों को लगवा रहे हैं। हालांकि बूस्टर डोज के फायदों को लेकर अब तक कोई पुख्ता वैज्ञानिक साक्ष्य सामने नहीं आए हैं। सूत्रों के अनुसार यही वजह है कि समूह की चर्चा के एजेंडे में बूस्टर डोज थी ही नहीं। दूसरी ओर अतिरिक्त डोज ऐसे लोगों को दी जा सकती है जो पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। इनमें कैंसर, अंग प्रत्यारोपण और एड्स के मरीज प्रमुख हैं। इन मरीजों को इम्यूनो-कॉम्प्रोमाइज व इम्यूनो-सप्रेस्ड की श्रेणी में रखा गया है। यानी ऐसे लोग जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इन लोगों को टीके की नियमित डोज के अलावा अतिरिक्त डोज देकर कोविड-19 के संभावित खतरों से बचाने की कोशिश की जा सकती है। बच्चों के टीकाकरण पर भी चर्चा हुई, लेकिन यहां भी कोई अंतिम सिफारिश नहीं की गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-one-prisoner-of-thane-old-age-home-dies-of-covid19-other-66-inmates-get-leave-to-hospital,"कोरोना वायरस : ठाणे वृद्धाश्रम के एक कैदी की कोविड-19 से मौत, अन्य 66 कैदियों को मिली छुट्टी","विस्तार महाराष्ट्र में ठाणे जिले के सिविल अस्पताल में भर्ती एक वृद्धाश्रम के 67 कैदियों में से एक के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद सोमवार को उसकी मौत हो गई। अन्य 66 कैदियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कोविड-19 मृतक से मरने वाले 71 वर्षीय व्यक्ति को कॉमरेडिटीज थी। सिविल सर्जन डॉ कैलास पवार ने कहा कि ठाणे जिले के भिवंडी तहसील के सोरगांव गांव में स्थित मातोश्री वृद्धाश्रम के 62 कैदियों में कोरोना वायरस पॉजीटिव आया था, जबकि पांच अन्य संदिग्ध मामले थे। उन्होंने कहा कि सभी 67 को इलाज के लिए (नवंबर के अंतिम सप्ताह में) सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 66 को सोमवार को छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि 12 और मरीजों का अभी भी सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत स्थिर है। कल्याण डोंबिवली नागरिक अधिकारी ने सोमवार रात को कहा, इस बीच दुबई से लौटे दो व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। उन्होंने कहा कि उनके नमूने जीनोम सीक्वेसिंग के लिए दिए जाएंगे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/economy-is-on-rise-again-after-the-corona-crisis-strong-signs-of-improvement-has-been-shown-19-out-of-22-indicators-showed-full-improvement,"अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार: महामारी के बाद सुधार के मजबूत संकेत दिखे, 22 में से 19 संकेतकों में पूर्ण सुधार, कुछ सौ फीसदी से भी अधिक","विस्तार महामारी में पटरी से उतरी देश की अर्थव्यवस्था अब तेजी से सुधार की ओर बढ़ रही है। कोरोना का पहला मामला मिलने के बाद से आर्थिक सुधार के लिए निगरानी वाले 22 उच्च आवृत्ति संकेतकों (एचएफआई) में से 19 में पूरी तरह सुधार देखने को मिला है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, ये 19 संकेतक कोरोना से पहले वाली स्थिति की तुलना में इस वर्ष सितंबर, अक्तूबर व नवंबर में शीर्ष स्तर पर रहे। सूत्रों की मानें तो 19 में से कुछ संकेतकों में 100 फीसदी से भी अधिक सुधार हुआ है। इनमें ई-वे बिल, कारोबार निर्यात, कोयला उत्पादन और रेलवे माल ढुलाई प्रमुख हैं। यह इस बात का संकेत है कि न सिर्फ अर्थव्यवस्था संभली है, बल्कि महामारी से पहले वाले स्तर की गति पकड़ रही है। दूसरी तिमाही के जीडीपी अनुमान भी इस सुधार की पुष्टि करते हैं। 8.4 फीसदी का सुधार कोरोना से पहले 2019-20 की दूसरी तिमाही से भी बेहतर है। आंकड़ों के अनुसार, अक्तूबर में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन 2019 की तुलना में 157 फीसदी यानी 108.2 करोड़ रहा, इसी तरह यूपीआई लगभग चार गुना के साथ 421.9 करोड़ रहा। वहीं, कारोबारी आयात अक्तूबर में 55.4 अरब डॉलर रहा, जो कि 2019 की तुलना में 146 फीसदी था। ई-वे बिल की संख्या दोगुनी से अधिक होकर 7.4 करोड़ हो गई। कोयला उत्पादन 131 फीसदी बढ़कर सितंबर में करीब 11.41 करोड़ टन रहा और रेलवे ढुलाई भी 125 फीसदी का इजाफा हुआ। इन सबके अलावा खाद बिक्री, बिजली खपत, ट्रैक्टरों की बिक्री, सीमेंट उत्पादन, बंदरगाहों पर आवाजाही, ईंधन की खपत, हवाई कार्गो, आईआईपी और 8 कोर उद्योग कोरोना से पहले वाले स्तर से ऊपर हैं। इन क्षेत्रों में कसर बाकी कोरोना से पहले वाले स्तर पर पहुंचने में सिर्फ तीन क्षेत्र बचे हैं, जिनमें थोड़ी कसर बाकी है। ये हैं इस्पात खपत (अभी 99 फीसदी), घरेलू वाहन बिक्री (86 फीसदी) और हवाई यात्री ट्राफिक (66 फीसदी)।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/indian-meteorological-department-says-jawad-cyclone-is-weakening-heavy-rain-likely-at-many-places-in-tripura,"मौसम विभाग : और कमजोर हो रहा ‘जवाद' चक्रवात, त्रिपुरा में कई स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना","विस्तार बंगाल की खाड़ी और उससे सटे पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों पर चक्रवात जवाद का कम दबाव वाला क्षेत्र बना हुआ है। मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी। त्रिपुरा के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात के प्रभाव के तहत, त्रिपुरा के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और दक्षिण असम और मेघालय, मणिपुर और मणिपुर के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक अतुल करवाल ने शनिवार को कहा कि चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ का प्रभाव उतना मजबूत नहीं है, जितना कि इसकी उम्मीद थी और यह कमजोर भी हो रहा है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने गुरुवार और शुक्रवार को राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की थी और सभी एजेंसियों को इस बात का निर्देश दिया था कि वे ऐसे प्रबंध बनाकर रखें ताकि संपत्ति और जानमाल का नुकसान ने हो सके।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/centre-army-tell-sc-487-women-officers-out-of-615-granted-pc-court-appreciate-coas,"WSSCO: केंद्र और सेना ने सुप्रीम कोर्ट को दी जानकारी, 487 महिला अधिकारियों को मिला स्थायी कमीशन","विस्तार केंद्र और सेना के अधिकारियों ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसके पिछले साल के फैसले के बाद 615 में से 487 महिला शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारियों (WSSCO) को स्थायी कमीशन दिया गया है। शीर्ष अदालत ने इस मुद्दे को निष्पक्ष तरीके से हल करने के लिए थल सेनाध्यक्ष सहित सभी संबंधित अधिकारियों की प्रशंसा की। साथ ही निर्देश दिया कि 12 महिला अधिकारियों जिन्हें कार्यवाही के लंबित रहने के दौरान सेवा से मुक्त कर दिया गया था, उन्हें सेवा जारी रखने के लायक समझते हुए स्थायी कमीशन प्रदान किया जाना चाहिए। अदालत ने सेना अधिकारियों की प्रशंसा की जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने सेना के अधिकारियों की उनके ईमानदार प्रयासों और निष्पक्ष व उद्देश्यपूर्ण तरीके से कार्य करने के लिए प्रशंसा की। अदालत ने कहा कि यह सशस्त्र बलों में एक नए युग की शुरुआत है। इस कार्यवाही में सेना के अधिकारी बहुत ही निष्पक्ष रहे हैं। मानसिकता में पूरी तरह परिवर्तन आया है। हम महिला अधिकारियों के बारे में नौसेना प्रमुख के हालिया बयान पढ़ रहे हैं कि इन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है और युद्धपोतों पर तैनात किया जा रहा है। यह सशस्त्र बलों में एक नए युग की शुरुआत कर रहा है। सुनवाई के दौरान केंद्र और सेना के अधिकारियों की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल संजय जैन और वरिष्ठ अधिवक्ता आर बालसुब्रमण्यम ने कहा कि डब्लूएसएससीओ से संबंधित पूरे विवाद का समाधान करने की गंभीर इच्छा है। जिन्हें स्थायी कमीशन नहीं दिया गया, उसका आखिरकार समाधान निकाला गयाा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-upholds-rbis-guidelines-prohibiting-export-of-ppe-kits,"सुप्रीम कोर्ट: पीपीई किट के निर्यात पर रिजर्व बैंक की रोक बरकरार, फैसले में कही बड़ी बात","विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में कोरोना महामारी के दौरान पीपीई किट निर्यातक को साख पत्र जारी करने से इनकार करने के रिजर्व बैंक के निर्णय को कायम रखा है। रिजर्व बैंक के मर्चेंटिंग ट्रेड ट्रांजेक्शन (MTT) के तहत जारी कुछ दिशा-निर्देशों की वैधता को शीर्ष कोर्ट ने बरकरार रखा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह प्रतिबंध लोकतंत्र के हित में है। कुछ लोगों की कारोबार करने की 'निरंकुश आजादी' को बनाए रखने के लिए आम जनता के कल्याण को न्यायिक रूप से खत्म नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ ने फार्मास्युटिकल्स का कारोबार करने वाली एक फर्म के निदेशक की रिजर्व बैंक के निर्णय के खिलाफ दायर अपील को खारिज कर दिया। कंपनी ने अपनी अपील में कहा था कि उनकी कंपनी को अमेरिका में निर्यात करने के लिए चीन से पीपीई किट आयात करके बिचौलिये के रूप में व्यापार करने से प्रतिबंधित किया गया। रिजर्व बैंक का यह व्यापार प्रतिबंध, संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (जी) के तहत प्रदत्त व्यापार की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। याचिका खारिज करते हुए आदेश में कहा कि इस कोर्ट को यह अवश्य ध्यान रखना चाहिए है कि संविधान में दी गई अधिकार और स्वतंत्रता की गारंटी निजी कारोबार को बढ़ावा देने का हथियार न बन जाए और वह जनहित में बनाए गए नियमों को अक्षम न कर दे। पीठ की ओर से जस्टिस चंद्रचूड ने 55 पेज के फैसले में लिखा कि यह अदालत का दृष्टिकोण नहीं था कि न्यायिक समीक्षा की शक्ति तब तक ठंडे बस्ते में रखी जाती है जब तक कि सार्वजनिक स्वास्थ्य पर संकट खत्म नहीं हो जाता। यह अदालत सरकार की ज्यादतियों से बचाव के लिए संवैधानिक वॉचडॉग की भूमिका निभाती रहेगी। शीर्ष कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि जब नियामक निकायों के कदमों पर सवाल उठाया जाता है तो यह अदालत न्यायिक समीक्षा से परहेज नहीं करती है। वह ऐसे मामलों में यह देखती है कि संबंधित कदमों का जनता पर क्या प्रभाव पड़ेगा। ऐसे मामलों में यह महत्वपूर्ण नहीं है कि इन कदमों से मूलभूत अधिकारों की रक्षा हो रही है या नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के आठ अक्टूबर, 2020 के फैसले को मान्य करते हुए रिजर्व बैंक के एमटीटी दिशानिर्देशों को वैध माना। शीर्ष कोर्ट ने कहा कि निर्यात की अनुमति नहीं देने का निर्णय पीपीई उत्पादों के पर्याप्त घरेलू स्टॉक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक उपाय था। इससे अपीलकर्ता के मौलिक अधिकारों पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/heritage-steam-loco-removed-from-rail-bhawan-and-sent-to-national-railway-museum-chanakyapuri-vande-bharat-replica-to-replace-it,"रेलवे का फैसला: रेल भवन से हटाया गया एतिहासिक भाप का इंजन, वंदे भारत ट्रेन की प्रतिकृति की होगी स्थापना","विस्तार राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में स्थित रेल भवन के परिसर में लगे एक ऐतिहासिक भाप इंजन को सोमवार को यहां से हटाकर एक संग्रहालय पहुंचा दिया गया। इसके स्थान पर सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की प्रतिकृति स्थापित की जाएगी। जिस इंजन को यहां से हटाया जा रहा है वह बी क्लास का रेल इंजन है और इसका नाम लोको संख्या 799 है। इसका निर्माण यूनाइटेड किंगडम के ग्लासगो में किया गया था। यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर की सूची में शामिल 'दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे' (डीएचआर) के इस भाप इंजन को आजादी मिलने के कुछ साल बाद दिल्ली लाया गया था। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऐतिहासिक इंजन को रेल भवन परिसर से सुबह हटा दिया गया था और इसे चाणक्यपुरी में स्थित राष्ट्रीय रेल संग्रहालय भेज दिया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि इस कदम से लोग अधिक आसानी से इस ऐतिहासिक इंजन को देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि यहां रेल भवन में इस इंजन को बहुत कम लोग देख सकते थे क्योंकि यहां पर प्रवेश प्रतिबंधित है। अब राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में पहुंचने के बाद अधिक से अधिक लोग इसे देख सकेंगे और इसके बारे में जान सकेंगे। वहीं, इसके स्थान पर अब रेल भवन में वंदे भारत ट्रेन की एक प्रतिकृति को स्थापित किया जाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-suggests-mediation-to-lalit-modi-and-his-mother-for-resolving-property-dispute-in-family-latest-news-update,"सुप्रीम कोर्ट: ललित मोदी व उनकी मां को संपत्ति विवाद के लिए मध्यस्थता की सलाह, जानिए पूरा मामला","विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को ललित मोदी व उनकी मां बीना मोदी को उनका लंबे समय से लंबित संपत्ति विवाद निपटाने के लिए मध्यस्थता की राह चुनने की सलाह दी है। शीर्ष अदालत ने दोनों को अपने मन का मध्यस्थ चुनकर नाम बताने को कहा है। दिवंगत उद्योगपति केके मोदी की संपत्ति को लेकर मां बेटे के बीच विवाद चल रहा है। सीजेआई एनवी रमण की पीठ दिल्ली हाईकोर्ट की खंड पीठ के आदेश के खिलाफ ललित मोदी की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनने के कुछ ही देर बाद पीठ ने कहा, चूंकि यह परिवार के अंदर का संपत्ति से जुड़ा विवाद है। बेहतर होगा कि इसे मध्यस्थता के रास्ते निपटाया जाए। केके मोदी की डीड में भी इसकी व्यवस्था दी गई है। ललित मोदी भी इस मामले में मध्यस्थता के इच्छुक हैं। इस पर बीना मोदी के वकील कपिल सिब्बल व मुकुल रोहतगी ने कहा, हमें इसमें कोई समस्या नहीं। इस पर पीठ ने कहा, हमें एक सील बंद लिफाफे में अपने अपने मध्यस्थों के नाम भेज दीजिये। सुप्रीम कोर्ट 13 दिसंबर को अगली सुनवाई करेगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/hal-bel-indian-ordnance-factories-among-top-100-global-arms-manufacturers-in-2020-sipri-revealed-latest-news-update,"Top 100 global arms manufacturers: शीर्ष 100 कंपनियों में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रानिक्स और इंडियान आर्डनेंस फैक्ट्री शामिल","विस्तार हथियार व संबंधित उपकरण निर्माण की प्रक्रिया में भारत की तीन सरकारी कंपनियां रक्षा उत्पाद से जुड़ी दुनिया की शीर्ष 100 कंपनियों में शुमार हो गई हैं। पिछले साल मेक इन इंडिया के तहत चल रही विशेष मुहीम के चलते सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री अब क्रमश: 42, 66 और 60वें स्थान पर हैं। स्वीडेन की थिंक टैंक संस्था स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीच्यूट (एसआईपीआरआई) ने सोमवार को टॉप 100 आर्मस- प्रोड्यूसिंग एंड मिलिट्री सर्विस कंपनिज-2020 की सूची जारी की। इसके मुताबिक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स की बिक्री में 1.5 फीसदी की बढोत्तरी हुई है। इसी तरह भारत इलेक्टॉनिक्स और इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की बिक्री में 4 व 0.2 फीसदी का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत दो सबसे बड़े रक्षा उत्पादक देश अमेरिका और चीन के काफी नीचे है। भारत की इन तीन कंपनियों ने 2020 में 48,750 करोड़ की बिक्री की जो कि पिछले साल के मुकाबले 1.7 प्रतिशत ज्यादा है। रक्षा से जुड़े जानकारों के मुताबिक हथियारों और संबंधित उपकरणों की घरेलू मांग के चलते इन कंपनियों केउत्पादन व बिक्री पर कोरोना के वैश्विक मंदी का असर नही पड़ा। पिछले साल केंद्र सरकार ने आयात होने वाले 100 से अधिक हथियारों और उपकरणों पर प्रतिबंध लगा दिया था। ताकि उनका उत्पादन देश में ही किया जा सके। जानकारों के मुताबिक इस फैसले से देसी कंपनियों की उत्पादन क्षमता बढाने की दिशा में तेजी से काम हो रहे हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/gujarat-court-convicts-man-for-molestation-and-murder-of-minor-girl-within-month-of-his-arrest,"POCSO: ढाई साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या, 28 दिन की सुनवाई में दोषी करार","विस्तार गुजरात में पॉक्सो अदालत ने सोमवार को एक 35 वर्षीय प्रवासी श्रमिक को ढाई साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के आरोप में उसकी गिरफ्तारी के लगभग 28 दिन बाद उसकी हत्या करने का दोषी ठहराया। अदालत मंगलवार को फैसला सुनाएगी। अदालत ने आरोपी गुड्डू यादव को भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के विभिन्न आरोपों के तहत दोषी ठहराया। मंगलवार को आएगा फैसला विशेष पॉक्सो अदालत के न्यायाधीश पीएस काला ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद यादव को दोषी ठहराया है। अदालत मंगलवार को सजा पर फैसला सुनाएगी। सुनवाई के अंतिम दिन सरकारी वकील नयन सुखाड़वाला ने दोषी के लिए मृत्युदंड की मांग की। दोषी बिहार का रहने वाला है और अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ सूरत शहर के पांडेसरा इलाके में एक कारखाने में काम कर रहा था। यादव के वकील ने यह कहते हुए अदालत से नरमी बरतने की मांग की कि मृत्युदंड से उसके बच्चों का भविष्य अनिश्चित हो जाएगा। अभियोजन पक्ष के अनुसार, पांडेसरा इलाके में रहने वाले पप्पू यादव ने 4 नवंबर की रात बिहार के एक प्रवासी श्रमिक दंपति की ढाई साल की बेटी का अपहरण करके उसका यौन उत्पीड़न किया और फिर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/foreign-secretary-harsh-vardhan-shringla-says-s400-supplies-begun-this-month-and-will-continue-to-happen-after-meeting-with-russian-ministers-during-vladimir-putin-india-visit,"India-Russia Relations: रूस ने शुरू की एस-400 मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति, दोनों देशों के बीच 28 समझौतों पर सहमति","विस्तार भारत यात्रा पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत की। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने रूसी समकक्ष सर्गी शोयगु के साथ और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष सर्गी लैवरोव के साथ बैठक की। इसके बाद दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों ने टू प्लस टू वार्ता भी की। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके बारे में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी है। एस-400 मिसाइल प्रणाली को लेकर श्रृंगला ने कहा कि टू प्लस टू वार्ता के दौरान यूक्रेन सैन्य गतिविधियों के संबंध में रूसी पक्ष ने इस स्थिति पर संक्षिप्त जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि एस-400 की आपूर्ति शुरू हो चुकी है और जारी रहेगी। श्रृंगला ने आगे कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन का हमारे वार्षिक सम्मेलन के लिए भारत आने का फैसला दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों और प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनके निजी संबंधों के महत्व को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान 28 समझौते या समझौता ज्ञापन संपन्न हुए। समझौतों में व्यापार, ऊर्जा, संस्कृति, बौद्धिक संपदा, जनशक्ति, बैंकिंग में साइबर हमला, अकाउंटेंसी आदि क्षेत्र शामिल हैं। भारत और रूस ने अगले 10 वर्षों के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग के एक कार्यक्रम पर भी हस्ताक्षर किए हैं। आज नई दिल्ली में 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षरित 28 समझौतों/समझौता ज्ञापनों की सूची जारी की गई है। pic.twitter.com/OXEbrqTnWc — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2021 टीकाकरण प्रमाणपत्र की पारस्परिक मान्यता पर हुई बात श्रृंगला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में भारतीय समुदाय के हित के लिए, खास तौर पर कोरोना वायरस महामारी के दौरान, कदम उठाने के लिए राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद कहा। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच यात्रा व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र की पारस्परिक मान्यता की आवश्यकता पर भी विचार-विमर्श किया। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने और निवेश के मुद्दों पर भी बातचीत हुई। दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़ा, निवेश पर भी हुई चर्चा विदेश सचिव ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले भारत और रूस के बीच कारोबार में इजाफा देखने को मिला है। दोनों देश इस ओर और कदम बढ़ाने के अवसर तलाश रहे हैं। कारोबार और निवेश को लेकर कुछ निश्चित योजनाएं हैं। इनमें जलमार्ग, उर्वरक, कोयला, स्टील, कुशल मैनपावर जैसे क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय में खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाला कोयला आपसी सहयोग के लिए एक प्रमुख क्षेत्र के तौर पर उभरा है। दोनों देशों ने 'सांस्कृतिक सहयोग' को बताया महत्वपूर्ण उन्होंने कहा कि भारत ने तेल और गैस के साथ पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में भी निवेश बढ़ाने में रुचि व्यक्त की। हम रूस से साथ अपने बौद्ध समुदाय को जोड़ने की ओर काम कर रहे हैं। रूस में लगभग डेढ़ करोड़ बौद्ध धर्म के अनुयायी निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि यह समुदाय तीर्थयात्रा आदि के लिए भारत की ओर काफी रुचि रखता है। श्रृंगला ने कहा कि इन सब स्थितियों को देखके हुए दोनों देशों के लिए सांस्कृतिक सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ed-files-chargesheet-against-unitech-founder-ramesh-chandra-daughter-in-law-preeti-chandra-in-money-laundering-case,"ED: यूनिटेक संस्थापक रमेश चंद्रा, बहू प्रीति चंद्रा के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई","विस्तार प्रवर्तन निदेशालय ने यूनिटेक समूह के संस्थापक रमेश चंद्रा, उनकी बहू व संजय चंद्रा की पत्नी प्रीति चंद्रा व कार्नोस्टी समूह के राजेश मलिक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। तीनों को ईडी ने 4 अक्तूबर को गिरफ्तार किया था। ईडी के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा के समक्ष पिछले हफ्ते यह आरोपपत्र दाखिल किया गया। ईडी ने आरोप लगाया है कि यूनिटेक समूह पर 347.5 करोड़ रुपये कार्नोस्टी समूह के खातों में स्थानांतरित किये। इस पैसे कार्नोस्टी समूह ने एनसीआर समेत देशभर, विदेश में चल व अचल संपत्ति खरीदी। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में ईडी को संजय चंद्रा व उनके भाई अजय चंद्रा से जेल में पूछताछ करने की अनुमति दे दी है। इससे पहले प्रीति चंद्रा के वकील प्रमोद दुबे ने कोर्ट को बताया था कि प्रीति जांच में सहयोग कर रही हैं और उनके खिलाफ ईडी को कोई आपत्तिजनक साक्ष्य नहीं मिला है। हाल ही में ईडी ने यूनिटेक के पूर्व प्रवर्तकों अजय चंद्रा व संजय चंद्रा की 18.14 करोड़ रुपये की दो बेनामी कंपनियां अटैच की हैं। सूरत की लॉजिस्टिक कंपनी व निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज इस बीच सीबीआई ने सूरत स्थित सिद्धि विनायक लॉजिस्टिक लिमिटेड और उसके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पर भारतीय स्टेट बैंक के साथ 214 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने का आरोप है। आरोप है कि वे नए वाणिज्यिक वाहनों के वास्ते लिए गए ऋण का भुगतान नहीं कर पाए। अधिकारियों ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई ने सूरत और मुंबई में निदेशकों के आवासीय और कार्यालय परिसरों की तलाशी ली। आयकर ने कोलकाता के समूह की 100 करोड़ की काली कमाई पकड़ी आयकर विभाग ने निर्माण सामग्री बनाने वाले कोलकाता के एक समूह की 100 करोड़ रुपये की काली कमाई पकड़ी है। केेंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने सोमवार को बताया कि आयकर अधिकारियों ने 1 दिसंबर को इस समूह के पश्चिम बंगाल व ओडिशा में 20 ठिकानों पर छापे मारे और दस्तावेज व डिजिटल डाटा के रूप में साक्ष्य जब्त किये हैं। इन साक्ष्यों से भारी मात्रा में किये गए अघोषित नकद भुगतान का पता चला है। आयकर टीमों ने जांच में पाया कि इस समूह ने कर चोरी के लिए मोटी काली कमाई को कई मुखौटा कंपनियों के जरिये फर्जी भुगतान के रूप में दिखाया। समूह के बही खातों में इस रकम को शेयर में फंसे पैसे या असुरक्षित कर्ज के रूप में दिखाया गया। समूह के जुड़े एक प्रमुख व्यक्ति ने खुद फर्जीवाड़े की इस मोडस ऑपरेंडी को स्वीकार भी किया। आयकर टीमों ने छापों के दौरान 75 लाख नकद, 2.26 करोड़ के गहने जब्त किये व कुछ बैंक लॉकर सीज किये हैं। आयकर की जांच जारी है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/delhi-pm-narendra-modi-receives-russian-president-vladimir-putin-at-hyderabad-house,"Modi-Putin Meeting: पुतिन से मुलाकात के बाद बोले पीएम मोदी- दुनिया में कई चीजें बदलीं, पर हमारी दोस्ती कायम रही","विस्तार दिल्ली के हैदराबाद हाउस में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मुलाकात हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत हुए हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में रूस का सहयोग मिला है। रक्षा क्षेत्र में पहले से ही सहयोग मिल रहा है और रणनीतिक साझेदारी मजबूत होती जा रही है। #WATCH | Delhi: PM Narendra Modi receives Russian President Vladimir Putin at Hyderabad House The two leaders will hold the 21st annual India-Russia summit. pic.twitter.com/angbNHbf0T — ANI (@ANI) December 6, 2021 पीएम ने कहा, कायम है भारत-रूस की दोस्ती पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में दुनिया में कई मूलभूत परिवर्तन हुए हैं। कई प्रकार के भू-राजनीतिक समीकरण सामने आए हैं, लेकिन भारत और रूस की दोस्ती कायम रही। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध वास्तव में अंतरराज्यीय मित्रता का एक अनूठा और विश्वसनीय मॉडल है। आर्थिक मोर्चे पर हम और मजबूत हुए हैं। रक्षा क्षेत्र में भी हम काफी आगे निकल चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोविड से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, भारत-रूस संबंधों की वृद्धि की गति में कोई बदलाव नहीं आया है। हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत होती जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि आर्थिक क्षेत्र में भी हमारे रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए हम एक दीर्घकालिक दृष्टि अपना रहे हैं। हमने 2025 तक 30 बिलियन डॉलर ट्रेड और 50 बिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है। आज हमारे बीच हुए विभिन्न समझौतों से इसमें मदद मिलेगी। मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत कोर डेवलपमेंट और को-प्रोडक्शन से हमारा रक्षा सहयोग और मज़बूत हो रहा है। पुतिन बोले, कसौटी पर खरा उतरने वाला दोस्त है भारत वहीं, पुतिन ने कहा कि हम भारत को एक महान शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और समय की कसौटी पर खरे उतरने वाले मित्र के रूप में देखते हैं। दोनों देशों के बीच संबंध बढ़ रहे हैं और मैं भविष्य की ओर देख रहा हूं। भारत-रूस जैसा सहयोगी किसी और देशों में नहीं पुतिन ने कहा कि अभी रूस थोड़ा और निवेश आ रहा है जिससे आपसी निवेश लगभग 38 बिलियन पहुंच गया है। हम सैन्य और तकनीकी क्षेत्र में बहुत सहयोग करते हैं जैसा कोई अन्य देश नहीं करता। हम भारत में उच्च तकनीक विकसित करने के साथ-साथ उत्पादन भी करते हैं। आतंकवाद को लेकर हम चिंतित रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि स्वाभाविक रूप से हम हर उस चीज के बारे में चिंतित हैं जिसका आतंकवाद से लेना-देना है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई भी मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई है। हम अफगानिस्तान की स्थिति और वहां के हालात के बारे में चिंतित हैं। ऊर्जा क्षेत्र, अंतरिक्ष सहित उच्च तकनीक में सहयोग रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि हम सहयोगी हैं और बहुत महत्वपूर्ण चीजों पर साथ काम कर रहे हैं जिसमें ऊर्जा क्षेत्र, अंतरिक्ष सहित उच्च तकनीक शामिल हैं। आज हमने यहां जिन प्रोग्राम पर बात की है उन्हें पूरी तरह से लागू किया जाएगा जिसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की ट्रेनिंग शामिल है। मुझे भारत का दौरा करके बहुत खुशी हो रही है। पिछले साल दोनों देशों के बीच ट्रेड में 17 फीसदी की गिरावट हुई थी लेकिन इस साल पहले 9 महीनों में ट्रेड में 38 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। पुतिन वापस रवाना, पीएम मोदी ने किया विदा पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन वापस रवाना हो गए। पीएम मोदी ने उन्हें विदा किया। #WATCH | New Delhi: PM Narendra Modi sees off Russian President Vladimir Putin after holding talks with him (Video: DD) pic.twitter.com/iFJ6q4iMR1 — ANI (@ANI) December 6, 2021 विदेश सचिव बोले, 28 समझौतों पर सहमति विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा छोटी लेकिन बेहद उत्पादक और महत्वपूर्ण है। दोनों नेताओं के बीच बेहतरीन बातचीत हुई। इस यात्रा के दौरान 28 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pak-delegation-in-india-to-attend-sco-cyber-security-seminar-latest-news-update,India-Pakistan Seminar: साइबर सुरक्षा सेमिनार में शामिल होने भारत आया पाक का प्रतिनिधिमंडल,"विस्तार एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) के आतंकवाद विरोधी ढांचे (आरएटीएस) के तहत भारत की तरफ से आयोजित एक साइबर सुरक्षा सेमिनार में भाग लेने के लिए एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल सोमवार को दिल्ली पहुंचा। पाकिस्तान के उच्चायोग प्रभारी आफताब हसन खान ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। भारत ने एससीओ और इसके क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी ढांचे (आरएटीएस) के साथ अपने सुरक्षा-संबंधी सहयोग को गहरा करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। आठ देशों का समूह एससीओ एक बड़े अंतर-क्षेत्रीय संगठनों के रूप में उभरा है। एससीओ की स्थापना 2001 में शंघाई में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने की थी। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थायी सदस्य बने।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/challenges-had-overpowered-vast-opportunities-in-sino-india-ties-indian-envoy-misri-tells-chinese-fm,"India China: चीन में निवर्तमान राजदूत मिसरी ने की वांग यी से आभासी मुलाकात, सीमा गतिरोध हल होने की जताई उम्मीद","विस्तार चीन में निवर्तमान भारतीय राजदूत विक्रम मिसरी ने सोमवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से एक आभासी विदाई भेंट की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ चुनौतियों ने पिछले साल द्विपक्षीय संबंधों में असर डाला था और उम्मीद है कि लगातार संचार के साथ दोनों पक्ष वर्तमान कठिनाइयों को दूर करने में सक्षम होंगे। लद्दाख में तनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल से कुछ चुनौतियों ने रिश्ते में असर डाला था बावजूद इसके हमारे संबंधों में अवसर और चुनौतियां दोनों शामिल थे। निरंतर बातचीत से सीमा गतिरोध हल होने की जताई उम्मीद मिसरी जिन्हें मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है, इस महीने के अंत में नई दिल्ली की यात्रा करने वाले हैं। उनके उत्तराधिकारी का नाम अभी तय नहीं हुआ है। यहां भारतीय दूतावास की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राजदूत को उम्मीद है कि राजनीतिक, राजनयिक और सैन्य सभी स्तरों पर बातचीत के साथ, दोनों पक्ष मौजूदा कठिनाइयों को हल करने और संबंधों को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे। हालांकि प्रेस विज्ञप्ति में चुनौतियों का विवरण नहीं दिया गया, लेकिन वह स्पष्ट रूप से पूर्वी लद्दाख में जारी सैन्य गतिरोध का जिक्र कर रहे थे, जिससे द्विपक्षीय संबंध लगभग ठप हो गए। राजदूत ने विशेष रूप से भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में मौजूदा मुद्दों के पूर्ण समाधान के लिए उचित मार्गदर्शन तैयार करने में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और विदेश मंत्री वांग यी द्वारा निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डाला। दोनों विदेश मंत्रियों के बीच सहमति के अनुसार इन मुद्दों का समाधान जल्द ही निकाल लिया जाएगा, जिससे संबंधों को सामान्य होने की ओर लौटने में मदद मिलेगी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-refuses-urgent-hearing-on-builder-groups-petition-now-hearing-will-be-held-on-this-day-latest-news-update,"झटका: बिल्डर समूह की याचिका पर तत्काल सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, अब इस दिन होगी सुनवाई","विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बिल्डर समूह की उस याचिका पर तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया जिसमें बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण दिल्ली-एनसीआर में निर्माण गतिविधियों पर लगाए गए पूर्ण प्रतिबंध को हटाने की मांग की गई थी। वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने सोमवार को चीफ जस्टिस एनवी रमण की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष डेवलपर्स एंड बिल्डर्स फोरम द्वारा दायर आवेदन का उल्लेख करते हुए दिल्ली-एनसीआर में निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश को रद्द करने की मांग की। सिंह ने आवेदन पर मंगलवार या बुधवार को सूचीबद्ध करने की मांग करते हुए कहा कि हजारों करोड़ का नुकसान हो रहा है। आज एक्यूआई में सुधार हुआ है। उस आदेश को वापस लिया जाना चाहिए। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि सरकार को फैसला लेने दें। सिंह ने तब कहा कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा 22 नवंबर से निर्माण प्रतिबंध हटाने के बाद न्यायालय द्वारा प्रतिबंध लगाया गया था। जिसके बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि आवेदन पर 10 दिसंबर को विचार किया जाएगा और उस दिन से पहले सुनवाई नहीं हो सकती है। सनद रहे कि 10 दिसंबर को वायु प्रदूषण मामले पर सुनवाई होनी है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coronavirus-omicron-variant-cases-in-india-maharashtra-pune-rajasthan-jaipur-delhi-latest-news-and-updates,"Omicron In India: महाराष्ट्र में दो और लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि, देश में अब कोरोना के नए वैरिएंट के 23 मामले","विस्तार देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ते जा रहा है। यहां सोमवार को ओमिक्रॉन के दो और मामले सामने आए हैं। दोनों मामले महाराष्ट्र में रिपोर्ट किए गए हैं। इससे पहले रविवार को 17 नए मामले सामने आए थे। इसमें महाराष्ट्र के सात, राजस्थान के नौ और दिल्ली का एक केस शामिल था। इसके साथ देश में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। अब तक महाराष्ट्र में दस, राजस्थान में नौ, कर्नाटक में दो, दिल्ली-गुजरात में एक-एक केस मिले हैं। महाराष्ट्र: अब तक कुल 10 केस महाराष्ट्र में सोमवार को दो लोगों में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई। महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि राज्य के एक 37 साल के व्यक्ति में मामले की पुष्टि हुई है। वह 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा था। वहीं अमेरिका से लौटी एक 36 साल की महिला भी संक्रमित पाई गई है। ये दोनों दोस्त बताए जा रहे हैं। दोनों फाइजर की वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमित पाए गए हैं। रविवार को सात लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई। इनमें एक महिला और उसकी दो बेटियां भी शामिल हैं, जो नाइजीरिया से पिंपरी चिंचवाड़ इलाके में रहने वाले अपने भाई से मिलने आई थी। उनके भाई और उनकी दो बेटियों में भी वैरिएंट की पुष्टि हुई है। वहीं, एक अन्य मामला पुणे के एक व्यक्ति का है जो पिछले महीने के अंतिम सप्ताह में फिनलैंड से लौटा था। इससे पहले ठाणे जिले के एक 33 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया था। राजस्थान: एक परिवार के चार समेत नौ संक्रमित राजस्थान में रविवार को नौ लोगों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। राज्य के चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि विभाग ने दक्षिण अफ्रीका से आए एक परिवार के चार लोगों को पूर्व में ही जयपुर के आरयूएचएस में भर्ती करवा दिया था। इनमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। उनके संपर्क में आए पांच अन्य लोग भी संक्रमित पाए गए हैं, इन्हे भी आरयूएचएस में भर्ती कराया गया है। दिल्ली में भी ओमिक्रॉन की एंट्री राजधानी दिल्ली में भी रविवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। संक्रमित मरीज को लोकनायक अस्पताल में आईसोलेट कर इलाज किया जा रहा है। विदेशों से आए लोगों में से 17 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। 12 सैंपल की जीनोम सिक्वेन्सिंग हुई है। जिसमें एक मरीज में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कर्नाटक: दो लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि देश में बीते गुरुवार यानी दो दिसंबर को पहली बार कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 2 दिसंबर को कर्नाटक में इस वैरिएंट के दो मामले सामने आए थे। इनमें एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक था और दूसरा स्थानीय स्वास्थ्यकर्मी। हालांकि, मंत्रालय ने लोगों से दहशत का माहौल न बनाने और कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की थी। न्यूयॉर्क सिटी में निजी सेक्टर के कर्मचारियों का टीकाकरण अनिवार्य कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए न्यूयॉर्क सिटी के मेयर ने एलान किया है कि 27 दिसंबर से सभी प्राइवेट सेक्टर कर्मचारियों को टीका लगाना अनिवार्य होगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/madras-high-court-tells-centre-to-not-take-coercive-action-against-digital-media-firms-under-new-it-rulses,मद्रास हाईकोर्ट का निर्देश: नए आईटी नियमों के तहत डिजिटल मीडिया कंपनियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई न करे केंद्र,"विस्तार मद्रास हाईकोर्ट ने सोमवार को केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि नए आईटी नियमों के तहत डिजिटल मीडिया कंरनी के खिलाफ कोई जबरन कार्रवाई न की जाए। कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश एमएन भंडारी और न्यायाधीश पीडी आदिकेशवलु की पीठ ने यह बात इंडियन ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल मीडिया फाउंडेशन की ओर से दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कही। पीठ ने कहा कि उत्तरदाताओं (केंद्र) को न्यायालय की अनुमति के बिना कोई भी दंडात्मक कार्रवाई करने से रोका जाता है। इसके साथ ही पीठ ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 25 जनवरी 2022 के लिए तय कर दी। याचिका में इस साल फरवरी में लाए गए सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियमों के प्रावधानों को चुनौती दी गई है। इससे पहले याचिकाकर्ता के वरिष्ठ अधिवक्ता ने आरोप लगाया था कि बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से कुछ महीने पहले नियमों पर अंतरिम रोक लगाने के बावजूद केंद्र इन नियमों के प्रावधानों के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई शुरू कर रहा है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने 14 अगस्त को इन पर रोक लगाई थी। इसके अलावा केरल हाईकोर्ट की ओर से भी केंद्र को दंडात्मक कार्रवाई न करने का निर्देश दिया था।",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ten-more-cases-of-omicron-reported-in-maharashtra-know-full-details-of-coronavirus-updates-22273390.html,"ओमिक्रोन से संक्रमित बेंगलुरु के डाक्टर की कोरोना रिपोर्ट फिर पाजिटिव, महाराष्ट्र में नए वैरिएंट के 10 और मामले","नई दिल्ली, जेएनएन/एजेंसियां। देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए पहले दो मरीजों में से एक बेंगलुरु के डाक्टर की कोरोना जांच रिपोर्ट फिर पाजिटिव आई है। वहीं, नए वैरिएंट से दहशत के बीच 558 दिन यानी डेढ़ साल बाद देश में कोरोना संक्रमण के नए मामले सबसे कम 6,822 सामने आए हैं जिसमें से अकेले केरल से ही 3,277 केस हैं। सक्रिय मामलों में भी करीब साढ़े तीन हजार की गिरावट दर्ज की गई है। बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका के अधिकारियों ने बताया कि ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए डाक्टर को क्वारंटाइन में रखा गया है। डाक्टर के साथ गुजराती मूल के जिस दक्षिण अफ्रीकी नागरिक को ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया था वह प्रशासन को बताए बिना विदेश चला गया है। इस मामले में अफ्रीकी नागरिक समेत संबंधित लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस बीच, भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के पुणे शहर में ओमिक्रोन के दस और नए मामले सामने आए हैं। पुणे के एक शीर्ष अधिकारी ने जानकारी दी कि हवाई अड्डे पर लगभग 30 हजार यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया गया। इनमें से दस लोगों में ओमिक्रोन की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। ईडी ने अनिल देशमुख मामले में पक्ष न सुने जाने की शिकायत की, बांबे हाईकोर्ट करेगा सुनवाई यह भी पढ़ें इसके पहले सोमवार को मुंबई में ओमिक्रोन वैरिएंट के दो मामले सामने आए थे। महाराष्ट्र में इस वैरिएंट से संक्रमित लोगों की कुल संख्या अब 20 हो गई है। देशभर में ओमिक्रोन से संक्रमितों की कुल संख्या 33 हो गई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 20, राजस्थान में नौ, दिल्ली में एक, गुजरात में एक और कर्नाटक में दो मामले सामने चुके हैं। देश में बीते 24 घंटों के अंदर आज साढ़े छह हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस दौरान 220 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर मुंबई हाई अलर्ट पर इस बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने बताया कि मुंबई को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जो लोग बाहर से आ रहे हैं उन्हें क्वारंटाइन करने के लिए कोविड सेंटर तैयार किए गए हैं। साथ ही 20 होटल भी हैं जहां वो रह सकते हैं। सभी अस्पतालों और कोविड सेंटरों में भी आक्सीजन की व्यवस्था की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक सक्रिय मामलों की घटकर 95,014 रह गई है जो कुल मामलों का 0.27 फीसद है। कोरोना महामारी की वजह से 220 लोगों की जान भी गई है, इसमें भी 168 मौतें अकेले केरल से हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई पुलिस को दी परमबीर के खिलाफ जांच की अनुमति, उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने पर भी लगाई रोक यह भी पढ़ें दूसरे देशों से आए 318 में से 12 लोगों का नहीं चला कुछ पता केरल में जोखिम वाले देशों से आए 10 संक्रमितों में से आठ की ओमिक्रोन रिपोर्ट निगेटिव आई है। दो की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। वहीं, महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कल्याण डोंबिवली नगर निगम क्षेत्र में दूसरे देशों से आए 318 में से 12 लोगों का कुछ पता नहीं चल रहा है। इन सभी के मोबाइल फोन बंद जा रहे हैं। अधिकारी इनकी तलाश में जुटे हैं। महाराष्ट्र के 12 भाजपा विधायकों को एक साल के लिए निलंबित किए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई को तैयार यह भी पढ़ें देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले 6,822 कुल सक्रिय मामले 95,014 24 घंटे में टीकाकरण 79.19 लाख कुल टीकाकरण 129.49 करोड़ मंगलवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 6,822 कुल मामले 3,46,48,383 सक्रिय मामले 95,014 मौतें (24 घंटे में) 2,20 कुल मौतें 4,73,757 ठीक होने की दर 98.36 फीसद उगाही मामले में जैकलीन फर्नांडिस को अधिकारियों ने मुंबई एयरपोर्ट पर रोका, शो के लिए जा रही थीं विदेश यह भी पढ़ें मृत्यु दर 1.37 फीसद पाजिटिविटी दर 0.63 फीसद सा.पाजिटिविटी दर 0.78 फीसद Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-indians-can-get-employment-in-russia-far-east-jagran-special-22274345.html,"रूस के सुदूर पूर्व में भारतीयों को मिल सकते हैं रोजगार, पुतिन की भारत यात्रा से खुलीं कई अवसरों की संभावनाएं","जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। भारत और रूस के विदेश और रक्षा मंत्रियों को मिलाकर बनाई गई व्यवस्था टू प्लस टू की सोमवार को हुई पहली वार्ता कई मायने में ऐतिहासिक साबित हो सकती है। इस बैठक में दोनों देशों के बीच जिस तरह के मुद्दों पर चर्चा हुई, वह बताती है कि दोनों देशों के बीच सामंजस्य बेहद व्यापक होने वाला है। खास तौर पर रूस के सुदूर पूर्व इलाकों के विकास में भारत एक बड़ी भूमिका निभाने वाला है। सब कुछ ठीक रहा तो इस इलाके में भारतीय कामगारों और श्रमिकों को उसी तरह से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं, जैसे अभी उन्हें खाड़ी देशों में मिलते हैं। खनिजों से भरा यह इलाका रूस की बदहाल इकोनमी को बेहद मजबूत करने वाला साबित हो सकता है। रूस यह काम भारतीय कंपनियों, निवेश और कामगारों के लिए पूरी तरह से खोलने को तत्पर है। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें सूत्रों के मुताबिक, भारत और रूस के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग अभी काफी कम होता है, लेकिन इसकी संभावनाएं काफी ज्यादा हैं। अभी भारत अपनी आबादी को पूरी खाद्य सुरक्षा देने में सक्षम है, लेकिन जिस तरह से यहां आबादी बढ़ रही है और जलवायु परिवर्तन को देखते हुए हो सकता है कि भविष्य में कई तरह के खाद्य उत्पादों का आयात करना पड़े। दूसरी तरफ रूस के पास काफी जमीन है जिस पर खेती की जा सकती है। भारत और रूस के बीच जो बातचीत हो रही है, वह इन संभावनाओं को देखते हुए ही हो रही है। यह भी ध्यान रहे कि चीन भी रूस के कुछ इलाकों में अपनी खाद्य सुरक्षा के लिहाज से खेती करवा रहा है। भारत और रूस की पहली टू प्लस टू वार्ता में कृषि उत्पादों के आयात-निर्यात को आसान बनाने पर बात हुई है। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें रूस को सुदूर पूर्वी इलाके के विकास में भारत को शामिल करके होगी खुशी: पुतिन रूस के सुदूर पूर्व को लेकर भारत की रुचि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2019 में वहां की यात्रा करके जता चुके हैं। पिछले वर्ष भी प्रधानमंत्री मोदी ने ईस्टर्न इकोनमिक फोरम (जो सुदूर पूर्व के विकास से जुड़ी है) को संबोधित किया था। यह पूरा इलाका कोयला, कच्चे तेल और गैस से भरा हुआ है। कई विशेषज्ञ इस इलाके को रूस के भविष्य से जोड़कर देखते हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस को सुदूर पूर्वी इलाके के विकास में भारत को शामिल करके खुशी होगी। उल्लेखनीय है कि अगले महीने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में हिस्सा लेने के लिए सुदूर पूर्व रूस के सभी राज्यों के गवर्नरों को बुलाया गया है। कई भारतीय कंपनियों ने इस इलाके में एनर्जी, ट्रांसपोर्ट, लाजिस्टिक्स, समुद्री मार्ग से कनेक्टिविटी, हीरा प्रसंस्करण, फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थकेयर, पर्यटन आदि क्षेत्रों में निवेश में रुचि दिखाई है। प्रधानमंत्री ने 2019 में इस क्षेत्र की यात्रा में एक अरब डालर का लाइन आफ क्रेडिट (कंपनियों को सस्ती दर पर कर्ज) देने का एलान किया था। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-one-nation-one-policy-is-necessary-for-electric-vehicles-parliamentary-committee-gave-important-suggestions-22274304.html,"देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक देश एक नीति जरूरी, संसदीय समिति ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्यों को अपनी नीति बनाने की छूट दे दी है। इससे नीतिगत असमंजस का माहौल है, क्योंकि राज्यों की तरफ से अलग अलग प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं। अब उद्योग पर संसदीय स्थायी समिति ने सरकार को सुझाव दिया है कि वह देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए समान नीति बनाने के कदम उठाए। समिति ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जरूरी लिथियम बैटरी के निर्माण भारत में हो इसके लिए भी कुछ अहम सुझाव दिए हैं। देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को प्रोत्साहन देने में जुटी केंद्र सरकार इन सुझावों को जल्द ही नीतिगत जामा पहना चकती है। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें समिति ने कहा है कि अभी केंद्र व राज्यों की इवी नीतियों को साफ तौर पर रेखांकित करने की जरूरत है। क्योंकि केंद्र व अलग अलग राज्यों की तरफ से दिए जाने वाले प्रोत्साहनों में अंतर होने की वजह से देश भर में इनकी बिक्री में एक समान वृद्धि नहीं हो पा रही है। ऐसे में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रसार को तेज करने के लिए एक भारत एक नीति बननी चाहिए। इससे इवी निर्माता कंपनियों को निवेश करने में स्पष्ट दिशा मिलेगी। समिति ने अभी तक देश में इवी की खास बिक्री नहीं होने पर ¨चता जताई है। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें केंद्र को यह भी सुझाव दिया गया है कि कुछ राज्यों ने अभी तक इवी को लेकर कोई नीति नहीं बनाई है और ना ही उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए कुछ किया है। ऐसे राज्यों को निर्देश दिया जाना चाहिए कि वह इवी खरीदने वालों को प्रोत्साहित करें। इस संदर्भ में सरकार की मौजूदा स्क्रैप नीति का स्वागत किया गया है। एनसीआर बन रहा ईवी का हब नोएडा। एनसीआर में नोएडा-ग्रेटर नोएडा इलेक्ट्रिक वाहनों के हब के रूप में विकसित हो रहा है। सरकार की फास्टर अडाप्शन एंड मैन्यूफैक्चरिंग आफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (फेम) स्कीम के जरिये अब तक नोएडा व ग्रेटर नोएडा में इलेक्ट्रिकल वाहनों उत्पादन-बिक्री की 260 से अधिक इकाइयां खुल चुकी हैं। राज्य सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के रोड टैक्स व रजिस्ट्रेशन शुल्क पर छूट दे रही है। इलेक्ट्रिक बाइक पर केंद्र सरकार की ओर से अधिकतम 10,000 रुपये की सब्सिडी भी दी जा रही है। इस बारे में एएमओ मोबिलिटी साल्यूशन के एमडी व सीईओ सुशांत कुमार ने कहा कि इलेक्ट्रिक बाइक्स और स्कूटर के हब के रूप में नोएडा-ग्रेटर नोएडा विकसित हो रहा है। देश में नौ लाख वाहन प्रतिवर्ष कारोबार है, उसमें दिल्ली- एनसीआर की 80 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसमें से 50 प्रतिशत से अधिक पर उत्तर प्रदेश का कब्जा है। वर्ष 2025 तक देश में 70 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन का अनुमान है। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-the-issue-of-inequality-in-the-inheritance-of-the-property-of-a-childless-hindu-widow-supreme-court-asked-the-center-its-view-22274390.html,"नि:संतान हिंदू विधवा की संपत्ति के उत्तराधिकार में गैर बराबरी का पेच, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा उसका नजरिया","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। वैसे तो संविधान और देश के कानून में महिलाओं को बराबरी का हक दिया गया है लेकिन अभी भी कहीं कुछ कोर कसर बची रह गई है। हिंदू उत्तराधिकार कानून में महिलाओं की संपत्ति के उत्तराधिकार में ऐसी ही कुछ कमियां नजर आती हैं। विशेषकर बिना वसीयत किए नि:संतान हिंदू विधवा की मृत्यु होने पर उसकी संपत्ति के उत्तराधिकार में गैर बराबरी का पेच दिखता है। लेकिन अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट देख रहा है। गत सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे ही एक मामले में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से पेश सालिसिटर जनरल तुषार मेहता का ध्यान कानून की कमियों की ओर दिलाते हुए उस पर केंद्र सरकार का नजरिया पूछा। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें हिंदू महिला और पुरुष की संपत्ति के उत्तराधिकार में असमानता मेहता ने इसके लिए कोर्ट से समय मांग लिया है। मामले पर कोर्ट 21 जनवरी को फिर सुनवाई करेगा। केस की सुनवाई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ कर रही है। पर्सनल ला से जुड़े इस केस में वरिष्ठ वकील मीनाक्षी अरोड़ा न्यायमित्र (एमाइकस क्यूरी) हैं। अरोड़ा ने सोमवार को मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम के प्रविधानों में महिला और पुरुष की संपत्ति के उत्तराधिकार में असमानता है। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें सुप्रीम कोर्ट ने कानून की कमियों पर केंद्र से पूछा उसका नजरिया उन्होंने कहा कि अगर कोई विवाहित पुरुष बगैर वसीयत के नि:संतान मरता है तो उसकी संपत्ति उसके माता पिता को जाती है जबकि बगैर वसीयत के नि:संतान विधवा के मरने पर उसकी संपत्ति, सिर्फ उस संपत्ति को छोड़कर जो उसने अपने माता पिता से उत्तराधिकार में प्राप्त की है, बाकी सारी संपत्ति उसके पति के माता पिता (सास-ससुर) और रिश्तेदारों को जाती है। उन्होंने कहा कि नि:संतान हिंदू विधवा की संपत्ति पर उत्तराधिकार के मामले में पति के रिश्तेदारों को प्राथमिकता दी गई है। कोर्ट ने भी माना कि नि:संतान विधवा की संपत्ति उत्तराधिकार में भेदभाव दिखता है। पीठ ने सालिसिटर जनरल से इस पर चार सप्ताह में केंद्र सरकार का नजरिया बताने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि अगर कोई नि:संतान विधवा अपने माता-पिता से उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति को बेच कर उसी से दूसरी संपत्ति खरीदती है तो वह नई अर्जित संपत्ति उसके माता-पिता से उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति की श्रेणी में नहीं आती है और वह संपत्ति उसकी मृत्यु के बाद उन्हें नहीं जाती। सालिसिटर जनरल ने कहा कि कोर्ट ने नि:संतान हिंदू विधवा की संपत्ति के उत्तराधिकार के बारे में जो चिंता जाहिर की है, उस पर संसद और विधायिका के विचार करने की जरूरत है। पीठ ने मेहता से सहमति जताते हुए कहा कि कानून की किताब में लंबे समय से जो खामियां विद्यमान हैं, उन्हें न्यायिक दखल से या विधायिका के जरिए ठीक किये जाने की जरूरत है। जकिया जाफरी के नाम पर 2002 दंगा मामले को जिंदा रखना चाहती हैं तीस्ता सीतलवाड़, गुजरात सरकार ने SC में कहा यह भी पढ़ें कानून के इन पहलुओं पर विचार की जरूरत मीनाक्षी अरोड़ा कहती हैं कि हिंदू उत्तराधिकार कानून की धारा 15 और 16 महिलाओं की संपत्ति के उत्तराधिकार का प्रविधान करती हैं लेकिन उसमें महिलाओं की संपत्ति के उत्तराधिकार पुरुषों के समान नहीं हैं। जैसे कि नि:संतान हिंदू विधवा चाहे मां से उत्तराधिकार में संपत्ति प्राप्त करे या पिता से लेकिन दोनों ही तरह की संपत्तियां उसकी मृत्यु के बाद पिता के उत्तराधिकारियों को जाएंगी। रूस के सुदूर पूर्व में भारतीयों को मिल सकते हैं रोजगार, पुतिन की भारत यात्रा से खुलीं कई अवसरों की संभावनाएं यह भी पढ़ें चाहें उसने संपत्ति मां से उत्तराधिकार में पाई हो लेकिन बिना वसीयत मरने वाली नि:संतान विधवा की वह संपत्ति माता के उत्तराधिकारियों को नहीं जाएगी यहां तक कि अगर विधवा की मौत के बाद उसकी मां जीवित होती है तो भी वह उस संपत्ति में सिर्फ पिता के उत्तराधिकारियों में से एक उत्तराधिकारी ही मानी जाएगी। मीनाक्षी कानून के इन पहलुओं पर विचार की जरूरत बताती हैं। वह कहती हैं कि इस बारे में विधि आयोग की रिपोर्ट भी है। हालांकि इन कुछ चीजों के अलावा हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम में महिलाओं को संपत्ति में पूर्ण और बराबरी का अधिकार दिया गया है। कानून में संपत्ति पर बेटियों और बेटों का बराबरी का हक है। Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-the-government-is-keeping-a-close-eye-on-the-situation-of-coronavirus-in-india-22274032.html,"कोरोना के हालात पर सरकार की है नजदीकी नजर, जानिए बूस्टर डोज को लेकर सदन में क्या बोले केंद्रीय मंत्री","नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार ने राज्यसभा में मंगलवार को बताया कि देश में कोरोना के बदलते हालात पर नजदीकी नजर रखी जा रही है। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 'जांच-पहचान-उपचार', कोरोना से बचाव के उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण की रणनीति का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। सरकार ने सदन को यह भी बताया कि शरीर में कोरोना एंटीबाडी कितने समय तक बनी रहती है इसका पता लगाने के लिए अभी भी वैज्ञानिक अध्ययन चल रहा है। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें संसद के उच्च सदन में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने उस सवाल के जवाब में ये बातें कहीं, जिसमें पूछा गया था कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर के खतरे और संभावना को कम करने के लिए क्या सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि जीनोमिक सीक्वेंसिंग और कोरोना के बदलते वैरिएंट का पता लगाने के लिए इंडिया सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक सर्विलांस कंसोर्टियम (इंसाकाग) का गठन किया गया है जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों में फैली प्रयोगशालाओं को शामिल किया गया है। आक्सीजन की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में पवार ने सदन को बताया कि कोरोना एंटीबाडी शरीर में कब तक बनी रहती है यह पता लगाने के लिए भारत के साथ ही दुनिया के कई देशों में अध्ययन किया जा रहा है। कई शोधकर्ता अपने स्तर पर और वैक्सीन निर्माता कंपनियां इस एंटीबाडी की अवधि के बारे में वैज्ञानिक साक्ष्यों की तलाश कर रही हैं। बूस्टर डोज के सवाल पर उन्होंने कहा कि विज्ञानियों के समूह इसकी आवश्यकता पर अध्ययन कर रहे हैं। पवार ने एक अन्य सवाल पर कहा कि 100 करोड़ टीकाकरण की उपलब्धि हासिल करने की उपलब्धि का बैनर और पोस्टर के माध्यम से प्रचार करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आउटरीच एवं संचार ब्यूरो ने 25 लाख रुपये जारी किए थे। सरकार ने और क्या कहा - प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज योजना के तहत 29 नवंबर तक कोरोना से संबंधित ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले 1,509 स्वास्थ्यकर्मियों के परिवारों को 50 लाख प्रत्येक के बीमा दावे का भुगतान किया गया। जकिया जाफरी के नाम पर 2002 दंगा मामले को जिंदा रखना चाहती हैं तीस्ता सीतलवाड़, गुजरात सरकार ने SC में कहा यह भी पढ़ें - 30 नवंबर तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 123.25 करोड़ डोज लगाई गईं, जिनमें प्रतिकूल प्रभाव के 49,819 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 47,691 मामूली प्रभाव के मामले थे। - भारत ने जनवरी से वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत 94 देशों और संयुक्त राष्ट्र की दो संस्थाओं को कोरोना रोधी वैक्सीन की 7.23 करोड़ डोज की आपूर्ति की है। महामारी के बाद से 150 से अधिक देशों को चिकित्सा संबंधी सहायता भी मुहैया कराई गई है। रूस के सुदूर पूर्व में भारतीयों को मिल सकते हैं रोजगार, पुतिन की भारत यात्रा से खुलीं कई अवसरों की संभावनाएं यह भी पढ़ें - कोरोना महामारी के दौरान के अनुभवों के आधार पर स्वास्थ्य प्रणाली में खामियों को दूर करने के लिए इस साल 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन शुरू किया गया था। - भारत में 31 अक्टूबर तक नोरोवायरस के 65 मामले पाए गए थे। इनमें से 54 मामले केरल के वायनाड और 11 अलाप्पुझा से थे। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-death-penalty-to-the-guilty-of-raping-and-murdering-an-innocent-in-29-days-the-court-pronounced-the-death-penalty-22273738.html,"सूरत कोर्ट ने मासूम से दुष्कर्म व हत्या के दोषी को सुनाई फांसी की सजा, 29 दिनों में अदालत ने पूरी की कार्यवाही","राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद: मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखकर दीपावली वाले दिन ढाई साल की मासूम का अपहरण कर दुष्कर्म और बर्बर तरीके से उसकी हत्या के दोषी गुड्डू मधेश यादव को सूरत की पोक्सो (प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रन फ्राम सेक्सुअल आफेंसेज) अदालत ने मंगलवार को फांसी की सजा सुनाई। अदालत ने इसे अतिदुर्लभ मामला मानते हुए सजा सुनाई। साथ ही सरकार को 20 लाख रुपये का मुआवजा पीड़ित परिवार को देने के भी निर्देश दिए हैं। इस मामले में दोषी और पीड़ित दोनों ही परिवार मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। खास बात यह है कि आरोपित की गिरफ्तारी के 29 दिनों में ही उस पर मुकदमा चलाकर सजा सुना दी गई है। जकिया जाफरी के नाम पर 2002 दंगा मामले को जिंदा रखना चाहती हैं तीस्ता सीतलवाड़, गुजरात सरकार ने SC में कहा यह भी पढ़ें जांच में सीसीटीवी से मिली मद्द सूरत के पांडेसरा में रहने वाले एक श्रमिक परिवार की ढाई साल की मासूम चार नवंबर की रात को गायब हो गई थी। शिकायत मिलने पर करीब सौ पुलिसकर्मियों ने 200 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और इस आधार पर मासूम को कंधे पर लेकर जाते एक व्यक्ति की पहचान की। इस दौरान सात नवंबर को पुलिस को मासूम का शव पांडेसरा में झाड़ियों में पड़ा मिला। सीसीटीवी फुटेज और तीन प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर पुलिस ने आठ नवंबर को गुड्डू को दबोच लिया था, उसने अपना अपराध कबूल कर लिया था। पुलिस के अनुसार गुड्डू शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है। वह पांडेसरा में ही एक फैक्ट्री में काम करता है। सेक्स मेनियाक है दोषी पुलिस को जांच के दौरान दोषी के मोबाइल से 150 पोर्न फिल्में मिलीं। पुलिस ने मोबाइल में अश्लील कंटेंट अपलोड करने वाले मोबाइल शाप मालिक सागर शाह को भी पकड़ा है। पुलिस ने महज सात दिनों में 246 पेज का आरोप पत्र सूरत के पाक्सो कोर्ट में पेश किया तथा 42 लोगों की गवाही पेश की। अदालत ने 29 दिन में सुनवाई पूरी कर ली। गुड्डू को भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 376ए, 376बी, 363, 366 और पॉक्सो एक्ट के तहत दोषी पाया गया।सरकारी वकील नयन सुखडवाला ने बताया कि उन्होंने इस केस में 31 पुराने मामलों का उदाहरण दिया। मृतक का डीएनए, दाढ़, खून के नमूनों के आधार पर पीड़ित परिवार के साथ उसके संबंध की पुष्टि की गई। हाई कोर्ट जाएगी फैसले की कापी सूरत कोर्ट की ओर फांसी की सजा को मान्य कराने के लिए हाई कोर्ट को जजमेंट की कापी भेजी जाएगी। फांसी की सजा के मामले में निचली अदालत को इस प्रक्रिया का पालन करना होता है। सरकारी वकील ने बताया कि गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने इस केस की जांच में पूरी मदद का भरोसा दिया था। साथ ही सुबूतों व गवाहों को उपस्थिति सुनिश्चित कराने में भी मदद की जिसके चलते 29 दिनों में इसका फैसला हो गया।मालूम हो कि दीपावली के दिन ही ऐसी ही एक घटना गुजरात की राजधानी गांधीनगर में भी हुई थी। उस मामले में अदालत ने दोषी को जीवन की अंतिम सांस तक जेल की सजा सुनाई, लेकिन सरकारी वकील ने मृत्युदंड की मांग करते हुए इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-omicron-variant-in-india-ghana-and-tanzania-added-to-at-risk-know-which-countries-are-in-this-list-22273526.html,"ओमिक्रोन को लेकर जोखिम वाले देशों की सूची में घाना और तंजानिया शामिल, जानें और कौन-कौन देश हैं इसमें","नई दिल्ली,पीटीआइ। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर भारत सतर्क है। इसके मद्देनजर सोमवार को घाना और तंजानिया को जोखिम वाले देशों (at risk countries) की सूची में शामिल किया। यहां से आने वाले यात्रियों को कोरोना टेस्टिंग के अलावा और क्वारंटाइन रहने के नियमों का पालन करना होगा। उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि जोखिम वाले देशों की सूची सोमवार को अपडेट की गई। ब्रिटेन, और दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मारीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, हांगकांग, सिंगापुर, तंजानिया और इजयाल सहित यूरोप के देशों को जोखिम वाले देशों की श्रेणी में रखा गया है। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें बता दें कि दिल्ली में रविवार को कोरोनो वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट का पहला मामला सामने आया। एक 37 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित पाया गया। वह दोनों टीका ले चुका था। वह तंजानिया से दिल्ली आया औ संक्रमित पाया गया। रांची के रहने वाले मरीज ने 2 दिसंबर को कतर एयरवेज की फ्लाइट से तंजानिया से दोहा और वहां से दिल्ली की यात्रा की थी। वह एक हफ्ते तक दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में रहा। व्यक्ति में हल्के लक्षण हैं। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें क्या हैं नियम ओमिक्रोने वैरिएंट के सामने आने के बाद 1 दिसंबर से लागू हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार जोखिम वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होता है। इसके अलावा दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों के दो फीसद लोगों का यह टेस्ट हो रहा है। इनका रैंडम टेस्ट हो रहा है। दिशानिर्देशों के अनुसार टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही यात्री को हवाईअड्डे से निकलने या कनेक्टिंग फ्लाइट ले सकेंगे। देशभर में ओमिक्रोन से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 33 बता दें कि देशभर में ओमिक्रोन से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 33 है। महाराष्ट्र में इस वैरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्या 20 है। आज राज्य में 10 मामले मिले हैं। कर्नाटक में सबसे पहले इसके दो मामले सामने आए थे। इसके बाद गुजरात के जामनगर में और फिर मुंबई के डोंबिवली में एक-एक मामलाे सामने आये थे। रविवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले में सात केस मिले। इनमें से छह एक ही परिवार के थे। जयपुर में नौ मामलों की पुष्टि हुई। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-indian-army-will-get-russian-ak-203-assault-rifle-know-its-merits-jagran-special-verified-22270154.html,"आखिर रूसी एके-203 असाल्ट राइफल से कितनी मजबूत होगी भारतीय सेना, जानें क्‍या हैं इसकी खूबियां","नई दिल्‍ली, जेएनएन। भारत और रूस के बीच सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने अपने रूसी समकक्षों क्रमश: जनरल सर्गेइ शोइगु और सर्गी लेवरोव से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई रक्षा समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिसमें एके-203 को लेकर भी करार हुआ। यह कहा जा रहा है कि पांच हजार करोड़ के इस समझौते के तहत यूपी के अमेठी में अगले दस वर्षों तक करीब छह लाख एके-203 असाल्‍ट राइफल का निर्माण होगा। आखिर इस रायफल की क्‍या खूबियां हैं ? सैनिकों को यह रायफल मिलने के बाद आखिर भारतीय सेना कितनी मजबूत होगी ? नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें एके-203 असाल्ट की खूबियां 1- इस राइफल को एके-200 सीरीज में रखा जाता है। वर्ष 2013 में इसे एके-203 में कुछ बदलवा करके इसे एके-103.3 नाम दिया गया। वर्ष 2019 में एके-300 और एके-100 एम राइफल्‍स का नाम दिया गया। वर्ष 2019 में इसको एके-203 नाम दिया गया। 2- राइफल इंसास अन्‍य राइफल की तुलना में छोटी और हल्की है। इसकी मारक क्षमता बेहद घातक है। असाल्‍ट की तुलना में इंसास राइफल बिना मैगजीन और बेयोनेट के भी 4.15 किलोग्राम वजन की है। एक-203 का वजन 3.8 किलोग्राम है। इंसास राइफल की लंबाई 960 मिलीमीटर है, जबकि, एके-203 मात्र 705 मिलिमीटर की है। वजन और लंबाई कम होने के कारण यह युद्ध के समय यह सैनिकों के लिए काफी सुविधाजनक है। इससे भारतीय सैनिकों को थकान कम लगेगी। सैनिक इस बंदूक को आसानी से और लंबे समय तक ढो सकते हैं। लंबाई कम होने से इसकी हैंडलिंग आसान हो जाती है। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें 3- ऐसा कहा जाता है कि इंसास राइफल सिंगल शाट और तीन-राउंड का बर्स्ट फायर कर सकता है, जबकि असाल्‍ट सेमी-आटोमैटिक या आटोमैटिक मोड में चलाई जा सकती है। एके-203 राइफल एक मिनट में 650 बुलेट दाग सकती है। निशाने में यह एकदम सटीक है। 4- इंसास में 20 से 30 राउंड की मैगजीन लगती है, जबकि असाल्‍ट में 30 राउंड की बाक्स मैगजीन लगती है। इंसास की मजल वेलोसिटी 915 मीटर प्रति सेकेंड है, असाल्‍ट की मजल वेलोसिटी 715 मीटर प्रति सेकेंड है। असाल्‍ट गैस आपरेटेड, रोटेटिंग बोल्ट तकनीक पर काम करती है, यही तकनीक इंसास में भी लगी है। ओमिक्रोन से संक्रमित बेंगलुरु के डाक्टर की कोरोना रिपोर्ट फिर पाजिटिव, महाराष्ट्र में नए वैरिएंट के 10 और मामले यह भी पढ़ें 5- इंसास राइफल पर इन-बिल्ट आयरन साइट, माउंट प्वाइंट लगाया जा सकता है, ताकि दूरबीन से दुश्मन को देखा जा सके। इस मामले में असाल्‍ट ज्यादा बेहतर है, क्योंकि इस पर एडजस्टबल आयरन साइट है। इसके अलावा पिकैटिनी रेल लगी है, यानी आप दुनिया के किसी भी तरह के दूरबीन को इस बंदूक पर लगा सकते हैं यानी जितनी ताकतवर दूरबीन उतना घातक हमला। भारतीय सेना को रूसी राइफल की जरूरत जकिया जाफरी के नाम पर 2002 दंगा मामले को जिंदा रखना चाहती हैं तीस्ता सीतलवाड़, गुजरात सरकार ने SC में कहा यह भी पढ़ें यह एके सीरीज की अत्‍याधुनिक और खतरनाक राइफल है। यह राइफल भारतीय सेना द्वारा कई दशकों से उपयोग में लाई जा रही राइफल्‍स की जगह लेगी। इस राइफल को भारत और रूस संयुक्‍त रूप से निर्मित करेंगे। भारतीय सेना को 7.50 लाख एके-203 असाल्ट राइफल की आवश्‍यकता है। भारत और रूस के बीच इस रायफल को लेकर जो सौदा हुआ है, इसके तहत 70 हजार से एक लाख राइफल रूस से मंगाई जाएगी, शेष 6.50 लाख राइफल्‍स उत्‍तर प्रदेश के जिले अमेठी में बनाई जाएंगी। इस राइफल का पहला प्रोटोटाइप साल 2007 में एके-200 के नाम से आया था। इस राइफल को एके-200 सीरीज में रखा जाता है। डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/sawai-madhopur/news/music-program-will-now-start-after-mehndi-program-will-be-held-on-the-lines-of-theater-in-the-lawn-under-kharbooja-mahal-129188577.html,"खरबूजा महल में विक्की-कैट की संगीत सेरेमनी: बचना ए हसीनों..., तू मेरा हीरो...' जैसे गानों पर नाचे दूल्हा-दुल्हन, फैमिली मेंबर्स; राजस्थानी-पंजाबी म्यूजिक थीम पर धमाल","खरबूजा महल में विक्की-कैट की संगीत सेरेमनी:बचना ए हसीनों..., तू मेरा हीरो...' जैसे गानों पर नाचे दूल्हा-दुल्हन, फैमिली मेंबर्स; राजस्थानी-पंजाबी म्यूजिक थीम पर धमाल सवाई माधोपुर33 मिनट पहले विक-कैट की शादी की रस्में शुरू हो चुकी हैं। अब तक 50 से ज्यादा मेहमान बरवाड़ा फोर्ट होटल पहुंच चुके हैं। यहां संगीत सेरेमनी शुरू हो चुकी है। 'बचना ए हसीनों..., 'तू मेरा हीरो.., पिला दे पेग बलिए.., यह दुनिया उटपटांगा... और यलो यलो सॉलिड मस्ती छाई...' जैसे गानों पर दूल्हा-दुल्हन ने जमकर डांस किया। उनके फैमिली मेंबर्स और करीबी मेहमान भी खूब थिरके। इससे पहले कटरीना के हाथों पर सोजत की मेहंदी रचाई गई। ये मेहंदी एक कारोबारी ने उन्हें गिफ्ट के तौर पर भेजी है। कटरीना के साथ उनके और विक्की के फैमिली मेंबर को भी मेहंदी लगाई गई। करीब 1 घंटे तक चले मेहंदी कार्यक्रम के बाद संगीत सेरेमनी की तैयारियां शुरू हुईं। पूरे फोर्ट को खूबसूरत रोशनी और लाइट से सजाया गया है। इसी जगह संगीत सेरेमनी हो रही है। ऊपर खरबूजा महल दिख रहा है। नीचे चट्‌टान पर प्लेटफॉर्म बनाया गया है, जहां कलाकार, विक-कैट और उनके फैमिली मेंबर्स परफॉर्म करेंगे। यह फोटो करीब एक महीने पुरानी है। संगीत सेरेमनी खरबूजा महल के नीचे बने एक लॉन में हो रही है। यहां चट्‌टान पर एक प्लेटफॉर्म बनाया गया है। लॉन को ओपन थिएटर की तर्ज पर तैयार किया गया है। सेरेमनी में राजस्थानी और पंजाबी थीम का तड़का लगा है। सूत्रों के मुताबिक, विक्की और कटरीना पंजाबी के साथ राजस्थानी गीतों पर भी परफॉर्म करेंगे। इसी लॉन में स्पेशल गेस्ट के लिए डिनर का इंतजाम है। कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी भी इसमें परफॉर्म करेंगे। संगीत सेरेमनी के बाद डिनर की व्यवस्था भी होगी। इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। गुरदास मान और जावेद अली करेंगे परफॉर्म कपल की संगीत सेरेमनी में गुरदास मान और जावेद अली परफॉर्म करेंगे। कबीर खान और पत्नी मिनी माथुर भी परफॉर्मेंस दे सकते हैं। इससे पहले गुरदास मान से जयपुर एयरपोर्ट पर उनके परफॉर्म करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सिर्फ मुस्कराए और आगे बढ़ गए। उन्होंने दोनों कपल के लिए गाना भी डेडिकेट किया था। संगीत सेरेमनी से पहले होटल को खूबसूरत रोशनी से सजाया गया। जयपुर पहुंचे विक्की-कटरीना की फोटोज देखने के लिए यहां क्लिक करें सात सफेद घोड़ों की बग्घी में बारात लेकर आएंगे विक्की:कपल की फरमाइश पर हेरिटेज डेकोरेशन, सलमान के बॉडी गार्ड शेरा की कंपनी संभालेगी सिक्योरिटी कटरीना की शादी के लिए भाई-बहन जयपुर पहुंचे:भाई सैबेस्ट्रियन ने कहा- आई एम वैरी हैप्पी; परिवार के साथ होटल हुए रवाना कैट-विक की शादी में सेलिब्रिटीज:नेहा धूपिया-अंगद बेदी बरवाड़ा पहुंचे: सिंगर गुरदास मान ने दूल्हा-दुल्हन के लिए एयरपोर्ट पर गाया गाना कटरीना के लिए सोजत से पहुंची मेहंदी:एक महीने में तैयार हुई खास ऑर्गेनिक मेहंदी, मेहमानों के हाथ में भी रचेगी खबरें और भी हैं... वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार: अजमेर जेल से गिरोह चला रहा था मास्टरमाइंड, आरोपियों से 2 पिकअप, 1 महिंद्रा थार और ट्रैक्टर जब्त चौमू हॉस्पिटल से मरीज का मोबाइल और कंबल चुराया: पता चलने पर दोनों युवकों को लोगों ने पकड़ा, पिटाई कर पुलिस के किया हवाले गंगापुर सिटी बहू की हत्या में सास को 10 साल बाद उम्रकैद: पति और ससुर को पहले काट रहे आजीवन कारावास की सजा, मार्च 2012 में फंदा लगाकर मार डाला था भरतपुर मुंबई से बीकानेर आई ठग टीम: खुद को इनकम टेक्स ऑफिसर बताकर ठगी करने वाली टीम मुंबई से पहुंची है बीकानेर बीकानेर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/drdo-vertical-launch-short-range-surface-air-missile-photos-and-video-updates-129188507.html,"शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का सफल परीक्षण: नेवी के लिए DRDO बना रहा एयर डिफेंस सिस्टम, 15 किमी दायरे के टारगेट तबाह होंगे","शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का सफल परीक्षण:नेवी के लिए DRDO बना रहा एयर डिफेंस सिस्टम, 15 किमी दायरे के टारगेट तबाह होंगे 4 घंटे पहले DRDO ने ओडिशा तट से कम रेंज की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल (VL-SRSAM) का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल को जमीन से 90 डिग्री के एंगल पर भी फायर किया जा सकता है। DRDO (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन) के अधिकारियों ने बताया कि नौसैनिक युद्धपोतों के लिए डेवलप किया जा रहे इस एयर डिफेंस सिस्टम से 15 किमी दूरी तक के टारगेट को आसानी से तबाह किया जा सकता है। नेवी के सीनियर अफसर्स की मौजूदगी में यह परीक्षण किया गया। एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा DRDO केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बताया था कि बॉर्डर पर बढ़ते ड्रोन हमले से निपटने के लिए DRDO स्वदेशी एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। यह टेक्नोलॉजी जल्द ही सुरक्षा बलों को मुहैया कराई जाएगी। BSF(बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) के 57वें स्थापना दिवस के मौके पर शाह ने कहा कि सरकार के लिए सीमा सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण पिछले महीने ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप से अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। यह मिसाइल 5 हजार किलोमीटर दूरी तक लक्ष्य साधने की क्षमता रखती है। इसकी जद में चीन और पाकिस्तान सहित पूरा एशिया आएगा। अग्नि-5 का यह आठवां टेस्ट था। अग्नि-5 भारत की पहली और एकमात्र इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है। अग्नि-5 भारत के पास मौजूद लंबी दूरी की मिसाइलों में से एक है। इसकी रेंज 5 हजार किलोमीटर है। अग्नि- 5 बैलिस्टिक मिसाइल एक साथ कई हथियार ले जाने में सक्षम है। खबरें और भी हैं... कल खत्म हो सकता है किसान आंदोलन: आज होना था फैसला, पर केस वापसी पर पेंच फंसा; किसान सरकार से आश्वासन चाहते हैं चंडीगढ़ नहीं बनी सहमती, पांच सदस्य कमेटी करेगी वार्ता: सरकार द्वारा भेजे ड्राफट को सही करने की मांग, कल फिर होगी बैठक, सरकार से बातचीत रहेगी जारीMSP की ड्राफट कमेटी में सदस्यों को लेने लुधियाना कोरोना देश में LIVE: केंद्र सरकार ने एट रिस्क देशों की सूची से बांग्लादेश को हटाया, घाना और तंजानिया शामिल ओमिक्रॉन A to Z भास्कर LIVE अपडेट्स: महबूबा बोलीं- गांधी का भारत गोडसे के भारत में बदल रहा है, पहले भारत-पाकिस्तान के लोग एक दूसरे के लिए खुश होते थे देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-07-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129187661.html,"कोरोना देश में LIVE: ब्रिटेन और कनाडा से भोपाल लौटे दो लोग कोरोना पॉजिटिव मिले, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा सैंपल","कोरोना देश में LIVE:ब्रिटेन और कनाडा से भोपाल लौटे दो लोग कोरोना पॉजिटिव मिले, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा सैंपल ब्रिटेन और कनाडा से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आए दो लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। दोनों को आइसोलेशन में रखा गया है। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए दोनों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। ​​​​इनमें से एक इब्राहिमगंज का रहने वाला है। उसकी उम्र 41 साल है। वह 30 नवंबर को ब्रिटेन से गुजरात आया था। वहां से 4 दिसंबर को भोपाल आ गया। RT-PCR टेस्ट में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग कराई गई। इसमें परिवार के 4 सदस्यों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। संक्रमित मिले दूसरे व्यक्ति की उम्र 42 साल है। वह कोलार का रहने वाला है और 4 दिसंबर को कनाडा से भोपाल आया था। इसकी RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग के आधार पर दो लोगों की जांच कराई गई। हालांकि, दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई। पढ़ें पूरी खबर... अपडेट्स.. सिंगल डोज रूसी वैक्सीन स्पुतनिक लाइट का भारत में जल्द शुरू हो सकता है प्रोडक्शन सिंगल डोज रूसी एंटी कोविड वैक्सीन स्पुतनिक लाइट का उत्पादन भारत में जल्द शुरू हो सकता है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सोमवार को कहा कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से वैक्सीन उत्पादन को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। जल्द ही इस पर अच्छी खबर मिल सकती है। रूसी मीडिया TASS के मुताबिक सब कुछ ठीक रहा तो भारत में हर साल करीब 10 करोड़ स्पुतनिक लाइट का प्रोडक्शन होगा। आगरा में बिना जांच कराए 45 विदेशी पर्यटक लापता ओमिक्रॉन के खतरे के बीच आगरा से 45 विदेशी सैलानियों के लापता होने की खबर है। ये सभी नवंबर में ताजमहल घूमने आए थे। जिला प्रशासन ने इनकी तलाश शुरू कर दी है। इसके लिए चार रैपिड रिस्पॉन्स टीम बनाई गई है। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट भी इनकी तलाश में जुटी हुई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए शहर में आने वाले सभी विदेशी सैलानियों की स्कैनिंग की जा रही है। सीएमओ डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि विदेशी सैलानियों ने होटलों के रजिस्टर में अपना नाम और पता गलत लिखवाया था। इनके इंटरनेशनल मोबाइल नंबर भी बंद हैं। लखनऊ में धारा 144 लागू, धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध लखनऊ में मंगलवार से धारा 144 लागू कर दी गई है। इस आदेश के बाद विधानसभा के आसपास धरना-प्रदर्शन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। प्रशासन ने यह फैसला कोरोना के बढ़ते मामलों, क्रिसमस, न्यू ईयर का जश्न और प्रवेश परीक्षाओं को देखते हुए लिया है। जेसीपी लॉ एंड आर्डर पीयूष मोर्डिया ने यह आदेश जारी किया है। उनके अनुसार विधानसभा के आसपास धरना प्रदर्शन या वाहन के साथ प्रदर्शन को धारा 144 का उल्लंघन माना जाएगा। कंटेनमेंट जोन को छोड़कर धर्म स्थलों पर 50 से ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकेंगे। बंद स्‍थानों पर एक समय में 100 से ज्‍यादा लोगों के इकट्ठा होने पर भी रोक रहेगी। पढ़ें पूरी खबर... केंद्र सरकार ने एट रिस्क देशों की सूची से बांग्लादेश को हटाया केंद्र सरकार ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए 1 नवंबर को एट रिस्क देशों की सूची जारी की थी। सरकार ने मंगलवार को इस लिस्ट से बांग्लादेश को हटा दिया है। हालांकि घाना और तंजानिया का नाम इसमें शामिल किया गया है। नई लिस्ट में यूरोप, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, तंजानिया, हांगकांग और इजराइल पहले से शामिल हैं। IMA की चेतावनी- तुरंत जरूरी कदम नहीं उठाए तो खतरनाक तीसरी लहर आएगी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जाहिर की है। IMA ने सरकार से मांग की है कि कोरोना वॉरियर्स के लिए वैक्सीन की अतिरिक्त डोज मुहैया कराई जाएं। देश में ओमिक्रॉन के अब तक 21 केस मिल चुके हैं। IMA ने कहा कि ओमिक्रॉन की संक्रमण दर काफी तेज है। समय रहते जरूरी कदम उठाने होंगे, नहीं तो कोरोना की खतरनाक तीसरी लहर आ सकती है। ओमिक्रॉन संक्रमितों में संक्रमण के हल्के लक्षण जयपुर में मिले ओमिक्रॉन के 9 मरीजों का इलाज SMS मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की निगरानी में जारी है। डॉक्टर्स का कहना है कि इन मरीजों में ओमिक्रॉन संक्रमण के बहुत ही हल्के लक्षण मिले हैं। ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा वैरिएंट की तुलना में बहुत ही अलग हैं। डॉक्टर्स ने यह भी बताया है कि डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन से संक्रमितों के गंभीर होने की दर बहुत ही कम है। देश के 85% युवाओं को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगी देश के 85% युवाओं को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही 50% युवा फुली वैक्सीनेटेड हो चुके हैं। देश में अब तक 1.28 अरब टीके लगाए जा चुके हैं। बेंगलुरु के ओमिक्रॉन संक्रमित डॉक्टर की रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आई ओमिक्रॉन संक्रमित मिले बेंगलुरु के डॉक्टर का कोरोना टेस्ट फिर से पॉजिटिव आया है। डॉक्टर में संक्रमण की पुष्टि होने के सात दिन बाद दोबारा RT-PCR टेस्ट हुआ। अब सात दिन तक और उन्हें निगरानी में रखा जाएगा। इसके बाद एक बार फिर से उनकी कोरोना जांच है। RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा। मालूम हो कि कर्नाटक में ही देश के पहले दो ओमिक्रॉन केस मिले थे। MP में 16 नए केस, 10 दिन बाद सबसे ज्यादा 8 इंदौर में मध्य प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। 24 घंटे में 16 नए पॉजिटिव मिले हैं। 10 दिन बाद इंदौर में सबसे ज्यादा 8 कोरोना केस आए हैं। भोपाल में 6 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। यहां एक 84 साल की कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई है। वहीं जबलपुर में 2 नए केस आए हैं। जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन ऑफ काउंसिल (JTPCL) के CEO हेमंत सिंह के बेटे की शादी में आया जर्मन युवक कोरोना पॉजिटिव निकला है। रिसेप्शन में 2000 लोग शामिल हुए थे। प्रदेश में सोमवार को 13 मरीज ठीक भी हुए। इसके साथ ही एक्टिव मरीजों की संख्या 140 हो गई है। पूरी खबर यहां पढ़ें... देश में बीते दिन 6,822 कोविड केस मिले देश में बीते दिन कोरोना के 6,822 नए केस मिले। पिछले 558 दिनों में नए संक्रमितों की यह सबसे कम संख्या है। सोमवार को 220 कोविड मरीजों की मौत हुई और 10,004 लोग रिकवर हुए। फिलहाल 95,014 एक्टिव केस हैं, जो कि 554 दिनों में सबसे कम हैं। देश में इस महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन कैंपेन जारी है। अब तक 1.28 अरब टीके लगाए जा चुके हैं। पंजाब में बच्चों को कोरोना वैक्सीन तो दूर मंजूरी भी नहीं कोरोना से बच्चों को बचाने के लिए सरकार जल्द ही पंजाब समेत देश के सात राज्यों में वैक्सीनेशन शुरू करने का दावा कर रही है। केंद्र स्तर की बैठक में पहले चरण के वैक्सीनेशन के राज्यों का चयन किया है। इन राज्यों के स्वास्थ्य विभाग को अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी ही नहीं दी गई है। वहीं जो वैक्सीन बच्चों को लगाई जानी है, उसे अभी तक देशी के सर्वोच्च वैज्ञानिक निकाय राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह टीकाकरण (NTAGI) से मंजूरी ही नहीं मिली है। केंद्र सरकार ने बच्चों के टीकाकरण के लिए पंजाब, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का चयन किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... बिहार में 6 दिन में कोरोना के 21 नए मामले बिहार में कोरोना का खतरा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। दिसंबर के बीते 6 दिनों में कोरोना के 21 नए मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे के अंदर तो 7 नए पॉजिटिव केस आए हैं। इनमें सबसे अधिक पटना में 6 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। एक पॉजिटिव वैशाली का है। यह स्थिति तब है जब जांच टारगेट के बाद भी दो लाख के पार नहीं जा रही है। सोमवार को 1,12,818 लोगों की ही जांच हो पाई है। कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। जांच की संख्या बढ़ाने के साथ नए वैरिएंट को लेकर सतर्कता का निर्देश है। पूरी खबर यहां पढ़ें... गोवा में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 5 संदिग्ध केस मिले गोवा में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 5 संदिग्ध केस मिले हैं। ये सभी एक व्यापारी जहाज से गोवा आए हैं। इन्हें क्वारैंटाइन कर दिया गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा, 'मैं गोवा के लोगों को सूचित करना चाहता हूं कि एक जहाज के चालक दल के 5 सदस्यों को क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें ओमिक्रॉन के वायरस होने के संदेह के आधार पर अलग किया गया है। इनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पुणे भेजे गए हैं। रिपोर्ट का इंतजार है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सभी सावधान रहें।' बता दें कि देश में अब तक नए वैरिएंट के 24 केस सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन से संक्रमित लोग कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली और गुजरात में पाए गए हैं। इंग्लैंड से आए संक्रमित में मिला कोरोना का UK वैरिएंट इंग्लैंड से बिहार आए कोरोना संक्रमित में नया वैरिएंट ओमिक्रॉन नहीं पाया गया है। वह UK वैरिएंट डेल्टा से संक्रमित था। बिहार में कोरोना के जिनोम सीक्वेंसिंग की पहली जांच रिपोर्ट राहत देने वाली है। यात्री लगभग 20 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) भेजा गया था। डॉक्टरों का कहना है कि इंग्लैंड से आए व्यक्ति में UK वैरिएंट डेल्टा पाया गया है, जिसका प्रभाव दूसरी लहर में देखा गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें... विदेश से ठाणे लौटे 109 लोग 'लापता' कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट महाराष्ट्र में भी दस्तक दे चुका है। इस बीच विदेश यात्रा से ठाणे लौटे 295 लोगों में से 109 'लापता' हैं। कल्याण डोंबिवली नगर निगम के प्रमुख विजय सूर्यवंशी ने बताया कि इनमें से कुछ लोगों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ हैं, जबकि कुछ तो अपने एड्रेस पर ही नहीं मिले। गाइडलाइन के मुताबिक 'एट रिस्क' देशों से आने वालों को 7 दिन तक क्वारैंटाइन रहना होता है और 8वें दिन उनका कोरोना टेस्ट होता है। पूरी खबर यहां पढ़ें... महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के दो और संक्रमित मिले महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के दो और मामलों की पुष्टि हुई है। राज्य में अब कुल मामलों की संख्या 10 हो गई है। इसके साथ ही देशभर में इसके केस बढ़कर 24 हो गए हैं। महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि राज्य के एक 37 साल के व्यक्ति में मामले की पुष्टि हुई है। वह 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा था। दूसरे केस की पुष्टि अमेरिका से लौटी एक 36 साल की महिला में हुई है। ये दोनों दोस्त बताए जा रहे हैं। हालांकि दोनों में किसी भी प्रकार के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। दोनों फाइजर की वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमित पाए गए हैं। दोनों का इलाज मुंबई के 7 हिल्स अस्पताल में चल रहा है। इनके संपर्क में आए लोगों की भी पहचान कर ली गई है। खबरें और भी हैं... जानिए ओमिक्रॉन का मैकेनिज्म: पहले से इंसानी शरीर में मौजूद जुकाम के वायरस से मिल जाता है, इससे इम्यून सिस्टम धोखा खा जाता है ओमिक्रॉन A to Z ओमिक्रॉन पर राहत की खबर: CSIR के पूर्व प्रमुख ने कहा- कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ शील्ड की तरह काम करेगी वैक्सीन देश भास्कर एक्सप्लेनर: ओमिक्रॉन के खतरे के बीच जल्द जारी होगी बूस्टर डोज पर गाइडलाइन, तो क्या पहली दोनों डोज हो चुकी हैं बेअसर? एक्सप्लेनर जनवरी में आएगी तीसरी लहर: ओमिक्रॉन पर IIT का पहला डेटा एनालिसिस, फरवरी में डेढ़ लाख डेली केस के साथ बनेगा तीसरी लहर का पीक DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/today-history-aaj-ka-itihas-7-december-first-execution-by-lethal-injection-129187554.html,"आज का इतिहास: पहली बार जहरीले इंजेक्शन से दी गई सजा-ए-मौत, दवाओं के कॉकटेल का किया गया था इस्तेमाल","आज का इतिहास:पहली बार जहरीले इंजेक्शन से दी गई सजा-ए-मौत, दवाओं के कॉकटेल का किया गया था इस्तेमाल आज ही के दिन 1982 में, चार्ल्स ब्रूक्स जूनियर जहरीले इंजेक्शन से मौत की सजा पाने वाले पहले व्यक्ति बने थे। अमेरिका के टेक्सास शहर में दवाओं के कॉकटेल को ब्रूक्स के शरीर में डाला गया, जिससे उनका दिमाग और शरीर सुन्न पड़ गया, वह पैरालाइज हो गए और दिल की धड़कनें रुकने से उनकी मौत हो गई। जहरीले इंजेक्शन के जरिए हुई इस पहली मौत ने इस बात को लेकर आम लोगों और डॉक्टरों के बीच बहस छेड़ दी थी कि क्या मौत की सजा देने की यह प्रक्रिया मानवीय है या नहीं? हालांकि, जहरीले इंजेक्शन से मौत की सजा देने का सिलसिला आज भी जारी है। चार्ल्स ब्रूक्स को एक ऑटो मैकेनिक डेविड ग्रेगरी की हत्या का दोषी पाए जाने के बाद मौत की सजा सुनाई गई थी। इस मामले में ब्रूक्स के साथ ही वुडी लाउड्रेस को भी मौत की सजा सुनाई गई थी। बाद में लाउड्रेस की सजा कम हो गई, लेकिन चार्ल्स ब्रूक्स की मौत की सजा बरकरार रही। हालांकि, इस घटना से जुड़ा हथियार कभी बरामद नहीं हो सका और अधिकारियों ने कभी यह निर्धारित नहीं किया कि ग्रेगरी को किसने गोली मारी। जहरीले इंजेक्शन को फांसी की अन्य विधियों, जैसे गैस, बिजली के झटके या लटकाने की तुलना में अधिक मानवीय माना जाता था। इसके पीछे तर्क ये था कि इस इंजेक्शन में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में से एक से गहरी बेहोशी आ जाती है, इससे मरने वाले को दर्द नहीं होता। हालांकि, नैतिकता का उल्लंघन मानते हुए कई डॉक्टर जहरीले इंजेक्शन के विरोध में थे, लेकिन इसके बावजूद इसे स्वीकार्य माना गया। 1972: अंतरिक्ष से ली गई पृथ्वी की सबसे सुंदर तस्वीर 7 दिसंबर 1972 को नासा के आखिरी मैन्ड मिशन अपोलो-17 के क्रू ने स्पेसक्राफ्ट से पृथ्वी की सबसे शानदार तस्वीर खींची थी। इस शानदार तस्वीर को ""ब्लू मार्बल"" कहते हैं। इस तस्वीर के खास होने की एक विशेष वजह थी। दरअसल, ये पहली बार था जब पृथ्वी की किसी तस्वीर में साउथ पोल भी नजर आया था। हालांकि, ये पूरा बादलों से ही घिरा दिख रहा था, लेकिन अफ्रीका इसमें एकदम साफ नजर आ रहा था। नासा के चांद पर उसके आखिरी मैन्ड मिशन ""अपोलो-17"" के क्रू में यूजेन सेरनान, रोनाल्ड इवांस और हैरिसन श्मिट थे शामिल। इसी क्रू ने ''ब्लू मार्बल'' नाम से पृथ्वी की सबसे सुंदर तस्वीर खींची थी। नासा के अपोलो-17 क्रू द्वारा खींची गई पृथ्वी की खूबसूरत ब्लू मार्बल तस्वीर (साभार: NASA) नासा ने इस तस्वीर का क्रेडिट अपोलो-17 की क्रू को दिया था। खास बात ये है कि ये तस्वीर अपोलो-17 मिशन लॉन्च होने के 5 घंटे 6 मिनट बाद ही खींची गई थी। इस तस्वीर को 70 मिमी के हेसलब्लेड कैमरे से लिया गया था, जिसमें 80 मिमी का लेंस लगा था। तस्वीर लेने से दो दिन पहले ही 5 दिसंबर को तमिलनाडु में एक साइक्लोन भी आया था और इस तस्वीर में वो भी दिख रहा था।। नासा ने लॉन्च की थी ATS-1 सैटेलाइट नासा ने 7 दिसंबर 1966 को ATS-1 सैटेलाइट लॉन्च की थी। इस सैटेलाइट में ब्लैक एंड व्हाइट वेदर कैमरा फिट किया गया था, जिसने पृथ्वी और चांद की साथ में तस्वीर ली थी। ये ऐसी पहली तस्वीर है, जिसमें पृथ्वी और चांद साथ में दिख रहे थे। ATS-1 ने जब ये तस्वीर क्लिक की थी, तब वह पृथ्वी से करीब 35,888 किमी और चांद से 4.34 लाख किमी दूर था। पृथ्वी और चांद की साथ में ये तस्वीर 22 दिसंबर 1966 को मिली थी। 12 साल तक काम करने के बाद 1 दिसंबर 1978 को ATS-1 डीएक्टिवेट हो गया। हालांकि, इसका कम्युनिकेशन हार्डवेयर 1985 तक काम करता रहा। भारत और दुनिया में 7 दिसंबर के दिन को और किन-किन महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से याद किया जाता है... 2009: डेनमार्क के कोपेनहेगन में जलवायु शिखर सम्मेलन शुरू हुआ। 2008: भारतीय गोल्फर जीव मिल्खा सिंह ने जापान टूर का ख़िताब जीता। 2008: हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने चन्द्रमोहन को मुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किया। 2002: तुर्की की आजरा अनिन मिस वर्ल्ड बनीं। 2001: तालिबान ने कई दिनों तक चली लड़ाई के बाद अफगानिस्तान के कंधार पर कब्जा छोड़ा। 1988: आर्मेनिया में आए 6.9 तीव्रता वाले भूकंप से 25 हजार लोगों की मौत, लाखों बेघर। 1995: भारत ने संचार उपग्रह इनसेट-2सी का प्रक्षेपण किया। 1992: दक्षिण अफ्रीका की धरती पर पहली बार कोई वनडे मैच खेला गया। 1949: भारतीय सशस्‍त्र बल फ्लैग डे मनाया जाता है। 1941: दूसरे विश्व युद्ध के दौरान आज ही के दिन जापान ने अमेरिका के पर्ल हार्बर पर हवाई हमला किया। 1889: दुनिया में मौजूदा रूप की पहली गाड़ी बनाई गई। 1856: देश में पहली बार आधिकारिक रूप से 'हिंदू विधवा' का विवाह कराया गया। 1825: भाप से चलने वाला पहला जहाज 'एंटरप्राइज' कोलकाता पहुंचा। खबरें और भी हैं... आज का इतिहास: लाखों कारसेवकों ने गिरा दिया था बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा, बाद में भड़के दंगों में 2 हजार लोग मारे गए थे देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/katrina-kaif-and-vicky-kaushal-both-reached-wedding-venue-with-families-129185724.html,विक-कैट वेडिंग: देर रात सिक्स सेंसेस फोर्ट होटल पहुंचे विक्की और कटरीना; आज से शुरू होंगी शादी की रस्में,"विक-कैट वेडिंग:देर रात सिक्स सेंसेस फोर्ट होटल पहुंचे विक्की और कटरीना; आज से शुरू होंगी शादी की रस्में सवाई माधोपुर13 घंटे पहलेलेखक: राजेश गाबा विक्की कौशल और कटरीना कैफ शादी के लिए सोमवार देर रात सिक्स सेंसेस फोर्ट पहुंच गए। वे शाम को चार्टर्ड प्लेन से पहले जयपुर आए और वहां से सड़क के रास्ते वेडिंग वेन्यू के लिए रवाना हुए। मंगलवार से दोनों की शादी की रस्में शुरू होंगी। 9 दिसंबर को सवाई माधोपुर के होटल सिक्स सेंसेस फोर्ट में दोनों की शादी होगी। इससे पहले, दोपहर से कटरीना के भाई-बहन और दोस्तों का जयपुर पहुंचने का सिलसिला चलता रहा। कटरीना और विक्की कौशल के साथ लगभग 12 लोग आए हैं। विक्की कौशल और कटरीना कैफ के परिवार को बरवाड़ा फोर्ट ले जाने के लिए टोयोटा की 3 लग्जरी गाड़ी वेलफायर सहित 12 गाड़ियों की व्यवस्था की गई थी। विक्की और कटरीना बरवाड़ा फोर्ट में 12 दिसंबर तक रुकेंगे। शादी के बाद दोनों चौथ माता के मंदिर भी जा सकते हैं। 7 और 8 दिसंबर को होंगे प्री-वेडिंग फंक्शंस विक्की-कटरीना की शादी की रस्में 7 दिसंबर को होने वाली संगीत सेरेमनी से शुरू होंगी। इसकी तैयारियां सिक्स सेंसेस होटल में लगभग पूरी हो चुकी हैं। होटल को लाइटों से सजाया भी गया है। इसके अगले दिन 8 दिसंबर को सुबह कपल की हल्दी सेरेमनी और शाम को आफ्टर पार्टी होगी। 9 दिसंबर की दोपहर सेहरा बंदी की रस्म के बाद कपल सात-फेरे लेंगे। बताया जा रहा है कि विक्की-कटरीना के कुछ फैमिली मेंबर्स और कई मेहमान वेडिंग वेन्यू पर पहुंच भी गए हैं। सोमवार देर रात कटरीना कैफ की मां सुजैन टरकोटे, बहन स्टेफनी, क्रिस्टीन, नताशा, मेलिसा, सोनिया, इजाबेल और भाई माइकल पहुंचेंगे। विक्की कौशल के साथ उनके पापा शाम कौशल, मां वीना और भाई सनी पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि फतेह दरवाजे पर मेहमानों का स्वागत गुलाब के फूलों की बारिश से किया जा रहा है। साथ ही सारंगी पर राजस्थानी लोकगीतों की धुनें भी गूंज रही हैं। शादी में सुरक्षा कड़ी रहेगी। पहला सिक्योरिटी चेक होटल एंट्रेस गेट पर और दूसरा चेकिंग पॉइंट फतेह दरवाजे पर बनाया गया है। यहां पुलिस के जवान, 300 प्राइवेट बाउंसर्स और होटल की सिक्योरिटी तैनात रहेगी। गेस्ट का कोविड प्रोटोकॉल के तहत टेम्परेचर चेक किया जाएगा। कटरीना की फिटनेस ट्रेनर यास्मीन कराचीवाला, कटरीना के मेकअपमैन और हेयर स्टाइलिस्ट डेनियल क्रिस्टोफर बाउर, कॉस्ट्यूम डिजाइनर अनीता अदाजानिया श्राफ, फैशन स्टाइलिस्ट अक्षय त्यागी, सेलिब्रिटी मैनेजर रेशमा शेट्‌टी आएंगी। दोनों के करीबी दोस्त और सेलिब्रिटीज भी पहुंचेंगे। शादी में 120 गेस्ट्स शामिल होंगे। शादी के लिए सिक्स सेंसेस फोर्ट को लाइटों से सजाया गया है मुंबई में विक्की-कटरीना की रजिस्टर्ड मैरिज की चर्चा रिपोर्ट्स के मुताबिक, कपल ने राजस्थान रवाना होने से पहले सोमवार को मुंबई में रजिस्टर्ड मैरिज कर ली है। बताया जा रहा है कि कटरीना और विक्की दोनों की फैमिली और फ्रेंड्स रजिस्टर्ड मैरिज के लिए जरूरी गवाह के तौर पर मौजूद रहे थे। हालांकि, इस पर अब तक कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है। विक्की के घर के बाहर फैमिली के साथ नजर आईं थीं कटरीना बता दें कि सोमवार सुबह मुंबई में कटरीना और विक्की के घर से गाड़ियों में लगेज निकलना शुरु हो गया था, जिसकी फोटोज और वीडियोज भी सोशल मीडिया पर सामने आईं थीं। वहीं एक दिन पहले रविवार को कटरीना ट्रेडिशनल आउटफिट में विक्की कौशल के घर के बाहर नजर आईं थीं। इस दौरान कटरीना के साथ उनकी मां सुजैन, भाई, बहन, करीबी दोस्त, राइटर-प्रोड्यूसर अमृतपाल सिंह बिंद्रा भी विक्की के घर पहुंचे थे। जिसके फोटोज और वीडियोज भी काफी वायरल हुए थे। विक्की के घर के बाहर व्हाइट साड़ी में नजर आईं कटरीना ने पैपराजीयों का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया। पहले भी दोनों की फैमिली आपस में मिलती रही हैं। शनिवार को विक्की कटरीना के घर वेडिंग आउटफिट्स ट्राय करने पहुंचे थे, जिसकी फोटोज और वीडियोज भी सामने आईं थीं। खबरें और भी हैं... विक-कैट वेडिंग: सवाई माधोपुर के प्रसिद्ध त्रिनेत्र भगवान गणेश जी के मंदिर जा सकते हैं विक्की-कटरीना, यहां रोजाना आते हैं 15 से 20 किलो वेडिंग कार्ड बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: हिंदू रीति-रिवाजों के बाद चर्च में भी व्हाइट वेडिंग करेंगे विक्की कौशल-कटरीना कैफ, मुंबई में रजिस्टर्ड मैरिज की भी चर्चा बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: विक्की कौशल के घर के बाहर तैनात पैपराजी के लिए किया पिता शाम कौशल ने खाने-पीने का इंतजाम, वीडियो हुई वायरल बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: विक्की-कटरीना आज राजस्थान रवाना होंगे, मुंबई में हो सकती है रजिस्टर्ड मैरिज बॉलीवुड",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/rewari/news/haryana-faridabad-murder-video-viral-129185535.html,"फरीदाबाद में बीच सड़क हथौड़े से हमले का VIDEO: एक साल पहले थप्पड़ मारने का लिया बदला, अधमरा कर भागे; दो आरोपी गिरफ्तार","फरीदाबाद में बीच सड़क हथौड़े से हमले का VIDEO:एक साल पहले थप्पड़ मारने का लिया बदला, अधमरा कर भागे; दो आरोपी गिरफ्तार फरीदाबाद हरियाणा के फरीदाबाद में एक साल पहले भाई को थप्पड़ मारने का बदला लेने के लिए आरोपियों ने बीच सड़क एक युवक पर हथौड़े और रॉड से हमला हमला कर दिया। हमलावरों ने युवक को हथौड़ा मारकर अधमरा कर दिया। आसपास के लोगों ने युवक को बचाने की कोशिश की। लेकिन हमलावार उसके पैरों पर ताबड़तोड़ वार करते रहे। पूरी वारदात का दिल दहला देने वाला एक वीडियो सामने आया है। घायल युवक को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात का वीडियो सामने आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी अभी फरार है। सरे राह हथौड़े से हमला करते हुए आरोपी। दोनों आरोपियों की पहचान हुई पुलिस पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि पीड़ित ने हमलावरों के भाई को एक साल पहले थप्पड़ जड़ दिया था। उसी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान फतेहपुर चंदीला गांव निवासी ललित और प्रदीप के रूप में हुई है। एक ने हथौड़ा तो दूसरे ने लोहे की रॉड से किया हमला। आरोपियों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज DSP नितीश अग्रवाल ने बताया कि पीड़ित मनीष ने साल 2020 में आरोपी प्रदीप के भाई योगेश के साथ थाना एनआईटी के एरिया में मारपीट की थी। इस घटना की शिकायत एनआईटी थाना में दर्ज है। इसी रंजिश का बदला लेने के लिए कार सवार आरोपी सचिन, ललित और प्रदीप ने मिलकर सोमवार को बड़खल झील के पास मनीष पर हमला किया। उन्होंने बताया कि हमलावरों के खिलाफ एनआईटी थाना पुलिस ने हत्या के कोशिश, हवाई फायरिंग करने समेत अन्य गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी सचिन अभी पकड़ में नहीं आ पाया है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी है। खबरें और भी हैं... 3 दिन से लापता महिला मामले में नया मोड़: ससुराल पक्ष ने पुलिस को दिए बयान में रेलवे कर्मचारी पति पर लगाए अनहोनी को अंजाम देने के आरोप अम्बाला चौटाला का फोटो ट्वीट करने पर दुष्यंत को जवाब: पूर्व सीएम बोले- ये इनेलो के गद्दार और गद्दारों से कोई समझौता नहीं, यह भ्रम फैलाने की कोशिश सोनीपत डिलिवरी के बाद महिला की मौत: पति बोला- नर्स ने एक बच्चा मांगा, इनकार किया तो प्रसव में बरती लापरवाही और गई जान करनाल करनाल में विदेश से लौटा एक शख्स कोरोना पॉजिटिव: सेहत महकमे ने होम आइसोलेट किया, हफ्तेभर में विदेश से लौटे 296 लोगों में 36 'गायब' करनाल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/gujarat-sex-trafficking-and-drugs-case-udpate-mba-msc-girls-including-48-rescue-in-ahmedabad-129185743.html,"ड्रग्स के बदले जिस्म का सौदा: अहमदाबाद में बड़े घरों की 48 लड़कियां नशे के जाल से निकाली गईं, ड्रग्स पैडलर्स उन्हें होटलों में भेजने लगे थे","ड्रग्स के बदले जिस्म का सौदा:अहमदाबाद में बड़े घरों की 48 लड़कियां नशे के जाल से निकाली गईं, ड्रग्स पैडलर्स उन्हें होटलों में भेजने लगे थे MBA और MSc करने वाली लड़कियां नशे के चंगुल में फंसीं ड्रग्स के लिए पैसा नहीं मिला तो होटलों में जिस्मफरोशी के लिए गईं गुजरात पुलिस ने नशे की आदी हो रही युवा पीढ़ी को सही राह पर ले जाने का बीड़ा उठाया है। अहमदाबाद पुलिस ने इसकी शुरुआत की। ड्रग्स के चक्रव्यूह से 48 लड़कियों को बाहर निकाला गया। इनसे चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। ज्यादातर लड़कियां बड़े घरों की हैं और काफी पढ़ी-लिखी भी। नशे की आदत ने उन्हें जिस्मफरोशी तक के लिए मजबूर कर दिया। ऐसी ही एक लड़की ने भास्कर को बताया कि किस तरह से वह ड्रग्स के दलदल में उतरी और इसमें धंसती चली गई। पढ़िए ऐसी ही लड़कियों की दो कहानियां... पहली कहानी- शादी के बाद भी ड्रग पैडलर का पीछा नहीं छूटा अहमदाबाद के होटल मार्वल में पुलिस ने जुलाई 2020 में छापा मारा। यहां 20 साल की लड़की मिली थी, जिसकी शादी हो गई थी। पुलिस ने बताया कि वह अच्छे घर की लड़की थी। उसने बताया कि ड्रग्स डीलर पहले तो पैसेवाले घरों की लड़कियों को नशे के जाल में फंसाते हैं। इसके बाद जब वो लड़की बुरी तरह नशे की आदी हो जाती है तो उसे पैसों के लिए जिस्म बेचने पर भी मजबूर करते हैं। यह लड़की अपने हाथ पुलिसवालों से छिपाने की कोशिश कर रही थी। दरअसल, नशे के इंजेक्शन लेने से उसके हाथों और शरीर के अन्य हिस्सों पर निशान पड़ गए थे और यही निशान छिपाने की वह कोशिश कर रही थी। उसने पुलिस से अंग्रेजी में बात की और अपनी बातें सामने रखीं। बताया कि वह एक नामी साइंस कॉलेज में पढ़ रही है, लेकिन नशे की लत की वजह से यहां तक पहुंच गई। उसने बताया कि कुछ समय पहले एक दोस्त के साथ पार्टी में गई थी, जहां अजनबी लड़के भी आ रहे थे। इस हाई प्रोफाइल पार्टी में नशा एक स्टेटस सिंबल था। साथ की लड़कियां ऐसा कर रही थीं तो उसने भी यह कदम उठा लिया। बाद में ड्रग्स डीलर के संपर्क में आई और पूरी पॉकेटमनी ड्रग्स पर खर्च करने लगी। कोरोना में पिता का कारोबार ठप हो गया तो पॉकेटमनी भी बंद हो गई। डीलर ने शुरुआत में तो फ्री में डोज दी पर बाद में उसने ऐसा करना बंद कर दिया। लड़की ने बताया कि उसने ड्रग्स डीलर से ड्रग्स मांगी और बताया कि पैसे भी नहीं हैं। इसके बाद डीलर ने कहा कि एक घंटे के लिए होटल में जाओ और जो कुछ भी कहा जाए, सब करो। ड्रग पैडलर उसे ड्रग्स का डोज देने से पहले होटल ले जाता था और उससे जिस्मफरोशी कराता था। जब लड़की के परिवार को इसका पता चला तो उन्होंने उसकी शादी करा दी, लेकिन शादी के बाद भी वह ड्रग्स पैडलर के लिए काम करती रही। दूसरी कहानी- पैसों के लिए गिड़गिड़ाई तो होटल पहुंचा दिया अहमदाबाद की एक जानी-मानी कंपनी के मालिक की बेटी को ड्रग्स की लत लग गई। शुरू में तो परेशानी नहीं हुई, पर नशा करते-करते उसे पैसों की किल्लत होने लगी। ड्रग्स डीलर ने जब बिना पैसों के ड्रग्स देने से इनकार कर दिया तो वह उसके सामने गिड़गिड़ाने तक लगी। इसके बाद ड्रग्स डीलर ने ही उसे जिस्मफरोशी के बाजार में उतार दिया। पैसों के लिए उसे होटलों में भेजने लगा। पुलिस ने उठाया लड़कियों को सुधारने का बीड़ा इन लड़कियों का सच सामने आने के बाद अहमदाबाद पुलिस ने एक धार्मिक संप्रदाय की मदद से लड़कियों की मदद और उनका इलाज शुरू किया। ऐसी करीब 48 लड़कियों को अब तक पुलिस नशे के चंगुल से मुक्त करा चुकी है। अहमदाबाद पुलिस अब इस ड्रग्स के कारोबार की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इसके एक्शन प्लान को लेकर गुजरात पुलिस के अधिकारियों से भी चर्चा की जा चुकी है। अहमदाबाद के DCP चौहान ने भास्कर को बताया कि इन लड़कियों ने अपना जीवन सुधारने के लिए कोशिश की और कामयाबी भी मिली। अगर कोई और लड़की भी मदद चाहती है तो वह पुलिस से संपर्क करे और उसकी पहचान जाहिर किए बिना मदद की जाएगी। खबरें और भी हैं... महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के दो और केस: दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका से मुंबई लौटे लोगों में नए वैरिएंट की पुष्टि; देश में कुल मामले 24 हुए ओमिक्रॉन A to Z जानिए पुतिन-मोदी मुलाकात अहम क्यों: भारत-रूस इकोनॉमी को मिलेगा 6 लाख करोड़ रु. का बूस्टर डोज, 28 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए बिजनेस बिहार में होगी जातीय जनगणना: नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान; कहा- इसका पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी, जल्द सभी दलों की बैठक बुलाएंगे पटना नगालैंड से भास्कर एक्सक्लूसिव: सेना के जवानों ने मजदूरों के शव छुपाए, बॉडी को बैग से ढका, पिकअप पर तिरपाल ओढ़ा दी; खून के निशान तक मिटाए DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/nasa-selected-indian-origin-anil-menon-for-the-moon-mission-spent-a-year-in-india-in-india-129188588.html,"चांद पर जा सकता है पहला भारतीय: NASA ने मून मिशन के लिए सिलेक्ट किए 10 ट्रेनी एस्ट्रोनॉट, इनमें भारतीय मूल के अनिल मेनन भी","चांद पर जा सकता है पहला भारतीय:NASA ने मून मिशन के लिए सिलेक्ट किए 10 ट्रेनी एस्ट्रोनॉट, इनमें भारतीय मूल के अनिल मेनन भी वॉशिंगटन अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने अपने मून मिशन के लिए 10 ट्रेनी एस्ट्रोनॉट को चुना है। इनमें भारतीय मूल के अनिल मेनन भी शामिल हैं। 45 साल के अनिल NASA की क्लास 2021 का हिस्सा बनेंगे। अनिल अमेरिकी एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और स्पेसएक्स में फ्लाइट सर्जन भी रहे। इस क्लास के लिए चुने गए 10 लोगों में 6 पुरुष और 4 महिलाएं हैं। NASA 50 साल बाद चांद पर इंसान भेजने के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। अनिल मेनन भारत में भी करीब एक साल गुजार चुके हैं। तब वे यहां पोलियो अभियान की स्टडी और उसके सपोर्ट के लिए भेजे गए थे। चंद्रमा पर अब तक भारत का कोई अंतरिक्ष यात्री नहीं गया है। हालांकि अब तक भारत के 4 लोग अंतरिक्ष में जा चुके हैं। भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा थे। उनके अलावा भारतीय मूल की कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स और राजा चारी अंतरिक्ष में गए हैं। अगर अनिल NASA के मून मिशन का हिस्सा बनते हैं तो वे चंद्रमा पर जाने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति होंगे। 12 हजार लोगों में 10 यात्रियों का चुनाव मून मिशन के लिए चुने गए बाकी 9 साथियों के साथ अनिल मेनन ( पिछली कतार में बाएं से तीसरे नंबर पर)। 2 साल की ट्रेनिंग से गुजरेंगे अनिल मून मिशन के लिए 12 हजार लोगों के आवेदन आए थे, इनमें ट्रेनिंग के लिए सिर्फ 10 को चुना गया है। ये लोग अगले साल जनवरी में टेक्सास के जॉनसन स्पेस सेंटर पर रिपोर्ट करेंगे। इसके बाद उन्हें 2 साल की ट्रेनिंग से गुजरना होगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ये सभी नासा की आर्टेमिस जेनरेशन प्रोग्राम का हिस्सा बनेंगे। इस प्रोग्राम के तहत नासा 2025 में पहली महिला और एक पुरुष को चांद की सतह पर भेजने की योजना बना रहा है। अनिल के अलावा चुने गए अन्य 9 ट्रेनी एस्ट्रोनॉट में US एयरफोर्स के मेजर निकोल एयर्स और मेजर मार्कोस बेरियोसो, US मरीन कॉर्प्स मेजर (रिटायर्ड) ल्यूक डेलाने, US नेवी के लेफ्टिनेंट कमांडर जेसिका विटनर और लेफ्टिनेंट डेनिज बर्नहैम, US नेवी कमांडर जैक हैथवे, क्रिस्टोफर विलियम्स, क्रिस्टीना बिर्चो और आंद्रे डगलस शामिल हैं। कौन हैं अनिल मेनन? अनिल मेनन के माता-पिता भारतीय और यूक्रेनियन थे। वे अमेरिका के मिनेसोटा में पले-बढ़े हैं। उन्होंने 1999 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से न्यूरोबायोलॉजी में ग्रेजुएशन किया। 2004 में कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। स्टैनफोर्ड मेडिकल स्कूल से उन्हें डॉक्टर की डिग्री भी मिली हुई है। उन्होंने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर NASA के कई अभियानों के लिए क्रू फ्लाइट सर्जन का भी रोल निभाया है। स्पेसएक्स के लिए किया काम 2014 में उन्होंने NASA के फ्लाइट सर्जन के तौर पर काम करना शुरू किया। वे सोयुज मिशन में भी शामिल रहे। 2018 में उन्होंने एलन मस्क की स्पेसएक्स जॉइन की। कंपनी की पहली ह्यूमन फ्लाइट के मेडिकल प्रोग्राम और तैयारियों में मदद की। उन्होंने स्टारशिप के निर्माण, एस्ट्रोनॉट प्रोग्राम, लॉन्च प्रोग्राम्स के लिए काम किया। खबरें और भी हैं... बांग्लादेशी एक्ट्रेस को रेप की धमकी: आरोपी मंत्री का इस्तीफा; पूर्व PM खालिदा जिया की पोती के बारे में भी की थी अश्लील टिप्पणी विदेश ईरान का डर: 5 खाड़ी देशों के दौरे पर निकले सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान ओमान पहुंचे, अरब देशों के बीच दूरियां खत्म करने की कोशिश विदेश मलाला अमेरिकी विदेश मंत्री से मिलीं: अफगान लड़की ने बाइडन को दिलाया याद-हम इंसान हैं और हमारे भी अधिकार हैं विदेश स्विट्जरलैंड में इच्छामृत्यु की मशीन को कानूनी मंजूरी: लाइलाज मरीज बिना दर्द मौत को गले लगा सकेंगे, लोगों ने कहा- खुदकुशी को बढ़ावा मिलेगा विदेश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/karnal/news/if-the-demand-of-fortune-and-money-is-not-met-then-the-rounds-are-forbidden-129187750.html,"PhD दुल्हन के फेरे रोकने के मामले में नया मोड़: दूल्हा पक्ष बोला- लड़की वाले ही देना चाहते थे गाड़ी; ऑडियो सौंपने का दावा, पुलिस का इनकार","PhD दुल्हन के फेरे रोकने के मामले में नया मोड़:दूल्हा पक्ष बोला- लड़की वाले ही देना चाहते थे गाड़ी; ऑडियो सौंपने का दावा, पुलिस का इनकार करनाल शादी के जोड़े में बैठी दुल्हन, मंडप, मेहमान-रिश्तेदारों के तैयार होने के बावजूद दूल्हे के परिजनों के फेरों से इनकार करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। अब दूल्हा पक्ष ने दो ऑडियो जारी कर आरोप लगाया है कि उन्होंने दहेज की कोई मांग नहीं की बल्कि दुल्हन पक्ष ने खुद ही उन्हें गाड़ी देने की पेशकश की थी। उन्होंने इससे इनकार कर दिया था। दूल्हे पक्ष का दावा है कि इन ऑडियो में दुल्हन के पिता और दुल्हन से नसीब की बातचीत है। दूल्हे पक्ष ने इन ऑडियो को पुलिस के सामने पेश करने का भी दावा किया है। वहीं पुलिस ने ऐसा कोई ऑडियो नहीं उपलब्ध करवाने की बात कही है। पहले ऑडियो में दुल्हन के पिता और दूल्हे नसीब की बातचीत का दावा... दुल्हन का पिता : कल पापा आए थे बातचीत करने... तो कैसे करना है आगे... तो.. वो गाड़ी की बात कर रहे थे... तो कह रहे थे कि अभी रहने देना.. ऐसा कुछ कह रहे थे... तो कैसे करना है..? नसीब : मेरे पापा ने बता ही दिया होगा... दुल्हन का पिता : पापा ने तो बता दिया... मैं यही कह रहा था कि एक बार नसीब से बात करके देखुंगा... उन्होंने यह बताया था कि नसीब कह रहा था कि अभी रहने देना.. एक आध साल बाद नई ले लूंगा... इस तरह की बात कही थी... नसीब : हां... जरूरत पड़ेगी तो खुद ले लूंगा.. दुल्हन का पिता : हम्म... नसीब : अगर जरूरत पड़ेगी तो खुद ही ले लूंगा दुल्हन का पिता : हां... नहीं.. वो तो है.. अभी फिलहाल वहां ले जाने की भी प्रॉब्लम होगी न... फिर खड़ी रहेगी.. नसीब : मुझे तो अभी जरूरत नहीं है कार का... मुझे तो चलाना भी नहीं आता.. मेरा काम चल रहा है.. तो वही मैं बोला था कल पापा को भी.. दुल्हन का पिता : हां वो कह रहे कि वो (नसीब) कह रहा था कि न तो मेरे को आती है चलानी और न कोमल को.. नसीब : चलाना तो बड़ी बात नहीं है... दुल्हन का पिता : वो तो सीख लेंगे वो तो कौन सी बड़ी बात है नसीब : लेकिन.. हां जरूरत नहीं है अभी करनाल में शादी के वेन्यू पर पहुंचे परिजन और रिश्तेदार। वहीं दूसरे ऑडियो के बारे में भी दूल्हे पक्ष का दावा है कि यह दुल्हन कोमल और दूल्हे नसीब के बीच हुई बातचीत का है। उनका दावा है कि इस ऑडियो में लड़की के पिता से नसीब की बात से अगली बातचीत होती है... नसीब : तुम्हारे पापा कार क्यों दे रहे हैं..यार.. लड़की : कार्ड..? नसीब : कार... तुम्हारे...मेरे पापा गए थे न उस दिन... मेरे पापा मेरे भाई गए थे यहां लड़की कुछ कहती है लेकिन समझ नहीं आता... उसके बाद नसीब बोलता है... नसीब : मुझको नहीं चाहिए मैं तुम्हें पहले भी शायद बोला था न.. मेरे पास सब है... लड़की : मुझको चाहिए हो तो..? नसीब : तुमको चाहिएगा न.. तो जो मेरे पास है वही रहेगा... ऐसा नहीं कि मैं यहां से लेके तुमको दूंगा ऐसा नहीं होने वाला है... लड़की : पापा ने बता दिया था.. कि तुमने मना कर दिया है.. और मैं पापा को ऑलरेडी बता चुकी थी... नसीब : क्या..? लड़की : कि... पापा नसीब आपको मना करेंगे.. क्योंकि वो मुझे मना कर चुके हैं... पापा ने कहा मैं एक बार ट्राई करके देख लेता हूं... गौरतलब है कि इन ऑडियो को लेकर दूल्हे पक्ष का दावा है कि पुलिस के सामने भी पेश कर दिया है। सिविल लाइन थाना के SI रमेश कुमार ने बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है। दूल्हे पक्ष ने ऐसा कोई ऑडियो अभी पुलिस के सामने पेश नहीं किया है। यदि ऐसा कोई ऑडियो वे सामने लाए तो जांच के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। करनाल में दुल्हन कोमल को सांत्वना देती उसकी जानकार। इससे पहले हरियाणा के करनाल जिले में दुल्हन पक्ष ने दूल्हे वालों पर फॉर्च्यूनर कार और 20 लाख कैश की डिमांड कर पूरी रात फेरे ही नहीं होने देने का आरोप लगाया था। लड़की वालों ने सवेरे पुलिस बुला ली थी। पुलिस के सामने सुबह 8:00 बजे दूल्हे वाले फेरों के लिए झट तैयार हो गए। लड़की पक्ष का कहना था कि रात 2 से 3 बजे के बीच फेरे होने थे, लेकिन बार-बार बुलाने पर नहीं आए। अब पुलिस को देखकर माने गए हैं, बाद में कुछ भी कर सकते हैं। दुल्हन पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने दूल्हे नसीब, उसके पिता करतार और भाई प्रीतम के खिलाफ केस दर्ज किया है। करनाल के एक होटल में LAW DOCTRATE कोमल की शादी थी। ससुरालियों की फॉर्च्यूनर कार और कैश की डिमांड के कारण यह अटक गई। सारी रात दूल्हा और उसके परिजन फेरे लेने के लिए नहीं माने। जींद निवासी दूल्हा नसीब केंद्रीय कृषि विभाग में वैज्ञानिक है। दुल्हन कोमल भी शिक्षा विभाग में कार्यरत है। कोमल को NDRI में कार्यरत बागपत (UP) निवासी उसके ताऊ योगेंद्र तोमर ने गोद ले रखा है। पालन-पोषण के बाद पीएचडी कराने के बाद अब शादी भी वही करवा रहे थे। दूल्हे के सामने लड़की का ताऊ हाथ जोड़ता हुआ, पर नहीं माने। लग्न की रस्म के समय दूल्हे ने चेन खींच फेंक दी लड़की के ताऊ योगेंद्र तोमर ने बताया कि बरात आई तो 80 बारातियों को चांदी का एक-एक सिक्का दिया गया। उसके बाद लग्न की रस्म हुई। उसमें उन्होंने सामर्थ्य के अनुसार होने वाले समधी को अंगूठी और दूल्हे को चेन पहनाई। जब लग्न की रस्म पूरी होने के बाद वहां से उठे तो लड़के ने तुरंत चेन गले से खींचकर फेंक दी। हम हाथ जोड़कर उनसे प्रार्थना करते हुए कारण पूछने लगे। सामने आया कि लड़के के बहनोई और दूसरे भाई के लिए भी चेन की डिमांड थी। ताऊ ने बताया कि हमने हाथ जोड़कर दो दिन का समय मांगा और प्रार्थना की। दूल्हा पक्ष मना करते हुए गाली-गलौज करने लगा और फेरों के लिए आने से मना कर दिया। इसके बाद दूल्हे पक्ष से बात सामने आई कि गाड़ी भी कहीं नहीं दिख रही। फॉर्च्यूनर गाड़ी की बात कही थी... ऐसे तो रुपए भी नहीं देंगे। लंबे समय तक दूल्हे पक्ष के लोगों में खुसर-फुसर होती रही। हम उन्हें बुला रहे थे और वह हमें लगातार टालते रहे। योगेंद्र तोमर ने बताया कि उनकी बेटी कोमल LLB, LLM, Ph.D. पास है। जॉब करती है। जब दहेज के लोभी किसी की बेटी को ऐसे छोड़ दे तो कोई पिता क्या करे? मंगलवार सुबह तक दोनों पक्षों में मान-मन्नौवल चली। जब नहीं माने तो उन्होंने पुलिस को बुला लिया। दुल्हन बोली- ऐसे दहेज लोभियों से शादी नहीं करना चाहती दुल्हन बनी कोमल ने कहा कि पापा ने आकर बताया कि दूल्हे ने चेन और अंगूठी उतार कर फेंक दी। दूल्हे ने कहा कि उसके दो बहनोई और बड़े भाई के लिए कुछ नहीं दिया। समाज में बेइज्जती कर दी। वह लॉ में पीएचडी हैं, जो उसके साथ ऐसा कर सकता है, वह आम लड़की के साथ कैसा व्यवहार करेंगे। कोमल ने बताया कि वह हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट में लीगल लॉयर हैं। यहां CM सिटी में पढ़े-लिखे के साथ ऐसा हो रहा है। ऐसे दहेज लोभियों के साथ बिल्कुल शादी नहीं करना चाहती। दूल्हा पक्ष ने कहा कि आप सामान की बजाय कैश दे दो। पिता यूपी के किसान हैं। 8 साल से उन्हें गन्ना का पैसा नहीं मिला। वह ब्याज पर पैसे उठाकर शादी कर रहे थे। उन्होंने चार-पांच दिन का टाइम मांगा कि सब अरेंज कर देंगे। दूल्हे का भाई और पिता नहीं माने कोमल ने बताया कि दूल्हे का भाई प्रीतम और पिता बिल्कुल भी नहीं माने। इसके बाद नसीब, प्रीतम और उनके पिता के खिलाफ शिकायत दी है। लड़के के बहनोई ने उन्हें कहा कि वह दिल्ली क्राइम ब्रांच में है। जल्दी बताओ जो गाड़ी की बात हुई थी, कहां है गाड़ी। जल्दी-जल्दी फैसला करो। जब हमने पुलिस बुलाई तो बोला- मैं चुटकियों में, 2 मिनट में बेल करवा लूंगा। दुल्हन की मां ने पकड़े दूल्हा पक्ष के पैर कोमल की मां ने कहा कि उसने लड़के पक्ष के लोगों के पैर भी पकड़े। कोई मानने को तैयार नहीं हुआ। वह कह रहे थे तुम लोगों ने चेन और फॉर्च्यूनर गाड़ी नहीं दी। उनका जमाई भी गाड़ी की मांग कर रहा था। दूल्हे का बहनोई दिल्ली पुलिस में है। वह आकर कह रहा है कि आपने फॉर्च्यूनर कहा था, अब क्यों मुकर रहे हो। मौके पर दोनों पक्षों की सुनने पहुंची पुलिस। दूल्हा बोला-उसकी डिमांड नहीं, परिवार की MISUNDERSTANDING दूल्हे नसीब ने दावा किया कि उनकी तरफ से कोई डिमांड नहीं की गई। परिवार की आपसी बातचीत के कारण MISUNDERSTANDING हो गई। बात की जा रही है। बहनोई ने कहा कि उसकी भी बहन है, उसकी भी शादी हुई है। बेटी भी है। कोई भी बाप-भाई लोभियों को अपनी बहन-बेटी को नहीं देना चाहेगा। लड़के और उसके परिवार की तरफ से कोई डिमांड नहीं की गई। लड़के ने तो अपनी चेन उतारकर दी थी कि उसे चेन नहीं चाहिए। पुलिस सुन रही है दोनों पक्षों की बात SI निरंजन ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को सुना। लड़की पक्ष ने फॉर्च्यूनर गाड़ी, 20 लाख रुपए और गहनों की मांग करने का आरोप लगाया। लड़के पक्ष ने दावा किया कि दहेज लेने से मना किया और चेन उतार कर दी थी कि 10 दिन बाद दे देना। उनके घर में झगड़ा नहीं होगा। इसी बात पर उनका झगड़ा हो गया। सिविल लाइन थाने के SI रमेश ने बताया कि लड़की वालों की शिकायत पर दूल्हे, उसके पिता और भाई के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। खबरें और भी हैं... अंबाला सैंट्रल जेल में मिले 2 मोबाइल: बंदियों के पास जेल में बज रहे घनाघन मोबाइल, मिले मोबाइल व सिम से कॉल डिटेल खंगालेगी पुलिस अम्बाला सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़ खाद्य आपूर्ति विभाग का ठिकाना बदलेगा: हिसार शहर से 10 किलोमीटर दूर ढंढूर गांव में होगा शिफ्ट, रेलवे की बिल्डिंग में चल रहा था दफ्तर हिसार ओमिक्रॉन वैरिएंट की आहट: रेवाड़ी में 97% पहली और 57% दोनों डोज से कवर; वैक्सीनेशन के लिए उमड़ी भीड़, बढ़ाए गए सेंटर रेवाड़ी",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/news/vicky-kaushal-and-katrina-kaif-wedding-guest-reached-jaipur-seconf-day-129187859.html,कैट-विक की शादी में सेलिब्रिटीज: नेहा धूपिया-अंगद बेदी बरवाड़ा पहुंचे: सिंगर गुरदास मान ने दूल्हा-दुल्हन के लिए एयरपोर्ट पर गाया गाना,"कैट-विक की शादी में सेलिब्रिटीज:नेहा धूपिया-अंगद बेदी बरवाड़ा पहुंचे: सिंगर गुरदास मान ने दूल्हा-दुल्हन के लिए एयरपोर्ट पर गाया गाना जयपुर जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे बॉलीवुड एक्टर। विक्की कौशल और कटरीना कैफ अपनी शाही शादी के लिए सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा पहुंच चुके हैं। शादी में शामिल होने के लिए मेहमानों का जयपुर पहुंचना लगातार जारी है। मंगलवार को बॉलीवुड कलाकार नेहा धूपिया, अंगद बेदी, फिल्म डायरेक्टर कबीर खान और उनकी पत्नी मिनी माथुर और एक्ट्रेस शारवरी बाघ जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद दिन में पंजाबी सिंगर गुरदास मान भी पहुंचे। यहां उन्होंने एयरपोर्ट पर विक्की-कटरीना के लिए गाना भी गाया। उन्होंने गाया- तेरी जोड़ी जीवे, वे तेरी घोड़ी जीवे। आज सवाई माधोपुर के होटल सिक्स सेंसेस फोर्ट में संगीत सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा। इसमें शामिल होने बॉलीवुड के 10 बड़े सेलिब्रिटी पहुंच रहे हैं। साथ ही कुछ सेलिब्रिटी किड्स भी शादी में हिस्सा लेंगे। एक्ट्रेस शारवरी वाघ शादी में शामिल होने जयपुर पहुंची। वे हाल ही में बंटी बबली 2 में नजर आई थीं। सोमवार से दोस्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ इससे पहले, सोमवार दोपहर से कटरीना के भाई-बहन और दोस्तों का जयपुर पहुंचने का सिलसिला चलता रहा। सोमवार रात को कटरीना और विक्की कौशल के साथ लगभग 12 लोग आए थे। बरवाड़ा फोर्ट पर उनका ग्रैंड वेलकम किया गया। विक्की कौशल और कटरीना कैफ के परिवार को बरवाड़ा फोर्ट ले जाने के लिए टोयोटा की 3 लग्जरी गाड़ी वेलफायर सहित 12 गाड़ियों की व्यवस्था की गई थी। विक्की और कटरीना बरवाड़ा फोर्ट में 12 दिसंबर तक रुकेंगे। शादी के बाद दोनों चौथ माता के मंदिर भी जा सकते हैं। एक्ट्रेस नेहा धूपिया पति अंगद बेदी के साथ जयपुर पहुंचीं। रजवाड़ा लुक में है मंडप इस लैविश शादी के लिए शाही मंडप तैयार किया गया है। मंडप को रजवाड़ा लुक दिया गया है और ये मंडप पूरी तरह शीशे में बंद रहेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार शाम तक मुंबई से शेफ की टीम भी वहां पहुंच रही है। इस टीम में तकरीबन दो दर्जन शेफ शामिल हैं। ये शेफ कुछ स्पेशल और अलग-अलग डिशेज तैयार करेंगे और होटल में पहले से ही काम कर रहे शेफ के साथ मिलकर काम करेंगे। फिल्म डायरेक्टर कबीर खान अपने परिवार के साथ जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे। कटरीना के मुंहबोले भाई कबीर खान और उनकी पत्नी मिनी माथुर की फाइल फोटो। जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे गुरदास मान। जयपुर एयरपोर्ट पर कबीर खान। एक्ट्रेस राधिका मदान जयपुर एयरपोर्ट पहुंचीं। मिस इंडिया यूनिवर्स 2008 सिमरन कौर भी जयपुर एयरपोर्ट पहुंचीं। सिंगर जावेद अली (पीले जूतों में) शादी में परफॉर्म करने के लिए अपने बैंड के साथ पहुंचे। एक्ट्रेस मालविका मोहनन भी शादी में शामिल होने के लिए पहुंचीं। धूम 3 के डायरेक्टर विजय कृष्ण आचार्य भी जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे। मेहमानों को दिया गया मैसेज। जयपुर पहुंचे विक्की-कटरीना की फोटोज देखने के लिए यहां क्लिक करें सात सफेद घोड़ों की बग्घी में बारात लेकर आएंगे विक्की:कपल की फरमाइश पर हेरिटेज डेकोरेशन, सलमान के बॉडी गार्ड शेरा की कंपनी संभालेगी सिक्योरिटी कटरीना की शादी के लिए भाई-बहन जयपुर पहुंचे:भाई सैबेस्ट्रियन ने कहा- आई एम वैरी हैप्पी; परिवार के साथ होटल हुए रवाना खबरें और भी हैं... चौथ माता मंदिर का रास्ता बंद करने पर शिकायत: विक-कैट और होटल मैनेजमेंट के खिलाफ शिकायत, तहसीलदार बोले- कोई रास्ता बंद नहीं किया सवाई माधोपुर गहलोत सरकार अपने पिछले राज के बकाया कृषि कनेक्शन देगी: 10 साल बाद 75 हजार किसानों को दिए जाएंगे कनेक्शन, दिन में होगी बिजली सप्लाई राजस्थान सरपंच पर जानलेवा हमला: स्कोर्पियों पर जा रहे सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष पर जानलेवा हमला, सरिए से सिर पर मारी चोट बीकानेर जोधपुर एम्स निदेशक की कार्यशैली पर बेनीवाल ने उठाए सवाल: RLP सुप्रीमो बोले- नियम विरुद्ध की गई संविदा भर्तियां, एक डॉक्टर ने भी किया सुसाइड नागौर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/the-1971-war-completed-50-years-80-years-old-ex-servicemen-traveled-230-km-to-pay-tribute-129188404.html,"1971 की जंग के 50 साल पूरे: शहीदों की याद में हुए कार्यक्रम, 80 साल के पूर्व सैनिक 230 किमी का सफर तय कर श्रद्धांजलि देने पहुंचे","1971 की जंग के 50 साल पूरे:शहीदों की याद में हुए कार्यक्रम, 80 साल के पूर्व सैनिक 230 किमी का सफर तय कर श्रद्धांजलि देने पहुंचे 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना पर भारतीय सेना ने शानदार जीत हासिल की थी और पाकिस्तान से बांग्लादेश को अलग कर एक नया देश बनाया था। 1971 के युद्ध में हुई जीत को याद करते हुए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। इस साल 1971 भारत-पाक युद्ध के 50 साल पूरे होने पर राष्ट्र स्वर्णिम विजय वर्ष मनाया जा रहा है। 1971 का भारत पाक युद्ध इतिहास के सबसे छोटे युद्धों में से एक है। ये युद्ध भारतीय सशस्त्र बलों की निर्णायक जीत और बांग्लादेश की मुक्ति के लिए जाना जाता है। इस युद्ध के एक हिस्से के रूप में छंब की लड़ाई भारतीय सेना की ऐतिहासिक गाथाओं में से एक है। जहां सेना की अलग-अलग रेजिमेंट के बहादुर सैनिकों ने अपनी संख्या से कई गुना ज्यादा दुश्मनों के साथ बहादुरी से लड़ाई लड़ी और छंब-जौरियन के युद्ध के मैदान में अपने प्राणों की आहुति दे दी। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित हुए कार्यक्रम 1971 के युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय सेना द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 5 दिसंबर को भारतीय सेना ने माल्यार्पण समारोह का आयोजन किया और 5 असम युद्ध स्मारक-भेरी तरयाई, चिनाब स्मारक - सिग्नल कंपनी राखमुठी, 5 सिख छंब युद्ध स्मारक-अखनूर और 216 मध्यम युद्ध स्मारक - पहाड़ीवाला में जम्मू-कश्मीर के अखनूर जिले में गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, सेवारत सैनिक और नागरिकों ने मातृभूमि की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी। इन आयोजनों ने प्रत्येक नागरिक को भारतीय सेना की वीरता, बहादुरी और बलिदान को पहचानने और सम्मान देने के लिए प्रेरित किया है। इसने लोगों में यह विश्वास भी जगाया कि वे सुरक्षित हाथों में हैं और देश के रक्षा के लिए किसी भी समय युद्ध जीतने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। हमारे जवानों की शहादत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। 80 साल के पूर्व सैनिक ने अनोखे अंदाज में दी श्रद्धांजलि 80 साल के पूर्व सैनिक सूबेदार जय सिंह ने 1971 में चंबा की लड़ाई के दौरान शहीद हुए अपने साथियों को अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि दी। जय सिंह ने अपने होशियारपुर के घर से 1971 ऑपरेशन के गन एरिया और अखनूर क्षेत्र के पहाड़ीवाला में 216 फील्ड रेजिमेंट तक 230 किलोमीटर तक का सफर अपनी पुरानी मोपेड पर तय किया। सूबेदार जय सिंह की देशभक्ति और जज्बे ने पुष्पांजलि समारोह में मौजूद सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा शक्ति का काम किया। 1965 और 1971 के युद्ध में बहादुरी से लड़ी जंग सूबेदार जय सिंह पंजाब के होशियारपुर जिले के मुकेरियां के रहने वाले हैं। प्रथम विश्व युद्ध में उनके पिता शहीद हो गए थे और इसके बाद उन्होंने सेना के 6 डोगरा में दाखिला ले लिया। जय सिंह 1965 के ऑपरेशन में असॉल्ट टीम का हिस्सा थे और हाजीपीर सेक्टर को कब्जे करने के दौरान वह घायल भी हो गए थे। सूबेदार जय सिंह ने 1971 में अखनूर के छपरियाल क्षेत्र में 216 फील्ड रेजिमेंट के साथ शिक्षा एनसीओ के तौर पर ऑपरेशन में भाग लिया। 216 फील्ड रेजिमेंट ने ऑपरेशन और 02 ऑफर्स के दौरान बहादुरी से लड़ाई लड़ी थी, सीओ सहित रेजिमेंट के 02 जेसीओ और 64 ओआर, लेफ्टिनेंट कर्नल एमएल सेठी ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/india-three-defence-companies-in-worlds-top-100-arms-producers-129187884.html,बड़ी उपलब्धि: सैन्य हथियार बनाने वाली दुनिया की टॉप 100 कंपनियों में भारत की 3 कंपनियों ने बनाई जगह,"बड़ी उपलब्धि:सैन्य हथियार बनाने वाली दुनिया की टॉप 100 कंपनियों में भारत की 3 कंपनियों ने बनाई जगह नई दिल्ली ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत भारत सैन्य हथियार बनाने में आत्मनिर्भरता की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। इसी का नतीजा है कि दुनिया की टॉप 100 कंपनियों में भारत की 3 कंपनियों ने जगह बनाई है। स्वीडिश थिंक-टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट के मुताबिक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इंडियन ऑर्डनेंस फैक्ट्रीज को टॉप 100 कंपनियों में शामिल किया गया है। 2019 के मुकाबले 1.7% बिक्री बढ़ी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय कंपनियों की कुल हथियारों की बिक्री 6.5 बिलियन डॉलर (लगभग 48,750 करोड़ रुपए) है, जो 2019 की तुलना में 2020 में 1.7% ज्यादा है। इतना ही नहीं ये आंकड़ा टॉप 100 कंपनियों की कुल (बिक्री) का 1.2% है। यूनाइटेड स्टेट्‍स टॉप पर सैन्य उपकरण बनाने में अमेरिका टॉप पर है। SIPRI की रिपोर्ट में कहा गया है कि टॉप 100 कंपनियों में सबसे ज्यादा 41 कंपनियां यूनाइटेड स्टेट्‍स (US) की हैं। कुल मिलाकर, उनकी हथियारों की बिक्री 285 बिलियन डॉलर रही, जो 2019 की तुलना में 1.9% ज्यादा है। चीन की 5 कंपनियों को मिली जगह टॉप 100 में चीन की 5 कंपनियां शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार इन कंपनियों की कुल हथियारों की बिक्री 2020 में $ 66.8 बिलियन थी, जो 2019 की तुलना में 1.5% ज्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार, कुल टॉप 100 हथियारों की बिक्री में 13% हिस्सेदारी चीन की है। मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए आयात पर प्रतिबंध घरेलू खरीद ने भारतीय कंपनियों को महामारी के नकारात्मक आर्थिक परिणामों से बचाने में मदद की है। 2020 में भारत सरकार ने घरेलू कंपनियों का समर्थन करने और हथियारों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए 100 से अधिक सैन्य उपकरणों के इम्पोर्ट पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। खबरें और भी हैं... कमाई का अवसर: अब IPO को अंधाधुंध रिस्पांस नहीं मिल रहा, आनंद राठी महज 9 गुना भरा बिजनेस 6 साल में लार्ज कैप का अच्छा प्रदर्शन: एक साल के निवेश पर लगता है ज्यादा टैक्स, लंबे समय के लिए करें इन्वेस्ट की प्लानिंग मार्केट जानिए पुतिन-मोदी मुलाकात अहम क्यों: भारत-रूस इकोनॉमी को मिलेगा 6 लाख करोड़ रु. का बूस्टर डोज, 28 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए बिजनेस 6 दिन में 45% का फायदा: वोडाफोन आइडिया के शेयर में 1 लाख का निवेश बना 1.45 लाख रुपए, आज 9% बढ़ा बिजनेस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/corona-production-reduced-by-one-third-the-number-of-employees-also-reduced-by-up-to-75-129187774.html,"कोरोना की आर्थिक मार: उत्पादन घटकर एक तिहाई रह गया, कर्मचारियों की संख्या में भी 75% तक की कमी","कोरोना की आर्थिक मार:उत्पादन घटकर एक तिहाई रह गया, कर्मचारियों की संख्या में भी 75% तक की कमी नई दिल्ली लेखक: मुदस्सिर कुल्लू कोरोना महामारी से बचाव के लिए देशभर में स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई तो प्रभावित हुई ही है, पेंसिल इंडस्ट्री का बिजनेस भी करीब-करीब चौपट हो गया है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में औखू को ‘पेंसिल विलेज’ कहा जाता है, लेकिन बीते डेढ़ साल में यहां पेंसिल की बिक्री 70% तक घट गई है। 3,500 लोगों को मिला रोजगार श्रीनगर से 32 किलोमीटर दूर औखू से पेंसिल बनाने में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी नटराज, अप्सरा और हिंदुस्तान पेंसिल्स जैसी बड़ी पेंसिल कंपनियों को सप्लाई की जाती है। 180 करोड़ रुपए से अधिक के टर्नओवर वाली यहां की पेंसिल इंडस्ट्री में 18 छोटे-बड़े कारखाने हैं, जहां करीब 3,500 लोगों को रोजगार मिला हुआ है। 3 गुना कम हुआ उत्पादन औखू की सबसे बड़ी पेंसिल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट जेहलम एग्रो इंडस्ट्रीज के मैनेजर फारूक अहमद कहते हैं, ‘महामारी से पहले हम रोजाना 150 से ज्यादा बैग (5-10 हजार पेंसिल) का उत्पादन करते थे। अब उत्पादन 40-45 बैग रह गया है। बिक्री एक तिहाई रह गई है। कोविड से पहले हमारे पास 200 कर्मचारी थे। अब 50 से कम रह गए हैं। इनमें से कुछ स्थानीय हैं और बाकी पश्चिम बंगाल, असम और बिहार के हैं।’ इसी तरह, एक अन्य पेंसिल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बरकत एग्रो इंडस्ट्रीज के मैनेजर ने कहा, ‘कोरोना से पहले हमारी फैक्ट्री में 130 कर्मचारी थे। अब इनकी संख्या घटकर 40 रह गई है। उम्मीद है कि देशभर में स्कूल जल्द खुलेंगे और पेंसिल की मांग बढ़ेगी। पीएम भी कर चुके हैं तारीफ पिछले साल रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘पुलवामा जिला इस बात का उदाहरण है कि आयात पर देश की निर्भरता कैसे कम की जा सकती है। एक समय हम विदेश से पेंसिल के लिए लकड़ी आयात करते थे, लेकिन अब कश्मीर का पुलवामा जिला देश को पेंसिल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना रहा है।’ स्पेशल जोन बनाएगी सरकार गृह मंत्रालय की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि औखू गांव को मैन्युफैक्चरिंग के लिहाज से एक ‘स्पेशल जोन’ के तौर पर विकसित किया जाएगा। यहां के उद्यमियों को उम्मीद है कि इसके बाद उनके बिजनेस की सूरत बदलेगी। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/7-states-including-punjab-selected-for-vaccination-the-health-department-of-the-state-is-not-even-aware-129187748.html,"बच्चों को वैक्सीन तो दूर मंजूरी भी नहीं: पंजाब समेत 7 राज्यों का टीकाकरण के लिए चयन, सूबे के स्वास्थ्य विभाग को जानकारी तक नहीं","बच्चों को वैक्सीन तो दूर मंजूरी भी नहीं:पंजाब समेत 7 राज्यों का टीकाकरण के लिए चयन, सूबे के स्वास्थ्य विभाग को जानकारी तक नहीं जालंधर कोरोना से बच्चों को बचाने के लिए सरकार जल्द ही पंजाब समेत देश के सात राज्यों में वैक्सीनेशन शुरू करने का दावा कर रही है। केंद्र स्तर की बैठक में पहले चरण के वैक्सीनेशन के राज्यों का चयन किया है। वहीं इन राज्यों के स्वास्थ्य विभाग को अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी ही नहीं दी गई है। वहीं जो वैक्सीन बच्चों को लगाई जानी है, उसे अभी तक देशी के सर्वोच्च वैज्ञानिक निकाय राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह टीकाकरण (National Technical Advisory Group on Immunization) से मंजूरी ही नहीं मिली है। केंद्र सरकार ने बच्चों के टीकाकरण के लिए पंजाब, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का चयन किया है। सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए बच्चों को लगने वाली वैक्सीन जायकोव-डी की 1 करोड़ खुराक का ऑर्डर दे दिया है। वैक्सीन की पहली खेप दिसंबर के पहले-दूसरे हफ्ते के बीच आ जाने की उम्मीद है। अक्टूबर महीने में मांगी थी ड्रग कंट्रोलर ने मंजूरी ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने अक्टूबर महीने में बच्चों की वैक्सीनेशन की मंजूरी के लिए राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह टीकाकरण (NTAGI) को पत्र लिखा था। करीब दो महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक NTAGI कोई फैसला नहीं कर पाया है। ड्रग कंट्रोलर ने जिन वैक्सीन की मंजूरी बच्चों को लगाने के लिए मांगी थी, उनमें भारत बायोटेक की कोवैक्सीन भी शामिल है। अभी तक किसी वैक्सीन पर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इस तरह से बच्चों के वैक्सीनेशन को मंजूरी मिलने में सर्वोच्च वैज्ञानिक निकाय के स्तर से ही देरी हो रही है। उससे अब जायकोव-डी के राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान का हिस्सा बनाने की संभावनाएं क्षीण होती जा रही हैं। जायडस कैडिला बनाती है बच्चों की वैक्सीन जायडस कैडिला भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी है जो बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का निर्माण कर रही है। ड्रग कंट्रोलर ने कोवैक्सीवन की डोज बच्चों को दिए जाने की सिफारिश की है, अभी तक इसे मंजूरी नहीं मिली है। बेशक बच्चों के टीकाकरण के लिए भारत सरकार ने जायडस कैडिला को जायडस-डी वैक्सीन की एक करोड़ डोज का आर्डर दिया है, लेकिन वैज्ञानिक समूह की सहमति अभी तक इस पर नहीं बन पाई है। एक विशेष एप्लीकेटर के माध्यम से डोज देने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। अभी तक हमारे पास अधिकारिक जानकारी नहीं पंजाब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें भी इधर-उधर से ही पता चल रहा है कि बच्चों के टीकाकरण के लिए जिन राज्य का चयन हुआ है उन लिस्ट में प्रदेश का नाम भी है। इसकी अभी तक उनके पास कोई अधिकारिक जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग में वैक्सीनेशन ड्राइव देखने वालीं डायरेक्टर डॉ. बलविन्दर कौर ने बताया कि अभी तक बच्चों के लगने वाली वैक्सीन को मंजूरी नहीं मिली है। 7 राज्यों, जिनमें पंजाब भी शामिल है, में बच्चों की वैक्सीनेशन का पायलट प्रोजेक्ट चलेगा। इसकी भी अभी तक उनके पास कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। 18 से साल से ऊपर वालों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने का काम लगातार जारी है। खबरें और भी हैं... कैप्टन की सियासी सरगर्मियां तेज: आज BJP के पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री शेखावत से मिलेंगे अमरिंदर सिंह; सीट शेयरिंग पर चर्चा चंडीगढ़ डेरा प्रबंधकों के रवैये से नाराज SIT: विपासना और नैन ने दिया गच्चा; अब बढ़ेगी सख्ती; भगौड़ों की तलाश में डेरा सच्चा सौदा भी खंगाला चंडीगढ़ CM की मिमिक्री करके फंसा पंजाबी गीतकार: गीतकार मट्ट शेरों वाला ने वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, लुधियाना के एक्टिविस्ट ने दी धमकी लुधियाना 'बॉर्डर' के कारण सरहद पार नहीं जा पाया परिवार: 93 लोगों को परमिशन मिलने के बाद भेजा पाकिस्तान, नवजन्मे बच्चे के कारण 6 सदस्य यहीं रुके अमृतसर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/news/vicky-kaushal-and-katrina-kaif-reached-jaipur-129185770.html,"विक्की-कटरीना की संगीत सेरेमनी आज: परिवार के साथ विशेष विमान से जयपुर आए, बरवाड़ा फोर्ट पर ग्रैंड वेलकम","विक्की-कटरीना की संगीत सेरेमनी आज:परिवार के साथ विशेष विमान से जयपुर आए, बरवाड़ा फोर्ट पर ग्रैंड वेलकम जयपुर विक्की कौशल और कटरीना कैफ अपनी शाही शादी के लिए सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा पहुंच गए हैं। 9 दिसंबर को सवाई माधोपुर के होटल सिक्स सेंसेस फोर्ट में दोनों की शादी होगी। आज से उनकी शादी की रस्में शुरू हो जाएंगी। आज शाम संगीत सेरेमनी होगी। इससे पहले, सोमवार दोपहर से कटरीना के भाई-बहन और दोस्तों का जयपुर पहुंचने का सिलसिला चलता रहा। सोमवार रात को कटरीना और विक्की कौशल के साथ लगभग 12 लोग आए थे, बरवाड़ा फोर्ट पर उनका ग्रैंड वेलकम किया गया। विक्की कौशल और कटरीना कैफ के परिवार को बरवाड़ा फोर्ट ले जाने के लिए टोयोटा की 3 लग्जरी गाड़ी वेलफायर सहित 12 गाड़ियों की व्यवस्था की गई थी। विक्की और कटरीना बरवाड़ा फोर्ट में 12 दिसंबर तक रुकेंगे। शादी के बाद दोनों चौथ माता के मंदिर भी जा सकते हैं। जयपुर एयरपोर्ट के वीआईपी गेट से बाहर निकलती कटरीना कैफ। एयरपोर्ट से बाहर निकलते विक्की कौशल। कटरीना को रिसीव करने एयरपोर्ट के वीआईपी गेट से अंदर गई थी कार। दोनों देर रात बरवाड़ा फोर्ट पहुंचे। कटरीना की शादी के लिए भाई-बहन जयपुर पहुंचे:भाई सैबेस्ट्रियन ने कहा- आई एम वैरी हैप्पी; परिवार के साथ होटल हुए रवाना खबरें और भी हैं... विक्की-कटरीना की शादी का शेड्यूल: गुलाब की बारिश से होगा मेहमानों का स्वागत, 7 को संगीत से शुरू होंगे फंक्शंस; 9 की शाम लेंगे फेरे बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: देर रात सिक्स सेंसेस फोर्ट होटल पहुंचे विक्की और कटरीना; आज से शुरू होंगीं शादी की रस्में बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: सवाई माधोपुर के प्रसिद्ध त्रिनेत्र भगवान गणेश जी के मंदिर जा सकते हैं विक्की-कटरीना, यहां रोजाना आते हैं 15 से 20 किलो वेडिंग कार्ड बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: हिंदू रीति-रिवाजों के बाद चर्च में भी व्हाइट वेडिंग करेंगे विक्की कौशल-कटरीना कैफ, मुंबई में रजिस्टर्ड मैरिज की भी चर्चा बॉलीवुड",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/arwal/news/priyanka-chopra-pm-modi-amit-shah-take-covid-vaccine-dose-in-bihar-129185406.html,"टारगेट पूरा करने के लिए फर्जीवाड़ा: बिहार के हेल्थ सेंटर में RT-PCR जांच कराने वालों में मोदी-शाह का नाम, लिस्ट में सोनिया गांधी और कटरीना भी","टारगेट पूरा करने के लिए फर्जीवाड़ा:बिहार के हेल्थ सेंटर में RT-PCR जांच कराने वालों में मोदी-शाह का नाम, लिस्ट में सोनिया गांधी और कटरीना भी अरवल बिहार के अरवल जिले में कोरोना टेस्ट में फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां के करपी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, बॉलीवुड एक्टर प्रियंका चोपड़ा की कोरोना जांच कर दी गई है। यह खुलासा तब हुआ जब स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने घर-घर जाकर सर्वे किया। बताया जा रहा है कि करपी CHC में मिले रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच के नाम पर सैकड़ों लोगों का नाम फर्जी तरीके से डाल दिया गया है। इनके नाम और मोबाइल नंबर पूरी तरीके से गलत हैं। वहीं, 27 अक्टूबर को RT-PCR जांच के नाम पर कई बड़े दिग्गजों का नाम शामिल कर दिया गया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, सोनिया गांधी का नाम अहम हैं। अरवल के करपी APHC में फर्जीवाड़ा। DM बोलीं- जांच के बाद करेंगे FIR कोरोना टेस्टिंग में प्रियंका चोपड़ा के अलावा कटरीना कैफ, ऐश्वर्या राय समेत कई फिल्मी कलाकारों का नाम भी शामिल हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से सीधे तौर पर बच रहा है। अरवल DM प्रियदर्शनी का कहना है, 'पूरा मामला बहुत ही संगीन है। हम इसकी जांच कर रहे हैं और जांच के बाद FIR भी करेंगे। MOIC से लेकर BHM तक सभी से पूछताछ करेंगे।' लिस्ट में PM मोदी समेत कई बॉलीवुड हस्तियों का नाम। PM के जन्मदिन पर दिया गया था निर्देश PM मोदी के जन्म दिवस पर स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों को वैक्सीनेशन के साथ-साथ कोरोना टेस्टिंग का टारगेट दिया था। इसके बाद कई जगहों पर रिकार्ड तोड़ जांच और वैक्सीनेशन हुआ। अरवल में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टेस्टिंग में फर्जी तरीके से लोगों का नाम डालकर टारगेट पूरा किया है। फर्जीवाड़ा इस कदर किया गया कि फर्जी नामों में राजनीतिक और फिल्मी कलाकारों के मोबाइल नंबर भी लिखे गए, जिनके घर का पता करपी प्रखंड के पुराण गांव में है। PM मोदी का नाम और पता करपी के दो अलग-अलग गांव में दिया गया है। वहीं, फिल्मी कलाकार प्रियंका चोपड़ा का निवास स्थान और मोबाइल नंबर भी गलत है। खबरें और भी हैं... आरा में ट्रेन से गिरकर अज्ञात युवक घायल: बक्सर की ओर जा रही ट्रेन से गिरा, गंभीर हालत में पटना किया गया रेफर भोजपुर मुजफ्फरपुर के युवक की हिमाचल प्रदेश में संदिग्ध मौत: परिवार की आर्थिक तंगी दूर करने को प्रदेश गया था कमाने, पोखर में मिली लाश; परिजन बोले- हत्या हुई है मुजफ्फरपुर शादी के लिए शराब ले जा रहा BSF जवान गिरफ्तार: खगड़िया में ट्रेन से उतरकर बस पकड़ने के दौरान पुलिस ने दबोचा, एक कार्टून विदेशी शराब जब्त खगरिया गया के 130 पंचायतों में होगा 8 दिसंबर को चुनाव: 230290 मतदाता चुनेंगे गांव की सरकार, 433 मतदान केंद्रों पर वोटिंग; 10 और 11 दिसंबर को मतगणना गया",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/himachal/shimla/news/himachal-pradesh-snowfall-travel-and-tourism-industry-business-will-gain-momentum-129185385.html,"हिमाचल में बर्फ से ढके पहाड़: मनाली-शिमला समेत कई टूरिस्ट प्लेस में बर्फबारी शुरू, अटल टनल से ट्रैफिक की आवाजाही रोकी गई","हिमाचल में बर्फ से ढके पहाड़:मनाली-शिमला समेत कई टूरिस्ट प्लेस में बर्फबारी शुरू, अटल टनल से ट्रैफिक की आवाजाही रोकी गई शिमला/रिकांगपिओ/कुल्लू हिमाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह से लगातार बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों पर ताजा बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश से पूरे प्रदेश में सर्दी बढ़ गई है। इससे लोगों की जिंदगी में तकलीफें बढ़ी हैं, लेकिन शिमला, कुफरी और नारकंडा में टूरिस्ट की आमद में भारी इजाफा होने की उम्मीद है। मशहूर टूरिस्ट प्लेस मनाली, सोलंगनाला, फातरू, कोठी, गुलाबा, पलचान और जलोड़ी दर्रा में सर्दी की पहली बर्फबारी हुई। शिमला के कुफरी और नारकंडा में भी बर्फबारी शुरू हो चुकी है। कुल्लू समेत कई जिलों में बर्फबारी के कारण रोडवेज के बस रूट प्रभावित हुए हैं। लाहौल-स्पीति में सड़कें बंद हैं। इसके बावजूद यह बर्फबारी 4 महीने से सुस्त चल रहे पर्यटन कारोबार को रफ्तार देगी। अटल टनल से सभी वाहनों की आवाजाही बंद लाहौल-स्पीति और कुल्लू की पहाड़ियों में लगातार बर्फबारी जारी है। इस वजह से लाहौल-स्पीति जिले के लिए अटल टनल रोहतांग के रास्ते वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है। SP मानव वर्मा के मुताबिक, बर्फबारी होने के कारण मनाली-केलांग के बीच ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। इस समय ये रास्ते वाहनों की आवाजाही के लिए सुरक्षित नहीं है। किसानों और बागवानों को फायदा बर्फबारी और बारिश से किसान और बागवान भी खुश हैं। ये काफी समय से सूखे की मार झेल रहे हैं। मौसम में बदलाव से सेब सहित गुठली वाले फलों को संजीवनी मिली है। वहीं, निचले इलाकों में गेहूं की फसल को बारिश से फायदा मिलेगा। कल्पा में बर्फबारी के बाद यहां की खूबसूरती बढ़ गई है। कुफरी-जलोड़ी दर्रा में देखने लायक नजारा प्रदेश में न्यूनतम तापमान भी 2 से 4 डिग्री सेल्सियस गिरा है। मौसम विभाग ने मंगलवार को कई जगह बर्फ गिरने और बारिश का अनुमान जताया है। मनाली में सीजन की पहली बर्फ गिर चुकी है। केलांग में आधा फीट तक बर्फ गिरी है। मनाली, सोलंगनाला, फातरू, कोठी, गुलाबा, पलचान और जलोड़ी दर्रा बर्फबारी के बाद देखने लायक हो गया है। बारालचा, शिंकुला में दो फीट और रोहतांग में डेढ़ फीट बर्फ गिरी है। किन्नौर के अलावा अटल टनल रोहतांग के दोनों छोर पर भी हिमपात हुआ है। मौसम को देखते हुए पर्यटकों की आवाजाही सोलंगनाला से आगे बंद कर दी गई है। मौसम ने परेशानी भी बढ़ाई प्रदेश के मैदानी इलाकों में रविवार शाम और रात को बारिश हुई। चंबा में 21MM, मनाली में 5 और भुंतर में 4 MM पानी गिरा। बर्फबारी की वजह से प्रदेश की 12 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। 71 ट्रांसफॉर्मर खराब हो जाने से बिजली नहीं आ रही है। लाहौल-स्पीति में 65 ट्रांसफॉर्मर खराब हैं। बर्फबारी के बीच बिजली नहीं आने से लोग परेशान हैं। कई इलाकों में सुबह से गिर रही बर्फ सिरमौर के चूड़धार में ताजा बर्फबारी हुई है। किन्नौर के कल्पा, छितकुल, आसरंग, हांगो, चुलिंग, टाशीगंग में सुबह से ही बर्फ गिर रही है। जिला मुख्यालय रिकांगपिओ, सांगला, स्पिलो, टापरी, भावानगर में रुक-रुक कर बारिश हुई है। ट्रैफिक पर इसके असर की अब तक कोई खबर नहीं है। पर्यटन कारोबार से जुड़े सचिन डोगरा और जीआर शर्मा उम्मीद जताई है कि इस बर्फबारी से कारोबार को रफ्तार मिलेगी। हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में हिमपात के बाद बिछी बर्फ की चादर। ऊंचाई वाले इलाकों में लोगों को एहतियात बरतने की सलाह खराब मौसम के मद्देनजर कुल्लू उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने स्थानीय लोगों और सैलानियों से एहतियात बरतने की अपील की है। लोगों से कहा गया है कि बर्फबारी के दौरान वे ऊंचाई वाले इलाकों का रुख न करें और नदी-नालों से दूर रहें। रोजमर्रा के काम निपटाने के लिए जोखिम उठाने से बचें। टूरिस्ट ऊंचाई या बर्फबारी वाले एरिया में निजी वाहन से न जाएं। ट्रैकिंग रूटों पर जाने की भी कोशिश न करें। अटल टनल के पास हुई बर्फबारी के बाद बंद हुआ ट्रैफिक। खबरें और भी हैं... नगालैंड फायरिंग पर सरकार को पछतावा: शाह ने दोनों सदनों में माना- सेना ने नागरिकों की पहचान में गलती की, आगे ऐसी घटना नहीं होगी देश विक्की-कटरीना की शादी का शेड्यूल: गुलाब की बारिश से होगा मेहमानों का स्वागत, 7 को संगीत से शुरू होंगे फंक्शंस; 9 की शाम लेंगे फेरे बॉलीवुड महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के दो और केस: दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका से मुंबई लौटे लोगों में नए वैरिएंट की पुष्टि; देश में कुल मामले 24 हुए ओमिक्रॉन A to Z ICC रैंकिंग में नंबर-1 बना भारत: न्यूजीलैंड दूसरे स्थान पर खिसका, WTC में सबसे ज्यादा पॉइंट्स होने के बाद भी तीसरे स्थान पर टीम इंडिया क्रिकेट",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/us-presidents-chief-medical-adviser-dr-anthony-fauci-hints-us-presidents-chief-medical-adviser-dr-anthony-fauci-hints-129187638.html,"ओमिक्रॉन कम घातक इसलिए ट्रैवल बैन हटा सकता है अमेरिका: अमेरिकी राष्ट्रपति के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ. एंथोनी फाउची ने दिए संकेत, नया वैरिएंट जैसे-जैसे फैल रहा, वैसे-वैसे उसकी दहशत भी घट रही","ओमिक्रॉन कम घातक इसलिए ट्रैवल बैन हटा सकता है अमेरिका:अमेरिकी राष्ट्रपति के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ. एंथोनी फाउची ने दिए संकेत, नया वैरिएंट जैसे-जैसे फैल रहा, वैसे-वैसे उसकी दहशत भी घट रही डॉ. एंथोनी फाउची ने बताया कि बाइडेन प्रशासन अफ्रीकी देशों पर लगाया गया ट्रैवल बैन भी जल्द हटाने पर विचार कर रहा है। भारत में कोरोना की तीसरी लहर की दहशत के बीच एक अच्छी खबर है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ. एंथोनी फाउची का कहना है कि नया वैरिएंट ओमिक्रॉन दूसरी लहर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट से कम खतरनाक है। शुरुआती वैज्ञानिक अध्ययन यही बताते हैं। दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन तेजी से तो फैला, लेकिन वहां संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत बहुत ही कम पड़ी। अस्पतालों में भयावह स्थिति नहीं बनी। उन्होंने बताया कि बाइडेन प्रशासन अफ्रीकी देशों पर लगाया गया ट्रैवल बैन भी जल्द हटाने पर विचार कर रहा है। संक्रमण की स्थिति को देखकर ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। महाराष्ट्र में दो नए केस, देश में अब तक 23 महाराष्ट्र में सोमवार को दो नए ओमिक्रॉन केस मिलने के बाद देश में इनका कुल आंकड़ा 23 हो गया। इनमें 10 महाराष्ट्र के हैं। नए दोनों केस मुंबई के हैं। दोनों को फाइजर की वैक्सीन लगी है। वहीं, कर्नाटक के चिकमंगलूर के स्कूल में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 101 हो गया है। इन में 90 बच्चे और बाकी स्टाफ है। एक से दूसरे कमरे में फैल सकता है ओमिक्रॉन: स्टडी ओमिक्रॉन हवा से एक से दूसरे कमरे में फैल सकता है। मेडिकल जर्नल इमर्जिंग इन्फेक्शियस डिसीज में प्रकाशित नई स्टडी के मुताबिक हॉन्गकॉन्ग के एक होटल में दो यात्री आमने-सामने के कमरे में ठहरे थे। दोनों को वैक्सीन लगी थी। सीसीटीवी फुटेज बताती हैं कि दोनों कमरे से बाहर नहीं निकले। फिर भी एक यात्री 13 तो दूसरा 17 नवंबर को ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिला। आशंका है कि खाना लेने जब उन्होंने गेट खोले, तब वे संक्रमित हो गए। घातक नहीं ओमिक्रॉन, रैली करने दें: गहलोत सरकार राजस्थान में ओमिक्रॉन के 9 केस मिल चुके हैं। फिर भी गहलोत सरकार इसे गंभीर नहीं मानती। सोमवार को राजस्थान सरकार ने हाईकोर्ट में कहा कि ओमिक्रॉन ज्यादा घातक नहीं है और 12 दिसंबर को महंगाई के खिलाफ होने वाली कांग्रेस की रैली को चुनौती देने वाली याचिका सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट है, इसलिए इसे खारिज किया जाना चाहिए। बाद में कोर्ट ने राज्य सरकार की दलील मानते हुए याचिका खारिज कर दी। बूस्टर डोज पर फैसला नहीं केंद्र सरकार बूस्टर डोज पर फैसला नहीं कर पाई है। सोमवार को हुई टीकाकरण पर बने राष्ट्रीय समूह की बैठक में गंभीर मरीजों को तीसरा अतिरिक्त डोज देने पर सिर्फ चर्चा हुई। खबरें और भी हैं... मोंट ब्लांक ट्रजेडी: फ्रांस में एअरइंडिया के 2 विमान हुए थे क्रैश, डॉक्यूमेंट बैग भारत को लौटाया, डायमंड बॉक्स फ्रांसीसी क्लाइंबर्स को विदेश कोराेना ग्रस्त अमेरिका: ट्रम्प वाले राज्यों में ढाई गुना अधिक मृत्युदर, 60% ने टीका नहीं लगवाया; राष्ट्रपति बाइडेन वाले राज्यों में 83% टीकाकरण विदेश भास्कर इन्फोग्राफिक: एके-203 कभी जाम नहीं होती, 800 मीटर दूरी पर खड़े दुश्मन को मार गिराएगी; भारत और रूस के बीच 6 लाख एके-203 रायफल का करार विदेश वीडियो गेम कंसोल की कमी से परेशान अमेरिका: अलर्ट मिलते ही उमड़ रहे ग्राहक, मेंबरशिप प्रोग्राम लेने पर भी मिलने की गारंटी नहीं विदेश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/the-frozen-snow-on-the-mountains-slipping-will-now-make-the-plains-tremble-the-temperature-may-drop-up-to-5-degree-celsius-129187432.html,"सर्द राह- गुलमर्ग: पहाड़ों पर जमी बर्फ, फिसलकर अब मैदानों को कंपकंपाएगी, 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है तापमान","सर्द राह- गुलमर्ग:पहाड़ों पर जमी बर्फ, फिसलकर अब मैदानों को कंपकंपाएगी, 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है तापमान गुलमर्ग/नई दिल्ली ताजा बर्फबारी से कश्मीर की वादियां चहक उठी हैं। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग, सोनमर्ग के अलावा कुपवाड़ा, गुरेज व जम्मू संभाग के पीरपंजाल की चोटियां बर्फ से ढंक गईं हैं। 24 घंटे में 9 इंच बर्फबारी हुई है। लद्दाख के कारगिल और लेह में भी बर्फ जम चुकी है। श्रीनगर समेत जम्मू के कई इलाकों में बारिश हुई। जोजिला टनल के पास बर्फबारी के चलते श्रीनगर-लेह हाईवे बंद कर दिया गया है। पहाड़ों पर ताजा बर्फबारी के बाद मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि हिमालयी राज्यों में 8-9 दिसंबर को फिर बर्फबारी व बारिश के आसार हैं। अगले तीन दिन तक गुजरात, उत्तर पश्चिमी व पूर्वी भारत के मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार व उत्तरी मध्य प्रदेश में सर्दी बढ़ेगी। इन राज्यों में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। वहीं, पूर्वोत्तर में त्रिपुरा, मिजोरम व मणिपुर में 7 दिसंबर को जवाद के असर से बारिश की संभावना है। खबरें और भी हैं... प्रदेश में तीसरी लहर की तैयारी: जरूरत पड़ी तो 21 हजार मरीजों को एक साथ मिल सकेगी ऑक्सीजन, रोज हो रहा 461 टन का उत्पादन रायपुर ड्रग्स के बदले जिस्म का सौदा: अहमदाबाद में बड़े घरों की 48 लड़कियां ड्रग्स के चक्रव्यूह से छुड़ाई गईं, पैसे नहीं दे पाईं तो पैडलर्स होटलों में भेजने लगे थे देश भास्कर अपडेट्स: कोरोना से उबरने के बाद इकोनॉमी में तेज रिकवरी, 22 इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में से 19 में बढ़त देश विक-कैट वेडिंग: देर रात सिक्स सेंसेस फोर्ट होटल पहुंचे विक्की और कटरीना; आज से शुरू होंगीं शादी की रस्में बॉलीवुड",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-headlines-06-dec-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-129184899.html,"भास्कर अपडेट्स: कोरोना से उबरने के बाद इकोनॉमी में तेज रिकवरी, 22 इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में से 19 में बढ़त","भास्कर अपडेट्स:कोरोना से उबरने के बाद इकोनॉमी में तेज रिकवरी, 22 इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में से 19 में बढ़त कोरोना महामारी के कारण इंडियन इकोनॉमी में आई गिरावट के बाद अब तेज रिकवरी देखी जा रही है। 22 इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में से 19 में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इन 19 इंडिकेटर्स में से कुछ ऐसे हैं, जिनकी रिकवरी 100% से ज्यादा है। ऐसे क्षेत्र जो अभी तक महामारी से पहले के लेवल को नहीं छू पाए हैं, वे स्टील कंजम्पशन, डोमेस्टिक ऑटो सेल्स, और एयर पैसेंजर ट्रैफिक है आज के अन्य प्रमुख अपडेट्स... आंध्र प्रदेश में 3 महिला नक्सली गिरफ्तार, दो सुरंग उड़ाने के बराबर बारूद बरामद आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिले के मम्पा थाना क्षेत्र में पुलिस ने 3 महिला नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक तीनों महिला नक्सली कई हमलों में सक्रिय रही हैं। पुलिस ने इनसे दो स्टील बॉक्स बरामद किए हैं। इनमें दो सुरंग उड़ाने के बराबर बारूद और 6 डेटोनेटर भरे हुए थे। अमरिंदर बोले- मैं पंजाब का नंबर वन नेता; चंडीगढ़ में अपनी नई पार्टी का ऑफिस भी खोला पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 9 में अपनी नई पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस' के ऑफिस की शुरूआत की। इसके बाद कड़े तेवर दिखाते हुए अमरिंदर ने कहा कि मेरे लिए चुनाव का कम समय कोई चुनौती नहीं है। इस समय पंजाब में मैं ही नंबर वन नेता हूं। अमरिंदर ने कहा कि 1980 में अकाली दल के अजीत सिंह सरहदी को 14 दिन में हराया था। अकाली दल ने उन्हें 4 महीने पहले कैंडिडेट घोषित किया था, लेकिन मैं डेढ़ लाख वोटों से जीता था। कैप्टन ने पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के पाकिस्तान से व्यापार शुरू करने की वकालत पर तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान हमारे सैनिकों को गोली मारना बंद करे, फिर बात करेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें.. पंजाब चुनाव में सुनील जाखड़ को इलेक्शन कैंपेन कमेटी की कमान पंजाब में कांग्रेस ने चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। पंजाब में पार्टी से नाराज चल रहे सुनील जाखड़ को इलेक्शन कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बना दिया गया है। वहीं, राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा को मेनिफेस्टो कमेटी का चेयरमैन बना दिया गया है। इसके अलावा अंबिका सोनी को इलेक्शन कोऑर्डिनेशन कमेटी और अजय माकन स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया है। जाखड़ को खुश करने की कोशिश पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने पंजाब में पार्टी से दूरी बना रखी है। पहले उन्हें कुर्सी से हटा नवजोत सिद्धू को प्रधान बना दिया गया। इसके बाद उन्हें CM बनाने के लिए बुलाया गया लेकिन चरणजीत चन्नी मुख्यमंत्री बन गए। इसके बाद जाखड़ ने पार्टी से दूरी बना ली और ट्वीट के जरिए निशाने साधने लगे। कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने दिल्ली में जाखड़ से मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्हें यह अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। जाखड़ भले ही पंजाब में पार्टी से नाराज रहे हों, लेकिन हाईकमान के साथ लगातार तालमेल में रहे। महाराष्ट्र निकाय चुनावों में ओबीसी के लिए 27% आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक महाराष्ट्र निकाय चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 27% आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट ने अगले आदेश तक रोक लगा दी है। कोर्ट ने महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को चुनाव में 27 फीसदी आरक्षण के साथ आगे ना बढ़ने को कहा है। SC ने कहा कि ट्रिपल टेस्ट का पालन किए बिना OBC आरक्षण के लिए अध्यादेश लाने के राज्य सरकार के फैसले को स्वीकार नहीं किया जा सकता जो अनिवार्य है। बाबा साहब की समाधि पर पहुंचे वानखेड़े की फजीहत समीर वानखेड़े को विरोध के बाद बाबा साहब के समाधि स्थल से वापस जाना पड़ा। जाति विवाद में घिरे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महाराष्ट्र और गोवा के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को सोमवार को मुंबई बड़ी फजीहत झेलनी पड़ी। वे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर मुंबई के दादर स्थित उनके समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें कुछ दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना भी करना पड़ा है। दलित संगठन 'भीम शक्ति रिपब्लिक सेना' ने कहा कि बाबा साहेब का अभिवादन करना समीर वानखेड़े का नैतिक आधार नही है। हालांकि, इस घटना के बाद एक और दलित संगठन वहां पहुंचा और उसने समीर वानखेड़े के समर्थन में नारेबाजी का प्रयास किया। इसके बाद कुछ देर के दोनों पक्षों के बीच मारपीट की नौबत आ गई। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह से बीच-बचाव करते हुए मामले को सुलझाने का प्रयास किया। पूरी खबर यहां पढ़ें.. सेंसेक्स 800 पॉइंट लुढ़का, निफ्टी 17,000 से नीचे हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार भारी गिरावट देखी जा रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 800 से ज्यादा पॉइंट की गिरावट के साथ 57,000 से नीचे कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी 200 से ज्यादा पॉइंट की गिरावट है और यह 17000 से नीचे पहुंच गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... इंडोनेशिया में माउंट सेमेरू में विस्फोट से मरने वालों की संख्या 14 हुई इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत में ज्वालामुखी सेमेरू फटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है, जबकि 9 लोग लापता हैं। ज्वालामुखी में शनिवार 4 दिसंबर को विस्फोट हुआ था, जिसके बाद इसके आसपास रहने वाले 6 हजार लोगों ने वहां से भागना शुरू कर दिया। विस्फोट इतना खतरनाक था कि लावे में घरों की छतें ढक गईं। बड़ी संख्या में लोग ज्वालामुखी की राख में दब गए, जिनमें जीवित बचे लोगों को ढूंढ़ा जा रहा है। म्यांमार की नोबेल विजेता आंग सान सू की को 4 साल की जेल की सजा म्यांमार की नोबेल पुरस्कार विजेता और लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की को 4 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने उन्हें सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोरोना नियम तोड़ने का दोषी माना गया है। म्यांमार में 1 फरवरी 2021 की रात सेना ने तख्तापलट करते हुए सू की हाउस अरेस्ट कर लिया था। मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग हलिंग तब से देश के प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा था कि 2023 में आपातकाल खत्म कर दिया जाएगा और आम चुनाव कराए जाएंगे। तख्तापलट के बाद म्यांमार में खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें 940 लोग मारे गए थे। म्यामांर में नवंबर 2020 में आम चुनाव हुए थे। इसमें सू की पार्टी ने दोनों सदनों में 396 सीटें जीती थीं। उनकी पार्टी ने लोअर हाउस की 330 में से 258 और अपर हाउस की 168 में से 138 सीटें जीतीं। नगालैंड हिंसा पर गृह मंत्री के जवाब की मांग को लेकर विपक्ष का हंगामा राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है। इससे विपक्ष ने नगालैंड हिंसा पर गृहमंत्री के जवाब को लेकर हंगामा किया। नगालैंड में हुए हादसे के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल की बैठक बुलाई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत सभी वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इसके बाद इस घटना के बारे में अमित शाह ने शाम को दोनों सदनों में बयान दिया। नगालैंड फायरिंग मामले में सेना की टुकड़ी पर मर्डर केस दर्ज नगालैंड के मोन जिले में रविवार को सेना की फायरिंग में 13 नागरिकों और एक जवान की मौत हुई। हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने असम राइफल्स पर हमला किया जिसमें एक नागरिक की और मौत हो गई। इस मामले में मर्डर केस दर्ज किया गया है। नगालैंड सरकार ने पांच सदस्यों वाली स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित की है। केस को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, मोन टाउन में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सोमवार तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सभी तरह के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है। पूरी खबर यहां पढ़ें... पंजाब कांग्रेस में सिद्धू का विरोध शुरू, पार्टी प्रवक्ता बलियावाल ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा चुनाव नजदीक आते ही पंजाब कांग्रेस में प्रधान नवजोत सिद्धू का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस (AICC) के नेशनल कोऑर्डिनेटर और पंजाब प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने सोनिया को इस्तीफा भेज दिया है।उन्होंने कहा कि वह पंजाब में हो रही नॉनसेंस और एंटी पार्टी-एंटी गवर्नमेंट टिप्पणियों को डिफेंड नहीं कर सकते। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ की भी तारीफ की। बलियावाल के पास हरियाणा और हिमाचल किसान कांग्रेस का प्रभार होने के साथ वह पंजाब कांग्रेस के सीनियर मीडिया पैनलिस्ट भी थे। पूरी खबर यहां पढ़ें... आज भारत दौरे पर आएंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, PM मोदी से करेंगे मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत-रूस के बीच 21वीं शिखर वार्ता के लिए भारत आएंगे। यहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगी। कोरोनाकाल के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली इन पर्सन मुलाकात होगी। दोनों की मुलाकात में रणनीतिक साझेदारी पर विशेष फोकस होगा। पुतिन के दौरे के साथ भारत और रूस के बीच 2+2 मीटिंग भी होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु इसमें शामिल होंगे। बागची ने बताया कि बैठक में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। सपा MP का अजीब बयान- BJP कॉमन सिविल कोड लाने वाली है, फिर आप दूसरी शादी नहीं कर पाएंगे मुरादाबाद में एक कार्यक्रम में सपा सांसद डॉ. एसटी हसन मुसलमानों को कॉमन सिविल कोड का खौफ दिखाकर डराते नजर आए। रविवार रात एक कार्यक्रम में सांसद हसन ने कहा कि BJP देश के मुसलमानों को मजदूर बनाकर रखना चाहती है। बहुत जल्द कॉमन सिविल कोड आने वाला है। उन्होंने कहा- 'कौम के लिए मैं आपसे इतनी दरख़्वास्त करना चाहता हूं कि चुनाव आने वाले हैं, अल्लाह के वास्ते इसमें बंट मत जाना। सिर्फ एक ही आपका मकसद होना चाहिए कि BJP को हराना है। BJP ने देश के अंदरूनी हालात बेहद खराब कर दिए हैं। ये कानून आने के बाद आप दूसरी शादी नहीं कर पाएंगे। मुस्लिम पर्सनल लॉ खत्म हो जाएगा। मुस्लिमों के शैक्षणिक संस्थानों का माइनॉरिटी स्टेटस खत्म हो जाएगा।' पूरी खबर यहां पढ़ें... अमेरिका के कैलीफाॉर्निया में छोटे प्लेन क्रैश में चार लोगों की मौत अमेरिका के कैलीफॉर्निया में एक छोटा प्लेन क्रैश होने से चार लोगों की मौत हो गई। हादसा लॉस एंजिलिस से 320 किमी उत्तर की तरफ विासलिया शहर में हुआ। शेरिफ ऑफिर ने बताया कि विसालिया म्युनिसिपल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद 6.35 बजे प्राधिकरण को छह सीटर सिंगल इंजन प्लेन के क्रैश होने की सूचना मिली। अंधेरे और गहरी धुंध के चलते पुलिस अधिकारियों को प्लेन का मलबा ढूंढने में काफी समय लगा। खबरें और भी हैं... एक दिन में ओमिक्रॉन के 18 केस: राजस्थान में एक परिवार के 4 सदस्यों समेत 9 लोगों में नए वैरिएंट की पुष्टि, महाराष्ट्र में 8 और दिल्ली में एक केस मिला ओमिक्रॉन A to Z ओमिक्रॉन पर राहत की खबर: CSIR के पूर्व प्रमुख ने कहा- कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ शील्ड की तरह काम करेगी वैक्सीन देश भास्कर एक्सप्लेनर: 7 राज्यों के बच्चों को लगेगी कोरोना वैक्सीन; जानिए ये कितनी सेफ? बच्चों को वैक्सीन की जरूरत है भी या नहीं? एक्सप्लेनर भास्कर अपडेट्स: शोपियां से लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद देश",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/videos/india/gujarat-vadodara-gang-rape-case-girl-had-sought-help-after-the-gangrape-but-ngo-hide-the-information-b633/,युवती ने मांगी थी Gangrape के बाद मदद लेकिन NGO ने छिपाई जानकारी,"युवती ने मांगी थी Gangrape के बाद मदद लेकिन NGO ने छिपाई जानकारी By दीपक कुमार पन्त | Published: December 7, 2021 04:07 PM गुजरात के वडोदरा में एक युवती से रेप और इसके बाद वलसाड स्टेशन पर ट्रेन में मिले शव के मामले में पुलिस ने ओएसिस इंस्टीट्यूट नाम के एक गैर सरकारी संगठन के दो ट्रस्टी और एक मेंटर को गिरफ्तार किया हैं... पुलिस के मुताबिक मृतक युवती ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की जानकारी एजीओ के दोनों ट्रस्टी और अपने दोस्तों को दी थी... लेकिन किसी ने भी इस बारे में पुलिस को जानकारी नहीं दी...",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/supreme-court-dismisses-seychelless-claim-of-diplomatic-immunity-b421/,उच्चतम न्यायालय ने सेशेल्सवासी के राजनयिक छूट का दावा किया खारिज,"नयी दिल्ली, सात दिसंबर उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि यहां दर्ज आपराधिक मामलों में जांच का सामना कर रहा सेशेल्स का एक कारोबारी भारत में ‘राजनयिक छूट’ का दावा करने का हकदार नहीं है। शीर्ष न्यायालय ने कहा कि याचिकाकर्ता सी शिवशंकरन ने मद्रास उच्च न्यायालय के समक्ष राजनयिक छूट का मुद्दा उठाया था, जिसने 2019 में उनकी अलग याचिका खारिज कर दी थी और उस आदेश को याचिकाकर्ता द्वारा चुनौती नहीं दी गई है। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति सी. टी. रविकुमार की पीठ ने कहा कि सीबीआई ने विदेश मंत्रालय की ओर से किया गया पत्राचार पेश किया है, जो सेशेल्स सरकार द्वारा भेजे गये दूसरे पत्राचार को संदर्भित करता है, जिसमें बताया गया है कि याचिकाकर्ता उस देश का राजदूत है और उसे एक राजनयिक पासपोर्ट जारी किया गया था, लेकिन भारत में उनकी उपस्थिति उस सरकार की ओर से आधिकारिक तैनाती नहीं थी। अदालत ने कहा कि पत्राचार में बताई गई स्थिति की सत्यता पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है और शीर्ष न्यायालय में दाखिल हलफनामे में भी इसे दोहराया गया है। पीठ ने कहा, ""वास्तव में, मद्रास उच्च न्यायालय के निर्णय को चुनौती नहीं दी गयी है और हम मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा याचिकाकर्ता की स्थिति के संबंध में व्यक्त किए गए दृष्टिकोण से सहमत हैं।’’ न्यायालय ने कहा कि याचिकाकर्ता की राजनयिक छूट के दावे को नहीं सुना जा सकता और इस प्रकार संबंधित आपराधिक कार्रवाई को रद्द करने के लिए रिट याचिका में दावा की गई राहत को स्वीकार नहीं किया जा सकता। पीठ ने याचिकाकर्ता की याचिका में उच्च न्यायालय के आदेश की प्रति संलग्न नहीं करने को लेकर भी गम्भीर चिंता व्यक्त की। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Supreme Court dismisses Seychelles's claim of diplomatic immunity भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/president-kovind-will-be-the-chief-guest-at-human-rights-day-program-b421/,राष्ट्रपति कोविंद मानवाधिकार दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे,"नयी दिल्ली, सात दिसंबर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। इसका आयोजन राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) कर रहा है। आयोग ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि एनएचआरसी ने एक दिसंबर 2020 से इस साल 30 नवंबर तक 1,02,441 मामले दर्ज किए, जिनमें से 16 मामले स्वत: संज्ञान वाले हैं। उसने बताया कि आयोग ने इस अवधि में 96,804 मामलों का निस्तारण किया। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ आयोग के मुताबिक, 469 मामलों में मानवाधिकार उल्लंघन के पीड़ितों को राहत के रूप में 15 करोड़ रुपये से अधिक की राशि की सिफारिश की गई है। बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस के मौके पर विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। इस मौके पर एनएचआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे। मानवाधिकार दिवस हर साल 10 दिसंबर को मनाया जाता है। एनएचआरसी ने कहा कि मानवाधिकार दिवस एक ऐसा दिन है जब दुनियाभर के विभिन्न पक्षकारों को अपनी कार्रवाई व कर्तव्यों का आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे किसी के भी मानवाधिकार हनन का कारण नहीं बने। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: President Kovind will be the chief guest at Human Rights Day program भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/sii-may-cut-monthly-production-of-covishield-by-half-due-to-fall-in-demand-b421/,मांग में गिरावट के चलते कोविशील्ड के मासिक उत्पादन में आधी कटौती कर सकता है एसआईआई,"नयी दिल्ली, सात दिसंबर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदार पूनावाला ने केंद्र सरकार से कोविशील्ड के लिए पर्याप्त ऑर्डर नहीं मिलने के बाद मंगलवार को कहा कि कंपनी टीकों के मासिक उत्पादन को कम से कम 50 फीसदी घटाने पर विचार कर रही है। एसआईआई ने सरकार को देश में पात्र लोगों के लिए सामान्य दो खुराक और बूस्टर खुराक पर इसकी आवश्यकता, यदि कोई हो, पर स्पष्टता करने के लिए पत्र लिखा है। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ पूनावाला ने सीएनबीसी-टीवी18 को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ""मैं वास्तव में एक दुविधा में हूं जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी ... हम एक महीने में 25 करोड़ खुराक का उत्पादन कर रहे हैं, लेकिन अच्छी खबर यह है कि भारत ने अपनी आबादी के एक बड़े हिस्से को कवर कर लिया है और हम स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले अपने सभी ऑर्डर एक सप्ताह के समय में पूरा कर देंगे।’’ अपनी भविष्य की उत्पादन रणनीति पर, पूनावाला ने कहा कि चूंकि ""कोई अन्य ऑर्डर नहीं है, इसलिए मैं मासिक उत्पादन को तब तक कम से कम 50 प्रतिशत तक कम करने जा रहा हूं ... जब तक कि भारत में या दुनिया में ऑर्डर फिर से जोर नहीं पकड़ते।"" यह उल्लेख करते हुए कि कोविशील्ड का निर्यात भी वर्तमान में धीमा है, उन्होंने कहा कि अगली तिमाही में निर्यात ऑर्डर में तेजी आएगी। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: SII may cut monthly production of Covishield by half due to fall in demand भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/mp-two-persons-who-returned-to-bhopal-from-abroad-found-corona-virus-infected-b421/,मप्र : विदेश से भोपाल लौटे दो व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित मिले,"भोपाल, सात दिसंबर कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर चिंता के बीच मध्यप्रदेश के भोपाल में ब्रिटेन और कनाडा से लौटे दो व्यक्ति मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमित मिले हैं। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी है। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि संक्रमण की पुष्टि होने के बाद 41 एवं 42 साल आयु के दोनों लोगों को पृथक-वास में रखा गया है और उनके नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है ताकि यह पता लग सके कि वे कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित है या नहीं। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ वहीं, जिला संपर्क अधिकारी डॉक्टर डी. मोहंती ने जबलपुर में बताया कि सोमवार को जबलपुर में 28 वर्षीय एक जर्मन नागरिक के संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद उसके नमूने को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति रविवार शाम को जबलपुर में एक विवाह समारोह में शामिल हुआ था इसलिए उसके संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाकर कम से कम 50 लोगों के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। मोहंती ने बताया कि रविवार को नयी दिल्ली से आये इस जर्मन नागरिक के जबलपुर पहुंचने के बाद हवाई अड्डा पर रैपिड एंटीजन टेस्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई लेकिन सोमवार को आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 देखभाल केंद्र में पृथक-वास में रखा गया है। मध्यप्रदेश में अब तक ओमीक्रोन का कोई मामला सामने नहीं आया है। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: MP: Two persons who returned to Bhopal from abroad found corona virus infected भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/delhis-air-quality-improves-as-wind-speed-increases-b421/,हवा की गति बढ़ने से दिल्ली की वायु गुणवत्ता में हुआ सुधार,"नयी दिल्ली, सात दिसंबर हवा की गति बढ़ने से प्रदूषकों के छितराव के कारण राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता में मंगलवार को काफी सुधार हुआ। दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 255 रहा, जो सोमवार के 322 से बेहतर है। पड़ोस के फरीदाबाद (234), गाजियाबाद (235), ग्रेटर नोएडा (174), गुरुग्राम (248) और नोएडा (212) में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 तक के एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर हवा की गति मंगलवार को बढ़कर 16 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई। अगले चार दिनों में हवा की गति मध्यम रहने से स्थिति में और सुधार होगा। दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 11.4 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले तीन से चार दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है। आर्द्रता का स्तर 97 से 40 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम वैज्ञानिकों ने बुधवार की सुबह हल्के कोहरे के साथ आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 24 डिग्री सेल्सियस और 10 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Delhi's air quality improves as wind speed increases भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a7%e0%a5%82%e0%a4%ae/,"दिल्ली के बाजारों में धूम, कहीं कोरोना न बढ़ा दें","दिल्ली के बाजारों में दीपावली की धूम है। बाजारों में रौनक है। वहीं कोरोना कहर अभी कम हुआ है लेकिन गया नहीं है। ऐसे में बाजारों मे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है। लोगों का बाजारों में बिना मास्क के आना–जाना कहीं कोरोना के संक्रमण को ना बढ़ा दें। ऐसे में जरा सी लापरवाही घातक हो सकती है। दिल्ली के चांदनी चौक, सदर बाजार और लाजपत नगर बाजार सहित अन्य बाजारों में हजारों लोगों की एक साथ भीड़ का होना कोरोना को बढ़ावा दें सकता है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि लोगों से कई मर्तबा अपील भी की है। कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, लेकिन लापरवाह जनता खुद ही अपने स्वास्थ्य के लिये सावधान नहीं है। बताते चलें, दिल्ली के बाजारों में कहने को तो लोगों की जांच व कोरोना की जांच के लिये जगह-जगह दिल्ली पुलिस व अन्य सिक्योरिटी गार्ड वाले भी लगे है। लेकिन उनमें ज्यादातर तो दिखावे के तौर पर बुखार चेक करने वाली मशीन है। वहीं सैनिटाइजर भी पानी मिला लगाते है। ऐसे में कोरोना की रोकथाम का सारा प्रयास दिखावे के तौर पर ही है। दिल्ली के व्यापारियों का कहना है कि, देश भर का व्यापारी दिल्ली से सामान खरीदकर अपने–अपने गांवों में जाता है। ऐसे में सही मायने में कोरोना के नियमों का पालन सब दिखावा ही है। ऐसे सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने लिये आगे आना होगा। अभी कोरोना की रोकथाम संभव है।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%ac%e0%a5%80%e0%a4%86%e0%a4%88-%e0%a4%97%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a4%b0-%e0%a4%b6%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a4/,आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल 3 साल बढ़ाया गया,"केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ा दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने गुरूवार देर रात उनका कार्यकाल बढ़ाने को मंजूरी प्रदान कर दी थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने गुरूवार को इसकी मंजूरी दी और आज सरकार ने एक बयान में कहा कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल तीन साल के लिए दिसंबर 2024 तक बढ़ाया गया है। उनका पुनर्नियुक्ति 10 दिसंबर से अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेगा।",-1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a5%9e%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b2%e0%a5%8c%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%ae-%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be/,फ़ार्म में लौटी टीम इंडिया के लिए अफगानिस्तान की जीत ही...,"देश के क्रिकट प्रेमियों के लिए सबसे बड़ा सवाल – क्या भारत आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचेगा ? भारत ने जिस तरह पहले दो मैच (पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ) बेवजह के दबाव में गँवा दिए, उससे उपजी निराशा को बाद के दो मैचों में बड़ी जीत ने कुछ उम्मीद बाँधी है जो भारत का रन रेट इन जीतों से बहुत बेहतर हो जाने के बाद और मजबूत हुई है। अब अफगानिस्तान ही भारत की उम्मीदों की सबसे बड़ी उम्मीद की कुंजी है। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में शुक्रवार की शाम टीम इंडिया ने जिस शानदार तरीके से स्कॉटलैंड को 8 विकेट से हराया, उससे लग रहा है कि भारत फ़ार्म में लौट चुका है। दोनों ही मैच भारत ने पूरी पकड़ बनाकर जीते हैं। टीम इंडिया की इस शानदार वापसी से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में खुशी है, वहीं टीम भी मनोवैज्ञानिक निराशा से बाहर निकली है। अपने ग्रुप में टेबल पर भारत के अब 4 पॉइंट हो गए हैं और उसका रन रेट बहुत बेहतर हो गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि टीम फ़ार्म में लौट आई है। भारत का आख़िरी मैच नामीबिया से है, जिसमें भारत बड़ी जीत की उम्मीद कर रहा है। भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद अब बस अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के मैच पर है। करोड़ों भारतीय दुआ कर रहे हैं कि शुक्रवार को स्कॉटलैंड के खिलाफ न्यूजीलैंड पस्त हो जाए तो भारत का सेमीफाइनल का भाग्य द्वार खुल जाए। वैसे भी भारतीय टीम विराट कोहली को एक कप्तान के रूप में शानदार विदाई देना चाहती है, जिनका कप्तान के रूप में यह आख़िरी टूर्नामेंट है।",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/karnataka-farmer-reached-police-station-against-his-cow-with-complain-of-not-giving-milk-948620.html,"कर्नाटक: अपनी ही गाय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंच गया किसान, जानिए क्या है पूरा मामला","अपनी ही गाय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंच गया किसान कर्नाटक (Karnataka) से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां एक गाय के दूध नहीं देने पर किसान उसकी शिकायत लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच गया. ये मामला शिमोगा जिले का है. यहां सिदलीपुर गांव में रहने वाले एक किसान ने अपनी ही गाय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत में कहा गया है कि चारा खिलाने के बावजूद गाय दूध नहीं दे रही है. रमैया नाम के इस किसाम ने होलेहोन्नूर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराते हुए मदद की गुहार लगाई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक किसान ने दावा किया है कि उनकी गाय ने पिछले 4 दिनों से दूध नहीं दिया है जबकि वह लगातार उसे चारा खिलाते हैं. किसान की मानें तो वह गाय को सुबह 8 बजे और 11 बजे और शाम के वक्त 4 बजे और 6 बजे चारा देते हैं लेकिन फिर भी उनकी गाय ने चार दिनों से चारा नहीं दिया है. ऐसे में किसान ने पुलिस से मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि वह उसे दूध देने के लिए राजी करें. पुलिस ने क्या कहा? वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है पुलिस भी किसान की समस्या सुनकर हैरान रह गई और उसे बताया कि पुलिस इस तरह के मामलों में कुछ नहीं कर सकती. आए दिन दुनियाभर से इस तरह के अनोखे मामले सामने आते रहते हैं. इसी कड़ी में कनाडा से भी जुड़ी अनोखी खबर है जिसे आपको जरूर जानना चाहिए. दरअसल कनाडा का एक बेहद ही अजीबोगरीब नियम भी है, जिसके बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं. यहां के कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां चूहा पालने के लिए भी सरकार से इजाजत लेनी पड़ती है. इसके अलावा जिंदा चूहे को बेचना या मारना यहां गैरकानूनी माना जाता है. बता दें, कनाडा को ‘झीलों का देश’ भी कहा जाता है, क्योंकि यहां अद्भुत और खूबसूरत झीलों की कोई कमी नहीं है. ऐसा भी कहा जाता है कि कनाडा के झीलों में जितना पानी मौजूद है, वह दुनिया का करीब 20 फीसदी है. यह भी पढ़ें: हत्यारों ने पहले लड़की से ही जबरन खुदवाई कब्र, फिर गोली मारकर उसी में दफना दी लाश महज 10 साल की उम्र में ये लड़की बन गई है करोड़पति, शाही लाइफस्टाइल देख दंग रह जाएंगे बड़े-बड़े रईस",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/corona-new-variant-omicron-spreads-rapidly-like-smallpox-know-why-people-are-feared-in-the-world-948624.html,"चेचक की तरह तेजी से फैलता है कोराना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन, जानिए क्या है दुनिया में फैले डर की बड़ी वजह?","Coronavirus New variant Omicron: अब देश में इस वेरिएंट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ओमीक्रॉन 50 से ज्यादा म्यूटेशन के बाद वजूद में आया कोरोना वायरस का ये वेरिएंट कितना घातक है इसका अभी तक ठीक तरह से आकलन नहीं हो पाया है, लेकिन ये जरूर पता चल गया है कि ओमीक्रॉन बहुत तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है और इस पर डॉक्टरों के एक और दावे ने मुहर लगा दी है. ओमीक्रॉन सिर्फ 24 घंटे में संक्रमण का शिकार बना सकता है. ये दावा किया गया है IMA यानी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से, जिसने ओमीक्रॉन को लेकर फिक्र को और बढ़ा दिया है. बताया जा रहा है ओमीक्रॉन का इंक्यूबेशन पीरियड सिर्फ 12 से 24 घंटे है. मतलब ये कि जब तक RT-PCR रिपोर्ट में किसी शख्स में संक्रमण की पुष्टि होगी, उससे पहले ही कई लोग संक्रमित हो चुके होंगे. इतना ही नहीं, IMA के मुताबिक ओमीक्रॉन से महामारी की नई लहर आने की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि ये चेचक की तरह तेजी से फैल सकता है. मतलब ये कि दुनिया में अभी तक कोरोना ने जिस रफ्तार से लोगों को संक्रमित किया है, ओमीक्रॉन उस रफ्तार को दोगुना कर सकता है क्योंकि चेचक का एक संक्रमित 10 से 12 लोगों को संक्रमित करता है, जबकि दुनिया में कहर बरपाने वाला डेल्टा वेरिएंट 5 से 6 लोगों को संक्रमित करता है. ओमीक्रॉन की संक्रामकता नई लहर की वजह बन सकती है ओमीक्रॉन से जुड़ी हर बात का जवाब इस वक्त आशंका और संभावना के बीच खिंची एक बारीक लाइन पर टिका है. इसको लेकर फैले डर की यही वजह है क्योंकि अभी इसका पता चले सिर्फ 14 दिन हुए हैं. दुनिया भर में वैज्ञानिक अभी रिसर्च में जुटे हैं. इसलिए अभी माइल्ड लग रहा ये वेरिएंट आगे भी ऐसा ही रहेगा या घातक हो जाएगा, ये अभी पक्के तौर पर कहा नहीं जा सकता है, लेकिन ये जरूर कहा जा सकता है कि ओमीक्रॉन की संक्रामकता और लोगों की लापरवाही नई लहर की वजह बन सकते हैं क्योंकि देश में विदेश से आए एक दो नहीं, बल्कि सैकड़ों लोग लापता है. उनका कोई सुराग नहीं मिल रहा है. बिहार की बात करें, यहां 4 से 7 दिसंबर के बीच 4600 लोग विदेश से आए, लेकिन उनमें से 50 प्रतिशत से भी ज्यादा लोगों का पता नहीं लग रहा है. बताया जा रहा है कि इन लोगों ने गलत पते और मोबाइल नंबर दे रखे थे. ऐसा ही संकट महाराष्ट्र पर भी मंडरा रहा है, जहां अब तक ओमीक्रॉन के 10 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इस वक्त ओमीक्रॉन का हॉटस्पॉट बना हुआ है, वहां भी विदेश से आए 109 लोग लापता है. आगरा में भी 172 विदेशी सैलानियों में 45 सैलानी ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं. इन्होंने भी होटल में गलत मोबाइल नंबर दे रखे थे. सवाल ये उठता है कि आखिर इस तरह भागने से या छुपने से ओमीक्रॉन से बचा सकता है. जवाब है बिल्कुल नहीं. ओमीक्रॉन से एहतियात बरतकर और सतर्क रहकर बचा सकता है, ना कि डरकर, जो हर दिन बढ़ता ही जा रहा है, जिसका सबूत है कई शहरों में ऑक्सीजन सिलेंडर की जमाखोरी की खबरें आना. ‘ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मरीजों की हालत गंभीर नहीं होती’ कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन के लिए तड़पते मरीजों के भयावह मंजर को, मातम और मजबूरी के उस वक्त को सोचकर आज भी कलेजा कांप जाता है. दिल बैठने लगता है और अब देश में ओमीक्रॉन की एंट्री के बाद वो डर फिर बढ़ने लगा है. उस डर के चलते लोगों को सांसों के उसी संकट की आहट सुनाई देने लगी है. खबरें आ रही हैं कि घबराहट में कई शहरों में लोग ऑक्सीजन सिलेंडर की जमाखोरी करने लगे हैं. लोग डरे हुए हैं, क्योंकि ओमीक्रॉन से तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है. लेकिन, वैज्ञानिकों को अब तक ओमीक्रॉन के बारे में जो पता लगाया है, उसके मुताबिक ये वेरिएंट तेजी से फैलता जरूर है, लेकिन हालत गंभीर नहीं होती. अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती है, लेकिन दूसरी लहर में देश ने जो ऑक्सीजन इमरेंजसी झेली, उस वजह से कश्मीर में भी ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ गई है. इसके पीछे एक वजह है ठंड की वजह से सांस के मरीजों की दिक्कतें बढ़ना. दूसरी वजह है कोविड के मामले बढ़ना और लेटेस्ट वजह है ओमीक्रॉन. ये भी पढ़ें: संसद के शीतकालीन सत्र का छठा दिन रहा हंगामेदार, अधीर रंजन चौधरी बोले- मारे गए किसानों की पहचान करने में मैं करूंगा सरकार की मदद ये भी पढ़ें- UP Assembly Election: PM मोदी ने सपा को बताया रेड अलर्ट, कहा- लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/helicopter-accident-rajnath-will-give-statement-in-both-houses-of-parliament-1507738,CDS बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कल संसद के दोनों सदनों में देंगे बयान,"नई दिल्लीः सीडीएस बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कल संसद के दोनों सदनों में बयान देंगे। बता दें तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत हो गई थी। वायु सेना ने ट्वीट कर जनरल रावत के मौत की पुष्टि की। इस हादसे में 13 अन्य लोगों की भी जान गई है। बता दें कि जनरल रावत को ले जाने वाला वायु सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर बुधवार को कुन्नूर में दुर्घटना का शिकार हो गया था। यह भीषण हादसा सुलूर और कोयंबटूर के बीच हुआ। हेलिकॉप्टर में चालक दल के 5 सदस्यों से सहित कुल 14 लोग सवार थे। CDS Bipin Rawat helicopter accident Defense Minister Rajnath Singh Parliament statement CDS जनरल बिपिन रावत की मौत पर पाकिस्तानी सेना ने ट्वीट कर जताया दुख NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/cds-bipin-rawat-bipin-rawat-death-helicopter-crash-pakistani-army-1507731,CDS जनरल बिपिन रावत की मौत पर पाकिस्तानी सेना ने ट्वीट कर जताया दुख,"पाकिस्तान: CDS जनरल बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई मौत पर भारत समेत देश विदेश के नेताओं ने दुख जाहिर किया है। बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हादसे में CDS रावत की पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। इस खबर से पूरे देश में शोक की लहर है, वहीं इस बीच पाकिस्तान ने भी सीडीएस बिपिन रावत समेत दुर्घटना में मारे गए लोगों की मौत पर अपनी संवेदनाएं जाहिर की है। दरअसल, पाकिस्तानी सेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया कि जनरल नदीम रजा, जनरल कमर जावेद बाजवा और सीओएएस (चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ) भारत में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर अपनी संवेदनाएं जाहिर करते हैं। General Nadeem Raza, CJCSC & General Qamar Javed Bajwa, COAS express condolences on tragic death of #CDS General #BipinRawat, his wife and loss of precious lives in a helicopter crash in India — DG ISPR (@OfficialDGISPR) December 8, 2021 जानकारी के लिए बता दें कि CDS रावत पिछले चार दशकों से देश की सेवा कर रहे हैं उन्होंने कई बड़े ऑपरेशनों में अपना योगदान दिया था। उन्होंने पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। #WATCH | Latest visuals from military chopper crash site in Tamil Nadu. CDS Gen Bipin Rawat, his staff and some family members were on board chopper. pic.twitter.com/H3ewiYlVMU — ANI (@ANI) December 8, 2021 cds bipin rawat bipin rawat death helicopter crash pakistani army कैसे क्रैश हो गया सेना का बेहद सुरक्षित हैलीकॉप्टर? NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/how-did-the-armys-very-safe-helicopter-crash-1507715,कैसे क्रैश हो गया सेना का बेहद सुरक्षित हैलीकॉप्टर?,"नेशनल डेस्क: इस हेलीकॉप्टर को भारतीय रक्षा मंत्रालय ने रशिया से खरीदा था जिसे कि पहली बार फरवरी 2013 में आयोजित एयरो इंडिया शो में दिखाया गया था। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने ग्लोबल हेलीकॉप्टर इंडस्ट्री के जाने माने नाम रशियन हेलीकॉप्टर से 1.3 बिलियन डॉलर का कंट्रैक्ट दिसंबर 2008 में साइन किया था जिसके बाद इनकी डिलीवरी वर्ष 2011 से शुरू हो गई थी और 2013 तक कुल मिला कर 36 हेलीकॉप्टर की डिलीवरी हो चुकी थी। Mi-17V5 को रशियन Mi-17 ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर का ट्विन इंजन वर्जन बताया गया है जिसे कि खास तौर पर कर्मियों, उपकरणों और कार्गो को लाने और ले जाने के लिए बनाया गया था। इसे किसी भी तरह की भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों में इस्तेमाल में लाया जा सकता है। यह गर्म और रेगिस्तानी इलाकों में भी आसानी से उड़ान भर सकता है। इसमें सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम मौजूद है जो बहुत ही सटीकता से इलाके के बारे में जानकारी दिखाता है। वजन उठाने की बात की जाए तो यह हेलीकॉप्टर 13,000 किलोग्राम तक के वजन को उठाने की क्षमता रखता था। इसके जरिए 36 सैनिकों को हथियारों के साथ एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाया जा सकता था। इस हेलीकॉप्टर का फ्लोर एरिया काफी ज्यादा था और इसमें स्लाइडिंग डोर्स और पैराशूट की भी व्यवस्था थी। यह हेलीकॉप्टर 250 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकता था और एक बार में 580 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता था। इसे ऐसा बनाया गया था कि यह जरूरत पड़ने पर दो सहायक ईंधन टैंक्स को भी साथ में लेकर उड़ सके जिससे यह 1,065 किलोमीटर तक की यात्रा को आसानी से तय कर सके। इसकी ग्लास कॉकपिट में चार मल्टीफंक्शनल डिस्प्लेज़, नाइट विजन इक्विपमेंट और ऑन बोर्ड वैदर रडार भी मौजूद था, इसके अलावा इसमें ऑटोपायलेट सिस्टम भी दिया गया था। इतनी हाई टैक तकनीक वाला हेलीकॉप्टर आखिरकार क्रैश कैसे हो गया इस पर अभी सवाल खड़े हो गए हैं। army helicopter crash IAF Mi-17V5 Mi-17V5 helicopter crash CDS बिपिन रावत के सख्त रवैये से दुश्मन देशों को भी होती थी तकलीफ- चीन को बताया था भारत का... NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/only-group-captain-varun-singhs-life-survived-in-the-helicopter-accident-1507697,हेलीकॉप्टर हादसे में बची सिर्फ ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह की जान,"नेशनल डेस्क: तमिलनाडु में बुधवार को हुई हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ, जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी सहित 11 अन्‍य लोगों की जान चली गई है। इस हेलीकॉप्‍टर हादसे में भारतीय वायुसेना के केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच सके। भारतीय वायुसेना ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि ""बेहद अफसोस के साथ बताना पड़ रहा है कि जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और हेलीकॉप्‍टर में सवार 11 अन्‍य लोगों की 'इस दुर्घटना में मृत्‍यु हो गई है।"" एक अन्य ट्वीट में बताया गया कि ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह का इंजुरी के कारण इस समय वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। आपको बता दें कि ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह को पिछले साल अगस्‍त में ही शौर्य चक्र से सम्‍मानित किया गया है। उन्‍होंने कौशल का प्रदर्शन करते हुए तकनीकी खराबी वाले तेजस (TEJAS) लड़ाकू को सुरक्षित लैंड कराया था। बुधवार को Mi सीरीज का जो हेलीकॉप्‍टर दुर्घटनाग्रस्‍त हुआ, उसने सुलुर (Sulur) आर्मी बेस से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यह तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया था। Group Captain Varun Singh helicopter accident Captain Varun Singh कश्मीर पर सीडीएस बिपिन रावत के इस बयान से मच गया था तहलका, लगा था भड़काने का आरोप NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/minor-sets-himself-on-fire-in-love-death-1507694,"ब्रेकअप, ब्लैकमेलिंग और सुसाइड! प्यार के कारण नाबालिग बच्ची ने खुद को दी दर्दनाक मौत","जबलपुर(विवेक तिवारी): जबलपुर के थाना रांझी स्थित पुरानी बस्ती में रहने वाली एक 11 वीं क्लास की छात्रा ने पड़ोस में रहने वाले शोहदों से परेशान होकर मंगलवार की दोपहर अपने ऊपर केरोसिन डालकर आग लगा ली थी। आनन-फानन में किशोरी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। जहां आखिरकार वह जिंदगी की जंग हार गई और बुधवार दोपहर उसकी मौत हो गई। इधर मृतक छात्रा के द्वारा जिन लोगों का नाम सुसाइड नोट में लिखा था। पुलिस ने उन सभी 6 लोगों को हिरासत में ले लिया है। रांझी पुलिस के मुताबिक मृतिका का पड़ोसी के एक युवक से दोस्ती थी। 24 सितंबर को उसके पिता मुकेश जैन ने उसे मुख्य आरोपी के साथ देखा था इसके बाद पिता ने बेटी को डांटा था और युवक के घर जाकर उसके साथ मारपीट की थी। इस पर युवक ने रांझी थाने में मृतिका के पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस बात से नाराज मृतका अभिलाषा घर से निकल गई थी और अगले दिन लौटी थी। पिता मुकेश जैन ने बेटी के अपहरण की शिकायत भी दर्ज कराई थी। इसकी पुष्टि किशोरी ने 164 के बयान में की थी और कहा था कि वह पिता के डांटने से गुस्सा होकर रात भर रेलवे स्टेशन पर बैठी रही। हालांकि इसके बाद उनकी दोस्ती दुश्मनी में बदल गई और वह मृतिका को धमकी देने लगा। ब्लैकमेल करने लगा और पिता को जेल भिजवाने की धमकी देने लगा उसने कहा कि पांच हजार रुपए दे दे, नहीं तो पिता को सात साल की एससी-एसटी मामले में जेल हो जाएगी। परेशान और डरी छात्रा ने खुद को आग लगा ली और मंगलवार की देर रात उसकी मौत हो गई। मौत से पहले छात्रा का वीडियो भी सामने आया है। इसमें उसने आरोपियों के नाम भी बताए हैं। आत्महत्या करने से पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी लिखा था जिसमें उसने जिक्र किया था कि अनुराग चौधरी वर्षा आशा तन्वी और ममता केवट उसे बहुत परेशान कर रहे हैं और उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है। छात्रा ने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि उसका घर से निकलना मुश्किल हो गया है तो वही छात्रा का मृत्यु पूर्व एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें छात्रा ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उसे ब्लैक मेल कर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाले सभी लोगों को फांसी दी जाए क्योंकि उसके चारों तरफ लड़के घूमते रहते हैं। इतना ही नहीं जब वह रांझी थाने में शिकायत करने गई तो वहां भी उसकी सुनवाई नहीं हुई। लिहाजा परेशान होकर उसने आत्महत्या का कदम उठाया। इधर छात्रा के द्वारा यह कदम उठाने के बाद रांझी थाना पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वही मृतक के पिता का कहना था कि मेरी बेटी को चाकू दिखा कर उसका अश्लील वीडियो और फ़ोटो क्षेत्र के ही लड़कों ने बना लिया था जिसको वायरल कर उसे बदनाम करने की धमकी देते थे और इस बात की शिकायत करने मेरी बेटी सोमवार को तीन घंटे थाना रांझी में बैठी थी मगर थाना रांझी पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की जिसके चलते मेरी बेटी ने आत्मघाती कदम उठा लिया। हालांकि पुलिस की अलग ही दलील सामने आई है। पुलिस का यह कहना है कि दिनांक 24/09/21 को 17 वर्षिय किशोर की रिपोर्ट पर किशोरी के पिता के विरूद्ध थाना रांझी में अपराध क्रमांक 1030/21 धारा 294, 324, 452,506 भादवि एवं एस.सी.एस.टी. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया था,जिसका न्यायालय में चालान भी प्रस्तुत कर दिया गया है। बीते दिन किशोरी रात लगभग 8-30 बजे घर से बिना बताये चली गई थी परिजन की रिपोर्ट पर थाना रांझी में अपराध क्रमांक 1031/21 धारा 363 क़ायम कर जांच में लिया गया था। Madhya Pradesh Hindi News Jabalpur News Breakup Blackmailing Suicide Minor commits suicide Death सेकेंड लेफ्टिनेंट से CDS तक, 43 साल दिया सेना का साथ, जानें बिपिन रावत से जुड़ी बातें NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/army-helicopter-crash-tamil-nadu-general-bipin-rawat-1507525,"कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश: आग की ऊंची लपटें, पहाड़ी के नीचे देखी गईं बॉडीज- तस्वीरों में देखें हादसे का भयानक मंजर","नई दिल्ली: तमिलनाडु के ऊटी में एक सैन्य हेलीकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया है जिसमें बड़ी खबर यह है कि इस हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। सूत्रों ने बताया कि स्थानीय सैन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और उन्हें बताया गया है कि स्थानीय लोग 80 प्रतिशत जले हुए दो शवों को स्थानीय अस्पताल ले गए हैं। दुर्घटना के क्षेत्र में कुछ शवों को नीचे की ओर देखा जा सकता है। शवों को निकालने और पहचान की जांच के प्रयास जारी हैं। #WATCH | Latest visuals from the spot (between Coimbatore and Sulur) where a military chopper crashed in Tamil Nadu. CDS Bipin Rawat, his staff and some family members were in the chopper. pic.twitter.com/6oxG7xD8iW — ANI (@ANI) December 8, 2021 हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें हेलिकॉप्टर पूरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रहा है और उसमें आग लगी हुई है। जनरल बिपिन रावत की स्थिति के बारे में अभी कुछ भी आधिकारिक तौर पर नहीं कहा गया है। बता दें कि जनरल बिपिन रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे। उन्होंने 1 जनवरी 2020 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का जिम्मा संभाला। \ army helicopter crash tamil nadu general bipin rawat अजमेर केन्द्रीय कारागृह में बरामद किए गए पांच मोबाइल NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/know-more-about-bipin-rawat-1507692,"सेकेंड लेफ्टिनेंट से CDS तक, 43 साल दिया सेना का साथ, जानें बिपिन रावत से जुड़ी बातें","नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के कुन्नूर में एक सैन्य हेलीकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत शहीद हो गए हैं। उनके अलावा उनकी पत्नी समेत 14 लोग भी इस हैलीकॉप्टर में मौजूद थे जिनकी मौत हो गई है। आपको बता दें कि बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ (सीडीएस) थे और चीफ ऑफ स्‍टाफ के तौर पर जनरल रावत तीनों सेनाओं के बारे में रक्षा मंत्री के मुख्‍य सैन्‍य सलाहकार के रुप में कार्य कर रहे थे। उन्होंने इससे पहले 17 दिसंबर 2016 को जनरल दलबीर सिंह सुहाग के बाद 27वें सेनाध्यक्ष (सीओएएस) के रूप में भारतीय सेना की कमान संभाली थी। 16 मार्च 1958 को बिपिन रावत का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी में हुआ था। उनके पिता लक्ष्मण सिंह लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए थे। बिपिन रावत ने मेरठ यूनिवर्सिटी से मिलिट्री-मीडिया स्ट्रैटेजिक स्टडीज में पीएचडी की थी और वे राष्‍ट्रीय रक्षा अकादमी, वेलिंगटन स्थित रक्षा सेवा स्‍टाफ कॉलेज और उच्‍च कमान राष्‍ट्रीय रक्षा कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके थे। जनरल रावत सेना के पूर्वी सेक्‍टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर थल सेना की एक बटालियन का नेतृत्व कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने कश्‍मीर और पूर्वोत्तर में भी सेना की टुकडि़यों की कमान संभाली थी। इन पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं जनरल बिपिन रावत राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के पूर्व छात्र रावत दिसंबर 1978 में सेना में शामिल हुए थे। सेकेंड लेफ्टिनेंट के साथ उन्होंने आर्मी में सफर शुरू किया और सीडीएस जनरल के रूप में अपनी सेवाएं दीं। इस दौरान वे कई पदों पर तैनात रहे। अपने चार दशक की सेवा के दौरान, रावत ने एक ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-सी), जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2 के रुप में भी काम किया इसके अलावा वे संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का भी हिस्सा रहे। कांगो गणराज्‍य में विभिन्‍न देशों की सेनाओं की एक ब्रिगेड की भी कमान जनरल रावत ने संभाली। उनके पास सेना की पश्चिमी कमान में कई सैन्‍य अभियानों के संचालन का अनुभव था। सेना प्रमुख नियुक्‍त किए जाने के पहले वे सेना उप प्रमुख के पद पर काम कर चुके थे। 42 सालों से ज्‍यादा सेना में कामकाज के अनुभव के आधार पर जनरल रावत को उनकी उत्‍कृष्ट सेवाओं के लिए कई वीरता और अतिविशिष्‍ट सेवा पदकों से सम्‍मानित किया गया है। bipin rawat Know more about bipin rawat CDS CDS Bipin Rawat Family: बिपिन रावत के पिता भी थे लेफ्टिनेंट जनरल, अब परिवार में बचे ये लोग NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/cm-shivraj-expressed-grief-over-the-death-of-cds-bipin-rawat-1507687,"CDS बिपिन रावत के निधन पर CM शिवराज ने जताया शोक, कहा- भारत ने एक हीरो खो दिया","भोपाल: तमिलनाडू के कन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में CDS बिपिन रावत का निधन हो गया है। जो हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है, उसमें 14 लोग सवार थे। सीडीएस रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी हेलिकॉप्टर में सवार थीं। CDS की मौत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम कमलनाथ , दिग्विजय सिंह व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शोक व्यक्त किया है। General Rawat was a brave soldier and highly decorated officer who served his motherland till last breath. As an expert of counter-insurgency operations and high altitude warfare, he set a new benchmark of service to the nation, which led him to become the first CDS of India. pic.twitter.com/ufJIBIXrLk — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 8, 2021 CM शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट में लिखा कि भारत ने एक हीरो खो दिया है। भारतीय सशस्त्र बलों के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन सिंह रावत, उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका सिंह के असामयिक दुखद निधन पर मेरी हार्दिक संवेदना। मधुलिका रावत मध्य प्रदेश की पुत्री थीं। जनरल रावत एक बहादुर सैनिक और उच्च पदस्थ अधिकारी थे, जिन्होंने अंतिम सांस तक अपनी मातृभूमि की सेवा की। उग्रवाद विरोधी अभियानों और उच्च ऊंचाई वाले युद्ध के विशेषज्ञ के रूप में, उन्होंने राष्ट्र के लिए सेवा का एक नया मानदंड स्थापित किया, जिसके कारण वे भारत के पहले सीडीएस बने। Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में CDS रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे लेकिन कुन्नूर में घने जंगल में हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा इतना भयानक था कि चारों तरफ सिर्फ आग ही आग की लपटें नजर आ रही हैं। वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों के शव 80 प्रतिशत तक जल चुके हैं। शवों को पहचान की जांच जारी है। हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। इससे पहले दुर्घटना में तीन यात्रियों के घायल होने की भी सूचना मिली थी जिन्हें लगिरी जिले के वेलिंगटन छावनी में ले जाया गया था। Madhya Pradesh News Tamil Nadu Coonoor Army Helicopter Crash CDS Bipin Rawat Madhulika Rawat Bipin Rawat passes away CM Shivraj कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद 96 आम नागरिकों की हत्या, 366 आतंकी मारे गए NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-coonoor-helicopter-bipin-rawat-1507690,"CDS Bipin Rawat Family: बिपिन रावत के पिता भी थे लेफ्टिनेंट जनरल, अब परिवार में बचे ये लोग","नेशनल डेस्क: कुन्नूर के समीप हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई है। भारतीय वायुसेना ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की है । वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘बहुत ही अफोसस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।'' देश के पहले चीफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौक से पूरे देश में मातम का माहौल है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत को 31 दिसंबर 2019 को देश के पहले सीडीएस की जिम्मेदारी दी गई थी। आपको बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में जन्मे बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत लेफ्टिनेंट जनरल थे। उन्होंने शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़गवासला से पढ़ाई की है। दिसंबर 1978 में उन्हें भारतीय सैन्य अकादमी से गोरखा रायफल्स की 5वीं बटालियन में नियुक्ति मिली थी। यहां उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था। जनरल बिपिन रावत के दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का नाम कृतिका रावत बताया जाता है जबकि दूसरी बेटी का नाम तारिणी बताया गया है। कृतिका की शादी मुंबई में हुई है और वो वहीं रहती हैं। तारिणी अभी पढ़ाई कर रही हैं। भारतीय वायुसेना ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की कुन्नूर के समीप हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई है। वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘बहुत ही अफोसस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।'' तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हेलीकॉप्टर में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और कई अन्य अधिकारी सवार थे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ और चालक दल सहित हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। सीडीएस वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दे दिए गए हैं। national news punjab kesari delhi Coonoor Helicopter Bipin Rawat Madhulika Rawat Laxman Singh Rawat CDS बिपिन रावत के निधन पर CM शिवराज ने जताया शोक, कहा- भारत ने एक हीरो खो दिया NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://bihar.punjabkesari.in/national/news/voting-ends-in-817-panchayats-of-34-districts-1507431,"बिहार पंचायत चुनाव: 10वें चरण में 34 जिलों की 817 पंचायतों में वोटिंग खत्म, मतदाताओं में दिखा उत्साह","पटनाः बिहार में आज पंचायत चुनाव के दसवें चरण के मतदान खत्म हो गया है। इस चरण में 34 जिलों की 817 पंचायतों में वोटिंग हुई। 7257 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ देखने को मिली। वहीं दसवें चरण की मतगणना 10 और 11 दिसंबर को होगी। दसवें चरण में 63 लाख 24 हजार 714 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें 33,29,858 पुरुष और 29,94,648 महिला के अतिरिक्त 208 अन्य मतदाता शामिल थे। इस चरण के चुनाव में 93,725 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। वहीं आयोग के अनुसार, 10वें चरण में 24 हजार 816 सीटों के लिए मतदान हुआ। इनमें ग्राम सदस्य के 10,981, मुखिया के 817, पंचायत समिति सदस्य के 1105, जिला परिषद सदस्य के 115 सीटों पर चुनाव हुआ। बता दें कि दसवें चरण के चुनाव क्षेत्रों में 2953 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए। इनमें ग्राम पंचायत सदस्य के 100, पंच के 2852 और मुखिया सीट पर एक उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए। इसके अतिरिक्त 116 पदों पर किसी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। इसलिए ये सीटें खाली रह गई हैं। इनमें 2 सीट ग्राम पंचायत सदस्य और 114 सीटें पंच की शामिल हैं। Bihar news Patna news Panchayat Chunav Voting Voters केपी यादव ने झूठलाया सिंधिया का दावा ! लोकसभा में उठाया खाद की समस्या का मुद्दा NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/encounter-between-terrorists-and-security-forces-in-shopian-1507435,जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने तीन आतंकवादियों को ढेर किया,"श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में तीन अज्ञात आतंकवादियों को मार गिराया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि शोपियां के चक-ए-चोलां गांव में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी जिसके बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया। अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोली चलाई जिसके बाद जवाबी फायर किया गया। अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से दिनभर चली गोलीबारी में तीन आतंकी मारे गए। #ShopianEncounterUpdate: 01 unidentified #terrorist killed. #Operation going on. Further details shall follow. @JmuKmrPolice https://t.co/OsuyPsKulL — Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) December 8, 2021 उन्होंने बताया कि अभियान अभी जारी है। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान और संगठन का पता लगाया जा रहा है। Kashmir Encounter terrorists Security forces Shopian बिहार पंचायत चुनाव: 10वें चरण में 34 जिलों की 817 पंचायतों में वोटिंग खत्म, मतदाताओं में... NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/tamil-nadu-cds-rawat-s-helicopter-crashes-in-coonoor-13-died-1507496,"देश के पहले CDS बिपिन रावत नहीं रहे, हेलीकॉप्टर क्रैश में पत्नी समेत 13 का निधन","नेशनल डेस्क: भारतीय वायुसेना ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की कुन्नूर के समीप हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई है। वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘बहुत ही अफोसस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।'' तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हेलीकॉप्टर में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और कई अन्य अधिकारी सवार थे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ और चालक दल सहित हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। सीडीएस वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दे दिए गए हैं। Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में CDS रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे लेकिन कुन्नूर में घने जंगल में हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा इतना भयानक था कि चारों तरफ सिर्फ आग ही आग की लपटें नजर आ रही हैं। वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों के शव 80 प्रतिशत तक जल चुके हैं। शवों को पहचान की जांच जारी है। हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। इससे पहले दुर्घटना में तीन यात्रियों के घायल होने की भी सूचना मिली थी जिन्हें लगिरी जिले के वेलिंगटन छावनी में ले जाया गया था। हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में बयान देंगे और इसके बाद वे घटनास्थल के लिए रवाना होंगे। वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी घटनास्थल पर पहुंचेंगे। 12 सदस्यीय टीम के साथ कम से कम छह एम्बुलेंस टीमों को दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक अस्पताल भेजे गए मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर बनी हुई है। Tamil Nadu Coonoor Army Helicopter Crashed CDS Bipin Rawat Rescue तमिलनाडु कुन्नूर सेना हेलीकॉप्टर विदेश सचिव श्रृंगला ने बांग्लादेशी नेताओं से की मुलाकात, बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग की... NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/video-indian-army-s-mi-17v5-helicopter-crashes-1507535,"Video: भारतीय सेना का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश, बिपिन रावत थे सवार...धूं-धूंकर जलता दिखा चॉपर","नेशनल डेस्क: वायुसेना का एक Mi-17V5 हेलिकॉप्टर आज तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इस हेलिकाप्टर में रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 14 लोगों की मौत हो गई। वायुसेना ने इस दुर्घटना की पुष्टि की है। वहीं इस दुर्घटना की वीडियो सामने आया है। वीडियो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयानक था। क्रैश के बाद हेलिकाप्टर धूं-धूं करके जलता हुआ दिखाई दिया इतना ही नहीं आग की लपटें काफी ज्यादा थी और आसपास भी धुएं का गुबार दिखा। वायुसेना ने कहा है कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस बीच, चेन्नई में रक्षा सूत्रों ने बताया कि इस दुर्घटना में चार अधिकारियों की मौत हो गई और तीन अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल मेें भर्ती कराया गया है। शेष सात लोगों के बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है। हालांकि बताया जा रहा है कि बिपिन रावत झुलस गए हैं और उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। Indian Army Helicopter Crash Bipin Rawat Tamil Nadu Coonoor wife Madhulika Rawat National News भारतीय सेना हेलिकॉप्टर क्रैश बिपिन रावत एलजी सिन्हा ने किया अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बाबा चमलियाल तीर्थ का दौरा ,चादर चढ़ाई NEXT STORY",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-indian-air-force-tamil-nadu-coonoor-cds-1507619,"सेना प्रमुख बनने से पहले भी 2015 में हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत को मात दे चुके हैं बिपिन रावत, बाल-बाल बची थी जान","नेशनल डेस्क: भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वायुसेना ने बताया कि इस हेलीकॉप्टर हादसे में भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। जानकारी मुताबिक उत्तर पूर्वी राज्य नगालैंड के दीमापुर जिले में बिपिन रावत समेत तीन अधिकारी सेना के चीता हेलिकॉप्टर पर सवार थे। उड़ान भरने के बस कुछ सेकंड बाद ही हेलिकॉप्ट क्रैश हो गया था। तब हेलिकॉप्टर महज 20 फुट की ऊंचाई पर था। सेना की तरफ से जानकारी दी गई थी कि हेलिकॉप्टर पर सवार अधिकारियों को मामूली चोटें आई हैं। बताया जाता है कि उस वक्त इस घटना के पीछे इंजन फेल होने की वजह सामने आई थी। इस घटना में भी वायुसेना ने उच्चस्तरीय जांच बिठाई थी। वायुसेना ने दिए जांच के आदेश वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी घायल लोगों को दुर्घटनास्थल से निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि सीडीएस जनरल रावत वेलिंगटन में ‘डिफेंस सर्विसेज कॉलेज' (डीएससी) जा रहे थे तभी हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस बीच, कोयंबटूर में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेलीकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में कितने लोग सवार थे, इस बारे में तत्काल कोई ठोस जानकारी नहीं है, हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने इससे पहले बताया था कि हेलीकॉप्टर में तीन-चार वरिष्ठ अधिकारी सवार थे। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंगटन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एम. एम. नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे। टीवी फुटेज में दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर में आग की लपटें उठती दिखीं। बचावकर्मी, सेना के जवानों के साथ दुर्घटनास्थल से मलबा हटाते देखे गए। national news punjab kesari Indian Air Force Tamil Nadu Coonoor CDS General Bipin Rawat M. M. Naravane हेलीकॉप्टर क्रैश: बिपिन रावत के पिता भी थे लेफ्टिनेंट जनरल, पत्नी भी सैनिक परिवारों की... NEXT STORY",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/iaf-group-captain-varun-singh-lone-survivor-in-helicopter-crash-coonoor-tamil-nadu-cds-bipin-rawat/1951753/,"हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र","बुधवार को तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में एक मात्र वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की जान बच पाई है। इस हादसे में उनके साथ सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी और 14 सैन्य अफसरों के साथ सवार थे। जिनमें से ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को छोड़कर बाकी सभी 13 लोगों की मौत हो गई है। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात वरुण सिंह को हाल ही में शौर्य चक्र मिला था। हेलीकॉप्टर हादसे में वरुण सिंह गंभीर रूप से झुलस गए हैं, और उनका वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। पिछले साल एक उड़ान के दौरान जटिल तकनीकी समस्याओं की चपेट में आने के बाद भी अपने विमान को संभालने के साहस के लिए उन्होंने इसी साल अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने तेजस फाइटर को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद सुरक्षित उतार लिया था। Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात जनरल रावत की मौत से गम में डूबा भारत, देश-विदेश के नेताओं ने जताया शोक, पीएम बोले- दुखी हूं, सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी जन्मदिन लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती इस हादसे में चार सैन्य अधिकारियों की मौत मौके पर ही हो गई थी। बाकि बचे 10 लोगों को वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज अभी जारी है। वो खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। Also Read बेहद ताकतवर माना जाता है Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर, जिस पर अपने दल-बल के साथ सवार थे CDS रावत; जानें उसके बारे में सबकुछ यह हादसा तब हुआ जब जनरल रावत अपने दल बल के साथ एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वेलिंगटन स्थित डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। लैंडिंग स्थल से 10 किलो मीटर पहले ही उनका हेलीकॉप्टर एक जंगल में क्रैश कर गया। हालांकि मौके पर तुरंत ही बचाव कार्य शुरू हो गया था, लेकिन जनरल रावत समेत 13 लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी। जनरल रावत देश के पहले सीडीएस यानि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे। 2020 में उनकी नियुक्ति इस पद पर तीन साल के लिए की गई थी। उनकी मौत पर पीएम मोदी ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट कर कहा- “मैं तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना से बहुत दुखी हूं जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया है। उन्होंने पूरी लगन से भारत की सेवा की। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं”।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/good-news-for-the-passengers-of-indian-railway-irctc-from-this-date-there-will-be-a-reduction-in-the-price-of-train-tickets/1951658/,Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती,"Indian Railway IRCTC लोगों को एक बडी राहत देने जा रही है। भारतीय रेलवे ने उन सभी ट्रेनों को शुरू करने का आदेश दिया है, जो कोविड महामारी के दौरान बंद की गई थीं। इन ट्रेनों को अब फिर से चालू किया जाएगा, जिससे यात्रियों को आवागमन की सुविधा तो मिलेगी ही साथ ही टिकटों के दाम में भी कटौती होगी। यात्री अब इन ट्रेनों में अनारक्षित टिकट पर यात्रा कर सकेंगे। रेलवे ने अनुसार, 31 ट्र्रेनों को 10 दिसंबर से शुरू किया जाएगा, जिसमें अनारक्षित टिकट पर सफर किया जा सकता है। कोविड महामारी के दौरान भारतीय रेलवे ने आनरक्षित ट्रेनों में यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही कई ट्रेनों का संचालन भी बंद कर दिया गया था। लेकिन अब जैसे- जैसे कोरोना की लहर के बाद व्‍यवस्‍था पटरी पर आ रही है, वैसे- वैसे ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा रहा है। इसी क्रम में इन 31 ट्रेनों को भी शुरू किया जा रहा है। सामान्य ट्रेनों में यात्रा करने के लिए कम किराया देना होगा। हालांकि, यात्रा के दौरान यात्रियों को अभी भी COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। Also Read LIC पॉलिसी पर भी मिलता है पर्सनल लोन, 5 लाख रुपये के कर्ज पर देनी होगी केवल इतने रुपये की EMI स्‍टाइलिश लुक के साथ आ रहा Vmoto Electric Scooter फ्लीट कॉन्सेप्ट fo1 , सिंगल चार्ज में 90Km की है रेंज Hyundai का बड़ा प्‍लान! 4000 करोड़ के इनवेस्‍ट से तैयार करेगी 6 Electric Cars, 800 किलोमीटर तक की होगी ड्राइविंग रेंज PM किसान सम्मान निधि के बाद ये योजना है सबसे ज्यादा पॉपुलर, ट्रैक्टर खरीदने के लिए मिलती है 50 फीसदी सब्सिडी, जानें-कैसे मिलेगा फायदा महामारी के दौरान शुरू की गई थी स्‍पेशल ट्रेने महामारी के दौरान रेलवे ने ट्रेनों में भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए कई स्‍पेशल ट्रेनों की शुरुआत की थी। जिसके बाद इन ट्रेनों के किराये में भी बढ़ोतरी की गई थी क्‍योंकि स्पेशल ट्रेनों का किराया सामान्य ट्रेन से ज्यादा होता है। इसके अलावा रेलवे ने करीब 70 फीसदी पैसेंजर ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस में बदला है, जिनके किराये में भी इजाफा हुआ है। यह भी पढ़ें: स्‍टाइलिश लुक के साथ आ रहा Vmoto Electric Scooter फ्लीट कॉन्सेप्ट fo1 , सिंगल चार्ज में 90Km की है रेंज दिव्‍यांग और महिलाएं आरक्षित कोचों में अनारक्षित टिकट से कर सकेंगे सफर रेलवे ने इन ट्रेनों के संचालन के साथ ही अब आरक्षित कोच में अनारक्षित टिकट के साथ महिलाएं ओर दिव्‍यांग सफर कर सकेंगे। इस दौरान उन्‍हें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। लेकिन उन्‍हें उसी जगह पर सफर करने की सुविध मिलेगी, जहां समान्‍य ट्रेने शुरू नहीं की गई हैं। यह ट्रेनें शुरू की जाएंगी -हेमकुंट एक्सप्रेस -देहरादून-अमृतसर जंक्शन- देहरादून एक्सप्रेस -जम्मू तवी – वाराणसी – जम्मू तवी एक्सप्रेस -होशियारपुर-दिल्ली-होशियारपुर -चंडीगढ़ – प्रयागराज संगम – चंडीगढ़ एक्सप्रेस -फाजिल्का-दिल्ली जंक्शन-फाजिल्का -ऊंचाहार एक्सप्रेस -अमृतसर-नई दिल्ली-अमृतसर -दौलतपुर चौक-दिल्ली जंक्शन-दौलतपुर -बरेली-नई दिल्ली- बरेली इंटरसिटी -बरेली-वाराणसी-बरेली इंटरसिटी -बरेली – प्रयागराज संगम – बरेली पैसेंजर -देहरादून-वाराणसी-देहरादून एक्सप्रेस -देहरादून-दिल्ली जंक्शन- देहरादून मसूरी एक्सप्रेस -दिल्ली जंक्शन-प्रतापगढ़ जंक्शन- दिल्ली जंक्शन पद्मावत एक्सप्रेस -जालंधर सिटी – नई दिल्ली – जालंधर सिटी एक्सप्रेस -नई दिल्ली-लोहिया खास जंक्शन-नई दिल्ली सरबत दा भला एक्सप्रेस -मोगा इंटरसिटी -प्रयागराज नौचंदी एक्सप्रेस -वाराणसी जंक्शन-लखनऊ-वाराणसी जंक्शन सुपरफास्ट शटल एक्सप्रेस",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/cds-general-bipin-rawat-die-in-iaf-helicopter-crash-in-coonoor-tamil-nadu/1951426/,"नहीं रहे CDS बिपिन रावत, विमान हादसे में शहीद हुए देश के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी","तमिलनाडु में हुए वायुसेना के हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत शहीद हो गए हैं। बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें सीडीएस बिपिन रावत भी अपनी पत्नी के साथ सवार थे। जनरल बिपिन रावत के बारे में जानकारी देते हुए एयरफोर्स ने ट्वीट कर कहा- गहरे अफसोस के साथ अब यह पता चला है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत समेत उसमें सवार 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है”। Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात जनरल रावत की मौत से गम में डूबा भारत, देश-विदेश के नेताओं ने जताया शोक, पीएम बोले- दुखी हूं, सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी जन्मदिन हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक सैन्य परिवार से रखते थे संबंध- सैन्य अधिकारियों के परिवार से संबंध रखने वाले जनरल रावत का जन्म उत्तराखंड में हुआ था। जनरल रावत के पिता और दादाजी भी सैन्य अफसर थे। अपने समय के सबसे प्रसिद्ध सैन्य अफसरों में से एक, जनरल बिपिन रावत ने 1 जनवरी, 2020 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में पदभार ग्रहण किया था। इस पद पर नियुक्त होने वाले वो पहले सैन्य अफसर थे। With deep regret, it has now been ascertained that Gen Bipin Rawat, Mrs Madhulika Rawat and 11 other persons on board have died in the unfortunate accident. — Indian Air Force (@IAF_MCC) December 8, 2021 गोरखा रेजीमेंट से थे रावत- जनरल बिपिन रावत को भारतीय सेना प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त होने से ठीक एक दिन पहले सीडीएस नामित किया गया था, इस पद पर तीन साल के कार्यकाल के लिए उनकी नियुक्ति हुई थी। जनरल बिपिन रावत गोरखा रेजीमेंट के अधिकारी थे। जनरल रावत गोरखा रेजीमेंट के चौथे ऐसे अधिकारी थे, जो सेनाध्यक्ष बने थे। 2016 में बने थे सेनाध्यक्ष- सीडीएस के रूप में, जनरल रावत सेना से संबंधित मामलों पर सरकार के मुख्य सलाहकार थे। इस भूमिका में, जनरल रावत ने सशस्त्र बलों के तीन विंग भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के बीच बेहतर तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया था। जनरल बिपिन रावत की स्कूली पढ़ाई शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से हुई थी। उन्होंने देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षण लिया था। जनरल रावत को 31 दिसंबर, 2016 को सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। यहां दे चुके थे सेवा- जनरल रावत ने ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-सी) दक्षिणी कमान, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड -2, कर्नल सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव की सेवा में चार दशक बिताए थे। वह संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का भी हिस्सा थे और उन्होंने कांगो में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली थी। इन अभियानों में थी भूमिका- उन्होंने अपने सैन्य करियर के दौरान पूर्वोत्तर में उग्रवाद को नियंत्रित करने, म्यांमार में सीमा पार ऑपरेशन और 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें सैन्य सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल दिए गए थे। Also Read Bipin Rawat Helicopter Crash: 2019 में PM मोदी ने बिपिन रावत को दी थी CDS की जिम्मेदारी, समझें क्या होता है CDS का कामकाज और क्यों बनाया गया था ये पद क्या हुआ आज- जानकारी के अनुसार यह हेलीकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए उड़ान पर था। हेलीकॉप्टर में चालक दल सहित 14 लोग सवार थे। यह हादसा तब हुआ जब हेलीकॉप्टर, लैंड करने की जगह से करीब 10 किलोमीटर दूर था। सीडीएस रावत अन्य अधिकारियों के साथ इसमें सवार थे, जब जंगल में वायुसेना का यह हेलिकॉप्टर क्रैश कर गया। मौके पर तुरंत ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। हालांकि हेलीकॉप्टर में आग लगने से शुरूआत में बचाव कार्यों में कर्मियों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा था। 13 की मौत- रावत के साथ इस हादसे में 14 में से 13 की लोगों की मौत हो गई है। सीडीएस रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दे दिए गए हैं।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/mi-17-v5-russian-origin-helicopter-is-very-safe-latest-version-of-military-transport-cds-bipin-rawat-chopper-crash/1951488/,"बेहद ताकतवर माना जाता है Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर, जिस पर अपने दल-बल के साथ सवार थे CDS रावत; जानें उसके बारे में सबकुछ","तमिलनाडु में बुधवार को जो वायुसेना का Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है, उसे दुनिया के बेहतरीन मिलिट्री हेलीकॉप्टर्स में से एक माना जाता है। रूस निर्मित इसी हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत अपने दल-बल के साथ सवार थे। पीएम भी करते हैं इस्तेमाल- यह हेलीकॉप्टर भारतीय रक्षा बलों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे शक्तिशाली हेलिकॉप्टरों में से एक है। यह किसी भी मौसम और इलाके में उड़ान भरने के लिए सक्षम है। लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से युक्त इस हेलीकॉप्टर का प्रयोग पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक की यात्राओं के लिए किया जाता है। रक्षा विशेषज्ञों की नजर में यह हेलीकॉप्टर काफी सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में किस वजह से हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ ये जांच के बाद ही पता चल पाएगा। Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात जनरल रावत की मौत से गम में डूबा भारत, देश-विदेश के नेताओं ने जताया शोक, पीएम बोले- दुखी हूं, सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी जन्मदिन हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक रूस में निर्माण: रूस निर्मित यह हेलीकॉप्टर दुनिया भर में मौजूद सैन्य ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर्स के नवीनतम संस्करणों में से एक है। यह रूसी मूल के Mi-8/17 श्रृंखला का हिस्सा है। भारत सरकार ने 2008 में 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कीमत में 80, MI-17 V5 हेलीकॉप्टरों के लिए रूसी कंपनी से करार किया था। इनमें से पहला हेलीकॉप्टर भारत को 2013 में दिया गया था। जबकि अंतिम बैच 2018 में आया था। कई संस्करण उपलब्ध- इस हेलीकॉप्टर के कई प्रकार हैं, जिसमें सैनिकों को ले जाने के लिए 36-सीट वाला, कार्गो परिवहन के लिए और एक आपातकालीन फ्लोटेशन सिस्टम वाला संस्करण शामिल है। यह हेलीकॉप्टर एक पायलट, सह-पायलट और फ्लाइट इंजीनियर सहित तीन सदस्यीय चालक दल द्वारा संचालित होता है। Also Read Bipin Rawat Helicopter Crash: 2019 में PM मोदी ने बिपिन रावत को दी थी CDS की जिम्मेदारी, समझें क्या होता है CDS का कामकाज और क्यों बनाया गया था ये पद ये है खूबियां- यह हेलीकॉप्टर प्रति घंटे 250 किमी की अधिकतम गति और 230 किमी प्रति घंटे की क्रूज गति से उड़ान भर सकता है। जबकि इसके मुख्य ईंधन टैंक की सीमा 675 किमी है, दो सहायक ईंधन टैंक के साथ यह 1,180 किमी तक उड़ान भर सकता है। यह अधिकतम 4,000 किलोग्राम तक का भार ले जा सकता है। यहां होता है इस्तेमाल- इसे जवानों को लाने-ले जाने, हथियारों को ट्रांसपोर्ट करने में, फायर सपोर्ट, एस्कॉर्ट, पेट्रोलिंग और सर्च-एंड-रेस्क्यू मिशनों के लिए उपयोग किया जाता है। हेलीकॉप्टर का अधिकतम टेकऑफ वजन 13,000 किलोग्राम है। यह 36 सशस्त्र सैनिकों को एक साथ ले जाने में सक्षम है। Mi-17V-5 का ग्लास कॉकपिट अत्याधुनिक एवियोनिक्स से लैस है, जिसमें चार मल्टीफ़ंक्शन डिस्प्ले, नाइट-विजन उपकरण, एक ऑन-बोर्ड वेदर रडार और एक ऑटोपायलट सिस्टम शामिल है।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/vmoto-electric-scooter-fleet-concept-fo1-coming-with-stylish-look-range-of-90km-in-single-charge/1951458/,"स्‍टाइलिश लुक के साथ आ रहा Vmoto Electric Scooter फ्लीट कॉन्सेप्ट fo1 , सिंगल चार्ज में 90Km की है रेंज","भारतीय बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ रही है। इसी क्रम में Vmoto Soco Group ने दुनियां भर में इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्‍च करने की योजना बनाई है। जिसे लेकर अब कंपनी एक और इलेक्ट्रिक वाहन Vmoto फ्लीट कॉन्सेप्ट F01 को पेश किया है। यह एक स्‍टाइलिश लुक वाला इलेक्ट्रिक वाहन है, जो B2B सेगमेंट में एंट्री करेगा। Vmoto कंपनी के पोर्टफोलियो में पहले से B2B इलेक्ट्रिक वाहन VS1 इलेक्ट्रिक स्कूटर, VS2 लाइट व्हीकल और VS3 नाम का इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर शामिल हैं। ऐसी होगी डिजाइन Vmoto फ्लीट कॉन्सेप्ट F01 में स्‍टाइलिश लुक दिया गया है, जो लोगों को आकर्षित कर सकती है। यह एक भारी वजन को वहन करने वाला इलेक्ट्रिक स्‍कूटर हो सकता है। इसकी प्रमुख विशेषताओं की बात करें तो इसमें चिकना हेडलैंप, यू-आकार का डीआरएल और एर्गोनॉमिक रूप से रखा हैंडलबार दिया गया है। इसमें पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल होने की भी संभावना है। Also Read Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती LIC पॉलिसी पर भी मिलता है पर्सनल लोन, 5 लाख रुपये के कर्ज पर देनी होगी केवल इतने रुपये की EMI Hyundai का बड़ा प्‍लान! 4000 करोड़ के इनवेस्‍ट से तैयार करेगी 6 Electric Cars, 800 किलोमीटर तक की होगी ड्राइविंग रेंज PM किसान सम्मान निधि के बाद ये योजना है सबसे ज्यादा पॉपुलर, ट्रैक्टर खरीदने के लिए मिलती है 50 फीसदी सब्सिडी, जानें-कैसे मिलेगा फायदा खासियत व रेंज Vmoto फ्लीट इलेक्ट्रिक स्कूटर F01 के डिजाइन आकर्षक डिज़ाइन दिया गया है, और यह उचित मात्रा में भार वहन मजबूत बनाया गया है। Vmoto फ्लीट कॉन्सेप्ट F01 एक 2000-वाट इलेक्ट्रिक मोटर से है, जो बेहतर परफार्मेंश देगा। यह स्कूटर एक बार फुल चार्ज करने पर 90 किमी तक की रेंज देता है। हालांकि, इसकी टॉप स्पीड 45 किमी प्रति घंटे तक सीमित है। इस स्‍कूटर को चार्ज करने पर कुछ छह घंटे का समय लगता है। यह भी पढ़ें: Hyundai का बड़ा प्‍लान! 4000 करोड़ के इनवेस्‍ट से तैयार करेगी 6 Electric Cars, 800 किलोमीटर तक की होगी ड्राइविंग रेंज इतनी हो सकती है कीमत Vmoto Soco Group स्‍कूटर को लेकर अभी कीमत का खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन संभावित कीमत की बात करें तो यह भारत में 50,000 रुपये (एक्स-शोरूम) के साथ आ सकती है। आपको बता दें कि भारत में कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन को नए- नए आकर्षक डिजाइन के सात तैयार कर रही हैं। जिनपर सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जा रही है। इसके अलावा लोग भी ईंधन वाहनों के अपेक्षा इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्‍यादा पसंद कर रहे हैं।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/bipin-rawat-helicopter-crash-chief-of-defence-staff-know-role-and-responsibility/1951439/,"Bipin Rawat Helicopter Crash: 2019 में PM मोदी ने बिपिन रावत को दी थी CDS की जिम्मेदारी, समझें क्या होता है CDS का कामकाज और क्यों बनाया गया था ये पद","भारतीय वायुसेना ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘बहुत ही अफोसस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।’’ आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ और चालक दल सहित हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। सीडीएस वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दे दिए गए हैं। 63 वर्षीय जनरल बिपिन रावत को 2019 में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के रूप में नियुक्त किया गया था। Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात जनरल रावत की मौत से गम में डूबा भारत, देश-विदेश के नेताओं ने जताया शोक, पीएम बोले- दुखी हूं, सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी जन्मदिन हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक क्या होता है CDS का पद: साल 2019 में केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्रालय में 5वें विभाग के रूप में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff- CDS) और सैन्य मामलों के विभाग के निर्माण को मंजूरी दी थी, जिसके बाद जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया था। सेना के लिहाज ये यह बेहद ताकतवर पद माना जाता है। ऐसे में उनके हेलीकॉप्टर के दुर्घटना का शिकार होना कई थ्योरियों को जन्म दे रहा है। चलिए समझते हैं कि आखिर इस पद के पास क्या जिम्मेदारियां होती हैं। CDS एक चार-स्टार जनरल/अधिकारी होता है जो तीनों सेनाओं (थल सेना, नौसेना और भारतीय वायु सेना) के मामलों में रक्षा मंत्री के चीफ मिलिट्री एडवाइजर के रूप में काम करता है। पीएम मोदी ने इस पद को मूलत: तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल के लिए बनाया था। इस पद के लिए पीएम की पहली पसंद शुरू से ही बिपिन सिंह रावत थे। जोकि 31 दिसंबर 2019 में रिटायर हुए थे और 31 जनवरी 2020 को उन्होंने CDS का पदभार ग्रहण किया था। CDS का पदभार ग्रहण करने के बाद किसी अन्य सरकारी पद पर नहीं रह सकते हैं। Also Read धू-धू कर जल गया वायुसेना का विमान, सामने आईं दिल दहलाने वाली तस्वीरें, लोग यूं कर रहे प्रार्थना क्यों पड़ी थी इस पद की जरूरत: दरअसल 1999 के युद्ध के बाद इसकी समीक्षा के दौरान पाया गया था कि तीनों सेनाओं के बीच को-ऑर्डिनेशन की कमी थी। ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि यदि तालमेल बेहतर होता तो नुकसान को कम किया जा सकता था। इस पद की वकालत उस वक्त हुई थी लेकिन सियासी मतभेद के चलते यह पूरी नहीं हो पाई थी। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इसकी जरूरत को फिर से समझा गया और पद तैयार किया गया।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/tamil-nadu-plane-crash-east-lt-general-pays-tribute-to-cds-rawat/1951368/,तमि‍लनाडु व‍िमान हादसा: पूर्व ले. जनरल ने सीडीएस रावत को दे दी श्रद्धांजल‍ि,"तमिलनाडु के कुन्नूर में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनके सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेंत 14 लोग सवार थे। इस हादसे के बाद अभी तक 8 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जिसमें 5 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसके अलावा चार शव बरामद किए गए हैं। हादसे में घायल हुए CDS रावत को लेकर चल रहीं तमाम अटकलों के बीच सेना से जुड़े पूर्व अधिकारी ने उनके निधन की जानकारी देते हुए श्रद्धांजलि तक दे डाली। पूर्व ले. जनरल एच एस पनाग ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजल‍ि देते हुए RIP लिख दिया। बताते चलें कि आधिकारिक तौर पर ऐसा कोई जानकारी सामने नहीं आई है। Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती शुरुआती जानकारी के मुताबिक यह हादसा खराब मौसम की वजह से हुआ। गंभीर रूप से जख्मी हुए लोगों को वेलिंग्टन बेस में इलाज के लिए पहुंचाया गया है। बता दें कि सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ ऊटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। RIP General Bipin Rawat! — Lt Gen H S Panag(R) (@rwac48) December 8, 2021 हादसे की खबर के बाद दिल्ली में केंद्रीय कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई। जिसमें एनएसए अजीत डोभाल भी शामिल हुए। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानकारी दी। पूर्व ले. जनरल एच एस पनाग के ट्विट पर कई लोगों के रिएक्शन आ रहे हैं। जिसमें बहुत से लोग पूर्व ले. को गैर जिम्मेदार बता रहे हैं। वहीं कुछ लोग उनका समर्थन भी कर रहे हैं। सेना के ही अधिकारी हरेंद्र सिंह ने कहा कि, जहां तक मैं जानता हूं, जनरल पनाग गैर जिम्मेदार व्यक्ति नहीं हैं। मैं रावत से ज्यादा उनका सम्मान और विश्वास करता हूं। यह भी पढ़ें: विमान हादसाः प्रधानमंत्री मोदी संग रक्षा मंत्री की बैठक, संसद में बयान देंगे राजनाथ सिंह वहीं @subhsays नाम के एक यूजर ने पूर्व ले. पनाग को सलाह देते हुए कहा कि, आप लेफ्टिनेंट जनरल थे सर, कम से कम आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा करें। ब्लू टिक का भी सम्मान करें।",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/hyundai-big-plan-will-make-6-electric-cars-with-an-investment-of-4000-crores-driving-range-up-to-800-km/1951357/,"Hyundai का बड़ा प्‍लान! 4000 करोड़ के इनवेस्‍ट से तैयार करेगी 6 Electric Cars, 800 किलोमीटर तक की होगी ड्राइविंग रेंज","कोरियाई वाहन निर्माता कंपनी Hyundai ने इलेक्ट्रिक कार को लेकर बड़े प्‍लान का ऐलान किया है। कंपनी 2028 तक 6 तरह की नई इलेट्रिक कार को लॉन्‍च करेगी। इसमें से एक इलेक्ट्रिक कार को अगले ही साल लॉन्‍च किया जा सकता है। कंपनी इन कारों के निर्माण में लगभग 4,000 करोड़ का निवेश करेगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीन सिओब किम ने जानकारी देते हुए बताया है कि हुंडई का लक्ष्य अगले साल छह वाहनों में से पहला पेश करना है, जो घरेलू बाजार में एसयूवी की बढ़ती मांग को भुनाने के लिए एक स्पोर्ट-यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) मॉडल के साथ लाया जा सकता है। किम ने कहा कि बैट्री निर्माता कंपनियों से इसे तैयार करने को लेकर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि कंपनी वाहन चार्जिंग बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और ईवी खरीदारों के बीच एक प्रमुख चिंता को कम करने के लिए भारत में छह निजी और सरकारी कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है। Also Read Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती LIC पॉलिसी पर भी मिलता है पर्सनल लोन, 5 लाख रुपये के कर्ज पर देनी होगी केवल इतने रुपये की EMI स्‍टाइलिश लुक के साथ आ रहा Vmoto Electric Scooter फ्लीट कॉन्सेप्ट fo1 , सिंगल चार्ज में 90Km की है रेंज PM किसान सम्मान निधि के बाद ये योजना है सबसे ज्यादा पॉपुलर, ट्रैक्टर खरीदने के लिए मिलती है 50 फीसदी सब्सिडी, जानें-कैसे मिलेगा फायदा ई-जीएमपी बेस्‍ड होगी इलेक्ट्रिक कारें कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण के लिए जीएमपी आर्किटेक्‍चर को बनाया है। इसमें वाहन चेसिस, बैटरी, मोटर और पावर इलेक्ट्रिक सिस्टम शामिल हैं। यह वाहन की बॉडी स्‍टाइल व बैटरी को विकसीत करेगा। ई-जीएमपी पर विकसित वाहनों में एक फ्लैट फर्श, स्लिम कॉकपिट और एक फ्लेक्सिबल और बड़ा केबिन होगा। उपयोगिता व परफॉर्मेंस इसके तहत तैयार की गई कारें 77.4kWh तक की बड़ी बैटरी क्षमता के साथ आएंगी। यह 2WD/4WD क्षमताएं, बेहतर हैंडलिंग और 260 किमी प्रति घंटा तक की टॉप स्पीड भी देता है। इसमें अल्ट्रा हाई स्ट्रेंथ स्टील और 8-पॉइंट बैटरी माउंटिंग है, जिसकी वजह से ये भविष्य के अत्यधिक विश्वसनीय बीईवी हो सकती है। यह एक फ्लैट फर्श और फ्लेक्सिबल बैठने के लेआउट के साथ-साथ एक नया इंटीरियर स्पेस मिलता है। ई-जीएमपी वाहनों को एक नया आयाम देता है। यह भी पढ़ें: RBI ने नहीं किया ब्‍याज दर में कोई बदलाव, आम आदमी को राहत के लिए करना होगा इंतजार; FY22 में जीडीपी ग्रोथ 9.5 फीसद रहने का अनुमान 800 किलोमीटर तक होगी रेंज हुंडई कंपनी की ओर से जानकारी दी गई है कि ईवी को उसके समर्पित इलेक्ट्रिक ग्लोबल मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म (ई-जीएमपी) पर बनाया जाएगा, जिसे वह भारत लाने की योजना बन रही है। इन इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म पर बनी कारों की रेंज 800 किलोमीटर तक होगी, जबकि अन्य कार एक बार चार्ज करने पर 350-400 किलोमीटर तक चल सकेंगी।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-cremation-of-cds-general-bipin-rawat-and-his-wife-to-be-done-on-friday-in-delhi-cantonment-5279389.html,"CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार, कल दिल्ली पहुंचेगा पार्थिव शरीर","चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (10 दिसंबर) को दिल्ली कैंटोमेंट में किया जाएगा। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए आर्मी हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले देश के पहले सीडीएस जरनल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक मिलिट्री प्लेन से राजधानी दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। गुरुवार शाम तक दिल्ली पहुंचने के बाद पार्थिव शरीर को शुक्रवार सुबह उनके घर लाया जाएगा और लोगों को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्रद्धांजलि देने की अनुमति दी जाएगी, इसके बाद एक अंतिम संस्कार जुलूस कामराज मार्ग से दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान तक निकाला जाएगा। बता दें कि इस हादसे में सीडीएस रावत समेत कुल 13 लोगों की जान गई है। इसमें कई सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं जो हेलिकॉप्टर में सवार थे। भारतीय वायुसेना और अन्य अधिकारियों ने कहा कि 2019 में सीडीएस नियुक्त किए गए जनरल रावत और उनके दल को ले जा रहा हेलिकॉप्टर संभवत: धुंध वाली मौसमी परिस्थितियों में दुर्घटना का शिकार हुआ जिसमें 13 लोगों की जान चली गई। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। देश से और पढ़ें NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत हेलिकॉप्टर हादसे में CDS रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें लिस्ट US, रूस और इजरायल ने कहा- बिपिन रावत की मौत से हमने सच्चा दोस्त खोया नहीं रहे सीडीएस जनरल बिपिन रावत, चौपर हादसे में उनकी पत्नी की भी मौत जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (डीएसएससी) जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करना था। वायुसेना ने बताया कि इस दुर्घटना में डीएसएससी के डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एससी घायल हैं और फिलहाल सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में उनका इलाज चल रहा है। वायुसेना ने कहा कि एमआई-17वीएच हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए गए हैं। हेलिकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हेलिकॉप्टर ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे उड़ान भरी थी और कुन्नूर फायर ब्रिगेड सेंटर को 12 बजे घटना की सूचना मिली।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-cds-general-bipin-rawat-helicopter-crash-his-wife-and-11-others-died-5279008.html,"हेलिकॉप्टर हादसे में CDS बिपिन रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें पूरी लिस्ट","तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य अफसरों और जवानों की मौत हो गई। जनरल रावत के साथ वायुसेना के Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में ब्रिगेडिर स्तर के अधिकारी से लेकर उनके सहयोगी सवार थे। दर्दनाक हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जिंदा बचे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वायुसेना ने बताया कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में सीडीएस और 9 अन्य यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे।हेलिकॉप्टर हादसे में बिपिन रावत और मधुलिका रावत के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साई तेजा और हवालदार सतपाल की मौत हुई है। हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हैं। उनका वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है। In photos from left to right - Naik Jitender Kumar 3 Para (SF), Lt Col Harjinder Singh, Brigadier LS Lidder, Havaldar Satpal Raj Gen Bipin Rawat, his wife, & 11 Army, IAF personnel died in a chopper crash in Coonoor, Tamil Nadu today pic.twitter.com/slh2EWV8ob — ANI (@ANI) December 8, 2021 देश से और पढ़ें UP में कांग्रेस और शिवसेना साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका से मिल बोले राउत NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार US, रूस और इजरायल ने कहा- बिपिन रावत की मौत से हमने सच्चा दोस्त खोया वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ''बहुत ही अफसोस के साथ इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।'' वायुसेना ने कहा, ''जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के दौरे पर जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करना था।'' प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में दुर्घटना से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की गई। In pictures from left to right- Madhulika Rawat, wife of CDS Gen Bipin Rawat, Lance Naik Vivek Kumar 1 Para (SF), NK Gurushewak Singh 9 Para (SF), Lance Naik BS Teja 11 Para (SF) Gen Rawat, his wife, & 11 Army, IAF personnel died in a chopper crash in Coonoor, Tamil Nadu today pic.twitter.com/8wy5qKxFFl — ANI (@ANI) December 8, 2021 यह हेलीकॉप्टर दोपहर दो बजे के करीब कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल रावत तीनों सेनाओं के महत्वाकांक्षी आधुनिकीकरण की योजना को लागू करने का काम देख रहे थे ताकि सशस्त्र बलों में समन्वय बनाया जा सके और उनकी लड़ाकू क्षमता को बढ़ाया जा सके। जनरल रावत 17 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक भारतीय सेना के प्रमुख थे। उन्हें 31 दिसंबर 2019 को प्रमुख रक्षा अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य के निधन पर सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे और सेना के अन्य अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया। सेना ने ट्वीट किया, ''जनरल बिपिन रावत का ओजस्वी एवं प्रेरणादायक नेतृत्व हमेशा हमारी यादों में रहेगा। भारतीय सेना उनके अमूल्य योगदान के लिए हमेशा ऋणी रहेगी।''",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-many-countries-including-america-russia-israel-expressed-condolences-on-the-death-of-cds-general-bipin-rawat-and-others-in-army-helicopter-crash-5278971.html,"अमेरिका, रूस और इजरायल ने कहा- बिपिन रावत की मौत से हमने सच्चा दोस्त खोया; चीन-पाक ने भी जताया दुख","देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत समेत कुल 13 लोगों की बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जान चली गई है। हादसे में बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत की भी मौत हो गई है। इस सैन्य हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर अमेरिका, रूस और इजरायल ने कहा कि उन्होंने सच्चा दोस्त खो दिया है। इसके अलावा पाकिस्तान समेत और भी कई देश रावत और अन्य सैन्य कर्मियों के निधन पर दुख व्यक्त किए हैं। अमेरिकी दूतावास ने रावत और दुर्घटना में मारे गए अन्य लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने देश के पहले सीडीएस के रूप में भारतीय सेना में परिवर्तन के एक ऐतिहासिक दौर का नेतृत्व किया। बयान में कहा गया, ""वह अमेरिकी सेना के साथ भारत के रक्षा सहयोग के एक बड़े विस्तार की देखरेख करने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका के एक मजबूत दोस्त और भागीदार थे।' दूतावास ने सितंबर महीने में सैन्य डेवलपमेंट और अवसरों पर चर्चा करने के लिए उनकी अमेरिकी यात्रा का भी जिक्र करते हुए कहा कि उनकी विरासत जारी रहेगी। The U.S. Embassy extends its deepest condolences to the Rawat family and the families of those who perished in the tragic helicopter crash in Tamil Nadu. — U.S. Embassy India (@USAndIndia) December 8, 2021 देश से और पढ़ें UP में कांग्रेस और शिवसेना साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका से मिल बोले राउत NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार हेलिकॉप्टर हादसे में CDS रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें लिस्ट वहीं, रूसी राजदूत निकोले कुदाशेव ने एक ट्वीट में रावत की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि भारत ने अपने महान देशभक्त और समर्पित हीरो को खो दिया है। एक अन्य ट्वीट में कुदाशेव ने कहा ""रूस ने एक बहुत करीबी दोस्त खो दिया है, जिसने हमारी द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाई है। भारत के साथ मिलकर दुख व्यक्त करते हैं। अलविदा दोस्त! अलविदा, कमांडर! With deepest regret learnt about sadden demise of Gen Bipin Rawat, Mrs Madhulika Rawat & 11 other officers in the helicopter crash today. India has lost its great patriot and dedicated hero. pic.twitter.com/3tjpBfxzVj — Nikolay Kudashev 🇷🇺 (@NKudashev) December 8, 2021 इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने रावत को इजरायली रक्षा बलों (IDF) और इजरायल के रक्षा प्रतिष्ठान का सच्चा साथी बताया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि सीडीएस रावत ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने में बहुत योगदान दिया। गैंट्ज ने इजरायल के रक्षा प्रतिष्ठानों की ओर से संवेदना व्यक्त की और सीडीएस रावत और अन्य की मौत व्यक्तिगत दुख भी जताया है। I would like extend condolences on behalf of Israel's defense establishment &to express my personal grief to the people of India & to the Indian defense establishment on the loss of Chief of Defence Staff Bipin Rawat, his wife & others who perished in the tragic accident. — בני גנץ - Benny Gantz (@gantzbe) December 8, 2021 भारत में इजरायल के राजदूत और पूर्व मिलिट्री अधिकारी नओर गिलोन ने कहा कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना में रावत और अन्य की मौत से उन्हें गहरा सदमा पहुंचा है और वो दुखी हैं। उन्होंने कहा 'इजरायल के लोग भारतीय नायकों की निधन के शोक में भारतीय लोगों और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।' वहीं, पाकिस्तानी सेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा है कि संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल नदीम रजा और सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने हेलिकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जरनल बिपिन रावत और उनकी पत्नी और अन्य लोगों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की है। इसके अलावा पाकिस्तान वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू ने भी दुर्घटना में रावत और अन्य की मौत पर शोक व्यक्त किया है।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-indian-air-force-announces-the-demise-of-cds-general-bipin-rawat-along-with-12-others-in-chopper-crash-5277525.html,"नहीं रहे सीडीएस जनरल बिपिन रावत, हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी पत्नी की भी मौत; 14 में से 13 की गई जान","देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु के कुन्नूर में आज हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अफसरों और सहयोगियों के साथ मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि की है। हादसे में वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की ही जान बची है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ''बहुत ही अफसोस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।'' हेलिकॉप्टर हादसे में बिपिन रावत और मधुलिका रावत के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साई तेजा और हवालदार सतपाल की मौत हुई है। हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। With deep regret, it has now been ascertained that Gen Bipin Rawat, Mrs Madhulika Rawat and 11 other persons on board have died in the unfortunate accident. — Indian Air Force (@IAF_MCC) December 8, 2021 देश से और पढ़ें UP में कांग्रेस और शिवसेना साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका से मिल बोले राउत NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार हेलिकॉप्टर हादसे में CDS रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें लिस्ट रावत के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक जाहिर किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने रावत के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए उनके कामकाज की तारीफ की है और उन्हें बहादुर सैनिक और सच्चा देशभक्त बताया। उत्तराखंड के पौड़ी में 16 मार्च 1958 को पैदा हुए रावत 1978 में सेना में शामिल हुए थे। जनरल बिपिन रावत ने 17 दिसंबर 2016 को जनरल दलबीर सिंह सुहाग के बाद 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में भारतीय सेना की कमान संभाली थी। 1 जनवरी 2020 को देश में पहली बार CDS सीडीएस की नियुक्ति हुई थी और जनरल बिपिन रावत को सबसे पहले इस अहम पद की जिम्मेदारी दी गई। जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह हादसा कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। हेलिकॉप्टर के गिरते ही इसमें आग लग गई। टेलीविजन पर दिखाई जा रही फुटेज में, बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर से आग की लपटें उठती दिखीं। दुर्घटनास्थल पर भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर के क्षतिग्रस्त और जले हुए टुकड़े बिखरे पड़े थे। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने एक तमिल टीवी चैनल को बताया कि उन्होंने तेज आवाज सुनी, जाहिर तौर पर हादसे की आवाज थी, और बाद में हेलिकॉप्टर में आग लगी, जिसमें उसमें सवार लोग झुलस गए। आग में जल जाने की वजह से शवों की डीएनए जांच भी कराई जाएगी। सीडीएस जनरल रावत वेलिंग्टन में 'डिफेंस सर्विसेज कॉलेज' (डीएससी) जा रहे थे। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंग्टन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-ccs-briefed-about-helicopter-crash-leading-to-cds-general-rawat-death-5278813.html,"सीडीएस रावत की मौत के बाद CCS की बैठक, पीएम मोदी को दिया गया ब्योरा; जताया गया शोक","तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और कुछ अन्य रक्षा अधिकारियों की मौत के बारे में प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) को अवगत कराया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बैठक में शामिल हुए। सीसीएस के सदस्यों को दुखद घटना के बारे में जानकारी दी गई। सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया। थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने भी रक्षा मंत्री को दुर्घटना और संबंधित मुद्दों के बारे में अवगत कराया। रक्षा मंत्री, रावत के आवास पहुंचे और उनकी बेटी से बात की। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि हादसे की 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दे दिए गए हैं। देश से और पढ़ें UP में कांग्रेस और शिवसेना साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका से मिल बोले राउत NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार हेलिकॉप्टर हादसे में CDS रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें लिस्ट",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-cds-gen-bipin-rawat-chopper-crash-turns-spotlight-on-high-profile-military-air-mishaps-5278322.html,58 साल बाद फिर... देश में कब-कब हुईं हाई प्रोफाइल सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएं? जानें,"देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु के कुन्नूर में आज हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अफसरों और सहयोगियों के साथ मौत हो गई। हादसे में वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की ही जान बची है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना ने सैन्य अधिकारियों से जुड़ी पिछली घटनाओं को भी याद करने के लिए मजबूर कर दिया है। सेना में ऐसी हाई प्रोफाइफ दुर्घटना लगभग 58 साल बाद देखने को मिला है। आज की कुन्नूर की घटना से पहले 22 नवंबर, 1963 को पुंछ के पास भारतीय वायु सेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया था। इसमें हादसे में सेना के कई बड़े अधिकारियों की जान चली गई थी। जिन अधिकारियों की मौत हुई थी उसमें लेफ्टिनेंट जनरल दौलत सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह, एयर वाइस मार्शल ईडब्ल्यू पिंटो, मेजर जनरल केएनडी नानावटी, ब्रिगेडियर एसआर ओबेरॉय और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एसएस सोढी शामिल थे। पुंछ की घटना पर संसद में क्या बोले थे तत्कालीन रक्षा मंत्री? पुंछ में हेलिकॉप्टर की दुर्घटना पर संसद में बयान देते हुए तत्कालीन रक्षा मंत्री वाईबी चव्हाण ने कहा था 'इन अधिकारियों की मृत्यु में, हमारे रक्षा बलों ने बहुत प्रतिष्ठित, सक्षम और होनहार लीडरों को खो दिया है। उनके नेतृत्व ने अतीत में बहुत योगदान दिया है, विशेष रूप से लेफ्टिनेंट जनरल दौलत सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह और विशेष रूप से एयर वाइस मार्शल ईडब्ल्यू पिंटो ने पिछले हवाई अभ्यासों में बहुत अच्छा काम किया है।' उन्होंने कहा था कि उनके निधन से हमें लगता है कि हमने बहुत कीमती चीज खो दी है। देश से और पढ़ें UP में कांग्रेस और शिवसेना साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका से मिल बोले राउत NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार हेलिकॉप्टर हादसे में CDS रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें लिस्ट 1952 में डेवोन क्रैश सीडीएस रावत की हेलिकॉप्टर दुर्घटना फरवरी 1952 की डेवोन क्रैश की याद दिलाती है जिसने दो भावी प्रमुखों सहित भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारी शामिल थे। दुर्घटना में बाल-बाल बचने वाले लेफ्टिनेंट जनरल एसएम श्रीनागेश और मेजर जनरल केएस थिमय्या, दोनों आगे चलकर सेना प्रमुख बने, गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था। मेजर जनरल एसपीपी थोराट जो बाद में पूर्वी सेना कमांडर बने, मेजर जनरल सरदानंद सिंह, मेजर जनरल मोहिंदर सिंह चोपड़ा और ब्रिगेडियर अजायब सिंह भी डेवोन विमान में सवार थे। 1993 में भूटान और 2019 में पुंछ में हुआ था ऐसा ही हादसा इसके बाद मई 1993 में भूटान में एक एमआई-8 हेलिकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया था। इसमें सेना के आठ सीनियर अधिकारी शामिल थे। जिसमें तत्कालीन पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जमील महमूद भी शामिल थे। इसके अलावा अक्टूबर 2019 में पुंछ सेक्टर में ध्रुव एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर की दुर्घटना में उत्तीर सेना के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह और आठ अन्य घायल हो गए थे।",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/after-studying-the-data-so-far-after-the-omicron-variant-outbreak-there-is-a-possibility-of-a-third-wave-in-the-new-year/,ओमिक्रोन वैरिएंट फैलने के बाद अबतक के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद नए वर्ष में तीसरी लहर की आशंका,"Khaskhabar/दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट फैलने के बाद अबतक के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद पद्मश्री से सम्मानित आइआइटी के प्रो. मणींद्र अग्रवाल का अनुमान है कि नए वर्ष में तीसरी लहर आ सकती है। उनके अनुसार यह माना जाए कि ओमिक्रोन फैलना शुरू कर चुका है तो कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अगले वर्ष की शुरुआत में अपने चरम पर होने की आशंका है। Posted by khaskhabar डेल्टा वैरिएंट की अपेक्षा ओमिक्रोन वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा कोरोना के डेल्टा वैरिएंट की अपेक्षा ओमिक्रोन वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है। उन्होंने सुझाव दिया है कि लोग सतर्कता बरतें, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है, वह जल्द लगवा लें और स्वत: लाकडाउन के नियमों का पालन करें। वायरस का ज्यादा असर अब तक नहीं दिखाई पड़ा प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि अब तक कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन किसी नेचुरल इम्युनिटी वाले शख्स को बाईपास नहीं कर सका है। जो लोग पूर्व में संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं, उनमें खुद ही अच्छी प्रतिरोधक क्षमता (नेचुरल इम्युनिटी) विकसित हो चुकी है, उन पर इस वायरस का ज्यादा असर अब तक नहीं दिखाई पड़ा है। प्रो. अग्रवाल ने बताया कि माना जा रहा है कि कोरोना का नया वैरिएंट वैक्सीन वाली इम्युनिटी को बाईपास करने में कुछ हद तक सक्षम है। भारत में 80 फीसद लोगों में नेचुरल इम्युनिटी इसी तरह वैक्सीन लगवाने के बाद जिन लोगों में इम्युनिटी का विकास हुआ है, उन्हें भी बहुत ज्यादा बाईपास नहीं कर पा रहा है। इसके कारण भारत में ज्यादा असर होने की संभावना नहीं है, क्योंकि भारत में 80 फीसद लोगों में नेचुरल इम्युनिटी है। यह भी पढ़े —देश में अब तक ओमिक्रोन वैरिएंट के कुल चार मामले सामने आए,तीसरा केस गुजरात के जामनगर में तीसरी लहर अगले साल के शुरुआती महीनों में चरम स्तर पर होगी प्रो. अग्रवाल ने कहा कि अगर माना जाए कि ओमिक्रोन भारत में अभी से फैसला शुरू कर चुका है तो तीसरी लहर अगले साल के शुरुआती महीनों में चरम स्तर पर होगी। इसके बाद इसमें गिरावट आएगी। हालांकि दूसरी लहर के दौरान देश में जिस तरह के हालात थे और हास्पिटल व आक्सीजन बेड की काफी जरूरत पड़ी थी, ओमिक्रोन आने से वैसी जरूरत नहीं पड़ेगी। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/along-with-active-cases-in-the-country-new-cases-started-increasing-strict-restrictions-were-announced/,"देश में सक्रिय मामलों के साथ ही नए मामलों में भी होने लगी वृद्धि,सख्‍त पाबंदियों की घोषणा","Khaskhabar/देश में सक्रिय मामलों के साथ ही नए मामलों में भी वृद्धि होने लगी है। सक्रिय मामलों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई गई है और इनकी संख्या एक बार फिर एक लाख के करीब पहुंच गई है। वहीं, नए मामले भी बढ़ रहे हैं। वहीं कर्नाटक में कोरोना के नए ओमिक्रोन के दो मामलों का पता चलने के बाद राज्‍य सरकार ने शुक्रवार सख्‍त पाबंदियों की घोषणा की। Posted by khaskhabar सिनेमा हॉल या थिएटर में दाखिल होने के लिए कोविड रोधी वैक्‍सीन की दोनों डोज लेनी अनिवार्य इसमें मॉल, सिनेमा हॉल या थिएटर में दाखिल होने के लिए कोविड रोधी वैक्‍सीन की दोनों डोज लेनी अनिवार्य कर दी गई है। स्कूल या कालेज जाने वाले छात्रों के माता-पिता के लिए यही नियम लागू किए गए हैं। बीते 24 घंटे में सक्रिय मामलों में 213 की वृद्धि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में सक्रिय मामलों में 213 की वृद्धि हुई है और इनकी संख्या 99,976 हो गई है जो कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है। इस दौरान कोरोना संक्रमण के 9,216 नए मामले मिले हैं और 391 लोगों की जान भी गई है, जिसमें 320 मौतें अकेले केरल से हैं। दैनिक और साप्ताहिक संक्रमण दर एक प्रतिशत से नीच बनी हुई केरल में पहले हुई मौतों को नए आंकड़ों के साथ मिलाकर जारी किया जा रहा है। मरीजों के उबरने की दर सुधर रही है और मृत्युदर स्थिर बनी हुई है। दैनिक और साप्ताहिक संक्रमण दर एक प्रतिशत से नीच बनी हुई है। यह भी पढ़े —दिल्ली सरकार ने अगले आदेश तक स्कूलों को बंद करने का किया ऐलान,सुप्रीम कोर्ट ने की सख्त टिप्पणी 79.72 करोड़ पहली और 46.75 करोड़ दूसरी डोज शामिल कोविन पोर्टल के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 126.48 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। इनमें 79.72 करोड़ पहली और 46.75 करोड़ दूसरी डोज शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 73.67 लाख डोज लगाई गई हैं। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/the-government-started-a-big-campaign-to-fill-the-vacant-posts-of-teachers-in-all-higher-educational-institutions-across-the-country/,सरकार ने देशभर के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने की शुरू कीएक बड़ी मुहिम,"Khaskhabar/उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने देशभर के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने की एक बड़ी मुहिम शुरू की है। इसकी शुरुआत केंद्रीय विश्वविद्यालयों से की गई है, जिसे अब आगे बढ़ाते हुए देशभर के सभी विश्वविद्यालयों और कालेजों को भी जोड़ा गया है। Posted by khaskhabar इन सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को फिलहाल शिक्षकों के खाली पड़े पदों को तेजी से भरने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही शिक्षकों के खाली पदों का ब्योरा 31 दिसंबर तक देने को कहा गया है। शिक्षकों के खाली पदों को भरना बेहद जरूरी यूजीसी के मुताबिक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद देशभर में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए जिस तेजी के साथ मुहिम छेड़ी गई है, उनमें शिक्षकों के खाली पदों को भरना बेहद जरूरी है क्योंकि इसके बगैर इस लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल है। बता दें कि नीति में भी शिक्षकों के खाली पदों को भरने पर जोर दिया गया है। संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी भी उन्हें दें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देशभर के सभी विश्वविद्यालयों और कालेजों को इस संबंध में दिए गए अपने निर्देश में कहा है कि जितनी जल्द ही वह शिक्षकों के खाली पदों को भरने का काम पूरा करें। इस संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी भी उन्हें दें। दर्जनभर से ज्यादा केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन भी जारी हाल ही में नीति के सुझावों पर अमल करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया था कि वे जल्द से जल्द शिक्षकों के खाली पदों को भरें। बता दें कि प्रधान के इस निर्देश के बाद अब तक दर्जनभर से ज्यादा केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया है। विश्वविद्यालयों में कुल 6229 टीचिंग पद खाली साथ ही सहायक प्रोफेसर की योग्यता मानक को भी अगले दो साल तक के लिए थोड़ा शिथिल किया है। इसके तहत अब बगैर पीएचडी के सिर्फ नेट के आधार पर इसके लिए आवेदन कर सकेंगे।वहीं मंत्रालय से प्राप्त आकड़ों के अनुसार देश भर के विश्वविद्यालयों में कुल 6229 टीचिंग पद खाली हैं। इनमें से 1012 अनुसूचित जाति, 592 अनुसूचित जनजाति, 1767 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), 805 ईडब्ल्यूएस और 350 दिव्यांग श्रेणी के रिक्त हैं। यह भी पढ़े —नारी सशक्तीकरण की बढ़ती जागरूकता के बावजूद पतियों से पिटाई को सही मानती हैं 30 फीसद महिलाएं 15 यूनिवर्सिटी में स्वीकृत टीचर्स के पदों में से 40% से अधिक रिक्त वहीं, शेष जनरल कटेगरी के पद हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय सहित 44 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में से 15 यूनिवर्सिटी में स्वीकृत टीचर्स के पदों में से 40% से अधिक रिक्त हैं। इसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय और ओडिशा के केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षण पदों पर 70% से अधिक पद खाली हैं। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/another-alternative-national-highway-to-connect-jammu-and-kashmir-with-ladakh-will-reduce-the-distance-by-200-km/,जम्मू-कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने के लिए एक और वैकल्पिक राष्ट्रीय राजमार्ग बनने से 200 किलोमीटर कम होगी दूरी,"Khaskhabar/जम्मू-कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग सुगम होने के साथ सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगा। नया राष्ट्रीय राजमार्ग बनने से न केवल जम्मू कश्मीर और लद्दाख के बीच दूरी 200 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। बल्कि चीन के साथ तनाव के बीच वास्तिवक नियंत्रण रेखा पर सेना का साजो सम्मान भी तुरंत पहुंचाना संभव हो जाएगा। Posted by khaskhabar यह नया वैकल्पिक हाईवे जम्मू संभाग के किश्तवाड़ से जंस्कार-कारगिल तक करीब 400 किलोमीटर होगा। पहले जम्मू से श्रीनगर होते हुए लद्दाख जाना पड़ता था, जिसकी दूरी 600 किलोमीटर से अधिक पड़ती थी। किश्तवाड़ व पाडर इलाके के लोगों में खुशी की लहर गौरतलब है कि 24 नवंबर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने डोडा में एक जनसभा में किश्तवाड़-मचैल-जंस्कार-कारगिल राजमार्ग को भी मंजूरी दी थी। इस पर किश्तवाड़ व पाडर इलाके के लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी। लोग वर्षों से इंतजार कर रहे थे। हालांकि इस सड़क के लिए कई बार सर्वे भी हो चुके हैं। किश्तवाड़ में तैनात सेना की विंग बीकन 118 आरसीसी ने सड़क के लिए पूरी योजना आज से दो-तीन साल पहले ही बना दी थी। केंद्र सरकार से अनुमति नहीं मिल रही थी। गुलाबगढ़ मचेल से होते हुए 400 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा पहले प्रदेश के अंदर जो भी सरकारें रही उन्होंने भी किश्तवाड़ की अनदेखी की। लोगों का कहना है कि अगर पहले ही इसे अनुमति मिली होती तो आज यह सड़क बन चुकी होती। पूरी लद्दाख में चीन से चल रहे तनाव के बीच यह सड़क अहम भूमिका निभा सकती है क्योंकि जम्मू से किश्तवाड़ से होते हुए गुलाबगढ़ मचेल से होते हुए 400 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा और यह सबसे आसान रास्ता है। इसका एक हिस्सा कारगिल की तरफ भी जाता है उमाशीला (जंस्कार) से आगे रास्ता पदम से होते हुए हिमाचल प्रदेश के केलांग से भी मिलता है जिसकी दूरी 200 किलोमीटर है। इसका एक हिस्सा कारगिल की तरफ भी जाता है। अगर यह सड़क तैयार होती है तो चंडीगढ़ से बाया केलांग से होते लेह-कारगिल और उमाशीला के रास्ते किश्तवाड़ में पहुंचा जा सकता है। हमने मंजूरी दे दी है तो हमारा पूरा इलाका खुशी से फूला नहीं समा रहा मचैल निवासी संजीव शर्मा और राहुल बताते हैं कि पिछले कई वर्षों से इंतजार था कि गुलाबगढ़ से जंस्कार के लिए सड़क को बनाया जाए, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिले। अब केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में डोडा में यह एलान किया है कि हमने मंजूरी दे दी है तो हमारा पूरा इलाका खुशी से फूला नहीं समा रहा है। जश्न का माहौल है। पूर्व विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा का शुक्रिया अदा कर रहे हम अपने सांसद और पूर्व विधायक को का शुक्रिया अदा करते हैं। लोग गडकरी का और सांसद डोडा-कठुआ-उधमपुर और पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र्र सिंह तथा पूर्व विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा का शुक्रिया अदा कर रहे हैं क्योंकि इनकी मेहनत से ही मचेल जंस्कार सड़क की मंजूरी मिल रही है। किश्तवाड़ से जंस्कार कुल 200 किलोमीटर में कई ग्लेशियर भी आएंगे किश्तवाड़ से गुलाबगढ़ 63 किलोमीटर, गुलाबगढ़ से मचेल 30 किलोमीटर, मचैल से सुनचाम 9 किलोमीटर सुनचांम से भुजवास 10 किलोमीटर दूर है। किश्तवाड़ से जंस्कार कुल 200 किलोमीटर में कई ग्लेशियर भी आएंगे। भुजवास से होते हुए उमाशीला की पहाड़ियों के आगे जंस्कार वैली शुरू हो जाती है। जंस्कार से एक तरफ पदम और वैकल्पिक दूसरी तरफ लेह कारगिल का इलाका पड़ता है। यह भी पढ़े —सरकार ने विदेशी यात्रियों पर बढ़ाया पाबंदियों का दायरा,दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट पर है पैनी नजर मंत्री जितेंद्र सिंह ने पहले ही हिदायत दी है कि इसके जल्द सर्वे करवाए जाएं डीसी किश्तवाड़ अशोक शर्मा ने कहा कि इस सड़क के लिए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पहले ही हिदायत दी है कि इसके जल्द सर्वे करवाए जाएं और तब से ही इस पर काम चल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा इसकी मंजूरी मिलने पर काम में और तेजी आ जाएगी। इस वैकल्पिक सड़क के बनने से पाडर का इलाका ही नहीं आसपास के इलाकों में भी विकास होना लाजमी है क्योंकि इस रास्ते पर बहुत सारा पर्यटक आता है। पर्यटक आने से यहां पर खुशहाली होगी और लोगों का कारोबार भी बढ़ेगा। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/uttar-pradesh-is-becoming-the-aviation-hub-of-the-country-prime-minister-modi-will-lay-the-foundation-stone-of-jewar-international-airport/,"देश का विमानन केंद्र बन रहा उत्तर प्रदेश,जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे प्रधानमंत्री मोदी","Khaskhabar/प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही प्रदेश अगले तीन वर्षो के भीतर देश के सबसे प्रमुख विमानन केंद्र के तौर पर स्थापित हो जाएगा। उस समय तक जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का आधुनिकतम ग्रीनफील्ड (नया बनने वाला) एयरपोर्ट होगा। Posted by khaskhabar उत्तर प्रदेश में उस समय तक 16 अन्य एयरपोर्ट परिचालन में होंगे इसके अलावा उत्तर प्रदेश में उस समय तक 16 अन्य एयरपोर्ट परिचालन में होंगे। एक तरह से यह देश में हवाई मार्गो से सबसे ज्यादा कनेक्टेड रहने वाला राज्य होगा। पीएम नरेंद्र मोदी गुरूवार को ग्रेटर नोएडा स्थित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। इस एयरपोर्ट का पहला चरण अगले 36 महीनों में (नवंबर, 2024) तक पूरा हो जाएगा जिस पर 4,588 करोड़ रुपये की लागत आएगी। आसपास के यात्रियों का पूरा दबाव नहीं झेल पाएगा विमानन सेक्टर के विकास की गति इतनी है कि दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के यात्रियों का पूरा दबाव नहीं झेल पाएगा। ऐसे में जेवर एक अहम कनेक्टिविटी सेंटर के तौर पर उभरेगा। जेवर के आसपास काफी घनी आबादी वाले शहर हैं जिन्हें बड़े पैमाने पर घरेलू व अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी की जरूरत है। नया एयरपोर्ट अगले वर्ष से आपरेशनल हो जाएगा नागरिक उडड्यन सचिव राजीव बंसल ने बताया कि इस सेक्टर में जेवर एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा निवेश किया जा रहा है। देश में अभी तीन ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं जो गोवा, नवी मुंबई और जेवर में होंगे। गोवा का नया एयरपोर्ट अगले वर्ष से आपरेशनल हो जाएगा जबकि नवी मुंबई पर काम शुरू ही हुआ है। सरकार को इस एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले हर यात्री पर 400.97 रुपये का शुल्क मिलेगा इसके बाद वर्ष 2023 में मुरपुर (सोनभद्र) और अयोध्या में एयरपोर्ट तैयार होंगे। जबकि वर्ष 2024 में जेवर एयरपोर्ट आपरेशनल हो जाएगा। सरकार को इस एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले हर यात्री पर 400.97 रुपये का शुल्क मिलेगा। अभी देश के हवाई अड्डों पर कुल 90 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है। यह निवेश पांच वर्षो में होगा और इससे देश में मौजूदा एयरपोर्ट की संख्या 136 से बढ़ कर 220 के करीब हो जाएगी। वर्ष 2022 में अलीगढ़, चित्रकुट, आजमगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती में हवाई अड्डे तैयार हो बंसल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अभी लखनऊ, आगरा, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, हिंडन, बरेली, कुशीनगर व वाराणसी में एयरपोर्ट हैं। अगले वर्ष 2022 में अलीगढ़, चित्रकुट, आजमगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती में हवाई अड्डे तैयार हो जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके कहा कि कल 25 नवंबर भारत और उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे के निर्माण में एक प्रमुख दिन है। ये एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा दोपहर 1 बजे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया जाएगा। इस परियोजना से वाणिज्य, कनेक्टिविटी और पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा।ये एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। उन्होंने आगे कहा कि यूपी में ऐसी सरकारें आई थीं जिन्होंने कभी भी विकास और प्रगति को प्राथमिकता नहीं दी। पहली बार 2001-02 में राजनाथ सिंह के द्वारा जेवर हवाई अड्डे का बीज बोया गया था, तब वो सीएम थे। उसके बाद इसकी फाइलों को कमरे में बंद करके धूल खाने के लिए छोड़ दिया गया। यह भी पढ़े —भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से बुधवार को की मुलाकात पीएम मोदी कल जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का भूमिपूजन करेंगे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पीएम मोदी कल जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का भूमिपूजन करेंगे। ये केवल उत्तर प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के भविष्य को प्रभावित करेगा। इसमें 34 हज़ार करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/lucky-draw-among-strategies-to-boost-covid-vaccine-coverage/,सरकार ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए लकी ड्रा समेत बनाई कई योजना,"Khaskhabar/लोगों को पूर्ण टीकाकरण के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कोरोना की दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए साप्ताहिक या मासिक लकी ड्रा समेत कई उपायों की योजना बनाई है। लकी ड्रा में रसोई उपकरण, राशन किट, यात्रा पास, नकद राशि जैसे पुरस्कार शामिल हो सकते हैं। Posted by khaskhabar दोनों डोज लगवा चुके लोगों को बैज उपलब्ध कराना शामिल सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अन्य उपायों की योजना भी बनाई है जिनमें कार्यस्थलों पर टीकाकरण और दोनों डोज लगवा चुके लोगों को बैज उपलब्ध कराना शामिल हैं। इन बैज पर लिखा होगा, ‘मैंने पूर्ण टीकाकरण करवा लिया है, क्या आपने भी पूर्ण टीकाकरण कराया है।’ दोनों टीके लगवा चुके प्रभावशाली लोगों को भी इसमें शामिल करने की योजना राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जल्द ही इन उपायों को अपनाने का सुझाव दिया जा सकता है। इसके अलावा जिलों या गावों के स्तर पर दोनों टीके लगवा चुके प्रभावशाली लोगों को भी इसमें शामिल करने की योजना है, ताकि वे लोगों को टीके लगवाने के लिए प्रेरित कर सकें।अधिकारियों के मुताबिक, देश में 82 प्रतिशत पात्र आबादी को कोरोना की पहली डोज और 43 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। दूसरी डोज नहीं लगवाई और उनकी दोनों डोज के बीच निर्धारित अंतराल की अवधि भी बीत चुकी 12 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली डोज तो लगवाई है, लेकिन दूसरी डोज नहीं लगवाई और उनकी दोनों डोज के बीच निर्धारित अंतराल की अवधि भी बीत चुकी है।केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) को संयुक्त राष्ट्र के कोवैक्स वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत नेपाल, ताजिकिस्तान और मोजाम्बिक को कोविशील्ड की 50 लाख डोज के निर्यात की अनुमति प्रदान कर दी है। यह भी पढ़े —केरल में ब्रेकअप से खफा गर्लफ्रेंड ने किया एसिड अटैक,शादी करने से किया था इंकार पुणे स्थित उनकी कंपनी ने कोविशील्ड की 24,89,15,000 डोज का उत्पादन कर स्टाक कर लिया है इन देशों के अलावा कोवैक्स के तहत बांग्लादेश को भी कोविशील्ड का निर्यात किया जाएगा। एसआइआइ के सरकार एवं नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखे पत्र में सूचित किया था कि पुणे स्थित उनकी कंपनी ने कोविशील्ड की 24,89,15,000 डोज का उत्पादन कर स्टाक कर लिया है और यह स्टाक दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/nasa-posted-a-picture-on-its-twitter-handle-doing-fire-activity-in-the-fields-polluted-the-climate-of-delhi/,"NASA ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की एक तस्वीर,खेतों में ‘फायर एक्टिविटी’कर रही दिल्ली की आबोहवा प्रदूषित","Khaskhabar/हर साल नवंबर माह में दिल्ली की आबोहवा प्रदूषित हो जाती है। इसके पीछे अन्य वजहों के अलावा हरियाणा व पंजाब की खेतों में पराली का जलना भी शामिल होता है। इस क्रम में NASA ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट की है। इसमें दिल्ली इन दिनों जिस धुएं की मोटी परतों में लिपटी है उसके पीछे की वजह बताई गई है। Posted by khaskhabar NASA के एक सैटेलाइट से ली गई तस्वीर नासा के मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर में रिसर्च एसोसिएशन (USRA) के वैज्ञानिक पवन गुप्ता (Pawan Gupta) ने आग की गतिविधियों में इजाफे पर प्रतिक्रिया दी और बताया कि एक दिन में खेत में पराली जलाने जैसी घटना से करीब 2 करोड़ 20 लाख लोग प्रभावित हुए। NASA के एक सैटेलाइट से ली गई तस्वीर में यह स्पष्ट पता चल रहा है कि पंजाब और हरियाणा से उठा धुएं का गुबार दिल्ली की ओर किस कदर बढ़ रहा है। Smoke from crop fires in northern India blanketed Delhi and contributed to soaring levels of air pollution. https://t.co/Pe30imj6xV pic.twitter.com/RyNEmVcbXx — NASA Earth (@NASAEarth) November 18, 2021 पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के कुछ इलाकों में बड़े स्तर पर आग को प्रदर्शित कर रहा तस्वीर 11 नवंबर की है जिसमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आस पास का इलाका धुएं की मोटी चादर में लिपटता दिख रहा है। इसके अलावा तस्वीर में लाल रंग के डाट (red dots) हैं जो पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के कुछ इलाकों में बड़े स्तर पर आग को प्रदर्शित कर रहा है।हालांकि इस साल दिल्ली एनसीआर में फैले धुंध और धुएं में पराली का योगदान कम बताया जा रहा है लेकिन NASA का कहना है कि साल 2017 से अब तक की सबसे अधिक पराली पंजाब और हरियाणा में जलाई जा चुकी है। 2016 में पराली जलाने का रिकार्ड कायम हुआ था। तब कुल 8,4884 मामले सामने आए थे। यह भी पढ़े —सरकार ने कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान (टीएलपी) के सामने पूरी तरह से टेके घुटने 2017 से अब तक पंजाब में 2021 में सबसे वैज्ञानिक पवन गुप्ता ने बताया कि साल 2020 में पूरे सीजन में पंजाब में पराली जलाने के 7,2373 मामले आए थे, वहीं 2021 में 7,4015 मामले 16 नवंबर तक हो चुके हैं। इसके बाद 2017 से अब तक पंजाब में 2021 में सबसे अधिक पराली जली है। 2017 से 2019 तक पराली जलाने के मामले में हर साल कमी दर्ज की गई थी। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/more-than-40-thousand-youths-are-not-getting-life-partner-tamil-nadus-hope-rests-on-uttar-pradesh-and-bihar/,"40 हजार से ज्‍यादा युवकों को नहीं मिल रही जीवनसाथी,तमिलनाडु की उत्तर प्रदेश और बिहार पर टिकी आस","Khaskhabar/तमिलनाडु के 40,000 से अधिक युवा तमिल ब्राह्मणों को राज्य के भीतर दुल्हन ढूंढना मुश्किल हो रहा है इसलिए तमिलनाडु स्थित ब्राह्मण संघ ने उत्तर प्रदेश और बिहार में ब्राह्मण दुल्हनों की तलाश के लिए विशेष अभियान शुरू किया है।मोटे अनुमानों का हवाला देते हुए नारायणन ने कहा कि 30-40 आयु वर्ग के 40,000 से अधिक तमिल ब्राह्मण पुरुष शादी नहीं कर सके क्योंकि वे तमिलनाडु के भीतर अपने लिए दुल्हन नहीं ढूंढ पा रहे हैं। Posted by khaskhabar संगम की ओर से एक विशेष आंदोलन शुरू किया थमिजनाडु ब्राह्मण एसोसिएशन (थंब्रास) के अध्यक्ष एन नारायणन ने एसोसिएशन की मासिक तमिल पत्रिका के नवंबर अंक में प्रकाशित एक खुले पत्र में कहा, ‘हमने अपने संगम की ओर से एक विशेष आंदोलन शुरू किया है।’अनुमानित आंकड़ा बताते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर तमिलनाडु में विवाह योग्य आयु वर्ग में 10 ब्राह्मण लड़के हैं, तो इस आयु वर्ग में केवल छह लड़कियां उपलब्ध हैं।’ एसोसिएशन के मुख्यालय में समन्वय की भूमिका निभाने के लिए नियुक्त किया जाएगा एसोसिएशन प्रमुख ने अपने पत्र में कहा कि इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली, लखनऊ और पटना में समन्वयकों की नियुक्ति की जाएगी। नारायणन ने कहा कि हिंदी में पढ़ने, लिखने और बोलने में सक्षम व्यक्ति को यहां एसोसिएशन के मुख्यालय में समन्वय की भूमिका निभाने के लिए नियुक्त किया जाएगा। लड़कों को दुल्हन नहीं मिल पाने का यही एकमात्र कारण नहीं कई ब्राह्मण लोगों ने इस कदम का स्वागत किया, वहीं समुदाय के भीतर से अलग विचार भी सामने आए। शिक्षाविद एम परमेश्र्वरन ने कहा, ‘विवाह योग्य आयु वर्ग में पर्याप्त संख्या में तमिल ब्राह्मण कन्याएं उपलब्ध नहीं हैं, हालांकि लड़कों को दुल्हन नहीं मिल पाने का यही एकमात्र कारण नहीं है।’ उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि भावी दूल्हों के माता-पिता शादियों में ‘धूमधाम और दिखावे’ की उम्मीद क्यों करते हैं। लड़की के परिवार को शादी का पूरा खर्च उठाना पड़ता है थंब्रास प्रमुख ने बताया कि वह लखनऊ और पटना के लोगों के संपर्क में हैं और इस पहल को अमल में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘मैंने इस संबंध में काम शुरू कर दिया है।’परमेश्र्वरन ने कहा कि लड़की के परिवार को शादी का पूरा खर्च उठाना पड़ता है और यह तमिल ब्राह्मण समुदाय का अभिशाप है। उन्होंने कहा कि आभूषण, मैरिज हॉल का किराया, भोजन और उपहारों पर खर्च इन दिनों आसानी से कम से कम 12-15 लाख रुपये हो जाएगा। उत्तर भारतीय और तमिल ब्राह्मणों के बीच परिवार की रजामंदी से विवाह दुल्हन की तलाश कर रहे एक युवक अजय ने कहा, ‘अब तमिल-तेलुगु ब्राह्मण विवाह या कन्नड़ भाषी माधवों और तमिल भाषी स्मातरें के बीच शादियों को देखना असामान्य नहीं है। कई दशक पहले ऐसा कुछ अकल्पनीय था। पहले भी हमने उत्तर भारतीय और तमिल ब्राह्मणों के बीच परिवार की रजामंदी से विवाह होते देखा है।’ अच्छे लोग अपने अहंकार को त्यागने के लिए तैयार उन्होंने कहा, ‘मैं व्यक्तिगत रूप से ऐसे गरीब ब्राह्मण परिवारों को जानता हूं जो अपनी बेटियों की शादी के लिए धन जुटाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अगर अच्छे लोग अपने अहंकार को त्यागने के लिए तैयार हैं, तो वे तमिलनाडु में दुल्हन ढूंढ सकते हैं। यह भी पढ़े —केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. Bhagwat Karad ने पेश की मानवता की मिसाल,बचाई यात्री की जान,पीएम ने की तारीफ थेंकलाई और वडकलाई संप्रदायों के बीच विवाह भी असंभव तभी वे हमारे ऋषियों और शास्त्रों द्वारा प्रतिपादित धर्म का अनुयायी होने का दावा कर सकते हैं।’नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक वैष्णव तमिल ब्राह्मण ने कहा, ‘कुछ वर्ष पहले तक अयंगर समुदाय में थेंकलाई और वडकलाई संप्रदायों के बीच विवाह भी असंभव था। लेकिन आज यह हो रहा है और एसोसिएशन के इस कदम का स्वागत है।’ और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/five-people-died-on-the-spot-in-a-painful-road-accident-near-ingohta-on-monday-night-collided-with-a-truck/,"इंगोहटा के पास सोमवार रात दर्दनाक सड़क हादसे में पांच लोगों की मौके पर मौत,ट्रक से भिड़ंत","Khaskhabar/कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर इंगोहटा के पास सोमवार रात दर्दनाक सड़क हादसे में पांच लोगों की जान चली गई। आगे चल रहे ट्रक को ओवरटेक कर रही स्कार्पियो सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। आमने-सामने की टक्कर में स्कार्पियो सवार दंपती समेत चार लोगों की मौके पर मौत हो गई। Posted by khaskhabar किशोरी की हालत नाजुक बनी हुई एक महिला और किशोरी को जिला अस्पताल से गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया। कानपुर पहुंचने से पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया। किशोरी की हालत नाजुक बनी हुई है। जोरदार टक्कर के बाद चालक स्कार्पियो में फंस गया। कटर से गाड़ी की बाडी को काटकर उसका शव बाहर निकाला गया। हादसा रात करीब साढ़े आठ बजे हुआ स्कार्पियो सवार विवाह में शामिल होने जा रहे थे। हादसे के बाद हाईवे के दोनों छोर पर वाहनों का लंबा जाम लग गया, जो देर रात तक लगा रहा। हादसा रात करीब साढ़े आठ बजे हुआ। उरई जिले के राजेंद्र नगर मोहल्ला निवासी 42 वर्षीय चंद्रेश कश्यप अपनी 40 वर्षीय पत्नी मीना, 17 वर्षीय बेटी खुशी, रिश्तेदार 40 वर्षीय गोविंदश्री, 38 वर्षीय मोहिनी और एक 13 वर्षीय किशोरी के साथ मौदहा के अरतरा गांव शादी समारोह में शामिल होने स्कार्पियो से जा रहे थे। ट्रक से तेज रफ्तार स्कार्पियो सामने से जोरदार आवाज के साथ टकरा गई दो लेन कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर इंगोहटा गांव के निकट स्कार्पियो चला रहे चंद्रेश ने आगे चल रहे ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की। इस दौरान सामने से चले आ रहे ट्रक से तेज रफ्तार स्कार्पियो सामने से जोरदार आवाज के साथ टकरा गई। गाड़ी के परखचे उड़ गए। हादसे में चंद्रेश, मीना, मोहिनी व 13 वर्षीय किशोरी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि खुशी व गोङ्क्षवदश्री गंभीर रूप से घायल हो गए। कानपुर ले जाते समय गोविंदश्री ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया पुलिस ने दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों की हालत गंभीर देखकर डाक्टरों ने कानपुर के लिए रेफर कर दिया। कानपुर ले जाते समय गोविंदश्री ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। दूसरी ओर खुशी की हालत गंभीर बनी हुई है। उधर घटनास्थल पर स्कार्पियो में फंसे चंद्रेश के शव बाहर निकालने में पुलिस कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। गाड़ी को कटर से कटवाकर करीब एक घंटे बाद शव बाहर निकाला जा सका। यह भी पढ़े —संसदीय पैनल ने क्रिप्टोकरेंसी पर की बैठक,प्रतिबंध के बजाय एक्सचेंजों को विनियमित करने के पक्ष में ट्रक को मौके पर ही छोड़कर चालक फरार दूसरी ओर, हादसे के बाद ट्रक को मौके पर ही छोड़कर चालक फरार हो गया। हादसे की वजह से हाईवे पर भीषण जाम लग गया। दोनों ही छोर पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। देर रात तक जाम में वाहन फंसे रहे। यातायात को सामान्य कराने में पुलिस मशक्कत करती रही। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/the-central-government-has-decided-to-extend-the-tenure-of-the-chief-of-enforcement-directorate-ed-and-central-bureau-of-investigation-cbi/,केंद्र सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के चीफ का कार्यकाल बढ़ाने का किया फैसला,"Khaskhabar/प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के चीफ का कार्यकाल बढ़ाने का फैसला किया है। रविवार को भारत सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो के निदेशकों के कार्यकाल को पांच साल तक आगे बढ़ाने का अध्यादेश जारी किया है। Posted by khaskhabar केंद्रीय एजेंसियों के प्रमुखों का कार्यकाल दो साल का होता है मौजूदा समय में केंद्रीय एजेंसियों के प्रमुखों का कार्यकाल दो साल का होता है।केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) 2021 नाम का अध्यादेश संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से कुछ दिन पहले केंद्र सरकार द्वारा लाया गया है, जो 29 नवंबर से शुरू होने वाला है। दोनों जांच एजेंसियों के निदेशकों को दो साल की निश्चित अवधि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अध्यादेश को अपनी मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार इसे बदलने के लिए संसद में एक कानून पेश करने की उम्मीद है।अब तक दोनों जांच एजेंसियों के निदेशकों को दो साल की निश्चित अवधि के लिए नियुक्त किया जाता रहा है। जबकि उनका कार्यकाल समाप्त होने से पहले उन्हें हटाया नहीं जा सकता है, सरकार द्वारा उनके कार्यकाल का विस्तार दिया जा सकता है। मई 2021 में दो साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया था बता दें कि देश की शीर्ष जांच एजेंसी सीबीआइ वर्तमान में 1985- बैच के आइपीएस अधिकारी सुबोध कुमार जायसवाल के नेतृत्व में है, जिन्हें मई 2021 में दो साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया था। ईडी का नेतृत्व आइआरएस अधिकारी संजय कुमार मिश्रा कर रहे हैं, जिन्हें नवंबर 2018 में इस पद पर नियुक्त किया गया था। यह भी पढ़े —पटरी पर लौट रही अर्थव्यवस्था,देश का जीएसटी संग्रह दे रहा इसकी गवाही सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ निदेशक के लिए कम से कम दो साल का कार्यकाल तय किया गौरतलब है कि 1997 से पहले सीबीआइ के निदेशकों का कार्यकाल तय नहीं होता था और सरकार उन्हें किसी भी तरह से हटा सकती थी। हालांकि, विनीत नारायण के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ निदेशक के लिए कम से कम दो साल का कार्यकाल तय किया ताकि अधिकारी को स्वतंत्रता के साथ काम करने की अनुमति मिल सके। मिश्रा का दो साल का कार्यकाल नवंबर 2020 में समाप्त हो गया था, लेकिन उनके कार्यकाल का एक साल का विस्तार दिया गया था। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/encounter-begins-between-security-forces-and-terrorists-in-kulgam-district-of-kashmir-one-terrorist-killed/,"कश्मीर के कुलगाम जिला में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू,एक आतंकी ढेर","Khaskhabar/कश्मीर के कुलगाम जिला में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेराबंदी कर फायरिंग शुरू कर दी है। कुलगाम के चवलगाम क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने दो से तीन आतंकियों को घेरा है।सुरक्षाबलों को अभी तक एक आतंकी को मार गिराने में सफलता मिली है। अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं। Posted by khaskhabar जवाब में सुरक्षबलों ने भी की फायरिंग पुलिस को चवलगाम में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। उन्होंने तुरंत सुरक्षाबलों के साथ क्षेत्र में एक तलाशी अभियन छेड़ा। इस दौरान एक जगह पर छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में सुरक्षबलों ने भी फायरिंग की। सबसे पहले आतंकियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया लेकिन आतंकियों ने इसे अनसुना कर फायरिंग शुरू कर दी। लोगों को अपने घरों के भीतर ही रहने की दी हिदायत फिलहाल अभी तक एक आतंकी को ढेर कर दिया गया है।जल्द ही मुठभेड़ खत्म होने के उपरांत सुरक्षाबल आतंकियों के शव को लेकर उनकी निशानदेही में जुट जाएगी। जारी मुठभेड़ स्थल के आसपास रहने वाले लोगों को अपने घरों के भीतर ही रहने की हिदायत दी गई है। अभी तक एक आतंकी को मार गिराने में मिली सफलता जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी इंटरनेट मीडिया पर ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि कुलगाम के चवलगाम में जारी मुठभेड़ में आतंकियों के खात्मे के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस अन्य सुरक्षाबलों के साथ जुटी हुई है। अभी तक एक आतंकी को मार गिराने में सफलता मिली है। गत रविवार को आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी और उसके बाद सोमवार को मोहम्मद इब्राहिम खान नामक एक नागिरक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं आतंकियों ने गत बुधवार शाम को ईदगाह के समीप स्थित आली मस्जिद के पास पुलिस की एक नाका पार्टी पर ग्रेनेड से हमला किया। यह भी पढ़े —अफगानिस्तान वैश्विक आतंकवाद की सुरक्षित पनाहगाह न बनने पाए,देशों ने एकजुटता का लिया संकल्प श्रीनगर में आतंकवाद से संबंधित यह चौथी घटना यहां यह बता दें कि बीते पांच दिनों में कश्मीर घाटी में आतंकियों की गतिविधियां एक बार फिर से बढ़ गई हैं। रविवार से लेकर आज तक श्रीनगर में आतंकवाद से संबंधित यह चौथी घटना है।इतना ही नहीं आतंकियों ने गत बुधवार शाम को ईदगाह के समीप स्थित आली मस्जिद के पास पुलिस की एक नाका पार्टी पर ग्रेनेड से हमला किया। इस ग्रेनेड हमले में एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक घायल हो गया था। इन दोनों का श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में इलाज हारी है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/incessant-heavy-rains-in-tamil-nadu-and-puducherry-damaged-dozens-of-houses-disrupted-life/,"तमिलनाडु और पुडुचेरी में लगातार हो रही भारी बारिश से क्षतिग्रस्‍त हुए दर्जनों मकान,जनजीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त","khaskhabar/तमिलनाडु और पुडुचेरी में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त है। दर्जनों कच्‍चे पक्‍के मकान ढह गए हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने 10 और 11 नवंबर को स्कूल-कालेज में अवकाश का एलान कर दिया है। वहीं, 538 झोपडि़यां और चार पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने यह जानकारी दी और आशंका जताई की मृतक संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा, राज्य में पिछले 24 घंटे में औसतन 16.84 मिमी बारिश हुई। Posted by khaskhabar तिरुमंगलम के करीब स्थि‍त उचापट्टी के श्रीलंकाई रिफ्यूजी कैंप का मुआयना किया इस दौरान चेंगलपेट जिले में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है।मदुरै के डीसी अनीष शेखर (DC Aneesh Sekhar) ने मंगलवार रात तिरुमंगलम के करीब स्थि‍त उचापट्टी के श्रीलंकाई रिफ्यूजी कैंप का मुआयना किया। यहां लगातार हो रही बारिश के कारण दर्जनों मिट्टी के घर ढह गए हैं। तमिलनाडु में लगातार हो रही बारिश के कारण अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। जरूरतमंद लोगों को भोजन समेत जरूरी सामान बांटा राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई में बारिश से प्रभावित हुए इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जरूरतमंद लोगों को भोजन समेत जरूरी सामान बांटा। मौसम विभाग के अनुसार एक ट्रफ रेखा दक्षिण-पूर्व बंगाल पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से तमिलनाडु तट से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। अगले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले दो दिन तक तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के तटीय इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसके प्रभाव में दक्षिण अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके कारण अगले दो दिन तक तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के तटीय इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश इसके अलावा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी हल्की से मध्यम बारिश संभव है। लक्षद्वीप, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और दक्षिण ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवाती परिसंचरण और उसी क्षेत्र के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। दक्षिण-पश्चिम और आसपास के क्षेत्रों में एक डिप्रेशन में केंद्रित होने की बहुत संभावना है। एक गांव में कब्जा की गई 1.03 हेक्टेयर भूमि को खाली करवाया जाए झील पर अतिक्रमण से संबंधित याचिका का निपटारा करते मद्रास हाई कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि तमिलनाडु में बारिश और बाढ़ सरकारी अधिकारियों के लिए एक सबक है। याचिका में कहा गया था कि अदालत अरियालुर जिला प्रशासन को आदेश दे कि यहां के एक गांव में कब्जा की गई 1.03 हेक्टेयर भूमि को खाली करवाया जाए, क्योंकि यह इलाका ममानक्का नामक झील का है, जो सूख गई है। प्रशासन को आदेश झील को उसकी मूल स्थिति में वापस लाया जाए हैरानी की बात यह है कि इस झील पर एक अकेले शख्स ने कब्जा किया हुआ है। चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी और जस्टिस पीडी ओदिकेसावालु ने ने प्रशासन को आदेश दिया कि झील को उसकी मूल स्थिति में वापस लाया जाए और इस काम के लिए कब्जा करने वाले शख्स से पैसा वसूला जाए। बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा तमिलनाडु में 10 और 11 नवंबर को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे चक्रवाती तूफान आने की आशंका बनी हुई है। तूफान 11 नवंबर को तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है। राज्य के कम से कम नौ जिले इसकी चपेट में आ सकते हैं। यह भी पढ़े —जल्‍द हटेंगे ट्रेनों से लगे स्पेशल टैग,कोविड के दौरान बढ़ा किराया कम करने को लेकर रेलमंत्री का बड़ा ऐलान सरकारी अधिकारियों के लिए यह एक सबक पीठ ने कहा, चेन्नई समेत राज्य के कई इलाकों में बारिश के कारण आ रही बाढ़ को इस मामले से अलग नहीं रखा जा सकता। ऐसे में सरकारी अधिकारियों के लिए यह एक सबक है कि वे जल निकायों व नदियों या बरसात के दौरान बहने वाले पानी के रास्ते में अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई करें। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/zika-virus-havoc-again-10-new-cases-surfaced-area-of-%e2%80%8b%e2%80%8baffected-area-also-doubled-in-15-days/,"जीका वायरस का कहर फिर 10 नए केस आए सामने,15 दिनों में प्रभावित क्षेत्र का दायरा भी बढ़कर दोगुना","Khaskhabar/शहर में जीका वायरस का कहर न केवल बढ़ता जा रहा है, 15 दिनों के अंदर प्रभावित क्षेत्र का दायरा भी बढ़कर दोगुना हो गया है। जीका वायरस का संक्रमण तीन से बढ़कर अब छह किलोमीटर के दायरे में फैल गया है। इस बीच रविवार को 10 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसी के साथ संक्रमितों की संख्या 89 हो गई है। Posted by khaskhabar लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से आई रिपोर्ट में 10 नए संक्रमित मिले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि नए संक्रमित के घर पूर्व में मिले मरीजों के चार सौ मीटर क्षेत्र के अंदर हैं।सीएमओ डा. नैपाल सिंह ने बताया कि लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से आई रिपोर्ट में 10 नए संक्रमित मिले हैं। इनमें तीन महिलाएं और दो बच्चे भी हैं। सर्विलांस टीमों ने पहले फोन पर संपर्क किया। बच्चों की निगरानी के लिए बाल रोग विशेषज्ञों को दिया निर्देश उसके बाद कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए टीमों को घर भेजा गया है ताकि उनकी पूरी हिस्ट्री पता की जा सके। किसी में भी जीका के कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं। बच्चों की निगरानी के लिए बाल रोग विशेषज्ञों को निर्देश दिया गया है। कोयला नगर में जीका संक्रमित मिलने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने दक्षिण क्षेत्र में भी सैंपलिंग कराने का सुझाव दिया है। नए क्षेत्र में संक्रमित मिलने के बाद से खलबली मची हुई है। जीका संक्रमितों के इलाज का अस्पतालों में इंतजाम किया जाए मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने ट्वीट करके कहा है कि कानपुर में जीका वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इसलिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। डेंगू की टेङ्क्षस्टग में तेजी लाए जाए, साथ ही जीका संक्रमितों के इलाज का अस्पतालों में इंतजाम किया जाए। नगर निगम के इंट्रीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को जीका कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसके नोडल अफसर एसीएम-सात दीपक पाल बनाए गए हैं। डीएम विशाख जी अय्यर शनिवार देर शाम कंट्रोल रूम पहुंचे। जीका वायरस के संक्रमितों को दो बार फोन करके उनका हाल भी जाना। बाईपास किनारे कोयला नगर के भवानी नगर पहुंच गया वायरस के संक्रमण का दायरा एयरफोर्स स्टेशन से लेकर जाजमऊ, चकेरी से लेकर कृष्णा नगर और श्याम नगर तक फैल चुका है। पहले जीटी रोड के दूसरी तरफ एयरफोर्स स्टेशन से लेकर जाजमऊ, पोखरपुर, परदेवनपुरवा, लालबंगला, हरजिंदर नगर से काकोरी तक फैला था। अब जीटी रोड पार करते हुए बाईपास किनारे कोयला नगर के भवानी नगर पहुंच गया है। यह भी पढ़े —बैकलेस वन पीस पहने करवाया फोटोशूट,दिशा पाटनी ने ट्विटर पर शेयर किया एक वीडियो निगरानी का दायरा छह किलोमीटर कर दिया गया लखनऊ व दिल्ली से आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पहले तीन किलोमीटर दायरे में घरों का सर्वे कराने का निर्णय लिया था। अब निगरानी का दायरा छह किलोमीटर कर दिया गया है।जीका संक्रमित तीन मरीज की अस्पताल में भर्ती हैं, इनमें दो एयरफोर्स कर्मचारी और एक महिला है। तीनों का डाक्टरों की निगरानी में लक्षणों के आधार पर ही इलाज चल रहा है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/photoshoot-done-wearing-a-backless-one-piece-disha-patni-shared-a-video-on-twitter/,"बैकलेस वन पीस पहने करवाया फोटोशूट,दिशा पाटनी ने ट्विटर पर शेयर किया एक वीडियो","Khaskhabar/दिशा पाटनी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया हैl इसमें उन्हें फोटोशूट करवाते देखा जा सकता हैl इसमें उन्होंने हाथ में गुलाब लेकर फोटोशूट करवाया हैl वहीं उनके पीछे कई गुलाब के फुल लगे हुए हैl इसके अलावा उन्होंने ऑफ वाइट कलर की वन पीस ड्रेस पहन रखी हैl इसमें वह बहुत खूबसूरत लग रही हैl Posted by khaskhabar इस साल की दिवाली का बेस्ट पटाखा अवार्ड दिशा पाटनी को देना चाहिए उन्होंने मेकअप कर रखा है और वह अलग-अलग अंदाज में फोटोशूट करवा रही हैlदिशा पाटनी के चाहने वालों ने इस वीडियो पर कमेंट और लाइक की झड़ी लगा दी हैl कई लोग इसपर दिल और फायर की इमोजी शेयर कर रहे हैंl वहीं कई लोग इसपर कमेंट भी कर रहे हैंl ट्विटर पर एक फैन ने लिखा है, ‘इस साल की दिवाली का बेस्ट पटाखा अवार्ड दिशा पाटनी को देना चाहिएl’ वहीं एक अन्य ने लिखा है, ‘पता नहीं जी कौन सा नशा करती है, रोज-रोज नए फोटो खिंचवाती रहती हैl’ वहीं कुछ लोगों ने उनकी तस्वीरों पर ‘वाव वेरी हॉट’ लिखा हैl वह अक्सर अपनी तस्वीरें और वीडियो शेयर करती है यह भी पढ़े —योगी आदित्यनाथ आज अभिभावकों के बैंक खातों में भेजेंगे 11-11 सौ रुपये,जानें- पूरी योजना उन्होंने कई फिल्मों में काम किया हैl उनकी फिल्में काफी पसंद की गई हैl वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैl वह अक्सर अपनी तस्वीरें और वीडियो शेयर करती है जो कि बड़ी तेजी से वायरल होती हैl वह अक्सर अपनी हॉट अंदाज में ली गई तस्वीरें और वीडियो शेयर करती हैl इसके चलते उनके फैंस का खुश रहते हैं। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/15-crore-people-of-the-state-will-get-free-ration-till-holi-important-announcement-of-cm-yogi-in-ayodhya/,"15 करोड़ प्रदेशवासियों को होली तक मिलेगा मुफ्त राशन,अयोध्या में सीएम योगी की महत्‍वपूर्ण घोषणा","Khaskhabar/कोरोना संकट का सामना कर रहे 15 करोड़ प्रदेशवासियों को होली तक मुफ्त राशन मिलेगा। यह सुविधा पाने वाले अंत्योदय कार्डधारकों को प्रति माह 35 किलो ग्राम चावल, गेहूं के साथ दाल, खाद्य तेल, नमक और चीनी भी प्रदान की जाएगी। जबकि बीपीएल कार्ड धारकों को प्रति यूनिट पांच किलो ग्राम चावल, गेहूं के साथ दाल, खाद्य तेल और नमक प्रदान किया जाएगा। Posted by khaskhabar प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन वितरण नवंबर तक प्रस्तावित घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। वे सरयू तट स्थित रामकथापार्क में पंचम दीपोत्सव का उद्घाटन करने के बाद विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने याद दिलाया कि कोरोना संकट को ध्यान में रख कर प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन वितरण नवंबर तक प्रस्तावित था, कि‍ंतु उत्तर प्रदेश में यह योजना अगले वर्ष होली तक चलेगी। रामभक्तों पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया था अपने उद्बोधन में उन्होंने 31 वर्ष पूर्व की घटना का उल्लेख भी किया। बताया कि 30 अक्टूबर और दो नवंबर 1990 की कारसेवा में रामभक्तों पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया था और गोलियां चलाई गई थीं। तब जय श्रीराम बोलना पाप होता था, क‍‍िंतु उन लोगों को आज केंद्र एवं प्रदेश में सरकार बनाने वाली रामभक्तों के मत की ताकत का एहसास हो गया है और वे अब रामभक्तों के सामने झुक रहे हैं। दैविक एवं भौतिक तापों से मुक्त कर रामराज्य की आधारशिला रखते हैं मुख्यमंत्री ने कहा, यही लोकतंत्र की ताकत है और सभी को साथ रखने तथा सभी का मंगल श्रीराम की विरासत है और श्रीराम सभी को दैहिक, दैविक एवं भौतिक तापों से मुक्त कर रामराज्य की आधारशिला रखते हैं। यह विरासत आज आगे बढ़ रही है।मुख्यमंत्री ने बताया कि गत साढ़े सात साल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर जरूरतमंद को आवास, शौचालय, बिजली, रसोई गैस और स्वास्थ्य बीमा की सुविधा से कवर किया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की उपलब्धियों का उदाहरण देते हुए कहा, विगत डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय से दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। फ्री टेस्ट, फ्री उपचार, फ्री राशन, फ्री वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध कराई गई भारत में तमाम अवरोधों और नकारात्मक ताकतों के बावजूद कोरोना का फ्री टेस्ट, फ्री उपचार, फ्री राशन, फ्री वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध कराई गई और यह स्वयं में राम राज्य की कल्पना को साकार करने जैसा है। दीपोत्सव के प्रथम संस्करण्ण के साथ रामनगरी के बदलाव का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, अयोध्या अब एक नई सांस्कृतिक नगरी के रूप में दुनिया के सामने छा जाने को तैयार हैै। पूरे प्रदेश में पांच सौ तीर्थों एवं धार्मिक-सांस्कृतिक स्थलों का कायाकल्प हो रहा कोई भी ताकत 2023 तक भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण को नहीं रोक सकती।मुख्यमंत्री ने बताया कि राम मंदिर और रामनगरी के नवनिर्माण के साथ पूरे प्रदेश में पांच सौ तीर्थों एवं धार्मिक-सांस्कृतिक स्थलों का कायाकल्प हो रहा है। इनमें से तीन सौ का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और अगले दो महीने में बाकी दो सौ स्थलों के कायाकल्प का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी के साथ ही उन्होंने विरोधियों पर तंज भी कसा। कहा, पहले यह पैसा कब्रिस्तानों में लगता था. यह भी पढ़े —डेंगू का प्रकोप: बढ़ते मामलों से निपटने में तकनीकी मदद के लिए विशेषषज्ञों की केंद्रीय टीमें प्रतिनियुक्त पूर्व केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी विचार व्यक्त किये मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव का औचित्य स्पष्ट करते हुए कहा, अयोध्या केवल त्रेता युग की साक्षी नहीं, अपितु त्रेता युग के विकास की भी साक्षी बन रही है। इससे पूर्व केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा, अयोध्या दुनिया की सबसे बड़ी पर्यटन नगरी बनने की ओर अग्रसर है। जहां अभी तक अयोध्या आने वाले पर्यटकों की संख्या 70 लाख है, वहीं अगले 10 वर्षों में अयोध्या आने वाले पर्यटकों की संख्या सालाना पांच करोड़ होगी। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/great-gift-to-the-employees-of-sail-the-salary-of-these-employees-will-increase-up-to-10-thousand-rupees/,"SAIL के कर्मचारियों को शानदार तोहफा,10 हजार रुपए तक बढ़कर आएगी इन कर्मचारियों की सैलरी","Khaskhabar/SAIL के कर्मचारियों को शानदार तोहफा मिला है। उनके वेतन-भत्ते में रिवीजन पर सहमति बन गयी है। नेशनल ज्वायंट कमेटी फॉर स्टील (एनजेसीएस) की कोर ग्रुप की बीते हफ्ते बैठक में प्रबंधन और कामगारों की यूनियनों के बीच समझौता हो गया। Posted by khaskhabar नये समझौते के अनुसार सेल के सभी कर्मियों को 26.05 प्रतिशत पर्क्‍स (वेतन-भत्ता) देने पर सहमति नई दिल्ली के होटल अशोका में आयोजित बैठक में शामिल रहे हिंद मजदूर सभा (एचएमएस) के नेता राजेंद्र सिंह ने बताया कि नये समझौते के अनुसार सेल के सभी कर्मियों को 26.05 प्रतिशत पर्क्‍स (वेतन-भत्ता) देने पर सहमति बनी है। इस समझौते से देश भर में सेल के विभिन्न प्लांटों और इकाइयों में कार्यरत 70 हजार से ज्यादा कामगारों को छह से दस हजार रुपये तक का मासिक लाभ हो सकता है। यूनियनों की ओर से 30 प्रतिशत भत्ते की मांग की जा रही थी एचएमएस नेता राजेंद्र सिंह के अनुसार, सेल के कामगारों का वेतन पुनरीक्षण 1 जनवरी 2017 से ही लंबित था। यूनियनों की ओर से 30 प्रतिशत भत्ते की मांग की जा रही थी, लेकिन दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक बहस और विचार-विमर्श के बाद 26.05 प्रतिशत भत्ते के भुगतान पर प्रबंधन ने सहमति जता दी। प्रबंधन ने जनवरी 2020 से नये समझौते के अनुसार सभी कामगारों को एरियर देने पर भी सहमति जाहिर की है। दो यूनियनों सीटू और बीएमएस ने 28 प्रतिशत से कम भत्ते पर असहमति जतायी बैठक में सेल के शीर्ष प्रबंधन के अधिकारियों के साथ विभिन्न मान्यता प्राप्त श्रमिक यूनियनों एटक, इंटक, एचएमएस, सीटू और बीएमएस के प्रतिनिधि शामिल रहे। समझौते के बाद सेल प्रबंधन और तीन श्रमिक यूनियनों एटक, इंटक, एचएमएस के प्रतिनिधियों ने एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिया, जबकि दो यूनियनों सीटू और बीएमएस ने 28 प्रतिशत से कम भत्ते पर असहमति जतायी है। यह भी पढ़े —केंद्र सरकार कंटेनर आधारित दो सचल अस्पताल करेगी स्थापित,100 बेड अस्पतालों में होंगी सभी स्वास्थ्य सुविधाएं सेल कर्मियों के लंबित पे-रिवीजन का मुद्दा पिछले दिनों संसद में भी उठा राजेंद्र सिंह ने बताया कि सेल के ठेका मजदूरों के वेतन और आवास भत्ता से जुड़े मसलों पर शीघ्र ही दूसरी बैठक आयोजित की जायेगी। बता दें कि सेल कर्मियों के लंबित पे-रिवीजन का मुद्दा पिछले दिनों संसद में भी उठा था। छत्तीसगढ़ के दुर्ग के सांसद विजय बघेल ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा था कि सेल का पिछले तीन साल का लाभ 5 हजार करोड़ से अधिक है, लेकिन इसके बावजूद कर्मियों के वेतन-पुनरीक्षण पर निर्णय नहीं लिया जा रहा है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/central-government-will-set-up-two-container-based-mobile-hospitals-all-health-facilities-will-be-in-100-bed-hospitals/,"केंद्र सरकार कंटेनर आधारित दो सचल अस्पताल करेगी स्थापित,100 बेड अस्पतालों में होंगी सभी स्वास्थ्य सुविधाएं","Khaskhabar/केंद्र सरकार कंटेनर आधारित दो सचल अस्पताल स्थापित करेगी। 100-100 बेड इन अस्पतालों में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी। यह जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत ये अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। Posted by khaskhabar इन्हें आपात स्थिति में किसी भी स्थान पर ले जाया जा सकेगा।मांडविया ने बताया कि इनमें से एक अस्पताल दिल्ली और एक चेन्नई में स्थापित किया जाएगा। इन अस्पतालों को आपात स्थिति में हवाई मार्ग से या ट्रेन के जरिये कहीं भी ले जाया जा सकता है। स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे में सुधार करने का अवसर उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र के प्रति ‘प्रतीकात्मक’ नहीं, बल्कि ‘समग्र’ दृष्टिकोण अपनाया है।’ उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे में सुधार करने का अवसर दिया है और इसके लिए 64,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ ‘प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन’ की शुरुआत की गई। एक अन्य समिति के पास भेजा गया केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोवैक्सीन को आपातकाल में इस्तेमाल के लिए विश्र्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा स्वीकृत सूची (ईयूएल) में शामिल किए जाने के मामले पर कहा कि डब्ल्यूएचओ की एक प्रणाली है, जिसमें एक तकनीकी समिति होती है, जिसने कोवैक्सीन को मंजूरी दे दी है और अब इसके आकलन के लिए इसे एक अन्य समिति के पास भेजा गया है। उन्होंने कहा, ‘दूसरी समिति की बैठक के आधार पर कोवैक्सीन को मंजूरी दी जाएगी।’ उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के इतर कहा कि उन्हें टीके को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। देश में लगभग 79,415 स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र संचालित किए जा रहे मांडविया ने यह भी कहा कि देश में लगभग 79,415 स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र संचालित किए जा रहे हैं और इस प्रकार के कुल 1.5 लाख केंद्र संचालित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर अच्छी प्रयोगशालाएं होनी चाहिए, भले ही वह जिला स्तर हो या राष्ट्रीय स्तर। विभिन्न स्वरूपों का अध्ययन एवं विश्लेषण कर रहे मांडविया ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि बच्चों के टीके जायकोव-डी की कीमत पर विचार-विमर्श चल रहा है। उन्होंने कोरोना के नए स्वरूप एवाई.4.2 के बारे में कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के दल संक्रमण के विभिन्न स्वरूपों का अध्ययन एवं विश्लेषण कर रहे हैं। यह भी पढ़े —टी20 व‌र्ल्ड कप में भारत के खिलाफ उनके देश की जीत के बाद अभी बातचीत के लिए सही समय नहीं:इमरान औसतन 90 से 100 करोड़ रुपये का खर्च स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे पर खर्च स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन एक ऐसी ‘महत्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत एक जिले में औसतन 90 से 100 करोड़ रुपये का खर्च स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे पर खर्च किया जाएगा जिसकी मदद से हम आने वाले समय में किसी भी आपदा से लड़ने में सक्षम होंगे।’ उन्होंने कहा, ‘इस योजना के तहत जिला स्तर पर 134 प्रकार की जांच नि:शुल्क की जाएंगी, जो एक बड़ा कदम है।’ और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/keeping-in-view-the-increased-terrorist-activities-in-jammu-and-kashmir-in-recent-times-26-prisoners-shifted-to-agra-central-jail/,"जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में बढ़ी आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए ,आगरा सेंट्रल जेल में 26 कैदी शिफ्ट","Khaskhabar/जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में बढ़ी आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए वहां सख्ती बढ़ा दी गई है। अचानक बढ़ी आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसी कड़ी में वहां की जेलों में बंद हार्डकोर आतंकी यों को दूसरे राज्यों की जेलों में शिफ्ट किए जाने का सिलसिला भी शुरू किया गया है। Posted by khaskhabar कश्मीर घाटी के अंदर आतंकी हमलों में तेजी आई कश्मीर घाटी की अलग-अलग जेलों में बंद 26 आतंकियों का पहला ग्रुप शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की आगरा सेंट्रल जेल भेजा गया है। आशंका है कि इन आतंकियों का कश्मीर में हो रहे हमलों में हाथ हो सकता है।कुछ दिनों में कश्मीर घाटी के अंदर आतंकी हमलों में तेजी आई है। आतंकी घाटी में गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में सुरक्षाबल पूरी सतर्कता के साथ काम कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ जारी अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। आतंकियों को कश्मीर से बाहर की जेल में शिफ्ट किया जा सकता जम्मू-कश्मीर की अलग-अलग जेलों में बंद 26 हार्डकोर आतंकियों को उत्तर प्रदेश की आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है। इनके अलावा और भी कुछ आतंकियों को कश्मीर से बाहर की जेल में शिफ्ट किया जा सकता है।सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है खुफिया एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर की जेलों में बंद 100 आतंकियों की लिस्ट तैयार की है, जो सुरक्षा बलों की तरफ से तैयार की गई ए और बी कैटेगरी के आतंकियों की लिस्ट में शामिल हैं। 30 आतंकी ए कैटेगरी में जबकि 70 आतंकी बी कैटेगरी में रखे गए हैं। घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों की मदद अपने स्लीपर सेल से कराई ये आतंकी जेल में रहकर भी बाहर अपने स्लीपर सेल के साथ लिंक जोड़े हैं। यह जानकारी मिली है कि हाल ही में आतंकी घटनाओं को जेल में बंद ऐसे ही आतंकियों ने अपरोक्ष तरीके से स्लीपर सेल के जरिए अंजाम दिया है या घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों की मदद अपने स्लीपर सेल से कराई है। नए बंदियों को भी विशेष बैरक में रखा जाएगा आगरा केंद्रीय कारागार की हाई सिक्योरिटी सेल में पहले से ही बंदी निरुद्ध हैं। जिसके चलते 17 अक्टूबर को यहां भेजे गए बंदियों को विशेष बैरक में रखा गया है। जम्मू-कश्मीर शासन द्वारा 26 और बंदियों को आगरा केंद्रीय कारागार भेजने की सूचना भेजी गई है। इन नए बंदियों को भी विशेष बैरक में रखा जाएगा। वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार वीके सिंह ने बताया 26 और कश्मीरी बंदियों के यहां भेजने की जानकारी मिली है। जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग के चलते वहां सख्ती बढ़ा दी गई जम्मू-कश्मीर की जेलों से पांच दिन पहले ही 15 बंदियों आगरा केंद्रीय कारागार दाखिल किया गया है। जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग के चलते वहां सख्ती बढ़ा दी गई है। राज्य विरोधी ताकतों को जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा लोक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत गिरफ्तार किया जा रहा है। इन बंदियों को दूसरे राज्यों की जेलों में स्थानांतरित किया जा रहा है। जिसके तहत 17 अक्टूबर को 15 कश्मीरी बंदियों को आगरा केंद्रीय कारागार भेजा गया था। इन बंदियों के आने से पहले यहां पर पाक अधिकृत कश्मीर के भी दो बंदी निरुद्ध हैं। जिन्हें हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है। यह भी पढ़े —शिक्षकों की कमी को खत्म करने के लिए चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड का रास्ता साफ गृहमंत्री के दौरे के मद्देनजर पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी आतंकी गतिविधियों में एक माह के दौरान आई तेजी से उपजे हालात का जायजा लेने गृहमंत्री अमित शाह 23 अक्टूबर को श्रीनगर पहुंच रहे हैं। तीन दिवसीय दौरे के दौरान वह प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के अलावा पंचायत प्रतिनिधियों व जन प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात करेंगे। 24 अक्टूबर को वह जम्मू में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। गृहमंत्री के दौरे के मद्देनजर पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को अगले आदेश तक बंद रखने के अलावा विभिन्न दोपहिया वाहन भी जब्त किए जा रहे हैं। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/to-eliminate-the-shortage-of-teachers-the-way-to-start-a-four-year-integrated-b-ed-course-is-cleared/,शिक्षकों की कमी को खत्म करने के लिए चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड का रास्ता साफ,"Khaskhabar/स्कूलों में पढ़ाने वाले विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी को खत्म करने के लिए प्रस्तावित चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड (बैचलर आफ एजुकेशन) कोर्स शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। छात्र अब 12वीं की पढ़ाई पूरी करने बाद ही बीए-बीएड और बीएससी-बीएड जैसे कोर्सो में दाखिला ले सकेंगे। Posted by khaskhabar शिक्षण के क्षेत्र में शुरू से रुचि रखने के कारण आगे और फोकस होकर बेहतर काम कर सकेंगे इससे छात्रों का एक साल का समय भी बचेगा। साथ ही शिक्षण के क्षेत्र में शुरू से रुचि रखने के कारण आगे और फोकस होकर बेहतर काम कर सकेंगे।छात्रों को अभी बीएड करने के लिए पहले बीए या बीएससी जैसे कोर्स करने पड़ते हैं, जिनमें तीन साल का समय लगता है। इसके अलावा बीएड भी दो साल होता है। उन्हें इन दोनों कोर्सों को करने के लिए पांच साल का समय लगता है। अगले एक-दो दिनों में ही इसकी अधिसूचना भी हो जाएगी जारी ऐसे में शुरू से ही यदि कोई छात्र इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स में दाखिला लेता है, तो उसका एक साल का समय बचेगा। शिक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने इस कोर्स को शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है।जो संकेत मिले हैं, उसके मुताबिक अगले एक-दो दिनों में ही इसकी अधिसूचना भी जारी हो जाएगी। हालांकि एनसीटीई ने अभी इस कोर्स को देश के कुछ चुनिंदा संस्थानों से ही इंटीग्रेटेड बीएड शुरू करने की योजना बनाई है। इस कोर्स को इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू किया जाए या फिर इसके लिए नए सत्र का इंतजार किया जाए इसमें सरकारी और निजी क्षेत्र के करीब 50 संस्थानों को शामिल किया जा सकता है। इसको लेकर हालांकि अभी मंथन चल रहा है। लेकिन एनसीटीई शुरुआत में इसे सीमित दायरे में रखना चाहता है।एनसीटीई से जुड़े अधिकारियों की मानें तो इस कोर्स को इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू किया जाए या फिर इसके लिए नए सत्र का इंतजार किया जाए, इस पर भी मंथन चल रहा है। जरूरत पड़ने पर इस पर सुप्रीम कोर्ट से भी मार्गदर्शन लेने की योजना है। यह योजना इसलिए बनाई गई है, क्योंकि पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में एनसीटीई को शैक्षणिक सत्र के बीच में होने वाले किसी बदलाव के लिए अनुमति जरूरी बताया था। स्कूलों में गणित, विज्ञान व कामर्स जैसे विषयों के शिक्षकों की कमी खत्म हो जाएगी हालांकि इस कोर्स को लेकर एनसीटीई बहुत ज्यादा उत्साहित है। उसके मुताबिक इससे स्कूलों में गणित, विज्ञान व कामर्स जैसे विषयों के शिक्षकों की कमी खत्म हो जाएगी।मौजूदा समय में स्कूलों में गणित, विज्ञान जैसे विषयों के शिक्षकों की भारी कमी है। वैसे भी जो छात्र अभी बीएससी में दाखिला लेते हैं, वे आगे चलकर उच्च शिक्षा की ओर बढ़ जाते हैं। यह भी पढ़े —खैबर पख्तूनख्वा में बुधवार को हुए दो अलग-अलग हमलों में पांच पाकिस्तानी सैनिकों की मौत नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में छात्रवृत्ति योजना शुरू करने का भी सुझाव दिया ऐसे में उनका फोकस स्कूल शिक्षक बनने को लेकर नहीं रहता है। इतना ही नहीं, शिक्षक पेशे की ओर मेधावी और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को आकर्षित करने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में छात्रवृत्ति योजना शुरू करने का भी सुझाव दिया गया है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/in-view-of-pollution-soon-there-is-a-ban-on-the-entry-of-petrol-vehicles-in-the-premises-of-railway-stations/,प्रदूषण को देखते हुए रेलवे स्टेशनों के परिसर में जल्द ही पेट्रोल वाहनों के प्रवेश पर लगने वाली है रोक,"Khaskhabar/रेलवे स्टेशनों के परिसर में जल्द ही पेट्रोल और डीजल के वाहनों के प्रवेश पर रोक लगने वाली है। ऐसा प्रदूषण को देखते हुए किया जाएगा। रेल प्रशासन रेलवे स्टेशनों को प्रदूषण मुक्त बनाने की तैयारी में है। इसके लिए बड़े स्टेशनों से पेट्रोल व डीजल के वाहन आने पर रोक लगाई जाएगी। उसके स्थान पर ई टैक्सी चलाई जाएगी। मुरादाबाद रेल मंडल के चार स्टेशनों से 40 ई टैक्सी चलाने की योजना है। Posted by khaskhabar डीजल इंजन के बजाय इलेक्ट्रिक इंजन से मालगाड़ी व ट्रेनों को चलाया जा रहा जिससे क्षेत्र में विद्युतीकरण का काम हो चुका है, उस क्षेत्र में डीजल इंजन के बजाय इलेक्ट्रिक इंजन से मालगाड़ी व ट्रेनों को चलाया जा रहा है। वर्तमान में ट्रेनों से आने व जाने वाले यात्रियों के लिए स्टेशन पर डीजल व पेट्रोल से चलने वाली टैक्सी उपलब्ध होती है। बिजली के लिए स्टेशनों की छतों पर सौर ऊर्जा के सिस्टम रेलवे लगा रहा राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण प्रदूषण मुक्त कराने के लिए सभी विभागों को लगातार आदेश दे रहा है। इसके बाद रेल प्रशासन प्रदूषण मुक्त स्टेशन बनाने की योजना तैयार की है। जिसके तहत बिजली जाने पर जनरेटर चलाने के बजाय बिजली के लिए स्टेशनों की छतों पर सौर ऊर्जा के सिस्टम रेलवे लगा रहा है। इलेक्ट्रिक इंजन चलाने के लिए तेजी से विद्युतीकरण का काम किया जा रहा है। ई टैक्सी चलाने के लिए प्राइवेट एजेंसी को लाइसेंस देने की योजना तैयार स्टेशन परिसर में केवल सीएनजी चलने वाली वाहन या ई टैक्सी को आने की अनुमति दी जाएगी। रेलवे ने इसके लिए मुरादाबाद, बरेली, रुड़की व हरिद्वार स्टेशन पर 40 ई टैक्सी चलाने के लिए प्राइवेट एजेंसी को लाइसेंस देने की योजना तैयार की है।रेल प्रशासन अब बड़े स्टेशनों को प्रदूषण मुक्त स्टेशन बनाने जा रहा है। डीजल व पेट्रोल की कार व मोटर-साइकिल पार्किंग को स्टेशन परिसर से हटाकर दूर करने जा रहा है। मुरादाबाद स्टेशन पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। रेल प्रशासन इम्पीरियल तिराहे के पास पार्किंग स्थल बना रहा है। मुरादाबाद समेत चार स्टेशनों पर ई टैक्सी चलाने की योजना यहां केवल स्टेशन से संचालित होने वाली ई टैक्सी को चार्ज किया जाएगा। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि प्रदूषण मुक्त स्टेशन बनाने के लिए मुरादाबाद समेत चार स्टेशनों पर ई टैक्सी चलाने की योजना है। ई टैक्सी चलाने वालों से नियमानुसार रेलवे प्रत्येक माह शुल्क लिया जाएगा। मुख्यालय से अनुमति मिलते ही ई टैक्सी का संचालन शुरू हो जाएगा। यह भी पढ़े —दुनिया की सबसे अधिक उम्र की मां बनने का किया दावा,गुजरात की एक महिला 70 साल की उम्र में पहली बार बनी मां ई टैक्सी को चार्ज करने के लिए तीन चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे स्टेशन परिसर में हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाए जाएंगे। ई टैक्सी की जिम्मेदारी प्राइवेट एजेंसी को दी जाएगी। ई टैक्सी को चार्ज करने के लिए तीन चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। चार्जिंग के के लिए आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे, जिससे आधे घंटे में वाहन चार्ज हो जाएंगे। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/along-with-the-security-forces-the-local-administration-tightened-its-waist-now-the-attacks-in-kashmir-will-be-stopped/,"सुरक्षाबलों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन ने कस ली पूरी कमर,कश्मीर में हमलों पर अब लगेगी लगाम","Khaskhabar/कश्मीर में बढ़ रहे आतंकी हमलों पर लगाम लगाने के लिए अब सुरक्षाबलों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन ने पूरी कमर कस ली है। कश्मीर के विभिन्न जिलों में बसे गैर कश्मीरियों को आतंकी निशाना न बना सकें इसके लिए कश्मीर संभाग के तीन जिलों के 11 क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को पूरी तरह से अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। Posted by khaskhabar एक सप्ताह से आतंकवादियों द्वारा टारगेट किलिंग का खेल जारी कश्मीर में पिछले एक सप्ताह से आतंकवादियों द्वारा टारगेट किलिंग का खेल जारी है। इसी पर लगाम लगाने के उद्देश्य से अब इंटरनेट सेवा को बंद करने की शुरूआत की गई है। जानकारी के अनुसार, कश्मीर संभाग के तीन जिलों श्रीनगर, कुलगाम और पुलवामा के 11 क्षेत्रों में फिलहाल पहले चरण में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। कमोह कुलगाम और लिट्टर पुलवामा में फिलहाल इंटरनेट सेवा पर रोक कश्मीर संभाग के अंचार श्रीनगर, ईदगाह श्रीनगर, कमरवाड़ी श्रीनगर, सौरा श्रीनगर, एमआर गुंग श्रीनगर, नौहाट्टा श्रीनगर, सफाकदल श्रीनगर, बाईपास श्रीनगर, वाहपोह कुलगाम, कमोह कुलगाम और लिट्टर पुलवामा में फिलहाल इंटरनेट सेवा पर रोक है। यह भी पढ़े —रंजीत सिंह हत्‍याकांड में गुरमीत राम रहीम सहित पांच दा‍ेषियों को उम्रकैद की सजा,साथ 31 लाख का जुर्माना सुरक्षा बलों ने सुरनकोट वन में तलाशी अभियान चलाया बिहार के रहने वाले अरबिंद कुमार शाह और उत्तर प्रदेश के सगीर अहमद की हत्या। 11 अक्‍टूबर को गस्‍ती दल पर हमले के बाद सुरक्षा बलों ने सुरनकोट वन में तलाशी अभियान चलाया जिसमें अब तक नौ जवान शहीद हो चुके हैं।दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के वनपोह इलाके में एक मकान में घुसकर आतंकियों ने किराए पर रह रहे श्रमिकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इसमें बिहार के रहने वाले राजा रेशीदेव और जोगिंद्र रेशीदेव ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/gurmeet-ram-rahim-singh-sentenced-to-life-imprisonment-in-sevadar-ranjit-murder-case/,"रंजीत सिंह हत्‍याकांड में गुरमीत राम रहीम सहित पांच दा‍ेषियों को उम्रकैद की सजा,साथ 31 लाख का जुर्माना","Khaskhabar/पंचकूला की विशेष अदालत में रंजीत सिंह हत्‍याकांड में डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सहित पांच दा‍ेषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही गुरमीत राम रहीम पर 31 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। उसे जुर्माने की 50 प्रतिशत राशि अभी अदा करनी होगी। बाकी दोषियों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। गुरमीत पर लगाए गए जुर्माने की आधी राशि पीड़ित परिवार को दी जाएगी। Posted by khaskhabar जज ने शाम करीब साढ़े चार बजे सजा का एलान किया सीबीआइ ने गुरमीत राम रहीम को फांसी की सजा देने के मांग की थी, लेकिन अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई। दूसरी ओर, गुरमीत राम रहीम के वकील अजय वर्मन ने कहा कि वह इस फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में चुनौती देंगे।जज ने शाम करीब साढ़े चार बजे सजा का एलान किया। अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद वकीलों ने मीडिया को इसके बारे में जानकारी दी। रंजीत सिंह के पुत्र जगसीर सिंह ने फैसले को पर संतोष जताते हुए इसे सराहनीय बताया। भारी संख्‍या में पुलिसकर्मी व अर्द्ध सुरक्षा बलों के जवान तैनात कर दिए गए सीबीआइ के वकील ने गुरमीत राम रहीम को फांसी की सजा सुनाने की मांग की। कोर्ट रूम के बाहर सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई और भारी संख्‍या में पुलिसकर्मी व अर्द्ध सुरक्षा बलों के जवान तैनात कर दिए गए।इससे पहले जज कोर्ट रूम में पहुंचे और दोषियों को भी कोर्ट रूम में बुला लिया गया। इससे पहले सजा को लेकर कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को उम्रकैद कैद की सजा सुनाई दूसरी ओर, बचाव पक्ष ने इसका विरोध किया और कहा कि यह रेयर आफ रेयरेस्‍ट मामला नहीं है। पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआइ अदालत ने डेरा सच्चा सौदा सिरसा के पूर्व मैनेजर रंजीत सिंह की हत्या के दोषी डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को उम्रकैद कैद की सजा सुनाई है। धारा 302 के साथ 120-बी के तहत दोषी ठहराया गया साथ ही कृष्ण लाल, अवतार, जसबीर और सबदिल भी उम्रकैद की सजा सुनाई। एक आरोपित इंद्रसेन की ट्रायल के दौरान 8 अक्टूबर 2020 को मौत हो गई थी।बता दें कि 8 अक्टूबर को जसबीर सिंह, सबदिल सिंह और कृष्ण लाल को धारा 302 के साथ 120-बी के तहत दोषी ठहराया गया था। गुरमीत राम रहीम सिंह, अवतार सिंह, जसबीर सिंह, सबदिल सिंह और कृष्ण लाल को धारा 120बी, 302 एवं 506 के साथ पठित धारा के तहत दोषी ठहराया गया था। यह भी पढ़े —केरल में भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन से तबाही,9 लोगों की मौत, रेस्क्यू आपरेशन जारी डा. सुशील कुमार गर्ग द्वारा 12 अक्टूबर को सजा सुनाई जानी थी सबदिल सिंह को आर्म्‍स एक्ट 1959 की धारा 27 के तहत अपराध के तहत दोषी करार दिया गया था। जबकि आरोपित जसबीर सिंह पर आम्र्स एक्ट 1959 की धारा 25/27 को हटा दिया गया था।19 साल बाद इस मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश डा. सुशील कुमार गर्ग द्वारा 12 अक्टूबर को सजा सुनाई जानी थी, लेकिन सजा पर सुनवाई पूरी न होने के कारण मामले को 18 अक्टूबर के लिए टाल दिया गया था। गुरमीत राम रहीम साध्वी यौन शोषण में 20 साल की सजा और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या केस में उम्रकैद की सजा सुनारिया जेल रोहतक में काट रहा है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/floods-and-landslides-caused-by-heavy-rains-in-kerala-9-killed-rescue-operation-underway/,"केरल में भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन से तबाही,9 लोगों की मौत, रेस्क्यू आपरेशन जारी","Khaskhabar/केरल में इस वक्त भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। लगातार हो रही बारिश के चलते जगह-जगह पानी भर गया है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केरल में बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचाई हुई है। इस दौरान काफी संख्या में लोगों की मौत भी हुई है। बीते दिन एनडीआरएफ की टीम ने कोक्कयार, इडुक्की में बचाव अभियान चलाया है। Posted by khaskhabar भूस्खलन हादसे में 3 और शवों को बरामद किया गया बारिश के बाद यहां पर भूस्खलन हो गया था। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इतना ही नहीं कोट्टयम ज़िले के कोट्टक्कल इलाके में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन हादसे में 3 और शवों को बरामद किया गया है। अब तक हादसे में मरने वालों की संख्या 9 हो गई है। प्रशासन ने भक्तों को 17-18 अक्टूबर को सबरीमाला मंदिर जाने से परहेज करने को कहा भारी बारिश के बाद केरल में स्थिति लगातार खराब हो रही है। यहां आज से भक्तों के लिए सबरीमाला मंदिर खोलने के आदेश दिए गए थे। बाढ़ के बाद प्रशासन ने भक्तों को 17-18 अक्टूबर को सबरीमाला मंदिर जाने से परहेज करने को कहा है।केरल में हुई भारी बारिश के बाद 11 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), दो सेना और दो रक्षा सेवा कोर (DSC) टीमों सहित केंद्रीय बलों की टीमों को दक्षिण और मध्य भाग में तैनात किया गया है। #WATCH केरल: इडुक्की में तेज़ बारिश की वजह से कई जगह बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने केरल के पठानमथिट्टा, कोट्टायम,एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। pic.twitter.com/otGiPCAJpE — ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2021 भारी बारिश के कारण पैदा हुई स्थिति का जायजा लिया यह भी पढ़े —जम्मू कश्मीर द्रांगबल में शनिवार तड़के सुरक्षा बलों व आतंकियों के बीच मुठभेड़ रिपोर्ट के मुताबिक, केरल में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। यहां पर पांच जिलों में जारी रेड अलर्ट के मद्देनजर, दक्षिणी नौसेना कमान को बचाव कार्यों में स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए तैयार किया गया है।राजस्व मंत्री के राजन ने शनिवार को केरल के कोट्टायम जिले में भारी बारिश के कारण पैदा हुई स्थिति का जायजा लिया। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan-high-court-orders-central-government-to-bring-back-dead-body-of-tribal-from-russia/1043558,"रूस में रहस्‍यमय हालत में हुई भारतीय की मौत, 8 महीने से रखी है बॉडी","जोधपुर: राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि वह रूस (Russia) से एक आदिवासी का पार्थिव शरीर देश में वापस लाने का इंतजाम करे. उस आदिवासी की करीब 7 महीने पहले रूस में रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी. रूस में हो गई थी रहस्यमय मौत रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में उदयपुर के गोडवा गांव निवासी हितेंद्र गारसिया एक साल के वर्क वीजा पर अप्रैल, 2021 में रूस (Russia) गए थे. उसी दौरान मास्को के एक पार्क में उनका शव मिला. मास्को पुलिस ने इसे दुर्घटना से हुई मौत बताया. इसके बाद रूसी दूतावास के जरिए यह जानकारी 28 अगस्त, 2021 को उदयपुर में रह रहे पीड़ित परिवार तक पहुंचाई गई. पार्थिव शरीर लाने के लिए भटक रही पत्नी इसके बाद से आशा देवी अपने पति हितेंद्र गारसिया का पार्थिव शरीर वापस लाने के लिए दर-दर भटक रही हैं, जिससे उनका विधि विधान से अंतिम संस्कार किया जा सके. ये भी पढ़ें- गिरफ्तार हो सकती हैं एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज? ED ने इस मामले में 9 घंटे तक की पूछताछ कहीं पर सुनवाई न होते देख आशा देवी ने राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) में याचिका दायर की. उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस दिनेश मेहता ने केंद्र सरकार को आदेश दिया कि वह आदिवासी व्यक्ति के पार्थिव शरीर को रूस (Russia) से वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाए. सुनवाई के लिए 15 दिसंबर की तारीख लगी अदालत ने सहायक सॉलिसिटर जनरल (ASG) से इस मुद्दे को विदेश मंत्रालय के सामने उठाने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय की गई है. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawat-funeral-will-be-held-in-delhi-on-10th-december/1043557,"10 दिसंबर को होगा जनरल रावत का अंतिम संस्‍कार, रक्षा मंत्री कल संसद में देंगे बयान","नई दिल्ली/कुन्नूर: भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी और 11 अन्य लोग तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गए. इस दुर्घटना में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस और रक्षा सूत्रों के मुताबिक जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को गुरुवार सुबह कोयंबटूर से हवाई मार्ग से दिल्ली ले जाया जाएगा. वहीं इस हादसे पर गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में बयान देंगे. by Taboola Sponsored Links You May Like Drivers With No Tickets In 3 Years May Be Entitled To An Insurance Discount The Insurance Bulletin Read More Undo These Knee Sleeves Will Transform Your Knees Back 20 Years AmRelieve Learn More Undo शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार दिल्ली शव लाए जाने से पहले वेलिंगटन में CDS रावत को श्रद्धांजलि दी जाएगी. गुरुवार शाम तक शव दिल्ली पहुंचने का अनुमान है. इसके बाद 10 दिसंबर (शुक्रवार) को दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. वायुसेना ने एक ट्वीट में कहा, 'बहुत ही अफसोस के साथ इसकी पुष्टि की जाती है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है.' हादसा तब हुआ जब जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (डीएसएससी) जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था. ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश वायुसेना ने कहा कि एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं. हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हेलीकॉप्टर ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे उड़ान भरी थी और कुन्नूर दमकल केंद्र को 12 बजे घटना की सूचना मिली. प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली रक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी गई और मंत्रिमंडल के शीर्ष सदस्यों ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बैठक में शामिल हुए. बैठक में सीसीएस के सदस्यों को दुखद हादसे के बारे में जानकारी दी गई. यह भी पढ़ें: हेलीकॉप्‍टर क्रैश: 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच पाए, इलाज जारी गिरने से पहले मकान से टकराया था हेलीकॉप्टर आधिकारिक सूत्रों और एक स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कोहरे की स्थिति में हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर उड़ रहा था, इसी दौरान एक घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हेलीकॉप्टर पेड़ों से टकराते हुए जमीन पर गिरा और गिरते ही उसमें आग लग गई. एक प्रत्यक्षदर्शी पेरुमल ने बताया कि हेलीकॉप्टर गिरते समय एक मकान से भी टकराया. हालांकि घर में हादसे के वक्त किसी के नहीं रहने से कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन मकान को इससे नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि आग में झुलसे दो व्यक्ति हेलीकॉप्टर से नीचे गिर गए. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ed-questions-actress-jacqueline-fernandez-in-sukesh-chandrashekhar-case/1043549,गिरफ्तार हो सकती हैं एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज? ED ने इस मामले में 9 घंटे तक की पूछत,"नई दिल्ली: तिहाड़ जेल में रहकर 200 करोड़ रुपये की उगाही के मामले में एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज (Jacqueline Fernandez) की मुसीबत बढ़ गई हैं. ED ने बुधवार को करीब 9 घंटों तक एक्ट्रेस से पूछताछ की. बुधवार को 11 बजे शुरू हुई पूछताछ जैकलीन फर्नांडीज बुधवार सवेरे 11 बजे पूछताछ के लिये ED के दफ्तर पहुंचीं. ED जैकलीन (Jacqueline Fernandez) से जानना चाहती है कि आखिर कैसे वो सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) के संपर्क में आईं और कैसे ठगे गये 200 करोड़ रुपये की रकम को ठिकाने लगाने में मदद की. हालांकि अधिकारयों के मुताबिक जैकलीन अभी भी इस मामले में सभी बाते एजेंसी को नहीं बता रही है. यही वजह है कि एजेंसी ने उसे 9 दिसंबर को फिर से पूछताछ के लिये बुलाया है. मुंबई एयरपोर्ट पर भी रोका गया था बताते चलें कि करीब 3 दिन पहले ED ने एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज (Jacqueline Fernandez) को मुंबई एयरपोर्ट पर रोककर पूछताछ की थी. उस दौरान जैकलीन एक शो के सिलसिले में मुंबई से दुबई जा रही थीं. उस दौरान ED ने उन्हें नोटिस देकर 8 दिसंबर को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में पेश होने का आदेश दिया था. सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) मामले में ED जैकलीन से पहले भी 2 बार पूछताछ कर चुकी है. ये भी पढ़ें- सुकेश चंद्रशेखर ने पूछताछ में उगले कई राज, जेल से ही जैकलीन के लिये भेजता था फूल और चॉकलेट 200 करोड़ रुपये वसूली का मामला दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) पर आरोप है कि उसने जेल अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर 200 करोड़ रुपये की वसूली कर ली. उसने जेल में बंद रेलिगेयर प्रमोटर्स को बाहर निकलवाने के नाम पर सरकारी अफसर बनकर उनके परिवार वालों से संपर्क साधा और फिर 200 करोड़ रुपये अलग-अलग जगहों पर हड़प लिए. आरोप है कि सुकेश ने इस काली कमाई का बड़ा हिस्सा जैकलीन (Jacqueline Fernandez) पर भी लुटाया. अब ED जानना चाहती है कि जैकलीन के सुकेश चंद्रशेखर के साथ क्या कनेक्शन हैं और क्या वह भी इस वसूलीकांड में शामिल थीं या नहीं. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cases-of-hepatitis-a-and-jaundice-in-gaur-sportswood-society-noida/1043538,"नोएडा में इस जगह Hepatitis A और Jaundice का कहर, 20 दिन में आए 25 मामले","नई दिल्ली: नोएडा (Noida) के एक ही सोसाइटी में लगभग 25 लोगों को बीते 10 दिनों के अंदर हेपेटाइटिस A (Hepatitis A) और जॉन्डिस (Jaundice) की परेशानी हो गई है. नोएडा के सेक्टर 79 के Gaur Sportswood सोसाइटी में लगातार जॉन्डिस और हेपेटाइटिस A के मामले सामने आ रहे हैं. सोसाइटी में रहने वाले लोगों की शिकायत है कि पिछले कुछ दिनों से सोसाइटी में पानी (Water) खराब आ रहा है, जिसके कारण लोग इस बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं. Gaur Sportswood में सामने आ रहे मामले नोएडा (Noida) के सेक्टर 79 की Gaur Sportswood सोसाइटी में रहने वाली 17 वर्षीय वंशिका इन दिनों अपने 12वी क्लास के बोर्ड परीक्षा के लिए खासी परेशान है. लगभग एक हफ्ते पहले वंशिका की तबियत अचानक खराब हो गई. वंशिका के पैरेंट्स उन्हें अस्पताल ले गए. जांच में पता चला कि वंशिका को हेपेटाइटिस A (Hepatitis A) है. हैपेटाइटिस A पानी (Water) के कारण होने वाली बीमारी है. जब वंशिका के पैरेंट्स ने अपनी सोसाइटी में इसके बारे में बताया तो उन्हें पता चला कि सोसाइटी में इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं. by Taboola Sponsored Links You May Like This Is the One Technology People with Diabetes Need Dexcom Undo These Knee Sleeves Will Transform Your Knees Back 20 … AmRelieve Learn More Undo RO के पानी को भी उबालकर पी रहे अब वंशिका बहुत कमजोर हो गई है और उसे ट्रीटमेंट के लिए रोज डॉक्टर के पास जाना पड़ रहा है. बोर्ड के एग्जाम को लेकर भी उसकी टेंशन बढ़ रही है. इसी सोसाइटी में रहने वाले 46 वर्षीय अरुण कटारिया भी इसी बीमारी से परेशान है. पिछले कुछ दिनों से लगातार तबियत खराब होने के बाद उन्होंने जांच कराई, जिसमें उन्हें भी हेपेटाइटिस A (Hepatitis A) की परेशानी पाई गई. अरुण कटारिया कहते हैं कि अब डर के मारे RO के फिल्टर्ड पानी (Water) को भी उबाल कर पी रहे हैं. सोसाइटी में अब तक 25 मामले सोसाइटी में इस तरह का पहला मामला 29 नवंबर को सामने आया था, जिसके बाद अब तक लगभग 25 मामले सामने आ चुके है. सोसाइटी के ज्यादातर लोग पास में ही मौजूद एक क्लिनिक में इलाज करवा रहे हैं. अधिकतर मरीजों के डॉक्टर भी एक ही हैं. डॉ अमित सचदेवा के पास अभी रोजाना 2 से 3 पेशेंट्स इसी सोसाइटी से आ रहे है और सभी के लक्षण भी एक से ही हैं. डॉ अमित सचदेवा, कंसल्टेंट फिजिशियन कहते हैं, 'अभी रोजाना एक ही सोसाइटी के 2 से 3 पेशेंट्स आ रहे हैं, जिन्हें जॉन्डिस और हेपेटाइटिस A (Hepatitis A) की शिकायत है.' ये भी पढ़ें- नदी की गहराई में उतरे शख्स को मिला कुछ ऐसा, जिसे 21 साल से खोज रही थी पुलिस अथॉरिटी ने हासिल किए सैंपल सोसाइटी की तरफ से लगातार शिकायत करने के बाद नोएडा (Noida) अथॉरिटी ने अब जाकर वाटर सैंपल इकट्ठा किया है. जिसकी रिपोर्ट अगले दो से तीन दिनों में आएगी. सोसाइटी में रहने वाले लोगों में अब पानी (Water) का इतना डर हो गया है कि वे अब फिल्टर किए हुए पानी को भी उबाल कर पीने को मजबूर हैं. वहीं बिल्डर गौर संस ने भी इस बारे में जांच शरू कर दी है. डीजीएम राकेश शर्मा कहते हैं कि वे लगातार सोसाइटी में रहने वाले लोगों से इस बारे में बातचीत कर रहे हैं. जिन घरों से मामले सामने आए हैं, वहां से वाटर सैंपलिंग के लिए भी भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट अगले 2 से 3 दिनों में आ जाएगी. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/queen-tara-devi-of-kapurthala-committed-suicide-by-jumping-from-qutub-minar/1043512,जब 75 साल पहले कुतुब मीनार से कूदकर इस रानी ने दी जान...,"नई दिल्ली: दिल्ली का कुतुब मीनार (Qutub Minar) शहर की शान कहा जाता है. लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि करीब 75 साल पहले कपूरथला की रानी तारा देवी (Rani Tara Devi of Kapurthala) ने अपने 2 पालतू कुत्तों के साथ कुतुबमीनार से कूदकर जान दे दी थी. चेक गणराज्य की रहने वाली थीं रानी मूल रूप से चेक गणराज्य की रहने वाली रानी तारा देवी का असली नाम Eugenia Maria Grossupovai था. वे कपूरथला के महाराज जगजीत सिंह की छठी पत्नी थी. उन दोनों की मुलाकात फ्रांस में हुई थी. Maria के माता-पिता एक्टर थे और ईसाई धर्म को मानने वाले थे. मारिया गजब की खूबसूरत थीं. महाराज जगजीत सिंह जब यूरोप पहुंचे तो उनकी सुंदरता पर मोहित हो गए. शादी के बाद मिला तारा देवी का नाम महाराज ने मारिया के माता-पिता से बात करके शादी के लिए राजी किया. इसके लिए उन्हें लाखों रुपये की रकम उपहार में दी गई. मां-बाप के राजी होने के बाद Eugenia Maria Grossupovai वर्ष 1942 में महाराज जगजीत सिंह के साथ भारत पहुंची. कपूरथला पहुंचने पर दोनों की सिख रीति-रिवाजों से शादी हो गई. शादी के बाद उनका नया नाम रानी तारा देवी (Rani Tara Devi) रखा गया. शादी से नाखुश थी रानी तारा देवी इतिहासकारों के मुताबिक रानी तारा देवी (Rani Tara Devi) अपनी इस शादी से खुश नहीं थी. इसकी वजह उनके और महाराज के बीच उम्र का अंतर था. महाराज शांत स्वभाव के इंसान थे. जबकि रानी तारा देवी युवा थीं. धीरे-धीरे दोनों के बीच दूरी बढ़ती चली गईं. by Taboola Sponsored Links You May Like Illinois Drivers With No DUIs In 3 Years May Be Entitled To An Insurance Discount The Insurance Bulletin Walk-In Tubs Are Now More Affordable Than Ever Home Savings Center 9 दिसंबर 1946 को पहुंची कुतुब मीनार वर्ष 1946 में रानी तारा देवी अपने 2 पालतू कुत्तों और स्टाफ के साथ दिल्ली पहुंची. वे करीब एक महीने तक दिल्ली के एक होटल में ठहरीं. 9 दिसंबर 1946 को वे अपने स्टाफ को साथ लेकर कुतुब मीनार घूमने पहुंचीं. उन्होंने अपना हैंडबैग अपने ड्राइवर को दे दिया और खुद दोनों पालतू कुत्तों के साथ कुतुब मीनार में घूमने चली गईं. ऊंचाई से कूदकर कर लिया सुसाइड रानी तारा देवी (Rani Tara Devi) ने दोनों पालतू कुत्तों के साथ कुतुब मीनार (Qutub Minar) की चढ़ाई चढ़ने का फैसला किया. वे धीरे-धीरे सीढ़ियां चढ़कर ऊपर पहुंची और वहां से दोनों कुत्तों के साथ छलांग लगा दी. इस घटना में रानी तारा देवी और उनके दोनों पालतू कुत्तों की मौत हो गई. ये भी पढ़ें- मृत पति के स्पर्म से बनना चाहती हैं मां, सामने आ गई ये बड़ी अड़चन महाराज जगजीत सिंह की 3 साल बाद मौत जब इस बात की जानकारी महाराज जगजीत सिंह को लगी तो वे अंदर से टूट गए और सदमे में रहने लगे. आखिरकार सदमे की वजह से उन्होंने भी 3 साल बाद वर्ष 1949 में दम तोड़ दिया. रानी तारा देवी (Rani Tara Devi) के कुतब मीनार (Qutub Minar) से कूदने की घटना को 9 दिसंबर को 75 साल पूरे हो जाएंगे. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawat-village-family-and-wish-that-remained-unfulfilled/1043488,जनरल बिपिन रावत की वो हसरत जो रह गई अधूरी...,"पौड़ी: उत्तराखंड के पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लॉक के गांव सैणा का माहौल अपने सपूत जनरल बिपिन रावत (Genral Bipin Rawat) के निधन से गमगीन हो गया है. कांडाखाल कस्बे से कुछ ही दूरी पर स्थित दिवंगत जनरल रावत के इस छोटे से पैतृक गांव में उनके चाचा भरत सिंह रावत आज भी अपने परिवार के साथ रहते हैं. इस गांव में केवल उन्हीं का परिवार निवास करता है. चाचा भरत सिंह ने वो हसरत बताई जो जनरल रावत रिटायर होने के बाद पूरी करना चाहते थे. 2018 में आए थे गांव जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के चाचा भरत सिंह रावत ने बताया कि वह किसी काम से कोटद्वार बाजार गए हुए थे लेकिन जैसे ही उन्हें घटना की सूचना मिली, वह घर की ओर लौट आये. उन्होंने बताया कि उनके घर पर आस पास के गांवों के कुछ लोग सांत्वना देने पहुंचे हैं और सबकी आंखें आसुंओं में डूबी हैं. रूंधे गले से उनके 70 वर्षीय चाचा ने बताया कि वह आखिरी बार अपने गांव थल सेना अध्यक्ष बनने के बाद अप्रैल 2018 में आए थे जहां वह कुछ समय ठहर कर उसी दिन वापस चले गए थे और इस दौरान उन्होंने कुलदेवता की पूजा की थी. यह भी पढ़ें: CDS जनरल बिपिन रावत नहीं रहे, हेलीकॉप्‍टर हादसे में पत्‍नी समेत 13 लोगों की गई जान by Taboola Sponsored Links You May Like Illinois Drivers With No DUIs In 3 Years May Be Entitled To An In… The Insurance Bulletin Read More Undo Walk-In Tubs Are Now More Affordable Than Ever Home Savings Center Shop Now रहना चाहते थे गांव की वादियों में जनरल रावत के चाचा ने बताया कि उसी दिन उन्होंने अपनी पैतृक जमीन पर एक मकान बनाने की सोची थी और कहा था कि कि वह जनवरी में रिटायर होने के बाद यहां मकान बनाएंगे और कुछ समय गांव की शांत वादियों में व्यतीत करेंगें. उन्होंने बताया कि बिपिन गरीबों के प्रति बड़े दयालु थे और बार-बार उनसे कहते थे कि रिटायर होने के बाद वह अपने क्षेत्र के गरीबों के लिए कुछ करेंगे ताकि उनको आर्थिक मजबूती मिल सके. जनरल रावत के मन में ग्रामीण क्षेत्र से हुए पलायन को लेकर भी काफी दुःख रहता था. यह भी पढ़ें; हेलीकॉप्‍टर क्रैश: 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच पाए, इलाज जारी चाचा को बताया था प्लान जनरल बिपिन रावत का अपने गांव और घर से काफी लगाव था और बीच-बीच में वह अपने चाचा से फोन पर भी बात करते थे. जनरल रावत ने अपने चाचा को बताया था कि वह अप्रैल 2022 में फिर गांव आएंगे. आंखों से बहते आंसुओं को पोंछते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें क्या पता था कि उनके भतीजे की हसरतें अधूरी रह जाएंगी. (इनपुट: भाषा) LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/gp-capt-varun-singh-only-survivor-of-cds-bipin-rawat-helicopter-crash-latest-update/1043456,"हेलीकॉप्‍टर क्रैश: 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच पाए, इलाज जारी","नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना का एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया. हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों का निधन हो गया. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस हेलिकॉप्टर हादसे के इकलौते सर्वाइवर हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की अभी हालत गंभीर है और उनका इलाज जारी है. Indian Air Force’s Group Captain Varun Singh, injured in military chopper crash, was awarded Shaurya Chakra on this year’s Independence Day for saving his LCA Tejas fighter aircraft during an aerial emergency in 2020. pic.twitter.com/BR53FlS18M — ANI (@ANI) December 8, 2021 इसी साल मिला था शौर्य चक्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Gp Capt Varun Singh) को इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. उन्हें यह सम्मान 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए मिला था. IAF ने द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज वर्तमान में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में चल रहा है. यह भी पढ़ें: CDS जनरल बिपिन रावत नहीं रहे, हेलीकॉप्‍टर हादसे में पत्‍नी समेत 13 लोगों की गई जान CDS रावत और पत्नी का निधन बता दें, देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्‍टर हादसे में निधन हो गया. वायुसेना ने इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी है. हेलीकॉप्‍टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गई है. इस हादसे में उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का भी निधन हो गया. जनरल का शव कल (गुरुवार) शाम तक दिल्ली लाया जाएगा. हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे जिनमें से एक ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अभी इलाज चल रहा है. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawat-last-statement-said-china-biggest-security-threat-for-india/1043446,CDS जनरल बिपिन रावत का वो आखिरी बयान...चीन को लेकर कही थी ये बात,"नई दिल्ली: तमिलनाडु के हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) पाकिस्तान के मुकाबले चीन (China) को सबसे बड़ा खतरा मानते थे. अपने हालिया बयान में उन्होंने दोटूक अंदाज में चीन (China) को चेतावनी दी थी, 'हम किसी भी तरह के दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. अगर वे फिर से गलवान (Galwan) जैसी घटना को अंजाम देते हैं, तो उन्हें उसी भाषा में जवाब मिलेगा जैसा पिछली बार दिया गया था.' by Taboola Sponsored Links You May Like Illinois Drivers With No DUIs In 3 Years May Be Entitled To An Insurance Discount The Insurance Bulletin If You Need to Kill Time on Your Computer, this Fantasy Game is a Must-Have. No Install. Elvenar 'LAC पर ढिलाई का सवाल ही नहीं' CDS ने कहा था कि भारत-चीन के बीच संदेह के बादल बहुत गहरे हैं. ऐसे में भारत LAC के किसी भी हिस्से में अपनी पकड़ को कम नहीं होने देगा. जनरल रावत (CDS Bipin Rawat) का कहना था कि चीन (China) की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने LAC से सटे इलाकों में बुनियादी ढांचे को काफी बेहतर कर लिया है. ऐसे में चीन तेजी के साथ आगे के इलाकों में फिर से वापसी कर सकता है. लिहाजा LAC पर किसी भी तरह की ढिलाई बरतने का कोई सवाल ही नहीं है. 'हमारे सैनिक देश की रक्षा के लिए तैयार' जनरल रावत (CDS Bipin Rawat) ने कहा, 'हमें लगता है कि चीन (China) अपनी पुरानी पकड़ को हासिल करने के लिए एक बार फिर से जमीन पर कब्जा करने जैसी कोशिश कर सकता है. अगर चीनी सैनिक वहां स्थायी रूप से रहने वाले हैं, तो हम भी पूरी तरह तैयार हैं. हमारे सैनिक भी अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए ऊंचे पहाड़ों में स्थाई रूप से बने रहेंगे.' ये भी पढ़ें- कौन थीं CDS जनरल बिपिन रावत की पत्‍नी मधुलिका? फैमिली में हैं ये सदस्‍य 'दुश्मन के दुस्साहस का देंगे करारा जवाब' लगातार दूसरी सर्दियों में पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं पर उपस्थिति पर भी जनरल रावत ने चीन (China) को सख्त संदेश दिया था. CDS ने कहा था, 'सर्दियों के सीजन की चुनौतियों से निपटने की तैयारियां हो चुकी हैं. सभी जरूरी चीजें स्टॉक हो चुकी हैं. अगर दुश्मन की ओर से किसी तरह का दुस्साहस किया जाता है तो हमारे पास मुकाबला करने और जवाब देने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं. हम किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेंगे.' LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/bipin-rawat-the-brave-son-of-the-military-family-wanted-to-be-a-soldier-since-childhood/1043439,"फौजी परिवार के जांबाज बेटे बिपिन रावत, बचपन से ही बनना चाहते थे सैनिक","नई दिल्ली: CDS बिपिन रावत उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के एक गांव के रहने वाले थे. उनका जन्म 16 मार्च 1958 को हुआ था. उनके पिताजी लक्ष्मण सिंह रावत भी फौज में थे और उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल एलएस रावत के नाम से पहचाना जाता था. बहादुर फौजी परिवार से आने वाले बिपिन रावत ने करियर के रूप में सेना को ही चुना था. जनरल बिपिन रावत ने St Edward's School शिमला में पढ़ाई की थी. इसके बाद उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी (National Defence Academy) की परीक्षा पास करके सेना ज्वाइन की. उन्हें 16 दिसंबर 1978 को इन्फैंट्री की ग्यारहवीं गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त किया गया. इस बटालियन की कमान उनके पिता ने भी संभाली थी. NDA, देहरादून से ग्रेजुएट होने के दौरान, उन्हें प्रतिष्ठित 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. जनरल के पास सेना का लंबा अनुभव था. LAC पर इन्फैंट्री बटालियन की संभाल चुके हैं कमान उन्होंने पूर्वी सेक्टर में LAC पर एक इन्फैंट्री बटालियन और कश्मीर घाटी में राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर की कमान संभाली थी. इसके बाद, उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में चैप्टर VII मिशन में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली. उन्हें जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान सौंपी गई और वो नोर्थ-ईस्ट में कोर कमांडर रह चुके थे. एक सेना कमांडर के रूप में वो वेस्टर्न मोर्चे के साथ डेजर्ट सेक्टर की भी कमान संभाल चुके थे. 2016 से 2019 तक रहे आर्मी चीफ जनरल रावत ने सेना के कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाला था. वो भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून और जूनियर कमांड विंग में सीनियर प्रशिक्षक के अलावा वह सैन्य संचालन निदेशालय (Military Operations Directorate) में जनरल स्टाफ ऑफिसर, कर्नल और बाद में सैन्य सचिव की शाखा में उप सैन्य सचिव, पूर्वी थियेटर के मेजर जनरल, जनरल स्टाफ और भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष रहे थे. जनरल रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक आर्मी चीफ रहे. उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन और कमांड एंड जनरल स्टाफ कोर्स, फोर्ट लीवेनवर्थ, US से ग्रेजुएशन किया है. इसके इलावा उन्होंने महू में हायर कमांड कोर्स में भाग लिया है और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली से भी पढ़ाई की है. एकेडमिक रूप से जनरल ने राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य नेतृत्व पर कई लेख लिखे हैं जो कई मैग्जीन में प्रकाशित हो चुके हैं. उनके पास मैनेजमेंट और और कंप्यूटर एजुकेशन में भी दो डिप्लोमा हैं. by Taboola Sponsored Links You May Like Drivers With No Tickets In 3 Years May Be Entitled To An Insurance Discount The Insurance Bulletin Read More Undo Handmade in Switzerland: 24 hours and only one hand. The Slow Watch helps you to live for the moment slow-watches.com Read More Undo यह भी पढ़ें: CDS रावत: जिनके नाम से कांपते थे दुश्मन, सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर इन ऑपरेशन्स को दिया अंजाम​ कई राष्ट्रपति पुरस्कारों से हो चुके थे सम्मानित चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ द्वारा जनरल को 'मिलिट्री मीडिया स्ट्रैटेजिक स्टडीज' (Military Media Strategic Studies) पर उनकी रिसर्च के लिए 'डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी' (पीएचडी) से सम्मानित किया गया. अपने 42 साल के सर्विस करियर में विशेष सेवा और वीरता के लिए, जनरल बिपिन रावत को कई राष्ट्रपति पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिसमें PVSM, UYSM, AVSM, YSM, SM, ADC और VSM शामिल थे. यह भी पढ़ें: CDS जनरल विपिन रावत नहीं रहे, हैलीकॉप्‍टर हादसे में पत्‍नी समेत 13 लोगों की गई जान 2020 में बने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ इसके अलावा, उन्हें दो मौकों पर थल सेनाध्यक्ष प्रशस्ति और सेना कमांडर के प्रशस्ति से भी सम्मानित किया जा चुका है. कांगो में संयुक्त राष्ट्र के साथ सेवा करते हुए, उन्हें दो बार फोर्स कमांडर्स कमेंडेशन से सम्मानित किया गया था. बता दें, 31 दिसंबर 2019 को जनरल बिपिन रावत को भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/helicopter-crash-cds-general-bipin-rawat-no-more/1043415,"CDS जनरल बिपिन रावत नहीं रहे, हेलीकॉप्‍टर हादसे में पत्‍नी समेत 13 लोगों की गई जान","नई दिल्‍ली: CDS General Bipin Rawat Helicopter Crash Latest Update:देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्‍टर हादसे में निधन हो गया. वायुसेना ने इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी है. हेलीकॉप्‍टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गई है. इस हादसे में उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का भी निधन हो गया. जनरल का शव कल (गुरुवार) शाम तक दिल्ली लाया जाएगा. हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे जिनमें से एक ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अभी इलाज चल रहा है. पीएम मोदी ने जताया दुख जनरल बिपिन रावत के निधन पर पीएम मोदी ने दुख जताते हुए ट्वीट किया, 'जनरल बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे. एक सच्चे देशभक्त, उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया. सामरिक मामलों पर उनकी अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण असाधारण था. उनके निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है. शांति.' Gen Bipin Rawat was an outstanding soldier. A true patriot, he greatly contributed to modernising our armed forces and security apparatus. His insights and perspectives on strategic matters were exceptional. His passing away has saddened me deeply. Om Shanti. pic.twitter.com/YOuQvFT7Et — Narendra Modi (@narendramodi) December 8, 2021 असाधारण साहस और लगन से देश सेवा की General Rawat had served the country with exceptional courage and diligence. As the first Chief of Defence Staff he had prepared plans for jointness of our Armed Forces. — Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 8, 2021 लेक्चर देने जा रहे थे CDS चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) वायुसेना के एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर से बुधवार दोपहर करीब तीन बजे निर्धारित लेक्चर देने के लिए कुन्नूर जिले के वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी और वेलिंग्टन जा रहा था. इस दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं. by Taboola Sponsored Links You May Like Illinois Drivers: Save Up To 25% On Your Car Insurance The Insurance Bulletin Handmade in Switzerland: 24 hours and only one hand. The Slow Watch helps you to live for the moment. slow-watches.com ये लोग भी थे सवार हेलिकॉप्टर में सवार अन्य लोग ब्रिगेडियर एल.एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, नायक विवेक कुमार, नायक बी. साई तेजा, हवलदार सतपाल और पायलट शामिल थे. संसद में कल बयान देंगे रक्षा मंत्री हादसे के बारे में रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पूरी जानकारी दी है वहीं इस हादसे के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल (गुरुवार) संसद में बयान देंगे. वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी को तमिलनाडु में सैन्य विमान दुर्घटनास्थल पर भेजा. रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक चल रही है. यह भी पढ़ें: CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, सवार 14 में से 13 की मौत: ANI CCS की अहम बैठक हेलीकॉप्टर हादसे पर CCS (केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति) की अहम बैठक जारी है. यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में हो रही है. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/know-about-cds-general-bipin-rawat-and-madhulika-rawat-family/1043388,जनरल बिपिन रावत और पत्‍नी मधुलिका की फैमिली में हैं ये सदस्‍य,"CDS General Bipin Rawat Helicopter Crash: तमिलनाडु के कुन्नूर में खराब मौसम की वजह से CDS जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) का बुधवार को हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो चुकी है. CDS जनरल बिपिन रावत भी इस घटना में शहीद हो गए. पत्नी मधुलिका ने की DU से पढ़ाई CDS जनरल बिपिन रावत के साथ इस हेलीकॉप्टर में उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) भी थीं. मधुलिका रावत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइक्लॉजी की पढ़ाई की. वर्ष 2016 में जब जनरल रावत आर्मी चीफ बने तो मधुलिका को आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) की अध्यक्षता संभालने का मौका मिला. उस दौरान उन्होंने कैंसर पीड़ितों की सहायता समेत कई तरह के सामाजिक काम किए. जनरल बिपिन रावत की दो बेटियां हैं. जिनमें एक बेटी का नाम कृतिका रावत और दूसरी का तारिणी है. by Taboola Sponsored Links You May Like Drivers With No Tickets In 3 Years May Be Entitled To An In… The Insurance Bulletin Undo Handmade in Switzerland: 24 hours and only one hand. The … slow-watches.com Undo शहडोल में है मायका सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का मायका मध्य प्रदेश में शहडोल के सोहागपुर में है. जहां पर उनका परिवार घटना की जानकारी के बाद स्तब्ध है. मधुलिका रावत आखिरी बार वर्ष 2012 में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए सोहागपुर गढ़ी गई थीं. ये भी पढ़ें- CDS रावत: जिनके नाम से कांपते हैं दुश्मन, सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर इन ऑपरेशन्स को दिया अंजाम मधुलिका रावत के चचेरे भाई विश्ववर्धन सिंह ने कहा कि उन्हें मीडिया के जरिए दुर्घटना के बारे में खबर मिली है. घटना के बारे में जानकर पूरा परिवार स्तब्ध है. सोचा नहीं था कि एकदम से सब खत्म हो जाएगा. सामाजिक कार्यों में अग्रणी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) सैनिकों की पत्नियों को सशक्त बनाने, उन्हें सिलाई, बुनाई और बैग बनाने के साथ-साथ ब्यूटीशियन कोर्स करने और उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने के लिए काम करती रही थीं. वे बुधवार को अपने पति CDS जनरल बिपिन रावत के साथ कुन्नूर के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थीं. तभी उनका हेलीकॉप्टर क्रैश कर गया. जनरल बिपिन रावत 31 दिसंबर 2019 को देश के पहले CDS नियुक्त किए गए थे. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-rawat-from-surgical-strikes-to-the-results-of-these-operations-enemies-tremble-only-by-name/1043387,"जिनके नाम से कांपते थे दुश्मन, सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर इन ऑपरेशन्स को दिया अंजाम","नई दिल्ली: तमिलनाडु के ऊटी के पास कुन्नूर में बुधवार को हुए एक हेलीकॉप्टर हादसे में CDS जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) बुरी तरह झुलस गए. वे अस्पताल में भर्ती थे. उस विमान में 24 लोग सवार थे जिसमें से 13 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई. इस हादसे के दौरान CDS बिपिन रावत की भी मौत हो गई. आपको बता दें कि बिपिन रावत वही अधिकारी हैं जिनके नाम से दुश्मनों की रूह कांप जाती थी. जनवरी 2020 में सेनाध्यक्ष के पद से रिटायर होने के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनाया गया था. वे भारत के पहले CDS थे. उपलब्धियों से भरा करियर दिसंबर 1978 में भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से ग्यारह गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में उन्हें नियुक्त किया गया. भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में उन्हें सोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था. जनरल रावत का करियर उपलब्धियों से भरपूर रहा था. इसे उनको मिले पुरस्कारों से समझा जा सकता है. उन्हें उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विदेश सेवा मेडल जैसे मेडल मिल चुके थे. करगिल युद्ध में लिया हिस्सा जनरल रावत ने 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए करगिल युद्ध में हिस्सा लिया. इस युद्ध में भारत को जीत मिली थी. सरकार ने 2001 में उस समय के उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में करगिल युद्ध की समीक्षा के लिए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) का गठन किया था. इस जीओएम ने युद्ध के दौरान भारतीय सेना और वायुसेना के बीच तालमेल की कमी का पता लगाया था. इसी समूह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के नियुक्ति की सिफारिश की थी. इसका उद्देश्य तीनों सेनाओं में तालेमेल बनाना है. यह भी पढ़ें: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की CDS बिपिन रावत के परिजनों से मुलाकात, संसद में कल देंगे बयान पहाड़ी क्षेत्रों के माने जाते हैं दिग्गज जनरल बिपिन रावत ने कॉन्गो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का नेतृत्व भी किया. इस दौरान उन्होंने एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड का भी नेतृत्व किया. उन्हें 1 सितंबर 2016 को उप सेना प्रमुख बनाया गया था. जनरल रावत ने सेना की कमान 31 दिसंबर 2016 को संभाली थी. उन्हें दो अधिकारियों पर तरजीह दी गई थी. इसमें अशांत क्षेत्रों में काम करने के उनके अनुभव की बड़ी भूमिका थी. उनके पास पूर्वी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा, कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में काम करने का अनुभव था. राष्ट्रीय सुरक्षा के विशेषज्ञ हैं CDS रावत जनरल बिपिन रावत ने सैन्य मीडिया रणनीतिक अध्ययन पर अपना शोध भी पूरा किया और 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी से उन्हें सम्मानित किया गया. वे 'राष्ट्रीय सुरक्षा' और 'लीडरशिप' पर कई लेख लिख चुके हैं जो विभिन्न पत्रिकाओं और प्रकाशनों में प्रकाशित हुए हैं. by Taboola Sponsored Links You May Like Illinois Drivers With No DUIs In 3 Years May Be Entitled To An In… The Insurance Bulletin Handmade in Switzerland: 24 hours and only one hand. The … slow-watches.com यह भी पढ़ें: MI-17 V5 हेलीकॉप्टर: एयरफोर्स के सबसे ताकतवर विमानों में शुमार, जानें क्या हैं इसकी खासियतें आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन चलाने वाले सीडीएस रावत जनरल बिपिन रावत को उच्च ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र और आतंकवाद रोधी अभियानों में कमान संभालने का अनुभव था. वे 1986 में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर इंफैंट्री बटालियन के प्रमुख की भूमिका निभा चुके थे. इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय राइफल्स के एक सेक्टर और कश्मीर घाटी में 19 इन्फेन्ट्री डिवीजन की अगुआई भी की है. सीडीएस बिपिन रावत की अगुआई में भारतीय सेना ने कई ऑपरेशन्स को भी अंजाम दिया था. उन्होंने पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. जून 2015 में मणिपुर में आतंकी हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे. इसके बाद 21 पैरा कमांडो ने सीमा पार जाकर म्यांमार में आतंकी संगठन एनएससीएन-के कई आतंकियों को ढेर किया था. तब 21 पैरा थर्ड कॉर्प्स के अधीन थी, जिसके कमांडर बिपिन रावत ही थे. इसके अलावा 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी शिविरों और आतंकियों को मार गिराया था. उरी में सेना के कैंप और पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए हमले में कई जवान शहीद हो जाने के बाद भारतीय सेना ने ये एक्शन लिया था. यह भी पढ़ें: CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, सवार 14 में से 13 की मौत: ANI चार दशकों से देश की सेवा में तैनात हैं रावत अपने चार दशकों की देश सेवा के दौरान, CDS रावत ने ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी) दक्षिणी कमान, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2, मिलिट्री सेक्रेटरी ब्रांच में कर्नल सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव और जूनियर कमांड विंग में सीनियर इंस्ट्रक्टर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी थीं. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-mi-17v5-tamilnadu-coonoor-latest-updates/1043373,"हेलीकॉप्टर हादसे में CDS जनरल बिपिन रावत नहीं रहे, पत्नी मधुलिका सहित 13 की मौत","नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार दोपहर भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हो गया. इस हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत हो गई है. हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे. इस मामले में केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति की बैठक भी होगी. लेक्चर देने जा रहे थे CDS चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) वायुसेना के एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर से बुधवार दोपहर करीब तीन बजे निर्धारित लेक्चर देने के लिए कुन्नूर जिले के वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी और वेलिंग्टन जा रहा था. इस दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं. by Taboola Sponsored Links You May Like Illinois Drivers: Save Up To 25% On Your Car Insurance The Insurance Bulletin Read More Undo This Is the One Technology People with Diabetes Need Dexcom Undo ये लोग भी थे सवार हेलिकॉप्टर में सवार अन्य लोग ब्रिगेडियर एल.एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, नायक विवेक कुमार, नायक बी. साई तेजा, हवलदार सतपाल और पायलट शामिल थे. संसद में कल बयान देंगे रक्षा मंत्री हादसे के बारे में रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पूरी जानकारी दी है वहीं इस हादसे के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल (गुरुवार) संसद में बयान देंगे. वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी को तमिलनाडु में सैन्य विमान दुर्घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा. रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक चल रही है. यह भी पढ़ें: CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, सवार 14 में से 13 की मौत: ANI CCS की अहम बैठक हेलीकॉप्टर हादसे पर CCS (केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति) की अहम बैठक होगी. यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में शाम 6:30 पर होगी. वहीं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा कि तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे के बारे में संबंधित मंत्रालय द्वारा उचित समय पर जानकारी शेयर की जाएगी. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/defense-minister-rajnath-singh-visits-cds-bipin-rawat-house/1043312,"रक्षा मंत्री ने की CDS बिपिन रावत के परिजनों से मुलाकात, संसद में कल देंगे बयान","नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी सवार थे. सूत्रों के मुताबिक दुर्घटना में 11 लोगों की मौत हुई है. इस हादसे के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सीडीएस बिपिन रावत के घर पहुंचे. यहां वे करीब 10 मिनट तक रुके. संसद में कल बयान देंगे रक्षा मंत्री जनरल रावत की स्थिति के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं दी गई है. वायुसेना ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी. हादसे के बारे में रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरी जानकारी दी है वहीं इस हादसे के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल (गुरुवार) संसद में बयान देंगे. सभी घायल रेस्क्यू किए गए आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी घायल लोगों को दुर्घटनास्थल से निकाल लिया गया है. उन्होंने बताया कि सीडीएस जनरल रावत वेलिंगटन में ‘डिफेंस सर्विसेज कॉलेज’ (डीएससी) जा रहे थे तभी हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस बीच, कोयंबटूर में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 5 शव निकाल लिए गए हैं और मलबे से तीन लोगों को बचाया गया. उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ. #WATCH | Latest visuals from military chopper crash site in Tamil Nadu. CDS Gen Bipin Rawat, his staff and some family members were on board chopper. pic.twitter.com/H3ewiYlVMU — ANI (@ANI) December 8, 2021 यह भी पढ़ें; चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, हादसे के बाद का वीडियो आया सामने दुर्घटनास्थल के लिए रवाना वायु सेना प्रमुख भारतीय वायु सेना के प्रमुख वीआर चौधरी कुन्नुर में दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. इसके अलावा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी घटनास्थल के लिए निकल चुके हैं. इससे पहले एमके स्टालिन ने तमिलनाडु के डीजीपी को तुरंत स्पॉट पर जाने के आदेश दिए थे. VIDEO-",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mi-17-v5-helicopter-one-of-the-most-powerful-aircraft-of-the-air-force-was-used-in-26/11-operations/1043260,"MI-17 V5 हेलीकॉप्टर: एयरफोर्स के सबसे ताकतवर विमानों में शुमार, जानिए इसकी खासियतें","MI-17 V5 Helicopter Crash: तमिलनाडु के नीलगिरी के कुन्नूर में एक बड़ा हादसा (IAF Helicopter Crashes) हुआ. भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (Indian Air Force Helicopter Crashes) हो गया. इस हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) समेत सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी सवार थे. जिस हेलीकॉप्टर से यह हादसा हुआ, वह भारतीय वायुसेना का विमान MI-17 V5 था. MI-17 V5 हेलीकॉप्टर में जो 14 लोग सवार थे, उनमें देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) तथा उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी सवार थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सीडीएस बिपिन रावत समेत तीन घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. वहीं अब तक 5 बॉडी रिकवर की गई हैं. by Taboola Sponsored Links You May Like Illinois Drivers: Save Up To 25% On Your Car Insurance The Insurance Bulletin Read More Undo If You Need to Kill Time on Your Computer, this Fantasy Game is a Must-Have. No Install. Elvenar Play Now Undo MI-17 V5 हेलीकॉप्टर कितना ताकतवर जिस हेलीकॉप्टर से यह दुर्घटना घटित हुई है, वह MI-17 V5 विमान भारतीय वायुसेना का बहुत ही ज्यादा ताकतवर हेलीकॉप्टर है. यह विमान आधुनिक तकनीकों से लैस है. रूस में MI17 V5 विमानों का निर्माण होता है. विश्व के सबसे आधुनिक हेलीकॉप्टर्स में MI-17 V5 का नाम शुमार है. MI-17 V5 हेलीकॉप्टर्स Mi-8/17 परिवार के पार्ट हैं. ये भी पढ़ें- CDS बिपिन रावत को ले जा रहा सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, पत्नी समेत 14 लोग थे सवार; 5 शव बरामद भारतीय वायुसेना के कई महत्वपूर्ण अभियानों का यह हेलीकॉप्टर हिस्सा रह चुका है. यह एक मिलिट्री ट्रांसपोर्ट है. सेना और आर्म्स ट्रासपोर्ट में भी इसका इस्तेमाल होता है. इसके अलावा सर्च ऑपरेशन्स, राहत एवं बचाव अभियानों और पेट्रोलिंग में भी इन हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल होता है. इस हेलीकॉप्टर की अधिकतम स्पीड 250 किमी प्रति घंटा है. ये हेलीकॉप्टर आसमान में 6 किमी की ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं. 13000 किलोग्राम वजन ले जा सकता है साथ MI-17 V5 में एक बार फ्यूल डालने के बाद ये 675 किमी तक जा सकते हैं. इसमें एक सहायक ईंधन टैंक भी लगता है, जिसे भरने के बाद MI-17 V5 हेलीकॉप्टर 1180 किमी तक जा सकते हैं. इस हेलीकॉप्टर में 13,000 किलोग्राम का वजन ले जाया जा सकता है. हेलीकॉप्टर में 36 आर्म्ड जवान यहां से वहां जा सकते हैं. यह हेलीकॉप्टर घातक हथियारों से लैस है. इसमें 80 S-8 रॉकेट्स, 5 मिसाइल्स, एक 23 मिमी मशीन गन और 8 फायरिंग पोस्ट हैं. इन पोस्ट का इस्तेमाल हथियारों को लक्ष्य भेदने में प्रयोग में लाया जाता है. इस हेलीकॉप्टर से रात में भी आसानी से कार्रवाई की जा सकती है. 26/11 ऑपरेशन में हुआ था MI-17 V5 का इस्तेमाल साल 2008 में मुंबई में आतंकी हमला हुआ था. इस दौरान देश के NSG कमांडोज ने इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर आतंकियों से मुकाबला किया था. वर्तमान में भारत के पास 150 से अधिक Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर्स हैं. साल 2016 के जनवरी महीने में भारत ने सबसे आखिरी Mi-17 V5 विमान रूस से लिया था.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/visuals-of-military-chopper-crashed-in-tamil-nadu-cds-bipin-rawat-his-staff-on-board-in-chopper/1043258,"चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, हादसे के बाद का वीडियो आया सामने","नई दिल्ली: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में बुधवार सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (Indian Air Force Helicopter Crashes) हो गया, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) समेत सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी सवार थे और एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे. भारतीय वायु सेना ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं. क्रैश के बाद हेलीकॉप्टर में लगी आग चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) को लेकर जा रहे हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के बाद का वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद भीषण आग लग गई. हेलीकॉप्टर जिस इलाके में गिरा है, वह जंगल का क्षेत्र है. यह हादसा घने कोहरे के बीच नंजप्पनचथिराम इलाके में हुआ और शुरुआती दृश्यों में हेलीकॉप्टर में आग की लपटें उठते हुए देखी गई. CDS बिपिन रावत को ले जाया गया अस्पताल सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) ठीक हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है. जानकारी के मुताबिक अब तक 5 बॉडी रिकवर की गई हैं, जबकि तीन घायलों को बाहर निकाला गया है. बिपिन रावत समेत तीन घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. CDS बिपिन रावत को ले जा रहा सेना का हेलीकॉप्टर यहां हुआ क्रैश, देखें दर्दनाक तस्वीरें सुलुर अड्डे से वेलिंगटन जा रहा था हेलीकॉप्टर हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के पर्वतीय नीलगिरि जिले के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना के सुलुर अड्डे से वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज कॉलेज (डीएससी) जा रहा था, तभी वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया हेलीकॉप्टर में सवार थे 14 लोग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे, जिनमें से 9 लोगों के नाम सामने आए हैं. हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा कई सीनियर अधिकारी शामिल थे. (इनपुट- न्यूज एजेंसी एएनआई) लाइव टीवी",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/omicron-these-rules-have-to-be-kept-in-mind-to-go-to/cid5980201.htm,"ओमीक्रोन: मेघालय जाने के लिए ध्यान में रखने होंगे ये नियम, जारी हुए नए दिशानिर्देश","मेघालय सरकार ने राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए सरकारी वेबसाइट पर पंजीकरण कराना, आरोग्य सेतु ऐप और व्यवहार परिवर्तन प्रबंधन ऐप को डाउनलोड करना अनिवार्य करते हुए नए दिशानिर्देश जारी किए। एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि कुछ राज्यो में कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के मामले सामने आने के बाद नए दिशानिर्देश जारी किए गए। राज्य सरकार ने एक बयान में बताया, ‘‘ राज्य में प्रवेश करनेवाले सभी लोगों के लिए यात्रा शुरू करने से पहले मेघालय सरकार की कोविड-19 जांच वेबसाइट पर पंजीकरण कराना और आरोग्य सेतु तथा मेघालय के व्यवहार परिवर्तन प्रबंधन ऐप को डाउनलोड करना अनिवार्य है। वहीं पर्यटकों को ‘ई-इनवाइट’ के लिए मेघालय सरकार की वेबसाइट पर पंजीकरण करना चाहिए।’’ भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की 28 नवंबर को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए स्व-घोषणा आवेदन भरना और आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य है। दिशानिर्देश में कहा गया है कि ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग, इजराइल समेत अन्य उच्च जोखिम वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए प्रवेश केंद्र पर आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य है।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/mumbai-fire-breaks-out-in-bmw-showroom-at-least-40-cars/cid5980117.htm,"मुंबई: BMW के शोरूम में लगी आग, कम से कम 40 कारें जलकर खाक","महाराष्ट्र के नवी मुंबई के तुर्भे एमआईडीसी इलाके में एक शोरूम में भीषण आग लगने से बीएमडब्ल्यू की कम से कम 40 कार खाक हो गईं। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी और बताया कि हादसे में किसी के हताहत होने की अभी कोई खबर नहीं है। एमआईडीसी दमकल सेवा के प्रमुख दमकल अधिकारी आरबी पाटिल ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे बीएमडब्ल्यू के शोरूम में आग लग गई, जिससे वहां खड़ी कई कार खाक हो गईं। उन्होंने बताया कि दमकल की 10 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था और आग पर मंगलवार दोपहर करीब एक बजे काबू पाया गया।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/use-uso-funds-to-subsidize-smartphones-mukesh-ambani/cid5980078.htm,स्मार्टफोन पर सब्सिडी देने के लिए यूएसओ फंड का करें इस्तेमाल: मुकेश अंबानी,"रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने डिजिटल क्रांति में मदद के लिए चुनिंदा समूहों को स्मार्टफोन पर सब्सिडी देने के लिए यूएसओ (यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन) फंड का इस्तेमाल करने की वकालत की। उन्होंने साथ ही कहा कि कि देश में ब्रॉडबैंड सेलुलर नेटवर्क के लिए राष्ट्रीय प्राथमिकता के तौर पर 5जी या पांचवीं पीढ़ी के प्रौद्योगिकी मानक पेश किए जाने चाहिए। दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों द्वारा भुगतान किए जाने वाले लाइसेंस शुल्क का पांच प्रतिशत ‘यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन’ फंड में जाता है। इसे ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में टेलीफोन सेवाओं तक पहुंच प्रदान करके सार्वभौमिक सेवा उद्देश्यों को प्राप्त करने तथा इन क्षेत्रों में मोबाइल सेवाओं एवं ब्रॉडबैंड की खातिर ढांचे के निर्माण के लिए अप्रैल 2002 में स्थापित किया गया था। हालांकि, नियंत्रक और महालेख परीक्षक (कैग) के अनुसार, इस प्रकार एकत्र किए जाने वाले धन के आधे से भी कम हिस्से का इस्तेमाल इन उद्देश्यों के लिए किया जाता है। अंबानी ने बुधवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को 2जी से 4जी और 5जी तक बढ़ने का काम जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा, “सामाजिक-आर्थिक स्थिति के लिहाज से सबसे नीचे आने वाले लाखों भारतीयों को 2जी तक सीमित रखने का मतलब उन्हें डिजिटल क्रांति के लाभों से वंचित करना है।” रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी जियो ने 2016 में सस्ते मोबाइल डेटा और कनेक्टिविटी की शुरूआत कर क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाया था। वह अब 4जी एवं 5जी के कार्यान्वयन और ब्रॉडबैंड बुनियादी ढांचे के विस्तार पर ध्यान दे रही है। 4जी और 5जी नेटवर्क के लिए स्मार्टफोन की जरूरत होती है। देश में अनुमानित 28 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ता अभी भी बेसिक या फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं। उन लोगों के लिये शुरूआती स्तर के स्मार्ट फोन अब भी महंगे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, अंबानी ने कहा कि भारत में मोबाइल ग्राहक आधार के अभूतपूर्व तेजी से विस्तार में चीजों के किफायती होने से सबसे बड़ी मदद मिली है। शीर्ष उद्योगपति ने कहा, “हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि भारत में मोबाइल ग्राहक आधार के अभूतपूर्व तेजी से विस्तार में चीजों का किफायती होना महत्वपूर्ण साबित हुआ है। भारत को अधिक से अधिक डिजिटल समावेश की ओर बढ़ना चाहिए, न कि अधिक से अधिक डिजिटल अलगाव की ओर।” उन्होंने कहा, भारत को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि न केवल सेवाएं बल्कि उपकरण और अनुप्रयोग भी किफायती हों। अंबानी ने कहा, “व्यापक स्तर पर चीजों को सस्ता बनाने का सबसे अच्छा तरीका सेवाओं के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए यूएसओ फंड के उपयोग जैसे सहायक नीति उपकरणों और भविष्य की प्रौद्योगिकी को अपनाना है। यूएसओ फंड का उपयोग चुनिंदा लक्षित समूहों को उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।”",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/profit-of-big-companies-is-not-economic-prosperity-sonia/cid5978573.htm,बड़ी कंपनियों का मुनाफा आर्थिक समृद्धि नहीं : सोनिया,"कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार के प्रवक्ता लगातार अर्थव्यवस्था में सुधार की बात कर रहे हैं लेकिन इसका असर जमीन पर कहीं नजर नहीं आ रहा है और कुछ ही चुनिंदा पूजी पतियों को इसका लाभ मिल रहा है। गांधी ने बुधवार को यहां संसद के केंद्रीय कक्ष में कांग्रेस संसदीय पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ शेयरों के दाम बढ़ना और चंद कंपनियों को फायदा होना ना अर्थवयवस्था में सुधार है और ना ही यह किसी तरह की आर्थिक प्रगति नहीं है। उनका कहना था कि आम आदमी को विकास का लाभ नहीं मिल रहा है, बेरोजगारी चरम पर है और लोगों का काम धंधा चौपट पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं कर रही है बल्कि बैंक, इंश्योरेंस कंपनियों, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों, रेल, एयरपोर्ट आदि को बेच रही है और उससे पैसा जुटा रही है। पिछले सात दशकों के दौरान मेहनत से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को खड़ा किया गया है लेकिन मोदी सरकार इन्हें ध्वस्त करने में लगी हुई है और सरकारी कंपनियों को अनान फानन में बेचा जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नवंबर 2016 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोट बंदी लागू की थी तो उसी समय से देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त होना शुरू हो गई थी और वह अब तक नहीं समझ पाई है। अर्थ्यवस्था में तेजी से सुधार के सरकार के दावे निरर्थक हैं। उन्होंने सवाल किया कि यह जानना जरूरी है कि यह सुधार किसके लिए हो रहा है। उन्होंने महंगाई को आम लोगो कि कमर तोड़ने वाला बताया और कहा कि सरकार इस रोकने मै असफल हो रही है। उन्होंने हाल में तेल के दम घटाने को अपर्याप्त बताया और कहा कि कीमतें आम आदमी की पहुंच में होना आवश्यक है।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/273-new-cases-of-kovid-19-in-mizoram/cid5978255.htm,मिजोरम में कोविड-19 के 273 नए मामले,"मिजोरम में कोविड-19 के 273 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,37,057 हो गई। वहीं, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया और मृतक संख्या 508 है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को कम से कम 354 मरीजों के ठीक होने के बाद संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,33,510 हो गई। नए 273 मामलों में से आइजोल में सबसे अधिक 146, लुंगलेई में 23 और चम्फाई में 22 मामले सामने आए। राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर 97.41 प्रतिशत है और कोविड-19 मृत्यु दर 0.37 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी 3,039 लोगों कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। राज्य में अभी तक 14 लाख से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 3,252 नमूनों की जांच मंगलवर को की गई। इस बीच, राज्य के टीकाकरण अधिकारी डॉ. एल लालजावमी ने बताया कि राज्य में अभी तक 7.23 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी टीकों की खुराक दी गई, जिनमें से 5.69 लाख से अधिक लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/india-to-develop-indigenous-5g-6g-technology/cid5978022.htm,"‘स्वदेशी 5जी, 6जी तकनीक विकसित करेगा भारत’","सरकार ने आज कहा कि देश में दूरसंचार के क्षेत्र में स्वदेशी एवं अति उन्नत 5जी एवं 6 जी तकनीक विकसित करने का काम जोरों पर चल रहा है और भविष्य में भारत यह तकनीक अन्य देशों को भी उपलब्ध करायेगा। रेल, संचार, इलैक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूर्व संचार मंत्री एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम के सदस्य दयानिधि मारन के एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत में अपनी खुद की 4जी, 5जी एवं 6जी प्रौद्योगिकी विकसित की जा रही है। हम साबित करेंगे कि हमारे वैज्ञानिक एवं इंजीनियर विश्व में किसी से कम नहीं हैं। श्री वैष्णव ने कहा कि हम ना केवल अपने देश में बल्कि विश्व में अन्य देशों को सर्वश्रेष्ठ संचार प्रौद्योगिकी उपलब्ध करायेंगे। एक अन्य प्रश्न में चीनी कंपनी हुआवे को सुरक्षा संबंधी कारणों से 5जी के परीक्षण में शामिल करने की अनुमति नहीं देने के सवाल पर संचार मंत्री ने कहा कि सारे विश्व में भूराजनीतिक वास्तविकताओंं का ध्यान रखा जाता है। भारत में भी इस बारे में ध्यान रखा गया है। हमारे यहां 5जी प्रौद्योगिकी के संबंध में जो भी उपकरण खरीदे जा रहे हैं, वह विश्वसनीय स्रोत से ही लिये जा रहे हैं। भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की 4जी सेवाओं से संबंधित एक प्रश्न पूछे जाने के दौरान सदन में श्री मारन एवं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के बीच गर्मागर्मी हो गयी और दोनों ने एक दूसरे को कटु शब्द कहे। बाद में अध्यक्ष ओम बिरला ने बीच बचाव करके माहौल को शांत किया। श्री वैष्णव ने कहा कि ये सवाल ऐसे लोग पूछ रहे हैं जिनके इतिहास पर नजÞर डालें तो पता चलता है कि बीएसएनएल की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार है। भारत के दूरसंचार उद्योग को रसातल में कौन ले गया था। उन्होंने बीएसएनएल को तो करीब करीब मार ही दिया था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने बड़े परिश्रम से इस संस्थान को घाटे से उबारा है। एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि देश में करीब 17 लाख 81 हजार घरों में बीएसएनएल का फाइबर लगा है और तीव्र गति वाली इंटरनेट सेवा चल रही है।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/brahmos-missile-fired-from-fighter-aircraft-sukhoi-targeted/cid5977686.htm,"लड़ाकू विमान सुखोई से दागी ब्रह्मोस मिसाइल, लक्षित जहाज को बनाया निशाना","भारत ने बुधवार को ओडिशा तट पर सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के हवाई संस्करण का सफल परीक्षण किया। इस दौरान ब्रह्मोस एयर ने मापदंडों के अनुरूप सभी परिणाम दिए। डीआरडीओ ने इस परीक्षण को ब्रह्मोस मिसाइल के विकास में मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इसके बाद देश के भीतर ब्रह्मोस मिसाइलों के हवाई संस्करण के उत्पादन का रास्ता साफ हो गया है। लाइव टारगेट मिशन के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई से लॉन्च करके किया गया। सुखोई ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के साथ एकीकृत करके किसी एयरबेस से उड़ान भरी और हवा में ही ईंधन भरने के बाद ओडिशा तट पर लक्ष्य को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया। यह ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल के हवाई संस्करण का इस तरीके का तीसरा सफल परीक्षण है। रामजेट इंजन का अभिन्न अंग बनने वाले प्रमुख एयरफ्रेम असेंबलियों को भारतीय उद्योग द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। इनमें रामजेट फ्यूल टैंक और न्यूमेटिक फ्यूल सप्लाई सिस्टम वाले नॉन-मेटालिक एयर फ्रेम सेक्शन शामिल हैं। पिछला परीक्षण 30 अक्टूबर, 2020 को बंगाल की खाड़ी में किया गया था। सुखोई ने पंजाब के हलवारा एयरबेस से उड़ान भरने के बाद 4,000 किमी. दूर एक लक्षित जहाज को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया था। पहले ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल के हवाई संस्करण के परीक्षण में सुखोई-30 एमकेआई ने कलिकुंडा हवाई अड्डे से उड़ान भरकर लक्षद्वीप द्वीप क्षेत्र के पास एक लक्षित जहाज को निशाना बनाया था। मिड एयर रीफ्यूलिंग बेंगलुरु के आसपास कहीं किया गया था। भारत और रूस ने मिलकर सुपरसोनिक क्रूज मीडियम रेंज मिसाइल ब्रह्मोस को विकसित किया है। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। ब्रह्मोस के समुद्री तथा थल संस्करणों का पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है तथा भारतीय सेना एवं नौसेना को सौंपा जा चुका है। ब्रह्मोस भारत और रूस द्वारा विकसित की गई अब तक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और इसने भारत को मिसाइल तकनीक में अग्रणी बना दिया है।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/cds-bipin-rawat-was-rushed-to-the-hospital/cid5977412.htm,सीडीएस बिपिन रावत को अस्पताल पहुचाया गया,"वायुसेना का एक एमआई-17 वी 5 हेलीकाप्टर आज तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इस हेलीकाप्टर में रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी सवार थे। वायुसेना ने इस दुर्घटना की पुष्टि की है। वायुसेना ने कहा है कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिये गये हैं। तमिलनाडु में कोयंबटूर और सुलूर के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुए सैन्य हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। इनमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र क्र, एल/नाइक विवेक कुमार, एल/नाइक बी साई तेजा और हवलदार सतपाल शामिल थे। इस बीच, चेन्नई में रक्षा सूत्रों ने बताया कि इस दुर्घटना में चार अधिकारियों की मौत हो गयी और तीन अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल मेें भर्ती कराया गया है। सूत्रों ने कहा कि हेलीकाप्टर में 14 लोग सवार थे। अपुष्ट सूत्रों ने यह भी बताया कि हेलीकाप्टर में जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी सवार थीं। तमिलनाडु के केन्नूर में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत भी मौजूद थे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी. दुर्घटना पर अभी तक सरकार और सेना की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं.तमिलनाडु के कुन्नूर में आर्मी का हेलीकॉप्टर क्रैश, तीन अधिकारियों की मृत्यु सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी भी मौजूद थी 3 को बचाया गया",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/army-helicopter-crashes-in-tamil-nadu-14-people-including/cid5977182.htm,"तमिलनाडु में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, CDS बिपिन रावत समेत 14 लोग थे सवार, अब तक 11 शव बरामद","तमिलनाडु में नीलगिरी जिले के कुन्नूर में बुधवार को सेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी सवार थे । बताया जा रहा है कि ये सभी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। मिली रही जानकारी के मुताबिक तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-सीरीज के हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनके कर्मचारी और परिवार के कुछ सदस्य सवार थे। 14 लोग थे सवार 5 के शव बरामद सूत्रों ने बताया कि हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ठीक हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। जबकि 11 बॉडी रिकवर की गई हैं। बिपिन रावत समेत तीन घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। फिलहाल लोगों को बचाने का काम चल रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तमिलनाडु के नीलगिरी में सेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी संसद में देंगे। वहीं भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर बताया, ‘इंडियन एयर फोर्स का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर के पास दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत सवार थे। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/encounter-with-terrorists-in-shopian/cid5975343.htm,शोपियां में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़,"दक्षिणी कश्मीर में शोपियां जिले के चेक चोलन इलाके में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गयी।पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ उस समय शुरू हुई , जब सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद इलाके की घेराबंदी की। सूत्रों के मुताबिक इलाके में दो से तीन आतंकवादियों की मौजूद होने की आशंका है। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक अभियान जारी था।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/11-crore-doses-of-corona-vaccine-available-in-five-states/cid5975235.htm,"पांच राज्यों में कोरोना वैक्सीन के 11 करोड़ डोज उपलब्ध, अब तक नहीं हुए इस्तेमाल","कोरोना के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ की दहशत के बीच देश में कोरोना टीकाकरण की धीमी रफ्तार कई राज्य सरकारों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। केंद्र सरकार के ताजा आंकड़े के अनुसार पांच राज्यों में कोरोना वैक्सीन के करीब 11 करोड़ डोज उपलब्ध हैं जिनका अब तक उपयोग नहीं हुआ है। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार और राजस्थान शामिल हैं। राज्यसभा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा के अनुसार, फिलहाल देश में कोरोना वैक्सीन के 23 करोड़ डोज उपलब्ध हैं। वहीं पांच राज्यों में इन डोज की संख्या 11 करोड़ के करीब है। इनमें उत्तर प्रदेश सबसे पहले स्थान पर है जहां वैक्सीन की 2.9 करोड़ डोज बचे हैं, वहीं बंगाल में 2.5 करोड़, महाराष्ट्र में 2.2 करोड़, बिहार में 1.80 करोड़, राजस्थान में 1.43 करोड़, तमिलनाडु में 1.35 करोड़ और मध्य प्रदेश में 1.1 करोड़ वैक्सीन डोज बचे हुए हैं, जिनका इस्तेमाल अब तक नहीं हुआ है।",-1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/indianorigin-anil-menon-also-among-the-10-astronauts-of/cid5972579.htm,भारतवंशी अनिल मेनन भी नासा के मून मिशन के 10 अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल,"अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने महत्वाकांक्षी मून मिशन के लिए चुने गए 10 अंतरिक्ष यात्रियों में अमेरिकी वायुसेना में लेफ्टिनेंट कर्नल और स्पेसएक्स के पहले फ्लाइट सर्जन भारतवंशी अनिल मेनन भी शामिल हैं। अमेरिका के मिनेसोटा के मिनीपोलिस में जन्मे मेनन वर्ष 2018 में एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स का हिस्सा बने और डेमो-2 अभियान के दौरान मानव को अंतरिक्ष में भेजने के मिशन में मदद की। मेनन पोलियो टीकाकरण के अध्ययन व समर्थन के लिए बतौर रोटरी एंबेसडर वह भारत में एक साल रह चुके हैं। इससे पहले वर्ष 2014 में वह नासा से जुड़े और विभिन्न अभियानों में फ्लाइट सर्जन की भूमिका निभाते हुए अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आइएसएस) पहुंचाया। वर्ष 2010 के हैती व वर्ष 2015 के नेपाल भूकंप तथा वर्ष 2011 में हुए रेनो एयर श",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59585907,तमिलनाडु: हेलिकॉप्टर हादसा- चश्मदीद ने क्या-क्या देखा,"‘मैंने अपनी आंखों से सिर्फ़ एक व्यक्ति को देखा, वो जल रहा था और फिर नीचे गिर गया…’ ‘मैंने अपनी आंखों से सिर्फ़ एक व्यक्ति को देखा, वो जल रहा था और फिर नीचे गिर गया…’ एक घंटा पहले तमिलनाडु में सेना का एक हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया. इसमें सवार भारत के चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई. हादसे के समय कृष्णास्वामी क़रीब ही मौजूद थे. उन्होंने बीबीसी को बताया हादसे के वक्त क्या हुआ था वीडियो: मदन प्रसाद, बीबीसी तमिल (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59584023,पौड़ी गढ़वाल से निकलकर सीडीएस बनने वाले जनरल बिपिन रावत की कहानी,"पौड़ी गढ़वाल से निकलकर सीडीएस बनने वाले जनरल बिपिन रावत की कहानी पौड़ी गढ़वाल से निकलकर सीडीएस बनने वाले जनरल बिपिन रावत की कहानी 3 घंटे पहले भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेन्स स्टाफ़ (सीडीएस) और पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया है. बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई. भारतीय वायु सेना ने बताया है कि इस हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई है. जनरल बिपिन रावत को 31 दिसंबर 2019 को भारत का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया था और इसके अगले दिन उन्होंने कार्यभार संभाला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले से दिए अपने भाषण में चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस (सीडीएस) का पद बनाने की घोषणा की थी. बतौर सीडीएस जनरल रावत की ज़िम्मेदारियों में भारतीय सेना के विभन्न अंगों में तालमेल और सैन्य आधुनिकीकरण जैसी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियां शामिल थीं. रिपोर्टः टीम बीबीसी आवाज़ः नवीन नेगी वीडियो एडिटः मनीष जालुई (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59580772,अनिल मेनन बन सकते हैं चांद पर जाने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति,"अनिल मेनन बन सकते हैं चांद पर जाने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति अनिल मेनन बन सकते हैं चांद पर जाने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति 4 घंटे पहले नासा ने सोमवार को अपने भविष्य के मिशनों के लिए 10 नए अंतरिक्ष यात्रियों की टीम का एलान किया. भारतीय मूल के फिज़िशियन अनिल मेनन नासा की इस नई टीम का हिस्सा हैं. अगले साल जनवरी से मेनन नासा में मिली इस नई भूमिका में काम शुरू करेंगे. अमेरिका के मिनिसोटा में यूक्रेन, भारतीय अप्रवासी परिवार में जन्मे अनिल ने साल 2018 में स्पेस-एक्स ज्वाइन किया और वहां पांच लॉन्च के दौरान मुख्य फ्लाइट सर्जन के तौर पर काम किया. साल 2014 में उन्होंने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के साथ बतौर डिप्यूटी क्रू सर्जन काम किया. इससे पहले भी वह नासा की ओर से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भेजे गए चालक दल के लिए फ्लाइट सर्जन के तौर पर काम कर चुके हैं. रिपोर्ट: टीम बीबीसी आवाज़: भरत शर्मा वीडियो एडिटिंग: देवाशीष कुमार (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59581100,रूस की मदद से भारत में बनेगी एके-203 राइफ़ल,"रूस की मदद से भारत में बनेगी एके-203 राइफ़ल रूस की मदद से भारत में बनेगी एके-203 राइफ़ल 5 घंटे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौरे से पहले भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने सोमवार को दोनों देशों के बीच रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इनमें से एक अहम समझौता एके-203 असॉल्ट राइफ़ल्स को लेकर है. रूस के सहयोग से इन राइफल्स का निर्माण भारत में ही किया जाएगा. समझौते के मुताबिक साल 2021 से लेकर 2031 तक 6 लाख एके-203 राइफ़लें ख़रीदी जाएँगी. इसके अलावा कलाशनिकोव श्रृंखला के छोटे हथियारों के निर्माण में सहयोग को लेकर हुए समझौते में संशोधन संबंधी प्रोटोकॉल को लेकर भी एक क़रार हुआ. रिपोर्ट: टीम बीबीसी आवाज़: गुरप्रीत सैनी एडिट: रुबाइयत बिस्वास (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59581137,"सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, हादसे में उनका निधन","सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, हादसे में उनका निधन सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, हादसे में उनका निधन 5 घंटे पहले भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी का निधन हो गया है. तमिलनाडु में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मौत हो गई. भारतीय वायु सेना ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है. इस हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई है. सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. देखिए हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद की तस्वीरें. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59571109,वो महिला जो दिलाती हैं बलात्कार पीड़ितों को न्याय,"वो महिला जो दिलाती हैं बलात्कार पीड़ितों को न्याय वो महिला जो दिलाती हैं बलात्कार पीड़ितों को न्याय 8 दिसंबर 2021, 11:03 IST बीबीसी ने साल 2021 की सबसे प्रेरक और प्रभावशाली 100 महिलाओं की सूची जारी कर दी है. इस साल उन महिलाओं को इस सूची में जगह मिली है जो दुनिया भर में रीसेट का बटन दबा रही हैं. दुनिया भर में महिलाएं समाज और संस्कृति को नए सिर से बदलने में अपनी भूमिकाएं निभा रही हैं. उन्हीं में से एक हैं मंजुला प्रदीप जिन्होंने अब तक 50 से ज़्यादा बलात्कार पीड़ित दलित महिलाओं को न्याय के लिए लड़ने में मदद की है. मंजुला के पिछले 30 साल के सफ़र पर देखिए दिव्या आर्या और काशिफ़ सिद्दक़ी की रिपोर्ट. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59555840,बच्चों को कब लगेगी कोरोना वैक्सीन,"भारत जैसे तमाम देशों के बच्चों को अभी भी टीकाकरण का इंतज़ार है. भारत जैसे तमाम देशों के बच्चों को अभी भी टीकाकरण का इंतज़ार है. 7 दिसंबर 2021 दुनियाभर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेज़ी से बढ़ते मामलों के बीच कई देश टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा रहे हैं. कई देशों में बच्चों का भी टीकाकरण आरंभ हो गया है. लेकिन भारत जैसे तमाम देशों के बच्चों को अभी भी टीकाकरण का इंतज़ार है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59531732,"ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं, ऐसे पता चलेगा","ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं, ऐसे पता चलेगा ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं, ऐसे पता चलेगा 5 दिसंबर 2021 कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत में भी दस्तक दे दी है. गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर बताया कि कर्नाटक में ओमिक्रॉन के दो मामलों की पुष्टि हुई है. ओमिक्रॉन से संक्रमित एक व्यक्ति की उम्र 66 साल है और दूसरे की 46 साल. बीबीसी हिन्दी के सहयोगी पत्रकार इमरान क़ुरैशी से अधिकारियों ने बताया है कि एक मरीज़ दक्षिण अफ़्रीका से लौटे थे और 27 नवंबर से ही क्वॉरंटीन में थे. आइए ओमिक्रॉन के बारे में कुछ ज़रूरी बातें आपसे साझा करते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ओमिक्रॉन पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा ख़तरा है. शुरुआती डेटा से पता चला है कि ओमिक्रॉन में व्यक्ति को संक्रमित करने की क्षमता ज़्यादा है और यह इम्युन सिस्टम पर भी भारी पड़ सकता है. रिपोर्ट: टीम बीबीसी आवाज़: भरत शर्मा वीडियो एडिटिंग: मनीष जालुई (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-three-generations-of-bipin-rawats-family-served-country-father-and-grandfather-held-these-positions-7167120,"बिपिन रावत के परिवार की तीन पीढि़यों ने की देश की सेवा, जानिये पिता और दादा के बारे में","सीडीएस बिपिन रावत की आज तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में हेलीकाप्टर हादसे में मौत हो गई। इससे पूरे देश में शोक है। बता दें कि सीडीएस बिपिन रावत उत्‍तराखंड के पौड़ी जिले के द्वारीखाल विकासखंड की ग्रामसभा बिरमोली के तोकग्राम सैणा के मूल रूप से रहने वाले थे। वह तीसरी पीढ़ी के थे जिन्‍होंने देश की सेवा की और देश प्रथम सीडीएस बने। जनरल बिपिन रावत के चाचा भरत सिंह रावत ने बताया कि जनरल रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे और सेना में उन्हें डिप्टी चीफ आफ आर्मी स्टाफ बनाया गया था। वहीं उनके दादा भी ब्रिटिश आर्मी में सूबेदार पद पर थे। जनरल बिपिन रावत की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून से हुई। सैन्य परिवार से जुड़ा होने के कारण उनमें बचपन से ही सेना में जाने की इच्छा थी। जनरल रावत के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का विवाह हो चुका है। सीडीएस बिपिन रावत को भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में दिसंबर 1978 में पासिंग आउट परेड में स्वार्ड ऑफ ऑनर के प्रतिष्ठित एवार्ड से नवाजा गया। पहले इनका परिवार रुड़की में रहता था, अब वे नोएडा शिफ्ट हो गए हैं।",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-bipin-rawat-death-news-latest-updates-cds-general-bipin-rawat-died-in-a-helicopter-crash-even-his-wife-madhulika-did-not-survive-7166858,"हेलिकॉप्‍टर क्रेश में CDS जनरल बिपिन रावत, पत्‍नी मधुलिका सहित 13 की मौत, सैन्य सम्मान के साथ होगी अंत्येष्टि","Bipin Rawat Death News Latest Updates: देश के लिए बुरी खबर है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु में हुए सेना के एमआई हेलीकाप्टर क्रेश हादसे में उनके सहित उनकी पत्‍नी मधुलिका का भी निधन हो गया है। भारतीय वायुसेना ने इस सूचना की पुष्टि की है। हेलीकाप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। नजदीकी सेना के अस्‍पताल में सभी घायलों को भर्ती कराया गया था। हादसे में एकमात्र बचे गंभीर रूप से घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिह का तमिलनाडु में सेना के वेलिगटन स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा है। जनरल रावत तथा उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर गुरुवार को दिल्ली लाया जाएगा और 10 दिसंबर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। सरकार गुरुवार को संसद में दुर्घटनाग्रस्त हुए सैन्य हेलीकॉप्टर एमआई-17 वी5 के बारे में जानकारी देगी। हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर और तस्वीरें तो कुछ ही देर बाद सामने आ गईं थीं, मगर जनरल रावत समेत 13 लोगों की इसमें मौत की पुष्टि वायुसेना ने शाम को की। वायुसेना ने ट्वीट के जरिये बयान जारी कर कहा, ""बेहद अफसोस के साथ बताना पड़ रहा है कि जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और हेलीकाप्टर में सवार 11 अन्य लोगों की इस दुर्घटना में मृत्यु हो गई है।""",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-rip-bipin-rawat-cds-rawat-was-going-to-give-lecture-in-military-college-itself-there-was-sadness-in-defense-service-staff-college-7166917,"RIP Bipin Rawat: सैन्य कालेज में ही लेक्चर देने जा रहे थे सीडीएस रावत, डिफेंस सर्विस स्टाफ कालेज में छाई उदासी",तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कालेज (डीएसएससी) में बुधवार को उत्साह का माहौल था। देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत एक लेक्चर देने कालेज में आने वाले थे। अचानक आई एक खबर ने उत्साह के माहौल को गम में बदल दिया। यह खबर सीडीएस रावत को लेकर आ रहे वायु सेना के हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की थी। इसके बाद तो पूरे कालेज में उदासी छा गई।,-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-bipin-rawat-news-india-first-cds-general-bipin-rawat-died-pm-modi-president-ramnath-kovind-amit-shah-and-rajnath-paid-tribute-7166872,"Bipin Rawat News: नहीं रहे देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, पीएम-राष्ट्रपति ने जताया दुख","Bipin Rawat News: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। बुधवार को तमिलानाडु के कुन्नुर में बुधवार भारतीय वायु सेना का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में इसमें रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोग की मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने इस खबर की पुष्टि की। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन से देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर तमाम नेताओं और जनता अपना दुख प्रकट कर रहे हैं।",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-cds-bipin-rawat-news-know-about-mi-17v5-helicopter-that-crashed-with-cds-bipin-rawat-along-with-14-others-7166861,"CDS Bipin Rawat News: जानिए सीडीएस बिपिन रावत को ले जा रहे Mi-17V5 हेलीकॉप्टर के बारे में, जो हादसे का शिकार हुआ","CDS Bipin Rawat News: तमिलानाडु के कुन्नुर में आज (बुधवार) भारतीय वायु सेना का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोग की मौत हो गई। फिलहाल हादसे के सही कारण का पता नहीं चला है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह दुर्घटना घने कोहरे के बाद कम दृश्यता के कारण हुई होगी।",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-army-helicopter-crashes-in-tamil-nadu-cds-vipin-rawat-was-also-aboard-rescue-operation-continues-7166758,"VIDEO: तमिलनाडु में सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश, 14 सवारों में से 13 की मौत, डीएनए टेस्‍ट से होगी शवों की जांच","तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक इस हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी के अलावा 14 लोग सवार थे। घटनास्थल से अभी तक 11 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इस बात की पुष्टि वायुसेना ने भी कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है कि तमिलनाडु में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शामिल 14 में से 13 कर्मियों की मौत की पुष्टि हो गई है। शवों की पहचान की पुष्टि डीएनए जांच से होगी। तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-सीरीज के हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनके कर्मचारी और परिवार के कुछ सदस्य सवार थे। खोज और बचाव अभियान शुरू किया गया। इस हादसे की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार इस मामले में अपडेट जानकारी ले रहे हैं और प्रधानमंत्री के भी संपर्क में है।",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-army-helicopter-live-updates-general-bipin-rawats-helicopter-crash-know-update-news-here-7166810,"Army Helicopter Crash LIVE Updates: जनरल बिपिन रावत के परिवार से मिलकर रक्षा मंत्रालय पहुंचे राजनाथ सिंह, संसद में कल देंगे बयान","Army Helicopter Crash LIVE Updates: पूरा देश आज एक बड़े हादसे की खबर से गमगीन है। तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच सेना का हेलिकॉप्‍टर वन क्षेत्र में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हेलीकाप्‍टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 14 लोग सवार थे। इनमें उनकी पत्‍नी भी शामिल थीं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक हेलीकाप्टर में सवार 14 लोगों में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। साथ ही जानकारी है कि शवों की पहचान डीएनए जांच से की जाएगी। सरकार गुरुवार को संसद में दुर्घटनाग्रस्त हुए सैन्य हेलीकॉप्टर एमआई-17 वी5 के बारे में जानकारी देगी। वहीं, दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायु सेना ने जांच के आदेश दिए हैं। पूरे देश की नजरें इस वक्‍त रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर लगी हैं। वो साउथ ब्‍लाक में सेना के अधिकारियों से इस बारे में पूरी जानकारी लेकर जनरल बिपिन रावत के घर पहुंचे। यहां से निकलकर वो रक्षा मंत्रालय पहुंचे। इस बीच वायु सेना प्रमुख हादसे की जगह का मुआयना करने के लिए दिल्‍ली से निकल चुके हैं। बताया जा रहा है कि संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी के हेलीकाप्‍टर क्रैश पर कल बयान दे सकते हैं।",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-pension-scheme-good-news-for-employees-now-pension-amount-increase-and-get-rupees-8571-on-20000-basic-pay-know-how-7166842,"Pension Scheme: कर्मचारियों की बढ़ सकती है पेंशन, 20 हजार के बेसिक पर मिलेंगे 8517 रुपए, जानिए कैसे",Pension Scheme: कर्मचारी पेंशन योजना पर लगी कैपिंग हटाने की मांग की जा रही है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। फिलहाल ईपीएस स्कीम के तहत पेंशन के लिए प्रति महीने 15 हजार रुपए की अधिकतम सीमा तय है। जब कोई कर्मचारी ईपीएफओ का सदस्य बनता है। तब वह ईपीएस का मेंबर भी बन जाता है। कर्मचारी के मूल वेतन का 12 प्रतिशत योगदान पीएफ खाते में जमा होता है। यही हिस्सा कर्मचारी के अलावा संस्थान भी जमा करती है। हालांकि नियोक्ता के योगदान का हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना में जमा होता है। ईपीएस में मूल वेतन का योगदान 8.33 प्रतिशत है। पेंशन फंड में हर माह अधिकतम 1250 रुपए ही जमा किए जा सकते हैं।,-1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/article/cds-helicopter-crash-know-the-names-and-photos-of-all-the-dead-in-the-helicopter-incident/376363,हैलीकॉप्टर दुर्घटना मे मारे गए सभी मृतकों के नाम और तस्वीरें,"जानिए हैलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सभी मृतकों के नाम और तस्वीरें नयी दिल्ली: तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और सशस्त्र बलों के 11 अन्य अधिकारियों की मृत्यु हो गई।दुर्घटना में जान गंवाने वालों में सीडीएस के सैन्य सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर और स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह शामिल हैं। हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह घायल हुए हैं, वह जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं। उनका वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। सुलूर जाने वाले हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और जलते हुए हेलिकॉप्टर से लोगों को निकाला। तमिलनाडु में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में CDS बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मृत्यु पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया-तमिलनाडु में आज एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ। अधिकारियों के अनुसार दुर्घटना में जान गंवाने वालों की सूची इस प्रकार है:- जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत (जनरल रावत की पत्नी), ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी. एस. चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के. सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साइ तेजा। संबंधित खबरें Helicopter Crash:हेलीकॉप्टर हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे, शौर्य चक्र से हैं सम्मानित, LCA तेजस लड़ाकू विमान को बचाया था हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत की मौत, वायुसेना ने की पुष्टि, जा रहे थे डिफेंस सर्विसेज कॉलेज बिपिन रावत Mi-17V-5 में कर रहे थे सफर, वीवीआईपी करते हैं इस्तेमाल, माना जाता है बेहद सुरक्षित",-1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/article/google-yis-2021-cowin-app-was-extensively-searched-in-india-during-corona-epidemic-what-is-specialty-of-this-app/376356,"Google YIS 2021:भारत में खूब सर्च किया गया CoWIN,जाने खासियत","Google YIS 2021:भारत में खूब सर्च किया गया CoWIN, जानें खासियत देश-दुनिया पिछले काफी समय से कोरोना महामारी (Corona) की मार से जूझ रहा है, इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर लॉकडाउन जैसे तमाम उपाय अपनाए गए वहीं इसकी मार से बचने के लिए देश में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान भी बड़े ही वृहद स्तर पर चलाया जा रहा है और इसके लिए लोग भी आगे आकर वैक्सीन की दोनों डोज लगवा रहे हैं। भारत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के इस काम में खासा मददगार हो रहा है को-विन एप (CoWIN App),जी हां कोरोना टीकाकरण के लिए सरकार ने एक सिस्टम बनाया है और इस सिस्टम का नाम CoWIN है, कोरोना टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया CoWIN एप के जरिए हो रही है। साल 2021 की बात करें तो गूगल इयर इन सर्च 2021 (Google YIS 2021) में CoWIN को खूब सर्च किया गया यानी अगर बात करें trending in 2021 की सर्च की तो Overall कैटेगरी में CoWIN को लोगों ने खूब खंगाला और इसके बारे में और इससे संबधित कई जानकारियां जुटाईं। क्या है CoWIN App कैसे करता है काम और क्या है इसकी खासियत, एक नजर इसपर- कोविन एप (CoWIN App) भारत में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए एक मैनेजमेंट सिस्टम है इस एप में वैक्सीनेशन सेंटर से लेकर टीका लेने वाले लोगों की पूरी सूची है, यदि आप कोरोना का टीका लेना चाहते हैं तो आपको CoWIN App एप के माध्यम से ही अप्लाई करना होगा इस एप की मदद से कोरोना टीकाकरण प्रक्रिया की पूरी ट्रैकिंग होगी यानी लोगों को दी जाने वाली वैक्सीन का पूरा लेखा-जोखा मौजूद रहता है। कब और कौन सा वैक्सीन का डोज दिया गया ये सब मौजूद वहीं किसी शख्स को कब और कौन सा वैक्सीन का डोज दिया गया इसकी भी पूरी जानकारी इसमें मौजूद रहती है, यानी को-विन एप में कोरोना टीकाकरण का पूरा डाटा बेस मौजूद है जो भी इससे संबधित जानकारी आपको चाहिए वो इसके माध्यम से मिलेगी। ये है Co-WIN एप/वेबसाइट पर कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया- Co-WIN एप/वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराएं मिलेगा स्थान और तारीख के साथ मैसेज वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर मैसेज दिखाना होगा OTP के जरिए को-विन एप पर वेरिफिकेशन होगा फिर वैक्सीन लगेगी और इसका डाटा अपलोड होगा इसके बाद सेकेंड डोज के लिए मैसेज मिलेगा फिर निर्धारित तारीख पर मिले स्लॉट के मुताबिक आप सेकेंड डोज ले सकते हैं संबंधित खबरें कोविड के अन्‍य वैरिएंट्स के मुकाबले ओमिक्रोन पर कम असरदार है फाइजर! रिसर्च ने बढ़ाई चिंता Coronavirus Effect on Blood Groups: इन 3 ब्‍लड ग्रुप वालों को कोविड का हो सकता है ज्‍यादा खतरा, शोध में सामने आई चौंकाने वाली बातें कोविड से बचाव में कितना अहम है कोविशील्‍ड का बूस्‍टर डोज? जानिये क्‍या कहता है कि ICMR का अध्‍ययन",-1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/article/jk-terrorist-security-forces-killed-three-terrorists-in-jammu-and-kashmir-refused-to-surrender/376351,"जम्मू कश्मीर में 3 आतंकवादी ढेर, आत्मसमर्पण से किया था इंकार","जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने 3 आतंकवादियों को ढेर किया (फाइल फोटो) नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में बुधवार को पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया था।पुलिस ने कहा कि शोपियां के गांव चेक चोलन क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में विशेष इनपुट पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस, सेना के 34 आरआर और सीआरपीएफ के 178 बीएन द्वारा एक संयुक्त घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया गया था। 'आगामी मुठभेड़ में, प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर (TRF) के तीन आतंकवादी मारे गए और उनके शव मुठभेड़ स्थल से बरामद किए गए।' इनकी पहचान चेक चोलन शोपियां निवासी अमीर हुसैन गनी, कापरान शोपियां निवासी रईस अहमद मीर और खुदवानी कुलगाम निवासी हसीब अहमद डार के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा, 'पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मारे गए तीनों आतंकवादियों को आतंकवादियों की श्रेणी में रखा गया था और प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर (TRF) से जुड़े थे, जो सुरक्षा बलों पर हमले और नागरिकों पर अत्याचार सहित कई आतंकी अपराध के मामलों में शामिल समूहों का हिस्सा थे।' AK-74 राइफल और पिस्तौल सहित आपत्तिजनक सामग्री मिली पुलिस बयान में कहा गया है, 'महत्वपूर्ण रूप से, मारा गया आतंकवादी आमिर हुसैन सितंबर 2020 से सक्रिय था और कई आतंकी अपराध के मामलों में शामिल था। वह भोले-भाले युवाओं को आतंकी गुटों में शामिल होने के लिए लुभाने में भी शामिल था। जबकि आतंकवादी रईस अहमद जून -2021 से सक्रिय था और पुलिस/एसएफ पर हमले सहित आतंकवादी अपराध के मामले में शामिल था। वह गांव रखमा में पुलिस/एसएफ पर हमले में भी शामिल था। इसके अलावा, आतंकवादी हसीब यूसुफ भी कुलगाम के इलाकों में कई आतंकवादी अपराध मामलों में शामिल था।' संबंधित खबरें फौज और सुरक्षा बलों ने हमेशा अच्छा काम किया है, हज़ारों की तादाद में उनकी जाने भी चली गईं: गुलाम नबी Jammu Kashmir: श्रीनगर के राजौरी कदल में आतंकी हमला, ट्रैफिक पुलिसकर्मी शहीद उमर अब्दुल्ला क्या कहते हैं, उस पर मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं : मनोज सिन्हा उनके पास से एक एके-74 राइफल और दो पिस्तौल सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया। बरामद सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है।",-1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/video/jaipur-family-returned-from-south-africa-tested-corona-positive/375433,Jaipur : जयपुर में एक ही घर के 4 सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले,"मुख्य बातें कुछ दिनों पहले साउथ अफ्रीका से जयपुर लौटा है परिवार जयपुर लौटने पर परिवार के सदस्यों में कोरोना के लक्षण दिखे जांच में परिवार के 4 सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित मिले जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक ही परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। ये सभी लोग हाल ही में साउथ अफ्रीका से लौटे हैं। परिवार के सदस्यों को संक्रमित होने से इलाके में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोग डर रहे हैं कि कहीं ये लोग कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित न हों। जानकारी के मुताबिक दादी का फाटक में रहने वाला यह परिवार कुछ दिनों पहले साउथ अफ्रीका से लौटा है। बताया जा रहा है कि यह परिवार 25 नवंबर को साउथ अफ्रीका से जयपुर लौटा था। जयपुर लौटने पर परिवार के सदस्यों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए। जांच में इनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। परिवार को अस्पताल में भर्ती कर उनका सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। अस्पताल में भर्ती है परिवार-सीएमएचओ जयपुर सीएमएचओ जयपुर के डॉक्टर नरोत्तम ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए परिवार के सभी चार सदस्यों को आइसोलेट कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आज रात तक इनकी जिनोम सिक्वेसिंग की रिपोर्ट आएगी जिसके बाद इनके इलाज के बारे में फैसला लिया जाएगा। चूंकि यह परिवार साउथ अफ्रीका से आया है इसलिए पूरी सावधानी बरतते हुए सभी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। कर्नाटक में ओमीक्रोन के 2 केस मिले हैं बता दें कि गुरुवार को कर्नाटक में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के दो मामले सामने आए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि दोनों मरीजों में संक्रमण के हल्के लक्षण पाये गए। दो मामलों में एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जबकि दूसरा स्थानीय व्यक्ति है। हालांकि, बेंगलुरु के रहने वाले व्यक्ति ने विदेश यात्रा नहीं की थी। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के अधिकारियों ने बताया कि दोनों मामलों में, एक मरीज 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जो 20 नवंबर को बेंगलुरु आया था और अपनी कोविड-19 जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद देश से चला गया। सीएम बोम्मई आज करेंगे बैठक कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन के दो मामले सामने आने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस. बोम्मई ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि ‘हम सभी विवरणों के साथ कल एक बैठक कर रहे हैं और नई मानक संचालन प्रक्रिया के साथ सामने आएंगे। हम विशेषज्ञ के विचारों और केन्द्र के दिशानिर्देश प्राप्त करने की भी कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि हालांकि कर्नाटक में ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामलों की पुष्टि हुई है, लेकिन प्रयोगशाला की रिपोर्ट अभी आधिकारिक तौर पर राज्य सरकार के पास नहीं आई है। संबंधित खबरें जानिए कौन से हैं वे 29 देश जहां Omicron दे चुका है दस्तक, भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए क्या है गाइडलाइन भारत में Omicron के 2 केस, एक वापस दक्षिण अफ्रीका गया, दूसरे के संपर्क में आए 5 लोग कोविड पॉजिटिव निकले Omicron ने दी भारत में दस्तक, सरकार के पास 29 दिन, क्या पूरा होगा वैक्सीनेशन टारगेट",-1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/article/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-only-iaf-group-captain-varun-singh-survived-in-the-accident-treatment-continues/376343,"Helicopter Crash:हेलीकॉप्टर हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे, शौर्य चक्र से हैं सम्मानित, LCA तेजस लड़ाकू विमान को बचाया था","Helicopter हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बच पाए | तस्वीर साभार: ANI IAF Group Captain Varun Singh Survived: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर हादसा हुआ है, इस हादसे में CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया वहीं इस हेलीकॉप्टर में सवार भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज जारी है वह गंभीर रूप से घायल हैं। कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ हादसे के कारण का पता लगाने के लिए 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए गए हैं। वायुसेना के ट्वीट के मुताबिक, तमिलनाडु हेलिकॉप्टर हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बच गए हैं और उनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा है, ट्वीट में कहा गया है कि फिलहाल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया जा चुका है गौर हो कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें यह सम्मान 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए मिला था, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को अपनी जान पर खेल कर बचाया था। संबंधित खबरें कौन थे CDS बिपिन रावत, जिनकी हेलिकॉप्टर क्रैश में हो गई मौत बिपिन रावत Mi-17V-5 में कर रहे थे सफर, वीवीआईपी करते हैं इस्तेमाल, माना जाता है बेहद सुरक्षित हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत की मौत, वायुसेना ने की पुष्टि, जा रहे थे डिफेंस सर्विसेज कॉलेज गौर हो कि बुधवार को भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि की वे हेलीकॉप्टर में अपनी पत्नी के साथ सवार थे इस हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे,दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और जलते हुए हेलिकॉप्टर से लोगों को निकाला।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/cds-general-bipin-rawat-death-funeral-helicopter-crash-tamilnadu-indian-defence-chief-shahid-news-live-updates-in-hindi,"पीएम मोदी आज रात 9 बजे दिवंगतों को देंगे श्रद्धांजलि, राजनाथ-डोभाल और तीनों सेना प्रमुख भी रहेंगे मौजूद","खास बातें CDS General Bipin Rawat Dead Live Updates:भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया। इस हादसे में उनकी पत्नी समेत 12 और लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस बीच भारतीय वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी गुरुवार को कुन्नूर में घटनास्थल पहुंचे। लाइव अपडेट 06:42 PM, 09-Dec-2021 श्रीलंका के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ आ सकते हैं भारत श्रीलंका के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ और सेना कमांडर जनरल शावेंद्र सिल्वा जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। 06:35 PM, 09-Dec-2021 अब तक केवल तीन पार्थिव अवशेषों की पहचान हुई सेना के मुताबिक, अब तक केवल तीन पार्थिव अवशेषों की पहचान संभव हो पाई है (जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर)। इनके अवशेषों को संबंधित परिवारों को सौंपा जाएगा। बाकी अवशेषों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। सकारात्मक पहचान औपचारिकताएं पूरी होने तक पार्थिव शरीर सेना बेस अस्पताल के मुर्दाघर में रखा जाएगा। सभी मृतकों के उचित सैन्य अंत्येष्टि की योजना बनाई जा रही है और करीबी परिवार के सदस्यों के साथ परामर्श किया जा रहा है। 06:34 PM, 09-Dec-2021 शाम 7.40 तक पहुंचेंगे पार्थिव शरीर भारतीय सेना ने बताया कि सुलूर से भारतीय वायु सेना के विमान के आज शाम 7.40 बजे तक पालम हवाई अड्डे पर पहुंचने की उम्मीद है। श्रद्धांजलि समारोह 8.30 बजे से निर्धारित है। 05:46 PM, 09-Dec-2021 कैप्टन वरुण को बेंगलूरू के हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इलाज के लिए बेंगलूरू के कमांड हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। कैप्टन वरुण के पिता और कोयंबटूर के आधिकारिक सूत्रों ने वरुण की हालत पर कहा कि अब तक उनके तीन ऑपरेशन हो चुके हैं। उनकी हालत गंभीर है लेकिन स्थिर है। 05:37 PM, 09-Dec-2021 पीएम मोदी आज रात 9 बजे दिवंगतों को श्रद्धांजलि देंगे पीएम मोदी आज रात करीब 9 बजे दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और तीन सेना प्रमुख भी मौजूद रहेंगे। 05:35 PM, 09-Dec-2021 पार्थिव शरीर आज रात करीब आठ बजे दिल्ली पहुंचेगा सीडीएस बिपिन रावत और सशस्त्र बलों के अन्य जवानों का पार्थिव शरीर आज रात करीब आठ बजे दिल्ली पहुंचेगा। सैन्य विमान दुर्घटना में मारे गए जवानों के परिवार के कुछ सदस्य भी मौजूद रहेंगे। 05:29 PM, 09-Dec-2021 राजस्थान के झुंझुनू जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर एक गांव में स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के दुखी रिश्तेदार उनके दाह संस्कार की तैयारी में व्यस्त हैं। सिंह का अंतिम संस्कार उनके घराना खुर्द गांव में महात्मा गांधी सरकारी स्कूल के मैदान में किया जाएगा और उन्हें विदाई देने के लिए हजारों लोगों के इकट्ठा होने की उम्मीद है। ग्राम सरपंच उम्मेद सिंह राव ने कहा कि शिक्षा विभाग ने सिंह के दाह संस्कार के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। स्कूल में उनकी प्रतिमा भी लगाई जाएगी। 05:26 PM, 09-Dec-2021 ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर का होना था प्रमोशन कुन्नूर के पास हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सशस्त्र बलों के कर्मियों में ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर भी शामिल थे, जिन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के रक्षा सहायक के रूप में त्रि-सेवा सुधारों पर बड़े पैमाने पर काम किया था। दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी ब्रिगेडियर लिद्दर को जल्द ही मेजर जनरल के रूप में पदोन्नत किया जाना था। एक साल से अधिक समय तक जनरल रावत की टीम में एक प्रमुख सदस्य के रूप में सेवा करने के बाद वह अपनी अगली पोस्टिंग की तैयारी कर रहे थे। ब्रिगेडियर लिद्दर ने जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में बड़े पैमाने पर काम किया और चीन के साथ भारत की सीमाओं पर एक ब्रिगेड की कमान भी संभाली थी। 05:22 PM, 09-Dec-2021 हेलीकॉप्टर दुर्घटना के संबंध में मामला दर्ज पुलिस ने गुरुवार को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना के संबंध में एक मामला दर्ज किया है। 8 दिसंबर को कुन्नूर के पास चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नीलगिरी जिला पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है और एडीएसपी मुथुमनिकम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। 03:46 PM, 09-Dec-2021 पालम एयरपोर्ट जा सकते हैं पीएम और रक्षा मंत्री सूत्रों के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और एनएसए अजीत डोभाल सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि देने पालम एयरपोर्ट जा सकते हैं। 03:44 PM, 09-Dec-2021 सभी 13 लोगों के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया जा रहा है भारतीय वायु सेना के C-130J सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान में सभी 13 लोगों के पार्थिव शरीर को सुलूर से दिल्ली लाया जा रहा है। वायुसेना प्रमुख वहां से पहले ही दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर सहित चार शवों की पहचान कर ली गई है। 03:41 PM, 09-Dec-2021 स्थानीय लोगों ने फूलों की पंखुड़ियां बरसाईं तमिलनाडु: कुन्नूर सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी और अन्य कर्मियों के अवशेषों को ले जाने वाली एम्बुलेंस नीलगिरी जिले के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर हवाई अड्डे पर पहुंचीं। इस दौरान स्थानीय लोगों ने फूलों की पंखुड़ियों बरसाते हुए 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। #WATCH| Tamil Nadu: Locals shower flower petals & chant 'Bharat Mata ki Jai' as ambulances carrying mortal remains of CDS Gen Rawat, his wife & other personnel who died in Coonoor military chopper crash, arrive at Sulur airbase from Madras Regimental Centre in Nilgiris district pic.twitter.com/fhVIDaf5FL — ANI (@ANI) December 9, 2021 02:27 PM, 09-Dec-2021 महाराष्ट्र: मंत्री छगन भुजबल ने की हेलीकॉप्टर हादसे की जांच की मांग महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल ने गुरुवार को कहा कि हमारे पहले CDS के जाने का ग़म हम सबके दिलों में है। इसके साथ ही कई सवाल हैं कि ये कैसे हो सकता है। दुनिया के बेहतरीन हेलिकॉप्टर में से एक हेलिकॉप्टर जिसमें CDS यात्रा कर रहे थे तो इस हादसे के पीछे कोई कारण तो नहीं? इसकी जांच होनी चाहिए। 02:11 PM, 09-Dec-2021 CDS जनरल बिपिन रावत की मृत्यु पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज विधानसभा सत्र का पहला दिन था। हमने आज का दिन CDS बिपिन रावत जी को समर्पित किया है। उन्होंने मां भारती और उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने का काम किया है। जो काम उन्होंने किए हम उसे भुला नहीं सकते हैं। 01:55 PM, 09-Dec-2021 हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर रखना चाहते थे मौन, सभापति ने नहीं दी इजाजत: मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा के संचालन पर रोष जताया है। उन्होंने कहा, ""हेलिकॉप्टर दुर्घटना पर आज राजनाथ जी अपना बयान दे रहे थे तब हम सभी विपक्षी नेताओं की मांग रही कि हम सभी 2 मिनट के लिए दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते हैं लेकिन सरकार और सभापति ने हमें इजाज़त नहीं दी। ये दर्शाता है कि यहां किस तरह का लोकतंत्र चल रहा है। इस घटना की हम निंदा करते हैं।"" Load More",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bipin-rawat-chopper-crash-who-was-scared-or-angry-with-cds-the-story-of-mid-blast-or-arson-is-not-being-embraced-the-secret-will-open-from-the-black-box,"बिपिन रावत से कौन डरा या नाराज था: गले नहीं उतर रही 'मिड ब्लास्ट' या 'आगजनी' की कहानी, ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज!","विस्तार सीडीएस जनरल बिपिन रावत जिस MI-17V5 हेलीकॉप्टर में सवार थे, उसके क्रैश होने के कारणों की जांच शुरु हो गई है। हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। इस हादसे में 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं। हालांकि वरुण सिंह की हालत बेहद नाजुक है और उन्हें लाइफ स्पोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। एयर कमोडोर बीएस सिवाच (रिटायर्ड) का कहना है कि इस मामले की जांच में कई पहलुओं का ध्यान रखना होगा। कई सवाल ऐसे भी हैं जो तकनीकी जांच से परे हैं। जैसे, जनरल बिपिन रावत से कौन डरा हुआ था, कौन नाराज था। अमूमन चीन और पाकिस्तान को लेकर, सीडीएस की नीति व बयान आक्रामक रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर था। उसके नीचे गिरने के बाद आग नहीं लगी, बल्कि ऊंचाई पर ही लपटें नजर आ रही थी। ब्लैक बॉक्स, एफडीआर और एटीसी के साथ बातचीत में 'मिड ब्लास्ट', आगजनी, डर या नाराजगी जैसे कारणों का पता लग सकेगा। जांच टीम को कम ऊंचाई के बादलों पर गौर करना होगा। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीरवार को लोकसभा में बताया कि हेलीकॉप्टर हादसे की जांच, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (ट्रेनिंग कमांड) एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। जांच टीम, घटना स्थल पर पहुंच चुकी है। जनरल रावत का हेलीकॉप्टर जब क्रैश हुआ तो वहां का मौसम कैसा था, सबसे बड़ा सवाल यही है। कुछ लोगों का कहना है कि मौसम साफ था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया को बताया कि उसने आसमान से लोगों को गिरते हुए देखा था। दूसरे लोगों का कहना है कि हेलीकॉप्टर से जो लोग गिरे थे, वे आग की लपटों से जूझ रहे थे। एयर कमोडोर बीएस सिवाच (रिटायर्ड) ने बताया, जिस जगह पर जनरल रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है, वहां से 10-12 किलोमीटर की दूरी पर वेलिंगटन में हेलीपैड बना था। ये हेलीपैड बॉल टाइप का है। इसके तीन तरफ पहाड़ी है। वहां मौसम का मिजाज हर पल बदलता रहता है। विंटर मानसून में कहां, किस ओर से कब बादल आ जाए, कुछ नहीं पता होता। कम ऊंचाई पर बादल बहुत तेज गति से आते हैं। कई बार तो तीन-चार मीटर की दूरी पर कुछ नजर नहीं आता। ऐसे में जांच टीम को इस अहम पहलू पर गौर करना होगा। इस सवाल के जवाब में कि क्या इस घटना के पीछे कोई 'शरारत' हो सकती है, कमोडोर सिवाच का कहना है, जनरल रावत से खासतौर पर पड़ोसी देश, मसलन चीन और पाकिस्तान डरे हुए थे, नाराज थे। बिपिन रावत ने भारतीय सेना के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया जिस तेजी के साथ शुरु की थी, उससे पड़ोसी देशों की सरकारें परेशान थी। कुछ लोग कह रहे हैं कि हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर था और आसमान में ही उससे आग की लपटें निकल रही थी। जांच टीम को ये प्वाइंट देखना पड़ेगा। अगर आसमान में ही हेलीकॉप्टर जला है तो कहानी कुछ और हो सकती है। ये बात उस समय और भी ज्यादा मायने रखती है, जब दूसरे चश्मदीद यह कह रहे हैं कि हादसे से पहले हेलिकॉप्टर बहुत कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। एकाएक वह नीचे की तरफ आया और कटहल के पेड़ से टकरा गया। जब हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ तो उस वक्त मौसम पूरी तरह साफ था। साफ मौसम में हादसा होना, इसे बहुत गंभीरता से लिया जाता है। साजिश या शरारत, ये एंगल भी जांचा जाएगा। ब्लैक बॉक्स से सौ फीसदी जानकारी मिल जाती है, एयर कमोडोर बीएस सिवाच (रिटायर्ड) ने कहा, इसमें पायलट की पूरी बातचीत रिकॉर्ड रहती है। एटीसी के साथ हेलीकॉप्टर को लेकर क्या बात हुई, कोई सिग्नल भेजा गया, हेलीपैड पर कोई दिक्कत रही, क्या कम ऊंचाई को लेकर कोई समस्या आई, हेलीकॉप्टर का बैक एंगल, चौपर की स्पीड, ऊंचाई, पावर, आरपीएम, ये सब जानकारी ब्लैक बॉक्स व दूसरे रिकॉर्डिंग उपकरण एफडीआर रिपोर्ट, डेटा रिकॉर्डर व वायस रिकॉर्डर की मदद से मिल सकती हैं। अगर कोई पहाड़ी दो हजार फुट ऊंची है और हेलीकॉप्टर 18 सौ फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा है तो टकराने के चांस बने रहते हैं। यदि उस स्थिति में तेज गति वाला बादल आ जाए तो हादसे की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि जांच टीम यह देखेगी कि हेलीकॉप्टर में आग कैसे लगी है। क्या कोई भारी वस्तु हेलीकॉप्टर से टकराई थी, लो फ्लाई, मिड ब्लास्ट, आगजनी और किसी दूसरी साजिश की आशंका, इन सब पहलुओं को जांच के दौरान देखा जाएगा। हेलीकॉप्टर फुल अथॉरिटी डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल प्रणाली से लैस था। पायलट, अपनी मर्जी से कम ऊंचाई के दौरान यदि इंजन पर अधिक भार डालने की कोशिश करता तो डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल उसे रोक देता है। हालांकि ब्लैक बॉक्स से बहुत कुछ पता चलता है, लेकिन वे बातें सार्वजनिक तौर कभी बाहर नहीं आती।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/defence-minister-rajnath-singh-to-brief-parliament-on-bipin-rawat-death-in-tamil-nadu-mi17-helicopter-crash,Parliament: फार्मा शिक्षा और शोध के छह और संस्थानों का दर्जा बढ़ाने के लिए विधेयक राज्यसभा से पारित,"खास बातें बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का चॉपर हादसे का शिकार हो गया। हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य सैन्य अधिकारियों का निधन हो गया। शीत सत्र में आज पहली बार विपक्ष ने कोई प्रदर्शन नहीं किया और राज्यसभा की कार्यवाही सुचारु रूप से चली। लाइव अपडेट 06:02 PM, 09-Dec-2021 विपक्ष ने आज नहीं किया प्रदर्शन, सरकार की निंदा बुधवार को हुए हेलिकॉप्ट हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सैन्य कर्मियों की मौत को देखते हुए विपक्ष ने गुरुवार को राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों के खिलाफ चल रहे अपने प्रदर्शन को एक दिन के लिए रोक दिया। पूरे दिन विपक्ष ने कोई प्रदर्शन नहीं किया और सदन की कार्यवाही में भी भाग लिया। हालांकि, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद संसद के अंदर सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए अनुमति न देने के लिए विपक्षी दलों ने सरकार की निंदा की। टीएमसी सदस्यों ने इसके विरोध में राज्यसभा में वाकआउट भी किया। 05:48 PM, 09-Dec-2021 विमान विनिर्माण के क्षेत्र में तेजी से हो रही प्रगति: सिंधिया नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में बताया कि देश का नागरिक उड्डयन उद्योग विकास की ओर अग्रसर है और विमान विनिर्माण के क्षेत्र में बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद सौगत राय के सवाल का उत्तर देते हुए सिंधिया ने यह भी कहा कि अगले पांच से छह वर्षों में हवाई अड्डों की संख्या को 138 से बढ़ाकर 220 करने की योजना पर भी काम चल रहा है। 05:39 PM, 09-Dec-2021 महिला सांसदों को प्रमुखता देने के लिए बिड़ला की सराहना संसद सदस्यों की क्षमताओं को पहचानने के लिए और उन्हें सदन में बोलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लोकसभा सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला की सराहना की। सांसदों ने स्पीकर की तारीफ तब की जब पहली बार सांसद बनीं बीजद की प्रमिला बिसोई ने महिलाओं के लिए रोजगार का मुद्दा उठाया। बिसोई को स्वयं सहायता समूहों को आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपनी मातृभाषा उड़िया में यह मुद्दा उठाया। बिड़ना ने कहा कि यह देश का लोकतंत्र है, मैंने व्यक्तिगत तौर पर उनसे सदन में बोलने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि मुझे केवल उड़िया आती है, इसके बाद उनके सचिवालय ने उनकी मदद की। 05:25 PM, 09-Dec-2021 राज्यसभा: छह फार्मा संस्थानों का दर्जा बढ़ाने के लिए विधेयक पारित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) विधेयक 2021 पेश किया, जिसे सदन ने पारित कर दिया। उन्होंने कहा कि छह और राष्ट्रीय फार्मा शिक्षा एवं शोध संस्थान (एनआईपीईआर) को राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों का दर्जा देने से शोध क्षमताएं बढ़ेंगी और देश में फार्मा शिक्षा का स्तर और बेहतर हो सकेगा। इसके बाद इन संस्थानों का संचालन आईआईटी की तरह किया जाएगा। 04:01 PM, 09-Dec-2021 2022 के अंत तक लॉन्च किए जाएंगे दो मानवरहित अभियान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत साल 2022 के अंत तक मानव युक्त अंतरिक्ष यात्रा कार्यक्रम गगनयान से पहले दो मानव रहित अभियान लॉन्च किए जाएंगे। अन्य अंतरिक्ष परियोजनाओं की की स्थिति की जानकारी देते हुए सिंह ने राज्यसभा में प्रश्न काल के दौरान कहा कि शुक्र अभियान की योजना 2022 के लिए तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से अंतरिक्ष परियोजनाओं में देरी हुई है। 03:49 PM, 09-Dec-2021 सुप्रिया सुले ने कहा, पेट्रोल-डीजल-एलपीजी की कीमतें घटाए सरकार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने लोकसभा में कहा कि बढ़ती महंगाई को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्र सरकार को दखल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को पेट्रोल, डीजल व घरेलू रसोई गैस की कीमतो में कमी करनी चाहिए जिससे करोड़ों गरीब लोगों को राहत मिल सके। सदन में शून्यकाल के दौरान आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि खाना पकाने का तेल भी आम आदमी के लिए बहुत महंगा हो गया है। 01:58 PM, 09-Dec-2021 लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2:30 बजे तक स्थगित कर दी गई है। 01:57 PM, 09-Dec-2021 रामनाथ कोविंद ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के जल्द स्वस्थ होने की कामना की राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने हेलीकॉप्टर हादसे पर दुख व्यक्त किया। रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया ""मेरे विचार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के साथ हैं जो दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बच गए हैं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने और लंबे जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।"" 12:45 PM, 09-Dec-2021 राष्ट्रपति को जानकारी देंगे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जानकारी देंगे। दोपहर बाद वह राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात कर हादसे की पूरी जानकारी देंगे। 12:44 PM, 09-Dec-2021 राज्यसभा में भी उपसभापति ने हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी । इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू की गई। 11:57 AM, 09-Dec-2021 मुख्यमंत्री स्टालिन ने दी श्रद्धांजलि मद्रास रेजिमेंट सेंटर में बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों के पार्थव शरीर रखे गए हैं। इस दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सीडीएस बिपिन रावत और हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी। Tamil Nadu CM MK Stalin pays floral tribute to CDS Bipin Rawat and others who died in the Coonoor chopper crash, at Madras Regimental Centre in Nilgiris district pic.twitter.com/1b9vB0yOct — ANI (@ANI) December 9, 2021 11:32 AM, 09-Dec-2021 मद्रास रेजिमेंट सेंटर लाए गए पार्थिव शरीर सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए सभी लोगों के पार्थिव शरीर को वेलिंग्टन मिलिट्री अस्पताल से मद्रास रेजिमेंट सेंटर लाया गया। 11:29 AM, 09-Dec-2021 कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि राज्यसभा से 12 निलंबित सांसदों को वापसी करने को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सांसद लगातार संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन आज विपक्षी दलों ने विरोध-प्रदर्शन नहीं करने का फैसला किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि आज कोई प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने सत्तापक्ष पर बिपिन रावत समेत हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति शोक संवेदना नहीं जताने का आरोप लगाया। राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें नहीं करने दिया गया। कांग्रेस नेताओं ने संसद परिसर में बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत अन्य अधिकारियों के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। 11:11 AM, 09-Dec-2021 राज्यसभा में राजनाथ सिंह का बयान राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि बिपिन रावत ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। चॉपर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों का निधन हो गया। राजनाथ सिंह ने बताया कि सबसे पहले स्थानीय लोगों को इसकी सूचना मिली। राजनाथ सिंह ने हादसे में मारे गए सभी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। Rajya Sabha observes two-minute silence on the demise of Chief of Defence Staff General Bipin Rawat, his wife, and other personnel in a military helicopter crash near Coonoor, Tamil Nadu Image Source: Sansad TV pic.twitter.com/j4VbkjcQwi — ANI (@ANI) December 9, 2021 11:06 AM, 09-Dec-2021 लोकसभा में बयान देते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। कल ही जांच टीम वेलिंगटन पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। हादसे पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी दुख जताया। हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हुए पदाधिकारियों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। Load More",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/who-was-shen-yi-ming-why-chinese-media-global-times-was-furious-when-brahma-chelani-compared-shen-helicopter-crash-with-general-bipin-rawat-death,"Chopper Crash: कौन थे शेन यी मिंग, जनरल रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश से उनकी मौत की तुलना पर क्यों भड़का चीनी मीडिया","विस्तार तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश होने सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया। पूरा देश इस घटना से स्तब्ध है। जनरल रावत, उनकी पत्नी और बाकी लोगों का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंच रहा है। इस हादसे को लेकर विशेषज्ञ और जानकार अपनी-अपनी राय दे रहे हैं। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और हथियार नियंत्रण के मुद्दों के विशेषज्ञ और ब्रहमा चेलानी ने भी एक ट्वीट किया जिसके बाद चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स नाराज हो गया और उसने कहा कि इस क्रैश के पीछे अमेरिका का हाथ है. चेलानी ने क्या ट्वीट किया सीडीएस रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश को लेकर प्रोफेसर ब्रहमा चेलानी ने कई ट्वीट्स किए थे। उन्होंने अपने ट्वीट्स के जरिए सीडीएस रावत और ताइवान के जनरल स्टाफ के प्रमुख शेन यी मिंग के हेलीकॉप्टस क्रैश में समानताएं बताईं। 2002 में हुए इस दुर्घटना में शेन यी मिंग समेत सात लोगों की मौत हो गई थी। जनरल रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना को ताइवान के जनरल प्रमुख के हेलीकॉप्टर क्रैश के समान बताने पर चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स भड़क गया। कौन थे शेन यी मिंग पिछले साल दो जनवरी को ताइवान के शीर्ष सैन्य प्रमुख की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। रक्षा मंत्रालय के तब के बयान के मुताबिक नए राष्ट्रपति का चुनाव होने से कुछ दिन पहले यह घटना हुई। जब यह घटना हुई तब 62 वर्षीय जनरल और उनका दल पूर्वोत्तर यिलान काउंटी में सैनिकों से मिलने के लिए एक नियमित मिशन पर थे। शेन को उत्कृष्ट 'कमांडर’ माना जाता था जिन्होंने देश की वायु शक्ति को बढाने में मदद की थी। ताइवान के जनरल स्टाफ प्रमुख शेन यी मिंग - फोटो : Social Media वायु सेना के आधुनिकीकरण का प्रयास किया था 62 वर्षीय शेन जनरल स्टाफ के प्रमुख के रूप में नियुक्ति होने से पहले ताइवान के वायु सेना प्रमुख और उप रक्षा मंत्री के रूप में काम कर चुके थे। उन्होंने द्वीप की वायु सेना के आधुनिकीकरण के प्रयासों की कोशिश की थी जिसमें अपने लड़ाकू जेट विमानों को अपग्रेड करना और यूएएस से अत्याधुनिक F-16V विमान खरीदने की योजना थी। उन्होंने वायु सेना प्रमुख के तौर पर यमन के एक गुप्त मिशन में भाग लिया था और बाद में लड़ाकू विमानों के बेड़े को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शेन ताइवान की सैन्य ताकत इसलिए बढ़ा रहा थे क्योंकि स्व-शासित ताइवान पर चीन अपना दावा करता है और बल प्रयोग करने की धमकी देता है। ताइवान का कहना है कि वह चीन के दबाव के आगे नहीं झुकेगा। हालांकि द्वीप का स्वघोषित नाम ‘चीन गणराज्य’ (रिपब्लिक ऑफ चाइना) है जो उसके शासकों ने दिया। चीन नहीं चाहता कोई विदेशी दखल ताइवान की रक्षा के लिए अमेरिका उसे सैन्य उपकरण बेचता है, जिसमें ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर भी शामिल है। ओबामा प्रशासन ने 6.4 अरब डॉलर के हथियारों के सौदे के तहत 2010 में ताइवान को 60 ब्लैक हॉक्स बेचने की मंजूरी दी थी। इसके जवाब में, चीन ने अमेरिका के साथ कुछ सैन्य संबंधों को अस्थायी रूप से तोड़ दिया। अमेरिका के साथ ताइवान के बीच टकराव 1996 से चला आ रहा है। चीन ताइवान के मुद्दे पर किसी तरह का विदेशी दखल नहीं चाहता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग - फोटो : Amar चीन ताइवान पर दावा क्यों करता है? 1644 में चीन में चिंग वंश का शासन था। तब ताइवान चीन का हिस्सा था। 1895 में चीन ने ताइवान को जापान को सौंप दिया। कहा जाता है कि विवाद यहीं से शुरू हुआ 1949 से। चीन में गृहयुद्ध के दौरान माओत्से तुंग के नेतृत्व में कम्युनिस्टों ने चियांग काई शेक के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कॉमिंगतांग पार्टी को हरा दिया। हार के बाद कॉमिंगतांग पार्टी ताइवान पहुंच गई और वहां जाकर अपनी सरकार बना ली। इस बीच दूसरे विश्वयुद्ध में जापान की हार हुई तो उसने कॉमिंगतांग को ताइवान का नियंत्रण सौंप दिया। विवाद इस बात पर शुरू हुआ कि जब कम्युनिस्टों ने जीत हासिल की है ताइवान पर उनका अधिकार है। जबकि कॉमिंगतांग की दलील थी कि वे चीन के कुछ ही हिस्सों में हारे हैं लेकिन वे ही आधिकारिक रूस से चीन का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए ताइवान पर उनका अधिकार है। चीन रणनीतिक और प्रतीकात्मक रूप से महत्वपूर्ण इस द्वीप को फिर से अपने नियंत्रण में लेना चाहता है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ताइवान और चीन के पुन: एकीकरण की जोरदार वकालत करते हैं। हालांकि ताइवान खुद को संप्रभू राष्ट्र मानता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-live-update-health-secretary-holds-an-important-meeting-with-the-states-and-singapore-has-been-removed-from-list-of-at-risk-countries-latest-news-update,"Omicron Live Update: अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं पर 31 दिसंबर तक रोक, सिंगापुर को खतरे वाली सूची से हटाया","विस्तार देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके मद्देनजर भारत से या भारत आने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं को लगाई गई रोक को आगे बढ़ा दिया गया है। अब यह रोक 31 जनवरी 2022 तक लागू रहेगी। इससे पहले 15 दिसंबर से इन सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया गया था। हालांकि, ओमिक्रॉन के खतरे के मद्देनजर इस फैसले को वापस ले लिया गया। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने भी आज ओमिक्रॉन के मद्देनजर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ अहम बैठक की। इस दौरान टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने राज्यों से यह भी आग्रह किया कि वे कोरोना के इलाज के लिए तय की गईं आठ महत्वपूर्ण दवाओं के लिए पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखना सुनिश्चित करें। इस बीच केंद्र सरकार ने सिंगापुर को केंद्र सरकार ने खतरे वाली सूची से हटा दिया है। खतरे वाली सूची से आने वाले लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत एयरपोर्ट पर ही कोरोना जांच समेत अतिरिक्त पाबंदियों का सामना करना पड़ता है। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और चीन समेत 12 देश इस सूची में आते हैं। राहुल के मुंबई दौरे पर ओमिक्रॉन का साया इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने भी कोरोना प्रोटोकॉल में किसी भी तरह की ढील न देने का फैसला कर लिया है। खबर है कि राहुल गांधी के प्रस्तावित दौरे पर फैसला अब ओमिक्रॉन की समीक्षाके बाद लिया जाएगा। राज्य के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर ओमिक्रॉन के मामले ऐसे ही बढ़ते रहे, तो सोचना होगा। पाकिस्तान में पहला संदिग्ध वहीं, पाकिस्तान में भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ गया है। यहां कराची में इस वैरिएंट के संदिग्ध का पहला मामला सामने आया है। सिंध प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अजरा फजल पेचुहो ने गुरुवार को बताया कि कराची में एक संदिग्ध महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ओमिक्रॉन की पुष्टि के लिए उनके सैंपल को जीनोमिक अध्ययन के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि हालांकि कोरोना मरीज के नमूने का जीनोमिक अध्ययन पूरा नहीं हुआ है, लेकिन जिस तरह से वायरस व्यवहार कर रहा है, ऐसा लगता है कि यह ओमिक्रॉन है। उनने बताया कि मरीज की उम्र 57 है, लेकिन स्थानीय समाचार चैनलों ने बताया कि जो महिला इलाज के लिए एक निजी अस्पताल गई थी, वह लगभग 65 वर्ष की थी, जिसका कोई यात्रा इतिहास नहीं था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/opposition-suspended-protest-over-suspension-of-12-mps-to-express-condolences-to-cds-rawat-and-others-who-died-in-chopper-crash-rajya-sabha-functions-smoothly-for-first-time-in-winter-session,"हेलिकॉप्टर हादसा: राज्यसभा में टूटा विपक्ष का गतिरोध, शीत सत्र में पहली बार सुचारु रूप से चली कार्यवाही","विस्तार तमिलनाडु में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों के निधन की घटना पर शोक जताते हुए विपक्षी दलों ने गुरुवार 12 सांसदों के निलंबन को लेकर अपना प्रदर्शन पूरी तरह बंद रखा। विपक्षी दलों का यह शांत रुख पूरे दिन राज्यसभा के बाहर भी नजर आया और अंदर भी। 29 नवंबर को शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में आज पहला मौका रहा जब विपक्षी दलों ने 12 सांसदों के निलंबन को लेकर पूरे दिन कोई प्रदर्शन नहीं किया और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चली। संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना स्थल पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आह्वान के बाद विपक्ष ने यह रुख अपनाया। केवल आज के लिए निलंबित हुआ विपक्ष का प्रदर्शन खड़गे ने कहा, 'हमने (विपक्षी दल) एकमत से फैसला लिया है कि गैरकानूनी होने का बावजूद सांसदों के निलंबन के फैसले के खिलाफ अपना प्रदर्शन निलंबित करेंगे। हमने अपना प्रदर्शन हादसे में मारे गए सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत और बाकी 11 रक्षा कर्मचारियों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए केवल आज के लिए निलंबित किया है।' उन्होंने कहा था कि इसमें सरकार या विपक्ष का कोई सवाल नही है, हम उन रक्षा अधिकारियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते आए हैं जिन्हें देश के लिए लड़ाई की है। हम सदन की कार्यवाही में भी हिस्सा लेंगे। बता दें कि वायु सेना का एक एमआई-17 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु में नीलगिरि और कोयंबटूर के बीच कुन्नूर में एक दुर्घटना का शिकार हो गया था। अनुशासनहीनता के लिए निलंबित किए गए हैं सांसद इन 12 सांसदों को संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान अनुशासनहीनता के आरोप में मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। विपक्षी दल इस फैसले को संवैधानिक रूप से गलत और मनमाना बता रहे हैं और निलंबन के निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर विपक्षी पार्टियों का विरोध-प्रदर्शन संसद के सत्र की शुरुआत के साथ ही जारी है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coonoor-chopper-crash-the-severity-of-air-crash-has-led-to-difficulty-in-positive-identification-of-mortal-remains,"हेलीकॉप्टर क्रैश: भारतीय सेना बोली- भयानक हादसे की वजह से अवशेष को पहचानने में हो रही दिक्कत, परिवार की लेंगे मदद","विस्तार कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे को लेकर भारतीय सेना ने ताजा जानकारी दी है। इसके तहत सेना ने कहा है कि हादसा इतना भयानक था कि अवशेषों की पहचान करने में कठिनाई हो रही है। प्रियजनों की संवेदनशीलता और भावनात्मक भलाई को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक पहचान के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। सेना ने आगे कहा कि सभी मृतक जवानों के परिजन दिल्ली पहुंच रहे हैं। सभी को आवश्यक सहायता और सहायता प्रदान की जा रही है। वैज्ञानिक उपायों के अलावा सकारात्मक पहचान के लिए परिवार के करीबी सदस्यों की मदद ली जाएगी। सुलुर एयरबेस ले जाए गए सीडीएस रावत और सैनिकों के पार्थिव शरीर तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर क्रैश का शिकार हुए जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 जवानों के पार्थिव शरीर को मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलुर एयरबेस ले जाए जा रहे हैं। यहां से सभी के शव नई दिल्ली लाए जाएंगे, जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। बुधवार को हुआ था हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। वायुसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।हालांकि एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टर के क्रैश हो जाने के पीछे खराब मौसम ही बताया जा रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/defence-minister-rajnath-singh-statement-in-ls-rs-on-military-chopper-crash-in-tamil-nadu-bipin-rawat,"Chopper crash: संसद में रक्षामंत्री ने बताया पूरा घटनाक्रम, बोले- त्रिस्तरीय जांच की हो चुकी है शुरुआत","विस्तार तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हुए एमआई-17 में देश के पहले सीडीसी जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया। इसके अलावा उनकी पत्नी मधुलिका समेत 12 लोगों की भी जान चली गई। गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया। लोकसभा में सुबह: 11:00 बजे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जनरल रावत अपने तय दौरे पर थे। बुधवार को 11.48 पर एमआई-17 हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने लगभग 12:08 बजे अपना नियंत्रण खो दिया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी। तत्काल स्थानीय प्रशासन का बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा और राहत बचाव कार्य में जुट गया। उस अवशेष से जितने भी लोगों को निकाला गया, उन्हें वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में 14 में से 13 लोगों का वहीं पर निधन हो गया। राजनाथ सिंह ने बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्य अधिकारियों की मौत पर संवेदना प्रकट की। लोकसभा में बयान देते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। कल ही जांच टीम वेलिंगटन पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। हादसे पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी दुख जताया। हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हुए पदाधिकारियों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-death-news-how-much-will-rawat-death-direct-impact-on-military-operations-what-will-happen-to-the-plan-to-create-an-integrated-theater-command,"अलविदा जनरल: रावत के निधन से सैन्य अभियानों पर कितना सीधा असर पड़ेगा, थिएटर कमांड की योजना का अब क्या?","विस्तार बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य सैन्य अधिकारियों का निधन हो गया। पूरा देश इससे सदमे में है। उनके निधन पर देश-विदेश से कई प्रतिक्रियाएं आई हैं। हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में सभी को श्रद्धांजलि दी और बताया कि हादसे में बचे अकेले शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। वे लाइफ सपोर्ट पर हैं और उन्हें बचाने की कोशिशें जारी हैं। कौन बनेगा अगला सीडीएस दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि जनरल रावत के अंतिम संस्कार के बाद सरकार सीडीएस पद के लिए वरिष्ठ सैन्य अफसरों के नाम पर चर्चा करेगी। तीनों सेनाओं (थलसेना, वायुसेना, नौसेना) के प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ होने के कारण आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे का नाम इसमें सबसे ऊपर बताया जा रहा है। हालांकि सेना की संरचनाओं में प्रमुख अधिकारी के अस्वस्थ होने पर दूसरा-इन-कमांड प्रमुख अधिकारी की जिम्मेदारी निभाते हैं लेकिन सूत्रों का कहना है कि सीडीएस के लिए उत्तराधिकार की कोई स्पष्ट रेखा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी यानी सीसीएस की अगली बैठक में सीडीएस पर फैसला होगा। इसके लिए सरकार के पास पांच नामों का एक पैनल भेजा जाएगा। सैन्य अभियानों पर कितना पड़ेगा असर जनरल बिपिन रावत के अचानक इस तरह जाने से अब यह सवाल उठने लगे हैं कि चीन के साथ सीमा विवाद और पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों को लेकर सेना जिस तरह का तनाव झेल रही है, तो क्या ऐसे में सैन्य परिचालन या सैन्य अभियानों पर अब इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है? अधिकांश विशेषज्ञ इसका जवाब ना में देते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जनरल रावत के देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) थे लेकिन उनके पास सैन्य परिचालन की भूमिका या जिम्मेदारी नहीं थी, इसलिए सैन्य अभियानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-black-box-retrieved-coonoor-helicopter-crash,"सीडीएस रावत हेलीकॉप्टर क्रैश: काफी मशक्कत के बाद मिला Black Box, जानें कैसे हादसे के रहस्य को सुलझाने में करेगा मदद","विस्तार तमिलनाडु में कुन्नूर के पास एक सैन्य हेलीकाप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों के मन में यह आ रहा है कि आखिर इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को ले जाने वाला हेलीकॉप्टर क्रैश कैसे कर सकता है। आखिर सुरक्षा में चूक कहां रह गई। वहीं इन सब के बीच एक बड़ी जानकारी सामने यह आई है कि काफी मशक्कत के बाद सेना के द्वारा ब्लैक बॉक्स(Black Box) को बरामद कर लिया गया है। ब्लैक बॉक्स की बरामदगी के बाद उम्मीद है कि सेना इस हादसे से जुड़े रहस्य को सुलझा लेगी। आइए जानते हैं आखिर यह ब्लैक बॉक्स है क्या, यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है? क्या है ब्लैक बॉक्स(Black Box) ब्लैक बॉक्स विमान या हेलीकॉप्टर में लगा एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रानिक उपकरण है, जिसे फ्लाइट डेटा रिकार्डर के रूप में भी जाना जाता है। यह उड़ान के बारे में 88 महत्वपूर्ण मापदंडों को रिकार्ड करता है, जिनमें एयरस्पीड, विमान की ऊंचाई, काकपिट बातचीत और हवा का दबाव भी शामिल है। दुर्घटना के बाद ब्लैक बाक्स की भूमिका अहम है क्योंकि यह प्राथमिकता के आधार पर यह समझने के लिए महत्वपूर्ण होता है कि वास्तव में दुर्घटना का कारण क्या है। इस ब्लैक बॉक्स में पायलट और कंट्रोल रूम तथा लोकेशन मास्टर के बीच हुई बातचीत सहित तमाम जानकारियां स्वत: फीड हो जाती हैं जो दुर्घटना के बाद जांच में मददगार साबित होती है। विमान में सबसे पीछे की ओर रखा जाता है ब्लैक बाक्स एक सामान्य Black Box का वजन लगभग 10 पाउंड (4.5 किलो) होता है। इसे विमान में पीछे की ओर लगाया जाता है, जिससे कि कभी गंभीर दुर्घटना हो भी तो बाक्स को ज्यादा नुकसान न हो। देखा भी गया है कि हादसे में प्लेन के पीछे का हिस्सा कम प्रभावित होता है। विशेष आवाज के कारण ब्लैक बॉक्स बरामद हो जाता है दुर्घटना के बाद भी ब्लैक बॉक्स से एक तरह की विशेष आवाज निकलती रहती है, जिससे खोजी दल तुरंत पहचान लेते हैं और इस तरह से दुर्घटनास्थल तक पहुंचा जा सकता है। यहां तक कि पानी में कई हजार फीट तक नीचे गिरने के बाद भी इस बाक्स से आवाज और तरंगें निकलती रहती हैं और ये लगभग एक महीने तक जारी रह सकती हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coonoor-helicopter-crash-air-marshal-manvendra-singh-is-heading-the-tri-services-inquiry-into-the-iaf-mi-17-that-crashed-yesterday,"कुन्नूर हेलीकॉप्टर क्रैश: एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में होगी हादसे की जांच, जानिए कौन हैं ये?","विस्तार केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लोकसभा ने जानकारी दी कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ( ट्रेनिंग कमांड) एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। बुधवार को ही जांच टीम वेलिंगटन पहुंच गई है और जांच शुरू कर दी है। इस हेलीकॉप्टर हादसे में भारत के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। आइए जानते हैं कौन हैं एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह और क्या है इनकी उपलब्धि... एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह को 29 दिसंबर 1982 को हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ब्रांच में शामिल किया गया था। इसके बाद उन्हें कई अहम जिम्मेदारियां दी गई थीं। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने इसी साल एक फरवरी को भारतीय वायु सेना की दक्षिणी वायु कमान के प्रमुख का कार्यभार संभाला था इसके बाद सितंबर में उन्हें एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ( ट्रेनिंग कमांड) की जिम्मेदारी दी गई थी। अब हेलीकॉप्टर हादसे की जांच सौंपी गई है। 6600 घंटे का फ्लाइट रिकॉर्ड है एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह का एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नाम कई रिकॉर्ड भी हैं। इनमें से एक है 6600 घंटे से भी अधिक का उड़ान अनुभव। वहीं वे 1 नवंबर 2019 को वायुसेना मुख्यालय में महानिदेशक (निरीक्षण और सुरक्षा) पद का कार्यभार संभाला था। लगभग चालीस साल की सेवा में एयर ऑफिसर ने कई प्रकार के जटिल हेलिकॉप्टर और प्रशिक्षण विमान उड़ाए हैं। उन्होंने सियाचिन, उत्तर पूर्व उत्तराखंड, पश्चिमी मरूस्थल और कांगो लोकतांत्रिक गणतंत्र में उड़ान भरी है। कई अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं मानवेंद्र सिंह एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह एक शानदार फ्लाइंग इन्स्ट्रक्टर भी हैं। 40 साल के दौरान उन्हें कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी दी जा चुकी है। उन्हें ऑपरेशनल हेलिकॉप्टर युनिट का कमांडिंग ऑफिसर भी बनाया जा चुका है। जिसके बाद वह एक अग्रिम हेलिकॉप्टर अड्डे के स्टेशन कमांडर बनाए गए। वे अति विशिष्ट सेवा मेडल, वीर चक्र औऱ विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किए जा चुके हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/kolkata-news-in-hindi-a-man-vidyasagar-singh-stole-and-sold-a-saree-worth-30-lakhs-at-bara-bazar-area,"दुकान मालिक के उड़े होश: शख्स ने नौकरी की आड़ में 30 लाख की साड़ी चुराकर बेची, पुलिस ने किया गिरफ्तार","विस्तार पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बड़ाबाजार से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, यहां बिहार के गया का रहने वाला शख्स अपने नौकरी करने के दौरान दुकान से पांच साल के अंदर 30 लाख की साड़ी चोरी करके बेच दी। आरोपी का नाम विद्यासागर सिंह है। आरोपी को अदालत में पेश करने पर उसे 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। क्या है मामला जानकारी के अनुसार बड़ा बाजार के होजियरी व्यवसायी अशोक बर्नवाल ने थाना में शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी विद्यासागर बीते 25 साल से उसकी दुकान में कर्मचारी के तौर पर काम कर रहा है। व्यवसायी के अनुसार विद्यासागर उनकी दुकान में काम करने के अलावा उसकी देखभाल भी करता था। व्यवसायी बर्नवाल ने कहा कि लंबे समय से आरोपी काम कर रहा था इसलिए मैंने विश्वास करके उसे चाभी सौंप दी थी और रात में सोने के लिए कह दिया था। ऐसे में कुछ दिनों पहले जब मैंने दुकान के स्टॉक का ऑडिट कराया तो पता चला कि लाखों की साड़ियां गायब हैं। ऐसे में जब उन्होंने विद्यासागर से बात कही तो उसने चुप्पी साध ली, तभी मुझे शक हो गया। पांच साल से चोरी कर बाजार में बेचा करता था आरोपी जब पुलिस ने आरोपी विद्यासागर को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने साड़ी चोरी कर बाजार में बेचने की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि वह बीते पांच साल से साड़ी चोरी कर अब तक 30 लाख की साड़ियां बेची हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-reports-9419-new-covid19-cases-and-130-total-vaccination,"देश में कोरोना: बीते 24 घंटे में आठ हजार से ज्यादा नए मामले, अभी तक 1 अरब 30 करोड़ से ज्यादा टीकाकरण","विस्तार भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार फिर से बढ़ने लगी है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 9 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जबकि 159 लोगों की जान चली गई है। वहीं, आठ हजार से ज्यादा लोग स्वस्थ्य होकर अस्पतालों से घर लौट चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 9,419 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, कोरोना के 8 हजार 251 मरीज ठीक हुए हैं। इसी के साथ अब तक देश में कोरोना से ठीक हुए मरीजों का कुल आंकड़ा 3 करोड़ 40 लाख 97 हजार 388 पर पहुंच गया है। देश में कोरोना के 94 हजार 742 एक्टिव केस बचे हुए हैं। लंबे समय बाद एक्टिव केसों में कमी देखने को मिली है। इसके अलावा अभी तक देश में 3 करोड़ 43 लाख 28 हजार 321 कुल मामले आए हैं। 4 लाख 74 हजार लोगों की मौत भारत में अब तक कोरोना से 4 लाख 74 हजार 111 लोगों की जान जा चुकी है। देश में टीकाकरण की बात करें तो अभी तक 1 अरब 30 करोड़ 39 लाख 32 हजार 286 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। बीते 24 घंटे में 80 लाख 86 हजार 910 लोगों को कोरोना की पहली और दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है। ओमिक्रॉन के कई मामलों ने बढ़ाई चिंता कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर भी चिंता बढ़ती जा रही है। कई राज्यों में ओमिक्रॉन के केस पाए गए हैं। देश में ओमिक्रॉन के तीस नए मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की भी ट्रेसिंग की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, ट्रेसिंग करने में दिक्कतें आ रही हैं। विदेशों से भारत लौटे लोगों ने अपना फोन नंबर बंद कर रखा है, जिससे अधिकारियों को पहचान करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-passes-away-who-will-hold-the-position-of-chief-of-defence-staff-ccs-meeting-to-announce-in-few-days-time-news-and-updates,"जनरल रावत का उत्तराधिकारी कौन?: इस अफसर को CDS बनाने पर लग सकती है मुहर, चीन से टकराव के चलते जल्द होगा फैसला","विस्तार भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया। उनके साथ उनकी पत्नी, सैन्य अधिकारियों समेत 13 लोगों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से इस दुखद घटना की जानकारी मिलने के कुछ ही घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी यानी सीसीएस की अहम बैठक हुई। रिपोर्ट्स की मानें तो इस बैठक में देश के अगले सीडीएस के नाम पर चर्चा भी हुई। दरअसल, चीन से टकराव के बीच सरकार के लिए किसी सैन्य अफसर को इस अहम पद की जिम्मेदारी सौंपना जरूरी हो गया। आधिकारिक तौर पर तो सीसीएस की बैठक से कोई बड़े एलान की बात सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि मीटिंग के दौरान नेताओं ने सीडीएस पद के लिए जिन वरिष्ठ सैन्य अफसरों के नाम पर चर्चा की, उनमें आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे का नाम सबसे ऊपर रहा। इसकी एक वजह यह है कि जनरल नरवणे तीनों सेनाओं (थलसेना, वायुसेना, नौसेना) के प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ हैं। जहां जनरल नरवणे ने को सेना प्रमुख का प्रभार संभाला था, वहीं एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को वायुसेना का प्रमुख पद इसी साल 30 सितंबर और एडमिरल हरि कुमार को नौसेना का प्रमुख 30 नवंबर को बनाया गया था। जनरल नरवणे सेना प्रमुख के पद से अगले साल अप्रैल में रिटायर होने वाले हैं। सेना के संशोधित नियमों के मुताबिक, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद पर कोई सैन्य अधिकारी 65 साल की उम्र तक सेवा दे सकता है। वहीं, तीनों सेना प्रमुख का कार्यकाल 62 साल की उम्र या तीन साल (जो भी पहले हो) तक का होता है। गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पिछले 19 महीने से टकराव की स्थिति बरकरार है। इस हिस्से में सेना को मजबूत करने के लिए सीडीएस रावत बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे थे। फिर चाहे वह योजना बनाने का काम हो या ट्रेनिंग या फिर रसद मुहैया कराने का। जनरल रावत तीनों सेनाओं और रक्षा मंत्रालय के बीच बेहतर सामंजस्य के लिए एक पुल की तरह काम कर रहे थे। ऐसे में सरकार चाहेगी कि सेना के जल्द से जल्द उनके बदले एक अनुभवी सीडीएस मिले।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/photo-gallery/india-news/hindi-news-headlines-09-december-today-important-and-big-news-stories-of-09-december-updates-on-amar-ujala,"09 दिसंबर: आज दिनभर इन खबरों पर बनी रहेगी नजर, जिनका होगा आप पर असर","पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर शुरू: दिल्ली में सुबह-शाम बढ़ी ठिठुरन, 10 दिसंबर से करवट लेगा एनसीआर का मौसम पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर शुरू होने के बाद मैदानी इलाकों में भी सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 10 दिसंबर से उत्तरी हिमालय से आने वाली सर्द हवाएं दिल्ली की ठिठुरन को बढ़ाएंगी। इस कड़ी में दिन और रात के पारे में भी कमी दर्ज होगी। यहां पढ़ें पूरी खबर...",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-live-indian-army-helicopter-carrying-cds-bipin-rawat-crashes-in-coonoor-tamil-nadu-news-updates-in-hindi,"Bipin Rawat Chopper Crash: घटनास्थल पर पहुंचे एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, हादसे वाली जगह का मुआयना किया","खास बातें तमिलनाडु में कुन्नूर के करीब सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया जिसमें 13 लोगों की जान चली गई है। इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी भी शामिल हैं। लाइव अपडेट 08:21 AM, 09-Dec-2021 कुन्नूर पहुंचे एयरफोर्स प्रमुख तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे के एक दिन बाद एयरफोर्स चीफ वीआर चौधरी घटनास्थल पहुंचे। यहां उन्होंने पूरे इलाके का मुआयना किया और अधिकारियों से घटनाक्रम पर बात की। 08:05 AM, 09-Dec-2021 शुक्रवार को होगा जनरल रावत का अंतिम संस्कार हेलीकॉप्टर दुर्घटना के शिकार हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार 10 दिसंबर को किया जा सकता है. गुरुवार शाम विशेष उड़ान से सभी के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया जाना है। 07:40 AM, 09-Dec-2021 सेना के उप प्रमुख कतर की यात्रा कम कर के लौटेंगे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के कल निधन के बाद सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती ने कतर की अपनी दो दिवसीय यात्रा को कम कर दिया है और वो दिल्ली लौट रहे हैं। 06:43 AM, 09-Dec-2021 राजनाथ आज संसद में देंगे वक्तव्य रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11.15 बजे लोकसभा और 12 बजे राज्यसभा में विमान हादसे पर वक्तव्य देंगे। 03:35 AM, 09-Dec-2021 अमेरिका : पेंटागन ने जताई शोक संवेदना पेंटागन में प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सैन्य कर्मियों के निधन पर उनके और उनके परिवारों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की। 03:28 AM, 09-Dec-2021 सीडीएस रावत, उनकी पत्नी समेत सभी के शव आज दिल्ली आएंगे सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत व अन्य 11 मृतकों के शव बृहस्पतिवार को तमिलनाडु से दिल्ली आएंगे। सोनिया नहीं मनाएंगी जन्मदिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस हादसे के बाद अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। बुधवार को उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से बृहस्पतिवार को उनके जन्मदिन पर किसी भी तरह का आयोजन नहीं करने की अपील की है। 03:07 AM, 09-Dec-2021 पूर्वोत्तर के आठ राज्यों ने भी जताया दुख तमिलनाडु में हुए हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सैन्य कर्मियों के निधन पर पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जनरल रावत के योगदान को याद किया। शोक जताने वालों में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, असम और नगालैंड के राज्यपाल जगदीश मुखी, नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब, त्रिपुरा के राज्यपाल, एसएन आर्या, अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर डॉ. बीडी मिश्रा, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तमांग, मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह शामिल हैं। 02:48 AM, 09-Dec-2021 ओडिशा : राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जताया शोक ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तमिलनाडु में हुए हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सैन्य कर्मियों के निधन पर शोक जताया है। दोनों ने ही इसे देश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। 02:21 AM, 09-Dec-2021 नवंबर में ड्रोन देखने नागपुर गए थे जनरल रावत सीडीएस रावत बीते माह महाराष्ट्र के नागपुर शहर की यात्रा पर गए थे। यहां 15 नवंबर को उन्होंने एक कंपनी द्वारा बनाए गए और प्रदर्शित किए गए हथियारयुक्त ड्रोन (हेक्साकॉप्टर) के प्रोटोटाइप और अन्य युद्ध सामग्री, गोला-बारूद का मुआयना किया था। इस दौरान उन्होंने नॉन कॉन्टेक्ट वारफेयर और सशस्त्र बलों के पुनर्गठन के बारे में भी बात की थी। 02:18 AM, 09-Dec-2021 हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री ने जातया शोक पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी सीडीएस रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उनके साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। चन्नी ने ट्वीट करके सीडीएस व अन्य सैन्य कर्मियों के परिवारों के लिए प्रार्थना की। एक अन्य ट्वीट में सीएम चन्नी ने तरण तारण के डोडे गांव के रहने वाले और दुर्घटना के शहीद हुए एनके गुरसेवक सिंह की शहादत पर भी गहरा दुख व्यक्त किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर के कार्यालय से भी संवेदना जताते हुए ट्वीट किया गया है। वहीं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख और सांसद सुखबीर सिंह बादल, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुडा ने भी सीडीएस रावत के निधन पर शोक जताया है। 01:53 AM, 09-Dec-2021 अमेरिका : जनरल मार्क मिले ने दुख जताया अमेरिका के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिले ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सैन्य कर्मियों के दुर्घटना में शहीद होने पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हमें इन सभी को खोने का गहरा दुख है। मिले ने कहा कि सीडीएस रावत ने भारतीय सेना पर स्थायी प्रभाव डाला और अमेरिका और भारत के बीच हमारे सैन्य संबंधों को मजबूत किया। 01:19 AM, 09-Dec-2021 अमेरिकी रक्षा सचिव ने संवेदना व्यक्त की अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन ने भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य सैन्य कर्मियों के निधन पर उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सीडीएस रावत ने अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी के दौरान एक अमिट छाप छोड़ी है। 01:11 AM, 09-Dec-2021 तमिलनाडु : दुर्घटना में विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान - फोटो : ANI तमिलनाडु में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर दुर्घटना में विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी शहीद हो गए। वह एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर के पायलट थे और सुलूर स्थित 109 हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर भी थे। 12:52 AM, 09-Dec-2021 झारखंड के राज्यपाल-मुख्यमंत्री ने जताया शोक झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बल के अन्य अधिकारियों का निधन पर शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल बैस ने एक ट्वीट में कहा कि तमिलनाडु में आज हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना बहुत दर्दनाक है, जिसमें हमने देश के सीडीएस जनरल बिपिन रावत को खो दिया है शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना। उन्होंने आगे लिखा जनरल रावत एक महान देशभक्त और उत्कृष्ट सैनिक थे जिन्होंने असाधारण साहस और दृढ़ संकल्प के साथ देश की सेवा की। सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। यह देश उनकी असाधारण सेवाओं को कभी नहीं भूलेगा। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने बयान में कहा कि तमिलनाडु में हुई सेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बारे में सुनकर बेहद दुखी और स्तब्ध हूं। दिवंगत आत्माओं के लिए मेरी प्रार्थना और उनके परिवार के सदस्यों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और राज्य के अन्य मंत्रियों ने भी घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है। 12:47 AM, 09-Dec-2021 उत्तराखंड में तीन दिन का राजकीय शोक तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बल के अन्य अधिकारियों का निधन पर उत्तराखंड में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभिनव कुमार ने इस संबंध में जानकारी दी है। Load More",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/center-govt-said-on-coronavirus-target-of-vaccination-will-not-be-met-this-year-states-should-create-separate-wards-for-omicron-in-hospitals,"कोरोना : इस साल पूरा नहीं होगा टीकाकरण का लक्ष्य, केंद्र ने कहा- अस्पतालों में अलग ओमिक्रॉन वार्ड बनाएं राज्य","विस्तार एक तरफ देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट की दस्तक के बाद लोगों का फिर से वैक्सीन के प्रति भरोसा बढ़ गया है। वहीं दूसरी ओर इस साल टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा जिसकी वजह से सरकार को इसकी डेडलाइन अगले साल तक के लिए आगे बढ़ानी पड़ी है। अभी भी देश के 15 करोड़ से अधिक व्यस्क आबादी वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ले पाई है और 50 करोड़ से ज्यादा आबादी को दूसरी खुराक लगना बाकी है। ऐसे में अब सरकार ने अगले साल जनवरी से फरवरी माह के बीच टीकाकरण शत प्रतिशत होने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस साल 31 दिसंबर तक देश के प्रत्येक वयस्क नागरिक का टीकाकरण पूरा होने के कई दावे भी किए थे। तीन महीने तक टीकाकरण में 70 से 80 फीसदी तक की गिरावट रही थी। 22 नवंबर से आई तेजी टीकाकरण बढ़ाने के लिए तीन से 27 नवंबर के बीच हर घर दस्तक अभियान चलाया गया जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया है। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर से टीकाकरण का ग्राफ बढ़ा है लेकिन इसमें उछाल दिसंबर माह में दर्ज किया गया जब देश में ओमिक्रॉन के पहले दो मामलों की पुष्टि हुई थी। 17 सितंबर के बाद देश में सबसे अधिक टीकाकरण भी तीन दिसंबर को हुआ जब एक दिन में 1.10 करोड़ लोगों ने वैक्सीन ली। अस्पतालों में टीका लेने वाले 75% बढ़े नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ डॉ. एस चटर्जी का कहना है कि उनके यहां वैक्सीन लेने वालों की संख्या करीब 60 फीसदी की बढ़ोतरी बीते दो सप्ताह में हुई है। इसी अवधि में दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) में 75 फीसदी तक लोगों की संख्या बढ़ी है। जबकि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अभी यह बढ़ोतरी 20 से 30 फीसदी के आसपास दर्ज की गई है। अस्पतालों में अलग से बनाना होगा वार्ड, केंद्र ने राज्यों को दिया आदेश देश के अस्पतालों में अब ओमिक्रॉन वैरिएंट का अलग से एक वार्ड बनाना होगा। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि अस्पतालों में कोरोना और ओमिक्रॉन संक्रमित रोगियों को अलग अलग रखना होगा। ताकि वायरल लोड को बढ़ावा न मिल सके। इसी के साथ ही अब अस्पतालों में कोरोना संदिग्ध, संक्रमित और ओमिक्रॉन तीन-तीन वार्ड होगें जहां मरीजों का इलाज मिलेगा। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे प्रत्येक नागरिक का आठवें दिन आरटी पीसीआर टेस्ट कराना होगा। साथ ही, जिला स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन लोगों पर निगरानी रहेगी। इसके साथ साथ होम आइसोलेशन में रहते हुए ई संजीवनी सुविधा का लाभ भी दे सकते हैं जिसके जरिए घर बैठे चिकित्सीय सलाह मिल सकती है। दरअसल ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अब तक केंद्र सरकार की ओर से चार बार राज्यों के लिए दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। एक दिन में 8439 संक्रमित, 195 मौतें मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 8,439 मिले हैं जिसके चलते कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 3,46,56,822 हो गई है। वहीं 555 दिन बाद सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 93,733 रह गई है। पिछले एक दिन में 195 मरीजों की मौत हुई है। अब तक देश में 4,73,952 लोगों की जान जा चुकी है। इस दौरान 9525 मरीजों को स्वस्थ घोषित भी किया गया। अब तक देश में 3.40 करोड़ लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। फिलहाल देश में कुल सक्रिय दर 0.27 फीसदी और रिकवरी दर 98.36 फीसदी है। इनके अलावा दैनिक संक्रमण दर 0.70 फीसदी है। पिछले एक दिन में 12.13 लाख सैंपल की जांच हुई थी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/dot-ordered-that-any-customer-can-not-purchase-sim-more-than-nine,डॉट का आदेश: नौ से ज्यादा सिम नहीं ले सकता कोई भी ग्राहक,"विस्तार दूरसंचार विभाग (डॉट) ने सभी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों को बुधवार को आदेश दिया है कि एक ग्राहक के नाम नौ से ज्यादा सिम कनेक्शन नहीं होने चाहिए। किसी ग्राहक के पास ज्यादा कनेक्शन हैं, तो उसका पुनर्सत्यापन कर उन्हें बंद कर दिया जाए। विभाग ने आदेश में कहा कि जम्मू-कश्मीर, असम और पूर्वोत्तर के राज्यों में एक ग्राहक पर अधिकतम छह सिम कार्ड ही जारी हो सकते हैं। यह आदेश बढ़ते वित्तीय अपराध, धोखाधड़ी वाली कॉल और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए दिया गया है। जो नंबर इस्तेमाल नहीं हो रहे हैं, उनकी आउटगोइंग कॉल को 30 दिन के भीतर बंद कर दिया जाए, जबकि इनकमिंग 45 दिन के भीतर बंद करना होगा। ग्राहक चाहें, तो ऐसे मोबाइल नंबर बंद करा सकते हैं, लेकिन उनके ऐसा नहीं करने पर 60 दिन के भीतर नंबर को निष्क्रिय कर दिया जाएगा। अगर कोई ग्राहक अंतरराष्ट्रीय रोमिंग में है अथवा दिव्यांग है, तो उसे 30 दिन का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/glorious-life-of-general-bipin-rawat-started-from-fathers-unit-and-becomes-cds-of-the-country-from-stabilizing-the-extremists-in-northeast-to-done-the-surgical-strike-on-pakistan,"जांबाज की जयगाथा: पिता की यूनिट में तैनाती से सीडीएस बनने तक का गौरव, पूर्वोत्तर में उग्रवाद को खत्म करने से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक को दिया अंजाम","विस्तार तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार दोपहर जब सेना के एमआई-17वी-5 हेलीकॉप्टर क्रैश होने की खबर आई तो पूरा देश सन्न रहा गया। इस हेलिकॉप्टर में देश के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कई लोग सवार थे। शाम होते-होते वह खबर आई, जिसने हर भारतवासी की आंखें नम कर दीं, खबर थी रावत के निधन की। इस हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 अन्य लोगों की भी जान चली गई। जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। उनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए थे। उनकी मां का संबंध परमार वंश से था। जनरल रावत की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के कैंबरीन हॉल स्कूल और शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल से हुई। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडक वासला से जुड़े। इसके बाद भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में प्रवेश लिया। यहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। 2011 में उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययन पर शोधकार्य के लिए चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ की ओर से डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) से सम्मानित किया गया। वे फोर्ट लीवनवर्थ, अमेरिका में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंग्टन और हायर कमांड कोर्स के ग्रेजुएट भी रहे। उन्होंने मद्रास यूनिवर्सिटी से डिफेंस स्टडीज में एमफिल और मैनेजमेंट तथा कंप्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया। गोरखा राइफल्स में कमीशन जनरल रावत को दिसंबर 1978 में 11 गोरखा राइफल्स में कमीशन मिला। खास बात यह है कि उनके पिता भी इसी यूनिट में अपनी सेवाएं दे चुके थे। उनके पास कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में कामकाज का लंबा अनुभव था। 1986 में चीन से लगी सीमा पर इन्फेंट्री बटालियन के प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाली थी। चार दशकों की सेवा के दौरान ब्रिगेडियर, कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ सदर्न कमांड, मिलिट्री ऑपरेशन्स डायरेक्टोरेट में जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड, कर्नल मिलिट्री सेक्रेटरी समेत कई बड़े पदों पर रहे। संयुक्त राष्ट्र की पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा रहे और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में बहुराष्ट्रीय सेना ब्रिगेड की कमान भी संभाली। जनरल रावत ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद को खत्म करने में भी अहम भूमिका निभाई थी। उनकी देखरेख में वर्ष 2015 में म्यांमार में क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन चलाया गया था। मणिपुर में 18 सैनिकों की शहादत से देश में उबाल था। जनरल रावत ने पलटवार की रणनीति बनाई। इस सर्जिकल स्ट्राइक में सेना ने एनएससीएन के कई उग्रवादियों को मार गिराया था। उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद उनके नेतृत्व सेना ने 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान स्थित आतंकी शिविरों को ध्वस्त करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। 43 साल का अनुभव 1. उच्च ऊंचाई युद्धक्षेत्र व आतंकवाद विरोधी अभियानों के विशेषज्ञ। 2. सैन्य सेवा के दौरान परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल और सेना मेडल से नवाजा गया। उपलब्धियां 1. एनडीए से स्नातक की उपाधि प्राप्त। 2. आईएमए देहरादून में ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित। 3. रक्षा एवं प्रबंध अध्ययन और स्ट्रैटेजिक व डिफेंस स्ट्डीज में एमफिल। 4. सैन्य मीडिया अध्ययन में पीएचडी। 5. सेना के आधुनिकीकरण में योगदान। 6. सैनिकों को मिलने वाली सुविधा बढ़ाने में अहम भूमिका। 7. सेना में महिलाओं को एंट्री दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान। 8. सेना को प्रोफेशनल आर्मी बनाने का श्रेय, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसी उपलब्धियां। 9. कश्मीर में आतंकवाद के विरुद्ध आक्रामक नीति। काबिलियत के दम पर चुने गए थे सेना प्रमुख जनरल रावत 31 दिसंबर 2016 को थलसेना प्रमुख बने। काबिलियत के दम पर उन्हें दो सीनियर अफसरों पर तरजीह दी गई और यह पद दिया गया। 2019 में उन्हें देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया था। पद को बनाने का मकसद सेना के तीनों अंगों में सही तालमेल और कार्य-कुशलता को बढ़ाना था। अगर जनरल रावत जीवित होते तो 65 साल की उम्र तक इस पद पर रहने वाले थे। पूरा न हो पाया थिएटर कमान का सपना जनरल बिपिन रावत ने 1 जनवरी 2020 को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पद संभालते ही चार इंटीग्रेटेड थिएटर कमान के गठन का काम शुरू कर दिया था। वह अपने तीन साल के कार्यकाल में इस लक्ष्य को पूरा करना चाहते थे। उनकी पूरी कोशिश रही कि इस साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक थिएटर कमान के गठन की घोषणा कर दें। लेकिन कई तकनीकी कारणों से ऐसा नहीं हो सका। जनरल रावत ने पिछले महीने ही सेना के तीनों प्रमुखों के साथ इंटीग्रेटेड कमान पर आखिरी उच्चस्तरीय बैठक की थी। उन्होंने सरकार को चीन और पाकिस्तान से बढ़ते खतरों के मद्देनजर इंटीग्रेटेड कमान की सख्त जरूरत पर विस्तृत रिपोर्ट दी थी। सरकार की तरफ से भी उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा था। उनसे जुड़े अधिकारियों के मुताबिक जनरल रावत इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए 63 साल की उम्र में भी ओवरटाइम काम कर रहे थे। यह फैसला लिया जा चुका था कि युद्ध की स्थिति में जल, थल और वायुसेना से मिल कर बने थिएटर कमान सीधे सीडीएस के तहत काम करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, जनरल रावत चार इंटीग्रेटेड थिएटर कमान के तहत पूर्वी और पश्चिमी भाग में दो लैंड ओरिएंटेड कमान, एक मेरिटाइम कमान और एक एयर डिफेंस कमान के गठन पर काम कर रहे थे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-a-day-earlier-general-rawat-had-warned-about-china-s-biological-warfare-policy,अलविदा जनरल : एक दिन पहले ही सीडीएस रावत ने चीन की जैविक युद्ध नीति से किया था आगाह,"विस्तार ‘एक नए प्रकार की युद्ध नीति आकार लेने लगी है... जैविक युद्ध नीति। हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। खुद को मजबूत करें, ताकि हमारा देश इससे फैलाई जा सकने वाली बीमारियों और वायरस की चपेट में न आए।’ अपने निधन से एक रोज पहले मंगलवार को ही जनरल बिपिन रावत ने दक्षिण एशिया के पांच प्रमुख देशों के समूह बिम्सटेक की बैठक पैनेक्स 21 में यह बयान दिया था। कोरोना से जुड़े बयान में जनरल रावत ने किसी देश का नाम नहीं किया, लेकिन सभी समझ चुके थे कि वह चीन से आगाह रहने को कह रहे हैं। यह उनका आखिरी बयान जरूर था, लेकिन चीन को लेकर पहली बार दिया कड़ा बयान नहीं था। उन्होंने चीन की भारत विरोधी नीतियों को लेकर हमेशा सख्त रुख दिखाया। परेशान चीन को कहना पड़ गया था कि इनका गहरा असर हो सकता है। जनरल रावत के कुछ और बेबाकी भरे बयान और उन पर तिलमिलाए चीन की प्रतिक्रिया... भारत के लिए चीन सबसे बड़ा खतरा 13 नवंबर : जनरल रावत ने चीन को भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। सीमा पर लाखों जवानों की तैनाती और सैन्य नेतृत्व के बीच 13 दौर की बातचीत बेनतीजा रहने को उन्हाेंने चीन पर भरोसे की कमी को बताया। चीनी तिलमिलाहट : चीन के रक्षा प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने बयान को उकसाने वाला और खतरनाक बताया। इससे राजनीतिक टकराव बढ़ने की आशंका जताई। हम दबाव से पीछे नहीं होंगे...15 अप्रैल 2021 : रावत ने कहा कि चीन केवल अपनी मनमानी चाहता है, उसकी ‘माय वे ऑर नो वे’ की नीति के सामने मजबूत भारत खड़ा है। हमने साबित किया है कि चीन हमें पीछे नहीं धकेल सकता। चीनी बयान : चीन ने बयानों को खारिज कर तथ्यों से परे बताया। अब 1962 जैसे हालात नहीं जनवरी 2018 : चीन को अंतरराष्ट्रीय मंच और सैन्य मामलों में मजबूत माना जा रहा है तो भारत भी कमजोर नहीं है। आज 1962 जैसे हालात नहीं हैं, भारत की सैन्य ताकत कहीं ज्यादा मजबूत है। चीन बोला : विदेश मंत्रालय प्रवक्ता लू कांग ने बयान को तनाव बढ़ाने वाला बताया। हालांकि उन्हाेंने रिश्तों में बदलाव की बात मानी। दो मार्चे पर लड़ सकता है भारत चीन द्वारा डोकलाम विवाद पैदा करने और उसी दौरान पाकिस्तान द्वारा तनाव बढ़ाने पर रावत ने सितंबर 2017 में कहा कि भारत एक समय में पाकिस्तान और चीन से दो मोर्चों पर लड़ सकता है। देश को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। चीन परेशान : इस बार चीन ने कहा, ऐसे बयान रिश्ते बिगाड़ते हैं। पाकिस्तान को लेकर भी मुखर रहे जनरल रावत बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान के लिए कड़ा संदेश था कि भारत में आतंकी भेजे तो बख्शेंगे नहीं। आतंकवाद से निपटने के भारत के नए तरीके ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है। पाकिस्तान को हमारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने दीजिए फिर हमारे सेना की प्रतिक्रिया बहुत अलग होगी। हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति है और सेना भी तैयार है। पाकिस्तान को कंट्रोल करने की जरूरत नहीं है। वो धीरे-धीरे खुद ही डीकंट्रोल हो रहा है। और शायद हमें कोई कार्यवाही करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। वह खुद ही आत्मदाह के मुहाने पर खड़ा है। ट्विटर वार : ताइवान के सेना प्रमुख की भी ऐसे ही हादसे में हुई थी मौत, इशारों में चीन पर साधा निशाना जनरल रावत की मौत को लेकर भारत और चीन के विशेषज्ञों के बीच ट्विटर वार भी शुरू हो गया है। रक्षा विशेषज्ञ ब्रह्म चेलानी ने ट्वीट किया, 2020 की शुरुआत में ताइवान के सेना प्रमुख जनरल शेन यी मिंग तथा सात अन्य लोगों की भी इसी तरह हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हुई थी। दोनों दुर्घटनाओं ने ऐसी हस्तियों की जान ली जो चीन की सैन्य आक्रामता का विरोध कर रहे थे। इस पर चीन सरकार के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने जवाबी ट्वीट किया कि ऐसे तो दुर्घटना में अमेरिका की भूमिका हो सकती है क्योंकि वह भारत रूस के बीच एस-400 सौदे का विरोध कर रहा है। देश के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय ब्रह्म चेलानी ने एक ट्वीट में कहा, एक ऐसे समय पर जब चीन के साथ 20 महीने लंबे सीमा तनाव के कारण हिमालयी फ्रंट पर युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 सैन्य अधिकारियों की एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में दुखद मौत का इससे बुरा समय नहीं हो सकता था। आंखों देखी : कोहरे से भरी थीं नीलगिरि की पहाड़ियां, धमाका-आग और धुएं का गुबार इन वीरों को भी खोने का गम हेलिकॉप्टर हादसे में देश ने ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, नायक जितेंद्र कुमार, ले. कर्नल हरजिंदर सिंह, हवलदार सतपाल राज, लांस नायक विवेक कुमार, नायक गुरसेवक सिंह, लांस नायक बीएस तेजा और आगरा के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह को भी खो दिया। दुख की घड़ी में देश साथ सीडीएस रावत की असमय मृत्यु देश व सशस्त्र बलों के लिए अपूरणीय क्षति है। जनरल रावत ने असाधारण साहस एवं पूरी लगन से देश की सेवा की। पहले सीडीएस के तौर पर उन्होंने तीनों सेनाओं के बीच समन्वय बढ़ाने की अद्भुत योजना बनाई। -राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री बेहद दुख का दिन... उनका निधन देश के लिए बड़ा नुकसान है। उनके योगदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। - अमित शाह, गृहमंत्री बेहद दुखद हादसा, रावत, उनकी पत्नी व अन्य 11 के असमय निधन से स्तब्ध हूं। दुख की इस घड़ी में समूचा देश साथ खड़ा है। - राहुल गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष रक्षा क्षेत्र में जनरल रावत की असाधारण कर्तव्यनिष्ठा ने अलग पहचान दिलाई। देश उनका योगदान सदैव याद रखेगा। - शरद पवार, एनसीपी प्रमुख सीडीएस ने जिस निष्ठा के साथ राष्ट्र सेवा की है उसे देश कभी नहीं भूल सकता। उनका इस तरह जाना अपूरणीय क्षति। - ममता बनर्जी, सीएम, प. बंगाल चार दशक तक रक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले जनरल बिपिन रावत को सैल्यूट है। देश आपको सदैव याद रखेगा। - जेपी नड्डा, भाजपा अध्यक्ष एक सच्चे देश भक्त का यूं जाना साल की सबसे भयानक खबर। वतन के लिए आपके योगदान को देश कभी नहीं भूलेगा। - कंगना रणौत, अभिनेत्री देश ने बड़ा सुरक्षा रणनीतिकार खो दिया। रावत के नेतृत्व में सेना ने शौर्य की नई परिभाषा गढ़ी है। वह सच्चे देशभक्त व सक्षम नेता थे। - दत्तात्रेय होसबाले, सरकार्यवाह आरएसएस करमबीर हो सकते हैं नए सीडीएस सरकार नए सीडीएस की नियुक्ति पर मंथन कर रही है। माना जा रहा है कि पिछले महीने नौसेना प्रमुख पद से रिटायर हुए एडमिरल करमबीर सिंह को नया सीडीएस बनाया जा सकता है। एडमिरल सिंह तीनों सेवारत प्रमुखों और हाल में रिटायर हुए सेना प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ हैं। अगर सरकार तीनों अंगों के सेवारत प्रमुखों में से किसी को सीडीएस बनाने का फैसला करती है तो थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के नाम पर मुहर लग सकती है। जनरल नरवणे इन तीनों में सबसे वरिष्ठ हैं। इस स्थिति में सेना के नंबर दो डिप्टी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल संजीव कुमार शर्मा को सेना प्रमुख बनाया जा सकता है। जानिए कैसे क्या हुआ: नहीं रहे जनरल रावत, पत्नी मधुलिका समेत 13 की मौत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। वायुसेना का एमआई 17वी-5 हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के नीलगिरि जिले के कुन्नूर के पास पश्चिमी घाट की पहाड़ियों में मौसम खराब होने से दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अकेले जीवित बचे हैं। सुबह हेलिकॉप्टर क्रैश की खबर आने के बाद देशवासी अपने जांबाज नायक की सलामती की दुआएं कर रहे थे कि शाम को बुरी खबर आई कि जनरल रावत नहीं रहे। इसने पूरे देश में शोक की लहर भर दी। वायुसेना ने हादसे की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। कोयंबटूर के पास वायुसेना के सुलूर स्टेशन से उड़ा हेलिकॉप्टर जनरल वेलिंग्टन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धुंध के कारण हेलिकॉप्टर थोड़ा नीचे उड़ता हुआ पेड़ों से टकराया और घाटी में जा गिरा। उसमें आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शी पेरुमल ने बताया कि हेलिकॉप्टर से दो लोग जलते हुए बाहर भी गिरे। हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तुरंत वनमंत्री के रामचंद्रन को मौके पर भेजा। बाद में खुद भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने तीन लोगों को निकालकर गंभीर हालत में सैन्य अस्पताल पहुंचाया, जहां दो की मौत हो गई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को हादसे की जानकारी दी। नई दिल्ली से वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेकराम चौधरी भी कुन्नूर रवाना हो गए। जनरल रावत बतौर सीडीएस इसी महीने दो साल पूरा करने वाले थे। राष्ट्रपति ने जताया शोक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जनरल रावत देश के बहादुर बेटे थे। उन्होंने चार दशक की निस्वार्थ सेवा में असाधारण वीरता का परिचय दिया। आखिरी सैल्यूट : 16 मार्च 1958 - 8 दिसंबर 2021, उत्कृष्ट सैनिक...सच्चे देशभक्त पहले सीडीएस, उत्कृष्ट सैनिक और एक सच्चे देशभक्त को देश ने खो दिया। उन्होंने सेना के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका निभाई। सामरिक मुद्दों पर उनके विचार असाधारण होते थे। राष्ट्र के प्रति उनकी सेवाओं को देश कभी नहीं भूलेगा। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री राजनाथ आज संसद में देंगे वक्तव्य रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11.15 बजे लोकसभा और 12 बजे राज्यसभा में विमान हादसे पर वक्तव्य देंगे। कल दिल्ली में होगा अंतिम संस्कार सभी शव बृहस्पतिवार शाम तक दिल्ली लाए जाएंगे। सीडीएस जनरल रावत व उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली कैंट के ब्रार स्क्वायर में होगा। उनके पार्थिव शरीर शुक्रवार को राजधानी स्थित आवास पर रखे जाएंगे और 11 बजे से 2 बजे तक लोग श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। 14 लोग थे सवार सीडीएस जनरल रावत व पत्नी मधुलिका के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, बी साई तेजा व हवलदार सतपाल। डिफेंस स्टाफ सर्विसेज कॉलेज के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। विंग कमांडर पृथ्वीसिंह चौहान हेलिकॉप्टर उड़ा रहे थे। वह 109 हेलिकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग अफसर थे। तीन क्रू सदस्य भी थे। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर, इलाज जारी हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का गंभीर हालत में वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। बस दस किमी का सफर था बाकी सुबह 11:48 बजे : सुलूर एयरबेस से भरी उड़ान 12:22 बजे : हेलिकॉप्टर लापता होने की खबर जनरल रावत वायुसेना के एंब्रेअर विमान में सुबह 8ः47 पर पालम एयरबेस से वेलिंग्टन रवाना हुए थे। कोयंबटूर में सुलूर एयरबेस पर सुबह 11:34 बजे विमान उतरा। 14 मिनट बाद एमआई-17वी5 से 60 किमी दूर वेलिंग्टन जिमखाना हेलीपैड के लिए उड़ान भरी। हेलीपैड से 10 किमी पहले ही हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 1963 के बाद सबसे बड़ा हादसा : जम्मू कश्मीर के पुंछ में हेलिकॉप्टर हादसे में छह वायुसेना अफसर मारे गए थे। ये हो सकती हैं हादसे की वजहें...खराब मौसम, कम दृश्यता या तकनीकी खामी खराब मौसम : शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, खराब मौसम और कोहरे से दृश्यता कम थी। मजबूरन पायलट काफी नीचे उड़ान भर रहा था। माना जा रहा है कि इस वजह से वह हेलिकॉप्टर से नियंत्रण खो बैठा। भौगोलिक स्थिति : हादसा नीलगिरि पर्वतमाला में हुआ। यहां ऊंची पहाड़ियां और गहरी घाटियां हैं। इस पर घना जंगल उड़ान के लिए और मुश्किलें पैदा करता है। आमतौर पर ऐसे में हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भरते। हेलिपैड दूर से देखना मुश्किल : वेलिंग्टन हेलिपैड जंगल और पहाड़ों के बीच है। खराब मौसम, कम दृश्यता और अन्य मुश्किलों के बीच पायलट को लोकेशन का अंदाजा लगाना मुश्किल हो सकता है। तकनीकी खराबी : एक पूर्व पायलट के अनुसार, एमआई-17 के पायलट काफी अनुभवी होते हैं। इसलिए अचानक तकनीकी खराबी से इनकार नहीं किया जा सकता। पेड़ों से टकराया और जल उठा हेलिकॉप्टर, प्रत्यक्षदर्शियों ने बयां किया दिल दहलाने वाला मंजर खराब मौसम और पायलट को हेलिपैड न दिखने से हादसे की आशंका प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों से भी मजबूत होती है। प्रत्यक्षदर्शी कृष्णास्वामी और कुमार के अनुसार वे अपने घर के भीतर थे, जब उन्हें तेज धमाका सुनाई दिया। ऐसा लगा कोई भारी वस्तु आसपास गिरी है। उन्होंने बाहर देखा तो पाया कि हेलिकॉप्टर पेड़ों से टकरा कर गिर रहा था। उसमें आग लग चुकी थी और बहुत सारा धुआं निकल रहा था। नीचे गिरते ही उसके टुकड़े हो गए। कृष्णा के अनुसार उन्होंने धुएं के बीच दो लोगों को जलते हुए हेलिकॉप्टर से बाहर आते देखा। तब तक कई लोग वहां आने लगे थे। कुमारस्वामी ने तुरंत प्रशासन व बचावकर्मियों को सूचना दी। हादसास्थल से इन लोगों का घर करीब 100 मीटर दूरी पर ही है। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने में भी मदद की। वे घायलों को निकाल रहे सुरक्षाकर्मियों को हर तरह से मदद दे रहे थे, घायल को उठाकर अस्पताल ले जाने में भी सहयोग दे रहे थे। जलते शरीरों की गंध से लगा अंदाजा लोगों को पहले लगा कि जंगल में आग लगी है और पेड़ जल रहे हैं, लेकिन नजदीक जाने पर उन्हें जलता हेलिकॉप्टर व लाशों के जलने की गंध आई। पूरा जल चुका एक शरीर पेड़ों की शाखाओं से नीचे गिरा, तब उन्हें पता चला कि क्या हुआ है। इसके बाद, झाड़ियों में उन्हें एक और शरीर जलता दिखा, जो एक युवा सैनिक था। एक और सैन्यकर्मी पूरी तरह जलकर औंधे मुंह पड़ा था। उसकी मौत हो चुकी थी। तब तक भी लोगों को हेलिकॉप्टर में सवार लोगों की पहचान का अंदाजा नहीं था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/multi-utility-mi-17-helps-india-in-attack-to-disasters-india-contains-220-russian-made-mi-17-helicopters-know-key-things-about-it,"MI-17: हमले से लेकर आपदाओं में भी काम आया मल्टी यूटिलिटी एमआई-17, भारत के पास ऐसे 220 हेलीकॉप्टर","विस्तार रूस से खरीदे गया वैरिएंट एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर जमीन पर मौजूद दुश्मनों पर हवाई हमला करने की भी क्षमता रखता है। प्राकृतिक आपदाओं के समय भी वायुसेना इसका उपयोग करती है। भारत के पास 220 एमआई-17 हेलीकॉप्टर हैं जो सेना के लिए यूटिलिटी ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। देश के प्रधानमंत्री भी कई बार इसका उपयोग कर चुके है। एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर को खरीदने के लिए भारत ने रूस को दिसंबर 2008 में 103 करोड़ डॉलर के ऑर्डर दिए थे। पहली बार में 80 हेलीकॉप्टर खरीदे गए। इसके बाद 2014 तक कई ऑर्डर दिए गए। फरवरी 2012 में इसे पहली बार सेना में कमीशन किया गया और इसने एमआई-8 एस की जगह ली। भारत का एमआई-17 भी काफी भरोसेमंद माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार यूटिलिटी हेलीकॉप्टर कई प्रकार के काम आने वाले हैलीकॉप्टर होते हैं। इनके जरिए लोगों, उपकरणों, हथियारों और रसद सामग्री आदि को दुर्गम क्षेत्रों में तत्काल पहुंचाया जाता है तो वहीं घायलों को भी अस्पताल लाने में यह अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। हमलों में उपयोगी यह हेलीकॉप्टर हमलों में भी उपयोग किया जाता रहा है। इसके जरिए एस-8 रॉकेट, गन, ऑटो कैनन, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और प्रीसिशन गाइडेड हथियारों का इस्तेमाल हो सकता है। सबसे पहले 1975 में इसका परीक्षण हुआ था। विश्व में ऐसे करीब 15,000 हेलीकॉप्टर 60 से अधिक देशों में इस्तेमाल हो रहे हैं। जानिए खासियत 250 किलोमीटर प्रतिघंटे की अधिकतम गति। 800 किमी उड़ान क्षमता एक बार में। 6000 मीटर ऊंचाई तक जा सकता है। 24 सैनिकों या लोगों को ले जाने की क्षमता। 8 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से ऊपर उठ सकता है। दो पायलट और एक इंजीनियर क्रू सदस्य होते हैं। 12 स्ट्रेचर, 4 हजार किलो का सामान भरने और 5 हजार किलो वजन उठाने की क्षमता। करीब 60 लंबा और 18 फीट चौड़ा, 11,100 किलो वजनी है हैलीकॉप्टर। हादसे जो टले 18 नवंबर 2021 : अरुणाचल में लैंडिंग के दौरान क्रैश। 3 अप्रैल 2018 : केदारनाथ में हैलिपैड से 60 मीटर पहले क्रैश। छह लोग सवार थे, इनमें से एक को हल्की चोट आईं। 23 सितंबर 2019 : केदारनाथ से उड़ान भरते समय क्रैश हो गया था। सवार सभी छह लोग सुरक्षित बच गए। एमआई-17 से हुए हादसे 19 नवंबर 2010 : 12 की मौत अरुणाचल प्रदेश के तवांग में ही वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ। इसमें 12 लोगों की मौत हुई। यह उड़ान तवांग से बोमडिला के लिए रवाना होने के पांच मिनट के भीतर क्रैश हुई थी। 30 अगस्त 2012 : 9 की मौत दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर जामनगर में टकरा गए। इस हादसे में 9 लोग मारे गए। यह सभी वायुसेना के अधिकारी व सैनिक थे। 25 जून 2013 : 20 की मौत उत्तराखंड बाढ़ के समय राहत कार्य अंजाम देते हुए हैलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में 20 लोगों की मौत हुई। 6 मई 2017 : 5 की मौत अरुणाचल के तवांग के पास हेलीकॉप्टर जवानों को ले जाते समय क्रैश हुआ। इसमें 5 जवानों की मौत हुई और दो घायल हुए। 27 फरवरी 2019 : 7 की मौत जम्मू-कश्मीर के बडगाम में हादसा। जांच में सामने आया कि लापरवाही की वजह से चलाई गई मिसाइल से हादसा हुआ। छह अधिकारियों सहित एक नागरिक की मौत हुई।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-accelerated-military-procurement-so-that-the-enemy-can-respond-immediately-america-russia-said-true-friend,"सीडीएस रावत : सैन्य खरीद तेज करवाई ताकि दुश्मन को तुरंत जवाब दे सकें, अमेरिका-रूस ने कहा- सच्चा दोस्त","विस्तार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्यों और सभी प्रमुख लोकतांत्रिक देशों के पास सीडीएस या उनके समकक्ष पद थे, हमारे पास नहीं। अंतत: 1 जनवरी 2020 को जनरल बिपिन रावत सीडीएस बने। वे रक्षा मंत्रालय के लिए प्रमुख सैन्य सलाहकार भी माने जाने लगे थे। इसका फायदा सेना के तीनों अंगों के आधुनिकीकरण और सैन्य खरीद को तेज करने में मिला। उनके नेतृत्व में सेना के तीनों अंगों और रक्षा मंत्रालय ने कई अहम योजनाएं शुरू हुईं और आगे बढ़ाई गईं। इनमें प्रमुख हैं - सेना के तीनों अंगों के लिए 4 संयुक्त थियेटर कमान। इससे हथियारों की खरीद, युद्ध व आपात स्थितियों में थल, वायु व नौ सेना में समन्वय बेहतर होगा। हालांकि, यह सपना अधूरा रह गया। समन्वय से फायदा मिला। आतंकी शिविरों पर बालाकोट हवाई हमले के दौरान 2019 में थलसेना ने आपात खरीद की, नौसेना ने निगरानी के लिए अमेरिकी कंपनी से प्रीडेटर ड्रोन लीज पर लिए और वायुसेना की मिसाइलों की खरीद प्रक्रिया में तेजी आई। इस्राइल से चार एडवांस हेरॉन ड्रोन खरीद कर लद्दाख सेक्टर में चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए तैनात किए गए। सेना के आधुनिकीकरण के लिए विदेशी और भारतीय कंपनियों में समझौते की अनुमति दी गई। इससे भारत में हथियारों का निर्माण तेज होगा। अमेरिका-रूस ने कहा, सच्चा दोस्त पाकिस्तान ने भी जताया शोक अमेरिका, रूस, चीन, पाकिस्तान समेत दुनिया के कई देशों के राजनयिकों ने सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी है। अमेरिकी दूतावास : रावत अच्छे दोस्त व साझेदार थे। भारत के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। सितंबर में पांच दिवसीय अमेरिकी यात्रा के दौरान जनरल मार्क मिले के साथ सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। उनकी विरासत जारी रहेगी। ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस : रावत बहादुर सैनिक व बुद्धिमान व्यक्ति थे। हाल में, उन्होंने मेरी मेहमाननवाजी की थी। रूसी राजनयिक लिकोले कुदाशेव : भारत ने सच्चा देशभक्त खो दिया। वह सेना के हीरो थे। द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने और कूटनीतिक साझेदारी को बढ़ाने में उनकी अहम भूमिका थी। ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बेरी ओ फेरल : रावत के कार्यकाल में हमारे रिश्ते नए मुकाम तक पहुंचे। वह सच्चे मित्र थे। फ्रांस के राजनयिक एमानुअल लिनेन : सच्चे दोस्त, अद्भुत नेतृत्वकर्ता व फ्रांस समर्थक के तौर हमेशा याद रहेंगे। पाकिस्तानी सेना : ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन जनरल नदीम रजा व चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमर जावेद बाजवा ने भी रावत के निधन पर शोक जताया है। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस : वे 2008-2009 में वह कांगो में यूएन शांति मिशन के ब्रिगेडियर कमांडर थे। श्रद्धांजलि।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-had-paid-his-last-visit-to-nagpur-maharashtra-in-november,"यादें: जनरल रावत ने महाराष्ट्र का किया था अंतिम दौरा, ली थी हथियारबंद ड्रोन के प्रोटोटाइप की जानकारी और दिए थे तकनीकी सुझाव","विस्तार भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की अचानक हुई मृत्यु से देश सदमे में है। बुधवार को जनरल रावत की तमिलनाडु के कन्नूर में 12 अन्य लोगों के साथ एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जनरल रावत अपनी अंतिम यात्रा पर नंवबर में महाराष्ट्र के नागपुर गए थे। जनरल रावत ने यात्रा के दौरान नागपुर की कंपनी द्वारा बनाए जा रहे हथियारबंद ड्रोन के प्रोटोटाइप और गोला-बारूद को लेकर जानकारी ली थी। साथ ही उन्होंने गैर-संपर्क युद्ध और सशस्त्र बलों में इसके पुनर्गठन के बारे में भी बताया। उनका हेलीकॉप्टर अमरावती रोड स्थित ड्रोन निर्माता के परिसर में उतरा था। ड्रोन का निर्माण सोलर ग्रुप ऑफ कंपनीज द्वारा किया गया था, जिसमें सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड शामिल हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने पूछा था कि कि क्या ड्रोन विंग्स मोटर, जो कि पंखों के सामने वाले हिस्से में होती है, पंखों के ऊपरी हिस्से पर फिट की जा सकती है। साथ ही दौरे के दौरान सीडीएस रावत ने नागपुर में आईएएफ मेंटेनेंस कमांड मुख्यालय का भी दौरा किया था। इसी के साथ ही उन्हें भारतीय वायु सेना के पास विभिन्न प्रकार की संपत्तियों के रखरखाव और संबंधित रसद सहायता के रखरखाव में रखरखाव कमान की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। बता दें कि जनरल रावत को दिसंबर 2016 में 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें 31 दिसंबर, 2019 को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/recovery-certificates-issued-to-collectors-of-districts-of-442-former-mps-for-government-accommodation,रिपोर्ट: सरकारी आवास उपयोग करके बकाया राशि न चुकाने पर 442 पूर्व सांसदों को जारी किए रिकवरी प्रमाण पत्र,"विस्तार संसद में शीताकालीन सत्र चल रहा है। लोक लेखा समिति द्वारा बुधवार को लोकसभा में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार 442 पूर्व सांसदों के सरकारी आवास का उपयोग करके बकाया नहीं चुकाने पर जिलाधिकारियों को रिकवरी प्रमाणपत्र जारी किए गए है। रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने समिति को बताया कि बकाया की वसूली के लिए पूर्व सांसदों के खिलाफ क्षति के भी मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं अधीर रंजन चौधरी की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि मंत्रालय ने कहा कि अन्य आवंटियों से बकाया वसूलने के प्रयास किए जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने लोक लेखा समिति को बताया कि 31 मार्च, 2013 को ऑडिट द्वारा दिखाए गए कुल बकाया राशि 10.19 करोड़ रुपये के खिलाफ 3.337 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। इसमें कहा गया है कि बकाया 6.853 करोड़ रुपये की वसूली के लिए कार्रवाई की गई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-pune-district-achieves-100-percent-first-dose-vaccination-target,उपलब्धि: पुणे जिले में लगी सौ फीसदी लोगों को कोरोना की पहली खुराक,"विस्तार महाराष्ट्र के एक और जिले ने कोरोना की सौ फीसदी पहली खुराक लेने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। मुंबई के बाद पुणे ने इस उपलब्धि को हासिल किया है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि प्रतिशत का अनुमान 2019 की मतदाता सूची पर आधार पर किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पुणे जिले की कुल जनसंख्या 1,13,53,633 है और पहली खुराक के लिए लक्षित जनसंख्या (18 से ऊपर) 83,42,700 थी। हालांकि, जिन लोगों को खुराक दी गई, उनकी वास्तविक संख्या 83,44,544 थी। वहीं अगर दूसरी खुराक की बात करें तो जिले ने 65.7 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है, क्योंकि कुल 54,82,018 लोगों को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। देश में कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन की दस्तक के बीच जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है, उसको लेकर लोगों को और सतर्कता बरतने की जरूरत है। सरकारें टीकाकरण पर खासा जोर दे रही हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/covid-19-maharashtra-s-first-omicron-case-patient-discharged-from-hospital-after-testing-negative,"कोरोना : महाराष्ट्र से राहत की खबर, ओमिक्रॉन से संक्रमित प्रदेश के पहले मरीज को अस्पताल से मिली छुट्टी","विस्तार महाराष्ट्र के ठाणे जिले में रहने वाले कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित प्रदेश के पहले मरीज को बुधवार को नकारात्मक जांच रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पेशे से मरीन इंजीनियर और कल्याण डोंबिवली नगरपालिका क्षेत्र के रहने वाला यह 33 वर्षीय मरीज नवंबर के अंतिम सप्ताह में दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा था। वह 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से उड़ान में सवार हुआ था। नई दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उसका आरटी-पीसीआर परीक्षण किया गया था। जब वह मुंबई पहुंचा, तब दिल्ली हवाईअड्डे के अधिकारियों की ओर से सूचित किया गया था कि उसकी कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य अधिकारियों ने तब जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए उसके स्वाब के नमूने भेजे थे और परीक्षण रिपोर्ट में उसके ओमिक्रॉन संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। उक्त शख्स ने इस साल अप्रैल में एक निजी कंपनी के जहाज पर अपनी ड्यूटी ज्वाइन की थी, तभी से वह समुद्री सफर पर था। अधिकारियों ने कहा कि उसने ड्यूटी के दौरान कोविड-19 का टीका नहीं लगवाया था। हालांकि उसने टीका लगवाने के प्रयास किए थे, जो सफल नहीं हुए। कल्याण डोंबिवली नगर निगम (केडीएमसी) के आयुक्त डॉ. विजय सूर्यवंशी ने संवाददाताओं को बताया कि मरीज को कल्याण शहर के एक कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां से बुधवार शाम छह बजे उसे छुट्टी दे दी गई। उन्होंने बताया कि मरीज को इसलिए छुट्टी दे दी गई क्योंकि उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। मानक प्रोटोकॉल के अनुसार, उसके दो आरटी-पीसीआर परीक्षण किए गए और दोनों नकारात्मक निकले। वह अभी पूरी तरह से ठीक है और कोई लक्षण नहीं हैं। उन्होंने कहा, इसके बावजूद भी उक्त शख्स को अभी सात दिन के होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। डॉ. सूर्यवंशी ने कहा कि संयोग से आज उक्त मरीज का जन्मदिन था। राज्य में ओमिक्रॉन स्वरूप के अब तक 10 मामले दर्ज हुए हैं। केंद्र सरकार के अनुसार, ओमिक्रॉन को लेकर जोखिम वाले देशों में यूके, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इस्राइल सहित यूरोपीय देश शामिल हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/man-killed-former-girlfriend-in-shopping-mall-maharashtra-police-booked-him,"महाराष्ट्र: शख्स ने मॉल में की थी पूर्व प्रेमिका की हत्या, दूसरी जगह शादी करने से था नाराज, पुलिस ने किया गिरफ्तार","विस्तार महाराष्ट्र में एक व्यक्ति द्वारा अपनी प्रेमिका की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक शख्स प्रेमिका के दूसरी जगह शादी करने से नाराज था इसलिए उसने लड़की को मारने का फैसला किया। शख्स नाम की उम्र 22 साल है और फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है। किसी और से शादी करने से था नाराज पुलिस के अनुसार आरोपी की पहचान मोमिनपुरा क्षेत्र निवासी मुजाहिद अंसारी (22) के रूप में हुई है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अंसारी मृत फरजाना एजाज कुरैशी (20) के साथ रिश्ते में था। जब उसको पता चला कि फरजाना किसी और से शादी करने जा रही है तो अंसारी ने लड़की को मार डाला। शॉपिंग मॉल में फिल्म देखने के बहाने बुलाया एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि दो दिसंबर को आरोपी अंसारी ने फरजाना को गणेशपेठ इलाके के एम्प्रेस शॉपिंग मॉल में फिल्म देखने और मिलने के बहाने बुलाया और मॉल की चौथी मंजिल पर एक खाली कमरे में उसका गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया। धारा 302 के तहत मामला दर्ज अधिकारी ने कहा कि उसके माता-पिता द्वारा गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने अंसारी से पूछताछ की, जिसने बुधवार को हत्या की बात कबूल कर ली। अब उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिट्टीखदान पुलिस आगे की जांच कर रही है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pune-cyber-police-has-arrested-a-joint-director-rank-officer-in-leaked-a-question-paper-for-recruitment-in-the-maharashtra-health-department,महाराष्ट्र : स्वास्थ्य विभाग भर्ती पेपर लीक मामले में पुणे साइबर पुलिस ने संयुक्त निदेशक को किया गिरफ्तार,"विस्तार महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग में भर्ती के लिए एक प्रश्नपत्र लीक मामले में पुणे साइबर पुलिस ने एक संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संयुक्त निदेशक का नाम महेश बोटल है। उन्होंने बताया कि महेश बोटल स्वास्थ्य विभाग की उस समिति का हिस्सा थे, जिसका पिछले महीने हुई परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र निर्धारित किया था। बोटल ने लातूर में तैनात स्वास्थ्य विभाग के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रशांत बडगिरे को प्रश्न पत्र दिया था। अधिकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के पेपर लीक मामले में कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही साइबर सेल के पुलिस निरीक्षक डी एस हेक ने कहा कि हमने संयुक्त निदेशक महेश बोटल को मुंबई से गिरफ्तार किया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nda-batchmate-remembers-gen-bipin-rawat-and-says-he-was-right-choice-for-the-country-first-chief-of-defence-staff-cds,"हेलिकॉप्टर हादसा: एनडीए बैचमेट ने किया जनरल बिपिन रावत को याद, कहा- देश के पहले सीडीएस के लिए थे सबसे सही विकल्प","विस्तार जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे में खोने के बाद उनके राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के बैचमेट और उनके करीबी दोस्त ने उनको याद किया। उन्होंने कहा कि देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में विपिन रावत का विकल्प सही था। ब्रिगेडियर मंदीप सिंह संधू (सेवानिवृत्त) ने सीडीएस बिपिन रावत को याद करते हुए कहा कि वह हमेशा इस बारे में बात करते थे कि कैसे सेना को खुद को एक आधुनिक लड़ाकू बल के रूप में पुनर्गठित करने की जरूरत है। साथ ही कहा कि वह काफी मृदुभाषी व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि जनरल रावत हमेशा बैचमेट्स के साथ संवाद करने के लिए समय निकालते थे। ब्रिगेडियर संधू ने कहा कि हम बहुत करीबी दोस्त थे। हम एक ही एनडीए वर्ग में थे और साथ में कश्मीर में ब्रिगेड की कमान भी संभाली थी। गंतव्य पहुंचने से कुछ ही मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया हेलिकॉप्टर सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य रक्षा कर्मियों एक कार्यक्रम में जा रहे थे। बुधवार को रास्ते में तमिलनाडु में कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के Mi-17V5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो गया इसमें सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ अन्य लोग भी शहीद हो गए। सूत्रों ने कहा कि तमिलनाडु के वेलिंगटन में अपने गंतव्य तक पहुंचने से कुछ ही मिनट पहले हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना में सीडीएस रावत के परिवार के साथ डीए ब्रिगेडियर एलएस लिडर और एसओ लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, एल/एनके विवेक कुमार, एल/एनके बी साई तेजा, हवलदार सतपाल व अन्य रक्षा कर्मियों ने अपनी जान गवां दी। जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर के आज शाम तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/omicron-corona-variant-cases-in-india-live-news-updates-coronavirus-cases-in-india-today-covid19-cases-in-india-8-december,"Omicron Live: कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट पर Pfizer की वैक्सीन का असर बेहद कम, ब्रिटेन में 131 नए मामले","खास बातें Omicron in India Cases Live Updates: कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' के कारण जहां दुनिया के कई देशों में लोगों में दहशत है वहीं भारत में भी सख्ती बरती जा रही है। लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने की अपील की जा रही है। कई राज्यों ने तो संपूर्ण टीकाकरण को अनिवार्य भी कर दिया है। इस बीच एक राहत खबर यह आई है कि दिल्ली में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज में सुधार देखने को मिल रहा है। डॉक्टर को उम्मीद है कि मरीज को जल्द ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। लाइव अपडेट 10:41 PM, 08-Dec-2021 ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के 131 नए मामले ब्रिटेन ने बुधवार को कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 131 नए मामले दर्ज किए। यहां अब ओमिक्रॉन के कुल मामले बढ़कर 568 हो गए हैं। 10:13 PM, 08-Dec-2021 ओडिशा में लौटे चार लोग पॉजिटिव ओमिक्रॉन के मामले सामने आने वाले देशों से ओडिशा लौटे चार लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है और उनके नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेज दिया गया है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्रा ने कहा कि अब तक आठ जोखिम वाले देशों से 982 लोग राज्य में आ चुके हैं। 12:50 PM, 08-Dec-2021 ओमिक्रॉन पर फाइजर वैक्सीन का असर आंशिक तौर पर ही ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए वैज्ञानिकों ने विभिन्न वैक्सीन पर प्रयोग करने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में दक्षिण अफ्रीका की हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट ने स्टडी के बाद फाइजर वैक्सीन के बारे में बड़ी जानकारी दी है। इस स्टडी में दावा किया गया है कि फाइजर वैक्सीन की दो डोज का ओमिक्रॉन पर असर आंशिक तौर पर ही है। 11:19 AM, 08-Dec-2021 ICMR के नए रैपिड टेस्ट होंगे सस्ते ICMR के नए रैपिड टेस्ट और सस्ते होंगे। इसके दाम में 40 फीसदी कटौती की संभावना है। नतीजे भी केवल 30 मिनट में आ जाएंगे। 09:37 AM, 08-Dec-2021 भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना के 8439 मामले, 195 लोगों की मौत स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बुधवार के आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटे में 8,439 मामले सामने आए हैं और 195 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान 9,525 लोग स्वस्थ भी हो गए। 08:31 AM, 08-Dec-2021 राजस्थान के आवासीय विद्यालय में नौ छात्र कोरोना पॉजिटिव राजस्थान के जाजपुर जिले के आवासीय विद्यालय में नौ छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 08:12 AM, 08-Dec-2021 भारत ने बांग्लादेश को जोखिम वाले देशों की सूची से किया बाहर ओमिक्रॉन से खतरे के कारण भारत ने बांग्लादेश समेत कई देशों को जोखिम वाले देशों की सूची में डाल दिया था। लेकिन अब इस सूची से बांग्लादेश को बाहर कर दिया गया है। 07:55 AM, 08-Dec-2021 Omicron Live: कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट पर Pfizer की वैक्सीन का असर बेहद कम, ब्रिटेन में 131 नए मामले कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' के कारण जहां दुनिया के कई देशों में लोगों में दहशत है वहीं भारत में भी सख्ती बरती जा रही है। लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने की अपील की जा रही है। कई राज्यों ने तो संपूर्ण टीकाकरण को अनिवार्य भी कर दिया है। इस बीच एक राहत खबर यह आई है कि दिल्ली में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज में सुधार देखने को मिल रहा है। डॉक्टर को उम्मीद है कि मरीज को जल्द ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/11-people-including-cds-bipin-rawat-killed-in-helicopter-crash-air-force-confirmed,"Bipin Rawat passed away: सीडीएस जनरल रावत नहीं रहे, उनकी पत्नी समेत 13 का निधन, शुक्रवार को होंगे पंचतत्व में विलीन","विस्तार भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन की पुष्टि कर दी है। हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका रावत की भी मृत्यु हो गई। तमिलनाडु के कुन्नूर में उनका हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। इस हेलीकॉप्टर में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका सहित कुल 14 लोग सवार थे। सभी के पार्थिव शरीर कल शाम तक दिल्ली पहुंचाए जाएंगे। वायुसेना ने की पुष्टि वायुसेना ने ट्वीट कर कहा कि हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई है। With deep regret, it has now been ascertained that Gen Bipin Rawat, Mrs Madhulika Rawat and 11 other persons on board have died in the unfortunate accident. — Indian Air Force (@IAF_MCC) December 8, 2021 शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (10 दिसंबर) को दिल्ली छावनी में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर के कल शाम तक एक सैन्य विमान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की उम्मीद है। शवों को शुक्रवार को उनके घर लाया जाएगा और लोगों को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम सम्मान देने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद एक अंतिम संस्कार जुलूस निकाला जाएगा, जो कामराज मार्ग से दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान तक जाएगा। (बाएं से दाएं - सीडीएस बिपिन रावत और मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लांसनायक बीएस तेजा, नायक गुरुसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, ले. कर्नल हरजिंदर सिंह, लांसनायक विवेक कुमार, हवलदार सतपाल राज) इसके अलावा हादसे में वायुसेना के चार अफसरों का निधन हुआ है। इनके नाम हैं- विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए। राजनाथ ने जताया दुख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सीडीएस रावत के निधन पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट किया, तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस रावत और उनकी पत्नी व 11 अन्य अधिकारियों के निधन से बेहद दुखी हूं। उनका असमय निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। My heart goes out to the families of those who lost their loved ones in this accident. Praying for the speedy recovery of Gp Capt Varun Singh, who is currently under treatment at the Military Hospital, Wellington. — Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 8, 2021 ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का चल रहा इलाज इस हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं। उन्हें वेलिंगटन सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान Mi-17V5 के पायलट थे जो CDS जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोगों के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वह 109 हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर थे। सुलुर वायुसेना स्टेशन से भरी थी उड़ान जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक भारतीय सेना का Mi-17V5 सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है। डिफेंस सर्विसेज कॉलेज जा रहे थे जनरल रावत सीडीएस जनरल रावत वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विसेज कॉलेज जा रहे थे। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंग्टन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/serum-institute-executive-director-suresh-jadhav-dies-latest-news-update,"निधन: सीरम इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक सुरेश जाधव नहीं रहे, कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे","विस्तार वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेश जाधव का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने पुणे के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन और एसआईआई के अध्यक्ष अदार पूनावाला ने उनके निधन पर दुख जताया। सूत्रों के मुताबिक, जाधव 72 साल के थे और लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। मंगलवार रात उनका निधन हो गया। वह 1979 से टीका निर्माता एसआईआई से जुड़े थे और निर्माण और गुणवत्ता नियंत्रण का काम देखते थे। कंपनी ही कोरोना वायरस रोधी टीके 'कोविशील्ड' का निर्माण कर रही है। पूनावाला ने ट्वीट किया कि डॉ. जाधव के निधन से एसआईआई और भारतीय टीका उद्योग ने एक मार्गदर्शक शख्स को खो दिया है। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय के दौरान मैं उनके परिवार के लिए प्रार्थना करता हूं। मैं आपकी संवेदना के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूं। स्वामीनाथन ने ट्वीट किया कि उन्होंने टीके के विकास में असाधारण योगदान दिया। उनकी आत्मा को शांति मिले।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sc-grants-protection-from-arrest-to-a-jaipur-man-accused-of-raping-woman-on-pretext-of-marriage,"सुप्रीम कोर्ट: शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के आरोपी को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत, जयपुर का मामला","विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने शादी का झांसा देकर एक महिला से दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दे दी। कोर्ट ने आरोपी की अपील पर राजस्थान सरकार व अन्य को नोटिस जारी किया है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने इस मामले में जारी नोटिस का तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। छह दिसंबर को जारी आदेश में कोर्ट ने याचिकाकर्ता आरोपी को कहा है कि वह जांच का सामना और सहयोग करे। शीर्ष कोर्ट ने पुलिस को भी यह छूट दी है कि वह इस अंतरिम आदेश को खारिज कराने के लिए अर्जी दायर कर सकती है। याचिकाकर्ता की ओर से पेश होकर वकील नमित सक्सेना ने कहा कि उनके मुवक्किल के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप आधारहीन हैं। उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल के खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं, क्योंकि उसने महिला से शादी करने से इनकार कर दिया। शीर्ष कोर्ट में आरोपी मुकेश कुमार सिंह ने अपील दायर की है। वह जयपुर में टेक्नीशियन ग्रेड 1 के पद पर कार्यरत है। उसने राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा उसकी अग्रिम जमानत अर्जी खारिज करने को चुनौती दी है। अपील के अनुसार सिंह की करीब 10 साल पहले इस महिला से मुलाकात हुई थी। तब वे काम के सिलसिले में एक दूसरे के संपर्क में आए थे। इसी दौरान सिंह व शिकायतकर्ता महिला मैसेजों व कॉल के जरिए एक दूसरे के संपर्क में रहे। इसके बाद वे नियमित रूप से मिलते रहे। 6 अगस्त 2021 को सिंह की शादी उनके परिजनों ने तय कर दी। जब शिकायतकर्ता महिला को यह पता चला तो उसने कथित तौर पर सिंह को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उसने सिंह से उससे शादी करने का दबाव डाला और धमकी दी कि ऐसा नहीं किया तो वह उसके खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करा देगी। बाद में महिला ने सिंह के खिलाफ जयपुर में एफआईआर दर्ज करा दी। याचिकाकर्ता का कहना है कि यह एफआईआर सतही आधार पर दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट में दायर अपील में कहा गया है कि एफआईआर में रोमांटिक संबंध के उक्त तथ्य को स्वीकार किया गया है, लेकिन केस याचिकाकर्ता को परेशान करने के इरादे से ही दायर किया गया है, क्योंकि उसने शिकायतकर्ता से शादी नहीं करने का फैसला किया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/a-survey-by-lll-foundation-says-perception-of-indians-on-mental-health-increased-significantly-after-2018-all-you-need-to-know-in-hindi,"सर्वे में दावा: मानसिक स्वास्थ्य के प्रति मजबूत हुई है भारतीयों की अवधारणा, 2018 के मुकाबले उल्लेखनीय प्रगति","विस्तार भारतीयों में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर धारणा में बीते कुछ वर्षों में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। यह दावा एक नए सर्वे में किया गया है। इसके अनुसार इसमें हिस्सा लेने वाले 92 फीसदी लोगों ने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर इलाज पर सहमति जताई है। साल 2018 में यह आंकड़ा केवल 54 फीसदी था। यह सर्वे लिवलवलाफ (एलएलएल) फाउंडेशन की ओर से किया गया है। यह एक चैरिटेबल ट्रस्ट है जिसकी स्थापना प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने की थी। इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, दृष्टिकोण और प्रथाओं के संबंध में साल 2018 में किए गए सर्वे के मुकाबले स्थिति में आए बदलाव को समझना था। इसके लिए एलएलएल नौ शहरों में 3497 प्रतिभागियों का सर्वे करने का काम सत्व कन्सल्टिंग को दिया था। पांच अगस्त से नौ सितंबर के बीच किया गया यह सर्वे जिन नौ शहरों में हुआ उनमें बेंगलुरु, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कानपुर, कोलकाता, मुंबई, पटना और पुणे में करवाया गया था। मानसिक बीमारियों को लेकर अब जागरूक हुए हैं लोग इस अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, 92 फीसदी लोगों ने कहा है कि वह मानसिक बीमारी का इलाज करवाने और इसके लिए किसी व्यक्ति का सहयोग लेना पसंद करेंगे। साल 2018 में किए गए सर्वे में ऐसी अवधारणा रखने वाले लोगों की संख्या केवल 54 फीसदी थी। एलएलएल की सीईओ अनीशा पादुकोण ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता अधिक स्वीकार्यता और बातचीत के लिए बहुत आवश्यक है। हम इस परिवर्तन को देखकर बहुत उत्साहित हैं। 96 फीसदी लोगों को एक मानसिक बीमारी की जानकारी सर्वे के अनुसार 96 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें कम से कम एक मानसिक बीमारी के बारे में जानकारी है। ऐसे लोगों में से 77 फीसदी को अवसाद के बारे में पता था और 65 फीसदी ने तनाव को मानसिक बीमारी का एक प्रमुख कारण माना। हालांकि, ऐसे लोगों की संख्या काफी कम रही जिन्हें पर्सनालिटी डिसऑर्डर, ऑब्सेससिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी), स्किजोफ्रेनिया, ईटिंग डिसऑर्डर और चाइल्ड डिसऑर्डर जैसा मानसिक बीमारियों के बारे में पता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/will-hear-applications-concerning-public-projects-in-ttz-in-january-says-supreme-court,ताज पर आंच: सुप्रीम कोर्ट टीटीजेड में रोकी गई सरकारी परियोजनाओं पर जनवरी में करेगी सुनवाई,"विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह ताज ट्रेपेजियम जोन (TTZ) में आने वाली और रोकी गई सरकारी परियोजनाओं के आवेदनों पर जनवरी में सुनवाई करेगी। 'टीटीजेड' उत्तरप्रदेश में आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, हाथरस और एटा तथा राजस्थान के भरतपुर जिले के करीब 10,400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। इसमें केवल पर्यावरण अनुकूल, गैर प्रदूषणकारी छोटे, लघु और सूक्ष्म स्तरीय उद्योगों की ही अनुमति दी जा सकती है। शीर्ष कोर्ट इन परियोजनाओं के चलते क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक ताजमहल समेत अन्य विरासतों के संरक्षण व पर्यावरण संबंधी पहलुओं को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई कर रही है। जस्टिस एल. नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ, जो इस मामले से जुड़े कुछ आवेदनों पर विचार कर रही है, को सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने सरकारी कंपनी रेल विकास निगम लि. के आवेदनों के बारे में सूचित किया। इस पर पीठ ने कहा कि इन्हें जनवरी में कोर्ट में सूचीबद्ध किया जाएगा। रोके गए सभी सरकारी प्रोजेक्टों के आईए नंबर हमें दें, उन्हें सूचीबद्ध किया जाएगा। पीठ में जस्टिस बीआर गवई व जस्टिस बीवी नागरत्ना भी शामिल हैं। रात में ताज के दीदार के लिए आनलाइन टिकट मिलें पीठ ने कहा कि जो भी सरकारी प्रोजेक्ट रोका गया है, उस पर हम उन पर अगली तारीख पर सुनवाई करेंगे। एक वकील ने कोर्ट से कहा कि उनके द्वारा दायर अर्जी सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं हुई है। यह अर्जी रात में ताज महल देखने के लिए आनलाइन टिकट से संबंधित है। उन्होंने कहा कि दिन में ताज देखने के लिए आनलाइन टिकट मिलते हैं, लेकिन रात में दीदार के लिए टिकट लेने के लिए कतार में खड़ा होना पड़ता है। इस पर पीठ ने कहा कि हम अभी कुछ सरकारी परियोजनाओं के मामले सुन रहे हैं, आनलाइन टिकट समेत अन्य मामले इंतजार कर सकते हैं। इसमें जल्दी क्या है? इस पर तत्काल सुनवाई क्यों होना चाहिए?",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-elections-2022-congress-will-deliver-womens-manifesto-from-door-to-door-many-teams-will-work-to-bring-women-forward-to-election-both-latest-news-update,"UP Elections 2022: घर-घर महिला घोषणापत्र पहुंचाएगी कांग्रेस, महिलाओं को आगे लाने के लिए कई टीमें करेंगी काम","विस्तार उत्तर प्रदेश में इस बार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जिस तरह महिलाओं के बीच अपनी पकड़ बनाने की कोशिश में लगी हैं और पहली बार अलग से जारी किए गए महिला घोषणापत्र में जो वादे किए हैं, उससे पार्टी को बहुत उम्मीदें हैं। प्रियंका गांधी ने ये एलान करके आने वाले दिनों का संकेत भी दे दिया है कि अभी तक कांग्रेस ने करीब सौ उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं जिनमें 60 महिलाएं हैं। जाहिर है अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए इस बार कांग्रेस की नजर प्रदेश की 45 फीसदी महिला वोटरों पर है। आंकड़े देखें तो प्रदेश के 14.40 करोड़ मतदाताओं में महिला वोटरों की संख्या 6.61 करोड़ है। कांग्रेस को लगता है कि अगर इनमें से 50 फीसदी को भी वो अगर अपने पक्ष में वोट देने के लिए तैयार कर पाई तो ये उसकी बहुत बड़ी कामयाबी होगी। कांग्रेस की कोशिश है कि वो भाजपा सरकार की उन तमाम योजनाओं और घोषणाओं की असलियत भी महिलाओं को बताए जिसे मूल रूप से कांग्रेस अपना मानती है। चाहे वो उज्जवला योजना हो, पक्के घर और मुफ्त राशन की बात हो या आर्थिक मदद वाली वो योजनाएं जिनका सीधा लाभ महिलाओं को मिल रहा है। कांग्रेस का महिला घोषणापत्र अगर देखें तो उसमें कोशिश की गई है कि महिलाओं को हर मोर्चे पर आगे लाया जाए और पुरुषों के बराबर खड़ा कर दिया जाए। इसमें पहली कोशिश महिलाओं को राजनीतिक तौर पर जागरूक और सक्रिय बनाना और चुनाव लड़ने के लिए आगे बढ़ाना है। इसके लिए महिलाओं के भीतर आत्मविश्वास भरने के मकसद से 6 मुख्य बिंदुओं पर काम करने का वादा किया गया है। ये 6 मुद्दे हैं शक्ति विधान यानी राजनीतिक रूप से शक्तिशाली बनाने की बात, स्वावलंबन यानी आत्मनिर्भरता, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा, सेहत। महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने की कोशिश इसी शख्ति विधान के तहत है। प्रियंका ने बढ़ चढ़कर ऐसा कोई दावा नहीं किया कि हर उम्मीदवार जीतेगा ही। उन्होंने हारने की बात भी की और कहा कि हारने या जीतने से कोई फर्क नहीं पड़ता, मुख्य बात महिलाओं को अपने बल पर चुनाव लड़ने के लिए सामने लाना है। भाजपा को सत्ता से हटाना पहला लक्ष्य कांग्रेस के एक रणनीतिकार ने अमर उजाला को बताया कि अभी हमारी सबसे पहली कोशिश भाजपा को सत्ता से हटाना है। पार्टी को मजबूत करने के साथ ही अगर जरूरत पड़ी तो हम उन ताकतों के साथ खड़े होंगे जो प्रदेश से भाजपा का सफाया करने में लगी हैं। जाहिर है भाजपा की चुनौती से निपटने के लिए कांग्रेस सिर्फ खोखली घोषणाएं करके अपना आधार नहीं बढ़ा सकती है। महिलाओं को बूथ तक लाएंगे कांग्रेस नेता बताते हैं कि इसके लिए पार्टी ने महिलाओं की एक लंबी चौड़ी टीम बनाई है जो शहरों के अलावा गांव और कस्बों के घर घर में महिलाओं को ये घोषणापत्र बांटेंगी और उन्हें बाकायदा इसके सभी बिंदु समझाने का प्रयास भी करेंगी। ये काम शुरू भी हो चुका है और महिलाओं में इसे लेकर उत्साह भी देखने को मिल रहा है। अभी हमारी बड़ी चुनौती है कि महिला वोटरों को घर से निकाल कर बूथ तक लाना है, क्योंकि आज भी करीब 40-45 फीसदी महिलाएं ही वोट करती हैं। जहां तक राजनीति में प्रतिनिधित्व की बात है केवल 10 फीसदी महिलाओं को ही मौका मिलता है और इनमें से भी ज्यादातर अपने पति के इशारों पर काम करती हैं। पार्टी की कोशिश इस मानसिकता से महिलाओं को बाहर निकाल कर उन्हें उनकी ताकत का एहसास दिलाना है। महिला घोषणापत्र के साथ कांग्रेस ने महिलाओं के लिए जो थीम सांग जारी किया है उसमें महिलाओं को दुर्गा का रूप बताते हुए उसे आगे आने का आह्वान किया गया है और 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' के नारे को और बुलंद करने की कोशिश की गई है। कांग्रेस के नेता मानते हैं कि अब ये थीम सांग तेजी से गांव गांव तक पहुंचेगा और इसे सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म के जरिये लोगों के बीच पहुंचाया जा रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/wing-commander-prithvi-singh-chauhan-was-flying-mi17v5-helicopter-that-crashed-in-tamil-nadu-and-took-life-of-cds-bipin-rawat-and-12-others,"हेलिकॉप्टर हादसा: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान थे एमआई-17 के पायलट, जिसमें गई सीडीएस रावत समेत 13 की जान","विस्तार तमिलनाडु में बुधवार को सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना के 11 अन्य जवानों की एक हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई। इस एमआई-17 हेलिकॉप्टर के पायलट भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान थे। वह भारतीय वायु सेना की 109 हेलिकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग अधिकारी थे। चौहान 22 जून 2002 को वायु सेना में शामिल हुए थे और 22 जून 2015 को उन्हें विंग कमांडर बनाया गया था। विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान एक अनुभवी पायलट थे और उन्हें इस हेलिकॉप्टर को उड़ाने का अच्छा-खासा अनुभव था। उन्हें भारतीय वायु सेना के सबसे अच्छे पायलटों में से एक माना जाता है। यह हेलिकॉप्टर नीलगिरि और कोयंबटूर के बीच कुन्नूर के पास हादसे का शिकार हो गया था। इसमें कुल 14 लोग सवार थे जिनमें से 13 लोगों की जान चली गई और एक की हालत गंभीर बनी हुई है। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत वेलिंगटन में स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज का दौरा करने और वहां के शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को संबोधित करने के लिए जा रहे थे। हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुर्घटना का शिकार हुए हेलिकॉप्टर में आग लगने की वजह से शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। डीएनए जांच के माध्यम से उनकी पहचान की जाएगी। इस दर्दनाक हादसे के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम लोगों ने शोक जताया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-his-wife-madhulika-and-11-armed-forces-personnel-died-an-a-helicopter-crash-social-media-and-politicians-reaction,"Bipin Rawats Social Media reaction: देश में शोक की लहर, राष्ट्रपति बोले- देश ने अपना सबसे बहादुर बेटा खो दिया","विस्तार तमिलनाडु में बुधवार को हुए भयावह हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधूलिका रावत का भी निधन हो गया। नीलगिरि और कोयंबटूर के बीच हादसे का शिकार हुए वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर में सीडीएस और उनकी पत्नी समेत कुल 14 लोग सवार थे। हादसे में 13 लोगों की जान चली गई है। इस दर्दनाक हादसे के बाद से सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी के स्वास्थ्य के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आ रही थी। लेकिन शाम छह बजे के करीब वायु सेना ने सीडीएस और उनकी पत्नी के निधन की पुष्टि की। वायु सेना के अनुसार वेलिंगटन में स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज का दौरा करने और वहां छात्रों व शिक्षकों को संबोधित करने जा रहे थे। वायु सेना ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल रावत, मधूलिका रावत और 11 अन्य व्यक्तियों का निधन हो गया है। हादसे में सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधूलिका समेत अन्य लोगों की मौत पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम राजनीतिक हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है। देश ने आज अपने सबसे बहादुर बेटों में से एक को खो दिया: राष्ट्रपति राष्ट्रपति कोविंद ने इस घटना पर कहा कि मैं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के असमय निधन का समाचार सुनकर हैरत में हूं और पीड़ित हूं। देश ने अपने सबसे बहादुर बेटों में से एक को खो दिया है। मातृभूमि के लिए उनकी चार दशकों की निस्वार्थ सेवा को असाधारण वीरता के तौर पर याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। वहीं, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने हादसे को गहरा आघात कहा है। सच्चे देशभक्त और बेहतरीन सैनिक थे सीडीएस रावत: पीएम मोदी वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में हुए हेलिकॉप्टर हादसे को लेकर बहुत आहत हूं जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य अधिकारियों को खो दिया। उन्होंने कहा कि जनरल रावत एक बेहतरीन सैनिक थे। वह सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने हमारे देश के सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जनरल रावत ने पूरे समर्पण के साथ की मातृभूमि की सेवा: अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह देश के लिए बहुत दुख का दिन है क्यों कि हमने अपने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को खो दिया है। वह सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे जिन्होंने पूरे समर्पण के साथ मातृभूमि की सेवा की। मैं दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। असमय निधन से देश व सशस्त्र बलों को बड़ा नुकसान: राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीडीएस रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 जवानों की मौत की खबर से बहुत आहत हूं। उनके असमय निधन ने हमारे देश और सशस्त्र बलों का बहुत नुकसान हुआ है। सिंह ने कहा कि जनरल रावत ने असाधारण साहस के साथ देश की सेवा की। पहले सीडीएस के तौर पर उन्होंने सशस्त्र बलों को जोड़ने की योजना बनाई थी। लोकसभा अध्यक्ष ने भी दी श्रद्धांजलि गडकरी ने भी संवेदना व्यक्त की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सशस्त्र बल के जवानों के दुर्भाग्यपूर्ण निधन पर गहरी संवेदना। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि, बोले- इस दुख के समय में देश साथ खड़ा है कांग्रेस सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट में इस हादसे को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं जनरल रावत और उनकी पत्ती के परिवार के साथ हैं। यह एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना थी। इस मुश्किल समय में हम उनके साथ हैं। हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रृद्धांजलि। इस दुख के समय में भारत एकसाथ खड़ा है। योगी आदित्यनाथ ने भी श्रद्धांजलि दी राकेेश टिकैत ने भी शोक व्यक्त किया सेना ने जारी किया बयान, जताया दुख भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि जनरल एमएम नरवणे और सेना के सभी अधिकारी सीडीएस जनरल बिपिन रावत, डीडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष मधूलिका रावत और सेना के 11 अन्य जवानों के असमय निधन पर दुख व्यक्त करते हैं। बयान में कहा गया कि भारत के पहले सीडीएस रावत एक विजनरी थे जिन्होंने सेना में सुधार के लिए कदम उठाए। वायुसेना चीफ मार्शल वीआर चौधरी और भारतीय वायुसेना के सभी कर्मियों ने आज एक दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य सेवा कर्मियों के असामयिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। भूटान के प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया शोक भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय त्सेरिंग ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भारत में हेलिकॉप्टर हादसे की खबर दिल दुखाने वाली है, जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की जान चली गई। भूटान के लोग और मैं भारत के लिए और मृतकों के परिजनों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। सोनिया गांधी गुरुवार को नहीं मनाएंगी अपना जन्मदिन इस हादसे की वजह से कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला लिया है। यह जानकारी ऑल इंडिया कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दी। उन्होंने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भी सख्त हिदायत दी है कि किसी भी जश्न के कार्यक्रम से बचें।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/helicopter-and-plane-crashes-from-sanjay-gandhi-to-madhav-rao-scindia-big-leaders-had-lost-their-lives,देश के बड़े हेलीकॉप्टर और विमान क्रैश: संजय गांधी से लेकर सिंधिया सहित इन नेताओं ने गंवाई थी जान,"विस्तार देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया। इस हादसे ने उन घटनाओं की यादें ताजा कर दीं, जिनमें कई बड़ी हस्तियों को जान गंवानी पड़ी थी। देश में कई बड़े नेताओं ने इसी तरह के हादसों में अपनी जान गंवाई थी। इनमें वाई एस राजशेखर रेड्डी, संजय गांधी, माधव राव सिंधिया, जीएमसी बाल योगी, एस मोहन कुमारमंगलम जैसे लोग शामिल थे। पार्कर पेन से पहचाने गए थे मोहन कुमार मंगलम 31 मई 1973 को कांग्रेस नेता मोहन कुमार मंगलम की मौत भी विमान हादसे में हुई थी। वह इंडियन एयरलाइंस 440 नाम के विमान पर सवार थे। उनके मृत शरीर को उनके पार्कर पेन से पहचाना गया था। संजय गांधी की असमय मौत 23 जून 1980 को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी की मौत भी प्लेन क्रैश में हुई थी। उनकी मौत नई दिल्ली स्थित सफदरजंग एयरपोर्ट के करीब हुई थी। इस दौरान वह अपना प्राइवेट विमान खुद उड़ा रहे थे। वह एक अच्छे पायलट थे। माधवराव सिंधिया की हेलीकॉप्टर क्रैश में गई जान 30 सितंबर 2001 को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की मौत भी हेलीकॉप्टर हादसे में हुई थी। वह अपने 10 सीटर निजी विमान में सवार थे। इसमें चार पत्रकार भी शामिल थे। भारी बारिश की वजह से प्लेन क्रैश होकर मोटा गांव में एक धान के खेत में गिर गया था। जीएमसी बालयोगी का हेलीकॉप्टर हुआ था क्रैश 3 मार्च 2002 को लोकसभा स्पीकर तेलुगू देशम पार्टी लीडर जीएमसी बालयोगी की मौत आंध्र प्रदेश में हेलीकॉप्टर क्रैश में हुई थी। बालयोगी बेल 206 नाम के हेलिकॉप्टर में सवार थे। घटना की वजह खराब दृश्यता थी। गलती से पायलट ने हेलीकॉप्टर को एक तालाब के ऊपर लैंड करवा दिया था। सी संगमा की मौत भी हेलीकॉप्टर क्रैश में 6 सितंबर 2004 को केंद्रीय मंत्री और मेघालय के कम्युनिटी डेवलपमेंट मिनिस्टर सी संगमा की मौत भी हेलीकॉप्टर क्रैश में ही हुई थी। पवन हंस हेलीकॉप्टर पर सवार होकर संगमा गुवाहाटी से शिलांग की तरफ जा रहे थे। ओपी जिंदल का विमान हुआ था हादसे का शिकार 31 मार्च 2005 को हरियाणा के बिजली मंत्री ओ पी जिंदल की मौत भी विमान हादसे में हुई थी। तकनीकी खराबी की वजह से विमान उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में क्रैश हो गया था। वाईआरएस रेड्डी का शव 27 घंटे बाद मिला था 3 सितंबर 2009 को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत की वजह भी हेलीकॉप्टर क्रैश बनी। जिस हेलीकॉप्टर में वह सवार थे, वह चित्तूर जिले के जंगल में क्रैश हो गया था। यह अमेरिकी टेक्नोलॉजी पर आधारित डबल इंजन वाला बेल 430 चॉपर था। उनका शव 27 घंटे बाद मिला था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/country-is-in-shock-after-the-death-of-cds-general-bipin-rawat-in-helicopter-mi-17v5-in-an-accident,"इतिहास बना कर चले गए सीडीएस जनरल रावत: सभी 14 लोगों की मौत की पुष्टि, वायुसेना ने दी जानकारी","विस्तार सीडीएस जनरल विपिन रावत के हेलीकाप्टर MI-17V5 के दुर्घटनाग्रस्त होने और देर शाम जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सभी 14 लोगों की मौत की खबर की पुष्टि होने से पूरा देश सदमे में है। इस हेलीकाप्टर में जनरल रावत के साथ उनकी पत्नी मधूलिका रावत, सिक्योरिटी स्टाफ में ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, ले. कर्नल परजिंदर सिंह, नायक जितेन्द्र सिंह, नायक गुरुसेवक सिंह, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बीएस तेजा, हवलदार सतपाल समेत कुल 14 लोग सवार थे। वायु सेना ने हादसे के करीब छह घंटे के बाद ये पुष्टि कर दी कि जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग इस हादसे का शिकार हो गए। जनरल विपिन रावत ने भारतीय सेना में जो इतिहास बनाया है उसे हमेशा याद रखा जाएगा। सीडीएस जनरल रावत के हेलीकाप्टर के कुन्नूर के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की खबर आते ही वायुसेनाध्यक्ष एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी पालम टेक्निकल एरिया से घटनास्थल के लिए रवाना हुए। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और इसके बारे में रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक बयान के लिए गुरुवार तक का इंतजार करना पड़ सकता है। संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है इसलिए रक्षा मंत्री सभी ताजा जानकारियों के साथ गुरुवार को इस बारे में सदन को जानकारी देंगे। प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृहमंत्री समेत सभी संवेदनशील हादसे की सूचना मिलते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उच्च स्तर की संवेदनशीलता बरतते हुए पहले साउथ ब्लॉक के लिए रवाना हुए। वहां घटना के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद वह जनरल विपिन रावत के परिजनों से भी मिले। उन्होंने प्रधानमंत्री को भी घटना और यथास्थिति के बारे में अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथियों से मंत्रणा की। गृहमंत्री अमित शाह ने भी संसद भवन पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी ली। सीडीएस जनरल विपिन रावत देश के चार जनरलों में प्रथम रैंक के अफसर थे। प्रोटोकॉल के हिसाब से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री की वीवीआईपी कैटेगरी के बाद वह रक्षामंत्री, नेता प्रतिपक्ष, सेनाओं के जनरल वाली वीआईपी कैटेगरी में आते हैं। रक्षा मंत्रालय से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय में इस दुर्घटना को लेकर लगातार संवेदनशीलता बढ़ गई है। प्रधानमंत्री ने कैबिनेट के साथियों के साथ चर्चा के बाद रक्षा मामलों की उच्चस्तरीय कैबिनेट मीटिंग बुलाई है। एमआई-17 वी5 हेलीकाप्टर रूस निर्मित MI-17V5 हेलीकाप्टर का प्रयोग देश के वीवीआईपी और वीआईपी मूवमेंट में किया जाता है। यह अपने आप में उन्नत किस्म का हेलीकॉप्टर है और जिस हेलीकाप्टर में जनरल विपिन रावत सवार थे, यह नया था। वायुसेना इस श्रेणी के हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल दशकों से कर रही है। नए एमआई-17वी5 हेलीकाप्टर को वायुसेना ने अपनी जरूरतों के साथ अपग्रेड कराया था। यह दोहरे इंजन वाला हेलीकाप्टर है और यह तमाम तकनीक तथा सुविधाओं से लैस हैं। जनरल विपिन रावत पत्नी मधूलिका और अपने स्टाफ के साथ वैलिंगटन में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। वैलिंगटन में सशस्त्र बलों का कॉलेज है और जनरल रावत को यहां अपना व्याख्यान देना था। वह सुलूर से कुन्नूर जा रहे थे और यहां से उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था, लेकिन कुन्नूर के जंगलों में उनका हेलीकाप्टर क्रैश हो गया। यह इलाका घने जंगलों वाला है। समझा जा रहा है कि खराब मौसम के कारण यह दुर्घटना हुई है। दुर्घटना के विस्तृत कारणों का पता जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही चल सकेगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/general-bipin-rawat-martyred-cds-general-bipin-rawat-martyr-eight-statements-of-general-bipin-rawat-that-gave-a-ruckus-to-china-and-pakistan,"General Bipin Rawat: सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आठ बयान, जिसने चीन और पाक के नाक में दम कर दिया","विस्तार देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत बेहद मिलनसार थे। सेना के विकास में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई। सेना प्रमुख और सीडीएस रहते हुए एक तरफ उन्होंने भारत के मित्र देशों से रिश्तों को अधिक मजबूत किया, वहीं दुश्मनों को समय-समय पर सबक भी सीखाया। यही कारण है कि अक्सर जनरल बिपिन रावत के बयानों से पाकिस्तान और चीन बौखलाए रहते थे। आज हम आपको जनरल रावत के उन छह चर्चित बयानों के बारे में बता रहे हैं जिसने पाकिस्तान और चीन के नाक में दम कर रखा था... जनरल रावत ने जब चीन और पाकिस्तान को चेतावनी दी जनरल बिपिन रावत - फोटो : अमर उजाला 1. पिछले साल जनरल बिपिन रावत ने कहा था, 'भारत को चीन और पाकिस्तान के साथ दो मोर्चों पर युद्ध के लिए तैयार रहने की जरूरत है। हमारी तीनों सेना हर स्तर पर मुकाबले के लिए तैयार है। हर चीन के साथ तनाव का पाकिस्तान फायदा उठाने की कोशिश करेगा तो उसका बहुत बुरा हश्र होगा। 2. इसी साल अप्रैल में बिपिन रावत ने रायसीना डायलॉग में खुलकर कई मुद्दों पर बात रखी थी। कहा था, 'चीन चाहता है 'माय वे ऑर नो वे'। वो अपनी हर बात मनवाना चाहता है। भारत उसके सामने मजबूती से खड़ा है। हमने साबित किया है कि किसी भी तरह का दबाव डालकर हमें पीछे नहीं धकेला जा सकता।' 3. अभी 13 नवंबर 2021 की ही बात है। जनरल बिपिन रावत ने एक कार्यक्रम में कहा था, 'भारत की सुरक्षा में चीन सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। पिछले साल चीन से लगते सीमावर्ती इलाकों में लाखों जवानों और हथियारों की तैनाती की गई थी। उनका जल्द बेस की तरफ लौटना मुश्किल है। भारत और चीन के बीच 13 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन आपसी भरोसे की कमी की वजह से सीमा विवाद सुलझ नहीं पा रहा है।' 4. विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के कार्यक्रम में जनरल बिपिन रावत ने कहा था- हमें इस बात का एहसास है कि तकनीक के मामले में चीन काफी सक्षम है। वो भारत पर साइबर हमले करता रहता है। भारत भी चीन के साइबर अटैक से निपटने के लिए अपने साइबर डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने की पूरी कोशिश में जुटा हुआ है। चीन अगर मजबूत है, तो भारत भी अब कमजोर नहीं है। भारत अपनी सीमा पर किसी भी देश को अतिक्रमण नहीं करने देगा। अब हालात 1962 जैसे नहीं हैं। हर क्षेत्र में भारतीय सेना की ताकत बढ़ी है। पाकिस्तान के लिए क्या कहा? जनरल बिपिन रावत - फोटो : अमर उजाला 1. जनरल बिपिन रावत ने 2019 में पीओके को लेकर भी बयान दिया था। कहा था, 'जब हम जम्मू-कश्मीर की बाते करते हैं, तब इसमें पीओके और गिलगिट बाल्टिस्तान भी शामिल हैं। पीओके इसलिए अवैध कब्जे वाला क्षेत्र है क्योंकि इसने हमारे पड़ोसियों ने अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है। जिस इलाके पर अवैध कब्जा है, उसे पाकिस्तान नहीं, आतंकवादी नियंत्रित करते हैं। पीओके आतंकियों के द्वारा नियंत्रित है। पाकिस्तान आगे भी जम्मू-कश्मीर में 'छद्म युद्ध' जारी रखेगा। यही नहीं वह पंजाब समेत देश के बाकी हिस्सों में भी समस्याएं पैदा करेगा। इसके लिए वह कोशिशें कर रहा है। लेकिन उसे हमारी सेना सफल नहीं होने देगी।' 2. लगातार सीजफायर का उल्लंघन करने पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। कहा था, 'अगर पाकिस्तान शांति चाहता है तो युद्धविराम लंबे समय तक चलने वाला है। यह दोनों देशों के लिए अच्छा होगा। पिछले कुछ वर्षों से युद्धविराम का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ है, जहां न केवल छोटे हथियार थे बल्कि उच्च क्षमता वाले हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। सीजफायर उल्लंघन ने पाकिस्तानी सेना के रक्षात्मक ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है। उनके काफी संख्या में सैनिक हताहत हुए हैं।'",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-cases-must-be-treated-only-in-designated-covid-facilities-centre-to-states,"Omicron treatment: विशेष कोविड अस्पतालों में ओमिक्रॉन संक्रमितों को अलग रखकर करें इलाज, राज्यों को निर्देश","विस्तार देश के कुछ राज्यों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सतर्कतापूर्वक उन पर नजर रखा है। मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा कि नए वैरिएंट से संक्रमितों का इलाज विशेष कोविड अस्पतालों में ही किया आए और वहां उन्हें पृथक आइसोलेशन एरिया में रखा जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा लिखे गए इस पत्र में राज्यों से कहा गया है कि इस बात के इंतजाम किए जाएं कि कोरोना व ओमिक्रॉन का क्रॉस इंफेक्शन न फैले। इस बात के भी पर्याप्त प्रबंध किए जाएं कि स्वास्थ्यकर्मियों व कार्यकर्ताओं तथा अन्य रोगियों में संक्रमण न फैले। भूषण ने राज्यों को सलाह दी है कि हालात की नियमित रूप से समीक्षा करें और यह सुनिश्चित करें अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के पॉजिटिव मामलों और उनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए तत्काल इंसाकॉग लैब्स को भेजे जाएं। स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा है कि संक्रमण को और फैलने से रोकने के लिए राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को मिशन मोड में काम करते हुए पॉजिटिव मामलों के प्राइमरी व सेंकडरी कांटेक्ट्स की तुरंत जांच की जाए। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को जांच में भी मदद की जाए। भूषण ने कहा कि संक्रमितों के सभी संपर्कों को ट्रैक करना, बिना देरी किए उन्हें क्वारंटाइन करना और दिशानिर्देशों के अनुसार उनका परीक्षण करना महत्वपूर्ण है। सामुदायिक निगरानी को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए ताकि उनके उपचार की स्थिति की निगरानी और लक्षणों पर नजर रखने के लिए दैनिक आधार पर संपर्क किया जा सके। पत्र में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर भी जिला निगरानी टीमों द्वारा निगरानी रखने की जरूरत है। आठवें दिन उनका परीक्षण सुनिश्चित करने की भी जरूरत है। यह भी देखना होगा कि क्या वे 'जोखिम वाले' देशों से आए हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/mumbai-police-anti-narcotics-cell-arrests-a-24-year-old-drug-peddler-with-drugs-worth-over-rs-1-crores,"मुंबई: 24 साल की ड्रग पैडलर गिरफ्तार, कब्जे से 1 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग बरामद","विस्तार मुंबई पुलिस के एंटी नारकोटिक्स सेल ने 24 साल की ड्रग पैडलर को गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से 1 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग बरामद की गई है। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालिया वक्त में मुंबई में किसी ड्रग पैडलर से इतने अधिक मूल्य की ड्रग बरामदगी हुई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/from-the-elimination-of-terrorists-on-the-myanmar-border-to-the-surgical-strike-in-pok-achievements-of-cds-bipin-rawat,"CDS Bipin Rawat: म्यांमार सीमा पर आतंकियों के सफाए से लेकर पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक तक, सीडीएस रावत की उपलब्धियां","विस्तार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया। हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। उनके निधन से देश में शोक की लहर है। आइए जानते हैं कि सेना में शामिल होने के बाद से जनरल रावत के नाम क्या-क्या उपलब्धियां रहीं। 16 मार्च 1958 को देहरादून में जन्म हुआ 16 मार्च 1958 को देहरादून में जन्मे सीडीएस बिपिन रावत के पिताजी एल एस रावत भी फौज में थे और उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल एल एस रावत के नाम से पहचाना जाता था। सीडीएस रावत सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकसला के पूर्व छात्र थे। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा अध्ययन में एम. फिल की डिग्री हासिल की और मैनेजमेंट और कंप्यूटर स्टडीज में डिप्लोमा लिया था। दिसंबर 1978 में भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में उन्हें नियुक्त किया गया। उन्हें यहां 'सोर्ड ऑफ ऑनर' से भी सम्मानित किया जा चुका था। आतंकवाद रोधी अभियानों की कमान संभालने का खासा अनुभव जनरल बिपिन रावत को ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र और आतंकवाद रोधी अभियानों की कमान संभालने का खासा अनुभव था। वह 1986 में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इंफेंट्री बटालियन के प्रमुख की भूमिका निभा चुके थे। इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय राइफल्स के एक सेक्टर और कश्मीर घाटी में 19 इंफेंट्री डिवीजन की अगुआई भी की थी। वह कॉन्गो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का नेतृत्व भी कर चुके थे। जनरल रावत की अगुआई में सेना ने कई ऑपरेशन को अंजाम दिया सीडीएस बिपिन रावत की अगुवाई में भारतीय सेना ने कई ऑपरेशन को भी अंजाम दिया था। उन्होंने पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जून 2015 में मणिपुर में एक आतंकी हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद 21 पैरा कमांडो ने सीमा पार जाकर म्यांमार में आतंकी संगठन एनएससीएन-के कई आतंकियों को ढेर किया था। तब 21 पैरा थर्ड कॉर्प्स के अधीन थी जिसके कमांडर बिपिन रावत ही थे। इसके अलावा 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी शिविरों को ध्वस्त करते हुए कई आतंकियों को मार गिराया था। उरी में सेना के कैंप और पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए हमले में कई जवान शहीद हो जाने के बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की थी। जनरल रावत बने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ साल 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस का नया पद बनाने का एलान किया था। भारतीय सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने के बाद बिपिन रावत ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पदभार ग्रहण किया था। अपने चार दशकों की सेवा के दौरान, जनरल रावत ने ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी) दक्षिणी कमान, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2, मिलिट्री सेक्रेटरी ब्रांच में कर्नल सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव और जूनियर कमांड विंग में सीनियर इंस्ट्रक्टर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी थीं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/chopper-crash-indian-air-force-s-group-captain-varun-singh-injured-in-military-chopper-crash-treatment-continues-in-hospital-in-critical-condition,"Chopper Crash: हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बच पाए, गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज जारी","विस्तार भारतीय वायु सेना का एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया। हालांकि, भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज जारी है। वह गंभीर रूप से घायल हैं। शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह सम्मान 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए मिला था। सुलुर वायुसेना स्टेशन से भरी थी उड़ान इससे पहले जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक भारतीय सेना का Mi-17V5 सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-helicopter-crash-i-saw-people-falling-and-burning-with-helicopter-read-the-words-of-the-eyewitnesses,"आंखों देखी: 'हेलीकॉप्टर से मैंने लोगों को गिरते और जलते देखा', हादसे की दुखद कहानी साक्षियों की जुबानी","विस्तार देश के रक्षा प्रमुख (cds) बिपिन रावत व 13 अन्य लोगों को ले जा रहे हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की हृदय विदारक घटना को कुछ लोगों ने अपनी आंखों से देखी। बुधवार दोपहर यह हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर जिले के नानजप्पनचथिराम इलाके के कट्टेरी पार्क में हुआ। जमीन पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने जोरदार आवाज सुनी और उसके बाद चंद लम्हों में हेलीकॉप्टर को आसमान से जमीन पर गिरते देखा। हेलीकॉप्टर आग की लपटों से घिरा हुआ था, इन्हीं लपटों के बीच तीन-चार लोग हेलीकॉप्टर से गिर रहे थे, वे खुद भी जल रहे थे। सीडीएस बिपिन रावत ऊंटी के पास वेलिंगटन डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे। हेलीकॉप्टर सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन जा रहा था। तभी यह क्रैश हो गया। दोपहर करीब 12:30 बजे यह हादसा होते देख नानजप्पनचथिराम इलाके में रहने वाला कुमार नाम का एक युवक पुलिस और दमकल अधिकारियों को फोन करने के लिए दौड़ पड़ा। पेड़ से टकराया, आग के लपटें मेरे घर से भी ऊपर थीं द न्यूज मिनट्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी कृष्णस्वामी ने बताया, 'मैंने हेलीकॉप्टर को नीचे आते देखा। भयानक तेज आवाज सुनाई दी। यह एक पेड़ से टकराया और तब आग लग गई थी। हेलिकॉप्टर जमीन पर गिरने से पहले पास के एक बड़े पेड़ से टकरा गया।' कृष्णस्वामी का घर दुर्घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर है। कृष्णस्वामी ने बताया कि हादसा करीब 12:20 बजे हुआ। घटनास्थल घाट रोड, मेट्टुपलायम व कुन्नूर के करीब बताया गया है। कृष्णस्वामी ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाला कुमार तुरंत पुलिस व फायर ब्रिगेड का फोन करने दौड़ा। मैंने लोगों को हेलिकॉप्टर से गिरते व जलते हुए देखा तो मैं भी वहां से भाग खड़ा हुआ। हेलीकॉप्टर के जमीन पर गिरने के बाद धुएं का गुबार व आग की लपटें उठ रही थीं। कंबल व चादर से बनाया स्ट्रेचर घटनास्थल पर सबसे पहले स्थनीय लोग पहुंचे और उन्होंने बाल्टियों व पाइप से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। लोग कंबल और रजाई मंगा रहे थे, ताकि जले हुए लोगों को बचाया जा सके। कंबल और चादर से स्ट्रेचर बनाया गया। इसकी मदद से घायलों को बाहर निकाला। घटनास्थल की तस्वीरें बयां कर रही हैं कि इलाके में हेलीकॉप्टर के जलते हुए टुकड़े और धुआं फैला हुआ था। अग्निशमन विभाग व अन्य बचाव दल सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे व हताहतों व घायलों को निकाला। हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई ह। तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/big-decisions-44-thousand-crore-ken-betwa-river-link-scheme-approved-pm-awas-gramin-extended-till-2024,"बड़े फैसले: 44 हजार करोड़ की केन-बेतवा नदी लिंक योजना मंजूर, पीएम आवास ग्रामीण 2024 तक बढ़ाई","विस्तार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण केन-बेतवा नदी लिंक योजना को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की मियाद बढ़ाकर 2024 कर दी गई है। कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि केन-बेतवा लिंक परियोजना की कुल लागत 44,605 करोड़ रुपये है। इसमें से केंद्र सरकार 39,317 करोड़ रुपये देगी। उन्होंने बताया कि केन-बेतवा नदी जोड़ो योजना से बुंदेलखंड क्षेत्र का तेजी से विकास हो सकेगा। इससे क्षेत्र के लोगों की सामाजिक व आर्थिक दशा सुधरेगी। बुंदेलखंड में यूपी और मप्र का कुछ हिस्सा आता है। दोनों नदियों को लिंक करने से इलाके में सिंचाई व पेयजल की समुचित व्यवस्था हो सकेगी। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की मियाद 2024 तक बढ़ाने से बुनियादी सुविधाओं से युक्त 2.95 करोड़ पक्के घर बनाने का लक्ष्य पूरा हो सकेगा। 19 साल से कागजों में फंसी थी योजना पिछले करीब 19 साल से यह परियोजना कागजों में फंसी थी लेकिन, केंद्र सरकार की दखल के बाद उप्र एवं मप्र सरकार परियोजना को आगे बढ़ाने पर राजी हो गईं। अभियंताओं के मुताबिक पन्ना (मध्य प्रदेश) में केन नदी पर दौधन बांध बनेगा। यहां से 221 किलोमीटर लंबा लिंक चैनल निकलेगा। इसके लिए झांसी में बरुआसागर के पास परियोजना की वीयर बनाई जानी है हालांकि यह स्थान अभी तक चयनित नहीं हुआ। बुंदेलखंड में गेम चेंजर साबित होगी योजना बुंदेलखंड की बहुप्रतीक्षित केन-बेतवा लिंक परियेाजना का काम अगले माह से आरंभ होने की उम्मीद है। केन-बेतवा लिंक परियोजना को बुंदेलखंड का सूखा दूर करने के मामले में गेम चेंजर माना जा रहा है। झांसी के सूखाग्रस्त इलाकों को भी इससे काफी फायदा पहुंचेगा। सिंचाई अभियंताओं का दावा है इसकी मदद से सभी नहर एवं तालाबों को न सिर्फ भरा जा सकेगा बल्कि सपरार, खपरार एवं लखेरी जैसे सूखे रहने वाले बांध भी लबालब हो जाएंगे। इसकी मदद से झांसी के 17488 हेक्टेयर एवं ललितपुर के 3533 हेक्टेयर रकबे को सिंचाई का पानी मिलेगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bail-plea-of-two-police-officers-arrested-in-extortion-case-involving-former-mumbai-police-commissioner-param-bir-singh-rejected,"मुंबई: दो पुलिसकर्मियों की जमानत याचिका खारिज, परमबीर सिंह से जुड़े वसूली मामले में हुई थी गिरफ्तारी","विस्तार मुंबई की शहर सत्र अदालत ने वसूली मामले में गिरफ्तार किए दो पुलिसकर्मियों की जमानत याचिका बुधवार को खारिज कर दी। नंदकुमार गोपाल और आशा कोरके को मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह से जुड़े जबरन वसूली के मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/president-kovind-presents-presidents-standard-to-navys-22nd-missile-vessel-squadron,"कोविंद ने किया सम्मान: नौसेना के 22वें मिसाइल बेड़े को 'प्रेसीडेंट स्टैंडर्ड', 1971 में पाकिस्तान के छुड़ाए थे छक्के","विस्तार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को नौसेना के 22 वें मिसाइल बेड़े को 'प्रेसीडेंट स्टैंडर्ड' (राष्ट्रपति मानक) के असाधारण सम्मान से नवाजा। इस बेड़े ने 1971 की जंग में पाकिस्तानी नौसेना के जहाजों पर बमबारी की थी और पाक युद्धपोतों को डुबोया था। इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि यह इस मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन के मौजूदा व पूर्ववर्ती स्टाफ की असाधारण सेवाओं का सम्मान है। यह साल इस बेड़े की स्थापना का 50 वां वर्ष है। इस बेड़े को 'किलर' के रूप में भी जाना जाता है। इस स्क्वाड्रन ने बीते पांच दशकों से समुद्र के जरिए आक्रामक प्रहार की भरोसेमंद क्षमता कायम रखी है। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इस सम्मान का समय इससे अधिक उपयुक्त नहीं हो सकता था, क्योंकि हमारा देश इस साल 'स्वर्णिम विजय वर्ष' मना रहा है। राष्ट्रपति ने समारोह में कहा कि 'प्रेसीडेंट स्टैंडर्ड' इस स्क्वाड्रन के अतीत और वर्तमान के अधिकारियों और नाविकों द्वारा की गई असाधारण सेवा का प्रमाण है। मुंबई स्थित नौसेना की मिसाइल वेसल स्क्वाड्रन ने ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन पराक्रम में भाग लिया है। 2019 में पुलवामा हमले के बाद इसे पाकिस्तान तट से मारक दूरी पर तैनात किया गया था। 22 वीं मिसाइल स्क्वाड्रन को अक्तूबर 1991 में औपचारिक रूप से मुंबई में स्थापित किया गया था। इसमें 10 वीर श्रेणी की और तीन प्रबल श्रेणी की मिसाइल बोट्स हैं। मुंबई में दरबार हॉल का उद्धाटन टला महाराष्ट्र में नए दरबार हॉल का उद्घाटन समारोह, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले थे, अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण रद्द कर दिया गया है। राजभवन के सूत्रों ने यह जानकारी दी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-family-wife-madhulika-rawat-all-you-need-to-know-in-hindi,"CDS Rawat Family: उत्तराखंड के रहने वाले थे जनरल बिपिन रावत, पिता ने भी दी थी सेना में सेवा, जानिए उनके परिवार के बारे में","विस्तार तमिलनाडु में बुधवार को खराब मौसम स्थितियों के चलते भारतीय वायु सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधूलिका रावत समेत कुल 14 लोग सवार थे। नीलगिरि और तमिलनाडु के बीच कुन्नूर के जंगल में हुए इस हादसे में सीडीएस उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की जा चली गई है। उत्तराखंड से आने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को 31 दिसंबर 2019 को देश के पहले सीडीएस की जिम्मेदारी दी गई थी। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। जानिए सीडीएस जनरल रावत के बारे में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में जन्मे बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत लेफ्टिनेंट जनरल थे। उन्होंने शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़गवासला से पढ़ाई की है। दिसंबर 1978 में उन्हें भारतीय सैन्य अकादमी से गोरखा रायफल्स की 5वीं बटालियन में नियुक्ति मिली थी। यहां उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था। सेना से जुड़ी हुई हैं मधूलिका रावत भी सीडीएस का पद दिए जाने से पहले वह थल सेना के 27वें अध्यक्ष थे। इससे पहले एक सितंबर 2016 को उन्हें सेना का उप प्रमुख बनाया गया था। जनरल रावत की पत्नी मधूलिका रावत भी सेना से जुड़ी हुई हैं। वह आर्मी वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष हैं। जनरल रावत की दो बेटियां हैं। उन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए की पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tremor-aftershock-felt-near-gondal-town-in-rajkot-district-gujarat-no-casualty-latest-news-update,"गुजरात: राजकोट में भूकंप के झटके, तीन घंटे के अंदर दो बार कांपी धरती, कोई हताहत नहीं","विस्तार गुजरात के राजकोट जिले के गोंडल कस्बे के पास बुधवार सुबह 3.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। राहत की बात यह है कि जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। भूकंप सुबह 6:53 बजे दर्ज किया गया। उसी क्षेत्र में 2 तीव्रता का हल्का आफ्टरशॉक भी आया। राजकोट के जिला कलेक्टर अरुण महेश बाबू ने पुष्टि की है कि भूकंप के झटके से किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है। गांधीनगर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ सीस्मोलॉजिकल रिसर्च (आईएसआर) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, 3.4 तीव्रता का भूकंप सुबह 6:53 बजे दर्ज किया गया था, जिसका केंद्र राजकोट जिले के गोंडल शहर से 22 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में स्थित था। यह पृथ्वी की सतह से लगभग सात किमी की गहराई पर दर्ज किया गया। आईएसआर ने कहा कि बाद में सुबह 9:40 बजे 2 तीव्रता के हल्के झटके भी उसी क्षेत्र में आए।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%a8%e0%a5%8c%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be%2c-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%a4%e0%a4%9f%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%95-%e0%a4%ac%e0%a4%b2-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%9f%e0%a4%97-%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%9f-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%95-%e0%a4%a6%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73914,"अन्‍तर्राष्‍ट्रीय समुद्री संगठन परिषद ने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट चालक दल के सदस्‍यों और उनके मास्‍टर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया","Dec 09, 2021 , 8:43PM अन्‍तर्राष्‍ट्रीय समुद्री संगठन परिषद ने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट चालक दल के सदस्‍यों और उनके मास्‍टर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया air-4 अन्‍तर्राष्‍ट्रीय समुद्री संगठन परिषद ने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट चालक दल के सदस्‍यों और उनके मास्‍टर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। राहत और बचाव कार्यों में इन संगठनों के असाधारण और साहसिक प्रयासों के लिए यह पुरस्‍कार प्रदान किया गया है। भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट के चालक दल और उनके मास्‍टर ने अग्निशमनरोधी कार्रवाई में निरंतर और प्रभावी भूमिका निभाई है। उन्‍होंने बड़ी कुशलता से जहाज को तट से दूर खींच लिया जिससे समुद्र में जीवन की हानि और प्रदूषण को रोका गया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%85%e0%a4%ad%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a4%b9%e0%a4%a4-131-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=73913,राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 131 करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं,"Dec 09, 2021 , 8:41PM राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 131 करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं minOfHealth@noa 4 राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 131 करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा है कि आज शाम सात बजे तक 67 लाख वैक्‍सीन डोज दी गईं। मंत्रालय के अनुसार अभी तक 80 करोड 94 लाख लोगों को पहला टीका और 50 करोड 15 लाख लोगों को दूसरा टीका लगाया गया है। राष्‍ट्रीय टीकाकरण अभियान के हिस्‍से के रूप में केन्‍द्र सरकार राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों को नि:शुल्‍क टीके उपलब्‍ध करा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-2021-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%8f&id=73885,लोकसभा ने केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 और दिल्‍ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान संशोधन विधेयक पारित कर दिए,"Dec 09, 2021 , 8:36PM लोकसभा ने केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 और दिल्‍ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान संशोधन विधेयक पारित कर दिए jitendersingh-rajyasabha@Air लोकसभा ने केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 और दिल्‍ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान संशोधन विधेयक पारित कर दिए हैं। इन विधेयकों का लक्ष्‍य केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्‍यूरो और प्रवर्तन निदेशालय के निदेशकों का कार्यकाल पांच वर्ष तक बढाने की व्‍यवस्‍था करना है। ये विधेयक पिछले महीने की 14 तारीख को जारी अध्‍यादेशों का स्‍थान लेंगे। विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए कार्मिक, जन शिकायत और पेंशन राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि अध्‍यादेश वर्तमान सत्र से पहले अंतरिम अवधि के दौरान जारी किये गए थे, क्‍योंकि संसद के पिछले सत्र में विपक्ष के व्‍यवधान के कारण कोई कामकाज नहीं हो पाया था। डॉ. सिंह ने कहा कि दुनियाभर में मिलती-जुलती एजेंसियों के प्रमुखों का औसत कार्यकाल पांच वर्ष है। उन्‍होंने कहा कि इन एजेंसियों की कार्य क्षमता और निरंतरता में सुधार के लिए इनके प्रमुखों का लम्‍बा कार्यकाल आवश्‍यक है। उन्‍होंने यह भी कहा कि कार्यकाल का विस्‍तार करने के लिए अधिकृत चयन समिति में प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्‍यायाधीश और विपक्ष का नेता शामिल होता है। इससे पहले, बहस की शुरुआत करते हुए आर.एस.पी. के नेता एन.के. प्रेमचन्‍द्रन ने कहा कि ये विधेयक विनीत नारायण मामले में किये गये उच्‍चतम न्‍यायालय के फैसले के विपरीत हैं। कांग्रेस के मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार को कानून बनाने से पहले सी बी आई की स्थिति के बारे में उच्‍चतम न्‍यायालय से व्‍यवस्‍था लेनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि सरकार प्रशासनिक प्रणाली में नियंत्रण और संतुलन के प्रावधानों को समाप्‍त करना चाहती है, क्‍योंकि पांच वर्ष तक कार्यकाल बढाये जाने से इन एजेंसियों के कामकाज पर विपरीत असर पडेगा। भारतीय जनता पार्टी के राज्‍यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि यह विधेयक वित्‍तीय अनियमितताओं और भ्रष्‍टाचार पर नियंत्रण करने में बढती चुनौतियों की दृष्टि से महत्‍वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि विधेयक भारत को विभिन्‍न अंतर्राष्‍ट्रीय प्रतिबद्धताएं पूरी करने में मदद करेगा। डी.एम.के. नेता ए. राजा ने बहस में हिस्‍सा लेते हुए कहा कि निदेशकों का कार्यकाल बार-बार बढाने से एजेंसियों की संस्‍थागत निष्‍ठा पर विपरीत असर पडेगा। ए.आई.टी.सी. के कल्‍याण बनर्जी और एन.सी.पी. नेता सुप्रिया सुले ने भी विधेयक के विरोध में विचार व्‍यक्‍त किये।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be%3b-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%88%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%97%e0%a4%be&id=73912,प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर नई दिल्ली लाया गया; कल पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा,"Dec 09, 2021 , 8:32PM प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर नई दिल्ली लाया गया; कल पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा CDSbipinrawat@Air प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और रक्षाकर्मियों के पार्थिव शरीर नई दिल्‍ली के पालम हवाई अड्डे पहुंच गए हैं। उन्‍हें सुलूर से भारतीय वायु सेना के विमान से लाया गया है। दिवंगतजनों के पार्थिव शरीर साढे आठ बजे से श्रद्धांजलि के लिए रखे जाएंगे। आम नागरिक कल सुबह 11 बजे से दोपहर साढे 12 बजे तक जनरल बिपिन रावत को श्रृद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे। सैन्‍यकर्मी दोपहर साढे 12 बजे से डेढ बजे तक श्रृद्धांजलि अर्पित करेंगे। उसके बाद पार्थिव शरीर बरार स्‍क्‍वायर श्‍मशानग्रह ले जाए जाएंगे। सेना ने कहा है कि अब तक केवल जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर के शवों की ही पहचान की गई है। सम्‍बंधित परिवारों की इच्‍छा के अनुसार अंतिम संस्‍कार के लिए पार्थिव शरीर निकट सम्‍बंधियों को सौंपे जाएंगे। शवों को पहचानने की प्रक्रिया जारी है। पहचान की सभी औपचारिकताएं पूरी होने तक उन्‍हें सेना के बेस अस्‍पताल के शवग्रह में रखा जाएगा। निकट परिजनों से विचार-विमर्श के बाद समुचित सैन्‍य सम्‍मान के साथ उनके अंतिम संस्‍कार की योजना बनाई जा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a4%a5%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73876,स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ कोरोना स्थिति की समीक्षा की,"Dec 09, 2021 , 8:27PM स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ कोरोना स्थिति की समीक्षा की healthsecrajeshb@Noa केन्‍द्र ने आज ओमिक्रोन के फैलाव से निपटने में सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली की तैयारी और राज्‍यों तथा केन्‍द्रशासित प्रदेशों में टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में, कोविड महामारी और कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन पर प्रभावी और समय से नियंत्रण तथा प्रबंधन के लिए जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोविड अनुकूल व्‍यवहार के पालन की पांच सूत्री रणनीति पर बल दिया गया। केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सचिव राजेश भूषण ने राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों से जांच बढ़ाने का आग्रह किया। संक्रमित लोगों को तत्‍काल अलग करने और अन्‍य क्‍लीनिकल प्रबंधन के लिए संदिग्‍ध लोगों की शीघ्र पहचान सुनिश्‍चित करने के लिए निगरानी पर ध्‍यान देने को भी कहा गया। सभी जिलों में आरटी-पीसीआर जांच सुविधा उपलब्‍ध कराने की सलाह भी दी गई। ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्‍या में वृद्धि से निपटने के लिए सभी अस्‍पतालों में बुनियादी ढांचा सुनिश्‍चित करने के उद्देश्‍य से राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों को उत्‍कृष्‍ट चिकित्‍सा देखभाल उपलब्‍ध कराने की तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह दी गई है। स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने कोविड के उपचार के लिए पहचानी गई आठ दवाओं का पर्याप्‍त बफर स्‍टॉक सुनिश्‍चित करने का भी आग्रह किया है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%94%e0%a4%b7%e0%a4%a7-%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-2021-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73882,संसद ने राष्ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्थान संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है,"Dec 09, 2021 , 8:24PM संसद ने राष्ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्थान संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है mansukhmandvia-rajyasabha@DDNews संसद ने राष्‍ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्‍थान संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है। राज्‍यसभा ने आज विधेयक को मंजूरी दी। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है। विधेयक में छह अतिरिक्‍त राष्‍ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्‍थानों को राष्‍ट्रीय महत्‍व के संस्‍थान के रूप में घोषित करने के लिए 1998 के मूल अधिनियम को संशोधित करने का प्रावधान किया गया है। ये संस्‍थान अहमदाबाद, हाजीपुर, हैदराबाद, कोलकाता, गुवाहाटी और रायबरेली में हैं। स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डॉक्‍टर मनसुख मांडविया ने राज्‍यसभा में विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि राष्‍ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्‍थान देश में औषध क्षेत्र को सुदृढ बनाने और इस क्षेत्र में अनुसंधान को बढावा देने की दृष्टि से महत्‍वपूर्ण है। श्री मांडविया ने कहा कि सरकार ने महामारी से लडने के लिए टीका अनुसंधान और विनिर्माण क्षेत्रों को सुविधाएं प्रदान की हैं। देश में बनी औषधियों का महत्‍व उजागर करते हुए उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्‍व में किये गये प्रयासों की बदौलत सरकार, देश की 85 प्रतिशत आबादी को कोविड रोधी पहला टीका और 52 प्रतिशत को दूसरा टीका लगाने में सफल रही है। इससे पहले, विधेयक पर चर्चा शुरू करते हुए कांग्रेस के नीरज डांगी ने कहा कि औषध अनुसंधान और शिक्षा पर ध्‍यान दिया जाना चाहिए। समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने कहा कि सभी संस्‍थानों में आरक्षण सुनिश्‍चित करना चाहिए।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4%2c-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%97%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%b9-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%8b-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%8c%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%96%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73906,"प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह अन्‍य कर्मियों के निधन पर आज संसद के दोनों सदनों में दो मिनट का मौन रखा गया","Dec 09, 2021 , 7:26PM प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह अन्‍य कर्मियों के निधन पर आज संसद के दोनों सदनों में दो मिनट का मौन रखा गया defenceminrajnathsingh-rajyasabha@Air सैन्‍य हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह अन्‍य कर्मियों के निधन पर आज संसद के दोनों सदनों में दो मिनट का मौन रखा गया। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना पर बयान दिया। उसके बाद श्री सिंह ने राज्‍यसभा में भी बयान दिया। राज्‍यसभा में उपसभापति हरिवंश ने कहा कि देश ने आसाधारण सैनिक खो दिया है। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत को 11वीं गोरखा राइफल्‍स की 5वीं बटालियन में 16 दिसम्‍बर 1978 को कमिशन मिला था। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत को सेना में चार दशक की सेवा के दौरान विभिन्‍न मौर्चों पर व्‍यापक संचालन अनुभव हासिल था। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत ने कॉन्‍गो लोकतांत्रिक गणराज्‍य में मल्‍टी नेशनल ब्रिगेड की कमान भी सम्‍भाली थी। जनरल रावत के योगदान को स्‍मरण करते हुए श्री हरिवंश ने कहा कि उन्‍होंने देश के सुरक्षा ढांचे में क्रांतिकारी सुधार किए। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष थे। उपसभापति ने कहा कि जनरल रावत को अनेक वीरता पदक और विशिष्‍ट सेवा पदक प्रदान किए गए। लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला ने देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष के रूप में जनरल रावत के योग्‍दान की प्रशंसा की।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%89%e0%a4%a1%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%85%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b7-31-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%a4&id=73898,नियमित अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक उडानों का प्रचालन अगले वर्ष 31 जनवरी तक स्‍थगित,"Dec 09, 2021 , 7:15PM नियमित अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक उडानों का प्रचालन अगले वर्ष 31 जनवरी तक स्‍थगित dgca@Noa नागर विमानन महानिदेशालय ने नियमित अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक उडानों का प्रचालन अगले वर्ष 31 जनवरी तक स्‍थगित कर दिया है। यह रोक अंतर्राष्‍ट्रीय कार्गो प्रचालन और डी जी सी ए द्वारा विशेष रूप से अनुमोदित उडानों पर लागू नहीं होगा, लेकिन प्रत्‍येक मामले के गुण-दोष के आधार पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा चुने हुए मार्गों पर अंतर्राष्‍ट्रीय नियमित उडानों की अनुमति दी जा सकती है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%ad%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=73888,राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष ने मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी,"Dec 09, 2021 , 5:58PM राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष ने मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी IndiaNHRC-ArunMishra@Twitter राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष न्‍यायाधीश अरूण मिश्रा ने मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। वर्ष 1948 में संयुक्‍त राष्‍ट्र द्वारा मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के बाद से 1950 से प्रतिवर्ष दस दिसम्‍बर को मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। उन्‍होंने अपने संदेश में कहा कि यह दिन इस तथ्‍य पर जोर देता है कि मनुष्‍य समानता के अधिकार के साथ पैदा हुआ है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%96%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%96%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-90-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1-%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73887,अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय ने अल्‍पसंख्‍यक समुदायों से संबंधित विद्यार्थियों के लिए 90 करोड रुपये से अधिक धन जारी किया,"Dec 09, 2021 , 5:55PM अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय ने अल्‍पसंख्‍यक समुदायों से संबंधित विद्यार्थियों के लिए 90 करोड रुपये से अधिक धन जारी किया mukhtarabbasnaqvi@Noa अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय ने पिछले चार वित्‍तीय वर्षों में अल्‍पसंख्‍यक समुदायों से संबंधित विद्यार्थियों और अन्‍य उम्‍मीदवारों की सहायता के लिए नि:शुल्‍क कोचिंग तथा अन्‍य योजनाएं लागू करने के वास्‍ते 90 करोड रुपये से अधिक धन जारी किया है। अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने लोकसभा को लिखित उत्‍तर में यह जानकारी दी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%a8-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-74%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%9a-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%81-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73886,मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त ने राजस्‍व सेवा के 74वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्‍बोधित किया,"Dec 09, 2021 , 5:49PM मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त ने राजस्‍व सेवा के 74वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्‍बोधित किया ECISushilchandra@Pib मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त सुशील चन्‍द्र ने आज नई दिल्‍ली में भारतीय अंतरराष्‍ट्रीय लोकतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्‍थान में राजस्‍व सेवा के 74वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्‍बोधित किया। इस बैच के 61 प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए यह अपनी तरह का विशि‍ष्‍ट प्रशिक्षण कार्यक्रम है। मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त ने कहा कि दृढ़ता, प्रतिबद्धता और निष्पक्षता लोक सेवा के आदर्श हैं। उन्‍होंने कहा कि लोक सेवाएं देश सेवा की आकांक्षाएं पूरी करने और अपनी प्रतिभा दिखाने के व्‍यापक अवसर उपलब्‍ध कराती हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%9f%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%96%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a6%2c-%e0%a4%86%e0%a4%b5%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a4%a8%2c-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73884,"केन्‍द्र ने मोटे अनाज की खरीद, आवंटन, वितरण और निपटान के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया","Dec 09, 2021 , 5:41PM केन्‍द्र ने मोटे अनाज की खरीद, आवंटन, वितरण और निपटान के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया consumer affairs@Noa केन्‍द्र ने मोटे अनाज की खरीद, आवंटन, वितरण और निपटान के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया है। ज्‍वार की वितरण अवधि तीन महीने से बढ़ाकर छह महीने और रागी के लिए सात महीने कर दी गई है। इससे ज्‍वार और रागी की खरीद और खपत बढ़ेगी क्‍योंकि राज्‍यों को लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली और अन्‍य कल्‍याण योजनाओं के तहत ज्‍वार और रागी वितरित करने के लिए ज्‍यादा समय मिल जाएगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9b%e0%a4%a4%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%88%e0%a4%a8%e0%a4%b2-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%ae-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b6-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80&id=73883,छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना के बारे में आम जनता के लिए परामर्श जारी,"Dec 09, 2021 , 5:36PM छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना के बारे में आम जनता के लिए परामर्श जारी ministryofpowarRKSingh@Pib नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना के बारे में आम जनता के लिए परामर्श जारी किया है। इसमें कहा गया है कि मंत्रालय ने छतों पर सोलर प्‍लांट की स्‍थापना के लिए किसी भी वेंडर को अधिकृत नहीं किया है। मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि कुछ सोलर कम्‍पनियां या वेंडर यह दावा करते हुए छतों पर सोलर प्‍लांट लगा रहे है कि उन्‍हें मंत्रालय ने अधिकृत किया है। मंत्रालय ने कहा कि यह योजना राज्‍यों में स्‍थानीय विद्युत वितरण कम्‍पनियों- डिस्‍कॉम के माध्‍यम से लागू की जा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a4%82%e0%a4%ad%e0%a5%80%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%b6%e0%a4%b5%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%a0%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%88&id=73878,कून्‍नूर हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना की गंभीरता के कारण शवों की सही पहचान करने में कठिनाई,"Dec 09, 2021 , 5:13PM कून्‍नूर हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना की गंभीरता के कारण शवों की सही पहचान करने में कठिनाई bipinrawatgreets@noa 4 सेना ने कहा है कि कून्‍नूर हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना की गंभीरता के कारण शवों की सही पहचान करने में कठिनाई आ रही है। परन्‍तु, परिजनों की भावनाओं को देखते हुए पहचान के सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। सेना ने एक बयान में कहा कि सभी मृतकों के परिजन दिल्ली पहुंच रहे हैं और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। सेना ने यह भी कहा कि वैज्ञानिक उपायों के अलावा शवों की सही पहचान के लिए परिवार के करीबी सदस्यों की सहायता भी ली जाएगी, इसके बाद ही शव परिजनों को सौंपे जायेंगे। पहचान के बाद उनका सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार किया जाएगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%9f-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%bf-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9a%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%b9%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%a5%e0%a5%87&id=73875,इस्राइल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने कहा कि जनरल बिपिन रावत सच्‍चे नेता और इस्राइल के बेहतरीन दोस्‍त थे,"Dec 09, 2021 , 5:06PM इस्राइल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने कहा कि जनरल बिपिन रावत सच्‍चे नेता और इस्राइल के बेहतरीन दोस्‍त थे IsraeliPMNaftaliBennett@Noa इस्राइल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने कहा है कि जनरल बिपिन रावत सच्‍चे नेता थे और इस्राइल के बेहतरीन दोस्‍त थे। इस्राइल ने देश के पहले रक्षा प्रमुख बिपिन रावत की दु:खद मृत्‍यु पर भारत सरकार और लोगों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त की है। नेफ्ताली बेनेट ने एक ट्वीट में कहा कि वे उन सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त करते हैं, जिनकी भारत में हैलिकॉप्‍टर दुर्घटना में मृत्‍यु हो गई।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a4%b9-500-%e0%a4%97%e0%a5%80%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%89%e0%a4%9f-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ac%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73856,सरकार ने कहा वह 500 गीगावॉट बिजली उत्‍पादन की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है,"Dec 09, 2021 , 3:23PM सरकार ने कहा वह 500 गीगावॉट बिजली उत्‍पादन की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है AIR Pics सरकार ने कहा है कि भारत-सौर, पवन, जैव ईंधन और जल परियोजना सहित गैर-जीवाश्‍म ईंधन स्रोतों का इस्‍तेमाल करते हुए 500 गीगावॉट बिजली उत्‍पादन की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। बिजली और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि हाल में संपन्‍न कॉप-26 में इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की घोषणा को वास्‍तविकता में बदला जाएगा। श्री सिंह ने बताया कि नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में स्‍वचालित रूप से शत-प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति दी गई है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%a1%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%88-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b2-26-%e0%a4%85%e0%a4%97%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%82-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%86-%e0%a4%a5%e0%a4%be--%e0%a4%ad%e0%a5%82%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%b5&id=73858,असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल 26 अगस्त को शुरू हुआ था -भूपेंद्र यादव,"Dec 09, 2021 , 3:21PM असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल 26 अगस्त को शुरू हुआ था -भूपेंद्र यादव File Pic ई-श्रम पोर्टल पर कुल सात लाख 29 हजार 477 गिग और प्लेटफॉर्म श्रमिक पंजीकृत हैं। श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि मंत्रालय ने इस वर्ष 26 अगस्त को असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल की शुरूआत की थी। उन्होंने बताया कि यह पोर्टल राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी पंजीकृत असंगठित श्रमिक, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के माध्यम से एक वर्ष के लिए दो लाख रुपये के दुर्घटना बीमा कवर का लाभ पाने के हकदार हैं। श्री यादव ने कहा कि श्रमिक पोर्टल के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14434 पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं, जो पूरी तरह से निःशुल्क है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a4%be%2c-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%88%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0&id=73793,"जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज शाम दिल्‍ली लाया जायेगा, कल पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार","Dec 09, 2021 , 3:16PM जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज शाम दिल्‍ली लाया जायेगा, कल पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार File Pic प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज शाम नई दिल्‍ली लाया जायेगा और कल पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार किया जायेगा। उनका पार्थिव शरीर आज शाम विमान से राष्‍ट्रीय राजधानी पहुंचने की संभावना है। इससे पहले आज वैलिंग्टन में मद्रास रेजिमेंटल सेन्‍टर में श्रद्धांजलि सभा होगी। सेना प्रमुख एमएम नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना अध्‍यक्ष एडमिरल हरि कुमार श्रद्धाजलि सभा में भाग लेने आज सवेरे वैलिंग्‍टन पहुंचेगे। इसके बाद जनरल रावत और उनकी पत्‍नी का पार्थिव शरीर दिल्‍ली लाया जायेगा। कल पार्थिव शरीर नई दिल्‍ली में जनरल रावत के निवास पर लाया जायेगा जहां लोग सवेरे 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्रद्धाजलि दे सकते हैं। जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत और 11 अन्‍य लोगों की कल तमिलनाडु में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में मृत्‍यु हो गयी। जनरल रावत और 13 अन्‍य लोगों को ले जा रहा एमआई-17 वी-5 हेलीकॉप्‍टर तमिलनाडु में कोयम्‍बतूर के पास सुलूरू में वायु सेना केन्‍द्र से उड़ान भरने के कुछ देर बाद दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया। भारतीय वायु सेना ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं। इस दुर्घटना में एक मात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्‍टेन वरूण सिंह का वैलिंग्‍टन में सैनिक अस्‍पताल में उपचार चल रहा है। देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत 31 दिसम्‍बर 2016 से 31 दिसम्‍बर 2019 तक सेना प्रमुख थे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%a4-8-%e0%a4%a6%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%ac%e0%a4%ab%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%89%e0%a4%95-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%8f-%e0%a4%b0%e0%a4%96%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be&id=73861,स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को कोविड के उपचार में चिन्हित 8 दवाओं का पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखने को कहा,"Dec 09, 2021 , 3:14PM स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को कोविड के उपचार में चिन्हित 8 दवाओं का पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखने को कहा FILE PIC केन्‍द्र ने ओमिक्रॉन के मामले सामने आने और टीकाकरण में प्रगति के बाद राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की है। इस दौरान, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड नमूनों का परीक्षण बढ़ाने और निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया ताकि संदिग्ध मामलों की शीघ्र पहचान की जा सके और उन्‍हें क्‍वारंटीन कर उपचार किया जा सके। राज्‍यों को सभी जिलों में आरटी-पीसीआर परीक्षण की उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई। श्री भूषण ने बताया कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल के लिए तैयारी की समीक्षा करने को भी कहा गया है। स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से यह भी कहा कि वे कोविड के नैदानिक उपचार में चिन्हित आठ महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखने को सुनिश्चित करें। राज्यों को यह भी सलाह दी गई कि वे सभी पात्र जनसंख्‍या का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए चल रहे 'हर घर दस्तक' अभियान पर ध्यान केंद्रित करते हुए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की गति को बढ़ाते रहें।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a5%80-%e0%a4%b6%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%85%e0%a4%ad%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a4%b9%e0%a4%a4-5-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-65-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%85%e0%a4%ab%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73860,देवी शक्ति अभियान के तहत 5 सौ 65 लोगों को अफगानिस्‍तान से सुरक्षित निकाला गया,"Dec 09, 2021 , 3:12PM देवी शक्ति अभियान के तहत 5 सौ 65 लोगों को अफगानिस्‍तान से सुरक्षित निकाला गया AIR Pics विदेश राज्‍यमंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा है कि देवी शक्ति अभियान के तहत पांच सौ पैंसठ लोगों को अफगानिस्‍तान से सुरक्षित निकाला गया है। राज्‍यसभा में अफगानिस्‍तान में फंसे भारतीयों के बारे में पूछे गए प्रश्‍न का जवाब देते हुए विदेश राज्‍यमंत्री ने कहा कि कुछ भारतीय अभी भी अफगानिस्‍तान में फंसे हैं। उन्‍होंने कहा कि अफगानिस्‍तान से संबंधित विशेष प्रकोष्‍ठ भारतीयों से संपर्क में है। उन्‍होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने इस साल 15 अगस्‍त के बाद अफगानिस्‍तान में तेजी से स्थिति के बिगड़ने पर भारतीयों को स्‍वदेश लाने और उनकी मदद के लिए 24 घंटे काम करने वाला विशेष अफगानिस्‍तान प्रकोष्‍ठ स्‍थापित किया था।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%b6%e0%a5%80%e0%a4%b2-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%85%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%85%e0%a4%b0%e0%a4%ac-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a4%be--%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%af%e0%a5%82%e0%a4%b7-%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%af%e0%a4%b2&id=73859,भारत महामारी से लड़ने और विकासशील देशों की सहायता के लिए अगले साल पांच अरब टीकों का उत्‍पादन करेगा- पीयूष गोयल,"Dec 09, 2021 , 3:06PM भारत महामारी से लड़ने और विकासशील देशों की सहायता के लिए अगले साल पांच अरब टीकों का उत्‍पादन करेगा- पीयूष गोयल @PiyushGoyal केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, जो भारत के जी-20 शेरपा भी हैं, ने कहा है कि भारत महामारी से लड़ने और विकासशील देशों की सहायता के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को मजबूत करने के लिए अगले साल पांच अरब टीकों का उत्‍पादन करेगा। वे इंडोनेशिया में आयोजित पहली शेरपा बैठक में भाग ले रहे थे। इण्‍डोनेशिया जी -20 समूह का मौजूदा अध्यक्ष भी है। श्री गोयल ने बैठक में वैश्विक मुद्दों के व्यावहारिक और मानवीय हल के लिए एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाने पर बल दिया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%95-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73857,आज मानवाधिकार रक्षक दिवस है,"Dec 09, 2021 , 3:03PM आज मानवाधिकार रक्षक दिवस है AIR Pics आज मानवाधिकार रक्षक दिवस है। संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने आज ही के दिन मानवाधिकार रक्षकों के घोषणा पत्र को मंजूरी दी थी। राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष न्‍यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा है कि मानवाधिकार रक्षक, मानवधिकारों की रक्षा और संवर्द्धन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्‍होंने मानवाधिकार रक्षकों, स्‍वयंसेवी संगठनों और गरीबों के लिए काम करने वाले लोगों को इस अवसर पर बधाई दी। श्री मिश्रा ने कहा कि आयोग, मानवाधिकार रक्षकों के कथित उत्‍पीड़न की शिकायतों पर विशेष ध्‍यान देता है। इस प्रकार की शिकायतों को अलग श्रेणी में दर्ज किया जाता है और उनके समाधान के लिए समुचित निगरानी की जाती है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%9e%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8c%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be--%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b7-2030-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a4%a8-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a4%be&id=73847,विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्‍द्र सिंह ने राज्‍यसभा में बताया- वर्ष 2030 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्‍टेशन होगा,"Dec 09, 2021 , 2:50PM विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्‍द्र सिंह ने राज्‍यसभा में बताया- वर्ष 2030 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्‍टेशन होगा Sansad TV विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्‍य मंत्री जितेन्‍द्र सिंह ने कहा है कि 2030 तक भारत का अपना अंतरिक्ष केन्‍द्र होगा। राज्‍य सभा में प्रश्‍नकाल के दौरान इस बारे में पूछे गये एक प्रश्‍न के उत्‍तर में उन्‍होंने बताया कि पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान-मिशन गगनयान के 2023 में अंतरिक्ष में भेजे जाने की संभावना है। उन्‍होंने बताया कि कोविड महामारी के कारण गगनयान के कार्यों में देरी हुई है। डॉ. सिंह ने कहा कि सौर मिशन आदित्‍य 2022-23 में शुरू किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि तीसरा चन्‍द्रयान मिशन अगले वर्ष शुरू होगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने यह भी बताया कि शुक्र ग्रह के अध्‍ययन के मिशन पर भी काम किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि भारत वैश्विक अंतरिक्ष क्षेत्र में एक अग्रणी राष्‍ट्र बन चुका है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a4%be%e2%80%8d%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%8f%e0%a4%b2%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%9c%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%a8%e0%a5%88%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b6%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%ad-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%89%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9c%e0%a4%b5%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8&id=73850,प्रवा‍सी परिवारों को एलपीजी कनैक्‍शन का लाभ दिलाने के लिए उज्‍जवला योजना में विशेष प्रावधान,"Dec 09, 2021 , 2:47PM प्रवा‍सी परिवारों को एलपीजी कनैक्‍शन का लाभ दिलाने के लिए उज्‍जवला योजना में विशेष प्रावधान AIR Pics केन्‍द्र ने कहा है कि उज्‍जवला योजना के दूसरे चरण में विशेष प्रावधान किये गये हैं, ताकि प्रवा‍सी परिवारों को नये एलपीजी कनैक्‍शन का लाभ मिल सके। पैट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्‍य मंत्री रामेश्‍वर तेली ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्‍तर में बताया कि प्रवासी परिवारों के लोगों को नये कनैक्‍शन लेने के लिए अपने परिवार के सदस्‍यों की संख्‍या और अपने पते का प्रमाण जमा कराना होगा। श्री तेली ने कहा कि उज्‍जवला योजना के दूसरे चरण के अंतर्गत 2019-20 के दौरान एलपीजी सिलैण्‍डर खर्च का आंकडा 14 दशमलव दो किलो वजन के तीन सिलैण्‍डर थे, जो बढकर पिछले वित्‍त वर्ष में चार दशमलव तीन नौ हो गया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%89%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%a1%e0%a4%af%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be--%e0%a4%85%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%85%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%a1%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%96%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%a2%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a5%80&id=73852,नागरिक उड्डयन मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने कहा- अगले चार-पांच वर्षों में देश में हवाई अड्डों की संख्‍या ढाई सौ तक पहुंच जायेगी,"Dec 09, 2021 , 2:46PM नागरिक उड्डयन मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने कहा- अगले चार-पांच वर्षों में देश में हवाई अड्डों की संख्‍या ढाई सौ तक पहुंच जायेगी Sansad TV नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि अगले चार-पांच वर्षों में देश में हवाई अड्डों की संख्या ढाई सौ तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के तहत सरकार ने छोटे शहरों को विमान सेवाओं से जोड़ने के साथ-साथ 63 हवाई अड्डों और हेलीपोर्ट का निर्माण भी किया है। लोकसभा में प्रश्‍नों का जवाब देते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि पिछले सात वर्षों में, हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी होकर 130 हो गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने क्षेत्रीय स्‍तर पर विमानन के विकास के लिए कोई भी विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) नहीं बनाये हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9c%e0%a4%b2-%e0%a4%b6%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a4%9c%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9-%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be--%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%a6%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-%e0%a4%9b%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%9c%e0%a4%b2-%e0%a4%b6%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=73849,जल शक्ति मंत्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने कहा- देश में जिला स्‍तर पर अब तक दो सौ छियत्‍तर जल शक्ति केन्‍द्र स्‍थापित किये गये हैं,"Dec 09, 2021 , 2:44PM जल शक्ति मंत्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने कहा- देश में जिला स्‍तर पर अब तक दो सौ छियत्‍तर जल शक्ति केन्‍द्र स्‍थापित किये गये हैं Sansad TV जल शक्ति मंत्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने कहा है कि महाराष्‍ट्र में कोल्‍हापुर, सांगली, अहमदनगर, ठाणे, जलगांव और नंदूरबाग जिलों सहित विभिन्‍न राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों में अब तक दो सौ छियत्‍तर जल शक्ति केन्‍द्र बनाये गए हैं। श्री शेखावत ने कहा कि जल संरक्षण के बारे में सूचनाओं के प्रसार के लिए महाराष्‍ट्र सहित सभी राज्‍य सरकारों से प्रत्‍येक जिला मुख्‍यालयों में जल शक्ति केन्‍द्र स्‍थापित करने का आग्रह किया गया है। लोकसभा में प्रश्‍नों का जवाब देते हुए श्री शेखावत ने कहा कि केन्‍द्र सरकार, राज्‍यों के साथ मिलकर जल जीवन मिशन-हर घर जल पर काम कर रही है, जिसका उद्देश्‍य 2024 तक प्रत्‍येक ग्रामीण परिवार को पर्याप्‍त मात्रा में नियमित रूप से नल के माध्‍यम से पीने का पानी उपलब्‍ध कराना है। उन्‍होंने कहा कि इस योजना पर तीन लाख साठ हजार करोड़ रूपये का खर्च होने का अनुमान है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b8-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%88-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73832,रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कल कुन्‍नूर के पास हुई हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना पर संसद के दोनों सदनों में बयान दिया,"Dec 09, 2021 , 2:41PM रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कल कुन्‍नूर के पास हुई हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना पर संसद के दोनों सदनों में बयान दिया Sansad TV रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारतीय वायु सेना ने एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हेलिकॉप्टर दुर्घटना के संबंध में एक त्रि-सेवा जांच के आदेश दिये हैं। संसद के दोनों सदनों में एक बयान में रक्षामंत्री ने कहा कि इस दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उनका इलाज वेलिंगटन के सैनिक अस्पताल में चल रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत-सीडीएस का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वायु सेना के एमआई17-वी5 हेलीकॉप्टर ने कल सुबह 11 बजकर 48 मिनट सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी थी और इसे दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंगटन में उतरना था। उन्होंने संसद के दोनों सदनों को सूचित किया कि सुलूर एयर बेस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का हेलीकॉप्टर से लगभग 12 बजकर 08 मिनट पर संपर्क टूट गया। इसके बाद, कुछ स्थानीय लोगों ने कुन्नूर के पास जंगल में आग के शोले देखे जहां उन्होंने देखा कि एक सैन्य हेलीकॉप्टर का मलबा आग की लपटों में घिरा हुआ है। श्री सिंह ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के बचाव दल ने घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को निकालने का प्रयास किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि जनरल बिपिन रावत प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के निर्धारित दौरे पर थे। उन्‍होंने कहा कि मृतकों में सीडीएस के अलावा उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर भी उनके साथ थे। हैलीकॉप्‍टर में लखबिंदर सिंह लिद्दर, स्टाफ अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और वायु सेना के हेलीकॉप्टर चालक दल सहित नौ अन्य सशस्त्र बल के जवान थे। इनके नाम विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-79.1-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%a4-%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%a3-%e0%a4%ac%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73851,सरकार ने कहा देश में 79.1 प्रतिशत ग्रामीण बस्तियों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जा चुका है,"Dec 09, 2021 , 2:31PM सरकार ने कहा देश में 79.1 प्रतिशत ग्रामीण बस्तियों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जा चुका है AIR Pics सरकार ने कहा है कि देश में उन्‍यासी दशमलव एक प्रतिशत ग्रामीण बस्तियों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जा चुका है। हर दिन प्रति व्‍यक्ति 40 लीटर जल की आपूर्ति की जा रही है। जल शक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि इस महीने की 7 तारीख तक कुल सत्रह लाख एक हजार गांवों में से तेरह लाख 46 हजार गांवों को पेयजल आपूर्ति की जा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%98%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%b2-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%8f-%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%aa-%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%82%e0%a4%a3-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5-%e0%a4%b5-%e0%a4%a6%e0%a5%80%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73833,राष्‍ट्रपति ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में घायल हुए ग्रुप कैप्‍टन वरूण सिंह के स्‍वस्‍थ व दीर्घायु होने की कामना की,"Dec 09, 2021 , 1:47PM राष्‍ट्रपति ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में घायल हुए ग्रुप कैप्‍टन वरूण सिंह के स्‍वस्‍थ व दीर्घायु होने की कामना की Tweeted by @rashtrapatibhvn राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कल तमिलनाडु में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में घायल हुए ग्रुप कैप्‍टन वरूण सिंह के शीघ्र स्‍वस्‍थ होने और उनकी दीर्घायु की कामना की है। कल की दुर्घटना में वे ही अकेले जीवित बचे हैं। एक ट्वीट संदेश में श्री कोविंद ने कहा कि उनकी संवेदना ग्रुप कैप्‍टन वरूण सिंह के साथ हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4%2c-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-11-%e0%a4%9c%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%97%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%81%3a%e0%a4%96-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73830,"राज्‍यसभा ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल रावत, उनकी पत्‍नी और 11 जवानों के निधन पर गहरा दु:ख व्‍यक्‍त किया","Dec 09, 2021 , 1:11PM राज्‍यसभा ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल रावत, उनकी पत्‍नी और 11 जवानों के निधन पर गहरा दु:ख व्‍यक्‍त किया Sansad TV राज्‍यसभा में आज सदस्‍यों ने कल हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह जवानों के निधन पर गहरा दु:ख व्‍यक्‍त किया है। संसद की बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने कहा कि देश ने शानदार सैनिक खो दिया है। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत 16 दिसम्‍बर 1978 को ग्‍यारहवी गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन में कमीशन प्राप्‍त कर सैन्‍य अधिकारी के रूप में शामिल हुए। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत को सैन्‍य अभियानों के संचालन का व्‍यापक अनुभव था और सेना में चार दशक के कार्यकाल में उन्‍होंने विभिन्‍न मोर्चो पर अपनी सेवाएं दीं। उपसभापति ने कहा कि जनरल बिपिन रावत ने लोकतांत्रिक गणराज्‍य कांगो में भी बहुद्देशीय ब्रिगेड की कमान का नेतृत्‍व किया था। जनरल रावत के योगदान को याद करते हुए उपसभापति ने कहा कि उन्‍होंने देश के सुरक्षा ढांचे में सुधार के लिए कई बदलाव किये। श्री हरि वंश ने कहा कि जनरल रावत देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष थे। उपसभापति ने कहा कि जनरल रावत को सेना में उनके कार्यकाल के दौरान कई वीरता और विशिष्‍ट सेवा पुरस्‍कारों से सम्‍मानित किया गया। सदस्‍यों ने दिवंगत आत्‍माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%97-%e0%a4%a4%e0%a4%a5%e0%a4%be-%e0%a4%a4%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a1%e0%a5%81-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%8c%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73831,वायु सेना प्रमुख और रक्षा विभाग तथा तमिलनाडु के अधिकारियों ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना वाले स्‍थान का दौरा किया,"Dec 09, 2021 , 1:10PM वायु सेना प्रमुख और रक्षा विभाग तथा तमिलनाडु के अधिकारियों ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना वाले स्‍थान का दौरा किया DD NEWS वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी और रक्षा विभाग तथा तमिलनाडु के शीर्ष अधिकारियों ने कल कुन्‍नूर के निकट हुई हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना की स्थितियों का जायजा लेने के लिए दुर्घटनास्‍थल का दौरा किया। सुबूत इकट्ठा करने के लिए फारेंसिंक टीम भी वहां पहुंच गई है। दुर्घटनास्‍थल की घेराबंदी कर दी गई है ताकि हेलीकॉप्‍टर का ब्‍लैक बॉक्‍स और मलबा एकत्र किया जा सके। इस बीच, प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और अन्‍य सैनिकों के पार्थिक शरीर, अस्‍पताल से वेलिंगटन के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर ले जाए गए हैं। वहां मंत्री, अधिकारी और अन्‍य गणमान्‍य लोग उन्‍हें पुष्‍पांजलि अर्पित कर रहे हैं। दुर्घटना में घायल हुए ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह का सैन्‍य अस्‍पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालात गंभीर, लेकिन स्थिर बताई जाती है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%85%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%af%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%ad%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6&id=73825,जनरल रावत के हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना में असामयिक निधन पर विश्‍व भर से शोक संदेश,"Dec 09, 2021 , 11:56AM जनरल रावत के हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना में असामयिक निधन पर विश्‍व भर से शोक संदेश File Pic प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और 11 अन्‍य लोगों की हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना में असामयिक निधन पर विश्‍व भर के देशों से शोक संदेश मिल रहे हैं। अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि जनरल रावत को असाधारण व्यक्तित्व के रूप में याद किया जाएगा जिन्‍होंने देश की सेवा की और भारत-अमरीका रक्षा संबंधों को मजबूत करने में योगदान दिया। अमरीका के रक्षामंत्री लॉयड जे.ऑस्टिन ने कहा कि जनरल रावत ने अमरीका-भारत रक्षा साझेदारी पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। अमरीका के दूतावास ने जनरल रावत की सराहना करते हुए कहा कि उन्‍होंने भारतीय सेना के परिवर्तनकारी ऐतिहासिक दौर का नेतृत्‍व किया। श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्से ने कहा कि प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत और अन्‍य के असामयिक निधन से वे शोकसंतप्त हैं। भूटान के प्रधानमंत्री लोते छेरिंग ने कहा कि भूटान के लोग और वे भारत और पीडित परिवारों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त करते है। मालदीव के राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद सोलेह ने संवेदना व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि वर्ष 2019 में उन्‍हें जनरल रावत से भेंट का सौभाग्य मिला था। वे एक सच्‍चे सैनिक थे जिन्‍होंने देश सेवा को सर्वोच्‍च स्‍थान पर रखा। इस्राइल के रक्षामंत्री बेनी गैंट्ज ने इस्राइल के रक्षा मंत्रालय की ओर से संवेदना व्‍यक्‍त की। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्‍यक्‍त किया है। रूस के राजदूत निकोलाय कुदाशेव ने कहा कि जनरल रावत रूस के सच्‍चे मित्र थे और उन्‍होंने प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष के रूप में पहली विदेश यात्रा के लिए रूस को चुना था। श्री कुदाशेव ने कहा कि भारत ने एक महान देशभक्‍त और समर्पित योद्धा खोया है। ब्रिटेन के उच्‍चायुक्‍त एलेक्‍स डब्‍ल्‍यू एलिस ने कहा कि जनरल रावत एक बहादुर सैनिक और विवेकशील दूरदर्शी व्यक्तित्व थे। भारत में जापान के राजदूत सातोशी सुजुकी, पोलैंड के राजदूत एडम ब्‍यूराकोवस्‍की, जर्मनी के राजदूत वॉल्‍टर जे लिंडनर, फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लिनेन और चीन के राजदूत सुन वीडौंग ने ने भी जनरल रावत और दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्‍यक्‍त की है। ऑस्‍ट्रेलिया के उच्‍चायुक्‍त बैरी ओ. फारेल ने भी हादसे पर गहरा दुख व्‍यक्‍त किया है। भारत में सिंगापुर के दूतावास ने कहा कि जनरल रावत की दूरदृष्टि, स्‍पष्‍टवादिता और गर्मजोशी की कमी हमेशा महसूस होगी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%8f&id=73823,राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को अब तक एक सौ चालीस करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके उपलब्‍ध कराये गए,"Dec 09, 2021 , 11:09AM राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को अब तक एक सौ चालीस करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके उपलब्‍ध कराये गए @MoHFW_INDIA केन्‍द्र सरकार ने राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को अब तक एक सौ चालीस करोड़ से अधिक केाविड रोधी टीके उपलब्‍ध कराये हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने बताया कि 19 करोड़ आठ लाख से अधिक टीके अब भी उनके पास बचे हुए हैं। राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत केन्‍द्र सरकार राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों को निशुल्‍क टीके उपलब्‍ध करा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%85%e0%a4%ad%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a4%b9%e0%a4%a4-130-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-39-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=73813,राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 130 करोड़ 39 लाख से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं,"Dec 09, 2021 , 11:04AM राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 130 करोड़ 39 लाख से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं @MoHFW_INDIA राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 130 करोड़ 39 लाख से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा है कि कल 80 लाख 86 हजार से अधिक टीके लगाये गए। पिछले 24 घंटों में नौ हजार 419 नये मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। देश में इस समय 94 हजार 742 मरीज संक्रमित हैं। संक्रमण से स्‍वस्‍थ होने की राष्‍ट्रीय दर 98 दशमलव तीन-छ: प्रतिशत हो गई है, जोकि मार्च 2020 के बाद सबसे अधिक है। पिछले 24 घंटों में आठ हजार 251 मरीज स्‍वस्‍थ हो चुके हैं। महामारी से अब तक तीन करोड़ 40 लाख 97 हजार लोग स्‍वस्‍थ हुए हैं। देश में अब तक 65 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों में 12 लाख 89 हजार लोगों का परीक्षण किया जा चुका है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=73817,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज संसद के दोनों सदनों में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना पर बयान देंगे,"Dec 09, 2021 , 10:11AM रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज संसद के दोनों सदनों में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना पर बयान देंगे DD NEWS रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना पर बयान देंगे। इससे पहले कल प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस घटना के बाद सुरक्षा से संबद्ध मंत्रिमंडल समिति के बैठक की अध्‍यक्षता की। राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद, उपराष्‍ट्रपति एम. वैंकेया नायडु, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और अन्‍य नेताओं ने जनरल रावत के निधन पर दुख व्‍यक्‍त किया है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%af%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%ae%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%95-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%8f-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%bf-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=73792,कांग्रेस ने भी जनरल बिपिन रावत की असमयिक मृत्‍यु पर शोक व्‍यक्‍त करते हुए उन्‍हें श्रद्धांजलि दी,"Dec 08, 2021 , 9:17PM कांग्रेस ने भी जनरल बिपिन रावत की असमयिक मृत्‍यु पर शोक व्‍यक्‍त करते हुए उन्‍हें श्रद्धांजलि दी air-4 कांग्रेस ने भी जनरल बिपिन रावत की असमयिक मृत्‍यु पर शोक व्‍यक्‍त करते हुए उन्‍हें श्रद्धांजलि दी है। पार्टी के राष्‍ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट में कहा कि पार्टी इस दुर्घटना में मारे गए लोगों की दिवंगत आत्‍माओं की शांति के लिए प्रार्थना करती है और शोक संतप्‍त परिवारों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त करती है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%89%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e0%a4%9a-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%89%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%a4%e0%a4%ae-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a5%80%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a4%a8-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a4%be-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95%2c-2021-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4&id=73791,"उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के वेतन और सेवा शर्तें संशोधन विधेयक, 2021 पारित","Dec 08, 2021 , 9:16PM उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के वेतन और सेवा शर्तें संशोधन विधेयक, 2021 पारित Law&JusticeMinisterkirenrijiju@Air लोकसभा ने उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के वेतन और सेवा शर्तें संशोधन विधेयक, 2021 को ध्वनि मत से पारित कर दिया है। कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि इस संशोधन विधेयक में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के पेंशन के वितरण में विसंगतियों को दूर करने का प्रयास किया गया है। इस संशोधन में व्यवस्था है कि विशेष आयु प्राप्त करने के बाद सेवानिवृत्त ये न्यायाधीश अतरिक्त पेशन अथवा परिवार पेशन के पात्र होगे। विशेष आय़ु को पांच श्रैणीयों में रखा गया है, जिसमें न्यूनतम आयु 80 वर्ष होनी चाहिए। विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए किरेन रिजिजू ने कहा कि न्यायपलिका के उच्च पदों पर जजों की नियुक्त की वर्तमान कॉलेजियम प्रणाली के बारे में सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, गैर सरकारी संगठनों और नागरिक समाज के अनेक वर्गों द्वारा अपत्ति व्यक्त की गई है। श्री रिजिजू ने कहा कि उन्हें एक नई राष्ट्रीय न्यायिक पालिका नियुक्ति आयोग विधेयक लाने का सुझाव भी प्राप्त हुआ है। उच्चतम न्यायालय औऱ उच्च न्यायालयों में रिक्त पदों का उल्लेख करते हुए कानून मंत्री ने कहा कि कॉलेजियम द्वारा नामों के सेट मिलने के बाद नियमानुसार उनकी छानबीन की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में एक निश्चित समय के भीतर कार्य करना उचित नहीं होगा। श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि उन्होंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों से कहा है कि वे इस बात का ख्याल रखे की न्यायाधीश पद की नियुक्त के लिए भेजे गए नामों में समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। कानून मंत्री का कहना था कि सरकार न्यायपलिका के मामले में कभी दखल नहीं देती है। कार्यपालिका और विधायका की तरह न्यायपालिका को भी अपने मामले में स्वतंत्रता प्राप्त है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार फॉस्टट्रैक कोर्ट की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर कार्य कर रही है, औऱ पश्चिम बंगाल सरकार को केंद्र के साथ सहयोग करने को कहा गया है। श्री रिजिजू ने कहा कि फिल्हाल न्यायालयों में साढ़े पांच करोड़ मामले लंबित है जो चिंता का विषय है। हांलाकि उनका ये भी कहना है कि इनमे से 90 प्रतिशत मामले निचली आदलतों में लंबित है। श्री किरेन रिजिजू ने 30 नवंबर को इस विधेयक को लोकसभा में पेश किया था। इस विधेयक पर कल सदन में विस्तार से चर्चा की गई।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=2021-22-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%97%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%ad%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%82%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a4%b2-290-%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a4%af%e0%a5%87&id=73790,2021-22 के लिए गन्‍ने का उचित और लाभकारी मूल्‍य प्रति क्विंटल 290 रुपये,"Dec 08, 2021 , 9:14PM 2021-22 के लिए गन्‍ने का उचित और लाभकारी मूल्‍य प्रति क्विंटल 290 रुपये food&supplydistributionsadhviniranjanjyoti@Noa खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्‍य मंत्री साध्‍वी निरंजन ज्‍योति ने आज लोकसभा को बताया कि 2021-22 के लिए गन्‍ने का उचित और लाभकारी मूल्‍य प्रति क्विंटल 290 रुपये तय किया गया है। उन्‍होंने कहा कि यह प्राथमिक वसूली के दस प्रतिशत से जुड़ा है, बशर्ते वसूली पर प्रत्‍येक शून्‍य दशमलव एक और दस प्रतिशत से अधिक वृद्धि के लिए दो रुपये 90 पैसे प्रति क्विंटल प्रीमियम दिया जाएगा तथा उचित और लाभकारी मूल्‍य में नौ दशमलव पांच प्रतिशत तक वसूली दर में शून्‍य दशमलव एक प्रतिशत की कटौती की जाएगी। साध्‍वी निरंजन ज्‍योति ने कहा कि नौ दशमलव पांच प्रतिशत से कम की वसूली वाली गन्‍ना मिलों से जुड़े किसानों के हितों की रक्षा के मद्देनजर सरकार ने यह निर्णय लिया है कि नौ दशमलव पांच प्रतिशत से कम वसूली होने पर कोई कटौती नहीं जाएगी और ऐसे मामलों में किसानों को वर्तमान वर्ष में गन्‍ने के लिए प्रति क्विंटल दो सौ 275 रुपये 50 पैसे मिलेंगे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%af%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a4%ad%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%b9%e0%a4%b0&id=73788,जनरल रावत के असामयिक निधन पर देशभर में शोक की लहर,"Dec 08, 2021 , 9:07PM जनरल रावत के असामयिक निधन पर देशभर में शोक की लहर CDSrawat@Twitter राष्‍ट्रपति, उपराष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंंत्री ने प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष, जनरल बिपिन रावत की मृत्‍यु पर दुख व्‍यक्‍त किया है। जनरल रावत की आज हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना में मृत्‍यु हो गई। राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविन्‍द ने एक ट्वीट में कहा कि जनरल रावत और उनकी पत्‍नी की असमय मृत्‍यु से उन्‍हें काफी दुख पहुंचा है। उन्‍होंने कहा कि राष्‍ट्र ने अपने वीर सपूतों में से एक को आज खो दिया है। मातृभूमि की चार दशक की अपनी सेवा के दौरान उन्‍होंने अद्वितीय शौर्य का प्रदर्शन किया। उपराष्‍ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने जनरल बिपिन रावत की मृत्‍यु पर गहरा शोक व्‍यक्‍त किया है। श्री नायडू ने ट्वीट संदेश में कहा कि उन्‍हें प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल रावत, उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत और सशस्‍त्र बलों के वरिष्‍ठ अधिकारियों की हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना में हुई हृदयविदारक मृत्‍यु पर गहरा धक्‍का लगा है। श्री नायडू ने कहा की जनरल रावत ने देश की रक्षा क्षमता को मजबूत बनाने और राष्‍ट्रीय सुरक्षा को सशक्‍त करने में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा है कि जनरल रावत एक अद्वितीय सैनिक और सच्‍चे देशभक्‍त थे जिन्‍होंने सशस्‍त्र बलों और सुरक्षा उपकरणों के आधुनिकीकरण के क्षेत्र में उल्‍लेखनीय काम किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश जनरल बिपिन रावत की बहुमूल्‍य सेवाओं को कभी नहीं भूलेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनरल बिपिन रावत की मृत्‍यु पर गहरा शोक व्‍यक्‍त किया है। श्री सिंह ने एक संदेश में कहा कि हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल रावत की असमय मृत्‍यु अत्‍यंत दुर्भाग्‍यपूर्ण है और यह देश तथा सशस्‍त्र बलों के लिए अपूर्णीय क्षति है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%ad%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%9b%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8c%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%ad%e0%a4%97-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%80&id=73789,उपभोक्‍ता आयोगों को पिछले तीन वर्ष के दौरान लगभग पांच लाख शिकायतें मिली,"Dec 08, 2021 , 9:05PM उपभोक्‍ता आयोगों को पिछले तीन वर्ष के दौरान लगभग पांच लाख शिकायतें मिली consumeraffairsashwanikumarchoubey@Noa उपभोक्‍ता आयोगों को पिछले तीन वर्ष के दौरान लगभग पांच लाख शिकायतें मिली और राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग तथा राज्‍य आयोगों में 94 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गये हैं। लोकसभा में लिखित उत्‍तर में आज उपभोक्‍ता कार्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि उपभोक्‍ता कार्य विभाग, वीडियो स्‍पॉट, बैनर, होर्डिंग और पोस्‍टरों के जरिए उपभोक्‍ता संरक्षण अधिनियम 2019, पैकेज्‍ड वस्‍तु नियमों, हॉल मार्किंग और उपभोक्‍ता शिकायत निवारण व्‍यवस्‍था के प्रमुख पहलुओं के मुद्दे पर उपभोक्‍ताओं में जागरूकता विकसित करता है। श्री चौबे ने कहा कि उपभोक्‍ता संरक्षण अधिनियम 2019 में त्रिस्‍तरीय अर्ध-न्‍यायिक व्‍यवस्‍था-जिला उपभोक्‍ता विवाद निवारण आयोग, राज्‍य उपभोक्‍ता विवाद निवारण आयोग और राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता विवाद निवारण आयोग के गठन का प्रावधान है। इन आयोगों में उपभोक्‍ता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए आवेदन कर सकते हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a4%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a1%e0%a5%81-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%9f-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%81&id=73781,तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु,"Dec 08, 2021 , 8:51PM तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु CDSbipinrawat@Air प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष - सी डी एस जनरल विपिन रावत औऱ 13 अन्य को ले जा रहा भारतीय वायु सेना का हेलिकॉप्टर एमआई-17 वी-5 आज तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में कुन्नूर के निकट घने जंगल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। चालक दल के अलावा सी डी एस का स्‍टॉफ और परिवार के सदस्‍य भी हेलिकॉप्‍टर में सवार थे। यात्रियों में रक्षा पत्‍नी कल्‍याण संघ की अध्‍यक्ष मधुलिका रावत, सीडीएस के मिलिट्री सलाहकार ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर, सीडीएस के एसओ लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और पांच पीएसओ शामिल हैं। हेलिकॉप्‍टर सुलुर एयरबेस की ओर जा रहा था। ग्‍यारह शवों के पहचान की आधिकारिक पुष्टि अभी की जानी है। दुर्घटना स्‍थल से 11 शवों को निकाल लिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना के बारे में कल संसद में बयान दे सकते हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना प्रमुख चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी से दुर्घटना स्‍थल पर जाने को कहा है। इस बीच, रक्षा मंत्रालय में वरिष्‍ठ अधिकारियों की एक बैठक हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को दुर्घटना के बारे में जानकारी दे दी है। रक्षा मंत्री नई दिल्‍ली में सी डी एस के निवास पर भी गये। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गये हैं। तमिलनाडु के वन मंत्री के. रामचन्‍द्रन ने बताया कि वे इस घटना के बारे में स्‍पष्‍ट सूचना नहीं दे सकते, क्‍योंकि राहत और बचाव कार्य जारी हैं। उनके अनुसार हेलिकॉप्‍टर पर सवार तीन व्‍यक्ति गंभीर रूप से घायल हैं और उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री एम. के. स्‍टालिन आज कोयम्‍बतूर पहुंचेंगे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a5%9f-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%9a%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%88&id=73786,लोकसभा में आज जलवायु परिवर्तन के विषय़ पर चर्चा हुई,"Dec 08, 2021 , 8:40PM लोकसभा में आज जलवायु परिवर्तन के विषय़ पर चर्चा हुई loksabhathanksmotion@Noa 4 लोकसभा में आज जलवायु परिवर्तन के विषय़ पर चर्चा हुई। भोजना अवकाश के बाद नियम 193 के अंतर्गत चर्चा की शुरुआत करते हुए डीएमके पार्टी की सांसद कनिमोई करुणानिधी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वो जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए राज्यों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की गंभीर समस्या के बावजूद केंद्र सरकार ने बजट में 230 करोड़ रुपये की कटौती कर दी है। उन्होंने सुझाव दिया कि पर्यावरण सरंक्षण के साथ केंद्र सरकार को आर्थिक गतिविधियों को बेहतर करना चाहिए। सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि केंद्र देश में जलवायु परिवर्तन के कुप्रभाव के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करा रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार भारत के सबसे प्रदूषित नगरों को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए। ए.आई.टी.सी. सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार ने केंद्र से पश्चिम बंगाल में सुंदरवन को बचाने के लिए धन उपलब्ध कराने की अपील की। उनका कहना था कि 75 लाख लोग की जीविका सुन्दरवन पर निर्भर है। बहुजन समाज पार्टी के रितेश पांडेय ने कहा कि विकास संबंधी गतिविधियों से पिछड़ों के सुधार के लिए ऊर्जा उपभोग की बहुत जरुरत है। हालांकि उन्होंने कहा कि जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल में कमी करने की बजाय सरकार कोयला खदानों नीलामी कर रही है। जलवायु परिवर्तन की चर्चा में वाई.एस.आर.सी.पी. के कोटागिरी श्रीधर, शिवसेना के राहुल रमेश शिवाले, जनतादल यू के दिलेश्वर कमैत, बीजू जनता दल के अच्युतानंद सामंता, कांग्रेस के प्रद्युत बोरदोलोई और एन.सी.पी. के श्रीनिवास दादासाहेब पाटिल ने भाग लिया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8c%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%80-(%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%af%e0%a4%a8)-2021-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73782,राज्‍यसभा ने आज सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनिमयन) 2021 विधेयक पारित कर दिया,"Dec 08, 2021 , 8:25PM राज्‍यसभा ने आज सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनिमयन) 2021 विधेयक पारित कर दिया ART&SurrogacyRegulationBills@Air राज्‍यसभा ने आज सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनिमयन) 2021 विधेयक पारित कर दिया। इसके साथ ही संसद के दोनों सदनों से ये विधेयक पारित हो गया है। लोकसभा ने इसे पहले ही पारित कर दिया था। राज्‍यसभा ने किराए की कोख-सर्रोगेसी (विनिमयन) विधेयक 2020 सरकार द्वारा रखे गये कुछ संशोधनों के साथ पारित किया। सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी-एआरटी (विनिमयन) 2021 में सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी क्लिनिक और सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी बैंकों के विनियमन और निगरानी का प्रावधान है। विधेयक के अंतर्गत प्रत्‍येक एआरटी क्लिनिक और बैंक का भारत के बैंकों तथा क्लिनिक की राष्‍ट्रीय रजिस्‍ट्री के तहत पंजीकृत होना आवश्‍यक है। किराए की कोख (विनिमयन) विधेयक 2020 का उद्देश्‍य राष्‍ट्रीय सर्रोगसी बोर्ड, राज्‍य सर्रोगेसी बोर्ड का गठन करना और किराए पर कोख की प्रक्रिया तथा चलन के विनियमन के लिए समुचित अधिकारियों की नियुक्ति करना है। सरकार ने इस विधेयक में राज्‍यसभा की चयन समिति की सिफारिशों को भी शामिल किया है।",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-09-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129193838.html,"कोरोना देश में LIVE: बूस्टर डोज पर कल हो सकता है फैसला, एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग; कोविशील्ड को मंजूरी दे चुका है DCGI","कोरोना देश में LIVE:बूस्टर डोज पर कल हो सकता है फैसला, एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग; कोविशील्ड को मंजूरी दे चुका है DCGI देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर फैलने का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की भी तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर गठित सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) शुक्रवार को मीटिंग करेगी। इस मीटिंग में तय हो सकता है कि देश में बूस्टर डोज कब से दी जाएगी और शुरुआत में किन्हें बूस्टर डोज सबसे पहले मिलेगी। हाल ही में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की तरफ से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की एप्लिकेशन को मंजूरी दी जा चुकी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने देश में कोविशील्ड वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक होने के चलते नए वैरिएंट के कारण इसकी बूस्टर डोज दिए जाने का इमरजेंसी अप्रूवल DCGI से मांगा था। अपडेट्स... ​​​​​​​ओमिक्रॉन के खतरे के बीच बड़ा फैसला; 31 जनवरी तक इंटरनेशनल फ्लाइट्स के आने-जाने पर रोक जारी एविएशन रेगुलेटर (DGCA) ने गुरुवार को कहा कि भारत ओमिक्रॉन वैरिएंट से पैदा हो रहे खतरे के मद्देनजर शेड्यूल इंटरनेशन पैसेंजर फ्लाइट पर प्रतिबंध 31 जनवरी तक जारी रहेगा। DGCA ने एक बयान में कहा कि पहले के आदेश में आंशिक बदलाव करते हुए भारत से आने-जाने वाली इंटरनेशनल कमर्शियल पैसेंजर उड़ानों के निलंबन को 31 जनवरी तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। हालांकि, ये प्रतिबंध इंटरनेशन ऑल-कार्गो ऑपरेशन और रेगुलेटर की तरफ से स्पेशल अप्रूव उड़ानों पर लागू नहीं होंगे। मामले के आधार पर चुनिंदा रूट पर इंटरनेशनल शेड्यूल उड़ानों की भी अनुमति दी जा सकती है। विदेश से पटना लौटे 5 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव, 2 सिंगापुर और 3 नेपाल के 3 लोग मिले पॉजिटिव बिहार की राजधानी पटना में विदेश यात्रा से लौटे 5 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसमें 2 सिंगापुर और 3 नेपाल से आए हैं। एक साथ 5 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग पांचों के संपर्क में आने वालों की कांटेक्ट ट्रेसिंग कराने और उनके सैंपल ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग को भेजने की तैयारी कर रहा है। सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी का कहना है कि जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। पटना में इससे पहले दुबई से आए दो लोग भी कोरोना पॉजिटिव मिले थे। उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट भी अब तक नहीं आई है। ओमिक्रॉन को लेकर राज्यों को निर्देश; अस्पतालों को दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (फाइल फोटो) कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए केंद्र ने गुरुवार को राज्य सरकारों से 8 जरूरी दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिया है। कोरोना मामलों में किसी भी इजाफे से निपटने के लिए अस्पतालों को रिव्यू करने की सलाह भी दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और UTs के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वैक्सीनेशन प्रोग्रेस को रिव्यू किया। उन्होंने राज्यों और UTs के स्वास्थ्य सचिवों और नेशनल हेल्थ मिशन के निदेशकों से कहा कि सभी हेल्थ फैसिलिटीज में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और प्लांट काम करने चाहिए। कर्नाटक में ओमिक्रॉन पर कैबिनेट की बैठक, CM बसवराज बोम्मई बोले- चिंता की बात नहीं कर्नाटक में आज ओमिक्रॉन को लेकर कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक के बाद CM बसवराज बोम्मई ने बताया कि तकनीकी सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. सुदर्शन ने हमें स्थिति के बारे में जानकारी दी है। CM ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे मंत्रियों ने विशेष टीकाकरण अभियान जारी रखने का सुझाव दिया है। महाराष्ट्र का पहला ओमिक्रॉन संक्रमित शख्स ठीक होकर घर पहुंचा, पुणे में 100% लोगों को मिली वैक्सीन की पहली डोज कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित महाराष्ट्र का पहला मरीज पूरी तरह से ठीक होकर बुधवार को अपने घर पहुंच गया। पेशे से मरीन इंजीनियर इस 33 वर्षीय शख्स को कल्याण-डोंबिवली नगरपालिका क्षेत्र में स्थित इसके घर पर क्वारंटाइन रखा गया है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में मुंबई के लिए उड़ान भरने से पहले दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा था। कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद इसकी जीनोम सिक्वेंसिंग करवाई गई थी। महाराष्ट्र में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 10 मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं। पूरी खबर यहा पढ़ें.. MP में 124 दिन बाद 150 से ज्यादा एक्टिव केस; इंदौर में सबसे ज्यादा 7, भोपाल में 5 मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 19 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सबसे ज्यादा केस इंदौर में 7 मिले हैं। इसके बाद भोपाल में 5 पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा जबलपुर में 3, उज्जैन में 2, होशंगाबाद और सिंगरौली में 1-1 पॉजिटिव मिला है। प्रदेश में 124 दिन बाद 150 से ज्यादा एक्टिव केस आए हैं। इसके पहले 7 अगस्त को 156 और 9 अगस्त को 148 एक्टिव केस थे। पूरी खबर यहां पढ़ें.. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,419 मामले, 159 लोगों की मौत हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ो के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,419 मामले दर्ज किए गए हैं और 159 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 8,251 लोग ठीक हुए हैं। फिलहाल देश में एक्टिव केस की संख्या 94,742 है और रिकवरी रेट 98.36% है। देश में अब तक 130.39 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है। कोरोना की वजह से देश में कुल 4,74,111 लोगों की मौत हो चुकी है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि राज्यों और UTs को वैक्सीन की 140 करोड़ से ज्यादा डोज दी जा चुकी है। राज्यों के पास अभी भी वैक्सीन की 19 करोड़ से ज्यादा डोज मौजूद है। गोवा में भी ओमिक्रॉन के पहुंचने की आशंका, रूस से लौटे यात्रियों में संक्रमण के लक्षण गोवा में ओमिक्रॉन वैरिएंट के संदिग्ध मामले सामने आए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि संदिग्ध संक्रमित रूस से दिल्ली होकर गोवा लोटे हैं। उन्होंने कहा कि अभी सीधे तौर पर इसे ओमिक्रॉन का मामला नहीं कह सकते हैं। उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। सभी को आइसोलेशन में रखा गया है। सीएम सावंत ने कहा कि पैनिक खड़ा करने की जरूरत नहीं है। मैं लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं। सभी ओमिक्रॉन संक्रमितों को अलग- अलग आइसेलेशन फैसिलिटी में रखने के निर्देश कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्य सरकारों से ओमिक्रॉन संक्रमित सभी पेशेंट्स को अलग-अलग आइसोलेशन फैसिलिटी में रखने का निर्देश दिया है। हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने राज्यों और UTs को लिखे लेटर में यह सुनिश्चित करने को कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमितों में कोई क्रॉस-इंफेक्शन न हो। वहीं, दूसरे पेशेंट्स और स्वास्थ्य कर्मियों में ओमिक्रॉन फैलने से रोकने के लिए पर्याप्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है। पंजाब में ओमिक्रॉन का कोई केस नहीं पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ओम प्रकाश सोनी राज्य ने बताया कि फिलहाल राज्य में ओमिक्रॉन का कोई मामला नहीं है। विदेशी पर्यटकों की टेस्टिंग की जा रही है। अगर कोई कोविड पॉजिटिव आता है तो उसे 7 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जा रहा है। जिन इलाकों में वैक्सीनेशन कम हुआ है वहां मेडिकल टीम घरों में जाकर वैक्सीन लगा रही है। कानपुर-आगरा में रेलवे स्टेशन पर 100 यात्रियों में 5 ही करा रहे कोरोना जांच ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच कोरोना के नए केस बढ़ने लगे हैं। कहने को तो सरकार ने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर निगरानी बढ़ा दी है। मगर, हकीकत ऐसी नहीं है। कानपुर और आगरा में रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले 100 यात्रियों में बमुश्किल 5 लोगों की ही कोरोना जांच हो पाती है। कोई वैक्सीन की दोनों डोज लगी होने की बात कहकर आगे बढ़ जाता है तो कोई धक्का देकर। पूरी खबर यहां पढ़ें... खबरें और भी हैं... ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर का दावा: कोरोना से भी ज्यादा घातक हो सकती हैं भविष्य में आने वाली महामारियां, अभी से तैयारी जरूरी ओमिक्रॉन A to Z ओमिक्रॉन की पहचान कैसे: दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टर ने कहा- ज्यादातर मरीजों में दर्द और थकान के लक्षण, RT-PCR जांच से पकड़ में आता है ओमिक्रॉन A to Z ग्रीस में मिला ऑमिक्रॉन का पहला केस: तीन बार टेस्ट में निगेटिव आई रिपोर्ट, चौथी बार पॉजिटिव; दक्षिण अफ्रीका से लौटा था शख्स विदेश ओमिक्रॉन पर दुनियाभर के 8 एक्सपर्ट्स की राय: कोरोना का नया वैरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों को भी निशाना बना सकता है, डेल्टा से ज्यादा खतरनाक हो सकता है देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/on-the-marriage-taking-place-between-high-level-security-users-said-looks-like-otp-will-have-to-be-shown-for-dinner-too-129194596.html,विक-कैट की शादी पर बने MEMES: हाई लेवल सिक्योरिटी के बीच हो रही शादी पर यूजर्स बोले- लगता है डिनर के लिए भी OTP दिखाना पड़ेगा,"विक-कैट की शादी पर बने MEMES:हाई लेवल सिक्योरिटी के बीच हो रही शादी पर यूजर्स बोले- लगता है डिनर के लिए भी OTP दिखाना पड़ेगा आज कटरीना कैफ और विक्की कौशल की राजस्थान के सिक्स सेंसेस फोर्ट में शादी है। लेकिन इनकी शादी को लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स की 'बारात' निकल रही है। खबर है कि फोटो-वीडियो लीक न हों, इसलिए फोर्ट को काले कपड़े से ढक दिया गया है। इस हाई लेवल सिक्योरिटी को लेकर सोशल मीडिया पर एक से एक बढ़कर एक मजेदार मीम्स शेयर किए जा रहे हैं। आइए देखते हैं ऐसे ही कुछ मजेदार MEMES यो यो फनी सिंह नाम के यूजर ने लिखा- अब ये कौन बोल रहा है कि शादी में खाना खाने के लिए भी गेस्ट को OTP मैसेज आएगा। इसके जवाब में डॉ वेदू ने लिखा- लेकिन फोन तो लाने का नहीं है, तो क्या OTP कबूतर लेकर आएगा? ट्रेंडुलकर नाम के यूजर ने लिखा- सुना है सुरक्षा कारणों की वजह से शादी में पंडित जी को भी नहीं बुलाया। विक्की कौशल शादी से पहले सिक्योरिटी से पूछते हुए- How's the josh? अगर फेरों के दौरान गलती से किसी गेस्ट का फोन बजा, विक्की और कटरीना- लगता है हमला होने वाला है। मेहमान कटरीना-विक्की की शादी में जाते हुए। एक यूजर ने सलमान खान पर राजस्थान में एक शूटिंग के दौरान हिरण का शिकार करने को लेकर चल रहे मुकदमे को ही विक्की-कैट की शादी से जोड़ दिया। इस यूजर ने एक हिरण का फोटो पोस्ट किया, जो सलमान को राजस्थान नहीं बुलाने के लिए कटरीना को थैंक्यू कह रहा है। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/jhunjhunu/news/cds-general-bipin-rawat-died-helicopter-crash-co-pilot-squadron-leader-kuldeep-singh-report-from-house-129194419.html,"शहीद स्क्वॉड्रन लीडर की मां बोलीं: शहादत ही बेटे की कमाई, बहू को भी सेना में भेजूंगी; खिलौने का प्लेन लेकर कहता था- पायलट बनूंगा","शहीद स्क्वॉड्रन लीडर की मां बोलीं:शहादत ही बेटे की कमाई, बहू को भी सेना में भेजूंगी; खिलौने का प्लेन लेकर कहता था- पायलट बनूंगा झुंझुनूं2 घंटे पहलेलेखक: ध्वज आर्य शहीद कुलदीप की मां कमला देवी। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए झुंझुनूं के स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह की मां कमला देवी की आंखें नम हैं, लेकिन उन आंखों में बेटे के लिए गर्व भी है। कुलदीप की मां ने कहा कि मेरा बेटा शहीद हो गया। मेरे बेटे की यही कमाई है। देश की सेवा करते हुए बेटा शहीद हुआ है। अब बहू को भी सेना में भेजूंगी। 7 महीने पहले आए थे गांव शहीद कुलदीप राव के चाचा के बेटे और खुद भी एक्स नेवी पर्सन राजेंद्र राव ने बताया कि बचपन से ही कुलदीप पायलट बनना चाहता था। खिलौने का हवाई जहाज हाथ में लेकर घूमता था। कहता था कि एक दिन मैं पायलट जरूर बनूंगा। राजेन्द्र ने बताया कि 7 महीने पहले कुलदीप परिवार में चाचा के लड़के की शादी में अपने गांव घरडाना खुर्द आए थे। अपने स्कूल भी गए थे। वहां बच्चों से मिलकर उन्हें सेना में जाने के लिए प्रेरित किया। बेटे के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद माता-पिता जयपुर से झुंझुनूं के घरडाना खुर्द गांव पहुंच चुके हैं। वहीं, परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। जो देर शाम तक पार्थिव देह के साथ गांव पहुंचेंगे। इसके बाद शुक्रवार को शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे गांव के लोग। गांव के पूर्व सरपंच हरपाल सिंह ने बताया कि पूरे गांव को कुलदीप पर गर्व है। पूरा गांव उन्हें अंतिम विदाई देने की तैयारी में लगा हुआ है। गांव के लाडले को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। गांव में शहीद कुलदीप के घर के बाहर जमा हुए लोग। हरपाल सिंह ने बताया कि देर शाम ही कुलदीप के शहीद होने की सूचना मिल गई थी। पूरे गांव में शोक का माहौल हो गया। रात को पूरे गांव में चूल्हे नहीं जले। पूरा गांव इस घड़ी में शहीद के परिवार के साथ है। झुंझुनूं के घरडाना खुर्द गांव में शहीद का घर। एक समारोह में मां कमला देवी, पत्नी यशवनी ढाका, बहन अभीता, कुलदीप राव और पिता रणधीर सिंह राव। (बाएं से दाएं) 10 दिन पहले रूमा देवी से मिली थीं मधुलिका:जनरल रावत की पत्नी को अजरख प्रिंट और मोडाल सिल्क की साड़ियां थीं पसंद बिपिन रावत के साथ शहीद हुआ झुंझुनूं का लाल:स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे, जयपुर में रहता है परिवार खबरें और भी हैं... पहली बार: हवा में ईंधन भरने वाले विमान में बैठकर सीडीएस बिपिन रावत ने देखा फ्रांस और भारतीय वायुसेना का युद्धाभ्यास राजस्थान सर्जिकल स्ट्राइक में था रावत का बड़ा रोल: आर्मी के वाइस चीफ की हैसियत से मिलिट्री ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभाली थी राजस्थान अभ्यास के दौरान क्रैश हुआ मिग-21 फाइटर: इंडियन एयर फोर्स ने न केवल एक फाइटर जेट बल्कि स्क्वाड्रन लीडर गंवाया, पंजाब में मोगा के पास गिरा विमान जोधपुर माता-पिता का इकलौता लाल हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद: जिस चॉपर से CDS रावत जा रहे थे, उसके को-पायलट थे झुंझुनूं के स्कवॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह झुंझुनूं",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-helicopter-accident-on-iaf-chopper-mi-17v5-live-news-and-updates-129193997.html,"बीरा को आखिरी सलाम LIVE: पीएम मोदी ने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी, सभी सैनिकों के परिवार वालों से एक-एक कर मिले","बीरा को आखिरी सलाम LIVE:पीएम मोदी ने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी, सभी सैनिकों के परिवार वालों से एक-एक कर मिले तमिलनाडु के हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (बीरा) उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 जवानों का शव गुरुवार शाम करीब पौने 8 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाया गया। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल पहुंच गए हैं। सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। राजनाथ सिंह और डोभाल यहां शहीदों के परिजनों से मिलकर बातचीत की। रावत की दोनों बेटियों ने ताबूत पर मत्था टेका सीडीएस रावत की बेटी बिलख रही हैं। दोनों ने माता-पिता के पार्थिव शरीर को प्रणाम कर ताबूत पर मत्था टेका। उनका रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। छोटी बेटी का नाम तारिणी है, जो दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही हैं। देहरादून में बसने के लिए बना रहे थे आशियाना जनरल बिपिन रावत केवल पैतृक तौर पर ही उत्तराखंड से जुड़े हुए नहीं थे, बल्कि उनके मन में अपने प्रदेश के लिए बेहद प्यार भी था। यही कारण है कि उन्होंने रिटायरमेंट के बाद दिल्ली में रहने के बजाय देहरादून में बसने की तैयारी कर रखी थी, जहां उनका पूरा बचपन बीता था। इसके लिए उन्होंने एक महीने पहले ही देहरादून में प्रेमनगर के पास जंगलों के बीच खूबसूरत वादियों में अपना आशियाना बनवाना भी शुरू किया था। फिलहाल इस मकान की भूकंपरोधी तकनीक से नींव तैयार की जा रही थी। सभी 13 शवों को पालम एयरपोर्ट पर उक साथ रखा गया है। यहां शहीदों के परिजन भी पहुंच चुके हैं। पालम एयरपोर्ट पर सभी शहीदों की तस्वीर लगाई गई है। उनका पार्थिव शरीर पास ही रखा गया है। इससे पहले डॉक्टरों की टीम ने रावत, मधुलिका और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर समेत 4 शवों की पहचान कर ली। रावत और मधुलिका का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली में ही किया जाएगा। कल दिल्ली में निकाली जाएगी अंतिम यात्रा जनरल बिपिन रावत की पार्थिव देह आज उनके दिल्ली स्थित घर पहुंच जाएगी। शुक्रवार सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के बीच लोग रावत के दिल्ली स्थित घर पर अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद कामराज मार्ग से बरार चौराहे तक शवयात्रा निकाली जाएगी। दिल्ली कैंटोनमेंट में अंतिम संस्कार होगा। रक्षा मंत्रालय ने कहा- शवों की पहचान बेहद मुश्किल रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार दोपहर एक बयान जारी किया। मंत्रालय ने कहा कि हादसा इतना भीषण था कि शवों की पहचान मुश्किल हो गई है। हम सही पहचान के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं, ताकि किसी करीबी की भावना को चोट न पहुंचे। मृतकों के परिजनों को दिल्ली बुला लिया गया है। इसके अलावा वैज्ञानिक तरीके से भी जांच की जाएगी। अन्य अपडेट्स... ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को शाम सवा पांच बजे वेलिंगटन से बेंगलुरु के अस्पताल शिफ्ट किया गया। शवों को ले जा रही एक एंबुलेंस का एक्सीडेंट हो गया। कुछ पुलिसवालों को चोट आई है। तमिलनाडु में शवों को ले जा रही एंबुलेंस पर लोगों ने फूल बरसाए। हादसे की ट्राई सर्विस इन्क्वायरी एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अगुआई में की जाएगी। सिंह इंडियन एयर फोर्स की ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और वे खुद भी हेलिकॉप्टर पायलट हैं। फोरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट की टीम क्रैश साइट पर पहुंची। टीम को डिपार्टमेंट के डायरेक्टर श्रीनिवासन लीड कर रहे हैं। घटनास्थल से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर बरामद किया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन चेन्नई रेजिमेंट सेंटर पहुंचे और उन्होंने जनरल बिपिन रावत की पार्थिव देह को सैल्यूट किया। राजनाथ ने हादसे पर 4 मिनट बयान दिया, कहा- 12:08 पर टूट गया था संपर्क राजनाथ सिंह ने संसद में गुरुवार सुबह 11.05 बजे बयान दिया। 4 मिनट के बयान में उन्होंने हादसे में मारे गए सभी लोगों के बारे में जानकारी दी और रावत के अंतिम संस्कार के बारे में भी बताया। रक्षा मंत्री ने कहा, ""हेलिकॉप्टर का संपर्क बुधवार दोपहर 12:08 बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया था। इसके बाद वह क्रैश हो गया। स्थानीय लोग जब घटनास्थल पर पहुंचे तो हेलिकॉप्टर में आग लग गई थी। रेस्क्यू टीमें मौके पर भेजी गईं। हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंगटन के अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां वे लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने की कोशिशें जारी हैं।"" हादसे में बचे वरुण सिंह को बेंगलुरु शिफ्ट किया गया हेलिकॉप्टर क्रैश में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बचे हैं। उनका शरीर इस हादसे में बुरी तरह झुलस गया है। उन्हें पहले वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उनको एयर एंबुलेंस से बेंगलुरु शिफ्ट कर दिया गया। पिछले साल तेजस फाइटर जेट उड़ाते वक्त उन्हें बड़ी तकनीकी दिक्कत का सामना करना पड़ा था, पर उन्होंने साहस नहीं खोया और विमान को सुरक्षित लैंड कराया था। इसके लिए उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया था। ब्लैक बॉक्स मिला, हादसे की वजह सामने आएगी कुन्नूर में हादसे वाली जगह से ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। इससे ही हादसे की असल वजह सामने आ पाएगी। ब्लैक बॉक्स स्टील या टाइटेनियम से बनी इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्डिंग डिवाइस है, जो विमान के क्रैश होने पर जांचकर्ताओं को हादसे की वजह जानने में मदद करती है। ब्लैक बॉक्स का रंग काला नहीं, बल्कि ऑरेंज होता है। क्रैश साइट्स से मिले ब्लैक बॉक्स को जांच के लिए ले जाते अफसर। हेलिकॉप्टर में सवार थे 14 लोग, 13 की जान गई तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। उसमें जनरल रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी थीं। उनके अलावा विमान में सेना के 12 लोग सवार थे। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। बुधवार दोपहर तक ये खबर आती रही कि हादसे में घायल हुए कुछ लोगों को गंभीर हालत में वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। जहां से करीब साढ़े पांच घंटे तक खबर आती रही कि जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत कुछ अफसर बुरी तरह घायल हुए हैं, लेकिन फिर बारी-बारी से मौत की खबर आने लगी। पत्नी मधुलिका के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत। दुर्घटना में इनकी मौत चॉपर में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे। इन सभी का निधन हो गया है। भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जो कुन्नूर सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए थे, उन्हें इलाज के लिए कमांड अस्पताल, बेंगलुरु में स्थानांतरित किया गया है। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS: PM मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की, रावत के उत्तराधिकारी को लेकर हुई चर्चा देश CDS हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह, घने जंगल से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rajnath-singh-statement-on-bipin-rawat-army-helicopter-crash-129194120.html,"लैंडिंग से 7 मिनट पहले मौत मिली: CDS के आखिरी सफर की डीटेल; 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, 7 मिनट पहले सारे संपर्क टूटे; अब सिर्फ श्रद्धांजलि","लैंडिंग से 7 मिनट पहले मौत मिली:CDS के आखिरी सफर की डीटेल; 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, 7 मिनट पहले सारे संपर्क टूटे; अब सिर्फ श्रद्धांजलि लेखक: राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जानकारी गुरुवार को संसद में दी। वे महज 4 मिनट बोले। इसके बाद संसद ने जनरल रावत समेत सभी सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। राजनाथ सिंह, संसद में ‘बड़े भारी और दुखी मन से मैं 8 दिसंबर 2021 की दोपहर में हुई मिलिट्री हेलिकॉप्टर दुर्घटना, जिसमें भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, उनकी पत्नी एवं 12 अन्य सवार थे, के बारे में बताने के लिए आप सब के बीच खड़ा हुआ हूं। जनरल विपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंग्टन के स्टूडेंट ऑफिसर्स से इंटरेक्ट करने के लिए अपने एक शेड्यूल्ड विजिट पर थे। एयरफोर्स के Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर ने कल 11 बजकर 48 मिनट पर सुलूर एयरबेस से अपनी उड़ान भरी। इसे 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन में लैंड करना था। सुलूर एयरबेस के एयरट्रैफिक कंट्रोल ने लगभग 12 बजकर 8 मिनट पर हेलिकॉप्टर से अपना कॉन्टेक्ट खो दिया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में कुछ स्थानीय लोगों ने आग लगी हुई देखी। जब वे भागकर उस स्थान पर पहुंचे तो उन्होंने मिलिट्री हेलिकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा देखा। प्रशासन से एक बचाव दल उस जगह पर पहुंचा। उन्होंने क्रैश साइट से सर्वाइवर्स को रिकवर करने का भी प्रयास किया। उस जगह से जितने भी लोगों को निकाला जा सका, उन्हें यथाशीघ्र वेलिंग्टन के मिलिट्री अस्पताल में पहुंचाया गया। जानकारी के अनुसार उस हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गई है। जिन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई, उनमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, उनकी धर्मपत्नी श्रीमति मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और एयरफोर्स स्टाफ क्रू सहित आर्म्ड फोर्सेज के 9 लोग शामिल हैं। इनके नाम हैं- विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर अरक्कल प्रदीप और हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार और लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंग्टन के मिल्ट्री अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उन्हें बचाने के हर संभव कोशिश की जा रही है। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को घटना की सूचना प्राप्त होने पर कल ही घटनास्थल पर भेज दिया गया है। उन्होंने घटनास्थल एवं वेलिंग्टन अस्पताल जाकर स्थिति का जायजा लिया। इस दुर्घटना के संबंध में इंडियन एयरफोर्स द्वारा एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक ट्राइ सर्विस इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं। इन्क्वायरी टीम के ऑफिसर्स ने कल ही वेलिंग्टन पहुंचकर अपना काम स्टार्ट कर दिया है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का अंतिम संस्कार फुल मिलिट्री ऑनर के साथ किया जाएगा और अन्य सभी मिलिट्री पर्सनल का अंतिम संस्कार एप्रोपिएट मिलिट्री ऑनर्स के साथ ही किया जाएगा। अध्यक्ष महोदय, मैं देश की ओर से सभी दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके परिवारजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करता हूं।’ CDS रावत के अंतिम संस्कार से जुड़ी LIVE अपडेट्स जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया क्रैश से ठीक पहले का VIDEO: CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था सबसे सुरक्षित हेलिकॉप्टर को सबसे भरोसेमंद पायलट उड़ा रहे थे, मानवीय भूल की गुंजाइश कम खबरें और भी हैं... पलभर में उजड़ा परिवार: जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया देश CDS रावत के निधन पर विदेशी मीडिया का रिएक्शन: कहा- भारत को लगे झटके की भरपाई करना आसान नहीं; चीन, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों ने दी श्रद्धांजलि विदेश क्रैश से ठीक पहले का VIDEO: CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था, टूरिस्ट ने रिकॉर्ड किया; ब्लैक बॉक्स भी मिला देश CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cds-general-bipin-rawat-died-helicopter-crash-land-video-129194030.html,"क्रैश से ठीक पहले का VIDEO: CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था, टूरिस्ट ने रिकॉर्ड किया; ब्लैक बॉक्स भी मिला","क्रैश से ठीक पहले का VIDEO:CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था, टूरिस्ट ने रिकॉर्ड किया; ब्लैक बॉक्स भी मिला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे का एक नया वीडियो गुरुवार को सामने आया, जिसे क्रैश से ठीक पहले का बताया जा रहा है। इसे नीलगिरी के जंगलों में एक टूरिस्ट ने अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया। इसमें दिख रहा है कि चॉपर धुंध के बीच बहुत नीचे उड़ रहा है। वीडियो कुछ सेकेंड का है। ऐसा कहा जा रहा है कि इसके कुछ ही सेकेंड्स के बाद ही चॉपर पेड़ों से जा टकराया। इस हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स भी बरामद कर लिया गया है। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया, तमिलनाडु के कुन्नूर ​​​​​​इलाके में रावत के हेलिकॉप्टर का बुधवार दोपहर 12.08 बजे एटीसी से संपर्क टूट गया था। स्थानीय लोग घटनास्थल पहुंचे तो वहां पर हेलिकॉप्टर में आग लगी देखी। टीमें भी पहुंचीं और लोगों को बाहर निकाला गया। हेलिकॉप्टर में सवार 13 लोगों की मौत हो गई। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन हॉस्पिटल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने की कोशिश की जा रही है। हेलिकॉप्टर तेजी से पेड़ों पर गिरा इससे पहले कुछ चश्मदीद भी सामने आए थे। इनके मुताबिक हेलिकॉप्टर तेजी से पेड़ों पर गिरा। इसके बाद उसमें आग लग गई। एक और चश्मदीद का कहना था कि उसने जलते हुए लोगों को गिरते देखा। 'तेज आवाज सुनाई दी' घटना के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने बताया था- 'मैं अपने घर में था। तभी एक तेज आवाज सुनाई दी। बाहर आकर देखा तो एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। यह एक के बाद एक दो पेड़ों से टकराया। इसके बाद उसमें आग लग गई। मैंने दो या तीन लोगों को हेलिकॉप्टर से निकलते भी देखा, इनके शरीर में आग लगी हुई थी। मैंने उस इलाके में रहने वाले लोगों को बुलाया और मदद की कोशिश की। इसके बाद फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी सर्विसेज को सूचना दी गई।' ब्लैक बॉक्स क्या होता है? - ब्लैक बॉक्स स्टील या टाइटेनियम से बनी इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्डिंग डिवाइस है, जो विमान के क्रैश होने पर जांचकर्ताओं को हादसे की वजह जानने में मदद करती है। दिलचस्प है कि ब्लैक बॉक्स का रंग काला नहीं, बल्कि ऑरेंज होता है। - ब्लैक बॉक्स को फ्लाइट रिकॉर्डर भी कहते हैं। यह दो तरह के होते हैं। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR)। दोनों डिवाइस को मिलाकर एक जूते के डिब्बे के आकार की यूनिट होती है। - FDR हवा की स्पीड, ऊंचाई, ऊपर जाने की स्पीड और फ्यूल फ्लो जैसी करीब 80 गतिविधियों को प्रति सेकंड रिकॉर्ड करता है। इसमें 25 घंटे का रिकॉर्डिंग स्टोरेज रहता है। CVR कॉकपिट की आवाजें रिकॉर्ड करता है। पायलटों की आपसी बातचीत, उनकी एयर ट्रैफिक कंट्रोल से हुई बातचीत को रिकॉर्ड करता है। साथ ही स्विच और इंजन की आवाज भी इसमें रिकॉर्ड होती है। खबरें और भी हैं... पंजाब ड्रग्स केस में सुनवाई आज: हाईकोर्ट में खुल सकती है STF की सीलबंद रिपोर्ट; पिछली बार पंजाब सरकार को लगी थी फटकार चंडीगढ़ आखिरी सैल्यूट LIVE: राजनाथ संसद में बोले- क्रैश में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण लाइफ सपोर्ट पर; CDS रावत का शव आज दिल्ली लाया जाएगा देश भास्कर LIVE अपडेट्स: गोवा विधानसभा चुनाव पर कांग्रेस की नजर, 10 दिसंबर से प्रचार शुरू करेंगी प्रियंका गांधी देश सरकार के निर्देश: आपके नाम पर रजिस्टर्ड हैं 6 से ज्यादा सिम, तो वैरिफिकेशन न करने पर बंद हो सकता है नंबर बिजनेस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/chopper-crash-condolences-pour-from-across-the-country-for-general-bipin-rawat-and-those-who-died-in-chopper-crash-129194330.html,रावत के निधन पर शोक में डूबा देश: शहीदों के शव ले जा रही एंबुलेंस पर लोगों ने सड़क के दोनों ओर खड़े होकर फूल बरसाए; देखें 20 फोटो,"रावत के निधन पर शोक में डूबा देश:शहीदों के शव ले जा रही एंबुलेंस पर लोगों ने सड़क के दोनों ओर खड़े होकर फूल बरसाए; देखें 20 फोटो नई दिल्ली तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए दुखद हादसे में देश ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत को खो दिया। उनके साथ ही इस हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका और सेना के 11 अधिकारियों का भी निधन हो गया। इस हादसे के बाद पूरे देश में दुख की लहर है। संसद से लेकर सड़क तक, देश भर में बिपिन रावत और उनके साथ जान गंवाने वाले सभी सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। तमिलनाडु में स्थानीय लोगों ने हादसे में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीरों को मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस लेकर जा रही एंबुलेंस को देखकर भारत माता की जय के नारे लगाए और उस पर फूलों की बारिश की। इसका वीडियो बहुत सारे लोगों ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। 20 फोटोज में देखिए जनरल बिपिन रावत और उनके साथ हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों को देशवासियों की श्रद्धांजलि... हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी लोगों के पार्थिव शरीर को करीब 10:30 बजे मिलिट्री ट्रक में तमिलनाडु के वेलिंगटन अस्पताल से सेना के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के मृत शरीर को मिलिट्री ट्रक से उतारकर सेना के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में रखते सैनिक। हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर के पास खड़े होकर श्रद्धांजलि देते सैनिक। मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में सैन्य जवानों ने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी मद्रास रेजिमेंटल सेंटर पहुंचकर जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की पार्थिव देह को सैल्यूट करते तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन। तेलंगाना की गवर्नर और पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. तमिलिसई सौंदराराजन ने मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में बिपिन रावत और अन्य मृतक सैन्य अफसरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। तमिलनाडु में स्थानीय लोगों ने हादसे में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीरों को मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस लेकर जा रही एंबुलेंस पर फूलों की बारिश की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में कुन्नूर हादसे पर बयान दिया। उन्होंने पूरे देश की तरफ से CDS जनरल बिपिन रावत और सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह ने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सैन्य अधिकारियों की दिवंगत आत्मा के लिए 2 मिनट का मौन रखा। राजनाथ सिंह के बयान के बाद राज्यसभा में सभी सांसदों ने खड़े होकर उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी, जिनका बुधवार के हादसे में निधन हुआ था। विपक्षी पार्टियों के सांसदों और राज्यसभा से सस्पेंड किए गए सांसदों ने संसद परिसर में सभी दिवंगत आत्माओं के लिए 1 मिनट का मौन रखा। उत्तराखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्य मंत्रियों और MLA ने जनरल बिपिन रावत और अन्य मृतकों को श्रद्धांजलि दी। फारूख अब्दुल्ला और अन्य लोगों ने जम्मू के शेर-ए-कश्मीर भवन में जनरल बिपिन रावत और उनके साथ जान गंवाने वाले अन्य लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखा। रांची में झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन ने कैंडल जलाकर जनरल बिपिन रावत और अन्य मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उत्तर प्रदेश के अमरोहा के कलाकार जोयाब खान ने CDS जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए कोयले से उनका 8 फीट ऊंचा पोर्ट्रेट बनाया। जम्मू में शिव सेना डोगरा के सदस्यों ने कैंडल जलाकर और फूल चढ़ाकर हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राजकोट में स्वामीनारायण गुरुकुल के छात्रों ने प्रार्थना सभा आयोजित करके हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में छात्रों ने हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और अन्य सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जम्मू-कश्मीर में एक स्कूल के बच्चों ने बिपिन रावत, उनकी पत्नी और उनके साथ हादसे में जान गंवाने वाले सभी सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। खबरें और भी हैं... लैंडिंग से 7 मिनट पहले मौत मिली: CDS के आखिरी सफर की डीटेल; 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, 7 मिनट पहले सारे संपर्क टूटे; अब सिर्फ श्रद्धांजलि देश CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर देश 10 साल पहले बीरा के मन में था CDS प्लान: मेरठ कॉलेज से पीएचडी के वक्त कहा था- तीनों सेनाओं का ज्वाइंट कमांड हो, इससे तालमेल बढ़ेगा मेरठ पलभर में उजड़ा परिवार: जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cds-gen-bipin-rawat-chopper-crash-profile-of-army-personnel-who-were-on-board-129194026.html,"CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर","CDS हेलिकॉप्टर हादसा:जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर नई दिल्ली तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया। इस हेलिकॉप्टर में उनके साथ पत्नी मधुलिका के अलावा सेना के 13 जवान और अधिकारी सवार थे। हादसे में शहीद होने वालों में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे। हेलिकॉप्टर क्रैश में अकेले बचने वाले शख्स हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। जनरल रावत CDS बनने से पहले सेना प्रमुख के अलावा कई अन्य अहम पदों पर रहे। 2015 के म्यांमार काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन और 2016 में उरी हमले के बाद की गई सर्जिकल स्ट्राइक उनके दो चौंकाने वाले ऑपरेशन रहे। यह भी पढ़ें: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी नायक गुरसेवक सिंह पंजाब के तरनतारन जिले के दोदे गांव के रहने वाले थे। गुरसेवक सिंह आर्मी की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात थे। यह भी पढ़ें: CDS रावत के साथ तरनतारन का जवान भी शहीद: सुरक्षा दस्ते के मेंबर थे दोदे गांव के गुरसेवक सिंह, सेना ने दी खालड़ा थाने में जानकारी स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह दुर्घटनाग्रस्त होने वाले विमान के को-पायलट थे। उनके पिता रणधीर सिंह राव एक्स नेवी अफसर हैं। उनकी बहन भी इंडियन नेवी में है। वे माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी शादी दो साल पहले ही हुई थी। यह भी पढ़ें: बिपिन रावत के साथ शहीद हुआ झुंझुनूं का लाल:स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे, जयपुर में रहता है परिवार 3 पैरा स्पेशल फोर्सेस के जवान जितेंद्र कुमार (31 साल) मध्यप्रदेश के सीहोर के धामंदा गांव के रहने वाले थे। वह 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी मां बीमार हैं, इसलिए उन्हें बेटे के शहीद होने की सूचना अब तक नहीं दी गई है। यह भी पढ़ें: CDS रावत के साथ MP के जवान की भी मौत: क्रैश हैलिकॉप्टर में सवार थे नायक जितेंद्र कुमार; घर के बाहर तांता लगा, पुलिस तैनात पृथ्वी सिंह चौहान आगरा के रहने वाले थे। 2000 में उनकी वायुसेना में ज्वाइनिंग हुई थी। वर्तमान में वो कोयंबटूर के पास एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बड़ी बहनें थीं। यह भी पढ़ें: कुन्नूर क्रैश में आगरा के जांबाज की भी मौत: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी थे CDS बिपिन रावत के साथ ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के डिफेंस असिसटेंट थे। वे पंचकुला के रहने वाले थे और सेना मेडल व विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजे गए थे। लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह जनरल रावत के स्टाफ ऑफिसर थे। वे राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले थे। 27 साल के लांस नायक बी साई तेजा - 11 पैरा (स्पेशल फोर्सेस) में तैनात थे। वे जनरल रावत के PSO थे और आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के निवासी थे। हवलदार सतपाल राई जनरल रावत के PSO थे। वे पश्चिम बंगाल के दार्जिंलिंग जिले के तकडाह के रहने वाले बताए जा रहे हैं। दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने इसकी जानकारी शेयर की है। 1 पैरा (स्पेशल फोर्सेस) के लांस नायक विवेक कुमार जनरल रावत के PSO (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) थे। वे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर के रहने वाले थे। जूनियर वारंट ऑफिसर (JWO) राणा प्रताप दास ओडिशा के तालचेर जिले के निवासी थे। जूनियर वारंट ऑफिसर (JWO) अरक्कल प्रदीप केरल के त्रिची जिले के रहने वाले थे। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से जख्मी UP के देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस हादसे में अकेले जीवित बचे हैं। उनका वेलिंग्टन में आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वे तमिलनाडु के वेलिंग्टन में तैनात हैं। अगस्त में उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। यह भी पढ़ें: दो हफ्ते पहले भोपाल आए थे वरुण सिंह: हेलिकॉप्टर क्रैश में यही एक बचे, परिवार तीनों सेनाओं से जुड़ा; पिता बोले- मेरा बेटा बहादुर है खबरें और भी हैं... क्यों होते हैं ऐसे क्रैश: किसकी गलती से होते हैं इस तरह के हादसे, क्या VVIPs पायलट्स पर उड़ान के लिए दबाव डालते हैं- सबक कब सीखा जाएगा देश इसलिए क्रैश हुआ CDS रावत का हेलिकॉप्टर: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी; पहाड़ी इलाके में नीचे उड़ान भरने पर पायलट संभाल नहीं पाए चॉपर देश स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/jacqueline-fernandez-came-on-the-radar-of-ed-horses-worth-50-lakhs-and-four-cats-of-9-9-lakhs-trapped-the-actress-129193959.html,"ऐसे ED की रडार पर आईं जैकलीन फर्नांडिस: 50 लाख के घोड़े और 9-9 लाख की चार बिल्लियों ने एक्ट्रेस को फंसाया, तिहाड़ में बंद चंद्रशेखर ने गिफ्ट में दिया था","ऐसे ED की रडार पर आईं जैकलीन फर्नांडिस:50 लाख के घोड़े और 9-9 लाख की चार बिल्लियों ने एक्ट्रेस को फंसाया, तिहाड़ में बंद चंद्रशेखर ने गिफ्ट में दिया था मुंबई जैकलीन और सुकेश की कुछ तस्वीरें सामने आने के बाद यह दावा किया जा रहा है कि दोनों के बीच करीबी रिश्ते थे। बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस 200 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय की रडार पर हैं। 5 दिसंबर को देश से बाहर जाने का प्रयास कर रही एक्ट्रेस को मुंबई एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था। उनके खिलाफ ED ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। इस बीच एक्ट्रेस गुरुवार को फिर एक बार ED के सामने पेश हुईं। उनसे तिहाड़ जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर के साथ उनके संबंधों को लेकर पूछताछ हुई है। ये तीसरी बार है, जब जैकलीन से ED ने पूछताछ की है। ED सूत्रों की मानें तो एक्ट्रेस और कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर के बीच करीबी रिश्ते थे और वह एक्ट्रेस पर पानी की तरह पैसे लुटाता था। चंद्रशेखर ने एक्ट्रेस को गोल्ड और डायमंड जूलरी, इंपोर्टेड क्रॉकरी दी थीं। इनके अलावा 52 लाख रुपए का एक घोड़ा और 9-9 लाख की चार पर्शियन बिल्लियां भी गिफ्ट की थीं। जैकलीन के लिए सुकेश ने कई चार्टर्ड फ्लाइट्स बुक की थीं। ED सूत्रों के मुताबिक, चंद्रशेखर ने एक्ट्रेस पर करीब 10 करोड़ रुपए खर्च किए थे। जैकलीन की यह तस्वीर तब की है, जब वे ED ऑफिस से बाहर आईं थी। होटल में रुकने का खर्च भी सुकेश ने उठाया जांच में यह भी सामने आया है कि एक्ट्रेस के लिए दिल्ली से मुंबई और फिर यहां से चेन्नई जाने की चार्टर्ड फ्लाइट को भी सुकेश ने बुक करवाया था। एक्ट्रेस के कुछ फाइव स्टार होटल में रुकने का खर्च भी सुकेश ने ही उठाया था। ED को दोनों के बीच तीन बार हुई मुलाकात की पुख्ता जानकारी मिली है, इसी को लेकर एक्ट्रेस से पूछताछ की जा रही है। यह मुलाकात सुकेश के अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद हुई थी। जैकलीन को गिफ्ट की गई एक बिल्ली की कीमत 9 लाख रुपए बताई जा रही है। जैकलीन को जेल में रहने के दौरान सुकेश ने 52 लाख रुपए का घोड़ा गिफ्ट किया था। जैकलीन के साथ रिलेशन में था सुकेश! सुकेश ने यह भी दावा किया है कि वह जैकलीन के साथ रिलेशन में रहा है। उसके इस दावे की पुष्टि दोनों की कुछ तस्वीरें करती हैं। इनमें एक्ट्रेस और चंद्रशेखर बेहद करीब नजर आ रहे हैं। ED के मुताबिक, यह तस्वीरें एक फाइव स्टार होटल की हैं। हालांकि, जैकलीन ने जांच एजेंसीज के सामने ऐसे किसी भी रिलेशन से इनकार किया है। जांच में यह भी सामने आया है कि एक्ट्रेस से सुकेश ने तिहाड़ जेल में रहने के दौरान कई बार फोन पर बात की है। इसके पुख्ता सबूत मिलने के बाद ED की एक टीम तिहाड़ जेल का दौरा भी कर चुकी है। नोरा को सुकेश ने करीब एक करोड़ रुपए की BMW और एक आईफोन गिफ्ट किया था। नोरा को भी सुकेश ने दी थी BMW और आईफोन सूत्रों के मुताबिक, महाठग सुकेश ने सिर्फ जैकलीन को ही नहीं एक्ट्रेस नोरा फतेही को भी अपने जाल में फंसाने का प्रयास किया। उनसे नोरा को भी कई महंगे गिफ्ट भेजे थे। यही वजह है कि नोरा भी अब ED की रडार पर आ गईं हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि नोरा को सुकेश ने करीब एक करोड़ रुपए की BMW और एक आईफोन गिफ्ट किया था। नोरा से 14 अक्टूबर को ED ने पूछताछ की थी। नोरा को सुकेश के सामने बैठाया गया और फिर सवाल जवाब हुए थे। पूछताछ में नोरा ने बताया कि साल 2020 में वे एक इवेंट में गई थीं। चेन्नई में हुए इस इवेंट में उन्हें सुकेश की पत्नी और एक्ट्रेस लीना पॉल ने बुलाया था। लीना भी एक एक्ट्रेस रही हैं और उन्होंने मद्रास कैफे में काम किया था। जानकारी के मुताबिक, नोरा के पास कई लग्जरी गाड़ियां हैं। इस आरोप में जेल में बंद है सुकेश चंद्रशेखर सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े केस में सबसे पहले दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज हुई थी। उस FIR पर दिल्ली EOW ने अगस्त में जांच शुरू की। इस मामले में ED ने भी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू कर दी थी। सुकेश पर आरोप है कि उसने रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह और मालविंदर सिंह को जेल से बाहर निकलवाने का झांसा देकर उनकी पत्नियों से 200 करोड़ से अधिक की ठगी की। वह खुद को कभी PM ऑफिस और कभी गृह मंत्रालय से जुड़ा अधिकारी बताता। उसकी इस धोखाधड़ी में तिहाड़ जेल के कई अफसर भी शामिल थे। सुकेश इन सभी को मोटी रकम देता था। ED ने 24 अगस्त को चेन्नई में सुकेश का सी-फेसिंग बंगला सीज कर लिया था। बंगले से 82.5 लाख रुपए, 2 किलो सोना और 12 से ज्यादा लग्जरी कारें जब्त की गई थीं। खबरें और भी हैं... मुश्किलों में एक्ट्रेस: ED के सामने पेश हुईं जैकलीन फर्नांडिस, 200 करोड़ रुपये की जबरन वसूली मामले में हैं गवाह बॉलीवुड द-बैंग टूर: जैकलीन फर्नांडीज को रियाद कॉन्सर्ट से रिप्लेस कर सकते हैं सलमान खान बॉलीवुड मनी लॉन्ड्रिंग केस: ठग सुकेश चंद्रशेखर के साथ जैकलीन फर्नांडिस की रोमांटिक फोटो हुई वायरल, दिखी दोनों के बीच नजदीकियां बॉलीवुड उपचुनाव में सिंधिया-दिग्गी का निशाना: ज्योतिरादित्य बोले - कमलनाथ पर जैकलीन संग फोटो खिंचाने का समय है, दिग्विजय ने कहा- मोदी-शाह और शिवराज छु्ट्‌टा सांड खंडवा",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/ready-to-pay-toll-after-two-days-in-punjab-and-haryana-129194618.html,"11 दिसंबर से टोल देने को हो जाएं तैयार: हरियाणा-पंजाब में 2 दर्जन टोल प्लाजा पर सालभर से धरने, कंपनियां बोली- किसानों के उठते ही वसूली शुरू","11 दिसंबर से टोल देने को हो जाएं तैयार:हरियाणा-पंजाब में 2 दर्जन टोल प्लाजा पर सालभर से धरने, कंपनियां बोली- किसानों के उठते ही वसूली शुरू जालंधर किसान आंदोलन के कारण पंजाब-हरियाणा में लगभग सालभर से बंद पड़े टोल प्लाजा दो दिन बाद दोबारा शुरू करने की तैयारी हो चुकी है। किसान सालभर से दोनों राज्यों में नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर बने 2 दर्जन से ज्यादा टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं। इसकी वजह से यहां टोल वसूली बंद पड़ी है और वाहन चालक बिना रोकटोक निकल रहे हैं। अब किसान आंदोलन खत्म होने के साथ ही कंपनियों ने टोल प्लाजा पर टैक्स वसूली की तैयारी कर ली है। पंजाब में कार-जीप से सफर करने वालों की पिछले करीब डेढ़ साल टोल प्लाजा पर टोल देने की आदत छूटी हुई है। अब किसान आन्दोलन के खत्म होते ही इन्हें अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। फिलहाल तो पुराने रेट पर ही टोल लगेगा लेकिन संभावना एसी जताई जा रहा है कि केंद्र सरकार टोल प्लाजा के रेट बढ़ा सकती है। पिछले एक डेढ़ साल से टोल ना देने के कारण बहुतों को शायद भूल भी गया होगा कि पंजाब हरियाणा के मुख्य शहरों से दिल्ली के बीच कितना टोल लगता था, आपको वही स्मरण करवाते हैं। टोल प्लाजा पर सारी व्यवस्था पूरी हरियाणा में करनाल के बसताड़ा टोल के मैनेजर भानु प्रताप ने बताया कि अभी किसान उन्हें टोल चलाने के लिए अनुमति नहीं दे रहे हैं। किसानों की सहमति के बाद टोल शुरू किया जाएगा। हमारे पास कर्मचारी व अन्य सभी प्रकार की व्यवस्था पूरी है। अंबाला में एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि 11 दिसंबर को किसानों के उठते ही शाम तक सारे टोल फंक्शनिंग इन आ जाएंगे और उन पर कॉल करना शुरू हो जाएगा। तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा फिर से शुरू करने की तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। 11 तारीख से ही तो है टोल कटना शुरू हो जाएगा। दिल्ली जाने वाले रूटों पर टोल की स्थिति चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच 4 टोल प्लाजा पड़ते हैं। इनमें दप्पर, घरौंडा (करनाल), पानीपत और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर ढाई सौ से 300 रुपए टोल देना पड़ेगा। अमृतसर से दिल्ली के बीच 8 टोल प्लाजा। ढिलवां, निज्जरपुरा, लाडोवाल, शंभू, घरौंडा (करनाल), पानीपत, और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 500 रुपए टोल देना पड़ेगा। पठानकोट से होशियापुर आने पर मानसर टोल पर 105 रुपए देने पड़ेंगे। पठानकोट से दिल्ली के बीच 7 टोल। चोलांग, मानसर, लाडोवाल, शंभू, घरौंडा, पानीपत और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 640 रुपए टोल देना पड़ेगा। होशियारपुर से दिल्ली के बीच 5 टाेल। लाडोवाल, शंभू, घरौंडा, पानीपत और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 445 रुपए टोल देना पड़ेगा। बठिंडा से दिल्ली के बीच 4 टोल। रोहाड़, मदीना कोरसां, रामायण और लंधारी। कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 285 रुपए टोल देना पड़ेगा। हिसार से दिल्ली के बीच 3 टोल। रोहाड़, मदीना कोरसां और रामायण। कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 205 रुपए टोल देना पड़ेगा। हिसार से पानीपत के बीच 2 टोल। दहर और रामायण। कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 175 रुपए टोल देना पड़ेगा। खबरें और भी हैं... 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ सुच्चा सिंह छोटेपुर बने अकाली: सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में जॉइन की पार्टी; बटाला से शिअद के चिन्ह पर लड़ेंगे विस चुनाव लुधियाना जालंधर में कर्मियों के छुट्‌टी जाने से काम ठप: डीसी ऑफिस में नहीं हुआ काम, पसरा सन्नाटा, लोग रहे परेशान, कल भी रहेंगे अवकाश पर जालंधर पंजाब कैबिनेट का फैसला: 4,587 सफाई कर्मचारी और सीवरमैन पक्के होंगे; एक नवंबर से मिलेगा सस्ती बिजली का लाभ चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/chief-defence-of-staff-bipin-rawat-helicopter-crash-updates-all-you-need-to-know-about-bipin-rawat-family-129193986.html,"पलभर में उजड़ा परिवार: जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया","पलभर में उजड़ा परिवार:जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया है। देश को तो अपने इस सर्वोच्च सेना अधिकारी को खोने से बड़ा झटका लगा ही है, लेकिन इस हादसे ने जनरल रावत की बेटियों को भी पलभर में अनाथ बना दिया। दोनों बेटियों ने अपने पिता को खोने के साथ ही मां मधुलिका रावत को भी खो दिया, जो एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जनरल रावत के साथ ही हेलिकॉप्टर में वेलिंगटन जा रही थीं। दरअसल, मधुलिका रावत आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं और इसी नाते उन्हें भी वेलिंगटन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेना था। अब जनरल रावत के परिवार में दो बेटियां ही बचीं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के निधन के बाद अब उनके परिवार में उनकी दोनों बेटियां ही बची हैं। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। छोटी बेटी का नाम तारिणी है, जो दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही हैं। देहरादून में बसने के लिए बना रहे थे आशियाना जनरल बिपिन रावत केवल पैतृक तौर पर ही उत्तराखंड से जुड़े हुए नहीं थे, बल्कि उनके मन में अपने प्रदेश के लिए बेहद प्यार भी था। यही कारण है कि उन्होंने रिटायरमेंट के बाद दिल्ली में रहने के बजाय देहरादून में बसने की तैयारी कर रखी थी, जहां उनका पूरा बचपन बीता था। इसके लिए उन्होंने एक महीने पहले ही देहरादून में प्रेमनगर के पास जंगलों के बीच खूबसूरत वादियों में अपना आशियाना बनवाना भी शुरू किया था। फिलहाल इस मकान की भूकंपरोधी तकनीक से नींव तैयार की जा रही थी। देहरादून में ही स्कूल एजुकेशन और फिर यहीं अधिकारी की ट्रेनिंग जनरल रावत की स्कूली शिक्षा देहरादून में ही कैंबरीन हॉल स्कूल में और फिर शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल में पूरी हुई। इसके बाद एक बार फिर वे देहरादून पहुंचे, जहां उनका चयन भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में हुआ। यहां उन्होंने अपना बैच टॉप किया और इसके लिए उन्हें 'सोर्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। खबरें और भी हैं... हेलीकॉप्टर क्रैश में अकेले जिंदा बचे देवरिया के वरुण सिंह: कुन्नूर हादसे में CDS बिपिन रावत सहित 13 की मौत, वरुण सिंह घायल देवरिया नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश फेक न्यूज एक्सपोज: तमिलनाडु में CDS रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश का वीडियो हो रहा वायरल; ये VIDEO फेक है, जानिए इसकी सच्चाई फेक न्यूज़ एक्सपोज़ रिटायर्ड आर्मी जनरल सतीश दुआ के मुताबिक: हर काम में अव्वल रहे रावत, उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर मिला था, LAC से लेकर LOC तक पोस्टेड रहे DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/women/news/the-dream-of-celebrating-the-sons-birthday-remained-unfulfilled-no-one-has-informed-the-mother-yet-129194626.html,"हेलिकॉप्टर क्रैश में सपने भी हुए दफन: किसी मां का बेटे का बर्थडे मनाने का ख्वाब रह गया अधूरा, तो कोई है बेसुध","हेलिकॉप्टर क्रैश में सपने भी हुए दफन:किसी मां का बेटे का बर्थडे मनाने का ख्वाब रह गया अधूरा, तो कोई है बेसुध नई दिल्ली लेखक: राधा तिवारी तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सेना के 11 कर्मी शहीद हो गए। वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर में चालक दल के 5 सदस्यों सहित कुल 14 लोग सवार थे। इस भीषण दुर्घटना में बुरी तरह घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। 1. जनरल बिपिन रावत- जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के निधन के बाद अब उनके परिवार में उनकी दोनों बेटियां बची हैं। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। छोटी बेटी का नाम तारिणी है, जो दिल्ली हाईकोर्ट में बतौर वकील प्रैक्टिस कर रही हैं। जनरल रावत की स्कूली शिक्षा देहरादून में ही कैंबरीन हॉल स्कूल में और फिर शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल में पूरी हुई। इसके बाद एक बार फिर वे देहरादून पहुंचे, जहां उनका चयन भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में हुआ। यहां उन्होंने अपना बैच टॉप किया और इसके लिए उन्हें 'सोर्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। 2. मधुलिका रावत- सीडीएस बिपिन रावत का की पत्नी मधुलिका रावत एक गृहिणी होने के साथ-साथ समाजसेवी भी थीं। बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत फिलहाल AWWA यानी आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं। यह एसोसिएशन सेना के अधिकारियों/जवानों की पत्नियों, बच्चों और आश्रितों के कल्याण के लिए काम करने वाली नोडल संस्था है। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के निधन के बाद अब उनके परिवार में उनकी दोनों बेटियां बची हैं। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। मधुलिका ने शहीदों की पत्नियों के जीवन यापन और उनके विकास के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलवाए। AWWA के अध्‍यक्ष के तौर पर मधुलिका रावत पर युद्ध या अन्य सैन्य ऑपरेशन के दौरान वीरगति को प्राप्त शहीदों की पत्नियों और आश्रितों की भलाई और सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी थी। 3. ब्रिगेडियर एचएस लिद्दर- ब्रिगेडियर एचएस लिद्दर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रक्षा सलाहकार के रूप में कार्यरत थे । उनकी शादी एक शिक्षिका से हुई थी, जिनका नाम गीतिका है। उनकी 16 वर्षीय बेटी आशना है जो कि 12वीं कक्षा की छात्रा है । ब्रिगेडियर लिद्दर के पिता कर्नल मेहंगा सिंह भी सेना के रिटायर्ड अधिकारी थे। ब्रिगेडियर एचएस लिद्दर (Brigadier HS Lidder) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रक्षा सलाहकार के रूप में कार्यरत थे। 4. लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह- लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह (Lt Col Harjinder Singh) सीडीएस के एसओ के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर पर तैनाती और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में कार्यकाल सहित अपनी बटालियन के साथ विभिन्न अभियानों में काम किया था। वह मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले थे, लेकिन उनका परिवार बाद में नई दिल्ली जा बसा। लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह (Lt Col Harjinder Singh) सीडीएस के एसओ के रूप में कार्यरत थे 5.लांस नायक विवेक कुमार - हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर के गांव अपर ठेहडू, डाकघर कोसरी के लांस नायक विवेक कुमार (29) का भी निधन हो गया है। विवेक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के पीएसओ थे। विवेक की पत्नी, पिता रमेश चंद, माता आशा देवी इस सूचना के बाद बेसुध हैं। साल 2020 में ही विवेक की शादी हुई थी और 2 माह पहले सितंबर में बेटे के पिता बने थे। उनकी बेटे का पहला जन्मदिन सेलिब्रेट करने की तमन्ना अधूरी रह गई। उनके पिता रमेश चंद दिहाड़ी का काम करते हैं जबकि माता आशा देवी गृहिणी हैं। विवेक का एक छोटा भाई है, जो एक बेकरी में काम करता है। उनकी एक बहन की शादी हो चुकी है। विवेक 2 माह पहले सितंबर में बेटे के पिता बने थे उनकी बेटे का पहला जन्मदिन सेलिब्रेट करने की तमन्ना अधूरी रह गई। 5. स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह- कुलदीप सिंह दुर्घटनाग्रस्त होने वाले विमान के को-पायलट थे। उनके पिता रणधीर सिंह राव एक्स नेवी अफसर हैं। उनकी बहन भी इंडियन नेवी में है। 2 साल पहले 19 नवम्बर 2019 को उनकी शादी मेरठ की यशस्विनी ढाका के साथ हुई थी। उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मां कमला देवी गृहिणी हैं। वे अपने माता-पिता के अकेले बेटे थे। कुलदीप सिंह की 2 साल पहले 19 नवम्बर 2019 को उनकी शादी मेरठ की यशस्विनी ढाका के साथ हुई थी। 6. लांस नायक बी साई तेजा- आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के रहने वाले साईं तेजा (27) के परिवार में पत्नी श्यामला, 4 साल का बेटा मोक्षगना और 2 साल की एक बेटी दर्शिनी है। एक किसान का बेटा साईं तेजा कु.राबाला कोटा मंडल के एगुवा रेगाडा गांव का रहने वाला था। साई तेजा आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले का रहने वाले थे। 7. नायक जितेंद्र कुमार- सीहोर के धामंदा गांव के निवासी सेना के जवान जितेंद्र कुमार CDS जनरल बिपिन रावत की सुरक्षा में तैनात थे। जितेंद्र के पिता का नाम शिवराज वर्मा और मां का नाम धापी बाई है, उनके दो भाई व दो बहनें हैं। इसके अलावा उनकी पत्नी और एक साल का बेटा भी है। वह 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी मां बीमार हैं, इसलिए उन्हें बेटे के शहीद होने की सूचना अब तक नहीं दी गई है। जितेंद्र की 2014 में शादी हुई थी। उनका 4 साल का बेटा और डेढ़ साल की बेटी भी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर जितेंद्र के निधन पर शोक जताया। जितेंद्र के दो भाई व दो बहनें हैं। इसके अलावा उनकी पत्नी और एक साल का बेटा भी है। 8. पृथ्वी सिंह चौहान- पृथ्वी अपने माता पिता के इकलौते बेटे और सबसे छोटी संतान थे। शहीद पृथ्वी के पिता को उनकी शहादत की खबर उनकी बड़ी बेटी शकुंतला ने दी। पृथ्वी ने साल 2007 में वृंदावन की रहने वाली कामिनी के साथ सात फेरे लेकर उन्हें अपना जीवन साथी चुना था। पृथ्वी 12 साल की बेटी आराध्या और 9 साल के बेटे अविराज के पिता थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बड़ी बहनें हैं। पृथ्वी 12 साल की बेटी आराध्या और 9 साल के बेटे अविराज के पिता थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बड़ी बहनें हैं। 9. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह- UP के देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस हादसे में अकेले जीवित बचे हैं। उनका वेलिंग्टन में आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वे तमिलनाडु के वेलिंग्टन में तैनात हैं। अगस्त में उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंग्टन में आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। 11. हवलदार सतपाल राय- दार्जिलिंग के तकदाह के रहने वाले हवलदार सतपाल राय सीडीएस के निजी सुरक्षा अधिकारी थे। हवलदार सतपाल राय 12. नायक गुरसेवक सिंह- नायक गुरसेवक सिंह 9 पैरा स्पेशल फोर्स से थे उन्होंने सीडीएस के प्रिंसिपल स्टाफ अफसर के रूप में कार्य किया है। गुरसेवक सिंह की मां का निधन हो चुका है जबकि पिता और भाई घर में ही रहते हैं। गुरसेवक सिंह सीडीएस ने प्रिंसिपल स्टाफ अफसर के रूप में कार्य किया है। 13. जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास - ओडिशा में अंगुल जिले के कृष्णचंद्रपुर गांव के रहने वाले थे और टेक्निकल टीम के हिस्सा थे। जेडब्ल्यूओ के परिवार में उनकी पत्नी, एक साल का बेटा और उनके बुजुर्ग माता-पिता हैं। राणा प्रताप दास के परिवार में उनकी पत्नी, एक साल का बेटा और उनके बुजुर्ग माता-पिता हैं। अधिकारियों के अनुसार दुर्घटना में जान गंवाने वालों की सूची इस प्रकार है:- 1. जनरल बिपिन रावत, 2. मधुलिका रावत (जनरल रावत की पत्नी), 3.ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर, 4.लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, 5.विंग कमांडर पी एस चौहान, 6.स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, 7. जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, 8. हवलदार सतपाल, 9. नायक गुरसेवक सिंह, 10.नायक जितेंद्र कुमार, 11.लांस नायक विवेक कुमार, 12. लांस नायक साइ तेजा खबरें और भी हैं... E-इश्क: एक दिन दोनों घर में अकेले थे, उस दिन पहली बार तेजस ने सुजाता को छुआ था कहानी CDS रावत को चक दे गर्ल ने किया याद: शाहरुख संग काम कर चुकीं चित्रांशी की रोल मॉडल है 'पहाड़ी झांसी की रानी तिलोतमा' वुमन लड़की बन आईटी इंजीनियर से अश्लील चैट, ठगी: फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाई, गंदे वीडियो दिखा जाल में फंसाया फिर अधिकारी बन धमकाया, 27 लाख वसूले भरतपुर शादी से एक रात पहले भागने वाली दुल्हन गिरफ्तार: गहने-पैसे लेकर हुई थी फरार, शादी न होने से परेशान था दूल्हा जयपुर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/martyr-gursewak-singh-family-waiting-to-see-him-last-time-129193991.html,"शहीद गुरसेवक के परिवार का हाल: पत्नी बोली- दिन में कई फोन करते थे; 48 घंटे से एक कॉल नहीं आया, बच्चों से क्या कहूं","शहीद गुरसेवक के परिवार का हाल:पत्नी बोली- दिन में कई फोन करते थे; 48 घंटे से एक कॉल नहीं आया, बच्चों से क्या कहूं तरनतारन ‘वह फुर्सत मिलते ही हमें फोन कर लेते थे। कई बार तो एक ही दिन में उनके कई कॉल आ जाते थे। 2 दिन से एक भी फोन नहीं आया। बच्चे सारा दिन फोन देख-देखकर पूछते हैं कि पापा का फोन कब आएगा? क्या जवाब दूं उन्हें, समझ ही नहीं आ रहा।’ यह शब्द हैं 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए गुरसेवक सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर के। गुरसेवक की दोनों बेटियां और 3 साल का बेटा दो दिन से मोबाइल पर पिता के कॉल का इंतजार कर रहे हैं। वह नहीं जानते कि उनके पिता गुरसेवक सिंह दुनिया को छोड़कर चले गए हैं। नायक गुरसेवक सिंह पंजाब में तरनतारन जिले के खालड़ा एरिया के दोदे गांव के रहने वाले थे। उनका गांव भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर के पास है। गुरसेवक आर्मी की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात थे और CDS बिपिन रावत के सुरक्षा दस्ते के सदस्य थे। गुरसेवक सिंह के शहीद होने की खबर मिलने के बाद से उनकी पत्नी जसप्रीत कौर सदमे में है और पति के निधन की खबर पर भरोसा नहीं कर पा रहीं। वह बार-बार अपने तीनों बच्चों से यही कहती हैं कि पापा का फोन जल्दी आ जाएगा। वह जरूरी मीटिंग में व्यस्त हैं। कल देर शाम हादसे की जानकारी मिलने के बाद से ही जसप्रीत कौर बार-बार गुरु साहिबान के आगे हाथ जोड़कर पति की सलामती की दुआ करती रहीं। जसप्रीत कौर ने कहा, ‘7 दिसंबर को गुरसेवक का फोन नहीं आया तो मैंने उन्हें कॉल कर लिया। गुरसेवक ने बताया कि वह दिनभर व्यस्तता के चलते कॉल नहीं कर पाए। इसके बाद उन्होंने परिवार के सभी सदस्यों का हालचाल पूछा। बच्चों से बात की और पिताजी के खाने के बारे में बात की।’ पिता रो-रो कर बेटे का नाम पुकार रहे गुरसेवक सिंह के पिता काबल सिंह भी बेटे की शहादत की खबर सुनकर सदमे में हैं। वह रो-रोकर बेटे को पुकारते हुए कह रहे हैं, ‘सेवका तूं कित्थै चला गया? इक बारी आवाज तां दे दे मैनूं। (सेवक तू कहां चला गया। एक बार आवाज तो दे दे मुझे।)’ काबल सिंह ने बताया कि गुरसेवक सिंह ड्यूटी पर रहते हुए भी लगभग हर रोज फोन पर उनसे बात कर लेता था। हमेशा पूछता था कि क्या कर रहे हो? खेत में जा आए या नहीं? दवाई ले ली क्या? जब उसका फोन आता तो ऐसा लगता मानो वह घर पर ही है। दो दिन से उससे बात नहीं हुई तो लग रहा है कि वो शायद नहीं रहा। यूनिट ने फोन करके परिवार को दी सूचना देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत के साथ 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में तरनतारन के नायक गुरसेवक सिंह भी शहीद हो गए। बुधवार शाम को गुरसेवक की यूनिट ने उनके भाई गुरबख्श सिंह और जसविंदर सिंह को फोन करके हेलिकॉप्टर क्रैश में उनके शहीद होने की जानकारी दी। पिता और पत्नी रहते हैं बीमार बुधवार रात गुरसेवक के शहीद होने की खबर आने के बावजूद परिवार ने जसप्रीत कौर और बुजुर्ग काबल सिंह को रातभर इसकी जानकारी नहीं दी। दरअसल दोनों की तबीयत खराब रहती है और उनका इलाज पास के अस्पताल से चल रहा है। गुरुवार सुबह गांव में सूचना फैली तो परिवार ने जसप्रीत कौर को गुरसेवक के शहीद होने की खबर दे दी। फिलहाल घर में मातम छाया है और पत्नी जसप्रीत कौर का रो-रोकर बुरा हाल है। 2 बहने और 5 भाई, परिवार करता है खेती दोदे गांव के लोगों ने बताया कि गुरसेवक सिंह ने 12वीं तक की पढ़ाई खालड़ा के सरकारी स्कूल से की। 12वीं पास करते ही वह आर्मी में भर्ती हो गया। सेना में नौकरी करते हुए गुरसेवक ने पढ़ाई जारी रखी और ग्रेजुएशन की डिग्री करते ही वह प्रमोट हो गया। इस समय भी वह पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा था। गुरसेवक के परिवार में उनकी 2 बहने और 5 भाई हैं। पूरा परिवार खेतीबाड़ी से जुड़ा है। 24 दिन पहले छुट्‌टी काटकर लौटे ड्यूटी पर गुरसेवक सिंह डेढ़ महीने पहले छुट्‌टी पर आए थे और 14 नवंबर को ही छुट्‌टी काटकर वापस ड्यूटी पर गए। छुट्टियों के दौरान वह परिवार के साथ बाबा बुड्ढा साहिब भी गए थे। गुरसेवक के तीन बच्चों में से से बड़ी बेटी सिमरन 9 साल और छोटी बेटी गुरलीन 7 साल की है। बेटा फतेह सिंह सिर्फ 3 साल का है। गुरसेवक अपने बच्चों से बहुत प्यार करते थे और ड्यूटी के दौरान चाहे जितने भी थके हों, लगभग रोजाना बच्चों से फोन पर बात जरूर करते थे। खबरें और भी हैं... 2 दिन DC ऑफिस और तहसील में नो वर्क: पब्लिक डीलिंग नहीं होगी; न ही राजस्व संबंधी कोई कार्य, 2 दिन की छुट्‌टी गया स्टाफ जालंधर बेअदबी मामले की कोर्ट में सुनवाई: आज ​​​​​​​फरीदकोट की अदालत में पेश होंगे जमानत पर चल रहे डेरा प्रेमी, 6 साल पुराना है मामला लुधियाना CDS रावत के साथ तरनतारन का जवान भी शहीद: सुरक्षा दस्ते के मेंबर थे दोदे गांव के गुरसेवक सिंह, सेना ने दी खालड़ा थाने में जानकारी अमृतसर कैप्टन ने सिद्धू के हलके में मारी सेंध: पूर्व वाइस चेयरमैन लीगल सेल एडवोकेट संदीप गौरसी ने की पंजाब लोक कांग्रेस जॉइन अमृतसर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/the-relatives-were-called-to-delhi-to-identify-the-bodies-of-the-soldiers-killed-in-the-accident-129194523.html,CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: हादसे में मारे गए सैनिकों की शवों की पहचान के लिए परिजनों को दिल्ली बुलाया गया,"CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश:हादसे में मारे गए सैनिकों की शवों की पहचान के लिए परिजनों को दिल्ली बुलाया गया नई दिल्ली भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया है कि तमिलनाडु के कन्नूर में हादसे का शिकार हुए सभी सैन्य कर्मियों के परिजनों को शवों की पहचान के लिए दिल्ली बुलाया गया है। रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि ये हादसा इतना भीषण था कि मारे गए लोगों के शवों की सही पहचान करना बहुत मुश्किल हो गया है। अंतिम संस्कार एक संवेदनशील मामला है और परिजनों की भावनाओं से जुड़ा है। मंत्रालय का कहना है कि शवों की सही पहचान करने और उन्हें परिजनों को सौंपने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। इस हादसे में कुल तेरह लोगों की मौत हई है जिनमें भारत के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं। मारे गए सभी लोगों के नजदीकी रिश्तेदारों को दिल्ली बुलाया गया है। सेना की तरफ से प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद की जा रही है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि शवों की सही शिनाख्त के लिए रिश्तेदारों की मदद ली जाएगी। शवों की पहचान के बाद अंतिम संस्कार के इंतजाम किए जाएंगे। इसी बीच हादसे में मारे गए भारतीय सेना के अधिकारियों के शवों को ले जा रहे वाहनों के काफिले में शामिल एक एंबुलेंस तमिलनाडु में हादसे का शिकार हो गई है। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। खबरें और भी हैं... सुब्रमण्यम स्वामी का इंटरव्यू: BJP लीडर ने कहा- सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस से हो हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच, वरना तथ्य दबा दिए जाएंगे DB ओरिजिनल हादसा या साजिश: रिटायर्ड ब्रिगेडियर सावंत को शक- CDS हेलिकॉप्टर क्रैश LTTE-ISI की साजिश, ये प्लान्ड अटैक भी हो सकता है DB ओरिजिनल बीरा तू बहुत याद आएगा: जनरल बिपिन रावत के दोस्त कर रहे अपने यार के अनदेखे वीडियो शेयर, आप भी देखिए… DB ओरिजिनल भास्कर एक्सप्लेनर: एटम बम दागने की सलाह हो या तीनों सेनाओं का साझा इस्तेमाल, जानिए कौन से अहम फैसले लेते हैं CDS एक्सप्लेनर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-helicopter-accident-eyewitness-chopper-iaf-mi-17v5-crash-last-moments-129194351.html,"जनरल रावत का आखिरी पल: वो बुरी तरह घायल थे, पानी मांगा; अफसोस देश के लिए इतना कुछ करने वाले को पानी तक नहीं दे पाया, रातभर सो नहीं सका","जनरल रावत का आखिरी पल:वो बुरी तरह घायल थे, पानी मांगा; अफसोस देश के लिए इतना कुछ करने वाले को पानी तक नहीं दे पाया, रातभर सो नहीं सका नई दिल्ली हादसे के दूसरे दिन CDS जनरल बिपिन रावत के आखिरी पल की कहानियां सामने आ रही हैं। कई ऐसे चश्मदीद हैं, जिन्होंने घायल जनरल रावत को देखा, पर पहचान न सके। ऐसे ही एक शख्स ने बताया कि हादसे के बाद एक आदमी बेहद घायल दिखा। जिंदा था, पानी मांग रहा था, लेकिन हमारे पास देने को पानी तक नहीं था। बाद में पता चला कि वह घायल व्यक्ति जनरल बिपिन रावत हैं। इसका मुझे ऐसा सदमा लगा कि रातभर सो नहीं सका। सोचिए, एक इंसान जिसने देश के लिए इतना कुछ किया हो, उसे आखिरी वक्त में पानी तक न मिले… चश्मदीद की ऐसी ही कहानियां… पहला चश्मदीद: फोटो देखी तो पता चला कि वो कौन हैं कुन्नूर के रहने वाले कॉन्ट्रैक्टर शिवकुमार हादसे के वक्त नीलगिरी की पहाड़ियों पर चाय बागान में काम करने वाले अपने भाई से मिलने गए थे। शिवकुमार ने बताया, 'मैंने देखा आग की लपटों में घिरा हेलिकॉप्टर गिर रहा था। धुएं और इलाके की वजह से घटनास्थल पर पहुंचने में मुश्किल हुई। 3 बॉडी जलते हुए हेलिकॉप्टर से गिरीं। जब वहां पहुंचे तो दो बॉडी हेलिकॉप्टर के बाहर पड़ी हुई थीं। वे इतना जल गए थे कि पहचानना भी मुश्किल था। एक आदमी जिंदा था। हमने उससे कहा कि परेशानी की बात नहीं है। हम मदद के लिए आए हैं। उसने पीने के लिए पानी मांगा। हादसे के बाद सेना का हेलिकॉप्टर बुरी तरह जल गया था। इसके बाद एक चादर में रेस्क्यू टीम और लोकल लोग उस आदमी को लेकर चले गए। 3 घंटे बाद किसी ने मुझे उस व्यक्ति की फोटो दिखाई। बताया कि जिस आदमी से तुम बात कर रहे थे, वो जनरल बिपिन रावत हैं। मुझे भरोसा नहीं हुआ कि जिस आदमी ने देश के लिए इतना कुछ किया, उसे पानी भी नहीं मिल सका। यह सोचकर मैं रातभर सो नहीं पाया।' दूसरा चश्मदीद: एक आदमी मदद के लिए चिल्ला रहा था घटनास्थल के करीब ही रहने वाले एस दास ने बताया कि हादसे के बाद वहां का टेम्परेचर काफी बढ़ गया था। हम लोग समझ नहीं पा रहे थे कि क्या करें। हमने पेड़ों की टहनियां टूटने की आवाज सुनीं। एक आदमी मदद के लिए चिल्ला रहा था। उसके बाद ऐसा धमाका हुआ जैसे सिलिंडर फटा हो। तीसरा चश्मदीद: मेरे घर के करीब ही जल रहा था हेलिकॉप्टर मौके पर मौजूद शंकर ने कहा, 'मेरे घर से महज 2 मीटर दूर चॉपर क्रैश हुआ। किस्मत थी कि मैं और बच्चे वहां नहीं थे। जलते हुए हेलिकॉप्टर के आसपास स्थित घरों में भी कोई नहीं था। हादसे के बाद पुलिस ने 500 मीटर के पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। वहां रहने वालों के अलावा किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी। इंडियन एयरफोर्स के अफसर चॉपर के टुकड़े बटोर रहे थे।' चौथा चश्मदीद: पेड़ों में फंसे हेलिकॉप्टर में आग लगी और वो गिर गया पी चंद्रिकाकुमार ने बताया, 'दोपहर का वक्त था, तभी मैंने आवाज सुनी। मैं घर के बाहर भागा और देखा कि एक हेलिकॉप्टर पेड़ों में फंस गया है। इसके बाद उसमें आग लग गई और वह नीचे गिर पड़ा। मैंने कुछ लोगों को चीखते हुए भी सुना था।' खबरें और भी हैं... जनरल रावत को आखिरी सैल्यूट LIVE: जनरल रावत, पत्नी मधुलिका के शवों की पहचान हुई, सुपर हरक्युलिस से दिल्ली लाए जाएंगे; PM मोदी पालम जाकर देंगे श्रद्धांजलि देश भास्कर LIVE अपडेट्स: भीमा कोरेगांव केस; 3 साल से जेल में बंद एक्टिविस्ट सुधा भारद्वाज को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा किया देश ऐसे ED की रडार पर आईं जैकलीन फर्नांडिस: 50 लाख के घोड़े और 9-9 लाख की चार बिल्लियों ने एक्ट्रेस को फंसाया, तिहाड़ में बंद चंद्रशेखर ने गिफ्ट में दिया था महाराष्ट्र सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर उखड़ने लगे किसानों के टेंट: झोपड़ियां हटाने में जुटे; दोनों बॉर्डर पर किसानों ने डाला भंगड़ा, रवानगी पर हेलिकॉप्टर से बरसाएंगे फूल रेवाड़ी",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/mumbai/news/sukesh-used-to-give-expensive-gifts-to-the-actress-50-lakh-horses-and-9-9-lakh-cats-trapped-129194277.html,"जैकलीन के लिए आफत बना कॉनमैन का गिफ्ट: सुकेश देता था एक्ट्रेस को महंगे तोहफे, 50 लाख के घोड़े और 9-9 लाख की बिल्लियों ने फंसाया","जैकलीन के लिए आफत बना कॉनमैन का गिफ्ट:सुकेश देता था एक्ट्रेस को महंगे तोहफे, 50 लाख के घोड़े और 9-9 लाख की बिल्लियों ने फंसाया मुंबई ED की रडार पर आईं जैकलीन फर्नांडिस, तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया ​​बॉलीवुड एक्ट्रेस को विदेश जाने से भी रोका जा चुका है जैकलीन फर्नांडिस के लिए तिहाड़ में बंद कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर का गिफ्ट मुसीबत बन गया है। अभिनेत्री इस वक्त 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय की रडार पर हैं। 5 दिसंबर को जैकलीन को मुंबई एयरपोर्ट पर उस वक्त रोक लिया गया, जब वो देश से बाहर जाने की कोशिश कर रही थीं। यही नहीं ईडी ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है। इस बीच एक्ट्रेस गुरुवार को फिर एक बार ED के सामने पेश हुईं। उनसे तिहाड़ जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर के साथ उनके संबंधों को लेकर पूछताछ हुई है। ये तीसरी बार है, जब जैकलीन से ED ने पूछताछ की है। ED को दोनों के बीच तीन बार हुई मुलाकात की पुख्ता जानकारी मिली है, इसी को लेकर एक्ट्रेस से पूछताछ की जा रही है। जैकलीन के ट्रैवल के लिए बुक करता था चार्टर्ड फ्लाइट जांच में यह भी सामने आया है कि एक्ट्रेस के लिए दिल्ली से मुंबई और फिर यहां से चेन्नई जाने की चार्टर्ड फ्लाइट को भी सुकेश ने बुक करवाया था। एक्ट्रेस के कुछ फाइव स्टार होटल में रुकने का खर्च भी सुकेश ने ही उठाया था। ED को दोनों के बीच तीन बार हुई मुलाकात की पुख्ता जानकारी मिली है, इसी को लेकर एक्ट्रेस से पूछताछ की जा रही है। यह मुलाकात सुकेश के अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद हुई थी। कॉनमैन सुकेश का दावा जैकलीन के साथ था रिश्ते में सुकेश ने यह भी दावा किया है कि वह जैकलीन के साथ रिलेशन में रहा है। उसके इस दावे की पुष्टि दोनों की कुछ तस्वीरें करती हैं। इनमें एक्ट्रेस और चंद्रशेखर बेहद करीब नजर आ रहे हैं। ED के मुताबिक, यह तस्वीरें एक फाइव स्टार होटल की हैं। हालांकि, जैकलीन ने जांच एजेंसी के सामने सुकेश के साथ किसी भी तरह के रिलेशन से इनकार किया है। जांच में यह भी सामने आया है कि एक्ट्रेस से सुकेश ने तिहाड़ जेल में रहने के दौरान कई बार फोन पर बात की है। इसके पुख्ता सबूत मिलने के बाद ED की एक टीम तिहाड़ जेल का दौरा भी कर चुकी है। इस वक्त इंटरनेट पर सुकेश और जैकलीन की कुछ निजी तस्वीर वायरल हैं। चंद्रशेखर के मंहगे गिफ्ट ने नोरा को भी ED के नजर में लाया सूत्रों के मुताबिक, महाठग सुकेश ने सिर्फ जैकलीन को ही नहीं एक्ट्रेस नोरा फतेही को भी अपने जाल में फंसाने का प्रयास किया। उनसे नोरा को भी कई महंगे गिफ्ट भेजे थे। यही वजह है कि नोरा भी अब ED की रडार पर आ गईं हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि नोरा को सुकेश ने करीब एक करोड़ रुपए की BMW और एक आईफोन गिफ्ट किया था। नोरा से 14 अक्टूबर को ED ने पूछताछ की थी। नोरा को सुकेश के सामने बैठाया गया और फिर सवाल जवाब हुए थे। पूछताछ में नोरा ने बताया कि साल 2020 में वे एक इवेंट में गई थीं। चेन्नई में हुए इस इवेंट में उन्हें सुकेश की पत्नी और एक्ट्रेस लीना पॉल ने बुलाया था। लीना भी एक एक्ट्रेस रही हैं और उन्होंने मद्रास कैफे में काम किया था। नोरा को सुकेश ने करीब एक करोड़ रुपए की BMW और एक आईफोन गिफ्ट किया था। रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर​​​​​​​ की पत्नी को झांसा दे ठगा था 200 करोड़ सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े केस में सबसे पहले दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज हुई थी। उस FIR पर दिल्ली EOW ने अगस्त में जांच शुरू की। इस मामले में ED ने भी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू कर दी थी। सुकेश पर आरोप है कि उसने रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह और मालविंदर सिंह को जेल से बाहर निकलवाने का झांसा देकर उनकी पत्नियों से 200 करोड़ से अधिक की ठगी की। वह खुद को कभी PM ऑफिस और कभी गृह मंत्रालय से जुड़ा अधिकारी बताता। उसकी इस धोखाधड़ी में तिहाड़ जेल के कई अफसर भी शामिल थे। सुकेश इन सभी को मोटी रकम देता था। ED ने 24 अगस्त को चेन्नई में सुकेश का सी-फेसिंग बंगला सीज कर लिया था। बंगले से 82.5 लाख रुपए, 2 किलो सोना और 12 से ज्यादा लग्जरी कारें जब्त की गई थीं। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/bipin-rawat-death-pakistan-dawn-bbc-reaction-after-indian-military-chief-killed-in-helicopter-crash-129194091.html,"CDS रावत के निधन पर विदेशी मीडिया का रिएक्शन: कहा- भारत को लगे झटके की भरपाई करना आसान नहीं; चीन, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों ने दी श्रद्धांजलि","CDS रावत के निधन पर विदेशी मीडिया का रिएक्शन:कहा- भारत को लगे झटके की भरपाई करना आसान नहीं; चीन, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों ने दी श्रद्धांजलि लेखक: पूनम कौशल भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत की मौत पर दुनियाभर के मीडिया ने कवरेज की है। वहीं, कई देशों के नेताओं और सेना प्रमुख ने दुख जाहिर किया है। डॉन में कश्मीर और चीन सीमा पर तैनाती का जिक्र पाकिस्तान के अखबार डॉन ने जनरल रावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोस्त बताते हुए लिखा कि दो वरिष्ठ जनरलों पर तरजीह देकर उन्हें भारतीय सेना का प्रमुख बनाया गया। जनरल रावत ने कश्मीर और चीन सीमा पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर इडियन आर्मी का नेतृत्व किया। जनरल की तारीफ करते हुए अखबार ने लिखा- रावत को भारत की पूर्वोत्तर सीमाओं पर विद्रोह को नियंत्रित करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने पड़ोसी देश म्यांमार में अलगाववादियों के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन का नेतृत्व भी किया। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट - जनरल की मौत इंडियन आर्मी के लिए झटका हांगकांग के प्रमुख अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा है, ""भारत अपने टॉप जनरल बिपिन रावत की मौत का गम मना रहा है। उनके जाने का इडियन आर्मी पर क्या असर होगा? देश के टॉप जनरल को खुद प्रधानमंत्री ने चुना था और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाया था। हेलिकॉप्टर हादसे मे उनकी मौत ऐसे मुश्किल समय हुई है जब भारत चीन के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है।"" रावत की मौत को भारतीय सेना के लिए झटका बताते हुए अखबार ने कहा, “इस हादसे से मोदी सरकार को भी गहरा झटका लगा है। सरकार और रावत के बीच भरोसे का रिश्ता था। भारत ने 2017 में डोकलाम में और बीते साल लद्दाख में चीन को जैसी प्रतिक्रिया दी उनकी मौत के बाद चीन की किसी हरकत पर भारत ऐसा जवाब देने के लिए कमजोर स्थिति में होगा।"" भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और जनरल रावत के नजदीकी रिश्तों का जिक्र करते हुए अखबार ने कहा, ""पाकिस्तान के भीतर एयरफोर्स और स्पेशल फोर्सेज की स्ट्राइक में दोनों ने अच्छा कोआर्डिनेशन किया था।"" BBC ने कहा- प्रेरित करने वाले सैन्य कमांडर थे जनरल रावत ब्रिटेन के मीडिया संस्थान BBC ने जनरल रावत को प्रेरित करने वाला सैन्य कमांडर बताते हुए लिखा है कि 63 साल के जनरल रावत की छवि एक सख्त सैनिक और प्रेरक सैन्य कमांडर की थी। BBC लिखता है कि कई बार उन्होंने ऐसी टिप्पणियां भी कि जिन पर राजनीतिक विवाद भी हुए। BBC ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिका के कंसास में मौजूद आर्मी कमांड एंड जनरल स्टाफ कॉलेज में हुई उनकी ट्रेनिंग का भी जिक्र किया है। BBC की रिपोर्ट कहती है, ""1980 के दशक में रावत ने आर्मी में कर्नल की हैसियत से अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर टकराव की स्थिति में अपनी बटालियन का नेतृत्व किया।"" जनरल रावत ने साल 2015 में म्यांमार के भीतर इंडियन आर्मी के पैराट्रूपर भेजे थे और अलगाववादियों के खिलाफ अभियान चलाया था। ये विदेशी जमीन पर भारतीय सैनिकों का पहला अभियान था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा- जनरल ने आर्मी में महत्वपूर्ण बदलाव किए न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए जनरल रावत ने बदलाव के लिए संघर्ष कर रहे इंडियन आर्मी का कायापलट किया था। अखबार लिखता है, ""इंडियन आर्मी की अलग-अलग ब्रान्च के बीच कोआर्डिनेशन के जिम्मेदार भारत के CDS जनरल रावत की मौत ऐसे मुश्किल समय में हुई है जब भारत की सेना दो सीमाओं पर खतरों का सामना कर रही है और देश की सुस्त होती अर्थव्यवस्था का असर भी झेल रही है।"" अखबार लिखता है कि भारत के प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के साथ-साथ चीन के साथ टकराव और तनाव के मद्देनजर करीब 10 हजार भारतीय सैनिक हिमालय की ऊंची चोटियों पर तैनात हैं। ये दूसरी सर्दियां है जब भारत के सैनिक इतनी बड़ी संख्या में यहां तैनात किए गए हैं। अल जजीरा में पाकिस्तानी सेना प्रमुख की श्रद्धांजलि का जिक्र अंतरराष्ट्रीय ब्रॉडकास्टर अल जजीरा ने अपनी रिपोर्ट में रावत की मौत पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की तरफ से आई श्रद्धांजलि का जिक्र किया है। अल जजीरा ने लिखा है कि जनरल रावत को भारत के PM नरेंद्र मोदी का भरोसा प्राप्त था और वो उनके बेहद करीबी थे। अल-जजीरा ने एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा है कि रावत ने इडियन आर्मी को मॉडर्न बनाने के लिए जो पहल की थी उस पर अब विराम लग सकता है। रावत को भारत की सेना के तीनों हिस्सों- आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के बीच कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी दी गई थी। अमेरिकी दूतावास ने मौत पर दुख जताया भारत में अमेरिकी दूतावास ने उनकी मौत पर दुख जताते हुए कहा है कि भारत के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर उन्होंने भारतीय सेना के इतिहास में बदलाव के दौर का नेतृत्व किया। दूतावास ने अपने बयान में कहा कि रावत अमेरिका के मजबूत दोस्त और सहयोगी थे और उन्होंने अमेरिका और भारत के बीच सैन्य सहयोग बढ़े पैमाने पर बढ़ाया। चीन के राजदूत ने दी श्रद्धांजलि भारत में चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने भी उनकी मौत पर गहरा दुख जाहिर करते हुए कहा- मेरी संवेदनाएं जनरल रावत के परिवार के सभी सदस्यों के साथ हैं। ब्रिटेन ने कहा- बहादुर सैनिक की मौत ब्रिटेन के राजदूत एलेक्स एलिस ने जनरल रावत की मौत पर दुख जाहिर करते हुए उन्हें एक बहादुर सैनिक और समझदार व्यक्ति के तौर पर याद किया। रूस ने अपना एक बेहद करीबी मित्र खोया रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने उनकी मौत पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि भारत ने अपना महान देशभक्त खो दिया है। कुदाशेव ने कहा कि रूस ने अपना एक बेहद करीबी मित्र खो दिया है जिसने हमारे द्वीपक्षीय रिश्तों और खास स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को हमेशा बढ़ावा दिया। फ्रांस ने कहा- जनरल रावत एक महान मिलिट्री लीडर भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमीश्नर और फ्रांस के दूत ने भी जनरल रावत की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है। फ्रांस ने अपने बयान में कहा, हम जनरल रावत को एक महान मिलिट्री लीडर और भारत-फ्रांस सैन्य रिश्तों के ध्वजवाहक के तौर याद करेंगे। इजराइल के लोग भारत के दुख में शामिल इजराइल के प्रधान मंत्री नफ्टाली बेनेट ने CDS की मौत पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि जनरल रावत भारत के सच्चे दोस्त थे। इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि इजराइल के लोग भारत के इस दुख में शामिल हैं। वहीं, भूटान के राष्ट्रध्यक्ष लोटे शेरिंग और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी जनरल रावत की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है। खबरें और भी हैं... जनरल रावत को आखिरी सैल्यूट LIVE: हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण लाइफ सपोर्ट पर; एयर एंबुलेंस से बेंगलुरु शिफ्ट किए जाएंगे देश 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म, ऐलान बाकी: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ जनरल रावत को ऐसे मिली थी NDA की सीट: एक सवाल ने बता दिया था कि ये 'सिपाही' हारने वाला नहीं, आखिर तक फैसला लेकर अड़े रहना रही खूबी देश क्रैश से ठीक पहले का VIDEO: CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था, टूरिस्ट ने रिकॉर्ड किया; ब्लैक बॉक्स भी मिला देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-helicopter-crash-analysis-on-iaf-chopper-mi-17v5-129193994.html,"क्यों होते हैं ऐसे क्रैश: किसकी गलती से होते हैं इस तरह के हादसे, क्या VVIPs पायलट्स पर उड़ान के लिए दबाव डालते हैं- सबक कब सीखा जाएगा","क्यों होते हैं ऐसे क्रैश:किसकी गलती से होते हैं इस तरह के हादसे, क्या VVIPs पायलट्स पर उड़ान के लिए दबाव डालते हैं- सबक कब सीखा जाएगा नई दिल्ली बुधवार को एयरफोर्स के Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश में CDS जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद सवालों का दौर शुरू हो गया। अब पूछा जा रहा है- ये हादसा क्यों, कैसे और किसकी गलती से हुआ? कुन्नूर की नीलगिरी पहाड़ियों में यह क्रैश हुआ। जंगली इलाका था और ऊपर से बेहद खराब मौसम। बुधवार को यहां का वेदर फोरकास्ट, यानी मौसम की भविष्यवाणी बता रही थी कि बादल काफी नीचे रहेंगे, उमस भी ज्यादा रहेगी और हल्की बारिश हो सकती है। अब तक मिले फोटोग्राफ्स और वीडियोज से भी साफ हो जाता है कि जो भविष्यवाणी थी, मौसम वैसा ही था। हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ और पेड़ों पर जा गिरा। फिर आग लग गई। अब सवाल ये है कि अगर मौसम उड़ान भरने लायक था ही नहीं तो हेलिकॉप्टर ने किसके कहने पर उड़ान भरी? क्या पायलट पर टेक ऑफ के लिए दबाव डाला गया था? सवाल तो उठेंगे इस हादसे के बाद उठ रहे सवालों पर अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ ने एक रिपोर्ट पब्लिश की। इसके मुताबिक, 2 सितंबर 2009 को आंध्रप्रदेश के तब के मुख्यमंत्री वाय.एस. राजशेखर का हेलिकॉप्टर कुर्नूल के करीब क्रैश हुआ था। उस वक्त मौसम बेहद खराब था। इसके बावजूद पायलट पर उड़ान के लिए दबाव डाला गया था। बाद में दो जांच हुईं। इनमें CBI जांच भी शामिल थी। दोनों ही एक तरह से घटना के कारणों पर पर्दा डालने वाली थीं। अगर इस हादसे के बाद हुई घटनाओं पर भी नजर डालें तो साफ हो जाता है कि पर्दा डालने का यह ट्रैंड जारी रहा और सबक नहीं सीखे गए। तमिलनाडु के वन मंत्री ने हादसे के बाद कहा था- क्रैश वाली जगह बेहद संकरी है। वहां रेस्क्यू भी आसान नहीं है। सिंधिया मामले में भी यही हुआ था 30 सितंबर 2001 को पूर्व सिविल एविएशन मिनिस्टर माधवराव सिंधिया का क्रैश में निधन हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, खराब मौसम के बावजूद उन्होंने कानपुर जाने का फैसला किया था। 3 मार्च 2002 को लोकसभा अध्यक्ष बालयोगी का भी हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन हुआ था। उस वक्त तेज बारिश हो रही थी। अप्रैल 2011 में अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू का हेलिकॉप्टर तवांग में क्रैश हुआ था। उस वक्त भी तवांग के पहाड़ी इलाके में मौसम बेहद खराब था। नेता ये कह सकते हैं कि उन्होंने कभी क्रू या पायलट को उड़ान भरने पर मजबूर नहीं किया। जांच रिपोर्ट्स में भी इस तरह के निगेटिव कमेंट्स को शामिल नहीं किया जाता। हालांकि, ये बातें भारत में ही होती हों, ऐसा भी नहीं है। अप्रैल 2010 पोलैंड के राष्ट्रपति लीच कायन्स्की का हेलिकॉप्टर TU154 रूस में क्रैश हुआ था। जांच में सामने आया कि पायलट को बेहद खराब मौसम में लैंडिंग के लिए मजबूर किया गया था। कुन्नूर में क्या हुआ होगा मौसम खराब था। बादलों की ऊंचाई काफी कम थी। शायद इसी वजह से हेलिकॉप्टर भी काफी कम ऊंचाई पर उड़ रह था। इसी दौरान वो पेड़ों में उलझ गया और क्रैश हो गया। ये भी सही है कि बारिश हो रही थी और विजिबिलिटी कम थी। आमतौर पर ये देखा गया है कि जब बादल नीचे होते हैं और बारिश हो रही होती है तो इस तरह के हादसे होते हैं। सवाल यह है कि क्या कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी ट्रांसपेरेंट होगी? जांच में इस सवाल को भी शामिल किया जाएगा या नहीं कि कहीं पायलट पर खराब मौसम में भी उड़ान भरने का दबाव तो नहीं था। 3 मार्च 2002 को आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में पूर्व लोकसभा स्पीकर बालयोगी का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। इस दौरान भी मौसम खराब था। Mi-17 पॉवरफुल हेलिकॉप्टर इस बारे में कोई दो राय नहीं कि Mi-17 में पॉवरफुल इंजिन हैं और इसकी लैंडिंग भी बहुत सेफ है। अगर यह नीचे उड़ान भर रहा था तो भी पेड़ों से टकरा सकता है। इस बारे में अभी सिर्फ कयास ही लगाए जा सकते हैं। इन हालात में बहुत अनुभवी पायलट भी धोखा खा सकता है। ये भी देखा जाना चाहिए कि क्या दोनों पायलट बाहर भी देख रहे थे या उनकी नजर सिर्फ फ्लाइट डिस्प्ले पर ही थी। कुन्नूर जैसे पहाड़ी और जंगली इलाके में तो ये और भी मुश्किल है। Mi-17 में इंजिन की मदद के लिए फुल अथॉरिटी डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल (FADEC) सिस्टम होता है। पायलट बहुत तेजी से हेलिकॉप्टर को ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। इन बातों के जवाब जांच के बाद मिल सकते हैं। VVIPs का फर्ज कुल मिलाकर VVIPs को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनसे ज्यादा जानकारी कॉकपिट में बैठे लोगों को होती है, क्योंकि वे अपने काम के मास्टर होते हैं। फिर चाहे वो सिविल एविएशन का मामला हो या मिलिट्री का। यह मामला भी कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटु टेरेन (CFIT) का है। इन हालात में उड़ान भरने से बचना चाहिए, भले ही इसके लिए दबाव क्यों न डाला जाए। खबरें और भी हैं... 15 फोटो में देखें CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: MI-17 घने जंगल में गिरते ही चकनाचूर हुआ, बुरी तरह जल चुके 13 शव बरामद देश स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS: PM मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की, रावत के उत्तराधिकारी को लेकर हुई चर्चा देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/hisar/fatehabad/news/bipin-rawat-death-haryana-nayak-sushil-kumar-family-shocked-after-cds-army-helicopter-crash-naik-sushil-of-fatehabad-said-mother-vaipno-had-taken-her-along-on-the-journey-of-devi-129194131.html,CDS रावत की सुरक्षा में रहे जवान की आंखें नम: फतेहाबाद के नायक सुशील बोले- मां वैप्णो देवी की यात्रा पर साथ ले गए थे,"CDS रावत की सुरक्षा में रहे जवान की आंखें नम:फतेहाबाद के नायक सुशील बोले- मां वैप्णो देवी की यात्रा पर साथ ले गए थे फतेहाबाद CDS बिपिन रावत के साथ नायक सुशील। हरियाणा के फतेहाबाद के गांव नन्हेड़ी निवासी नायक सुशील कुमार का परिवार सीडीएस बिपिन रावत की हादसे में मौत से दहल उठा है। सुशील, जिनके कंधे पर कभी रावत की सुरक्षा का भार था, एकाएक हादसे में हुई उनकी मौत से गमजदा हैं। वे उनके साथ मां वैष्णो देवी की यात्रा पर भी गए थे, जो उनके लिए हमेशा यादगार रही। सुशील बताते हैं कि वर्ष 2007 से 2009 तक बिपिन रावत ब्रिगेडियर थे और सेक्टर 5 के कमांडर थे, तब वे जम्मू कश्मीर के सोपोर इलाके में उनकी सुरक्षा में तैनात रहे। जैसे ही दोपहर के समय बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर हादसे में घायल होने की सूचना उन्हें मिली तो पूरा परिवार बेचैन हो गया और बिपिन रावत की सलामती की दुआ करने लगे। शाम को रावत के निधन की पुष्टि हुई तो उन्हें गहरा आघात लगा। नायक सुशील अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए। सुशील बोले कि देश ने न केवल बेहद अच्छे सुलझे हुए और जांबाज अफसर को खोया है, बल्कि एक महान शख्सियत को भी खो दिया है। हर धर्म की आस्था को वे सम्मान देते थे और सेना के मनोबल को हर समय ऊपर उठाने के लिए प्रयासरत रहे। उनका काम, व्यवहार हमेशा उच्च कोटि का रहा है। बिपिन रावत के साथ बिताए समय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि दुखद खबर सुनकर उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई है। वे हमेशा जूनियर सैनिकों को सम्मान देते थे। एक बार वे उन्हें वैष्णो देवी यात्रा पर ले गए, जो उनके लिए हमेशा यादगार पल रहे। इस दौरान मिलने वाले बच्चों को वे टॉफियां बांटते रहते थे। जब वे और ऊंचे पद पर गए, तब उनसे संपर्क खत्म हो गया, लेकिन वे हमेशा उनके दिल में बसते थे और बसते रहेेंगे। खबरें और भी हैं... 5 जिलों की पुलिस ने चरखी-दादरी के गांव को घेरा: ​​​​​​​खातीवास में ग्रामीण 152D कॉरिडोर के निर्माण के विरोध में उतरे, हालात तनावपूर्ण चरखी दादरी किसान आंदोलन पर फैसला आज: संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्र सरकार के बीच बनी सहमति; सिंघु बॉर्डर पर जल्द अहम मीटिंग चंडीगढ़ तमिलनाड़ु में आर्मी हेलिकॉप्टर क्रैश: हादसे में मारे गए ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दड़ 3 दिन पहले आए थे गुरुग्राम, एक जनवरी को बनने वाले थे मेजर जनरल हिसार बाबा लाभ सिंह का पक्का ठिकाना मटका चौक: कहते हैं- अब मेरे कर्म में यहीं पर सेवा करना लिखा, आंदोलन खत्म हो जाए, मैं यहां रहूंगा चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-army-helicopter-crash-update-general-bipin-rawat-tamil-nadu-iaf-chopper-crash-latest-news-videos-photos-129193998.html,"जनरल रावत को ऐसे मिली थी NDA की सीट: एक सवाल ने बता दिया था कि ये 'सिपाही' हारने वाला नहीं, आखिर तक फैसला लेकर अड़े रहना रही खूबी","जनरल रावत को ऐसे मिली थी NDA की सीट:एक सवाल ने बता दिया था कि ये 'सिपाही' हारने वाला नहीं, आखिर तक फैसला लेकर अड़े रहना रही खूबी देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनने का श्रेय हासिल करने वाले जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में बुधवार को निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले जनरल रावत को जो लोग अच्छी तरह जानते थे, उनकी नजर में देश के इस सर्वोच्च सेनाधिकारी की इमेज एक ठोस डिसिजन लेने वाले और एक बार डिसिजन लेने के बाद उस पर अड़े रहने वाले व्यक्ति की थी। अपने डिसिजन पर टिके रहने की इसी खूबी ने ही उन्हें सेना का अधिकारी बनने के लिए नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में सीट दिलाई थी। बचपन में कुछ ऐसे दिखाई देते थे जनरल बिपिन रावत। खुद ही बताई थी स्टूडेंट्स को यह स्टोरी जनरल रावत ने NDA की सीट पाने की ये स्टोरी खुद ही स्टूडेंट्स के साथ एक कार्यक्रम में शेयर की थी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल रावत ने कुछ साल पहले भारतीय सेना में अधिकारी बनने के लिए तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को एक कार्यक्रम में संबोधित किया था। तब उन्होंने सभी के साथ यह स्टोरी शेयर की थी। जनरल रावत ने स्टूडेंट्स को बताया था कि वे स्कूल में पासआउट होने के बाद NDA का लिखित एग्जाम भी पास कर चुके थे। यह एग्जाम कक्षा-12 के बाद खडगवासला में स्थित नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में एंट्री दिलाने के लिए होता है। जनरल रावत ने बताया था कि वे लिखित एग्जाम पास करने के बाद इंटरव्यू देने के लिए इलाहाबाद गए थे। बिपिन रावत ने बताया था कि इलाहाबाद में सर्विस सलेक्शन बोर्ड (SSB) में इंटरव्यू होना था, जो ब्रिगेडियर लेवल के अधिकारी लेते हैं। इंटरव्यू से पहले 4-5 दिन तक सख्त ट्रेनिंग और फिजिकल टेस्टिंग होती है। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग के बाद जब इंटरव्यू की बारी आई तो हम सभी को 1-1 कर कमरे में बुलाया जा रहा था। सेना में कमीशन मिलने के बाद जनरल बिपिन रावत (बाएं से दूसरे काली वर्दी में) इंटरव्यू में नर्वस हो गए थे जनरल रावत जनरल रावत ने कहा, 'मेरी बारी आई तो मैं सामने ब्रिगेडियर रैंक के ऑफिसर को देखकर वैसे ही नर्वस हो गया, जैसे, कोई नया लड़का हो जाता है। इंटरव्यू में पहले सामान्य सवाल पूछे गए और फिर पूछा कि आपकी हॉबी क्या है। मैंने कहा कि ट्रैकिंग करना बेहद पसंद है। जनरल रावत ने कहा कि इसके बाद इंटरव्यू का सबसे कठिन सवाल पूछा गया। ब्रिगेडियर ने पूछा कि यदि आपको ट्रैकिंग पर जाना हो, जो कि चार से पांच दिन चलने वाली हो, तो आप एक सबसे महत्वपूर्ण सामान का नाम बताइए जो आप अपने पास रखना चाहेंगे ?' जनरल रावत ने माचिस की डिब्बी को बताया सबसे अहम सामान जनरल रावत ने NDA में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ऐसी परिस्थिति में वे अपने पास माचिस की डिब्बी रखना चाहेंगे। ब्रिगेडियर ने कई अन्य सामान रखने का जवाब चुनने के लिए दबाव बनाया, लेकिन रावत ने अपना डिसिजन नहीं बदला। तब उनसे पूछा गया कि आखिर माचिस ही क्यों चुनी? तब बिपिन रावत ने कहा, माचिस की डिब्बी से मैं ट्रैकिंग के दौरान कई काम कर सकता हूं। मानव आदिम युग से आगे बढ़ा तो उसने भी आग की खोज को ही सबसे बड़ी कामयाबी माना। इसलिए मैंने महसूस किया कि माचिस की डिब्बी मेरे ट्रैकिंग गियर की सबसे अहम चीज हो सकती है। जनरल रावत के इसी जवाब ने ब्रिगेडियर को उन्हें NDA स्टूडेंट के तौर पर चुनने के लिए मजबूर कर दिया। शादी के बाद पत्नी मधुलिका रावत के साथ जनरल बिपिन रावत। दबाव में नहीं बदलना ही दिलाएगा आपको सफलता जनरल रावत ने कहा कि मैंने माचिस का जिक्र करने के बाद तमाम दबाव पड़ने पर भी अपना फैसला नहीं बदला और इसी बात ने मेरे सलेक्शन में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने स्टू़डेंट्स से कहा था कि जिंदगी में आपको भी ऐसे मौकों का सामना कई बार करना होगा। ऐसे में अपने फैसले पर कायम रहना और उसे सही साबित करना ही आपको सफलता की राह पर आगे बढ़ाएगा। छह मौके, जब नहीं बदला जनरल रावत ने फैसला 1987 में चीन के साथ अरुणाचल प्रदेश में सीमा पर गतिरोध में डटे रहे अपनी बटालियन लेकर 2008 में रिपब्लिक ऑफ कांगो में कठोर कार्रवाई से UN पीसकीपिंग मिशन को सफल बनाना 2015 में नार्थ-ईस्ट स्टेट्स में म्यांमार में छिपने वाले आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कराने के निर्णय में अहम भूमिका 2017 में भूटान सीमा पर दोकलां में 73 दिन तक भारतीय सेना से चीन को चुनौती दिलाना 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के हमले के बाद सीमा पर लगातार उसे चुनौती देना खबरें और भी हैं... कुन्नूर क्रैश में आगरा के जांबाज की भी मौत: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी थे CDS बिपिन रावत के साथ आगरा स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश रिटायर्ड आर्मी जनरल सतीश दुआ के मुताबिक: हर काम में अव्वल रहे रावत, उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर मिला था, LAC से लेकर LOC तक पोस्टेड रहे DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/if-more-than-6-sims-are-registered-in-your-name-then-the-number-may-be-closed-if-the-verification-is-not-done-129194007.html,"सरकार के निर्देश: आपके नाम पर रजिस्टर्ड हैं 6 से ज्यादा सिम, तो वैरिफिकेशन न करने पर बंद हो सकता है नंबर","सरकार के निर्देश:आपके नाम पर रजिस्टर्ड हैं 6 से ज्यादा सिम, तो वैरिफिकेशन न करने पर बंद हो सकता है नंबर नई दिल्ली दूरसंचार विभाग ने 9 से ज्यादा सिम रखने वालों पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। विभाग ने पूरे देश में 9 कनेक्शन और जम्मू-कश्मीर, असम सहित उत्तर-पूर्व राज्य में 6 कनेक्शन रखने वाले ग्राहकों के सिम को फिर से वैरिफाई करने और वैरिफाई नहीं होने पर उन्हें डिस्कनेक्ट करने का आदेश जारी किया है। ये आदेश 7 दिसंबर को जारी किए गए हैं। अगर आपके नाम पर 9 से ज्यादा सिम हैं तो क्या होगा? दूरसंचार विभाग की तरफ से जारी आदेश के अनुसार ग्राहकों के पास अनुमति से अधिक सिम कार्ड पाए जाने की स्थिति में उन्हें अपनी मर्जी का सिम चालू रखने और शेष को बंद करने का विकल्प दिया जाएगा। विभाग ने कहा अगर किसी ग्राहक के पास तय संख्या से ज्यादा सिम कार्ड पाए जाते है तो सभी सिम का फिर से वैरिफिकेशन किया जाएगा। वैरिफिकेशन व करने पर बंद हो जाएगी सिम विभाग ने सभी टेलिकॉम ऑपरेटर्स को आदेश दिया है कि जिन यूजर्स के पास 9 से ज्यादा सिम कार्ड हैं, उन्हें नोटिफिकेशन भेजा जाए। ऐसे सभी सिम कार्ड की आउटगोइंग कॉल को 30 दिनों के अंदर बंद कर दी जाएं। जबकि इनकमिंग कॉल को 45 दिनों के भीतर बंद करने का आदेश दिया गया है। हालांकि मोबाइल सिम यूजर्स के पास एक्स्ट्रा सिम को सरेंडर करने का भी ऑप्शन होगा। अगर सब्सक्राइबर की तरफ से नोटिफाई किए गए सिम को वैरिफाई नहीं कराया जाता है, तो ऐसे सिम को 60 दिनों के भीतर बंद करने का आदेश दिया गया है। अगर सब्सक्राइबर इंटरनेशनल रोमिंग, बीमार और विकलांग व्यक्तियों को 30 दिनों का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। आपराधिक घटनाओं की जांच करने को लेकर उठाया कदम दूरसंचार विभाग ने यह कदम दरअसल वित्तीय अपराधों, आपत्तिजनक कॉल और धोखाधड़ी गतिविधियों की घटनाओं की जांच करने को लेकर उठाया है। विभाग ने दूरसंचार कंपनियों से उन सभी मोबाइल नंबर को डेटाबेस से हटाने के लिए कहा है जो नियम के अनुसार उपयोग में नहीं हैं। सिम के लिए KYC जरूरी इस साल सितंबर में ही सिम कार्ड KYC नियमों में ही सरकार बदलाव किया था। इसके अनुसार नए कनेक्शन लेने या प्रीपेड नंबर को पोस्टपेड में या पोस्टपेड को प्रीपेड में बदलने के लिए फिजिकल फॉर्म भरने की जरूरत का खत्म किया गया था। अगर आपको कोई नया मोबाइल नंबर या टेलीफोन कनेक्शन लेना है तो आपका KYC पूरी तरह से डिजिटल होगी। यानी KYC के लिए आपको किसी तरह का कोई कागज जमा नहीं करना होगा। नए नियमों के अनुसार आप सिम देने वाली कंपनी के ऐप के जरिए सेल्फ KYC कर सकेंगे। इसके लिए आपको मात्र 1 रुपए देना होगा। खबरें और भी हैं... कैबिनेट मीटिंग: 2024 तक जारी रहेगी प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, केन-बेतवा प्रोजेक्ट को लिंक करने की मंजूरी मिली बिजनेस Forbes की सबसे पावरफुल वुमन: सीतारमण दुनिया की ताकतवर महिलाओं की लिस्ट में शामिल, फाल्गुनी नायर की भी एंट्री बिजनेस आपके फायदे की बात: PPF और RD में निवेश करके आसानी से तैयार कर सकते हैं बड़ा फंड, यहां जानें कहां निवेश करना रहेगा सही बिजनेस सोने ने तोड़े रिकॉर्ड: इस साल 10 महीने में 3.45 लाख करोड़ रुपए का हुआ आयात, ये पिछले साल के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा बिजनेस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/chief-defence-of-staff-bipin-rawat-helicopter-accident-reason-tamil-nadu-bipin-rawat-army-helicopter-crash-update-129193988.html,"इसलिए क्रैश हुआ CDS रावत का हेलिकॉप्टर: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी; पहाड़ी इलाके में नीचे उड़ान भरने पर पायलट संभाल नहीं पाए चॉपर","इसलिए क्रैश हुआ CDS रावत का हेलिकॉप्टर:खराब मौसम, कम विजिबिलिटी; पहाड़ी इलाके में नीचे उड़ान भरने पर पायलट संभाल नहीं पाए चॉपर देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश में बुधवार को निधन हो गया। इस हादसे में जनरल रावत के साथ हेलिकॉप्टर में सवार उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 अन्य सैन्यकर्मियों की भी मौत हो गई, जबकि एक ग्रुप कैप्टन की हालत गंभीर है। चश्मदीदों के मुताबिक, हेलिकॉप्टर ने नीचे गिरते ही धमाके के साथ तेज आग पकड़ ली थी। इस हेलिकॉप्टर हादसे की वजह खराब मौसम को माना जा रहा है। सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, वेलिंगटन का हेलिपैड घने जंगल और पहाड़ी इलाके के बाद पड़ता है। कुन्नूर के इस इलाके में अधिकतर मौसम खराब ही रहता है और लो विजिबिलिटी की समस्या बनी रहती है, जिसके चलते हेलिकॉप्टर को कम ऊंचाई पर उड़ाना पड़ता है। माना जा रहा है कि इसी खराब मौसम और लो विजिबिलिटी की वजह से ही हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव की कोशिश की, लेकिन आग के कारण नाकाम हो गए। गहरी धुंध फैली थी एक्सीडेंट के समय स्पॉट पर हेलिकॉप्टर के एक्सीडेंट के समय घटनास्थल के करीब मौजूद चश्मदीदों ने भी बताया है कि उस समय पूरा इलाका गहरी धुंध से भरा हुआ था। हालांकि Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में ऐसे घने कोहरे में भी आसानी से उड़ान भरने के लिए पर्याप्त सेंसर और रडार की व्यवस्था है, लेकिन माना जा रहा है कि कोहरे से बचने के लिए हेलिकॉप्टर को नीचे उड़ाने के दौरान पहाड़ी इलाके में कुछ ऐसा हुआ, जिससे हेलिकॉप्टर पायलट के कंट्रोल से बाहर हो गया। बचाव दलों के पहुंचने तक हेलिकॉप्टर में सवार लगभग सभी लोग जलकर मर चुके थे। लैंडिंग पॉइंट से दूरी कम होने की वजह से भी हेलिकॉप्टर काफी नीचे था। नीचे घने जंगल थे, इसलिए क्रैश लैंडिंग भी फेल हो गई। एयरफोर्स के सूत्रों का कहना है कि इस हेलिकॉप्टर के पायलट ग्रुप कैप्टन रैंक के अधिकारी थे। ऐसे में मानवीय भूल की आशंका न के बराबर है। हेलिकॉप्टर ट्विन इंजन वाला था। ऐसे में अगर एक इंजन फेल हो जाता तो भी बाकी बचे दूसरे इंजन से लैंडिंग की जा सकती थी। ऊंचा-नीचा इलाका होने से बचाव अभियान चलाने में भी मुश्किल हुई। एक्सपर्ट बोले- वेलिंगटन का हेलिपैड लैंडिंग के लिए मुश्किल स्पॉट एक्सपर्ट ने बताया कि वेलिंगटन का हेलिपैड लैंडिंग के लिए आसान नहीं है। जगंल हैं और फिर पहाड़ है। इनकी वजह से पायलट को हेलिपैड दूर से दिखाई नहीं देता। काफी नजदीक आने पर ही हेलिपैड नजर आता है। ऐसे में जब खराब मौसम के दौरान पायलट ने लैंडिग की कोशिश की होगी तो बादलों की वजह से विजिबिलिटी कम हो गई होगी। उसे हेलिपैड सही तरह नजर नहीं आया होगा और हादसा हो गया। खबरें और भी हैं... स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS: PM मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की, रावत के उत्तराधिकारी को लेकर हुई चर्चा देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/tamil-nadu-iaf-army-helicopter-crash-photo-129193956.html,"15 तस्वीरों में CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: पहाड़ी क्षेत्र और घने जंगल में रेस्क्यू भी मुश्किल, आग ऐसी कि बारिश में भी पेड़ जल उठे","15 तस्वीरों में CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश:पहाड़ी क्षेत्र और घने जंगल में रेस्क्यू भी मुश्किल, आग ऐसी कि बारिश में भी पेड़ जल उठे तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत हो गई। जिस इलाके में यह क्रैश हुआ वहां बारिश हो रही थी। विजिबिलिटी कम थी और बादल भी कम ऊंचाई पर थे। पहाड़ी इलाका था, घना जंगल और उस पर हल्की बारिश। लेकिन, हादसा इतना भयानक था। आग इतनी भयावह थी कि हरे-भरे दरख्त जमींदोज हो गए और जल उठे। रेस्क्यू ऑपरेशन भी मुश्किल था। यहां घटनास्थल की कुछ तस्वीरें... हेलिकॉप्टर क्रैश होते ही जलने लगा और आग की ऊंची-ऊंची लपटें नजर आने लगीं। हेलिकॉप्टर पहाड़ी के पास क्रैश हुआ। कुछ ही देर में रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई। हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद कई टुकड़ों में बंट गया। रेस्क्यू दल की मशक्कत के बाद आग कम हुई। रेस्क्यू टीम के साथ स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए और पानी डालकर आग बुझाई। हेलिकॉप्टर क्रैश होने वाली जगह पर कई पेड़ गिर गए। इससे रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हुई। हादसे के बाद स्थानीय लोग सबसे पहले पहुंचे और दूसरे लोगों को मदद के लिए बुलाया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हेलिकॉप्टर के आसपास से पेड़ हटाते बचाव दल के कर्मचारी। क्रैश के बाद आग बुझाई गई और चादर पर रखकर जल चुके शवों को ले जाया गया। शवों की हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि उन पर कपड़ा डालकर ले जाना पड़ा। हादसे के बाद घायलों को इलाज के लिए ले जाते रेस्क्यू ऑपरेशन दल के कर्मचारी। बचाव दल के साथ-साथ स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने भी बचाव कार्य में सहयोग किया। कुन्नूर में हादसे वाली जगह से चादर में रखकर शव लेकर जाते बचाव टीम के लोग। पहाड़ी इलाका होने के कारण सैनिकों के शवों को ले जाने में मुश्किल का सामना करना पड़ा। हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद शवों को ले जाने के लिए स्ट्रेचर का भी इस्तेमाल किया गया। खबरें और भी हैं... मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश CDS हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह, घने जंगल से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही देश हेलिकॉप्टर हादसे का सच: चश्मदीद बोला- क्रैश होने के बाद पेड़ों से टकराया चॉपर फिर आग लगी, जलते हुए लोग बाहर निकले देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/army-officials-gave-information-to-the-district-administration-over-phone-asked-not-to-inform-the-family-129191840.html,"CDS रावत के साथ तरनतारन का जवान भी शहीद: सुरक्षा दस्ते के मेंबर थे दोदे गांव के गुरसेवक सिंह, सेना ने दी खालड़ा थाने में जानकारी","CDS रावत के साथ तरनतारन का जवान भी शहीद:सुरक्षा दस्ते के मेंबर थे दोदे गांव के गुरसेवक सिंह, सेना ने दी खालड़ा थाने में जानकारी अमृतसर देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत के बुधवार दोपहर हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में तरनतारन का एक जवान भी शहीद हो गया। इस हादसे में जान गंवाने वाले नायक गुरसेवक सिंह तरनतारन जिले के दोदे गांव के रहने वाले थे। बुधवार दोपहर तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुए सेना के हेलिकॉप्टर में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 14 लोग सवार थे। इनमें से 13 लोगों की मौत हो गई जबकि एक की हालत गंभीर है। CDS बिपिन रावत के साथ इस हेलिकॉप्टर में सवार ज्यादातर आर्मी के जवान उनकी सिक्योरिटी टीम के मेंबर थे। तरनतारन के दोदे गांव के गुरसेवक सिंह भी बिपिन रावत के सुरक्षा दस्ते के सदस्य थे। गुरसेवक सिंह आर्मी की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात थे। हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद तमिलनाडु से सेना के अधिकारियों ने बुधवार देर शाम को तरनतारन जिले के खालड़ा थाने के एसएचओ को फोन कर गुरसेवक सिंह के शहीद होने की जानकारी दी। गुरसेवक सिंह का दोदे गांव खालड़ा पुलिस थाने के तहत ही आता है। गुरसेवक सिंह मां का निधन हो चुका है जबकि पिता घर में ही रहते हैं। परिवार को खुद सेना देगी जानकारी तरनतारन के एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने बताया कि आर्मी ने बेशक संबंधित थाने में नायक गुरसेवक सिंह के शहीद होने की जानकारी दे दी है मगर सेना के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि फिलहाल यह सूचना गुरसेवक सिंह के परिवार या दोदे गांव में किसी को न दी जाए। सेना के अधिकारी खुद परिवार से संपर्क कर उन्हें गुरसेवक सिंह की शहादत की जानकारी देंगे। हालांकि देर शाम तक गुरसेवक सिंह के परिवार को सोशल मीडिया के जरिए उनके शहीद होने की खबर मिल गई। खबरें और भी हैं... केंद्र के प्रस्ताव पर संयुक्त किसान मोर्चा की मुहर: सरकार की आधिकारिक चिट्‌ठी का इंतजार; घर वापसी पर ऐलान कल 12 बजे चंडीगढ़ एचएस किंगरा ने खोला मरण व्रत: सरकार के आश्वासन बाद मरण व्रत खोला गया हड़ताल जारी रहेगी, नोटीफिकेशन आने के बाद होगा फैसला लुधियाना नशे की आदी युवती का कत्ल: वल्ला सब्जी मंडी के पास मिली लाश, घर से नशा करने के लिए निकली थी अमृतसर FD फ्रॉड: डिपॉजिट लेने गए दंपति के अकाउंट से निकले 6.23 लाख रुपए, पुलिस की सख्ती पर पैसे लौटाने को बैंक तैयार अमृतसर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-death-who-is-chief-of-defence-staff-india-rawat-chopper-crashes-129191614.html,"स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी","स्मृति शेष:कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश बुधवार दोपहर एक दुर्घटना की खबर सुनकर सन्न रह गया। चंद घंटे बाद कुहासा साफ हुआ। और जो हकीकत सामने आई उसके बाद देश की आंखें नम हो गईं। तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। पहाड़ी और जंगली इलाके में हुए इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया। बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत, जिन्हें हम जनरल बिपिन रावत के नाम से जानते हैं। वो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे। जनरल रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में चौहान राजपूत परिवार में हुआ। जनरल रावत की माताजी परमार वंश से थीं। डायनामिक अफसर थे रावत... सीडीएस बिपिन रावत के जूनियर और करीबी दोस्त रहे रिटायर्ड आर्मी जनरल सतीश दुआ ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में बताया कि वो बहुत ही डायनामिक मिलिट्री अफसर थे। देश के अलग-अलग हिस्सों में काम कर चुके थे। खतरों वाले एरिया में उन्होंने बहुत काम किया। जम्मू-कश्मीर से लेकर नॉर्थ ईस्ट के राज्यों तक में वे रहे। एलएसी, एलओसी पर रहे। इसी कारण उन्हें बहुत लंबा ऑपरेशनल एक्सपीरियंस था। इन्हीं खूबियों के चलते पहले उन्हें पहले आर्मी चीफ बनाया गया और फिर देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस (CDS) नियुक्त किया गया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें इनके पूर्वज हरिद्वार जिले के मायापुर से आकर गढ़वाल के परसई गांव में बसे थे, जिस कारण परसारा रावत कहलाए। दरअसल, रावत एक मिलिट्री टाइटल है जो राजपूतों को गढ़वाल के शासकों ने दिया था। इनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए। रावत ने 11वीं गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन से 1978 में करियर की शुरुआत की थी। शिक्षा और करियर रावत ने देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से शिक्षा ली। यहां उन्हें 'सोर्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। वे फोर्ट लीवनवर्थ, अमेरिका में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स के ग्रेजुएट भी रहे। उन्होंने मद्रास यूनिवर्सिटी से डिफेंस स्टडीज में एमफिल, मैनेजमेंट में डिप्लोमा और कम्प्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया। 2011 में, उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययनों पर अनुसंधान के लिए चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ की ओर से डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया। दो साल पहले CDS बने पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (61) को 2019 में देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया था। वे 65 साल की उम्र तक इस पद पर रहने वाले थे। इस पद को बनाने का मकसद यह है कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सही तरीके से और इफेक्टिव कोऑर्डिनेशन किया जा सके। रावत दिसंबर 1978 में कमीशन ऑफिसर (11 गोरखा राइफल्स) बने थे। वह 31 दिसंबर 2016 को थलसेना प्रमुख बने। उन्हें पूर्वी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा, कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में कामकाज का अनुभव रहा। खास बात यह है कि रावत उसी यूनिट (11 गोरखा राइफल्स) में पोस्ट हुए थे, जिसमें उनके पिता भी रह चुके थे। परिवार के साथ सीडीएस जनरल बिपिन रावत। इन पदों पर रहे रावत ब्रिगेड कमांडर जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (GOC-C) सदर्न कमांड जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2, मिलिट्री ऑपरेशन्स डायरेक्टोरेट कर्नल मिलिट्री सेक्रेटरी एंड डिप्टी मिलिट्री सेक्रेटरी सीनियर इंस्ट्रक्टर इन जूनियर कमांड विंग कमांडर यूनाइटेड नेशन्स पीसकीपिंग फोर्स मल्टीनेशनल ब्रिगेड वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ आर्मी चीफ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पत्नी मधुलिका के साथ जनरल रावत। ये सम्मान मिले परम विशिष्ट सेवा मेडल उत्तम युद्ध सेवा मेडल अति विशिष्ट सेवा मेडल युद्ध सेवा मेडल सेना मेडल ये भी जानिए सरकार जानती थी कि मुश्किल हालात और इनसर्जेंसी वाले क्षेत्रों में काम करने के मामले में जनरल रावत बेहद काबिल अफसर हैं। यही वजह थी कि 2016 में दो सीनियर अफसरों पर उन्हें तरजीह दी गई और आर्मी चीफ बनाया गया। बात जून 2015 की है। मणिपुर में हमारी सेना पर आतंकी हमला हुआ। 18 सैनिकों की शहादत से देश में उबाल था। उस दौर में संयोग से 21 पैरा थर्ड कॉर्प्स के कमांडर बिपिन रावत ही थे। उन्होंने दुनिया को दिखाया कि भारत पर आंच आती है तो क्या होता है। इस यूनिट के पैरा कमांडो ने सरहद पार करके म्यांमार में ऑपरेशन किया और NSCN आतंकी ग्रुप के 60 से ज्यादा आतंकियों को उनकी मांद में ही घुसकर ढेर कर दिया। पाकिस्तान की हरकतों का जवाब उन्होंने अपने अंदाज में दिया। 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना की स्पेशल कमांडो यूनिट ने रातों-रात ऑपरेशन किया। कई आतंकियों के साथ पाकिस्तान के सैनिक भी ढेर कर दिए। यह हमारे उरी और CRPF कैम्प पर हुए हमला का जवाब था। खबरें और भी हैं... Mi-17 की ताकत: कारगिल युद्ध के दौरान रॉकेट लॉन्चर लगाकर Mi-17 को बनाया गया था लड़ाकू, पाकिस्तानी फौज के छक्के छुड़ा दिए थे DB ओरिजिनल 15 फोटो में देखें CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: MI-17 घने जंगल में गिरते ही चकनाचूर हुआ, बुरी तरह जल चुके 13 शव बरामद देश नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/db-original/news/know-all-about-the-mi-17-transport-helicopter-and-its-importance-in-kargil-war-129191341.html,"Mi-17 की ताकत: कारगिल युद्ध के दौरान रॉकेट लॉन्चर लगाकर Mi-17 को बनाया गया था लड़ाकू, पाकिस्तानी फौज के छक्के छुड़ा दिए थे","Mi-17 की ताकत:कारगिल युद्ध के दौरान रॉकेट लॉन्चर लगाकर Mi-17 को बनाया गया था लड़ाकू, पाकिस्तानी फौज के छक्के छुड़ा दिए थे नई दिल्ली14 घंटे पहलेलेखक: इंद्रभूषण मिश्र तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में बुधवार को सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 13 लोगों की मौत हो गई है। जबकि एक ऑफिसर गंभीर रूप से घायल है। यह वही MI-17 हेलिकॉप्टर है जिसने कारगिल की जंग में पाकिस्तानी सैनिकों के छक्के छुड़ाए थे। दरअसल कारगिल के दौरान ऑपरेशन विजय मई 1999 में शुरू किया गया। इसके शुरुआती दो बड़े उद्देश्यों में टाइगर हिल्स और तोलोलिंग की चोटियों पर कब्जा करना शामिल था। इन दोनों इलाकों में पाकिस्तानी सैनिक सबसे ज्यादा तैनात थी और यह दोनों ही इलाके श्रीनगर हाईवे के सबसे करीब थे। पाकिस्तानी सेना का कारगिल की चोटियों पर कब्जा करने का मकसद था- श्रीनगर हाईवे और सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जा करना। 23 मई को 18 ग्रेनेडियर्स और 1 नागा रेजिमेंट ने तोलोलिंग रेंज की ओर बढ़ना शुरू किया, लेकिन दुश्मन ऊंचाई पर था। इस वजह से उसने भारतीय सैनिकों पर खतरनाक और सटीक फायरिंग शुरू कर दी। थल सेना का आगे बढ़ना रुक गया। ऐसे हालात में 24 मई 1999 को वायुसेना से मदद मांगी गई। तब वायुसेना ने ऑपरेशन सफेद सागर शुरू किया। उस वक्त वायुसेना के पास MI 35 हैवी ड्यूटी गनशिप ही उपलब्ध थी। यानी, तब भारत के पास यह अकेला हेलिकॉप्टर था जो दुश्मन पर हमला कर सकता था। दूसरी तरफ यह हेलिकॉप्टर केवल 10 हजार फीट की ऊंचाई तक ही उड़ सकता था, जबकि तोलोलिंग पर मौजूद दुश्मन 15 हजार फीट की ऊंचाई पर था। ऐसे में वायुसेना ने फैसला किया कि वो अपने MI17 ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर को ही हमलावर हेलिकॉप्टर में बदल देगी। यानी, उसे गनशिप हेलिकॉप्टर में तब्दील करने का फैसला किया गया। इसके बाद इसमें 557 mm के रॉकेट वाले दो लॉन्चर लगाए गए। श्रीनगर एयरबेस पर दो यूनिट्स से हेलिकॉप्टर लेकर उनमें रॉकेट दागने वाले पॉड यानी लॉन्चर लगाए गए। उधर, पाकिस्तानी सैनिकों के पास विमानों को मार गिराने वाली ऐसी मिसाइल थीं जिन्हें कंधे पर रखकर दागा जा सकता था। इनमें अमेरिकी स्ट्रिंगर मिसाइलें भी थीं। 26 मई की सुबह पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर पहले वायुसेना के विमानों ने बम बरसाए। इसके बाद आए Mi 17 हेलिकॉप्टर। तीन दिनों तक Mi 17 के रॉकेटों से हमला किया गया। 27 मई की सुबह चार Mi 17 ने हमला शुरू किया गया। इसी दिन इनमें से एक हेलिकॉप्टर पाकिस्तानी सेना की मिसाइल का शिकार बन गया। बावजूद इसके बाकी तीन हेलिकॉप्टर अपने मिशन में लगे रहे। इस तरह तोलोलिंग में पाकिस्तानी सेना के ठिकानों को तबाह कर दिया गया। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश 15 फोटो में देखें CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: MI-17 घने जंगल में गिरते ही चकनाचूर हुआ, बुरी तरह जल चुके 13 शव बरामद देश छोटी उम्र में बड़ा काम: दिल्ली के दो भाइयों को ‘वन स्टेप ग्रीनर’ अभियान के लिए नीदरलैंड में मिला अंतरराष्‍ट्रीय बाल शांति पुरस्कार देश तस्वीरों में देखिए, किसान आंदोलन के रंग: सालभर से घर नहीं गए; कोई कर रहा लंगर की सेवा तो कोई दे रहा स्वास्थ्य सुविधाएं सोनीपत",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/chief-defence-of-staff-bipin-rawat-helicopter-accident-reason-tamil-nadu-129191612.html,"CDS हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह, घने जंगल से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही","CDS हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ:खराब मौसम, कम विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह, घने जंगल से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही नई दिल्ली14 घंटे पहलेलेखक: हेमंत अत्री चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे की वजह खराब मौसम को माना जा रहा है। अभी तक सामने आए संकेत और दिल्ली में उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक घने जंगल, पहाड़ी इलाका और लो विजिबिलिटी की वजह से ही हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। वेलिंगटन का हेलिपैड जंगल और पहाड़ी इलाके के तुरंत बाद पड़ता है इसलिए पायलट के लिए इसे दूर से देख पाना मुश्किल होता है। ऐसे में खराब मौसम में हेलिकॉप्टर की लैंडिंग यहां हमेशा ही चुनौतीपूर्ण रहती है। PHOTOS में देखें CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: MI-17 घने जंगल में गिरते ही चकनाचूर हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए चॉपर के आसपास से पेड़ की टहनियों को हटाते रेस्क्यू दल के लोग और पुलिस के जवान। मानवीय भूल की आशंका न के बराबर शुरुआती संकेतों के मुताबिक खराब मौसम के दौरान बादलों में विजिबिलिटी कम होने की वजह से हेलिकॉप्टर को कम ऊंचाई पर उड़ान भरनी पड़ी। लैंडिंग पॉइंट से दूरी कम होने की वजह से भी हेलिकॉप्टर काफी नीचे था। नीचे घने जंगल थे, इसलिए क्रैश लैंडिंग भी फेल हो गई। इस हेलिकॉप्टर के पायलट ग्रुप कैप्टन रैंक के अधिकारी थे। ऐसे में मानवीय भूल की आशंका न के बराबर है। हेलिकॉप्टर ट्विन इंजन वाला था। ऐसे में अगर एक इंजन फेल हो जाता तो भी बाकी बचे दूसरे इंजन से लैंडिंग की जा सकती थी। चश्मदीद बोला- क्रैश होने के बाद पेड़ों से टकराया चॉपर फिर आग लगी, जलते हुए लोग बाहर निकले हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के लिए फौरन स्ट्रेचर की व्यवस्था की गई और उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। एक्सपर्ट बोले- वेलिंगटन का हेलिपैड लैंडिंग के लिए मुश्किल स्पॉट एक्सपर्ट ने बताया कि वेलिंगटन का हेलिपैड लैंडिंग के लिए आसान नहीं है। जगंल हैं और फिर पहाड़ है। इनकी वजह से पायलट को हेलिपैड दूर से दिखाई नहीं देता। काफी नजदीक आने पर ही हेलिपैड नजर आता है। ऐसे में जब खराब मौसम के दौरान पायलट ने लैंडिग की कोशिश की होगी तो बादलों की वजह से विजिबिलिटी कम हो गई होगी। उसे हेलिपैड सही तरह नजर नहीं आया होगा और हादसा हो गया। खबरें और भी हैं... फेक न्यूज एक्सपोज: तमिलनाडु में CDS रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश का वीडियो हो रहा वायरल; ये VIDEO फेक है, जानिए इसकी सच्चाई फेक न्यूज़ एक्सपोज़ मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश हेलिकॉप्टर हादसे का सच: चश्मदीद बोला- क्रैश होने के बाद पेड़ों से टकराया चॉपर फिर आग लगी, जलते हुए लोग बाहर निकले देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cds-rawats-helicopter-crashes-many-veteran-leaders-including-rahul-gandhi-prayed-for-the-well-being-129191449.html,"CDS के निधन पर शोक में डूबा देश: PM मोदी, राष्ट्रपति कोविंद ने दी श्रद्धांजलि; पाकिस्तानी सेना ने भी जताया शोक","CDS के निधन पर शोक में डूबा देश:PM मोदी, राष्ट्रपति कोविंद ने दी श्रद्धांजलि; पाकिस्तानी सेना ने भी जताया शोक तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार दोपहर करीब 12:20 पर सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। इस खबर के सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोग उनकी सलामती की प्रार्थना कर रहे थे। इस हादसे के करीब साढ़े पांच घंटे बाद खबर आई कि इस हादसे में CDS रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई। सोशल मीडिया पर इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इंडियन एयरफोर्स ने पोस्ट शेयर लिखा- बेहद अफसोस के साथ अब यह पता चला है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और उसमें सवार 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। शोक में डूबा देश राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा- जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका जी के असामयिक निधन से स्तब्ध और व्यथित हूं। देश ने अपने सबसे बहादुर सपूतों में से एक को खो दिया है। मातृभूमि के लिए उनकी चार दशकों की निस्वार्थ सेवा असाधारण वीरता और वीरता से चिह्नित थी। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा- भारत के पहले सीडीएस के रूप में जनरल रावत ने रक्षा सुधारों सहित हमारे सशस्त्र बलों से संबंधित कई पहलुओं पर काम किया। वह अपने साथ सेना में सेवा करने का एक समृद्ध अनुभव लेकर आए। भारत उनकी असाधारण सेवा को कभी नहीं भूलेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा- तमिलनाडु में आज एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ। उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा- देश के लिए एक बहुत ही दुखद दिन है क्योंकि हमने अपने सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी को एक बहुत ही दुखद दुर्घटना में खो दिया। वह सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे, जिन्होंने अत्यंत भक्ति के साथ मातृभूमि की सेवा की। उनके अनुकरणीय योगदान और प्रतिबद्धता को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। मुझे बेहद दुख है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा- मैं जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। यह एक अभूतपूर्व त्रासदी है और इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। अपनी जान गंवाने वाले अन्य सभी लोगों के प्रति भी हार्दिक संवेदना। इस दुख की घड़ी में भारत एक साथ खड़ा है। भारत में ब्रिटेन के राजदूत ने भी जनरल रावत को बहादुर इंसान बताया और उनके निधन पर दुख जताया। ब्रिटिश राजदूत एलेक्स इलिस ने ट्वीट में लिखा, अत्यंत दुखद समाचार। जनरल रावत एक समझदार इंसान, एक बहादुर फौजी एवम अपनी श्रेणी के पथ प्रदर्शक थे। कुछ ही हफ्तों पहले उनसे भेंट हुई थी। हम जनरल रावत, उनकी पत्नी और अन्य सभी जिनकी इस हादसे में जान गई है, उनके लिए दुख प्रकट करते हैं। पाकिस्तान सेना के DGISPR ने ट्वीट कर जनरल रावत के निधन पर दुख जताया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता की तरफ ट्वीट में कहा गया कि सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा और जनरल नदीम रजा ने हेलिकॉप्टर क्रैश में जनरल रावत, उनकी पत्नी और अन्य लोगों के निधन पर दुख जाहिर किया है। भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय त्शेरिंग ने श्रद्धांजलि देते हुए पोस्ट शेयर कर लिखा- भारत में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बारे में जानकर दिल दहल गया, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल सहित 13 कीमती लोगों की जान चली गई। बिपिन रावत और उनकी पत्नी। मैं और भूटान के लोग भारत और हादसे में मारे गए लोग और उनके परिवारजनों के लिए प्रार्थना करते हैं। आपको इस त्रासदी से गुजरने की शक्ति मिले। इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा- तमिलनाडु में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की जान लेने वाले घातक हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बारे में जानकर मुझे बहुत दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। वे शांति प्राप्त करें। हादसे के साढ़े पांच घंटे तक देश करता रहा सलामती की दुआ इस हादसे के तुरंत बाद ही देश के कई दिग्गज नेताओं ने ट्वीट कर CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत अन्य लोगों की सलामती की प्रार्थना की थी। राहुल गांधी ने पोस्ट शेयर कर लिखा- हेलिकॉप्टर में सवार CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य लोगों के सुरक्षित होने की कामना करता हूं। शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लिखा- CDS श्री बिपिन रावत जी के साथ हेलिकॉप्टर के दुखद दुर्घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। मैं सभी के सुरक्षित और स्वस्ठ होने की प्रार्थना करता हूं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा- CDS जनरल श्री बिपिन रावत जी और सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ले जा रहे सेना के हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सुनकर व्यथित हूं। उनकी सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा- तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो जाने का दुखद समाचार मिला। मैं ईश्वर से CDS श्री बिपिन रावत जी समेत सभी लोगों के सकुशल होने की प्रार्थना करती हूं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा- यह सुनकर बेहद दुख हुआ। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं UP के पूर्व CM और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लिखा- कुन्नूर में सेना के हेलिकॉप्टर के हादसे की खबर देश के लिए बेहद चिंतनीय एवं दुखद है। सभी के सुरक्षित जीवन के लिए हृदय से प्रार्थना। खबरें और भी हैं... भास्कर एक्सप्लेनर: रावत का जो Mi-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, उसमें PM मोदी भी करते हैं सफर, जानिए सबसे एडवांस हेलिकॉप्टर की खासियत एक्सप्लेनर नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश 15 फोटो में देखें CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: MI-17 घने जंगल में गिरते ही चकनाचूर हुआ, बुरी तरह जल चुके 13 शव बरामद देश Mi-17 की कहानी, रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल की जुबानी: इंडियन एयरफोर्स के लिए रीढ़ की हड्‌डी की तरह है Mi-17, ग्राउंड पर टारगेट्स को खत्म कर देता है DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-helicopter-accident-video-viral-129191558.html,मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल,"मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO:CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल तमिलनाडु के कुन्नूर में CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद एक VIDEO सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें रेस्क्यू टीम एक व्यक्ति को कंबल में ले जाती दिख रही है। पहले दावा किया गया कि ये CDS रावत हैं, जिन्हें इलाज के लिए ले जाया जा रहा है, पर बाद में यह साफ हो गया कि हादसे में अकेले बचे यह व्यक्ति ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज अभी मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है। वे बुरी तरह झुलस गए हैं। इसकी जानकारी इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट कर दी। हादसे में CDS जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। घने जंगल और कम विजिबिलिटी हादसे की वजह CDS जनरल बिपिन रावत के अंडर में हैं ये बड़े प्रोजेक्ट वरुण ने पहले भी ऐसी चुनौती का सामना किया, साहस से जीते ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को शौर्य चक्र से नवाजा जा चुका है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह हेलिकॉप्टर क्रैश में अकेले बचने वाले शख्स हैं। पिछले साल तेजस फाइटर जेट उड़ाते वक्त उन्हें बड़ी तकनीकी दिक्कत का सामना करना पड़ा था, पर उन्होंने साहस नहीं खोया और विमान को सुरक्षित लैंड कराया। इसके लिए उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया था। पढ़ें वरूण के पिता कर्नल केपी सिंह सेना से रिटायर्ड, नेवी में हैं भाई... तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हेलिकॉप्टर की आग बुझाते रेस्क्यू दल के कर्मचारी। सोशल मीडिया पर लोगों ने लिखा था- भगवान रावत की रक्षा करे 11 सेकेंड का ये वीडियो कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश का बताया जा रहा है। इसमें सेना, पुलिस और रेस्क्यू टीम के मेंबर्स एक व्यक्ति को कंबल में लिटाकर ले जा रहे हैं। वीडियो में कुछ स्थानीय लोग भी नजर आते हैं। कंबल में जो व्यक्ति लेटा है, वह काफी जला हुआ दिख रहा है। लोगों ने यह वीडियो शेयर कर लिखा था कि घायल व्यक्ति जनरल रावत हैं। उनकी सलामती की दुआ भी की जा रही थी। एक यूजर ने लिखा- भगवान हमारे सीडीएस जनरल रावत की रक्षा करे। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए चॉपर के आसपास से पेड़ों को हटाते रेस्क्यू दल के कार्यकर्ता और पुलिस के जवान। हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। इसमें से 13 की मौत हो गई है। मौके से शव ले जाती रेस्क्यू टीम की मदद करते पुलिसकर्मी। हादसा कुन्नूर के जंगल में हुआ। कुछ ही देर में स्थानीय लोग भी मदद के लिए पहुंच गए। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के लिए फौरन स्ट्रेचर की व्यवस्था की गई और उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश हेलिकॉप्टर हादसे का सच: चश्मदीद बोला- क्रैश होने के बाद पेड़ों से टकराया चॉपर फिर आग लगी, जलते हुए लोग बाहर निकले देश भास्कर एक्सप्लेनर: तीनों सेनाओं के एक साथ ऑपरेशन से लेकर स्वदेशी हथियारों की खरीद तक; बिपिन रावत के अंडर में थे ये बड़े प्रोजेक्ट एक्सप्लेनर हेलिकॉप्टर क्रैश में पत्नी संग CDS रावत का निधन: अधूरा रह गया रिटायरमेंट के बाद मधुलिका संग गांव में जिंदगी बिताने का सपना देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-helicopter-accident-eyewitness-on-iaf-chopper-mi-17v5-129191474.html,"हेलिकॉप्टर हादसे का सच: चश्मदीद बोला- क्रैश होने के बाद पेड़ों से टकराया चॉपर फिर आग लगी, जलते हुए लोग बाहर निकले","हेलिकॉप्टर हादसे का सच:चश्मदीद बोला- क्रैश होने के बाद पेड़ों से टकराया चॉपर फिर आग लगी, जलते हुए लोग बाहर निकले नई दिल्ली सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया। इसमें 14 लोग सवार थे। हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का निधन हो गया। हादसा जिस इलाके में हुआ, वहां गहरी धुंध थी। माना जा रहा है कि हादसे की सबसे बड़ी वजह मौसम ही है। इस मामले में कुछ चश्मदीद भी सामने आए हैं। इनके मुताबिक हेलिकॉप्टर तेजी से पेड़ों पर गिरा। इसके बाद उसमें आग लग गई। एक और चश्मदीद का कहना है कि उसने जलते हुए लोगों को गिरते देखा। स्थानीय लोग सबसे पहले पहुंचे घटना के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने कहा- मैं अपने घर में था। तभी एक तेज आवाज सुनाई दी। बाहर आकर देखा तो एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। यह एक के बाद एक दो पेड़ों से टकराया। इसके बाद उसमें आग लग गई। मैंने दो या तीन लोगों को हेलिकॉप्टर से निकलते भी देखा, इनके शरीर में आग लगी हुई थी। मैंने उस इलाके में रहने वाले लोगों को बुलाया और मदद की कोशिश की। इसके बाद फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी सर्विसेज को सूचना दी गई। घटनास्थल पर बुधवार दोपहर कुछ ऐसे हालात थे। घटनास्थल से 100 मीटर दूर है कृष्णा का घर घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले कृष्णास्वामी के मुताबिक जिस जगह हेलिकॉप्टर गिरा, वहां से उनका घर महज 100 मीटर दूर है। घटना दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर हुई। कृष्णा ने कहा- मैंने जैसे ही आवाज सुनी, मैं उस दिशा में भागा। पहली नजर में वहां सिर्फ आग और धुआं ही था। आग की लपटें मेरे घर की ऊंचाई से ज्यादा थीं। इलाके में रहने वाला कुमार नाम का लड़का दौड़कर पुलिस और फायर ब्रिगेड के पास सूचना देने गया। पेड़ों के बीच गिरे हेलिकॉप्टर में से दो या तीन लोग बाहर गिरते भी दिखे। सभी के शरीर में आग लगी हुई थी। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश 15 फोटो में देखें CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश: MI-17 घने जंगल में गिरते ही चकनाचूर हुआ, बुरी तरह जल चुके 13 शव बरामद देश Mi-17 की ताकत: कारगिल युद्ध के दौरान रॉकेट लॉन्चर लगाकर Mi-17 को बनाया गया था लड़ाकू, पाकिस्तानी फौज के छक्के छुड़ा दिए थे DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/women/news/cds-bipin-rawat-wants-to-live-with-his-wife-in-the-village-after-retirement-know-the-military-career-of-rawat-born-in-garhwal-129191466.html,हेलिकॉप्टर क्रैश में पत्नी संग CDS रावत का निधन: अधूरा रह गया रिटायरमेंट के बाद मधुलिका संग गांव में जिंदगी बिताने का सपना,"हेलिकॉप्टर क्रैश में पत्नी संग CDS रावत का निधन:अधूरा रह गया रिटायरमेंट के बाद मधुलिका संग गांव में जिंदगी बिताने का सपना पत्नी मधुलिका संग जनरल रावत। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मंगलवार को सेना के हेलिकॉप्टर क्रैश में जान चल गई। जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना के 14 लोग सवार थे। एक गंभीर रूप से घायल है। इस हादसे के चलते उत्तराखंड में सीडीएस रावत के गांव का माहौल बेहद गमगीन हो गया। आइए जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के उस सपने के बारे में जानते हैं, जो वे रिटायरमेंट के बाद जीना चाहते थे। हर कदम पर पति का दिया साथ बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत मध्य प्रदेश के शहडोल से ताल्लुक रखती थीं। रियासतदार कुंवर मृगेंद्र सिंह उनके पिता हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान में ग्रेजुएशन किया था। वह कई तरह का सोशल वर्क करती रहीं। मधुलिका परिवार संभालने के साथ-साथ आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रहीं। इसके तहत वह शहीदों की पत्नियों के जीवनयापन, विकास के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करती रहती थीं। रावत की बड़ी बेटी कृतिका रावत मुंबई में रहती हैं। वहीं, छोटी बेटी तारिणी रावत अभी पढ़ रही हैं। उत्तराखंड से गहरा नाता सीडीएस बिपिन रावत उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में गांव सैण बमरौली ग्रामसभा के है। देहरादून में जनरल बिपिन रावत का घर भी बन रहा है। वे थलसेना के प्रमुख रहे। रिटायरमेंट से एक दिन पहले ही उन्हें देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाया गया था। वहीं, इनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। रिटायरमेंट बाद पैतृक गांव में रहना चाहते थे रावत साल 2019 में जनरल बिपिन रावत ने इच्छा जताई थी कि वह रिटायरमेंट के बाद अपने पैतृक गांव में ही रहेंगे। वे 2004 में अपने मामा ठाकुर बीरेंद्रपाल सिंह परमार के साथ थाती गांव आए थे। उसके बाद 2019 में उन्हें ननिहाल आने का मौका मिला था। उन्होंने गांव के छोटे-बड़े बच्चों और बुजुर्गों से मुलाकात कर रिटायरमेंट के बाद थाती गांव में ही रहने की बात कही थी। 2015 में भी बिपिन रावत एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में बचे थे बिपिन रावत ने देहरादून में कैंब्रियन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पढ़ाई की। 11वीं गोरखा राइफल की पांचवीं बटालियन से 1978 में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा अध्ययन में एम. फिल की डिग्री हासिल की। वहीं, सैन्य मीडिया रणनीतिक अध्ययन पर अपना शोध पूरा किया है। साल 2015 में भी बिपिन रावत एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में बाल-बाल बच निकले थे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत। कारगिल युद्ध में भी थे शामिल साल 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए करगिल युद्ध में भी जनरल रावत ने हिस्सा लिया था। इसमें भारत को जीत मिली थी। इसके अलावा उनके नेतृत्व में सेना ने सीमा पार जाकर आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर कई आतंकियों को ढेर किया था। विशिष्ट सेवाओं के लिए कई बार हुए सम्मानित जनरल बिपिन रावत को ज्यादा ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र और आतंकवाद विरोधी अभियानों में कमान संभालने का खासा अनुभव रहा है। उन्हें वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए पुरस्कृत भी किया गया है, जिनमें यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, सीओएएस प्रशस्ति शामिल हैं। खबरें और भी हैं... बहू का हक बेटी से बड़ा: ससुराल की संपत्ति पर है बहू का हक, लेकिन दामाद नहीं कर सकता दावा, जानिए कानून के फंडे वुमन महिला टीचर ने पावर लिफ्टिंग में जीता गोल्ड: पति की मौत के बाद डिप्रेशन की शिकार, अब राजस्थान की ओर से नेशनल गेम में लेंगी हिस्सा चित्तौड़गढ़ 11 साल की बेटी बनी मां: बहला-फुसलाकर रेप करने वाले रिश्तेदार का गुनाह परिवार ने छिपाया, नवजात को जन्म देने पर पता चला उदयपुर नाबालिग छात्रा से टीचरों ने किया गैंगरेप: प्रिंसिपल समेत शिक्षकों ने किताबें-ड्रेस फ्री में देने की एवज में की हैवानियत, महिला शिक्षकों ने बनाया वीडियो अलवर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-death-who-is-chief-of-defence-staff-india-rawat-chopper-crashes-has-december-connection-129191676.html,"जनरल रावत का दिसंबर से है अहम कनेक्शन: सेना में अधिकारी बनने से हादसे तक, हर बड़े मौके में शामिल रहा है साल का आखिरी महीना","जनरल रावत का दिसंबर से है अहम कनेक्शन:सेना में अधिकारी बनने से हादसे तक, हर बड़े मौके में शामिल रहा है साल का आखिरी महीना भारतीय सेना के सर्वोच्च अधिकारी जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के जंगलों में क्रैश हो गया। जनरल रावत की जिंदगी में साल का आखिरी महीना यानी महज इस हादसे के कारण ही अहम नहीं है बल्कि उनके सेना में अधिकारी बनने से लेकर हादसे तक हर बड़े मौके का 'दिसंबर कनेक्शन' रहा है। 16 दिसंबर को बने थे सेना में अधिकारी उत्तराखंड निवासी जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च, 1958 को हुआ था। नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) से ग्रेजुएट होने के बाद उन्हें सेना में सेकंड लेफ्टिनेंट के तौर पर कमीशन दिया गया था। उन्हें सेना में 16 दिसंबर, 1978 को सेना की 11 गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन में कमीशन मिला था। इसी यूनिट में उनके पिता को भी सेना में कमीशन मिला था। यह पहला मौका था, जब साल का आखिरी महीना उनकी अहम उपलब्धियों का हिस्सा बना था। पीएम नरेंद्र मोदी ने जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद ये फोटो ट्वीट कर दुख जताया है। 16 दिसंबर को ही बने लेफ्टिनेंट और इसी दिन बने मेजर इसके बाद 16 दिसंबर, 1980 को जनरल बिपिन रावत को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर प्रमोट किया गया। इसके 9 साल बाद एक बार फिर दिसंबर का महीना लकी रहा और वे 16 दिसंबर, 1989 को कैप्टन से मेजर के पद पर प्रमोशन दिया गया। दिसंबर में ही मिला था कमांडर ग्रेड में प्रमोशन जनरल रावत को उनके करियर में शानदार उपलब्धियों के बाद आर्मी कमांडर ग्रेड में प्रमोशन दिया गया। इस प्रमोशन की घोषणा भी 2015 में दिसंबर महीने में ही की गई थी। हालांकि उन्होंने कमांडर ग्रेड में अपनी पहली पोस्टिंग के तौर पर सदर्न कमांड के GOC के तौर पर 1 जनवरी, 2016 से काम शुरू किया था। बहुत सारे अहम अभियान जनरल बिपिन रावत के करियर का हिस्सा रहे हैं। सितंबर में बने वाइस चीफ और दिसंबर में बने सेना प्रमुख सदर्न कमांड के GOC के तौर पर जनरल रावत का कार्यकाल महज 8 महीने का रहा और 1 सितंबर, 2016 को उन्हें वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (उप सेना प्रमुख) पद पर प्रमोशन मिल गया। लेकिन महज दो महीने बाद ही जब दिसंबर का महीना आया तो जनरल रावत के लिए साल का यह आखिरी महीना फिर से लकी रहा और 17 दिसंबर, 2016 को उन्होंने भारतीय सेना प्रमुख (चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) के पद पर प्रमोट किया गया। हालांकि यह जिम्मेदारी उन्होंने जनरल दलबीर सिंह के 31 दिसंबर को रिटायर होने पर 1 जनवरी, 2017 से संभाली। देश के पहले CDS भी दिसंबर में ही बने जनरल रावत को देश का पहला CDS यानी तीनों सेनाओं के प्रमुख के तौर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनने का भी मौका मिला। देश की इस सर्वोच्च सैन्य नियुक्ति पर जनरल रावत को तैनात करने की घोषणा भारत सरकार ने 30 दिसंबर, 2019 को यानी उनके सेना प्रमुख पद से रिटायरमेंट से महज एक दिन पहले की। उन्होंने CDS के तौर पर 31 दिसंबर को सेना प्रमुख के पद से रिटायरमेंट के तत्काल बाद ही काम करना शुरू कर दिया था। इसी हेलिकॉप्टर हादसे ने CDS जनरल बिपिन रावत को देश से छीन लिया है। अब जिंदगी की आखिरी घड़ी भी दिसंबर महीने में जनरल रावत की अहम उपलब्धियों के बीच सबसे दुर्भाग्यपूर्ण पल भी दिसंबर महीने में ही आया। बुधवार यानी 8 दिसंबर को जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश में 12 सैन्य अधिकारियों के साथ मौत हो गई है। खबरें और भी हैं... फेक न्यूज एक्सपोज: तमिलनाडु में CDS रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश का वीडियो हो रहा वायरल; ये VIDEO फेक है, जानिए इसकी सच्चाई फेक न्यूज़ एक्सपोज़ चीन की आंख की किरकिरी थे रावत: पिछले महीने CDS बिपिन रावत के एक बयान से बौखलाए चीन ने कहा था- हमें उकसाओ मत DB ओरिजिनल नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/india-new-cds-announcement-update-narendra-modi-cabinet-committee-on-security-to-meet-today-129191672.html,"जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS: PM मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की, रावत के उत्तराधिकारी को लेकर हुई चर्चा","जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS:PM मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की, रावत के उत्तराधिकारी को लेकर हुई चर्चा नई दिल्ली14 घंटे पहलेलेखक: संध्या द्विवेदी 8 दिसंबर देश के लिए एक बड़ी दुर्घटना का दिन साबित हुआ। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत की मौत की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। सवाल उठता है कि खाली हुए इस पद के दावेदार अब कौन हैं? देश की सुरक्षा की अहम जिम्मेदारी अब किसके कंधों पर होगी? बिपिन रावत की मौत की खबर से सरकार और देश दोनों ही सदमे में हैं, लेकिन सवाल देश की सुरक्षा का है। इस दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम करीब 6:30 बजे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक की। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कमेटी के सदस्य शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में बिपिन रावत की जगह नए CDS के नाम पर चर्चा हुई। सीनियॉरिटी के हिसाब से जनरल एमएम नरवणे की दावेदारी सबसे मजबूत दिख रही है। आइए जानते हैं नए CDS को लेकर डिफेंस एक्सपर्ट क्या कहते हैं.. डिफेंस एक्सपर्ट सुशांत सरीन ने बताया- सरकार किसे अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ चुनेगी यह तो कोई नहीं जानता, लेकिन हां संभावना जरूर व्यक्त की जा सकती है। यह पद इतना अहम है कि किसी सीनियर और अनुभवी अधिकारी को ही इसके लिए चुना जा सकता है। इस लिहाज से देखें तो तीनों सेनाओं आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के चीफ इसके प्रबल दावेदार हैं। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक लेते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। तो क्या तीनों चीफ में से कोई भी इस पद का दावेदार हो सकता है? डिफेंस एक्सपर्ट सरीन कहते हैं- देखिए किसे चुना जाए इसका कोई बना बनाया ढांचा नहीं है, लेकिन संभावनाओं के आधार पर कहा जा सकता है कि तीनों सेना प्रमुखों में से सबसे सीनियर और अनुभवी व्यक्ति को चुना जा सकता है। इस लिहाज से नौ सेना अधिकारी एडमिरल करमवीर सिंह सबसे जूनियर हैं। बचे थल सेना और वायुसेना के प्रमुख। थल सेना प्रमुख जनरल मुकुंद नरवणे और वायु सेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल विवेक राम चौधरी हैं। इन दोनों में भी अगर अनुभव और सीनियॉरिटी देखें तो एमएम नरवणे की दावेदारी सबसे पुख्ता लगती है। नरवणे 60 साल के हो चुके हैं। उन्हें जनरल बिपिन रावत के बाद सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था। नरवणे मिलिट्री वारफेयर के सबसे बड़े जानकार हैं। हालांकि डिफेंस एक्सपर्ट इस बात पर भी जोर देते हैं कि यह केंद्र सरकार तय करेगी कि कौन बिपिन रावत के बाद खाली हुए पद पर नियुक्त होगा। उसके अपने मानक होंगे। जनरल बिपिन रावत के साथ जनरल नरवणे। कौन हैं एमएम नरवणे? जनरल नरवणे मौजूदा समय में सेना प्रमुख हैं। इसके पहले वो सेना के उत्तरी कमांड के प्रमुख थे। सेना में अपने 4 दशक के कार्यकाल में नरवणे ने कई चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाला है। उन्होंने कश्मीर से लेकर नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में अपनी तैनाती के दौरान आतंकी गतिविधियों को रोकने में अहम भूमिका निभाई है। नरवणे श्रीलंका में 1987 के दौरान चलाए गए ऑपरेशन पवन में पीस कीपिंग फोर्स का हिस्सा रह चुके हैं। जनरल एमएम नरवणे ने 1 सितंबर को भारतीय सेना के उप प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था। नरवणे के पिता भी वायुसेना से रिटायर हुए थे नरवणे पुणे से ताल्लुक रखते हैं। नरवणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पास आउट हैं। जून 1980 में सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट की 7वीं बटालियन में ये शामिल हुए। नरवणे को सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम करने का अनुभव है। उनके पिता मुकुंद नरवणे भारतीय वायुसेना से रिटायर हुए थे। उनकी मां सुधा नरवणे लेखिका और न्यूज ब्रॉडकास्ट थीं। पुणे के ऑल इंडिया रेडियो से वो जुड़ी हुई थीं। पिछले साल ही उनका निधन हुआ है। लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे ने पुणे के ज्ञान प्रबोधिनी प्रशाला से पढ़ाई की है। स्कूल के दिनों में उनकी रुचि पेंटिंग और खेलों में भी थी। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश चीन की आंख की किरकिरी थे रावत: पिछले महीने CDS बिपिन रावत के एक बयान से बौखलाए चीन ने कहा था- हमें उकसाओ मत DB ओरिजिनल भास्कर एक्सप्लेनर: तीनों सेनाओं के एक साथ ऑपरेशन से लेकर स्वदेशी हथियारों की खरीद तक; बिपिन रावत के अंडर में थे ये बड़े प्रोजेक्ट एक्सप्लेनर",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-extended-ban-on-international-commercial-passenger-services-removes-singapore-from-danger-list-22279599.html,"अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें 31 जनवरी तक रहेंगी निलंबित, डीजीसीए से स्वीकृति प्राप्त मालवाहक उड़ानों पर लागू नहीं होगा निलंबन","नई दिल्ली, प्रेट्र। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गुरुवार को कहा कि भारत अपनी निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को अगले साल 31 जनवरी तक निलंबित रखेगा। डीजीसीए ने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच एक दिसंबर को निर्णय किया था कि वह अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को 15 दिसंबर से बहाल नहीं करेगा। इससे एक सप्ताह पहले ही उसने घोषणा की थी कि वह निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने जा रहा है। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें डीजीसीए ने गुरुवार को एक परिपत्र जारी कर कहा, सक्षम प्राधिकारी ने भारत से आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी, 2022 तक बढ़ाने का फैसला किया है। हालांकि, डीजीसीए से स्वीकृति प्राप्त सभी मालवाहक उड़ानों पर यह निलंबन लागू नहीं होगा। डीजीसीए ने आगे कहा कि चुनिंदा रूट पर अलग-अलग मामलों के आधार पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति दी जा सकती है। इसने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 31 जनवरी तक जारी रहेंगी। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें इस बीच, डीजीसीए ने सिंगापुर को खतरे वाली सूची से हटा दिया है। खतरे वाली सूची से आने वाले लोगों को कोरोना प्रोटोकाल के तहत एयरपोर्ट पर ही कोरोना जांच समेत अतिरिक्त पाबंदियों का सामना करना पड़ता है। इसमें दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और चीन समेत कई देश इस खतरे वाली सूची में आते हैं। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में 23 मार्च, 2020 से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि वंदे भारत मिशन के तहत मई 2020 से और चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत जुलाई 2020 से विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं। भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस सहित 32 देशों के साथ 'एयर बबल' समझौता किया है। दो देशों के बीच 'एयर बबल' समझौते के तहत उनकी एयरलाइनों द्वारा उनके क्षेत्रों के बीच विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित की जा सकती हैं। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-there-is-no-shortage-of-fertilizers-in-the-country-jagran-special-22279932.html,"देश में फर्टिलाइजर की कोई कमी नहीं, महंगे आयात का बोझ सरकार ने उठाया, सब्सिडी 1.30 लाख करोड़ पर पहुंची","सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। चालू रबी सीजन में वैश्विक किल्लत को देखते हुए देश के कई राज्यों में फर्टिलाइजर के वितरण केंद्रों पर किसानों की भीड़ उमड़ी है। कई जगहों पर भीड़ के नियंत्रण के लिए पुलिस बुलानी पड़ी है। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि देश में फर्टिलाइजर की कोई कमी नहीं है। कई राज्यों में तो इसकी उपलब्धता जरूरत से ज्यादा है। इसका मतलब यह है कि वितरण प्रणाली को दुरुस्त कर जमाखोरों से सावधान रहना होगा। वैसे, यह सच है कि वैश्विक बाजार में आपूर्ति घटने और मूल्य बढ़ने से कई देशों में अफरातफरी है। भारत में खेती पर इसके विपरीत असर को रोकने के लिए सरकार ने इसका बोझ किसानों पर डालने के बजाय खुद उठा लिया है। इससे फर्टिलाइजर सब्सिडी में लगभग 60 प्रतिशत की भारी वृद्धि हो गई है। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें चालू रबी सीजन में फर्टिलाइजर की उपलब्धता घरेलू मांग मुकाबले पर्याप्त है। राज्यों की फर्टिलाइजर वितरण प्रणाली पर केंद्र सीधी नजर रख रहा है। फर्टिलाइजर आपूर्ति के पैटर्न में पर्याप्त बदलाव किया गया है। इसके तहत फसलों की बोआई के क्रम के अनुसार फर्टिलाइजर की आपूर्ति की जा रही है। रबी सीजन में फर्टिलाइजर का वितरण अक्तूबर से लेकर मार्च तक किया जाता है। चालू रबी सीजन में अब तक अक्तूबर और नवंबर में हुई तिलहन, दलहन और आलू की बोआई के लिए फर्टिलाइजर की कोई किल्लत नहीं हुई है। जिन राज्यों में इन फसलों की बहुलता है, वहां पर्याप्त फर्टिलाइजर आपूर्ति हो गई है। इसी तरह नवंबर के तीसरे सप्ताह से दिसंबर तक की अवधि के लिए गेहूं की बोआई तेज हो चुकी है। इसके लिए डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी), एनपीके और यूरिया समेत अन्य फर्टिलाइजर की आपूर्ति भी बढ़ा दी गई है। आयात वाले बंदरगाहों, ढुलाई के लिए रेलवे रैक की उपलब्धता और फर्टिलाइजर को निर्धारित समय पर गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था के साथ केंद्रीय टीम की चौबीस घंटे की सघन निगरानी ने इस चुनौती से निपटने में मदद की है। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें यहां ऐसी स्थिति रसायन व उर्वरक मंत्रालय के अनुसार दिसंबर में गेहूं की बोआई के लिए जरूरी फर्टिलाइजर डीएपी और एनपीके की आपूर्ति की जा रही है। प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात में फर्टिलाइजर की उपलब्धता वहां की मांग के मुकाबले अधिक है। इसमें डीएपी, एनपीके और एमओपी समेत यूरिया भी शामिल है। उत्तर प्रदेश में फर्टिलाइजर की कुल मांग 30 लाख टन है, जबकि राज्य में उपलब्धता 38.45 लाख टन है। इसी तरह हरियाणा में 8.51 लाख टन की जरूरत के मुकाबले 9.23 लाख टन, पंजाब में 14.86 लाख टन की मांग के मुकाबले 14.58 लाख टन, राजस्थान में 11.89 लाख टन के मुकाबले 12.92 लाख टन और गुजरात में 9.07 लाख टन की मांग के मुकाबले 12.67 लाख टन फर्टिलाइजर उपलब्धता है। वैश्विक आपूर्ति प्रभावित वैश्विक स्तर पर चीन और रूस जैसे प्रमुख फर्टिलाइजर उत्पादक देशों में उत्पादन में 50 प्रतिशत तक की कटौती की गई है। इसके साथ दोनों देशों से फर्टिलाइजर निर्यात पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। लिहाजा विश्व बाजार में फर्टिलाइजर आपूर्ति प्रभावित हुई है। ज्यादातर देशों में खाद्य सुरक्षा बरकरार रखने के लिए फर्टिलाइजर पर भारी सब्सिडी का प्रविधान किया गया है। सरकार ने इस मसले को बड़ी गंभीरता से लेते हुए सब्सिडी 79,530 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.30 लाख करोड़ रुपये कर दिया है ताकि घरेलू किसानों की खेती की लागत में वृद्धि न होने पाए। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-video-of-helicopter-goes-viral-black-box-found-informations-about-the-accident-will-be-available-22279671.html,"Video : हेलीकाप्टर के धुंध में समा जाने का वीडियो वायरल, ब्लैक बाक्स मिला, मिलेंगी हादसे के बारे में अहम जानकारियां","कुन्नूर (तमिलनाडु), पीटीआइ। वायुसेना के बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआइ-17 हेलीकाप्टर के फ्लाइट डाटा रिकार्डर या ब्लैक बाक्स और काकपिट वाइस रिकार्डर गुरुवार सुबह बरामद हो गए। इनसे दुर्घटना के कारणों के बारे में अहम जानकारियां मिल सकेंगी। इस दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों और कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। दोनों रिकार्डर बरामद सरकारी सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों द्वारा तलाश का दायरा दुर्घटनास्थल से 300 मीटर से बढ़ाकर एक किलोमीटर करने पर दोनों रिकार्डर बरामद हो गए। विंग कमांडर आर. भारद्वाज के नेतृत्व वाली वायुसेना अधिकारियों की एक टीम ने इन रिकार्डर को तलाश किया। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें कहीं दुर्घटना के कारण बाहरी तो नहीं इन्हें दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए दिल्ली या बेंगलुरु ले जाए जाने की संभावना है। इसके अलावा हेलीकाप्टर के अवशेषों की फोरेंसिक जांच से इस बात का पता चल सकता है कि कहीं दुर्घटना के कारण बाहरी तो नहीं हैं। बता दें कि फ्लाइट डाटा रिकार्डर को भले ही ब्लैक बाक्स कहा जाता है लेकिन इसका रंग चमकीला नारंगी (ब्राइट आरेंज) होता है। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें #WATCH | Final moments of Mi-17 chopper carrying CDS Bipin Rawat and 13 others before it crashed near Coonoor, Tamil Nadu yesterday (Video Source: Locals present near accident spot) pic.twitter.com/jzdf0lGU5L — ANI (@ANI) December 9, 2021 वायुसेना प्रमुख ने किया दुर्घटनास्थल का निरीक्षण वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने गुरुवार को दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया। उनके साथ तमिलनाडु के डीजीपी सीएस बाबू के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। सूत्रों ने बताया कि वायुसेना प्रमुख ने बुधवार को सुलूर एयरबेस का दौरा भी दौरा किया था जहां से जनरल रावत के हेलीकाप्टर ने उड़ान भरी थी। हेलीकाप्टर लापता होने का वीडियो वायरल इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें पहाड़ी इलाके के पास एक हेलीकाप्टर धुंध में गायब हो जाता है। इसमें लोगों को हेलीकाप्टर को तलाशने के लिए एक रेलवे ट्रैक पर चलते हुए भी देखा जा सकता है। इसमें ऊपर से उड़ते हुए हेलीकाप्टर की आवाज में बदलाव को भी सुना जा सकता है। वीडियो में कुछ लोग दूसरे से पूछते हैं कि क्या यह क्रैश हो गया तो दूसरा कहता है, हां। इस वीडियो को बुधवार को हुई दुर्घटना से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बीच, दुर्घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले रविकुमार नामक एक व्यक्ति ने बताया कि हादसे में दो लोगों को छोड़कर सभी अन्य सैनिक जल चुके थे। ओमिक्रोन पर तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती सरकार, संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का खाका तैयार यह भी पढ़ें प्रोन्नत होने वाले थे ब्रिगेडियर लिड्डर जनरल रावत के साथ हादसे का शिकार हुए उनके रक्षा सहायक ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर का जल्द ही मेजर जनरल के रूप में प्रमोशन होने वाला था और वह अपनी अगली तैनाती की तैयारी कर रहे थे। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में वह पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर के बैचमेट थे। राठौर ने ट्वीट कर उनके असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। देश में फर्टिलाइजर की कोई कमी नहीं, महंगे आयात का बोझ सरकार ने उठाया, सब्सिडी 1.30 लाख करोड़ पर पहुंची यह भी पढ़ें राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि तेलंगाना के राज्यपाल टी. सौंदराराजन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन व उनके कैबिनेट सहयोगियों और सैन्य कर्मियों ने गुरुवार को वेलिंगटन स्थित मद्रास रेजीमेंटल सेंटर में जनरल रावत और दुर्घटना का शिकार बने 12 अन्य को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बाद में उनके पार्थिक शरीर को सड़क मार्ग से सुलूर एयरबेस ले जाया गया। रास्ते में पार्थिव शरीर ले जारी एक एंबुलेंस और पुलिस वैन दुर्घटनाग्रस्त भी हो गए। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-covid-vaccination-complete-vaccination-of-50-crore-people-in-the-country-first-dose-given-to-more-than-81-crore-people-22279640.html,"Covid Vaccination:देश में 50 करोड़ लोगों का पूर्ण टीकाकरण, 81 करोड़ से अधिक लोगों को दी गई पहली डोज","नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में देश ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है। गुरुवार तक देश में 50 करोड़ लोगों का पूर्ण टीकाकरण कर दिया गया। इसका मतलब है कि इतने लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज दे दी गई। कुल टीकाकरण का आंकड़ा भी 131 करोड़ को पार कर गया। इनमें 81 करोड़ से अधिक लोगों को पहली डोज दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 9,419 मामले सामने आए। देश में लगातार 13वें दिन संक्रमण का आंकड़ा 10 हजार से कम रहा है। सक्रिय मामलों की संख्या भी 94,742 रह गई है। यह कुल संक्रमण का 0.27 प्रतिशत है। इस महामारी से अब तक 3,40,97,388 स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 159 मरीजों की मौत भी हो गई। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें देश में कोरोना की स्थिति 24 घंटे में नए मामले- 9,419 कुल सक्रिय मामले- 94,742 24 घंटे में टीकाकरण- 69.97 लाख कुल टीकाकरण- 131.13 करोड़ गुरुवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले- 9,419 कुल मामले- 3,46,66,241 सक्रिय मामले- 94,742 मौतें (24 घंटे में)- 159 कुल मौतें- 4,74,111 क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें ठीक होने की दर- 98.36 प्रतिशत मृत्यु दर- 1.37 प्रतिशत पाजिटिविटी दर- 0.73 प्रतिशत सा.पाजिटिविटी दर- 0.74 प्रतिशत Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-centre-tells-states-ensure-adequate-stock-of-drugs-used-for-clinical-treatment-of-covid-22279412.html,"कोरोना के मामलों के बढ़ने की आशंका..! केंद्र ने राज्‍यों को दिए निर्देश, कर लें तैयारी, रखें पर्याप्त दवाओं का भंडारण","नई दिल्‍ली, पीटीआइ। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्‍तक के बीच केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे कोरोना संक्रमण के इलाज में इस्‍तेमाल होने वाली आठ महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित कर ले। मामलों में बढ़ोतरी की आशंका के मद्देनजर राज्‍यों को अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह भी सरकार की ओर से दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ओमि‍क्रोन वैरिएंट के जाखिमों के मद्देनजर जन स्वास्थ्य की तैयारियों और टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्‍होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और एनएचएम के एमडी से यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों में पीएसए संयंत्र, वेंटिलेटर और आक्‍सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators) का परिचालन सुनिश्चित कर लें। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से दिए गए कई वेंटिलेटरों की अभी तक पैकिंग नहीं खोली गई है। यही नहीं उनका इस्तेमाल तक नहीं किया गया है। ऐसी घटनाओं की तुरंत समीक्षा करने की जरूरत है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पीएसए, आक्‍सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators), आक्सीजन संयंत्र और वेंटिलेटर लगाए जाएं। यह भी छानबीन होनी चाहिए कि ये संयंत्र काम कर रहे हैं कि नहीं... क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें मालूम हो कि कोरोना के वैरिएंट पर काबू पाने के लिए पांच स्तरीय रणनीति बनाई गई है। इसमें टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, टीकाकरण के साथ साथ उचित कोविड प्रोटोकाल का पालन करना भी शामिल है। राज्यों से कहा गया है कि कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए जांच बढ़ाएं और निगरानी पर ध्यान दें ताकि मरीजों की जल्द पहचान हो सके। राज्‍यों को सलाह दी गई है कि सभी जिलों में आरटी-पीसीआर जांच सुनिश्चित करें। राज्‍यों से खास तौर पर ठंड के इस सीजन में श्वसन संबंधी और इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों पर नजर रखने को कहा गया है। राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को सभी अस्पतालों में सुविधाओं की तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए भी सलाह दी गई। केंद्र सरकार की ओर से राज्‍यों से कहा गया है कि वे लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए तैयार रहें। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-during-the-service-in-the-indian-army-general-rawat-received-many-gallantry-awards-jagran-special-22279322.html,"भारतीय सेना में सर्विस के दौरान जनरल रावत को मिले कई गैलेंट्री आवार्ड, जाने इनके बारे में","नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की 8 दिसंबर दिन बुधवार को एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। यह हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुआ, जनरल रावत के साथ उनकी पत्नी समेत 13 लोग इस हादसे में मौत का शिकार हुए हैं। वहीं दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का सेना के एक अस्पताल में इलाज जारी है। गैलेंट्री आवार्ड सम्मान हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें सीडीएस जनरल बिपिन रावत भारतीय सेना के एक अत्यधिक सुशोभित अधिकारी थे। उन्हें 16 दिसंबर 1978 को सेना की 11 गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन में शामिल किया गया था। उनके पिता लच्छू सिंह रावत भी सेना की इसी टुकड़ी के अधिकारी थे। भारतीय सेना में अपने कार्यकाल के दौरान जनरल रावत को कई तरह से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। जिनमें मुख्य तौर पर उनके गैलेंट्री आवार्ड शामिल हैं। जनरल रावत भारतीय सेना के पीवीएसएम, यूवाईएसए, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम सरीखे गैलेंट्री आवार्ड से सुशोभित थे। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें क्या हैं इन गैलेंट्री आवार्ड के मायने:- परम विशिष्ट सेवा मेडल (पीवीएसएम) परम विशिष्ट सेवा मेडल (पीवीएसएम), भारतीय सेना का एक पुरस्कार है। इसकी स्थापना 26 जनवरी 1960 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा की गई थी। सशस्त्र बलों के कर्मियों द्वारा दी गई विशिष्ट सेवाओं को मान्यता देने के लिए की इस पदक की स्थापना की गई थी। यह पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम) उत्तम युद्ध सेवा पदक, जिसे यू.वाई.एस.एम के नाम से भी जाना जाता है। भारत के राष्ट्रपति द्वारा 26 जनवरी 1980 को इसे विशिष्ट सेवा पुरस्कारों में से एक के रूप में स्थापित किया गया था। यह पदक युद्ध/मुठभेड़/प्रतिकूल परिस्थितियों में असाधारण कोटि के प्रदर्शन को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। उत्तम युद्ध सेवा पदक मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। ओमिक्रोन पर तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती सरकार, संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का खाका तैयार यह भी पढ़ें अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम) अति-विशिष्ट सेवा मेडल को मुख्य तौर पर ""विशिष्ट सेवा मेडल, वर्ग-2"" के रूप में स्थापित किया गया था। इस मेडल को 27 जनवरी, 1967 को यह नाम दिया गया और बैज को पिछले मैडल से बदल दिया गया। 1980 तक यह मैडल उत्तम युद्ध सेवा पदक के तरह गैर-परिचालन सेवाओं के लिए ही दिया जाता था। अति-विशिष्ट सेवा मेडल मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। युद्ध सेवा मेडल (वाईएसएम) देश में फर्टिलाइजर की कोई कमी नहीं, महंगे आयात का बोझ सरकार ने उठाया, सब्सिडी 1.30 लाख करोड़ पर पहुंची यह भी पढ़ें युद्ध सेवा मेडल लड़ाई के दौरान प्रतिष्ठित सेवा के लिए स्थापित सैन्य पुरस्कार है। भारत के राष्ट्रपति द्वारा 26 जनवरी 1980 को इस सम्मान की स्थापना की गई थी। यह सम्मान युद्ध के दौरान दिए जाने वाले विशिष्ट सेवा पदक के समानांतर है, यह पदक शांतिकाल का प्रतिष्ठित सेवा सम्मान है। यह पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। सेना मेडल (एसएम) सेना मेडल पुरस्कार की स्थापना 17 जून 1960 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा की गई थी। कर्तव्य और साहस के प्रति असाधारण समर्पण का प्रदर्शन करने वाले लोगों का सेना में खास स्थान है। ऐसे लोगों का सम्मान करने के लिए सेना मेडल की स्थापना की गई। यह पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जा सकता है।"" Video : हेलीकाप्टर के धुंध में समा जाने का वीडियो वायरल, ब्लैक बाक्स मिला, मिलेंगी हादसे के बारे में अहम जानकारियां यह भी पढ़ें विशिष्ट सेवा मेडल (वीएसएम) विशिष्ट सेवा मेडल भारत सरकार द्वारा सशस्त्र बलों के सभी रैंकों के सैनिकों के लिए, सर्विस के दौरान किए गए असाधारण कार्यों के सम्मान में दिया जाता है। विशिष्ट सेवा मेडल की स्थापना 26 जनवरी 1960 को की गई थी। यह पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-bird-flu-detected-in-purakkad-in-alappuzha-district-of-kerala-22279191.html,"कोरोना गया नहीं कि बर्ड फ्लू ने फिर दी दस्‍तक, केरल के अलाप्पुझा जिले में मिले केस, पक्षियों को मारने के निर्देश","तिरुवनंतपुरम, आइएएनएस। देश में कोरोना महामारी अभी खत्‍म नहीं हुई कि बर्ड फ्लू ने एकबार फि‍र दस्‍तक दे दी है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक केरल के अलाप्पुझा जिले के पुरक्कड़ से भेजे गए बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान की भोपाल स्थित प्रयोगशाला में इन नमूनों को भेजा गया था जहां से इनके एच-5एन-1 इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें वायरस की रोकथाम के लिए केरल के पशु चिकित्सा अधिकारियों ने थाकाझी ग्राम परिषद में पक्षियों को मारने के निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए 10 टीमें गठित की गई हैं। विशेषज्ञों की मानें तो यह वायरस हवा के जरिए तेजी से फैल सकता है। इंसानों पर इसका असर कम ही देखा गया है। इस वाकए से अलाप्पुझा जिले के किसानों को बड़ा झटका लगा है क्योंकि क्रिसमस का सीजन नजदीक है जिसमें की भारी मांग होती है। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें हाल ही में राजस्थान के नागौर जिले के सांभर झील क्षेत्र में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई थी। बर्ड फ्लू के चलते पांच दिन में 60 से ज्यादा कोवों और कुछ अन्‍य पक्षियों की मौत हुई थी। यही नहीं राजस्थान के जोधपुर जिले के कापरड़ा गांव के तालाब में 189 प्रवासी पक्षि‍यों कुरजां की मौत हुई थी। जोधपुर जिले में साल 2019 में हजारों पक्षी इस संक्रमण के चलते मृत पाए गए थे। जनवरी 2021 में राजस्‍थान के 33 में से 15 जिलों में बर्ड फ्लू फैला था। यूरोप में भी इस वायरस ने दस्तक दी है। हाल ही में मध्य इंग्लैंड (England) में एक पोल्ट्री यूनिट में बर्ड फ्लू के केस मिले थे। पोलैंड ने भी पोल्ट्री फार्मों में इस H-5N-1 बर्ड फ्लू के कई प्रकोपों ​​​​की सूचना दी थी। बेल्जियम और लक्जमबर्ग में भी बर्ड फ्लू के मामले पाए गए थे जिसके बाद फ्रांस ने अपने अलर्ट स्तर को बढ़ा दिया था। फ्रांस ने पिछली सर्दियों में बर्ड फ्लू के कारण देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में लगभग 30 लाख पक्षियों को मार डाला था। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-know-more-about-group-captain-varun-singh-who-is-the-only-survivor-of-kunnur-helicopter-crash-22278335.html,"हेलीकाप्टर क्रैश में बचे ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह हैं लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर, इलाज के ल‍िए बेंगलुरु लाया गया","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। कुन्‍नूर हेलीकाप्‍टर हादसे की भेंट चढ़े सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत अन्‍य 13 पर पूरा देश शोक मना रहा है। कुन्‍नूर हादसे में केवल ग्रुप कैैप्‍टन वरुण सिंह ही जिंदा बचे हैं और उनका भी इलाज वैलिंगटन के अस्‍पताल में चला। आगे के इलाज के लिए कमांड अस्पताल, बेंगलुरु में स्थानांतरित कर दिया गया। वे फिलहाल लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर हैं और उन्‍हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। इसकी जानकारी रक्षा मंत्री ने संसद को दी है। जिस जगह ये हादसा हुआ, वो लैंडिंग की जगह से महज दस मिनट की दूरी पर थी। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें बता दें कि कैप्‍टन वरुण बेहद अनुभवी पायलट हैं। उन्‍हें शौर्य चक्र से नवाजा जा चुका है। ये शांति के समय में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पदक है। आपको बता दें कि जनरल रावत सेना के दूसरे सर्वोच्‍च अधिकारी थे जिनकी मौत पद पर रहते हुए हुइ थी। इससे पहले जनरल बिपिन चंद जोशी (बीसी जोशी) का निधन उस वक्‍त हुआ था जब वो सेनाध्‍यक्ष थे। ये पदक उन्‍हें एलसीए तेजस की उड़ान के दौरान सामने आई आपात स्थिति में खुद को सावधानी से सकुशल बचाने के लिए दिया गया था। 12 अक्‍टूबर 2020 को वो तेजस की उड़ान पर थे। इस विमान को वो अकेले उड़ा रहे थे। तभी इस विमान में तकनीकी दिक्‍कत आ गई। विमान के फ्लाइट कंट्रोल सिस्‍टम में आई गड़बड़ी आ गई और विमान का लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम भी फेल होने लगा था। उस वक्‍त वो अपने एयरबेस से काफी दूर थे और उनकी ऊंचाई भी काफी अधिक थी। काकपिट का प्रेशर सिस्‍टम खराब आने से लगातार हालात खराब हो रहे थे। उन्‍होंने बिना देर लगाए न सिर्फ स्थिति को संभाला और सही फैसला भी लिया। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें उन्‍होंने विमान में हुई तकनीकी दिक्‍कत का पता लगाया और उस पर नियंत्रण पाने की पूरी कोशिश की। इसमें उन्‍हें आंशिक रूप से सफलता भी मिली और किसी तरह से वो विमान पर दोबारा कंट्रोल पाने में कामयाब रहे। लेकिन दस हजार फीट पर विमान में फिर दिक्‍कत आ गई और वो इसका कंट्रोल फिर खो बैठे। विमान तेजी से नीचे की तरफ आ रहा था और वक्‍त लगातार कम हो रहा था। उनके पास केवल एक ही विकल्‍प था कि वो या तो विमान से बाहर निकल जाएं और विमान को दुर्घटनाग्रस्‍त होने दें या फिर उस पर दोबारा नियंत्रण के लिए दोबारा कोशिश करें। उन्‍होंने विमान पर दोबारा नियंत्रण की कोशिश की। उनका ये फैसला उनकी जान पर भारी पड़ सकता था। लेकिन वो अपनी कोशिश में कामयाब रहे और विमान को कई खराबियों के बीच सही सलामत जमीन पर उतार लिया। इस तरह से हजारों करोड़ के विमान को खोने से उन्‍होंने बचा लिया था। इसके लिए उन्‍हें विंग कमांडर से ग्रुप कैैप्‍टन बनाया गया और शौर्य चक्र से नवाजा गया था। विमान को बचाने की कोशिश में उन्‍होंने जी फोर्स की हदों को पार किया था। इस दौरान उन्‍हें अपनी ट्रेनिंग के वो पल काम आए जो इसी समय के लिए बताए जाते हैं। आपको बता दें कि तेजस विमान की तैनाती वर्ष 2016 में सुलूर एयरबेस पर ही की गई थी। हालांकि बाद में तेजस एमके जो एक इंप्रूव जेट है उसके आर्डर भी दिए जा चुके हैं। । Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-many-army-personnel-including-cds-bipin-rawat-died-in-coonoor-helicopter-crash-22278747.html,"कुन्नूर हेलिकॉप्टर दुर्घटना में CDS Bipin Rawat सहित सेना के कई जवानों का हुआ निधन, देश ने प्रकट की अपनी शोक संवेदनाएं, आप भी दें श्रद्धांजलि","तमिलनाडु के कुन्नूर में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) Bipin Rawat की दुर्भाग्यपूर्ण निधन से पूरा देश स्तब्ध है। इस घटना में Bipin Rawat और उनकी पत्नी Madhulika Rawat सहित 13 लोगों की जान चली गई। इसमें ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, नायक जितेंद्र कुमार, ले. कर्नल हरजिंदर सिंह, हवलदार सतपाल राज, लांस नायक विवेक कुमार, नायक गुरसेवक सिंह, लांस नायक बीएस तेजा, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह, दो पायलट ग्रुप-कैप्टन पीएस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप शामिल थे। इस हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बच पाए, जिनका इलाज चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के गणमान्य हस्तियों ने इस घटना पर अपनी संवेदनाएं प्रकट की और श्रद्धांजलि दी। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें Bipin Rawat की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बाद देश की जनता उनकी उपलब्धियों को याद कर रही है। बता दें कि बिपिन रावत ने पिछले चार दशकों से देश के कई बड़े ऑपरेशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जब भी देश में ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र और आतंकवाद रोधी अभियानों की बात की जाएगी, उन्हें जरूर याद किया जाएगा। उनके नेतृत्व में भारतीय सेना ने कई बड़े और महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिए हैं। सेना ने उन्हीं की अगुवाई में सीखा कि कैसे सरहद के पार जाकर दुश्मन से लोहा लिया जाए। 2015 में म्यांमार में सर्जिकल स्ट्राइक, 2016 पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए हमले में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई, ये कुछ ऐसे उदाहरण है, जिसको लेकर देश उनका ऋणी रहेगा। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें Bipin Rawat उत्कृष्ट सैनिक और एक सच्चे देशभक्त थे, इसलिए देश उन्हें याद भी कर रहा है। बुधवार दोपहर जब हेलिकॉप्टर दुर्घटना की खबर आई तभी से Koo ऐप पर #bipinrawat, #cdsbipinrawat, #iafchoppercrash, #coonoor, #ripbipinrawat ट्रेंड कर रहा है। आप भी Koo ऐप पर इस वीर योद्धा और हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गवाने वाले अन्य सेना के वीरों पर अपनी संवेदना और श्रद्धांजलि प्रकट कर सकते हैं। साथ ही उनकी उपलब्धियों पर विचार जाहिर कर सकते हैं। CDS Bipin Rawat की जिस तरह की लीडरशिप रही है, उससे देखते हुए आने वाले काफी समय तक उनके योगदान को याद किया जाएगा। आप बिपिन रावत की पूरी जिंदगी को कैसे देखते हैं? देश की जनता, खासकर सैनिक उनसे क्या सीख सकती है। अपने विचार Koo करके जरूर बताएं। साथ ही, सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना तथा दूसरी खबरों के लिए Koo को Dainik Jagran पर जरूर फॉलो करें। ओमिक्रोन पर तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती सरकार, संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का खाका तैयार यह भी पढ़ें लेखक- शक्ति सिंह Note:- यह आर्टिकल ब्रांड डेस्‍क द्वारा लिखा गया है। Edited By: Tilakraj",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-difficulty-in-identifying-dead-bodies-due-to-terrible-accident-indian-army-will-take-help-of-family-members-22279030.html,"Helicopter Crash: शवों को पहचानने में हो रही दिक्कत, परिवार वालों के लिए जा रहे डीएनए सैंपल","नई दिल्ली, एएनआइ। बुधवार को हुए हेलीकाप्टर दुर्घटना को लेकर भारतीय सेना ने नई जानकारी दी है। भारतीय सेना ने कहा कि हादसा इतना भयानक था कि अवशेषों की पहचान करने में कठिनाई हो रही है। प्रियजनों की संवेदनशीलता और भावनात्मक भलाई को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक पहचान के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। सेना ने आगे कहा कि सभी मृतक जवानों के परिजन दिल्ली पहुंच रहे हैं। सभी को आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। शवों की सकारात्मक पहचान के लिए परिवार वालों के डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। सकारात्मक पहचान के बाद ही शवों को परिजनों को दिया जाएगा। सकारात्मक पहचान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद करीबी रिश्तेदारों के परामर्श से सभी कर्मियों का उचित सैन्य संस्कार सुनिश्चित किया जाएगा। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें बता दें कि बुधवार को भारतीय वायुसेना के हेलीकाप्टर दुर्घटना में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीर को वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल से आज मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया। इस हादसे ने 13 लोगों की जान ले ली। हालांकि, भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जो दुर्घटना में जीवित बचे हैं, उन्हें वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। गौरतलब है कि जनरल रावत सुलूर से वेलिंगटन जा रहे थे, तभी उनका हेलीकाप्टर कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत स्टाफ कोर्स के संकाय और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कालेज के दौरे पर थे, जब उनका हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें हेलीकाप्टर क्रैश होने से पहले का वीडियो आया सामने गुरुवार को इस दुर्घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जो इस हेलीकाप्‍टर के क्रैश होने से पहले का है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो कुछ स्‍थानीय पर्यटकों ने बनाया था। इसमें देखा जा सकता है कि क्रैश होने से पहले हेलीकाप्‍टर काफी नीचे उड़ रहा था और वहां पर घने बादल छाए थे। माना जा रहा है कि बुधवार को जब ये हेलीकाप्‍टर क्रैश हुआ उस वक्‍त मौसम बेहद खराब था और पायलट को शायद देखने में काफी दिक्‍कत आ रही होगी। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-know-about-general-bipin-rawat-career-and-qualities-due-to-achieved-this-position-jagran-special-22276134.html,"सीडीएस जनरल बिपिन रावत जिनकी रणनीति से उड़ जाती थी पाकिस्‍तान की नींद, सर्जिकल स्‍ट्राइक की संभाली थी कमान","नई दिल्‍ली, आनलाइन डेस्‍क। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को सेना का एक एमआई-17वी-5 हेलीकाप्टर कैश हो गया जिसमें देश के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कई लोग सवार थे। सेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। दिसंबर 2019 को जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया था। उन्होंने जनवरी 1979 में सेना में मिजोरम में प्रथम नियुक्ति पाई थी। आइए जानें कैसा रहा है जनरल बिपिन रावत का करियर और किन काबिलियत के दम पर उन्‍होंने पाया था यह मुकाम... उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में बिपिन रावत का जन्म हुआ था। इनके पिता एलएस रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर थे। रावत ने भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक उपाधि प्राप्त की। आईएमए देहरादून में 'सोर्ड आफ आनर' से सम्मानित किए जा चुके हैं रावत। साल 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सैन्य मिडिया अध्ययन में पीएचडी की। 01 सितंबर 2016 को रावत ने सेना के उप-प्रमुख के पद की जिम्‍मेदारी संभाली थी। साहसिक फैसले लेने के लिए चर्चित थे जनरल रावत जनरल बिपिन रावत... एक ऐसा नाम जो सख्त और साहसिक फैसले लेने के लिए विख्यात था। देश का पहला चीफ आफ डिफेंस स्‍टाफ बनने से पहले जनरल रावत थल सेना प्रमुख थे। उन्होंने इस पद पर रहते हुए कई अहम फैसले लिए और उन्हें अंजाम तक पहुंचाया। जनरल रावत के बतौर थलसेनाध्यक्ष सबसे अहम मिशन की बात की जाए तो वह बालाकोट एयरस्ट्राइक है। फरवरी 2019 में जब पाकिस्तान में घुसकर आतंकी कैंपों को नष्ट किया गया था तो थल सेना की कमान जनरल रावत के हाथ में ही थी। पाक में एयर स्‍ट्राइक की भी संभाली थी कमान जनरल बिपिन रावत कई महत्वपूर्ण रणनीतिक आपरेशन का हिस्सा रहे। बालाकोट में आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के ठिकानों पर हमला कर उन्हें नष्ट करने के दौरान बतौर थलसेनाध्यक्ष उन्होंने रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। बता दें कश्मीर के पुलवामा में एक हमले में केंद्रीय सुरक्षा बल के 40 जवानों की शहादत के बाद भारतीय सैन्य बलों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर बालाकोट में आतंकी कैंपों को नेस्तनाबूत किया था। कहा जाता है कि इस आपरेशन के समय जनरल रावत दिल्ली में साउथ ब्लाक के अपने आफिस से कमान संभाल रहे थे। पूर्वोत्तर में उग्रवाद पर पाया था काबू इसके अलावा 2015 में देश की पूर्वोत्तर सीमा से लगे पड़ोसी देश म्यांमार में भी आंतकरोधी आपरेशन में उन्होंने अपने अनुभव से दिशा दिखाई थी। उन्हें पूर्वोत्तर में उग्रवाद को नियंत्रित करने के लिए भी जाना जाता है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान और चीन के साथ लगती सीमाओं पर परिचालन संबंधी विभिन्न जिम्मेदारियां संभाली। उन्‍होंने पूर्वोत्तर समेत कई इलाकों में अहम पदों पर काम किया। म्‍यांमार में सर्जिकल स्‍ट्राइक से कर दिया था हैरान जनरल बिपिन रावत के के नेतृत्‍व में ही सेना मणिपुर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद सीमा पार म्‍यांमार में सर्जिकल स्‍ट्राइक की थी। इस सर्जिकल स्‍ट्राइक में एनएससीएन के कई उग्रवादियों को मार गिराया गया था और उनके कैंप तबाह कर दिए गए थे। इस कार्रवाई में 21 पैरा के कमांडो शामिल थे। थर्ड कार्प्‍स के अधीन इस बटालियन के कमांडर उस वक्‍त बिपिन रावत थे। ...बढ़ता गया रावत पर भरोसा म्‍यांमार में की गई इस सर्जिकल स्‍ट्राइक की सफलता के बाद सरकार का जनरल रावत पर भरोसा और बढ़ गया था। नतीजतन रावत को 31 दिसंबर 2016 में सेना के तीनों अंगों का अध्‍यक्ष नियुक्‍त कर दिया गया था। कहते हैं कि इस मुकाम तक पहुंचने में रावत को पूर्वी सेक्‍टर में एलओसी, पूर्वोत्‍तर के अशांत इलाकों और कश्‍मीर में काम करने का लंबा अनुभव काम आया। जनरल रावत को मिले यह सम्मान परम विशिष्ट सेवा मेडल उत्तम युद्ध सेवा मेडल अति विशिष्ट सेवा मेडल विशिष्ट सेवा मेडल युद्ध सेवा मेडल सेना मेडल पीओके में सर्जिकल स्‍ट्राइक से कर दिया था हैरान उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद जनरल बिपिन रावत ने ही पाकिस्‍तान पर पलटवार की कमान संभाली थी। जनरल बिपिन रावत के ही नेतृत्‍व में भारतीय सेना ने 29 सितंबर 2016 को पाकिस्‍तान में स्थित आतंकी शिविरों को ध्‍वस्‍त करने के लिए सर्जिकल स्‍ट्राइक को अंजाम दिया था। ट्रेंड पैरा कमांडो ने इस सर्जिकल स्‍ट्राइक को अंजाम दिया था। इस सर्जिकल स्‍ट्राइक के बाद पाकिस्‍तान बुरी तरह घबरा गया था। पहाड़ी क्षेत्रों पर लड़ाई में माहिर जनरल बिपिन रावत को दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में युद्ध में कुशल माना जाता था। वह उत्तरी और पूर्वी कमान में तैनात रहे। दक्षिणी कमान में भी वह जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ रहे। इन पदों की बढ़ाई शोभा सन 1978 में सेना की 11वीं गोरखा राइफल्‍स की पांचवीं बटालियन में सीडीएस जनरल रावत को कमीशन मिला था। अरुणाचल प्रदेश में वह बतौर पर कर्नल वह 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन के कमांडर रहे। ब्रिगेडियर के तौर पर उन्होंने कश्मीर के सोपोर में राष्ट्रीय रायफल्स की कमान संभाली। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में भी काम किया और अफ्रीकी देश कांगो में तैनात रहे। उन्हें दो बार फोर्स कमांडेंट कमेंडेशन भी मिला। इन्‍हीं ट्रैक रिकार्ड के चलते छूटते हैं चीन पाक के पसीने उन्‍होंने साल 1986 में चीन से लगी एलएसी पर इन्फेंट्री बटालियन के प्रमुख पद की जिम्‍मेदारी संभाली थी। जनरल रावत कश्‍मीर में 19 इन्फेंट्री डिवीजन की भी अगुआई कर चुके हैं। उन्‍होंने देश ही नहीं, संयुक्‍त राष्‍ट्र के अभियानों में भी भारत का नेतृत्‍व किया है। उनको दो सितंबर 2016 को उप सेना प्रमुख नियुक्‍त किया गया था। उन्‍हें युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, उत्‍तर युद्ध सेवा मेडल, एवीएसएम, विदेश सेवा मेडल से सम्‍मानित किया जा चुका है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-first-satellite-aryabhata-jagran-special-22278739.html,जानें- भारत अतंरिक्ष के क्षेत्र में स्वाभिमान के साथ स्वावलंबन की राह पर किस तरह आगे बढ़ा...,"नई दिल्‍ली, फीचर डेस्क। 1974 में पोखरण-1 की कामयाबी के एक साल बाद ही स्वावलंबी भारतीय विज्ञानियों ने एक बार फिर दुनिया को हैरान कर दिया। 19 अप्रैल, 1975 को उन्होंने देश का पहला उपग्रह ‘आर्यभट्ट’ अंतरिक्ष में लांच किया। यह इसरो की पहली महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। आज दुनियाभर में कहीं भी अंतरिक्ष की बात होती है, तो भारत का जिक्र जरूर किया जाता है। लगभग 46 साल पहले 19 अप्रैल, 1975 को इसरो के 50 भारतीय विज्ञानी और तकनीशियनों का एक समूह अंतरिक्ष में इंटरकासमास राकेट का प्रक्षेपण देखने के लिए कपुस्टिन यार (रूसी शहर वोल्गोग्राड के पास) में तत्कालीन सोवियत उपग्रह प्रक्षेपण परिसर में इकट्ठा हुए थे। यह दिन इसरो और भारत के लिए बेहद खास था, क्योेंकि तत्कालीन सोवियत संघ की मदद से भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह ‘आर्यभट्ट’ लांच किया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस उपग्रह का नाम पांचवीं शताब्दी के प्रख्यात भारतीय खगोलविद और गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा था। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया को चकित करने वाला भारत का स्वदेशी सैटेलाइट आर्यभट्ट पीन्या (बेंगलुरु के) में मामूली टिन शेड में बनाया गया था। इस छोटे आविष्कार का वजन मात्र 360 किलोग्राम था। आज देशवासी अपने विज्ञानियों को मंगल ग्रह पर उपग्रह भेजते देख रहे हैं, लेकिन तब यह भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक बड़ी शुरुआती उपलब्धि थी। इसके पीछे महान अंतरिक्ष विज्ञानी और इसरो के पूर्व प्रमुख उडुपी रामचंद्र राव का अहम योगदान था। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें 30 महीने में तैयार हुआ आर्यभट्ट : महान विज्ञानी विक्रम साराभाई अंतरिक्ष में भारत को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य पहले ही शुरू कर चुके थे। उनके संरक्षण में 21 नवंबर, 1963 को भारत का पहला राकेट केरल के थुंबा गांव से लांच हुआ था। इसके साथ ही देश में आधुनिक अंतरिक्ष युग की शुरुआत हो गई थी। इसके बाद साराभाई ने 1972 में उडुपी रामचंद्र राव को एक स्वदेशी उपग्रह बनाने का काम सौंपा, क्योंकि उस समय वे एकमात्र भारतीय विज्ञानी थे, जिन्होंने नासा (अमेरिका) के पायनियर और एक्सप्लोरर उपग्रह परियोजनाओं में काम किया था। उन दिनों राव के पास न तो सैटेलाइट बनाने की जगह थी और न ही ऐसे लोग, जो इसे बनाना जानते थे। इसलिए भारतीय टीम को शुरुआत से ही सारी तकनीक सीखनी थी। जहां तक जगह की बात थी, तो राव ने आसपास की जगह देखी, फिर पीन्या (बेंगलुरु का एक औद्योगिक क्षेत्र) में इस कार्य के लिए जगह खोज ली। इनमें से चार टिन शेड को साफ करके उसे प्रयोगशाला में परिवर्तित कर दिया गया। टीम काम में लग गई। फिर कदम दर कदम राव और उनकी टीम थर्मल कंट्रोल सिस्टम से लेकर संचार उपकरण तक तैयार करने लगी। उनका अथक प्रयास रंग लाया और आर्यभट्ट वर्ष 1975 की शुरुआत में अंतिम रूप से आकार ले सका। इसे 30 महीने की अविश्वसनीय समय सीमा के भीतर बनाया गया था। तत्कालीन सोवियत संघ ने भारतीय उपग्रह को अपने राकेट से मुफ्त प्रक्षेपित करने की पेशकश की थी। फिर वह दिन आया 19 अप्रैल, 1975 को, जब उपग्रह को कपुस्टिन यार में वोल्गोग्राड स्पेसपोर्ट से अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया। ओमिक्रोन पर तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती सरकार, संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का खाका तैयार यह भी पढ़ें भारत की महान कामयाबी: इस परियोजना की लागत तीन करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन अतिरिक्त खर्च के कारण इसकी लागत और भी बढ़ गई थी। आर्यभट्ट को 26-पक्षीय पालीहेड्रान के रूप में बनाया गया था, जो लगभग 1.4 मीटर चौड़ा था। एक्स-रे खगोल विज्ञान और सौर भौतिकी में प्रयोग करने के लिए इसमें तीन पेलोड थे। भारत ने आर्यभट्ट को सफलतापूर्वक लांच तो कर दिया, लेकिन चार दिन बाद ही इसमें कुछ गड़बड़ियां सामने आने लगीं। पांचवें दिन सैटेलाइट से संपर्क टूट गया था। तब से लेकर आज तक भारत अपने होनहार विज्ञानियों के बल पर उपग्रण प्रक्षेपण के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ गया है। आज दुनिया के कई देश अपने उपग्रह लांच करने के लिए भारत की मदद लेते हैं। इसरो ने एक साथ 104 सैटेलाइट को अंतरिक्ष में लांच करने का कारनामा भी किया है। Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-pakistan-top-military-brass-condoles-death-of-general-bipin-rawat-22278210.html,"पाकिस्‍तान ने भी जताया सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन पर दुख, लोगों ने कहा कि देश के प्रहरी को सलाम","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। सीडीएस जनरल बिपिन रावत हमेशा ही पाकिस्‍ताना को भारत के लिए खतरा नंबर दो मानते थे। उनके लिए सबसे बड़ा खतरा चीन था। इस बात को उन्‍होंने कई बार उजागर भी किया था। पाकिस्‍तान की बात करें तो आतंकियों के खिलाफ आपरेशन का उन्‍हें काफी अनुभव था। इसलिए ही उनके नेतृत्‍व में आतंकियों के खात्‍मे के लिए जो आपरेशन आल आउट चलाया गया था उसको जबरदस्‍त सफलता मिली थी। एक निजी चैनल के कार्यक्रम में एक बार उन्‍होंने कहा था कि इसकी सफलता का श्रेय उन्‍हें नहीं, बल्कि उन जवानों को जाता है, जो जम्‍मू कश्‍मीर के मौजूदा हालातों को जानते हैं और अपने काम को अंजाम देते हैं। पाकिस्‍तान को लेकर दिए गए उनके बयानों पर अक्‍सर पाकिस्‍तान की सेना की तरफ से तीखी बयानबाजी की जाती थी। लेकिन आज पाकिस्‍तान ने भी इस जांबाज फौजी के आकस्मिक निधन पर शोक जताया है। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें पाकिस्‍तान के डीजीआईएसपीआर द्वारा किए गए ट्वीट में पाकिस्‍तान के आर्मी चीफ और अन्‍य की तरफ से कहा गया है कि जनरल नदीम रजा, जनरल कमर जावेद बाजवा और सीओएएस (चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ) भारत में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर अपनी संवेदनाएं जाहिर करते हैं। आपको बता दें कि पाकिस्तान के मौजूदा आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना के तहत कांगो मिशन में एक साथ सेवाएं दे चुके हैं। उस वक्‍त जनरल बाजवा सीडीएस बिपिन रावत के जूनियर के रूप में काम करते थे। जनरल बाजवा और सीडीएस बिपिन रावत में कई समानताएं भी थीं। दोनों ने ही अपना लंबा समय सीमा पर कमांडर के रूप में सेवा देते हुए बिताया था। दोनों ने ही अपने-अपने देशों के सर्वोत्‍तम आर्मी कालेज से पढ़ाई और ट्रेनिंग ली थी और दोनों को ही आतंकियों के खिलाफ लड़ाई का लंबा अनुभव था। दोनों को ही इसमें एक्‍सपर्ट माना जाता था। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें आपको बता दें कि पाकिस्‍तान सेना ने जब सीडीएस रावत के निधन को लेकर ट्वीट कर शोक जताया तो कुछ लोगों ने इस पर ऐतराज भी जताया। वहीं, कुछ लोगों ने ऐसे लोगों को करारा जवाब देते हुए कहा कि देश की सीमा के हर प्रहरी को सम्‍मान देना चाहिए यही मानवता है और यही एक जवान के लिए सबसे बड़ा सम्‍मान भी है। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-cds-genderal-bipin-rawat-was-the-yamraj-for-terrorist-we-never-forget-surgical-strike-22278361.html,"आतंकियों के लिए काल थे सीडीएस जनरल बिपिन रावत, म्‍यांमार स्‍ट्राइक को कभी नहीं भूलेगा देश","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। सीडीएस जनरल बिपिन रावत को देश कभी नहीं भूल सकेगा। जब भी आतंकियों को माकूल जवाब देने की बात आएगी तब तब उनका नाम बड़े सम्‍मान के साथ लिया जाएगा। म्‍यांमार में हुई सर्जिकल स्‍ट्राइक हो या फिर उरी हमले के बाद गुलाम कश्‍मीर में हुई सर्जिकल स्‍ट्राइक या फिर बालाकोट की एयर स्‍ट्राइक, सभी में उनकी बड़ी भूमिका रही। आपको बता दें कि वर्ष 2015 में म्‍यांमार सीमा पर सर्जिकल स्‍ट्राइक उस वक्‍त हुई थी जब वो लेफ्टिनेंट जनरल थे। 4 जून 2015 को मणिपुर के चंदेल जिले में यूनाइटेड लिब्रेशन फ्रंट आफ वेस्‍टर्न साउथ ईस्‍ट एशिया (UNLFW) के आतंकी गुट ने भारतीय सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था। इस घटना में 18 जवानों की मौत हो गई थी और करीब 15 जवान घायल हुए थे। इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया था। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया- किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें उस वक्‍त तत्‍कालीन लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने एनएससीएन-के के आंतकियों को माकूल जवाब देने का प्‍लान बनाया था। इसके लिए उन्‍होंने पैरा कमांडो के बेतहरीन जवानों को चुना था। केंद्र से इस आपरेशन की हरी झंडी मिलते ही आपरेशन को अंजाम देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। 9 जून को जवानों ने म्‍यांमार की सीमा में घुसकर उनकी कमर तोड़ दी थी। सेना की इस कार्रवाई में 38 आतंकियों को मार गिराया गया और उनका गोला बारूद नष्‍ट कर दिया गया था। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें इस आपरेशन में एक भी भारतीय जवान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। एक डाक्‍यूमेंट्री में रावत ने बताया था कि उन्‍होंने जवानों को भरोसा दिलाया था यदि इस आपरेशन में कोई दिक्‍कत आई या कुछ नुकसान हुआ तो उसकी सारी जिम्‍मेदारी उनकी होगी। यदि सफल हुए तो इसका श्रेय उन जवानों को जाएगा। जब तक सभी जवान अपने बेस पर वापस नहीं आ गए तब तक रावत उनकी जानकारी लेते रहे थे। म्‍यांमार में हुई ये सर्जिकल स्‍ट्राइक इस बात को उजागर करती है कि उनके दिल में अपने जवानों के लिए कितना प्रेम और विश्‍वास था। जम्‍मू कश्‍मीर में जब आतंकियों ने पुलवामा में जवानों की गाडि़यों के काफिले पर आत्‍मघाती हमला किया तब भी भारत की तरफ से आतंकियों को माकूल जवाब देने की बात कही गई थी। उस वक्‍त तत्‍कालीन सेनाध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। आतंकियों को करारा जवाब दिया जाएगा और इसकी जगह और वक्‍त हम ही तय करेंगे। 14 फरवरी 2019 को ये घटना घटी थी और 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्‍तान की सीमा में घुसकर बालाकोट एयर स्‍ट्राइक को अंजाम दिया था। ओमिक्रोन पर तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती सरकार, संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का खाका तैयार यह भी पढ़ें इस आपरेशन का कोडनेम आपरेशन बंदर रखा गया था। इसमें पाकिस्‍तान में मौजूद आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया था। पुलवामा हमले के बाद इस आपरेशन को लेकर जो बैठक बुलाई गई थी उसमें जनरल रावत भी शामिल थे। जम्‍मू कश्‍मीर में उन्‍होंने आपरेशन आल आउट चलाया था जिसमें आतंकियों की कमर तोड़ने के लिए सेना ने आपरेशन चलाया था। उनके नेतृत्‍व में आतंकियों की कब्र एक-एक कर खोद दी गई। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्‍तान को अपने आतंकियों के लिए पोस्‍टर ब्‍वाय ही नहीं मिले और यदि मिले तो कुछ ही समय में उन्‍हें ढेर कर दिया गया। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/videos/india/cds-bipin-rawat-mortal-remains-to-be-brought-back-to-delhi-b621/,सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर का क्रैश से पहले का वीडियो आया सामने,"सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर का क्रैश से पहले का वीडियो आया सामने By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 9, 2021 07:17 PM CDS Bipin Rawat Funeral।Defence Minister Rajnath Singh ने Parliament में दी Chopper Crash की जानकारी । तमिलनाडु के हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली में होगा. मद्रास रेजीमेंट सेंटर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालीन ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ समेत चॉपर क्रैश में मारे गए बाकी लोगों को श्रद्धांजलि दी.",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/helicopter-accident-air-marshal-inspects-accident-site-tamil-nadu-police-registers-fir-b421/,"हेलीकॉप्टर हादसा: एयर मार्शल ने किया दुर्घटना स्थल का निरीक्षण, तमिलनाडु पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की","कुन्नूर, नौ दिसंबर एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को तमिलनाडु के कन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू की। बुधवार को हुई इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मौत हो गई थी। दूसरी ओर तमिलनाडु पुलिस ने मामला दर्ज किया और राज्य के डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने मामले को लेकर यहां एक समीक्षा बैठक की। एयर मार्शल सिंह ने अधिकारियों के साथ यहां नजदीक में दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू की। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नीलगिरि जिला पुलिस ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 174 के तहत प्राथमिकी दर्ज की और एडीएसपी मुथुमनिकम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। पुलिस जांच के दौरान दुर्घटनास्थल के पास ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रही है। पुलिस महानिदेशक सी सिलेंद्र बाबू ने दुर्घटना और इससे जुड़ी जांच को लेकर यहां एक बैठक की अध्यक्षता की। पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वरिष्ठ पुलिस और फोरेंसिक अधिकारियों ने उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया और अब तक 26 गवाहों से पूछताछ की जा चुकी है। भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी। दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार 14 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित मिला था। इस बीच, दुर्घटना में जान गंवाने वालों के शव कोयंबटूर ले जाते समय दो मामूली दुर्घटनाएं होने की जानकारी मिली है। कोयंटूबर से इन शवों को नयी दिल्ली ले जाया जाएगा। कोयंबटूर के बाहरी इलाके करमादाई में हुई एक दुर्घटना में एक शव ले जा रही एंबुलेंस ने सामने से आ रही एक और एंबुलेंस को टक्कर मार दी। अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना की वजह से वाहन आगे नहीं जा सका और पार्थिव शरीर को दूसरी एंबुलेंस में शहर के सुलूर वायुसेना अड्डे ले जाया गया। इससे पहले, शवों को ले जा रही एंबुलेंस के पीछे चल रही पुलिस की एक गाड़ी बरलियार के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उन्होंने बताया कि कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Helicopter accident: Air marshal inspects accident site, Tamil Nadu police registers FIR भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/police-officer-accused-of-sexual-harassment-icc-report-presented-in-high-court-b421/,पुलिस अफसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप : आईसीसी की रिपोर्ट उच्च न्यायालय में पेश की गई,"चेन्नई, नौ दिसंबर तमिलनाडु के महाधिवक्ता आर षणमुगसुंदरम ने एक निलंबित पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) द्वारा एक महिला आईपीएस अधिकारी के कथित यौन उत्पीड़न की जांच के लिए गठित आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की रिपोर्ट बृहस्पतिवार को मद्रास उच्च न्यायालय में पेश कर दी। राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता ने निलंबित विशेष डीजीपी की रिट याचिका की सुनवाई के दौरान आज न्यायमूर्ति वी पार्थीबेन के समक्ष सीलबंद लिफाफे में आईसीसी की रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई 17 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ निलंबित पुलिस अधिकारी की याचिका में अदालत से आईसीसी द्वारा अब तक की गई कार्यवाही को रद्द करने तथा कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार कानून की प्रक्रिया का पालन करते हुए उचित जांच का आदेश देने का अनुरोध किया गया था। गौरतलब है कि जब मामला 22 अक्टूबर को सामने आया था, तब न्यायमूर्ति सी सरवनन ने आईसीसी के समक्ष लंबित कार्यवाही के संबंध में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। उन्होंने मामले को चार सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया था और राज्य सरकार को तब तक अपना हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था। इस साल 22 फरवरी को एक महिला आईपीएस अधिकारी ने निलंबित डीजीपी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी, जिसके बाद आरोपों की जांच के लिए आईसीसी का गठन किया गया था। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Police officer accused of sexual harassment: ICC report presented in High Court भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/delhi-high-court-asks-liquor-vendors-to-deposit-license-fee-under-new-excise-policy-b421/,दिल्ली उच्च न्यायालय ने शराब विक्रेताओं को नई आबकारी नीति के तहत लाइसेंस शुल्क जमा करने को कहा,"नयी दिल्ली, नौ दिसंबर दिल्ली उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को शराब के खुदरा विक्रेताओं से कहा कि वे नई आबकारी नीति के तहत एक दिसंबर से राज्य सरकार को लाइसेंस फीस का भुगतान करें क्योंकि राज्य ने पहले ही शराब के 500 ब्रांड का अधिकतम खुदरा मूल्य तय करते हुए उन्हें पंजीकृत किया है। अदालत ने विक्रेताओं को लाइसेंस शुल्क का 75 प्रतिशत जमा कराने को कहा है। न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने कहा, “आज बहुत से ब्रांड पंजीकृत हैं और इसके मद्देनजर याचिकाकर्ताओं (खुदरा शराब विक्रेता) द्वारा लाइसेंस शुल्क जमा नहीं करने का कोई कारण नहीं है। उन्हें एक दिसंबर 2021 से लाइसेंस शुल्क देना होगा।” ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ न्यायमूर्ति पल्ली ने कहा कि याचिकाकर्ताओं को 17 नवंबर से 30 नवंबर तक के लाइसेंस शुल्क का 75 प्रतिशत भुगतान करना होगा। अदालत कई खुदरा शराब विक्रेताओं की ओर से दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी जिसमें लाइसेंस शुल्क के रूप में सरकार को पैसा वसूलने से रोकने का अनुरोध किया गया था। उच्च न्यायालय ने अंतरिम राहत देते हुए आवेदनों का निपटारा किया। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Delhi High Court asks liquor vendors to deposit license fee under new excise policy भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/cds-general-rawat-chopper-crash-mortal-remains-reach-delhi-president-pm-others-pay-tributes-see-b507/,"CDS General Rawat chopper crash: CDS बिपिन रावत सहित 12 अन्य का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचा, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि, देखें वीडियो","Highlights प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य लोग श्रद्धांजलि देंगे। पार्थिव शरीरों को सड़क मार्ग से कोयंबटूर ले जाया गया। मौजूद सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। CDS General Rawat chopper crash: प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोग का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य लोग श्रद्धांजलि दी। तीन सेना प्रमुख भी उपस्थित रहेंगे। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ पीएम नरेंद्र मोदी ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने कल सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी थी।सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने श्रद्धांजलि दी। #WATCH PM Narendra Modi leads the nation in paying tribute to CDS General Bipin Rawat, his wife Madhulika Rawat and other 11 Armed Forces personnel who lost their lives in the military chopper crash yesterday pic.twitter.com/6FvYSyJ1g6 — ANI (@ANI) December 9, 2021 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। The 3 service chiefs - Army Chief Gen MM Naravane, Navy Chief Admiral R Hari Kumar & IAF chief Air Chief Marshal VR Chaudhari pay last respects to CDS Gen Bipin Rawat, his wife Madhulika Rawat & other 11 Armed Forces personnel who lost their lives in military chopper crash y'day. pic.twitter.com/HoXt8Jw0U6 — ANI (@ANI) December 9, 2021 कुन्नूर के पास एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर और कुछ अन्य के पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी लाये गए। पार्थिव शरीरों को भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से दिल्ली लाया गया, जो शाम करीब 7:35 बजे पालम हवाई अड्डे पर उतरा। #TamilNaduChopperCrash | The Indian Air Force (IAF) aircraft from Sulur arrives at Palam airbase.#CDSGeneralBipinRawatpic.twitter.com/OUibD6fAMm — ANI (@ANI) December 9, 2021 अधिकारियों ने कहा कि अभी तक केवल जनरल रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर के पार्थिव शरीरों की पहचान की जा सकी है। उन्होंने कहा कि केवल पहचान किये गए पार्थिव शरीर ही बुधवार को दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को सौंपे जाएंगे। #WATCH | The mortal remains of #CDSGeneralBipinRawat who lost his life in #TamilNaduChopperCrash yesterday, being brought out of IAF aircraft that arrived at Palam airbase from Sulur. (Source: DD) pic.twitter.com/LdIkHzmgGi — ANI (@ANI) December 9, 2021 जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 10 जवानों की मृत्यु हो गई थी। यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना गत कुछ दशकों में भारत में हुई बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक है जिनमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सफर कर रहे थे। Prime Minister Narendra Modi pays last respects to CDS General Bipin Rawat, his wife Madhulika Rawat and other 11 Armed Forces personnel who lost their lives in the #TamilNaduChopperCrash yesterday. pic.twitter.com/QT3JHKTedq — ANI (@ANI) December 9, 2021 दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं। #TamilNaduChopperCrash | The mortal remains of Brig LS Lidder being placed at Palam airbase. pic.twitter.com/1pe4peOyPn — ANI (@ANI) December 9, 2021 भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य की बुधवार को यहां पास में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गयी थी। बाद में शवों को एंबुलेंस के माध्यम से पास के कोयंबटूर स्थित सुलूर एयरबेस लाया गया, जहां से उन्हें राष्ट्रीय राजधानी ले जाया गया। मद्रास रेजिमेंटल सेंटर, वेलिंगटन से कोयंबटूर तक लगभग 90 किलोमीटर के मार्ग में मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए सड़क के दोनों ओर लोगों की कतार लगी रही। लोगों ने एम्बुलेंस पर फूल बरसाए। #TamilNaduChopperCrash | The mortal remains of Madhulika Rawat, president of the Army Wives Welfare Association and wife of late #CDSGeneralBipinRawat, being kept at Palam airbase. pic.twitter.com/e2KHDaEuwU — ANI (@ANI) December 9, 2021 Web Title: CDS General Rawat chopper crash Mortal remains reach Delhi President, PM, others pay tributes see video भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/dgca-suspend-scheduled-international-flights-till-31-january-2022/1044277,"31 जनवरी तक बढ़ी इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर रोक, ओमिक्रॉन के खतरे के बीच सरकार का फैसला","नई दिल्ली: भारत अपनी शेड्यूल इंटरनेशनल पैसेंजर फ्लाइट्स को 31 जनवरी, 2022 तक निलंबित रखेगा. इसकी जानकारी गुरुवार को एविएशन रेगुलेटरी बॉडी DGCA ने दी. डीजीसीए ने कोरोना वायरस वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच एक दिसंबर को फैसला लिया था कि वह निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 15 दिसंबर से बहाल नहीं करेगा. उससे एक सप्ताह पहले ही उसने घोषणा की थी कि वह निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करेगा. कार्गो प्लेन पर नहीं लागू होगा आदेश डीजीसीए ने गुरुवार को कहा, ‘भारत से आने-जाने वाली इंटरनेशनल पैसेंजर फ्लाइट्स के निलंबन को 31 जनवरी, 2022 को रात 11 बजकर 59 मिनट तक बढ़ाने का फैसला किया है.’ इसमें कहा गया है कि यह निलंबन सभी अंतरराष्ट्रीय कार्गो प्लेन के संचालन और विशेष रूप से डीजीसीए द्वारा एप्रूव्ड उड़ानों पर लागू नहीं होगा. डीजीसीए ने कहा, ‘निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सक्षम अथॉरिटी द्वारा मामले के आधार पर चयनित रूट पर परमीशन दी जा सकती है.’ एक अन्य ट्वीट में, इसने स्पष्ट किया कि मौजूदा बबल एग्रीमेंट के तहत सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 31 जनवरी तक चलती रहेंगी. यह भी पढ़ें; CDS रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश LTTE-ISI की साजिश! रिटायर्ड ब्रिगेडियर ने जताया शक 32 देशों के साथ है हवाई बबल समझौता कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में 23 मार्च, 2020 से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाएं निलंबित चल रही हैं. हालांकि वंदे भारत मिशन के तहत मई 2020 से और जुलाई 2020 से चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं. भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस सहित लगभग 32 देशों के साथ हवाई बबल समझौते किए हैं. दो देशों के बीच एक बबल समझौते के तहत, विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उनकी एयरलाइनों द्वारा उनके क्षेत्रों के बीच संचालित की जा सकती हैं. डीजीसीए ने पहले 26 नवंबर को घोषणा की थी कि भारत 15 दिसंबर से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें फिर से शुरू करेगा. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawat-body-reaches-delhi-pm-modi-will-pay-tribute/1044214,"दिल्ली पहुंचा CDS जनरल रावत का पार्थिव शरीर, PM नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि","नई दिल्ली: CDS जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) का पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, दोनों रक्षा राज्यमंत्री और एनएसए अजीत डोभाल सहित तीनों सेना प्रमुख पालम तकनीकी क्षेत्र में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य शहीदों को ने श्रद्धांजलि दी. कुन्नूर में उमड़ा लोगों का हुजूम इससे पहले जब तमिलनाडु के कुन्नूर से जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) सहित उनकी पत्नी मधुलिका रावत व 11 अन्य सैन्यकर्मियों के शव जब सुलुर वायु सेना स्टेशन की तरफ ले जाए जा रहे थे तब सड़कों पर लोगों का जमावड़ा देखा गया और उन्होंने पार्थिव शरीरों को ले जा रही एंबुलेंस पर पुष्पांजलि अर्पित की. इनके शव पहले वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में रखे गए थे जहां तमिलनाडु की राज्यपाल और पुडुचेरी की उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदराराजन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने इन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित की. by Taboola Sponsored Links You May Like New Volkswagen's Finally On Sale All Things Auto Learn More Undo Popular Bedding Sets Finally On Sale Luxury Bedding Set Discounts Shop Now Undo शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार अन्य शहीदों के पार्थिव शरीर सुलुर एयरफोर्स स्टेशन से उनके पैतृक स्थानों पर ले जाए गए हैं, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर दिल्ली लाए गए हैं. पालम एयरपोर्ट से जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का शव उनके आधिकारिक आवास नई दिल्ली में कामराज मार्ग पर लाया जाएगा ताकि लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकें. कल (शुक्रवार) को आमजन जनरल रावत के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर सकेंगे. शुक्रवार को ही अंतिम संस्कार होगा. एयर मार्शल के नेतृत्व में होगी जांच तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर यानी ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद कर लिया गया है. गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में घोषणा की कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में तीनों सेनाओं के एक दल द्वारा इस हादसे की जांच की जाएगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में एक बयान में कहा कि जांच चल रही है और दुर्घटना में अकेला बचा सैन्य कर्मी वेलिंगटन में जीवन रक्षक प्रणाली पर है. वेलिंगटन दुर्घटनास्थल से ज्यादा दूर नहीं है. हादसे में केवल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं. वह प्रतिष्ठित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में निदेशक हैं और उन्होंने सुलुर हवाई अड्डे पर जनरल रावत की अगवानी की थी जहां से वे हेलीकॉप्टर से वेलिंगटन रवाना हुए. यह भी पढ़ें; CDS रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश LTTE-ISI की साजिश! रिटायर्ड ब्रिगेडियर ने जताया शक हेलीकॉप्टर में सवार थे ये 14 लोग बता दें, इस दुखद दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 की मौत हो गई जिनमें सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं. मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-ltte-isi-conspiracy-retired-brigadier-expressed-doubt/1044207,CDS रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश LTTE-ISI की साजिश! रिटायर्ड ब्रिगेडियर ने जताया शक,"नई दिल्ली: हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर है. इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में CCS की महत्वपूर्व बैठक हुई तो वायुसेना ने अपने स्तर पर जांच के आदेश दे दिये हैं. इस दुखद हादसे में जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सैन्यकर्मियों की मौत हुई है. इस हादसे को लेकर सेना के रिटायर्ड ब्रिगेडियर सुधीर सावंत ने किसी साजिश का शक जाहिर किया है. by Taboola Sponsored Links You May Like Popular Bedding Sets Finally On Sale Luxury Bedding Set Discounts Shop Now Undo 51 Rare Photos From Princess Diana and Prince Charles' Wed… Elle Undo हेलीकॉप्टर क्रैश साजिश या हादसा? रिटायर्ड ब्रिगेडियर सुधीर सावंत ने शक जाहिर किया है कि यह महज एक हादसा नहीं बल्कि बड़ी साजिश का नतीजा भी हो सकता है. पूर्व ब्रिगेडियर का कहना है कि 'एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर कुन्नूर के काटेरी इलाके में क्रैश हुआ है. इस इलका में लिट्टे (LTTE) सक्रिय रहता है. यहां के लोगों का भी LTTE को भरपूर समर्थन रहा है. ऐसे में पूरी आशंका है कि CDS का हेलीकॉप्टर क्रैश एक साजिश के तहत किया गया हमला हो, जिसमें LTTE के स्लीपर सेल शामिल हों. अगर ये हमला हुआ तो इसमें ISI का भी LTTE को समर्थन और सहयोग हो सकता है.' पूर्व ब्रिगेडियर ने घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से कराने की मांग की है. हेलीकॉप्टर क्रैश की संभावित वजहें ब्रिगेडियर सावंत ने कहा है कि कोई भी प्लेन या हेलीकॉप्टर क्रैश होने के पीछे 3 वजह होती हैं. टेक्निकल फॉल्ट, पायलट एरर और बम प्लांट करके ब्लास्ट. टेक्निकल फॉल्ट या पायलट एरर के केस में पायलट मदद की मांग करता है. पायलट की एयर कंट्रोल से बात होती है और ये बातचीत ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड हो जाती है. यह भी पढ़ें; जनरल रावत की तरह हुई थी चीन के इस धुर विरोधी आर्मी चीफ की मौत, हो रही तुलना! ब्लैक बॉक्स से खुलेगा राज? जनरल रावत के हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिल गया है. इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि जब हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स की जांच की जाएगी तब हादसे की वजहों का खुलासा हो सकता है. यह भी पता चल सकेगा कि क्या हेलीकॉप्टर में कोई तकनीकी खराबी आई थी या यह कोई साजिश थी. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-bipin-rawat-death-compared-to-anti-china-taiwanese-army-chief/1044101,"जनरल रावत की तरह हुई थी चीन के इस धुर विरोधी आर्मी चीफ की मौत, हो रही तुलना!","नई दिल्‍ली: भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टॉफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की सैन्य हेलिकॉप्‍टर हादसे में मौत हो गई. इस बड़े हादसे की तुलना ताइवान के चीन विरोधी सेना प्रमुख के हादसे से की जा रही है. इस हादसे के बाद डिफेंस एक्सपर्ट ब्रहमा चेलानी का एक ट्वीट काफी चर्चा में है. उन्होंने इस हेलीकॉप्टर हादसे की तुलना ताइवान के जनरल स्टाफ के प्रमुख की मौत से की है. क्या लिखा ब्रहमा चेलानी ने? डिफेंस एक्सपर्ट ब्रहमा चेलानी ने इस CDS रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश को लेकर कई ट्वीट्स किए. उन्होंने इन ट्वीट्स के जरिए कहा, चीन के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने वाले सीडीएस रावत और ताइवान के जनरल स्टाफ के हेलीकॉप्टर क्रैश में कई समानताएं हैं. चेलानी ने लिखा, 'जनरल रावत की मौत 2020 की शुरुआत में हुई एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना के समान है, जिसमें ताइवान के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ की मौत हो गई थी. इसमें शेन यी-मिंग और दो प्रमुख जनरलों सहित सात अन्य शामिल थे. हर हेलीकॉप्टर क्रैश में चीन की आक्रामकता के खिलाफ डिफेंस के एक प्रमुख व्यक्ति की मौत हो जाती है.' सैन्य हेलीकॉप्टर के रखरखाव को लेकर सवाल उन्होंने आगे लिखा, 'इस अजीब समानता का मतलब यह नहीं है कि दोनों हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में कोई संबंध था या इसमें कोई बाहरी हाथ था. कुछ भी हो, प्रत्येक दुर्घटना ने महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए हैं, विशेष रूप से शीर्ष जनरलों को ले जाने वाले सैन्य हेलीकॉप्टर के रखरखाव को लेकर.' Gen. Rawat's death has an eerie parallel with the helicopter crash in early 2020 that killed Taiwan's chief of general staff, Gen. Shen Yi-ming, and seven others, including two major generals. Each helicopter crash eliminated a key figure in the defense against PRC's aggression. by Taboola Sponsored Links You May Like Doctor Tells: Do You Have Too Much Belly Fat? (Eat This Befo… Gundry MD Undo This Is the One Technology People with Diabetes Need Dexcom Undo — Brahma Chellaney (@Chellaney) December 8, 2021 चीन के खिलाफ थे आक्रामक बता दें, जनवरी 2020 में ताइवान के सेना प्रमुख की भी एक भीषण हेलीकॉप्‍टर हादसे में मौत हो गई थी. इस भीषण हादसे में चीफ ऑफ जनरल स्‍टॉफ शेन यी मिंग और 7 अन्‍य वरिष्‍ठ अफसरों की मौत हो गई थी. शेन यी मिंग का ब्‍लैक हॉक हेलीकॉप्‍टर ताइपेई के नजदीक पहाड़ी इलाके में गिर गया था. जनरल रावत की तरह ही ही ताइवानी सेना प्रमुख मिंग भी चीन के खिलाफ आक्रामक रुख के लिए जाने जाते थे. यह भी पढ़ें: CDS रावत को श्रद्धांजलि देने जा सकते हैं PM, सभी शहीदों के शव शाम तक लाए जाएंगे दिल्ली चेलानी के ट्वीट पर भड़का ड्रैगन ब्रहमा चेलानी द्वारा CDS रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश और ताइवान के जनरल स्टाफ की मौत के मामलों में समानता बताए जाने के बाद ड्रैगन फुफकारने लगा है. चीन की सत्‍तारूढ़ कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के मुखपत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स ने चेलानी के ट्वीट पर लिखा, 'यह विचार कुछ उसी तरह से है जैसे अमेरिका ने इस क्रैश में भूमिका निभाई हो क्‍योंकि भारत और रूस अमेरिका के भारी विरोध के बाद भी रूसी एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम की आपूर्ति की ओर बढ़ रहे हैं.' LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/indian-space-station-could-starts-upto-2030-government-reply-in-parliament/1044026,कब से शुरू होगा भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन? सरकार ने दिया ये जवाब,"नई दिल्ली: सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की योजना 2030 तक एक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की है जो अपनी तरह का अनोखा स्टेशन होगा. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 2023 तक भारत के गगनयान को भेजने की योजना है और उसके पहले दो मानव रहित मिशन भेजे जाएंगे. इस तरह बढ़ेगा मिशन केंद्रीय मंत्री ने रोबोटिक मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा एक यान अगले साल की शुरूआत में भेजा जाएगा. वहीं दूसरे मिशन को साल के अंत तक भेजे जाने की योजना है. सिंह ने कहा कि गगनयान की सफलता के साथ ही भारत, अमेरिका, चीन और रूस की विशिष्ट श्रेणी में शामिल होकर चौथा देश बन जाएगा और अंतरिक्ष क्षेत्र में विश्व में अग्रिम पंक्ति के देशों में शुमार हो जाएगा. ये भी पढ़ें- हेलीकॉप्टर क्रैश से सहमी सरकार का बड़ा फैसला, महाराष्ट्र में अब करना होगा इन नियमों का पालन VIDEO- सोलर और लूनर दोनों पर फोकस केंद्रीय मंत्री ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि गगनयान के साथ ही शुक्र मिशन, सौर मिशन (आदित्य) और चंद्रयान के लिए भी काम जारी है. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की वजह से विभिन्न मिशन में देरी हुयी और चंद्रयान के अगले साल भेजे जाने की योजना है. (भाषा इनपुट के साथ)",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/blast-in-rohini-court-breaking-and-live-updates-from-delhi-as-forensics-team-work-in-progress/1043987,"दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में बम धमाका, खाली हुआ परिसर, फोरेंसिक टीम की जांच जारी","नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में अभी से कुछ देर पहले हुए बम धमाके (Rohini Court Blast) से हड़कंप मच गया. इस ब्लास्ट में कोर्ट नंबर 102 में तैनात पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर है. वहीं, पुलिस का कहना है कि यह लो इंटेसिटी बम ब्लास्ट है. यह एक तरह का क्रूड बम है. स्पॉट पर फॉरेंसिक टीम यानी FSL और BDS के अधिकारी कोर्ट परिषर में जांच कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल भी मामले की जांच कर रही है. कोर्ट में फैली दहशत आपको बता दें कि धमाका होते ही बाहर मौजूद पुलिसकर्मी अंदर पहुंचे. पुलिस ने कोर्ट को खाली कराने के साथ गेट बंद कर दिए. पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांट में मौके से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के पार्ट्स मिले हैं. जिसमे वायर लगी हुई थी. वहीं आईईडी विस्फोटक और एक टिफिननुमा चीज मिलने की बात भी कही जा रही है. ये भी पढ़ें- चॉपर क्रैश के बाद भी जीवित थे CDS रावत, बताया अपना नाम; बचावकर्मी ने सुनाई आंखों देखी VIDEO- पहले था शॉर्ट सर्किट का अंदेशा इस धमाके को लेकर शुरुआत में कहा गया कि किसी लैपटॉप में शॉर्ट सर्किट से ब्लास्ट होने की बात कही गई थी. लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हुआ है कि ये लैपटॉप है या कोई छोटी IED. ऐसे कई पहलुओं को लेकर अलग-अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं. वहीं एनएसजी की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है. गोली चलने की अफवाह अब तक मिली जानकारी के अनुसार जब कोर्ट में धमाके की आवाज सुनी गई तो अफवाह फैल गई कि कोर्ट में गोली चली है. कुछ दिन पहले हुई गोलीबारी की घटना जेहन में आते ही लोगों में हड़कंप मच गया. लेकिन जब धमाके की बात पता चली तो तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी गई जिसके बाद दमकल की छह गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं. जांच के बाद ही होगी अधिकारिक पुष्टि जांच टीम इस मामले में कोई लापरवाही नहीं करना चाहती इसलिए जांच के बाद ही धमाके को लेकर कोई औपचारिक पुष्टि की जाएगी कि आखिर विस्टोफ कैसे और क्यों हुआ. अभी तक यह धमाका संदिग्ध ही बताया जा रहा है. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-bipin-rawat-helicopter-black-box-recovered-know-why-black-box-is-bright-orange-colour/1043948,"असली में ऑरेंज कलर का होता है विमान का ब्‍लैक बॉक्‍स, जानें क्या है इसकी वजह","नई दिल्ली: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर Mi-17V5 (IAF Helicopter Mi-17V5) का ब्लैक बॉक्स मिल गया है और जांच के बाद हादसे की असली वजह सामने आएगी. बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत को कुन्नूर से वेलिंग्टन ले जा रहा हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हादसे में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों का निधन हो गया था. दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिल गया है, लेकिन क्या आपको पता है कि ब्लैक बॉक्स (Black Box) आखिर क्या होता है और यह कैसे काम करता है? क्या होता है ब्लैक बॉक्स? ब्‍लैक बॉक्‍स (Black Box) एक इलेक्‍ट्रॉनिक रिकॉर्डिंग डिवाइस होती है, जो हर प्लेन या हेलीकॉप्टर में लगा होता है और उड़ान के दौरान सारी गतिविधियों को रिकॉर्ड करता है. इसी वजह से इसे फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (FDR) भी कहा जाता है. इसे फिट करने का मकसद ही यही होता है कि किसी दुर्घटना के बाद जांच में सुविधा हो और क्रैश या दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके. ये भी पढ़ें- बिपिन रावत का एक माचिस की डिबिया के कारण हुआ था NDA में सेलेक्शन, जानें अनसुनी कहानी टाइटेनियम से बना होता है ब्लैक बॉक्स किसी भी दुर्घटना या क्रैश के बाद भी ब्लैक बॉक्स (Black Box) सुरक्षित रहे, इसके लिए इसे सबसे मजबूत धातु टाइटेनियम से बनाया जाता है. इसके साथ ही इसके भीतर की दीवार को भी काफी मजबूत बनाया जाता है, ताकि कभी किसी दुर्घटना के होने पर भी ब्लैक बॉक्स सेफ रहे. VIDEO- असली में ऑरेंज कलर का होता है ब्‍लैक बॉक्‍स Mi-17 उड़ा चुके ग्रुप कैप्टन (रिटायर्ड) अमिताभ रंजन ने Zee News से बात करते हुए बताया, 'असल में विमानों में लगा ब्लैक बॉक्स ऑरेंज कलर का होता है.' उन्होंने बताया, 'ब्‍लैक बॉक्‍स के लिए काले रंग का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है और यह नारंगी रंग का होता है. इसे ऑरेज कलर का इसलिए बनाया जाता है, ताकि विमान के क्रैश होने के बाद इसे आसानी से रिकवर किया जा सके.' ये भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक के चाणक्य थे बिपिन रावत, आतंकियों के लिए काल बना था ये एक फैसला क्यों कहा जाता है ब्लैक बॉक्स? एरोनॉटिकल रिसर्चर डेविड वॉरेन ने साल 1954 में ब्लैक बॉक्स (Black Box) का आविष्कार किया था और इसकी भीतरी दीवार के काले होने की वजह से इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाने लगा. इसके अलावा इसे ब्लैक बॉक्स कहे जाने के पीछे की कोई खास वजह नहीं है. कैसे काम करता है ब्लैक बॉक्स? किसी भी एयरक्राफ्ट के पीछे का हिस्सा सबसे सुरक्षित माना जाता है और यही वजह है कि ब्‍लैक बॉक्‍स को एयरक्राफ्ट की टेल यानी इसके पिछले हिस्‍से में फिट किया जाता है. ब्‍लैक बॉक्‍स में फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट व्‍यॉइस रिकॉर्डर (CVR) दो अहम हिस्‍से होते हैं. एफडीआर में फ्लाइट का सारा डाटा होता है, जैसे कि प्‍लेन किस तरह मुड़ रहा था, किस तरह वह नीचे आ रहा था, उसकी स्‍पीड कितनी थी, फ्यूल कितना था, ऊंचाई कितनी थी और इंजन पर कितना दबाव था. इसके अलावा सीवीआर में कॉकपिट की गतिविधियां रिकॉर्ड होती हैं. इसमें पायलट की बातचीत से लेकर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और केबिन क्रू की बातचीत भी रिकॉर्ड होती है. लाइव टीवी",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/maharashtra-government-on-coonoor-helicopter-crash-made-new-rules-before-chopper-journey-take-off/1043935,"हेलीकॉप्टर क्रैश से सहमी सरकार का बड़ा फैसला, करना होगा इन नियमों का पालन","मुंबई: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) होने के बाद हवाई यात्रा के दौरान पूरे किए जाने वाले सुरक्षा मानकों की चर्चा एक बार फिर से शुरू हो गई है. इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधूलिका रावत समेत 13 लोगों के निधन से पूरा देश स्तब्ध है. इस हादसे के बाद महाराष्ट्र सरकार ने ऐसी सरकारी हवाई यात्राओं से पहले सुरक्षा मानकों को और कड़े करने का फैसला किया है. नई गाइडलाइंस महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने हेलीकॉप्टर यात्रा (Helicopter Journey ) यानी चॉपर से यात्रा को लेकर नए नियम कानून बनाए हैं. नई गाइडलाइन (New Guidelines) के तहत जहां पर भी चॉपर को उतरना है. उस दौरान उस पूरे इलाके यानी रूट के मौसम के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाई जाएगी. वर्तमान नियमों की बात करें तो चॉपर में डबल इंजन है या नही इसकी जांच की जाती है. वहीं उस हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ को पायलट है या नहीं इसके बारे में भी जानकारी रखी जाती है. ये भी पढ़ें- पाकिस्तान की गोलियों से घायल हुए थे CDS, साहस का सबूत है जनरल Bipin Rawat का ये किस्सा VIDEO- ये भी पढ़ें - चॉपर क्रैश के बाद भी जीवित थे CDS रावत, बताया अपना नाम; बचावकर्मी ने सुनाई आंखों देखी अब महाराष्ट्र में एमवीए सरकार के इन नियमों का सख्ती से पालन करने के बाद ही किसी भी सरकारी दौरे पर चॉपर से यात्रा संभव हो सकेगी. गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें देश ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) के अलावा अन्य 11 सैनिकों को खो दिया. सीडीएस जनरल बिपिन रावत, डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के दौरे पर जा रहे थे, जहां उन्हें शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करना था. बेंगलुरू में होगा ग्रुप कैप्टन वरुण का इलाज इस बीच हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरू शिफ्ट किया जा रहा है. जहां के मिलिट्री अस्पताल में अब उनका इलाज होगा. ये जानकारी उनके पिता ने दी है. कल जिस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन हुआ था उस हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawat-unheard-story-matchbox-became-reason-for-cds-general-bipin-rawat-selection-in-nda/1043823,"बिपिन रावत का एक माचिस की डिबिया के कारण हुआ था NDA में सेलेक्शन, जानें अनसुनी कहानी","नई दिल्ली: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर इलाके में बुधवार (8 दिसंबर) को भारतीय वायु सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) के समेत 13 लोगों का निधन हो गया. बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर आज (9 दिसंबर) सैन्य विमान से दिल्ली लाया जाएगा और कल दिल्ली में अंतिम संस्कार किया जाएगा. बचपन में देखा था सेना में शामिल होने का सपना मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले बिपिन रावत ने बचपन में ही भारतीय सेना में शामिल होने का सपना देखा था. बिपिन रावत से जुड़े बहुत सारे किस्से हैं, जिन्हें लोग याद कर रहे हैं. ऐसा ही एक किस्सा नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में सेलेक्शन का है, जिसके बारे में उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में बताया था. ये भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक के चाणक्य थे बिपिन रावत, आतंकियों के लिए काल बना था ये एक फैसला VIDEO- नेशनल डिफेंस एकेडमी में एंट्री का किस्सा बिपिन रावत ने कहा था, 'यूपीएससी द्वारा आयोजित नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) की लिखित परीक्षा को पास करने के बाद उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था. इस सेलेक्शन के लिए मैं इलाहाबाद गया था, जहां 4 से 5 दिनों की सख्त ट्रेनिंग और टेस्टिंग के बाद फाइनल इंटरव्यू होना था.' इंटरव्यू के लिए सभी कैंडिडेट एक कमरे के बाहर लाइन में खड़े थे और इस दौरान बिपिन रावत थोड़ा नर्वस हो गए थे, क्योंकि यही मौका था जो एनडीए में एंट्री दिला सकते थे या फिर बाहर कर सकते थे. माचिस की डिबिया ने एनडीए में दिलाई एंट्री बिपिन रावत ने बताया, 'इंटरव्यू हॉल में ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी मौजूद थे. उन्होंने मेरी हॉबी पूछी. मैं उन्हें बताया कि मुझे ट्रैकिंग का बहुत शौक है. उन्होंने पूछा कि यदि आपको ट्रैकिंग पर जाना हो और वो ट्रैकिंग 4-5 दिन की हो तो आप एक सबसे अहम सामान का नाम बताएं जो आप अपने पास रखना चाहेंगे? इस पर मैंने कहा था कि ऐसी स्थिति में में अपने पास माचिस रखूंगा.' इस पर अधिकारी ने पूछा कि माचिस ही क्यों? तो बिपिन रावत ने कहा कि माचिस से मैं बहुत सारे काम कर सकता हूं? बिपिन रावत ने उनसे कहा था, 'जब आदिकाल में मनुष्य जंगलों में रहा करता था तो उसने सबसे पहले आग की खोज की थी, इसलिए मेरी नजर में मेरे लिए माचिस ही सबसे जरूरी है.' ये भी पढ़ें- कैसे हुआ CDS बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, हादसे से ठीक पहले का वीडियो आया सामने 2015 में भी दुर्घटना के शिकार हुए थे जनरल रावत बहुत कम लोग जानते हैं कि साल 2015 में भी जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) इसी तरह की एक दुर्घटना का शिकार हुए थे. उस समय वो नागालैंड में पोस्टेड थे और उनका हेलीकॉप्टर एक ऑपरेशन के दौरान क्रैश हो गया था. इस हेलीकॉप्टर का नाम चीता है और ये भी काफी आधुनिक माना जाता है. इस हादसे के बाद काफी लोगों को लगा था कि जनरल बिपिन रावत इसमें सुरक्षित नहीं बचेंगे, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ये खबर आई थी कि वो इस हादसे में बाल बाल बचे गए हैं. लाइव टीवी",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-bipin-rawat-injured-with-pakistan-bullet-gun-fire-know-unheard-story-from-general-biography/1043819,"पाकिस्तान की गोलियों से घायल हुए थे CDS, पढ़ें जनरल Bipin Rawat की जांबाजी का किस्सा","नई दिल्ली: भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के निधन पर पूरे देश की आंखे नम हैं. देश के लिए जान कुर्बान कर देने का जज्बा उनमें बचपन से था. अपने आखिरी वक्त में भी CDS रावत ऑन ड्यूटी थे. जनरल ने जीते जी कई कमाल किए. वो ऐसे बेमिसाल अफसर थे जिनकी हर सांस भारत माता की शान के लिए निछावर थी. अब आपको बताते हैं उनकी जिंदगी का वो किस्सा जब वो पाकिस्तान की गोली से घायल (CDS Injured in Pakistan Firing) हो गए थे. 'देश के नाम थी जनरल की जिंदगी' पाकिस्तान की गोली से घायल होने की घटना करीब 28 साल पहले घटी थी. उनकी हर बात निराली थी. वो अद्भुत शख्सियत के धनी थे. बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत ने भारतीय सेना की सेवा की और लेफ्टिनेंट-जनरल के पद तक पहुंचे. दूसरी ओर, उनकी मां उत्तरकाशी से विधान सभा (एमएलए) के पूर्व सदस्य किशन सिंह परमार की बेटी थीं. वो ऐसे सैन्य अधिकारी थे जिनके जाने से देश को अपूर्णीय क्षति हुई है. ऐसे में उनके निधन की खबर जिसने भी सुनी वो स्तब्ध रह गया. VIDEO- ये भी पढ़ें- चॉपर क्रैश के बाद भी जीवित थे CDS रावत, बताया अपना नाम; बचावकर्मी ने सुनाई आंखों देखी 'जब पाकिस्तान की गोलीबारी में घायल हुए थे CDS रावत' जनरल बिपिन रावत ने देहरादून और शिमला में पढ़ाई पूरी करने के बाद एनडीए और आईएमए देहरादून से सेना में एंट्री ली थी. उन्होंने मेरठ यूनिवर्सिटी से मिलिट्री-मीडिया स्ट्रैटेजिक स्टडीज में पीएचडी भी की थी. जनरल ने सेना में रहते कई कठिन परिस्थितियां का सामना किया. 'इंडिया टुडे' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक बिपिन रावत साल 1993 को वे सेना में यूनिट 5/11 गोरखा राइफल्स के मेजर थे. वो 17 मई को उरी (Kashmir) में गश्त के दौरान पाकिस्तान की ओर से हो रही भारी गोलीबारी (Pakistani Firing) की रेंज में आ गए थे. तब बिपिन रावत के पैर के टखने पर एक गोली लगी थी और दाहिने हाथ पर छर्रे का एक टुकड़ा लगा था. ये भी देखिए- कुछ ऐसी लाइफ जीते थे भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत, देखें ये तस्वीरें by Taboola Sponsored Links You May Like Doctor Tells: Do You Have Too Much Belly Fat? (Eat This Before Bed) Gundry MD Here Are The Coolest Gifts For 2021 WalletGuru किस्मत से उस वक्त उन्होंने कैनवस एंकलेट पहन रखा था, जिसकी वजह से गोली के तेज रफ्तार को तो झेल लिया था, लेकिन फिर भी उनका टखना बुरी तरह चकनाचूर हो गया था. जिसके बाद उन्हें श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने शानदार कौशल का परिचय देते हुए हाथ और टखने को एकदम ठीक कर दिया था. रहती थी ये टेंशन उसी इंटरव्यू में बिपिन रावत ने बताया था कि गोली लगने के बाद सेना में एक युवा अधिकारी के रूप में उन्हें इस बात की टेंशन रहती थी कि कहीं उन्हें महू (Madhya Pradesh) में अपने सीनियर कमान कोर्स में शामिल होने से वंचित न होना पड़े. सेना में प्रमोशन के लिए इस हायर कमान कोर्स को पूरा करना बेहद जरूरी था. तब कुछ ऐसे लोग भी थे जिन्होंने कहा कि उनका करियर खत्म हो चुका है. हिम्मत नहीं हारी लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और एक महीने बीमारी की छुट्टी ली. इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे बैसाखी के सहारे चलना शुरू किया. तब उन्हें रेजिमेंटल सेंटर लखनऊ में तैनाती दी गई. उरी में यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर ने तब ये कहा था कि मिलिट्री सेक्रेटरी ब्रांच की सहमति हो तो वे बिपिन रावत को वापस यूनिट में रखने को तैयार हैं. सीडीएस जनरल बिपिन रावत अब हमारे बीच नहीं है. लेकिन उनकी जाबांजी के ऐसे कई किस्से हैं जो देश के युवाओं को हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawat-was-alive-after-helicopter-crash-in-kunnur-rescuar-says-he-told-his-name/1043756,"चॉपर क्रैश के बाद जीवित थे CDS रावत, बताया अपना नाम; बचावकर्मी ने सुनाई आंखों देखी","नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सेना के Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश (Coonoor Helicopter Crash) के बाद सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Gen Bipin Rawat) जीवित होने के साथ पूरे होशोहवास में थे. हादसे के बाद क्रैश साइट पर पहुंचे लोगों को उन्होंने अपना नाम भी बताया था. हादसे के बाद राहत और बचाव के लिए पहुंची टीम में शामिल एन सी मुरली नाम के बचावकर्मी ने कहा, 'हमने 2 लोगों को जिंदा बचाया, जिनमें से एक सीडीएस बिपिन रावत थे. उन्होंने धीमी आवाज में अपना नाम बताया. उनकी मौत अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में हुई. हम उस वक्त जिंदा बचाए गए दूसरे शख्स की पहचान नहीं कर सके. बाद में उनकी पहचान हुई कि वह ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह थे.' 'मुश्किल था रेस्क्यू ऑपरेशन' टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक सीडीएस जनरल बिपिन रावत जीवित थे जिन्हें एक अन्य यात्री के साथ हेलिकॉप्टर के मलबे से निकाला गया. उस दौरान वो अपना नाम बताने में सक्षम थे. एक वरिष्ठ प्रमुख फायरमैन और बचावकर्मी ने कहा, 'ये काफी जटिल ऑपरेशन था. क्रैश साइट पर कुछ लोगों के शरीर के निचले हिस्से बुरी तरह जल गये थे. बाद में सीडीएस रावत को एंबुलेंस में हॉस्पिटल भेजा गया. ये भी देखिए- कुछ ऐसी लाइफ जीते थे भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत, देखें ये तस्वीरें आपको बता दें कि एन सी मुरली उस फायर सर्विस टीम में शामिल थे. जो राहत टीम वहां सबसे पहले पहुंची थी. उनके मुताबिक जलते हेलीकॉप्टर के मलबे को बुझाने के लिए फायर सर्विस इंजन को वहां तक ले जाने के लिए सड़क तक नहीं थी. इसके लिए आसपास के घरों और नदियों से पानी लाकर आग को बुझाने की कोशिश की गई. उन्होंने ये भी कहा कि ऑपरेशन काफी मुश्किल था. VIDEO- 'बचाव कर्मियों को मिली थीं 12 डेड बॉडी' बचावकर्मी के मुताबिक दुर्घटनास्थल के पास बहुत से पेड़ थे, इसलिए भी रेस्क्यू काम में दिक्कतें आईं. रेस्क्यू टीम को 12 लोगों की डेड बॉडी मिली, जबकि 2 लोगों को चॉपर के मलबे से जिंदा निकाला गया था. जिंदा बचे ये दोनों लोग बुरी तरह झुलसे हुए थे. वहीं वायुसेना की टीम बचाव दल को हेलिकॉप्टर के टूट चुके हिस्सों के बारे में लगातार गाइड कर रही थी. ये भी पढ़ें- कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में CDS के 5 PSO का भी निधन, जाबांज थे भारत माता के ये अमर सपूत ऐसे मिली हादसे की सूचना जहां हादसा हुआ वो काटेरी गांव के पास का इलाका है. कोटारी के पोथम पोन्नम ने चॉपर के क्रैश होने से पहले उसके गुजरने की आवाज सुनी थी. उन्होंने बताया कि इसके कुछ ही समय बाद एक जोरदार धमाका हुआ और पता चला कि हेलिकॉप्टर क्रैश हो चुका है. कटेरी के रहने वाले लोगों ने जिले के अधिकारियों को खबर दी थी जिसके बाद उनके इलाके की बिजली एहतियातन काट दी गई थी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/bipin-rawat-important-decision-including-surgical-strike-myanmar-mission-and-operation-all-out/1043740,"सर्जिकल स्ट्राइक के चाणक्य थे बिपिन रावत, आतंकियों के लिए काल बना था ये एक फैसला","नई दिल्ली: भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के निधन से हर देशवासी सदमे में है. किसी को भी यकीन नहीं हो रहा कि दुश्मनों के हौसले पस्त कर देने वाले बिपिन रावत अब नहीं रहे. बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर आज (9 दिसंबर) सैन्य विमान से दिल्ली पहुंचेंगे और जनरल रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास पर आम लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा. लोग कल सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक आखिरी सलामी दे सकेंगे. कल दिल्ली में जनरल रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार किया जाएगा. आधुनिक सेना के 'शिल्पकार' थे जनरल रावत जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने हमेशा सेना के आधुनिकीकरण पर जोर दिया और हमेशा सेना के बेहतरी के लिए काम किया. उन्होंने सेना में महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी बढ़ाने के हरसंभव कोशिश की. इसीलिए उन्हें आधुनिक सेना का शिल्पकार भी कहा जाता है. 21वीं सदी में जब हिंदुस्तान बदल रहा है और सेना के साहस की पूरी दुनिया में चर्चा है तो इसका एक बड़ा श्रेय जनरल बिपिन रावत को जाता है. जनरल रहते हुए उन्होंने कई ऐसे कदम उठाए जो ऐतिहासिक रहे. उसके बाद बतौर सीडीएस उन्होंने सेना में बदलाव को लेकर कई अहम पहल किए. जनरल बिपिन रावत किए कई बदलाव सेना को और आधुनिक बनाने के लिए दशकों से कई अहम बदलाव की मांग की जाती रही है. जनरल बिपिन रावत ने सेना की इन जरूरतों को समझते हुए कई अहम बदलाव किए. नए-नए तकनीकों को लागू करने से लेकर नए हथियारों को सेना में शामिल करने के लिए जनरल बिपिन रावत ने लगातार प्रयास किया. बतौर सीडीएस आर्मी के हथियारों को अपग्रेड करने के लिए स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप मॉडल पर बिपिन रावत की निगरानी में ही काम चल रहा था. इस मॉडल के तहत सरकार ने प्राइवेट कंपनियों को विदेशी हथियार निर्माताओं के साथ मिलकर फाइटर जेट्स, हेलिकॉप्टर, सबमरीन और टैंकों को साझा तौर पर बनाने की अनुमति दी थी. बिपिन रावत हमेशा कहते थे सेना को समय के लिहाज से आधुनिक करना बेहद जरूरी है. VIDEO- ये भी पढ़ें- कैसे हुआ CDS बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, हादसे से ठीक पहले का वीडियो आया सामने सेना में महिलाओं की एंट्री दिलाने में अहम भूमिका भारतीय सेना में पूरी तरह से महिलाओं को एंट्री दिलाने में बिपिन रावत की भूमिका अहम रही है. अभी तक सेना में महिलाएं तो थीं, लेकिन उनकी भूमिका सीमित थी. वो केवल कुछ पदों के ही चुनी जाती थीं. साथ ही उन्हें स्थाई कमीशन नहीं मिलता था. वो 12वीं के बाद एनडीए की परीक्षा नहीं दे सकती थीं, लेकिन अब ये सबकुछ बदल चुका है. महिलाओं को अब स्थायी कमीशन भी मिलेगा और वो अगले साल से एनडीए की परीक्षा बैठ भी सकती है. माना जाता है कि सेना में महिलाओं के आने को लेकर रास्ता बनाने के लिए बिपिन रावत ने काफी प्रयास किए थे. आतंकियों के लिए काल थे जनरल बिपिन रावत जनरल बिपिन रावत आतंकियों के लिए काल थे और उनका रवैया हमेशा सख्त रहता था. वो अपनी जीरो टॉलरेंस नीति के लिए जाने जाते थे. देश में हर गड़बड़ी रोकने की जिम्मेदारी जनरल रावत ने निभाई. जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट के लिए वो हमेशा जाने जाएंगे. कश्मीर में पत्थरबाजी और आतंकवाद के खिलाफ जनरल बिपिन रावत का रवैया हमेशा से सख्त रहा. चाहे वो सेना प्रमुख रहे हो या सीडीएस आतंकवाद को लेकर उनका नजरिया हमेशान जीरो टॉलरेंस रहा था. by Taboola Sponsored Links You May Like Become a nutrition coach in 6 months. 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'क्या हुआ, क्रैश हो गया?' वीडियो में हादसे से पहले जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर धुंध में जाते दिख रहा है. इसके साथ ही वीडियो में लोगों को 'क्या हुआ, क्रैश हो गया?' कहते हुए भी सुना जा रहा है. वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर का वीडियो है, हालांकि Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. by Taboola Sponsored Links You May Like Seniors With Hearing Loss in Illinois Regret Not Knowing This Sooner hear.com Plastic Surgeon: “Do This To Fill In Wrinkles At Home” (Here’s How) Beverly Hills MD VIDEO- सामने आया कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे से पहले का वीडियो#GenBipinRawat | #ViralVideo | #HelicopterCrash | @Nidhijourno अन्य Videos यहां देखें - https://t.co/ZoADfwSi4S pic.twitter.com/Y62ds9mRAI — Zee News (@ZeeNews) December 9, 2021 2015 में भी दुर्घटना के शिकार हुए थे जनरल रावत बहुत कम लोग जानते हैं कि साल 2015 में भी जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) इसी तरह की एक दुर्घटना का शिकार हुए थे. उस समय वो नागालैंड में पोस्टेड थे और उनका हेलीकॉप्टर एक ऑपरेशन के दौरान क्रैश हो गया था. इस हेलीकॉप्टर का नाम चीता है और ये भी काफी आधुनिक माना जाता है. इस हादसे के बाद काफी लोगों को लगा था कि जनरल बिपिन रावत इसमें सुरक्षित नहीं बचेंगे, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ये खबर आई थी कि वो इस हादसे में बाल बाल बचे गए हैं. 10 दिसंबर को होगा अंतिम संस्कार भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर आज (9 दिसंबर) सैन्य विमान से दिल्ली पहुंचेंगे और जनरल रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास पर आम लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा. लोग कल सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक आखिरी सलामी दे सकेंगे. कल दिल्ली में जनरल रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार किया जाएगा.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-5-pso-died-in-coonoor-helicopter-crash-know-names-and-detail-of-them/1043714,"हेलिकॉप्टर क्रैश में CDS के 5 PSO का भी निधन, जाबांज थे भारत माता के ये अमर सपूत","नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के साथ उनकी पत्नी मधूलिका रावत (Madhulika Rawat, President DWWA) और कुछ सैन्य अधिकारियों के साथ उनके 5 PSO का भी निधन हो गया. CDS की सिक्योरिटी में तैनात इन जाबांजों की बात करें तो आर्मी की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात तरनतारन के गुरसेवक सिंह, मध्य प्रदेश के जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा और हवलदार सतपाल का भी निधन हो गया. शहादत को सलाम 1.आपको बता दें कि इस हादसे में जान गंवाने वाले नायक गुरसेवक सिंह पंजाब (Punjab) के तरनतारन जिले के दोदे गांव के रहने वाले थे. गुरसेवक सिंह सेना की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात थे. क्रैश के बाद सेना के अधिकारियों ने बुधवार देर शाम को तरनतारन जिले के खालड़ा थाने के एसएचओ को फोन कर गुरसेवक सिंह के शहीद होने की जानकारी दी. गुरसेवक सिंह का दोदे गांव खालड़ा पुलिस थाने के तहत ही आता है. गुरसेवक सिंह मां का निधन हो चुका है जबकि पिता घर में ही रहते हैं. ये भी पढ़ें - दोस्त ही नहीं दुश्मन की आंखें भी नम कर गए CDS बिपिन रावत, जानिए पाक आर्मी चीफ ने क्या कहा 2. इसी हादसे में मध्य प्रदेश के सीहोर के धामंदा गांव में रहने वाले जवान जितेंद्र कुमार का निधन हो गया. जानकारी मिलते ही उनके घर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर सीहोर जिले के सपूत को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, 'मध्यप्रदेश की माटी के सपूत जितेंद्र कुमार जी को सादर श्रद्धांजलि. जिस हृदय विदारक हेलीकॉप्टर हादसे ने सीडीएस बिपिन रावत जी को हमसे छीन लिया, उसी में सीहोर के पुत्र ने कर्तव्य निर्वहन करते हुए प्राण गवां दिए. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर श्रीचरणों में स्थान दें. .ॐ शांति.' VIDEO- 3. लांस नायक विवेक कुमार भी सीडीएस जनरल रावत के पीएसओ थे. CDS जनरल बिपिन रावत के साथ उसी चॉपर में सवार लांस नायक विवेक कुमार का भी निधन हो गया. 29 साल के विवेक हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर के गांव अपर ठेहडू, डाकघर कोसरी के रहने वाले थे. जयसिंहपुर के विधायक रविंद्र सिंह ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर विवेक के शहीद होने पर दुख जताया है. वहीं विवेक के चचेरे भाई सुरजीत कुमार ने बताया कि बुधवार शाम 4:00 बजे आर्मी दफ्तर से फोन आया था. वहां से विवेक कुमार का बायोडाटा पूछा गया. कहा गया कि इसके अलावा कोई भी सूचना नहीं देने के ऑर्डर हैं. उन्होंने बताया कि विवेक आर्मी में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे. ये भी देखें - कुछ ऐसी लाइफ जीते थे भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत, देखें ये तस्वीरें 4. आंध्र प्रदेश के पी साई तेजा भी हादसे का शिकार हुए चॉपर में सवार थे. उनके निधन की खबर सुनने के बाद पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई. पी साई तेजा अपनी काबिलियत के चलते साथियों और अधिकारियों के पसंदीदा कमांडो थे. प्रदेश के सीएम वाएस जगन मोहन रेड्डी ने ट्वीट करके अपनी संवेदना जताई है. 5. इसी हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के पीएसओ हवलदार सतपाल का निधन हो गया. (फोटो क्रेडिट: ANI) जल्द ठीक होने की कामना आपको बता दें कि दुर्घटनाग्रस्त हुए सेना के हेलिकॉप्टर में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) 14 लोगों में से अकेले हैं, जो हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बचे हैं, जिनका इलाज वेलिंगटन के आर्मी हॉस्पिटल में चल रहा है. अब पूरा देश उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहा है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/general-bipin-rawat-was-going-to-defence-services-staff-college-in-welington-know-why-this-is-famous-in-world/1043599,"जिस डिफेंस कॉलेज में जाने वाले थे जनरल रावत, जानें वह क्यों है इतना मशहूर संस्थान","नई दिल्ली: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में भारत ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) के अलावा 11 अन्य बहादुर सैनिकों को हमेशा के लिए खो दिया. जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे, लेकिन इससे पहले ही कुन्नूर के पास कट्टेरी-नंचप्पनचत्रम इलाके में उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया. प्रतिष्ठित सैन्य ट्रेनिंग संस्थानों में से एक जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के वेलिंगटन में स्थित जिस डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे, वो दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सैन्य ट्रेनिंग संस्थानों में से एक है. साल 2018 में मैं भी इस कॉलेज में गया था. इस कॉलेज में सेना के तीनों अंगों के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाती है और इसमें दुनिया के 30 से ज्यादा देशों के सैन्य अधिकारी भी ट्रेनिंग के लिए आते हैं. इस संस्थान में इन सैन्य अधिकारियों को युद्ध के लिए रणनीति बनाना सिखाया जाता है. पूरी दुनिया में इतना मशहूर क्यों है संस्थान? जब मैं वहां गया था तो मैंने करीब से इस बात को समझा था कि ये संस्थान पूरी दुनिया में इतना मशहूर क्यों है. तब मैंने वेलिंगटन के डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में जाकर क्या अनुभव किया था उसका एक छोटा सा हिस्सा आज आपको देखना चाहिए. देखें वीडियो- 2015 में भी दुर्घटना के शिकार हुए थे जनरल रावत बहुत कम लोग जानते हैं कि साल 2015 में भी जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) इसी तरह की एक दुर्घटना का शिकार हुए थे. उस समय वो नागालैंड में पोस्टेड थे और उनका हेलीकॉप्टर एक ऑपरेशन के दौरान क्रैश हो गया था. इस हेलीकॉप्टर का नाम चीता है और ये भी काफी आधुनिक माना जाता है. इस हादसे के बाद काफी लोगों को लगा था कि जनरल बिपिन रावत इसमें सुरक्षित नहीं बचेंगे, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ये खबर आई थी कि वो इस हादसे में बाल बाल बचे गए हैं. लाइव टीवी",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/how-did-the-helicopter-that-the-enemy-cannot-defeat-crashed/1043578,"वह हेलीकॉप्‍टर जिसे दुश्मन नहीं हरा सकता, वो क्रैश कैसे हुआ?","नई दिल्ली: बुधवार को देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का प्लेन क्रैश में निधन हो गया. जनरल बिपिन रावत जिस हेलीकॉप्टर में सवार थे, वो कोई पुरानी पीढ़ी का हेलीकॉप्टर नहीं है. आज की तारीख में दुनिया के 60 देश इस सीरीज के 12 हजार से ज्यादा हेलीकॉप्टर इस्तेमाल कर रहे हैं. इनमें चाइना, श्रीलंका और इंडोनेशिया जैसे देश भी हैं. क्योंकि इसकी गिनती दुनिया के सबसे एड्वांस्ड हेलीकॉप्टर में होती है. VVIP हेलीकॉप्टर हुआ क्रैश अधिकतम 250 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ने वाला ये हेलीकॉप्टर मुश्किल परिस्थितियों और खराब मौसम में भी ऑपरेट कर सकता है. इसे लैंडिंग के लिए हैलिपेड की जरूरत नहीं होती. ये ऊबड़-खाबड़ जगहों पर आसानी से उतर सकता है और वहां मदद भी पहुंचा सकता है. इसका इस्तेमाल ट्रांस्पोर्टेशन, रेस्क्यू ऑपरेशन, तलाशी अभियान और VVIP आवागमन के लिए किया जाता है और इसमें एक बार में 3 Crew Members के अलावा 36 लोग बैठ सकते हैं. इसके अलावा ये हेलीकॉप्टर अधिकतम 13 हजार किलोग्राम का वजन उठा सकता है. आधुनिक है ये हेलीकॉप्टर आसान शब्दों में समझें तो ये हेलीकॉप्टर इतना आधुनिक है कि इसका इस्तेमाल आंखें बंद करके किया जा सकता है और ऐसा होता भी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी घरेलू उड़ान के लिए इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा सेना में भी VVIP मूवमेंट के लिए ये हेलीकॉप्टर प्रयोग में लाया जाता है. रूस द्वारा निर्मित MI सीरीज के 150 हेलीकॉप्टर इस समय भारत के पास हैं और ये हेलीकॉप्टर ज्यादा पुराने नहीं है. भारत को 2011 से 2018 के बाद ये सारे हेलीकॉप्टर मिले हैं. लेकिन सोचिए ये कितने बड़े अपमान का विषय है कि भारत के इतिहास का पहले CDS की उसके ही हेलीकॉप्टर में मृत्यु हो जाती है. यह भी पढ़ें: 50 साल पहले क्रैश हुआ इंडियन प्‍लेन, 2013 में मिला खजाना; अब ये शख्‍स होगा वारिस भारतीय सेना में विमान क्रैश की इतनी ज्यादा घटनाएं क्यों होती हैं? वर्ष 1948 से 2021 के बीच यानी पिछले 73 वर्षों में सेना के 1751 एयरक्राफ्टस और हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं. यानी इस हिसाब से हर वर्ष औसतन 24 और हर महीने सेना के 2 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं. अगर बात सिर्फ वर्ष 1994 से 2014 के बीच की करें तो इस दौरान भारतीय सेना के 394 एयरक्राफ्टस और हेलीकॉप्टर क्रैश हुए हैं. यानी इस दौरान हर साल औसतन 20 विमान दुर्घटना का शिकार हो गए. by Taboola Sponsored Links You May Like New Nissan's Finally On Sale All Things Auto | Search Ads Undo Popular Bedding Sets Finally On Sale Luxury Bedding Set Discounts Shop Now Undo कम नहीं हो रहीं विमान क्रैश होने की घटनाएं इसका मतलब ये है कि भारत में विमानों के क्रैश होने का सिलसिला अब भी नहीं बदला है. आजादी के बाद शुरुआती वर्षों में भी इसी तरह सेना के विमान दुर्घटनाग्रस्त होते थे और अब आधुनिकता के इस दौर में भी ये दुर्घटनाएं रुकी नहीं है. जबकि दूसरे देशों में ऐसा नहीं है. उदाहरण के लिए भारत, रूस और चीन तीनों देश सुखाई लड़ाकू विमान का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन सोचने वाली बात ये है कि भारत में वर्ष 2009 से 2015 के बीच ये विमान 6 बार क्रैश हुआ, जबकि इसी समय अवधि में रूस और चीन में इस विमान के क्रैश होने की 1-2 ही घटनाएं सामने आईं. जबकि इन दोनों देशों के पास भारत से ज्यादा सुखोई लड़ाकू विमान हैं. जो कहीं क्रैश नहीं हुआ, वो भारत में हुआ कुछ वर्षों पहले भारत ने दुनिया का सबसे आधुनिक और सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट विमान C130-J सुपर हरक्यूल्स खरीदा था. उस समय अमेरिका से ऐसे कुल 6 विमान खरीदे गए थे, जिनकी कीमत 7 हजार करोड़ रुपये थी. यानी एक विमान लगभग 1150 करोड़ रुपये का था. इन विमानों की खासियत ये थी कि इन्हें लैंडिंग के लिए हवाई पट्टी की भी जरूरत नहीं पड़ती और ये हर मौसम में ऑपरेट कर सकता है. अमेरिका की जिस कंपनी ने इस विमान को विकसित किया है, वो ये कहती है कि इस विमान को इस तरह से डिजाइन किया गया है, ताकि ये मुश्किल हालात में भी क्रैश होने से खुद को बचा ले और भारत को छोड़ कर जिन देशों में ये एयरक्राफ्ट इस्तेमाल होता है, वहां इसके क्रैश होने की घटना नहीं हुई हैं. लेकिन भारत के मामलों में तस्वीर अलग है. भारत में वर्ष 2014 में ही एक C-130J सुपर हरक्यूल्स विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में 5 लोगों की मृत्यु हुई थी और भारत सरकार ने अपनी जांच रिपोर्ट में ये माना था कि ये हादसा पायलट की गलती की वजह से हुआ, क्योंकि उसकी ट्रेनिंग में कुछ कमियां थीं. वर्ष 2017 में भी इसी सीरीज का एक और विमान गड़बड़ी की वजह से लैडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. सोचिए, जो विमान दूसरे देशों में क्रैश नहीं हुआ, वो भारत में क्रैश हो गया. यह भी पढ़ें: 10 दिसंबर को होगा जनरल रावत का अंतिम संस्‍कार, रक्षा मंत्री गुरुवार को संसद में देंगे बयान सेना विमान ही ज्यादा होते हैं क्रैश भारत में प्रति दिन 4 से 5 हजार यात्री विमान उड़ान भरते हैं, जिनमें लाखों यात्री एक जगह से दूसरी जगह सफर करते हैं. जबकि एक अनुमान के मुताबिक सेना में प्रति दिन ट्रेनिंग और दूसरे कामों के लिए केवल 200 विमान ही उड़ान भरते हैं. हालांकि ये संख्या कम और ज्यादा भी हो सकती है. लेकिन इसके बावजूद यात्री विमानों की तुलना में सेना के विमान ज्यादा क्रैश होते हैं. वर्ष 1945 से 2021 के बीच पिछले 76 वर्षों में 95 यात्री विमान ही क्रैश हुए हैं. जबकि इसी अवधि में सेना के 1751 विमान क्रैश हो चुके हैं. क्रैश विमानों की सीरीज का क्या होता है? किसी भी देश में जब कोई यात्री विमान क्रैश होता है तो उस विमान में तकनीकी खामियों की तुरंत जांच होती है और कई मामलों में जांच होने तक उस सीरीज के यात्री विमान के इस्तेमाल पर बैन भी लगा दिया जाता है. जैसे वर्ष 2018 में Boeing 737 Max सीरीज के 2 यात्री विमान क्रैश हो गए थे, जिसके बाद भारत समेत ज्यादातर देशों ने इनके इस्तेमाल पर बैन लगा दिया था. लगभग 1.5 साल तक ये विमान रनवे पर खड़े रहे थे. लेकिन सेना में इस प्रक्रिया को नहीं अपनाया जाता. उदाहरण के लिए, भारत में वर्ष 2012 तक मिग सीरीज के 872 में से 482 विमान क्रैश हुए. यानी आधे से ज्यादा समय के साथ दुर्घटनाग्रस्त ही हो गए. लेकिन इसके बावजूद इन विमानों का इस्तेमाल कई दशकों तक हुआ.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/the-sudden-demise-of-cds-general-bipin-rawat-will-cause-this-loss-to-the-country/1043575,"देश ने खो दिया अपना पहला CDS, जनरल रावत की मृत्यु के क्या हैं मायने?","नई दिल्ली: तमिलनाडु में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में भारत ने अपना पहले Chief Of Defence Staff जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat), उनकी पत्नी और 11 अन्य बहादुर सैनिकों को हमेशा के लिए खो दिया. जनरल बिपिन रावत कोई छोटे मोटे आदमी नहीं थे, वो दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना के Chief Of Defence Staff थे. जिनके एक इशारे पर साढ़े 14 लाख सैनिक दुश्मन को घर में घुसकर सबक सिखाने की हिम्मत रखते थे. तीनों सेनाओं के एकीकरण की जिम्मेदारी वे एक बहुत ही Decorated और बहादुर सैनिक थे और उनके ऊपर भारतीय सेना को आधुनिक बनाने और सेना के तीनों अंगों के एकीकरण की बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी. दुनिया की इतनी बड़ी सैन्य महाशक्ति होते हुए भी हम अपने सबसे बड़े जनरल को एक सैनिक हेलिकॉप्टर में 50 किलोमीटर की सुरक्षित यात्रा नहीं करा पाए. Mi17 V5 जैसे आधुनिक हेलिकॉप्टर के होते हुए भी, हम इस दुर्घटना को रोक नहीं पाए. ऐसे समझें घटना की टाइमलाइन - जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत बुधवार सुबह क़रीब 9 बजे दिल्ली से तमिलनाडु के कोयंबतूर के लिए रवाना हुए थे. उनके साथ इस विमान में 7 लोगों का स्टाफ भी था, जिनमें ब्रिगेडिर रैंक के भी अधिकारी थे. - लगभग ढाई घंटे बाद सुबह साढ़े 11 बजे उनका विमान कोयंबटूर के सुलुर आर्मी बेस कैम्प पहुंचा, जहां केवल 10 मिनट रुकने के बाद जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और बाकी स्टाफ Wellington के Defence Services Staff College के लिए निकल गए, जो नीलगिरी ज़िले में कुन्नूर हिल स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित है. - इस Millitary कॉलेज में जनरल बिपिन रावत एक लेक्चर देने के लिए जा रहे थे. सुबह ठीक 11 बज कर 47 मिनट पर ये 9 लोग और बाकी पांच लोगों का एक Crew, जिनमें दो पायलट भी थे, वो MI-17 V5 हेलिकॉप्टर में Wellington के लिए निकल गए. - इसके आधे घंटे बाद 12 बज कर 20 मिनट पर ये हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. हमें ये भी पता चला है कि क्रैश होने के बाद इस हेलिकॉप्टर में धमाका भी हुआ था. कुन्नूर में क्रैश हुआ हेलीकॉप्टर ये हेलिकॉप्टर Wellington से 10 किलोमीटर दूर कुन्नूर में क्रैश हुआ. कुन्नूर से नीलगिरी के पहाड़ों और Tea Estate की शुरुआत हो जाती है. यानी ये इलाक़ा जंगल के बीचों बीच है और काफ़ी घना है और यहां तुरंत मदद पहुंचाना आसान काम नहीं होता. शायद यही वजह है कि जब ये हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, वहां स्थानीय लोगों को पहुंचने में भी समय लग गया और रेस्क्यू ऑपरेशन एक डेढ़ घंटे बाद शुरू हो पाया. यहां दो बातें नोट करने वाली हैं. पहली ये कि जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का हेलिकॉप्टर अगर पांच मिनट और उड़ता तो वो Wellington के उस Millitary कॉलेज में सुरक्षित पहुंच जाते, जहां उनका कार्यक्रम था. यानी वो दिल्ली से Wellington की दूरी लगभग पूरी कर चुके थे. लेकिन आख़िरी पांच मिनट में ये हादसा हो गया, जिसमें उनकी मृत्यु हो गई. दूसरी बात ये कि जिस देश के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है. जो सीमा पर एक साथ पाकिस्तान और चीन जैसे देशों का सामना कर रहा है. जिसका सालाना रक्षा बजट 4 लाख 78 हज़ार करोड़ रुपये है. वो देश अपने सबसे बड़े जनरल को 50 किलोमीटर दूर भी सुरक्षित नहीं पहुंचा पाया. ये बात थोड़ी कड़वी ज़रूर है. लेकिन आपको इसके बारे में भी सोचना चाहिए. पौड़ी गढ़वाल में जन्में थे रावत 16 मार्च वर्ष 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में जन्में बिपिन रावत (General Bipin Rawat) की शुरुआती पढ़ाई शिमला में हुई थी. इसके बाद वो देहरादून की Indian Military Academy चले गए, जहां उन्हें प्रतिष्ठित 'Sword of Honour (सोर्ड ऑफ़ ऑनर) से सम्मानित किया गया. सेना में ये सम्मान उस Cadet को मिलता है, जो ट्रेनिंग के दौरान सबसे शानदार प्रदर्शन करता है. जनरल बिपिन रावत ने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से PhD की डिग्री ली. वो आगे की पढ़ाई और ट्रेनिंग के लिए अमेरिका के Army Command and General Staff College भी गए. उन्होंने Wellington के Defence Services Staff College से MPhil की भी पढ़ाई की. ये वही कॉलेज है, जहां वो बुधवार को लेक्चर देने के लिए जा रहे थे. सोचिए जीवन कितनी अनिश्चितताओं से भरा होता है. जनरल बिपिन रावत ने कभी नहीं सोचा होगा कि Wellington के जिस मिलिट्री कॉलेज में वो सेना का अफसर बनने की ट्रेनिंग लेंगे, एक दिन उसी कॉलेज में लेक्चर देने के लिए जाते समय उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो जाएगा. जनरल बिपिन रावत केवल 20 वर्ष के थे, जब उन्होंने भारतीय सेना Join की. ये बात वर्ष 1978 की है. उस समय वो सेना में Second Lieutenant के पद पर थे. इसके बाद वो Lieutenant बने, फिर सेना में ही उन्हें Captain और Major की रैंक मिली. वर्ष 2007 में ब्रिगेडियर बनने के 10 साल बाद वर्ष 2017 में उन्हें थल सेना का अध्यक्ष बनाया गया. कई खतरनाक मिशन को दिया अंजाम अपने 43 वर्षों की सेवा में उन्होंने कई ऐसे Operations को अंजाम दिया, जिनमें उनकी जान भी जा सकती थी. कश्मीर घाटी से लेकर LoC और LAC तक हर मोर्चे पर उन्होंने सेना को लीड किया. नॉर्थ ईस्ट में भी उग्रवादी संगठनों के ख़िलाफ़ बड़े में Operations महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके समय में भारत ने दो बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की. पहली सर्जिकल स्ट्राइक- वर्ष 2015 में म्यांमार में हुई थी. तब वो सेना में Lieutenant General थे और नागालैंड के दीमापुर में Third Corps को लीड कर रहे थे. बिपिन रावत के नेतृत्व में इसी कॉर्प्स ने उग्रवादियों के ख़िलाफ़ म्यांमार में घुसकर कार्रवाई की थी और 40 उग्रवादियों को मार गिराने के साथ उनके ठिकानों को भी नष्ट कर दिया था. इसके बाद सितम्बर 2016 में- जब उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की, तब वो सेना में Vice Chief of Army Staff थे. इस सर्जिकल स्ट्राइक में भी उनकी भूमिका काफ़ी अहम थी. जनरल बिपिन रावत देश के पहले Chief of Defence Staff थे. वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के बाद भारत ने पहली बार ये महसूस किया था कि देश में CDS यानी Chief of Defence Staff की नियुक्ति होनी चाहिए, जो तीनों सेनाओं के बीच एक कड़ी का काम करे. CDS की नियुक्ति में 20 वर्ष लग गए और एक जनवरी 2020 को जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) को देश का पहला CDS नियुक्त किया गया. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के पहले CDS की इस तरह से मृत्यु हो गई. ये भी पढ़ें- विदाई के बाद ससुराल जा रही थी दुल्हन, गांव के लड़के ने मारी 6 गोलियां; जानें मामला by Taboola Sponsored Links You May Like Doctor Tells: Do You Have Too Much Belly Fat? (Eat This Before Bed) Gundry MD Undo Make a Bold Statement With Bulova Watches Bulova Shop Now Undo भारत के लिए जनरल बिपिन रावत की मृत्यु के मायने - भारत को उनके चार दशक लम्बे सैन्य अनुभव की बहुत कमी खलेगी. जनरल बिपिन रावत LoC पर पाकिस्तान की कमज़ोरियां जानते थे,. LAC पर चीन की कमज़ोरियों को समझते थे और बांग्लादेश और नेपाल जैसे पड़ोसी देशों के लिए उनकी सैन्य रणनीति काफ़ी अलग और आक्रामक थी. इसलिए उनकी मृत्यु से कहीं ना कहीं दुश्मन देश काफ़ी खुश होंगे. - जनरल बिपिन रावत की मृत्यु ऐसे समय में हुई है, जब भारत LoC और LAC दोनों मोर्चों पर पाकिस्तान और चीन के साथ गतिरोध का सामना कर रहा है. ऐसे में उनकी मृत्यु का असर पड़ोसी देशों के साथ गतिरोध को भी कुछ हद तक प्रभावित कर सकता है. - बतौर CDS वो तीनों सेनाओं के बीच संतुलन को बना कर रणनीतियां तैयार कर रहे थे. अब उनके बाद देश के सामने नए CDS को नियुक्त करने की चुनौती होगी, जो तीनों सेनाओं को साथ लेकर चल सके. - उनकी मृत्यु से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की गलत छवि बनी है. इससे दुनिया में ये संदेश गया है कि जिस देश के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है, वो देश अपने सबसे बड़े जनरल को ही नहीं बचा पाया. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rajasthan-high-court-orders-central-government-to-bring-back-dead-body-of-tribal-from-russia/1043558,"रूस में रहस्‍यमय हालत में हुई भारतीय की मौत, 8 महीने से रखी है बॉडी","जोधपुर: राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि वह रूस (Russia) से एक आदिवासी का पार्थिव शरीर देश में वापस लाने का इंतजाम करे. उस आदिवासी की करीब 7 महीने पहले रूस में रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी. रूस में हो गई थी रहस्यमय मौत रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में उदयपुर के गोडवा गांव निवासी हितेंद्र गारसिया एक साल के वर्क वीजा पर अप्रैल, 2021 में रूस (Russia) गए थे. उसी दौरान मास्को के एक पार्क में उनका शव मिला. मास्को पुलिस ने इसे दुर्घटना से हुई मौत बताया. इसके बाद रूसी दूतावास के जरिए यह जानकारी 28 अगस्त, 2021 को उदयपुर में रह रहे पीड़ित परिवार तक पहुंचाई गई. पार्थिव शरीर लाने के लिए भटक रही पत्नी इसके बाद से आशा देवी अपने पति हितेंद्र गारसिया का पार्थिव शरीर वापस लाने के लिए दर-दर भटक रही हैं, जिससे उनका विधि विधान से अंतिम संस्कार किया जा सके. ये भी पढ़ें- गिरफ्तार हो सकती हैं एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज? ED ने इस मामले में 9 घंटे तक की पूछताछ कहीं पर सुनवाई न होते देख आशा देवी ने राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) में याचिका दायर की. उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस दिनेश मेहता ने केंद्र सरकार को आदेश दिया कि वह आदिवासी व्यक्ति के पार्थिव शरीर को रूस (Russia) से वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाए. सुनवाई के लिए 15 दिसंबर की तारीख लगी अदालत ने सहायक सॉलिसिटर जनरल (ASG) से इस मुद्दे को विदेश मंत्रालय के सामने उठाने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय की गई है. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawat-funeral-will-be-held-in-delhi-on-10th-december/1043557,"10 दिसंबर को होगा जनरल रावत का अंतिम संस्‍कार, रक्षा मंत्री आज संसद में देंगे बयान","नई दिल्ली/कुन्नूर: भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी और 11 अन्य लोग तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गए. इस दुर्घटना में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस और रक्षा सूत्रों के मुताबिक जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को गुरुवार सुबह कोयंबटूर से हवाई मार्ग से दिल्ली ले जाया जाएगा. वहीं इस हादसे पर गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में बयान देंगे. by Taboola Sponsored Links You May Like Here Are The Coolest Gifts For 2021 WalletGuru New Columbia Gear Finally On Sale All Things Apparel शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार दिल्ली शव लाए जाने से पहले वेलिंगटन में CDS रावत को श्रद्धांजलि दी जाएगी. गुरुवार शाम तक शव दिल्ली पहुंचने का अनुमान है. इसके बाद 10 दिसंबर (शुक्रवार) को दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. वायुसेना ने एक ट्वीट में कहा, 'बहुत ही अफसोस के साथ इसकी पुष्टि की जाती है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है.' हादसा तब हुआ जब जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (डीएसएससी) जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था. ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश वायुसेना ने कहा कि एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं. हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हेलीकॉप्टर ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे उड़ान भरी थी और कुन्नूर दमकल केंद्र को 12 बजे घटना की सूचना मिली. प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली रक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी गई और मंत्रिमंडल के शीर्ष सदस्यों ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बैठक में शामिल हुए. बैठक में सीसीएस के सदस्यों को दुखद हादसे के बारे में जानकारी दी गई. यह भी पढ़ें: हेलीकॉप्‍टर क्रैश: 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच पाए, इलाज जारी गिरने से पहले मकान से टकराया था हेलीकॉप्टर आधिकारिक सूत्रों और एक स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कोहरे की स्थिति में हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर उड़ रहा था, इसी दौरान एक घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हेलीकॉप्टर पेड़ों से टकराते हुए जमीन पर गिरा और गिरते ही उसमें आग लग गई. एक प्रत्यक्षदर्शी पेरुमल ने बताया कि हेलीकॉप्टर गिरते समय एक मकान से भी टकराया. हालांकि घर में हादसे के वक्त किसी के नहीं रहने से कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन मकान को इससे नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि आग में झुलसे दो व्यक्ति हेलीकॉप्टर से नीचे गिर गए. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ed-questions-actress-jacqueline-fernandez-in-sukesh-chandrashekhar-case/1043549,गिरफ्तार हो सकती हैं एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज? ED ने इस मामले में 9 घंटे तक की पूछत,"नई दिल्ली: तिहाड़ जेल में रहकर 200 करोड़ रुपये की उगाही के मामले में एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज (Jacqueline Fernandez) की मुसीबत बढ़ गई हैं. ED ने बुधवार को करीब 9 घंटों तक एक्ट्रेस से पूछताछ की. बुधवार को 11 बजे शुरू हुई पूछताछ जैकलीन फर्नांडीज बुधवार सवेरे 11 बजे पूछताछ के लिये ED के दफ्तर पहुंचीं. ED जैकलीन (Jacqueline Fernandez) से जानना चाहती है कि आखिर कैसे वो सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) के संपर्क में आईं और कैसे ठगे गये 200 करोड़ रुपये की रकम को ठिकाने लगाने में मदद की. हालांकि अधिकारयों के मुताबिक जैकलीन अभी भी इस मामले में सभी बाते एजेंसी को नहीं बता रही है. यही वजह है कि एजेंसी ने उसे 9 दिसंबर को फिर से पूछताछ के लिये बुलाया है. मुंबई एयरपोर्ट पर भी रोका गया था बताते चलें कि करीब 3 दिन पहले ED ने एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज (Jacqueline Fernandez) को मुंबई एयरपोर्ट पर रोककर पूछताछ की थी. उस दौरान जैकलीन एक शो के सिलसिले में मुंबई से दुबई जा रही थीं. उस दौरान ED ने उन्हें नोटिस देकर 8 दिसंबर को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में पेश होने का आदेश दिया था. सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) मामले में ED जैकलीन से पहले भी 2 बार पूछताछ कर चुकी है. ये भी पढ़ें- सुकेश चंद्रशेखर ने पूछताछ में उगले कई राज, जेल से ही जैकलीन के लिये भेजता था फूल और चॉकलेट 200 करोड़ रुपये वसूली का मामला दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) पर आरोप है कि उसने जेल अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर 200 करोड़ रुपये की वसूली कर ली. उसने जेल में बंद रेलिगेयर प्रमोटर्स को बाहर निकलवाने के नाम पर सरकारी अफसर बनकर उनके परिवार वालों से संपर्क साधा और फिर 200 करोड़ रुपये अलग-अलग जगहों पर हड़प लिए. आरोप है कि सुकेश ने इस काली कमाई का बड़ा हिस्सा जैकलीन (Jacqueline Fernandez) पर भी लुटाया. अब ED जानना चाहती है कि जैकलीन के सुकेश चंद्रशेखर के साथ क्या कनेक्शन हैं और क्या वह भी इस वसूलीकांड में शामिल थीं या नहीं. LIVE TV",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/helicopter-carrying-cds-bipin-rawat-wife-crashes-in-tamil-nadu-political-leaders-wish-for-speedy-recovery/1043254,"शिवराज सिंह चौहान से लेकर राहुल गांधी तक, हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद किसने क्या कहा","नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए एक बड़े हादसे में भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (IAF Helicopter Crashes) हो गया. हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) समेत सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारी सवार थे. भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने ट्वीट कर इस हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की जानकारी दी. वहीं हादसे की खबर के बाद देशभर के राजनेताओं ने उनके सकुशल होने की कामना की है. शुभकामना संदेशों का सिलसिला जारी इस हेलीकॉप्टर में क्रू मेंबर्स समेत कुल 14 लोग सवार थे. वहीं हादसे की खबर मिलने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीडीएस के स्वस्थ्य और सकुशल होने की कामना की है. कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी ट्वीट करके CDS रावत, उनकी पत्नी और चॉपर में सवार लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की है. इसबीच पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata ) ने भी ट्वीट कर सीडीएस रावत और उनके परिवार की स्पीडी रिकवरी के लिए शुभकामनाएं दी हैं. Extremely tragic news coming in from Coonoor. Today, the entire nation prays for the safety of those who were onboard including CDS Bipin Rawat and his family members. Also praying for the speedy recovery of everyone who was injured. by Taboola Sponsored Links You May Like This is the One Technology People with Diabetes Need Dexcom Top Doc: Simple Trick To Help Boost Energy Levels At Home Gundry MD — Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 8, 2021 गोवा (Goa) के सीएम प्रमोद सावंत (Dr. Pramod Sawant) ने भी इस हादसे को लेकर CDS रावत और अन्य लोगों के स्वास्थ्य लाभ की कामना की है. Shocked to learn of the tragic Army helicopter crash carrying Chief of Defense Staff, Genral Bipin Rawat Ji. Thoughts and prayers for the safety of all those onboard. @HQ_IDS_India — Dr. Pramod Sawant (@DrPramodPSawant) December 8, 2021 VIDEO-",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-variant-cases-so-far-appear-mostly-mild-eu-agency-652455.html,ओमिक्रॉन वैरिएंट कितना खतरनाक है? EMA ने दी राहत भरी खबर,"नई दिल्ली, 09 दिसंबर: यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने गुरुवार को कहा कि कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले अब तक के मामले ज्‍यादातर हल्‍के साबित हुए हैं, लेकिन अभी ये नहीं कहा जा सकता है यह खतरनाक नहीं है। लेकिन एजेंसी ने आगाह किया कि एक निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए जांच अभी भी चल रही है। ईएमए में जैविक स्‍वास्‍थ्‍य खतरों और वैक्‍सीन रणनीति के प्रमुख मार्को कैवेलरी ने कहा कि पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार पाए गए ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण होने वाले कोरोना वायरस रोग की गंभीरता को निर्धारित करने के लिए अधिक डेटा की आवश्यकता है। कैवेलरी ने कहा, अभी तक सामने आए अधिकतर मामले ज्यादातर हल्के ही देखने को मिले हैं। हम अभी सबूत जमा कर रहे हैं। इसके ज्‍यादातर मामले हल्‍की बीमारी वाले थे, लेकिन अभी यह स्‍पेक्‍ट्रम है या नहीं, इस बारे में निर्धारण करना बाकी है। एजेंसी ने जोर देकर कहा कि अत्यधिक खतरनाक डेल्टा वैरिएंट मुख्य चिंता का विषय बना रहना चाहिए। एजेंसी के पास स्वीकृत कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता का ओमिक्रॉन वैरिएंट के उपर प्रभाव का पर्याप्त डेटा नहीं है। कैवेलरी ने कहा कि ओमिक्रॉन के खिलाफ टीकों ने कितनी अच्छी तरह काम किया, इस पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। उन्‍होंने कहा कि इस प्रकार के प्रभाव पर पर्याप्त डेटा नहीं है, इसलिए कुछ कहना ठीक नहीं होगा। हम इस संबंध में सबूत इकट्ठा करने के लिए प्रयास कर रहे हैं और कई प्रकार का अध्‍ययन हो रहा है। ईएमए ने अब तक फाइजर, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और एस्ट्राजेनेका चार कोविड टीकों को मंजूरी दी है। कैवेलरी ने कहा ओमिक्रॉन से होने वाली बीमारी की गंभीरता अब तक के सभी प्रकारों से अलग है, इसलिए अधिक डेटा चाहिए। अभी जो आंकड़ें सामने आए हैं उनसे स्‍पष्‍ट राय नहीं बनती है, इसलिए और अधिक डेटा का इंतजार है। पर्याप्‍त जानकारी मिलने के बाद ही अध्‍ययन संभव होगा और इस बारे में ठोस कहा जा सकेगा। ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर पिछले महीने से दुनिया भर में दहशत का माहौल है और इसके अत्‍यधिक संक्रामक होने की खबर से कई देशों ने सावधानी और सतर्कता बढ़ा दी है। एजेंसी ने कहा कि, इस वेरिएंट से आशंका है कि यह बीमारी को बहुत तेजी से फैला कर, तीसरी लहर तक ला सकता है। वहीं, इस वेरिएंट पर टीकों के असर को लेकर भी जानकारी नहीं है। इधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि इस सप्ताह के शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि यह वास्तव में अधिक संक्रामक हो सकता है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/bird-flu-in-ducks-in-alappuzha-kerala-652450.html,"केरल के अलाप्पुझा में बर्ड फ्लू की दस्तक, बड़ी संख्या में बत्तखों को मारेगा प्रशासन","नई दिल्ली, 9 दिसंबर: देश में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिेएंट तेजी से फैल रहा है। इस बीच केरल में बर्ड फ्लू ने चिंता बढ़ा दी है। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल को भेजे गए कुछ नमूनों में H5N1 इन्फ्लूएंजा यानि बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। जिसके बाद प्रशासन ने गुरुवार को केरल के अलाप्पुझा जिले में अलर्ट जारी किया। साथ ही सभी से बर्ड फ्लू को लेकर सतर्क रहने की अपील की है। दरअसल पिछले हफ्ते जिले में कई बत्तखों और स्थानीय पक्षियों की मौत हो गई थी। जिस पर पशु चिकित्सा विभाग ने बर्ड फ्लू की आशंका जताई और उनके सैंपल लेकर भोपाल भेजे गए। जिसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। पशु चिकित्सा अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार को प्रभावित क्षेत्रों में बत्तखों को मारा जाएगा। इसके साथ ही उनके मालिकों को सरकारी मानदंडों के हिसाब से मुआवजा भी मिलेगा। वहीं राजधानी में मीडिया से बात करते हुए पशुपालन मंत्री जे सिंचू रानी ने कहा कि सरकार ने जिला कलेक्टर को आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए हैं। ""विदेशी पक्षी भी हैं वजह आपको बता दें कि केरल में कई बैकवाटर, तालाबों आदि में किसान बत्तख पालते हैं। इस वजह से वहां पर बर्ड फ्लू के बहुत से केस मिलते रहते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक मौसम बदलने के साथ ही राज्य में विदेशी पक्षी भी आते हैं, जो वायरस के मुख्य ट्रांसपोर्टर के रूप में काम करते हैं। अलाप्पुझा और पड़ोसी कोट्टायम में बत्तख पालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है। उसके अंड और मांस की काफी डिमांड रहती है और ये मुर्गियों की तुलना में काफी महंगे हैं।"" ""2016 में था सबसे ज्यादा कहर वैसे ये कोई पहला मामला नहीं है, पिछले साल भी अलाप्पुझा में बर्ड फ्लू का प्रकोप देखने को मिला था। ये जिला 2016 में सबसे ज्यादा प्रभावित था, उस दौरान अलाप्पुझा और पथानामथिट्टा जिलों में कम से कम 5 लाख मुर्गियों और बत्तखों को मार दिया गया।""",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/10-percent-of-estimated-cost-of-central-vista-projects-spent-so-far-652446.html,"सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में अब तक कुल बजट का 10 फीसदी हुआ खर्च, 10 हजार लोगों को मिला काम","नई दिल्ली, 09 दिसंबर: नए संसद भवन और सेंट्रल विस्टा और पुनर्विकास योजना के तहत चार विशिष्ट परियोजनाओं पर अब तक कुल बजट का लगभग 10% यानि 554.19 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है। इन चारों परियोजनाओं के लिए 5,477 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। यह जानकारी केंद्र ने गुरुवार को दी। केंद्र ने बताया कि इस साल दिसंबर तक 608 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। सरकार ने एक लिखित उत्तर में कहा, ""सेंट्रल विस्टा का काम देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देंगे और हमें आत्मानिर्भर भारत के हमारे संकल्प को साकार करने में मदद करेंगे। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू पर खर्च की जाने वाली अनुमानित राशि का केवल एक-तिहाई, चार परियोजनाओं में से एक पर खर्च किया गया है। जिसकी इस महीने के अंत की समय सीमा है। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास पर 608 करोड़ रुपये खर्च होने हैं, जिसमें से अब तक 191 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। लोकसभा में बताया कि केंद्रीय विस्टा विकास और पुनर्विकास मास्टर प्लान के तहत, चार परियोजनाएं अर्थात् नए संसद भवन का निर्माण, केंद्रीय विस्टा एवेन्यू का पुनर्विकास, सामान्य केंद्रीय सचिवालय भवन का निर्माण 1,2 व 3 तथा उपराष्ट्रपति आवास का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, नए संसद भवन के लिए 971 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया गया है, जिसमें से अब तक 340.58 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इस विशेष परियोजना की समय सीमा अक्टूबर 2022 है। मंत्री किशोर ने बताया कि आम केंद्रीय सचिवालय भवन 1,2 और 3 की अनुमानित लागत 3,690 करोड़ रुपये है। इस विशेष परियोजना की समय सीमा नवंबर 2023 है। वहीं उपराष्ट्रपति आवास की अनुमानित लागत 208,48 करोड़ रुपये है और इसमें से 15 करोड़ रुपये पहले ही खर्च किए जा चुके हैं। नवंबर 2022 तक उपराष्ट्रपति आवास का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने पिछले हफ्ते संसद को बताया था कि सेंट्रल विस्टा एवेन्यू पर काम केवल 60% पूरा हो चुका है। लेकिन सूत्रों ने कहा था कि सरकार को भरोसा था कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड से पहले काम पूरा हो जाएगा। सरकार से पूछा गया था कि क्या देश के ग्रामीण हिस्सों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के लिए इस बड़ी राशि का उपयोग करने की तत्काल आवश्यकता है। इस पर सरकार ने बताया कि, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास की कल्पना भारत में कोविड -19 महामारी के फैलने से कई महीने पहले सितंबर 2019 में की गई थी। सेंट्रल विस्टा में चल रहे कार्यों ने 10,000 से अधिक कुशल, अर्ध-कुशल और अकुशल श्रमिकों को साइट और ऑफ-साइट पर प्रत्यक्ष आजीविका के अवसर प्रदान किए हैं और 24.12 लाख से अधिक मानव दिवस रोजगार उत्पन्न किए हैं। इसके अलावा, सीमेंट, स्टील और अन्य निर्माण सामग्री के निर्माण और परिवहन में पर्याप्त रोजगार प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विस्टा के विकास और पुनर्विकास का यह कार्य देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देगा और आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारे संकल्प को साकार करने में मदद करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि एमपीलैंड्स योजना के साथ केंद्रीय विस्टा विकास और पुनर्विकास के कार्यों के बीच कोई संबंध नहीं है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/fears-of-third-wave-in-country-amid-rising-cases-of-new-variant-omicron-of-corona-652442.html,"Omicron: देश में कोरोना की तीसरी लहर का अंदेशा, केंद्र ने राज्यों को दिए ये निर्देश","नई दिल्ली, 09 दिसंबर: देश में लगातार बढ़ते कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' के मामलों के मद्देनजर तीसरी लहर की आशंकाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में गुरुवार को केंद्र ने राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को संभावित कोरोना के मामलों में वृद्धि के लिहाज से अलर्ट रहने के लिए कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वरिष्ठ अधिकारियों से 8 महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त स्टॉक और यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी अस्पताल कोरोना के नए केस में किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने उनसे कोरोनो वायरस के इलाज के लिए काम आने वाली 8 जरीरू दवाओं के पर्याप्त स्टॉक की उपलब्धता के बारे में कहा। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि सभी अस्पताल कोरोना के मामलों में किसी भी संभावित उछाल से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर रहे। दरअसल, यह मीटिंग भारत में कोरोना वायरस के अत्यधिक प्रसार वाले 'ओमिक्रॉन' के कई मामलों के सामने आने के बाद की गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए स्वास्थ्य सचिवों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशकों से बात करते हुए भूषण ने कहा कि सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में वेंटिलेटर, पीएसए प्लांट और ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर होने चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यों को सूचित किया गया था कि केंद्र द्वारा आपूर्ति किए गए कई वेंटिलेटर अभी भी कुछ क्षेत्र के अस्पतालों में पैक और बिना काम लिए रखे हुए हैं। वहीं साथ ही कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए तुरंत समीक्षा करने की आवश्यकता है कि सभी पीएसए ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और वेंटिलेटर स्थापित हैं और काम कर रहे हैं। इसी के साथ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा गया कि वे टेस्टिंग बढ़ाएं और निगरानी पर ध्यान दें ताकि शीघ्र क्वारेंटाइन करके संदिग्ध मामलों की जल्द से जल्द पहचान की जा सकें।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cds-bipin-rawat-narendra-modi-rajnath-singh-pay-respects-delhi-652434.html,पीएम मोदी और तीनों सेना प्रमुखों ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को दी श्रद्धांजलि,"नई दिल्ली, 09 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज रात करीब 9 बजे पालम हवाई अड्डे पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी। सीडीएस रावत समेत अन्य सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। इस मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सेना के तीन प्रमुख भी मौजूद हैं। सीडीएस बिपिन रावत की याद में श्रद्धांजलि समारोह साढ़े आठ बजे शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पालम एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद उन्हें जनरल रावत समेत अन्य मृतकों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेना के प्रमुखों के अलावा सेना के कई अन्य बड़े अधिकारी भी पालम एयरपोर्ट पहुंचकर श्रद्धांजलि दी है। जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर 10 दिसंबर यानी शुक्रवार को उनके आवास ( 3 कामराज मार्ग) पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। लिहाजा 11 से 12:30 बजे तक गणमान्य और सामान्य नागरिक अंतिम दर्श करेंगे, जबकि दोपहर 12:30 से 13:30 बजे तक सैन्य कर्मी जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन करेंगे। राहुल गांधी शुक्रवार सुबह करीब 9:30 बजे कामराज रोड पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि देंगे। सेना के मुताबिक, अब तक कुछ पार्थिव अवशेषों की पहचान संभव हो पाई है। जिनमें जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर के शव हैं। इनके अवशेषों को संबंधित परिवारों को सौंपा जाएगा। बाकी अवशेषों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। सकारात्मक पहचान औपचारिकताएं पूरी होने तक पार्थिव शरीर सेना बेस अस्पताल के मुर्दाघर में रखा जाएगा। सुहागरात पर इस 'टैबलेट' ने तबाह कर दी दुल्हन की जिंदगी, जानिए क्या हुआ ऐसा? श्रीलंका के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ और सेना कमांडर जनरल शावेंद्र सिल्वा जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार कल दिल्ली कैंट में शाम 7.15 बजे किया जाएगा।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/the-suspension-of-international-passenger-services-to-or-from-india-extended-till-31-january-2022-652432.html,"International Flights: इंटरनेशनल फ्लाइट 31 जनवरी तक सस्पेंड, ओमिक्रॉन के खतरे के बीच DGCA ने लिया फैसला","नई दिल्ली, 9 दिसंबर। इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस को लेकर डीजीसीए ने फैसला लेते हुए इसे 31 जनवरी 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है। 31 जनवरी तक इंटरनेशनल कमर्शियल फ्लाइट सेवा पर रोक लगाई गई है। ओमिक्रोन वेरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। DGCA ने सर्कुलर जारी कर इसकी जानकारी दी और कहा कि 31जनवरी 2022 तक अंतर्रारष्ट्रीय विमान सेवाएं बाधित रहेंगी, हालांकि इसका असर कार्गो और डीजीसीए की मंजूरी वाली फ्लाइट्स पर नहीं पड़ेगा। आपको बता दें कि इससे पहले DGCA ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को शुरू करने का फैसला लिया था, जिसे अब टालकर 31 जनवरी 2022 कर दिया गया है। आपको बता दें कि कोरोना महामारी के चलते 23 मार्च 2020 से ही भारत आने-जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद कर दी गई हैं। कोरोना वायरल के नए वैरिए़ंट ओमिक्रॉन के चलते दुनियाभर की चिंता बड़ गई है। WHO ने ओमिक्रॉन को 'वेंरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और दुनियाभर के देशों को सर्तक रहने को कहा है। इस खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस को बंद रखने का फैसला किया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/season-s-lowest-temperature-was-recorded-in-delhi-on-thursday-and-there-is-a-possibility-of-furthe-652428.html,"दिल्ली में गुरुवार को दर्ज किया सीजन का सबसे कम तापमान, और गिरावट की संभावना","नई दिल्‍ली, 09 दिसंबर। दिल्‍ली में ठंड बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार को दिल्ली के सफदरजंग में इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार दिल्‍ली के सफदरगंज में न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग 1 डिग्री कम 8.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। वहीं लोधी रोड पर मौसम विज्ञान कार्यालय 8.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जो सबसे कम था। दिल्‍ली पालम में हवाईअड्डा observatory में 10.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जो इस मौसम में सबसे कम है। इससे पहले दिल्ली के आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार 24 नवंबर 2021 को सबसे कम 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। 24 नवंबर के बाद 9 दिसंबर को अचानक तापमान में इतनी गिरावट दर्ज हुई है। pentad normalके अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में दिसंबर में सामान्य न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस से शुरूआत होती है और दिसंबर महीने के मध्य तक लगभग 8 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरजाता है और महीने के अंतिम सप्ताह में 7°C तक तापमान पहुंच जाता है। दिसंबर के लिए औसत मासिक न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस है। 30 दिसंबर 2019, 1901 के बाद से दिसंबर का सबसे ठंडा दिन बना हुआ है, जब दैनिक अधिकतम 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिसंबर 2019 में 28 दिसंबर को 2.4 डिग्री सेल्सियस के सबसे ठंडे न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड भी दर्ज हुआ था, जो 2006 के बाद से रिकॉर्ड पर सबसे कम था। पिछले साल सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस था, जो 31 दिसंबर को दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार अगले एक सप्ताह तक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की कोई संभावना नहीं है। 14 दिसंबर के आसपास जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को लगभग 48 घंटे तक प्रभावित करेगी। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शुष्क और ठंडी हवाएं चलने की संभावना है, जिसके कारण दिल्‍ली में भी ठंडी हवाएं और मौसम और सर्द होगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 4-5 दिनों के दौरान रात के तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट आने की संभावना है। अगले एक सप्ताह तक धुंध के साथ छिटपुट कोहरे और हल्की हवा चलने की संभावना है। इस दौरान दिल्ली में बारिश की संभावना नहीं है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-government-removes-singapore-from-list-of-at-risk-nations-during-omicron-652412.html,ओमिक्रॉन की दहशत के बीच भारत ने सिंगापुर को 'जोखिम वाले' देशों की लिस्ट से हटाया,"नई दिल्ली, 09 दिसंबर: कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' की दस्तक के बीच भारत ने सिंगापुर को 'जोखिम वाले' देशों की लिस्ट से निकाल दिया है। भारत सरकार की ओर से सिंगापुर को 'एट रिस्क' देशों की सूची से बाहर कर दिया गया है, जहां से यात्रियों को आगमन के बाद टेस्टिंग सहित भारत आने पर अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा। दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और चीन सहित 12 देश अभी भी इस लिस्ट में हैं। जोखिम वाले देशों की वर्तमान सूची में 12 देशों का नाम शामिल हैं, जिसमें यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, तंजानिया, हांगकांग और इजराइल सहित यूरोप के देश हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने सिंगापुर को इस लिस्ट से बाहर कर दिया है। ओमिक्रॉन के खतरे के बीच सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सूचीबद्ध 'जोखिम वाले' देशों से भारतीय हवाई अड्डों पर आने वाले यात्रियों को एयरोर्ट परिसर में अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाना होगा। वहीं बारह देशों के किसी भी यात्री को आगमन के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट के बिना हवाई अड्डे से बाहर निकलने या कनेक्टिंग फ्लाइट लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ओमिक्रॉन वेरिएंट पर सिंगापुर की यह रिपोर्ट चिंता बढ़ा रही है इधर तेजी से संक्रमित करने वाले ओमिक्रॉन के मामलों देश में बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना ​​​​-19 के नए स्वरूप का पहला मामला 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिला था, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को ने इसकी जानकारी सार्वजनिक किया। ओमिक्रॉन के मामलों के मिलने के बाद लगभग सभी देशों ने दक्षिणी अफ्रीकी देशों पर यात्रा का प्रतिबंध लगा दिए हैं। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा था कि 23 देशों में नए ओमाइक्रोन कोरोना वायरस संस्करण की पुष्टि की गई है और उनकी संख्या बढ़ने की आशंका है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/omicron-wave-in-india-will-not-be-devastating-kerala-s-doctor-claims-652411.html,"भारत में ओमिक्रॉन की लहर विनाशकारी नहीं होगी, केरल के बड़े डॉक्टर ने इस आधार पर किया दावा","नई दिल्ली, 9 दिसंबर: कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट कम से कम 57 देशों तक पहुंच चुका है और कई देशों ने फिर से पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं। कंपनियां फिर से वर्क फ्रॉम होम अपनाने लगी हैं। भारत में भी इसको लेकर लगातार चिंताएं बनी हुई हैं। लेकिन, इस बीच केरल के कोच्चि स्थित केयर हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने नए वेरिएंट को लेकर बहुत ही बड़ी राहत की खबर दी है। उन्होंने उम्मीद जताई है दूसरे देशों की तुलना में अपने देश में ओमिक्रॉन लहर के भयावह होने की आशंका नहीं है। हालांकि, सरकार के स्तर पर इसकी वजह से कोविड की तीसरी संभावित लहर को टालने के लिए कदम जरूर उठाए जा रहे हैं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/ambulance-carrying-chopper-crash-victims-has-minor-accident-in-coimbatore-652409.html,"बिपिन रावत सहित अन्य मृतकों के शव को ले जा रही एक एम्बुलेंस का एक्सिडेंट, कोई हताहत नहीं","कोयंबटूर, 09 दिसंबर: कल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों के शवों को ले जाने वाली एक एम्बुलेंस आज दोपहर कोयंबटूर के सुलूर जाते समय एक छोटे से हादसे की शिकार हो गई। गुरुवार सुबह ही मृतकों का पार्थिव शरीर वेलिंगटन से मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया था। रेजिमेंटल सेंटर से इनके पार्थिव शरीरों को सुलूर एयरबेस ले जाया जा रहा था कि तभी काफिले में शामिल एक ऐंबुलेंस का संतुलन बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर पहाड़ी से जा टकराई। काफिला कुन्नूर के पास वेलिंगटन से शवों को सुलूर एयर फोर्स बेस ले जा रहा था। वहां से शवों को दिल्ली ले जाया जाना था। कोयंबटूर के पास एक एंबुलेंस का मामूली एक्सीडेंट हो गया था। हालांकि, इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। एंबुलेस के टकराने के बाद शवों को दूसरी एम्बुलेंस में स्थानांतरित कर दिया गया। जब एम्बुलेंस एयरपोर्ट के लिए जा रही थी, तब रास्ते में खड़े लोगों ने फूल बरसाकर देश के हीरो को अंतिम विदाई दी। पार्थिव शरीरों को सुलूर एयरबेस से आज शाम तक दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट किया जाएगा। बिपिन रावत की पार्थिव देह शुक्रवार को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के दिल्ली स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। इसके बाद कामराज मार्ग से बरार चौराहे शवयात्रा निकाली जाएगी। दिल्ली कैन्टोन्मेंट में अंतिम संस्कार होगा। सभी 13 शवों को भारतीय वायु सेना के C-130J सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान में सुलूर से दिल्ली रवाना किया गया। वायुसेना प्रमुख वहां से पहले ही दिल्ली के लिए रवाना हो चुके थे। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए चॉपर क्रैश में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिया रावत और 11 अन्य सैन्यकर्मियों और अफसरों का देहांत हो गया था। घटना के बाद मृतकों के शव वेलिंगटन मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाए गए थे। गुरुवार सुबह इन शवों को पूरे सैन्य सम्मान के साथ मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया। रेजिमेंटर सेंटर में श्रद्धांजलि सभा के बाद अब इन पार्थिव शरीरों को दिल्ली भेजा जा रहा है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cds-chopper-crash-group-captain-varun-singh-shift-to-bangalore-652383.html,"बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल लाए गए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, पिता भी हैं साथ में मौजूद","नई दिल्ली, 9 सितंबर: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में बुधवार को वायुसेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, जिसमें सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इकलौते जिंदा बचे शख्स हैं, जिनका अब तक वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज किया जा रहा था। वहां पर वो लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे, लेकिन अब उन्हें बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया गया है, जहां उनका आगे का इलाज होगा। ग्रुप कैप्टन सिंह के पिता कर्नल केपी सिंह (सेवानिवृत्त) उनके साथ मौजूद हैं। गुरुवार सुबह न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वरुण को बेंगलुरु शिफ्ट किया जा रहा है। वहीं जब उनसे बेटे की हालत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी मैं इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकता, क्योंकि मैं श्योर नहीं हूं। ""दो लोग जिंदा निकले थे चश्मदीदों के मुताबिक हेलीकॉप्टर क्रैश होने से पहले तीन लोग नीचे गिरे। जिसमें ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह और जनरल रावत जिंदा थे। दोनों को तुरंत रेस्क्यू टीम ने अस्पताल पहुंचाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जनरल रावत ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने एक जांच कमेटी गठित की है। जिसमें तीनों सेनाओं के अधिकारी शामिल रहेंगे। इस टीम को एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह लीड कर रहे हैं, जो खुद एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं।"" CDS Bipin Rawat Death: हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत की मौत, पाकिस्तानी सेना ने ट्वीट कर लिखी ये बात ""प्रारंभिक जांच में ये नतीजा शुरुआती जांच में खराब मौसम को हादसे की वजह बताई जा रही है। हादसे के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें चारों ओर धुंध नजर आ रही। साथ ही हेलीकॉप्टर बहुत कम ऊंचाई पर उड़ रहा है। हालांकि तकनीकी खराबी की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। फिलहाल वायुसेना की टीम ने ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसके वजह का पता चल जाएगा।""",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/cds-bipin-rawat-family-wife-madhulika-rawat-lost-life-also-now-two-daughters-in-family-652382.html,"माता-पिता दोनों को पलभर में खोया: CDS​ बिपिन रावत के परिवार में बचीं सिर्फ दो बेटियां, कोई बेटा नहीं","नई दिल्ली। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया है। दोनों की मौत देश के लिए तो बड़े दुख का विषय है ही, लेकिन इस हादसे ने उनकी बेटियों को भी अनाथ बना डाला है। जनरल रावत के कोई बेटा नहीं था। उनके परिवार में अब सिर्फ दो बेटियां ही बची हैं। ""जनरल रावत के परिवार में बचीं सिर्फ 2 बेटियां जनरल बिपिन रावत बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। वो शादीशुदा हैं। पति के साथ मुंबई में रहती हैं। वहीं, छोटी बेटी का नाम तारिणी है। तारिणी दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही हैं। बुधवार के दिन, उनकी मां मधुलिका रावत एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने पति जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर में तमिलनाडु के वेलिंगटन जा रही थीं।"" चूंकि, मधुलिका रावत आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं और इसी नाते उन्हें भी वेलिंगटन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेना था। किसी को नहीं पता था कि वे हादसे का शिकार हो जाएंगे। क्या थे CDS Bipin Rawat के आखिरी शब्द? बचावकर्मी ने बताया- हिंदी में कही थी कुछ बात ""​कैंसर पीड़ितों के लिए भी काम कर रही थीं मधुलिका बिपिन रावत का ससुराल मध्य प्रदेश के शहडोल में है। उनके साले का कहना है कि, बहन मधुलिका कैंसर के मरीजों के लिए भी काम करती थीं। वह जानी-मानी समाज सेविका थीं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान में स्नातक किया था। वह आर्मी वोमेन वेलफेयर एसोसिएशन की प्रेसिडेंट भी थीं। वह पति रावत के साथ अक्सर सैन्य-कार्यक्रमों में हिस्सा लेने जाती थीं, क्योंकि वह सेना के महिला ग्रुप में लोकप्रिय थीं। रिटायरमेंट के बाद पति के साथ उनका गांव में जिंदगी बिताने का सपना था।"" विंग कमांडर पृथ्वीसिंह चौहान उड़ा रहे थे CDS बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर, अनुभवी पायलट और MI-17V5 की भरोसेमंद तकनीक के बावजूद कैसे हुए हादसे का शिकार?",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/know-about-the-11-officers-and-soldiers-who-were-in-the-helicopter-with-cds-bipin-rawat-652378.html,"उन सभी 11 अफसरों-जवानों के बारे में जानिए, जो सीडीएस बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर में सवार थे","नई दिल्ली, 9 दिसंबर: भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर हादसे में देश ने एक सर्वोच्च सैन्य जनरल सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा 11 अफसरों और सैनिकों को खो दिया है। लेकिन, इससे एक साथ कई परिवारों को इतनी बड़ी पीड़ा मिली है, जिस सदमे से उबरना बहुत मुश्किल है। हम यहां भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के उन सभी 11 जांबाज अफसरों-सैनिकों और उनके परिवारों के बारे में उनकी तस्वीरों के साथ कुछ खास जानकारी साझा कर रहे हैं। इस हादसे में देश ने अपने इन बहादुर सिपाहियों को तो खो ही दिया है, कई पत्नियों के सुहाग उजड़ गए हैं, कई बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है और देश सेवा के लिए निकला कई मां का लाल उसे हमेशा-हमेशा के लिए छोड़कर चला गया है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/no-permission-was-given-to-opposition-in-rajya-sabha-to-pay-tribute-general-bipin-rawat-kharge-652377.html,राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं को जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं दी गई- मल्लिकार्जुन खड़गे,"नई दिल्ली, 9 दिसंबर। गुरुवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद के विपक्षी सदस्यों को सभापति ने दिवंगत जनरल बिपिन रावत और अन्य लोगों को श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं दी। बता दें कि बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद, विपक्ष ने प्रत्येक सांसद से जनरल बिपिन रावत और हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए अन्य लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक-दो मिनट की मांग की। लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हम इस रवैये की निंदा करते हैं। बता दे कि उप सभापति ने राज्यसभा में इस मामले पर कहा था कि सदन ने संयुक्त रूप से अपना दुख और संवेदना व्यक्त कर दी हैं, इसलिए व्यक्तिगत बयानों की आवश्यकता नहीं है। यह भी पढ़ें: 'देश के सर्वोच्च सेनापति के साथ ऐसा कैसे हो सकता है?', हेलिकॉप्टर हादसे पर संजय राउत ने उठाए सवाल ""क्या कहा मल्लिकार्जुन खड़गे ने जैसे ही राजनाथ सिंह ने सदन में बताया कि विमान हादसे में सीडीएस बिपिन रावत की मौत हो गई है। इसके बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष को भी नेताओं को भी बोलने के लिए कुछ मिनट देकर श्रद्धांजलि देने का मौका दिया जाए। इसपर राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्ष को ऐसा करने की अनुमति नहीं दी। इसको लेकर टीएमसी ने ट्वीट कर कहा कि यह बेहद भयावह है कि विपक्षी राज्यसभा सांसदों को सीडीएस और 12 अन्य लोगों की दुखद मौत पर शोक व्यक्त करने और दुख की इस घड़ी में राष्ट्र के साथ एकजुटता से खड़े होने की अनुमति नहीं दी गई। इस मुद्दे पर टीएमसी सांसदों ने राज्यसभा से वाकआउट कर दिया।""",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/eyewitness-claims-general-rawat-asked-for-water-after-crash-tamil-nadu-652370.html,"'हादसे के बाद जिंदा थे जनरल रावत, मांगा था पानी', CDS के आखिरी वक्त को बताते हुए रो पड़े चश्मदीद","नीलगिरी, 9 दिसंबर: भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में क्रैश हो गया। जिसमें जनरल, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हुई, जबकि एक ग्रुप कैप्टन गंभीर रूप से घायल हैं। ये घटना कुन्नूर की पहाड़ियों में हुई, जहां पर बहुत से चाय के बागान मौजूद हैं। अब घटना के कुछ चश्मदीद मीडिया के सामने आए हैं, जिन्होंने इस बात की पुष्टि की कि जनरल रावत क्रैश के बाद भी जिंदा थे। गुमला से जाते हुए बिपिन रावत ने कहा था- मैं अपना दिल छोड़कर जा रहा हूं, पत्नी के साथ पहुंच कही थी ये बात",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/what-is-black-box-in-helicopter-which-will-reveal-real-reason-of-incident-652357.html,"क्या होता है ब्लैक बॉक्स, जिससे होगा हेलिकॉप्टर क्रैश की असल वजह का खुलासा?","नई दिल्ली, 9 दिसंबर: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, जिसे ब्लैक बॉक्स भी कहा जाता है, बरामद कर लिया है। बुधवार को हुए इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की जान चली गई थी। इस मामले में भारतीय वायु सेना ने जांच के आदेश भी दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, वायु सेना के तकनीकी अधिकारियों ने दुर्घटनास्थल पर 300 मीटर से लेकर करीब 1 किलोमीटर तक के दायरे में तलाशी ली, जिसके बाद ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया। आइए जानते हैं कि क्या होता है ब्लैक बॉक्स, जिससे हेलिकॉप्टर हादसे की असल वजह का पता चल सकता है।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/google-year-in-search-of-2021-know-what-indian-people-most-search-652348.html,"Google ने जारी की सर्च ईयर ऑफ 2021 की लिस्ट, जानें इंटरनेट पर भारत के लोगों ने सबसे ज्यादा क्या खोजा","नई दिल्ली। गूगल की तरफ से हर साल एक लिस्टजारी की जाती है, जिसमें बताया जाता है कि गूगल पर पूरे साल में सबसे ज्यादा क्या सर्च किया गया है। इसी क्रम में बुधवार को गूगल ने अपनी Year In Search 2021 की लिस्ट जारी की है। गूगल ने इस संबंध में वैश्विक सूची के साथ-साथ राष्ट्र आधारित लिस्ट भी जारी की है। लिस्ट के मुताबिक साल 2021 में टॉप तीन सर्च में इंडियन प्रीमियर लीग, CoWIN और ICC T20 विश्व कप रहा है। ये सभी पूरे साल प्रमुख चर्चा में भी रहे हैं। वहीं अगर फिल्मों की बात करें तो भारत में सबसे ज्यादा जय भीम, शेरशाह और राधे को सर्च किया गया है। इसके अलावा खबरों की बात करें तो भारत में लोगों टोक्यो ओलंपिक, अफगानिस्तान समाचार और ब्लैख फंगस से जुड़ी अपडेट खबरों में ज्यादा रूचि दिखाई है। इसके अलावा व्यक्तित्व की बात करें तो भारत में सबसे ज्यादा नीरज चोपड़ा, आर्यन खान और शहनाज गिल को सर्च किया गया है। क्या सच में कैटरीना कैफ के भाई हैं ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट माइकल फेल्प्स, गूगल सर्च तो यही दिखा रहा है वहीं भारत में ओवरऑल टॉप ट्रेंड की बात करें तो इंडियन प्रीमियर लीग, कोविन, आईसीसी टी20 विश्व कप, यूरो कप, टोक्यो ओलंपिक रहा है। इसके अलावा फिल्मों की टॉप सर्च लिस्ट की बात करें तो जय भीम, शेरशाह, राधे, बेल बॉटम और एटरनल्स रही है। वहीं मोस्ट सर्च्ड रेसिपी की बात करें तो एनोकी मशरूम, मोदकी, मेथी मटर मलाई, पालकी, चिकन सूप को सबसे ज्यादा सर्च किया गया है। फ्री फायर ट्रेडिंग की लिस्ट में आने वाली एकमात्र गेम थी। इस साल नियर मी सर्च सबसे ज्यादा मांग में थीं। जिनमें कोविड वैक्सीन, कोविड टेस्ट और कोविड हॉस्पिटल की सर्च टॉप स्लॉट्स में रहीं।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/when-pakistan-made-fun-of-bipin-rawat-s-tirchi-topi-cds-reminded-the-old-history-652346.html,"जब पाकिस्तान ने उड़ाया था बिपिन रावत की 'तिरछी टोपी' का मजाक, CDS ने याद दिलाया था पुराना इतिहास","नई दिल्ली, 09 दिसंबर। CDS बिपिन रावत की मौत से पूरा भारत हिल गया है, किसी को अभी भी भरोसा नहीं हो रहा कि मां भारती का ये होनहार बेटा हमेशा के लिए दुनिया से रूखसत हो गया है। बिपिन रावत के बारे ऐसी बहुत सारी बाते हैं, जिन्हें आज पूरा देश याद कर रहा है। ' काउंटर स्पेशलिस्ट' के तौर पर अपनी खास जगह बनाने वाले बिपिन रावत ने हमेशा पाकिस्तान को उसकी ओछी हरकतों पर करारा जवाब दिया था।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-first-cds-bipin-rawats-staff-brigadier-lakhbinder-lidder-and-lt-col-lost-lives-also-652341.html,"CDS के साथ देश ने इन्‍हें भी खोया: रावत के करीबी ब्रिगेडियर लिद्दर, सियाचिन में सेवा देने वाले ले. कर्नल","नई दिल्‍ली। तमिलनाडु के जंगलों में हुए भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर हादसे में बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। उन लोगों में ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर भी थे, जो कि हरियाणा के पंचकुला से ताल्‍लुक रखने वाले दूसरे अहम पद के सैन्य-अधिकारी थे। ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर पिछले एक साल से अधिक समय से जनरल बिपिन रावत के स्टाफ में थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर राइफल्स की दूसरी बटालियन की कमान संभाली थी।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/defense-minister-rajnath-singh-s-statement-in-parliament-on-cds-bipin-rawat-s-helicopter-crash-accid-652339.html,"संसद में रक्षा मंत्री ने दी दुर्घटना की पूरी जानकारी, कहा- हवाई हादसे की जांच की जा रही है","नई दिल्ली, 09 दिसंबर: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास बुधवार को सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें उनकी पत्नी सहित 11 अधिकारियों का निधन हो गया। इस हादसे में जहां पूरे देश को हिला कर रख दिया तो गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में हादसों को लेकर अपना बयान दिया। संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच के आदेश दिए हैं। हेलिकॉप्टर हादसे की जांच शुरू रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच की जाएगी। सिंह ने संसद में अपना बयान देते हुए कहा कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में त्रिकोणीय सेवा जांच दल बुधवार को ही वेलिंगटन पहुंच गया और इस मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है। अपने बयान में लोकसभा में राजनाथ सिंह ने कहा, 'भारतीय वायु सेना ने सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच का आदेश दिया है, जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। जांच टीम कल ही वेलिंगटन पहुंची और जांच शुरू कर दी। हेलिकॉप्टर में सवार 14 में से 13 का निधन लोकसभा में बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे पर बयान देते हुए रक्षा मंत्री ने बताया कि कुन्नूर के पास जंगल में वहां मौजूद कुछ लोगों ने हेलिकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा हुआ देखा। स्थानीय प्रशासन से एक बचाव दल घटनास्थल पहुंचकर बचाव अभियान कर लोगों को अस्पताल पहुंचाया। हेलिकॉप्टर में सवार कुल 14 में से 13 लोगों की जान गई है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल से कटा संपर्क उन्होंने लोकसभा में घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि जनरल बिपिन रावत अपने दौरे के लिए तमिलनाडु के वेलिंगटन जा रहे थे। वायु सेना के Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर ने बुधवार सुबह 11:48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी और इसे 12:15 बजे वेलिंग्टन लैंड करना था, लेकिन सुलूर एयर बेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने 12:08 बजे अपना संपर्क खो दिया। Bipin Rawat : 'माचिस की डिब्बी' के कारण हुआ था बिपिन रावत का NDA में सेलेक्शन, खुद ही शेयर किया था किस्सा पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार सभी पार्थिव शरीर को आज शाम तक दिल्ली लाया जाएगा। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सेना के वेलिंगटन अस्पताल में लाइफ सर्पोट पर हैं और उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। वहीं आगे कहा कि CDS जनरल बिपिन रावत का पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा और अन्य सभी सेना अधिकारियों का अंतिम संस्कार उचित सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/who-will-be-successor-of-cds-general-bipin-rawat-unprecedented-question-for-indian-government-652322.html,कौन होगा जनरल बिपिन रावत का उत्तराधिकारी? दोराहे पर कैसे खड़ी हो गई है भारत सरकार?,"नई दिल्ली, दिसंबर 09: कई सालों की मांग और चर्चा के बाद भारत में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद का गठन किया गया था और जनरल बिपिन रावत को देश का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया था। इसलिए, अब जब देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का बुधवार को दुखद निधन हो गया और उनके कार्यकाल के खत्म होने में वक्त बचा हुआ है, तो देश की सुरक्षा प्रतिष्ठानों के सामने एक अप्रत्याशित स्थिति पैदा हो गई है, कि आखिर जनरल बिपिन रावत का उत्तराधिकार कौन होगा? सीडीएस सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) के सचिव भी हैं। CDS बिपिन रावत की मौत पर सदमे में दुनिया, रोया इजरायल, जानिए पाकिस्तानी सेना ने क्या कहा",-1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/covid-19-india-9419-new-patients-and-8251-recoveries-24-hours-now-94742-active-patients-652320.html,"भारत में फिर बढ़े कोरोना मरीज, 24 घंटे में 9419 मिले, ठीक होने वालों का आंकड़ा घटा, 8251 रिकवर","नई दिल्‍ली। आबादी के लिहाज से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश भारत में कोरोना महामारी का प्रकोप अभी भी व्याप्त है। यहां विभिन्न राज्यों में रोज 7 हजार से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं, वहीं हजारों ठीक भी हो रहे हैं। आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि, पिछले 24 घंटों के दौरान भारत में 9,419 नए मामले सामने आए। जबकि, 8,251 ठीक हुए और 159 मौतें हुईं। इसके अलावा कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 34,666,241 जा पहुंची है। नई दिल्‍ली। आबादी के लिहाज से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश भारत में कोरोना महामारी से बचाव के लिए कोरोना-वैक्‍सीनेशन अभियान जोरों पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि, अब तक लोगों को वैक्‍सीन के 130 करोड़ से ज्‍यादा डोज दिए जा चुके हैं। जिसमें से 72 लाख से अधिक डोज कल ही के दिन दिए गए। मंत्रालय का कहना है कि, कल देर रात तक के डेटा का विश्‍लेषण किया जा रहा है और फाइनल रिपोर्ट में आंकड़ा बढ़ने की उम्‍मीद है।",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/india-has-made-a-lot-of-progress-in-aircraft-manufacturing/,"विमान विनिर्माण क्षेत्र में भारत ने की काफी उन्नति, सिंधिया बोले- इस दिशा में तेजी से जारी है कार्य","Home देश विमान विनिर्माण क्षेत्र में भारत ने की काफी उन्नति, सिंधिया बोले- इस दिशा में तेजी से जारी है कार्य विमान विनिर्माण क्षेत्र में भारत ने की काफी उन्नति, सिंधिया बोले- इस दिशा में तेजी से जारी है कार्य Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 03:54 PM IST नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को लोकसभा में बताया कि पिछले 3-4 वर्षों में भारत ने विमान विनिर्माण के क्षेत्र में काफी उन्नति की है और इस दिशा में काम कर रहा है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सौगत राय के पूरक प्रश्न के उत्तर में सिंधिया ने बताया कि बोइंग और टाटा ने इस दिशा में संयुक्त उद्यम स्थापित किया है। इसके अलावा एयरबस और टाटा ने भी संयुक्त उद्यम स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने भी इस दिशा में पांच चरणों में कदम बढ़ाया है। प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन मंत्री सिंधिया ने कहा कि हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने यात्री प्रचालन के लिये 36 यात्रियों के बैठने की क्षमता वाले 80 से अधिक एचएस-748 विमानों का विनिर्माण किया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा क्षेत्रीय विमान सम्पर्क के लिये इसने हाल ही में 19 सीटों की क्षमता वाले विमान का निर्माण करना शुरू किया है। सिंधिया ने बताया कि वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने ‘सारस’ प्रायोगिक प्रारूप को विकसित किया है जो विविध उपयोग वाला 14 सीटों का नागरिक विमान है।",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/india-plans-to-set-up-space-station-by-2030-jitendra-singh/,भारत की 2030 तक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना : जितेंद्र सिंह,"Home देश भारत की 2030 तक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना : जितेंद्र सिंह भारत की 2030 तक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना : जितेंद्र सिंह Uday sodhi Updated Thu, 09th Dec 2021 03:21 PM IST सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की योजना 2030 तक एक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की है जो अपनी तरह का अनोखा स्टेशन होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 2023 तक भारत के गगनयान भेजने की योजना है और उसके पहले दो मानव रहित मिशन भेजे जाएंगे। कोविड महामारी की वजह से विभिन्न मिशन में देरी उन्होंने इनके रोबोटिक मिशन होने का जिक्र करते हुए कहा कि उनमें से एक मिशन अगले साल की शुरूआत में भेजा जाएगा और दूसरे मिशन को साल के अंत तक भेजे जाने की योजना है। सिंह ने कहा कि गगनयान की सफलता के साथ ही भारत, अमेरिका, चीन और रूस की विशिष्ट श्रेणी में शामिल होकर चौथा देश बन जाएगा और अंतरिक्ष क्षेत्र में विश्व में अग्रिम पंक्ति के देशों में शुमार हो जाएगा। सिंह ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि गगनयान के साथ ही शुक्र मिशन, सौर मिशन (आदित्य) और चंद्रयान के लिए भी काम जारी है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की वजह से विभिन्न मिशन में देरी हुयी और चंद्रयान के अगले साल भेजे जाने की योजना है। india jitendra singh space station state minister the office of the prime minister अंतरिक्ष स्टेशन जितेंद्र सिंह प्रधानमंत्री कार्यालय भारत राज्य मंत्री इसे देखें The Most Heartwarming Moments Between Father And Daughter Herbeauty Herbeauty This Guy Photoshopped Himself Into Celeb Pics And It's Hysterical Brainberries Brainberries The Most Clever Uses Of CGI In Cinema Brainberries Brainberries 8 South Korean Films That Can Easily Surpass Hollywood Hits Brainberries Brainberries 11 Signs Your Perfectionism Has Gotten Out Of Control Herbeauty Herbeauty Actors Who Tore Down Entire Career On The Heals Of One Great Film Brainberries Brainberries",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/bipin-rawat-helicopter-crash-rajnath-singh-to-brief-president-kovind-about-the-situation-arising-out-of-the-accident/,बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश : राजनाथ सिंह राष्ट्रपति कोविंद को दुर्घटना से पैदा हुई स्थिति के बारे में जानकारी देंगे,"Home देश बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश : राजनाथ सिंह राष्ट्रपति कोविंद को दुर्घटना से पैदा हुई स्थिति के बारे में जानकारी देंगे बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश : राजनाथ सिंह राष्ट्रपति कोविंद को दुर्घटना से पैदा हुई स्थिति के बारे में जानकारी देंगे Uday sodhi Updated Thu, 09th Dec 2021 02:03 PM IST रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उन्हें कुन्नूर के समीप हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बारे में जानकारी देंगे। इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मुधलिका और सशस्त्र बलों के 11 कर्मियों की मौत हो गयी। राष्ट्रपति सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर हैं। हादसे की जांच तीनों सेनाओं के एक दल ने शुरू की आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सिंह राष्ट्रपति कोविंद को दुर्घटना के साथ ही इसके कारण पैदा हुई स्थिति के बारे में जानकारी देंगे। संसद में एक बयान में बृहस्पतिवार को सिंह ने कहा कि हेलीकॉप्टर हादसे की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के एक दल ने शुरू कर दी है। रक्षा मंत्री ने बताया कि जनरल रावत बुधवार को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों से संवाद करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर थे। 12 बजकर आठ मिनट पर हेलीकॉप्टर से संपर्क टूटा सिंह के अनुसार, ‘‘जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलुर से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से पूर्वाह्न 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी। हेलीकॉप्टर को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंगटन में उतरना था। सुलूर वायु यातायात नियंत्रक का 12 बजकर आठ मिनट पर हेलीकॉप्टर से संपर्क टूट गया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। मौके पर जाकर उन्होंने हेलीकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहुंचा।’’ defense minister general bipin rawat helicopter crash president rajnath singh ramnath kovind जनरल बिपिन रावत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति हेलीकॉप्टर दुर्घटना इसे देखें 11 Greatest Special Effects Movies Of All Time Brainberries Brainberries 10 Amazing Characters We Wish Were Official Disney Princesses Brainberries Brainberries 9 Of The Best Family Friendly Dog Breeds Herbeauty Herbeauty The Infamous Magic Carpet In The Sketch, Which Ended With A Kiss Brainberries Brainberries 6 Things Women Found Really Attractive In The 60’s Brainberries Brainberries Such A Sweet Life Story Of The Youngest Queen In The World Brainberries Brainberries",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/on-the-completion-of-75-years-of-the-first-meeting-of-the-constituent-assembly-prime-minister-modi-made-this-request-to-the-youth/,संविधान सभा की पहली बैठक के 75 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से किया ये आग्रह,"Home देश संविधान सभा की पहली बैठक के 75 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से किया ये आग्रह संविधान सभा की पहली बैठक के 75 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से किया ये आग्रह Kaushik Sharma Updated Thu, 09th Dec 2021 01:42 PM IST प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संविधान सभा की पहली बैठक के 75 वर्ष पूरा होने के अवसर पर इसके महत्व को रेखांकित करते हुए युवाओं से आग्रह किया कि वह इस सभा की कार्यवाही और इसमें शामिल होने वाले प्रख्यात हस्तियों के बारे में जानें। प्रधानमंत्री ने युवाओं से कही ये बात उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर युवाओं से कहा कि ऐसा करने से उन्‍हें बहुत कुछ जानने को मिलेगा।ज्ञात हो कि संविधान सभा की पहली बैठक नौ दिसंबर, 1946 को हुई थी।प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘संविधान सभा की पहली बैठक आज ही के दिन 75 वर्ष पूर्व हुई थी। भारत के विभिन्न हिस्सों, अलग-अलग पृष्ठभूमि और विचारधाराओं के प्रतिष्ठित लोग इसमें शामिल हुए, जिनका एकमात्र उद्देश्य देश के लोगों को एक समृद्ध संविधान देना था। सभी को मेरी श्रद्धांजलि’’ उन्होंने कहा कि संविधान सभा की पहली बैठक की अध्यक्षता संविधान सभा के वरिष्‍ठतम सदस्‍य सच्चिदानंद सिन्हा ने की और कार्यवाही का संचालन आचार्य कृपलानी ने किया था।उन्होंने कहा, ‘‘इस ऐतिहासिक बैठक के अवसर पर मैं युवाओं से आग्रह करूंगा कि वह इस सभा की कार्यवाही और इसमें शामिल होने वाली प्रख्यात हस्तियों के बारे में जानें। ऐसा करने से उन्‍हें बहुत कुछ जानने को मिलेगा।’’ लोकसभा में विपक्ष ने उठाया नगालैंड जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को रोके जाने का मुद्दा, सरकार पर लगाया ये आरोप central government constituent assembly narendra modi prime minister top news केंद्र सरकार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री संविधान सभा बड़ी खबर PM मोदी ने पालम एयरबेस में दी CDS रावत समेत सभी शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कल होगा अंतिम संस्कार ओमिक्रोन के खतरे के बीच DGCA का बड़ा फैसला, सभी कमर्शियल फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक बढ़ाया प्रतिबंध सभी रीति रिवाज के साथ तेजस्वी यादव ने रचाई शादी,जानें कौन-कौन हुआ शामिल किसानों की मांगें पूरी और आंदोलन वापस, सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं : कांग्रेस पच्छिम बंगाल: कोलकाता HC से मिथुन चक्रवर्ती को मिली बड़ी राहत, जानें क्या है पूरा मामला ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी ने बेटी को दिया जन्म किसान आंदोलन की समाप्ति पर बालियान ने जताई खुशी, कहा- चुनावों के लिए नहीं किसानों के लिए बदला फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट Advertisement",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/both-houses-paid-tribute-to-cds-rawat-appreciated-his-important-contribution-in-the-security-of-the-country/,"दोनों सदनों ने दी CDS रावत को श्रद्धांजलि, साथ ही की देश की सुरक्षा में उनके अहम योगदाम की सराहना","Home देश दोनों सदनों ने दी CDS रावत को श्रद्धांजलि, साथ ही की देश की सुरक्षा में उनके अहम योगदाम की सराहना दोनों सदनों ने दी CDS रावत को श्रद्धांजलि, साथ ही की देश की सुरक्षा में उनके अहम योगदाम की सराहना Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 12:46 PM IST संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा ने बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 11 सैन्यकर्मियों की मौत पर बुधवार को शोक जताया और कहा कि राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और सदस्यों ने कुछ पल का मौन रखकर जनरल रावत समेत दिवंगत सैन्य कर्मियों के प्रति श्रद्धांजलि प्रकट की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिया बयान सदन में आज कार्यवाही शुरू होते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हेलीकॉप्टर हादसे के संबंध में बयान दिया और बताया कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के दल ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने प्रकट किया शोक इसके बाद बिरला ने कहा, ‘‘मैं अपनी ओर से और सदन की ओर से भारत के प्रथम सीडीएस, उनकी पत्नी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दुखद मृत्यु पर शोक प्रकट करता हूं। जनरल बिपिन रावत ने हमारे देश की रक्षा व्यवस्था में मूलभूत परिवर्तन लाने में अभूतपूर्व योगदान दिया था।’’ लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उन्हें राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धताओं एवं समर्पण के लिए याद रखा जाएगा।’’ इसके बाद सदस्यों ने कुल पल का मौन रखकर दिवंगत सैन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने दुर्भाग्यपूर्ण हादसे का किया उल्लेख सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, उपसभापति हरिवंश ने इस ‘‘दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण’’ हादसे का उल्लेख किया और जनरल रावत के योगदानों की सराहना की। इसके बाद दिवंगत सैन्यकर्मियों के सम्मान में सदन में कुछ पलों का मौन रखा गया। उपसभापति ने कहा कि जनरल रावत ने देश के सुरक्षा ढांचे में आमूलचूल बदलाव किया। उन्होंने कहा, ‘‘जनरल रावत के निधन से देश के एक उत्कृष्ट सैनिक खो दिया।’’ तमिलनाडु के कुन्नूर के पास कल हुआ था हेलीकॉप्टर क्रैश बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर के पास कल बुधवार को भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हेलीकॉप्टर में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और कुछ अन्य सैन्य अधिकारी सवार थे। बाद में भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की कि जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की इस हादसे में मृत्यु हो गई। CDS बिपिन रावत को विपक्ष की श्रंद्धाजलि, निलंबन के खिलाफ आज नहीं होगा धरना प्रदर्शन bipin rawat harivansh lok sabha om birla parliament rajya sabha top news ओम बिरला बिपिन रावत राज्यसभा लोकसभा संसद हरिवंश",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/coonoor-mi-17-helicopter-accident-opposition-will-not-protest-today-against-12-mlas-suspension/,"CDS बिपिन रावत को विपक्ष की श्रंद्धाजलि, निलंबन के खिलाफ आज नहीं होगा धरना प्रदर्शन","Home देश CDS बिपिन रावत को विपक्ष की श्रंद्धाजलि, निलंबन के खिलाफ आज नहीं होगा धरना प्रदर्शन CDS बिपिन रावत को विपक्ष की श्रंद्धाजलि, निलंबन के खिलाफ आज नहीं होगा धरना प्रदर्शन Pinki Nayak Updated Thu, 09th Dec 2021 12:16 PM IST संसद के शीतकालीन सत्र के 11वें दिन विपक्ष ने सदन में धरना प्रदर्शन नहीं करने का फैसला लिया है। कुन्नूर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत के बाद विपक्ष ने यह फैसला लिया है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सीडीएस रावत समेत 13 लोगों को श्रंद्धाजलि देते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, देश के लिए जो जवान लड़ते हैं जो देश के लिए जान दे देते हैं उनके लिए हम सब एक होते हैं। हमने तय किया है कि अब तक हम जिन 12 सांसदों के लिए धरना कर रहे थे उसे आज के लिए वापस लेते हैं। शहीद हुए सभी जवानों को श्रंद्धाजलि अर्पित करते हैं। इसके साथ ही विपक्ष के सभी सदस्यों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सम्बोधन में भी शामिल होने का फैसला किया है। खड़गे ने कहा कि आज हम लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संबोधन में भी शामिल होंगे। रक्षा मंत्री ने सदन में आज कार्यवाही शुरू होते ही हेलीकॉप्टर हादसे के संबंध में बयान दिया। कुन्नूर हादसा : रक्षा मंत्री ने दोनों सदनों में दिया घटना का ब्यौरा, कहा-तीनों सेना का एक दल कर रहा है जांच कुन्नूर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत, सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा का निधन हो गया। cds general bipin rawat lok sabha mallikarjun kharge parliament rajya sabha top mews मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा लोकसभा संसद सीडीएस जनरल बिपिन रावत इसे देखें How Your Hair Growth Can Be Faster With These Simple Tips Herbeauty Herbeauty Top 9 Rarest And Most Valuable Items In The World Brainberries Brainberries Top 9 Predicted Haircut Trends Of 2020 Herbeauty Herbeauty It's All About The Eyes: 6 Things Women Notice About Men Brainberries Brainberries How Traditional Wedding Outfits Look Around The World Brainberries Brainberries A Mental Health Chatbot Which Helps People With Depression Herbeauty Herbeauty",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/-coonoor-incident-defense-minister-gave-details-of-the-incident-in-both-the-houses-a-team-of-three-forces-is-investigating/,"कुन्नूर हादसा : रक्षा मंत्री ने दोनों सदनों में दिया घटना का ब्यौरा, कहा-तीनों सेना का एक दल कर रहा है जांच","Home देश कुन्नूर हादसा : रक्षा मंत्री ने दोनों सदनों में दिया घटना का ब्यौरा, कहा-तीनों सेना का एक दल कर रहा है जांच कुन्नूर हादसा : रक्षा मंत्री ने दोनों सदनों में दिया घटना का ब्यौरा, कहा-तीनों सेना का एक दल कर रहा है जांच Bharat Verma Updated Thu, 09th Dec 2021 12:01 PM IST तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए दर्दनाक हादसे पर देश का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा में घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के संबंध में सदन को बताया कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के एक दल ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। हेलीकॉप्टर से टूट गया था संपर्क : रक्षा मंत्री सदन की कार्यवाही शुरू होते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत बुधवार को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों से संवाद करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर थे। सिंह के अनुसार, जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलुर से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से पूर्वाह्न 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी जिसे दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंगटन में उतरना था। सुलूर वायु यातायात नियंत्रक का 12 बजकर 8 मिनट पर हेलीकॉप्टर से संपर्क खो गया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। मौके पर जाकर उन्होंने हेलीकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहंचा। दुर्घटना में शामिल सभी जवानों का दिया ब्यौरा रक्षा मंत्री ने बताया कि हेलीकॉप्टर में से लोगों को निकालकर यथाशीघ्र वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गयी जिनमें सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं। सिंह ने बताया कि, अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे। उन्होंने बताया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं। तीनों सेनाओं के एक दल ने शुरू कर दी है जांच रक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि सभी पार्थिव शरीर को वायु सेना के विमान से आज शाम तक दिल्ली लाया जाएगा। जनरल रावत और अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि, इस दुर्घटना के बाद एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी को कल ही दुर्घटना स्थल पर भेज दिया गया था और उन्होंने वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया। सिंह ने बताया कि दुर्घटना की जांच के लिए एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में तीनों सेनाओं के एक दल द्वारा जांच का आदेश दिया गया है और इस दल ने वेलिंगटन पहुंचकर जांच का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने दिवंगत आत्माओं को देश की तरफ से श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। defence minister general bipin rawat loksabha rajnath singh tamilnadu जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा इसे देखें 8 Beautiful Songs That Have Disturbing Meanings Brainberries Brainberries Time Playing Video Games Can Have A Detrimental Effect On You Brainberries Brainberries Incredible Discoveries That Puzzled The Whole World Brainberries Brainberries Which Bond Had The Coolest Car? Brainberries Brainberries Greatest Movies In History Since 1982 Brainberries Brainberries These Maisie Williams Facts Are Bound To Shock You Brainberries Brainberries",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/helicopter-crash-survivor-varun-singh-condition-critical-doctors-did-not-assure/,"हेलीकॉप्टर क्रैश के सर्वाइवर वरुण सिंह की हालत गंभीर, डॉक्टरों ने नहीं दिया आश्वासन, अगले 48 घंटे नाजुक","Home देश हेलीकॉप्टर क्रैश के सर्वाइवर वरुण सिंह की हालत गंभीर, डॉक्टरों ने नहीं दिया आश्वासन, अगले 48 घंटे नाजुक हेलीकॉप्टर क्रैश के सर्वाइवर वरुण सिंह की हालत गंभीर, डॉक्टरों ने नहीं दिया आश्वासन, अगले 48 घंटे नाजुक Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 11:21 AM IST तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बुधवार को हुई सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे हैं। इस घटना में भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारी जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। गंभीर रूप से झुलसे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। वरुण सिंह के अगले 48 घंटे हैं गंभीर वरुण सिंह बुधवार को कुन्नूर के पास हुए दुर्भाग्यपूर्ण एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र अधिकारी हैं। जानकारी के मुताबिक वह तकरीबन 80-85 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। वह अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह जानकारी तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। सर्वाइव करने में सफल रहे वरुण सिंह शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले सिंह बुधवार की रात सर्वाइव करने में सफल रहे हैं और डीएसएससी में उनके ठीक होने की प्रार्थना है। सिंह का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने कोई आश्वासन नहीं दिया है और अगले 48 घंटे गंभीर हैं। सिंह को हाल ही में विंग कमांडर से ग्रुप कैप्टन के रूप में पदोन्नत किया गया था और वह हाल ही में डीएसएससी में शामिल हुए थे। हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 13 लोगों की गयी जान दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर पर सवार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य अधिकारियों सहित अन्य सभी 13 लोगों का निधन हो गया था। कुन्नूर के सैन्य अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा दी गई प्रक्रिया के अनुसार राज्य सरकार के डॉक्टर और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया। शौर्य चक्र विजेता है ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वरुण सिंह ने पिछले साल एक उड़ान के दौरान बड़े तकनीकी मुद्दों की चपेट में आने के बाद अपने विमान को संभालने के साहस के लिए उन्होंने अगस्त में शौर्य चक्र जीता था। उन्होंने अपने तेजस फाइटर को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद सुरक्षित उतारा। तमिलनाडु सरकार ने कोयंबटूर के एक अस्पताल में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की है। जनरल रावत की अगवानी करने के लिए सुलूर पहुंचे थे वरुण ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जनरल रावत की अगवानी करने के लिए डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से सुलूर गए थे, जो वहां के शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करने वाले थे। ग्रुप कैप्टन सिंह का पैतृक गांव पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया में है और पिता के पी सिंह कर्नल के पद से सेना से सेवानिवृत्त हैं। प्रदेश कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह उनके चाचा हैं। मीडिया से बात करते हुए ग्रुप कैप्टन सिंह के चाचा दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, ''वह फिलहाल अस्पताल में हैं, वायुसेना द्वारा बुलेटिन जारी करने पर हमें उनकी स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी।'' 63 वर्षीय जनरल रावत रूस निर्मित एमआई-17 हेलिकॉप्टर से वेलिंगटन के डिफेंस कॉलेज जा रहे थे, जो दोपहर में अपने गंतव्य के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। देश में 24 घंटे के दौरान कोरोना के केस में बढ़ोतरी,इतने नए लोगों में हुई संक्रमण की पुष्टि bipin rawat coonoor helicopter crash tamil nadu top news varun singh कुन्नूर तमिलनाडु बिपिन रावत वरुण सिंह हेलीकॉप्टर क्रैश",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/corona-cases-increased-in-the-country-during-24-hours-so-many-new-people-confirmed-the-infection/,"देश में 24 घंटे के दौरान कोरोना के केस में बढ़ोतरी,इतने नए लोगों में हुई संक्रमण की पुष्टि","Home देश देश में 24 घंटे के दौरान कोरोना के केस में बढ़ोतरी,इतने नए लोगों में हुई संक्रमण की पुष्टि देश में 24 घंटे के दौरान कोरोना के केस में बढ़ोतरी,इतने नए लोगों में हुई संक्रमण की पुष्टि Kaushik Sharma Updated Thu, 09th Dec 2021 10:58 AM IST देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 9,419 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 3,46,66,241 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 हो गई है।केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 159 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,74,111 हो गई। पिछले लगातार 13 दिन से संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम आ रहे हैं और पिछले 165 दिन से 50,000 से कम हैं। देश में अभी तक कुल 3,40,97,388 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.27 फीसदी है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 1,009 की वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.73 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 66 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.74 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 25 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,40,97,388 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है। कोविड-19 रोधी टीकों की 130.39 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 130.39 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। विश्वभर में कोरोना के मामले 26.8 करोड़ से अधिक, अब तक कुल 52.7 लाख से ज्यादा लोगों की हुई मौत corona virus health ministry india infection top news vaccination campaign कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान भारत संक्रमण स्वास्थ्य मंत्रालय इसे देखें Why Do We Love To Hate Bad Games? Brainberries Brainberries Tips From A Professional Stylist On How To Look Stunning In 2020 Herbeauty Herbeauty 10 Of The Best Places Around The World To Go Stargazing Brainberries Brainberries Bear Cubs 'Dancing' In Forest Delight The Internet Brainberries Brainberries 7 Horror Movies For People Who Hate Them Brainberries Brainberries 12 Movies That Almost Ended Their Stars' Careers Brainberries Brainberries बड़ी खबर PM मोदी ने पालम एयरबेस में दी CDS रावत समेत सभी शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कल होगा अंतिम संस्कार ओमिक्रोन के खतरे के बीच DGCA का बड़ा फैसला, सभी कमर्शियल फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक बढ़ाया प्रतिबंध सभी रीति रिवाज के साथ तेजस्वी यादव ने रचाई शादी,जानें कौन-कौन हुआ शामिल किसानों की मांगें पूरी और आंदोलन वापस, सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं : कांग्रेस पच्छिम बंगाल: कोलकाता HC से मिथुन चक्रवर्ती को मिली बड़ी राहत, जानें क्या है पूरा मामला ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी ने बेटी को दिया जन्म किसान आंदोलन की समाप्ति पर बालियान ने जताई खुशी, कहा- चुनावों के लिए नहीं किसानों के लिए बदला फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट Advertisement",-1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/coonoor-helicopter-crash-secret-of-the-accident-will-be-revealed-from-the-black-box/,"Coonoor Helicopter Crash : ब्लैक बॉक्स से खुलेगा हादसे का राज, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर बरामद","Home देश Coonoor Helicopter Crash : ब्लैक बॉक्स से खुलेगा हादसे का राज, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर बरामद Coonoor Helicopter Crash : ब्लैक बॉक्स से खुलेगा हादसे का राज, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर बरामद Pinki Nayak Updated Thu, 09th Dec 2021 10:23 AM IST भारतीय वायुसेना का Mi17 हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। दुर्घटना में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई। हादसे के कारणों को जानने के लिए हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को बरामद कर लिया गया हैहै। ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की जांच के बाद ही हादसे के असल कारणों का पता चल पाएगा। विंग कमांडर आर. भारद्वाज के नेतृत्व में वायु सेना के अधिकारियों की 25 विशेष टीम ने ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है और फोरेंसिक टीम जांच शुरू करेगी।तलाशी का दायरा बढ़ाते हुए सेना की टीम सुबह से ही तलाशी अभियान चला रही थी। क्या होता है ब्लैक बॉक्स ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा बता सकता है। भले ही इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, लेकिन उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में रंगा जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट में होने वालीं बातचीत को रिकॉर्ड करता है। कुन्नूर हेलीकॉप्टर क्रैश : MI-17 हेलीकॉप्टर उड़ाने में माहिर थे पृथ्‍वी सिंह चौहान, हादसे में गई जान हेलिकॉप्टर के अवशेषों की आगे की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे। इसके अलावा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, वेलिंगटन, तमिलनाडु में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ भी उड़ान के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान कर सकते हैं। करीब 80 फीसदी जलने के बाद सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। बुधवार को, जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, जो कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। black box coonoor coonoor helicopter crash flight data recorder mi17 helicopter crash mi17 हेलीकॉप्टर क्रैश top news कुन्नूर कुन्नूर हेलीकॉप्टर क्रैश फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर ब्लैक बॉक्स इसे देखें Most Beautiful Twins In The World: Just Look At Their Photos Brainberries Brainberries Holly Luyah Didn’t Just Get Famous From Instagram - What Else? Herbeauty Herbeauty Jolie’s Net Worth Feels Like A Salt Sprinkled On Our Injuries! Brainberries Brainberries Plus-Size Babes Who Will Make Your Heart Race Brainberries Brainberries Top 10 Enemies Turned Friends In TV Brainberries Brainberries Pretty Awesome Shows That Just Got Canceled Brainberries Brainberries",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/uttar-pradesh/the-wheel-of-the-stolen-fighter-plane-mirage-was-found-in-lucknow-today-63800,"मिल गया मिराज का चोरी हुआ टायर, चोरों ने कहा- ट्रक का पहिया समझ ले गए थे","उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज 26 नवंबर को चोरी हुआ फाइटर प्लेन मिराज का पहिया मिल गया है। इस पहिये को जिन चोरों ने चुराया था, उन्होंने खुद ही इसे वापस लौटा दिया है। चोरों ने कहा है कि उन्हें नहीं पता था कि ये पहिया मिराज का है। चोर ने इसे ट्रक का पहिया समझकर चुरा लिया था। टायर मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई अभी भी जारी है। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने बयान जारी कर चोरी हुए टायर के मिलने की पुष्टि की है। बयान में बताया गया कि बीकेटी एयरफोर्स स्टेशन पर इस टायर को दो युवकों ने अधिकारियों को सौंप दिया है। ये टायर शहीद पथ के किनारे से चोरी हुआ था। इस केस में 1 दिसंबर को मामला दर्ज किया गया था। बयान में आगे कहा गया कि इस टायर को दीपराज और हिमांशु नाम के युवकों ने चोरी किया था। दीपराज, हिमांशु का फूफा लगता है। दोनों ने बताया कि 26 नवंबर की रात 10:30 से 10:45 के बीच शहीद पथ पर एक टायर मिला था, जिसे ट्रक का टायर समझकर वो घर ले आए थे। बाद में 3 दिसंबर को उन्होंने न्यूज में देखा कि मिराज का पहिया चोरी हुआ है। न्यूज में शहीद पथ की घटना भी बताई गई थी, इसलिए उन्हें लगा कि ये वहीं टायर है। ये टायर भी थोड़ा अलग था। इसके बाद दोनों ने इस टायर को वायुसेना को वापस सौंप दिया। बता दें कि लखनऊ में शहीद पथ पर चलती ट्रेलर से फाइटर जेट मिराज का टायर चोरी हो गया था। टायर मध्य वायु कमान का स्टेशन बीकेटी से जोधपुर भेजा जा रहा था। इस मामले में लखनऊ के आशियाना थाने में ट्रक ड्राइवर ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/experts-big-claim-due-to-omicron-variants-the-third-wave-will-be-at-the-peak-between-january-february-in-india-63795,"देश में जनवरी-फरवरी के बीच पीक पर होगी तीसरी लहर, ओमिक्रोन वेरिएंट बनेगा कारण, एक्सपर्ट का बड़ा दावा","आईआईटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक पद्मश्री प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने नए अध्ययन में दावा किया है कि देश में कोविड-19 की तीसरी लहर आना लगभग तय है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का प्रभाव दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक दिखने लगेगा। जनवरी के आखिरी हफ्ते और फरवरी की शुरुआत में ओमिक्रोन पीक पर होगा। हालांकि वरिष्ठ वैज्ञानिक का यह भी कहना है कि तीसरी लहर दूसरी लहर की तुलना में कम घातक होगी। हिन्दुस्तान की रिपोर्ट में मुताबिक, प्रो. मणींद्र अग्रवाल के अध्ययन में कहा गया है कि तीसरी लहर दूसरी जितनी खतरनाक नहीं होगी। उनके गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर यह निष्कर्ष निकाले गए हैं। इससे पहले प्रो. मणींद्र ने गणितीय मॉडल सूत्र से ही दूसरी लहर के बाद नए म्यूटेंट के आने से तीसरी लहर की आशंका जताई थी। इस महामारी की पहली व दूसरी लहर में अपने गणितीय मॉडल सूत्र के माध्यम से आकलन करने वाले प्रो. अग्रवाल ने दक्षिण अफ्रीका में फैले ओमिक्रोन वेरिएंट पर स्टडी शुरू कर प्रारंभिक जानकारी दी है। उनके मुताबिक अब तक जितनी भी केस स्टडी किए गए हैं, उनमें संक्रमण तेजी से फैल रहा है, यह ज्यादा अधिक घातक नहीं मिला है। प्रो. ने कहा कि सितंबर के महीने में ही तीसरी लहर को लेकर जो आकलन किया था, वह सही साबित होता नजर आ रहा है। कई देशों में फैलने के बाद भारत में भी ओमिक्रोन के केस मिलने शुरू हो गए हैं। उन्होंने अपने गणितीय मॉडल सूत्र से ही पहली और दूसरी लहर के दौरान भी स्टडी की थी। उनकी रिपोर्ट काफी हद तक सही साबित हुई। ये भी पढ़ें - कर्नाटक और गुजरात के बाद अब महाराष्ट्र में मिला ओमिक्रोन वेरिएंट का मामला, देश मे अब तक चार संक्रमित तीसरी लहर का बच्चों पर प्रभाव प्रो. अग्रवाल के अध्ययन के अनुसार इसका बच्चों पर कम असर देखने को मिलेगा। उनमें लक्षण भी कम नजर आएंगे और जल्दी रिकवरी भी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि ओमिक्रोन से संक्रमित मरीज भी जल्दी रिकवर हो जाएंगे। उनमें सामान्य सर्दी-बुखार जैसे लक्षण होंगे, लेकिन दूसरी लहर के जैसे ज्यादा घातक नहीं होंगे। नए वेरिएंट से बचाव के तरीके प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपनी रिपोर्ट में इस नए वेरिएंट से बचने के भी उपाय बताए हैं। उनके मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर से बचने का सबसे अच्छा तरीका सावधानी बरतना और टीकाकरण है। जिन लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज या अभी तक पहली डोज नहीं लगवाई वे तुरंत ले। मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का भी सख्ती से पालन करें। लॉकडाउन जरूरी या नहीं उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूर्ण लॉकडाउन करने जरूरी नहीं है। यदि इससे बचाव के लिए सावधानी सख्ती से बरती जाए जो इससे बचा जा सकता है। आवश्यक होने पर हल्का लॉकडाउन किया जा सकता है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/country/omicrons-first-patient-found-in-delhi-a-person-who-had-returned-from-tanzania-admitted-to-lnjp-63799,"दिल्ली में मिला ओमिक्रोन का पहला मामला, तंजानिया से लौटा था शख्स, एलएनजेपी में भर्ती","दिल्ली में रविवार को ओमिक्रोन का एक मरीज सामने आया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इसकी पुष्टि की है। ये मरीज इस समय एलएनजेपी में भर्ती है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, 'ये ओमीक्रोन मरीज़ तंजानिया से आया हुआ है। उनको हमने अलग से वार्ड में आइसोलेट किया हुआ है।' दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो बाहर से आ रहे हैं उनका टेस्ट किया जा रहा है। अभी तक 17 पॉजिटिव मरीज एलएनजेपी में भर्ती हैं, 6 उनके संपर्क वाले हैं। 12 लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग हुई जिसमें से 1 ओमिक्रोन का मरीज़ लग रहा है। फाइल रिपोर्ट कल आएगी। हम कह सकते हैं कि दिल्ली में पहला ओमिक्रोन केस है। ये भी पढ़ें - कर्नाटक और गुजरात के बाद अब महाराष्ट्र में मिला ओमिक्रोन वेरिएंट का मामला, देश मे अब तक चार संक्रमित बता दें कि कर्नाटक-गुजरात-महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली में भी कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट ने दस्तक दे चुका है। इससे पहले शनिवार को महाराष्ट्र में ओमिक्रोन वेरिएंट का पहला मामला मिला था, जबकि देश में अब तक चार मामलों की पुष्टि हो चुकी थी। शनिवार को ही गुजरात में भी एक 72 साल का बुज़ुर्ग ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया था। इसके बाद अब देश में ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले बढ़कर पांच हो चुके हैं।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/8306-cases-of-covid-have-been-registered-in-india-in-the-last-24-hours-63818,"देश में पिछले 24 घंटों में कोविड के 8,306 केस , सक्रिय मामलों का आंकड़ा 552 दिनों में सबसे कम","स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के रिपोर्ट के मुताबिक भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 8,306 नए मामले सामने आए और 8,834 ठीक हुए। मंत्रालय के रिपोर्ट के अनुसार अब भारत में सक्रिय केसलोड 98,416 है, जो 552 दिनों में सबसे कम है। भारत के साप्ताहिक कोविड मामलों में गिरावट जारी है। हालांकि, नौ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने कोविड संक्रमण में वृद्धि भी दर्ज की गई है। भारत में पिछले 24 घंटों में 211 मौतें हुई हैं। दूसरी तरफ, रविवार को दिल्ली, महाराष्ट्र और राजस्थान से ओमिक्रोन के नए केस रिपोर्ट किए गए हैं। दिल्ली में एक, महाराष्ट्र में सात और राजस्थान में नौ ओमिक्रोन के मामलें पाए गए। अब तक कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली और राजस्थान में ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले सामने आए हैं। रविवार को ओमिक्रोन के 17 नए मामले मिलने के कारण अब भारत में इसकी संख्या 21 पहुंच गई है। कोविड परीक्षण में जितने भी व्यक्ति ओमिक्रोन से पॉजिटिव निकले हैं, उनमें से अधिकांश या तो हाल ही में अफ्रीकी देशों से आए थे या ऐसे लोगों के संपर्क में थे। स्वास्थ अधिकारियों ने कहा है कि, सभी संक्रमित लोग निगरानी में हैं और उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने विदेश से आने वाले लोगों पर, विशेष रूप से 'एट रिस्क' के श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले लोगों पर सख्त यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के उभरने से भारत की 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय यात्रा को फिर से शुरू करने की योजना पर भी असर पड़ा है।",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/sport-59594813,"गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद","गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद आदेश कुमार गुप्त खेल पत्रकार, बीबीसी हिंदी के लिए एक घंटा पहले इमेज स्रोत, Getty Images इससे पहले कि भारतीय क्रिकेट टीम आगामी दक्षिण अफ़्रीका के दौरे के लिए उड़ान भर पाती बीसीसीआई की चयन समिति का फ़रमान आया कि विराट कोहली को एकदिवसीय क्रिकेट की कप्तानी से हटा दिया गया और टेस्ट क्रिकेट में भी अब अजिंक्य रहाणे की जगह रोहित शर्मा टीम के उप-कप्तान होंगे. यानी अब विराट कोहली केवल टेस्ट क्रिकेट में और रोहित शर्मा एकदिवसीय और टी-20 क्रिकेट में भारत के कप्तान होंगे. वैसे विराट कोहली ने भारत के लिए 95 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की कप्तानी की, जिसमें वह 65 में जीते, 27 में हारे, एक मैच टाई रहा और दो रद्द हुए. ऐसे दमदार रिकॉर्ड के बावजूद उनकी इस प्रारूप में कप्तानी क्यों गई? क्या आईसीसी टूर्नामेंट न जीत पाना या लगातार बल्ले से नाकाम होना या और कुछ कारण है. इसे लेकर क्रिकेट समीक्षक अयाज़ मेमन कहते हैं कि इससे ज़ाहिर है कि हवा का रुख़ बदल रहा है. वे कहते हैं, ""टी-20 की कप्तानी विराट कोहली ने ख़ुद छोड़ी, जबकि एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी के बारे में उन्होंने चर्चा तक नहीं की. टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी तो अब भी उनके पास ही है, लेकिन टी-20 के बाद एकदिवसीय क्रिकेट की कप्तानी रोहित शर्मा को सौंप दी गई है.'' मेमन बताते हैं, ''इसके अलावा टेस्ट में जो उप-कप्तानी रहाणे के पास थी, उसे भी रोहित को सौंपा जाना ये बताता है कि अगर ज़रूरत पड़ी तो वे टेस्ट मैचों में भी भारतीय कप्तान बनाए जा सकते हैं."" छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें भारत से पिटी न्यूज़ीलैंड टीम टी-20 विश्व कप के बाद अर्श से फ़र्श पर क्यों आई विराट कोहली टीम इंडिया के कितने दिन कप्तान रहेंगे यह मुंबई टेस्ट तय करेगा? रोहित शर्मा को क्यों सौंपी गई विराट कोहली के बाद टीम इंडिया की कमान राहुल द्रविड़ के हाथ टीम इंडिया का दारोमदार, दिल में टीस लिए विदा हुए रवि शास्त्री समाप्त अयाज़ मेमन कहते हैं, ""इसकी वजह अजिंक्य रहाणे की दो साल से ख़राब फ़ॉर्म है. उनकी जगह फ़िलहाल टेस्ट टीम में पक्की भी नहीं मानी जा सकती. ऐसे में किसी दूसरे को उप-कप्तान बनाना होगा."" वे कहते हैं कि पिछले छह-सात महीनों से हालात बदल रहे थे. भारत ने कोई आईसीसी टूर्नामेंट भी नहीं जीता, जिससे विराट कोहली पर दबाव आ गया था. विराट कोहली, रोहित शर्मा के बीच क्या सब कुछ ठीक चल रहा है? विराट कोहली हैं घमंडी और ख़राब रवैया वाले खिलाड़ी: नसीरुद्दीन शाह इमेज स्रोत, Getty Images क्यों गई कोहली की कप्तानी? छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त अयाज़ मेमन बताते हैं, ''कोहली 2019 के एकदिवसीय विश्वकप के सेमीफ़ाइनल में हार गए. इस साल आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड से हार गए. टी-20 विश्वकप में नॉकआउट तक भी नहीं पहुंच सके. इससे पहले 2017 में चैंपियंस ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में टीम पाकिस्तान से हार गई. शायद यह एक बहुत बड़ी नाकामी थी. वहीं द्विपक्षीय सिरीज़ या मैचों में टीम का प्रदर्शन बहुत बेहतरीन रहा है.'' मेमन कहते हैं, ""टेस्ट, एकदिवसीय और टी-20 में भी एक कप्तान के रूप में उनके रिकॉर्ड शानदार हैं. लेकिन जहां दो से अधिक देशों के टूर्नामेंट आते हैं, वहां वे कोई भी टूर्नामेंट नहीं जीत सके, जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने तीन बड़े टूर्नामेंट टी-20 विश्वकप, एकदिवसीय विश्वकप और चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीते.'' उनके मुताबिक़, ''कोहली आठ-दस सीज़न के बाद भी आईपीएल का कोई ख़िताब भी नहीं जीत सके हैं. उनके बारे में एक धारणा सी बन गई है कि क्या इनमें कोई कमी है. क्या वे अच्छी तैयारी नहीं कर पाते?'' अयाज़ मेमन कहते हैं कि पिछले दो-ढाई साल से उनकी ख़ुद की फ़ॉर्म ठीक नहीं है, जब कि पहले उनके बल्ले से रनों का सैलाब सा बहता था. हालांकि वे अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे बुरे फ़ॉर्म में नहीं है. लेकिन यदि इतने लंबे समय तक शतक न बने तो ऐसा लगता ही नहीं कि वे विराट कोहली हैं. उनके अनुसार, ''ऐसे हालात में चयनकर्ता सोच रहे थे कि क्या वे कप्तानी के दबाव में हैं. वैसे भी भारत को विराट कोहली की एक कप्तान के बज़ाए बल्लेबाज़ के रूप में अधिक ज़रूरत है.'' रोहित शर्मा बने वनडे टीम के कप्तान, विराट करेंगे केवल टेस्ट में कप्तानी विराट ने ब्रैडमेन और पॉन्टिंग को पछाड़ा विराट कोहली: बल्लेबाज़ी और कप्तानी सवालों के घेरे में ऑडियो कैप्शन, विराट कोहली के बारे में अनसुनी बाते मेमन कहते हैं कि ये सब देखकर निर्णय लिया गया कि अब सफ़ेद और लाल गेंद के कप्तानों का अलग कर दिया जाए. यानी टेस्ट मैच का कप्तान अलग हो और टी-20 और एकदिवसीय के अलग. वैसे टी-20 की कप्तानी तो विराट कोहली पहले ही छोड़ चुके हैं. अयाज़ मेमन आगे कहते हैं, ''वैसे इंग्लैड में भी सफ़ेद गेंद के कप्तान इयॉन मोर्गन हैं तो लाल गेंद के कप्तान जो रूट. और दोनो अपनी अपनी जगह कामयाब हैं. इसका दूसरा पहलू यह भी है कि न्यूज़ीलैंड के केन विलियम्सन और पाकिस्तान के आज़म बाबर तीनों फ़ॉर्मेट के कप्तान हैं.'' उनके अनुसार, विराट कोहली कुछ वक़्त पहले तक तीनों फ़ॉर्मेट के कप्तान थे. लेकिन अब बीसीसीआई चाहती है कि दो कप्तानों का मॉडल अपनाया जाए. लेकिन विराट कोहली को जिस तरह से बिना कोई मौक़ा दिए या बिना बताए एकदिवसीय टीम की कप्तानी से हटाया गया, क्या वो उनके लिए अपमानजनक नहीं है या ये समय की मांग थी? इस सवाल पर अयाज़ मेमन कहते हैं कि इस पूरे प्रकरण में उन्हें एक बात ज़रूर खटकी की कि इस मामले में बीसीसीआई का व्यवहार कोहली के प्रति बड़ा रुख़ा सा रहा. विराट कोहली ने अब किया एक और कारनामा कोहली की विराट दरियादिली दोहरा शतक रोहित का, पांव छुए गए धोनी के इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, अयाज़ मेमन कहते हैं कि यह सब उन्हें नहीं भाया और यहां बीसीसीआई का विराट कोहली के प्रति व्यवहार में रुख़ापन नज़र आया. क्या कोहली को सम्मान से हटाया गया? अयाज़ मेमन कहते हैं, ''यह बात शायद विराट कोहली भी जानते थे कि उन्हें कप्तानी से हटाया जा सकता है, क्योंकि रोहित शर्मा यदि टी-20 में कप्तानी कर सकते हैं तो एकदिवसीय में भी कर सकते हैं. लेकिन जिस तरह से प्रेस रिलीज़ में दक्षिण अफ़्रीका के दौरे के लिए चुने खिलाड़ियों के नाम बताए गए और अंत में दो लाईन लिख दी गई कि रोहित शर्मा एकदिवसीय टीम के कप्तान होंगे.'' मेमन बताते हैं, ''प्रेस रिलीज़ में एक भी लाइन नहीं है कि विराट कोहली ने एक खिलाड़ी के तौर पर जो किया, उसके लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं. विराट कोहली एक बड़े खिलाड़ी रहे हैं. एक बल्लेबाज़ के तौर पर वह शायद सचिन तेंदुलकर के बाद आते हैं. कप्तानी के मामले में भी कामयाब रहे हैं.'' अयाज़ मेमन कहते हैं कि यह सब उन्हें नहीं भाया और यहां बीसीसीआई का विराट कोहली के प्रति व्यवहार में रुख़ापन नज़र आया. हालांकि किसे कप्तान रखना है या नहीं, यह बीसीसीआई का काम है. मेमन कहते हैं, ''यदि बदलाव आ रहा है और रोहित शर्मा कप्तान बनने की योग्यता साबित कर चुके हैं तो इसका ये अर्थ नहीं कि इस फ़ैसले में केवल राजनीति है. लेकिन यदि कोहली के योगदान को मान्यता न दें और उससे यदि उनके मन में कोई खटास आ जाए तो उसे समझा जा सकता है.'' क्रिकेट: स्टीव वॉ ने कोहली की तारीफ़ की विराट कोहली: 'नहीं पता आगे क्रिकेट कैसे होगा' IPL 2020: बल्ला निकाल रहा है गेंदबाज़ों का दम इमेज स्रोत, bbc इमेज कैप्शन, एक समय कपिल देव और सुनील गावस्कर टेबल टेनिस के खिलाड़ी की तरह कप्तान के रूप में बदले जा रहे थे. कभी कपिल कप्तान तो कभी गावस्कर. कप्तान बदलने का इतिहास बड़ा दिलचस्प अब ऐसा भी नहीं है कि इससे पहले कप्तानों को बिना बताए बनाया या हटाया नहीं गया. साल 1975 में जब वेस्टइंड़ीज़ की टीम भारत आई थी, तो दिल्ली में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले चर्चा थी कि चोटिल मंसूर अली ख़ान पटौदी की जगह फ़ारुख़ इंजीनियर कप्तान बनेंगे पर बने वेंकटराघवन. तो क्या हर बार सही कप्तान ही चुना जाता है? इसे लेकर अयाज़ मेमन कहते हैं कि सब अलग-अलग दौर से गुज़रे हैं. 1975 में तो शायद फ़ारुख़ इंजीनियर टॉस के लिए भी तैयार हो गए थे, लेकिन अंतिम समय पर वेंकटराघवन कप्तान घोषित हुए. वैसे मेमन बताते हैं कि पिछले 20-25 सालों में क्षेत्रीय राजनीति कम हुई है, हालांकि ये पूरी तरह ख़त्म तो नहीं हुई है. वहीं अब पहले की तरह कोई किसी के मामले में टांग नहीं अड़ाता, फ़िर चाहे क्रिकेट बर्बाद ही क्यों न हो जाए. और भारत की कप्तानी की तो एक बहुत ही रंगीन सी कहानी है. शुरू से देखें तो सीके नायडू को जब कप्तान बनाया गया तो उससे पहले विजयनगरम को आधिकारिक कप्तान बनाया गया था. और वह खिलाड़ी भी नहीं थे. वह सीके नायडू के मुक़ाबले कहीं ठहरते भी नहीं थे. अयाज़ मेमन कहते हैं, ''कप्तानी का मामला हमेशा से विवादास्पद रहा है. जब सीनियर नवाब पटौदी कप्तान बने तो कहा गया कि विजय मर्चेंट क्यों नही बने. जब विजय हज़ारे को कप्तान बनाया तो विजय मर्चेंट क्यों नही बने. 1958-59 की एक सिरीज़ में तो भारत के चार कप्तान थे. कप्तानी में निरंतरता मंसूर अली ख़ान पटौदी के कप्तान बनने के बाद आई, जो 21-22 साल की उम्र में ही कप्तान बनने के बाद छह-सात साल तक बने रहे. मेमन के अनुसार, कप्तानी आगे-पीछे जाने का सिलसिला हमेशा से रहा है. कपिल देव और सुनील गावस्कर तो टेबल टेनिस के खिलाड़ी की तरह कप्तान के रूप में बदले जा रहे थे. कभी कपिल कप्तान तो कभी गावस्कर कप्तान. ये सब बीसीसीआई के अधिकारियों के कारण होता था, जो अपनी प्राथमिकताएं लेकर आते थे, न कि वे क्रिकेट के बारे में सोचते थे. अयाज़ मेमन आगे कहते हैं, ''बीसीसीआई के इसी रवैए के चलते सुनील गावस्कर ने 1985 में चैंपियन ऑफ चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीतने के बाद कप्तानी छोड़ दी. उसी तरह राहुल द्रविड़ ने भी 2007 में कप्तानी छोड़ दी, जबकि वे इंग्लैंड के ख़िलाफ सिरीज़ जीत चुके थे. उन्होंने कहा कि वह अपनी बल्लेबाज़ी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.'' मेमन आगे बताते हैं कि सचिन तेंदुलकर भी दो बार कप्तान बने. दूसरी बार उन्होंने भी बल्लेबाज़ी पर बढ़ते दबाव की बात कहकर कप्तानी छोड़ दी. उनके बाद सौरव गांगुली ने कामयाब कप्तानी की, क्योंकि तब कप्तान को बहुत सारे अधिकार मिल चुके थे. वे अपनी मर्जी से खिलाड़ी चुन सकते थे. महेंद्र सिंह धोनी ने भी टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी छोड़ी. मोहम्मद अज़हरूद्दीन लम्बे समय तक भारत के कप्तान रहे पर मैच फ़िक्सिंग के आरोपों के कारण उनकी टीम से छुट्टी हो गई. कप्तानी मिलने और अनुष्का के साथ पर बोले विराट कोहली का विराट रिकॉर्ड, 417 मैच में 20 हज़ार रन इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, 2019 के एकदिवसीय विश्वकप में रोहित शर्मा ने पांच शतक लगाए और उसके बाद टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज़ के रूप में वे बेहद कामयाब साबित हुए. रोहित को क्यों मिली कप्तानी? अयाज़ मेमन कहते हैं कि विराट कोहली पर दबाव इसलिए भी बढ़ रहा था, क्योंकि उनके सामने एक रोहित शर्मा के रूप में ऐसा दावेदार आ गया जो उनके बराबर ही रन बना रहा था और उनकी जगह भी टीम में पुख़्ता थी. जब कपिल देव और सुनील गावस्कर थे तो दोनों ही सुपरस्टार थे. एक नहीं था तो दूसरा विकल्प के तौर पर था. मोहम्मद अज़हरूद्दीन कप्तान थे तो तेंदुलकर विकल्प थे. सौरव गांगुली आए तो राहुल द्रविड़ विकल्प थे. लेकिन जब उनका झगड़ा कोच ग्रेग चैपल के साथ हो गया तो तुरंत नए कप्तान राहुल द्रविड़ बना दिए गए जिनके पास विशाल अनुभव था. अयाज़ मेमन के अनुसार, शायद 2019 के एकदिवसीय विश्वकप में जहां रोहित शर्मा ने पांच शतक लगाए और उसके बाद टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज़ के रूप में वे बेहद कामयाब साबित हुए तो एक विकल्प पैदा हो गया. इसके बाद विराट कोहली के कोई आईसीसी टूर्नामेंट न जीतने से ऐसी बातों में ज़्यादा वज़न आ गया. यह सवाल भी उठा कि क्या कोई विराट कोहली से ज़्यादा अच्छी कप्तानी कर सकता है. क्या विराट कोहली से कप्तानी लेने के बाद उनकी बल्लेबाज़ी का स्तर बढ़ सकता है? ये दो बातें चयनकर्ताओं के मन में आईं. विराट कोहली ने भी टी-20 की कप्तानी छोड़ दी, तो चयनकर्ताओं ने उनसे एकदिवसीय की कप्तानी छीन ली. वीडियो कैप्शन, रोहित शर्मा चाचा के 50 रुपये से कैसे बने धांसू बल्लेबाज़? वे कहते हैं कि चयनकर्ताओं ने यह संदेश भी दिया कि जो भारत हमेशा से एक ही कप्तान में भरोसा करता था, अब दो कप्तान रखे. ऐसा पहले बहुत कम देखने को मिला, सिवाए इसके कि धोनी लाल गेंद में कप्तान थे और विराट कोहली सफ़ेद गेंद में, क्योंकि धोनी ने टेस्ट क्रिकेट छोड़ दी थी. उनके अनुसार, इसकी एक ख़ास वज़ह यह भी है कि अगले साल एक और टी-20 विश्वकप आने वाला है, जिसमें उन्हें रोहित शर्मा के रूप में एक कप्तान चाहिए और शायद एकदिवसीय क्रिकेट और टी-20 में भी समान खिलाड़ी हों. ऐसे में रोहित शर्मा अपने खिलाड़ियों को ऐसी दिशा देने देंगे कि वे एकदिवसीय में भी काम आ सकें और विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में जगह संभाल सकें. आख़िर में अयाज़ मेमन कहते हैं कि यदि टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली की फ़ॉर्म अच्छी नहीं रही और परिणाम भी उम्मीदों के अनुसार नहीं आए तो रोहित शर्मा के उप-कप्तान होने के कारण यह भी हो सकता है कि टेस्ट कप्तानी भी विराट कोहली से ले ली जाए. विराट कोहली खिड़की से क्या देख रहे हैं? रोहित शर्मा की विराट डबल सेंचुरी इमेज स्रोत, DIBYANGSHU SARKAR इमेज कैप्शन, विराट कोहली को शायद इस बात का अंदाज़ा था कि कप्तान के रूप में उनके ज़्यादा दिन नहीं बचे हैं, तभी उन्होंने टी-20 की कप्तानी छोड़ दी थी. इस बारे में अशोक मल्होत्रा क्या कहते हैं इसी मसले को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर और चयनकर्ता अशोक मल्होत्रा कहते हैं कि जब विराट कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ी, तभी दीवार पर इबारत की तरह लिखा था कि उनकी एकदिवसीय क्रिकेट की कप्तानी भी जाएगी, क्योंकि सफ़ेद गेंद के दो कप्तान नहीं हो सकते. विराट कोहली को भी शायद इस बात का अंदाज़ा था, जिसके चलते उन्होंने टी-20 की कप्तानी छोड़ दी ताकि उनकी टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट की कप्तानी बच जाए. क्या बीसीसीआई ने सम्मान के साथ विराट को कप्तानी छोड़ने का मौक़ा नहीं दिया? इस सवाल पर अशोक मल्होत्रा कहते हैं कि बोर्ड ने तो उन्हें अवसर दिया था. बोर्ड ने तो पहले ही उन्हें कप्तानी से हटाने का फ़ैसला कर लिया था और उनसे कहा भी, लेकिन विराट कोहली को ये जायज़ नहीं लगा, क्योंकि शायद वे एकदिवसीय विश्वकप 2023 की कप्तानी करना चाहते थे. बोर्ड ने विराट कोहली को 48 घंटे का समय दिया था कि आप इज़्ज़त से कप्तानी छोड दें नहीं तो हम रोहित शर्मा को कप्तान बनाने का एलान करने वाले हैं. जो भी हो इससे एक बात साबित हो गई है कि भारत में क्रिकेट टीम की कप्तानी भले ही एक कांटों भरा ताज है, फ़िर भी इसे कोई भी खिलाड़ी आसानी से नही छोड़ता. रोहित इतनी लंबी पारियां कैसे खेलते हैं? रोहित शर्मा का शतक, रहाणे शतक के क़रीब किसी मिशन पर हैं 'हिटमैन' रोहित शर्मा? वीडियो कैप्शन, रोहित शर्मा के ऑस्ट्रेलिया ना जाने पर क्या बोले कोहली? (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत क्रिकेट खेल विराट कोहली संबंधित समाचार रोहित शर्मा को क्यों सौंपी गई विराट कोहली के बाद टीम इंडिया की कमान 10 नवंबर 2021 विराट कोहली, रोहित शर्मा के बीच क्या सब कुछ ठीक चल रहा है? 28 नवंबर 2020 'देश को विराट कोहली जैसा एटीएम चाहिए' 10 दिसंबर 2016 फ़ोटो गैलरी, शादी के सूत्र में बंधे अनुष्का-विराट 11 दिसंबर 2017 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 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मोहब्बत', देखिए तस्वीरें 10 बांग्लादेश को मान्यता देने पर कैसे मजबूर हुआ था पाकिस्तान?",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59592512,जनरल बिपिन रावत के बाद कौन बनेगा अगला सीडीएस?,"जनरल बिपिन रावत के बाद कौन बनेगा अगला सीडीएस? सरोज सिंह बीबीसी संवाददाता 9 दिसंबर 2021 अपडेटेड 4 घंटे पहले इमेज स्रोत, ANI जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ (सीडीएस) थे. मार्च 2023 तक सीडीएस के तौर पर उनका कार्यकाल था. बुधवार शाम को जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत की आधिकारिक पुष्टि के ठीक बाद कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक बुलाई गई थी. सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) की बैठक में हेलीकाप्टर हादसे पर सेना प्रमुख ने सभी को ताज़ा स्थिति से अवगत कराया. इस बैठक के ख़त्म होने के साथ ही जनरल बिपिन रावत के उत्तराधिकारी के बारे में चर्चा शुरू हो गई. भारत के अगले सीडीएस कौन होंगे, कब तक उनके नाम का एलान होगा, पूर्णकालिक होंगे या फिर अगले एक साल के लिए - इस बारे में भारत सरकार की तरफ़ से कोई जानकारी नहीं आई है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किया गया- प्रेस रिव्यू जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन समाप्त सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं. बीबीसी ने इस बारे में रक्षा क्षेत्र से जुड़े रहे वरिष्ठ रिटायर्ड अधिकारियों से उनकी राय जानी. ये भी पढ़ें : जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? इमेज स्रोत, Getty Images जनरल बिपिन रावत कब और कैसे बने सीडीएस छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार ने सीडीएस की चयन प्रक्रिया और पद की योग्यता के बारे में कोई रूल बुक सार्वजनिक नहीं किया है. जनरल बिपिन रावत भारत के पहले सीडीएस होंगे इसकी घोषणा 20 दिसंबर 2019 को केंद्र सरकार की तरफ़ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की गई थी जिसमें इसे केंद्र सरकार का फैसला बताया गया था. अभी जनरल बिपिन रावत का तक़रीबन एक साल से ज़्यादा का कार्यकाल बाक़ी था. शायद उनके रिटायरमेंट के क़रीब केंद्र सरकार इन नियमों के बारे में कोई तैयारी करती. लेकिन इस हादसे की वजह से उनका पद अचानक खाली हो गया है. जानकार मानते हैं कि मोदी सरकार द्वारा रक्षा क्षेत्र में किए गए बदलावों में ये सबसे अहम बदलाव था, इस वजह से ज़्यादा दिन तक इस पद को ख़ाली भी नहीं रखा जा सकता है. इसकी अहमियत का अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इस नए पद का ज़िक़्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में लाल किले से दिए अपने 15 अगस्त के भाषण में किया था और उसी साल दिसंबर के आख़िरी दिन उनके पद संभालने का आदेश जारी किया गया था. दरअसल करगिल युद्ध के बाद से इस पद को लाने की वकालत की जा रही थी. बाद में पूर्व कैबिनेट सचिव नरेश चंद्र की अध्यक्षता वाली समिति ने भी इसकी अनुशंसा की थी. जनरल बिपिन रावत के जाने के बाद आगे इस पद पर कब, कैसे और किसकी नियुक्ति होगी - इसको लेकर भारत में काफ़ी लोग सवाल पूछ रहे हैं. ये भी पढ़ें : जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ? इमेज स्रोत, Getty Images सीडीएस की ज़िम्मेदारी सीडीएस की मुख्य ज़िम्मेदारी के बारे में जानकारी देते हुए केंद्र सरकार ने कहा था सीडीएस का काम सेना, नौसेना और वायुसेना के कामकाज में बेहतर तालमेल बिठाना और देश की सैन्य ताक़त को और मज़बूत करना होगा. उनकी ज़िम्मेदारी रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के तौर पर है जिनके अधीन तीनों सेनाओं के मामले आएंगे. सीडीएस की डिफ़ेंस एक्विजिशन काउंसिल (डीएसी) और डिफ़ेंस प्लानिंग कमीशन (डीपीसी) जैसे महत्वपूर्ण रक्षा मंत्रालय समूहों में जगह होगी. लेफ़्टिनेंट जनरल सतीश दुआ इंटीग्रेटेड डिफ़ेंस स्टॉफ के प्रमुख के पद पर रह चुके हैं. अब सेवानिवृत्त हैं. बीबीसी से बातचीत में उन्होंने साफ़ कहा कि इस पद के लिए योग्यता, नियुक्ति और अगला कौन होगा, इसपर फ़िलहाल कोई पॉलिसी सार्वजनिक नहीं है. इस वजह से लेफ़्टिनेंट जनरल ( रिटायर्ड) सतीश दुआ कहते हैं कि अगले सीडीएस के चुनाव की निश्चित प्रक्रिया बता पाना मुश्किल है. अपने तज़ुर्बे के आधार पर वो कहते हैं, "" अगले सीडीएस के नाम का एक पैनल रक्षा मंत्रालय की तरफ़ से सुझाव के तौर पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी को भेजा जाना चाहिए. कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी से भी इस लिस्ट को पास कराने की ज़रूरत पड़ेगी. हालांकि अंतिम फ़ैसला सीसीएस की बैठक में ही होगा जिसके अध्यक्ष ख़ुद प्रधानमंत्री होते हैं. इस पैनल में आने वाले नामों पर केवल रक्षा मंत्रालय और तीनों सेनाओं से ही इनपुट नहीं लिया जाएगा बल्कि इंटेलिजेंस एजेंसी और चार बड़े मंत्रालय जो सीसीएस के सदस्य होते हैं उनकी राय भी ली जाएगी. इस पैनल को तैयार करने में आम तौर पर सीनियॉरिटी का ख़्याल रखा जाता है. चूंकि इस पद पर काम करने वाले व्यक्ति को तीनों सेना के साथ काम करना होता है, तो अगला सीडीएस इन तीनों सेना में किसी भी सेना से हो सकता है."" ये भी पढ़ें : जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार इमेज स्रोत, ANI सीडीएस के लिए योग्यता जब जनरल बिपिन रावत को सीडीएस के पद पर नियुक्त किया गया था तो वो सेना प्रमुख थे और अपने रिटायरमेंट के क़रीब थे. सीडीएस के पद पर उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी और रिटायरमेंट की आयु सीमा बढ़ा कर 65 वर्ष कर दी गई थी. इस वजह से जानकार मानते हैं, सीडीएस पद के लिए आयु सीमा 65 साल की है और कार्यकाल तीन साल का हो सकता है. इस लिहाज से देखा जाए तो तीनों सेनाओं के अध्यक्ष इस पद के लिए योग्य होंगे क्योंकि सेना प्रमुख के रिटायरमेंट की आयु सीमा 62 साल होती है. इस आधार पर आर्मी चीफ़, नेवी चीफ़ और एयरफोर्स चीफ़ तीनों अगले सीडीएस पद के दावेदार हो सकते हैं. सिनियॉरिटी के आधार पर देखें तो भारत के तीनों सेनाओं के प्रमुख में लेफ़्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सबसे वरिष्ठ हैं. हालांकि इस पद पर कौन अगला व्यक्ति कौन आएगा, इस पर अंतिम फ़ैसला मोदी सरकार को ही करना है. ये भी पढ़ें : भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन इमेज स्रोत, Getty Images एक पद, तीन ज़िम्मेदारियाँ एक तथ्य ये भी है कि जनरल बिपिन रावत के अचानक हादसे में मौत ने एक साथ तीन पद रिक्त कर दिए. दरअसल चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ एक साथ तीन ज़िम्मेदारियाँ संभालते थे. पहला सीडीएस की ज़िम्मेदारी. दूसरा चेयरमैन, चीफ़ ऑफ़ स्टॉफ़ कमेटी और तीसरी ज़िम्मेदारी सचिव, डीएमए की थी. डीएमए यानी डिपार्टमेंट ऑफ़ मिलिट्री अफ़ेयर्स. ये रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला सैन्य मामलों का विभाग है. एयर चीफ़ मार्शल (रिटायर्ड) अरूप राहा पाँच साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं. बीबीसी से बातचीत में वो कहते हैं, ""मेरी समझ में सीडीएस के पद पर नियुक्ति के लिए इंटीग्रेटेड सर्विस में काम करने का अनुभव होना चाहिए. इस लिहाज से तीनों सेनाओं के प्रमुख में से कोई भी इस पद पर हो सकता है. तीन सेना प्रमुख चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ कमेटी (सीओएससी) में होते हैं और उनमें से एक इसका चेयरमैन होता है. जिनके पास सीओएससी का अनुभव नहीं होगा उनके लिए सीडीएस का पद संभालना थोड़ा मुश्किल हो सकता है."" हालांकि सीडीएस का पद बनने के बाद सीडीएस को ही सीओएससी का प्रमुख बना दिया गया था. वो आगे ये भी जोड़ते हैं कि सीओएससी के सदस्य ना रहने वाले भी सीडीएस पद पर काम कर पाएंगे. बस अनुभव हासिल करने में थोड़ा वक़्त लग सकता है. ये भी पढ़ें : जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा इमेज स्रोत, PIB एयर चीफ़ मार्शल (रिटायर्ड) अरूप राहा का कहना है कि सीडीएस के काम में केवल सेना के साथ ही तालमेल बिठाने की ज़रूरत नहीं है बल्कि सरकार के साथ-साथ नौकरशाही के साथ भी काम करने की ज़रूरत पड़ती है. इस वजह से सरकार चाहे तो सीडीएस की नियुक्त के लिए पैनल को बड़ा भी कर सकती है जिसमें वाइस चीफ़ को मौका दिया सकता है. दरअसल तीनों सेनाओं की तरह सीडीएस के पोस्ट पर कोई नंबर दो के तौर पर काम नहीं कर रहा था. इस वजह से अगले सीडीएस का नाम पहले से तय नहीं है. आर्मी, एयरफ़ोर्स और नेवी के अलावा एक इंटीग्रेटेड डिफ़ेंस स्टॉफ ( IDS) सर्विस भी होती है जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है. करगिल युद्ध के बाद ये बना था और अब इस सर्विस को बने 20 साल हो चुके हैं. लेफ़्टिनेंट जनरल ( रिटायर्ड) सतीश दुआ, इसी आईडीएस के प्रमुख रह चुके हैं. वो बताते हैं कि बाक़ी सेनाओं के प्रमुख 4 स्टार जनरल रैंक के होते हैं. जबकि आईडीएस के प्रमुख को 'चीफ़' का दर्ज़ा नहीं था बल्कि 'वाइस चीफ़' का दर्ज़ा था. यानी वो 3 स्टार जनरल रैंक के होते थे. सीडीएस का पद भी बाक़ी सेना प्रमुखों की तरह 4 स्टार जनरल रैंक का रखा गया था और वेतन और अतिरिक्त सुविधाएं किसी भी अन्य सेना प्रमुख की तरह ही थीं. इस वजह से जानकारों की राय इस पर बंटी है कि आईडीएस के भी वाइस चीफ़ को भी इस पद के लिए योग्य माना जा सकता है या नहीं. हालांकि मोदी सरकार ऐसा करने पर विचार करती है तो उन्हें ऐसे अफ़सर को पदोन्नती देनी पड़ेगी. ये भी पढ़ें :- जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत नरेंद्र मोदी भारतीय सेना संबंधित समाचार जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ?- प्रेस रिव्यू 9 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी 9 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले लाइव ताइवान से रिश्ता तोड़ने के तुरंत बाद चीन पहुँचे इस देश के वित्त मंत्री ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना 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सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59568678,बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं,"बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं निखिल इनामदार बीबीसी बिज़नेस संवाददाता 9 दिसंबर 2021 अपडेटेड 4 घंटे पहले इमेज स्रोत, Getty Images ऑनलाइन शिक्षा देने वाली कंपनी और दुनिया के सबसे मूल्यवान एडटेक स्टार्ट-अप बायजू की सेवा लेने वाले दिगंबर सिंह का कहना है कि वो महीनों से अपना रिफ़ंड लेने के लिए इस कंपनी के पीछे दौड़ रहे हैं. पेशे से एकाउंटेंट दिगंबर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को गणित और विज्ञान पढ़ाने के लिए बायजू से दो साल का प्रोग्राम ख़रीदा था. इसके लिए उन्होंने बायजू को 5,000 रुपये दिए और उसी से 35,000 रुपये की उधारी भी ली. सिंह ने बताया, ""कंपनी का एक सेल्स रिप्रेज़ेंटेटिव हमारे घर आया. उन्होंने मेरे बेटे से कई कठिन सवाल पूछे, जिनका जवाब वो नहीं दे पाया. उनके आने के बाद हम पूरी तरह से निराश हो गए थे."" इस बारे में उन्होंने बीबीसी को बताया कि बायजू का कोर्स ख़रीदते वक़्त उन्हें शर्मींदगी महसूस हुई. हालांकि उनका दावा है कि उन्हें वैसी सेवा नहीं मिली जिनका वादा उनसे किया गया था. उन्होंने बताया कि उनसे कहा गया था कि उनके बेटे को आमने-सामने की कोचिंग दी जाएगी और एक काउंसलर की सेवा भी मिलेगी. वो काउंसलर उन्हें उनके बेटे की तरक़्क़ी बताने वाले थे. लेकिन शुरू के कुछ महीनों के बाद बायजू ने उनकी कॉल का जवाब देना बंद कर दिया. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें ART बिल कैसे करेगा नि:संतान कपल की मदद पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमत में लगी आग, भारत में कैसा है इलेक्ट्रिक गाड़ियों का भविष्य? भारत क्या ऐतिहासिक बिजली संकट की कगार पर खड़ा है? बलात्कार के मामले से चीन में 'बिज़नेस ड्रिंकिंग' को लेकर मचा बवाल समाप्त क्या ये है बच्चों को पढ़ाने का बेहतरीन तरीका? ये 5 देश तकनीक को सबसे आसान बना रहे हैं इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, कंपनी के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने 2011 में इस कंपनी की शुरुआत की थी बायजू ने आरोपों को ग़लत बताया हालांकि बायजू ने उनके आरोपों को 'निराधार और प्रेरित' क़रार देते हुए बीबीसी को बताया कि दिगंबर सिंह से 'फ़ॉलो-अप पीरियड के दौरान कई बार बात की गई.' उन्होंने बताया कि उनकी पॉलिसी है कि यदि कोई छात्र टैबलेट के साथ लर्निंग मैटेरियल लेने का विकल्प चुने तो 15 दिनों के भीतर वो कभी भी रिफ़ंड ले सकता है और वे उनसे 'बिना कोई प्रश्न पूछे' पैसे लौटा देते हैं. कंपनी ने बताया कि सिंह ने उनसे प्रॉडक्ट भेजे जाने के दो महीने बाद रिफ़ंड की मांग की थी. हालांकि बीबीसी ने जब दिगंबर सिंह का मामला कंपनी के सामने रखा तो उन्होंने मांगा गया रिफ़ंड उन्हें लौटा दिया. छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त बीबीसी ने इस बारे में कई अभिभावकों से बात की और उन सबने बताया कि उनसे जिन सेवाओं का वादा किया गया था, उस पर कभी अमल नहीं किया गया. मतलब बच्चे की तरक़्क़ी आंकने के लिए ट्यूशन और हर बच्चे के लिए एक ट्यूटर कभी नहीं मिला. कम से कम तीन अलग-अलग मामलों में देश की उपभोक्ता अदालतों ने बायजू को रिफ़ंड लौटाने और सेवाओं की कमी से जुड़े मामलों में ग्राहकों को हर्जाना देने का आदेश सुनाया है. बायजू ने इस बारे में बीबीसी को बताया कि उन्होंने इन क़ानूनी विवादों में समझौता कर लिया है. कंपनी ने यह भी बताया कि उनकी शिकायत दूर करने की दर 98 फ़ीसदी है. हालांकि बायजू के पूर्व कर्मचारियों और ग्राहकों के इंटरव्यू के आधार पर बीबीसी ने जो जांच की तो कई आरोप सामने निकलकर आए. बायजू की सेवाओं से असंतुष्ट अभिभावकों का आरोप है कि उन्हें सेल्स एजेंटों ने गुमराह किया. उन्होंने बताया कि उन्हें कंपनी के एजेंटों ने कॉन्ट्रैक्ट का लालच दिया था. उन एजेंटों ने ये भी कहा कि प्रॉडक्ट की बिक्री के कई महीने बाद ही 'इनकम्यूनिकेडो' में जाने की ज़रूरत होगी और इससे उनके लिए रिफ़ंड पाना मुश्किल हो गया. आर्ट्स की 'बेकार' डिग्री भी ज़िंदगी संवार सकती है क्या बच्चों को स्कूल से ही कंप्यूटर कोडिंग सीखने की ज़रूरत है इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, भारत में बेहतर शिक्षा की ज़रूरत को देखते हुए बायजू के सेवाओ की मांग लगातार बढ़ती गई 'कंपनी का सेल्स कल्चर काफ़ी आक्रामक' वहीं बायजू के एक पूर्व कर्मचारी ने बताया कि एक बार प्रॉडक्ट बिक जाने के बाद कंपनी अपने एजेंटों को फ़ॉलोअप लेने के लिए ज़्यादा ज़ोर नहीं लगाती. इन लोगों ने ये भी बताया कि कंपनी के मैनेजर उन पर प्रॉडक्ट बेचने के लिए काफ़ी दबाव डालते थे. इनका दावा है कि कंपनी का 'सेल्स कल्चर' काफ़ी दबाव डालने वाले और इसके लक्ष्य बहुत आक्रामक होते हैं. ऑनलाइन कंज़्यूमर और कर्मचारी फ़ोरम पर भी कंपनी के ख़िलाफ़ सैकड़ों शिक़ायतें पड़ी हुई हैं. हालांकि बायजू ने प्रॉडक्ट 'बेचने की आक्रामक रणनीति' रखने से इनकार किया है. कंपनी ने बताया कि उनका ""एम्लॉई कल्चर माता-पिता के प्रति ख़राब व्यवहार की अनुमति नहीं देता."" कंपनी के अनुसार, किसी भी दुरुपयोग को रोकने के लिए हर तरह की कड़ी जांच और संतुलन उसके सिस्टम में मौजूद है. बायजू को 2011 में रवींद्रन बायजू ने स्थापित किया था. इसमें फ़ेसबुक संस्थापक मार्क ज़ुकरबर्ग के 'चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव' और टाइगर ग्लोबल और जनरल अटलांटिक जैसे बड़े निवेशकों का धन लगा हुआ है. कोरोना महामारी के चलते देश के सभी स्कूल पिछले क़रीब पौने दो साल से लगभग ऑनलाइन हैं. इसके कारण छात्रों को ऑनलाइन क्लासेज़ का रुख़ करने को मज़बूर होना पड़ा. इससे सिंह जैसे लाखों चिंतित अभिभावक बायजू के लिए एक अहम बाज़ार बन गए. यही वजह है कि कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से कंपनी की तरक़्क़ी देखने-सुनने लायक है. कंपनी का दावा है कि इस दौरान उसके 85 फ़ीसदी उपभोक्ताओं ने अपनी सेवाओं का नवीनीकरण कराया और इस दौरान पैसा देकर सेवा लेने वाले ग्राहकों की संख्या में क़रीब 60 लाख की वृद्धि हो गई. बीबीसी ने इस बारे में कई छात्रों और अभिभावकों से बात की तो उन्होंने बायजू के लर्निंग मैटेरियल की क्वॉलिटी की सराहना की. भारत जैसे देश में अक्सर रटकर सीखने को आदर्श माना जाता है. ऐसे देश में बायजू को श्रेय दिया जाता है कि उसने तकनीक के ज़रिए अध्ययन सामग्री को आकर्षक बनाकर पेश किया है. कंपनी का दावा है कि उसे इस उद्योग का सबसे ​अधिक 'नेट प्रमोटर स्कोर' (एनपीएस) मिला हुआ है. इस स्कोर के ज़रिए ग्राहकों का अनुभव मापने के साथ इस कारोबार के विकास का अनुमान भी लगाया जाता है. डॉक्टर अब्दुल कलाम के 'विज़न 2020' को कितना हासिल कर पाया भारत? कोविड-19 के बाद आपके बच्चों की पढ़ाई कैसे हो पाएगी? इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, कोरोना के चलते पिछले क़रीब दो साल से स्कूल की पढ़ाई पर काफ़ी असर पड़ा है कोरोना के दौर में कंपनी ने ख़ूब की तरक़्क़ी मार्च 2020 में लॉकडाउन के बाद से बायजू ने अब तक एक अरब डॉलर से अधिक धन जुटाया है. इस धन से कंपनी ने अपने एक दर्जन प्रतिस्पर्धियों का अधिग्रहण करते हुए उन्हें बाज़ार से हटा दिया है. ऐसा करते हुए कंपनी कोडिंग क्लास से लेकर तमाम कॉम्पटीशन एग्ज़ाम की तैयारी कराने वाली एक 'अंब्रेला होल्डिंग कंपनी' बन गई है. बायजू शायद भारत के टीवी चैनलों पर सबसे अधिक दिखने वाला ब्रांड भी है. बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख़ ख़ान कंपनी के ब्रांड एंबेसडर हैं, जो उसके लिए आकर्षक विज्ञापन अभियान चला रहे हैं. हालांकि कई जानकारों ने सवाल खड़े किए हैं कि कंपनी की तेज़ तरक़्क़ी क्या उसकी प्रॉडक्ट 'बेचने की आक्रामक रणनीति' का परिणाम है और इस रणनीति के चलते माता-पिता की असुरक्षा और उनके क़र्ज़ दोनों बढ़े. अभिभावकों का दावा है कि कंपनी की बिक्री रणनीति के तहत उन्हें लगातार कॉल किए गए. कंपनी अपनी रणनीति का इस्तेमाल करके उन्हें समझाती रही कि यदि उन्होंने बायजू के प्रॉडक्ट नहीं ख़रीदे तो उनके बच्चे पीछे छूट जाएंगे. कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी ने बताया कि बायजू का बेसिक कोर्स क़रीब 3,500 रुपये से अधिक का होता है और अधिकांश भारतीयों के लिए इसका ख़र्च उठाना कठिन होता है. उनका कहना है कि कंपनी इसके बावजूद बच्चों की ज़रूरत या उनके परिवार की आर्थिक क्षमता को समझे बिना अपना प्रॉडक्ट आगे बढ़ाती है. बायजू के पूर्व बिजनेस डेवलपमेंट एसोसिएट नीतीश रॉय ने बीबीसी को बताया, ""इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि बच्चे के पिता किसान हैं या रिक्शा चालक. एक ही प्रॉडक्ट को कई क़ीमत के रेंज में बेचा जाता है. यदि हम देखते हैं कि बच्चे के अभिभावक ख़र्च उठाने में लाचार हैं तो हम उनसे उस रेंज की सबसे कम क़ीमत लेते हैं."" बायजू ने बताया कि उनके पास ""ग्राहकों की ज़रूरतों और उनकी क्षमता के आधार पर अलग-अलग क़ीमत के अलग-अलग प्रॉडक्ट हैं."" उसने दावा किया कि हम ""बताए गए तरीक़ों"" के अनुसार क़ीमत नहीं बदलते. उसने यह भी कहा कि उसके सेल्स एक्ज़ीक्यूटिव को क़ीमत तय करने का कोई अधिकार नहीं है. पराग अग्रवाल: भारत में जन्मे सीईओ का सिलिकन वैली में इतना दबदबा क्यों है? मैथ्स और फिजिक्स के बिना भी क्या इंजीनियरिंग में होगा एडमिशन इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, बायजू रवींद्रन कंपनी परपूर्व कर्मचारियों के आरोप कंपनी के कई मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों ने भी बीबीसी को बताया कि उन पर अवास्तविक लक्ष्यों को पाने के लिए अक्सर दबाव डाला जाता था. पिछले साल के अंत और इस साल जनवरी में दो ऐसे फ़ोन रिकॉर्ड भी ऑनलाइन सामने आए. इन रिकॉर्ड में कंपनी के गुस्साए मैनेजरों को अपने सेल्स एग्ज़ीक्यूटिव पर लक्ष्य पूरा न करने को लेकर अपमानित करते हुए सुना जा सकता है. इस बारे में बायजू ने बीबीसी को बताया कि ये बातचीत 18 महीने पहले हुई थी और उसने हालात सुधारने के लिए ज़रूरी क़दम उठाए हैं. ऐसे उपायों के तहत उन मैनेजरों की सेवाएं ख़त्म कर दी गईं. बीबीसी को दिए एक बयान में बायजू ने कहा, ""हमारे संगठन में अपमानित करने वाले और आक्रामक व्यवहार की कोई जगह नहीं है. आपने जिस मामले का ज़िक्ऱ किया उससे जुड़े कर्मचारी हमारे साथ बने रहकर प्रबंधन के ​भरोसे का आनंद ले रहे हैं.'' हालांकि कंपनी के कई कर्मचारियों ने बीबीसी को बताया कि उन पर बिक्री बढ़ाने का दबाव इतना अधिक था कि इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भारी असर हुआ. एक सेल्स एग्जीक्यूटिव ने कहा कि बायजू में काम करते हुए उसे एंग्ज़ाइटी हो गई और उनका ब्लडप्रेशर और शुगर काफ़ी बढ़ गया. कंपनी के कई कर्मचारियों ने बताया कि 12 से 15 घंटे काम करना उनकी नौकरी की एक नियमित पहचान थी. उनके अनुसार, जो स्टाफ़ भावी ग्राहकों के साथ 120 मिनट के ""टॉक-टाइम"" का लक्ष्य पूरा नहीं करते, उन्हें काम से अनुपस्थित मान लिया जाता. इसका परिणाम ये होता था कि ऐसे स्टाफ़ के उस दिन का वेतन काट लिया जाता था. बायजू के एक पूर्व कर्मचारी ने कहा, ""मेरे साथ ऐसा हफ़्ते में कम से कम दो बार होता. मुझे अपना लक्ष्य पाने के लिए दिन में कम से कम 200 कॉल करना पड़ता था."" उन्होंने बताया कि उस लक्ष्य को पाना बहुत कठिन है क्योंकि उन्हें इसे पाने के लिए कुछ लीड दिए जाएंगे. वहीं एक औसत कॉल अक्सर दो मिनट से कम की होती है. हालांकि बायजू का कहना है कि लक्ष्य पाने में नाकाम रहने के बारे में उस पर लगाए गए आरोप ग़लत हैं. कंपनी ने कहा, ""सभी संस्थानों के सेल्स टारगेट कठोर लेकिन उचित होते हैं और बायजू कोई अपवाद नहीं है."" बायजू ने ये भी बताया कि स्टाफ़ की सेहत और उनके आराम को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने एक मज़बूत ट्रेनिंग प्रोग्राम की पेशकश की है. कंपनी ने आगे बताया, ""हमारे समूह की कंपनियों में हज़ारों कर्मचारी हैं. पहली बार होने वाली घटना को लेकर भी हम उसका तुरंत मूल्यांकन करते हैं और दुर्व्यवहार होने पर सख़्त कार्रवाई करते हैं."" लेकिन अब मुंबई के एक स्कूल में अनाथ बच्चों को पढ़ाने वाले नीतीश रॉय ने बताया कि कंपनी में दो महीने काम करने के बाद उन्होंने इस साल के शुरू में बायजू को छोड़ दिया. ऐसा इसलिए कि वो कंपनी चलाने के तरीक़े से बहुत असहज थे. उन्होंने कहा, ""इसकी शुरुआत एक शानदार कॉन्सेप्ट से हुई थी, पर अब यह आमदनी पैदा करने वाली मशीन बन गई है."" 'वैज्ञानिक सोच पर हमला कर रहे हैं सरकार में बैठे लोग' क्लास में बच्चों का मन न लगे तो शिक्षक क्या करें इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, स्वास्थ्य की तरह शिक्षा को भी सार्वजनिक ज़रूरत बताते हुए जानकारों की राय है कि एडटेक सेक्टर को रेगुलेट करना चाहिए 'एडटेक सेक्टर को रेगुलेट करने की ज़रूरत' भारत के स्टार्ट-अप पर रिपोर्ट करने वाली मीडिया और रिसर्च कंपनी 'मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट' के सह-संस्थापक प्रदीप साहा ने इस मसले पर बीबीसी से बात की. उन्होंने बताया कि यह केवल बायजू की नहीं बल्कि पूरे 'एडटेक' क्षेत्र की समस्या है. उनके अनुसार, बढ़ती आलोचनाओं के बावजूद, उन्हें इस हालात में बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा. वो कहते हैं, ""जो शिक़ायतें मिली हैं उनमें से अधिकतर सही हैं. लेकिन उनमें से केवल कुछ को ही जगह मिल पाती है. यदि आप इन स्टार्टअप से पैदा हो रहे राजस्व के ख़िलाफ़ इन शिक़ायतों को रखते हैं, तो स्थिति बिल्कुल साफ़ हो जाएगी."" हालांकि इस सेक्टर को रेगुलेट करने की मांग लगातार बढ़ने लगी है. एंजेल निवेशक और बायजू के बिज़नेस मॉडल के मुखर आलोचक डॉक्टर अनिरुद्ध मालपानी ने इस बारे में बीबीसी से बातचीत की. मालपानी ने बताया कि भारत के एडटेक स्टार्टअप पर चीन की तरह कार्रवाई करने का समय अब आ गया है. मालूम हो कि हाल में चीन ने ये ज़रूरी कर दिया है कि वहां की ऑनलाइन ट्यूटरिंग कंपनियां लाभ कमाने के लिए काम नहीं करेंगी. डॉक्टर अनिरुद्ध मालपानी के अनुसार देश में पहले से ही इसका समाधान मौजूद है. उनका कहना है कि भारत सरकार को इस क्षेत्र को रेगुलेट करने के लिए ""नेटफ़्लिक्स मॉडल"" दोहराना चाहिए. उसमें मासिक सब्सक्रिप्शन मॉडल का ज़िक्ऱ है जबकि न्यूनतम लॉक-इन पीरियड नहीं होता. हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक कोई क़दम नहीं उठाया है, लेकिन माता-पिता की बढ़ती शिक़ायतों को देखते हुए जल्द ही ऐसा करने की ज़रूरत पड़ सकती है. डॉक्टर मालपानी का कहना है कि वह इस क्षेत्र में सरकारी रेगुलेशन लाने के लिए अदालत जाने की सोच रहे हैं. उन्होंने कहा, ""मुझे लगता है कि हम किसी बिंदु पर ये नहीं भूल सकते कि स्वास्थ्य की तरह शिक्षा भी एक सार्वजनिक ज़रूरत है."" ये भी पढ़ें:- कहानी सिलिकन वैली के एक सीईओ की, जो तमिलनाडु के एक गांव में रहते हैं न मोबाइल, न इंटरनेट - ऑनलाइन क्लास में कैसे पढ़ें बच्चे (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत कोरोना वायरस व्यापार शिक्षा अर्थव्यवस्था ऐप्स संबंधित समाचार वीडियो, आईआईटी-एनआईटी की डिग्री पर टीचर की नौकरी, चार साल बाद बेरोज़गारी का मंडराता ख़तरा 25 सितंबर 2021 क्या मशीनों से दुआ-सलाम करेंगे आप? 10 अप्रैल 2018 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 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इमेज कैप्शन, सत्य प्रकाश कंडवाल इसी गांव के एक अन्य आर्मी रिटायर्ड सत्य प्रकाश कंडवाल भी जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी की मौत पर काफ़ी दुखी हैं. वह कहते हैं, ""जनरल बिपिन हमारे गौरव थे. उनकी मौत से हम टूट गए हैं. वह काफ़ी सरल स्वभाव के व्यक्ति थे. मैं भी आर्मी से रिटायर हूं. ऐसे में मेरी निगाह में जनरल बिपिन रावत का सम्मान दोगुना था."" छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को जानिए, हेलिकॉप्टर क्रैश में बचने वाले एकमात्र भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी समाप्त आर्मी से ही रिटायर उनके गांव के एक अन्य व्यक्ति संजय तोमर भी जनरल बिपिन रावत की मौत पर काफ़ी दुखी हैं. वे कहते हैं, ""मैं जनरल बिपिन रावत से कुछ समय पूर्व लैंसडाउन में मिला था. वह बिल्कुल सरल स्वभाव के थे. उनकी मौत की पूर्ति नहीं की जा सकती है. वह अमर हो गए हैं."" चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत का बुधवार (8 दिसंबर, 2021) को हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया. इस दुर्धटना में उनकी पत्नी समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों की भी मौत हुई है. जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन इमेज कैप्शन, योगेन्द्र सिंह बिष्ट घर तक पक्की सड़क चाहते थे जनरल बिपिन उत्तराखंड के ज़िला पौड़ी गढ़वाल में द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत जनरल बिपिन रावत का गांव सैण स्थित है. स्थानीय निवासी योगेंद्र सिंह कहते हैं, ""ब्लॉक द्वारीखाल से सैण की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है. यहां मदनपुर धुल गांव तक सड़क बनी हुई है, लेकिन यहां से क़रीब डेढ़ से दो किलोमीटर दूरी पर ही गांव सैण तक पक्का मार्ग नहीं है."" जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव निवासी संजय तोमर कहते हैं, ""देखिए मदनपुर धुलगांव और सैण के बीच पक्का मार्ग नहीं बना हुआ है. इस मार्ग निर्माण के पक्का बनने की चाह जनरल बिपिन रावत रखते थे. लगभग एक हफ़्ते पहले जनरल बिपिन रावत के भाई सुरेंद्र रावत, जो मर्चेंट नेवी से रिटायर हैं, मुंबई से यहां पहुंचे थे. अधिकारियों से मिले थे और मार्ग निर्माण की मांग की थी. जनरल बिपिन रावत भी रिटायरमेंट के बाद यहां रहना चाहते थे."" गांव में फ़िलहाल जनरल बिपिन रावत के चाचा भरत रावत अपनी पत्नी सुशीला देवी के साथ रहते हैं. वह भी आर्मी से रिटायर हैं. जनरल बिपिन की मौत के बाद वह दिल्ली गए हैं. वीडियो कैप्शन, पौड़ी गढ़वाल से निकलकर सीडीएस बनने वाले जनरल बिपिन रावत की कहानी गांव आते तो गढ़वाली में बात करते थे छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त जनरल बिपिन रावत भले ही अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनके गांव के लोग भारत के प्रथम सीडीएस को याद कर काफ़ी दुखी हैं. अधिकांश लोग जनरल बिपिन रावत के सरल स्वभाव से काफ़ी प्रभावित दिखते हैं. ग्रामीण योगेंद्र कुमार कहते हैं, ""इतने बड़े पद पर आसीन होने के बाद जनरल बी पी रावत का गांव में आना काफ़ी कम रहता था, लेकिन वह जब कभी भी गांव में आते तो गढ़वाली भाषा में ही अपने लोगों से बात किया करते थे."" (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे सेना भारतीय वायु सेना उत्तराखंड भारत भारतीय सेना संबंधित समाचार भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन 8 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ?- प्रेस रिव्यू 9 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा 9 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59589466,जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे?,"जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? रजनीश कुमार बीबीसी संवाददाता 9 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Getty Images देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत की आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायु सेना के एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई. जनरल रावत की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''जनरल बिपिन रावत एक शानदार सैनिक थे. सच्चे देशभक्त, जिन्होंने सेना के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका निभाई. सामरिक और रणनीतिक मामलों में उनकी दृष्टिकोण अतुलनीय था. उनके नहीं रहने से मैं बहुत दुखी हूँ. भारत उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा.'' 31 दिसंबर, 2016 को जब जनरल बिपिन रावत को थल सेना की कमान सौंपी गई तभी पता चल गया था कि प्रधानमंत्री मोदी उन पर बहुत भरोसा करते हैं. जरनल रावत का थल सेना प्रमुख बनना कोई सामान्य प्रक्रिया नहीं थी. उन्हें सेना की कमान उनके दो सीनियर अधिकारियों की वरिष्ठता की उपेक्षा कर दी गई थी. अगर पारंपरिक प्रक्रिया से सेना प्रमुख बनाया जाता तो वरिष्ठता के आधार पर तब ईस्टर्न कमांड के प्रमुख जनरल प्रवीण बख्शी और दक्षिणी कमांड के प्रमुख पी मोहम्मदाली हारिज़ की बारी थी. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? जनरल बिपिन रावत के बाद कौन बनेगा अगला सीडीएस? भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे समाप्त जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ? जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार इमेज स्रोत, Getty Images जनरल रावत के लिए वरिष्ठता की उपेक्षा लेकिन मोदी सरकार ने वरिष्ठता की जगह इन दोनों के जूनियर जनरल रावत को पसंद किया. तब कई विशेषज्ञों ने कहा था कि जनरल रावत भारत की सुरक्षा से जुड़ी वर्तमान चुनौतियों से निपटने में सक्षम हैं. तब भारत के सामने तीन बड़ी चुनौतियां थीं, सीमा पार से आतंवाद पर लगाम लगाना, पश्चिमी छोर से छद्म युद्ध को रोकना और पूर्वोत्तर भारत में उग्रवादियों पर लगाम लगाना. तब जनरल रावत के बारे में कहा गया था कि पिछले तीन दशकों से टकराव वाले क्षेत्र में सेना के सफल ऑपरेशन चलाने का उनके पास सबसे उम्दा अनुभव है. छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त जनरल रावत के पास उग्रवाद और लाइन ऑफ कंट्रोल की चुनौतियों से निपटने का भी एक दशक का अनुभव था. पूर्वोत्तर भारत में उग्रवाद को काबू में करने और म्यांमार में विद्रोहियों के कैंपों को ख़त्म कराने में भी जनरल रावत की अहम भूमिका मानी जाती है. 1986 में जब चीन के साथ तनाव बढ़ा था, तब जनरल रावत सरहद पर एक बटालियन के कर्नल कमांडिंग थे. बताया जाता है कि जनरल रावत के करियर के इस अनुभव से पीएम मोदी प्रभावित थे और उन्हें सेना की कमान सौंपने में वरिष्ठता की परवाह नहीं की. हालाँकि भारतीय सेना का प्रमुख बनाने में वरिष्ठता की उपेक्षा करने वाले नरेंद्र मोदी कोई पहले प्रधानमंत्री नहीं हैं. उनसे पहले 1983 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिन्हा की वरिष्ठता की परवाह किए बिना उनके जूनियर लेफ़्टिनेंट जनरल एएस वैद्य को सेना की कमान सौंपी थी. इंदिरा गांधी के इस फ़ैसले के विरोध में जनरल एसके सिन्हा ने इस्तीफ़ा दे दिया था. इंदिरा गांधी ने 1972 में भी ऐसा ही किया था. तब उन्होंने बहुत ही लोकप्रिय लेफ्टिनेंट जनरल एस भगत को वरिष्ठता की उपेक्षा करते हुए उनके जूनियर लेफ़्टिनेंट जनरल जीजी बेवूर को सेना की कमान सौंप दी थी. जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे इमेज स्रोत, Getty Images लाल क़िले से सीडीएस की घोषणा 15 अगस्त, 2019 को स्वतंत्रता दिवस की 73वीं वर्षगांठ पर लाल क़िले से दिए गए अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्मी, नेवी और एयरफ़ोर्स के बीच अच्छे समन्वय के लिए चीफ़ ऑफ डिफेंस स्टाफ़ पद बनाने की घोषणा की थी. तब पीएम मोदी ने कहा था, ''समय रहते रिफॉर्म की ज़रूरत है. सैन्य व्यवस्था में सुधार के लिए कई रिपोर्ट आई. हमारी तीनों सेना के बीच समन्वय तो है लेकिन आज जैसे दुनिया बदल रही है, आज जिस प्रकार से तकनीक आधारित व्यवस्था बन रही है, वैसे में भारत को भी टुकड़ों में नहीं सोचना होगा. तीनों सेनाओं को एक साथ आना होगा. विश्व में बदलते हुए युद्ध के स्वरूप और सुरक्षा के अनुरूप हमारी सेना हो. आज हमने निर्णय किया है कि चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ की व्यवस्था करेंगे और सीडीएस तीनों सेनाओं के बीच समन्वय स्थापित करेगा.'' पीएम मोदी ने इस ज़िम्मेदारी के लिए भी जनरल रावत को ही चुना. भारत में पहली बार चीफ़ ऑफ डिफेंस स्टाफ़ पद की व्यवस्था की गई और वो मिली जनरल बिपिन रावत को. रावत 31 दिसंबर, 2019 को सेना प्रमुख से रिटायर हुए और उन्हें सीडीएस की ज़िम्मेदारी मिल गई. जनरल रावत जब सेना प्रमुख बने तो कुछ ही महीनों में चीन के साथ डोकलाम में तनातनी की स्थिति पैदा हो गई. डोकलाम भूटान में है और वहां चीन सैन्य ठिकाने बना रहा था. भारत ने वहाँ अपने सैनिकों की तैनाती कर दी और कहा गया कि यह सेना प्रमुख जनरल रावत की आक्रामक सैन्य नीति का हिस्सा है. इमेज स्रोत, Getty Images ढाई मोर्चों से तैयारी जनरल रावत ने डोकलाम संकट के दौरान ही कहा था कि भारत ढाई मोर्चों से युद्ध के लिए तैयार है. यहाँ ढाई मोर्चे से मतलब चीन, पाकिस्तान और भारत के भीतर विद्रोही समूहों से है. जनरल रावत के इस बयान पर चीन की ओर से कड़ी आपत्ति भी आई थी. लेकिन जनरल रावत के बयान में कई बार विरोधाभास भी होते थे. कई रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आपकी तैयारी है भी तो दो मोर्चों से चुनौती का सामना करना आसान नहीं होता इसलिए कूटनीति का सहारा लेना होता है. दुनिया के इतिहास में जब भी किसी देश ने दो मोर्चों से लड़ाई की है तो उसके लिए दिक़्क़ते बढ़ी हैं और आसान नहीं रहा है. पीएम मोदी जनरल रावत पर इतना भरोसा क्यों करते थे? ये पूछे जाने पर रक्षा विश्लेषक राहुल बेदी कहते हैं, ''बिपिन रावत को सीडीएस की ज़िम्मेदारी तब सौंपी गई जब इस पद पर जाने के लिए कोई नियम नहीं था. ऐसे में जनरल रावत को यह पद सौंपना अहम भी था और आसान भी. जनरल रावत को सैन्य सुधार, डिफेंस इकॉनोमी और तीनों सेना में समन्वय के लिए सीडीएस बनाया गया था. अभी उनका एक साल का कार्यकाल और बचा था. ''पीएम मोदी के भरोसा करने की एक बड़ी वजह वैचारिक क़रीबी भी हो सकती है. जनरल रावत लगातार राजनीतिक बयान देते थे और उन बयानों में जो सोच होती वो बीजेपी के क़रीब दिखती थी. इसके अलावा जनरल रावत देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के भी क़रीबी थे. अजित डोभाल को पीएम मोदी भी काफ़ी तवज्जो देते हैं.'' 2016 में पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक में भी जनरल रावत की अहम भूमिका मानी जाती है. भारत के जाने-माने सामरिक विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने जनरल रावत की मौत पर ट्वीट कर कहा है, ''पिछले 20 महीनों से हिमालयन फ़्रंट पर चीन की आक्रामकता के कारण युद्ध जैसी स्थिति है, ऐसे वक़्त में जनरल रावत की मौत बहुत ही दुखद है. जनरल रावत स्पष्ट और सीधा बोलते थे. जब सरकार की ओर से चीन का नाम तक लेने में परहेज किया जा रहा है, तब जनरल रावत चीन का नाम लेकर बोलते थे.'' इमेज स्रोत, Getty Images जनरल रावत के विवादित बयान जनरल बिपिन रावत ने 26 दिसंबर, 2019 को कहा था, ""नेता वो होते हैं जो सही दिशा में लोगों का नेतृत्व करते हैं. बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी और कॉलेज के स्टूडेंट जिस तरह से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं उससे शहरों में हिंसा और आगज़नी बढ़ रही है. नेतृत्व ऐसा नहीं होना चाहिए.'' जनरल रावत के इस बयान पर विपक्षी पार्टियों की तरफ़ से तीखी प्रतिक्रिया आई थी. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था, ''जनरल रावत के इस बयान से स्पष्ट हो जाता है कि मोदी सरकार के दौरान स्थिति में कितनी गिरावट आ गई है कि सेना के शीर्ष पद पर बैठा व्यक्ति अपनी संस्थागत भूमिका की सीमाओं को लांघ रहा है."" ""ऐसी स्थिति में यह सवाल उठना लाजिमी है कि कहीं हम सेना का राजनीतीकरण कर पाकिस्तान के रास्ते पर तो नहीं जा रहे? लोकतांत्रिक आंदोलन के बारे में इससे पहले सेना के किसी शीर्ष अधिकारी के ऐसे बयान का उदाहरण आज़ाद भारत के इतिहास में नहीं मिलता है."" येचुरी ने सेना प्रमुख से उनके बयान से लिए देश से माफ़ी मांगने को कहा था. साथ ही सीपीएम ने सरकार से भी मामले में संज्ञान लेते हुए जनरल की निंदा करने की मांग की थी. जनरल रावत के इस बयान पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था, ""अपने पद की सीमाओं की जानना ही नेतृत्व है. नागरिकों की सर्वोच्चता और जिस संस्था के आप प्रमुख हैं, उसकी अखंडता को संरक्षित करने के बारे में है."" राहुल बेदी कहते हैं कि जनरल रावत के बयान तभी थमे होंगे जब सरकार की तरफ़ से उन्हें ऐसा बंद करने के लिए कहा होगा. जनरल रावत चीन के लेकर भी खुलकर बोलते थे. हाल ही में जनरल रावत ने कहा था कि भारत के लिए पाकिस्तान नहीं चीन ख़तरा है. कई बार सरकार को जनरल रावत के बयान के कारण राजनयिक रिश्तों में असहजता का भी सामना करना पड़ा है. अभी चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अप्रैल 2020 से पहले की यथास्थिति को बदल दिया है और ये जनरल रावत के सीडीएस रहते हुए हुआ. कई ऐसी चीज़ें हैं, जो अगले सीडीएस के लिए बड़ी चुनौती होगी. जनरल रावत इसराइल से सैन्य संबंधों को बढ़ाने के भी पक्षधर रहे थे. उनकी मौत पर इसराइल के शीर्ष नेतृत्व से दुख जताते हुई कई प्रतिक्रिया आई. प्रधानमंत्री नेफ़्टाली बेनेट से लेकर वहां के पूर्व प्रधानमंत्री तक ने दुख जताया है. इसराइल के रिटायर्ड आर्मी जनरल बेनी गेंट्ज़ ने ट्वीट कर कहा है, ''जनरल रावत इसराइल डिफ़ेंस फ़ोर्स के सच्चे पार्टनर थे. दोनों देशों में सुरक्षा सहयोग बढ़ाने में जनरल रावत की अहम भूमिका थी. वो जल्द ही इसराइल आने वाले थे.'' मोदी सरकार भी इसराइल को लेकर पूर्ववर्ती सरकारों की तुलना में काफ़ी अलग रही है. प्रधानमंत्री के रूप में इसराइल जाने वाले नरेंद्र पहले शख़्स हैं. इससे पहले के प्रधानमंत्री इसराइल जाने से बचते रहे थे. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे सेना भारतीय वायु सेना भारत नरेंद्र मोदी भारतीय सेना संबंधित समाचार जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ?- प्रेस रिव्यू 9 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार 9 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 5 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 जनरल बिपिन रावत का गांव: 'जब भी यहां आते तो गढ़वाली में बात करते'",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59590747,जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी,"जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी 9 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, हादसे में मारे गए थल सेना के 7 सैन्यकर्मी भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया. इस हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग थे जिनमें से 13 लोगों की मृत्यु हो गई है. हादसे में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की स्थिति गंभीर बनी हुई है और उन्हें लाइफ़ सपोर्ट पर रखा गया है. हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा 11 अन्य फ़ौजियों की मौत हो गई. इनमें एयर फ़ोर्स के हेलिकॉप्टर के चालक दल के चार वायु सैनिक शामिल हैं. उनके नाम इस प्रकार हैं - थल सेना ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिड्डर हरियाणा के पंचकुला ज़िले के निवासी. वे जनरल रावत के रक्षा सलाहकार थे. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिड्डर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है - ""मिलनाडु के कुन्नूर में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए पंचकूला के वीर सपूत 'ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर' जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि. ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें."" छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किया गया- प्रेस रिव्यू ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को जानिए, हेलिकॉप्टर क्रैश में बचने वाले एकमात्र भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे समाप्त पूर्व मंत्री, पूर्व सैन्य अधिकारी, ओलंपिक पदक विजेता, सांसद और बीजेपी प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिड्डर के बारे में ट्वीट कर लिखा है - ""हमने एनडीए में साथ ट्रेनिंग की. हम कश्मीर में आतंकवादियों से साथ लड़े. ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर के रूप में भारत ने अपना एक शानदार और बहादुर अफ़सर खोया और मैंने अपना एक दोस्त. एक सम्मानित सैनिक, ख़याल रखने वाला पति, स्नेह देने वाला पिता - तुम्हारी कमी हमेशा खलेगी, टोनी."" राज्यवर्धन राठौड़ ने एक और ट्वीट में हादसे में मारे गए सारे फ़ौजियों को श्रद्धांजलि दी है. लेफ़्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह राजस्थान के अजमेर ज़िले के निवासी. वे जनरल रावत के स्टाफ़ ऑफ़िसर थे. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, लेफ़्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह लांस नायक विवेक कुमार - 1 पैरा (स्पेशल फ़ोर्सेस) - जनरल रावत के पीएसओ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के निवासी इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, लांस नायक विवेक कुमार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर लिखा है - ""तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में वीरभूमि हिमाचल के जयसिंहपुर का सपूत एवं सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी के पीएसओ, लांस नाइक विवेक कुमार जी भी शहीद हुए हैं."" नायक गुरुसेवक सिंह - 9 पैरा (स्पेशल फ़ोर्सेस) पंजाब के तरनतारण ज़िले के निवासी इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, नायक गुरुसेवक सिंह लांस नायक बी साई तेजा - 11 पैरा (स्पेशल फ़ोर्सेस) आंध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले के निवासी. वे जनरल रावत के पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफ़िसर) थे. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, लांस नायक बी साई तेजा 27 वर्षीय सैनिक के दो बच्चे हैं. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता एन चंद्रबाबू नायडू ने लांस नायक बी साई तेजा के परिवार को श्रद्धांजलि दी है. नायक जितेंद्र कुमार - 3 पैरा (स्पेशल फ़ोर्सेस) मध्य प्रदेश के सीहोर ज़िले के धामंदा गाँव के निवासी. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, नायक जितेंद्र कुमार 31 वर्षीय जितेंद्र कुमार की बेटी की उम्र चार साल और बेटे की उम्र एक साल है. सीहोर के ज़िलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक समेत कई अधिकारियों ने नायक जितेंद्र कुमार की मृत्यु की ख़बर मिलने के बाद धामंदा गाँव में उनके घर जाकर संवेदना प्रकट की है. हवलदार सतपाल राई पश्चिम बंगाल के दार्जिंलिंग ज़िले के निवासी. वे जनरल रावत के पीएसओ थे. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, हवलदार सतपाल राय दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने हवलदार सतपाल राई की मृत्यु पर ट्वीट कर लिखा है - ""हवलदार सतपाल राई सीडीएस जनरल रावत के पीएसओ थे. वे दार्जिलिंग के तकडाह के रहने वाले थे. ईश्वर उनके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति दें."" हादसे में मारे गए वायु सेना के फ़ौजी बुधवार को सीडीएस रावत जिस हेलिकॉप्टर से जा रहे थे उसमें थल सेना के सात फ़ौजियों के अलावा वायु सेना के चार फ़ौजी सवार थे. विंग कमांडर पीएस चौहान जिस एमआई-17 हेलिकॉप्टर का दुर्घटना हुआ उसे विंग कमांडर पीएस चौहान उड़ा रहे थे. चौहान सुलुर में 109 हेलिकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफ़िसर थे. बीबीसी के सहयोगी पत्रकार मोहर सिंह मीणा के अनुसार विंग कमांडर पीएस चौहान मूलतः राजस्थान के निवासी हैं. मगर कई वर्ष पूर्व उनका परिवार जयपुर से उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बस गया. फ़िलहाल विंग कमांडर चौहान के घर के लोग आगरा में रह रहे हैं. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, विंग कमांडर पीएस चौहान छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त आगरा से स्थानीय पत्रकार नसीम अहमद ने बीबीसी को बताया कि न्यू आगरा इलाके में उनके घर पर उनके रिश्‍तेदार और शुभचिंतक जुट गए हैं. उनके 72 वर्षीय पिता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पृथ्‍वी उनके इकलौते बेटे थे. उन्होंने भरी आँखों से बताया कि उन्हें अपने बेटे की मृत्यु की ख़बर मुंबई में रह रही सबसे बड़ी बेटी शकुंतला से मिली जिन्होंने टीवी पर ख़बर देखने के बाद पृथ्‍वी की पत्‍नी कामिनी को फ़ोन किया. उनकी बड़ी बहन ने बताया कि 42 वर्षीय पृथ्‍वी सिंह चौहान चार बहनों में सबसे छोटे भाई थे. उनका विवाह सन 2007 में वृंदावन निवासी कामिनी से हुआ था. उनके बेटी आराध्‍या 12 वर्ष और बेटा अविराज नौ वर्ष का है. पृथ्‍वी ने रीवा के सैनिक स्‍कूल से पढ़ाई की जहाँ से उनका एनडीए में चयन हुआ. वे वर्ष 2000 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए. वर्तमान में वो कोयम्‍बटूर के पास एयरफोर्स स्‍टेशन पर तैनात थे. पृथ्‍वी की पहली पोस्टिंग हैदराबाद हुई थी. इसके बाद वे गोरखपुर, गुवाहाटी, ऊधमसिंह नगर, जामनगर, अंडमान निकोबार सहित अन्‍य एयरफोर्स स्‍टेशन्‍स पर तैनात रहे. उन्‍हें एक वर्ष की विशेष ट्रेनिंग के लिए सूडान भी भेजा गया था. सूडान में विशेष ट्रेनिंग लेने के बाद विंग कमांडर पृथ्‍वी की गिनती वायुसेना के जांबाज़ पायलट्स में होती थी. स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे. वे राजस्थान के झुंझनू ज़िले के निवासी थे. इमेज स्रोत, @SachinPilot इमेज कैप्शन, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह राजस्थान के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ट्वीट कर लिखा है - ""कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में राजस्थान के झुंझुनूं जिले के घरड़ाना खुर्द के सपूत, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप राव जी की शहादत को नमन करते हुए मैं उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ.. मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें संबल प्रदान करें."" समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार हादसे की ख़बर आने के बाद झुंझनू में शोक की लहर है. स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह के चचेरे भाई ने कहा कि वो बड़े योग्य ऑफ़िसर थे और उनका जाना उनके और पूरे देश के लिए बहुत बड़ा नुक़सान है. जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास ओडिशा के तालचेर ज़िले के निवासी इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास बीबीसी के सहयोगी पत्रकार संदीप साहू ने जानकारी दी दी है कि राणा प्रताप की शादी तीन साल पहले हुई थी और उनकी एक बेटी है जिसकी उम्र दो साल है. उनके बहनोई संकल्प दास ने बताया कि राणा प्रताप का पार्थिव शरीर गुरुवार रात उनके गांव पहुंचेगा. जेडब्ल्यूओ प्रदीप केरल के त्रिची ज़िले के निवासी इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत भारतीय सेना संबंधित समाचार जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ?- प्रेस रिव्यू 9 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? 9 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/international-59589300,जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार,"जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार 9 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Hindustan Times पाकिस्तान सेना के उच्च अधिकारियों ने भारत के चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत पर शोक व्यक्त किया है. कल तमिलनाडु में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य लोग एक हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए थे. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता बाबर इफ़्तिख़ार ने ट्वीट में लिखा, ""ज्वांइट चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ कमेटी के चेयरमैन जनरल नदीम रज़ा और सेनाध्यक्ष जनरल क़मर जावेद बाजवा, जरनल बिपिन रावत और उनकी पत्नी की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई त्रासद मौत पर शोक व्यक्त करते हैं."" इसके साथ ही पाकिस्तानी वायुसेना के प्रमुख अधिकारी एयर चीफ़ मार्शल ज़हीर अहम बाबर सिधू एनआई(एम) ने जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के साथ 11 लोगों की मौत पर संवेदना प्रकट की है. पाकिस्तानी सैनिक ने किया सलाम भारतीय सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असमय निधन पर तमाम भारतीय सैनिकों और पूर्व सैन्य अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे जनरल बिपिन रावत का गांव: 'जब भी यहां आते तो गढ़वाली में बात करते' समाप्त भारतीय सैन्य अधिकारी पूर्व ब्रिगेडियर आर एस पठानिया ने ट्विटर पर जनरल रावत की तस्वीर साझा करते हुए उन्हें सलाम लिखा. इस पर एक पूर्व पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी मेजर आदिल रज़ा ने लिखा है कि 'सर, कृपया मेरी संवेदना स्वीकार कीजिए.' इसके जवाब में ब्रिगेडियर पठानिया ने लिखा कि ""आदिल आपका शुक्रिया, एक सैनिक से इसी व्यवहार की उम्मीद थी. आपको सलाम"" इसके जवाब में मेजर आदिल रज़ा लिखते हैं, ""बिलकुल सर, एक सैनिक होने के नाते ये एक अच्छा काम है. हमारी पंजाबी लोककथाओं में कहते हैं कि - दुश्मन मरे तो ख़ुशिया मत मनाओ, कभी आपका साजन भी मर जाना है."" सोशल मीडिया पर मिली जुली प्रतिक्रिया इस मौके पर पाकिस्तानी मीडिया, सरकारी अधिकारियों के साथ - साथ तमाम पेशों और समाज के लोगों की ओर से जनरल रावत के असमय निधन पर संवेदना जताई जा रही है. ट्विटर यूज़र सलमान ख़ान लिखते हैं, ""हम कभी भी अपने दुश्मन की मौत पर जश्न नहीं मनाते जब तक कि वह मौत हमारे ख़िलाफ़ युद्ध के मैदान पर न हुई हो. परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है."" ट्विटर यूज़र डॉ ज़िया उल हक़ शम्सी लिखते हैं, ""मुसलमान होने के नाते हम किसी त्रासदी पर जश्न नहीं मनाते, चाहें वह हमारे सबसे बुरे दुश्मनों के साथ क्यों न घटी हो. हमें सामूहिक रूप से मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना ज़ाहिर करनी चाहिए."" रहमान वली इहसास लिखते हैं, ""सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों के असमय निधन से दुखी और स्तब्ध हूं. उनके प्रति संवेदना ज़ाहिर करता हूं."" ओमर नवाज़ लिखते हैं, ""सीडीएस बिपिन रावत जी और उनकी पत्नी एवं 11 अन्य लोगों की मौत की ख़बर से दुखी हूं. अल्लाह पीड़ित परिवार को ये दुख सहने की ताक़त दे."" पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने लिखा है, ""जनरल रावत और उनकी पत्नी के बच्चों और परिवारों के प्रति संवेदना और इस हादसे में मरने वाले अन्य मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना."" हालांकि, पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर एक वर्ग ऐसा भी है जो इस मौके पर पाकिस्तान और जम्मू - कश्मीर को लेकर भारतीय नीति की आलोचना कर रहा है. इसके साथ ही इस मौके पर उन बयानों की चर्चा की जा रही है जिनके लिए जनरल रावत चर्चा में आते रहे हैं. इस मौके पर कुछ पाकिस्तानी लोगों ने ही ऐसे ट्वीटर यूज़र्स की आलोचना की है जिन्होंने जनरल रावत के प्रति नफ़रत भरे ट्वीट किए हैं. हारून शाहिद नामक ट्विटर यूज़र लिखते हैं, ""ट्विटर पर मौजूद कुछ पाकिस्तानियों के लिए. हेलिकॉप्टर क्रैश में कुछ भी मजेदार या जश्न मनाने जैसी कोई बात नहीं. याद रखिए, हमने दो दिन पहले ही अपने दो सैनिकों को खोया है."" इस पर अहमद नामक एक ट्विटर यूज़र लिखते हैं, ""आप जश्न नहीं मनाना चाहते तो मत मनाएं, लेकिन एक तानाशाह की मौत पर शोक प्रकट न करें."" हारून शाहिद के ट्वीट पर मेहर तरार लिखती हैं, ""पूरी तरह सहमत हूं, हमारा धर्म और सभ्यता किसी की मौत पर मज़ाक उड़ाने और जश्न मनाने की सलाह नहीं देती."" छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे पाकिस्तान भारत संबंधित समाचार प्रियंका गांधी यूपी में महिलाओं को कांग्रेस तक लाने में कितनी सफल होंगी? - ग्राउंड रिपोर्ट 9 दिसंबर 2021 भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन 8 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत की भी हेलिकॉप्टर हादसे में मौत, क्या थी शख़्सियत 8 दिसंबर 2021 किसान आंदोलनः सरकार के ड्राफ़्ट पर किसानों की सहमति, आधिकारिक पत्र का इंतज़ार, गुरुवार को फिर होगी बैठक 8 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ?- प्रेस रिव्यू 9 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 4 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें 10 बांग्लादेश को मान्यता देने पर कैसे मजबूर हुआ था पाकिस्तान?",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59582931,भारत में प्यार और शादी को लेकर क्या कहते हैं आंकड़े,"भारत में प्यार और शादी को लेकर क्या कहते हैं आंकड़े 9 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, जनवरी 2018 तक के आंकड़ों के अनुसार केवल 3 फीसदी भारतीयों ने 'लव मैरिज' की है. प्यार और शादी को लेकर भारतीय क्या सोचते हैं? पत्रकार रुक्मिणी एस. ने विवाह और प्रेम संबंधों को आधार बनाने वाली सामाजिक राजनीतिक वास्तविकताओं की तस्वीर को आकंड़ों के ज़रिए समझने की कोशिश की है. 22 साल के नितिन कांबले मुंबई से महीने में दो बार पूरी रात की बस यात्रा करके अपने गांव जाते हैं, जहां उनका परिवार रहता है. कांबले मुंबई में काम करते हैं. जब वे गांव जाते हैं दो बैग भरते हैं- एक बैग में वे अपना सामान ले जाते हैं और दूसरे बैग में वह सामान होता है जिसे नहीं ले जा सकते, इस सामान को वे किराए के अपने एक कमरे में बेड के नीचे रख देते हैं. नितिन अब मासांहारी खाना खाने लगे हैं और कभी कभार बीयर भी पी लेते हैं लेकिन मुंबई में जो बैग वे छोड़कर जाते हैं, उसमें उनका सबसे गहरा राज छुपा है- उनकी गर्लफ्रेंड जो दूसरी जाति की है. नितिन को मालूम है कि ये बात ना तो उनके माता-पिता को स्वीकार होगी और गर्लफ्रेंड की माता-पिता को तो किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं होगी. आपको ये कहानी सुनी-सुनाई लग रही होगी लेकिन अगर आप आंकड़ों को देखेंगे तो मालूम होगा कि नितिन एकदम बाहरी दुनिया के शख़्स हैं. भारत के कई बड़े सवालों के जवाब आंकड़ों से मिल जाते हैं, जैसे कि भारतीय कैसे कमाते हैं और कमाए हुए पैसों को कैसे ख़र्च करते हैं. क्या काम करते हैं, कैसे वोट देते हैं, किन वजहों से मरते हैं. कई बार आंकड़े जीवन के खालीपन को भरते हैं, जब वे केवल जीवन बिता रहे होते हैं तो क्या सोचते हैं- मसलन वे प्यार के बारे में क्या सोचते हैं? छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें BBC 100 वीमेन 2021: मंजुला प्रदीप: बलात्कार पीड़िता के दलित नेता बनने की कहानी मोहन भागवत बोले- शादी के लिए धर्मांतरण करने वाले हिंदू ग़लत- प्रेस रिव्यू 'मैं इसलिए एक साथ कई प्रेमी और पार्टनर चाहती हूँ' बाल दिवस: देश के अनाथालयों में लड़कों से 38 फ़ीसदी अधिक लड़कियां समाप्त प्यार के चक्कर में लोग क्या कुछ करते हैं...! एक सेक्स वर्कर के प्यार और आज़ादी की कहानी... इमेज स्रोत, EPA इमेज कैप्शन, अधिकतर भारतीय अरेंज्ड मैरिज करते हैं आंकड़ों के ख़जाने से, मैं भारत में प्रेम और उसके लेकर चल रहे प्रयोगों के समृद्ध दृष्टिकोण को एकसाथ रख रहा हूं. भारतीय फ़िल्में देखने से ऐसा लगता है कि युवा भारतीयों के लिए रोमांस और प्रेम के सिवा कोई दूसरा काम नहीं है. ये सच भी हो सकता है लेकिन अभी भी अधिकांश भारतीयों ने अरेंज मैरिज ही की हैं. छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त 2018 के सर्वे के मुताबिक] एक लाख 60 हज़ार से ज़्यादा भारतीय परिवारों में 93 प्रतिशत से ज़्यादा शादीशुदा लोगों ने कहा कि उनकी शादी अरेंज मैरिज है. महज तीन प्रतिशत लोगों ने अपने विवाह को प्रेम विवाह बताया जबकि केवल दो प्रतिशत लोगों ने अपनी शादी को लव कम अरेंज मैरिज बताया. इससे ज़ाहिर है कि भारत में शादियां परिवार के लोग शादियां तय करते हैं. समय के साथ इस स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है- अस्सी साल से अधिक उम्र के लोगों में 94 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उनकी शादी अरैंज मैरिज थी जबकि 20 साल से अधिक उम्र के युवाओं में यह अरैंज मैरिज के मामले 90 प्रतिशत से ज़्यादा हैं. मनीषा मंडल हमेशा प्रेम विवाह करने के बारे में सोचती थीं. भिलाई में ऑफिस अस्सिटेंट का काम करने वालीं मनीषा बताती हैं, ""मैं अपने माता-पिता से लड़ा करती थीं. अपने घर से थोड़ी दूर स्थित कॉलेज जाने के लिए भी मुझे झगड़ा करना पड़ा था. तब मैंने सोचा था कि अब अगली लड़ाई प्रेम विवाह करने के लिए होगी."" कॉलेज में शुरुआती दिनों में ही कुछ लड़कों ने मनीषा से बात करने की कोशिश की. इसके बाद कॉलेज की पुरानी छात्राओं ने मनीषा को बाथरूम में ले जाकर कहा कि लड़कों से बात करने पर उसकी इज़्ज़त ख़त्म हो जाएगी. 'कब्र में पहुंचे बेधड़क प्यार का क़ातिल-377' भागी हुई लड़कियां: जब प्यार किया तो डरना क्या? वीडियो कैप्शन, पेरिस के पुल से हटाए गए प्रेमियों के तालों की अब नीलामी हो रही है. मनीषा पर नज़र रखने के लिए उनके बड़े भाई भी कॉलेज परिसर का चक्कर लगाते थे ताकि वह लड़कों से बात नहीं कर सके. मनीषा के लिए प्यार करने का जोख़िम लेने से ज़्यादा महत्वपूर्ण कॉलेज की पढ़ाई पूरी करना बन गया क्योंकि उन्हें पढ़ाई पूरी करने के बाद काम करना था. जब मनीषा कॉलेज के अंतिम साल में पहुंची तो उनकी शादी अपनी ही जाति में पिता के दोस्त के बेटे से तय हो गई. 24 साल की मनीषा ने व्हाट्सऐप कॉल पर बताया, ""मैं अपने माता पिता को देख रही हूं. उनकी आपस में कभी लड़ाई नहीं हुई. इसलिए मुझे भी लगा कि यह मेरे लिए भी कारगर रहेगा."" भारत में शादियों की सबसे आवश्यक गुण अपनी जाति में ही शादी है. 2014 के एक सर्वे में शहरी भारत के 70 हज़ार लोगों में 10 प्रतिशत से भी कम लोगों ने माना कि उनके अपने परिवार में जाति से अलग से कोई शादी हुई है. अंतरधार्मिक शादियां तो और भी कम होती हैं- शहरी भारत में महज पांच प्रतिशत लोगों ने माना है कि उनके परिवार में किसी ने धर्म से बाहर जाकर शादी की है. भारत में युवा अमूमन जाति के बंधन को तोड़कर शादी करने की इच्छा जताते हैं, लेकिन सर्वे से यह भी ज़ाहिर हुआ था कि इच्छा जताने और वास्तविकता में उसे करने में काफ़ी अंतर है. 'बदनाम प्यार' की ज़िंदगी जीने पर मजबूर भारत के समलैंगिक जोड़े नुसरत जहां और निखिल जैन: प्यार और शादी से अलगाव तक, कहानी पूरी फ़िल्मी है इमेज स्रोत, Getty Images 2015 में रिसर्चरों ने मेट्रीमोनियल वेबसाइट के ज़रिए एक हज़ार संभावित दुल्हनों से संपर्क किया है, इनमें से आधी दुल्हनों ने जाति से अलग भी शादी करने की इच्छा जताई लेकिन शत प्रतिशत दुल्हनों ने अपनी जाति के ही पुरुषों में दिलचस्पी दिखाई. संभावित वर अगर दलित हो तो उससे संपर्क करने की संभावना नगण्य है, चाहे दूसरे तमाम मापदंडों, शिक्षा, वेतन, गोरा रंग इत्यादि सब एकसमान क्यों ना हो. इस परंपरागत पृष्ठभूमि में, अपनी पसंद का चुनाव विद्रोह बन जाता है और इसके अपने ख़तरे भी होते हैं. 2014 में मैंने दिल्ली के सात ज़िला अदालतों में 2013 के बलात्कार के सभी मामलों के फ़ैसले को देखा- क़रीब 600 मामले थे. इसमें 460 मामलों की अदालत में पूरी तरह से सुनवाई हुई थी, इसमें 40 प्रतिशत मामले या तो आपसी सहमति या फिर कथित तौर पर सहमति से बने संबंधों के थे. इनमें से अधिकांश जोड़े घर से भाग कर शादी करने वाले प्रतीत हो रहे थे, जिसमें बाद में माता-पिता, आम तौर पर महिला के माता-पिता की ओर से अपहरण और बलात्कार के मामले दर्ज किए गए थे. इनमें से कई अंतर-जातीय और अंतर-धार्मिक संबंध थे. प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन के मामले में क्या इतिहास ख़ुद को दोहरा रहा है? 'सिद्धार्थ शुक्ला की मौत के बाद शहनाज़ को देखकर लगा जैसे तूफ़ान आकर गुज़र गया' वीडियो कैप्शन, मुस्लिम लड़की, हिंदू लड़के की शादी की कहानी युवा जोड़ों के बीच शारीरिक संबंध, इन परिवारों को अपनी मान्यता और ढांचे के लिए इतने ख़तरनाक लगे कि इन परिवारों ने बलात्कार का कलंक स्वीकार करना बेहतर समझा. स्थिति और बिगड़ सकती है. पिछले एक दशक में, भारत में कट्टरपंथी हिंदू समूहों ने 'लव जिहाद' का हौवा खड़ा किया है, इसका इस्तेमाल वे मुस्लिम पुरुषों पर आरोप मढने के लिए करते हैं कि हिंदु महिलाओं से शादी करके उन्हें मुसलमान बना रहे हैं. भारत के कई राज्यों में ही नहीं बल्कि केंद्र में हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, इन सरकारों ने उन परुषों के ख़िलाफ़ सख़्त क़ानून बनाया है जो महिलाओं को विवाह के बाद ज़बरन धर्मांतरण के लिए दबाव डालते हैं. इन सरकारों ने सहमति से अंतरधार्मिक शादी करने वालों पर भी प्रतिबंध बढ़ाया है, इसे एक तरह से प्रेम पर पुलिस के पहरे को वैधता प्रदान की है. मुस्लिम लड़की-हिंदू लड़के की वो प्रेम कहानी जिन्हें एड्स भी नहीं रोक पाया 'लव जिहाद' के बाद 'नारकोटिक्स जिहाद' का शिगूफ़ा, क्या है पूरा मामला? इमेज स्रोत, Getty Images प्रेम करने वालों पर सख़्ती से भारत में अंतरधार्मिक शादियां और भी कम होंगी. इतना ही नहीं प्रेम और शादी को लेकर आंकड़े जुटाने में भी मुश्किल होगी और वे कम विश्वसनीय होंगे. एक अंतरधार्मिक जोड़े ने मुझे बताया कि महिला के परिवार से उन्हें कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस जोड़े ने विवाह का पंजीयन केवल इसलिए नहीं कराया क्योंकि पंजीयन कार्यालय ऐसे जोड़ों के नाम सार्वजनिक करते हैं. एक तरह से दोहरा जीवन बिता रहे नितिन ने संक्षेप में कहा, ""आपके आंकड़े बता रहे हैं कि अंतर जातीय, अंतर धार्मिक विवाह बहुत कम हैं, लेकिन यह आपको प्यार के बारे में नहीं बताता."" यह वह परिदृश्य हो सकता है जहां भारत के युवा वीरता से लड़ रहे हैं लेकिन अंतत वे यह युद्ध हार रहे हैं. (कुछ लोगों की पहचान छिपाने के लिए नाम बदल दिए गए हैं. ) लेखिका रुक्मिणी एस की नई किताब 'होल नंबर्स एंड हॉफ ट्रूथ्स- व्हाट डेटा कैन एंड कांट टेल अस अबाउट मॉर्डन इंडिया' अमेज़न वेस्टलैंड से प्रकाशित है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे महिलाएँ समाज भारत संबंधित समाचार प्यार के चक्कर में आप नई भाषा सीख भी सकते हैं! 7 दिसंबर 2016 4:29 वीडियो, मुस्लिम लड़की, हिंदू लड़के की शादी की कहानी , अवधि 4,29 18 जुलाई 2021 मुस्लिम लड़की-हिंदू लड़के की वो प्रेम कहानी जिन्हें एड्स भी नहीं रोक पाया 14 फ़रवरी 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 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रोहित शर्मा को क्यों सौंपी गई विराट कोहली के बाद टीम इंडिया की कमान रवि शास्त्री ने जाते-जाते कह दी बड़ी बात, बीसीसीआई पर निशाना विराट कोहली छोड़ेंगे टी20 की कप्तानी, लेकिन कौन बनेगा उत्तराधिकारी? समाप्त क्रिकेट एक्सपर्ट और कमेंटेटर हर्षा भोगले ने लिखा, ''दक्षिण अफ़्रीका के लिए टीम की घोषणा से भी ज़रूरी तथ्य यह है कि रोहित शर्मा अब टी20 और वनडे दोनों में कप्तान होंगे. निश्चित ही यह आगे की ओर 2023 को देखना है.'' बोरिया मजूमदार ने लिखा, ""तो यह आधिकारिक हो गया है. अब हमारे पास दो कप्तान हैं. रोहित सफ़ेद गेंद के और विराट कोहली लाल गेंद के. टेस्ट टीम उम्मीदों के अनुरूप है. चोटिल खिलाड़ियों के कारण ये सर्वश्रेष्ठ टीम है. रोहित को बधाई."" रोहित शर्मा ने दिसंबर 2017 से अब तक 10 वनडे मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की है. इसमें आठ मुक़ाबले भारत ने जीते हैं जबकि दो में उसे हार का सामना करना पड़ा है. वहीं दिसंबर 2907 से रोहित 22 टी20 मैचों में कप्तान रहे हैं. उनकी कप्तानी में केवल चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा जबकि बाकी 18 मैच भारत ने जीते हैं. इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, रोहित शर्मा और विराट कोहली की यह तस्वीर जून 2010 की है भारतीय टीम 26 दिसंबर से शुरू हो रहे तीन टेस्ट मैचों की सिरीज़ के लिए रवींद्र जडेजा, शुभमन गिल, अक्षर पटेल, राहुल चाहर को उनकी विभिन्न चोटों की वजह से टीम में जगह नहीं दी गई हैं. वहीं ऋषभ पंत के साथ साथ रिद्धिमान साहा को भी बतौर विकेटकीपर टीम में शामिल किया गया है. विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), आर अश्विन, जयंत यादव, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज. दक्षिण अफ़्रीकी टीम मंगलवार को दक्षिण अफ़्रीका ने भी इस सिरीज़ के लिए डीन एल्गर की कप्तानी में अपनी 21 सदस्यीय टीम का एलान किया था. चयनकर्ताओं ने इसमें तेज़ गेंदबाज़ सिसंडा मगला और विकेटकीपर बल्लेबाज़ रेयान रिकेल्टन के रूप में दो नए चेहरों को जगह दी है. टेंबा बावुमा उपकप्तान बनाए गए हैं. डीन एल्गर (कप्तान), टेंबा बावुमा (उपकप्तान), क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), कगीसो रबाडा, सरेल एर्वी, ब्यूरेन हेंड्रिक्स, जॉर्ज लिंडे, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, एडेन मार्करम, वियान मल्डर, एनरिच नॉर्टजे, कीगन पीटरसन, रैसी वैन डर डसन, काइल वेरेने, मार्को जैनसेन, ग्लेंटन स्टरमैन, प्रेनेलैन सुब्रायन, सिसांडा मगाला, रेयान रिकेल्टन (विकेटकीपर), डुएन ओलिविएर. इमेज स्रोत, Getty Images कब कब हैं मैच? भारत का अफ़्रीकी दौरा 17 दिसंबर से शुरू होने वाला था लेकिन कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संभावित ख़तरे को देखते हुए इसे एक हफ़्ते के लिए टाल दिया गया था. अब तीन टेस्ट मैचों की सिरीज़ 26 दिसंबर 2021 से शुरू हो कर 15 जनवरी 2022 तक खेली जाएगी. तीन टेस्ट मैच की सिरीज़ की पहला मैच सेंचुरियन में खेला जाएगा. पहला टेस्टः 26-30 दिसंबर सुपर स्पोर्ट पार्क, सेंचुरियन दूसरा टेस्टः 03-07 जनवरी 2022, इंपीरियल वानडरर्स जोहानेसबर्ग तीसरा टेस्टः 11-15 जनवरी 2022, सिक्स गन ग्रिल न्यूलैंड्स, केपटाउन दोनों देशों के बीच तीन टेस्ट मैच और वनडे सिरीज़ खेली जाएगी. चार मैचों की टी20 सिरीज़ बाद में खेली जाएगी. ये भी पढ़ें:- #INDvsNZ: इन रिकॉर्ड्स के साथ मुंबई टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दर्ज #AjazPatel के परफ़ेक्ट 10 पर अनिल कुंबले और क्रिकेट जगत के धुरंधरों ने क्या कहा एजाज पटेल का टेस्ट क्रिकेट में ऐतिहासिक कारनामा, चकमा खाए सभी 10 भारतीय बल्लेबाज़ 83 ट्रेलर: फैन्स बोले-खड़े हो जाएंगे रोंगटे, स्टेडियम बन जाएगा थियेटर छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे दक्षिण अफ्रीका भारत क्रिकेट खेल विराट कोहली संबंधित समाचार रोहित शर्मा की कप्तानी की दमदार शुरुआत पर विराट कोहली से क्यों हुई तुलना 22 नवंबर 2021 रोहित शर्मा को क्यों सौंपी गई विराट कोहली के बाद टीम इंडिया की कमान 10 नवंबर 2021 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले लाइव ताइवान से रिश्ता तोड़ने के तुरंत बाद चीन पहुँचे इस देश के वित्त मंत्री ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59584321,जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा,"जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा 8 दिसंबर 2021 अपडेटेड 9 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Madan Prasad/BBC ""मैंने अपनी आंखों से सिर्फ़ एक आदमी को देखा. वो जल रहे थे और फिर वो नीचे गिर गए. मैं हिल गया."" ये जानकारी कृष्णास्वामी ने दी. वो बुधवार को हुए उस हेलिकॉप्टर हादसे के प्रत्यक्षदर्शी हैं, जिसमें देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टॉफ़ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की मौत हो गई. इस हादसे में जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत और हेलिकॉप्टर में सवार रहे 11 अन्य लोगों की भी मौत हो गई. हादसे में जीवित बचे इकलौते शख्स हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह. उनका इलाज चल रहा है. वायुसेना ने बताया है कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है हादसे के गवाह रहे कृष्णास्वामी 68 साल के हैं. जहां हादसा हुआ, वो उस जगह के क़रीब रहते हैं. उन्होंने पूरी घटना को बयान किया. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे समाप्त भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन इमेज स्रोत, Getty Images प्रत्यक्षदर्शी ने क्या देखा? उन्होंने बताया, ""मेरा नाम कृष्णास्वामी है. मैं नानजप्पा सैथिराम का रहने वाला हूं. मैं घर के लिए लकड़ी लेने निकला था. घर में पानी नहीं था क्योंकि पाइप टूटा हुआ था. चंद्रकुमार और मैं इसकी मरम्मत कर रहे थे. तभी हमें ज़ोर की आवाज़ सुनाई दी."" वो आगे बताते हैं, ""धमाके से बिजली के खंबे तक हिल गए. पेड़ उखड़ गए. जब हमने देखा कि ये क्या हुआ तब धुआं उठ रहा था, जिसने सारे इलाके को ढक लिया था. वहां धुंध भी छाई थी. पेड़ के ऊपर आग की लपटें उठ रही थीं. मैंने अपनी आंखों से सिर्फ़ एक आदमी को देखा. वो जल रहे थे और फिर वो नीचे गिर गए. मैं हिल गया. मैं दौड़ता हुआ वापस आया और मैंने लोगों से कहा कि वो दमकल और पुलिस को बुलाएं. कुछ देर बाद अधिकारी भी आ गए. उसके बाद मैंने शव को ले जाते नहीं देखा. मैं सदमें था. घर आया और लेट गया."" इमेज स्रोत, Getty Images आखिरी सफ़र जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोग भारतीय वायु सेना के एमआई-17वी5 (Mi-17V5) हेलिकॉप्टर में सवार थे. ये हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया. ये हेलिकॉप्टर सुलुर के आर्मी बेस से निकला था और जनरल रावत को लेकर वेलिंगटन सैन्य ठिकाने की ओर बढ़ रहा था. इमेज स्रोत, Getty Images पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को 31 दिसंबर 2019 को भारत का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया था और उन्होंने 1 जनवरी 2020 को कार्यभार संभाला. बतौर सीडीएस जनरल रावत की ज़िम्मेदारियों में भारतीय सेना के विभन्न अंगों में तालमेल और सैन्य आधुनिकीकरण जैसी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियां शामिल थीं. जनरल रावत इससे पहले भारतीय सेना के प्रमुख रह चुके थे. वे 31 दिसंबर 2016 से 1 जनवरी 2017 तक भारत के 26 वें थल सेना प्रमुख रहे. इमेज स्रोत, ADG PI - INDIAN ARMY पिता थे लेफ़्टिनेंट जनरल जनरल रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी ज़िले में एक सैन्य परिवार में हुआ. उनके पिता सेना में लेफ़्टिनेंट जनरल थे. भारतीय सेना की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार जनरल रावत 1978 में सेना में शामिल हुए थे. शिमला के सेंट एडवर्ड्स स्कूल से पढ़ाई के बाद उन्होंने खड़कवासला के नेशनल डिफ़ेंस एकेडमी में सैन्य प्रशिक्षण लिया था. देहरादून की इंडियन मिलिट्री एकेडमी से ट्रेनिंग के बाद वे 11वीं गोरखा राइफ़ल्स टुकड़ी की पाँचवीं बटालियन में सेकंड लेफ़्टिनेंट बनाए गए. गोरखा ब्रिगेड से सेना के सर्वोच्च पद पर पहुँचने वाले वो चौथे अफ़सर थे. चार दशक से लंबे सैन्य जीवन में जनरल रावत को सेना में बहादुरी और योगदान के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल के अलावा और कई प्रशस्तियों से सम्मानित किया गया. ये भी पढ़ें:- हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएं: देश में कब-कब हुए बड़े हवाई हादसे? जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत भारतीय सेना टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59584527,"जनरल रावत की पत्नी मधुलिका की भी हेलिकॉप्टर हादसे में मौत, क्या थी शख़्सियत","जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत की भी हेलिकॉप्टर हादसे में मौत, क्या थी शख़्सियत शुरैह नियाज़ी बीबीसी हिंदी के लिए 8 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, TWITTER @adgpi देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत का बुधवार को हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया. इस हादसे में जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत की मौत भी हो गई. मधुलिका रावत मध्यप्रदेश के शहडोल की रहने वाली थीं. बिपिन रावत का ससुराल शहडोल था. हादसे की ख़बर मिलते ही शहडोल भी शोक में डूब गया. बताया जा रहा है कि हादसे के बाद से ही परिवार वाले अपनी बेटी और दामाद की जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे थे तभी उन्हें जनरल रावत और उनकी पत्नी की मौत की ख़बर पता चली. जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन इमेज स्रोत, RAVI SHUKLA इमेज कैप्शन, इस तस्वीर में जनरल बिपिन रावत के माता-पिता (बाएं) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पिता हैं (दाएं) वहीं परिवार के मिली जानकारी में बताया गया है कि जनरल बिपिन रावत की सास ज्योति प्रभा सिंह अभी शहडोल में ही हैं और उन्हें परिवार सहित दिल्ली बुलाया गया है. उनके भाई यशवर्धन सिंह दिल्ली रवाना हो चुके हैं. बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत शहडोल के सोहागपुर से थीं. उनके ससुर मृगेंद्र सिंह कांग्रेस पार्टी के विधायक रह चुके हैं लेकिन अब उनका निधन हो चुका है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन समाप्त परिवार का कहना है कि आख़िरी बार बिपिन रावत शहडोल 2012 में आए थे. मधुलिका रावत ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई शहडोल में ही की थी. उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वे ग्वालियर चली गई थीं जहां पर उन्होंने सिंधिया स्कूल में पढ़ाई की. फिर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक किया. हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएं: देश में कब-कब हुए बड़े हवाई हादसे? जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा इमेज स्रोत, TWITTER @ADGPI बिपिन रावत से उनकी शादी 1986 में हुई थी. दोनों की दो बेटियां हैं. इनकी बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है जबकि छोटी बेटी अभी पढ़ाई कर रही हैं. मधुलिका रावत अपने दो भाइयों हर्षवर्धन सिंह और यशवर्धन सिंह की इकलौती बहन थीं. इमेज स्रोत, RAVI SHUKLA इमेज कैप्शन, दोनों बेटियों के साथ मधुलिका रावत वे आर्मी वाइव्स वेलफ़ेयर एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष भी थीं. इसकी वेबसाइट पर इसे सैन्यकर्मियों की पत्नियों, बच्चे और आश्रितों के लिए काम करने वाला संगठन बताया गया है. इमेज स्रोत, TWITTER @adgpi छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की स्थापना 1966 में की गई थी और साथ ही यह भी दावा किया गया है कि यह देश के सबसे बड़े एनजीओ में से एक है. वो सेना की विधवाओं, कैंसर रोगियों, विकलांग बच्चों के लिए काम करने वाले सामाजिक अभियानों का हिस्सा भी रहीं. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे महिलाएँ भारतीय वायु सेना भारत भारतीय सेना संबंधित समाचार भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन 8 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत: हेलिकॉप्टर हादसे के चश्मदीद ने क्या-क्या देखा 9 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे 8 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले लाइव ताइवान से रिश्ता तोड़ने के तुरंत बाद चीन पहुँचे इस देश के वित्त मंत्री ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/magazine-59502017,मंजुला प्रदीप: बलात्कार पीड़िता के दलित नेता बनने की कहानी,"BBC 100 वीमेन 2021: मंजुला प्रदीप: बलात्कार पीड़िता के दलित नेता बनने की कहानी दिव्या आर्य बीबीसी संवाददाता, अहमदाबाद 8 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Manjula Pradeep बीबीसी ने साल 2021 के सबसे प्रेरक और प्रभावशाली 100 महिलाओं की सूची जारी कर दी है. इस सूची में इस बार दो भारतीय महिलाएं भी शामिल हैं, एक हैं मंजुला प्रदीप और दूसरी हैं मुग्धा कालरा. इस लेख में कहानी मंजुला प्रदीप की. BBC 100 वीमेन 2021: कौन-कौन महिलाएं शामिल हैं ""जब मैं उनसे मिली, तब मुझे ये अहसास हुआ कि मेरे पास बंदूक तो है पर उसे चलाने के लिए गोलियां नहीं हैं."" 38 साल की दलित कार्यकर्ता भावना नरकर ने कुछ ऐसे 52 साल की मंजुला प्रदीप के बारे में मुझे बताया. भावना दलित समुदाय की उन दर्जनों औरतों में से एक हैं जिन्हें मंजुला प्रदीप बलात्कार पीड़ितों की मदद करने और न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए ट्रेनिंग दे रही हैं. भारत में बलात्कार और दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ कड़े कानून हैं पर ज़मीनी स्तर पर दलित औरतों को दशकों से चले आ रहे भेदभाव का सामना करना पड़ता है. ऊंची जाति की ओर से अक्सर बलात्कार का इस्तेमाल दलित समुदाय को सज़ा देने और शर्मिंदा करने के लिए भी किया जाता रहा है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें जय भीम: तमिल फ़िल्म ने कैसे IMDb पर 'द गॉडफादर' को पीछे छोड़ा चीन में #MeToo मुहिम वाली वो महिला, जिन्हें चुप कराने कोशिश हो रही है हाथरस गैंग रेप और मर्डर के साल भर बाद भी ख़ौफ़ में है पीड़ित परिवार- ग्राउंड रिपोर्ट BBC 100 वीमेन 2021: कौन-कौन महिलाएं शामिल हैं समाप्त क़रीब 30 साल से औरतों के अधिकारों पर काम कर रहीं मंजुला प्रदीप ने इस साल 'नेशनल काउंसिल ऑफ वीमेन लीडर्स' की स्थापना की है. उन्होंने कहा, ""ये मेरा सपना था कि दलित समुदाय में से औरतों के नेतृत्व को कायम करूं. कोरोना महामारी के दौरान यौन हिंसा के मामलों पर काम करते हुए मुझे लगा कि ये संगठन बनाने का सही वक्त है ताकि ये महिला नेता अपने समुदाय की औरतों को सम्मान के साथ जीने में मदद कर सकें."" देश के कई गांवों, कस्बों की ही तरह, भावना नरकर के गांव में भी गरीब दलित औरतों के लिए शिक्षा और रोज़गार के अवसर कम हैं. उन्होंने कहा, ""औरतें नाराज़ हैं और यौन हिंसा के लिए न्याय चाहती हैं पर अपने अधिकारों और कानून की जानकारी ना होने की वजह से उनके लिए अपने परिवारों और समुदाय के बीच आवाज़ उठाना बहुत मुश्किल हो जाता है."" भावना कहती हैं जब जनवरी 2020 में उन्होंने मंजुला को दलित औरतों की एक सभा में बोलते देखा तो उनकी ज़िंदगी ही बदल गई, ""मुझे लगा न्याय हमें भी मिल सकता है"". क्या बलात्कार की शिकार महिलाओं को भारत में न्याय मिल रहा है? क्या हम बलात्कारी मर्द बनकर ख़ुश हैं? वीडियो कैप्शन, बलात्कार के बाद मैं कैसै हुई बेख़ौफ़... 'बेयरफुट लॉयर्स' मंजुला ने न सिर्फ अपनी बात गर्मजोशी से रखी बल्कि वो सिस्टम से लड़ने के लिए औरतों को कानून की जानकारी और ट्रेनिंग समेत कुछ ठोस कदम उठा रही थीं. उन्होंने कहा, ""मैं उन्हें बेयरफुट लॉयर्स (वकील) बुलाती हूं. न्याय व्यवस्था और रूढ़िवादी सोच से लड़ने में बलात्कार पीड़ितों की मदद करने में उनकी भूमिका बहुत अहम है."" ""पूरी अपराध-न्याय व्यवस्था दलित औरतों के खिलाफ पूर्वाग्रहों से ग्रसित है. अदालतों में पीड़िताओ पर ही आरोप मढ़ने और शर्मिंदा करने के लिए ऐसे सवाल और टिप्पणियां की जाती हैं कि, 'ऊंची जाति का मर्द उसके साथ बलात्कार क्यों करेगा? वो तो अछूत है. उसी ने यौन संबंध बनाने को कहा होगा'."" इमेज कैप्शन, अहमदाबाद में ट्रेनिंग के दौरान मंजुला और भावना अब भावना मज़बूत महसूस करती हैं. व्यवस्था से लड़ने की जानकारी से लैस और आरोपियों की धमकियों से निपटने को तैयार, वो अब एक स्थानीय दलित अधिकार संगठन का हिस्सा हैं और अपने इलाके में बलात्कार की वारदात की जानकारी मिलते ही पीड़िता से संपर्क करती हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2014 से 2019 के बीच दलित औरतों के बलात्कार के मामलों में 50 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई. पर शोध बताते हैं कि ऐसे ज़्यादातर मामले पुलिस में दर्ज ही नहीं होते. वजहों में परिवार का साथ ना देना और पुलिस का ऊंची जाति के मर्दों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने से कतराना शामिल हैं. अपनी ट्रेंनिंग में मंजुला इस बात की ओर ध्यान दिलाती हैं कि पीड़िता को मानसिक तौर पर मज़बूत किया जाए और उन्हें पुलिस में शिकायत करने की अहमियत समझाई जाए. ये बात उनके अपने तजुर्बे से भी जुड़ी है. उन्होंने बताया कि जब बचपन में उनके साथ यौन हिंसा हुई तब वो भी अकेली पड़ गईं थीं. वो महज़ चार साल की थीं जब पड़ोस के चार मर्दों ने उनके साथ बलात्कार किया. बलात्कार में जब औरत पर ही उठे सवाल बच्चियों से बलात्कार पर सरकार का 'फ़ौरी समाधान' कितना कारगर होगा? वीडियो कैप्शन, बलात्कार के खिलाफ़ कैसे लड़ी गईं ये लड़ाइयां? बचपन में हुआ यौन उत्पीड़न उन्होंने बताया, ""मुझे याद है उस दिन मैंने पीली फ्रॉक पहनी ती. आज भी दिमाग में उनके चेहरे और जो उन्होंने किया, उसकी परछाईं साफ़ है. उस बलात्कार ने मुझे बदल दिया, एक बहुत शर्मीली और डरी हुई लड़की बना दिया. मैं अनजान लोगों से घबराती और घर में कोई आता तो छिप जाती."" मंजुला ने अपने साथ हुई हिंसा को राज़ ही रखा. अपने मां-बाप को बताने के लिए कभी हिम्मत नहीं जुटा पाईं. उनकी मां खुद बहुत छोटी थीं. 14 साल की उम्र में उनकी शादी उनसे 17 साल बड़े आदमी से कर दी गई थी. और पिता मंजुला से नाराज़ रहते थे क्योंकि उन्हें बेटी की नहीं, बेटे की चाहत थी. इमेज कैप्शन, मंजुला दलित महिलाओं के मुद्दों को संयुक्त राष्ट्र की बैठकों में भी उठा चुकी हैं मंजुला ने बताया, ""वो मेरी मां को प्रताड़ित करते थे, मेरा मज़ाक उड़ाते थे, बदसूरत बुलाते थे, ऐसा लगता था कि ना उन्हें मेरी ज़रूरत है ना मुझसे थोड़ा भी प्यार."" मंजुला के पिता अब गुज़र चुके हैं. वो उत्तर प्रदेश में जन्मे थे पर काम के लिए गुजरात आ गए. नए शहर में उन्होंने अपनी दलित पहचान छिपाने के लिए अपना सरनेम इस्तेमाल करना छोड़ दिया और अपनी पत्नी और बच्चों के नाम के साथ 'प्रदीप' जोड़ दिया. इसके बावजूद उनकी जातिगत पहचान छिपी नहीं रही. वडोदरा जैसे बड़े शहर में भी उन्हें अलग-अलग तरीकों से भेदभाव का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया, ""जब मैं नौ साल की थी, मेरी टीचर ने बच्चों को उनके साफ रहने के आधार पर रैंक किया. क्लास में सबसे साफ-सुथरे तरीके से रहनेवाले बच्चों में से एक होने के बावजूद मुझे आखिरी नंबर पर रखा गया - सिर्फ इसलिए क्योंकि ये माना जाता है कि दलित गंदे तरीके से रहते हैं. मैंने बहुत बेइज़्ज़त महसूस किया."" REALITY CHECK: क्या भारत में बच्चों का बलात्कार बढ़ रहा है बलात्कार की वो संस्कृति, जिसे आप सींच रहे हैं ऑडियो कैप्शन, क्या है बलात्कार के मुकदमे लड़ रही औरतों की कहानी? दलित महिला लीडर बनने का सफ़र स्कूल के बाद मंजुला ने सोशल वर्क और कानून की पढ़ाई करने का फैसला किया. ग्रामीण इलाकों में किए दौरों ने दलितों के अधिकारों पर काम करने के लिए प्रेरित किया. 1992 में वो दलित अधिकार संगठन 'नवसर्जन' में जुड़ने वाली पहली महिला थीं. 'नवसर्जन' को पांच मर्दों ने मिलकर तब शुरू किया जब उनके एक सहकर्मी की ऊंची जाति के लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इमेज स्रोत, Manjula Pradeep एक दशक बाद, मंजुला ने चुनाव जीतकर संगठन के एग़्जिक्यूटिव डायरेक्टर का पद ग्रहण किया. वो गर्व से बताती हैं, ""ऐसा बहुत कम होता है कि एक दलित महिला इतने ऊंचे पद को जीते. मैंने चार मर्दों को चुनाव में हराकर एक ऐसी संस्था का नेतृत्व किया जिसमें मर्द और औरतें दोनों काम करते हैं."" मंजुला अब अपने काम को बलात्कार पीड़ितों के सरोकारों पर केंद्रित कर पाई हैं. उन्होंने 50 से ज़्यादा दलित औरतों को न्याय के लिए लड़ने में मदद की है और इनमें से कई मामलों में सज़ा दिलाने में कामयाब रही हैं. इस तजुर्बे ने उन्हें यकीन दिलाया है कि दलित औरतों को जानकारी और ट्रेनिंग के ज़रिए समुदाय में लीडर की सम्मानित भूमिका में लाना कितना ज़रूरी है. वो कहती हैं, ""मैं एक और मंजुला नहीं बनाना चाहती. मैं चाहती हूं कि इन औरतों की अपनी पहचान हो - मेरे साए के तले नहीं, अपना सफर तय कर के, अपनी समझ से अपनी तरह की लीडर बनें."" ये कैसा बलात्कार और ये कैसी बहस 'शेरदिल मां' जिसने अपनी बेटी को तीन बलात्कारियों से बचाया छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे महिलाएँ भारत दलित 100Women महिला अधिकार संबंधित समाचार BBC 100 वीमेन 2021: कौन-कौन महिलाएं शामिल हैं 7 दिसंबर 2021 स्पेशल रिपोर्ट : बलात्कार के मुक़दमे जो शुरू तक नहीं हुए 8 फ़रवरी 2017 ब्लॉग: यौन उत्पीड़न की शिकायत करना आसान नहीं 22 मार्च 2017 कौन हैं बलात्कार के दोषी आसाराम बापू? 25 अप्रैल 2018 ब्लॉग: 'उसका बलात्कार 'निर्भया' के बाद हुआ, बार-बार हुआ' 8 नवंबर 2017 BBC SPECIAL-कौन है वो बाबा जिस पर हैं बलात्कार के दर्जनों आरोप 23 दिसंबर 2017 बेल्जियम: यहां लगी बलात्कार पीड़िताओं के कपड़ों की प्रदर्शनी 12 जनवरी 2018 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले लाइव ताइवान से रिश्ता तोड़ने के तुरंत बाद चीन पहुँचे इस देश के वित्त मंत्री ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59577908,हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएं: देश में कब-कब हुए बड़े हवाई हादसे?,"हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएं: देश में कब-कब हुए बड़े हवाई हादसे? 8 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, ANI चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया है. तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार (8 दिसंबर 2021) को हुई इस दुर्घटना में चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी, सेना के उच्च अधिकारियों और अन्य स्टाफ़ के साथ वायुसेना के एक एमआई17वी5 हेलिकॉप्टर में सवार थे. जनरल रावत बीते वर्ष पहली जनवरी 2020 को देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ नियुक्त किए गए थे. वायु सेना ने जानकारी दी है कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, Mi-17V5 Mi-17V5 यह हादसा वायुसेना के Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में हुआ है. इसमें दो इंजन होते हैं. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किया गया- प्रेस रिव्यू जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ?- प्रेस रिव्यू भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत की भी हेलिकॉप्टर हादसे में मौत, क्या थी शख़्सियत समाप्त Mi-17V-5 दुनिया के सबसे उन्नत परिवहन (ट्रांसपोर्ट) हेलिकॉप्टरों में से एक है. इसे सैनिकों, हथियारों को ले जाने, फ़ायर सपोर्ट, पेट्रोलिंग और सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशनों के लिए तैनात किया जाता है. इस हेलिकॉप्टर को समुद्री मौसम और रेगिस्तानी परिस्थितियों में उड़ान के लिए डिज़ाइन किया गया है. वायु सेना इसे बतौर वीआईपी चॉपर इस्तेमाल करती है. भारत में वीवीआईपी उड़ानों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. बताया जाता है कि जहां कहीं हवाई पट्टी नहीं होती है, वहां वीआईपी मूवमेंट इसी हेलिकॉप्टर के ज़रिए किया जाता है. हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लद्दाख, केदारनाथ जैसे इलाकों में इसी हेलिकॉप्टर के ज़रिए गए थे. रक्षा मंत्री जैसे वीवीआईपी इसी हेलिकॉप्टर में सुदूर इलाकों में जाते हैं. हवा में स्टंट करते गिरा था संजय का विमान हरियाणा के चरखी दादरी में 25 साल पहले कैसे टकरा गए थे दो विमान? इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर पहले भी हुए हैं कई हादसे भारत में इससे पहले भी कई ऐसे हादसे हुए हैं, जिसमें देश के महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने अपनी जान गंवाई है. संजय गांधी सबसे ज़्यादा विवाद और चर्चा में रहा संजय गांधी के विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना. इंदिरा गांधी के छोटे बेटे और राजीव गांधी के भाई संजय गांधी का विमान 23 जून, 1980 को दिल्ली में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. वो अपना विमान ख़ुद उड़ा रहे थे. 1971 की लड़ाई में जब तालाब के नीचे पाइप से साँस लेकर बचे भारतीय पायलट जब एक बंगाली पायलट ने किया पाकिस्तानी वायुसेना का विमान हाइजैक माधवराव सिंधिया सितंबर 2001- कांग्रेस के नेता माधवराव सिंधिया का उत्तरप्रदेश के मैनपुरी ज़िले की भोगांव तहसील के समीप मोता में एक विमान हादसे में निधन हो गया था. सिंधिया एक सभा को संबोधित करने के लिए कानपुर जा रहे थे. विमान में उनके साथ छह अन्य लोग सवार थे. इन लोगों को लेकर जिंदल ग्रुप के 10 सीटों वाले एक चार्टर्ड विमान सेस्ना सी 90 ने नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी. आगरा से 85 किलोमीटर दूर यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इसमें सवार सभी लोग मारे गए थे. इमेज स्रोत, Getty Images माधवराव सिंधिया को कांग्रेस के अग्रणी नेताओं में शुमार किया जाता था. उनकी गिनती उन नेताओं में की जाती थी जो युवा थे और लोगों के बीच लोकप्रिय थे. राजनीतिक हल्कों में माना जाता था कि कांग्रेस में उनका भविष्य काफ़ी उज्जवल है. इमेज स्रोत, Getty Images वाइएस राजशेखर रेड्डी सितंबर 2009- को आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वाइएस राजशेखर रेड्डी तथा चार अन्य लोगों को लेकर एक हेलिकॉप्टर नल्लामाला वन क्षेत्र में लापता हो गया था. सेना की मदद से इस हेलिकॉप्टर की खोज की गई. तीन सितंबर को हेलिकॉप्टर का मलबा कुरनूल से 74 किमी दूर रूद्रकोंडा पहाड़ी के शिखर पर पाया गया था. इमेज स्रोत, Getty Images दोरजी खांडू अप्रैल 2011- अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी. खांडू चार सीटों वाले एक इंजन के पवन हंस हेलिकॉप्टर एएस-बी350-बी3 में सवार थे. उनका हेलिकॉप्टर तवांग से उड़ान भरने के 20 मिनट बाद ही लापता हो गया था. चार दिनों तक उनका हेलिकॉप्टर लापता रहा. पाँचवें दिन खोजी दल को दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा मिला और उसमें सवार पाँचों लोगों के शव भी मिल गए. इमेज स्रोत, PIB जीएमसी बालयोगी मार्च 2002- लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी की आंध्रप्रदेश के पश्चिमी गोदावरी ज़िले में एक बेल 206 हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने पर मौत हो गई थी. बेल 206 एक निजी हेलिकॉप्टर था जिसमें बालयोगी, उनके अंगरक्षक और एक सहायक सवार थे. हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण उसमें आई तकनीकी खामी को बताया गया था. ओपी जिंदल अप्रैल 2005- जाने माने इस्पात व्यवसायी और राजनेता ओपी जिंदल एक हवाई हादसे में मारे गए थे. इस हादसे में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंशीलाल के पुत्र सुरिंदर सिंह और पायलट की भी मौत हो गई थी. यह हेलिकॉप्टर हादसा तब हुआ जब वो चंडीगढ़ से दिल्ली लौट रहे थे. इमेज स्रोत, Getty Images छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त ओपी जिंदल उस समय हरियाणा के ऊर्जा मंत्री थे और देश के अग्रणी उद्योगपतियों में उनकी गिनती होती थी. उस साल फ़ोर्ब्स ने जिंदल को विश्व का 548वां सबसे धनी व्यक्ति बताया था. मई 1973- पूर्व लौह और इस्पात और खान मंत्री मोहन कुमारमंगलम का निधन भी एक विमान हादसे में ही हुआ था. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत विमान दुर्घटना संबंधित समाचार संजय गाँधी का विमान हवा में स्टंट करते हुए गिरा था 23 जून 2017 राजमाता विजयराजे और बेटे माधवराव सिंधिया के संबंधों में तल्ख़ी क्यों आई थी? 30 सितंबर 2021 जिस कोठी में दूध बेचा, उसी कोठी में मंत्री बन कर रहे राजेश पायलट 11 जून 2018 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 5 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 जनरल बिपिन रावत का गांव: 'जब भी यहां आते तो गढ़वाली में बात करते'",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/international-59568685,भारत-बांग्लादेश के बीच रिश्तों में क्यों है कभी नफ़रत कभी प्यार,"भारत-बांग्लादेश के बीच रिश्तों में क्यों है कभी नफ़रत कभी प्यार सैदुल इस्लाम बीबीसी बांग्ला, ढाका 8 दिसंबर 2021 भारत ने अपने पड़ोसी देश बांग्लादेश को 6 दिसंबर, 1971 को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दी थी. उस मान्यता के 50 साल पूरे होने के मौक़े पर दोनों देश 'मैत्री दिवस' मनाया जाता है. बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान भारत ने एक करोड़ से अधिक शरणार्थियों को अपने यहां ठिकाना देने के साथ युद्ध में उसकी मदद भी की थी. लेकिन 50 साल बाद भी दोनों देशों के बीच 'प्यार-नफ़रत' का रिश्ता क़ायम है, मतलब एक ही साथ प्रेम और नफ़रत दोनों तरह के रिश्ते बने हुए हैं. दोनों देशों के नागरिकों में कई लोग ऐसे हैं जो दूसरे देश को पसंद करते हैं तो बाक़ी लोग पसंद नहीं करते. आख़िर इसकी वजह क्या है? बीबीसी बांग्ला के पोस्ट पर कमेंट्स की बाढ़ बीबीसी बांग्ला ने अपने फ़ेसबुक पेज पर एक पोस्ट डाला था. उसमें बताया था कि भारत के बांग्लादेश को मान्यता देने की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर 'मैत्री दिवस' मनाया जा रहा है. इस पोस्ट पर दोनों देशों के नागरिकों ने कमेंट किए हैं. इसमें कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने बांग्लादेश को मान्यता देने और उसकी आज़ादी की लड़ाई में मदद देने के लिए भारत के प्रति आभार और सद्भाव जताया, तो कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने भारत के प्रति बेहद नफ़रत भरे कमेंट किए हैं. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें बांग्लादेश को मान्यता देने पर कैसे मजबूर हुआ था पाकिस्तान? कश्मीर में पंडितों और सिखों की हत्या से पसरा खौफ़, कई परिवार कर रहे हैं पलायन भारत को मुसलमान शासकों का ग़ुलाम बताना आख़िर कितना सही है? ओली का 'भारत के ख़िलाफ़ बयान' क्या नेपाल में उनके लिए वो राष्ट्रवाद है? समाप्त अतीक हसन ने लिखा, ''यह निश्चित तौर पर हमारे लिए एक ऐतिहासिक दिन है! हम उनके सहयोग के लिए सदा आभारी रहेंगे. लेकिन हमें अपने वर्तमान और भविष्य के संबंधों को और अधिक मैत्रीपूर्ण बनाने के प्रयास जारी रखने चाहिए.'' रेहान अफ़रीदी ने लिखा, ''दोनों देशों की दोस्ती हमेशा बरकरार रहे. हम एक राष्ट्र के रूप में बहुत भाग्यशाली हैं कि भारत जैसा सहायता करने वाला पड़ोसी हमें मित्र के रूप में मिला.'' उनके इस कमेंट को 19 लोगों ने लाइक किया. वहीं 49 लोगों ने हंसते हुए इमोजी दिए. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले में भारत की नरमी के पीछे की मजबूरियाँ नरेंद्र मोदी का दौरा बांग्लादेश के लिए क्या मायने रखता है इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, सीमा पर होने वाली हत्याएं दोनों देशों के बीच सबसे अनसुलझे मुद्दों में से एक हैं. छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त शेख सादी ने जवाब में लिखा, ""सीमा पर हत्या, नशीली दवाओं की तस्करी, महिलाओं और बच्चों की तस्करी, ख़तरे के समय दुश्मन की सहायता आदि क्या किसी दोस्त के काम हो सकते हैं. अगर आपके पास भारत जैसे दोस्त हों, तो आपको दुश्मन की कोई जरूरत नहीं है. यह दावा करते हुए कि भूटान बांग्लादेश को मान्यता देने वाला पहला देश था, मोहम्मद रहमान ने लिखा, ""मान्यता देने वाले देश को लेकर यदि मैत्री दिवस मनाना है, तो हमें सबसे पहले भूटान को याद रखना चाहिए."" वहीं अब्दुल हन्नान ने लिखा, ''ये सब फ़ालतू है. भारत का मुख्य लक्ष्य बांग्लादेश का शोषण करना है और वह यह काम किए जा रहा है.'' अब्दुर नूर तुषार का कहना है, ''बांग्लादेश-भारत चिरस्थायी दोस्त हैं. हमारी यह दोस्ती हमेशा क़ायम रहे.'' अशोक अफ़सान की टिप्पणी है, ''बांग्लादेश के संसाधनों के दोहन की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारत को बधाई.'' ग्रीन लक्स नामक एकाउंट से लिखा गया, ''आज का दिन मनाएं. कल बांग्लादेश को भारत से उपहार के रूप में सीमा पर 2/3 बांग्लादेशियों के शव प्राप्त होंगे.'' भारत से प्रीतम साहा ने जवाब दिया, ''अवैध रूप से प्रवेश न करें, कोई शव नहीं मिलेंगे. वैध वीज़ा लेकर आइये, हम अतिथि को देवता मानते हैं.'' बीबीसी बांग्ला की उस पोस्ट पर की गई टिप्पणियों का विश्लेषण करने पर पाया गया कि बांग्लादेश में अनेक लोगों ने जहां भारत के प्रति आभार व्यक्त किया है. वहीं कई लोग भारत के प्रति दुश्मनी का भाव रखते हैं. उधर भारत के जिन लोगों ने कमेंट किए, उनका मानना है कि यदि अवैध रूप से प्रवेश न हो तो सीमा पर किसी को भी नहीं मारा जाएगा. भारत प्रेम को भुला क्या चीन और पाकिस्तान के पाले में जा रही हैं शेख़ हसीना बांग्लादेश: भारत की सक्रियता क्या बताती है कि सब ठीक नहीं है? इमेज कैप्शन, ढाका विश्वविद्यालय की प्रोफ़ेसर अमीना मोहसिन. पांच दशक बाद भी दोनों ओर अलग नज़रिया क्यों? ढाका विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग में प्रोफ़ेसर अमीना मोहसिन ने इस बारे मे बीबीसी बांग्ला से बात की. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश के एक तबक़े में भारत विरोधी नकारात्मक सोच पैदा करने के पीछे कुछ मनोवैज्ञानिक और अनसुलझे मुद्दे हैं. उनका कहना है कि इसके पीछे फरक्का और तीस्ता के पानी का बंटवारा एक प्रमुख मुद्दा है. अमीना मोहसिन ने कहा, ''इन्हें लेकर जो समस्या पैदा हुई है, उसकी याद तो लोगों के जेहन में रह ही जाती है. बांग्लादेश के आम लोगों के मन में शायद यह बात रह गई होगी कि यह उनका जायज़ मुद्दा था, जो हमें नहीं मिल पाया या इसे पाने में इतनी परेशानी हुई.'' वो आगे कहती हैं, ""दूसरी बात यह कि सीमा पर होने वाली हत्याएं हमारे लिये एक बड़ा मुद्दा है. उस मामले में भारत जो सफ़ाई देता है, लोग उसे स्वीकार नहीं कर पाते."" उनके मुताबिक़, ""एक और बड़ी वजह यह है कि भारत की वर्तमान सरकार जिस हिन्दूवादी नीति को अपना रही है, उससे यहां मुस्लिम विरोधी भावना बढ़ रही है. चूंकि बांग्लादेश मुस्लिम बहुल देश है, इसलिए यहां वहां की गतिविधियों का सीधा असर पड़ रहा है.'' उनका मानना है कि इन सब वजहों से बांग्लादेश के बहुत से लोगों में भारत विरोधी भावना पनप रही है. हालांकि बांग्लादेश में भारत की पूर्व उच्चायुक्त बीना सीकरी को नहीं लगता कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच कोई बड़ा मसला है. चीन की बांग्लादेश को तीस्ता मामले में मदद से कितना चिंतित भारत भारत-बांग्लादेश के बीच बना मैत्री पुल दोनों देशों के लिए अहम क्यों इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, ढाका में भारत की पूर्व उच्चायुक्त बीना सीकरी. उन्होंने बीबीसी बांग्ला से कहा, ""मुझे नहीं लगता कि बांग्लादेश के प्रति भारतीयों में कोई नकारात्मक भावना है. मैंने भारत में ऐसा कोई लेख या रिपोर्ट नहीं देखी जो बांग्लादेश का भला या उसका विकास नहीं चाहता. पड़ोसी देशों में कई बार बहुत से मुद्दे होते हैं. शायद अभी भी हैं. हालांकि उन पर ध्यान दिया गया है.'' बीना सीकरी कहती हैं, ""भारत की मीडिया में, आप आम लोगों को बांग्लादेश विरोधी बयान देते या विरोधी रवैया अपनाते नहीं देखेंगे."" लेकिन ये भी देखा गया है कि बांग्लादेश से जो लोग इलाज या पढ़ाई लिखाई के लिए भारत आते हैं, कई बार उन्हें लोगों के नकारात्मक रवैए का सामना करना पड़ता है. जैसे, इलाज के लिए मुंबई जाने पर आसमा अख़्तर ने पाया कि मकान खाली होने के बावजूद बांग्लादेशी पहचान के चलते मकान मालिक ने उन्हें किराए पर घर देने से इंकार कर दिया. भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशी तस्करी, बीएसएफ़ की भूमिका पर सीबीआई जांच बांग्लादेश की जीडीपी ग्रोथ भारत से बेहतर कैसे? 'NRC से बांग्लादेश की आज़ादी को ख़तरा' पीएम मोदी का डैमेज कंट्रोल? इस पर बीना सीकरी कहती हैं कि ऐसी प्रवृत्ति वाले यहां बहुत कम लोग हैं. यहां की सरकार या आम लोगों के आम तौर पर ऐसे विचार नहीं हैं. वो कहती हैं, ''आप पाएंगे कि हर देश में किसी समूह का अलग रुख़ होता है. लेकिन मुझे लगता है कि वह बहुत छोटा हिस्सा होता है. बीना सीकरी के मुताबिक़, बांग्लादेश के प्रति भारत सरकार या आम जनता का कोई नकारात्मक रवैया नहीं है."" दूसरी ओर, बांग्लादेश से भारत आकर बसे लोगों में बांग्लादेश को लेकर पुरानी यादें होती हैं. पश्चिम बंगाल की एक छात्रा रूपकथा चक्रवर्ती ने बीबीसी बांग्ला को इस बारे में बताया. वो कहती हैं, ''हम लोग मूल रूप से बांग्लादेश से हैं, यह बात बचपन से ही मां-पिता से सुनती आई हूं. हमारे घर के खाने, रीति-रिवाज़ों में बांग्लादेश का प्रभाव साफ़ नजर आता है. किसी की आवाज़ में या कहीं और 'आमार शोनार बांग्ला' बजते सुनकर कभी नहीं लगा कि यह किसी और देश का राष्ट्रगान है. इसीलिए दोनों देशों के बीच कांटेदार तारों की बाड़ होने और ख़ुद कभी उस धरती पर पैर रखे बिना भी बांग्लादेश मेरे दिल के बहुत क़रीब है."" भारतीय नागरिक शांतनु रॉय कहते हैं, ''यह गर्व की बात है कि बांग्लादेश की विकास दर दक्षिण एशिया में सबसे अधिक है. फिर एक ही भाषा बोलने वाले लोगों के बीच धार्मिक विभाजन क्यों? हिंदुओं को क्यों देश छोड़कर आना पड़ा? यह मुझे बहुत बुरा लगता है."" इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, पिछले एक दशक में बांग्लादेश के साथ भारत के रिश्ते काफ़ी मज़बूत हुए हैं. पिछले एक दशक में दोनों केरिश्ते काफ़ी सुधरे हालांकि एक समय था भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में एक दूरी कुछ अधिक थी. लेकिन पिछले एक दशक में दोनों देशों के संबंध काफ़ी गहरे हुए हैं. दोनों देशों की सरकारों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई और समस्याओं पर ध्यान दिया गया. हालांकि नौकरशाही की समस्याओं के चलते उठाए गए क़दमों के कार्यान्वयन में समय लग रहा हो. इस पर बीना सीकरी कहती हैं, ""बांग्लादेश और भारत के बीच क़रीब 4,000 किमी की सीमा है. भारत कभी भी बांग्लादेश को एक छोटे देश के रूप में नहीं देखता. वह इसे एक बड़े देश के रूप में ही देखता है, जिसकी अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और जहां विकास हो रहा है.'' वो कहती हैं, ""दोनों देशों के बीच कई अनसुलझे मुद्दे हो सकते हैं, लेकिन उन पर भी चर्चा हो रही है. उन्हें भी हल करने की कोशिश हो रही है. वास्तव में, मुझे दोनों देशों के बीच ऐसी कोई समस्या नहीं दिख रही, जिसे हल न किया जा सके."" हालांकि, इस बारे में प्रोफ़ेसर अमीना मोहसिन का कहना है कि 1975 के बाद की सरकारों की गतिविधियों और बांग्लादेश के नागरिकों के बीच इतिहास की विकृति ने भी भारत के बारे में नकारात्मक भावना पैदा करने में मदद की है. उनका कहना है कि बांग्लादेश की आज़ादी की लड़ाई में भारत ने जिस तरह से मदद की और बांग्लादेश के लोगों को अपने यहां पनाह दी, वास्तव में उसके लिए बांग्लादेश के लोग बहुत आभारी हैं. इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता. लेकिन उसके बाद कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिनसे बहुत लोगों के मन में भारत विरोधी भावना पैदा हुई. वो कहती हैं, ''1975 के बाद बांग्लादेश में इतिहास के विषय को बदल दिया गया. उसके बाद भारत की मदद से जुड़े तथ्य बदल दिए गए और उसे बहुत ग़लत तरीक़े से दर्शाया गया. ये सब ब्योरे सालों से लोगों के मन में रह गए. एक पूरी पीढ़ी के दिमाग़ में ये विचार घर कर गए."" बांग्लादेश के इस फ़ैसले से क्या भारत को होगा बंपर फ़ायदा? शेख़ हसीना ने हिन्दुओं की सुरक्षा पर भारत को क्यों दी चेतावनी? मोदी सरकार क्या बांग्लादेश की नाराज़गी को लेकर इतना सतर्क है? इमेज स्रोत, University of Dhaka इमेज कैप्शन, लैलुफ़र यास्मीन क्या भारत का बढ़ता प्रभाव कोई वजह है? बीना सीकरी और अमीना मोहसिन, दोनों का मानना है कि पिछले एक दशक में बांग्लादेश के साथ भारत के संबंध काफ़ी मज़बूत हुए हैं. 2009 में अवामी लीग की सरकार बनने के बाद भारत के साथ बांग्लादेश के संबंधों में तेज़ी से सुधार हुआ. ऐसे कई मुद्दों पर समझौते हुए जो दशकों से लंबित पड़े थे. इन मुद्दों में माल की आवाजाही, बंदरगाह के उपयोग और सीमा पर चरमपंथ के मामलों में कमी लाना आदि शामिल हैं. हालांकि, पानी का बंटवारा, सीमा पर होने वाली हत्याओं जैसे बांग्लादेश के उठाए मुद्दों का अभी तक समाधान नहीं हो पाया है. वहीं बांग्लादेश के कई विश्लेषक शिक़ायत करते हैं कि बांग्लादेश में पिछले एक दशक में भारत का प्रभाव कुछ ज़्यादा ही बढ़ा है. अंतरराष्ट्रीय संबंधों के जानकार लैलुफ़र यास्मीन इस बारे में कहती हैं, ""केवल बांग्लादेश ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया के सभी देशों में ये एक सवाल है कि क्या भारत अधिकार जमाने वाला देश है या नहीं. यहां मैं कहूंगी कि अपने बड़े आकार और प्रभाव के लिहाज से कोई देश जैसा व्यवहार करता है, भारत वैसा ही कर रहा है. ऐसी स्थिति में, पाया जाता है कि आकार में छोटे देशों के बीच यह धारणा पनपती है कि बड़ा देश छोटे देशों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है."" वो कहती हैं, ""इसका परिणाम यह है कि न केवल बांग्लादेश बल्कि दक्षिण एशिया के अन्य देशों में भी कुछ हद तक ऐसी नकारात्मक धारणा पाई जाती है.'' प्रोफ़ेसर यास्मीन का कहना है, ''इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भारत, बांग्लादेश का बड़ा पड़ोसी देश है. किसी यूरोपीय देश के साथ बांग्लादेश के जैसे संबंध होंगे, भारत के साथ संबंध उससे अलग होंगे. इसे ध्यान में रखते हुए बांग्लादेश को आगे बढ़ने की ज़रूरत है.'' साथ ही उनका मानना है कि दोनों देशों के नागरिकों के बीच के नकारात्मक रवैये को ख़त्म करने में बड़े देश को ही अहम भूमिका निभाने की ज़रूरत है. वो कहती हैं, ""अर्थव्यवस्था और राजनीति के मामले में दो दशक पहले बांग्लादेश की जो स्थिति थी, अब उसमें बहुत सुधार हुआ है. पड़ोसी देश होने के नाते भारत को भी इसका ध्यान रखना होगा. यहां बड़े देश की जिम्मेदारी अधिक है."" (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे राजनीति भारत बांग्लादेश दक्षिण एशिया संबंधित समाचार तसलीमा नागरिकता क़ानून पर क्या सोचती हैं 15 दिसंबर 2019 बांग्लादेशी घुसपैठियों पर सरकार और बीजेपी के आंकड़े अलग 6 फ़रवरी 2020 वीडियो, भारत-बांग्लादेश के बीच 55 साल बाद चली ट्रेन 18 दिसंबर 2020 हिंदू मंदिरों पर हमले के बाद बांग्लादेश में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन 16 अक्टूबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 4 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें 10 बांग्लादेश को मान्यता देने पर कैसे मजबूर हुआ था पाकिस्तान?",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59556429,महाराष्ट्र में मां और भाई ने की गर्भवती की हत्या,"महाराष्ट्र में मां और भाई ने की गर्भवती की हत्या नितीन सुलताने बीबीसी मराठी के लिए 7 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Prashant tribhuwan महाराष्ट्र में हत्या की एक घटना ने राज्य को हिलाकर रख दिया है. औरंगाबाद ज़िले के वैजापुर तहसील के गोयगांव में एक गर्भवती युवती की उनकी मां और भाई ने बेरहमी से सिर काटकर हत्या कर दी. रविवार को हुए इस मर्डर ने इलाक़े में हड़कंप मचा दिया है. अपने माता-पिता और परिवार के ख़िलाफ़ जाकर इस युवती ने अपने प्रेमी के साथ भागकर शादी कर ली थी. इससे उनके घरवाले नाराज़ थे. चौंकाने वाली बात ये भी है कि हत्या के वक़्त युवती दो महीने की गर्भवती थी, जिसे उनकी मां और भाई दोनों जानते थे. इस वारदात के बाद मां और भाई ने थाने जाकर आत्मसमर्पण कर दिया. साथ ही पुलिस के सामने अपना जुर्म क़ुबूल कर लिया. पुलिस ने उन दोनों को गिरफ़्तार कर लिया और एक बयान जारी कर सारी घटना की जानकारी दी है. 'दूसरी जाति में शादी करनेवाले को आतंकवादी कहते हैं' क्या 'लव कमांडोज़' ही बन गया प्रेमियों की जान का दुश्मन? इमेज स्रोत, Prashant tribhuwan लड़की ने भागकरअपने ही गांव में की थी शादी छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें नवाब मलिक: एक कबाड़ी वाले के महाराष्ट्र का मंत्री बनने का सफ़र कर्नाटक: क्या अमरीन से मोहब्बत बनी रवि के क़त्ल की वजह? कश्मीर में मारे गए अल्पसंख्यकों के परिजन ने कहा- हम कश्मीरी, यहाँ से जाएँगे नहीं हाथरस गैंग रेप और मर्डर के साल भर बाद भी ख़ौफ़ में है पीड़ित परिवार- ग्राउंड रिपोर्ट समाप्त युवती का नाम कीर्ति उर्फ ​​किशोरी मोटे था. वो और उनके पति अविनाश थोरे दोनों गोयगांव के ही रहने वाले थे. इस गांव की आबादी क़रीब 500 है. अविनाश अपने गांव से क़रीब 2-3 किलोमीटर दूर लाडगांव शिवरा के एक फार्महाउस में रहते थे. किशोरी मोटे और अविनाश दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ते थे. कॉलेज के दौरान ही दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया. हालांकि किशोरी के परिजन दोनों के रिश्ते का विरोध कर रहे थे. स्थानीय पत्रकार प्रशांत त्रिभुवन ने बीबीसी को बताया कि इस रिश्ते के विरोध करने का मुख्य कारण परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा या दोनों परिवार की आर्थिक स्थिति में अंतर था. इसी वजह से लड़की के घर वालों ने दोनों के रिश्ते का विरोध किया. लेकिन अविनाश और किशोरी अपने फ़ैसले पर अड़े रहे, इसलिए मोटे परिवार के विरोध के बावजूद उन्होंने शादी करने का फ़ैसला किया. क़रीब छह महीने पहले इस साल के जून में दोनों अपने घरों से भाग गए. उसके बाद अलंदी में दोनों ने शादी कर ली. शादी के बाद किशोरी को अपनी पत्नी बनाकर अविनाश अपने गांव लौट आए. उसके बाद से ही किशोरी अपने पति के लडगांव में बने फार्महाउस में रह रही थीं. इस दौरान उनका अपने मायके के परिवार से ज़्यादा संपर्क नहीं रह गया था. हालांकि घटना के एक हफ़्ते पहले मृतका की मां शोभा मोटे उनसे मिलने गई थीं. वो अपनी बेटी से मिलकर और चाय-पानी पीकर चली गई थीं. बीबीसी से भारत पर बोलने वाली लड़की का निलंबन ऑनर किलिंग के लिए पिता को जेल भिजवाने वाली कौशल्या इमेज स्रोत, Prashant tribhuwan सिर काटकर बेरहमी से की गई हत्या छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त पुलिस के अनुसार क़रीब एक हफ़्ते बाद रविवार 5 दिसंबर को युवती की मां शोभा और भाई संजय मोटे उनसे मिलने फार्महाउस स्थित उनके घर पहुंचे. उस समय किशोरी अपने खेतों में निराई का काम कर रही थी. बताया जाता है कि उन्होंने जब देखा कि उनकी मां और भाई आए हैं, तो वो ख़ुशी से घर की ओर भागी. किशोरी दोनों को पानी पिलाकर चाय बनाने के लिए अपनी रसोई में गई. उसी समय उनकी मां और भाई ने युवती की बेरहमी से हत्या कर दी. भाई संजय मोटे ने धारदार हथियार से अपनी बहन किशोरी के गले पर वार करके सिर को धड़ से अलग कर दिया. उसके बाद, संजय ने कटा हुआ सिर बाहर लेकर वहां मौजूद लोगों को दिखाने लगा. उसके बाद दोनों कटे सिर को घर के अहाते में रखकर वहां से चले गए. वहां से दोनों बाइक से गए थे. बाद में पता चला कि वारदात को अंज़ाम देकर दोनों ख़ुद ही थाने पहुंच गए. मृतका किशोरी मोटे दो माह की गर्भवती थी. पुलिस के मुताबिक़ इस बात की जानकारी उनकी मां को थी. इसके बावजूद दोनों ने बिना सोचे-समझे युवती की हत्या कर दी. पुलिस ने अपने प्रेस नोट में कहा कि इस घटना के दौरान उनकी मां शोभा मोटे ने अपनी बेटी किशोरी के पैर पकड़ रखे थे. इस घटना में मां के शामिल होने से कई लोग हैरान हैं. सामाजिक कार्यकर्ता मंगला खिवांसरा ने इस घटना का विश्लेषण करने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ""ये संभव है कि मां ने अपने बेटे का साथ इसलिए दिया कि वो उसके प्रति कर्तव्य की झूठी भावना के चलते बाध्य थीं."" इस बीच पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर उनके ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया है. इमेज स्रोत, Getty Images इस बारे में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मंगल खिवांसरा ने बताया कि हमारे समाज में सामाजिक प्रतिष्ठा कई चीज़ों से तय होती है, जो महिलाओं पर थोप दिया जाता है. उन्होंने कहा, ""हमारे समाज के पुरुष प्रधान होने के चलते महिलाएं ऐसे झूठे सामाजिक शान की शिकार होती हैं."" उनके अनुसार, इसकी शुरुआत परिवार से होती है. परिवार का मुखिया पुरुष होता है, जिससे महिलाओं पर अत्याचार करने का लगातार प्रयास होता है. इसके साथ ही, सामाजिक प्रतिष्ठा बनाए रखने का सारा बोझ महिलाओं पर ही डाला जाता है. भारतीय संविधान में जेंडर में अंतर होने के बावजूद मर्दों और महिलाओं को समान अधिकार दिए गए हैं. ऐसे मामले तभी रोके जा सकते हैं, जब दोनों के बीच समानता को हर घर में ठीक से लागू किया जाए. मंगल खिवांसरा के अनुसार, नहीं तो महिलाएं परिवार की झूठी शान के चलते ऐसे ही मारी जाती रहेंगी. इस बीच, इस मामले से जुड़े दोनों परिवारों से संपर्क करने की कोशिश की गई पर कामयाबी नहीं मिली. बाप-चचा को कभी माफ़ कर पाएगी ताहिरा? अमृता जैसी है कौशल्या की कहानी, जहां जाति ने ले ली पति की जान वीडियो कैप्शन, अंतरजातीय शादियों को बढ़ावा दे रही हरियाणा सरकार (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे क़ानून समाज भारत महाराष्ट्र पुलिस संबंधित समाचार कर्नाटक: क्या अमरीन से मोहब्बत बनी रवि के क़त्ल की वजह? 25 अक्टूबर 2021 गर्भवती पत्नी के सामने पति की बेरहमी से हत्या 16 सितंबर 2018 बिहार के गया में ऑनर किलिंग की पुलिस थ्योरी पर उठ रहे हैं सवाल: ग्राउंड रिपोर्ट 12 जनवरी 2019 ऑनर किलिंग: पति की चार गोली लगने से मौत, पत्नी अस्पताल में भर्ती, भाइयों पर लगाया आरोप- प्रेस रिव्यू 26 जून 2021 अहमदनगर 'ऑनर किलिंग': रुक्मिणी के भाई ने बयान देकर चौंकाया 9 मई 2019 यूपी: परिवार की मर्ज़ी के बग़ैर एक और लाश जलाने का आरोप 15 दिसंबर 2020 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले लाइव ताइवान से रिश्ता तोड़ने के तुरंत बाद चीन पहुँचे इस देश के वित्त मंत्री ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 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9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/science-59545012,वैज्ञानिक का दावा- आने वाली महामारी और भी जानलेवा होगी,"कोरोना की वैक्सीन बनाने वाली वैज्ञानिक का दावा- आने वाली महामारी और भी जानलेवा होगी बैकी मॉर्टन बीबीसी न्यूज़ 6 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Getty Images ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन बनाने वाली प्रोफ़ेसर ने कहा है कि भविष्य में महामारियां वर्तमान कोरोना संकट से भी घातक और जानलेवा होंगी. प्रोफ़ेसर डेम सारा गिल्बर्ट ने 44वें रिचर्ड डिम्बलबी व्याख्यान में कहा कि महामारी की तैयारियों के लिए और अधिक फ़ंड की ज़रूरत है ताकि इनके प्रकोप को रोका जा सके. ओमिक्रॉन की दिल्ली में भी दस्तक, तंज़ानिया से लौटा था व्यक्ति ओमिक्रॉन कोरोना वायरस वेरिएंट क्या वाकई ज़्यादा ख़तरनाक है? उन्होंने ये भी चेताया कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन पर वैक्सीन का प्रभाव कम हो सकता है. गिल्बर्ट ने कहा कि जब तक इस नए वेरिएंट को लेकर और भी जानकारी सामने ना आ जाए तब तक लोगों को भी सावधान रहने की ज़रूरत है. इस व्याख्यान में उन्होंने कहा, ''यह आखिरी बार नहीं हो रहा है जब किसी वायरस से हमारे जीवन और हमारी आजीविका को ख़तरा पैदा हुआ है. सच तो यह है, कि अगली महामारी और भी बदतर हो सकती है. यह अधिक संक्रामक और अधिक घातक दोनों हो सकती है.'' छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें ओमिक्रॉन: भारत में एक दिन में 4 से 21 पहुंची संक्रमितों की संख्या, दुनिया भर में हालात चिंताजनक ओमिक्रॉन की दिल्ली में भी दस्तक, तंज़ानिया से लौटा था व्यक्ति ओमिक्रॉन: कई देशों में कोरोनावायरस का नया वेरिएंट, भारत में अब तक कोई केस नहीं लेकिन आगे क्या Omicron : कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का नाम रखा गया 'ओमिक्रॉन', WHO वेरिएंट को लेकर चिंतित समाप्त ""हम ऐसी परिस्थिति में दोबारा नहीं हो सकते जहां हम एक बार फिर वो सब देखें जो हमने इस बार देखा है, लेकिन कोरोना से हुए भारी आर्थिक नुकसान के कारण महामारी से निपटने की तैयारियों लिए हमारे पास फंड नहीं है."" ''हमने इससे जो सीखा है और हमारा जो अनुभव रहा है वह व्यर्थ नहीं जाना चाहिए.'' इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, प्रोफेसर गिल्बर्ट 'ओमिक्रॉन पर एंटीबॉडी का असर कम हो सकता है' ओमिक्रॉन वेरिएंट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसके स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन है जो वायरस के संक्रमण को बढ़ाने का काम करता है. उन्होंने कहा, ''ये वेरिएंट थोड़ा अलग है जिससे हो सकता है कि वैक्सीन से बनने वाली एंटीबॉडी, या दूसरे वेरिएंट के संक्रमण से बनने वाली एंटीबॉडी ओमिक्रॉन के संक्रमण को रोकने में कम प्रभावी हो.'' ''जब तक हम इस नए स्ट्रेन के बारे में और अधिक नहीं जान जाते, तब तक हमें सतर्क रहना चाहिए और इसके प्रसार को कम करने की कोशिश करनी चाहिए."" हालांकि उन्होंने ये भी कहा की वैक्सीन के प्रभाव के कम होने की संभावना का मतलब ये नहीं है कि संक्रमण बेहद गंभीर या मौत का कारण बन सकता है. गिल्बर्ट ने महामारी के दौरान टीकों के निर्माण और दवाओं के वितरण में आई तेज़ी को अन्य बीमारियों के लिए भी लागू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अन्य बीमारियों जैसे इंफ्यूएंज़ा के लिए भी एक यूनिवर्सल टीका बनाना चाहिए. ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जारी की सलाह ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं, ये किस टेस्ट से पता चलेगा? इमेज स्रोत, Getty Images 'डेल्टा से भी अधिक हो सकता है ओमिक्रॉन का संक्रमण' शनिवार को, ब्रितानी सरकार ने घोषणा की कि ब्रिटेन जाने वाले सभी यात्रियों को अब प्रस्थान से पहले एक कोविड टेस्ट कराना होगा. ओमिक्रॉन वायरस के सामने आने के बाद से ब्रिटेन ने दक्षिण अफ़्रीका सहित कुछ अफ़्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है और अब इस लिस्ट में नाइजीरिया को भी शामिल कर लिया गया है. मंगलवार से 12 साल और उससे अधिक उम्र के यात्रियों को यात्रा के 48 घंटे पहले किए गए आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. लेकिन सरकार के एक सलाहकार वैज्ञानिक ने कहा कि यात्रा के नियमों में बदलाव करने में ""सरकार ने काफ़ी देर कर दी, अब बात हाथ से निकल चुकी है."" प्रोफ़ेसर मार्क वूलहाउस ने कहा है कि ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरिएंट की संभावित लहर को रोकने के लिए 'नए यात्रा नियम बहुत देर से लागू किए गए हैं.' ओमिक्रॉन: भारत में एक दिन में 4 से 21 हुई संक्रमितों की संख्या ओमिक्रॉन: कोरोना का नया वेरिएंट क्यों है 'चिंता का विषय' छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त ब्रितानी सरकार में साइंटिफ़िक पेनडेमिक इंफ़्लूएंज़ा ग्रुप के सदस्य प्रोफ़ेसर वूलहाउस ने बीबीसी के एंड्रयू मार शो में कहा कि ब्रिटेन में ओमिक्रॉन ""बहुत तेज़ी से फैल रहा है"", और अगर यहां और दक्षिण अफ्रीका में मौजूदा हालात जारी रहे तो आने वाले हफ्तों और महीनों में, यह डेल्टा पीछे छोड़ देगा. ब्रिटेन में रविवार को ओमिक्रॉन के 86 नए मामले सामने आए हैं और देश में अब तक कुल संक्रमण की संख्या 246 हो चुकी है. डेम सारा गिल्बर्ट को इस साल महारानी के जन्मदिन के मौके पर डेमहुड से सम्मानित किया गया था, पहली बार चीन में कोरोना वायरस के सामने आने के बाद साल 2020 की शुरुआत में उन्होंने इस वायरस की वैक्सीन बनाना शुरू किया था. वो ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन बनाने वालों में से एक हैं. ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन दुनिया भर में सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली वैक्सीन है, 170 से अधिक देशों में ये वैक्सीन लगाई जा रही है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे ओमिक्रॉन भारत कोरोना वायरस ब्रिटेन संबंधित समाचार ओमिक्रॉन वेरिएंट से पूरी दुनिया में चिंता लेकिन ये कितना ख़तरनाक है? 4 दिसंबर 2021 Omicron - ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं, ये किस टेस्ट से पता चलेगा? 3 दिसंबर 2021 ओमिक्रॉन की दिल्ली में भी दस्तक, तंज़ानिया से लौटा था व्यक्ति 5 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/international-59543110,पुतिन भारत दौरे पर मोदी से रूस के लिए क्या हासिल करना चाहते हैं?,"पुतिन भारत दौरे पर मोदी से रूस के लिए क्या हासिल करना चाहते हैं? अनास्तासिया स्टोगनई बीबीसी रूसी सेवा 6 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, AFP रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भारत यात्रा पर हैं. अपनी इस यात्रा के दौरान वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाक़ात करेंगे. उनकी यह मुलाक़ात कई मायनों में महत्वपूर्ण और विशिष्ट मानी जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी मुलाक़ात इस यात्रा का शीर्ष एजेंडा भी है. निश्चित तौर पर पुतिन की यह यात्रा कोई औपचारिकता नहीं है क्योंकि अगर याद किया जाए तो रूस के राष्ट्रपति बेहद कम यात्राएं ही करते हैं. रूस यूक्रेन बॉर्डर पर टैंक क्यों खड़े कर रहा है, क्या है उसका इरादा रूस ने उड़ाया जासूसी उपग्रह, ग़ुस्से में अमेरिका बोला- जवाब मिलेगा इमेज स्रोत, EPA/MAXIM SHIPENKOV इस साल में यानी साल 2021 में भारत यात्रा को अगर हटा दें तो पुतिन सिर्फ़ एक बार देश के बाहर गए हैं. भारत की यात्रा से पहले उन्होंने सिर्फ़ एक विदेश यात्रा की है, जब वह अमेरिका के अपने समकक्ष जो बाइडन से जिनेवा में मिले थे. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आख़िर भारत, रूस के लिए इतना अहम क्यों है? दोनों देशों के बीच एक लंबे समय से स्थायी संबंध है, जिसे सिर्फ़ मैत्रीपूर्ण संबंधों के रूप में वर्णित किया जा सकता है. ख़ासतौर पर तब जब दोनों देशों के संबंधों की तुलना उनके अन्य देशों के साथ संबंधों से की जाए तो इसे सिर्फ़ दोस्ताना संबंध के तौर पर ही बताया जा सकता है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाक़ात पर अमेरिका और चीन की भी नज़र, पर क्यों? पुतिन का पाकिस्तान प्रेम वाक़ई बढ़ रहा है या मुद्दा भारत है? पुतिन का भारत दौरा: पीएम नरेंद्र मोदी से किन अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा :विश्लेषण मोदी अफ़ग़ानिस्तान पर चाहेंगे चर्चा पर बाइडन चीन को लेकर चिंतित, क्या होगा बैठक में? समाप्त पीएम मोदी का नज़रिया जानना चाहेंगे पुतिन? इमेज स्रोत, Getty Images रूस के राष्ट्रपति पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री मोदी के बीच इससे पूर्व अक्टूबर 2018 में मुलाक़ात हुई थी. उसके बाद से दुनिया की राजनीति में तमाम तरह के बदलाव हुए हैं, अंतरराष्ट्रीय उथल-पुथल हुई है और अपनी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति पुतिन विभिन्न मुद्दों पर भारत के प्रधानमंत्री का नज़रिया और रुख़ जानने की कोशिश करेंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हाल के सालों में कहें तो सबसे बड़ा बदलाव अफ़ग़ानिस्तान में हुआ है. जहां तालिबान की नई सरकार ने नियंत्रण हासिल किया है. रूस ने तालिबान को 'उचित' शासक बताया है और रूस की स्वीकार्यता से भारत के पड़ोसी पाकिस्तान की क्षेत्रीय स्थिति मज़बूत हुई है. वहीं अपने चिर प्रतिद्वंद्वी के बढ़ते प्रभाव से निश्चित तौर पर भारत चौकन्ना हो गया है. क्वांटम कंप्यूटर बनाने की रेस में क्यों हैं अमेरिका, चीन, भारत और दूसरे देश? मोदी सरकार के 'समर्थन' पर चीनी अख़बार हुआ फिदा अफ़ग़ानिस्तान के उत्तर में रूस एक महत्वपूर्ण भूमिका में है. इसकी वजह उसका अफ़ग़ानिस्तान के तीन पड़ोसी मुल्कों (ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान) के साथ संबंध है. रूस ने हाल ही में इन तीनों मुल्कों के साथ अपने संबंधों की पुष्टि की है. ऐसे में रूस भारत को अपनी ओर से आश्वस्त करने की पूरी कोशिश करेगा. इमेज स्रोत, Reuters अमेरिका की ओर झुकाव से चिंतित रूस साथ ही रूस, भारत के अमेरिका के प्रति बढ़ते झुकाव को लेकर चिंतित भी है. ख़ासतौर पर क्वाड के संदर्भ में. दरअसल क्वाडिलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग को संक्षेप क्वाड कहा जाता है. अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया इसके चार सदस्य देश हैं. क्वाड देशों के समूह ने हाल ही में कोरोना महामारी से मुक़ाबला करने में एक-दूसरे का सहयोग किया. इसके साथ ही चीन के समुद्री क्षेत्रों में दावों को चुनौती भी दी है. सितंबर महीने में अमेरिका में क्वाड देशों की बैठक हुई थी. जिसके बाद चीन की मीडिया और विशेषज्ञों ने कहा था कि यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को नियंत्रित करने का एक और प्रयास है. वहीं रूस ने क्वाड को एशियन-नाटो के रूप में रेखांकित किया है. अमेरिका और चीन के बीच के विरोधाभास पर भारत और रूस का मत अलग-अलग हो सकता है. चीन के साथ रूस के गहरे और मज़बूत संबंध हैं. कम से कम इन दोनों देशों के बीच चीन-अमेरिका की तरह लंबे समय से चले आ रहे वैचारिक मतभेद और अविश्वास का हालिया इतिहास नहीं है. इमेज स्रोत, Getty Images भारत के लिए रूस के जियोपॉलिटिकल प्लान हैं. राष्ट्रपति पुतिन के नवीनतम सुरक्षा सिद्धांत में, भारत के साथ ""एक विशेष रणनीतिक साझेदारी"" का वर्णन किया गया था. इसे रूस की विदेश नीति के उद्देश्यों को पूरा करने के महत्वपूर्ण साधनों में से एक बताया गया था. लेकिन इसके अलावा कई और तात्कालिक और व्यावहारिक मुद्दे भी सामने हैं. और कौन-कौन से मुद्दे होंगे? अभी हाल तक रूस ही भारत के लिए हथियारों का मुख्य सप्लायर रहा है. लेकिन बीते समय में रूस का यह विश्वसनीय ग्राहक दूसरे विकल्पों को भी देखने लगा है. बीते साल रूस के हथियारों के आयात में भारत का हिस्सा क़रीब पचास फ़ीसद तक कम हुआ. 'दिल्ली डायलॉग' के बाद अफ़ग़ानिस्तान पर रूस के अलग बयान के मायने पोलैंड और बेलारूस में प्रवासी संकट पर खिंची तलवार, पुतिन को किसने कहा मास्टरमाइंड वीडियो कैप्शन, कई देशों में साइबर गैंग्स को पकड़ा जा रहा है, लेकिन रूस नहीं कर रहा ऐसी कोई कार्रवाई. राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी के बीच मज़बूत व्यक्तिगत संबंध हैं और ऐसे में दोनों नेताओं को प्रयास करने चाहिए कि अगर दोनों देशों के बीच कोई गतिरोध है तो वे इसे आपसी बातचीत से दूर करें. बीते कुछ सालों में दोनों नेताओं ने सार्वजनिक मंचों से एक-दूसरे के लिए तारीफ़ भरे अल्फ़ाज़ ही इस्तेमाल किये हैं. अभी हाल ही में पीएम मोदी रूस की न्यूज़ एजेंसी टीएएसएस से बात कर रहे थे और उन्होंने न्यूज़ एजेंसी से कहा कि वह कैसे पुतिन के एक दोस्त की ख़ातिर आत्म-बलिदान देने के व्यवहार की इज़्जत करते हैं. उन्होंने यह भी ज़ोर देकर कहा कि दोनों नेताओं की दोस्ती बेहद सहज-सरल है और उनके बीच का संबंध बेहद स्वभाविक है. लेकिन क्या दोनों नेताओं के बीच का यह सकारात्मक पारस्परिक भाव, व्यवहारिक रूप ले सकेगा? दोनों ही देशों को संतुलन बनाते हुए आगे बढ़ने की ज़रूरत है ताकि वे अपने दूसरे साझेदारों को नाराज़ ना कर दें. और अभी के समय में यह एक अहम सवाल है. रूस की अंतरराष्ट्रीय परिषद के निदेशक आंद्रेई कोर्तुनोव मज़ाक में कहते हैं, ""रूस और भारत के बीच का संबंध कुछ ऐसा है कि वे एक प्यार करने वाले शादीशुदा जोड़े तो हैं लेकिन उनकी कोई संतान नहीं."" वह मानते हैं कि दोनों देशों के बीच अच्छे और स्थिर संबंध हैं बावजूद इसके हाल के सालों में उनकी साझेदारी का कोई वास्तविक नतीजा नहीं निकला है. ये भी पढ़ें.. पुतिन का पाकिस्तान प्रेम वाक़ई बढ़ रहा है या मुद्दा भारत है? पुतिन के कुछ घंटों का भारत दौरा इतना अहम क्यों है? भारत और रूस मिलाएंगे दोस्ती का हाथ, क्या अमरीका होगा नाराज़ छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे रूस अमेरिका चीन भारत व्लादिमीर पुतिन नरेंद्र मोदी संबंधित समाचार पुतिन का भारत दौरा: पीएम नरेंद्र मोदी से किन अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा :विश्लेषण 6 दिसंबर 2021 तुर्की और रूस आख़िर दोस्त हैं या दुश्मन? 3 अक्टूबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-42257629,जब यौन शिक्षा से जुड़ा एक केस हार गए थे आंबेडकर,"आंबेडकर जब यौन शिक्षा से जुड़ा एक केस हार गए थे मयूरेश कोण्णूर बीबीसी संवाददाता 7 दिसंबर 2017 अपडेटेड 6 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, KUMAR GOKHALE इमेज कैप्शन, अदालती प्रसंग पर नाटक का मंचन ""अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता"" आज एक चर्चा और बहस का मुद्दा बन गया है. 1934 में भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी. तब डॉ. बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने बतौर वकील एक ऐतिहासिक केस लड़ा था. अदालत में आंबेडकर के व्यक्त किए गए विचार आज की तारीख़ में भी लागू होते हैं. यह ""समाज स्वास्थ्य"" नामक एक पत्रिका के लिए लड़ा गया मुक़दमा था. ....तो इसलिए आरक्षण के हिमायती थे आंबेडकर मुसलमान क्यों नहीं बने थे अंबेडकर? 20वीं सदी की शुरुआत में महाराष्ट्र के रघुनाथ धोंडो कर्वे अपनी पत्रिका ""समाज स्वास्थ्य"" के लिए रूढ़िवादियों के निशाने पर रहते थे. कर्वे अपनी पत्रिका में यौन शिक्षा, परिवार नियोजन, नग्नता, नैतिकता जैसे उन विषयों पर लिखा करते थे जिस पर भारतीय समाज में खुले तौर पर चर्चा नहीं हुआ करती थी. स्वस्थ यौन जीवन और इसके लिए चिकित्सा सलाह पर केंद्रित उनकी पत्रिका में कर्वे ने इस संवेदनशील मुद्दे पर निडरता पूर्वक चर्चा की. वो तर्कसंगत और वैज्ञानिक बातें लिखते. लोगों की आम ज़िंदगी पर अत्यधिक धार्मिक प्रभाव वाले समाज के रूढ़िवादियों को उनके लेख से बेहद चिढ़ थी. इस दौरान उनके कई दुश्मन बन गये. लेकिन कर्वे निराश नहीं हुए. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें महात्मा फुले: जब मारने आए हत्यारे ही बने निकट सहयोगी जय भीम का नारा सबसे पहले किसने दिया, कैसे हुई शुरुआत? अबॉर्शन के क़ानूनी हक़ के मामले में भारत क्या अमेरिका से बेहतर है - दुनिया जहान चरणजीत सिंह चन्नी तो बने पंजाब के सीएम, पर यूपी में हलचल क्यों है भला समाप्त उन्होंने लिखने के साथ ही अपनी लड़ाई जारी रखी. तब भारत का राजनीतिक और सामाजिक नेतृत्व इतना मज़बूत नहीं था कि वो कर्वे का पक्ष लेता और उनके लेखन का समर्थन कर पाता. ऐसे समय में बाबा साहेब आंबेडकर कर्वे के लिए मसीहा बन कर सामने आए और उनके लिए अदालत में वकालत की. यह भारत के सामाजिक सुधारों के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण क़ानूनी लड़ाई में से एक है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए लड़ा गया. इमेज स्रोत, ARUN JAKHADE PADMAGANDHA PRAKASHAN व्यभिचार के प्रश्न छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त 1931 में कर्वे को पहली बार पुणे में रूढ़िवादी समूह ने उनके एक लेख ""व्यभिचार के प्रश्न"" के लिए उन्हें अदालत में घसीटा. उन्हें गिरफ़्तार किया गया और दोषी ठहराए जाने के बाद 100 रुपये जुर्माना भी लगाया गया. जब कर्वे ने उच्च न्यायालय में अपील की, तो मामले की सुनवाई जज इंद्रप्रस्थ मेहता के सामने हुई और उनकी अपील ख़ारिज कर दी गयी. तीन साल के भीतर ही फरवरी 1934 में कर्वे दोबारा गिरफ़्तार किए गए. इस बार ""समाज स्वास्थ्य"" के गुजराती संस्करण में पाठकों द्वारा निजी यौन जीवन के बारे में सवाल के जवाब रूढ़िवादियों को अच्छा नहीं लगा. प्रश्न हस्तमैथुन और समलैंगिकता के विषय में थे जिसका कर्वे ने खुलकर उत्तर दिया था. तब समाज में इस तरह की बातें करना अश्लील और हानि पहुंचाने वाला माना जाता था. लेकिन इस बार कर्वे अकेले नहीं थे. तब मुंबई के एक सधे हुए वकील बैरिस्टर बीआर आंबेडकर उच्च न्यायालय में उनके लिए लड़ने को तैयार थे. तब तक महाड और नासिक सत्याग्रह के बाद आंबेडकर वंचितों के लिए लड़ने वाले राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित हो चुके थे. वो लंदन में गोलमेज़ सम्मेलन में आरक्षण की मांग और महात्मा गांधी के साथ प्रसिद्ध पुणे समझौता कर चुके थे. इमेज स्रोत, ARUN JAKHADE PADMAGANDHA PRAKASHAN इमेज कैप्शन, आर डी कार्वे अंबेडकर ने कर्वे का केस क्यों लिया? आंबेडकर अपने राजनीतिक और सामाजिक मिशन में पूरी तरह व्यस्त थे फिर भी उन्होंने कर्वे का केस क्यों लिया? और वो भी उस मसले पर जिसका समाज में अस्तित्व नहीं था और जिस पर तीखी प्रतिक्रिया का मिलना तो तय था. आख़िर उन्हें कर्वे का मामला अपने हाथ में लेने की ज़रूरत क्यों महसूस हुई? मराठी नाटककार प्रोफ़ेसर अजीत दल्वी ने आंबेडकर के उसी कोर्ट केस पर आधारित एक नाटक ""समाज स्वास्थ्य"" बनाया है जिसका पूरे देश में मंचन किया गया है. प्रोफ़ेसर दल्वी कहते हैं, ""आंबेडकर निश्चित तौर पर दलितों और वंचितों के नेता थे लेकिन वो पूरे समाज के लिए सोच रखते थे. सभी वर्गों से बना आधुनिक समाज उनका सपना था और वो उसी दिशा में आगे बढ़ रहे थे."" भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर कहते हैं, ""उन्होंने 1927 में मनुस्मृति क्यों जलायी, क्योंकि उनका मानना था कि ऐसा साहित्य व्यक्तिगत आज़ादी को दबा देता है. इसलिए जहां भी व्यक्तिगत आज़ादी के लिए संघर्ष चला बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर उसके पीछे खड़े हुए."" वो कहते हैं कि, ""समाज स्वास्थ्य के मामले में हम देख सकते हैं कि यहां कट्टरपंथी ब्राह्मणवाद.. व्यक्तिगत स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति के ख़िलाफ़ खड़ा था. इसलिए उन्होंने इस केस को लिया."" आंबेडकर ने अपनी पूरी पढ़ाई और शोध यूरोप और अमेरिका में किया इसलिए वो भारत में उदारवादी परंपराओं के साथ ही आधुनिक पश्चिमी उदारवादी विचारों से भी प्रभावित हुए. कर्वे के लेखों में उनका तर्कवादी विचार आंबेडकर के लेखों और उनके कार्यों में भी साफ़ झलकता है. इसलिए जिस विषय पर बड़े से बड़े नेता बोलने में हिचकते आंबेडकर ने इसे आसानी से अपने हाथों में ले लिया. ""यौन मामलों पर लिखना अश्लीलता नहीं"" कर्वे ने पाठकों के वास्तविक संदेहों का केवल उत्तर दिया और सरकार ने रूढ़िवादियों को ख़ुश करने के लिए उन्हें गिरफ़्तार कर लिया. इससे आंबेडकर आश्चर्य में पड़ गये. अगर ""समाज स्वास्थ्य"" का विषय यौन शिक्षा और यौन संबंध है और आम पाठक उसके विषय में प्रश्न पूछता है तो उसका उत्तर क्यों नहीं दिया जाना चाहिए. यह आंबेडकर का सीधा सवाल था. अगर कर्वे को इसका उत्तर नहीं देने दिया जाए तो इसका मतलब है पत्रिका को बंद कर दिया जाना चाहिए. दल्वी कहते हैं, ""आंबेडकर के लिए, कर्वे को समाज की तथाकथित नैतिक मान्यताओं के अनुसार जवाब देने के लिए बाध्य किया जाना भी अन्याय है."" मामले में फिर 28 फरवरी से 24 अप्रैल 1934 के बीच बॉम्बे हाई कोर्ट में न्यामूर्ति मेहता के सामने दलील रखी गयी. कर्वे के ख़िलाफ़ मुख्य आरोप यौन मुद्दों पर सवालों के जवाब देकर अश्लीलता फैलाना था. प्रोफ़ेसर दल्वी बताते हैं, ""आंबेडकर का पहला तर्क यह था कि अगर कोई यौन मामलों पर लिखता है तो इसे अश्लील नहीं कहा जा सकता. हर यौन विषय को अश्लील बताने की आदत को छोड़ दिया जाना चाहिए. इस मामले में हम केवल कर्वे के जवाबों पर नहीं सोच कर सामूहिक रूप से इस पर विचार करने की ज़रूरत है. हमारे राजनीतिक नेता आज भी इस तरह के मुद्दों पर कुछ नहीं कहना चाहते वहीं आंबेडकर 80 साल पहले ही इस पर निर्णायक स्थिति में थे."" दल्वी कहते हैं, ""न्यायाधीश ने उनसे पूछा कि हमें इस तरह के विकृत प्रश्नों को छापने की आवश्यकता क्यों है और यदि इस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं तो उनके जवाब ही क्यों दिये जाते हैं? इस पर आंबेडकर ने कहा कि विकृति केवल ज्ञान से ही हार सकती है. इसके अलावा इसे और कैसे हटाया जा सकता है? इसलिए कर्वे को सभी सवालों को जवाब देने चाहिए थे."" यौन शिक्षा का अधिकार आंबेडकर ने अदालत में इस विषय पर आधुनिक समाज में उपलब्ध साहित्य और शोध का उल्लेख भी किया. उन्होंने समलैंगिकों पर हेवलॉक एलिस के शोध को भी अदालत में पेश किया. उनका मानना था कि यदि लोगों में इस तरह की भी इच्छा होती है तो इसमें कुछ भी ग़लत नहीं है. उन्हें अपने तरीक़े से खुशी हासिल करने का अधिकार है. प्रोफ़ेसर दल्वी कहते हैं, ""उस दौर में जब कोई भी यौन संबंधों पर खुल कर नहीं बोलता था, समलैंगिकता पर आंबेडकर के विचार मेरे लिए क्रांतिकारी हैं."" आंबेडकर दो अधिकारों पर बिल्कुल दृढ़ थे. एक यौन शिक्षा का अधिकार. वो इसके ख़िलाफ़ किसी धार्मिक रूढ़िवादी विचार को नहीं आने देना चाहते थे. ये पारंपरिक बाधाएं थीं. प्रकाश आंबेडकर कहते हैं, ""जैसा कि मैं देख रहा हूं, भारतीय समाज में कामुकता का प्रश्न वैदिक परंपराओं से संबंधित है. समाज के कुछ वर्ग उदार विचारों के रास्ते चलने को तैयार थे. लेकिन वैदिक परंपराओं को मानने वाला उच्च वर्ग रूढ़िवादी विचारों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं था. बाबा साहेब इस परंपरागत धारणा के ख़िलाफ़ थे."" इमेज स्रोत, EPA आंबेडकर के तर्क आज भी प्रभावी दल्वी कहते हैं, ""बाबा आंबेडकर की स्थिति केवल अदालत में तर्कों तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि यह उनके राजनीतिक कामों में भी दिखा. कर्वे ने अपने लेखन के माध्यम से परिवार नियोजन की जरूरत पर जोर दिया और आंबेडकर ने एक सांसद के रूप में इसे क्रियान्वित किया. आंबेडकर 1937 में तत्कालीन बंबई क्षेत्रीय सभा में परिवार नियोजन पर एक बिल लाये. इस विषय पर उनका विस्तृत भाषण उपलब्ध है."" अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वो दूसरा अधिकार था जिसके लिए वो लड़े. वो इस बात से सहमत नहीं थे कि यदि समाज का कोई वर्ग किसी खास विषय पर कोई बात नहीं सुनना चाहता या पसंद नहीं करता है तो किसी और को ऐसा करने की अनुमति नहीं है. उदारवादी रवैया अपनाते हुए उन्होंने दृढ़ता से कहा था कि जब हम सभी मुद्दों पर खुल कर बहस और चर्चा करेंगे तभी समाज से विकृतियां जायेंगी, ज्ञान ही इसका एकमात्र जरिया है. प्रोफ़ेसर दल्वी अंत में कहते हैं, ""क्या आज हमारे समाज में ""समाज स्वास्थ्य"" जैसी कोई पत्रिका उपलब्ध है. बीते युग में बड़े बड़े नेताओं ने कामुकता को छोड़ कर कई विषयों पर खुल कर बातें की. बहुत कम लोग इस पर बातें करने की हिम्मत रखते हैं. मुझे ऐसा लगता है कि आज भी इसकी ज़रूरत है."" आर डी कर्वे और डॉक्टर बी आर आंबेडकर 1934 की वो लड़ाई अदालत में हार गये. अश्लीलता के लिए कर्वे पर एक बार फिर 200 रुपये का जुर्माना लगाया गया. लेकिन ऐसी लड़ाईयां वर्तमान और भविष्य को प्रभावित करती हैं और उनका प्रभाव परिणाम से परे है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत महाराष्ट्र शिक्षा सेक्स गुजरात टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/sport-59544787,न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ जीत के साथ कप्तान कोहली ने बनाया यह रिकॉर्ड,"न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ जीत के साथ कप्तान कोहली ने बनाया यह रिकॉर्ड 6 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, ICC मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूज़ीलैंड को 372 रनों से हराया. इसी के साथ ही दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ में भारत ने 1-0 के साथ सीरीज़ अपने नाम कर ली है. कानपुर में हुआ पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था. इस मैच में कप्तान विराट कोहली ने वापसी की है. पहले टेस्ट मैच और टी-20 सीरीज़ में उन्हें आराम दिया गया था. हालांकि, वो इस मैच में बल्ले से कोई कमाल नहीं दिखा सके. पहली पारी में वो शून्य पर और दूसरी पारी में 36 रन बनाकर आउट हुए. बीसीसीआई ने ट्वीट करके बताया है कि वो ऐसे पहले खिलाड़ी बन गए हैं जो हर फॉर्मेट के 50 मैचों की जीत में शामिल रहे हैं. न्यूज़ीलैंड को जीत के लिए 540 रनों का लक्ष्य दिया गया था लेकिन न्यूज़ीलैंड की टीम मैच के चौथे दिन दूसरी पारी में 167 रनों पर ऑल आउट हो गई. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें भारत से पिटी न्यूज़ीलैंड टीम टी-20 विश्व कप के बाद अर्श से फ़र्श पर क्यों आई #INDvsNZ: इन रिकॉर्ड्स के साथ मुंबई टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दर्ज एजाज पटेल का टेस्ट क्रिकेट में ऐतिहासिक कारनामा, एक पारी के सभी 10 विकेटें लेकर की अनिल कुंबले और जिम लेकर की बराबरी IndVsNZ: न्यूज़ीलैंड के रचिन रविंद्र कैसे पड़े श्रेयस अय्यर की पारी पर भारी समाप्त न्यूज़ीलैंड को ऑलआउट करने में स्पिनर्स की बड़ी भूमिका रही. रविचंद्रन अश्विन और जयंत यादव ने 4-4 विकेट और अक्षर पटेल ने एक विकेट लिया जबकि एक खिलाड़ी रन आउट हुआ. मैच के हीरो इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, एजाज़ पटेल टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज़ हैं इस मैच के हीरो भारत के मयंक अग्रवाल और न्यूज़ीलैंड के एजाज़ पटेल रहे. मयंक ने पहली पारी में 150 रन और दूसरी पारी में 62 रन बनाए. छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त मयंक को मैन ऑफ़ द मैच और अश्विन को मैन ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया है. वहीं एजाज़ पटेल ने पहली पारी में भारत के सभी 10 विकेट चटकाए थे और दूसरी पारी में उन्होंने 4 विकेट लिए थे. पहली पारी में भारतीय टीम ने 325 रन बनाए थे जबकि न्यूज़ीलैंड की पहली पारी 62 रनों पर सिमट गई थी. पहली पारी में भारत की ओर से अश्विन ने 4 विकेट, मोहम्मद सिराज ने 3 विकेट, अक्षर पटेल ने 2 और जयंत यादव ने 1 विकेट लिया था. दूसरी पारी में 250 से अधिक रनों की बढ़त के साथ खेलने उतरी भारतीय टीम ने 276 रनों पर अपनी पारी घोषित कर दी थी और न्यूज़ीलैंड को जीत के लिए 540 रनों जैसा विशाल स्कोर का लक्ष्य दिया था. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत क्रिकेट संबंधित समाचार एजाज पटेल का टेस्ट क्रिकेट में ऐतिहासिक कारनामा, एक पारी के सभी 10 विकेटें लेकर की अनिल कुंबले और जिम लेकर की बराबरी 4 दिसंबर 2021 #AjazPatel के परफ़ेक्ट 10 क्लब में शामिल होने पर क्रिकेट जगत के धुरंधरों ने क्या कहा- सोशल 4 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59540215,ओमिक्रॉन: भारत में एक दिन में 4 से 21 हुई संक्रमितों की संख्या,"ओमिक्रॉन: भारत में एक दिन में 4 से 21 पहुंची संक्रमितों की संख्या, दुनिया भर में हालात चिंताजनक 5 दिसंबर 2021 अपडेटेड 6 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, EPA/JAGADEESH NV भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन संक्रमण के मामलों में रविवार को भारी उछाल दर्ज किया गया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, रविवार को महाराष्ट्र में 7, राजस्थान में 9 और दिल्ली में 1 शख़्स के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही भारत में ओमिक्रॉन संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 21 हो गयी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार इस वेरिएंट को चिंता का विषय बताया है. बीते शुक्रवार विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है संक्रमण की संख्या के लिहाज़ से कि यह वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ सकता है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें ओमिक्रॉनः कोरोना वेरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जारी की सलाह ओमिक्रॉनः भारत में संक्रमण के दो मामलों की पुष्टि- स्वास्थ्य मंत्रालय ओमिक्रॉन: कई देशों में कोरोनावायरस का नया वेरिएंट, भारत में अब तक कोई केस नहीं लेकिन आगे क्या ओमिक्रॉन की दिल्ली में भी दस्तक, तंज़ानिया से लौटा था व्यक्ति समाप्त विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया है कि यह वेरिएंट डेल्टा को पीछे छोड़ सकता है क्योंकि यह पिछले वेरिएंट्स की तुलना में ज़्यादा संक्रामक है. कोरोना के इस नए वेरिएंट को रोकने की कोशिश में केंद्र और राज्य सरकारों ने हवाई अड्डों से लेकर अन्य परिवहन केंद्रों पर सर्विलांस, टेस्टिंग, और स्क्रीनिंग से जुड़े प्रयासों को तेज़ कर दिया है. ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जारी की सलाह भारत में भी ओमिक्रॉन की दस्तक, पहली बार मिले दो मामले इमेज स्रोत, Reuters महाराष्ट्र में सामने आए आठ मामले महाराष्ट्र में पुणे के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को कहा है कि जिले में ओमिक्रॉन संक्रमण के सात मामले दर्ज किए गए हैं. अधिकारियों के अनुसार संक्रमित लोगों में नाइजीरिया से भारत लौटी एक महिला शामिल हैं जो अपनी दो बेटियों के साथ पिंपरी चिंचवाड़ में अपने भाई से मिलने आई हैं. उनके भाई और उनकी दो बेटियां भी ओमिक्रॉन संक्रमित हैं. अधिकारियों का कहना है कि इसके अलावा एक और मामला फिनलैंड से पुणे आए एक व्यक्ति का है जो बीते महीने के आख़िरी सप्ताह में भारत पहुंचे थे. इससे पहले ठाणे के 33 साल के एक शख़्स भी कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए थे. इनका इलाज कल्याण के कोविड केयर सेंटर में चल रहा है. डोंबिवली के रहने वाले ये व्यक्ति नवंबर 23 तारीख को दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली आए थे और फिर उन्होंने वहां से मुंबई के लिए फ़्लाइट ली थी. ओमिक्रॉन: कोरोना का नया वेरिएंट क्यों है 'चिंता का विषय' कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए भारत कितना तैयार है? वीडियो कैप्शन, ओमिक्रॉन हो गया है, ऐसे पता चलेगा राजस्थान में हाई अलर्ट राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि राजस्थान में अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के कुल 9 मामले दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि दक्षिण अफ़्रीका से लौटे एक परिवार और उनके संपर्क में आने वाले कुल लोगों समेत कुल 34 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे. इनमें से 9 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं. शेष 25 लोग कोरोना से संक्रमित नहीं हैं. स्वास्थ्य सचिव वैभव गलरिया ने कहा है कि ""स्वास्थ्य विभाग ने दक्षिण अफ़्रीका से लौटे परिवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेज़ में भर्ती करा दिया है. उनके संपर्क में आए पांच अन्य लोग भी संक्रमित पाए गए हैं. उन्हें भी भर्ती कराया जा रहा है."" इसके साथ ही गलरिया ने राजस्थान की जनता से कोविड-19 के तरह सभी सरकारी नियमों का पालन करने की अपील की है. सऊदी अरब, ईरान, अमेरिका ने इन देशों से आने वाले लोगों पर लगाई रोक तेलंगाना में प्रशासन मुस्तैद इसी बीत तेलंगाना के स्वास्थ्य निदेशक डॉ श्रीनिवास राव ने सूचना दी है कि 1 दिसंबर से अब तक हैदराबाद में कुल 970 लोग विदेशों से आए हैं. उन्होंने बताया है कि ""स्क्रीनिंग में 13 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए है जिसके बाद उन्हें कोरोना केयर फैसिलिटी में भर्ती कराया गया है. संक्रमण ओमिक्रॉन के कारण है या नहीं ये जानने के लिए उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है."" भारत के साथ-साथ दुनिया के तमाम देशों में ओमिक्रॉन संक्रमण के मामलों में तेज उछाल देखा जा रहा है. इनमें ब्रिटेन जैसे यूरोपीय देशों से लेकर डेल्टा वेरिएंट की मार झेल चुके अमेरिका आदि शामिल हैं. कोविड वैक्सीन के कारण क्यों बनते हैं ख़ून के थक्के, वैज्ञानिकों ने बताई वजह वीडियो कैप्शन, ओमिक्रॉम के लिए बूस्टर डोज़ पर बोली सरकार इमेज स्रोत, Reuters अमेरिका के पंद्रह राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिका के 15 राज्यों में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले पाए गए हैं. हालांकि, सेंटर ऑफ़ डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रीवेन्शन (सीडीसी) के अनुसार यहां अब भी वायरस के डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण के मामले अधिक हैं. सीडीसी की निदेशक रोचेला वालेनस्की ने एबीसी न्यूज़ के दिए एक इंटरव्यू में कहा है, ""अभी कुछ ही मामले सामने आए हैं और हम उन पर नज़र बनाए हुए हैं. लेकिन रोज़ाना और संभावित मामले सामने आ रहे हैं और आने वाले दिनों में आंकड़े बढ़ सकते हैं."" अब तक अमेरिका के जिन पंद्रह राज्यों में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले दर्ज किए गए हैं वो हैं- कोलोराडो, कनेक्टिकट, हवाई, मैरीलैंड, मैसेचुसेट्स, मिनेसोटा, मिसोरी, नेब्रास्का, न्यू जर्सी, न्यू यॉर्क, पेनसिल्वेनिया, यूटा, वॉशिंगटन और विस्कॉन्सिन. जॉर्जिया में भी एक महिला के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. ओमिक्रॉन की दिल्ली में भी दस्तक, तंज़ानिया से लौटा था व्यक्ति क्या डेल्टा से ज़्यादा ख़तरनाक हो सकता है कोरोना का नया वेरिएंट, भारत में भी अलर्ट इमेज स्रोत, EPA/NARONG SANGNAK ब्रिटेन ने लगाए कड़े यात्रा प्रतिबंध छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त ब्रितानी सरकार ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण यात्रा प्रतिबंधों में बदलाव किया है और कहा है कि विदेशों से आ रहे यात्रियों को अब आने से पहले कोविड नेगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना होगा. बदले यात्रा प्रतिबंध मंगलवार सवेरे स्थानीय समयानुसार 4 बजे से लागू हो जाएंगे. ये प्रतिबंध 12 साल से अधिक की उम्र के सभी यात्रियों पर लागू होंगे. शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि ब्रिटेन आने वालों को यात्रा शुरू होने से 48 घंटे पहले लेटरल फ्लो टेस्ट या पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. अब तक लागू किए प्रतिबंधों के अनुसार यात्रियों के लिए ब्रिटेन पहुंचने के 48 घंटों के भीतर पीसीआर टेस्ट कराना बाध्यकारी था. देश के क़ानून मंत्री डोमिनिक राब ने कहा, ""हम जानते हैं कि ये फ़ैसला ट्रैवल इंडस्ट्री के लिए भारी पड़ सकता है लेकिन कोरोना का नया वेरिएंट बड़ी मुश्किल न बने इसके लिए हमें इसे रोकना होगा."" इससे पहले ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाले उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था और 10 अफ्रीकी देशों को रेड लिस्ट में डाल दिया था. सोमवार से इस लिस्ट में नााइजीरिया का नाम भी शामिल कर लिया जाएगा. विज्ञान मामलों में सरकार के सलाहकार और संक्रामर रोग विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर मार्क वूलहाउस ने चेतावनी दी है कि यात्रा परह प्रतिबंध लगाकर नए वेरिएंट को फैलने से रोका नहीं जा सकेगा. उन्होंने बीबीसी से कहा, ""नए प्रतिबंध कुछ ऐसे हैं जेसै घोड़े को अस्तबल में बांधने के बाद अस्तबल के दरवाज़े बंद किए जाएं. मुझे लगता है कि अगर ओमिक्रॉन की लहर आनी है तो उसे रोकने में अब देर हो गई है."" स्टैटिस्टिशियन और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर डेविड स्पीजेलहॉल्टर कहते हैं, ""यात्रा पर प्रतिबंध से वायरस के फैलने की गति धीमी तो होगी लेकिन इसे ओमिक्रॉन के आने को रोका नहीं जा सकेगा."" ब्रिटेन में अब तक ओमिक्रॉन संक्रमण के 246 मामले दर्ज किए गए हैं. यहां सरकार ने एक बार फिर सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाने को बाध्यकारी कर दिया है और सभी वयस्कों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज़ देने का बात की है. वीडियो कैप्शन, कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए कितना तैयार है भारत? (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत में कोरोना वायरस से लॉकडाउन अमेरिका राजस्थान मुंबई भारत कोरोना वायरस महाराष्ट्र ब्रिटेन संबंधित समाचार Omicron - ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं, ये किस टेस्ट से पता चलेगा? 3 दिसंबर 2021 ओमिक्रॉन: कोरोना के नए वेरिएंट को WHO ने क्यों कहा 'चिंता का विषय' 29 नवंबर 2021 क्या डेल्टा से ज़्यादा ख़तरनाक हो सकता है कोरोना का नया वेरिएंट, भारत में भी अलर्ट 26 नवंबर 2021 Omicron : कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का नाम रखा गया 'ओमिक्रॉन', WHO वेरिएंट को लेकर चिंतित 27 नवंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/cds-bipin-rawat-chopper-crash-brigadier-ls-lidder-funeral-kpa-r3vwei,CDS Chopper Crash: जब अपने जांबाज पिता LS लिड्डर को आखिरी बार बेटी ने किया प्यार; सबकी आंखें बरस पड़ीं,"CDS Chopper Crash: जब अपने जांबाज पिता LS लिड्डर को आखिरी बार बेटी ने किया प्यार; सबकी आंखें बरस पड़ीं तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor)में 8 दिसंबर की दोपहर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। इसमें अपनी जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का 10 दिसंबर को अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर रक्षामंत्री सहित कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। अपने पिता की पार्थिव देह को चूमकर उनकी बेटी ने अंतिम विदाई दी। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 10, 2021, 10:55 AM IST नई दिल्ली. तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor)में 8 दिसंबर की दोपहर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। इसमें अपनी जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर (लखविंदर सिंह लिद्दड़- brigadier lakhwinder singh lidder) का 10 दिसंबर को अंतिम संस्कार किया गया। अपने बहादुर पिता को अंतिम विदाई देते समय जब उनकी बेटी आशन ने पार्थिव देह को चूमा, तो वहां मौजूद लोगों की आंखें बरस पड़ीं। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के बरार स्क्वायर पर किया गया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनडीए में ब्रिग्रेडियर लिड्डर के बैचमेच रहे राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी श्मशान घाट पर पहुंचे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा-देश के बहादुर बिग्रेडियर एल. एस. लिड्डर जिस प्रकार से दुर्घटना में गए हैं, उससे देश को एक बहुत बड़ी हानि हुई है। अभी उनका प्रमोशन होने वाला था, वो देश की एक बड़ी कमान संभालने वाले थे, लेकिन वो हमें बीच में छोड़कर चले गए। इसका हमें बहुत कष्ट है। लिड्डर के बारे में ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दड़ 3 दिन पहले ही पत्नी गीतिका और बेटी आसना के साथ गुरुग्राम आए थे। जांबाजी, वीरता, अदम्य साहस, के प्रतीक ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दड़ अगले महीने ही मेजर जनरल पद पर नियुक्त होने वाले थे। जाबांजी और उनकी शानदार शख्सियत की वजह के चलते सेना में उनको कुछ ही दिन बाद प्रमोशन मिलने वाला था। लेकिन किस्मत और ऊपर वाले को शायद कुछ और ही मंजूर था। तभी तो देश ने एक जांबाज सैनिक एवं भविष्य का एक उत्तम सैन्य नेतृत्व खो दिया है। ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह वैसे तो मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले थे। लेकिन उनके दोस्त और अधिकतर रिश्तेदार हरियाणा के हिसार में रहते हैं। तीन दिन पहले ही वह अपनी पत्नी गीतिका व बेटी आसना के साथ गुरुग्राम आए थे। जहां उन्होंने अपने पूरे परिवार के साथ पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की बेटी की शादी अटेंड की थी। इसी दौरान उन्होंने अपने दोस्तों के साथ सेना में प्रेमोशन की बात शेयर की थी। क्लिक करके और भी पढ़ें यह है पूरा मामला तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी। जनरल रावत को नीलगिरी पहाड़ों में स्थिति डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन पहुंचना था। लेकिन सिर्फ 10 मिनट दूर उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। वायु सेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठाई है pic.twitter.com/DFDXFayavH pic.twitter.com/GdViPcA6mp pic.twitter.com/yfBlKwrXg2 pic.twitter.com/L3rQBBkdPw यह भी पढ़ें शहीद कुलदीप की मां ने वंदेमातरम के नारे लगाए, बोलीं- शहादत ही बेटे की कमाई, अब बहू को भी सेना में भेजूंगी Explained: क्या वजह रही, जिससे CDS बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर crash हो गया, मौसम विज्ञानियों ने बताई ये वजह Last Updated Dec 10, 2021, 11:11 AM IST Bipin RawatCDS Bipin Rawat Chopper CrashHelicopter CrashLS Lidder funeral Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/cds-bipin-rawat-accident-compared-to-taiwan-chief-of-general-staff-shen-yi-ming-plane-crash-kpn-r3vwdb,"CDS Bipin Rawat हादसे की तुलना Taiwan Plane Crash से क्यों की जा रही, क्या इसके पीछे चीन का हाथ है?","CDS Bipin Rawat हादसे की तुलना Taiwan Plane Crash से क्यों की जा रही, क्या इसके पीछे चीन का हाथ है? Taiwan chief of general staff general Shen Yi-ming plane crash: जनवरी 2020 में ब्लैक हॉक दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तब विमान में 13 लोग मौजूद थे। 7 लोगों की मौत हो गई थी। उसमें ताइवान के जनरल स्टाफ शेन यी-मिंग भी थे। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 10, 2021, 10:54 AM IST नई दिल्ली. देश ने अपने पहले सीडीएस (CDS) को खो दिया। जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) की प्लेन क्रैश (Plane Crash) में मौत हो गई। जांच की जा रही है। हादसे वाली जगह से ब्लैक बॉक्स (Black Box) मिल गया है। कुछ दिनों में जांच की रिपोर्ट सामने आ सकती है, लेकिन इस बीच कुछ कॉन्सपिरेसी थ्योरी (Conspiracy Theories) भी सामने आई है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग जनरल बिपिन रावत की मौत की तुलना जनवरी 2020 में ताइवान के सेना प्रमुख जनरल (Taiwan Army Chief General) शेन यी मिंग की मौत से कर रहे हैं। ताइवान के जनरल स्टाफ शेन यी-मिंग के साथ क्या हुआ था? जनवरी 2020 की शुरुआत में ताइवान के जनरल स्टाफ शेन यी मिंग सहित 8 लोग मारे गए थे। उनका हेलिकॉप्टर ताइपे के पास पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। शेन ताइवान की सेना में सबसे बड़े अधिकारी थे। दुर्घटनाग्रस्त हुआ हेलिकॉप्टर अमेरिका में बना UH-60M ब्लैक हॉक था। जनरल रावत और शेन यी-मिंग के साथ हुई घटना में कई समानताएं: ब्रह्म चेलानी भारत के रक्षा विश्लेषक ब्रह्मा चेल्लानी उन लोगों में से एक हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा कि जनरल रावत और शेन यी-मिंग के साथ हुई घटना में कई समानताएं हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ""जनरल बिपिन रावत की मौत और साल 2020 की शुरुआत में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए ताइवान के जनरल स्टाफ के प्रमुख जनरल शेन यी-मिंग की घटना में कई समानता है। दोनों हेलिकॉप्टर दुर्घटना ने उन लोगों की मौत हुई, जो चीन के आक्रामक रवैये का विरोध कर रहे थे। उन्होंने आगे लिखा, समानता का मतलब यह नहीं है कि दोनों हेलिकॉप्टर क्रैश में किसी बाहरी हाथ के होने का कनेक्शन है। कुछ भी हो। प्रत्येक दुर्घटना ने महत्वपूर्ण आंतरिक प्रश्न उठाए हैं। खासकर शीर्ष जनरलों को ले जाने वाले हेलिकॉप्टरों के रखरखाव को लेकर। चीन के सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने चेलानी के ट्वीट पर रिएक्ट किया दिलचस्प बात यह है कि चीन के सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने चेलानी के ट्वीट पर रिएक्ट किया। ग्लोबल टाइम्स के हैंडल से ट्वीट किया गया, चेलानी ने जो लिखा है उससे लगता है कि बिपिन रावत की हत्या के पीछे अमेरिका का हाथ है, क्योंकि वह रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के भारत के फैसले का विरोध कर रहा है। प्रोफेसर चेलानी ने भी ग्लोबल टाइम्स के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि चीन का सरकारी मीडिया का मुखपत्र मेरे ट्वीट के जरिए गलतफहमी पैदा कर रहा है। ये भी पढ़ें... मंदिर में माथा टेकने से लेकर दुश्मन को आंख दिखाने तक, देश कभी नहीं भूलेगा Bipin Rawat की ये 20 Photos RIP Bipin Rawat: पीएम मोदी ने कहा वे एक उत्कृष्ट सैनिक थे, अमित शाह-राजनाथ सिंह ने भी जताया दुख Eyewitness से जानिए कैसे हुआ Bipin Rawat का Helicopter Crash, सामने आई रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी Army Chopper Crash: डबल इंजन-PM Modi भी इसी में करते हैं सफर, जानें कितना एडवांस है mi 17 Helicopter Last Updated Dec 10, 2021, 11:06 AM IST ajab gajabcds bipin rawatcds bipin rawat plane crashcrime newsshocking newsshocking trending newstrending newsviral newsweird news Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/pm-modi-tweet-on-summit-for-democracy-in-america-and-us-and-china-statements-kpa-r3vq4d,Summit for Democracy: मोदी ने किया tweet-भारत डेमोक्रेटिक वैल्यूज की मजबूती के लिए साथ में काम करने को तैयार,"Summit for Democracy: मोदी ने किया tweet-भारत डेमोक्रेटिक वैल्यूज की मजबूती के लिए साथ में काम करने को तैयार अमेरिका (America) द्वारा आयोजित लोकतंत्र सम्मेलन (Summit for Democracy) में शामिल होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM MODI) ने खुशी जाहिर करते हुए एक tweet किया। इसमें लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए भारत के हमेशा साथ रहकर काम करने की बात कही। समिट का उद्घाटन 9 दिसंबर को हुआ। यह 10 दिसंबर तक है। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 10, 2021, 8:39 AM IST नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अमेरिका (America) द्वारा आयोजित लोकतंत्र सम्मेलन (Summit for Democracy) में शामिल होने पर खुशी जाहिर की है। यूएस (USA) में होने वाली समिट के लिए अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बिडेन (President Joe Biden) ने भारत को भी निमंत्रण भेजा था। इस वर्चुअल समिट में ताइवान (Taiwan), पाकिस्तान (Pakistan) समेत 110 देश शामिल हैं। लेकिन 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' के लिए चीन (China) को इनविटेशन नहीं मिला है। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने ऐलान किया कि वो समिट में हिस्सा नहीं लेगी। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इमरान सरकार ने समिट के बायकॉट का फैसला चीन के समर्थन में किया है। चीन को अमेरिका ने निमंत्रण नहीं दिया था। मोदी ने किया ये tweet राष्ट्रपति बिडेन के निमंत्रण पर लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन में भाग लेने पर प्रसन्नता हुई। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत बहुपक्षीय मंचों सहित विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने भागीदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है। भारत को बेहतर बनाने के लिए तैयार है। दमनकारी नीतियों पर बोले बिडेन समिट का उद्घाटन 9 दिसंबर को हुआ। यह 10 दिसंबर तक है। समिट का उद्घाटन करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने कहा कि बड़े स्तर पर एक ट्रेंड गलत दिशा में जा रहा है कि लोकतंत्र को चैम्पियन की जरूरत है। हम इंफ्लेशन पॉइंट(महंगाई के स्तर) पर खड़े हैं। बिडेन ने कहा कि दमनकारी नीतियों और प्रथाओं से निपटने एक अधिक कुशल तरीके की जरूरत है। बिडेन ने 2020 में आई फ्रीडम हाउस की रिपोर्ट का हवाला देकर कहा कि ग्लोबल फ्रीडम एंड रिट्रीट के लगातार 15वें साल को चिह्नित किया। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस की एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी लोकतंत्र देशों में से आधे ने पिछले 10 सालों में लोकतंत्र के कम से कम 1 पहलू में गिरावट का अनुभव किया, इसमें अमेरिका भी शामिल है। चीन ने दिखाई नाराजगी समिट में नहीं बुलाए जाने पर चीन ने अमेरिका पर नाराजगी जताई है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेंग वेनबिन(Wang Wenbin) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इससे यह साबित हो गया है कि अमेरिका लोकतंत्र का राजनीतिकरण कर इसे हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है। चीन ने गुस्से में कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया में लोकतंत्र का ठेका नहीं ले सकता। इस आयोजन का मकसद दुनिया को विभाजित करना है। इन पर हो सकती है चर्चा सूत्रों के मुताबिक, अफगानिस्तान और म्यामांर को लेकर 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' में अहम चर्चा हो सकती है। दोनों देशों में हाल ही में लोकतांत्रिक सरकारों को उखाड़ कर सत्ता हासिल की गई है। इसके अलावा व्हाइट हाउस ने तीन प्रमुख विषयों का बैठक के लिए जिक्र किया है जिसमें 'अधिनायकवाद के खिलाफ बचाव', 'भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग' और 'मानवाधिकारों के लिए सम्मान बढ़ाना' शामिल है। यह भी पढ़ें 2026 तक बन जाएगा मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर, मंत्री ने कहा- तेजी से चल रहा निर्माण कार्य Delhi Air Pollution: हवा में सुधार के लिए सरकारों ने अब तक क्या किया; SC आज लेगी क्लास, AQ 293 Jammu-Kashmir: घाटी की सबसे कम उम्र की लेखिका बुशरा निदा ने लिखी तीसरी किताब, समझाया आइंस्टीन का समीकरण Last Updated Dec 10, 2021, 10:23 AM IST China ControversyDemocracyJoe BidenPM ModiPakistan ControversyTerrorism Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/group-captain-varun-singh-letter-to-school-principal-vva-r3vnbl,हेलिकॉप्टर हादसे में एकमात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने छात्रों से कहा था औसत होना बुरा नहीं,"हेलिकॉप्टर हादसे में एकमात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने छात्रों से कहा था औसत होना बुरा नहीं 18 सितंबर को ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने चंडीमंदिर स्कूल के प्रिंसिपल को पत्र लिखा था। छात्रों के नाम संदेश में उन्होंने कहा था कि किसी भी छात्र का औसत दर्जे का होना बुरा नहीं। अगर आप औसत दर्जे के हैं तो यह नहीं समझे कि जीवन भर औसत ही रहेंगे। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 10, 2021, 7:39 AM IST नई दिल्ली। तमिलनाडु के कन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में एकमात्र बचे जवान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का इलाज बेंगलुरु के मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है। पूरे देश में वरुण कुमार के स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की जा रही है। इस बीच उनका एक पत्र चर्चा में है। उन्होंने हरियाणा के चंडीमंदिर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की थी। 18 सितंबर को वरुण सिंह ने चंडीमंदिर स्कूल के प्रिंसिपल को एक पत्र लिखा था। छात्रों के नाम संदेश में उन्होंने कहा था कि किसी भी छात्र का औसत दर्जे का होना ठीक है, लेकिन यह किसी भी तरह से उसके सामर्थ और उसके जीवन में आने वाली चीजों का पैमाना नहीं हो सकता। औसत होने में बुराई नहीं उन्होंने छात्रों से कहा था कि आप जो भी काम करें उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ दें और उम्मीद न हारें। औसत दर्जे का होने में कोई बुराई नहीं है। परीक्षा में सभी 90% नंबर नहीं ला सकते। अगर आप औसत दर्जे के हैं तो यह नहीं समझे कि जीवन भर औसत ही रहेंगे। मन की सुनें छात्र वरुण सिंह ने अपना उदाहरण देते हुए छात्रों से कहा था कि मैं औसत छात्र था। बहुत मुश्किल से 12वीं में फस्ट क्लास डिवीजन से पास हुआ। मुझे उड़ना पसंद था। आप अपने मन की सुनिए। कला, संगीत, साहित्य, ग्राफिक डिजाइन या कुछ और जो भी अपको पसंद हो करिए और उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ दीजिए। बता दें कि बुधवार को कन्नूर में हुए हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई थी। हेलिकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत मधुलिका रावत और अन्य अधिकारी सवार थे। हेलिकॉप्टर में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जनरल रावत की वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज की यात्रा के लिए संपर्क अधिकारी के तौर पर मौजूद थे। वह फिलहाल इसी कॉलेज में इंस्ट्रक्टर के रूप में कार्यरत हैं। ये भी पढ़ें Helicopter Crash में एक मात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के 24 घंटे में तीन ऑपरेशन, अब बेंगलुरू में होगा इलाज आज 'अंतिम सफर' पर निकलेंगे जनरल बिपिन रावत, कैंट बराड़ चौक पर होगा अंतिम संस्कार CDS Bipin Rawat Chopper Crash: ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज, जानें कैसे करता है यह काम Last Updated Dec 10, 2021, 7:39 AM IST Helicopter Crash Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/india-removes-singapore-from-at-risk-list-amid-omicron-vva-r3v3e0,"Omicron: भारत ने सिंगापुर को 'At-Risk' लिस्ट से हटाया, अब सूची में बचे हैं ये देश","Omicron: भारत ने सिंगापुर को 'At-Risk' लिस्ट से हटाया, अब सूची में बचे हैं ये देश भारत ने 'at-risk' वाली लिस्ट से सिंगापुर को हटा दिया है। अब इस लिस्ट में ब्रिटेन समेत यूरोप के देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, तंजानिया, जिम्बाम्बे, हॉगकॉग और इजराइल बचे हैं। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 10, 2021, 12:28 AM IST नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के खतरे के चलते भारत ने कुछ देशों को खतरे वाली लिस्ट में डाल दिया था। इन देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही अपना कोरोना टेस्ट (RT-PCR Test) करना पड़ता है और रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति मिलती है। भारत ने 'at-risk' वाली लिस्ट से सिंगापुर को हटा दिया है। अब इस लिस्ट में ब्रिटेन समेत यूरोप के देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, तंजानिया, जिम्बाम्बे, हॉगकॉग और इजराइल बचे हैं। भारत ने हाल ही में खतरे वाले देशों की लिस्ट को अपटेड किया है। इसमें घाना और तंजानिया को शामिल किया गया है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को सिंगापुर को खतरे वाली लिस्ट से हटा दिया। इसके चलते सिंगापुर से आने वाले यात्रियों को अब पहले की तुलना में कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से छूट मिलेगी। यात्रियों को 14 दिनों की ट्रैवल हिस्ट्री (Travel History) और यात्रा शुरू करने से 72 घंटे पहले की कोरोना टेस्ट निगेटिव रिपोर्ट देनी होगी। ओमिक्रोन के मिले हैं 23 मरीज बता दें कि ओमिक्रोन की चपेट में दुनिया के 57 देश आ चुके हैं। भारत में अभी तक इसके 23 मरीज मिले हैं। ओमिक्रोन की वजह से भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने कई सख्त फैसले लिए हैं। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (International Flights) पर लगी रोक को 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। भारत से कई देशों के लिए उड़ानों पर अभी प्रतिबंध लगा हुआ है, ये बैन आगे भी जारी रहेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण अफ्रीका और कुछ अन्य देशों में सामने आए कोविड के नए स्वरूप को 26 नवंबर को ओमिक्रोन नाम दिया था। ओमिक्रोन को कोरोना के दूसरे वेरिएंट से अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। कोरोना वायरस में 32 से ज्यादा म्यूटेशन से यह वेरिएंट बना है। इसमें मानव शरीर के इम्यून सिस्टम को भी चकमा देने की ताकत बताई जा रही है। ये भी पढ़ें Corona Virus, ओमिक्रोन के खतरे के बीच देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 130.39 करोड़ के पार corona virus: ओमिक्रोन ला सकता है तीसरी लहर, लेकिन भारतीयों पर इसका असर खतरनाक नहीं होगा Last Updated Dec 10, 2021, 12:30 AM IST Omicron Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/video/national-news/people-paid-tribute-to-bipin-rawat-ambulancese-on-the-roads-of-tamil-nadu-kpz-r3ut4l,"रुला देने वाला पलः Tamil Nadu की सड़क पर एक-एक करके निकले 13 एंबुलेंस, भारत माता की जय और वीर वनक्कम की गूंज","रुला देने वाला पलः Tamil Nadu की सड़क पर एक-एक करके निकले 13 एंबुलेंस, भारत माता की जय और वीर वनक्कम की गूंज This video file cannot be played. (Error Code: 102630) Dec 9, 2021, 8:47 PM IST वीडियो डेस्क। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत की मौत हो गई। तमिलनाडु से हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों के शव के एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाए गए। वहीं जैसे ही तमिलनाडु की सड़कों पर एक साथ 13 एंबुलेंस निकले सड़कों पर लोगों ने भारत माता की जय और वीर वनक्कम के नारे लगाए। लोगों ने वीरों को श्रद्धांजलि देते हुए एंबुलेंस पर फूलों की बारिश की। CDS बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) की पार्थिव देह शुक्रवार को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के दिल्ली स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। इसके बाद कामराज मार्ग से बरार चौराहे शवयात्रा निकाली जाएगी। दिल्ली कैन्टोन्मेंट में अंतिम संस्कार होगा। जब एम्बुलेंस एयरपोर्ट के लिए जा रही थी, तब रास्ते में खड़े लोगों ने फूल बरसाकर देश के हीरो को अंतिम विदाई दी। इस दौरान लोगों ने 'भारत माता की जय' और 'वीर वणक्कम' के नारे लगाए। सभी 13 शवों को भारतीय वायु सेना के C-130J सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान में सुलूर से दिल्ली रवाना किया गया। वायुसेना प्रमुख वहां से पहले ही दिल्ली के लिए रवाना हो चुके थे।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/video/uttar-pradesh/prayers-being-sought-in-ancestral-village-of-group-captain-varun-singh-captain-is-on-life-support-r3ui4l,"ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पैतृक गांव में मांगी जा रही दुआएं, लाइफ सपोर्ट पर हैं कैप्टन","ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पैतृक गांव में मांगी जा रही दुआएं, लाइफ सपोर्ट पर हैं कैप्टन This video file cannot be played. (Error Code: 102630) Dec 9, 2021, 4:49 PM IST देवरिया: भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में एकमात्र जीवित बचे विंग कमांडर वरुण प्रताप सिंह (Varun Pratap singh) के पैतृक गांव कन्हौली के लोगों मैं बेचैनी है। गांव के लोग उनका हाल जानने के लिए परेशान है। गांव में उनके पैतृक आवास राजीव सदन पर कल शाम से ही लोगों के आने-जाने का तांता लगा है। वरुण के परिवार के लोगों के मोबाइल पर आने वाले हर फोन के बारे में लोग जानने को आतुर हैं कि कहीं वरुण की कोई खबर तो नहीं आई। गांव में स्थित मंदिर पर ग्रामीण भोर से ही वरुण के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए पूजा पाठ में जुटे हैं। परिजनों ने बताया कि चिकित्सकों के मुताबिक आने वाले 48 घंटे वरुण के लिए काफी नाजुक हैं। वरुण के बड़े पिता तेज प्रताप सिंह ने बताया कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है ईश्वर और उनकी रक्षा करें क्योंकि इससे बड़ी और कोई घटना नहीं हो सकती है जिसमें देश के सर्वोच्च सेनापति समेत 13 लोगों की मौत हुई है। लाइफ सर्पोट सिस्टम पर हैं वरुण तमिलनाडु में हुई सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सेना के वेलिंग्टन अस्पताल लाइफ सर्पोट पर हैं और इन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं। वरुण के चाचा एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि वरुण का ऑपरेशन हुआ है । उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया है । चिकित्सकों के मुताबिक आने वाले 48 घंटे उनके लिए काफी नाजुक है। ईश्वर उनकी रक्षा करें। कन्हौली गांव के प्रमोद त्रिपाठी वरुण का समाचार सुनकर काफी दुखी है प्रमोद ने बताया हम सभी लोग वरुण की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। कन्हौली गांव के ही हरी लाल जायसवाल मंदिर से पूजा कर वापस लौट रहे थे । उन्होंने बताया कि वरुण के घायल होने की खबर से सभी दुखी हैं ईश्वर चाहेंगे तो वह शीघ्र स्वस्थ हो जाएंगे। कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में आगरा के पृथ्वी सिंह की भी गई जान, मां बोलीं- कोई मेरे टिंकू को बुला दे",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/video/national-news/video-of-cds-general-bipin-rawat-just-before-the-plane-crash-tamilnadu-kpz-r3ueow,"कैसे आग के गोले में तब्दील हुआ CDS Bipin Rawat का हेलिकॉप्टर, क्रैश से ठीक पहले का वो आखिरी Video","कैसे आग के गोले में तब्दील हुआ CDS Bipin Rawat का हेलिकॉप्टर, क्रैश से ठीक पहले का वो आखिरी Video This video file cannot be played. (Error Code: 102630) Dec 9, 2021, 3:35 PM IST वीडियो डेस्क। देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defense Staff) (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) नहीं रहें। बुधवार को तमिलनाडु (Tamil Nadu) में हुए विमान हादसे में उनका निधन हो गया। हादसे में पत्नी सहित 13 लोगों की मौत हो गई। अब एक वीडियो सामने आया है। ANI के मुताबिक, वीडियो चश्मदीदों (Plane Crash Eyewitness) ने रिकॉर्ड किया है। 19 सेकंड के वीडियो में दिख रहा है कि प्लेन कुछ सेकंड्स के लिए दिखाई देता है फिर घने कोहरे में गायब हो जाता है। वहां कुछ स्थानीय लोग भी दिखते हैं। जैसे ही प्लेन घने कोहरे में गायब होता है फिर कुछ देर के बाद तेज धमाके की आवाज आती है, जिसे सुनकर स्थानीय लोग चौंक जाते हैं। इस हादसे के ठीक पहले का वीडियो बताया जा रहा है।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/bipin-rawat-indian-news-papers-media-tribute-r3uajd,"देश के अखबारों का Bipin Rawat को आखिरी सलाम... किसी ने लिखा- राष्ट्रीय शॉक, किसी ने कहा- 'The Last Salute'","देश के अखबारों का Bipin Rawat को आखिरी सलाम... किसी ने लिखा- राष्ट्रीय शॉक, किसी ने कहा- 'The Last Salute' अंग्रेजी के अखबरों टाइम्स ऑफ इंडिया (Times Of India) और हिंदुस्तान टाइम्स (Hindustan Times) ने सीधी हैडलाइन ली है तो हिंदी के अखबार दैनिक भास्कर (Dainik Bhaskar) ने 'राष्ट्रीय शॉक' को हैडलाइन बनाया है। कई अखबारों ने 'आखिरी सैल्यूट' हैडलाइन बनाई है। Asianet News Hindi New York, First Published Dec 9, 2021, 2:05 PM IST नई दिल्ली। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस बिपिन रावत (Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन की खबर देश भर के अखबारों में आज पहले पन्ने पर रही। ज्यादातर अखबारों ने पेज के 70 प्रतिशत तक हिस्से पर उनकी खबर और उपलब्धियों को छापा है। अंग्रेजी के अखबरों टाइम्स ऑफ इंडिया और हिंदुस्तान टाइम्स ने सीधी हैडलाइन ली है तो हिंदी के अखबार दैनिक भास्कर ने 'राष्ट्रीय शॉक' हैडलाइन बनाई है। जानें, देश के अखबारों में हेलिकॉप्टर क्रैश की हैडलाइन... Times Of India : अंग्रेजी अखबार ने सीधी हैडलाइन दी है। टाइम्स ऑफ इंडिया (Delhi) ने जलते हुए हेलिकॉप्टर और सीडीएस की पत्नी के साथ उनका फोटो लगाकर हैडलाइन में लिखा है - India's 1st CDS Killed In Chopper Crash. अखबार ने सात कॉलम में इस खबर को लेने के साथ ही अंदर भी इस खबर को जगह दी है। दैनिक भास्कर : पहले पेज पर मुख्य हैडलाइन बनाई है -'राष्ट्रीय शॉक।' अखबार ने सीडीएस के सैल्यूट करते हुए फोटो के साथ मास्ट हैड पर घटना का ब्योरा और कारण हेलिकॉप्टर की नीची उड़ान बताया है। हिंदी भाषी इस अखबार ने लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार के हवाले से बताया है कि जनरल रावत जवानों को वॉट्सऐप नंबर देकर उनकी समस्याएं सुलझाते थे। इस अखबार ने अगले सीडीएस के बारे में भी जानकारी दी है। दैनिक जागरण : 'देश ने खोया सबसे बड़ा सैन्य अफसर' हैडलाइन के साथ पूरे पेज का कवरेज किया है। पहले पन्ने पर उसने जनरल रावत के साहसिक और सटीक फैसलों को लेकर स्टोरी बनाने के साथ ही घटनाक्रम से जुड़े सभी बिंदुओं को पहले पेज पर समाहित किया है। पत्रिका : 'देश के पहले सीडीएस को आखिरी सलाम' हैडलाइन के साथ खबर बनाई है। पूरे पेज में जनरल रावत से जुड़ी खबरों के अलावा हेलिकॉप्टर Mi-17V5 की भी जानकारी दी गई है। अखबार ने लिखा है - नहीं रहा उरी हमले का सर्जिकल स्ट्राइक से बदला लेने वाला। हिन्दुस्तान : 'जांबाज जनरल रावत नहीं रहे' हैडलाइन के साथ आधे पेज की खबर छापी है। इसमें अखबार ने घटना की टाइमलाइन के साथ प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री के बयान लिए हैं। अखबार ने अंदर के दो पेजों पर भी जनरल रावत से जुड़ी सामग्री पाठकों के लिए रखी है। अमर उजाला : इस अखबर ने हैडलाइन ' नहीं रहे जनरल रावत' के साथ पूरी खबर लगाई है। अखबार ने आखिरी सैल्यूट देते हुए जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी है। खबर में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से लिखा गया है कि पेड़ों से टकराकर हेलिकॉप्टर जल उठा। इसमें हादसे की संभावित वजहें खराब मौसम, विजिबिलिटी, भौगोलिक स्थिति और तकनीकी खराबी बताई गई है। आई नेक्सट : शीर्षक 'The Last Salute' के साथ खबर को आठ कॉलम में लगाया है। इसमें घटनास्थल का पूरा ब्योरा नक्शे के साथ देने के अलावा हादसे की वजहें और जानकारियां भी दी हैं। प्रभात खबर : झारखंड के अखबार ने 'नहीं रहे सीडीएस जनरल रावत' शीर्षक से खबर लगाई है। इसमें उनके जीवन से जुड़े पहलुओं और झारखंड के एक पूर्व सैनिक के साथ रावत का फोटो लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। THE HINDU : Rawat, 12 other Killed in T.N Chopper Crash हैडलाइन के साथ खबर लगाई है। Hindustan Times ने भी सीडीएस और जलते हेलिकॉप्टर के अवशेषों के साथ- Chopper crash Kills CDS Rawat, 12 Others हैडलाइन ली है। यह भी पढ़ें World Media की नजर में Bipin Rawat: डॉन ने की तारीफ, NYT ने लिखा- चीन को आंखें दिखा बाइडेन के करीब आए रावत Bipin Rawat Plane Crash: 6 चश्मदीदों ने बताई दर्दनाक कहानी, पहले लगा धरती फट रही-सैकड़ों लोग मरते अगर.. Last Updated Dec 9, 2021, 2:20 PM IST Bipin RawatBipin Rawat DeathCDSIndian Army Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/gallery/national-news/indian-navy-training-ship-ins-sudarshini-visits-port-sultan-qaboos-muscat-oman-kps-r3u9ek,Indian Navy Training Ship: INS सुदर्शिनी की ताकत देखकर चकित हुआ ये खाड़ी देश,"Indian Navy Training Ship: INS सुदर्शिनी की ताकत देखकर चकित हुआ ये खाड़ी देश First Published Dec 9, 2021, 1:41 PM IST नई दिल्ली.भारतीय नौसेना के सेल ट्रेनिंग शिप आईएनएस सुदर्शिनी ने तीन दिवसीय ऑपरेशनल टर्न राउंड (ओटीआर) के लिए 5 दिसंबर को पोर्ट सुल्तान काबूस, मस्कट, ओमान का दौरा किया। इसकी जानकारी इंडियन नेवी ने शेयर की। यह जहाज कोच्चि स्थित पहले प्रशिक्षण स्क्वाड्रन का हिस्सा है, जो भारतीय नौसेना के समुद्री प्रशिक्षुओं को शुरुआती समुद्री अनुभव प्रदान करता है। जहाज मध्य पूर्व में तैनाती पर है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में मित्रवत विदेशी देशों के साथ 'दोस्ती के पुल' को मजबूत करना है और साथ ही खाड़ी में बसे भारतीय प्रवासियों तक पहुंचना है। मस्कट में अपने प्रवास के दौरान जहाज के चालक दल ने ओमान की रॉयल नेवी के साथ बड़े पैमाने पर काम किया। कमांडिंग ऑफिसर कमांडर श्रीकांत वेणुगोपाल ने रॉयल नेवी ऑफ़ ओमान (आरएनओ) मुख्यालय का आधिकारिक दौरा किया और आरएनओ के मानव संसाधन महानिदेशक कैप्टन अली अल होसिनी के साथ बातचीत की। इस विजिट में नौसेना सहयोग, युवा अधिकारियों का प्रशिक्षण और सेल प्रशिक्षण के आयाम जैसे विषय शामिल थे। जहाज ने आरएनओ के सेल ट्रेनिंग शिप शबाब ओमान II और वुधम नेवल बेस के दौरे के रूप में ऑपरेशनल आदान-प्रदान भी किया, और समुद्र संबंधी अनुभव के लिए पांच सी राइडर्स को भी शामिल किया। कमांडिंग ऑफिसर ने ओमान, मस्कट में भारत के राजदूत अमित नारंग से भी मुलाकात की। भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के साथ राजदूत ने भी जहाज का दौरा किया और जहाज पर एक मेल मिलाप दौरा आयोजित किया गया। आईएनएस सुदर्शनी गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित और भारतीय नौसेना की दक्षिणी नौसेना कमान के तहत कोच्चि, केरल में स्थित एक स्वदेशी निर्मित सेल ट्रेनिंग शिप (एसटीएस) है। यह अपने अपने सहयोगी पोत आईएनएस तरंगिनी के साथ यह फर्स्ट ट्रेनिंग स्क्वाड्रन में सेल प्रशिक्षण का कार्य करता है और भारतीय नौसेना के साथ साथ मित्र देशों की नौसेना के कनिष्ठ अधिकारियों को सेल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। Read More Follow Us: Download App: Visit ARIA Resort & Casino GQ Undo Versace Gift Finder Vogue Undo The Best SUVs for Seniors (The Price Might Surprise You) Senior Cars | Search Ads Undo Play This for 1 Minute & See Why Everyone's Addicted Bingo Blitz™️ - Bingo Games Undo If you're going to shop on Amazon, read this. 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Zacks Investment Research",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/bipin-rawat-world-media-tribute-pakistani-newspaper-dawn-also-praised-r3u7hi,"World Media की नजर में Bipin Rawat: डॉन ने की तारीफ, NYT ने लिखा- चीन को आंखें दिखा बाइडेन के करीब आए रावत","World Media की नजर में Bipin Rawat: डॉन ने की तारीफ, NYT ने लिखा- चीन को आंखें दिखा बाइडेन के करीब आए रावत पूरी दुनिया की मीडिया (World media) ने सीडीएस बिपिन रावत के निधन की खबर को प्रमुखता से छापा है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स (New York times) ने जनरल रावत को सेना का आधुनिकीकरण करने वाला अफसर बताया तो बीबीसी ने दुनियाभर के नेताओं और सेलिब्रिटीज की तरफ से बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी। Vikash Shukla New Delhi, First Published Dec 9, 2021, 12:59 PM IST नई दिल्ली। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस (CDS) बिपिन रावत (Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन की खबर पूरी दुनिया भर की मीडिया (World Media) ने प्रमुखता से ली। पाकिस्तानी अखबार डॉन (Pakistani News Paper Dawn) ने भी इसे पहले पेज पर जगह दी और रावत को श्रद्धांजलि दी। अखबार ने उन्हें मोदी का करीबी बताया है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने जनरल रावत को सेना का आधुनिकीकरण करने वाला अफसर बताया तो बीबीसी ने दुनियाभर के नेताओं और सेलिब्रिटीज की तरफ से बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी। हालांकि, चीन मीडिया ने CDS रावत की खबरों को सिर्फ जानकारी तक सीमित रखा। पढ़ें, दुनियाभर की मीडिया ने बिपिन रावत के बारे में क्या लिखा ... DAWN (पाकिस्तान) अखबार ने पहले पन्ने पर इस खबर को जगह दी है। डॉन ने लिखा- रावत 13 लाख क्षमता वाली सशक्त सेना के चीफ थे। अखबार ने म्यांमार में घुसकर रावत के ऑपरेशन का जिक्र किया है, लेकिन इसमें POK की सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र नहीं है। डॉन ने उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का करीबी बताते हुए पाकिस्तान के आर्मी अफसरों की श्रद्धांजलि को भी खबर में जगह दी है। डॉन ने लिखा - रावत एक सैन्य परिवार से आते हैं, जिनकी कई पीढ़ियों ने भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा की है। उसने लिखा है कि रावत ने 'कब्जे वाले कश्मीर' और चीन की सीमा से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सेना की कमान संभाली है। New York Times (अमेरिका) India’s Top Military General Dies in Helicopter Crash हैडलाइन से खबर बनाई है। उसने लिखा है कि सेनाओं को आधुनिक बनाने में जुटे सीडीएस रावत का हेलकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया। अखबार लिखता है कि जनरल रावत का निधन भारत के लिए बड़ा नुकसान है, क्योंकि उन्होंने सशस्त्र बलों के विभिन्न विंगों के प्रमुख के रूप में समन्वय किया। अखबार ने लिखा - भारत के कट्टर दुश्मन, पाकिस्तान के साथ निरंतर युद्ध के अलावा, पिछले साल चीनी सेना के साथ घातक झड़पों के बाद 10 हजार से अधिक सैनिक सीमा पर बने हुए हैं। ऐसे में रावत का निधन भारत के लिए बड़ा नुकसान है। BBC (ब्रिटेन) सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के हवाले से लिखा कि बिपिन रावत अमेरिका के लिए वॉशिंगटन के लिए बेहद अहम पार्टनर थे। बीबीसी ने ऑस्टिन के हवाले से लिखा कि - जनरल रावत ने अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी के दौरान एक अमिट छाप छोड़ी और भारतीय सशस्त्र बलों के अधिक संयुक्त रूप से एकीकृत युद्ध लड़ने वाले संगठन में परिवर्तन के केंद्र में थे। BBC ने अमेरिकी नेताओं के अलावा कई हस्तियों के पोस्ट्स को श्रद्धांजलि में शामिल किया है, जिसमें टोक्यो ओलिंपक के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) का ट्वीट भी शामिल है। Washington Post (अमेरिका) वॉशिंगटन पोस्ट ने पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक (Balakot Air Strike) का जिक्र करते हुए लिखा है कि इसने भारत में आम चुनावों से कुछ समय पहले राष्ट्रवाद की भावनाएं जगाई थीं। उसने लिखा - रावत भारत की तीनों सेनाओं को आधुनिक बनाने के लिए काम कर रहे थे। हाल में हिमालयी सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के दौरान रावत भारत के लिए सबसे बड़े खतरे के रूप में पाकिस्तान के बजाय बीजिंग को चिह्नित करने वाले सबसे मुखर भारतीय अधिकारियों में से एक थे। उन्होंने चीन का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना को बाइडेन प्रशासन के करीब खींच लिया। अक्टूबर में, वे अपने अमेरिकी समकक्ष, सेना के जनरल मार्क ए मिले, और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ घनिष्ठ सहयोग पर चर्चा करने के लिए वाशिंगटन का दौरा किया। Al jazeera (कतर) रावत को श्रद्धांजलि देते हुए खबर में म्यांमार में घुसकर स्ट्राइक करने की घटना का उल्लेख किया है। वेबसाइट ने लिखा है- पिछले महीने, रावत ने टीवी पर यह कहकर एक और विवाद खड़ा कर दिया कि कश्मीर के निवासी खुद आतंकवादियों को मार डालने की पेशकश कर रहे हैं और यह एक बहुत सकारात्मक संकेत था। जल जजीरा लिखता है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजित है, लेकिन दोनों देश पूरे हिमालयी क्षेत्र पर दावा करते हैं। जल जजीरा ने रावत की उपलब्धियों में कश्मीर और चाइना सीमाओं पर सेनाओं को कमांड करने की भी जानकारी दी है। Daily mail (UK) वेबसाइट ने जनरल रावत को भारत के उत्तरपूर्वी सीमा पर उग्रवाद को कम करने का श्रेय दिया है। उसने लिखा है कि पड़ोसी म्यांमार में सीमा पार से आतंकवाद विरोधी अभियान की निगरानी में रावत का बड़ा हाथ रहा। खबर में बताया गया है कि रावत 13 लाख क्षमता वाली मजबूत भारतीय सेना के प्रमुख रहे। उन्होंने पहले सीडीएस बनकर नौसेना और वायु सेनाओं के बीच इंटीग्रेशन कर इन्हें मजबूती दी। डेली मेल ने आतंकवादियों की पीट-पीटकर हत्या करने वाले रावत के बयानों का जिक्र किया है। China Daily (चीन) चाइना डेली ने अपनी वेबसाइट में सिर्फ खबर लगाई है। उसने इसमें चीन पाकिस्तान जैसे मुद्दों पर सीडीएस के कदमों का कोई उल्लेख नहीं किया है। यहां तक कि म्यांमार और पाकिस्तान में घुसकर आतंकी शिविर नष्ट करने की जानकारी भी खबर में नहीं है। चाइना डेली लिखता है - 63 वर्षीय रावत ने पूरे तीन साल के कार्यकाल के लिए सेना प्रमुख के रूप में सेवा करने के बाद, 31 दिसंबर, 2019 को भारत के पहले सीडीएस के रूप में कार्यभार संभाला। सीडीएस भारत में सर्वोच्च सैन्य जनरल थे। इस पद की स्थापना तीन सेवाओं - थल सेना, नौसेना और वायु सेना को एकीकृत करने के उद्देश्य से की गई थी। वेबसाइट ने हादसे की जानकारी देते हुए एयरफोर्स द्वारा इसकी जांच कराने की जानकारी दी है। यह भी पढ़ें Bipin Rawat Death : संसद में राजनाथ का बयान- 11:48 पर भरी थी उड़ान, 12:08 बजे ATC से हेलिकॉप्टर का संपर्क टूटा Bipin Rawat: भोपाल में रहते हैं हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता, बोले- बहादुर है मेरा बेटा Last Updated Dec 9, 2021, 1:15 PM IST Bipin RawatHelicopter crashBipin Rawat DeathWorld media Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/cds-bipin-rawat-chopper-crash-defence-minister-rajnath-singh-will-make-a-statement-in-lok-sabha-and-rajya-sabha-kpa-r3u0nk,CDS Bipin Rawat Chopper Crash: एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे जांच; सामने आया गिरते हेलिकॉप्टर का Video,"CDS Bipin Rawat Chopper Crash: एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे जांच; सामने आया गिरते हेलिकॉप्टर का Video देश के पहले CDS बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद कई अनसुलझे सवाल हैं। इस बीच राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) ने संसद में अपना बयान दिया। बता दें कि तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में 8 दिसंबर की दोपहर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 9, 2021, 10:32 AM IST नई दिल्ली. तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) सहित 13 लोगों की मौत को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इस मामले को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) ने आज संसद में अपना बयान दिया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक उन्होंने जोर के धमाके की आवाज सुनी थी। फिर देखा कि हेलिकॉप्टर पेड़ों से टकरा गया था। उसमें सवार लोगों के जलते हुए शव बाहर गिरते दिखे।जनरल रावत को नीलगिरी पहाड़ों में स्थिति डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन पहुंचना था। लेकिन सिर्फ 10 मिनट दूर उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी प्रोटोकाल का पालन करते हुए इसकी जानकारी पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को दी। वह बुधवार को बिपिन रावत के घर गए थे। वायु सेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठाई है। https://t.co/ncwxqtkP9V लोकसभा में राजनाथ सिंह ने कहा सीडीएस जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। अन्य सैन्य कर्मियों का अंतिम संस्कार उचित सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक लेकिन स्थिर है। वह निगरानी में है और यदि आवश्यक हो, तो उसे सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन से कमांड अस्पताल, बैंगलोर में स्थानांतरित किया जा सकता है। भारतीय वायु सेना (IAF) ने सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की त्रि-सेवा जांच ( tri-service inquiry) के आदेश दिए हैं। जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। कल ही जांच टीम वेलिंगटन पहुंची और जांच शुरू की। इससे पहले दो मिनट का मौन रखा गया। दुनियाभर से श्रद्धांजलि उत्तर प्रदेश के अमरोहा के एक कलाकार ने दिवंगत CDS जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए 8 फीट का चित्र बनाया। कलाकार जोया खान ने बताया,""मैं समाज में घटित घटनाओं पर आधारित चित्रों को कोयले से बनाता हूं। हमारे बीच बिपिन रावत जी नहीं रहें इस दुख की घड़ी में मैंने ये चित्र बनाया।"" घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें हेलिकॉप्टर को नीचे गिरते दिखाया जा रहा है। pic.twitter.com/WzyFy9hYjN यह भी जानें राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा-हमने सीडीएस बिपिन रावत और हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में (12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के खिलाफ) आज विरोध नहीं करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है। हम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संबोधन में भी शामिल होंगे। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा-ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। देश के सर्वोच्च सेनापति सबसे अत्याधुनिक व सुरक्षित हेलीकॉप्टर में यात्रा करते हैं और हादसे में उनकी मृत्यु हो जाती है। लोगों के मन में शंकाएं हैं, क्या हुआ है, ये कैसे हो सकता है? मुझे यकीन है सरकार भी इस सदमे से बाहर नहीं आई होगी। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा-ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। देश ने एक अच्छे ऑफिसर को खो दिया है। तमिलनाडु फोरेंसिक विज्ञान विभाग की टीम कुन्नूर के कैटरी के पास हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना स्थल पर पहुंचे, जहां कल CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हुई। इस बीच IAF प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी(VR Chaudhari ) ने तमिलनाडु के DGP सी सिलेंद्र बाबू के साथ नीलगिरी जिले में कुन्नूर के पास हेलिकॉप्टर दुर्घटना स्थल का दौरा किया। पूर्व ब्रिगेडियर सुधीर सावंत ने किसी साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे LTT के स्लीपर सेल की साजिश हो सकती है। इस इलाके में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTT) सक्रिय है। पूर्व ब्रिगेडियर ने घटना की NIA से जांच कराने की मांग उठाई है। अभी यह वायु सेना ने जांच के आदेश दिए हैं। जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद उनके गृह राज्य उत्तराखंड में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में पासिंग आउट परेड से दो दिन पहले होने वाले कमांडेंट परेड रद्द कर दी गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। यह भी पढ़ें CDS Bipin Rawat Chopper Crash: हवा में ही जलने लगा था हेलिकॉप्टर; मिस्ट्री बने 5 सवाल; IAF चीफ ने देखी जगह Bipin Rawat Passed Away: आज दिल्ली लाया जाएगा CDS बिपिन रावत का पार्थिव देह, शुक्रवार को अंतिम संस्कार CDS Helicopter Crash : खराब मौसम के कारण कम ऊंचाई पर उड़ रहा था हेलिकॉप्टर, लो विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह Bipin Rawat Passed Away, USA के डिफेंस सेक्रेट्री ने किया रावत से सितंबर में हुई मुलाकात को याद pic.twitter.com/ZA3iphNhBo Last Updated Dec 9, 2021, 11:21 AM IST Bipin Rawat Chopper CrashBipin Rawat CremationBipin Rawat DeathBipin Rawat Passed AwayCDS Bipin Rawatबिपिन रावतBipin Rawat Last Ride Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/cds-bipin-rawat-chopper-crash-mysterious-accident-black-box-missing-kpa-r3tw41,"CDS Bipin Rawat Chopper Crash: हवा में ही जलने लगा था हेलिकॉप्टर; ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज़, हुआ क्या था?","CDS Bipin Rawat Chopper Crash: हवा में ही जलने लगा था हेलिकॉप्टर; ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज़, हुआ क्या था? तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) सहित 13 लोगों की मौत को लेकर अभी भी कई सवाल उलझे हुए हैं। सेना दुर्घटना की जांच कर रही है। ऐसे 5 सवाल हैं, जिनका जवाब खोजना बाकी है। घटनास्थल से प्लेन का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 9, 2021, 8:54 AM IST नई दिल्ली. देश के पहले CDS बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद कई अनसुलझे सवाल हैं, जिन्हें सेना को अपनी जांच में खोजना है। बता दें कि तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में 8 दिसंबर की दोपहर हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) अकेले बचे हैं। वे बुरी तरह झुलस गए हैं और उनकी हालत गंभीर है। इस बीच IAF प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी(VR Chaudhari ) ने तमिलनाडु के DGP सी सिलेंद्र बाबू के साथ नीलगिरी जिले में कुन्नूर के पास हेलिकॉप्टर दुर्घटना स्थल का दौरा किया। पूर्व ब्रिगेडियर सुधीर सावंत ने किसी साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे LTT के स्लीपर सेल की साजिश हो सकती है। इस इलाके में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTT) सक्रिय है। पूर्व ब्रिगेडियर ने घटना की NIA से जांच कराने की मांग उठाई है। अभी यह वायु सेना ने जांच के आदेश दिए हैं। pic.twitter.com/M3dJ5409rL ये हैं वो 5 सवाल, जिनका जवाब ढूंढ़ा जाना है एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि हेलिकॉप्टर में हवा में ही आग लग गई थी। हालांकि प्लेन का ब्लैक बॉक्स मिल चुका है। अब इसकी रिकॉर्डिंग देखने के बाद हकीकत का पता चलेगा। पहला सवाल:दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिल चुका है। इससे अब पता चलेगा कि हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आई थी, मौसम खराब था या कुछ और वजह रही। बता दें कि ब्लैक बॉक्स हर प्लेन का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। इसमें प्लेन की हर गतिविधियां रिकॉर्ड होती हैं। इसे या फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर भी कहते हैं। इसे सुरक्षा की दृष्टि से विमान के पिछले हिस्से में रखते हैं। यह मजबूत धातु टाइटेनियम का बना होता है। इसके बाद भी उसे टाइटेनियम के ही बने डिब्बे में बंद करते रखते हैं। ताकि किसी भी दुर्घटना के वक्त यह टूटे नहीं, नुकसान नहीं हो। दूसरा सवाल: घटनास्थल पर मौजूद लोगों के बयान दुर्घटना को लेकर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। हालांकि यह शक तभी दूर होगा, चूंकि अब ब्लैक बॉक्स मिल गया है, इसलिए जांच सही दिशा में आगे बढ़ेगी। तीसरा सवाल: यह हादसा इसलिए कई सवालों के घेरे में हैं, क्योंकि बिपिन रावत इसमें सवार थे। बिपिन रावत देश के दुश्मन देशों के लिए एक बड़ी टेंशन थे। हालांकि अभी ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है, जिससे किसी साजिश का पता चले, लेकिन जांच हर एंगल से हो रही है। चौथ सवाल: एक चश्मदीद के बयान ने दुर्घटना को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उसका दावा है कि हेलिकॉप्टर में हवा में ही आग लग गई थी। इसलिए सवाल उठ रहे हैं कि क्या हेलिकॉप्टर में हवा में ही तकनीकी समस्या आ गई थी या कुछ और बात है। पांचवां सवाल: देश के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति की इस तरह हादसे में मौत एक अलर्ट है, चाहे वो हेलिकॉप्टर में आ रहीं खराबियों की बात हो या कुछ और वजह। pic.twitter.com/Tkl51oXQIW यह भी पढ़ें Bipin Rawat Passed Away: कई देशों ने जताया दुख, रूस ने कहा- भारत ने खो दिया अपना महान देश भक्त VVIP मूवमेंट में होता है Mi-17 हेलिकॉप्टर का यूज, जानें CDS Bipin Rawat पत्नी के साथ कहां जा रहे थे Bipin Rawat Chopper Crash: नीलगिरी जंगल में 2667 मीटर ऊंचे पहाड़ पर गिरा MI-17V5, देखें हादसे की तस्वीरें Last Updated Dec 9, 2021, 10:58 AM IST Bipin Rawat CremationBipin Rawat DeathBipin Rawat Passed AwayCDS Bipin Rawat Chopper Crashmysterious accidentBipin Rawat Last Ride Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/bipin-rawat-passed-away-defense-minister-rajnath-singh-statement-in-parliament-on-helicopter-crash-r3trq7,Bipin Rawat Passed Away: हेलिकॉप्टर हादसे पर रक्षा मंत्री आज संसद में देंगे बयान,"Bipin Rawat Passed Away: हेलिकॉप्टर हादसे पर रक्षा मंत्री आज संसद में देंगे बयान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज संसद के दोनों सदनों में तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हुए वायु सेना के हेलिकॉप्टर एमआई-17वी-5 को लेकर बयान देंगे। रक्षा मंत्री सुबह 11.15 बजे लोकसभा और दोपहर को राज्यसभा में बयान देंगे। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 9, 2021, 7:19 AM IST नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) आज संसद के दोनों सदनों में तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हुए वायु सेना के हेलिकॉप्टर एमआई-17वी-5 को लेकर बयान देंगे। बुधवार को हुए इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना के 13 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, एक गंभीर रूप से घायल हैं। हेलिकॉप्टर हादसे पर गुरुवार सुबह 11.15 बजे रक्षा मंत्री लोकसभा में बयान देंगे और दोपहर को राज्यसभा में। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी प्रोटोकाल का पालन करते हुए इसकी जानकारी पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को दी। वह बुधवार को बिपिन रावत के घर गए थे। वायु सेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठाई है। दूसरी ओर राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने हेलिकॉप्टर हादसे की जांच सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज से कराने की मांग की है। उन्होंने इस घटना को चौंकाने वाला और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी चेतावनी बताया है। उन्होंने कहा है किअंतिम रिपोर्ट नहीं आई है। इसलिए मेरे लिए कुछ भी कहना बहुत मुश्किल है। आज दिल्ली लाया जाएगा पार्थिव देह बता दें कि जनरल रावत तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित सैन्य स्टाफ कॉलेज के एक समारोह में हिस्सा लेने के लिए बुधवार सुबह दिल्ली से वायुसेना के विशेष विमान से सुलूर आर्मी बेस पहुंचे थे। सुलूर बेस पर वायुसेना के हेलिकॉप्टर में जनरल रावत और उनकी पत्नी व अन्य लोग सवार हुए थे। दोपहर करीब 12.20 बजे हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक सैन्य विमान से दिल्ली लाया जाएगा। शुक्रवार को पति-पत्नी के शवों को उनके घर लाया जाएगा और सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद कामराज मार्ग से दिल्ली कैंटोनमेंट के बराड़ चौराहा श्मशान घाट तक अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। यहां अंतिम संस्कार होगा। ये भी पढ़ें Bipin Rawat Passed Away: आज दिल्ली लाया जाएगा CDS बिपिन रावत का पार्थिव देह, शुक्रवार को अंतिम संस्कार Bipin Rawat Passed Away: 5 मिनट बाद होने वाली थी लैंडिंग, 9 बजे यात्रा की शुरुआत-12.20 पर आई क्रैश की खबर आखिर क्यों हमेशा याद किए जाएंगे देश के पहले CDS Bipin Rawat, इनके काम से बौखला गया था चीन -पाकिस्तान Last Updated Dec 9, 2021, 7:27 AM IST Bipin Rawat Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/google-india-search-trends-ipl-covin-portal-r3taoe,IPL ने गूगल सर्च ट्रेंड में इस साल कोविन पोर्टल को पछाड़ा,"IPL ने गूगल सर्च ट्रेंड में इस साल कोविन पोर्टल को पछाड़ा इस साल गूगल इंडिया सर्च ट्रेंड में आईपीएल और टी 20 वर्ल्ड कप ने जगह बनाई है। इन दोनों ने कोरोना वैक्सीन या कोविन पोर्टल को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 9, 2021, 1:11 AM IST नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौर में सबसे ज्यादा क्या सर्च किया गया। आम तौर पर लोग सोचते हैं कि वैक्सीन के स्लॉट बुक करने के लिए कोविड (Cowin) ऐप सबसे ज्यादा सर्च किया गया होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। भारतीयों ने सबसे ज्यादा आईपीएल (IPL) को सर्च किया है। दरअसल, क्रिकेट का खुमार भारतीयों पर किस कदर है यह गूगल इंडिया सर्च ट्रेंड (Google india search trends) के नतीजों से साबित हुआ है। इस साल गूगल इंडिया सर्च ट्रेंड में आईपीएल (IPL)और टी20 वर्ल्ड कप (T-20 World cup) ने जगह बनाई है। इन दोनों ने कोरोना वैक्सीन (Covid vaccine) या कोविन पोर्टल (Cowin) को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। सबसे ज्यादा सर्च किया गया IPL गूगल इंडिया के ‘ईयर इन सर्च 2020' के नतीजों के अनुसार आईपीएल गूगल (Google) पर सबसे ज्यादा सर्च किया गया। उसके बाद कोविन, आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप , यूरो कप, टोक्यो ओलंपिक और कोरोना वैक्सीन का नंबर आता है। आईपीएल पिछले साल भी गूगल इंडिया सर्च ट्रेंड में शीर्ष पर रहा था। सूची के अनुसार भारतीयों द्वारा सबसे ज्यादा तलाशे गए विषयों में टोक्यो ओलिंपक, ब्लैक फंगस, अफगानिस्तान, पश्चिम बंगाल चुनाव, ताउकते चक्रवात और लॉकडाउन भी रहे। खेलों में सबसे ज्यादा तलाशे गए विषयों में यूरो कप, कोपा अमेरिका, विम्बलडन, पैरालम्पिक, फ्रेंच ओपन भी शामिल थे। तोक्यो ओलंपिक में एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा सबसे ज्यादा तलाशी गई भारतीय हस्ती रहे। उनके बाद शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान का नाम है जो अक्तूबर में कथित ड्रग मामले में सुर्खियों में थे। विक्की कौशल, राज कुंद्रा, शहनाज गिल के अलावा तोक्यो ओलंपिक पदक विजेता पी वी सिंधू और बजरंग पूनिया भी इस सूची में हैं। ये भी पढ़ें साउथ अफ्रीका दौरे से पहले विराट से छिनी वनडे की कप्तानी, रोहित शर्मा को मिली कमान, विराट टेस्ट टीम के कप्तान Bipin Rawat Passed Away: आज दिल्ली लाया जाएगा CDS बिपिन रावत का पार्थिव देह, शुक्रवार को अंतिम संस्कार Katrina Kaif Vicky Kaushal Wedding Big Updates : शादी का दूसरा दिन, पढ़ें वेडिंग से जुड़ी हर खबर एक क्लिक पर Last Updated Dec 9, 2021, 1:11 AM IST Google Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/cds-helicopter-crash-bad-weather-low-visibility-caused-the-accident-the-helicopter-was-at-low-altitude-vsa-r3szmm,"CDS Helicopter Crash : खराब मौसम के कारण कम ऊंचाई पर उड़ रहा था हेलिकॉप्टर, लो विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह","CDS Helicopter Crash : खराब मौसम के कारण कम ऊंचाई पर उड़ रहा था हेलिकॉप्टर, लो विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह एमआई-17V5 हेलिकाॅप्टर (Helicopter) वेदर रडार (Weather Radar System) के साथ ही लेटेस्ट 'नाइट विजन' इक्युपमेंट्स से लैस है। इसमें पीकेवी-8 ऑटो पायलट मोड की भी सुविधा है। इसके बावजूद खराब मौसम के कारण यह हादसे का शिकार हो गया। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 8, 2021, 9:12 PM IST नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) को ले जा रहा भारतीय वायुसेना (India Airfroce) का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर (Mi-17V5 Helicopter) सेना के बेहतरीन हेलिकॉप्टर्स में से एक है। रशियन हेलिकॉप्टर की कंपनी 'कजान' इसे बनाती है। अब तक हादसे के कारणों पर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर क्रैश होने की वजह कुन्नूर का खराब मौसम रहा। लेकिन, यह हेलिकॉप्टर नाइट विजन, ऑटो पायलट मोड और वेदर रडार से लैस है। ऐसे में हादसे पर सवाल उठ रहे हैं। हादसे को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि दरअसल, जिस वक्त और जिस जगह हादसा हुआ, वहां घना जंगल है। पहाड़ी इलाका होने और लो विजिबिलिटी की वजह से ही हेलिकॉप्टर क्रैश होने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि वेलिंगटन का हेलिपैड जंगल और पहाड़ी इलाके के तुरंत है, इसलिए पायलट के लिए इसे दूर से देख पाना मुश्किल होता है। ऐसे में खराब मौसम में हेलिकॉप्टर की लैंडिंग यहां हमेशा ही चुनौतीपूर्ण रहती है। बताया जाता है कि कम विजिबिलिटी की वजह से यह कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। लैंडिंग पॉइंट से दूरी कम होने की वजह से भी हेलिकॉप्टर काफी नीचे था। नीचे घने जंगल थे, इसलिए क्रैश लैंडिंग भी फेल हो गई। इस हेलिकॉप्टर के पायलट ग्रुप कैप्टन और सीओ रैंक के अधिकारी थे, जो सेना के सबसे काबिल पायलट्स में से होते हैं। हेलिकॉप्टर दो इंजन वाला था। ऐसे में अगर एक इंजन फेल हो जाता तो भी बाकी बचे दूसरे इंजिन से लैंडिंग की जा सकती थी। 2012 से एयरफोर्स के बेड़े में है रूस की कंपनी का अत्याधुनिक Mi-17V5 - एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर मौसम रडार के साथ ही लेटेस्ट 'नाइट विजन' इक्युपमेंट्स से लैस है। इसमें पीकेवी-8 ऑटो पायलट मोड की भी सुविधा है। - एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर 4,000 किलोग्राम वजनी सामग्री ले जाने में सक्षम है। भारत ने 2008 में मानवीय तथा आपदा राहत अभियानों और परिवहन कार्यों के मद्देनजर अपने हेलिकॉप्टर बेड़े को मजबूत करने के लिए 80 एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर की खरीद के लिए रूस के साथ एक - - समझौता किया था। हालांकि, बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 151 कर दी गई थी। - इन हेलिकॉप्टर की पहली खेप सितंबर 2011 में भारत पहुंची थी। इंडियन एयरफोर्स फरवरी 2012 में औपचारिक रूप से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर को अपने बेड़े में शामिल किया था। - ये हेलिकॉप्टर कई तरह के हमलों से सेल्फ डिफेंस सिस्टम से भी लैस है। एमआई श्रेणी का ये हेलिकॉप्टर 250 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार पकड़ सकता है। Last Updated Dec 8, 2021, 9:12 PM IST CDSMi17v5Helicopter crashIndian armyBipin Rawat Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/video/national-news/army-helicopter-mi-17-v-5-crash-13-people-died-including-cds-bipin-rawat-kpz-r3st8o,"क्रैश होते ही आग का गोला बन गया था CDS Bipin Rawat का हेलिकॉप्टर, जानिए विमान में कौन कौन था मौजूद","क्रैश होते ही आग का गोला बन गया था CDS Bipin Rawat का हेलिकॉप्टर, जानिए विमान में कौन कौन था मौजूद This video file cannot be played. (Error Code: 102630) Dec 8, 2021, 6:54 PM IST वीडियो डेस्क। तमिलनाडु के कुन्नूर में नीलगिरी के घने जंगलों में आर्मी हेलिकॉप्टर एमआई-17 V-5 के दुर्घटनाग्रस्त (Crash) हो गया। हादसा कितना भयानक था इसकी बनगी ये तस्वीरें बयां कर रही हैं। क्रैश होने के बाद हेलिकॉप्टर धूं-धूं करके जलता रहा। स्थीनीय लोग लगातार पानी डालकर आग को बुझाते नजर आए। हेलिकॉप्टर में सीडीएस (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, दो पायलट, ब्रिगेडियर रैंक के स्टाफ ऑफिसर के सवार थे। हादसे के बाद सबसे पहले स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और हेलिकॉप्टर की आग बुझाने के लिए जूझते रहे। जिस जगह पर यह दुर्घटना हुई, वहां घना जंगल है और आसानी से पहुंचा नहीं जा सकता था, इसलिए रेस्क्यू टीम को पहुंचने में दिक्कत हुई। दुर्घटना एक पहाड़ी पर हुई। यह जगह 2667 मीटर ऊंची है। हादसे के बाद हेलिकॉप्टर आग के शोले में बदल गया था। जब तक उसे बुझाया गया, तब वो वो राख बन चुका था। हेलिकॉप्टर पेड़ों पर गिरा। इसके बाद उसमें आग लग गई। साथ ही पेड़ों ने भी आग पकड़ ली। स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू टीम ने पाइप के जरिए पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की। हेलिकॉप्टर दोपहर 12:20 बजे क्रैश हुआ। उस समय वह लैंडिंग स्पॉट से महज 10 किलोमीटर दूर था। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर डॉक्टर्स, सेना के अफसर और कोबरा कमांडो की टीम पहुंच गई थी।",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/gallery/madhya-pradesh/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-tamil-nadu-kunnur-know-about-his-family-wife-and-daughter-r3snur,"CDS Bipin Rawat की पत्नी MP के इस राजघराने की हैं बेटी, मौत की खबर सुन ससुराल वालों के नहीं थम रहे आंसू","CDS Bipin Rawat की पत्नी MP के इस राजघराने की हैं बेटी, मौत की खबर सुन ससुराल वालों के नहीं थम रहे आंसू First Published Dec 8, 2021, 4:58 PM IST शहडोल ( मध्य प्रदेश ). तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों मे (Tamilnadu) के कुन्नूर (Coonoor) में बुधवार को आर्मी (Indian Army) का एक हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हो गया। इस हेलिकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) समेत सेना के 14 अफसर सवार थे। रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका भी थीं। लेकिन दुखद देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, यानी CDS जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। उनकी पत्नी समेत सभी अफसरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। इस घटना से सरकार से लेकर आर्मी तक में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं बिपिन रावत की इस खबर सुनने के बाद उनकी ससुराल के लोगों के आंसू नहीं थम रहे हैं। वह हादसे की खबर आने के बाद से ही टीवी के सामने बैठकर रावत और उनकी पत्नी के लिए दुआ कर रहे थे। बता दें कि रावत की ससुराल मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में है। इस राजघराने में है सीडीएस जनरल बिपिन रावत की ससुराल... दरअसल, सीडीएस जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत मूल रुप से शहडोल जिले के सोहागपुर की रहने वाली हैं। मधुलिका स्व. कुंवर मृगेन्द्र सिंह की बेटी हैं, जो कि रीवा राजघराने से संबंधित हैं। ससुराल के लोगों में इस खबर को लेकर बैचेनी बढ़ गई है, वह हादसे की खबर आने के बाद से ही टीवी के सामने बैठे हुए हैं। पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। बता दें कि बिपिन रावत की मधुलिका से शादी साल 1985 में हुई थी। मधूलिका रावत आर्मी वेलफेयर से जुड़ी हुईं हैं। वो आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष हैं। बिपिन रावत की दो बेटियां भी हैं, एक बेटी का नाम कृतिका रावत है जबकि दूसरी बेटी के नाम की जानकारी नहीं है। हेलिकाप्टर क्रैश हो जाने के बारे में जब मीडिया ने बिपिन रावत के साले यशवर्धन सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि दीदी और जीजाजी हेलिकाप्टर में सवार थे और वह हेलिकाप्टर क्रैश हो गया है। अभी तक इसके आगे की जानकारी नहीं मिल पा रही है। बता दें कि बिपनी रावत मूलत: उत्तराखंड के रहने वाले हैं उनका जन्म पौड़ी में 16 मार्च 1958 को हुआ था। रावत का परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में अपनी सेवा दे रहा है। उनके पिता लक्ष्मण सिंह लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हो चुके हैं। वहीं उनकी मां प्रदेश के उत्तकांशी की रहने वाली हैं, जो पूर्व विधायक किशन सिंह परमार के बेटी भी हैं। बिपिन रावत, सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला, और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकसला के स्टूडेंट रह चुके हैं। दिसंबर 1978 में बिपिन रावत भारतीय सेना में शामिल हुए थे। 17 दिसंबर 2016 को जनरल दलबीर सिंह सुहाग के बाद रावत ने 27वें सेनाध्यक्ष के रुप में कमान संभाली थी। फिर वह सीडीएस यानि तीनों सेनाओं के प्रमुख बने। Read More Follow Us: Download App: Wear This Best Men's Sport Shoe to Walk Or Stand For Hours Without Pain Hsweetgirl Undo Pre-IPO: Understanding Equity Compensation Nasdaq Undo Take It From These Three Musicians, When It Come To Authentic Denim, O… GQ.com Undo The Best SUVs for Seniors (The Price Might Surprise You) Senior Cars | Search Ads Undo If you're going to shop on Amazon, read this. 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Mercedes,"Shocking accident: पहले स्पीड के साथ पीछे से ऑटो को ठोंका और फिर कई गाड़ियों से जा भिड़ी बेकाबू Mercedes यह तस्वीर कर्नाटक के बेंगलुरु (Bengaluru) की है। स्पीड से गाड़ी चलाना कितना खतरनाक साबित हो सकता है, ये तस्वीर यह बताती है। मर्सिडीज बेंज कार ( Mercedes Benz) ने अनियंत्रित होकर एक-दो नहीं, बल्कि कई गाड़ियों को ठोंक दिया। इस हादसे में 1 व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। Asianet News Hindi Bengaluru, First Published Dec 8, 2021, 11:07 AM IST बेंगलुरु (Bengaluru). कर्नाटक के बेंगलुरु में 7 दिसंबर को एक भयंकर सड़क हादसा हुआ। यहां के इंदिरानगर बाजार इलाके में मर्सिडीज बेंज कार ( Mercedes Benz) बेकाबू होकर सड़क पर जा रहीं कई गाड़ियों से टकरा गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए। पुलिस ने 8 दिसंबर को इस घटना के बारे में मीडिया का जानकारी दी। ऑटो को टक्कर मारने के बाद बेकाबू हुई थी कार ट्रैफिक पुलिस के अनुसार कार की स्पीड अधिक थी। उसने सबसे पहले एक ऑटो को टक्कर मारी। इसके बाद बेकाबू होकर कई गाड़ियों से टकराती रही। पुलिस ने बताया कि तेज रफ्तार कार के चालक की पहचान सुवेद कार्डियो (43) के रूप में हुई है, जबकि मृतक की पहचान असम निवासी हरि महंत (36) के रूप में हुई है। घायलों की पहचान बाइक सवार आनंद कुमार (36) के रूप में हुई है। अन्य घायलों में एक अन्य कार का ड्राइवर महेश (27); यात्री विद्याश्री (22) और निंगनाबादा श्रीनिवास (22); पुलिस के अनुसार ऑटो चालक नजीब (38) और कृष्णा (30) हैं। pic.twitter.com/klzVkjmvpb हर साल होती हैं 1.5 लाख लोगों की मौतें भारत में सबसे अधिक सड़क हादसे होते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी(Nitin Gadkari) ने कुछ समय पहले कहा था कि सड़क हादसों में कमी लाने लगातार कोशिशें हो रही हैं। गडकरी के अनुसार 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में 50 फीसदी तक लाने के लिए मंत्रालय काम कर रहा है। अभी सरकारी आंकड़े बताते हैं कि देश में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1.5 लाख लोगों की मौत होती है। 4.5 लाख से अधिक लोग इन दुर्घटनाओं में घायल होते हैं। देश में प्रति दिन 415 लोग हादसों में जान गंवाते हैं। सड़क हादसे में 70 फीसदी मौतें 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग में होती हैं। कोहरे में बढ़ जाती हैं दुर्घटनाएं सामान्य मौसम की तुलना में सर्दियों में सड़क हादसों की संख्या बढ़ जाती है। इसके बाद नंबर आता है बारिश का। सर्दियों में उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक कोहरे के कारण विजिबिलिट कम हो जाती है। ऐसे में स्पीड हादसों की वजह बन जाती है। वहीं, बारिश में फिसलनभर सड़कें भी दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं। आमतौर पर ठंड में चंद दूरी पर भी साफ दिख पाना मुश्किल होता है। सड़क परिवहन मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 2019 में कम विजिबिलिटी के कारण 33 हजार 602 सड़क हादसे हुए थे। इनमें 13 हजार 405 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। 2018 में 28 हजार 26 हादसों में 11 हजार 841 जानें गई थीं। अगर सामान्य हादसों की बात करें, तो एनसीआरबी (National Crime Records Bureau) के आंकड़े बताते हैं कि सबसे अधिक दुर्घटनाएं स्पीड के कारण होती हैं। 2019 में 59.6 हादसे स्पीड के कारण हुए। इनमें 86,241 लोगों की मौत हुई। यह भी पढ़ें गैस फैक्ट्री में बड़ा हादसा, जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन मजदूर की मौत गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे की बढ़ी मुश्किलें, पेशी पर नहीं पहुंची कोर्ट, जारी हुआ 'जमानती वारंट' MP: छेड़छाड़ से तंग 11वीं की छात्रा ने खुद को जिंदा जलाया, सुसाइड नोट में लिखा- लड़कों ने जिंदगी बर्बाद कर दी Last Updated Dec 8, 2021, 11:19 AM IST shocking accidentshocking photoviral photosBengaluru accident Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/kalvari-first-indian-navy-submarine-joined-the-troop-on-8th-december-1967-purchased-from-soviet-union-dvg-r3rg1o,"Kalvari: हिंदुस्तानी सरहदों की हिफाजत के लिए Indian Navy की पहली पनडुब्बी, आज की तारीख से क्या है कनेक्शन","Kalvari: हिंदुस्तानी सरहदों की हिफाजत के लिए Indian Navy की पहली पनडुब्बी, आज की तारीख से क्या है कनेक्शन रूस, अमेरिका और जर्मनी के विकल्पों पर विचार करने के बाद अंतत रूस से 1965 में फोक्सट्रोट श्रेणी की तीन पनडुब्बी खरीदने का समझौता किया गया। उस समय एक पनडुब्बी की कीमत 3 करोड़ रुपए थी। Dheerendra Gopal New Delhi, First Published Dec 8, 2021, 7:05 AM IST नई दिल्ली। देश की आजादी के बाद हिन्दुस्तानी सरहदों की हिफाजत करने वालों के लिए 8 दिसंबर एक गौरव वाला यादगार दिन बना हुआ है। करीब 54 साल पहले आज के ही दिन नौसेना (Indian Navy) एक मजबूत स्तंभ होकर उभरी थी। 8 दिसंबर 1967 को भारत की पहली पनडुब्बी ‘कलवरी’ (Kalvari) को शामिल किया गया था। सोवियत संघ ने दी थी पहली पनडुब्बी भारत के नौसेना को पहली ‘कलवरी’ पनडुब्बी को सोवियत संघ (यूएसएसआर) से लिया गया था। कलवरी 'टाइप 641' क्लास की पहली पनडुब्बी थी। इसे 'नाटो' ने 'फोक्सट्रॉट' क्लास नाम दिया था। सोवियत संघ (USSR) ने लातविया के रिगा बंदरगाह पर ‘कलवरी’ भारतीय नौसेना को सौंपी थी। हालांकि, सोवियत संघ के विघटन के बाद अब लातविया एक अलग देश है। भारत ने पहली पनडुब्बी सोवियत संघ से भले ही ली थी लेकिन ब्रिटेन (Britain) से पहले चार पनडुब्बियां खरीदने का प्लान बनाया था। भारत सरकार ने 1963 में चारों पनडुब्बियों को खरीदने की मंजूरी भी दे दी लेकिन बातचीत आगे न बढ़ सकी। इसके बाद भारत ने सोवियत संघ से पहली पनडुब्बी कलवरी ले ली। 30 साल के शानदार इतिहास के बाद कलवरी हुई रिटायर देश की पहली पनडुब्बी तीन साल के गौरवशाली इतिहास को समेटे साल 1996 में 31 मार्च को रिटायर हो गई। कलवरी का नाम हिंद महासागर में पाई जाने वाली खतरनाक टाइगर शार्क के नाम पर रखा गया था। फिर नए तेवर और कलेवर के साथ लौटी कलवरी हालांकि, देश के इतिहास की पहली पनडुब्बी को फिर से लाने का फैसला किया गया। 2019 में कलवरी को नए कलेवर और तेवर के साथ पुन: नौ सेना में शामिल किया गया। फ्रांस के सहयोग से देश में ही निर्मित स्कार्पीन श्रेणी की आधुनिकतम पनडुब्बी को नौसेना में शामिल किया गया तो इसका नाम भी कलवरी ही रखा गया है। कलवरी को दुनिया की सबसे घातक पनडुब्बियों में से एक माना जाता है। भारत में ऐसी 5 और पनडुब्बी तैयार हो रही। दरअसल, आधुनिकतम तकनीक से निर्मित पनडुब्बी एक बेहतरीन मशीन है और समुद्र के नीचे एक खामोश प्रहरी की तरह रहती है। जरूरत पड़ने पर यह दुश्मन की नजर बचाकर सटीक निशाना लगाने और भारी तबाही मचाने में सक्षम होती है। Covid 19: तीसरी लहर से निपटने के लिए AIIMS तैयार, 300 बेड वाले अस्पताल का कल लोकार्पण, लेवल टू व थ्री के 100 बेड का प्रस्ताव Research: Covid का सबसे अधिक संक्रमण A, B ब्लडग्रुप और Rh+ लोगों पर, जानिए किस bloodgroup पर असर कम Covid-19 के नए वायरस Omicron की खौफ में दुनिया, Airlines कंपनियों ने double किया इंटरनेशनल fare Last Updated Dec 8, 2021, 7:05 AM IST Indian NavyKalvariIndia First Submarine Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/leh-is-generating-1-2-kg-of-waste-per-person-per-day-niti-aayog-ceo-said-it-is-necessary-to-implement-waste-management-system-in-cities-r3r4fk,"लेह में प्रति व्यक्ति रोज 1.2 KG कचरा पैदा कर रहा, नीति आयोग के CEO बोले- वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम सभी जगह जरूरी","लेह में प्रति व्यक्ति रोज 1.2 KG कचरा पैदा कर रहा, नीति आयोग के CEO बोले- वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम सभी जगह जरूरी किताब में सामने आया है कि सॉलिड वेस्ट (Solid Waste) के मामले में देश में लेह (Leh) देश के 15 राज्यों पहले नंबर पर है। यहां प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 1.2 किलोग्राम सॉलिड वेस्ट निकल रहा है। गंगटोक में यह महज 200 ग्राम ही है। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 7, 2021, 9:00 PM IST नई दिल्ली। नगर पालिकाओं में सॉलिड वेस्ट के मैनेजमेंट (solid waste management) पर नीति आयोग (Niti Ayog) और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायर्नमेंट (CSE) की एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के आधार पर नीति आयोग 'वेस्ट वाइज सिटीज : बेस्ट प्रैक्टिस इन म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट' नाम की पुस्तक का विमोचन किया। इसमें बताया गया है कि भारतीय शहर किस तरह से अपने सॉलिड वेस्ट का मैनेजमेंट कर रहे हैं। इस किताब में 28 शहरों के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में किए जा रहे कामों को दर्शाया गया है। इसमें बताया गया है कि लद्दाख के लेह से केरल के अलाप्पुझा तक, मध्य प्रदेश के इंदौर से लेकर ओडिशा के ढेंकनाल तक और सिक्किम के गंगटोक से गुजरात के सूरत तक 15 राज्यों के 28 शहर किस तरह वेस्ट मैनेजेंट कर रहे हैं। किताब में सामने आया है कि सॉलिड वेस्ट के मामले में देश में लेह देश के 15 राज्यों पहले नंबर पर है। यहां प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 1.2 किलोग्राम सॉलिड वेस्ट निकल रहा है। गंगटोक में यह महज 200 ग्राम ही है। यह किताब नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, सीईओ अमिताभ कांत, विशेष सचिव डॉ. के राजेश्वर राव और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायर्नमेंट (CSE) की महानिदेशक (DG) सुनीता नारायण ने जारी की। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि भारतीय विकास के भविष्य को देखते हुए शहरीकरण बहुत महत्वपूर्ण और शहरों में कुशल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को लागू करना बहुत आवश्यक है। 15 राज्यों के 25 शहरों का डेटा इकट्‌ठा किया यह रिपोर्ट स्वच्छ भारत के मिशन 2 की शुरुआत के बाद तैयार की गई है। इसमें देश के 15 राज्यों के 28 शहरों का जिक्र है जिन्होंने इस क्षेत्र में बेहतर काम किया है। जुलाई 2021 में इस रिपोर्ट का काम शुरू किया गया था। पांच महीने तक इसमें अलग-अलग डाटा जुटाए गए। इसमें सॉलिड वेस्ट से जुड़े 10 अलग-अलग पहलुओं के क्रॉस-सेक्शन से देखा गया। इनमें स्रोत पृथक्करण (सोर्स सेग्रिगेशन), रीसाइकिलिंग, टेक्नोलॉजी इनोवेशन से लेकर विभिन्न प्रकार के अपशिष्‍टों और प्रणालियां जैसे बायोडिग्रेडेबल्स, प्लास्टिक, ई-अपशिष्‍ट, सी एंड डी अपशिष्ट और लैंडफिल का प्रबंधन शामिल है। इन शहरों पर सर्वे इंदौर, अलाप्पुझा, पणजी, मैसुरू, वेंगुर्ला, बोब्बिली, भोपाल, सूरत, जमशेदपुर, ढेंकनाल, गंगटोक, बिचोलिम, कोंकण, नॉर्थ दिल्ली, गुरुग्राम, पुणे, करड, चंद्रपुर, तालीपरम्बा, अंबिकापुर, बेंगलुरू, लेह, विजयवाड़ा, केंदुझार, काकीनाडा, पारादीप, तिरुवनंतपुरम, पंचगनी और जमशेदपुर शामिल हैं। देश में प्रति व्यक्ति औसत 500 ग्राम कचरा रोज पैदा कर रहा इस किताब के मुताबिक 28 शहरों में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 0.19 से लेकर 0.99 किग्रा सॉलिड वेस्ट पैदा हो रहा है। सभी शहरों का औसत देखें तो यह प्रति व्यक्ति 0.39 KG है। यह बताता है कि छोटे शहर भी बड़े शहरों की अपेक्षा अधिक सॉलिड वेस्ट पैदा कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक टूरिस्ट सिटी पणजी और लेह में प्रति व्यक्ति सॉलिड वेस्ट देश भर की अपेक्षा अधिक हो रहा है। देश में प्रति व्यक्ति 0.3 से 0.5 किग्रा सॉलिड वेस्ट पैदा कर रहा है, जबकि लेह में प्रति व्यक्ति 1.2 KG सॉलिड वेस्ट निकल रहा। दूसरे नंबर पर पणजी है। यहां हर व्यक्ति 1 किलो सॉलिड वेस्ट निकल रहा है। गंगटोक इस मामले में सबसे बेहतर है। यहां प्रति व्यक्ति सॉलिड वेस्ट 0 है। देश का सबसे साफ शहर इंदौर प्रति व्यक्ति 400 ग्राम सॉलिड वेस्ट पैदा कर रहा है, जबकि भोपाल में यह प्रति व्यक्ति 600 ग्राम है। वेस्ट प्रोसेसिंग में इंदौर-भोपाल आगे, बेंगलुरू सिर्फ 60% का कर रहा प्रोसेसिंग : 28 शहरों में से 16 शहर 90 फीसदी तक कचरे की प्रसेसिंग कर रहे हैं, जबकि बेंगलुरू, गंगटोक, गुरुग्राम और उत्तरी दिल्ली अभी इस अंतर को पाटने में लगे हैं। यह शहर 60 प्रतिशत वेस्ट प्रोसेसिंग ही कर रहे हैं। अलाप्पुझा ने शुरू की क्लीन होम क्लीन सिटी परियोजना रिपोर्ट में बताया गया है कि अलाप्पुझा ने कचरे से निपटने के लिए क्लीन होम क्लीन सिटी नामक प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसका पहला और महत्वपूर्ण कदम सोर्स सेग्रिगेशन है। सोर्स सेग्रिगेशन से इस परियोजना में आने वाला खर्च कम हुआ है। इंदौर में कचरा प्रबंधन के लिए शहर के अधिकारियों ने एक कम्युनिकेशन सिस्टम बनाया। इसका उद्देश्य नागरिकों को अलगाव को अपनाने के लिए प्रेरित करना था। इसकी मॉनीटरिंग भी तेज की गई। अधिकारियों ने पता लगाया कि हर वार्ड में कचरे की मात्रा कितनी होती है और इसकी के हिसाब से कचरा उठाने की गाड़ियां और कर्मचारी लगाए। हर वार्ड की मांग आधारित व्यवस्था, संचार तंत्र और जनता की भागीदारी से इंदौर स्वच्छता में नंबर वन बन सका। यह भी पढ़ें आत्मनिर्भर भारत का मतलब खुद को अलग-थलग करना नहीं, जल्द मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा भारत - NITI आयोग सीईओ अमिताभ महामारी में किसानी सुचारु रूप से चलती रही... सरकार के इस जवाब पर राहुल गांधी बोले - क्या मजाक है? Last Updated Dec 7, 2021, 9:00 PM IST Waste ManagementNITI AyogCSE Report Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/madhya-pradesh/now-omicron-panic-in-mp-german-citizen-positive-in-jabalpur-sampling-of-50-people-who-came-in-contact-r3r2gd,"Omicron Update : जर्मनी से जबलपुर आए युवक की RT-PCR रिपोर्ट पॉजिटिव, संपर्क में आए 50 लोगों में हड़कंप","Omicron Update : जर्मनी से जबलपुर आए युवक की RT-PCR रिपोर्ट पॉजिटिव, संपर्क में आए 50 लोगों में हड़कंप मध्य प्रदेश (madhya Pradesh) में अब तक कोविड-19 (covid 19) के नए स्वरूप ओमीक्रोन (New Variant Omicron) का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन जर्मनी से पहुंचे इस नागरिक ने स्वास्थ्य अमले में हड़कंप मचा दिया है। एयरपोर्ट पर उसका रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) हुआ, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव थी। RT-PCR जांच में वह संक्रमित मिला। Asianet News Hindi Jabalpur, First Published Dec 7, 2021, 8:18 PM IST जबलपुर। कोविड-19 (Covid 19 )के नए वैरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर चिंता के बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में 28 साल के एक जर्मन नागरिक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। जबलपुर के जिला संपर्क अधिकारी डॉ. डी मोहंती के मुताबिक यह युवक रविवार शाम को एक शाही में शामिल हुआ था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाकर कम से कम 50 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। मप्र में अब तक ओमीक्रोन का एक भी मामला नहीं मध्य प्रदेश में अब तक कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन का कोई मामला सामने नहीं आया है। यह नागरिक दिल्ली से रविवार को जबलपुर पहुंचा था। एयरपोर्ट पर उसका रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) हुआ, लेकिन उसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। सोमवार को उसकी आरटी-पीसीआर (RT&PCR) रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उस व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 देखभाल केंद्र में क्वारेंटाइन कर दिया गया है। उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है, ताकि यह पता लग सके कि वह ओमीक्रोन से संक्रमित है या नहीं। मप्र से सटे इन राज्यों में ओमीक्रोन के केस मिले मध्यप्रदेश से सटे महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात में ओमीक्रोन के केस मिल चुके हैं। इसके अलावा दिल्ली और कर्नाटक में भी ओमीक्रोन वैरिएंट के मरीज मिले हैं। भारत ने एट रिस्क देशों की लिस्ट में घाना और तंजानिया को शामिल किया भारत ने सोमवार को खतरे वाले देशों की लिस्ट (At risk List) में घाना और तंजानिया को भी जोड़ लिया। इन देशों से आने वाले यात्रियों को कोविड-19 (Covid 19) जांच करानी होगी और क्वारेंटाइन नियमों का पालन करना होगा। विमानन मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अब ब्रिटेन समेत यूरोपीय देशों के अलावा दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्स्वाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, हांगकांग, सिंगापुर, तंजानिया और इजराइल को लिस्ट में रखा गया है। यह भी पढ़ें MP में Omicron से दहशत: अफ्रीका में जिस जगह मिला संक्रमण, वहीं से आई विदेशी महिला जबलपुर में गायब..मचा हड़कंप Omicron: दक्षिण अफ्रीका से लौटा युवक निकला कोरोना संक्रमित, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा सैंपल Last Updated Dec 7, 2021, 8:19 PM IST OmicronCovid 19Madhya PradeshCoronavirus Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/sco-conference-on-cyber-security-begins-today-pakistani-delegation-also-attending-r3q3zc,"साइबर सुरक्षा पर SCO सम्मेलन आज से, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल भी हो रहा शामिल","साइबर सुरक्षा पर SCO सम्मेलन आज से, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल भी हो रहा शामिल भारत शंघाई कोआपरेशन आर्गेनाइजेशन (SCO) देशों के लिए साइबर सिक्योरिटी सेमिनार का आयोजन कर रहा है। सम्मेलन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान से एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया है। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 7, 2021, 7:53 AM IST नई दिल्ली। भारत शंघाई कोआपरेशन आर्गेनाइजेशन (SCO) देशों के लिए साइबर सिक्योरिटी सेमिनार (Cyber Security Conference) का आयोजन कर रहा है। आज से नई दिल्ली में दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत होगी। सम्मेलन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान से एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया है। यह SCO देशों के साइबर सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होगा। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (National Security Council Secretariat) द्वारा साइबर सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। NSCS ने पिछले दिनों अफगानिस्तान पर SCO के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर की बैठक को होस्ट किया था। चीन और पाकिस्तान को छोड़कर एससीओ के सभी पूर्ण सदस्यों ने इस बैठक में हिस्सा लिया था। दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंध इन दिनों गहरे ठंडे बस्ते में हैं। दोनों देशों के अधिकारियों के बीच द्विपक्षीय बातचीत बंद है। हालांकि SCO के बैनर तले दोनों देशों के बीच बातचीत हो रही है। इसी क्रम में पाकिस्तान से एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया है। इससे पहले भारत का एक प्रतिनिधिमंडल अक्टूबर में एससीओ की आतंकवाद विरोधी बैठक में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गया था। 2017 में भारत बना था सदस्य बता दें कि शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की स्थापना 15 जून 2001 को चीन, रूस और चार मध्य एशियाई देशों (कजाकस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान) ने की थी। भारत 2017 में एससीओ का पूर्णकालिक सदस्य बना। 2005 से पहले उसे पर्यवेक्षक देश का दर्जा प्राप्त था। 2017 में एससीओ की 17वीं शिखर बैठक में भारत और पाकिस्तान को सदस्य देश का दर्जा दिया गया। वर्तमान में एससीओ के आठ सदस्य चीन, कजाकस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान हैं। इसके अलावा चार ऑब्जर्वर देश अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया हैं। एससीओ का मुख्यालय चीन की राजधानी बीजिंग में है। छह डायलॉग सहयोगी अर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तुर्की हैं। एससीओ को इस समय दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन माना जाता है। एससीओ का अहम मकसद ऊर्जा पूर्ति से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देना और आतंकवाद से लड़ना है। अमेरिका की वापसी के बाद अफगानिस्तान में एससीओ की भूमिका बढ़ गई है। ये भी पढ़ें Siachin क्षेत्र में Pakistan Army का Helicopter उड़ रहा था, अचानक हुआ crash, दोनों पॉयलट्स की मौत भारत की दरियादिली: अटारी सीमा पर पाकिस्तानी महिला ने दिया बच्चे को जन्म, नाम रखा बॉर्डर, जानें पूरा मामला Vladimir Putin visit: पता है ऐसा क्यों कहते हैं पुतिन यानी रूस, जानिए कुछ दिलचस्प फैक्ट्स Last Updated Dec 7, 2021, 7:53 AM IST Pakistan Follow Us: Download App:",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/russian-president-vladimir-putin-india-visit-india-russia-sign-record-28-mous-r3pgmh,"Putin India Visit: रूस-भारत के बीच 28 MoU पर हुए साइन, 10 साल के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग कार्यक्रम तय","Putin India Visit: रूस-भारत के बीच 28 MoU पर हुए साइन, 10 साल के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग कार्यक्रम तय रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रिकॉर्ड 28 MoU पर साइन हुए। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच 10 साल के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग कार्यक्रम पर समझौता हुआ। Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 6, 2021, 11:29 PM IST नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की भारत यात्रा के दौरान भारत और रूस ने सोमवार को व्यापार, ऊर्जा, संस्कृति, बौद्धिक संपदा और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में रिकॉर्ड 28 समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई वार्षिक शिखर बैठक के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच बेहतरीन चर्चा हुई। राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा छोटी लेकिन अत्यधिक महत्वपूर्ण थी। दोनों देशों के बीच 10 साल (2021-2031) के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग कार्यक्रम पर समझौता हुआ। COVID-19 महामारी शुरू होने के बाद से यह राष्ट्रपति पुतिन की दूसरी यात्रा है। इससे पहले उन्होंने केवल रूस-अमेरिका शिखर सम्मेलन के लिए जिनेवा की संक्षिप्त यात्रा की थी। हर्षवर्धन ने कहा कि रूस में 1 करोड़ 50 लाख बौद्ध रहते हैं। भारत में बौद्ध धर्म मानने वालों के लिए कई खास तीर्थ स्थल हैं। यह समुदाय तीर्थयात्रा और रुचि के अन्य क्षेत्रों के लिए भारत को देखने का इच्छुक है। इसलिए सांस्कृतिक सहयोग भी दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में दोनों देश एक साथ काम करने पर विचार कर रहे हैं। यूक्रेन में चल रहे सैन्य घटनाक्रम पर है नजर हर्षवर्धन ने कहा कि यूक्रेन में चल रहे सैन्य घटनाक्रम पर हमारी गहरी नजर है। भारत और रूस के बीच हुए 2+2 बैठक में रूसी पक्ष ने इस संबंध में जानकारी दी है। S-400 की आपूर्ति इसी महीने शुरू हो गई है और आगे भी होती रहेगी। रूसी राष्ट्रपति ने असाधारण रूप से वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत का दौरा करने का फैसला किया है। यह इस बात का संकेत है कि वह भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को कितना महत्व देते हैं। विदेश सचिव ने कहा कि पुतिन की भारत यात्रा के दौरान रिकॉर्ड 28 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। सरकार से सरकार के बीच और व्यवसाय से व्यवसाय के बीच समझौते हुए हैं। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां शामिल थीं। आज हस्ताक्षर किए गए समझौते और समझौता ज्ञापनों की विविधता हमारी द्विपक्षीय साझेदारी की बहुमुखी प्रकृति को दर्शाती हैं। ये भी पढ़ें Putin In India : रूसी राष्ट्रपति ने कहा-भारत को भरोसेमंद पार्टनर, मोदी बोले-दुनिया बदली हमारी दोस्ती न बदली Putin Visit to India: अमेरिका से 10 गुना कम है भारत का रूस से कारोबार, जानिए पुति‍न दौरे पर क्‍या है प्‍लान Last Updated Dec 6, 2021, 11:33 PM IST Vladimir Putin Follow Us: Download App:",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449271/covid-case-update-in-india.html,"भारत में कोरोना वायरस के 8,503 मामले, एक दिन में 624 लोगों की मौत","कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 4,74,735 हो गई है। बीते 24 घंटे में 7,678 संक्रमितों के ठीक होने से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,41,05,066 हो गई है। अब तक रिकवरी दर 98.36 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। वर्तमान में, देश में कोरोना के 94,943 सक्रिय मामले हैं। सक्रिय मामले कुल पॉजिटिव मामलों का 0.27 प्रतिशत हैं, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। साथ ही बीते 24 घंटे में कुल 12,93,412 टेस्ट किए गए, जिससे टेस्ट की संख्या बढ़कर 65.32 करोड़ से ज्यादा हो गई है। इस बीच बीते 26 दिनों से 0.72 प्रतिशत की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 1 प्रतिशत से कम बनी हुई है। दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.66 प्रतिशत है, जो बीते 67 दिनों से भी 2 प्रतिशत से कम और लगातार 102 दिनों से 3 प्रतिशत से कम है। कोरोना की लोगों को बीते 24 घंटे में 74,57,970 वैक्सीन खुराक देने के साथ शुक्रवार सुबह तक भारत का कोविड टीकाकरण कवरेज 131.18 करोड़ तक पहुंच गया है। यह 1,36,76,290 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 18.80 करोड़ से ज्यादा और अप्रयुक्त कोरोना वैक्सीन खुराक अभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449269/cds-chopper-crash-air-force-continues-probe-at-coonoor.html,CDS हेलिकॉप्टर दुर्घटना : कुन्नूर में वायुसेना की जांच जारी,"एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने मौसम की स्थिति और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए दुर्घटनास्थल पर ड्रोन तैनात किए हैं। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर पहले से ही बरामद होने के साथ, टीम विस्तृत तकनीकी मूल्यांकन करेगी और रक्षा मंत्रालय को एक रिपोर्ट देगी। हालांकि, वायु सेना के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि अगर उड़ान डेटा रिकॉर्डर में पेन ड्राइव को लेकर कोई दिक्कत होती है, तो टीम रूसी रक्षा टीम की विशेषज्ञता की मदद लेगी क्योंकि कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई 17वी 5 हेलीकॉप्टर रूस में बनाया गया था। वायु सेना की विशेष टीम दुर्घटना के विवरण की जांच कर रही है। उन्हें पूर्ण जांच के आदेश दिए गए हैं। बुधवार को जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी और कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में निर्देशन स्टाफ, दुर्भाग्यपूर्ण हेलिकॉप्टर में अकेले जीवित बचे है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449263/karanataka-was-from-kodagu-special-engagement-by-bipin-rawat.html,कर्नाटक में कोडागु से था विशेष जुड़ाव,"फील्ड मार्शल करियप्पा और जनरल थिमैया फोरम के संयोजक सेवानिवृत्त मेजर जनरल बिदंडा अयप्पा नानजप्पा ने याद किया कि दिवंगत सीडीएस रावत के मन में फील्ड मार्शल केएम करियप्पा और जनरल थिमैया के लिए बेहद सम्मान था। सीडीएस रावत ने चार बार कोडागु का दौरा किया था। उन्होंने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा जनरल थिमैया संग्रहालय का उद्घाटन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा, वह 2016 में दक्षिणी कमान गोल्फ टूर्नामेंट के लिए आए थे, जब वह एक सेना कमांडर थे। दोपहर के भोजन के दौरान, उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह सेना प्रमुख को कोडागु लाएंगे। 2017 में दक्षिणी सेना कमांडर होने के नाते वह वादे के मुताबिक थल सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग के साथ आए थे। फिर, उन्होंने दिवंगत जनरल थिमैया संग्रहालय का दौरा किया और वित्तीय सहायता भी दी। नानजप्पा ने आगे कहा, बाद में, हमने रावत से अनुरोध किया कि नई दिल्ली में दिल्ली परेड ग्राउंड का नाम फील्ड मार्शल करियप्पा के नाम पर रखा जाए और वहां एक प्रतिमा भी स्थापित की जाए और उसका अनावरण किया जाए। यह 30 अगस्त तक कर दिया गया था। इसमें उनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी। बाद में वह सीडीएस बन गए। उन्होंने कहा, हमने सीडीएस रावत को कोडागु के गोनिकोप्पल शहर में करियप्पा और थिमैया की प्रतिमाओं के अनावरण के लिए फिर से आमंत्रित किया। फोरम के अनुरोध पर वह खुशी-खुशी आए और प्रतिमाओं का अनावरण किया। रावत को फिर से भारत के राष्ट्रपति, जो भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ हैं, को जनरल थिमैया संग्रहालय के उद्घाटन के लिए आमंत्रित करने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा, स्वर्गीय रावत ने हमें कहा था कि जब सब कुछ तैयार हो जाए तो इस संबंध में एक पत्र लिखा जाए। जब हमने उन्हें इस संबंध में एक पत्र लिखा, तो 24 घंटे के भीतर भारत के राष्ट्रपति से पुष्टि के साथ उन्होंने हमें जवाब दिया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449257/substantive-storage-of-covid-drugs.html,कोविड दवाओं का पर्याप्त भंडारण करें राज्य,"ओमीक्रोन स्वरूप के लिए जन स्वास्थ्य तैयारियों और टीकाकरण की प्रगति की वीडियो कान्फ्रेंस से समीक्षा करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और एनएचएम के एमडी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी अस्पतालों में वेंटिलेटर, पीएसए संयंत्र और ऑक्सीजन सांद्रक सुचारू रूप से काम कर रहे हों।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449247/cds-rawat-wanted-to-make-the-country-self-reliant-in-defense-production-bommai.html,सीडीएस रावत देश को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना चाहते थे: बोम्मई,"मुख्यमंत्री बस्वराज बोम्मई ने गुरूवार को विधान सौंध में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहाजनरल रावत ने डीआरडीओ को प्रोत्साहन देने में काफी अहम भूमिका अदा की थी और वह अन्य संगठनों को भी इस तरह की उपलब्धियों को हासिल करने के प्रेरित करते थे। उन्होंने कहा कि जनरल रावत नवाचार और आधुनिक हथियार प्रणालियों तथा उपकरणों के विकास के अलावा रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में तकनीक को निजी क्षेत्र को हस्तांतरित करने के पक्षधर थे ताकि इस क्षेत्र में उनकी सहभागिता को बढ़ाया जा सके। श्री बोम्मई ने कहा कि उस दुखद हादसे में उनके निधन से पूरा राष्ट्र स्तब्ध है तथा भारतीय वायु सेना उस हादसे की जांच कर रही है। जनरल रावत हमेशा सैनिकों को सीमाओं पर जाकर प्रोत्साहित किया करते थे। उन्होंने कहा जनरल रावत ने देश की सुरक्षा से जुड़े कई मसलों में अभूतपूर्व रूख अख्तियार किया था और सीमा पर चीन के साथ विवाद के दौरान उनके कड़े रूख को देखते हुए चीनी सैनिकों को वापिस हटना पड़ा था। देश को अभी उनके कुशल नेतृत्व की आवश्यकता थी लेकिन नियति ने उन्हें हमसे छीन लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अदम्य सेवाओं और समर्पण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें सीडीएस नियुक्त किया था और न केवल रक्षा सेनाओं बल्कि पूरे देश ने एक महान नेता को खो दिया है। उनका जीवन बहुत ही प्रेरणादायक है और हमारे बच्चों को उनकी देशभक्ति तथा बलिदान के बारे में शिक्षा दी जानी चाहिए। श्री बोम्मई ने कहा कि सीडीएस का कर्नाटक खासकर कोडागु से विशेष लगाव था और वह जब भी कोई भाषण दिया करते थे तो उसमें जनरल करियप्पा तथा जनरल थिम्मैया का जरूर जिक्र किया करते थे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449245/helicopter-accident-wave-of-mourning-in-the-village-of-mp.html,हेलीकॉप्टर दुर्घटना : मप्र के गांव में शोक की लहर,"राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 60 किलोमीटर दूर धमांडा गांव के निवासी नायक जितेंद्र कुमार दुर्भाग्यपूर्ण रूप से क्रैश हुए हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में शामिल थे। हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, जितेंद्र कुमार और 10 अन्य लोगों की मौत हो गई। सीडीएस स्टाफ कोर्स के फैकल्टी और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए नीलगिरी हिल्स के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के दौरे पर थे। बुधवार को चिंतित ग्रामीण जितेंद्र कुमार पर अपडेट पाने के लिए लगातार न्यूज चैनल बदल रहे थे। जब तक कि भारतीय वायुसेना ने मृतकों के नामों की घोषणा नहीं की, उनके घर पर इकट्ठा हुए परिवार के सदस्य और पड़ोसी उनकी 'सुरक्षा और स्वस्थ होने' के लिए प्रार्थना कर रहे थे। जितेंद्र की मौत की खबर लगते ही परिवार और पूरे गांव में मातम छा गया। उनकी सारी उम्मीदें टूट गईं और सभी वीर पुत्र के निधन पर मातम मनाने लगे। यह अनुमान लगाते हुए कि सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ सकते हैं, इसलिए बाद में एक पुलिस दल कुमार के घर के पास सुरक्षा बढ़ाने के लिए पहुंचा। आंखों में आंसू लिए, 31 वर्षीय 3 पैरा (एसएफ) से जुड़े जांबाज के परिवार के सदस्य और ग्रामीण एक दर्दनाक क्षण - पार्थिव शरीर को प्राप्त करने - की तैयारी कर रहे हैं। धमांडा गांव के निवासी नितिन सिंह ने आईएएनएस को बताया, ""कुमार के पिता शिवनारायण वर्मा को उन पर न केवल इसलिए गर्व था, क्योंकि उनका बेटा देश की सेवा कर रहा था, बल्कि इसलिए भी कि उनका बेटा जनरल रावत का निजी सुरक्षा अधिकारी था।"" कुमार, जिनके दो बच्चे हैं - एक चार साल की बेटी और दो साल का बेटा - आखिरी बार नवंबर में अपने घर आए थे। जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी मध्य प्रदेश के शहडोल जिले की रहने वाली थीं। वह शहडोल के सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार के विधायक मृगेंद्र सिंह की बेटी थीं। जनरल रावत के अलावा मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, नायक विवेक कुमार, नायक बी. साई तेजा और हवलदार सतपाल जनरल उस हेलीकॉफ्टर में यात्रा कर रहे थे, जो दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। उनके अलावा दो पायलट, एक ग्रुप कैप्टन और एक गनर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से क्रैश हुए हेलीकॉप्टर में सवार थे। कुल 14 सवार लोगों में से एक ग्रुप कैप्टन की जान बच पाई है, जिनका फिलहाल इलाज चल रहा है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449241/-gen-rawat-had-a-special-place-in-his-heart-for-the-people-of-baramulla-.html,'जनरल रावत के दिल में बारामूला के लोगों के लिए थी खास जगह',"बारामूला मुख्यालय में डैगर डिवीजन के कमांडर रहे जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए बारामूला में एक समारोह में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ""बारामूला के लोगों को जनरल रावत की मौत के दुख से उबरने में लंबा समय लगेगा।"" बारामूला के लोगों के लिए जनरल रावत के विशेष प्रेम को याद करते हुए उन्होंने कहा, ""उरी और बारामूला के लोगों के साथ और पूरे कश्मीर के लोगों के साथ उनका जितना प्यार और जुड़ाव देखा गया है, उतना मैंने कहीं नहीं देखा है।"" लेफ्टिनेंट जनरल ने आगे कहा, ""वह बारामूला के सभी लोगों के फोन कॉल में शामिल होते थे। वह उनकी जरूरतों को सुनते थे और फिर वह मुझे फोन करता थे और मुझसे उनकी मांगों को सुनने और उनकी मदद करने के लिए कहते थे। मुझे यकीन है कि बारामूला के लोगों ने किसी और से ज्यादा खोया है।"" लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने यह भी कहा, ""मैं वास्तव में यहां बारामूला आना चाहता था, जहां वह जीओसी थे, हालांकि वह 5 सेक्टर (आरआर) के कमांडर भी थे। ये दो कार्यकाल उनके दिल के करीब थे, विशेष रूप से लोगों के कारण। मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं आप सभी इस नुकसान को महसूस कर रहे होंगे जैसे भारतीय सेना, सशस्त्र बल और पूरा देश महसूस कर रहा है।"" उन्होंने कहा, ""उनकी पत्नी और अन्य लोग भी मारे गए और यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है और हमें इस दुख से बाहर आने में बहुत समय लगेगा।"" बारामूला शहर में सेना द्वारा शोक प्रकट करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान डैगर डिवीजन के कमांडर मेजर जनरल अजय चांदपुरी और नागरिक और जिला प्रशासन के प्रमुख लोग मौजूद थे, जहां बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले जनरल रावत और अन्य को श्रद्धांजलि दी गई।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449239/helicopter-crash-survivor-group-captain-brought-to-sulur-airbase.html,हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन को सुलूर एयरबेस लाया गया,"दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन अकेले जीवित व्यक्ति हैं, जबकि अन्य सभी की मौत हो चुकी है। 80 फीसदी जल चुके वरुण सिंह की शारीरिक स्थिति पर डॉक्टर चुप्पी साधे हुए हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु एयर कमांड अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए सुलूर वायुसेना स्टेशन पर एक विशेष विमान की व्यवस्था की गई है। बेंगलुरु अस्पताल के अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि घायल अधिकारी के शाम 5.30 बजे तक अस्पताल पहुंचने की उम्मीद है। बेंगलुरु में वायु सेना के कमांड अस्पताल में उच्च स्तरीय सुविधाएं हैं और गंभीर रोगियों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। इस बीच, जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर को नई दिल्ली ले जाने के लिए सुलूर वायुसेना स्टेशन लाया गया, जहां भारी भीड़ जमा हो गई। इस दौरान कई स्थानीय महिलाएं भावुक नजर आईं और उन्हें 'वंदे मातरम', 'भारत माता की जय' और 'जय हिंद' के नारे लगाते देखा गया। सीडीएस और अन्य कर्मियों को अंतिम सम्मान देने के लिए सुलूर वायुसेना स्टेशन पहुंचे ऊटी के एक सेवानिवृत्त वायु सेना के जवान सुरुलीनाथन ने आईएएनएस को बताया, ""इसे भारतीय सशस्त्र बलों के इतिहास में एक काला दिन माना जा सकता है। एक सेवानिवृत्त वायु सेना कर्मी के तौर पर, मुझे पता है कि वायु सेना का पायलट जिसने हेलीकॉप्टर की कमान संभाली हुई थी, वह एक बहुत ही अनुभवी पायलट था और जांच में बाहरी हमले की थ्योरी सहित सभी कोणों को शामिल किया जाना चाहिए। हमें किसी भी चीज से इनकार नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449238/cm-bhupendra-in-dubai-with-team-to-promote-investment-in-gujarat.html,गुजरात में निवेश को बढ़ावा देने टीम समेत दुबई में सीएम भूपेंद्र,"वाइब्रेंट गुजरात को बढ़ावा देने के लिए रोड शो। रोड शो के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने उद्योगपतियों से भी मुलाकात की। सीएम पटेल दुबई में वर्ल्ड एक्सपो के दौरे के साथ अपने विदेश दौरे की शुरुआत करने वाले हैं। वह दुबई एक्सपो के आयोजन स्थल पर शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान, कैबिनेट सदस्य और सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री के साथ बैठक करेंगे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449237/supreme-court-dismisses-aircel-founder-sivasankaran-s-plea-.html,उच्चत्तम न्यायालय ने एयरसेल संस्थापक शिवशंकरन की याचिका को खारिज किया,"उच्चत्तम न्यायालय के न्यायाधीश ए एम खानविलकर, न्यायाधीश दिनेश माहेश्वरी और न्यायाधीश सी टी रविकुमार की खंडपीठ ने वर्ष 2019 में दायर शिवशंकरन की वह याचिका खारिज कर दी है जिसमें दावा किया गया है कि वह सेशेल्स गणराज्य के राजदूत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खंडपीठ ने इस तथ्य को भी ध्यान में लिया कि मद्रास उच्च न्यायालय ने राजनयिक संरक्षण प्रदान किए जाने संबंधी उनकी इसी तरह की याचिका को 2019 में खारिज कर दिया था और उन्होंने उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दिए बगैर इसी तरह की याचिका उच्चत्तम न्यायालय में भी दायर की है। इस दौरान खंडपीठ ने भारतीय विदेश मंत्रालय और सेशेल्स सरकार के बीच हुए उस संवाद पर भी ध्यान दिया जिसमें सेशेल्स सरकार की तरफ से कहा गया था कि हालांकि वह सेशेल्स के राजदूत है लेकिन भारत में उनकी मौजूदगी का कोई राजनयिक मकसद नहीं है। श्री शिवशंकरन की तरफ से पेश हुए वकील महिंदर सिंह ने तर्क दिया कि याचिकाकर्ता सेशेल्स सरकार की तरफ से राजदूत के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं तथा उन्हें विएना संधि के तहत भारत में आपराधिक कार्यवाही से संरक्षण प्राप्त है। केन्द्र सरकार की तरफ से पेश हुए सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सेशेल्स सरकार के उस आधिकारिक संवाद का हवाला दिया कि भारत में उनकी उपस्थिति आधिकारिक डयूटी के आधार पर नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए खंडपीठ ने कहा कि उनके राजनयिक संरक्षण के दावे को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। खंडपीठ ने इस दौरान मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले के प्रति अपनी सहमति दर्शाई।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449236/ambulance-carrying-remains-of-crash-victims-police-van-meet-with-accidents.html,"हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए लोगों के शव लेकर जा रही एंबुलेंस, पुलिस वैन बनी हादसों का शिकार","बुधवार दोपहर कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई। शवों को गुरुवार सुबह सैन्य अस्पताल से वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर (एमआरसी) से स्थानांतरित कर दिया गया, जहां तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अन्य लोगों ने दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी। जब एम्बुलेंस और सुरक्षा वाहनों का काफिला वेलिंगटन से सुलूर हवाई अड्डे की ओर जा रहा था, तभी पुलिस वाहन का एक्सल टूट गया। वैन चालक ने वाहन को रोका और इसी क्रम में वह सड़क किनारे दीवार से जा टकराया। सात पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं और उन्हें मेट्टुपालयम के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। कुछ मिनट बाद, नश्वर अवशेषों को ले जाने वाली एंबुलेंसों में से एक को एक मामूली दुर्घटना का सामना करना पड़ा। एंबुलेंस में शवों को दूसरी एंबुलेंस में स्थानांतरित कर दिया गया और इसके बाद वाहन सुलूर एयरबेस की ओर बढ़ गए।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449235/kovid-death-toll-in-chandigarh-reaches-1-076.html,"चंडीगढ़ में कोविड से मौत का आंकड़ा 1,076 तक पहुंचा","साथ ही इन 256 मौतों का विवरण राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ साझा किया जा रहा है, ताकि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मृतकों के परिजनों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि जारी करने के लिए कुल 1,076 मामलों पर विचार किया जा सके। प्रशासन ने एक बयान में कहा कि दस्तावेज प्राप्त कर संबंधित परिवारों से जुड़कर 103 मौतों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। मौजूदा निर्देशों के अनुसार, टेस्ट की तारीख से 30 दिनों के भीतर या कोविड -19 मामले के रूप में चिकित्सकीय रूप से निर्धारित होने की तारीख से होने वाली मृत्यु को कोरोनवायरस के कारण मृत्यु के रूप में माना जाएगा, भले ही मृत्यु अस्पताल के बाहर या अस्पताल में हुई हो। हालांकि, एक कोविड मरीज अस्पताल या इन-पेशेंट सुविधा में भर्ती किया गया था और जो 30 दिनों से अधिक समय तक रहा और बाद में उनकी मृत्यु हो गई, उसे भी कोविड -19 की मृत्यु के रूप में माना जाएगा। निर्देशों में कहा गया है कि जहर, आत्महत्या, हत्या और दुर्घटना के कारण होने वाली मौतों को कोविड -19 की मौत नहीं माना जाएगा, भले ही यह बीमारी के कारण हो। अतीत में, स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्मशान भूमि में बनाए गए रिकॉर्ड के साथ कोविड -19 मौतों के आंकड़े को इकट्ठा करने के लिए एक अभ्यास किया गया था। सुलह की प्रक्रिया के दौरान, यह देखा गया कि 359 मौतों की जानकारी बेमेल थी। अस्पतालों के रिकॉर्ड और मृतक व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों से जमा किए गए विवरण या दस्तावेजों से आगे की जांच में यह देखा गया कि श्मशान घाट में 256 मौतें दर्ज की गईं, जो मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार कोविड -19 के कारण हुई थीं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449233/cds-chopper-crash-pradip-s-dreams-cut-short.html,सीडीएस हेलिकॉप्टर दुर्घटना: कभी पूरा नहीं हो पाएगा प्रदीप का सपना,"त्रिशूर के रहने वाले, प्रदीप पिछले सप्ताह के अंत तक अपने बीमार पिता के पास थे। वह सप्ताह के लिए ब्रेक पर आये थे। पिछले हफ्ते के अंत में ही वह ड्यूटी पर लौटे थे और ड्यूटी में शामिल होने के चार दिन बाद हेलिकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई, जिसमें भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की जान चली गई। यह 2002 में, प्रदीप एक हथियार-फिटरके रूप में आईएएफ में शामिल हुए और फिर एक एयर क्रू बन गए। जब केरल ने एक सदी में सबसे भीषण बाढ़ देखी तो उन्होंने हेलिकॉप्टर दस्ते में शामिल होने का विकल्प चुना, जो राज्य के विभिन्न स्थानों पर बचाव कार्यों में लगा हुआ था और इस प्रयास के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा उनकी सराहना की गई थी। बुधवार की देर रात तक यह खबर नहीं आई थी कि प्रदीप हेलिकॉप्टर में सवार थे और तब से त्रिशूर में उनके घर जहां उनके माता-पिता रहते हैं, लोगों का जमावड़ा लगा रहा। प्रदीप के एक पड़ोसी ने कहा, ""वह हमेशा हमारे साथ एक जैसे थे और अपने पड़ोस में सभी कार्यों में सबसे आगे रहते थे। जब वह आखिरी बार छुट्टी पर आये थे, तो वह ज्यादातर अपने बीमार पिता के साथ रहते थे।"" एक अन्य पड़ोसी के अनुसार, प्रदीप अपने घर के पास जमीन खरीदने के बाद एक नया घर बनाना चाहते थे, क्योंकि दो साल में वह सेवानिवृत्त होने वाले थे। प्रदीप का गांव अब अपने चहेते बेटे के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है और ग्रामीणों को उम्मीद है कि शुक्रवार को अंतिम संस्कार हो सकता है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449215/iaf-orders-inquiry-in-cds-chopper-crash-rajnath.html,हेलिकॉप्टर क्रैश पर संसद में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ- तीनों सेनाओं की एक टीम करेगी दुर्घटना की जांच,"रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरूवार को लोकसभा में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के संबंध में सदन को बताया कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के एक दल ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा, ‘‘प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत बुधवार को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों से संवाद करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर थे।’’ सिंह के अनुसार, ‘‘ जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलुर से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से पूर्वाह्न 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी जिसे दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंगटन में उतरना था। सुलूर वायु यातायात नियंत्रक का 12 बजकर 8 मिनट पर हेलीकॉप्टर से संपर्क खो गया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। मौके पर जाकर उन्होंने हेलीकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहंचा।’’",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449210/9419-new-cases-of-covid-19-in-india-the-number-of-patients-under-treatment-is-94742.html,"कोरोना: देश में 24 घंटों में सामने आए 9419 नए केस, 159 लोगों की गई जान","केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 159 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,74,111 हो गई। पिछले लगातार 13 दिन से संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम आ रहे हैं और पिछले 165 दिन से 50,000 से कम हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.27 फीसदी है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 1,009 की वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.73 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 66 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.74 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 25 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,40,97,388 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 130.39 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 125 लोगों की संक्रमण से मौत की पुष्टि हुई है, उनमें से केरल के 112, तमिलनाडु के 11 और महाराष्ट्र के 10 लोग थे। केरल सरकार ने बुधवार को बताया कि राज्य में मौत के 112 मामलों में से 35 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए। वहीं, मौत के 77 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है। आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,74,111 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,41,204, केरल के 42,014 , कर्नाटक के 38,249, तमिलनाडु के 36,560, दिल्ली के 25,100, उत्तर प्रदेश के 22,911 और पश्चिम बंगाल के 19,568 लोग थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449208/military-chopper-crash-shaurya-chakra-awardee-varun-singh-survives-one-night-next-48-hours-critical.html,हेलीकाप्टर हादसे में गंभीर घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के अगले 48 घंटे नाजुक,"वह अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह जानकारी तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले सिंह बुधवार की रात सर्वाइव करने में सफल रहे हैं और डीएसएससी में उनके ठीक होने की प्रार्थना है। सिंह का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने कोई आश्वासन नहीं दिया है और अगले 48 घंटे गंभीर हैं। सिंह को हाल ही में विंग कमांडर से ग्रुप कैप्टन के रूप में पदोन्नत किया गया था और वह हाल ही में डीएसएससी में शामिल हुए थे। दुर्घटना में दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर पर सवार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य अधिकारियों सहित अन्य सभी 13 लोगों का निधन हो गया था। कुन्नूर के सैन्य अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा दी गई प्रक्रिया के अनुसार राज्य सरकार के डॉक्टर और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449207/data-recorder-of-the-crashed-m-17-helicopter-recovered-.html,भारतीय वायु सेना के Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला,"विंग कमांडर आर. भारद्वाज के नेतृत्व में वायु सेना के अधिकारियों की 25 विशेष टीम ने ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है और ज्यादा जानकारी का इंतजार है। टीम सुबह से ही तलाशी अभियान चला रही है। इस बीच कोयंबटूर से छह सदस्यीय विशेष चिकित्सा दल कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र कप्तान वरुण सिंह का इलाज कर रहे है, जो वेलिंगटन सेना अस्पताल में अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सेना की टीम को पहले ही बता दिया है कि तमिलनाडु सरकार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के इलाज में मदद करेगी। वेलिंगटन के सूत्रों ने कहा कि ग्रुप कप्तान वरुण सिंह शौर्य चक्र से सम्मानित हैं, जो हेलीकॉप्टर दुर्घटना के दौरान 60 प्रतिशत जल गए। दुर्घटनास्थल पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति रविकुमार ने न्यूज एजेंसी को बताया था कि दो लोगों को छोड़कर बाकी सभी जवानों के शव जल गए हैं। ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा प्रकट कर सकता है। हालांकि ब्लैक बॉक्स उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में चित्रित किया जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट वातार्लापों को रिकॉर्ड करता है। हेलिकॉप्टर के अवशेषों की आगे की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे। बुधवार को जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी और कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449199/shaurya-chakra-awardee-survivor-can-throw-light-on-iaf-chopper-crash.html,हेलिकॉप्टर क्रैश में अकेले जीवित बचे शौर्य चक्र विजेता ग्रुप कैप्टन दुर्घटना के स्पष्ट कारणों का कर सकते हैं खुलासा,"बुधवार को कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में सवार सिंह का फिलहाल इलाज चल रहा है और वह ठीक होने के बाद उड़ान का विवरण साझा कर सकते हैं। तमिलनाडु के कुन्नूर के पास नीलगिरि हिल्स में बुधवार को भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हेलीकॉप्टर में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी और कई अन्य अधिकारी सवार थे। दुर्घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले, सिंह, जिनका वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है, हेलिकॉप्टर में सवार 14 यात्रियों में से एक थे, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी थीं। हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स, उसके अवशेषों तथा अन्य पहलुओं की फोरेंसिक जांच के बाद दुर्घटना के विवरण का पता चलेगा, मगर सिंह ठीक होने पर उड़ान के अंतिम मिनटों का प्रत्यक्ष विवरण दे सकते हैं। यह पता चला है कि सिंह को हाल ही में विंग कमांडर से ग्रुप कैप्टन के रूप में पदोन्नत किया गया था और वह हाल ही में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में शामिल हुए थे। लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) स्क्वाड्रन में पायलट, सिंह 12 अक्टूबर, 2020 को फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम (एफसीएस) और प्रेशराइजेशन सिस्टम (लाइफ सपोर्ट एनवायरनमेंट कंट्रोल सिस्टम) के बड़े सुधार के बाद, अपने मूल आधार से दूर, एलसीए में सिस्टम चेक सॉर्टी उड़ा रहे थे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449198/helicopter-crash-cds-general-rawat-is-no-more-13-including-his-wife-lost-their-lives-in-the-accident.html,"हेलीकॉप्टर क्रैश : नहीं रहे CDS जनरल रावत, दुर्घटना में उनकी पत्नी समेत 13 ने जान गंवाई","भारतीय वायुसेना और अन्य अधिकारियों ने कहा कि जनरल रावत और उनके दल को ले जा रहा हेलीकॉप्टर संभवत: धुंध वाली मौसमी परिस्थितियों में दुर्घटना का शिकार हुआ। इस दुर्घटना में डीएसएससी के डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एससी घायल हैं और फिलहाल सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में उनका उपचार चल रहा है। पीड़ितों के पार्थिव शरीर को बृहस्पतिवार सुबह कोयंबटूर से हवाई मार्ग से नई दिल्ली ले जाया जाएगा। इससे पहले कल वेलिंगटन में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449187/cds-chopper-crash-rajnath-will-address-parliament-tomorrow.html,CDS हेलिकॉप्टर दुर्घटना: संसद में बयान देंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के एक हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।,-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449185/cds-chopper-crash-some-unanswered-questions.html,सीडीएस हेलिकॉप्टर दुर्घटना: कुछ अनसुलझे सवाल,"भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक पूर्व अधिकारी ने कहा, ""हेलिकॉप्टर की व्यापक जांच की गई होगी। एक स्टैंडबाय हेलीकॉप्टर भी होगा। मौसम की स्थिति की जांच भी की गई होगी। इस मामले में, यदि वेलिंगटन में मौसम थोड़ा खराब था, तो उन्होंने एक जाने का प्रयास किया होगा और फिर इसे रद्द करने का फैसला लिया होगा।"" अधिकारी ने कहा, तकनीकी खराबी या मौसम वह कारक हो सकता है, जिसके कारण दुर्घटना हुई। उनके अनुसार, यदि सब कुछ सामान्य था, तो एक संभावना यह है कि, हेलिकॉप्टर कुन्नूर के पास था, यह नीचे उड़ रहा होगा या पहाड़ी में बादलों के बीच दब गया होगा। हेलिकॉप्टर में एक ब्लैक बॉक्स होगा और उसके अध्ययन से दुर्घटना के कारणों पर अधिक जानकारी मिल सकती है। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार दोपहर भारतीय वायु सेना के एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में कम से कम चार वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के मारे जाने की आशंका है। हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य में मदद की। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ""धुंध थी, हो सकता है कि हेलिकॉप्टर एक पेड़ से टकराकर नीचे गिर गया हो। वह मौके पर पहुंचे और देखा कि हेलिकॉप्टर उल्टा था और तुरंत आग लग गई।"" हेलिकॉप्टर में जनरल रावत की मौजूदगी की पुष्टि करते हुए, भारतीय वायु सेना ने ट्वीट किया, आईएएफ एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर, जिसमें जनरल बिपिन रावत सवार थे, तमिलनाडु के कुन्नूर के पास आज एक दुर्घटना का शिकार हो गया।"" दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बचे हुए लोगों का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। सेना ने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हेलिकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी और वेलिंग्टन जा रहा था। हेलिकॉप्टर में सवार अन्य लोग ब्रिगेडियर एल.एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, नायक विवेक कुमार, नायक बी. साई तेजा, हवलदार सतपाल और पायलट शामिल थे। बचाए गए लोगों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें वेलिंगटन छावनी के सैन्य अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल पुलिस कर्मियों की एक टुकड़ी से घिरा हुआ है। जानकारी के अनुसार दुर्घटनास्थल से चार शव बरामद किए गए हैं। भारतीय वायुसेना के एक पूर्व विंग कमांडर ने आईएएनएस को बताया कि ""समाचार चैनलों के ²श्यों के आधार पर, हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ होगा और उसके बाद उसमें विस्फोट हो गया होगा।"" तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव डॉ जे राधाकृष्णन के अनुसार घायलों के इलाज के लिए एक विशेष चिकित्सा दल कुन्नूर भेजा गया है। सूत्रों ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री घायलों से अस्पताल में मिल सकते हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449183/mumbai-paying-tributes-to-the-indian-navy-president-ram-nath-kovind-in-mumbai-on-wednesday.html,राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- नौसेना पूरे हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा करती है,"राष्ट्रपति ने कहा कि वैश्विक समुद्री व्यापार का एक बड़ा हिस्सा आईओआर के माध्यम से एक्सपोर्ट और इंपोर्ट करता है। इसलिए, इस क्षेत्र में शांति बनाए रखना न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे वैश्विक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ""भारत एक समुद्री राष्ट्र है और हमारी नौसेना विदेश नीति को आगे बढ़ाने और हमारे राष्ट्रीय हितों और वाणिज्यिक संचालन की रक्षा करने में एक बड़ी भूमिका निभाती है। नौसेना संकल्प और दृढ़ता के साथ हमारे व्यापक समुद्री हितों की सफलतापूर्वक रक्षा कर रही है।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449180/military-chopper-crashes-in-tamil-nadu-senior-officials-were-on-board.html,"तमिलनाडु: कुन्नूर में CDS बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश, 4 लोगों के शव बरामद","हेलिकॉप्टर में रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत अन्य लोग सवार थे। वह दोपहर करीब तीन बजे निर्धारित लेक्चर देने के लिए कुन्नूर जिले के वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। जनरल रावत की मौजूदगी की पुष्टि करते हुए, भारतीय वायु सेना ने ट्वीट किया, ""आईएएफ एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर, जिसमें जनरल बिपिन रावत सवार थे, तमिलनाडु के कुन्नूर के पास आज एक दुर्घटना का शिकार हो गया।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448762/loksabha-members-posed-over-360-questions-on-air-pollution.html,लोकसभा सदस्यों ने वायु प्रदूषण पर 360 से अधिक सवाल किए,"संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लॉन्च किया गया 'एयरिंग डिफरेंसेस रीडिंग द पॉलिटिकल नैरेटिव ऑन एयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन इंडिया, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) के वर्किं ग पेपर' ने इस तथ्य का हवाला दिया कि 200 से अधिक 368 प्रश्नों में से 2016 के बाद पूछे गए और कहा गया, यह संसद में हाल के वर्षों में राजनीतिक जुड़ाव में तेज वृद्धि को दर्शाता है। वर्किं ग पेपर नवंबर 2019 में संसद के ऊपरी और निचले सदनों में हुए वायु प्रदूषण पर लगभग 11 घंटे की चर्चाओं का सावधानीपूर्वक पठन है। जहां तक इन सवालों में प्रदूषण के स्रोतों का उल्लेख है, जबकि उद्योग, बिजली संयंत्र और वाहन 2016 से पहले लक्षित मुख्य स्रोत थे, हाल के वर्षों में फसल अवशेष जलाना रुचि का सबसे आम स्रोत के रूप में उभरा है, हालांकि वाहनों और उद्योगों पर कुछ ध्यान दिया जा रहा है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448726/delta-variant-responsible-for-99-percent-of-covid-cases-who.html,विश्व स्तर पर 99 फीसदी कोविड मामलों के लिए डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदार : डब्ल्यूएचओ,"सार्स-सीओवी-2 के नए वैरिएंट की हालिया बढ़ोतरी को ट्रैक करने के लिए शोधकर्ता लगातार प्रयास कर रहे हैं, जो डेल्टा सहित अन्य वेरिएंट से भी खतरनाक बताया जा रहा है। नया वैरिएंट, जिसे बी.1.1.529 के नाम से जाना जाता है, उसके दक्षिण अफ्रीका में कुछ मामले पाए गए हैं। डब्ल्यूएचओ ने पिछले सप्ताह ही इस नए संक्रमण को ग्रीक शब्द ओमिक्रॉन नाम दिया है। शोधकताओर्ं ने बोत्सवाना के जीनोम-सीक्वेंसिंग डेटा में बी.1.1.529 को पाया है। इस वैरिएंट को अधिक खतरनाक बताया जा रहा है। इसमें स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक परिवर्तन शामिल हैं - सार्स-सीओवी-2 प्रोटीन, जो मेजबान कोशिकाओं को पहचानता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं का मुख्य लक्ष्य निर्धारित करता है। पिछले हफ्ते, वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने सार्स-सीओवी-2 वायरस के नवीनतम वैरिएंट ओमिक्रॉन को एक चिंता का वैरिएंट (वैरिएंट ऑफ कंसर्न या वीओसी) के रूप में वगीर्कृत किया था, जिसका अर्थ है कि यह अधिक संक्रामक और खतरनाक साबित हो सकता है। इसके बारे में पहली बार अफ्रीका में बोत्सवाना से पता चला था और यह तब से यूरोप के विभिन्न देशों में फैल गया है, जिसमें बेल्जियम, नीदरलैंड, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ ही ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देश भी शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने सोमवार को सीएनबीसी के स्क्वॉक बॉक्स एशिया पर अपने विचार रखते हुए कहा, हम जानते हैं कि इस समय, यह डेल्टा वैरिएंट है, जो दुनिया भर में महामारी का प्रमुख कारण है। दुनिया भर में 99 प्रतिशत से अधिक मामले डेल्टा वैरिएंट के कारण सामने आए हैं और अधिक मौतें टीकाकरण नहीं होने की वजह से हो रही हैं। स्वामीनाथन ने कहा, मुझे लगता है कि यह हमारी प्राथमिकता है, जबकि हम (ओमिक्रॉन) वैरिएंट के बारे में और जानने के लिए इंतजार कर रहे हैं। ऐसे कई बदलाव डेल्टा और अल्फा जैसे वेरिएंट में पाए गए हैं, और ये बढ़ी हुई संक्रामकता और संक्रमण-अवरोधक एंटीबॉडी से बचने की क्षमता से जुड़े हैं। 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित एक प्रेस ब्रीफिंग में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में क्वाजुलु-नेटाल विश्वविद्यालय में एक संक्रामक-रोग चिकित्सक रिचर्ड लेसेल्स ने कहा था, इस वैरिएंट के बारे में बहुत कुछ हमें भी समझ में नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा, म्यूटेशन प्रोफाइल ने हमारी चिंता बढ़ाई है, लेकिन अब हमें इस वैरिएंट के महत्व को समझने के लिए काम करने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ओमिक्रॉन को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि बताया जा रहा है कि यह अपने रूप बदलता है। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह वैरिएंट कितना पारगम्य यानी फैलने की क्षमता रखता है और इस बात भी अभी कोई स्पष्टता नहीं है कि क्या यह बीमारी की गंभीरता को बढ़ाएगा। डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि डेल्टा सहित अन्य वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन अधिक पारगम्य (एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अधिक आसानी से फैलना) है। यह भी अभी तक स्पष्ट नहीं है कि डेल्टा सहित अन्य वैरिएंट या प्रकारों के संक्रमण की तुलना में ओमिक्रॉन के साथ संक्रमण अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनता है। दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, जहां ओमिक्रॉन सबसे पहले पाया गया था। लेकिन यह ओमिक्रॉन के साथ विशिष्ट संक्रमण के परिणाम के बजाय, संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या में वृद्धि के कारण भी हो सकता है। स्वामीनाथन ने कहा कि वैरिएंट को समझने के लिए वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे हैं और अधिक से अधिक जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, स्वामीनाथन ने आगे कहा , हम यह जानना चाहते हैं कि क्या यह वैरिएंट अधिक संचरणीय (तेजी से फैलने वाला) है या नहीं, यहां तक कि डेल्टा से भी अधिक? हम जानना चाहेंगे कि क्या कोई भिन्न नैदानिक पैटर्न है, क्या यह कम गंभीर या फिर अधिक गंभीर है, जब यह बीमारी का कारण बनता है? उन्होंने कहा, तीसरी और बहुत महत्वपूर्ण बात यह है कि क्या यह वैरिएंट प्राकृतिक संक्रमण के बाद या टीकों के बाद प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने में सक्षम है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वर्तमान में, यह मान लिया जाना चाहिए कि मौजूदा टीके कुछ तो सुरक्षा जरूर प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर नए स्ट्रेन के खिलाफ पूर्ण सुरक्षा नहीं है, तो कम से कम फिलहाल हमारे पास मौजूद वैक्सीन कुछ सुरक्षा तो जरूर प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा, यह वास्तव में महत्वपूर्ण है कि ऐसा कोई व्यक्ति जिसने अभी भी वैक्सीन नहीं ली है, या फिर जिसने केवल एक खुराक प्राप्त की है, उसे टीकाकरण का पूरा कोर्स करना चाहिए।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448714/malik-wankhede-sr-on-the-same-page-in-the-matter-of-quashing-the-single-bench-order.html,"एकल पीठ के आदेश को रद्द करने के मामले में मलिक, वानखेड़े सीनियर एक ही पृष्ठ पर","हालांकि न्यायमूर्ति माधव जामदार द्वारा 22 नवंबर के एकल पीठ के आदेश ने वानखेड़े सीनियर को अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था, मलिक ने इसे रद्द करने के लिए एक याचिका दायर की थी क्योंकि इसमें उनके खिलाफ भी कुछ टिप्पणियां थीं। अपनी याचिका में, मलिक ने सुझाव दिया कि न्यायमूर्ति जामदार के आदेश को रद्द करने के बाद, वानखेड़े सीनियर के मुकदमे में अंतरिम आवेदन को मामले की फिर से सुनवाई के लिए उसी अदालत में वापस भेजा जा सकता है। इसके बाद, वानखेड़े सीनियर की सहमति के बाद, न्यायमूर्ति एस.जे. कथावाला और न्यायमूर्ति मिलिंद जाधव ने कहा कि एकल-न्यायाधीश के आदेश को सहमति से अलग रखा गया है और अंतरिम राहत पहलुओं पर नए सिरे से सुनवाई के लिए इसे एकल-न्यायाधीश के पास वापस भेज दिया गया है। खंडपीठ ने मलिक को वानखेड़े सीनियर के अंतरिम आवेदन पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए 9 दिसंबर तक का समय दिया और बाद में 3 जनवरी, 2022 तक अपना प्रत्युत्तर जमा करना आवश्यक है। इस बीच, मलिक वानखेड़े के खिलाफ कोई भी बयान देने से बचेंगे जैसा उन्होंने पहले किया था। उल्लेखनीय है कि मलिक ने वानखेड़े पर कई आरोप लगाए थे। मलिक ने परिवार की धार्मिक साख पर सवाल उठाते हुए, समीर वानखेड़े द्वारा आईआरएस में नौकरी पाने के लिए कथित नकली जाति प्रमाण पत्र, और अन्य मुद्दों को लेकर घेरने की कोशिश की थी, जिसे लेकर वानखेड़े सीनियर ने 1.25 करोड़ रुपये की मानहानि याचिका दायर की थी और मामले के लंबित रहने तक परिवार के खिलाफ कोई भी बयान देने से मंत्री को अस्थायी रूप से रोकने के लिए अंतरिम राहत की मांग की थी।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448510/indias-total-fertility-rate-decreased-sex-ratio-improved.html,"भारत के कुल प्रजनन दर में आई कमी, लिंगानुपात में हुआ सुधार","स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य), डॉ. विनोद कुमार पॉल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव राजेश भूषण ने भारत और 14 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के लिए जनसंख्या, प्रजनन और बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, पोषण और अन्य पर प्रमुख संकेतकों की फैक्टशीट जारी की। सर्वेक्षण से पता चला है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और उत्तर प्रदेश को छोड़कर सभी चरण 2 राज्यों ने प्रजनन क्षमता का प्रतिस्थापन स्तर (2.1) हासिल कर लिया है। सर्वेक्षण में पाया गया है कि समग्र गर्भनिरोधक प्रसार दर (सीपीआर) अखिल भारतीय स्तर पर और पंजाब को छोड़कर लगभग सभी चरण 2 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 54 प्रतिशत से बढ़कर 67 प्रतिशत हो गई है। लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में गर्भ निरोधकों के आधुनिक तरीकों का उपयोग भी बढ़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सर्वेक्षण के प्रमुख संकेतकों से पता चला है कि परिवार नियोजन की जरूरतों में अखिल भारतीय स्तर पर और दूसरे चरण के अधिकांश राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 13 प्रतिशत से 9 प्रतिशत की महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है। अंतराल की आवश्यकता जो पहले भारत में एक प्रमुख मुद्दा बनी हुई थी, झारखंड को छोड़कर सभी राज्यों में 12 प्रतिशत और अरुणाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश दोनों में 13 प्रतिशत पर घटकर 10 प्रतिशत से भी कम रह गई है। सर्वेक्षण को रेखांकित करते हुए 12-23 महीने की आयु के बच्चों के बीच विभिन्न रोगों से बचाव के लिए पूर्ण टीकाकरण अभियान में अखिल भारतीय स्तर पर 62 प्रतिशत से 76 प्रतिशत तक पर्याप्त सुधार दर्ज किया गया है। 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में से 11 में 12 से 23 महीने की उम्र के तीन-चौथाई से अधिक बच्चों का पूरी तरह से टीकाकरण हुआ है और यह ओडिशा के लिए उच्चतम 90 प्रतिशत है। चरण 2 में जिन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों का सर्वेक्षण किया गया, उनमें अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448494/central-government-gave-instructions-to-increase-corona-investigation-in-13-states.html,केंद्र सरकार ने दिये 13 राज्यों में कोरोना जांच बढ़ाने के निर्देश,"केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के प्रकोप और फैलाव कमी दिख रही है, लेकिन कुछ विशेष क्षेत्रों में आबादी के अनुसार कोरोना परीक्षण में कमी आई है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448474/corona-death-family-of-every-person-will-have-to-pay-a-compensation-of-rs-4-lakh-rahul-gandhi.html,सरकार को कोविड से जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा देना होगा: राहुल गांधी,"उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो भी जारी किया जिसमें गुजरात में कोविड के कारण जान गंवाने वाले कई लोगों के परिजनों का पक्ष रखा गया है और दावा किया गया है कि राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण करीब तीन लाख लोगों की मौत हुई। राहुल गांधी ने इस वीडियो के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के ‘गुजरात मॉडल’ पर सवाल खड़े किए और पूछा कि आखिर यह किस प्रकार की सरकार है?",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448469/covid-19-the-number-of-patients-under-treatment-in-the-country-is-the-lowest-in-537-days.html,"कोविड-19 : देश में सक्रिय मामलों की संख्या 537 दिनों में सबसे कम, 24 घंटे में 9283 मामले दर्ज","केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 437 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,66,584 पर पहुंच गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले लगातार 47वें दिन 20,000 से कम और लगातार 150वें दिन 50,000 से कम हैं। मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.32 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.33 प्रतिशत दर्ज की गयी है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,103 की कमी दर्ज की गयी है। आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.80 प्रतिशत दर्ज की गयी और यह पिछले 51 दिनों से दो प्रतिशत से भी कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी 0.93 प्रतिशत दर्ज की गयी जो पिछले 61 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 3,39,57,698 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत दर्ज की गयी। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी 118.44 करोड़ खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। देश में जिन 437 और मरीजों की मौत हुई है उनमें से 370 की मौत केरल में और 19 की महाराष्ट्र में हुई। केरल सरकार की मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, 370 मौतों में से 57 मरीजों की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई और मौत के 313 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है। आंकड़ों के मुताबिक, इस महामारी से देश में अब तक 4,66,584 लोग जान गंवा चुके हैं जिनमें से 1,40,766 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 38,182 लोगों की मौत कर्नाटक में, 38,045 लोगों की मौत केरल में, 36,401 लोगों की मौत तमिलनाडु में, 25,095 लोगों की मौत दिल्ली में, 22,909 लोगों की मौत उत्तर प्रदेश में और 19,407 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448463/right-to-complaints-against-land-acquisition-should-not-be-taken-away-says-supreme-court.html,भूमि अधिग्रहण के खिलाफ शिकायतों का अधिकार खत्म नहीं किया जाना चाहिए : सुप्रीम कोर्ट,"न्यायमूर्ति केएम जोसेफ और न्यायमूर्ति एस. रवींद्र भट की पीठ ने कहा, ""केवल इसलिए कि अधिग्रहण का उद्देश्य एक सार्वजनिक उद्देश्य पाया जाता है, प्राधिकरण का कर्तव्य समाप्त नहीं होता है।"" इसमें आगे कहा गया है, उन्हें इस बात से संतुष्ट होना चाहिए कि ऐसी वास्तविक एजेंसी है कि अधिग्रहण के खिलाफ अपनी शिकायतों को व्यक्त करने के लिए किसी व्यक्ति को दिए गए अमूल्य अधिकार को अनुचित रूप से समाप्त नहीं किया गया है। अधिनियम (भूमि अधिग्रहण अधिनियम) की धारा 5 ए अधिकार की गारंटी देती है। संपत्ति में रुचि रखने वाला व्यक्ति जो उसकी संपत्ति के अनिवार्य अधिग्रहण को रोकने के लिए एकमात्र वैधानिक सुरक्षा था।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448237/pakistan-denying-access-to-counselor-to-kulbhushan-jadhav-says-ministry-of-external-affairs.html,कुलभूषण जाधव को काउंसलर तक पहुंच से वंचित कर रहा पाक : विदेश मंत्रालय,"पाकिस्तान ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र में जाधव को आईसीजे के फैसले के अनुसार मौत की सजा के खिलाफ अपील करने का अधिकार देने के लिए एक विधेयक पारित किया। इसके जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ""हमने पाकिस्तान द्वारा कुलभूषण जाधव मामले में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के फैसले को लागू करने के लिए पहले के अध्यादेश को लागू करने की रिपोर्ट देखी है।"" उन्होंने कहा कि सच्चाई से आगे कुछ नहीं हो सकता। बागची ने कहा, जैसा कि पहले कहा गया है, अध्यादेश ने जाधव के मामले की प्रभावी समीक्षा और पुनर्विचार के लिए तंत्र नहीं बनाया है, जैसा कि आईसीजे के फैसले में अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जाधव को अबाधित और निर्बाध काउंसलर तक पहुंच से वंचित करता रहा है और ऐसा माहौल बनाने में विफल रहा है जिसमें निष्पक्ष सुनवाई हो सके। भारत ने बार-बार पाकिस्तान से आईसीजे के फैसले का अक्षरश: पालन करने का आह्वान किया है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448234/president-greets-citizens-on-the-eve-of-guru-nanak-jayanti.html,राष्ट्रपति ने गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर नागरिकों को बधाई दी,"राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, ""गुरु नानक देव जी की जयंती के शुभ अवसर पर मैं भारत और विदेशों में बसे सभी भारतीयों, विशेषकर सिख समुदाय को हार्दिक बधाई देता हूं।"" राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति में कोविंद के हवाले से कहा गया है, ""गुरु नानक देव के जीवन और शिक्षाओं में प्रेम, करुणा और बलिदान का निहित संदेश मानव जाति की आध्यात्मिक प्रगति को बढ़ावा देता है। उनके विचार हमें अपने जीवन में शांति और भाईचारे के आदर्शो का अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। गुरु नानक देव ने साधारण गृहस्थ जीवन जीते हुए 'एक ओंकार सतनाम, कर्ता पुरख' प्राप्त करने के साधन के रूप में सेवा पर जोर दिया।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448217/india-deploys-naval-ship-in-persian-gulf-to-ensure-safe-trade.html,भारत ने सुरक्षित व्यापार सुनिश्चित करने को फारस की खाड़ी में नौसैनिक जहाज तैनात किया,"भारतीय नौसेना ने कहा, ""आईएनएस त्रिकंद इस समय ऑपरेशन संकल्प के हिस्से के रूप में फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी में तैनात है, जो सुरक्षित व्यापार और व्यापारियों का सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करने के लिए इस क्षेत्र में एक अग्रिम पंक्ति के जहाज की मौजूदगी बनाए रखने का भारतीय नौसेना का एक प्रयास है।"" जहाज ने तीन दिवसीय ऑपरेशनल टर्न राउंड (ओटीआर) के लिए 13 नवंबर को मनामा, बहरीन में प्रवेश किया। बंदरगाह पर जहाज प्रशिक्षण दिया जाएगा। अन्य पारस्परिक रूप से लाभकारी विषयों सहित समुद्री सुरक्षा के सभी पहलुओं में सहयोग बढ़ाने के लिए विभिन्न समुद्री सुरक्षा एजेंसियों के साथ व्यापक रूप से संचार संपर्क बनाया जाएगा। आईएनएस त्रिकंद के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन हरीश बहुगुणा ने 15 नवंबर को बहरीन में संयुक्त समुद्री बल (सीएमएफ) मुख्यालय का दौरा किया और सीएमएफ के डिप्टी कमांडर कमोडोर एडवर्ड अहलग्रेन से मुलाकात की। पोर्ट कॉल ने जहाज को 'शिप इन ए बॉक्स' शीर्षक से यूएस कोस्ट गार्ड के विजिट बोर्ड सर्च एंड सीजर (वीबीएसएस) सुविधा का दौरा करने का अवसर प्रदान किया। नौसेना बल ने कहा, ""इसने एसओपी और अन्य समुद्री बलों की प्रशिक्षण पद्धतियों की बेहतर समझ को सक्षम किया, इसके अलावा जहाज की टीम को नवगठित टास्क फोर्स (टीएफ 59- मानव रहित बल), एक विशिष्ट डोमेन में एक प्रयोगात्मक इकाई के साथ बातचीत करने की इजाजत दी।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448214/calcutta-high-court-pulls-up-wbbse-for-faulty-recruitment.html,कलकत्ता हाईकोर्ट ने दोषपूर्ण भर्ती के लिए डब्ल्यूबीबीएसई की खिंचाई की,"डब्ल्यूबीबीएसई द्वारा दायर हलफनामे को स्वीकार करते हुए न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने डब्ल्यूबीबीएसई को सोमवार को एक हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा, जिसमें नियुक्ति प्रक्रिया में उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का विवरण दिया गया था और बोर्ड द्वारा की गई सिफारिशों को निर्दिष्ट किया गया था। नाराज अदालत ने डब्ल्यूबीबीएसई के अध्यक्ष को सिफारिश पत्र और अन्य दस्तावेजों सहित सभी दस्तावेज अपने कब्जे में रखने को भी कहा, ताकि जांच के आदेश दिए जाने पर सभी दस्तावेजों की जांच की जा सके। संयोग से, साल 2016 में राज्य सरकार ने राज्य के विभिन्न स्कूलों में लगभग 13,000 चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्ती के लिए सिफारिश की और उसी के मुताबिक डब्ल्यूबीएसएससी ने समय-समय पर परीक्षाएं और साक्षात्कार आयोजित किए और एक पैनल का गठन किया गया। उस पैनल का कार्यकाल 2019 में समाप्त हो गया। बड़ा आरोप यह था कि आयोग ने बहुत सारी अनियमित भर्ती की, पैनल की समाप्ति के बाद भी, जिसकी संख्या 500 से कम नहीं है। आरोप है कि आयोग के क्षेत्रीय कार्यालय से भर्ती की गई है। इनमें से 25 की नियुक्ति के खिलाफ उच्च न्यायालय में मामला दर्ज किया गया था और यह मंगलवार को न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय की एकल पीठ में आया। शुरू में जज को लगा कि उस नियुक्ति की सिफारिश में भ्रम है। उन्होंने आयोग से कहा, ""बस बहुत हो गया। इसका मतलब है कि क्षेत्रीय कार्यालय पर आयोग का कोई नियंत्रण नहीं है। मुझे एक और घोटाला नहीं चाहिए।"" गंगोपाध्याय ने आयोग को हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा है। कोर्ट ने बुधवार को ग्रुप डी के कथित 25 कर्मचारियों के वेतन पर न सिर्फ रोक लगा दी थी, बल्कि यह भी कहा कि सच्चाई का पता लगाने के लिए अदालत हर संभव कोशिश करेगी। जरूरत पड़ने पर जांच के लिए सीआईएसएफ द्वारा एसएससी कार्यालय की घेराबंदी की जाएगी। आयोग ने गुरुवार को स्वीकार किया कि उसे भर्ती के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और उसने मामले की न्यायिक जांच की मांग की। हालांकि, अदालत ने जांच का आदेश नहीं दिया, लेकिन डब्ल्यूबीएसएसई को सोमवार को एक हलफनामा पेश करने के लिए कहा। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा, ""मैं 2016 में शिक्षा मंत्री नहीं था और इसलिए नहीं जानता कि क्या हुआ था, लेकिन हमने आयोग और बोर्ड को अदालत द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। हम यह भी चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448203/former-miss-kerala-accident-crime-branch-police-engaged-in-investigation.html,पूर्व मिस केरल हादसा: क्राइम ब्रांच पुलिस जांच में जुटी,"पुलिस जांच दल द्वारा बुधवार रात को होटल के मालिक रॉय जे. वायलाटिन और उनके पांच स्टाफ सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद यह घटनाक्रम सामने आया था, जहां दुर्घटना से पहले डीजे पार्टी हुई थी। वायलातिन को तब गिरफ्तार किया गया, जब उसने पुलिस को बताया कि सीसीटीवी हार्ड डिस्क, (जिसमें पार्टी की रिकॉर्डिग थी) को नष्ट कर दिया गया है। जबकि दुर्घटना में 25 वर्षीय एंसी कबीर और 24 वर्षीय अंजना शाजन की तुरंत मृत्यु हो गई थी और एक तीसरे व्यक्ति- आशिक ने कुछ दिनों बाद दम तोड़ दिया था, जिसके बाद कार चलाने वाले अब्दुल रहमान एकमात्र गवाह रह गए। रहमान को पुलिस ने उन्हें 'अनैच्छिक हत्या' के आरोप में गिरफ्तार किया है। हालांकि, जांच दल ने होटल में सीसीटीवी फुटेज की हार्ड डिस्क बरामद की थी, लेकिन इससे भी पार्टी को लेकर कोई सबूत नहीं जुटा सकी थी। कई दिनों की जांच के बाद, पुलिस टीम को पता चला कि पार्टी के दौरान कहासुनी हुई थी। इससे पहले कि मामला बिगड़ता, युवक होटल से निकल चुके थे। सूत्रों के मुताबिक रहमान शराब के नशे में गाड़ी चला रहा था। हालांकि, पुलिस ने पाया कि दो महिलाओं को ले जा रही कार के पीछे एक वाहन आ रहा था। पूछताछ में कार के चालक ने बताया कि पीड़ितों की कार तेज गति से जा रही थी। खबरों के मुताबिक, दूसरी कार का पीछा कर रहे कार के ड्राइवर ने फोन कर होटल मालिक को हादसे की जानकारी दी थी। इस बीच, पुलिस टीम ने पार्टी में मौजूद सभी लोगों को अपना बयान दर्ज करने के लिए आगे आने के लिए कहा था, जिससे कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि कई प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था। जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, उन्हें अब तलब किया जा रहा है। जो व्यक्ति बदकिस्मत कार का पीछा कर रहा था, वह गुरुवार को गिरफ्तार होने के डर से अग्रिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448202/china-establishes-new-villages-in-bhutan-region.html,चीन ने भूटान क्षेत्र में बसाए नए गांव,"तस्वीरों से पता चलता है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा मई 2020 और नवंबर 2021 के बीच लगभग 100 वर्ग किमी में चार गांव बसाए गए हैं। ऐसा लगता है कि निर्माण उसी समय शुरू हुआ है, जब पीएलए ने पूर्वी लद्दाख और सिक्किम सेक्टर में कई स्थानों पर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया था। डोकलाम पठार 2017 में सुर्खियों में था, जब भारतीय सेना और चीन की पीएलए के बीच 70 दिनों से अधिक समय तक गतिरोध बना हुआ था। भारतीय सैनिकों की ओर से इलाके में तैनाती बढ़ाने और अपनी संप्रभुता के लिए डटे रहने के बाद चीनी सेना को क्षेत्र से पीछे हटना पड़ा था। डोकलाम भारत, चीन और भूटान के बीच त्रि-जंक्शन पर एक पठार और एक घाटी से युक्त 100 वर्ग किमी का क्षेत्र है। यह तिब्बत की चुंबी घाटी, भूटान की ही घाटी और भारतीय राज्य सिक्किम से घिरा हुआ है। 2017 में, चीन डोकलाम में ढांचागत विकास कार्य कर रहा था, जिस पर भारत ने आपत्ति जताई थी। चीन ने तब दावा किया था कि भूटान और चीन के बीच सीमा विवाद है और जिस पर भारत का कोई दावा नहीं है। हालांकि, भारत ने इसका खंडन किया और 73 दिनों तक चीनी सैनिकों की तैनाती की बराबरी करते हुए उसके सैनिक वहीं डटे रहे। पिछले महीने, चीन और भूटान ने अपने सीमा विवादों को हल करने के लिए तीन-चरणीय रोडमैप पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। जवाब में, भारत ने कहा कि उसकी इस घटनाक्रम पर नजर बनी हुई है। भूटान और चीन के बीच सीमा वार्ता 1984 में शुरू हुई थी और दोनों पक्षों ने विशेषज्ञ समूह स्तर पर 24 दौर की सीमा वार्ता और 10 दौर की बैठक की। इससे पहले भूटान अपनी जमीन पर चीनी घुसपैठ को लेकर कई बार आपत्ति जता चुका है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448199/tn-police-register-2-cheating-cases-against-ex-minister.html,तमिलनाडु पुलिस ने पूर्व मंत्री के खिलाफ धोखाधड़ी के 2 मामले किए दर्ज,"तमिलनाडु के सत्तूर के एक व्यक्ति एस. रवींद्रन ने कहा कि उन्होंने 20 नवंबर से फरवरी 2021 के बीच अन्नाद्रमुक के केंद्रीय सचिव के. नल्लाथंबी को 30 लाख रुपये दिये थे। उन्होंने शिकायत की कि अन्नाद्रमुक के एक अन्य पदाधिकारी, मरियप्पन ने उन्हें आविन में प्रबंधक के रूप में नौकरी देने का वादा किया था, जिन्होंने उन्हें नल्लाथंबी से मिलवाया था। रवींद्रन ने कहा कि उन्होंने कई ऋण लेकर जुटाए गए 30 लाख रुपये की राशि राजेंद्र बालाजी से उनके आवास पर मिलने के बाद नल्लाथंबी को दी थी। रवींद्रन ने यह भी आरोप लगाया कि एआईएडीएमके के विरुधुनगर पूर्वी जिला सचिव, रविचंद्रन नल्लाथंबी के भाई थे और उन्हें पैसे सौंपे जाने के बारे में भी पता था। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक के विधानसभा चुनाव हारने और द्रमुक सरकार के सत्ता संभालने के बाद, वह उनमें से किसी से भी नहीं मिल पाए। इस बीच, नल्लाथंबी ने पूर्व मंत्री राजेंद्र भालाजी और उनके सहयोगियों बाबूराज, मुथुपांडियन और बलरामन के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने कई लोगों से नौकरी का वादा करके 1.60 करोड़ रुपये लिये थे और पैसे अपने सहयोगी भालाजी को सौंप दिए थे। नल्लाथंबी ने यह भी आरोप लगाया कि भालाजी ने उन्हें 1.40 करोड़ रुपये नहीं लौटाए, जो उन्होंने भालाजी के निर्देशों के तहत अन्नाद्रमुक के विभिन्न कार्यक्रमों के लिए खर्च किए थे। शिकायत में, अन्नाद्रमुक के पूर्व पदाधिकारी ने यह भी कहा कि उन्हें भालाजी और उनके सहयोगियों से जान से मारने की धमकी मिल रही थी।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448190/we-are-open-to-correction-if-anything-has-gone-wrong-j-k-dgp.html,"हैदरपोरा मुठभेड़ पर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने कहा, अगर कुछ भी गलत हुआ है तो पुलिस उसमें सुधार के लिए तैयार","इससे पहले दिन में, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार की हैदरपोरा मुठभेड़ की समयबद्ध मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया, जिसमें पुलिस के अनुसार, एक विदेशी आतंकवादी, उसका स्थानीय सहयोगी, अल्ताफ अहमद (उस इमारत का मालिक, जहां मुठभेड़ हुई थी) और डॉ. मुदासिर (इमारत में एक किराए के फ्लोर पर कॉल सेंटर चलाता था और कथित तौर पर एक आतंकवादी सहयोगी था) मारे गए। इमारत के मालिक अल्ताफ अहमद और डॉ. मुदासिर के परिवारों ने उनके शव वापस करने की मांग की है, ताकि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके। परिवारों ने अधिकारियों को यह साबित करने की चुनौती दी है कि दोनों नागरिकों का आतंकवाद से कोई लेना-देना था। हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए सभी चार लोगों के शवों को वापस करने की उनके परिवारों की मांग को ठुकराने के बाद अधिकारियों ने पार्थिव शरीर को उत्तरी कश्मीर हंदवाड़ा तहसील में दफना दिया है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ""हम परिवारों की मांगों पर गौर करेंगे। अगर कुछ भी गलत हुआ है तो हम सुधार के लिए तैयार हैं। पुलिस जांच में यह भी पता चलेगा कि क्या गलत हुआ है।"" उन्होंने कहा, ""हम पता लगाएंगे कि हैदरपोरा मुठभेड़ में क्या हुआ था। हम लोगों की सुरक्षा के लिए हैं और जांच से पीछे नहीं हटेंगे।"" तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों (फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन और माकपा नेता यूसुफ तारिगामी सहित मुख्यधारा के सभी राजनेताओं ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। अब्दुल गनी वकील, खुर्शीद आलम और अन्य लोगों सहित पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने हैदरपोरा घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448018/powerful-ied-recovered-after-terrorist-attack-in-manipur.html,मणिपुर में आतंकी हमले के बाद शक्तिशाली आईईडी बरामद,"पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आईईडी एक मोबाइल फोन हैंडसेट और डिजिटल घड़ी से जुड़ा हुआ था। पुलिस ने कहा कि सोमवार को इंफाल पूर्वी जिले के खोंगमैन में अरीबाम शशिकुमार शर्मा नामक व्यक्ति के घर के गेट के पास काले पॉलीथिन में लिपटा एक शक्तिशाली आईईडी मिला था। बम और डॉग स्क्वायड को इलाके में भेजा गया और एक टिफिन बॉक्स के साथ दो 9-वोल्ट बैटरी से जुड़ी एक डिजिटल घड़ी के साथ लगे आईईडी को डिफ्यूज किया गया। टिफिन कंटेनर के अंदर एक विशेष डेटोनेटर, जिलेटिन (500 ग्राम) और स्प्लिंटर्स पाए गए। रविवार को, मोबाइल फोन हैंडसेट के साथ जुड़ा हुआ एक और शक्तिशाली आईईडी पाया गया था और पुलिस ने विधायक एल. शुसिंद्रो सिंह के आवास के पास से इसे बरामद किया था। यह इंफाल के इसी पूर्वी जिले के पोरोमपत पुलिस स्टेशन के खुरई चिंगंगबाम लीकाई में पाया गया था, जहां से इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। रविवार को एक अन्य घटना में, पुलिस ने काकचिंग जिले के हियांग्लाम थाना अंतर्गत यांगबी प्राथमिक विद्यालय के पास सड़क किनारे से हाथ से बने 20 क्रूड बमों से भरा एक बैग बरामद किया था। शनिवार को, असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में काकचिंग जिले के वबागई यानबी हाई स्कूल के पास एक जूट बैग में छिपा हुआ 20 एम-79 ग्रेनेड बरामद किया, जिसे 'लाथोड' भी कहा जाता है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि बरामद गोला-बारूद को बम निरोधक दस्ते ने नष्ट कर दिया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) के चरमपंथियों ने म्यांमार से लगे चुराचांदपुर जिले में असम राइफल्स के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें कर्नल विप्लव त्रिपाठी सहित अर्धसैनिक बल के पांच जवान शहीद हो गए थे। आतंकवादी हमले में त्रिपाठी की पत्नी और उनका नौ साल का बेटा भी मारा गया। पहली बार पूर्वोत्तर में चरमपंथियों ने किसी सुरक्षा अधिकारी के परिवार के सदस्यों की हत्या की है। सेना, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस कमांडो के संयुक्त बल ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए सोमवार को अपना अभियान जारी रखा। यह घटना सेखेन गांव के पास हुई, जब आतंकवादियों ने पहले आईईडी में विस्फोट किया और फिर 46 बटालियन असम राइफल्स के काफिले पर गोलीबारी की। हमला उस समय हुआ, जब कर्नल त्रिपाठी अपने परिवार के सदस्यों के साथ चुराचांदपुर में एक नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम की निगरानी करने जा रहे थे। पुलिस और खुफिया अधिकारियों को संदेह है कि हमलावर म्यांमार से आए थे और हमले के बाद वापस सीमा पार चले गए।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448017/one-terrorist-killed-in-srinagar-encounter.html,कश्मीर : श्रीनगर मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर,"मध्य कश्मीर के श्रीनगर जिले के हैदरपोरा में सोमवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच जारी मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। पुलिस ने एक बयान में कहा, ""एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया। ऑपरेशन जारी है।"" आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष सूचना के आधार पर पुलिस और सेना की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी थी। तलाशी अभियान शुरू करने के बाद आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई। जैसे ही सुरक्षा बल उस स्थान पर पहुंचे, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे, वे भारी मात्रा में गोलीबारी की चपेट में आ गए, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448015/security-increased-of-armed-forces-in-naxal-affected-area-known-reason.html,नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात केंद्रीय बलों की सुरक्षा कड़ी की गई,"सूत्रों के अनुसार, झारखंड में 11 नवंबर को शीर्ष नक्सली नेता किशन बोस की गिरफ्तारी और शनिवार को गढ़चिरौली में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा एक सफल ऑपरेशन के बाद, जिसमें 26 चरमपंथी मारे गए थे, नक्सली बैकफुट पर हैं और बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों पर हमला कर सकते हैं। सूत्रों ने इंटेलिजेंस इनपुट के हवाले से कहा कि नक्सली अपने कैडर के मनोबल को बढ़ाने के लिए वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में आगे के संचालन ठिकानों पर हमला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी नक्सलियों ने जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों पर हमला किया था, इसलिए गश्त करते समय या किसी भी क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात बलों को अत्यधिक सावधानी के साथ मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करने के लिए अलर्ट जारी किया गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की बटालियन वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं। केंद्रीय बलों को गश्त और काफिले की आवाजाही के दौरान स्थानीय पुलिस को साथ ले जाने के लिए कहा गया है; जिसमें सलाह दी गई है कि सड़क को खाली कराने वाली पार्टी को काफिले में सबसे आगे बढ़ना चाहिए। खुफिया इनपुट ने संबंधित राज्य पुलिस के साथ वामपंथी उग्रवाद क्षेत्रों में खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने का भी सुझाव दिया है। एक करोड़ रुपये का नकद इनाम अपने सिर पर रखने वाले 75 वर्षीय प्रशांत बोस उर्फ कृष्ण दा को उसकी पत्नी शीला मरांडी के साथ 11 नवंबर को झारखंड में एक अन्य वरिष्ठ नक्सली नेता के साथ पकड़ा गया था। चरमपंथी संगठन में दूसरे नंबर पर माना जाने वाला प्रशांत माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर ऑफ इंडिया (एमसीसीआई) का प्रमुख भी था, जिसे उसने 2004 में सीपीआई (माओवादी) बनाने के लिए सीपीआई-एमएल (पीपुल्स वॉर) में विलय कर दिया था। कथित तौर पर उसकी पत्नी शीला मरांडी कथित तौर पर भाकपा (माओवादी) की निर्णय लेने वाली केंद्रीय समिति की एकमात्र महिला सदस्य है। 13 नवंबर को, महाराष्ट्र पुलिस ने गढ़चिरौली जिले के ग्यारापट्टी के जंगलों में एक भीषण मुठभेड़ में कम से कम 26 नक्सलियों को मार गिराया, जिसमें एक शीर्ष नक्सली नेता मिलिंद तेलतुम्बडे भी मारा गया था।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448013/writer-manu-bhandari-passes-away.html,प्रख्यात लेखिका मन्नू भंडारी का निधन,"‘महाभोज’ और ‘आपका बंटी’ जैसे प्रसिद्ध उपन्यासों की रचनाकार मन्नू भंडारी पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं। उनकी बेटी रचना यादव ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया, “ वह करीब 10 दिन से बीमार थीं। उनका हरियाणा के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां आज दोपहर को उन्होंने अंतिम श्वांस ली। ” रचना ने बताया कि मन्नू भंडारी का अंतिम संस्कार मंगलवार को दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में किया जाएगा। तीन अप्रैल 1931 को मध्य प्रदेश के भानपुरा में जन्मीं भंडारी प्रसिद्ध साहित्यकार राजेंद्र यादव की पत्नी थीं। उन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस कॉलेज में अध्यापिका के पद पर भी अपनी सेवाएं दीं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448002/babasaheb-purandare-passes-away.html,"प्रसिद्ध इतिहासकार, बाबासाहेब पुरंदरे का 100 वर्ष की आयु में निधन, मोदी सहित अन्य ने शोक व्यक्त किया","पद्म विभूषण से अलंकृत, पुरंदरे ने सोमवार की सुबह लगभग 5 बजे दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र में अंतिम सांस ली। सुबह से ही उनके हजारों प्रशंसक उनके पुणे स्थित घर के बाहर कतार में लग गए, जहां उनके शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। एक अधिकारी ने बताया कि पुरंदरे का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी,मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, राकांपा प्रमुख शरद पवार, भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे, राज्य और केंद्रीय मंत्री, रंगमंच की दुनिया और अन्य लोगों ने बाबासाहेब पुरंदरे के निधन पर शोक व्यक्त किया।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448001/covid-india-update.html,"देश में कोरोनावायरस के 10,229 नए मामले, 125 लोगों की मौत","कोरोना से बीते 24 घंटे में 125 लोगों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,63,655 हो गई है। कोरोना के बीते 24 घंटे में 11,926 संक्रमितों के ठीक होने से संख्या बढ़कर 3,38,49,785 हो गई है। भारत की रिकवरी दर 98.26 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। देश में कोरोना के 1,34,096 सक्रिय मामले हैं, जो पिछले 523 दिनों में सबसे कम है। वर्तमान में कोरोना सक्रिय मामले देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 0.39 प्रतिशत हैं, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम है। साथ ही बीते 24 घंटे में देशभर में कुल 9,15,198 टेस्ट किए गए। भारत ने अब तक 62.46 करोड़ से ज्यादा टेस्ट किए हैं। इस बीच, बीते 52 दिनों से 0.99 प्रतिशत की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 2 प्रतिशत से कम बनी हुई है। दैनिक कोरोना की पॉजिटिविटी दर 1.12 प्रतिशत है, जो पिछले 42 दिनों से भी 2 प्रतिशत से नीचे और लगातार 77 दिनों से 3 प्रतिशत से कम है। बीते 24 घंटे में कोरोना की 30,20,119 वैक्सीन खुराक देने के साथ भारत का कोविड टीकाकरण कवरेज सोमवार सुबह तक 112.34 करोड़ तक पहुंच गया है। यह 1,15,01, 243 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/447988/needleless-vaccine-currently-only-for-adults.html,सुई रहित टीका फिलहाल वयस्कों को ही,स्वास्थ्य मंत्रालय इस स्वदेश विकसित और सुई रहित टीके को राष्ट्रीय कोविड रोधी टीकाकरण अभियान में शामिल करने की मंजूरी दे चुका है तथा उसने इसके लिए तैयारी करने को कहा है। इस टीके को अब कभी भी इस कार्यक्रम में शामिल किया जा सकता है।,-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/447980/cop26-was-successful-from-india-s-point-of-view-bhupendra-yadav.html,कॉप26 भारत के दृष्टिकोण से सफल रहा : भूपेंद्र यादव,"शनिवार मध्यरात्रि में कॉप26 के समापन के बाद यादव ने रविवार को कॉप डायरी के तहत अपने ब्लॉग प्रविष्टि में लिखा, ""भारत ने विकासशील दुनिया की चिंताओं और विचारों को काफी संक्षिप्त और स्पष्ट रूप से व्यक्त किया। भारत ने मंच पर एक रचनात्मक बहस और न्यायसंगत और न्यायपूर्ण समाधान का मार्ग प्रस्तुत किया।"" उन्होंने कहा कि कॉप26 में उठाए गए मुद्दों पर सर्वसम्मति रही। पिछले कुछ घंटों के दौरान, कुछ ही मिनटों में, भारत के हस्तक्षेप पर कॉ26 के एजेंडे में कुछ शब्दों को बदल दिया गया, जिससे थोड़ी आलोचना हुई, यह जिक्र करते हुए यादव ने अपने ब्लॉग प्रविष्टि में दोहराया, ""जीवाश्म ईंधन और उनके उपयोग ने दुनिया के कुछ हिस्सों को विकास के ऊंचे स्तर को छूने में सक्षम बनाया है। अब भी विकसित देशों ने कोयले का उपयोग पूरी तरह समाप्त नहीं किया है। यूएनएफसीसीसी जीएचजी उत्सर्जन को सभी स्रोतों से कम करने के लिए कहता है। किसी विशेष स्रोत की बात नहीं कहता।"" उन्होंने कहा, ""विकासशील देशों को वैश्विक कार्बन बजट में अपना उचित हिस्सा पाने का अधिकार है और वे इस दायरे में जीवाश्म ईंधन का जिम्मेदारी से उपयोग करने के हकदार हैं।"" कॉप26 के पहले दिन उच्चस्तरीय खंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को याद करते हुए यादव ने कहा, ""भारत ने यह सुनिश्चित किया है कि वर्तमान जलवायु संकट मुख्य रूप से विकसित देशों में अस्थिर जीवनशैली और बेकार खपत पैटर्न से उपजी है। दुनिया को इस वास्तविकता के प्रति जगाने की जरूरत है।"" यह उल्लेख करते हुए कि भारत ने जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए किस तरह से बात की, उन्होंने 'पंचामृत' या उच्चस्तरीय शिखर सम्मेलन के पहले दिन प्रधानमंत्री द्वारा पेश किए गए पांच सूत्री जलवायु एजेंडे का हवाला दिया। अन्य महत्वाकांक्षी लक्ष्यों में मोदी ने घोषणा की थी कि भारत 2070 में शुद्ध शून्य उत्सर्जन प्राप्त करेगा। उन्होंने जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के उदाहरण के रूप में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए), आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन (सीडीआरआई), और वन सन, वन वल्र्ड, वन सन ग्रिड पहल (ओसोवोग) जैसे मोदी के नेतृत्व में भारत द्वारा उठाए गए सक्रिय कदमों को भी याद किया। मंत्री ने जलवायु वित्त के मुद्दों को सूचीबद्ध किया, जिसमें नए सामूहिक मात्रात्मक लक्ष्यों पर एक कार्य कार्यक्रम, विकासशील देशों के लिए बेहतर पारदर्शिता ढांचे के लिए समर्थन, अनुच्छेद 6 नियम पुस्तिका और भारत की उपलब्धियों के रूप में कॉप26 वार्ता में अनुकूलन और सामान्य समय सीमा शामिल हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/447979/amit-shah-chairs-southern-zonal-council-meeting-in-tirupati.html,अमित शाह ने तिरुपति में दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता की,"मेजबान आंध्र प्रदेश सहित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की 29वीं बैठक में भाग लेने वालों में शामिल थे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने स्वागत भाषण दिया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी भी बैठक में शामिल हुए। अन्य राज्यों का प्रतिनिधित्व मंत्रियों या अधिकारियों द्वारा किया गया। तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली, मुख्य सचिव सोमेश कुमार, तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी, केरल के राजस्व मंत्री के. राजन, पुडुचेरी के प्रभारी उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, अंडमान और निकोबार के उपराज्यपाल देवेंद्र कुमार जोशी और लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल ने बैठक में शिरकत की। बैठक में राज्यों के बीच सहयोग, संघर्ष, सीमा मुद्दों, आंतरिक सुरक्षा, बुनियादी ढांचे के विकास, उद्योग, पर्यटन विकास और आर्थिक विकास जैसे 26 प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/447972/11-271-new-cases-of-coronavirus-were-reported-in-india.html,"भारत में कोरोनावायरस के 11,271 नए मामले सामने आए","कोरोना के 1,35,918 सक्रिय मामले हैं, जो देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 0.39 प्रतिशत है और मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। कोरोनावायरस के बीते 24 घंटे में, कुल 285 मौतें दर्ज की गईं, जिससे भारत में मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,63,530 हो गई। कोरोना के बीते 24 घंटे में 11,376 संक्रमितों के ठीक होने से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,38,37,859 हो गई है। नतीजतन, भारत की रिकवरी दर 98.26 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। साथ ही 24 घंटे में देशभर में कुल 12,55,904 टेस्ट किए गए। भारत ने अब तक 62.37 करोड़ से अधिक टेस्ट किए हैं। इस बीच, 1.01 प्रतिशत पर साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर पिछले 51 दिनों से 2 प्रतिशत से कम बनी हुई है। दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.90 प्रतिशत है, जो पिछले 41 दिनों से भी 2 प्रतिशत से नीचे और लगातार 76 दिनों से 3 प्रतिशत से कम है। बीते 24 घंटे में 57,43,840 वैक्सीन खुराक देने के साथ, भारत का कोविड टीकाकरण कवरेज शनिवार सुबह तक 112.01 करोड़ तक पहुंच गया है। यह 1,14,65,001 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/india-russia-summit/,भारत-रूस शिखर सम्मेलन,"NationalPoliticsWorld भारत-रूस शिखर सम्मेलन By admin - December 7, 2021 Share भारत महान शक्ति और भरोसेमंद दोस्त, चुनौतियों में भी रूस- भारत दोस्ती कायम नई दिल्ली (एजेंसी)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में सोमवार शाम रूसी राष्ट्रपति की अगवानी की। दोनों नेता 21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी कहा कि कोरोना से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भारत-रूस संबंधों की वृद्धि की गति में कोई बदलाव नहीं आया है। हमारी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत होती जा रही है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक में पीएम मोदी ने आगे कहा कि पिछले कुछ दशकों में दुनिया ने कई मूलभूत परिवर्तन देखे और विभिन्न प्रकार के भू-राजनीतिक समीकरण सामने आए लेकिन भारत और रूस की दोस्ती कायम रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध वास्तव में अंतरराज्यीय मित्रता का एक अनूठा और विश्वसनीय माडल है। बैठक के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हम भारत को एक महान शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और समय की कसौटी पर खरे उतरने वाले मित्र के रूप में देखते हैं। हमारे देशों के बीच संबंध बढ़ रहे हैं और मैं इसमें एक नया भविष्य देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि मुझे भारत का दौरा करके बहुत खुशी हो रही है। पिछले साल दोनों देशों के बीच ट्रेड में 17 फीसद की गिरावट हुई थी परन्तु इस साल पहले 9 महीनों में ट्रेड में 38 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई है। साथ ही रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि हम सहयोगी हैं और बहुत महत्वपूर्ण चीजों पर साथ काम कर रहे हैं जिसमें ऊर्जा क्षेत्र, अंतरिक्ष सहित उच्च तकनीक शामिल हैं। आज हमने यहां जिन प्रोग्राम पर बात की है उन्हें पूरी तरह से लागू किया जाएगा जिसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की ट्रेनिंग शामिल है। बता दें कि भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन के बाद दोनों देश घोषणा पत्र के संकेतक जारी करेंगे। अफगानिस्तान पर भारत को रूस के शिखर स्तर पर समर्थन मिलने की संभावना है। हाल ही में सीरिया मुद्दे पर रूस को भारत ने बड़ा समर्थन दिया है। इसके पहले भारत और रूस के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय की वार्ता हुई, जिसमें दोनों देशों के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री शामिल हुए। गौरतलब है कि भारत और रूस के बीच एके-203 राइफलों के लिए 5,000 करोड़ रूपये से ज्यादा की डील हुई है। इसके तहत उत्तर प्रदेश के अमेठी में 5 लाख से ज्यादा राइफलों का उत्पादन किया जाना है। Share Previous article दिनांक 7-12-2021 दैनिक ग्रह गोचर से राशिवार फलादेश Next article एस-400 डील पर बोला रूस- हमारे मित्र भारत ने यूएस को बताया- ‘हम अपने फैसले खुद लेते हैं’ admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/no-decision-to-ban-advertising-of-virtual-currencies/,आभासी मुद्राओं के विज्ञापन पर रोक का निर्णय नहीं,"BusinessNationalPolitics आभासी मुद्राओं के विज्ञापन पर रोक का निर्णय नहीं By admin - December 1, 2021 Share नई दिल्ली (एजेंसी)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि देश में आभासी मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) से संबंधित विधेयक कैबिनेट की मंजूरी के बाद आयेगी लेकिन क्रिप्टो को लेकर विभिन्न माध्यमों पर आ रहे विज्ञापनों पर रोक लगाने का निर्णय अभी नहीं लिया गया है। श्रीमती सीतारमण ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में पूरक प्रश्नों के उत्तर में कहा कि यह एक जोखिम भरा है और यह पूरी तरह से नियामक फ्रेमवर्क भी नहीं है। इसके विज्ञापनों पर रोक लगाने का निर्णय भी नहीं लिया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक और सेबी के माध्यम से लोगों में इसके प्रति जागरूकता लाने की कोशिश की गयी है। उन्होंने कहा कि आभासी मुद्राओं से अवांछित गतिविधियों को भी बढ़ावा मिल सकता है, इसलिए इस पर करीबी निगरानी की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए एक विधेयक लाने की तैयारी कर रही है जिसमें पुराने विधेयक के साथ ही नये प्रावधान भी होंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि कहा कि नॉन फंगिबल टोकन्स (एनएफटी) के नियम पर भी चर्चा की जायेगी। भारतीय जनता पार्टी के सुशील कुमार मोदी द्वारा इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि एनएफटी के नियम पर भी चर्चा ही जायेगी। Share Previous article सेंसेक्स 196 अंक फिसला Next article कोविड-19 व भारतीय अर्थव्यवस्था पर वेबिनार admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/finance-ministers-big-statement-in-parliament-on-bitcoin/,"बिटकॉइन पर वित्त मंत्री का संसद में बड़ा बयान, कहा ...","BusinessNationalPolitics बिटकॉइन पर वित्त मंत्री का संसद में बड़ा बयान, कहा ‘देश में क्रिप्टोकरेंसी को नहीं देंगे मुद्रा की मान्यता’ By admin - November 30, 2021 Share नई दिल्ली (एजेंसी)। अगर आप दुनिया की सबसे प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में निवेश करते हैं तो आपको बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बिटकॉइन को भारत में करेंसी के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं है। साथ ही बताया कि भारत सरकार बिटकॉइन के लेनदेन का कोई डेटा कलेक्ट नहीं करती है। शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टोकरेंसी संबंधी विधेयक पेश करेगी वहीं, संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक पेश कर सकती है, जिसमें निजी क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की संभावित डिजिटल करेंसी को रेगुलेट करने के लिए ढांचा तैयार करने की बात कही गई है। लोकसभा के बुलेटिन के अनुसार, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान निचले सदन में पेश किए जाने वाले विधेयकों की सूची में क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल करेंसी रेग्युलेशन बिल 2021 लिस्टेड है। मोदी सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले इस विधेयक में आरबीआई की संभावित डिजिटल करेंसी के लिए सहायक ढांचा तैयार करने की बात भी कही गई है। प्रस्तावित विधेयक में भारत में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है। हालांकि, कुछ मामलों में छूट भी दी जा सकती है ताकि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी टेक्नोलॉजी और इसके इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा सके। प्र.म. मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी के मुद्दे पर की थी बैठक क्रिप्टोकरेंसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी महीने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में संकेत दिया गया था कि इस मुद्दे से निपटने के लिए सख्त रेगुलेशन बनाए जाएंगे। हाल के दिनों में काफी ऐसे विज्ञापन आ रहे हैं, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में काफी फायदे का वादा किया गया। इनमें फिल्मी हस्तियों को भी दिखाया गया है। ऐसे में निवेशकों को गुमराह करने वाले वादों को लेकर चिंता जताई जा रही थी। पाबंदी के बजाय रेगुलेट की जानी चाहिए क्रिप्टोकरेंसी पिछले सप्ताह वित्त मामलों पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने क्रिप्टो एक्सचेंज, बीएसीसी के प्रतिनिधियों और विशेषज्ञों से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि क्रिप्टोकरेंसी को बैन नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे रेगुलेट किया जाना चाहिए। बता दें कि इस समय पर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर देश में कोई बिल नहीं है और न ही इस पर बैन लगा हुआ है। Share Previous article पूर्व सीजेआई ने खुलकर रखी राय- ‘राम जन्मभूमि का फैसला रंजन गोगोई का नहीं, सुप्रीम कोर्ट का था’ Next article सीएम खट्टर से मिले अमरिंदर, कहा- ‘इंतजार कीजिए, पंजाब में हमारा गठबंधन ही बनाएगा सरकार’ admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/winter-session-of-parliament-from-today/,संसद का शीतकालीन सत्र आज से,"NationalPolitics संसद का शीतकालीन सत्र आज से By admin - November 29, 2021 Share सरकार और विपक्ष में जोरदार टकराव के आसार नई दिल्ली (एजेंसी)। संसद के शीतकालीन सत्र के लिए सरकार तथा विपक्ष ने अपनी-अपनी रणनीति बना ली है और भले ही सरकार ने तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर विपक्ष को मुद्दों से निहत्था करने का ब्रह्मास्त्र चला दिया हो लेकिन विपक्ष के तीखे तेवरों को देखते हुए उसके लिए संसद सत्र को सुचारू ढंग से चलाना आसान नहीं होगा। सोमवार से शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र 23 दिसम्बर तक चलेगा और इस दौरान 20 बैठकें होंगी। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले संसद सत्र को राजनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों ही पक्ष इस मौके को अपनी-अपनी तरह से भुनाने के लिए हर तरह का हथकंडा अपनाने से पीछे नहीं हटेंगे। कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष शीतकालीन सत्र नहीं हो सका था लेकिन इस बारे में इसे कोरोना प्रोटोकाल का ध्यान रखते हुए बुलाया गया है। संसद सत्र के मद्देनजर पिछले कुछ दिनों से सत्ता और विपक्ष के गलियारों में राजनीतिक सरगर्मियां जोरों पर हैं और जहां विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारियों में जुटा है वहीं सरकार विपक्ष के हमलों को नाकाम करने वाले सभी तीर अपने तरकश में जुटाने में लगी है। Share Previous article त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा का ‘खेला’ Next article एमएसपी पर टिकैत ने दी धमकी admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/home-ministry-called-emergency-meeting/,गृह मंत्रालय ने बुलाई आपात बैठक,"NationalPolitics गृह मंत्रालय ने बुलाई आपात बैठक By admin - November 29, 2021 Share अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की होगी समीक्षा नई दिल्ली (एजेंसी)। दुनियाभर के लिए चिंता का कारण बन गए कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर गृह सचिव की अध्यक्षता में रविवार को एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचने के लिए सुरक्षा मानकों को बढ़ाने पर चर्चा की गई। बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक उड़ानों को फिर से शुरू करने की तारीख की समीक्षा की जाएगी। मंत्रालय ने बताया कि सरकार विदेशों से आने वाले यात्रियों की जांच और निगरानी की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की समीक्षा भी करेगी। इसके साथ ही उन विदेशी यात्रियों पर खास तौर पर नजर रखी जाएगी जो खतरे की श्रेणी वाले देशों से आ रहे हैं। गृह मंत्रालय ने आगे कहा कि कोरोना वायरस के वैरिएंट के लिए जीनोमिक सर्विलांस को और मजबूत करने व बड़े स्तर पर आयोजित करने की जरूरत है। बैठक में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन, स्वास्थ्य-नागरिक उड्डयन और अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न विशेषज्ञ शामिल हुए। केंद्र ने राज्यों के लिए जारी किए दिशानिर्देश वहीं, ओमिक्रॉन वैरिएंट के संभावित खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए कुछ मानक सूचीबद्ध किए हैं और इनका सख्ती से पालन करने को कहा है। केंद्र ने कहा कि कंटेनमेंट व सक्रिय निगरानी पर ध्यान दें। जांच की गति बढ़ाई जाए और हॉटस्पॉट्स पर लगातार नजर रखी जाए। टीकाकरण तेज करने और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए भी कहा गया है। Share Previous article मप्र में फैली दहशत : साउथ अफ्रीका से जबलपुर आई विदेशी महिला लापता, फ्लाइट के सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट होग Next article मुंबई में सरकारी बस में दिखाना होगा डबल वैक्सीनेशन प्रूफ admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/agricultural-laws-return-bill-29-to-be-introduced-in-lok-sabha/,कृषि कानून वापसी बिल 29 को लोकसभा में पेश होगा,"NationalPolitics कृषि कानून वापसी बिल 29 को लोकसभा में पेश होगा By admin - November 28, 2021 Share नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों की वापसी के लिए सोमवार को लोकसभा में एक नया बिल पेश करेगी। पिछले एक साल से किसानों के आंदोलन का कारण बने इन कानूनों को शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही पेश करने की तैयारी कर ली गई है। लोकसभा की वेबसाइट पर अपलोड की गई शीतकालीन सत्र की कार्यसूची में इस बिल का जिक्र किया गया है। कार्यसूची में लिखा है कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए एक बिल पेश करेंगे। हालांकि कृषि कानून वापसी विधेयक-2021 के नाम से पेश हो रहे इस बिल को लेकर सांसदों को भेजे गए ऑब्जेक्शन एंड रीजंस नोट की भाषा पर विवाद खड़ा हो सकता है। इस नोट में कहा गया है कि इन तीन कृषि कानूनों के खिलाफ ‘किसानों का केवल एक छोटा सा समूह ही विरोध कर रहा है, समावेशी विकास के लिए सभी को साथ लेकर चलना समय की मांग है। इस नोट पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हस्ताक्षर हैं। इस नोट में एक बार फिर कृषि कानूनों से किसानों को होने वाले संभावित फायदे गिनाए हैं। साथ ही कई बार की बातचीत के बावजूद सहमति नहीं बनने का सारा दोष किसान संगठनों के सिर पर थोपा गया है। Share Previous article केन्द्र से वैक्सीन की बड़ी खेप मांगेगी प्रदेश सरकार Next article बार-बार टोकने पर अंपायर से उलझे अश्विन admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/where-are-the-plots-that-we-got-from-uit-they-will-get-them-investigated-mayor/,जो भूखण्ड UIT से मिले वो कहां हैं उनकी जांच...,"NationalPolitics जो भूखण्ड UIT से मिले वो कहां हैं उनकी जांच करवाएंगे : महापौर By admin - November 26, 2021 Share प्रन्यास सचिव हसीजा ने कहा : 272 भूखण्ड की लिस्ट रजनी डांगी के कार्यकाल में सुपुर्द की थी उदयपुर. नगर संवाददाता & नगर निगम के महापौर ने कहा कि जो भूखण्ड कॉलोनियों के हस्तान्तरण के दौरान यूआईटी से निगम को मिले है वे कहां पर इसकी जांच करवाई जाएगी और इसके बाद कठोर कार्यवाही की जाएगी। करीब 500 करोड़ रूपए के भूखण्ड जो यूआईटी से निगम को मिले है उनका किसी को पता नहीं है कि वे कहां पर और कौन-कौन कब्जा कर बैठा है। बुधवार को यूआईटी में बैठक के दौरान पार्षद अजय पोरवाल ने मामला उठाया था कि यूआईटी ने जो कॉलोनिया निगम को हस्तान्तरित की थी उस दौरान इन कॉलोनियों में कई यूआईटी के भूखण्ड थे क्या वे भी निगम को हस्तान्तरित हो गए थे। इस पर सचिव अरूण कुमार हासिजा ने कहा था कि कॉलोनी के साथ भूखण्ड भी दे दिए थे तेा पोरवाल ने कहा था कि लेकिन निगम के अधिकारियों को इनकी जानकारी नहीं है और इन भूखण्डों की किमत करीब 500 करोड़ से अधिक है। हासिजा ने कहा था कि करीब 272 भूखण्ड की लिस्ट रजनी डांगी के कार्यकाल में सुपुर्द की थी, जिनका पता नहीं चल पा रहा है। इस पर गुरूवार को पत्रकार वार्ता में महापौर जीएस टांक ने कहा कि इन भूखण्डों की जांच करवाई जा रही है। इन पर वर्तमान में किस का कब्जा है और कौन इनका उपयोग कर रहा है। उप महापौर ने भी कहा कि लिस्ट निकलवाकर पूरी जांच करवाई जाएगी। निगम की सड़कें सानिवि को देना सरकार की पॉलिसी इस मौके पर निगम की 24 सड़कों पर सड़क बनाने का काम सरकार द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग को देने पर निगम के अभियंताओं पर उठे सवाल पर महापौर टांक ने कहा कि ये सरकार की पॉलिसी है कि वे सड़कें सार्वजनिक निर्माण विभाग बनाएगा। उप महापौर पारस सिंघवी ने कहा कि भले ही ये सड़कें सार्वजनिक निर्माण विभाग बनाएंगा पर उसकी मॉनिटरिंग निगम करेगा। रोड़ लाईटें सरकार के कारण बंद, पर दोष निगम को निगम के वर्तमान बोर्ड को दो वर्ष पूर्ण होने पर महापौर जीएस टांक और उप महापौर पारस सिंघवी ने अपनी दो वर्ष की उपलब्धियां गिनाई। इस मौके पर महापौर ने कहा कि शहर में पहली बार हो रहे निर्माण को चैक किया जा रहा है और गड़बड़ होने पर तोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही समस्याओं के बारे में पूछे जाने पर उप महापौर पारस सिंघवी ने कहा कि कई समस्याएं भी है, जिन्हें दूर किया जा रहा है। रोड़ लाईटों के बारे में पूछने पर उप महापौर ने कहा कि राज्य सरकार ने जिन दो कंपनियों को रोड़ लाईटों का टेण्डर दे रखा है उन्हें पेमेंट नहीं किया गया तो उन्होंने काम करना बंद कर दिया, जिसका दोष आज शहर की जनता निगम को दे रही है। सरकार को चाहिए कि वे कंपनियों को पेमेंट कर दें, ताकी इस समस्या का निस्तारण हो सकें। पार्षद और अधिवक्ता ने मांगी भूखण्डों की सूची इधर गुरूवार को निगम के सहवृत पार्षद अजय पोरवाल और अधिवक्ता अशोक सिंघवी ने यूआईटी में जाकर सचिव से जो भी भूखण्ड निगम को दिए है उनकी सूची मांगी है ताकी इनका भौतिक सत्यापन कर यह पता लगाया जा सकते कि इनकी वर्तमान स्थिति क्या है। सचिव ने भी शीघ्र ही सूची देने का आश्वासन दिया है। Share Previous article लावारिस हालत में मिले युवक की शिनाख्त Next article जयपुर : एक दिन में 6 बच्चे पॉजिटिव, 24 घंटे में 17 केस admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/amit-shah-will-come-to-jaipur-on-5th-december/,अमित शाह 5 दिसंबर को आएंगे जयपुर,"NationalPolitics अमित शाह 5 दिसंबर को आएंगे जयपुर By admin - November 26, 2021 Share जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पांच दिसंबर को जयपुर आएंगे। भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया ने गुरूवार को यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शाह जयपुर में प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति की बैठक और जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। डॉ. पूनिया ने कहा कि लंबे समय से प्रदेश भाजपा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संबोधन को लेकर समय मांग रही थी। इसी बीच 4 और 5 दिसंबर को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आयोजन होना है। ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पांच दिसंबर को जयपुर आएंगे। अमित शाह एक दिवसीय कार्यक्रम में कार्यसमिति की बैठक और जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। कार्यक्रमों का आयोजन बिड़ला सभागार के साथ ही अन्य जगह पर प्रस्तावित है। Share Previous article प्रदेश में 66 आरपीएस अधिकारियों के तबादले Next article लावारिस हालत में मिले युवक की शिनाख्त admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National किसान आंदोलन खत्म- 11 से शुरू होगी वापसी, उखडऩे लगे टेंट National दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला National हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर...",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/yogi-governments-big-decision-now-married-daughters-will-also-get-government-jobs-from-the-deceased-dependent-quota/,योगी सरकार का बड़ा फैसला – मृतक आश्रित कोटे से अब...,"Politics योगी सरकार का बड़ा फैसला – मृतक आश्रित कोटे से अब विवाहित बेटियों को भी मिलेगी सरकारी नौकरी By admin - November 12, 2021 Share लखनऊ (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बेटियों के हक में बड़ा फैसला किया है। मृतक आश्रित कोटे से अब विवाहित बेटियां भी सरकारी नौकरी की हकदार होंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। बता दें प्रदेश में अभी तक मृतक आश्रित कोटे के तहत अनुकंपा के आधार पर पुत्र, विवाहित पुत्र व अविवाहित बेटियों को नौकरी देने की व्यवस्था थी। विवाहित पुत्रियों के लिए व्यवस्था न होने पर इनको मृतक आश्रित कोटे पर अनुकंपा के आधार पर नौकरियां नहीं मिल पा रही थीं। कई मामले तो ऐसे भी सामने आए जहां इकलौती विवाहित बेटी होने के चलते परिवारों को परेशानियों का सामना करना पड़ जाता था। इस तरह के मामले कोर्ट तक भी पहुंचे। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लिया और पुरानी व्यवस्था में संशोधन करने पर सहमति बनी कि कुटुंब की परिभाषा में विवाहित पुत्रियों को भी जोड़ दिया जाए। इसके आधार पर कार्मिक विभाग ने उत्तर प्रदेश सेवाकाल में मृत सरकारी सेवकों के आश्रितों की भर्ती (बारहवां संशोधन) नियमावली-2021 को कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा था। Share Previous article पहले प्रदेश सरकार पर फिर युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष पर भड़के शहर जिलाध्यक्ष Next article पहले जंग थी जुबानी, अब हुई कानूनी – मलिक को अमृता फडणवीस ने भी भेजा नोटिस admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National संसद में राहुल ने प्र.म. मोदी के लिए चुना नया ‘शब्दबाण’ Politics प्र.म. मोदी का अखिलेश पर हमला, बोले- ‘खतरे की घंटी हैं लाल टोपी वाले’ Politics मुख्यमंत्री गहलोत का आरोप- शाह के दफ्तर में रची थी सरकार गिराने की साजिश",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/3-trailers-filled-with-feldspar-stones-seized-paid-a-fine-of-1-25-lakh/,फेल्सपार पत्थरों से भरे 3 ट्रेलर जब्त- चुकाया सवा लाख का...,"Politics फेल्सपार पत्थरों से भरे 3 ट्रेलर जब्त- चुकाया सवा लाख का जुर्माना By admin - November 11, 2021 Share डूंगरपुर (प्रात:काल संवाददाता)। खनिज विभाग ने उदयपुर से अहमदाबाद नेशनल हाइवे 8 से फेल्सपार और सोप स्टोन से भरे 3 ट्रेलर जब्त किए है। सोप स्टोन मालिक ने मौके पर ही सवा लाख रुपए का जुर्माना चुकाकर ट्रेलर छुड़वा लिया। वहीं फेल्सपार से भरे तीनों ट्रेलर को सदर थाना लाया गया। फेल्सपार व सोप स्टोन को तस्करी कर गुजरात भेजा जाता है। यह कई तरह के केमिकल या टाइल्स बनाने में काम आता है। खनिज अभियंता जितेन्द्रसिंह ने बताया कि उदयपुर से अहमदाबाद नेशनल हाईवे 8 से 4 ट्रेलर में पत्थरों की गुजरात तस्करी करने की सूचना मिली थी। इस पर टीम ने मोतली मोड़ के पास छानबीन शुरू की। ट्रेलरों को जांच करने पर फेल्सपार और सोप स्टोन भरा होना बताया। तलाशी में 3 ट्रेलर में फेल्सपार और एक ट्रेलर में सोप स्टोन भरा मिला। चालकों के पास परिवहन को लेकर दस्तावेज नहीं होने पर ट्रेलरों को जब्त किया गया। खनिज अभियंता ने बताया कि मालिक ने सवा लाख रुपए का जुर्माना सोप स्टोन के ट्रेलर को छुड़वाया। फेल्सपार से भरे तीन ट्रेलर को जब्त करते सदर थाने लाया गया है। जुर्माना नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। खनन विभाग की कार्रवाई से खनन माफिया और तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। Share Previous article अपने ही देश ऑस्ट्रेलिया के ‘दुश्मन’ बने हेडन- बोले- इंशाअल्लाह पाकिस्तान जीतेगा Next article रेसलर निशा दहिया की हत्या : एक ही नाम की दो रेसलर से कन्फ्यूजन- मौत की खबर के बाद सामने आया वीडियो admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National संसद में राहुल ने प्र.म. मोदी के लिए चुना नया ‘शब्दबाण’ Politics प्र.म. मोदी का अखिलेश पर हमला, बोले- ‘खतरे की घंटी हैं लाल टोपी वाले’ Politics मुख्यमंत्री गहलोत का आरोप- शाह के दफ्तर में रची थी सरकार गिराने की साजिश",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/shah-pays-tribute-to-martyrs-of-pulwama/,शाह ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की,"Politics शाह ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की By admin - October 27, 2021 Share नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को श्रीनगर में शहीद स्मारक जाकर पुलवामा हमले में शहीद हुए सुरक्षाबलों को श्रद्धांजलि अर्पित की। शाह तीन दिन के दौरे पर शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे थे लेकिन अपने दौरे को आगे बढ़ाते हुए वह सोमवार की रात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सीआरपीएफ के कैंप में रूके और जवानों तथा अधिकारियों के अनुभव और कठिनाइयों के बारे में जानकारी ली। केंद्रीय गृहमंत्री मंगलवार सुबह पुलवामा शहीद स्मारक पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनकी याद में पौधारोपण किया। शाह ने ट््वीट कर कहा, पुलवामा के कायराना आतंकी हमले में शहीद हुए सी आर पी एफ के बहादुर जवानों को आज पुलवामा शहीद स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। देश की रक्षा हेतु आपका समर्पण व सर्वोच्च बलिदान आतंकवाद के समूल नाश के हमारे संकल्प को और दृढ़ करता है। वीर बलिदानियों को कोटि-कोटि वंदन। एक अन्य ट््वीट में उन्होंने कहा, पुलवामा के शहीद स्मारक पर हमारे वीर बलिदानियों की स्मृति में पौधारोपण किया। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी 2019 को आतंकवादियों ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में बल के 45 जवान शहीद हो गए थे। Share Previous article मुख्यमंत्री ने खेला सरकारी नौकरियों की भर्ती का कार्ड- 1 लाख को मिली है नौकरिया- और भी वैकेन्सी है Next article थानों में धार्मिक स्थल पर रोक – ऑफिस में भी नहीं बना सकेंगे पूजा स्थल- आदेश में कहा admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National संसद में राहुल ने प्र.म. मोदी के लिए चुना नया ‘शब्दबाण’ Politics प्र.म. मोदी का अखिलेश पर हमला, बोले- ‘खतरे की घंटी हैं लाल टोपी वाले’ Politics मुख्यमंत्री गहलोत का आरोप- शाह के दफ्तर में रची थी सरकार गिराने की साजिश",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/us-sanctions-on-chabahar-port-functioning-well-not-relevant-jaishankar-75984,"चाबहार बंदरगाह ठीक से काम कर रहा, इसे लेकर अमेरिकी प्रतिबंध प्रासंगिक नहीं : जयशंकर","फाइल फोटो नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि चाबहार बंदरगाह ठीक ढंग से काम कर रहा है और इस परियोजना को लेकर अमेरिकी प्रतिबंध प्रासंगिक नहीं हैं। जयशंकर ने निचले सदन में बहुजन समाज पार्टी सदस्य रितेश पांडे के पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह जानकारी दी। पांडे ने सरकार से चाबहार बंदरगाह की स्थिति और अमेरिकी प्रतिबंधों के इस पर संभावित प्रभावों के बारे में जानकारी मांगी थी। इस पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि मूल रूप में यह त्रिपक्षीय समझौता था, लेकिन अभी इससे जुड़े सभी समझौते केवल ईरान तक ही सीमित हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि बंदरगाह ठीक ढंग से काम कर रहा है। इस परियोजना को लेकर अमेरिकी प्रतिबंधों की कोई प्रासंगिकता नहीं है।' वहीं, प्रश्न के लिखित उत्तर में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मई 2016 में प्रधानमंत्री की ईरान यात्रा के दौरान भारत, ईरान और अफगानिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय परिवहन एवं पारगमन गलियारा स्थापित करने को लेकर एक त्रिपक्षीय करार (चाबहार करार) पर हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा ईरान की सरकार के सहयोग से शाहिद बेहिस्त टर्मिनल, चाबहार बंदरगाह के प्रथम चरण का निर्माण किया जा रहा है। जयशंकर ने कहा कि एक भारतीय कंपनी - इंडिया पोर्ट ग्लोबल लिमिटेड (आईपीजीएल) ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी इंडिया पोर्ट ग्लोबल चाबहार फ्री जोन (आईपीजीसीएफजेड) के माध्यम से 24 दिसंबर 2018 से चाबहार बंदरगाह के संचालन का कार्यभार संभाला है। उन्होंने बताया कि इसके बाद से 160 जहाजों और 32 लाख टन थोक और समान्य माल सहित अन्य सामग्रियों का प्रचालन किया गया है। विदेश मंत्री ने बताया कि भारत ने शाहिद बेहिस्त टर्मिनल, चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए 8.5 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि भारत ने वर्ष 2020 में अफगानिस्तान को मानवीय खाद्य सहायता के रूप में 75,000 मीट्रिक टन गेहूं भेजने के लिए चाबहार बंदरगाह का उपयोग किया है। अब तक, कुल एक लाख दस हजार टन गेहूं और दो हजार टन दाल भारत से अफगानिस्तान भेजी गई है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/86-percent-of-adults-in-the-country-were-given-a-single-dose-of-vaccine-75975,देश में 86 प्रतिशत वयस्कों को टीके की एक खुराक दी गई,"प्रतीकात्मक फोटो नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कहा कि देश में अब तक 86 प्रतिशत वयस्कों को कोरोना वायरस रोधी टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है और सरकार जल्द से जल्द 100 प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने लोकसभा में एनके प्रेमचंद्रन, राजीव रंजन सिंह, मनीष तिवारी और कुछ अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह टिप्पणी की। ‘ओमीक्रोन' से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर देश के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ अध्ययन कर रहे हैं और पूरी तथ्य सामने आने के बाद आगे कदम उठाया जाएंगे। टीकाकरण के संदर्भ में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द 100 फीसदी टीकाकरण हो जाए। उन्होंने बताया कि भारत में 86 प्रतिशत लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक दी गई है। उन्होंने कहा कि सभी सांसद अपने क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान को गति देने का प्रयास करें। उन्होंने टीकों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर से जुड़े सवाल पर कहा, ‘पूरे अध्ययन के बाद ही टीकों को मंजूरी मिलती है। लेकिन बिना तथ्य के टीका को लेकर कुछ नहीं कहा जाए क्योंकि इससे लोगों बेवजह फिर झिझक पैदा होगी।' मांडविया ने कहा कि कोरोना वायरस अपना स्वरूप बदलता रहता है। इनके जिनोम अनुक्रमण के लिए देश में 36 प्रयोगशालाएं हैं। खबर शेयर करें अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और 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पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/eyes-of-family-moist-rajnath-singh-ajit-doval-and-khattar-pay-last-tribute-to-brigadier-lidder-75968,"परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि","नयी दिल्ली में शुक्रवार को ब्रिगेडियर एलएस दिद्दर को अंतिम विदाई देती उनकी पत्नी। प्रेट्र नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुए ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर को उनकी पत्नी, बेटी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को अंतिम विदाई दी। तमिलनाडु में हुए इस हादसे में भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर और 10 अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी। पिता के पार्थिव शरीर को आखिरी सलाम करने पहुंची ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर की बेटी। ब्रिगेडियर लिड्डर के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार से पहले दिल्ली छावनी में बराड़ चौक पर रखा गया था। जून 26,1969 को जन्मे ब्रिगेडियर लिड्डर जनवरी 2021 से सीडीएस के रक्षा सहायक थे। उन्हें दिसंबर 1990 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जेएकेआरआईएफ) में शामिल किया गया था और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक बल के तौर पर कांगो में जेएकेआरआईएफ की एक बटालियन की कमान संभाली थी। उन्होंने भारत की उत्तरी सीमाओं पर भी एक ब्रिगेड की कमान संभाली थी। ब्रिगेडियर लिड्डर ने सैन्य संचालन निदेशालय के निदेशक और कजाखस्तान में रक्षा सहायक के रूप में भी सेवाएं दीं। मेजर जनरल रैंक के लिए स्वीकृत ब्रिगेडियर लिड्डर एक डिवीजन की कमान संभालने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी गीतिका लिड्डर और एक बेटी है। पत्नी और बेटी ने भी उन्हें अंतिम विदाई दी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/gold-ornaments-worth-3-crores-donated-in-tirupati-temple-75982,तिरुपति मंदिर में 3 करोड़ के सोने के गहने किए गए दान,"प्रतीकात्मक फोटो तिरुपति, 10 दिसंबर (एजेंसी) तिरुमला के प्राचीन पहाड़ी मंदिर में पीठासीन देवता वेंकटेश्वर की दिव्य हथेलियों को सजाने के लिए रत्न जड़ित सोने के दस्ताने एक भक्त ने शुक्रवार को भेंट किए। उसने अपनी मन्नत पूरी होने पर ये दस्ताने दान किए। मंदिर के एक अधिकारी ने बताया कि तिरुमला में रहने वाले एक परिवार ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी ए. वेंकट धर्मा रेड्डी को ये दस्ताने सौंपे। अधिकारी ने बताया कि सोने के दस्तानों का भार करीब 5.3 किलोग्राम है अैर इसकी कीमत तीन करोड़ रुपये है, जो पहाड़ी मंदिर के गर्भगृह में भगवान वेंकटेश्वर को सुशोभित करेंगे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली 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https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/delhi-woman-who-came-in-contact-with-a-person-infected-with-39omicron39-infected-with-corona-75972,‘ओमीक्रोन' से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आई दिल्ली की महिला कोरोना से संक्रमित,"प्रतीकात्मक फोटो नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) राजस्थान में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन' की चपेट में आए व्यक्ति के सम्पर्क में आई महिला दिल्ली में संक्रमित पाई गई हैं और उन्हें लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि महिला बृहस्पतिवार को संक्रमित पाई गईं। वह कहीं भी विदेश यात्रा पर नहीं गईं थी। उनके परिवार के 17 लोग भी पृथक-वास में हैं। अधिकारी ने बताया कि उन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनके नमूनें जीनोम अनुक्रमण के लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र भेजे गए हैं। दिल्ली में रविवार को ‘ओमीक्रोन' का पहला मामला सामने आया था। तंजानिया से दिल्ली लौटा 37 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाया गया था, जबकि उसका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। खबर शेयर 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आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/more-than-8500-new-cases-in-the-country-the-number-of-patients-under-treatment-increased-to-94943-75971,"देश में 8500 से अधिक नये मामले, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94943","नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 8,503 नये मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 3,46,74,744 हो गई है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,943 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 624 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,74,735 हो गई। देश में लगातार 43 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,943 हो गई, जो कुल मामलों का 0.27 फीसदी है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 201 की वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.66 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 67 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.72 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 26 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,41,05,066 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/lok-sabha-approval-of-bills-75857,विधेयकों को लोकसभा की मंजूरी,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) लोकसभा ने केंद्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन संशोधन विधेयक को बृहस्पतिवार को मंजूरी प्रदान कर दी जिसमें सार्वजनिक हित में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशकों के कार्यकाल को एक बार में एक वर्ष बढ़ाने और पांच वर्ष की अवधि तक उसे विस्तार दिये जाने का प्रावधान है। अभी तक इनके कार्यकाल की सीमा दो वर्ष थी। निचले सदन में विधेयकों पर हुई चर्चा का जवाब देते कार्मिक, लोक शिकायत, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इस विधेयक को लाने का मकसद यह है कि इससे जुड़े मुद्दों का वृहद अंतरराष्ट्रीय प्रभाव है क्योंकि विदेशी धनशोधन के मामले जुड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने भी यह सुझाव दिया है कि देशों को अपनी क्षमताओं को बढ़ाना चाहिए और एजेंसियों में उच्च मानदंडों को स्थापित करना चाहिए। जितेन्द्र सिंह ने विपक्ष के कुछ सदस्यों की टिप्पणियों के हवाले से कहा कि इस विधेयक को बिना पढ़े ही निष्कर्ष निकाला जा रहा है और भ्रमित करने वाला बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक कानून में कार्यकाल के संबंध में केवल न्यूनतम सीमा तय थी और कार्यकाल को लेकर कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गई थी, हमने इसकी सीमा पांच वर्ष तय कर दी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी भी देश की ऐसी एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों के कार्यकाल की सीमा दो वर्ष नहीं है। सिंह ने कहा कि सीबीआई, ईडी के निदेशकों का चयन शीर्ष स्तर की समिति करती है, ऐसे में अगर ऐसी समिति की बुद्धिमता पर भरोसा नहीं होगा, तब कौन फैसला करेगा। मंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने इन विधेयकों से संबंधित अध्यादेशों को निरानुमोदित करने वाले सांविधिक संकल्पों को नामंजूर कर और कुछ विपक्षी सदस्यों के संशोधनों को खारिज करते हुए ध्वनिमत से ‘केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021' और ‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक, 2021' को मंजूरी दे दी। आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन और कांग्रेस के मनीष तिवारी ने सदन में संबंधित अध्यादेशों को निरानुमोदित करने का सांविधिक संकल्प पेश किया था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/people-in-the-race-for-new-cds-naravane-at-the-forefront-75860,नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) सरकार जल्द ही अगले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करेगी और इस दौड़ में सबसे आगे सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे हैं। सरकार यह कदम तब उठा रही है जब कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों का कहना है कि जनरल नरवणे को इस पद पर नियुक्त करना विवेकपूर्ण कदम होगा, क्योंकि वह 5 महीने के अंदर सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इस मामले से अवगत लोगों ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार सेना, नौसेना और वायु सेना के वरिष्ठ कमांडरों की एक समिति बनाएगी। तीनों सेनाओं से अगले दो-तीन दिनों के अंदर मिलने वाली अनुशंसा के आधार पर समिति को अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर इसे मंजूरी के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद नामों पर विचार के लिए उन्हें कैबिनेट की नियुक्ति समिति के पास भेजा जाएगा जो भारत के अगले सीडीएस के नाम पर अंतिम निर्णय लेगी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/neet-pg-counseling-movement-postponed-for-a-week-75861,नीट-पीजी काउंसलिंग आंदोलन एक सप्ताह के लिए स्थगित,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) नीट-पीजी 2021 की काउंसलिंग में विलंब को लेकर देशव्यापी प्रदर्शन कर रहे रेजीडेंट डॉक्टरों के एक संगठन ने बृहस्पतिवार को कहा कि आंदोलन को ‘एक सप्ताह के लिए स्थगित' किया गया है। फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (एफओआरडीए) ने एक बयान में कहा कि मुद्दे के संबंध में पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम और बुधवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और अन्य के निधन के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया। बयान में एफओआरडीए की ओर से आहूत विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले सभी रेजीडेंट डॉक्टरों के प्रति आभार प्रकट किया गया और तत्काल प्रभाव से सभी सेवाएं बहाल करने की बात कही। बयान में कहा गया कि अगर इस मामले का हल 16 दिसंबर तक नहीं निकाला जाता है तो वे स्वास्थ्य संस्थाओं में कोविड-19 देखरेख को छोड़कर बाकी सभी सेवा बंद करने के लिए मजबूर होंगे। एफओआरडीए के अध्यक्ष डॉक्टर मनीष ने दावा किया कि सभी आरडीए इस फैसले के साथ हैं। वहीं, दिल्ली के सरकारी मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर आकाश ने कहा कि उन्होंने अब तक इस पर निर्णय नहीं लिया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : 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हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/accident-investigation-started-black-box-found-75854,"हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला","नयी दिल्ली/कुन्नूर, 9 दिसंबर (एजेंसी) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों को बताया कि तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के एक दल ने शुरू कर दी है। इस हादसे में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मृत्यु हो गई। राजनाथ सिंह ने पहले लोकसभा और बाद में राज्यसभा में दिये गए अपने बयान में कहा, ‘प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत बुधवार को वेलिंग्टन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों से संवाद करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर थे। जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलूर से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से पूर्वाह्न 11:48 बजे उड़ान भरी थी। हेलीकॉप्टर को दोपहर 12:15 बजे वेलिंग्टन में उतरना था। सुलूर वायु यातायात नियंत्रक का 12:08 बजे हेलीकॉप्टर से संपर्क टूट गया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। मौके पर जाकर उन्होंने हेलीकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहुंचा।’ नयी िदल्ली में पालम एयरबेस पर बृहस्पतिवार रात जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (दाएं) जनरल रावत की दोनों बेिटयां। -रा रक्षा मंत्री ने बताया कि सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दड़, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और वीर साई तेजा शामिल थे। वहीं, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु सेना के इस हेलीकॉप्टर का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर यानी ‘ब्लैक बॉक्स’ मिल गया है। प्राधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स की तलाश का दायरा दुर्घटनास्थल से 300 मीटर से बढ़ाकर एक किलोमीटर तक कर दिया था, जिसके बाद इसे बरामद कर लिया गया। सूत्रों ने बताया कि फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर समेत 2 बॉक्स एक स्थान से बरामद हुए हैं। हादसे की वजह का पता लगाने के लिए इन्हें दिल्ली या बेंगलुरू ले जाया जा सकता है। ब्लैक बॉक्स से इस हादसे से पहले के घटनाक्रम संबंधी अहम जानकारी मिल सकती है। 13 में से केवल 3 के शव की पहचान हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में से केवल सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ के शवों की पहचान की जा सकी है। अधिकारियों ने कहा कि केवल पहचान किए गए लोगों के शवों को उनके परिजनों को सौंपा जायेगा। एक अधिकारी ने कहा, ‘शेष शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। पार्थिव शरीर को पहचान संबंधी औपचारिकताएं पूरी होने तक सैन्य अड्डे अस्पताल के शवगृह में रखा जाएगा।' खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/chandrayaan-3-launch-in-the-second-quarter-of-2022-75856,चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 2022 की दूसरी तिमाही में,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में बताया कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 2022-23 की दूसरी तिमाही में होने की संभावना है। एक लिखित जवाब में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा, ‘चंद्रयान-3 मिशन प्राप्ति के अग्रिम चरण में है। नोडन मॉड्यूल और रोवर मॉड्यूल दोनों के सभी प्रणालियों को प्राप्त एवं एकीकृत किया गया है और उनका परीक्षण किया गया है।’ खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pat-cummins-tweet-gets-most-39retweets39-75850,पैट कमिंस का ट्वीट सबसे अधिक हुआ ‘रिट्वीट’,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर पैट कमिंस द्वारा भारत में कोविड-19 राहत प्रयासों के लिए दान की घोषणा संबंधी ट्वीट को इस साल सबसे अधिक रिट्वीट किया गया। विराट कोहली के बेटी के जन्म की जानकारी देने वाले ट्वीट को भारत में सबसे अधिक ‘लाइक’ मिले। ट्विटर की ‘ओनली ऑन ट्विटर : गोल्डन ट्वीट्स ऑफ 2021’ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘हैशटैग’ कोविड-19, किसान प्रदर्शन, टीम इंडिया, टोक्याे 2020, आईपीएल 2021, इंडिया बनाम इंगलैंड, ‘मास्टर (फिल्म), बिटकॉइन और परमिशन टू डांस (दक्षिण कोरिया बैंड बीटीएस का गीत) का सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया। इस रिपोर्ट में एक जनवरी से 15 नवंबर 2021 के बीच भारत में ट्विटर पर इस्तेमाल किए गए ‘रिट्वीट’ और ‘लाइक’ के विकल्प का विश्लेषण किया गया है। ट्विटर ने कहा, ‘भारत के कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में आने के बाद, दुनियाभर के लोग मदद को सामने आए। इनमें से ही एक थे, ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर पैट कमिंस, जिन्होंने भारत के लिए एक राशि दान की थी और ट्विटर पर बाकी लोगों से भी ऐसा करने की अपील की थी। उनकी उदारता को देश के लोगों ने बहुत सराहा और वह भारत में 2021 का सबसे अधिक ‘रिट्वीटेड ट्वीट’ बन गया।’ इस ट्वीट को 15 नवंबर तक 1,14,000 बार रिट्वीट किया गया और यह इस साल सबसे अधिक 21,900 बार ‘कोट’ किए जाने वाला ट्वीट भी बना। इस साल की शुरुआत में विराट कोहली ने ट्विटर पर बेटी के जन्म की जानकारी दी थी, जो 2021 का सबसे अधिक 538,200 बार ‘लाइक’ किया गया ट्वीट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक लेने की जानकारी देते हुए साझा की गयी तस्वीर, इस साल सरकार का सबसे अधिक ‘रिट्वीटेड ट्वीट’ बना। इसे 45,100 बार रिट्वीट किया गया था और 2,25,800 लाइक मिले थे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/demand-for-keeping-children-suffering-from-type-1-diabetes-in-the-disabled-category-in-rajya-sabha-75978,राज्यसभा में उठी टाइप-1 मधुमेह से पीड़ित बच्चों को दिव्यांग श्रेणी में रखने की मांग,"प्रतीकात्मक फोटो नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) टाइप-1 मधुमेह से पीड़ित बच्चों को दिव्यांग श्रेणी में रखे जाने की मांग करते हुए राज्यसभा में एक मनोनीत सदस्य ने शुक्रवार को कहा कि इस रोग को दुर्लभ बीमारी के लिए राष्ट्रीय नीति में शामिल भी किया जाना चाहिए। उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए मनोनीत सदस्य सुरेश गोपी ने कहा कि टाइप-1 मधुमेह की स्थिति में, शर्करा का संतुलित स्तर बनाए रखने के लिए अग्नाशय में पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन हार्मोन का उत्पादन नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि कम इन्सुलिन उत्पादन होने पर हाइपो ग्लाइसेमिया और अधिक इन्सुलिन उत्पादन होने पर हाइपर ग्लाइसेमिया की समस्या होती है और दोनों ही घातक हैं। उन्होंने कहा कि अकेले केरल में टाइप-1 मधुमेह से प्रभावित बच्चों की संख्या 3,000 से अधिक है और पूरे देश में करीब 50,000 बच्चे इस बीमारी से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को ग्लूकोमीटर तथा अन्य आवश्यक उपकरणों की जरूरत होती है जो महंगे आते हैं और इलाज भी महंगा होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई बच्चों के माता-पिता के लिए इस बीमारी के इलाज का खर्च उठा पाना संभव नहीं होता। उन्होंने कहा ‘इन्सुलिन का स्तर शरीर में बनाए रखने के लिए हर दिन कई बार बच्चे की जांच की जाती है जिसके लिए ग्लूकोमीटर की जरूरत पड़ती है।' गोपी ने कहा कि कई देशों में टाइप-1 मधुमेह प्रभावित बच्चों को दिव्यांग श्रेणी में रखा गया है जिसके तहत उन्हें आवश्यक सुविधाएं दी जाती हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि भारत में भी टाइप-1 मधुमेह से प्रभावित बच्चों को दिव्यांग श्रेणी में रखा जाए ताकि उन्हें पढ़ाई और रोजगार में आवश्यक छूट मिल सके। साथ ही उन्होंने कहा कि इस रोग को दुर्लभ बीमारी के लिए राष्ट्रीय नीति में शामिल किया जाना चाहिए। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/air-quality-in-delhi-in-39poor39-category-minimum-temperature-at-9-degrees-celsius-75974,"दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब' श्रेणी में, न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस","प्रतीकात्मक फोटो नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘खराब' श्रेणी में रहा। सुबह नौ बजे एक्यूआई 320 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बृहस्पतिवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 361 था। फरीदाबाद में एक्यूआई 283, गुरुग्राम में 287, नोएडा में 304 और ग्रेटर नोएडा में 286 दर्ज किया गया। जबकि गाजियाबाद में एक्यूआई 309 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब' श्रेणी में आता है। शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है। भारत मौमस विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, अधिकतम तापमान के 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 92 प्रतिशत रहा। आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 8.4 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/demand-for-integrated-theater-command-arose-in-ras-75871,रास में उठी एकीकृत थिएटर कमान की मांग,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) राज्यसभा में बृहस्पतिवार को सेना की एकीकृत थिएटर कमान गठित किए जाने की मांग करते हुए भाजपा के एक सदस्य ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। भाजपा के डॉ. अशोक बाजपेयी ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि करगिल युद्ध के बाद गठित एक समिति ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष के पद के सृजन और एकीकृत थिएटर कमान गठित किए जाने की सिफारिश की थी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/drug-education-and-research-institute-bill-passed-75855,औषध शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान बिल पास,"नयी दिल्ली (एजेंसी) : संसद ने राष्ट्रीय औषध शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2021 को मंजूरी प्रदान कर दी। इसमें देश में इस तरह के 6 संस्थानों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने और फार्मा क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के प्रावधान किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय औषध शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान को मजबूती प्रदान करेगा। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/explosion-in-rohini-court-one-person-injured-75851,"रोहिणी कोर्ट में विस्फोट, एक व्यक्ति घायल","नयी दिल्ली (एजेंसी) : दिल्ली में रोहिणी जिला अदालत में अदालत कक्ष 102 के भीतर बृहस्पतिवार सुबह विस्फोट होने से एक व्यक्ति घायल हो गया। ऐसी आशंका है कि एक लैपटॉप बैग में विस्फोट हुआ। यह विस्फोट पूर्वाह्न करीब साढ़े दस बजे हुआ। ‘घटनास्थल की घेराबंदी करके फॉरेंसिक और एनएसजी के दल ने निरीक्षण किया।' अदालत में कार्यवाही निलंबित कर दी गयी। दमकल अधिकारियों को 10 बजकर 40 मिनट पर विस्फोट की जानकारी मिली जिसके बाद घटनास्थल पर सात अग्निशमन गाड़ियां भेजी गईं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/omicron-form-found-in-2-samples-from-mumbai-75848,मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप,"अहमदाबाद में बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य कर्मी को दिखाने के लिए मोबाइल में कोरोना टीकाकरण सर्टिफिकेट ढूंढती दुल्हन। -रायटर नयी दिल्ली/मुंबई, 9 दिसंबर (एजेंसी) नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय यात्री उड़ानों को जहां अगले साल 31 जनवरी तक निलंबित रखने का फैसला किया है, वहीं मुंबई में संक्रमितों के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण के दौरान 2 में नया ओमीक्रोन स्वरूप पाया गया है। दो रोगियों को क्योंकि पहले से ही नये स्वरूप के संक्रमितों की संख्या में शामिल कर लिया गया है, इसलिए मुंबई में इसकी संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है। उधर उड्डयन महानिदेशालय ने कोरोना वायरस स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच विगत एक दिसंबर को निर्णय किया था कि वह सेवाओं को 15 दिसंबर से बहाल नहीं करेगा। बृहस्पतिवार को इसने कहा, ‘सक्षम प्राधिकारी ने भारत से आने-जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी, 2022 को रात 11 बजकर 59 मिनट तक बढ़ाने का फैसला किया है।' कोरोना महामारी के चलते भारत में 23 मार्च, 2020 से निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय यात्री सेवाओं को निलंबित कर रखा है। हालांकि, वंदे भारत मिशन के तहत मई 2020 से और जुलाई 2020 से चुनींदा देशों के साथ द्विपक्षीय ‘एयर बबल' व्यवस्था के तहत विशेष अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं। भारत ने लगभग 32 देशों के साथ एयर बबल समझौते किए हैं। दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि कोविड-19 के क्लीनिकल उपचार में उपयोग होने वाली 8 महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें। ओमीक्रोन स्वरूप के लिए जन स्वास्थ्य तैयारियों और टीकाकरण की प्रगति की वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उक्त निर्देश दिए। संक्रमण के 9419 नये मरीज : देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 9419 नये मरीज सामने आने के साथ कुल मामलों की संख्या 3,46,66,241 हो गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस अवधि में 159 और संक्रमितों की मौत हुई है। देश में कोरोना रोधी टीकों की 130.39 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। मुंबई में 211 कोविड-19 संक्रमितों के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला है कि 2 में नया ओमीक्रोन स्वरूप है, जबकि 89% में डेल्टा ‘डेरिवेटिव' (यौगिक) और 11 प्रतिशत में डेल्टा स्वरूप है। जिनके नमूने एकत्र किए गए थे, उनमें से किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/helicopter-accident-broken-axle-of-police-vehicle-carrying-dead-bodies-collides-with-wall-the-second-car-of-the-convoy-also-became-a-victim-of-the-accident-75842,"हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार!","चेन्नई, 9 दिसंबर (एजेंसियां) वायु सेना हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गये जवानों का शव ले जाने वाले काफिले की एक एम्बुलेंस हादसे का शिकार हो गयी। जब एम्बुलेंस और सुरक्षा वाहनों का काफिला वेलिंगटन से सुलूर हवाई अड्डे की ओर जा रहा था, तभी पुलिस वैन का एक्सल टूट गया। चालक ने वाहन को रोकने का प्रयास किया मगर इसी क्रम में गाड़ी सड़क किनारे दीवार से जा टकरायी। इसमें 7 पुलिसकर्मी घायल हो गये जन्हें अस्पताल भेजा गया। शवों को दूसरी एम्बुलेंस में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके कुछ देर बाद ही एक और पुलिस वैन वेलिंगटन से सुलूर के रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। उल्लेखनीय है कि बुधवार दोपहर कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई। शवों को आज सुबह सैन्य अस्पताल से वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अन्य लोगों ने दिवंगत आत्माओं को अंतिम श्रद्धांजलि दी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/group-captain-varun-singh-the-lone-survivor-of-the-helicopter-accident-is-being-shifted-to-bangalore-hospital-father-col-r-kp-singh-informed-75841,"हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी","ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।-फाइल फोटो (आईएएनएस) भोपाल, 9 दिसंबर (एजेंसी) तमिलनाडु के कुन्नूर के पास बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) के पी सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि उनके बेटे वरूण को तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित सैन्य अस्पताल से बेंगलुरु के एक अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है। इस हादसे में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मृत्यु हो गई थी। भोपाल के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह ने फोन पर बातचीत में कहा, ‘उन्हें (वरूण को) बेंगलुरु शिफ्ट (स्थानांतरित) किया जा रहा है। मैं वेलिंगटन पहुंच गया हूं।' वरूण सिंह की हालत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘अभी मैं उनकी स्थिति के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता पाऊंगा।'' यहां एयरपोर्ट रोड पर ‘सन सिटी' स्थित केपी सिंह के आवास के पड़ोस में रहने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) ईशान आर ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ठीक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब बुधवार को यह दुर्भाग्यपूर्ण खबर के पी सिंह को मिली तब वह और उनकी पत्नी उमा अपने छोटे बेटे तनुज के मुंबई स्थित घर में थी। तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं। ईशान ने कहा, ‘मैंने आज सुबह कर्नल के पी सिंह से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि उनका बेटा फाइटर (योद्धा) है और वह इस संकट को भी पार कर लेगा।' उन्होंने याद दिलाया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने इससे पहले पिछले साल तेजस विमान की परीक्षण उड़ान के दौरान आई बड़ी तकनीकी खामी के बाद विमान को आपातकालीन स्थित में सुरक्षित उतार लिया था और वह सुरक्षित बच गये थे। उनकी बहादुरी के लिए उन्हें इसी साल शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/tricolour-coated-coffins-brought-to-the-madras-regimental-center-in-wellington-floral-tributes-paid-to-general-bipin-rawat-75837,"तिरंगे में लिपटे ताबूतों को वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर पर लाया गया, जनरल बिपिन रावत को पुष्पांजलि अर्पित कर दी गयी श्रद्धांजलि","तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी।-प्रेट्र कुन्नूर (तमिलनाडु), 9 दिसंबर (एजेंसी) भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों को बृहस्पतिवार को पुष्पांजलि अर्पित की गई। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, तमिलनाडु के मंत्रियों और अन्य ने यहां पास में वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में हादसे में मारे गए व्यक्तियों के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि और पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। तिरंगे में लिपटे ताबूतों को सेना के ट्रकों से कार्यक्रम स्थल पर लाया गया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी। तमिलनाडु के मंत्रियों के. एन. नेहरू, एम. पी. सामीनाथन और के. रामचंद्रन, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों एवं सेना के जवानों सहित अन्य ने भी दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी। भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य की बुधवार को यहां पास में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गयी थी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था 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बताया, ‘‘ आगे की जांच के लिए उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/gen-rawat-left-an-indelible-mark-on-india-us-defense-partnership-us-75835,जनरल रावत ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी पर एक अमिट छाप छोड़ी : अमेरिका,"प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत।-फाइल फोटो वाशिंगटन, 9 दिसंबर (एजेंसी) अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों के कड़े समर्थक थे और उन्होंने दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूत करने में मदद की थी। गौरतलब है कि बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के समीप भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य लोगों की मौत हो गयी। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बुधवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम भारत में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत की खबर सुनकर बहुत दुखी हैं। जनरल रावत एक महत्वपूर्ण भागीदार थे।' उन्होंने कहा, ‘वह अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी के कड़े समर्थक थे। उन्होंने दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूत करने में मदद की। इन संबंधों में उनकी अहम भूमिका थी। जनरल के परिवार, उस विमान में सवार सभी लोगों के परिवारों और जाहिर तौर पर भारत के लोगों के प्रति हम संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।' पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने एक अलग संवाददाता सम्मेलन में कहा कि समस्त रक्षा विभाग की ओर से रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत के निधन के बाद रावत के परिवार, भारतीय सेना और भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। किर्बी ने कहा, ‘उन्होंने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी पर एक अमिट छाप छोड़ी है और वह भारतीय सशस्त्र सेनाओं के एकीकृत युद्धक क्षमता वाले संगठन के रूप में उभरने में केंद्रीय भूमिका में थे।’ उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘रक्षा मंत्री को इस साल की शुरुआत में उनसे मिलने का मौका मिला था और वह उन्हें महत्वपूर्ण भागीदार और अमेरिका का मित्र मानते हैं।' अमेरिका के कई शीर्ष सांसदों ने भी इस दुखद घटना में भारतीय जनरल की मौत पर शोक जताया है। सीनेटर रिक स्कॉट ने कहा, ‘मैं जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य चालक दल के सदस्यों और यात्रियों की दुखद मृत्यु पर शोकाकुल नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। भारत मजबूत है और दुख की इस घड़ी में अमेरिका आपके साथ खड़ा है।' सीनेटर बिल हागर्टी ने कहा, ‘भारतीय सशस्त्र सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 12 अन्य लोगों की दुखद मृत्यु के बाद मैं भारत के लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उनके परिवारों के प्रति मेरी सहानुभूति है।' खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/laptop-explodes-in-delhi39s-rohini-court-work-suspended-75834,"दिल्ली की रोहिणी अदालत में लैपटाप में विस्फोट, कामकाज निलंबित","फाइल फोटो नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) दिल्ली की रोहिणी अदालत में बृहस्पतिवार सुबह एक विस्फोट हो गया। दमकल अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, अदालत में एक लैपटॉप में विस्फोट हो गया। पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है। दमकल अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पूर्वाह्न 10 बजकर 40 मिनट पर विस्फोट की जानकारी मिली जिसके बाद घटनास्थल पर सात अग्निशमन गाड़ियां भेजी गईं। अधिकारियों ने बताया कि अदालत में कार्यवाही निलंबित कर दी गयी है। अभी विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/helicopter-crash-flight-data-recorder-39black-box39-recovered-75832,हेलीकॉप्टर दुर्घटना : फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद,"कुन्नूर (तमिलनाडु), 9 दिसंबर (एजेंसी) रक्षा अधिकारियों ने तमिलनाडु में यहां बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर यानी ‘ब्लैक बॉक्स' बरामद कर लिया है। इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गयी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्राधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स की तलाश का दायरा दुर्घटनास्थल से 300 मीटर दूर से बढ़ाकर एक किलोमीटर तक कर दिया था, जिसके बाद इसे बरामद कर लिया गया। सूत्रों ने बताया कि फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर समेत दो बॉक्स एक स्थान से बरामद किए गए हैं। हादसे की वजह का पता लगाने के लिए इन्हें दिल्ली या बेंगलुरू ले जाया जा सकता है। ब्लैक बॉक्स से बुधवार को पर्वतीय क्षेत्र में हुए इस हादसे से पहले के घटनाक्रम संबंधी अहम जानकारी मिलेगी। एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर के बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त होने और आग लगने से उसमें सवार 63 वर्षीय रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गयी। हादसे में केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा है। कातेरी-नंजप्पनचथिराम इलाके में जब यह दुर्घटना हुई, उस समय जनरल रावत डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी), वेलिंगटन में संकाय सदस्यों और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने जा रहे थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी बृहस्पतिवार को दुर्घटनास्थल गए और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इलाके का निरीक्षण किया। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हो रहा है जिसमें एक हेलीकॉप्टर एक पर्वतीय इलाके के पास वायु क्षेत्र से गायब होते दिख रहा है। इस हेलीकॉप्टर को बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुआ हेलीकॉप्टर बताया जा रहा है। बहरहाल, वायु सेना ने इस वीडियो के बारे में कोई पुष्टि नहीं की है। ऐसा बताया गया है कि यह वीडियो एक पर्यटक ने बनाया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का 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https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/lance-naik-vivek-kumar-of-jaisinghpur-kangra-also-martyred-in-kannur-helicopter-crash-75831,कन्नूर हेलीकॉप्टर क्रैश में कांगड़ा के जयसिंहपुर के लांस नायक विवेक कुमार भी हुए शहीद,"फाइल फोटो जीसी पठानिया/निस धर्मशाला, 9 दिसंबर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर क्षेत्र से संबंध रखने वाले लांस नायक विवेक कुमार भी हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए हैं। विवेक सीडीएस बिपिन रावत के पीएसओ के पद पर तैनात थे। बता दें कि सीडीएस विपिन रावत का हेलीकॉप्टर दक्षिण भारत के तमिलनाडु के कन्नूर के नीलगिरि में हादसे का शिकार हुआ। सीएम जयराम ठाकुर ने लांसनायक विवेक के निधन पर शोक व्यक्त किया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/a-team-of-three-services-under-the-leadership-of-air-marshal-manvendra-singh-has-started-investigation-into-the-helicopter-crash-rajnath-singh-75829,एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के दल ने शुरू की हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच : राजनाथ सिंह,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों को बताया कि तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के एक दल ने शुरू कर दी है। इस हादसे में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मृत्यु हो गई। राजनाथ सिंह ने पहले लोकसभा और बाद में राज्यसभा में दिये गए अपने बयान में कहा, ‘‘प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत बुधवार को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों से संवाद करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर थे।'' सिंह के अनुसार, ‘‘ जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलुर से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से पूर्वाह्न 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी। हेलीकॉप्टर को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंगटन में उतरना था। सुलूर वायु यातायात नियंत्रक का 12 बजकर 8 मिनट पर हेलीकॉप्टर से संपर्क टूट गया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। मौके पर जाकर उन्होंने हेलीकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहुंचा।'' रक्षा मंत्री ने बताया कि हेलीकॉप्टर में से लोगों को निकालकर यथाशीघ्र वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गयी जिनमें सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं। सिंह ने बताया कि अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे। उन्होंने बताया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं। रक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि दिवंगत सैन्य कर्मियों के पार्थिव शरीर वायु सेना के विमान से आज शाम तक दिल्ली लाये जाएंगे। जनरल रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी को कल ही दुर्घटना स्थल पर भेज दिया गया था और उन्होंने वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया। सिंह ने बताया कि दुर्घटना की जांच के लिए एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में तीनों सेनाओं के एक दल द्वारा जांच किए जाने का आदेश दिया गया है और इस दल ने वेलिंगटन पहुंचकर जांच का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने दिवंगत सैन्यकर्मियों को अपनी और पूरे देश की तरफ से श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। दोनों सदनों में दिवंगत सैन्य कर्मियों के सम्मान में कुछ पलों का मौन रखा गया। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/40-bmw-cars-caught-on-fire-75744,आग से जलीं 40 बीएमडब्ल्यू कारें,"ठाणे, 8 दिसंबर (एजेंसी) महाराष्ट्र के नवी मुंबई के तुर्भे एमआईडीसी इलाके में एक शोरूम में भीषण आग लगने से बीएमडब्ल्यू की कम से कम 40 कार खाक हो गईं। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि हादसे में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। दमकल सेवा के प्रमुख दमकल अधिकारी आरबी पाटिल ने बताया कि दमकल की 10 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pradhan-mantri-gramin-awas-yojana-extended-till-march-2024-75739,प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना मार्च 2024 तक बढ़ी,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण को जारी रखने को बुधवार को मंजूरी दे दी जिसके तहत इसे मार्च 2021 से मार्च 2024 तक बढ़ाने की बात कही गई है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि इसके तहत ग्रामीण इलाकों में सभी को आवास सुनिश्चित किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में ग्रामीण क्षेत्रों में सभी को आवास के संबंध में आकलन किया गया था कि 2.95 करोड़ लोगों के पक्के मकान की जरूरत होगी । इसमें बड़ी संख्या में परिवारों को आवास प्रदान किये गए हैं । खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/law-commission-is-not-being-made-a-statutory-body-75734,वैधानिक निकाय नहीं बनाया जा रहा विधि आयोग,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) विधि एवं न्याय मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराया है कि विधि आयोग को एक वैधानिक निकाय बनाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। मंत्रालय ने भाजपा नेता और अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय की जनहित याचिका के जवाब में दाखिल हलफनामे में यह जानकारी दी है। उपाध्याय ने अपनी याचिका में विधि आयोग को ‘वैधानिक निकाय’ घोषित करने और इसके अध्यक्ष एवं सदस्य नियुक्त करने का निर्देश देने का केंद्र सरकार से अनुरोध किया है। मंत्रालय ने हलफनामा में कहा है कि उपाध्याय द्वारा दायर याचिका तुच्छ है और यह सुनवाई योग्य नहीं है। मंत्रालय ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की नीयत साफ नहीं है और उन्होंने जो, मुद्दा उठाया है, वह स्पष्ट रूप से सत्ता के पृथक्करण के सिद्धांत से इतर है और वर्तमान में विधि आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति का मामला सरकार के पास है।’ हलफनामा में कहा गया है कि 22 वें विधि आयोग का गठन 21 फरवरी, 2020 को किया गया था, और अध्यक्ष एवं सदस्य की नियुक्ति संबंधित अधिकारियों के पास विचाराधीन है। हालांकि विधि आयोग को सांविधिक निकाय बनाने का कोई प्रस्ताव अभी विचाराधीन नहीं है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/8439-new-cases-of-corona-75728,कोरोना के 8439 नये मामले,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) देश में एक दिन में कोरोना के 8439 नये मामले सामने आये। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 93,733 रह गयी, जो 555 दिन में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के 195 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,73,952 हो गयी। पिछले 24 घंटें में कोरोना के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1281 की कमी दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.36 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.70 प्रतिशत दर्ज की गयी। देश में कोरोना की चपेट में आ चुके लोगों की संख्या बढ़कर 3,46,56,822 हो गयी है। कुल 3,40,89,137 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। मंत्रालय के अनुसार, कोरोना रोधी टीकों की 129.54 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/solapur-deputy-mayor-tadipar-for-2-years-75727,सोलापुर के उपमहापौर 2 साल के लिए तड़ीपार,"पुणे (एजेंसी) : महाराष्ट्र में सोलापुर शहर की पुलिस ने स्थानीय नगर निकाय के उपमहापौर राजेश काले को 2 साल के लिए तड़ीपार कर दिया है। उनके खिलाफ उगाही, सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने समेत कई मामले दर्ज हैं। काले को सोलापुर और उस्मानाबाद जिलों तथा पुणे जिले के इंदापुर तहसील से तड़ीपार किया गया है। भाजपा पार्षद काले को इस साल के शुरू में पार्टी ने निष्कासित कर दिया था। उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है और कहा है कि वह पुलिस के तड़ीपार करने वाले आदेश के खिलाफ अदालत से इंसाफ की मांग करेंगे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/ed-raids-4-pfi-premises-in-kerala-75726,केरल में पीएफआई के 4 परिसरों पर ईडी के छापे,"नयी दिल्ली (एजेंसी) : ईडी ने बुधवार को धन शोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में केरल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से संबद्ध कम से कम 4 परिसरों पर छापे मारे। एर्नाकुलम और कुछ अन्य स्थानों पर तलाशी ली गई। सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने अपनी जांच के तहत पीएफआई के वित्त पोषण से संबंधित कई दस्तावेज बरामद किए। छापेमारी के दौरान कुछ लोग परिसर के बाहर भी जमा हो गए और नारेबाजी की। जांच एजेंसी देश में सीएए के विरोध में प्रदर्शनों को बढ़ाने, दिल्ली के दंगों और कई अन्य मामलों में इसके कथित ‘वित्तीय संबंध' की जांच कर रही है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/5-trf-terrorists-killed-in-shopian-75722,शोपियां में टीआरएफ के 5 आतंकी ढेर,"प्रतीकात्मक जम्मू, 8 दिसंबर (हप्र) सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के चक चोलान इलाके में 12 घंटों तक चली मुठभेड़ में टीआरएफ के 3 आतंकियों को ढेर कर दिया। स्थानीय पुलिस और सुरक्षाबलों ने आतंकियों की मौजूदगी का पता चलने पर तलाशी अभियान चलाया गया। इसी दौरान आतंकियों का सुरक्षाबलों से सामना हो गया। वहां टीआरएफ से जुड़े आतंकियों को घेर लिया गया था और 12 घंटों की भिड़ंत के बाद ढेर कर दिया गया। जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि कश्मीर में गिनती के बचे हुए आतंकियों को किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले 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गये हैं। यह हादसा तमिलनाडु के नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट कातेरी-नंजप्पनचथिराम इलाके में हुआ। वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर ने जनरल रावत और अन्य को लेकर लगभग 11:45 बजे सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी और इसे ऊटी के वेलिंग्टन में उतरना था। दोपहर करीब 12.20 बजे हादसा हुआ। रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज जा रहे थे। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को क्रैश हुए वायुसेना के एमआई- 17वी5 हेलीकॉप्टर में लगी आग। -प्रेट्र सूत्रों और एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कोहरे की स्थिति में हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर उड़ रहा था और एक घाटी के वन क्षेत्र में क्रैश हो गया। जमीन पर गिरते ही उसमें आग लग गयी। एक प्रत्यक्षदर्शी पेरुमल ने बताया कि हेलीकॉप्टर गिरते समय एक मकान से भी टकराया। उस मकान में कोई नहीं था। उन्होंने बताया कि आग में झुलसे 2 व्यक्ति हेलीकॉप्टर से नीचे गिर गये। स्थानीय लोग घायलों को बचाने के लिए सबसे पहले पहुंचे। हालांकि, वे भीषण लपटों के कारण पीड़ितों की मदद नहीं कर सके और उन्होंने अधिकारियों को सूचित किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तेज आवाज आई, आग की लपटें काफी तेज थीं, जिसमें हेलीकॉप्टर और बड़े-बड़े वृक्ष राख हो गये। हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के सुलुर अड्डे से वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज कॉलेज (डीएससी) जा रहा था तभी वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा घने कोहरे के बीच नंजप्पनचथिराम इलाके में हुआ और शुरुआती दृश्यों में हेलीकॉप्टर में आग की लपटें उठते हुए देखी गयी। बहादुर सपूत खो दिया : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि स्तब्ध और क्षुब्ध हूं। देश ने अपने एक बहादुर सपूत को खो दिया। मातृभूमि के प्रति चार दशकों की नि:स्वार्थ सेवा उनके अद्वितीय शौर्य एवं बहादुरी से परिपूर्ण रही। आज दिल्ली लाये जाएंगे पार्थिव शरीर सेना ने बताया कि इस हादसे में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल एच सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र, लांस नायक विवेक और लांस नायक एस तेजा का भी निधन हो गया है। पुलिस और रक्षा सूत्रों ने बताया कि पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार सुबह हवाई मार्ग से नयी दिल्ली लाये जाएंगे। इससे पहले वेलिंग्टन में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। एमआई-17वी5 : उन्नत परिवहन हेलीकॉप्टर एमआई-17वी5 एक उन्नत सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टर है, जो 2012 से वायुसेना के बेड़े में शामिल है। रशियन हेलीकॉप्टर की सहायक कंपनी ‘कजान’ द्वारा निर्मित ये हेलीकॉप्टर मौसम रडार के साथ ही नवीनतम पीढ़ी के नाइट विजन उपकरणों से लैस हैं। इनमें पीकेवी-8 स्वचालित पायलट प्रणाली की भी सुविधा है। ये 4000 किलोग्राम वजनी सामग्री ले जाने में सक्षम हैं। कई तरह के हमलों से बचाव के लिए आत्म-रक्षा प्रणाली से भी लैस हैं। असाधारण सेवा को कभी नहीं भूलेगा देश ‘तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना से बहुत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया। उन्होंने अत्यंत कर्मठता से भारत की सेवा की। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। जनरल रावत उत्कृष्ट सैनिक थे। सच्चे देशभक्त के रूप में उन्होंने सुरक्षा तंत्र और हमारे सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण में बहुत बड़ा योगदान दिया। रणनीतिक मामलों में उनकी दूरदृष्टि असाधारण थी। भारत के पहले सीडीएस के रूप में उन्होंने रक्षा सुधारों सहित सशस्त्र बलों से संबंधित विभिन्न आयामों पर काम किया। देश उनकी असाधारण सेवा को कभी नहीं भूलेगा। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री देश के लिए अपूरणीय क्षति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मियों के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ। उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। जनरल रावत ने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की है। पहले सीडीएस के रूप में उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों को एक सूत्र में पिरोने की योजना तैयार की थी। इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वालों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। - राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/helicopter-accident-defense-minister-rajnath-talks-to-bipin-rawat39s-daughter-apprises-pm-modi-of-the-situation-75716,"हेलीकॉप्टर हादसा : रक्षा मंत्री राजनाथ ने बिपिन रावत की बेटी से की बात, प्रधानमंत्री मोदी को स्थिति से अवगत कराया","नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। हेलीकॉप्टर में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और कई अन्य अधिकारी सवार थे। सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी है और भारतीय वायु सेना प्रमुख को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा गया है। रावत की स्थिति के बारे में तत्काल कुछ नहीं बताया गया है। सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक भी हुई। रक्षा मंत्री सीडीएस रावत के आवास भी गए और उनकी बेटी से बात की। रक्षा मंत्री के संसद में इस मुद्दे पर बयान देने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ और चालक दल सहित हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। सीडीएस वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दे दिए गए हैं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/airborne-version-of-brahmos-missile-successfully-test-fired-75708,ब्रह्मोस मिसाइल का आकाश से मार करने वाले संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण,"प्रतीकात्मक चित्र बालासोर (ओडिशा), 8 दिसंबर (एजेंसी) भारत ने बुधवार को ओडिशा के तट पर चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का आकाश से मार करने वाले संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने यह जानकारी दी। इस अभियान को ब्रह्मोस के विकास में ‘‘प्रमुख मील का पत्थर'' बताते हुए सूत्रों ने कहा कि मिसाइल के आकाश से मार करने वाले संस्करण का सुबह साढ़े 10 बजे सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमके-आई से परीक्षण किया गया। सूत्रों ने कहा कि इस दौरान पूर्व-नियोजित प्रक्षेप पथ का पालन किया गया और सभी उद्देश्यों को पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रक्षेपण से आकाश से मार करने वाले संस्करण वाली ब्रह्मोस मिसाइलों के बड़े पैमाने पर उत्पादन का रास्ता साफ कर दिया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने परीक्षण में शामिल सभी टीम को बधाई देते हुए कहा कि प्रमुख एजेंसी में विभिन्न प्रयोगशालाओं, शैक्षणिक संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने इस जटिल मिसाइल प्रणाली के परीक्षण, उत्पादन और निर्माण में भाग लिया। सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिशन की सफलता पर डीआरडीओ, भारतीय वायुसेना और अन्य हितधारकों की प्रशंसा की है। इस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के विकास, उत्पादन और विपणन के लिए ब्रह्मोस भारत (डीआरडीओ) और रूस (एनपीओएम) के बीच एक संयुक्त उपक्रम है। आक्रामक मिसाइल हथियार प्रणाली को सशस्त्र बलों में शामिल किया गया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान 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बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/army-helicopter-crashes-in-coonoor-in-nilgiri-district-of-tamil-nadu-75707,"तमिलनाडु : कुन्नूर हेलीकाप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत","हादसाग्रस्त हेलीकाप्टर। कोयंबटूर, 8 दिसंबर (एजेंसियां) चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की तमिलनाडु में नीलगिरि जिले के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे में मौत का समाचार है। सेना ने अधिकारिक ट‍्वीट में यह जानकारी दी है। उल्लेखनीय है कि सुबह वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों को ले जा रहा सेना का हेलीकॉप्टर तमिलनाडु में नीलगिरि जिले के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। सेना के इस हेलीकॉप्टर पर कुल 14 लोग सवार थे। 13 लोगों के मरने की पुष्टि हो गयी है। 11 के शव बरामद कर लिए गए हैं। हादसे के फौरन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दुर्घटना से जुड़ी जानकारी दी गई। सेना के अनुसार हेलीकाप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, ले.कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी.साई. तेजा और हवलदार सतपाल सवार थे। वायुसेना ने हादसे की जांच के आदेश दे दिये हैं। हेलीकॉप्टर क्रैश को लेकर प्रधानमंत्री आवास, लोक कल्याण मार्ग पर सुरक्षा पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति (सीसीएस) बैठक बुलाई गई है। आज शाम 6.30 बजे इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर मौजूद रहेंगे। हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के सुलुर अड्डे से वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज कॉलेज (डीएससी) जा रहा था तभी वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा घने कोहरे के बीच नंजप्पनचथिराम इलाके में हुआ और शुरुआती दृश्यों में हेलीकॉप्टर में आग की लपटें उठते हुए देखी गयी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, 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ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/one-terrorist-was-killed-in-an-encounter-by-the-security-forces-in-shopian-75706,शोपियां में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक आतंकवादी मार गिराया,"प्रतीकात्मक चित्र श्रीनगर, 8 दिसंबर (एजेंसी) जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। आतंकवादी की अभी पहचान नहीं की जा सकी है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों को शोपियां के चक-ए-चोलान गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने गांव की घेराबंदी की और वहां तलाश अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि तलाश अभियान उस समय मुठभेड़ में बदल गया जब आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। अभी उसकी पहचान नहीं की जा सकी है और न ही यह पता चला है कि वह किस समूह से जुड़ा हुआ था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/uttarakhand-cabinet-seal-on-withdrawal-of-devasthanam-board-act-75601,देवस्थानम बोर्ड एक्ट वापसी पर उत्तराखंड मंत्रिमंडल की मुहर,"देहरादून, 7 दिसंबर (एजेंसी) उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने विवादास्पद चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड अधिनियम को समाप्त करने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार शाम हुई मंत्रिमंडल की बैठक में अधिनियम को समाप्त करने की मंजूरी दी गयी। अब इस अधिनियम को निरस्त करने का प्रस्ताव 9 दिसंबर से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान लाया जाएगा। चारों हिमालयी धामों-बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री तथा 49 अन्य मंदिरों के प्रबंधन के लिए गठित देवस्थानम बोर्ड को भंग ​किए जाने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत तीर्थ पुरोहितों की मांग को मानते हुए उत्तराखंड सरकार ने पिछले मंगलवार को इस अधिनियम को वापस लेने का निर्णय लिया था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/mercury-again-below-zero-in-kashmir-75600,कश्मीर में पारा फिर शून्य से नीचे,"श्रीनगर, 7 दिसंबर (एजेंसी) कश्मीर में न्यूनतम तापमान मंगलवार को फिर से शून्य से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने बुधवार से दो दिनों तक घाटी में बारिश की संभावना जतायी है। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कश्मीर में बारामुला जिले के गुलमर्ग रिजॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से सात डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि यह रिजॉर्ट घाटी में सबसे ठंडा स्थान रहा। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/jnanpith-award-to-sapphire-phukan-damodar-maujo-75597,"नीलमणि फूकन, दामोदर मौउजो को ज्ञानपीठ पुरस्कार","नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) असमिया साहित्यकार नीलमणि फूकन को वर्ष 2021 के लिए और कोंकणी के साहित्यकार दामोदर मौउजो को वर्ष 2022 के लिए प्रतिष्ठित ‘ज्ञानपीठ’ पुरस्कार से नवाजा जाएगा। प्रसिद्ध कथाकार व ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रतिभा राय की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में यह फैसला किया गया। वर्ष 1933 में जन्मे फूकन ने कविता की 13 पुस्तकें लिखी हैं। उन्हें पद्मश्री, साहित्य अकादमी, असम वैली अवॉर्ड व साहित्य अकादमी फेलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है। वहीं, दामोदर मौउजो ने करीब 50 साल के लेखन करियर में 6 कहानी संग्रह, 4 उपन्यास, 2 आत्मकथात्मक कृतियाें और बाल साहित्य लिखा है। वह साहित्य अकादमी पुरस्कार, गोवा कला अकादमी साहित्य पुरस्कार, कोंकणी भाषा मंडल साहित्य पुरस्कारों से सम्मािनत हैं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/draft-amendment-to-the-birth-death-registration-act-75592,जन्म-मृत्यु पंजीकरण अधिनियम में संशोधन का मसौदा,"नयी दिल्ली (एजेंसी) : सरकार ने मंगलवार को लोकसभा को सूचित किया कि उसने जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम में संशोधन का मसौदा तैयार किया है। क्या सरकार जन्म और मृत्यु पंजीकरण के आंकड़ों को राष्ट्रीय स्तर पर रखने पर विचार कर रही है, एक सदस्य के इस प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने उक्त जानकारी दी। मसौदा संशोधन में राज्य स्तरीय पंजीकरण रिकॉर्ड का एकीकृत डाटाबेस रखने और इसे राष्ट्रीय स्तर पर डाटाबेस में शामिल करने के लिए प्रावधान जोड़ा गया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/corona-lowest-daily-cases-in-558-days-75591,कोरोना : 558 दिन में सबसे कम दैनिक मामले,"नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत में एक दिन में कोरोना के 6,822 नये मामले सामने आए। पिछले 558 दिन में सामने आए ये सबसे कम दैनिक मामले हैं। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 95,014 हो गई है, जो 554 दिन में सबसे कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण से 220 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,73,757 हो गई। देश में लगातार 11 दिन से केस 10 हजार से कम बने हुए हैं। कोरोना रोधी टीके की 128.76 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter 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दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/drdo-conducted-missile-test-75583,डीआरडीओ ने किया मिसाइल परीक्षण,"बालेश्वर, 7 दिसंबर (एजेंसी) डीआरडीओ ने ओडिशा तट से कम दूरी की मारक क्षमता वाली, जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का मंगलवार को सफल परीक्षण किया। परीक्षण चांदीपुर में दोपहर 3:08 बजे किया गया। इसे भारतीय नौसेना के विभिन्न पोतों पर तैनात किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और भारतीय नौसेना सहित मिसाइल प्रणाली परियोजना से जुड़े सभी लोगों/संगठनों/प्रतिष्ठानों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना की क्षमता को और मजबूत बनाएगी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘बेहद कम ऊंचाई वाले एक इलेक्ट्रॉनिक निशाने के खिलाफ मिसाइल को वर्टिकल लांचर से दागा गया। मिसाइल की उड़ान, उसके पथ और अन्य आंकड़ों, मानदंडों को रिकॉर्ड किया गया।’’ बयान के अनुसार, मिसाइल की प्रणाली ने आशा के अनुरूप काम किया। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/rare-striped-hyena-seen-in-delhi-for-the-first-time-since-2015-caught-on-camera-of-forest-department-75578,"दिल्ली में 2015 के बाद पहली बार दिखा दुर्लभ धारीदार लकड़बग्घा, वन विभाग के कैमरे में हुआ कैद!","प्रतीकात्मक चित्र नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) दिल्ली में लगभग 7 वर्षों में पहली बार धारीदार लकड़बग्घा देखा गया है जिनकी दुनियाभर में आबादी 10,000 से भी कम है और इन्हें विलुप्त होने की कगार पर खड़ी प्रजातियों में गिना जाता है। वन और वन्यजीव विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य में लगे कैमरों के फुटेज में इस जंगली पशु की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। उप वन संरक्षक (डीसीएफ), दक्षिण मंडल, अमित आनंद ने कहा, ‘‘यह पहली बार है जब किसी धारीदार लकड़बग्घे को दिल्ली में कैमरे में देखा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में डेरा मंडी क्षेत्र में एक धारीदार लकड़बग्घे को आखिरी बार देखा गया था, जिसकी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।'' असोला अभयारण्य में एक वन्यजीव संरक्षक ने कहा कि कर्मचारियों को 2017-18 में कुछ मौकों पर लकड़बग्घे के पैरों के निशान मिले थे। धारीदार लकड़बग्घा दिन का अधिकांश समय अपनी मांद में बिताता है। यह अकेले ही शिकार की ताक में रहता है और यह समूहों में बहुत कम दिखता है। एमिटी यूनिवर्सिटी के वन्यजीव विशेषज्ञ प्रोफेसर रणदीप सिंह ने कहा, ‘यह शिकार का कोई अवशेष नहीं छोड़ता बल्कि यह पुराना सड़ा-गला मांस भी खा जाता है, इसी वजह से यह वन पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। असोला में धारीदार लकड़बग्घा की उपस्थिति असोला वन में सुधार का संकेत देती है।' उन्होंने कहा, ‘हालांकि गुरुग्राम, फरीदाबाद और दिल्ली के अरावली वनक्षेत्र में कई मौकों पर इसके पदचिह्न देखे गए हैं। यह पहली बार हो सकता है जब इसे कैमरे में कैद किया गया हो, लेकिन मैं हैरान नहीं हूं।' आनंद ने कहा कि उन्हें आयानगर और डेरा मंडी गांव के पास धारीदार लकड़बग्घे की मौजूदगी की उम्मीद थी, लेकिन ‘‘हमने जितना सोचा था, यह उससे कहीं ज्यादा करीब हमें देवली में मिला।'' उन्होंने कहा कि विभाग के कैमरों से मिली तस्वीरों में अभयारण्य में दो तेंदुओं, एक शावक (नर) और एक वयस्क तेंदुए की उपस्थिति की पुष्टि हुई है। डीसीएफ ने कहा, ‘तेंदुआ इन दिनों सक्रिय हैं, और हमें लगता है कि उनके द्वारा किए गए शिकार से धारीदार लकड़बग्घा आकर्षित हुआ होगा।' ‘इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर' ने धारीदार लकड़बग्घे को ‘संकटग्रस्त' प्रजातियों के रूप में चिह्नित किया है और उनकी वैश्विक आबादी 10,000 से कम होने का अनुमान है। इस साल की शुरुआत में वन और वन्यजीव विभाग ने पशुओं की गणना के लिए अभयारण्य में लगभग 20 कैमरे लगाए थे। दिल्ली-हरियाणा सीमा पर अरावली पर्वत श्रृंखला के दक्षिणी दिल्ली रिज पर 32.71 वर्ग किमी क्षेत्र को कवर करता वन्यजीव अभयारण्य दक्षिणी दिल्ली और हरियाणा के फरीदाबाद के उत्तरी भागों और गुरुग्राम जिलों में स्थित है। यह उत्तरी अरावली तेंदुआ वन्यजीव गलियारे का हिस्सा है, जो राजस्थान के सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान से दिल्ली रिज तक फैला हुआ है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to 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जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/nagaland-firing-army39s-court-of-inquiry-to-be-headed-by-a-major-general-rank-officer-75574,नागालैंड गोलीबारी : मेजर जनरल रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में होगी सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी,"फाइल फोटो नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (प्रेट्र) सेना ने नागालैंड गोलीबारी की घटना में मेजर जनरल रैंक के एक अधिकारी की अध्यक्षता में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इस घटना में 14 नागरिक मारे गए थे। सेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को इस घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ और ‘दुखद’ बताते हुए कहा कि असफल ऑपरेशन संभवतः गलत खुफिया जानकारी का परिणाम था। सूत्रों ने कहा कि मेजर जनरल रैंक का एक अधिकारी शनिवार शाम राज्य के मोन जिले में हुए 21 पैरा स्पेशल फोर्सेज के ऑपरेशन की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा कि जांच ‘खुफिया’ और ‘परिस्थितियों’ पर केंद्रित होगी, जिन पर शनिवार का ऑपरेशन आधारित था। लेफ्टिनेंट जनरल अशोक मेहता (सेवानिवृत्त) ने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह जाहिर तौर पर खुफिया जानकारी में गड़बड़ी है। मुझे ऐसा लगता है।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद जो हुआ वह और भी दुखद है। ग्रामीण इतने गुस्से में थे कि उन्होंने कमांडो को घेर लिया और जाहिर तौर पर उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और आत्मरक्षा में उन्हें उन पर गोलियां चलानी पड़ीं।’ उन्होंने कहा कि उनकी राय में पूर्वोत्तर में इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई थी। 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हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/mother-and-brother-cut-off-sister39s-head-took-selfie-75480,"मां और भाई ने काटा बहन का सिर, ली सेल्फी","औरंगाबाद, 6 दिसंबर (एजेंसी) महाराष्ट्र के औरंगाबाद में, झूठी शान के लिए की गई हत्या के एक संदिग्ध मामले में, एक नाबालिग लड़के ने अपनी मां के साथ मिलकर अपनी बहन का सिर काट दिया और फिर कटे हुए सिर के साथ सेल्फी ली। पुलिस के अनुसार लड़की ने परिवार की इच्छा के विरुद्ध शादी की थी इसलिए उसके भाई और मां ने यह जघन्य अपराध किया। सब डिविजनल पुलिस अधिकारी ने कहा, 'कीर्ति (21) ने वैजापुर में अविनाश थोरे से 21 जून को विवाह किया था और गयागांव गांव में रहती थी। इससे परिवार में गुस्सा था। कीर्ति का नाबालिग भाई और उसकी मां उसके घर पहुंचे और उस वक्त उसका सिर काट दिया जब वह चाय बना रही थी।' इन दोनों ने कीर्ति के सिर के साथ सेल्फी ली आैर वैजापुर पुलिस थाने पहुंच गए। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/student-and-father-associated-with-neet-solver-gang-arrested-75473,नीट सॉल्वर गिरोह से जुड़ी छात्रा और पिता गिरफ्तार,"वाराणसी, 6 दिसंबर (एजेंसी) नीट सॉल्वर गिरोह से जुड़ी छात्रा और उसके पिता को वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश इसी छात्रा के स्थान पर परीक्षा दे रही काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्रा जूली कुमारी के पकड़े जाने से हुआ था। वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने सोमवार को बताया कि गिरोह मामले में किसी अभ्यार्थी की यह पहली गिरफ्तारी है। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा के धुलाई जिला निवासी गोपाल विश्वास को नीट-2021 परीक्षा में सॉल्वर (दूसरे के स्थान पर परीक्षा देना वाला) गिरोह से संबंध होने के सबूत मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि पूछताछ में विश्वास ने स्वीकार किया है कि बेटी को मेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाने के लिए उन्होंने त्रिपुरा के ही प्रदीप्त भट्टाचार्य और मृत्युंजय देवनाथ से संपर्क किया था, जिन्होंने नीलेश उर्फ पीके (मुख्य सरगना) और डॉक्टर ओसामा शाहिद के माध्यम से सॉल्वर बिठाकर परीक्षा पास कराने के लिए 50 लाख रुपये में सौदा तय किया था। गोपाल विश्वास को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जिला कारागार, वाराणसी एवं किशोर न्यायालय ने नाबालिग बेटी को राजकीय संप्रेक्षण गृह, बाराबंकी भेजने का आदेश दिया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/police-will-continue-investigation-of-parambir-charge-sheet-not-allowed-75472,"परमबीर की जांच जारी रखेगी पुलिस, चार्जशीट की अनुमति नहीं","मुंबई, 6 दिसंबर (एजेंसी) सुप्रीम काेर्ट ने सोमवार को मुंबई पुलिस को पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ जांच करने की अनुमति दे दी, लेकिन कदाचार और भ्रष्टाचार के आरोपों में उनके खिलाफ प्राथमिकी पर आरोप पत्र दाखिल करने से उसे रोक दिया। न्यायालय ने सिंह को दिए अंतरिम संरक्षण की अवधि के मामले में सुनवाई की अगली तारीख एक जनवरी 2022 तक बढ़ा दी। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश की पीठ ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वह अपना जवाब दायर करे कि क्या जांच उसे सौंपी जानी चाहिए। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह सिर्फ 'पक्षपात की आशंका' को लेकर चिंतित है। सीबीआई की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि प्राथमिकी भी केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपी जानी चाहिए और वह इस संबंध में हलफनामा दायर करेंगे। महाराष्ट्र की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता डेरियस खंबाता ने कहा कि सिंह की याचिका विभागीय जांच के खिलाफ सेवा विवाद है, जिसे केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (सीएटी) के समक्ष चुनौती दी जानी चाहिए। पीठ ने इस पर कहा, 'उनकी सेवा आदि के संबंध में आपके क्या आरोप हैं, यह आपको देखना है। लेकिन यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण संदेशों में से एक है। हमें केवल यही चिंता होनी चाहिए कि क्या अन्य मामलों के संबंध में सीबीआई को इस पर विचार करना चाहिए या नहीं।' खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/terrorist-and-his-associate-arrested-in-sopore-75470,सोपोर में आतंकवादी और उसका सहयोगी काबू,"श्रीनगर (एजेंसी) : जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में सुरक्षाबलों ने सोमवार को एक आतंकवादी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि सोपोर के निंगली इलाके में खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों द्वारा एक घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया गया था। ‘तलाशी अभियान के दौरान इन दोनों ने चुनौती देते हुए भागने की कोशिश की। इनकी पहचान सोपोर के तौफीक काबू और उसके सहयोगी बिलाल अहमद कालू के रूप में की गयी है। खबर शेयर करें अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/100-crore-detected-in-the-raid-of-income-tax-department-75469,आयकर विभाग के छापे में 100 करोड़ का पता चला,"नयी दिल्ली (एजेंसी) : आयकर विभाग ने टीएमटी सरिया के उत्पादन और निर्माण सामग्री बनाने वाले कोलकाता के एक समूह पर छापेमारी के बाद लगभग 100 करोड़ रुपये के बेहिसाब धन का पता लगाया है। सीबीडीटी ने सोमवार को कहा कि गत एक दिसंबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में इस समूह से संबंधित 20 से अधिक परिसरों पर छापेमारी की गई थी। 75 लाख रुपये की नकदी और 2.26 करोड़ के आभूषण जब्त किए गए, जबकि कुछ बैंक लॉकर सील किए गए। अब तक करीब 100 करोड़ रुपये के बेहिसाब धन का पता चला है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल 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दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pakistani-arrested-for-entering-indian-territory-75468,भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी गिरफ्तार,"जयपुर (एजेंसी) : राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक संदिग्ध पाकिस्तानी घुसपैठिए को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पकड़ लिया। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि यह घटना गंगानगर जिले के अनूपगढ़ इलाके में शनिवार रात हुई। पाकिस्तानी युवक की पहचान मोहम्मद अहमर के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि उसे रविवार को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि युवक ने शुरुआती पूछताछ में बताया कि वह सोशल मीडिया के जरिए एक भारतीय युवती के संपर्क में था और उससे मिलने आया है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/supreme-court-refuses-urgent-hearing-75463,सुप्रीम कोर्ट का तत्काल सुनवाई से इनकार,"नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण को काबू करने के लिए दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध के 24 नवंबर के आदेश को निष्प्रभावी बनाने का अनुरोध करने वाली एक बिल्डर संस्था की याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से सोमवार को इनकार कर दिया। चीफ जस्टिस एनवी रमण, जस्टिस सूर्य कांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने खराब होती वायु गुणवत्ता का संज्ञान लेते हुए 22 नवंबर से निर्माण गतिविधियों की अनुमति देने के कार्यपालिका के आदेश को पलट दिया था और इस पर पुन: प्रतिबंध लगा दिया था। वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि रियल एस्टेट कंपनियों को इस प्रतिबंध के कारण करोड़ों का नुकसान हो रहा है और इस यचिका पर तत्काल सुनवाई होनी चाहिए। इस पर, पीठ ने कहा, ‘मैं अभी फैसला नहीं करूंगा। आप सरकार के पास जाइए। इस मामले पर शुक्रवार को सुनवाई होने दीजिए और हम तभी इस पर गौर करेंगे... क्षमा कीजिए, हम (अभी सुनवाई) नहीं कर सकते।’ खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/give-booster-dose-to-frontline-personnel-75461,अग्रिम मोर्चा कर्मियों को दें बूस्टर डोज,"नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) ने सोमवार को केंद्र सरकार से स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चा कर्मियों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को कोविड-रोधी टीके की ‘बूस्टर’ डोज देने का अनुरोध किया। आईएमए ने यह भी मांग की कि सरकार 12-18 आयुवर्ग के टीकाकरण प्रस्ताव पर तेजी से विचार करे। आईएमए ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि भारत के प्रमुख राज्यों में वायरस के नये स्वरूप के मामले सामने आ चुके हैं और इनकी संख्या में वृद्धि होने की आशंका है। संगठन ने कहा, ‘ऐसे समय में जब भारत सामान्य स्थिति की आरे बढ़ रहा है, ये बड़ा झटका साबित हो सकता है। अगर हम पर्याप्त उपाय नहीं करते तो हमें महामारी की भयंकर तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है।’ देश में 8306 नये कोरोना मामले देश में कोरोना के 8306 नये मामले सामने आये, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 98,416 रह गयी है, जो 552 दिन में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में संक्रमण से 211 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,73,537 हो गयी। इस दौरान उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 739 की कमी दर्ज की गयी। कोरोना मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.35 प्रतिशत है। दैनिक संक्रमण दर 0.94 प्रतिशत दर्ज की गयी। देश में कोरोना के मामले बढ़कर 3,46,41,561 हो गये हैं। इनमें से 3,40,69,608 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है। मंत्रालय के अनुसार, कोरोना रोधी टीकों की 127.93 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। उधर, गुजरात के जामनगर में 4 दिसंबर को ओमीक्रॉन से संक्रमित पाए गये एक प्रवासी भारतीय की पत्नी और एक अन्य रिश्तेदार के भी कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उनके नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। यह प्रवासी भारतीय जिम्बाब्वे से आया है, उसने वहां एक चीनी टीके की दोनों खुराक ली थीं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/india-russia-signing-of-4-defense-deals-military-ties-will-expand-75456,"भारत-रूस के बीच 4 रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर, सैन्य संबंधों का होगा विस्तार","नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) भारत और रूस ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में 6 लाख से अधिक एके-203 असाल्ट राइफलों के संयुक्त निर्माण के लिए एक समझौते पर सोमवार को हस्ताक्षर किए और 10 वर्ष के लिए सैन्य सहयोग पर एक अन्य करार भी किया। भारतीय सशस्त्र बलों के लिए राइफलों का निर्माण करीब 5000 करोड़ रूपये की लागत से किया जाएगा। इन समझौतों पर भारत रूस अंतर सरकारी सैन्य एवं सैन्य तकनीक संबंधी आयोग (आईआरजीसी-एमएंडएमटीसी) की 20वीं बैठक के दौरान समझौते किए गए। बैठक की सह अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं उनके रूसी समकक्ष जनरल सर्गेइ शोइगु ने की। बैठक में सैन्य उपकरणों के संयुक्त उत्पादन को बढ़ाने सहित सामरिक सहयोग में वृद्धि करने के तरीकों को लेकर चर्चा की गयी। दोनों पक्षों ने छोटे शस्त्रों की कालश्निकोव श्रृंखला के निर्माण के लिए किए गये समझौते में संशोधन करने वाले एक करार पर हस्ताक्षर किया। मूल समझौता फरवरी 2019 में किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि 20वें आईआरजीसी-एमएंडएमटीसी के प्रोटोकॉल पर एक अन्य समझौता भी किया गयाा। चार समझौतों में सबसे महत्वपूर्ण करार इंडिया-रशिया राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (आईआरपीएल) के माध्यम से 6,01,427 एके-207 राइफलों के निर्माण को लेकर है। सैन्य सहयोग पर एक समझौता वर्तमान रूपरेखा के नवीनीकरण को लेकर है। बैठक में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में सिंह ने रूस को भारत का दीर्घकालिक विशेष एवं अधिकार संपन्न सामरिक भागीदार करार दिया और कहा, उनके ‘‘संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं तथा बहुपक्षवाद, वैश्रविक शांति एवं समृद्धि, आपसी समझ एवं विश्वास पर आधारित हैं।'' उन्होंने रूस द्वारा भारत को दिये जाने सशक्त सहयोग की सराहना की और और इस बात पर बल दिया कि करीबी सहयोग किसी अन्य देश को लेकर लक्षित नहीं है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/first-snowfall-of-the-season-in-manali-narkanda-and-kufri-chances-of-snowfall-again-on-8th-and-9th-december-75453,"मनाली, नारकंडा और कुफरी में सीजन का पहला हिमपात, 8 और 9 दिसंबर को फिर बर्फबारी की संभावना","कुफरी में ताजा हिमपात का दृश्य।-ट्रिब्यून फोटो ज्ञान ठाकुर/निस शिमला, 6 दिसंबर हिमाचल प्रदेश के जनजातीय व अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में आज लगातार दूसरे दिन रुक-रुक कर बर्फबारी का सिलसिला जारी है। राज्य के कई निचले क्षेत्रों में इस दौरान वर्षा और ओलावृष्टि भी हुई है जिससे तापमान में गिरावट जारी है। प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मनाली और नारकंडा में बीती रात और आज इस मौसम का पहला हिमपात हुआ। कुफरी में भी आज दिन भर रुक-रुक कर बर्फ के फाहे गिरते रहे। इसके चलते पर्यटकों और पर्यटन व्यवसायियों दोनों के चेहरे खिल उठे हैं। आज बड़ी संख्या में पर्यटकों ने नारकंडा, कुफरी और मनाली में बर्फबारी का आनंद लिया। जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में भी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है। अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल पर आज आठ इंच से अधिक ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। धुंधी में भी रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है। इसके चलते मनाली-केलांग सड़क को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। किन्नौर जिला की ऊंची चोटियों पर भी आज दूसरे दिन रुक-रुक कर हिमपात जबकि निचले क्षेत्रों में वर्षा हो रही है। सिरमौर के हरिपुरधार क्षेत्र में आज इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। इससे पूरे सिरमौर क्षेत्र में लोगों को जोरदार ठंड का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी शिमला में सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की वर्षा हो रही है। इस दौरान शहर के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई। अब इस पर्यटन नगरी को बेसब्री से पहली बर्फबारी का इंतजार है। इस बीच मौसम विभाग ने आज राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी की संभावना जताई है। प्रदेश में कल मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है जबकि 8 और 9 दिसंबर को प्रदेश में फिर से वर्षा और बर्फबारी की संभावना है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/india-mentions-unprovoked-aggression-on-the-northern-border-in-talks-with-russia-75452,भारत ने रूस के साथ वार्ता में उत्तरी सीमा पर बिना उकसावे वाली आक्रामकता का किया उल्लेख,"नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) रूस के साथ ‘‘दो जमा दो'' रक्षा एवं विदेश मंत्री स्तरीय वार्ता में भारत ने उसके पड़ोस में ‘‘असाधारण सैन्यीकरण'' और उत्तरी सीमा पर ‘‘बिना उकसावे वाली आक्रमकता'' को देश के समक्ष प्रमुख चुनौतियां बताया। वार्ता में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में दावा किया कि भारत अपनी दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति और अपने लोगों की निहित क्षमताओं के कारण चुनौतियों से पार पाने को लेकर आश्वस्त है। सिंह के अतिरिक्त वार्ता में विदेश मंत्री एस जयशंकर, उनके रूसी समकक्ष सर्जेइ लावरोव और रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गे शोइगु हिस्सा ले रहे हैं। रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, ‘महामारी, हमारे पड़ोस में असाधारण सैन्यीकरण, आयुधों का विस्तार और 2020 के ग्रीष्म से हमारी उत्तरी सीमा पर बिना उकसावे की आक्रामकता से कई चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं।'' यद्यपि सिंह ने पूर्वी लद्दाख में बिना उकसावे की आक्रामकता का उल्लेख करते हुए चीन का नाम नहीं लिया। उन्होंने ध्यान दिलाया भारत की विकास आवश्यकताएं विशाल हैं तथा उसकी रक्षा चुनौतियां ‘‘वैध, वास्तविक और फौरी'' हैं। उन्होंने कहा कि भारत को ऐसे भागीदारों की आवश्यकता है जो देश की आकांक्षाओं एवं आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील हो और प्रतिक्रिया दे सके। उन्होंने कहा कि भारत एवं रूस के रक्षा संबंधों में हाल के समय में ‘अभूतवपूर्व’ ढंग से प्रगति हुई है। जयशंकर ने अपनी टिप्पणी में कहा कि भारत एवं रूस के संबंध बदल रहे विश्व में ‘बहुत करीबी एवं समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं।' उन्होंने कहा, ‘‘वे (संबंध) असाधारण रूप से स्थायी रहे हैं।'' विदेश मंत्री ने कहा, ‘हम वैश्विक भूराजनीतिक माहौल के एक महत्वपूर्ण चरण में मिल रहे हैं जिसमें बहुत बदलाव हो रहे हैं विशेषकर कोविड-19 महामारी के बाद में।' उन्होंने आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद और चरमपंथ को क्षेत्र की प्रमुख चुनौती करार दिया। जयशंकर ने कहा, ‘करीबी मित्र एवं सामरिक भागीदार के रूप में भारत एक रूस हमारे साझा हितों को सुरक्षित रखने और अपने लोगों की शांति एवं समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति का मध्य एशिया सहित व्यापक प्रभाव पड़ेगा। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/india-russia-relations-stable-and-strong-external-affairs-minister-jaishankar-75448,भारत और रूस के संबंध स्थिर एवं मजबूत : विदेश मंत्री जयशंकर,"विदेश मंत्री जयशंकर।-फाइल फोटो नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ सोमवार को द्विपक्षीय वार्ता में कहा कि भारत और रूस के संबंध अनूठे हैं और तेजी से बदलती भू-राजनीतिक दुनिया में उल्लेखनीय रूप से स्थिर एवं मजबूत बने हुए हैं। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोयगू और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव अपने भारतीय समकक्षों के साथ ‘टू प्लस टू' वार्ता करने के लिए रविवार रात यहां पहुंचे। ‘टू प्लस टू' वार्ता से पहले जयशंकर ने लावरोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। जयशंकर ने बैठक की शुरुआत में कहा, ‘भारत और रूस के संबंध अनूठे हैं। तेजी से बदलती भू-राजनीतिक दुनिया में, यह वास्तव में उल्लेखनीय रूप से स्थिर एवं मजबूत बने रहे हैं। मैं इस अवसर पर यह बात भी रेखांकित करना चाहूंगा कि हम अपने द्विपक्षीय संबंधों तथा अपने सहयोग की स्थिति से बहुत संतुष्ट हैं।' इस ‘टू प्लस टू' वार्ता के बाद दिन में दोनों मंत्री राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। जयशंकर ने कहा, ‘हमारे लिए, वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन एक बड़ा कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच रिश्तों में गहरा विश्वास है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद वार्षिक शिखर सम्मेलन हो रहा है। हमें इस शिखर सम्मेलन से काफी उम्मीदें हैं।' लावरोव ने अपने बयान में रूस के राष्ट्रपति पुतिन की हालिया टिप्पणियों का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने भारत के साथ रूस के संबंधों के महत्व पर प्रकाश डाला था। लावरोव ने कहा कि शिखर सम्मेलन में हस्ताक्षर करने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेजों के ‘‘संपूर्ण पैकेज'' का मसौदा तैयार किया गया है। भारत और रूस इस शिखर सम्मेलन में रक्षा, व्यापार एवं निवेश, ऊर्जा एवं प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने के लिए कई समझौते करेंगे। शिखर सम्मेलन तथा रक्षा और विदेश मंत्री स्तरीय ‘टू-प्लस-टू' वार्ता में दोनों पक्ष अफगानिस्तान में स्थिति और लश्कर-ए-तैयबा तथा जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों समेत आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर भी बातचीत करेंगे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/wife-of-patient-suffering-from-omicron-and-another-relative-infected-in-gujarat-21-cases-were-reported-in-the-country-75447,"गुजरात में ओमीक्रोन से पीड़ित मरीज की पत्नी एवं एक अन्य रिश्तेदार संक्रमित, देश में 21 मामले सामने आये","प्रतीकात्मक चित्र जामनगर (गुजरात), 6 दिसंबर (भाषा) यहां कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए एक प्रवासी भारतीय की पत्नी और उसके एक अन्य रिश्तेदार के भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और उनके नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया है। जामनगर नगर निगम द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि दोनों को एक पृथक-वास वार्ड में रखा गया है। जिम्बाब्वे से यहां पहुंचे 74 वर्षीय प्रवासी भारतीय के जीनोम अनुक्रमण के बाद चार दिसंबर को उसके ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इस व्यक्ति ने जिम्बाब्वे में एक चीनी टीके की दोनों खुराक ली थीं। वह इस समय जामनगर के एक अस्पताल में पृथक-वास में है। नगर निगम ने बताया कि प्रवासी भारतीय के साथ जिम्बाब्वे से आई उसकी पत्नी और जामनगर में रहने वाला उसका एक रिश्तेदार भी रविवार को संक्रमित पाए गए, जबकि परिवार के अन्य सदस्यों के नमूनों की जांच के बाद उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और दिल्ली समेत भारत में रविवार तक कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमण के 21 मामले सामने आए। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लोगों से आवश्यक एहतियात बरतने का रविवार को आग्रह किया और ओमीक्रोन को हराने का भरोसा जताया। गुजरात में रविवार को कोरोना वायरस के 48 नए मामले पाए गए तथा एक और संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। राज्य में अब तक 8,27,707 लोग संक्रमित पाए गए हैं और कुल मृतक संख्या 10,095 हो चुकी है। खबर शेयर करें अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/lowest-treatment-cases-of-kovid-19-in-the-country-in-552-days-75444,देश में 552 दिन में कोविड-19 के सबसे कम उपचाराधीन मामले,"प्रतीकात्मक चित्र नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) भारत में एक दिन में कोविड-19 के 8,306 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,41,561 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 98,416 रह गई है, जो 552 दिन में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 211 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,73,537 हो गई। देश में लगातार 10 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 10 हजार से कम हैं और 162 दिन से 50 हजार से कम दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 98,416 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.28 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 739 की कमी दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.35 प्रतिशत है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/kerala-model-who-came-for-photoshoot-was-gang-raped-for-3-days-one-accused-salim-arrested-search-for-other-accused-ajmal-and-shamir-75442,"केरल : फोटोशूट के लिए आयी मॉडल से 3 दिन तक गैंगरेप, एक आरोपी सलीम गिरफ्तार; अन्य आरोपी अजमल और शमीर की तलाश!","प्रतीकात्मक चित्र कोच्चि, 6 दिसंबर (एजेंसी) केरल पुलिस ने यहां फोटोशूट के लिए आई एक मॉडल के कथित सामूहिक बलात्कार के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक महिला ने आरोप लगाया है कि वह एक लॉज में ठहरी थी, जहां तीन लोगों ने कोई नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पेय पदार्थ पिलाया और उसका सामूहिक बलात्कार किया। पीड़िता ने शिकायत की है कि आरोपियों ने एक दिसंबर से तीन दिसंबर तक उसके साथ बलात्कार किया। आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया और पीड़िता को ब्लैकमेल करने के लिए इसका इस्तेमाल किया। उन्होंने इस वीडियो को लीक करने की धमकी देकर उसका फिर से बलात्कार किया। पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि आरोपी सलीम कुमार (33) को गिरफ्तार कर लिया गया है और दो अन्य आरोपियों अजमल तथा शमीर की तलाश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि मलप्पुरम निवासी पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह फोटोशूट के लिए यहां आई थी और क्योंकि वह अलप्पुझा निवासी कुमार को पहले से जानती थी, इसलिए उसने महिला के रहने के लिए लॉज का प्रबंध किया, लेकिन बाद में लॉज के मालिक के साथ मिलकर तीनों आरोपियों ने नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पेय पदार्थ दिया और उसका सामूहिक बलात्कार किया। उसने बताया कि इंफोपार्क पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और वह अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/jaipur-pakistani-youth-entered-the-indian-border-to-meet-a-friend-made-through-social-media-arrested-by-bsf-75439,"जयपुर : सोशल मीडिया के जरिए बनी दोस्त से मिलने भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी युवक, बीएसएफ ने किया गिरफ्तार","प्रतीकात्मक चित्र जयपुर, 6 दिसंबर (एजेंसी) राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक संदिग्ध पाकिस्तानी घुसपैठिए को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पकड़ लिया। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि यह घटना गंगानगर जिले के अनूपगढ़ इलाके में शनिवार रात हुई। पाकिस्तानी युवक की पहचान मोहम्मद अहमर के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय सीमा में घुसे इस पाकिस्तानी युवक को वहां गश्त कर रहे बीएसएफ के जवानों ने पकड़ लिया। उसे रविवार को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि युवक ने शुरुआती पूछताछ में बताया कि वह सोशल मीडिया के जरिए एक भारतीय युवती के संपर्क में था और उससे मिलने आया है। खुफिया एजेंसियां युवक से संयुक्त रूप से पूछताछ करेंगी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/delhi-police-has-made-more-than-one-lakh-challans-75335,दिल्ली पुलिस ने किए एक लाख से ज्यादा चालान,"नयी दिल्ली, 5 दिसंबर (एजेंसी) दिल्ली में वायु प्रदूषण के बिगड़ते स्तर के बीच प्रदूषण-रोधी नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दिल्ली यातायात पुलिस ने पिछले दो महीनों में 1,08,004 चालान जारी किए हैं। बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के मद्देनजर दिल्ली सरकार की शीतकालीन कार्य योजना को लागू करने के लिए यह कार्रवाई की गई। दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो महीने में एक अक्तूबर से 30 नवंबर तक कुल चालान में से 32,343 बिना वैध प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्र वाले वाहन मालिकों को जारी किए गए, जबकि अवधि पूरी कर चुके वाहनों के संबंध में कुल 1,866 चालान जारी किए गए। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/39neera39-will-be-formed-to-speed-up-the-river-linking-project-75333,नदी जोड़ो परियोजना में तेजी के लिये होगा ‘नीरा’ का गठन,"नयी दिल्ली, 5 दिसंबर (एजेंसी) सरकार देश में पिछले कुछ वर्षों में नदी जोड़ो परियोजनाओं के अटके कार्यों को गति प्रदान करने में जुटी है और इस उद्देश्य से बजटीय आवंटन की व्यवस्था करने के साथ प्रक्रियागत विषयों की देखरेख के लिये ‘राष्ट्रीय नदी जोड़ो प्राधिकार' (नीरा) का गठन करने जा रही है। वित्त वर्ष 2021-22 के अनुदान की अनुपूरक मांग के दूसरे बैच (खंड) के दस्तावेज के अनुसार सामान्य सहायता अनुदान योजना के तहत नदियों को जोड़ने की परियोजनाओं संबंधी व्यय के लिये संसद से 4,300 करोड़ रुपये की मंजूरी मांगी गई है। सूत्रों ने बताया, ‘पिछले महीने जल शक्ति मंत्री की अध्यक्षता में नदी जोड़ो परियोजना पर विशेष समिति की बैठक हुई थी जिसमें, राज्यों के जल संसाधन मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों एवं विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया था। इस बैठक में ‘राष्ट्रीय नदी जोड़ो प्राधिकार' (नीरा) के गठन के प्रस्ताव पर चर्चा हुई।' उन्होंने बताया कि ‘नीरा' एक स्वायत्त निकाय होगा जो राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में नदी जोड़ो परियोजना एवं राष्ट्रीय महत्व की अन्य परियोजनाओं के संबंध में कार्ययोजना बनाने, जांच करने, वित्त पोषण और इन्हें लागू करने से जुड़े विषयों की देखरेख करेगा। उन्होंने बताया कि ‘राष्ट्रीय नदी जोड़ो प्राधिकार' की अध्यक्षता भारत सरकार में सचिव स्तर के अधिकारी करेंगे और इसका मुख्यालय दिल्ली में होगा। यह नदी जोड़ो परियोजना को लेकर केंद्र एवं राज्यों के बीच सेतु का काम करेगा। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/brigadier-ls-lidder-last-rites-we-must-give-him-a-good-farewell-a-smiling-send-off-wife-of-brigadier-ls-lidder-geetika-says-5133093/,"Brigadier LS Lidder का अंतिम संस्‍कार बेटी ने किया, पत्‍नी ने कहा, हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए","Brigadier LS Lidder News Update: हेलीकॉप्‍टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 मृतकों में ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर (Brig LS Lidder) भी शामिल हैं. आज ब्रिगेडियर लिड्डर का दिल्‍ली में सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कर कर दिया है. ब्रिगेडियर लिड्डर की 17 की बेटी आशना लिड्डर ने उनका अंतिम संस्‍कार किया. पूरा देश इस हादसे से जब भावुक है, तब ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर की पत्‍नी गीतिका लिड्डर ने सबसे बड़े दुख के वक्‍त जिस धैर्य और साहस का परिचय दिया है, वह अपने आप में बहुत ऊंचा है. 52 साल की महज उम्र में ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर की जब जान चली गई और उनके अंतिम संस्‍कार से पहले उनकी पत्‍नी गीतिका लिड्डर (Geetika Lidder) ने कहा, हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए. ज़िंदगी बहुत लंबी है, अब अगर भगवान को ये ही मंजूर है तो हम इसके साथ ही जिएंगे. वो एक बहुत अच्छे पिता थे, बेटी उन्हें बहुत याद करेगी. ये एक बहुत बड़ा नुकसान है.Also Read - Delhi-NCR की वायु गुणवत्ता में 'हल्का' सुधार, सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान; निर्माण पाबंदियों पर मिलेगी छूट?",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/some-persons-tweeted-derogative-celebratory-messages-about-cds-bipin-rawat-death-cm-basavaraj-bommai-instructed-to-take-legal-action-5133122/,"CDS Bipin Rawat के निधन पर नफरत भरे संदेश, कर्नाटक के सीएम ने कहा- पुलिस तुरंत कार्रवाई करे","हावेरी (कर्नाटक): आज CDS Bipin Rawat की अंतिम यात्रा निकाली जा रही है. दो दिन से पूरे देश में शोक है, इस बीच कुछ लोग नफरत और जश्न भरे संदेश शेयर कर रहे हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने सोशल मीडिया (Social Media) पर इस तरह की नफरत और जश्न मनाने वाले संदेश फैलाने वाले लोगों पर जमकर निशाना साधा. बोम्मई ने कहा कि यदि कोई इस तरह का मामला सामने आये तो कर्नाटक पुलिस ऐसा करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करे.Also Read - Helicopter Crash में जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की चिट्ठी वायरल, लिखा - 'औसत दर्जे का होना ठीक बात है'",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/live-updates-of-cds-general-bipin-rawat-his-wife-madhulika-rawat-and-other-soldiers-last-rites-5132175/,CDS General Bipin Rawat ki Antim Yatra: बरार स्क्वायर पहुंची जनरल रावत की अंतिम यात्रा : Updates,"CDS General Bipin Rawat ki Antim Yatra: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat)और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) सहित 13 लोगों का बुधवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Crash) में निधन हो गया. सभी के पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तमिलनाडु (Tamil nadu) के सुलूर (Sulur) से दिल्ली (Delhi) लाए गए. अभी तक जनरल रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर लिद्दर (Brigadier L.S. Lidder) के शवों की ही पहचान हो पाई है. इसलिए आज इन तीनों का ही पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार (Last Rites of Soldiers) किया जाएगा. जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम 4 बजे बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर किया जाएगा. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को सुबह 10.30 बजे से 12.30 बजे तक आम जनता के अंतिम दर्शन के लिए उनका आवास रहे 3 कामराज मार्ग पर रखा गया था. दोपहर 12.30 से 1.30 बजे तक सैन्य कर्मियों ने जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी. करीब दो बजे उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई और शाम 4 बजे बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. ब्रिगेडियर एस.एस. लिद्दर का अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर पर हुआ.Also Read - Brigadier LS Lidder का अंतिम संस्‍कार बेटी ने किया, पत्‍नी ने कहा, हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/supreme-court-says-if-father-supports-education-daughter-will-have-to-play-her-role-5133036/,'अगर एक बेटी अपने पिता से शिक्षा में सहयोग की उम्मीद करती है तो उसे भी बेटी की भूमिका निभानी होगी': सुप्रीम कोर्ट,"Supreme Court News: एक वैवाहिक विवाद की सुनवाई करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा कि “अगर एक बेटी यह उम्मीद करती है कि उसके पिता उसकी पढ़ाई लिखाई का समर्थन करें, तो उसे भी एक बेटी के रूप में अपनी भूमिका निभानी होगी.” दरअसल एक मामले में न्यायमूर्ति एसके कौल और न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश की खंडपीठ ने कहा कि बेटी ने पिता से मिलने या उनसे फोन पर बात करने से इनकार कर दिया है.Also Read - Delhi-NCR की वायु गुणवत्ता में 'हल्का' सुधार, सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान; निर्माण पाबंदियों पर मिलेगी छूट?",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/supreme-court-directs-air-quality-panel-to-consider-lifting-construction-ban-in-delhi-ncr-5132957/,"Delhi-NCR की वायु गुणवत्ता में 'हल्का' सुधार, सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान; निर्माण पाबंदियों पर मिलेगी छूट?","नई दिल्ली : पिछले कुछ महीनों से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार गंभीर स्तर पर बना हुआ था. दिवाली से पहले ही दिल्ली-एनसीआर ही हवा में जहर घुलने लगा था. दिल्ली में प्रदूषण के लिए आसपास के राज्यों में पराली जलाया जाना, पटाखों का धुंआ और निर्माण कार्य से उठने वाली धूल को जिम्मेदार माना जाता है. यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी थी. अब जब यहां की वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार आया है तो स्वयं सुप्रीम कोर्ट ने ही इस पर भी संज्ञान लिया है.Also Read - जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत का आज दिल्‍ली में होगा अंतिम संस्‍कार, आम लोग भी कर सकेंगे अंतिम दर्शन, ये है पूरा टाइम टेबल",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/uninformed-speculation-may-be-avoided-regarding-helicopter-crash-says-iaf-5132779/,CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब,"नई दिल्ली : देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के हेलीकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त (Helicopter Crash) हुआ. दुर्घटना के समय इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) सहित कुल 14 लोग सवार थे. इस हादसे में 13 लोगों का निधन हो गया, जबकि एक ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) अभी मौते से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. इस बीच इस दुर्घटना को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं. कुछ रक्षा विशेषज्ञों सहित कई लोगों ने इस हेलीकॉप्टर हादसे पर शक जाहिर किया है. रक्षा विशेषज्ञ ब्रहम चेलानी ने इस हेलीकॉप्टर हादसे की तुलना ताइवान के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल शेन यी मिंग के हेलीकॉप्टर दुर्घटना से की है. इस हादसे को लेकर उन्होंने चीन पर शक जाहिर किया है. हालांकि, भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने कहा है कि जांच जारी है, कृपया अटकलें न लगाएं.Also Read - IAF Helicopter Crash: Amul ने CDS जनरल बिपिन रावत को दी अनोखी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीर",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/india-reports-8503-new-covid19-cases-in-last-24-hours-5132633/,"Covid19: देश में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 8503 नए मामले सामने आए, 624 की मौत","Covid19: कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर डर लगातार बना हुआ है. इस बीच देश में पिछले 24 घंटे में कोविड19 (Covid-19) के 8,503 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमितों की कुल संख्या 3 करोड़, 46 लाख, 74 हजार, 744 हो गई है तथा एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 94 हजार, 943 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अपडेटिड आंकड़ों के अनुसार, 624 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4 लाख, 74 हजार, 735 हो गई. बता दें कि देश में लगातार 43 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15 हजार से नीचे बनी हुई है.Also Read - Western Railway/IRCTC: यात्रियों की सुविधा के लिए पश्चिम रेलवे ने बढ़ाई कैटरिंग सेवा, मिलेगा रेडी-टू-ईट खाना",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/viral/iaf-helicopter-crash-amul-pays-tribute-to-heartfelt-cds-general-bipin-rawat-5132535/,"IAF Helicopter Crash: Amul ने CDS जनरल बिपिन रावत को दी अनोखी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीर","IAF Helicopter Crash: कुन्नूर के पास कटेरी पार्क में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) समेत कई जवानों की मौत हो गई थी. ऐसे में जनरल रावत (General Bipin Rawat) व अन्य जवानों की मौत पर सभी लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. ऐसे में अमूल कंपनी द्वारा जनरल बिपिन रावत को अनूठी श्रद्धांजलि दी गई है. अमूल द्वारा जनरल रावत के निधन पर एक कार्टून शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई है.Also Read - Brigadier LS Lidder का अंतिम संस्‍कार बेटी ने किया, पत्‍नी ने कहा, हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/chinese-media-global-times-was-furious-when-brahma-chelani-compared-shen-helicopter-crash-with-general-bipin-rawat-death-5132329/,"Helicopter Crash: CDS बिपिन रावत की मौत के पीछे क्या चीन का हाथ है, रक्षा विशेषज्ञों ने एक अन्य 'साजिश' से की तुलना","Conspiracy theory: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) का तमिलनाडु (Tamil Nadu) में कुन्नूर के पास एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Crash) में निधन हो गया. इस दुर्घटना में उनके साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का भी निधन हो गया. इन दोनों के अलावा ब्रिगेडियर लिद्दर (Brigadier Lidder) और 10 अन्य सैन्य अधिकारियों और जवानों की भी इस हादसे में जान चली गई. हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से सिर्फ एक ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) जिंदा बचे हैं, जिनका बेंगलुरू के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है. देश के बडे सैन्य अधिकारियों के इस तरह से दुर्घटना में मारे जाने के बाद देशभर में शोक की लहर है. हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर कैसे सबसे सुरक्षित माना जाने वाला हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना की लेकर जांच हो रही है, लेकिन कई लोगों को इसके पीछे साजिश भी नजर आ रही है. खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और हथियार नियंत्रण मुद्दों के विशेषज्ञ ब्रहमा चेलानी (Brahma Chellaney) के एक ट्वीट ने सबको चौंका दिया है और इसके बाद चीनी मीडिया की प्रतिक्रिया और भी चौंकाने वाली है.Also Read - Helicopter Crash में जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की चिट्ठी वायरल, लिखा - 'औसत दर्जे का होना ठीक बात है'",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pm-modi-rajnath-singh-nsa-ajit-doval-pays-tribute-to-general-bipin-rawat-others-know-latest-update-5132004/,"पालम एयरबेस पर जनरल Bipin Rawat व अन्य को PM मोदी, रक्षा मंत्री ने दी श्रद्धांजलि","तमिलनाडु के नीलगिरि हिल्स में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Gen Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 अन्य का पार्थिव गुरुवार शाम दिल्ली के पालम एयरबेस पहुंचा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और NSA अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) ने पालम एयरपोर्ट पहुंचकर जनरल बिपिन रावत समेत सभी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा. इससे पहले पार्थिव शरीर आम लोगों के अंतिम दर्शन के लिए CDS रावत के आवास पर रखा जाएगा. पार्थिव शरीरों को भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से दिल्ली लाया गया, जो शाम करीब 7:35 बजे पालम हवाई अड्डे पर उतरा.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/cds-general-bipin-rawat-his-wife-madhulika-rawats-last-rites-will-be-performed-today-in-delhi-here-is-complete-time-schedule-5132088/,"जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत का आज दिल्‍ली में होगा अंतिम संस्‍कार, आम लोग भी कर सकेंगे अंतिम दर्शन, ये है पूरा टाइम टेबल","नई दिल्ली: हेलीकॉप्‍टर क्रैश में मृत देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का अंतिम संस्‍कार आज शुक्रवार को शाम 4:00 बजे किया जाएगा. जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीरों को शुक्रवार पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक आम जनता के अंतिम दर्शन के लिए उनके 3 कामराज मार्ग स्थित आवास पर रखा जाएगा. दोपहर 12:30 बजे से अपराह्न 1:30 बजे के बीच का समय सैन्य कर्मियों के लिए बिपिन रावत और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि देने के लिए होगा.Also Read - Delhi-NCR की वायु गुणवत्ता में 'हल्का' सुधार, सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान; निर्माण पाबंदियों पर मिलेगी छूट?",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/cds-bipin-rawat-dies-in-helicopter-crash-updates-5130335/,"दिल्ली पहुंचा सीडीएस जनरल बिपिन रावत व अन्य का पार्थिव शरीर, पीएम मोदी; रक्षा मंत्री ने दी श्रद्धांजलि","CDS Bipin Rawat Dies: भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का बुधवार 8 दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में निधन हो गया. वायुसेना (Air Force) के इस हेलीकॉप्टर में क्रू सदस्यों सहित कुल 14 लोग सवार थे, जिसमें जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) के साथ ही कई अन्य वरिष्ट सैन्य अधिकारी थे. हेलीकॉप्टर क्रैश में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई. चश्मदीदों ने बताया था कि दोपहर करीब सवा 12 बजे हुए इस हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल (Helicopter Durghatna) से 5 शव निकाले गए थे. जनरल बिपिन रावत सहित तीन लोगों को गंभीर अवस्था में वेलिंगटन के आर्मी अस्पताल (Army Hospital) में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया. वायुसेना ने शाम करीब 6 बजे उनके निधन की पुष्टी की. इससे पहले इस बहुत ही सुरक्षित माने जाने वाले एमआई 17वी5 हेलीकॉप्टर (MI 17V5 Helicopter) दुर्घटना के बारे में जानकारी मिलते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई. देश के पहले सीडीएस के घायल होने की खबर के बाद मीटिंगों का दौर चला, रक्षामंत्री ने रक्षा मंत्रालय में अधिकारियों के साथ बैठक की, रक्षा मामलों पर कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) आज संसद (Parliament) के दोनों सदनों में इस दुर्घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/karnataka-24-nursing-students-infected-with-corona-opd-closed-college-sealed-5132116/,"कर्नाटक: 24 नर्सिग छात्राएं हुईं Corona से संक्रमित, OPD बंद, कॉलेज किया गया सील","शिवमोग्गा (कर्नाटक): Omicron की दहशत के बीच कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के भद्रावती कस्बे में कुल 24 नर्सिग छात्राओं में कोविड-19 से संक्रमण की पुष्टि हुई. जिला आयुक्त केबी शिवकुमार ने कहा कि जिस निर्मला नर्सिग कॉलेज में कोविड (Corona Virus) के मामले मिले हैं, उसे सील कर दिया गया है. नर्सिग छात्राएं परीक्षा देने के लिए शिवमोग्गा शहर आई थीं. लौटने के बाद उनमें हल्के बुखार के लक्षण दिखाई दिए. जब उनकी जांच की गई तो उनमें संक्रमण पाया गया. चूंकि कॉलेज नर्सिग होम से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे भी सील कर दिया गया है और ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई हैं.Also Read - Covid19: देश में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 8503 नए मामले सामने आए, 624 की मौत",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/helicopter-crash-when-cds-general-bipin-rawat-asked-for-water-eyewitness-told-terrible-scene-5132025/,"हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद सबसे पहले पहुंचे प्रत्यक्षदर्शी ने बताया उस भयानक मंजर का आंखों देखा हाल, 'CDS रावत ने मांगा पानी लेकिन..'","Indian Army Helicopter crash: तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी शिवकुमार को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि गंभीर संकट में फंसा सेना का जो अधिकारी उससे पानी मांग रहा है, वह देश के शीर्ष सैनिक और पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत हैं. ऐसी आशंका है कि हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जनरल रावत गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उनका निधन हो गया. सामाजिक कार्यकर्ता शिवकुमार सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर पहुंचने वालों में शामिल थे, जहां बुधवार को सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य को ले जा रहा हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था. हेलीकॉप्टर में सवार जनरल रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया.Also Read - Jija Sali Ka Video: स्टेज पर थे दूल्हा-दुल्हन तभी कूदकर साली भी पहुंच गई, फिर कर दिखाया जबर डांस | देखिए",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/jacqueline-fernandez-grilled-conmans-sukesh-chandrashekhar-aide-arrested-in-money-laundering-case-5132018/,"Jacqueline Fernandez लगातार दूसरे दिन ED के सामने हुईं पेश, सुकेश चंद्रशेखर की सहयोगी गिरफ्तार","प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक मामले में गुरुवार को कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) की एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, मामले की जांच के सिलसिले में अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) से लगातार दूसरे दिन पूछताछ की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. ED ने धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत पिंकी इरानी (Pinky Irani) को गिरफ्तार किया. अधिकारियों के अनुसार, इरानी कथित रूप से जांच सहयोग नहीं कर रही थीं, इसलिए उन्हें हिरासत में ले लिया गया. जांच एजेंसी ने इससे पहले चंद्रशेखर, उनकी पत्नी लीना मारिया पॉल और दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. इस बीच, फर्नांडिस (36) धन शोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए गुरुवार को लगातार दूसरे दिन यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं.Also Read - ED, CBI के निदेशकों के कार्यकाल को बढ़ाने वाले विधेयकों को लोकसभा ने दी मंजूरी",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-chopper-crash-only-3-dead-bodies-identified-families-will-not-be-able-to-get-the-dead-bodies-5131990/,"Bipin Rawat Chopper Crash: 13 में से अब तक सिर्फ 3 शवों की हो पाई पहचान, परिजनों को नहीं मिल पाएंगे पार्थिव शरीर","Bipin Rawat Chopper Crash: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 13 लोगों का निधन हुआ. इनमें से सिर्फ 3 शवों की ही पहचान की जा सकी है. अब तक प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर के शवों की पहचान की जा सकी है. अधिकारियों ने बताया कि केवल पहचान किए गए लोगों के शवों को ही उनके परिजनों को सौंपा जायेगा. शेष शवों की सकारात्मक पहचान की प्रक्रिया जारी है. पार्थिव शरीर को पहचान संबंधी औपचारिकताएं पूरी होने तक सैन्य अड्डे अस्पताल के शवगृह में रखा जाएगा.Also Read - YouTuber Maridhas Arrested: बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश होने पर लिखा 'नया कश्मीर बन रहा तमिलनाडु', अरेस्ट",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/will-there-be-a-shortage-of-coal-in-country-coal-india-told-5131950/,"देश में क्या फिर पड़ेगी कोयला की कमी, कितना बचा है भंडारण, कोल इंडिया ने बताया","कोलकाता: कुछ महीने पहले देश में कोयले की कमी की खबरें खूब आईं. दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में बिजली संकट पैदा हो गया था. बिजली कटौती भी की जा रही थी, लेकिन स्थिति संभल गई. अब देश में कोयले की क्या स्थिति है, इसे लेकर कोल इंडिया ने बयान जारी किया है. कोल इंडिया ने बताया है कि देश में आखिर कब तक के लिए कोयला भंडारण है.Also Read - इस कंपनी ने पेश की मानवता की मिसाल! कर्मचारी की बेटी के इलाज के लिए दिये 16 करोड़ रुपये",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/who-is-new-cds-of-india-new-chief-of-defence-staff-to-be-named-soon-general-naravane-frontrunner-5131909/,"देश के अगले CDS की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू करने वाली है सरकार, ये हैं दौड़ में सबसे आगे","Who is New CDS Of India: हेलीकॉप्टर हादसे में जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के निधन के बाद सरकार जल्द ही नए CDS की प्रक्रिया शुरू करेगी. सीडीएस पद के लिए दौड़ में सबसे आगे सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) हैं. सरकार यह कदम तब उठा रही है जब कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों का कहना है कि जनरल नरवणे को इस पद पर नियुक्त करना (Who is Next CDS Of India) विवेकपूर्ण कदम होगा, क्योंकि वह पांच महीने के अंदर सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त होने वाले हैं. इस मामले से अवगत लोगों ने गुरुवार को बताया कि सरकार सेना, नौसेना और वायुसेना के वरिष्ठ कमांडरों की एक समिति बनाएगी. तीनों सेनाओं से अगले दो-तीन दिनों के अंदर मिलने वाली अनुशंसा के आधार पर समिति को अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर इसे मंजूरी के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजा जाएगा.Also Read - Desh ke Veer Sapooton ki Antim Yatra: CDS General Bipin Rawat के अंतिम दर्शनों को उमड़े लोग : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/international-flights-latest-update-international-flights-to-remain-suspended-till-january-31-know-what-dgca-says-5131788/,International Flights News: केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के परिचालन पर 31 जनवरी तक लगाई रोक,"International Flights Latest Update: कोरोना के नए ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों (International Flights) के परिचालन को 31 जनवरी 2022 तक रोक लगाने का फैसला किया गया है. डायरेक्‍टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी (DGCA) की तरफ से यह जानकारी दी गई है. मालूम हो कि केंद्र सरकार ने 15 दिसंबर से अंतराष्‍ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू करने का ऐलान किया था. हालांकि कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के सामने आने के बाद इस फैसले को टाल दिया गया था. बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से सभी शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय उड़ान 23 मार्च से देश में शेड्यूल इंटरनेशनल फ्लाइट निलंबित हैं. हालां‍कि कई देशों के साथ एयर बबल सिस्‍टम के तहत विशेष फ्लाइट का संचालन किया जा रहा है.Also Read - Covid19: देश में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 8503 नए मामले सामने आए, 624 की मौत",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/police-commissioner-system-is-implemented-in-bhopal-and-indore-of-mp-from-today-5131823/,"MP: भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम आज से लागू, ADG रैंक के IPS अफसर होंगे पुलिस आयुक्‍त","Police commissioner system in MP`s Bhopal, Indore : मध्‍य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दो बड़े शहरों भोपाल (Bhopal) और इंदौर (Indore) में पुलिस कमिश्‍नर सिस्‍टम (Police Commissioner System) आज गुरुवार की शाम से लागू कर दिया गया है. यह जानकारी मध्‍य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने दी दी है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस कमिश्‍नर सिस्‍टम में शहर में कानून व्‍यवस्‍था की जिम्‍मेदारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) स्तर के अधिकारी को दी जाएगी और वह पुलिस कमिश्‍नर के रूप में कार्य करेंगे.Also Read - Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश में दिव्यांगों को बस किराये में 50 फीसदी छूट, जानें सरकार का पूरा फैसला",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/omicron-latest-update-govt-asks-states-uts-to-stay-prepared-for-possible-covid-surge-gave-this-advice-5131673/,"Omicron Update: कोरोना के 'ओमिक्रॉन' वेरिएंट के खतरे को लेकर केंद्र ने राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों को किया आगाह, दी यह सलाह","Omicron Latest Update: कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट की भारत में दस्तक होने के बाद केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क रहने को कहा है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि कोविड-19 के क्लीनिकल उपचार में उपयोग होने वाली आठ महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें. साथ ही उन्हें यह सलाह दी कि मामलों में बढ़ोतरी की आशंका के मद्देनजर अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा करें. ओमिक्रॉन वेरिएंट के लिए जन स्वास्थ्य तैयारियों और टीकाकरण की प्रगति की वीडियो कांफ्रेंस से समीक्षा करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और एनएचएम के एमडी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी अस्पतालों में वेंटिलेटर, पीएसए संयंत्र और ऑक्सीजन सांद्रक सुचारू रूप से काम कर रहे हों.Also Read - Omicron Scare: कोविशील्ड या कोवैक्सीन? जानिए कौन सा वैक्सीन पड़ेगा ओमिक्रोन पर भारी | Watch Video",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/karnataka-lockdown-update-lockdown-like-restrictions-in-karnataka-soon-amid-rising-cases-of-omicron-variant-know-what-cm-basavaraj-bommai-said-5131600/,karnataka Lockdown: कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए क्या कर्नाटक में लगेंगी लॉकडाउन जैसी पाबंदियां? जानें क्या बोले सीएम,"Karnataka Lockdown Update: कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के खतरों के मद्देनजर कर्नाटर सरकार छात्रावासों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी करने का गुरुवार को फैसला लिया. सरकार ने कहा कि पाबंदियां लगाने के संबंध में जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा. एक सप्ताह तक स्थिति का विश्लेषण करने के बाद नाइट कर्फ्यू (Karnataka Night Curfew) और क्रिसमस और नए साल के जश्न पर पाबंदी जैसे उपायों के बारे में निर्णय लिया जाएगा.Also Read - Covid19: देश में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 8503 नए मामले सामने आए, 624 की मौत",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/ambulance-carrying-bodies-of-people-killed-in-helicopter-crash-police-van-became-a-victim-of-accidents-5131591/,"CDS बिपिन रावत सहित 14 लोगों के शवों को ले जा रही एक एंबुलेंस का हुआ एक्सीडेंट, पुलिस वैन भी बनी हादसों का शिकार","Army helicopter crash: भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हेलीकॉप्टर दुर्घटना पीड़ितों के शवों को ले जा रहे काफिले में से एक एंबुलेंस और एक पुलिस वैन तमिलनाडु के वेलिंगटन से सुलूर के बीच रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. बुधवार दोपहर कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई. शवों को गुरुवार सुबह सैन्य अस्पताल से वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर (एमआरसी) से स्थानांतरित कर दिया गया, जहां तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अन्य लोगों ने दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/anti-liquor-task-force-task-force-created-for-illegal-business-of-liquor-in-rural-areas-of-bihar-5131562/,"Anti Liquor Task Force: बिहार में शराब के काले कारोबार को रोकने के लिए बनाई जाएगी ये फोर्स, हर जिले में होगी तैनात","Anti Liquor Task Force: बिहार में शराब के काले कारोबार को रोकने के लिए विशेष फोर्स बनाई जाएगी. ये फोर्स हर जिले में तैनात होगी. शराब पर प्रतिबंध के बीच इसके अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए जिला स्तर पर अब ‘एंटी लिकर टास्क फोर्स’ (ALTF) का गठन किया जाएगा. कहा जा रहा है कि इस टास्क फोर्स की जिम्मेदारी खासकर ग्रामीण इलाकों में होनेवाले शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने की होगी. बिहार के पुलिस महानिदेशक एस के सिंघल ने सभी जिलों में ऐसी टास्क फोर्स गठित करने के आदेश दिए हैं.Also Read - Bihar विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलें, नीतीश कुमार ने तेजस्‍वी यादव के सवाल का दिया ये जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bus-driver-saves-30-lives-before-dying-of-heart-attack-in-tamil-nadu-5131544/,हार्ट अटैक आने पर बस ड्राइवर ने अपनी मौत से पहले बचाई 30 यात्र‍ियों की जान,"चेन्नई: तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम (Tamil Nadu State Transport Corporation) के एक बस ड्राइवर ने आज गुरुवार हार्ट अटैक आने के बावजूद 30 यात्र‍ियों की जान बचाई है, लेकिन उसकी मौत हो गई. आज गुरुवार को सुबह तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम की बस चला रहे ड्राइवर अरुमुगम, को दिल का दौरा पड़ा, लेकिन हालत ज्‍यादा बिगड़ने से पहले ड्राइवर ने 30 लोगों की जान बचा ली.Also Read - Helicopter Crash: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान ने 31 साल बाद 3 बहनों के साथ मनाया था रक्षाबंधन, पिता ने बताया",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/world-hindi/general-bipin-rawat-was-a-seasoned-leader-and-a-true-friend-of-israel-says-pm-naftali-bennett-5131452/,"जनरल रावत की मौत पर इजराइली नेताओं ने जताया शोक, पीएम बेनेट बोले- बिपिन रावत महान नेतृत्वकर्ता और इजराइल के सच्चे मित्र थे","नई दिल्ली: इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने भारत के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत को ‘‘अनुभवी नेतृत्वकर्ता’’ और उनके देश का ‘‘सच्चा मित्र’’ बताया. तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मियों की मृत्यु हो गई थी. इजराइल के शीर्ष नेतृत्व ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत के अकस्मात निधन पर भारत सरकार और लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की.Also Read - IAF Helicopter Crash: Amul ने CDS जनरल बिपिन रावत को दी अनोखी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीर",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/chopper-crash-survivor-group-captain-varun-singh-being-moved-to-bengaluru-hospital-5131449/,हेलीकॉप्‍टर क्रैश में जिवित बचे ग्रुप कैप्टन Varun Singh को बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु स्थानांतरित किया जा रहा,"Chopper Crash Update: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) को बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु स्थानांतरित किया जा रहा है. वरुण सिंह के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह ने गुरुवार को बताया कि उनके बेटे वरुण को तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित सैन्य अस्पताल से बेंगलुरु के एक अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है. इस हादसे में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मृत्यु हो गई थी. भोपाल के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह ने कहा, ‘उन्हें (वरुण को) बेंगलुरु शिफ्ट (स्थानांतरित) किया जा रहा है. मैं वेलिंगटन पहुंच गया हूं.’Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/helicopter-crash-wing-commander-prithvi-singh-chauhan-celebrated-rakshabandhan-after-31-years-with-three-sisters-last-year-sad-father-told-5131412/,"Helicopter Crash: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान ने 31 साल बाद 3 बहनों के साथ मनाया था रक्षाबंधन, पिता ने बताया","Helicopter crash, Wing Commander Prithvi Singh Chauhan: आगरा: हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter crash) का शिकार हुए 42 साल के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (Wing Commander Prithvi Singh Chauhan ) के निवास स्थल आगरा (AGRA) में शोक की लहर फैल गई है और उनके परिजन को सांत्वना देने के लिए बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंच रहे हैं. विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान के पिता ने बताया कि बेटे ने 31 साल बाद अपनी तीन बहनों के साथ पिछले साल रक्षाबंधन मनाया था, लेकिन उसकी बड़ी बहन रक्षाबंधन पर नहीं आ पाई थी, क्योंकि वह मुंबई में रहती है.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/chandrayaan-3-to-be-launched-in-the-second-quarter-of-2022-says-government-5131339/,"2022 की दूसरी तिमाही में होगा Chandrayaan 3 का प्रक्षेपण, सरकार ने संसद को बताया","Chandrayaan 3 Latest News: केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में बताया कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 2022-23 की दूसरी तिमाही में होने की संभावना है. उच्च सदन में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 मिशन प्राप्ति के अग्रिम चरण में है. नोडन मॉड्यूल और रोवर मॉड्यूल दोनों के सभी प्रणालियों को प्राप्त एवं एकीकृत किया गया है और उनका परीक्षण किया गया है. लैंडर मॉड्यूल के अधिकांश प्रणालियों को साकार किया गया है और उनके परीक्षण प्रगति पर हैं.’’Also Read - NEET काउंसिलिंग चार हफ्तों के लिए स्थगित, सरकार ने कहा- नीट में EWS श्रेणी के लिए 8 लाख सालाना आय की सीमा पर फिर से गौर करेंगे",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/rajasthan/helicopter-crash-sorrow-in-native-villages-of-squadron-leader-kuldeep-singh-lt-col-harjinder-singh-are-from-rajasthan-among-the-13-dead-in-the-chopper-crash-5131282/,Helicopter crash: स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह और लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के पैत्रिक गांवों में छाया मातम,"जयपुर: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter crash) में सीडीएस जनरल विपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) समेत 13 मृतकों की सूची में राजस्थान के दो सैन्‍य अधिकारी स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह (Squadron Leader Kuldeep Singh) और लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह (Lt Col Harjinder Singh) का भी नाम शामिल है. स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह मूल रूप से झुंझुनू की बुहाना तहसील के घरडाना खुर्द गांव के रहने वाले थे जबकि, हरजिंदर सिंह अजमेर के रहने वाले हैं. उनके पैत्र‍िक गावों में गम छाया हुआ है.Also Read - Brigadier LS Lidder का अंतिम संस्‍कार बेटी ने किया, पत्‍नी ने कहा, हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-chopper-crash-updates-flight-gunner-pradeeps-dies-in-chopper-crash-5131200/,"Bipin Rawat Chopper Crash Updates: फ्लाइट गनर प्रदीप का सपना कभी नहीं होगा पूरा, अपने चहेते लाल के शव का इंतज़ार कर रहे लोग","Bipin Rawat Chopper Crash Updates: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के एमआई 17 हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पूरा देश स्तब्ध है. दुर्घटना में देश के पहले CDS Bipin Rawat (Bipin Rawat Death News Latest Update) और उनकी पत्नी के साथ ही 14 लोगों का निधन हुआ है. भारतीय वायु सेना में जूनियर वारंट अधिकारी प्रदीप भारतीय वायुसेना में फ्लाइट गनर थे और सुलूर से हेलिकॉप्टर में सवार हुए थे. त्रिशूर के रहने वाले प्रदीप पिछले सप्ताह के अंत तक अपने बीमार पिता के पास थे. वह सप्ताह के लिए ब्रेक पर आये थे. 38 साल के प्रदीप दो साल में ही रिटायर होने वाले थे. रिटायरमेंट के बाद प्रदीप की अपने गांव में रहने को लेकर कई योजनाएं थीं, जो कभी पूरी नहीं हो पाएंगी.Also Read - Jija Sali Ka Video: स्टेज पर थे दूल्हा-दुल्हन तभी कूदकर साली भी पहुंच गई, फिर कर दिखाया जबर डांस | देखिए",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/watch-locals-shower-flower-petals-as-ambulances-carrying-the-mortal-remains-of-cds-bipin-rawat-his-wife-and-other-personnel-5131213/,"Watch: सीडीएस बिपिन रावत सहित अन्य कर्मियों के शव ले जा रही एम्बुलेंस पर स्थानीय लोगों ने की फूलों की बौछार, नम आंखों से दी विदाई","Coonoor Helicopter Crash कुन्नूर के पास कटेरी पार्क में बुधवार को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना (Coonoor Helicopter Crash) में मारे गए सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी और 11 सशस्त्र कर्मियों सहित 13 लोगों के शवों को वेलिंगटन के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर (Madras Regimental Centre) से एयरफोर्स स्टेशन भेज दिया गया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने भारत माता के सपूतों को नम आंखों से विदाई दी. यही लोगों ने एम्बुलेंस पर फूलों की बौछार भी की. बता दें कि एमआरसी वेलिंगटन से सुलूर वायु सेना स्टेशन की दूरी 87 किमी है और परिवहन के दौरान किसी भी व्यवधान को रोकने के लिए सड़क यातायात को डायवर्ट किया गया.Also Read - Helicopter Crash में जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की चिट्ठी वायरल, लिखा - 'औसत दर्जे का होना ठीक बात है'",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/a-suspicious-explosion-took-place-at-rohini-court-delhi-5130797/,"दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में एक लैपटॉप बैग में हुआ धमाका, एक घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया","Blast in Delhi’s Rohini Court: दिल्ली के रोहिणी कोर्ट से गुरुवार सुबह एक संदिग्ध धमाके की खबर आयी. बताया गया कि गुरुवार सुबह यहां एक धमाका हुआ, जिसके बाद फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. गुरुवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे कोर्ट के रूम नंबर 102 में धमाका होने से वहां हड़कंप मच गया. धमाके की सूचना मिलती है पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गई. जांच के लिए वहां तुरंत सुरक्षा बढ़ा दी गई.Also Read - Delhi-NCR की वायु गुणवत्ता में 'हल्का' सुधार, सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान; निर्माण पाबंदियों पर मिलेगी छूट?",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/group-captain-varun-singh-health-update-only-survivor-of-the-helicopter-crash-group-captain-varun-singh-on-life-support-5130846/,"Mi-17V5 हेलिकॉप्टर हादसे में एकमात्र जिंदा बचे कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर, डॉक्टरों ने दिया ये अहम अपडेट",Group Captain Varun Singh Health Update: तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC) में डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) बुधवार को कुन्नूर के पास हुए Mi-17V5 हेलिकॉप्टर हादसे में जीवित बचे एकमात्र अधिकारी हैं. वो तकरीबन 80-85 फीसदी तक झुलस गए हैं. वह अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. आज गुरुवार को अब से कुछ देर पहले तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ये जानकारी दी.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब,-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-death-news-latest-update-what-is-a-black-box-one-device-can-solve-mystery-behind-gen-bipin-rawats-helicopter-crash-5130686/,"Bipin Rawat Death: क्या है Black Box, जिसकी मदद से खुलेंगे CDS बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश से जुड़े राज | जानिए सबकुछ","Bipin Rawat Death News Latest Update: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Gen. Bipin Rawat) की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत के बाद अब कई सवाल उठने लगे हैं. समझने की कोशिश की जा रही है कि ऐसा क्या हुआ कि भारतीय वायु सेना (IAF) का बहुत ही एडवांस हेलिकॉप्टर Mi-17V5 इतने बड़े हादसे का शिकार हो गया. हालांकि जल्द ही इन सवालों के जवाब मिलने वाले हैं, क्योंकि आज गुरुवार को विंग कमांडर आर भारद्वाज के नेतृत्व में एयरफोर्स की स्पेशल टीम ने ब्लैक बॉक्स (Black Box) या कहें डेटा रिकॉर्डर खोज निकाला है. इसके लिए टीम आज सुबह से ही तलाशी अभियान चला रही थी.Also Read - Jija Sali Ka Video: स्टेज पर थे दूल्हा-दुल्हन तभी कूदकर साली भी पहुंच गई, फिर कर दिखाया जबर डांस | देखिए",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/last-video-of-cds-bipin-rawats-helicopter-before-crash-5130475/,"CDS General Bipin Rawat का हेलीकॉप्टर धुंध के बीच भर रहा था उड़ान, दुर्घटना से पहले का आखिरी VIDEO देखें","Last video of CDS Bipin Rawat’s Helicopter before Crash: भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का बुधवार 8 दिसंबर को तमिलनाडु में हुए एक हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में निधन हो गया. वायुसेना (Air Force) के इस हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) और क्रू सदस्यों सहित कुल 14 लोग सवार थे. हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों का निधन हो गया गया है. भारतीय वायुसेना ने शाम करीब 6 बजे जनरल बिपिन रावत के निधन की पुष्टि की. सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और अन्य सैन्य अधिकारियों को ले जा रहा वायुसेना का यह हेलीकॉप्टर बुधवार को कुन्नूर के पास नीलगिरी की पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. वायु सेना ने बताया कि जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के दौरे पर जा रहे थे, जहां उन्हें शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करना था. अब दुर्घटना से ठीक पहले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें नीलगिरी की पहाड़ियों में धुंध के बीच हेलीकॉप्टर उड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. कुछ राहगीरों ने यह वीडियो बनाया है, वीडियो के अंत में एक अजीब सी आवाज आती है, जो संभवत हेलीकॉप्टर क्रैश की है, इस पर यह लोग आश्चर्य में पूछते हैं, यह क्या हुआ? यह वीडियो स्थानीय लोगों से हासिल हुआ है. India.Com इस वीडियो की पुष्टि नहीं कर सकता है.Also Read - Helicopter Crash: CDS बिपिन रावत की मौत के पीछे क्या चीन का हाथ है, रक्षा विशेषज्ञों ने एक अन्य 'साजिश' से की तुलना",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/shaurya-chakra-awardee-survivor-can-throw-light-on-iaf-chopper-crash-5130609/,CDS Bipin Rawat's Helicopter Crash: सिर्फ एक शख्स बता सकता है इस दुर्घटना के एक-एक पल की दास्तान,"CDS Bipin Rawat’s Helicopter Crash: भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का बुधवार 8 दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Crash) में निधन हो गया. यह दुर्घटना तमिलनाडु (Tamilnadu) में कुन्नूर के पास नीलगिरी की पहाड़ियों में हुआ. वायुसेना (Indian Air Force) के इस हेलीकॉप्टर में क्रू सदस्यों सहित कुल 14 लोग सवार थे, जिसमें सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) भी शामिल थे. इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Durghatna) में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों का निधन हो गया. वायुसेना ने बुधवार शाम करीब 6 बजे जनरल रावत के निधन की पुष्टि की. इस हेलीकॉप्टर में और भी कई वरिष्ट सैन्य अधिकारी मौजूद थे और सभी का इस दुर्घटना में निधन हो गया. इस हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Catain Varun Singh) जिंदा बचे हैं और अभी अस्पताल में मौत से जिंदगी की जंग लड रहे हैं. इस दुर्घटना की जांच (Helicopter Crash Investigation) होगी और रिपोर्ट भी सामने आएगी, लेकिन सही मायनों में इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बारे में जानकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही दे पाएंगे.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/delhi-news-today-truck-overturned-on-a-car-near-hyatt-hotel-in-rk-puram-2-died-5130518/,"Delhi News Today: दिल्ली में भीषण सड़क हादसा, कार पर ट्रक पलटने से माता-पिता की मौत | बच्चे की जान बची","Delhi News Today: दिल्ली में आज गुरुवार को भीषण सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई. न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि हादसा आरके पुरम में हयात होटल के करीब हुआ जहां एक ट्रक अनियंत्रित होकर कार पर जा गिरा. घटना के वक्त कार में तीन लोग सवार थे. इनमें इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हो गई जबकि बच्चे की जान बच गई. दिल्ली पुलिस ने बताया कि ट्रक पलटने की वजह से कार में सवार छह साल के बच्चे की जान बच गई है, जबकि उसके माता-पिता के मौत हो गई.Also Read - Funny Video: पाकिस्तानी रिपोर्टर को देखकर फिसल गया लड़का, फिर जो हुआ पेट पकड़कर हंसेंगे | देखिए ये वीडियो",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/delhi/delhi-air-pollution-update-delhi-ncr-weather-update-today-delhi-aqi-is-presently-at-208-in-the-poor-category-says-safar-5130361/,"Delhi Air Pollution Update: लगातार चौथे दिन राहत, आज AQI घटकर 208 पर पहुंचा | सरकार ने भी उठाए कड़े कदम","Delhi Air Pollution Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण (Delhi Air Pollution) का स्तर अब लगातार ठीक हो रहा है. दिल्ली में लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में सुधार हुआ है. आज गुरुवार को न्यूज एजेंसी एएनआई ने SAFAR यानी सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के हवाले से बताया कि शहर में आज AQI 208 दर्ज किया गया है. हालांकि अभी भी ये खराब गुणवत्ता की श्रेणी में आता है. मगर पिछले चार दिनों को देखें तो हवा में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है. दिल्ली में कल बुधवार को AQI 235 दर्ज किया गया था.Also Read - Delhi Pollution: दिल्ली में अगले आदेश तक जारी रहेगा ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध, हवा की गुणवत्ता में हुआ सुधार",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/telecom-department-orders-to-close-the-numbers-of-those-having-more-than-nine-sim-cards-5130289/,"Mobile Phone यूजर ध्‍यान दें DTO के नए आदेश पर, जान लें क्‍या बंद हो सकता है आपका सिम?","नई दिल्ली: क्‍या अगर आपने 9 से अधिक सिम कार्ड (SIM cards) खरीदें हैं. अगर हां तो आप अपने इन सिमों को जारी रखने के लिए इनका वेरिफिकेशन जरूर करवा लें. अन्‍यथा आपके सिम बंद किए जा सकते हैं. दरअसल, दूरसंचार विभाग ने नौ से ज्यादा सिम कार्ड रखने वाले ग्राहकों के सिम को फिर से सत्यापित करने और सत्यापित न होने की स्थिति में सिम बंद करने का आदेश दिया है. जम्मू-कश्मीर और असम समेत पूर्वोत्तर के लिए यह संख्या छह सिम कार्ड की है.Also Read - 8वें विकेट तक 'रिकॉर्ड की बराबरी' के बारे में सोचा नहीं, इस तरह हुआ Ajaz Patel का 'सपना साकार'",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-dies-general-bipin-rawats-body-to-be-brought-to-delhi-tomorrow-know-all-the-updates-so-far-5130067/,"CDS जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज लाया जाएगा दिल्ली, शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार; जानें अब तक के सभी अपडेट्स","CDS Gen Bipin Rawat Dies: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया. हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे. हादसे में सिर्फ भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) की जान बच सकी है. उनका इलाज वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में किया जा रहा है. भारतीय वायुसेना (IAF) ने CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि की है. जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक दिल्ली लाया जाएगा और शुक्रवार को दिल्ली कैंट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उधर, पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार शाम CCS की बैठक में सभी सदस्यों ने 2 मिनट का मौन रखा और हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी.Also Read - Desh ke Veer Sapooton ki Antim Yatra: CDS General Bipin Rawat के अंतिम दर्शनों को उमड़े लोग : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/cds-bipin-rawat-his-wife-died-totale-13-in-mi-17v5-helicopter-here-is-list-of-army-iaf-personnel-deaths-5130248/,"CDS Bipin Rawat Helicopter Crash: ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, ले. कर्नल हरजिंदर सिंह समेत इन मृतकों की फोटोज जारी","CDS Bipin Rawat, Helicopter Crash: नई दिल्ली: तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और सशस्त्र बलों के 11 अन्य अधिकारियों की मृत्यु हो गई. दुर्घटना में जान गंवाने वालों में सीडीएस के सैन्य सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर और स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह शामिल हैं. हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह घायल हुए हैं, वह जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं. उनका वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है.Also Read - Helicopter Crash: CDS बिपिन रावत की मौत के पीछे क्या चीन का हाथ है, रक्षा विशेषज्ञों ने एक अन्य 'साजिश' से की तुलना",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/cds-rawat-death-us-russia-pak-and-other-countries-express-condolences-5130262/,"CDS Bipin Rawat Death: सीडीएस रावत के निधन पर अमेरिका, रूस, पाकिस्तान और अन्य देशों ने जताया शोक","CDS Gen Bipin Rawat Death: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया. हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे. अमेरिका, रूस और पाकिस्तान समेत विभिन्न देशों ने बुधवार को जनरल बिपिन रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया. अमेरिकी दूतावास ने रावत परिवार और दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में कहा कि भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष के रूप में जनरल रावत ने भारतीय सेना में परिवर्तन के एक ऐतिहासिक दौर का नेतृत्व किया.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-news-uttarakhand-declares-3-day-state-mourning-over-demise-of-cds-general-rawat-5130240/,"जनरल बिपिन रावत के निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जताया दुख, तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा","उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने CDS जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख जताया और प्रदेश में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की. जनरल रावत के निधन पर प्रदेश में 9 से 11 दिसंबर तक तीन दिनों का राजकीय शोक रहेगा. मुख्यमंत्री ने रावत के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि उत्तराखंड को अपने इस सपूत पर हमेशा गर्व रहेगा. शोक संदेश में धामी ने जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका तथा अन्य लोगों की मृत्यु पर गहरा दुख जताते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना की. उन्होंने ईश्वर से शोक संतप्त परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-news-before-general-rawat-another-top-army-officer-also-lost-his-life-in-mi-17-helicopter-crash-with-his-wife-5130228/,जनरल Bipin Rawat से पहले एक अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारी की भी Mi-17 हेलीकॉप्टर क्रैश में पत्नी संग गई थी जान,"Bipin Rawat Dies: भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों का बुधवार को एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया. उनका वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. लगभग तीन दशकों में इस तरह से किसी शीर्ष रक्षा अधिकारी की यह पहली मौत है. इससे पहले के घटनाक्रम में और इस हालिया हादसे में एक संयोग भी है. इससे पहले भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 1993 में मौत हुई थी और उस हादसे में भी एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था. तब भी खराब मौसम के कारण दुर्घटना हुई थी और अधिकारी के साथ उनकी पत्नी भी मौजूद थीं. पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जमील महमूद (Jameel Mahmood) की मई 1993 में सिक्किम की यात्रा के दौरान एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-cremation-of-chief-of-defence-staff-general-bipin-rawat-and-his-wife-to-be-done-on-friday-december-10-in-delhi-cantonment-5129252/,CDS Bipin Rawat's Helicopter Crash Updates: CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर आज पहुंचेगा दिल्ली,"CDS Bipin Rawat’s Helicopter Crash: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास सेना का एक MI सीरीज का हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हो गया. हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी के अलावा 11 अन्य लोगों का निधन हो गया. भारतीय सेना और इंडियन एयरफोर्स की तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर यह जानकारी दी गई है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम राजनेताओं ने सीडीएस रावत के निधन पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, मैं तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना से बहुत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया है. उन्होंने पूरी लगन से भारत की सेवा की. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. सीडीएस रावत का पार्थिव शरीर गुरुवार को दिल्ली लाया जाएगा और शुक्रवार को दिल्ली कैंट में उनका अंतिम संस्कार होगा.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/jk-encounter-update-three-terrorists-are-killed-terrorists-neutralised-in-shopian-encounter-5130135/,Shopian Encounter Update: जम्मू-कश्मीर में दिनभर चले एनकाउंटर में मारे गए तीन आतंकी,"श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir Encounter) के शोपियां जिले में आज बुधवार को एनकाउंटर (Shopian Encounter Update) में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में कुल तीन आतंकवादी मारे गए हैं. पुलवामा जिले में हुए एनकाउंटर में पहले एक आतंवादी मारा गया. इसके बाद दो आतंकवादी मारे गए.पुलिस ने बताया कि शोपियां जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया.Also Read - Join Indian Army: भारतीय सेना में आई बपर भर्ती, इन पदों पर जल्दी करें आवेदन",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pm-modi-tweets-on-general-bipin-rawats-death-says-deeply-anguished-5130130/,"CDS रावत के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- 'भारत कभी उनकी असाधारण सेवा को नहीं भूलेगा'","CDS Gen Bipin Rawat Dies: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया. हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे. हादसे में सिर्फ भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Caption Varun Singh) की जान बच सकी है. उनका इलाज वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत पर शोक प्रकट किया और उन्हें उत्कृष्ट सैनिक और सच्चा देशभक्त करार दिया. प्रधानमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि पहले रक्षा अध्यक्ष के रूप में उन्होंने रक्षा सुधारों सहित सशस्त्र बलों से संबंधित विभिन्न आयामों पर काम किया और उनके आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया.Also Read - CDS Bipin Rawat की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत को लेकर अटकलों और अफवाहों पर वायुसेना ने दिया जवाब",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/big-personalities-of-india-died-in-these-air-accidents-these-are-7-big-air-crashes-5130113/,"CDS Gen Bipin Rawat ही नहीं, हवाई हादसों में देश की इन बड़ी हस्तियों की भी गई है जान, ये हैं 7 बड़े नाम","INDIA, Air Accidents, Air Crashes: देश पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की आज तमिलनाडु में कुन्नूर के समीप बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई. दुर्घटना में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का फिलहाल वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है. एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में सीडीएस और नौ अन्य यात्री तथा चालक दल के चार सदस्य सवार थे। यह हेलीकॉप्टर दोपहर दो बजे के करीब कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया. भारत में कई हवाई हादसों में देश की अहम हस्तियों को खोया है. अतीत में हुए ऐसे हादसों ने देश को बड़े जख्‍म दिए हैं. आइए ऐसे हादसों पर एक नजर डालते हैं.Also Read - IAF Helicopter Crash: Amul ने CDS जनरल बिपिन रावत को दी अनोखी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीर",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/amit-shah-condoles-cds-gen-bipin-rawats-demise-bravest-soldiers-who-served-india-5130106/,"CDS बिपिन रावत के निधन पर अमित शाह ने जताया शोक, कहा- 'उनके योगदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता'","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat) की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत पर शोक जताया. अमित शाह ने कहा कि वह देश के उन बहादुर सैनिकों में थे जिन्होंने अत्यंत लगन से मातृभूमि की सेवा की. शाह ने एक ट्वीट में कहा, ‘देश के लिए आज का दिन बहुत दुखद है, क्योंकि हमने अपने CDS जनरल बिपिन रावत को एक दुखद हादसे में खो दिया. वह बहादुर सैनिकों में एक थे, जिन्होंने अत्यंत लगन से मातृभूमि की सेवा की. उनके उत्कृष्ट योगदानों और प्रतिबद्धता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. मुझे गहरा आघात पहुंचा है.’Also Read - CDS General Bipin Rawat ki Antim Yatra: दिल्ली कैंट पहुंची जनरल रावत की अंतिम यात्रा, पूरे रास्ते देशवासियों ने श्रद्धांजलि दी : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-dies-cds-gen-bipin-rawats-dies-in-chopper-crashes-in-kunnur-tamil-nadu-5129774/,"नहीं रहे CDS जनरल बिपिन रावत, हेलीकॉप्टर क्रैश में उनकी पत्नी का भी निधन; IAF ने जारी किया बयान","CDS Gen Bipin Rawat Dies: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी का निधन हो गया. भारतीय वायुसेना ने CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि की है. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) वायुसेना के एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर से बुधवार दोपहर करीब तीन बजे निर्धारित लेक्चर देने के लिए कुन्नूर जिले के वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे, जब यह हादसा हुआ.Also Read - CDS General Bipin Rawat ki Antim Yatra: दिल्ली कैंट पहुंची जनरल रावत की अंतिम यात्रा, पूरे रास्ते देशवासियों ने श्रद्धांजलि दी : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/general-bipin-rawat-biography-indias-first-cds-life-story-5130014/,"जनरल बिपिन रावत का आर्मी में ऐसा शानदार सफर रहा, देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस तक पहुंचे","CDS General Bipin Rawat biography: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत कुल 13 लोगों का आज बुधवार को निधन हो गया. पूरा देश इस हादसे से दुखी है. भारतीय वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 13 की मौत हो गई. चीन और पाकिस्‍तान जैसे नापाक इरादे वाले पड़ोसियों से देश की सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती के बीच भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत एक भरोसा का नाम है. कम समय में ही उन्‍होंने भारत की सैन्‍य तैयारियों को दुश्‍मनों से मुकाबले के लिए नई बुलंदियों पर पहुंचाया. आइए जानते हैं सीडीएस जनरल बिपिन रावत की जिंदगी के कुछ अहम पड़ावों के बारे में..Also Read - IAF Helicopter Crash: Amul ने CDS जनरल बिपिन रावत को दी अनोखी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीर",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/iaf-group-captain-varun-singh-only-survived-the-helicopter-crash-was-honored-with-shaurya-chakra-on-independence-day-2021-5130018/,"हेलीकॉप्टर हादसे में सिर्फ शौर्य चक्र से सम्मानित ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की ही बची जान, अस्पताल में लड़ रहे मौत से जंग","Bipin Rawat’s Chopper Crash: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी समेत 13 लोगों का निधन हो गया. हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे. भारतीय वायुसेना ने CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत की पुष्टि की है. हेलीकॉप्‍टर हादसे में केवल भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह की ही जान बच सकीत है. भारतीय वायुसेना की तरफ से एक ट्वीट कर बताया गया, ‘ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) हादसे में घायल हुए हैं और उनका वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.’Also Read - Desh ke Veer Sapooton ki Antim Yatra: CDS General Bipin Rawat के अंतिम दर्शनों को उमड़े लोग : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawat-dies-president-kovind-prime-minister-narendra-modi-expressed-grief-over-the-death-of-cds-general-bipin-rawat-5129883/,"CDS जनरल बिपिन रावत के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई राजनेताओं ने जताया दुख, जानें किसने क्या कहा","Bipin Rawat Dies: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी का निधन हो गया. भारतीय वायुसेना ने CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत की पुष्टि की है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम नेताओं ने जनरल बिपिन रावत ने निधन पर शोक जताया है.Also Read - CDS General Bipin Rawat ki Antim Yatra: दिल्ली कैंट पहुंची जनरल रावत की अंतिम यात्रा, पूरे रास्ते देशवासियों ने श्रद्धांजलि दी : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawats-chopper-crashes-i-saw-people-burning-and-falling-resident-who-saw-bipin-rawat-chopper-crash-5129940/,"Bipin Rawat's Chopper Crashes: 'मैंने लोगों को जलते और गिरते देखा', हेलीकॉप्टर हादसे के पास मौजूद शख्‍स ने बताया कैसा था मंजर","CDS Gen Bipin Rawat’s Chopper Crashes: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को सेना का एक MI सीरीज का हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हो गया. हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की जान चली गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम नेताओं ने जनरल बिपिन रावत ने निधन पर शोक जताया है. इन सबके बीच वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने हादसे का मंजर बयां किया.Also Read - Desh ke Veer Sapooton ki Antim Yatra: CDS General Bipin Rawat के अंतिम दर्शनों को उमड़े लोग : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/uttar-pradesh/up-16-year-old-girl-kidnapped-and-took-to-telangana-raped-three-months-and-became-pregnant-5129676/,"UP से अगवा 16 साल की लड़की से युवक ने तेलंगाना में तीन महीने तक किया रेप, हुई प्रेग्‍नेंट","बलिया: उत्तर प्रदेश (UP) के बलिया जिले (Ballia district) के एक गांव में युवक कथित तौर पर 16 साल की लड़की का अपहरण (teenage girl) करके उसे तेलंगाना (Telangana) ले गया और करीब तीन महीने तक उससे रेप (girl raped her for three month) करता रहा, जिससे टीनेजर प्रेग्‍नेंट (teenage girl became pregnant) हो गई. किशोरी की मां ने आकाश के खिलाफ पुलिस में 10 सितम्बर को शिकायत की थी कि उसकी बेटी का उसने अपहरण कर लिया है.Also Read - Helicopter Crash: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान ने 31 साल बाद 3 बहनों के साथ मनाया था रक्षाबंधन, पिता ने बताया",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawats-chopper-crash-cds-gen-bipin-rawats-chopper-crashes-know-all-the-updates-in-10-points-5129188/,"Bipin Rawat's Chopper Crashes: CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, 13 लोगों की मौत; जानें अब तक के सभी अपडेट्स","CDS Gen Bipin Rawat’s Chopper Crashes: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को सेना का एक MI सीरीज का हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हो गया. हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई है. न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. न्यूज एजेंसी ANI की तरफ से बताया गया है कि सभी शव इतनी बुरी तरह से जल गए हैं कि उनकी पहचान डीएनए टेस्टिंग से की जाएगी. हालांकि अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा सेना के कई सीनियर अधिकारी सवार थे. बताया जा रहा है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) घायल हैं और उनका तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है.Also Read - Desh ke Veer Sapooton ki Antim Yatra: बेटियों ने नम आंखों से पिता CDS General Bipin Rawat और मां मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी: Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/bipin-rawats-chopper-crashes-rajnath-singh-briefs-pm-narendra-modi-on-gen-bipin-rawats-chopper-crash-he-also-visited-cds-rawats-house-5129404/,"Bipin Rawat's Chopper Crashes: राजनाथ सिंह ने PM मोदी को दी हादसे की जानकारी, CDS रावत के घर भी गए रक्षा मंत्री","CDS Gen Bipin Rawat’s Chopper Crashes: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास सेना का एक MI सीरीज का हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हो गया, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे. भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. हादसे की जानकारी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की दी. भारतीय वायु सेना ने इस हेलीकॉप्टर क्रैश के संबंध में जांच के आदेश दे दिए हैं.Also Read - CDS General Bipin Rawat ki Antim Yatra: दिल्ली कैंट पहुंची जनरल रावत की अंतिम यात्रा, पूरे रास्ते देशवासियों ने श्रद्धांजलि दी : Updates",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/know-all-about-mi-17v5-helicopter-that-crashed-with-cds-bipin-rawat-onboard-5129373/,CDS बिपिन रावत के क्रैश हुए Mi-17V-5 हेलीकॉप्‍टर के बारे में जान लें ये सभी खास बातें,"CDS Bipin Rawat, Bipin Rawat, Helicopter Crash, IAF, INDIAN ARMY, Mi-17V5 Helicopter, bipin rawat, Chief of Defence Staff: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा हेलीकॉप्‍टर आज बुधवार को तमिलनाडु में क्रैश हो गया है. यह हेलीकॉप्‍टर सुलूर स्थित आर्मी बेस से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद नीलगिरि की पहाड़ियों में क्रैश हो गया है. भारतीय वायुसेना के सबसे सुरक्ष‍ित माने जाने वाले Mi-17V-5 हेलीकॉप्‍टर से जुड़ी हम जानकारियां बता रहे हैं…Also Read - Brigadier LS Lidder का अंतिम संस्‍कार बेटी ने किया, पत्‍नी ने कहा, हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए",-1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/cds-bipin-rawats-helicopter-crashed-in-tamil-nadu-5128897/,"CDS Bipin Rawat का हेलीकॉप्टर क्रैश, जनरल रावत के घर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह","कोयंबटूर : तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को सेना का एक एमआई सीरीज का हेलीकॉप्टर के क्रैश (Helicopter Crash) हो गया. इस हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) के साथ उनके स्टाफ कई सदस्य और कुछ परिवारजन भी सवार थे. Zee मीडिया को सूत्रों से हवाले से मिली खबर के अनुसार जनरल बिपिन रावत का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है. सूत्रों के अनुसार दुर्घटनास्थल से पांच शव बरामद किए गए हैं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने काफी देर तक रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की और इसके बाद वह अचानक सीडीएस रावत के घर पहुंचे.Also Read - Helicopter Crash में जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की चिट्ठी वायरल, लिखा - 'औसत दर्जे का होना ठीक बात है'",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/gentleman-general-bipin-rawat-on-his-last-journey-general-rawat-will-be-given-a-17-gun-salute-in-the-presence-of-800-soldiers.html,अंतिम सफ़र पर जांबाज जनरल बिपिन रावत,"भारत अंतिम सफ़र पर जांबाज जनरल बिपिन रावत Friday, December 10, 2021 15:25 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो नई दिल्ली। देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दोपहर बाद पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा और उन्हें 17 तोपों की सलामी दी जाएगी। अंतिम संस्कार के दौरान सशस्त्र सेनाओं के विभिन्न रैंकों के कुल 800 सैन्यकर्मी मौजूद रहेंगे। जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत तथा।1 अन्य सैनिकों की बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। गुरुवार को कन्नूर से यहां लाए जाने के बाद जनरल रावत के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान तीन काम राजमार्ग पर लोगों के दर्शनार्थ रखा गया है। सेना और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और आम लोगों ने जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी। सेना, नौसेना और वायु सेना के ब्रिगेडियर स्तर के 12 अधिकारी जनरल रावत के पार्थिव शरीर के पास निगरानी के लिए तैनात किए गए। उनकी अंतिम यात्रा तीन कामराज मार्ग से दिल्ली छावनी स्थित बरार स्क्वायर शमशान के लिए रवाना हुई। अंतिम यात्रा के लिए सेना, नौसेना और वायु सेना के दो दो लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के अधिकारी राष्ट्रीय ध्वजवाहक बनाए गए हैं। अंतिम यात्रा के दौरान हर कोई जांबाज जनरल को नम आंखों से अंतिम विदाई दे रहा है। जनरल रावत की अंतिम यात्रा में सेना, नौसेना और वायु सेना के सभी रैंक के कुल 99 अधिकारी और तीनों सेनाओं के बैंड के 33 सदस्य आगे-आगे चल रहे हैं। तीनों सेनाओं के सभी रैंकों के 99 अधिकारी पीछे से एस्कॉर्ट कर रहे हैं। अंतिम संस्कार के दौरान सशस्त्र सेनाओं के कुल 800 अधिकारी और जवान मौजूद रहेंगे। पहले से निश्चित प्रोटोकॉल के तहत जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी जाएगी। जनरल रावत के परिजन उन्हें मुखाग्नि देंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोंविद भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: सीबीआई की 19 राज्यों में 110 जगहों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ छापेमारी सीबीआई ने 19 राज्यों में 110 जगहों पर भ्रष्टाचार, हथियारों की तस्करी को लेकर छापेमारी की। छापेमारी में भ्रष्टाचार, आपराधिक कृत्य और हथियारों की तस्करी से जुड़े नए मामले दर्ज किए गए हैं। 09/07/2019 सोनिया के नेतृत्व में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल रविवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मिला। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। 06/10/2019 स्वामी चक्रपाणि ने दिया विवादित बयान, राहुल गांधी है समलैंगिक अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा किकांग्रेस सेवादल की किताब में नाथूराम गोडसे और सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध होने का दावा किया गया है। 03/01/2020 हैदराबाद रेप-मर्डर केस: पुलिस एनकाउंटर की जांच संबंधी याचिका पर SC में बुधवार को सुनवाई हैदराबाद के दिशा दुष्कर्म एवं हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराए जाने की घटना की स्वतंत्र जांच से संबंधित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगा। 09/12/2019 नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लोगों को किया जा रहा है भ्रमित : मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्षी दलों पर झूठ को प्रचारित कर लोगों को भ्रमित करने का आरोप लगाया और विपक्षी के नेताओं को चुनौती दी कि यदि उनके किसी काम में भेदभाव नजर आता है तो उसे देश के समक्ष रखें। 22/12/2019 एयर इंडिया की बिक्री को सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया देश विरोधी, कहा- कोर्ट जाने के लिए मजबूर सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया की बिक्री प्रक्रिया शुरू करते हुए सोमवार को अभिरुचि पत्र आमंत्रित किया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी प्राथमिक सूचना पत्र में कहा गया है कि अभिरुचि पत्र 17 मार्च तक जमा कराए जा सकते हैं। 27/01/2020 मस्जिद से बेहतर मरने की जगह नहीं, निजामुद्दीन मरकज के मौलाना साद का ऑडियो वायरल । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के करीब 1500 लोग खुद को फंसा हुआ बता रहे हैं, उनका कहना है कि लॉकडाउन होने की वजह से अपने-अपने घर नहीं जा सके, लेकिन जमात के मुखिया का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जो अलग ही कहानी बयां कर रहा है। 01/04/2020",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/us-president-joe-biden-s-invitation--pm-modi-s-statement--india-ready-to-work-with-partners-to-strengthen-democratic-values-------globally.html,"अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का आमंत्रण : PM मोदी का बयान, ''भारत विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए भागीदारों के साथ काम करने के लिए तैयार''","भारत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का आमंत्रण : PM मोदी का बयान, ''भारत विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए भागीदारों के साथ काम करने के लिए तैयार'' Friday, December 10, 2021 14:40 PM facebook instagram twitter google+ नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री(फाइल फोटो) नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आमंत्रण पर लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिये खुश हैं। साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए भागीदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है। मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को टैग करते हुये ट्वीट किया कि राष्ट्रपति बाइडेन के आमंत्रण पर लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए खुश हूँ। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत बहुपक्षीय मंचों सहित विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिये अपने भागीदारों के साथ काम करने के लिये तैयार है। गुरुवार को सम्मेलन के प्रथम सत्र में शामिल होने के लिये कई प्रमुख विश्व नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। राष्ट्रपति बाइडेन इसकी मेजबानी कर रहे हैं। इसे दोनों राष्ट्रों के बीच एक बेहतर संबंध के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है। सम्मेलन में 12 चुनिंदा देश हिस्सा ले रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र के सिद्धांतों को वैश्विक शासन का भी मार्गदर्शन करना चाहिए और लोकतंत्र को सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की प्रौद्योगिकी की क्षमता को देखते हुए तकनीकी कंपनियों को खुले और लोकतांत्रिक समाजों को संरक्षित करने में योगदान देना चाहिए। उन्होंने लोकतांत्रिक देशों को अपने संविधानों में निहित मूल्यों को पूरा करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: कोरोना अपडेटः देश में संक्रमितों का आंकड़ा 77 लाख के पार, सक्रिय मामले घटकर अब 7.15 लाख दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के सक्रिय मामलों में लगातार कमी हो रही है और अब इसकी संख्या घटकर 7.15 लाख पर आ गई है तथा संक्रमण का आंकड़ा लगातार बढ़ते हुए 77 लाख को पार कर गया है। देश में स्वस्थ होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से सक्रिय मामलों में कमी देखी जा रही है। 22/10/2020 कोरोना अपडेटः देश में संक्रमितों का आंकड़ा 91.39 लाख के पार, 24 घंटे में आए 44 हजार से ज्यादा नए मामले देश में कोरोना के मामलों में फिर तेजी आती जा रही है और पिछले कुछ दिनों से 45 हजार से अधिक नए मामले रोज सामने आए हैं हालांकि कोरोना संक्रमण को मात देने वालों की संख्या में भी औसतन इजाफा हुआ है जिससे सक्रिय मामलों की दर 5 फीसदी से नीचे है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटे में 44,059 नए मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा 91.39 लाख हो गया है। 23/11/2020 वायु प्रदूषण: SC में दिल्ली,पड़ोसी राज्यों ने दायर की अनुपालन रिपोर्ट, लेकिन केंद्र सरकार ने नहीं मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की पीठ स्कूली छात्र आदित्य दुबे की जनहित याचिका पर आगे की सुनवाई कर रही है। 24/11/2021 सोनिया-डोटासरा की मुलाकात के मायनें..... प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। डोटासरा ने गांधी ने संगठन मामलों पर चर्चा की। 23/11/2021 राजनाथ ने रखी नए थल सेना भवन की आधारशिला रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली छावनी में नए एवं विशाल थल सेना भवन की आधारशिला रखी, जिसमें थल सेना के सभी विभागों के मुख्यालयों को जगह मिल सकेगी। 22/02/2020 दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने पर बोले बाबा रामदेव, कहा, उन्हें मेरे जैसे सलाहकार की जरूरत बाबा रामदेव ने बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के जेनएयू जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें उनके जैसे सलाहकार की जरुरत है। 14/01/2020 बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित युवक की मौत बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित एक युवक की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने रविवार को यहां मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित सैफ अली (38) का पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आइसोलेशन वार्ड में इलाज चल रहा था, जहां रविवार को उसकी मौत हो गई। व 22/03/2020",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/salute-to-the-brave-general--funeral-today-in-berar-square-of-the-cantonment.html,जांबाज जनरल को सलाम : आज छावनी के बरार स्क्वेयर में अंतिम संस्कार,"भारत जांबाज जनरल को सलाम : आज छावनी के बरार स्क्वेयर में अंतिम संस्कार Friday, December 10, 2021 12:15 PM facebook instagram twitter google+ पीएम मोदी ने पालम एयरबेस पर दी श्रद्धांजलि। नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को यहां पालम हवाई अड्डे पर देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने भी जनरल रावत को पुष्पांजलि अर्पित की। मोदी, सिंह, डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना प्रकट की और उन्हें ढांढस बंधाया। इससे पहले जनरल रावत और अन्य सभी सैन्य कर्मियों के पार्थिव शरीर रात करीब पौने आठ बजे से वायु सेना के विशेष विमान से पालम हवाई अड्डा लाए गए। सीडीएस जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए लगा तांता प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए शुक्रवार को राजधानी में उनके सरकारी निवास तीन कामराज मार्ग पर केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, राजनेताओं और विभिन्न देशों के राजनीतिक प्रतिनिधियों का तांता लगा हुआ है। जनरल रावत का शव लोगों के अंतिम दर्शन के लिए उनके सरकारी आवास पर रखा गया। विशिष्ट व्यक्तियों और आम लोगों के लिए श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए 11:30 बजे का समय निर्धारित है। 12:30 बजे से डेढ़ बजे तक सैनिक कर्मी उनका अंतिम दर्शन करेंगे। देश के पहले सीडीएस जनरल रावत की अंतिम यात्रा (आज) शुक्रवार को दोपहर दो बजे कामराज मार्ग से शुरू हुआ और उनके पार्थिव शव को दिल्ली छावनी क्षेत्र में बरार स्कवायर शव दाह गृह ले जाया जाएगा और वहां उन्हें पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ अग्नि को समर्पित किया जाएगा। CDS जनरल रावत के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर आने वाले गणमान्य लोगों में गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिार्जुन खडगे, वायु सेना प्रमुख गणमान्य लोग पहुंचे। उल्लेखनिय है कि कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी पीएसओ लांस नायक बी साई तेजा, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, हवलदार सतपाल राई, जनरल रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिड्डर, जनरल रावत के स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, जनरल रावत के पीएसओ लांस नायक विवेक कुमार - 1 पैरा (स्पेशल फोर्सेस), नायक गुरुसेवक सिंह - 9 पैरा (स्पेशल फोर्सेस) विंग कमांडर पीएस चौहान, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप की भी मौत हो गई। जबकि इस हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेहतर उपचार के लिए बेंगलुर भेजा गया है। सभी शहीद सैनिकों का अंतिम संस्कार उनके परिजनों की सहमति से किया जाएगा। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: दिल्ली में पुराने वाहनों पर रोक, पुलिस शुरू करेगी अभियान दिल्ली के (एनसीआर) में पुराने डीजल व पेट्रोल वाहनों के संचालन पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से लगाई गई रोक को देखते हुए प्रदेश के एनसीआर में हरियाणा पुलिस पुराने वाहनों के संचालन संबंधी जागरूकता अभियान शुरू करेगी। 21/09/2021 कांग्रेस की बाड़ेबंदी: भारत-चीन बॉर्डर पर शहीद सैनिकों को दी श्रद्धांजलि, आज शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम निरस्त कूकस स्थित जेडब्ल्यू मैरियट में कांग्रेस की बाड़ेबंदी में बुधवार को 2 मिनट का मौन रखकर भारत-चीन बॉर्डर पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही होटल में शाम को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कैंसिल कर दिए गए हैं। अब विधायकों को शाम को राज्यसभा चुनाव में वोटिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 17/06/2020 देश में कोरोना: 24 घंटे में आए 53480 नए मरीज, 354 मौते, संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 21 लाख के पार पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस के मामलों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है और ये 53 हजार के करीब आ गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 53,480 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 21 लाख 49 हजार 335 हो गई है। 31/03/2021 कोरोना: देशभर में 24 घंटे में सामने आए करीब 70 हजार नए मामले, संक्रमितों का आंकड़ा 28.36 लाख के पार देश में कोरोना संक्रमण के एक दिन में रिकार्ड करीब 70 हजार नये मामले सामने आये, जिससे संक्रमितों की संख्या 28.36 लाख से अधिक हो गयी। 20/08/2020 दीप सिद्धू और इकबाल सिंह को लेकर लाल किला पहुंची पुलिस, उपद्रवी वहां तक कैसे गए, इसका सीन किया रीक्रिएट गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस हिंसा उकसाने के आरोपियों दीप सिद्धू और इकबाल सिंह को लेकर शनिवार को लाल किला पंहुची और वहां सीन री-क्रिएशन किया। पुलिस दोनों को उन रास्तों पर लेकर गई, जहां-जहां से उपद्रवी लाल किले तक पहुंचे थे। 14/02/2021 पाकिस्तान ने रद्द की लाहौर बस सेवा पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस और थार एक्सप्रेस की सेवा रद्द कर दी है। इसके बाद अब उसने भारत और पाक के बीच चलने वाली लाहौर बस सेवा को भी निलंबित कर दिया है। 10/08/2019 बहुमत जुटाने के लिए ठाकरे और पवार के बीच बैठक महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटाने के लिए शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और उनके पुत्र आदित्य ठाकरे ने आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के साथ एक घंटे तक बैठक की। 11/11/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/rajnath-s-statement-in-lok-sabha---rajya-sabha-on-coonoor-accident--paying-tribute-to-army-officers-on-behalf-of-the-house--air-marshal-manvendra-will-arrange-for-helicopter-accident.html,"कुन्नूर हादसे पर लोकसभा-राज्यसभा में सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित, हेलीकॉप्टर हादसे की जांज करेंगे एयर मार्शल मानवेंद्र","भारत कुन्नूर हादसे पर लोकसभा-राज्यसभा में सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित, हेलीकॉप्टर हादसे की जांज करेंगे एयर मार्शल मानवेंद्र Thursday, December 09, 2021 17:45 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना ने जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर हादसे की जांच के लिए तीनों सेनाओं की एक संयुक्त जांच के आदेश दिये हैं जिसकी अध्यक्षता एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे जो वायु सेना की प्रक्षिक्षण कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ हैं। रक्षा मंत्री मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा और राज्यसभा में गुरुवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकाप्टर हादसे पर अपने वक्तव्य में यह जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने दुर्घटना में मारे गये जनरल रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य सैन्य अधिकारियों को सदन की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दोनों सदनों को बताया ''चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (जनरल रावत) का पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। हादसे की जांच के बारे में उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना ने इस घटना के संबंध में प्रशिक्षण कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में तीनों सेनाओं की एक जांच के आदेश दिये हैं। रक्षा मंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि बड़े दुख और भारी मन से मैं आठ दिसंबर की दोपहर में हुई सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना के दुर्भाग्यपूर्ण समाचार से अवगत कराने के लिए आपके बीच खड़ा हुआ हूं जिसमें भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सवार थे। उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कालेज वेलिंग्टन के छात्रों और अधिकारियों से रूबरू होने के लिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पर जा रहे थे। भारतीय वायु सेना के एमआई 17 वी 5 हेलिकाप्टर ने कल (बुधवार) 11.48 मिनट पर सुलूर एयर बेस से अपनी उड़ान भरी जिसे 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन में उतरना था। सुलूर एयर बेस के वायु यातायात नियंत्रण कक्ष ने लगभग 12 बजकर 08 मिनट पर हेलिकाप्टर से अपना संपर्क खो दिया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। जब वे उस स्थान पर भागकर पहुंचे तो उन्होंने सैन्य हेलिकॉप्टर के अवशेष को आग की लपटों में घिरा हुआ देखा। स्थानीय प्रशासन से एक बचाव दल उस जगह पहुंचा। बचाव दल ने उसमें से सभी को निकालने का प्रयास किया। सिंह ने कहा कि उस अवशेष से जितने भी लोगों को निकाला जा सका उन सबको यथाशीघ्र वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में पहुंचाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार उस हेलिकाप्टर में सवार कुल चौदह लोगों में से तेरह लोगों की मृत्यु हो गयी है। जिन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई है उनमें जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, स्टाफ आफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिन्दर सिंह और वायु सेना के हेलिकाप्टर के चालक दल समेत सैन्य बलों के नौ अन्य लोग शामिल हैं। उनके नाम हैं-विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौैहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जुनियर वारंट आफिसर राणा प्रताप दास, जुनियर वारंट आफिसर अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक वी साई तेजा। उन्होंने कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखे गये और उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। लोकसभा की कार्यवाही शुरु होते ही अध्यक्ष ओम बिरला ने वक्तव्य प्रस्तुत करने के लिए रक्षा मंत्री सिंह का नाम पुकारा। वक्तव्य के बाद लोक बिरला ने अपने तथा सदन की ओर से जनरल रावत और इस हादसे में मारे गये अन्य व्यक्तियों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। सदन ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। राज्यसभा में जनरल रावत और सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि राज्यसभा में गुरुवार को दिवंगत प्रथम चीफ ऑफ स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ग्यारह अन्य सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई। सदन की कार्यवाही शुरु होते ही उप सभापति हरिवंश ने जनरल रावत के कल एक हेलिकाप्टर दुर्घटना में मौत की जानकारी देते हुए कहा कि उनके निधन से देश ने एक बहुत ही समर्पित योद्धा खो दिया है। उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल तथा कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में अनेक नये प्रयोग किये थे। उन्हेें वर्ष 2016 में चीफ ऑफ स्टाफ तथा 2019 में रक्षा प्रमुख बनाया गया था। हरिवंश ने कहा कि जनरल रावत ने लगभग चार दशक तक सेना में विभिन्न पदों पर कार्य किया था। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के शांति सेना में कांगो में भी काम किया था। उनका जन्म 11 मार्च 1958 को उत्तराखंड के गढवाल में एक सैनिक परिवार में हुआ था। उनका कल तमिलनाडु के नीलगिरी में हेलिकाप्टर दुर्घटना में निधन हो गया था। बाद में सदस्यों ने दिवंगत सैन्यकर्मियों के सम्मान में दो मिनट मौन खड़े होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने इस दुर्घटना को एक बड़ा मामला बताते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को श्रद्धांजलि देने का मौका दिया जाना चाहिए। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि यह राष्ट्रीय शोक का मामला है और नेताओं की भावनायें उनसे जुड़ी हुयी है । तृणमूल कांग्रेस के नदिमूल हक ने कहा कि इस मामले पर उनकी भावनायें नहीं व्यक्त करने दी जा रही है इसलिए उनकी पार्टी के सदस्य सदन से वाकआउट करते हैं। हरिवंश ने कहा कि सदन की ओर से सामूहिक रूप से संवेदना व्यक्त की गई है । परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल: बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी ने दाखिल किया नामांकन, कहा- मैं ही ममता दीदी को हराऊंगा पश्चिम बंगाल की हॉट सीट नंदीग्राम से बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को नामांकन किया। इस दौरान शुभेंदु के साथ तीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बाबुल सुप्रियो और धर्मेंद प्रधान मौजूद रहे। अपने नामांकन से पहले शुभेंदु ने सिंहबाहिनी मंदिर पहुंचकर पूजा की। इसके बाद वे जानकी नाथ मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने हवन भी किया। 12/03/2021 125 करोड़ के लोगों के पास है आधार कार्ड देश में आधार कार्ड धारकों की संख्या 125 करोड़ के पार पहुंच गयी है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने शुक्रवार को बताया कि आधार परियोजना ने 125 करोड़ के आंकड़े को पार करके नई उपलिब्ध हासिल की है। 27/12/2019 मोदी ने गैस रिसाव की घटना की ली जानकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों से बात आन्ध्र प्रदेश के विशाखापतनम में गैस रिसाव की घटना की जानकारी ली है और प्रभावित क्षेत्र के सभी लोगों की सुरक्षा और कुशलता की कामना की है। 07/05/2020 भाजपा-लोजपा सरकार में होगी सात निश्चय योजना की जांच, भ्रष्टाचार के दोषी जाएंगे जेल: चिराग लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को दावा किया कि बिहार में इस बार भाजपा और लोजपा की सरकार बनेगी तथा सात निश्चय योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच करवा कर दोषियों को सजा दी जाएगी चाहे वह मुख्यमंत्री ही क्यों न हों। 27/10/2020 राहुल गांधी का केंद्र से किसानों की मांग पर जिद छोड़ने का आग्रह, कहा- वापस लें किसान विरोधी कानून कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि आंदोलन कर रहे 60 से ज्यादा किसान अब तक दम तोड़ चुके हैं, इसलिए सरकार को अपनी जिद छोड़कर कृषि विरोधी तीनों कानूनों को वापस लेना चाहिए। 05/01/2021 नरेन्द्र मोदी ने ली प्रधानमंत्री पद की शपथ, मां ने गुजरात में टीवी पर देखा समारोह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। 30/05/2019 सेना दिवस पर आर्मी चीफ की चीन को दो टूक, कहा- हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती न करें चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में करीब दस महीने से चल रहे गतिरोध के बीच सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत बातचीत और राजनैतिक प्रयासों से मुद्दे का समाधान करने का पक्षधर है लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। 15/01/2021",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/cds-helicopter-crash-case--mi-17v5-black-box-found--the-black-box-will-reveal-the-secret-.html,"MI-17V5 का मिला ब्लैक बॉक्स, ब्लैक बॉक्स से खुलेगा राज!","भारत MI-17V5 का मिला ब्लैक बॉक्स, ब्लैक बॉक्स से खुलेगा राज! Thursday, December 09, 2021 12:10 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो चेन्नई/ नई दिल्ली। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवारो को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका सहित 13 लोगों की मौत के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए MI-17 V5 हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स वायु सेना की जांच टीम को मिल गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हेलीकाप्टर का ब्लैक बॉक्स (गुरूवार) आज सुबह कट्टेरी में दुर्घटनास्थल के पास नचापुरचतिराम के घने वन क्षेत्र में पाया गया। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स को अपने कब्जे में ले लिया और इसके बाद इसे वेलिंगटन के डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज ले जाया गया और वहां के अधिकारियों को सौंपा गया। तमिलनाडु फोरेंसिक विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने आज सुबह दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और मौके से अवशेष एकत्र किए। हादसे के बाद से ही ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की तलाश चल रही थी। ब्लैक बॉक्स से हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में जानकारी मिल सकती है। वहीं हेलिकॉप्टर के अवशेषों की आगे की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे। इसके अलावा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, वेलिंगटन, तमिलनाडु में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ भी उड़ान के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान कर सकते हैं। इसके अलावा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, वेलिंगटन, तमिलनाडु में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ भी उड़ान के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान कर सकते हैं। करीब 80 फीसदी जलने के बाद वरुण सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। क्या है ब्लैक बॉक्स इस उपकरण को ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, लेकिन उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में रंगा जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट वातार्लापों को रिकॉर्ड करता है। शुक्रवार को दिल्ली कैंट के बराड़ स्क्वायर में होगा अंतिम संस्कार उल्लेखनिय है कि बुधवार को जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, जो कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर आज गुरूवार शाम को तमिलनाडु के वेलिंग्टन से दिल्ली पहुंचेगा। शुक्रवार को दिल्ली कैंट के बराड़ स्क्वायर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। जनरल रावत के निधन पर उनके गृह राज्य उत्तराखंड में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे सेना के वाहन से लाकर कॉलेज परिसर में रखा गया है ताकि लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकें। इसके बाद पार्थिव शरीर को सुलूर हवाई अड्डे पर ले जाया जाएगा, जहां से वायुसेना के एक विशेष विमान से इन्हें अंतिम संस्कार के लिए नई दिल्ली ले जाया जाएगा। वायुसेना ने दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: देश में कोरोना के 15,906 नए मामले आए सामने देश में 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के प्रकोप से 561 लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटों में कोरोना के 15,906 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर तीन करोड़ 41 लाख 59 हजार 562 हो गया है। 24/10/2021 इजरायली दूतावास विस्फोट मामला, पुलिस के हाथ लगा लेटर, धमाके को बताया ट्रेलर राजधानी के पॉश इलाके में स्थित इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके के मामले में पुलिस को अहम सुराग के तौर पर एक पत्र और सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्धों के बारे में पता चला है। पत्र में विस्फोट को ट्रेलर बताया गया है। इसके अलावा वहां अधजला लाल कपड़ा भी मिला है। जब धमाका हुआ उस समय इस इलाके में 45 हजार मोबाइल फोन एक्टिव थे। 31/01/2021 निर्मला सीतारमण की विपक्ष से अपील, प्रवासियों के मुद्दे पर राजनीति छोड़कर दें सरकार का साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर विपक्षी दलों विशेषकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से राजनीति छोड़कर सरकार का साथ देने की अपील करते हुये कहा कि प्रवासी, गरीब और किसानों को राहत पहुंचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। 17/05/2020 सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लागू करने पर लगाई रोक, कमेटी का किया गठन केंद्र सरकार द्वारा संसद में पास किए गए तीनों कृषि कानून के लागू होने पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को रोक लगा दी है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले को सुलझाने के लिए कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में कुल 4 लोग शामिल होंगे, जिनमें भारतीय किसान यूनियन के जितेंद्र सिंह मान, डॉ. प्रमोद कुमार जोशी, अशोक गुलाटी (कृषि विशेषज्ञ) और अनिल शेतकारी शामिल हैं। 12/01/2021 राजीव गांधी के हत्यारे को मिली 30 दिनों की पैरोल, मद्रास HC ने चिकित्सा के आधार पर दिया निर्देश मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड के 7 दोषियों में से एक एजी पेरारिवलन को चिकित्सा के आधार पर 30 दिन की पैरोल देने का गुरुवार को निर्देश दिया। राज्य सरकार ने जेल में उपलब्ध नियम के बावजूद पैरोल देने से इंकार कर दिया था। 24/09/2020 सुब्रमण्यम स्वामी जाएंगे अदालत लेकिन क्यों... जानने के लिए देखे खबर एयर इंडिया की बोली में धांधली, जाऊंगा अदालत: सुब्रमण्यम स्वामी 14/09/2021 जम्मू-कश्मीर: उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन, 21 जुलाई से यात्रा शुरू जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने रविवार को दक्षिण कश्मीर के हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी की विशेष पूजा-अर्चना की और कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के जल्द समाप्त होने की प्रार्थना की। मुर्मू ने आज से लेकर 3 अगस्त तक दिन में दो बार अमरनाथ आरती का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण करने के एसएएसबी के निर्णय पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे विश्व भर के श्रद्धालुओं को लाभ होगा। 05/07/2020",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/cds-bipin-rawat-is-no-more--wife-madhulika-also-passed-away--air-force-confirms.html,"नहीं रहे CDS बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका का भी हुआ निधन, वायु सेना ने की पुष्टि","भारत नहीं रहे CDS बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका का भी हुआ निधन, वायु सेना ने की पुष्टि Wednesday, December 08, 2021 18:35 PM facebook instagram twitter google+ कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका सहित सेना के 13 अधिकारियों की मौत। नई दिल्ली। CDS रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और कुछ वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को ले जा रहा वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु में नीलगिरि जिले के कुन्नूर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इसमें 14 लोग सवार थे, जिसमें से एक व्यक्ति जीवित बचा है। हादसे में बिपिन रावत और उनकी धर्म पत्नी मधुलिका सहित 13 सेना के अधिकारियों का निधन हो गया है। नीलगिरि जिले के कलेक्टर एस पी अमृत ने बताया कि हेलीकॉप्टर पर सवार लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बचा है। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का मलबा पूरी तरह जलकर खाक हो गया है। इस बीच , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें घटना की जानकारी दी । इससे पहले सेना प्रमुख एम ए म नरवने ने सिंह से साउथ ब्लॉक में उनके कार्यालय में मिलकर जनरल रावत के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का ब्योरा दिया। सिंह और जनरल नरवने राजधानी में जनरल रावत के आधिकारिक आवास पर भी गये और उनके परिजनों से मुलाकात की। रक्षा मंत्री इस दुर्घटना पर संसद में गुरुवार को वक्तव्य देने वाले हैं। उन्होंने इस हादसे के बाद वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने भी हादसे के बाद CCS की अहम बैठक ली। उल्लेखनिय है कि दुर्घटना कुन्नूर बस स्टैंड से करीब पांच किलोमीटर दूर घाटी में हुई। दुर्घटना स्थल के पर घना जंगल है और वहां पहुंचने में काफी दिक्कतें आती हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हेलीकॉप्टर का एक ब्लेड एक पेड़ से टकरा गया, उसके बाद हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जनरल रावत सुबह विशेष विमान से नई दिल्ली से सुलूर गये थे, जहां से वह पत्नी मधुलिका रावत और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एम17 वी5 हेलीकॉप्टर से वेलिंगटन जा रहे थे, जहां उन्हें सैन्य स्टॉफ कालेज में व्याख्यान देना था। कट्टेरी निवासी एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि मैं जोर की आवाज सुनने के बाद घर से बाहर निकला और दौड़कर देखा कि एक हेलीकॉप्टर घाटी में नीचे की ओर आ रहा है। वह एक पेड़ से टकराने के बार गिर गया। वहां बहुत तेज आग दिखाई दी जिससे वह मौके पर नहीं पहुंच सका। सेना के रिकॉर्ड के अनुसार हेलीकॉप्टर पर जनरल रावत और उनकी पत्नी के अलावा बिग्रेडियर एल एल लिड्डर, लेफ्टीनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एन के गुरुसेवक सिंह, एन के जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा, हवलदार सत्पाल और कुछ अन्य अधिकारी तथा चालक दल के सदस्य सवार थे। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए टीकाकरण की समयसीमा खत्म, अब 24 घंटे लगवा सकते हैं टीका कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान की रफ्तार को बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने समयसीमा को खत्म कर दिया है। अब नागरिक चौबीस घंटे, सातों दिन अपनी सुविधा से निजी अस्पताल जाकर टीका लगवा सकेंगे। हालांकि पहले टीकाकरण केन्द्रों पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ही टीका लगता था, जिसके कारण टीकाकरण केन्द्रों पर भीड़ बढ़ती जा रही थी। 04/03/2021 विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर प्रियंका ने खड़े किए सवाल, उसको सरंक्षण देने वालों का क्या? कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गैंगस्टर विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद शुक्रवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि अपराधी का तो अंत हो गया लेकिन उसके अपराध को संरक्षण देने वालों का क्या हो रहा है। 10/07/2020 नवीन पटनायक 5वीं बार बने ओडिशा के मुख्यमंत्री, PM मोदी ने दी बधाई राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने एक विशेष समारोह में पटनायक को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण समारोह पहली बार राजभवन से बाहर आइडीसीओएल एक्जीबिशन ग्राउंड में आयोजित किया गया। 29/05/2019 2014 के विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र और हरियाणा में ये रही सीटों की दलीय स्थिति चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। दोनों राज्यों में एक चरण में चुनाव होंगे। 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 24 अक्टूबर परिणाम घोषित किए जाएंगे। 21/09/2019 बिना सब्सिडी वाले LPG सिलेंडर के दाम में भारी गिरावट, 162 रुपए सस्ता हुआ सिलेंडर कोरोना वायरस सकंट और लॉकडाउन के बीच देश की तेल कंपनियों ने मई की शुरूआत होते ही आम आदमी को बड़ी राहत दी है। लगातार तीसरी बार एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कटौती की गई है। मई माह की पहली तारीख को बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 162.50 की कटौती की गई है। 01/05/2020 देश में कोरोना मरीजों की संख्या 22.68 लाख के पार, अब तक 45257 लोगों ने गंवाई जान देश में कोरोना की भयावह होती स्थिति के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 53 हजार से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 22.68 लाख से अधिक हो गयी। 11/08/2020 MP: अब खरगोन में शर्मसार करने वाली घटना, घर पर रहने की अपील करने पर पुलिस पर पथराव देशभर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी अपनी जान की बाजी लगा कर डटे हुए हैं। लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों को इससे परेशानी हो रही है। ये असामाजिक तत्व संकट की इस घड़ी में भी ओछी हरकतें करने से बाज नहीं आ रहे हैं। देश के कई राज्यों से मेडिकल टीम और पुलिस पर पथराव की घटनाएं सामने आ रही हैं। 04/04/2020",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/army-helicopter-crashes-in-coonoor-13-killed--14-people-including-cds-bipin-rawat-and-his-wife-were-on-board.html,"कुन्नूर में आर्मी का हेलिकॉप्टर क्रैश, 13 की मौत, CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोग थे सवार","भारत कुन्नूर में आर्मी का हेलिकॉप्टर क्रैश, 13 की मौत, CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोग थे सवार Wednesday, December 08, 2021 14:20 PM facebook instagram twitter google+ तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को आर्मी का हेलिकॉप्टर MI-17V5 क्रेश हो गया। तमिलनाड। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को आर्मी का हेलिकॉप्टर MI-17V5 क्रेश हो गया। हेलिकॉप्टर में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोग सवार थे। जानकारी के अनुसार वायु सेना का हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में सुलूर एयर बेस से उड़ान भरने के बाद काटेरी पर्वतीय क्षेत्र में हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया और इसमें आग लग गई। मौके से फिलहाल मिली जानकारी के अनुसार दुर्घटना स्थल से 5 शव मिले हैं जो बुरी तरह से जले हुए हैं और उनकी पहचान नहीं की जा पा रही है। हादसे में 13 लोगों की मौत हो जाने की खबर है। शवों की पहचान DNA से की जाएगी। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल (CDS) बिपिन रावत भी अपनी पत्नी के साथ इस हेलीकॉप्टर में सवार थे। हादसे की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी है। राजनाथ सिंह CDS बिपिन रावत के घर भी पहुंचे थे, जहां राजनाथ ने रावत के परिजनों से मुलाकात की थी। आर्मी हेलिकॉप्टर क्रैश होने के मामले पर सदन में राजनाथ सिंह गुरूवरा को बयान देंगे। बता दे कि हेलिकॉप्टर क्रैश होने पर एयरफोर्स ने जांच के आदेश दे दिए है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पंचतत्व में विलीन, अंतिम यात्रा में उमड़ा भारी जनसैलाब दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया। इससे पहले उनके आवास पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दीक्षित को श्रद्धांजलि अर्पित की। 21/07/2019 मुंबई में वक्त से 1 दिन पहले पहुंचा मानसून, भारी बारिश से कई इलाकों में भरा पानी, लोकल ट्रेन सेवा पर असर मुंबई में मानसून ने तय समय से पहले दस्तक दे दी है। शहर में तेज बारिश के कारण सायन, दादर और सांताक्रूज जैसे कई अन्य निचले इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक सांताक्रूज में 59.6 मिलीमीटर बारिश हुई है और कई इलाकों में 40 से 70 मिलीमीटर तक बारिश हुई। उधर पहली ही बारिश के दिन मुंबई की जीवन रेखा (लोकल ट्रेन) ठप हो गई। 09/06/2021 रामविलास पासवान की जयंती पर भावुक हुए चिराग, कहा- लड़ता रहूंगा लड़ाई, बिहार के लोग मेरी ताकत पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान की सोमवार को उनके आवास पर जयंती मनाई गई। इस अवसर पर उनके परिवार के सदस्यों तथा कुछ समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उनके पुत्र एवं सांसद चिराग पासवान भावुक भी हो गए। चिराग ने मीडिया से से कहा कि वह अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे। 05/07/2021 अमीरों पर टैक्स बढ़ाने और महामारी सेस का प्रस्ताव पड़ा भारी, 3 IRS अफसरों को नोटिस केंद्र की मोदी सरकार ने इंडियन रेवेन्यू सर्विसेज (आईआरएस) के तीन अफसरों के खिलाफ नोटिस जारी किए हैं। इन अधिकारियों और आयकर विभाग के अन्य अफसरों पर यह आरोप है कि इन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए बिना अनुमति फिस्कल ऑप्शन एंड रिस्पांन्स टू द कोविड-19 एपिडेमिक नाम के एक पॉलिसी पेपर को तैयार किया और फिर इसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया। 28/04/2020 कोविंद ने विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस पर दी बधाई राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक एवं केरल राज्यों और लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर शुक्रवार को प्रदेशवासियों को बधाई दी। 01/11/2019 पुलिस में मुठभेड़ में राजेश बवानिया गिरोह के 3 बदमाश गिरफ्तार पुलिस ने राजेश बवानिया गिरोह के एक शूटर को उसके दो बदमाशों के साथ बवाना इलाके में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। 11/11/2021 ओडिशा में 30 अप्रैल तक बढ़ाया लॉकडाउन, शैक्षणिक संस्थान भी 16 जून तक बंद ओडिशा में कोरोना वायरस (कोविड 19) के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। 09/04/2020",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/at-present--interest-rates-will-not-change--reserve-bank-has-kept-policy-rates--reverse-repo-rates-unchanged.html,"फिलहाल नहीं बदलेगी ब्याज दरें, रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरें, रिवर्स रेपो दरें रखी यथावत, रेपो दर 4%, रिवर्स रेपो दर को 3.35%","भारत फिलहाल नहीं बदलेगी ब्याज दरें, रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरें, रिवर्स रेपो दरें रखी यथावत, रेपो दर 4%, रिवर्स रेपो दर को 3.35% Wednesday, December 08, 2021 13:10 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो मुंबई। भारतीय रिजर्व की मौद्रिक नीति समिति ने आगे महंगाई के लक्षित दायरे में रहने तथा कोरोना की दूसरी लहर के बाद आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने का हवाला देते हुए नीतिगत दरों (रेपो दर) को यथावत बनाये रखने के साथ ही अपने रूख को समायोजन वाला बनाये रखेगा ताकि आवश्यकता पडऩे पर नीतिगत दरों में जरूरत के अनुरूप बदलाव किया जा सके। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समीति की बुधवार को तीन दिवसीय पांचवीं द्विमासिक समीक्षा बैठक में सभी नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया गया। रेपो दर को चार प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर को 3.35 प्रतिशत, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी दर को 4.25 प्रतिशत और बैंक दर को 4.25 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। नकद आरक्षी अनुपात चार प्रतिशत और एसएलआर 18 प्रतिशत पर बना रहेगा। पिछले वर्ष कोरोना के शुरू होने के बाद से यह मौद्रिक नीति की 13वीं घोषणा थी। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 9.5 प्रतिशत की दर से बढऩे के अपने अनुमान को यथावत रखने के साथ ही मार्च 2022 में समाप्त हो रहे वित्त वर्ष में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई के 5.3 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया गया है। महंगाई के जोखिम को संतुलित बताते हुये समिति ने दिसंबर में समाप्त होने वाली तीसरी तिमाही में खुदरा महंगाई के 5.1 प्रतिशत और चौथी तिमाही में इसके बढ़कर 5.4 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान जताया है। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसमें कुछ सुधार होने की उम्मीद जताते हुये कहा गया है कि यह उतर कर पांच प्रतिशत पर आ सकती है और इसके बाद दूसरी तिमाही में भी इसी स्तर पर रह सकती है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक के बाद जारी बयान में यह अनुमान जताया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम होने और टीकाकरण में तेजी से घरेलू आर्थिक गतिविधिया कोरोना के पहले के स्तर पर पहुंच रही है। हालांकि कोरोना के नये वेरिएंट का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि इसके कारण नये मामलों में बढोतरी हुयी है जो ङ्क्षचता की बात है। उन्होंने कहा कि जो सूचनायें मिल रही हैं उसके अनुसार उपभोग की मांग बढ़ रही है। ग्रामीण मांग के साथ ही शहरी मांग में भी बढोतरी हुयी है और लोग यात्री और पर्यटन आदि पर व्यय करने लगे हैं। अक्टूबर नंबवर के दौरान रेलवे माल ढुलाई , बंरगाह पर माल परिवहन, जीएसटी राजस्व संग्रह, टॉल संग्रह, पेट्रोलयिम उपयोग और हवाई यात्रियों की संख्या में बढोतरी हुयी है। हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क और वैट में कमी किये जाने के कारण क्रय शक्ति बढऩे से उपभोग की मांग में बढोतरी होगी। अगस्त से सरकारी उपभोग में बढोतरी हुयी है जिससे कुल मिलाकर मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पूंजीगत वस्तओं का उत्पादन कोरोना से पहले स्तर पर बना हुआ। अक्टूूबर में इन उत्पादों के आयात में भी दहाई अंकों में बढोतरी हुयी है। उन्होंने हालांकि कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित अर्थव्यवस्था अब फिर से तीव्रता से बढ़ रही है लेकिन अर्थव्यवस्था अभी इतनी भी मजबूत नहीं हुयी है कि वह बाहरी झटकों को झेल सके और दीर्घकाल तक मजबूत रह सके। इसके मद्देनजर नीतिगत सहयोग का जारी रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इनसभी बातों को ध्यान में रखते हुये चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि के अनुमान को 9.5 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है। इसके साथ ही तीसरी तिमाही में इसके 6.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में इसके 6.0 प्रतिशत पर रहने की उम्मीद है। अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसके 17.2 प्रतिशत पर और दूसरी तिमाही में 7.8 प्रतिशत पर रहने की संभावना है। मौद्रिक नीति की मुख्य बातें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय पांचवीं द्विमासिक बैठक में लिए गये निणर्याें की घोषणा की जिसकी मुख्य बातें निम्नलिखित हैं 1. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने लगातार नौंवी बार प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा। 2. इसके परिणामस्वरूप रिवर्स रेपो भी 3.35 प्रतिशत पर कायम। 3. बैंक दर 4.25 प्रतिशत पर बरकरार। 4. रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये मौद्रिक नीति के रुख को समायोजन वाला बनाये रखेगा। 5.चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 2021-22 में 5.3 प्रतिशत पर रहने का अनुमान, अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटकर 5 प्रतिशत पर आने की संभावना। 6. रिजर्व बैंक ने जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। 7. बैंकों को विदेशी शाखाओं में निवेश की मिलेगी अनुमति, विदेशी लाभ को बगैर पूर्व अनुमति के स्वदेश लाने की होगी अनुमति 8. सरकारी प्रतिभूतियों और सार्वजनिक प्रारंभिक निगर्म (आईपीओ) के आवेदन के लिए यूपीआई से भुगतान की सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने को मंजूरी 9. फीचर फोन से यूपीआई भुगतान की मिलेगी सुविधा 10. मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 7 से 9 फरवरी 2022 को होगी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: महिला ने की पति की हत्या, कटा हुआ सिर लेकर पहुंची थाने महिला ने पति की मानसिक और शारीरिक यातनाओं से परेशान होकर हत्या कर दी और कटा हुआ सिर लेकर थाने पहुंच गई। 30/05/2019 एक और हमले की साजिश विफल: रत्नुचक-कालूचक मिलिट्री स्टेशन पर दिखे 2 ड्रोन, सेना की फायरिंग के बाद भागे जम्मू में वायु सेना स्टेशन पर ड्रोन द्वारा दो बम गिराए जाने के ठीक एक दिन बाद आतंकियों ने एक बार फिर से ड्रोन के जरिए सैन्य ठिकाने को निशाना बनाने की कोशिश की है। हालांकि सेना के सतर्क जवानों ने जम्मू शहर के बाहरी इलाके में रत्नुचक-कालूचक सैन्य स्टेशन के पास ड्रोन गतिविधि को विफल कर दिया है। 28/06/2021 कुमारस्वामी सरकार रहेगी या गिरेगी कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार बहुमत साबित करेगी। राज्य के बसपा के इकलौते विधायक एन महेश फ्लोर टेस्ट में शामिल नहीं होंगे। 22/07/2019 रॉबर्ट वाड्रा हुए कोरोना संक्रमित, आइसोलेशन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, असम दौरा रद्द कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आ गई हैं। इसके बाद उन्होंने अपना असम दौरा रद्द कर दिया है और होम आइसोलेट हो गई हैं। प्रियंका ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। 02/04/2021 IIT बॉम्‍बे के छात्रों ने किया कम लागत वाले मैकेनिकल वेंटिलेटर 'रुहदार' का विकास आईआईटी बॉम्बे, एनआईटी श्रीनगर और इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईयूएसटी), अवंतीपोरा, पुलवामा, जम्मू और कश्मीर के इंजीनियरिंग छात्रों की एक टीम रचनात्मक व्यक्तियों का एक ऐसा समूह है, जो वेंटिलेटर की आवश्यकता संबंधी समस्या को हल करने के लिए सामने आया। इस टीम ने स्थानीय स्‍तर पर उपलब्ध सामग्रियों का उपयोग करते हुए कम लागत वाला वेंटिलेटर बनाया। टीम ने इस वेंटिलेटर को रूहदार नाम दिया है। 27/04/2020 राहत की खबर: पेट्रोल 29 पैसे और डीजल 20 पैसे सस्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में जारी गिरावट के बीच देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट रही। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल 29 पैसे और डीजल 20 पैसे सस्ता हुआ। 05/10/2019 वैज्ञानिकों ने तैयार की स्वदेशी कोविड-19 टेस्ट किट, 90 मिनट में होगी वायरस की जांच केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग से संबद्ध जीसीसी बायोटेक (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने कोरोना वायरस महामारी पैदा करने वाले वायरस सार्स-कोव-2 के आरएनए (राइबो न्यूक्लिक एसिड) की जांच करने वाली किट तैयार की है। 04/05/2020",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/relationship-s-blood-for-respect--mother-holds-legs--brother-beheads-sister--after-killing--took-selfie-with-the-girl-s-head--was-angry-about-marrying-love.html,"इज्जत के लिए रिश्ते का खून : मां ने पैर पकड़े, भाई ने बहन का सिर धड़ से अलग कर दिया","भारत इज्जत के लिए रिश्ते का खून : मां ने पैर पकड़े, भाई ने बहन का सिर धड़ से अलग कर दिया Tuesday, December 07, 2021 13:25 PM facebook instagram twitter google+ रात में लड़की के भाई और मां ने मिलकर उसका गला काट दिया। दोनों ने लड़की के कटे हुए सिर के साथ सेल्फी भी ली। औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ऑनर किलिंग का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 19 वर्षीय लड़की ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी कर ली। उसके 17 वर्षीय भाई को यह बात इतनी बुरी लगी कि उसने अपनी मां के साथ मिलकर अपनी बड़ी बहन का गला काट दिया। वारदात के समय मां ने लड़की के पैर पकड़ लिए और भाई ने सिर धड़ से अलग कर दिया। दोनों ने गला काटने के बाद लड़की के सिर के साथ सेल्फी भी ली। घटना रविवार शाम को लाड़गांव शिवार गांव में हुई। आरोपी युवक का नाम संकेत संजय मोटे और महिला का नाम शोभा है। आरोपी संकेत बहन से इतना नाराज था कि उसने बहन को जान से मारने के बाद उसका सिर धड़ से अलग किया। यही नहीं, वारदात के बाद भाई हाथ में खून से सना बहन का सिर थामे घर के बाहर आया और जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि वह खत्म हो चुकी है। आशीर्वाद देने घर गए थे पुलिस ने बताया कि लड़की अपने कॉलेज में साथ पढ़ने वाले लड़के से प्यार करती थी। दोनों एक-दूसरे से शादी करने के लिए घर से भाग गए और कई महीनों तक गायब रहे। इस बीच दोनों ने शादी भी कर ली। कुछ दिन पहले दोनों के घर के बारे में लड़की की मां और भाई को पता चला था। दोनों लड़की से मिलने और आशीर्वाद देने उसके घर गए थे। खुद थाने में किया सरेंडर पुलिस ने बताया कि रात में लड़की के भाई और मां ने मिलकर उसका गला काट दिया। दोनों ने लड़की के कटे हुए सिर के साथ सेल्फी भी ली। हत्या के बाद मां-बेटे थाने पहुंकर पुलिस के सामने गुनाह कबूल किया और सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: टाटा ग्रुप ने कोरोना के इलाज में लगे डॉक्टरों-नर्सों के लिए खोले ताज होटल, सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ दिन-रात पीड़ित मरीजों को ठीक करने में लगे है। ऐसे में टाटा ग्रुप ने कोरोना से पीड़ित मरीजों का इलाज करने में लगे डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए ताज होटल्स के कमरे खोल दिए हैं। 04/04/2020 योगी सरकार के बजट में विकास और सुरक्षा पर जोर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष के लिये 5 लाख करोड़ रूपये के बजट प्रस्ताव विधानसभा के पटल पर रखे, जिनमें बुनियादी ढांचा, सामाजिक सुरक्षा और युवाओं के विकास पर जोर दिया गया है। 18/02/2020 ATS का मनसुख हिरेन की मौत का केस सुलझाने का दावा, पुलिस के 2 सस्पेंड कांस्टेबल और एक बुकी गिरफ्तार महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते ने एंटीलिया केस से जुड़े कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत का केस सुलझाने का दावा किया है। एटीएस डीआईजी शिवदीप लांडे ने रविवार दोपहर को यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 22/03/2021 किसानों से बात कर समस्याओं का समाधान करना चाहती है सरकार, सियासी दल फैला रहे भ्रम: कालिता भारतीय जनता पार्टी के भुबनेश्वर कालिता ने बुधवार को कहा कि सरकार आंदोलनकारी किसानों से खुले मन से बात कर समस्याओं का समाधान करना चाहती है। कालिता ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद के प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों को अधिक अधिकार देने के लिए तीन कृषि सुधार कानूनों को पारित कराया है। 03/02/2021 भारत ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास, श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-2 लॉन्च चंद्रयान का प्रक्षेपण सोमवार को 2.43 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया। 22/07/2019 ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध 31 दिसंबर के बाद भी जारी रहने की संभावना: पुरी नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध 31 दिसंबर के बाद भी जारी रहने की संभावना है। पुरी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रतिबंध आगे बढ़ाने या नहीं बढ़ाने पर अभी विचार चल रहा है। 29/12/2020 समग्र शिक्षा योजना 2.0 को मंजूरी: सरकारी स्कूलों में खोले जाएंगे प्ले स्कूल, 15 करोड़ बच्चे होंगे लाभांवित सरकारी स्कूलों के स्तर को सुधारने के लिए मोदी कैबिनेट ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत समग्र शिक्षा योजना 2.0 को मंजूरी प्रदान की है। इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में प्ले स्कूल खोले जाएंगे। जिसमें बाल वाटिका, स्मार्ट क्लास और ट्रेन्ड टीचर्स की व्यवस्था की जाएगी। 05/08/2021",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-putin-meeting--discussion-on-increasing-mutual-cooperation.html,मोदी-पुतिन के बीच मुलाकात : पारस्परिक सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा,"भारत मोदी-पुतिन के बीच मुलाकात : पारस्परिक सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा Tuesday, December 07, 2021 13:20 PM facebook instagram twitter google+ भारत-रूस की मित्रता को बेमिसाल। नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम राजधानी में एक बैठक में द्विपक्षीय, वैश्विक और क्षेत्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने यहां हैदराबाद हाउस में पहले अकेले में बातचीत की, इसके बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक का नेतृत्व किया। भारत-रूस की मित्रता को बेमिसाल : मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय बैठक में प्रारंभिक वक्तव्य में भारत और रूस की मित्रता को बेमिसाल बताते हुए कहा कि दोनों देशों के विशिष्ट रणनीतिक संबंधों में निरंतर मजबूती ही आई है। कोविड के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भारत-रूस संबंधों में विस्तार की रफ्तार में फर्क नहीं आया है। हमारी विशेष और विशिष्ट रणनीतिक भागीदारी निरंतर मजबूत हो रही है। पिछले कुछ दशक से दुनिया में बहुत से बुनियादी बदलाव आये और दुनिया ने अनेक प्रकार के भू-राजनैतिक समीकरणों को बनते-बिगड़ते देखा लेकिन भारत और रूस की मित्रता बराबर बनी रही। भारत और रूस की मित्रता सचमुच अनूठी है और दो देशों की सरकारों के बीच संबंधों का विश्वसनीय मॉडल है। भारत को महान ताकत के रूप में देखते हैं : पुतिन पुतिन ने प्राथमिक वक्तव्य में कहा कि हम भारत को एक महान ताकत, मित्र देश और समय की कसौटी पर खरे साथी और एक घनिष्ठ मित्र के रूप में देखते हैं। दोनों देशों के संबंधों में विस्तार हो रहा है और मैं इसके भविष्य की ओर देख रहा हूं। इस समय दोनों देशों के बीच परस्पर निवेश करीब 38 अरब डॉलर का है। रूस की तरफ से कुछ और निवेश आने वाला है। हम सैन्य और तकनीक के क्षेत्र में जिस तरह का सहयोग करते हैं, वैसा कोई नहीं करता है। हम मिलकर उच्च प्रौद्योगिकी का विकास करते हैं साथ-साथ भारत में विनिर्माण भी करते हैं। यह स्वाभाविक है कि हम आतंकवाद से जुड़ी हर बात को लेकर चिंतित है। आतंकवाद से लड़ाई, मादक द्रव्यों की तस्करी और संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई भी है। इस संबंध में हम अफगानिस्तान की घटनाओं को लेकर चिंतित हैं। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: भारत को विश्वगुरू बनाने में जुट जाएं स्वयंसेवक: मोहन भागवत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत स्वयंसेवकों से भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में समर्पण भावना से जुट जाने का आह्वान किया। 18/01/2020 आम्रपाली ग्रुप की धोखाधड़ी में धोनी और साक्षी के नाम आए सामने आम्रपाली ग्रुप के साढ़े 6 करोड़ रुपये के अवैध डायवर्जन के मामले में धोनी का भी नाम सामने आया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले में उनकी महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी का नाम आया है। 25/07/2019 कश्मीर पर कोई भी बात लाहौर घोषणा-पत्र के आधार पर होगी: एस जयशंकर अमरीकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प द्वारा पीएम नरेन्द्र मोदी से पिछले दिनों हुई बातचीत में जम्मू-कश्मीर पर मध्यस्थता के दावे पर मंगलवार को संसद में हंगामा मच गया। 24/07/2019 उत्तर प्रदेश: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रावास से अवैध हथियार बरामद, छात्रों ने किया हंगामा उत्तर प्रदेश में वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रावास से पुलिस ने एक तमंचा बरामद कर इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 18/02/2021 47 दिन बाद पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी, डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं पेट्रोल के दाम लगातार 47 दिन अपरिवर्तित रहने के बाद रविवार को इसमें वृद्धि हुई जबकि डीजल की कीमत लगातार 16वें दिन स्थिर रही। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का मूल्य रविवार को 14 पैसे बढ़कर 80.57 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। 16/08/2020 कोरोना पर सर्वदलीय बैठक में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अगले कुछ हफ्तों में आ जाएगा कोरोना का टीका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को देशवासियों को खुशखबरी देते हुए कहा कि कोरोना का टीका अगले कुछ सप्ताह के भीतर आ जाएगा और वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलते ही देश में टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। मोदी ने कोरोना को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कहा कि कोरोना के टीके के लिए बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 04/12/2020 द.दिल्ली सीट से विजेन्दर कांग्रेस प्रत्याशी कांग्रेस ने दक्षिण दिल्ली सीट से मुक्केबाज विजेन्दर सिंह को सोमवार रात अपना उम्मीदवार घोषित किया और इसके साथ ही पार्टी ने दिल्ली की सभी सात सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। 23/04/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/59-students-and-10-teaching-and-non-teaching-staff-corona-infected-in-karnataka-school.html,कर्नाटक के स्कूल में 59 छात्र और 10 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी कोरोना संक्रमित,"भारत कर्नाटक के स्कूल में 59 छात्र और 10 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी कोरोना संक्रमित Monday, December 06, 2021 17:45 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो चिकमंगलुरु। कर्नाटक के चिकमंगलुरु जिले के एक सरकारी आवासीय स्कूल के 59 छात्र और 10 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। एक शीर्ष जिला अधिकारी ने बताया कि इनमें से किसी में भी वायरस के लक्षण नहीं पाये गये थे। किसी भी क्षेत्र को कोरोना वायरस के तीन या अधिक मामलों के साथ क्लस्टर के रूप में वर्गीकृत करने के राज्य सरकार के नये नियम के तहत इन्हें रखा गया है। इससे पहले, एक क्लस्टर को कम से कम 10 सक्रिय कोरोना मामलों के होने से माना जाता था। चिकमंगलुरु के उपायुक्त के एन रमेश ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि चिकित्सा दल तैनात किए गए हैं और एक एम्बुलेंस को स्टैंडबाई पर रखा गया है। इस बीच स्कूल, जिसमें 450 निवासी छात्र नामांकित हैं, को सील कर दिया गया है और इसे सेनिटाइज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि संक्रमित छात्रों और कर्मचारियों को छात्रावास के एक हिस्से में क्वारंटीन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का कोरोना परीक्षण किया गया है और एहतियाती कदम उठाए गए हैं। कर्नाटक के दक्षिणी हिस्से में नवंबर के मध्य से छिटपुट रूप से शैक्षणिक संस्थानों में कोरोना मामलों की रिपोर्ट सामने आ रही हैं। महामारी के प्रकोप के कारण 19 महीने के अंतराल के बाद नवंबर के पहले सप्ताह में राज्य में स्कूलों को फिर से खोल दिया गया था। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर टैंकर-कार की भिड़ंत, एक परिवार के 6 सदस्यों समेत 7 की मौत उत्तर प्रदेश में मथुरा के नौझील क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर टैंकर की चपेट में आने से कार सवार एक परिवार के 6 सदस्यों समेत 7 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात करीब 12 बजे माइलस्टोन 68 के पास डिवाइडर तोड़ कर दूसरी लेन में आए टैंकर से कार टकरा गई। 24/02/2021 भारत ने भी रद्द की समझौता एक्सप्रेस ट्रेन पाकिस्तान द्वारा समझौता एक्सप्रेस सेवा निलंबित किए जाने के बाद भारत ने भी इस ट्रेन की सेवा रद्द कर दी है। 12/08/2019 उद्धव मंत्रिमंडल से अब्दुल सत्तार ने दिया इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल से शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार ने इस्तीफा दे दिया है। सत्तार को राज्य मंत्री बनाए जाने से शिवसेना के कई नेता नाराज थे। 04/01/2020 विस्फोट के बाद पुलिस को मौके से मिला पत्र दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके के मामले में पुलिस को अहम सुराग के तौर पर एक पत्र और सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्धों के बारे में सूचना मिली है। 30/01/2021 राजस्थान प्रकरण में बचाव में आ गई भाजपा : कांग्रेस राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार गिराने के षड्यंत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राष्ट्रीय नेतृत्व फंस रहा है। 18/07/2020 राहुल गांधी के बयान पर जावड़ेकर का पलटवार, कहा- लॉकडाउन को लेकर कांग्रेस का दोहरा मापदंड केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कोरोना और लॉकडाउन जैसे मसलों पर कांग्रेस पर दोगलेपन की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश में जब लॉकडाउन लगा था तब उसे दिक्कत थी और अब लॉकडाउन में ढील दी जा रही है तो भी उसे परेशानी है, जो उसके दोहरे मापदंड को दर्शाता है। 26/05/2020 इस बार मोबाइल एप से होगी जनगणना देश के करीब 150 वर्ष के जनगणना इतिहास में पहली बार सभी आंकड़े मोबाइल एप से एकत्र किए जाएंगे और सरकार इसके लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। 10/04/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/omicron-blast-in-maharashtra-six-new-variants-confirmed-in-pimpri-chinchwad-and-one-in-pune.html,महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन विस्फोट,"भारत महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन विस्फोट Monday, December 06, 2021 11:30 AM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो मुंबई। महाराष्ट्र में रविवार को ओमिक्रॉन के सात नए मामले मिले हैं। पिंपरी चिंचवाड़ जिले में कोरोना पॉजिटिव पाए गए 6 और एक पुणे के व्यक्ति के सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हो गई है। राजस्थान के जयपुर में 9 मामलों की पुष्टि हुई है। इससे पहले रविवार सुबह को दिल्ली में ओमिक्रॉन के पहले केस का पता चला था। अब देश में नए वैरिएंट के कुल 21 मामले हो गए हैं, जिनमें से 9 राजस्थान में और 8 अकेले महाराष्ट्र में मिले हैं। महाराष्ट्र में इससे पहले मुंबई में भी डोम्बिवली में एक ओमिक्रॉन संक्रमित मिला था। इसके अलावा बेंगलुरु में 2 और जामनगर में नए वैरिएंट का एक मामला मिल चुका है। महाराष्ट्र हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, पिंपरी चिंचवाड़ में ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले छह लोगों में से 4 अभी विदेश से लौटे थे। इन सभी का टेस्ट कराया गया था, जिसमें ये पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद इनके संपर्क में आने वाले 3 अन्य का भी टेस्ट कराया गया था। ये तीनों भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इन सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट रविवार को आई है। इस रिपोर्ट में इन सभी को ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित बताया गया है। पुणे में भी एक संक्रमित मिला है। डोम्बिवली में मर्चेन्ट नेवी का एक इंजीनियर ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मिला। इसके साथ ही मुंबई के 17 ओमिक्रॉन संदिग्धों की रिपोर्ट भी एक-दो दिन में मिल जाएगी। उनका सैम्पल चिंचपोकली के निकट कस्तूरबा अस्पताल में जांच के लिए भेजा गया है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के लक्षण नई दिल्ली। एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि ओमिक्रॉन के लक्षण पहले वैरिएंट्स से मेल नहीं खाते। भारत में मिले ओमिक्रॉन संक्रमितों के लक्षण अधिक गम्भीर नहीं है। अब तक मिले रोगियों में निम्न लक्षण पाए गए हैं। मांसपेशियों में दर्द गले में खरास कमजोरी हल्का जुकाम परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: भारत में स्पूतनिक लाइट के फेज-3 ट्रायल नहीं कर सकेगी डॉ. रेड्डीज लैब, एक्सपर्ट कमेटी का मंजूरी से इनकार रूस की स्पूतनिक लाइट वैक्सीन को तीसरे फेज के ट्रायल की भारत में मंजूरी नहीं मिली है। सूत्रों के अनुसार भारतीय दवा नियामक संस्था ने डॉ. रेड्डीज को भारत में स्पूतनिक लाइट के तीसरे चरण का परीक्षण करने की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। 01/07/2021 देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति विकराल, 1 दिन में कोरोना संक्रमण के नए मरीजों और मौतों के टूटे सारे रिकॉर्ड देश में कोरोना संक्रमण की दिन-ब-दिन विकराल होती स्थिति के बीच लगातार दूसरे दिन नए मामलों और मृतकों की संख्या दोनों में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है और पिछले 24 घंटों के दौरान 96 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं और 1,209 लोगों की मौत हुई है। 11/09/2020 लंदन से दिल्ली के रास्ते चेन्नई आया यात्री कोरोना संक्रमित, जांच के लिए पुणे प्रयोगशाला भेजे स्वाब के नमूने ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया रूप सामने आने की रिपोर्ट के बीच लंदन से दिल्ली के रास्ते मंगलवार को चेन्नई आए 14 यात्रियों में से एक कोरोना संक्रमित पाया गया है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव डॉ. जे राधाकृष्णन ने सुबह हवाई अड्डे पर स्वास्थ्य सुविधाओं के निरीक्षण के बाद कहा कि कोरोना संक्रमित पाए गए व्यक्ति को क्वारेंटाइन कर किंग्स इंस्टीट्यूट के कोरोना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 22/12/2020 तीन तलाक के नए कानून में क्या प्रावधान तीन तलाक बिल को अपराध करार देने वाला विधेयक राज्यसभा से पास हो गया है और राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद यह कानून की शक्ल ले लेगा। 31/07/2019 कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं कर रही है सरकार: कांग्रेस कोरोना से लडऩे के लिए सरकार योजनाबद्ध तरीके से कार्य नहीं कर रही है। इसके कारण इसे नियंत्रित करना कठिन हो गया है। 07/04/2021 PMC बैंक घोटाला : पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह 9 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में, ईडी ने भी शुरू की जांच पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले में पूर्व चेयरमैन एस वरयाम सिंह को 9 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। 08/10/2019 फाइनेंस सेक्टर में बजट के कार्यान्वयन पर वेबिनार, मोदी बोले- ट्रस्ट और ट्रांसपेरेंसी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता वित्तीय सेवा क्षेत्र में बजट प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन पर वेबिनार को संबोधित करते पीएम मोदी ने कहा कि देश के फाइनेंशियल सेक्टर को लेकर सरकार का विजन बिल्कुल साफ है। देश में कोई भी डिपोजिटर हो या कोई भी इन्वेस्टर हो, दोनों ही ट्रस्ट और ट्रांसपेरेंसी अनुभव करें, ये हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। 26/02/2021",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/relief-to-the-general-public-continues--the-free-ration-scheme-started-between-covid-will-continue-til-march-2022--information-and-broadcasting-minister-anurag-thakur-gave-information.html,आमजन को राहत बरकरार : कोविड के बीच शुरू मुफ्त राशन योजना मार्च 2022 तक रहेगी जारी,"भारत आमजन को राहत बरकरार : कोविड के बीच शुरू मुफ्त राशन योजना मार्च 2022 तक रहेगी जारी Wednesday, November 24, 2021 17:45 PM facebook instagram twitter google+ सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लोगों तक मुफ्त राशन पहुंचाने के काम को चार महीने बढ़ाकर मार्च 2022 तक जारी रखने का निर्णय किया गया है। नई दिल्ली। सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान आम लोगों के लिये शुरू की गयी मुफ्त राशन योजना को मार्च 2022 तक बढ़ाने का फैसला किया है। इस योजना पर कुल 2,60,000 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक के निर्णयों के जानकारी देते हुये सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लोगों तक मुफ्त राशन पहुंचाने के काम को चार महीने बढ़ाकर मार्च 2022 तक जारी रखने का निर्णय किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में शायद ही कोई देश हो जो महीनों तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया हो उन्होंने कहा कि यह योजना 15 महीने से चलायी जा रही है, सरकार ने इसे चार महीने और बढ़ाकर 31 मार्च 2022 तक जारी रखने का फैसला किया है। इस योजना के तहत लक्षित लोगों को सस्ते राशन की सरकारी दुकानों से मुफ्त अनाज वितरित किया जाता है। एक सरकारी बयान के अनुसार मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को चार महीने और (दिसंबर 2021-मार्च 2022) बढ़ाने का फैसला किया है। इस योजना के पांचवे चरण में खाद्य सब्सिडी पर अनुमानित 53342.52 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कार्यक्रम के पांचवें चरण में कुल 16.3 करोड़ टन अनाज की आवश्यकता होगी। ठाकुर ने बताया कि मार्च 2022 तक इस योजना के तहत कुल खर्च 2.60 लाख करोड़ रुपये होगा। इस योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के तहत आने वाले लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम अनाज मुफ्त प्रदान किया जाता है। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लागातार कमी हो रही है और दैनिक नये मामले 10 हजार से नीचे आ गये हैं। भारत में 118 करोड़ लोगों को टीके लग चुके हैं और इस तरह 80 प्रतिशत पात्र आबादी को कोरोना का कम से कम एक टीका लग चुका है। कुछ राजनीतिक दलों ने इस योजना की अवधि समाप्त होने को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू कर दी थी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इस योजना को और आठ महीने बढ़ाने के लिये प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। सरकार के आज के इस फैसले का सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी विधानसभा चुनाव में फायदा उठाने का प्रयास कर सकती है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: देश में कोरोना: 24 घंटे में आए 3.43 लाख से ज्यादा नए संक्रमित, 4000 मौतें, एक्टिव केस में आई कमी देश में कोरोना संक्रमण का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 3.43 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जबकि लगातार तीसरे दिन 4 हजार या इससे ज्यादा मरीजों की मौत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार की सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,43,144 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2 करोड़ 40 लाख 46 हजार 809 हो गया है। 14/05/2021 कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने डराया, देश में पिछले 24 घंटे में आए करीब 41 हजार नए संक्रमित, 188 मौतें देश में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार ने एक बार फिर डरा दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना संक्रमण के 40,953 नए मामले सामने आने आए हैं, जबकि 188 मरीजों की मौत हुई है। 20/03/2021 देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 76.51 लाख के पार, बीते 24 घंटे में आए 54 हजार से ज्यादा नए मामले देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों में लगातार कमी हो रही है और अब इसकी संख्या घटकर 7.40 लाख पर आ गई है तथा संक्रमण का आंकड़ा लगातार बढ़ते हुए 76.51 लाख हो गया है। देश में स्वस्थ होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से सक्रिय मामलों में कमी देखी जा रही है। 21/10/2020 PM मोदी की अपील पर अमल, CAPF की कैंटीनों में अब केवल स्वदेशी उत्पादों की बिक्री देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि केंद्रीय पुलिस बलों की सभी कैंटीनों और स्टोरों पर अब केवल स्वदेशी उत्पादों की ही बिक्री की जाएगी। 13/05/2020 विराट के शतक से जीती रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू कप्तान विराट कोहली (100) के शानदार शतक से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने कोलकाता नाईट राइडर्स को बड़े स्कोर और छक्कों की बरसात वाले जबरदस्त मुकाबले में शुक्रवार को 10 रन से हराकर आईपीएल-12 में अपनी दूसरी जीत दर्ज कर ली। 20/04/2019 महाराष्ट्र में राज्यपाल ने किया लोकतंत्र का उपहास : कांग्रेस महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश को कांग्रेस ने लोकतंत्र का 'उपहास' और सांविधानिक प्रक्रिया के साथ 'मजाक' करार दिया है। 12/11/2019 राहुल गांधी का केंद्र से किसानों की मांग पर जिद छोड़ने का आग्रह, कहा- वापस लें किसान विरोधी कानून कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि आंदोलन कर रहे 60 से ज्यादा किसान अब तक दम तोड़ चुके हैं, इसलिए सरकार को अपनी जिद छोड़कर कृषि विरोधी तीनों कानूनों को वापस लेना चाहिए। 05/01/2021",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/union-cabinet-approves-withdrawal-of-agricultural-law-proposal--all-three-agricultural-laws-will-be-withdrawn-in-the-first-week-of-winter-session--anurag-thakur.html,"केंद्रीय कैबिनेट ने कृषि कानून प्रस्ताव को वापस लेने की दी मंजूरी, शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में ही वापस लिये जायेंगे तीनों कृषि कानून : ठाकुर","भारत केंद्रीय कैबिनेट ने कृषि कानून प्रस्ताव को वापस लेने की दी मंजूरी, शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में ही वापस लिये जायेंगे तीनों कृषि कानून : ठाकुर Wednesday, November 24, 2021 16:25 PM facebook instagram twitter google+ सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गये फैसलों की जानकारी देते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को वासस लेने के निर्णय को आज मंजूरी दे दी और सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में इन कानूनों को प्राथमिकता के आधार पर वापस लेने की प्रक्रिया पहले सप्ताह में ही शुरू कर देगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गये फैसलों की जानकारी देते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री द्वारा गत शुक्रवार को इस संबंध में की गयी घोषणा के बाद मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक में इस निर्णय को मंजूरी दे दी गयी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) अधिनियम -2020, कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तुएं संशोधन अधिनियम 2020 इन तीनों कानूनों को वापस लेने की घोषणा करते समय सरकार का रूख विस्तार से रखा था और कहा था कि संसद के शीतकालीन सत्र में इसकी संवैधानिक प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संसदीय नियमों और प्रक्रिया के तहत पहले सप्ताह में ही प्राथमिकता के आधार पर यह प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। उल्लेखनिय है कि मोदी ने गत शुक्रवार को गुरू नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों विवादास्पद कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि संसद के शीतकालीन सत्र में इससे संबंधित संवैधानिक प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी। साथ ही उन्होंने इन कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों से अपने-अपने घरों और खेतों में वापस लौटने की अपील भी की थी। गौरतलब है कि इसी साल जनवरी में उच्चतम न्यायालय ने केंद्र और आंदोलनकारियों के बीच बातचीत की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए अगले आदेश तक इन कानूनों के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी थी। न्यायालय ने भी (एजेंसी) करने के लिए एक समिति का गठन किया था। हालांकि, किसान संघों के नेताओं ने समिति का बहिष्कार किया। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में राहत की खबर, बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दामों में हुई कटौती नए महीने की पहली तारीख आम आदमी के लिए राहत की खबर लेकर आई है। देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने बिना सब्सिडी वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती का ऐलान किया है। 14.2 किलोग्राम वाले गैर सब्सिडाइज्‍ड एएनपीजी सिलेंडर के दाम दिल्‍ली में 61.5 रुपए प्रति सिलेंडर सस्‍ते हुए हैं। 01/04/2020 हरियाणा में भाजपा के 78 उम्मीदवार घोषित, योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट भी मैदान में 78 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को करनाल से उम्मीदवार बनाया गया है। 30/09/2019 अडानी और अंबानी के चौकीदार हैं मोदी: राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल अडानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों के चौकीदार हैं और अब उन्होंने स्वयं भी किसानों और गरीबों का चौकीदार बनने का मन बना लिया है। 20/04/2019 मध्यप्रदेश में राजनीतिक उठापटक, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा मध्यप्रदेश में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से जारी सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफा दे दिया। 11/03/2020 सीबीआई ने अकादमी में तैनात अधिकारी के आवास पर की छापेमारी सीबीआई अकादमी में तैनात एक अधिकारी के आवास पर छापेमारी की गई। अधिकारी सीबीआई अकादमी गाजियाबाद में डीएसपी के पद पर तैनात है। 14/01/2021 जेएनयू कुलपति को किया जाएं बर्खास्त : कांग्रेस कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के लिए कुलपति एम जगदीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें तुरंत बर्खास्त कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। 12/01/2020 राहुल गांधी ने खाया गुजराती खाना, इससे पहले भी ले चुके हैं स्वाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उस मशहूर अगाशिये होटल में पारंपरिक गुजराती भोजन का आनंद लिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष शिंजो आबे को रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया था। 12/10/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/air-pollution--delhi--neighboring-states-filed-compliance-report-in-supreme-court--but-not-by-central-government.html,"वायु प्रदूषण: SC में दिल्ली,पड़ोसी राज्यों ने दायर की अनुपालन रिपोर्ट, लेकिन केंद्र सरकार ने नहीं","भारत वायु प्रदूषण: SC में दिल्ली,पड़ोसी राज्यों ने दायर की अनुपालन रिपोर्ट, लेकिन केंद्र सरकार ने नहीं Wednesday, November 24, 2021 12:40 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति के मामले में अदालत के आदेश का अनुपालन रिपोर्ट बुधवार को दायर की, लेकिन केंद्र सरकार ने दाखिल नहीं की। केंद्र सरकार ने कहा कि वह राज्य सरकारों से प्रदूषण की स्थिति और उससे निपटने के उपायों की जानकारी लेने के बाद पीठ के समक्ष अपनी रिपोर्ट दाखिल करेगी। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की पीठ स्कूली छात्र आदित्य दुबे की जनहित याचिका पर आगे की सुनवाई कर रही है। शीर्ष अदालत ने पिछले दिनों हुई सुनवाई के दौरान केंद्र, दिल्ली और पड़ोसी राज्य सरकारों से'राजनीति और सरकारÓकी सीमा से ऊपर प्रदूषण कम करने के लिए ,ठोस उपाय करने का आदेश दिया था। सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कहा था कि प्रदूषण बढऩे के कारण हम घरों में मास्क लगाने को मजबूर हैं। सर्वोच्च अदालत ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति के लिए किसान बड़ा कारक नहीं, बल्कि औद्योगिक इकाइयां, कोयले से चलने वाले बिजली उत्पादन संयंत्र और सड़कों पर दौडऩे वाले वाहन मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं। केंद्र सरकार सभी संबंधित राज्यों की आपात बैठक बुलाकर प्रदूषण कम करने के लिए'वर्क फ्रॉम होमÓसमेत तत्काल सभी उपाय सुनिश्चित करने की व्यवस्था करें। शीर्ष अदालत के आदेश के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने आपात बैठक बुलाकर कई उपाय किए थे। अपने कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम के अलावा स्कूलों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों को अगले आदेश तक बंद करने का आदेश दिया था। सड़कों पर पानी का छिड़काव की व्यवस्था की गई। निर्माण गतिविधियों पर आंशिक रूप लगाई गई थी। खंडपीठ ने कहा था कि हरियाणा एवं पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने का मुद्दा उठाकर बार-बार राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक बढऩे का शोर मचाया जाता है लेकिन विभिन्न रिपोर्टों से यह साफ हो गया कि प्रदूषण की बड़ी वजह पराली जलाना नहीं बल्कि सड़कों पर दौडऩे वाले वाहन, रीमा निर्माण, भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों के कारण निकलने वाले धूल और बिजली उत्पादन करने वाले संयंत्र हैं, जो 74 फीसदी प्रदूषण फैलाते हैं। सर्वोच्च अदालत ने हालांकि हरियाणा और पंजाब सरकारों से कहा था कि वे अपने यहां के किसानों को कम से कम 2 सप्ताह के लिए पराली जलाने से रोकने के लिए उन्हें समझाएं। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुनवाई के दौरान रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा था पराली जलाने के कारण सिर्फ 10 प्रतिशत प्रदूषण होती है। इस पर न्यायमूर्ति सूर्य कांत ने कहा था कि जब पराली जलना प्रदूषण के बढऩे का की मुख्य वजह नहीं है तो किसान को लेकर इतनी हाय तौबा क्यों मचाई जा रही है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने विभिन्न रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा था कि प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक पहुंचने के लिए वाहनों की भारी तादाद औद्योगिक इकाइयां और निर्माण कार्य एवं अन्य कारणों से बढऩे वाले धूल एवं अन्य चीजें मुख्य कारण हैं । परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: भूमि विवाद में भाई - भाई का हत्यारा मध्यप्रदेश के भिण्ड में भूमि विवाद के मामले में एक व्यक्ति ने अपने छोटे भाई की पीटकर हत्या कर दी। 05/10/2021 इसरो ने रचा इतिहास, कार्टोसैट-3 और अमेरिका के 13 नैनो उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण इसके साथ ही इसरो अन्य देशों के मुकाबले बहुत ही कम पैसों में 310 विदेशी उपग्रहों को प्रक्षेपित करने वाला संगठन बन गया है। 27/11/2019 देश के 18 राज्यों में मिले कोरोना के डबल म्यूटेंट वैरिएंट के सबूत, यह कई गुना ज्यादा जानलेवा देश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार और 18 राज्यों में मिले कोरोना के डबल म्यूटेंट वैरिएंट के सबूत ने केंद्र सरकार को चिंता में डाल दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना का नया वैरिएंट पुराने के मुकाबले कई गुना ज्यादा जानलेवा है। केंद्र सरकार ने राज्यों से आने वाले त्योहारों को लेकर सतर्कता बरतने को कहा है। 25/03/2021 तृप्ति देसाई सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर के दर्शन करने कोच्चि पहुंचीं पौराणिक रीति-रीवाज एवं परंपराओं के अनुसार 10 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को इस मंदिर में जाना वर्जित है। 26/11/2019 ममता बनर्जी ने बनाई जीत की हैट्रिक तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भवानीपुर सीट पर उपचुनाव में विजयी होकर यहां से तीसरी बार जीत की हैट्रिक बनाई। 03/10/2021 दिल्ली की जनता तय करे कि मैं आतंकवादी हूं या उनका अपना बेटा: अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के उन्हें आतंकवादी कहने के बयान पर गुरुवार को कहा कि पांच साल तक उन्होंने बेटा बनकर दिल्ली के लोगों के लिए काम किया है और राजधानी के लोगों को यह फैसला करना है कि वह उनके बेटे हैं या आतंकवादी। 30/01/2020 भारी मन से स्वीकारा था उपराष्ट्रपति पद : वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्होंने उपराष्ट्रपति का पद भारी मन से स्वीकार किया था, क्योंकि वह यह जानते थे कि इस पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद वह न तो भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर जा सकेंगे और न कार्यकर्ताओं से मिल सकेंगे। 11/08/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/naxalites-blast-at-building-in-bihar.html,बिहार में नक्सलियों ने विस्फोट कर भवन को कर दिया क्षतिग्रस्त,"भारत बिहार में नक्सलियों ने विस्फोट कर भवन को कर दिया क्षतिग्रस्त Tuesday, November 23, 2021 18:10 PM facebook instagram twitter google+ नक्सलियों ने विस्फोट कर भवन को क्षतिग्रस्त कर दिया। औरंगाबाद। बिहार के नक्सल प्रभावित औरंगाबाद के मदनपुर थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नक्सलियों ने विस्फोट कर पंचायत सरकार भवन को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि नक्सलियों ने पंचायत सरकार भवन पर विस्फोट कर भवन को क्षतिग्रस्त कर दिया। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: भाजपा विकल्प ढूढंने पर न करे मजबूर : राउत महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी और शिवसेना के जंग जारी है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमें विकल्प ढूंढ़ने को विवश मत करो। 29/10/2019 Video: भाजपा मुख्यालय पहुंचकर हनुमान बेनीवाल ने सुषमा स्वराज को दी श्रद्धांजलि भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में सांसद हनुमान बेनीवाल ने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी। बेनीवाल ने कहा कि देश के एक महान राजनेता व प्रखर वक्ता को खो दिया। 07/08/2019 एलोपैथी को स्टूपिड साइंस बताना दुर्भाग्यपूर्ण, बयान पूरी तरह से लें वापस बाबा रामदेव: डॉ. हर्षवर्धन योगगुरु बाबा रामदेव की ओर से एलोपैथी को स्टूपिड साइंस करार देने वाले बयान ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा रामदेव पर कार्रवाई करने की मांग के बाद के अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने हस्तक्षेप किया है। हर्षवर्धन ने रामदेव से कहा कि उनका बयान न केवल कोरोना वॉरियर्स का निरादर करता है, बल्कि देशवासियों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है। 24/05/2021 राजपथ पर पहली बार गर्जन करेगा राफेल, गणतंत्र दिवस परेड का होगा मुख्य आकर्षण भारतीय वायु सेना का ब्रह्मास्त्र राफेल लड़ाकू विमान गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर पहली बार गर्जन कर अपनी ताकत और क्षमता का प्रदर्शन करेगा। वायु सेना फ्रांस से खरीदे गए पांचवीं पीढ़ी के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल को पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में उतार रही है और यह इस वर्ष की परेड का मुख्य आकर्षण रहेगा। 19/01/2021 बीजेपी का दावा- ममता दीदी के रणनीतिकार ने हार स्वीकारी, PK बोले- 100 सीट पार नहीं होगी भाजपा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार को दोहराया कि राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा 100 सीटों का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी। प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया कि मुझे खुशी है कि भाजपा मेरे चैट को अपने नेताओं की बातों से ज्यादा गंभीरता से ले रही है। उन्हें ज्यादा उत्साहित होने के बजाय साहसपूर्ण ढंग से मेरे चैट के कुछ हिस्से को छोड़कर पूरी बातचीत को जारी करना चाहिए। 10/04/2021 दिल्ली में सीएए के विरोध में हिंसा के लिए AAP और कांग्रेस जिम्मेदार, माफी मांगें: जावड़ेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एवं भाजपा के दिल्ली मामलों के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली में हिंसा के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि दोनों दल इस कृत्य के लिए जनता से माफी मांगें। 01/01/2020 अडानी और अंबानी के चौकीदार हैं मोदी: राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल अडानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों के चौकीदार हैं और अब उन्होंने स्वयं भी किसानों और गरीबों का चौकीदार बनने का मन बना लिया है। 20/04/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/5-peoples-killed-to-car-fall-in-chasm.html,झारखंड में कार के खाई में गिरने से 5 लोगों की मौत,"भारत झारखंड में कार के खाई में गिरने से 5 लोगों की मौत Tuesday, November 23, 2021 17:55 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो धनबाद। झारखंड में धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में कार के खाई में गिरने से 5 लोगों की मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कार अनियंत्रित होकर पुलिया के नीचे खाई में गिर गई। इस हादसे में कार में पांच लोगों की मौत हो गयी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: कोरोना पर केंद्र सरकार: देश में 2 प्रतिशत आबादी हुई संक्रमित, 98 फीसदी लोगों पर अभी भी खतरा देश में कोरोना की दूसरी लहर में 2 प्रतिशत आबादी प्रभावित हुई है। भारत की 98 फीसदी आबादी को अभी भी संक्रमण का खतरा है। 19/05/2021 जेपी नड्डा ने संभाला कार्यभार भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कार्यभार संभाल किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, केन्द्र सरकार के मंत्रियों एवं विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं मंत्रियों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया। 18/06/2019 रिश्वत नहीं देने पर बर्थ सर्टिफिकेट में 4 साल के मासूम की उम्र कर दी 104 साल उत्तर प्रदेश के बरेली में रिश्वत नहीं देने पर 4 साल के बच्चे की उम्र 104 साल और उसके छोटे भाई की उम्र 2 साल के बजाय 102 साल दर्ज कर दी गई। अभिभावक कार्रवाई के लिए कोर्ट पहुंचे, जिसके बाद कोर्ट ने आरोपित पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। 21/01/2020 BJP अध्यक्ष पर हमले का मामला, गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को किया तलब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में पथराव की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को सोमवार को तलब किया है। मंत्रालय ने इस मामले में गुरूवार को राज्य सरकार से कानून व्यवस्था की स्थिति तथा इस घटना के बारे में रिपोर्ट मांगी थी। 11/12/2020 SC में फारुख अब्दुल्ला के खिलाफ याचिका खारिज, कहा- किसी विषय पर सरकार से अलग विचार रखना राजद्रोह नहीं सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाये जाने को लेकर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला के विवादित बयान के खिलाफ दायर याचिका को साथ खारिज कर दिया। 03/03/2021 जम्मू कश्मीर में छह दिनों में आंसू गैस का एक गोला भी नहीं फटा : जावड़ेकर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद गत छह दिनों में जम्मू कश्मीर में आंसू गैस का एक गोला भी नहीं फटा है और वहां स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है। 11/08/2019 मोदी और ओली ने दक्षिण एशिया की पहली क्रॉस-बॉर्डर पेट्रोलियम पाइपलाइन का किया उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मोतिहारी-अमलेखगंज (नेपाल) पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन का उद्घाटन किया। यह दक्षिण एशिया की पहली क्रॉस-बॉर्डर पेट्रोलियम पाइपलाइन है। 10/09/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/defense-decoration-ceremony-organized-at-rashtrapati-bhavan--colonel-santosh-babu-honored-with-mahavir-chakra-and-subedar-sanjeev-kirti-chakra.html,राष्ट्रपति भवन में रक्षा अलंकरण समारोह आयोजित : कर्नल संतोष बाबू महावीर चक्र और सूबेदार संजीव कीर्ति चक्र से सम्मानित,"भारत राष्ट्रपति भवन में रक्षा अलंकरण समारोह आयोजित : कर्नल संतोष बाबू महावीर चक्र और सूबेदार संजीव कीर्ति चक्र से सम्मानित Tuesday, November 23, 2021 17:40 PM facebook instagram twitter google+ कर्नल संतोष बाबू महावीर चक्र और सूबेदार संजीव कीर्ति चक्र से सम्मानित, राष्ट्रपति से सम्मान ग्रहण करते हुए परिजन। नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जान की बाजी लगाकर मातृभूमि की रक्षा करने वाले भारत मां के जांबाज सपूतों को आज रक्षा अलंकरण समारोह में वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया जिनमें गलवान घाटी में जौहर दिखाने वाले कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र , सूबेदार संजीव कुमार को कीर्ति चक्र , पांच शूरवीरों को वीर चक्र और छह रणबांकुरों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। कोविंद ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह के दौरान ये पुरस्कार प्रदान किये। वीरता पुरस्कार पाने वाले भारत मां के वीर सपूतों में से सात को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है। रक्षा अलंकरण समारोह में कई अन्य सैन्य अधिकारियों को विशिष्ट और उल्लेखनीय सेवा के लिए भी सम्मानित किया गया। इन पुरस्कारों की घोषणा पहले ही कर दी गयी थी लेकिन राष्ट्रपति ने मंगलवार को अधिकारियों को इन पुरस्कारों से नवाजा। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अनेक गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। कर्नल बाबू ने पूर्वी गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में अपनी जान की बाजी लगा दी सेना की बिहार रेजिमेंट के कर्नल बाबू ने पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के दौरान कुशल नेतृत्व और बहादुरी का परिचय देते हुए मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी। उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी तथा मां ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। सूबेदार संजीव कुमार ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए एक आतंकवादी को ढेर कर, मातृ भूमि की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान दिया सेना की पैराशूट रेजिमेंट (स्पेशल फोर्स) के सूबेदार संजीव कुमार ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए एक आतंकवादी को मार गिराया तथा एक अन्य को घायल कर दिया। आतंकवादियों से लड़ते हुए उन्होंने मातृ भूमि की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान दिया। उन्हें मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी ने यह सम्मान लिया। बिहार रेजिमेंट के नायब सूबेदार नदूराम सोरेन ने भी दुश्मन से मुकाबला करते हुए प्राणों की बाजी लगा दी जिसके लिए उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। सेना की 81 फील्ड रेजिमेंट के हवलदार के पलानी को भी मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी ने यह सम्मान लिया। बिहार रेजिमेंट के नायक दीपक ङ्क्षसह को भी मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी को यह सम्मान प्रदान किया गया। पंजाब रेजिमेंट के सिपाही गुरतेज सिंह को अदम्य साहस तथा वीरता के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से नवाजा गया। उनके मांता पिता ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। राष्ट्रीय राइफल्स के जांबाज मेजर अनुज सूद को भी आतंकवादियों से लोहा लेते हुए मरते दम तक मातृभूमि की रक्षा करने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। सेना की 3 मीडियम रेजिमेंट के हवलदार तेजिन्दर ङ्क्षसह को वीर चक्र , पैराशूट रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल कृष्ण ङ्क्षसह रावत , मराठा लाइट इंफेन्ट्री के मेजर अनिल उर्स , असम राइफल्स के राइफलमैन प्रणव ज्योति दास , पैराशूट रेजिमेंट के सोनम शेरिंग तमंग और वायु सेना के पायलट विंग कमांडर विशाक नायर को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उल्लेखनीय तथा विशिष्ट सेवा के लिए 16 सैन्य अधिकारियों को परम विशिष्ट सेवा पदक, दो को उत्तम युद्ध सेवा पदक और 25 को अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप ने मेलानिया संग राजघाट पहुंच बापू को दी श्रद्धांजलि, विजिटर बुक में लिखा ये संदेश अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। ट्रंप ने राजघाट की विजिटर बुक पर संदेश भी लिखा। 25/02/2020 देश में कोरोना: 24 घंटे में आए 1 लाख से ज्यादा नए केस, 2427 मौतें, रिकवरी दर बढ़कर हुई 93.67 फीसदी देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने और स्वस्थ होने वालों की संख्या में निरंतर इजाफा होने से सक्रिय मामलों की दर घटकर 5.13 प्रतिशत रह गई है जबकि रिकवरी दर बढ़कर अब 93.67 फीसदी हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार की सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 1,00,636 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2 करोड़ 89 लाख 9 हजार 975 हो गया। 07/06/2021 महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे कल आएंगे अयोध्या, रामलला के करेंगे दर्शन, सरयू आरती में होंगे शामिल महाराष्ट्र में अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शनिवार को सपरिवार राम की नगरी अयोध्या आकर रामजन्मभूमि में रामलला मंदिर और हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे। ठाकरे सपरिवार सरयू आरती में भी शामिल होंगे। 06/03/2020 दिल्ली: सीएम केजरीवाल ने ली उच्च स्तरीय बैठक, कहा- बच्चों को बचाने के लिए बनेगी स्पेशल टास्क फोर्स दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की और तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। केजरीवाल ने कहा कि अगर कोरोना वायरस की तीसरी लहर आती है, तो उससे लड़ने के लिए हमें पहले से ही तैयार रहना होगा। तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। 19/05/2021 उन्नाव रेप पीड़िता के पत्र पर बोले चीफ जस्टिस, दुर्भाग्यवश अभी तक सामने नहीं आया पत्र उन्नाव रेप पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को पत्र लिखा था, जिसमें उसने लिख की उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो उन्हें धमका रहे है। 31/07/2019 जमानत पर जेल से बाहर आई ऋचा ने कहा, वह कुरान नहीं बांटेगी धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में पिठोरिया की ऋचा भारती को सशर्त जमानत देते हुए अदालत ने पांच कुरान की प्रति बांटने का आदेश दिया है। 17/07/2019 मां की दूसरी शादी पर लिखा भावुक पोस्ट केरल के गोकुल ने अपनी मां की दूसरी शादी पर भावुक पोस्ट लिखा। यह पोस्ट बहुत गोकुल ने पोस्ट में लिखा कि उनकी मां ने अपनी पहली शादी में बहुत दुख झेले है। 13/06/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/one-women-killed-to-blast-in-tamilnadu.html,तमिलनाडु में विस्फोट से महिला की मौत,"भारत तमिलनाडु में विस्फोट से महिला की मौत Tuesday, November 23, 2021 11:00 AM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो चेन्नई। तमिलनाडु में सेलम के कारूंगालपट्टी गांव में सिलेंडर विस्फोट में एक महिला की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि विस्फोट से पास के तीन आवास ढह गए। जानकारी मिलने के बाद पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारियों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और 12 लोगों को बाहर निकाला। मलबे में अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है और तलाशी अभियान जारी है। राहत और बचाव कार्यो में सहायता देने के लिए अराक्कोनम से राष्ट्रीय आपदा राहत बल की एक टीम मौके पर पहुंच गई है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में बदला मौसम का मिजाज, कई इलाकों में तेज आंधी के साथ हल्की बारिश राजधानी दिल्ली-एनसीआर में रविवार को मौसम ने अचानक पलटी मारी और कई इलाकों में तेज आंधी और हल्की बारिश हुई। 10/05/2020 भारत-चीन सीमा विवाद: ट्रंप के दावे पर भारत की प्रतिक्रिया, दोनों की 2 महीने से नहीं हुई बात भारत ने स्पष्ट किया कि भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है तथा इस मुद्दे को लेकर भारत सीधे चीन के राजनयिक एवं अन्य स्थापित प्रणालियों के माध्यम से लगातार संपर्क में है। 29/05/2020 पंजाब सरकार ने स्कूलों को बंद करने का किया फैसला कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद पंजाब सरकार ने स्कूलों और कॉलेज को 31 मार्च तक बंद करने का फैसला किया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड 19 के बढ़ते मामलों के बाद सीएम अमरिंदर सिंह के स्तर पर समीक्षा की गई थी। 19/03/2021 तेज बहादुर का भाजपा पर गंभीर आरोप, चुनाव नहीं लड़ने के बदले दिया 50 करोड़ का ऑफर उत्तर प्रदेश में वाराणसी संसदीय क्षेत्र से चुनावी मुकाबला करने में नाकाम सीमा सुरक्षा बल के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव नहीं लड़ने के बदले उन्हें 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था। 03/05/2019 मुस्लिमों से करोड़ों की ठगी करने वाला मंसूर खान गिरफ्तार करोड़ों की पोंजी योजना घोटाले के मुख्य आरोपी और आईएमए ज्वैलर्स के संस्थापक मंसूर खान को हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया है। 19/07/2019 एसपीजी संशोधन विधेयक को संसद की मंजूरी, गृहमंत्री शाह ने दिया हर आशंका का जवाब लोकसभा के बाद एसपीजी संशोधन विधेयक, 2019 संसद के उच्च सदन राज्यसभा में भी पारित हो गया। इस दौरान कांग्रेस ने इसका कड़ा विरोध किया और सदन से बहिष्कार किया। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विशेष सुरक्षा ग्रुप संशोधन विधेयक, 2019 पर हुई चर्चा का प्रमुख विपक्षी दल के आरोपों एवं आशंकाओं का माकूल जवाब दिया। 04/12/2019 निर्भया केस: दोषी पवन गुप्ता की क्यूरेटिव याचिका खारिज निर्भया केस में फांसी की सजा पाए दोषी पवन गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट से उसकी क्यूरेटिव पिटीशन पर खुली अदालत में सुनवाई की मांग की है। पवन के वकील एपी सिंह ने कहा कि यह मामला मौत की सजा से संबंधित है, इसलिए इसकी सुनवाई ओपन कोर्ट में होनी चाहिए। 02/03/2020",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/honor-of-the-heroes-of-the-country-in-rashtrapati-bhavan--abhinandan-vir-chakra-and-prakash-jadhav-honored-with-kirti-chakra.html,राष्ट्रपति भवन में देश के विरों का सम्मान : अभिनंदन वीर चक्र और प्रकाश जाधव कीर्ति चक्र से सम्मानित,"भारत राष्ट्रपति भवन में देश के विरों का सम्मान : अभिनंदन वीर चक्र और प्रकाश जाधव कीर्ति चक्र से सम्मानित Monday, November 22, 2021 17:25 PM facebook instagram twitter google+ अदम्य साहस के लिए सम्मान। नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अदम्य साहस और अपनी वीरता के पराक्रम से मातृभूमि की रक्षा करने वाले सशस्त्र सेनाओं के जाबांजों को आज यहां वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया जिनमें वायु सेना के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान को बालाकोट स्ट्राइक के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति कोविंद ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह में ग्रुप कैप्टन वर्धमान को वीर चक्र और सेना नायक सोमबीर को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया है। ग्रुप कैप्टन वर्धमान ने आतंकवादियों के ठिकानों पर सेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के जवाबी हमले के दौरान 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के एफ 16 विमान को मार गिराया था। जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सेना के सिपाही प्रकाश जाधव को मरणोपरत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है।राष्ट्रपति ने अलंकरण समारोह में कई अन्य शूरवीरों को भी वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया। इन पुरस्कारों की घोषणा पहले ही की जा चुकी थी और राष्ट्रपति कोविंद ने सोमवार ये पुरस्कार विधिवत रूप से प्रदान किए। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: किसान आंदोलन: सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बंद, गाजीपुर बॉर्डर पर 12 लेयर की बैरिकेडिंग किसानों के धरना स्थलों पर दोबारा लामबंद होने के मद्देनजर केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को एक बार फिर से आपात प्रावधानों को इस्तेमाल करते हुए राजधानी की सीमाओं से लगते सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा अस्थाई तौर पर दो दिन के लिए बंद कर दी है। 31/01/2021 गेटवे ऑफ इंडिया पर Free Kashmir पोस्टर को लेकर हंगामा, संजय राउत ने कही ये बात जेएनयू हिंसा के विरोध में मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन में Free Kashmir का पोस्टर दिखाई दिया। इसके बाद से इस पर बवाल मचा हुआ है। शिवसेना नेता संजय राउत ने पोस्टर का बचाव करते हुए कहा कि पोस्टर पकड़ने वालों ने स्पष्ट किया है कि वे इंटरनेट सेवाओं, मोबाइल सेवाओं पर लगे प्रतिबंध से आजादी की बात कर रहे हैं। 07/01/2020 ममता बनर्जी ने मोदी से मांगी मदद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। ममता ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ जंग के लिए प्रदेश में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए मदद मांगी। 09/05/2021 देश में 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का हो सकता है ऐलान, शाम 4.30 बजे EC की प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनाव आयोग पांच प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा करेगा। पश्चिम बंगाल, केरल, असल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी। 26/02/2021 पुणे: लोग रहे सावधान, अप्रैल फूल बनाने पर हो सकती है जेल कोरोना वायरस के कारण इस साल लोगों को अप्रैल फूल बनाने की अनुमति नहीं है। ऐसा करने पर आपको जेल हो सकती है। 31/03/2020 चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का बयान, अगले कई दशकों तक बीजेपी कहीं नहीं जाने वाली... जनता पीएम मोदी को उखाड़ फेंकेगी तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं होने वाला 29/10/2021 कोरोना मरीजों को मिलेगी राहत, DRDO की 2-डीजी मेडिसिन के इमरजेंसी यूज को DCGI की मंजूरी देशभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच शनिवार को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक और राहत भरी खबर आई है। भारत के औषधि महानियंत्रक ने डीआरडीओ की बनाई 2-डीजी दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। मध्यम से गंभीर लक्षण वाले कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इस दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। 08/05/2021",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/center-govt-issue-ranking-of-cleanliness-survey.html,केन्द्र सरकार ने जारी की स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग,"भारत केन्द्र सरकार ने जारी की स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग Sunday, November 21, 2021 11:30 AM facebook instagram twitter google+ केन्द्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग जारी कर दी है। नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग जारी कर दी है। राजस्थान के एक भी शहर को टॉप 30 में भी जगह नहीं मिली है। इंदौर पांचवीं बार पहले पायदान पर रहा है, जबकि राजधानी जयपुर की रैंकिंग में एक साल में गिरावट आई है। नगर निगम हैरिटेज जयपुर 32वें एवं नगर निगम ग्रेटर जयपुर को 36वीं रैंक मिली है। सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरे स्थान पर सूरत और तीसरा स्थान विजयवाड़ा ने प्राप्त किया है। छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया, जबकि सर्वेक्षण में वाराणसी को स्वच्छ गंगा शहर की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। राजस्थान के डूंगरपुर ने जोनल रैंकिंग में वेस्ट जोन में देशभर में 25 से 50 हजार आबादी वाली कैटेगरी में तीसरा स्थान हासिल किया। डूंगरपुर राजस्थान का एकमात्र शहर रहा, जिसे क्लीनेस्ट सिटी का अवार्ड मिला। राजस्थान से जयपुर हैरिटेज 32वें, जोधपुर नॉर्थ 35वें, जयपुर ग्रेटर 36वें और कोटा 48वें रैंक पर रहा। वहीं एक से दस लाख तक की आबादी वाले शहरों में शुमार अजमेर को स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में 168 वी रैंक मिली है। पिछले साल 2020 में अजमेर की 178वीं तथा 2019 में 266वी रैंक थी। नगर निगम टॉप 100 में शामिल करने के लिए प्रयासरत था, लेकिन पिछले साल के मुकाबले 10 रैंक का सुधार ही हो पाया। जोधपुर साउथ को 126 रैक जोधपुर साउथ 126, अजमेर 168, सीकर 186 और पाली 199 रैंक पर रहा। इस कैटेगरी में टॉप-5 में नई दिल्ली के बाद अम्बिकापुर दूसरे, तिरूपति तीसरे, नोएडा चौथे और उज्जैन पांचवें स्थान पर रहा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और गांधी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया। उल्लेखनीय है कि स्वच्छ सर्वेक्षण देश भर के शहरों और कस्बों में स्वच्छताए स्वच्छता और स्वच्छता का एक वार्षिक सर्वेक्षण है। इसे 2016 में केन्द्र के के स्वच्छ भारत अभियान के हिस्से के रूप में लांच किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ और खुले में शौच से मुक्त बनाना है। सर्वेक्षण के छठे संस्करण स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में कुल 4320 शहरों को शामिल किया गया। 300 करोड़ खर्च करने के बाद भी टॉप दस में भी शामिल नहीं हो सका जयपुर जयपुर सफाई पर 300 करोड़ खर्च करने के बाद भी टॉप दस में भी शामिल नहीं हो सका है, जबकि इंदौर 225 करोड़ खर्च करने के बाद ही टॉप रहा है। इंदौर ने 5618.14 अंक मिले, जबकि जयपुर हैरिटेज को 3482 और ग्रेटर को 3327 अंक मिले है। साल 2020 में जयपुर नगर निगम के दो विभाजन होने से पहले जयपुर नगर निगम की साल 2020 में रैंक 28वीं थी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति से जुड़े कई ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, ड्राइवर के पास 200 करोड़ की संपत्ति दुष्कर्म एवं अन्य मामलों के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके निजी चालक रामराज के अमेठी स्थित घर पर बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की, जिसमें ड्राइवर के पास 200 करोड़ की संपत्ति होने की जानकारी सामने आई है। 30/12/2020 नवलखी सामूहिक दुष्कर्म मामले में दो गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस नवलखी सामूहिक दुष्कर्म मामले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम और वडोदरा पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच के विशेष पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर किशनभाई के. माथासुरिया और जशो वी. सोलंकी को गिरफ्तार किया गया है। 08/12/2019 रिश्वत नहीं देने पर बर्थ सर्टिफिकेट में 4 साल के मासूम की उम्र कर दी 104 साल उत्तर प्रदेश के बरेली में रिश्वत नहीं देने पर 4 साल के बच्चे की उम्र 104 साल और उसके छोटे भाई की उम्र 2 साल के बजाय 102 साल दर्ज कर दी गई। अभिभावक कार्रवाई के लिए कोर्ट पहुंचे, जिसके बाद कोर्ट ने आरोपित पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। 21/01/2020 दुनिया में सबसे प्रदषित शहरों की सूची में दूसरे नंबर पर दिल्ली, जयपुर में भी हालात खराब साफ हवा इंसान के लिए बेहद जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर आदमी कई बीमारियों की खान बन जाता है। ऐसे में सोमवार को नई दिल्ली की हवा बेहद खतरनाक और जयपुर चिंताजनक श्रेणी में थी। इस दिन नई दिल्ली दुनिया में दूसरे नंबर का सबसे प्रदूषित शहर रहा है। पाकिस्तान का लाहौर शहर विश्व का सबसे प्रदूषित था। 02/12/2020 बिहार में कांग्रेस के प्रचार अभियान का शंखनाद, सोनिया ने कहा- भ्रम और भय की सरकार चलाने वालों से सावधान रहें लोग कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान का शंखनाद करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नाम लिए बगैर उस पर भावना, भ्रम और भय का व्यापार कर सरकार चलाने का आरोप लगाया और कहा कि महात्मा गांधी के सत्य, अहिंसा एवं सत्याग्रह के मार्ग पर चलते हुए हम सब को एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ना होगा। 02/10/2020 मोदी ने 'अम्फान' प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, बंगाल को 1000 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल को अम्फान तूफान से हुई क्षति के लिए तुरंत एक हजार करोड़ रुपए की मदद देगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के अम्फान प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मीडिया को यह जानकारी दी। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल जगदीप धनकड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थी। 22/05/2020 महाराष्ट्र मामले में सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को दोबारा होगी सुनवाई, SC ने सभी पक्षों को जारी किया नोटिस महाराष्ट्र मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुबह 10.30 बजे दोबारा सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट की ओर से सभी पक्षों को नोटिस जारी किया गया है। 24/11/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/high-court-issue-bail-order-in-aryan-khan-case.html,हाईकोर्ट ने आर्यन खान मामले में जारी किया जमानत ऑर्डर,"भारत हाईकोर्ट ने आर्यन खान मामले में जारी किया जमानत ऑर्डर Saturday, November 20, 2021 18:40 PM facebook instagram twitter google+ आर्यन खान (फाइल फोटो) मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने आर्यन खान के क्रूज ड्रग पार्टी मामले में जमानत का ऑर्डर जारी कर दिया है। इस आदेश में कोर्ट ने कहा कि आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा के बीच ड्रग्स से संबंधित अपराध करने के लिए साजिश का कोई सबूत नहीं है। कोर्ट ने कहा कि केवल आरोपी क्रूज पर थे। इसलिए उनके खिलाफ धारा 29 के अपराध को लागू करने का आधार नहीं हो सकता है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: उरी में एक आतंकवादी को कर दिया ढेर कश्मीर के बारामूला में नियंण रेखा पर सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की एक और कोशिश असफल कर दिया। इस दौरान मुठभेड़ में एक आतंकवादी को ढेर कर दिया। एक को गिरफ्तार कर लिया। 28/09/2021 राहुल गांधी की केंद्र से मांग, फिर पलायन को मजबूर प्रवासी मजदूरों के खातों में रुपए जमा करे सरकार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लॉकडाउन के कारण घर वापसी को मजबूर प्रवासी श्रमिकों के साथ सरकार को जिम्मेदारी से पेश आने की सलाह देते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें आर्थिक दिक्कत नहीं हो इसलिए उनके बैंक खातों में तत्काल 6 हजार रुपए जमा कराए जाने चाहिए। 20/04/2021 महाराष्ट्र में फैक्ट्री में लगी आग, हुआ धमाका महाराष्ट्र में मुंबई के पास पालघर के तारापुर औद्योगिक क्षेत्र (एमआईडीसी) में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य लोग गंभीर घायल हो गए। 04/09/2021 अरविंद केजरीवाल ने की लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा सरकार ने लॉकडाउन की अवधि 17 मई तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह घोषणा की। 09/05/2021 नहीं रहे बिहार के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस बिहार के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हो गया है। हाल ही में रघुवंश प्रसाद सिंह की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। 13/09/2020 शराब की दुकानें बंद रखने संबंधी याचिकाएं SC ने की खारिज, लगाया 1-1 लाख का जुर्माना सुप्रीम कोर्ट ने लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें बंद रखने संबंधी याचिकाएं शुक्रवार को खारिज कर दी, साथ ही याचिकाकर्ताओं पर 1-1 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया। 15/05/2020 राजस्थान में मोदी और राहुल गांधी के दौरे के बाद चुनाव प्रचार ने पकड़ा जोर राजस्थान में लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरों के बाद चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। 24/04/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/earthquake-tremors-in-assam.html,असम में आए भूकंप के झटके,"भारत असम में आए भूकंप के झटके Saturday, November 20, 2021 18:15 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो गुवाहाटी। असम और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके आए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गयी। भूकंप का केंद्र कामरूप में 26.07 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 91.36 डिग्री पूर्वी देशांतर तथा भूमि की सतह से 10 किलोमीटर में था। भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: अमेरिका चाहता है कि भारत व्यापार क्षेत्र की अड़चनों को कम करे: पोम्पियो अमेरिका ने अपने विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के प्रधानमंत्री नेरन्द्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से अहम बैठक से पहले मजबूत द्विपक्षीय व्यापरिक संबंधों पर जोर देते हुए कहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन की दिली इच्छा है कि भारत, व्यापार अड़चनों को कम करे और निष्पक्ष एवं पारस्परिक कारोबार की तरफ बढ़े। 26/06/2019 उपराष्ट्रपति का ट्विटर हैंडल फिर से वेरिफाई, कई RSS पदाधिकारियों के अकाउंट से हटाया ब्लू टिक माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर अकाउंट को फिर से वेरिफाई कर दिया है। इससे पहले शनिवार से सुबह उनके अकाउंट से ब्लू टिक बैज हट गया था। ट्विटर ने ब्लू टिक हटाने के पीछे अकाउंट के इनएक्टिव होने की दलील दी। ट्विटर इंडिया का कहना था उपराष्ट्रपति का निजी ट्विटर अकाउंट जुलाई 2020 से इनएक्टिवेट है। 05/06/2021 मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली कार के मालिक ने की खुदकुशी, कलवा ब्रिज से कूदकर दी जान बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के आवास के बाहर एक संदिग्ध कार मिली थी। अब इस कार के मालिक आत्महत्या कर ली है। कार के मालिक मनसुख ने कलावा पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली है। 05/03/2021 राजस्थान हाइकोर्ट के लिए पांच और न्यायाधीशों के नामों पर सहमति इससे पूर्व गत माह कॉलेजियम ने वकील और न्यायिक कोटे से तीन-तीन नामों पर अपनी सहमति दी थी। 08/10/2021 असहमति को देश विरोधी बताना लोकतंत्र पर हमला : चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने असहमति को लोकतंत्र का सेफ्टी वॉल्व करार देते हुए शनिवार को कहा कि असहमति को एक सिरे से देश-विरोधी और लोकतंत्र-विरोधी बता देना लोकतंत्र पर हमला है। 16/02/2020 राज्य सरकारों को 400 रुपए में मिलेगी कोविशील्ड वैक्सीन, निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपए कीमत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बुधवार को राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों के लिए कोविशील्ड वैक्सीन की नई कीमत की लिस्ट जारी कर दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा जारी की गई लिस्ट के अनुसार राज्य सरकारों को 400 रुपए प्रति डोज और प्राइवेट अस्पतालों को 600 रुपए प्रति डोज के अनुसार वैक्सीन दी जाएगी। 21/04/2021 जम्मू-कश्मीर पर भारत की चीन को दो टूक, कहा- आंतरिक मसले पर नहीं करें टिप्पणी भारत ने जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के केन्द्र शासित प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आने पर चीन की तीखी प्रतिक्रिया का तगड़ा जवाब दिया और कहा कि चीन ने भी इन प्रदेशों की जमीन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर रखा है और चीन समेत किसी भी देश को जम्मू कश्मीर के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। 31/10/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/terrorists-killed-in-encounter-in-sriganganagar--kulgam.html,कुलगाम में मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर,"भारत कुलगाम में मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर Saturday, November 20, 2021 15:30 PM facebook instagram twitter google+ दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में मुठभेड़ के दौरान। श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में शनिवार को जारी मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। पुलिस ने बताया कि कुलगाम के अश्मुजी गांव में आज मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में अभी तक एक आतंकवादी मारा गया है। अभियान जारी है और हमें विश्वास है कि एक और आतंकवादी छिपा हुआ है। केन्द्रशासित प्रदेश के कुलगाम जिले में पिछले तीन दिनों में आतंकवादियों के साथ सुरक्षा बलों की यह तीसरी मुठभेड़ है। कुलगाम जिले के पोम्बई और गोपालपोरा में 17 नवंबर को दो अलग-अलग मुठभेड़ में दो शीर्ष स्थानीय कमांडर सहित पांच आतंकवादी मारे गए थे। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: चुनाव प्रचार छोड़ खेत में आग बुझाने पहुंची स्मृति ईरानी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी से बीजपी की उम्मीदवार है। चुनाव प्रचार के दौरान अमेठी के मुंशीगंज के पश्चिम दुआरा गांव में गेहं के खेत में आग लग गई। 29/04/2019 राज्यसभा की 55 सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव, 6 मार्च को अधिसूचना होगी जारी 17 राज्यों की 55 राज्यसभा सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 26 मार्च को होगा। चुनाव आयोग की तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार इन 17 राज्यों से चुने गए राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो रहा है। चुनाव की अधिसूचना 6 मार्च को जारी होगी। 25/02/2020 कानपुर एनकाउंटर केस: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का साथी दयाशंकर गिरफ्तार, खोले कई राज उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में दुस्साहसिक वारदात में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या को अंजाम देने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एक साथी को पुलिस ने रविवार सुबह एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। बिकरू कांड में शामिल 2 बदमाशों को पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटों के भीतर मार गिराया था जबकि जीवित अवस्था में यह किसी बदमाश की पहली गिरफ्तारी है। 05/07/2020 अमित शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज, भाजपा ने जारी किया हिंसा का वीडियो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। 15/05/2019 दिल्ली में बच्चों को मिलेगी इंटरनेशनल स्तर की शिक्षा : केजरीवाल बच्चों को इंटरनेशनल स्तर की शिक्षा मिलेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के साथ इंटरनेशनल शिक्षा बोर्ड का करार हुआ है। 11/08/2021 कोर्ट ने निकिता तोमर हत्‍याकांड में 2 आरोपियों को दिया दोषी करार निकिता तोमर हत्‍याकांड में फास्‍ट ट्रैक कोर्ट ने 2 आरोपियों को दोषी करार दिया है। कोर्ट ने तौसीफ और रेहान को दोषी करार दिया है। 24/03/2021 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लॉन्च की रक्षा प्रदर्शनी की वेबसाइट रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अगले वर्ष फरवरी में लखनऊ में आयोजित की जाने वाली रक्षा प्रदर्शनी 'डेफ एक्सपो' 2020 की वेबसाइट का शुभारंभ किया। 30/09/2019",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/new-delhi--touching-children-in-any-way-with-intent-to-sexually-assault-them-an-offence--supreme-court--bombay-high-court-s-decision-quashed.html,यौन उत्पीड़न के इरादे से बच्चों को किसी भी तरह से छूना अपराध: सुप्रीम कोर्ट,"भारत यौन उत्पीड़न के इरादे से बच्चों को किसी भी तरह से छूना अपराध: सुप्रीम कोर्ट Friday, November 19, 2021 12:05 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने बॉम्बे उच्च न्यायालय के फैसले को रद्द करते हुए गुरुवार को कहा कि यौन उत्पीड़न के इरादे से बच्चे को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष, किसी तरह से छूना पोक्सो कानून के तहत अपराध है और इसके दोषियों को कोर सजा दी जाए। बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ ने यौन उत्पीड़न से जुड़े एक मामले में 19 जनवरी के अपने फैसले में कहा था कि पोक्सो अधिनियम के तहत आरोप लगाने के लिए ‘स्किन टू स्किन टच’ यानी प्रत्यक्ष रूप से शरीर को छूना अनिवार्य है। उच्चतम न्यायालय के समक्ष फैसले को चुनौती देते कहा गया था कि पोक्सो कानून की संकुचित एवं गलत व्याख्या की गई है। इसका परिणाम भविष्य में व्यापक रूप खतरनाक होगा, लिहजा फैसले को रद्द कर दिया जाए। यौन हमले के लिए त्वचा संपर्क से ज्यादा इरादा महत्वपूर्ण न्यायमूर्ति ललित और न्यायमूर्ति त्रिवेदी का फैसला अलग पढ़ा गया। न्यायमूर्ति ने फैसला पढ़ते हुए ने कहा कि हमने पाया है कि जब विधायिका ने स्पष्ट इरादा व्यक्त किया है तो अदालतें उस प्रावधान में अस्पष्टता की स्थिति उत्पन्न नहीं कर सकती। न्यायमूर्ति भट ने दोनों न्यायाधीशों के फैसले से सहमति वाला अपना फैसला सुनाया। पीठ ने अपने फैसले में स्पष्ट करते हुए कहा कि यौन हमले के लिए इसका इरादा महत्वपूर्ण है न कि बच्चे के शरीर के साथ स्पष्ट या अस्पष्ट त्वचा संपर्क होना। 30 सितंबर को रखा था फैसला सुरक्षित शीर्ष अदालत ने अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल, महाराष्ट्र सरकार एवं राष्ट्रीय महिला आयोग और अन्य पक्षकारों के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद 30 सितंबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। अटॉर्नी जनरल के. के. वेणुगोपाल, महाराष्ट्र की राज्य महिला आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग और अन्य ने उच्च न्यायालय के इस फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर चुनौती दी थी। उच्चतम न्यायालय ने 27 जनवरी को इस विवादित फैसले को स्थगित कर दिया था। आरोपियों को कठोर दंड देने का निर्देश न्यायमूर्ति यूयू ललित, न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने याचिकाकर्ताओं की दलीलों को उचित ठहराया और उच्च न्यायालय उस फैसले को पलट दिया। तीन न्यायाधीशों की इस पीठ ने हुए कहा कि यौन उत्पीड़न के इरादे से बच्चे के यौन अंगों को किसी प्रकार से छूने के कृत्य को पॉक्सो अधिनियम की धारा सात के दायरे से अलग नहीं किया जा सकता है। गलत इरादे से किसी प्रकार से छूना अपराध है। अदालत ने इस मामले में आरोपियों को कठोर दंड देने का निर्देश दिया। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान, 28 अक्टूबर से 3 चरणों में वोटिंग, 10 नवंबर को आएंगे नतीजे चुनाव आयोग ने बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव 28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक 3 चरणों में होगा और रिजल्ट 10 नवंबर को आएगा। 25/09/2020 बेरोजगारों को रोजगार देने के नाम पर चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी गोवा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर हर युवा को रोजगार की गारंटी 21/09/2021 1 दिन के ब्रेक के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम फिर बढ़े, दिल्ली में पेट्रोल 5 पैसे और डीजल 13 पैसे महंगा पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने का सिलसिला एक दिन के ठहराव के बाद सोमवार को फिर शुरू हो गया। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल की कीमत में 5 पैसे और डीजल के मूल्य में 13 पैसे का इजाफा हुआ है। 29/06/2020 दिल्ली समेत 13 शहरों में पहुंची कोरोना वैक्सीन की पहली खेप, यहां से अलग-अलग जगहों पर होगी सप्लाई कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से रवाना हो गई है। इसे ट्रकों से लाया गया है। यूपी में वैक्सीन की खेप पहुंच गई है। 12/01/2021 केन्द्र ने अरविंद केजरीवाल सरकार की राशन योजना पर लगा दी रोक केन्द्र सरकार ने आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री राशन योजना के तहत राशन की डोर स्टेप डिलीवरी पर रोक लगा दी है। यह योजना 25 मार्च से शुरू होने वाली थी। 19/03/2021 राज्यों की सीमा बंद करने के प्रयासों को मायावती ने बताया अनुचित, केंद्र से हस्तक्षेप की मांग मायावती ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए राज्यों के बीच सद्भावना और सहयोग की जरूरत है, इसके लिए सीमाएं बंद नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। 02/06/2020 जम्मू-कश्मीर में चुनाव से जुड़ी खबरों का आयोग ने किया खंडन, कहा- हमारे पास संवैधानिक अधिकार चुनाव आयोग ने मंगलवार को एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित उस खबर का खंडन किया है जिसमें जम्मू-कश्मीर में चुनाव क्षेत्र के परिसीमन के मद्देनजर चुनाव करने का फैसला वहां के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू पर निर्भर करता है। आयोग ने अपने बयान में कहा कि अंग्रेजी अखबार में इस आशय की छपी खबर गलत है क्योंकि चुनाव कराने का अधिकार केवल चुनाव आयोग के पास है। 28/07/2020",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%93%2c-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%a2%e0%a4%be%e0%a4%93-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%97%e0%a4%a4-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%ae-%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73997,"संसद की स्‍थायी समिति ने बेटी बचाओ, बेटी बढाओ योजना के अंतर्गत उपलब्‍ध धन के कम इस्‍तेमाल चिंता व्‍यक्‍त की","Dec 10, 2021 , 6:21PM संसद की स्‍थायी समिति ने बेटी बचाओ, बेटी बढाओ योजना के अंतर्गत उपलब्‍ध धन के कम इस्‍तेमाल चिंता व्‍यक्‍त की air-4 महिला अधिकारिकता से संबद्ध संसद की स्‍थायी समिति ने बेटी बचाओ, बेटी बढाओ योजना के अंतर्गत उपलब्‍ध धन के कम इस्‍तेमाल के लिए राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों की आलोचना की है तथा चिंता व्‍यक्‍त की है। समिति की अध्‍यक्ष डॉ. हीना विजयकुमार गावित ने संसद परिसर में संवाददाताओं को बताया कि समिति ने केन्‍द्र की इस योजना के क्रियान्‍वयन को और बेहतर बनाने के लिए आठ सिफारिशें की हैं। डॉ. गावित ने कहा कि इस योजना के क्रियान्‍वयन के आधार पर राज्‍यों को फंड दिया जाना चाहिए, ताकि इसका सही उपयोग किया जा सके। उन्‍होंने कहा कि वर्ष 2014 से 2019 की अवधि के लिए आठ सौ 48 करोड रुपये मंजूर किये गये थे, जिसमें से केवल छह सौ 22 करोड 48 लाख रुपये जारी किये गये। इनमें से कुल 25 प्रतिशत ही खर्च किये गए। डॉ. गावित ने कहा कि समिति ने सिफारिश की है कि जिलों द्वारा बालिकाओं की समस्‍याओं से निपटने के लिए इसमें और सुधार की जरूरत है। उन्‍होंने कहा कि जो बालिकाएं बीच में ही स्‍कूल छोड देती हैं, उन्‍हें फिर से स्‍कूल में प्रवेश को सुनिश्चित बनाया जाए। उन्‍होंने यह भी कहा कि बालिकाओं के लिए देश के सभी स्‍कूलों में अलग से शैचालय अनिवार्य किये जाएं। समिति ने यह भी कहा कि वह इस बात से संतुष्‍ट है कि देश में पुरूष और महिला अनुपात नौ सौ 91 से बढकर दस सौ बीस हो गया है। हालांकि, उनकी यह भी मांग थी कि गर्भधारण पूर्व और प्रसवपूर्व निदान-तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम, 1994 को कडाई से लागू किया जाना चाहिए। समिति की यह रिपोर्ट कल संसद में पेश की गई थी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%ab%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ab%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%87-110-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%9a%e0%a4%be&id=73981,अफगानिस्‍तान में फंसे 110 लोगों को लेकर एक विशेष विमान काबुल से दिल्‍ली पहुंचा,"Dec 10, 2021 , 6:17PM अफगानिस्‍तान में फंसे 110 लोगों को लेकर एक विशेष विमान काबुल से दिल्‍ली पहुंचा hardeepsinghpuri-jpnadda@Twitter अफगानिस्‍तान में फंसे 110 लोगों को लेकर एक विशेष विमान आज काबुल से दिल्‍ली हवाई अड्डे पहुंचा। इसमें श्री गुरूग्रंथ साहिब और हिन्‍दू धर्मग्रंथ भी भारत लाए गए हैं। भारत पहुंचे इन लोगों में भारतीय नागरिकों सहित वहां फंसे हिन्‍दू तथा सिख समुदाय के अफगान नागरिक हैं। अफगानिस्‍तान के ऐतिहासिक गुरूद्वारों से तीन गुरूग्रंथ साहिब और रामायण, महाभारत तथा गीता सहित प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथ भी भारत लाए गए हैं। गुरूग्रंथ साहिब जी को महावीर नगर के गुरू गुरूद्वारा अर्जुनदेवजी में और हिन्‍दू धार्मिक ग्रंथों को फरीदाबाद के असमई मंदिर में रखा जाएगा। ऑपरेशन देवी शक्ति के अंतर्गत अफगानिस्‍तान की एयर लाइन्‍स कैम एयर का विशेष विमान आज काबुल से नई दिल्‍ली पहुंचा। विदेश मंत्रालय के अनुसार इसमें अफगान हिन्‍दु-सिख अल्‍पसंख्‍यक समुदाय सहित 10 भारतीयों और 94 अफगान लोग लाए गए। नौ बच्‍चों जिनमें तीन शिशु शामिल हैं उन्‍हें भी लाया गया है। इंडियन वर्ल्‍ड फोरम ने इस सुचारू और सु‍रक्षित यात्रा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को धन्‍यवाद दिया है। सिख प्रतिनिधिमण्‍डल ने भी भारत सरकार की मदद से अपने घर लौटने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की है। अब तक अफगानिस्‍तान से 565 से अधिक भारतीय नागरिक निकाले जा चुके हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8c%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%b5%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a5%87-43-%e0%a4%b9%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-22-%e0%a4%9f%e0%a4%a8-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%91%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%9c%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%a2%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80&id=73994,कोविड महामारी के दौरान रेलवे ने 43 हजार चार सौ 22 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्‍सीजन की ढुलाई की-रेल मंत्री,"Dec 10, 2021 , 6:15PM कोविड महामारी के दौरान रेलवे ने 43 हजार चार सौ 22 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्‍सीजन की ढुलाई की-रेल मंत्री ashwani vaishnav7@pib रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान रेलवे ने नौ सौ 45 रेलगाडियों और चार हजार दो सौ 94 टैंकरों के माध्‍यम से 43 हजार चार सौ 22 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्‍सीजन की ढुलाई की है। राज्‍यसभा में एक लिखित उत्‍तर में उन्‍होंने कहा कि रेलवे की पहल से ऑक्‍सीजन स्‍पेशल रेलगाडिया चलाई गईं, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में लिक्विड मेडिकल ऑक्‍सीजन समय से पहुंचाई जा सके। श्री वैष्‍णव ने कहा कि इससे बडी संख्‍या में कोविड मरीजों की जान बचाई जा सकी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%a7%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%a4%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%a8&id=73986,जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर पंच तत्‍व में विलीन,"Dec 10, 2021 , 6:04PM जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर पंच तत्‍व में विलीन CDS-daughters@DDNews आज शाम नई दिल्‍ली के बरार स्‍कवॉयर के शवदाह गृह 17 तोपों की सलामी देने के साथ ही चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर पंच तत्‍व में विलीन हो गया। इससे पहले, उनके आवास से शव यात्रा बरार स्‍कवायर पहुंची। शव यात्रा के पूरे मार्ग पर हजारो की संख्‍या में लोग देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टॉफ जनरल रावत के अंतिम दर्शन करने के लिए नम आंखों से खड़े थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजु, उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी, दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तीनों सेनाओं के अध्‍यक्षों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। जनरल रावत की दोनों पुत्रियों कृतिका और तारिणी ने अंतिम विदाई दी। इसके साथ ही परिवार के अन्‍य सदस्‍यों ने भी अंतिम विदाई दी। भारत में फ्रांस के राजदूत इमेन्‍युएल लेनिन और ब्रिटेन के उच्‍चायुक्‍त एलेक्‍स इल्सिस ने भी बरार स्‍कवायर शवदाह गृह जाकर पुष्‍पांजलि अर्पित की। श्रीलंका भूटान, नेपाल और बांग्‍लादेश के सैन्‍य कमान्‍ड भी बरार स्‍कवायर में उपस्थित थे। इससे पहले, केन्‍द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, विदेशमंत्री डॉक्‍टर एस. जयशंकर, वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारामन, स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डॉक्‍टर मनसुख मांडविया, सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और कई अन्‍य केन्‍द्रीय मंत्रियों ने जनरल रावत के सरकारी आवास पर उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत के प्रधान न्‍यायाधीश एन.वी. रमणा, राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, भाजपा अध्‍यक्ष जे.पी. नड्डा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, संसद सदस्‍य, अनेक राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री, थल सेना प्रमुख मनोज मुकुन्‍द नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरिकुमार, तीनों सेनाओं के अनेक अधिकारी तथा विदेशी प्रतिनिधियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। जनरल रावत और मधुलिका रावत को पुष्‍पांजलि अर्पित करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जनरल बिपिन रावत बहादुरी, साहस और शौर्य के प्रतिमान थे और उन्‍हें खोना समूचे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्‍होंने कहा कि मातृभूमि के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा हमारी स्‍मृतियों में जीवंत रहेगी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%a0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%a3-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b6%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b0%e0%a5%89%e0%a4%af%e0%a4%b2-%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%a1%e0%a4%b2-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ac%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=73966,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठित वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को रॉयल गोल्ड मेडल सम्मान के लिए बधाई दी,"Dec 10, 2021 , 2:43PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठित वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को रॉयल गोल्ड मेडल सम्मान के लिए बधाई दी AIR Pics प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठित वास्तुकार बालकृष्ण दोशी से बात की और उन्हें रॉयल गोल्ड मेडल-2022 से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी। श्री मोदी ने कहा कि वास्तुकला के क्षेत्र में बालकृष्ण दोशी का योगदान महत्‍वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके कार्यों को उनकी रचनात्मकता, विशिष्टता और विविध प्रकृति के लिए विश्व स्तर पर सराहा जाता है। रॉयल गोल्ड मेडल वास्तुकला के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af--%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%bf-%e0%a4%85%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73933,समग्र राष्ट्र प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और अन्य को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है,"Dec 10, 2021 , 2:41PM समग्र राष्ट्र प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और अन्य को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है AIR Pics समग्र राष्‍ट्र जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। बुधवार को तमिलनाडु के कुन्‍नूर में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में उनकी मृत्‍यु हो गई थी। केन्‍द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, विदेशमंत्री डॉ.एस. जयशंकर, वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारामन, स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और कई अन्‍य केन्‍द्रीय मंत्रियों ने आज जनरल रावत के सरकारी आवास पर उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत के प्रधान न्‍यायाधीश एन.वी. रमणा, राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, भाजपा अध्‍यक्ष जे.पी. नड्डा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, संसद सदस्‍य, अनेक राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री, थल सेना प्रमुख मनोज नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरिकुमार, तीनों सेनाओं के अनेक अधिकारी तथा विदेशी प्रतिनिधियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। पुष्‍पांजलि अर्पित करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जनरल बिपिन रावत बहादुरी, साहस और शौर्य के प्रतिमान थे। उन्‍हें खोना पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्‍होंने कहा कि मातृभूमि के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा हमारी स्‍मृतियों में जीवंत रहेगी। जनरल रावत और उनकी पत्‍नी का अंतिम संस्‍कार आज शाम दिल्‍ली छावनी के बरार स्‍क्‍वायर में पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ किया जायेगा। शव यात्रा कामराज मार्ग से शुरू होकर बरार स्‍क्‍वायर शवदाह गृह तक जायेगी। हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में मारे गए लोगों का पार्थिव शरीर कल शाम सुलूर से दिल्‍ली के पालम हवाई अड्डे लाया गया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने पालम हवाई अड्डे पर जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह अन्‍य सैन्‍य कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ab%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%ab%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%b8-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73965,काबुल में फंसे भारतीयों और अफगान नागरिकों को विशेष विमान से वापस लाया गया,"Dec 10, 2021 , 2:37PM काबुल में फंसे भारतीयों और अफगान नागरिकों को विशेष विमान से वापस लाया गया Tweeted by @DDNewslive अफगानिस्‍तान में फंसे 110 लोगों को लेकर एक विशेष विमान आज काबुल से दिल्‍ली हवाई अड्डे पहुंचा। इसमें तीन श्री गुरूग्रंथ साहिब और हिन्‍दू धर्मग्रंथ भी भारत लाए गए हैं। भारत पहुंचे इन लोगों में भारतीय नागरिक सहित वहां फंसे हिन्‍दू तथा सिख समुदाय के अफगान नागरिक हैं। अफगानिस्‍तान के ऐतिहासिक गुरूद्वारों से तीन गुरूग्रंथ साहिब और रामायण, महाभारत तथा गीता सहित प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथ लाए गए हैं। गुरूग्रंथ साहिबजी को महावीर नगर के गुरू अर्जुनदेवजी गुरूद्वारा में और हिन्‍दू धार्मिक ग्रंथों को फरीदाबाद के असमई मंदिर में रखा जाएगा। इंडियन वर्ल्‍ड फोरम ने इस सुचारू और सु‍रक्षित यात्रा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को धन्‍यवाद दिया है। सिख प्रतिनिधिमण्‍डल ने भी भारत सरकार की मदद से अपने घर लौटने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की है। अब तक अफगानिस्‍तान से 565 से अधिक भारतीय नागरिकों को निकाला गया है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%85%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%96%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=73934,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम अमरीका द्वारा वर्चुअल माध्यम से आयोजित लोकतंत्र पर पहले शिखर सम्मेलन में वक्तव्य देंगे,"Dec 10, 2021 , 2:35PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम अमरीका द्वारा वर्चुअल माध्यम से आयोजित लोकतंत्र पर पहले शिखर सम्मेलन में वक्तव्य देंगे PMO INDIA ( FILE PIC ) प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी आज शाम लोकतंत्र पर पहले शिखर सम्‍मेलन में राष्‍ट्रीय वक्‍तव्‍य देंगे। कल प्रधानमंत्री ने अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर शिखर सम्‍मेलन के पूर्ण सत्र में भागीदारी की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 75 वर्ष पहले इसी दिन भारत की संविधान सभा का पहला सत्र आयोजित किया गया था। उन्‍होंने कहा कि भारत के सभ्‍यतागत लोकाचार लोकतंत्र के मूल स्रोतों में है। श्री मोदी ने कहा कि कानून के प्रति सम्‍मान सहित लोकतांत्रिक मूल्‍य भारतीयों के आचरण में रचे बसे हैं। भारतवंशी अन्‍य देशों में भी इस भावना को साथ ले गये हैं और उन देशों के आर्थिक हित और सामाजिक एकता में योगदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने लोकतांत्रिक देशों द्वारा अपने संविधान में निहित मूल्‍यों के अनुपालन पर जोर दिया। उन्‍होंने संवेदनशीलता, जवाबदेही, भागीदारी और सुधार को भारतीय लोकतांत्रिक शासन के चार स्‍तंभ बताया। उन्‍होंने कहा कि लोकतांत्रिक सिद्धांत वैश्विक सुशासन के मार्ग दर्शक सिद्धांत होने चाहिए। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को अमरीकी राष्‍ट्रपति की मेजबानी में प्रमुख नेताओं के पूर्ण सत्र में शामिल होने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। इस सत्र में भारत सहित 12 प्रमुख देश शामिल हुए थे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b9-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%9d%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%82&id=73964,राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मानवाधिकार दिवस समारोह में कहा समानता मानव अधिकार की आत्मा और अधिकार हमारी साझी जिम्मेदारियां,"Dec 10, 2021 , 2:27PM राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मानवाधिकार दिवस समारोह में कहा समानता मानव अधिकार की आत्मा और अधिकार हमारी साझी जिम्मेदारियां @rashtrapatibhvn राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि देश में लोगों को कोविडरोधी टीके लगाकर कई लोगों की जान बचाई गई है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने समाज के कमजोर लोगों पर विनाशकारी प्रभाव डाला है। राष्ट्रपति ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा आयोजित मानवाधिकार दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने विश्‍व का सबसे बडा टीकाकरण अभियान चलाने के लिए देश की सराहना की। श्री कोविंद ने महामारी के दौरान डॉक्टरों, वैज्ञानिकों और कोरोना योद्धाओं के प्रयासों के लिए उनकी प्रशंसा की। श्री कोविंद ने कहा कि समानता मानवाधिकारों की आत्मा है। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने महामारी के दौरान कई परामर्श जारी किए और चिकित्‍सा संबंधी तैयारियों को मजबूत करने के लिए सभी हितधारकों के साथ काम किया। राष्ट्रपति ने जलवायु न्याय पर जोर देते हुए कहा कि प्रकृति का क्षरण अपरिवर्तनीय है लेकिन दुनिया वैश्विक जलवायु में हानिकारक परिवर्तन देख रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने प्रकृति की सुरक्षा के लिए कई पहल की हैं जो बहुत आगे तक जाएगी। श्री कोविंद ने कहा कि सौर गठबंधन और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की विभिन्न पहलों से प्रकृति की रक्षा करने में मदद मिलेगी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be---%e0%a4%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a5%82-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82&id=73962,लोकसभा में विदेश मंत्री ने कहा - ईरान पर अमरीकी प्रतिबंध चाबहार परियोजना के लिए लागू नहीं,"Dec 10, 2021 , 2:17PM लोकसभा में विदेश मंत्री ने कहा - ईरान पर अमरीकी प्रतिबंध चाबहार परियोजना के लिए लागू नहीं Sansad TV विदेश मंत्री डॉ.एस.जयशंकर ने कहा है कि ईरान पर अमरीकी प्रतिबंध चाबहार परियोजना के संदर्भ में प्रासंगिक नहीं हैं। मई 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ईरान यात्रा के दौरान भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच चाबहार समझौते पर हस्ताक्षर किये गये थे। आज लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में श्री जयशंकर ने कहा कि समझौते पर वर्ष 2016 में हस्ताक्षर के बावजूद 2018 में परिचालन शुरू हुआ। तब से अब तक इसके माध्यम से 160 पोत और 32 लाख टन माल की ढुलाई हुई। विदेश मंत्री ने बताया कि चाबहार बंदरगाह परियोजना की शर्तें ईरान तक सीमित हैं और बंदरगाह परिचालन के लिए अफगानिस्‍तान सरकार की सहमति की जरूरत नहीं है। डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत चाबहार बंदरगाह के शहीद बहिश्‍ती टर्मिनल के विकास के लिए आठ करोड़ पचास लाख डॉलर के कुल अनुदान सहयोग और डेढ़ करोड़ डॉलर के ऋण सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने बताया कि पिछले वर्ष भारत ने चाबहार बंदरगाह से अफगानिस्‍तान के लिए मानवीय सहायता के रूप में 75 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजा है। एक अन्‍य प्रश्‍न के उत्‍तर में डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत लौट आये अनिवासी भारतीयों का रोजगार बहाल करने और ब‍काया भुगतान दिलाने के प्रयास किये जा रहे हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%a8-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%9c%e0%a5%82-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be%3b-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-21-%e0%a4%89%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9a-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a5%80%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%8f&id=73957,कानून और न्‍याय मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा; देश के 21 उच्‍च न्‍यायालयों में वीडियो कॉन्‍फ्रेसिंग नियम लागू किये गए,"Dec 10, 2021 , 1:44PM कानून और न्‍याय मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा; देश के 21 उच्‍च न्‍यायालयों में वीडियो कॉन्‍फ्रेसिंग नियम लागू किये गए Sansad TV कानून और न्‍याय मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा है कि देश के 21 उच्‍च न्‍यायालयों में वीडियो कॉन्‍फ्रेसिंग नियम लागू किये गए हैं। ये अभी परीक्षण दौर में हैं ताकि देश के सभी न्‍यायालयों में एक समान वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग उपलब्‍ध कराई जा सके। लोकसभा में एक प्रश्‍न के उत्‍तर में श्री रिजीजू ने कहा कि वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग से लंबित मामलों को निपटाने में भी मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि राष्‍ट्रीय ई-गवर्नेंस परियोजनाओं के तहत ई-न्‍यायालय एकीकृत मिशन मोड परियोजना जिला और अधीनस्‍थ अदालतों में लागू की जा रही है। श्री रिजीजू ने कहा कि उच्‍चतम न्‍यायालय की ई-समिति इस बारे में नीतिगत योजना, कार्यनीतिक दिशा और संबंधित मार्गदर्शन उपलब्‍ध करायेगी। उच्‍चतम न्‍यायालय के न्‍यायाधीश इस समिति के अध्‍यक्ष होंगे। विधि मंत्री ने बताया कि अब तक 18 हजार 735 अदालतों का कंप्‍यूटरीकरण किया गया है। यातायात चालान संबंधी मामलों के लिए ग्‍यारह राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों में 15 वर्चुअल अदालतें काम कर रही हैं। उन्‍होंने बताया कि इस वर्ष तीन दिसंबर तक एक करोड़ 60 लाख से अधिक मामलों का ऑनलाइन निपटान किया गया और 201 करोड़ रूपये का जुर्माना लगाया गया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%a6%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%a8&id=73955,भारतीय वायुसेना द्वारा हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना की जांच के लिए तीनों सेनाओं के संयुक्‍त दल का गठन,"Dec 10, 2021 , 1:42PM भारतीय वायुसेना द्वारा हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना की जांच के लिए तीनों सेनाओं के संयुक्‍त दल का गठन AIR Pics भारतीय वायुसेना ने इस महीने की 8 तारीख को हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना की जांच कराने के लिए तीनों सेनाओं के संयुक्‍त दल का गठन कर दिया है। इस हादसे में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत और 11 अन्‍य लोगों की मौत हो गई थी। वायुसेना के सूत्रों ने बताया कि जांच का काम जल्‍द ही पूरा कर लिया जायेगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कल कहा था कि वायुसेना ने एयर मार्शल मानवेन्‍द्र सिंह के नेतृत्‍व में जांच दल गठित करने के आदेश दिये थे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be%2c-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%9e-%e0%a4%a6%e0%a4%b2%2c-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%93%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%89%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%8f%e0%a4%82%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73949,"स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने लोकसभा में बताया, प्रति‍दिन सवेरे विशेषज्ञ दल, देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों और संसाधनों की स्थिति पर विचार-विमर्श करता है","Dec 10, 2021 , 1:32PM स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने लोकसभा में बताया, प्रति‍दिन सवेरे विशेषज्ञ दल, देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों और संसाधनों की स्थिति पर विचार-विमर्श करता है Sansad TV स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री मनसुख मांडविया ने आज लोकसभा में बताया कि प्रति‍दिन सवेरे विशेषज्ञ दल, देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों और संसाधनों की स्थिति पर विचार-विमर्श करता है। उन्‍होंने बताया कि इस समय देश में ओमिक्रॉन के 23 मामले हैं। डाक्‍टर मांडविया ने कहा कि भारत में कोविडरोधी टीकाकरण की दर अन्‍य देशों की तुलन में सबसे अच्‍छी है। उन्‍होंने बताया कि 86 प्रतिशत पात्र लोगों को वैक्‍सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। डाक्‍टर मांडविया ने सदन को बताया कि देश को अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा है। इन वैज्ञानिकों के अनुसंधान के बाद, उनके सुझाव के आधार पर बूस्‍टर डोज के बारे में नीति बनाई जाएगी। उन्‍होंने बताया कि ओमीक्रॉन वेरिएंट पर टीके के असर के बारे में अध्‍ययन किया जा रहा है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%af%e0%a5%82%e0%a4%b7-%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%af%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%26%2339%3b%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%98%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af%e0%a4%a8-%e0%a4%90%e0%a4%9c%26%2339%3b-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8b%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%82%e0%a4%ad-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73947,वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कल नई दिल्ली में 'मेघालयन ऐज' स्टोर का शुभारंभ किया,"Dec 10, 2021 , 1:30PM वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कल नई दिल्ली में 'मेघालयन ऐज' स्टोर का शुभारंभ किया @PiyushGoyal वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कल नई दिल्ली में 'मेघालयन ऐज' स्टोर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस स्‍टोर में शॉल, बांस, हस्तशिल्प और पूर्वोत्तर के कई अन्य अनूठे उत्पाद उपलब्‍ध हैं जो न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर के आगंतुकों के लिए एक बड़े आकर्षण का केन्‍द्र होगा। स्टोर खोले जाने के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की सराहना करते हुए श्री गोयल ने कहा कि यह स्थानीय कारीगरों और राज्य के 43 हजार से अधिक बुनकरों को मेघालय की समृद्ध संस्कृति, विरासत, कला और जातीय उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%ac%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%85%e0%a4%aa%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa-%e0%a4%ae%e0%a4%9c%e0%a4%ac%e0%a5%82%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%3a-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf&id=73945,मानवाधिकार दिवस पर सबको मानवाधिकारों की रक्षा और संरक्षण के लिए अपना संकल्‍प मजबूत करना चाहिए : उपराष्‍ट्रपति,"Dec 10, 2021 , 12:02PM मानवाधिकार दिवस पर सबको मानवाधिकारों की रक्षा और संरक्षण के लिए अपना संकल्‍प मजबूत करना चाहिए : उपराष्‍ट्रपति Sansad TV उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने कहा है कि आज मानवाधिकार दिवस पर सबको मानवाधिकारों की रक्षा और संरक्षण के लिए अपना संकल्‍प मजबूत करना चाहिए। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि इस वर्ष मानवाधिकार दिवस का विषय है:- असमानता को कम करना, मानवाधिकारों को आगे बढाना़, जो लोगों को याद दिलाता है कि बिना किसी भेदभाव के सभी के मानवाधिकारों की रक्षा होनी चाहिए।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%97%e0%a5%87%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%b0-%e0%a4%8f%e0%a4%b2-%e0%a4%8f%e0%a4%b8-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%a1%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%bf-%e0%a4%85%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73944,रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर को श्रद्धांजलि अर्पित की,"Dec 10, 2021 , 12:00PM रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर को श्रद्धांजलि अर्पित की @rajnathsingh रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज दिल्‍ली छावनी के बरार स्‍कवायर में ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका आज सुबह अंतिम संस्‍कार कर दिया गया। तमिलनाडु के कुन्‍नूर में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में बुधवार को उनकी मृत्‍यु हुई थी। हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, सेना प्रमुख जनरल एम0 एम0 नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर0 हरिकुमार, वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल वी0 आर0 चौधरी और राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने भी ब्रिगेडियर लिड्डर को श्रद्धांजलि अर्पित की।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5%e0%a4%a4%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80%2c-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%9e-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%97%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a4%b0-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%b8%e0%a5%80.%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%af%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%bf-%e0%a4%85%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73943,"उपराष्‍ट्रपति ने महान स्‍वतत्रंता सेनानी, राजनीतिज्ञ और भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी.राजगोपालाचारी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की","Dec 10, 2021 , 11:57AM उपराष्‍ट्रपति ने महान स्‍वतत्रंता सेनानी, राजनीतिज्ञ और भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी.राजगोपालाचारी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की Tweeted by @narendramodi उपराष्‍ट्रपति एम.वैंकैया नायडू ने महान स्‍वतत्रंता सेनानी, राजनीतिज्ञ और भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी.राजगोपालाचारी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। श्री नायडू ने एक ट्वीट में कहा कि बहुआयामी प्रतिभा के धनी श्री राजगोपालाचारी का जीवन लोगों को प्रेरित करता रहेगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-140-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b2%e0%a4%ac%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a5%87-%3a-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0&id=73941,अब तक राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को 140 करोड़ से अधिक कोविड टीके उपलब्‍ध कराये गये : केन्‍द्र सरकार,"Dec 10, 2021 , 11:53AM अब तक राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को 140 करोड़ से अधिक कोविड टीके उपलब्‍ध कराये गये : केन्‍द्र सरकार @MoHFW_INDIA केन्‍द्र सरकार ने कहा है कि अब तक राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को एक सौ चालीस करोड़ से अधिक कोविड टीके उपलब्‍ध कराये गये हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने आज कहा कि राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के पास अभी भी 18 करोड़ 80 लाख से अधिक टीके पड़े हैं जिन्‍हें लगाया जाना है। केन्‍द्र सरकार राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के अंतर्गत राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्‍क कोविड रोधी टीके उपलब्‍ध करा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-31-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-18-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e2%80%8d%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e2%80%8d%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=73940,देश में अब तक एक सौ 31 करोड़ 18 लाख से अधि‍क कोव‍िड टीके लगाये जा चुके हैं,"Dec 10, 2021 , 11:50AM देश में अब तक एक सौ 31 करोड़ 18 लाख से अधि‍क कोव‍िड टीके लगाये जा चुके हैं @MoHFW_INDIA देश में अब तक एक सौ 31 करोड़ 18 लाख से अधि‍क कोव‍िड टीके लगाये जा चुके हैं। केन्‍दीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 74 लाख 57 हजार से अधिक टीके लगाये गये। मंत्रालय ने बताया कि इस अवधि में सात हजार छह सौ 78 संक्रमित उपचार के बाद स्‍वस्‍थ हुए। इस समय राष्‍ट्रीय स्‍तर पर संक्रमण मुक्‍त होने की दर 98 दशमलव 3-6 प्रतिशत है। अब तक तीन करोड़ 41 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्‍त हो चुके हैं। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान आठ हजार पांच सौ तीन लोगों में संक्रमण की पुष्‍ट‍ि हुई। इस समय लगभग 94 हजार लोगों का उपचार चल रहा है। मंत्रालय ने बताया कि पूरे देश में परी‍क्षण क्षमता का विस्‍तार किया जा रहा है और अब तक 65 करोड़ 32 लाख परीक्षण किये जा चुके हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73938,आज मानवाधिकार दिवस मनाया जा रहा है,"Dec 10, 2021 , 11:44AM आज मानवाधिकार दिवस मनाया जा रहा है AIR Pics आज मानवाधिकार दिवस मनाया जा रहा है। 1948 में संयुक्‍त राष्‍ट्र द्वारा की गई मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की स्‍मृति में 1950 से हर वर्ष 10 दिसम्‍बर को यह दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष न्‍यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने अपने संदेश में कहा कि मानवाधिकर दिवस मनाना इस तथ्‍य की पुष्टि करता है कि प्रत्‍येक मानव अविछिन्‍न अधिकारों के साथ पैदा होता है, जो समानता के बुनियादी व्‍यवहार में न‍िहित हैं। न्‍यायमूर्ति मिश्रा ने कहा कि भारत विश्‍व का सबसे बडा और सशक्‍त लोकतंत्र है, जहां 'विविधता में एकता है'। उन्‍होंने कहा कि भारत ने विश्‍व को वसुधैव कुटुम्‍बकम् और 'सर्वे भवन्‍तु सुखिन्‍ह' की धारणाएं प्रदान दी हैं। उन्‍होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भारत द्वारा विश्‍व समुदाय को दी गई मदद इसी विश्‍वास पर आधारित है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a5%82%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%89%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%95-31-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%ac%e0%a4%a2%e0%a4%bc%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%80&id=73936,सरकार ने अनुसूचित अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर रोक 31 जनवरी तक बढ़ायी,"Dec 10, 2021 , 11:33AM सरकार ने अनुसूचित अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर रोक 31 जनवरी तक बढ़ायी REPRESENTATIONAL IMAGE नागर विमानन महानिदेशालय -डीजीसीए ने नियमित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों का परिचालन अगले वर्ष 31 जनवरी तक स्‍थगित कर दिया है। यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कार्गो प्रचालन और विशेष रूप से डीजीसीए द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा। लेकिन, सक्षम अधिकारी, प्रत्‍येक मामले के आधार पर चुने हुए मार्गों के लिए नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति दे सकता है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ae%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a5%8b%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8c%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a3%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%97%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73935,मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल और इंदौर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू की,"Dec 10, 2021 , 11:28AM मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल और इंदौर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू की @ChouhanShivraj मध्‍य प्रदेश सरकार ने भोपाल और इंदौर में पुलिस आयुक्‍त प्रणाली लागू कर दी है। इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गयी है। मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भौगोलिक विस्‍तार और प्रौद्योगिकी के कारण कानून और व्‍यवस्‍था की बढ़ती आवश्‍यकताओं को देखते हुए पुलिस आयुक्‍त प्रणाली लागू की जा रही है। उन्‍होंने कहा कि नई प्रणाली न केवल कानून और व्‍यवस्‍था को मजबूत करेगी बल्‍कि समस्‍याओं के समाधान और अपराधियों की खोज में भी मदद करेगी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%a8%e0%a5%8c%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%be%2c-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%a4%e0%a4%9f%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%95-%e0%a4%ac%e0%a4%b2-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%9f%e0%a4%97-%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%9f-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%95-%e0%a4%a6%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73914,"अन्‍तर्राष्‍ट्रीय समुद्री संगठन परिषद ने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट चालक दल के सदस्‍यों और उनके मास्‍टर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया","Dec 09, 2021 , 8:43PM अन्‍तर्राष्‍ट्रीय समुद्री संगठन परिषद ने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट चालक दल के सदस्‍यों और उनके मास्‍टर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया air-4 अन्‍तर्राष्‍ट्रीय समुद्री संगठन परिषद ने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट चालक दल के सदस्‍यों और उनके मास्‍टर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। राहत और बचाव कार्यों में इन संगठनों के असाधारण और साहसिक प्रयासों के लिए यह पुरस्‍कार प्रदान किया गया है। भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और टग बोट के चालक दल और उनके मास्‍टर ने अग्निशमनरोधी कार्रवाई में निरंतर और प्रभावी भूमिका निभाई है। उन्‍होंने बड़ी कुशलता से जहाज को तट से दूर खींच लिया जिससे समुद्र में जीवन की हानि और प्रदूषण को रोका गया।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%85%e0%a4%ad%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a4%b9%e0%a4%a4-131-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82&id=73913,राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 131 करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं,"Dec 09, 2021 , 8:41PM राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 131 करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं minOfHealth@noa 4 राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत 131 करोड़ से अधिक कोविड रोधी टीके लगाये जा चुके हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा है कि आज शाम सात बजे तक 67 लाख वैक्‍सीन डोज दी गईं। मंत्रालय के अनुसार अभी तक 80 करोड 94 लाख लोगों को पहला टीका और 50 करोड 15 लाख लोगों को दूसरा टीका लगाया गया है। राष्‍ट्रीय टीकाकरण अभियान के हिस्‍से के रूप में केन्‍द्र सरकार राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों को नि:शुल्‍क टीके उपलब्‍ध करा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-2021-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a5%87%e0%a4%b7-%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a0%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%8f&id=73885,लोकसभा ने केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 और दिल्‍ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान संशोधन विधेयक पारित कर दिए,"Dec 09, 2021 , 8:36PM लोकसभा ने केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 और दिल्‍ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान संशोधन विधेयक पारित कर दिए jitendersingh-rajyasabha@Air लोकसभा ने केन्‍द्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 और दिल्‍ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान संशोधन विधेयक पारित कर दिए हैं। इन विधेयकों का लक्ष्‍य केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्‍यूरो और प्रवर्तन निदेशालय के निदेशकों का कार्यकाल पांच वर्ष तक बढाने की व्‍यवस्‍था करना है। ये विधेयक पिछले महीने की 14 तारीख को जारी अध्‍यादेशों का स्‍थान लेंगे। विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए कार्मिक, जन शिकायत और पेंशन राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि अध्‍यादेश वर्तमान सत्र से पहले अंतरिम अवधि के दौरान जारी किये गए थे, क्‍योंकि संसद के पिछले सत्र में विपक्ष के व्‍यवधान के कारण कोई कामकाज नहीं हो पाया था। डॉ. सिंह ने कहा कि दुनियाभर में मिलती-जुलती एजेंसियों के प्रमुखों का औसत कार्यकाल पांच वर्ष है। उन्‍होंने कहा कि इन एजेंसियों की कार्य क्षमता और निरंतरता में सुधार के लिए इनके प्रमुखों का लम्‍बा कार्यकाल आवश्‍यक है। उन्‍होंने यह भी कहा कि कार्यकाल का विस्‍तार करने के लिए अधिकृत चयन समिति में प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्‍यायाधीश और विपक्ष का नेता शामिल होता है। इससे पहले, बहस की शुरुआत करते हुए आर.एस.पी. के नेता एन.के. प्रेमचन्‍द्रन ने कहा कि ये विधेयक विनीत नारायण मामले में किये गये उच्‍चतम न्‍यायालय के फैसले के विपरीत हैं। कांग्रेस के मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार को कानून बनाने से पहले सी बी आई की स्थिति के बारे में उच्‍चतम न्‍यायालय से व्‍यवस्‍था लेनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि सरकार प्रशासनिक प्रणाली में नियंत्रण और संतुलन के प्रावधानों को समाप्‍त करना चाहती है, क्‍योंकि पांच वर्ष तक कार्यकाल बढाये जाने से इन एजेंसियों के कामकाज पर विपरीत असर पडेगा। भारतीय जनता पार्टी के राज्‍यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि यह विधेयक वित्‍तीय अनियमितताओं और भ्रष्‍टाचार पर नियंत्रण करने में बढती चुनौतियों की दृष्टि से महत्‍वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि विधेयक भारत को विभिन्‍न अंतर्राष्‍ट्रीय प्रतिबद्धताएं पूरी करने में मदद करेगा। डी.एम.के. नेता ए. राजा ने बहस में हिस्‍सा लेते हुए कहा कि निदेशकों का कार्यकाल बार-बार बढाने से एजेंसियों की संस्‍थागत निष्‍ठा पर विपरीत असर पडेगा। ए.आई.टी.सी. के कल्‍याण बनर्जी और एन.सी.पी. नेता सुप्रिया सुले ने भी विधेयक के विरोध में विचार व्‍यक्‍त किये।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be%3b-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%88%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%97%e0%a4%be&id=73912,प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर नई दिल्ली लाया गया; कल पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा,"Dec 09, 2021 , 8:32PM प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर नई दिल्ली लाया गया; कल पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा CDSbipinrawat@Air प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और रक्षाकर्मियों के पार्थिव शरीर नई दिल्‍ली के पालम हवाई अड्डे पहुंच गए हैं। उन्‍हें सुलूर से भारतीय वायु सेना के विमान से लाया गया है। दिवंगतजनों के पार्थिव शरीर साढे आठ बजे से श्रद्धांजलि के लिए रखे जाएंगे। आम नागरिक कल सुबह 11 बजे से दोपहर साढे 12 बजे तक जनरल बिपिन रावत को श्रृद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे। सैन्‍यकर्मी दोपहर साढे 12 बजे से डेढ बजे तक श्रृद्धांजलि अर्पित करेंगे। उसके बाद पार्थिव शरीर बरार स्‍क्‍वायर श्‍मशानग्रह ले जाए जाएंगे। सेना ने कहा है कि अब तक केवल जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर के शवों की ही पहचान की गई है। सम्‍बंधित परिवारों की इच्‍छा के अनुसार अंतिम संस्‍कार के लिए पार्थिव शरीर निकट सम्‍बंधियों को सौंपे जाएंगे। शवों को पहचानने की प्रक्रिया जारी है। पहचान की सभी औपचारिकताएं पूरी होने तक उन्‍हें सेना के बेस अस्‍पताल के शवग्रह में रखा जाएगा। निकट परिजनों से विचार-विमर्श के बाद समुचित सैन्‍य सम्‍मान के साथ उनके अंतिम संस्‍कार की योजना बनाई जा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a4%a5%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73876,स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ कोरोना स्थिति की समीक्षा की,"Dec 09, 2021 , 8:27PM स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ कोरोना स्थिति की समीक्षा की healthsecrajeshb@Noa केन्‍द्र ने आज ओमिक्रोन के फैलाव से निपटने में सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली की तैयारी और राज्‍यों तथा केन्‍द्रशासित प्रदेशों में टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में, कोविड महामारी और कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन पर प्रभावी और समय से नियंत्रण तथा प्रबंधन के लिए जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोविड अनुकूल व्‍यवहार के पालन की पांच सूत्री रणनीति पर बल दिया गया। केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सचिव राजेश भूषण ने राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों से जांच बढ़ाने का आग्रह किया। संक्रमित लोगों को तत्‍काल अलग करने और अन्‍य क्‍लीनिकल प्रबंधन के लिए संदिग्‍ध लोगों की शीघ्र पहचान सुनिश्‍चित करने के लिए निगरानी पर ध्‍यान देने को भी कहा गया। सभी जिलों में आरटी-पीसीआर जांच सुविधा उपलब्‍ध कराने की सलाह भी दी गई। ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्‍या में वृद्धि से निपटने के लिए सभी अस्‍पतालों में बुनियादी ढांचा सुनिश्‍चित करने के उद्देश्‍य से राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों को उत्‍कृष्‍ट चिकित्‍सा देखभाल उपलब्‍ध कराने की तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह दी गई है। स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने कोविड के उपचार के लिए पहचानी गई आठ दवाओं का पर्याप्‍त बफर स्‍टॉक सुनिश्‍चित करने का भी आग्रह किया है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%94%e0%a4%b7%e0%a4%a7-%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a5%87%e0%a4%af%e0%a4%95-2021-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73882,संसद ने राष्ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्थान संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है,"Dec 09, 2021 , 8:24PM संसद ने राष्ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्थान संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है mansukhmandvia-rajyasabha@DDNews संसद ने राष्‍ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्‍थान संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया है। राज्‍यसभा ने आज विधेयक को मंजूरी दी। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है। विधेयक में छह अतिरिक्‍त राष्‍ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्‍थानों को राष्‍ट्रीय महत्‍व के संस्‍थान के रूप में घोषित करने के लिए 1998 के मूल अधिनियम को संशोधित करने का प्रावधान किया गया है। ये संस्‍थान अहमदाबाद, हाजीपुर, हैदराबाद, कोलकाता, गुवाहाटी और रायबरेली में हैं। स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डॉक्‍टर मनसुख मांडविया ने राज्‍यसभा में विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि राष्‍ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्‍थान देश में औषध क्षेत्र को सुदृढ बनाने और इस क्षेत्र में अनुसंधान को बढावा देने की दृष्टि से महत्‍वपूर्ण है। श्री मांडविया ने कहा कि सरकार ने महामारी से लडने के लिए टीका अनुसंधान और विनिर्माण क्षेत्रों को सुविधाएं प्रदान की हैं। देश में बनी औषधियों का महत्‍व उजागर करते हुए उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्‍व में किये गये प्रयासों की बदौलत सरकार, देश की 85 प्रतिशत आबादी को कोविड रोधी पहला टीका और 52 प्रतिशत को दूसरा टीका लगाने में सफल रही है। इससे पहले, विधेयक पर चर्चा शुरू करते हुए कांग्रेस के नीरज डांगी ने कहा कि औषध अनुसंधान और शिक्षा पर ध्‍यान दिया जाना चाहिए। समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने कहा कि सभी संस्‍थानों में आरक्षण सुनिश्‍चित करना चाहिए।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4%2c-%e0%a4%89%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%97%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%b9-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%8b-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%8c%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%96%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73906,"प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह अन्‍य कर्मियों के निधन पर आज संसद के दोनों सदनों में दो मिनट का मौन रखा गया","Dec 09, 2021 , 7:26PM प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह अन्‍य कर्मियों के निधन पर आज संसद के दोनों सदनों में दो मिनट का मौन रखा गया defenceminrajnathsingh-rajyasabha@Air सैन्‍य हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी और ग्‍यारह अन्‍य कर्मियों के निधन पर आज संसद के दोनों सदनों में दो मिनट का मौन रखा गया। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना पर बयान दिया। उसके बाद श्री सिंह ने राज्‍यसभा में भी बयान दिया। राज्‍यसभा में उपसभापति हरिवंश ने कहा कि देश ने आसाधारण सैनिक खो दिया है। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत को 11वीं गोरखा राइफल्‍स की 5वीं बटालियन में 16 दिसम्‍बर 1978 को कमिशन मिला था। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत को सेना में चार दशक की सेवा के दौरान विभिन्‍न मौर्चों पर व्‍यापक संचालन अनुभव हासिल था। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत ने कॉन्‍गो लोकतांत्रिक गणराज्‍य में मल्‍टी नेशनल ब्रिगेड की कमान भी सम्‍भाली थी। जनरल रावत के योगदान को स्‍मरण करते हुए श्री हरिवंश ने कहा कि उन्‍होंने देश के सुरक्षा ढांचे में क्रांतिकारी सुधार किए। उन्‍होंने कहा कि जनरल रावत देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष थे। उपसभापति ने कहा कि जनरल रावत को अनेक वीरता पदक और विशिष्‍ट सेवा पदक प्रदान किए गए। लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला ने देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष के रूप में जनरल रावत के योग्‍दान की प्रशंसा की।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%89%e0%a4%a1%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%85%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b7-31-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%a4&id=73898,नियमित अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक उडानों का प्रचालन अगले वर्ष 31 जनवरी तक स्‍थगित,"Dec 09, 2021 , 7:15PM नियमित अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक उडानों का प्रचालन अगले वर्ष 31 जनवरी तक स्‍थगित dgca@Noa नागर विमानन महानिदेशालय ने नियमित अंतर्राष्‍ट्रीय वाणिज्यिक उडानों का प्रचालन अगले वर्ष 31 जनवरी तक स्‍थगित कर दिया है। यह रोक अंतर्राष्‍ट्रीय कार्गो प्रचालन और डी जी सी ए द्वारा विशेष रूप से अनुमोदित उडानों पर लागू नहीं होगा, लेकिन प्रत्‍येक मामले के गुण-दोष के आधार पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा चुने हुए मार्गों पर अंतर्राष्‍ट्रीय नियमित उडानों की अनुमति दी जा सकती है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%ad%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=73888,राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष ने मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी,"Dec 09, 2021 , 5:58PM राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष ने मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी IndiaNHRC-ArunMishra@Twitter राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्‍यक्ष न्‍यायाधीश अरूण मिश्रा ने मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। वर्ष 1948 में संयुक्‍त राष्‍ट्र द्वारा मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के बाद से 1950 से प्रतिवर्ष दस दिसम्‍बर को मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। उन्‍होंने अपने संदेश में कहा कि यह दिन इस तथ्‍य पर जोर देता है कि मनुष्‍य समानता के अधिकार के साथ पैदा हुआ है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%96%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%96%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-90-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1-%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73887,अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय ने अल्‍पसंख्‍यक समुदायों से संबंधित विद्यार्थियों के लिए 90 करोड रुपये से अधिक धन जारी किया,"Dec 09, 2021 , 5:55PM अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय ने अल्‍पसंख्‍यक समुदायों से संबंधित विद्यार्थियों के लिए 90 करोड रुपये से अधिक धन जारी किया mukhtarabbasnaqvi@Noa अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय ने पिछले चार वित्‍तीय वर्षों में अल्‍पसंख्‍यक समुदायों से संबंधित विद्यार्थियों और अन्‍य उम्‍मीदवारों की सहायता के लिए नि:शुल्‍क कोचिंग तथा अन्‍य योजनाएं लागू करने के वास्‍ते 90 करोड रुपये से अधिक धन जारी किया है। अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने लोकसभा को लिखित उत्‍तर में यह जानकारी दी।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%96%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%a8-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-74%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%9a-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b6%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%81-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73886,मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त ने राजस्‍व सेवा के 74वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्‍बोधित किया,"Dec 09, 2021 , 5:49PM मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त ने राजस्‍व सेवा के 74वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्‍बोधित किया ECISushilchandra@Pib मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त सुशील चन्‍द्र ने आज नई दिल्‍ली में भारतीय अंतरराष्‍ट्रीय लोकतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्‍थान में राजस्‍व सेवा के 74वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्‍बोधित किया। इस बैच के 61 प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए यह अपनी तरह का विशि‍ष्‍ट प्रशिक्षण कार्यक्रम है। मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त ने कहा कि दृढ़ता, प्रतिबद्धता और निष्पक्षता लोक सेवा के आदर्श हैं। उन्‍होंने कहा कि लोक सेवाएं देश सेवा की आकांक्षाएं पूरी करने और अपनी प्रतिभा दिखाने के व्‍यापक अवसर उपलब्‍ध कराती हैं।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%9f%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%96%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a6%2c-%e0%a4%86%e0%a4%b5%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a4%a8%2c-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b6%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73884,"केन्‍द्र ने मोटे अनाज की खरीद, आवंटन, वितरण और निपटान के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया","Dec 09, 2021 , 5:41PM केन्‍द्र ने मोटे अनाज की खरीद, आवंटन, वितरण और निपटान के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया consumer affairs@Noa केन्‍द्र ने मोटे अनाज की खरीद, आवंटन, वितरण और निपटान के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया है। ज्‍वार की वितरण अवधि तीन महीने से बढ़ाकर छह महीने और रागी के लिए सात महीने कर दी गई है। इससे ज्‍वार और रागी की खरीद और खपत बढ़ेगी क्‍योंकि राज्‍यों को लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली और अन्‍य कल्‍याण योजनाओं के तहत ज्‍वार और रागी वितरित करने के लिए ज्‍यादा समय मिल जाएगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9b%e0%a4%a4%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%88%e0%a4%a8%e0%a4%b2-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%ae-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b6-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80&id=73883,छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना के बारे में आम जनता के लिए परामर्श जारी,"Dec 09, 2021 , 5:36PM छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना के बारे में आम जनता के लिए परामर्श जारी ministryofpowarRKSingh@Pib नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना के बारे में आम जनता के लिए परामर्श जारी किया है। इसमें कहा गया है कि मंत्रालय ने छतों पर सोलर प्‍लांट की स्‍थापना के लिए किसी भी वेंडर को अधिकृत नहीं किया है। मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि कुछ सोलर कम्‍पनियां या वेंडर यह दावा करते हुए छतों पर सोलर प्‍लांट लगा रहे है कि उन्‍हें मंत्रालय ने अधिकृत किया है। मंत्रालय ने कहा कि यह योजना राज्‍यों में स्‍थानीय विद्युत वितरण कम्‍पनियों- डिस्‍कॉम के माध्‍यम से लागू की जा रही है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%89%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%97%e0%a4%82%e0%a4%ad%e0%a5%80%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%b6%e0%a4%b5%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%a0%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%88&id=73878,कून्‍नूर हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना की गंभीरता के कारण शवों की सही पहचान करने में कठिनाई,"Dec 09, 2021 , 5:13PM कून्‍नूर हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना की गंभीरता के कारण शवों की सही पहचान करने में कठिनाई bipinrawatgreets@noa 4 सेना ने कहा है कि कून्‍नूर हेलिकॉप्‍टर दुर्घटना की गंभीरता के कारण शवों की सही पहचान करने में कठिनाई आ रही है। परन्‍तु, परिजनों की भावनाओं को देखते हुए पहचान के सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। सेना ने एक बयान में कहा कि सभी मृतकों के परिजन दिल्ली पहुंच रहे हैं और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। सेना ने यह भी कहा कि वैज्ञानिक उपायों के अलावा शवों की सही पहचान के लिए परिवार के करीबी सदस्यों की सहायता भी ली जाएगी, इसके बाद ही शव परिजनों को सौंपे जायेंगे। पहचान के बाद उनका सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार किया जाएगा।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%9f-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%bf-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9a%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%b9%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%a5%e0%a5%87&id=73875,इस्राइल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने कहा कि जनरल बिपिन रावत सच्‍चे नेता और इस्राइल के बेहतरीन दोस्‍त थे,"Dec 09, 2021 , 5:06PM इस्राइल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने कहा कि जनरल बिपिन रावत सच्‍चे नेता और इस्राइल के बेहतरीन दोस्‍त थे IsraeliPMNaftaliBennett@Noa इस्राइल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने कहा है कि जनरल बिपिन रावत सच्‍चे नेता थे और इस्राइल के बेहतरीन दोस्‍त थे। इस्राइल ने देश के पहले रक्षा प्रमुख बिपिन रावत की दु:खद मृत्‍यु पर भारत सरकार और लोगों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त की है। नेफ्ताली बेनेट ने एक ट्वीट में कहा कि वे उन सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त करते हैं, जिनकी भारत में हैलिकॉप्‍टर दुर्घटना में मृत्‍यु हो गई।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be-%e0%a4%b5%e0%a4%b9-500-%e0%a4%97%e0%a5%80%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%89%e0%a4%9f-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ac%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%b9%e0%a5%88&id=73856,सरकार ने कहा वह 500 गीगावॉट बिजली उत्‍पादन की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है,"Dec 09, 2021 , 3:23PM सरकार ने कहा वह 500 गीगावॉट बिजली उत्‍पादन की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है AIR Pics सरकार ने कहा है कि भारत-सौर, पवन, जैव ईंधन और जल परियोजना सहित गैर-जीवाश्‍म ईंधन स्रोतों का इस्‍तेमाल करते हुए 500 गीगावॉट बिजली उत्‍पादन की स्‍थापित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। बिजली और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि हाल में संपन्‍न कॉप-26 में इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की घोषणा को वास्‍तविकता में बदला जाएगा। श्री सिंह ने बताया कि नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में स्‍वचालित रूप से शत-प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति दी गई है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%85%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%a1%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%88-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b2-26-%e0%a4%85%e0%a4%97%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%82-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%86-%e0%a4%a5%e0%a4%be--%e0%a4%ad%e0%a5%82%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%b5&id=73858,असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल 26 अगस्त को शुरू हुआ था -भूपेंद्र यादव,"Dec 09, 2021 , 3:21PM असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल 26 अगस्त को शुरू हुआ था -भूपेंद्र यादव File Pic ई-श्रम पोर्टल पर कुल सात लाख 29 हजार 477 गिग और प्लेटफॉर्म श्रमिक पंजीकृत हैं। श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि मंत्रालय ने इस वर्ष 26 अगस्त को असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल की शुरूआत की थी। उन्होंने बताया कि यह पोर्टल राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी पंजीकृत असंगठित श्रमिक, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के माध्यम से एक वर्ष के लिए दो लाख रुपये के दुर्घटना बीमा कवर का लाभ पाने के हकदार हैं। श्री यादव ने कहा कि श्रमिक पोर्टल के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14434 पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं, जो पूरी तरह से निःशुल्क है।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a4%b2-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a4%be%2c-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%88%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%85%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0&id=73793,"जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज शाम दिल्‍ली लाया जायेगा, कल पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार","Dec 09, 2021 , 3:16PM जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज शाम दिल्‍ली लाया जायेगा, कल पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार File Pic प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज शाम नई दिल्‍ली लाया जायेगा और कल पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार किया जायेगा। उनका पार्थिव शरीर आज शाम विमान से राष्‍ट्रीय राजधानी पहुंचने की संभावना है। इससे पहले आज वैलिंग्टन में मद्रास रेजिमेंटल सेन्‍टर में श्रद्धांजलि सभा होगी। सेना प्रमुख एमएम नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना अध्‍यक्ष एडमिरल हरि कुमार श्रद्धाजलि सभा में भाग लेने आज सवेरे वैलिंग्‍टन पहुंचेगे। इसके बाद जनरल रावत और उनकी पत्‍नी का पार्थिव शरीर दिल्‍ली लाया जायेगा। कल पार्थिव शरीर नई दिल्‍ली में जनरल रावत के निवास पर लाया जायेगा जहां लोग सवेरे 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्रद्धाजलि दे सकते हैं। जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत और 11 अन्‍य लोगों की कल तमिलनाडु में हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना में मृत्‍यु हो गयी। जनरल रावत और 13 अन्‍य लोगों को ले जा रहा एमआई-17 वी-5 हेलीकॉप्‍टर तमिलनाडु में कोयम्‍बतूर के पास सुलूरू में वायु सेना केन्‍द्र से उड़ान भरने के कुछ देर बाद दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया। भारतीय वायु सेना ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं। इस दुर्घटना में एक मात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्‍टेन वरूण सिंह का वैलिंग्‍टन में सैनिक अस्‍पताल में उपचार चल रहा है। देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत 31 दिसम्‍बर 2016 से 31 दिसम्‍बर 2019 तक सेना प्रमुख थे।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%b5-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a1-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%a4-8-%e0%a4%a6%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%ac%e0%a4%ab%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%89%e0%a4%95-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%8f-%e0%a4%b0%e0%a4%96%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be&id=73861,स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को कोविड के उपचार में चिन्हित 8 दवाओं का पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखने को कहा,"Dec 09, 2021 , 3:14PM स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को कोविड के उपचार में चिन्हित 8 दवाओं का पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखने को कहा FILE PIC केन्‍द्र ने ओमिक्रॉन के मामले सामने आने और टीकाकरण में प्रगति के बाद राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की है। इस दौरान, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड नमूनों का परीक्षण बढ़ाने और निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया ताकि संदिग्ध मामलों की शीघ्र पहचान की जा सके और उन्‍हें क्‍वारंटीन कर उपचार किया जा सके। राज्‍यों को सभी जिलों में आरटी-पीसीआर परीक्षण की उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई। श्री भूषण ने बताया कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल के लिए तैयारी की समीक्षा करने को भी कहा गया है। स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से यह भी कहा कि वे कोविड के नैदानिक उपचार में चिन्हित आठ महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखने को सुनिश्चित करें। राज्यों को यह भी सलाह दी गई कि वे सभी पात्र जनसंख्‍या का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए चल रहे 'हर घर दस्तक' अभियान पर ध्यान केंद्रित करते हुए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की गति को बढ़ाते रहें।",-1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a5%80-%e0%a4%b6%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%85%e0%a4%ad%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a4%b9%e0%a4%a4-5-%e0%a4%b8%e0%a5%8c-65-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%85%e0%a4%ab%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73860,देवी शक्ति अभियान के तहत 5 सौ 65 लोगों को अफगानिस्‍तान से सुरक्षित निकाला गया,"Dec 09, 2021 , 3:12PM देवी शक्ति अभियान के तहत 5 सौ 65 लोगों को अफगानिस्‍तान से सुरक्षित निकाला गया AIR Pics विदेश राज्‍यमंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा है कि देवी शक्ति अभियान के तहत पांच सौ पैंसठ लोगों को अफगानिस्‍तान से सुरक्षित निकाला गया है। राज्‍यसभा में अफगानिस्‍तान में फंसे भारतीयों के बारे में पूछे गए प्रश्‍न का जवाब देते हुए विदेश राज्‍यमंत्री ने कहा कि कुछ भारतीय अभी भी अफगानिस्‍तान में फंसे हैं। उन्‍होंने कहा कि अफगानिस्‍तान से संबंधित विशेष प्रकोष्‍ठ भारतीयों से संपर्क में है। उन्‍होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने इस साल 15 अगस्‍त के बाद अफगानिस्‍तान में तेजी से स्थिति के बिगड़ने पर भारतीयों को स्‍वदेश लाने और उनकी मदद के लिए 24 घंटे काम करने वाला विशेष अफगानिस्‍तान प्रकोष्‍ठ स्‍थापित किया था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/cds-general-bipin-rawat-death-funeral-today-latest-news-update,"Bipin Rawat Funeral Live: बेटियों ने किया सीडीएस बिपिन रावत का अंतिम संस्कार, सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई","खास बातें CDS General Bipin Rawat Last Rites Live: सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें 17 तोपों की सलामी भी दी गई। लाइव अपडेट 06:22 PM, 10-Dec-2021 सेना ने किया अफवाहों से बचने का आह्वान भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सशस्त्र बलों के जवानों की मौत के बारे में अटकलों से बचने का आह्वान किया। 06:21 PM, 10-Dec-2021 केजरीवाल बोले- हमेशा याद रहेंगे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत देश के सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे। उनका आकस्मिक निधन पूरे देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। हमने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। वह हमेशा हमारी यादों में रहेंगे। 05:04 PM, 10-Dec-2021 बेटियों ने मुखाग्नि दी सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने मुखाग्नि दी। #WATCH | Delhi: #CDSGeneralBipinRawat laid to final rest with full military honours, 17-gun salute. His last rites were performed along with his wife Madhulika Rawat, who too lost her life in #TamilNaduChopperCrash. Their daughters Kritika and Tarini performed their last rites. pic.twitter.com/uTECZlIhI0 — ANI (@ANI) December 10, 2021 04:33 PM, 10-Dec-2021 कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियां कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। Delhi: Daughters of #CDSGeneralBipinRawat and Madhulika Rawat - Kritika and Tarini - pay tribute to their parents. Other members of the family also join them in paying last respects. pic.twitter.com/Wc88k8oZaF — ANI (@ANI) December 10, 2021 04:26 PM, 10-Dec-2021 पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। 04:16 PM, 10-Dec-2021 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। #WATCH दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। #CDSGeneralBipinRawat pic.twitter.com/Y0FMEoYEfv — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 10, 2021 04:15 PM, 10-Dec-2021 फ्रांस के राजदूत ने अर्पित किए श्रद्धासुमन फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। #WATCH दिल्ली: भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/F9byWncL5a — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 10, 2021 04:15 PM, 10-Dec-2021 जनरल एमएम नरवणे दी श्रद्धांजलि भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। 04:13 PM, 10-Dec-2021 कई देशों के रक्षा बलों के शीर्ष अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि विभिन्न देशों के रक्षा बलों के शीर्ष अधिकारियों ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। 03:44 PM, 10-Dec-2021 बरार स्क्वायर पहुंचाया गया जनरल रावत का पार्थिव शरीर सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर दोपहर करीब 3.45 बजे बरार स्क्वायर के श्मशान घाट पहुंचा। उनके काफिले के साथ सैकड़ों लोगों का हुजूम रास्ते भर दौड़ता रहा। 03:43 PM, 10-Dec-2021 भारत के लिए बेहद दुखद खबर, जनरल रावत के निधन पर ब्रिटेन के उच्चायुक्त भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने जनरल रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ""यह बेहद दुखद है। वे अपने क्षेत्र में अग्रणी थे क्योंकि उन्होंने ज्वाइंट डिफेंस अप्रोच की शुरुआत की, जो यूनाइटेड किंगडम में भी अपनाई जाती है। यह सही अप्रोच है। भारत ने एक महान नेतृत्व खोया है, जो दुखद है।"" 03:03 PM, 10-Dec-2021 अंतिम दर्शन में पहुंचे श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के कमांडर सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के दौरान श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश की सेनाओं के कमांडर भी पहुंचे। 03:00 PM, 10-Dec-2021 जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा, दिल्ली के लोगों ने लगाए नारे सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। यहां इकट्ठा हुए लोगों ने बिपिन रावत को याद करते हुए नारे भी लगाए। यह नारे थे- जब तक सूरज-चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा। 02:28 PM, 10-Dec-2021 श्मशान घाट ले जाया जा रहा जनरल रावत का पार्थिव शरीर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ(CDS) जनरल बिपिन रावत के पार्थिव शरीर को उनके आवास से बरार स्क्वायर श्मशान घाट ले जाया जा रहा है। Funeral procession of CDS Gen Bipin Rawat begins from his residence to Brar Square crematorium in Delhi Cantonment pic.twitter.com/s38AQq74mh — ANI (@ANI) December 10, 2021 02:15 PM, 10-Dec-2021 अंतिम यात्रा पर जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर सीडीेएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा उनके घर से रवाना हो गई। उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के बरार स्कवायर ले जाया जाएगा, जहां 5 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। Load More",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/president-ram-nath-kovind-says-our-coronavirus-vaccination-policy-saved-millions-of-lives-at-an-event-by-nhrc,"राष्ट्रपति कोविंद बोले: भारत की टीकाकरण नीति ने लाखों जिंदगियां बचाईं, मानवाधिकारों की आत्मा है समानता","विस्तार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 रोधी टीकों की मुफ्त और सर्वत्र उपलब्धता की नीति को अपना कर लाखों लोगों की जान बचाने में सफलता पाई है। उन्होंने यह बात राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की ओर से आयोजित मानवाधिकार दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। राष्ट्रपति ने कहा कि मानवता इतिहास की सबसे भीषण महामारी से जूझ रही है। उन्होंने कहा, 'यह महामारी अभी भी समाप्त नहीं हुई है और ऐसा लगता है कि वायरस मानव जाति से एक कदम आगे है। ऐसे समय में दुनिया ने अभी तक अपनी प्रतिक्रिया विज्ञान और वैश्विक भागीदारी में भरोसा जता कर दी है।' राष्ट्रपति ने कहा कि यद्यपि इस महामारी ने पूरी दूनिया में मानवता को प्रभावित किया है, यह भी देखा गया है कि कमजोर वर्गों पर इसका असमान रूप से विनाशकारी असर पड़ता है। भारत की टीकाकरण नीति ने लाखों लोगों की जान बचाई राष्ट्रपति ने आगे कहा, 'इस परिदृश्य में चुनौतियों के बावजूद भारत ने लाखों लोगों की जान बचाने में सफलता प्राप्त की है। हमने ऐसा कोरोना टीके की मुफ्त और सर्वत्र उपलब्धता सुनिश्चित करने वाली एक नीति अपना कर किया। इतिहास के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का संचालन करने के साथ भारत सरकार लगभग एक अरब लोगों को वायरस के खिलाफ सुरक्षा उपलब्ध कराने में सफलता हासिल की है।' संकट के समय में कोरोना योद्धाओं के प्रयासों को सराहा उन्होंने लोगों के जीवन के अधिकार और स्वास्थ्य के अधिकार की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए चिकित्सकों, वैज्ञानिकों और अन्य सभी कोरोना योद्धाओं की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा, 'कुछ सबसे कठिन समय के दौरान सरकार के संस्थानों ने ऐसी स्थिति का जवाब देने में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया जिसको लेकर किसी भी मात्रा में तैयारी पर्याप्त नहीं साबित हो सकती थी।' समानता ही मानवाधिकारों की आत्मा है: राष्ट्रपति कोविंद राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इस साल मानवाधिकार दिवस का विषय समानता रखा गया है और समानता ही मानवाधिकारों की आत्मा है। उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों में समानता सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नागरिक संगठनों और निजी स्तर पर इसमें समाज, मीडिया और कार्यकर्ताओं समेत मानवाधिकार संरक्षण को लेकर काम कर रहे सभी पक्षकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/man-who-recorded-last-video-of-helicopter-of-cds-rawat-says-a-loud-sound-after-chopper-disappeared-in-clouds,Helicopter Crash: 'बादलों में गुम होने के बाद आई तेज आवाज...' इस शख्स ने बनाया था हेलिकॉप्टर का आखिरी वीडियो,"विस्तार तमिलनाडु में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी। इस हादसे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह हादसे का शिकार हुए एमआई-17 हेलिकॉप्टर की अंतिम उपलब्ध क्लिप है। इस हादसे ने पूरे देश में शोक की लहर ला दी है। यह वीडियो एक स्थानीय वेडिंग फोटोग्राफर ने रिकॉर्ड किया था। वह बुधवार को अपने एक मित्र और उसके परिवार के साथ कुछ तस्वीरें खींचने गए थे। जहां वह ये तस्वीरें खींच रहे थे यह हादसा वहां से कुछ ही दूरी पर हुआ। इस फोटोग्राफर का नाम वाई जो उर्फ कुट्टी है। कुट्टी के अनुसार उन्होंने हेलिकॉप्टर की आवाज सुनी तो वीडियो बनाने लगे। कुछ देर बाद हेलिकॉप्टर बादलों में गुम हो गया और एक तेज आवाज सुनाई दी। खराब मौसम व कम दृश्यता हो सकती है इस हादसे की वजह इसके बाद कुट्टी और उनके साथियों ने उस पहाड़ी की ओर जाने की कोशिश की जहां हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ था। लेकिन, पुलिस ने उन्हें रोक लिया था। बाद में कुट्टी ने ये फुटेज पुलिस के साथ साझा की। इस वीडियो में बादलों के बीच गुम होने और हादसे का शिकार होने से पहले चंद पलों के लिए हेलिकॉप्टर को देखा जा सकता है। कुट्टी का मानना है कि हादसे के पीछे खराब मौसम और कम दृश्यता कारण हो सकती है। सुलूर एयरबेस से भरी थी उड़ान, वेलिंगटन एयरबेस पहुंचना था बता दें कि इस हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे जिनमें से 13 की हादसे में मौत हो गई। इसने सुलूर एयरबेस से सुबह 11.38 बजे उड़ान भरी थी और इसे 12.15 बजे वेलिंगटन एयरबेस पर पहुंचना था। लेकिन, सुलूर एयरबेस का हेलिकॉप्टर से संपर्क 12.08 बजे टूट गया। हादसे से पहले हेलिकॉप्टर से कोई इमरजेंसी कॉल भी नहीं मिली थी। हादसे का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है और इसकी जांच की जा रही है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/health-ministry-press-conference-coronavirus-omicron-vaccination-third-wave-who-new-cases-all-updates-in-hindi,"स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेसवार्ता: देश में ओमिक्रॉन के 25 मामले, पिछले 14 दिनों में 10 हजार से कम मरीज","विस्तार देश में पिछले सप्ताह कोरोना वायरस संक्रमण की सकारात्मकता दर 0.73 फीसदी रही और पिछले 14 दिनों में संक्रमण के 10 हजार से भी कम मामले सामने आए। देश के कुल सक्रिय मरीजों में से 43 फीसदी केरल में हैं। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता में दी। इस दौरान लव अग्रवाल ने देश में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमण के कुल 25 मामले सामने आए हैं। इन सभी मरीजों में हल्के लक्षण देखने को मिले हैं। यह कोरोना वायरस को सभी ज्ञात वैरिएंट के मुकाबले 0.04 फीसदी से भी कम है। जन स्वास्थ्य के मानकों का लगातार पालन करना जरूरी अग्रवाल ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि जन स्वास्थ्य के मानकों का टीकाकरण के बाद भी लगातार पालन किया जाना चाहिए। बचाव के लिए उपयुक्त कदम उठाने होंगे। डब्ल्यूएचओ ने कहा, अगर किसी कारण से जन स्वास्थ्य के मानकों में ढील आती है तो यूरोप में संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। जहां पॉजिटिविटी ज्यादा हो वहां लगें प्रतिबंध: डॉ. भार्गव वहीं, प्रेसवार्ता में मौजूद रहे आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर भारत और वैश्विक स्थिति पर नजर रखी जा रही है और बैठकें की जा रही हैं। हमें अफरा-तफरी से बचने के लिए मदद की जरूरत है। जहां सकारात्मकता दर पांच फीसदी से ज्यादा है वहां जिला स्तर पर प्रतिबंध लगाने चाहिए। बचाव के लिए टीका और मास्क दोनों जरूरी: डॉ. पॉल नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि जहां तक सुरक्षा क्षमताओं का सवाल है तो इस समय हम खतरनाक और अस्वीकार्य स्तर पर काम कर रहे हैं। मास्क का उपयोग लगातार घटता जा रहा है। हमें यह याद रखना होगा कि टीका और मास्क दोनों ही जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक हालात से सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि एस-जीन ड्रॉप होना ओमिक्रॉन का संभावित संकेतक हो सकता है। ओमिक्रॉन के कुछ ही मामले सामने आए हैं, हम अभी इसके बारे में सीख रहे हैं। हम जीनोम सिक्वेंसिंग करके ही ओमिक्रॉन की पुष्टि कर रहे हैं, यही हमारी अप्रोच रहेगी। निगरानी और जांच पर पूरा ध्यान दे रही है केंद्र सरकार उन्होंने कहा कि निगरानी, प्रभावी स्क्रीनिंग, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी और स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने का काम किया जा रहा है। राज्यों से कहा गया है कि सर्विलांस को बढ़ाएं और बाहरी देशों से आने वाले हर यात्री की सक्रिय रूप से जांच करें। ओमिक्रॉन को कहीं अधिक संक्रामक वैरिएंट माना जा रहा है। 59 देशों में ओमिक्रॉन के अब तक 2936 मामलों की पुष्टि संयुक्त स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि 24 नवंबर तक केवल दो देशों में ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले सामने आए थे। अब ऐसे देशों की संख्या 59 हो चुकी है। इन 59 देशों में अभी तक ओमिक्रॉन के 2936 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा 78,054 संभावित मामले भी सामने आए हैं, जिनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/honor-britains-royal-gold-medal-2022-to-indian-architect-balkrishna-doshi-pm-modi-congratulates,"सम्मान: भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को ब्रिटेन का रॉयल गोल्ड मेडल 2022, पीएम मोदी ने दी बधाई","विस्तार भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को ब्रिटेन का रॉयल गोल्ड मेडल 2022 के लिए चुना गया है। इस सम्मान के लिए चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी। पीएम ने कहा कि वास्तुकला की दुनिया में दोशी का योगदान यादगार है। रॉयल गोल्ड मेडल वास्तुकला के लिए दुनिया के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (आरआईबीए) ने घोषणा की। मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रतिष्ठित वास्तुकार बालकृष्ण दोशी जी से बात की और उन्हें रॉयल गोल्ड मेडल 2022 से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी।' प्रधानमंत्री ने कहा कि वास्तुकला की दुनिया में उनका योगदान ऐतिहासिक है। उनके कार्यों को उनकी रचनात्मकता, विशिष्टता और विविध प्रकृति के लिए विश्व स्तर पर सराहा जाता है। 94 साल के दोशी का वास्तुकला क्षेत्र में 70 साल का करियर आरआईबीए ने गुरुवार को दोशी को सम्मानित किए जाने का एलान करते हुए कहा कि 70 साल के करियर और 100 से अधिक निर्मित परियोजनाओं के साथ, 94 वर्षीय दोशी ने अपने अभ्यास और अपने शिक्षण दोनों के माध्यम से भारत और उसके क्षेत्र के क्षेत्रों में वास्तुकला की दिशा को प्रभावित किया है। रॉयल गोल्ड मेडल को व्यक्तिगत रूप से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा स्वीकृत किया जाता है। इसे ऐसे व्यक्ति या लोगों के समूह को दिया जाता है, जिनका वास्तुकला के विकास में महत्वपूर्ण योगदान हो। जेजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में पढ़े 1927 में पुणे में फर्नीचर निर्माताओं के एक बड़े परिवार में जन्मे बालकृष्ण दोशी ने जेजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में अध्ययन किया था। उन्होंने पेरिस में वरिष्ठ डिजाइनर (1951-54) के रूप में जेले कॉर्बूसियर के साथ चार साल तक काम किया था। आईआईएम अहमदाबाद के निर्माण में लुई कान के सहयोगी रहे दोशी ने वास्तुविद लुई कान के साथ भारतीय प्रबंधन संस्थान (iim), अहमदाबाद के निर्माण के लिए एक सहयोगी के रूप में काम किया। उन्होंने एक दशक से अधिक समय तक कान के साथ सहयोग किया।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-case-found-in-dharavi-area-of-mumbai-corona-new-variant-vaccination-in-india-all-update,"Omicron Variant: मुंबई के धारावी में ओमिक्रॉन की एंट्री, गुजरात में भी दो में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि","विस्तार देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच बड़ी खबर आ रही है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन का एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मुंबई के धारावी में एक व्यक्ति कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। बीएमसी ने बताया कि व्यक्ति तंजानिया से लौटा था और उसे सेवेनहिल्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उसके 2 कॉन्टैक्ट का भी पता चला है। गुजरात में भी दो नए मामले गुजरात में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के दो नए मामले सामने आए हैं। समाचार एजेंसी ने जामनगर नगर निगम के अधिकारियों के हवाले से बताया कि जामनगर में एक प्रवासी भारतीय की पत्नी और उसका एक अन्य रिश्तेदार में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इन्हें गुरु गोबिंद सिंह सरकारी अस्पताल में बनाए गए विशेष ओमिक्रोन वार्ड में स्थानांतरित किया गया है। राज्य में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। समीक्षा बैठक कल कोरोना पर कल यानी शनिवार दोपहर ढाई बजे समीक्षा बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता कैबिनेट सचिव करेंगे। सचिव (डीबीटी), सदस्य- स्वास्थ्य, नीति आयोग, सचिव (स्वास्थ्य मंत्रालय), सचिव (फार्मा) इसमें मौजूद रहेंगे। इस दौरान ओमिकॉन से निपटने के उपायों पर चर्चा हो सकती है। देश में अब तक 26 मामले देश में अब तक ओमिक्रॉन के 26 मामले सामने आए हैं। इनमें महाराष्ट्र में 11, राजस्थान में नौ, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो और दिल्ली में एक ओमिक्रॉन संक्रमित की पुष्टि हुई है। 59 देशों में ओमिक्रॉन के अब तक 2936 मामलों की पुष्टि इससे पहले 24 नवंबर तक केवल दो देशों में ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले सामने आए थे। अब ऐसे देशों की संख्या 59 हो चुकी है। इन 59 देशों में अभी तक ओमिक्रॉन के 2936 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा 78,054 संभावित मामले भी सामने आए हैं, जिनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/a-sikh-delegation-arrived-from-afghanistan-under-operation-devi-shakti-to-rescue-stranded-indian,"ऑपरेशन देवी शक्ति: अफगानिस्तान से भारत पहुंचा 110 सिखों का समूह, गुरु ग्रंथ साहिब भी लाया साथ, नड्डा और पुरी ने की अगवानी","विस्तार अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के लिए सशस्त्र बलों की ओर से चलाए जा रहे 'ऑपरेशन देवी शक्ति' के तहत 110 सिखों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत पहुंच गया है। यह प्रतिनिधिमंडल अपने साथ सिख धर्म की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब भी लेकर आया है। इन लोगों को विशेष विमान के जरिए काबुल से यहां लाया गया है। यह समूह अपने साथ गुरु ग्रंथ साहिब के साथ काबुल में स्थित प्राचीन आसामाई मंदिर से रामायण, महाभारत और गीता समेत अन्य हिंदू ग्रंथ भी अपने साथ लाया है। इस मंदिर को पांचवीं शताब्दी का माना जाता है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरु ग्रंथ साहिब को ससम्मान अपने सिर पर रख कर एयरपोर्ट से निकले। #WATCH | Union Minister Hardeep Singh Puri and BJP chief JP Nadda carry Guru Granth Sahib which has been brought by Sikh delegation from Kabul, Afghanistan this afternoon. The delegation has brought three Guru Granth Sahib with them. pic.twitter.com/2ckZFRd9oP — ANI (@ANI) December 10, 2021 भीषण आर्थिक और सामाजिक संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान में इस समय हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। अमेरिका की ओर से सैन्य वापसी के एलान और तालिबान की वापसी ने स्थितियों को और जटिल किया है। विदेशी तो विदेशी अफगान नागरिक भी यहां से निकलना चाहते हैं। तीन दिसंबर तक निकाले जा चुके थे 565 लोग कई भारतीय नागरिक भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं। सरकार इन्हें निकालने के लिए ऑपरेशन देवी शक्ति के नाम से अभियान चला रही है।तीन दिसंबर को केंद्र ने संसद में बताया था कि इस ऑपरेशन के तहत 438 भारतीयों समेत कुल 565 लोगों को वहां से निकाला जा चुका है। सरकार ने यह भी बताया था कि कुछ ऐसे भारतीय जिन्होंने विदेश मंत्रालय की विशेष अफगानिस्तान सेल से संपर्क किया था और यहां से निकाले जाने की इच्छा जताई थी वह अभी भी वहां फंसे हुए हैं। हमारी सेल उनके साथ अफगान अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के संपर्क में है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-news-new-cds-challenges-after-joining-know-from-bipin-rawat-senior-and-his-friend-major-general-ajv-jaini-retd,"CDS Gen Rawat laid To Rest: नए सीडीएस के सामने क्या चुनौतियां होंगी, बिपिन रावत के सीनियर और उनके मित्र से जानिए","विस्तार तमिलनाडु हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन के बाद सीडीएस जनरल बिपिन रावत को शुक्रवार को अंतिम विदाई दी गई। इस घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर शुक्रवार को बेस हॉस्पिटल से उनके आवास पर लाया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, एनएसए अजीत डोभाल, कई केंद्रीय मंत्रियों और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शाम में अंतिम संस्कार किया गया। जनरल रावत के निधन से नरेंद्र मोदी सरकार के सामने रक्षा प्रतिष्ठान के पास अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) को तत्काल चुनने की चुनौती खड़ी हो गई है। मोदी सरकार ने सैन्य ढांचे में सुधार के लिए सीडीएस का पद बनाया था। पहले सीडीएस होने के नाते जनरल बिपिन रावत सेना में व्यापक सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2016 में उन्हें सेना प्रमुख के पद पर पदोन्नत किया गया था और सेवानिवृति से ठीक एक दिन पहले एक जनवरी 2020 को उन्हें पहला सीडीएस बनाया गया था। सीडीएस के रूप में उनकी नियुक्ति स्वाभाविक रूप से पूर्वी और पश्चिमी दोनों क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों से निपटने के उनके अनुभव को देखते हुए की गई थी। आगे क्या रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार अगले सीडीएस की नियुक्ति एक हफ्ते में कर सकती है। सीडीएस के चयन के लिए कोई निश्चित नियम नहीं हैं। यह मुख्य रूप से एक निर्णय है जिसे सरकार सीमा सुरक्षा चुनौतियों को ध्यान में करती है। वायु सेना के पूर्व अधिकारियों के मुताबिक सीडीएस की नियुक्ति के लिए सरकार ने कोई रूलबुक सार्वजनिक नहीं किया है। आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/general-bipin-rawat-death-chinese-expert-commented-on-the-death-of-cds-bipin-rawat-in-global-times,"CDS General Bipin Rawat: सीडीएस के निधन पर चीनी विशेषज्ञों ने की टिप्पणी, चीन के प्रति भारत के रूख पर क्या कहा?","विस्तार जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। जनरल रावत के निधन पर देश-विदेश से भी कई प्रतिक्रियाएं आईं हैं और इस खबर को विदेशी मीडिया ने भी प्रमुखता से जगह दी है। चीन, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों ने सीडीस रावत को श्रद्धांजलि दी है। चीनी मीडिया ने इस पर खास तौर पर प्रतिक्रिया दी है और चीन सरकार के मुखपत्र माने जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने इस घटना पर विशेषज्ञों के हवाले से टिप्पणी की है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के रक्षा प्रमुख की मौत ने देश के सैन्य आधुनिकीकरण को भारी झटका दिया है, जो लंबे समय तक बना रह सकता है। विशेषज्ञों ने यह राय भारतीय मीडिया में प्रकाशित अलग-अलग रिपोर्ट्स के आधार पर दी है। इसमें जनरल रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश की वजहें बताई गई हैं। भारतीय मीडिया की विभिन्न रिपोर्टों में अनुमान लगाया कि हेलीकॉप्टर क्रैश की वजह खराब मौसम, बिजली की लाइनों में उलझाव, तकनीकी खामी या गलत ऊंचाई हो सकती है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत (1958 - 2021) - फोटो : अमर उजाला ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग स्थित सैन्य विशेषज्ञ वेई डोंगक्सू ने गुरुवार कहा ‘Mi-17V5, Mi-17 का एक उन्नत संस्करण है। यह अधिक शक्तिशाली इंजन और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से लैस है। वेई ने कहा भारतीय सेना कई प्रकार के हेलीकॉप्टरों का संचालन करती है, जिनमें घरेलू रूप से विकसित किए गए, अमेरिका और रूस से आयातित हेलीकॉप्टर शामिल हैं। इनके रखरखाव की समस्या हो सकती है। रावत का निधन आधुनिकीकरण की योजना को अस्त-व्यस्त कर देगा वेई ने कहा कि रावत की भूमिका भारत की थलसेना, नौसेना और वायुसेना में अंतर्विरोधों को दूर करने और सेना के आधुनिकीकरण के लिए इन बलों को एकीकृत करने की थी। उनका निधन संभवतः भारतीय सेना की आधुनिकीकरण योजना को अस्त-व्यस्त कर देगा। बिपिन रावत को अनोखी श्रद्धांजलि - फोटो : अमर उजाला एक अन्य चीनी सैन्य विशेषज्ञ के हवाले से ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि चाहे 2019 में भारत के विमानवाहक पोत में आग की घटना हो या उससे पहले 2013 में एक भारतीय पनडुब्बी में विस्फोट सहित कुछ पिछली दुर्घटनाएं हों, इनमें मानवीय त्रुटियों का पता लगाया जा सकता है। दुर्घटना से बचा जा सकता था चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि हालिया हेलीकॉप्टर दुर्घटना से बचा जा सकता था। उदाहरण के लिए, मौसम में सुधार होने तक उड़ान को रोका जा सकता था। पायलट और अधिक सावधानी या कुशलता से उड़ान भर सकते थे या हेलीकॉप्टर का रखरखाव ठीक से किया जा सकता था। इन सब बातों ने एक बार फिर भारतीय सेना की तैयारियों की कमी को उजागर कर दिया। सीमा विवाद पर दृष्टिकोण नहीं बदलेगा सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान में अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग का कहना है कि चीन-भारत सीमा मुद्दा केवल एक सैन्य मुद्दा नहीं है, बल्कि एक राजनीतिक भी है। सीमा मुद्दे पर भारत जो करता है, वह काफी हद तक मोदी सरकार की नीतियों पर निर्भर करता है। इसलिए सिर्फ इस हादसे के कारण भारत सीमा मुद्दे पर अपना दृष्टिकोण नहीं बदलेगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/train-hostess-service-will-be-started-in-all-premium-trains,सभी प्रीमियम ट्रेनों में शुरू होगी ट्रेन 'होस्टेस' सर्विस: दिन में चलने वाली गाड़ियों में मिलेंगी ये सुविधाएं,"विस्तार अब ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों का स्वागत एयर होस्टेस की तरह ट्रेन होस्टेस करती हुई नजर आएंगी। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन ने सफर के दौरान यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। अब रेलवे की सभी प्रीमियम ट्रेनों में ट्रेन होस्टेस मौजूद रहेंगी। शताब्दी, गतिमान और तेजस एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों में वुमन क्रू चलेंगी। इसकी शुरुआत आईआरसीटीसी ने वंदे भारत एक्सप्रेस से कर दी है। जल्द सभी प्रीमियम ट्रेनों में यह बदलाव नजर आएगा। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, भारतीय रेलवे फिलहाल 25 प्रीमियम ट्रेनों का संचालन कर रहा है। इनमें शताब्दी, राजधानी, गतिमान, तेजस और वंदे भारत जैसी ट्रेनें शामिल हैं। दिन में चलने वाली सभी प्रीमियम ट्रेनों में ट्रेन होस्टेस होंगी। जबकि रात में चलने वाली ट्रेनों में पहले जैसी ही व्यवस्था रहेगी। वहीं, राजधानी और दूरंतो जैसी ट्रेनों में अभी यह व्यवस्था अभी नहीं शुरू होगी। क्योंकि इन दोनों ही ट्रेनों में दिन और रात में सफर होता है। मौजूदा समय में 12 शताब्दी, एक गतिमान, दो वंदे भारत, एक तेजस एक्सप्रेस चल रही हैं। आईआरसीटीसी के अनुसार, ट्रेनों में बदलाव का सबसे बड़ा कारण महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। अन्य क्षेत्रों की तरह महिलाएं इस क्षेत्र में भी आगे आएंगी। यह बदलाव सफर के दौरान अच्छी सुविधा देने के लिए किया जा रहा है। पुरुषों की मुकाबले फीमेल क्रू सर्विस बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराती हैं। फ्लाइट इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। वहीं वुमन क्रू बातचीत में यात्रियों से सहज होती हैं। ट्रेनों में वूमेन एयर होस्टेस की शिकायत भी कम मिलती है। आईआरसीटीसी ने सबसे पहले महिला क्रू की शुरुआत गतिमान एक्सप्रेस से की थी। इसके बाद लखनऊ और अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस में भी वुमेन क्रू को तैनात किया गया था। लेकिन लखनऊ तेजस एक्सप्रेस में ट्रेन होस्टेस के साथ छेड़खानी की खबर सामने आई थी। महिला क्रू ने इसकी शिकायत रेलवे और आईआरसीटीसी से भी की थी। इसके बाद कोविड-19 संक्रमण के चलते सभी ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। कोरोना संक्रमण थमने के बाद रेलवे ने जब दोबारा से ट्रेनों का संचालन शुरू किया, तो महिला क्रू को हटा दिया था। हाल ही में रेलवे बोर्ड ने ऑन बोर्ड कैटरिंग को मंजूरी दी। इसके बाद आईआरसीटीसी ने फिर से यात्रियों की मदद के लिए प्रीमियम ट्रेनों में ट्रेन होस्टेस की व्यवस्था को बहाल कर दिया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tamilnadu-coonoor-helicoptor-crash-cds-general-bipin-rawat-funeral-with-12-army-person-indian-got-emotional-says-this-is-our-loss,"CDS Rawat Funeral: सीडीएस समेत 12 जांबाजों की शहादत पर देश गमगीन, लोग बोले- हमारे अपने चले गए...","विस्तार आठ दिसंबर की दोपहर 12 बजे तक जिंदगी बेहद सुकून से गुजर रही थी। अचानक टीवी पर एक खबर आई, जिसने हर किसी के होश फाख्ता कर दिए। खबर यह थी कि तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 12 जवान सवार थे। सूचना मिलते ही पूरे देश में प्रार्थनाओं का दौर शुरू हो गया। हर कोई सीडीएस रावत और उनकी टीम की सलामती की दुआ मांगने लगा। साथ ही, 2016 के उस हादसे से तुलना करने लगे, जिसमें हेलीकॉप्टर क्रैश के बावजूद सीडीएस रावत ने मौत को मात दे दी थी, लेकिन इस बार हालात एकदम अलग थे। घटनास्थल के नजारे ने हर किसी के मन में दहशत भर दी थी। ...और शाम करीब 6 बजे वह खबर आई, जिसने हर आंख में आंसू ला दिए और लब सिल दिए। पूरा देश गमगीन हो गया। लोग जब इस सदमे से संभल पाए तो उनकी जुबां से सिर्फ इतना ही निकला...हमारे अपने चले गए... भारतीय वायुसेना दे रही थी पल-पल की जानकारी तमिलनाडु के कुन्नूर में गुरुवार दोपहर 12:08 बजे हादसा होने के बाद लोगों को अफवाहों से बचाने के लिए भारतीय वायुसेना के ट्विटर हैंडल से जानकारी दी जाने लगी। शुरुआत में दो लोगों की मौत की जानकारी दी गई, लेकिन सीडीएस जनरल रावत के सकुशल होने के बारे में बताया गया। कुछ देर बाद मृतकों की संख्या चार पहुंचने की सूचना सामने आई। इसके अलावा सीडीएस रावत का अस्पताल में इलाज होने की जानकारी दी गई। शाम करीब चार बजे हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 का निधन होने की सूचना आई तो पूरा देश सीडीएस रावत के लिए प्रार्थना करने में जुट गया, लेकिन शाम छह बजे भारतीय वायु सेना के एक ट्वीट ने देश के करोड़ों लोगों को मायूस कर दिया। इसके बताया गया कि हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 जवान शहीद हो गए। लोग बोले- हमारे अपने चले गए.... लोगों ने देश के लिए बताया सबसे दुखद दिन सोशल मीडिया पर सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि देने वालों का कारवां लगातार जारी है। लोगों ने सीडीएस रावत के जाने को देश की सबसे बड़ी क्षति और हादसे के दिन को देश के लिए सबसे दुखद दिन बताया। कुछ लोगों ने हेलीकॉप्टर की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठाए। मयंक कोनयाक नाम के यूजर ने लिखा कि देश ने 1947 से अब तक अपने सबसे बेहतरीन आर्मी जनरल में से एक और पहले सीडीएस जनरल रावत को खो दिया। यह बेहद दुखद हादसा है। देश उन्हें कभी नहीं भुला पाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/brig-ls-lidder-daughter-ashna-says-father-was-my-best-friend-and-my-hero-tamil-nadu-helicopter-crash,"अलविदा: ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ की बेटी और पत्नी ने दी अंतिम विदाई, नम आंखों से आशना बोलीं- मेरे पिता हीरो थे..","विस्तार तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का एमआई -17 हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा 11 अन्य सैन्य अधिकारियों की जान चली गई। इस हादसे में जान गंवाने वालों में ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर भी थे। ब्रिगेडियर लिद्दड़ को दिल्ली में शुक्रवार को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान उनकी पत्नी ने गीतिका लिद्दड़ ने कहा, हमें हंसते हुए उन्हें अंतिम विदाई देनी चाहिए। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए गीतिका लिद्दड़ ने बताया कि ज़िंदगी बहुत लंबी है, अब अगर भगवान को ये ही मंजूर है तो हम इसके साथ ही जिएंगे। वो एक बहुत अच्छे पिता थे, बेटी उन्हें बहुत याद करेगी। ये एक बहुत बड़ा नुकसान है। आशना लिद्दड़ का छलका दर्द वहीं, ब्रिगेडियर एल.एस.लिद्दड़ की बेटी आशना लिद्दड़ ने कहा कि मेरे पापा मेरे साथ 17 साल तक रहे, हम उनकी अच्छी यादें अपने साथ लेकर चलेंगे। ये एक राष्ट्रीय क्षति है, मेरे पापा मेरे बेस्ट फ्रेंड और मेरे हीरो थे। वो बहुत खुश मिजाज इंसान थे। शायद हमारी किस्मत में यही था। वे मेरे सबसे बड़े प्रेरक थे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/beijing-wiinter-olympics-2022-diplomatic-political-boycott-by-us-canada-and-uk-of-beijing-winter-olympics-indin-players-also-play-this-game,"Beijing Winter Olympics 2022: बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार का क्या मतलब है, क्या भारत लेगा इन खेलों में हिस्सा?","विस्तार बीजिंग में अगले साल शीतकालीन ओलंपिक होना है, लेकिन अमेरिका ने इसके राजनयिक बहिष्कार की घोषणा की। इसके तुरंत बाद ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा और न्यूजीलैंड ने भी इसका बहिष्कार कर दिया। इन बहिष्कारों से बौखलाए चीन ने गुरुवार को पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि वे इस बहिष्कार की ‘कीमत चुकाएंगे’। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका का यह फैसला केवल एक साजिश है जो नाकाम होकर रहेगा। हालांकि चीन से सीमा विवाद को लेकर तनाव के बावजूद भारत ने इस तरह की कोई घोषणा नहीं की है। चीन अगले साल फरवी से मार्च तक बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों का आयोजन कर रहा है। चीनी अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने किसी भी अमेरिकी अधिकारी को उद्घाटन में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया था। खेलों के राजनयिक बहिष्कार का क्या मतलब है? आमतौर पर राजयनिक बहिष्कार वह होता है जिसमें सरकार की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई राजनयिक बड़ी अंतरराष्ट्रीय सभाओं और प्रमुख शिखर सम्मेलनों में या इस तरह के बड़े आयोजनों में शामिल नहीं होते हैं। शीतकालीन ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार का अर्थ है कि बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक में अमेरिका, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और कनाडा के कोई अधिकारी मौजूद नहीं रहेंगे। यह खेलों का पूरी तरह बहिष्कार नहीं है, क्योंकि अधिकारियों के नहीं रहने के बावजूद खिलाड़ियों का खेल प्रभावित नहीं होगा, जितना कि एक एथलीट के बहिष्कार करने से होता। हालांकि, बहिष्कार करने वाले किसी भी देश ने यह नहीं कहा है कि उनके एथलीट इन खेलों में शामिल नहीं होंगे, जिसका मतलब है कि खेलों के प्रभावित होने की संभावना नहीं है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/amar-ujala-readers-pay-tribute-to-cds-general-bipin-rawat-including-13-soldiers-read-your-comments,"CDS General Bipin Rawat: सेना के 13 वीर जवानों को अमर उजाला के पाठकों की श्रद्धांजलि, यहां पढ़ें अपने कमेंट्स","विस्तार तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और भारतीय सेना के 11 वीर जवानों के निधन के दो दिन बाद उनके पार्थिव शरीर घर पहुंचाए जा चुके हैं। यहां परिजनों के बीच हमारे वीर जवानों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इस मौके पर अमर उजाला अपने पाठकों को मौका दे रहा है कि वे देश के सर्वोच्च सैन्य अफसर और उनके साथ एक हादसे में जान गंवा बैठे सेना के अफसरों को श्रद्धांजलि दें। आप अपने कमेंट्स को नीचे सिलसिलेवार तरीके से पढ़ सकते हैं... भले ही आप का निर्जीव शरीर पंच तत्व में विलीन हो जाएगा किन्तु हर भारतीय के दिल में जिंदा थे, ज़िंदा हो और ज़िंदा रहोगे जनरल। जय हिंद। - जोगेंद्र राजपूत निडर, निर्भीक, ओजस्वी, महावीर, दूरदर्शी, राष्ट्रभक्त, कर्तव्यपरायण, माटी का लाल, छोड़कर अस्थिशेष विदा हो गया एक सूर्य अस्त हो गया। देश के प्रथम सीडीएस बिपिन रावत और इस दुर्घटना में काल के ग्रास बने सभी लोगों के प्रति विनम्र अश्रुपूरित श्रद्वांजलि। - आनंद मेहरा, नोएडा देश के पहले CDS को शत शत नमन। हमारे पहले CDS के कार्यकाल में सेना में अभूतपूर्व परिवर्तन हुए। सेना की टेक्नोलॉजी उनके कार्यकाल में उच्चतम स्तर पर थे।- अभय प्रताप आँखे नम हैं कुछ बोलने मे समर्थ नही हूं। सोचा था सेना मे जाकर सामने से जनरल को सैल्यूट करूँगा, लेकिन 😭😭 जय हिंद सर आप हमारे दिल मे हमेशा रहोगे।- अमित सिंह रो रही भारत माँ रो रहा है ये वतन, छोड़ के चले गए जो उन शहीदों को नमन, सभी शहीदों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि 🌻🌻 वेद प्रकाश, लखनऊ ऐसे सेनानायक को अंतिम बार नम आखों से नमन। भगवान इनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे। - सचिन सिंह उत्तराखंड ने खोया पहाड़ का महान सपूत🙇♂️- एसएस दासिला Veer tum bade chalo.....jay hind jay bharat 🙏- कुमार अलोन हमने अपना हीरो खो दिया... यकीन कर पाना बेहद मुश्किल है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत.. श्रद्धांजलि- सतीश यादव CDS जनरल बिपिन रावत जी का जाना देश के लिए अविश्वसनीय, अपूर्णीय क्षति... CDS जनरल बिपिन रावत जी को विन्रम श्रद्धांजलि... आप हमेशा हमारे दिल मे जीवित रहोगे...💐💐💐- हिमांशु चौधरी आप जैसा दृढ़ निश्चय वीर और पराक्रमी का इस तरह छोड़ कर जाना देश की अपूरणीय क्षति है भगवान आपकी आत्मा को शांति दे और आपके परिजनों को इस कठिन घड़ी में साहस की क्षमता प्रदान करें ओम शांति- अशोक अग्रवाल वीर सपूतों को दिल की गहराइयों से शत शत नमन। ऐसे देश भक्तों का असमय जाना गहरी क्षति है जो कभी नही भरी जा सकती है। आप सभी की जरूरत हमेशा ही महसूस होगी। हमारी सेना के साथ ही ऐसा क्यों होता है। एक सर्वोच्च जनरल वो भी एक हेलीकप्टर से यात्रा और कोई बैकप नही।- डॉ. उदय 🙏🏻🌺🙏🏼🌺🙏🏼 आप जागते थे हम सभी नींद ले लेते थे। आज आप सो रहे हो तो देश को जागना है।- ओम बजाज आप जैसा वीर सपूत को खोना का बहुत दुख है। आपको कोटि-कोटि नमन 🙏- मनोज कुमार देश के पहले सीडीएस और भारत माता के पराक्रमी सपूत जनरल बिपिन रावत जी को नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित एवं भावभीनी श्रद्धांजलि 🙏- शैलेंद्र सिंह जय हिंद जय भारत देश के वीर सपूतों को नमन देश के अमर सपूत अमर रहे। - रिंकू चौहान Rip sir. Your contribution as india's first CDS is immense and you are a great personality of india and your role in surgical strikes which happens in Pakistan dushman ko maarna hame aata tha par dushman ko ghar mein ghus ke maarna aapse sikha you will be missed, RIP SIR 😓😓😥😥😔😔- आरुष डोगरा sir, you were a good human and a good patriot. may GOD gives you a better place than earth. I salute you bipin sir. You are my hero. Jai hind- आसिम Lion of defence, miss you ever- नरेंद्र कुमार भारत माँ के इन वीर सपूतों को ये देश हमेशा याद रखेगा। भावपूर्ण श्रद्धांजलि एवं दिल से नमन। जय हिंद।- विकास सारस्वत भारत माता के वीर सपूत जनरल बिपिन रावत जी एवं अन्य सैन्य आफिसर जिन्होने एयरक्राफ्ट क्रैश मे अपनी जान गंवाई को कन्हैरय्या अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें.... ओउम् शान्ति🙏🙏- विकास गैंगवार सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसे बड़े निर्णय लेने वाले बहादुर और सच्चे देशभक्त CDS जनरल विपिन रावत व अन्य सभी शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि💐🙏- डॉ. रवींद्र कृतज्ञ देशवासियों का अन्तिम प्रणाम 🙏🏼- रवि सिंह अल्लाह उनकी आत्मा को शांति दे- मोहम्मद आजाद महान योद्धा हैं रावत और योद्धा कभी मरते नहीं। वो मर के भी अमर हैं। कोटि कोटि प्रणाम ऐसे वीर को, भगवान उनके पुण्य आत्मा को अपने चरणों मे स्थान दे। ॐ शाँति शाँति शाँति।- सोनू त्रिपाठी A heartily tribute to the great son of motherland CDS SIR will always be in our hearts. - शिवम सिंह देश के वीर सुपुत्र जनरल बिपिन रावत जी का आकस्मिक निधन हर भारतीय के लिए अपूरणीय क्षति है और साथ में इस दुर्घटना में मारे गये उनके स्टाफ के अधिकारी और जवानों का बलिदान देश को याद रहेगा। प्रभु से प्रार्थना है की दिवंगत बिपिन रावत जी, उनकी पत्नी की पुण्यात्मा को अपने चरणों में स्थान दें उन्हें और इस दुर्घटना में मारे गए समस्त अधिकारियो को अश्रुपूर्ण स्मरण और शत शत नमन।- गिरीश गौड देश के महान वीर सपूतों को चरण स्पर्श। पूरा देश आपके लिये नतमस्तक होकर आपको सलाम करता है।- अरुण डाबराल आप जैसे वीर सपूत को खोना बहुत दुखद है हर हिंदुस्तानी आपको अपने हमेशा दिल में रखेगा । जय हिन्द जय भारत। - श्रीराम You will always be in our 💕💞♥️ hearts RIP- विपिन सिंह हेलीकाप्टर दुर्घटना में शहीद हुए जवानों को अश्रुपूर्ण sirdhanjali🙏🙏- एस कुमार देश के वीर पुरुष जनरल बिपिन रावत और अन्य सभी सैन्य को कोटि-कोटि नमन और श्रद्धांजलि अर्पित- मनोज कुमार मां भारती के अमर सपूत बिपिन रावत जी को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे- अमित सिंह जनरल बिपिन रावत सर हमारे लिए एक गुरु की तरह थे और हमेशा ऐसे ही दिल में रहेंगे। उन्होंने भारतीय सेना को ऊंचाइयों तक पहुंचाया, भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें, ॐ शांति🙏- निखिल चतुर्वेदी भारत माता के वीर सपूत जनरल बिपिन रावत जी एवं अन्य सैन्य आफिसर जिन्होने एयरक्राफ्ट क्रैश मे अपनी जान गवाई को कन्हैय्या अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें.... ओउम् शान्ति🙏🙏- विशाल गंगवार The nation will always remember you sir. Om shanti🙏- राजन डाडवाल देश के साहसी,पराक्रमी योद्धाओं के बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा। अश्रुपूरित भावपूर्ण ,विनम्र श्रद्धांजलि !! - जितेंद्र प्रताप कुशवाहा , बरेली। शत् शत् नमन है जनरल साहब ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें ॐ शांति ॐ। भारत माँ के इन वीर सपूतों को ये देश हमेशा याद रखेगा। भावपूर्ण श्रद्धांजलि एवं दिल से नमन।- विनोद पांडेय देश के साहसी,पराक्रमी सेनानियों के बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा। अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि !!- जितेंद्र प्रताप योद्धा कभी नहीं मरते, आप भारत के सर्वश्रेष्ठ रणनीति नायक थे हैं और रहेंगे भावभीनी श्रद्धांजलि भारत राष्ट्र के पहले सीडीएस, बिपिन रावत सर सदैव अमर रहेंगे...!-Aspriyent.22 माँ भारती के सच्चे सपूत आपको हमारा शत् शत् नमन 🙏🙏 आपके वीर पराक्रम और योगदानों के लिए यह राष्ट्र सदैव आपका कृतज्ञ रहेगा.. जय हिंद- आशीर्वाद पांडेय यह ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई करना मुश्किल है। मैं दिवंगत आत्माओं के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। परमात्मा उनके परिजनों को ये दुख सहने की शक्ति दें।""- पिंटू राय Heroes never die. They will always alive in soul of INDIA. Every warrior is immortal दुश्मन भी जिनकी तारीफ करे उनको सैल्यूट- भागचंद्र कुशवाहा My Heart-felt Salutations to our Real Heros. Love U Rawat and other distinguished Martyrs!- राहुल वर्मा समय से पूर्व कोई मृत्यु को प्राप्त नहीं करता और जब समय आ जाता है तो कोई अर्थात कोई भी इससे बच नहीं सकता। हजारों लाखों बीमारी से ही मर जाते हैं, पर जो धर्मयुद्ध में मृत्यु प्राप्त करते हैं, उनके लिए तो अनुपम सौभाग्य की बात है। ऐसे लोग तो पुण्यात्मा ही होते हैं। - सुदीप शर्मा CDS जनरल बिपिन रावत जी का जाना देश के लिए अविश्वसनीय, अपूर्णीय क्षति, आपका पराक्रम को देश हमेशा याद करेगा, जयहिंद, जयभारत - अनिल कुमार सभी सैन्य अधिकारियों को कोटि कोटि नमन -अनिल कुमार आजाद भारत के सर्वोच्च योद्धा श्री बीपीन रावत जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ l लेकिन असली श्रद्धांजलि यह है कि सरकार को उनके लड़की की आजीवन देखभाल करने की तत्काल व्यवस्था करनी चाहिए जैसे राजीव गांधी की हत्या के बाद उनके परिवार के लिए तत्कालीन चन्द्रशेखर सरकार ने किया था l ये सच्ची श्रद्धांजलि होगी l -रवींद्र मिश्रा रो रही भारत माँ रो रहा है ये वतन, छोड़ के चले गए जो उन शहीदों को नमन, सभी शहीदों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि 🌻🌻 - मोहित निगम देश के सच्चे , निडर , जनरल को मेरी और से विन्रम श्रधांजिली 🙏🙏 - प्रशांत तोमर ""पहली गोली हमारी नहीं होगी लेकिन उसके बाद हम गोलियाँ गिनेंगे भी नहीं"".... चीन की आक्रामकता के खिलाफ भारतीय जनता के अग्रेशन के प्रतीक हम सब के जनरल बिपिन रावत जी को उनकी शहादत पर नमन..🙏💐 - अनुज त्रिपाठी सीडीएस बिपिन रावत श्रद्धांजलि cds bipin rawat shradhanjali सीडीएस जनरल बिपिन रावत थे,अद्भुत व्यक्तित्व के धनी। दुश्मन को मुंह की खानी पड़ी, जब भी किसी देश से ठनी। नेतृत्व की क्षमता अनूठी, समन्वय की कायम मिशाल। स्वाभिमान की रक्षा करने, जलाए सदा ही रहे मशाल। आतंकवाद की तोडी कमर, चुन चुन कर थे दिए जबाब। दुश्मन की हिम्मत न रहे बाकी, ऐसा था फिर किया हिसाब। देश की शान बान की खातिर, सेना का मनोबल ऊंचा रखा। जोशीला सदा ही रहा अंदाज, दुश्मन को सदा ही नीचा रखा। ""गुरु जी""विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित - वीरेंद्र कुमार एक व्यक्ति जो इस धरती से विदा लेता है, वह वास्तव में कभी नहीं छोड़ता है, क्योंकि वे अभी भी हमारे दिल में जीवित हैं, हमारे माध्यम से, वे जीवित हैं। मेरी संवेदना। - परमानंद चौबे आप देश के महान सैन्य अधिकारियों में से एक है आप के बलिदान को देश हमेशा स्मरण रखेंगा। जय हिंद - सुमित चौधरी ॐ शान्ति । हमे गर्व है भारत के सपूत पर।। सैनिक हो तो आप जैसा।।। - अभिषेक सिंह आत्मा ही नही दिल भी रोता है जब ऐसे वीर पुरुष दुनिया छोड़ता है! जय हिंद, जय भारत - अनुराग सिंह शहिदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा वन्दे मातरम - अरुण राणा भारत की सेवा करते हुए अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीदों को शत् शत् नमन जय हिंद जय भारत - महिपाल सिंह देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी को शत शत नमन देश उनके बलिदान को हमेशा याद करेगा - अभि यादव मेरा देश रो रहा है आपकी याद करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि 💐💐💐💐💐💐 - पवन कुमार लगता है स्वर्ग में कोई संकट आ गया था, जिससे लड़ने के देवताओं ने तुरंत धरती के शेरों को बुला लिया।😭😭 RIP - अंकुश मिश्र भारत माँ के शेर को देश हमेशा याद करेगा 😢😢🙏🙏🙏 - संजय राजपूत कोटि कोटि नमन रावत सर, आपके इस महान बलिदान के लिए ये देश सदा ऋणी रहेगा। आप सब के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। ॐ शाँति शाँति। भगवान आपको अपने चरणों मे स्थान दें। - द्वारिकानाथ आप और दुर्घटना में हताहत हुए सभी लोगो की आत्मा को भगवान शांति दें! - दीपक नेगी भारत के वीर सपूतों को नमन, इन वीरों के बलिदान को हमेशा याद किया जायेगा. - सुषमा देवी ॐ शांति ईस्वर आपकी आत्मा को अपने पावन चरणों मे जगह प्रदान करे 🙏🙏 - सुरेंद्र सैनी 'अलविदा जनरल साहब' भारत माता के सच्चे सपूत एवं परम राष्ट्रभक्त पूर्व थलसेना अध्यक्ष CDS बिपिन रावत जी उनकी पत्नी एवं अन्य 13 जवानों की शहादत को कोटि-कोटि नमनii आपके साथ बिताए कुछ पल हमेशा हृदय में स्मृति के रूप में जीवित रहेंगे ii 'जय हिन्द' - मोहित पंवार गुर्जर भगवान आपको अपने चरणों में जगह दे हिंदुस्तान सदैव आपका कर्जदार रहेगा अमर योद्धा जय हिंद - राजू कुमार",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bodies-of-soldiers-who-lost-their-lives-in-a-helicopter-crash-were-taken-to-their-respective-homes-a-wave-of-mourning-in-the-country,"वीर वणक्कम: अपने-अपने घर पहुंचाए गए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सैनिकों के पार्थिव शरीर, देश में शोक की लहर","विस्तार बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के साथ 11 अन्य लोगों ने अपनी जान गंवा दी। यह देश के लिए एक बड़ी क्षति है। सीडीएस के साथ जान गंवाने वाले ये सभी अपने क्षेत्र में महारथी थे। किसी ने एलएससी पर अपना दम दिखाया था तो कोई युद्ध लड़ने में माहिर था। सभी सैन्य कर्मियों के पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा दिए गए हैं। आइए जानते हैं दुनिया को अलविदा कहने वाले इन वीर जवानों के बारे में । प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे पहुंचकर दी थी श्रद्धांजलि हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर गुरुवार को दिल्ली लाए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई अड्डे पर पहुंचकर सभी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी थी। प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजित डोभाल भी मौजूद थे। सीडीएस के साथ जान गंवाने वालों में ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर भी शामिल थे, उन्हें दिसंबर 1990 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जेएकेआरएफ) में शामिल किया गया था। ब्रिगेडियर लिद्दर ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के साथ जेएकेआरएफ की एक बटालियन की कमान संभाली थी। 1969 में जन्मे लिद्दर के परिवार में उनके बाद पत्नी गीतिका और बेटी आशना हैं। आईएमए में प्रशिक्षक रहे थे लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह भी उन लोगों में शामिल थे, जो सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर में मौजूद थे और अब नहीं रहे। उनके परिवार में पत्नी मेजर (रिटायर्ड) एग्नेस पी मेनेजेस और बेटी प्रीत कौर हैं। 1978 में जन्मे हरजिंदर 2001 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था। उन्होंने गोरखा राइफल्स रेजिमेंट में रहते हुए देश के उत्तर-पूर्व में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भी काम किया। उन्होंने देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में प्रशिक्षक के रूप में भी सेवाएं दीं। अन्य का भी देश की सेवा में बड़ा योगदान इस सूची में हवलदार सतपाल राय का नाम भी शामिल है जो गोरखा राइफल्स रेजिमेंट का हिस्सा थे। उन्होंने सियाचिन और नौशेरा जैसे क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दी थीं। इसके अलावा नायक गुरुसेवक सिंह पैरा स्पेशल फोर्सेज का हिस्सा थे और उन्होंने मार्च 2004 में सेना में सेवाएं देना शुरू किया था। गुरुसेवक को करीब से होने वाली लड़ाई लड़ने में भी माहिर माना जाता था। इसके साथ ही लांस नायक बी साई तेजा पैरा स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे। वे मिश्रित मार्शल आर्ट और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ थे। तेजा के साथ ही लांस नायक जितेंद्र कुमार भी पैरा स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे और एक विशेषज्ञ स्नाइपर थे। उन्होंने एलएसी पर भी अपनी सेवाएं दी थीं। लांस नायक विवेक कुमार भी पैरा स्पेशल फोर्सेज का हिस्सा थे। बेहतरीन पायलट थे विंग कमांडर पीएस चौहान आगरा के रहने वाले विंग कमांडर पीएस चौहान 2002 में एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) में शामिल हुए थे। इसके सज्ञथ ही राजस्थान के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप भी हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना को सेवाएं दे रहे थे। इनके साथ ही इस हादसे का शिकार हुए केरल के रहने वाले जूनियर वारंट अधिकारी ए प्रदीप फ्लाइट गनर थे। तो जूनियर वारंट ऑफिसर आर पी दास फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर तैनात थे। पूरा देश आज इन सैन्य कर्मियों को नमन कर रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-reports-8503-new-covid19-cases-and-624-deaths-in-the-last-24-omicron-india-live-updates,"देश में कोरोना: बीते 24 घंटे में 624 लोगों ने तोड़ा दम, एक्टिव केस 94 हजार के पास पहुंचा","विस्तार भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में उतार चढ़ाव जारी है। किसी दिन मामले बढ़ जा रहे हैं तो किसी दिन केस कम हो रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, पिछले एक दिन कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा गुरुवार की अपेक्षा कम हुआ है। पिछले 24 घंटे में 8,503 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, मौतों की संख्या अचानक से बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान 624 लोगों की जानें गई हैं। इसके अलावा सात हजार 678 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, एक्टिव केस की संख्या भी धीरे-धीरे कम हो रही है। देश में सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या अब 94 हजार 943 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 7,678 मरीज ठीक हुए हैं। 4 लाख 74 हजार से ज्यादा लोंगों की मौत इसी के साथ अब तक देश में कोरोना से ठीक हुए मरीजों का कुल आंकड़ा 3 करोड़ 41 लाख 05 हजार 066 पर पहुंच गया है। देश में कोरोना के 94 हजार 943 एक्टिव केस बचे हुए हैं। इसके अलावा देश में अब तक कोरोना से 4 लाख 74 हजार 735 लोगों की जान जा चुकी है। टीकाकरण की बात करें तो अब तक 1 अरब 31 करोड़ 18 लाख 87 हजार 257 खुराकें दी गई हैं। ओमिक्रॉन के बढ़ रहे मामले देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले भी धीरे-धीरे पैर पसारने लगे हैं। कर्नाटक, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई राज्यों में ओमिक्रॉन के केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, राहत की बात ये है कि ओमिक्रॉन से अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/in-the-case-of-allegations-of-sexual-harassment-of-women-ips-on-dgp-internal-complaints-committee-report-presented-in-madras-high-court-hearing-adjourned-till-17-december-2021,"तमिलनाडु : डीजीपी पर यौन उत्पीड़न के आरोप में आईसीसी की रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश, 17 तक सुनवाई स्थगित","विस्तार तमिलनाडु के महाधिवक्ता आर षणमुगसुंदरम ने एक निलंबित पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के महिला आईपीएस अधिकारी के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए गठित आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की रिपोर्ट बृहस्पतिवार को मद्रास हाईकोर्ट में पेश कर दी। राज्य की ओर से पेश महाधिवक्ता ने निलंबित विशेष डीजीपी की रिट याचिका की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति वी पार्थीबेन के समक्ष सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई 17 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी। निलंबित डीजीपी ने अपनी याचिका में कोर्ट से आईसीसी की अब तक की कार्यवाही को रद्द करने का अनुरोध किया था। साथ ही कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध एवं निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार कानून की प्रक्रिया का पालन करते हुए उचित जांच के आदेश देने की अपील की थी। मामला 22 अक्तूबर को सामने आया था, तब न्यायमूर्ति सी सरवनन ने आईसीसी के समक्ष लंबित कार्यवाही के संबंध में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। उन्होंने मामले को चार सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया था। इस अवधि तक राज्य सरकार को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था। इस साल 22 फरवरी को एक महिला आईपीएस अधिकारी ने निलंबित डीजीपी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। इसके बाद आरोपों की जांच के लिए आईसीसी गठित की गई थी। एजेंसी",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ken-betwa-link-project-will-change-the-condition-of-bundelkhand-water-crisis-will-end-also,"केन-बेतवा लिंक परियोजना: बदल जाएगी बुंदेलखंड की तस्वीर, खत्म होगा पानी के लिए हर साल मचने वाला हाहाकार","विस्तार करीब 17 साल के इंतजार के बाद महत्वाकांक्षी केन-बेतवा परियोजना पर कैबिनेट की मुहर मध्यप्रदेश के आठ और उत्तर प्रदेश के चार जिले वाले बुंदेलखंड की तस्वीर बदल कर रख देगी। दशकों से पेय जल और सिंचाई संकट का सामना कर रहे इस क्षेत्र के लिए यह परियोजना किसी वरदान से कम नहीं है। मोदी सरकार का यह निर्णय चंद महीने बाद होने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है। दशकों से यह क्षेत्र सूखे का शिकार है। इस कारण क्षेत्र में व्यापक गरीबी के कारण अन्य जिलों की तुलना में यहां से पलायन भी बहुत ज्यादा है। अगर यह परियोजना तय समय आठ साल में पूरी हुई तो इस पूरे क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल के संकट का स्थायी समाधान हो जाएगा। परियोजना की अहमियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके जरिये 10.62 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचाई की जद में आएगी। इसके अलावा 62 लाख लोगों को पीने का पानी नसीब होगा। परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश में दो बैराज और मध्यप्रदेश की नदियों पर सात बांध बनाए जाएंगे। 103 मेगावाट हाइड्रो पावर और 27 मेगावाट सोलर पावर का उत्पादन होगा। परियोजना की खास बातें 44,605 करोड़ रुपये की है परियोजना 1062 लाख हैक्टेयर भूमि की होगी सिंचाई 62 लाख किसानों को मिलेगा पानी 103 मेगावाट जल ऊर्जा और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन भी होगा 8 साल में बनकर होगा तैयार इन जिलों को मिलेगा लाभ मध्य प्रदेश के पन्ना, टीकमगढ़, छत्तरपुर, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी व ललितपुर जिलों को लाभ मिलेगा यूपी के लिए इसलिए है अहम बुंदेलखंड क्षेत्र में यूपी के चार जिले बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर शामिल हैं। इस परियोजना से यूपी के इन चार जिलों को 750 मिलियन क्यूसेक मीटर पानी मिलेगा। इन चार जिलों की दो लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित होगी। इन चार जिलों का पेयजल संकट हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। इसके अलावा इस परियोजना के तहत यूपी में दो बैराज बनने हैं। बिजली का लाभ अलग से मिलेगा। यूपी और एमपी को करना होगा पांच फीसदी खर्च, 39317 करोड़ खर्च केंद्र करेगा 44,605 करोड़ की इस परियोजना का नब्बे फीसदी खर्च केंद्र सरकार उठाएगी और यूपी को महज पांच फीसदी ही खर्च उठाना होगा। केंद्र का खर्च 39,317 करोड़ होगा। शेष दस फीसदी राशि में ही उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश सरकार को योगदान देना होगा। सरकार ने इस परियोजना को हर हाल में आठ साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। पानी के कारण दशकों से गरीबी झेल रहे कई इलाके परियोजना को ऐसे समय में मंजूरी दी गई है जब करीब दो महीने बाद ही यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस परियेाजना से यूपी के जिन चार जिलों को लाभ हासिल होना है, वहां पानी की कमी के कारण दशकों से भयानक स्तर की गरीबी है। परियोजना को मंजूरी मिल जाने के बाद सरकार की कोशिश चुनाव से पहले काम शुरू करने की है। जाहिर तौर पर इसके जरिये भाजपा इन चार जिलों के मतदाताओं को साधने की कोशिश करेगी।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-bipin-rawat-contact-with-the-helicopter-was-lost-seven-minutes-before-landing-and-then-the-news-came-all-over,जांबाज जनरल को नमन : लैंडिंग से सात मिनट पहले टूटा हेलिकॉप्टर से संपर्क और फिर खबर आई... सब खत्म,"विस्तार रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे की पूरी जानकारी बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों में दी। उन्होंने बताया, वायुसेना के एमआई17वी5 हेलिकॉप्टर से सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने टीम के साथ सुबह 11:48 बजे सुलूर एयरस्टेशन से उड़ान भरी थी। हेलिकॉप्टर में उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 14 लोग सवार थे। वेलिंग्टन में 12:15 बजे लैंडिंग से 7 मिनट पहले 12:08 बजे सुलूर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का संपर्क हेलिकॉप्टर से टूट गया और कुछ देर बाद हादसे की खबर आई। सिंह ने संसद में बताया, स्थानीय लोगों ने कुन्नूर के जंगलों से धुआं उठता देखा। करीब पहुंचे तो हेलिकॉप्टर का जलता मलबा मिला। स्थानीय प्रशासन की राहत टीम तुरंत मौके पर पहुंची और जीवित बचे लोगों को मलबे से निकालने लगी। जो भी जीवित निकले, उन्हें तत्काल वेलिंग्टन सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ देर बाद खबर आई कि हेलिकॉप्टर में सवार 14 में से 13 लोगों की जान नहीं बची। मृतकों में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारी व जवान थे। इकलौते बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह फिलहाल वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने के सभी प्रयास किये जा रहे हैं। मरने वालों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबीर सिंह लिद्दड़, स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (पायलट), स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अफसर राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट अफसर अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांसनायक विवेक कुमार, लांसनायक बी साई तेजा शामिल हैं। राजनाथ ने कहा, सदन की ओर से सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और इनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। सैन्य सम्मान के साथ आज दिल्ली कैंट में होगा रावत का अंतिम संस्कार राजनाथ ने सदन को बताया कि सैन्य सम्मान के साथ सीडीएस रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली कैंट में होगा। सभी के पार्थिव शरीर वायुसेना के विमान से बृहस्पतिवार शाम तक दिल्ली पहुंचे। शुक्रवार को सुबह 11 से 1 बजे तक रावत का पार्थिव शरीर उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। देश ने बहादुर सैनिक, सफल रणनीतिकार खो दिया : बिरला लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बृहस्पतिवार को सदन में शोक जताते हुए कहा, जनरल बिपिन रावत के रूप में देश ने एक बहादुर सैनिक, कुशल रणनीतिकार और सेना का योग्य नेतृत्व करने वाला खो दिया। इसके बाद सदस्यों ने कुछ पलों का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश ने भी पूरे सदन की ओर से जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी। वायुसेना प्रमुख ने मौके पर पहुंचकर लिया जायजा रक्षामंत्री ने बताया, वायुसेना प्रमुख ने घटनास्थल का जायजा लिया है। वह वेलिंग्टन सैन्य अस्पताल भी पहुंचे। उस वक्त वहां ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज चल रहा था। बेशकीमती साथी : अमेरिका भारत के सीडीएस, उनकी पत्नी व सहकर्मियों के त्रासद हादसे में निधन पर मेरी गहरी सांत्वना। हम जनरल रावत को ऐसे असाधारण नेतृत्वकर्ता के रूप में याद रखेंगे जिन्होंने अपने देश की सेवा की और भारत-अमेरिकी रक्षा सहयोग मजबूत बनाने में योगदान दिए। -एंटनी ब्लिंकन, विदेश मंत्री अमेरिका के मित्र जनरल रावत ने भारत-अमेरिकी रक्षा सहयोग पर अमिट छाप छोड़ी। मेरा सौभाग्य था कि इस वर्ष उनसे मिला। मैं उनमें अमेरिका का दोस्त और बेशकीमती साथी देखता था। -लॉयड ऑस्टिन, रक्षामंत्री उनसे दोस्ती मेरा सम्मान मेरे लिए सम्मान की बात थी कि मैं जनरल को तब से दोस्त के तौर पर जानता था जब हम सेना अध्यक्ष थे। मैं उन्हें हमेशा याद रखूंगा। -जनरल माइले, अध्यक्ष, जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ दलाईलामा ने जताया शोक सीडीएस बिपिन रावत और हादसे में जान गंवाने वाले सभी सैन्य अधिकारियों के निधन पर शोकाकुल हूं। मैं भगवान से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं। -दलाईलामा, शीर्ष तिब्बती धर्मगुरु विपक्ष ने स्थगित किया धरना लोकसभा में जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते सांसद। राज्यसभा में भी विपक्ष ने जनरल रावत के सम्मान में निलंबित सांसदों का धरना बृहस्पतिवार को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया। निलंबित सांसद 8 दिन से गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे थे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/before-the-final-farewell-cds-general-bipin-rawat-s-daughters-stared-brigadier-ls-lidder-daughter-kissed-the-coffin-and-every-eye-became-moist,"अंतिम विदाई से पहले : एकटक निहारती रहीं जनरल रावत की बेटियां, ब्रिगेडियर लिद्दड़ की बेटी ने ताबूत को चूमा तो हर आंख हुई नम","विस्तार सीडीएस जनरल बिपिन रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ समेत 12 फौजियों और जनरल रावत की पत्नी मधुलिका के पार्थिव अवशेष जब राजधानी के पालम हवाई अड्डे पर पहुंचे तो हर आंख में आंसू थे। जनरल रावत की दोनों बेटियां ताबूत में रखे पिता के अवशेषों को एकटक निहारती रहीं। माहौल तब बेहद गमगीन हो गया, जब इसी हादसे में शहीद ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ की बेटी आश्ना पिता के ताबूत के पास पहुंचीं। वे कुछ पल देखती रहीं और फिर झुककर पिता के ताबूत को चूम लिया। आश्ना 12वीं की छात्रा हैं। यह देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति का दिल भर आया। आश्ना के आंसू सब्र का बांध तोड़कर पूरे समय बहता रहा। शहीदों के परिजनों से एक-एक कर मिले पीएम, ढांढस बंधाया देरशाम 7.45 बजे जनरल रावत समेत सभी शहीदों के शव पालम पहुंचे। 9 बजे पीएम नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पहुंचे और जनरल रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शहीदों के ताबूत देख पीएम ने हाथ जोड़े, सिर झुकाया और अपनी आंखें बंद कर लीं। इसके बाद मोदी शहीदों के परिजनों से एक-एक कर मिले और उन्हें ढांढस बंधाया। राजनाथ ने भी दी श्रद्धांजलि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने सभी शहीदों के परिजनों से मिलकर बातचीत की। राजनाथ परिजनों को सांत्वना देते रहे। तीनों सेना प्रमुखों ने भी किए दर्शन अंतिम दर्शन के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुख पहुंचे। थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। वरुण के पिता बोले, जीतकर लौटेगा मेरा योद्धा बेटा कुन्नूर हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेहतर चिकित्सा के लिए बेंगलुरु ले जाया गया है। उनकी स्थिति अब भी गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है। इस बीच उनके पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह बृहस्पतिवार को बेटे के पास वेलिंग्टन पहुंच गए थे। कर्नल सिंह ने भोपाल की मीडिया को बताया, मैं वेलिंगटन पहुंच गया हूं, उसे बेंगलुरु ले जाया जा रहा है। उसकी हालत के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। कर्नल सिंह भोपाल में ही सन सिटी में रहते हैं और हेलिकॉप्टर दुर्घटना के समय अपने छोटे बेटे तनुज के पास मुंबई में थे। तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं। भोपाल में कर्नल सिंह के पड़ोसी रिटायर्ड लेफ्टि कर्नल ईशान आर ने कहा कि उनकी सुबह कर्नल सिंह से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि उनका बेटा एक योद्धा है और इस लड़ाई में भी जीत हासिल कर लौटेगा। लेफ्टि कर्नल ईशान ने बताया कि इससे पहले भी वरुण सिंह ऐसी इमरजेंसी से गुजर चुके हैं। तब तेजस विमान उड़ाते समय वे बाल-बाल बचे थे।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-bipin-rawat-13-army-personnel-including-cds-general-rawat-will-be-cremated-today-black-box-of-helicopter-will-open-many-secrets,"CDS General Bipin Rawat : आज होगा दिवंगतों का अंतिम संस्कार, हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स खोलेगा अंतिम पलों के राज","विस्तार देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत की वजह बने सेना के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बृहस्पतिवार को बरामद कर लिया गया। सेना ने जानकारी दी कि दुर्घटना में बुरी तरह जलने के कारण शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जा रही है। अब तक सिर्फ तीन शवों की पहचान हो पाई है, जिनमें जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ शामिल हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया कि दुर्घटना की जांच तीनों सेनाओं का एकीकृत जांच दल करेगा दल का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। वायुसेना का दल शुरुआती जांच के लिए कुन्नूर पहुंच चुका है। तिरंगे में लिपटे सारे पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को सेना के ट्रकों में वेलिंग्टन के मद्रास रेजिमेंट सेंटर लाए गए, जहां वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, तमिलनाडु के सीएम, मंत्रियों और गणमाण्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। बाद में पार्थिव शरीरों को सड़क मार्ग से कोयंबटूर लाया गया, जहां से वायुसेना के विशेष विमान से उन्हें नई दिल्ली भेजा गया। सेना ने कहा है कि रावत व उनकी पत्नी का पूरे सैन्य सम्मान के साथ शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने दी जनरल रावत को श्रद्धांजलि दिवंगत जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत और उनकी टीम के सदस्यों के पार्थिव शरीर शाम 7ः40 बजे विशेष विमान से नई दिल्ली पहुंचे। पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजीत डोभाल ने पालम एयरपोर्ट पहुंचकर सभी को श्रद्धांजलि दी। पुलिस ने भी शुरू की जांच हेलिकॉप्टर दुर्घटना में तमिलनाडु पुलिस ने भी प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नीलगिरि पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर एडीएसपी मुतुमणि कुमार को जांच सौंपी है। जांच में ड्रोन कैमरे भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं। बेंगलुरु या दिल्ली भेजा जाएगा हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स दुर्घटनास्थल के 300 मीटर से एक किमी के दायरे में फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर यानी ब्लैक बॉक्स समेत दो बॉक्स बरामद हुए हैं। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए इन्हें बेंगलुरु या नई दिल्ली भेजा जाएगा। उम्मीद है कि ब्लैक बॉक्स से दुर्घटना से पहले के आंकड़े मिलेंगे, जिससे घटनाओं की कड़ी जोड़ने में मदद मिलेगी। ग्रुप कैप्टन वरुण बेंगलुरु भेजे गए दुर्घटना में एकमात्र बचे वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेहतर इलाज के लिए कमान अस्पताल बेंगलुरु भेजा गया है। उन्हें जीवनरक्षा प्रणाली पर रखा गया है। 45 फीसदी जली अवस्था में सिंह वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में भर्ती थे। नायक को विदाई पार्थिव शरीरों को वेलिंग्टन से सुलूर एयरबेस ले जाते समय मार्ग में लोगों ने पुष्प वर्षा कर अपने नायकों को अंतिम विदाई दी। संसद में भी जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी गई। सीडीएस नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू जनरल नरवणे का भी नाम आया सरकार नए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के चयन और नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर रही है। संभावना है कि मौजूदा थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे इस पद पर तैनात किए जा सकते हैं। जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन के बाद सीडीएस पद खाली है। कई पूर्व सैन्य कमांडरों ने जनरल नरवणे को इस पद के लिए उपयुक्त बताया था, वे अप्रैल में थलसेना अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रक्रिया की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि सरकार थल सेना, नौसेना और वायुसेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के नामों का एक छोटा पैनल बना रही है। यह पैनल सेना के तीनों अंगों की ही सिफारिश पर अगले दो से तीन दिन में बनेगा। इसे सहमति के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजा जाएगा। उनकी अनुमति मिलने पर नाम कैबिनेट की नियुक्ति समिति के पास विचार के लिए भेजे जाएंगे। समिति देश का अगला सीडीएस घोषित करेगी। सूत्रों के अनुसार चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष (सीआईएससी) के चीफ ऑफ इंटिग्रेटेड डिफेंस स्टाफ इस प्रक्रिया का समन्वय करेंगे। सरकार सीडीएस नियुक्ति में वैसे ही प्रोटोकॉल अपनाएगी जो सेना प्रमुखों की नियुक्ति के लिए निर्धारित हैं। जनरल नरवणे इसलिए यह कहा जा रहा है कि जनरल नरवणे को सीडीएस बनाने की संभावना उनके अब तक के प्रदर्शन की वजह से बढ़ जाती है। उन्होंने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ हुए तनाव को जिस ढंग से संभाला, उस पर भी विचार किया जा रहा है। सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ भी हैं, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी 30 सितंबर और चीफ एडमिरल आर हरिकुमार 30 नवंबर को अपने पदों पर नियुक्त हुए थे। सैन्य नीतियां बना रहे एक बड़े वर्ग को लगता है कि कम से कम थियेटर कमान बनाने की प्रक्रिया पूरी होने तक सीडीएस थल सेना से होना चाहिए। ...तो थलसेना का भी नया अध्यक्ष करना होगा नियुक्त जनरल नरवणे सीडीएस बने तो थलसेना अध्यक्ष पद के लिए वाइस चीफ ऑफ आर्मी ले. जनरल सीपी मोहंती और उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी के नाम आगे रह सकते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती का नाम अपने सेवा अनुभव व एलएसी संरचना की व्यापक जानकारी की वजह से आगे रह सकता है। सीडीएस : कारगिल युद्ध के बाद हुई सिफारिश को मानते हुए बना पद 1999 के कारगिल युद्ध में जीत हासिल करने के तीन दिन बाद ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रिव्यू समिति बनाई। समिति ने सेना के तीनों अंगों के बीच समन्वय की कमी दूर करने की सिफारिश दी। इसके तहत 2019 में सीडीएस पद की घोषणा हुई। जनरल रावत 1 जनवरी 2020 को देश के पहले सीडीएस बने। उनका कार्यकाल मार्च 2023 तक के लिए था। सीडीएस सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों की चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी का अध्यक्ष होता है। इस पद का उद्देश्य सेना के तीनों अंगों के कामकाज में एकता बढ़ाकर देश की सैन्य क्षमता बढ़ाना था। सीडीएस के जरिए ही सैन्य कमानों के संसाधनों का इस्तेमाल और बेहतर करने के लिए नए थियेटर कमान बनाकर संरचनात्मक बदलाव भी लाए जा रहे हैं। रक्षा मंत्रालय के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ही प्रमुख सैन्य सलाहकार होता है। सेना प्रमुख की सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष होती है या तीन साल का अधिकतम कार्यकाल होता है, सीडीएस के लिए इसे 65 साल रखा गया है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/group-captain-varun-singh-wrote-a-letter-to-students-of-his-school-he-said-that-its-ok-to-be-mediocre,औसत होना बुरा नहीं: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने स्कूल के छात्रों के नाम लिखे पत्र में दिया था संदेश,"विस्तार तमिलनाडु के कन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में एकमात्र बचे जवान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अपनी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं। उन्हें बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वरुण सिंह ने तेजस विमान को उड़ाते समय तकनीकी समस्या आने के बाद भी उसे सफलतापूर्वक लैंड कराया था। इसी कारण उन्हें इस साल अगस्त महीने में शौर्य चक्र से भी नवाजा गया था। शौर्य चक्र मिलने के बाद बीते सितंबर में ही वरुण सिंह ने हरियाणा के चंडीमंदिर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए प्रेरणा देने वाली कई बातें लिखी थीं। इस पत्र में छात्रों के नाम संदेश में वरुण सिंह ने कहा था कि औसत दर्जे का होने में कोई भी बुराई नहीं है। सभी छात्र 90 प्रतिशत अंक नहीं ला सकते। हां, यह जरूर है कि जो ऐसा कर पाते हैं, उनकी सराहना होनी चाहिए। वरुण ने पत्र में छात्रों से आगे कहा कि अगर आप औसत दर्जे के हैं तो यह बिल्कुल भी मत समझिए कि आप इसी के लिए बने हैं। आप स्कूल में औसत हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आप जीवन भर औसत ही रहेंगे। आप अपने मन की सुनिए कि आप क्या करना चाहते हैं। यह कला, संगीत, साहित्य या ग्राफिक डिजाइन कुछ भी हो सकता है। आप जो भी करिए उसे बेहतर ढंग से करें और अपना सर्वश्रेष्ठ दीजिए। उन्होंने छात्रों को बताया कि वह स्वयं भी एक औसत छात्र ही थे और बहुत मशक्कत से उन्हें 12वीं में प्रथम श्रेणी के अंक मिले थे। उन्हें एविएशन का क्षेत्र पसंद था और आज एक ऐसा समय आया है, जब उन्हें राष्ट्रपति की ओर से शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा रहा है। वरुण सिंह ने यह पत्र 18 सितंबर 2021 को लिखा था।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/subject-expert-committee-to-meet-today-10-december-to-discuss-approval-for-covishield-booster-dose-know-all-updates,"कोविड-19: भारत में कोरोना की बूस्टर खुराक पर आज बैठक करेगी विशेषज्ञ समिति, दोपहर 12 बजे शुरू होगी चर्चा","विस्तार देश में नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के आने के बाद तेजी से खतरा बढ़ा है। यही कारण है लोगों को तेजी से कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। अब दो डोज के बाद तीसरी यानी बूस्टर डोज के संबंध में विषय विशेषज्ञ समिति पहली बैठक शुक्रवार को करेगी। दोपहर 12 बजे शुरू होगी बैठक सीरम इंस्टीट्यूट भारत की पहली वैक्सीन निर्माण कंपनी है, जिसने बूस्टर डोज के रूप में कोविशील्ड के अनुमोदन के लिए आवेदन किया है। इस संबंध में एसईसी की बैठक शुक्रवार दोपहर 12 बजे शुरू होगी। सीरम संस्थान ने कोविशील्ड के लिए अनुमति मांगी थी हाल ही में भारतीय सीरम संस्थान (एसआईआई) ने देश के औषधि नियामक से कोरोना संक्रमण के खिलाफ कोविशील्ड को बूस्टर डोज के तौर पर देने के लिए अनुमति मांगी थी। संस्थान के सरकारी एवं नियामकीय मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई को इस संबंध में आवेदन भेज कर इसके लिए अनुमति मांगी थी। इस आवेदन में सिंह ने कहा है कि यूनाइटेड किंगडम के औषधि नियामक ने इस टीके की बूस्टर डोज के लिए पहले ही अनुमति दे दी है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि देश में कोविशील्ड टीकों की कोई कमी नहीं है और महामारी के नए स्ट्रेन (ओमिक्रॉन) के सामने आने के बाद इसकी दोनों खुराकें ले चुके लोग इसकी बूस्टर खुराक के लिए मांग कर रहे हैं। 131 करोड़ लोगों को लग चुकी है भारत में वैक्सीन भारतीय सीरम संस्थान ने इस साल जनवरी से कोविशील्ड वैक्सीन की शिपिंग शुरू कर दी है और नवंबर के अंतिम सप्ताह में एक बिलियन डोज लैंडमार्क को पार कर लिया है। कुल देश में अब तक 114.78 करोड़ कोविशील्ड टीके लग चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में टीकाकरण की संख्या गुरुवार को 131 करोड़ मील का पत्थर पार कर गई है। गुरूवार शाम सात बजे तक 67 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/the-mortal-remains-of-cds-general-bipin-rawat-and-others-being-brought-out-of-iaf-aircraft-that-arrived-at-palam-airbase-from-sulur,"Bipin Rawat Mortal Remains: सीडीएस रावत सहित सभी 13 मृतकों के पार्थिव शरीर दिल्ली लाए गए, आज आम लोग दे सकेंगे श्रद्धांजलि","विस्तार कुन्नूर में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सभी 13 मृतकों के पार्थिव शरीर को विमान से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाया गया। यहां सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सभी को श्रद्धांजलि दी गई। पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, एनएसए डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी पालम एयरबेस पहुंचे और जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। जनरल रावत का अंतिम संस्कार दिल्ली में शुक्रवार को होगा। वहीं, सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार आज दिल्ली कैंट में शाम 7.15 बजे किया जाएगा। #WATCH | The mortal remains of #CDSGeneralBipinRawat who lost his life in #TamilNaduChopperCrash yesterday, being brought out of IAF aircraft that arrived at Palam airbase from Sulur. (Source: DD) pic.twitter.com/LdIkHzmgGi — ANI (@ANI) December 9, 2021 आम जनता दे सकेगी श्रद्धांजलि आम जनता सीडीएस कारज मार्ग स्थित आवास पर आज सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दे सकती है। सैन्यकर्मी दोपहर 12.30-13.30 बजे के बीच सम्मान दे सकते हैं। इसके बाद पार्थिव शरीर को दिल्ली कैंट बराड़ स्क्वायर में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/emergency-landing-made-of-spicejet-flight-in-mumbai-due-to-technical-issue-was-going-to-kolkata-from-mumbai,"महाराष्ट्र में बड़ा हादसा टला: मुंबई से कोलकाता जा रहे विमान की आपात लैंडिंग, सभी यात्री सुरक्षित","विस्तार मुंबई से कोलकाता जा रहे स्पाइस जेट के एक विमान को तकनीकी समस्या के कारण टेक ऑफ के बाद रास्ते से ही वापस मुंबई ले आया गया । विमान की मुंबई में आपात लैंडिंग कराई गई है। स्पाइस जेट के प्रवक्ता ने बताया कि विमान को लैंड करा लिया गया है और सभी यात्री सुरक्षित है। SpiceJet Mumbai-Kolkata flight returned to Mumbai after take-off due to a technical issue today. The aircraft landed safely in Mumbai: SpiceJet spokesperson — ANI (@ANI) December 9, 2021",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/kerala-high-court-policemen-collected-rent-in-kidnapping-now-court-will-hear-the-case,"केरल हाईकोर्ट: अपहरण में पुलिसवालों ने वसूला किराया, कोर्ट में केस पर विचार","विस्तार समाचार पत्र में छपी रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लेने के बाद केरल हाईकोर्ट इस बात पर विचार करेगी कि अपहरण के मामले में दो बहनों की बरामदगी के लिए माता-पिता से हवाई किराया वसूलने के मामले में पुलिसवालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा सकती है या नहीं। पुलिसवालों पर बच्चियों को दिल्ली से बचाने के बाद माता-पिता को सुपुर्दगी के लिए पांच लाख रुपये मांगने का भी आरोप है। जस्टिस देवेन रामचंद्रन ने अदालत की मदद के लिए दो वकीलों को न्याय मित्र नियुक्त किया है। अदालत ने कहा कि पीड़ित के परिजनों से धन लेना उगाही के समान है। कोच्चि के पुलिस कमिश्नर ने रिपोर्ट में बताया कि पुलिसवालों ने दिल्ली जाने के लिए उन्हें मिलने वाला रेलवे यात्रा वारंट या अग्रिम यात्रा एडवांस नहीं लिया, जिसके वे पात्र हैं। टीम में शामिल एक सब इंस्पेक्टर ने बड़ी लड़की से यात्रा खर्च के लिए 17 हजार रुपये भी ले लिए। सरकारी वकील और पुलिस का कहना था कि इस मामले में बिना शिकायत रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा सकती।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-bipin-rawat-how-much-truth-will-be-revealed-by-the-high-level-investigation-of-halicopter-crash-latest-news-update,"CDS Bipin Rawat: हादसे की उच्च स्तरीय जांच से कितनी सामने आ पाएगी सच्चाई, मौसम और तकनीकी खराबी के इर्द-गिर्द घूम रही संदेह की सुई","विस्तार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के हेलीकॉप्टर हादसे की उच्चस्तरीय ट्राई सर्विस जांच कराने की घोषणा की है। इससे पहले वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने खुद दुर्घटना स्थल का मुआयना किया। वायुसेना मुख्यालय के सूत्र बताते हैं कि हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ मिनट पहले तक की जानकारी सामने आ रही है, लेकिन नतीजे पर पहुंच पाना बहुत आसान नहीं है। रक्षा मंत्री की घोषणा के अनुसार इस मामले की जांच वायुसेना की प्रशिक्षण कमान के कमांडर इन चीफ एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह करेंगे, लेकिन यह जले हुए हेलीकॉप्टर की राख से दुर्घटना के सबूत ढूंढने जैसा है। सीडीएस के हेलीकाप्टर ने सुबह 11.48 बजे उड़ान भरी थी। 12 बजकर 8 मिनट पर उसका एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से संपर्क टूटा था। 12.15 बजे इसे वेलिंगटन में उतरना था। इससे पहले हादसा हो गया। 12.08 बजे तक एयर ट्रैफिक कंट्रोल के पास किसी तकनीकी खराबी या आपात लैंडिंग की सूचना नहीं है। सबसे बड़ा सवाल? जनरल रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और पहली श्रेणी के जनरल थे। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आर्मी स्टाफ कॉलेज में व्याख्यान देने के लिए गए जनरल रावत ने 60 किमी की दूरी तय करने के लिए सेल्लूर से वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी। वेलिंगटन से केवल छह मिनट की दूरी बची थी। यह एक दोहरे इंजन का काफी सुरक्षित हेलीकॉप्टर है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि 20 मिनट बाद हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया? क्या ऐसा किसी तकनीकी खराबी के कारण हुआ? वायुसेना में हेलीकाप्टर दुर्घटना की जांच कर चुके एक पूर्व एयर कमोडोर अधिकारी का कहना है कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। सूत्र का कहना है कि वीआईपी उड़ान हो या किसी भी तरह की हवाई यात्रा हो, हेलीकॉप्टर की पूरी तकनीकी जांच की जाती है। इसमें सभी स्तर की सावधानी बरती जाती है। इसलिए संभावना इसी की है कि हेलीकॉप्टर खराब मौसम में फंस जाने का शिकार हुआ होगा। हालांकि, पूर्व विंग कमांडर का कहना है कि एमआई-17-वी-5 हेलीकॉप्टर की क्षमता बहुत अधिक है। यह खराब मौसम में बादलों को आसानी से पार कर सकता है। यह जमीन पर 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है। इतना ही नहीं यह जरूरत पड़ने पर आसमान में वर्टिकल उड़ान भर सकता है। इसलिए अभी बहुत से सवालों के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। पूर्व वाइस एयर मार्शल एनबी सिंह का कहना है कि कोई तकनीकी खराबी होने का पता चलते ही पायलट इमरजेंसी लैंडिंग के लिए तीन बार कॉल करता है। यह कॉल एयर ट्रैफिक कंट्रोल तक आती ही है। यहां इस मामले में अभी तक इस तरह की कॉल आने के बारे में जानकारी नहीं है। दूसरे यह फिक्स विंग नहीं है। इसमें रेडार सिस्टम भी मौसम की खराबी को भांपने वाला नहीं होता। कैसे हुई होगी दुर्घटना? कैसे लगी आग? वाइस एयर मार्शल एनबी सिंह का कहना है कि जहां तक मुझे लग रहा है कि कम विजिबिलिटी की स्थिति या मौसम में खराबी के दौरान पायलट कम ऊंचाई से हेलीकॉप्टर को उड़ाते हैं। यहां पायलट प्रशिक्षित और उच्चस्तर के थे। संभव है कि वह कम ऊंचाई से हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहा था और पेड़ आदि से टकराने के कारण दुर्घटना हुई होगी। एयर वाइस मार्शल का कहना है कि इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। जहां तक आग लगने का सवाल है तो सामान्य तौर पर पेड़ या किसी से टकराने पर हेलीकॉप्टर में आग लग जाती है। कभी-कभी तकनीकी खराबी आने के बाद भी हेलीकॉप्टर में आग लग जाती है। जांच तो होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आए वायुसेना के ही एक अन्य पूर्व अधिकारी का कहना है कि जब भी कोई दुर्घटना होती है, उसकी जांच बिठाई जाती है। इसलिए जांच तो होनी चाहिए। हालांकि, जिस तरह का यह भयानक हादसा है, इसमें हेलीकॉप्टर के मलबे और उसकी राख से कारण पता चल पाने की संभावना काफी कम रहती है। सूत्र का कहना है कि बिपिन रावत जनरल थे। एक जनरल की इस तरह से हादसे में मौत अपने आप में बड़ा सवाल है। इसके बारे में पूरा देश भी जानना चाहता है। इसलिए उच्चस्तरीय जांच के नतीजों का सबको इंतजार है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/cds-general-bipin-rawat-death-funeral-helicopter-crash-tamilnadu-indian-defence-chief-shahid-news-live-updates-in-hindi,"CDS General Bipin Rawat Death News Live: सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सैनिकों को पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि, परिजनों की आंखें नम","खास बातें CDS General Bipin Rawat Dead Live Updates:भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया। इस हादसे में उनकी पत्नी समेत 12 और लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस बीच भारतीय वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी गुरुवार को कुन्नूर में घटनास्थल पहुंचे। लाइव अपडेट 09:20 PM, 09-Dec-2021 पालम एयरबेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और तीनों सेना प्रमुख भी मौजूद हैं। 08:58 PM, 09-Dec-2021 पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि पालम एयरबेस पहुंचे पीएम मोदी। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सैनिकों को दी श्रद्धांजलि। इसके बाद पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। 08:38 PM, 09-Dec-2021 रक्षा मंत्री भी पालम एयरबेस पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट भी पालम एयरबेस पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर उनका ढांढस बंधाया। 08:37 PM, 09-Dec-2021 सिर्फ चार शवों की ही पहचान हो पाई बताया जा रहा है कि अब तक सिर्फ सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर और लांस नायक विवेक कुमार के शवों की ही पहचान की गई है। 08:28 PM, 09-Dec-2021 एनएसए डोभाल पालम एयरबेस पहुंचे एनएसए अजित डोभाल पालम एयरबेस पहुंचे। यहां उन्होंने हादसे जान गंवाने वालों के परिजनों से मुलाकात की। 08:12 PM, 09-Dec-2021 सीडीएस बिपिन रावत की बेटियां हुईं भावुक पालम एयरबेस पर सीडीएस बिपिन रावत की दोनों बेटियां भी मौजूद हैं। पार्थिव शरीर के यहां पहुंचते ही उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। इसके अलावा यहां कुछ दूसरे सैन्यकर्मियों के रिश्तेदार भी मौजूद हैं। 07:50 PM, 09-Dec-2021 दिल्ली पहुंचे सभी 13 लोगों के पार्थिव शरीर कुन्नूर में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सभी 13 मृतकों के पार्थिव शरीर को विमान से दिल्ली के पालम एयरबेस लाया गया। यहां सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सभी को श्रद्धांजलि दी जाएगी। पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, एनएसए डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख श्रद्धांजलि देने यहां पहुंचेंगे। 07:48 PM, 09-Dec-2021 ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार कल सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार कल दिल्ली कैंट में शाम 7.15 बजे किया जाएगा। 06:42 PM, 09-Dec-2021 श्रीलंका के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ आ सकते हैं भारत श्रीलंका के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ और सेना कमांडर जनरल शावेंद्र सिल्वा जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। 06:35 PM, 09-Dec-2021 अब तक केवल तीन पार्थिव अवशेषों की पहचान हुई सेना के मुताबिक, अब तक केवल तीन पार्थिव अवशेषों की पहचान संभव हो पाई है (जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर)। इनके अवशेषों को संबंधित परिवारों को सौंपा जाएगा। बाकी अवशेषों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। सकारात्मक पहचान औपचारिकताएं पूरी होने तक पार्थिव शरीर सेना बेस अस्पताल के मुर्दाघर में रखा जाएगा। सभी मृतकों के उचित सैन्य अंत्येष्टि की योजना बनाई जा रही है और करीबी परिवार के सदस्यों के साथ परामर्श किया जा रहा है। 06:34 PM, 09-Dec-2021 शाम 7.40 तक पहुंचेंगे पार्थिव शरीर भारतीय सेना ने बताया कि सुलूर से भारतीय वायु सेना के विमान के आज शाम 7.40 बजे तक पालम हवाई अड्डे पर पहुंचने की उम्मीद है। श्रद्धांजलि समारोह 8.30 बजे से निर्धारित है। 05:46 PM, 09-Dec-2021 कैप्टन वरुण को बेंगलूरू के हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इलाज के लिए बेंगलूरू के कमांड हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। कैप्टन वरुण के पिता और कोयंबटूर के आधिकारिक सूत्रों ने वरुण की हालत पर कहा कि अब तक उनके तीन ऑपरेशन हो चुके हैं। उनकी हालत गंभीर है लेकिन स्थिर है। 05:37 PM, 09-Dec-2021 पीएम मोदी आज रात 9 बजे दिवंगतों को श्रद्धांजलि देंगे पीएम मोदी आज रात करीब 9 बजे दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और तीन सेना प्रमुख भी मौजूद रहेंगे। 05:35 PM, 09-Dec-2021 पार्थिव शरीर आज रात करीब आठ बजे दिल्ली पहुंचेगा सीडीएस बिपिन रावत और सशस्त्र बलों के अन्य जवानों का पार्थिव शरीर आज रात करीब आठ बजे दिल्ली पहुंचेगा। सैन्य विमान दुर्घटना में मारे गए जवानों के परिवार के कुछ सदस्य भी मौजूद रहेंगे। 05:29 PM, 09-Dec-2021 राजस्थान के झुंझुनू जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर एक गांव में स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के दुखी रिश्तेदार उनके दाह संस्कार की तैयारी में व्यस्त हैं। सिंह का अंतिम संस्कार उनके घराना खुर्द गांव में महात्मा गांधी सरकारी स्कूल के मैदान में किया जाएगा और उन्हें विदाई देने के लिए हजारों लोगों के इकट्ठा होने की उम्मीद है। ग्राम सरपंच उम्मेद सिंह राव ने कहा कि शिक्षा विभाग ने सिंह के दाह संस्कार के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। स्कूल में उनकी प्रतिमा भी लगाई जाएगी। Load More",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ed-raids-former-nsic-ubi-officials-in-a-money-laundering-case-news-in-hindi,ईडी की कार्रवाई: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एनएसआईसी और यूबीआई के पूर्व अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी,"विस्तार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) के कुछ पूर्व अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी की है। ईडी ने यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में की जिसमें कथित तौर पर निगम को 173 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ था। एजेंसी ने गुरुवार को बताया कि यह धोखाधड़ी कथित तौर पर फर्जी बैंक गारंटी का इस्तेमाल करके की गई थी। एजेंसी ने बताया कि ये छापेमारी एनएसआईसी के तत्कालीन डिप्टी महानिदेशक (डीजीएम) माणिक लाल दास, एक अन्य डीजीएम गोपीनाथ भट्टाचार्य, एनएसआईसी के पूर्व मार्केटिंग मैनेजर जयंत दास, यूबीआई के पूर्व मैनेजर माणिक मोहन मिश्रा और प्रदीप गंगोपाध्याय के आवासीय परिसरों पर सात नवंबर को की गई थी। इस दौरान 1.94 करोड़ की एफडी रसीदें और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। ईडी का यह मामला पश्चिम बंगाल पुलिस की अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की ओर से दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है। इसमें आरोप लगाया गया है कि एनएसआईसी को 173.50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था जो इसकी कच्चा माल सहायता (आरडब्ल्यूए) योजना के तहत आरोपी को दिए गए थे। एनएसआईसी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मंत्रालय के तहत ही आने वाला एक विभाग है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/coonoor-helicopter-crash-first-respondent-recalls-brief-encounter-with-late-cds-bipin-rawat,"Coonoor Helicopter Crash: चश्मदीद का दावा- जनरल रावत ने मुझसे मांगा था पानी, अफसोस कि दे नहीं सका","विस्तार कुन्नूर में सैन्य हेलीकॉप्टर हादसे के बाद जब बुरी तरह घायल सेना के एक अधिकारी ने घटनास्थल पर पहुंचे शिवकुमार से थोड़ा पानी मांगा तो उसे पता नहीं था कि यह शख्स देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत थे। ऐसा दावा किया है सामाजिक कार्यकर्ता शिवकुमार ने जो दुर्घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले लोगों में से एक थे। यहां एमआई -17 वीएच बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी। शिवकुमार का दावा, हेलिकॉप्टर से तीन लोग कूदे थे शिवकुमार ने कहा कि हादसे के बाद उनके एक रिश्तेदार का फोन आने के बाद वह तुरंत मौके पर पहुंचे। हेलिकॉप्टर पहले ही आग पकड़ चुका था जिसका मतलब था कि किसी को भी बचाया नहीं जा सकता। शिवकुमार ने दावा किया कि हेलिकॉप्टर से तीन लोग कूदे, यहां पहुंचे लोग हादसे में घायल लोगों को बचाने के लिए संसाधन ढूंढ़ने लगे। जनरल रावत ने मुझसे पानी मांगा था शिवकुमार ने दावा किया, हमने देखा कि उनमें से तीन जीवित थे। हमने उन्हें ले जाने के लिए कंबल और अन्य उपलब्ध चीजों इस्तेमाल किया, वहां एक पुलिस निरीक्षक भी आया। जब हम घायलों को वहां से ले जाने की कोशिश में लगे थे, मैंने दूसरे व्यक्ति को शांत और आराम से रहने के लिए कहा। फिर उन्होंने मुझसे कुछ पानी मांगा। लेकिन मुझे लगा कि जब तक मैं उनके लिए पानी लाता, उतने समय में हम उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जा सकते थे। बाद में पता चला कि वह जनरल रावत थे उन्होंने कहा कि तीसरे व्यक्ति ने बचाव दल की बातें सुनी लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सका। बाद में सेना के एक अधिकारी ने शिवकुमार को जनरल रावत की एक तस्वीर दिखाई और बताया कि वह कौन थे। शिवकुमार ने कहा कि तब मैं परेशान हो गया कि मैं देश के इतने अहम व्यक्ति को तुरंत पानी नहीं दे सका। बाद में जनरल रावत का सारा सामान बरामद कर लिया गया। शिवकुमार ने कहा कि पुलिस और रक्षा अधिकारी पहले ही उनसे पूछताछ कर चुके हैं। Coonoor Helicopter crash, CDS Bipin Rawat, Indian army, Bipin rawat mortal remains",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/photo-gallery/india-news/mortal-remains-of-cds-bipin-rawat-and-others-brought-to-palam-airbase-in-delhi-see-images-tamil-nadu-helicopter-crash-news,"'गर्व इतना कि देर तक रोए नहीं': सबसे गमगीन विदाई की सबसे भावुक तस्वीरें देखें, प्रधानमंत्री ने देश के सर्वोच्च सेनापति को दी श्रद्धांजलि","सेना के मुताबिक, अब तक केवल तीन पार्थिव अवशेषों की पहचान संभव हो पाई है (जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर)। इनके अवशेषों को संबंधित परिवारों को सौंपा जाएगा। बाकी अवशेषों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। सकारात्मक पहचान औपचारिकताएं पूरी होने तक पार्थिव शरीर सेना बेस अस्पताल के मुर्दाघर में रखा जाएगा।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/brigadier-lakhvinder-singh-killed-in-coonoor-helicopter-crash-lidder-was-set-for-promotion-all-you-need-to-know,"Coonoor Helicopter Crash: ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर की भी गई जान, रक्षा सुधारों में निभाई अहम भूमिका","विस्तार तमिलनाडु के कुनूर में बुधवार को हुए हादसे में जान गंवाने वालों में ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर का नाम भी शामिल है। वह देश की सेना के तीनों अंगों (थल सेना, वायु सेना और नौसेना) में सुधारों के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के साथ रक्षा सहायक के तौर पर काम कर रहे थे। इस हादसे में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधूलिका और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों का निधन हो गया था। दूसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी ब्रिगेडियर लिड्डर को मेजर जनरल के पद पर प्रोन्नति पाने वाले थे। सीडीएस रावत की टीम में एक साल से अधिक तक एक प्रमुख सदस्य के तौर पर सेवाएं देने के बाद वह अपनी अगली नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे। ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर ने जम्मू-कश्मीर में आतंक विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और चीन के साथ सीमा पर एक ब्रिगेड का नेतृत्व किया था। जनरल रावत के रक्षा सहायक के रूप में काम करते हुए ब्रिगेडियर लिड्डर ने भारत में उच्च स्तरीय रक्षा सुधारों की योजना बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके तहत एक महत्वाकांक्षी रोडमैप प्रस्तुत किया गया था जिसमें तीनों सेनाओं के थिएयर कमांड की स्थापना करना था। यह कदम देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बीच समन्वय को बेहतर करने के लिए उठाया गया था। सबसे बहादुर अधिकारियों में से एक थे ब्रिगेडियर लिड्डर: राज्यवर्धन वह दिसंबर 1990 में 2 जम्मू-कश्मीर रायफल्स में कमीशन हुए थे। बाद में उन्होंने इस बटालियन का नेतृत्व भी किया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक ट्वीट में ब्रिगेडियर लिड्डर को सबसे बहादुर अधिकारियों में से एक बताया। ब्रिगेडियर लिड्डर को सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है। हरियाणा के पंचकुला के रहने वाले ब्रिगेडियर अपने पीछे पत्नी और एक बेटी छोड़ गए हैं। सीडीएस रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों की गई जान पिछले कई दशकों में भारतीय इतिहास के सबसे भयावह हादसों में से एक यह हादसा तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुआ थी। नीलगिरि से कोयंबटूर के बीच वायु सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत और 11 अन्य जवानों की मौत हो गई थी। उन्होंने अपने करियर के दौरान कजाकिस्तान के लिए भारत के रक्षा अताशे के रूप में भी सेवाएं दी थीं।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/helicopter-crash-an-ambulance-of-the-convoy-carrying-the-mortal-remains-of-the-victim-met-an-accident,Helicopter Crash: जनरल रावत सहित 13 लोगों के पार्थिव शरीर ले जा रही काफिले की एक एंबुलेंस का एक्सीडेंट,"विस्तार सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्यकर्मियों का पार्थिव शरीर ले जा रही एंबुलेंस में से एक हादसे का शिकार होने की खबर है। गुरुवार सुबह ही सभी 12 लोगों के पार्थिव शरीर वेलिंगटन से मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाए गए। यहां से इनके पार्थिव शरीरों को सुलूर एयरबेस ले जाया जा रहा था कि तभी काफिले में शामिल एक एंबुलेंस का संतुलन बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर पहाड़ी से टकरा गई। जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। हादसा मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस के रास्ते में मेट्टूपलयम के पास हुआ। पार्थिव शरीरों को सुलूर एयरबेस से दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट किया गया है। एंबुलेंस पर फूलों की बारिश शहीदों के अवशेषों को ले जाने वाली एंबुलेंस नीलगिरी जिले के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर हवाई अड्डे पर पहुंचीं तो इस दौरान स्थानीय लोगों ने फूलों की पंखुड़ियों बरसाते हुए 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। बुधवार को हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था जिसमें 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जिंदा बच सके जिनकी हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bipin-rawat-chopper-crash-who-was-scared-or-angry-with-cds-the-story-of-mid-blast-or-arson-is-not-being-embraced-the-secret-will-open-from-the-black-box,"बिपिन रावत से कौन डरा या नाराज था: गले नहीं उतर रही 'मिड ब्लास्ट' या 'आगजनी' की कहानी, ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज!","विस्तार सीडीएस जनरल बिपिन रावत जिस MI-17V5 हेलीकॉप्टर में सवार थे, उसके क्रैश होने के कारणों की जांच शुरु हो गई है। हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। इस हादसे में 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं। हालांकि वरुण सिंह की हालत बेहद नाजुक है और उन्हें लाइफ स्पोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। एयर कमोडोर बीएस सिवाच (रिटायर्ड) का कहना है कि इस मामले की जांच में कई पहलुओं का ध्यान रखना होगा। कई सवाल ऐसे भी हैं जो तकनीकी जांच से परे हैं। जैसे, जनरल बिपिन रावत से कौन डरा हुआ था, कौन नाराज था। अमूमन चीन और पाकिस्तान को लेकर, सीडीएस की नीति व बयान आक्रामक रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर था। उसके नीचे गिरने के बाद आग नहीं लगी, बल्कि ऊंचाई पर ही लपटें नजर आ रही थी। ब्लैक बॉक्स, एफडीआर और एटीसी के साथ बातचीत में 'मिड ब्लास्ट', आगजनी, डर या नाराजगी जैसे कारणों का पता लग सकेगा। जांच टीम को कम ऊंचाई के बादलों पर गौर करना होगा। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीरवार को लोकसभा में बताया कि हेलीकॉप्टर हादसे की जांच, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (ट्रेनिंग कमांड) एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। जांच टीम, घटना स्थल पर पहुंच चुकी है। जनरल रावत का हेलीकॉप्टर जब क्रैश हुआ तो वहां का मौसम कैसा था, सबसे बड़ा सवाल यही है। कुछ लोगों का कहना है कि मौसम साफ था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया को बताया कि उसने आसमान से लोगों को गिरते हुए देखा था। दूसरे लोगों का कहना है कि हेलीकॉप्टर से जो लोग गिरे थे, वे आग की लपटों से जूझ रहे थे। एयर कमोडोर बीएस सिवाच (रिटायर्ड) ने बताया, जिस जगह पर जनरल रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है, वहां से 10-12 किलोमीटर की दूरी पर वेलिंगटन में हेलीपैड बना था। ये हेलीपैड बॉल टाइप का है। इसके तीन तरफ पहाड़ी है। वहां मौसम का मिजाज हर पल बदलता रहता है। विंटर मानसून में कहां, किस ओर से कब बादल आ जाए, कुछ नहीं पता होता। कम ऊंचाई पर बादल बहुत तेज गति से आते हैं। कई बार तो तीन-चार मीटर की दूरी पर कुछ नजर नहीं आता। ऐसे में जांच टीम को इस अहम पहलू पर गौर करना होगा। इस सवाल के जवाब में कि क्या इस घटना के पीछे कोई 'शरारत' हो सकती है, कमोडोर सिवाच का कहना है, जनरल रावत से खासतौर पर पड़ोसी देश, मसलन चीन और पाकिस्तान डरे हुए थे, नाराज थे। बिपिन रावत ने भारतीय सेना के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया जिस तेजी के साथ शुरु की थी, उससे पड़ोसी देशों की सरकारें परेशान थी। कुछ लोग कह रहे हैं कि हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर था और आसमान में ही उससे आग की लपटें निकल रही थी। जांच टीम को ये प्वाइंट देखना पड़ेगा। अगर आसमान में ही हेलीकॉप्टर जला है तो कहानी कुछ और हो सकती है। ये बात उस समय और भी ज्यादा मायने रखती है, जब दूसरे चश्मदीद यह कह रहे हैं कि हादसे से पहले हेलिकॉप्टर बहुत कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। एकाएक वह नीचे की तरफ आया और कटहल के पेड़ से टकरा गया। जब हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ तो उस वक्त मौसम पूरी तरह साफ था। साफ मौसम में हादसा होना, इसे बहुत गंभीरता से लिया जाता है। साजिश या शरारत, ये एंगल भी जांचा जाएगा। ब्लैक बॉक्स से सौ फीसदी जानकारी मिल जाती है, एयर कमोडोर बीएस सिवाच (रिटायर्ड) ने कहा, इसमें पायलट की पूरी बातचीत रिकॉर्ड रहती है। एटीसी के साथ हेलीकॉप्टर को लेकर क्या बात हुई, कोई सिग्नल भेजा गया, हेलीपैड पर कोई दिक्कत रही, क्या कम ऊंचाई को लेकर कोई समस्या आई, हेलीकॉप्टर का बैक एंगल, चौपर की स्पीड, ऊंचाई, पावर, आरपीएम, ये सब जानकारी ब्लैक बॉक्स व दूसरे रिकॉर्डिंग उपकरण एफडीआर रिपोर्ट, डेटा रिकॉर्डर व वायस रिकॉर्डर की मदद से मिल सकती हैं। अगर कोई पहाड़ी दो हजार फुट ऊंची है और हेलीकॉप्टर 18 सौ फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा है तो टकराने के चांस बने रहते हैं। यदि उस स्थिति में तेज गति वाला बादल आ जाए तो हादसे की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि जांच टीम यह देखेगी कि हेलीकॉप्टर में आग कैसे लगी है। क्या कोई भारी वस्तु हेलीकॉप्टर से टकराई थी, लो फ्लाई, मिड ब्लास्ट, आगजनी और किसी दूसरी साजिश की आशंका, इन सब पहलुओं को जांच के दौरान देखा जाएगा। हेलीकॉप्टर फुल अथॉरिटी डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल प्रणाली से लैस था। पायलट, अपनी मर्जी से कम ऊंचाई के दौरान यदि इंजन पर अधिक भार डालने की कोशिश करता तो डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल उसे रोक देता है। हालांकि ब्लैक बॉक्स से बहुत कुछ पता चलता है, लेकिन वे बातें सार्वजनिक तौर कभी बाहर नहीं आती।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/who-was-shen-yi-ming-why-chinese-media-global-times-was-furious-when-brahma-chelani-compared-shen-helicopter-crash-with-general-bipin-rawat-death,"Chopper Crash: कौन थे शेन यी मिंग, जनरल रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश से उनकी मौत की तुलना पर क्यों भड़का चीनी मीडिया","विस्तार तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश होने सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया। पूरा देश इस घटना से स्तब्ध है। जनरल रावत, उनकी पत्नी और बाकी लोगों का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंच गया है। इस हादसे को लेकर विशेषज्ञ और जानकार अपनी-अपनी राय दे रहे हैं। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और हथियार नियंत्रण के मुद्दों के विशेषज्ञ और ब्रहमा चेलानी ने भी एक ट्वीट किया जिसके बाद चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स नाराज हो गया और उसने कहा कि इस क्रैश के पीछे अमेरिका का हाथ है। चेलानी ने क्या ट्वीट किया सीडीएस रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश को लेकर प्रोफेसर ब्रहमा चेलानी ने कई ट्वीट्स किए थे। उन्होंने अपने ट्वीट्स के जरिए सीडीएस रावत और ताइवान के जनरल स्टाफ के प्रमुख शेन यी मिंग के हेलीकॉप्टर क्रैश में समानताएं बताईं। 2002 में हुए इस दुर्घटना में शेन यी मिंग समेत सात लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, चेलानी ने ये भी कहा कि वो दोनों घटनाओं में कोई कड़ी जोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। अपने एक दूसरे ट्वीट में चेलानी ने सफाई देते हुए लिखा, 'इस अजीब समानता का ये मतलब नहीं है कि दोनों हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं में कोई कनेक्शन है या किसी बाहरी ताकत का हाथ है। जनरल रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना को ताइवान के जनरल प्रमुख के हेलीकॉप्टर क्रैश के समान बताने पर चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स भड़क गया। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा , 'भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारी की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन भारत में एक तथाकथित विद्वान ब्रह्म चेलानी ने चीन-भारत संबंधों में नए तनाव पैदा करने का प्रयास करके फायदा उठाया। कौन थे शेन यी मिंग पिछले साल दो जनवरी को ताइवान के शीर्ष सैन्य प्रमुख की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। रक्षा मंत्रालय के तब के बयान के मुताबिक नए राष्ट्रपति का चुनाव होने से कुछ दिन पहले यह घटना हुई। जब यह घटना हुई तब 62 वर्षीय जनरल और उनका दल पूर्वोत्तर यिलान काउंटी में सैनिकों से मिलने के लिए एक नियमित मिशन पर थे। शेन को उत्कृष्ट 'कमांडर’ माना जाता था जिन्होंने देश की वायु शक्ति को बढ़ाने में मदद की थी। ताइवान के जनरल स्टाफ प्रमुख शेन यी मिंग - फोटो : Social Media वायु सेना के आधुनिकीकरण का प्रयास किया था 62 वर्षीय शेन जनरल स्टाफ के प्रमुख के रूप में नियुक्त होने से पहले ताइवान के वायु सेना प्रमुख और उप रक्षा मंत्री के रूप में काम कर चुके थे। उन्होंने द्वीप की वायु सेना के आधुनिकीकरण के प्रयासों की कोशिश की थी जिसमें अपने लड़ाकू जेट विमानों को अपग्रेड करना और यूएएस से अत्याधुनिक F-16V विमान खरीदने की योजना थी। उन्होंने वायु सेना प्रमुख के तौर पर यमन के एक गुप्त मिशन में भाग लिया था और बाद में लड़ाकू विमानों के बेड़े को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शेन ताइवान की सैन्य ताकत इसलिए बढ़ा रहे थे क्योंकि स्व-शासित ताइवान पर चीन अपना दावा करता है और बल प्रयोग करने की धमकी देता है। ताइवान का कहना है कि वह चीन के दबाव के आगे नहीं झुकेगा। हालांकि द्वीप का स्वघोषित नाम ‘चीन गणराज्य’ (रिपब्लिक ऑफ चाइना) है जो उसके शासकों ने दिया। चीन नहीं चाहता कोई विदेशी दखल ताइवान की रक्षा के लिए अमेरिका उसे सैन्य उपकरण बेचता है, जिसमें ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर भी शामिल है। ओबामा प्रशासन ने 6.4 अरब डॉलर के हथियारों के सौदे के तहत 2010 में ताइवान को 60 ब्लैक हॉक्स बेचने की मंजूरी दी थी। इसके जवाब में, चीन ने अमेरिका के साथ कुछ सैन्य संबंधों को अस्थायी रूप से तोड़ दिया। अमेरिका के साथ ताइवान के बीच टकराव 1996 से चला आ रहा है। चीन ताइवान के मुद्दे पर किसी तरह का विदेशी दखल नहीं चाहता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग - फोटो : Amar चीन ताइवान पर दावा क्यों करता है? 1644 में चीन में चिंग वंश का शासन था। तब ताइवान चीन का हिस्सा था। 1895 में चीन ने ताइवान को जापान को सौंप दिया। कहा जाता है कि विवाद यहीं से शुरू हुआ 1949 से। चीन में गृहयुद्ध के दौरान माओत्से तुंग के नेतृत्व में कम्युनिस्टों ने चियांग काई शेक के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कॉमिंगतांग पार्टी को हरा दिया। हार के बाद कॉमिंगतांग पार्टी ताइवान पहुंच गई और वहां जाकर अपनी सरकार बना ली। इस बीच दूसरे विश्वयुद्ध में जापान की हार हुई तो उसने कॉमिंगतांग को ताइवान का नियंत्रण सौंप दिया। विवाद इस बात पर शुरू हुआ कि जब कम्युनिस्टों ने जीत हासिल की है ताइवान पर उनका अधिकार है। जबकि कॉमिंगतांग की दलील थी कि वे चीन के कुछ ही हिस्सों में हारे हैं लेकिन वे ही आधिकारिक रूस से चीन का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए ताइवान पर उनका अधिकार है। चीन रणनीतिक और प्रतीकात्मक रूप से महत्वपूर्ण इस द्वीप को फिर से अपने नियंत्रण में लेना चाहता है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ताइवान और चीन के पुन: एकीकरण की जोरदार वकालत करते हैं। हालांकि ताइवान खुद को संप्रभू राष्ट्र मानता है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/omicron-live-update-health-secretary-holds-an-important-meeting-with-the-states-and-singapore-has-been-removed-from-list-of-at-risk-countries-latest-news-update,"Omicron Live Update: अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 31 जनवरी तक रोक, राजस्थान में सभी नौ ओमिक्रॉन संक्रमित ठीक हुए","विस्तार देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके मद्देनजर भारत से या भारत आने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं को लगाई गई रोक को आगे बढ़ा दिया गया है। अब यह रोक 31 जनवरी 2022 तक लागू रहेगी। इससे पहले 15 दिसंबर से इन सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया गया था। हालांकि, ओमिक्रॉन के खतरे के मद्देनजर इस फैसले को वापस ले लिया गया। वहीं, राजस्थान में ओमिक्रॉन संक्रमित नौ लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी हाल ही में कोरोना के नए वैरिएंट की चपेट में आए थे। सभी को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है और अगले सात दिन तक होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई है। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी है। केंद्र ने राज्यों से कहा- दवा का पर्याप्त स्टॉक रखें वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने भी आज ओमिक्रॉन के मद्देनजर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ अहम बैठक की। इस दौरान टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने राज्यों से यह भी आग्रह किया कि वे कोरोना के इलाज के लिए तय की गईं आठ महत्वपूर्ण दवाओं के लिए पर्याप्त बफर स्टॉक बनाए रखना सुनिश्चित करें। सिंगापुर को राहत इस बीच केंद्र सरकार ने सिंगापुर को केंद्र सरकार ने खतरे वाली सूची से हटा दिया है। खतरे वाली सूची से आने वाले लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत एयरपोर्ट पर ही कोरोना जांच समेत अतिरिक्त पाबंदियों का सामना करना पड़ता है। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और चीन समेत 12 देश इस सूची में आते हैं। एसईसी की बैठक कल कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज पर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) कल बैठक करेगी। हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने देश में वैक्सीन के पर्याप्त स्टॉक और नए वैरिएंट के मामले सामने आने के कारण बूस्टर शॉट की मांग की थी। सीरम ने कोविशील्ड की बूस्टर खुराक के लिए डीसीजीआई से मंजूरी मांगी है। राहुल के मुंबई दौरे पर ओमिक्रॉन का साया इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने भी कोरोना प्रोटोकॉल में किसी भी तरह की ढील न देने का फैसला कर लिया है। खबर है कि राहुल गांधी के प्रस्तावित दौरे पर फैसला अब ओमिक्रॉन की समीक्षाके बाद लिया जाएगा। राज्य के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर ओमिक्रॉन के मामले ऐसे ही बढ़ते रहे, तो सोचना होगा। पाकिस्तान में पहला संदिग्ध वहीं, पाकिस्तान में भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ गया है। यहां कराची में इस वैरिएंट के संदिग्ध का पहला मामला सामने आया है। सिंध प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अजरा फजल पेचुहो ने गुरुवार को बताया कि कराची में एक संदिग्ध महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ओमिक्रॉन की पुष्टि के लिए उनके सैंपल को जीनोमिक अध्ययन के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि हालांकि कोरोना मरीज के नमूने का जीनोमिक अध्ययन पूरा नहीं हुआ है, लेकिन जिस तरह से वायरस व्यवहार कर रहा है, ऐसा लगता है कि यह ओमिक्रॉन है। उनने बताया कि मरीज की उम्र 57 है, लेकिन स्थानीय समाचार चैनलों ने बताया कि जो महिला इलाज के लिए एक निजी अस्पताल गई थी, वह लगभग 65 वर्ष की थी, जिसका कोई यात्रा इतिहास नहीं था। अमेरिका में फाइजर के बूस्टर डोज को मंजूरी इस बीच यूएस एफडीए ने फाइजर के बूस्टर डोज को भी मंजूरी दे दी है। फिलहाल 16 और 17 साल के लोगों के लिए बूस्टर डोज को मान्यता दी गई है। दुनिया में बढ़ते ओमिक्रॉन के खतरे के बीच यह राहत भरी खबर है।",-1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/opposition-suspended-protest-over-suspension-of-12-mps-to-express-condolences-to-cds-rawat-and-others-who-died-in-chopper-crash-rajya-sabha-functions-smoothly-for-first-time-in-winter-session,"हेलिकॉप्टर हादसा: राज्यसभा में टूटा विपक्ष का गतिरोध, शीत सत्र में पहली बार सुचारु रूप से चली कार्यवाही","विस्तार तमिलनाडु में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों के निधन की घटना पर शोक जताते हुए विपक्षी दलों ने गुरुवार 12 सांसदों के निलंबन को लेकर अपना प्रदर्शन पूरी तरह बंद रखा। विपक्षी दलों का यह शांत रुख पूरे दिन राज्यसभा के बाहर भी नजर आया और अंदर भी। 29 नवंबर को शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में आज पहला मौका रहा जब विपक्षी दलों ने 12 सांसदों के निलंबन को लेकर पूरे दिन कोई प्रदर्शन नहीं किया और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चली। संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना स्थल पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आह्वान के बाद विपक्ष ने यह रुख अपनाया। केवल आज के लिए निलंबित हुआ विपक्ष का प्रदर्शन खड़गे ने कहा, 'हमने (विपक्षी दल) एकमत से फैसला लिया है कि गैरकानूनी होने का बावजूद सांसदों के निलंबन के फैसले के खिलाफ अपना प्रदर्शन निलंबित करेंगे। हमने अपना प्रदर्शन हादसे में मारे गए सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत और बाकी 11 रक्षा कर्मचारियों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए केवल आज के लिए निलंबित किया है।' उन्होंने कहा था कि इसमें सरकार या विपक्ष का कोई सवाल नही है, हम उन रक्षा अधिकारियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते आए हैं जिन्हें देश के लिए लड़ाई की है। हम सदन की कार्यवाही में भी हिस्सा लेंगे। बता दें कि वायु सेना का एक एमआई-17 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु में नीलगिरि और कोयंबटूर के बीच कुन्नूर में एक दुर्घटना का शिकार हो गया था। अनुशासनहीनता के लिए निलंबित किए गए हैं सांसद इन 12 सांसदों को संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान अनुशासनहीनता के आरोप में मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। विपक्षी दल इस फैसले को संवैधानिक रूप से गलत और मनमाना बता रहे हैं और निलंबन के निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर विपक्षी पार्टियों का विरोध-प्रदर्शन संसद के सत्र की शुरुआत के साथ ही जारी है।",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/india-chairs-global-meeting-on-methane/india/news/2589210.html,भारत ने की मिथेन पर वैश्विक बैठक की अध्यक्षता,"नयी दिल्ली, 10 दिसम्बर (वार्ता) भारत ने वैश्विक स्तर पर मिथेन के उत्सर्जन को कम करने को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता की जिसमें 45 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कोयला मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मिथेन के इस्तेमाल को कम करने के लिए दुनिया भर के प्रयासों को गति देने के लिए वर्चुअल आधार पर आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कोयला मंत्रालय में अपर सचिव वी के तिवारी ने की। उन्होंने बैठक में शामिल हुए प्रतिभागियों को मीथेन के उत्सर्जन को कम करने की दिशा में भारत द्वारा किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी दी",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/nadda-puri-welcomed-110-hindu-sikh-migrants-who-came-to-india-from-afghanistan-with-texts/india/news/2589156.html,"ग्रंथों के साथ अफगानिस्तान से भारत आए 110 हिंदु-सिख प्रवासियों का नड्डा, पुरी ने किया स्वागत","नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (वार्ता) सिखों के गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों तथा श्रीमद्भगवद्गीता और रामचरित मानस के साथ 110 हिंदू-सिख प्रवासी शुक्रवार को विशेष विमान के जरिए अफगानिस्तान से भारत पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और अन्य लोगों ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच कर आगंतुकों का स्वागत किया। इसके बाद तीनों नेताओं ने सिख मर्यादा के अनुसार गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों को प्राप्त किया, जिसके बाद सभी प्रवासियों का सिरोपा डाल कर स्वागत किया गया। इस दौरान सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का उन्हें अफगानिस्तान से सकुशल निकालने के लिए आभार व्यक्त किया। इसके बाद दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की टीम की ओर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को सम्मानपूर्वक गुरु मर्यादानुसार महावीर नगर स्थित गुरुद्वारा गुरु अर्जुन देव जी में पहुंचाया गया। गुरुद्वारा कमेटी के लीगल सेल के चेयरमैन जगदीप सिंह काहलों और धर्म प्रचार कमेटी के संयोजक जसप्रीत सिंह करमसर ने बताया कि स्वरूपों को लाने के लिए कमेटी की टीम विशेष तौर पर फूलों से सुशोभित पालकी साहिब के साथ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची थी। श्री काहलों ने बताया कि डीएसजीएमसी की ओर से सभी प्रवासियों के लिए गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में रहने की व्यवस्था की गई है। हिंदू-सिख प्रवासियों को भारत लाने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ काम कर रहे इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि गुरुद्वारा काबुल के शोर बाजार स्थित गुरु हर राय पर पिछले दिनों हुए आतंकवादी हमले के दौरान मारे गए स्थानीय सुरक्षा गार्ड महरम अली के परिवार को भी दिल्ली लाया गया है। उन्होंने कहा कि सभी प्रवासियों का मानवता की भलाई के लिए काम करने वाले सोबती फाउंडेशन की ओर से पुनर्वास किया जाएगा। दिनेश.श्रवण वार्ता",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/sonia-to-address-concluding-ceremony-of-50th-anniversary-of-bangladesh-liberation/india/news/2589145.html,बंगलादेश मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ के समापन समारोह को संबोधित करेंगी सोनिया,"नयी दिल्ली, 10 दिसम्बर (वार्ता) कांग्रेस बंगलादेश मुक्ति की 50वीं वर्ष गांठ पर कांग्रेस देश के विभिन्न हिस्सों में एक साल से चले अपने कार्यक्रमों का 15 दिसम्बर को यहां समारोहपूर्वक समापन करेगी। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इस समारोह की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समरोह में मुख्य अतिथि रहेंगी। इसके अगले दिन यानी 16 दिसम्बर को जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे और इसके साथ ही सालभर तक चले समारोह का समापन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 16 दिसम्बर को देहरादून में इस कड़ी में आयोजित एक भव्य समारोह को को संबोधित करेंगे जिसमें इस युद्ध में शामिल हुए योद्धाओं तथा वीर सैनिकों की विधवाओं को सम्मानित किया जाएगा। कांग्रेस ने बंगलादेश मुक्ति के 50 साल पूरे होने पर देश के विभिन्न हिस्सों जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया था लेकिन कोरोना महामारी के कारण समय पर कार्यक्रम शुरु नहीं हो सका। यह कार्यक्रम हरियाणा के पंचकूला में जुलाई के मध्य में आरंभ हुआ अब तक कांग्रेस ने देश के 100 से अधिक जिलों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए। राज्य स्तर के कार्यक्रम 16 नवंबर से नागालैंड की राजधानी कोहिमा में शुरु हुए थे। अभिनव.संजय वार्ता",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/less-than-one-percent-in-the-army-a-little-more-than-one-in-the-air-force-and-6-percent-in-the-navy/india/news/2589140.html,"सेना में एक फीसदी से भी कम, वायु सेना में एक से कुछ अधिक तथा नौसेना में 6 प्रतिशत महिलाएं","नयी दिल्ली 10 दिसम्बर (वार्ता) सेना में महिलाओं का प्रतिनिधित्व एक प्रतिशत से भी कम, वायु सेना में एक प्रतिशत से कुछ ज्यादा जबकि नौसेना में सबसे अधिक 6 प्रतिशत है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शुक्रवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी।",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/advisory-issued-to-protect-children-from-dangers-of-online-gaming/india/news/2589131.html,बच्चों को ‘ऑनलाइन गेमिंग’ के खतरों से बचाने को परामर्श जारी,"नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (वार्ता) केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से ‘ऑनलाइन गेमिंग’ के खतरों से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों के लिए परामर्श जारी किया गया है। मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रौद्योगिकी के नए युग में, ऑनलाइन खेल बच्चों के साथ बहुत लोकप्रिय हैं। ऑनलाइन खेल की लत एक सामान्य कारक है क्योंकि बच्चे किसी भी समय कहीं भी यह खेल कंप्यूटर, मोबाइल या टेबलेट में आसानी से खेल सकते हैं।",-1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/human-rights-day-kovind-calls-for-an-end-to-discrimination-resolve-for-a-healthy-environment/india/news/2588783.html,"मानवाधिकार दिवस: कोविंद ने किया भेदभाव की समाप्ति, स्वस्थ पर्यावरण के लिए संकल्प का आह्वान","नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (वार्ता) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मानवाधिकार दिवस के अवसर पर दुनिया में व्याप्त दुराग्रहों और भेदभाव को दूर करने और पर्यावरण एवं प्रकृति के स्वास्थ्य की रक्षा का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि दुराग्रह के चलते व्यक्ति की पूरी क्षमता का लाभ नहीं मिलता और यह पूरे समाज के हित की दृष्टि से उचित नहीं होता है। श्री काेविंद मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में यहां विज्ञान भवन में आयोजित मुख्य समारोह के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति ने कहा कि निष्पक्ष व्यवहार मानवीय गरिमा के सम्मान की पहली शर्त है लेकिन दुर्भाग्य से यह दुनिया दुराग्रहों से भरी है। दुर्भाग्य है कि इन दुराग्रहों से व्यक्तियों की पूरी संभावनाओं का लाभ उठाने के मार्ग में बाधाएं आती हैं। श्री कोविंद ने कहा कि मानवाधिकार दिवस हमारे लिए दुराग्रहों से उबरने के रास्तों के बारे में एक साथ मिल कर सोचने का आदर्श अवसर है। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानव अधिकारों पर सार्वभौम घोषणा (यूडीएचआर) को आज के ही दिन 1948 में अपनाए जाने के उपलक्ष्य में हर वर्ष मनाया जाता है। समारोह में राष्‍ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर स्वस्थ पर्यावरण और जलवायु-न्याय के मुद्दे पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि आज के दिन हमें स्वस्थ पर्यावरण और जलवायु संबंधी न्याय के अधिकार पर भी चर्चा करनी चाहिए क्योंकि प्रकृति के ह्रास से जलवायु की अपूरणीय क्षति हो रही है और इसके दुष्परिणाम में हमारे सामने दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया प्रकृति के ह्रास की क्रूर सच्चाई देख रही है पर अभी बदलाव के लिए कोई ठोस निर्णय करने का संकल्प नहीं कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपनी आगे आने वाली पीढ़ियों को औद्योगीकरण के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए अपनी मातातुल्य प्रकृति की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि समय तेजी से बीत रहा है, पर उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि भारत ने अपने स्तर पर और हाल में सम्पन्न विश्व जलवायु सम्मेलन में कई पहल की हैं जिनसे प्रकृति को पुन: स्वस्थ करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में भारत की भूमिका सराहनीय है। मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा का मसौदा तैयार करने के लिए जो समिति बनायी गयी थी, उसमें दुनिया भर के प्रतिनिधि थे। उसमें भारत की हंसा बहन मेहता ने बहुत बड़ा योगदान किया। वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अनुयायी थीं। राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया में मानवाधिकारों के मुद्दे ने दूसरे विश्व युद्ध से उत्पन्न परिस्थितियों के बीच जोर पकड़ा और यह इस पर सार्वभौमिक घोषणा पत्र उसकी उपज रहा। पर भारत में इससे बहुत पहले औपनिवेशिक सत्ता के विरुद्ध आंदोलन की शुरुआत में ही मूल अधिकारों की मांग उठने लगी थी। 1895 में भारत के आधुनिक संविधान की अवधारणा के तौर पर प्रस्तुत स्वराज विधेयक में मानवाधिकारों को भूतअधिकार के रुप में रखा गया। वर्ष 1931 में कांग्रेस के कराची अधिवेशन में सरदार बल्लभ भाई पटेल की अध्यक्षता में मानवाधिकारों पर प्रस्ताव पारित किया गया और इस विषय पर आम लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ। इस प्रस्ताव पर गांधी जी ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे। इसमें मांग की गयी थी कि भारत के लिए बनाए जाने वाले संविधान में अभिव्यक्ति और धर्म की स्वतंत्रता सहित लोगों के लिए मौलिक अधिकारों के प्रावधान अनिवार्य रूप से होने चाहिए। श्री कोविंद ने कहा कि कराची के प्रस्ताव के दो माह बाद गांधी जी ने इस प्रस्ताव को सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव बताया था। यह दर्शाता है कि वह किस तरह का स्वराज चाहते हैं। राष्ट्रपति ने इस संदर्भ में गांधीजी के कहे इस कथन को उद्धरित किया, “ स्वराज या गरीब का स्वराज्य राम राज है। भगवान राम न्याय और समानता के प्रतीक हैं। वह सत्य और परोपकार के प्रतीक हैं। ” उन्होंने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं को भी इन आदर्शों से प्रेरणा मिली। संविधान बनाने के समय मानवाधिकारों के विषय में गठित उप समिति में हंसा बहन को भी रखा गया था और उसके अध्यक्ष सरदार बल्लभ भाई पटेल थे। राष्ट्रपति ने कहा,“ हमारे संविधान की प्रस्तावना में न्याय, समानता, स्वाधीनता और बंधुत्व पर जोर दिया गया है। मेरी राय में यह चारो शब्द मानवाधिकारों की सम्पूर्ण व्याख्या करते हैं।” राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में मानवाधिकारों पर बहस अधिकारों पर केंद्रित है जो कि उचित भी है पर गांधी जी ने इसके साथ दायित्वों पर भी जार दिया था। अधिकार और कर्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। गांधी जी ने कहा था कि समाज के प्रति व्यक्ति के दायित्वों को देखते हुए ये अधिकार असीमित नहीं हो सकते। उन्हें संतुलित रखना चाहिए। सरदार पटेल ने उस समय व्यक्ति और समाज के अपने अधिकार में संतुलन रखे जाने पर जोर दिया था। इसी संदर्भ में उन्होंने डॉ भीमराव अंबेडकर के इस कथन का उल्लेख किया कि भारत के संविधान के मासौदे में मानवाधिकार के असीमित अधिकार का प्रावधान कर के संसद को पुलिस के अधिकार के सिद्धांत की खोज करने में संसद के बचाव का काम उच्चतम न्यायालय पर छोड़ने की बजाय कार्यपालिका को ही मौलिक अधिकारों पर पर्याप्त अंकुश लगाने का अधिकार देने का प्रावधान किया गया है। श्री कोविंद ने कहा कि इस नाजुक संतुलन के कारण गणतंत्र के लिए एक बीच का रास्ता सुनिश्चित गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के मानवाधिकार दिवस का विषय ‘समानता’ रखा गया है। ‘समानता मानवाधिकारों का आत्मा है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार घोषणा पत्र के प्रथम अनुच्छेद में कहा गया है कि हर व्यक्ति स्वतंत्र पैदा हुआ है और हर व्यक्ति का सम्मान और अधिकार एक समान है। राष्ट्रपति ने कहा कि मानवाधिकारों पर सार्वभौमिक घोषणा-पत्र में वर्णित अधिकारों को हर व्यक्ति का अविच्छेद्य अधिकार माना गया है। घोषणा पत्र की मान्यता है कि इस हर व्यक्ति मानवता का समान रूप से एक हिस्सा है चाहे उसका वर्ण, जाति, धर्म या सम्प्रदाय कुछ भी हो। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नागरिक संगठनों और व्यक्तिगत स्तर पर मानवाधिकार संरक्षण के लिए काम कर रहे लोगों सहित सभी हितधारकों के साथ मिल कर मानवाधिकारों के संरक्षण की व्यवस्था मजबूत करने का काम कर रहा है। उन्होंने इस अवसर पर कोविड महामारी के अभूतपूर्व संकट का भी जिक्र किया और कहा कि अभी इसका खतरा दूर नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया पर समाज के कमजोर लोगों पर इसका असर ज्यादा रहा। उन्होंने कहा कि भारत सबको मुफ्त टीका देने की नीति अपना कर लाखों लोगों का जीवन बचाने में सफल हुआ है। मनोहर.श्रवण वार्ता",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cds-general-bipin-rawat-photos-latest-update-delhi-cantt-brar-square-crematorium-129198019.html,"किसी सैन्य अफसर की ऐसी अंतिम विदाई पहली बार: दिल्ली की सड़कों पर उतरी जनता, फूल बरसाए, शव वाहन के साथ दौड़ते रहे.. देखें तस्वीरें","किसी सैन्य अफसर की ऐसी अंतिम विदाई पहली बार:दिल्ली की सड़कों पर उतरी जनता, फूल बरसाए, शव वाहन के साथ दौड़ते रहे.. देखें तस्वीरें नई दिल्ली देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ आज परमात्मा में लीन हो गए। राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली कैंट में शाम 4:56 बजे जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका को एक ही चिता पर दोनों बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने एक साथ मुखाग्नि दी। जनरल का अंतिम सफर देश और सेना के लिए दिए गए उनके योगदान और उनसे जुड़ी लोगों की भावनाओं को बयां कर रहा था। तस्वीरों में देखिए जनरल बिपिन रावत का आखिरी सफर... जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का शव शुक्रवार सुबह 11 बजे दिल्ली स्थित उनके घर लाया गया। न सिर्फ सेना के अफसर-जवान, बल्कि सिविलियंस भी सैल्यूट करते नजर आए। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि देते राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेता। राहुल गांधी ने जनरल बिपिन रावत और मधुलिका की दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी रावत को श्रद्धांजलि दी। जनरल बिपिन रावत और मधुलिका के परिजनों समेत हर भारतवासी के आंसू शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे थे। जनरल रावत की बड़ी बेटी कृतिका ने अपने मासूम बेटे के हाथ में फूल देकर नाना-नानी के पार्थिव शरीर को समर्पित करने के लिए कहा। दुख भरे माहौल से अनजान मासूम फूलों से ही खेलने लगा। जनरल रावत के घर के बाहर उन्हें श्रद्धांजलि देने देशभर से लोग पहुंचे थे। घर के बाहर लंबी कतार थी। जो अंतिम दर्शन नहीं कर पाए, वे बाहर ही लगी तस्वीरों पर फूल-माला चढ़ाने लगे। शाम करीब 4 बजे जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की पार्थिव देह अंतिम संस्कार के लिए पूरे सम्मान के साथ बराड़ स्क्वायर ले जाते हुए सैनिक । जनरल रावत और मधुलिका के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। हर कोई अपने योद्धा को विदाई देने आया था। जनरल रावत की पार्थिव देह को तोप गाड़ी में बराड़ स्क्वायर तक ले जाया गया। इस दौरान लोग वाहन के साथ दौड़ लगाते रहे। शहीद के सम्मान में नारे भी लगाए गए। जनरल रावत की पार्थिव देह को जब उनके घर से अंतिम संस्कार के लिए बराड़ स्क्वायर ले जाया जा रहा था, तब घर के बाहर भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई उन्हें निहार रहा था। जनरल रावत के अंतिम संस्कार के लिए उनकी पार्थिव देह से तिरंगा हटाया गया। इस तिरंगे को उनकी दोनों बेटियों कीर्तिका और तारिणी को ससम्मान सौंपा गया। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार अंतिम संस्कार के दौरान सभी रस्मों और रिवाजों को पूरा किया गया। दोनों बेटियों ने माता-पिता के शव पर चंदन का लेप लगाया। दोनों बेटियों ने मां और पिता की पार्थिव देह पर चंदन और घी डालने की रस्में पूरी कीं। जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका को एक ही चिता पर दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने एक साथ मुखाग्नि दी। इस दौरान पूरा माहौल शहीद के सम्मान में नारों से गूंज उठा। जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान 800 जवान मौजूद थे। तीनों सेनाओं का बिगुल बजाया गया। साथ ही सेना के बैंड ने शोक गीत भी गाया। माता-पिता के जलते शवों को देखकर दोनों बेटियां खुद को संभाल नहीं पाईं। परिजन बार-बार उन्हें गले लगाकर और आंसू पोंछकर चुप करवा रहे थे। खबरें और भी हैं... VIDEO में देखें मासूम की श्रद्धांजलि: CDS रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचा नवासा, सूनी आंखों से भीड़ के बीच नाना-नानी को खोजता रहा देश साजिश की खबरों पर वायुसेना की अपील: IAF ने ट्वीट कर कहा- ट्राई सर्विस इंक्वायरी की रिपोर्ट का इंतजार करें, सच सबके सामने होगा देश LOC पर यादों में जिंदा हुए जनरल रावत: मछाल, कुपवाड़ा और बारामूला में कड़ाके की सर्दी के बीच कैंडल मार्च निकाले गए; लोग बोले- दोस्त चला गया देश दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव: अपनों के ताबूत देख भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी ने एयरपोर्ट पर हर शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-last-rites-attend-by-israel-uk-sri-lanka-high-commissioner-129198012.html,"अंतिम यात्रा का अंतिम पड़ाव: ब्रिटेन, इजराइल के एम्बेसेडर्स और श्रीलंकाई हाईकमिश्नर ने CDS रावत को श्रद्धांजलि दी, चीन-PAK ने किसी को नहीं भेजा","अंतिम यात्रा का अंतिम पड़ाव:ब्रिटेन, इजराइल के एम्बेसेडर्स और श्रीलंकाई हाईकमिश्नर ने CDS रावत को श्रद्धांजलि दी, चीन-PAK ने किसी को नहीं भेजा नई दिल्ली हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए CDS जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका का गुरुवार को दिल्ली में अंतिम संस्कार हुआ। इसके पहले उनके पार्थिव शरीर उनके घर अंतिम दर्शन के लिए रखे गए। इस दौरान कई देशों के एम्बेसेडर्स, हाईकमिश्नर्स और डिफेंस अटैची भी पहुंचे और जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की। ब्रिटेन, रूस, इजराइल और श्रीलंका समेत कई दूतावासों के सर्वोच्च अधिकारियों ने जनरल रावत को अंतिम विदाई दी। भारत के दो पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान ने अपना कोई प्रतिनिधि नहीं भेजा। जनरल रावत और पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था। गुरुवार रात पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाए गए थे। शुक्रवार को आर्मी हॉस्पिटल से इन्हें परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद अंतिम संस्कार हुआ। ब्रिटिश हाईकमिश्नर एलेक्स एलिस ने कहा- भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने में जनरल रावत का महत्वपूर्ण योगदान रहा। ब्रिटेन हाईकमिश्नर बोले- रावत बहादुर सिपाही थे ब्रिटिश हाईकमिश्नर एलेक्स एलिस ने कहा- भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने में जनरल रावत का महत्वपूर्ण योगदान रहा। ये बहुत बड़ा नुकसान है। ब्रिटिश एम्बेसी में उनके कई करीबी दोस्त हैं। जनरल रावत महान व्यक्ति थे। उन्होंने भारत को डिफेंस में भी बड़ी ताकत बनाया। वो एक बहादुर सिपाही और जिंदादिल इंसान थे। ये भारत के लिए बहुत बड़ा नुकसान है। रूस के प्रतिनिधि भावुक हुए फ्रांस के एम्बेसेडर एमैनुएल लेनिएन और इजराइल के एम्बेसेडर नेओर गिलॉन अंतिम दर्शन के लिए रावत के घर पहुंचे। ब्रिटिश हाईकमिश्नर एलेक्स एलिस, बांग्लादेश के हाईकमिश्नर मोहम्मद इमरान भी आए। रूस की एम्बेसी में तैनात कैप्टन कोनेस्टिन जेदोरिन भी आए। जेदोरिन काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा- जनरल रावत वो शख्सियत थे, जिन्होंने भारत-रूस सैन्य सहयोग में अहम भूमिका अदा की थी। दोनों देशों को करीब लाने और भाईचारा बढ़ाने में जनरल रावत का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इजराइल के डिफेंस अटैची भी जनरल रावत को अंतिम विदाई देने पहुंचे। जून में जनरल रावत इजराइल गए थे। इन्होंने भी दी श्रद्धांजलि श्रीलंका की तरफ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल शावेंद्रा सिल्वा भी पहुंचे। उनके अलावा भी श्रीलंका के कई सैन्य और हाईकमीशन के अफसरों ने जनरल रावत को अंतिम विदाई दी। जनरल सिल्वा ने कहा- नेशनल डिफेंस कॉलेज में जनरल रावत मेरे साथी थे। मैंने बहुत प्यारा दोस्त खो दिया। भूटान रॉयल आर्मी के ब्रिगेडियर दोरजी रिन्चेन भी जनरल रावत के घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। नेपाल की तरफ से चीफ ऑफ जनरल स्टाफ आर्मी लेफ्टिनेंट जनरल बालकृष्ण कार्की पहुंचे। बांग्लादेश के लेफ्टनेंट जनरल वकार-उज-जमान ने रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की। इजराइल के एम्बेसेडर नेओर गिलॉन ने भी जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को श्रद्धांजलि अर्पित की। फ्रांस के एम्बेसेडर ने कहा- जनरल हमारे दिलों में जिंदा फ्रांस के एम्बेसेडर एमैनुएल लेनिएन ने कहा- जनरल रावत एक ग्रेट मिलिट्री अफसर और कमाल के दोस्त थे। वो हमेशा कहते थे कि फ्रांस और भारत के बीच रिश्ते और मजबूत होने चाहिए। हम हमेशा उन्हें अपने दिल में रखेंगे। फ्रांस के एम्बेसेडर एमैनुएल लेनिएन ने भी जनरल रावत के अंतिम दर्शन किए। उन्होंने कहा- रावत सिर्फ मिलिट्री लीडर ही नहीं बल्कि कमाल के दोस्त भी थे। खबरें और भी हैं... भास्कर LIVE अपडेट्स: अमेरिका की डेमोक्रेसी समिट में बोले मोदी- लोकतंत्र से अच्छे नतीजे मिले थे, मिले हैं और मिलते रहेंगे देश जनरल को आखिरी सैल्यूट: विवाह वेदी से चिता तक संग; जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को उनकी दो बेटियों ने एक ही चिता पर मुखाग्नि दी देश कोरोना दुनिया में LIVE: ओमिक्रॉन के खतरे के बीच इजरायल 10 दिन के लिए बढ़ाएगा ट्रैवल बैन और क्वारैंटाइन नियम विदेश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/last-rites-of-cds-vipin-rawat-and-other-martyrs-today-live-news-and-updates-helicoptor-crash-in-tamilnadu-129197336.html,जनरल को आखिरी सैल्यूट: विवाह वेदी से चिता तक संग; जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को उनकी दो बेटियों ने एक ही चिता पर मुखाग्नि दी,"जनरल को आखिरी सैल्यूट:विवाह वेदी से चिता तक संग; जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को उनकी दो बेटियों ने एक ही चिता पर मुखाग्नि दी देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत पत्नी मधुलिका समेत हमसे विदा हो गए। दोनों विवाह की वेदी से चिता तक साथ रहे। 36 साल पहले दोनों ने अग्नि के सात फेरे लेकर साथ निभाने का वचन दिया था, जिसे मुखाग्नि तक निभाया। दिल्ली के आर्मी कैंट में शुक्रवार को जनरल रावत और उनकी पत्नी की पार्थिव देह को एक ही चिता पर अंतिम विदाई दी गई। दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने एकसाथ उन्हें मुखाग्नि दी। जनरल रावत की अंतिम यात्रा भावुक कर देने वाली रही। सेना के किसी सर्वोच्च अफसर की अंतिम यात्रा के लिए शायद ही दिल्ली में कभी ऐसी भीड़ उमड़ी हो। पूरे रास्ते पर लोगों ने फूल बरसाए और शव वाहन के साथ-साथ तिरंगा लेकर दौड़े। नारे लगाते रहे- जनरल बिपिन रावत अमर रहें। अंतिम संस्कार के दौरान पूरा आर्मी कैंट भारत माता की जय के नारों से गूंजता रहा। तीनों सेनाध्यक्षों और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनरल रावत को अंतिम श्रद्धांजलि दी। उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई और इस दौरान 800 मिलिट्री पर्सनल मौजूद थे। जनरल रावत और उनकी पत्नी की तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी। इस हादसे में कुल 13 लोगों की मौत हुई है। बेटियों ने नम आंखों से माता-पिता को विदा किया जनरल रावत और मधुलिका को मुखाग्नि देने के बाद बेटियां कृतिका और तारिणी एकटक चिता को निहारती रहीं। आंखें नम थीं। फिर गले लगीं और फूट-फूटकर रोने लगीं, एक-दूसरे को संभाला भी। मुखाग्नि के वक्त जनरल को 17 तोपों की सलामी दी गई। अंतिम संस्कार के वक्त एक-दूसरे को गले लगातीं जनरल रावत की बेटियां तारिणी और कृतिका। सेनाओं ने हीरो को किया सैल्यूट इंडियन आर्मी और नेवी ने अपने ट्विटर हैंडल पर जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए पोस्ट की। इंडियन आर्मी ने लाल चंद फलक का शेर लिखा- दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फत, मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए-वफा आएगी। नेवी ने जनरल रावत के लिए लिखा, ''हमारे झंडे हवा की वजह से नहीं लहराते हैं। यह हमारे जवानों की आखिरी सांस से लहराते हैं, जो इसकी हिफाजत में अपनी जान भी दे देते हैं।'' शाह और डोभाल श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास पर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इनके अलावा कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने भी जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी। जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। जनरल रावत को श्रद्धांजलि देते गृह मंत्री अमित शाह। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी जनरल रावत को उनके आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल श्रद्धांजलि देते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी। जनरल रावत के पार्थिव शरीर को प्रोटोकॉल के तहत आवास पर ले जाते सेना के अफसर। दिवंगत जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया गया। ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर को बेटी ने दी मुखाग्नि जनरल रावत के साथ जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर का आज दिल्ली कैंट के बराड़ स्क्वायर में अंतिम संस्कार किया गया। आज सुबह उनके पार्थिव शरीर को आर्मी के बेस अस्पताल से शंकर विहार में उनके आवास ले जाया गया। ब्रिगेडियर लिड्डर को अंतिम विदाई देने के लिए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी भी पहुंचे। उन्हें श्रद्धांजलि देने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पहुंचे। PHOTOS में ब्रिगेडियर लिड्डर को अंतिम विदाई... ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी, वे श्मशान घाट में अपनी मां को भी संभालती रहीं। PM मोदी ने सभी शहीदों को दी श्रद्धांजलि ​​​​​​​ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जनरल रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शामिल जवानों की कहानी.. मेरठ में स्कवाड्रन लीडर कुलदीप की सास का दर्द : हीरे जैसा दामाद था मेरा, उस दिन बेटी से बात हुई थी वह पति के लिए खाना बना रही थी स्कूल को लिखी चिट्‌ठी में कैप्टन वरुण का शौर्य पढ़िए:आर्मी स्कूल के प्रिंसिपल को लिखा था- औसत दर्जे का होना भी ठीक होता है खबरें और भी हैं... दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव: अपनों के ताबूत देख भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी ने एयरपोर्ट पर हर शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया देश बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया देश हेलिकॉप्टर क्रैश की 5 कहानियां, 10 तस्वीरें: दुख और गर्व के ऐसे किस्से कि लिखते वक्त दिल दहल गया, हाथ कांपते रहे DB ओरिजिनल क्रैश की कहानी मिनट-दर-मिनट: सुबह 11:48 पर CDS का हेलिकॉप्टर उड़ा और 20 मिनट बाद लापता हो गया, जानिए कब-क्या हुआ DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/after-buyin-youtube-robbery-idea-hitech-thief-arrested-in-pune-pimpri-chinchwad-g-jewelery-129197899.html,"पुणे के बीटेक स्टूडेंट का हाईटेक फर्जीवाड़ा: लाखों की ज्वेलरी खरीदकर UPI से पेमेंट करता, सक्सेसफुल होने का मैसेज आता लेकिन पैसे नहीं मिलते","पुणे के बीटेक स्टूडेंट का हाईटेक फर्जीवाड़ा:लाखों की ज्वेलरी खरीदकर UPI से पेमेंट करता, सक्सेसफुल होने का मैसेज आता लेकिन पैसे नहीं मिलते पुणे महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ पुलिस ने एक ऐसे हाईटेक चोर को अरेस्ट किया है, जो ऐप के जरिए ज्वेलरी शॉप ओनर्स को ठगी का शिकार बनाता था। उसकी ठगी का तरीका भी एकदम अलग था। वह ज्वैलरी खरीदने के बाद ऑनलाइन पेमेंट करता था, फोन डिस्प्ले में पेमेंट ट्रांसफर नजर आती थी, लेकिन वह पैसे अकाउंट में नहीं मिलता था। किसी को संदेह न हो इसलिए वह पैसे ट्रांसफर करने का स्क्रीनशॉट भी शेयर कर देता था। पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने शुक्रवार को बताया कि ठगी की इस हैरान करने वाली वारदात को अंजाम देने वाले 22 वर्षीय युवक का नाम निखिल सुधीर जैन है। वह औरंगाबाद के लासुर इलाके का रहने वाला है। निखिल पुणे के सिंहगढ़ कॉलेज में बीटेक (I.T) का थर्ड ईयर का छात्र है। पुलिस ने उसे पुणे से सटे उंड्री इलाके से पकड़ा है, यहां यह किराए के घर में रहता था। एक सीसीटीवी कैमरे में आरोपी कैद हुआ और दुकान के मालिक की शिकायत पर उसे अरेस्ट किया गया। ठगी को ऐसे अंजाम देता था आरोपी आरोपी आमतौर पर ऐसे ज्वैलरी शॉप को टारगेट करता था, जहां ज्यादा भीड़ हुआ करती थी। ज्वैलरी खरीदने के बाद वह यूपीआई के माध्यम से पेमेंट करने की बात कहता था। पेमेंट के लिए वह एक ई-कॉमर्स वेबसाइट के यूपीआई पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल करता था। बार कोड स्कैन करने के बाद वह अमाउंट भरता था और फिर पिन डालने के बाद आने वाले सक्सेसफुल वाले मैसेज को दिखा कर वहां से चला जाता था। शॉप ओनर उसके पीछे न लगे इसलिए वह छोटे ट्रांजेक्शन यानी 20 से 30 हजार की खरीदारी करता था। 'यू-ट्यूब' देख आया आइडिया पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने बताया कि निखिल पढ़ने में बहुत तेज था, लेकिन वह अपने क्रेडिट कार्ड का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करता था, जिस वजह से उस पर काफी कर्ज चढ़ चुका था। उसे चुकाना के लिए ही उसने फेक पेमेंट ऐप का इस्तेमाल किया था। इस ऐप की जानकारी उसे 'यू-ट्यूब' से मिली था। कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने बताया कि इस तरह के ऐप से फर्जी ट्रांजैक्शन किए जाते हैं यानी देखने में ऐसा लगता है कि पैसे ट्रांसफर हो गए, लेकिन वह अकाउंट में नहीं पहुंचते थे। आरोपी निखिल ने भी यही तरीका अपनाया और कई ज्वेलरी मालिकों से लाखों के गहने खरीदे। ऐसे पकड़ा गया आरोपी एक ज्वेलरी शॉप के मालिक की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की और CCTV फुटेज की सहायता से आरोपी को पकड़ा। पुलिस के गुंडा विरोधी दस्ते की टीम ने निखिल से कड़ाई से पूछताछ की और कुछ ही देर में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। शुक्रवार को आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कुछ और पीड़ित CCTV फुटेज के साथ सामने आए और आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करवाया। आरोपी के पास से गोल्ड की कई ज्वेलरी बरामद हुई है। पांच लाख का माल बरामद आरोपी के पास से 105 ग्राम सोने के गहनों के साथ एक महंगा मोबाइल फोन और 1 स्कूटर बरामद हुआ है। इसके अलावा आरोपी के पास से पांच लाख रुपए के महंगे सामान भी मिले हैं। माना जा रहा है कि इसे भी इस प्रॉक्सी पेमेंट ऐप से खरीदा गया है। पुलिस अब ये जानने का प्रयास कर रही है कि क्या आरोपी के साथ कुछ और लोग भी शामिल थे। खबरें और भी हैं... ढाई करोड़ की साइबर ठगी में दिल्ली से दो गिरफ्तार: स्वरूप नगर की कंपनी की ई-मेल हैक करके की थी 2.50 करोड़ की ठगी, अब दिल्ली और पहले बरेली से गिरफ्तार हुए थे ठग कानपुर दिनदहाड़े 50 हजार रुपए की उठाईगिरी: बैंक में पैसा निकालने गया था युवक, दो लोगों ने पूछताछ के बहाने बाहर बुलाया और पार कर दिए नकद बिलासपुर बिना वैक्सीन लगवाए दूसरी डोज के मैसेज: लोग शहर से बाहर फिर भी लग गई भरतपुर में दूसरी डोज, टारगेट पूरा करने को हो रहा फर्जीवाड़ा भरतपुर मुजफ्फरपुर पुलिस ने ED को भेजी बैंक फ्रॉड की रिपोर्ट: रिटायर्ड महिला प्रोफेसर के साथ हुए 1.7 करोड़ के बैंक फ्रॉड का मांगा डिटेल्स, चार्जशीट की चल रही कवायद मुजफ्फरपुर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/news/anushka-said-with-congratulations-come-to-your-house-quickly-so-that-we-do-not-have-to-hear-the-voices-of-her-construction-129197387.html,"पड़ोसी बनेंगे कैटविक और विरुष्का: अनुष्का ने बधाई देते हुए कहा- जल्दी से अपने घर आ जाओ, ताकि हमें कंस्ट्रक्शन की आवाजें न सुननी पड़ें","पड़ोसी बनेंगे कैटविक और विरुष्का:अनुष्का ने बधाई देते हुए कहा- जल्दी से अपने घर आ जाओ, ताकि हमें कंस्ट्रक्शन की आवाजें न सुननी पड़ें शादी के बंधन में बंध चुके विक्की कौशल और कटरीना कैफ को एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा ने बधाई दी है। बधाई के साथ अनुष्का ने कन्फर्म किया है कि विक्की और कटरीना उनके पड़ोसी बनेंगे। इंस्टाग्राम पर विक्की और कटरीना की शादी का फोटो शेयर कर अनुष्का ने उनके नाम प्यारा सा मैसेज लिखा। अनुष्का ने कहा- जल्दी अपने नए घर में आओ अनुष्का ने लिखा- आप दोनों खूबसूरत इंसानों को बधाइयां। उम्मीद करती हूं कि आप दोनों बेहद समझदारी से जीवनभर साथ रहेंगे। इस बात से भी काफी खुश हूं कि आखिरकार आप लोगों की शादी हो गई और अब आप अपने नए घर में जल्द ही आ सकते हैं। ऐसे में हमें अब कंस्ट्रक्शन की आ‌वाजें नहीं सुननी पड़ेंगी। विक्की ने ढूंढा था नया आशियाना शादी से पहले ही विक्की कौशल नए घर की तलाश कर रहे थे। कई महीनों की मशक्कत के बाद उन्होंने जुहू में एक लग्जरी अपार्टमेंट लिया। इसी इमारत में विराट कोहली और अनुष्का शर्मा का भी घर है। रियल एस्टेट ओनर वरुण सिंह ने कुछ मीडिया हाउस को बताया था कि विक्की ने ये अपार्टमेंट किराए पर लिया है। उन्होंने इमारत की आठवीं मंजिल किराए पर ली है और 36 महीने के लिए 1.75 करोड़ की रकम एडवांस में दी है। पूरे बॉलीवुड ने दी नए जोड़े को बधाई 9 दिसंबर को अपनी शादी के बाद कटरीना और विक्की दोनों ने अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शादी की तस्वीरें शेयर कीं। इसके बाद अनुष्का, दीपिका, प्रियंका चोपड़ा, आलिया भट्‌ट, ऋतिक रोशन, करीना कपूर समेत तमाम सेलिब्रिटीज ने नए जोड़े को बधाई दी। खबरें और भी हैं... नई दुल्हन का वेलकम: कटरीना कैफ के देवर सनी कौशल ने पोस्ट में लिखा- फैमिली में आपका स्वागत है परजाई जी बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: फेरे लेते वक्त कटरीना का हाथ थामे रहे विक्की कौशल, शादी के फोटो शेयर कर लिखा- आपका आशीर्वाद चाहिए बॉलीवुड विक-कैट वेडिंग: विक्की-कटरीना से लेकर किशोर कुमार-मधुबाला तक, ये हैं इंडस्ट्री में ही अपना जीवनसाथी ढूंढने वाले कपल बॉलीवुड विक कैट वेडिंग: कटरीना कई फिल्मों में ससुर शाम कौशल के साथ काम कर चुकी हैं, फैंटम में मशीन गन चलाने पर हुई थी बहस बॉलीवुड",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-10-dec-129197202.html,"कोरोना देश में LIVE: एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में मिला ओमिक्रॉन, महाराष्ट्र में 7 नए केस; देश में अब कुल 32 मामले","कोरोना देश में LIVE:एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में मिला ओमिक्रॉन, महाराष्ट्र में 7 नए केस; देश में अब कुल 32 मामले कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन एशिया के सबसे बड़े स्लम यानी मुंबई के धारावी में पहुंच गया है। इस वैरिएंट से संक्रमित मरीज मिलने के बाद बृहन्मुंबई महानगर पालिका की चिंता बढ़ गई है। यह शख्स तंजानिया से लौटा था। मुंबई का धारावी पहले भी कोरोना का हॉटस्पॉट रह चुका है। संक्रमित को फिलहाल सेवन हिल्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं। मुंबई में 3 नए केस और पिंपरी चिंचवाड़ में 4 नए केस मिले हैं। अब महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के कुल 17 और देश में 32 केस हो गए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... गुजरात के जामनगर में दो लोग ओमिक्रॉन पॉजिटिव देश में आज ओमिक्रॉन के दो नए मामले सामने आए हैं। जामनगर के दो लोग ओमिक्रॉन संक्रमित पाए गए हैं। ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला 72 वर्षीय शख्स 28 नवंबर को जिम्बाब्वे से जामनगर आया था।अब इसी मरीज के संपर्क में आई पत्नी और साला भी ओमिक्रॉन से संक्रमित हो गए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... मरीजों को डेंटल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। दिल्ली में एक और गोवा में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव इसके साथ ही राजस्थान में ओमिक्रॉन संक्रमित हुए शख्स के संपर्क में आई महिला दिल्ली में कोरोना संक्रमित पाई गई है। उसे लोक नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, ब्रिटेन से फ्लाइट के जरिए गोवा एयरपोर्ट पहुंचे तीन पैसेंजर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से एक भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है। अन्य प्रमुख खबरें... जयपुर में सभी 9 ओमिक्रॉन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव राजस्थान के जयपुर में ओमिक्रॉन संक्रमित सभी 9 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। गुरुवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई। राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सभी 9 लोग पूरी तरह स्वस्थ और बिना लक्षणों के हैं। उनके खून, CT स्कैन और अन्य टेस्ट नॉर्मल आए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें 7 दिन क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है। कर्नाटक में कोरोना क्लस्टर्स और होस्टल्स के लिए अलग-अलग गाइडलाइन कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया कि राज्य में काेराेना के मैनेजमेंट के लिए छात्रों के होस्टल और कोरोना क्लस्टर्स के लिए अलग-अलग गाइडलाइन्स जारी की जाएंगी। उन्होंने बताया कि एक्सपर्ट कमेटी के साथ बैठक करने के बाद कोरोना की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी जुटा ली गई है। मौजूदा पॉजिटीविटी रेट को देखते हुए घबराने की कोई जरूरत नहीं, बल्कि सतर्कता बरतने की जरूरत है। अहमदाबाद में शादी समारोह में चेक किए गए लोगों के वैक्सीन सर्टिफिकेट अहमदाबाद प्रशासन ने कोरोना महामारी से बचाव और नियमों की अनदेखी करने वालों के लिए पूरी सख्ती बरत रखी है। यहां एक शादी समारोह के दौरान हेल्थ केयर वर्कर्स ने दुल्हन और यहां शामिल हुए गेस्ट के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट चेक किए। जिन लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लिए थे, उन्हें टीका भी लगाया गया। आज होगी सब्जेक्ट एक्स्पर्ट कमेटी की बैठक देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर फैलने का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की भी तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर गठित सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) शुक्रवार को मीटिंग करेगी। इस मीटिंग में तय हो सकता है कि देश में बूस्टर डोज कब से दी जाएगी और शुरुआत में किन्हें बूस्टर डोज सबसे पहले मिलेगी। खबरें और भी हैं... दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव: अपनों के ताबूत देख भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी ने एयरपोर्ट पर हर शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया देश बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया देश हेलिकॉप्टर क्रैश की 5 कहानियां, 10 तस्वीरें: दुख और गर्व के ऐसे किस्से कि लिखते वक्त दिल दहल गया, हाथ कांपते रहे DB ओरिजिनल कोहली को कप्तानी से हटाने पर गांगुली की सफाई: दादा बोले- हमने टी-20 की कप्तानी छोड़ने से रोका था, विराट नहीं माने तो वनडे से भी हटाना पड़ा क्रिकेट",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/operation-devi-shakti-india-evacuated-110-people-from-afghanistan-kabul-129197929.html,"ऑपरेशन देवी शक्ति: अफगानिस्तान से 110 लोग भारत पहुंचे, इनमें अफगानिस्तान के सिख और हिंदू नागरिक भी शामिल","ऑपरेशन देवी शक्ति:अफगानिस्तान से 110 लोग भारत पहुंचे, इनमें अफगानिस्तान के सिख और हिंदू नागरिक भी शामिल नई दिल्ली/काबुल भारत सरकार ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत 110 लोगों को हिंसाग्रस्त अफगानिस्तान से नई दिल्ली ले आई है। शुक्रवार को एक स्पेशल फ्लाइट इन लोगों को लेकर काबुल से रवाना हुई और दोपहर को इसने दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड किया। भारत लाए गए लोगों में कुछ अफगान नागरिक भी हैं, ये सिख और हिंदू धर्म के अनुयायी हैं। ये लोग अपने साहब पवित्र गुरू ग्रंथ साहिब और हिंदू धर्म ग्रंथ जैसे रामायण-भगवद गीता भी लाए हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर इन्हें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रिसीव किया। कुछ भारतीय अफगानिस्तान में फंसे थे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद कुछ भारतीय वहां फंस गए थे। इन्हें निकालने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही थी। शुक्रवार को इन्हें यहां लाया गया। वापस लाए गए लोगों में कुछ अफगान नागरिक भी शामिल हैं, हालांकि सरकार ने इनके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं। इंडिया वर्ल्ड फोरम ने भी इस बारे में जानकारी दी है। शुक्रवार को काबुल एयरपोर्ट पर गुरू ग्रंथ साहिब को सिर पर रखे एक सिख धर्मावलंबी। पवित्र ग्रंथ भी लाए गए सिख धर्मावलंबी अपने साथ अफगानिस्तान के गुरुद्वारों से तीन गुरू ग्रंथ साहिब भी लाए हैं। काबुल के 5वीं सदी में बने मंदिर से रामायण, महाभारत और भगवद गीता जैसे हिंदू धर्म ग्रंथ भी लाए गए हैं। इंडिया वर्ल्ड फोरम के मुताबिक, दिल्ली आए अफगान नागरिकों को सोबती फाउंडेशन में ठहराया जाएगा। अफगान नागरिकों में उस महरम अली का परिवार भी शामिल है, जिसने काबुल के गुरुद्वारा गुरू हर राय पर आतंकी हमले के दौरान शहादत दी थी। गुरू ग्रंथ साहिब को गुरुद्वारा गुरू अर्जन देव जी, महावीर नगर में जबकि हिंदू धर्म ग्रंथों को फरीदाबाद के असमाई मंदिर में स्थापित किया जाएगा। सरकार ने क्या कहा पिछले हफ्ते सरकार ने लोकसभा में कहा था कि अगस्त से अब तक 565 लोगों को अफगानिस्तान से भारत लाया जा चुका है। कांग्रेस सांसद हिबी एडन के एक सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधर ने कहा था- हम अफगानिस्तान में फंसे तमाम भारतीयों के संपर्क में हैं। हालांकि, सरकार ने यह साफ नहीं किया था कि जिन लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है, उनमें कितने अफगान नागरिक हैं। खबरें और भी हैं... जनरल को आखिरी सैल्यूट LIVE: विवाह वेदी से चिता तक संग; जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को उनकी दो बेटियों ने एक ही चिता पर मुखाग्नि दी देश भास्कर LIVE अपडेट्स: पश्चिम बंगाल में IT का सर्च ऑपरेशन, 250 करोड़ रुपए की फर्जी खरीद का खुलासा देश पंजाब में अवैध रेत माइनिंग पर गरमाई सियासत: सूचना देने वाले को सरकार देगी 25 हजार; AAP बोली- एक्शन लें तो हम CM चन्नी को देंगे इनाम चंडीगढ़ सिरसा डेरे में SIT की पूछताछ जारी: पंजाब के बेअदबी केस में डेरे के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन से सवाल-जवाब, चेयरपर्सन विपासना इंसां नहीं मिली चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/iaf-on-cds-general-bipin-rawat-helicopter-crash-tri-service-inquiry-129197715.html,"साजिश की खबरों पर वायुसेना की अपील: IAF ने ट्वीट कर कहा- ट्राई सर्विस इंक्वायरी की रिपोर्ट का इंतजार करें, सच सबके सामने होगा","साजिश की खबरों पर वायुसेना की अपील:IAF ने ट्वीट कर कहा- ट्राई सर्विस इंक्वायरी की रिपोर्ट का इंतजार करें, सच सबके सामने होगा नई दिल्ली कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में साजिश की आशंका जाहिर कर रहे लोगों से भारतीय वायुसेना (IAF) ने अपील की है। IAF ने कहा है कि हमने इस हादसे की ट्राई सर्विस इन्क्वायरी शुरू कर दी है। जांच तेजी से चल रही है और उसके बाद फैक्ट सामने आ जाएंगे। IAF ने कहा कि तब तक शहीदों की खातिर बेवजह के अंदाजों से बचना चाहिए। IAF का इशारा उन रिपोर्ट्स की तरफ था, जिनमें आशंका जाहिर की गई है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर हादसे नहीं, बल्कि किसी साजिश का शिकार हुआ है। अब जरा सवाल-जवाब में समझिए IAF को ऐसी अपील क्यों करनी पड़ी... हेलिकॉप्टर हादसे की जांच किसे सौंपी गई, रिपोर्ट कब तक आएगी? ट्राई सर्विस इन्क्वायरी एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अगुआई में की जाएगी। सिंह इंडियन एयर फोर्स की ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और वे खुद भी हेलिकॉप्टर पायलट हैं। इस जांच दल में तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही टेक्निकल टीम भी शामिल होंगी। जांच हादसे के दिन यानी 8 दिसंबर को ही शुरू हो गई थी। IAF ने तारीख नहीं बताई, लेकिन यह कहा है कि जांच के नतीजे जल्द ही सामने आएंगे। वायुसेना का वह ट्वीट, जिसमें आशंकाओं पर लगाम लगाने की गुजारिश की गई है। IAF को ऐसी अपील आखिर क्यों करनी पड़ी? पहली वजह: कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि जनरल रावत का हेलिकॉप्टर हादसे का नहीं, बल्कि साजिश का शिकार हुआ है। सेना के कई रिटायर्ड अफसरों और खुद भाजपा के सांसदों ने हादसे पर सवाल उठाया है। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि सेना के बड़े अफसर की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत की घटना अपने ही देश में हुई है। उस हेलिकॉप्टर को चलाने वाला स्टाफ मिलिट्री का ही था। इसलिए मेरा कहना है कि मिलिट्री पर कोई दबाव नहीं आना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि जो तथ्य हैं उन्हें दबा दिया जाए या जो आधार हैं, उन पर अंकुश लगा दिया जाए। इस जांच के लिए ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो सेना से नहीं हो और सरकार के अधीन भी न हो, वह केवल सुप्रीम कोर्ट का जज ही हो सकता है। दूसरी वजह: जनरल रावत की तरह ही एक साल पहले ताइवान के मिलिट्री चीफ भी विमान हादसे में मारे गए थे। सोशल मीडिया पर कई एक्सपर्ट ने दोनों घटनाओं को जोड़ते हुए कहा कि रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश के पीछे चीन का हाथ हो सकता है, क्योंकि रावत चीन को हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब देते थे। ताइवान के मिलिट्री चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल शेन यी मिंग भी चीन के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर रहे थे। कॉन्स्पिरेसी थ्योरी में कितना दम? भारतीय सेना में 35 साल सर्विस देने वाले रिटायर्ड ब्रिगेडियर सुधीर सावंत ने भास्कर से बातचीत में दावा किया था कि जिस इलाके में हादसा हुआ, वहां के लोगों का भी LTTE को भरपूर समर्थन रहा है। ऐसे में पूरी आशंका है कि CDS का हेलिकॉप्टर क्रैश एक साजिश के तहत किया गया हमला हो, जिसमें LTTE के स्लीपर सेल शामिल हों। अगर ये हमला हुआ तो इसमें ISI का भी LTTE को समर्थन और सहयोग हो सकता है। अब तक की जांच में क्या मिला? 1. एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने हादसे वाली जगह का निरीक्षण किया। 2. हादसे के अगले दिन दुर्घटना वाली जगह से हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया। 3. हेलिकॉप्टर में लगा कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर भी हासिल किया जा चुका है। खबरें और भी हैं... जनरल को आखिरी सैल्यूट LIVE: CDS रावत और उनकी पत्नी मधुलिका के पार्थिव शरीर आर्मी कैंट पहुंचे, तीनों सेना प्रमुखों और रक्षामंत्री ने दी श्रद्धांजलि देश केंद्रीय मंत्री बोले- गोरखपुर बनेगा 'स्पेशल एजुकेशन जोन': CM योगी व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी CDS बिपिन रावत को श्रद्धांजलि; ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के लिए की प्रार्थना गोरखपुर VIDEO में देखें मासूम की श्रद्धांजलि: CDS रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचा नवासा, सूनी आंखों से भीड़ के बीच नाना-नानी को खोजता रहा देश जनरल बिपिन रावत की यादें: एक सैनिक राजनेता, जिन्होंने टॉप लीडरशिप के साथ तालमेल और आखिरी जवान तक पहुंच बनाई थी DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/general-bipin-rawat-last-rites-grandson-pay-tribute-to-grandfather-129197575.html,"VIDEO में देखें मासूम की श्रद्धांजलि: CDS रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचा नवासा, सूनी आंखों से भीड़ के बीच नाना-नानी को खोजता रहा"," में देखें मासूम की श्रद्धांजलि:CDS रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचा नवासा, सूनी आंखों से भीड़ के बीच नाना-नानी को खोजता रहा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का आज अंतिम संस्कार होना है। इससे पहले दिल्ली स्थित उनके घर में दोनों के पार्थिव शरीर को रखा गया। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। CDS रावत की श्रद्धांजलि सभा में एक वक्त ऐसा भी आया, जब वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गईं। जनरल रावत की बड़ी बेटी कीर्तिका अपने मासूम बेटे के साथ पहुंचीं। उन्होंने अपने बेटे के हाथ में फूल देकर नाना-नानी के पार्थिव शरीर को समर्पित करने के लिए कहा। मासूम ने एक-दो बार ऐसा किया। फिर दुख भरे इस माहौल से अनजान मासूम फूलों से ही खेलने लगा। जनरल बिपिन रावत की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी कीर्तिका की मुंबई में शादी हुई है। उनका एक बेटा है। जनरल रावत की छोटी बेटी का नाम तारिणी है। वे दिल्ली हाईकोर्ट में बतौर वकील प्रैक्टिस करती हैं। खबरें और भी हैं... जनरल को आखिरी सैल्यूट LIVE: जनरल रावत और पत्नी मधुलिका की अंतिम यात्रा शुरू, दर्शन के लिए तिरंगा लेकर दिल्ली की सड़कों पर उतरे लोग देश जनरल बिपिन रावत की यादें: एक सैनिक राजनेता, जिन्होंने टॉप लीडरशिप के साथ तालमेल और आखिरी जवान तक पहुंच बनाई थी DB ओरिजिनल LOC पर यादों में जिंदा हुए जनरल रावत: मछाल, कुपवाड़ा और बारामूला में कड़ाके की सर्दी के बीच कैंडल मार्च निकाले गए; लोग बोले- दोस्त चला गया देश मौत को मात देने के 2 किस्से: जनरल रावत को 28 साल पहले पाकिस्तानी गोली लगी, 6 साल पहले हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे थे DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-polices-sit-will-visit-dera-sacha-sauda-headquarters-129197382.html,"बेअदबी केस में SIT की कार्रवाई: डेरे के वाइस चेयरमैन से साढ़े 4 घंटे की पूछताछ; 125 सवाल थे, 75 के ही जवाब दिए; विपासना नहीं मिली","बेअदबी केस में SIT की कार्रवाई:डेरे के वाइस चेयरमैन से साढ़े 4 घंटे की पूछताछ; 125 सवाल थे, 75 के ही जवाब दिए; विपासना नहीं मिली चंडीगढ़ फरीदकोट में हुई श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में पंजाब पुलिस की एसआईटी ने डेरे के वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन से साढ़े घंटे पूछताछ की। इस दौरान उनसे 125 सवाल पूछे जाने थे लेकिन नैन ने 75 सवालों के ही जवाब दिए। बाकी सवालों पर डॉ. नैन ने तबियत ठीक न होने का हवाला दिया। इसके बाद एसआईटी ने बाकी सवालों की लिस्ट डॉ. नैन और उनके वकीलों के पैनल को थमा दी। जिसमें उन्हें 48 घंटे के भीतर इनके जवाब देने को कहा गया है। डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां एसआईटी को वहां नहीं मिली। एसआईटी के चीफ IG एसपीएस परमार ने कहा कि वह इस पूछताछ से संतुष्ट नहीं हैं। एसआईटी IG एसपीएस परमार की अगुवाई में एसएसपी मुखविंदर भुल्लर, डीएसपी लखबीर सिंह और इंस्पेक्टर दलबीर सिंह टीम में शामिल थे। इससे पहले टीम रोहतक की सुनारिया जेल में राम रहीम से भी पूछताछ कर चुकी है। पंजाब में बेअदबी केस की जांच के लिए दो एसआईटी, CBI और रणजीत सिंह कमीशन के बाद 5वीं बार यह जांच हो रही है। डेरा प्रबंधकों से पूछताछ इसलिए अहम कुछ दिन पहले एसआईटी ने रोहतक की सुनारिया जेल जाकर बाबा राम रहीम से पूछताछ की थी। जिसमें राम रहीम ने कहा कि उनका काम सिर्फ सत्संग करना था। डेरे की कमाई, प्रॉपर्टी से लेकर हर तरह के काम के बारे में डेरा प्रबंधकों को ही पता होगा। एसआईटी यही स्पष्ट करना चाहती है कि फरीदकोट में हुए बेअदबी केस में डेरा प्रबंधकों की कोई भूमिका तो नहीं। हालांकि राम रहीम समेत डेरे के तमाम लोग बेअदबी की घटना में हाथ होने से इनकार कर चुके हैं। खबरें और भी हैं... पंजाब में 2 मंत्रियों की भिड़ंत: रुपए लेकर SSP-DSP लगाने के आरोप से बिगड़ा माहौल; रंधावा और राणा के बीच CM के सामने ही घमासान चंडीगढ़ आवाज दबाने वाला पंजाब पुलिस का फॉर्मूला: ​​​​​​​फंक्शन में CM चन्नी के विरोध में नारेबाजी हो तो DJ बजा देना, नारे की आवाज न सुनाई दे चंडीगढ़ पंजाब में ओमिक्रॉन का केस नहीं: कोरोना मरीजों की गिनती लगातार बढ़ रही, डिप्टी CM सोनी के दावे के बावजूद आधे ही टेस्ट हो रहे चंडीगढ़ शहीद गुरसेवक की नहीं हो रही शिनाख्त: डीएनए जांच के लिए पिता के ब्लड सैंपल भेजे गए दिल्ली, तीन-चार दिन में आ जाएगी रिपोर्ट अमृतसर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cds-rawats-grandson-kept-looking-for-maternal-grandparents-brigadier-lidders-wife-was-shocked-after-kissing-the-coffin-129198040.html,"शहीदों की आखिरी विदाई आंख में ले आई पानी: नाना-नानी को ढूंढता रहा CDS रावत का नवासा, ताबूत चूमकर फफक पड़ीं ब्रिगेडियर लिड्डर की पत्नी","शहीदों की आखिरी विदाई आंख में ले आई पानी:नाना-नानी को ढूंढता रहा CDS रावत का नवासा, ताबूत चूमकर फफक पड़ीं ब्रिगेडियर लिड्डर की पत्नी नई दिल्ली हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए जवानों की आखिरी विदाई पर पूरा देश गमगीन हो गया। शहीदों के घरवालों के साथ जिसने भी इस मौके की तस्वीरें देखी वो उनके दुख में शामिल हो गया। नाना-नानी को ढूंढता रहा नवासा CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी। उनके अंतिम दर्शन के मौके पर बड़ी बेटी कीर्तिका अपने मासूम बेटे के साथ पहुंचीं। मासूम बेटा भीड़ के बीच में अपने नाना-नानी को ही ढूंढता रहा। कीर्तिका ने अपने बेटे के हाथ में फूल देकर नाना-नानी के पार्थिव शरीर को समर्पित करने के लिए कहा। मासूम ने एक-दो बार ऐसा किया। फिर दुख भरे इस माहौल से अनजान मासूम फूलों से ही खेलने लगा। ताबूत को चूमकर रोती रहीं लिड्डर की पत्नी तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में CDS जनरल बिपिन रावत के साथ जान गंवाने वाले उनके सलाहकार ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर का दिल्ली कैंट के बराड़ स्क्वायर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। देश के इस जांबाज सिपाही के अंतिम संस्कार की तस्वीरें जिसने देखीं, अपने आंसू रोक नहीं पाया। अंतिम संस्कार के समय लिड्डर की पत्नी बार-बार उनके ताबूत को चूमकर रोती रहीं। इसके बाद लिड्डर की बेटी ने अपने बहादुर पिता को मुखाग्नि दी। ब्रिगेडियर लिड्डर की पत्नी गीतिका ने कहा, 'यह मेरे लिए बहुत बड़ा नुकसान है, लेकिन मैं एक सैनिक की पत्नी हूं। हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए। जिंदगी बहुत लंबी है, अब अगर भगवान को ये ही मंजूर है, तो हम इसके साथ ही जिएंगे। वे एक बहुत अच्छे पिता थे, बेटी उन्हें बहुत याद करेगी।' इसके बाद वे पूरे समय तिरंगे को सीने से लगाकर खड़ी रहीं। ब्रिगेडियर लिड्‌डर की बेटी आशना ने कहा, 'मैं 17 साल की होने वाली हूं, मेरे पिता मेरे साथ 17 साल तक रहे। हम उनकी अच्छी यादों के साथ जिएंगे। मेरे पिता हीरो थे, वे मेरे बेस्ट फ्रेंड थे। शायद किस्मत को यही मंजूर था। उम्मीद करते हैं कि भविष्य में अच्छी चीजें हमारी जिंदगी में आएंगी। मेरे सबसे बड़े मोटिवेटर थे। यह पूरे देश का नुकसान है।' खबरें और भी हैं... देशसेवा से बने पहाड़: महिलाओं ने भी दिखाई है इरादों की मजबूती, 'पहाड़ी झांसी की रानी तिलोतमा' ने 7 साल तक लड़ी थी लड़ाई वुमन स्कूल यूनिफॉर्म का इतिहास: 500 साल पुराना है सफर, हर देश में अलग रंग की ड्रेस, हर रंग का खास मतलब वुमन पाकिस्तान से आए हिंदुओं का हाल: जान और बहू-बेटियों की अस्मत बचाने लौटे भारत, अब भरा-पूरा घर छोड़ झोपड़ी में रहने को मजबूर वुमन बॉलीवुड की ‘ग्रैंड’ शादियां: कटरीना-दीपिका से अनुष्का तक, ये हैं सबसे महंगी शादी करने वालीं एक्ट्रेस, इतने पैसे में आ जाता आलीशान घर वुमन",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/coronavirus-immunity-donkeys-milk-sold-for-rs-10000-litre-in-maharashtra-hingoli-129197395.html,"कोरोना के नाम पर मुनाफावसूली: महाराष्ट्र में गधी के दूध को इम्यूनिटी बूस्टर बताकर बेचा जा रहा, एक लीटर दूध की कीमत 10 हजार रुपए","कोरोना के नाम पर मुनाफावसूली:महाराष्ट्र में गधी के दूध को इम्यूनिटी बूस्टर बताकर बेचा जा रहा, एक लीटर दूध की कीमत 10 हजार रुपए हिंगोली कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के बीच महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में गधी का दूध 10,000 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। दूध बेचने वालों का दावा है कि गधी का दूध पीने से शरीर में इम्यूनिटी बढ़ती है और इससे कोरोना जैसी महामारी से भी निपटा जा सकता है। यहां गधी का दूध लेने के लिए काफी संख्या में लोग आ रहे है। जानकारी के मुताबिक, डिमांड बढ़ने के कारण आसपास के जिलों से भी लोग हिंगोली आकर गली-गली घूमकर गधी का दूध बेचने लगे हैं। दूध बेचने वालों कह रहे हैं कि एक चम्मच दूध पियो और हर तरह की बीमारी से मुक्ति पाओ। यह करिश्माई दूध है और इसे पीने से काफी फायदे होते हैं। गधी के दूध को बच्चों के लिए इम्यूनिटी बूस्टर बताकर बेचा जा रहा है। दूध विक्रेताओं का दावा- बच्चों को निमोनिया से बचाता है गधी का दूध गधी का दूध बेचने वालों का दावा है कि इससे बच्चों को निमोनिया नहीं होता। इसके अलावा बुखार, खांसी, कफ, जैसी बीमारी के साथ गधी का दूध कोरोना के मरीज की इम्यूनिटी बढ़ाने को काम करता है। इस दूध की डिमांड इस कदर बढ़ रही है कि लोग बाहर से आकर इसे हिंगोली में बेच रहे हैं। एक चम्मच दूध की कीमत 100 रुपए है गधी का दूध बेचने वाले बालाजी मेसेवाड ने बताया कि वो ताजा दूध निकाल कर बेचते हैं। यह काफी बीमारियों पर असरदार है। एक चम्मच दूध की कीमत 100 रुपए और एक लीटर दूध 10 हजार रुपए में बेचते हैं। गधी का दूध त्वचा और शरीर दोनों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर है। इसे खरदीने वालों की भारी भीड़ जमा हो रही है और इसे बेचने वाले खूब पैसे कमा रहे हैं। गधी के दूध में चमत्कारी गुण नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइन (NRCE) की रिसर्च के मुताबिक, मां के दूध में जो पोषक तत्व होते हैं, वैसे ही पोषक तत्व गधी के दूध में भी होते हैं। बकरी, ऊंटनी, भैंस के दूध की तुलना में इस दूध की गुणवत्ता ज्यादा अच्छी है। इसके दूध में फैट नहीं होता। बढ़ती उम्र के नकारात्मक प्रभावों को रोकने वाली एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा गधी के दूध में ज्यादा होती है। यह कई रोगों से लड़ने में सक्षम है। बच्चों की पाचन शक्ति बढ़ाने में यह दूध काफी कारगर है। स्किन मुलायम होती है और इससे कई तरह के चर्म रोगों से भी बचाव किया जा सकता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है। इसमें एंटी एजिंग, एंटी ऑक्सीडेंट और कई दूसरे कई औषधीय तत्व होते हैं। गधी का दूध सेहत के लिए अच्छा बताया जाता रहा है। पैसों के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं लोग: डॉक्टर स्थानीय डॉक्टर वीएन रोडगे का कहना है कि गधी का दूध पीने से कोरोना जैसी महामारी ठीक हो जाएगी, यह बिलकुल गलत है। कुछ लोग पैसों के लिए ऐसा दुष्प्रचार कर रहे हैं। प्रशासन को ऐसे लोगों पर लगाम लगानी चाहिए और हमें भी आंख बंद कर भरोसा नहीं करना चाहिए। लोग अपना पैसा खर्च न करें। बीमार होने पर डॉक्टर के पास जाएं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। खबरें और भी हैं... आज मुंबई लौटेंगे विक-कैट: रणथंभौर से डबल इंजन हेलिकॉप्टर से जयपुर एयरपोर्ट पर उतरेगा बॉलीवुड कपल, फिर यहां से मुंबई की फ्लाइट सवाई माधोपुर बड़ा हादसा टला: मुंबई-रांची फ्लाइट में लैडिंग के वक्त गियर बॉक्स में फ्यूल लीकेज, लगा तेज झटका, 110 यात्री बचे रांची भास्कर अपडेट्स: मुंबई एयरपोर्ट पर 247 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी, 35 किलोग्राम हेरोइन लेकर आया था जिम्बाब्वे का कपल देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/bipin-rawat-death-update-tamil-nadu-helicopter-crash-news-updates-and-latest-photos-129194871.html,दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव: अपनों के ताबूत देख भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी ने एयरपोर्ट पर हर शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया,"दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव:अपनों के ताबूत देख भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी ने एयरपोर्ट पर हर शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया नई दिल्ली कुन्नूर के हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 शहीदों के पार्थिव शरीर गुरुवार रात करीब 7.40 बजे तमिलनाडु के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से पूरे सम्मान के साथ नई दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाए गए। एयरपोर्ट पर श्रद्धाजंलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाकी लोगों के साथ शहीदों के परिजन भी मौजूद थे। माहौल बेहद गमगीन था। हर आंख नम थी। इस दौरान जनरल रावत और अन्य शहीदों की बेटियां 'अपनों' को ताबूत में देखकर काबू नहीं रख सकीं और भावुक हो गईं, जिससे माहौल और ज्यादा गमगीन हो गया। PM मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही एक-एक शहीद के परिजन से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाने की कोशिश की। मद्रास रेजिमेंटर सेंटर से हरक्यूलिस विमान में सभी शहीदों के शव दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाए गए। विमान से उतारकर ताबूतों में रखे शव एयरपोर्ट बिल्डिंग में लाए गए। शव को लाने वाले अधिकारी सेना के तीनों विंग से थे। देश में हर आंख नम है। दुश्मन के लिए काल साबित होने वाले सैनिकों ने जब अपने साथियों के ताबूत कंधों पर उठाए तो उनके दिल भी रो पड़े होंगे; लेकिन, ये भी फर्ज ही है। बुधवार को कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हुआ था। पालम एयरपोर्ट पर इन सभी के फोटोग्राफ्स रखे गए थे। रात करीब 8 बजे शहीदों के पार्थिव शरीर सम्मान के साथ पालम एयरपोर्ट पर लाए गए। इस दौरान वहां मौजूद उनके परिजन एकटक उन्हें निहारते रहे। जनरल रावत की बेटियां निहारती रहीं ताबूत, ब्रिगेडियर लिद्दर की बेटी ने चूमा ताबूत जनरल बिपिन रावत की दोनों बेटियां कार्तिका और तारिणी भी एयरपोर्ट पर मौजूद थीं। जब हरक्यूलिस विमान से जनरल रावत के शव का ताबूत नीचे उतारा गया तो दोनों बेटियां ताबूत में रखे पिता की पार्थिव देह को एकटक निहारती रहीं। दोनों ने माता-पिता के पार्थिव शरीर को प्रणाम कर ताबूत पर मत्था टेका। उनका रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था। जनरल रावत की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी (दाएं) कीर्तिका और छोटी बिटिया तारिणी। कीर्तिका विवाहित हैं, मुंबई में रहती हैं। तारिणी एडवोकेट हैं और दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। तिरंगे में लिपटा पिता की पार्थिव देह जब पालम पहुंचीं, तो जनरल रावत की दोनों बेटियां इसे काफी देर तक एकटक निहारती रहीं। कुछ देर तक दूूर से देखने के बाद वे करीब पहुंचीं। हाथों में गुलाब की पंखुड़ियां थीं और आंख में आंसू। जनरल रावत को उनके साथी बीरा के नाम से पुकारते थे। जनरल रावत की बेटियों के अलावा उनके कई रिश्तेदार भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे। हादसे में CDS के साथ पत्नी मधुलिका ने भी जान गंवा दी थी। उनका पार्थिव शरीर भी यहां रखा गया था। माहौल तब बेहद गमगीन हो गया, जब इसी हादसे में शहीद ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर की बेटी आशना पिता के ताबूत के पास पहुंचीं। कुछ पल देखती रही और फिर झुककर उनके ताबूत को चूम लिया। आशना 12वीं की स्टूडेंट है। आशना की ही तरह उनकी मां, यानी ब्रिगेडियर लिद्दर की पत्नी ने भी अपने पति के ताबूत पर सिर रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। ये ब्रिगेडियर लिद्दर की बेटी आशना है। 12वीं की छात्रा आशना ने पिता के पैरों की तरफ रुख किया और उस जगह को चूम लिया। आशना इस दौरान अपने पिता को कुछ कहने की भी कोशिश कर रही थीं। पालम एयरपोर्ट पर मौजूद हर शख्स का दिल आशना को देखकर भर आया, जिसके आंसू अपनी मनमानी पर उतारू दिखे। छोटी सी आशना को लेखन का शौक है। PM मोदी से पहले पहुंचे NSA डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जनरल रावत और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि देने पालम एयरपोर्ट पहुंचे। PM से पहले करीब 8.30 बजे वहां पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और NSA अजीत डोभाल पहुंचे। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके परिजनों से मुलाकात की। शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए NSA अजीत डोभाल भी पहुंचे। वे डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह के साथ आए थे। डोभाल ने सभी शहीदों के परिवारों को सांत्वना दी। प्रधानमंत्री मोदी से कुछ देर पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। यहां उन्होंने शहीद जनरल बिपिन रावत के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद वे अन्य शहीदों के परिजनों से भी मिले। करीब 9 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पहुंचे और जनरल रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शहीदों के ताबूत देख PM ने हाथ जोड़े, सिर झुकाया और अपनी आंखें बंद कर लीं। इसके बाद मोदी शहीदों के परिजनों से एक-एक कर मिले और उन्हें ढांढस बंधाया। जनरल रावत को श्रद्धांजलि देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। जनरल रावत की बेटियों को सांत्वना देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। तीनों सेनाओं के प्रमुख भी पहुंचे श्रद्धांजलि देने शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए तीनों सेनाओं के चीफ भी आए। उन्होंने भी पुष्प अर्पित कर जनरल रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धासुमन अर्पित करते आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे। श्रद्धासुमन अर्पित करते नेवी चीफ एडमिरल आर. हरिकुमार। श्रद्धासुमन अर्पित करते एयरफोर्स चीफ वीआर चौधरी। शुक्रवार को आम लोग दर्शन कर सकेंगे, फिर अंतिम संस्कार जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार दिल्ली में शुक्रवार को होगा। सुबह उनका और उनकी पत्नी मधुलिका का शव सुबह 9 बजे सैन्य अस्पताल से पहले उनके घर पर लाया जाएगा। आम जनता कारज मार्ग स्थित आवास पर शुक्रवार सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक CDS जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दे सकती है। सैन्यकर्मी दोपहर 12:30-13:30 बजे के बीच सम्मान दे सकते हैं। इसके बाद पार्थिव शरीर को दिल्ली कैंट बराड़ स्क्वॉयर में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा। वहीं, सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली कैंट में शाम 7:15 बजे किया जाएगा। शहीदों के परिजनों ने एक-एक कर अपनों को विदाई दी। कोई ताबूत चूमकर रो पड़ तो किसी कोई अपनों की तस्वीर लिए बस बाहों में समेटे रहा। खबरें और भी हैं... बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया देश एक दूजे के हुए विक-कैट: फेरों के बाद कटरीना-विक्की ने शेयर की शादी की PHOTOS, लिखा- आप सबका प्यार और आशीर्वाद चाहिए सवाई माधोपुर कोरोना देश में: बूस्टर डोज पर कल हो सकता है फैसला, एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग; कोविशील्ड को मंजूरी दे चुका है DCGI ओमिक्रॉन A to Z",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/pakistan-media-reaction-indian-army-helicopter-with-bipin-rawat-in-tamil-nadu-129191547.html,"PAK मीडिया में छाया जनरल रावत का क्रैश: पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट्स ने भी बनाया हादसे को टॉप खबर, CDS रावत को मोदी सरकार का सबसे करीबी अफसर बताया","PAK मीडिया में छाया जनरल रावत का क्रैश:पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट्स ने भी बनाया हादसे को टॉप खबर, CDS रावत को मोदी सरकार का सबसे करीबी अफसर बताया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का MI-17 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर जिले के जंगल में क्रैश हो गया। इस एक्सीडेंट पर पाकिस्तान की मीडिया भी पैनी नजर रख रही है। वहां की तमाम वेबसाइट्स पर यह खबर टॉप न्यूज बनी हुई है। इस बारे में अपडेट्स दिए जा रहे हैं। हेलिकॉप्टर में क्रैश होते ही आग लग गई थी। दावा- PM मोदी के करीबी, इसलिए बिना नंबर के बने सेना प्रमुख तकरीबन सभी पाकिस्तानी अखबारों में हादसे की कवरेज के साथ ही जनरल रावत का प्रोफाइल भी बताया गया है। इसमें उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी बताया गया है। साथ ही इस बात को भी बेहद प्रमुखता दी गई है कि PM मोदी का करीबी होने के कारण ही जनरल रावत को सेना प्रमुख के पद से रिटायरमेंट के दिन ही देश का पहला CDS बनने का मौका मिलने का दावा किया गया। पाकिस्तानी अखबारों ने इस बात को भी बेहद प्रमुखता से लिखा है कि जनरल रावत को मोदी से नजदीकी के कारण ही 2015 में बिना नंबर के सेना प्रमुख बनने का मौका मिला था। 'डान' अखबार ने अपनी खबर में यह भी दावा किया कि जनरल रावत को इसी नजदीकी के कारण दो अधिकारियों के उनसे ज्यादा वरिष्ठ होने के बावजूद सीधे सेना प्रमुख बनाया गया। हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। सभी अखबारों ने कश्मीर और चीन सीमा पर तैनाती का किया जिक्र पाकिस्तानी अखबारों ने जनरल रावत के कश्मीर और चीन सीमा से जुड़े अनुभव का भी जिक्र किया। सभी ने लिखा है कि जनरल रावत ने अपने 40 साल से ज्यादा लंबे करियर में लंबा समय कश्मीर में सैन्य अभियानों का नेतृत्व करने और चीन से जुड़ी सीमा पर भारतीय सेना की अगुआई करने में बिताया है। हादसे की जगह पर कुछ लोग बुरी तरह घायल हालत में मिले। किस अखबार ने हादसे पर क्या लिखा 'डान' अखबार ने भारतीय वायुसेना के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर पोस्ट मैसेज और भारतीय न्यूज एजेंसियों की तरफ से दी जा रही जानकारी से एक्सीडेंट की खबर को कवर किया है। अखबार की रिपोर्ट में विस्तार से एक्सीडेंट का ब्योरा दिया गया है। साथ ही MI-17 हेलिकॉप्टर से हाल में हुए हादसों का भी ब्योरा दिया गया है। 'ट्रिब्यून' अखबार में भी जनरल रावत के एक्सीडेंट को सबसे टॉप न्यूज के तौर पर तवज्जो दी गई। भारतीय मीडिया में आ रही जानकारियों पर आधारित रिपोर्ट में हादसे की विस्तार से जानकारी दी गई। बचाव कर्मियों को जंगल के कठिन हालात में बहुत मुश्किल उठानी पड़ी। 'डेली पाकिस्तान' अखबार ने भारतीय मीडिया में जारी की गई वीडियो फुटेज का इस्तेमाल करते हुए हादसे को कवर किया गया है। अखबार ने यह भी बताया है कि जनरल रावत की मौत को लेकर अभी तक किसी के पास पुख्ता जानकारी नहीं है। उर्दू अखबार 'जंग' ने हादसे में 11 लोगों की मौत की खबर भारतीय मीडिया के हवाले से दी है। साथ ही इस बात को भी प्रमुखता से बताया गया कि हादसे में सभी शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी पहचान करना भी मुश्किल है। एक अन्य उर्दू अखबार 'एक्सप्रेस' ने भी इस खबर को जनरल रावत के फोटो के साथ बेहद प्रमुखता से कवर किया है। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश भास्कर एक्सप्लेनर: तीनों सेनाओं के एक साथ ऑपरेशन से लेकर स्वदेशी हथियारों की खरीद तक; बिपिन रावत के अंडर में थे ये बड़े प्रोजेक्ट एक्सप्लेनर भास्कर एक्सप्लेनर: रावत का जो Mi-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, उसमें PM मोदी भी करते हैं सफर, जानिए सबसे एडवांस हेलिकॉप्टर की खासियत एक्सप्लेनर CDS के निधन पर शोक में डूबा देश: PM मोदी, राष्ट्रपति कोविंद ने दी श्रद्धांजलि; पाकिस्तानी सेना ने भी जताया शोक देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/bipin-rawat-death-pakistan-dawn-bbc-reaction-after-indian-military-chief-killed-in-helicopter-crash-129194091.html,"CDS रावत के निधन पर विदेशी मीडिया का रिएक्शन: कहा- भारत को लगे झटके की भरपाई करना आसान नहीं; चीन, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों ने दी श्रद्धांजलि","CDS रावत के निधन पर विदेशी मीडिया का रिएक्शन:कहा- भारत को लगे झटके की भरपाई करना आसान नहीं; चीन, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों ने दी श्रद्धांजलि लेखक: पूनम कौशल भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत की मौत पर दुनियाभर के मीडिया ने कवरेज की है। वहीं, कई देशों के नेताओं और सेना प्रमुख ने दुख जाहिर किया है। डॉन में कश्मीर और चीन सीमा पर तैनाती का जिक्र पाकिस्तान के अखबार डॉन ने जनरल रावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोस्त बताते हुए लिखा कि दो वरिष्ठ जनरलों पर तरजीह देकर उन्हें भारतीय सेना का प्रमुख बनाया गया। जनरल रावत ने कश्मीर और चीन सीमा पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर इडियन आर्मी का नेतृत्व किया। जनरल की तारीफ करते हुए अखबार ने लिखा- रावत को भारत की पूर्वोत्तर सीमाओं पर विद्रोह को नियंत्रित करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने पड़ोसी देश म्यांमार में अलगाववादियों के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन का नेतृत्व भी किया। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट - जनरल की मौत इंडियन आर्मी के लिए झटका हांगकांग के प्रमुख अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा है, ""भारत अपने टॉप जनरल बिपिन रावत की मौत का गम मना रहा है। उनके जाने का इडियन आर्मी पर क्या असर होगा? देश के टॉप जनरल को खुद प्रधानमंत्री ने चुना था और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाया था। हेलिकॉप्टर हादसे मे उनकी मौत ऐसे मुश्किल समय हुई है जब भारत चीन के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है।"" रावत की मौत को भारतीय सेना के लिए झटका बताते हुए अखबार ने कहा, “इस हादसे से मोदी सरकार को भी गहरा झटका लगा है। सरकार और रावत के बीच भरोसे का रिश्ता था। भारत ने 2017 में डोकलाम में और बीते साल लद्दाख में चीन को जैसी प्रतिक्रिया दी उनकी मौत के बाद चीन की किसी हरकत पर भारत ऐसा जवाब देने के लिए कमजोर स्थिति में होगा।"" भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और जनरल रावत के नजदीकी रिश्तों का जिक्र करते हुए अखबार ने कहा, ""पाकिस्तान के भीतर एयरफोर्स और स्पेशल फोर्सेज की स्ट्राइक में दोनों ने अच्छा कोआर्डिनेशन किया था।"" BBC ने कहा- प्रेरित करने वाले सैन्य कमांडर थे जनरल रावत ब्रिटेन के मीडिया संस्थान BBC ने जनरल रावत को प्रेरित करने वाला सैन्य कमांडर बताते हुए लिखा है कि 63 साल के जनरल रावत की छवि एक सख्त सैनिक और प्रेरक सैन्य कमांडर की थी। BBC लिखता है कि कई बार उन्होंने ऐसी टिप्पणियां भी कि जिन पर राजनीतिक विवाद भी हुए। BBC ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिका के कंसास में मौजूद आर्मी कमांड एंड जनरल स्टाफ कॉलेज में हुई उनकी ट्रेनिंग का भी जिक्र किया है। BBC की रिपोर्ट कहती है, ""1980 के दशक में रावत ने आर्मी में कर्नल की हैसियत से अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर टकराव की स्थिति में अपनी बटालियन का नेतृत्व किया।"" जनरल रावत ने साल 2015 में म्यांमार के भीतर इंडियन आर्मी के पैराट्रूपर भेजे थे और अलगाववादियों के खिलाफ अभियान चलाया था। ये विदेशी जमीन पर भारतीय सैनिकों का पहला अभियान था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा- जनरल ने आर्मी में महत्वपूर्ण बदलाव किए न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए जनरल रावत ने बदलाव के लिए संघर्ष कर रहे इंडियन आर्मी का कायापलट किया था। अखबार लिखता है, ""इंडियन आर्मी की अलग-अलग ब्रान्च के बीच कोआर्डिनेशन के जिम्मेदार भारत के CDS जनरल रावत की मौत ऐसे मुश्किल समय में हुई है जब भारत की सेना दो सीमाओं पर खतरों का सामना कर रही है और देश की सुस्त होती अर्थव्यवस्था का असर भी झेल रही है।"" अखबार लिखता है कि भारत के प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के साथ-साथ चीन के साथ टकराव और तनाव के मद्देनजर करीब 10 हजार भारतीय सैनिक हिमालय की ऊंची चोटियों पर तैनात हैं। ये दूसरी सर्दियां है जब भारत के सैनिक इतनी बड़ी संख्या में यहां तैनात किए गए हैं। अल जजीरा में पाकिस्तानी सेना प्रमुख की श्रद्धांजलि का जिक्र अंतरराष्ट्रीय ब्रॉडकास्टर अल जजीरा ने अपनी रिपोर्ट में रावत की मौत पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की तरफ से आई श्रद्धांजलि का जिक्र किया है। अल जजीरा ने लिखा है कि जनरल रावत को भारत के PM नरेंद्र मोदी का भरोसा प्राप्त था और वो उनके बेहद करीबी थे। अल-जजीरा ने एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा है कि रावत ने इडियन आर्मी को मॉडर्न बनाने के लिए जो पहल की थी उस पर अब विराम लग सकता है। रावत को भारत की सेना के तीनों हिस्सों- आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के बीच कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी दी गई थी। अमेरिकी दूतावास ने मौत पर दुख जताया भारत में अमेरिकी दूतावास ने उनकी मौत पर दुख जताते हुए कहा है कि भारत के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर उन्होंने भारतीय सेना के इतिहास में बदलाव के दौर का नेतृत्व किया। दूतावास ने अपने बयान में कहा कि रावत अमेरिका के मजबूत दोस्त और सहयोगी थे और उन्होंने अमेरिका और भारत के बीच सैन्य सहयोग बढ़े पैमाने पर बढ़ाया। चीन के राजदूत ने दी श्रद्धांजलि भारत में चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने भी उनकी मौत पर गहरा दुख जाहिर करते हुए कहा- मेरी संवेदनाएं जनरल रावत के परिवार के सभी सदस्यों के साथ हैं। ब्रिटेन ने कहा- बहादुर सैनिक की मौत ब्रिटेन के राजदूत एलेक्स एलिस ने जनरल रावत की मौत पर दुख जाहिर करते हुए उन्हें एक बहादुर सैनिक और समझदार व्यक्ति के तौर पर याद किया। रूस ने अपना एक बेहद करीबी मित्र खोया रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने उनकी मौत पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि भारत ने अपना महान देशभक्त खो दिया है। कुदाशेव ने कहा कि रूस ने अपना एक बेहद करीबी मित्र खो दिया है जिसने हमारे द्वीपक्षीय रिश्तों और खास स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को हमेशा बढ़ावा दिया। फ्रांस ने कहा- जनरल रावत एक महान मिलिट्री लीडर भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमीश्नर और फ्रांस के दूत ने भी जनरल रावत की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है। फ्रांस ने अपने बयान में कहा, हम जनरल रावत को एक महान मिलिट्री लीडर और भारत-फ्रांस सैन्य रिश्तों के ध्वजवाहक के तौर याद करेंगे। इजराइल के लोग भारत के दुख में शामिल इजराइल के प्रधान मंत्री नफ्टाली बेनेट ने CDS की मौत पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि जनरल रावत भारत के सच्चे दोस्त थे। इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि इजराइल के लोग भारत के इस दुख में शामिल हैं। वहीं, भूटान के राष्ट्रध्यक्ष लोटे शेरिंग और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी जनरल रावत की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है। खबरें और भी हैं... बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया देश 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ जनरल रावत को ऐसे मिली थी NDA की सीट: एक सवाल ने बता दिया था कि ये 'सिपाही' हारने वाला नहीं, आखिर तक फैसला लेकर अड़े रहना रही खूबी देश क्रैश से ठीक पहले का VIDEO: CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था, टूरिस्ट ने रिकॉर्ड किया; ब्लैक बॉक्स भी मिला देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/chief-defence-of-staff-bipin-rawat-helicopter-crash-updates-all-you-need-to-know-about-bipin-rawat-family-129193986.html,"पलभर में उजड़ा परिवार: जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया","पलभर में उजड़ा परिवार:जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया है। देश को तो अपने इस सर्वोच्च सेना अधिकारी को खोने से बड़ा झटका लगा ही है, लेकिन इस हादसे ने जनरल रावत की बेटियों को भी पलभर में अनाथ बना दिया। दोनों बेटियों ने अपने पिता को खोने के साथ ही मां मधुलिका रावत को भी खो दिया, जो एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जनरल रावत के साथ ही हेलिकॉप्टर में वेलिंगटन जा रही थीं। दरअसल, मधुलिका रावत आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं और इसी नाते उन्हें भी वेलिंगटन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेना था। अब जनरल रावत के परिवार में दो बेटियां ही बचीं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के निधन के बाद अब उनके परिवार में उनकी दोनों बेटियां ही बची हैं। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। छोटी बेटी का नाम तारिणी है, जो दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही हैं। देहरादून में बसने के लिए बना रहे थे आशियाना जनरल बिपिन रावत केवल पैतृक तौर पर ही उत्तराखंड से जुड़े हुए नहीं थे, बल्कि उनके मन में अपने प्रदेश के लिए बेहद प्यार भी था। यही कारण है कि उन्होंने रिटायरमेंट के बाद दिल्ली में रहने के बजाय देहरादून में बसने की तैयारी कर रखी थी, जहां उनका पूरा बचपन बीता था। इसके लिए उन्होंने एक महीने पहले ही देहरादून में प्रेमनगर के पास जंगलों के बीच खूबसूरत वादियों में अपना आशियाना बनवाना भी शुरू किया था। फिलहाल इस मकान की भूकंपरोधी तकनीक से नींव तैयार की जा रही थी। देहरादून में ही स्कूल एजुकेशन और फिर यहीं अधिकारी की ट्रेनिंग जनरल रावत की स्कूली शिक्षा देहरादून में ही कैंबरीन हॉल स्कूल में और फिर शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल में पूरी हुई। इसके बाद एक बार फिर वे देहरादून पहुंचे, जहां उनका चयन भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में हुआ। यहां उन्होंने अपना बैच टॉप किया और इसके लिए उन्हें 'सोर्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। खबरें और भी हैं... हेलीकॉप्टर क्रैश में अकेले जिंदा बचे देवरिया के वरुण सिंह: कुन्नूर हादसे में CDS बिपिन रावत सहित 13 की मौत, वरुण सिंह घायल देवरिया नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश फेक न्यूज एक्सपोज: तमिलनाडु में CDS रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश का वीडियो हो रहा वायरल; ये VIDEO फेक है, जानिए इसकी सच्चाई फेक न्यूज़ एक्सपोज़ रिटायर्ड आर्मी जनरल सतीश दुआ के मुताबिक: हर काम में अव्वल रहे रावत, उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर मिला था, LAC से लेकर LOC तक पोस्टेड रहे DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/sikar/jhunjhunu/news/cds-general-bipin-rawat-died-helicopter-crash-co-pilot-squadron-leader-kuldeep-singh-report-from-house-129194419.html,"शहीद स्क्वॉड्रन लीडर की मां बोलीं: शहादत ही बेटे की कमाई, बहू को भी सेना में भेजूंगी; खिलौने का प्लेन लेकर कहता था- पायलट बनूंगा","शहीद स्क्वॉड्रन लीडर की मां बोलीं:शहादत ही बेटे की कमाई, बहू को भी सेना में भेजूंगी; खिलौने का प्लेन लेकर कहता था- पायलट बनूंगा झुंझुनूं लेखक: ध्वज आर्य शहीद कुलदीप की मां कमला देवी। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए झुंझुनूं के स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह की मां कमला देवी की आंखें नम हैं, लेकिन उन आंखों में बेटे के लिए गर्व भी है। कुलदीप की मां ने कहा कि मेरा बेटा शहीद हो गया। मेरे बेटे की यही कमाई है। देश की सेवा करते हुए बेटा शहीद हुआ है। अब बहू को भी सेना में भेजूंगी। 7 महीने पहले आए थे गांव शहीद कुलदीप राव के चाचा के बेटे और खुद भी एक्स नेवी पर्सन राजेंद्र राव ने बताया कि बचपन से ही कुलदीप पायलट बनना चाहता था। खिलौने का हवाई जहाज हाथ में लेकर घूमता था। कहता था कि एक दिन मैं पायलट जरूर बनूंगा। राजेन्द्र ने बताया कि 7 महीने पहले कुलदीप परिवार में चाचा के लड़के की शादी में अपने गांव घरडाना खुर्द आए थे। अपने स्कूल भी गए थे। वहां बच्चों से मिलकर उन्हें सेना में जाने के लिए प्रेरित किया। बेटे के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद माता-पिता जयपुर से झुंझुनूं के घरडाना खुर्द गांव पहुंच चुके हैं। वहीं, परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। जो देर शाम तक पार्थिव देह के साथ गांव पहुंचेंगे। इसके बाद शुक्रवार को शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे गांव के लोग। गांव के पूर्व सरपंच हरपाल सिंह ने बताया कि पूरे गांव को कुलदीप पर गर्व है। पूरा गांव उन्हें अंतिम विदाई देने की तैयारी में लगा हुआ है। गांव के लाडले को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। गांव में शहीद कुलदीप के घर के बाहर जमा हुए लोग। हरपाल सिंह ने बताया कि देर शाम ही कुलदीप के शहीद होने की सूचना मिल गई थी। पूरे गांव में शोक का माहौल हो गया। रात को पूरे गांव में चूल्हे नहीं जले। पूरा गांव इस घड़ी में शहीद के परिवार के साथ है। झुंझुनूं के घरडाना खुर्द गांव में शहीद का घर। एक समारोह में मां कमला देवी, पत्नी यशवनी ढाका, बहन अभीता, कुलदीप राव और पिता रणधीर सिंह राव। (बाएं से दाएं) 10 दिन पहले रूमा देवी से मिली थीं मधुलिका:जनरल रावत की पत्नी को अजरख प्रिंट और मोडाल सिल्क की साड़ियां थीं पसंद बिपिन रावत के साथ शहीद हुआ झुंझुनूं का लाल:स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे, जयपुर में रहता है परिवार खबरें और भी हैं... पहली बार: हवा में ईंधन भरने वाले विमान में बैठकर सीडीएस बिपिन रावत ने देखा फ्रांस और भारतीय वायुसेना का युद्धाभ्यास राजस्थान सर्जिकल स्ट्राइक में था रावत का बड़ा रोल: आर्मी के वाइस चीफ की हैसियत से मिलिट्री ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभाली थी राजस्थान अभ्यास के दौरान क्रैश हुआ मिग-21 फाइटर: इंडियन एयर फोर्स ने न केवल एक फाइटर जेट बल्कि स्क्वाड्रन लीडर गंवाया, पंजाब में मोगा के पास गिरा विमान जोधपुर माता-पिता का इकलौता लाल हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद: जिस चॉपर से CDS रावत जा रहे थे, उसके को-पायलट थे झुंझुनूं के स्कवॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह झुंझुनूं",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/ready-to-pay-toll-after-two-days-in-punjab-and-haryana-129194618.html,"11 दिसंबर से टोल देने को हो जाएं तैयार: हरियाणा-पंजाब में 2 दर्जन टोल प्लाजा पर सालभर से धरने, कंपनियां बोली- किसानों के उठते ही वसूली शुरू","11 दिसंबर से टोल देने को हो जाएं तैयार:हरियाणा-पंजाब में 2 दर्जन टोल प्लाजा पर सालभर से धरने, कंपनियां बोली- किसानों के उठते ही वसूली शुरू जालंधर किसान आंदोलन के कारण पंजाब-हरियाणा में लगभग सालभर से बंद पड़े टोल प्लाजा दो दिन बाद दोबारा शुरू करने की तैयारी हो चुकी है। किसान सालभर से दोनों राज्यों में नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर बने 2 दर्जन से ज्यादा टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं। इसकी वजह से यहां टोल वसूली बंद पड़ी है और वाहन चालक बिना रोकटोक निकल रहे हैं। अब किसान आंदोलन खत्म होने के साथ ही कंपनियों ने टोल प्लाजा पर टैक्स वसूली की तैयारी कर ली है। पंजाब में कार-जीप से सफर करने वालों की पिछले करीब डेढ़ साल टोल प्लाजा पर टोल देने की आदत छूटी हुई है। अब किसान आन्दोलन के खत्म होते ही इन्हें अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। फिलहाल तो पुराने रेट पर ही टोल लगेगा लेकिन संभावना एसी जताई जा रहा है कि केंद्र सरकार टोल प्लाजा के रेट बढ़ा सकती है। पिछले एक डेढ़ साल से टोल ना देने के कारण बहुतों को शायद भूल भी गया होगा कि पंजाब हरियाणा के मुख्य शहरों से दिल्ली के बीच कितना टोल लगता था, आपको वही स्मरण करवाते हैं। टोल प्लाजा पर सारी व्यवस्था पूरी हरियाणा में करनाल के बसताड़ा टोल के मैनेजर भानु प्रताप ने बताया कि अभी किसान उन्हें टोल चलाने के लिए अनुमति नहीं दे रहे हैं। किसानों की सहमति के बाद टोल शुरू किया जाएगा। हमारे पास कर्मचारी व अन्य सभी प्रकार की व्यवस्था पूरी है। अंबाला में एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि 11 दिसंबर को किसानों के उठते ही शाम तक सारे टोल फंक्शनिंग इन आ जाएंगे और उन पर कॉल करना शुरू हो जाएगा। तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा फिर से शुरू करने की तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। 11 तारीख से ही तो है टोल कटना शुरू हो जाएगा। दिल्ली जाने वाले रूटों पर टोल की स्थिति चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच 4 टोल प्लाजा पड़ते हैं। इनमें दप्पर, घरौंडा (करनाल), पानीपत और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर ढाई सौ से 300 रुपए टोल देना पड़ेगा। अमृतसर से दिल्ली के बीच 8 टोल प्लाजा। ढिलवां, निज्जरपुरा, लाडोवाल, शंभू, घरौंडा (करनाल), पानीपत, और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 500 रुपए टोल देना पड़ेगा। पठानकोट से होशियापुर आने पर मानसर टोल पर 105 रुपए देने पड़ेंगे। पठानकोट से दिल्ली के बीच 7 टोल। चोलांग, मानसर, लाडोवाल, शंभू, घरौंडा, पानीपत और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 640 रुपए टोल देना पड़ेगा। होशियारपुर से दिल्ली के बीच 5 टाेल। लाडोवाल, शंभू, घरौंडा, पानीपत और मुरथल। यहां कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 445 रुपए टोल देना पड़ेगा। बठिंडा से दिल्ली के बीच 4 टोल। रोहाड़, मदीना कोरसां, रामायण और लंधारी। कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 285 रुपए टोल देना पड़ेगा। हिसार से दिल्ली के बीच 3 टोल। रोहाड़, मदीना कोरसां और रामायण। कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 205 रुपए टोल देना पड़ेगा। हिसार से पानीपत के बीच 2 टोल। दहर और रामायण। कारचालकों को एक तरफ के सफर पर लगभग 175 रुपए टोल देना पड़ेगा। खबरें और भी हैं... 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ सुच्चा सिंह छोटेपुर बने अकाली: सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में जॉइन की पार्टी; बटाला से शिअद के चिन्ह पर लड़ेंगे विस चुनाव लुधियाना जालंधर में कर्मियों के छुट्‌टी जाने से काम ठप: डीसी ऑफिस में नहीं हुआ काम, पसरा सन्नाटा, लोग रहे परेशान, कल भी रहेंगे अवकाश पर जालंधर पंजाब कैबिनेट का फैसला: 4,587 सफाई कर्मचारी और सीवरमैन पक्के होंगे; एक नवंबर से मिलेगा सस्ती बिजली का लाभ चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/chopper-crash-condolences-pour-from-across-the-country-for-general-bipin-rawat-and-those-who-died-in-chopper-crash-129194330.html,रावत के निधन पर शोक में डूबा देश: शहीदों के शव ले जा रही एंबुलेंस पर लोगों ने सड़क के दोनों ओर खड़े होकर फूल बरसाए; देखें 20 फोटो,"रावत के निधन पर शोक में डूबा देश:शहीदों के शव ले जा रही एंबुलेंस पर लोगों ने सड़क के दोनों ओर खड़े होकर फूल बरसाए; देखें 20 फोटो नई दिल्ली तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए दुखद हादसे में देश ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत को खो दिया। उनके साथ ही इस हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका और सेना के 11 अधिकारियों का भी निधन हो गया। इस हादसे के बाद पूरे देश में दुख की लहर है। संसद से लेकर सड़क तक, देश भर में बिपिन रावत और उनके साथ जान गंवाने वाले सभी सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। तमिलनाडु में स्थानीय लोगों ने हादसे में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीरों को मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस लेकर जा रही एंबुलेंस को देखकर भारत माता की जय के नारे लगाए और उस पर फूलों की बारिश की। इसका वीडियो बहुत सारे लोगों ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। 20 फोटोज में देखिए जनरल बिपिन रावत और उनके साथ हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों को देशवासियों की श्रद्धांजलि... हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी लोगों के पार्थिव शरीर को करीब 10:30 बजे मिलिट्री ट्रक में तमिलनाडु के वेलिंगटन अस्पताल से सेना के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के मृत शरीर को मिलिट्री ट्रक से उतारकर सेना के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में रखते सैनिक। हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर के पास खड़े होकर श्रद्धांजलि देते सैनिक। मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में सैन्य जवानों ने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी मद्रास रेजिमेंटल सेंटर पहुंचकर जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की पार्थिव देह को सैल्यूट करते तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन। तेलंगाना की गवर्नर और पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. तमिलिसई सौंदराराजन ने मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में बिपिन रावत और अन्य मृतक सैन्य अफसरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। तमिलनाडु में स्थानीय लोगों ने हादसे में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीरों को मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस लेकर जा रही एंबुलेंस पर फूलों की बारिश की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में कुन्नूर हादसे पर बयान दिया। उन्होंने पूरे देश की तरफ से CDS जनरल बिपिन रावत और सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह ने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सैन्य अधिकारियों की दिवंगत आत्मा के लिए 2 मिनट का मौन रखा। राजनाथ सिंह के बयान के बाद राज्यसभा में सभी सांसदों ने खड़े होकर उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी, जिनका बुधवार के हादसे में निधन हुआ था। विपक्षी पार्टियों के सांसदों और राज्यसभा से सस्पेंड किए गए सांसदों ने संसद परिसर में सभी दिवंगत आत्माओं के लिए 1 मिनट का मौन रखा। उत्तराखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्य मंत्रियों और MLA ने जनरल बिपिन रावत और अन्य मृतकों को श्रद्धांजलि दी। फारूख अब्दुल्ला और अन्य लोगों ने जम्मू के शेर-ए-कश्मीर भवन में जनरल बिपिन रावत और उनके साथ जान गंवाने वाले अन्य लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखा। रांची में झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन ने कैंडल जलाकर जनरल बिपिन रावत और अन्य मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उत्तर प्रदेश के अमरोहा के कलाकार जोयाब खान ने CDS जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए कोयले से उनका 8 फीट ऊंचा पोर्ट्रेट बनाया। जम्मू में शिव सेना डोगरा के सदस्यों ने कैंडल जलाकर और फूल चढ़ाकर हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राजकोट में स्वामीनारायण गुरुकुल के छात्रों ने प्रार्थना सभा आयोजित करके हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में छात्रों ने हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और अन्य सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जम्मू-कश्मीर में एक स्कूल के बच्चों ने बिपिन रावत, उनकी पत्नी और उनके साथ हादसे में जान गंवाने वाले सभी सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। खबरें और भी हैं... लैंडिंग से 7 मिनट पहले मौत मिली: CDS के आखिरी सफर की डीटेल; 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, 7 मिनट पहले सारे संपर्क टूटे; अब सिर्फ श्रद्धांजलि देश CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर देश 10 साल पहले बीरा के मन में था CDS प्लान: मेरठ कॉलेज से पीएचडी के वक्त कहा था- तीनों सेनाओं का ज्वाइंट कमांड हो, इससे तालमेल बढ़ेगा मेरठ पलभर में उजड़ा परिवार: जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/sawai-madhopur/news/vicky-kaushal-will-become-a-groom-at-hotel-six-seasons-barwara-fort-on-thursday-will-take-seven-rounds-with-katrina-kaif-at-6-pm-129193965.html,"आज मुंबई लौटेंगे विक-कैट: रणथंभौर से डबल इंजन हेलिकॉप्टर से जयपुर एयरपोर्ट पर उतरेगा बॉलीवुड कपल, फिर यहां से मुंबई की फ्लाइट","आज मुंबई लौटेंगे विक-कैट:रणथंभौर से डबल इंजन हेलिकॉप्टर से जयपुर एयरपोर्ट पर उतरेगा बॉलीवुड कपल, फिर यहां से मुंबई की फ्लाइट सवाई माधोपुर शादी के जोड़े में विक्की के साथ नजर आईं कटरीना कैफ। विक्की-कटरीना ने गुरुवार की शाम सात फेरे ले लिए। सवाई माधोपुर के बरवाड़ा फोर्ट में यह हाईप्रोफाइल शादी सम्पन्न हो गई। बॉलीवुड कपल आज मुंबई लौट जाएगा। विक-कैट रणथंभौर से डबल इंजन हेलिकॉपटर से जयपुर एयरपोर्ट पर उतरेंगे। फिर यहां से आगे की फ्लाइट लेंगे। कटरीना कैफ और विक्की कौशल ने शादी के बाद कल अपने फोटोज भी शेयर किए। इसके साथ कटरीना ने लिखा, 'हमारे दिलों में बसा एक दूसरे के लिए प्यार और सम्मान आज यहां तक ले आया। हमारी नई जिंदगी के लिए आप लोगों का प्यार और आशीर्वाद की जरूरत है।' दो दिन तक उनका प्री-वेडिंग फंक्शन चला। बरवाड़ा फोर्ट में मंडप सजाया गया था। गुरुवार सुबह दिल्ली से फूल मंगाए गए थे। शादी के बाद विक्की-कटरीना ने फोर्ट के बाहर मौजूद अपने फैंस के लिए मिठाइयां और केक भेजा। बाहर मौजूद ग्रामीणों ने शादी की बधाई दी। विक्की-कटरीना की कुछ फोटो भी सामने आई हैं। इसमें कटरीना लाल जोड़े में नजर आ रही हैं। कटरीना ने लाल जोड़े में विक्की कौशल को पहनाई वरमाला। फेरों के बाद दोनों ने फोटोशूट भी करवाया। विक्की कटरीना ने लिए साथ फेरे। विक्की-कटरीना ने सवाई माधोपुर के बरवाड़ा फोर्ट में की शादी। विक्की-कटरीना ने अलग-अलग पोज में फोटोशूट करवाया। सफेद शेरवानी में नजर आए विक्की कौशल। शादी के लाल जोड़े में नजर आईं कटरीना। विक्की-कटरीना की एक झलक देखने के लिए सुबह से ग्रामीण इंतजार कर रहे थे। शाम को फेरे के बाद कपल की ओर से गांव वालों को मिठाई भेजी गई। दिल्ली के गाजीपुर से फूल लाने वाले ट्रक ड्राइवर ने बताया कि अलग-अलग वैराइटी के साढ़े पांच टन फूल लाए गए हैं। सेहराबंदी से लेकर डिनर के लिए भी अलग-अलग फूलों का डेकोरेशन किया गया। ऐसे टोटल 3 ट्रक यहां पहुंचे हैं। होटल मैनेजमेंट के लोग शाम को फैंस के लिए केक और मिठाई लेकर पहुंचे। ग्रामीणों का जब मुंह मीठा करवाया गया तो उन्होंने भी कपल को ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। कटरीना-विक्की की शादी को लेकर ये तस्वीर सामने आ रही है। ये फोटो विक-कैट की शादी का बताया जा रहा है। मर्दाना महल के पीछे बने इस चौक में विक्की-कैट फेरे लिए। सजावट के लिए दिल्ली से फूल मंगाए गए हैं। कपल की शादी में आने वाले स्पेशल गेस्ट के लिए गुरुवार को सुबह 10:30 बजे तक कोर्टिल रेस्टोरेंट में ब्रेकफास्ट रखा गया था। इस बीच, एक छोटी पार्टी हुई। दोपहर 1 बजे सेहराबंदी और 3 बजे मंडप का कार्यक्रम हुआ। मंडप के कार्यक्रम के बाद शाम 6 बजे गोधूलि बेला में कपल ने सात फेरे लिए। 8 बजे से डिनर कार्यक्रम शुरू होगा, जो यह रात 1 बजे तक चलेगा। इसी के साथ वेडिंग सेरेमनी होगी। फेरे मर्दाना महल के पीछे के अपार्टमेंट में होंगे। सीताराम मन्दिर के चौक में डिनर कार्यक्रम रखा गया है। 80 कारीगरों ने सजाया मंडप फूलों से भरा ट्रक गुरुवार सुबह बरवाड़ा फोर्ट पहुंचा। ड्राइवर ने बताया कि दो ट्रक पहले आ चुके हैं। इसमें गुलाब के करीब 5 से 7 किस्म के फूल हैं। मंडप सजाने के लिए आर्किड, गेंदा चमेली के साथ ही दुनिया के सबसे खूबसूरत फूल के ऑर्डर दिए गए। मंडप और होटल को सजाने के लिए करीब 80 कारीगर लगे। ये फोटो भी फोर्ट का है। दावा किया जा रहा है कि यहां गेस्ट के लिए इसे इस तरह से डेकोरेट किया गया है। खबरें और भी हैं... 10 साल पहले खंडहर था विक-कैट का वेडिंग वेन्यू: रेनोवेशन के बाद पहला इवेंट; 14 PHOTOS में देखें कैसे बदल गया चौथ का बरवाड़ा किला राजस्थान VDO परीक्षा में 'इतिहास और कला-संस्कृति' की तैयारी: 6 पार्ट में डिवाइड है सब्जेक्ट, पूछे जाएंगे 20 प्रश्न, आर्ट एंड कल्चर पर रखें फोकस राजस्थान सालों से लम्बित मामलों में तुरन्त मिलेगा न्याय: राष्ट्रीय लोक अदालत 11 को; राजीनामे से होगा मामलों का निपटारा, हेल्प लाइन नम्बर पर करें कॉन्टेक्ट अजमेर खतरे में बेटियों की सुरक्षा: 1 साल में सरकारी स्कूलों में दुष्कर्म के 13 केस, 6 मामले पिछले दो माह में, सजा एक में भी नहीं जयपुर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rajnath-singh-statement-on-bipin-rawat-army-helicopter-crash-129194120.html,"लैंडिंग से 7 मिनट पहले मौत मिली: CDS के आखिरी सफर की डीटेल; 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, 7 मिनट पहले सारे संपर्क टूटे; अब सिर्फ श्रद्धांजलि","लैंडिंग से 7 मिनट पहले मौत मिली:CDS के आखिरी सफर की डीटेल; 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, 7 मिनट पहले सारे संपर्क टूटे; अब सिर्फ श्रद्धांजलि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जानकारी गुरुवार को संसद में दी। वे महज 4 मिनट बोले। इसके बाद संसद ने जनरल रावत समेत सभी सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। राजनाथ सिंह, संसद में ‘बड़े भारी और दुखी मन से मैं 8 दिसंबर 2021 की दोपहर में हुई मिलिट्री हेलिकॉप्टर दुर्घटना, जिसमें भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, उनकी पत्नी एवं 12 अन्य सवार थे, के बारे में बताने के लिए आप सब के बीच खड़ा हुआ हूं। जनरल विपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंग्टन के स्टूडेंट ऑफिसर्स से इंटरेक्ट करने के लिए अपने एक शेड्यूल्ड विजिट पर थे। एयरफोर्स के Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर ने कल 11 बजकर 48 मिनट पर सुलूर एयरबेस से अपनी उड़ान भरी। इसे 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन में लैंड करना था। सुलूर एयरबेस के एयरट्रैफिक कंट्रोल ने लगभग 12 बजकर 8 मिनट पर हेलिकॉप्टर से अपना कॉन्टेक्ट खो दिया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में कुछ स्थानीय लोगों ने आग लगी हुई देखी। जब वे भागकर उस स्थान पर पहुंचे तो उन्होंने मिलिट्री हेलिकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा देखा। प्रशासन से एक बचाव दल उस जगह पर पहुंचा। उन्होंने क्रैश साइट से सर्वाइवर्स को रिकवर करने का भी प्रयास किया। उस जगह से जितने भी लोगों को निकाला जा सका, उन्हें यथाशीघ्र वेलिंग्टन के मिलिट्री अस्पताल में पहुंचाया गया। जानकारी के अनुसार उस हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गई है। जिन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई, उनमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, उनकी धर्मपत्नी श्रीमति मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और एयरफोर्स स्टाफ क्रू सहित आर्म्ड फोर्सेज के 9 लोग शामिल हैं। इनके नाम हैं- विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर अरक्कल प्रदीप और हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार और लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंग्टन के मिल्ट्री अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उन्हें बचाने के हर संभव कोशिश की जा रही है। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को घटना की सूचना प्राप्त होने पर कल ही घटनास्थल पर भेज दिया गया है। उन्होंने घटनास्थल एवं वेलिंग्टन अस्पताल जाकर स्थिति का जायजा लिया। इस दुर्घटना के संबंध में इंडियन एयरफोर्स द्वारा एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक ट्राइ सर्विस इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं। इन्क्वायरी टीम के ऑफिसर्स ने कल ही वेलिंग्टन पहुंचकर अपना काम स्टार्ट कर दिया है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का अंतिम संस्कार फुल मिलिट्री ऑनर के साथ किया जाएगा और अन्य सभी मिलिट्री पर्सनल का अंतिम संस्कार एप्रोपिएट मिलिट्री ऑनर्स के साथ ही किया जाएगा। अध्यक्ष महोदय, मैं देश की ओर से सभी दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके परिवारजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करता हूं।’ CDS रावत के अंतिम संस्कार से जुड़ी LIVE अपडेट्स जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया क्रैश से ठीक पहले का VIDEO: CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था सबसे सुरक्षित हेलिकॉप्टर को सबसे भरोसेमंद पायलट उड़ा रहे थे, मानवीय भूल की गुंजाइश कम खबरें और भी हैं... पलभर में उजड़ा परिवार: जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया देश CDS रावत के निधन पर विदेशी मीडिया का रिएक्शन: कहा- भारत को लगे झटके की भरपाई करना आसान नहीं; चीन, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों ने दी श्रद्धांजलि विदेश क्रैश से ठीक पहले का VIDEO: CDS बिपिन रावत का चॉपर धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था, टूरिस्ट ने रिकॉर्ड किया; ब्लैक बॉक्स भी मिला देश CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-helicopter-accident-on-iaf-chopper-mi-17v5-live-news-and-updates-129193997.html,"बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया","बीरा को आखिरी सलाम:PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया तमिलनाडु के हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (बीरा) उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 जवानों का शव गुरुवार शाम करीब पौने 8 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाया गया। करीब 9 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पहुंचे और जनरल रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शहीदों के ताबूत देख PM ने हाथ जोड़े, सिर झुकाया और अपनी आंखें बंद कर लीं। इसके बाद मोदी शहीदों के परिजनों से एक-एक कर मिले और उन्हें ढांढस बंधाया। शहीदों के ताबूत देख PM ने हाथ जोड़े, सिर झुकाया और अपनी आंखें बंद कर लीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने शहीद परिवार के एक-एक लोगों से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी। राजनाथ और डोभाल ने भी दी श्रद्धांजलि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल करीब साढ़े 8 बजे एयरपोर्ट पहुंचे और सभी शहीदों के परिजनों से मिलकर बातचीत की। पीएम के बाद राजनाथ सिंह और अजित डोभाल ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। तीनों सेना प्रमुखों ने भी किए अंतिम दर्शन CDS बिपिन रावत समेत 13 शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए तीनों सेना के प्रमुख भी पालम एयरपोर्ट पहुंचे। थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। रावत की दोनों बेटियों ने ताबूत पर मत्था टेका सीडीएस रावत की बेटी बिलख रही हैं। दोनों ने माता-पिता के पार्थिव शरीर को प्रणाम कर ताबूत पर मत्था टेका। उनका रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। छोटी बेटी का नाम तारिणी है, जो दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही हैं। सीडीएस रावत की बेटी कीर्तिका और तारिणी ने माता-पिता के पार्थिव शरीर को प्रणाम कर ताबूत पर मत्था टेका। शुक्रवार को आम लोग दर्शन कर सकेंगे, फिर अंतिम संस्कार जनरल रावत का अंतिम संस्कार दिल्ली में शुक्रवार को होगा। वहीं, सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली कैंट में शाम 7:15 बजे किया जाएगा। आम जनता सीडीएस कारज मार्ग स्थित आवास पर कल सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दे सकती है। सैन्यकर्मी दोपहर 12:30-13:30 बजे के बीच सम्मान दे सकते हैं। इसके बाद पार्थिव शरीर को दिल्ली कैंट बराड़ स्क्वायर में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा। रावत समेत 4 शवों की पहचान हुई इससे पहले डॉक्टरों की टीम ने रावत, मधुलिका और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर समेत 4 शवों की पहचान कर ली। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार दोपहर एक बयान जारी किया। मंत्रालय ने कहा कि हादसा इतना भीषण था कि शवों की पहचान मुश्किल हो गई है। हम सही पहचान के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं, ताकि किसी करीबी की भावना को चोट न पहुंचे। मृतकों के परिजनों को दिल्ली बुला लिया गया है। इसके अलावा वैज्ञानिक तरीके से भी जांच की जाएगी। राजनाथ ने हादसे पर 4 मिनट बयान दिया, कहा- 12:08 पर टूट गया था संपर्क राजनाथ सिंह ने संसद में गुरुवार सुबह 11.05 बजे बयान दिया। 4 मिनट के बयान में उन्होंने हादसे में मारे गए सभी लोगों के बारे में जानकारी दी और रावत के अंतिम संस्कार के बारे में भी बताया। रक्षा मंत्री ने कहा, ""हेलिकॉप्टर का संपर्क बुधवार दोपहर 12:08 बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया था। इसके बाद वह क्रैश हो गया। स्थानीय लोग जब घटनास्थल पर पहुंचे तो हेलिकॉप्टर में आग लग गई थी। रेस्क्यू टीमें मौके पर भेजी गईं। हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंगटन के अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां वे लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने की कोशिशें जारी हैं।"" हादसे में बचे वरुण सिंह को बेंगलुरु शिफ्ट किया गया हेलिकॉप्टर क्रैश में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बचे हैं। उनका शरीर इस हादसे में बुरी तरह झुलस गया है। उन्हें पहले वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उनको एयर एंबुलेंस से बेंगलुरु शिफ्ट कर दिया गया। पिछले साल तेजस फाइटर जेट उड़ाते वक्त उन्हें बड़ी तकनीकी दिक्कत का सामना करना पड़ा था, पर उन्होंने साहस नहीं खोया और विमान को सुरक्षित लैंड कराया था। इसके लिए उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया था। हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद, ट्राई सर्विस इन्क्वायरी होगी फोरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट की टीम क्रैश साइट पर पहुंची। टीम को डिपार्टमेंट के डायरेक्टर श्रीनिवासन लीड कर रहे हैं। घटनास्थल से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर बरामद किया गया है। हादसे की ट्राई सर्विस इन्क्वायरी एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अगुआई में की जाएगी। सिंह इंडियन एयर फोर्स की ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और वे खुद भी हेलिकॉप्टर पायलट हैं। क्रैश साइट्स से मिले ब्लैक बॉक्स को जांच के लिए ले जाते अफसर। दुर्घटना में इनकी मौत चॉपर में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे। इन सभी का निधन हो गया है। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS: PM मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की, रावत के उत्तराधिकारी को लेकर हुई चर्चा देश CDS हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह, घने जंगल से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-09-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129193838.html,"कोरोना देश में: बूस्टर डोज पर कल हो सकता है फैसला, एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग; कोविशील्ड को मंजूरी दे चुका है DCGI","कोरोना देश में:बूस्टर डोज पर कल हो सकता है फैसला, एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग; कोविशील्ड को मंजूरी दे चुका है DCGI देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर फैलने का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की भी तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर गठित सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) शुक्रवार को मीटिंग करेगी। इस मीटिंग में तय हो सकता है कि देश में बूस्टर डोज कब से दी जाएगी और शुरुआत में किन्हें बूस्टर डोज सबसे पहले मिलेगी। हाल ही में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की तरफ से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की एप्लिकेशन को मंजूरी दी जा चुकी है। सीरम इंस्टीट्यूट ने देश में कोविशील्ड वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक होने के चलते नए वैरिएंट के कारण इसकी बूस्टर डोज दिए जाने का इमरजेंसी अप्रूवल DCGI से मांगा था। अपडेट्स... ओमिक्रॉन के खतरे के बीच बड़ा फैसला; 31 जनवरी तक इंटरनेशनल फ्लाइट्स के आने-जाने पर रोक जारी एविएशन रेगुलेटर (DGCA) ने गुरुवार को कहा कि भारत ओमिक्रॉन वैरिएंट से पैदा हो रहे खतरे के मद्देनजर शेड्यूल इंटरनेशन पैसेंजर फ्लाइट पर प्रतिबंध 31 जनवरी तक जारी रहेगा। DGCA ने एक बयान में कहा कि पहले के आदेश में आंशिक बदलाव करते हुए भारत से आने-जाने वाली इंटरनेशनल कमर्शियल पैसेंजर उड़ानों के निलंबन को 31 जनवरी तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। हालांकि, ये प्रतिबंध इंटरनेशन ऑल-कार्गो ऑपरेशन और रेगुलेटर की तरफ से स्पेशल अप्रूव उड़ानों पर लागू नहीं होंगे। मामले के आधार पर चुनिंदा रूट पर इंटरनेशनल शेड्यूल उड़ानों की भी अनुमति दी जा सकती है। विदेश से पटना लौटे 5 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव, 2 सिंगापुर और 3 नेपाल के 3 लोग मिले पॉजिटिव बिहार की राजधानी पटना में विदेश यात्रा से लौटे 5 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसमें 2 सिंगापुर और 3 नेपाल से आए हैं। एक साथ 5 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग पांचों के संपर्क में आने वालों की कांटेक्ट ट्रेसिंग कराने और उनके सैंपल ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग को भेजने की तैयारी कर रहा है। सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी का कहना है कि जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। पटना में इससे पहले दुबई से आए दो लोग भी कोरोना पॉजिटिव मिले थे। उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट भी अब तक नहीं आई है। ओमिक्रॉन को लेकर राज्यों को निर्देश; अस्पतालों को दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (फाइल फोटो) कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए केंद्र ने गुरुवार को राज्य सरकारों से 8 जरूरी दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिया है। कोरोना मामलों में किसी भी इजाफे से निपटने के लिए अस्पतालों को रिव्यू करने की सलाह भी दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और UTs के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वैक्सीनेशन प्रोग्रेस को रिव्यू किया। उन्होंने राज्यों और UTs के स्वास्थ्य सचिवों और नेशनल हेल्थ मिशन के निदेशकों से कहा कि सभी हेल्थ फैसिलिटीज में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और प्लांट काम करने चाहिए। कर्नाटक में ओमिक्रॉन पर कैबिनेट की बैठक, CM बसवराज बोम्मई बोले- चिंता की बात नहीं कर्नाटक में आज ओमिक्रॉन को लेकर कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक के बाद CM बसवराज बोम्मई ने बताया कि तकनीकी सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. सुदर्शन ने हमें स्थिति के बारे में जानकारी दी है। CM ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे मंत्रियों ने विशेष टीकाकरण अभियान जारी रखने का सुझाव दिया है। महाराष्ट्र का पहला ओमिक्रॉन संक्रमित शख्स ठीक होकर घर पहुंचा, पुणे में 100% लोगों को मिली वैक्सीन की पहली डोज कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित महाराष्ट्र का पहला मरीज पूरी तरह से ठीक होकर बुधवार को अपने घर पहुंच गया। पेशे से मरीन इंजीनियर इस 33 वर्षीय शख्स को कल्याण-डोंबिवली नगरपालिका क्षेत्र में स्थित इसके घर पर क्वारंटाइन रखा गया है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में मुंबई के लिए उड़ान भरने से पहले दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा था। कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद इसकी जीनोम सिक्वेंसिंग करवाई गई थी। महाराष्ट्र में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 10 मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं। पूरी खबर यहा पढ़ें.. MP में 124 दिन बाद 150 से ज्यादा एक्टिव केस; इंदौर में सबसे ज्यादा 7, भोपाल में 5 मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 19 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सबसे ज्यादा केस इंदौर में 7 मिले हैं। इसके बाद भोपाल में 5 पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा जबलपुर में 3, उज्जैन में 2, होशंगाबाद और सिंगरौली में 1-1 पॉजिटिव मिला है। प्रदेश में 124 दिन बाद 150 से ज्यादा एक्टिव केस आए हैं। इसके पहले 7 अगस्त को 156 और 9 अगस्त को 148 एक्टिव केस थे। पूरी खबर यहां पढ़ें.. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,419 मामले, 159 लोगों की मौत हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ो के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,419 मामले दर्ज किए गए हैं और 159 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 8,251 लोग ठीक हुए हैं। फिलहाल देश में एक्टिव केस की संख्या 94,742 है और रिकवरी रेट 98.36% है। देश में अब तक 130.39 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है। कोरोना की वजह से देश में कुल 4,74,111 लोगों की मौत हो चुकी है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि राज्यों और UTs को वैक्सीन की 140 करोड़ से ज्यादा डोज दी जा चुकी है। राज्यों के पास अभी भी वैक्सीन की 19 करोड़ से ज्यादा डोज मौजूद है। गोवा में भी ओमिक्रॉन के पहुंचने की आशंका, रूस से लौटे यात्रियों में संक्रमण के लक्षण गोवा में ओमिक्रॉन वैरिएंट के संदिग्ध मामले सामने आए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि संदिग्ध संक्रमित रूस से दिल्ली होकर गोवा लोटे हैं। उन्होंने कहा कि अभी सीधे तौर पर इसे ओमिक्रॉन का मामला नहीं कह सकते हैं। उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। सभी को आइसोलेशन में रखा गया है। सीएम सावंत ने कहा कि पैनिक खड़ा करने की जरूरत नहीं है। मैं लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं। सभी ओमिक्रॉन संक्रमितों को अलग- अलग आइसेलेशन फैसिलिटी में रखने के निर्देश कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्य सरकारों से ओमिक्रॉन संक्रमित सभी पेशेंट्स को अलग-अलग आइसोलेशन फैसिलिटी में रखने का निर्देश दिया है। हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने राज्यों और UTs को लिखे लेटर में यह सुनिश्चित करने को कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमितों में कोई क्रॉस-इंफेक्शन न हो। वहीं, दूसरे पेशेंट्स और स्वास्थ्य कर्मियों में ओमिक्रॉन फैलने से रोकने के लिए पर्याप्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है। पंजाब में ओमिक्रॉन का कोई केस नहीं पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ओम प्रकाश सोनी राज्य ने बताया कि फिलहाल राज्य में ओमिक्रॉन का कोई मामला नहीं है। विदेशी पर्यटकों की टेस्टिंग की जा रही है। अगर कोई कोविड पॉजिटिव आता है तो उसे 7 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जा रहा है। जिन इलाकों में वैक्सीनेशन कम हुआ है वहां मेडिकल टीम घरों में जाकर वैक्सीन लगा रही है। कानपुर-आगरा में रेलवे स्टेशन पर 100 यात्रियों में 5 ही करा रहे कोरोना जांच ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच कोरोना के नए केस बढ़ने लगे हैं। कहने को तो सरकार ने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर निगरानी बढ़ा दी है। मगर, हकीकत ऐसी नहीं है। कानपुर और आगरा में रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले 100 यात्रियों में बमुश्किल 5 लोगों की ही कोरोना जांच हो पाती है। कोई वैक्सीन की दोनों डोज लगी होने की बात कहकर आगे बढ़ जाता है तो कोई धक्का देकर। पूरी खबर यहां पढ़ें... खबरें और भी हैं... ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर का दावा: कोरोना से भी ज्यादा घातक हो सकती हैं भविष्य में आने वाली महामारियां, अभी से तैयारी जरूरी ओमिक्रॉन A to Z ओमिक्रॉन की पहचान कैसे: दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टर ने कहा- ज्यादातर मरीजों में दर्द और थकान के लक्षण, RT-PCR जांच से पकड़ में आता है ओमिक्रॉन A to Z ग्रीस में मिला ऑमिक्रॉन का पहला केस: तीन बार टेस्ट में निगेटिव आई रिपोर्ट, चौथी बार पॉजिटिव; दक्षिण अफ्रीका से लौटा था शख्स विदेश ओमिक्रॉन पर दुनियाभर के 8 एक्सपर्ट्स की राय: कोरोना का नया वैरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों को भी निशाना बना सकता है, डेल्टा से ज्यादा खतरनाक हो सकता है देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-coronavirus-vaccine-129193870.html,"भास्कर अपडेट्स: मुंबई एयरपोर्ट पर 247 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी, 35 किलोग्राम हेरोइन लेकर आया था जिम्बाब्वे का कपल","भास्कर अपडेट्स:मुंबई एयरपोर्ट पर 247 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी, 35 किलोग्राम हेरोइन लेकर आया था जिम्बाब्वे का कपल मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर इंटेलिजेंस यूनिट (AIU) और डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। AIU और DRI की जॉइंट टीम ने एक पुख्ता सूचना के आधार पर लगभग 247 करोड़ रुपये मूल्य की 35 किलोग्राम हेरोइन की खेप पकड़ी है। इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स लेकर जिम्बाब्वे का एक कपल विमान से आया था, जिन्हें अरेस्ट कर लिया गया है। गिरफ्तार कपल में एक 46 साल की महिला और एक 27 साल का पुरुष है, दोनों ही जिम्बाब्वे के नागरिक हैं। जांच के दौरान पूछताछ में दोनों ने बताया है कि वे दोनों जिम्बाब्वे के हरारे शहर से मुंबई के लिए चले थे। रास्ते में उन्हें एडिस अबाबा में हेरोइन का कंसाइनमेंट दिया गया था, जिसे उन्हें मुंबई पहुंचाना था। लेकिन मुंबई एयरपोर्ट पर विमान उतरने के बाद दोनों को DRI और AIU की जॉइंट टीम ने अरेस्ट कर लिया। आज की अन्य बड़ी खबरें... भीमा कोरेगांव केस; 3 साल से जेल में बंद एक्टिविस्ट सुधा भारद्वाज को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा किया भीमा कोरेगांव केस में सजा काट रहीं एक्टिविस्ट और वकील सुधा भारद्वाज 3 साल बाद गुरुवार को रिहा हो गईं। बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें 1 दिसंबर को डिफॉल्ट जमानत दी थी। इसके बाद नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जांच एजेंसी की याचिका खारिज कर दी। सुधा को 28 अगस्त 2018 को 16 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। गुरुवार को जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एसआर भट और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने उनकी रिहाई को मंजूर कर लिया। कोल स्मगलिंग केस में CBI ने TMC नेता के भाई को हिरासत में लिया, अस्पताल से की गई गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को दौरान बेहद चर्चा में रहे कोल स्मगलिंग केस में CBI ने बिकास मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। बिकास को एक निजी अस्पताल से गुरुवार को हिरासत में लिया गया, जहां वह अपना इलाज कराने के लिए भर्ती था। बिकास राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की यूथ विंग के नेता बिनय मिश्रा का भाई है और कोल स्मगलिंग केस के आरोपियों में से एक है। इस मामले में TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे अभिजीत की पत्नी को भी CBI ने संदेह के दायरे में रखा हुआ है। इंटरनेशनल शूटर खुशसीरत ने की खुदकुशी: परिजन बोले- परफॉर्म नहीं करने से तनाव में थी पंजाब के फरीदकोट जिले में इंटरनेशनल शूटर खुशसीरत कौर ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। घर में ही अपने कमरे में 17 वर्षीय खुशसीरत ने खुद को गोली मारी। परिजनों को गोली चलने की आवाज से घटना का पता चला तो पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। कमरे में तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन परिजनों के अनुसार, खुशसीरत तनाव में थी, शायद इसलिए उसने यह कदम उठाया। खुशसीरत 12वीं में नॉन मेडिकल (विज्ञान संकाय) की स्टूडेंट थी। बताया जा रहा है कि खुशसीरत पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में थी। डिप्रेशन की वजह खेल में अच्छा परफॉर्म न कर पाना था। खुशसीरत का एक छोटा भाई है तथा माता-पिता दोनों सरकारी नौकरी करते हैं, इसलिए घर से आर्थिक रूप से उन्हें कोई दिक्कत नहीं थी। खुशसीरत के सुसाइड करने की खबर के बाद प्रशासन और कोचिंग सेंटर के अधिकारी उनके घर पर पहुंचे। पूरी खबर यहां पढ़ें... केंद्र सरकार का विज्ञापनों पर फोकस, तीन सालों में 1,700 करोड़ रु. खर्च हुआ केंद्र सरकार ने तीन सालों में विज्ञापनों पर 1,700 करोड़ रुपए खर्च कर दिया है। यह विज्ञापन अखबारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दिए गए हैं। यह जानकारी सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने दी है। लोकसभा में एक सवाल के जवाब में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में 1,698.98 करोड़ रुपए खर्च किए गए। संसद में लिखित जवाब में मंत्री ने कहा कि इन विज्ञापनों का प्रमुख उद्देश्य सरकार की नीतियों और योजनाओं के बारे में लोगों को जागरुक करना था। पूरी खबर यहां पढ़ें... बेमौसमी बारिश से सातारा जिले में स्ट्रॉबेरी की सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद महाराष्ट्र के पुणे और सातारा में पिछले 4 दिनों के दौरान हुई बेमौसमी बारिश ने स्ट्रॉबेरी की फसल को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। अचानक आई बारिश से जावली तालुका के भुतेकर पंचगनी, भिलार, महाबलेश्वर क्षेत्र में सैंकड़ों हेक्टेयर स्ट्रॉबेरी की फसल बर्बाद हो गई है। खेतों में पानी भर जाने के कारण फसल सड़ने लगी है, जिसके बाद अब किसानों के पास इन्हें फेंकने के अलावा अब दूसरा कोई चारा नहीं बचा है। यहां के किसानों का कहना है कि हमारी फसलों को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन अभी तक नुकसान की भरपाई के लिए इसका पंचनामा भी सरकार की ओर से नहीं करवाया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में धमाका, एक व्यक्ति घायल NSF और डॉग स्क्वायड की टीमें धमाके के बाद रोहिणी कोर्ट पहुंची हैं। दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में आज सुबह करीब 10.30 बजे धमाका हुआ। DCP प्रणव तायल ने बताया कि कोर्ट में संदिग्ध विस्फोट एक लैपटॉप बैग में हुआ। धमाके में एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके की वजह से कोर्ट में फ्लोर पर गड्ढा हो गया। धमाका होते ही कोर्ट में अफरातफरी मच गई और अदालत की कार्यवाही रोकनी पड़ी। दिल्ली पुलिस, NSG और फारेंसिक टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। ब्लास्ट की जांच की जा रही है। फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां भी मौके पर भेजी गई हैं। एसएस राजामौली की एक्शन थ्रिलर RRR का ट्रेलर रिलीज एसएस राजामौली की एक्शन थ्रिलर RRR- राइज रोर रिवॉल्ट का ट्रेलर रिलीज हो गया है। 3.15 मिनट के ट्रेलर में जबरदस्त एक्शन सीन दिखाए गए हैं। फिल्म की कहानी तेलुगु फ्रीडम फाइटर्स अल्लूरी सीताराम राज और कोमाराम भीम पर आधारित है। ट्रेलर में दोनों की दोस्ती को दिखाया गया है। फिल्म 7 जनवरी को रिलीज होने वाली है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 10 दिसंबर से गोवा में प्रचार शुरू करेंगी प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा असम विधानसभा चुनावों के लिए 10 दिसंबर से प्रचार शुरू करेंगी। इस दौरान प्रियंका पार्टी के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य में कुछ खदानों को नीलाम करने की योजना बनाई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस खदानों को चालू कराने को चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है। बिहार में लॉकडाउन अभी नहीं, लेकिन नियम होंगे सख्त देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते केस को लेकर बिहार सरकार खासा चिंतित है। CM नीतीश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और तमाम अधिकारी इससे निपटने की तैयारी में जुटे हैं। मुख्यमंत्री स्तर पर इस बात की समीक्षा की जा रही है कि किस तरह से लोगों को कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से बचाया जा सके। सरकार की तरफ से फिलहाल लॉकडाउन तो नहीं लगाया जाएगा और ना ही कोई कर्फ्यू लगाया जाएगा, बल्कि कोरोना गाइडलाइन को और सख्त किया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... दिल्ली में कार पर पलटा ट्रक; पेरेंट्स की मौत, 6 साल की बच्ची घायल दिल्ली के आरके पुरम में बुधवार रात एक ट्रक कार पर पलट गया। कार में तीन लोग सवार थे, जिनमें 2 की मौत हो गई है। हादसे के चलते घटनास्थल पर आग भी लग गई थी। भीकाईजी कामा फायर स्टेशन से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। कार में फंसे तीनों को बाहर निकाला गया और आग बुझा दी गई। दिल्ली पुलिस ने बताया कि हादसे में घायल पेरेंट्स ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि उनकी 6 साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल है। सेंसेक्स 300 पॉइंट्स गिरकर 58,371 पर पहुंचा शेयर बाजार में सुबह की जारी तेजी गायब हो चुकी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 300 पॉइंट्स गिर कर 58,371 पर पहुंच गया है। बैंकिंग सेक्टर के शेयर्स में भारी गिरावट है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.5 पर्सेंट ऊपर है। सेंसेक्स आज सुबह 182 पॉइंट्स ऊपर 58,831 पर खुला था। दिन में इसने 58,889 का ऊपरी स्तर और 58,341 का निचला स्तर बनाया। सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 6 शेयर्स बढ़त में कारोबार कर रहे हैं और 24 गिरावट में हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... PM मोदी ने संविधान सभा की पहली बैठक को याद किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान सभा की पहली बैठक को याद है। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ""आज से 75 साल पहले हमारी संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। भारत के अलग-अलग हिस्सों, अलग-अलग बैकग्राउंड और यहां तक ​​कि अलग-अलग विचारधाराओं के लोग एक लक्ष्य को लेकर साथ आए- भारत के लोगों को एक योग्य संविधान देना है। इन महानुभावों को नमन।"" अकेले पड़ता देख टिकैत को झुकना पड़ा किसान नेता राकेश टिकैत इस बार भी आंदोलन को खत्म नहीं करना चाहते हैं। उनके नजरिए से अभी 5-6 मांगें और मानी जानी बाकी हैं। बुधवार को केंद्र द्वारा गठित कमेटी के तरफ से आए सरकारी प्रस्ताव को पंजाब-हरियाणा के किसानों ने मंजूरी दी। विरोध हुआ तो टिकैत खेमे का, जो संख्या में कम रहा। अब ऐसे में खेमा और टिकैत साहब ज्यादा नहीं टिक पाए। अकेले पड़ता देख मजबूरन राकेश टिकैत को भी झुकना पड़ा और सरकार की तरफ से आए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। साथ ही किसानों के बीच कहा कि सरकार अपनी बातों से मुकरी तो दोबारा आंदोलन शुरू कर लेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें... दिल्ली-NCR की एयर क्वालिटी आज 'खराब' कैटेगरी में दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता में कुछ सुधार आया है। यहां की एयर क्वालिटी 'बहुत खराब' से आज 'खराब' कैटेगरी में आ गई है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) आज 208 (खराब श्रेणी में) है। हवा खराब होने की वजह से धुंध है। खबरें और भी हैं... आज का कार्टून: जमीन की एक और लौ अनायास बुझ गई, अब वो आसमां में सितारों के साथ है देश भास्कर एक्सप्लेनर: चीन-अमेरिका जैसे 17 देश बना चुके जैविक हथियारों का जखीरा, भारत इनसे दूर देश कोरोना देश में LIVE: बूस्टर डोज पर कल हो सकता है फैसला, एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग; कोविशील्ड को मंजूरी दे चुका है DCGI ओमिक्रॉन A to Z CDS हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह, घने जंगल से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/on-the-marriage-taking-place-between-high-level-security-users-said-looks-like-otp-will-have-to-be-shown-for-dinner-too-129194596.html,विक-कैट की शादी पर बने MEMES: हाई लेवल सिक्योरिटी के बीच हो रही शादी पर यूजर्स बोले- लगता है डिनर के लिए भी OTP दिखाना पड़ेगा,"विक-कैट की शादी पर बने MEMES:हाई लेवल सिक्योरिटी के बीच हो रही शादी पर यूजर्स बोले- लगता है डिनर के लिए भी OTP दिखाना पड़ेगा एक दिन पहले आज कटरीना कैफ और विक्की कौशल की राजस्थान के सिक्स सेंसेस फोर्ट में शादी है। लेकिन इनकी शादी को लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स की 'बारात' निकल रही है। खबर है कि फोटो-वीडियो लीक न हों, इसलिए फोर्ट को काले कपड़े से ढक दिया गया है। इस हाई लेवल सिक्योरिटी को लेकर सोशल मीडिया पर एक से एक बढ़कर एक मजेदार मीम्स शेयर किए जा रहे हैं। आइए देखते हैं ऐसे ही कुछ मजेदार MEMES यो यो फनी सिंह नाम के यूजर ने लिखा- अब ये कौन बोल रहा है कि शादी में खाना खाने के लिए भी गेस्ट को OTP मैसेज आएगा। इसके जवाब में डॉ वेदू ने लिखा- लेकिन फोन तो लाने का नहीं है, तो क्या OTP कबूतर लेकर आएगा? ट्रेंडुलकर नाम के यूजर ने लिखा- सुना है सुरक्षा कारणों की वजह से शादी में पंडित जी को भी नहीं बुलाया। विक्की कौशल शादी से पहले सिक्योरिटी से पूछते हुए- How's the josh? अगर फेरों के दौरान गलती से किसी गेस्ट का फोन बजा, विक्की और कटरीना- लगता है हमला होने वाला है। मेहमान कटरीना-विक्की की शादी में जाते हुए। एक यूजर ने सलमान खान पर राजस्थान में एक शूटिंग के दौरान हिरण का शिकार करने को लेकर चल रहे मुकदमे को ही विक्की-कैट की शादी से जोड़ दिया। इस यूजर ने एक हिरण का फोटो पोस्ट किया, जो सलमान को राजस्थान नहीं बुलाने के लिए कटरीना को थैंक्यू कह रहा है। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/cds-gen-bipin-rawat-chopper-crash-profile-of-army-personnel-who-were-on-board-129194026.html,"CDS हेलिकॉप्टर हादसा: जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर","CDS हेलिकॉप्टर हादसा:जान गंवाने वालों में कोई अपने माता-पिता का अकेला बेटा, किसी की मां को अब तक नहीं दी गई खबर नई दिल्ली तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया। इस हेलिकॉप्टर में उनके साथ पत्नी मधुलिका के अलावा सेना के 13 जवान और अधिकारी सवार थे। हादसे में शहीद होने वालों में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे। हेलिकॉप्टर क्रैश में अकेले बचने वाले शख्स हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। जनरल रावत CDS बनने से पहले सेना प्रमुख के अलावा कई अन्य अहम पदों पर रहे। 2015 के म्यांमार काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन और 2016 में उरी हमले के बाद की गई सर्जिकल स्ट्राइक उनके दो चौंकाने वाले ऑपरेशन रहे। यह भी पढ़ें: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी नायक गुरसेवक सिंह पंजाब के तरनतारन जिले के दोदे गांव के रहने वाले थे। गुरसेवक सिंह आर्मी की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात थे। यह भी पढ़ें: CDS रावत के साथ तरनतारन का जवान भी शहीद: सुरक्षा दस्ते के मेंबर थे दोदे गांव के गुरसेवक सिंह, सेना ने दी खालड़ा थाने में जानकारी स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह दुर्घटनाग्रस्त होने वाले विमान के को-पायलट थे। उनके पिता रणधीर सिंह राव एक्स नेवी अफसर हैं। उनकी बहन भी इंडियन नेवी में है। वे माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी शादी दो साल पहले ही हुई थी। यह भी पढ़ें: बिपिन रावत के साथ शहीद हुआ झुंझुनूं का लाल:स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे, जयपुर में रहता है परिवार 3 पैरा स्पेशल फोर्सेस के जवान जितेंद्र कुमार (31 साल) मध्यप्रदेश के सीहोर के धामंदा गांव के रहने वाले थे। वह 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी मां बीमार हैं, इसलिए उन्हें बेटे के शहीद होने की सूचना अब तक नहीं दी गई है। यह भी पढ़ें: CDS रावत के साथ MP के जवान की भी मौत: क्रैश हैलिकॉप्टर में सवार थे नायक जितेंद्र कुमार; घर के बाहर तांता लगा, पुलिस तैनात पृथ्वी सिंह चौहान आगरा के रहने वाले थे। 2000 में उनकी वायुसेना में ज्वाइनिंग हुई थी। वर्तमान में वो कोयंबटूर के पास एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बड़ी बहनें थीं। यह भी पढ़ें: कुन्नूर क्रैश में आगरा के जांबाज की भी मौत: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी थे CDS बिपिन रावत के साथ ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के डिफेंस असिसटेंट थे। वे पंचकुला के रहने वाले थे और सेना मेडल व विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजे गए थे। लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह जनरल रावत के स्टाफ ऑफिसर थे। वे राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले थे। 27 साल के लांस नायक बी साई तेजा - 11 पैरा (स्पेशल फोर्सेस) में तैनात थे। वे जनरल रावत के PSO थे और आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के निवासी थे। हवलदार सतपाल राई जनरल रावत के PSO थे। वे पश्चिम बंगाल के दार्जिंलिंग जिले के तकडाह के रहने वाले बताए जा रहे हैं। दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने इसकी जानकारी शेयर की है। 1 पैरा (स्पेशल फोर्सेस) के लांस नायक विवेक कुमार जनरल रावत के PSO (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) थे। वे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर के रहने वाले थे। जूनियर वारंट ऑफिसर (JWO) राणा प्रताप दास ओडिशा के तालचेर जिले के निवासी थे। जूनियर वारंट ऑफिसर (JWO) अरक्कल प्रदीप केरल के त्रिची जिले के रहने वाले थे। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से जख्मी UP के देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस हादसे में अकेले जीवित बचे हैं। उनका वेलिंग्टन में आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वे तमिलनाडु के वेलिंग्टन में तैनात हैं। अगस्त में उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। यह भी पढ़ें: दो हफ्ते पहले भोपाल आए थे वरुण सिंह: हेलिकॉप्टर क्रैश में यही एक बचे, परिवार तीनों सेनाओं से जुड़ा; पिता बोले- मेरा बेटा बहादुर है खबरें और भी हैं... क्यों होते हैं ऐसे क्रैश: किसकी गलती से होते हैं इस तरह के हादसे, क्या VVIPs पायलट्स पर उड़ान के लिए दबाव डालते हैं- सबक कब सीखा जाएगा देश इसलिए क्रैश हुआ CDS रावत का हेलिकॉप्टर: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी; पहाड़ी इलाके में नीचे उड़ान भरने पर पायलट संभाल नहीं पाए चॉपर देश स्मृति शेष: कौन थे जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत; उसी यूनिट में तैनात हुए, जिसमें पिता की नियुक्ति हुई थी देश मौत को मात देने वाले कैप्टन वरुण का VIDEO: CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे कैप्टन वरुण सिंह गंभीर; उनका रेस्क्यू वीडियो जनरल रावत के नाम से वायरल देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/women/news/the-dream-of-celebrating-the-sons-birthday-remained-unfulfilled-no-one-has-informed-the-mother-yet-129194626.html,"हेलिकॉप्टर क्रैश में सपने भी हुए दफन: किसी मां का बेटे का बर्थडे मनाने का ख्वाब रह गया अधूरा, तो कोई है बेसुध","हेलिकॉप्टर क्रैश में सपने भी हुए दफन:किसी मां का बेटे का बर्थडे मनाने का ख्वाब रह गया अधूरा, तो कोई है बेसुध नई दिल्ली लेखक: राधा तिवारी तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सेना के 11 कर्मी शहीद हो गए। वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर में चालक दल के 5 सदस्यों सहित कुल 14 लोग सवार थे। इस भीषण दुर्घटना में बुरी तरह घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। 1. जनरल बिपिन रावत- जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के निधन के बाद अब उनके परिवार में उनकी दोनों बेटियां बची हैं। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। छोटी बेटी का नाम तारिणी है, जो दिल्ली हाईकोर्ट में बतौर वकील प्रैक्टिस कर रही हैं। जनरल रावत की स्कूली शिक्षा देहरादून में ही कैंबरीन हॉल स्कूल में और फिर शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल में पूरी हुई। इसके बाद एक बार फिर वे देहरादून पहुंचे, जहां उनका चयन भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में हुआ। यहां उन्होंने अपना बैच टॉप किया और इसके लिए उन्हें 'सोर्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। 2. मधुलिका रावत- सीडीएस बिपिन रावत का की पत्नी मधुलिका रावत एक गृहिणी होने के साथ-साथ समाजसेवी भी थीं। बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत फिलहाल AWWA यानी आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं। यह एसोसिएशन सेना के अधिकारियों/जवानों की पत्नियों, बच्चों और आश्रितों के कल्याण के लिए काम करने वाली नोडल संस्था है। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के निधन के बाद अब उनके परिवार में उनकी दोनों बेटियां बची हैं। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। मधुलिका ने शहीदों की पत्नियों के जीवन यापन और उनके विकास के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलवाए। AWWA के अध्‍यक्ष के तौर पर मधुलिका रावत पर युद्ध या अन्य सैन्य ऑपरेशन के दौरान वीरगति को प्राप्त शहीदों की पत्नियों और आश्रितों की भलाई और सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी थी। 3. ब्रिगेडियर एचएस लिद्दर- ब्रिगेडियर एचएस लिद्दर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रक्षा सलाहकार के रूप में कार्यरत थे । उनकी शादी एक शिक्षिका से हुई थी, जिनका नाम गीतिका है। उनकी 16 वर्षीय बेटी आशना है जो कि 12वीं कक्षा की छात्रा है । ब्रिगेडियर लिद्दर के पिता कर्नल मेहंगा सिंह भी सेना के रिटायर्ड अधिकारी थे। ब्रिगेडियर एचएस लिद्दर (Brigadier HS Lidder) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रक्षा सलाहकार के रूप में कार्यरत थे। 4. लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह- लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह (Lt Col Harjinder Singh) सीडीएस के एसओ के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर पर तैनाती और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में कार्यकाल सहित अपनी बटालियन के साथ विभिन्न अभियानों में काम किया था। वह मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले थे, लेकिन उनका परिवार बाद में नई दिल्ली जा बसा। लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह (Lt Col Harjinder Singh) सीडीएस के एसओ के रूप में कार्यरत थे 5.लांस नायक विवेक कुमार - हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर के गांव अपर ठेहडू, डाकघर कोसरी के लांस नायक विवेक कुमार (29) का भी निधन हो गया है। विवेक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के पीएसओ थे। विवेक की पत्नी, पिता रमेश चंद, माता आशा देवी इस सूचना के बाद बेसुध हैं। साल 2020 में ही विवेक की शादी हुई थी और 2 माह पहले सितंबर में बेटे के पिता बने थे। उनकी बेटे का पहला जन्मदिन सेलिब्रेट करने की तमन्ना अधूरी रह गई। उनके पिता रमेश चंद दिहाड़ी का काम करते हैं जबकि माता आशा देवी गृहिणी हैं। विवेक का एक छोटा भाई है, जो एक बेकरी में काम करता है। उनकी एक बहन की शादी हो चुकी है। विवेक 2 माह पहले सितंबर में बेटे के पिता बने थे उनकी बेटे का पहला जन्मदिन सेलिब्रेट करने की तमन्ना अधूरी रह गई। 5. स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह- कुलदीप सिंह दुर्घटनाग्रस्त होने वाले विमान के को-पायलट थे। उनके पिता रणधीर सिंह राव एक्स नेवी अफसर हैं। उनकी बहन भी इंडियन नेवी में है। 2 साल पहले 19 नवम्बर 2019 को उनकी शादी मेरठ की यशस्विनी ढाका के साथ हुई थी। उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मां कमला देवी गृहिणी हैं। वे अपने माता-पिता के अकेले बेटे थे। कुलदीप सिंह की 2 साल पहले 19 नवम्बर 2019 को उनकी शादी मेरठ की यशस्विनी ढाका के साथ हुई थी। 6. लांस नायक बी साई तेजा- आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के रहने वाले साईं तेजा (27) के परिवार में पत्नी श्यामला, 4 साल का बेटा मोक्षगना और 2 साल की एक बेटी दर्शिनी है। एक किसान का बेटा साईं तेजा कु.राबाला कोटा मंडल के एगुवा रेगाडा गांव का रहने वाला था। साई तेजा आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले का रहने वाले थे। 7. नायक जितेंद्र कुमार- सीहोर के धामंदा गांव के निवासी सेना के जवान जितेंद्र कुमार CDS जनरल बिपिन रावत की सुरक्षा में तैनात थे। जितेंद्र के पिता का नाम शिवराज वर्मा और मां का नाम धापी बाई है, उनके दो भाई व दो बहनें हैं। इसके अलावा उनकी पत्नी और एक साल का बेटा भी है। वह 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी मां बीमार हैं, इसलिए उन्हें बेटे के शहीद होने की सूचना अब तक नहीं दी गई है। जितेंद्र की 2014 में शादी हुई थी। उनका 4 साल का बेटा और डेढ़ साल की बेटी भी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर जितेंद्र के निधन पर शोक जताया। जितेंद्र के दो भाई व दो बहनें हैं। इसके अलावा उनकी पत्नी और एक साल का बेटा भी है। 8. पृथ्वी सिंह चौहान- पृथ्वी अपने माता पिता के इकलौते बेटे और सबसे छोटी संतान थे। शहीद पृथ्वी के पिता को उनकी शहादत की खबर उनकी बड़ी बेटी शकुंतला ने दी। पृथ्वी ने साल 2007 में वृंदावन की रहने वाली कामिनी के साथ सात फेरे लेकर उन्हें अपना जीवन साथी चुना था। पृथ्वी 12 साल की बेटी आराध्या और 9 साल के बेटे अविराज के पिता थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बड़ी बहनें हैं। पृथ्वी 12 साल की बेटी आराध्या और 9 साल के बेटे अविराज के पिता थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बड़ी बहनें हैं। 9. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह- UP के देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस हादसे में अकेले जीवित बचे हैं। उनका वेलिंग्टन में आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वे तमिलनाडु के वेलिंग्टन में तैनात हैं। अगस्त में उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंग्टन में आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। 11. हवलदार सतपाल राय- दार्जिलिंग के तकदाह के रहने वाले हवलदार सतपाल राय सीडीएस के निजी सुरक्षा अधिकारी थे। हवलदार सतपाल राय 12. नायक गुरसेवक सिंह- नायक गुरसेवक सिंह 9 पैरा स्पेशल फोर्स से थे उन्होंने सीडीएस के प्रिंसिपल स्टाफ अफसर के रूप में कार्य किया है। गुरसेवक सिंह की मां का निधन हो चुका है जबकि पिता और भाई घर में ही रहते हैं। गुरसेवक सिंह सीडीएस ने प्रिंसिपल स्टाफ अफसर के रूप में कार्य किया है। 13. जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास - ओडिशा में अंगुल जिले के कृष्णचंद्रपुर गांव के रहने वाले थे और टेक्निकल टीम के हिस्सा थे। जेडब्ल्यूओ के परिवार में उनकी पत्नी, एक साल का बेटा और उनके बुजुर्ग माता-पिता हैं। राणा प्रताप दास के परिवार में उनकी पत्नी, एक साल का बेटा और उनके बुजुर्ग माता-पिता हैं। अधिकारियों के अनुसार दुर्घटना में जान गंवाने वालों की सूची इस प्रकार है:- 1. जनरल बिपिन रावत, 2. मधुलिका रावत (जनरल रावत की पत्नी), 3.ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर, 4.लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, 5.विंग कमांडर पी एस चौहान, 6.स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, 7. जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, 8. हवलदार सतपाल, 9. नायक गुरसेवक सिंह, 10.नायक जितेंद्र कुमार, 11.लांस नायक विवेक कुमार, 12. लांस नायक साइ तेजा खबरें और भी हैं... E-इश्क: एक दिन दोनों घर में अकेले थे, उस दिन पहली बार तेजस ने सुजाता को छुआ था कहानी CDS रावत को चक दे गर्ल ने किया याद: शाहरुख संग काम कर चुकीं चित्रांशी की रोल मॉडल है 'पहाड़ी झांसी की रानी तिलोतमा' वुमन लड़की बन आईटी इंजीनियर से अश्लील चैट, ठगी: फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाई, गंदे वीडियो दिखा जाल में फंसाया फिर अधिकारी बन धमकाया, 27 लाख वसूले भरतपुर शादी से एक रात पहले भागने वाली दुल्हन गिरफ्तार: गहने-पैसे लेकर हुई थी फरार, शादी न होने से परेशान था दूल्हा जयपुर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/martyr-gursewak-singh-family-waiting-to-see-him-last-time-129193991.html,"शहीद गुरसेवक के परिवार का हाल: पत्नी बोली- दिन में कई फोन करते थे; 48 घंटे से एक कॉल नहीं आया, बच्चों से क्या कहूं","शहीद गुरसेवक के परिवार का हाल:पत्नी बोली- दिन में कई फोन करते थे; 48 घंटे से एक कॉल नहीं आया, बच्चों से क्या कहूं तरनतारन ‘वह फुर्सत मिलते ही हमें फोन कर लेते थे। कई बार तो एक ही दिन में उनके कई कॉल आ जाते थे। 2 दिन से एक भी फोन नहीं आया। बच्चे सारा दिन फोन देख-देखकर पूछते हैं कि पापा का फोन कब आएगा? क्या जवाब दूं उन्हें, समझ ही नहीं आ रहा।’ यह शब्द हैं 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए गुरसेवक सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर के। गुरसेवक की दोनों बेटियां और 3 साल का बेटा दो दिन से मोबाइल पर पिता के कॉल का इंतजार कर रहे हैं। वह नहीं जानते कि उनके पिता गुरसेवक सिंह दुनिया को छोड़कर चले गए हैं। नायक गुरसेवक सिंह पंजाब में तरनतारन जिले के खालड़ा एरिया के दोदे गांव के रहने वाले थे। उनका गांव भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर के पास है। गुरसेवक आर्मी की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात थे और CDS बिपिन रावत के सुरक्षा दस्ते के सदस्य थे। गुरसेवक सिंह के शहीद होने की खबर मिलने के बाद से उनकी पत्नी जसप्रीत कौर सदमे में है और पति के निधन की खबर पर भरोसा नहीं कर पा रहीं। वह बार-बार अपने तीनों बच्चों से यही कहती हैं कि पापा का फोन जल्दी आ जाएगा। वह जरूरी मीटिंग में व्यस्त हैं। कल देर शाम हादसे की जानकारी मिलने के बाद से ही जसप्रीत कौर बार-बार गुरु साहिबान के आगे हाथ जोड़कर पति की सलामती की दुआ करती रहीं। जसप्रीत कौर ने कहा, ‘7 दिसंबर को गुरसेवक का फोन नहीं आया तो मैंने उन्हें कॉल कर लिया। गुरसेवक ने बताया कि वह दिनभर व्यस्तता के चलते कॉल नहीं कर पाए। इसके बाद उन्होंने परिवार के सभी सदस्यों का हालचाल पूछा। बच्चों से बात की और पिताजी के खाने के बारे में बात की।’ पिता रो-रो कर बेटे का नाम पुकार रहे गुरसेवक सिंह के पिता काबल सिंह भी बेटे की शहादत की खबर सुनकर सदमे में हैं। वह रो-रोकर बेटे को पुकारते हुए कह रहे हैं, ‘सेवका तूं कित्थै चला गया? इक बारी आवाज तां दे दे मैनूं। (सेवक तू कहां चला गया। एक बार आवाज तो दे दे मुझे।)’ काबल सिंह ने बताया कि गुरसेवक सिंह ड्यूटी पर रहते हुए भी लगभग हर रोज फोन पर उनसे बात कर लेता था। हमेशा पूछता था कि क्या कर रहे हो? खेत में जा आए या नहीं? दवाई ले ली क्या? जब उसका फोन आता तो ऐसा लगता मानो वह घर पर ही है। दो दिन से उससे बात नहीं हुई तो लग रहा है कि वो शायद नहीं रहा। यूनिट ने फोन करके परिवार को दी सूचना देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत के साथ 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में तरनतारन के नायक गुरसेवक सिंह भी शहीद हो गए। बुधवार शाम को गुरसेवक की यूनिट ने उनके भाई गुरबख्श सिंह और जसविंदर सिंह को फोन करके हेलिकॉप्टर क्रैश में उनके शहीद होने की जानकारी दी। पिता और पत्नी रहते हैं बीमार बुधवार रात गुरसेवक के शहीद होने की खबर आने के बावजूद परिवार ने जसप्रीत कौर और बुजुर्ग काबल सिंह को रातभर इसकी जानकारी नहीं दी। दरअसल दोनों की तबीयत खराब रहती है और उनका इलाज पास के अस्पताल से चल रहा है। गुरुवार सुबह गांव में सूचना फैली तो परिवार ने जसप्रीत कौर को गुरसेवक के शहीद होने की खबर दे दी। फिलहाल घर में मातम छाया है और पत्नी जसप्रीत कौर का रो-रोकर बुरा हाल है। 2 बहने और 5 भाई, परिवार करता है खेती दोदे गांव के लोगों ने बताया कि गुरसेवक सिंह ने 12वीं तक की पढ़ाई खालड़ा के सरकारी स्कूल से की। 12वीं पास करते ही वह आर्मी में भर्ती हो गया। सेना में नौकरी करते हुए गुरसेवक ने पढ़ाई जारी रखी और ग्रेजुएशन की डिग्री करते ही वह प्रमोट हो गया। इस समय भी वह पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा था। गुरसेवक के परिवार में उनकी 2 बहने और 5 भाई हैं। पूरा परिवार खेतीबाड़ी से जुड़ा है। 24 दिन पहले छुट्‌टी काटकर लौटे ड्यूटी पर गुरसेवक सिंह डेढ़ महीने पहले छुट्‌टी पर आए थे और 14 नवंबर को ही छुट्‌टी काटकर वापस ड्यूटी पर गए। छुट्टियों के दौरान वह परिवार के साथ बाबा बुड्ढा साहिब भी गए थे। गुरसेवक के तीन बच्चों में से से बड़ी बेटी सिमरन 9 साल और छोटी बेटी गुरलीन 7 साल की है। बेटा फतेह सिंह सिर्फ 3 साल का है। गुरसेवक अपने बच्चों से बहुत प्यार करते थे और ड्यूटी के दौरान चाहे जितने भी थके हों, लगभग रोजाना बच्चों से फोन पर बात जरूर करते थे। खबरें और भी हैं... 2 दिन DC ऑफिस और तहसील में नो वर्क: पब्लिक डीलिंग नहीं होगी; न ही राजस्व संबंधी कोई कार्य, 2 दिन की छुट्‌टी गया स्टाफ जालंधर बेअदबी मामले की कोर्ट में सुनवाई: आज ​​​​​​​फरीदकोट की अदालत में पेश होंगे जमानत पर चल रहे डेरा प्रेमी, 6 साल पुराना है मामला लुधियाना CDS रावत के साथ तरनतारन का जवान भी शहीद: सुरक्षा दस्ते के मेंबर थे दोदे गांव के गुरसेवक सिंह, सेना ने दी खालड़ा थाने में जानकारी अमृतसर कैप्टन ने सिद्धू के हलके में मारी सेंध: पूर्व वाइस चेयरमैन लीगल सेल एडवोकेट संदीप गौरसी ने की पंजाब लोक कांग्रेस जॉइन अमृतसर",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/bihar-50-year-old-man-lynched-by-mob-in-araria-for-allegedly-stealing-cattle/1954364/,"बिहारः पशु चोरी के आरोप में 50 वर्षीय मुस्लिम शख्स की हत्या, 100 से ज्यादा की भीड़ ने पीट-पीटकर मारा","बिहारः पशु चोरी के आरोप में 50 वर्षीय मुस्लिम शख्स की हत्या, 100 से ज्यादा की भीड़ ने पीट-पीटकर मारा फुलकहा थाना प्रभारी ने बताया, ”एक के अलावा बाकी सब कोहरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए। इसके बाद गांव वालों ने मोहम्मद सिद्दीकी को पकड़ लिया।” Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी पटना Updated: December 10, 2021 6:20:55 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) प्रतीकात्मक तस्वीर बिहार के अररिया जिले में कथित तौर पर मवेशी चोरी करने के आरोप में एक 50 वर्षीय शख्स की भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ये घटना फुलकहा थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव की है, जो फोर्ब्सगंज सब-डिवीजन में आता है और नेपाल की सीमा से लगता है। पुलिस ने कहा कि चोरी के मवेशियों को अक्सर पास के बूचड़खानों में बेच दिया जाता है। पुलिस के मुताबिक, एक ग्रामीण ने शोर मचाया जब उसने कुछ लोगों को गांव के रहने वाले सनिचर बरियात की भैंस और बैल चोरी करते देखा। फुलकहा थाना प्रभारी नगीना कुमार ने कहा, ”जैसे ही गांव वालों ने उनका पीछा करना शुरू किया, उनमें से एक मवेशी चोर ने डराने के लिए कथित तौर पर हवा में गोलियां चलाई।” Also Read मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद फुलकहा थाना प्रभारी ने आगे बताया, ”हालांकि, एक के अलावा बाकी सब कोहरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए। इसके बाद गांव वालों ने मोहम्मद सिद्दीकी को पकड़ लिया और लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा।” नगीना कुमार ने बताया, ”मौके पर करीब 100 लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। हम हमलावरों की पहचान के लिए गांव के लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।” Also Read असम छात्र नेता की लिंचिंग मामले के मुख्य आरोपी की सड़क हादसे में मौत, पुलिस का दावा- भागने की कोशिश कर रहा था आरोपी बाद में सिद्दीकी की पहचान सुपौल निवासी के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि चोरों ने पहले ही कुछ मवेशियों को चुरा लिया था और उन्हें गांव के पास सुरसर बांध में रख दिया था। फोर्ब्सगंज उप-मंडल अधिकारी एस के अलबेला ने कहा, ”वे कथित तौर पर और मवेशियों को चुराने की कोशिश कर रहे थे और इसी दौरान पकड़े गए। हमें इस इलाके से मवेशी चोरी की शिकायतें मिलती रहती हैं लेकिन मॉब लिंचिंग का मामला नया है।” इससे पहले, दिसंबर 2019 में अररिया जिले के सिमरबनी गांव में मवेशी चोरी के शक में भीड़ ने 53 वर्षीय एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब शख्स की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on ArariaBiharmob lynching Next Story योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रत्याशी समेत अनेक लोगों पर मुकदमा अपडेट मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/know-what-are-the-rules-related-to-zero-balance-account-in-private-banks-like-icici-bank-hdfc-bank-yes-bank/1954306/,"प्राइवेट बैंक में भी खुलता है जीरो बैलेंस खाता, जान‍िए न‍ियम","प्राइवेट बैंक में भी खुलता है जीरो बैलेंस खाता, जान‍िए न‍ियम चूंकि, यह बेसिक सेविंग्स बैंक अकाउंट जीरो बैलेंस वाला है, इसलिए इसमें महीने में कोई मिनिमम बैलेंज नहीं रखना पड़ता है। न ही उससे जुड़े कोई शुल्क काटे जाते हैं। पासबुक और स्टेटमेंट सुविधा भी फ्री में मिलती है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Abhishek Gupta नई दिल्ली December 10, 2021 6:15:49 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फोटोः Freepik) सरकारी बैंकों (पब्लिक सेक्टर बैंक) की तरह निजी (प्राइवेट) बैंकों में भी जीरो बैलेंस वाला खाता खुल जाता है। अगर आप भी आसान बैंकिंग और बेहतरीन कस्टमर सेवाओं के लिहाज से किसी प्राइवेट बैंक में जीरो बैलेंस वाला बचत खाता (Zero Balance Savings Account) खुलवाना चाहते हैं तो उससे पहले आपको उससे जुड़े नियम और जरूरी बातें जान लेनी चाहिए। मान लीजिए कि आप आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) में यह खाता (Basic Savings Bank Account) खुलवाना चाहते हैं, तब आपको भारतीय होने के साथ 18 साल का होना जरूरी है। एनआरआई इस तरह का अकाउंट नहीं खुलवा सकते हैं। साथ ही अपने या किसी और बैंक में कस्टमर के नाम से कोई और खाता नहीं होना चाहिए। Also Read PPF Account बच्चे से बड़े तक के नाम पर खुल जाता है, NSC से देता है ज्यादा ब्याज, RD से भी इस मामले में बेहतर 7th Pay Commission: इन कर्मियों को मिल सकता है नए साल का बड़ा तोहफा! सरकार फिर डीए में कर सकती है इजाफा तेज प्रताप यादव से उम्र में “पीछे”, पर संपत्ति में “आगे” हैं तेजस्वी यादव: 31 लाख से अधिक का बैंक बैलेंस, शेयर-सोने में भी किया निवेश; पर नहीं रखते हैं कोई गाड़ी नौकरी बदलने पर EPFO में दर्ज नहीं हुई ‘Date of Exit’, तो खुद कर सकते है अपडेट, जानिए प्रोसेस बचत खाता खुलवाने के लिए नो योर कस्टमर (केवाई) दस्तावेज भी पूरे करने होते हैं, जिसमें बैंक की बताई लिस्ट के अनुसार एक फोटो आईडी प्रूफ, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ, खाता खुलवाने वाला फॉर्म और डिक्लरेशन फॉर्म (खाताधारक की ओर से) जमा करना होता है। इंट्रेस्ट की बात करें तो जीरो बैलेंस वाले बचत बैंक खाते के ब्याज की गणना दैनिक आधार पर की जाती है। इसे खाते में डेली क्लोजिंग बैलेंस (दैनिक समापन शेष) पर भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के अनुसार आईसीआईसीआई बैंक द्वारा निर्दिष्ट दर पर की जाती है। गणना की गई ब्याज राशि को राउंड ऑफ (निकटतम रुपए) में पूर्णांकित किया जाता है। आईसीआईसीआई बैंक में मौजूदा समय में सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज दर तीन फीसदी से शुरू होती है। चूंकि, आईसीआईसीआई बैंक का बेसिक सेविंग्स बैंक अकाउंट जीरो बैलेंस वाला है, इसलिए इसमें महीने में कोई मिनिमम बैलेंज नहीं रखना पड़ता है। न ही उससे जुड़े कोई शुल्क काटे जाते हैं। पासबुक और स्टेटमेंट सुविधा भी फ्री में मिलती है। हालांकि, डेबिट कार्ड की सीमा एक दिन में खर्चने/निकासी की सिर्फ 10 हजार रुपए होती है। अच्छी बात है कि यहां इस खाते में डेबिट कार्ड के लिए कोई एनुअल फीस (वार्षिक शुल्क) भी नहीं लिया जाता है। आईसीआईसीआई बैंक की तरह कुछ और प्राइवेट बैंक भी हैं, जो जीरो बैलेंस वाले खाते खोलने का मौका देते हैं। एक नजर में जानिए, उनमें क्या फीचर्स मिलते हैं: पढें Personal Finance समाचार (Personalfinance News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on Business NewsHDFC BankICICI BankNational NewsUtility NewsYes Bank Next Story फेडरल रिजर्व की नीति से बाजार खुश, सेंसेक्स ने लगाई 481 अंक की छलांग अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/7th-pay-commission-these-employees-may-get-big-new-year-gift-as-union-government-may-increase-three-percent-da/1954183/,7th Pay Commission: इन कर्मियों को मिल सकता है नए साल का बड़ा तोहफा! सरकार फिर डीए में कर सकती है इजाफा,"7th Pay Commission: इन कर्मियों को मिल सकता है नए साल का बड़ा तोहफा! सरकार फिर डीए में कर सकती है इजाफा 7th Pay Commission: मौजूदा समय में केंद्रीय कर्मचारियों को 31% महंगाई भत्ता मिल रहा है। जुलाई और अक्टूबर में केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में दो बार बढ़ोतरी की गई थी। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Abhishek Gupta नई दिल्ली Updated: December 10, 2021 5:15:02 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 7th pay commission: तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फोटोः Pixabay) 7th Pay Commission Latest News in Hindi: केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए नया साल बंपर तोहफे वाला वर्ष हो सकता है। डियरनेस अलाउंट (डीए), डियरनेस रिलीफ (डीआर), ट्रैवलिंग अलाउंस (टीए) और हाउस रेंटल अलाउंस (एचआरए) में हालिया बढ़ोतरी के बाद 2022 में केंद्रीय कर्मियों के लिए एक और अच्छी खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो केंद्रीय कर्मचारियों को जनवरी 2022 में महंगाई भत्ते में एक और तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी की संभावना है। ताजा डीए वृद्धि के साथ इन कर्मचारियों के वेतन में भारी इजाफा होगा। एक हिंदी दैनिक की खबर के मुताबिक, डीए बढ़ने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में करीब 20,000 रुपए की बढ़ोतरी हो जाएगी। हालांकि, हालांकि, महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी को लेकर सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ भी घोषित नहीं किया गया है और न ही सरकार की ओर से कोई बयान आया है कि डीए कब बढ़ाया जाएगा। Also Read प्राइवेट बैंक में भी खुलता है जीरो बैलेंस खाता, जान‍िए न‍ियम PPF Account बच्चे से बड़े तक के नाम पर खुल जाता है, NSC से देता है ज्यादा ब्याज, RD से भी इस मामले में बेहतर तेज प्रताप यादव से उम्र में “पीछे”, पर संपत्ति में “आगे” हैं तेजस्वी यादव: 31 लाख से अधिक का बैंक बैलेंस, शेयर-सोने में भी किया निवेश; पर नहीं रखते हैं कोई गाड़ी नौकरी बदलने पर EPFO में दर्ज नहीं हुई ‘Date of Exit’, तो खुद कर सकते है अपडेट, जानिए प्रोसेस महंगाई भत्ते में इजाफे के अलावा केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक और खुशखबरी है। इस बीच, रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि केंद्र फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने के लिए चर्चा कर रहा है। फिटमेंट फैक्टर बढ़ा तो कर्मचारियों की सैलरी अपने आप बढ़ जाएगी। साल 2016 में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए फिटमेंट फैक्टर बढ़ा दिया गया था। उस समय कर्मचारियों का मूल वेतन सीधे 6000 रुपए से बढ़ाकर 18,000 रुपए कर दिया गया था। अब केंद्र 2022 में केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने की योजना बना रहा है। बता दें कि मौजूदा समय में केंद्रीय कर्मचारियों को 31% महंगाई भत्ता मिल रहा है। जुलाई और अक्टूबर में केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में दो बार बढ़ोतरी की गई। केंद्र अगर कर्मचारियों के डीए में तीन फीसदी की बढ़ोतरी करता है तो उनके वेतन में काफी इजाफा हो जाएगा। क्या होता है फिटमेंट फैक्टर?: यह वह कारक है जो केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की वृद्धि करता है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार, केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन भत्तों के अलावा उनके मूल वेतन और फिटमेंट फैक्टर द्वारा निर्धारित किया जाता है। पढें Personal Finance समाचार (Personalfinance News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on 7th Pay CommissionNational NewsNew DelhiUtility News Next Story आरटीआइ के तहत सूचना मांगने की वजह बताएं: मद्रास हाई कोर्ट अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/maruti-suzuki-10-lack-people-bought-baleno-car-and-a-new-avatar-of-this-premium-hatchback-will-come-in-new-year/1954006/,"Maruti Suzuki: 10 लाख लोगों ने खरीदी यह कार, नए साल में आएगा नया अवतार","Maruti Suzuki: 10 लाख लोगों ने खरीदी यह कार, नए साल में आएगा नया अवतार यह कार 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन से लैस है और यह ग्राहकों को सुजुकी की स्मार्ट हाइब्रिड तकनीक का विकल्प प्रदान करती है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Abhishek Gupta नई दिल्ली Updated: December 10, 2021 4:29:42 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) Maruti Suzuki की Baleno बिकने के मामले में भले ही आगे हो, पर एनसीएपी क्रैश टेस्ट में यह गाड़ी फिसड्डी साबित हुई थी। (फोटो सोर्स: nexaexperience.com) देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) इंडिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी प्रीमियम हैचबैक बलेनो (Baleno) ने 10 लाख इकाई की कुल बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) ने एक बयान में कहा, अक्टूबर 2015 में पेश किए गए और कंपनी की प्रीमियम खुदरा चेन नेक्सा के माध्यम से बेचे जाने वाले मॉडल ने नवंबर 2018 में कुल पांच लाख इकाइयों की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया था और इस साल नवंबर में इसने 10 लाख इकाई का मुकाम हासिल कर लिया। Also Read प्राइवेट बैंक में भी खुलता है जीरो बैलेंस खाता, जान‍िए न‍ियम PPF Account बच्चे से बड़े तक के नाम पर खुल जाता है, NSC से देता है ज्यादा ब्याज, RD से भी इस मामले में बेहतर 7th Pay Commission: इन कर्मियों को मिल सकता है नए साल का बड़ा तोहफा! सरकार फिर डीए में कर सकती है इजाफा फ्लाइट में सफर करना मोटरसाइकिल के मुकाबले तीन हजार गुना सेफ, फिर भी आ जाए इमरजेंसी तो इन बातों का रखें ख्याल कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि पेश किए जाने के बाद से, बलेनो प्रीमियम हैचबैक वर्ग में सबसे आगे रही है और इसने 25 प्रतिशत से अधिक की बाजार हिस्सेदारी हासिल की है। उन्होंने उम्मीद जताया कि यह मॉडल भविष्य में और नयी ऊंचाइयां छुएगा। बलेनो कार 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन से लैस है और यह ग्राहकों को सुजुकी की स्मार्ट हाइब्रिड तकनीक का विकल्प प्रदान करती है। देश के 248 शहरों में स्थित नेक्सा के 399 आउटलेट के माध्यम से इसकी बिक्री की जाती है। सेल्स के मामले में मारुति की इस गाड़ी ने भले ही झंडे गाड़ दिए हों, मगर लैटिन एनसीएपी क्रैश टेस्ट में इस मेड इन इंडिया गाड़ी को शून्य स्टार रेटिंग मिली थी। यह दूसरी मेड-इन-इंडिया मारुति सुजुकी कार है, जो हाल के दिनों में ग्लोबल क्रैश टेस्ट में फेल रही। इस प्रीमियम हैचबैक से पहले स्विफ्ट (Swift) को अगस्त 2021 में जीरो स्टार रेटिंग मिली थी। वयस्क सुरक्षा के मामले में बलेनो ने लैटिन एनसीएपी में 20.03 प्रतिशत, बच्चों की सुरक्षा में 17.06 प्रतिशत, पैदल यात्री सुरक्षा और कमजोर सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा में 64.06 प्रतिशत और सुरक्षा सहायता में 6.98 प्रतिशत स्कोर किया था। वैसे, स्विफ्ट और बलेनो दोनों ही भारत में प्रमुख बिक्री वॉल्यूम ड्राइवर हैं। चूंकि, बाजार में ह्युंदै की आई20 और टाटा एल्ट्रोज सरीखी गाड़ियां आ चुकी हैं, लिहाजा मारुति नई जेनेरेशन वाली बलेनो लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कहा जा रहा है कि यह नए साल में आएगी। 2022 संस्करण वाली मारुति बलेनो साइज में पहले के मुकाबले बड़ी हो सकती है। माना जा रहा है कि इसमें जगह के साथ फीचर भी अधिक होंगे। पढें यूटिलिटी न्यूज समाचार (Utility News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on balenoCar Bike Newsmaruti balenoMaruti SuzukiNational News Next Story ब्राजील के जीका वायरस के कारण टाटा बदलेगी अपनी कार का नाम अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",-1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/gujarat-omicron-patients-wife-and-brother-in-law-test-positive-of-new-strain/1954092/,"भारत में ओमिक्रोन की एंट्री से खौफ, गुजरात में संक्रमित शख्स की पत्नी और रिश्तेदार भी नए वैरिएंट की चपेट में आए","भारत में ओमिक्रोन की एंट्री से खौफ, गुजरात में संक्रमित शख्स की पत्नी और रिश्तेदार भी नए वैरिएंट की चपेट में आए परिवार के किसी अन्य सदस्य या स्कूली छात्र, जो एनआरआई व्यक्ति के साले के घर ट्यूशन के लिए जाते थे, वे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाए गए हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी Ahmedabad Updated: December 10, 2021 3:50:58 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) गुजरात में आए ओमिक्रोन के दो नए केस (एक्सप्रेस फोटो- अमित चक्रवर्ती) देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़ने से हड़कंप मचा हुआ है। गुजरात में ओमिक्रोन के दो नए मरीज आए हैं, जिसके बाद राज्य में इस वैरिएंट से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। जामनगर में पहले मिले संक्रमित एनआरआई व्यक्ति की पत्नी और साला कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। ये जानकारी जामनगर म्यूनिसिपल कार्पोरेशन ने दी है। अधिकारियों ने कहा कि गांधीनगर में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर (GBRC) में स्वाब के नमूनों की जीनोम अनुक्रमण से पुष्टि हुई कि दोनों ओमिक्रोन से संक्रमित हैं। इसके बाद राज्य में ओमिक्रोन के कुल मामले बढ़कर तीन हो गए हैं। जेएमसी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्हें गुरु गोबिंद सिंह सरकारी अस्पताल में बनाए गए एक विशेष ओमिक्रोन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। डब्‍ल्‍यूएचओ ने ओमिक्रॉन को ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ की सूची में डाला है। Also Read पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद पंजाबः सीएम के दौरे पर विरोध की आवाज दबाने के लिए अनोखा पैंतरा, IG का फरमान- ऐसे में बजनी चाहिए गुरबाणी, बवाल के बाद आदेश वापस मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला इसके पहले, 4 दिसंबर को गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन का एक केस सामने आया था। ये शख्स जिम्बाब्वे से जामनगर लौटा था और कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित पाया गया था। उसके बाद, एनआरआई व्यक्ति की पत्नी, जो उसके साथ जिम्बाब्वे से आई थी और उसका साला भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। Also Read कोरोना का नया वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ है कितना खतरनाक? जानिये लक्षण और बचाव के उपाय परिवार के किसी अन्य सदस्य या स्कूली छात्र, जो एनआरआई व्यक्ति के साले के घर ट्यूशन के लिए जाते थे, वे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाए गए हैं। एहतियात के तौर पर नगर निगम ने आवासीय सोसायटी को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया और वहां बैरिकेड्स लगाकर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। अब तक देश में ओमिक्रोन के 25 मामले सामने आ चुके हैं। राजस्थान में ओमिक्रोन की चपेट में आए व्यक्ति के संपर्क में आई महिला दिल्ली में संक्रमित पाई गई है, जिसे लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए सरकार ने 31 जनवरी तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगी रोक जारी रखने का फैसला किया है। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on COVID-19GujaratomicronOmicron Variant Next Story मोदी सरकार के समर्थन बोले लालकृष्‍ण आडवाणी, देश में अभिव्यक्ति की आजादी पर कोई सवालिया निशान नहीं अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण 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आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/terrorists-attacked-police-team-in-bandipora-two-policemen-martyred-1509018,"जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा में पुलिस टीम पर आतंकियों ने किया हमला, दो पुलिसकर्मी शहीद",नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शुक्रवार को आतंकवादी हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने शाम में गुलशन चौक पर पुलिस के एक दल पर गोलियां चलायीं। अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी करके हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।,-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/omicron-case-in-india-omicron-health-minister-1509002,"स्वास्थ्य मंत्रालय ने ओमिक्रॉन को लेकर दी बड़ी जानकारी- देश में अब तक सामने आए कुल 25 मामले, जानें कहां-कहां?","दरअसल, कुछ दिन पहले गुजरात के जामनगर में अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे से लौटा गुजरात मूल का शख्स कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित मिला था जिसेक बाद उसके संपर्क में आए लोगों की जांच की गई थी, अब उसकी पत्नी और साला ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले हैं। भारत में अब तक सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 10, राजस्थान में 9, गुजरात में 3, दिल्ली में 1 और कर्नाटक में दो केस मिले हैं. राहत की बात ये है कि राजस्थान में सभी 9 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/harinarayan-chari-mishra-will-become-the-first-police-commissioner-of-indore-1508943,"इंदौर के पहले पुलिस कमिश्नर बने हरिनारायण चारी मिश्रा, मकरंद देवस्कर संभालेंगे भोपाल की कमान","जानिए क्या होता है पुलिस कमिश्नर सिस्टम इस सिस्टम से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के पास सीआरपीसी के तहत कई अधिकार आ जाते हैं। पुलिस अधिकारी कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होते है। साथ ही साथ कमिश्नर सिस्टम लागू होने से पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही भी बढ़ जाती है। जिले की बागडोर संभालने वाले डीएम को बहुत से अधिकार पुलिस कमिश्नर के पास चले जाते हैं। पुलिस कमिश्नर प्रणाली में पुलिस कमिश्नर सर्वोच्च पद पर होता है।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/iaf-coonoor-tamil-nadu-helicopter-crash-1508969,"हेलीकॉप्टर क्रैश की साइट पर पहुंचा जांच दल, वायुसेना ने कहा- बेबुनियाद अटकलों से बचें","इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस के राहुल गांधी सहित कई गणमान्यों ने जनरल रावत को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/military-commanders-of-sri-lanka-bhutan-nepal-and-bangladesh-will-attend-1508925,जनरल रावत के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे इन देशों के सैन्य कमांडर,"नेशनल डेस्क: देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बंगलादेश के सैन्य कमांडर भी शामिल होंगे। रक्षा सूत्रों के अनुसार इन देशों के सैन्य कमांडर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए यहां पहुंच गये हैं। विदेश से यहां आये सैन्य कमांडरों में श्रीलंका के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष और सेना के कमांडर जनरल शेवेन्द्र सिल्वा, पूर्व प्रमुख रक्षा अध्यक्ष एडमिरल रविन्द्र सी विजेगुणारत्ने , भूटान की सेना के उप प्रमुख अभियान अधिकारी ब्रिगेडियर दोर्जी रिनचेन , नेपाल के उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बाल कृष्ण कार्की और बंगलादेश की सेना के प्रधान स्टाफ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल वाकर उज जमान शामिल हैं। एडमिरल विजेगुणारत्ने राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज में जनरल रावत के कोर्स सहयोगी रहे हैं। जनरल रावत का अंतिम संस्कार दिल्ली छावनी स्थित बरार स्कवेयर शवदाह गृह में किया जायेगा।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/retired-general-mg-datar-told-interesting-anecdote-of-cds-1508824,CDS रावत के सीनियर ने बताया रोचक किस्सा! कहा- लगा कि इस बार भी वे मौत को मात दे देंगे,"देश में हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद पूरा देश गमगीन है। देश के लिए कई सफल आर्मी मिशन करने वाले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत सहित 11 जवान हादसे में शहीद हो गए। उन्हीं से जुड़े और कई आर्मी मिशन को सफल अंजाम देने वाले रिटायर जनरल एमजी दातार का कहना था कि वह मुझसे करीबन 12 साल छोटे थे। उनके साथ मैंने आर्मी के कई सफल मिशनों को अंजाम दिया था और करीबन 10 साल पहले जब नागालैंड में इसी तरह का एक हादसा उनके साथ हुआ था। उस हादसे के बाद जब उन से मेरी मुलाकात हुई थी तब मैंने उनसे बातचीत की थी तो कहना था कि मैं पहाड़ी आदमी हूं मुझे छोटे मोटे हादसों से कुछ नहीं हो सकता लेकिन जब कल टीवी पर उन्हें अस्पताल ले जाते हुए देखा तो मन में आया कि यह हॉस्पिटल से इलाज करा कर वापस से एक बार फिर हमारे बीच में होंगे, लेकिन कुछ समय बाद जब हादसे की पूरी जानकारी लगी तो मैं काफी गमगीन हो गया क्योंकि हमने देश और फौज के लिए काफी अच्छा काम करने वाले व्यक्ति को खो दिया हैं। उनके द्वारा देश के प्रति किए गए कार्यों को गिनाया नहीं जा सकता और आज इसीलिए हम उनकी श्रद्धांजलि के लिए जा रहे हैं।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/katrina-kaif-vicky-kaushal-sherpur-helipad-sawai-madhopur-rajasthan-1508817,"विक्की कौशल पत्नी कटरीना कैफ संग प्राइवेट हेलिकॉप्टर से हुए रवाना, शादी के बाद पहली बार एक साथ दिखाई दिया कप्पल","नेशनल डेस्क: बॉलीवुड एक्ट्रेस कटरीना कैफ और विक्की कौशल 9 दिसंबर को शादी के बंधन में बंध गए हैं वहीं फैंस सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर बधाईंयां दे रहे हैं। बता दें कि 9 दिसंबर को दोनों ने राजस्थान के सिक्स सेंसेस फोर्ट बरवाड़ा में सात फेरे लिए जिसके बाद अब 10 दिसंबर की सुबह में दोनों ही एक प्राइवेट हेलिकॉप्टर निकलते दिखाई दिए। इस दौरान की इनकी फोटोज सोशल मीडिया पर सामने आई हैं जो तेजी से वायरल हो रही हैं, कटरीना कैफ ने बेज कलर का फ्लावर प्रिंटेड सूट पहना हुआ है। वहीं, विक्की कौशल डार्क ब्लू सूट में नजर आए। जानकारी के मुताबिक, दोनों को मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया जाए, तभी इनकी शादी के बाद पब्लिक में पहली झलक दिखाई देगी। इस दौरान कटरीना कैफ और विक्की कौशल के साथ उनकी टीम भी मौजूद थी, हालांकि परिवार का कोई और सदस्य दोनों के साथ स्पॉट नहीं किया गया है। इसके अलावा होटल का स्टाफ भी दोनों के साथ मौजूद नजर आया।",-1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/rajnath-singh-brig-ls-lidder-brar-square-delhi-cantt-ashana-lidder-1508807,"बहादुर पिता को मुखाग्नि देने के बाद ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी ने कहा- 'मेरे पापा हीरो थे, हम उनकी यादें अपने साथ लेकर चलेंगे'",सेना में उन्हें जल्द ही मेजर जनरल के रूप में पदोन्नत किया जाना था और एक साल से अधिक समय तक जनरल रावत की टीम में एक प्रमुख सदस्य के रूप में सेवा करने के बाद अपनी अगली पोस्टिंग की तैयारी कर रहे थे।,-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/ashes-immersion-cds-general-bipin-rawat-wife-madhulika-rawat-to-be-done-in-haridwar-953382.html,"एक ही चिता पर बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका को दी गई मुखाग्नि, कल हरिद्वार में अस्थि विसर्जन, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट रहेंगे मौजूद","पंचतत्व में विलीन हुए बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका (PTI) चीफ ऑफ डिफेंस जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का अस्थि विसर्जन (Ashes’ immersion) कल दोपहर उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में किया जाएगा. इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट (Ajay Bhatt) और राज्य के कई अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे. बता दें कि शोक में डूबे राष्ट्र ने नम आंखों से सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को शुक्रवार शाम अंतिम विदाई दी. दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर शमशान घाट पर जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को उनकी बेटियों ने मुखाग्नि दी. इसके बाद दोनों की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गईं. संस्कृत में मंत्रोच्चार के बीच जनरल रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ किया गया. निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार, सेना के बैंड की धुन के साथ उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई. उनकी दोनों बेटियों-तारिणी और कृतिका ने अंतिम संस्कार से संबंधित रस्मी अनुष्ठान किए. लाखों लोगों ने टेलीविजन पर इस भावुक कर देने वाले क्षण को देखा. इन लोगों ने लिया अंतिम संस्कार में हिस्सा शमशान घाट के पास लोगों का हुजूम मौजूद था. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री किरेन रिजिजू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन और भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस भी भारत के पहले सीडीएस के अंतिम संस्कार के समय उपस्थित थे. अंतिम यात्रा के लिए 2233 फील्ड रेजिमेंट ने रस्मी तोपगाड़ी उपलब्ध कराई. सीडीएस के अंतिम संस्कार में सेना के तीनों अंगों से लगभग 800 सैन्यकर्मी शामिल हुए. कई देशों के सैन्य अधिकारियों ने भी जनरल रावत और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि दी. लोगों ने नारे लगाकर दी श्रद्धांजलि इससे पहले, सीडीएस जनरल रावत की अंतिम यात्रा में उमड़े लोगों के हुजूम ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’, ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, रावत जी का नाम रहेगा’ और ‘जनरल रावत अमर रहें’ जैसे नारे लगाकर अपने प्रिय महान सैनिक को अंतिम विदाई दी. जनरल रावत की अंतिम यात्रा उनके आधिकारिक आवास से शुरू हुई. रास्ते में हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. आम लोग हाथों में तिरंगा लिए फूलों से सजे उस वाहन के साथ दौड़ते नजर आए जिसमें जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर रखे हुए थे. रास्ते में लोगों ने अपने वाहन रोककर भी देश के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी को नम आंखों से विदाई दी. हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले सीडीएस, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों के निधन के बाद पूरे देश में शोक का माहौल है. अब तक 13 में से तीन शवों की ही शिनाख्त हो पाई है. इससे पहले आज सुबह, जनरल रावत के सहायक रहे ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर का भी बरार स्क्वेयर में पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. ये भी पढ़ें: Bipin Rawat Funeral Photos: सैन्य सम्मान के साथ बिपिन रावत को अंतिम विदाई, एक दूूसरे को संभालती नजर आईं दोनों बेटियां",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/corona-vaccination-coverage-reaches-near-132-crore-covid-19-omicron-variant-cases-953334.html,"Corona Vaccination: ओमीक्रॉन वेरिएंट के खौफ के बीच वैक्सीनेशन का आंकड़ा 132 करोड़ के करीब, आज 68 लाख से ज्यादा को दी गई डोज","ओमीक्रॉन वेरिएंट के खौफ के बीच वैक्सीनेशन का आंकड़ा 132 करोड़ के करीब देश में कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Corona Omicron Variant) को लेकर जारी डर के बीच वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) अभियान भी तेजी से जारी है. दरअसल कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट के देश में दस्तक देने के बाद से ही सरकार काफी ज्यादा सतर्क है और वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में जागरुकता पैदा करने की हर संभव कोशिश कर रही है. इस बीच देश में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 132 करोड़ के करीब पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आज यानी शुक्रवार को शाम 7 बजे तक 68 लाख 63 हजार 955 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई जिसके बाद वैक्सीनेशन का कुल आंकड़ा 131,90,73072 हो गया है. जेश में टीकाकरण अभियान इस साल की शुरुआत में 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई थी. इसके बाद अगले महीने फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण अभियान 2 फरवरी से शुरू किया गया था. हेल्थवर्कर्स के टीकाकरण के बाद कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च से 60 साल से अधिक आयु के लोगों और 45 साल और उससे अधिक आयु के बीमार लोगों के लिए शुरू किया गया. इसके बाद 1 अप्रैल से देश में 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया गया. फिर 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी व्यस्क लोगों को टीकाकरण की अनुमति दे दी गई. देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामलों में बढ़ोतरी वहीं दूसरी ओर देश में कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है. महाराष्ट्र इसके 7 और नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या 17 हो गई है. जानकारी के मुताबिक मुंबई से 3, पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम से 4 नए मामले सामने आए हैं. विदेश से आने वाले यात्रियों की निगरानी, स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने बताया है कि विदेश यात्रा कर भारत पहुंचने वाले यात्रियों की निगरानी, स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है. राज्यों ने भी सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है. 59 देशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा था कि देभ में अभी तक ओमीक्रॉन वेरिएंट के 25 मामले सामने आए हैं. सभी सामने आए मामलों में हल्के लक्षण देखने को मिले हैं. अभी तक रिपोर्ट किए गए सभी वेरिएंट्स का ये महज 0.04 फीसदी है. उन्होंने कहा कि 24 नवंबर तक दो देशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट का पता चला था. वहीं, अब 59 देशों में ये वेरिएंट सामने आ चुका है. इन 59 देशों में कुल मिलाकर ओमीक्रॉन के 2,936 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा 78,054 संभावित मामलों का पता चला है. उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग जारी है. यह भी पढ़ें: Glowing Mask: कोरोना का पता लगाएगा अंधेरे में चमकने वाला मास्क! जानें वैज्ञानिकों ने कैसे किया तैयार गुजरात में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हुए दो लोग पॉजिटिव, संक्रमण के लक्षण नहीं दिखने से बढ़ी टेंशन, राज्य में तीन हुई मामलों की संख्या",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/health-ministry-and-agencies-to-assess-need-for-vaccine-booster-shots-says-parliamentary-committee-953198.html,वैक्सीन बूस्टर शॉट्स की आवश्यकता का आकलन करें स्वास्थ्य मंत्रालय और एजेंसियां​​- संसदीय समिति,"संसदीय समिति ने कोविड ​​​​-19 मरीजों के लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की भी सिफारिश की है. (सांकेतिक फोटो) एक संसदीय समिति (Parliamentary Committee) ने सिफारिश की है कि स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) को संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर कोरोनावायरस के अलग-अलग वेरिएंट से निपटने के लिए वैक्सीन बूस्टर शॉट्स की आवश्यकता का आकलन करना चाहिए. कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय मामलों की संसदीय स्थाई समिति ने सिफारिश की कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह और राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के साथ समन्वय में है. साथ ही कहा कि कोविड-19 के लिए राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को वायरस के अलग-अलग वेरिएंट से लड़ने के लिए भारत में बूस्टर खुराक की आवश्यकता का आकलन करना चाहिए. शुक्रवार को लोकसभा में पेश एक रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति जानना चाहेगी कि क्या आईसीएमआर और अन्य संबंधित संस्थानों द्वारा देश में विभिन्न वेरिएंट के खिलाफ दिए जा रहे या प्रशासित टीकों की प्रभावकारिता के बारे में कोई शोध किया गया है. सतर्कता और तैयारियों को लेकर किसी भी स्तर पर ना करें समझौता ये रेखांकित करते हुए कि कोविड-19 महामारी की प्रकृति और विषाणु अप्रत्याशित है, समिति ने आगाह किया कि सतर्कता और तैयारियों से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जा सकता है. समिति ने सिफारिश की कि केंद्रीय गृह मंत्रालय राज्यों को सलाह दे सकता है कि वो परीक्षण सुविधा, आईसीयू बेड और मेडिकल ऑक्सीजन जैसे कोविड-19 के बुनियादी ढांचे को कम न करें, क्योंकि ये वायरस तीसरी लहर को जन्म दे सकता है. साथ ही ये सिफारिश कि उन्हें निष्क्रिय अवस्था में रखा जाना चाहिए ताकि आने वाली महामारी की लहर से निपटने के लिए उन्हें फिर से सक्रिय किया जा सके. समिति ने विशेषज्ञों और महामारी विज्ञानियों की टिप्पणियों के मद्देनजर कोविड ​​​​-19 मरीजों के लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की भी सिफारिश करते हुए कहा कि एक संभावित तीसरी लहर गैर-टीकाकृत आबादी विशेष रूप से बच्चों को टारगेट कर सकती है. अपनी सिफारिश में समिति ने गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालयों को महामारी और अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों के दौरान अस्पताल के बिस्तरों की कीमत पर अधिकतम सीमा तय करने के दिशा-निर्देशों के मुद्दे को उठाने के लिए भी कहा. साथ ही कहा कि इन दरों का उचित प्रचार किया जा सकता है, ताकि लोगों को अस्पताल के बेड्स की कीमत के बारे में पता चल सके और आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी और अधिकतम मूल्य से ऊपर अस्पताल के बेड्स की बिक्री पर रोक लगाने के लिए एक निगरानी तंत्र बनाया जा सके. ये भी पढ़ें- देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना के 8,503 नए केस, कल से 9.7 फीसदी कम ये भी पढ़ें- कोरोना की बूस्टर खुराक पर आज बैठक करेगी विशेषज्ञ समिति, लिए जा सकते अहम फैसले",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/niti-aayog-member-health-dr-vk-paul-told-s-gene-drop-is-an-early-indicator-of-the-virus-detected-to-be-omicron-variant-953143.html,"Omicron Variant: ओमीक्रॉन वेरिएंट की क्या है पहचान, नीति आयोग के डॉ. पॉल ने कही ये बात","सांकेतिक तस्वीर देश में कोरोना वायरस (Corona virus) के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omircron Variant) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन इससे जुड़े लक्षणों के बारे में अभी कुछ भी साफ नहीं है. हालांकि कोरोना से संक्रमित होने के बाद मरीज का जीनोम सिक्वेसिंग के जरिए यह पुष्टि की जाती है कि वह ओमीक्रॉन से पीड़ित है या नहीं. इस बीच नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि एस जीन ड्रॉप मरीज के ओमीक्रॉन से पीड़ित होने का पता लगाने वाले वायरस का एक प्रारंभिक संकेतक है. यह एक एंट्री प्वाइंट है और हम अभी भी सीख रहे हैं. यदि यह बनी रहती है, तो उस (वायरस) के ओमीक्रॉन होने की उच्च संभावना है. S gene drop is an early indicator of the virus detected from a patient to be Omicron, possibly. It's an entry point & we are still learning. If it persists, there is a high chance of that (virus) being Omicron…: Dr VK Paul, Member-Health, NITI Aayog pic.twitter.com/ZY6h1thkGe — ANI (@ANI) December 10, 2021 देश में ओमीक्रॉन के मामले बढ़े इस बीच देश में ओमीक्रॉन के मामले बढ़कर 25 तक पहुंच गए हैं. केंद्र सरकार ने आज शुक्रवार को बताया कि विदेश यात्रा कर भारत पहुंचने वाले यात्रियों की लगातार निगरानी, स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके अलावा, अन्य राज्यों ने भी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज शुक्रवार को कहा कि देश में अभी तक ओमीक्रॉन वेरिएंट के 25 मामले सामने आ चुके हैं. सभी सामने आए मामलों में हल्के लक्षण देखने को मिले हैं. अब तक रिपोर्ट किए गए सभी वेरिएंट्स का ये महज 0.04 फीसदी ही है. संयुक्त सचिव ने कहा कि 24 नवंबर तक 2 देशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट का पता चला था. लेकिन अब 59 देशों में इस वेरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं. इन 59 देशों में कुल मिलाकर ओमीक्रॉन के 2,936 केस सामने आए हैं. इसके अलावा 78,054 संभावित मामलों का पता चला है और उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है. 14 दिनों में 10,000 से कम हुए कोरोना केस स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में पिछले हफ्ते कोरोना वायरस की पॉजिटिविटी रेट 0.73 फीसदी रही है. इस तरह कोरोना की रफ्तार धीमी होती हुई नजर आ रही है. लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले हफ्ते देश में कुल पॉजिटिविटी रेट 0.73 फीसदी रही. पिछले 14 दिनों में 10,000 से कम कोरोना केस सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि केरल और महाराष्ट्र में एक्टिव केस की संख्या अधिक हैं. जहां केरल में 43 फीसदी एक्टिव केस हैं तो महाराष्ट्र में ये संख्या 10 फीसदी पर है. इस बीच ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि ओमीक्रॉन वेरिएंट पर फोकस के साथ देश और दुनिया दोनों में कोरोना के हालातों पर नजर रखने के लिए बैठकों का लगातार आयोजन हो रहा है. हमें डर का माहौल पैदा करने से रोकने के लिए मदद की जरूरत है. साथ ही यह भी कहा कि 50 फीसदी से अधिक पॉजिटिविटी होने पर जिला स्तरीय प्रतिबंध लागू होंगे. ये भी पढ़ें देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट के अब तक सामने आए 25 केस, सरकार ने कहा- अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ाई गई निगरानी",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/coronavirus-omicron-variant-case-in-india-lav-agarwal-international-travel-monitoring-952945.html,"देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट के अब तक सामने आए 25 केस, सरकार ने कहा- अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ाई गई निगरानी","भारत में कोरोना भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omircron Variant) के अभी तक 25 मामले सामने आए हैं. केंद्र सरकार (Central Government) ने बताया है कि विदेश यात्रा कर भारत पहुंचने वाले यात्रियों की निगरानी, स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके अलावा, राज्यों ने भी सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है. इसके अलावा, बताया गया है कि देश में पिछले हफ्ते कोरोना वायरस (Coronavirus in india) की पॉजिटिविटी रेट 0.73 फीसदी रही है. इस तरह कोरोना की रफ्तार धीमी होती हुई नजर आ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (Lav Agarwal) ने कहा कि देभ में अभी तक ओमीक्रॉन वेरिएंट के 25 मामले सामने आए हैं. सभी सामने आए मामलों में हल्के लक्षण देखने को मिले हैं. अभी तक रिपोर्ट किए गए सभी वेरिएंट्स का ये महज 0.04 फीसदी है. उन्होंने कहा कि 24 नवंबर तक दो देशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट का पता चला था. वहीं, अब 59 देशों में ये वेरिएंट सामने आ चुका है. इन 59 देशों में कुल मिलाकर ओमीक्रॉन के 2,936 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा 78,054 संभावित मामलों का पता चला है. उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग जारी है. अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ाई गई निगरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि डब्ल्यूएचओ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वैक्सीनेशन के अलावा सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का निरंतर पालन किया जाना चाहिए. पर्याप्त सावधानियों का पालन करना होगा. सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों में ढिलाई के कारण यूरोप में मामलों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी, प्रभावी स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है. इसके अलावा, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे का अपग्रेड किया जा रहा है. अग्रवाल ने बताया कि राज्यों को अपनी निगरानी बढ़ाने और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों का सक्रिय रूप से टेस्ट करने के लिए नोटिफाइड किया गया गया है. केरल और महाराष्ट्र में अधिक एक्टिव केस लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले हफ्ते देश में कुल पॉजिटिविटी रेट 0.73 फीसदी रहा. पिछले 14 दिनों में 10,000 से कम कोरोना केस सामने आए हैं. केरल और महाराष्ट्र में एक्टिव केस की संख्या अधिक हैं. जहां केरल में 43 फीसदी एक्टिव केस हैं तो महाराष्ट्र में ये संख्या 10 फीसदी पर है. वहीं, ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि ओमीक्रॉन वेरिएंट पर फोकस के साथ देश और दुनिया दोनों में कोविड के हालातों पर नजर रखने के लिए बैठकों का आयोजन हो रहा है. हमें डर का माहौल पैदा करने से रोकने के लिए मदद की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 50 फीसदी से अधिक पॉजिटिविटी होने पर जिला स्तरीय प्रतिबंध लागू होंगे. मास्क का इस्तेमाल हुआ कम नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि जहां तक सुरक्षा क्षमता का सवाल है, हम अब जोखिम भरे और अस्वीकार्य स्तर पर काम कर रहे हैं. मास्क का उपयोग कम हो रहा है. हमें यह याद रखना होगा कि वैक्सीन और मास्क दोनों ही जरूरी हैं. हमें वैश्विक स्थिति से सीखना चाहिए. उन्होंने कहा कि WHO मास्क के इस्तेमाल में गिरावट को लेकर आगाह कर रहा है. ओमीक्रॉन का वैश्विक दृश्य परेशान करने वाला है. ये भी पढ़ें: गुजरात में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हुए दो लोग पॉजिटिव, संक्रमण के लक्षण नहीं दिखने से बढ़ी टेंशन, राज्य में तीन हुई मामलों की संख्या",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cds-general-bipin-rawat-funeral-nation-bids-farewell-daughters-kritika-and-tarini-performed-their-last-rites-952903.html,"Bipin Rawat Funeral: पंचतत्व में विलीन हुए बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका, नम आंखों से दोनों बेटियों ने माता-पिता को दी मुखाग्नि","सीडीएस जनरल बिपिन रावत की दोनों बेटियों ने दी मुखाग्नि. तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat funeral) और उनकी पत्नी मधुलिका का आज शुक्रवार को बरार स्कवायर में अंतिम संस्कार कर दिया गया. नम आंखों से दोनों बेटियों ने पिता जनरल बिपिन रावत और मां मधुलिका का अंतिम संस्कार किया. रावत दंपति के अंतिम संस्कार से पहले उनकी दोनों बेटियों ने पिंडदान भी किया. इस दौरान उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई. अंतिम संस्कार के लिए पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका के शव को ले जाया गया. तीनों सेनाओं के अधिकारियों ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया. फिर तिरंगे को परिवार को सौंप दिया गया. शव यात्रा के बाद पार्थिव शरीर को अर्थी से उठाकर चिता पर रखा गया. सीडीएस रावत की दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने मिलकर अपने माता-पिता का पूरे रीति रिवाज से दिल्ली के बरार स्कवायर में अंतिम संस्कार कर दिया. 17 तोपों की सलामी दी गई सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की दोनों बेटियां (कृतिका और तारिणी) ने अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि दी. परिवार के अन्य सदस्य भी उन्हें अंतिम विदाई देने में शामिल हुए. अंतिम संस्कार के दौरान जनरल बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई. Delhi: Daughters of #CDSGeneralBipinRawat and Madhulika Rawat – Kritika and Tarini – pay tribute to their parents. Other members of the family also join them in paying last respects. pic.twitter.com/Wc88k8oZaF — ANI (@ANI) December 10, 2021 सीडीएस बिपिन रावत समेत तमिलनाडु हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी 13 लोगों को आज शुक्रवार को अंतिम विदाई दी जा रही है. जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास से बरार स्क्वायर ले जाया गया. यहां करीब शाम 5 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई. इस दौरान 800 जवान यहां मौजूद रहे. #WATCH | Delhi: #CDSGeneralBipinRawat laid to final rest with full military honours, 17-gun salute. His last rites were performed along with his wife Madhulika Rawat, who too lost her life in #TamilNaduChopperCrash. Their daughters Kritika and Tarini performed their last rites. pic.twitter.com/uTECZlIhI0 — ANI (@ANI) December 10, 2021 इससे पहले जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर बेस हॉस्पिटल से उनके आवास ले जाया गया. यहां मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना, तीनों सेनाओं के प्रमुख, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. Delhi: Defence Minister Rajnath Singh pays tribute to #CDSGeneralBipinRawat. pic.twitter.com/1a02c6COaU — ANI (@ANI) December 10, 2021 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी श्रद्धांजलि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, डीआरडीओ प्रमुख डॉ. जी सतीश रेड्डी ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की. #WATCH | Delhi: Citizens raise slogans of ""Jab tak suraj chaand rahega, Bipin ji ka naam rahega"", as the cortège of #CDSGeneralBipinRawat proceeds towards Brar Square crematorium in Delhi Cantonment. pic.twitter.com/s7sjV4vg73 — ANI (@ANI) December 10, 2021 सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए. इसके अलावा जगह-जगह सीडीएस बिपिन रावत के होर्डिंग लगाए गए. लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा’ नारे लगाए. ये भी पढ़ें CDS Bipin Rawat: अंतिम सफर पर बिपिन रावत, श्रीलंका के सीडीएस समेत 4 देशों के सैन्य कमांडर अंतिम संस्कार में शामिल",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/helicopter-crash-captain-varun-singh-bengaluru-hospital-treatment-karnataka-cm-basavaraj-bommai-meet-952877.html,"Capt. Varun Singh Health Update: हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह से मिले कर्नाटक के CM बस्वराज बोम्मई, बोले- इलाज में जुटे हुए हैं डॉक्टर","ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बंगलुरू स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है तमिलनाडु (Tamil Nadu) के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में 13 लोगों का निधन हो गया जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) बच गए. वह फिलहाल बेंगलुरु स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल में जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बस्वराज बोम्मई के मुताबिक विशेषज्ञ डॉक्टर्स उनके इलाज में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा, ”मैंने बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे कैप्टन वरुण सिंह से मुलाकात की. उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों से बेहतरीन इलाज मिल रहा है. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया है किचीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ रावत को लेकर अपमानजनक ट्ववीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. सीडीएस रावत को लेकर अपमानजनक ट्वीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई उन्होंने कहा, ”विकृत दिमाग वाले कुछ लोगों ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत की मौत के बारे में अपमानजनक, जश्न मनाने वाले संदेश ट्वीट किए हैं. पुलिस प्रमुख को इन तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.” बता दें, तमिलनाडु के कुन्नूर के पास 8 दिसबंर को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य जवानों की मौत हो गई. एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ था और इसमें क्रू मेंबर सहित 14 लोग सवार थे. 14 में से 13 लोगों का निधन हो गया. केवल भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही इस हादसे में बचे हैं. 48 घंटे बेहद अहम इससे पहले कैप्टन सिंह के चाचा और कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने गुरुवार को बताया था कि, ‘डॉक्टरर्स ने आने वाले 48 घंटे वरुण सिंह के लिए काफी महत्वपूर्ण बताए हैं.’ ऐसे में पूरा देश और उनका परिवार उनके लिए पूजा-अर्चना और दुआ कर रहा है. पुणे और बेंगलुरु से डॉक्टरों की एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है, जो इनका इलाज कर रहे हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह प्रतिष्ठित डीएसएससी में निदेशक हैं और उन्होंने सुलुर हवाई अड्डे पर जनरल रावत की अगवानी की थी जहां से वे हेलिकॉप्टर से वेलिंगटन रवाना हुए. यह भी पढ़ें: Army Helicopter Crash: जिंदगी की जंग लड़ रहे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की स्टूडेंट्स के नाम चिट्ठी, कहीं ये 6 बातें CDS Bipin Rawat: बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हो रहे श्रीलंका के सीडीएस समेत 4 देशों के सैन्य कमांडर",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cds-bipin-rawat-funeral-updates-last-rites-attend-by-srilanka-cds-shavendra-silva-nepal-bangladesh-bhutan-952750.html,"CDS Bipin Rawat: अंतिम सफर पर बिपिन रावत, श्रीलंका के सीडीएस समेत 4 देशों के सैन्य कमांडर अंतिम संस्कार में शामिल","सीडीएस बिपिन रावत को दी जा रही अंतिम विदाई तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का आज अंतिम संस्कार किया जा रहा है. जनरल रावत के अंतिम संस्कार में कई अन्य देशों के विदेशी सैन्य कमांडर भी शामिल हैं. श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा कि एक बड़ी त्रासदी हो गई. हमारे राष्ट्रपति ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अपने दूत के रूप में श्रीलंका के सीडीएस और सेना कमान को भेजा है. भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के सैन्य कमांडर भी शामिल हैं. सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर भारी संख्या में लोग एकत्र हुए. वहां उपस्थित सभी लोग भारत माता की जय और वंदे मातरम बोल रहे हैं. श्रीलंका के सीडीएस भी शामिल चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के पार्थिव शरीर को उनके आवास से बरार स्क्वायर श्मशान घाट लाया गया. यहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इससे पहले देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख जनरल बिपिन रावत के आवास पर गए. सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि दी. सीडीएस बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में 4 देशों के सैन्य कमांडर भी शामिल हैं. श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और श्रीलंकाई सेना के कमांडर जनरल शैवेंद्र सिल्वा भी इसमें शामिल हैं. इनके अलावा श्रीलंका के एडमिरल रवींद्र चंद्रसिरी विजेगुनारत्ने (रिटायर), पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (नेशनल डिफेंस कॉलेज में उनके पाठ्यक्रम साथी और एक खास दोस्त) शामिल हैं. भूटान, नेपाल और बांग्लादेश भी शामिल भूटान की रॉयल भूटान सेना के डिप्टी चीफ ऑफरेशन ऑफिसर ब्रिगेडियर दोरजी रिनचेन, नेपाल की नेपाली सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सेना के उप प्रमुख के समकक्ष) सुप्रोबल जनसेवाश्री लेफ्टिनेंट जनरल बाल कृष्ण कार्की भी उपस्थित रहे. बांग्लादेश भी सीडीएम बिपिन रावत के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में शामिल हुआ. उसकी ओर से सशस्त्र बल प्रभाग के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमान भी उपस्थित हुए. सीडीएस बिपिन रावत की मौत पर श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा, ‘एक बड़ी त्रासदी हुई है. हमारे राष्ट्रपति ने आज अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अपने दूत के रूप में श्रीलंका के सीडीएस और सेना कमान को भेजा. हमारा दिल टूट गया है. हमारी सेना में कई वरिष्ठ कर्मी उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं. वह श्रीलंका के दोस्त थे.’ ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा, ‘वह ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने रक्षा के क्षेत्र में ब्रिटेन और भारत के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में बहुत काम किया है. उनका निधन बहुत बड़ा नुकसान है. हम उन्हें, उनकी पत्नी और दुर्घटना में मारे गए अन्य सभी लोगों को याद कर रहे हैं, इनमें ब्रिटिश उच्चायोग के कई करीबी दोस्त भी शामिल हैं. यह अविश्वसनीय रूप से दुखद है.’ ये भी पढ़ें Bipin Rawat Funeral Updates: देश के ‘हीरो’ को विदाई, CDS के अंतिम संस्कार में 17 तोपों की सलामी, 800 अधिकारी मौजूद",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/photo-gallery/nation-photos/cds-bipin-rawat-funeral-procession-see-photos-of-his-journey-from-home-to-delhi-cantt-crematorium-952808.html,"CDS Bipin Rawat Funeral: नम आंखों से लोगों ने दी विदाई, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, घर से दिल्ली कैंट तक के सफर की देखें तस्वीरें","1/7 भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का शुक्रवार को दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा. हालांकि, इससे पहले उनका पार्थिव शरीर उनके निवास पर रखा गया, जहां नेताओं समेत प्रमुख लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. 2/7 जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने वाले नेताओं में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह जैसे लोग शामिल रहे. इसके अलावा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी CDS रावत को श्रद्धांजलि दी. 3/7 चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को श्रद्धांजलि अर्पित किए जाने के बाद उनके पार्थिव शरीर को एक सैन्य ट्रक पर रखकर बरार स्क्वायर श्मशान घाट ले जाया गया. इस दौरान सेना के अधिकारियों को चारों ओर देखा जा सकता था. 4/7 अधिकारियों द्वारा जनरल रावत को सलामी दी गई और फिर ट्रक को उनके घर से रवाना किया गया. इस दौरान ट्रक को फूलों से सजाया गया. जब पार्थिव शरीर लेकर ट्रक रवाना हुआ, इस दौरान घर के बाहर मीडिया और लोगों की भीड़ को देखा जा सकता था. 5/7 जनरल बिपिन रावत के पार्थिव शरीर को लेकर जब ट्रक दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर श्मशान घाट के लिए रवाना हुआ तो इस दौरान लोगों को ट्रक के चारों ओर खड़े हुए देखा जा सकता था. सड़कों पर लोगों की भीड़ को साफ देखा जा सकता था. 6/7 लोगों ने जनरल बिपिन रावत को आखिरी विदाई दी और उनकी याद में नारे लगाए. लोगों को ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा’ जैसे नारे लगाते हुए देखा गया. बता दें कि हेलिकॉप्टर क्रैश में जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत का भी निधन हो गया है. 7/7 सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर श्मशान घाट लाया गया.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/helicopter-crash-suspended-mps-hold-dharna-on-friday-in-honor-of-cds-general-bipin-rawat-other-army-personnel-952656.html,CDS Bipin Rawat के सम्मान में निलंबित सांसदों ने लगातार दूसरे दिन स्थगित किया धरना-प्रदर्शन,"सीडीएस जनरल बिपिन रावत (File) संसद के मॉनसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘अशोभनीय आचरण’ को लेकर शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सदस्यों ने हेलिकॉप्टर हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्यकर्मियों की मृत्य के मद्देनजर उनके सम्मान में आज शुक्रवार को भी अपना धरना निलंबित कर दिया. पिछले महीने 29 नवंबर को निलंबन के बाद से ये 12 सांसद यहां संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दे रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठेंगे. इससे पहले, निलंबित सांसदों कल गुरुवार को भी जनरल बिपिन रावत और अन्य के सम्मान में अपना धरना स्थगित किया था. जनरल रावत के सम्मान में आज प्रदर्शन नहींः जयराम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘जनरल रावत और अन्य लोगों को आज दोपहर अंतिम विदाई दी जा रही है, ऐसे में उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हुए विपक्ष 12 सांसदों के असंवैधानिक एवं गैरकानूनी निलंबन के खिलाफ आज प्रदर्शन नहीं करेगा.’ निलंबित सांसदों में शामिल कांग्रेस नेता सैयद नासिर हुसैन ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”जनरल रावत और अन्य सैन्यकर्मियों को आज आखिरी विदाई दी जा रही है. ऐसे में हमने धरना निलंबित कर दिया है. सदन के भीतर भी विपक्षी सदस्यों ने अपना विरोध नहीं जताया. आज हम सब अपनी ओर से जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. सोमवार से हमारा धरना फिर से शुरू होगा.” कल भी राज्यसभा में विपक्षी सांसदों की ओर से अपना प्रदर्शन निलंबित रखा था. पिछले हफ्ते निलंबित किए गए थे 12 सांसद पिछले सप्ताह सोमवार (29 नवंबर) को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था. जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं. ये भी पढ़ें Bipin Rawat Funeral Updates: देश के ‘हीरो’ को विदाई, CDS के अंतिम संस्कार में 17 तोपों की सलामी, 800 अधिकारी मौजूद",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/photo-gallery/nation-photos/tamil-nadu-helicopter-crash-brigadier-ls-lidder-wife-daughter-pay-their-last-respects-to-him-952452.html,"रुला देंगी ये तस्वीरें: ब्रिगेडियर लिड्डर को अंतिम विदाई देते हुए टूट गईं पत्नी, बेटी की आंखों से भी बहा सैलाब","1/9 कुन्नूर के नजदीक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सैनिकों में ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर भी शामिल थे जिन्होंने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के रक्षा सहायक के तौर पर तीनों सेनाओं में सुधार के लिए व्यापक कार्य किए थे. आज उनका दिल्ली (Delhi) के बरार स्क्वायर श्मशान घाट (Brar Square) में अंतिम संस्कार किया गया. 2/9 ब्रिगेडियर लिडर की पत्नी और उनकी बेटी ने दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) भी मौजूद दिखाई दिए. अपने पती को अंतिम विदाई देते समय ब्रिगेडियर की पत्नी गीतिका लिड्डर टूटकर रोती नजर आईं. उन्हें जिसने भी देखा उसकी आंखों से दुख और उदासी की धारा बह गई. 3/9 ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Chief of Defence Staff General Bipin Rawat) के रक्षा सलाहकार थे. दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी ब्रिगेडियर लिड्डर की जल्द ही मेजर जनरल के तौर पर पदोन्नति होने वाली थी. उनकी बेटी आशना लिड्डर ने भी अपने पिता को नम आंखों से अंतिम विदाई दी. 4/9 लिड्डर की बेटी आशना लिड्डर ने पिता के अंतिम संस्कार के बाद कहा, ‘मैं 17 साल की होने वाली हूं. मेरे पापा मेरे साथ 17 साल तक रहे. हम उनकी अच्छी यादें अपने साथ लेकर चलेंगे. ये एक राष्ट्रीय क्षति है. मेरे पापा मेरे बेस्ट फ्रेंड थे और मेरे हीरो थे. वो बहुत खुश मिजाज इंसान और मेरे सबसे बड़े प्रेरक थे.’ 5/9 ब्रिगेडियर एल.एस.लिड्डर की पत्नी गीतिका लिड्डर ने कहा, ‘हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए. जिंदगी बहुत लंबी है. अब अगर भगवान को ये ही मंजूर है तो हम इसके साथ ही जिएंगे. वो एक बहुत अच्छे पिता थे. बेटी उन्हें बहुत याद करेगी. ये एक बहुत बड़ा नुकसान है.’ 6/9 भारतीय वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें सवार जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, ब्रिगेडियर लिड्डर और 10 अन्य सैन्यकर्मियों की मृत्यु हो गई थी. 7/9 सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित ब्रिगेडियर लिड्डर हरियाणा के पंचकूला के रहने वाले थे और रक्षा अताशे के तौर पर कजाकिस्तान में भी पदस्थ रहे थे. वह दिसंबर 1990 में 2 जम्मू-कश्मीर राइफल्स से जुड़े और बाद में इसका नेतृत्व भी किया. 8/9 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'मैंने ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर को श्रद्धांजलि दी. मेरी भावनाएं उनके परिवार के साथ है. ईश्वर उन्हें इस अपार क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें.' 9/9 राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर (Brigadier LS Lidder) को श्रद्धांजलि अर्पित की.",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/helicopter-crash-case-iaf-tweets-respect-dignity-of-deceased-avoid-speculation-constituted-tri-service-court-of-inquiry-to-investigate-952528.html,"CDS Bipin Rawat: हेलिकॉप्टर हादसे पर IAF ने कहा, मृतकों की गरिमा का सम्मान करें, कयास लगाने से बचें","हेलिकॉप्टर हादसे के बारे में IAF ने कहा, मृतकों की गरिमा का सम्मान करें. तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत के बाद देश में शोक की लहर है, लेकिन इस बीच दुर्घटना को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं. कयासों के बीच भारतीय वायुसेना ने कहा कि हादसे के कारणों की जांच के लिए ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है और तेजी से जांच की जाएगी. भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने हादसे की जांच को लेकर आज शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना (IAF) ने 8 दिसंबर को हुई दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है. जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे. तब तक मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है. IAF has constituted a tri-service Court of Inquiry to investigate the cause of the tragic helicopter accident on 08 Dec 21. The inquiry would be completed expeditiously & facts brought out. Till then, to respect the dignity of the deceased, uninformed speculation may be avoided. — Indian Air Force (@IAF_MCC) December 10, 2021 घटनास्थल पर पहुंचे IAF के अफसर दूसरी ओर, तमिलनाडु में भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय पुलिस टीम कुन्नूर के पास हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना स्थल पर पहुंची और वहां का मुआयना किया. समाचार एजेंसी एएनआई ने तमिलनाडु के कुन्नूर के नानजप्पा चतरम गांव में हादसे के बाद दुर्घटनास्थल की जांच कर रहे भारतीय वायुसेना और स्थानीय पुलिस कर्मियों की टीमों की तस्वीरें साझा कीं है. #TamilNaduChopperCrash | Teams of IAF & local Police investigate the site of the crash at Nanjappa Chatram village in Coonoor. The mishap occurred on 8th Dec and claimed 13 lives, including that of CDS Gen Bipin Rawat, his wife Madhulika Rawat & other 11 Armed Forces personnel. pic.twitter.com/cCKHpR6pJc — ANI (@ANI) December 10, 2021 इस बीच भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का आज शुक्रवार शाम को अंतिम संस्कार होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक दिन पहले ही पालम एयरबेस पहुंचकर सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 जवानों को श्रद्धांजलि दी थी. तमलिनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में बुधवार को सेना के एक हेलिकॉप्टर के क्रैश होने से 13 लोगों का निधन हो गया था. इनमें सीडीएस के अलावा उनकी पत्नी और 11 रक्षाकर्मी भी शामिल थे. हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है. शाम 4 बजे बरार स्क्वायर में होगा अंतिम संस्कार केंद्रीय मंत्रियों निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, अर्जुन राम मेघवाल और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव समेत कई नेताओं ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी. सीडीएस जनरल बिपिन रावत को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार 17 तोपों की सलामी दी जाएगी और 800 जवान सलामी देंगे. सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का अंतिम संस्कार आज शाम करीब 4 बजे बरार स्क्वायर में होना है. यहां तमाम वीआईपी सहित हजारों लोगों की मौजूदगी रहेगी. माना जा रहा है कि बड़ी संख्या में लोग सीडीएस के अंतिम संस्कार में शामिल होने आएंगे और इसलिए बरार स्क्वायर के नजदीक रास्ते पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पैरामिलिट्री फोर्सेस की कई कंपनी और आर्मी के जवानों की भी तैनाती की गई है. अंतिम संस्कार से पहले तीनों सेनाओं के प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आवास पर गए. ये भी पढ़ें Bipin Rawat Funeral Updates: देश के ‘हीरो’ को विदाई, CDS के अंतिम संस्कार में 17 तोपों की सलामी, 800 अधिकारी मौजूद",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/17-gun-salute-800-army-officers-attended-the-funeral-of-cds-bipin-rawat-952487.html,"CDS बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में 17 तोपों की सलामी, 800 सैन्य अधिकारी शामिल, दो बजे शुरू होगी अंतिम यात्रा","तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना के हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया था. आज पूरा देश नम आंखों से सीडीएस बिपिन रावत समेत हादसे के शिकार हुए शूरवीर योद्धाओं को अंतिम विदाई दे रहा है. जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का पार्थिव शरीर दिल्ली लाया जा चुका है.अंतिम दर्शनों के लिए सीडीएस और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर दिल्ली के 3 कामराज मार्ग पर उनके आवास पर रखा गया है.वहीं सीडीएस के सैन्य अंतिम संस्कार में कुल 800 सेवाकर्मी शामिल हैं . सीडीएस को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार 17 तोपों की सलामी दी जा रही है. सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक नागरकि और अन्य गणमान्य व्यक्ति जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजली दी. वहीं सैन्य अधिकारी और जवान 12 बजे से 2 बजे तक उन्हें अंतिम विदाई देंगे. दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक सीडीएस की अंतिम यात्रा पूरे सैन्य सम्मान के साथ निकाली जाएगी. इसके लिए जो इंतजाम किया जा रहा है, वो भी अभूतपूर्व होंगे. जनरल रावत की अंतिम यात्रा उनके आवास से दिल्ली कैंट के बरार स्क्वॉयर तक होगी. 12 अधिकारी शामिल वहीं शाम 4 बजे के बाद सीडीएस और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार सेना के आधिकारिक शमशान घाट बरार स्कवॉयर में किया जाएगा. एक दिन पहले जब जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत सभी 13 लोगों के पार्थिव शरीर दिल्ली लाए गए तो उनके परिवारवालों की आंखे आंसूओं से नम हो गई. वहीं कल पीएम मोदी ने भी जनरल बिपिन रावत समेत अन्य शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजली दी थी. यकीनन ये हादसा शहीदों के परिवार सहित पूरे देश के लिए बहुत बड़ा नुकसान है. ब्रिगेडियर और समकक्ष रैंक के कुल 12 अधिकारी (सेना, नौसेना और वायु सेना से) अंतिम दर्शन के दौरान निरंतर निगरानी बनाए रखने के लिए सतर्कता ड्यूटी पर हैं. लोगों द्वारा माल्यार्पण किया जा रहा है, जबकि पार्थिव शरीर को राज्य में रखा जाएगा और बरार स्क्वायर श्मशान घाट में भी रखा जाएगा. तीनों सेवाओं के बिगुलरों द्वारा लास्ट पोस्ट और राउज के खेल के बाद, परिवार के सदस्यों द्वारा अंतिम संस्कार की चिता को जलाया जाएगा. वहीं शाम 4 बजे के बाद सीडीएस और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार सेना के आधिकारिक शमशान घाट बरार स्कवॉयर में किया जाएगा. एक दिन पहले जब जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत सभी 13 लोगों के पार्थिव शरीर दिल्ली लाए गए तो उनके परिवारवालों की आंखे आंसूओं से नम हो गई. वहीं कल पीएम मोदी ने भी जनरल बिपिन रावत समेत अन्य शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजली दी थी. ये भी पढ़ें-दिल्ली-NCR में प्रदूषणः SC का आदेश, निर्माण गतिविधियों के बारे में फैसला करेगा वायु गुणवत्ता आयोग",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/brigadier-ls-lidder-cremated-who-lost-life-in-tamil-nadu-helicopter-crash-952341.html,"Brigadier LS Lidder Funeral: हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर लिड्डर का हुआ अंतिम संस्कार, पत्नी-बेटी ने नम आंखों से कहा, ‘अलविदा’","ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर का हुआ अंतिम संस्कार. तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे (Tamil Nadu Chopper Crash) में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर (Brigadier LS Lidder) का दिल्ली (Delhi) के बरार स्क्वायर श्मशान घाट (Brar Square) में अंतिम संस्कार किया गया. ब्रिगेडियर लिडर की पत्नी और उनकी बेटी ने दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) भी मौजूद दिखाई दिए. अपने पती को अंतिम विदाई देते समय ब्रिगेडियर की पत्नी टूटकर रोती नजर आईं. उन्हें जिसने भी देखा उसकी आंखों से दुख और उदासी की धारा बह गई. ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Chief of Defence Staff General Bipin Rawat) के रक्षा सलाहकार थे. राष्ट्र ने आज ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर को हमेशा के लिए खो दिया. उनका अंतिम संस्कार दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया. Delhi: Brig LS Lidder laid to final rest with full military honours. The officer lost his life in #TamilNaduChopperCrash on 8th December. pic.twitter.com/u0ybylFOTC — ANI (@ANI) December 10, 2021 ‘मेरे पापा मेरे बेस्ट फ्रेंड, मेरे हीरो थे’ ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी आशना लिड्डर ने पिता के अंतिम संस्कार के बाद कहा, ‘मैं 17 साल की होने वाली हूं. मेरे पापा मेरे साथ 17 साल तक रहे. हम उनकी अच्छी यादें अपने साथ लेकर चलेंगे. ये एक राष्ट्रीय क्षति है. मेरे पापा मेरे बेस्ट फ्रेंड थे और मेरे हीरो थे. वो बहुत खुश मिजाज इंसान और मेरे सबसे बड़े प्रेरक थे.’ वहीं, लिड्डर की पत्नी गीतिका लिड्डर ने कहा, ‘हमें उन्हें हंसते हुए एक अच्छी विदाई देनी चाहिए. जिंदगी बहुत लंबी है. अब अगर भगवान को ये ही मंजूर है तो हम इसके साथ ही जिएंगे. वो एक बहुत अच्छे पिता थे. बेटी उन्हें बहुत याद करेगी. ये एक बहुत बड़ा नुकसान है.’ ब्रिगेडियर की मेजर जनरल के तौर पर होने वाली थी पदोन्नति दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी ब्रिगेडियर लिड्डर की जल्द ही मेजर जनरल के तौर पर पदोन्नति होने वाली थी और जनरल रावत की टीम में एक वर्ष से अधिक समय तक काम करने के बाद वह अपने अगले पदस्थापना के लिए तैयारियां कर रहे थे. ब्रिगेडियर लिड्डर ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद निरोधक अभियानों में काफी काम किया और चीन के साथ लगती भारतीय सीमा पर एक ब्रिगेड का नेतृत्व किया. जनरल रावत के रक्षा सहायक के तौर पर ब्रिगेडियर लिड्डर ने भारत के रक्षा सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके तहत तीनों सेनाओं के लिए थियेटर कमान बनाने की महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गई है ताकि सुनिश्चित किया जाए कि सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच समन्वय बढ़ सके. ये भी पढ़ें: Bipin Rawat Funeral: CDS के अंतिम संस्कार के मद्देनजर दिल्ली में ट्रैफिक को लेकर की गई व्यवस्था, जानें डिटेल",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/investment-in-education-and-health-has-doubled-said-national-president-j-p-nadda-862229.html,"‘शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश हो गया दोगुना’, इंफाल में BJP कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में बोले राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा","भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी का जायजा लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (National President JP Nadda) दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को मणिपुर पहुंचे थें. आज मणिपुर के इंफाल में BJP कार्यालय का उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, ” कोई देश तोड़ने में लगा है और हम लोग देश के संस्कृति की रक्षा करते हुए देश को जोड़ने में लगे हैं. शिक्षा हो या स्वास्थ्य हो आपने (मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह) 5 साल में बजट को दोगुना कर दिया है.” उन्होंने कहा कि देशभर में BJP के ऐसे लगभग 525 कार्यालय बन रहे हैं. हम हर जिले में कार्यालय बना रहे हैं. अबतक लगभग 175 कार्यालय बन चुके हैं और 180 पर काम चल रहा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि आज हम अपने देश के लिए तो वैक्सीन बना ही रहे हैं बल्कि अब दुनिया को देने के लिए भी तैयार हो गए हैं. आने वाले 3 या 4 दिनों में भारत 100 करोड़ टीके लगाने का रिकॉर्ड बना देगा. कोई देश को तोड़ने के लिए लगा है और हम जैसे लोग भारत की संस्कृति की रक्षा करते हुए देश को जोड़ने में लगे हैं. कई नेशनल हाईवे बन रहे हैं, करीब 300 परियोजनाओं का श्रीगणेश हो गया है. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारा निवेश दोगुना हो गया. साइट पर निरीक्षण के लिए पहुंचे सीएम वहीं राज्य में नड्डा के आने से पहले, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार को उन स्थानों का निरीक्षण किया जो उनकी पार्टी प्रमुख की मेजबानी के लिए निर्धारित हैं. सिंह ने ट्वीट कर बताया “ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी की मणिपुर यात्रा की तैयारी के लिए साइट पर निरीक्षण के लिए निकला था. लोग जेपी नड्डा जी का गर्मजोशी से स्वागत करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ” अगले साल होंगे विधानसभा चुनाव निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ BJP के साथी नेता संबित पात्रा भी थे. मालूम हो कि मणिपुर उन पांच राज्यों में शामिल है जहां विधानसभा चुनाव फरवरी-मार्च 2022 के आसपास होंगे, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और पंजाब अन्य चार राज्य हैं. चार अन्य राज्यों में, BJP यूपी, उत्तराखंड और गोवा में सत्ता में है, जबकि कांग्रेस पंजाब में शासन करती है. ये भी पढ़ें: Lakhimpur Kheri Violence: सरकार को घेरने की तैयारी, राष्ट्रपति कोविंद से मिलने का कांग्रेस ने मांगा वक्त, राहुल गांधी के साथ प्रतिनिधिमंडल में होंगे ये 7 नेता Lakhimpur Kheri violence: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया आशीष मिश्रा, पुलिस रिमांड पर कल होगी सुनवाई",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/supreme-court-granted-liberty-to-the-commission-for-air-quality-management-aqmc-delhi-ncr-take-decision-on-lifting-the-ban-on-construction-activities-952478.html,"दिल्ली-NCR में प्रदूषणः SC का आदेश, निर्माण गतिविधियों के बारे में फैसला करेगा वायु गुणवत्ता आयोग","दिल्ली-NCR में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई दिल्ली-एनसीआर में पर्यावरण प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आज शुक्रवार को सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को एक हफ्ते के भीतर निर्माण गतिविधियों और औद्योगिक गतिविधियों पर प्रतिबंध हटाने पर निर्णय लेने की छूट दे दी. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया, “हम आयोग को विभिन्न उद्योगों और संगठनों के अनुरोधों की जांच करने का निर्देश देते हैं, जो हमारे आदेशों के आधार पर या अन्यथा उनके परिपत्रों के आधार पर लगाई गई शर्तों में छूट के बारे में हैं. हमें उम्मीद है कि आयोग एक सप्ताह के समय में इस पर गौर करेगा.” सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (Commission for Air Quality Management, AQMC) को एक सप्ताह में विभिन्न आवेदनों और आपत्तियों पर गौर करना है तथा जरूरी कदम उठाने के निर्देश देने हैं. साथ ही कहा कि आयोग स्कूल खोलने, औद्योगिक इकाइयां खोलने समेत अन्य सभी राहतों के बारे में एक सप्ताह में गौर करेगा और निर्णय देगा. साथ ही सुप्रीम कोर्ट में अनुपालन रिपोर्ट भी देगा. सुप्रीम कोर्ट ने 2 आवेदन लंबित रखा सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य याचिका और दो आवेदन को अपने पास लंबित रखा है, जिस पर बाद में सुनवाई होगी. मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना की अगुवाई में तीन सदस्यीय पीठ प्रदूषण मामले की सुनवाई कर रही है. सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील विकास सिंह ने कहा कि स्थितियां ठीक हुई हैं, लेकिन दिल्ली-एनसीआर के मद्देनजर मामले पर सुनवाई होनी चाहिए. ताकि समस्या का हल निकल सके. केंद्र सरकार पिछले हफ्ते राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में जारी वायु प्रदूषण को लेकर टास्क फोर्स का गठन कर चुकी है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर इसकी जानकारी दी थी. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया था कि सरकार की तरफ से प्रदूषण से निपटने के लिए इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लांइग स्क्वाड का गठन किया गया है. इस टास्क फोर्स में 5 सदस्य शामिल किए गए हैं और इन्हें विधायी शक्तियां भी दी गई हैं. टास्क फोर्स के पास सजा देने और प्रिवेंटिव विधायी शक्तियां भी हासिल हैं. केंद्र सरकार ने दिया सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने हलफनामे में कहा कि 17 फ्लाइंग स्क्वाड सीधा इंफोर्समेंट टास्क फोर्स को रिपोर्ट करेगी. साथ ही यह भी कहा कि अगले 24 घंटे में फ्लाइंग स्क्वाड की संख्या बढ़ाकर 40 कर दिया जाएगा. इसमें बताया गया है कि प्रदूषण के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में आने वाले ट्रकों पर रोक जारी रहने वाली है. सरकार की ओर से यह भी बताया गया कि केवल आवश्यक सामान वाले ट्रकों को ही प्रवेश मिलेगा. हलफनामे में यह भी कहा गया है कि स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे. सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना ने दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी से कहा कि आप हमें मीडिया के सामने विलेन क्यों बना रहे हैं कि हमने स्कूल बंद करा दिए. जबकि आपने अपना काम ठीक ये नहीं किया. सिंघवी ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक अखबार ने ऐसा प्रकाशित किया है. हमें भी इस पर आपत्ति है. ये भी पढ़ें दिल्ली-NCR में प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्क्वाड का किया गठन, 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/general-bipin-rawat-sivakumar-man-witness-recall-last-minute-of-india-first-chief-of-defence-staff-helicopter-crash-952222.html,"Gen Bipin Rawat: ‘उन्होंने मुझसे पानी मांगा’ हादसे के बाद भी दिखाई बहादुरी, इस शख्स ने बताए CDS रावत के अंतिम पल","आखिरी वक्त में भी सीडीएस ने हार नहीं मानी CDS Bipin Rawat Death: तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश होने से उसमें सवार 14 में से 13 लोगों का निधन हो गया. इनमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सेना के जवान शामिल हैं. ये घटना जिले के कुन्नूर में हुई (Helicopter Crash). यहां के कट्टेरी पार्क के नानजप्पनचथिराम के निवासी अब भी उस घटना पर यकीन नहीं कर पा रहे, जिसके वो खुद गवाह बने हैं. कुन्नूर के इंदिरानगर के रहने वाले शिवकुमार ने अपनी आंखों देखा हाल बताया है. जो कुछ भी हुआ, उन्हें उसपर अब भी विश्वास नहीं हो पा रहा. उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम पलों को देखा है. वह कहते हैं, ‘जब हम उन्हें दुर्घटनास्थल से दूसरी जगह ले जा रहे थे, तब मुझे नहीं पता था कि वो सीडीएस बिपिन रावत हैं. उन्होंने मुझसे कहा, “थोड़ा पानी मिलेगा प्लीज.” वो मुझे सुन पा रहे थे और मेरे शब्दों पर प्रतिक्रिया भी दे रहे थे. मैं पानी नहीं ला सका क्योंकि मुझे इसे लेने के लिए लगभग सौ मीटर पीछे जाना पड़ता. उस समय उन्हें अस्पताल तक पहुंचाना सबसे जरूरी थी.’ शिवकुमार (Sivakumar) एक कंस्ट्रक्शन वर्कर हैं. उनका दावा है कि उन्होंने पहाड़ियों में मलबा दिखने के बाद जनरल रावत को जीवित देखा था. हादसे के बाद जीवित थे सीडीएस न्यूज9लाइव डॉट कॉम ने शिवकुमार से बात की है. वेबसाइट की खबर के अनुसार, शिवकुमार ने सीडीएस रावत के आखिरी पलों के बारे में बताते हुए कहा, ‘जब मैंने उन्हें देखा, तब वो जीवित थे. वो मेरे रिश्तेदारों को (बिपिन रावत) दुर्घटनास्थल से 60 मीटर दूर मिले. उन्हें आश्वस्त करने के लिए, मैंने उनसे कहा कि हम बचाव दल से हैं, चिंता ना करें, आप ठीक हो जाएंगे. वो मेरी तरफ देख रहे थे. मेरा मानना है कि जो कुछ भी मैं बोल रहा था, वो उसे सुन पा रहे थे.’ भाई का फोन आने पर घटनास्थल पहुंचे शिवकुमार कहते हैं, ‘मैं कट्टेरी से 2 किमी दूर इंदिरानगर में रहता हूं जहां दुर्घटना हुई थी. जब मैं बुधवार को काम के लिए निकलने वाला था, लगभग 11.55 बजे… मुझे मेरे चचेरे भाई का फोन आया, जो कट्टेरी में रहता है, उसने कहा कि एक हेलिकॉप्टर पेड़ से टकरा गया है और उसमें आग लग गई है.’ बता दें इस हादसे से पूरा देश सदमे में है (CDS Bipin Rawat Helicopter crash). घटना के वक्त के कई वीडियो सामने आए हैं. वहीं बहुत से लोग इसके गवाह बने, जिनमें से एक शिवकुमार हैं. आप न्यूज9लाइव डॉट कॉम की इस खबर को विस्तार से यहां क्लिक करके भी पढ़ सकते हैं. काफी ऊंची थीं आग की लपटें खबर के अनुसार, शिवकुमार ने कहा, ‘मैं तुरंत वहां के लिए निकला और दोपहर 12.05 बजे तक पहुंचा. कुछ सेकेंड बाद हमने एक व्यक्ति को जलते हुए देखा, वह नीचे गिर गए और फिर उनकी मौत हो गई. हम हेलिकॉप्टर के करीब नहीं जा सके क्योंकि आग की लपटें करीब 20 मीटर ऊंची थीं (IAF Helicopter Crash). फिर दुर्घटना को देखने वाले लोगों ने मुझे बताया कि उन्होंने कुछ लोगों को देखा, जो जल रहे थे और जंगल के पास कूद गए. हम वहां पहुंचे और हमने पाया की दो लोगों की सांसें चल रही थीं. मैंने पहले व्यक्ति से बात की और उसे आश्वस्त करने की कोशिश की कि वह ठीक हो जाएगा. दूसरा शख्स जो हमने देखा वो थे बिपिन रावत.’ 60 फीसदी जल गया था शरीर शिवकुमार ने सीडीएस बिपिन रावत के अंतिम क्षणों के बारे में बताते हुए कहा, ‘उनका शरीर 60 फीसदी जल गया था, सबसे अधिक शरीर का निचला हिस्सा. चेहरे पर मामूली चोट के निशान थे. उन्होंने मेरी तरफ देखा और मेरी बात सुनी. हमने पुलिस और एंबुलेंस को अलर्ट कर दिया था और वे जल्दी पहुंच गए.’ उन्होंने कहा कि कुन्नूर से एक पुलिस के सब-इंस्पेक्टर अन्य ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे. वे सभी घायलों को कंबल से ढककर ले गए क्योंकि हमारे पास शुरू में स्ट्रेचर नहीं थे. लगभग तीन घंटे बाद सेना के एक उच्च अधिकारी ने शिवकुमार के कंधों को थपथपाया और उन्हें धन्यवाद दिया. यह वही अधिकारी थे, जिन्होंने शिवकुमार को बताया कि जिस व्यक्ति ने उनसे बात की वह जनरल बिपिन रावत थे और फिर शिवकुमार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की एक तस्वीर दिखाई. 20 साल से यहां रह रहे शिवकुमार शिवकुमार इस झकझोर देने वाली घटना के बारे में आगे बताते हैं, ‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि वह भारतीय सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं और मुझे उनके लिए पानी भी नहीं मिला. मुझे रात भर नींद नहीं आई क्योंकि मुझे उस शख्स के लिए पानी नहीं मिला, जिसने देश के लिए इतना कुछ किया है.’ शिवकुमार यह बोलते वक्त रोने लगे. जानकारी के मुताबिक जनरल रावत का अस्पताल ले जाते समय रास्ते में निधन हो गया था. 20 साल से अधिक समय से इस क्षेत्र में रह रहे शिवकुमार ने वेलिंगटन हेलीपैड तक पहुंचने के लिए सेना और अन्य हेलीकॉप्टरों को अट्टाटी चाय कारखाने के रास्ते से जाते देखा था. लेकिन यह पहली बार था जब उन्होंने कट्टेरी में नानजप्पनचथिराम के रास्ते एक हेलिकॉप्टर को क्रॉस करते देखा. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल सोशल मीडिया पर एक मोबाइल फुटेज वायरल हो रही है, जिसमें भारतीय वायुसेना के Mi-17V5 हेलिकॉप्टर को दुर्घटना से कुछ पल पहले नीलगिरी के पास उड़ते हुए देखा गया है. वीडियो में हादसे से पहले हेलिकॉप्टर घने कोहरे में उड़ते हुए दिखा. कथित तौर पर वीडियो को कुन्नूर में छुट्टी मनाने आए एक परिवार ने बनाया था. वीडियो में दिख रहा एक शख्स पूछता है, ‘क्या हुआ? टूट गया है?’ और फिर वीडियो रिकॉर्ड करने वाला व्यक्ति जवाब देता है, ‘हां’. वेबसाइट के अनुसार, उनके रिपोर्टर ने यह सत्यापित करने के लिए घटनास्थल का दौरा किया कि क्या वीडियो कुन्नूर से बनाया गया था? फिर रिपोर्टर को वहां रेलवे ट्रैक और वह स्थान दिखा, जहां से वीडियो रिकॉर्ड किया गया था. यह भी पढ़ें- आज ही के दिन अल्फ्रेड नोबेल का हुआ था निधन, जानें कैसे भाई की मौत ने वैज्ञानिक को ‘नोबेल’ के रूप में कर दिया अमर यह भी पढ़ें- देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना के 8,503 नए केस, कल से 9.7 फीसदी कम",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/health-minister-mansukh-mandaviya-lok-sabha-winter-session-told-booster-dose-omicron-variant-corona-virus-full-vaccination-952370.html,"लोकसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री- ओमीक्रॉन को लेकर की जा रही स्टडी, कब से शुरू होगा बूस्टर डोज, दी जानकारी","केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया कोरोना संकट के बीच ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के सामने आने के बाद दुनियाभर में खौफ का माहौल है. कई अन्य देशों की तरह भारत में भी वेरिएंट से बचाव के लिए बूस्टर डोज को लेकर अनुमति दिए जाने की मांग की जा रही है. बूस्टर डोज की मांग के बीच आज शुक्रवार को लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि ओमीक्रॉन पर वैक्सीन कितनी प्रभावी है, उसके लिए स्टडी की जा रही है. साथ ही यह भी बताया कि बूस्टर डोज की अनुमति कब दी जाएगी. नए वेरिएंट पर वैक्सीन के असरदार होने की बात पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) ने लोकसभा में कहा कि ओमीक्रॉन पर वैक्सीन कितनी प्रभावी है, इसके लिए लैब में स्टडी की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद ही यह बताया जा सकता है कि वैक्सीन कितनी प्रभावी होगी. उन्होंने यह भी बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए देश में इस समय 36 लैब उपलब्ध हैं और इनमें से 30 हजार जीनोम सीक्वेंसिंग की जा सकती हैं. ये कैपेसिटी प्राइवेट लैब का उपयोग करके बढ़ाई भी जा रही है. ‘स्टडी के बाद ही पता चलेगा कि कितना खतरनाक है ओमीक्रॉन’ डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमीक्रॉन कितना खतरनाक है इसका जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक रोज इसी विषय पर काम कर रहे हैं. बाकी देशों में ओमीक्रॉन के क्या हालात हैं, वहां क्या किया जा रहा है, यहां के मरीजों में क्या लक्षण हैं, इन पर अभी स्टडी की जा रही है. स्टडी के बाद ही यह बताया जा सकेगा कि ओमीक्रॉन कितना खतरनाक है. बूस्टर डोज की अनुमति दिए जाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द पूर्ण टीकाकरण हो जाए. भारत में वैक्सीन की पहली डोज 86% दी जा चुकी है. अन्य देशों की तुलना में हमारी बहुत अच्छी स्थिति है. उन्होंने यह भी कहा कि देश में दो एक्सपर्ट ग्रुप हैं. दोनों ग्रुप जब सहमति देंगे तो हम तीसरा या बूस्टर डोज की अनुमति देंगे. ये बहुरूपिया वायरसः स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने आज लोकसभा में सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ये बहुरूपिया वायरस है. समय-समय पर रूप बदलता है. नए-नए म्यूटेंट के रूप में हम पूर्णतया इस पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि केरल में एक्सपर्ट टीम ने स्टडी किया और जाकर सलाह दी है कि कोविड अप्रोप्रिट बिहेवियर अपनाना ही सबसे सही तरीका है. उन्होंने कहा कि आज देश में ओमीक्रॉन के 23 मामले हैं. हम रोज वैज्ञानिकों से सुबह इस पर चर्चा करते हैं. हम लगातार अध्ययन कर रहे हैं कि म्यूटेंट कैसे-कैसे व्यवहार कर रहा हैं. ये भी पढ़ें भारत की राज्यसभा और लोकसभा की तरह पाकिस्तान में क्या होता है… क्या आप जानते हैं?",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/beti-bachao-beti-padhao-scheme-showed-poor-performance-in-states-80-percent-fund-used-on-advertisements-says-bjp-in-loksabha-952127.html,"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का कई राज्यों में दिखा खराब प्रदर्शन, सिर्फ विज्ञापनों पर हुआ 80 प्रतिशत फंड का इस्तेमाल","स्कूली छात्राओं से रूबरू होते पीएम नरेंद्र मोदी. (File Photo: PTI) केंद्र सरकार (Central Government) की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना (Beti Bachao Beti Padhao Scheme) का कई राज्यों में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना के लिए उपलब्ध कराए गए फंड के लगभग 80 प्रतिशत हिस्से का इस्तेमाल सिर्फ इस योजना के प्रचार-प्रसार और विज्ञापनों के लिए किया गया है. महिला अधिकारिता मामलों की समिति (Committee on Empowerment of Women) ने अपनी एक रिपोर्ट में फंड के खराब इस्तेमाल पर निराशा जताते हुए इसकी जानकारी दी है. महाराष्ट्र BJP लोकसभा सांसद हीना विजयकुमार गावित (Lok Sabha MP Heena Vijaykumar Gavit) की अध्यक्षता वाली समिति ने गुरुवार को लोकसभा में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के संदर्भ में शिक्षा के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण पर अपनी पांचवीं रिपोर्ट पेश की. समिति ने सदन में बताया, ‘2014-15 में अपनी स्थापना के बाद से 2019-20 तक, इस योजना के तहत कुल बजटीय आवंटन 848 करोड़ रुपये था. इसमें 2020-21 का कोविड-त्रस्त वित्तीय वर्ष शामिल नहीं है. इस दौरान राज्यों को 622.48 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी. योजना पर फंड का 25.13 प्रतिशत हिस्सा हुआ खर्च पैनल की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘राज्यों ने केवल 25.13 प्रतिशत फंड यानी 156.46 करोड़ रुपये ही इस योजना पर खर्च किए हैं, जो योजना का बेहतर प्रदर्शन नहीं है.’ समिति ने आगे कहा कि 2016- 2019 के दौरान जारी किए गए कुल 446.72 करोड़ रुपये में से केवल मीडिया वकालत पर 78.91 प्रतिशत खर्च किया गया. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘समिति बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संदेश को लोगों के बीच फैलाने के लिए मीडिया अभियान चलाने की जरूरत को समझती है, लेकिन योजना के उद्देश्यों को बैलेंस करना भी उतना ही जरूरी है.’ क्या है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना? रिपोर्ट के मुताबिक, पैनल ने सिफारिश की है कि सरकार को शिक्षा और स्वास्थ्य में क्षेत्रीय हस्तक्षेप के लिए नियोजित खर्च आवंटन पर ध्यान देना चाहिए. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में की थी. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से पूरे जीवन-काल में शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिलती है और महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होता है. तीन मंत्रालयों द्वारा कार्यान्वित की जा रही ये योजना यह योजना तीन मंत्रालयों द्वारा कार्यान्वित की जा रही है अर्थात महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन मंत्रालय. इस योजना के मुख्य घटकों में शामिल हैं- प्रथम चरण में PC और PNDT Act को लागू करना, राष्ट्रव्यापी जागरूकता और प्रचार अभियान चलाना और चुने गए 100 जिलों (जहां शिशु लिंग अनुपात कम है) में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित कार्य करना. बुनियादी स्तर पर लोगों को प्रशिक्षण देकर, संवेदनशील और जागरूक बनाकर तथा सामुदायिक एकजुटता के माध्यम से उनकी सोच को बदलने पर जोर दिया जा रहा है. ये भी पढ़ें: लाख कोशिशों के बावजूद विमान को नहीं बचा पाए पायलट, दंग रह गए लोग जब धम्म की सुनी आवाज…जानें Helicopter Crash की मिनट-दर-मिनट कहानी",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/corona-update-corona-case-8503-in-india-covid-19-corona-virus-covid-19-in-india-952181.html,"देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना के 8,503 नए केस, कल से 9.7 फीसदी कम","कोरोना केस भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 8,503 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही 7,678 लोगों ने पिछले 24 घंटे में कोरोना को मात दी है. कोरोना वायरस से अब तक कुल 3,41,05,066 लोग ठीक हो चुके हैं. मार्च 2020 के बाद अब तक सबसे ज्यादा 98.36% रिकवरी रेट है. सक्रिय मामलों की बात करें तो पूरे देश में 94,943 लोगों का इलाज चल रहा है. कुल कोरोना मामलों के 1 फीसद से भी कम सक्रिय मामले हैं, जो कि अभी 0.27% पर टिका हुआ है. यह मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है. वहीं डेली पॉजिटिविटी रेट 0.66 फीसदी है जो 2 फीसदी से कम है. ये पिछले 67 दिनों में सबसे कम है. वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.72 फीसद है ये पिछले 26 दिनों में लगातार 1 फीसद से कम है. देश में अब तक 65.32 टेस्ट किए गए.वहीं, पिछले 24 घंटे में 624 मौत दर्ज की गई हैं, इसमें बैकलॉग डाटा भी शामिल है. जिसकी वजह से मौत का आंकड़ा बढ़ा है.वहीं, गुरुवार को कोविड-19 के 9,419 नए मामले सामने आए थे, इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 हो गई थी. इसके अलावा 159 मरीजों की कोरोना की वजह से मौत हुई थी. ओमीक्रॉन के 23 मामले दर्ज किए गए बता दें, भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के 23 मामले दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने गुरुवार को संसद की एक समिति को सूचित किया है. साथ ही बताया है कि अधिकारी स्थिति की करीबी निगरानी कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों ने समिति को बताया कि ओमीक्रॉन के सबसे अधिक 10 मामले महाराष्ट्र में हैं, इसके बाद राजस्थान में नौ मामलें हैं. उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर ओमीक्रॉन स्वरूप के 2,303 मामले हैं. तमिलनाडु में विदेश से आए 13 यात्रियों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि तमिलनाडु में विदेश से पहुंचे 13 यात्रियों की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है और उनके आरटी-पीसीआर नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग विश्लेषण के लिए बेंगलुरु भेजा गया है.वहीं दिल्ली में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 55 नए मामले सामने आए और पिछले एक दिन में महामारी से किसी की मौत नहीं हुई. इसके साथ ही संक्रमण की दर 0.09 प्रतिशत दर्ज की गई. बूस्टर डोज पर की जा रही चर्चा 40 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड रोधी टीके की बूस्टर खुराक का समर्थन करने के कुछ ही दिन बाद शनिवार को भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम ने कहा कि उसकी सिफारिश राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के लिए नहीं थी क्योंकि इसके प्रभाव का आकलन करने के लिए अभी कई और वैज्ञानिक प्रयोगों की जरूरत है. भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकॉग) ने कहा कि उसके पिछले बुलेटिन में बूस्टर खुराक का उल्लेख ‘उच्च जोखिम वाली आबादी में कोविड-19 रोधी टीकों की अतिरिक्त खुराक की संभावित भूमिका के बारे में केवल एक चर्चा थी. ये भी पढ़ें-आज ही के दिन अल्फ्रेड नोबेल का हुआ था निधन, जानें कैसे भाई की मौत ने वैज्ञानिक को ‘नोबेल’ के रूप में कर दिया अमर",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cds-general-bipin-rawat-funeral-traffic-restrictions-imposed-in-delhi-k-kamraj-road-know-details-952155.html,"Bipin Rawat Funeral: CDS के अंतिम संस्कार के मद्देनजर दिल्ली में ट्रैफिक को लेकर की गई व्यवस्था, जानें डिटेल","जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने यातायात पर लगाए कई प्रतिबंध. (File Photo: PTI) भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का अंतिम संस्कार 10 दिसंबर यानी आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा. उम्मीद जताई जा रही है कि उनके अंतिम संस्कार में आम लोगों की भारी भीड़ उमड़ सकती है. इसी वजह से आज दिल्ली के कामराज रोड पर ट्रैफिक पर भारी प्रतिबंध (Traffic Restrictions) लगा रहेगा. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है. जानकारी के मुताबिक, सीडीएस जनरल रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास पर पहुंचने के बाद के. कामराज रोड (K Kamraj Road) को सार्वजनिक परिवहन (Public Transport) के लिए बंद कर दिया जाएगा और सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दूसरे रूट से डायवर्ट किया जाएगा. रूटों में बदलाव होने से सबसे ज्यादा असर बसों पर पड़ेगा, क्योंकि बस स्टॉप सीडीएस जनरल रावत के आवास के पास ही स्थित है. सड़क केवल प्राइवेट ट्रांसपोर्ट के लिए ही खुली रहेगी. हालांकि पुलिस केवल वीआईपी मूवमेंट वाली गाड़ियों को ही आने-जाने की इजाजत दे सकती है. 75 से 100 ट्रैफिक पुलिस के जवान ड्यूटी पर तैनात दिल्ली में सड़कों पर सुबह 7-8 बजे के आसपास शुरू हुआ वीआईपी मूवमेंट देर शाम तक जारी रहेगा. नई दिल्ली रेंज के डीसीपी ट्रैफिक गुरुवार से सड़कों पर मौजूद हैं. जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार के मद्देनजर शुक्रवार को के कामराज मार्ग के पास डीसीपी, एसीपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे. के कामराज मार्ग से बरार स्क्वायर श्मशान घाट तक जुलूस का सही ढंग से संचालन सुनिश्चित करने के लिए डीसीपी, ट्रैफिक पुलिस और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज सुबह से 75 से 100 ट्रैफिक पुलिस के जवान ड्यूटी पर तैनात हैं. CDS जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार की विधि 2 बजे से शुरू होगी. अंतिम संस्कार के लिए जुटी भीड़ का जुलूस के कामराज रोड से शुरू होकर राजाजी रोड, तीन मूर्ति, 11 मूर्ति, सरदार पटेल रोड और धौला कुआं से नारायण रूट होते हुए बरार चौक तक जाएगा. जुलूस को देखते हुए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. पुलिस ने कहा कि जुलूस के पीछे करीब 10-12 वाहन रहेंगे. सुरक्षा कारणों से दोनों ओर का यातायात रोका जा सकता है. पूरे सैन्य सम्मान के साथ होगा जनरल रावत का अंतिम संस्कार इस बीच, सेना ने बताया कि आम नागरिक आज सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक जनरल रावत के कामराज मार्ग स्थित आवास पर सीडीएस को श्रद्धांजलि दे सकेंगे. दिल्ली में पूरे सैन्य सम्मान के साथ रावत का अंतिम संस्कार किया जाएगा. अंतिम संस्कार का जुलूस कामराज मार्ग से शुरू होकर दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट तक पहुंचेगा. ये भी पढ़ें: Bipin Rawat Funeral: आज होगा जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार, आम जनता भी दे सकेगी देश के पहले CDS को अंतिम श्रद्धांजलि",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/history-of-the-day-alfred-nobel-who-gave-the-world-a-destructive-explosive-like-dynamite-died-the-nobel-prize-952108.html,"आज ही के दिन अल्फ्रेड नोबेल का हुआ था निधन, जानें कैसे भाई की मौत ने वैज्ञानिक को ‘नोबेल’ के रूप में कर दिया अमर","अल्फ्रेड नोबेल आज ही के दिन 1896 में डायनामाइट की खोज करने वाले वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल का निधन हुआ था. उनके निधन के पांच साल बाद 1901 में 10 दिसंबर को ही पहली बार नोबेल सम्मान दिए गए थे.अल्फ्रेड बर्नार्ड नोबेल (Alfred Bernhard Nobel, 1833-1896) स्वीडन निवासी, रसायनशात्री और इंजीनियर थे. उनका जन्म 21 अक्टूबर, 1833 को स्वीडन के बाल्टिक सागर के किनारे बसे स्टॉकहोम नामक नगर में हुआ था. उनके पिता अपने परिवार सहित सेंट पीटर्सबर्ग में रहते थे और रूस की सरकार के लिए खेती के औज़ारों के अतिरिक्त आग्नेयास्त्र (Agneyastra), सुरंग (Mines) और टॉरपिडो (Toropedo) का निर्माण करते थे. 1850 में अल्फेड नोबेल अमेरिका पढ़ने गए, लेकिन 1 वर्ष पश्चात ही बिना पढ़ाई पूरी किए वह स्वीडन लौट आए. स्वीडन आने के बाद वह अपने पिता के कारखाने में विस्फोटकों विशेषकर नाइट्रोग्लिसरिन (Nitroglycerin) के अध्ययन में लग गए. 3 सितंबर, 1864 को अल्फ्रेड के पिता के कारखाने में एक भयानक विस्फोट हुआ और संपूर्ण कारखाना नष्ट हो गया. इस दुर्घटना में अल्फ्रेड के छोटे भाई की मृत्यु हो गई. उसके बाद अल्फ्रेड नाइट्रोग्लिसरिन जैसे अप्रत्याशित रूप से विस्फोट करने वाले द्रव्य को शांत करने और उस पर नियंत्रण पाने की खोज में लग गए. डायनामाइट के रूप में कराया पेटेंट 1867 में अल्फ्रेड ने धूमरहित (Smokeless) बारूद की भी खोज की, जो कॉर्डाइट (cordite) का आविष्कार कहलाया. इन दोनों उत्पादों का प्रयोग उद्योग और युद्ध में होने लगा. इससे उन्होंने काफी धन अर्जित कर लिया और उनके शोध कार्यों में तेजी आई. अल्फ्रेड नोबेल ने शोध किया और पाया कि जब नाइट्रोग्लिसरीन को कोसलेगुर (Diatomaceous Earth) जैसे शोषक अक्रिय पदार्थ में शामिल किया गया, तो यह सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक हो जाता है. इस मिश्रण को उन्होंने 1867 में डायनामाइट (Dynamite) के रूप में पेटेंट कराया. डायनामाइट के निर्माण में नाइट्रोग्लिसरीन प्रयुक्त होता है. नाइट्रोग्लिसरीन आवश्यकता से अधिक सुग्राही होता है. अल्फ्रेड ने डाइनामाइट से दुनिया में शांति लाने की बात कही थी. पहली बार दिए गए नोबेल पुरस्कार कहा जाता है कि डाइनामाइट का गलत इस्तेमाल होता देख अल्फ्रेड को अपने आविष्कार पर दुख हुआ. इसके लिए उन्होंने अपने वसीयत में मानवता को लाभ पहुंचाने वाले लोगों को अपनी संपत्ति में से पुरस्कार देने की इच्छा जताई. 27 नवंबर 1895 को अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी आखिरी वसीयत लिखी थी, जिसे 1896 में अल्फ्रेड नोबेल की मौत के बाद खोला गया.1901 में पहली बार नोबेल पुरस्कार दिए गए. बता दें अल्फ्रेड नोबेल के नाम आज 355 पेटेंट हैं, लेकिन लोग उन्हें डाइनामाइट की वजह से ज्यादा जानते हैं. डाइनामाइट के आविष्कार के बाद कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में इसका इतना ज्यादा इस्तेमाल होने लगा कि अल्फ्रेड ने 90 जगहों पर डाइनामाइट बनाने की फैक्ट्री खोली. 20 से ज्यादा देशों में ये फैक्ट्रियां थीं. वे लगातार फैक्ट्रियों में घूमते रहते थे. इस वजह से लोग उन्हें ‘यूरोप का सबसे अमीर आवारा’ कहते थे. ये भी पढ़ें-हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु में चल रहा इलाज, पूरा देश कर रहा प्रार्थना",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/cds-general-bipin-rawat-funeral-today-public-to-pay-last-tribute-to-india-first-chief-of-defence-staff-952034.html,"Bipin Rawat Funeral: आज होगा जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार, आम जनता भी दे सकेगी देश के पहले CDS को अंतिम श्रद्धांजलि","हेलीकॉप्टर हादसा में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन. तमिलनाडु हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में अपनी जान गंवाने वाले देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे किया जाएगा. इससे पहले, उनको और उनकी पत्नी को आम लोग दिल्ली (Delhi) में श्रद्धांजलि दे सकेंगे. जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को 11 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक 3 कामराज मार्ग स्थित उनके आवास पर आम जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. इसके बाद, दोपहर 12:30 बजे से 1:30 बजे के बीच का समय सैन्य कर्मियों के लिए निर्धारित होगा, जिसमें वो बिपिन रावत और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. गौरतलब है कि जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 10 जवानों की मृत्यु हो गई थी. यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना पिछले कुछ दशकों में भारत में हुई बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक है, जिनमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सफर कर रहे थे. 10 कर्मियों के शवों का किया जाएगा DNA टेस्ट इस हादसे का शिकार बने 13 लोगों में से 3 की पहचान कर ली गई है जबकि अन्य कर्मियों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. बताया जा रहा है कि जिन पार्थिव शरीरों की पहचान कर ली गई है, उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा. जबकि बाकी की पहचान होने तक उन्हें सैन्य अस्पताल के मुर्दाघर में ही रखा जाएगा. पहचान की औपचारिकताएं पूरी होने पर सम्मान के साथ पार्थिव शरीरों को उनके परिजनों को सौंपा जाएगा. 15 दिनों में नए CDS का ऐलान संभव हेलिकॉप्टर हादसे के बाद गुरुवार को सभी लोगों के शवों को दिल्ली के पालम एयरबेस लाया गया था, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजित डोभाल समेत तीनों सेना प्रमुखों और शहीद जवानों के परिजनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अब शुक्रवार को आम नागरिक सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन कर सकेंगे. वहीं, सूत्रों ने जानकारी दी है कि 15 दिनों के अंदर-अंदर नए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का ऐलान हो सकता है और इस पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार सेना प्रमुख एमएम नरवणे को माना जा रहा है. ये भी पढ़ें: सीडीएस जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार कल, श्रीलंका, नेपाल, भूटान के सेना के टॉप अधिकारी होंगे शामिल",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/who-will-be-next-chief-of-defence-staff-of-india-after-bipin-rawat-r-harikumar-and-mm-naravane-lead-in-race-952115.html,जनरल बिपिन रावत के बाद अब कौन होगा देश का दूसरा CDS? आर हरि कुमार और एमएम नरवणे का नाम सबसे आगे,"सेना प्रमुख एमएम नरवणे और नौसेना प्रमुख आर हरिकुमार (MM Naravane-R Hari kumar) Chief of Defence Staff of India: भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में असामयिक निधन हो गया है. उनका हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया. उसमें 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 का निधन हो गया. इनमें बिपिन रावत की पत्नी भी शामिल हैं. वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Varun Singh) अकेले ऐसे शख्स हैं, जो इस हादसे में जीवित बचे हैं. इस समय उनका इलाज चल रहा है. सीडीएस बिपिन रावत के निधन के बाद से अब देश के नए सीडीएस की नियुक्ति को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. इस दौड़ में नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार (R Harikumar) और सेना प्रमुख एमएम नरवणे (MM Naravane) सबसे आगे बताए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार की दावेदारी सबसे मजबूत नजर आ रही है. इसके पीछे की वजह ये है कि पिछली बार सीडीएस सेना से ही बनाए गए थे, इसलिए इस बार सेना से बनाए जाने की संभावना कम है. ऐसे में नए सीडीएस की नियुक्ति नौसेना या फिर वायुसेना से होने की संभावना ज्यादा है. उप सीडीएस रहे हैं हरि कुमार इसके पीछे की एक दूसरी वजह ये है कि आर हरि कुमार नौसेना प्रमुख बनने से पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ उप सीडीएस के तौर पर काम कर चुके हैं (India Next CDS). ऐसे में ये अनुभव भी उनके काम आ सकता है. 59 साल के हरि कुमार हाल ही में नौसेना प्रमुख बने हैं और वह 62 साल की उम्र तक कार्य कर सकते हैं. और सीडीएस पर 63 साल तक तैनाती रह सकती है. ऐसे में उन्हें सीडीएस बनाए जाने पर पर्याप्त समय मिलेगा. इसके अलावा थल सेना प्रमुख जनरल नरवणे की उम्र 61 साल है. वह अगले साल अप्रैल में सेवानिवृत हो जाएंगे. इसलिए वो भी सीडीएस की दौड़ में प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं. वीआर चौधरी का नाम भी आगे अगर जनरल नरवणे को सीडीएस बनाया जाता है, तो वह करीब एक साल तक इस पद पर रहते हुए काम कर सकते हैं. इनके अलावा वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी (VR Chaudhari) को भी सीडीएस के पद के लिए दावेदार माना जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि सरकार जल्द ही सीडीएस को लेकर फैसला ले सकती है. क्योंकि ये पद अधिक समय तक खाली नहीं रखा जा सकता. उप सीडीएस के रूप में कार्य कर रहे एयर मार्शल बी. आर कृष्णा को भी दावेदार माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक सीडीएस बनने के लिए 4 स्टार जनरल होना आवश्यक है, जो तीनों सीना के प्रमुख होते हैं. साथ ही जो अधिकारी 4 स्टार जनरल बनने के योग्य है, उसकी नियुक्ति पर भी विचार किया जा सकता है. यह भी पढ़ें- आज होगा जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार, आम जनता भी दे सकेगी देश के पहले CDS को अंतिम श्रद्धांजलि यह भी पढ़ें- हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु में चल रहा इलाज, पूरा देश कर रहा प्रार्थना",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/tamil-nadu-know-how-coonoor-helicopter-crash-accident-happened-where-13-people-including-general-bipin-rawat-died-952074.html,"लाख कोशिशों के बावजूद विमान को नहीं बचा पाए पायलट, दंग रह गए लोग जब धम्म की सुनी आवाज…जानें Helicopter Crash की मिनट-दर-मिनट कहानी","हेलिकॉप्टर क्रैश. भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर तमिलनाडु की नीलगिरी के पहाड़ों में क्रैश हुआ, जिसमें न सिर्फ उनकी बल्कि उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों की मृत्यु हो गई. हेलिकॉप्टर में मौजूद सभी 14 लोग तमिलनाडु के वेलिंगटन की ओर बढ़ रहे थे. वेलिंगटन में एक डिफेंस सर्विसेज कॉलेज, जो एक आर्म्ड फोर्सेज का कॉलेज है. सीडीएस बिपिन रावत यहीं आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होने के लिए जा रहे थे. 8 दिसंबर को सुबह 9 बजे दिल्ली से रवाना हुए थे रावत भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के K3602 विमान ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस के लिए उड़ान भरी थी. इस विमान में क्रू मेंबर्स के अलावा जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 9 लोग मौजूद थे. इनमें जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, CDS के स्पेशल ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, रावत के पर्सनल सेफ्टी ऑफिसर नायक गुरसेवक सिंह, PSO नायक जितेंद्र कुमार, PSO लांस नायक विवेक कुमार, PSO लांस नायक बी साई तेजा और PSO हवलदार सतपाल शामिल हैं. 8 दिसंबर को 11.30 बजे सुलूर एयरबेस पहुंचा विमान पूरे ढाई घंटे की यात्रा के बाद विमान सुलूर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचा था. सुलूर से आगे का सफर वायुसेना के हेलिकॉप्टर में करना निर्धारित था. इसके बाद सुबह 11.48 के करीब सुलूर एयरबेस से Mi-17V5 हेलिकॉप्टर ने वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी. हेलिकॉप्टर को 12.15 पर वेलिंगटन में लैंड करना था. हालांकि ठीक दोपहर 12.08 पर नीलगिरी की पहाड़ियों पर आने के बाद हेलिकॉप्टर का वायुसेना से कॉन्टेक्ट टूट गया. जिसके बाद पायलटों ने विमान का कंट्रोल थामने की बेहद कोशिश की, हालांकि वो असफल रहे और विमान कुन्नूर के ननचापा छतारम इलाके में क्रैश हो गया. 12.30 बजे लोगों ने सुनी धम्म की आवाज दोपहर ठीक 12.30 बजे जब लोगों ने धम्म की आवाज सुनी, तो वो दंग रह गए. उन्होंने देखा कि हेलिकॉप्टर में गिरते ही आग लग गई. इस पूरे घटनाक्रम के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद प्रशासन ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना किया और इसके साथ ही वायुसेना को भी इसकी इत्तला दी गई. करीब दोपहर एक बजे सेना को इस बात का आभास हो गया कि विमान में मौजूद 14 में से 13 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. हालांकि इनमें से एक जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया. खराब मौसम की वजह से हादसे की आशंका जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी की मौत की जानकारी वायुसेना ने शाम 6 बजकर 3 मिनट दी. इसके बाद, इंडियन एयर फोर्स ने हादसे का कारण जानने के लिए जांच के आदेश दिए. कुछ रिपोर्ट्स में माना जा रहा है कि इस हादसे के पीछे की एक वजह खराब मौसम भी हो सकता है. हालांकि वायुसेना की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही हादसे की पुख्ता वजह सामने आ पाएगी. राजनाथ सिंह का लोकसभा में संबोधन अगले दिन यानी गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में इसको लेकर बयान दिया और बताया कि वायुसेना ने एयरमार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक ट्राय सर्विस इंक्वावरी शुरू कर दी है और इस जांच में थलसेना और नौसेना के अधिकारी भी शामिल होंगे. वही, गुरुवार शाम करीब 4 बजे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को लाइफ सपोर्ट के साथ बेंगलुरु भेज दिया गया है. ये भी पढ़ें: आज होगा जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार, आम जनता भी दे सकेगी देश के पहले CDS को अंतिम श्रद्धांजलि",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/helicopter-crash-captain-varun-singh-bengaluru-hospital-treatment-country-prayers-for-captain-952067.html,"हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु में चल रहा इलाज, पूरा देश कर रहा प्रार्थना","ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में जान गंवाने वाले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों के पार्थिव शरीर को शाम तक दिल्ली लाया जाएगा. इस हादसे में एक मात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज वेलिंगटन के अस्पताल में चल रहा था. आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बताया था कि वरुण सिंह वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली (Life Support System) पर थे. लेकिन अब वरुण सिंह को वेलिंगटन अस्पताल से बेंगलुरु स्थित कमांड हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया है.उनकी जान बचाने के लिए सभी जरूरी कोशिश की जा रही है. पूरा देश और उनका परिवार उनके लिए पूजा-अर्चना और दुआ कर रहा है. बता दें ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने इससे पहले पिछले साल तेजस विमान की परीक्षण उड़ान के दौरान आई बड़ी तकनीकी खामी के बाद विमान को आपातकालीन स्थिति में सुरक्षित उतार लिया था और वह बाल-बाल बचे थे. उनकी बहादुरी के लिए उन्हें इसी साल शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है.सिंह को इस साल की शुरुआत में वीरता के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. अगले 48 घंटे बेहद अहम अगले 48 घंटे कैप्टन वरुण सिंह के लिए बेहद अहम हैं. पुणे और बेंगलुरु से डॉक्टरों की एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है, जो इनका इलाज कर रहे हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह प्रतिष्ठित डीएसएससी में निदेशक हैं और उन्होंने सुलुर हवाई अड्डे पर जनरल रावत की अगवानी की थी जहां से वे हेलिकॉप्टर से वेलिंगटन रवाना हुए.राजनाथ सिंह ने संसद में बताया, ‘‘ जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलुर से एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर से पूर्वाह्न 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी. हेलिकॉप्टर को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंगटन में उतरना था. सुलूर वायु यातायात नियंत्रक का 12 बजकर 8 मिनट पर हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया. बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी. मौके पर जाकर उन्होंने हेलिकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहुंचा.’’ उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत बुधवार को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों से संवाद करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर थे. यूपी के देवरिया के रहने वाले हैं वरुण सिंह ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले हैं. इस समय वरुण सिंह इंडियन एयर फोर्स में ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात हैं और तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC) के डायरेक्टिंग स्टाफ हैं. वरुण सिंह के पिता कर्नल केपी सिंह भी सेना से रिटायर्ड हैं. हालांकि, वर्तमान में उनका परिवार मध्य प्रदेश के भोपाल में रहता है. ये भी पढ़ें-आज होगा जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार, आम जनता भी दे सकेगी देश के पहले CDS को अंतिम श्रद्धांजलि",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-news-corona-vaccine-covid-19-expert-panel-to-meet-over-booster-shot-today-952026.html,"कोरोना की बूस्टर खुराक पर आज बैठक करेगी विशेषज्ञ समिति, लिए जा सकते अहम फैसले","बूस्टर खुराक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के तहत विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) शुक्रवार को कोविड -19 बूस्टर खुराक (Covid-19 Booster Shot) के संबंध में पहली बैठक करेगी. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी गुरुवार को दी. हाल ही में, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) ने कोविशील्ड (Covishield) की बूस्टर खुराक की मंजूरी के संबंध में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के पास एक आवेदन दायर किया है. शुक्रवार को होनी वाली बैठक को लेकर अहम निर्णय लेने की उम्‍मीद है. सीरम इंस्टीट्यूट का कहना है कि देश में अभी कोविड वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है और नए कोरोना वायरस वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron variant) के उभरने के कारण बूस्टर शॉट की मांग है.यही कारण है लोगों को तेजी से कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है. दोपहर 12 बजे शुरू होगी बैठक सीरम इंस्टीट्यूट भारत की पहली वैक्सीन निर्माण कंपनी है, जिसने बूस्टर डोज के रूप में कोविशील्ड के अनुमोदन के लिए आवेदन किया है. इस संबंध में एसईसी की बैठक शुक्रवार दोपहर 12 बजे शुरू होगी. कई विशेषज्ञों ने भारत में विशेष रूप से नए अत्यधिक संक्रामक कोविड -19 प्रकार ओमिक्राॅन के आने के बाद बूस्टर खुराक की सिफारिश की है. लेकिन सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. सीरम संस्थान ने कोविशील्ड के लिए अनुमति मांगी थी हाल ही में भारतीय सीरम संस्थान (एसआईआई) ने देश के औषधि नियामक से कोरोना संक्रमण के खिलाफ कोविशील्ड को बूस्टर डोज के तौर पर देने के लिए अनुमति मांगी थी. संस्थान के सरकारी एवं नियामकीय मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई को इस संबंध में आवेदन भेज कर इसके लिए अनुमति मांगी थी. इस आवेदन में सिंह ने कहा है कि यूनाइटेड किंगडम के औषधि नियामक ने इस टीके की बूस्टर डोज के लिए पहले ही अनुमति दे दी है. उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि देश में कोविशील्ड टीकों की कोई कमी नहीं है और महामारी के नए स्ट्रेन (ओमिक्रॉन) के सामने आने के बाद इसकी दोनों खुराकें ले चुके लोग इसकी बूस्टर खुराक के लिए मांग कर रहे हैं. 131 करोड़ लोगों को लग चुकी है भारत में वैक्सीन भारतीय सीरम संस्थान ने इस साल जनवरी से कोविशील्ड वैक्सीन की शिपिंग शुरू कर दी है और नवंबर के अंतिम सप्ताह में एक बिलियन डोज लैंडमार्क को पार कर लिया है. कुल देश में अब तक 114.78 करोड़ कोविशील्ड टीके लग चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में टीकाकरण की संख्या गुरुवार को 131 करोड़ मील का पत्थर पार कर गई है. गुरूवार शाम सात बजे तक 67 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं. ये भी पढ़ें-AFSPA के खिलाफ विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित करेगी नगालैंड सरकार, गोलीबारी की घटना के बाद से वापस लेने की उठ रही मांग",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/covid-19-vaccination-coverage-crossed-131-crore-mark-today-in-india-more-than-67-lakh-doses-administered-today-951954.html,"Vaccination Dose: भारत में तेजी से जारी टीकाकरण अभियान, वैक्सीन डोज का कुल आंकड़ा 131 करोड़ के पार","कोरोना वैक्सीनेशन कोरोना वायरस (Corona virus) के नए और खतरनाक वेरिएंट माने जा रहे ओमीक्रॉन वेरिएंट के भारत में एंट्री के इतर देश में टीकाकरण का अभियान निरंतर जारी है और कोविड-19 वैक्सीन की डोज का कुल आंकड़ा 131 करोड़ को पार कर गया है. टीकाकरण अभियान के तहत आज गुरुवार को 67 लाख से ज्यादा डोज दिए गए. भारत सरकार की ओर से आज गुरुवार देर रात जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में गुरुवार शाम 7 बजे कोविड-19 वैक्सीन की डोज (Vaccination Drive) का कुल आंकड़ा 131 करोड़ के पार कर गया है. पूरे देश में गुरुवार तक कुल 131,09,90,768 डोज दिए गए. जब तक अकेले गुरुवार को 67 लाख से ज्यादा यानी 67,11,113 डोज दिए गए. 16 जनवरी से शुरू हुआ था टीकाकरण अभियान इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया था कि देश में कोविड-19 वैक्सीन की डोज का कुल आंकड़ा 130 करोड़ की संख्या को पार कर गया. कल बुधवार शाम 7 बजे तक 72 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दिए गए थे. भारत में टीकाकरण अभियान इस साल की शुरुआत में 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई थी. इसके बाद अगले महीने फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण अभियान 2 फरवरी से शुरू किया गया था. शुरुआती दौर में हेल्थवर्कर्स के टीकाकरण के बाद कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च से 60 साल से अधिक आयु के लोगों तथा 45 साल और उससे अधिक आयु के बीमार लोगों के लिए शुरू किया गया. फिर 1 अप्रैल से देश में 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया गया. इसके बाद केंद्र सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी व्यस्क लोगों को टीकाकरण की अनुमति दे दी. बूस्टर डोज की 9 महीने तक जरुरत नहींः मंत्रालय दुनियाभर में ओमीक्रॉन वेरिएंट के उभार को देखते हुए हर ओर बूस्टर डोज की मांग बढ़ी है और भारत में भी बूस्टर डोज की अनुमति दिए जाने की मांग की जा रही है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया कि दोनों डोज लेने वालों के लिए 9 महीने तक किसी अन्य डोज लेने की जरुरत नहीं होगी. सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से संबंधित संसदीय समिति की बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि वैक्सीन के दो डोज ले चुके लोगों को अगले 9 महीने तक तीसरे डोज लेने की कोई जरूरत नहीं है. ये बूस्टर डोज नहीं बल्कि तीसरा डोज कहलाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक तीसरे डोज को लेकर कोई पॉलिसी नहीं बनी है. साथ ही बच्चों को वैक्सीन दिए जाने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया जा सका बल्कि उस पर अभी भी रिसर्च जारी है. फिलहाल देश में 5 राज्यों में ओमीक्रॉन वेरिएंट के 23 केस सामने आ चुके हैं. ओमीक्रॉन के सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में आए हैं और यहां पर अब तक 10 केस दर्ज हो चुके हैं. ये भी पढ़ें कोरोना वैक्सीन की दो डोज लेने के बाद 9 महीने तक तीसरे की जरूरत नहीं, ये बूस्टर नहीं तीसरा डोज कहलाएगा",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/tamilnadu-helicopter-crash-cds-general-bipin-rawat-last-rites-tomorrow-dna-test-of-those-whose-body-unidentified-951951.html,"CDS रावत का आज दोपहर 11 बजे से आम लोग कर सकेंगे अंतिम दर्शन, पहचान के लिए 10 सैन्यकर्मियों का होगा DNA टेस्ट","हेलीकॉप्टर हादसा में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन. तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य जवानों के निधन से पूरा देश शोक में डूबा हुआ है. हर कोई नम आखों से वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दे रहा है. इस हादसे का शिकार बने 13 लोगों में से 3 की पहचान कर ली गई है जबकि अन्यों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. बताया जा रहा है कि जिन पार्थिव शरीरों की पहचान कर ली गई है, उन्हें उनके परिजनों के पास भेज दिया जाएगा, बाकियों की पहचान होने तक उन्हें अस्पताल के मुर्दाघर में रखा जाएगा और पहचान की औपचारिकताएं पूरी होने पर सम्मान के साथ पार्थिव शरीरों को उनके परिजनों को सौंपा जाएगा. पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजित डोभाल ने दी श्रद्धांजलि बुधवार को हुए हादसे के बाद आज यानी गुरुवार को सभी शवों को दिल्ली के पालम एयरबेस लाया गया जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजित डोभाल समेत तीनों सेना प्रमुखों और शहीद जवानों के परिजनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अब शुक्रवार को आम नागरिक सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन कर सकेंगे. कल होगा अंतिम संस्कार मिली जानकारी के मुताबिक आम नागरिक कल सीडीएस कारज मार्ग स्थित आवास पर दोपहर 11 -12:30 बजे सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दे सकते हैं. वहीं सैन्यकर्मी 12.30-13.30 बजे के बीच श्रद्धांजलि दे सकते हैं. इसके बाद, शव को दिल्ली कैंट बराड़ स्क्वायर में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा. वहीं सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर का अंतिम संस्कार कल दिल्ली कैंट में किया जाएगा. अगले 15 दिनों में नए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का हो सकता है ऐलान अगले 15 दिनों में नए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का ऐलान हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट कमिटी की बैठक में अगले सीडीएस को लेकर चर्चा हुई. जनरल बिपिन रावत भारत के पहले सीडीएस थे, जिनका बुधवार को तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया. जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 10 जवानों की मृत्यु हो गई थी. दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं. यह भी पढ़ें: CDS Bipin Rawat Death News Live Updates: CDS रावत समेत 4 पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपे जाएंगे, अन्य की पहचान के लिए होगा DNA टेस्‍ट PHOTOS: PM मोदी, राजनाथ सिंह और अजित डोभाल ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि, तस्वीरों को देख गमगीन हुआ देश",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/helicopter-accident-air-marshal-inspects-accident-site-tamil-nadu-police-registers-fir-951901.html,"हेलिकॉप्टर हादसा: एयर मार्शल ने किया दुर्घटना स्थल का निरीक्षण, तमिलनाडु पुलिस ने दर्ज की FIR","हेलिकॉप्टर क्रैश एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने गुरुवार को तमिलनाडु के कन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू की. बुधवार को हुई इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मौत हो गई थी. दूसरी ओर तमिलनाडु पुलिस ने मामला दर्ज किया और राज्य के डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने मामले को लेकर कुन्नूर में एक समीक्षा बैठक की. एयर मार्शल सिंह ने अधिकारियों के साथ यहां नजदीक में दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू की. इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नीलगिरि जिला पुलिस ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 174 के तहत प्राथमिकी दर्ज की और एडीएसपी मुथुमनिकम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया. पुलिस जांच के दौरान दुर्घटनास्थल के पास ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रही है. पुलिस महानिदेशक सी सिलेंद्र बाबू ने दुर्घटना और इससे जुड़ी जांच को लेकर यहां एक बैठक की अध्यक्षता की. पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वरिष्ठ पुलिस और फोरेंसिक अधिकारियों ने उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया और अब तक 26 गवाहों से पूछताछ की जा चुकी है. बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी. दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार 14 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित मिला था. इस बीच, दुर्घटना में जान गंवाने वालों के शव कोयंबटूर ले जाते समय दो मामूली दुर्घटनाएं होने की जानकारी मिली है. कोयंटूबर से इन शवों को नयी दिल्ली ले जाया जाएगा. कोयंबटूर के बाहरी इलाके करमादाई में हुई एक दुर्घटना में एक शव ले जा रही एंबुलेंस ने सामने से आ रही एक और एंबुलेंस को टक्कर मार दी. अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना की वजह से वाहन आगे नहीं जा सका और पार्थिव शरीर को दूसरी एंबुलेंस में शहर के सुलूर वायुसेना अड्डे ले जाया गया. इससे पहले, शवों को ले जा रही एंबुलेंस के पीछे चल रही पुलिस की एक गाड़ी बरलियार के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. उन्होंने बताया कि कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं. (भाषा से इनपुट) यह भी पढ़ें: CDS Bipin Rawat Death News Live Updates: CDS रावत समेत 4 पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपे जाएंगे, अन्य की पहचान के लिए होगा DNA टेस्‍ट PHOTOS: PM मोदी, राजनाथ सिंह और अजित डोभाल ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि, तस्वीरों को देख गमगीन हुआ देश",-1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/subject-expert-committee-may-meet-on-friday-discussion-will-be-held-regarding-booster-dose-of-covishield-951958.html,"विषय विशेषज्ञ समिति की शुक्रवार को हो सकती है बैठक, कोविशील्ड की बूस्टर डोज को लेकर होगी चर्चा","सीरम इंस्टीट्यूट का कहना है कि देश में अभी कोविड वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है और नए कोरोनोवायरस वेरिएंट के उभरने के कारण बूस्टर शॉट की मांग है. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (Central Drugs Standard Control Organization) के तहत विषय विशेषज्ञ समिति (Subject Expert Committee) शुक्रवार को COVID-19 बूस्टर खुराक (booster dose) के संबंध में पहली बैठक करेगी. गुरुवार को सूत्रों ने ये बताया है. हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कोविशील्ड की बूस्टर खुराक की मंजूरी के संबंध में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India) के पास एक आवेदन दायर किया है. सीरम इंस्टीट्यूट का कहना है कि देश में अभी कोविड वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है और नए कोरोनोवायरस वेरिएंट के उभरने के कारण बूस्टर शॉट की मांग है. सीरम इंस्टीट्यूट भारत की पहली वैक्सीन निर्माण कंपनी है, जिसने बूस्टर डोज के रूप में कोविशील्ड के अनुमोदन के लिए आवेदन किया है. इस संबंध में विषय विशेषज्ञ समिति की बैठक शुक्रवार दोपहर 12 बजे शुरू होगी. बूस्टर खुराक को लेकर केंद्र सरकार ने अभी तक नहीं लिया कोई फैसला कई विशेषज्ञों ने भारत में विशेष रूप से नए कोविड वेरिएंट ओमीक्रॉन की दस्तक के बाद बूस्टर खुराक की सिफारिश की है, लेकिन सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. हालांकि हाल ही में भारत में टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) ने भी भारत में COVID-19 टीकों की अतिरिक्त खुराक के संबंध में एक वर्चुअल बैठक की थी, लेकिन इस मुद्दे पर कोई सहमति नहीं बन पाई. इस साल जनवरी से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड वैक्सीन की शिपिंग शुरू थी, जो नवंबर के अंतिम हफ्ते में एक बिलियन डोज़ लैंडमार्क को पार कर लिया है. देश में अब तक कुल 114.78 करोड़ कोविशील्ड टीके लग चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत का टीकाकरण कवरेज गुरुवार को 131 करोड़ मील का पत्थर पार कर गया. आज शाम 7 बजे तक 67 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं. कोरोना वायरस वैक्सीन की दो डोज लगने के बाद जो तीसरी डोज लगती है, उसे ही बूस्टर डोज कहा जाता है. हाल ही में केंद्र सरकार ने संसद में जानकारी दी है कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह और कोविड वैक्सीन प्रबंधन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह बूस्टर डोज की जरूरत का पता करने के लिए उसके वैज्ञानिक साक्ष्य पर विचार कर रहे हैं. कोरोनावायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट के सामने आने के बाद राजस्थान, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और केरल जैसे राज्यों ने भी केंद्र सरकार से कहा है कि बूस्टर डोज को अनुमति दी जानी चाहिए. ये भी पढ़ें- सीरम ने स्वास्थ्य मंत्रालय से लगाई गुहार, कोवोवैक्स को नहीं मिली निर्यात की मंजूरी, तो एक करोड़ डोज होंगी बर्बाद ये भी पढ़ें- ‘ओमीक्रॉन’ के खतरे के चलते जल्द मिल सकती है कोरोना की बूस्टर डोज, सीरम इंस्टीट्यूट ने DCGI से मांगी मंजूरी",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-s-jaishankar-said-in-lok-sabha-us-sanctions-on-iran-have-no-effect-on-chabahar-project-22282388.html,"लोकसभा में एस जयशंकर बोले, ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का चाबहार परियोजना पर असर नहीं","नई दिल्ली, प्रेट्र। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का वहां भारत की चाबहार बंदरगाह परियोजना पर कोई असर नहीं पड़ा है। प्रश्नकाल के दौरान बसपा सांसद रीतेश पांडेय ने सरकार से सवाल किया था कि क्या ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का भारत की चाबहार परियोजना पर कोई असर पड़ा था। उन्होंने दावा किया कि ईरान सरकार सार्वजनिक रूप से कह रही है कि अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से हमारी चाबहार परियोजना में काफी विलंब हुआ है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें बसपा सांसद ने दावा किया कि उन्हें इस बात की जानकारी है कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का फायदा उठाकर चीन परियोजना पर काम करने की कोशिश कर रहा है जैसा कि उसने रेल लिंक के साथ किया था। इस समझौते पर 2016 में किए गए थे हस्ताक्षर उन्होंने सरकार से सवाल किया कि क्या वह इसके समाधान पर काम कर रही है। जवाब में जयशंकर ने कहा, 'मैं सदस्य को सूचित करना चाहता हूं कि उनका कथन पूरी तरह गलत है। इस समझौते पर 2016 में हस्ताक्षर किए गए थे। हमने 2018 में टर्मिनल पर कब्जा हासिल किया था। हम पहले ही छह क्रेन की आपूर्ति कर चुके हैं। टर्मिनल पूरी तरह काम कर रहा है।' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चाबहार बंदरगाह के संचालन संबंधी सभी समझौते ईरान के साथ ही किए गए हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें अफगानिस्तान की स्थिति का व्यापक असर मध्य एशिया पर हुआ : जयशंकर वहीं, पिछले दिनों भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि अफगानिस्तान की स्थिति का व्यापक असर मध्य एशिया पर हुआ है। विदेश मंत्री ने रूस के साथ टू प्लस टू की बैठक के दौरान यह बात कही थी। उन्होंने कहा था कि आसियान केंद्रीयता में भारत और रूस दोनों के समान हित हैं। यह भी पढ़ें : पाकिस्तान में मारे गए श्रीलंकाई नागरिक प्रियंता कुमार परिवार के लिए मुआवजे की मांग Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-a-private-bill-has-been-introduced-in-the-parliament-to-amend-the-preamble-of-the-constitution-jagran-special-22281333.html,संविधान की उद्देशिका में संशोधन के लिए संसद में पेश किया गया है एक निजी विधेयक,"सीबीपी श्रीवास्तव। भारत के संविधान की उद्देशिका में हाल ही में प्रस्तावित संशोधन इस रूप में चर्चा के विषय हैं कि क्या ऐसे संशोधन संविधान के बुनियादी ढांचे से संगत होंगे। बुनियादी ढांचे के सिद्धांत की व्याख्या उच्चतम न्यायालय द्वारा केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य, 1973 मामले में की गई थी, जिसके अनुसार संसद मौलिक स्वतंत्रताओं से संबंधित प्रविधानों को संशोधित, परिवर्तित, रूपांतरित या विरूपित नहीं कर सकती। प्रस्तावित संशोधनों की संवैधानिक वैधता का आकलन इसी पृष्ठभूमि में किया जाना समीचीन होगा। राज्यसभा के उप-सभापति ने इस विषय पर निजी सदस्य द्वारा लाए जाने वाले विधेयक की प्रस्तुति पर अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें संसद का कोई सदस्य जो सरकार में शामिल नहीं होता उसे निजी सदस्य की संज्ञा दी जाती है। निजी सदस्य द्वारा लाए जाने वाले विधेयक का मसौदा स्वयं सांसद या उसके सहायक द्वारा तैयार किया जाता है। ऐसे किसी विधेयक की प्रस्तुति के लिए सदन सचिवालय को एक माह की सूचना देना अनिवार्य है, ताकि संविधान और विधि के प्रविधानों के संदर्भ में उसका आकलन किया जा सके। जहां कोई सरकारी विधेयक किसी भी दिन प्रस्तुत कर उस पर चर्चा की जा सकती है, वहीं निजी सदस्य का विधेयक केवल शुक्रवार को ही प्रस्तुत किया जा सकता है। प्रस्तावित विधेयक में प्रतिष्ठा और अवसर की समानता के स्थान पर प्रतिष्ठा और भरण-पोषण, शिक्षित होने, रोजगार पाने और गरिमा के साथ व्यवहार करने के अवसर की समानता शामिल करने का प्रस्ताव है। इसी प्रकार समाजवादी शब्द को समतामूलक शब्द से प्रतिस्थापित करने का भी प्रस्ताव किया गया है। उद्देश्यों के रूप में सूचना प्रौद्योगिकी तक पहुंच और खुशहाली को शामिल किए जाने की बात कही गई है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें संविधान की उद्देशिका : उद्देशिका किसी पुस्तक की प्रस्तावना नहीं है। इसके विपरीत इसमें तीन अनिवार्य तत्व होते हैं। पहला, संविधान का दर्शन जो अमूर्त होता है। दूसरा, ऐसे दर्शन के अनुरूप राज्य का दार्शनिक उद्देश्य जिसका स्पष्ट उल्लेख होता है तथा तीसरा, उन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए उल्लिखित मार्गदर्शक सिद्धांत। ये अनिवार्य तत्व सभी संविधानों की उद्देशिका में होते हैं। जहां तक भारत की बात है। संविधान में शामिल अमूर्त दर्शन कल्याणवाद है, जबकि राज्य के दार्शनिक लक्ष्य के रूप में लोकतांत्रिक समाजवाद प्रतिष्ठित है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुता के मूल्यों को मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में रखा गया है। इन्हीं अनिवार्य तत्वों से राज्य को नीति निर्माण और क्रियान्वयन के लिए दिशानिर्देश मिलता है। इसी कारण यह कहा गया है कि उद्देशिका राज्य को आधिकारिक जवाबदेही देती है। इन दार्शनिक तत्वों को शामिल किए जाने के कारण ही यह स्पष्ट है कि उद्देशिका संवैधानिक शासन की आधारशिला है और यह प्राधिकारियों की अर्थपूर्ण शक्ति का स्नेत नहीं है। मूल संविधान की उद्देशिका में राज्य के स्वरूप के लिए तीन शब्दों का उल्लेख था, संपूर्ण प्रभुत्वसंपन्न, लोकतंत्रत्मक, गणराज्य। संविधान के 42वें संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा समाजवादी और पंथनिरपेक्ष शब्द जोड़े गए। हालांकि इस तथ्य से इन्कार नहीं किया जा सकता कि 42वां संशोधन राजनीति से प्रेरित था और उसे संवैधानिक आवरण दिया गया था, लेकिन इन शब्दों को शामिल करने से बुनियादी ढांचे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था। कारण यह कि भारत का संविधान पहले से ही समाजवादी और पंथनिरपेक्ष संविधान था। भारत में समाजवाद हालांकि सोवियत समाजवाद से प्रेरित है, लेकिन इसके बावजूद दोनों में स्पष्ट अंतर है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें भारत के समाजवाद की प्रकृति लोकतांत्रिक है। अत: भारत एक उदारवादी-समाजवादी राष्ट्र है। जहां संविधान के भाग-तीन में मूल अधिकारों के जरिये राजनीतिक-उदारवादी लोकतंत्र को संस्थागत रूप दिया गया है, वहीं भाग-चार में नीति निदेशक तत्वों के जरिये सामाजिक-आर्थिक लोकतंत्र की स्थापना की गई है। ध्यातव्य हो कि अनुच्छेद 39(बी) और (सी) में समाजवादी सिद्धांत पहले से ही शामिल हैं। इनमें क्रमश: भौतिक संसाधनों पर समुदाय के स्वामित्व और उत्पादन के साधनों के संकेंद्रण पर रोक लगाने के लिए राज्य के उत्तरदायित्व का उल्लेख है। सबसे महत्वपूर्ण है कि इन्हीं आधारों पर भारत में वितरण न्याय के सिद्धांत का प्रचलन है, जिसकी व्याख्या अनुच्छेद-38, 39 और 46 को साथ पढ़कर की गई है। इसके अनुसार भारत में राज्य संसाधनों के समतामूलक वितरण (आवश्यकतानुसार) के लिए उत्तरदायी है। इस पृष्ठभूमि में समाजवादी शब्द को समतामूलक शब्द से प्रतिस्थापित करने वाला प्रस्ताव किसी भी प्रकार तर्कसंगत प्रतीत नहीं होता। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें प्रतिष्ठा और अवसर की समानता : उद्देशिका में प्रतिष्ठा और अवसर की समानता के स्थान पर प्रतिष्ठा और भरण-पोषण, शिक्षित होने, रोजगार पाने और गरिमा के साथ व्यवहार करने के अवसर की समानता शामिल करने का भी प्रस्ताव है। यहां यह उल्लेख करना उपयुक्त है कि ये सभी संकल्पनाएं मानवाधिकारों से सामथ्र्य प्राप्त करती हैं। मानवाधिकार प्रकृति से प्राप्त अधिकार हैं, जिनकी प्रकृति निरपेक्ष होती है। ऐसी स्थिति में कई अधिकारों का संविधान में स्पष्ट उल्लेख नहीं किया जा सकता, जिनका प्रत्यक्ष दावा नहीं किया जा सकता, लेकिन उनके महत्व को देखते हुए उन्हें जीवन के अधिकार के अर्थ में शामिल किया जाता है। उच्चतम न्यायालय ने मेनका गांधी बनाम भारत संघ, 1978 मामले में अनुच्छेद-21 प्राण शब्द के अर्थ में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, स्वच्छ पर्यावरण तथा गरिमा को शामिल किया है। कालांतर में न्यायालय ने अनुच्छेद-21 में जीवन के अधिकार के अर्थ का विस्तार करते हुए नई परिस्थितियों में उभरने वाले कई अधिकारों को शामिल किया है। जैसे- निजता का अधिकार, सोने का अधिकार, धारणीय विकास का अधिकार आदि। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें शिक्षा के अधिकार के विषय में यह स्पष्ट है कि इसे संविधान के 86वें संशोधन अधिनियम, 2002 से एक मूल अधिकार बना दिया गया है। इसका मुख्य कारण यह है की उत्तर-उदारीकृत अर्थव्यवस्था में मानव विकास अपरिहार्य है। जहां तक रोजगार का प्रश्न है, भारत के एक समाजवादी राज्य होने के बाद काम के अधिकार का उल्लेख व्यक्ति के मूल अधिकार के रूप में नहीं किया जा सकता। इसी कारण राज्य के कर्तव्य अथवा उसकी एक सक्रिय अनिवार्यता के रूप में इसे अनुच्छेद-41 में रखा गया है। दूसरी ओर भारत के लोकतांत्रिक होने के कारण उच्चतम न्यायालय ने इसे प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आजीविका के अधिकार को मूल अधिकार की संज्ञा दी है और इसे अनुच्छेद-21 के विस्तार में शामिल किया है। ऐसे निर्णय से न्यायालय ने काम के अधिकार और रोजगार प्रदान करने के प्रति राज्य के उत्तरदायित्व में वृद्धि कर दी है। इसी प्रकार भोजन के अधिकार को भी न्यायालय ने जीवन के अधिकार के अर्थ में शामिल किया है, जिसके आधार पर इसे भोजन का अधिकार अधिनियम, 2013 में एक मूल अधिकार कहा गया है। ध्यातव्य हो कि प्रतिष्ठा और अवसर की समानता गैर-विभेदीकरण के सिद्धांत पर आधारित है, जिसका अर्थ यह है कि संविधान किसी भी व्यक्ति के विरुद्ध पूर्वाग्रह के साथ व्यवहार का प्रतिषेध करता है। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें सूचना प्रौद्योगिकी तक पहुंच और खुशहाली को उद्देश्यों के रूप में शामिल किए जाने का प्रस्ताव भी तार्किक प्रतीत नहीं होता। कारण यह कि उद्देशिका अर्थपूर्ण शक्तियों का स्नेत नहीं है और इसमें दार्शनिक दिशा निर्देश दिए गए हैं। ऐसी स्थिति में नीतिगत पक्षों को शामिल करना उसके मूल तत्व पर आघात होगा। ऐसे कार्यो के लिए संबद्ध प्राधिकारी को जवाबदेह बनाया जा सकता है, जिसका उल्लेख किसी संवैधानिक प्रविधान में होना चाहिए न कि उद्देशिका में। इसी कारण से संविधान निर्माताओं ने ऐसा कोई भी प्रविधान शामिल नहीं किया है। यह निराशाजनक है कि पिछले दो दशकों में जब हम लोक-लुभावनी राजनीति के दौर में हैं तब संवैधानिक प्रविधानों के राजनीतिकरण के प्रयास भी कई अवसरों पर किए गए हैं। यह हमारी शासन प्रणाली के लिए हानिकारक सिद्ध होगा, जो विधि के शासन के सिद्धांत पर आधारित है। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें भारत का संविधान एक प्रबुद्ध संविधान है, क्योंकि इसमें वे सभी दार्शनिक विचार शामिल हैं जिन्हें प्रबोधन काल के विचारकों ने अभिव्यक्त कर विश्व को दिशा दी थी और आधुनिकता को आगे बढ़ाने में योगदान दिया था। ऐसे सभी विचारों का गहरा प्रभाव संविधान पर है, जिसकी अभिव्यक्ति उद्देशिका से होती है। यही कारण है कि जब केशवानंद भारती मामले में उच्चतम न्यायालय ने उद्देशिका को संविधान के अनिवार्य भाग के रूप में स्वीकार किया तब से इसके विधिक मूल्यों का महत्व बढ़ गया और उसके बाद से संविधान के अस्पष्ट प्रविधानों की व्याख्या में न्यायालय उद्देशिका का प्रयोग करता है। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरसी लाहोटी ने उद्देशिका के तीन अति विशिष्ट अवयवों का उल्लेख किया है। घोषणात्मक अवयव के तहत उद्देशिका में भारत को संपूर्ण प्रभुत्वसंपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रत्मक गणराज्य घोषित किया गया है, जो भारत को कल्याणकारी राज्य के रूप में स्थापित करता है। प्रतिज्ञात्मक अवयव के तहत प्रत्येक नागरिक के लिए न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुता सुनिश्चित की गई है। अंत में संकल्पवादी अवयव में संविधान को अंगीकृत और आत्मार्पित करने के साथ-साथ उसे स्वयं को सौंपे जाने का उल्लेख है। इससे सिद्ध होता है कि भारत की जनता हालांकि सभी शक्तियों का स्नेत है, पर इसके बावजूद संविधान की सर्वोच्चता बनी रहेगी। इस पृष्ठभूमि में यह कहना उपयुक्त होगा कि बदलती परिस्थितियों में संवैधानिक प्रविधानों को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए उनमें परिवर्तन और संशोधन करना अनिवार्य होता है, पर केवल राजनीतिकरण के उद्देश्य से किया गया कोई भी परिवर्तन उसके दार्शनिक आयामों और संवैधानिक लक्ष्यों के लिए हानिकारक सिद्ध होगा। इसके बदले विधि निर्माताओं के रूप में सांसदों तथा विधि निर्माण की सर्वोच्च संस्था के रूप में संसद को ऐसे किसी भी विचार या प्रस्ताव को प्रस्तुत करने के पूर्व सतर्कता बरतनी चाहिए और यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि उस पर अल्प या दीर्घकालिक हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ें तथा किसी भी स्थिति में संविधान की मर्यादा पर कोई आघात नहीं हो। [अध्यक्ष, सेंटर फार अप्लायड रिसर्च इन गवर्नेस, दिल्ली] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-defense-minister-rajnath-singh-statement-on-cds-general-bipin-rawat-helicopter-crash-in-parliament-22278424.html,अलविदा जनरल बिपिन रावत! सभी जवानों का होगा पूरे सैनिक सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार- राजनाथ सिंह,"नई दिल्‍ली (जेएनएन)। रक्षा मंत्री गुरुवार को संसद में कुन्‍नूर में बुधवार को हुए हेलीकाप्‍टर हादसे की जानकारी दे रहे हैं। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में सीडीएस की पत्‍नी भी शामिल हैं। इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच सके हैं, उनका भी इलाज चल रहा है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। संसद को इस हादसे की जानकारी देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीडीसी जनरल बिपिन रावत बुधवार को कुन्‍नूर के आर्मी सर्विस कालेज में संबोधन के लिए जा रहे थे। 11:48 पर इस हेलीकाप्‍टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। 12:15 बजे इस हेलीकाप्‍टर को लैंड करना था। उड़ान के कुछ देर बाद करीब दोपहर 12:08 बजे ही उनके हेलीकाप्‍टर का संपर्क एटीसी से टूट गया। बाद में स्‍थानीय लोगों ने जंगल में आग लगी थी। वहां पर पहुंचने पर उन्‍हें हेलीकाप्‍टर का पता ला। हादसे के तुरंत बाद स्‍थानीय लोगों ने वहां पर राहत कार्य चलाया गया। वहां पर रेस्‍क्‍यू आपरेशन चलाया गया। वहां से जितने भी लोगों को निकाला गया उन्‍हें तुरंत अस्‍पताल पहुंचाया गया। इस हादसे में बचे ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। उनको बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। राजनाथ ने कहा कि देश उनको कभी नहीं भूलेगा। उन्‍होंने बताया कि हादसे के तुरंत बाद वरिष्‍ठ अधिकारियों को हादसे की जगह पर भेज दिया गया था। इस मामले में वायु सेना के एयर मार्शल रैंक के अधिकारी के नेतृत्‍व में जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Statement in Rajya Sabha. pic.twitter.com/KjtaQcDzNO — Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 9, 2021 राजनाथ ने बताया कि हादसे में मारे गए सभी लोगों का पार्थिव शरीर आज विशेष विमान से दिल्‍ली लाया जाएगा और कल सभी का अंतिम संस्‍कार पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ किया जाएगा। ये बयान देते समय रक्षा मंत्री का गला भर आया था। इस बयान के बाद लोकसभा में दो मिनट का मौन भी रखा गया। बता दें कि कल इस खबर को सुनकर पूरा देश स्‍तब्‍ध रह गया था। देश और विदेश से भी सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन पर शोक व्‍यक्‍त किया गया है। शोक व्‍यक्‍त करने वालों में पाकिस्‍तान आर्मी के जनरल कमर बाजवा भी शामिल हैं। Koo App WATCH | The full statement by Defence Minister Rajnath Singh in Lok Sabha on the military helicopter crash in Tamil Nadu. View attached media content - Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 9 Dec 2021 Koo App RM Rajnath Singh makes a statement in Lok Sabha on the military helicopter crash in Tamil Nadu View attached media content - Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 9 Dec 2021 बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 13 लोगों का निधन बुधवार को कुन्‍नूर में हेलीकाप्‍टर क्रैश में हो गया था। उनके साथ उनकी पत्‍नी और 11 अन्‍य लोगों की भी मौत इस हादसे में हो गई है। करीब 12:20 बजे जब ये हादसा हुआ, उसके बाद से ही हर कोई जानना चाह रहा था‍ कि सीडीएस बिपिन रावत कैसे हैं। लोग अपने टीवी सेट पर लगातार इसकी जानकारी ले रहे थे। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें सभी को उम्‍मीद थी कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जब सदन को इस बारे में जानकारी देंगे तो कुछ खुलासा हो सकेगा। लेकिन उनके पहले साउथ ब्‍लाक जाने और फिर वहां से सीधे सीडीएस जनरल बिपिन रावत के घर जाने के बाद लोगों को किसी अनहोनी की आशंका सताने लगी थी। यही हुआ भी। शाम को इंडियन एयर फोर्स ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी कि हेलीकाप्‍टर हादसे में मारे गए 13 लोगों में सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी शामिल थे। इस खबर से देशवासियों की आंखें नम हो गईं। आज रक्षा मंत्री इस हादसे पर सदन में बयान देंगे। Edited By: Kamal Verma",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-suspended-rajya-sabha-mps-adjourn-protest-for-a-day-in-honor-of-cds-rawat-and-other-army-personnel-22278632.html,निलंबित राज्यसभा सांसदों ने सीडीएस रावत और अन्य सैन्यकर्मियों के सम्मान में धरना एक दिन के लिए किया स्थगित,"नई दिल्ली, एएनआई: सीडीएस जनरल बिपिन रावत की शहादत को सम्मान देते हुए विपक्ष के निलंबित राज्यसभा सांसदों ने अपना धरना एक दिन के लिए स्थगित कर दिया है। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार बताया कि हेलीकाप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस बिपिन रावत और अन्य सैनिकों के प्रति सम्मान के तौर पर विपक्षी नेताओं ने निलंबन के खिलाफ अपना धरना एक दिन के लिए स्थगित कर दिया है। वहीं, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि दुर्घटना में जान गंवाने वाले सीडीएस और अन्य लोगों के सम्मान में हमने आज विरोध प्रदर्शन नहीं करने का फैसला किया है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें कल फिर शुरू होगा धरना कांग्रेस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा चुके स्वर्गीय सीडीएस और अन्य जवानों के सम्मान में, हमने अपना धरना आज के लिए स्थगित कर दिया है। यह धरना कल फिर से शुरू होगा। आपको बता दें, संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था, तब से ही राज्यसभा की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है। निलंबित सांसदों के साथ विपक्षी नेता संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर निलंबन का विरोध कर रहे हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें पूरे सत्र के लिए निलंबित निलंबित सदस्यों में कांग्रेस से छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो, और सीपीआई और सीपीएम से एक-एक शामिल हैं। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्षी 12 राज्यसभा सांसदो को अगस्त में मानसून सत्र के दौरान हंगामें के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। निलंबित सांसदों में फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह, डोला सेन, तृणमूल कांग्रेस के शांता छेत्री, प्रियंका चतुर्वेदी, शिवसेना के अनिल देसाई, सीपीएम के एलाराम करीम और, भाकपा के बिनाय विश्वम शामिल हैं। दुर्घटना का शिकार हुए सीडीएस गौरतलब है कि देश के पहले सीडीएस जनरल रावत डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के दौरे पर थे। जब उनका हेलिकॉप्टर तमिलनाडु में कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में सीडीएस और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 13 लोगों की मौत होने की पुष्टी वायुसेना ने की थी। जनरल रावत को 31 दिसंबर, 2019 को भारत के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे पहले जनवरी 2017 से दिसंबर 2019 तक वो सेनाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने दिसंबर 1978 में भारतीय सेना ज्वाइन की थी। Edited By: Amit Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-vivah-panchami-2021-the-medium-of-strengthening-india-nepal-relations-jagran-special-22275580.html,विवाह पंचमी 2021 : सरकार को चाहिए कि वह प्रभु श्रीराम से संबंधित तीर्थस्थलों को विकसित करने का प्रयास करे,"अमिय भूषण। Vivah Panchami 2021 आज अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी है। इसे विवाह पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। आज ही के दिन जनकपुरधाम में सीता राम विवाह संपन्न हुआ था। सीता और राम की कथा अद्भुत है। यह आज भी वृहत्तर भारत से लेकर विश्व के कोने कोने में किसी न किसी रूप में लोकप्रिय है। बात केवल रामायणों की ही करें तो तुर्कमेनिस्तान से इंडोनेशिया तक लगभग तीन सौ रामायण चलन में हैं। रोम से लेकर वियतनाम तक की पुरातात्विक संरचनाओं और भित्ति चित्रों एवं मूर्तियों में इसके चिन्ह मिल जाएंगे। वहीं भारत और नेपाल के अलावा सुदूरवर्ती फिजी और सूरीनाम से लेकर मारीशस तक आज भी विवाह गीतों के बोल में सीता राम, अवध और मिथिला का उल्लेख किया जाता है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें जीवन के सर्वोच्च आदर्श और मूल्य बोध कराने वाले राम और सीता के जीवन मे अनेक दुश्वारियां आईं। इन्होंने वनवास, हरण, बिछुड़न और लांछन क्या कुछ नहीं सहा। इसके बावजूद इनका आत्मिक प्रेम और अनुराग एक दूसरे के लिए कभी कम नहीं हुआ। इसीलिए हर समाज कई युगों से राम सा नायक, सीता सी नायिका और सीताराम सी सुंदर जोड़ी चाहता है। विविध कथाओं में सुंदर दृश्यों का चित्रण : रामायण की कथाओं में विवाह पूर्व भेंट की सुंदर चर्चा आती है। तब राम और सीता ने एक दूसरे को उपवन में देखा था। इस संदर्भ में अनेक दृश्यों का सुंदर चित्रण आप दक्षिण पूर्व एशियाइ देशों के रामायण और उसकी नाट्य प्रस्तुति में भी देख सकते हैं। इस क्षेत्र के हर देश के पास अपना एक रामायण है। कंबोडिया का महाकाव्य रीमकर रामायण है तो लाओस का राष्ट्रीय गौरव रामजातक नामक महाग्रंथ है, जबकि थाइलैंड जैसे देश में तो भारत की तरह दर्जनों रामायण चलन में र्है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें वहीं बदलते समय और सूचना क्रांति के इस दौर में परिवर्तन की प्रक्रिया कहीं अधिक तेज है। हमारी जीवनशैली कुछ इस तरह से होती जा रही है कि अधिकांश लोगों का अधिकतम समय अपने जीवन के प्रबंधन और पारिवारिक जीवन को खुशहाल बनाने के उपक्रमों पर ही केंद्रित हो गया है। ऐसे में वे तनाव से दूर रहने और जीवन के बेहतर प्रबंधन के लिए रामायण की ओर आकृष्ट हो रहे हैं। कोरोनाकाल को यदि छोड़ दें तो बीते वर्षो के दौरान विश्व भर से अयोध्या और जनकंपुर आने वालों की संख्या निरंतर बढ़ती रही है। रामायण सर्किट : ऐसे में राम सीता और रामायण से जुड़े पवित्र स्थलों के विकास की आवश्यकता है। ऐसे तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैले हैं। वहीं बात अगर रामायण सर्किट की हो तो हमें सीता और राम के उद्देश्यपूर्ण यात्रओं का विचार करना होगा। सीताजी की यात्रओं पर विचार करें तो यह बिहार के सीतामढ़ी से शुरू होती है। यहीं पुनौरा धाम में राजा जनक को उनकी प्राप्ति हुई थी। यह सीता की प्राकट्य स्थली और जन्मभूमि है। वहीं नेपाल स्थित जनकपुर में हुए स्वयंवर उपरांत श्रीराम की अर्धागिनी बन अयोध्या नगरी पहुंची थीं। बात अगर रामजी की हो तो पिता के घर से गुरु वशिष्ठ के आश्रम की यात्र उनके जीवन की प्रथम यात्र है। दूसरी यात्र ऋषि विश्वामित्र के साथ अवधपुरी से जनकपुरी और पुन: जनकपुरी से अवधपुरी आगमन की है। अयोध्या से जनकपुर और जनकपुर से अयोध्या जाने के मार्ग अलग अलग थे। अयोध्या से आरंभ हुई इस यात्र को बक्सर में किए गए ताड़का वध से व्यापक पहचान मिली। जबकि जनकपुर में हुए सीता स्वयंवर के उपरांत इसे पूर्णता प्रदान हुई थी। इस यात्र के पड़ाव स्थल पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल तक विस्तृत हैं। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें बात अगर सीताराम वनवास यात्र की हो तो यह अयोध्या से श्रीलंका तक की है। इसके स्मृति चिन्ह आपको उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे प्रांतों में मिल जाएंगे। वहीं धार्मिक मान्यताएं कहती हैं कि लंका से अयोध्या की यात्र वायु मार्ग से की गई थी। लंका विजय के बाद की यात्रओं पर विचार करें तो सीता और रामजी ने भारत वर्ष के सभी महत्वपूर्ण तीर्थो की यात्र की है। अगर आगे की यात्र का विचार करें तो सीता के अरण्य वास और लव कुश जन्म के स्थल महत्वपूर्ण हैं। वहीं लव कुश द्वारा अश्वमेध यज्ञ के अश्व को रोकने का प्रसंग रामायण में वर्णित है। ऐसे में दिग्विजयी आकांक्षाओं वाले श्रीराम को युद्ध भूमि में प्रस्तुत होना पड़ा था। इससे जुड़े स्थल को भी हम रामायण सर्किट से जोड़ सकते हैं। किंतु सीता और राम जिन शील गुण मर्यादाओं के नाते पूजे जाते हैं वो केवल दो यात्रओं में सिमटी है। ऐसी पहली यात्र अवधपुरी से मिथिलापुरी और मिथिलापुरी से अवधपुरी की है। वहीं दूसरी यात्र अवधपुरी से लंकापुरी तक की है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें इन जगहों में सीता और राम से जुड़े क्रीड़ा विहार स्थलों के अलावा युद्ध भूमि, रंग भूमि है और ऋषियों व देवताओं से जुड़े अनेक पवित्र स्थल हैं। सीता और रामजी द्वारा शबरी और निषादराज से भेंट वाले स्थलों के अलावा अहिल्या की श्रप से मुक्ति वाले ऐसे स्थल भी शामिल हैं, जहां वह वर्षो से उनकी प्रतीक्षा कर रही थी। इनके अलावा अनेक यक्ष, गंधर्व, अप्सरा और मनुष्यों की मुक्ति के पड़ाव स्थल भी इस यात्र मार्ग में हैं। आज आवश्यकता इन तमाम पड़ावों को तीर्थस्थलों के रूप में विकसित करने और उन्हें व्यापक रूप से प्रचारित करने की है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें जानकीजी का भव्य मंदिर : अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि के साथ ही जानकी प्राकट्य भूमि पर भी भव्य मंदिर निर्माण के स्वप्नों को साकार करना होगा। वहीं राम जन्मोत्सव के साथ ही जानकी प्राकट्योत्सव को भी व्यापक बनाने की आवश्यकता है। बात आधी आबादी और पूरी राम कहानी की है। वास्तव में राम सीता और रामायण सर्किट की संकल्पनाएं अभी अधूरी है। उत्तर प्रदेश में तो रामायण सर्किट के विकास की योजनाएं मूर्त रूप ले रही है, नित्य नवीन निर्माण और परिवर्तन दिख रहे हैं। परंतु बिहार समेत कई अन्य राज्यों में यह घोर उपेक्षा का शिकार है। जबकि बिहार रामायण सर्किट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अन्य पड़ावों को छोड़ भी दें तो श्रीराम के जीवन की प्रथम यात्र में युद्धभूमि चरित्रवन बक्सर, सीता प्राकट्य भूमि सीतामढ़ी और राम सीता प्रथम भेंट के साक्षी रहे फुलहर उपवन जैसे करीब एक दर्जन महत्वपूर्ण स्थल यहां हैं। इस उदासीनता को लेकर प्रश्न और इसके विकास को लेकर व्यापक चर्चा की आवश्यकता है। रामायण सर्किट का संपूर्ण और समग्र विकास ही आने वाली पीढ़ियों को रामायण की महत्ता और राम सीता आदर्श चरित्र से अवगत करा सकेगा। यह संपूर्ण विश्व को सनातन भारत के जीवंत गौरवशाली अतीत का दर्शन कराएगा। वहीं यह मूल्यबोध कराने का भी एक बेहतरीन उपक्रम होगा। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें भारत-नेपाल संबंधों में मजबूती का माध्यम : आज जनकपुरधाम भले ही नेपाल के प्रशासनिक क्षेत्र में आता है, लेकिन पूर्व में यह भारतीय भूमि में ही रहा है। वैसे भी वहां की संस्कृति, भाषा, खानपान आदि पूर्णतया हमारी तरह ही है। माना जाता है कि वर्ष 1815 में सुगौली की संधि के पश्चात जनकपुरधाम का क्षेत्र नेपाल के अधीन हो गया, जबकि पारंपरिक रूप से वह आज भी मिथिला ही है। यह भी एक महत्वपूर्ण कारण रहा है कि नेपाल के साथ हमारे संबंध बेहद प्रगाढ़ रहे हैं। परंतु बीते कुछ दशकों के दौरान नेपाल में चरमपंथी ताकतों के पनपने और चीन द्वारा उन्हें सहयोग मिलने के कारण वहां भारत विरोधी गतिविधियों के साथ ही भारत के प्रति अनेक प्रकार के दुष्प्रचार को अंजाम दिया जा रहा है। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें ऐसे में नेपाल भारत संबंधों को मजबूती प्रदान करने का सेतु सीताराम विवाह हो सकता है। राम सीता विवाह की स्मृतियों को संजोए मिथिला भूमि अयोध्या से आने वाली राम बारात की प्रतीक्षा करती है। साधु-संतों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में निकलने वाली यह पारंपरिक यात्र बदलते दौर में नया स्वरूप ले चुकी है। विश्व हिंदू परिषद के प्रयासों से अब यह कहीं अधिक व्यवस्थित और लोकप्रिय हो चली है। बदलते दौर के नाते यात्र के साधन बदल से गए हैं। तब भी अनेक प्रकार के वाहनों के साथ बैंड बाजा और हाथी घोड़े इस बारात का हिस्सा होते हैं। यह बारात आज भी पुराने राम परिपथ और सीता राम मार्ग से होकर आती-जाती है। संत अयोध्या से बहुरानी सीता के लिए भेंट लेकर आते हैं। अयोध्या से आते समय गंगा नदी पार करने के बाद बिहार में प्रवेश करते ही बारात के स्वागत का अंदाज बदल जाता है। मिथिला के गांवों मे हर्ष का वातावरण होता है। मार्ग में अवस्थित अधिकांश शहरों और गांवों में स्वागत के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। तरह तरह के पकवानों के साथ लोग यहां बारातियों का स्वागत करते हैं। वास्तव में दुनिया के लिए राम बहुत बड़े आराध्य और आदर्श के रूप में देखे जाते हैं, परंतु जनकपुर समेत संपूर्ण मिथिला में उन्हें विशेष रूप में भी देखा जाता है। दरअसल रामजी अयोध्या के लिए बेटा तो मिथिला और नेपाल के लिए युगों-युगों से दामाद ही समङो जाते रहे हैं। वहीं बात सीताजी की हो तो बिहार और नेपाल में उनकी पहचान बहन-बेटी के रूप में कहीं अधिक है। इसीलिए नेपाल और भारत में आज भी राम जन्मोत्सव, सीता प्राकट्य उत्सव और राम सीता विवाह का उत्सव आनंदमय होता है। इन दिनों जनकपुर नेपाल का दृश्य बहुत ही अद्भुत होता है। सारे गिले शिकवे भूल कर भारत और नेपाल के लोग इस दैवीय विवाह का आनंद लेते हैं। यहां वे पड़ोसी नहीं, अपितु रिश्तेदार हैं। वास्तव में भारत नेपाल संबंधों की बेहतरी के लिए इस भावना के विस्तार की आवश्यकता है। वहीं ऐसे पारंपरिक आयोजन इस दिशा में मील के पत्थर साबित हो सकते हैं। बस ऐसे अवसर और आयोजनों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उल्लेखनीय यह भी है कि रामायण सर्किट का विकास भारत और नेपाल के संबंधों को प्रीतिकर बनाए रखने की क्षमता रखता है। वहीं राम सीता सर्किट को चिन्हित करने और उसे विकसित करने से व्यापक स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं। साथ ही इससे क्षेत्र विशेष की एक सशक्त पहचान बनेगी। वहीं किसी भी अन्य बाहरी शक्ति का नेपाल भारत के संबंधों पर प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव और हस्तक्षेप कम होगा। [अध्येता, भारतीय ज्ञान परंपरा] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-the-government-did-direct-recruitment-of-38-specialist-officers-ten-of-them-joint-secretaries-22271608.html,"सरकार ने की 38 विशेषज्ञ अधिकारियों की सीधी भर्ती, इनमें दस संयुक्त सचिव, बाकी के निदेशक और उप सचिव","नई दिल्ली, आइएएनएस। लेटरल एंट्री प्रोसेस से केंद्र सरकार ने 10 संयुक्त सचिवों समेत 38 अधिकारियों की नियुक्ति को स्वीकृति दी है। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत सरकार ने कुछ खास विभागों में विशेषज्ञों की भर्ती की रूपरेखा बनाई है। यह जानकारी नियुक्ति और प्रशिक्षण विभाग के मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने दी है। डा. सिंह ने बताया कि ये नियुक्तियां संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिफारिश पर की गईं। आयोग ने इस सिलसिले में प्राप्त हुए आवेदनों को शार्टलिस्ट किया, आवेदकों के इंटरव्यू लिए, इसके बाद उनकी नियुक्ति की संस्तुति की। नियुक्ति पाए अधिकारी अनुबंध पर निर्धारित समय के लिए प्रतिनियुक्ति पर कार्य करेंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मंत्री ने कहा, इन भर्तियों को यूपीएसएसी के जरिये कराने का निर्देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया, ताकि मेधा का चयन उद्देश्य के अनुरूप हो। इसी के बाद दिसंबर 2020 और फरवरी 2021 में नियुक्ति एवं प्रशिक्षण विभाग ने यूपीएससी से उपयुक्त लोगों का चयन करने का अनुरोध किया। यह चयन केंद्र सरकार के कई मंत्रालयों और विभागों में संयुक्त सचिव, निदेशक और उप सचिव के पदों के लिए होना था। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें आनलाइन आवेदन पत्रों में से 231 लोगों को यूपीएससी ने इंटरव्यू के लिए आमंत्रित करने लायक माना। इंटरव्यू में 31 लोग नियुक्ति के लिए योग्य पाए गए। इस भर्ती प्रक्रिया से सात संयुक्त सचिवों का चयन पहले ही कर लिया गया था। इस प्रकार से सीधी भर्ती प्रक्रिया में कुल 38 विशेषज्ञ अधिकारी चयनित हुए। जो लोग चयनित हुए हैं उनमें से कई राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों के अंतर्गत सेवा में हैं, वे प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार की सेवा में आए हैं। कुछ लोग सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, स्वायत्त क्षेत्र के उपक्रमों और विश्वविद्यालयों से आए हैं। इस भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने का उद्देश्य विशेषज्ञों को जन व्यवस्थाओं से जुड़े मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त कर सरकारी योजनाओं को गति देना है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-national-institute-of-pharmaceutical-education-and-research-bill-passed-by-lok-sabha-22271718.html,राष्ट्रीय औषधि शिक्षण और अनुसंधान संस्थान विधेयक लोकसभा से हुआ पारित,"नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में सोमवार को 'राष्ट्रीय औषधि शिक्षण और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2021' पेश किया। कई सदस्यों ने देश में औषधि अनुसंधान को बढ़ावा देने और समयबद्ध तरीके से उत्कृष्ट अनुसंधान संस्थानों का परिसर स्थापित किए जाने की मांग की। चर्चा के बाद ये विधेयक लोकसभा से पारित हो गया। लोकसभा में एक अन्य बिल स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ संशोधन विधेयक पेश किया गया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मांडविया ने विधेयक को चर्चा और पारित कराने के लिए रखते हुए कहा कि औषधि क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थान राष्ट्रीय महत्व के संस्थान बनें, इनमें शोध हो तथा शैक्षणिक संस्थान स्थापित हो सकें.. इस उद्देश्य के साथ यह विधेयक लाया गया है। चर्चा शुरु करते हुए कांग्रेस के अब्दुल खालिक ने विधेयक में कुछ संशोधनों को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि संबंधित बोर्ड आफ गवर्नर्स के सदस्यों की संख्या को कम कर दिया गया है और सांसदों को भी इससे हटाया गया है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें भाजपा के राजदीप राय ने कहा कि यह विधेयक संस्थानों को ज्यादा अधिकार देता है। तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने कहा कि सरकार को इन संस्थाओं की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। वाईएसआर कांग्रेस के संजीव कुमार ने कहा कि फार्मास्युटिकल उद्योग को बढ़ावा देना चाहिए। शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बरणे ने कहा कि महाराष्ट्र में भी ऐसे संस्थान बनाये जाने चाहिए। बीजद की चंद्राणी मुर्मू ने ओडिशा में ऐसा एक संस्थान खोले जाने की मांग की। बसपा के दानिश अली ने एक संस्थान पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी बनाया जाना चाहिए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने कहा कि देश में फार्मास्युटिकल कंपनियां सरकार की किसी नीति की वजह से नहीं बल्कि महामारी की वजह से तरक्की कर रही हैं। कांग्रेस के मोहम्मद जावेद ने कहा कि इन संस्थानों की बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए। जदयू के आलोक कुमार सुमन ने भी चर्चा में भाग लिया। उधर सोमवार को ही लोकसभा में विपक्षी दलों के विरोध के बीच लोकसभा में सोमवार को वित्त राज्य मंत्री डा भागवत कराड ने स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ संशोधन विधेयक 2021 (एनडीपीएस) पेश किया गया। यह संशोधन अधिनियम की विसंगति को सुधारने के लिए है जिससे इसके विधायी उद्देश्यों को पूरा किया जा सके। विपक्षी सदस्यों ने इस विधेयक का विरोध किया। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-maitri-diwas-india-had-given-recognition-to-bangladesh-on-this-day-modi-said-aspires-to-work-with-pm-hasina-22269807.html,"Maitri Diwas: बांग्लादेश को आज के दिन भारत ने दी थी मान्यता, मोदी बोले- पीएम हसीना के साथ काम करने का आकांक्षी","नई दिल्ली, एजेंसी। भारत और बांग्लादेश आज 'मैत्री दिवस' मना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह अपने बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार और गहरा करने के लिए काम करना जारी रखना चाहते हैं। बता दें कि भारत की ओर से 1971 में आज ही की तारीख में बांग्लादेश को मान्यता दी गई थी, जिसकी याद में छह दिसंबर को मैत्री दिवस मनाया जाता है। भारत द्वारा 1971 में नवगठित देश बांग्लादेश को मान्यता देने के उपलक्ष्य में सोमवार को 'मैत्री दिवस' मनाया जा रहा है। मोदी ने ट्वीट किया, 'आज भारत और बांग्लादेश मैत्री दिवस मना रहे हैं। हम संयुक्त रूप से अपनी 50 साल की दोस्ती की नींव को याद करते हैं और इसे सेलिब्रेट करते हैं।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उन्होंने कहा, 'अपने संबंधों को और विस्तार और गहरा करने के लिए मैं पीएम शेख हसीना के साथ काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।' बता दें कि बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस में शामिल होने के लिए मार्च में पीएम मोदी ने बांग्लादेश की यात्रा की थी, जिस दौरान मैत्री दिवस तो छह दिसंबर को मनाने का निर्णय लिया गया था। बांग्लादेश की आजादी से दस दिन पहले भारत ने 6 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश को मान्यता दे दी थी। भारत बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था। अब भारत ने सोमवार को बांग्लादेश को एक स्वतंत्र और संप्रभु देश के रूप में मान्यता देने के 50 साल पूरे कर लिए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें मैत्री दिवस ढाका और दिल्ली के अलावा दुनिया भर के 18 देशों में मनाया जा रहा है। ये देश बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंडोनेशिया, रूस, कतर, सिंगापुर, यूके, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड, यूएई और यूएसए हैं। कहा गया है कि मैत्री दिवस का आयोजन भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच गहरी और स्थायी दोस्ती का प्रतिबिंब है, जो खून और साझा बलिदान से बना है। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-president-pm-modi-and-parliamentarians-pay-tribute-to-br-ambedkar-on-his-death-anniversary-22269593.html,आंबेडकर पुण्यतिथि : राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और पीएम मोदी समेत तमाम सांसदों ने दी श्रद्धांजलि,"नई दिल्ली, एएनआइ। डा बीआर आंबेडकर की सोमवार को पुण्यतिथि है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उनकी 65वीं पुण्यतिथि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। इस दिन को 'महापरिनिर्वाण दिवस' ​​के रूप में जाना जाता है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य सांसदों ने आज संसद परिसर में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि दी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें 14 अप्रैल, 1891 को जन्मे बाबासाहेब आंबेडकर एक भारतीय न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे, जिन्होंने दलितों के प्रति सामाजिक भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया और महिलाओं एवं श्रमिकों के अधिकारों का समर्थन किया। छह दिसंबर 1956 को उनका निधन हो गया था। 1990 में, आंबेडकर को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। Edited By: Neel Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-smart-city-mission-will-be-completed-by-the-year-2023-union-urban-development-ministry-replied-in-rajya-sabha-22268702.html,"वर्ष 2023 तक स्मार्ट सिटी मिशन हो जाएगा पूरा, राज्यसभा में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने द‍िया जवा","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो।कोरोना महामारी से प्रभावित होने की वजह से राष्ट्रीय स्मार्ट सिटी मिशन की गति धीमी हो गई थी। इसके बावजूद स्मार्ट सिटी की सभी परियोजनाएं 2023 तक पूरी हो जाएंगी। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पहले चरण में चुने हुए शहरों का काम समय से ही पूरा कर लिया जाएगा। मिशन के तहत चार चरणों में कुल एक सौ शहरों का चयन किया गया है। यह जानकारी राज्यसभा में पूछे गए लिखित सवाल के जवाब में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से दी गई। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें पहले चरण के शहरों के प्रोजेक्ट लगभग पूरे इसी क्रम में बताया गया कि पहले चरण के 20 स्मार्ट शहरों में अब तक कुल तीन हजार से अधिक परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। इन परियोजनाओं पर कुल 53 हजार करोड़ रुपये से अधिक व्यय किए गए हैं। बता दें कि 25 जून, 2015 को स्मार्ट सिटी मिशन (एससीएम) लांच किया गया था, जिसके तहत एक सौ शहरों का चयन किया गया। इन शहरों का चयन चार चरणों में निर्धारित मानकों व प्रक्रिया के आधार पर किया गया। राज्यसभा में दिए जवाब में बताया गया कि 12 नवंबर, 2021 तक सभी स्मार्ट शहरों में 6452 परियोजनाएं मंजूर की गईं, जिनकी कुल लागत 1.85 लाख करोड़ रुपये है। इनमें से 53 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 3131 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें कोरोना महामारी के कारण गति हो गई थी धीमी बाकी परियोजनाएं विभिन्न चरणों में हैं। पहले चरण वाले 20 स्मार्ट शहरों की कुल परियोजनाओं पर तकरीबन पांच हजार करोड़ रुपये और खर्च होने बाकी हैं। पहले चरण में चुने गए शहरों में भुवनेश्वर, पुणे, जयपुर, सूरत, कोच्चि, अहमदाबाद, जबलपुर, विशाखापत्तनम, सोलापुर, इंदौर, नई दिल्ली, कोयंबटूर, काकीनाड़ा, बेलगांव, उदयपुर, गुवाहाटी, चेन्नई, लुधियाना और भोपाल प्रमुख हैं। Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-omicron-variant-of-coronavirus-parliamentary-panel-recommends-evaluation-of-booster-dose-22265541.html,"ओमिक्रोन के खतरे के बीच संसदीय समिति ने टीकों के मूल्यांकन की सिफारिश की, बूस्टर डोज को लेकर की यह अपील","नई दिल्ली, पीटीआइ। सार्स-सीओवी-2 के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर बढ़ती चिंता के बीच संसद की एक समिति ने सरकार से नए वैरिएंट को नियंत्रित करने के लिए मौजूदा वैक्सीन के प्रभाव का मूल्यांकन करने और बूस्टर डोज की आवश्यकता पर और अधिक शोध करने की सिफारिश की है। शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाली स्वास्थ्य मामलों पर संसद की स्थायी समिति ने यह भी कहा है कि नए वैरिएंट के प्रतिरक्षा प्रणाली से बच निकलने की चिंताओं को भी प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाना चाहिए। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें स्वास्थ्य ढांचों को मजबूत करने की सलाह कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान जानमाल के नुकसान को देखते हुए समिति ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से किए गए सभी उपाय पूरी तरह से अपर्याप्त साबित हुए। इसलिए समिति ने स्वास्थ्य ढांचों को मजबूत करने, पर्याप्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने, आक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें ग्रामीण क्षेत्रों में जांच सुविधाओं को मजबूत करने को कहा महामारी की तीसरी लहर के मंडराते खतरे को देखते हुए समिति ने कहा है कि सरकार को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने में अभी के समय का उपयोग करना चाहिए। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि महामारी की पहली लहर का असर जहां शहरों में अधिक देखा गया, वहीं दूसरी लहर से ग्रामीण क्षेत्र भी बुरी तरह प्रभावित हुए। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना जांच की सुविधाओं को विस्तार देने और मजबूत बनाने की नितांत आवश्यकता है। इंसाकाग ने दिए ये संकेत वहीं कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से पैदा हुए नए खतरे और बूस्टर डोज की बढ़ती मांग के बीच देश में भारत में सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (इंसाकाग) ने कहा है कि 40 साल से अधिक उम्र वालों को बूस्टर डोज लगाने पर विचार किया जा सकता है। इंसाकाग ने सुझाव ऐसे समय में आया है जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में कहा है कि सरकार बूस्टर डोज लगाने पर कोई भी फैसला विज्ञानियों की सलाह पर करेगी। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें 40 से अधिक उम्र वालों को बूस्टर डोज पर विचार संभव इंसाकाग के मुताबिक अभी तक टीका नहीं लगवाने वालों का टीकाकरण और जोखिम वाले समूह के लोगों और 40 वर्ष से अधिक उम्र वालों को बूस्टर डोज देने पर विचार किया जा सकता है। बूस्टर डोज लगाने में अधिक जोखिम और संक्रमितों के करीब रहने वाले लोगों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मालूम हो कि इंसाकाग प्रयोगशालाओं का एक राष्ट्रीय समूह है, सरकार ने जिसका कोरोना के जीनोम में आने वाले बदलाव की निगरानी करने के लिए गठन किया था। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें जीनोमिक निगरानी होगी अहम इंसाकाग ने 29 नवंबर की अपनी साप्ताहिक बुलेटिन में यह बात ऐसे समय में कही है जबकि लोकसभा में कोरोना महामारी पर चर्चा के दौरान सदस्यों द्वारा पुरजोर तरीके से बूस्टर डोज की मांग उठाई गई है। इंसाकाग का यह भी कहना है कि देश में ओमिक्रोन की मौजूदगी का समय रहते पता लगाने के लिए जीनोमिक निगरानी अहम होगी, क्योंकि इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी जरूरी उपाय करने में मदद मिलेगी। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें जांच में तेजी लाने की भी सिफारिश कंसोर्टियम ने ओमिक्रोन प्रभावित क्षेत्रों से लोगों के आने-जाने पर नजर रखने, ऐसे क्षेत्रों से आए संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान करने और जांच में तेजी लाने की भी सिफारिश की है। इंसाकाग ने कहा कि सबसे पहले अधिक जोखिम वाले या संक्रमितों के साथ काम करने वाले लोगों को बूस्टर डोज देने पर विचार किया जा सकता है, क्योंकि मौजूदा वैक्सीन से पैदा हुई निम्न स्तर की एंटीबाडी द्वारा ओमिक्रोन को निष्‍क्रि‍य करने की संभावना नहीं है, हालांकि इससे गंभीर बीमारी का खतरा जरूर कम हो सकता है। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-indian-railways-the-focus-is-on-improving-the-experience-of-passengers-through-world-class-stations-railway-minister-said-22265944.html,विश्वस्तरीय स्टेशनों के जरिये यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर है ध्यान : रेल मंत्री,"नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि रेल मंत्रालय का ध्यान विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशनों के जरिये यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर है। भारतीय उद्योग परिसंघ के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि नई रेलवे लाइनों, टैक के दोहरीकरण और विद्युतीकरण पर खर्च किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि भोपाल और गांधीनगर के स्टेशनों की तरह जल्द ही 40 और स्टेशनों के लिए निविदा आमंत्रित की जाएंगी। इन स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें अगले साल एयरकुशन सुविधा से लैस आएंगी नई ट्रेनें मंत्री ने यह भी कहा कि पर्यटन को रेलवे के लिए एक नए विकास खंड के रूप में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने उद्योग जगत को इस उद्देश्य में साथ आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि एयरकुशन सुविधा से लैस नई ट्रेनें अगले साल के अंत तक ट्रैक पर नजर आएंगी। रेल भाड़े की लागत घटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए रेलवे को ढुलाई में अपना हिस्सा बढ़ाना होगा। इसके लिए रेलवे नई पटरियां बिछाने के साथ अपनी क्षमता बढ़ाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत कर रही है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें निर्धारित साल तक शुरू हो जाएगा बुलेट ट्रेन का काम उन्होंने यह स्वीकार किया कि बुलेट ट्रेन के लिए जमीन अध‍िग्रहण अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उनका कहना है कि इसे निर्धारित साल तक शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन में जापानी टेक्नोलाजी का इस्तेमाल हो रहा है। जापानियों की विशेषता यह कि जब तक सब कुछ तैयार न हो वे काम शुरू नहीं करते। महाराष्ट्र सरकार अभी जमीन अध‍िग्रहण पूरा नहीं कर पाई है। गुजरात में यह हो चुका है। दूरसंचार के क्षेत्र में भारत अपना 5जी सिस्टम खुद विकसित कर रहा है। इसी तरह भारत का इलेक्ट्रानिक विनिर्माण वित्तीय 2016 तक बढ़कर 250 अरब डालर (18,810 अरब रुपये) का हो जाएगा।उल्लेखनीय है क‍ि अश्विनी वैष्णव रेलमंत्री के साथ-साथ आइटी मंत्री भी हैं। Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-know-how-many-people-died-in-road-accidents-in-2020-nitin-gadkari-gave-information-in-parliament-22260045.html,"जानिए 2020 में हुए सड़क हादसों में कितने लोगों की गई जान, नितिन गडकरी ने सदन में दी जानकारी","नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार ने गुरुवार को संसद को बताया कि वर्ष 2020 में देशभर में कुल 3,66,138 सड़क हादसे हुए, जिनमें 1,31,714 लोगों की मौत हो गई। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में लिखित जवाब में कहा कि वर्ष 2019 के दौरान सड़क हादसों में 1,51,113 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 4,49,002 हादसे हुए थे। इनमें 1,37,191 हादसे नेशनल हाईवे (एनएच) व एक्सप्रेसवे पर हुए। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि 3,400 किलोमीटर एनएच को छह लेन वाला बना दिया गया है, जबकि 6,250 किमी पर काम चल रहा है। 1,870 किमी लंबे एनएचN को चार से छह लेने करने का काम जारी है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एनएचएआइ ने एनएच के किनारे 39 स्थानों पर व्हीकल चार्जिग स्टेशन की सुविधा प्रदान कर दी है, जबकि 103 साइट के लिए प्रक्रिया जारी है। एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों के संचालन संबंधी एक अन्य सवाल पर मंत्री ने कहा कि तेज रफ्तार मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से इसकी इजाजत नहीं है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें एक अलग सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (आइएनवीआइटी) मोड के तहत 7,350 करोड़ रुपये के रियायत मूल्य व 495 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के साथ 390 किमी एनएच का मुद्रीकरण किया है। इसके अतिरिक्त 450 किमी लंबे हाईवे के लिए टोल आपरेट ट्रांसफर (टीओटी) मोड के तहत निविदा जारी की गई है। 86 और सड़कों को चिन्हित किया गया है, जिनकी कुल लंबाई 4,912 किमी है। गडकरी ने कहा कि एनएचएआइ ने वर्ष 2022-23, 2023-24 व 2024-25 में मुद्रीकरण के लिए क्रमश: 5,500 किमी, 7,300 किमी व 8,900 किमी एनएच को चिन्हित किया है। महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय संपत्ति मुद्रीकरण योजना के तहत वित्त वर्ष 2025 तक 1.60 लाख करोड़ रुपये का मुद्रीकरण किया जाएगा। नए कानून लागू होने के बाद आठ करोड़ ट्रैफिक चालान केंद्रीय मंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि वर्ष 2019 में मोटर वाहन (संशोधन) कानून लागू होने के बाद 23 महीनों में 7.67 करोड़ चालान जारी किए जा चुके हैं। ट्रैफिक चालान में 291 फीसद की वृद्धि हुई है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-talks-in-opposition-and-government-on-suspended-members-from-rajya-sabha-22259463.html,"संसदीय कार्यवाही सुचारू होने के संकेत, राज्यसभा से निलंबित सदस्यों के मुद्दे पर सरकार-विपक्ष में हो रही बात","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। तीन दिनों तक बाधित रही संसद की कार्यवाही गुरुवार को थोड़ी नियमित हुई। शुरुआती व्यवधान के बाद कामकाज चला। अब इसकी कोशिश तेज हो गई है कि आगे भी यह सुचारू रूप से चले और इसके संकेत मिले भी हैं। लिहाजा बंद दरवाजे के पीछे सरकार और विपक्ष के बीच 12 सदस्यों का निलंबन खत्म करने पर भी बातचीत चल रही है। इसके लिए विपक्षी दलों के नेताओं को यह भरोसा देना होगा कि भविष्य में उनके सांसद अमर्यादित व्यवहार नहीं करेंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें राज्यसभा में तो अवरोध का यह एक कारण था, लेकिन लोकसभा बेवजह बाधित हो रही है। बताते हैं कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न दलों के नेताओं के साथ अनौपचारिक चर्चा की। उन्हें भरोसा दिया कि संसदीय परंपरा के लिहाज से कोई भी किसी भी मुद्दे को उठाना चाहे तो उन्हें परहेज नहीं है। लेकिन उन्हें भी लोकसभा अध्यक्ष के फैसले पर भरोसा करना सीखना होगा। लोकसभा में कोरोना पर चर्चा औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें दो दिन से फसल खरीद को लेकर वेल में आ रहे तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्यों को उन्होंने बोलने का मौका भी दिया। नतीजा यह हुआ कि लोकसभा में एक बिल चर्चा के बाद पारित हुआ और गुरुवार सुबह के व्यवधान के बाद कोरोना पर चर्चा शुरू हो गई। अफसोस की बात है कि इस मुद्दे पर चर्चा में सदस्यों की रुचि नहीं दिखी और उपस्थिति कोरम से कम ही रही। बहरहाल, माना जा रहा है कि अब लोकसभा नियमित रहेगी। राज्यसभा में भी बांध सुरक्षा विधेयक पर चर्चा शुरू हो गई दरअसल, तृणमूल के रुख के कारण विपक्ष के अंदर बेचैनी है और अधिकतर दल चाहते हैं कि उनके मुद्दे सदन में उठें। यही कारण है कि दो दिनों से निलंबन वापसी पर अड़ी कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने महंगाई, किसान आदि के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। मांग नहीं मानी गई तो वाकआउट भी किया। लेकिन गुरुवार दोपहर बाद राज्यसभा में भी बांध सुरक्षा विधेयक पर चर्चा शुरू हो गई और इस दौरान कांग्रेस, तृणमूल, द्रमुक समेत दूसरे विपक्षी दल भी मौजूद थे। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें विपक्ष को अपने तेवर नरम करने ही पड़ेंगे बताते हैं कि यह कोशिश भी तेज है कि निलंबित सांसदों को फिर से सदन में आने का मौका दिया जाए। सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्षी दलों से कहा कि यह फैसला सदन का है, लिहाजा वे सरकार से बात करें और आचरण मर्यादित रखें। दोनों पक्षों की सहमति हो तो वह विचार कर सकते हैं। वैसे सरकारी पक्ष का कहना है कि विपक्ष को अपने तेवर नरम करने ही पड़ेंगे और यह भरोसा भी देना होगा कि भविष्य में इस तरह का आचरण नहीं करेंगे। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-government-filed-an-affidavit-regarding-the-shops-in-pant-park-nainital-22258119.html,"नैनीताल में पंत पार्क में फड़ को लेकर सरकार ने दाखिल किया हलफनामा, जानिए क्‍या कहा","नैनीताल, जागरण संवाददाता : नैनीताल के पंत पार्क में फड़ संचालन का मामला प्रशासन व पालिका के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। हाई कोर्ट में अवमानना याचिका दायर होने के बाद सरकार की ओर से जवाब दाखिल कर दिया गया है। जिसमें साफ कहा है कि कोर्ट के आदेशों का अनुपालन करते हुए चिन्हित को ही जगह दी गई है। सफाई की व्यवस्था की गई है। सितंबर 2018 में अधिवक्ता अंजलि भार्गव बनाम स्टेट ऑफ उत्तराखण्ड पीआईएल में उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश में मल्लीताल, नैनीताल में लाइसेंस धारक, फड़ व्यवसायियों के लिए दुकान लगाने को निर्धारित समयावधि व तय स्थान से संबंधित आदेश पारित किया गया था। हाल ही में अधिवक्ता नितिन कार्की ने आदेश का अनुपालन नहीं होने पर अवमानना याचिका दाखिल की है। जिसमें जिला व पालिका प्रशासन से जवाब मांगा है। फड़ कारोबारियों के लिए समय निर्धारित अब संयुक्त मजिस्ट्रेट व पुलिस क्षेत्राधिकारी की ओर से स्थलीय निरीक्षण की रिपोर्ट के साथ जवाब दाखिल किया गया है। जिसमें कहा गया है कि पंत पार्क मल्लीताल में लाइसेंसधारक फड़ कारोबारियों के लिए वीआईपी कार पार्किंग से गुरुद्वारा साहिब के बीच सड़क के एक तरफ स्थान चिन्हित किए हैं। उच्च न्यायालय द्वारा फड़ों के संचालन के लिए शाम पांच बजे से रात आठ बजे (15 मार्च से 15 सितम्बर) तक, शाम चार बजे से छह बजे तक (16 सितम्बर से 14 मार्च) का समय निर्धारित किया गया था। अधिकारियों के अनुसार आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने के लिए पंत पार्क का निरीक्षण किया गया। 121 पंजीकृत फड़ व्यवसायी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका ने बताया कि नगर पालिका नियमानुसार 121 पंजीकृत फड़ व्यवसायियों को चिन्हित करते हुए 4x4 फिट के स्थल को चिन्हित किया गया है। गुरुद्वारा साहिब तक साईन बोर्ड स्थापित कर दिया मुनादी भी करायी गई हैं, ताकि फेरी व्यवसायियों की स्पष्ट पहचान हो सके। निरीक्षण के दौरान उक्त तथ्य सही पाए गए। वर्तमान में पंत पार्क में फड़ व्यवसायियों को उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार पार्किंग से गुरुद्वारे साहिब तक फड़ संचालन हेतु स्थान उपलब्ध कराया जा चुका है। औचक निरीक्षण किया जा रहा फड़ व्यवसायियों द्वारा उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुरूप ही निर्धारित समय एवं स्थान पर फड़ों का संचालन किया जा रहा है। जिसका समय-समय पर नगर पालिका, पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वर्णित स्थान पर नगर पालिका के माध्यम से नियमित दूरी पर कूड़े के निस्तारण हेतु कूडेदान स्थापित किये गये हैं। अधिवक्ता कार्की का आरोप है कि आदेश के बाद एक ही तरफ आदेश के बाद भी दोनों तरफ फड़ लगाए जा रहे हैं। Edited By: Skand Shukla",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-karnataka-cm-to-meet-union-health-minister-to-discuss-administration-of-booster-dose-of-covid-19-vaccine-22255244.html,कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगे कर्नाटक के मुख्यमंत्री,"हुबली, प्रेट्र। कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर से पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। भारत में वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के बाद देश में हालात जहां धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे थे, वहीं देश के कुछ राज्य में एक बार फिर कोरोना वायरस अपना पैर पसार रहा है, जबकि दक्षिणी अफ्रीका में पाए गए कोविड-19 के नए घातक वेरिएंट ओमिक्रोन से पूरी दुनिया चिंतित है। नए वेरिएंट से बचने के लिए देश-विदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है। इसी बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई कोविड-19 की ताजा चिंताओं के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात करने जा रहे हैं। सीएम बोम्मई ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार का इरादा स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का है और वह इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा करेंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें क्या कहा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, 'मैं 2 दिसंबर को दिल्ली जा रहा हूं, जिस दौरान मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलूंगा, मैं उनके साथ स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को बूस्टर खुराक के प्रशासन के बारे में चर्चा करूंगा, जिन्होंने पहले और बाद में वैक्सीन की दूसरी खुराक लगभग छह-सात महीने पहले से ली थी।' उन्होंने आगे कहा कि क्रिसमस और नए साल के जश्न पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध लगाने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है और लॉकडाउन लगाने की भी कोई खास आवश्यकता नहीं है। सीएम बोम्मई ने बताया कि सामाजिक और आर्थिक गतिविधियां अब धीरे-धीरे बढ़ रही हैं, इसलिए कोई कठोर प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें पत्रकारों से बातचीत करते हुए, उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से बूस्टर डोज देने पर वैज्ञानिक विकास और इस संबंध में केंद्र की राय या सिफारिश के बारे में जानेंगे। उन्होंने कहा, 'हमने पहले ही स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के लिए बूस्टर या तीसरी खुराक के COVID टास्क फोर्स प्रशासन के विशेषज्ञों के साथ चर्चा की है, और राय यह है कि- इसे विशेष रूप से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशासित किया जाना चाहिए, इसलिए मैं इस पर उनसे चर्चा करूंगा' राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़ने और नए घातक वेरिएंट ओमिक्रोन के बड़े पैमाने पर होने वाले खतरों के बाद, कोरोना वायरस को लेकर चिंताए बढ़ गई हैं। टीकाकरण को अनिवार्य बनाने या इसके साथ किसी भी सरकारी सुविधा या योजना को जोड़ने से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'इसे अनिवार्य बनाने के बजाय, हम टीकाकरण के संबंध में अभियान को तेज करेंगे।' Edited By: Ashisha Rajput",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-winter-session-of-parliament-the-government-is-ready-to-discuss-all-the-issues-22248175.html,"आज से शुरू हो रहा संसद का शीतकालीन सत्र, सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार, जानिए किन मुद्दे पर घेरेगा विपक्ष","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से पूर्व सरकार की बुलाई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने किसान आंदोलन, महंगाई, ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी, पेगासस जासूसी विवाद और लद्दाख में चीनी आक्रमण जैसे कई मुद्दों पर चर्चा कराए जाने की मांग उठाई। सदन में सरकार को विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक सहयोग का भरोसा भी दिलाया। सरकार की ओर से भी विपक्षी दलों को आश्वस्त किया गया कि वह उनके सकारात्मक सुझावों पर विचार करने और नियमों के तहत लोकसभा अध्यक्ष और सभापति की अनुमति से चर्चा कराने को तैयार है। संसद का यह सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें सर्वदलीय बैठक में हुई चर्चा के बारे में संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि इसमें 31 दलों के कुल 42 नेताओं ने हिस्सा लिया। चर्चा के दौरान विभिन्न विषयों पर रचनात्मक और कुछ अच्छे सुझाव आए। विपक्ष से अपील की गई कि सदन में बिना किसी व्यवधान के कामकाज हो। विपक्ष ने भी आश्वस्त किया कि वे सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करेंगे। एमएसपी पर कानून की मांग औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले की गहमागहमी को देखते हुए शीतकालीन सत्र में राजनीतिक दल विभिन्न मुद्दों पर हंगामा भी कर सकते हैं। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में लगभग डेढ़ दर्जन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई। सभी विपक्षी दलों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने पर चर्चा कराने की ओर ध्यान खींचा। बिजली संशोधन विधेयक पर भी विपक्षी नेताओं ने सरकार से जानकारी मांगी। बैठक में सरकार ने बताया कि कुछ विधेयकों को पेश करने के साथ वह उन्हें संसद की स्थायी समिति को भेजना चाहती है। इसे कार्य मंत्रणा समिति में तय कर लिया जाएगा। खड़गे ने स्पष्ट किया कि वैसे तो हम सरकार का सहयोग करना चाहते हैं। प्रत्येक अच्छे विधेयक पर हम सरकार का साथ देंगे, लेकिन चर्चा कराने को लेकर हमारी बात नहीं मानी गई तो सदन में होने वाले व्यवधान का दायित्व सरकार का होगा। पीएम मोदी नहीं हुए शामिल सर्वदलीय बैठक में सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने हिस्सा लिया। जबकि विपक्ष की ओर से खड़गे के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, आनंद शर्मा, तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, द्रमुक नेता टीआर बालू, सपा नेता रामगोपाल यादव, बसपा नेता सतीश चंद मिश्र, बीजद नेता प्रसन्न आचार्य, नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला और शिवसेना नेता विनायक राउत प्रमुख रूप से पहुंचे। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल नहीं हुए। खड़गे ने कहा कि विपक्ष के नेता उनसे कृषि कानूनों के बारे में पूछना चाहते थे क्योंकि उन्हें आशंका थी कि ये कानून किसी और शक्ल में वापस लाए जा सकते हैं। वहीं, प्रल्हाद जोशी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री के आने की कोई परंपरा नहीं है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें आप ने किया बैठक से बहिर्गमन आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय ¨सह ने बैठक से बहिर्गमन किया। पार्टी का कहना है कि उनके नेता को किसानों खासकर एमएसपी के मुद्दे पर बोलने नहीं दिया गया। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई विपक्ष ने बैठक के दौरान कोरोना की तीसरी लहर की आशंका का मुद्दा भी उठाया। कोरोना महामारी के कारण जान गंवाने वालों के स्वजन को चार लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की बात रखी गई। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें मृतक किसानों के स्वजन को मुआवजे की मांग खड़गे ने मांग रखी कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के स्वजन को भी मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि हम अपेक्षा कर रहे थे कि बैठक में प्रधानमंत्री आएंगे, लेकिन किसी कारण से वह नहीं आए। महिला आरक्षण विधेयक लाया जाए बैठक में कुछ दलों ने सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक लाए जाने की मांग भी की। सूत्रों ने बताया कि यह मांग करने वालों में तृणमूल कांग्रेस, वाईएसआर कांग्रेस और द्रमुक शामिल हैं। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें सत्र की खास बातें सत्र के 25 दिनों में होंगी 19 बैठकें पेश होगा एक वित्त विधेयक और 36 अन्य विधेयक इनमें कृषि कानूनों का निरस्तीकरण विधेयक, 2021 शामिल तीन अध्यादेशों के स्थान पर भी लाएं जाएंगे विधेयक Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-amit-shah-says-cooperative-is-better-model-need-to-marketing-network-for-agricultural-products-22247873.html,"सहकारिता ही विकास का बेहतर माडल, कृषि उत्पादों का मार्केटिंग नेटवर्क तैयार करने की जरूरत : अमित शाह","नई दिल्ली, जागरण ब्‍यूरो। देश के विकास के लिए सबसे बेहतर सहकारिता का आर्थिक माडल है, जिससे 130 करोड़ की आबादी वाले देश का समावेशी आर्थिक विकास हो सकता है। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहकारिता कोई नया विचार नहीं है, यह 110 साल पुराना विचार है जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए परख लिया था। उन्होंने कहा कि सहकारिता में हर एक को संपन्न बनाने की क्षमता है। इसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को एक छतरी के नीचे लाने की जरूरत है। सफलता के इस माडल को राष्ट्रीय स्तर पर प्राथमिकता देने का मुख्य उद्देश्य यही है। शाह गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आयोजित अमूल डेयरी एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्‍होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से छोटे-छोटे लोगों को जोड़कर एक प्रचंड शक्ति खड़ी की जा सकती है। राष्ट्र निर्माण में इसका बड़ा योगदान हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर सहकारिता का नया मंत्रालय गठित किया गया है। इसमें अब सहकारिता के माध्यम से देश के कृषि और इससे जुड़ी सेवाएं करोड़ों लोगों तक पहुंच रही हैं। नए मंत्रालय के गठन के समय कई लोगों को अजीब लगा कि भला इस मंत्रालय की भूमिका क्या होगी। लेकिन उन्हें इसकी अपार क्षमता के बारे में पता नहीं है। Koo App सहकारिता ही देश के विकास का बेहतर मॉडल: गृहमंत्री श्री अमित शाह जी। View attached media content - Dr Ramesh Pokhriyal ’Nishank’ (@Dr_RPNishank) 29 Nov 2021 केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सहकारिता में केवल देश की अर्थव्यवस्था को गति देने की ही क्षमता नहीं है, बल्कि देश के सभी लोगों को समृद्ध बनाने का मंत्र भी इसमें निहित है। शाह ने सहकारी संस्थाओं से कुछ चुनौतियों का जिक्र करते हुए आगे आने की अपील की। कृषि में फर्टिलाइजर के बढ़ते उपयोग से भूमि की उर्वरा क्षमता कम हो रही है। फसलों की उत्पादकता प्रभावित हो रही है। उपज में भी फर्टिलाइजर का अंश पहुंच रहा है, जिससे शरीर का संतुलन बिगड़ रहा है। कैंसर जैसी घातक बीमारियां हो रही हैं। ऐसे में जैविक कृषि उत्पाद ही एक मात्र विकल्प हैं। लेकिन मुश्किल यह है कि जैविक खेती में उत्पादकता कम होती है और उसका उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। जैविक उत्पादों के उचित मूल्य का बंदोबस्त हो जाए तो खेती के साथ स्वास्थ्य का भी लाभ होगा। ऐसी कुछ एजेंसियां हैं जो जैविक उत्पादों का कई गुना मूल्य दे रही हैं। ऐसे उत्पादों की मार्के¨टग के लिए मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर बल देना होगा। Edited By: Krishna Bihari Singh",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-both-govts-will-form-two-teams-at-the-political-level-for-a-permanent-solution-says-assam-cm-22243209.html,"असम-मिजोरम विवाद के निपटारे के लिए होगा समितियों का गठन, केंद्रीय गृहमंत्री के साथ बैठक में लिया गया फैसला","नई दिल्ली, एएनआइ। असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के समाधान को लेकर शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा और मिजोरम के मुख्यमंत्री ने मुलाकात की। असम के मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद कहा, 'मिजोरम के मुख्यमंत्री और मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में सारी बातों पर चर्चा हुई और दोनों राज्य सरकारों ने यह फैसला किया है कि असम और मिजोरम सीमा पर हम शांति बनाए रखेंगे। इसको हम बहुत संवेदनशील तरीके से लेंगे।' Both govts will form two teams at the political level and both teams will begin talks for a permanent solution. This will also be discussed at the CM level from time to time. This was decided in the presence of the Union Home Minister: Assam CM Himanta Biswa Sarma, in Delhi pic.twitter.com/iocMiZhgbI — ANI (@ANI) November 26, 2021 उन्होंने यह भी कहा कि दोनों राज्य सरकार मिलकर राजनीतिक स्तर पर दो टीम बनाएंगी जो एक स्थायी समाधान के लिए बातचीत शुरू करेंगी। बीच-बीच में मुख्यमंत्री स्तर पर भी चर्चा होती रहेगी। उल्लेखनीय है कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री गुरुवार रात रात्रिभोज पर भी मिले थे। हेमंत विश्व शर्मा ने आज हुई बैठक को लेकर सिलसिलेवार ट्वीट किया है। आज की बैठक के लिए उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री का आभार जताया और कहा कि कि दोनों राज्यों के बीच सीमा विवादों को समाप्त करने के लिए समय-समय पर मुख्यमंत्री स्तर पर भी बातचीत की जाती रहेगी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Heartening to share that I along with HCM Mizoram Sri @ZoramthangaCM met Hon HM Sri @AmitShah this evening in New Delhi. We reaffirmed our resolve to maintain peace and tranquility at our borders. — Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 26, 2021 आज की बैठक के बारे में संबंधित अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली में हुई बैठक केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मामले में हस्तक्षेप के बाद हुई है। दरअसल मंत्रालय दोनों राज्य के बीच के इस विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहा है। एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद का शांतिपूर्ण समाधान चाहती है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें बता दें कि गुरुवार को मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा था कि दोनों राज्यों की सरकारें सीमा पर बाड़ (फेंसिंग) को बढ़ाने की कोशिश करेंगी। बता दें कि मिजोरम व असम आपस में लगभग 164 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। Edited By: Monika Minal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-one-legislation-in-the-whole-country-should-be-seriously-considered-jagran-special-22240860.html,समकालीन सामाजिक संदर्भो में समय की मांग है सबके लिए एकसमान कानून,"लालजी जायसवाल। समान नागरिक संहिता का मामला लंबे समय से हमारे लिए एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय के रूप में रहा है। उच्च न्यायालयों से लेकर उच्चतम न्यायालय तक ने इस संदर्भ में कई बार टिप्पणी की है। चूंकि हमारे देश में कई धर्मो के पर्सनल कानून हैं, इसलिए सरकार ने विधि आयोग से समान नागरिक संहिता से संबंधित विभिन्न पक्षों की जांच करने और अपनी संस्तुति प्रस्तुत करने का आग्रह किया है। विधि आयोग की संस्तुति आने के बाद ही सरकार इस मसले पर आगे बढ़ेगी। यही वजह है कि अभी यह बताना संभव नहीं हो सका है कि सरकार समान नागरिक संहिता कब लागू करेगी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मालूम हो कि समय-समय पर उच्चतम न्यायालय ने समान नागरिक संहिता की वकालत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के निर्णय और टिप्पणियां सार्वजनिक पटल पर हमेशा से चर्चा में रही हैं। पिछले दिनों दिल्ली उच्च न्यायालय के द्वारा समान नागरिक संहिता पर की गई टिप्पणियां भी काफी चर्चा में रही थीं। लेकिन हमें यह समझना होगा कि ‘समान नागरिक संहिता’ संविधान के ‘नीति निदेशक तत्व’ में शामिल है। संविधान, नीति निदेशक तत्व के माध्यम से यह बताता है कि सरकार को क्या-क्या करना चाहिए। लेकिन उसे इन सभी चीजों को करने के लिए कोई बाध्यता आरोपित नहीं करता है कि सरकार को यह ‘करना ही होगा।’ इस मामले पर न्यायालय में न तो कोई ‘वाद’ कायम कराया जा सकता है और न ही लागू कराने के लिए आदेश ही जारी कराया जा सकता। यह सब तो सरकार पर निर्भर करता है कि वह ‘समान नागरिक संहिता’ को लागू करे या नहीं करे। यही वजह है कि सरकार इस मामले में बहुत ही सावधानी से कदम बढ़ा रही है, जिसकी वजह से इस मामले में विलंब होना स्वाभाविक है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें बहरहाल केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से ही यूनिफार्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता की चर्चा लगातार किसी न किसी बहाने होती ही रही है। वर्ष 2019 में केंद्र सरकार ने जब जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष प्रविधान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया तब उसके बाद से समान नागरिक संहिता लागू किए जाने की उम्मीद भी लोगों में बढ़ी है। सभी नागरिकों में समानता का भाव जाग्रत हो : देश के सभी नागरिकों के लिए समान संहिता का निर्माण केवल इसलिए नहीं होना चाहिए कि संविधान निर्माताओं ने इसकी जरूरत रेखांकित की थी, बल्कि यह इसलिए भी होना चाहिए, क्योंकि देश में समानता का भाव जाग्रत हो सके और जाति एवं मजहब के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं हो सके। शाहबानो प्रकरण के बाद सरला मुदगल (वर्ष 1995) तथा लिली थामस (वर्ष 2000) जैसे कई प्रकरणों में सर्वोच्च न्यायालय ने समान नागरिक कानून के नहीं होने के दोषों को उजागर करते हुए इसका तुरंत क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया था। वैवाहिक मामलों में वैयक्तिक विधि के दुरुपयोग से विचलित होकर अदालत ने कहा था कि अब तो इसका दुरुपयोग कानून को धोखा देने के लिए भी होने लगा है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें जब वैवाहिक साथी से छुटकारा पाना हो तो कुछ समय के लिए अपना मजहब बदलकर दूसरी शादी कर ली, क्योंकि दूसरे मजहब से जुड़े कानून में उसे मान्यता दी गई है। उसके बाद अपनी मर्जी से तलाक देकर उस महिला से छुटकारा पा लिया, क्योंकि उस मजहब का कानून इसकी इजाजत देता है। हालांकि इस प्रकार के कई उदाहरण देखने को नहीं मिले हैं, जब किसी वर्ग के हित में कोई कानून बनाया गया हो और उसका लाभ न उठाया गया हो। वर्तमान में बहुत सी मुस्लिम महिलाएं दहेज या घरेलू हिंसा के विरुद्ध बने कानून का लाभ उठा रही हैं। जबकि शरिया या कुरान में उन्हें ऐसा करने की छूट नहीं दी गई है। लेकिन किसी मौलवी या मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के किसी सदस्य को इसके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत आज तक नहीं हुई, क्योंकि भारत के ये कानून पंथनिरपेक्ष हैं। ऐसे कानूनों में कहीं भी ‘हिंदू’ या फिर ‘मुस्लिम’ शब्द नहीं जुड़ा हुआ है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें उल्लेखनीय है कि देश में अभी हिंदू और मुसलमानों के लिए अलग-अलग पर्सनल ला यानी कानून हैं। इसमें प्रापर्टी, शादी, तलाक और उत्तराधिकार जैसे मामले आते हैं। समान नागरिक संहिता पर राजनीतिक बहस सदैव होती रही है। अक्सर सेक्युलरिज्म से जुड़ी बहस में भी इसे शामिल किया जाता रहा है। जो लोग इसके समर्थन या विरोध में हैं, उन लोगों की इसके सामाजिक और धार्मिक असर को लेकर अलग-अलग सोच है। बता दें कि समान नागरिक संहिता एक पंथनिरपेक्ष कानून है, जो सभी धर्मो के लोगों के लिए समान रूप से लागू होता है। यूनिफार्म सिविल कोड लागू होने से हर मजहब के लिए एक जैसा कानून आ जाएगा। यानी मुस्लिमों को भी अब तक उनके विवाद और तलाक के संदर्भ में अपनाई जानी वाली प्रक्रिया में परिवर्तन लाना होगा। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें वर्तमान में देश के हर धर्म के लोग इन मामलों का निपटारा अपने पर्सनल ला के अधीन करते हैं। मालूम हो कि फिलहाल मुस्लिम, ईसाई और पारसी समुदाय का पर्सनल ला है, जबकि हिंदू सिविल ला के तहत हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध आते हैं। समान नागरिक संहिता का विरोध करने वालों का कहना है कि ये सभी धर्मो पर हिंदू कानून को लागू करने जैसा है। कुछ लोग समान नागरिक कानून को हिंदू कानून के रूप में समझ रहे हैं, जबकि समान नागरिक कानून का मूल ही ‘पंथनिरपेक्षता’ और सभी प्रकार के धार्मिक भेदभावों को समाप्त कर देश के सभी नागरिकों को धार्मिक आधार पर समानता प्रदान करना है। विश्व के तमाम देशों ने वर्तमान समय में यह कानून लागू कर रखा है। पोलैंड, नार्वे, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, फ्रांस, चीन और रूस जैसे कई देश इसके उदाहरण है। ऐसे में हमारे लिए आवश्यकता इस बात की है कि देश में सभी को एक ही चश्मे से देखा जाए और गोवा जैसे राज्य के उदाहरण को समूचे देश में चरितार्थ किया जाए, क्योंकि सामाजिक न्याय और लैंगिक समानता को तब तक स्थापित नहीं किया जा सकता, जब तक समूचे देश में एक विधान नहीं हो जाता। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें तमाम तथ्यों के बीच यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर समान नागरिक संहिता की राह में बाधा क्या है? इसका विरोध करने वालों का कहना है कि ये सभी धर्मो पर हिंदू कानून को लागू करने जैसा है। समान नागरिक संहिता के विपरीत मत रखने वालों का मानना है कि पंथनिरपेक्ष देश में पर्सनल ला में दखलंदाजी नहीं होना चाहिए। इसलिए जब समान नागरिक संहिता बने तो उसमें धार्मिक स्वतंत्रता का विशेष ध्यान रखा जाए। कुछ लोगों का मानना है कि पर्सनल ला व्यवस्था और समान नागरिक संहिता दोनों साथ में बने रह सकते हैं, तो वहीं कुछ मानते हैं कि अगर समान संहिता लागू होती है तो इसका मतलब ही पर्सनल ला का खत्म हो जाना होगा। एक वर्ग तो ये भी मानता है कि समान नागरिक संहिता लागू किए जाने से मत की स्वतंत्रता के अधिकार का हनन होगा। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें बहरहाल, देश में हर भारतीय पर एक समान कानून लागू होने से देश की राजनीति पर भी असर पड़ेगा और राजनीतिक दल वोट बैंक वाली राजनीति नहीं कर सकेंगे और वोटों का ध्रुवीकरण नहीं होगा। वैसे भारत में जब भी समान नागरिक संहिता की बात उठती है तो उसका विरोध इस आधार पर किया जाता है कि यह कानून वर्ग विशेष को निशाना बनाने की कोशिश है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि 1947 में हुए धर्म आधारित विभाजन के पश्चात भी हम आज सात दशकों के बाद भी उस विभाजनकारी व समाजघाती सोच को समाप्त नहीं कर सके, बल्कि उन समस्त कारणों को अल्पसंख्यकवाद के मोह में फंस कर प्रोत्साहित ही करते आ रहे हैं। लेकिन न्याय में अब इतना विलंब नहीं होना चाहिए कि वह अन्याय लगने लगे। समग्रता में देखा जाए तो हमारा देश बदल रहा है। तीन तलाक पर कानून बन चुका है। जम्मू-कश्मीर के संबंध में बना अनुच्छेद 370 अब अतीत बन गया है। संविधान, भारत का राजधर्म है और भारतीय संस्कृति भारत का राष्ट्रधर्म। प्रत्येक भारतवासी संविधान और विधि के प्रति निष्ठावान है। अपने विश्वास और उपासना में रमते हुए संविधान का पालन हमारी साझा जिम्मेदारी है। एक देश में एक ही विषय पर दो कानूनी विकल्पों का कोई औचित्य नहीं है। गौरतलब है कि आधुनिक सोच का लाभ केवल हिंदुओं तक ही सीमित न रहे और वह दूसरे मतावलंबियों को भी हासिल हो, इसके लिए अदालतें लगातार कोशिश करती रही हैं। सरकारी उपेक्षा को ध्यान में रखते हुए उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि मुस्लिम समाज को इस मामले में पहल करने की जरूरत है, ताकि प्रगति की दौड़ में वे दूसरों से पीछे न रहें। इसलिए अब सभी व्यक्तिगत कानूनों को संहिताबद्ध किया जाना काफी महत्वपूर्ण है, ताकि उनमें से प्रत्येक में पूर्वाग्रह और रुढ़िवादी पहलुओं को रेखांकित कर मौलिक अधिकारों के आधार पर उनका परीक्षण किया जा सके। अलग-अलग धर्मो के अलग-अलग कानून से न्यायपालिका पर बोझ पड़ता है। समान नागरिक संहिता लागू होने से इस परेशानी से निजात मिलेगी और अदालतों में वर्षो से लंबित मामलों के फैसले भी जल्द होंगे। देश में शादी, तलाक, गोद लेना और जायदाद के बंटवारे में सबके लिए एक जैसा कानून होगा, फिर चाहे वो किसी भी धर्म का क्यों न हो। वर्तमान में हर धर्म के लोग इन मामलों का निपटारा अपने पर्सनल ला यानी निजी कानूनों के तहत करते हैं। सरकार को चाहिए कि वह समान नागरिक संहिता के निर्माण के मामले में वैसी ही इच्छाशक्ति का परिचय दे, जैसी उसने अनुच्छेद 370 को हटाने के मामले में दिखाई थी। सरकार को यह संकेत देने में संकोच नहीं करना चाहिए कि समान संहिता वह विचार है जिस पर अमल करने का समय आ गया है। बेहतर होगा कि जल्द ही इसका कोई प्रारूप देश के सामने रखा जाए, ताकि इस संहिता को लेकर होने वाले दुष्प्रचार को थामा जा सके और देश सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति से परिचित हो सके। [शोधार्थी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-prime-minister-narendra-modi-to-address-the-constitution-day-programme-at-central-hall-of-parliament-22235789.html,संसद के केंद्रीय कक्ष में 26 नवंबर को संविधान दिवस समारोह को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी,"नई दिल्ली, एजेंसियां। 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत संसद के केंद्रीय कक्ष में 26 नवंबर को 'संविधान दिवस' पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यलय ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी शाम 5.30 बजे सुप्रीम कोर्ट की ओर से विज्ञान भवन में आयोजित दो दिन की संविधान समारोहों का उद्धाटन करेंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें पीएम मोदी के अलावा इसे राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी संबोधित करेंगे। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी के अनुसार संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का आयोजन लोकसभा सचिवालय और लोकसभा अध्यक्ष की ओर से किया जा रहा है। Prime Minister Narendra Modi to address the Constitution Day programme at Central Hall of Parliament on 26th November. He will also inaugurate the Constitution Day celebrations organised by the Supreme Court at Vigyan Bhawan: PMO (file photo) pic.twitter.com/m7McIJBQKu — ANI (@ANI) November 24, 2021 मुख्य कार्यक्रम का आयोजन संसद के केंद्रीय कक्ष में किया जाएगा पत्र सूचना कार्यालय के अनुसार, संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था। इस साल मुख्य कार्यक्रम का आयोजन संसद के केंद्रीय कक्ष में किया जाएगा। संसद के शीतकालीन सत्र में तीन कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के सवाल पर जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इस संबंध में घोषणा कर चुके हैं और कृषि मंत्रालय इस पर विचार-विमर्श कर रहा है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें राष्ट्रपति के संबोधन के बाद संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जाएगा राष्ट्रपति के संबोधन के बाद संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जाएगा। इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविन्द संविधान सभा की चर्चाओं, भारतीय संविधान की हस्तलिखित प्रति का डिजिटल प्रारूप जारी करेंगे। इस अवसर पर वे संवैधानिक लोकतंत्र के विषय पर आयोजत आनलाइन क्विज प्रतियोगिता की शुरुआत करेंगे। Edited By: Tanisk",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-tripura-civic-body-polls-2021-municipal-elections-underway-for-over-200-seats-22237600.html,"Live: सुप्रीम कोर्ट का आदेश, स्वतंत्र और निष्पक्ष निकाय चुनाव के लिए भेजें CAPF की दो अतिरिक्त कंपनियां","अगरतला, एजेंसी। त्रिपुरा के नगर निकायों की 200 से अधिक सीटों के लिए गुरुवार को मतदान हो रहा है। त्रिपुरा राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने राज्य के सभी आठ जिलों में अगरतला नगर निगम सहित 20 शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव की घोषणा की थी। राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, नगर निकाय चुनावों के लिए राज्य भर में 770 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। मतदाता 785 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। त्रिपुरा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हो रहा है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Updates: -सुप्रीम कोर्ट ने गृह मंत्रालय को त्रिपुरा में स्वतंत्र और निष्पक्ष निकाय चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की दो अतिरिक्त कंपनियां मुहैया कराने का निर्देश दिया। SC ने केंद्र और त्रिपुरा सरकार से मतपत्रों की सुरक्षा और मतगणना सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। -222 सीटों के मतदान पर टिकीं हैं 785 उम्मीदवारों की निगाहें। अगरतला के वार्ड संख्या 20 के एक मतदान केंद्र पर मतदान जारी है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें Tripura Municipal Elections | Voting underway at a polling station in Agartala's ward number 20 770 polling stations have been established across the State for the civic polls: State Election Commission pic.twitter.com/VxsMlqFyx1 — ANI (@ANI) November 25, 2021 सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस महीने की शुरुआत में अगरतला नगर निगम और 19 शहरी स्थानीय निकायों की कुल 334 सीटों में से 112 पर निर्विरोध जीत हासिल की है। शेष 222 सीटों के लिए गुरुवार को मतदान होना है। वोटों की गिनती 28 नवंबर को होगी। 20 शहरी स्थानीय निकायों में कुल 334 सीटें हैं जिनमें छह नगर पंचायत, 13 नगर परिषद और एक नगर निगम शामिल हैं। त्रिपुरा एसईसी एमएल डे ने कहा, 'राज्य में नगर निकायों के लिए मतदान की तारीख 25 नवंबर है, वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक होनी है। मतगणना 28 नवंबर को होगी, जो सुबह 8 बजे से शुरू होगी।' उन्होंने कहा, 'चुनाव की पूरी प्रक्रिया चार दिसंबर को खत्म हो जाएगी'। त्रिपुरा में 2018 में सत्ता में आने के बाद भाजपा के लिए यह पहला निकाय चुनाव होगा। Edited By: Nitin Arora",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-shivraj-government-took-steps-towards-police-commissioner-system-to-be-implemented-in-bhopal-and-indore-jagran-special-22237733.html,MP Govt: शिवराज सरकार ने नौकरशाही के दबाव की परवाह किए बिना ही कमिश्नर प्रणाली लागू करने की दिशा में बढ़ाए कदम,"संजय मिश्र। दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों की तरह जल्द ही भोपाल और इंदौर में भी पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश के चार शहरों लखनऊ, नोएडा, कानपुर और वाराणसी में भी इसके लागू होने के बाद से आ रही सफलता की सूचनाओं ने मध्य प्रदेश सरकार को उत्साहित कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह इसकी प्रशंसा कर चुके हैं। यही कारण है कि मध्य प्रदेश सरकार ने बिना देर किए प्रदेश की राजधानी भोपाल एवं आर्थिक राजधानी के रूप में विख्यात इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने का निश्चय कर लिया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो दिन पूर्व इसकी औपचारिक घोषणा कर संदेश दिया कि कानून व्यवस्था के मुद्दे को उनकी सरकार प्राथमिकता से लेती रहेगी। उन्होंने कहा कि यद्यपि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर है। शांति और सद्भाव है, लेकिन हाल के दिनों में कुछ नए तरह के अपराध सामने आए हैं जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती। ऐसी चुनौतियों से कारगर ढंग से निपटने एवं जनता को बेहतर सेवा देने के लिए दोनों शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने जा रहे हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें माना जा रहा है कि भोपाल एवं इंदौर में यदि पुलिस कमिश्नर प्रणाली सफल होती है तो ग्वालियर, जबलपुर जैसे शहरों में भी इसे लागू करने पर विचार किया जा सकता है। यह एक तथ्य है कि राज्य के अन्य शहरों की तुलना में भोपाल एवं इंदौर का विकास तेजी के साथ हो रहा है। हर साल बड़ी संख्या में ग्रामीण अंचलों एवं छोटे शहरों से लोग इन शहरों में आ रहे हैं। इससे यहां की आबादी तेजी से बढ़ रही है। जाहिर है कि इससे कानून व्यवस्था की चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। साइबर अपराध की घटनाएं जिस तरह सामने आई हैं उससे भी सरकार की चिंता बढ़ी है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने नौकरशाही के दबाव की परवाह किए बिना ही पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा दिया है। पुलिस कमिश्नर को वे सभी मजिस्ट्रेटी अधिकार भी दिए जाएंगे, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी हैं। इससे पुलिस मजबूत होगी तथा अनेक मामलों का अपने स्तर पर ही निस्तारण कर सकेगी। ऐसा भी नहीं है कि यह फैसला एकाएक कर लिया गया है। इसके लिए सरकार काफी समय से तैयारी कर रही थी। दरअसल, प्रदेश में माफिया के खिलाफ सरकार ने अभियान चला रखा है। भोपाल और इंदौर ऐसे शहर हैं, जहां माफिया की चुनौतियां अधिक हैं। कलेक्टरों के ऊपर विकास एवं न्यायिक कार्य को लेकर भी दबाव रहता है, क्योंकि प्रदेश के छवि-निर्माण में उनकी बड़ी भूमिका है। पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने से कलेक्टरों पर काम का दबाव कम होगा और वे विकास पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। पुलिस एवं कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों में पुलिस और प्रशासन के बीच का द्वंद्व समाप्त होगा। यह भी एक कारण है कि सरकार ने दोनों शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें वैसे भी प्रदेश के दो शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की योजना नई नहीं है। इसका प्रस्ताव सबसे पहले तीन जून 1981 को तत्कालीन सरकार ने बनाया था। कैबिनेट ने प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी थी, लेकिन नौकरशाही के दबाव एवं अन्य कारणों से इसका क्रियान्वयन नहीं हो सका। दिग्विजय सिंह की सरकार में भी विधानसभा में इसके लिए एक विधेयक प्रस्तुत किया गया और पारित भी हो गया, लेकिन राजभवन से स्वीकृति नहीं मिली, जिसके कारण मामला लटक गया। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर 2012 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल-इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने का इरादा जाहिर किया था। वर्ष 2018 में इसका प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया, लेकिन यह कार्यरूप में परिणत नहीं हो सका। लगभग चार दशकों के बाद अब शिवराज सरकार पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की योजना साकार करने जा रही है। उन्होंने किसी को भनक दिए बिना ही इसकी घोषणा कर दी। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें मुख्यमंत्री अच्छी तरह जानते हैं कि इस तरह के कठोर फैसले एक झटके में ही लिए जा सकते हैं। वैसे भी सत्ता की चौथी पारी में मुख्यमंत्री बड़े-बड़े निर्णय इसी अंदाज में कर रहे हैं। यही वजह है कि अब तक पुलिस कमिश्नर प्रणाली से इत्तेफाक नहीं रखने वाले आइएएस संवर्ग के अधिकारी भी चुप हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि अब मुख्यमंत्री कदम वापस लेने वाले नहीं हैं। पुलिस के अनेक वर्तमान एवं पूर्व अधिकारी सरकार के इस निर्णय की सराहना कर रहे हैं। उनका मानना है कि जिस तरह से अपराध की प्रकृति में बदलाव आया है, साइबर अपराध बढ़ रहा है, उसे देखते हुए पुलिस को अधिकार संपन्न बनाना बड़ी जरूरत है। किसी भी निर्णय को लागू कराने के लिए उन्हें मजिस्ट्रेट से आदेश लेने के लिए भटकना नहीं पड़ता है। ऐसे में सरकार ने यह संकेत दिया है कि इसे जल्द लागू किया जा सकता है। [स्थानीय संपादक, नवदुनिया, भोपाल] Edited By: Sanjay Pokhriyal",-1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-modi-talks-to-cm-bommai-about-the-damage-caused-by-heavy-rains-in-karnataka-22233870.html,कर्नाटक में भारी बारिश के बाद हुए नुकसान को लेकर पीएम मोदी ने की सीएम बोम्‍मई से बातचीत,"नई दिल्‍ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से राज्य में भारी बारिश को लेकर बात की और स्थिति का जायजा लिया। कर्नाटक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में हाल ही में हुई लगातार बारिश की वजह से हुए फसलों को नुकसान और अन्य नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी ली। पीएम ने राहत और पुनर्वास के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री बोम्मई ने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे बचाव और राहत कार्यों के बारे में भी बताया। यह जानकारी मुख्‍यमंत्री कार्यालय ने दी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कर्नाटक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत और पुनर्वास के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को फोन कर राज्य में हाल में हुई बेमौसम और लगातार बारिश के कारण फसल के नुकसान और अन्य नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। बयान में कहा गया क‍ि बोम्मई ने प्रधानमंत्री को मानव जीवन के नुकसान, फसलों और सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान के बारे में बताया। पीएम ने बाढ़ से हुए कहर पर भी चिंता व्यक्त की। बोम्मई ने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे बचाव और राहत कार्यों के बारे में भी बताया। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें अमित शाह ने भी की बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बोम्मई को फोन कर बाढ़ की स्थिति और राहत कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने जानमाल के नुकसान और फसलों को हुए नुकसान पर खेद व्यक्त किया। बोम्मई ने शाह को राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे राहत कार्यों के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने की घोषणा इससे पहले मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि पूरी तरह क्षतिग्रस्त मकानों के लिए पांच लाख रुपये और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए तीन लाख रुपये तीन किस्तों में दिये जायेंगे। जिला कलक्टरों को एक लाख रुपये की पहली किस्त तत्काल वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। बोम्मई ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए 500 करोड़ रुपये जारी किए हैं। स्कूलों और आंगनबाड़ियों को भी नुकसान हुआ है और उनकी मरम्मत का काम एनडीआरएफ फंड से किया जाएगा। बारिश ने बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, तुमकुरु, कोलार, चिक्काबल्लापुर, रामनगर, हासन जिले को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। कर्नाटक और उसके पड़ोसी राज्यों में नवंबर के महीने में लगातार बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को अगले 5 दिनों के दौरान कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में व्यापक हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है। Edited By: Arun Kumar Singh",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/cds-bipin-rawat-and-his-wife-were-cremated-on-the-same-pyre-together-from-last-breath-to-last-rites-ntc-1371496-2021-12-10,"अंतिम सांस से अंतिम संस्कार तक साथ, एक ही चिता पर CDS और उनकी पत्नी की अंत्येष्टि","CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. बेटियों ने पूरे रीति-रिवाज से अपने माता-पिता का अंतिम संस्कार किया. जिंदगीभर अपनी पत्नी का साथ निभाने वाले CDS बिपिन रावत ने आखिरी पलों में भी मधुलिका रावत का साथ नहीं छोड़ा. लिहाजा तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश के वक्त भी दोनों साथ ही थे. दोनों के पार्थिव शरीर एक ही विमान से दिल्ली के पालम एयरबेस पर लाए गए. वहीं, बरार स्क्वायर (श्मशान घाट) में भी दोनों के पार्थिव शरीरों को एक ही चिता में मुखाग्नि दी गई. दोनों बेटियों ने नम आंखों से पूरे रीति-रिवाज से अपने माता-पिता का अंतिम संस्कार किया. सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी को एक ही चिता पर मुखाग्नि दी गई. दरअसल, उनकी दोनों बेटियों के कहने पर ऐसा किया गया. CDS रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई. इस दौरान तीनों सेनाओं के अध्यक्षों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. साथ ही तीनों सेनाओं के अधिकारियों ने उन्हें कंधा दिया. 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा' शुक्रवार को जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास से बरार स्क्वायर लाया गया था. इस दौरान रास्ते में लोगों ने 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा' के नारे लगाए. देश के पहले CDS को श्रद्धांजलि देने के लिए सीजेआई एनवी रमन्ना, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेता बरार स्क्वायर पहुंचे. देश के पहले CDS को केरल से लेकर कश्मीर तक में श्रद्धांजलि दी गई. नम आंखों से लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी. जब CDS के पार्थिव शरीर को कुन्नूर से पालम एयरपोर्ट पर लाया जा रहा था तो लोगों ने रास्ते में फूल बरसाए. साथ ही दिल्ली में भी उनकी अंतिम यात्रा के दौरान फूल बरसाए. देश ने भारी मन से वीर सपूत CDS बिपिन रावत को विदा किया. Live TV ये भी पढ़ें Bipin Rawat Cremation Video: 17 तोपों की सलामी, बेटियों ने दी मुखाग्नि, पंचतत्व में विलीन हुए बिपिन रावत 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा', CDS बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में जमकर लगे नारे",-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/parliament-winter-session-2021-live-updates-ninth-day-rajnath-singh-statement-on-coonoor-chopper-crash-cds-bipin-rawat-demise-ntc-1370511-2021-12-09,लोकसभा में पास हुआ केंद्रीय सतर्कता आयोग और विशेष पुलिस स्थापना संशोधन बिल,Parliament Winter Session 2021: संसद के शीतकालीन सत्र का आज 9वां दिन है. तमिलनाडु में हुए हेलिकॉप्टर हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में बयान दिया. लोकसभा में आज जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत चर्चा जारी रही. केंद्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक 2021 और विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक 2021 विचार और पारित किए जाने के लिए सदन की कार्यसूची में शामिल रहा. उधर 'द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) बिल 2021' राज्यसभा से पास हो गया.,-1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/congress-mp-manish-tewari-targeted-the-government-on-demonetisation-at-agenda-2021-ntc-1367191-2021-12-03,"'आज मार्केट में पहले से ज्यादा कैश है', नोटबंदी पर मनीष तिवारी ने सरकार को घेरा","Agenda Aajtak 2021: 'एजेंडा आजतक' के कार्यक्रम में शुक्रवार को शामिल हुए कांग्रेस प्रवक्ता और श्री आनंदपुर साहिब से लोकसभा सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने देश के लिए बिगड़ती अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी को जिम्मेदार ठहराया. तिवारी ने कहा कि 2016 में नोटबंदी, फिर जीएसटी और उसके बाद कोविड से देश की अर्थव्यवस्था गर्त में चली गई. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से पहले की अपेक्षा आज मार्केट में ज्यादा कैश है. बकौल मनीष तिवारी, 'नोटबंदी के समय कहा गया था कि कालाधन खत्म हो जाएगा, लेकिन क्या कालाधन रुका? आतंकवादियों की फंडिंग रुक जाएगी, लेकिन क्या मदद रुकी? और दावा किया गया था कि डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन नोटबंदी से पहले की अपेक्षा आज देश की अर्थव्यवस्था में ज्यादा कैश है.' यह भी पढ़ें:- मनीष तिवारी का सवाल- मनरेगा गड्ढे खोदने के लिए थी, तो अब तक बंद क्यों नहीं की? पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों पर कांग्रेस नेता ने कहा कि जब तेल की कीमत इस देश में 35 से 40 रुपये प्रति लीटर होनी चाहिए थी, तब इस सरकार ने टैक्स नहीं घटाया और आम जनता पर महंगाई का भार डालते रहे. आज हो सकता है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हों, लेकिन 2014-16 तक तेल की कीमतों में ऐतिहासिक कमी रही, मगर उस दौरान एनडीए सरकार ने टैक्स लगाकर 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक भारत की जनता से वसूल लिए. कांग्रेस जमीन पर क्यों नहीं है? इस सवाल के जवाब में सांसद तिवारी ने आगे कहा कि आज कोई भी सर्वे कराएंगे तो देश का हर व्यक्ति महंगाई की मार झेलता मिलेगा. इसी मुद्दे पर हमने हिमाचल प्रदेश में लोकसभा का उपचुनाव भी जीता है. इसलिए ऐसा नहीं कहा जा सकता कि हमारी पार्टी इन मुद्दों को नहीं उठा रही. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस की प्रतिभा सिंह ने पिछले महीने फतह हासिल की थी. यह भी पढ़ें:- चुनाव आते ही कैसे कम हो जाती हैं तेल की कीमतें? केंद्रीय मंत्री ने दिया ये जवाब भाई-भतीजे की तिजोरियां नहीं भरी हैं इसके पलटवार में कौशल विकास, उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था महामारी के चलते प्रभावित हुई है. एक्साइज ड्यूटी बढ़ाना वक्त की जरूरत थी. सरकार ने इस पैसे को गरीबों के कल्याण में लगाया है, न कि अपने भाई-भतीजे की तिजोरियां भरी हैं. केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी में बहुत कुछ हुआ है. इसे हमें नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फ्यूल प्राइसेस से भारत का प्रभावित नहीं होना असंभव है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें बढ़ती हैं तो उसका प्रभाव भारत पर भी पड़ता है. Live TV यह भी पढ़ें मोदी सरकार से रोजगार न मांगें तो किससे करें सवाल, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर बरसे हार्दिक मोदी सरकार में काम करना ‘सौभाग्य’, मनमोहन सिंह से तुलना संभव नहीं: ज्योतिरादित्य सिंधिया",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/coronavirus-cases-today-india-reports-7992-new-corona-cases-and-393-deaths-in-last-24-hrs-2014622,"Coronavirus Cases Today: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 7 हजार 992 केस दर्ज, 393 की मौत","Coronavirus Cases Today in India: देश में जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप बरकरार है. देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 7 हजार 992 नए केस सामने आए हैं. वहीं, 393 लोगों की मौत हो गई. देश में अबतक कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के 32 मामले सामने आ चुके हैं. जानिए आज देश में कोरोना की ताजा स्थिति क्या है. अबतक 4 लाख 75 हजार 128 की मौत केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या 93 हजार 277 है. वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4 लाख 75 हजार 128 हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक, कल 9265 रिकवरी हुईं, जिसके बाद अभी तक 3 करोड़ 41 लाख 14 हजार 331 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. अबतक 131 करोड़ से ज्यादा खुराक दी गईं राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 131 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं. कल 76 लाख 36 हजार 569 डोज़ दी गईं, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 131 करोड़ 99 लाख 92 हजार 482 डोज़ दी जा चुकी हैं. देश में ओमिक्रोन वेरिएंट के अबतक 32 केस दर्ज देश में जानलेवा कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ रहा है. डेल्टा वैरिएंट की तुलना में यह वेरिएंट 5 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है और इस आंकलन का असर भी दिख रहा है. देश में अबतक इस वेरिएंट के 32 केस आ चुके हैं. ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस ने जुलूस, रैली और सभी मोर्चे पर रोक लगा दी है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/pinaka-rocket-the-test-of-pinaka-er-was-successful-this-is-the-special-thing-about-the-multi-barrel-rocket-launcher-system-2014624,"Watch: Pinaka Rocket: DRDO ने किया Pinaka-ER का सफल परीक्षण, मल्टी बैरल रॉकेट लांचर की ये है खास बात","Pinaka Rocket: भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने पिनाका रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की क्षमता बढ़ाते हुए शनिवार को एक्सटेंडेड वर्ज़न पिनाका-ईआर का सफल परीक्षण किया. इस टेस्ट को ओडिशा के तट पर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर), चांदीपुर में आयोजित किया गया. बताया जा रहा है कि टेस्ट के दौरान कई रेंजों पर मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (एमबीआरएल) से कुल 25 एन्हांस्ड पिनाका रॉकेट दागे गए. रेंज वर्ज़न 45 किमी तक की दूरी के लक्ष्य को नष्ट कर सकता है. वहीं, इन मिसाइलों के उड़ान पथ को आईटीआर और प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल एस्टाब्लिशमेंट (पीएक्सई) के तैनात टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित रेंज उपकरणों द्वारा ट्रैक किया गया था. एआरडीई ने विकसित किया पिनाका रॉकेट सिस्टम रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि, मिशन ने अपने सभी उद्देश्यों को पूरा किया. जानकारी के मुताबिक, पिनाका रॉकेट सिस्टम को एआरडीई ने विकसित किया था. वहीं, नागपुर में इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड ने इस रॉकेट का निर्माण किया. वहीं अब इसकी रेंज में सुधार और सटीकता को लेकर काम किया जाएगा. बीते साल लिया था ये फैसला बता दें, पिछले साल सितंबर महीने में DRDO ने पिनाका हथियार सिस्टम की अथॉरिटी होल्डिंग सील्ड पर्टीकुलर (AHSP) जिम्मेदारी DGQA को सैंप दी थी. Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/indian-military-academy-passing-out-parade-387-gentlemen-cadets-passing-out-during-autumn-term-2021-2014618,"Passing out Parade: IMA की पासिंग आउट परेड में सेना में शामिल हुए 319 युवा अफसर, जनरल रावत को भी लेना था समारोह में हिस्सा","IMA Passing out Parade: भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग आउट परेड आज सादगी से आयोजित की जा रही है. बतौर रिव्यूइंग अफसर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जेंटलमैन कैडेट्स की सलामी ली. इस बार आईएमए से 387 जेंटलमैन कैडेट पासआउट हुए, जिनमें से 319 बतौर अफसर भारतीय सेना से जुड़ें. इस बार मित्र देशों के 68 जेंटलमैन कैडेट भी पासआउट हुए. इस कार्यक्रम में जनरल बिपिन रावत भी शामिल होने वाले थे. राष्ट्रीय शोक के चलते लाइट एंड साउंड शो रद्द शेड्यूल में पूर्व निर्धारित मल्टी एक्टिीविटी डिस्पले और लाइट एंड साउंड शो को राष्ट्रीय शोक के चलते रद्द कर दिया गया है. तमिलनाडु के कुन्नूर में एयरफोर्स के एमआई-17 वी-फाइव हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के कारण चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना और वायुसेना के 13 अधिकारियों और जवानों का निधन हो गया था. देश-विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल इस हादसे के बाद घटनाक्रम से अचानक सब कुछ बदल गया. पासिंग आउट परेड में देश-विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल हुए, इनमें से 319 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले, जबकि आठ मित्र देश अफगानिस्तान, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीव, म्यांमार, तंजानिया और तुर्कमेनिस्तान की सेना को 68 युवा सैन्य अधिकारी मिले.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/bandipora-terrorist-attack-video-of-daughter-of-the-kashmir-police-cop-who-attained-martyrdom-viral-2014530,"Watch: बांदीपोरा में रोती बिलखती शहीद की बेटी का वीडियो वायरल, पुलिस बोली- आतंकियों को बख्शेंगे नहीं","Bandipora Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में कल हुए आतंकी हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं. इन दोनों शहीदों में से एक की बेटी का वीडियो सामने आया है, जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया है. मासूम के सिर से उठा पिता का साया उन कायरों को एक दफा शहीद पुलिसकर्मी की मासूम बेटी की भीगी हुई आंखों में झांककर जरूर देखना चाहिए, जिन्होंने इसके सिर से पिता का साया छीन लिया. उन दहशतगर्दों को इस बच्ची की आंखों का सूनापन एक बार जरूर देख लेना चाहिए, जिसने इसका सबकुछ छीन लिया. यहां क्लिक कर देखें वीडियो हम परिवार के साथ हैं- जम्मू पुलिस ये छोटी सी बच्ची एक जांबाज पुलिस अफसर मोहम्मद सुल्तान की बेटी है, जिसने बांदीपुरा के आतंकी हमले में अपने पिता को खो दिया. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस बच्ची का 23 सेकंड का ये वीडियो ट्वीट किया और लिखा, ‘’हम इस परिवार के साथ हैं और ये भरोसा दिलाते हैं कि जिन आतंकियों ने इसे अनाथ बनाया उन्हें बख्शेंगे नहीं.’’ शुक्रवार को कश्मीर के बांदीपोरा में गुलशन चौक इलाके में पुलिस की टीम तैनात थी, ताकि बाजार में सुरक्षा को देखा जा सके. इस दौरान पुलिस टीम पर अचानक आतंकी हमला हुआ, जिसमें दो पुलिसकर्मी मोहम्मद सुल्तान और फयाज अहमद शहीद हो गए. फायरिंग करने के बाद आतंकी मौके से भाग गए. इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी इस आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी की और आतंकियों की तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इलाके में सर्च ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/helicopter-crash-rajnath-singh-inquired-about-the-health-of-the-only-survivor-of-the-accident-group-captain-varun-singh-2014578,"CDS Chopper Crash: राजनाथ सिंह ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के परिवार से की फोन पर बात, अभी क्रिटिकल है हालत","CDS Chopper Crash: हेलिकॉप्टर हादसे में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है जिनका इलाज बेंगलुरु के कमान अस्पताल में चल रहा है. वहीं, उनके स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कैप्टन के घरवालों से फोन पर बातचीत की और उन्हें हर तरह की मदद का आश्वासन दिया. मिली जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वरुण सिंह के परिजनों से कहा कि देश हर तरह से मदद के लिए तैयार है. साथ ही कहा कि वरुण को बेस्ट चिकित्सा सुविधा दी जा रही है. वहीं, परिजनों ने भी वरुण के इलाज पर संतोज जताया है. कमान अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, वरुण की हालत नाजुक बनी हुई है. उनकी हालत को देखते हुए एक विषेश टीम उनकी निगरानी कर रही है. उन्होंने बताया बीते दिन उनका डायलिसिस हुआ साथ ही उनका बीपी कंट्रोल में आ गया है. हादसे में 13 लोगों की मौत बता दें, बुधवार को हुए हादसे में गंभीर रूप से झुलसे ग्रुप कैप्टन को वेलिंगटन स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें पहले सड़क मार्ग से एम्बुलेंस में सुलूर ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु पहुंचाया गया. बुधवार को कुन्नूर के पास एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्यकर्मियों का निधन हो गया था. इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं. शौर्य चक्र से नवाजे गए थे वरुण सिंह पिछले साल एक बड़ी तकनीकी खामी की चपेट में आए लड़ाकू विमान तेजस को संभावित दुर्घटना से सफलतापूर्वक बचा लेने के उत्कृष्ट कार्य के चलते ग्रुप कैप्टन सिंह को अगस्त महीने में शौर्य चक्र से नवाजा गया था. वहीं दूसरी ओर देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. उन्हें राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर अंतिम विदाई दी गई. बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को अंतिम संस्कार किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अन्य देशों के अधिकारियों समेत कई हस्तियां सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान घाट पहुंची. Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद CDS Chopper Crash: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में भारतीय वायु सेना के सभी 4 कर्मियों की पहचान पूरी हो गई है. सेना से मिली जानकारी के मुताबिक, लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के पार्थिव शरीर की पहचान कर ली गई है. इसी के साथ अब तक कुल 9 लोगों की पहचान हो गई है. सेना के अधिकारियों ने बताया कि आज उनके शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा. उनके पार्थिव शरीर को हवाई मार्ग से ले जाया जाएगा और पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. हालांकि उससे पहले दिल्ली कैंट के बेस अस्पताल में पार्थिव शरीर का माल्यार्पण किया जाएगा. भारतीय वायुसेना के विमान से आज पार्थिव शरीर को ले जाया जाएगा ""1- विंग कमांडर चौहान को आगरा ले जाया जाएगा 2- जेडब्ल्यूओ दास को वायुसेना के विमान से भुवनेश्वर ले जाया जाएगा 3- एल/एनके बी साई तेजा तो बेंगलुरु ले जाया जाएगा 4- एल/एनके विवेक कुमार को भी उनके परिजनों को सौंपा जाएगा"" हेलीकॉप्टर हादसे की जांच में जुटी टीम रक्षा मंत्रालय ने कुन्नूर के पास कटारी पार्क क्षेत्र में हेलिकॉप्टर हादसे की जांच करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ये टीम गठित की गई है जो मौसम की स्थिति समेत दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी है. बता दें, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को पहले ही बरामद कर लिया गया है. Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/andhra-pradesh-5-students-who-went-swimming-in-krishna-river-drowned-teacher-also-lost-his-life-due-to-strong-current-ann-2014559,"Andhra Pradesh: कृष्ण नदी में तैरने गए 5 छात्रों की डूबने से मौत, तेज बहाव में शिक्षक ने भी गंवाई जान","Andhra Pradesh Incident: आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में उस वक्त चीख-पुकार मच गई जब एक साथ 5 छात्र समेत शिक्षक के पानी में डूबने से मौत हो गई. घटना बीते दिन की है जब छात्र अपने शिक्षक के साथ नदी में नहाने के लिए गए थे. मिली जानकारी के मुताबिक, अच्छामपेट मंडल के मादीपाडू गांव के निकट स्थित वेद पाठशाला में पढ़ाई कर रहे 5 छात्र और एक शिक्षक कृष्णा नदी में नहाने के लिए गए थे. माना जा रहा है उन्हें तैरना नहीं आता था और नदी का बहाव काफी तेज होने के चलते वो डूब गए. स्थानीय निवासी ने बताया कि, घटना के बाद इलाके में चीख पुकार मच उठी और देखते ही देखते कृष्ण नदी के आसपास लोगों की भीड़ जुट गई. वहीं, घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी. सभी शवों को नदी से निकाला गया सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस और विशेष तैराकों की टीम ने बचाव कार्य चलाया जिसमें घंटों की मशक्कत के बाद सभी 5 छात्रों और शिक्षक के शवों को नदी से निकाला गया. बताया जा रहा है कि मृतक छात्रों में 3 छात्र उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे, 2 छात्र मध्य प्रदेश के थे जबकि एक शिक्षक नारसरावपेटा के रहने वाला था. Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/omicron-latest-update-omicron-tally-up-at-32-ban-on-rally-and-march-in-mumbai-2014544,"Omicron Latest Update: देश में ओमिक्रोन वेरिएंट के अबतक 32 केस दर्ज, मुंबई में रैली और मोर्चा निकालने पर लगी रोक","Omicron Latest Update: देश में जानलेवा कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ रहा है. डेल्टा वैरिएंट की तुलना में यह वेरिएंट 5 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है और इस आंकलन का असर भी दिख रहा है. देश में अबतक इस वेरिएंट के 32 केस आ चुके हैं. अकेले महाराष्ट्र में 17 मामले सामने आ चुके हैं. महाराष्ट्र एक बार फिर डरा रहा है और ये डर यूपी तक पहुंच रहा है, क्योंकि देश के सबसे बड़े सूबे में चुनाव हैं. महाराष्ट्र में फिर सिर उठा रहा है कोरोना का काल धारावी में तंजानिया से आया एक शख्स ओमिक्रोन से संक्रमित हुआ है. मुंबई में तीन नए केस मिले हैं, जिसमें एक साढ़े तीन साल की बच्ची भी शामिल है. महाराष्ट्र में कुल 7 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब ओमिक्रोन के कुल 32 मरीज हो गए हैं. अलर्ट मोड में महाराष्ट्र सरकार ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस ने जुलूस, रैली और सभी मोर्चे पर रोक लगा दी है. लेकिन सवाल है कि अगर मुंबई में रैली पर रोक लग रही है तो क्या उत्तर प्रदेश का क्या, जहां चुनावी माहौल गर्मा रहा है और रैलियों की संख्या में उसमें आने वाली भीड़ बढ़ती जा रही है. यूपी में भले ही चुनावी माहौल है, लेकिन दूसरे राज्यों में सख्ती बरती जा रही है. वी के पॉल तीसरी लहर को लेकर लोगों को चेताया नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल तीसरी लहर को लेकर लोगों को चेताया है. वी के पॉल ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रोन वेरिएंट के वैश्विक स्वरूप को लेकर चेतावनी दी है. ऐसे में भारत में फेस मास्क का घटता उपयोग को चिंता का कारण बताया है. उधर देश में तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बयान दिया कि वैक्सीन के बुस्टर डोज पर विचार किया जा रहा है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/weather-updates-cold-will-increase-in-these-states-including-delhi-the-weather-will-bloom-in-odisha-2014509,"Weather Updates: दिल्ली समेत इन राज्यों में अभी और बढ़ेगी ठंड, ओडिशा में खिलेगा मौसम","Weather Updates: भारत में मौसम करवट बदलते दिख रहा है. पहाड़ों में लगातार हो रही बर्फबारी के अब रुकने के संकेत बने हुए हैं जिससे उत्तरी भारत में ठंड कम हो सकती है. वहीं, ओडिशा समेत तटीय राज्यों में गरज के साथ बारिश होने की पूरी संभावना बनी हुई है. देश के राजधानी दिल्ली में तेज हवाओं के चलने से प्रदूषण में भारी कमी आयी है तो वहीं ठंड में भी इजाफा देखने को मिला है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के मुताबिक, दिल्ली की वायु गुणवता सूचकांक (AQI) इस वक्त खराब श्रेणी में 293 है. 15 दिसंबर के बाद दिल्ली समेत उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप भी शुरू हो सकता है. माना जा रहा है कि, 15 दिसंबर के बाद पहाड़ी इलाकों से बर्फीली हवाएं दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों तक पहुंचेंगी जिससे ठंड बढ़ जाएगी. जम्मू कश्मीर में ठंड में हुआ इजाफा जम्मू-कश्मीर में न्यूनतम तापमान में गिरवाट दर्ज होने से ठंड में इजाफा हुआ है. गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. श्रीनगर में माइनस 2.6 और अधिकतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. वहीं, आने वाले दिनों में तापमान के कुछ इसी प्रकार बने रहने की संभावना है जिससे ठंड बनी रहेगी. राजस्थान में शुरू होगी कड़ाके की ठंड दिसंबर महीने में राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है. राज्य के सभी जिलों में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे चल रहा है. वहीं, चुरू में 4.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. ओडिसा के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना ओडिसा के कुछ हिस्सों में आज हल्की से मध्यम बारिश और बादल गरज की संभावना बनी हुई है. वहीं, अन्य जगहों पर मौसम सामान्य दिखेगा. वहीं, भुवनेश्वर में रात का तापमान 20 डिग्री के आसपास रह सकता है. हिमाचल में मौसम रहेगा साफ राज्य में 14 दिसंबर तक मौसम के साफ बने रहने की उम्मीद है. तापमान बढ़ने से लोगों को ठंड से राहत मिलते दिखेगी. हालांकि, राज्य के कई शहरों में तापमान माइनस में चल रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में औसत तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने की संभावना है. Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/booster-dose-effective-against-omicron-revealed-in-british-study-2014501,"Omicron: ओमिक्रोन के खिलाफ बूस्टर खुराक कारगर, ब्रिटिश स्टडी में हुआ खुलासा","Booster Dose Effective Against Omicron: कोरोना वैक्सीन की तीसरी बूस्टर खुराक (डोज़) कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप से होने वाले संक्रमण के मामलों में 70 से 75 प्रतिशत तक सुरक्षा मुहैया कराती है. ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. एजेंसी ने नवीनतम तकनीकी जानकारी देते हुए बताया कि ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका- भारत में कोविशील्ड नाम से- और फाइजर/बायोनटेक वैक्सीन की दो खुराक मौजूदा समय में सबसे ज्यादा प्रसारित कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मुकाबले लक्षण वाले संक्रमण में ‘बहुत कम सुरक्षा’ देती हैं. हालांकि, देखा गया है कि तीसरी खुराक वायरस के नए स्वरूप के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है. यह अध्ययन ओमिक्रोन के 581 मामलों के विश्लेषण पर आधारित है. यूकेएचएसए ने कहा, ""मौजूदा रूझान में बदलाव नहीं होता है तो इस महीने के अंत तक ब्रिटेन में संक्रमितों की संख्या 10 लाख को पार कर जाएगी."" एजेंसी ने कहा, ""वैक्सीन प्रभाव को लेकर शुरुआती आंकड़ों से लगता है कि वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ बूस्टर खुराक शुरुआती दौर में ज्यादा प्रभावी है और करीब 70 से 75 प्रतिशत तक लक्षण वाले संक्रमण में सुरक्षा प्रदान करती है. वायरस के स्वरूप के शुरुआती अध्ययन पर आधारित होने की वजह से सभी आकलनों में अनिश्चितता है."" देश में ओमिक्रोन के 32 मामले शुक्रवार को महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के सात नए मामले आने के बाद देश में कोरोना के इस नए वेरिएंट के कुल मामले 32 हो गए. महाराष्ट्र में नए 7 मामलों में से 3 मुंबई और 4 पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम में सामने आए हैं. राज्य में कुल ओमिक्रोन के मामले अब 17 पर पहुंच गए हैं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/omicron-cases-in-india-32-cases-of-omicron-in-india-seven-new-cases-including-a-three-and-a-half-year-old-girl-were-reported-in-maharashtra-2014489,"Omicron Cases In India: देश में ओमिक्रोन के 32 मामले, महाराष्ट्र में साढ़े तीन साल की बच्ची समेत सात नए केस सामने आए","Omicron Updates: सरकार ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन पर चिंताओं के बीच देश में मास्क का इस्तेमाल कम होने को लेकर आगाह किया और कहा कि लोग जोखिम भरा और अस्वीकार्य व्यवहार कर रहे हैं. बता दें कि देश में ओमिक्रोन के मामले बढ़ कर 32 हो गए हैं. एक आधिकारिक प्रेस रिलीज़ के अनुसार, पुणे जिले में साढ़े तीन वर्षीय बच्ची समेत महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के सात नए मामले सामने आए हैं. यह बच्ची कोविड-19 के इस नए स्वरूप से संक्रमित देश की सबसे कम उम्र की मरीज हो सकती है. सात नए मामलों में से चार पुणे जिले से हैं और ये सभी भारतीय मूल की नाइजीरिया से आई तीन महिलाओं के संपर्क में आए थे, जिनमें पहले इस संक्रमण की पुष्टि हुई थी. गुजरात में भी ओमीक्रोन के दो नए मामले सामने आए हैं. वाशिंगटन विश्वविद्यालय में स्वतंत्र वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मीट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के आकलन का हवाला देते हुए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में मास्क का इस्तेमाल कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने के पहले की अवधि की तुलना में कम हो गया है. उन्होंने टीके की खुराक लेने और मास्क लगाने, दोनों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, ""हम आपको आगाह करते हैं कि अभी मास्क हटाने का वक्त नहीं आया है. इस तरीके से हम फिर से खतरे की स्थिति में आ गए हैं. सुरक्षा क्षमता के नजरिए से हम निचले, जोखिम भरे और अस्वीकार्य स्तर पर हैं. हमें यह याद रखना होगा कि टीके की दोनों खुराक और मास्क अहम है."" विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के हाल के विश्लेषण का जिक्र करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि जन स्वास्थ्य एवं सामाजिक उपाय (पीएचएसएम) का अनुपालन कम हो रहा है जबकि टीकाकरण दर में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि हमें अपनी और हमारे आसपास के लोगों की कोविड-19 से रक्षा करने के लिए इन सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करने की आवश्यकता है. अग्रवाल ने कहा, ""ओमीक्रोन के मामले कुल स्वरूपों के मामलों के 0.04 प्रतिशत से भी कम हैं. सभी मामले में हल्के लक्षण देखे गए हैं."" संक्रमण के इन कुल मामलों में महाराष्ट्र से शाम को आए ओमीक्रोन के सात नए मामले शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सीय रूप से ओमीक्रोन से स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था पर अभी तक बोझ नहीं पड़ रहा है लेकिन सावधानी बरतनी होगी. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में ओमीक्रोन के सात नए मामले आए हैं, जिनमें से तीन मुंबई में और चार पुणे जिले के पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम (पीसीएमसी) से सामने आए हैं. इसमें कहा गया है, राज्य में ओमीक्रोन के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 17 हो गयी है. संसद की एक समिति ने सुझाव दिया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय को विभिन्न संबद्ध एजेंसियों के साथ समन्वय कर कोरोना वायरस के विभिन्न स्वरूपों से मुकाबला करने के लिए कोरोना रोधी टीकों की बूस्टर खुराक की जरूरत के बारे में पता लगाना चाहिए. इस बीच केंद्र ने कहा कि एनईजीवीएसी और एनटीएजीआई कोरोना वायरस के खिलाफ बूस्टर खुराकों के खिलाफ स्पष्टीकरण के संबंध में वैज्ञानिक सबूतों पर विचार कर रही है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने शुक्रवार को संसद में एक लिखित जवाब में स्पष्ट किया कि वेबसाइट ‘अवरवर्ल्डडेटाडाटओआरजी’ पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार दुनिया में 60 से अधिक देश कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक दे रहे हैं.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/corona-vaccination-figure-crossed-132-crores-and-more-than-68-lakh-doses-were-taken-on-friday-2014488,"Corona Vaccination: देश में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 132 करोड़ के पार, शुक्रवार को दी गईं 68 लाख से ज्यादा खुराक","Corona vaccination: देशभर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. इसी के चलते शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान 132 करोड़ डोज के आंकड़े को पार कर गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि शुक्रवार तक देश में 132 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि शुक्रवार को शाम 7 बजे तक देशभर में 68 लाख से ज्यादा खुराक दी गई. जानकारी के अनुसार इस दौरान कुल 68,63,955 डोज दी गई. वहीं अभी दिन के खत्म होने के साथ ही इस आंकड़े में बढ़ोत्तरी की उम्मीद जताई गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि अभी तक तकरीबन 81 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है, वहीं 51 करोड़ से ज्यादा को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई है. बता दें कि भारत में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के 25 मामलों की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में 9, गुजरात में तीन, महाराष्ट्र में 10, कर्नाटक में दो, दिल्ली में एक व्यक्ति में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है. वहीं दुनियाभर में 59 देशों में ओमिक्रोन के मामले पाए गए हैं. देश में Omicron वेरिएंट के अब तक 25 मामलों की हुई पुष्टि, सरकार ने दी ये चेतावनी Farmers Protest: आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में क्या किसानों की गई जान? संसद में सरकार ने दिया ये जवाब",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/mumbai-police-registers-case-against-adg-deven-bharti-investigation-handed-over-to-ciu-of-crime-branch-ann-2014487,"मुंबई पुलिस ने ADG देवेन भारती के खिलाफ दर्ज किया मामला, क्राइम ब्रांच की CIU को सौंपी गई जांच","Mumbai Police Registers Case Against ADG Deven Bharti: मुंबई की मालवानी पुलिस स्टेशन ने सीनियर IPS अधिकारी देवेन भारती, रिटायर ACP दीपक फटांगड़े और कथित बंगलादेशी महिला रेश्मा खान समेत अन्य लोगों के खिलाफ चीटिंग फोर्जरी जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. ABP न्यूज़ के पास उस FIR को कॉपी है, जिसे रिटायर पुलिस निरीक्षक दीपक करूलकर के बयान के आधार पर दर्ज किया गया है. करूलकर ने अपने बयान में पुलिस को बताया की 8 दिसंबर 2021 को उसे क्राइम ब्रांच के कॉन्स्टेबल सुहास खंदारे ने बताया की उसे महाराष्ट्र के DGP संजय पांडे को घूसखोर रेश्मा खान और अन्य लोगों के खिलाफ चल रही जांच के सम्बंध दिए बयान के संदर्भ में आगे की जांच के लिए बुलाया है, जिसके बाद करूलकर क्राइम ब्रांच के कार्यालय पहुंचे. करूलकर ने पुलिस को बताया कि 30 नवंबर 2017 में रिटायर हुआ और जुलाई 2015 में मेरी पोस्टिंग स्पेशल ब्रांच- 1 के आइ ब्रांच में सीनियर पुलिस निरीक्षक के पद पर नियुक्त हुआ था. जुलाई 2015 से नवंबर 2017 के बीच हमारे पास ऐसे लोगों की लिस्ट आई जिन्होंने भारतीय होने का सबूत देते हुए पासपोर्ट हासिल किया है. लेकिन उनके दस्तावेज की सत्यता संदेह के घेरे में है. इसके बाद जांच के दौरान पता चला की रेश्मा खान नाम की महिला की पासपोर्ट के लिए दिए गए दस्तावेज सामने आए, जिसमें उसका बर्थ सर्टिफिकेट भी था जिसपर 24 परगना पश्चिम बंगाल का पता दिया गया था, जिसे वेरिफाई करने के लिए एक टीम वहां भेजी गई. जांच में पता चला कि उस बर्थ सर्टिफिकेट का रिकॉर्ड वहां पर मौजूद नहीं है. इस बात की जानकारी वहां गए जांच अधिकारियों ने मुझे दी, जिसके बाद मैंने इस संदर्भ में मालवानी पुलिस स्टेशन के उस समय के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दीपक फटांगड़े को मामला दर्ज करने के लिए पत्र लिखा, जिसके बाद उस पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक ने मौखिक रूप से मुझे बताया की फटांगड़े रेश्मा के खिलाफ मामला दर्ज करने नहीं दे रहे हैं. इसके बाद मैंने मामला दर्ज कर इसकी रिपोर्ट आई विभाग को भेजने के लिए कहा, पर फटांगड़े ने मुझे कहा कि उस इस समय के ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर देवेन भारती ने मामला ना दर्ज करने को कहा है. कुछ दिनों के बाद देवेन भारती ने मुझे अपने कार्यालय मिलने के लिए बुलाया और फिर मैं उनके केबिन के बाहर उनसे मिला. उन्होंने कहा कि रेश्मा के मामले में कुछ करो मत, नहीं तो परेशानी होगी. ऐसा इसलिए क्यूंकि उस महिला का सम्बंध किसी राजकीय पार्टी से जुड़े व्यक्ति के साथ है और इस विषय पर मालवानी पुलिस स्टेशन के अधिकारी उचित करवाई करेंगे. इस मामले में मैंने ज़्यादा जांच की तो पता चला कि रेश्मा हैदर एक राजकीय पार्टी से जुड़े है और हाजी हैदर खान की पत्नी है. वहीं गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली, उसके मुताबिक वो बांग्लादेश की नागरिक है जो की अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी. पुलिस स्टेशन से दस्तावेज को नष्ट किया गया? कुरूलकर ने अपने बयान में यह भी कहा कि इस मामले में अक्टूबर 2020 में मैंने RTI के तहत इस मामले से जुड़े दस्तावेज की एक कॉपी मांगी, जिसपर ACP ने जवाब में कहा कि 2018 तक के कई दस्तावेज नष्ट किए गए हैं, जिसके बाद मैंने पहली अपील की तब DCP ने कहा कि मांगी गई जानकारी ढूंढ़कर दी जाए, जिसके बाद ACP ने फिर से वही जवाब दिया की दस्तावेज नष्ट किए गए हैंय कुरूलकर के इस बयान के आधार पर मुंबई पुलिस ने ADG रैंक के अधिकारी देवेन भारती, रिटायर ACP दीपक फटांगड़े और कथित बांग्लादेश की नागरिक रेश्मा हैदर खान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. क्राइम ब्रांच के सूत्रों में बताया की रेश्मा फ़िलहाल कहां है पता लगाया जा रहा है. इस मामले में अभी तक किसी और के बयान दर्ज नहीं किए गए हैं. पुलिस ने इस मामले में FIR IPC की धारा 465, 467, 468, 471,420 और 34 और दूसरी सम्बंधित धाराओं के तहत दर्ज की है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/dk-thakur-corona-positive-lucknow-police-commissioner-dk-thakur-corona-positive-test-was-done-before-pm-modi-s-visit-2014475,"DK Thakur Corona Positive: लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर कोरोना पॉजिटिव, पीएम मोदी के दौरे से पहले कराया गया था टेस्ट","Lucknow Police Commissioner Corona Positive: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लखनऊ विज़िट से पहले शहर के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं. दरअसल, पहले रुटीन टेस्ट में डीके ठाकुर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके बाद से वह अपने घर पर आइसोलेट हैं. लेकिन इसके बाद उनका दूसरा सैंपल भी जांच के लिए भेज दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट कल यानी शनिवार को आएगी. डीजीपी मुकुल गोयल की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव पीएम मोदी के लखनऊ दौरे से पहले एहतियातन टेस्ट कराया गया था. इसमें पुलिस कमिश्नर की रिपोर्ट पॉज़िटिव पाई आई है. अब कमिश्नर डीके ठाकुर के संपर्क में आए लोगों की जांच की जा रही है. हालांकि, कमिश्नर में कोई लक्षण नहीं हैं. राहत की बात यह है कि डीजीपी मुकुल गोयल कोविड निगेटिव पाए गए हैं. लेकिन कमिश्नर के संपर्क में आए अन्य के नमूने जांच के लिए भेज दिए गए हैं. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है, लेकिन उन्हें कोई लक्षण नहीं है. शनिवार को अमौसी एयरपोर्ट आ रहे हैं पीएम मोदी आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शनिवार को पीएम मोदी लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट आ रहे हैं. यहां से वह बलरामपुर जाएंगे, जहां उन्हें सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन करना है. पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के मद्देनजर पुलिस कमिश्नर समेत दूसरे अफसरों की कोरोना जांच कराई गई थी.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/chopper-crash-group-captain-varun-singh-condition-critical-but-stable-2014444,"Chopper Crash: हादसे में इकलौते बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक, बेंगलुरू के अस्पताल में चल रहा इलाज","Helicopter Crash: हेलीकॉप्टर हादसे में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर, लेकिन स्थिर है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि सिंह का बेंगलुरु के कमान अस्पताल में इलाज चल रहा है. ग्रुप कैप्टन सिंह की हालत फिलहाल स्थिर बताई गई है. अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को सिंह को तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरु के कमान अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था. बुधवार को हुए हादसे में गंभीर रूप से झुलसे ग्रुप कैप्टन को वेलिंगटन स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें पहले सड़क मार्ग से एम्बुलेंस में सुलूर ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु पहुंचाया गया. बुधवार को कुन्नूर के पास एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्यकर्मियों का निधन हो गया था. इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं. ये भी पढ़ें- Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार पिछले साल एक बड़ी तकनीकी खामी की चपेट में आए लड़ाकू विमान तेजस को संभावित दुर्घटना से सफलतापूर्वक बचा लेने के उत्कृष्ट कार्य के चलते ग्रुप कैप्टन सिंह को अगस्त महीने में शौर्य चक्र से नवाजा गया था. वहीं दूसरी ओर देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. उन्हें राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर अंतिम विदाई दी गई. बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को अंतिम संस्कार किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अन्य देशों के अधिकारियों समेत कई हस्तियां सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान घाट पहुंची. ये भी पढ़ें- Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/trending/video-of-monkey-sharpening-knife-went-viral-on-social-media-2014443,"Viral Video: बंदर ने तेज की छूरे की धार, सोशल मीडिया पर मिला शानदार रिएक्शन","Viral Video: सोशल मीडिया पर जानवरों को काफी पसंद किया जाता है. यहीं वजह है कि उनसे जुड़े कोई भी रोचक वीडियो तेजी से वायरल होते देखे गए हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर सामने आए एक बंदर का वीडियो काफी पसंद किया जा रहा है. वीडियो में बंदर को एक बड़े से छूरे पर धार लगाते देखा जा रहा है. दरअसल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो इस वीडियो को आईपीएस अधिकारी रुपिन शर्मा ने शेयर किया है. इसे ट्विटर पर शेयर करने के साथ ही उन्होंने इसे कैप्शन देते हुए लिखा है 'हैं तैयार हम,'. उनके इस वीडियो में बंदर को बिल्कुल इंसानों की तरह ही छूरे पर धार लगाते देखा जा सकता है. वीडियो में बंदर पहले बर्तन में रुके पानी से छूरे को गीला करता है फिर पत्थर पर छूरे को दोनों ओर से घिस कर उसकी धार को तेज करता दिख रहा है. फिलहाल खबर लिखे जाने तक सोशल मीडिया पर इस वीडियो को तकरीबन 4 हजार व्यूज मिल चुके हैं. वहीं बड़ी संख्या में लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक यूजर को बंदर के इस वीडियो को देखकर उस पर यकीन ही नहीं हो रहा है. उसने रिएक्ट करते हुए लिखा है कि 'हे भगवान, मैं ये सब क्या देख रही हूं.' एक अन्य यूजर का कहना है कि 'आओ पहले बंदर से निपट लो' तो वहीं एक अन्य यूजर ने कहा है कि बंदर 'आरपार की लड़ाई की तैयारी' कर रहा है. Farmers Protest: आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में क्या किसानों की गई जान? संसद में सरकार ने दिया ये जवाब",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/delhi-police-cyber-cell-arrested-cyberfraudsters-ann-2014431,"Delhi Crime: क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर करते थे ठगी, साइबर सेल ने आरोपियों को दबोचा","Delhi Police Cyber Cell: नॉर्थ दिल्ली के साइबर पुलिस स्टेशन ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है पुलिस ने इनके पास से 4 मोबाइल फोन, 2 सिम कार्ड और 15 हज़ार भी बरामद किए हैं. दरअसल नॉर्थ दिल्ली के साइबर पुलिस स्टेशन में हिंदू राव इलाके की रहने वाली एक महिला ने शिकायत दी थी. शिकायत में महिला ने बताया कि उसके क्रेडिट कार्ड से ठगी के जरिए 96 हज़ार रुपए निकाल लिए गए हैं महिला ने पुलिस को बताया कि उसे 22 अक्टूबर को एक फोन आया था फोन करने वाले शख्स ने खुद को बैंक का एग्जीक्यूटिव बता कर क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने के लिए कहा और इस बहाने उसने क्रेडिट कार्ड की डिटेल भी ले ली और थोड़ी देर बाद ही महिला के अकाउंट से 96 हज़ार रुपए गायब हो गए. महिला ने शिकायत में ये भी बताया कि उसने किसी को कोई OTP नहीं दिया था इसके बावजूद उसके क्रेडिट कार्ड से पैसे निकाल लिए गए. बैंको के लिए काम कर चुके थे आरोपी पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. जिस नंबर से महिला को फोन आया था पुलिस ने उस नंबर की कॉल डिटेल निकाली. इतना ही नहीं पुलिस ने महिला के बैंक की डिटेल्स भी निकाली यहीं से पुलिस को सुराग मिला. पुलिस को पता चला की क्रेडिट कार्ड़ से पैसे दो वॉलेट में ट्रांसफर किए गए हैं. तकनीकी जांच के जरिए पुलिस ने अनंत चौधरी और राहुल नाम के दो लड़कों को गिरफ्तार किया. दोनों ही दिल्ली के रहने वाले थे. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि दोनों ठगी के धंधे में शामिल होने से पहले (DSA) डायरेक्ट सेलिंग एजेंट के तौर पर अलग-अलग बैंकों में काम कर चुके थे और उन्हें मालूम था की क्रेडिट कार्ड कैसे बनाए जाते हैं यहीं से दोनों को क्रेडिट कार्ड के जरिए ठगी का आइडिया अभी आया. ठगी करने के लिए एक अलग सिम कार्ड का इंतजाम किया गया. इतना ही नहीं पुलिस ने बताया कि दोनों के पास लोगों के क्रेडिट कार्ड का डाटा भी मौजूद था जो उन्होंने अलग-अलग बैंकों से चुराया था. नार्थ जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी के मुताबिक पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के बहाने से लोगों को कॉल करते थे और क्रेडिट कार्ड की पूरी डिटेल ले लेते थे. लेकिन उनसे OTP नहीं मांगते थे बल्कि इनका ठगी करने का तरीका एकदम अलग था. मेल आईडी के जरिए करते थे ठगी दरअसल क्रेडिट कार्ड की डिटेल के साथ-साथ ये शातिर ठग विक्टिम से वो ईमेल आईडी भी लेते थे जो क्रेडिट कार्ड के साथ अटैच होती थी और फॉरगेट पासवर्ड के ऑप्शन पर जाकर उसे क्लिक करते थे और विक्टिम को कहते थे कि आपके मोबाइल पर गूगल का एक नोटिफिकेशन आएगा उसे आप एक्सेप्ट कर लीजिए इसके जरिए वो नया पासवर्ड क्रिएट करते थे और OTP ईमेल पर मंगवाते थे. जिस महिला ने पुलिस में शिकायत की थी इन दोनों शातिर ठगों ने उस महिला के साथ भी इसी तरह से ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस अब इनसे लगातार पूछताछ कर रही है और ये पता करने की कोशिश कर रही है कि ये दोनों पिछले कितने समय से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे और कितने लोगों को अभी तक चूना लगा चुके हैं. Farmers Protest: किसान 'घर वापसी' को तैयार, राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- इस सत्याग्रह की आज आखिरी रात Omicron Cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के 7 नए केस सामने आए, राज्य में कुल मामलों की संख्या हुई 17",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/eight-jbm-terrorists-convicted-for-planting-ied-in-bodh-gaya-2014434,"Bodh Gaya में आईईडी लगाने के मामले में जेबीएम का आठ आतंकी दोषी करार, 17 दिसंबर को सुनाई जाएगी सजा","JBM Terrorists: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की विशेष अदालत ने शुक्रवार को आतंकवादी समूह जमात-उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आठ आतंकवादियों को 2018 में बोध गया के महाबोधि मंदिर परिसर में आईईडी लगाने का दोषी करार दिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. एनआईए के अधिकारी ने कहा कि पैगंबर शेख, अहमद अली, नूर आलम मोमिन, आदिल शेख, दिलावर हुसैन, अब्दुल करीम, मुस्तफिजुर रहमान और आरिफ हुसैन को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं, गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत दोषी करार दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि मामला मंदिर परिसर और उसके आसपास तीन आईईडी लगाने से संबंधित है. अधिकारी ने कहा कि कालचक्र मैदान के गेट नंबर पांच पर पाया गया पहला आईईडी निष्क्रिय किये जाने दौरान फट गया था. एनआईए अधिकारी ने कहा कि श्रीलंकाई मठ के पास और महाबोधि मंदिर के गेट नंबर 4 की सीढ़ियों से दो और आईईडी बरामद किए गए थे. ये भी पढ़ें- Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार अधिकारी के अनुसार दोषियों ने दलाई लामा और बिहार के राज्यपाल की यात्रा के दौरान मंदिर परिसर में आईईडी लगाकर साजिश रची थी. अधिकारी ने बताया कि उन्होंने एक-दूसरे से संपर्क किया, एक साथ यात्रा की, साजिश रची और विस्फोटक खरीदे, इन तीनों आईईडी को तैयार कर 19 जनवरी, 2018 को मंदिर परिसर में लगाया. एनआईए अधिकारी ने कहा कि मामले में सितंबर, 2018 में आरोप पत्र दायर किया गया था. इसके बाद जनवरी 2019 में पूरक आरोप पत्र दायर किया गया. विशेष अदालत 17 दिसंबर को आठ दोषियों को सजा सुनाएगी. Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/uttar-pradesh-kanpur-dehat-police-brutality-video-viral-beating-young-man-have-child-in-arm-inspector-suspended-2014402,"Viral Video: पुलिस की बर्बरता का वीडियो हुआ वायरल, अब इंस्पेक्टर को किया गया सस्पेंड","Kanpur Dehat, Inspector Beaten Young Man: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो सामने आने के बाद मामले में अकबरपुर इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. दरअसल, मामला कानपुर देहात के जिला अस्पताल का है, जहां पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के लोग अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे. इस दौरान एक स्वास्थ्यकर्मी को पुलिस ने बर्बरता के साथ सरेआम बेरहमी से पीट दिया. सामने आए वीडियो में बच्चे को गोद में लिए शख्स पर इंस्पेक्टर जमकर लाठी बरसाते हुए नजर आ रहे हैं. इंस्पेक्टर ने लाठियों से हमला करते हुए शख्स के बच्चे को भी छीनने की कोशिश की थी. इस वीडियो के सामने आने के बाद तमाम राजनीतिक दलों ने ट्वीट कर मामले को तुल दिया था. इसे लेकर आनन-फानन में पुलिस के आला अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया. कानपुर नगर के आईजी प्रशांत कुमार ने इस पूरे मामले का निरीक्षण करने के लिए कानपुर देहात का दौरा किया. इस दौरे के दौरान उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए पुलिस की ओर से किए गए इस व्यवहार और घटना को निंदनीय बताया और दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही. साथ ही उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि पुलिस की ओर से इस तरीके की बर्बरता किसी भी हाल में सही नहीं मानी जाएगी. वायरल हो रहे वीडियो में बच्चे को लिए शख्स मामले पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रजनीश शुक्ला की पत्नी ने कहा कि मेरे पति को बर्बरता के साथ मारा गया है. पीड़ित परिवार लगातार अपने साथ हुई आपबीती बता रहा है. वायरल हो रहे वीडियो में शख्स ये कहते हुए सुनाई दे रहा है कि बच्चे को लग जाएगी, मत मारिए. वहीं, इंस्पेक्टर सहित कई पुलिसकर्मी शख्स पीछा करते हैं और कुछ अधिकारी बच्चे को जबरदस्ती उससे दूर खींचने की कोशिश करते हैं. इस दौरान शख्स कह रहा है कि यह उसका बच्चा है, बच्चा रोने लगता है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/mirzapur-web-series-allahabad-high-court-gives-big-relief-to-the-makers-fir-canceled-against-farhan-akhtar-and-ritesh-sidhwani-2014403,"Mirzapur Web Series के निर्माताओं को हाई कोर्ट ने दी बड़ी राहत, फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के खिलाफ FIR रद्द","Mirzapur Web Serie: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मिर्जापुर वेब सीरीज के निर्माताओं फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी शुक्रवार को रद्द कर दी. मिर्जापुर वेब सीरीज में मिर्जापुर कस्बे की खराब छवि प्रस्तुत कर कथित तौर पर धार्मिक, सामाजिक और क्षेत्रीय भावना आहत करने के लिए यह प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जस्टिस एमसी त्रिपाठी और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने इस मामले में आरोपियों की ओर से दायर याचिका स्वीकार करते हुए यह आदेश पारित किया. उन्होंने बताया कि इससे पूर्व, 29 जनवरी, 2021 को अदालत ने रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. बता दें कि मिर्जापुर वेब सीरीज के निर्माताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए और अन्य धाराओं एवं सूचना प्रौद्योगिकी कानून की धारा 67-ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी. याचिकाकर्ताओं की ओर से दलील दी गई कि प्राथमिकी में लगाए गए सभी आरोपों को सही भी मान लिया जाए तो भी याचिकाकर्ताओं के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता क्योंकि ऐसा कोई आरोप नहीं है कि इस वेब सीरीज का निर्माण किसी खास वर्ग के लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने की मंशा से किया गया. Operation Devi Shakti: अफगानिस्तान से जल्द भारत आएगा सिख प्रतिनिधिमंडल, साथ लाएंगे पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब वहीं दूसरी ओर, राज्य सरकार के वकील ने कहा कि इस प्राथमिकी में एक विशेष आरोप यह है कि यह वेब सीरीज प्रथम शिकायतकर्ता की सामाजिक एवं धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है. पीठ ने संबद्ध पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कहा, ''इस पूरे प्राथमिकी में कहीं यह आरोप नहीं लगाया गया है कि इस सीरीज में कोई भी ऐसी चीज दिखाई गई है जिससे किसी धर्म विशेष की छवि खराब हुई हो और उससे नागरिकों के एक वर्ग की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हो.'' हाईकोर्ट ने कहा, ''इस वेब सीरीज से अकेले शिकायतकर्ता की धार्मिक, सामाजिक और क्षेत्रीय भावनाएं आहत हुई हैं ना कि नागरिकों के किसी वर्ग की भावनाएं आहत हुई हैं.'' Priyanka Gandhi Dance Video: विधानसभा चुनाव से पहले गोवा पहुंची प्रियंका गांधी, आदिवासी महिलाओं के साथ किया डांस",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/trending/leaf-tribute-to-cds-general-bipin-rawat-being-paid-on-social-media-2014385,लीफ ट्रिब्यूट के जरिए सोशल मीडिया पर दी जा रही CDS Bipin Rawat को श्रद्धांजलि,"Leaf Tribute to Gen Bipin Rawat: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी. जिन्हें आज राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर अंतिम विदाई दी गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की है. वहीं सोशल मीडिया पर जनरल बिपिन रावत को अनोखे अंदाज में याद किया जा रहा है. दरअसल सोशल मीडिया पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को लीफ ट्रिब्यूट के जरिए एक अनोखी श्रद्धांजलि दी जा रही है. लीफ ट्रिब्यूट के जरिए जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने की रचना कलाकार शशि अदकर ने की है. उन्होंने इसका वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया था. जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है. शशि अदकर के इस लीफ ट्रिब्यूट वीडियो को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, अभिनेता अनुपम खेर और सोशल मीडिया पर बड़ी तादाद में लोगों ने शेयर किया है. बता दें कि शशि अदकर के इस लीफ ट्रिब्यूट वीडियो में पीपल के एक पत्ते में जनरल बिपिन रावत का कटआउट दिखाया गया है. बता दें कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को अंतिम संस्कार किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अन्य देशों के अधिकारियों समेत कई हस्तियां सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान घाट पहुंची. ""इसे भी पढ़ेंः पंचतत्व में विलिन हुए जनरल बिपिन रावत, दोनों बेटी ने दी माता-पिता को मुखाग्नि"" Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/child-vaccination-in-india-head-of-niti-ayog-denied-says-did-not-received-any-recommendation-from-ntagi-2014387,Covid Vaccination: बच्चों को कोरोना टीका दिए जाने पर डॉ. वीके पॉल बोले- अभी तक नहीं मिली एनटीएजीआई की ओर से कोई भी सिफारिश,"Covid-19 Vaccination: कोविड-19 से बचाव के लिए बच्चों को टीका (Vaccine) दिए जाने के संबंध में टीकाकरण (Vaccination) पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) की ओर से अभी तक कोई सिफारिश नहीं की गई है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल ने शुक्रवार को यह बात कही. पॉल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “टीम इस संबंध में कई सोर्स से प्राप्त सूचनाओं का अध्ययन कर रही है.’’ उन्होंने कहा कि NTAGI की अक्सर बैठकें होती हैं जहां इस बारे में व्यवस्थित रूप से गौर किया जा रहा है. हमें बच्चों के टीकाकरण पर अभी तक कोई सिफारिश नहीं मिली है. वे इस संबंध में तथा टीके के अन्य पहलुओं की जांच कर रहे हैं.” वहींं वयस्कों के लिए टीके की बूस्टर डोज़ से जुड़े एक सवाल पर पॉल ने कहा, ‘‘हम इस संबंध में वैश्विक वैज्ञानिक अध्ययनों पर नजर रख रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि बूस्टर खुराक (Booster Dose) पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोई रुख नहीं अपनाया है. पॉल ने कहा, ‘‘इस पर विचार हो रहा है. लेकिन डब्ल्यूएचओ ने स्पष्ट रूप से प्राथमिक टीकाकरण को सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता के रूप में पूरा करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है. हमारी सोच और दृष्टिकोण भी उसी नजरिए से जुड़ा हुआ है कि हमें दोनों खुराकों के साथ सभी लोगों के टीकाकरण का कार्य पूरा करना है.’’ Terrorist Attack In Bandipora: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकी हमला, दो पुलिसकर्मी शहीद भारत में मास्क के उपयोग में कमी को लेकर भी जताई चिंता वहीं डॉ पॉल ने देश में फेस मास्क के उपयोग में गिरावट के लेकर चिंता जताते हुए कहा कि भारत के नागिरकों को हमेशा यह याद रखने की जरूरत है कि कोविड से बचाव के लिए मास्क और वैक्सीन दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण हथियार हैं. कोविड के प्रसार को सिर्फ मास्क और वैक्सीन द्वारा ही रोका जा सकता है. उन्होंने आगे कहा, ""यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस इस वेरिएंट के कारण कोविड की एक और लहर का सामना कर रहे हैं. वायरस के कारण होने वाली महामारी आश्चर्य और अनिश्चितता से भरी है, इसलिए इससे खुद को बचाना बहुत जरूरी है."" पंचतत्व में विलिन हुए जनरल बिपिन रावत, दोनों बेटी ने दी माता-पिता को मुखाग्नि",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/drugs-case-aryan-khan-son-of-bollywood-actor-shah-rukh-khan-moves-bombay-high-court-2014352,"Drugs Case: शाहरुख खान के बेटे Aryan Khan पहुंचे हाई कोर्ट, की ये मांग","Aryan Khan Drugs Case: ड्रग्स मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है. उन्होंने अपनी अर्जी में जमानत से संबंधित शर्तों में संशोधन करने की अपील की है. आवेदन में इस शर्त से छूट देने की अपील की गई है कि उन्हें प्रत्येक शुक्रवार को एंटी ड्रग्स एजेंसी एनसीबी के दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय में पेश होना होगा. आज भी आर्यन खान मुंबई एनसीबी दफ्तर में पेश हुए. अर्जी में कहा गया है कि चूंकि जांच अब दिल्ली एनसीबी के विशेष जांच दल को सौंप दी गई है, इसलिए मुंबई कार्यालय में उनके पेश होने की शर्त में ढील दी जा सकती है. आवेदन में यह भी कहा गया है कि एनसीबी कार्यालय के बाहर मीडिया कर्मियों की भीड़ लगी रहती है, जिसके कारण उन्हें हर बार पुलिसकर्मियों को साथ लेकर वहां जाना पड़ता है. आर्यन के वकील ने कहा कि हाई कोर्ट में अगले सप्ताह इस याचिका पर सुनवाई हो सकती है. Omicron Variant in Mumbai: धारावी का शख्स ओमिक्रोन पॉजिटिव, महाराष्ट्र में आंकड़ा पहुंचा 17 ड्रग्स मामले में गिरफ्तार हुए आर्यन खान, मुनमुन धमेचा और अरबाज मर्जेंट को 28 अक्टूबर को हाई कोर्ट ने जमानत दी थी. इसके साथ हाई कोर्ट ने उनपर 14 शर्तें लगाई थीं. उन्हें हर शुक्रवार एनसीबी के समक्ष पेश होने के अलावा कई निर्देश दिये गए थे. इनमें एजेंसी को बताए बिना मुंबई से बाहर नहीं जाने और विशेष एनडीपीएस अदालत की अनुमति के बगैर देश से बाहर नहीं जाने की शर्त भी शामिल है. NCB ने मुंबई तट पर एक क्रूज जहाज पर छापेमारी के दौरान कथित रूप से ड्रग्स जब्त होने के बाद 3 अक्टूबर को आर्यन खान और अन्य को गिरफ्तार कर लिया था.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/new-omicron-virus-threat-in-india-people-are-avoiding-to-wear-face-mask-and-to-be-vaccinated-niti-ayog-and-icmr-warns-who-2014347,"Omicron के खतरे के बीच Mask पहनने में लोग बरत रहे कोताही, केंद्र ने चेताया","New Omicron Variant: नीति आयोग की स्वास्थ्य समिति के सदस्य डॉ वीके पॉल ने शुक्रवार को देश में फेस मास्क के उपयोग में गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रोन वेरिएंट के वैश्विक स्वरूप को लेकर चेतावनी दी है. ऐसे में भारत में फेस मास्क का घटता उपयोग को चिंता का कारण बताया है. पॉल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत के नागिरकों को हमेशा यह याद रखने की जरूरत है कि कोविड से बचाव के लिए मास्क और वैक्सीन दोनों बहुत ही महत्वपूर्ण है. उनके मुताबिक कोविड से हमें सिर्फ मास्क और वैक्सीन ही बचा सकती है, और वह यह देख रहे हैं कि पिछले कुछ दिनों से भारत में मास्क का उपयोग कम हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) हमें मास्क के उपयोग को लेकर लगातार चेतावनी दे रहा है. उन्होंने बताया कि कोविड का नया ओमिक्रोन वेरिएंट परेशान करने वाला है और भारत में इसकी मौजूदगी जोखिम भरी है और हम लापरवाही के अस्वीकार्य स्तर पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा, उन्होंने कहा, ""यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस इस वेरिएंट के कारण कोविड की एक और लहर का सामना कर रहे हैं. वायरस के कारण होने वाली महामारी आश्चर्य और अनिश्चितता से भरी है, इसलिए इससे खुद को बचाना बहुत जरूरी है।"" ओमिक्रोन वायरस के खिलाफ COVID-19 टीकों की प्रभावशीलता के बारे में बात करते हुए पॉल ने कहा कि यह सभी तरह के वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है. यह ‘वेरिएंट’ अभी इतना स्मार्ट नहीं है कि यह वैक्सीन को किसी तरह से प्रभावित कर सके. वहीं भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अध्यक्ष बलराम भार्गव ने कहा कि इस तरह की नियमित बैठकों के द्वारा हम नए ओमिक्रोन वेरिएंट पर हो रहे वैश्विक बदलावों के साथ-साथ भारत में हो रहे बदलावों पर लगातार नजर बनाकर रखेंगे. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि फिर भी हमें घबराने की जरूरत नहीं है. देश के किसी भी जिले में कोविड केसों की संख्या 5 प्रतिशत से आगे बढ़ने पर हम उस जिले में कोविड प्रतिबंधो को लागू कर वायरस की प्रसार क्षमता को रोकने का प्रयास करेंगे. Congress नेता Adhir Ranjan का Mamata Banerjee पर आरोप, कहा- Goa में BJP के लिए बना रहीं रास्ता Terrorist Attack In Bandipora: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकी हमला, दो पुलिसकर्मी शहीद ",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/maharashtra-reports-7-new-cases-of-omicron-3-from-mumbai-and-4-from-pimpri-chinchwad-total-reached-to-17-2014344,"Omicron Cases in Maharashtra: महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के 7 नए केस सामने आए, साढ़े तीन साल का बच्चा भी संक्रमित, राज्य में कुल मामले हुए 17","Omicron New Case in Maharashtra: राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि महाराष्ट्र ने शुक्रवार को कोरोनोवायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के सात नए मामले दर्ज किए, जिसमें एक साढ़े तीन साल का बच्चा भी शामिल है. अब राज्य में ओमिक्रोन के कुल मामलों की संख्या 17 हो गई है. कुल मिलाकर महाराष्ट्र में दिन के दौरान 695 नए कोरोनोवायरस मामले दर्ज किए गए. राज्य की राजधानी मुंबई में ओमिक्रोन के तीन नए मामले मिले. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की हालिया रिपोर्ट के अनुसार राज्य में सात नए ओमिक्रोन मामले सामने आए हैं, जिनमें से तीन मुंबई से और चार पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम से हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि मुंबई के तीन मरीज क्रमशः तंजानिया, यूके और दक्षिण अफ्रीका-नैरोबी के सभी पुरुष हैं. बृहन्मुंबई नगर निगम के अनुसार, तंजानिया से लौटा यात्री घनी आबादी वाले धारावी स्लम क्षेत्र का निवासी था, लेकिन समुदाय में घुलने-मिलने से पहले वह आइसोलेट था. पुणे जिले के पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम (पीसीएमसी) से अन्य चार नए मरीज सामने आए. विज्ञप्ति में कहा गया है कि ये सभी तीन नाइजीरियाई महिलाओं के संपर्क में आए, जिनमें पहले ओमिक्रोन संक्रमण पाया गया था. सात नए रोगियों में से चार को पूरी तरह से वैक्सीन लगाई गई थी. एक मरीज को कोरोना वायरस के टीके की एक डोज मिली है, जबकि एक मरीज को वैक्सीन नहीं लगाई गई. एक और मरीज साढ़े तीन साल का बच्चा है और वैक्सीनेशन के योग्य नहीं है. नए रोगियों में से चार में लक्षण नहीं थे, जबकि अन्य तीन में केवल हल्के लक्षण थे. एक दिसंबर से अब तक 61,439 अंतरराष्ट्रीय यात्री मुंबई, पुणे और नागपुर हवाईअड्डों से राज्य में पहुंचे हैं. इनमें से 9,678 'जोखिम वाले' देशों से थे. मुंबई नागरिक निकाय बीएमसी ने शुक्रवार को कहा कि शहर में ओमिक्रोन रोगियों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. तंजानिया का रहने वाला यात्री धारावी का रहने वाला है. विज्ञप्ति के अनुसार 4 दिसंबर को कोविड​-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया, हल्के लक्षण थे और उन्होंने कोविड​​​​-19 के खिलाफ वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली थी. उनके दो करीबी संपर्कों ने वायरल संक्रमण के लिए नकारात्मक परीक्षण किया. लंदन से लौटे 25 वर्षीय यात्री ने 1 दिसंबर को COVID-19 के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया और उसने टीके की दोनों डोज ले ली थीं. उनमें COVID-19 के कोई लक्षण नहीं थे. ये भी पढ़ें- Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार गुजरात के 37 वर्षीय निवासी ने आगमन के बाद 4 दिसंबर को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया है. बीएमसी ने कहा कि उन्हें हवाई अड्डे से सीधे अस्पताल ले जाया गया और उनके हल्के लक्षण हैं. हालांकि उन्हें पूरी तरह से वैक्सीन लगाई गई थी. इससे पहले दिन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा था कि पुणे जिले के 7 ओमिक्रोन रोगियों में से पांच ने अब संक्रमण के लिए निगेटिव टेस्ट किया है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/new-case-of-omicron-variant-detected-in-dharavi-mumbai-total-cases-reached-to-11-ann-2014323,"Omicron Variant in Mumbai: धारावी का शख्स ओमिक्रोन पॉजिटिव, जानिए क्यों मुंबई के लिए टेंशन में डालने वाला है ये केस","Dharavi Omicron Case: मुंबई के धारावी में तंजानिया से आया शख्स ओमिक्रोन वेरियंट से संक्रमित हुआ है. महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के मामलों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है. धारावी में जो शख्स ओमिक्रोन वेरियंट से संक्रमित हुआ है, फिलहाल उसके लक्षण सामान्य है. चिंताजनक बात यह है कि वह धारावी जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके में रहता है. मुंबई महानगर पालिका ने शख्स को फिलहाल अस्पताल में भर्ती किया है. वो पिछले काफी सालों से धारावी में रह रहा था और 4 दिसंबर 2021 को तंजानिया से मुंबई आया था. तंजानिया हाई रिस्क देशों में शामिल नहीं था. उसे हवाई अड्डे पर इंतजार करने के लिए कहा गया था, जिसके बाद वह शाम को धारावी रवाना हुआ. उसके आने के दौरान आरपीसीआर टेस्ट में रिजल्ट पॉजिटिव आया, जिसके बाद इस बारे में नॉर्थ वॉर्ड को सूचना दी गई. जी नॉर्थ वॉर्ड की मेडिकल टीम ने उसके संपर्क में आए लोगों को भी ट्रैक किया. दो लोग उस शख्स को लेने के लिए आए थे. तंजानिया से आए ओमिक्रोन वेरिएंट पॉजिटिव शख्स को तुरंत 7 हिल्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और कम्यूनिटी में जाने की इजाजत नहीं दी गई. उसके संपर्क में आए दो लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट निगेटिव पाया गया है. मुंबई में अबतक 5036 लोग हाई रिस्क देशों से आए हैं. कुल 24 लोग अब तक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दी गई है. मुंबई में 10 नवंबर से 3 दिसंबर तक हाई रिस्क देशों से 3760 यात्रियों ने प्रवेश किया है. 2794 यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया गया है. 5 दिन पहले बीएमसी ने जानकारी दी थी कि मुंबई में कुल 13 यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव है, इनमें 12 पुरुष और 1 महिला शामिल हैं. इसी में मुंबई के धारावी के एक शख्स जो पूर्व अफ्रीका के तंजानिया से मुंबई आया था शामिल है. उस वक्त बीएमसी ने जीनोम सेक्वेन्सिंग के लिए इस शख्स की रिपोर्ट भेज दी थी. मुंबई में धारावी कोरोना काल की शुरुआत से हॉट स्पॉट बना रहा है, जिस वजह से ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरे को ध्यान में रखते हुए लोगों के बीच डर का माहौल है. मुंबई में आज कोरोना के 192 नये मामले दर्ज हुए हैं. वहीं 183 मरीज कोरोना से रिकवर हुए हैं. कोरोना के चलते 1 मरीज की मौत मुंबई में हुई है. देश की आर्थिक राजधानी में फिलहाल 11 इमारतों को सील किया गया है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/pm-modi-on-cryptocurrency-big-statement-on-social-media-2014329,"PM Modi On Cryptocurrency: पीएम मोदी का क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बयान, जानें- क्या कुछ कहा","PM Modi On Cryptocurrency: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए वैश्विक नियम बनाने को लेकर संयुक्त प्रयास किए जाने की अपील की, ताकि उनका उपयोग लोकतंत्र को कमजोर करने के बजाय उसे मजबूत करने में किया जाए. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी वाले लोकतंत्र सम्मेलन को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के अपने अनुभव साझा करने में भारत को खुशी होगी. उन्होंने यह भी कहा कि ''लोकतंत्र सिर्फ जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए ही नहीं है, बल्कि जनता के साथ, जनता में समाहित भी है.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि बहु-दलीय चुनाव,स्वतंत्र न्यायपालिका और स्वतंत्र मीडिया जैसी संरचनात्मक विशेषताएं लोकतंत्र के महत्वपूर्ण तत्व हैं. उन्होंने कहा, ''हालांकि, लोकतंत्र की बुनियादी मजबूती हमारे नागरिकों और समाज में निहित भावना और लोकाचार है.'' मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि वह सम्मेलन में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधिनित्व कर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ''लोकतांत्रिक भावना हमारे सभ्यागत लोकाचार का अभिन्न हिस्सा है.'' Operation Devi Shakti: अफगानिस्तान से जल्द भारत आएगा सिख प्रतिनिधिमंडल, साथ लाएंगे पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब प्रधानमंत्री ने कहा कि सदियों का औपनिवेशिक शासन भारत के लोगों की लोकतांत्रिक भावना को नहीं दबा सका. उन्होंने कहा, ''इसे भारत की आजादी के साथ फिर से पूर्ण अभिव्यक्ति मिली और इसने पिछले 75 वर्षों में लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण की एक असाधारण गाथा रची.'' उन्होंने कहा, ''यह सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व सामाजिक-आर्थिक समावेश की एक गाथा है. यह अकल्पनीय पैमाने पर स्वास्थ्य, शिक्षा और मानव कल्याण में निरंतर प्रगति की गाथा है.'' मोदी ने कहा, ''भारत की गाथा विश्व को यह एक स्पष्ट संदेश है कि लोकतंत्र सफल हो सकता है, लोकतंत्र सफल रहा है और लोकतंत्र सफलतापूर्वक काम करता रहेगा.'' Priyanka Gandhi In Goa: विधानसभा चुनाव से पहले गोवा पहुंची प्रियंका गांधी, आदिवासी महिलाओं के साथ किया डांस",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/jammu-kashmir-terrorists-attacked-in-gulshan-chowk-in-bandipora-district-two-policemen-killed-2014283,"Terrorist Attack In Bandipora: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकी हमला, दो पुलिसकर्मी शहीद","Terrorist Attack in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा के गुलशन चौक में आतंकियों ने पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया. इस हमले में दो जवान शहीद हो गए. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, आतंकी हमले में मोहम्मद सुल्तान और फैयाज अहमद घायल हो गए. इसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया. यहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. कश्मीर जोन पुलिस ने कहा कि आतंकियों की तलाशी के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. आतंकी हमले की जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''मैं उत्तरी कश्मीर के बांदीपुर इलाके में पुलिस पर आतंकवादी हमले की निंदा करता हूं. इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान मोहम्मद सुल्तान और फैयाज अहमद की जान चली गई. ईश्वर उन्हें जन्नत प्रदान करें और उनके परिवारों को शक्ति मिले.'' इससे पहले जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में 8 दिसंबर को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया था. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि शोपियां के चक-ए-चोलां गांव में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी जिसके बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया. आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोली चलाई जिसके बाद जवाबी फायर किया गया. अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से दिनभर चली गोलीबारी में तीन आतंकी मारे गए. पुलिस ने मारे गए आतंकवादियों की पहचान आमिर हुसैन, रईस अहमद और हसीब युसूफ के रूप में की है. Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/job-and-rupees-50-lakh-to-wing-commander-prithvi-singh-chauhan-family-cm-yogi-helicopter-crash-bipin-rawat-2014270,Helicopter Crash में मारे गए Wing Commander Prithvi Singh Chauhan के परिवार को Yogi सरकार देगी 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी,"Wing Commander Prithvi Singh Chauhan: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए एमआई-17 हेलिकॉप्टर हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मृत्यु हो गई. इसमें विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी शामिल थे. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान के परिवार वालों से मुलाकात की. यूपी सरकार शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी. उनके नाम का एक स्मारक बनेगा और एक संस्था का नाम शहीद के नाम रखा जाएगा. विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान पंचतत्व में विलिन हुए जनरल बिपिन रावत, दोनों बेटी ने दी माता-पिता को मुखाग्नि विंग कमाडंर पृथ्वी सिंह चौहान का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को आगरा में किया जाएगा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के पहले सीडीएस और उनके परिवार के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं. राज्य सरकार शहीद परिवार को 50 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी देगी. सीएम योगी ने कहा कि मैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के लिए भी प्रार्थना करता हूं, जो इस हादसे में घायल हो गए. Watch: 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा', देश के पहले CDS के आखिरी सफर पर बोले लोग बता दें कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत शुक्रवार शाम पंचतत्व में विलीन हो गए. उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने पिता जनरल रावत और मां मधुलिका रावत को मुखाग्नि दी. दिल्ली कैंट इलाके के बरार स्क्वायर में भारी भीड़ मौजूद थी. कई केंद्रीय मंत्री, तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भी जनरल रावत को अंतिम सलामी दी. Watch: 'मेरे पिता मेरे हीरो थे, शायद यह किस्मत में था', नम आंखों से अंतिम विदाई देकर बोली ब्रिगेडियर LS लिड्डर की बेटी आशना इस दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी बरार स्क्वायर पहुंचकर उन्हें नमन किया. सीडीएस जनरल रावत को 17 तोपों की भी सलामी दी गई. जनरल रावत की अंतिम यात्रा के दौरान लोगों ने जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा के नारे भी लगाए. जांबाजों को सलाम: वेलिंग्टन में लैंडिंग से 7 मिनट पहले टूटा हेलिकॉप्टर का संपर्क, फिर क्या हुआ कि अचानक आई ये खबर",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/covid-vaccines-is-not-effective-on-omicron-variant-here-is-the-take-of-indian-government-in-parliament-about-delta-and-delta-plus-variant-2014257,Omicron Variant: क्या कोरोना के डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी नहीं है? जानें सरकार का जवाब,"Omicron Variant: सरकार ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि डेल्टा प्लस कोविड-19 (Delta Plus Covid) वायरस के डेल्टा स्वरूप (Delta Variant) की एक उप जाति है जिसमें स्पाइक में तीन उत्परिवर्तन देखे गए और अभी ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है कि भारत में उपयोग किए गए टीके वायरस के इन नए स्वरूप के खिलाफ प्रभावी नहीं हैं. लोकसभा में ओम पवन राजेनिंबालकर और संजय जाधव के प्रश्न के लिखित उत्तर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (MoHFW) राज्य मंत्री डॉ.भारती पवार ने यह जानकारी दी. सदस्यों ने पूछा था कि क्या कोरोना वायरस के नये स्वरूपों के खिलाफ टीकाकरण बहुत प्रभावी नहीं है ? उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप की एक उप जाति हैं जिनके स्पाइक में तीन म्यूटेशन के417एन, वी70एफ और डब्ल्यू258एल हैं और इन्हें एवाई1, एवाई2, एवाई3 तथा एवाई 4.2 उपजाति के रूप में देखा गया है. भारती पवार ने बताया, ‘‘वर्तमान में उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि कोविड-19 टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) के लिए भारत में उपयोग किए गए टीके वायरस के इस नए स्वरूप (New Variant) के खिलाफ प्रभावी नहीं है.’’ गौरतलब है कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने गुरुवार को कोविड-19 के संबंध में नई जानकारी साझा करते हुए दुनिया को बताया था कि उन्होंने मल्टीपल म्यूटेशन क्षमता वाले एक नए कोविड वेरिएंट का पता लगाया है. इस वेरिएंट का पता दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण की संख्या में वृद्धि के बाद लगा था. वायरोलॉजिस्ट ट्यूलियो डी ओलिवेरा ने एक प्रेस कांफ्रेस का आयोजन कर बताया, ""दुर्भाग्य से हमने एक नए संस्करण का पता लगाया है जो दक्षिण अफ्रीका में बढ़ते संक्रमण का मुख्य कारण है."" Covid-19 Pandemic: दक्षिण अफ्रीका में मिला कोविड-19 का नया वैरिएंट, Multiple Mutations में है सक्षम Italy COVID-19: इटली में टीकाकरण नहीं करवाने वाले लोगों पर लगेगी पाबंदियां, होटल और सिनेमा हॉल में दिखाना होगा टीकाकरण प्रमाणपत्र",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/chopper-crash-general-bipin-rawat-funeral-last-rites-last-journey-in-delhi-2014166,"Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार","Bipin Rawat Funeral: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. उन्हें राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर अंतिम विदाई दी गई. बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को अंतिम संस्कार किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अन्य देशों के अधिकारियों समेत कई हस्तियां सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान घाट पहुंची. जनरल विपिन रावत जब अपने अंतिम सफर पर निकले तो रास्तों पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग खड़े हुए थे. सीडीएस बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में नागरिकों ने ""जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा"" के नारे लगाए. इससे पहले जब सीडीएस बिपिन रावत का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटे हुए राजधानी दिल्ली पहुंचा तो माहौल गमगीन था. तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर की दोपहर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में उस वक्त देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका के साथ मौजूद थे. सीडीएस, जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 लोगों के साथ नीलगिरि हिल्स के वेलिंगटन में मौजूद डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के स्टाफ कोर्स के संकाय और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने जा रहे थे. इसी दौरान तमिलनाडु के कुन्नूर के पास सैन्य हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें मौजूद 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई. कल गुरुवार को बिपिन रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को मिलिट्री विमान से दिल्ली लाया गया था. आतंक के खिलाफ उनके आक्रामक रवैये ने उनकी अंतिम विदाई पर लोगों के आंसू नहीं रुकने दिए.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/ajit-pawar-on-omicron-virus-five-out-of-seven-covid-patients-reported-negative-in-pune-2014236,Omicron In India: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमित हुए सात में से 5 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव,"Ajit Pawar On Omicron Virus: पुणे में कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित मिले सात में से पांच मरीजों की जांच रिपोर्ट अब नेगेटिव आ गई है. इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को दी. कोरोना वायरस की स्थिति पर साप्ताहिक समीक्षा बैठक में मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि पिम्परी-चिंचवाड़ औद्योगिक टाउनशिप में मिले छह में से चार मरीजों और पुणे शहर के एक मरीज की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आयी है. पुणे जिले के प्रभारी मंत्री अजित पवार ने कहा, ''सभी सात मरीजों की हालत स्थिर है. ओमीक्रोन से संक्रमित पिम्परी-चिंचवाड़ के चार और पुणे शहर के एक मरीज की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आयी है.'' बता दें कि नाइजीरिया से आयी एक प्रवासी भारतीय महिला और उसकी दो बेटियों सहित सात लोगों की जांच रिपोर्ट में उनके ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. उन्हें शहर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी ताजा जांच रिपोर्ट नेगेटिव आयी है. गौरतलब है कि अफ्रीका में पिछले महीने सामने आए कोरोना वायरस के इस नये स्वरूप को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘चिंताजनक स्वरूप’ बताया है. Operation Devi Shakti: अफगानिस्तान से जल्द भारत आएगा सिख प्रतिनिधिमंडल, साथ लाएंगे पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब अजित पवार ने वैक्सीनेश को लेकर बताया कि जिले में टीका लगवाने वाले योग्य यानि सभी वयस्कों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है. उन्होंने बताया कि अभी तक पुणे में 1.38 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं. बता दें कि कोरोना वायरस को हराने के लिए देश भर में वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए सरकार लोगों को टीके लेने के लिए प्रेरित कर रही है. सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द सभी वय्सकों को टीका लगा दिया जाए. Omicron वेरिएंट के अब तक 25 मामलों की हुई पुष्टि, जानें मरीजों की कैसी है स्थिति",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/sikh-delegation-arriving-india-from-afghanistan-soon-under-operation-devi-shakti-bringing-guru-granth-sahib-2014184,"Operation Devi Shakti: अफगानिस्तान से जल्द भारत आएगा सिख प्रतिनिधिमंडल, साथ लाएंगे पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब","Operation Devi Shakti: भारतीय सशस्त्र बलों की तरफ से 'ऑपरेशन देवी शक्ति' चलाया जा रहा है. इस ऑपरेशन के तहत अफगानिस्तान से एक सिख प्रतिनिधिमंडल जल्द भारत आने वाला है. ये प्रतिनिधिमंडल अपने साथ तीन पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब लेकर आएंगे. सरकार ने आज यानी शुक्रवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से हिंदू और सिख समुदायों के करीब 110 लोगों को एक विशेष विमान से भारत लाया जा रहा है. इंडिया वर्ल्ड फोरम के एक बयान के मुताबिक, फ्लाइट में वहां फंसे भारतीय नागरिकों के साथ हिंदू और सिख समुदाय के व्यथित अफगान नागरिकों को लाया जा रहा है. मालूम हो कि भारत ने अगस्त से लेकर अब तक फंसे हुए 500 से ज्यादा लोगों को अफगानिस्तान से निकाला है. इस साल 15 अगस्त को अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था. इसके बाद से वहां सिखों की स्थिति दयनीय है. इससे पहले भी अफगानिस्तान से पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के तीन स्वरूप भारत पहुंचे थे, जिन्हें केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने प्राप्त किया था. अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के साथ ही कई देशों ने अपने-अपने लोगों को वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन चलाया था. 16 अगस्त से शुरू किया गया है यह ऑपरेशन इस दौरान भारत ने भी 'ऑपरेशन देवी शक्ति' के तहत उड़ाने शुरू की थीं. यह ऑपरेशन 16 अगस्त से ही शुरू किया गया गया था. इस मिशन की मॉनिटरिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते आ रहे हैं. वहीं, भारत सरकार ने अगस्त में एलान किया था कि वह अफगानिस्तान से इधर-उधर भाग रहे सिखों और हिंदुओं को आपातकालीन वीजा मुहैया कराएगी. अफगानिस्तान में फंसे हुए लोगों पर मांगी गई थी जानकारी विदेश राज्य मंत्री से आज अफगानिस्तान से फंसे हुए लोगों को निकाले जाने की जानकारी मांगी थी. इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ""भारत सरकार ने ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत 438 भारतीय सहित कुल 565 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला है. कुछ भारतीयों ने विशेष अफगानिस्तान प्रकोष्ठ से कॉन्टैक्ट किया और अफगानिस्तान छोड़ने की इच्छा जाहिर की थी, जो अभी भी वहां फंसे हुए हैं. विशेष अफगानिस्तान प्रकोष्ठ बाकी फंसे हुए भारतीयों के साथ ही अफगान अल्पसंख्यक समुदाय के साथ भी संपर्क में है."" गौरतलब है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपने दशकों चले मिशन पर विराम लगाते हुए इस साल अगस्त माह में अफगानिस्तान से वापस जाने का ऐलान किया था. इसके बाद तालिबान ने अगस्त में अपनी कार्रवाई तेज करते हुए देश की राजधानी काबुल पर कब्जा कर अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हो गया था. Gen Bipin Rawat Last Rites Live Updates: 'अब हम तो सफर करते हैं...' अंतिम यात्रा पर CDS जनरल बिपिन रावत, लगे अमर रहें के नारे CDS Bipin Rawat Funeral: जांबाज बिपिन रावत को देश ने नम आंखों से दी श्रद्धांजलि, राहुल गांधी और अमित शाह भी पहुंचे- PICS",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/covid-19-updates-25-cases-of-omicron-variant-reported-in-india-says-health-ministry-2014237,"देश में Omicron वेरिएंट के अब तक 25 मामलों की हुई पुष्टि, सरकार ने दी ये चेतावनी","Omicron In India: भारत में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के 25 मामलों की पुष्टि हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज इसकी जानकारी दी. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में 9, गुजरात में तीन, महाराष्ट्र में 10, कर्नाटक में दो, दिल्ली में एक व्यक्ति में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है. अधिकतर मरीजों में हल्के लक्षण मिले हैं. लव अग्रवाल ने कहा कि दुनियाभर में 59 देशों में ओमिक्रोन के मामले पाए गए हैं. आईसीएमआर के अधिकारी ने बताया कि चिकित्सकीय रूप से, ओमिक्रोन ने अभी स्वास्थ्य प्रणाली पर बोझ नहीं बढाया है, लेकिन सतर्कता बनाए रखनी होगी. नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि WHO और हम लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि लोगों को मास्क पहनते रहना है. लोग मास्क पहनना कम कर रहे हैं. हमें वैश्विक स्थिति से सीख लेनी चाहिए. वैक्सीन सभी को लेनी चाहिए. लापरवाही नहीं बरतनी है. दुनियाभर में जो स्थिति है, ओमिक्रोन और अन्य वेरिएंट के वो डराने वाले हैं. ब्रिटेन में लगातार मामले बढ़ रहे हैं. इसलिए सजग रहना बेहतर होगा. बता दें कि ब्रिटेन में बृहस्पतिवार को संक्रमण के और 249 नए मामले सामने आने के साथ कोविड-19 के ओमिक्रोन स्वरूप के मामले एक दिन में करीब दोगुने हो गए. इसके साथ ही, देश में ओमीक्रोन के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर 817 हो गई थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश के कुल नए मामलों में से 52% से अधिक मामले केरल से दर्ज़ किए जा रहे हैं. देश में दो राज्य ऐसे हैं जहां 10,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं. वह केरल और महाराष्ट्र हैं. देश के 43% सक्रिय मामले केरल में हैं. उन्होंने कहा कि देश में 86.2 प्रतिशत वयस्कों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक मिल चुकी है, 53.5 प्रतिशत को दोनों खुराक दी जा चुकी है. अधिकारी ने बच्चों के टीकाकरण पर कहा कि अभी तक हमारे पास एनटीएजीआई की कोई सिफारिश नहीं आई है. Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/architect-balkrishna-doshi-who-worked-with-le-corbusier-to-get-royal-gold-medal-2014191,"Royal Gold Medal: रॉयल गोल्ड मेडल से नवाजे गए बालकृष्ण दोशी, पीएम मोदी ने दी बधाई","Indian Architect: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘रॉयल गोल्ड मेडल 2022’ के विजेता भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी और कहा कि वास्तुकला की दुनिया में उनका बहुत बड़ा योगदान है. रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (आरआईबीए) ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि दोशी को ‘रॉयल गोल्ड मेडल 2022’ प्रदान किया जाएगा. यह वास्तुकला के क्षेत्र में दुनिया के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘रॉयल गोल्ड मेडल 2022 जीतने के लिए जाने माने वास्तुकार बालकृष्ण दोशी से मैंने बात की और उन्हें बधाई दी. वास्तुकला की दुनिया में उनका बहुत बड़ा योगदान है. उनकी कृतियों की रचनात्मकता, अनूठेपन और विभिन्न प्रकृति के लिए दुनिया भर में सराहना होती है.’’ रॉयल गोल्ड मेडल को व्यक्तिगत रूप से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा अनुमोदित किया जाता है और इसे ऐसे व्यक्ति या लोगों के समूह को दिया जाता है, जिन्होंने वास्तुकला की उन्नति में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है. चौरानवे वर्षीय दोशी ने अपने सात दशकों के करियर में पूरे भारत में वास्तुकला के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘रॉयल गोल्ड मेडल 2022’ के विजेता भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी और कहा कि वास्तुकला की दुनिया में उनका बहुत बड़ा योगदान है. रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (आरआईबीए) ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि दोशी को ‘रॉयल गोल्ड मेडल 2022’ प्रदान किया जाएगा. यह वास्तुकला के क्षेत्र में दुनिया के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘रॉयल गोल्ड मेडल 2022 जीतने के लिए जाने माने वास्तुकार बालकृष्ण दोशी से मैंने बात की और उन्हें बधाई दी. वास्तुकला की दुनिया में उनका बहुत बड़ा योगदान है. उनकी कृतियों की रचनात्मकता, अनूठेपन और विभिन्न प्रकृति के लिए दुनिया भर में सराहना होती है.’’ रॉयल गोल्ड मेडल को व्यक्तिगत रूप से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा अनुमोदित किया जाता है और इसे ऐसे व्यक्ति या लोगों के समूह को दिया जाता है, जिन्होंने वास्तुकला की उन्नति में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है. चौरानवे वर्षीय दोशी ने अपने सात दशकों के करियर में पूरे भारत में वास्तुकला के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति अर्जित की है. दोषी की डिजाइन की हुई इमारतें वास्तुकला और स्थानीय संस्कृति का उत्कृष्ट उदाहरण उनकी डिजाइन की हुई इमारतें भारत की वास्तुकला, जलवायु, स्थानीय संस्कृति और शिल्प की परंपराओं की गहरी छाप छोड़ते हुए स्थानीय संस्कृति और वर्तमान आधुनिकता को जोड़ती हैं. उनकी परियोजनाओं में प्रशासनिक और सांस्कृतिक सुविधाएं, आवास विकास और आवासीय भवन शामिल हैं. दोशी के प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि वह अपनी दूरदर्शी शहरी नियोजन और सामाजिक आवास परियोजनाओं के साथ-साथ भारत और दुनिया भर के विश्वविद्यालयों में एक अतिथि प्रोफेसर के रूप में वास्तुकला और आर्किटेक्चर की शिक्षा के क्षेत्र में अपने काम के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाने जाते हैं. उनकी डिजाइन की हुई इमारतें भारत की वास्तुकला, जलवायु, स्थानीय संस्कृति और शिल्प की परंपराओं की गहरी छाप छोड़ते हुए स्थानीय संस्कृति और वर्तमान आधुनिकता को जोड़ती हैं. उनकी परियोजनाओं में प्रशासनिक और सांस्कृतिक सुविधाएं, आवास विकास और आवासीय भवन शामिल हैं. दोशी के प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि वह अपनी दूरदर्शी शहरी नियोजन और सामाजिक आवास परियोजनाओं के साथ-साथ भारत और दुनिया भर के विश्वविद्यालयों में एक अतिथि प्रोफेसर के रूप में वास्तुकला और आर्किटेक्चर की शिक्षा के क्षेत्र में अपने काम के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाने जाते हैं. Summit on Democracy: लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के नेताओं से बोले राष्ट्रपति बाइडेन- लोकतंत्र की रक्षा करना हमारे समय की चुनौती Farmers Protest End Live: हर महीने 15 तारीख को होगी SKM की बैठक, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टैंट, सरकार ने SKM को भेजे हैं ये प्रस्ताव",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/general-bipin-rawat-last-rites-people-raise-slogans-india-first-cds-2014187,"Watch: 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा', देश के पहले CDS के आखिरी सफर पर बोले लोग","Gen Bipin Rawat News: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को आज अंतिम विदाई दी जाएगी. दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में पूरे सैन्य सम्मान के साथ देश का शूरवीर बेटा पंचतत्व में विलीन होगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी बरार स्क्वायर पहुंचेंगे. बरार स्क्वायर पहुंचने से पहले जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा निकाली गई. अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. साथ ही 800 सैनिक भी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. उनकी अंतिम यात्रा में लोगों ने नारे भी लगाए. नारे लगाते हुए लोगों ने कहा- जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा. सीडीएस बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी दी जाएगी. बिपिन रावत का अंतिम संस्कार शाम 5 बजे होगा. CDS Bipin Rawat Death: वायुसेना ने किया ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन, बेबुनियाद अटकलों से बचने को कहा राजनाथ सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और विपक्षी नेताओं ने उत्तराखंड के लाल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी. जनरल बिपिन रावत को सेना अध्यक्ष एम.एम. नरवणे, वायुसेना चीफ वी.आर. चौधरी और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार ने श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना ने भी आखिरी सलामी दी. सरकार जल्द शुरू करेगी अगले CDS की नियुक्ति प्रक्रिया, जनरल नरवणे दौड़ में सबसे आगे दूसरी ओर, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने गुरुवार को तमिलनाडु के कन्नूर के निकट हेलिकॉप्टर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू की. बुधवार को हुई इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना में एक मात्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जिंदा बचे थे, जिनका बेंगलुरु में इलाज जारी है. दूसरी ओर तमिलनाडु पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और राज्य के डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने मामले को लेकर एक समीक्षा बैठक की.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/delhi-ncr-pollution-sc-takes-note-of-mild-improvement-in-bacterial-quality-allows-relaxation-in-restrictions-2014157,"Delhi-NCR Pollution: SC ने वायु गुणवत्ता में ‘हल्के’ सुधार पर लिया संज्ञान, पाबंदियों में छूट तय करने की दी अनुमति","Delhi-NCR Pollution: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में हुए ‘हल्के’ सुधार का शुक्रवार को संज्ञान लिया और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को अनुमति दी कि वह निर्माण गतिविधियों सहित अन्य पाबंदियों में छूट देने के संबंध में मिली अर्जियों पर एक सप्ताह के भीतर फैसला ले सकता है. प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण, न्यायमूर्ति डी. वाई. चन्द्रचूड और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की विशेष पीठ ने उत्तर प्रदेश और राजस्थान से अपने पुराने आदेश का पालन करने का निर्देश दिया. इस आदेश में जिसमें न्यायालय ने एनसीआर क्षेत्र में आने वाले राज्यों से कहा था कि वे रियल एस्टेट फर्मों से वसूले जाने वाले उपकर से निर्माण क्षेत्र के मजदूरों को न्यूनतम दिहाड़ी देते रहें, क्योंकि पाबंदियों के कारण उनकी जीविका प्रभावित हुई है. पाबंदियों में छूट के लिए मिली अर्जियों पर फैसला लें- सुप्रीम कोर्ट पीठ ने कहा कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सरकारों को निर्माण क्षेत्र के मजदूरों को दिहाड़ी भुगतान के संबंध में अनुपालन हलफनामा दायर करना होगा. पीठ ने कहा, ‘‘हम आयोग (एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग) को निर्देश देते हैं कि वह विभिन्न उद्योगों और संगठनों की ओर से हमारे आदेशों या अन्य सर्कुलर के कारण लागू पाबंदियों में छूट के लिए मिली अर्जियों पर फैसला लें. अदालत ने आगे कहा कि, हम आशा करते हैं कि आयोग इस संबंध में एक सप्ताह में फैसला लेगा.’’ पीठ ने इस संबंध में विभिन्न बिल्डरों, गन्ना, चावल और कागज मिलों तथा अन्य की ओर से पाबंदियों से छूट देने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं का निपटारा कर दिया. Covid-19: ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच आज कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज पर विशेषज्ञ समिति की बैठक",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/influencer-wants-to-become-world-s-richest-man-tesla-ceo-elon-musk-told-mann-ki-baat-2014135,"दुनिया के सबसे अमीर आदमी बनना चाहते हैं इंफ्लुएंसर, Tesla के CEO एलन मस्क ने बताई 'मन की बात'","Elon Musk Wants To Be An Influencer: दुनिया के सबसे मशहूर लोगों में से एक और Tesla के CEO एलन मस्क को सोशल मीडिया पर करोड़ों लोग फॉलो कर रहे है. कई लोग तो एलन जैसा ही बनना चाहते हैं. वहीं एलोन भी अपने फॉलोअर्स को कभी निराश नहीं करते. वह आए दिन अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से जनता के बीच कई सारी जानकारियां पहुंचाते रहते हैं. हालांकि मस्क के एक ताजा ट्वीट ने लोगों को काफी हैरानी में डाल दिया है. दरअसल इलोन ने अपने ट्विटर पर एक ट्वीट करते इंफ्लुएंसर बनने की इच्छा जताई है. उन्होंने कहा, “मैं अपनी जॉब छोड़कर फुल टाइम इंफ्लुएंसर बनने के बारे में सोच रहा हूं.” सांसद भगवंत मान का आरोप- BJP ने AAP छोड़ने के लिए दिया केंद्र में कैबिनेट मंत्री पद का ऑफर, बड़े नेता का आया था फोन लोगों को प्रेरित करते हैं इंफ्लुएंसर बता दें कि इंफ्लुएंसर का काम लोगों में पॉजिटिविटी फैलाते हुए उन्हें बेहतरी के लिए प्ररित करना है. वहीं सोशल मीडिया पर इलोन के इस ट्वीट ने तूफान मचा दिया है. कई यूजर उनके इस का सपोर्ट कर रहे हैं तो कई यूजर उनके इस ट्वीट पर विश्वास ही नहीं कर पा रहे हैं. जांबाजों को सलाम: वेलिंग्टन में लैंडिंग से 7 मिनट पहले टूटा हेलिकॉप्टर का संपर्क, फिर क्या हुआ कि अचानक आई ये खबर कौन है एलन मस्क साउथ अफ्रीका में जन्मे मस्क दुनिया के दिग्गज बिजनेसमैनों की लिस्ट में शामिल हैं. उनके पास अमेरिका, कनाडा और साउथ अफ्रीका की नागरिकता है. वो रॉकेट बनाने वाली कंपनी स्पेस एक्स के फाउंडर और चीफ डिज़ाइनर हैं. 28 साल की उम्र में उन्होंने पहली कंपनी x.com स्थापित की जो बाद में पेपैल के नाम से जानी गई.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/covid-19-two-more-test-positive-for-coronavirus-omicron-variant-in-gujarat-tally-rises-to-three-2014132,"Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद","Omicron Variant in Gujarat: गुजरात में ओमिक्रोन के दो और मामले सामने आए हैं. जामनगर में पुराने ओमिक्रोन पॉजिटिव के संपर्क में आए दो लोगों की रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई थी. गांधीनगर में सैंपल भेजने के बाद इन लोगों में ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हुई है. गुजरात में अब ओमिक्रोन संक्रमित लोगों की संख्या तीन हो गई है. शुक्रवार को 72 वर्षीय शख्स पॉजिटिव पाया गया था. अधिकारियों के मुताबिक उस शख्स की पत्नी और उसका भाई कोरोना के नए वेरिएंट की चपेट में आ गए. जामनगर के कलेक्टर सौरभ पारधी ने कहा कि उनकी क्लिनिकल कंडीशन ठीक है और शख्स के पिछले हफ्ते पॉजिटिव पाए जाने के बाद इन लोगों को भी आइसोलेट कर दिया गया है. Omicron Variant: बच्चों में ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमण पर दिखते हैं खास लक्षण, ये है बचाव का तरीका 72 वर्षीय शख्स जिम्बाब्वे से लौटा था और उनमें ओमिक्रोन वेरिएंट पाया गया था. जिस जगह में ये लोग रह रहे हैं, उसे पहले ही कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. अब तक देश में ओमिक्रोन के 23 मामले सामने आ चुके हैं. दूसरी ओर, राजस्थान में ओमिक्रोन की चपेट में आए शख्स के सम्पर्क में आई महिला दिल्ली में संक्रमित पाई गई हैं और उन्हें लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है. Covid-19: ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच आज कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज पर विशेषज्ञ समिति की बैठक एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि महिला गुरुवार को संक्रमित पाई गईं. वह कहीं भी विदेश यात्रा पर नहीं गई थीं. उनके परिवार के 17 लोग भी आइसोलेशन में हैं. अधिकारी ने बताया कि उन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र भेजे गए हैं. दिल्ली में रविवार को ‘ओमिक्रोन’ का पहला मामला सामने आया था. तंजानिया से दिल्ली लौटा 37 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाया गया था, जबकि उसका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/vaccination-dose-vaccination-campaign-intensifies-among-omicron-variants-total-vaccine-dose-exceeds-131-crores-2014076,"Vaccination Dose: ओमिक्रोन वेरिएंट के बीच टीकाकरण अभियान तेज , वैक्सीन डोज का कुल आंकड़ा 131 करोड़ पार","Corona Vaccination: देश में कोविड टीकाकरण अभियान में पिछले 24 घंटे के दौरान 74.5 लाख कोविड टीके लगाये गये और इसके साथ ही अब तक कुल वैक्सीनेशन 131.18 करोड़ से ज्यादा हो गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में देश में 74 लाख 57 हजार 970 कोविड टीके लगाये गये हैं. इसके साथ ही आज सुबह सात बजे तक 131 करोड़ 18 लाख 87 हजार 257 कोविड टीके दिये जा चुके हैं. पिछले 24 घंटे में कोविड संक्रमण के 8503 नए मामले सामने आए हैं. देश में अभी 94 हजार 943 कोविड रोगियों का इलाज चल रहा है. यह संक्रमित मामलों का 0.27 प्रतिशत है. इसी अवधि में 7678 लोग कोविड से मुक्त हुए हैं. अभी तक कुल तीन करोड़ 41 लाख पांच हजार 66 कोविड से उबर चुके हैं. बीमारी से ठीक होने का दर 98.36 प्रतिशत है. देश में पिछले 24 घंटे में 12 लाख 93 हजार 412 कोविड परीक्षण किए गये हैं. इसके साथ ही देश अबतक में कुल 65 करोड़ 32 लाख 43 हजार 539 कोविड परीक्षण किए हैं. टीकाकरण अभियान पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कू ऐप पर कहा, ""टीकाकरण अभियान में आज भारत दुनिया के लिए एक मिसाल है. हमने दूसरे देशों के मुक़ाबले कहीं अच्छा करके दिखाया है. मैं सभी सांसदों से आग्रह करूंगा कि टीकाकरण के लिए अपने क्षेत्रों में अभियान चलाएं."" ओमिक्रॉन के बाद एक बार फिर खौफ में देश वहीं देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले सामने आने के बाद एक बार फिर खौफ मंडराता दिख रहा है. ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए एक ओर वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लायी जा रही है तो वहीं बूस्टर डोज को लेकर भी चर्चाएं बढ़ गई हैं. बता दें, आज कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज को लेकर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की बैठक होनी है. दरअसल, भारत की पहली वैक्सीन निर्माण कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने बूस्टर डोज के रूप में कोविशील्ड के अप्रूवल के लिए आवेदन दायर किया था.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/cds-bipin-rawat-death-iaf-has-constituted-a-tri-service-court-of-inquiry-to-investigate-the-cause-of-the-tragic-helicopter-accident-2014070,"CDS Bipin Rawat Death: वायुसेना ने किया ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन, बेबुनियाद अटकलों से बचने को कहा","CDS Bipin Rawat Death: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) का अंतिम संस्कार आज दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर श्मशान गृह में होगा. इस बीच भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने हेलिकॉप्टर हादसे की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है. साथ ही वायुसेना ने बेबुनियाद अटकलों से भी बचने की सलाह दी है. भारतीय वायुसेना ने क्या कहा है? भारतीय वायुसेना ने कहा है, 8 दिसंबर को हुई दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है. जांच तेज़ी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे. तब तक मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/group-capt-varun-singh-health-update-the-shaurya-chakra-awardee-is-the-lone-survivor-of-iaf-chopper-crash-in-tn-2014044,"Group Capt. Varun Singh Health Update: हेलिकॉप्टर हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का हुआ बड़ा ऑपरेशन, अगले 48 घंटे क्रिटिकल","Group Capt. Varun Singh Health Update: हेलिकॉप्टर हादसे के इकलौते सर्वाइवर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को आगे के इलाज के लिए बैंगलुरू शिफ्ट कर दिया गया है. वह तमिलनाडु के वेलिंगटन में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे. अब उन्हें एयर एंबुलेंस से बैंगलुरू लाया गया है. आज कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई (Basavaraj Bommai) और उपराज्यपाल थावरचंद गहलोत उनके स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे. वरुण सिंह का लंबा ऑपरेशन हुआ- अखिलेश प्रताप तमिलनाडु में वेलिंगटन के पास कल जो हादसा हुआ, उसमें कुल चौदह लोग सवार थे, जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की जान चली गई. उस भयानक हादसे में इकलौते जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के लिए अगले 48 घंटे बहुत क्रिटिकल हैं. वरुण के चाचा और यूपी में कांग्रेस के प्रमुख नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि कल वरुण सिंह का लंबा ऑपरेशन हुआ है. बेटे को देखने बैंगलुरू गए माता-पिता ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह मूल रूप से यूपी के देवरिया जिले के रुद्रपुर इलाके के कनौहली गांव के रहने वाले हैं. हालांकि उनके माता-पिता भोपाल में रहते हैं, लेकिन उनके चाचा और दूसरे परिवारवाले यहीं रहते हैं. हादसे की ख़बर के बाद उनकी कुशलक्षेम पूछने के लिए लोगों का तांता लगा है. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के माता-पिता भोपाल के एक अपार्टमेंट में रहते हैं, लेकिन हादसे के बाद अब वो बेटे को देखने गए. अगस्त में मिला था शौर्य चक्र ग्रुप कैप्टन पिछली बार सुर्खियों में तब आए थे, जब इसी साल अगस्त महीने में स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. पिछले साल उड़ान के दौरान विमान में आई तकनीकी खराबी के बाद इसे साहस के साथ संभालने के लिए उन्हें शौर्य चक्र दिया गया. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गजब का कौशल दिखाते हुए लड़ाकू विमान तेजस को सुरक्षित लैंड कराया था, लेकिन इस बार वो बड़े हादसे का शिकार हो गए हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को आज देश की दुआओं की जरूरत है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/tamil-nadu-coonoor-iaf-mi-17-helicopter-crash-died-13-army-officials-including-bipin-rawat-what-happen-last-7-minutes-2014034,"जांबाजों को सलाम: वेलिंग्टन में लैंडिंग से 7 मिनट पहले टूटा हेलिकॉप्टर का संपर्क, फिर क्या हुआ कि अचानक आई ये खबर","Mi-17 ने सुबह 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंग्टन के लिए उड़ान भरी थी. हेलिकॉप्टर को 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन उतरना था. लेकिन ठीक 7 मिनट पहले 12 बजकर 08 मिनट पर हेलिकॉप्टर का संपर्क टूट गया. इधर, घटना से पहले का 19 सेकेंड का एक वीडियो सामने आया. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक यह क्रैश होने से ठीक पहले का वीडियो है. इसमें दिख रहा है कि स्थानीय लोग चल रहे हैं और इस बीच ऊपर से उड़ते हुए हेलिकॉप्टर की आवाज अचानक बंद हो जाती है. इसके बाद लोग उस ओर देखने लग जाते हैं. मौसम खराब हो सकती है वजह एक्सपर्ट की तरफ से कहा जा रहा है कि यह हादसा खराब की वजह से हो सकता है. डिफेंस के पूर्व पायलट और कई वीवीआईपी के साथ फ्लाइंग कर चुके विपुल सक्सेना ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सीडीएस बिपिन रावत हेलीकॉप्टर हादसे के पीछे प्रमुख वजह मौसम की खराबी को बताया है. सक्सेना ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में बताया M-17 हेलीकॉप्टर सुरक्षा के लिहाज से बेहद शानदार हर तरह के सुरक्षा उपकरण इस जहाज में मौजूद है. उन्होंने बताया कि जिस इलाके में यह हादसा हुआ है और हादसे की जो तस्वीरें सामने आई है उससे यही पता चलता है कि इलाका बेहद ही पहाड़ों वाला एरिया है और जिस तरह का मौसम कल इस इलाके में था. कोहरे की जो धुंध की चादर देखने को मिल रही थी, उसकी वजह से पायलट को पहाड़ का अंदाजा नहीं आया होगा. इसकी वजह से हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. विपुल सक्सेना ने बताया सीडीएस बिपिन रावत जैसे वीवीआइपी की फ्लाइंग से पहले डिफेंस और एयरफोर्स के विमानों की अच्छी तरह से जांच होती है. इसके साथ ही, सभी तरह के प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है. जो पायलट होते हैं उनकी भी कड़ी जांच की जाती है. मेडिकल के अलावा उनकी खराब मौसम में काम करने की काबिलियत को भी देखा जाता है. ऐसे में इस हादसे को लेकर जो शक पैदा किया जा रहा है उसे कई वीवीआईपी लेकर उड़ान भर चुके विपुल सक्सेना ने इनकार किया है.",-1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/ls-lidder-last-rites-brigadier-ls-lidder-who-merged-in-panchatattva-these-top-leaders-including-defense-minister-rajnath-singh-gave-their-last-farewell-2014035,"LS Lidder Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए ब्रिगेडियर LS लिड्डर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत इन शीर्ष नेताओं ने दी अंतिम विदाई","LS Lidder Last Rites: तमिलनाडु में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में देश ने CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी, ब्रिगेडियर लिड्डर समेत 13 जवानों को खो दिया हैं. हादसे में सिर्फ देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा हैं जिन्हें काफी चोट लगी है और वह इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं इस हादसे में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर (LS Lidder) का आज सुबह साढ़े 9 बजे दिल्ली कैंट के बरार स्क्वॉयर श्मशान में अंतिम संस्कार किया गया. ब्रिगेडियर का पार्थिव शरीर देख उनकी पत्नी और बेटी की आंखों से आंसू का सैलाब रुकने का नाम नहीं ले रहा था. लेकिन एक सैनिक की पत्नी और बेटी होने का फर्ज अदा करते हुए दोनों ने ही खुद को मजबूत किया और इस दुख की घड़ी में एक दूसरे का हाथ थाम उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी. लिड्डर की बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. वहीं ब्रिगेडियर एसएस लिड्डर को आज आखिरी विदाई देने के लिए श्मशान घाट पर कई शीर्ष अधिकारी पहुंचे. अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA अजीत डोभाल, केंद्रीय मंत्री और एनडीए में ब्रिगेडियर लिड्डर के बैचमेट रहे राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दी श्रद्धांजलि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर को बरार स्क्वायर श्मशान घाट में श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिड्डर को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है - ""तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए पंचकूला के वीर सपूत 'ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर' जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि. ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें व शोकाकुल परिजनों को बल प्रदान करें."" इसके अलावा ब्रिगेडियर को श्रद्धांजलि देने तीनों सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर पहुंचे. वहीं उन्होंने लिड्डर को श्रद्धांजलि दी.",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-headlines-13-dec-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-129205196.html,"भास्कर LIVE अपडेट्स: रक्षा मंत्रालय ने कहा- सेना में 9362 अफसरों और 1.13 लाख सैनिकों की कमी, जल्द भरे जाएंगे सभी पद","भास्कर LIVE अपडेट्स:रक्षा मंत्रालय ने कहा- सेना में 9362 अफसरों और 1.13 लाख सैनिकों की कमी, जल्द भरे जाएंगे सभी पद रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि देश की सेना में 9362 अफसरों और 1.13 लाख सैनिकों की कमी है। राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में गृह राज्यमंत्री अजय भट्‌ट ने बताया कि आर्मी में जूनियर कमीशंड अधिकारियों सहित 7,476 अधिकारियों और 97,177 सैनिकों की कमी है। इसी तरह नौसेना में 1,265 अधिकारियों और 11,166 सेलर्स की कमी है। वायुसेना में खाली पड़े अधिकारियों के पदों की संख्या 621 है जबकि 4,850 एयरमैन के पोस्ट खाली हैं। मंत्री ने आगे बताया कि सरकार का प्रयास है कि सशस्त्र बलों में रिक्त पदों को व्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से भरा जाए। आज की अन्य बड़ी खबरें... श्रीनगर के जेवन में पुलिस बस पर आतंकी हमला, 3 पुलिसकर्मी शहीद, 14 घायल पुलिस ने कहा कि सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। हमलावरों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकवादियों ने पुलिस फोर्स पर सोमवार शाम हमला कर दिया। श्रीनगर के जेवन इलाके में फायरिंग की आवाजें सुनी गईं। सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादियों ने पुलिस बस पर गोलियां बरसाईं। हमले में 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। 14 पुलिसकर्मी घायल हैं। एक अधिकारी के मुताबिक श्रीनगर के जेवन में पंथा चौक-खोनमोह रोड से भारतीय रिजर्व पुलिस (IRP) की 9वीं बटालियन की गाड़ी गुजर रही थी। आतंकवादियों ने उस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। पढ़ें पूरी खबर.. 200 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का केस, सुकेश ने जैकलीन को दिए करोड़ों के गिफ्ट अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। 200 करोड़ की रंगदारी मामले में ईडी ने चार्ज शीट दाखिल की है, जिसमें अभिनेत्री का नाम भी शामिल है। चार्जशीट में कहा गया है कि सुकेश चद्रशेखर ने जैकलीन फर्नांडीज को मिनी कूपर से लेकर डायमंड ईयररिंग्स तक गिफ्ट दिए थे। हालांकि, इसे एक्ट्रेस ने उन्हें वापस कर दिया था। ED इस मामले में जैकलीन फर्नांडिस से 30 अगस्त और 20 अक्टूबर को पूछताछ की है। पढ़ें पूरी खबर... खेल मंत्री ने ली मिशन ओलंपिक कमेटी की पहली बैठक टोक्यो ओलंपिक के बाद देश में पहली बार मिशन ओलंपिक कमेटी की बैठक हुई। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बैठक की अध्यक्षता की। खेल मंत्री ने कहा कि बैठक में पेरिस ओलंपिक 2024 के दौरान कैसे अच्छा प्रदर्शन करे इस पर रोडमैप तैयार हुआ । वहीं, अगले राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों, 2024 ओलंपिक और सभी विश्व चैंपियनशिप में खिलाड़ियो के अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर चर्चा हुई। कमेटी में कई में पूर्व खिलाड़ी और राष्ट्रीय खेल महासंघ के लोग मौजूद थे। सरकारी बैंकों को 13 कंपनियों से 2.85 लाख करोड़ का घाटा, दो दिनों की होगी हड़ताल सरकारी बैंकों को 13 कंपनियों की वजह से 2.85 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। साथ ही, सरकार बैंकों का बेलआउट यानी राहत देने के लिए उपयोग कर रही है। इस वजह से बैंक यूनियन दो दिनों की हड़ताल कर रही हैं। युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक्स यूनियन (UFBU) के संयोजक बी रामबाबू ने कहा कि बैंकों का उपयोग यस बैंक, IL&FS जैसे संस्थानों के बेलआउट के लिए किया जा रहा है। इन संस्थानों को स्टेट बैंक (SBI) सहित कई बैंकों ने बेलआउट किया है। उन्होंने कहा कि 16 और 17 दिसंबर को यूनियन ने बैंकिंग लॉ बिल 2021 के खिलाफ हड़ताल का फैसला किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... सोनिया की आपत्ति के बाद CBSE ने बोर्ड पेपर से विवादित सवाल हटाया CBSE ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा के इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर के पेपर में पूछे गए आपत्तिजनक सवाल को हटा दिया है। CBSE की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 11 दिसंबर को हुए एग्जाम में पूछा गया सवाल हमारी गाइडलाइन के मुताबिक नहीं था। इस पर उठ रहे सवालों को कमेटी का पास भेजा गया। कमेटी ने इस सवाल को हटाने और इस पैसेज के लिए सभी छात्रों को पूरे नंबर देने का फैसला लिया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज लोकसभा में CBSE की परीक्षा में पूछे गए आपत्तिजनक सवालों को तुरंत हटाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि एजुकेशन मिनिस्ट्री को तुरंत इसकी समीक्षा करनी चाहिए। सोनिया ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय और CBSE को माफीनामा जारी करना चाहिए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसी गलती दोबारा न हो। इससे पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा। पूरी खबर यहां पढ़ें... सुपरसोनिक मिसाइल SMART का सफल परीक्षण ओडिशा के बालासोर तट से आज लंबी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो (SMART) को सफल परीक्षण किया गया। DRDO ने बताया कि इस सिस्टम को एंटी-सब मरीन वारफेयर क्षमता बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी रेंज पहले की मिसाइल्स की तुलना में ज्यादा है। रंजन गोगोई के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस TMC के दो राज्यसभा सांसदों ने रिटायर्ड जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस पेश किया है। एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान की गई टिप्पणी को लेकर यह नोटिस जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि गोगोई का बयान राज्यसभा की अवमानना ​है। इससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाता है। गोगोई ने इस इंटरव्यू में कहा था कि मुझे जब जरूरी लगता है, तभी मैं राज्यसभा में जाता हूं। मुंबई में 15 मंजिल से लिफ्ट गिरी, 4 लोग घायल मुंबई के अंधेरी इलाके में सोमवार को 15 मंजिल से एक लिफ्ट गिर गई। इस हादसे में 4 लोग घायल हो गए। घायलों में तीन बच्चे और एक महिला शामिल है। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में 2 आतंकियों को ढेर किया जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के रंगेट इलाके में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में 2 आतंकियों को मार गिराया। सुरक्षाबलों ने घटनास्थल की घेराबंदी कर ली है। सर्च ऑपरेशन जारी है। रविवार को अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया था। कश्मीर पुलिस ने बताया कि बड़गाम इलाके में हुए एनकाउंटर में मारे गए आतंकी की पहचान समीर अहमद तांत्रे के तौर पर हुई। उसके जैश-ए-मोहम्मद के साथ संबंध थे और वह आतंकी मामलों में शामिल कई संगठनों का हिस्सा था। लेबनान में हमास और फिलिस्तीनी गुटों के बीच हिंसक झड़प, 3 की मौत लेबनान के बुर्ज अल-शामाली शिविर में हमास और फिलिस्तीनी गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई है। इस दौरान तीन हथियारधारी मारे गए हैं और आठ घायल हुए हैं। वहीं, यमन में हौथी मिलिशिया के खिलाफ सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने एयर स्ट्राइक की है। बीते 24 घंटे में यमन के अलग-अलग इलाकों युद्धक विमानों से हवाई हमले किए गए हैं। अलीबाबा ने सुपरवाइजर पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला कर्मचारी को नौकरी से निकाला चीन की टेक कंपनी अलीबाबा ने सुपरवाइजर पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया है। झाऊ ने वांग चेंगवे पर इस साल बिजनेस ट्रिप के दौरान छेड़छाड़ और बलात्कार का आरोप लगाया था। झाऊ को 25 नवंबर को कंपनी से बर्खास्त कर दिया गया। उन पर झूठी और हानिकारक जानकारी फैलाने का आरोप लगा है। झाऊ के मामले की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। मुंबई में रैपर एपी ढिल्लों के कॉन्सर्ट में जमकर टूटे नियम मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट यानी ओमिक्रॉन का खतरा बना हुआ है। पूरे देश की तुलना में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हैं। इसके बावजूद कई नामचीन लोग नियम तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसमें ताजा नाम जुड़ा है सिंगर और रैपर एपी ढिल्लों का। इन पर आरोप है कि मुंबई में धारा 144 के बावजूद इन्होंने एक कॉन्सर्ट किया और इसमें सैंकड़ों लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के शामिल हुए। पूरी खबर यहां पढ़ें... जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा इलाके में BSF ने पाकिस्तानी महिला घुसपैठिए को मार गिराया जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा इलाके में BSF के जवानों ने एक पाकिस्तानी महिला घुसपैठिए को मार गिराया। पाकिस्तानी महिला को IB बॉर्डर फेंसिंग के पास गोली मारी गई। BSF को महिला की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। जवानों ने उसे रुकने के लिए कई बार वार्निंग दी लेकिन वह नहीं रुकी। ऐसे में फायरिंग करनी पड़ी। ब्राजील में बाढ़ से तबाही, 7 लोगों की मौत और 175 घायल ब्राजील के बाहिया इलाके में भारी बारिश की वजह आई बाढ़ ने काफी तबाही मचाई है। बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गई और हजारों को विस्थापित होना पड़ा है। सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने बताया कि इस आपदा में 175 लोग घायल हुए हैं। साइक्लोन के चलते हुई भारी बारिश से बाहिया के कई दक्षिणी इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए। लोगों को काफी मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव का काम जारी है। सांसदों के निलंबन को लेकर राज्यसभा में हंगामा संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। सोमवार को भी राज्यसभा में सांसदों के निलंबन को लेकर हंगामा हुआ। विपक्ष यह निलंबन रद्द करने की मांग कर रहा है। विपक्षी नेताओं का शोर-शराबा नहीं थमने पर राज्यसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। कैंट देहरादून से विधायक हरबंस कपूर का निधन, CM धामी ने श्रद्धांजलि दी BJP नेता और कैंट देहरादून से विधायक हरबंस कपूर का रविवार देर रात निधन हो गया। वह 76 साल के थे। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरबंस कपूर के निधन पर गहरा शोक जताया है। हरबंस के घर जाकर CM धामी ने उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। जम्मू-कश्मीर में हवलदार ने गोली मारकर आत्महत्या की जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में कैंप में हवलदार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। हवलदार रैंक के सिपाही की पहचान शिंदे संदीप अर्जुन के रूप में हुई, जो द्रंग्यारी चौकीबल में तैनात थे। आज तड़के 4:30 बजे उन्होंने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली। उन्हें श्रीनगर के सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी जान बचाई नहीं जा सकी। एक दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के बनिहाल आर्मी कैंप में मेजर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। मेजर परविंदर सिंह दिल्ली के प्रियदर्शिनी विहार के रहने वाले थे। उन्होंने अपनी सर्विस राइफल AK 47 से खुद को गोली मारी। दिल्ली में संजय राउत के खिलाफ FIR, आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता की शिकायत पर शिवसेना सांसद संजय राउत के खिलाफ दिल्ली के मंडावली थाने में FIR दर्ज हुई है। IPC की धारा 509 और 500 के तहत भाजपा की महिला सदस्यों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर यह मामला दर्ज किया गया है। इस पर राउत ने कहा कि राजनीतिक मकसद से मेरे खिलाफ दिल्ली में FIR दर्ज हुआ है। मेरी आवाज दबाने की यह कोशिश है। मेरी पार्टी को बदनाम करने के लिए ऐसा किया गया है। CBI, IT, ED का इस्तेमाल मेरे खिलाफ नहीं किया जा सकता है। मैं सांसद हूं, मेरे खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराने के लिए कुछ लोगों को प्रोत्साहित करना सही नहीं है। असम में हाथियों को खदेड़ने के लिए की गई फायरिंग में 2 साल की बच्ची की मौत, मां घायल; 2 फॉरेस्ट गार्ड गिरफ्तार असम के कामरूप जिले में हाथियों के झुंड को भगाने के लिए वन विभाग की ओर से की गई फायरिंग में एक बच्ची की मौत हो गई और उसकी मां घायल है। इस मामले में 2 फॉरेस्ट गार्ड्स को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि हाथियों के झुंड को जंगल में खदेड़ने के लिए वन कर्मियों ने हवा में गोलियां चलाईं, लेकिन दो साल की अर्बी दैमारी और उसकी मां मालोबिका दैमारी को गलती से दो गोलियां लग गईं। बच्ची ने दम तोड़ दिया और महिला का गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। जम्मू-कश्मीर में BJP नेता का पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर और उनका सहयोगी लापता जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में BJP नेता का पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर और उनका सहयोगी बीती रात से लापता है। साकिब अहमद तांत्री (SPO) भाजपा कार्यकर्ता अब्दुल राशिद जरगर के PSO के तौर पर तैनात थे। साकिब के सहयोगी आरिफ अहमद भी लापता हैं। इनके पास 2 हथियार थे। दोनों की तलाशी का काम जारी है, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। नासिक में 1 से 7वीं के छात्रों के लिए आज से फिर स्कूल खुले महाराष्ट्र के नासिक में कक्षा 1 से कक्षा 7वीं के छात्रों के लिए आज से फिर स्कूल खुल गए हैं। वहीं, राज्य में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। नागपुर में रविवार को ओमिक्रॉन का पहला केस दर्ज हुआ था। संक्रमित व्यक्ति पिछले रविवार को दक्षिण अफ्रीकी देश बुरकीना फासो से दिल्ली लौटा था। दिल्ली में हुए कोविड टेस्ट में वह निगेटिव पाया गया था। हालांकि, नागपुर एयरपोर्ट पर हुए टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया, जहां वह ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाया गया। हरनाज संधू बनीं मिस यूनिवर्स 2021 भारत की हरनाज कौर संधू ने मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब अपने नाम कर लिया है। 21 साल बाद भारत की बेटी ने यह खिताब जीता है। हाल ही में चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने 'मिस दीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021' का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी थी। पंजाब के चंडीगढ़ की रहने वाली हरनाज संधू पेशे से एक मॉडल हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की है। चंडीगढ़ से ही ग्रेजुएशन करने के बाद इन दिनों वह मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। महज 21 साल की हरनाज ने मॉडलिंग और कई पेजेंट में हिस्सा लेने और जीत हासिल करने के बावजूद भी पढ़ाई से दूरी नहीं बनाई। पूरी खबर यहां पढ़ें... संसद पर हमले की 20वीं बरसी पर बहादुर सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर, यानी संसद पर हमले के आज 20 साल पूरे हो गए हैं। बरसी पर राष्ट्रपति, गृह मंत्री समेत तमाम लोगों ने हमले में जान गंवाने वाले बहादुर सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ""मैं उन बहादुर सुरक्षा कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने 2001 में आज ही के दिन आतंकवादी हमले के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए राष्ट्र सदैव उनका आभारी रहेगा।"" गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ""भारतीय लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए आतंकी हमले में राष्ट्र के गौरव की रक्षा हेतु अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षाबलों के साहस व शौर्य को नमन करता हूं। आपका अद्वितीय पराक्रम और अमर बलिदान सदैव हमें राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।"" रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ""2001 में संसद भवन पर हुए हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले उन बहादुर सुरक्षाकर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि। राष्ट्र उनके साहस और कर्तव्य के प्रति सर्वोच्च बलिदान के लिए आभारी रहेगा।"" तालिबानियों ने 20 साल के लड़के को गोली मारी तालिबानियों ने रविवार को एक 20 वर्षीय लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी। फैसल नाम का यह युवक अपने चाचा के साथ काबुल में सगाई समारोह में शामिल होने जा रहा था। चश्मदीदों ने बताया कि चेक पोस्ट पर उन्हें रुकने के लिए कहा गया। दोनों रुके भी, इसके बावजूद उन्हें गोली मार दी गई। इटली में मीथेन गैस विस्फोट से रेसिडेंशियल इमारत गिरी, 3 लोगों की मौत और 6 लापता इटली के सिसिली शहर में मीथेन गैस विस्फोट से रेसिडेंशियल इमारत गिर गई। इसके मलबे से दबकर 3 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग अभी भी लापता हैं। नेशनल फायर कॉर्प्स की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं। राहत और बचाव का काम जारी है। खबरें और भी हैं... अयोध्या से एक सौ धर्माचार्य काशी रवाना: बाबा विश्वनाथ कारीडोर पर देश भर से 7 हजार 500 संत-महंत पीएम के लिए अपलोड कर रहे शुभकामनाएं अयोध्या (फैजाबाद) श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का कल लोकार्पण: वाराणसी आएंगे प्रधानमंत्री मोदी, 10 तस्वीरों में देखें भव्यता, 8 मार्च 2019 को हुआ था शिलान्यास वाराणसी 13 दिसंबर को PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का लोकार्पण: काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए खास सुविधाएं, सुविधा केंद्र और योग केंद्र से लेकर फूड कोर्ट तक वाराणसी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण ऐतिहासिक होगा: काशी में तीन दिन ‘शिव दिवाली’; 7 लाख घरों में प्रसाद भेजा जाएगा, एक महीने तक हर रोज बड़े कार्यक्रम होंगे वाराणसी",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/miss-universe-2021-indias-harnaaz-sandhu-crowned-miss-universe-isreal-sushmita-sen-lara-dutta-beauty-competition-indian-girl-harnaaz-sandhu-129205302.html,हरनाज संधू बनीं मिस यूनिवर्स: जीत के बाद बोलीं- चक दे फट्‌टे; 21 साल बाद भारत को मिला यह खिताब,"हरनाज संधू बनीं मिस यूनिवर्स:जीत के बाद बोलीं- चक दे फट्‌टे; 21 साल बाद भारत को मिला यह खिताब भारत की हरनाज संधू मिस यूनिवर्स बन गई हैं। 21 साल बाद किसी भारतीय सुंदरी को यह खिताब मिला है। जीतने के बाद देश के नाम एक संदेश में उन्होंने कहा- चक दे फट्‌टे इंडिया, चक दे फट्टे। 1992 में सुष्मिता सेन के बाद साल 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं थीं। तब से भारत इस खिताब का इंतजार कर रहा था। 70वां मिस यूनिवर्स पेजेंट 12 दिसंबर को इजराइल में हुआ। इसमें हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहना। मिस यूनिवर्स की रनर अप मिस पराग्वे नाडिया फेरेरा और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका लालेला मस्वाने रहीं। बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला को मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट को जज करने का मौका मिला था। वे भारत की तरफ से ज्यूरी टीम का हिस्सा थीं। चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने हाल ही में 'मिस दीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021' का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी थी। जानिए, भारत की ग्लैमर गर्ल हरनाज के बारे में कुछ खास बातें.. पेशे से मॉडल हैं हरनाज, कर रहीं मास्टर्स की पढ़ाई 21 साल की हरनाज पेशे से एक मॉडल हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की है। चंडीगढ़ से ही ग्रेजुएशन करने के बाद इन दिनों वे मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। उन्होंने मॉडलिंग और कई पेजेंट में जीत हासिल करने के बावजूद पढ़ाई से दूरी नहीं बनाई। हाल ही में हरनाज ने ‘मिस दीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021’ का खिताब जीता था। साल 2017 में दी थी पहली स्टेज परफॉर्मेंस हरनाज का पूरा परिवार खेती और ब्यूरोक्रेसी से संबंधित रहा है। 2017 में कॉलेज में एक शो के दौरान उन्होंने पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी। उसके बाद यह सफर शुरू हो गया। उन्हें घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग, डांसिंग और घूमने का बेहद शौक है। वे फ्री होती हैं तो इन्हीं शौक को पूरा करती हैं। भविष्य में मौका मिलने पर वे फिल्मों में भी काम करना चाहती हैं। मिस यूनिवर्स कॉम्पिटिशन में नेशनल कॉस्ट्यूम राउंड में भारतीय परिधान पहने हरनाज संधू। दुबलेपन के लिए बनाया जाता था हरनाज का मजाक 17 साल की उम्र तक हरनाज काफी इंट्रोवर्ट हुआ करती थीं। स्कूल में उनके दुबलेपन का मजाक भी बनाया जाता था। इस वजह से कुछ समय के लिए वे डिप्रेशन में रहीं, लेकिन परिवार ने हमेशा उन्हें सपोर्ट किया। वे फूडी हैं, पर फिटनेस का भी ख्याल रखती हैं। एक इंटरव्यू में हरनाज ने बताया था कि वे अपनी पसंद की हर चीज खाती हैं। इन सब के बावजूद वर्कआउट करना नहीं भूलतीं। उनका मानना है कि सभी को अपने मन का खाना खाना चाहिए, लेकिन वर्कआउट करना नहीं छोड़ना चाहिए। मिस यूनिवर्स कॉम्पिटिशन के स्विमवियर राउंड में हरनाज संधू। इन फिल्मों में आ चुकी हैं नजर हरनाज अपनी पढ़ाई और पेजेंट की तैयारी करने के साथ-साथ कई फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ जैसी फिल्मों में काम किया है। अपने नाम कर चुकी हैं ये खिताब 2017: टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़ 2018: मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार 2019: फेमिना मिस इंडिया पंजाब 2021: मिस यूनिवर्स इंडिया चक दे फट्‌टे का मतलब क्या है? पंजाबी में चक दे का मतलब उठा लेना और फट्‌टे का मतलब लकड़ी के पटियानुमा टुकड़े जिन्हें नहर-नाले पार करने के लिए पुल की तरह इस्तेमाल किया जाए। ‘चक दे फट्‌टे’ यानी लकड़ियां उठा लो, ताकि दुश्मन नहर-नाले के इस पार न आ पाए। यह जीत का प्रतीक है। यह वाक्य हौसला बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/miss-universe-2021-india-harnaaz-sandhu-used-to-called-matchsticks-know-about-her-mental-fitness-journey-129205354.html,"15 PHOTOS में मिस यूनिवर्स हरनाज: खिताब जीतते ही रो पड़ीं हरनाज, जोर से बोलीं- ओह माय गॉड; कभी लोग दुबलेपन का मजाक उड़ाते थे","पंजाब की रहने वाली हरनाज़ संधू नेल 21 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स का खिताब जीत लिया है। 'मिस डीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021' का खिताब के बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी थी। हरनाज मॉडलिंग और पंजाबी फिल्मों का जाना-माना नाम हैं। मगर उनको भी इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा। 70वें मिस यूनिवर्स पेजेंट का आयोजन 12 दिसंबर को इजरायल में हुआ। इसमें हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहना। हरनाज संधू से पहले साल 2000 में भारत से लारा दत्ता ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। लोग कहते थे खाना नहीं मिलता क्या हरनाज ने टीनएज में बॉडी शेमिंग और बुलिंग का सामना किया है। लोग उन्हें देखकर माचिस की तीली, सीक-सलाई कहते थे। कुछ ताने कसते कि ज्यादा हवा में मत जाना, उड़ जाओगी। कुछ कहते लगता है खाना नहीं मिलता बेचारी को। हरनाज ने इस हद तक ये बातें सही कि वे खुद पर शक करने लगी थीं। लेकिन इतने खिताब अपने नाम करने के बाद जब वे पलटकर देखती हैं तो सोचती हैं कि उस वक्त जितना गिराया गया, उससे सीख लेकर वे बहुत ऊंची उठ चुकी हैं। हरनाज, प्र‍ियंका चोपड़ा का नाम कई बार अपनी प्रेरणा के तौर पर लेती रही हैं। मां गाइनेकोलॉजिस्ट हैं, पापा बिजनेसमैन खुद को गॉड का फेवरिट चाइल्ड कहने वाली हरनाज के माता-पिता ने कभी उन पर अपनी महत्वकांक्षाओं का बोझ नहीं डाला। हरनाज को देश का पॉलिटिकल सिस्टम अच्छा लगा, वे इस एरिया में काम करना चाहती हैं और इसलिए वे पब्ल‍िक एडमिन‍िस्ट्रेशन में मास्टर्स डिग्री कर रही हैं। हरनाज कौर पंजाब के गुरदासपुर जिले के एक गांव कोहाली की रहने वाली हैं। जज बनना चाहती हैं हरनाज कौर हरनाज की मां बताती हैं कि उनकी बेटी जज बनना चाहती है। हरनाज चंडीगढ़ के सेक्टर-40 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल की छात्रा रही। उन्होंने 12वीं सेक्टर-35 खालसा स्कूल से की है। अभी हरनाज सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कॉलेज (GCG) की छात्रा हैं। हरनाज को थिएटर में काफी दिलचस्पी है। उनको पशुओं से खास लगाव है। बेहद शांत स्वभाव की संधू ने स्कूल से कॉलेज तक कभी कोचिंग नहीं ली। हरनाज ने फाइनल राउंड में पराग्वे और दक्षिण अफ्रीका की कंटेस्टेंट्स को हराकर मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया। कोरोना काल में सीखी कुकिंग कोविड में हरनाज ने जो सबसे बड़ा सबक सीखा वो ये था कि अगर आपको दूसरों की मदद करनी है, तो सबसे पहले अपनी मदद करो। जब हरनाज की मां रोजाना पीपीई किट पहनकर हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों का दुख-दर्द बांटती थीं, तब वे घर संभाल रही थी। इसी वक्त में हरनाज ने कुकिंग सीखी और आज वे मक्के की रोटी, सरसों का साग और लस्सी जैसी तमाम चीजें बनाने में पारंगत हो चुकी हैं। हरनाज ने प्रेशर झेल रही महिलाओं को सलाह दी-आप यकीन करें कि आप यूनीक हैं। यही आपकी खूबसूरती है। प्रेशर से बाहर आएं, आवाज उठाएं क्योंकि अपनी लाइफ की लीडर आप हैं। योग और मेडिटेशन से जीता डिप्रेशन बॉडी शेमिंग और बुलिंग के कारण हरनाज के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा। उन्हें एंजायटी इश्यूज होने लगे थे, अपनी काबिलियत पर शक होने लगा था। उन्हें लगता था कि शायद उनमें ही कमी है। उस दौरान हरनाज की मां ने बहुत साथ दिया। उनका डॉक्टर होना बहुत काम आया। मां और परिवार ने उन्हें यकीन दिलाया कि तुम जो हो, दूसरों से अलग हो और तुम्हे खुद को स्वीकार कर आत्मविश्वास पैदा करना होगा। इसके बाद हरनाज अपनी मेंटल हेल्थ को लेकर मुखर हुई और योग मेडिटेशन के जरिए खुद में बदलाव आते देखा। नेचर लवर हरनाज का मानना है कि पृथ्वी को बचाने के लिए हमारे पास अभी भी वक्त है, इसल‍िए जितना हो सके प्रकृति को बचाया जाना चाहिए। पंजाबी फिल्मों की लीड एक्ट्रेस हरनाज ने 2018 में मिस इंड‍िया पंजाब ख‍िताब जीतने के बाद द लैंडर्स म्यूज‍िक वीड‍ियो 'Tarthalli' में काम किया था। हरनाज अपनी पढ़ाई और पेजेंट की तैयारी करने के साथ-साथ कई फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने ‘यारा दियां पौ बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ जैसी फिल्मों में काम किया है। साल 2017 में दी थी पहली स्टेज परफॉर्मेंस 2017 में कॉलेज में एक शो के दौरान उन्होंने पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी। उसके बाद यह सफर शुरू हो गया। उन्हें घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग, डांसिंग और घूमने का बेहद शौक है। वे फ्री होती हैं तो इन्हीं शौक को पूरा करती हैं। वे फूडी हैं पर फिटनेस का भी ख्याल रखती हैं। वे अपनी पसंद की हर चीज खाती हैं। इन सब के बावजूद वर्कआउट करना नहीं भूलतीं। उनका मानना है कि सभी को अपने मन का खाना खाना चाहिए, लेकिन वर्कआउट करना नहीं छोड़ना चाहिए। खबरें और भी हैं... मिस यूनिवर्स 2021: भारत का नाज बनेंगी हरनाज; खेतों से तय किया रैंप तक का सफर, बचपन में दुबलेपन के लिए बनता था मजाक वुमन गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर: 1400 की आबादी वाले पिंड की हरनाज महज 50 दिन की थीं लारा के ताज पहनने के समय चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-usa-brazil-china-russia-live-updates-13-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-129205197.html,"कोरोना देश-दुनिया में LIVE: गुजरात में कोरोना से मरने वाले लोगों का डेटा सामने आया; 10 हजार की मौत, संक्रमितों का प्रतिशत बढ़ा","कोरोना देश-दुनिया में LIVE:गुजरात में कोरोना से मरने वाले लोगों का डेटा सामने आया; 10 हजार की मौत, संक्रमितों का प्रतिशत बढ़ा गुजरात में कोरोनावायरस से हुई करीब 10 हजार लोगों की मौतों का नया डेटा सामने आया है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक पहले गुजरात में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 10,098 बताया गया था, लेकिन सोमवार को नए आंकड़े जोड़ने के बाद यह बढ़कर 19,964 हो गया है। यह डेटा सामने आने के बाद देशभर में कुल संक्रमितों का प्रतिशत भी बढ़कर 2 फीसदी हो गया है। बता दें कि अब तक देश में कोरोना वायरस से 4.85 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। अन्य प्रमुख अपडेट्स... दुनिया में ओमिक्रॉन से पहली मौत ब्रिटेन में, PM बोरिस जॉनसन ने कहा- हम संक्रमण की तूफानी लहर का सामना कर रहे हैं ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से पहली मौत की पुष्टि की है। दुनिया में ओमिक्रॉन से मौत का संभवत: यह पहला मामला है। जॉनसन ने कहा कि ओमिक्रॉन ब्रिटेन में बहुत तेजी से फैला है। हमने ऐसा कभी नहीं देखा। जॉनसन ने कहा कि इसका संक्रमण हर दूसरे-तीसरे दिन दोगुना हो जा रहा है। इसके मायने हैं कि हम संक्रमण की तूफानी लहर का सामना कर रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें.. करीना कपूर कोरोना पॉजिटिव बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर कोरोना पॉजिटिव हो गई हैं। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। उनके साथ उनकी सबसे खास दोस्त अमृता अरोड़ा भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। हाल ही में करीना और अमृता अपने दोस्तों के साथ कई पार्टी में शामिल हुई थीं। कई पार्टियों में उन्हें कोरोना नियमों का भी उल्लंघन करते देखा गया था। पिछले दिनों में दोनों एक्ट्रेस जिन लोगों के संपर्क में आई हैं, BMC उन्हें ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... चीन में डेल्टा वैरिएंट के नए स्ट्रेन 'सब-लीनिएज AY.4' के केस मिले चीन के झेजियांग प्रांत में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के नए स्ट्रेन 'सब-लीनिएज AY.4' के मामले मिले हैं। इस प्रांत में लोकल तौर पर संक्रमण के 138 केस दर्ज कराए गए हैं, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। पूर्वी प्रांत के लोगों को ट्रैवल करने से रोक दिया गया है। जीनोम सीक्वेंसिंग और वायरस की स्टडी से पता चला कि तीनों शहरों में संक्रमण के मामले डेल्टा के स्ट्रेन सब लीनिएज AY.4 की वजह से हुए, जिसे नोबेल कोरोनावायरस से ज्यादा संक्रामक माना जाता है और ज्यादा वायरल लोड लिए है। यह पहली बार है जब चीन में डेल्टा वैरिएंट का नया स्ट्रेन रिपोर्ट किया गया है। झेजियांग प्रांत के हेडक्वार्टर हांगजोऊ से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, प्रांत के 138 मामलों में से 44 केस निंग्बो, 77 केस शाओक्शिंग से और 17 केस हांगजोऊ से हैं। रूसी वैज्ञानिकों का दावा- डेल्टा वैरिएंट की जगह ले सकता है ओमिक्रॉन रूसी वैज्ञानिकों का दावा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनियाभर में डेल्टा वैरिएंट को रिप्लेस कर देगा। रूस के गमालेया रिसर्च सेंटर फॉर एमिडेमोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के डायरेक्टर अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन ही प्रमुख वैरिएंट बनता जा रहा है। गिंट्सबर्ग ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन बहुत तेजी से डेल्टा की जगह ले रहा है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के खिलाफ रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी के प्रभाव को 10 दिनों के अंदर टेस्ट कर लिया जााएगा। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या 8 लाख हुई अमेरिका में रविवार को कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 8 लाख के पार हो गई है। देश में ठंड बढ़ने के साथ संक्रमण के मामलों में इजाफा होने की आशंका जताई गई है। ओमिक्रॉन वैरिएंट आने के बाद संक्रमण में तेजी आने का खतरा भी बना हुआ है। देश में डेल्टा वायरस के चलते 2020 के मुकाबले इस साल ज्यादा लोगों की जान गई, जबकि इस साल पहले से ज्यादा और मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध थी। इस साल की शुरुआत से अब तक 4.50 लाख लोगों की कोरोना के चलते जान गई है। यह महामारी की शुरुआत से अब तक मरने वाले लोगों का 57% है। मुंबई में रैपर एपी ढिल्लों के कॉन्सर्ट के आयोजकों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया केस पूरे देश की तुलना में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हैं। इसके बावजूद कई नामचीन लोग नियम तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसमें ताजा नाम जुड़ा है सिंगर और रैपर एपी ढिल्लों का। इन पर आरोप है कि मुंबई में धारा 144 के बावजूद इन्होंने एक कॉन्सर्ट किया और इसमें सैंकड़ों लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के शामिल हुए। इसके चलते पुलिस ने कॉन्सर्ट के आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... सोशल मीडिया पर बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान, जाह्नवी कपूर और इब्राहिम अली खान के भी इस कॉन्सर्ट में शामिल होने की तस्वीरें सामने आई हैं। ब्रिटेन PM बोरिस जॉनसन की चेतावनी- ओमिक्रॉन कोरोना की तूफानी लहर लाएगा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को चेतावनी दी कि ओमिक्रॉन की तूफानी लहर आ रही है। इसके साथ उन्होंने दिसंबर के अंत तक 18 साल के ऊपर के लोगों को बूस्टर डोज दिए जाने का टार्गेट भी रखा है। एक टेलीविजन एड्रेस में उन्होंने कहा कि किसी को कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए- ओमिक्रॉन की तूफानी लहर आ रही है। देश के स्वास्थ्य सलाहकारों ने कोरोना अलर्ट लेवल को 3 से 4 कर दिया है। जॉनसन ने कहा कि इस वैरिएंट का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और यह आपदा में तब्दील होता जा रहा है। द. अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा कोरोना पॉजिटिव दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा रविवार को कोरोना पॉजिटिव टेस्ट किए गए। राष्ट्रपति कार्यालय ने जानकारी दी कि वे हल्के लक्ष्णों के लिए इलाज करा रहे हैं। रामाफोसा वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। ठीक होने तक वे सेल्फ आइसोलेशन में रहेंगे। तब तक राष्ट्रपति की जिम्मेदारी उप राष्ट्रपति डेविड मबूजा निभाएंगे। केप टाउन में एक कार्यक्रम से लौटने के बाद रामाफोसा की तबीयत खराब होनी शुरू हुई, जिसके बाद उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। पिछले महीने ओमिक्रॉन वैरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ही डिटेक्ट किया गया था। इस वैरिएंट के ज्यादा संक्रामक होने की खबरों के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। WHO ने कहा- वैक्सीन के असर को कम करता है ओमिक्रॉन, तेजी से फैलता है विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रविवार को कहा कि ओमाइक्रोन कोरोनावायरस के डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है। यह वैक्सीन के असर को भी कम करता है। हालांकि, शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक इसके लक्षण मरीज पर ज्यादा नजर नहीं आते हैं। दुनियाभर में सामने आने वाले कोरोना के नए वैरिएंट के लिए कोरोना का डेल्टा वैरिएंट ही जिम्मेदार है। WHO ने कहा कि ओमाइक्रोन 9 दिसंबर तक 63 देशों में फैल गया था। भारत में ओमिक्रॉन के 38 केस भारत में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के 38 मामले हो गए हैं। रविवार को 5 राज्यों में 5 नए मामले मिले। केरल के कोच्चि में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज बताया कि संक्रमित व्यक्ति 6 ​​दिसंबर को UK से कोच्चि लौटा था। वह 8 दिसंबर को हुए कोविड टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। वहीं, उसकी पत्नी और मां की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। प्लेन में संक्रमित व्यक्ति के पास बैठे पैसेंजर्स को भी इस बात की जानकारी दी गई है। वहीं, महाराष्ट्र के नागपुर में आज ओमिक्रॉन के पहले और कर्नाटक में तीसरे केस की पुष्टि हुई है। चंडीगढ़ और आंध्र प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के नए संक्रमितों की पहचान हुई है। खबरें और भी हैं... नए कोरोना वैरिएंट ने किया हैरान: सिंगापुर में बूस्टर डोज लगवा चुके दो लोगों के सैंपल में भी मिला ओमिक्रॉन, इनमें से एक जर्मनी से लौटा था विदेश महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमित 1 साल की बच्ची ठीक हुई: मासूम की 3 साल की बहन एसिम्पटोमेटिक; देश में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 33 हुए महाराष्ट्र टेस्ट में फेल: ओमिक्रॉन ज्यादा फिर भी जांच कम, आरटी-पीसीआर घटाना घातक; ओमिक्रॉन पॉजिटिव केस वाले 5 राज्यों की पड़ताल देश दुनिया बूस्टर डोज बढ़ा रही, हम टीके भी घटा रहे: देश में जब से ओमिक्रॉन आया, टीके बढ़ने के बजाए 8.5% घटे; ऐसा रहा तो 31 तक सभी वयस्कों को दोनों डोज लगना संभव नहीं दिल्ली + एनसीआर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/miss-universe-2021-harnaaz-kaur-sandhu-unseen-photos-129205397.html,"हरनाज की 12 अनदेखी तस्वीरें: शांत स्वभाव और थियेटर की शौकीन, डिप्रेशन से निकलकर मिस यूनिवर्स बनीं, मन का खाती और पहनती हैं","हरनाज की 12 अनदेखी तस्वीरें:शांत स्वभाव और थियेटर की शौकीन, डिप्रेशन से निकलकर मिस यूनिवर्स बनीं, मन का खाती और पहनती हैं चंडीगढ़ मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब जीतने वाली हरनाज कौर संधू की फिलोसॉफी है कि हर आदमी अपने आप में अलग है और उसे किसी को कॉपी करने की जगह अपनी अलग पहचान बनानी चाहिए। हरनाज का कहना है कि वह आज भी आम इंसान की तरह ही हैं। उनमें कोई बदलाव नहीं आया। वह वैसे ही सोचती हैं, जैसे सब सोचती हैं। सबसे जरूरी है कि ऑथेंटिक रहें। बाकी सब लोग भी उन जैसे हैं और वह उनके जैसी। हां जिम्मेदारी जरूर बढ़ी है। हरनाज कहती हैं कि अगर आप उदास हैं तो उदास रहिए। आप तूफान आते वक्त भी खुश रह सकते हैं। जरूरत है तो बस नजरिया बदलने की। सबकी जिंदगी में मुश्किलें हैं। वे जिस भी इंसान से मिलती हैं, उन सबसे सीखती हैं। आप बस महसूस कीजिए कि आप परफेक्ट हैं। देखिए हरनाज कौर संधू की कुछ अनदेखी तस्वीरें... गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर:1400 की आबादी वाले गांव में जन्मी हरनाज बनना चाहती हैं जज; मां गायनेकोलॉजिस्ट, खेती से जुड़ा परिवार एक छोटे से गांव से निकलकर पूरी दुनिया में अपना नाम चमकाना अपने आप में एक खास अहसास है, जिसे सिर्फ हरनाज ही महसूस कर सकती हैं। हरनाज कौर की मां की आंखें छलकीं:बोलीं- शांत रहती है, पर दुनिया हिला दी; भाई हरनूर कहते हैं- 7 साल छोटी बहन, बड़ी हो गई 17 साल की उम्र तक हरनाज काफी इंट्रोवर्ट हुआ करती थीं। स्कूल में उनके दुबलेपन का मजाक भी बनाया जाता था। इस वजह से कुछ समय के लिए वे डिप्रेशन में रहीं। पिता की नजरों में हरनाज भारत की शेरनी:मंच पर जाने से पहले किया गुरुओं को याद, ताज मिलने पर दुनिया से कहा- सत श्री अकाल हरनाज की थिएटर में काफी दिलचस्पी है। बेहद शांत स्वभाव की हरनाज संधू ने स्कूल से कॉलेज तक कभी कोचिंग नहीं ली। 2017 में कॉलेज में एक शो के दौरान उन्होंने पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी। उसके बाद ही मिस यूनिवर्स तक पहुंचने का सफर शुरू हो गया था। हरनाज का मानना है कि सभी को अपने मन का खाना खाना चाहिए, लेकिन वर्कआउट नहीं छोड़ना चाहिए। वे अपनी पसंद की हर चीज खाती हैं। हरनाज ने बतौर मॉडल अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने फिल्मों में भी काम किया है। हरनाज ने साल 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़, साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब जीता। हरनाज को कॉलेज के सालाना पुरस्कार वितरण समारोह में दीवा ऑफ कॉलेज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। उनको पशुओं से खास लगाव है। भारतीय परिधान पहनना, घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग, डांसिंग और घूमने का बेहद शौक है। वे फ्री होती हैं तो यही शौक पूरे करती हैं। हरनाज संधू मिस इंडिया 2019 के फिनाले तक पहुंची थीं और अब उन्होंने मिस यूनिवर्स का 70वां क्राउन जीता है। वे मिस यूनिवर्स 2021 बनी हैं। हरनाज पढ़ाई करने के साथ-साथ एक्टिंग भी करती हैं। वे कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ फिल्मों में उन्हें देखा जा सकता है। खबरें और भी हैं... गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर: 1400 की आबादी वाले गांव में जन्मी हरनाज बनना चाहती हैं जज; मां गायनेकोलॉजिस्ट, खेती से जुड़ा परिवार चंडीगढ़ 816 आर्ट एंड क्राफ्ट भर्ती मामला: HSSC ने आईटीआई डिप्लोमा होल्डर को इंटरव्यू के लिए बुलाया, कोर्ट में आज सरकार दायर करेगी जवाब चंडीगढ़ 15 PHOTOS में मिस यूनिवर्स हरनाज: खिताब जीतते ही रो पड़ीं हरनाज, जोर से बोलीं- ओह माय गॉड; कभी लोग दुबलेपन का मजाक उड़ाते थे बॉलीवुड सिद्धू का बड़ा बयान: मोहाली में 2 CM का डेढ़ लाख करोड़ रुपए की जमीन पर कब्जा, नाम पता चलेंगे तो पैरों तले जमीन खिसक जाएगी चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/gold-silver-price-13th-december-update-sona-chandi-ka-rate-per-gram-kya-hai-in-india-mumbai-delhi-129205546.html,"फिर महंगे होने लगे हैं सोना-चांदी: आज सर्राफा बाजार में सोना 293 रुपए महंगा हुआ, चांदी 61 हजार पर पहुंची","फिर महंगे होने लगे हैं सोना-चांदी:आज सर्राफा बाजार में सोना 293 रुपए महंगा हुआ, चांदी 61 हजार पर पहुंची नई दिल्ली कारोबारी हफ्ते के पहले दिन आज यानी सोमवार को सोना-चांदी के दामों में बढ़त देखी गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार आज सर्राफा बाजार में सोना 293 रुपए महंगा होकर 48,109 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। वहीं अगर वायदा बाजार की बात करें तो MCX पर दोपहर 1 बजे सोना 62 रुपए की बढ़त के साथ 48,226 रुपए पर ट्रेड कर रहा है। चांदी भी चमकी चांदी की बात करें तो सर्राफा बाजार में आज चांदी 786 रुपए महंगी होकर 60,941 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। हालांकि वायदा बाजार में आज चांदी कमजोर हुई है। MCX पर दोपहर 1 बजे चांदी 171 रुपए की बढ़त के साथ 61,322 रुपए पर ट्रेड कर रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,785 डॉलर के पार निकला सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,786 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है। वहीं चांदी की बात करें तो ये 22 डॉलर प्रति औंस के ऊपर ट्रेड कर रही है। निवेशकों को रास आ रहा सोना निवेशकों ने गोल्ड ETF का चलन बढ़ रहा है। इसी का नतीजा है कि नवंबर में गोल्ड ETF 683 करोड़ रुपए का निवेश आया है। जो अक्टूबर के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा है। अक्टूबर में इसमें 304 करोड़ रुपए का निवेश किया था। एक्सपर्ट्स के अनुसार ये समय सोने में निवेश के लिए सही है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें आने वाले दिनों में फिर बढ़ सकते हैं दाम केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि देश और दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' के आने के बाद मामले फिर बढ़ने लगे हैं। इससे सोने को सपोर्ट मिलेगा और ये अगले एक साल में 55 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। कोरोना की पहली लहर में 56,200 पर पहुंच गया था गोल्ड अगस्त 2020 में जब कोरोना की पहली लहर आई थी तब सोना 56,200 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। कोरोना महामारी के कारण निवेशकों में डर का माहौल बन गया था। हालांकि वैक्सीन आने के बाद सोने के दामों में लगातार गिरावट देखी जा रही थी और ये 44 हजार के नीचे आ गई थी। लेकिन अब कोरोना के नए वैरिएंट के आने से फिर डर का माहौल बन रहा है। मिस्ड कॉल देकर पता लगाएं सोने का रेट आप सोना और चांदी का भाव आसानी से घर बैठे पता लगा सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ 8955664433 नंबर पर मिस्ड कॉल देना है और आपके फोन पर मैसेज आ जाएगा। इसमें आप लेटेस्ट रेट्स चेक कर सकते हैं। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/indian-girl-harnaaz-kaur-sandhu-wins-70th-crown-of-miss-universe-2021-mother-gynecologist-129205326.html,गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर: 1400 की आबादी वाले पिंड की हरनाज महज 50 दिन की थीं जब लारा ने पहना था ताज,"गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर:1400 की आबादी वाले पिंड की हरनाज महज 50 दिन की थीं जब लारा ने पहना था ताज चंडीगढ़ लेखक: प्रियंक द्विवेदी हरनाज कौर चंडीगढ़ से ग्रेजुएशन करने के बाद इन दिनों मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर संधू आज दुनिया के लिए वो नाम बन गई हैं, जो इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। पंजाब में गुरदासपुर जिले के छोटे से गांव, कोहाली में जन्मी हरनाज कौर का मिस यूनिवर्स के क्राउन तक का सफर बेहद खास और प्रेरणा से ओतप्रोत रहा है। भारत को इससे पहले अंतिम बार मिस यूनिवर्स का खिताब 12 मई 2000 को मिला था। तब भारत की लारा दत्ता विश्व सुंदरी बनी थीं। उस समय हरनाज कौर महज 50 दिन की थीं। अब 21 साल बाद, 21 साल की हरनाज संधू ने फिर से भारत को यह ताज दिलवाया है। हरनाज कौर गुरदासपुर जिले के जिस कोहाली गांव में पैदा हुईं, उसकी आबादी सिर्फ 1393 है। इतने छोटे से गांव से निकलकर पूरी दुनिया पर छा जाना अपने आप में एक खास अहसास है, जिसे सिर्फ हरनाज ही महसूस कर सकती हैं। 2017 में कॉलेज में एक शो के दौरान उन्होंने पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी। उसके बाद ही मिस यूनिवर्स तक पहुंचने का सफर शुरू हो गया था। मिस इंडिया 2019 के फिनाले तक पहुंची हरनाज कौर संधू मिस इंडिया 2019 के फिनाले तक पहुंची थीं और अब उन्होंने मिस यूनिवर्स का 70वां क्राउन जीता। वे मिस यूनिवर्स-2021 बनी हैं। 21 साल की हरलीन कौर ने 21 साल बाद भारत को क्राउन दिलाया है। इससे पहले, साल 1994 में सुष्मिता सेन और 2000 में लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था। ऐसे में भारत ने तीसरी बार क्राउन जीता। मिस यूनिवर्स 2021 का फिनाले 12 दिसंबर को इजराइल में हुआ। बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला भी कॉन्टेस्ट के जज पैनल में शामिल रहीं। हरनाज का मानना है कि सभी को अपने मन का खाना खाना चाहिए, लेकिन वर्कआउट नहीं छोड़ना चाहिए। वे अपनी पसंद की हर चीज खाती हैं। फिल्मों में काम कर चुकी हरनाज हरनाज कौर ने बतौर मॉडल करियर की शुरुआत की थी। वे पढ़ाई करने के साथ-साथ एक्टिंग भी करती हैं। वे कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ फिल्मों में उन्हें देखा जा सकता है। हालांकि, वे जज बनना चाहती हैं और अभी पढ़ाई जारी है। स्कूल में हरनाज के दुबलेपन का मजाक भी बनाया जाता था। इस वजह से कुछ समय के लिए वे डिप्रेशन में रहीं, लेकिन परिवार ने हमेशा उन्हें सपोर्ट किया। कई खिताब जीत चुकी हरनाज मिस यूनिवर्स बनने से पहले हरनाज कई खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। हरनाज ने साल 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़, साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब जीता और अब साल 2021 में मिस यूनिवर्स इंडिया का टाइटल जीतकर परिवार और देश का सम्मान बढ़ाया है। हाल ही में कॉलेज के सालाना पुरस्कार वितरण समारोह में हरनाज को दीवा ऑफ कॉलेज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। हरनाज को भारतीय परिधान पहनना, घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग, डांसिंग और घूमने का बेहद शौक है। वे फ्री होती हैं तो इन्हीं शौक को पूरा करती हैं। ऐसे की मिस यूनिवर्स की तैयारी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हरनाज संधू ने बताया कि वह योगा और मेडिटेशन बहुत करती हैं। उनके मिस यूनिवर्स बनने में भी इन दोनों का बड़ा रोल रहा। मेंटल हेल्थ के बारे सजग रहकर ही वह इस मुकाम तक पहुंच पाईं। हरनाज ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहना। मिस यूनिवर्स की रनर अप मिस पराग्वे नाडिया फेरेरा और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका लालेला मस्वाने रहीं। किसानों के मुद्दे पर बोल चुकी हरनाज हरनाज खुद बेशक चंडीगढ़ से रहती हों, मगर उनका परिवार खेती-बाड़ी से जुड़ा रहा है। देश में चल रहे किसानों के मसले पर पिछली बार चंडीगढ़ आई हरनाज ने कहा था कि अगर सरकार और किसान बात करके इस मसले को सुलझा लेते हैं तो यह सबसे बेहतर विकल्प होगा। खबरें और भी हैं... 816 आर्ट एंड क्राफ्ट भर्ती मामला: HSSC ने आईटीआई डिप्लोमा होल्डर को इंटरव्यू के लिए बुलाया, कोर्ट में आज सरकार दायर करेगी जवाब चंडीगढ़ सिद्धू का बड़ा बयान: मोहाली में 2 CM का डेढ़ लाख करोड़ रुपए की जमीन पर कब्जा, नाम पता चलेंगे तो पैरों तले जमीन खिसक जाएगी चंडीगढ़ राकेश टिकैत ने बाबा लाभ सिंह को डाली जफ्फी: राकेश टिकैत बोले आंदोलन में युवाओं का बड़ा योगदान, युवाओं को किया सम्मानित चंडीगढ़ खेल मंत्री संदीप बने HOA के अध्यक्ष: मुकाबले में कोई उम्मीदवार न होने पर निर्विरोध चुने गए, देवेंद्र सिंह को बनाया गया जनरल सेक्रेटरी चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-headlines-12-dec-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-129197250-129202661.html,"भास्कर अपडेट्स: एक्ट्रेस ने नाबालिग नौकरानी को सेंडल से पीटा, मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार","भास्कर अपडेट्स:एक्ट्रेस ने नाबालिग नौकरानी को सेंडल से पीटा, मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार नई दिल्ली मुंबई पुलिस ने 25 साल की एक एक्ट्रेस को अपनी नाबालिग नौकरानी से मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्सोवा पुलिस ने यह गिरफ्तारी नौकरानी के परिवार की तरफ से मिली शिकायत के आधार पर की है। हालांकि एक्ट्रेस की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बॉलीवुड में फिलहाल पहचान करने के लिए संघर्ष कर रही यह एक्ट्रेस कई फिल्मों और सीरियल्स में छोटे-छोटे रोल कर चुकी है। यह एक्ट्रेस फिलहाल वर्सोवा इलाके में अकेली रहती है। नौकरानी का आरोप है कि एक्ट्रेस ने शराब के नशे में उसके साथ कई बार मारपीट की, लेकिन इस बार उसने उसे बिना कपड़ों के वीडियो बनवाने के लिए मजबूर करने की कोशिश की। इनकार करने पर सैंडल से मारपीट की गई। जब नौकरानी अपने घर पहुंची तो उसकी बहन ने चोट के निशान देखकर पूछताछ की। सारी जानकारी मिलने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत की। वर्सोवा पुलिस ने एक्ट्रेस के खिलाफ IPC की कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। आज की अन्य बड़ी खबरें... राजस्थान के बीकानेर में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता दर्ज की गई राजस्थान के बीकानेर में आज शाम करीब 6:56 बजे 4.3 तीव्रता का भूकंप आया है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने इसकी पुष्टि की गई है। भूकंप का केंद्र बीकानेर से 381 किमी उत्तर- पश्चिम(पाकिस्तान) दिशा में बताया गया है। भूकंप का केंद्र जमीन से 19 किमी नीचे है। इससे पहले राजस्थान के जालोर में 20 नवंबर की रात भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.6 दर्ज की गई थी। जनरल रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का फोन फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। एबीपी न्यूज चैनल ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। 8 दिसंबर को जनरल रावत का MI-17 हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया था। इसमें जनरल रावत, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हुए थे। उनका बेंगलुरू में इलाज चल रहा है। कुन्नूर के पहाड़ी जंगलों में इस क्रैश का वीडियो कोयंबटूर के एक फोटोग्राफर वाई जो पॉल उर्फ कुट्टी ने बनाया था, जो उस वक्त जंगल में अपने दोस्तों और परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए हुए थे। एक मीडिया हाउस से बातचीत में 52 वर्षीय कुट्टी ने बताया था कि क्रैश के वक्त वो अपने दोस्त नासिर व परिवार के साथ कटेरी में पहाड़ों पर बने रेलवे ट्रैक पर फोटो शूट कर रहे थे। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा- किसानों के खिलाफ दर्ज केस पर राज्य सरकारें लेंगी फैसला केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में किसानों पर दर्ज केस वापस लेने का निर्णय संबंधित राज्य सरकारें लेंगी। उन्होंने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर राज्य का विषय है। कृषि मंत्री ने आंदोलन वापस लेने के किसानों के फैसले को सही बताया। इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में गेस्ट बनेंगे 5 मध्य एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्ष, औपचारिक न्योता भेजा गया 26 जनवरी 2022 को होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्ष अतिथि बनेंगे। भारत ने उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाखिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और ताजिकिस्तान को औपचारिक निमंत्रण भेज दिया है। न्यूज एजेंसी से बातचीत में एक अफसर ने इस बात की जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में इन देशों का दौरा किया था। अब इन देशों को भेजा गया न्योता साफ तौर पर यह दिखाता है कि भारत मध्य एशियाई देशों को कितना महत्व देती है। यह इसलिए भी अहम हो जाता है, क्योंकि अफगानिस्तान में तालिबान हुकूमत आ गई है और भारत समेत किसी भी देश ने अब तक उसे मान्यता नहीं दी है। मध्य एशियाई देशों को लैंड लॉक्ड कंट्रीज भी कहा जाता है। भारत ईरान के चाबहार बंदरगाह के माध्यम से इन्हें कनेक्टिविटी देना चाहता है। जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया है। कश्मीर पुलिस ने बताया कि बरागाम इलाके में हुए एनकाउंटर में मारे गए आतंकी की पहचान समीर अहमद तांत्रे के तौर पर हुई है। उसके जैश-ए-मोहम्मद के साथ संबंध थे और वह आतंकी मामलों में शामिल कई संगठनों का का हिस्सा था। उसके पास से हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। 13 दिसंबर को वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे PM मोदी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लगभग 244 साल बाद रेनोवेशन हुआ। अब भव्य धाम लोकार्पण के लिए तैयार है। PM मोदी 13 दिसंबर को श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। ​​​​धाम के लोकार्पण को देखते हुए काशी को सजाया गया है। सोमवार की रात काशी में एक बार फिर दिवाली मनाई जाएगी और अर्द्धचंद्राकार गंगा घाट लाखों दीयों की रोशनी से जगमगाएंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें.. JP नड्डा का विपक्ष पर हमला, बोले- हम गन्ना की बात करते हैं तो उनके मुंह से जिन्ना निकलता है UP के एटा में बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में जेपी नड्डा ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां वोट बैंक के साथ जुड़ी हैं, जातिवाद के साथ काम कर रही हैं। कोई जिन्ना के नाम पर जीता है तो कोई परिवारवाद के नाम पर पार्टी खड़ी करता है, लेकिन BJP सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास करने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा, ""जब हम गन्ने की बात करते हैं तो उनके मुंह से जिन्ना निकलता है। मुझे और देश को उन लोगों से खतरा दिखता है जो कुर्सी और वोट के लिए लौह पुरुष सरदार पटेल जिन्होंने 567 राज्यों को एकत्र करके भारत देश बनाया, उनके मुंह से पटेल का नाम नहीं जिन्ना का जिन्न निकलता है।"" BJP विधायक दिग्विजय नारायण चौबे SP में शामिल BJP विधायक दिग्विजय नारायण चौबे, BSP से निष्कासित विधायक विनय शंकर तिवारी और पूर्व सांसद कुशल तिवारी आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की उपस्थिति में लखनऊ में इन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। UP में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्वांचल की राजनीति के लिहाज से इसे BJP और BSP के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। MSP की गारंटी के लिए वरुण गांधी लाएंगे प्राइवेट मेंबर बिल पीलीभीत से BJP सांसद वरुण गांधी लगातार अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर नजर आ रहे हैं। वो लगातार सोशल मीडिया पर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साध रहे हैं। रविवार को उन्होंने किसानों के मामले में फिर पोस्ट किया। उन्होंने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर संसद में प्राइवेट मेंबर बिल लाने का ऐलान किया है। पोस्ट कर लोगों से उनकी राय मांगी। वरुण ने अपने प्रस्तावित प्राइवेट मेंबर के मसौदे पर लिखा, 'भारत के किसानों और सरकार ने लंबे वक्त से तमाम आयोगों के भीतर और बाहर कृषि संकट पर बहस की है। अब एमएसपी कानून का वक्त आ गया है। कानून में मेरे मुताबिक किस तरह के प्रावधान होने चाहिए, इसको लेकर मैंने एक मसौदा तैयार किया है और संसद में रख दिया है। इस पर किसी भी तरह की आलोचना का स्वागत है।' पूरी खबर यहां पढ़ें... महबूबा मुफ्ती हाउस अरेस्ट जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और PDP चीफ महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर के गुपकार रोड स्थित उनके घर में हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। साथ ही श्रीनगर स्थित PDP के कार्यालय को भी पुलिस ने सील कर दिया है और किसी भी पार्टी कार्यकर्ता को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। 12 दिसंबर को PDP का यूथ कन्वेंशन होने वाला था, इससे पहले ही जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कोविड-19 प्रतिबंधों का हवाला देते हुए ये सख्ती दिखाई है। पूरी खबर यहां पढ़ें... मधेपुरा में मतदान से पहले डबल मर्डर बिहार के मधेपुरा में 11वें चरण के मतदान से पहले शनिवार देर रात दो मुखिया प्रत्याशियों के बीच जमकर झड़प हुई। इसमें एक वार्ड सदस्य प्रत्याशी सहित 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं दो लोग घायल हो गए। घटना आलमनगर थाना क्षेत्र के रतवारा ओपी अंतर्गत बड़गांव पंचायत के वार्ड संख्या-7 की है। घटना के बाद आज सुबह बड़गांव पंचायत के कई बूथों पर अब तक मतदान शुरू नहीं हो पाया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... चंडीगढ़ में ओमिक्रॉन की एंट्री से हड़कंप चंडीगढ़ में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की एंट्री से पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में खतरा बढ़ गया है। यह सभी राज्य चंडीगढ़ के साथ सटे हुए हैं। यह राज्य विदेश से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर जरूर जांच कर रहे हैं, लेकिन आवाजाही को लेकर इन सबकी सीमाओं पर किसी तरह की कोई रोक-टोक नहीं है। ऐसे में अगर ओमिक्रॉन फैला तो फिर इन राज्यों में खतरा पैदा हो सकता है। फिलहाल इन तीनों राज्यों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का केस नहीं मिला है। पूरी खबर यहां पढ़ें... जैसलमेर में SANT का सफल परीक्षण राजस्थान के जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज लगातार इतिहास रच रही है। यहां स्वदेसी डिजाइन और तकनीक से विकसित स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक मिसाइल (SANT) का शनिवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय वायु सेना (IAF) ने संयुक्त ऑपरेशन में यह सफलता मिली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने टीम को बधाई दी है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उच्च तकनीक के साथ स्वदेसी विकास रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूत कदम है। पूरी खबर यहां पढ़ें... पर्यटन स्थलों के लिए एडवांस बुकिंग 4 गुना बढ़ी क्रिसमस से शुरू होकर नए साल तक चलने वाले फेस्टिव सीजन के चलते घरेलू पर्यटन उद्योग में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। ज्यादातर प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के लिए एडवांस बुकिंग में 400% की बढ़ोतरी दिख रही है। दरअसल, कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के आने से टूरिज्म सेक्टर, टूर-ट्रैवल्स और इवेंट मैनेजमेंट इंडस्ट्री में चिंता थी। इंटरनेशनल उड़ानों पर 31 जनवरी तक रोक बढ़ने से इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) निराश है लेकिन इन कठिनाइयों के बीच घरेलू पर्यटन उद्योग पटरी पर लौट रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... शहीद पैरा कमांडो जितेंद्र कुमार वर्मा का पार्थिव देह गांव पहुंची, उमड़ा जनसैलाब तमिलनाडु हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद पैरा कमांडो जितेंद्र कुमार वर्मा का रविवार को मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में पैतृक गांव धामंदा में अंतिम संस्कार होगा। कमांडो की पार्थिव देह सुबह 11 बजे दिल्ली से भोपाल एयरपोर्ट पर पहुंची। यहां से पार्थिव शरीर फूलों से सजे सेना के वाहन में सड़क मार्ग से पैतृक गांव धामंदा के लिए रवाना हुई, जो करीब डेढ़ बजे गांव पहुंची। शहीद के सम्मान में भोपाल से लेकर सीहोर तक जगह-जगह लोगों ने सड़क किनारे खड़े होकर फूल बरसाए। सीएम भी जवान को श्रद्धांजलि गांव पहुंचे। उन्होंने परिवार को एक करोड़ रुपए सम्मान निधि देने का ऐलान किया। पूरी खबर यहां पढ़ें... PM मोदी बोले- बैंक डूबने पर 5 लाख रुपए जरूर मिलेंगे, जमाकर्ताओं को अब सुरक्षा मिली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बैंक जमा राशि बीमा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज देश के लिए बैंकिंग सेक्टर के लिए और देश के करोड़ों बैंक अकाउंट होल्डर्स के लिए महत्वपूर्ण दिन है। दशकों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का कैसे समाधान निकाला गया है, आज का दिन उसका साक्षी बन रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि अब बैंक डूबने पर 5 लाख रुपए जरूर मिलेंगे। इससे जमाकर्ताओं को सुरक्षा मिली है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों में एक लाख से ज्यादा डिपॉजिटर्स को बरसों से फंसा हुआ उनका पैसा वापस मिला है। ये राशि करीब 1300 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। इसके बाद भी 3 लाख और डिपॉजिटर्स को बैकों में फंसा हुआ उनका पैसा मिलने वाला है। पूरी खबर यहां पढ़ें... जम्मू-कश्मीर के बनिहाल आर्मी कैंप में मेजर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की जम्मू-कश्मीर के बनिहाल आर्मी कैंप में मेजर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मेजर परविंदर सिंह दिल्ली के प्रियदर्शिनी विहार के रहने वाले थे। उन्होंने अपनी सर्विस राइफल AK 47 से खुद को गोली मारी। मेजर ने यह कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। कांग्रेस में पावरलेस हुए 'गुरु', सिद्धू बोले- मर्जी से जनरल सेक्रेटरी भी नियुक्त नहीं कर सकता पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू कांग्रेस में 'बेबस' नजर आने लगे हैं। बाबा बकाला रैली में पहुंचे सिद्धू ने पावरलेस होने का खूब रोना रोया। सिद्धू ने कहा कि उनके पास एडमिनिस्ट्रेशन की ताकत नहीं है। वह ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान हैं, लेकिन तब भी अपनी मर्जी से एक जनरल सेक्रेटरी भी नहीं लगा सकते। इससे पहले कांग्रेस हाईकमान को सीधी धमकी देते थे कि अगर उन्हें फैसले लेने की छूट नहीं दी तो ईंट से ईंट खड़का देंगे। उन्हें दर्शनी घोड़ा बनने का कोई शौक नहीं। पूरी खबर यहां पढ़ें... सऊदी अरब में तबलीगी जमात पर बैन सऊदी अरब ने तबलीगी जमात पर बैन लगा दिया है। सऊदी अरब की सरकार ने तबलीगी जमात को 'आतंकवाद के द्वारों में से एक' बताया है। साथ ही सरकार ने इस जमात के लोगों को अगले जुमे की नमाज से पहले मस्जिदें खाली करने का आदेश दिया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... बसताड़ा टोल खोलने की तैयारी शुरू किसान आंदोलन के कारण बंद चल रहा बसताड़ा टोल प्लाजा जल्द ही शुरू होगा और शुरू होते ही नए शुल्क देने होंगे। अभी 4 दिन और टोल बंद ही रहने की उम्मीद है। किसान आंदोलन के समाधान के बाद बसताड़ा टोल को शुरू करने के लिए टोल कंपनी एक्टिव हो गई है। टोल प्लाजा के सभी बूथों पर कंप्यूटर सिस्टम ऑन कर दिए गए हैं और कर्मचारी तैनात हो चुके हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... UP के सबसे अमीर सांसद की संपत्ति जब्त उत्तर प्रदेश के बिजनौर से बसपा सांसद मलूक नागर के साढ़े 53 करोड़ रुपए के कर्ज में होने पर बैंक ने बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय स्टेट बैंक ने हापुड़ जिले में स्थित दूध डेयरी और करीब 15 प्लॉट अपने अधीन कर लिए हैं। अब इनकी नीलामी करके कर्ज वसूला जाएगा। बैंक ने यह कार्रवाई 9 दिसंबर को की है। पूरी खबर यहां पढ़ें... जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया। मुठभेड़ बरागाम इलाके में अभी जारी है। इससे पहले बुधवार को साउथ कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया था। PM मोदी का ट्विटर अकाउंट देर रात हैक हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट रविवार तड़के हैक हो गया। हैकर्स ने आज सुबह 2.11 बजे एक स्‍पैम ट्वीट किया गया। इसमें कहा गया, ""भारत ने आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है। सरकार ने आधिकारिक रूप से 500 BTC खरीदे हैं और देश के सभी नागरिकों में बांट रही है। जल्‍दी कीजिए India... भविष्‍य आज आया है!"" प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने PM मोदी के ट्विटर अकाउंट के हैक होने की जानकारी दी। PMO ने ट्वीट करके कहा, ""प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से छेड़छाड़ की गई थी। अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। हमने इस मामले को ट्विटर के सामने उठाया है। जिस समय अकाउंट में सेंधमारी की गई, उस दौरान किए गए ट्वीट को नजरअंदाज करें।"" पूरी खबर यहां पढ़ें... खबरें और भी हैं... शहीद की भावुक कर देने वाली विदाई: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के बेटे ने पिता की पार्थिव देह पर रखी कैप पहन ली, फिर मां ने बेटी को पहना दी देश शहीद कुलदीप की विदाई रुला गई: आखिरी वक्त तक पत्नी ने खुद को संभाला; चिता जलते ही जय हिंद का नारा लगाते हुए चीखी- कुलदीप I LOVE YOU राजस्थान अनुष्का से शादी के बाद विराट का करियर: 4 साल में टेस्ट में ग्राफ गिरा, वनडे में पहले से बेहतर हुए पर लिमिटेड ओवर की कप्तानी गंवाई क्रिकेट हनीमून पर विक्की-कटरीना: जयपुर से दिल्ली होते हुए मालदीव्स पहुंचा नवविवाहित कपल, 14 दिसंबर को मुंबई लौट आएंगे बॉलीवुड",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/mp/bhopal/sehore/news/one-and-a-half-year-old-son-was-playing-near-fathers-coffin-cm-cherished-every-eye-was-moist-129203199.html,भोपाल से सीहोर तक बरसे शहीद पर फूल: पिता के ताबूत के पास खेलता रहा डेढ़ साल का बेटा; 11 PHOTO में देखिए 'नायक' का आखिरी सफर,"भोपाल से सीहोर तक बरसे शहीद पर फूल:पिता के ताबूत के पास खेलता रहा डेढ़ साल का बेटा; 11 PHOTO में देखिए 'नायक' का आखिरी सफर सीहोर तमिलनाडु हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद पैरा कमांडाे जितेंद्र कुमार वर्मा का रविवार को मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में उनके पैतृक गांव धामंदा में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले भोपाल से सीहोर तक शहीद की पार्थिव देह लेकर आ रहे वाहन पर लोगों ने जगह-जगह सड़क किनारे खड़े होकर फूल बरसाए। लोगों की आंखें तब भर आईं, जब अंतिम दर्शन के दौरान डेढ़ साल का बेटे चैतन्य को पिता की पार्थिव देह के पास बैठाया गया और दुनियादारी से अनजान वह मासूम वहीं खेलने लगा। जितेंद्र की पार्थिव देह सुबह 11 बजे दिल्ली से भोपाल एयरपोर्ट पर पहुंची। यहां से पार्थिव शरीर फूलों से सजे सेना के वाहन में सड़क मार्ग से पैतृक गांव धामंदा के लिए रवाना हुआ, जो करीब डेढ़ बजे गांव पहुंचा। सीएम शिवराज सिंह ने अर्थी को कंधा दिया। परिवार से मिले। शहीद की 4 साल की मासूम बेटी को दुलारा। पत्नी सुनीता, पिता और भाई को सांत्वना दी। नायक जितेंद्र सिंह 8 दिसंबर को हुए हेलिकॉप्टर कैश में शहीद हो गए थे। सीडीएस रावत के हेलिकॉप्टर में वह भी सवार थे। शहीद की अंतिम विदाई के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। अंत्येष्टि स्थल पर तिरंगे के रंग के बैलून लगाए गए थे। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से सीहोर तक रास्ते भर लोग शहीद के सम्मान में खड़े सड़कों पर नजर आए। मुख्यमंत्री शिवाराज सिंह ने पैरा कमांडो की अर्थी को कंधा दिया। इस दौरान सीहोर में शहीद के पैतृक गांव धामंदा के लोग बड़ी तादाद में मौजूद रहे। जितेंद्र का पार्थिव शरीर जब उनके गांव धामंदा पहुंचा तो अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव देह को घर के अंदर ले जाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पैरा कमांडो के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को जितेंद्र के घर सांत्वना देने पहुंचे। उन्होंने शहीद के डेढ़ साल के बेटे चैतन्य को गोद में बैठाकर दुलार किया। जितेंद्र के पिता और भाई को सांत्वना देते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौरान। उन्होंने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पैरा कमांडो जितेंद्र के परिजनों ने उनके अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की जगह ज्यादातर गोबर के कंडों का उपयोग किया। जितेंद्र के अंतिम संस्कार में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। आसपास के जिलों से भी लोग उनके अंतिम दर्शन करने पहुंचे। खबरें और भी हैं... दिल्ली से भोपाल, फिर सीहोर ले जाई जाएगी पार्थिव देह: जवान जितेंद्र को श्रद्धांजलि देने गांव की गलियों में लगे पोस्टर, अंतिम यात्रा पर गुलाब-गेंदे बरसाएंगे सीहोर बेटी पूरा करेगी 'सीहोर के नायक' का सपना: CDS के साथ जान गंवा चुके पैरा कमांडो जितेंद्र चाहते थे खूब पढ़े बेटी; प्राइवेट स्कूल नहीं लेगा फीस सीहोर CDS रावत के साथ MP के जवान की भी मौत: क्रैश हैलिकॉप्टर में सवार थे नायक जितेंद्र कुमार; घर के बाहर तांता लगा, पुलिस तैनात सीहोर पंचतत्व में विलीन हुए जितेंद्र: शहीद के डेढ़ साल के बेटे के सामने छोटे भाई ने मुखाग्नि दी; पत्नी को नौकरी, 1 करोड़ की सम्मान निधि सीहोर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/amritsar/news/the-body-of-naik-gursevak-wrapped-in-the-tricolor-in-a-truck-decorated-with-flowers-left-for-village-dode-from-amritsar-129202981.html,"आर्मी यूनिफॉर्म में मासूम का आखिरी सैल्यूट: शहीद गुरसेवक को 4 साल के बेटे ने दी सैन्य विदाई, पत्नी कहती रहीं- आखिरी बार चेहरा दिखा दो","आर्मी यूनिफॉर्म में मासूम का आखिरी सैल्यूट:शहीद गुरसेवक को 4 साल के बेटे ने दी सैन्य विदाई, पत्नी कहती रहीं- आखिरी बार चेहरा दिखा दो तरनतारन तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले नायक गुरसेवक सिंह का रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। आर्मी की यूनिफॉर्म पहने 4 साल के गुरफतेह ने जब अपने शहीद पिता की अर्थी को आखिरी सैल्यूट किया तो वहां मौजूद सभी लोगों का कलेजा फट पड़ा। पूरा इलाका भारत माता की जय, गुरसेवक सिंह अमर रहें के नारों से गूंज उठा। गुरफतेह को यह यूनिफॉर्म शहीद पिता ने डेढ़ महीने पहले दिलाई थी। उस समय वे छुट्‌टी पर आए थे। यही उनका बेटे के लिए आखिरी तोहफा था और यही आखिरी मौका भी था, जब बेटे ने पिता को देखा था। उसके बाद पिता अब आए, वो भी तिरंगे में लिपट कर। PHOTOS में देखिए गुरसेवक का संस्कार:शहीद की पत्नी को आखिरी बार चेहरा न देख पाने का दर्द, पिता और ग्रामीणों का अपने सपूत को सैल्यूट गुरफतेह सुबह से पिता की गिफ्ट की गई यूनिफॉर्म पहनकर घूम रहा था और जैसे ही गुरसेवक सिंह का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो बेटे ने उस ताबूत को सैल्यूट किया। इस दौरान गुरफतेह अपनी मां जसप्रीत कौर की गोद में था। जसप्रीत कौर ने भी शहीद पति को श्रद्धांजलि दी। जसप्रीत कौर आखिरी बार पति का चेहरा देखना चाहती थी। उसने सैन्य अधिकारियों से मिन्नत की, लेकिन वे बोले कि नहीं दिखा सकते, हालत ठीक नहीं है। नायक गुरसेवक के पार्थिव शरीर से लिपटकर शोक मनाते परिजन। ताबूत से लिपट कर रोए भाई-बहन गुरसेवक का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने के बाद ग्रामीण पीछे-पीछे दौड़ते रहे। घर में चीख-पुकार मच गई। पिता और भाई-बहन ताबूत से लिपट-लिपट कर रोए। वहीं शहीद के परिजनों का हाल देखकर ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं। वे शहीद गुरसेवक सिंह अमर रहें के नारे लगाते रहे। शहीद पति गुरसेवक सिंह को सैल्यूट करके श्रद्धांजलि देतीं जसप्रीत कौर। आखिरी बार चेहरा नहीं देख पाए शहीद गुरसेवक के भाई जसविंदर सिंह ने बताया कि हम भाई का चेहरा आखिरी बार देखना चाहते थे, लेकिन अधिकारियों ने प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए चेहरा दिखाने से मना कर दिया। गुरसेवक सिंह का पार्थिव शरीर आर्मी के प्लेन में अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा था। एयरपोर्ट से आर्मी का काफिला पार्थिव शरीर को लेकर गांव दोदे पहुंचा। सुबह ही फोन पर यूनिट ने पार्थिव देह की पहचान होने की बात बताई थी। जिस भी रास्ते से शहीद को लेकर काफिला गुजरा, लोग रुक-रुक कर सलाम करते रहे। पंचतत्व में विलीन हुए शहीद गुरसेवक सिंह शहीद गुरसेवक सिंह का गांव के ही श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे गुरफतेह ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले शहीद की शवयात्रा निकाली गई। बुजुर्ग पिता काबल सिंह अपनी बहू, बेटों और बेटियों को ढांढस बंधाते नजर आए। उन्होंने शहीद बेटे को हाथ जोड़कर आखिरी नमन भी किया। शहीद बेटे गुरसेवक सिंह को हाथ जोड़कर आखिरी नमन करते पिता काबल सिंह। पति की शहादत पर गर्व है मुझे शहीद गुरसेवक सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर ने कहा कि वह फुर्सत मिलने पर हमें फोन करते थे। कई बार तो एक ही दिन में उनके कई कॉल आ जाते थे। सोमवार को गुरसेवक की परिवार से बात हुई थी, लेकिन इसके बाद 8 दिसंबर को उनकी शहादत की खबर आई। पति के चले जाने का गम है, लेकिन उससे ज्यादा उनकी शहादत पर गर्व है। मेरे लिए इससे बड़ी बात और क्या होगी कि मेरे पति देश के पहले CDS की सुरक्षा करते थे और अपना फर्ज निभाते हुए जान दे दी। 2 बहन और 5 भाई, परिवार करता है खेती दोदे गांव के लोगों ने बताया कि गुरसेवक सिंह ने 12वीं तक की पढ़ाई खालड़ा के सरकारी स्कूल से की। 12वीं पास करते ही वह आर्मी में भर्ती हो गए। सेना में नौकरी करते हुए गुरसेवक ने पढ़ाई जारी रखी और ग्रेजुएशन की डिग्री करते ही वह प्रमोट हो गए। इस समय भी वह पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे। गुरसेवक के परिवार में उनकी 2 बहन और 5 भाई हैं। पूरा परिवार खेतीबाड़ी से जुड़ा है। 24 दिन पहले छुट्‌टी से लौटे थे गुरसेवक सिंह डेढ़ महीने पहले छुट्‌टी पर आए थे और 14 नवंबर को ही ड्यूटी पर लौटे थे। छुट्टियों के दौरान वह परिवार के साथ बाबा बुड्ढा साहिब भी गए थे। गुरसेवक के तीन बच्चों में से बड़ी बेटी सिमरन 9 साल और छोटी बेटी गुरलीन 7 साल की है। बेटा फतेह सिंह सिर्फ 4 साल का है। गुरसेवक अपने बच्चों से बहुत प्यार करते थे और ड्यूटी के दौरान चाहे जितना भी थके हों, लगभग रोजाना बच्चों से फोन पर बात जरूर करते थे। लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के अंतिम संस्कार में पहुंचे रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह की बेटी को सांत्वना देते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के अंतिम संस्कार में पहुंचे। दिल्ली के बराड़ चौक पहुंचकर रक्षा मंत्री ने उनके परिवार को सांत्वना दी। खबरें और भी हैं... किसानों की घर वापसी: जत्थों का दिल्ली से अमृतसर का सफर जारी, पंजाब में किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक जाम किया देश जोगिंदर उग्राहां को केंद्र की कार्रवाई का शक: जनसभा में बोले- ज्यादा से ज्यादा जेल भेज सकती है सरकार, अब पंजाब में शुरू होगा संघर्ष लुधियाना लुधियाना में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन: जिन विधानसभा क्षेत्रों में मंदिर टूटे, उनमें भगवा झंडों के साथ हिंदू नेताओं का विरोध करेंगे लुधियाना टोल प्लाजा खोलने की तैयारियां: किसानों के आंदोलनस्थल छोड़ते ही ज्यादा पैसे देने को हो जाएं तैयार, 5 से 10 रुपए बढ़ चुके हैं रेट अमृतसर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/army-helicopter-crash-tamil-nadu-news-video-update-general-rawat-129203456.html,"हेलिकॉप्टर क्रैश का आखिरी वीडियो सवालों में: पुलिस का सवाल- प्रतिबंधित इलाके में क्या कर रहे थे वीडियो बनाने वाले, मोबाइल फोरेंसिक जांच को भेजा","हेलिकॉप्टर क्रैश का आखिरी वीडियो सवालों में:पुलिस का सवाल- प्रतिबंधित इलाके में क्या कर रहे थे वीडियो बनाने वाले, मोबाइल फोरेंसिक जांच को भेजा तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश होने से पहले CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर का जो आखिरी वीडियो सामने आया था, उस पर अब सवाल खड़े हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय पुलिस ने वीडियो बनाने वाले व्यक्ति के मोबाइल फोन को जब्त करते हुए फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। साथ ही उनसे यह भी सवाल किया है कि वे जंगल के उस इलाके में क्या कर रहे थे, जहां बाहरी लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा हुआ है। भारतीय सेना के सर्वोच्च अधिकारी जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारी 8 दिसंबर को कुन्नूर में एक प्रोग्राम में शामिल होने के लिए MI-17V5 हेलिकॉप्टर से जा रहे थे। यह हेलिकॉप्टर वेलिंगटन एयरबेस से महज 7 मिनट की दूरी पर कुन्नूर के जंगलों में क्रैश हो गया था। इस हादसे में जनरल रावत, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में एकमात्र सर्वाइवर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह हैं, जिनका करीब 85 फीसदी जली हुई हालत में बेंगलुरू में इलाज चल रहा है। अगले दिन सामने आया था क्रैश से ठीक पहले का वीडियो हादसे के अगले दिन इस हेलिकॉप्टर का क्रैश होने से ठीक पहले का वीडियो सामने आया था, जिसमें हेलिकॉप्टर बेहद नीचे उड़ते हुए अचानक धुंध में गुम होता हुआ दिखाई दे रहा है। इसके बाद विस्फोट की आवाज सुनाई देती है। इस वीडियो को बनाने वाला पुरुष व महिलाओं का एक समूह भी इसमें दिखाई देता है, जो जंगल में एक रेलवे ट्रैक पर खड़ा हुआ था। बाद में इस वीडियो को बनाने वाले व्यक्ति की जानकारी सामने आई थी। यह वीडियो कोयंबटूर के एक फोटोग्राफर वाई जो पॉल उर्फ कुट्टी ने बनाया था, जो उस वक्त हिली नीलगिरी डिस्ट्रिक्ट के कट्टेरी एरिया के जंगल में अपने दोस्तों और परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए हुए थे। एक मीडिया हाउस से बातचीत में 52 वर्षीय कुट्टी ने बताया था कि क्रैश के वक्त वो अपने दोस्त नासिर व परिवार के साथ कटेरी में पहाड़ों पर बने रेलवे ट्रैक पर फोटो शूट कर रहे थे। पुलिस ने मोबाइल को बनाया जांच का हिस्सा इस हादसे की जांच सेना की तरफ से एक हाईलेवल कमेटी कर रही है, जिसे एक एयर मार्शल लीड कर रहे हैं। लेकिन हिली नीलगिरी डिस्ट्रिक्ट पुलिस भी अपने स्तर पर इस हादसे को लेकर जांच कर रही है। डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि कुट्टी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है और उसकी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। यह मोबाइल फोन अब इंवेस्टीगेशन का हिस्सा है। यह भी सवाल कि क्यों गए थे उस एरिया में पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि फोटोग्राफर और अन्य लोग जंगल के उस एरिया में क्यों गए थे, जबकि वह बेहद घना जंगल है और वहां जंगली जानवरों की भारी मौजूदगी के कारण किसी भी बाहरी इंसान की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा हुआ है। मौसम की भी जानकारी हासिल कर रही पुलिस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि स्थानीय पुलिस ने चेन्नई स्थित भारतीय मौसम विभाग के केंद्र से हादसे वाले इलाके में 8 दिसंबर के मौसम की डिटेल्स भी मांगी हैं। मौसम विभाग से उस दिन इलाके में तापमान और अन्य जानकारियां देने के लिए कहा गया है। इसके अलावा पुलिस इस केस से जुड़े प्रत्यक्षदर्शियों से भी पूछताछ कर कोई क्लू हासिल करने में जुटी हुई है। खबरें और भी हैं... आर्मी यूनिफॉर्म में मासूम का आखिरी सैल्यूट: शहीद गुरसेवक को 4 साल के बेटे ने दी सैन्य विदाई, पत्नी कहती रहीं- आखिरी बार चेहरा दिखा दो अमृतसर CDS चॉपर क्रैश वाले गांव की कहानी: 50 साल पुराने इस गांव में श्रीलंका से आए तमिल रहते हैं, ये लोग ही सबसे पहले मदद के लिए पहुंचे DB ओरिजिनल CDS हेलिकॉप्टर क्रैश: साइबर एक्सपर्ट्स का दावा- बिना छुए दूर से ही हैक किया जा सकता है हेलिकॉप्टर; टारगेटेड अटैक भी संभव DB ओरिजिनल विंग कमांडर की विदाई के लिए बनी रोड: UP में पृथ्वी सिंह के घर जाने वाली सड़क 10 साल से जर्जर थी, ढाई घंटे के अंदर बनाई देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/jammu-kashmir-srinagar-terror-attack-on-police-bus-updates-129206082.html,"कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला: श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की, 2 पुलिसकर्मी शहीद, 12 घायल","कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला:श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की, 2 पुलिसकर्मी शहीद, 12 घायल श्रीनगर लेखक: मुदस्सिर कुल्लू जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार शाम आतंकवादियों ने पुलिस बस पर हमला कर दिया। फायरिंग में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और 12 घायल हैं। इनमें 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। हमला जेवन इलाके के खोनमोह रोड के पंथा चौक में हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इंडियन रिजर्व पुलिस की 9वीं बटालियन की बस पर आतंकवादियों ने फायरिंग की। इलाके की नाकाबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आतंकी हमले की निंदा की है। उन्होंने हमले में घायल जवानों के जल्द स्वस्थ्य होने की प्रार्थना की है। पुलिसकर्मी के पास नहीं थे हथियार, बस भी बुलेटप्रूफ नहीं थी पुलिसकर्मियों की जिस बस पर हमला हुआ है, वो बुलेटप्रूफ नहीं थी। ज्यादातर पुलिस कर्मियों के पास शील्ड और लाठियां थी। बहुत कम पुलिसवालों के पास ही हथियार थे। आतंकियों ने बस को रोकने के लिए टायर पर फायरिंग की। इसके बाद बस पर 2 तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। J&K के DGP बोले- 2 आतंकी शामिल हो सकते हैं श्रीनगर और आसपास के इलाकों में आतंकियों की हलचल बढ़ी है। इसके बाद हमने शहर में 3-4 कामयाब ऑपरेशन चलाए हैं। आज भी हमने दो आतंकियों को मार गिराया है। जो बस जा रही थी, उसमें जवान सिटी से लौट रहे थे, इसमें 14 लोग जख्मी हो गए हैं, 2 लोग शहीद हो गए। 12 लोगों की स्थिति ठीक है। बस पर दो तरफ से फायरिंग हुई, इससे पता चलता है कि कम से कम 2 आतंकी इसमें शामिल रहे होंगे। इस मामले में जल्दी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में 3 पुलिसकर्मियों के शहीद होने का दावा किया गया है। पूर्व DGP ने हमले को सुरक्षा में बड़ी चूक बताया जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व DGP एसपी वेद ने दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि कश्मीर में जब भी कोई पुलिस टुकड़ी की मूवमेंट होती है तो एरिया डॉमिनेशन कर सुरक्षा की जाती है। जहां हमला हुआ है, वहां CRPF, BSF, ITBP और JKP के कैंप हैं। आमतौर पर वहां भारी पुलिस बल तैनात रहता है, लेकिन आज की घटना समझ से परे है। ये सुरक्षा में बड़ी चूक लग रही है। पुलिस पार्टी मूवमेंट में हथियार होने चाहिए, लेकिन खबरें हैं कि ज्यादातर पुलिसकर्मियों के पास हथियार नहीं थे। मूवमेंट के वक्त प्रोटेक्शन पार्टी भी होनी चाहिए। यह इलाका रिहायशी है। इसमें सुरक्षाबलों का मूवमेंट होता रहता है। हो सकता है कि आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया हो। इन पुलिसकर्मियों को बनाया निशाना 1. एएसआई गुलाम हसन 2. कॉन्स्टेबल सज्जाद अहमद 3. कॉन्स्टेबल रमीज अहमद 4. कॉन्स्टेबल बिशम्भर दास 5. सेलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार 6. सेलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल विकास शर्मा 7. कॉन्स्टेबल अब्दुल मजीद 8. कॉन्स्टेबल मुदस्सिर अहमद 9. कॉन्स्टेबल रविकांत 10. कॉन्स्टेबल शौकत अली 11. कॉन्स्टेबल अरशीद मोहम्मद 12. कॉन्स्टेबल शफीक अली 13. कॉन्स्टेबल सतवीर शर्मा 14. कॉन्स्टेबल आदिल अली आतंकियों ने सबसे पहले बस के टायरों पर गोली मारकर उसे पंचर किया। आतंकियों ने बस के रुकते ही दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। श्रीनगर में पुलिसकर्मियों पर हुई फायरिंग के बाद बस में हर तरफ खून के छींटे बिखर गए। गोली लगने के बाद खिड़की के पास बैठे पुलिसकर्मी का खून बाहर की तरफ टपकने लगा। आतंकी हमले के बाद घटनास्थल पर तैनात सिक्योरिटी फोर्स के जवान। तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हमले के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आने-जाने वाले हर व्यक्ति की तलाशी ली जा रही है। आतंकियों ने पुलिस बस पर घात लगाकर हमला किया, जिससे उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला। खबरें और भी हैं... कश्मीर की मस्जिदों में जनरल रावत को श्रद्धांजलि: मछाल सेक्टर के पुशवारी, दबपाल और सुंतवारी में CDS के लिए मांगी गई दुआएं देश LOC पर यादों में जिंदा हुए जनरल रावत: मछाल, कुपवाड़ा और बारामूला में कड़ाके की सर्दी के बीच कैंडल मार्च निकाले गए; लोग बोले- दोस्त चला गया देश भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट: कश्मीरी दल जम्मू के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में तो भाजपा कश्मीर में पैठ बढ़ा रही है देश सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी का VIDEO: कश्मीर के शोपियां में 3 आतंकी ढेर, एनकाउंटर के बाद लोगों ने सेना पर पत्थर बरसाए देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/father-paramjit-singh-and-mother-ravinder-kaur-feels-proud-on-daughter-miss-universe-2021-harnaaz-kaur-sandu-129205486.html,"मिस यूनिवर्स के लिए मां की मन्नत: हरनाज की मां साढ़े तीन घंटे तक गुरुद्वारे पर अरदास करती रहीं, बेटी जीती तो रो पड़ीं, कहा- दुनिया हिला दी","मिस यूनिवर्स के लिए मां की मन्नत:हरनाज की मां साढ़े तीन घंटे तक गुरुद्वारे पर अरदास करती रहीं, बेटी जीती तो रो पड़ीं, कहा- दुनिया हिला दी चंडीगढ़ भारत की हरनाज कौर संधू मिस यूनिवर्स बन गई हैं। 21 साल बाद किसी भारतीय सुंदरी ने मिस यूनिवर्स-2021 का खिताब अपने नाम किया है। इससे पहले 1992 में सुष्मिता सेन और साल 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं थीं। तब से भारत इस खिताब का इंतजार कर रहा था। बेहद ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली हरनाज मूलत: पंजाब के गुरदासपुर जिले की रहने वाली हैं। हरनाज का परिवार फिलहाल मोहाली में खरड़ की मून पैराडाइज सोसायटी में रहता है। उनके पिता परमजीत संधू प्रॉपर्टी डीलर हैं, जबकि मां रविंदर कौर संधू खरड़ के पास सोहना के एक प्राइवेट अस्पताल में गायनोकोलॉजिस्ट और मेडिकल सुपरवाइजर हैं। बेटे ने दी बहन की जीत की खबर मां रविंदर कौर सोमवार सुबह 5 बजे ही घर के पास स्थित सिंह शहीदां साहिब गुरुद्वारे चली गईं थीं। वे यहां साढ़े 8 बजे तक बैठी रहीं और बेटी की जीत के लिए अरदास करती रहीं। बेटी की कामयाबी के लिए उन्होंने दो अखंड पाठ करवाने की मन्नत भी मांगी। मां की मन्नत तब पूरी हो गई, जब बेटे हरनूर ने फोन करके हरनाज के मिस यूनिवर्स बनने की खबर दी। मां ने गुरुद्धारे में मत्था टेका और खुशी से रो पड़ीं बेटी की जीत की खबर सुनकर खुशी के मारे मां की आंखें भर आईं। मां रविंदर कौर ने गुरुद्वारे में एक बार फिर मत्था टेका और घर की ओर दौड़ी चली आईं। हरनाज की कामयाबी से बेहद खुश परिवार को उसके बाद खाना खाने का समय ही नहीं मिला और शाम 4 बजे तक मीडिया से बातचीत करते रहे। ये भी पढ़ें...जब हरनाज की एक्टिंग देख रो पड़े जज और दर्शक बेटी हरनाज कौर की कामयाबी पर मुस्कुराते उसके पिता पीएस संधू और मां रविंदर कौर। बेटी के आने पर करवाएंगे अखंड पाठ रविंदर कौर ने कहा कि उन्होंने एक अखंड पाठ गुरुद्वारा साहिब और दूसरा खरड़ के ही अकाल आश्रम में करवाने की मन्नत मांगी थी। अब बेटी के लौटने का इंतजार है। हरनाज के आने के बाद ही वह अखंड पाठ रखवाएंगी। रविंदर कौर ने बताया, ‘प्रतियोगिता जीतने के बाद सुबह लगभग 11 बजे हरनाज ने वीडियो कॉल की। तकरीबन आधे मिनट बात हुई। जब मैंने कहा कि आई प्राउड ऑफ यू तो वह जवाब में बोली- आपने ही इस काबिल बनाया।’ पिता पीएस संधू ने बताया कि दोपहर एक बजे के आसपास हरनाज ने दूसरी बात कॉल किया। वह बेहद खुश थी। उसने बताया कि ऑर्गेनाइजर्स ने उन्हें बड़े रूम में शिफ्ट कर दिया है। वीडियो में उसने अपना कमरा भी दिखाया।’ यह पूछने पर कि हरनाज घर कब लौटेगी? मां रविंदर कौर ने बताया कि हरनाज के आने का अभी तक कोई शेड्यूल फिक्स नहीं हुआ है। अब मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की ऑर्गेनाइजिंग कमेटी ही उसका आगे का शेड्यूल प्लान करेगी। अपने भाई हरनूर के साथ मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर। भाई ने कहा- 7 साल छोटी बहन बड़ी हो गई हरनाज के भाई का नाम हरनूर सिंह है। बहन की कामयाबी पर हरनूर ने कहा, ‘वह मुझसे 7 साल छोटी है, लेकिन आज वह बड़ी हो गई। मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता से जुड़ा प्रोग्राम सोमवार सुबह 5:30 बजे शुरू हो गया और 8:30 बजे चला। हरनाज जब टॉप-3 में पहुंची तो टेंशन शुरू हो गई। जब आखिरी 2 प्रतिभागियों के नाम घोषित हुए तो हमें अंदर से यह महसूस हो गया कि अब हरनाज ही ताज जीतेगी। अनाउंसमेंट होते ही मैंने पूरे मोहल्ले में शोर मचा दिया। हरनाज में हमारा सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। मुझे अपनी बहन पर नाज है।’ अपने जन्मदिन पर मां-बाप के साथ हरनाज कौर की बचपन की तस्वीर। हरनाज परिवार का गुरुर, सिर फख्र से ऊंचा कर दिया बेटी की कामयाबी से फूले नहीं समा रहे पिता पीएस संधू और मां रविंदर कौर ने कहा कि उनकी बेटी उनका गुरूर है। उसने आज सिर फख्र से ऊंचा कर दिया। वो बेटी नहीं बल्कि बेटा है। पिता ने कहा कि रविवार को ही उनकी हरनाज से बात हुई। तब मैंने उसे लक्ष्य पर फोकस करने के लिए कहा और बाकी सबकुछ वाहेगुरु पर छोड़ देने को कहा। दोपहर बाद जब उसने फोन किया तो बताया कि वह मंच पर आखिरी क्षणों में वाहेगुरु का नाम जपती रही। हालांकि परिवार को इस बात की थोड़ी मायूसी भी है कि वह प्रतियोगिता को लाइव नहीं देख पाए। बचपन में कुछ ऐसी दिखतीं थीं मिस यूनिवर्स-2021 हरनाज कौर। शांत रहने वाली लड़की ने तहलका मचा दिया रविंदर कौर अपनी बेटी के मिस यूनिवर्स बनने की खबर सुनकर भावुक हो गईं। आंखें छलक आईं। खुद को संभालते हुए उन्होंने कहा कि शांत रहने वाली हरनाज ने आज दुनिया हिलाकर रख दी। परिवार को यह भरोसा तो था कि हरनाज अपनी लाइफ में जरूर कुछ बड़ा करेगी लेकिन इस मुकाम पर पहुंचेगी, यह तो सपना सच हो जाने जैसा है। रविंदर कौर ने बताया कि हरनाज जब भी कोई चीज खाती है तो उसके बाद वह वाहेगुरु और परमात्मा का थैंक्स जरूर कहती है। हर पंजाबी की तरह उसे भी मक्की की रोटी और सरसों का साग पसंद है। घर लौटने पर उसे पहले लंच में यही मिलने वाला है। खुद से 7 साल बड़े भाई हरनूर के साथ हरनाज कौर, जो आज मिस यूनिवर्स है। देवदास के गाने पर किया पहला डांस हरनूर ने बताया कि बहन हरनाज ने देवदास फिल्म के गाने पर सबसे पहले डांस किया था। तब वह महज 5 साल की थी। उसने वो गाना टीवी पर देखा और खुद ही उसी हावभाव में डांस करने लगी। एक फैमिली फंक्शन में उसे डांस करते देखकर परिवार को पहली बार महसूस हुआ कि हरनाज को इन चीजों का शौक है। वह बचपन से ही मिमिक्री और एक्टिंग करती थी। अब उसके ग्रैंड सेलिब्रेशन का समय है। हरनाज चंडीगढ़ के सेक्टर-41 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल की छात्रा रहीं। 12वीं की पढ़ाई उसने सेक्टर-35 के खालसा स्कूल से की। इस समय हरनाज चंडीगढ़ के ही सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कॉलेज (GCG) की छात्रा हैं। हरनाज की मां उन्हें डॉक्टर बनाना चाहती थीं जबकि हरनाज की इच्छा जज बनने की रही। वह मॉडलिंग व फिल्मों में भी करियर बनाना चाहती हैं। मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू अपने पिता परमजीत सिंह संधू, मां रविंदर कौर और भाई हरनूर के साथ। मॉडलिंग की शुरुआत की तो पापा को पता नहीं था हरनूर सिंह के अनुसार, जब हरनाज ने मॉडलिंग शुरू की तो पापा को इसकी जानकारी नहीं थी। शुरू में उसने मॉडलिंग करने की बात सिर्फ मुझे और मां को बताई क्योंकि उसे डर था कि शायद पापा सपोर्ट नहीं करेंगे। हमने उसे सपोर्ट करने का फैसला किया। जब वह मिस-चंडीगढ़ बनी तो पापा को इसका पता चला। उसके बाद पापा ने उसे हमसे भी ज्यादा सपोर्ट किया। पापा के प्रोत्साहन का ही नतीजा है कि आज हरनाज मिस यूनिवर्स बनकर दुनिया में चमक रही है। शिवालिक स्कूल में बोर्ड पर लगी मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर की तस्वीर। गांव की पंचायत करेगी सम्मानित हरनाज के पिता पीएस संधू के अनुसार, गुरदासपुर जिले में पड़ते उनके पैतृक गांव कोहाली की पंचायत का फोन भी उन्हें आया है। सरपंच गुरदीप और पूरी पंचायत ने हरनाज कौर संधू को सम्मानित करने का फैसला किया है। हरनाज के लौटने के बाद वह गांव जाने का शेड्यूल बनाएंगे। खबरें और भी हैं... 15 PHOTOS में मिस यूनिवर्स हरनाज: खिताब जीतते ही रो पड़ीं हरनाज, जोर से बोलीं- ओह माय गॉड; कभी लोग दुबलेपन का मजाक उड़ाते थे बॉलीवुड हरनाज की 12 अनदेखी तस्वीरें: शांत स्वभाव और थियेटर की शौकीन, डिप्रेशन से निकलकर मिस यूनिवर्स बनीं, मन का खाती और पहनती हैं चंडीगढ़ गुरदासपुर के गांव से मिस यूनिवर्स तक का सफर: 1400 की आबादी वाले पिंड की हरनाज महज 50 दिन की थीं जब लारा ने पहना था ताज चंडीगढ़ सिद्धू का बड़ा बयान: मोहाली में 2 CM का डेढ़ लाख करोड़ रुपए की जमीन पर कब्जा, नाम पता चलेंगे तो पैरों तले जमीन खिसक जाएगी चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/kareena-kapoor-amrita-rao-coronavirus-update-actress-tests-positive-for-covid-129205776.html,"बॉलीवुड इंडस्ट्री में लौटा कोरोना: करीना-अमृता कोरोना पॉजिटिव, होम क्वारैंटाइन हुईं; हाल ही में कई पार्टियों में शामिल हुई थीं","बॉलीवुड इंडस्ट्री में लौटा कोरोना:करीना-अमृता कोरोना पॉजिटिव, होम क्वारैंटाइन हुईं; हाल ही में कई पार्टियों में शामिल हुई थीं बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर और अमृता अरोड़ा कोरोना पॉजिटिव हो गई हैं। दोनों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। करीना और अमृता के सुपर स्प्रेडर होने की आशंका है, क्योंकि दोनों एक्ट्रेस पिछले कुछ दिनों में बॉलीवुड की कई पार्टियों में गई थीं। करीना के पिता रणधीर कपूर ने बताया, ""रविवार को करीना का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया। डॉक्टर ने कहा है कि वे एसिम्पटोमेटिक हैं। हालांकि, अब करीना बेहतर महसूस कर रही हैं। दोनों बच्चे भी करीना के साथ ही हैं और वे होम क्वारैंटाइन हैं।"" करीना ने अपनी गर्ल गैंग के साथ 7 दिसंबर को पार्टी की थी। इस पार्टी में उनके साथ उनकी बहन करिश्मा कपूर, मलाइका अरोड़ा भी शामिल हुई थीं। अनिल कपूर की बेटी रिया कपूर के घर प्री क्रिसमस बैश हुआ था, जिसमें करिश्मा कपूर, मलाइका अरोड़ा, अर्जुन कपूर, मसाबा गुप्ता भी मौजूद थे। BMC ने किया कन्फर्म बृहन्मुंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) ने करीना कपूर और अमृता अरोड़ा के संपर्क में आने वाले सभी लोगों से RT-PCR टेस्ट कराने की अपील की है। BMC अब उन सभी लोगों को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है जो पिछले दिनों इनके साथ पार्टी में शामिल हुए थे, या फिर किसी भी तरह से संपर्क में आए थे। करण जौहर की पार्टी में भी गईं थीं दोनों करीना और अमृता इस पार्टी के अलावा करण जौहर की पार्टी में भी गईं थीं। BMC ने दोनों पार्टी में शामिल हुए कॉन्टैक्ट्स की ट्रेसिंग शुरू कर दी है। इनके कॉन्टैक्ट्स में से कुछ और हस्तियों की रिपोर्ट आज आ सकती है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के केस भी बढ़ रहे हैं मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बना हुआ है। पूरे देश की तुलना में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन संक्रमित मिले हैं। मुंबई में धारा 144 लगी हुई है। महाराष्ट्र में इस वैरिएंट से 17 लोग संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 8 लोग अब तक ठीक भी हो चुके हैं। खबरें और भी हैं... हरनाज को बधाई: भारत के लिए 21 साल बाद हरनाज संधू ने जीता मिस यूनिवर्स का खिताब, सुष्मिता, लारा और प्रियंका ने दी बधाई बॉलीवुड कॉमेडियंस के सपोर्ट में दिग्गी: कुणाल कामरा से बोले- भोपाल में शो कराऊंगा, मुझ पर कॉमेडी करो; इससे संघियों को दिक्कत नहीं होगी बॉलीवुड बॉलीवुड LIVE अपडेट्स: सामंथा ने तिरुमाला मंदिर में दर्शन किए अमीन पीर की दरगाह पर चादर चढ़ाई, राज बब्बर ने स्मिता पाटिल को किया याद बॉलीवुड",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/mumbai-crime-branch-police-raid-on-deepa-dance-bar-news-and-update-129205355.html,"मुंबई के दीपा बार में सीक्रेट तहखाना: ठूंस कर छिपाई गई थीं 17 डांसर; तहखाने में लगे थे ऑटोमेटिक डोर, AC और बिस्तर","मुंबई के दीपा बार में सीक्रेट तहखाना:ठूंस कर छिपाई गई थीं 17 डांसर; तहखाने में लगे थे ऑटोमेटिक डोर, AC और बिस्तर मुंबई छोटे से तहखाने में लड़कियां तकरीबन 15 घंटे तक ठूंस कर छिपाई गई थीं। मुंबई के अंधेरी इलाके में स्थित फेमस दीपा बार में एक अंडरग्राउंड तहखाने का पता चला है। इस तहखाने के अंदर 17 लड़कियों को ठूस कर बंद किया गया था। यह सभी बार बालाएं बताई जा रही हैं। इनमें से कइयों की उम्र बहुत कम है। जिस तहखाने का पता पुलिस को चला है, उसमें खड़ा हो पाना भी मुश्किल था। तकरीबन 15 घंटे से ज्यादा की कार्रवाई के बाद मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच की टीम ने इस गुप्त तहखाने का राज खोला है। खास बात यह है कि इस तहखाने के अंदर जाने का रास्ता मेकअप रूम की दीवार में लगे शीशे के पीछे से जाता था। इसमें ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक डोर लगे थे। तहखाने के अंदर एक AC भी लगा था। उसके अंदर बिस्तर भी लगे हुए थे। सोशल सर्विस ब्रांच के डीसीपी राजु भुजबल ने बताया कि मुंबई की NGO कवच की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। भुजबल ने बताया कि यह रेड रविवार शाम से शुरू हुई और पूरी रात चली। 15 घंटे की कड़ी कार्रवाई के बाद 17 डांसर को मुक्त करवाया गया और बार के मैनेजर, कैशियर समेत 3 स्टाफ को अरेस्ट कर लिया गया। अंधेरी पुलिस स्टेशन में इस मामले को लेकर FIR दर्ज की गई है और पड़ताल जारी है। इन सभी पर कोविड नियमों के उल्लंघन और ऑर्केस्ट्रा की परमिशन पर डांस बार चलाने का केस दर्ज किया है। तहखाने के अंदर लगा था AC और यहां था बिस्तर का इंतजाम। लॉकडाउन में भी चल रहा था यह बार मुंबई में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत सभी डांस बार को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद यह धड़ल्ले से चल रहा था। पुलिस टीम को यह भी जानकारी मिली है कि यहां हर दिन सैकड़ों लोग आते थे और डांस के दौरान इन बार बालाओं पर रुपए लुटाते थे। पुलिस की रेड से बचने के लिए ही ऐसे तहखाने का निर्माण किया गया था। सूत्रों की मानें तो यह बार तब भी चल रहा था, जब देश में कोरोना के प्रतिबंध लगे हुए थे। इसी शीशे के पीछे था यह तहखाना। आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से लैस था यह बार पुलिस से बचने के लिए इस डांस बार में आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का बेहतरीन इंतजाम किया गया था। पुलिस की गाड़ी इस इलाके में जैसे ही आती थी, बार के बाहर लगे कैमरे अंदर बैठे लोगों को अलर्ट कर देते थे और लड़कियों को तुरंत गायब कर दिया जाता था। इससे पहले भी कई बार यहां रेड हुई, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा था। इसकी ऊंचाई इतनी थी कि खड़ा हो पाना भी मुश्किल था। ऐसे हुआ बार में तहखाने का खुलासा बार में डांसर्स होने की पुख्ता सूचना के बाद देर रात हुई रेड में बाथरूम, स्टोरेज रूम, किचन हर जगह छापा मारा गया, लेकिन पुलिस टीम के हाथ कुछ नहीं लगा। बार के मैनेजर, कैशियर, वेटर सबसे घंटों पूछताछ हुई, लेकिन बार में डांसर होने की बात को वे खारिज करते रहे। इसी बीच NGO की टीम के लोग मेकअप रूम में गए तो उन्होंने देखा कि वहां एक बड़ा सा मिरर लगा हुआ था। इस पर उन्हें संदेह हुआ और फिर उसे हटाने का प्रयास शुरू हुआ। जब इस शीशे को दीवार से अलग करने की कोशिश की गई तो पता चला कि ये दीवार में इस कदर फिट है कि इसे निकाल पाना असंभव है। इसके बाद बड़ा सा हथौड़ा मंगवाया गया और शीशे को तोड़ा गया। इसमें शराब की कई बोतलें भी छिपा कर रखी गई थीं। कई दिनों तक लड़कियों को इसमें रखने की थी प्लानिंग शीशे को पुलिस ने जैसे ही तोड़ा, वे अवाक रह गए। उसके पीछे एक बड़ा सा सीक्रेट रूम था, जिसे 'कैविटी' कहते हैं। इसकी क्षमता इतनी थी कि इसमें कुल 17 बार डांसर को छुपा कर रखा गया था। इसके बाद तहखाने से एक के बाद एक बार डांसर्स के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ। इस तहखाने में जाने का रास्ता एक ऑटोमेटिक डोर से था। हालांकि पुलिस इस बात का पता लगाने में नाकाम रही कि आखिर इस गुप्त तहखाने का रिमोट कंट्रोल कहां था। AC और बिस्तर के अलावा इसमें कई फूड पैकेट भी मौजूद थे। पुलिस का मानना है कि तहखाने में लड़कियों को कई दिनों तक रखने की प्लानिंग यहां के लोगों ने की थी। इस कमरे में AC तो था, लेकिन वेंटिलेशन के लिए कोई जगह नहीं थी। खबरें और भी हैं... कन्नौज में घर से मिली 35 कुंतल चंदन की लकड़ी: डेढ़ करोड़ रुपये की है कीमत, घर में छापेमारी करके पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा कन्नौज गोपालगंज में NIA की छापेमारी, संदिग्ध गिरफ्तार: गिरफ्तार युवक के पास से 6 मोबाइल, दो लैपटॉप व कई SIM कार्ड बरामद गोपालगंज नोट गिनने के लिए सुपरिटेंडेंट ने खरीद रखी थी मशीन: एक बीघा जमीन पर पटना में आलीशान घर, करोड़ों की चल-अचल संपत्ती भी पटना पूर्णिया में पिता की गुहार पर रेडलाइट एरिया में छापेमारी: पीड़ित ने कहा- 3 साल पहले उसकी बेटी घर से गायब हो गई; पुलिस को आते देख धंधेबाज लड़की लेकर हुआ फरार पूर्णिया",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/omicron-coronavirus-variant-outbreak-india-live-updates-12-dec-mumbai-delhi-bhopal-indore-kerala-rajasthan-haryana-129202657.html,"कोरोना देश-दुनिया में: केरल में ओमिक्रॉन का पहला केस, आज 5 राज्यों में ओमिक्रॉन के 5 नए मामले मिले ; देश में कुल 38 केस","कोरोना देश-दुनिया में:केरल में ओमिक्रॉन का पहला केस, आज 5 राज्यों में ओमिक्रॉन के 5 नए मामले मिले ; देश में कुल 38 केस केरल के कोच्चि में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज बताया कि संक्रमित व्यक्ति 6 ​​दिसंबर को UK से कोच्चि लौटा था। वह 8 दिसंबर को हुए कोविड टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। वहीं, उसकी पत्नी और मां की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। प्लेन में संक्रमित व्यक्ति के पास बैठे पैसेंजर्स को भी इस बात की जानकारी दी गई है। केरल में आज कोरोना के कुल 3,777 नए मामले मिले हैं और 34 लोगों की मौत हुई है। वहीं, महाराष्ट्र के नागपुर में आज ओमिक्रॉन के पहले और कर्नाटक में तीसरे केस की पुष्टि हुई है। चंडीगढ़ और आंध्र प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के नए संक्रमितों की पहचान हुई है। इसके साथ ही अब देश में ओमिक्रॉन के कुल 38 केस हो गए हैं। अन्य प्रमुख अपडेट्स.. नागपुर में आज ओमिक्रॉन का पहला केस मिला महाराष्ट्र के नागपुर में आज ओमिक्रॉन के पहले मामले का पता चला है। संक्रमित व्यक्ति पिछले रविवार को दक्षिण अफ्रीकी देश बुरकीना फासो से दिल्ली लौटा था। दिल्ली में हुए कोविड टेस्ट में वह निगेटिव पाया गया था। हालांकि, नागपुर एयरपोर्ट पर हुए टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया जहां वह ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाया गया। नागपुर के म्यूनिसिपल कमिश्नर राधकृष्णन ने बताया कि संक्रमित की उम्र 40 साल है, उसे इलाज के लिए नागपुर AIIMS शिफ्ट किया गया है। कर्नाटक में ओमिक्रॉन के तीसरे केस की पुष्टि, साउथ अफ्रीका से लौटा था संक्रमित कर्नाटक में आज ओमिक्रॉन के तीसरे केस की पुष्टि हुई है। ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाया गया 34 साल का यह शख्स साउथ अफ्रीका से लौटा था। कर्नाटक के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. के. सुधाकर ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए 5 प्राइमरी और 15 सेकेंडरी कांटैक्ट को ट्रेस किया गया है। इनके सैंपल्स भी टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं। संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट कर गवर्मेंट हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। चंडीगढ़ में 20 साल का युवक ओमिक्रॉन पॉजिटिव; 22 नवंबर को इटली से लौटा था चंडीगढ़ में 20 साल के एक युवक की रिपोर्ट ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाई गई है। जानकारी के मुताबिक यह युवक 22 नवंबर को इटली से लौटा था और 1 दिसंबर की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उसे फाइजर वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। चंडीगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि आज फिर से युवक का कोविड टेस्ट किया गया है, जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। पूरी खबर यहां पढ़ें.. चंडीगढ़ में ओमिक्रॉन की एंट्री से हड़कंप; पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में खतरा बढ़ा आंध्र प्रदेश में ओमिक्रॉन का पहला केस; आयरलैंड से मुंबई होते हुए विशाखापट्‌टनम पहुंचा था विदेशी टूरिस्ट ​​​​​आयरलैंड से आंध्र प्रदेश पहुंचा 34 साल का एक विदेशी टूरिस्ट ओमिक्रॉन संक्रमित पाया गया है। यह शख्स आयरलैंड से मुंबई होते हुए 27 नवंबर को विशाखापट्‌टनम पहुंचा था। हालांकि मुंबई एयरपोर्ट पर हुए RT-PCR टेस्ट में यह शख्स निगेटिव पाया गया था। विशाखापट्‌टनम में हुए टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने पर सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए हैदराबाद भेजा गया, जहां वह ओमिक्रॉन संक्रमित पाया गया। ओमिक्रॉन से लड़ने के लिए ब्रिटेन का फैसला; 30 साल से अधिक उम्र के लोगो को बूस्टर डोज की मंजूरी ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए 30 और उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाने की मंजूरी दी गई है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया है कि इंग्लैंड में 30 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए बूस्टर वैक्सीन की बुकिंग सोमवार से खुलेगी। इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ मिशन ने बताया कि देश में 30 से 39 साल की उम्र के करीब 75 लाख लोग हैं। इनमें से 35 लाख लोग सोमवार से बूस्टर डोज लगवाने के हकदार होंगे। नेपाल में RTPCR के बिना भारतीयों की NO-ENTRY : ओमिक्रॉन को लेकर नेपाल सरकार सख्त, महराजगंज के सोनौली बॉर्डर से लौटाई जा रही बसें कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए नेपाल सरकार ने भारतीय टूरिस्टों की एंट्री के लिए RTPCR रिपोर्ट जरूरी कर दी। अब 72 घंटे पहले की निगेटिव रिपोर्ट होने पर ही नेपाल में एंट्री मिल सकेगी। बिना RTPCR रिपोर्ट के महराजगंज के सोनौली बॉर्डर से टूरिस्टों की बसों को नेपाल ने एंट्री नहीं दी। पूरी खबर यहां पढ़ें.. अमेरिका में बिगड़ रहे हालात; अस्पतालों में वेंटिलेटर्स की कमी, व्यवस्था बनाए रखने के लिए नेशनल गार्ड किए गए तैनात नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के साए के बीच अमेरिका में कोरोना के कारण हालात लागतार बिगड़ रहे हैं। अमेरिका के मिशिगन राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी के कारण अस्पतालों में वेंटिलेटरों की बेहद कमी है। पिछले 24 घटों के दौरान मिशिगन में कोरोना के 11783 नए मामले सामने आए। साथ ही रिकॉर्ड 235 मौतें दर्ज की गईं। इंडियाना राज्य में पिछले दो सप्ताह के दौरान मामलों में 49 फीसदी की तेजी आई है। ऐसे में वहां अस्पतालों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए नेशनल गार्ड बुलाए गए हैं। इस बीच अमेरिका में अब तक ओमिक्राॅन के 43 मामले सामने आ चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 81 लाख लोगों को दी गई वैक्सीन देश में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन का आंकड़ा तेजी से आगे बढ़ रहा है। हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 81 लाख डोज लगाए जा चुके हैं। देशभर में अब वैक्सीनेशन का आंकड़ा बढ़कर 133 करोड़ के करीब पहुंच गया है। शनिवार को हेल्थ मिनिस्ट्री के जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना के खिलाफ अब तक 132 करोड़ 84 लाख 04 हजार 705 डोज दिए जा चुके हैं। शनिवार को दी गई 81 लाख 08 हजार 719 वैक्सीन खुराक में से 20 लाख 13 हजार 140 लोगों को पहली खुराक मिली, जबकि 60 लाख 95 हजार 579 लोगों ने अपनी दूसरी खुराक पूरी की। खबरें और भी हैं... लोग मर रहे थे, दवा कंपनियां साजिश रच रही थीं: नेताओं की लॉबिंग पर 3700 करोड़ खर्च किए, जान से खेलती रही हैं 2 वैक्सीन कंपनियां DB ओरिजिनल महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमित 1 साल की बच्ची ठीक हुई: मासूम की 3 साल की बहन एसिम्पटोमेटिक; देश में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 33 हुए महाराष्ट्र इंदौर में 10 दिन में 9 बच्चे संक्रमित: हाईरिस्क अफ्रीकी देश नाइजीरिया से इंदौर लौटे भाई-बहन में ओमिक्रॉन का डर; जीनोम सिक्वेंसिंग होगी इंदौर भास्कर एक्सप्लेनर: 59 देशों में पहुंच चुके ओमिक्रॉन को लेकर WHO ने दी नई चेतावनी, बताया क्यों है इससे बड़ा खतरा? एक्सप्लेनर",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/india-4th-most-powerful-country-in-asia-china-loses-ground-129203437.html,"कोविड ने बदले हालात: एशियन पावर इंडेक्स रिपोर्ट में दावा; भारत-चीन की ताकत घटी, अमेरिका का प्रभाव तेजी से बढ़ा","कोविड ने बदले हालात:एशियन पावर इंडेक्स रिपोर्ट में दावा; भारत-चीन की ताकत घटी, अमेरिका का प्रभाव तेजी से बढ़ा सिडनी कोविड महामारी की वजह से एशिया की दो बड़ी ताकतों भारत और चीन का हिंद और प्रशांत महासागर में असर कम हुआ है। यह दावा ऑस्ट्रेलिया के लोवी इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में किया है। इसके मुताबिक, भारत और चीन का बाहरी दुनिया और अपने क्षेत्र में प्रभाव कम हुआ, जबकि अमेरिका ने बेहतरीन डिप्लोमैसी के जरिए अपनी पकड़ मजबूत की है। उसका इस क्षेत्र के देशों पर प्रभाव बढ़ा है। क्या है रिपोर्ट में लोवी इंस्टीट्यूट ने एशियन पॉवर इंडेक्स 2021 टाइटिल से रिपोर्ट जारी की है। इसमें चीन को लेकर अहम टिप्पणी है। रिपोर्ट में कहा गया है- महामारी के बाद चीन फंसा हुआ है। कूटनीति और आर्थिक मोर्चे पर उसे अलग-थलग किया गया है। यही उसके पिछड़ने की वजह है। भारत इस क्षेत्र की चौथी बड़ी ताकत है। यहां पहले से अमेरिका, जापान और चीन मौजूद हैं। वो विकास की उस रफ्तार को नहीं पकड़ पाया है जो महामारी के पहले थी। एक साल में उसका भी कूटनीतिक और आर्थिक प्रभाव कम हुआ है। हालांकि, भारत पहले भी चौथे स्थान पर था और आज भी वहीं है। ड्रैगन ने बाइडेन की डेमोक्रेसी समिट की निंदा की; अमेरिकी लोकतंत्र को भ्रष्ट बताया अमेरिका ने रफ्तार पकड़ी एशियाई ताकतों के तगड़े वजूद के बावजूद हिंद और प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी प्रभाव फिर तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह जो बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन की मजबूत डिप्लोमैसी है। अमेरिका ने महामारी से उबरने के बाद तेज रिकवरी की है। आर्थिक तौर पर भी रफ्तार पकड़ चुका है। डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में यह काम मुश्किल नजर आ रहा था। इंडेक्स के आठ में से छह पॉइंट्स में अमेरिका ही सबसे ज्यादा मजबूत है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अब भी अमेरिका पर बहुत ज्यादा निर्भर नहीं है। इसके बावजूद वो चीन को मिलिट्री और स्ट्रैटेजिक लिहाज से कड़ी चुनौती पेश कर रहा है और उसके बराबर खड़े होने की कोशिश कर रहा है। ड्रैगन की आंख की किरकिरी थे रावत; बौखलाए चीन ने कहा था- हमें उकसाओ मत जंग का खतरा रिपोर्ट में आगे कहा गया- इस क्षेत्र में कई ऐसी बातें है जो सिक्योरिटी से जुड़ी हैं और इस मामले में तय कुछ भी नहीं है। लिहाजा, यहां कुछ हद तक जंग का खतरा है। अमेरिका को चीन से चुनौती मिल रही है। भारत और जापान पर महामारी का असर ज्यादा हुआ है। भारत को जितना रिकवर करना चाहिए था, उतना वो कर नहीं पाया। चीन की बराबरी करने में उसे दशक भी लग सकते हैं। जापान के पास रिर्सोसेज कम थे, इसके बावजूद उसने इनका बेहतरीन इस्तेमाल किया। खबरें और भी हैं... भास्कर इंडेप्थ: भारत में पड़ने वाली भीषण गर्मी और हाड़ कंपाने वाली ठंड के लिए जिम्मेदार हैं अमेरिका जैसे विकसित देश DB ओरिजिनल ड्रैगन ने बाइडेन की डेमोक्रेसी समिट की निंदा की: डेमोक्रेसी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप, अमेरिकी लोकतंत्र को भ्रष्ट बताया विदेश रूस और चीन से खतरा: वैश्विक भूमिका से अमेरिका पीछे हटा तो दुनिया में अस्थिरता का खतरा बढ़ेगा द इकोनॉमिस्ट डेमोक्रेसी समिट: बाइडेन का 111 देशों को संबोधन; रूस-चीन पर वार बोलें तानाशाही से लोकतंत्र को खतरा विदेश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/indias-singhbhum-is-the-first-island-to-come-out-of-the-ocean-200-million-years-older-than-us-australia-129203064.html,दुनिया में सबसे पहले समुद्र से निकला सिंहभूम: झारखंड का यह इलाका अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया से 20 करोड़ साल पुराना; 7 साल की खोज में हुआ साबित,"दुनिया में सबसे पहले समुद्र से निकला सिंहभूम:झारखंड का यह इलाका अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया से 20 करोड़ साल पुराना; 7 साल की खोज में हुआ साबित अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत के 8 वैज्ञानिकों की टीम ने भास्कर के लिए लिखी समुद्र से जमीन के बाहर आने की कहानी। दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित जर्नल ‘प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी आफ साइंस’ ने 6 माह जांच के बाद किया सत्यापित। दुनिया में सबसे पहले समुद्र से बाहर कौन सा द्वीप बाहर आया? अब तक हम सब यही मानते रहे कि सबसे पहले अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया समुद्र से बाहर आए, लेकिन अब नई रिसर्च में सामने आया है कि झारखंड में सिंहभूम जिला समुद्र से बाहर आने वाला दुनिया का पहला जमीनी हिस्सा है। 3 देशों के 8 रिसर्चर्स 7 साल की रिसर्च के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं। इस नई खोज की कहानी पढ़िए रिसर्चर्स की जुबानी... सिंहभूम में रिसर्च टीम की अगुआई करने वाले ऑस्ट्रेलिया के पीटर केवुड ने कहा, 'हमारा सौरमंडल, पृथ्वी या दूसरे ग्रह कैसे बने? इन सवालों की खोज में मैं और मेरी टीम के 7 साथी, जिनमें 4 भारत से थे, ने 7 साल तक झारखंड के कोल्हान और ओडिशा के क्योंझर समेत कई दूसरे जिलाें के पहाड़-पर्वतों काे छान मारा। पृथ्वी से जमीन कब बाहर निकली, इस सवाल का जवाब खोजने के लिए जुनून जरूरी था। ये जगह नक्सल प्रभावित है, लेकिन हमने तय किया था कि करना है, सो करना है।' 'अपने 6-7 साल के फील्ड वर्क में लगभग 300-400 किलो पत्थरों का लेबोरेट्री में टेस्ट किया है। इनमें कुछ बलुआ पत्थर थे और कुछ ग्रेनाइट। हमने जो बलुआ पत्थर देखें, उनकी खासियत यह थी कि उनका निर्माण नदी या समुद्र के किनारे हुआ था। नदी या समुद्र का किनारा तभी हो सकता है, जब आसपास भूखंड हो। रिसर्चर्स ने सिंहभूम के जंगलों के पत्थरों पर 7 साल शोध किया, उन्हें लैब में टेस्ट किया। सिंहभूम 320 करोड़ साल पहले बना था पीटर ने कहा, 'जब हमने बलुआ पत्थरों की उम्र निर्धारित करने की कोशिश की, तब हमें पता चला कि सिंहभूम आज से लगभग 320 करोड़ साल पहले बना था। इसका मतलब यह हुआ कि आज से 320 करोड़ साल पहले यह हिस्सा एक भूखंड के रूप में समुद्र की सतह से ऊपर था।' 'अब तक माना जाता रहा है कि अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के क्षेत्र सबसे पहले समुद्र से बाहर निकले, लेकिन हमने पाया कि सिंहभूम क्षेत्र उनसे भी 20 करोड़ साल पहले बाहर आया। हमारा दावा कि सिंहभूम क्रेटान समुद्र से निकला पहला द्वीप है, यह हमारी पूरी टीम के लिए बड़ा ही रोमांचक पल था।' शोध में पता चला कि 320 करोड़ साल पहले यह प्रांत समुद्र की सतह से ऊपर था। सिंहभूम महाद्वीप के नाम से जाना जाता है इलाका हमने सिंहभूम के ग्रेनाइट पत्थर की जब जांच की तो यह पता चला- सिंहभूम महाद्वीप आज से तकरीबन 350 से 320 करोड़ साल पहले लगातार ज्वालामुखी गतिविधियों से बना था। इसका मतलब यह हुआ कि 320 करोड़ साल पहले सिंहभूम महाद्वीप समुद्र की सतह से ऊपर आया, लेकिन उसके बनने की प्रक्रिया उससे भी पहले शुरू हो गई थी। यह क्षेत्र उत्तर में जमशेदपुर से लेकर दक्षिण में महागिरी तक, पूर्व में ओडिशा के सिमलीपाल से पश्चिम में वीर टोला तक फैला हुआ है। इस क्षेत्र को हम सिंहभूम क्रेटान या महाद्वीप कहते हैं। पीटर ने बताया, '​​​​शोध के लिए हमने पिछले 6-7 साल में कई बार सिंहभूम महाद्वीप के कई हिस्सों में फील्ड वर्क किया जैसे कि सिमलीपाल, जोडा, जमशेदपुर, क्योंझर इत्यादि। अध्ययन के दौरान हमारा केंद्र जमशेदपुर और ओडिशा का जोड़ा शहर था। यहीं से कभी बाइक से कभी बस-कार से फील्ड वर्क पर निकलते थे।' पश्चिमी सिंहभूम जिले के सोनुवा प्रखंड का पोड़ाहाट गांव प्राचीनकाल में सिंहभूम की राजधानी था। आगे की रिसर्च के लिए राह खुली सिंहभूम दुनिया का पहला द्वीप है जाे समुद्र से बाहर निकला, यानी यहां के आयरन ओर की पहाड़ियों समेत दूसरी पहाड़ियां 320 करोड़ साल से भी ज्यादा पुरानी हैं। इस रिसर्च के मॉड्यूल से पहाड़ी इलाकों अथवा पठारी क्षेत्र में आयरन, गोल्ड माइंस खोजने में सहूलियत हाेगी। इसके अलावा बस्तर, धारवाड़ इलाकों में भूमिगत घटनाओं की उत्पति की जानकारी मिलेगी। भू-गर्भीय अध्ययन के लिए भी यह रिसर्च बहुत उपयोगी साबित होगी। कोलकाता-बारीपदा से कूरियर के जरिए ऑस्ट्रेलिया भेजते थे पत्थर हमारी टीम अलग-अलग समय पर शोध के लिए भारत पहुंची। इस दाैरान तीन से चार क्विंटल पत्थर रिसर्च के लिए इकट्ठे किए। उन्हें बारीपदा और कोलकाता के रास्ते ऑस्ट्रेलिया के लिए कूरियर से भेजा। हम लोग स्थानीय होटल या ढाबे में खाना खाते थे और रिसर्च के लिए जंगल-पहाड़ों काे निकलते थे। हमारा फील्ड वर्क 2017 और 2018 में ज्यादा रहा। हम खासतौर से बताना चाहते हैं कि नक्सल प्रभावित एरिया हाेने के बावजूद कभी परेशानी नहीं हुई। शोधकर्ताओं ने कहा कि नक्सल प्रभावित एरिया हाेने के बावजूद उन्हें कभी परेशानी नहीं हुई। सैंपल कलेक्शन में स्थानीय लोगों ने मदद की हम पत्थरों को उनके प्राकृतिक रूप में समझने की कोशिश करते थे। जैसे उनका स्वरूप कैसा है, उनका रंग क्या है, वे कितनी आसानी से टूट सकते हैं, कितनी दूर तक फैले हुए हैं। हम अलग-अलग समय में आते थे। कभी बरसात, कभी गर्मी के दिनाें में। फील्ड वर्क में सबसे कठिन काम यह ढूंढना होता था कि पत्थर कहां पर मौजूद हैं। हमारे पास मैप होते थे, लेकिन ज्यादातर समय छोटी चट्टानें या फिर सड़कों के किनारे या नदी नालों के किनारे स्थित पत्थरों तक पहुंचने के लिए हमें स्थानीय लोगों की मदद लेनी पड़ी। सिंहभूम में फील्ड वर्क करने के दौरान ऐसी परिस्थितियां आईं, जब स्थानीय लोगों ने हमें पत्थर ढूंढने में बहुत मदद की थी। शोधकर्ताओं ने बताया कि फील्ड वर्क में सबसे कठिन यह ढूंढना होता था कि पत्थर कहां मौजूद हैं। 5-5 किलो के थैलों में कलेक्ट करते थे सैंपल पत्थरों को प्राकृतिक रूप में जांचने के बाद हम उनका सैंपल कलेक्ट करते और लैबोरेट्रीज में ले जाते। हम 5-5 किलो के थैलों में सैंपल कलेक्ट करते थे। सैंपल कलेक्ट करने के लिए हम पत्थरों को हथौड़े से मारकर उनके टुकड़े करते। यह भी एक कठिन काम था। कभी-कभी ऐसे पत्थर मिलते थे, जिन्हें तोड़ने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ी। इन सैंपल को हम लैबोरेट्री में ले जाते थे। वहां यह खोज की जाती थी कि वह किन- किन रासायनिक तत्वों से बने थे जैसे- लोहा, मैग्नीशियम, ऑक्सीजन वगैरह। आखिरकार हमारे संघर्ष का मुकाम सुखद रहा। इस तरह हमने पाया कि समुद्र से निकलने वाला द्वीप हमारा सिंहभूम ही था। रिसर्च टीम में ये वैज्ञानिक शामिल सिंहभूम पर 7 साल तक रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों की टीम में ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिविर्सिटी के पीटर केवुड, जैकब मल्डर, शुभोजीत राय, प्रियदर्शी चौधरी और ऑलिवर नेबेल; ऑस्ट्रेलिया की ही यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न की ऐश्ली वेनराइट, अमेरिका के कैलिफोर्निया इंस्टूट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी के सूर्यजेंदु भट्टाचार्यी के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी के शुभम मुखर्जी शामिल हैं। खबरें और भी हैं... CDS चॉपर क्रैश वाले गांव की कहानी: 50 साल पुराने इस गांव में श्रीलंका से आए तमिल रहते हैं, ये लोग ही सबसे पहले मदद के लिए पहुंचे DB ओरिजिनल तस्वीरों में चिनार का रोमांच: कश्मीर की धरती ने लाल रंग की चादर ओढ़ी, मंदिर-मस्जिद हर जगह चिनार के पत्ते खूबसूरती बिखेर रहे DB ओरिजिनल",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/last-rites-of-lance-naik-sai-teja-in-chittoor-lt-colonel-harjinder-singh-in-new-delhi-129203381.html,"8 PHOTOS में अंतिम विदाई: लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के अंतिम संस्कार में पहुंचे रक्षा मंत्री, आर्मी ने बी साई तेजा की पत्नी को सौंपा तिरंगा","8 PHOTOS में अंतिम विदाई:लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के अंतिम संस्कार में पहुंचे रक्षा मंत्री, आर्मी ने बी साई तेजा की पत्नी को सौंपा तिरंगा नई दिल्ली रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के बरार चौक पहुंचकर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के परिवार को सांत्वना दी। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हादसे में जान गंवाने वाले कुछ सैनिकों का अंतिम संस्कार रविवार को हुआ। दिल्ली के बरार चौक में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी वहां मौजूद रहे। उन्होंने लेफ्टिनेंट के परिवारजनों को सांत्वना दी। आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में लांस नायक बी साई तेजा और पश्चिम बंगाल के बागडोगरा में हवलदार सतपाल राय को अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में लांस नायक बी साई तेजा के पार्थिव शरीर पर लिपटा तिरंगा उनकी पत्नी को सौंपा। बी साई तेजा का शव जब उनके पैतृक घर पहुंचा तो हजारों लोगों की भीड़ अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। बी साई तेजा का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। सेना के जवान उनके पार्थिव शरीर को लेकर पहुंचे थे। लांस नायक बी साई तेजा की अंतिम विदाई के दौरान बंदूक की सलामी देते सेना के जवान। पश्चिम बंगाल के बागडोगरा में हवलदार सतपाल राय का पार्थिव शरीर लेकर आर्मी के जवान पहुंचे। सतपाल राय को श्रद्धांजलि देने काफी लोग आए, सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। एमपी के सीहोर जिले के पैरा कमांडो जितेंद्र कुमार वर्मा को श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे। खबरें और भी हैं... CDS चॉपर क्रैश वाले गांव की कहानी: 50 साल पुराने इस गांव में श्रीलंका से आए तमिल रहते हैं, ये लोग ही सबसे पहले मदद के लिए पहुंचे DB ओरिजिनल CDS हेलिकॉप्टर क्रैश: साइबर एक्सपर्ट्स का दावा- बिना छुए दूर से ही हैक किया जा सकता है हेलिकॉप्टर; टारगेटेड अटैक भी संभव DB ओरिजिनल फिल्ममेकर अली अकबर हिंदू बने: CDS रावत की मौत पर खुशी मनाने वालों से नाराज होकर किया फैसला, पत्नी ने भी धर्म बदला बॉलीवुड CDS रावत अब गंगा की गोद में: बेटियों ने माता-पिता को अंतिम विदाई दी, हरिद्वार जाकर विसर्जित कीं अस्थियां देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/a-total-of-38-omicron-patients-20-of-whom-have-recovered-and-gone-home-none-of-the-remaining-18-infected-have-serious-symptoms-129204763.html,"चंडीगढ़, आंध्रप्रदेश और केरल भी पहुंचा नया वैरिएंट: ओमिक्रॉन के कुल 38 मरीज, इनमें 20 ठीक हो घर जा चुके; बाकी 18 संक्रमितों में से किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं","चंडीगढ़, आंध्रप्रदेश और केरल भी पहुंचा नया वैरिएंट:ओमिक्रॉन के कुल 38 मरीज, इनमें 20 ठीक हो घर जा चुके; बाकी 18 संक्रमितों में से किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं नई दिल्ली ओमिक्रॉन मरीज वाले राज्यों की संख्या 8 हो गई है, जबकि ओमिक्रॉन के मरीज 38 हो गए हैं। देश में ओमिक्रॉन संक्रमण के नए मरीज मिलने का सिलसिला जारी है। रविवार को चंडीगढ़, आंध्र प्रदेश और केरल में भी ओमिक्रॉन के पहले मरीज मिले। वहीं महाराष्ट्र और कर्नाटक में एक-एक मरीज बढ़ गए। इस तरह ओमिक्रॉन मरीज वाले राज्यों की संख्या 8 हो गई है, जबकि ओमिक्रॉन के मरीज 38 हो गए हैं। इटली से 22 नवंबर को रिश्तेदार से मिलने चंडीगढ़ आए 20 वर्षीय व्यक्ति में 11 दिसंबर की रात ओमिक्रॉन संक्रमण की पुष्टि हुई है। उसे इटली में फाइजर वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। उसे हल्के लक्षण हैं। पिछले 11 दिन से ऐहतियातन अस्पताल में भर्ती है। वहीं आयरलैंड से मुंबई और फिर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्‌टनम पहुंचे 34 वर्षीय विदेशी व्यक्ति में ओमिक्रॉन संक्रमण मिला है। मुंबई में जांच होने पर रिपोर्ट उसकी रिपोर्ट निगेटिव थी। 27 नवंबर को विशाखापट्‌टनम जाने की इजाजत दी गई। वहां टेस्ट करने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसे भी कोई लक्षण नहीं हैं। 11 दिसंबर को दोबारा जांच में रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। इसी तरह, यूके से केरल लौटे व्यक्ति में ओमिक्रॉन मिला है। मरीजों का हाल: सभी में कोई लक्षण नहीं या हल्के लक्षण महाराष्ट्र : पश्चिमी अफ्रीकी देश से नागपुर आए मरीज में रविवार को ओमिक्रॉन मिलने के बाद कुल मरीज 18 हो चुके हैं। 7 मरीजों को छुट्‌टी दी जा चुकी है, 11 भर्ती हैं। सभी में हल्के लक्षण थे। राजस्थान : 9 मरीजों को भर्ती कराया था। ज्यादातर में लक्षण नहीं थे। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद छुट्‌टी हाे चुकी। आंध्र प्रदेश : 34 वर्ष का मरीज आयरलैंड से आया था। लक्षण नहीं थे। दोबारा जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद छुट्‌टी। दिल्ली : दोनों मरीजों में हल्के लक्षण थे। 1 को छुट्‌टी दे चुके। गुजरात : 3 मरीजों में हल्के लक्षण थे। शनिवार तक तीनों अस्पताल में ही भर्ती थे। कर्नाटक : 3 में से 2 मरीजों को छुट्‌टी दी जा चुकी है। दक्षिण अफ्रीका से लौटा 34 वर्षीय मरीज अब भी भर्ती है। किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं। चंडीगढ़ : 20 वर्षीय युवक इटली से लौटा था। युवक को संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। रविवार को रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्रोटोकॉल : निगेटिव रिपोर्ट हो तो भी 8वें दिन टेस्ट जरूरी ऐट रिस्क देशों वाले यात्रियों की आरटी-पीसीआर अनिवार्य। रिपोर्ट निगेटिव हो तो भी 7 दिन होम क्वारेंटाइन जरूरी। 8वें दिन फिर टेस्ट। रिपोर्ट निगेटिव आने पर आ-जा सकते हैं। एयरपोर्ट पर रिपोर्ट पॉजिटिव हो तो तुरंत भर्ती करेंगे। ओमिक्रॉन की पुष्टि तक इलाज होगा। आठवें दिन फिर जांच। रिपोर्ट निगेटिव हो तो 7 दिन होम क्वारेंटाइन जरूरी। खबरें और भी हैं... पूर्व आईआईटीयन का इनोवेशन: कोरोना समेत सभी वायरस को खत्म कर देता है ‘हेकोल’ कपड़ा, डीआरडीओ व इसरो ने की डील, यूएन और रेलवे ने भी मास्क बनवाए विदेश उत्तराखंड के बेनीताल में पहली एस्ट्रो पार्टी: प्रतिभागी बोले- 8200 फीट ऊंचाई से आसमां को देखा तो लगा मानो दोबारा जी उठे, शहरों में ऐसे नजारे कहां दिखते हैं देश श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन आज: 20 मिनट के मुहूर्त में समर्पित हो जाएगा भव्य काशी विश्वनाथ मंदिर संकुल, शुभ मुहूर्त दोपहर 1.37 से 1.57 बजे तक उत्तरप्रदेश मां वैष्णो की दर पर श्रद्धालुओं का तांता: इस साल अब तक 51 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए माता के दर्शन, रोजाना 20 हजार आ रहे कटरा देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/the-participant-said-when-i-saw-the-sky-from-a-height-of-8200-feet-it-seemed-as-if-it-had-risen-again-where-are-such-scenes-seen-in-cities-129204761.html,"उत्तराखंड के बेनीताल में पहली एस्ट्रो पार्टी: प्रतिभागी बोले- 8200 फीट ऊंचाई से आसमां को देखा तो लगा मानो दोबारा जी उठे, शहरों में ऐसे नजारे कहां दिखते हैं","उत्तराखंड के बेनीताल में पहली एस्ट्रो पार्टी:प्रतिभागी बोले- 8200 फीट ऊंचाई से आसमां को देखा तो लगा मानो दोबारा जी उठे, शहरों में ऐसे नजारे कहां दिखते हैं बेनीताल लेखक: ताराचंद गवारिया प्रतिभागियों को आसमां के अद्भुत नजारे दिखाने के लिए खास सेटअप लगाया गया था। ‘शहरों में तो बहुत सारे तारे एक साथ देखना असंभव है क्योंकि इतना प्रदूषण होता है कि आकाश भी साफ नहीं दिखता। यहां पर वातावरण और आकाश बिलकुल साफ था, ऐसा लग रहा था कि हम पर किसी ने चांद-तारों से भरी चादर ओढ़ा दी हो। यहां आकर लगा कि दोबारा जी उठे।’ यह कहना है उत्तराखंड के बेनीताल में हुई पहली एस्ट्रो पार्टी में शामिल होने आईं श्रेया सोनाली का। सोनाली बताती हैं, ‘पार्टी तो बहुत सारी की, पर यह बिल्कुल अलग रही। हम दो दिन यहां रुके। ऐसा लग रहा था कि समय थम जाए। बस एकटक हम चांद और टिमटिमाते तारे देखते रहें।’ देश में पहली बार एस्ट्रो पार्टी यानी चांद-तारों के बीच पार्टी में करीब 8200 फीट ऊंचाई से जब प्रतिभागियों ने चांद-तारों को नजदीक से देखा तो लगा वो किसी और ही दुनिया में आ गए हों। सोनाली बताती हैं,‘ऐसे आयोजन महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इनसे आकाशीय घटनाओं के बारे में काफी जानकारी मिलती है। दिल्ली से आए रमेश मुमक्षु ने बताया,‘शहरों में ये चीजें गुम हो चुकी हैं। यहां आकर लगा कि रिवाइवल हो गया। दो रातों तक चांद-तारों की जानकारियां जुटाने के बाद दिन में हम करीब स्थित गांव के स्कूल भी गए। नजारा अद्भुत था, वहां पर रॉकेट बनाने से लेकर लॉन्चिंग तक पूरी प्रक्रिया के बारे में जाना। टेलीस्कोप से जुपिटर देखना अविस्मरणीय अनुभव था। ऐसे नजारे अब तक टीवी पर ही देखते थे, पर यहां लाइव देखा तो दंग रह गए। उत्तराखंड सरकार, चमोली प्रशासन और स्टारस्केप्स ने यह आयोजन किया था। संस्था के रामशीष रे ने बताया कि यह देश का पहला एस्ट्रो पार्क है। एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यह पहल की गई थी। सैलानियों की मदद के लिए रातभर 8 एक्सपर्ट साइट पर ही मौजूद रहे। प्रवेश के लिए फीस नहीं रखी गई थी। अब अगले साल अप्रैल में एस्ट्रो पार्टी आयोजित करेंगे। स्टारगेजिंग और स्टार हंटिंग का अनुभव भी प्रतिभागियों ने बताया कि बेनीताल जैसी सुंदर और अद्भुत जगह पर रात में आकाश के जादू को अनुभव शानदार था। स्टारगेजिंग, स्टार हंटिंग, स्काय ऑब्जर्वेशन, एस्ट्रोफोटोग्राफी के साथ कई सारे अनुभव हुए। ट्रैकिंग, बर्ड वॉचिंग, साइकिलिंग जैसी गतिविधियों ने जिंदगी बदलने वाला अनुभव दिया। खबरें और भी हैं... पूर्व आईआईटीयन का इनोवेशन: कोरोना समेत सभी वायरस को खत्म कर देता है ‘हेकोल’ कपड़ा, डीआरडीओ व इसरो ने की डील, यूएन और रेलवे ने भी मास्क बनवाए विदेश चंडीगढ़, आंध्रप्रदेश और केरल भी पहुंचा नया वैरिएंट: ओमिक्रॉन के कुल 38 मरीज, इनमें 20 ठीक हो घर जा चुके; बाकी 18 संक्रमितों में से किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं दिल्ली + एनसीआर श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन आज: 20 मिनट के मुहूर्त में समर्पित हो जाएगा भव्य काशी विश्वनाथ मंदिर संकुल, शुभ मुहूर्त दोपहर 1.37 से 1.57 बजे तक उत्तरप्रदेश मां वैष्णो की दर पर श्रद्धालुओं का तांता: इस साल अब तक 51 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए माता के दर्शन, रोजाना 20 हजार आ रहे कटरा देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/so-far-this-year-more-than-51-lakh-devotees-have-visited-the-mother-20-thousand-are-coming-daily-to-katra-129204759.html,"मां वैष्णो की दर पर श्रद्धालुओं का तांता: इस साल अब तक 51 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए माता के दर्शन, रोजाना 20 हजार आ रहे कटरा","मां वैष्णो की दर पर श्रद्धालुओं का तांता:इस साल अब तक 51 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए माता के दर्शन, रोजाना 20 हजार आ रहे कटरा जम्मू लेखक: मोहित कंधारी श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार नए साल के दौरान श्रद्धालुओं की आवक और बढ़ने की संभावना है। हरियाणा, पंजाब, हिमाचल सहित देशभर से आ रहे लोग माता वैष्णो देवी के दर पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। इस साल अब तक 51.22 लाख श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन कर चुके हैं। श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अनुसार प्रतिदिन 20 हजार श्रद्धालु कटरा बेस कैंप में पहुंच रहे हैं। हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों सहित देश भर से श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। पड़ाेसी राज्यों के श्रद्धालु शनिवार को ज्यादा आते हैं। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार नए साल के दौरान श्रद्धालुओं की आवक और बढ़ने की संभावना है। बोर्ड ने कोरोना काल के मद्देनजर श्रद्धालुओं के लिए अपील भी जारी की है। बोर्ड का कहना है कि माता के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कारण और अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इनमें पूरे परिसर को सैनेटाइज किया जाता है। कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। बोर्ड ने सभी श्रद्धालुओं से अपील में कहा है कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सहयोग करें। मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई जा रही है। इसके लिए मल्टी पर्पज ऑडियो सिस्टम से अनाउंसमेंट सहित यात्रा मार्ग में हाई टेक वीडियो वॉल पर भी प्रेजेन्टेंशन दिया जा रहा है। निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट जरूरी, श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग श्रद्धालुओं के लिए निगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट जरूरी की गई है। रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग कर तापमान की जांच होती है। इस माह के पहले सप्ताह में बेस कैंप में जांच में 200 श्रद्धालु पॉजिटिव पाए गए थे। खबरें और भी हैं... पूर्व आईआईटीयन का इनोवेशन: कोरोना समेत सभी वायरस को खत्म कर देता है ‘हेकोल’ कपड़ा, डीआरडीओ व इसरो ने की डील, यूएन और रेलवे ने भी मास्क बनवाए विदेश उत्तराखंड के बेनीताल में पहली एस्ट्रो पार्टी: प्रतिभागी बोले- 8200 फीट ऊंचाई से आसमां को देखा तो लगा मानो दोबारा जी उठे, शहरों में ऐसे नजारे कहां दिखते हैं देश चंडीगढ़, आंध्रप्रदेश और केरल भी पहुंचा नया वैरिएंट: ओमिक्रॉन के कुल 38 मरीज, इनमें 20 ठीक हो घर जा चुके; बाकी 18 संक्रमितों में से किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं दिल्ली + एनसीआर श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन आज: 20 मिनट के मुहूर्त में समर्पित हो जाएगा भव्य काशी विश्वनाथ मंदिर संकुल, शुभ मुहूर्त दोपहर 1.37 से 1.57 बजे तक उत्तरप्रदेश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/news/grand-kashi-vishwanath-temple-complex-will-be-dedicated-in-20-minutes-muhurta-shubh-muhurta-from-137-to-157-pm-129204756.html,"श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन आज: 20 मिनट के मुहूर्त में समर्पित हो जाएगा भव्य काशी विश्वनाथ मंदिर संकुल, शुभ मुहूर्त दोपहर 1.37 से 1.57 बजे तक","श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन आज:20 मिनट के मुहूर्त में समर्पित हो जाएगा भव्य काशी विश्वनाथ मंदिर संकुल, शुभ मुहूर्त दोपहर 1.37 से 1.57 बजे तक वाराणसी/लखनऊ 40 मिनट परिसर में चहलकदमी होगी, 400 संतों-विद्वानों को संबोधित करेंगे पीएम माेदी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन का शुभ मूहूर्त रेवती नक्षत्र में सोमवार को दोपहर दिन में 1.37 बजे से 1.57 बजे तक 20 मिनट का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी श्रीकाशी विश्वनाथ संकुल में गंगा नदी के तट से ज्योर्तिलिंग के बीच जल के साथ पैदल पहुंचेंगे। वे करीब 40 मिनट चहल कदमी भी करेगें। धाम के विकास ,विस्तार और सौंदर्यीकरण के बाद 50 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र को तैयार करने में करीब 800 करोड़ रुपए खर्च हुए है। 350 करोड़ मंदिर के आसपास के मकानों को खरीदने में खर्च किए गए हैं। प्रधानमंत्री बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन कर संकुल का लोकार्पण करेंगे। मंदिर चौक में देश के 200 प्रमुख संत-महात्माओं व 200 विद्वान व गणमान्य लोगों को संबोधित करेंगे। खबरें और भी हैं... पूर्व आईआईटीयन का इनोवेशन: कोरोना समेत सभी वायरस को खत्म कर देता है ‘हेकोल’ कपड़ा, डीआरडीओ व इसरो ने की डील, यूएन और रेलवे ने भी मास्क बनवाए विदेश उत्तराखंड के बेनीताल में पहली एस्ट्रो पार्टी: प्रतिभागी बोले- 8200 फीट ऊंचाई से आसमां को देखा तो लगा मानो दोबारा जी उठे, शहरों में ऐसे नजारे कहां दिखते हैं देश चंडीगढ़, आंध्रप्रदेश और केरल भी पहुंचा नया वैरिएंट: ओमिक्रॉन के कुल 38 मरीज, इनमें 20 ठीक हो घर जा चुके; बाकी 18 संक्रमितों में से किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं दिल्ली + एनसीआर मां वैष्णो की दर पर श्रद्धालुओं का तांता: इस साल अब तक 51 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए माता के दर्शन, रोजाना 20 हजार आ रहे कटरा देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/hekol-cloth-kills-all-viruses-including-corona-drdo-and-isro-deal-un-and-railways-also-made-masks-129204726.html,"पूर्व आईआईटीयन का इनोवेशन: कोरोना समेत सभी वायरस को खत्म कर देता है ‘हेकोल’ कपड़ा, डीआरडीओ व इसरो ने की डील, यूएन और रेलवे ने भी मास्क बनवाए","पूर्व आईआईटीयन का इनोवेशन:कोरोना समेत सभी वायरस को खत्म कर देता है ‘हेकोल’ कपड़ा, डीआरडीओ व इसरो ने की डील, यूएन और रेलवे ने भी मास्क बनवाए लेखक: दुबई से भास्कर के लिए शानीर सिद्दीकी दीप्ति, हेकोल से बने हेडगियर के साथ। क्या संभव है कि कोई कपड़ा 99% यूवी रेज रोक सके, 95% प्रदूषण को फिल्टर करने के अलावा वायरस व बैक्टीरिया को मार दे। ऐसा ही इनोवेशन आईआईटी मद्रास की पूर्व छात्रा और 23 देशों में काम कर चुकीं दीप्ति नथाला ने किया है। उन्होंने ‘हेकोल’ (हेल्दी कवर फॉर ऑल) कपड़ा विकसित किया है। यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल है। डीआरडीओ व इसरो ने भी इन्हें उत्पाद बनाने को कहा है। दुबई एक्सपो में इन्हें सराहा गया है, इस इनोवेशन संघर्ष की कहानी, दीप्ति के शब्दों में... मध्य पूर्व और अमेरिका के देशों में करीब एक दशक तक काम करने के बाद मैं 2018 में हैदराबाद लौट आई। तब महसूस किया कि लंबे समय तक विदेश में रहने के बाद शरीर भारतीय पर्यावरण के अनुकूल नहीं रह गया है। शहर में ड्राइव के दौरान अक्सर सिरदर्द और त्वचा में समस्या होने पर लगा कि प्रदूषण से बचाव जरूरी है। रिसर्च के दौरान पता चला कि महिलाएं जो स्कार्फ लपेटती हैं, वो प्रदूषण, वायरस रोकने में कारगर नहीं है। फिर हमने कपड़े को ‘बॉडीगार्ड मॉलिक्यूल’ से बांधने की प्रक्रिया मालूम की। मैं नई नैनो टेक्नोलॉजी को कपड़े से जोड़ना चाह रही थे, रिसर्च में 80 बार फेल हुई, पर मुझे भरोसा था कि यह संभव है, ऐसा ही हुआ। 2019 में डिब्बू सॉल्युशंस लॉन्च की। पहले उत्पाद लोकल लेवल पर बेचे। पर महामारी के दौरान केंद्र के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने सिर्फ मास्क बनाने पर फोकस करने को कहा। हमें भारतीय रेलवे, यूनाइटेड नेशंस, पर्यटन व खनन मंत्रालय से भी ऑर्डर मिले। सेना के अनुसंधान विभाग डीआरडीओ ने उन सैनिकों के लिए कपड़े बनाने को कहा है, जिनकी तैनाती करगिल जैसे ऊंचाई वाले मोर्चों पर होती है। उन्हें यूवी किरणों से स्किन की बीमारी का खतरा रहता है। हेकोल सामान्य सर्दी के साथ कोरोना और एच1एन1 जैसे वायरसों पर भी प्रभावी है। जर्मनी के एच1एन1 वायरस इनहिबिशन टेस्टेड एट ब्यूरो वेरिटास ने इसे सर्टिफाइड किया। एनएबीएल, बीटीआरए और नेल्सन लैब्स पहले ही इसे प्रमाणित कर चुकी हैं। हमारे उत्पाद वायरस रोकने के साथ उन्हें खत्म भी करते हैं। नेनो प्रोडक्ट को कपड़े के साथ मिलाने से उसकी लाइफ 6 हजार वॉश तक रहती है। दुनियाभर में ऐसे उत्पाद लगभग 60 से 100 वॉश तक ही चलते हैं। दुनिया का यह पहला प्रोडक्ट है जो यूवी रेज, प्रदूषण व वायरस पर एक साथ काम करता है। 8 साल की उम्र में मां को खो दिया था। इसलिए संघर्ष तो बचपन से ही था। 2007 से 2017 तक मल्टीनेशनल्स के लिए 23 देशों में काम किया। पर इसमें जुनून नहीं था। इसलिए लौट आई। समाज और रिश्तेदारों से अवांछित टिप्पणियां झेलीं। अकेली लड़की बड़े फैसले ले, तो शोर बहुत होता है। कहीं से मदद नहीं मिली, पेटेंट भी खुद के खर्चे पर करवाया। हाल में दुबई में निवेश के लिए पिचिंग की है। तेलंगाना सरकार ने भी हमारे उत्पादों को शोकेस किया है। कंपनी की वैल्यू 100 करोड़ रु. आंकी गई है। उम्मीद है, जल्द खासा निवेश जुटा लेंगे।’ -दीप्ति खबरें और भी हैं... दुबई में डिजिटल पहल: सरकारी कामकाज हुआ पेपरलेस, 33.6 करोड़ पेपरशीट और 2700 करोड़ बचेंगे; 14 लाख मानव श्रम घंटे भी बचेंगे विदेश विश्व असमानता रिपोर्ट 2022: दुनिया की पूरी दौलत अगर सभी में बराबर बंटती तो हर व्यक्ति के पास कम से कम 62 लाख होते विदेश लॉकडाउन के खिलाफ आक्रोश, दबाव में सरकार: ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना की सड़कों पर 44 हजार लोगों का प्रदर्शन, सरकार ने देश में लाॅकडाउन हटाने का किया ऐलान विदेश इमरान सरकार आलोचना में घिरी: तहरीक-ए-तालिबान ने एकतरफा खत्म किया सीज फायर, पाकिस्तान में फिर लौट सकता है आतंक का दौर विदेश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/gold-etf-people-invested-rs-683-crore-in-gold-etf-in-november-more-than-double-as-compared-to-october-129203276.html,"डिजिटल गोल्ड में निवेश: नवंबर में गोल्ड ETF में लोगों ने लगाए 683 करोड़ रुपए, अक्टूबर के मुकाबले ये दोगुने से भी ज्यादा","डिजिटल गोल्ड में निवेश:नवंबर में गोल्ड ETF में लोगों ने लगाए 683 करोड़ रुपए, अक्टूबर के मुकाबले ये दोगुने से भी ज्यादा नई दिल्ली निवेशकों ने गोल्ड ETF का चलन बढ़ रहा है। इसी का नतीजा है कि नवंबर में गोल्ड ETF 683 करोड़ रुपए का निवेश आया है। जो अक्टूबर के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा है। अक्टूबर में इसमें 304 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इन दिनों अगर आप भी सोने में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो आप भी गोल्ड ETF में निवेश कर सकते हैं। सबसे पहले समझें गोल्ड ETF क्या है ? यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने के गिरते-चढ़ते भावों पर आधारित होता है। यह गोल्ड में इन्वेस्टमेंट के साथ स्टॉक में इन्वेस्टमेंट की फ्लेक्सिबिलिटी देता है। गोल्ड ETF की खरीद-बिक्री शेयर की ही तरह BSE और NSE पर की जा सकती है। हालांकि इसमें आपको सोना नहीं मिलता। आप जब इससे निकलना चाहें तब आपको उस समय के सोने के भाव के बराबर पैसा मिल जाएगा। इस पर कितना टैक्स देना होगा? डिजिटल गोल्ड खरीदने (निवेश) पर भी सोने की तरह ही 3% GST देना होता है। वहीं इसे बेचने पर लगने वाला टैक्स भी फिजीकल गोल्ड (सोना) की तरह ही होता है। अगर आपने सोना खरीदने के 3 साल के अंदर बेचा है तो इसे शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन माना जाता है। इस बिक्री से होने वाले फायदे पर आपके इनकम टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है। वहीं अगर सोने को 3 साल के बाद बेचा है तो इसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन माना जाता है। इस पर 20.8% टैक्स देना होता है। इसमें कैसे कर सकते हैं निवेश? गोल्ड ETF खरीदने के लिए आपको अपने ब्रोकर के माध्यम से डीमैट अकाउंट खोलना होता है। इसमें NSE पर उपलब्ध गोल्ड ETF के यूनिट आप खरीद सकते हैं और उसके बराबर की राशि आपके डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक अकाउंट से कट जाएगी। आपके डीमैट अकाउंट में ऑर्डर लगाने के दो दिन बाद गोल्ड ETF आपके अकाउंट में डिपॉजिट हो जाते हैं। ट्रेडिंग खाते के जरिए ही गोल्ड ETF को बेचा जाता है। आने वाले 1 साल में 55 हजार तक जा सकता है सोना पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व सीईओ पंकज मठपाल कहते हैं कि बढ़ती महंगाई और कई देशों में फिर से बढ़ते कोरोना के मामलों के कारण आने वाले समय में सोने को सपोर्ट मिलेगा। इससे आने वाले एक साल में सोना फिर 55 हजार तक जा सकता है। इसीलिए अगर आप अभी सोने में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो अभी निवेश कर सकते हैं। खबरें और भी हैं... मोबाइल चलाने वाले ध्यान दें: आपकी ID पर कितने सिम एक्टिवेट, 30 सेकेंड में पता करें; जो नंबर आपका नहीं उसकी शिकायत भी कर पाएंगे टेक & ऑटो खास ऑफर: SBI टॉप-अप होम लोन की ब्याज दर पर दे रहा छूट, प्रोसेसिंस फीस भी नहीं देनी होगी बिजनेस 90 दिन में अपडेट होती है तस्वीर: आधार कार्ड में फोटो कैसे बदल सकते हैं, यहां पर जानिए बिजनेस आपके फायदे की बात: PPF और RD में निवेश करके आसानी से तैयार कर सकते हैं बड़ा फंड, यहां जानें कहां निवेश करना रहेगा सही बिजनेस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/narendra-modi-to-address-bank-deposit-insurance-programme-latest-news-today-udpates-129202761.html,"बैंक डूबने पर भी महफूज रहेगा आपका पैसा: PM मोदी बोले- पहले बैंक में जमा 1 लाख रु. ही सुरक्षित था, हमने इसे बढ़ाकर 5 लाख किया","बैंक डूबने पर भी महफूज रहेगा आपका पैसा:PM मोदी बोले- पहले बैंक में जमा 1 लाख रु. ही सुरक्षित था, हमने इसे बढ़ाकर 5 लाख किया नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'डिपॉजिटर्स फर्स्ट : गारंटी टाइम बाउंड डिपॉजिट इंश्योरेंस पेमेंट अप टू 5 लाख रुपए' प्रोग्राम को संबोधित किया। इस दौरान PM मोदी ने बताया कि ऐसे डिपॉजिटर्स जिनका पैसा बैंकों में फंस गया था, उन्हें कुल 1300 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। कार्यक्रम में PM मोदी ने डिपॉजिट इंश्योरेंस क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (DICGC) एक्ट के तहत बैंक में जमा पर मिलने वाली 5 लाख रुपए की गारंटी के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री और RBI गवर्नर भी मौजूद रहे। आज भारत समस्याओं को टालता नहीं, उनका समाधान करता है विज्ञान भवन में हुए प्रोग्राम में PM ने कहा कि कोई भी देश समस्याओं का समय पर समाधान करके ही उन्हें विकराल होने से बचा सकता है, लेकिन सालों तक एक प्रवृत्ति रही कि समस्याओं को टाल दो। आज का नया भारत, समस्याओं के समाधान पर जोर लगाता है, आज भारत समस्याओं को टालता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश में बैंक डिपॉजिटर्स के लिए इंश्योरेंस की व्यवस्था 60 के दशक में बनाई गई थी। पहले बैंक में जमा रकम में से सिर्फ 50 हजार रुपए तक की राशि पर ही गारंटी थी। फिर इसे बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया था। यानी अगर बैंक डूबा, तो जमाकर्ताओं को सिर्फ एक लाख रुपए तक ही मिलने का प्रावधान था। ये पैसे भी कब मिलेंगे, इसकी कोई समय सीमा तय नहीं थी। गरीब की चिंता को समझते हुए, मध्यम वर्ग की चिंता को समझते हुए हमने इस राशि को बढ़ाकर फिर 5 लाख रुपए कर दिया। इसके अलावा बैंक डूबने के 90 दिनों के अंदर ये पैसा देना होगा। सब की पहुंच में आया बैंक पहले गरीब आदमी का ऐसा मानना था कि बैंक में खाता तो बड़े लोग खोलते हैं और लोन भी बड़े लोगों को ही मिलता है, लेकिन जनधन योजना और स्ट्रीट वेंडर लोन योजना ने इस धारणा को बदल दिया है। जनधन योजना के तहत खुले करोड़ों बैंक अकाउंट्स में से आधे से अधिक महिलाओं के हैं। इन बैंक अकाउंट्स का महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर असर हुआ है। छोटे बैंकों को बड़े में मर्ज करके उन्हें सशक्त बनाया बीते सालों में अनेक छोटे सरकारी बैंकों को बड़े बैंकों के साथ मर्ज करके, उनकी कैपेसिटी, कैपेबिलिटी और ट्रांसपेरेंसी, हर प्रकार से सशक्त की गई है। जब RBI, को-ऑपरेटिव बैंकों की निगरानी करेगा तो उससे भी इनके प्रति सामान्य जमाकर्ता का भरोसा और बढ़ेगा। देश की समृद्धि में बैंकों की बड़ी भूमिका है। और बैंकों की समृद्धि के लिए जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित होना उतना ही जरूरी है। हमें बैंक बचाने हैं तो Depositors को सुरक्षा देनी ही होगी। अब 24 घंटे हो रहे लेन-देन आज भारत का सामान्य नागरिक कभी भी, कहीं भी, सातों दिन, 24 घंटे, छोटे से छोटा लेनदेन भी डिजिटली कर पा रहा है। कुछ साल पहले तक इस बारे में सोचना तो दूर, भारत के सामर्थ्य पर अविश्वास करने वाले लोग इसका मजाक उड़ाते फिरते थे। हमारे यहां समस्या सिर्फ बैंक अकाउंट की ही नहीं थी, बल्कि दूर-सुदूर तक गांवों में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने की भी थी। आज देश के करीब-करीब हर गांव में 5 किलोमीटर के दायरे में बैंक ब्रांच या बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट की सुविधा पहुंच चुकी है। बजट-2021 में बैंक कवर बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया गया था DICGC एक्ट में इस बदलाव को शामिल किए जाने पर डिपॉजिटर को बड़ी आसानी होगी, क्योंकि उन्हें तय समय में अपना 5 लाख रुपए तक का डिपॉजिट वापस मिल जाएगा। बैंक के फेल होने की सूरत में DICGC के कवर के हिसाब से डिपॉजिटर को उनका पैसा तय समय के भीतर आसानी से मिल जाएगा। बजट में ऐलान किया था कि बैंकों में जमा 5 लाख रुपए की रकम अब DICGC एक्ट के तहत सिक्योर्ड रहेगी। खबरें और भी हैं... एक्शन का रिएक्शन: जूम कॉल पर 900 कर्मचारियों की नौकरी छीनने वाले CEO छुट्टी पर, असेसमेंट करने में जुटी कंपनी बिजनेस टेलिकॉम सर्विस: इस साल एयरटेल के खिलाफ मिलीं सबसे ज्यादा शिकायत, वोडा-आइडिया दूसरे नंबर पर बिजनेस मोबाइल चलाने वाले ध्यान दें: आपकी ID पर कितने सिम एक्टिवेट, 30 सेकेंड में पता करें; जो नंबर आपका नहीं उसकी शिकायत भी कर पाएंगे टेक & ऑटो भास्कर अपडेट्स: PM मोदी के दौरे से पहले लखनऊ के कमिश्नर कोरोना संक्रमित, संपर्क में आए लोगों की भी जांच शुरू देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/new-year-celebration-advance-booking-for-tourist-destinations-increased-by-4-times-domestic-tourism-was-not-affected-due-to-the-closure-of-international-flights-129202884.html,"नया साल सेलिब्रेशन: पर्यटन स्थलों के लिए एडवांस बुकिंग 4 गुना बढ़ी, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद होने से घरेलू पर्यटन पर असर नहीं","नया साल सेलिब्रेशन:पर्यटन स्थलों के लिए एडवांस बुकिंग 4 गुना बढ़ी, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद होने से घरेलू पर्यटन पर असर नहीं नई दिल्ली क्रिसमस से शुरू होकर नए साल तक चलने वाले फेस्टिव सीजन के चलते घरेलू पर्यटन उद्योग में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। ज्यादातर प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के लिए एडवांस बुकिंग में 400% की बढ़ोतरी दिख रही है। दरअसल, कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के आने से टूरिज्म सेक्टर, टूर-ट्रैवल्स और इवेंट मैनेजमेंट इंडस्ट्री में चिंता थी। इंटरनेशनल उड़ानों पर 31 जनवरी तक रोक बढ़ने से इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) निराश है लेकिन इन कठिनाइयों के बीच घरेलू पर्यटन उद्योग पटरी पर लौट रहा है। एडवांस बुकिंग में चार गुना तक की बढ़ोतरी दिसंबर में डोमेस्टिक एयर फेयर में 30% और इंटरनेशनल एयरफेयर में 50% तक बढ़ोतरी के बावजूद क्रिसमस और न्यू ईयर के जश्न के लिए एडवांस बुकिंग में चार गुना तक वृद्धि दिख रही है। ईजमायट्रिप के को-फाउंडर रिकांत पित्ती ने बताया, पिछले साल के मुकाबले इस बार नवंबर-दिसंबर में प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन की बुकिंग 100% तक ज्यादा है। गुलमर्ग के होटल पूरी तरह बुक गुलमर्ग, गोवा, उदयपुर, जयपुर, मसूरी, शिमला, नैनीताल, कॉर्बेट, ऋषिकेश और पोर्ट ब्लेयर के लिए बुकिंग में तेजी है। राजा-राणी ट्रैवल्स के चेयरमैन अभिजीत पाटिल बताते हैं कि गुलमर्ग के होटल पूरी तरह बुक हैं। अब टूरिस्ट पहलगाम का रुख कर रहे हैं और वहां भी 80% बुकिंग हो गई है। लगभग 60% हाउसबोट भी बुक हैं। जम्मू-कश्मीर में फैमिली टूरिस्ट्स का ट्रैफिक ज्यादा रहता है। कश्मीर और हिमाचल का रुख सबसे ज्यादा इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स महाराष्ट्र के चेयरमैन जितेंद्र केजरीवाल ने कहा, डोमेस्टिक मार्केट में कोरोना का पहले जैसा डर नहीं है, इसलिए टूरिज्म में तेजी का माहौल है। जेम ट्रैवल्स के वीरेन वोरा ने बताया, दक्षिण अफ्रीका के लिए हमारे यहां से अच्छी बुकिंग शुरू हुई थी। दिवाली के दौरान 60-60 लोगों के दो ग्रुप अफ्रीका गए भी थे। मगर नए वैरिएंट और प्रतिबंध के चलते दिसंबर-जनवरी-फरवरी की इंटरनेशनल बुकिंग कैंसिल करनी पड़ी है। हालांकि घरेलू बुकिंग जारी है। महाराष्ट्र से कुल होने वाली बुकिंग में से 40% जम्मू-कश्मीर के लिए हो रही है। 60% हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जाना चाहते हैं। देश की जीडीपी में टूरिज्म सेक्टर का योगदान 5% और रोजगार सृजन में 12% से अधिक है। खबरें और भी हैं... मोबाइल चलाने वाले ध्यान दें: आपकी ID पर कितने सिम एक्टिवेट, 30 सेकेंड में पता करें; जो नंबर आपका नहीं उसकी शिकायत भी कर पाएंगे टेक & ऑटो खास ऑफर: SBI टॉप-अप होम लोन की ब्याज दर पर दे रहा छूट, प्रोसेसिंस फीस भी नहीं देनी होगी बिजनेस सरकार के निर्देश: आपके नाम पर रजिस्टर्ड हैं 6 से ज्यादा सिम, तो वैरिफिकेशन न करने पर बंद हो सकता है नंबर बिजनेस आपके फायदे की बात: PPF और RD में निवेश करके आसानी से तैयार कर सकते हैं बड़ा फंड, यहां जानें कहां निवेश करना रहेगा सही बिजनेस",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/pm-modi-twitter-account-compromised-shared-scam-link-for-bitcoin-129202684.html,देर रात PM मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक हुआ: हैकर्स ने बिटकॉइन लीगल करने का ट्वीट किया; ट्विटर ने शुरू की जांच,"देर रात PM मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक हुआ:हैकर्स ने बिटकॉइन लीगल करने का ट्वीट किया; ट्विटर ने शुरू की जांच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट शनिवार देर रात कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया। उनके अकाउंट से बिटकॉइन को लीगल करने का ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में एक लिंक भी शेयर किया गया, जिस पर जाकर लोगों को फ्री बिटकॉइन क्लेम करने को कहा गया। PM का अकाउंट हैक होने की खबर मिलते ही ट्विटर में भी खलबली मच गई। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट के प्रवक्ता ने बताया कि हम 24X7 पीएम ऑफिस से बातचीत कर रहे हैं। हैकिंग की जानकारी मिलते ही हमारी टीम ने कॉम्प्रोमाइज्ड अकाउंट को सिक्योर करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए। हमारी जांच में पता चला है कि इस समय किसी और अकाउंट के हैक होने का कोई संकेत नहीं है। PMO ने दी हैकिंग की जानकारी पीएम मोदी के ट्वीट को देखते ही ट्विटर पर कई लोगों ने आशंका जताई कि प्रधानमंत्री का अकाउंट हैक हो गया है। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी कि पीएम का अकाउंट कुछ समय के लिए कॉम्प्रोमाइज हो गया था। PMO ने कहा कि इस दौरान पीएम अकाउंट से किए गए ट्वीट को इग्नोर करें। बिटकॉइन को लीगल करने का ट्वीट किया ट्विटर पर रात 2.14 बजे पीएम मोदी के अकाउंट से एक ट्वीट किया गया जिसमें लिखा था- 'भारत ने आखिरकार बिटकॉइन को लीगल टेंडर के रूप में स्वीकार कर लिया है। सरकार ने आधिकारिक रूप से 500 बिटकॉइन खरीदे हैं और उन्हें देश के सभी नागरिकों को बांटा जा रहा है।' इस ट्वीट के साथ एक स्कैम लिंक भी शेयर किया गया था। इससे पहले कि प्रधानमंत्री कार्यालय इस ट्वीट को डिलीट कर पाता, लोगों ने इसका स्क्रीनशॉट ले लिया, जो ट्विटर पर लगातार शेयर किया जा रहा है। ट्विटर पर #Hackers, #Bitcoin और #NarendraModi ट्रेंड कर रहे हैं। इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष ने ट्वीट कर पूछा- सब चंगा सी? तहसीन पूनावाला ने भी शेयर किया ट्वीट सितंबर 2020 में भी हैक हुआ था पीएम की पर्सनल वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट पहली बार हैक नहीं हुआ है। इससे पहले सितंबर 2020 में उनकी पर्सनल वेबसाइट से जुड़ा ट्विटर अकाउंट हैक हुआ था। हैकर्स ने ट्वीट करके PM केयर्स फंड में बिटकॉइन डोनेट करने को कहा था। हैकर्स ने ट्वीट करके लिखा था कि यह अकाउंट 'जॉन विक' ने हैक किया है। खबरें और भी हैं...",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/operation-devi-shakti-india-evacuated-110-people-from-afghanistan-kabul-129197929.html,"ऑपरेशन देवी शक्ति: अफगानिस्तान से 110 लोग भारत पहुंचे, इनमें अफगानिस्तान के सिख और हिंदू नागरिक भी शामिल","ऑपरेशन देवी शक्ति:अफगानिस्तान से 110 लोग भारत पहुंचे, इनमें अफगानिस्तान के सिख और हिंदू नागरिक भी शामिल नई दिल्ली/काबुल भारत सरकार ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत 110 लोगों को हिंसाग्रस्त अफगानिस्तान से नई दिल्ली ले आई है। शुक्रवार को एक स्पेशल फ्लाइट इन लोगों को लेकर काबुल से रवाना हुई और दोपहर को इसने दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड किया। भारत लाए गए लोगों में कुछ अफगान नागरिक भी हैं, ये सिख और हिंदू धर्म के अनुयायी हैं। ये लोग अपने साहब पवित्र गुरू ग्रंथ साहिब और हिंदू धर्म ग्रंथ जैसे रामायण-भगवद गीता भी लाए हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर इन्हें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रिसीव किया। कुछ भारतीय अफगानिस्तान में फंसे थे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद कुछ भारतीय वहां फंस गए थे। इन्हें निकालने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही थी। शुक्रवार को इन्हें यहां लाया गया। वापस लाए गए लोगों में कुछ अफगान नागरिक भी शामिल हैं, हालांकि सरकार ने इनके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं। इंडिया वर्ल्ड फोरम ने भी इस बारे में जानकारी दी है। शुक्रवार को काबुल एयरपोर्ट पर गुरू ग्रंथ साहिब को सिर पर रखे एक सिख धर्मावलंबी। पवित्र ग्रंथ भी लाए गए सिख धर्मावलंबी अपने साथ अफगानिस्तान के गुरुद्वारों से तीन गुरू ग्रंथ साहिब भी लाए हैं। काबुल के 5वीं सदी में बने मंदिर से रामायण, महाभारत और भगवद गीता जैसे हिंदू धर्म ग्रंथ भी लाए गए हैं। इंडिया वर्ल्ड फोरम के मुताबिक, दिल्ली आए अफगान नागरिकों को सोबती फाउंडेशन में ठहराया जाएगा। अफगान नागरिकों में उस महरम अली का परिवार भी शामिल है, जिसने काबुल के गुरुद्वारा गुरू हर राय पर आतंकी हमले के दौरान शहादत दी थी। गुरू ग्रंथ साहिब को गुरुद्वारा गुरू अर्जन देव जी, महावीर नगर में जबकि हिंदू धर्म ग्रंथों को फरीदाबाद के असमाई मंदिर में स्थापित किया जाएगा। सरकार ने क्या कहा पिछले हफ्ते सरकार ने लोकसभा में कहा था कि अगस्त से अब तक 565 लोगों को अफगानिस्तान से भारत लाया जा चुका है। कांग्रेस सांसद हिबी एडन के एक सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधर ने कहा था- हम अफगानिस्तान में फंसे तमाम भारतीयों के संपर्क में हैं। हालांकि, सरकार ने यह साफ नहीं किया था कि जिन लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है, उनमें कितने अफगान नागरिक हैं। खबरें और भी हैं... जनरल को आखिरी सैल्यूट: विवाह वेदी से चिता तक संग; जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को उनकी दो बेटियों ने एक ही चिता पर मुखाग्नि दी देश भास्कर अपडेट्स: PM मोदी के दौरे से पहले लखनऊ के कमिश्नर कोरोना संक्रमित, संपर्क में आए लोगों की भी जांच शुरू देश पंजाब में अवैध रेत माइनिंग पर गरमाई सियासत: सूचना देने वाले को सरकार देगी 25 हजार; AAP बोली- एक्शन लें तो हम CM चन्नी को देंगे इनाम चंडीगढ़ बेअदबी केस में SIT की कार्रवाई: डेरे के वाइस चेयरमैन से साढ़े 4 घंटे की पूछताछ; 125 सवाल थे, 75 के ही जवाब दिए; विपासना नहीं मिली चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/singapore-coronavirus-omicron-variant-cases-update-germany-returnees-test-positive-129197418.html,"नए कोरोना वैरिएंट ने किया हैरान: सिंगापुर में बूस्टर डोज लगवा चुके दो लोगों के सैंपल में भी मिला ओमिक्रॉन, इनमें से एक जर्मनी से लौटा था","नए कोरोना वैरिएंट ने किया हैरान:सिंगापुर में बूस्टर डोज लगवा चुके दो लोगों के सैंपल में भी मिला ओमिक्रॉन, इनमें से एक जर्मनी से लौटा था सिंगापुर कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के सामने कोविड वैक्सीन प्रभावी होगी या नहीं, इसे लेकर अभी रिसर्च जारी है, वहीं दूसरी तरफ सिंगापुर के दो लोगों में मिले इस वैरिएंट ने वैक्सीन की दोनों डोज ही नहीं बल्कि बूस्टर डोज को भी फेल साबित कर दिया है। सिंगापुर में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मिले दोनों लोगों को कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज लग चुका है। इसके बावजूद इनके ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के चलते अब बूस्टर डोज के भी वायरस के खिलाफ सुरक्षा देने की क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं। एक मामला लोकल, एक जर्मनी से आया सिंगापुर में मिला ओमिक्रॉन का पहला मामला 24 वर्षीय महिला का है, जो एयरपोर्ट पर पैसेंजर सर्विस में काम करती है। यह महिला शुरुआती जांच में ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाई गई है। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि यह शहर में ओमिक्रॉन का पहला लोकल मामला है। दूसरा मामला विदेशी संक्रमण का है। इसमें संक्रमित मिला शख्स 6 दिसंबर को जर्मनी से लौटा था और माना जा रहा है कि वह जर्मनी में ही ओमिक्रॉन की चपेट में आया होगा। इसे भी बूस्टर डोज लग चुका था। देश में और मामले मिलने की आशंका सिंगापुर के मंत्रालय के मुताबिक, दोनों ही संक्रमित नेशनल सेंटर फॉर इन्फेक्शस डिजीज में रिकवर हो रहे हैं। उनके सभी कॉन्टैक्ट्स को 10 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा। मंत्रालय का कहना है- ओमिक्रॉन वायरस के फैलने की रफ्तार को देखते हुए हम मानकर चल रहे हैं कि देश के बॉर्डर पर और हमारी कम्युनिटी के बीच ओमिक्रॉन से जुडे़ कई अन्य मामले भी मिल सकते हैं। वैक्सीन निर्माताओं के दावों पर उठे सवाल हालांकि वैक्सीन निर्माता फाइजर-बायोएनटेक ने इस हफ्ते की शुरुआत में वैक्सीन की तीसरी डोज यानी बूस्टर डोज से ओमिक्रॉन वैरिएंट के खत्म हो जाने का दावा किया था। कंपनी ने ये दावा ओमिक्रॉन वैरिएंट पर वैक्सीन के प्रभाव को लेकर चल रही रिसर्च के शुरुआती लैब रिजल्ट के आधार पर किया था, लेकिन सिंगापुर में मिले मामलों ने इन दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 57 देशों में फैला ओमिक्रॉन दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का पहला केस 24 नवंबर को सामने आया था। इसके बाद यह 8 दिसंबर तक 57 देशों में पहुंच चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी वीकली रिपोर्ट में बताया है कि करीब दो हफ्तों में ही नया स्ट्रेन 57 देशों में पहुंच चुका है। अधिकतर केस उन लोगों में मिले हैं, जो विदेशों से लौटे हैं। खबरें और भी हैं... भास्कर एक्सप्लेनर: यूरोप में कोरोना केस मिलने के रिकॉर्ड टूटे, दक्षिण अफ्रीका में चौथी लहर की आशंका; क्या भारत में भी बढ़ेंगे मामले? एक्सप्लेनर भास्कर एक्सप्लेनर: साउथ अफ्रीका में ओमिक्रॉन आने के बाद बच्चों में संक्रमण बढ़ा, जानिए हमारे बच्चों को कितना खतरा? एक्सप्लेनर भास्कर एक्सप्लेनर: ओमिक्रॉन क्यों है ‘सुपर माइल्ड’ वैरिएंट? युवाओं को कर रहा सबसे अधिक टारगेट, क्या है सबसे बड़ा खतरा? एक्सप्लेनर ओमिक्रॉन का महाराष्ट्र पर बड़ा खतरा: विदेश से ठाणे लौटे 100 से ज्‍यादा लोग लापता, लगभग सभी के फोन बंद; कइयों के गलत पते मिले ओमिक्रॉन A to Z",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/tamil-nadu-helicopter-crash-iaf-pilot-prithvi-singh-chauhan-funeral-in-up-agra-129200685.html,"विंग कमांडर की विदाई के लिए बनी रोड: UP में पृथ्वी सिंह के घर जाने वाली सड़क 10 साल से जर्जर थी, ढाई घंटे के अंदर बनाई","विंग कमांडर की विदाई के लिए बनी रोड:UP में पृथ्वी सिंह के घर जाने वाली सड़क 10 साल से जर्जर थी, ढाई घंटे के अंदर बनाई आगरा विमान हादसे में जान गंवाने वाले विंग कमांडर पृथ्वी सिंह को आखिरी विदाई देने के लिए ढाई घंटे के अंदर उनके घर जाने वाली सड़क बनाई गई। उत्तर प्रदेश के आगरा में उनका घर है। उनके पड़ोसियों के मुताबिक पिछले 10 साल से सड़क में गड्‌ढे थे, लेकिन शुक्रवार को रातोंरात ढाई घंटे के अंदर सड़क बना दी गई। विंग कमांडर के पड़ोसी विजय कुमार ने बताया कि एक दशक बाद सड़क सुधारी गई है। अभी भी रोड का काम पूरा नहीं हुआ है। गली की सड़क को दुरुस्त कर दिया गया है। अब इसके आगे सीमेंटेड रोड बनाई जाएगी। पंचतत्व में विलीन हुआ पार्थिव शरीर विंग कमांडर का अंतिम संस्कार शनिवार को किया गया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। उनके 9साल के बेटे अविराज ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस मौके पर हजारों लोग मौजूद रहे। उनकी अंतिम यात्रा सरन नगर से ताजगंज तक निकाली गई। नगर निगम की ओर से चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाए गए। देशभक्ति के गीतों के साथ उन्हें लोगों ने नमन किया। शहीद पृथ्वी के बेटे अविराज ने जब पिता की कैप पहनी तो लोग भावुक हो गए। विंग कमांडर के अंतिम संस्कार से पहले उनकी अंतिम यात्रा राजकीय सम्मान के साथ शहर में निकाली गई। अंतिम विदाई के दौरान शोक मनाते विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के परिवार वाले। खबरें और भी हैं... UP के मंच से जनरल रावत को श्रद्धांजलि: PM मोदी ने कहा- वे जहां होंगे, वहां से देश को आगे बढ़ते देखेंगे देश फिल्ममेकर अली अकबर हिंदू बने: CDS रावत की मौत पर खुशी मनाने वालों से नाराज होकर किया फैसला, पत्नी ने भी धर्म बदला बॉलीवुड CDS रावत अब गंगा की गोद में: बेटियों ने माता-पिता को अंतिम विदाई दी, हरिद्वार जाकर विसर्जित कीं अस्थियां देश बिपिन रावत को सिद्धू की श्रद्धांजलि: वीडियो जारी कर कहा- सदा जीवित रहेंगे देश के पहले CDS; फॉलोअर्स बोले- देर आए, दुरुस्त आए चंडीगढ़",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/iaf-pilot-prithvi-singh-chauhan-last-rites-son-and-daughter-pay-tribute-to-father-129200799.html,"शहीद की भावुक कर देने वाली विदाई: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के बेटे ने पिता की पार्थिव देह पर रखी कैप पहन ली, फिर मां ने बेटी को पहना दी","शहीद की भावुक कर देने वाली विदाई:विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के बेटे ने पिता की पार्थिव देह पर रखी कैप पहन ली, फिर मां ने बेटी को पहना दी आगरा तमिलनाडु में क्रैश होने वाले हेलिकॉप्टर में सवार विंग कमांडर पृथ्वी सिंह का शनिवार को अंतिम संस्कार हुआ। DNA जांच होने के कारण उनके शव की पहचान होने में काफी समय लगा। उत्तर प्रदेश के आगरा के सरन नगर (दयालबाग) में उनका घर है। विंग कमांडर पृथ्वी सिंह को जब उनके बच्चों ने श्रद्धांजलि दी तो देखने वालों का कलेजा फट गया। पृथ्वी सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचने पर उनके 9 साल के बेटे अविराज ने शव पर रखी उनकी कैप उठाई। अपने सिर पर पहनी और पिता को सैल्यूट किया। इसके बाद अविराज की मां ने ये कैप अपनी 12 साल की बेटी अराध्या को पहना दी। उसने भी सिर पर कैप पहनी, नम आंखों से मां कामिनी सिंह की तरफ देखा और कांपते हाथों से पिता को आखिरी सैल्यूट किया। UP में पृथ्वी सिंह के घर जाने वाली सड़क 10 साल से जर्जर थी, ढाई घंटे के अंदर बनाई 3 बहनों के इकलौते भाई थे पृथ्वी सिंह न्यू आगरा थाना अंतर्गत सरन नगर निवासी सुरेंद्र सिंह के इकलौते बेटे थे पृथ्वी सिंह चौहान। पृथ्वी सिंह की 3 बहनें हैं। वह 42 साल के थे। पृथ्वी ने 6ठी कक्षा में सैनिक स्कूल रीवा में दाखिला लिया। वहीं से वह NDA में सेलेक्ट हो गए। 2000 में उनकी वायुसेना में ज्वाइनिंग हुई थी। वर्तमान में वो कोयंबटूर के पास एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात थे। पृथ्वी की शादी 2007 में वृंदावन निवासी कामिनी से हुई थी। पत्नी कामिनी और बच्चों के साथ विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान। (फाइल फोटो) 8 दिसंबर को कुन्नूर में हुआ हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर की दोपहर करीब 12 बजकर 08 मिनट पर CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। उसमें जनरल रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी थीं। उनके अलावा विमान में सेना के 12 लोग सवार थे। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है। बुधवार दोपहर तक ये खबर आती रही कि हादसे में घायल हुए कुछ लोगों को गंभीर हालत में वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। जहां से करीब साढ़े पांच घंटे तक खबर आती रही कि जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत कुछ अफसर बुरी तरह घायल हुए हैं, लेकिन फिर बारी-बारी से मौत की खबर आने लगी। कुन्नूर में हुए हादसे में इनकी मौत सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे। इन सभी का निधन हो गया है। खबरें और भी हैं... फिल्ममेकर अली अकबर हिंदू बने: CDS रावत की मौत पर खुशी मनाने वालों से नाराज होकर किया फैसला, पत्नी ने भी धर्म बदला बॉलीवुड विंग कमांडर की विदाई के लिए बनी रोड: UP में पृथ्वी सिंह के घर जाने वाली सड़क 10 साल से जर्जर थी, ढाई घंटे के अंदर बनाई देश UP के मंच से जनरल रावत को श्रद्धांजलि: PM मोदी ने कहा- वे जहां होंगे, वहां से देश को आगे बढ़ते देखेंगे देश CDS रावत अब गंगा की गोद में: बेटियों ने माता-पिता को अंतिम विदाई दी, हरिद्वार जाकर विसर्जित कीं अस्थियां देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/women/news/from-being-bullied-for-thinness-to-representing-india-at-miss-universe-2021-this-is-the-story-of-this-glamor-girl-129200512.html,"मिस यूनिवर्स 2021: भारत का नाज बनेंगी हरनाज; खेतों से तय किया रैंप तक का सफर, बचपन में दुबलेपन के लिए बनता था मजाक","मिस यूनिवर्स 2021:भारत का नाज बनेंगी हरनाज; खेतों से तय किया रैंप तक का सफर, बचपन में दुबलेपन के लिए बनता था मजाक नई दिल्ली 70वां मिस यूनिवर्स पेजेंट इस साल 12 दिसंबर को इजराइल में होने जा रहा है। इस साल बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला को मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट को जज करने का मौका मिला है। वो भारत की तरफ से ज्यूरी टीम का हिस्सा होंगी। खास बात यह है कि इस मुकाबले में दुनिया भर की खूबसूरत लड़कियों से टक्कर लेने के लिए भारत से हरनाज संधू शामिल हो रही हैं। हाल ही में चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने 'मिस डीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021' का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी। जानिए, भारत की ग्लैमर गर्ल हरनाज के बारे में कुछ खास बातें.. पेशे से मॉडल हैं हरनाज, कर रही मास्टर्स की पढ़ाई पंजाब के चंडीगढ़ की रहने वाली हरनाज संधू पेशे से एक मॉडल हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की है। चंडीगढ़ से ही ग्रेजुएशन करने के बाद इन दिनों वह मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। महज 21 साल की हरनाज ने मॉडलिंग व कई पेजेंट में हिस्सा लेने और जीत हासिल करने के बावजूद भी पढ़ाई से दूरी नहीं बनाई। साल 2017 में दी थी पहली स्टेज परफॉर्मेंस हरनाज का पूरा परिवार खेती या ब्यूरोक्रेट्स से संबंधित रहा है। साल 2017 में कॉलेज में एक शो के दौरान उन्होंने पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी। उसके बाद यह सफर शुरू हो गया। उन्हें घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग, डांस और घूमने का बेहद शौक है। जब भी फ्री रहती हैं तो अपने इन्हीं शौक को पूरा करती हैं। भविष्य में मौका मिलने पर फिल्मों में भी काम करना चाहती हैं। दुबलेपन के लिए बनाया जाता था हरनाज का मजाक 17 साल की उम्र तक हरनाज काफी इंट्रोवर्ट हुआ करती थीं। स्कूल में पतले शरीर के कारण उनका मजाक भी बनाया जाता था। इस वजह से कुछ समय के लिए वे डिप्रेशन से भी ग्रस्त रहीं। लेकिन फैमिली ने हमेशा उन्हें सपोर्ट किया। वह फूडी हैं पर फिटनेस का भी ख्याल रखती हैं। एक इंटरव्यू के दौरान हरनाज ने बताया था कि वह हर चीज खाती है, जो उन्हें पसंद है। इन सब के बावजूद वर्कआउट करना नहीं भूलतीं। उनका मानना है कि सभी को अपने मन का खाना खाना चाहिए। मगर वर्कआउट करना नहीं छोड़ना चाहिए। इन फिल्मों में आ चुकी हैं नजर हरनाज अपनी पढ़ाई और पेजेंट की तैयारी करने के साथ-साथ कई फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं। उन्होंने ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ जैसी फिल्मों में काम किया है। अपने नाम कर चुकी हैं ये खिताब साल 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़ साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब साल 2021 में मिस यूनिवर्स इंडिया मिस यूनिवर्स को लेकर कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी हरनाज को पूरा यकीन है कि वह भारत के लिए मिस यूनिवर्स की ट्रॉफी जीतकर लाएंगी। उनका कहना है कि वह मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भारत को जिताने के लिए जी-जान लगा देंगी। इससे भारत और इजराइल के बीच संबंध भी मजबूत होंगे। शहनाज को सिर्फ अपने घर या पंजाब का नाज ही नहीं बल्कि पूरे भारत का नाज बनना है। खबरें और भी हैं... 2024 के लिए PK का मास्टर प्लान: प्रशांत किशोर ने बताया भाजपा को हराने का फॉर्मूला, कहा- विपक्ष का मतलब कांग्रेस नहीं, दूसरी पार्टियां भी लीडर तय करें देश UP के मंच से जनरल रावत को श्रद्धांजलि: PM मोदी ने कहा- वे जहां होंगे, वहां से देश को आगे बढ़ते देखेंगे देश भास्कर एक्सप्लेनर: धरती के पास से गुजरने वाले एफिल टावर से बड़े एस्टेरॉयड के बारे में जानिए, क्यों होता है इनसे खतरा? एक्सप्लेनर विंग कमांडर की विदाई के लिए बनी रोड: UP में पृथ्वी सिंह के घर जाने वाली सड़क 10 साल से जर्जर थी, ढाई घंटे के अंदर बनाई देश",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/katrina-kaif-vicky-kaushal-honeymoon-maldives-129200808.html,"हनीमून पर विक्की-कटरीना: जयपुर से दिल्ली होते हुए मालदीव्स पहुंचा नवविवाहित कपल, 14 दिसंबर को मुंबई लौट आएंगे","हनीमून पर विक्की-कटरीना:जयपुर से दिल्ली होते हुए मालदीव्स पहुंचा नवविवाहित कपल, 14 दिसंबर को मुंबई लौट आएंगे नवविवाहित सेलिब्रेटी कपल विक्की कौशल-कटरीना कैफ अपनी शादी के बाद 10 दिसंबर की सुबह चॉपर से सवाई माधोपुर से जयपुर के लिए निकले थे। लेकिन, कपल को जयपुर के बाद कहीं स्पॉट नहीं किया गया है। अब खबर आई है कि विक्की कौशल और कटरीना कैफ अपना हनीमून मनाने के लिए मालदीव्स में हैं। यह कपल शादी के बाद सवाई माधोपुर से पहले जयपुर और फिर वहां से दिल्ली पहुंचा था। दोनों दिल्ली इसलिए गए थे ताकि उन्हें कोई एयरपोर्ट पर स्पॉट न कर सके। विक्की-कैट 14 दिसंबर तक मालदीव्स में रहेंगे। उसके बाद कटरीना 15 दिसंबर से 'टाइगर-3' की शूटिंग में जुटेंगी। वहीं, विक्की भी 20 दिसंबर से अपनी फिल्म की शूटिंग पर वापस लौट जाएंगे। जयपुर एयरपोर्ट पर स्पॉट हुईं थीं कटरीना। हनीमून के बाद जुहू के अपार्टमेंट में रहेगा कपल बॉलीवुड पैपराजी ने विक्की-कैट के नए घर का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि, 'हनीमून से लौटने के बाद मुंबई के जुहू स्थित इस नए अपार्टमेंट में रहेंगे विक्की-कटरीना।' मुंबई में चल रही है ग्रैंड रिसेप्शन की तैयारी सेलिब्रेटि कपल हनीमून से लौटने के बाद काम शुरू करने से पहले मुंबई में अपनी शादी का ग्रैंड रिसेप्शन ऑर्गनाइज करने की तैयारी में है। उनकी इवेंट टीम ने रिसेप्शन के लिए मुंबई के बड़े होटल्स में इंक्वायरी की है, जिनमें सहारा स्टार, JW मैरिएट का नाम शामिल हैं। हालांकि रिसेप्शन की परमिशन के लिए अभी तक दोनों की टीम से किसी ने भी BMC ऑफिस में संपर्क नहीं किया है। टल भी सकता है ग्रैंड रिसेप्शन विक्की-कैट ने अपने रिसेप्शन में उन सभी लोगों को इनवाइट किया था जो उनकी शादी में शामिल नहीं हो पाए थे। इनमें बॉलीवुड के सीनियर एक्टर्स, कैट और विक्की के दोस्तों सहित उनके को-स्टार्स भी शामिल हो सकते हैं। लेकिन उनका रिसेप्शन टल भी सकता है। दरअसल, मुंबई में 2.1 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले एशिया के सबसे बड़े स्लम धारावी में ओमिक्रॉन का मामला सामने आया है। बीएमसी सूत्रों के मुताबिक, तंजानिया से लौटे व्यक्ति को ओमिक्रॉन वैरिएंट पॉजिटिव पाया गया है। हालांकि उसे सेवन हिल्स हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह व्यक्ति एसिम्प्टोमैटिक है और उसने वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लगवाया था। लेकिन मुंबई में इसके चलते धारा 144 लगा दी गई है। इसके चलते कपल अपने रिसेप्शन को टाल सकता है। खबरें और भी हैं... लोग मर रहे थे, दवा कंपनियां साजिश रच रही थीं: नेताओं की लॉबिंग पर 3700 करोड़ खर्च किए, जान से खेलती रही हैं 2 वैक्सीन कंपनियां DB ओरिजिनल शहीद की भावुक कर देने वाली विदाई: विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के बेटे ने पिता की पार्थिव देह पर रखी कैप पहन ली, फिर मां ने बेटी को पहना दी देश शहीद की बेटी की जिंदगी बदली: ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी की लिखी किताब 4 दिन में बिक गई, पर सोशल मीडिया पर पोस्ट के लिए ट्रोल हुईं टेक & ऑटो",-1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/most-omicron-infected-in-maharashtra-omicron-variant-found-in-a-3-year-old-girl-in-pimpri-chinchwad-129200249.html,महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमित 1 साल की बच्ची ठीक हुई: मासूम की 3 साल की बहन एसिम्पटोमेटिक; देश में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 33 हुए,"महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमित 1 साल की बच्ची ठीक हुई:मासूम की 3 साल की बहन एसिम्पटोमेटिक; देश में नए वैरिएंट के केस बढ़कर 33 हुए मुंबई महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से पीड़ित 1 साल की बच्ची शनिवार को ठीक होकर घर चली गई। इसकी 3 साल की बहन एसिम्पटोमेटिक है। यानी उसमें लक्षण तो नहीं हैं लेकिन वह संक्रमित है। ये दोनों बच्चियां उसी परिवार से हैं जहां 6 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए थे। 3 साल की बच्ची के बारे में पता चला है कि वह नाइजीरिया से आई ओमिक्रॉन संक्रमित महिला के संपर्क में आई थी। फिलहाल बच्ची की हालत सामान्य है। बच्ची को उसकी मां और परिवार के कुछ और संक्रमित सदस्यों के साथ पिंपरी चिंचवाड़ के जीजामाता हॉस्पिटल के स्पेशल कोविड वार्ड में रखा गया है। इससे पहले इसी परिवार के 6 लोग ओमिक्रॉन संक्रमित हुए थे। जिसमें महिला का भाई और उसकी दो बेटियां शामिल थीं। महिला के संपर्क में आने वाले 22 कोरोना संक्रमित मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग करवाई गई थी। इसकी रिपोर्ट शुक्रवार शाम को सामने आई है। दिल्ली में एक और केस मिला दिल्ली में शनिवार को ओमिक्रॉन का एक नया केस मिला है। इसके साथ ही देश में कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है। इधर, महाराष्ट्र में शुक्रवार को 7 नए लोगों में ओमिक्रॉन संक्रमण मिला। इनमें 3 मुंबई से हैं। वहीं, पुणे से सटे पिंपरी चिंचवाड़ जिले में 4 नए ओमिक्रॉन संक्रमित मिले हैं। महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या 17 हुई देश में सबसे ज्यादा 'ओमिक्रॉन' इन्फेक्टेड मरीज अब महाराष्ट्र में ही हैं। अब राज्य में 'ओमिक्रॉन' संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। अभी भी 30 से ज्यादा संदिग्ध मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट आनी बाकी है। मुंबई में संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए अगले दो दिनों के लिए धारा 144 लगा दी गई है। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में अब तक ओमिक्रॉन से 7 लोग ठीक हो चुके हैं। इन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज करके घर भेज दिया गया है। बाकी लोगों का इलाज जारी है। दो दिनों के लिए मुंबई में धारा 144 मुंबई में 'ओमिक्रॉन' के बढ़ते खतरे को देखते हुए शनिवार और रविवार को पूरे शहर में 144 लगा दी गई है। इस दौरान बड़ी सभाओं, रैलियों और विरोध मार्चों पर प्रतिबंध रहेगा। पुलिस उपायुक्त (संचालन) द्वारा जारी आदेश शनिवार से शुरू होकर सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। मुंबई के धारावी में भी मिला एक मरीज शुक्रवार को मुंबई से मिले तीन नए मरीज तंजानिया, UK और दक्षिण अफ्रीका के नैरोबी से आए थे। ये क्रमशः 48, 25 और 37 वर्ष की आयु के पुरुष हैं। इसे लेकर मुंबई में ओमिक्रॉन रोगियों की संख्या 5 हो गई है। 'ओमिक्रॉन' को लेकर सबसे चिंताजनक बात यह है कि नए संक्रमितों में एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती यानी धारावी का रहने वाला एक शख्स भी शामिल है। 48 वर्षीय यह शख्स के मस्जिद का मौलाना है और तंजानिया से यहां आया था। जानकारी के मुताबिक, इसने वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली थी। नए संक्रमितों में 4 ने ली थी वैक्सीन की दोनों डोज महाराष्ट्र में मिले 7 नए रोगियों में से 4 ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई हैं। एक मरीज को कोरोना वायरस के टीके की एक डोज लग चुकी है, जबकि एक मरीज को टीका नहीं लगा है। नए रोगियों में से 4 को किसी तरह के लक्षण नहीं हैं, जबकि अन्य 3 में केवल हल्के लक्षण नजर आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 1 दिसंबर से अब तक 61,439 अंतरराष्ट्रीय यात्री मुंबई, पुणे और नागपुर हवाई अड्डों से राज्य में पहुंचे हैं। इनमें से 9,678 'जोखिम वाले' देशों से आए थे। खबरें और भी हैं... कोरोना देश-दुनिया में: भारतीय वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता, दो घंटे में ओमिक्रॉन पहचानने वाली किट तैयार की ओमिक्रॉन A to Z ओमिक्रॉन अलर्ट: प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर यात्री कोरोना की तीसरी लहर को गंभीरता से नहीं ले रहे प्रयागराज (इलाहाबाद) नए कोरोना वैरिएंट ने किया हैरान: सिंगापुर में बूस्टर डोज लगवा चुके दो लोगों के सैंपल में भी मिला ओमिक्रॉन, इनमें से एक जर्मनी से लौटा था विदेश मॉर्निंग न्यूज पॉडकास्ट: चिता पर भी जनरल रावत ने निभाया पत्नी का साथ देने का वादा, देश में ओमिक्रॉन के फिर 9 मामले मिलने से चिंता देश",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/pm-modi-congratulates-harnaaz-sandhu-on-being-chosen-as-miss-universe-b421/,प्रधानमंत्री मोदी ने हरनाज संधू को मिस यूनिवर्स चुने जाने पर बधाई दी,"प्रधानमंत्री मोदी ने हरनाज संधू को मिस यूनिवर्स चुने जाने पर बधाई दी By भाषा | Published: December 13, 2021 09:08 PM प्रधानमंत्री मोदी ने हरनाज संधू को मिस यूनिवर्स चुने जाने पर बधाई दी नयी दिल्ली, 13 दिसंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरनाज संधू को मिस यूनिवर्स चुने जाने पर बधाई दी और उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। पंजाब की संधू ने सोमवार को 79 देशों की प्रतिभागियों को पछाड़कर मिस यूनिवर्स 2021 प्रतियोगिता का खिताब जीता और 21 साल बाद यह खिताब भारत के नाम हुआ। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ मोदी ने ट्वीट किया, ''हरनाज संधू को मिस यूनिवर्स बनने पर बधाई। उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।'' संधू से पहले केवल दो भारतीयों ने मिस यूनिवर्स का ताज पहना था। 1994 में अभिनेत्री सुष्मिता सेन और 2000 में लारा दत्ता ने खिताब अपने नाम किया था। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: PM Modi congratulates Harnaaz Sandhu on being chosen as Miss Universe भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे शेअर :",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/pm-modi-seeks-details-on-terrorist-attack-in-kashmir-b421/,प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले पर ब्यौरा मांगा,"प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले पर ब्यौरा मांगा By भाषा | Published: December 13, 2021 09:05 PM प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले पर ब्यौरा मांगा नयी दिल्ली, 13 दिसंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले पर सोमवार को ब्यौरा मांगा और शहीद हुए सुरक्षा कर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। अधिकारियों ने बताया कि संसद हमले की 20वीं बरसी पर सोमवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके में जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस कर्मियों को ले जा रही एक बस पर आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बस पर आज शाम आतंकवादियों ने पंथा चौक के जेवान में हमला किया। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले के संबंध में ब्यौरा मांगा है। उन्होंने हमले में शहीद हुए सुरक्षा कर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं भी प्रकट की। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: PM Modi seeks details on terrorist attack in Kashmir भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे शेअर :",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/cbfc-ceo-ravinder-bhaker-new-head-of-nfdc-films-division-and-cfsi-b421/,"सीबीएफसी के सीईओ रविंदर भाकर एनएफडीसी, फिल्म डिवीजन और सीएफएसआई के नए प्रमुख","सीबीएफसी के सीईओ रविंदर भाकर एनएफडीसी, फिल्म डिवीजन और सीएफएसआई के नए प्रमुख By भाषा | Published: December 13, 2021 09:04 PM सीबीएफसी के सीईओ रविंदर भाकर एनएफडीसी, फिल्म डिवीजन और सीएफएसआई के नए प्रमुख मुंबई, 13 दिसंबर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविंदर भाकर ने सोमवार को राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी), फिल्म डिविजन और भारतीय बाल फिल्म सोसाइटी (सीएफएसआई) का कार्यभार संभाल लिया। पिछले शुक्रवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भाकर को एनएफडीसी का प्रबंध निदेशक (एमडी), फिल्म डिवीजन का महानिदेशक (डीजी) और सीएफएसआई का सीईओ नियुक्त किया था। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार भारतीय रेलवे स्टोर सेवा (आईआरएसएस) के 1999-बैच के अधिकारी भाकर को फिल्म प्रमाणन निकाय के सीईओ के रूप में उनके वर्तमान कर्तव्यों के अलावा ये प्रभार सौंपा गया है। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: CBFC CEO Ravinder Bhaker new head of NFDC, Films Division and CFSI भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे शेअर :",-1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/two-lashkar-terrorists-including-a-foreigner-killed-in-srinagar-b421/,श्रीनगर में एक विदेशी समेत लश्कर के दो आतंकवादी ढेर,"श्रीनगर में एक विदेशी समेत लश्कर के दो आतंकवादी ढेर By भाषा | Published: December 13, 2021 09:00 PM श्रीनगर में एक विदेशी समेत लश्कर के दो आतंकवादी ढेर श्रीनगर, 13 दिसंबर जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के रंग्रेठ इलाके में सोमवार को एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया। इनमें से एक दहशतगर्द विदेशी है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि रंग्रेठ इलाके में आतंकवादियों की गतिविधि को लेकर सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस ने इलाके में ‘नाके’ लगाए। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ उन्होंने बताया, “ ऐसे ही एक नाके पर जहां श्रीनगर पुलिस की छोटी टीम तैनात थी, वहां पर दो संदिग्ध लोगों ने पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध गोलीबारी की। पुलिस ने इसका माकूल जवाब दिया जिसमें दो आतंकवादी मौके पर ही ढेर हो गए।” प्रवक्ता ने बताया कि एक आतंकवादी की पहचान आदिल अहमद वानी के रूप में हुई, जो दारमदूर शोपियां का निवासी था और ""पाकिस्तान से प्रशिक्षित 'ए' श्रेणी का आतंकवादी था।"" उन्होंने बताया, “ मारा गया दूसरा आतंकवादी, विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, विदेशी दहशतगर्द है और इसका पता लगाया जा रहा है। दोनों मृत आतंकवादी प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा’ से संबंधित थे।” प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आतंकवादी कई आतंकी मामलों और नागरिकों पर अत्याचार करने के मामलों में शामिल थे और श्रीनगर शहर में हाल में की गई कई हत्याओं में अहम किरदार निभाया था। उन्होंने बताया, “ पिछले साल मार्च में, वानी ने अपने साथियों के साथ, वारपोरा सोपोर चौकी पर पुलिस पार्टी पर गोलियां चलाईं थी, जिसमें एक पुलिस कर्मी वजाहत असदुल्ला शहीद हो गए थे और एक नागरिक शाबन वागे की मौत हो गई थी।” प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा, मारा गया आतंकवादी पुलिस या सुरक्षा बलों के प्रतिष्ठानों पर ग्रेनेड से कई हमले करने में भी शामिल था। उन्होंने बताया कि इसमें सोपोर बस स्टैंड पर ग्रेनेड से किया गया हमला शामिल है जिसमें 19 नागरिक घायल हुए थे तथा पुलिस पोस्ट बस स्टैंड सोपोर पर भी ग्रेनेड से हमला किया गया था जिसमें दो पुलिस कर्मी जख्मी हुए थे। प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से दो एके राइफल समेत हथियार व गोला-बारूद तथा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि अन्य आतंकी वारदात में उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Two Lashkar terrorists including a foreigner killed in Srinagar भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे शेअर :",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/jammu-kashmir/srinagar-news/news-jammu-and-kashmir-terrorists-open-fire-on-security-forces-in-srinagar-8-soldiers-injured-4-in-critical-condition-news-hindi-1-499583-KKN.html,"जम्मू-कश्मीर : श्रीनगर में आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर की फायरिंग, 8 जवान घायल, 4 की हालत गंभीर","श्रीनगर। जम्मू-कश्मीरके श्रीनगर में सोमवार को एक पुलिस बस पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में कम से कम आठ जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों में से चार की हालत गंभीर है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि आतंकवादियों ने शाम को श्रीनगर के पंथा चौक इलाके में जेकेएपी 9वीं बटालियन की एक पुलिस बस पर गोलीबारी की। एक सूत्र ने कहा, ""शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हमले में आठ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। चार को गंभीर चोटें आई हैं। इलाके में सुरक्षा बलों को भेजा गया है।"" --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/varanasi-news/news-kashi-vishwanath-project-is-a-symbol-of-india-spiritual-soul-pm-modi-news-hindi-1-499578-KKN.html,काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट भारत की आध्यात्मिक आत्मा का प्रतीक : पीएम मोदी,"वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट भारत की आध्यात्मिक आत्मा का प्रतीक है। नवनिर्मित काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ""आज काशी विश्वनाथ के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। काशी विश्वनाथ धाम परिसर सिर्फ एक भव्य इमारत ही नहीं बल्कि भारत की संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। काशी बताती है कि कैसे प्राचीन काल की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं।"" प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी पुरातनता और नवीनता का एक सुंदर संगम है, जो एक साथ जीवंत हो उठता है। उन्होंने कहा कि भारत की पुरातनता, परंपराओं, ऊर्जा और गतिशीलता को प्रदर्शित करते हुए अतीत का गौरव फिर से जीवंत हो रहा है। शास्त्रों का व्यापक रूप से हवाला देते हुए, प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में भी बात की और स्थानीय लोगों के साथ संपर्क स्थापित किया। उन्होंने कहा, ""काशी और गंगा सबकी हैं। आक्रमणकारियों ने इस शहर पर हमला किया, इसे नष्ट करने की कोशिश की। औरंगजेब के अत्याचारों का इतिहास, उसके आतंक ने तलवार से सभ्यता को बदलने की कोशिश की। लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से अलग है। अगर औरंगजेब यहां आ जाए तो शिवाजी खड़े हो जाते हैं। अगर कोई सालार मसूद यहां घूमता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की शक्ति का एहसास कराते हैं।"" उन्होंने कहा कि जब मंदिर पर हमला हुआ था तब अहिल्याबाई होल्कर ने इसके पुनर्निर्माण में मदद की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले मंदिर का क्षेत्रफल महज 3,000 वर्ग फुट था, जो अब करीब 5 लाख वर्ग फुट हो गया है। उन्होंने कहा, ""अब लगभग 50 से 75 हजार श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में ठहराया जा सकता है।"" मोदी ने आगे कहा कि काशी अनंत काल की नगरी है जहां जागृति ही जीवन है और मृत्यु भी उत्सव है। उन्होंने इसे देश की धार्मिक और आध्यात्मिक राजधानी करार दिया। उन्होंने कहा कि नया भारत विकसित हो रहा है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में उनकी सरकार की उपलब्धियों को सूचीबद्ध किया। प्रधानमंत्री ने इस परिसर के निर्माण के लिए काम करने वाले हर मजदूर के प्रति भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने महामारी के दौरान भी काम नहीं रोकने के जज्बे को भी सराहा। प्रधानमंत्री ने लोगों से उनसे तीन वादे करने को कहा। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वच्छता, नवाचार और आत्मनिर्भरता का वादा करना चाहिए। उन्होंने कहा, ""भारत एक नए कल की ओर बढ़ रहा है लेकिन हमें स्वच्छता पर और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। हमें नवाचार पर भी जोर देने की जरूरत है। स्टार्टअप देश का चेहरा बदल रहे हैं और हमें इसे आगे ले जाने की जरूरत है। हमें 'आत्मनिर्भर' पर भी जोर देना होगा, जो देश को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है।"" इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव मौर्य, केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान, महेंद्र पांडे और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह उपस्थित थे। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/jharkhand/ranchi-news/news-if-the-erosion-is-not-stopped-a-large-area-of-sahibganj-city-can-be-absorbed-in-the-ganges-the-team-of-experts-took-stock-of-the-situation-news-hindi-1-499577-KKN.html,"कटाव नहीं रुका तो गंगा में समा सकता है साहिबगंज शहर का बड़ा इलाका, विशेषज्ञों की टीम ने लिया हालात का जायजा","रांची। झारखंड के साहिबगंज में गंगा नदी का कटाव खतरनाक रूप अख्तियार कर रहा है। इसकी वजह से आबादी वाला एक बड़ा इलाका नदी में समा सकता है। पिछले डेढ़-दो महीने से नदी का कटाव हर रोज शहरी इलाके की ओर बढ़ रहा है। इसे लेकर पूरा शहर चिंतित है। लगभग 300 बीघा जमीन को नदी का कटाव लील चुका है। पिछले हफ्ते शहर के चानन इलाके में सीवरेज प्लांट की चहारदीवारी गंगा में समा गयी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि तत्काल प्रभावी कदम नहीं उठे तो करोड़ों की लागत से बना सिवरेज प्लांट ध्वस्त हो सकता है। जिला प्रशासन, नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (एनएमसीजी) और स्थानीय जनप्रतिनिधि कटाव के चलते शहर पर बढ़ते खतरे को लेकर लगातार मंथन कर रहे हैं। रविवार को आईआईटी रुड़की की टीम ने रविवार को साहिबगंज के प्रभावित इलाकों और गंगा के तटीय क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस टीम में आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर जेड अहमद, जुडको के डीजीएम आलोक मंडल, प्रोजेक्ट मैनेजर राधेकांत, विभूति कुमार, अखिलेश नायक आदि थे। मौके पर राजमहल के विधायक अनंत ओझा भी मौजूद थे। मौके का जायजा लेने के बाद आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर जेड अहमद ने बताया कि कटाव की समस्या गंभीर रूप ले रही है। इसे रोकने के लिए नदियों पर काम करने वाली एजेंसियों की निगरानी में कार्ययोजना बनाकर जल्द से जल्द काम शुरू किया जाना चाहिए। जब तक पूरी स्थिति का अध्ययन नहीं कर लिया जाता, कोई भी कदम उठाया जाना नाकाफी होगा। साहिबगंज से लेकर वाराणसी तक गंगा कटाव को रोकने के लिए समन्वित योजना बनाकर काम किया जाना चाहिए। नदी की धारा का स्वरूप बदलने से लिए साहिबगंज शहर के ओझा टोली, धोबी टोला, मलाही टोला, हरिजन टोला, सूर्यदेव घाट और शीतल घाट के किनारे स्थित सैकड़ों मकानों तक पानी पहुंचने की आशंका बढ़ती जा रही है। चाना और कबूतरखोपी में भी समस्या गंभीर है। साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव और राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कटाव प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। स्थानीय लोग बताते हैं कि सात-आठ साल पहले तक उत्तर वाहिनी गंगा सीधे रामपुर दियारा के पश्चिमी मुहाने को छूते हुए साहिबगंज में प्रवेश करती थी, लेकिन बाद में यह मुहाना बंद होने से रामपुर दियारा के पश्चिमी छोर से लेकर मदनशाही तक गोखुर झील का निर्माण हो गया था। इसके बाद रामपुर दियारा का पूर्वी इलाका भी कटाव का शिकार हो गया। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-monitoring-of-state-level-schemes-will-be-done-on-the-same-portal-through-e-work-and-e-map-mobile-app-news-hindi-1-499575-KKN.html,ई-वर्क एवं ई-मैप मोबाईल एप के माध्यम से राज्य स्तरीय योजनाओं की एक ही पोर्टल पर होगी मॉनिटरिंग,"जयपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती अपर्णा अरोडा ने कहा कि ई-वर्क एवं ई-मैप मोबाईल एप के माध्यम से ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की सभी राज्य स्तरीय योजनाओं की मॉनिटरिंग एक ही पोर्टल पर हो सकेगी। श्रीमती अरोड़ा ने सोमवार को यहां इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस एप का निर्माण एन.आई.सी. एवं जर्मन डेवलपमेंट कॉर्पाेरेशन एवं बी.एम.जेड के सहयोग से किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के अंतर्गत प्रदेश के 33 जिले, 352 पंचायत समिति, 11 हजार 326 ग्राम पंचायतें एवं 46 हजार 118 गांवों में 25 से अधिक योजनाएं संचालित है। इन योजनाओं पर 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक बजट का प्रावधान है। राज्य स्तरीय योजनाओं के माध्यम से प्रदेश में 10 लाख से अधिक कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एप की सहायता से निश्चित तौर पर राज्य स्तरीय योजनाओं में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी। प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि ग्रामीण विकास की कार्य योजना बनाने से उसके पूर्ण होने के उपरान्त एसेट रजिस्टर संधारण तक के समस्त कार्यों का एकल प्लेटफॉर्म द्वारा संपादन किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि ई -वर्क एवं ई-मोबाइल एप का उपयोग ग्राम विकास अधिकारी से लेकर शासन स्तर तक के समस्त अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा आमजन को सूचित करने के लिए सूचनाओं को पब्लिक डॉमेन में रखे जाने का प्रावधान किया जा रहा है। ई-वर्क एवं ई-मैप एप को जन सूचना पोर्टल से इंटीग्रेशन किया जावेगा। इस एप एवं पोर्टल का विकास दो चरणों में किया जायेगा। प्रथम चरण का रोल-आउट किया जा चुका है एवं द्वितीय चरण को अप्रेल 2022 तक लागू किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम, मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना, महात्मा गांधी जनभागीदारी विकास योजना, स्व-विवेक जिला विकास योजना, डांग क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, मगरा क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, मेवात क्षेत्रीय विकास योजना, महात्मा गांधी आदर्श ग्राम योजना, मुख्यमंत्री जिला नवाचार निधि योजना, श्री योजना एवं स्मार्ट विलेज सहित 11 राज्य स्तरीय योजनाएं संचालित है। इस अवसर पर ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव डॉ के. के. पाठक, पंचायती राज विभाग के शासन सचिव पी.सी किशन एवं ईजीएस आयुक्त अभिषेक भगोतिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-invest-rajasthan-2022---proposed-investment-proposals-worth-over-rs-74-thousand-312-crore-signed-in-bangalore-news-hindi-1-499574-KKN.html,इन्वेस्ट राजस्थान 2022 - बैंगलोर में 74 हजार 312 करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्तावित निवेश प्रस्तावों पर हुए हस्ताक्षर,"जयपुर। बैंगलोर में आयोजित इन्वेस्टर्स कनेक्ट प्रोग्राम में 74 हजार 312 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किए गये हैं। कुल 19 प्रस्तावित निवेश प्रस्तावों में 4 एमओयू और 15 एलओआई शामिल हैं। इन्वेस्ट राजस्थान समिट की श्रृंखला में देश-विदेश में कार्यक्रम आयोजित कर निवेशकों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। इस कड़ी में सोमवार को बैंगलोर की ताज वेस्ट एंड होटल में रोड़ शो का आयोजन किया गया। जिसमें उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग की अगुवाई वाले प्रतिनिधि मंडल ने निवेशकों के साथ एमओयू और एलओआई किए। साथ ही, निवेशकों को राज्य में 24 - 25 जनवरी को होने वाले इन्वेस्ट राजस्थान समिट में आंमत्रित भी किया। बैंगलोर रोड़ शो में किए गए निवेश प्रस्तावों में न्यू टेक्नोलॉजी पर आधारित उद्योगों रोबोटिक्स, ईवी, टेक्निकल टेक्सटाइल, रिन्यूएबल एनर्जी के साथ ही हॉस्पिटैलिटी, स्वास्थ्य और रियल एस्टेट शामिल हैं। इन प्रस्तावों में जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी द्वारा सिरोही में 1000 मेगावाट का हाइड्रो पंप बेस्ड एनर्जी स्टोरेज प्लांट लगाने का 4 हजार 900 करोड रुपये का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। साथ ही, एडवर्ब टेक्नोलॉजी द्वारा अलवर में स्थित ईएमसी जोन में ऑटोमेशन और रोबोटिक्स संबंधित उत्पाद बनाने की इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव भी प्राप्त हुआ है। वहीं, मैसूर से भी करीब 160 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं से राजस्थान औद्योगिक विकास के नक्शे पर लगातार ऊभर रहा है। उन्होंने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि कर्नाटक में आईटी से जुड़ी महत्वपूर्ण कंपनियां स्थापित है। उनके लिए राजस्थान में निवेश करने का बेहतरीन अवसर है। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना-2019 में आईटी को थ्रस्ट सेक्टर में शामिल कर विशेष लाभ दिए जा रहे हैं। जिससे राज्य में आईटी क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण कंपनियों ने निवेश किया है। जिसमें इन्फोसिस, डोश बैंक, जैनपेक्ट और न्यक्लियस सॉफ्टवेयर महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भविष्य की निवेश जरुरतों को ध्यान में रखते हुए सेक्टर आधारित नीतियां और योजनाएं बनाई जा रहीं हैं। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि उर्जा के क्षेत्र में राजस्थान एक एनर्जी सरप्लस राज्य बन चुका है। जोधपुर के भाड़ला में 14 हजार एकड़ भूमि पर स्थापित विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क है। रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में राज्य में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र को विशेष प्रोत्साहन देने के लिए नई विशेष नीतियां भी जारी कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में भूमि की कोई कमी नहीं हैं। रीको द्वारा 360 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा चुके हैं। साथ ही, ईवी जोन, मेडिकल डिवाइस पार्क, पेट्रोलियम, केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिक्लस, फिनटैक पार्क आदि स्थापित किए जा रहें हैं। सीआईआई के सहयोग से किए गए इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव, रीको ईडी श्रीमती रूक्मणि रियार सीआईआई के कर्नाटक स्टेट काउंसिल चेयरमैन रमेश रामादुरई, वाइस चेयरमैन श्रीमती ज्योति प्रधान, जेएसडब्ल्यू के वाइस प्रेसिडेंट वीरेश देवारमानी, विप्रो के वाइस प्रेसिडेंट प्रसेनजीत लाहिरी सहित राजस्थान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, सीआईआई के पदाधिकारी एवं उद्योग जगत से जुड़े लोग मौजूद रहे।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-proposed-diversion-of-jodhpur-bairi-ganga-and-balsamand-area-into-forest-land-on-the-lines-of-banshipaharpur---acs-dr-subodh-agrawal-news-hindi-1-499572-KKN.html,बंशीपहाड़पुर की तर्ज पर जोधपुर बैरी गंगा और बालसमंद क्षेत्र का वन भूमि में डायवर्जन प्रस्तावित -एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल,"जयपुर । अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम व ऊर्जा डॉ. सुबोध अग्रवाल ने राज्य में लेंड रिकोर्ड, फारेस्ट रिकोर्ड और माइंस डेटा की मेपिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेपिंग होने से खनिज ब्लॉकों के चिन्हीकरण और नीलामी का कार्य और अधिक पारदर्शी व त्वरित हो सकेगा।एसीएस डॉ. अग्रवाल सोमवार को सचिवालय में माइंस विभाग की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि बंशीपहाड़पुर की तर्ज पर जोधपुर बैरी गंगा क्षेत्र और बालसमंद क्षेत्र का वन भूमि में डायवर्जन करवाया जाएगा। इसी तरह से वन भूमि में खनिज क्षेत्रों का चिन्हीकरण और प्लॉट नीलामी के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष में राजस्व वृद्धि के समन्वित प्रयासों की सराहना करते हुए इस विकास दर को बनाए रखने की आवश्यकता प्रतिपादित की।डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मांइस नीलामी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी व कारगर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे नीलामी में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को समुचित जानकारी के साथ ही स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा से अधिक राजस्व प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि इसके लिए उडीसा मॉडल का परीक्षण किया जा रहा है।डॉ. अग्रवाल ने बजट घोषणाओं की क्रियान्विति पर संतोष व्यक्त किया और बताया कि 2021-22 की तीन बजट घोषणाओं में से दो घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं वहीं एक घोषणा प्रगति पर है। उन्होेंने मुख्यमंत्री, खान मंत्री, मुख्यमंत्री निर्देश और जनघोषणाओं की क्रियान्विति प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने केन्द्र सरकार स्तर पर लंबित प्रकरणों और अन्तरविभागीय मुद्दों के निस्तारण के लिए समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए। निदेशक माइंस केबी पण्ड्या ने बताया कि राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज 18370 प्रकरणों में से 17811 प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग के पुनर्गठन का कार्य अंतिम चरण में है।पण्ड्या ने बताया कि माइंस विभाग से संबंधित 5 जनघोषणाओें में से 4 घोषणाएं पूरी की जा चुकी हैं एक जनघोषणा के क्रियान्वयन की कार्यवाही जारी है। उन्होंने बताया कि इस साल माइंस विभाग द्वारा रेकार्ड राजस्व अर्जित किया जाएगा।निदेशक पेट्रोलियम ओम कसेरा ने बताया कि पेट्रोलियम और गैस उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही गत वर्षों की तुलना में अधिक राजस्व अर्जित किया गया है।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/bihar/patna-news/news-bihar-the-bride-and-groom-survived-the-wedding-fire-news-hindi-1-499565-KKN.html,बिहार: शादी में लगी आग से बाल-बाल बचे दूल्हा-दुल्हन,"पटना। पटना में एक शादी समारोह के दौरान लगी आग में दूल्हा-दुल्हन समेत कम से कम 12 लोग बाल-बाल बच गए। यह जानकारी दमकल विभाग के एक अधिकारी ने दी। यह घटना रविवार रात बेली रोड स्थित महाराजा गार्डन के अंदर हुई। अधिकारी ने कहा कि मुख्य रूप से लकड़ी से बने परिसर के अंदर पटाखे फोड़ने के कारण आग लगी थी। अधिकारी ने कहा, ""आग दूल्हा, दुल्हन और उनके रिश्तेदारों के लिए आरक्षित परिसर में लगी। दूल्हे की तरफ से आए लोग पटाखे फोड़ रहे थे, इस दौरान लकड़ी में आग लग गई।"" उन्होंने कहा, ""हमने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह भी जांच कर रहे हैं कि परिसर सुरक्षा उपायों का पालन कर रही है या नहीं। एक प्रावधान है जिसके तहत सुरक्षा उपकरण अग्निशामक, आपातकालीन दरवाजे लगाए जाने चाहिए। हम अभी जांच कर रहे हैं कि मैरिज गार्डन ने नियमों का पालन किया है या नहीं।"" --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-cbse-withdraws-objectionable-paragraph-written-on-women-in-english-exam-news-hindi-1-499561-KKN.html,सीबीएसई ने वापस लिया इंग्लिश परीक्षा में महिलाओं पर लिखा गया आपत्तिजनक पैराग्राफ,"नई दिल्ली। सीबीएसई दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के तहत 11 दिसंबर को अंग्रेजी का टेस्ट आयोजित किया गया था। अंग्रेजी की इस परीक्षा में महिलाओं को लेकर लिखे गए एक पैराग्राफ पर कई संगठनों ने अपनी सख्त आपत्ति दर्ज की है। महिला संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी इसे महिलाओं के लिए आपत्तिजनक तथ्य करार दिया। इस विरोध के बाद अब सोमवार को सीबीएसई ने विवादास्पद पैराग्राफ को परीक्षा से हटाने लेने का फैसला लिया है। इस पैराग्राफ के बदले सभी छात्रों को पूर्ण अंक प्रदान किए जाएंगे। दरअसल सीबीएसई ने अपने एक पैराग्राफ में कुछ इस तरह की बातें लिखीं, जिनसे यह दर्शाया गया कि पत्नी को पति की प्रत्येक आज्ञा का पालन करना चाहिए। इस पैराग्राफ में लिखा गया है कि महिलाओं की स्वतंत्रता ने बच्चों पर अभिभावकों यानी माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया है और महिलाएं बतौर पत्नी अपने पति के तौर-तरीकों को मानते हुए ही एक मां के रूप में सम्मान हासिल कर सकती है। साथ ही इस पैराग्राफ में कहा गया है कि पत्नियां अपने पति की कही गई बातें नहीं मानती, जिसके कारण बच्चे अनुशासनहीन हो रहे हैं, यह सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का एक प्रमुख कारण है। आईआईटी मद्रास की छात्रा रह चुकी लक्ष्मी रामचंद्रन ने कहा कि यह अपमानजनक रूप से निर्थक पैराग्राफ है। 10 वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के पेपर में दिखाई दिया। हम अपने बच्चों को क्या पढ़ा रहे हैं, सीबीएसई को स्पष्टीकरण देना होगा और हमारे बच्चों को इसके लिए उकसाने के लिए माफी मांगनी होगी। सीबीएसई द्वारा प्रश्न पत्र में इस तरह का पैराग्राफ देने का कई लोगों ने विरोध किया है। स्वयं कांग्रेस कि नेता प्रियंका गांधी ने भी इस पर आपत्ति दर्ज करते हुए सीबीएसई बोर्ड के प्रश्न पत्र को सोशल मीडिया पर साझा किया है। सोमवार को सीबीएसई ने अपनी एक भूल का सुधार किया है। सीबीएसई बोर्ड द्वारा आधिकारिक तौर पर इस पैराग्राफ को वापस लेने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही सीबीएसई ने एक आधिकारिक संदेश जारी किया है,दसवीं कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा में प्रश्न पत्र के शामिल एक प्रश्न बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि प्रश्न को छोड़ दिया जाए और इस प्रशन के लिए छात्रों को पूरे अंक दिए जाएं। इससे पहले भी सीबीएसई कि इन परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों को लेकर विवाद हो चुका है, बारहवीं कक्षा की समाजशास्त्र की बोर्ड परीक्षा में छात्रों से गुजरात दंगों को लेकर विवादास्पद प्रश्न पूछा गया था। परीक्षा के उपरांत सीबीएसई ने इस पर खेद जताते हुए भूल स्वीकार की और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी। एमसीक्यू बेस्ड एग्जाम में छात्रों से प्रशन किया गया था कि गुजरात में वर्ष 2002 में हिंसा किस पार्टी की सरकार में हुई। इसके लिए छात्रों के समक्ष चार थे कांग्रेस, बीजेपी, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन। बोर्ड परीक्षा में आए इस प्रश्न के लिए अब सीबीएसई का कहना था कि यह उनके द्वारा जारी किए गए दिशा-निदेशरें का उल्लंघन है। सीबीएसई का कहना है कि प्रश्न पत्र तैयार करने से पहले ही यह तय किया गया था कि प्रश्न केवल संबंधित कक्षा के सिलेबस के आधार पर होंगे। मूल विषयों से हटकर अलग न जाने के दिशा निर्देश जारी किए गए थे। गौरतलब है कि सीबीएसई बोर्ड द्वारा दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए यह पहले चरण की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करवाई गई थी। कोरोना के कारण इस बार बोर्ड परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित करवाई जा रही हैं। पहले चरण की बोर्ड परीक्षाएं ली जा चुकी है। वहीं दूसरे चरण की बोर्ड परीक्षाएं अगले वर्ष मार्च-अप्रैल में ली जाएंगी। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-to-provide-healthy-and-disease-free-life-to-the-people-kejriwal-started-delhi-ki-yogashala-news-hindi-1-499560-KKN.html,लोगों को स्वस्थ और बीमारी मुक्त जीवन प्रदान करने के लिए केजरीवाल ने शुरू की 'दिल्ली की योगशाला',"नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को शहर के लोगों को सुखी, स्वस्थ और बीमारी मुक्त जीवन प्रदान करने के उद्देश्य से योग और ध्यान कार्यक्रम 'दिल्ली की योगशाला' का उद्घाटन किया। उन्होंने कार्यक्रम को लॉन्च करते हुए कहा कि योग और ध्यान के माध्यम से एक सामाजिक सुधार लाने के लिए, दिल्ली सरकार ने लगभग 400 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया है, जो जनवरी 2022 से दिल्लीवासियों को योग का अभ्यास करने में मदद करेंगे। केजरीवाल ने कहा, ""दिल्ली सरकार द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए कि दिल्ली के लोग एक सुखी, स्वस्थ और बीमारी मुक्त जीवन जिएं, यह एक और अनूठा प्रयोग है। योग दुनिया को भारत का उपहार है और इसे दुनिया भर में स्वीकार किया गया है, लेकिन लोगों ने हमारे देश में इसके कई लाभों के बावजूद इसका पालन करना बंद कर दिया है। इस उद्देश्य के लिए लगभग 400 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है, जो जनवरी से 25 या इससे अधिक लोगों के समूह के साथ लगभग 20,000 लोगों को प्रशिक्षित करने का काम शुरू करेंगे।"" रोड रेज के एक सामान्य उदाहरण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ""हमने देखा है कि छोटी-छोटी घटनाओं के कारण लोग कितनी आसानी से सड़क पर अपना आपा खो बैठते हैं। नियमित योग और ध्यान के साथ लोग शांत, खुश और स्वस्थ रहेंगे। हमने हमारे हैप्पीनेस करिकुलम में इसी तरह के परिणाम देखे हैं। परिजनों ने भी हमें बताया है कि इस पाठ्यक्रम की शुरुआत के बाद से उनके बच्चे अधिक जागरूक हो गए हैं।"" इस कार्यक्रम के तहत, दिल्लीवासियों को कम से कम 25 लोगों का एक समूह बनाने और सत्र के लिए एक सामान्य स्थान तय करने की आवश्यकता होगी, जो एक पार्क या सामुदायिक हॉल हो सकता है। सीएम ने कहा, ""दिल्ली सरकार उन्हें मुफ्त में एक शिक्षक मुहैया कराएगी। उन्हें बस हमें एक मिस्ड कॉल देने की जरूरत है।"" केजरीवाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की परिकल्पना इसी साल फरवरी में की गई थी। गांधी जयंती पर, केजरीवाल ने योग और ध्यान को पूरे शहर में एक सामान्य अभ्यास बनाकर एक 'सार्वजनिक आंदोलन' बनाने की घोषणा की थी। 21 जून, 2021 को मनाए गए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, राज्य सरकार ने 'ध्यान और योग विज्ञान' में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी शुरू किया है। सरकार ने कहा है कि लगभग 450 उम्मीदवारों ने पाठ्यक्रम में अपना नामांकन कराया है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-supreme-court-said-on-the-revival-of-vaccine-psu-want-to-know-about-the-policies-of-the-government-news-hindi-1-499557-KKN.html,"वैक्सीन पीएसयू के पुनरुद्धार पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'सरकार की नीतियों के बारे में जानना चाहते हैं'","नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को महामारी के बीच कोविड-19 के टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए वैक्सीन सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों(पीएसयू) के पुनरुद्धार की मांग वाली याचिका पर केंद्र से जवाब मांगा। जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ और ए.एस. बोपन्ना ने कहा: ""हम जानना चाहते हैं कि सरकार की नीति क्या है.."" सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता केंद्र की ओर से पेश हुए और पीठ ने उनकी दलीलों पर ध्यान दिया कि सरकार चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करेगी। मेहता ने अदालत से इस मामले में नोटिस जारी नहीं करने का अनुरोध किया, क्योंकि मामला पॉलिसी डोमेन में है और याचिका पर जवाब दाखिल किया जाएगा। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गोंजाल्विस पेश हुए। पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता इसके बाद तीन सप्ताह के भीतर प्रत्युत्तर दाखिल कर सकते हैं। पीठ ने कहा, ""याचिका पूरी होने के बाद मामले को सूचीबद्ध करें।"" अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी भी केंद्र की ओर से पेश हुईं। याचिका में कहा गया है कि सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में टीके के उत्पादन पर 2010 की जाविद चौधरी रिपोर्ट में परिकल्पना के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को 'पूर्ण स्वायत्तता' दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में उनका पूर्ण पुनरुद्धार और सुचारू कामकाज सुनिश्चित हो सके। शीर्ष अदालत पूर्व आईएएस अमूल्य रत्न नंदा, ऑल इंडिया ड्रग एक्शन नेटवर्क, लो-कॉस्ट स्टैंडर्ड थेरेप्यूटिक्स और मेडिको फ्रेंड सर्कल द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को टीका लगाने के लिए कार्यात्मक स्वायत्तता देने के लिए दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी। याचिका में कहा गया है कि किसी भी सार्वजनिक उपक्रम को किसी भी वैक्सीन के उत्पादन से या सरकारी वैक्सीन खरीद से तब तक बाहर नहीं रखा जाना चाहिए, जब तक कि गुणवत्ता सुनिश्चित नहीं हो जाती। याचिका में 2016 में शीर्ष अदालत के आदेश का भी हवाला दिया गया था, जहां सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को पुनर्जीवित करने के लिए कार्रवाई करने के लिए सहमत हुई थी। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/tamil-nadu/nandivaram-guduvancheri-news/news-rajinikanth-thanks-pm-modi-tn-cm-stalin-for-birthday-wishes-news-hindi-1-499555-KKN.html,"जन्मदिन की शुभकामनाओं के लिए रजनीकांत ने पीएम मोदी, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन को धन्यवाद दिया","चेन्नई। मेगास्टार रजनीकांत ने अपने 72वें जन्मदिन पर बधाई और शुभकामनाएं मिलने के एक दिन बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन की शुभकामना पर प्रतिक्रिया देते हुए रजनीकांत ने कहा, ""मेरे परम आदरणीय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, मेरे जन्मदिन पर आपकी हार्दिक शुभकामनाओं के लिए मैं हृदय से धन्यवाद देता हूं।"" तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन को एक अन्य ट्वीट में, उन्होंने तमिल में लिखा, ""मैं अपने सम्मानित और प्रिय मित्र, माननीय तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को अपना हार्दिक धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे मेरे जन्मदिन पर पूरे दिल से बधाई दी।"" अभिनेता ने एक बयान भी जारी किया जिसमें उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कमल हासन सहित फिल्मी हस्तियों, संगीत निर्देशक इलैयाराजा, निर्देशक भारतीराजा, अभिनेता अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान और सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह सहित खिलाड़ियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ""मैं अपने प्रशंसकों का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं, जो मेरी सलामती के लिए मंदिरों और तमिलनाडु के लोगों के लिए 'पूजा', 'होमम' कर रहे हैं और 'अन्नदानम' चढ़ा रहे हैं।"" --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/andhra-pradesh/hyderabad-news/news-telangana-teenager-arrested-for-triple-murder-news-hindi-1-499539-KKN.html,तिहरे हत्याकांड के आरोप में तेलंगाना का किशोर गिरफ्तार,"हैदराबाद। तेलंगाना के निजामाबाद जिले में पुलिस ने पिछले हफ्ते हुई तिहरे हत्याकांड में 19 वर्षीय एक किशोर को गिरफ्तार किया है। हाल ही में जेल से रिहा हुए गंधम श्रीकांत उर्फ रणमपल्ली मल्लन्ना ने 7 और 8 दिसंबर की रात को डिचपल्ली में एक वर्कशॉप में सो रहे तीन लोगों की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। निजामाबाद के पुलिस आयुक्त कार्तिकेय ने कहा कि तीनों की हथौड़े से हत्या करने के बाद श्रीकांत उनके मोबाइल फोन और पैसे लेकर भाग गया। पीड़ितों की पहचान पंजाब के हार्वेस्टर मैकेनिक हरपाल सिंह (32) और जोगिंदर सिंह (45) और संगारेड्डी जिले के क्रेन ऑपरेटर बनोथ सुनील के रूप में हुई है। पुलिस ने निजामाबाद में जाने-माने अपराधियों से पूछताछ के बाद मामले का पदार्फाश किया। श्रीकांत के घर छापेमारी के दौरान खून से लथपथ एक शर्ट बरामद किया गया। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस आयुक्त ने घटना स्थल का दौरा करने के बाद अपराधी को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया था। पिछले अपराधियों और हाल ही में जेलों से रिहा हुए लोगों की सूची की जांच के अलावा, जांचकतार्ओं ने आसपास के इलाकों में सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य सुरागों पर काम किया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने नशे की हालत में अपराध किया है। वह पैसे चुराने के इरादे से वर्कशॉप में घुसा तो देखा कि तीन लोग सो रहे हैं। उसने सुनील को हथौड़े से मार डाला और उसका मोबाइल छीन लिया। इसके बाद वह वर्कशॉप के दूसरे हिस्से में गया जहां हरपाल और जोगिंदर सो रहे थे। उसने उन्हें भी उसी हथौड़े से मार डाला और उनका मोबाइल फोन और नकदी लेकर फरार हो गया। पुलिस के अनुसार, कचरा बीनने वाला श्रीकांत बचपन से ही संपत्ति का आदतन अपराधी था और आठ अपराधों में शामिल था। उसने एक मंदिर के चौकीदार पर हमला किया था और एक हांडी चुरा ली थी। इस मामले में उन्हें तीन साल के लिए हैदराबाद में बाल गृह भेजा गया था और इसी अक्टूबर में रिहा कर दिया गया था। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/bihar/bhagalpur-news/news-bihar-child-dies-in-tiffin-bomb-blast-third-incident-of-bomb-blast-in-the-area-news-hindi-1-499537-KKN.html,"बिहार: टिफिन बम विस्फोट में बच्चे की मौत, इलाके में बम विस्फोट की तीसरी घटना","भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले के नाथनगर थाना क्षेत्र में सोमवार को एक टिफिन बम विस्फोट में एक सात वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से तीन बम भी बरामद किए हैें। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। नाथनगर में पिछले एक सप्ताह में बम विस्फोट की यह तीसरी घटना बताई जाती है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मकदुम शाह दरगाह घाट के पास सोमवार को कई बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान एक बच्चे के एक बम उठा लिए जाने के बाद उसमें विस्फोट हो गया। विसफोट में बच्चा गंभीर रुप से जख्मी हो गया, जिसके बाद लोग बच्चे को उठाकर अस्पताल ले जाने लगे। अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में बच्चे ने दम तोड़ दिया। नाथनगर के थाना प्रभारी सज्जाद हुसैन ने बताया कि मृतक बच्चे की पहचान अमृत कुमार (7) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के पास से तीन अन्य जीवित बम भी बरामद किए गए हैं। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। इधर, नाथनगर इलाके में बम विस्फोट की हो रही घटनाओं से लोग डरे हुए हैं। पिछले एक सप्ताह के अंदर बम विस्फोट की यह तीसरी घटना बताई जा रही है। शनिवार को ही नाथनगर थाना क्षेत्र के ही मोमिन टोला में बम विस्फोट हुआ था जिसमें दो बच्चे जख्मी हो गये थे। कचरे के ढेर में प्लास्टिक के अंदर डिब्बे में बम रखा गया था। इससे पहले गुरुवार को नाथनगर रेलवे ट्रैक किनारे बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-rajvansh-public-ss-school-national-service-scheme-second-one-day-camp-organized-in-school-news-hindi-1-499534-KKN.html,राजवंश पब्लिक सी.सै. स्कूल में आयोजित हुआ राष्ट्रीय सेवा योजना द्वितीय एक दिवसीय शिवर,"जयपुर के बरकत नगर स्थित राजवंश पब्लिक सीनियर सैकण्डरी स्कूल में 13 दिसम्बर को राष्ट्रीय सेवा योजना का एक दिवसीय शिविर आयोजित हुआ। शिविर के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा विद्यालय परिसर व कक्षा कक्षों की सफाई की गई, साथ ही पेड़ पौधों का रखरखाव और कोविड-19 की पालना करते हुए गोद लिए हुए मोहल्ले में कोरोना वायरस से बचने के उपाय बताए गए। जिसमें सभी को मास्क लगाने, बार-बार साबुन से हाथ धोने, सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखने की जानकारी दी गई।",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/madhya-pradesh/bhopal-news/news-some-carelessness-can-weaken-the-battle-of-corona-in-mp-news-hindi-1-499529-KKN.html,मप्र में कोरोना की लड़ाई को कमजोर बना सकती हैं कुछ लापरवाहियां,"भोपाल। देश भर में केारोना महामारी की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। लेागों केा जागरुक करने के साथ टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कोरोना गाइड लाइन का पालन करने के लिए सख्त कदम भी उठाए जा रहे है। हालांकि, इन हालातों में मध्य प्रदेश में कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही है जिसे देखकर लगता है कि कुछ लोग ही कोरेाना की लड़ाई केा कमजोर करने में लगे हैं। मध्य प्रदेश में बीते माह आम जिंदगी पटरी पर लौटने पर सारे प्रतिबंधों को हटा दिया गया था। स्कूल पूरी क्षमता के साथ खोल दिए गए थे तो आयोजनों पर लगी पाबंदियां खोल दी गई थी। इस बीच, अचानक कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की दस्तक ने सरकार केा अपने फैसले बदलने केा मजबूर दिया था। यही कारण है कि विद्यालयों में बच्चों की संख्या केा निर्धारित कर दिया गया है। आयोजनों पर खास नजर है और राज्य सरकार लगातार लोगों से कोरोना गाइड लाइन का पालन करने की हिदायत दे रही है। आमतौर पर मान्यता है कि समाज के रोल मॉडल केा देखकर लोग आचरण अपनाते हैं। जब रोल मॉडल ही नियमों केा किनारे रख दे तेा आमजन से अपेक्षा बेमानी हो जाती है। राज्य में बीते दिनों देा बड़े आयोजन हुए, खजुराहो में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और ग्वालियर में राष्ट्रीय जल सम्मलेन। इन देानों आयोजनों की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वह बताती है कि यहां कोरोना की गाइड लाइन का पालन करना लाजिमी नहीं समझा। ग्वालियर के जल सम्मेलन के मंच पर देश के कई बड़े राजनेता से लेकर समाज में बदलाव लाने की पैरवी करने वाले नजर आए, मगर अधिकांश के चेहरे पर न तो मास्क था और न ही उन्होंने कोरेाना गाइड लाइन का पालन किया। यही कारण था कि खुद मास्क लगाने वाले केंद्रीय नागरिक उडडयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मास्क लगाए कार्यक्रम में पहुॅचे। साथ ही वहां मौजूद लोगों को मास्क का वितरण भी किया। वहां मौजूद लोगों से सिधिया ने आह्वान किया कि कोविड-19 की तीसरी संभावित लहर को रोकने के लिये सभी लोग मास्क लगाएँ। साथ ही प्रयास करें कि कोई भी टीकाकरण से वंचित न रहे। ठीक ऐसा ही नजारा खजुराहेा के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में देखने केा मिला,जब मंच पर चंद लोग ही थे, जो मास्क लगाए नजर आए लेकिन कोरोना गाइड लाइन का पालन करने में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। एक प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि वाहन सवारों के मास्क न लगाने, कार का सीट बेल्ट न लगाने पर जुमार्ना ठोक दिया जाता है, सरकार का रवैया सख्त भी है, मगर बड़े लोगों पर कार्रवाई करने का साहस उनके भीतर नहीं है। अगर वे ऐसा करने की कोशिश करेंगे तो उनके साथ कैसा बर्ताव होगा, इसे केाई नहीं जान सकता। यही कारण है कि राजनीतिक से लेकर सामाजिक कार्यक्रमों में भीड़ आ रही है और कोरोना की गाइड लाइन का पालन नहीं हेा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता और कोरोना से बचने के लिए कोरोना गाइड लाइन का पालन करने के लिए जनजागृति अभियान चलाने वाली रोली शिवहरे का कहना है कि यह बात सही है कि समाज के रोल मॉडल से ही लोग सीख लेते हैं। अगर यही लोग कोरेाना जैसी महामारी के दौरान आदर्श प्रस्तुत नहीं करेंगे, तो समाज के बड़े वर्ग के बीच जागृति लाना मुश्किल हो जाता है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/karnataka/bengaluru-news/news-3-from-london-test-positive-for-covid-in-bengaluru-news-hindi-1-499525-KKN.html,लंदन से आए 3 यात्री बेंगलुरु में कोविड पॉजिटिव पाए गए,"बेंगलुरु। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने सोमवार को कहा कि लंदन से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईएएल) पहुंचे तीन व्यक्तियों ने आरटी-पीसीआर परीक्षणों में कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है। प्रोटोकॉल के अनुसार 30 वर्षीय महिला और 6 वर्षीय दो लड़कों को नामित अस्पताल ले जाया गया और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। वे उच्च जोखिम वाले क्षेत्र से आए हैं, इसलिए उनके नमूने जीनोमिक अनुक्रमण के लिए भेजे गए हैं। राज्य में अब तक तीन रोगियों ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है। दो की ट्रेवल हिस्ट्री है, पर एक की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने नए वैरिएंट से संक्रमण को रोकने के लिए कई उपाय शुरू किए गए है। हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है क्योंकि ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए पॉजिटिव परीक्षण करने वाले तीसरे व्यक्ति के सभी प्राथमिक और माध्यमिक संपर्कों ने कोविड -19 के लिए निगेटिव परीक्षण किया है। अधिकारी अपने दूसरे परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। तीसरा ओमिक्रॉन पॉजिटिव मरीज 1 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका से एक निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के साथ आया था। उन्होंने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईएएल) में कोविड -19 परीक्षण में भी निगेटिव परीक्षण किया था। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/jammu-kashmir/jammu-news/news-pak-intruder-shot-dead-along-international-border-in-jammu-news-hindi-1-499524-KKN.html,सुरक्षा बलों ने जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया,"जम्मू। जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया। यह जानकारी सोमवार कोअधिकारियों ने दी। बीएसएफ ने कहा, ""बीएसएफ के जवानों ने बीती रात एक महिला पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया।"" बीएसएफ ने कहा कि सैनिकों ने आर.एस. पुरा क्षेत्र और कई बार घुसपैठिए को अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पार न करने की चेतावनी दी, लेकिन वह आक्रामक रूप से भागती रही। बीएसएफ ने कहा, ""बीएसएफ के जवानों ने आईबी के अंदर बीएसएफ बाड़ के पास घुसपैठिए को गोली मार कर उसकी कोशिश को विफल कर दिया।"" --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/kanpur-news/news-professor-who-killed-family-found-dead-in-up-kanpur-news-hindi-1-499502-KKN.html,यूपी के कानपुर में परिवार की हत्या करने वाला प्रोफेसर मृत मिला,"कानपुर । उत्तरप्रदेश के कानपुर में इस महीने की शुरुआत में अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या कर फरार हुए प्रोफेसर का शव बरामद कर लिया गया है। प्रोफेसर का शव कानपुर के चकेरी इलाके में गंगा किनारे सिद्धनाथ घाट पर तैरता मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। डीसीपी (पश्चिम) बीबीजीटीएस मूर्ति ने कहा कि ट्रिपल मर्डर के कुछ घंटे बाद प्रोफेसर सुशील कुमार ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए गंगा में छलांग लगाई होगी। उसके फूले हुए शरीर से नींद की गोलियां, पहचान पत्र और कार की चाबियां बरामद हुई हैं। एक फोरेंसिक टीम जांच में शामिल हो गई है और विसरा को आगे की जांच के लिए भेजा जाएगा। यह शव रविवार दोपहर को अत्यधिक क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था। दरअलस 3 दिसंबर को प्रोफेसर ने कल्याणपुर के डिवाइनिटी होम्स अपार्टमेंट में अपनी पत्नी चंद्र प्रभा का गला घोंटकर हत्या कर दी थी जबकि 21 वर्षीय बेटे शिखर और 16 वर्षीय बेटी खुशी को मारने के लिए हथौड़े का इस्तेमाल किया था। उसने विस्तार से हत्या की योजना बनाई थी और अपने परिवार के सदस्यों को जहरीली शराब पिलाई थी। प्रोफेसर के लापता होने के बाद, वह अटल घाट पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया और बाद में उसके मोबाइल की लोकेशन गंगा के सरसैया घाट से मिली। बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया और कानपुर से फतेहपुर तक गंगा के किनारे गोताखोरों को सेवा में लगाया गया। हत्या करने के तुरंत बाद 3 दिसंबर को सुशील कुमार ने अपने भाई को संदेश दिया कि उसने गंभीर अवसाद में अपने परिवार की हत्या कर दी है। 10 पन्नों के सुसाइड पत्र में लिखा कि वह कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के उभरने से परेशान था। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/karnataka/bengaluru-news/news-4-killed-10-injured-in-road-accident-on-highway-in-karnataka-news-hindi-1-499497-KKN.html,"कर्नाटक में राजमार्ग पर सड़क हादसे में 4 की मौत, 10 लोग जख्मी","बेंगलुरू। चित्रदुर्ग जिले के अलूर क्रॉस के पास सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग-4 पर एक के बाद एक हुए कई सड़क हादसों में 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि इन हादसों में 10 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, प्याज से लदा ट्रक बेंगलुरू जा रहा था। ट्रक का एक टायर फटने से पलट गया। इसी के पीछे से आ रही कार ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर से बचने की कोशिश में दो अन्य ट्रक भी पलट गए। इसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग पर घंटों जाम लगा रहा। मृतकों की पहचान गडग जिले के हनुमप्पा कलाकप्पा हुनगुंडी (30), गुरप्पा हुगर (26), रमेश (28), प्रशांत हट्टी (36) के रूप में हुई है। घायलों को हिरियूर पब्लिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक जी. राधिका, उपाधीक्षक रोशर जमीर, अंचल निरीक्षक शिवकुमार ने घटना की जगह का दौरा कर राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे जाम को खत्म करने का निर्देश दिया है। मामले में आगे की जांच जारी है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/muzaffarnagar-news/news-siblings-die-due-to-electrocution-in-up-muzaffarnagar-news-hindi-1-499496-KKN.html,यूपी के मुजफ्फनगर में करंट की चपेट में आने से भाई-बहन की मौत,"मुजफ्फरनगर । उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में स्थित अपने घर की छत पर नाली के पाइप की सफाई करने के दौरान 20 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत हो गई। सफाई के दौरान वह लोहे की रॉड को पकड़े हुए था कि तभी गलती से एक ओवरहेड हाई-टेंशन केबल को छू लेने से उसे करंट लग गया। उसे बचाने की कोशिश में प्रदीप सिंह की 18 वर्षीय बहन पिंकी भी करंट की चपेट में आ गई। यह घटना शनिवार शाम गुज्जरहेड़ी गांव की है। पीड़ितों के पिता सोमपाल सिंह ने आरोप लगाया कि बच्चों की मौत के बाद उन्होंने बिजली विभाग को फोन करने की कोशिश की लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। बिजली बंद होने तक किसी ने शव को छूने की हिम्मत नहीं की। ""हम आवासीय क्षेत्र से ओवरहेड हाई-टेंशन केबल हटाने के लिए बिजली विभाग से बार-बार शिकायत कर रहे हैं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।"" मौत की खबर फैलते ही स्थानीय लोग और कृषि संगठन भारतीय किसान संगठन के सदस्य मौके पर जमा हो गए और पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। बिजली विभाग के एक इंजीनियर धर्मवीर सैनी ने कहा, ""मृतकों के परिवार वालों को पीड़ितों के लिए 5 लाख रुपये दिए जाएंगे।"" उन्होंने कहा कि हाईटेंशन केबल को हटाने की समय सीमा तय कर दी गई है। तितावी थाने के थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी ने कहा कि हालांकि अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, जांच जारी है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-delhi-minimum-temperature-to-dip-to-6-degrees-on-17-dec-news-hindi-1-499493-KKN.html,दिल्ली का न्यूनतम तापमान 17 दिसंबर को 6 डिग्री होने की आशंका : मौसम विभाग,"नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि 17 दिसंबर को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस होने की आशंका है, जो इस सर्दी में अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान होगा। आईएमडी के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को इस सर्दी के मौसम में अब तक की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई, जिसमें पारा गिरकर 6.3 डिग्री हो गया। दिसंबर 2016 में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री था, जबकि 2017 में इसी महीने यह 6.3 डिग्री था। 2018 और 2019 के बाद के वर्षों में, न्यूनतम तापमान क्रमश: 2.6 डिग्री सेल्सियस और 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। सोमवार को, अधिकतम और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री और 7 डिग्री रहने का अनुमान है - दोनों मौसम के औसत के रूप में सामान्य हैं। इस बीच, सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आद्र्रता 97 प्रतिशत दर्ज की गई। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुमानों के अनुसार, वायु गुणवत्ता के मोर्चे पर, दिल्ली का एक्यूआई सोमवार सुबह 256 पर 'खराब' श्रेणी में है। शहर की हवा में पीएम 10 और पीएम 2.5 प्रदूषकों का स्तर मध्यम और खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है। --आईएएनएस",-1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/tamil-nadu/chennai-news/news-cds-chopper-crash-coimbatore-college-begins-investigation-against-kerala-based-youtube-channel-news-hindi-1-499492-KKN.html,सीडीएस हेलिकॉप्टर दुर्घटना : कोयंबटूर कॉलेज ने केरल स्थित यूट्यूब चैनल के खिलाफ जांच शुरु की,"चेन्नई। कोयंबटूर के एक कॉलेज ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत पर फर्जी खबर प्रसारित करने के लिए केरल के एक यूट्यूब चैनल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कोयंबटूर स्थित कॉलेज के अनुसार, चैनल ने अपनी शिकायत में तीन मिनट का एक वीडियो प्रसारित किया था जिसमें कोयंबटूर कॉलेज में पढ़ने वाले एक विशेष समुदाय के छात्रों को दुर्घटना में जनरल और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों की मौत का जश्न मनाते हुए दिखाया गया था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कॉलेज प्रबंधन ने हालांकि स्पष्ट किया कि यह वीडियो 8 दिसंबर को हुई दुर्घटना से एक दिन पहले 7 दिसंबर को शूट किया गया था और छात्र कॉलेज में फ्रेशर डे मना रहे थे। प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि 9 दिसंबर को पूरे कॉलेज ने सीडीएस जनरल रावत और अन्य कर्मियों के दुखद निधन पर शोक व्यक्त किया था। तमिलनाडु पुलिस ने रविवार को कोयंबटूर कॉलेज द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर केरल स्थित यूट्यूब चैनल के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। तमिलनाडु पुलिस की एक टीम मामले की जांच के लिए कुछ दिनों में केरल जाएगी। कोयंबटूर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यह पूरी तरह से फर्जी खबर है और कोई इस तरह की खबरों को कैसे प्रसारित कर सकता है, जिसमें एक विशेष समुदाय के छात्र दुर्घटना में जनरल और अन्य की मौत का जश्न मना रहे हैं। इससे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण होगा। चैनल पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। --आईएएनएस",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/jacqueline-fernandez-case-ed-charge-sheet-delhi-police-big-breaking-about-sukesh-chandrashekhar/1047094,"सुकेश ने जैकलीन को दिए करोड़ों के गिफ्ट, भाई और बहन को दी मोटी रकम; यूं हुआ खुलासा","Hindi Newsदेश JACQUELINE FERNANDEZ Money Laundering: सुकेश ने जैकलीन को दिए करोड़ों के गिफ्ट, भाई और बहन को दी मोटी रकम; यूं हुआ खुलासा सुकेश रंजन फरवरी से लगातार अपने मोबाइल नम्बर +17242765... से वाट्सअप कॉल के जरिये जैकलीन फर्नांडिस से संपर्क में था. उसने अमेरिका (US) में रहने वाली जैकलीन की बहन गरेल्दिने फर्नांडिस के अकाउंट में 1,50,000 अमेरिकी डॉलर यानी एक करोड़ से ज्यादा का अमाउंट लोन के तौर पर ट्रांसफर किया तो ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले जैकलीन के भाई वारेन फर्नांडिस के अकाउंट में भी 15 लाख रुपए भेजे थे. Written by - Pramod Sharma|Edited by: Pramod Sharma|Last Updated: Dec 13, 2021, 09:52 PM IST एक्ट्रेस जैकलीन का बड़ा खुलासा 'प्यार में पागल सुकेश चंद्रशेखरन' करोड़ों के गिफ्ट के साथ भाई-बहनों को भी दिया पैसा नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में 200 करोड़ रुपये की रंगदारी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. ED की चार्जशीट के मुताबिक आरोपी सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने जैकलीन को करोड़ों रुपये के गिफ्ट दिए थे. 'जैकलीन के पीछे पागल था सुकेश' आपको बता दें कि जैकलीन फर्नांडीज ने ED को दिए अपने बयान में खुलासा किया कि सुकेश उसके पीछे पागल हो गया था, जैकलीन से बात करने और मिलने के लिए वो दिसंबर 2020 से पड़ा हुआ था वो लगातार जैकलीन को जेल के अंदर से फोन कर रहा था लेकिन जैकलीन ने कभी उसके फोन का जवाब नहीं दिया. सुकेश ने लिखी स्क्रिप्ट जिसके बाद फरवरी 2021 में उसकी मेकअप आर्टिस्ट शान मुठ्ठील के पास किसी ने फोन करके खुद को सरकारी अधिकारी बताते हुए कहा कि जैकलीन को मिस्टर शेखर रत्न वेला से जरूर मिलना चाहिए वो बहुत खास व्यक्ति है. जिसके बाद जैकलीन ने सुकेश से (जिसने अपने आप को शेखर रत्न वेला बताया था) संपर्क किया. जिसके बाद सुकेश ने जैकलीन से कहा कि वो सन टीवी का मालिक होने के साथ जयललिता की पार्टी (AIADMK) से जुड़े हुए परिवार का सदस्य है. सुकेश ने जैकलीन को ये भी कहा कि वो उसका बहुत बड़ा फैन है और इसलिए उसे साउथ की फिल्में भी करनी चाहिए, क्योंकि उसके (सुकेश) पास सन टीवी के कई प्रोजेक्ट लाइन अप है. ये भी पढ़ें- Mumbai: डांस बार पहुंची पुलिस, 'गायब' हुईं डांसर; घंटों बाद मिला तीन फीट चौड़ा सीक्रेट रूम जैकलीन के भाई-बहन को फंडिंग जिसके बाद सुकेश लगातार अपने मोबाइल नम्बर +17242765... से वाट्सअप कॉल के जरिये फरवरी से संपर्क में रहने लगा, सुकेश ने अमेरिका में रहने वाली जैकलीन की बहन गरेल्दिने फर्नान्डेज़ के अकाउंट में 1,50,000 अमेरिकी डॉलर यानी एक करोड़ से ज्यादा का अमाउंट लोन के तौर पर ट्रांसफर किया था. सुकेश ने ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले जैकलीन के भाई वारेन फर्नान्डेज़ के अकाउंट में भी 15 लाख रुपए ट्रांसफर किये थे. जैकलीन पर फिदा सुकेश ने दिए ये महंगे गिफ्ट सुकेश ने जैकलीन को सुरेश तपोरिया नाम के शख्स के जरिये 'एसपुएला' नाम का एक महंगा घोड़ा, 3 Designer Bag from Gucci, Chanel, 2 Gucci Outfits for Gym Wear, Louis D'AVuitton Shoes का एक जोड़ा, Gucci के डिजाइनर बैग, 2 जोड़ी हीरे की कान की बालिया, ब्रेसलेट, मल्टी कलर के स्टोन के साथ 2 hermes Bracelets भी गिफ्ट किए थे. जैकलीन ने ED को दिए अपने ब्यान में बताया कि सुकेश ने उसको मिनी कूपर की एक गाड़ी भी गिफ्ट की थी जिसको उसने वापस कर दिया. जैकलीन ने बताया कि सुकेश ने मशहूर स्क्रिप्ट राइटर अद्वैता काला के पास 15 लाख रुपए कैश भी पहुंचाए थे, सुकेश ने जैकलीन के लिए कई बार प्राइवेट जेट ट्रिप और होटलों में रुकने का खर्चा भी खुद दिया था. 'जैकलीन को 7 करोड़ के गिफ्ट देने की बात कबूली' सुकेश चंद्रशेखर ने ED के सामने जैकलीन को ब्रांडेड गिफ्ट और ज्वैलरी देने की बात कबूली है जिसकी कुल कीमत करीब 7 करोड़ रुपए है सुकेश ने ED को बताया कि उसने उसने जैकलीन की बहन जेनी की 1 लाख 80 हज़ार अमेरिकी डॉलर और एक सफेद रंग की नई BMW कार दीपक रमनानी के जरिये दी थी, दीपक रमनानी के जरिये ही सुकेश ने जैकलीन की माँ मसर्टी और पॉर्श कार बहरीन में दी थी उसके साथ ही 50 हज़ार अमेरिकी डॉलर जैकलीन के भाई के अकाउंट में ट्रांसफर किये थे जो ऑस्ट्रेलिया में रहता है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mumbai-police-raid-at-deepa-bar-in-mumbai-17-girls-found-in-a-cavity/1047014,"डांस बार पहुंची पुलिस, 'गायब' हुईं डांसर; घंटों बाद मिला तीन फीट चौड़ा सीक्रेट रूम","Hindi Newsदेश BAR Mumbai: डांस बार पहुंची पुलिस, 'गायब' हुईं डांसर; घंटों बाद मिला तीन फीट चौड़ा सीक्रेट रूम महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने एक डांस बार (Dance Bar) में रेड मारकर 17 बार गर्ल्स को बरामद किया है. पुलिस ने शहर के मशहूर दीपा डांस बार में छापा मारकर सीक्रेट गुफानुमे तहखाने से 17 बार गर्ल्स को रेस्क्यू किया है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 13, 2021, 07:32 PM IST डांस बार पहुंची पुलिस, तो 'गायब' हुईं डांसर 15 घंटे बाद तहखाने से निकलीं 17 लड़कियां मैनेजर और स्टाफ के खिलाफ केस हुआ दर्ज मुंबई: महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने एक डांस बार (Dance Bar) में रेड मारकर 17 बार गर्ल्स को बरामद किया है. पुलिस ने शहर के मशहूर दीपा डांस बार में छापा मारकर सीक्रेट गुफानुमे तहखाने से 17 बार गर्ल्स को पकड़ा है. इस बार में तहखाना मेकअप रूम की दीवार में लगे शीशे के पीछे गुप्त रूप से बनाया गया था. 15 घंटे बाद मिला सुराग पुलिस के लिए इस सीक्रेट तहखाने तक पहुंचना आसान नहीं था. इसके लिए सोशल सर्विस ब्रांच को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. दरअसल वहां मेकअप रूप में लगे एक शीशे को हथौड़े से तोडने के बाद इस गुप्त तहखाने का रास्ता मिला. दंग रह गई पुलिस पुलिस टीम के अधिकारी उस समय हैरान रह गए जब देखा कि तहखाने में बार बालाओं (Bar Girls) को रखा गया था. यहां से 17 बार बालाओं को हिरासत में लिया गया. हथौड़े से दीवार तोड़कर जब पुलिस सीक्रेट रूम पहुंची तो अंदर AC और बिस्तर लगे थे. टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच ने शनिवार रात मुम्बई के अंधेरी इलाके के दीपा बार में छापा मारकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक गुप्त रूप से डांस बार चलने की सूचना मिली थी जिसके बाद कार्रवाई की गई. पुलिस ने Deepa Dance Bar के मैनेजर और कैशियर को भी गिरफ्तार किया है. यूं गायब होती थी लड़कियां इस डांस बार मे आधुनिक इलेक्ट्रिक सिस्टम का इतना बेहतरीन इंतजाम किया गया था कि इधर पुलिस की गाड़ी बार में दाखिल हुई उधर पलक झपकते ही सारी की सारी बार डांसर्स डांस फ्लोर से गायब. दीपा बार में पहले तो पुलिस ने वाशरूम, स्टोर रूम और यहां तक कि किचन का भी एक- एक कोना छान मारा लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला. मासूम बना बैठा रहा स्टाफ बार के मैनेजर, कैशियर, वेटर समेत बाकी कर्मियों से घंटों पूछताछ हुई लेकिन वो सभी वहां डांसर होने से इनकार करते रहे. इसी दौरान पुलिस को मेकअप रूम के लगे एक शीशे पर शक हुआ. जिसके बाद शीशे को दीवार से अलग करने की कोशिश की गई तो पता चला कि दीवार में इस तरह लगाया गया है कि उसे निकाल पाना असंभव है. फिर क्या था फौरन पुलिस ने बड़ा हथौड़ा मंगाया गया और दीवार का कांच तोड़ा तो एक बड़ा सा गुफानुमा सीक्रेट रूम मिला. जिसमें 17 बार डांसर छुपी थीं, फिर उन सभी को बाहर निकाला गया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/terrorists-attack-on-police-vehicle-in-srinagar-many-personnel-injured-live-update/1047003,"श्रीनगर आतंकी हमला: लश्‍कर से जुड़े संगठन का हाथ, PoK में रची गई साजिश","Hindi Newsदेश TERRORIST ATTACK श्रीनगर आतंकी हमला: लश्‍कर से जुड़े संगठन का हाथ, PoK में रची गई साजिश पुलिस के मुताबिक हमला सोमवार शाम को पंथा चौक इलाके के जेवान में हुआ. अधिकारियों ने बताया कि हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से 2 जवान शहीद हो गए हैं. Written by - Syed Khalid Hussain|Edited by: Syed Khalid Hussain|Last Updated: Dec 13, 2021, 08:51 PM IST श्रीनगर में बड़ा आतंकी हमला पुलिस की बस पर की गई फायरिंग हमले में पुलिस के 2 जवान शहीद श्रीनगर: जम्मू कश्मीर से एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया गया है. श्रीनगर के बाहरी इलाके जेवान में पुलिस बस पर आतंकवादियों ने की गोलीबारी जिसमें 14 जवान घायल हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक हमले में घायल 2 जवान शहीद हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक हमले के पीछे आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़े संगठन कश्मीर टाइगर्स का हाथ बताया जा रहा है. साथ ही पाकिस्तानी आतंकी भी हमले में शामिल हो सकते हैं. ISI ने रची थी हमले की साजिश खुफिया एजेंसियों के मुताबिक 21 सितंबर को PoK के मुज्जफराबाद में ISI और आतंकी गुटों के बीच बैठक हुई थी. बैठक में आतंकी गुटों से कहा गया था कि नये नाम से गुट बनाकर कश्मीरी लोगों के साथ साथ जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना पर हमले किए जाएं. इस बैठक में लश्कर और जैश समेत 200 आतंकी हुए थे शामिल थे और ऐसे हमले को लेकर पहले ही खुफिया एजेंसियों की ओर से चेतावनी दी गई थी. पीएम मोदी ने श्रीनगर आतंकी हमले में शहीद जवानों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. पीएमओ की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी हमले के बारे में जानकारी ली है. साथ ही शहीद जवानों के परिवारों को अपनी ओर से सांत्वना दी है. पीएम मोदी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अबदुल्ला ने भी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है. पुलिस की बस पर की फायरिंग कश्मीर पुलिस की ओर से बताया गया कि इलाके की नाकेबंदी कर दी गई है और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. आतंकियों ने जिस जगह वारदात को अंजाम दिया वहां हर तरफ कांच की टुकड़े बिखरे हुए क्योंकि फायरिंग में बस की शीशे टूट गए हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस की बस मुख्यालय की ओर जा रही थी. मौके पर पहुंचे आला अधिकारी पुलिस के मुताबिक घटना सोमवार शाम को पंथा चौक इलाके के जेवान में हुई. अधिकारियों ने बताया कि हमले में कम से कम 14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि घायलों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि घायल जवानों की इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. घटना के तुरंत बाद CRPF का दस्ता और जम्मू कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. घाटी में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के मामले लगातार बढ़ गए हैं और सेना से लेकर पुलिस के जवानों को निशाना बनाया जा रहा है. इससे पहले बीएसएफ के जवानों पर भी आतंकी हमला हुआ था.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/wcd-ministry-to-lunch-new-nutrition-campaign-for-nourished-children/1046992,"कुपोषित नहीं अब पोषित बच्चों का होगा प्रचार, सरकार लॉन्च करने जा रही नई कैंपेन","Hindi Newsदेश NUTRITION कुपोषित नहीं अब पोषित बच्चों का होगा प्रचार, सरकार लॉन्च करने जा रही नई कैंपेन सरकार अगले साल 8 से 14 जनवरी के बीच एक कैंपेन शुरू करेगी और इसमें 0 से 6 साल के स्वस्थ बच्चे शामिल होंगे. इसकी थीम 'स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा' रखी गई है. नए साल पर ये नया अभियान, सकारात्मक तरीके से देश के नौनिहालों के स्वास्थ्य के बारे में बताएगा. Written by - Ravindra kumar|Edited by: Ravindra kumar|Last Updated: Dec 13, 2021, 07:00 PM IST पोषित बच्चों के लिए सरकार की कैंपेन 'स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा' रहेगी थीम कुपोषण की नेगेटिविटी दूर करने की कोशिश नई दिल्ली: देश मे अक्सर कुपोषित बच्चों की तस्वीरें चर्चा का विषय बन जाती है. उस पर आरोप-प्रत्यारोप भी चलते रहते हैं. लेकिन क्या कोई ये आंकड़ा दे सकता है कि हिंदुस्तान में इतने बच्चे या बच्चियां स्वस्थ हैं, पोषित हैं और WHO के मानकों पर खरा उतरते हैं. सरकार चलाएगी खास कैंपेन ये आंकड़ा शायद न तो सरकार के पास है और न ही उन मानकों के हिसाब से अभिभावक ही दावे के साथ कह सकते हैं कि हमारा बच्चा स्वस्थ है. लेकिन अब केंद्र सरकार एक अनोखा अभियान शुरू करने जा रही है. महिला और बाल कल्याण मंत्रालय पूरे देश मे अभियान चलाने जा रहा है. इसमें हर अभिभावक जुड़ सकते हैं. सरकार अगले साल 8 से 14 जनवरी के बीच एक कैंपेन शुरू करेगी और इसमें 0 से 6 साल के स्वस्थ बच्चे शामिल होंगे. इसकी थीम 'स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा' रखी गई है. नए साल पर ये नया अभियान, सकारात्मक तरीके से देश के नौनिहालों के स्वास्थ्य के बारे में बताएगा. इस कैंपेन की शुरुआत के पीछे भी एक दिलचस्प वाकया है. हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चल रहे पोषण अभियान की प्रगति कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे. कुपोषण और पोषण आदि पर चर्चा चल रही थी. उसी दरम्यान पीएम मोदी ने कहा कि हम हमेशा बोलते है की कुपोषण कम हुआ या अमुक जगह कुपोषण बढ़ गया है. लेकिन क्या हम पॉजिटिव बात नहीं कर सकते? पीएम मोदी ने दिया था आइडिया पीएम मोदी ने कहा कि क्या हम पोषित बच्चों की बात नहीं कर सकते? हमें पोषित बालक-बालिकाओं के बारे में सकारात्मक बात भी करनी चाहिए और ये सिर्फ सरकारी अभियान न बन जाये. बल्कि अभिभावकों को जोड़कर, जन आंदोलन के जरिए ही पोषण को मशहूर करना चाहिए. इसके बाद महिला और बाल कल्याण मंत्रालय ने इस कैंपेन को सफल कैसे बनाया जाए, इस पर मंथन शुरू कर दिया. खुद केंद्रीय महिला और बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने इसको लेकर लगातार बैठकें कीं. अब तय हुआ है कि नए साल में नया अभियान देश के भविष्य से संबंधित होगा. हर बच्चे तक पहुंचना है मकसद देश मे 14 करोड़ बच्चे 0 से 6 साल की उम्र के हैं. इसमें से 7.5 करोड़ बालक और बालिकाएं आंगनवाड़ी के संपर्क में हैं . सरकार की कोशिश है पहले इन तक इस अभियान के जरिये पहुंचा जाए. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO के मानकों को ध्यान में रखकर बच्चों की हाइट और वेट (वजन) मापा जाएगा. शहर और ग्रामीण हर क्षेत्र में ये कैंपेन एक साथ चलेगा. कैंपेन के जरिए अभिभावकों को ये सन्देश पहुंचे इसके लिए मीडिया के हर माध्यम का इस्तेमाल किया जाएगा. NGO की सहायता ली जाएगी. टीवी, डिजिटल हर तरह से उनको बताया जाएगा कि कैसे अपने बच्चों की ऊंचाई और वजन मापना है और कैसे उसे एक खास ऐप पर अपलोड करना होगा. अभिभावक खुद दे सकते हैं डिटेल बाल विकास मंत्रालय खासकर गरीब और ग्रामीण अभिभावकों तक पहुंचने के लिए इसको पूरी तरह से सरल बनाने की कोशिश में है. अभिभावकों को Poshan Tracker App डाउनलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सीधे वेबसाइट के जरिए अपने फोन पर ही जा सकते हैं. अभिभावक खुद अपने बालक या बालिका की हाइट और वजन अपलोड कर देंगे. ऐप के जरिए अभिभावक खुद ही अपने बच्चे की जानकारी दे देंगे कि उनका बच्चा कितना स्वस्थ है. एनिमेटेड वीडियो के जरिए लोगों को समझाया जाएगा कि कैसे ये सब करना है, किसके पास जाना है, किसकी मदद से करना है. नए साल में लॉन्च होगा नया अभियान मंत्रालय के अनुसार हर बच्चे तक पहुंचना मकसद है. इसके लिए अभियान लॉन्च होने से पहले ही 4 या 5 जनवरी से कैंपेन शुरू कर दिया जाएगा. 10 से 12 दिन तक अभियान चलाया जाएगा. बड़ी संख्या में बच्चे स्वस्थ रहें, इस मकसद के साथ अभियान को पूरे देश में सेलिब्रेट किया जाएगा. जाहिर है अभी तक कुपोषण पर फोकस रहता था लेकिन अब लेकिन WCD मिनिस्ट्री स्वस्थ बच्चों पर भी फोकस करेगा. मंत्रालय के अनुसार नेगेटिविटी दूर करने की जरूरत है. अब पॉजिटिव साइड दिखाना है. इसलिए स्वस्थ बच्चे की बात करनी है. कुपोषण बहुत हुआ अब हमें पोषण की बात करनी है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/man-brutally-killed-three-people-with-hitting-hammer-in-nizamabad-police-arrested/1046821,"खौफनाक! हथौड़ा मार-मारकर 3 लोगों की बेरहमी से हत्या, पुलिस ने ऐसे पकड़ा शातिर अपराधी","Hindi Newsदेश TELANGANA खौफनाक! हथौड़ा मार-मारकर 3 लोगों की बेरहमी से हत्या, पुलिस ने ऐसे पकड़ा शातिर अपराधी Triple Murder In Nizamabad: पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए अपराधियों की एक लंबी लिस्ट बनाई और उनसे पूछताछ की. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की, जिसके बाद आरोपी का सुराग मिला. https://zeenews.india.com/hindi/india/video/grand-inauguration-of-kashi-vishwanath-corridor/1046788 Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 13, 2021, 03:16 PM IST आरोपी ने नशे की हालत में वारदात को दिया अंजाम आरोपी को पकड़ने के लिए बनाई गईं तीन टीमें पुलिस ने की आरोपी से पूछताछ हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana) के निजामाबाद (Nizamabad) जिले में पुलिस ने तिहरे हत्याकांड (Triple Murder) के मामले में 19 साल के एक युवक को गिरफ्तार किया है. हाल ही में जेल से रिहा हुए गंधम श्रीकांत उर्फ रणमपल्ली मल्लन्ना ने 7 और 8 दिसंबर की रात को डिचपल्ली में एक वर्कशॉप में सो रहे तीन लोगों की कथित तौर पर हत्या कर दी. हथौड़े से की तीन लोगों की हत्या निजामाबाद के पुलिस अधिकारी कार्तिकेय ने कहा कि तीनों की हथौड़े से हत्या करने के बाद श्रीकांत उनके मोबाइल फोन और पैसे लेकर भाग गया. पीड़ितों की पहचान पंजाब के हार्वेस्टर मैकेनिक हरपाल सिंह, जोगिंदर सिंह और क्रेन ऑपरेटर बनोथ सुनील के रूप में हुई है. पुलिस ने ऐसे किया आरोपी का भंडाफोड़ पुलिस ने निजामाबाद में जाने-माने अपराधियों से पूछताछ के बाद मामले का पर्दाफाश किया. श्रीकांत के घर छापेमारी के दौरान खून से लथपथ एक शर्ट बरामद की गई. पुलिस ने उससे पूछताछ की तो आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने खंगाली सीसीटीवी फुटेज पुलिस अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद अपराधी को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया था. पिछले अपराधियों और हाल ही में जेलों से रिहा हुए लोगों की लिस्ट की जांच के अलावा, पुलिस ने आसपास के इलाकों में सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य सुरागों पर काम किया. वारदात वाले दिन क्या हुआ? आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने नशे की हालत में वारदात को अंजाम दिया. वो पैसे चुराने के इरादे से वर्कशॉप में घुसा तो देखा कि तीन लोग सो रहे हैं. उसने सुनील को हथौड़े से मार डाला और उसका मोबाइल छीन लिया. इसके बाद वो वर्कशॉप के दूसरे हिस्से में गया जहां हरपाल और जोगिंदर सो रहे थे. उसने उन्हें भी उसी हथौड़े से मार डाला और उनका मोबाइल फोन और कैश लेकर फरार हो गया. पुलिस के अनुसार, कचरा बीनने वाला श्रीकांत बचपन से ही आदतन अपराधी था. वो आठ वारदातों में शामिल रह चुका है. उसने एक मंदिर के चौकीदार पर हमला किया था और एक हांडी चुरा ली थी. इस मामले में उसे तीन साल के लिए हैदराबाद में बाल सुधार गृह भेजा दिया गया था. इसी साल अक्टूबर में वो रिहा हुआ था.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mumbai-goregaon-woman-beheaded-naked-body-found-in-matheran-lodge-she-stayed-with-male-partner/1046661,"लॉज में नग्न मिली 30 साल की महिला की लाश, सिर भी गायब; जानें पूरा मामला","Hindi Newsदेश WOMAN DEAD BODY लॉज में नग्न मिली 30 साल की महिला की लाश, सिर भी गायब; जानें पूरा मामला लॉज में रुकने के लिए आए कपल ने चेहरे पर कोविड मास्‍क पहना हुआ था. कपल ने बिना पहचान पत्र दिए फर्जी नाम से कमरा बुक कराया और अगले दिन कमरे में खौफनाक नजारा सामने आया. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 13, 2021, 12:59 PM IST माथेरन के लॉज में मिली महिला की बिना सिर वाली नग्‍न लाश लाश का नहीं था सिर गोरेगांव की है मृतक महिला नवी मुंबई: मुंबई में एक महिला की सनसनीखेज हत्‍या का मामला सामने आया है. गोरेगांव की इस महिला की बिना सिर वाली नग्‍न लाश माथेरन की एक लॉज में मिली है. मामला रविवार का है और महिला की उम्र करीब 30 साल बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक महिला और उसका पार्टनर फर्जी नाम से इस लॉज में ठहरे हुए थे और अपने पहचान पत्र भी जमा नहीं कराए थे. वहीं महिला का पार्टनर फरार है. होटल का मालिक जब मॉर्निंग सर्विस के लिए कमरे में गया तब उसने कमरे में महिला की बिना सिर वाली लाश देखी. अब तक नहीं मिला महिला का सिर पुलिस ने बताया कि महिला का सिर अब तक नहीं मिला है. वहीं उसका पुरुष पार्टनर अपनी पहचान छिपाने के लिए पूरा सामान लेकर फरार है. टाइम्‍स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक महिला की पहचान गोरेगांव निवासी पूनम पाल के रूप में हुई. चूंकि सीसीटीवी कैमरा में मिले फुटेज में महिला और उसका पार्टनर कोविड से बचने वाला मास्‍क पहने हुए नजर आ रहे हैं. साथ ही होटल मालिक केतन रमाणे ने दोनों को बिना पहचान पत्र के लॉज में ठहराया था. लिहाजा दोनों की पहचान करने में पुलिस को मुश्किलें आईं. बाद में लॉज से 50 मीटर दूर मिले एक हैंडबैग के जरिए पुलिस महिला की पहचान करने में कामयाब हो सके. परिजनों ने की थी गुमशुदगी की शिकायत आगे की जांच में पता चला कि महिला के परिजनों ने गोरेगांव में उसके लापता होने की शिकायत भी पुलिस स्‍टेशन में दर्ज कराई थी. आरोपी की तलाश करने और महिला का सिर ढूंढने के लिए माथेरन पुलिस ने 5 टीमें गठित की हैं. वहीं माथेरन के बीजे हॉस्पिटल की मेडिकल ऑफिसर डॉ.रूपाली मिसाल ने बताया कि महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पनवेल उप-जिला अस्पताल ले जाया गया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/fatehabad-mla-jitendra-verma-drive-bus-without-seat-belt-and-commercial-license-video-viral-on-social-media/1046601,"'खुद ही सरकार तो डर काहे का', MLA ने लोगों की जान को खतरे में डाला; वीडियो वायरल","Hindi Newsदेश VIRAL VIDEO 'खुद ही सरकार तो डर काहे का', MLA ने लोगों की जान को खतरे में डाला; वीडियो वायरल Viral Video Of MLA Jitendra Verma: बड़ी संख्या में लोगों ने विधायक की लापरवाही की आलोचना की है. विधायक ने बस ड्राइव करते वक्त लोगों की जान की परवाह नहीं की. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 13, 2021, 12:51 PM IST आगरा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) से लापरवाही का एक वीडियो सामने आया है, जो इस वक्त सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल विधायक खुद एक बस ड्राइव करते हुए (MLA Drive Bus) नजर आए. विधायक ने लोगों की जान की परवाह नहीं की. सोशल मीडिया पर वायरल हुआ विधायक का वीडियो बता दें कि बस ड्राइव करने वाले जिस विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, उसका नाम जितेंद्र वर्मा (Jitendra Verma) है. जितेंद्र वर्मा आगरा की फतेहाबाद (Fatehabad) विधान सभा सीट से बीजेपी (BJP) के विधायक हैं. लापरवाही के लिए सोशल मीडिया यूजर विधायक जितेंद्र वर्मा की आलोचना कर रहे हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/delhi-police-save-life-constable-bhagwan-sahay-act-like-as-god-to-save-1-5-year-girl-from-fire/1046580,"आग से घिरी थी डेढ़ महीने की बच्ची, 'भगवान' बनें कॉन्सटेबल ने यूं बचाई जिंदगी","Hindi Newsदेश DELHI आग से घिरी थी डेढ़ महीने की बच्ची, 'भगवान' बनें कॉन्सटेबल ने यूं बचाई जिंदगी Delhi Police Save Life: आग गैस पाइप लाइन में रिसाव के वजह से लगी थी. मौके पर दिल्ली पुलिस के एएसआई नरेश, कॉन्सटेबल भाग चंद, कॉन्सटेबल अजय और कॉन्सटेबल भगवान सहाय मौके पर पहुंचे. उन्होंने फौरन अपनी तेज नजरों से हालात का जायजा लिया. फौरन पूरा इलाका खाली कराया गया. डेढ़ साल की मासूम आग (Fire) की लपटों में घिरी थी. इसके बाद भगवान सहाय ने बच्ची को बचाने के लिए वाकई 'भगवान' का दूत बनकर उसे बचा लिया. Written by - Raju Raj|Edited by: Raju Raj|Last Updated: Dec 13, 2021, 04:02 PM IST मसीहा बने भगवान सहाय मासूम बच्ची की बचाई जान 'आग की लपटों में घिरी थी' नई दिल्ली: यूं तो देश में ज्यादातर लोग पुलिस (Police) के डर की वजह से उससे दूर रहना ही पसंद करते हैं. लेकिन खाकी हर बार गलत वजहों से सुर्खियों में हो ऐसा भी नहीं है. पुलिस के अच्छे काम यानी गुड वर्क भी इंटरनेट की दुनिया में जमकर वायरल होते हैं. ताजा मामला दिल्ली के पालम गांव का है. जहां दिल्ली (Delhi) पुलिस के एक कॉन्सटेबल भगवान सहाय एक परिवार के लिए मसीहा बन कर पहुंचे. 'भगवान' बने भगवान सहाय आपको बता दें कि पालम गांव में एक डेढ़ साल की बच्ची आग की लपटों के बीच घिरी थी. उसकी जान खतरे में थी भगवान सहाय मानों इस मासूम बच्ची के लिए भगवान बनकर आए और आग से निकाल कर उस मासूम की जान बचाई. ये घटनाक्रम बीती रात तब सामने आया जब देर रात पुलिस को सूचना मिली कि पालम गांव के मकान नंबर Z 32 में आग लगी है. पुलिस को ये सूचना घर की सदस्या खुशी ने दी. घर के चौथी मंजिल में आग लगी थी. इस वजह से लगी आग आग गैस पाइप लाइन में रिसाव के वजह से लगी थी. मौके पर दिल्ली पुलिस के एएसआई नरेश, कॉन्सटेबल भाग चन्द, कॉन्सटेबल अजय और कॉन्स्टेबल भगवान सहाय मौके पर पहुंचे. उन्होंने फौरन अपनी तेज नजरों से हालात का जायजा लिया. फौरन पूरे इलाके को खाली कराने के साथ रेस्क्यू वर्क की शुरुआत हुई. इसके बाद फायर ब्रिगेड यानी दमकल की चार गाड़ियों की मदद से उन्होंने इस आग पर काबू पा लिया. इस बीच कॉन्सटेबल भगवान सहाय ने जान पर खेल कर फोन करने वाली बच्ची खुशी और उसकी डेढ़ साल की भतीजी को अपनी जान पर खेल कर बचाया. आपको बता दें कि पुलिस के वीर और जाबांज जवानों ने पीड़ित परिवार के बाकी सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की. कोरोना काल में मसीहा बने कई पुलिस वाले आपको बताते चलें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जब देश भर में श्मशान घाटों में शव जलाने के लिए लाइनें लग रही थीं उस भयानक दौर में भी दिल्ली पुलिस के एक कॉन्सटेबल जिनकी ड्यूटी लोदी रोड के पास लगी थी उन्होंने करीब सौ से ज्यादा शवों का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करवाया था. इसी तरह जब दिल्ली में ऑक्सीजन के सिलेंडर और अस्पताल में बेड के लिए हाहाकार मचा था तब भी दिल्ली पुलिस के जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर कई बुजुर्गों और लोगों की मदद की थी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/uptet-exam-may-held-on-23-january-2022-proposal-of-regulatory-authority-yogi-adityanath/1046452,UPTET की परीक्षा कब होगी? एडमिट कार्ड समेत तारीख पर जानिए क्या है नया अपडेट,"Hindi Newsदेश UPTET EXAM UPTET की परीक्षा कब होगी? एडमिट कार्ड समेत तारीख पर जानिए क्या है नया अपडेट UPTET 2021 Exam Date: खबर है कि यूपीटीईटी की परीक्षा इस साल आयोजित नहीं हो पाएगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए ये बड़ी खबर है. जानिए लेटेस्ट अपडेट क्या है? Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 13, 2021, 08:58 AM IST UPTET पेपर लीक केस में 23 आरोपी हो चुके हैं अरेस्ट योगी सरकार को भेजा गया परीक्षा की तारीख का प्रस्ताव CM योगी ने किया था 1 महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराने का वादा लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (UPTET Exam 2021) दोबारा अगले साल जनवरी के चौथे हफ्ते में आयोजित की जा सकती है. परीक्षा नियामक अधिकारी ने इस संबंध में सरकार को प्रस्ताव भेजा है. सूत्रों के अनुसार, परीक्षा नियामक अधिकारी ने UPTET परीक्षा को आयोजित कराने के लिए 23 जनवरी 2022 का प्रस्ताव भेजा है. 23 जनवरी 2022 को रविवार है इसलिए बहुत ज्यादा संभावना है कि योगी सरकार इस प्रस्ताव को पास कर देगी. इस साल क्यों नहीं होगी UPTET की परीक्षा? हालांकि सीएम योगी ने वादा किया था कि यूपीटीईटी का पेपर लीक (UPTET Paper Leak) होने के एक महीने के अंदर दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी लेकिन CTET की परीक्षा भी इसी महीने होने की वजह से UPTET का एग्जाम इस साल आयोजित नहीं हो पाएगा. UPTET पेपर लीक केस बता दें कि UPTET 2021 की परीक्षा इससे पहले 28 नवंबर को आयोजित की गई थी लेकिन परीक्षा के दौरान पेपर लीक हो गया था. फिर सरकार के आदेश के बाद UPTET की परीक्षा रद्द कर दी गई थी और इसे दोबारा 1 महीने के अंदर करवाने का ऐलान किया गया था. WhatsApp पर वायरल हो गया था UPTET का पेपर गौरतलब है कि 28 नवंबर को UPTET की परीक्षा देने के लिए लाखों अभ्यर्थी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे थे लेकिन इसका पेपर पहले ही WhatsApp ग्रुप्स पर वायरल हो गया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने पेपर लीक केस के दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई का आश्वासन दिया था. UPTET पेपर लीक केस में हुई कड़ी कार्रवाई जान लें कि UPTET 2021 पेपर लीक केस में यूपी पुलिस अब तक मथुरा, बुलंदशहर, गाजियाबाद और अन्य शहरों से 23 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. UPTET पेपर लीक होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ पर विपक्ष हमलावर हो गया था. अखिलेश यादव ने सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. हालांकि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा था कि किसी भी परीक्षा में सुचिता बहुत जरूरी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, UPTET की परीक्षा के लिए कुछ जिलों में परीक्षा केंद्र भी बदले जा सकते हैं. सभी परीक्षा केंद्रों की कड़ी जांच की जाएगी. खास बात ये है कि UPTET की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड फिर से जारी किए जाएंगे.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/kashi-vishwanath-corridor-inauguration-today-pm-modi-varanasi-visit-yogi-adityanath-akhilesh-yadav/1046415,"काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन आज, PM ने उस वक्त किया था ये वादा जो होगा पूरा","Hindi Newsदेश KASHI VISHWANATH CORRIDOR काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन आज, PM मोदी ने उस वक्त किया था ये वादा जो होगा पूरा Kashi Vishwanath Corridor Inauguration: पीएम मोदी खुद गंगा नदी से जल लेकर काशी विश्वनाथ के मंदिर पहुंचेंगे. पीएम मोदी 11 अर्चकों के साथ बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. देशभर के साधु-संतों को आज के कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है. Written by - Vishal Pandey|Edited by: Vishal Pandey|Last Updated: Dec 13, 2021, 07:24 AM IST काशी ने विदेशी आक्रांताओं को झेला है- सीएम योगी सपा कैबिनेट में पास हुआ था कॉरिडोर- अखिलेश यादव काशी में बीजेपी शासित राज्यों के सीएम के साथ पीएम की बैठक वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज (13 दिसंबर को) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन (Kashi Vishwanath Corridor Inauguration) करेंगे. पीएम मोदी (PM Modi) ने 2014 के चुनाव में वाराणसी लोक सभा सीट से नामांकन के बाद बयान दिया था- 'मां गंगा ने बुलाया है.' मां गंगा और काशी से जुड़ा सबसे बड़ा वादा पीएम मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करके पूरा करने जा रहे हैं. 11 अर्चकों के साथ होगा बाबा का अभिषेक बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी काशी आगमन के बाद सबसे पहले काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे. पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से गंगा नदी के किनारे उतरेंगे. पीएम मोदी क्रूज से ललिता घाट पहुंचेंगे. ललिता घाट से कलश में गंगाजल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में जाएंगे. 11 अर्चकों के साथ पीएम मोदी बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. बाबा विश्वनाथ की पूजा-अर्चना के बाद पीएम मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. देशभर के बड़े साधु-संतों, आचार्य और शंकराचार्य को निमंत्रण दिया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के साथ ही पूरे काशी में बाबा विश्वनाथ का प्रसाद बांटा जाएगा. हर घर तक प्रसाद पहुंचाने की योजना बनाई गई है. काशी में गंगा आरती करेंगे पीएम मोदी पीएम मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर DLW गेस्ट हाउस जाएंगे. शाम 5:30 बजे के आसपास पीएम मोदी रविदास घाट पहुंचेंगे, जहां से क्रूज से दशाश्वमेध घाट जाएंगे. यहां पीएम मोदी गंगा आरती में शामिल होंगे. बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी गंगा आरती में शामिल होंगे. इस बात की भी संभावना है कि गंगा आरती के बाद क्रूज पर ही पीएम मोदी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान आतिशबाजी और लेजर शो जैसे कार्यक्रम भी होंगे. उसके बाद पीएम मोदी DLW गेस्ट हाउस रवाना हो जाएंगे. वाराणसी में पीएम मोदी का कार्यक्रम - 12:00 PM से 12:10 PM तक- दर्शन-पूजन, काल भैरव मंदिर - 1:00 PM से 1:20 PM तक- दर्शन-पूजन, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर - 1:25 PM से 2:25 PM तक- श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण कार्यक्रम - 2:30 PM से 3:50 PM तक- रास्ते में विभिन्न भवनों का निरीक्षण - 3:50 PM बजे- प्रस्थान, रविदास पार्क से DLW गेस्ट हाउस - 4:00 PM बजे से 5:30 PM तक- DLW गेस्ट हाउस में समय आरक्षित - 6:00 PM से 8:45 PM तक- आरक्षित, (गंगा आरती और बैठक)- रविदास पार्क जेट्टी - 9:10 PM बजे- आगमन, DLW गेस्ट हाउस, वाराणसी आज पूरा होगा बापू का सपना- सीएम योगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महात्मा गांधी भी जब वाराणसी आए थे तो उन्होंने भी यहां के हालात देखकर तीखी टिप्पणियां की थीं. लेकिन 100 सालों में किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. काशी विश्वनाथ ने विदेशी आक्रांताओं को झेला है. कॉरिडोर का श्रेय लेने के लिए लगी होड़ वहीं अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की क्रोनोलॉजी: सपा सरकार में करोड़ों का आवंटन हुआ, सपा सरकार में कॉरिडोर हेतु भवनों का अधिग्रहण शुरू हुआ और मंदिरकर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया. ‘पैदलजीवी’ बताएं कि सपा सरकार के वरुणा नदी के स्वच्छता अभियान को क्यों रोका और मेट्रो का क्या हुआ? काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की क्रोनोलॉजी: - सपा सरकार में करोड़ों का आवंटन हुआ - सपा सरकार में कॉरिडोर हेतु भवनों का अधिग्रहण शुरू हुआ - मंदिरकर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया ‘पैदलजीवी’ बताएं कि सपा सरकार के वरुणा नदी के स्वच्छता अभियान को क्यों रोका और मेट्रो का क्या हुआ। — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 12, 2021 इसके अलावा अखिलेश यादव ने रविवार को पीसी में बयान भी दिया था कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत हमने की थी, सपा सरकार में कैबिनेट से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पास हुआ. हम उसका डॉक्यूमेंट आप सभी को दे देंगे. अब डॉक्यूमेंट के साथ बात होगी, बिना डॉक्यूमेंट के कोई बात नहीं होगी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pm-narendra-modi-will-inaugurate-kashi-vishwanath-corridor-will-have-meeting-with-18-chief-ministers-on-cruise/1046396,"आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे PM मोदी, जानें 2 दिन के दौरे का कार्यक्रम","Hindi Newsदेश NARENDRA MODI आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे PM मोदी, जानें दो दिन के दौरे का पूरा कार्यक्रम ये प्रोजेक्ट लगभग पांच लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में फैला है, जबकि पहले यह परिसर लगभग 3,000 वर्ग फुट तक ही सीमित था. कोविड-19 वैश्विक महामारी के बावजूद प्रोजेक्ट का काम समय पर पूरा हो किया गया. Last Updated: Dec 12, 2021, 11:59 PM IST PM मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का करेंगे उद्घाटन देश भर के बड़े साधु, आचार्य और शंकराचार्यों को निमंत्रण PM मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे मौजूद वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Naarendra Modi) सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. लोगों को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर समर्पित करने के लिए सोमवार को आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के स्वागत के लिए बनारस की कला एवं सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली विशाल वॉल पेंटिंग बनाई गई हैं और काशी विश्वनाथ मंदिर स्थल के पास कई इमारतों को रोशन किया गया है. इसके बाद पीएम मोदी वाराणसी के घाटों पर गंगा ‘आरती’ एवं जश्न देखेंगे. 23 इमारतों का होगा उद्घाटन PMO के मुताबिक प्रोजेक्ट के पहले चरण में 23 इमारतों का उद्घाटन किया जाएगा. ये इमारतें तीर्थयात्रियों को सुविधा केंद्र, वैदिक केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोगशाला, सिटी म्यूजियम और फूड कोर्ट सहित कई सुविधाएं प्रदान करेंगी. ये प्रोजेक्ट लगभग पांच लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में फैला है, जबकि पहले यह परिसर लगभग 3,000 वर्ग फुट तक ही सीमित था. कोविड-19 वैश्विक महामारी के बावजूद प्रोजेक्ट का काम समय पर पूरा हो किया गया. करीब 339 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन मुख्य कार्यक्रम होगा. सुरक्षा व्यवस्था टाइट भारत और विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करने वाले प्राचीन मंदिर में प्रार्थना करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लोगों को समर्पित करेंगे. इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए रविवार देर रात तक निर्माण कर्मी पत्थरों को चमकाने में व्यस्त रहे, श्रमिकों ने मंदिर परिसरों को विशेषकर गेंदे के फूलों से सजाया और कर्मचारी ललिता घाट को तैयार करने के लिए तमाम व्यवस्थाएं करने में जुटे रहे. इस कार्यक्रम के मद्देनजर वाराणसी में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उत्साह का माहौल ‘दिव्य काशी, भव्य काशी’ नामक उद्घाटन समारोह को लेकर उत्साह के कारण रविवार को गोदौलिया चौक के पास सड़कों पर ‘शिव बारात’ निकाली गई. इलाके में कई होटल मालिकों ने अपने होटल को रोशन किया है. एक होटल मालिक ने कहा, ‘यह काशी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और हम भाग्यशाली हैं कि हम इसका हिस्सा हैं.’ मंदिर स्थल पर भी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के कर्मचारी और अन्य कर्मी सोमवार का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. पहले दिन का ऐसा रहेगा कार्यक्रम भाजपा पदाधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री दो दिन वाराणसी में ठहरने वाले हैं. पहले दिन वह सबसे पहले बाबा काल भैरव का दर्शन-पूजन करने के बाद ललिता घाट पहुचेंगे, वहां से बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे. कार्यक्रम के बाद वह सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ गंगा आरती में शरीक होंगे. मंगलवार को मुख्यमंत्रियों के साथ होगा संवाद भाजपा पदाधिकारियों के मुताबिक अपने प्रवास के दूसरे दिन प्रधानमंत्री देशभर से आए मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे. उसके बाद प्रधानमंत्री वाराणसी के उमरहा स्थित स्वर्वेद मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में भाग लेंगे. यहां उपस्थित लोगों को प्रधानमंत्री संबोधित भी करेंगे.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/a-phone-call-cheated-2-4-lakh-rupees-do-you-not-make-such-a-mistake/1046387,"एक फोन कॉल से हुई 2.4 लाख रुपये की ठगी, कहीं आप तो नहीं करते ऐसी गलती?","Hindi Newsदेश BANK FRAUD एक फोन कॉल से हुई 2.4 लाख रुपये की ठगी, कहीं आप तो नहीं करते ऐसी गलती? महाराष्ट्र के नागपुर में बैंक अधिकारी बताकर एक व्यक्ति के क्रेडिट कार्ड की जानकारी हासिल कर उसके खाते से 2.40 लाख रुपये निकालने का मामला सामने आया है. Last Updated: Dec 12, 2021, 11:19 PM IST नागपुर में फोन कॉल से हुई 2.4 लाख की ठगी बैंक कर्मी बन क्रेडिट कार्ड की मांगी डिटेल पुलिस ने दर्ज की शिकायत नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में बैंक अधिकारी बताकर एक व्यक्ति के क्रेडिट कार्ड की जानकारी हासिल कर उसके खाते से 2.40 लाख रुपये निकालने का मामला सामने आया है. क्या है पूरा मामला? नागपुर के काम्पटी निवासी शिकायतकर्ता विठोबा यशवंत पांडे (56) को शुक्रवार को एक व्यक्ति का फोन आया. यशवंत के मुताबिक व्यक्ति ने खुद को योगेश शर्मा और भारतीय स्टेट बैंक का अधिकारी बताया और उससे क्रेडिट कार्ड की जानकारी मांगी. अधिकारी समझ कर बैठे भूल यशवंत ने आरोपी को बैंक का अधिकारी समझकर कार्ड की सारी जानकारी बता दी. इसके तुरंत बाद ठग ने यशवंत के बैंक खाते से 2,40,807 रुपये निकाल लिए. पुलिस ने दर्ज की शिकायत इसके बाद यशवंत ने न्यू काम्पटी पुलिस थाने जाकर इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-bipin-rawat-helicopter-crash-eyewitness-mobile-phone-sent-for-forensic-investigation/1046334,"हेलीकॉप्टर हादसा: चश्मदीदों के फोन की जांच शुरू, क्रैश का बनाया था वीडियो","Hindi Newsदेश HELICOPTER CRASH हेलीकॉप्टर हादसा: चश्मदीदों के फोन की जांच शुरू, क्रैश का बनाया था वीडियो बुधवार को कुन्नूर के कटेरी-नंजप्पनचत्रम क्षेत्र में एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई थी. Last Updated: Dec 12, 2021, 08:29 PM IST हेलीकॉप्टर हादसे का बनाया था वीडियो प्रत्यक्षदर्शी के फोन होगी फॉरेंसिक जांच जनरल रावत और 12 अन्य की हुई थी मौत कुन्नूर: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में कुन्नूर के पास सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के हेलीकॉप्टर हादसे का वीडियो बनाने वाले शख्स का मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य की मौत हो गई थी. शादियों में फोटो खींचने वालों ने बनाया वीडियो शादी समारोहों की तस्वीरें खींचने और वीडियो बनाने का काम करने वाले कोयंबटूर निवासी जोए आठ दिसंबर को पर्वतीय नीलगिरि जिले के कट्टेरी इलाके में अपने दोस्त नजार और उसके परिवार के सदस्यों की तस्वीरें खींचने गए थे. उत्सुकतावश उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर हादसे से कुछ मिनट पहले हेलीकॉप्टर का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था. कोहरे में हेलीकॉप्टर के गायब हो जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिला पुलिस ने मामले में जांच के तहत, जोए का मोबाइल फोन कोयंबटूर स्थित फॉरेंसिक लैब भेज दिया है. प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ पुलिस के मुताबिक, यह पता लगाने के लिए भी जांच की जा रही है कि फोटोग्राफर और कुछ अन्य लोग घने जंगलों में क्यों गए थे जो जंगली जानवरों के आने-जाने के चलते प्रतिबंधित क्षेत्र है. इस बीच, पुलिस विभाग ने चेन्नई के मौसम विभाग से हादसे वाले दिन के तापमान और मौसम से संबंधित जानकारियां मांगी हैं. पुलिस दुर्घटना के बारे में सुराग जुटाने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों से भी सवाल-जवाब कर रही है. बचे हैं अकेले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बुधवार को कुन्नूर के कटेरी-नंजप्पनचत्रम क्षेत्र में एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई थी. भारतीय वायुसेना के अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की दुर्घटना में जान बच गई थी जिनका बेंगलुरु में इलाज चल रहा है. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/delhi-police-busted-gun-point-robbery-of-vip-area-tughlaq-road/1046246,"बिजनेस में घाटे के बाद बन गया क्रिमिनल, छुपने के लिए नशा मुक्ति केंद्र बनाया ठिकाना","Hindi Newsदेश DELHI बिजनेस में घाटा होने के बाद बन गया क्रिमिनल, छुपने के लिए नशा मुक्ति केंद्र को बनाया ठिकाना बुरी आदतें पड़ने के बाद उसने कई लोगों से लाखों रुपये उधार लिए. जब कर्जदारों ने पैसे वापस मांगे तो रुपयों के लिए उसने आपराधिक वारदातें करना शुरू कर दीं. Written by - Neeraj Gaur|Edited by: Neeraj Gaur|Last Updated: Dec 12, 2021, 07:05 PM IST तुगलक रोड रॉबरी का खुलासा नशा मुक्ति केंद्र में छुपा था आरोपी गाड़ी डीलर से बन गया कार लुटेरा नई दिल्ली: दिल्ली के तुगलक रोड थाना पुलिस ने एक ऐसे बदमाश को गिरफ्तार किया है जो एक कार डीलर से कार लुटेरा बन गया. आरोपी 19 नवंबर की रात गन प्वाइंट पर तुगलक रोड इलाके से एक कारोबारी के ड्राइवर से क्रेटा कार लूटकट फरार हो गया था. फिर पुलिस से बचने के लिए घर से भाग कर निहाल विहार के नशा मुक्ति केंद्र में छुप कर रह रहा था. वहां रहकर वह लूटी हुई कार बेचने की कोशिश कर रहा था लेकिन इससे पहले पुलिस टीम ने नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मार उसे गिरफ्तार कर लिया. पहले से दर्ज हैं चार मामले नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी दीपक यादव ने बताया कि तुगलक रोड इलाके में गन पॉइंट पर रॉबरी होने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टीम बनाई गई. जिसे एसीपी सुमा मुद्दा और खान मार्केट चौकी इंचार्ज कंवलजीत सिंह और एएसआई प्रमोद और हेडकांस्टेबल मनोज की टीम बनाई गई, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए बदमाश की पहचान पवन वालिया के रूप में हुई है जो दिल्ली के तिलक नगर का रहने वाला है. इसके खिलाफ विकासपुरी और तिलकनगर थाने में पहले से ही चार मामले दर्ज हैं. ड्रग्स का आदी है आरोपी पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर लूटी गई क्रेटा कार भी बरामद कर ली है. पूछताछ में पवन वालिया ने बताया कि उसने 12वीं तक पढ़ाई की है. उसके पिता तिलक नगर में कार डीलर थे. पांच साल पहले उनकी मृत्यु हो गई, जिसके बाद वह अपने पिता का कारोबार संभाल रहा था पर कोरोना के दौरान लगे लॉकडाइन (Lockdown) में उसका कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया. तंगी के कारण तनाव में आकर वह ड्रग्स का सेवन करने लगा. ड्रग्स लेने के साथ ही उसने जुआ खेलना भी शुरू कर दिया था. कई लोगों से लिया कर्ज बुरी आदतें पड़ने के बाद उसने कई लोगों से लाखों रुपये उधार लिए. जब कर्जदारों ने पैसे वापस मांगे तो रुपयों के लिए उसने आपराधिक वारदातें करना शुरू कर दीं. 19 नवंबर की रात नशे में धुत रहकर उसने तुगलक रोड इलाके में गन प्वाइंट पर कार लूट ली थी और सीसीटीवी और अन्य जांच से पुलिस ने पवन वालिया की पहचान कर ली थी. 10 दिसंबर को तुगलक रोड थाना पुलिस को सूचना मिली कि पवन वालिया निहार विहार में नशा मुक्ति केंद्र में छिपा हुआ है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/omicron-is-spreading-after-delhi-mumbai-knocked-in-these-two-states/1046212,"देशभर में पैर पसार रहा Omicron, दिल्ली-मुंबई के बाद अब इन 3 शहरों में सामने आए मामले","Hindi Newsदेश OMICRON देशभर में पैर पसार रहा Omicron, दिल्ली-मुंबई के बाद अब इन 3 शहरों में सामने आए मामले ओमिक्रॉन का एक केस चंडीगढ़ से सामने आया है तो वहीं दूसरा मामला आंध्र प्रदेश के विजयनगरम से सामने आया है. यह दोनों ही रोगी पिछले कुछ दिनों में विदेश से भारत आए हैं. Last Updated: Dec 12, 2021, 06:10 PM IST Omicron के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ से सामने आए 1-1 मामले दोनों ही मरीज विदेश से आए हैं भारत नई दिल्ली: देश में अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. रविवार को ही देश में 3 और मामले सामने आए हैं. ओमिक्रॉन का एक केस चंडीगढ़ से सामने आया है तो वहीं दूसरा मामला आंध्र प्रदेश के विजयनगरम से सामने आया है. इसके अलावा तीसरा मामला महाराष्ट्र के नागपुर से ही सामने आया है. यह तीनों ही रोगी पिछले कुछ दिनों में विदेश से भारत आए हैं. चंडीगढ़ में हुई पुष्टि 20 वर्षीय एक युवक अपने रिश्तेदारों से मिलने चंडीगढ़ पहुंचा था, जहां टेस्ट करने पर उसके ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. चंड़ीगढ़ में कोरोना वायरस के इस वेरिएंट से किसी व्यक्ति के संक्रमित होने का यह पहला मामला है. वह शख्स इटली में रह रहा था. हाल में वह अपने रिश्तेदारों से मिलने यहां आया था. जीनोम सिक्वेंसिंग की उसकी रिपोर्ट 11 दिसंबर को देर रात मिली और इसमें ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. आंध्र प्रदेश से सामने आया मामला जबकि ओमिक्रॉन से संक्रमित होने का दूसरा केस आंध्र प्रदेश से आया है. यह व्यक्ति पहले मुंबई पहुंचा था और कोविड-19 जांच में उसके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई थी. इसके बाद 27 नवंबर को उसे विशाखापत्तनम जाने की अनुमति मिल गई. फिर विजयनगरम में दूसरी बार RT-PCR जांच में उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके बाद उसके नमूने को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए हैदराबाद स्थित कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (Center for Cellular and Molecular Biology) भेजा गया और इसके जांच परिणाम में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई.’ विदेश से भारत आया युवक चंडीगढ़ वाले युवक ने कोरोना वैक्सीन लगवा रखी है और वह फिलहाल क्वारंटाइन में है. एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि व्यक्ति 22 नवंबर को भारत आया था. वह चंडीगढ़ में अपने रिश्तेदारों से मिलने आया था और क्वारंटाइन में था फिर 1 दिसंबर को दोबारा जांच में संक्रमित पाया गया. उसके नमूने को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नई दिल्ली भेजा गया. उच्च जोखिम का सामना कर रहे उसके परिवार के 7 सदस्यों को भी क्वारंटाइन में भेजा गया है. उनमें से किसी में भी संक्रमण की पुष्ट नहीं हुई. ऐसा बताया गया कि व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण नहीं थे. नागपुर में पहला मामला इसके अलावा महाराष्ट्र के नागपुर में भी रविवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया. एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम अफ्रीकी देश से लौटा 40 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना वायरस के इस वेरिएंट से पीड़ित पाया गया. इसके साथ ही महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है. गौरतलब है कि लगातार मामले सामने आने के बाद देश में ओमिक्रॉन के 37 मरीज हो चुके हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/minor-killed-elderly-woman-in-old-rajendra-nagar-delhi-police-apprehend-accused/1046082,"ईंट से कुचलकर की बुजुर्ग महिला की हत्या, सर्विलांस की मदद से ऐसे पकड़ा गया आरोपी","Hindi Newsदेश DELHI ईंट से कुचलकर की बुजुर्ग महिला की हत्या, सर्विलांस की मदद से ऐसे पकड़ा गया आरोपी Elderly Woman Murder In Delhi: बुजुर्ग महिला जिससे सब्जी खरीदती थी उसी ने महिला की बेरहमी से हत्या कर दी. महिला का शव घर में खून से लथपथ हालत में मिला. पुलिस ने आरोपी का पकड़ लिया है. Written by - Neeraj Gaur|Edited by: Neeraj Gaur|Last Updated: Dec 12, 2021, 03:47 PM IST टेक्निकल सर्विलांस टीम की मदद से पकड़ा गया आरोपी नाबालिग आरोपी से पुलिस की पूछताछ जारी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में रहती थी बुजुर्ग महिला नई दिल्ली: देश की राजधानी के ओल्ड राजेंद्र नगर (Old Rajendra Nagar) इलाके में अकेली रह रही 79 साल की बुजुर्ग महिला की उनके घर में ही बेरहमी से हत्या (Murder) कर दी गई. बुजुर्ग महिला की पहचान कुसुम सिंघल के तौर पर हुई है. हमलावर ने उनके सिर को बुरी तरह से कुचला दिया. वारदात की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने देखा कि घर का सामान बिखरा हुआ था. घर में अकेले रहती थी बुजुर्ग महिला पुलिस (Police) के मुताबिक, कुसुम सिंघल अकेले ही ए-83, ओल्ड राजेंद्र नगर के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित फ्लैट में रहती थीं. महिला के पति अशोक कुमार सिंघल की पहले ही मौत हो चुकी है. उनकी एक बेटी साउथ दिल्ली में रहती है जबकि दूसरी बेटी अपने परिवार के साथ स्विट्जरलैंड में रहती है. पड़ोसियों ने बुजुर्ग महिला के घर में क्या देखा? बता दें कि शनिवार दोपहर को कुसुम की बेटी उनके मोबाइल पर कॉल कर रही थी. फिर संपर्क न होने पर पड़ोसियों से घर जाकर देखने के लिए कहा गया. दोपहर करीब 2 बजे पड़ोसी ने कॉल करके राजेंद्र नगर थाने को हत्या की सूचना दी. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि बुजुर्ग महिला के सिर को पीछे से ईंट से वार करके बुरी तरह से कुचला गया था. बुजुर्ग महिला की लाश खून से लथपथ हालत में मुंह के बल पर फर्श पर पड़ी हुई थी. इसके अलावा कमरे में रखी अलमारी का लॉक भी टूटा था और सारा सामान बिखरा था. पुलिस ने सॉल्व किया केस सीनियर सिटीजन महिला की हत्या का मामला पुलिस ने सॉल्व कर लिया है. पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया है. आरोपी नाबालिग है. लूट के इरादे से हत्या की गई थी. आरोपी इलाके में सब्जी की रेहड़ी लगाता है. महिला इससे सब्जी लेती थी. आरोपी 10 दिसंबर की दोपहर को बुजुर्ग महिला के घर में दाखिल हुआ था. पहले बुजुर्ग महिला के सिर में पीछे से ईंट मारी फिर महिला की ज्वेलरी लेकर फरार हो गया. उसने अलमारी का लॉक तोड़ा तो उसमें कुछ नहीं मिला. पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से आरोपी को पकड़ा है. मृतक महिला के पड़ोस में रहने वाली पूनम ने ज़ी न्यूज़ को बताया कि उनका व्यवहार बहुत अच्छा था. हमेशा अच्छे से मुझसे मिलती थीं. मैंने घर के अंदर देखा कि आंटी जमीन पर पड़ी थीं. उनके सिर पर चोट मारी हुई थी. उनका अपनी नौकरानी से झगड़ा होता था. घर के अंदर दीवारों पर खून के धब्बे थे. दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी श्वेता चौहान, एडिशनल डीसीपी रोहित मीणा के नेतृत्व में टीम बनाकर एसीपी विदुषी कौशिक, राजेंद्र नगर के एसएचओ मुकेश अग्रवाल, AATS के इंचार्ज संदीप गोदारा ने आरोपी को दिल्ली से ही पकड़ लिया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/minor-girls-clothes-taken-off-for-arriving-late-on-work-mumbai-struggling-actress/1046063,"काम पर देरी से पहुंचने पर एक्ट्रेस ने उतरवाए युवती के कपड़े, न्यूड करके की पिटाई","Hindi Newsदेश MAHARASHTRA काम पर देरी से पहुंचने पर एक्ट्रेस ने उतरवाए युवती के कपड़े, न्यूड करके की पिटाई Minor Girls Clothes Taken Off: युवती ने घर पहुंचकर अपनी बड़ी बहन को उसके साथ हुई घटना के बारे में बताया. आरोपी महिला ने युवती को अपनी सैंडल से मारा. पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 03:11 PM IST पुलिस ने आरोपी महिला से की पूछताछ पिटाई के दौरान युवती के सिर में लगी चोट मामले की जांच में जुटी पुलिस मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुंबई (Mumbai) से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने काम पर देरी से आने पर एक नाबालिग लड़की के कपड़े उतरवाए और फिर उसकी पिटाई की. घटना के खुलासे के बाद सोशल मीडिया (Social Media) पर लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है. यूजर्स ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर सजा देने की मांग की है. पीड़िता ने सुनाई आपबीती टाइम्स नाऊ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना मुंबई के वर्सोवा (Versova) इलाके में हुई. नाबालिग लड़की ने घर पहुंचकर अपनी बड़ी बहन को आपबीती सुनाई. जिसके बाद नाबालिग लड़की ने पुलिस स्टेशन में आरोपी महिला के खिलाफ शिकायत की. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है. स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस के घर में काम करती थी नाबालिग बता दें कि आरोपी महिला मुंबई के वर्सोवा में रहती है. दावा है कि वो एक स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस (Struggling Actress) है. पीड़ित युवती पिछले चार महीने से एक्ट्रेस के घर पर काम कर रही थी. युवती के नाबालिग होने के बावजूद एक्ट्रेस ने उसे अपने घर में काम पर रख लिया था जबकि ये गैरकानूनी है. वारदात वाले दिन क्या हुआ था? नाबालिग लड़की ने बताया कि वो जब स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस के घर में काम करती थी. तभी वो आई और पूछा कि काम में देर कैसे हो गई? इसके बाद वो चिल्लाने लगी और जबरन उसके कपड़े उतरवा लिए. जब उसने इस बात का विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई. आरोपी महिला ने उसकी फोटो भी खींची और वीडियो रिकॉर्ड किया. पीड़िता ने बताया कि आरोपी महिला ने उसे अपनी सैंडल से मारा है. जिसकी वजह से उसके सिर में चोट लग गई है. घर आकर जब उसने इस घटना के बारे में अपनी बड़ी बहन को बताया तो उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. आरोपी महिला को मेरे साथ किए गए दुर्व्यवहार के लिए कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/another-hidden-river-found-under-the-sangam-of-prayagraj-and-it-can-be-saraswati/1046006,"नदियों के संगम के नीचे छिपी मिली एक और नदी, हैरान कर देने वाला है पूरा मामला","Hindi Newsदेश PRAYAGRAJ SANGAM नदियों के संगम के नीचे छिपी मिली एक और नदी, हैरान कर देने वाला है पूरा मामला प्रयागराज में पवित्र संगम को लेकर एक बेहद हैरान करने वाली बात सामने आई है. यह बात एक खोज में सामने आई है जिसने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है लेकिन एक धार्मिक मान्‍यता को बल दिया है. Written by - Shraddha Jain|Edited by: Shraddha Jain|Last Updated: Dec 12, 2021, 01:47 PM IST प्रयागराज में नदियों की तलहटी के नीचे मिली प्राचीन नदी संगम के नीचे मिली है यह प्राचीन नदी सरस्‍वती नदी होने की लग रहीं अटकलें नई दिल्‍ली: खुदाई में प्राचीन काल के गांव, इमारतें, मूर्तियां और कई तरह की चीजें मिलती रहती हैं लेकिन प्रयागराज में तो एक अजीब मामला सामने आया है. यहां तो नदियों के नीचे नदी बहने के सबूत मिले हैं. यह बात हेलीकॉप्‍टर से किए गए इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक सर्वे में सामने आई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां बड़ी मात्रा में पानी भी मिल सकता है, जो कि भविष्‍य में बहुत काम आ सकता है. दो नदियों के संगम के नीचे तीसरी नदी एडवांस्ड अर्थ एंड स्पेस साइंस जर्नल में प्रकाशित एक स्‍टडी के जरिए यह बात सामने आई है प्रयागराज में मौजूद गंगा-यमुना के संगम के नीचे एक प्राचीन नदी मिली है. यह स्‍टडी CSIR-NGRI के वैज्ञानिकों ने मिलकर की है और उनका मानना है कि इस नदी का संबंध हिमालय से है. लिहाजा यह तीसरी नदी सरस्‍वती हो सकती है. धर्म के मुताबिक संगम 3 नदियों के मिलन को ही कहा जाता है लेकिन प्रयागराज संगम की बात करें तो सरस्‍वती नदी वैज्ञानिक तौर पर सूख चुकी है. ऐसे में संगम के नीचे तीसरी नदी का मिलना आश्‍चर्यजनक है. ...इसलिए किया गया था सर्वे दरअसल, यह खोज अप्रत्‍याशित रूप से सामने आई है क्‍योंकि वैज्ञानिक पानी की खोज करने के लिए इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक सर्वे कर रहे थे ताकि जमीन के नीचे मौजूद पानी का पता लगाया जा सके और उसका उपयोग पीने के पानी, खेती और अन्‍य जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जा सके. इसके लिए CSIR-NGRI के वैज्ञानिकों ने हेलिकॉप्टर पर ड्यूल मोमेंट ट्रांजिएंट इलेक्ट्रोमैग्नेटिक (TEM) तकनीक को फिट किया और उसकी मदद से गंगा-यमुना के दोआब की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक मैपिंग की. इतना ही नहीं गंगा-यमुना दोआब के नीचे में मिली इस प्राचीन नदी का एक्वीफर सिस्टम और प्राचीन नहरें भी आपस में जुड़ी हुई है. इससे यह पता चलता है कि ये एक-दूसरे की पानी की जरूरत को पूरा करती रहती हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-general-bipin-rawats-last-video-message-on-swarnim-vijay-diwas-1971-war-victory/1045901,"सीडीएस बिपिन रावत का आखिरी वीडियो संदेश, स्वर्णिम विजय पर्व कार्यक्रम में दिखाया गया","Hindi Newsदेश CDS GENERAL BIPIN RAWAT सीडीएस बिपिन रावत का आखिरी वीडियो संदेश, स्वर्णिम विजय पर्व कार्यक्रम में दिखाया गया CDS General Bipin Rawat's Last Video Message: साल 1971 की लड़ाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को हरा दिया था. भारत इस जीत की 50वीं वर्षगांठ पर स्वर्णिम विजय पर्व के रूप में उत्सव मना रहा है. वेलिंगटन के लिए निकलने से पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने ये वीडियो मैसेज रिकॉर्ड किया था. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 12:01 PM IST सीडीएस रावत ने वीर जवानों के बलिदान को किया था याद सभी देशवासी विजय पर्व के जश्न में हों शामिल- सीडीएस रावत रक्षा मंत्री ने सीडीएस रावत को दी श्रद्धांजलि नई दिल्ली: स्वर्णिम विजय पर्व (Swarnim Vijay Parv) के कार्यक्रम में आज (रविवार को) सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) का आखिरी वीडियो संदेश जारी किया गया. तमिलनाडु (Tamil Nadu) में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन हो चुका है. बता दें कि इंडिया गेट (India Gate) पर आज स्वर्णिम विजय पर्व कार्यक्रम की शुरुआत हुई है. इस कार्यक्रम में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) का आखिरी संदेश जारी किया गया. इस वीडियो मैसेज को उन्होंने विजय पर्व के लिए वेलिंगटन जाने से पहले रिकॉर्ड किया था. CDS जनरल बिपिन रावत ने आखिरी संदेश में क्या कहा? अपने आखिरी संदेश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर मैं भारतीय सेना (Indian Army) के सभी बहादुर जवानों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. भारतीय सेना की 1971 की लड़ाई में जीत की 50वीं वर्षगांठ को हम विजय पर्व के तौर पर मना रहे हैं. मैं इस पावन पर्व पर सशस्त्र सेनाओं के वीर जवानों को याद करते हुए उनके बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/coonoor-helicopter-accident-only-survivor-group-captain-varun-singh-health-update-who-admitted-in-bengaluru/1045880,"कुन्‍नूर हादसे के एकमात्र सर्वाइवर कैप्टन वरुण सिंह की कैसी है हालत, जानें अपडेट","Hindi Newsदेश CAPTAIN VARUN SINGH IAF Chopper Crash: कुन्‍नूर हादसे के एकमात्र सर्वाइवर कैप्टन वरुण सिंह की कैसी है हालत, जानें हेल्थ अपडेट Captain Varun Singh Health Condition: कुन्‍नूर हादसे में एकमात्र जिंदा बचे सैन्‍य अधिकारी ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह इस समय बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल में भर्ती हैं. सैन्‍य अधिकारियों ने उनकी मौजूदा स्थिति के बारे में बताया है. Written by - Shraddha Jain|Edited by: Shraddha Jain|Last Updated: Dec 12, 2021, 12:42 PM IST बेंगलुरु में भर्ती हैं कैप्‍टन वरुण सिंह कुन्‍नूर हादसे के हैं एकमात्र सर्वाइवर 90 घंटे बाद भी नाजुक है हालत नई दिल्‍ली: कुन्‍नूर में हुए भयावह हेलीकॉप्‍टर हादसे को हुए करीब 90 घंटे हो चुके हैं. इस हादसे में देश ने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टॉफ जनरल बिपिन रावत समेत 13 जांबांजों को खोया है. इस हादसे में केवल एक व्‍यक्ति जीवित बचे हैं, वो हैं ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह. कैप्‍टन सिंह अभी भी अस्‍पताल में हैं और उनका इलाज जारी है. साथ ही उनके जल्‍द से जल्‍द ठीक होने के लिए दुआओं का दौर भी जारी है. नाजुक है हालत ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह की सलामती के लिए पूरा देश दुआ मांग रहा है. सब चाहते हैं कि वो जल्‍द से जल्‍द ठीक होकर हॉस्पिटल से डिस्‍चार्ज हो जाएं लेकिन उनकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है. कैप्‍टन सिंह बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल में एडमिट हैं, जहां उनको बेहतर से बेहतर ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. टाइम्‍स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक एयर फोर्स के अधिकारियों ने बताया है कि उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार या बड़ी गिरावट नहीं देखी गई है. लेकिन उनकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है. परिजनों ने जताया संतोष इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कैप्टन सिंह के परिवार से फोन पर बातचीत की थी. बातचीत में उन्‍होंने कैप्‍टन सिंह को सबसे अच्‍छी हेल्‍थ फैसिलिटी दिए जाने की बात कही थी. साथ ही यह भी कहा कि इस मुश्किल वक्‍त में पूरा देश उनके साथ है. वहीं परिजनों ने कैप्‍टन सिंह के ट्रीटमेंट को लेकर संतोष जताया और कहा कि उन्‍हें पूरी उम्‍मीद है कि वह जल्‍द से जल्‍द ठीक होकर वापस लौटेंगे. वहीं बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल में भर्ती कैप्‍टन सिंह की सेहत पर विशेषज्ञों की टीम लगातार नजर रख रही है. बता दें कि 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्‍नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्यकर्मियों की मृत्यु हो गई थी. शुक्रवार को सीडीएस रावत और उनकी पत्‍नी का एक साथ पूरे सैन्‍य सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार किया गया.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/hockey-player-sunil-played-at-national-level-forced-to-sell-vegetables-on-the-street-hamirpur-himachal-pradesh/1045861,"रेहड़ी पर सब्जी बेचने को मजबूर हुआ नेशनल लेवल का खिलाड़ी, सुनाई आपबीती","Hindi Newsदेश NATIONAL LEVEL PLAYER रेहड़ी पर सब्जी बेचने को मजबूर हुआ नेशनल लेवल का खिलाड़ी, सुनाई आपबीती Hockey Player Sunil Forced To Sell Vegetables: हॉकी प्लेयर सुनील के पिता डायबिटीज के मरीज हैं. उनकी उम्र 63 साल हो चुकी है. वहीं उनकी मां को लीवर की बीमारी है. सुनील बड़ी मुश्किल से अपने घर का खर्च उठा पाते हैं. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 10:27 AM IST हॉकी प्लेयर ने सरकार से लगाई गुहार सब्जी बेचकर गुजारा कर रहा हॉकी प्लेयर सरकारी नौकरी में मिले मदद- हॉकी प्लेयर हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के हमीरपुर (Hamirpur) से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे. दरअसल यहां राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेल चुका एक खिलाड़ी (National Level Hockey Player) रेहड़ी पर सब्जी बेचने को मजबूर है. सोशल मीडिया (Social Media) पर लोग इसके बारे में जानने के बाद नाराज दिखे. यूजर्स ने कहा कि यहां राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी की सुध लेने वाला भी कोई नहीं है. रेहड़ी पर सब्जी बेच रहा नेशनल लेवल का खिलाड़ी गौरतलब है कि हालात ने इस खिलाड़ी को आज सब्जी बेचने के लिए मजबूर कर दिया है. बता दें कि रेहड़ी पर सब्जी बेचने वाले इस खिलाड़ी का नाम सुनील है. सुनील के माता-पिता दोनों की तबीयत खराब रहती है. सुनील का कहना है कि घर चलाने की मजबूरी ने उन्हें खेल से दूर कर दिया. हॉकी की टीम के कैप्टन रह चुके हैं सुनील जान लें कि सुनील हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी की हॉकी टीम के कैप्टन भी रह चुके हैं. स्कूल स्तर से लेकर 2017 में कॉलेज तक उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में नेशनल लेवल के टूर्नामेंट में हिस्सा लिया. लेकिन अब वो सब्जी बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं. सुनील के माता-पिता को है ये बीमारी बता दें कि सुनील के पिता का नाम वेद प्रकाश है. उनकी उम्र 63 साल हो चुकी है. वो डायबिटीज के मरीज हैं. सुनील की मां का नाम पुष्पा है. उन्हें लीवर की बीमारी है. अपने माता-पिता के इलाज का खर्च उठाने के लिए नेशनल लेवल के हॉकी के खिलाड़ी सुनील रेहड़ी पर सब्जी बेचने को मजबूर हो गए हैं. सुनील ने कहा कि सरकार को जूनियर वर्ग के खिलाड़ियों को भी सरकारी नौकरी देनी चाहिए. उनके लिए कोटा फिक्स होना चाहिए. नेशनल लेवल पर हॉकी खेल चुके खिलाड़ियों की हालत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि मैं रेहड़ी पर सब्जी बेच रहा हूं. सरकार को जूनियर वर्ग के खिलाड़ियों की भी मदद करनी चाहिए.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/religion/icmr-developed-new-kit-for-speedy-omicron-test-report-it-will-result-with-in-2-hours/1045845,"ओमिक्रॉन टेस्ट रिपोर्ट के लिए अब नहीं करना होगा 4 दिन इंतजार, घंटों में चलेगा पता","Hindi Newsदेश OMICRON TEST KIT ICMR Omicron Test Report Kit: ओमिक्रॉन टेस्ट रिपोर्ट के लिए अब नहीं करना होगा 4 दिन इंतजार, घंटों में चलेगा पता ICMR Omicron Test Report Kit: कोरोना वायरस के सबसे खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रॉन की जल्‍द से जल्‍द पहचान करने के लिए आईसीएमआर ने एक नई किट डेवलप की है. यह किट ओमिक्रॉन टेस्टिंग को बहुत आसान बना देगी. इसकी मदद से केवल 2 घंटों में ही रिजल्‍ट मिल जाएगा. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 12:56 PM IST ओमिक्रॉन टेस्टिंग में बड़ी सफलता ICMR ने डेवलप की नई किट 2 घंटे में पता चल जाएगा रिजल्‍ट नई दिल्‍ली: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने देश-दुनिया में चिंता की लहर ला दी है. बहुत तेजी से कोराना वायरस फैलाने वाले इस वेरिएंट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. लेकिन इसे ना तो लक्षणों के जरिए आसानी से पहचाना जा पा रहा है और ना ही अब तक इसको तेजी से जांचने की कोई तकनीक डेवलप हो पाई थी. अब भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने असम के डिब्रूगढ़ में एक नई कोविड टेस्ट किट तैयार कर ली है, जो ओमिक्रॉन संक्रमण का बहुत तेजी से पता लगा लेती है. 2 घंटे में आ जाएगा रिजल्‍ट ICMR द्वारा डेवलप की गई यह किट ओमिक्रॉन इंफेक्‍शन का पता केवल 2 घंटों में लगा लेती है. एएनआई के मुताबिक यह पहली ऐसी किट है जो रियल टाइम में ओमिक्रॉन की पहचान कर सकती है. जबकि अब तक जिन किट का उपयोग ओमिक्रॉन का पता लगाने में किया जा रहा था, उनसे रिपोर्ट आने में 3 से 4 दिन लग जाते हैं. इसमें पहले 36 घंटे ओमिक्रॉन का पता लगाने और फिर बाद का समय जीनोम सीक्‍वेंसिंग होने में बीत जाता था. लेकिन नई किट इस प्रक्रिया को आसान और बहुत तेज बना देगी. एकदम सटीक हैं रिजल्‍ट कोलकाता की कंपनी जीसीसी बायोटेक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप में इस किट को तैयार कर रही है. वैज्ञानिक डॉ. बिस्वज्योति बोर्काकोटी ने बताया कि इस किट से मिले नतीजे 100 फीसदी सही हैं और अब ये ओमिक्रॉन से निपटने में बहुत कारगर साबित होंगे. इससे पहले डॉ. बोर्काकोटी के नेतृत्‍व में ही वैज्ञानिकों की एक टीम ने कोरोना वायरस को आइसोलेट किया था, जो कि एक बड़ी कामयाबी थी. गौरतलब है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के केसेज देश में तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक देश के करीब आधा दर्जन राज्‍यों में ओमिक्रॉन के केस मिल चुके हैं. इसमें दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात शामिल हैं. अब तक देश में ओमिक्रॉन के 33 मामले मिल चुके हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/brigadier-ls-lidder-daughter-aashna-recited-poem-on-incomplete-family-before-helicopter-crash-video-viral/1045825,"क्रैश से पहले ब्रिगेडियर की बेटी ने 'अधूरे परिवार' पर सुनाई कविता, VIDEO वायरल","Hindi Newsदेश AASHNA LIDDER हेलीकॉप्टर क्रैश से पहले ब्रिगेडियर की बेटी ने 'अधूरे परिवार' पर सुनाई कविता, VIDEO वायरल Brigadier LS Lidder's Daughter Aashna's Poem: ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर की बेटी आशना लिद्दर की किताब पिछले महीने लॉन्च हुई थी. आशना लिद्दर की इस किताब की मांग अब बढ़ गई है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 10:28 AM IST स्वतंत्रता दिवस पर आशना लिद्दर ने लिखी थी कविता किरण बेदी ने ट्वीट किया आशना लिद्दर का वीडियो हेलीकॉप्टर क्रैश में हो चुका है ब्रिगेडियर लिद्दर का निधन नई दिल्ली: पुडुचेरी (Puducherry) की पूर्व गवर्नर किरण बेदी (Kiran Bedi) ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया जो इस वक्त बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. ये वीडियो सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के रक्षा सलाहकार रहे ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर (Lakhwinder Singh Lidder) की बेटी आशना लिद्दर का है. जिसमें आशना लिद्दर (Aashna Lidder) एक कविता सुनाती हुई दिख रही हैं. ये कविता आशना लिद्दर ने खुद लिखी है. हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हो चुके हैं आशना के पिता बता दें कि आशना लिद्दर के पिता का निधन बीते 8 दिसंबर को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में हो गया था. इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सैन्य अधिकारियों का निधन हो गया था. हेलीकॉप्टर में सवार 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई थी. किरण बेदी का ट्वीट किरण बेदी ने ट्वीट किया कि ये कविता आशना लिद्दर (स्वर्गीय ब्रिगेडियर लिद्दर की बेटी, जिन्होंने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी) की है. उन्होंने 3 दिसंबर को शुक्रवार के बुक रीडिंग सेशन में अपनी खुद की किताब से इसको पढ़कर सुनाया था. जीवन बहुत रहस्यमय है. This is the poem Aashna Lidder ( daughter of Late Brigadier Lidder who lost his life in the Helicopter Crash) recited this from her own book, on Dec 3, in the Friday Book Reading session. It was ominous when u listen to it. Life is very mysterious pic.twitter.com/svg6aIE3Gu — Kiran Bedi (@thekiranbedi) December 10, 2021 आशना लिद्दर की कविता वीडियो में आशना लिद्दर ने कहा कि मैं अपनी एक कविता पढ़ने जा रही हूं जो मैंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लिखी थी और इसे निस्वार्थ स्वतंत्रता कहा जा सकता है. ये कितनी निस्वार्थ स्वाधीनता है. कैसे लोग एक राष्ट्र और अन्य लोगों के लिए अपने और अपने प्राणों की आहुति देने के लिए तैयार हो जाते हैं, भले ही इसके लिए सम्मान मिलना निश्चित नहीं हो. वीडियो में दिख रहा है कि इस कविता के लिए पुडुचेरी की पूर्व गवर्नर किरण बेदी और अन्य लोग आशना लिद्दर की काफी तारीफ कर रहे हैं. ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर की बेटी आशना लिद्दर ने अधूरे परिवार पर लिखी अपनी कविता सुनाई. आशना लिद्दर ने अपनी कविता में राष्ट्र के लिए अधूरे परिवार के त्याग का जिक्र किया. जान लें कि आशना लिद्दर की ये किताब पिछले महीने एक समारोह में लॉन्च की गई थी. इस कार्यक्रम में आशना लिद्दर के माता-पिता, किरण बेदी और सीडीएस जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत शामिल हुई थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 8 दिसंबर को हुए हादसे के बाद आशना लिद्दर की किताब की मांग में उछाल आ गया है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/moradabad-train-accident-bua-gave-her-life-to-save-her-nephew/1045820,"पटरी में फंसा बच्चे का पैर, जान बचाने के लिए उसके ऊपर लेटी बुआ; कटकर हुए 4 टुकड़े","Hindi Newsदेश TRAIN ACCIDENT पटरी में फंसा बच्चे का पैर, जान बचाने के लिए उसके ऊपर लेट गई बुआ; ट्रेन से कटकर हुए 4 टुकड़े ट्रेन हादसे में भतीजे को बचाने के लिए बुआ ने ऐसा काम किया जिसे जानकर आपके आंसू आ जाएंगे. भतीजे के प्‍यार में बुआ ने अपनी जान दे दी लेकिन उसे बचा लिया. इस हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 12:50 PM IST मुरादाबाद में ट्रेन के सामने आया बच्‍चा बच्‍चे को बचाने बुआ ने दे दी अपनी जान टुकड़े-टुकड़े हो गया शरीर मुरादाबाद: ट्रेन हादसों में मरने वालों की खबरें अक्‍सर आती रहती हैं. इसमें कुछ खबरें ऐसी होती हैं जो बेहद इमोशनल कर देती हैं और लंबे समय तक जेहन में रहती हैं. उत्‍तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक ऐसी ही घटना हुई है जो रुला देने वाली है. इस ट्रेन हादसे में एक युवती ने अपनी जान देकर 3 साल के बच्‍चे की जान बचाई है, जो कि उसका भतीजा था. बुआ के शरीर के हो गए 4 टुकड़े यह हादसा बुआ-भतीजे के प्रेम की मिसाल की तरह है. मुरादाबाद में 3 साल का बच्‍चा रेलवे लाइन में फंस गया और उसी समय सामने से तेज रफ्तार में धड़धड़ाती हुई ट्रेन आ रही थी. 20 वर्षीय बुआ ने बच्‍चे को बचाने के लिए उसे ट्रेक से निकालने की कोशिश की लेकिन नाकाम रही. आखिर में उसे बचाने का कोई तरीका न देखकर वह खुद ही उसके ऊपर लेट गई. कुछ ही सेकंड्स में बुआ-भतीजे के ऊपर से ट्रेन गुजर गई और युवती के शरीर के 4 टुकड़े कर गई. हादसे में भले ही बुआ का शरीर टुकड़े-टुकड़े हो गया लेकिन बच्‍चे की जान बच गई. सदमे में है परिवार एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक 20 साल की शशिबाला मुरादाबाद के कुंदरकी थाना क्षेत्र के हुसैनपुर गांव में रहती थी और एक शादी में शामिल होने के लिए अपने ननिहाल भैंसिया आई थी. शादी की एक रस्‍म के बाद जब सारे लोग लौट रहे थे तभी पुल पर रेलवे ट्रेक में 3 साल के बच्‍चे आरव का पैर फंस गया और सामने से ट्रेन आ गई. तब बच्‍चे को बचाने के लिए शशिकाल ने इतना खतरनाक फैसला लिया और अपनी जान देकर बच्‍चे की जान बचाई. हादसे के बाद से पूरा परिवार सदमे में है और शादी वाले घर में मातम का माहौल छा गया है. घटना में आरव को भी कुछ चोटें आईं हैं और उसका इलाज चल रहा है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/imd-alert-for-rainfall-snowfall-fog-due-to-western-disturbance-in-india-weather-news-tamil-nadu-kashmir/1045792,"अगले 4-5 दिन जमकर होगी बारिश, फिर करना पड़ेगा कड़ाके की ठंड का सामना, IMD की चेतावनी","Hindi Newsदेश WEATHER NEWS अगले 4-5 दिन जमकर होगी बारिश, फिर करना पड़ेगा कड़ाके की ठंड का सामना, IMD की चेतावनी Weather Update: ठंड शुरू होने के बीच लोगों को बारिश का कहर भी झेलना पड़ सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ऐसी चेतावनी दी है. इसके अलावा धुंध भी लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 08:32 AM IST कश्मीर में दिखने लगा शीतलहर का असर अगले 4-5 दिन कई राज्यों में हो सकती है बारिश मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट नई दिल्ली: जहां एक तरफ लगातार ठंड (Winter) बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ बारिश (Rain) का कहर भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने चेतावनी दी है कि अगले 4-5 दिन बारिश होगी. इसके अलावा कुछ इलाकों में धुंध (Fog) भी छाई रहेगी. पहाड़ी इलाकों में भी बर्फबारी (Snowfall) की संभावना जताई गई है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. भारत में दिखेगा वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (Western Disturbance) की वजह से बारिश (Rainfall) होगी. वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर 13 दिसंबर को पश्चिमी हिमालय के क्षेत्र (Western Himalayan Region) में दिखेगा. इसकी वजह से बारिश और बर्फबारी हो सकती है. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir), लद्दाख (Ladakh), गिलगिट-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan), मुजफ्फराबाद (Muzaffarabad) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का प्रभाव 13 से 15 दिसंबर के बीच देखने को मिलेगा. A Fresh Western Disturbance likely to affect Western Himalayan Region from the night of 13th December. It is likely to cause light isolated to scattered rainfall/snowfall over Jammu-Kashmir-Ladakh-Gilgit-Baltistan-Muzaffarabad during 13th-15th & Himachal Pradesh on 14th December pic.twitter.com/mczMC4GUYh — India Meteorological Department (@Indiametdept) December 11, 2021 इन राज्यों में आसमान से बरसेगी आफत इसके अलावा दक्षिण भारत (South India) में भी बारिश का प्रकोप दिख सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), रायलसीमा (Rayalaseema), साउथ कर्नाटक (South Karnataka), तमिलनाडु (Tamilnadu) और केरल (Kerala) में अगले 4-5 दिन में बारिश होगी. मौसम विभाग (IMD) ने इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है. धुंध बढ़ा सकती है लोगों की परेशानी गौरतलब है कि धुंध का असर भी भारत के कुछ इलाकों में दिखेगा. भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग और ओडिशा में सुबह के समय 2-3 घंटे तक लोगों को धुंध का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि बर्फबारी की वजह से कश्मीर में धीरे-धीरे शीतलहर का असर दिखने लगा है. कई इलाकों में पारा शून्य से नीचे चला गया है. श्रीनगर समेत घाटी के करीब सभी जिलों में कड़ाके की ठंड हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, 15 दिसंबर को घाटी के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश अनुमान है, लेकिन तब तक मौसम साफ रहेगा. आसमान साफ रहने से रात का तापमान और नीचे गिरने की आशंका है. आने वाले कुछ दिन तक लोगों को ठंड से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे और उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है. उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है. मौसम विभाग ने 14 दिसंबर तक मौसम के शुष्क रहने का अनुमान जताया है. 15 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के छिटपुट इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी और बारिश की संभावना है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/encounter-begins-between-security-forces-and-terrorists-in-kashmir-awantipora-and-one-terrorist-killed/1045791,"जम्मू-कश्‍मीर में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया","Hindi Newsदेश JAMMU-KASHMIR J&K Awantipora Encounter: जम्मू-कश्‍मीर में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया J&K Awantipora Encounter: जम्‍मू-कश्‍मीर में सेना द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन के बीच आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो चुकी है. सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है. इससे पहले भी 1 दिसंबर को सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया था. Written by - Syed Khalid Hussain|Edited by: Syed Khalid Hussain|Last Updated: Dec 12, 2021, 12:54 PM IST अवंतीपोरा के बड़गाम में सेना का सर्च ऑपरेशन मुठभेड़ में एक आतंकी को किया ढेर एक से दो आतंकियों के छिपे होने की आशंका नई दिल्‍ली: जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंकियों के सफाए के लिए सुरक्षाबल लगातार सक्रिय हैं. एक बार फिर सुरक्षाबल बड़े सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं और इसी दौरान उन्‍होंने एक छिपे हुए आतंकी को मार भी गिराया है. माना जा रहा है कि अभी भी इलाके में एक से दो आतंकी और मौजूद हैं. यह सर्च ऑपरेशन अवंतीपोरा के बड़गाम क्षेत्र में चल रहा है. साथ ही सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है. एक आतंकी ढेर कश्‍मीर के आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि अवंतीपोरा के बड़गाम इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ अभी भी जारी है और इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मार दिया गया है. हालांकि अभी एक से दो आतंकियों के इलाके में मौजूद होने की आशंका है. सुरक्षाबलों को मिली एक विशेष खुफिया सूचना के बाद इस इलाके में सुरक्षाबलों ने संयुक्‍त तौर पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था, तभी छिपे हुए आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक आतंकी मारा गया. इससे पहले 1 दिसंबर को भी पुलवामा जिले के कसबयार राजपोरा इलाके में सेना और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस एनकाउंटर में भी हमारे जांबाज सिपाहियों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया था.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pm-modis-twitter-handle-hacked-briefly-shared-link-of-bitcoin-pmo-clarified/1045753,"PM Modi का ट्विटर अकाउंट थोड़ी देर के लिए हुआ हैक, पीएमओ ने दी जानकारी","Hindi Newsदेश PM NARENDRA MODI PM Modi का ट्विटर अकाउंट थोड़ी देर के लिए हुआ हैक, पीएमओ ने दी जानकारी PM Modi's Twitter Account Hacked: प्रधानमंत्री मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक होने की जानकारी पीएमओ ने दी. इस दौरान बिटकॉइन के लीगल टेंडर को लेकर ट्वीट किया गया. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 10:29 AM IST ट्विटर पर पीएम मोदी के हैं 7 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट से की गई छेड़छाड़ हैक होने के दौरान किए गए ट्वीट को करें इग्नोर- पीएमओ नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट हैक (Twitter Account Hacked) हो गया, इसकी जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) ने दी. पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट (PM Modi Twitter Account) थोड़ी देर के लिए हैक हुआ. ट्विटर (Twitter) से बात करने के बाद उनका ट्विटर अकाउंट अब सुरक्षित है. पीएमओ का ट्वीट प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्वीट किया, 'पीएम नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से छेड़छाड़ हुई है. ये मामला ट्विटर के पास ले जाया गया जिसके बाद अकाउंट सुरक्षित हो गया. अकाउंट हैक होने के दौरान जो भी छेड़छाड़ की गई या शेयर किया गया उसे अनदेखा किया जाना चाहिए.' The Twitter handle of PM @narendramodi was very briefly compromised. The matter was escalated to Twitter and the account has been immediately secured. In the brief period that the account was compromised, any Tweet shared must be ignored. — PMO India (@PMOIndia) December 11, 2021 पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट किया गया सुरक्षित जान लें कि ट्विटर पर पीएम मोदी के 7 करोड़ 34 लाख फॉलोअर्स (Followers) हैं. हैक होने के बाद पीएम मोदी का अकाउंट बहाल कर दिया गया है और इस दौरान किए गए गलत सूचना वाले ट्वीट्स को हटा दिया गया है. बता दें कि पिछले साल सितंबर में भी पीएम मोदी की पर्सनल वेबसाइट और मोबाइल ऐप हैक हो गई थी. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे ज्यादा पॉपुलर नेताओं में एक हैं. करोड़ों लोग पीएम मोदी को अपना आदर्श मानते हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/knife-went-between-students-who-came-out-after-giving-exam-many-students-were-injured/1045736,"दसवीं का एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट्स पर चाकू से हमला, कई स्कूली छात्र हुए घायल","Hindi Newsदेश FIGHT दसवीं का एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट्स पर चाकू से हमला, कई स्कूली छात्र हुए घायल दिल्ली के मयूर विहार फेज-2 में सर्वोदय विद्यालय के बाहर छात्रों के दो गुटों में झड़प हो गई. एक गुट ने पेपर देकर निकले छात्रों पर लाठी-डंडों के अलावा चाकू से हमला कर दिया. हमले में 4 छात्र बुरी तरह जख्मी हो गए. Written by - Neeraj Gaur|Edited by: Neeraj Gaur|Last Updated: Dec 11, 2021, 11:34 PM IST स्कूली छात्रों के बीच हुई चाकूबाजी नाबालिगों ने दिया घटना को अंजाम दिल्ली के पांडव नगर थाने का है मामला नई दिल्ली: दिल्ली के मयूर विहार फेज-2 में सर्वोदय विद्यालय के बाहर छात्रों के दो गुटों में झड़प हो गई. एक गुट ने पेपर देकर निकले छात्रों पर लाठी-डंडों के अलावा चाकू से हमला कर दिया. हमले में 4 छात्र बुरी तरह जख्मी हो गए. आरोपियों ने दौड़ा-दौड़ाकर छात्रों को चाकू मारे. वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. राहगीरों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए. घायलों को LBS अस्पताल ले जाया गया, जहां एक छात्र की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है, उसके शरीर पर कई चाकू लगे हैं. झगड़े में शामिल सभी लोग नाबालिग शुरुआती जांच के बाद पुलिस को पता चला है कि पुराने झगड़े में आरोपी छात्रों ने वारदात को अंजाम दिया. हमलावरों में स्कूली छात्रों के अलावा कुछ बाहरी लड़के भी शामिल थे. हमलावर भी नाबालिग ही बताए जा रहे हैं. पांडव नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी लड़कों की तलाश शुरू कर दी है. ऐसे दिया वारदात को अंजाम नाबालिग होने के करण पुलिस ने घायलों की पहचान को उजागर नहीं किया. सभी की उम्र 15 से 16 साल के बीच है और यह सभी त्रिलोकपुरी और कल्याणपुरी के रहने वाले हैं. शनिवार को 10वीं क्लास का अंग्रेजी का पेपर था. दोपहर करीब 1.30 बजे जैसे ही यह छात्र पेपर देकर बाहर निकले, स्कूल के बाहर पहले से खड़े छात्रों ने इन पर हमला कर दिया. पीड़ित छात्र बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे. छात्र पास के एक पार्क में घुस गए. वहां पहुंचकर आरोपी लड़कों ने इनकी बुरी तरह से पिटाई करने के बाद चाकू मार दिया. वारदात के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए. झगड़े की सूचना मिलते ही स्कूल प्रशासन और राहगीर वहां पहुंच गए. जांच में जुटी पुलिस मामले की सूचना पुलिस को दी गई. बाद में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. शुरुआती जांच के बाद पता चला है कि घायल लड़कों और आरोपियों का पुराना झगड़ा है. इस वजह से ही हमला किया गया. पांडव नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर हमला करने वाले लड़कों की तलाश कर रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ लड़कों की पहचान भी कर ली गई है. उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/delhi-weather-updates-delhi-air-quality-index-delhi-weather-forecast/1045710,"दिल्ली में शनिवार को रहा सीजन का सबसे गर्म दिन, जानें आगे कैसे रहेगा मौसम","Hindi Newsदेश WEATHER UPDATES Weather Forecast: दिल्ली में शनिवार को रहा सीजन का सबसे गर्म दिन, जानें आगे कैसे रहेगा मौसम दिल्ली (Delhi) में शनिवार की सुबह इस मौसम (Delhi Weather Updates) का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री सेल्सियस कम है. Last Updated: Dec 11, 2021, 10:31 PM IST अधिकतम तापमान रहा 23.7 डिग्री सेल्सियस 15 दिसंबर से बढ़ेगी हवाओं की स्पीड बढ़ेगा ठंड का अहसास नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) में शनिवार की सुबह इस मौसम (Delhi Weather Updates) का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री सेल्सियस कम है. शहर में शनिवार का न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान रहा 23.7 डिग्री सेल्सियस मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को अधिकतम तापमान (Delhi Weather Updates) सामान्य से एक डिग्री अधिक 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली का 24 घंटे का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 281 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है. जबकि पड़ोसी गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में यह इंडेक्स क्रमश: 264, 218, 192, 221 और 268 दर्ज किया गया. 15 दिसंबर से बढ़ेगी हवाओं की स्पीड सरकार की ओर से एयर क्वालिटी का पूर्वानुमान जांचने वाली एजेंसी सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने कहा कि 15 दिसंबर से दिल्ली-एनसीआर में हवाओं की स्पीड बढ़ेगी. इससे लोगों को सर्द हवाओं का अहसास होगा. हालांकि हवा तेज होने से दिल्ली-एनसीआर के एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार होगा. फिर भी यह इंडेक्स ‘खराब’ और ‘बेहद खराब’ श्रेणी के आस पास रहेगा. बढ़ेगा ठंड का अहसास सफर ने कहा, ‘अगले तीन दिनों (12-14 दिसंबर) में हवाएं मध्यम गति से बहती रहेंगी. उसके बाद 15 दिसंबर से हवाओं की स्पीड में तेजी आएगी. इससे लोगों को ठंड का अहसास बढ़ेगा. साथ ही एयर पॉल्युशन से कुछ हद तक निजात भी मिलेगी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/amidst-the-danger-of-omicron-the-news-of-relief-1-5-years-innocent-became-a-ray-of-hope/1045667,"Omicron के खतरे के बीच राहत की खबर, 1.5 साल की मासूम बनी उम्मीद की किरण","Hindi Newsदेश OMICRON Omicron के खतरे के बीच राहत की खबर, 1.5 साल की मासूम बनी उम्मीद की किरण महाराष्ट्र के पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड़ इलाके में हाल में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाई गई 1.5 साल की बच्ची को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. वहीं इलाके में इस नए वेरिएंट से संक्रमित 3 साल के लड़के में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखा है और उसकी तबीयत बिल्कुल ठीक है. Last Updated: Dec 11, 2021, 08:26 PM IST ओमिक्रॉन के मामलों के बीच राहत भरी खबर 1.5 साल की बच्ची ने ओमिक्रॉन से किया रिकवर देश में अब तक ओमिक्रॉन के 33 मामले पुणे: महाराष्ट्र के पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड़ इलाके में हाल में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाई गई 1.5 साल की बच्ची को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. वहीं इलाके में इस नए वेरिएंट से संक्रमित 3 साल के लड़के में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखा है और उसकी तबीयत बिल्कुल ठीक है. पिंपरी में निकले थे एक साथ ओमिक्रॉन के केस पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम (PCMC) क्षेत्र के 4 नए रोगियों में 3 साल का बच्चा भी शामिल है. इसके अलावा 3 अन्य रोगियों में 2 पुरुष और 1 महिला है. ये सभी लोग नाइजीरिया से लौटने पर ओमिक्रॉन से संक्रमित पाई गई भारतीय मूल की महिला और उसकी 2 बेटियों के संपर्क में आ गए थे. यह भी पढ़ें: हरियाणा के बाद इस राज्य में उठी खुले में नमाज पर रोक की मांग, विधायक ने CM से लगाई गुहार 4 लोगों को अस्पताल से मिली छुट्टी एक अधिकारी ने कहा, 'इससे पहले ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए 6 लोगों में से 4 को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई. इनमें 1.5 की बच्ची भी शामिल है.' बच्चे का रखा जा रहा खास ख्याल PCMC के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर लक्ष्मण गोफाने ने कहा कि 4 नए रोगियों में शामिल 3 साल के लड़के में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखा है और बाल देखभाल केंद्र में उसका ख्याल रखा जा रहा है और चिंता की कोई बात नहीं है. गौरतलब है कि देश में अब तक ओमिक्रॉन के 33 मामले सामने आ चुके हैं.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/insects-came-out-of-a-hostel-in-maharashtra-after-which-the-girl-students-created-a-ruckus/1045559,"लड़कियों के हॉस्टल में मच गया बवाल, मेस के खाने में निकले मोटे-मोटे कीड़े","Hindi Newsदेश MAHARASHTRA लड़कियों के हॉस्टल में मच गया बवाल, मेस के खाने में निकले मोटे-मोटे कीड़े महाराष्ट्र के वर्धा जिले के एक हॉस्टल से खाने में कीड़े मिलने का मामला सामने आया है. हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने बताया कि यहां पहले भी खाने में कीड़े निकले हैं. लेकिन हॉस्टल प्रशासन का इस लापरवाही की तरफ कोई ध्यान नहीं है. Written by - Subhash dave|Edited by: Subhash dave|Last Updated: Dec 11, 2021, 05:38 PM IST वर्धा जिले के सावंगी का है मामला पहले भी निकल चुके हैं खाने में कीड़े छात्राओं ने हॉस्टल में मचाया हंगामा नई दिल्ली. महाराष्ट्र के वर्धा जिले के एक हॉस्टल से खाने में कीड़े मिलने का मामला सामने आया है. खाने में कीड़े मिलने के बाद हॉस्टल में पढ़ने वाली स्टुडेंट्स में काफी गुस्सा है. जानकारी के अनुसार, इस हॉस्टल में बीएससी और फार्मसी समेत कई अन्य कोर्स की पढ़ाई करने वाली छात्राएं रहती हैं. पहले भी मेस के खाने में निकले हैं कीड़े जानकारी के अनुसार, ये मामला वर्धा के सावंगी में सरस्वती हॉस्टल का है. इस हॉस्टल में रहने वाली स्टुडेंट्स जब खाना खाने के लिए मेस में गई तो उनके खाने में कई कीड़े निकले. इसके बाद हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा. गुस्साई छात्राओं ने हॉस्टल में जमकर हंगामा मचाया. हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने बताया कि यहां पहले भी खाने में कीड़े निकले हैं. ये इस तरह का पहला मामला नहीं है. हॉस्टल में रहती हैं कई कोर्सेस में पढ़ने वाली छात्राएं सरस्वती हॉस्टल में कई कोर्सेस में पढ़ने वाली छात्राएं रहती हैं और वहीं के मेस में बनने वाले खाने को खाती हैं. छात्राओं ने बताया कि उनसे मेस की फीस के नाम पर हर महीने 6450 रुपये वसूले जाते हैं. इसके बाद भी उन्हें बेहद खराब क्वालिटी का खाना परोसा जाता है. इस तरह का खाना खाने से कई छात्राएं बीमार हो सकती हैं. लेकिन हॉस्टल प्रशासन का इस लापरवाही की तरफ कोई ध्यान नहीं है. मेस के मैनेजर से शिकायत का भी नहीं हुआ कोई असर छात्राओं ने बताया कि पहले भी खाने में कीड़े मिल चुके हैं, इस मामले में छात्राओं ने मेस के मैनेजर से भी शिकायत की. लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ. हॉस्टल प्रशासन की लापरवाही लगातार जारी है. हॉस्टल प्रशासन की लापरवाही के चलते वहां रहने वाली छात्राओं की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cds-bipin-rawats-ashes-flowed-in-the-ganges-river-haridwar-uttarakhand-iaf-chopper-accident/1045406,"गंगा में प्रवाहित हुईं CDS बिपिन रावत की अस्थियां, बेटियों ने नम आंखों से किया नमन","Hindi Newsदेश CDS BIPIN RAWAT गंगा में प्रवाहित हुईं CDS बिपिन रावत की अस्थियां, बेटियों ने नम आंखों से किया नमन CDS General Bipin Rawat का निधन हेलीकॉप्टर क्रैश में हो गया था. हेलीकॉप्टर में सीडीएस रावत के साथ उनकी पत्नी और सेना के 12 अधिकारी सवार थे. हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार 13 लोगों की मौत हो चुकी है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 11, 2021, 03:37 PM IST हेलीकॉप्टर क्रैश में हो गया था सीडीएस रावत का निधन आज हरिद्वार पहुंची थीं सीडीएस रावत की बेटियां अस्थि विसर्जन से पहले बेटियों ने सीडीएस रावत को दी श्रद्धांजलि ये हैं 2021 के सबसे कमाल 5 Smartphones, इनके धमाकेदार फीचर्स ने बनाया इन्हें Best हरिद्वार: उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में विधि विधान के साथ सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) की अस्थियां गंगा में प्रवाहित की गईं. जनरल बिपिन रावत की दोनों बेटियां आज (शनिवार को) सुबह दिल्ली (Delhi) से सेना के विशेष विमान में सवार होकर अपने पिता सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मां मधुलिका रावत की अस्थियां को लेकर हरिद्धार पहुंची थीं. दोनों ने हिंदू रिति रिवाज के साथ गंगा नदी में अस्थियों का विसर्जन किया. गंगा नदी में विसर्जित की गईं सीडीएस रावत की अस्थियां बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अस्थि विसर्जन से पहले रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और तमाम मंत्रियों ने उनको श्रद्धाजंलि दी. सीडीएस जनरल बिपिन रावत की बेटियों ने नम आंखों से अपने पिता की अस्थियां गंगा नदी में प्रवाहित की. राष्ट्रपति ने सीडीएस बिपिन रावत को किया नमन उत्तराखंड के आईएमए में ‘पासिंग आउट परेड’ के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि देश सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असामयिक निधन के सदमे से उबर नहीं पाया है. अगर जनरल बिपिन रावत आज हमारे साथ यहां होते तो वो खुशी और गर्व के साथ पासिंग आउट परेड को देख रहे होते. आईएमए के पूर्व छात्र थे सीडीएस रावत बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत आईएमए के पूर्व छात्र थे और उन्होंने ‘स्वॉड ऑफ ऑनर’ के साथ यहां से स्नातक किया था. आईएमए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट को ये प्रतिष्ठित पुरस्कार देती है. गौरतलब है कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत आईएमए के इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे. उनके अंतिम संस्कार के मात्र एक दिन बाद आयोजित हुए इस कार्यक्रम को बहुत सादे तरीके से मनाया गया. जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और जनरल रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर का शुक्रवार शाम दिल्ली के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. तमिलनाडु में बुधवार को सेना के एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/people-who-have-not-been-vaccinated-would-not-be-allowed-entry-into-public-places-in-madurai/1045396,"बिना वैक्सीनेशन नहीं मिलेगी पब्लिक प्लेस में एंट्री, इस शहर में जारी हुआ नोटिस","Hindi Newsदेश CORONA VACCINE बिना वैक्सीनेशन वालों को नहीं मिलेगी पब्लिक प्लेस में एंट्री, इस शहर में जारी हुआ नोटिस तमिलनाडु के मदुरै जिला प्रशासन ने सभी पब्लिक प्लेस के लिए एक नोटिस जारी किया है, जिसके मुताबिक जिन लोगों ने कोविड-19 का टीका नहीं लगाया है, उन्हें 13 दिसंबर से मदुरै जिले में पब्लिक प्लेस पर एंट्री नहीं दी जाएगी Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 11, 2021, 03:47 PM IST मदुरै जिला प्रशासन ने जारी किया नोटिस बिना वैक्सीनेशन के पब्लिक प्लेस में एंट्री होगी बंद 13 दिसंबर से लागू होगी सख्ती नई दिल्ली. देशभर में कोरोना का नया वैरिएंट Omicron अपने पैर पसार रहा है. सरकारें और प्रशासन इससे निपटने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में तमिलनाडु के मदुरै जिला प्रशासन ने सभी पब्लिक प्लेस के लिए एक नोटिस जारी किया है, जिसके मुताबिक जिन लोगों ने कोविड-19 का टीका नहीं लगाया है, उन्हें 13 दिसंबर से मदुरै जिले में पब्लिक प्लेस पर एंट्री नहीं दी जाएगी. जिला कलेक्टर ने जारी किया नोटिस जिला कलेक्टर डा. एस. अनीश शेखर ने बताया कि जिन लोगों ने मदुरै में कोरोनो की वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें 13 दिसंबर से मदुरै जिले में दुकानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, सुपरमार्केट, थिएटर, शादी हाल, शापिंग माल, परिधान की दुकानों, बैंकों और शराब की दुकानों सहित सभी पब्लिक प्लेस और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से रोक दिया जाएगा. लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए दिया था समय नोटिस में आगे कहा गया है कि जिला प्रशासन द्वारा उन लोगों को पकड़ा जाएगा, जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है. जिला कलेक्टर ने कहा था कि लोगों को COVID-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक प्राप्त करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है, जिसमें विफल रहने वाले लोगों को होटल, शापिंग माल और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों जैसे सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी. इस बीच, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, तमिलनाडु ने अब तक 7,46,84,956 COVID-19 वैक्सीन की खुराक दी है.",-1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/income-tax-government-in-file-itr-only-on-basis-of-your-information-becoz-disturbances-in-ais-of-it-department/1045379,"आयकर विभाग की AIS में गड़बड़ी, यहां जानिए फिर कैसे भरें टैक्स रिटर्न","Hindi Newsदेश INCOME आयकर विभाग की AIS में गड़बड़ी, यहां जानिए फिर कैसे भरें टैक्स रिटर्न File ITR only on basis of your information becoz disturbances in AIS: टैक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक करदाताओं को अपने कागजात के आधार पर ही रिटर्न दाखिल करना चाहिए. आयकर पोर्टल में तमाम तकनीकी खामियां हैं जिसके चलते ये मुश्किल हो रही हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में जब ये समस्याएं खत्म हो जाएंगी तो लोगों को बड़ी आसानी हो जाएगी. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 11, 2021, 04:31 PM IST सभी करदाता कृपया ध्यान दें आयकर की AIS में गड़बड़ी नई दिल्ली: आयकर विभाग (Income Tax) विभाग के एनुअल इनफॉर्मेशन सिस्टम (AIS) में जानकारियों में गड़बड़ियों को देखते हुए टैक्स रिटर्न (Tax Returns) में कई मामलों में करदाताओं की जानकारी पर ही पूरी तरह भरोसा किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बारे में कुछ ही दिनों में आयकर विभाग सर्कुलर भी जारी कर सकता है. यानि अगर AIS और करदाताओं की जानकारी में कोई अंतर है तो उन्हें टैक्स नोटिस का सामना नहीं करना पड़ेगा. नए पोर्टल में एड हुए ये फीचर्स नए आयकर पोर्टल (New IT Portal) में फॉर्म 26 एएस के साथ विभाग की तरफ से सालाना लेन देने की दूसरी जानकारियां मसलन शेयर और म्युचुअल फंड में निवेश जैसे तमाम नए विषय भी जोड़े गए हैं. मामले से जुड़े अधिकारी के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया है ताकि करदाताओं को अपने लेन देन से जुड़ी सारी चीजें एक ही जगह मिल सकें. लोगों के सामने आ रही ये समस्या दैनिक हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक इस सिस्टम से लोगों को दिक्कतें भी होनी शुरू हो गई हैं. इस सिस्टम में गिरवी रखे शेयरों को बिक्री के तौर पर कई मामलों में देखा गया है. साथ ही शेयरों के बेचे जाने के भाव में भी दिक्कतें आ रही हैं. शेयरों के भाव में सिस्टम, दिन के बंद हुए दाम को दिखा रहा है, जबकि शेयर को दिन के कारोबारी भाव पर बेचा गया था. ऐसे में टैक्स की देनदारी में भी अंतर आ रहा है. ऐसे में सूत्रों के हवाले से ये कहा जा रहा है कि IT विभाग ऐसे मामलों में करदाताओं की तरफ से दी गई जानकारी को ही वास्तविक मानेगा. जानकारी के मुताबिक AIR में थर्ड पार्टी से जरिए दी जा रही जानकारियों को शामिल किया जाता है. ऐसे में वो टैक्स के एक्चुअल कैलकुलेशन के लिए फिलहाल इस्तेमाल नहीं हो रहा है. करदाता जता सकते हैं आपत्ति अधिकारियों के मुताबिक करदाताओं के पास इन्हें रेड फ्लैग करने का विकल्प होता है और वो इनकी जगह अपने असली दस्तावेजों में मौजूद जानकारी साझा कर सकते हैं. IT विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक नए आयकर पोर्टल पर 3 दिसंबर तक 3 करोड़ से ज्यादा करदाता आपना रिटर्न दाखिल कर चुके हैं. आपको बताते चलें कि आईटी रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर है. वहीं टैक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक करदाताओं को अपने कागजात के आधार पर ही रिटर्न दाखिल करना चाहिए. आयकर पोर्टल में तमाम तकनीकी खामियां हैं जिसके चलते ये मुश्किल हो रही हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में जब ये समस्याएं खत्म हो जाएंगी तो लोगों को बड़ी आसानी हो जाएगी.",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-general-bipin-rawat-security-officer-satpal-rai-laid-to-rest-near-fathers-grave-htgp-5319205.html,"बिपिन रावत के वफादार PSO का हुआ अंतिम संस्कार, पिता की कब्र के पास दफनाया गया","तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हेलिकॉप्टर क्रैश में चीफ ऑफ डिफेंस जनरल बिपिन रावत सहित भारतीय सेना के 13 जवान शहीद हो गए थे। इन 13 में से एक बिपिन रावत के वफादार हवलदार सतपाल राय भी थे। दार्जिलिंग के सतपाल राय का अंतिम संस्कार सोमवार को किया गया और उन्हें उसके पिता की कब्र के बगल दफनाया गया। इस दौरान सतपाल राय को सैन्य सम्मान भी दिया गया और उनका पूरा परिवार वहां मौजूद रहा। सतपाल का बेटा भी भारतीय सेना में है। दरअसल, दार्जिलिंग के सतपाल राय का पार्थिव शरीर रविवार रात उनके पैतृक निवास पर लाया गया है। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। समारोह में सतपाल का पूरा परिवार मौजूद था। उनके परिवार में मां, पत्नी और दो बच्चे हैं। इसके अलावा सेना की 33 कोर के वरिष्ठ अधिकारियों, दार्जिलिंग के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सांसद राजू बिस्ता, कुर्सेओंग विधायक नीरज जिम्बा और गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन के बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर के पूर्व अध्यक्ष अनीत थापा सहित सैकड़ों लोग सैनिक को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे। सतपाल राय के बेटे राइफलमैन बिकल राय जो गोरखा राइफल्स में सेवारत हैं, उन्होंने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। तीन साल पहले सेना में शामिल हुए बिकल राय ने कहा कि मेरे पिता मेरे सबसे बड़े दोस्त और सपोर्ट सिस्टम थे। वह हमेशा मुझे खुश देखना चाहता था। सतपाल ने आखिरी बार अपने बेटे से 8 दिसंबर की सुबह बात की थी। वे दुर्घटना से चार दिन पहले दिल्ली में एक पार्टी में अपने बेटे से मिले थे। सतपाल राय की पत्नी मंदिरा राय ने बताया कि मेरे पति जल्दी सेवानिवृत्ति लेना चाहते थे, लेकिन जनरल बिपिन रावत ने ही उन्हें यह कहते हुए जाने नहीं दिया कि वे एक साथ ही सेवानिवृत्त होंगे। पत्नी ने बताया कि वे सेवानिवृत्ति के बाद एक व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे थे। सतपाल का गांव तकदाह दार्जिंलिंग शहर से 25 किमी दूर है। बता दें कि वायुसेना के हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 सैन्य अफसरों की बुधवार को मौत हो गई थी। हेलिकॉप्टर क्रैश में जिंदा बचे इकलौते शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेहतर इलाज के लिए गुरुवार को वेलिंगटन से बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-four-arrested-for-helping-omicron-patient-leave-country-on-fake-covid-certificate-5319204.html,"ओमिक्रॉन मरीज को फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए देश से बाहर भेजा, पुलिस ने चार आरोपियों को दबोचा","बेंगलुरु पुलिस ने सोमवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने फर्जी कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट के जरिए 66 वर्षीय उस दक्षिण अफ्रीकी व्यक्ति को देश से बाहर जाने में मदद की, जो कि देश में ओमिक्रॉन का पहला मरीज था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो बेंगलुरु के प्राइवेट लैब के कर्मचारी हैं जबकि दो उस प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी हैं, जहां दक्षिण अफ्रीकी डायरेक्टर है। सरकार की ओर से यह बताए जाने के बाद कि मरीज ने फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे देश छोड़ दिया है, पुलिस ने 5 दिसंबर को केस दर्ज किया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि एयरपोर्ट रोड स्थित लैब के कर्मचारियों फर्जी टेस्ट रिजल्ट तैयार करने के लिए गिरफ्तार किया गया, जबकि दो को 66 वर्षीय मरीज की ओर से सर्टिफिकेट तैयार कराने के लिए गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी सेंट्रेल एमएन अनुचेथ ने कहा, ''हमने चार लोगों को हिरासत में लिया है और आगे की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद पता चलेगा कि क्या ये फर्जी सर्टिफिकेट बनाने के बड़े रैकेट का हिस्सा हैं या नहीं।'' वह व्यक्ति 20 नवंबर को बेंगलुरु पहुंचा और यहां उसकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसने खुद को संगरी ला होटल में आइसोलेट किया। फॉलो-अप प्रक्रिया के तहत जब सरकारी डॉक्टर उसे देखने पहुंचे तो पाया कि उसमें कोई लक्षण नहीं है। इसके बाद भी वह आइसोलेट था। लेकिन पुलिस ने पाया कि वह 24 नवंबर को बोर्डरूप मीटिंग में गया था। उसका सैंपल जीनोम स्वीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया, क्योंकि वह जोखिम वाले देश से आया था। एक दिन बाद 23 नवंबर को उसने एक प्राइवेट लैब में जांच कराई और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। उसने अधिकारियों को जानकारी दिए बिना 27 नवंबर को देश छोड़ दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जिन्हें दक्षिण अफ्रीकी को ट्रेस करने का काम दिया गया था, ने कहा कि 27 नंवबर को स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस से मरीज का पता लगाने को कहा। पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर पुलिस अधिकारी ने कहा, ''उस रात हमने उसे ट्रैक किया और उस समय उसका जो लोकेशन मिला उसके मुताबिक दुबई की फ्लाइट ले चुका था। 2 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग ने उसे देश का पहला ओमिक्रॉन संक्रमित बताया।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/maharashtra/story-omicron-variant-cases-reached-20-in-maharashtra-2-new-found-in-pune-and-latur-5318690.html,कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का भी गढ़ बनेगा महाराष्ट्र? राज्य में देश के आधे केस; नए मिले दो मामले,"महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो नए केस मिले हैं। इसके साथ ही कुल मामलों का आंकड़ा राज्य में तेजी से बढ़ते हुए 20 हो गया है। देश भर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल 40 मामले मौजूद हैं और 20 अकेले महाराष्ट्र से हैं। इस तरह ओमिक्रॉन वैरिएंट के देश के आधे केस महाराष्ट्र में ही हैं। ऐसे में इस बात को लेकर आशंका बढ़ रही है कि क्या अब ओमिक्रॉन वैरिएंट का भी गढ़ महाराष्ट्र ही बनेगा। इससे पहले दूसरी लहर की वजह बने डेल्टा वैरिएंट के भी करीब आधे केस लंबे समय तक महाराष्ट्र से ही आते रहे थे। यही नहीं मौतें भी महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में हुई थीं। फिलहाल देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल 40 केसों में से 20 महाराष्ट्र के हैं, जबकि राजस्थान में अब तक 9 केस मिल चुके हैं। इसके अलावा कर्नाटक और गुजरात में 3-3 केस हैं। इसके अलावा केरल, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में 1-1 केस मिला है। राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन वैरिएंट के फिलहाल दो मामले मौजूद हैं। बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि हम ओमिक्रॉन वैरिएंट से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। यही नहीं उन्होंने कहा कि यदि जरूरी होगा तो दिल्ली में ओमिक्रॉन से निपटने के लिए एक बार फिर से पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/ncr/story-dial-introduces-e-boarding-facility-for-passengers-at-delhi-airport-5317594.html,"DIAL ने दिल्ली एयरपोर्ट के तीनों टर्मिनलों पर शुरू की ई-बोर्डिंग सुविधा, यात्रियों को होगा ये फायदा","कोरोना वायरस (COVID-19) के ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच संपर्क रहित और निर्बाध यात्रा के लिए दिल्ली हवाईअड्डा संचालक डायल (DIAL) ने यात्रियों के लिए हवाईअड्डे के तीनों टर्मिनलों पर ई-बोर्डिंग सुविधा शुरू की है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने कहा कि सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के बाद जीएमआर ग्रुप के नेतृत्व वाले DIAL ने सभी उड़ानों में प्रस्थान करने वाले यात्रियों सभी बोर्डिंग गेटों पर संपर्क रहित ई-बोर्डिंग गेट लगाए गए हैं जिन पर बोर्डिंग कार्ड स्कैनर लगे हैं। इनके जरिये यात्री अपनी उड़ान संबंधी जानकारी का सत्यापन कर सकते हैं और इसके बाद सुरक्षा जांच के लिए आगे बढ़ सकते हैं। इसमें बताया गया है कि टर्मिनल तीन और टर्मिनल दो पर ई-बोर्डिंग गेट लगा दिए गए हैं और टर्मिनल एक पर इसकी प्रक्रिया जारी है। कंपनी ने कहा कि इस प्रक्रिया के जरिये कोविड-19 के प्रकोप के दौरान हवाईअड्डे की सतहों को छूने की जरूरत कम होगी, वहीं बोर्डिंग में लगने वाला समय भी घटेगा। इस तकनीक ने ट्रांजेक्शन टाइम को 50 प्रतिशत तक कम कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप कतारें कम हो गई हैं और सुरक्षा पहलू में भी सुधार हुआ है क्योंकि बोर्डिंग कार्ड के विवरण को एयरलाइनों के बैक ऑफिस से सत्यापित किया जाता है। इस बीच, DIAL ने टर्मिनल 2 के प्रवेश द्वारों पर ई-प्रोसेसिंग कियोस्क भी लगाए हैं और अगले कुछ हफ्तों में इन्हें टर्मिनल 3 और टर्मिनल 1 पर भी स्थापित किया जाएगा। ई-प्रोसेसिंग कियोस्क एयरपोर्ट टर्मिनल के प्रवेश द्वार पर हैं, जबकि यात्रियों को एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदर सुरक्षा जांच से पहले ई-बोर्डिंग गेट से गुजरना पड़ता है। बयान में कहा गया है कि प्रवेश द्वार पर यह ई-प्रोसेसिंग कियोस्क सीआईएसएफ कर्मियों के लिए यात्रा दस्तावेजों के सत्यापन के समय को और कम कर देगा और इस प्रकार यात्रियों को एक एंड-टू-एंड निर्बाध और संपर्क रहित डिजिटल यात्रा अनुभव प्रदान करेगा।",-1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-india-successfully-tested-supersonic-missile-assisted-torpedo-in-balasore-odisha-htgp-5317521.html,"सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो का सफल परीक्षण, नौसेना को मिली नई ताकत","रक्षा क्षेत्र में भारत लगातार नए आयाम स्थापित कर रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को भारत ने लंबी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइल असिस्‍टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, ओडिशा स्थित बालासोर के तट से यह परीक्षण किया गया है। यह अगली पीढ़ी की ऐसी मिसाइल डिलीवरी सिस्टम है जो नौसेना को मजबूत करेगी। इसे नौसेना की नई ताकत बताया जा रहा है। एक रक्षा अधिकारी की तरफ से बताया गया है कि भारतीय नौसेना के लिए इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया जा रहा है। दरअसल, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन की ओर से ओडिशा में बालासोर तट पर लंबी रेंज के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड टॉरपीडो (SMART) का यह सफल परीक्षण किया गया है। डीआरडीओ ने कहा कि इस प्रणाली को पनडुब्बी रोधी युद्धक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है जो पारंपरिक टॉरपीडो की रेंज से कहीं अधिक हैं। डीआरडीओ ने बताया कि परीक्षण के दौरान मिसाइल की सभी क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन देखने को मिला। यह मिसाइल लाइट वेट एंटी सबमरीन टॉरपीडो सिस्टम में मददगार होगी। यह एक तरह की सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल है। इसके साथ एक कम वजन का टॉरपीडो लगा है जो पेलोड की तरह इस्तेमाल होता है। दोनों मिलकर इसे एक सुपरसोनिक एंटी-सबमरीन मिसाइल बना देते हैं यानी इसमें मिसाइल के फीचर्स भी मिलेंगे और पनडुब्बी नष्ट करने की क्षमता भी। पूरी तरह तैयार होने पर इसकी रेंज 650 किलोमीटर होगी। #WATCH | India today successfully carried out a long-range Supersonic Missile Assisted Torpedo (SMART) off coast of Balasore in Odisha. ""The system has been designed to enhance Anti-sub marine warfare capability far beyond the conventional range of the torpedo,"" DRDO says pic.twitter.com/ZhD34UwuFW — ANI (@ANI) December 13, 2021 विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी ज्यादा रेंज वाली प्रणाली की मौजूदगी भारतीय नौसेना को दुनिया की सबसे खतरनाक नौसेनाओं की सूची में और ऊपर पहुंचा देगी। हालांकि देश के पास वरुणास्त्र नामक एक पनडुब्बी रोधी टॉरपीडो पहले से है जो जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) की मदद से अपने लक्ष्य को भेद सकता है। गौरतलब है कि इस परीक्षण से दो दिन पहले ही डीआरडीओ और वायु सेना ने स्वदेश में तैयार और विकसित टैंक रोधी मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। यह परीक्षण पोखरण रेंज में हुआ था। इस टैंक रोधी मिसाइल की खास बात यह है कि इसे हेलिकॉप्टर से लॉन्च किया जा सकता है। स्वदेशी हथियार प्रणालियों का हाल के समय में यह तीसरा परीक्षण था।",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59634671,हरनाज़ संधू को डांस करते हुए देखा आपने?,"हरनाज़ संधू को डांस करते हुए देखा आपने? हरनाज़ संधू को डांस करते हुए देखा आपने? एक घंटा पहले यह वीडियो उस समय का है जब हरनाज संधू मिस दीवा 2021 का खिताब जीतकर अपने गांव पहुंची थीं. हरनाज़ संधू का पुश्तैनी गांव पंजाब में गुरदासपुर का कुहाली है. अब हरनाज़ ने मिस यूनिवर्स 2021 का ख़िताब जीत लिया है. भारत ने 21 साल बाद यह ख़िताब जीता है. साल 2000 में लारा दत्ता ने मिस यूनिवर्स अपने नाम किया था. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59634616,हरनाज़ संधू को जिन जवाबों ने मिस यूनिवर्स बना दिया,"हरनाज़ संधू को जिन जवाबों ने मिस यूनिवर्स बना दिया हरनाज़ संधू को जिन जवाबों ने मिस यूनिवर्स बना दिया 8 घंटे पहले भारत की हरनाज़ संधू ने 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का ख़िताब जीत लिया है. 21 साल बाद भारत ने एक बार फिर ये ताज अपने नाम किया है. 21 साल की संधू मूलतः पंजाब से हैं और मॉडलिंग के साथ-साथ लोक प्रशासन में मास्टर्स कर रही हैं. अपनी जीत के बाद हरनाज़ ने कहा,‘’मैं परमात्मा,मेरे माता-पिता और मिस इंडिया संगठन की बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन और समर्थन किया.‘’ ‘’मेरे लिए प्रार्थना करने वाले सभी लोगों को ढेर सारा प्यार. 21 साल बाद ये गौरवशाली ताज वापस भारत लाना मेरे लिए सबसे बड़ी गर्व की बात है.’’ इससे पहले साल 2000 में लारा दत्ता ने मिस यूनिवर्स का ख़िताब जीता था, आज 21 साल बाद भारत ने एक बार फिर ये ताज अपने नाम कर लिया है. इसराइल के एलात में आयोजित इस प्रतियोगिता में मैक्सिको की पूर्व मिस यूनिवर्स एंड्रिया मेजा ने हरनाज़ संधू को ये ताज पहनाया. टॉप तीन राउंड में प्रतियोगियों से सवाल पूछा गया- ‘’आज के दबावों से निपटने के लिए युवा महिलाओं को आप क्या सलाह देंगी?’’ इसके जवाब में हरनाज़ ने कहा, ‘’आज के युवा के सामने सबसे बड़ा दबाव खुद पर यक़ीन करने को लेकर है, ये जानना कि आप सबसे अलग हैं आपको खूबसूरत बनाता है. ख़ुद की लोगों से तुलना करना बंद करें और उन चीज़ों के बारे में बात करें जो दुनिया में हो रही हैं, और ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं. खुद के लिए आवाज़ उठाइए क्योंकि आप ही अपने जीवन के नेतृत्वकर्ता है, आप ही आपकी आवाज़ हैं. मैंने ख़ुद पर यक़ीन किया और आज यहां खड़ी हूं.‘’ (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59621772,"यूपी में छात्राओं का उत्पीड़न, जानिए पूरा मामलाः ग्राउंड रिपोर्ट","यूपी में छात्राओं का उत्पीड़न, जानिए पूरा मामलाः ग्राउंड रिपोर्ट यूपी में छात्राओं का उत्पीड़न, जानिए पूरा मामलाः ग्राउंड रिपोर्ट 12 दिसंबर 2021 उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फ़रनगर ज़िले में क़रीब 17 नाबालिग लड़कियों से छेड़छाड़ का मामला सामने आया. इस मामले में दो लोगों की गिरफ़्तारी हुई है. एफ़आईआर में कहा गया है कि इन लड़कियों को नशीला पदार्थ खिलाकर ये छेड़छाड़ की गई. ये लड़कियां प्रैक्टिकल की परीक्षा देने के लिए दूसरे स्कूल गई थीं. वीडियो रिपोर्ट: बुशरा शेख़ (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59620221,सीडीएस बिपिन रावत की मौत से भारत की चीन नीति पर असर पड़ेगा?,"सीडीएस बिपिन रावत की मौत से भारत की चीन नीति पर असर पड़ेगा? सीडीएस बिपिन रावत की मौत से भारत की चीन नीति पर असर पड़ेगा? 11 दिसंबर 2021 भारतीय सेना के चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल विपिन रावत का बुधवार को हुए एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया. इस हादसे में जनरल रावत की पत्नी समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई. जनरल रावत की मौत भारतीय सेना के लिए एक बड़ा झटका है और विश्लेषक मानते हैं कि इसकी भरपाई आसान नहीं होगी. भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल रावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पद के लिए चुना था. मोदी सरकार ने ही उन्हें दो अधिकारियों पर तरजीह देकर 2016 में देश का सेना प्रमुख बनाया था. जनरल रावत ने चीन की आक्रामक नीति के ख़िलाफ़ भारत की प्रतिक्रिया का नेतृत्व किया और 2017 में डोकलाम में और 2020 में गलवान में चीनी आक्रामकता का मुक़ाबला किया. भारत के रक्षा विश्लेषक ब्रह्म चेलानी ने उनकी मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर कहा, ""भारत के चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल रावत की मौत ऐसे मुश्किल समय में हुई है जब सीमा पर बीस महीनों से चले आ रहे चीन के आक्रामक रवैये ने हिमालय के मोर्चे पर युद्ध जैसे हालात पैदा किए हैं."" एक और ट्वीट में चेलानी ने कहा, ""स्पष्टवादी और साफ़ नज़रिए वाले जनरल रावत चीन की आक्रामकता के ख़िलाफ़ भारत का चेहरा थे. जहां राजनीतिक नेतृत्व की ज़बान से 'चीन' शब्द नहीं निकल रहा था, तब जनरल रावत साफ़-साफ़ नाम ले रहे थे."" रिपोर्ट: दिलनवाज़ पाशा आवाज़: भरत शर्मा वीडियो एडिटिंग: मनीष जालुई (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59607770,सीडीएस बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे?,"सीडीएस बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? सीडीएस बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? 10 दिसंबर 2021 देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत की आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायु सेना के एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई. जनरल रावत की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''जनरल बिपिन रावत एक शानदार सैनिक थे. सच्चे देशभक्त, जिन्होंने सेना के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका निभाई. सामरिक और रणनीतिक मामलों में उनकी दृष्टिकोण अतुलनीय था. उनके नहीं रहने से मैं बहुत दुखी हूँ. भारत उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा.'' 31 दिसंबर, 2016 को जब जनरल बिपिन रावत को थल सेना की कमान सौंपी गई तभी पता चल गया था कि प्रधानमंत्री मोदी उन पर बहुत भरोसा करते हैं. रिपोर्ट: रजनीश कुमार आवाज़: नवीन नेगी वीडियो एडिटिंग: मनीष जालुई (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59607915,"यूपीः गोद में बच्ची और पुलिस की लाठी, जानिए पूरा मामला","यूपीः गोद में बच्ची और पुलिस की लाठी, जानिए पूरा मामला यूपीः गोद में बच्ची और पुलिस की लाठी, जानिए पूरा मामला 10 दिसंबर 2021 उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पुलिस की क्रूरता का एक मामला सामने आया है. अकबरपुर के सरकारी अस्पताल में कर्मचारियों की हड़ताल ख़त्म करवाने आयी पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया. लाठीचार्ज के वायरल वीडियो में हड़ताल का नेतृत्व कर रहे शख़्स रजनीश शुक्ला के भाई पुनीत शुक्ला को भी पीटा गया. पुनीत की गोद में उनके भाई रजनीश की तीन साल की बेटी भी थी. रजनीश को पुलिस जब लेकर जाने लगी तो उस दौरान पुलिस ने पुनीत शुक्ला पर भी लाठियां बरसाना शुरू कर दिया. कानपुर ज़ोन के एडीजी भानु भास्कर ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि वीडियो में लाठी चलाते हुए दिख रहे पुलिस इंस्पेक्टर को फ़िलहाल सस्पेंड कर दिया गया है. वीडियोः अनंत झणाणे, बीबीसी के लिए (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59607851,हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए सैनिक गुरसेवक सिंह के परिवार का हाल,"हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए सैनिक गुरसेवक सिंह के परिवार का हाल हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए सैनिक गुरसेवक सिंह के परिवार का हाल 10 दिसंबर 2021 बुधवार को सेना का एक हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया. CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैनिकों की इसमें मौत हो गई. इन 11 सैनिकों में नायक गुरसेवक सिंह भी शामिल थे. 35 साल के गुरसेवक पंजाब में तरन तारन के रहने वाले थे और बीते तीन साल से जनरल रावत के साथ कार्यरत थे. इस दुर्घटना की वजह से उनके परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. वीडियोः बीबीसी पंजाबी (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59607858,"ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी बोली, 'मेरे पापा मेरे हीरो थे'","ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी बोली, 'मेरे पापा मेरे हीरो थे' ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी बोली, 'मेरे पापा मेरे हीरो थे' 10 दिसंबर 2021 ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर का पार्थिव शरीर दिल्ली कैंट स्थित बरार स्कैवयर लाया गया. वो तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए हैं. अंतिम संस्कार से पहले कई लोगों ने ब्रिगेडियर लिड्डर को अपनी श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर उनकी पत्नी और बेटी भी वहां मौजूद थीं. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/omicron-variant-in-india-maharashtra-maximum-number-cases-in-country-covid-19-news-updates-dvg-r42clf,"Omicron के दो नए केस मिले, Maharashtra में अकेले देश का 50% केस","मुंबई। ओमीक्रोन (Omicron) दुनिया के तमाम देशों में तेजी से फैल रहा है। यूके (UK) में इस नए वेरिएंट के संक्रमण की वजह से मौत का पहला मामला भी सामने आ गया है। देश में भी खतरे की घंटी बजने लगी है। महाराष्ट्र में नए वेरिएंट का सबसे तेजी से संक्रमण फैल रहा है। देश के कुल संक्रमितों में आधा संख्या अकेले महाराष्ट्र (Maharashtra) से है। सोमवार को फिर से दो नए केस रिपोर्ट किए गए। राज्य में अब नए वेरिएंट से संक्रमितों का आंकड़ा 20 तक जा पहुंचा है। देश भर में ओमीक्रोन वेरिएंट के अभी तक 40 केस आ चुके हैं। देश का आधा केस महाराष्ट्र से ही देश में ओमीक्रोन वेरिएंट के कुल 40 केसों में से 20 महाराष्ट्र के हैं, जबकि राजस्थान में अब तक 9 केस मिल चुके हैं। राजस्थान में एक ही परिवार के सबसे अधिक मामले बीते दिनों सामने आए थे। कर्नाटक और गुजरात में 3-3 केस रिपोर्ट किए गए हैं। इसके अलावा केरल, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में 1-1 केस मिला है। राजधानी दिल्ली में ओमीक्रोन वेरिएंट के दो केस मिले हैं। WHO ने कहा- वैक्सीन के असर को कम करता है ओमिक्रॉन, तेजी से फैलता है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को कहा कि ओमीक्रोन कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है। यह वैक्सीन के असर को भी कम करता है। हालांकि, शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक इसके लक्षण मरीज पर ज्यादा नजर नहीं आते हैं। दुनियाभर में सामने आने वाले कोरोना के नए वैरिएंट के लिए कोरोना का डेल्टा वैरिएंट ही जिम्मेदार है। WHO ने कहा कि ओमाइक्रोन 9 दिसंबर तक 63 देशों में फैल गया था। बीते 20 नवम्बर को पहला संक्रमित भारत पहुंचा था प्रशासन के अनुसार दक्षिण अफ्रीका का 66 वर्षीय बिजनेसमैन 20 नवंबर को बेंगलुरु पहुंचे थे। यहां उनकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्होंने खुद को सैंगरिला होटल में आइसोलेट किया। इसके बाद डॉक्टर लगातार मॉनिटरिंग करते रहें। पुलिस अधिकारियों ने जब ट्रैक किया तो पता चला कि वह दुबई की फ्लाइट से निकल चुके हैं। हालांकि, उनके जाने के कई दिनों बाद उनकी ओमीक्रोन पॉजिटिव रिपोर्ट आई और देश के पहले संक्रमित के रूप में चिंहित हुए। Read this also: Research: Covid का सबसे अधिक संक्रमण A, B ब्लडग्रुप और Rh+ लोगों पर, जानिए किस bloodgroup पर असर कम Covid-19 के नए वायरस Omicron की खौफ में दुनिया, Airlines कंपनियों ने double किया इंटरनेशनल fare Last Updated Dec 13, 2021, 10:30 PM IST Covid 19Corona virusOmicronMaharashtra",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/india-first-omicron-positive-case-south-african-with-fake-negative-report-fled-dubai-4-arrested-dvg-r42blm,"देश के पहले Omicron मरीज का फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बनाने वाले 4 अरेस्ट, फ्लाइट से दुबई भाग गया था साउथ अफ्रीकी","बेंगलुरू। देश का पहला ओमीक्रोन (Omicron) संक्रमित फर्जी रिपोर्ट के सहारे विदेश भागने में सफल रहा था। दक्षिण अफ्रीका के 66 साल के बुजुर्ग को बेंगलुरू (Bengaluru) से दुबई (Dubai) जाने में फर्जी रिपोर्ट जारी करने में मदद करने वाले चार लोगों को अरेस्ट कर दया गया है। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने फर्जी कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट (fake negative report) जारी किया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो बेंगलुरु के प्राइवेट लैब के कर्मचारी हैं जबकि दो उस प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी हैं, जहां दक्षिण अफ्रीकी डायरेक्टर है। फर्जी रिपोर्ट की बात सामने आने के बाद एफआईआर शासन की ओर से बीते दिनों देश के पहले ओमीक्रोन संक्रमित मरीज के देश छोड़ जाने की बात सामने आई थी। हालांकि, इसकी जांच के बाद यह पता चला कि वह शख्स फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बनवा कर दुबई चला गया था। यह साफ होने के बाद पुलिस हरकत में आई और इस मामले में एफआईआर दर्ज किया। पुलिस ने 5 दिसंबर को केस दर्ज किया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि एयरपोर्ट रोड स्थित लैब के कर्मचारियों फर्जी टेस्ट रिजल्ट तैयार करने के लिए गिरफ्तार किया गया, जबकि दो को 66 वर्षीय मरीज की ओर से सर्टिफिकेट तैयार कराने के लिए गिरफ्तार किया गया है। क्या कहा पुलिस ने इस अरेस्ट पर? डीसीपी सेंट्रेल एमएन अनुचेथ ने बताया कि चार लोगों को हिरासत में लेकर जांच कर रहे हैं। जांच के बाद पता चलेगा कि क्या ये फर्जी सर्टिफिकेट बनाने के बड़े रैकेट का हिस्सा हैं या नहीं। बीते 20 नवम्बर को पहला संक्रमित भारत पहुंचा था प्रशासन के अनुसार दक्षिण अफ्रीका का 66 वर्षीय बिजनेसमैन 20 नवंबर को बेंगलुरु पहुंचे थे। यहां उनकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्होंने खुद को सैंगरिला होटल में आइसोलेट किया। इसके बाद डॉक्टर लगातार मॉनिटरिंग करते रहें। सरकारी डॉक्टर ने बताया कि आईसोलेट व्यक्ति में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं। इसके बाद भी वह आइसोलेट था। लेकिन पुलिस ने पाया कि वह 24 नवंबर को बोर्डरूप मीटिंग में गया था। जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट आने के पहले फर्जी रिपोर्ट पर भागे अधिकारियों के अनुसार साउथ अफ्रीकी मरीज का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया। लेकिन उसके एक दिन बाद 23 नवंबर को उन्होंने एक प्राइवेट लैब से रिपोर्ट मंगा ली जोकि नेगेटिव बताया गया था। फिर बिना किसी अधिकारी को बताए वह 27 नवम्बर को देश छोड़कर रवाना हो गए। पुलिस अधिकारियों ने जब ट्रैक किया तो पता चला कि वह दुबई की फ्लाइट से निकल चुके हैं। हालांकि, उनके जाने के कई दिनों बाद उनकी ओमीक्रोन पॉजिटिव रिपोर्ट आई और देश के पहले संक्रमित के रूप में चिंहित हुए। Read this also: Research: Covid का सबसे अधिक संक्रमण A, B ब्लडग्रुप और Rh+ लोगों पर, जानिए किस bloodgroup पर असर कम Covid-19 के नए वायरस Omicron की खौफ में दुनिया, Airlines कंपनियों ने double किया इंटरनेशनल fare Last Updated Dec 13, 2021, 10:10 PM IST Corona VirusCovid 19Genome sequencingOmicronnew variantBengaluru Police",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/jammu-kashmir-terror-attack-know-full-updates-dvg-r422r9,"Kashmir Live : श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकी हमला, 2 जवान शहीद, 14 गंभीर, पीएम ने मांगी रिपोर्ट","श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। श्रीनगर में आतंकवादियों ने फिर से पुलिस फोर्स पर हमला बोल दिया। सोमवार की शाम को हुए इस हमले में दो जवानों की मौत हो गई जबकि एक दर्जन से अधिक घायल हैं। घायलों में कईयों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। आतंकी हमले के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हालांकि, अंधेरे का लाभ आतंकियों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिवार के प्रति संवेदना जताई है। पीएमओ ने बताया कि पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की जानकारी मांगी है। श्रीनगर के जेवन में पंथा चौक-खोनमोह रोड से भारतीय रिजर्व पुलिस (IRP) की 9वीं बटालियन की गाड़ी गुजर रही थी। आतंकवादियों ने उस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में दो जवान शहीद हो गए जबकि 14 घायल हो गए हैं। इनमें पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बंदूकधारियों ने बाइक में सवार होकर तीन तरफ से बस पर हमला किया। चूंकि, जम्मू कश्मीर पुलिस की बसें बुलेट प्रूफ नहीं होती हैं इसलिए जवानों को ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां का तापमान शून्य से नीचे है। श्रीनगर के पास हुए हमले के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। आतंकियों की सर्चिंग जारी है, लेकिन कल सुबह सर्च ऑपरेशन सही से चालू हो सकेगा। चूंकि जिस जगह हमला हुआ वह राजमार्ग से सटा इलाका है, इसलिए माना जा रहा है कि आतंकी राजमार्ग से भाग निकले होंगे। हालांकि, राजमार्ग पर भी बाइक सवारों की चेकिंग शुरू कर दी गई है। आतंकियों ने फरवरी 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ की बस को निशाना बनाया था। इसके बाद पुलिस बल की गाड़ी को इस तरह से निशाना बनाने की पहली घटना है। सामान्य बस और बिना हथियार के पुलिसवाले पड़ गए असहाय आतंकियों ने पुलिस वालों के जिस बस पर हमला बोला था, वह बुलेटप्रूफ नहीं थी। सबसे अहम बात यह कि बस में सवार अधिकतर पुलिसवालों के पास हथियार के नाम पर केवल लाठियां और शील्ड थे। कुछ पुलिसवालों के पास ही हथियार थे। आतंकियों ने बस को रोकने के लिए टायर पर फायरिंग की। इसके बाद बस पर 2 तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। डीजीपी ने की दो जवानों के शहीद होने की पुष्टि जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने बताया कि जो बस जा रही थी, उसमें जवान शहर से लौट रहे थे। आतंकी हमले में 14 लोग जख्मी हो गए हैं, 2 लोग शहीद हो गए। 12 लोगों की स्थिति ठीक है। बस पर दो तरफ से फायरिंग हुई, इससे पता चलता है कि कम से कम 2 आतंकी इसमें शामिल रहे होंगे। इनको बनाया निशाना एएसआई गुलाम हसन कॉन्स्टेबल सज्जाद अहमद कॉन्स्टेबल रमीज अहमद कॉन्स्टेबल बिशम्भर दास सेलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार सेलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल विकास शर्मा कॉन्स्टेबल अब्दुल मजीद कॉन्स्टेबल मुदस्सिर अहमद कॉन्स्टेबल रविकांत कॉन्स्टेबल शौकत अली कॉन्स्टेबल अरशीद मोहम्मद कॉन्स्टेबल शफीक अली कॉन्स्टेबल सतवीर शर्मा कॉन्स्टेबल आदिल अली ड्यूटी से वापस बेस कैंप जा रहे थे पुलिसकर्मी सूत्रों के मुताबिक ये सभी पुलिसकर्मी और अधिकारी दिन की ड्यूटी पूरी कर वापस बेस कैंप जा रहे थे। इस बस में 40 पुलिसकर्मी सवार थे। बेस कैंप के पास ही सड़क पर हमलावर आतंकियों ने बाइक से उतरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की बस पर भारी गोलीबारी हुई है। यह अत्याधुनिक हथियारों से की गई है, जिस वजह से 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। 5 की हालत गंभीर है। गुलशन चौक पर भी हुआ था हमला बीते शुक्रवार को बेखौफ आतंकवादियों ने पुलिस टीम (attack on Police team) पर हमला किया था। बांदीपोरा (Bandipora) में हुए इस हमले में दो पुलिस के जवान मारे गए। यह हमला बांदीपोरा के एक चौराहा पर गश्त कर रही टीम पर किया गया था। हमले के बाद क्षेत्र में हाई अलर्ट कर दिया गया है। आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बांदीपोरा जिले के गुलशन चौक (Gulshan Chowk) पर शुक्रवार को पुलिस टीम गश्त कर रही थी। इस चौक पर एक पुलिस पार्टी हमेशा ही तैनात रहती है। शाम को घात लगाए आतंकवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में दो पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में उनको नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन डॉक्टर उनको बचा न सके। इस आतंकी हमले में गुलशन चौक पर पुलिस टीम के मोहम्मद सुल्तान (Mohammad Sultan) और फयाज अहमद (Faiyaz Ahmad) शहीद हो गए। Read this also: Research: Covid का सबसे अधिक संक्रमण A, B ब्लडग्रुप और Rh+ लोगों पर, जानिए किस bloodgroup पर असर कम Covid-19 के नए वायरस Omicron की खौफ में दुनिया, Airlines कंपनियों ने double किया इंटरनेशनल fare Last Updated Dec 13, 2021, 9:54 PM IST Jammu KashmirTerror attackआतंकी हमलाश्रीनगर",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/mobile-for-making-video-of-plane-crash-of-cds-bipin-rawat-seized-kpn-r41tfe,"जिस मोबाइल से बनाया गया था CDS Bipin Rawat Plane Crash Video, उसे जांच अधिकारियों ने किया जब्त","नई दिल्ली. सीडीएस जनरल बिपिन रावत के प्लेन क्रैश से कुछ सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। अब हादसे की जांच कर रही टीम ने उस फोन को कब्जे में ले लिया था, जिससे वीडियो शूट किया गया था। कोयंबटूर में रिजनल फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री को फोरेंसिक एनालिसिस के लिए भेजा गया है। 8 दिसंबर को हुए इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। 19 सेकंड का वीडियो आया था सामने IAF हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद 19 सेकंड का एक वीडियो सामने आया, जिसमें कथित तौर पर हेलिकॉप्टर के आखिरी कुछ पलों को कैद किया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक हेलिकॉप्टर ऊपर की ओर उड़ते हुए दिखता है फिर अचानक धुंध में गायब हो जाता है। अपने मोबाइल फोन पर वीडियो को कैद करने वाले जो ने बताया था कि वह और कुछ दोस्त अपने परिवार के साथ इलाके में पिकनिक पर थे, जब उन्होंने हेलिकॉप्टर के उड़ने की आवाज सुनी थी। उन्होंने बताया था, जैसे ही हम कट्टेरी पार्क के पास पहुंचे। मेरे दोस्त ने कहा कि हम रेलवे ट्रैक के पास तस्वीरें लें। तस्वीरें लेने के बाद जब हम वापस लौट रहे थे तो हमने ऊपर हेलिकॉप्टर की तेज आवाज सुनी और मेरे दोस्त ने इसका उड़ते हुए वीडियो लिया। कुछ सेकंड बाद हमने सुना कि हेलिकॉप्टर एक पेड़ से टकराया और फिर एक तेज आवाज आई। उस समय कोहरा बहुत घना था। जो ने कहा कि जब हम दुर्घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्होंने अपने फोन से पुलिस को वीडियो भी भेजा। नीलगिरी पुलिस ने भी दुर्घटना के जुड़ा एक केस दर्ज किया है और इसकी जांच भी चल रही है। कैसे हुआ था हादसा? सीडीएस जनरल बिपिन रावत को लेकर Mi17V5 हेलिकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन ले जा रहा था। डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देना था। हेलिकॉप्टर को दोपहर 12.15 बजे वेलिंगटन में उतरना था। हालांकि, दोपहर करीब 12.09 बजे हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया और दोपहर करीब 12.20 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई। अकेले बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु के सेना हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। ये भी पढ़ें... मंदिर में माथा टेकने से लेकर दुश्मन को आंख दिखाने तक, देश कभी नहीं भूलेगा Bipin Rawat की ये 20 Photos RIP Bipin Rawat: पीएम मोदी ने कहा वे एक उत्कृष्ट सैनिक थे, अमित शाह-राजनाथ सिंह ने भी जताया दुख Eyewitness से जानिए कैसे हुआ Bipin Rawat का Helicopter Crash, सामने आई रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी Army Chopper Crash: डबल इंजन-PM Modi भी इसी में करते हैं सफर, जानें कितना एडवांस है mi 17 Helicopter Last Updated Dec 13, 2021, 3:41 PM IST ajab gajabbipin rawatcds bipin rawatcds bipin rawat plane crash videocrime newsshocking newsshocking trending newstrending newsviral newsweird news",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/delhi-rohini-court-bomb-blast-case-accused-used-remote-for-blast-security-forces-collecting-data-of-criminals-involved-dvg-r41stu,"Rohini court Bomb blast: अपराधियों ने रिमोट से कराया ब्लास्ट, साजिश को अंजाम देने वाले अभी भी पहुंच से बाहर","नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) के रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट (Rohini Court Bomb Blast) एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। ब्लास्ट केस की जांच कर रही पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। रोहिणी कोर्ट को दहलाने के लिए अपराधियों ने रिमोट बम (remote bomb) का इस्तेमाल किया था। धमाका रिमोट से किया गया था। ब्लास्ट के लिए पोटेशियम क्लोराइड (Potassium Chloride) और अमोनियम नाइट्रेट (Amonium Nitrate) के पाउडर का इस्तेमाल किया गया था। रिमोट से संचालित करने के लिए 12 वोल्ट की बैटरी भी लगाई गई थी। रिमोट ट्रिगर बाक्स भी बरामद जांच एजेंसियों को ब्लास्ट केस में रिमोट ट्रिगर बाक्स (remote trigger box) भी मिला है। बताया जा रहा है कि धमाका करने के लिए बम बनाने का आइडिया समेत सारी सामग्री को जुटाने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों (Security Agencies) का मानना है कि इस धमाका को अंजाम देने वाले ट्रेनी होंगे, क्योंकि बम बनाने में कई खामियां पकड़ी गई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर बम को सही तरीके से बनाया जाता तो बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता था। किसने रची थी साजिश यह सवाल अभी अनसुलझा रोहिणी बम ब्लास्ट को हुए काफी दिन गुजर गए लेकिन जांच एजेंसियों के हाथ अभी भी खाली हैं। इस वारदात को अंजाम देने में किसका हाथ रहा, किसने-किसने साजिश को अंजाम दिया, यह सवाल अभी तक जस का तस ही है। ब्लास्ट के मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली पुलिस की टीम अब तक 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है इतना ही नहीं स्पेशल सेल की टीम ने रोहिणी कोर्ट और उसके आसपास के मोबाइल टावर से डंप डाटा भी लिया है। लेकिन अभी साजिशकर्ता की जानकारी सिफर ही है। यह जानकारियां पुलिस के पास ब्लास्ट से 2 घंटे पहले और 2 घंटे बाद का डेटा पुलिस ने अपने पास सुरक्षित कर लिया है। रोहिणी कोर्ट के एक किलोमीटर के दायरे में ब्लास्ट के समय जितने भी नंबर एक्टिव थे, उन सभी नंबरों की बारीकी से जांच की जा रही है। इन सभी नंबरों को फ़िल्टर करके पुलिस संदिग्धों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। यह भी पढ़ें: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर...विकास के एक नये युग की शुरुआत, पीएम मोदी ने किया खोई हुई परंपरा को बहाल Last Updated Dec 13, 2021, 3:23 PM IST Delhi PoliceRohini court Bomb Blastremote bomb",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/cricket/captain-rohit-sharma-interview-bcci-virat-kohli-india-south-africa-tour-r40jal,"कप्तानी मिलने पर बोले Rohit Sharma, लोग क्या कहते हैं, इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता","नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी मिलने के बाद पहले इंटरव्यू में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कहा कि कोई क्या कहता है इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता है। टीम का पूरा फोकस लक्ष्य पर होना चाहिए। इसके लिए खिलाड़ियों के बीच मजबूत रिश्ता होना चाहिए। BCCI TV को दिए इंटरव्यू में रोहित शर्मा ने कहा ''जब आप अपने देश के लिए खेलते हैं तो आप पर बहुत दबाव रहता है। बहुत से लोग इसके बारे में बात करते हैं। कुछ लोग पॉजिटिव बात करते हैं तो कुछ निगेटिव। कप्तान नहीं, एक क्रिकेटर के रूप में मेरे लिए जरूरी है कि मैं अपने काम पर ध्यान दूं। लोग क्या बात करते हैं इसपर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आप लोगों क्या बात कर रहे हैं इस पर कंट्रोल नहीं कर सकते।' खिलाड़ियों के बीच मजबूत रिश्ता बने रोहित शर्मा ने कहा 'टीम के लिए भी मेरा यही संदेश है। जब आप हाईप्रोफाइल टूर्नामेंट खेलते हैं तो बहुत सी बातें होती हैं। हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि जो हमारे हाथ में है उसपर फोकस करें। मैच खेलने और जीतने पर ध्यान दें। आप जिस तरह अपने खेल के लिए जाने जाते हैं, वैसा खेलें। बाहर जो बातें होती हैं, उसके कोई मायने नहीं हैं। टीम में हमलोग एक-दूसरे के बारे क्या सोचते हैं यह मायने रखता है। हम चाहते हैं कि खिलाड़ियों के बीच मजबूत रिश्ता बने। यह हमें अपना लक्ष्य पाने में मदद करता है। इसमे राहुल (द्रविड़) भाई भी हमारी मदद करेंगे।' बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने रोहित शर्मा को साउथ अफ्रीका टूर (India South Africa Tour) के लिए कप्तान बनाया है। विराट कोहली को वनडे कप्तानी से हटाए जाने पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है। सौरव गांगुली से लेकर BCCI तक को ट्रोल किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा के रिश्ते अच्छे नहीं हैं। ये भी पढ़ें Thalaiva Venkatesh: 10 छक्कों के सहारे शतक जड़ने के बाद दिखा वेंकटेश अय्यर का 'थलाइवा अंदाज' Happy B'Day Yuvi: सचिन, विराट समेत दिग्गज क्रिकेटरों ने दी युवराज सिंह को जन्मदिन की बधाई शेन वॉर्न ने विराट कोहली को विश्व क्रिकेट के 5 सर्वश्रेष्ठ मौजूदा टेस्ट बल्लेबाजों में किया शामिल Last Updated Dec 12, 2021, 11:02 PM IST Rohit SharmaBCCI",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/omicron-case-updates-in-india-kerala-man-found-new-variant-positive-pan-india-cases-rises-to-more-than-3-dozen-dvg-r40gsd,"Omicron ने केरल में भी दी दस्तक, नागपुर में भी मिला पहला केस, पूरे देश में संख्या तेजी से बढ़ रहा","नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) के केस में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। तेजी से ओमीक्रोन का संक्रमण बढ़ रहा है। महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान समेत कई राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका ओमीक्रोन अब केरल (Kerala) में भी पहुंच चुका है। रविवार को केरल के कोच्चि (Kocchi) में ओमीक्रोन संक्रमित केस सामने आया है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति और उसके परिवार को आइसोलेट कर दिया गया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Veena George) ने बताया कि केरल के कोच्चि में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। संबंधित शख्स 6 ​​दिसंबर को ब्रिटेन से कोच्चि लौटा था। उसने 8 दिसंबर को परीक्षण कराया और वह पॉजिटिव पाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि शख्स के बगल में बैठे यात्रियों को भी सूचित कर दिया गया है। फिलहाल, संक्रमित व्यक्ति की हालत स्थिर है और उनकी पत्नी और मां ने भी जांच करा ली है, सभी को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया है। महाराष्ट्र में भी मिला एक केस महाराष्ट्र के नागपुर में भी रविवार को ही ओमिक्रॉन का एक केस सामने आया है। संक्रमित व्यक्ति पश्चिम अफ्रीकी देश से लौटे थे। 40 वर्षीय इस व्यक्ति को आईसोलेट कर दिया गया है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। कर्नाटक में तीसरे केस की पुष्टि हुई है। चंडीगढ़ और आंध्र प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के नए संक्रमितों की पहचान हुई है। ब्रिटेन में 30 साल से अधिक उम्र के लोगो को बूस्टर डोज की मंजूरी ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए 30 और उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाने की मंजूरी दी गई है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया है कि इंग्लैंड में 30 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए बूस्टर वैक्सीन की बुकिंग सोमवार से खुलेगी। इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ मिशन ने बताया कि देश में 30 से 39 साल की उम्र के करीब 75 लाख लोग हैं। इनमें से 35 लाख लोग सोमवार से बूस्टर डोज लगवाने के हकदार होंगे। Read this also: Covid 19: तीसरी लहर से निपटने के लिए AIIMS तैयार, 300 बेड वाले अस्पताल का कल लोकार्पण, लेवल टू व थ्री के 100 बेड का प्रस्ताव Research: Covid का सबसे अधिक संक्रमण A, B ब्लडग्रुप और Rh+ लोगों पर, जानिए किस bloodgroup पर असर कम Covid-19 के नए वायरस Omicron की खौफ में दुनिया, Airlines कंपनियों ने double किया इंटरनेशनल fare Last Updated Dec 12, 2021, 10:06 PM IST Corona virusOmicron in Kerala",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/enforcement-directorate-action-in-navjeevan-credit-co-operative-society-scam-case-two-arrested-in-allegation-of-money-laundering-dvg-r4035h,"Navjeevan Credit society Scam में ED की बड़ी कार्रवाई, एक कंपनी के चेयरमैन सहित दो अरेस्ट, 24 dec तक remand","नई दिल्ली। नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी (Navjeevan Credit Co-operative Society) घोटाला केस में ईडी (ED) ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को अरेस्ट किया है। अरेस्ट किए गए लोगों पर आरोप है कि ये लोग मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) में तो शामिल रहे ही साथ ही निवेशकों को उनके निवेश पर अवास्तविक रिटर्न का वादा करके धोखा देने में शामिल थे। गिरफ्तार आरोपियों को 24 दिसंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। ईडी के एफआईआर में यह है आरोप ईडी ने नवजीवन घोटाले (Navjeevan Scam) में एफआईआर भी दर्ज कर लिया था। इस एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने अध्यक्ष, उनके सहयोगियों और रिश्तेदारों के माध्यम से राजस्थान और गुजरात में 200 से अधिक शाखाएं खोली हैं। ईडी ने एक बयान में कहा कि अध्यक्ष, उनके सहयोगियों और रिश्तेदारों ने सोसाइटी के पैसे का खूब दुरुपयोग किया। सोसाइटी के अध्यक्ष, और उनके करीबी सहयोगियों के स्वामित्व और नियंत्रण वाली संस्थाओं के नाम पर धोखाधड़ी से सोसायटी के फंड से कर्ज लिया। इस कर्ज की वापसी भी नहीं की गई। काफी धन मनी लॉड्रिंग करके विदेशों को भेज दिए गए। यही नहीं लोगों की गाढ़ी कमाई को वापस तक नहीं किया। क्या है ईडी का कहना? ईडी (Enforcement Directorate) ने जय नारायण शर्मा और निजामुद्दीन को 11 दिसंबर को नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी से एक दिन पहले, ईडी ने स्टर्लिंग अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, मेसर्स आशापुरा एग्रो इंडस्ट्रीज, मेसर्स वेस्टर्न एनर्जेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, जय नारायण शर्मा अध्यक्ष स्टर्लिंग अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड का आवासीय परिसर; रावत सिंह और प्रीति स्वामी राजस्थान और गुजरात में एक जगह सहित कुल छह जगहों पर तलाशी ली थी। एजेंसी ने आगे कहा कि उन्होंने तलाशी के दौरान 62.60 लाख रुपये नकद, 20 किलो वजन की चांदी और आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए। यह भी पढ़ें: CDS Bipin Rawat की अस्थियां हरिद्वार में गंगा जी में विसर्जित, 4 जवानों की हुई पॉजिटिव पहचान, सम्मान के साथ अंतिम विदाई काशी विश्वनाथ कॉरिडोर...विकास के एक नये युग की शुरुआत, पीएम मोदी ने किया खोई हुई परंपरा को बहाल Last Updated Dec 12, 2021, 5:11 PM IST Navjeevan Society ScamENforcement DirectorateMoney Laundering case",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/uttarakhand-cm-cds-bipin-rawat-country-was-mourning-party-celebrating-dancing-r3zyw7,"जब देश CDS बिपिन रावत का शोक मना रहा था, उस समय एक पार्टी के लोग डांस कर जश्न मना रहे थे : उत्तराखंड के CM","नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar singh Dhami) ने रविवार को CDS जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) के अंतिम संस्कार के वक्त कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के गोवा में डांस को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि जब CDS का अंतिम संस्कार हो रहा था, पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा था, तब एक पार्टी जश्न मना रही थी। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि जिस पार्टी ने देश में 66 साल तक राज किया, उनके मन में शहीदों के लिए कोई भी भावनाएं नहीं हैं। वे ऐसी दुख की घड़ी में डांस कर रहे थे। ये देश के अंदर रहते हैं, लेकिन आत्मा कहीं और होती है हमने अपना नायक खोया, जिन वीर योद्धाओं का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हुआ, पूर देश उनके लिए शोक में डूबा था। उत्तराखंड का बच्चा-बच्चा इस घटना से दुखी था। उत्तराखंड के बारे में जिन्होंने बहुत सारे सपने सोचे थे। उत्तराखंड को लगातार आगे बढ़ाने को लेकर जनरल बिपिन रावत जी का एक विजन था, लेकिन उधर उनका अंतिम संस्कार हो रहा था और दूसरी तरफ एक राजनीतिक दल के लोग महोत्सव मना रहे थे। शर्म आनी चाहिए। ये इस देश के अंदर रहते हैं। लेकिन वे देश के अंदर सिर्फ शरीर से रहते हैं, उनकी आत्मा कहीं और रहती है। इसलिए उन्हें देश के सलाहकारों से कोई लेना देना नहीं है। इन लोगों ने यहां के जनमानस, सेना, शहीद या देश सभी के साथ समझौता किया है। सेना ने जितने युद्ध जीते, इस परिवार ने टेबल पर सारे युद्ध हार दिए। ऐसे लोगों को देश के शहीदों से कोई मतलब नहीं हो सकता। उनसे उनकी आत्माएं नहीं जुड़ी हैं। क्या है मामला 10 दिसंबर को जब पूरा देश सीडीएस (CDS)बिपिन रावत को नम आंखों से विदाई दे रहा था, उसी समय कांग्रेस ने महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) का एक वीडियो ट्वीट किया। इसमें वे आदिवासियों के साथ डांस कर रही थीं। पार्टी ने उसने कैप्शन में लिखा था- प्रियंका गांधी आदिवासियों के साथ थिरकते हुए। इस वीडियो को लेकर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई थी। कई लोगों ने इस कार्यक्रम को 4-5 दिन आगे बढ़ाने की सलाह दी थी तो कुछ ने कहा कि शर्म की बात है! जब देश सीडीएस (CDS)के खोने का शोक मना रहा है, उस समय मैडम राजनीतिक रैलियां कर रही हैं। नृत्य कर रहीं हैं और कांग्रेस इसे गर्व के साथ साझा कर रही है। आज तो शोक मना लेते। ये नाच तो 4 दिन टल सकता था। उत्तराखंड में 90 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पौड़ी गढ़वाल में 90 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य यहां टूरिज्म बढ़ाकर 2025 तक इसे टॉप प्रदेशों के बीच खड़ा करना है। यह भी पढ़ें CDS की अंतिम विदाई के वक्त कांग्रेस ने डाला प्रियंका गांधी के डांस का वीडियो, यूजर्स बोले- आज तो शोक मना लेते CDS Bipin Rawat के हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद कांग्रेस नेता का घटिया ट्वीट, लोग बोले-गद्दारी तुम्हारे खून में है Bipin Rawat के हेलिकॉप्टर क्रैश पर जिन्होंने जश्न मनाया, शर्मनाक ट्वीट किए- उन पर कार्रवाई करेगी कर्नाटक सरकार Last Updated Dec 12, 2021, 3:56 PM IST Bipin RawatCDS Bipin RawatPushkar singh DhamiCongress",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/swarnim-vijay-parv-will-be-celebrated-with-simplicity-the-defense-ministry-took-this-decision-in-memory-of-cds-bipin-rawat-r3zp4w,"सादगी से मनाया जाएगा स्वर्णिम विजय पर्व, CDS बिपिन रावत की याद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिया फैसला","नई दिल्ली। दिल्ली के इंडिया गेट (India gate)पर रविवार को स्वर्णिम विजय पर्व का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन सत्र में पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा- ये आयोजन बहुत ही दिव्य और भव्य रूप में करने का निर्णय हुआ था, मगर देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य बहादुरों के निधन के बाद इसे सादगी के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है। इस मौके पर उन्होंने बिपिन रावत के साथ ही हेलिकॉप्टर हादसे में मृत सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी। स्वर्णिम विजय पर्व (Swarnim Vijay Parv) के उद्घाटन समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा-आज हम सभी इंडिया गेट पर 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan War) के स्वर्णिम विजय वर्ष के अंतर्गत आयोजित विजय पर्व को मनाने के लिए इक्टठे हुए हैं। यह पर्व भारतीय सेनाओं (Indian Army) की उस शानदार जीत के उपलक्ष्य में है, जिसने दक्षिण एशिया के इतिहास और भूगोल दोनों को बदल कर रख दिया। जनरल रावत की कमी महसूस हो रही रक्षा मंत्री ने कहा- जनरल रावत के निधन से एक बहादुर सैनिक, सलाहकार और जिंदादिल इंसान को खोया है। उन्होंने बताया कि जनरल रावत इस विजय पर्व के आयोजन को लेकर बेहद उत्साहित थे। कई बार इस कार्यक्रम के स्वरूप को लेकर उन्होंने मुझसे चर्चा की थी। इसलिए मुझे उनकी कमी काफी महसूस हो रही है। ग्रुप कमांडर वरुण सिंह के परिजनों के संपर्क में हूं राजनाथ ने बताया कि एयरफोर्स के ऑफिस ग्रुप कमांडर वरुण सिंह का इलाज चल रहा है। मैं लगातार संपर्क में हूं और उनके पिताजी से हमारा लगातार संपर्क बना हुआ है। हम सभी प्रार्थना करते हैं कि वो जल्द ही ठीक होकर आएं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। गौरतलब है कि देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की जान 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चली गई थी। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जिंदा बच पाए थे, जिनका वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में इलाज चल रहा है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पाकिस्तान के साथ जीत के 50 साल पूरे होने पर स्वर्णिम नर्व स्वर्णिम विजय पर्व 1971 में हुई पाकिस्तान के साथ जंग में भारत की जीत के 50 साल पूरे होने पर मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 16 दिसंबर को स्वर्णिम विजय वर्ष मनाने की घोषणा की थी। 1971 में 3 दिसंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच जंग शुरू हुई थी और मात्र 13 दिनों में 16 दिसंबर को भारत ने इस लड़ाई को जीत लिया था। इस युद्ध के बाद पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बना था। इस जंग में पाकिस्तानी सेना के 93 हजार से ज्यादा सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर कर दिया था। यह भी पढ़ें हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले मप्र के जवान की पार्थिव देह पहुंची भोपाल, गांव से निकलेगी अंतिम यात्रा CDS Bipin Rawat की अस्थियां हरिद्वार में गंगा जी में विसर्जित, 4 जवानों की हुई पॉजिटिव पहचान, सम्मान के साथ अंतिम विदाई Last Updated Dec 12, 2021, 12:08 PM IST Rajnath singhBipin RawatSwarnim Vijay Parv",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/modi-twitter-accoint-twitter-s-statement-account-being-hacked-the-account-was-immediately-secured-as-soon-as-the-information-was-received-crypto-r3zjju,प्रधानमंत्री मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक होने पर ट्विटर के प्रवक्ता ने जारी किया बयान...,"नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Modi) का ट्विटर हैंडल (Twitter Handle) हैक करने के मामले में ट्विटर ने बयान जारी किया है। ट्विटर के प्रवक्ता ने बताया कि हमारे पास प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO)के साथ कम्युनिकेशन के लिए 24X7 लाइनें खुली हैं। ट्विटर ने कहा कि जैसे ही हमें इस हैंकिंग के बारे में पता चला, हमारी टीम ने प्रभावित अकाउंट को सेफ करने के लिए तुरंत आवश्यक कदम उठाए। ट्विटर के मुताबिक उनकी अबतक की जांच से पता चला है कि इस समय तक किसी और अकाउंट के प्रभावित होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। ट्विटर के मुताबिक इस हैकिंग में ट्विटर के इंटरनल सिस्टम का इस्तेमाल नहीं हुआ है। यानी, कंपनी की तरफ से कोई चूक नहीं हुई है। इस बार मोदी के अकाउंट की हैकिंग में पिछले बार से अलग पैटर्न फॉलो किया गया। 2020 में दुनिया के टॉप नेताओं का ट्विटर अकाउंट हैक किया गया था। इसके लिए coordinated social engineering attacks का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन इस बार दूसरे पैटर्न का इस्तेमाल किया गया है। गौरतलब है कि शनिवार-रविवार रात 2 बजकर 11 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी का ट्विटर अकाउंट कुछ समय के लिए हैक कर लिया गया था। इससे एक ट्वीट किया गया कि भारत ने बिटकॉइन को आधिकारिक रूप से कानूनी मान्यता दे दी है। बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने कहा कि ट्विटर के सामने हमने मामला उठाया, जिसके बाद अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। पीएमओ ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया था। PMO ने कहा कि जिस वक्त पीएम मोदी का अकाउंट हैक रहा, उस दौरान शेयर किए गए किसी भी ट्वीट को नजरअंदाज किया जाए। हैकर्स ने इस ट्वीट में यह भी दावा किया गया कि भारत ने आधिकारिक तौर पर 500 बीटीसी खरीद लिए हैं और उन्हें अपने निवासियों के बीच वितरित कर रहा है। इस संबंध में एक लिंक भी शेयर किया गया। इस पर कई यूजर ने कहा कि अकाउंट हैक हो गया है। क्रिप्टो पर भारत का कड़ा रुख भारत ने क्रिप्टो करंसी(Crypto)पर कड़ा रुख अपनाया है। केंद्र सरकार के क्रिप्टो करंसी पर एक विधेयक पेश करने की संभावना है और उसने चिंता जताई है कि उनका इस्तेमाल निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ लुभाने और आतंकी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए किया जा सकता है। सितंबर 2020 में भी हैक हुआ था पीएम की वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट बिटकॉइन को प्रमोट करने के लिए हैकर्स और फ्रॉड पीएम मोदी के अकाउंट पर पहले भी अटैक कर चुके हैं। सितंबर 2020 में उनकी पर्सनल वेबसाइट से जुड़ा ट्विटर अकाउंट हैक हुआ था। हैकर्स ने ट्वीट करके PM केयर्स फंड में बिटकॉइन डोनेट करने को कहा था। हैकर्स ने ट्वीट करके लिखा था कि यह अकाउंट 'जॉन विक' ने हैक किया है। यह भी पढ़ें पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट किसने किया हैक, कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम के एक्सपर्ट खंगाल रहे सोर्स Last Updated Dec 12, 2021, 10:23 AM IST Pm ModiTwitterHacked",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/freezing-cold-affects-life-in-srinagar-vva-r3z2fs,"Srinagar: शून्य से नीचे पहुंचा पारा, जमा देने वाली ठंड से जनजीवन प्रभावित","श्रीनगर। कश्मीर में शीतलहर (Cold wave) से जनजीवन प्रभावित हो गया है। रात में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य से नीचे पहुंच रहा है। शनिवार को श्रीनगर (Srinagar) में रात का तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस था। यहां दिन का अधिकतम तापमान 11.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शुक्रवार को पहलगाम न्यूनतम तापमान -6.4 डिग्री सेल्सियस के साथ वादी का सब से ठंडा क्षेत्र रहा। घाटी के प्रवेश द्वार माने जाने वाले शहर काजीगुंड में तापमान शून्य से 3.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। ठंड के चलते जन जीवन प्रभावित ठंड के चलते बर्फ जम गया है। पेड़-पौधे और घास पर बर्फ की चादर जम गई है। लोग शरीर जमा देने वाली ठंड का सामना कर रहे हैं। अधिक सर्दी पड़ने के चलते जन जीवन प्रभावित हो गया है। लोग जरूरी काम से ही घर से बाहर निकल रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दोनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। पानी की पाइप छतिग्रस्त श्रीनगर समेत घाटी के सभी जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बर्फ जमने से कई जगह पानी की पाइप छतिग्रस्त हो गई है। बिजली भी लगातार नहीं रह रही है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार बिजली रहने पर घर गर्म रखने और गर्म पानी से खाना बनाने व बर्तन धोने का काम हो जाता है। बिजली नहीं रहने पर काफी दिक्कत होती है। मौसम विभाग के अनुसार 15 दिसंबर को घाटी के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। इसके साथ ही मैदानी इलाकों में बारिश की भी संभावना है। इससे पहले मौसम साफ रहने की उम्मीद है। आसामान साफ रहने से रात का पारा और अधिक गिर सकता है। ये भी पढ़ें 16 दिसंबर तक 3 बड़े ग्रह बदलेंगे राशि, मौसम में होगा बदलाव, अर्थव्यवस्था में हो सकता है सुधार Snowfall: हिमाचल के पहाड़ों ने ओढ़ी बर्फ की चादर; इसलिए हवा सर्द है, देखें कुछ खूबसूरत तस्वीरें Last Updated Dec 12, 2021, 4:00 AM IST Srinagar",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/uttar-pradesh/tamilnadu-helicopter-crash-parachute-jump-dedicated-to-cds-general-bipin-rawat-vva-r3yt33,हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए CDS General Rawat को सेना ने समर्पित किया पैराशूट जंप,"आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में भारतीय सेना के जवानों ने पैराशूट जंप (Parachute jump) किया। इस जंप को सेना ने 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawa) उनकी पत्नी और 11 अन्य वीर सपूतों को समर्पित किया। 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए जंग में एक खास ऑपरेशन तंगेल एयरड्रॉप (Tangail airdrop) के 50 साल पूरा होने के अवसर पर शनिवार को पैराशूट जंप का आयोजन किया गया था। सेना की मध्य कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने 120 पैराट्रूपर्स और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भाग लेने वाले चार दिग्गजों को शामिल करते हुए सामूहिक छलांग का नेतृत्व किया। भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि पैराशूट कूद को सेना और वायुसेना के बीच संयुक्त कौशल की सर्वोत्तम भावना से सटीक समन्वय द्वारा चिह्नित किया गया। क्योंकि जनरल रावत ने तीनों सेनाओं के एकीकरण और संयुक्त कौशल का सपना देखा था। तंगेल एयरड्रॉप और बांग्लादेश में उसके बाद के अभियानों में भाग लेने वाले कई दिग्गजों ने आगरा में यह ऐतिहासिक कार्यक्रम देखा। 1971 के युद्ध में शामिल रहे लेफ्टिनेंट जनरल निर्भय शर्मा, लेफ्टिनेंट जनरल आरआर गोस्वामी, मेजर जनरल शिव जसवाल, कर्नल थॉमस कोचप्पन और कर्नल प्रमोद तेम्बे भी मौजूद लोगों में शामिल थे। ड्रॉप जोन में 1971 के युद्ध और प्रसिद्ध तंगेल एयर ड्रॉप के दौरान पूर्वी क्षेत्र में शत्रुजीत ब्रिगेड की भागीदारी को प्रदर्शित करने के लिए एक हथियार और उपकरण प्रदर्शन और फोटो गैलरी भी स्थापित की गई थी। अब तक का सबसे बड़ा हवाई अभियान है तंगेल एयरड्रॉप 50 साल पहले 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी। पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) की राजधानी ढाका के उत्तर में तंगेल में भारतीय पैराट्रूपर्स जवानों को एयर ड्रॉप किया गया था। इन जवानों ने लड़ाई में महत्वपूर्ण रोल निभाया था और पाकिस्तान को घुटने टेकने को मजबूर कर दिया था। तंगेल एयरड्रॉप भारतीय पैराट्रूपर्स का अब तक का सबसे बड़ा हवाई अभियान है। तंगेल ऑपरेशन का उद्देश्य जमालपुर-तंगेल-ढाका रोड पर पोंगली ब्रिज और लुहाजंग नदी पर नौका स्थल पर कब्जा करना था ताकि ढाका की रक्षा के लिए उत्तर से पीछे हट रही पाकिस्तानी सेना की 93 ब्रिगेड को रोका जा सके। भारतीय सेना की दूसरी पैराशूट बटालियन के लगभग 750 जवान इस सफल मिशन में शामिल थे। लेफ्टिनेंट कर्नल कुलवंत सिंह पन्नू के नेतृत्व में 17 पैराशूट फील्ड रेजिमेंट की आर्टिलरी बैटरी, 411 (इंडिपेंडेंट) पैराशूट फील्ड कंपनी की प्लाटून, मेडिकल टुकड़ी, सर्जिकल टीम और शत्रुजीत ब्रिगेड के अन्य प्रशासनिक सैनिकों के साथ बटालियन समूह को काटने का काम सौंपा गया था। ये भी पढ़ें TN Chopper Crash: CDS Bipin Rawat की अस्थियां हरिद्वार में गंगा जी में विसर्जित, 4 जवानों की हुई पॉजिटिव पहचान Helicopter Cresh में शहीद हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह हुए पंचतत्व में विलीन, मासूम बच्चों ने दी मुखाग्नि WOKE, Anti BJP, कहकर ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी को किया ट्रोल, आशना को बंद करना पड़ा Twitter Account Last Updated Dec 12, 2021, 12:36 AM IST CDS General Rawat",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/uttar-pradesh/wing-commander-prithvi-singh-who-was-martyred-in-helicopter-cresh-merged-in-the-five-elements-innocent-children-gave-fire-r3yay9,"Helicopter Cresh में शहीद हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह हुए पंचतत्व में विलीन, मासूम बच्चों ने दी मुखाग्नि","आगरा: कुन्नूर (Coonoor ) में हुए हेलीकॉप्टर हादसे (helicoper cresh) ने कई वीर सपूतों को मौत की नींद सुला दिया। इन्हीं में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के साथ शहीद हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान ( Wing Commander Prithvi Singh Chauhan) का हादसे के तीन दिन बाद शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार (last farewell) किया गया। विंग कमांडर चौहान का परिवार 2006 में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आगरा आ गया था। कमांडर को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगो की भीड़ उनके पहुंचने से पहले ही जमा हो गई। जिस रास्ते से शहीद का पार्थिव शरीर घर पर लाया गया, उस राह पर लोगों ने फूल बिछा दिए। सरन नगर से शहीद पृथ्वी सिंह की अंतिम यात्रा ताजगंज मोक्षधाम के लिए रवाना हुई, जिसमें हजारों लोग उमड़े। आठ साल के मासूम बेटे व 12 साल की बेटी ने शहीद पिता पृथ्वी सिंह को मुखाग्नि दी तो हर किसी की आंखें भर आईं। मन में गर्व के साथ नम आंखों ने दी वीर को श्रद्धांजलि तीन दिन बाद उनका पार्थिव शरीर आगरा (Agra) लाया गया। डीएनए जांच के चलते पार्थिव शरीर आने में देरी हुई। सरन नगर स्थित शहीद के घर से एमजी रोड होते हुए अंतिम यात्रा निकाली गईं, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। भारत माता की जय, जब तक सूरज-चांद रहेगा, पृथ्वी तुम्हारा नाम रहेगा, पृथ्वी सिंह अमर रहें जैसे देशभक्ति नारों के साथ उनकी अंतिम यात्रा में निकली। विंग कमांडर का पार्थिव शरीर पहुंचने से पहले ही सरन नगर में अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग जुट गए थे। हर शख्स की आंखें नम थीं लेकिन मन में गर्व था। वो अपने जांबाज योद्धा के अंतिम दर्शन करना चाहते थे। सबसे छोटे थे विंग कमांडर पृथ्वी आपको बता दें कि पृथ्वी सिंह चौहान पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। विंग कमांडर चौहान मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल (sainik school) में पढ़ाई की। वह 2000 में हैदराबाद में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए और इस समय तमिलनाडु के कोयंबटूर में भारतीय वायु सेना स्टेशन पर तैनात थे। पृथ्‍वी का वृंदावन निवासी कामिनी सिंह से 2007 में विवाह हुआ था। उनकी 12 वर्षीय बेटी आराध्‍या और नौ वर्षीय बेटा अविराज है। Last Updated Dec 11, 2021, 6:04 PM IST CDS General Bipin RawatWing Commander Prithvi Singh Chauhanlast farewellअंतिम विदाईविंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहानशहीदसीडीएस जनरल बिपिन रावत",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/made-in-india-rocket-launcher-pinaka-er-successfully-tested-kpa-r3y16o,Pinaka-ER: दुश्मनों के होश उड़ाने आ गया नई टेक्नोलॉजी से लैस रॉकेट लॉन्चर Pinaka-ER,"नई दिल्ली. दुश्मनों के छक्के छुड़ाने भारतीय सेना(Indian Army) को एक नया हथियार मिल गया है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने शनिवार को राजस्थान के पोखरन में स्वदेशी(MADE IN INDIA) रॉकेट लॉन्चर सिस्टम Pinaka-ER के एक्सटेंडेड वर्जन का सफल परीक्षण किया। इस रॉकेट लॉन्चर सिस्टम को DRDO के अरमामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट(ARDE) और पुणे की हाई एनर्जी मटैरियल रिसर्च लैब(HEMRL) ने मिलकर तैयार किया है। तीन दिन चला मूल्यांकन और परीक्षण पिनाक की बढ़ी हुई मारक क्षमता तय हो जाने के बाद डीआरडीओ ने इस प्रणाली की प्रौद्योगिकी को उद्योग को हस्तांतरित कर दिया। उद्योग साझीदार ने उक्त पिनाक एमके-1 रॉकेट का निर्माण किया। उत्पादन और गुणवत्ता पालन के लिये डीआरडीओ ने पूरा सहयोग किया था। सेना के साथ डीआरडीओ ने पिछले तीन दिनों के दौरान फील्ड फायरिंग रेंज में उद्योग द्वारा उत्पादित इन रॉकेटों की मारक क्षमता का मूल्यांकन तथा परीक्षण किया। इन परीक्षणों में, उन्नत मारक क्षमता वाले पिनाक रॉकेटों का परीक्षण विभिन्न विस्फोटक क्षमताओं के साथ भिन्न-भिन्न दूरी से किया गया। सारे परीक्षण लक्ष्यों की पूर्ति संतोषजनक रही। विभिन्न दूरियों से 24 रॉकेटों को विस्फोटक क्षमताओं के साथ दागा गया और सबने पूरी सटीकता तथा स्थिरता के साथ लक्ष्य को भेदा। इसके साथ ही उद्योग साझीदार द्वारा पिनाक-ईआर की प्रौद्योगिकी के शुरूआती चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इसके निर्माण में उद्योग भी सफल रहा। अब उद्योग साझीदार रॉकेट प्रणाली की पूरी श्रृंखला के उत्पादन के लिए तैयार है। नई जरूरतों को पूरा करेगा पिनाक रॉकेटों के लिए स्वदेशी स्तर पर विकसित फ्यूजों का भी परीक्षण किया गया। पुणे स्थित एआरडीई ने पिनाक रॉकेटों के लिए विभिन्न फ्यूज विकसित किए हैं, जिनका भिन्न-भिन्न उपयोग है। पहले निर्माण करने के लिये इनका डिजाइन तैयार किया गया। उसके बाद फ्यूजों की कुशलता का मूल्यांकन किया गया, जिसके लिए उड़ान परीक्षण पूरा किया गया। लगातार उड़ान परीक्षणों में फ्यूज का प्रदर्शन सटीक रहा। देश में पहली बार इनका विकास समर्पित स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के जरिये देश में पहली बार किया गया है। स्वदेशी स्तर पर विकसित ये फ्यूज, आयातित फ्यूजों की जगह लेंगे तथा इससे विदेशी मुद्रा की बचत होगी। एआरडीई ने एडीएम के लिये लघु फ्यूज भी डिजाइन किए हैं। दोहरे उद्देश्य वाले डायरेक्ट-ऐक्शन सेल्फ डिस्ट्रक्शन (डीएएसडी) और एंटी-टैंक म्यूनिशन (एटीएम) फ्यूजों का मौजूदा उड़ान परीक्षणों के दौरान मूल्यांकन किया गया। इनके नतीजे भी संतोषजनक रहे। सभी उपरोक्त परीक्षणों में सभी मिशन लक्ष्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। pic.twitter.com/DPXoaB7xpi यह भी पढ़ें प्रधानमंत्री मोदी ने किया 'सरयू नहर परियोजना' का उद्घाटन, 9 जिलों के 30 लाख से अधिक किसानों को मिला बड़ा तोहफा Innovative Ideas:बाइक पर painting करके फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट क्या किया; अब मिलने लगे हैं देशभर से ऑर्डर 20 साल में पीएम बने हिंदू आस्‍था-सभ्‍यता के ब्रांड अंबेसडर, इन मंदिरों के निर्माण में रहा मोदी का योगदान Last Updated Dec 11, 2021, 2:35 PM IST Army StrengthChina ControversyIndian ArmyMADE IN INDIAMake in IndiaPM ModiPakistan Controversy",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/vande-bharatam-dance-festival-will-be-held-in-mumbai-kpa-r3xya7,Vande Bharatam: पहली बार ऐसे हो रहा दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाले आयोजन के लिए डांस ग्रुप का सिलेक्शन,"मुंबई. वंदे भारतम नृत्य उत्सव प्रतियोगिता(Vande Bharatam dance festival) की चयन प्रक्रिया क्षेत्र स्तर पर अपने अगले चरण में पहुंच गई है। चार अलग-अलग शहरों में क्षेत्र स्तरीय आयोजन 10 दिसंबर से शुरू हुआ, जो 12 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य देश भर से शीर्ष नृत्य प्रतिभाओं का चयन करना और उन्हें गणतंत्र दिवस परेड 2022 के दौरान प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करना है। जानें प्रतियोगिता के बारें में इस प्रतियोगिता का दूसरा क्षेत्र स्तरीय आयोजन 10 दिसंबर, 2021 को मुंबई के बांद्रा वेस्‍ट में स्थित सेंट एंड्रयूज कॉलेज ऑफ आर्ट्स के साइंस एंड कॉमर्स ऑडिटोरियम में शुरू हुआ। मुंबई में आयोजित दूसरे क्षेत्र स्तरीय कार्यक्रम के दौरान शास्त्रीय, लोक, आदिवासी और समकालीन रूपों में भारत के समृद्ध गीत, संगीत एवं नृत्य रूप देखने को मिल रहा है। इस कार्यक्रम में पश्चिमी क्षेत्र के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश दमन एवं दीव, दादरा व नगर हवेली के लिए आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के 40 से अधिक विजेता भाग ले रहे हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा के समूह इस कार्यक्रम में भाग लेने के योग्य हैं। ऐसा पहली बार ऐसा पहली बार हो रहा है कि गणतंत्र दिवस परेड में प्रदर्शन करने के लिए नृत्य समूहों का चयन अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता के आधार पर किया जा रहा है। आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। यह आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाए जाने वाले भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में रक्षा मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय की एक अनूठी पहल है। यह भी जानें जिला स्तर पर 17 नवंबर, 2021 को शुरू हुई वंदे भारतम प्रतियोगिता में 323 समूहों के तहत 3,870 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिला स्तर पर स्क्रीनिंग पास करने वालों ने 30 नवंबर, 2021 से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए 4 दिसंबर 2021 तक 5 दिनों की अवधि में 20 से अधिक वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्यस्तर पर प्रतियोगिता राज्य स्तर के लिए 300 से अधिक समूहों का चयन किया गया जिसमें 3,000 से अधिक नर्तक/ प्रतिभागी शामिल हैं। इस प्रकार, इस आयोजन ने सभी उम्मीदवारों को महज एक महीने की अवधि में राष्ट्रीय स्तर पर स्लॉट जीतने के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया। इसी तरह क्षेत्र स्तर के कार्यक्रम 11 दिसंबर, 2021 को बेंगलुरु में और 12 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली में आयोजित किए जाएंगे। क्षेत्र स्तर की प्रतियोगिताओं का सीधा प्रसारण वंदे भारतम के आधिकारिक फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल के अलावा उसकी वेबसाइट (vandebharatamnrityautsav.in) और मोबाइल एप्लिकेशन पर किया जाएगा। क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए 200 से अधिक टीमों के तहत 2,400 से अधिक प्रतिभागियों को चुना गया है। इस दौर से चयनित टीम नई दिल्ली में होने वाले ग्रैंड फिनाले में भाग लेंगी। विजेता घोषित किए जाने वाले शीर्ष 480 नर्तक 26 जनवरी 2022 को नई दिल्‍ली के राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में प्रस्तुति देंगे। यह भी पढ़ें Maharashtra में 10 हजार रु. लीटर गधी का दूध, कोरोना मरीज की इम्यूनिटी बढ़ाने का दावा, लोगों की लाइनें लगीं काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का एर‍ियल व्‍यू देख हो जाएंगे दंग Innovative Ideas:बाइक पर painting करके फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट क्या किया; अब मिलने लगे हैं देशभर से ऑर्डर Last Updated Dec 11, 2021, 1:33 PM IST Azadi Ka Amrit MahotsavVande Bharatampm modi",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/customs-officers-at-hyderabad-airport-seized-gold-four-sudanese-passengers-vva-r3x4xu,"दुबई से 7.3Kg सोना Rectum में छिपाकर लाए थे चार सूडानी यात्री, Hyderabad airport पर खुला भेद","हैदराबाद। सीमा शुल्क अधिकारियों (Customs officers) ने हैदराबाद एयरपोर्ट (Hyderabad Airport) पर दुबई से 7.3 किलोग्राम सोना लेकर आए चार सूडानी यात्रियों को गिरफ्तार किया है। सभी ने तस्करी के सोने को अपने रेक्टम में छिपाया था। बरामद किए गए सोने की कीमत 3.6 करोड़ रुपए है। गिरफ्तार किए गए यात्रियों में दो पुरुष और दो महिला हैं। सभी एयर इंडिया की दुबई-हैदराबाद फ्लाइट से आए थे। अधिकारियों ने बताया कि चारों यात्रियों को संदेह होने पर हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम द्वारा रोका गया। जांच में पता चला कि चारों ने अपने शरीर में सोना छिपा रखा है। इनके पास से बार और पेस्ट के रूप में सोना मिला है। अक्टूबर में बरामद किया गया था 6 किलो सोना बता दें कि दुबई-हैदराबाद रूट पर कुछ महीने पहले भी सोने की तस्करी के लिए नया और अजीब तरीका देखने को मिला था। अक्टूबर में हैदराबाद एयरपोर्ट पर एक रिचार्जेबल लालटेन में छुपाए गए छह किलोग्राम से अधिक सोने का पेस्ट बरामद किया गया था। इससे पहले हैदराबाद के कस्टम अधिकारियों ने एक सूडानी यात्री के पास से पेस्ट के रूप में 1,200 ग्राम से अधिक सोना जब्त किया था। उसने अपने अंडरगारमेंट्स और हैंड-बैगेज में सोना छिपा रखा था। जयपुर में पकड़ा गया था 1.5 किलो सोना 16 नवंबर को दुबई से जयपुर आई एक फ्लाइट से डेढ़ किलो ग्राम सोना पकड़ा गया था। जयपुर एयरपोर्ट (Jaipur Airport) पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने तस्करी कर लाए गए सोने के दो बिस्किट बरामद किए थे। एक बिस्किट एक किलोग्राम तो दूसरी बिस्किट 500 ग्राम की थी। कस्टम विभाग के अधिकारियों ने सोने के साथ पकड़े गए यात्री के साथ-साथ चार एयरपोर्ट कर्मियों को भी हिरासत में लिया था। तस्कर सोने को सीट के नीचे छिपाकर लाए थे। कस्टम अधिकारियों की रैंडम चेकिंग में गोल्ड मिला था। यात्री दुबई में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में मजदूरी करता है। ये भी पढ़ें Gold And Silver Price Today: इस साल सोना हो चुका है 2200 रुपए सस्‍ता, चांदी में भी गिरावट बिहार हो जाएगा मालामाल: यहां मिला देश का सबसे बड़ा सोना भंडार, लोग मिट्टी को धोकर निकालते हैं गोल्ड Construction Company के मजदूर के पास Gold की दो बिस्किट बरामद, वजन जान रह जाएंगे हैरान Last Updated Dec 11, 2021, 3:01 AM IST Gold",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/uttar-pradesh/uttar-pradesh-police-commissioner-corona-infected-vva-r3wws0,"उत्तर प्रदेश के पुलिस कमिश्नर कोरोना संक्रमित, PM Narendra Modi की यात्रा से पहले की गई थी जांच","लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) बढ़ने लगा है। प्रदेश के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर (Police Commissioner DK Thakur) कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पुलिस विभाग में खलबली मच गई है। पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी कमिश्नर के संपर्क में आए थे। अब सबका कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के लखनऊ आने से पहले प्रोटोकॉल के अनुसार पुलिस कमिश्नर समेत दूसरे अफसरों की कोरोना जांच कराई गई थी, जिसमें पुलिस कमिश्नर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। पहली जांच में कमिश्‍नर पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद उनका दूसरा सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस कमिश्नर में कोरोना के लक्षण नहीं हैं। उनके दूसरे सैंपल को RT-PCR जांच के लिए भेजा गया है। शनिवार को रिपोर्ट आएगी। उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। बढ़ रहा कोरोना का संक्रमण बता दें कि उत्तरप्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा है। शुक्रवार को करीब दो महीने बाद एक साथ आठ लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसमें से दो मरीज सोनभद्र जिले के हैं। वे पीजीआई ओपीडी में इलाज के लिए आए थे। वहीं, लखनऊ के 6 लोगों में कोरोना संक्रमण का पता चला है। इनमें से पांच मरीज एक ही परिवार के हैं। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। 59 देशों में फैला ओमिक्रॉन देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) का संक्रमण फैल रहा है। शुक्रवार तक ओमिक्रॉन के 32 मरीज मिले हैं। महाराष्ट्र में शुक्रवार को ओमिक्रॉन के 7 नए मामले मिले। ओमिक्रॉन दुनिया के 59 देशों में फैल चुका है। दुनियाभर में कुल 2936 मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण अफ्रीका और कुछ अन्य देशों में सामने आए कोविड के नए स्वरूप को 26 नवंबर को ओमिक्रॉन नाम दिया है। ओमिक्रॉन को कोरोना के दूसरे वेरिएंट से अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। ये भी पढ़ें IIMC: डॉ. हेडा ने कहा- जागरुकता से लगेगी Omicron Variant पर लगाम UP में 24 घंटे में मिले कोरोना के 16 नए केस, 35 मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार Covid 19 : ऑस्ट्रेलिया में 10 जनवरी से शुरू होगा 2-11 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन, 90% वयस्कों को लग चुका टीका Last Updated Dec 11, 2021, 12:01 AM IST Corona",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/jammu-kashmir-bandipora-terror-attack-two-policemen-killed-at-gulshan-chowk-by-terrorists-dvg-r3woo1,"Jammu Kashmir: बांदीपोरा में आतंकी हमला, दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर भागे आतंकी","श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बेखौफ आतंकवादियों ने एक बार फिर पुलिस टीम (attack on Police team) पर हमला किया है। बांदीपोरा (Bandipora) में हुए इस हमले में दो पुलिस के जवान मारे गए हैं। यह हमला बांदीपोरा के एक चौराहा पर गश्त कर रही टीम पर किया गया है। हमले के बाद क्षेत्र में हाई अलर्ट कर दिया गया है। आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। गुलशन चौराहा पर गश्त कर रही थी पुलिस टीम बांदीपोरा जिले के गुलशन चौक (Gulshan Chowk) पर शुक्रवार को पुलिस टीम गश्त कर रही थी। इस चौक पर एक पुलिस पार्टी हमेशा ही तैनात रहती है। शाम को घात लगाए आतंकवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में दो पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में उनको नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन डॉक्टर उनको बचा न सके। शहीद हुए पुलिसकर्मियों से क्षेत्र में दहशत आतंकी हमले में गुलशन चौक पर पुलिस टीम के मोहम्मद सुल्तान (Mohammad Sultan) और फयाज अहमद (Faiyaz Ahmad) शहीद हो गए हैं। दो पुलिस वालों की हत्या के बाद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। आतंकवादी सिविलयन के साथ साथ फोर्स को बना रहे निशाना इससे पहले 8 नवंबर को श्रीनगर के बटमालू इलाके में आतंकियों ने गोली मारकर 29 साल के एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में रविवार को एक आतंकवादी ने कायराना हमले में पुलिसकर्मी को शहीद कर दिया। इसी साल 12 सितंबर को भी श्रीनगर के खानयार इलाके में आतंकवादी ने एक पुलिसकर्मी को गोली मार दी थी। आतंकवादी ने प्रोबेशनरी सब-इंस्पेक्टर अर्शद अहमद मीर को पीछे से गोली मारी थी। Read this also: Covid 19: तीसरी लहर से निपटने के लिए AIIMS तैयार, 300 बेड वाले अस्पताल का कल लोकार्पण, लेवल टू व थ्री के 100 बेड का प्रस्ताव Research: Covid का सबसे अधिक संक्रमण A, B ब्लडग्रुप और Rh+ लोगों पर, जानिए किस bloodgroup पर असर कम Last Updated Dec 10, 2021, 9:06 PM IST Attack on Police teamGulshan ChowkJammu KashmirPolicemen killedTerrorist Attack",-1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/covid-19-omicron-coronavirus-news-variant-national-news-gujrat-jamnagar-r3w6k0,"Omicron Update : गुजरात में कोविड के नए वैरिएंट के दो नए मरीज, दोनों जिम्बॉब्वे से लौटे मरीज के संपर्क में थे","अहमदाबाद। कोरोना (Covid 19) का नया वैरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) फैलता जा रहा है। शुक्रवार को गुजरात के जामनगर (Jam nagar) में इस वैरिएंट (New Variant)के दो नए मामले सामने आए। जो लोग पॉजिटिव मिले हैं, वे यहां मिले पहले संक्रमित के संपर्क में रहे हैं। उधर, दिल्ली में राजस्थान से आई महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह महिला जयपुर में Omicron संक्रमित मरीजों के संपर्क में आई थी। उसका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है, लेकिन रिपोर्ट अभी नहीं आई है। जिम्बाब्वे से जामनगर आया था पहला मरीज कुछ दिन पहले ही गुजरात के जामनगर में ओमीक्रोन का एक मरीज पाया गया था। यह व्यक्ति अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे से लौटा था। एयरपोर्ट पर उसकी जांच की गई तो कोरोना की पुष्टि हुई। बाद में जीनोम सीक्वेंसिंग में ओमीक्रोन की जानकारी मिली। इसके बाद ही प्रशासन ने तुरंत उसके संपर्क में आए लोगों की जांच कराई, जिसमें दो और लोग संक्रमित मिले हैं। हालांकि, जिन लोगों के शुक्रवार को ओमीक्रोन से पॉजिटिव होने का पता चला, उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। देश में अब तक 25 मरीज देश में अब तक ओमीक्रोन वेरिएंट के 25 मरीज मिल चुके हैं। सबसे पहला मरीज कर्नाटक में मिला था, जो 7 दिन बाद वहां से दुबई चला गया था। दूसरा मरीज भी वहीं मिला था। अब तक महाराष्ट्र में 10, राजस्थान में 9, गुजरात में 3, दिल्ली में 1 और कर्नाटक में दो केस मिले हैं। हालांकि, राजस्थान में सभी 9 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है, जबकि कर्नाटक में ओमीक्रोन संक्रमित डॉक्टर की रिपोर्ट निगेटिव आने क बाद फिर से पॉजिटिव आई थी। महाराष्ट्र के पुणे में भी मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देश में चौबीस घंटे में 8,503 मामले देश में शुक्रवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 8,503 नए मामले दर्ज किए गए हैं। 7,678 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। कोरोना वायरस से अब तक कुल 3,41,05,066 लोग ठीक हो चुके हैं। मार्च 2020 के बाद अब तक सबसे ज्यादा 98.36% रिकवरी रेट है। पूरे देश में 94,943 एक्टिव केस हैं। यह कुल कोरोना मामलों के 1 फीसद से भी कम हैं। यह भी पढ़ें Omicron: महाराष्ट्र में दो नए केस, साउथ अफ्रीका और अमेरिका से लौटे लोगों में मिला नया वैरिएंट, देश में 24 केस University of Calcutta: ऑनलाइन होंगे UG और PG के एग्जाम, इन सेमेस्टर के छात्रों को मिलेगी राहत Last Updated Dec 10, 2021, 2:34 PM IST OmicronCovid 19CoronavirusGujrat",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/state/delhi-ready-to-deal-with-the-threat-of-omicron-may-impose-lockdown-if-needed-kejriwal-informed-63961,"'ओमिक्रोन' के खतरे से निपटने के लिए तैयार दिल्ली, जरूरत पड़ने पर लग सकता है लॉकडाउन, केजरीवाल ने दी जानकारी","दक्षिण अफ्रीका से निकले कोरोना के नए ओमिक्रोन वेरिएंट ने भारत सहित पूरी दुनियां में हड़कंप मचा दिया है। ओमिक्रोन के संभावित खतरे से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। दिल्ली में इस नए वेरिएंट के दहशत के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम ओमिक्रोन खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम ओमाइक्रोन के खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। यदि आवश्यक हुआ तो हम आवश्यक प्रतिबंध लगाएंगे। फिलहाल किसी तरह की पाबंदी लगाने की जरूरत नहीं है...स्कूलों को फिर से खोलने पर फैसला स्कूलों की शीतकालीन छुट्टी खत्म होने के बाद लिया जाएगा। केजरीवाल ने सोमवार को 'दिल्ली की योगशाला' का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा,""योग से आत्मा, मन और शरीर स्वस्थ रहता है। योग के शिक्षक हम देंगे, अगर आप 25 लोग इकट्ठा होते हैं तो आप हमें इस नंबर 9013585858 पर मिस्ड कॉल दीजिए और आप जहां भी योग करना चाहे वहां कर सकते हैं।"" बता दें कि अब तक राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के दो मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में मिले ओमिक्रोन से संक्रमित 35 वर्षीय व्यक्ति को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत फिलहाल ठीक है। यह व्यक्ति जिम्मबाब्वे से दिल्ली आया था और उसके साउथ अफ्रीका की यात्रा की थी।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/kerala-andhra-pradesh-and-chandigarh-report-their-first-omicron-variant-case-tally-goes-up-to-38-63948,"ओमिक्रोन ने बढ़ाई और चिंताएं, इन तीन राज्यों में भी हुई एंट्री, अब तक मिले 38 मामले","कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट ने चिंताएं और बढ़ा दी है। केरल, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ ने रविवार को ओमिक्रोन का पहला मामला दर्ज किया, जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी एक-एक मामले में पाए गए, जिससे देश में संक्रमितों की संख्या 38 हो गई। रविवार को रिपोर्ट किए गए मामलों में सभी पांच व्यक्ति विदेशों से आए थे। राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, एक 20 वर्षीय पूर्ण टीकाकृत व्यक्ति इटली से चंडीगढ़ अपने रिश्तेदारों से मिलने आया था और एक 34 वर्षीय विदेशी यात्री, जो आयरलैंड से मुंबई और फिर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम आया था इस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य में ओमिक्रोन के कोविड-19 के पहले मामले की पुष्टि हुई है। अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, मंत्री ने कहा कि मरीज केरल की मूल निवासी थी जो हाल ही में यूनाइटेड किंगडम से आई थी। उन्होंने कहा कि मरीज की हालत स्थिर है और घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार वायरस के नए प्रकार के प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। एक व्यक्ति जो दक्षिण अफ्रीका से आया था, वह कर्नाटक में कोविड-19 के इस वेरिएंट से संक्रमित होने वाला तीसरा व्यक्ति बन गया, जबकि एक 40 वर्षीय व्यक्ति जो पश्चिम अफ्रीकी देश से महाराष्ट्र के नागपुर लौटने के बाद पॉजिटिव पाया गया। इसके साथ, महाराष्ट्र (18), राजस्थान (9), कर्नाटक (3), कर्नाटक (3), केरल (1) और आंध्र प्रदेश (1) और केंद्र शासित प्रदेशों दिल्ली (2) और चंडीगढ़ (1) में ओमिक्रोन का पता चला है। ) चंडीगढ़ में वह व्यक्ति 22 नवंबर को भारत आया था और वर्तमान में पृथकवास में है। रविवार देर शाम जारी एक बयान में, स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि उन्होंने ""अब आज कोविड के लिए नेगेटिव परीक्षण किया है"", लेकिन उनके पांच पारिवारिक संपर्कों ने वायरस के लिए पॉजिटिव परीक्षण किया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या वे भी ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित हैं। पहले बयान के मुताबिक, ""संपूर्ण जीनोमिक सिक्वेंसिंग के लिए 20 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट 11 दिसंबर की देर रात प्राप्त हुई थी और ओमिक्रोन वेरिएंट पॉजिटिव पाई गई है।"" वह फाइजर वैक्सीन से पूरी तरह से टीकाकृत है जो उन्हें इटली में मिला था। उनके सात उच्च-जोखिम वाले पारिवारिक संपर्कों को पृथकवास के तहत रखा गया और आरटी-पीसीआर विधि द्वारा कोविड-19 के लिए उनका परीक्षण किया गया। देर शाम बयान दिया, “इनमें से पांच ने पॉजिटिव और एक ने नेगेटिव परीक्षण किया है। परिवार के एक सदस्य की रिपोर्ट का इंतजार है।"" आंध्र प्रदेश के मामले में, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि वह व्यक्ति, जो पहली बार आयरलैंड से मुंबई आया था, उसका परीक्षण किया गया और उसे नेगेटिव पाया गया। इसके बाद उन्हें 27 नवंबर को विशाखापत्तनम जाने की अनुमति दी गई। जन स्वास्थ्य निदेशक ने एक विज्ञप्ति में कहा, ""विजयनगरम में दूसरा आरटी-पीसीआर परीक्षण करने पर, उन्होंने कोविड -19 के लिए पॉजिटिव परीक्षण किया। उनका नमूना तब जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए हैदराबाद में सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी में भेजा गया था और परिणाम ओमिक्रोन पॉजिटिव निकला।"" हालांकि, व्यक्ति में कोई लक्षण नहीं थे और 11 दिसंबर को फिर से परीक्षण से पता चला कि वह कोविड-19 नेगेटिव था। निदेशक ने कहा, ""राज्य में कोई अन्य ओमाइक्रोन मामले नहीं हैं।"" अब तक राज्य में आए 15 विदेशी यात्रियों को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है और सभी नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सीसीएमबी भेजे गए हैं।निदेशक ने कहा, ""15 में से, 10 मामलों से संबंधित जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट प्राप्त हुई थी और उनमें से केवल एक की पुष्टि की गई थी कि ओमिक्रोन पॉजिटिव था।"" ओमिक्रोन वैरिएंट का पहली बार भारत में बेंगलुरु में पता चला था, जिसमें दो लोगों ने इसके लिए पॉजिटिव परीक्षण किया था, जिसमें भारतीय मूल का एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक और एक डॉक्टर शामिल थे।राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने ट्वीट किया, ""कर्नाटक में ओमिक्रोन के तीसरे मामले का पता चला है। दक्षिण अफ्रीका से लौटने वाले एक 34 वर्षीय पुरुष ने पॉजिटिव परीक्षण किया है। उसे अलग किया गया है और सरकारी अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है। 5 प्राथमिक और 15 माध्यमिक संपर्कों का पता लगाया गया है और नमूने भेजे गए हैं परीक्षण। “ शनिवार को, दिल्ली ने अपना दूसरा मामला दर्ज किया - जिम्बाब्वे और दक्षिण अफ्रीका की ट्रैवल हिस्ट्री वाला एक 35 वर्षीय व्यक्ति भारत में कुल तादाद को 33 तक ले गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ""चिंता के प्रकार"" के रूप में वर्गीकृत किए गए ओमिक्रोन के मामलों का लगभग 60 देशों में पता चला है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/india-reports-7350-new-cases-of-corona-virus-202-deaths-in-last-24-hours-63951,"कोरोना वायरस: बीते दिन 7,350 नए मामले आए सामने, 202 लोगों ने गंवाई जान","देश में जानलेवा कोरोना वायरस का खतरा बरकरार है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 7 हजार 350 नए केस सामने आए हैं। वहीं, 202 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही इस दौरान 7,973 लोग कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं। कोरोना वायरस को अब तक कुल 3,41,30,768 लोग मात दे चुके हैं। रिकवरी रेट भारत में अभी 98.37% है, जो कि मार्च 2020 के बाद सबसे ज्यादा है। सक्रिय मामलों की बात करें तो देश में अभी 91,456 सक्रिय मरीज हैं, यह संख्या पिछले 561 दिनों में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या 91 हजार 456 है। वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4 लाख 75 हजार 636 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, कल 7973 रिकवरी हुईं, जिसके बाद अभी तक 3 करोड़ 41 लाख 30 हजार 768 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 133 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं। कल यानी रविवार को 19 लाख 10 हजार 917 डोज़ दी गईं, जिसके बाद अबतक वैक्सीन की 133 करोड़ 17 लाख 84 हजार 462 डोज़ दी जा चुकी हैं। वहीं, केरल, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में रविवार को ओमिक्रोन के एक-एक मामले की पुष्टि हुई। तीनों जगहों पर वायरस के इस नए वेरिएंट का पहला मामला सामने आया है। इसके अलावा महाराष्ट्र और कर्नाटक में ओमीक्रोन का एक-एक और मरीज मिलने के बाद देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। दर्ज किए गए सभी मामलों में मरीजों ने विदेश यात्रा की थी।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/who-is-harnaaz-sandhu-who-won-crowned-miss-universe-63953,"कौन हैं हरनाज संधू, जिसने मिस यूनिवर्स का ताज किया अपने नाम","21 साल के बाद भारत ने एक बार फिर मिस यूनिवर्स का खिताब जीत लिया है। पंजाब की हरनाज संधू मिस यूनिवर्स बन गई हैं। हरनाज ने टॉप 3 में अपनी जगह बनाई थी और साउथ अफ्रीका और पराग्वे को पीछे छोड़ते हुए ये खिताब जीत लिया है। मिस यूनिवर्स बनीं हरनाज के बारे में हर कोई जानना चाहता है। जानिए हरनाज के बारे में- हरनाज बहुत कम उम्र में ही सफलता के शिखर पर पहुंच गईं हैं। हरनाज का जन्म चंडीगढ़ के एक सिख परिवार में हुआ। उन्होंने बचपन से ही अपनी फिटनेस का खास ख्याल रखा। साथ ही वह अपने फैशन को लेकर भी काफी गंभीर थीं। उन्होंने कई ब्यूटी इवेंट्स में भाग भी लिया था। हरनाज ने 17 साल की उम्र में ही मिस चंडीगढ़ का खिताब जीत लिया था इसके बाद से ही वह चर्चा का हिस्सा बनी थीं। ये खिताब उन्होंने साल 2017 में जीता था और यहां से उनके इस सफर की शुरुआत हुई। इस बड़ी उपलब्धि के बाद हरनाज ने साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार इंडिया का ताज जीता। इसके बाद वह मिस इंडिया 2019 इवेंट का भी हिस्सा बनी थी, जिसमें वह टॉप 12 तक अपनी जगह बनाने में कामयाब भी हुईं थीं। ये जवाब देकर जीता खिताब टॉप 3 कंटेस्टेंट से पूछा गया कि आप दवाब का सामना कर रहीं महिलाओं को क्या सलाह देंगी? इसपर हरनाज संधू ने जवाब दिया, आपको यह मानना होगा कि आप अद्वितीय हैं और यही आपको खूबसूरत बनाती है। बाहर आएं, अपने लिए बोलना सीखें क्योंकि आप अपने जीवन के नेता हैं। बता दें कि हरनाज से पहले भारत को दो एक्ट्रेस ये खिताब जीता चुकी हैं। साल 1994 में सुष्मिता सेन ने मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया था। उसके बाद साल 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनी थीं। अब 21 साल बाद हरनाज ने ये ताज अपने नाम कर लिया है। हरनाज मॉडलिंग के साथ एक्टिंग की दुनिया में भी कदम रख चुकी हैं। उन्होंने पंजाब इंडस्ट्री में कदम रखा है। इस समय उनके पास दो पंजाबी फिल्में हैं, जिनका नाम यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ है। मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने के बाद हरनाज बॉलीवुड में भी कदम रख सकती हैं।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/prime-minister-narendra-modi-inaugurated-the-kashi-vishwanath-corridor-project-see-some-special-pictures-63965,"देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का तोहफा, देखें खास तस्वीरें","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर, काल भैरव मंदिर और गंगा में डुबकी लगाई। पीएम ने मंदिर के अनावरण के बाद वहां मौजूद मेहमानों सहित पूरे देश को संबोधित भी किया। परियोजना के उद्घाटन समारोह में 3,000 से अधिक धार्मिक, आध्यात्मिक गुरु, दक्षिणी शैव संप्रदाय के पुजारी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा शासित राज्यों के कई अन्य मुख्यमंत्री उपस्थित रहे। अपने दो दिवसीय वाराणसी यात्रा के दौरान पुनर्विकसित काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के दौरान बोलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो सभार-पीटीआई) काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने आई लोगों की भीड़ (फोटो सभार-पीटीआई) वाराणसी यात्रा के दौरान पुनर्विकसित काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो सभार-पीटीआई) काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का दौरा करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो सभार-पीटीआई) प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले दुल्हन की तरह सजा वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर (फोटो सभार-एएनआई) काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का उद्घाटन करते पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ (फोटो सभार-पीटीआई) काशीविश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद सफाई कर्मियों कार्यकर्ताओं के साथ भोजन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो सभार-ट्विटर) वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर परियोजना के नवनिर्मित ढांचे के पास शाम की प्रार्थना के लिए गंगा नदी के घाटों पर जुटे श्रद्धालु विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के साथ बाबा विश्वनाथ के चरणों में अर्चन-अभिषेक करते पीएम (फोटो सभार-ट्विटर) काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे पीएम मोदी ने लगाई गंगा में डुबकी (फोटो सभार-ट्विटर)",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/general/pm-inaugurates-kashi-vishwanath-corridor-says-new-history-is-being-created-63964,"पीएम मोदी ने देश को समर्पित किया काशी कॉरिडोर, कहा- नया इतिहास रचा जा रहा है","प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम गलियारे का उद्घाटन किया। परियोजना के उद्घाटन समारोह में 3,000 से अधिक धार्मिक, आध्यात्मिक गुरु, दक्षिणी शैव संप्रदाय के पुजारी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा शासित राज्यों के कई अन्य मुख्यमंत्री उपस्थित रहे हैं। पीएम ने काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन करते हुए कहा, ""काशी विश्वनाथ परिसर हमारी संस्कृति, परंपरा और प्रगति का प्रतिबिंब है। जब आप यहां आते हैं तो केवल आस्था ही नहीं आपको यहां लाती है, यह एक ऐसा स्थान भी है जहां आप अतीत पर गर्व करेंगे और देखेंगे कि कैसे प्राचीन और वर्तमान यहां मिल रहे हैं।"" उन्होंने आगे कहा कि विश्वनाथ धाम आज ऊर्जा से भरपूर है और इसका महत्व स्पष्ट है। आसपास के खोए हुए कई प्राचीन मंदिरों को फिर से बहाल कर दिया गया है।"" प्रधानमंत्री ने कॉरिडोर का निर्माण करने वाले मजदूरों के साथ भोजन किया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण में अपना सहयोग देने वाले मजदूरों के साथ प्रधानमंत्री ने भोजन किया। इससे पहले पीएम ने मजदूरों पर पुष्पवर्षा भी थी और उनके साथ फोटो भी खिचवाई थी। पीएम ने जनता से मांगे तीन संकल्प पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए जनता ही भगवान है। आज मैं अपने भगवान(जनता) से तीन संकल्प मांगता हूं। पहला- स्वस्छता, दूसरा- सृजन और तीसरा- आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास। काशी वो है जहां सत्य ही संस्कार है पीएम मोदी ने कहा कि मेरी काशी आगे बढ़ रही है। काशी वो है जहां सत्य ही संस्कार है। काशी शिवमयी है, ज्ञानमयी है। आज पूरा विश्व काशी से जुड़ गया है। ये परिसर(काशी धाम) हमारे संकल्प का साक्षी है। काशी में तो एक ही सरकार है वो सरकार है बाबा की पीएम मोदी ने कहा, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बनारस के लोगों पर शक करते थे। कहते थे कि ये कैसे होगा, वो कैसे होगा। बनारस पर आरोप लगाए जा रहे थे। लेकिन उनको पता नहीं था कि काशी तो अविनाशी है। काशी में तो एक ही सरकार है वो सरकार है बाबा की। पीएम ने कहा कि काशी में महादेव की इच्छा के बिना कुछ भी नहीं होता। ये जो कुछ भी हुआ है, वो सब बाबा की दया है। बाबा की इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिलता। बाबा के साथ अगर किसी और का योगदान है तो वो है काशी के वासियों का। काशी वासियों में भगवान बसते हैं.... इदं शिवाय इदं नमः। कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले पीएम ने गंगा में पूजा-पाठ करते हुए पवित्र डुबकी लगाई और इसके बाद काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर घाटों को प्रतिष्ठित दशाश्वमेध घाट के पास ऐतिहासिक काशी विश्वनाथ धाम से जोड़ेगा। इस भव्य परियोजना को 339 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। परियोजना के तहत परिसर का क्षेत्रफल 3,000 वर्ग फुट से बढ़ाकर लगभग पांच लाख वर्ग फुट कर दिया गया है। परियोजना के तहत 40 प्राचीन मंदिरों को भी उनकी पूर्व सुंदरता में बहाल कर दिया गया है। भक्तों को कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के लिए परिसर में 23 नए भवन भी जोड़े गए हैं।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/general/omicron-may-cause-up-to-75000-deaths-by-april-end-in-uk-63959,"ओमिक्रोन का कहर: ब्रिटेन में हो सकती हैं 75,000 मौतें, स्टडी में भयावह तबाही की जताई गई आशंका","दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच शोधकर्ताओं ने चेतावनी जारी करते हुए इंग्लैंड सरकार को आगाह किया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर देश में कड़े कदम नहीं उठाए गए तो अगले 5 महीनों में देश में अमिक्रोन से 25 हजार से लेकल 75 हजार तक लोगों की मौत हो सकती है। आईएएनएस की खबर के मुताबिक, लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (एलएसएसटीएम) के वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले पाया गया ये वेरिएंट ओमिक्रोन इस महीने के अंत तक कोरोनावायरस का सबसे घातक रूप साबित हो सकता है। बीबीसी ने शनिवार को बताया कि विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड के ओमिक्रॉन स्वरूप को लेकर अभी भी अनिश्चितता है। अध्ययन लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (एलएसएचटीएम) में रोग प्रतिरूपकों के एक प्रभावशाली समूह द्वारा किया गया है जो सरकार को सलाह भी देते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अनुसंधान इस धारणा पर आधारित है कि यदि किसी को टीका लगाया गया है तो ओमिक्रॉन का असर उस पर कम है और मौजूदा प्लान बी उपायों को भी ध्यान में रखा गया है। शोधकर्ताओं ने कहा कि बूस्टर खुराक अधिक लेने से ओमिक्रॉन तरंग का प्रभाव कम होने की संभावना है। ब्रिटेन में शनिवार को 54,073 नए मामलों की घोषणा की गई, जिसमें ओमिक्रॉन के 633 मामले शामिल हैं। हालांकि ओमिक्रॉन मामलों की वास्तविक संख्या बहुत अधिक होने का अनुमान है। शोधकर्ताओं में से एक, निक डेविस ने कहा कि ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैल रहा है, जो काफी चिंताजनक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन में फिलहाल हर 2 से 4 दिन में संक्रमित लोगों की संख्या दोगुनी हो रही है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/general/gender-stereotyping-row-cbse-drops-passage-from-class-10-english-exam-to-award-full-marks-01-63962,"सीबीएसई ने मानी गलती, 10वीं बोर्ड के विवादित सवाल पर मिलेंगे पूरे नंबर","केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं के अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र से विवादित सवाल हटा दिया है। सीबीएसई बोर्ड ने बताया है कि इस सवाल के लिए सभी स्टूडेंट्स को फुल मार्क्स दिए जाएंगे। इस संबंध में बोर्ड ने अपनी वेबसाइट cbse.gov.in पर एक नोटिस जारी किया है। सीबीएसई के इस फैसले से किसी स्टूडेंट का नुकसान नहीं होगा, बल्कि यह उनके लिए राहत की खबर है। बोर्ड अब उस सवाल के लिए सभी स्टूडेंट्स को पूरे अंक प्रदान करेगा। सीबीएसई ने अपने नोटिस में कहा है कि ‘क्लास 10 टर्म 1 एग्जाम 2021 इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर क्वेश्चन पेपर से पैसेज का एक सेट बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं है। इस पर मिले फीडबैक के आधार पर बोर्ड ने इस मामले को सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स के पास समीक्षा के लिए भेजा था। उनकी सिफारिश के आधार पर यह निर्णय लिया गया है कि पैसेज नंबर 1 और इससे जुड़े सवाल हटा दिए जाएं।’ बोर्ड ने बताया है कि ‘क्लास 10 इंग्लिश क्वेश्चन पेपर सीरीज जेएसके/1 में पैसेज नंबर 1 का सवाल हटाया जा रहा है, लेकिन परीक्षा और मूल्यांकन में समानता बनाये रखने के लिए सभी सेट्स के लिए स्टूडेंट्स को पैसेज नंबर 1 के लिए फुल मार्क्स दिए जाएंगे।’ यानी आपको चाहे इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर एग्जाम में जिस भी सेट का प्रश्नपत्र मिला हो, आपको उसके पैसेज 1 के लिए पूरे मार्क्स दिए जाएंगे। सीबीएसई क्लास 10 टर्म 1 एग्जाम में शामिल होने वाले सभी स्टूडेंट्स को इसका पूरा लाभ मिलेगा। बता दें कि सीबीएसई 10वीं टर्म 1 इंग्लिश क्वेश्चन पेपर के इस पैसेज पर लिंग आधारित रूढ़िवाद को बढ़ावा देने और महिलाओं का अपमान करने के आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा के शून्यकाल में इस प्रश्न को महिलाओं के लिए अपमानजनक बताया। साथ ही सीबीएसई से इसके लिए माफी की मांग की।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/uttar-pradesh/kashi-vishwanath-corridor-pm-modi-inaugurate-the-first-phase-of-the-project-today-know-10-things-related-to-it-63954,"काशी विश्वनाथ कॉरिडोर: पीएम मोदी ने किया परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन, जानिए इससे जुड़ी 10 बातें","सोमवार, 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर प्राचीन शहर वाराणसी पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री के आगमन से पहले वाराणसी की सड़कों को साफ-सुथरा कर पूरे शहर को सजाया गया। शहर की संस्कृति, कला और इतिहास को दर्शाने वाले विशाल भित्ति चित्र बनाए गए हैं। वहीं, काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास की कई इमारतों को रोशनी से जगमगा गया है। प्रधानमंत्री ने आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के पहले चरण का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने ट्विटर पर वाराणसी के प्राचीन मंदिरों की तस्वीर साझा करते हुए 13 दिसंबर को ""ऐतिहासिक"" दिन के रूप में संदर्भित किया। उन्होंने कहा था, ""काशी में एक विशेष कार्यक्रम के अंतर्गत श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का उद्घाटन किया जाएगा। इससे काशी की आध्यात्मिक ऊर्जा में इजाफा होगा। मैं आप सभी से कल के कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह करूंगा।"" पीएम की वाराणसी यात्रा के बारे में आपको जो कुछ भी जानने की जरूरत है, उसे आउटलुक ने 10 बिंदुओं में संकलित किया है। 1. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर घाटों को प्रतिष्ठित दशाश्वमेध घाट के पास ऐतिहासिक काशी विश्वनाथ धाम से जोड़ेगा। इस भव्य परियोजना को 339 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। 2. उद्घाटन से पहले बनारस में पीएम मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद वो शहर में कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। 3. ""दिव्य काशी, भव्य काशी"" नाम के उद्घाटन समारोह ने वाराणसी में बहुत उत्साह पैदा किया है, जिसका प्रतिनिधित्व खुद पीएम मोदी करते हैं। रविवार को कार्यक्रम की पूर्वानुमान में शहर की सड़कों पर “शिव बारात” जुलूस निकाला गया था। 4. मंदिर की वर्तमान संरचना का निर्माण महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने 1780 के आसपास करवाया था और 19वीं शताब्दी में महाराजा रणजीत सिंह ने मंदिर के ऊपर सुनहरा ""शिखर"" लगाया था। 5. परियोजना के तहत परिसर का क्षेत्रफल 3,000 वर्ग फुट से बढ़ाकर लगभग पांच लाख वर्ग फुट कर दिया गया है। परियोजना के तहत 40 प्राचीन मंदिरों को भी उनकी पूर्व सुंदरता में बहाल कर दिया गया है। भक्तों को कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के लिए परिसर में 23 नए भवन भी जोड़े गए हैं 6. 23 नए भवनों में तीर्थयात्रियों को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं में ""सुविधा केंद्र"", ""वैदिक केंद्र"", ""मुमुक्षु भवन"", ""भोगशाला"", पर्यटक सुविधा केंद्र और फूड कोर्ट शामिल हैं। 7. परियोजना की आधारशिला पीएम मोदी ने 8 मार्च, 2019 को रखी थी। पीएमओ ने कहा कि कोविड -19 महामारी के बावजूद, परियोजना का काम तय समय पर पूरा हो गया है। 8. रिपोर्टों के अनुसार, पीएम मोदी सबसे पहले संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की यात्रा हेलिकॉप्टर से करेंगे। इसके बाद वह काल भैरव मंदिर जाएंगे, जिसके बाद परियोजना के उद्घाटन के लिए जलमार्ग के जरिए घाटों पर पहुंचेंगे। उद्घाटन के बाद वह नवनिर्मित परिसर का भ्रमण करेंगे। इस कार्यक्रम में अन्य प्रसिद्ध कलाकारों और हस्तियों के साथ 3,000 संत शामिल होंगे। 9. यह आयोजन पर्यावरणवाद के संदेश को भी फैलाएगा और मंदिर परिसर में पेड़ लगाने के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, कॉरिडोर को आंवला, अशोक, बेल, रुद्राक्ष जैसे अन्य जैसे पेड़ों से सजाया जाएगा। उद्घाटन के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद 8 लाख परिवारों में बांटा जाएगा। 10. पीएम के दौरे से पहले, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को दावा किया कि उनके कार्यकाल के दौरान इस परियोजना को मंजूरी दी गई थी और इसके दस्तावेजी सबूत भी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने में पीएम की विफलता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए केवल गलियारे की शुरुआत के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला तैयार की है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/general/man-with-travel-history-to-zimbabwe-south-africa-tests-positive-for-omicron-in-delhi-second-patient-of-new-covid-variant-in-city-63920,"राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन का दूसरा मामला, भारत में कोरोना के नए वैरिएंट से अब तक 33 संक्रमित","देश की राजधानी दिल्ली में ओमिक्रोन का दूसरा मामला सामने आया है। जिस व्यक्ति को इससे संक्रमित पाया गया है, वो जिम्बाम्वे से वापस आ रहा था और उससे पहले दक्षिण अफ्रीका की भी यात्रा कर चुका था। दिल्ली सरकार ने अपने बयान में कहा है कि संक्रमित व्यक्ति वैक्सीन का दोनों डोज लगा चुका था। ओमिक्रॉन के मामले धीरे-धीरे देश में बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार शाम तक देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की संख्या 32 तक पहुँच गयी थी। दिल्ली में नया मामला मिलने के बाद इसकी संख्या 33 हो गयी है। दिल्ली में ओमिक्रॉन का पहला मामला 5 दिसंबर को सामने आया, जब तंजानिया से लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति को पॉजिटिव पाया गया था। संक्रमित पाए जाने के बाद उस व्यक्ति को लोक नायक जयप्रकाश नारायण हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को एक ब्रीफिंग में कहा, ""1 दिसंबर से, 93 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में कोविड-19 पाया गया है। इनमें से 83 उन 13 देशों से हैं जिन्हें ओमिक्रॉन ब्रेकआउट के बाद 'एट रिस्क' की श्रेणी में रखा गया है।"" लव अग्रवाल के अनुसार अब तक 59 देशों ने ओमिक्रोन मामलों की सूचना दी है। कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट ने पूरी दुनिया को सशंकित कर दिया है। दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना समेत हांगकांग में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वेरिएंट ऑफ कन्सर्न घोषित किया है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/general/countrys-largest-syringe-company-closed-in-faridabad-may-affect-the-speed-of-vaccination-63924,"फरीदाबाद स्थित देश की सबसे बड़ी सिरिंज बनाने वाली कंपनी बंद, टीकाकरण के रफ्तार पर पड़ सकता है असर?","देश में खासतौर से दिल्ली एनसीआर में आने वाले समय में वैक्सिनेशन अभियान की गति पर असर पड़ सकता है। दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित सिरिंज बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी हिंदुस्तान सिरिंज और मेडिकल डिवाइसेस (एचएमडी) की तीन फैक्ट्रियों में ताला लटक गया है। इस फैक्ट्री में रोजाना 1.5 करोड़ सुई और 80 लाख सीरिंज का उत्पादन होता है, लेकिन अब यह रुक गया है। मेडिकल डिवाइसेज लिमिटेड (एचएमडी) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ""सुई और सिरिंज बनाने वाली कम्पनियों के बंद होने से एनसीआर में स्वास्थ्य सेवा वितरण और विशेष रूप से कोविड 19 टीकाकरण प्रभावित हो सकता है।"" एचएमडी के प्रबंध निदेशक राजीव नाथ ने बताया, ""कई अन्य कंपनियों के कारखानों के साथ-साथ फरीदाबाद में हमारे सुई और सीरिंज फैक्ट्रियों को बंद करने के लिए कहा गया है।"" उनके अनुसार, भारत और विश्व स्तर पर सिरिंज पहले से ही कम चल रहे हैं और सरकार ने निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि दिसंबर के अंत तक निर्यात प्रतिबंध हटा लिया जाएगा क्योंकि दीवाली के बाद पीक डिमांड कम हो गई है। उन्होंने कहा कि एचएमडी उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल और टीकाकरण के लिए भारत की सीरिंज आपूर्ति में 66 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है। उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र में आग्रह किया है कि सीरिंज निर्माण सुविधाओं को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत राष्ट्रीय महत्व के उत्पाद बनाने के रूप में घोषित किया जाए। जाहिर हो कि हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने फरीदाबाद में बढ़ते प्रदूषण के कारण 228 यूनिट्स को बंद करने का निर्देश दिया है। एचएमडी का कहना है कि उनके सबसे बड़े प्लांट में बिजली कटने पर पीएनजी पर चलाने की व्यवस्था उपलब्ध है और अब तो डीजल का उपयोग भी कम हो रहा है।",-1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/uttar-pradesh/saryu-canal-project-akhilesh-yadav-attacked-bjp-and-said-three-fourth-of-the-work-was-completed-under-my-rule-know-what-the-bjp-has-to-say-63926,"सरयू नहर परियोजना का पीएम मोदी ने किया लोकार्पण, बोले- पहले की सरकार माफिया को देती थी संरक्षण, आज चल रहा बुल्डोजर","समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के दौरान ही इस परियोजना के तीन चौथाई काम पूरे हो गए थे। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ""उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के शेष कार्यों को पूरा करने के लिए पांच साल का समय लिया, जो कि सपा सरकार के दौरान तीन-चौथाई पूरा हो गया था।"" उन्होंने कहा कि 2022 सपा के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा और राज्य ""विकास की नहरों"" के साथ बहेगा। केंद्र के अनुसार, परियोजना 1978 में शुरू की गई थी, लेकिन ""बजटीय समर्थन की निरंतरता, अंतरविभागीय समन्वय और पर्याप्त निगरानी की कमी"" के कारण चार दशकों तक देरी हुई। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि सरयू नहर परियोजना के माध्यम से नदियों को जोड़ने के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को साकार करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से कम से कम चार आकांक्षी जिले भी लाभान्वित होंगे। संबंधित ट्वीट में उन्होंने कहा, ""घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी नदियों को जोड़ने वाली सरयू नहर परियोजना जल संसाधनों के उचित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए 'प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना' के तहत सबसे बड़ी परियोजना है।"" केंद्र के अनुसार, सरयू परियोजना को 9,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है।",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-terrorist-attack-on-pantha-chowk-in-srinagar-target-of-soldiers-bus-8-injured-3-critical-7176720,"श्रीनगर में बड़ा आतंकी हमला, पुलिस की बस पर फायरिंग, 2 जवान शहीद, 14 घायल","श्रीनगर में एक आतंकी हमला हुआ है। यह हमला पंथा चौक पर जेवन इलाके में हुआ है। यहां आतंकियों ने जवानों से भरी बस को निशाना बनाया। इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत दो पुलिसकर्मी बलिदानी हो गए। 12 अन्य पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए हैं, जिनमें से दो की हालत चिंताजनक बनी हुई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इस हमले में 14 पुलिस कर्मी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। घायल कर्मियों में, एएसआई गुलाम हसन और एसजीसीटी सफीक अली ने दम तोड़ दिया और शहीद हो गए, जबकि अन्य घायल कर्मियों की हालत स्थिर बताई गई है। कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि श्रीनगर आतंकवादी हमला में घायल पुलिसकर्मियों में एक एएसआई और एक सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल की शहादत हो गई है। ज़ेवान वह स्थान है जो जम्मू-कश्मीर पुलिस का मुख्यालय है। यह हमला शाम करीब छह बजे हुआ। दिन भर कानून व्यवस्था की ड्यूटी देने के बाद जवान वापस जेबन स्थित अपने मुख्यालय की तरफ लौट रहे थे। जेबन पंथाचौक के पास जब पुलिस की गाड़ी आरीपोरा में पहुंची तो वहां मौजूद लोगों और वाहनों की भीड़ में छिपे आतंकियों ने बस पर अचानक हमला कर दिया। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिह ने हमले में दो पुलिसकर्मियों के बलिदानी होने की पुष्टि करते हुए बताया कि इस पूरे क्षेत्र में सक्रिय लगभग सभी आतंकियों का सुरक्षाबलों ने सफाया कर दिया था। इससे पहले सोमवार को श्रीनगर के रंगरेट इलाके में बडगाम में भारतीय वायु सेना स्टेशन के पास एक ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। श्रीनगर आतंकी हमले पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा पाकिस्‍तान से बात क्‍यों नहीं कर सकते, मनोज सिन्‍हा ने जताया दुख बाजार में भगदड़ मच गई आतंकियों ने पहले कथित तौर पर ग्रेनेड फेंका और उसके बाद स्वचालित हथियारों से अंधांधुध गोली चलाना शुरू कर दिया। इससे वहां पूरे बाजार में भगदड़ मच गई। गोलियों की आवाज सुनकर आस-पास के इलाके में गश्त कर रहे पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवान भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने वहां बस में घायल पड़े सभी पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाते हुए पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया। सूचना मिलते ही पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। DRDO ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया SMART, बढ़ेगी नौसेना की एंटी-सब मरीन वारफेयर क्षमता #UPDATE Srinagar Terror Attack | Among the injured police personnel, one ASI & a Selection Grade Constable succumbed to their injuries: Kashmir Zone Police — ANI (@ANI) December 13, 2021 Terrorists fired upon a police vehicle near Zewan in Pantha Chowk area of Srinagar. 14 personnel injured in the attack. All the injured personnel evacuated to hospital. Area cordoned off. Further details shall follow: Kashmir Zone Police (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/IfEXEh3wii — ANI (@ANI) December 13, 2021 This evening a bus carrying our 25 personnel was attacked by 2-3-three terrorists. 14 injured, of which 2 martyred, 12 out of danger. 1 terrorist who was shot managed to flee. JeM's Kashmir Tigers has claimed responsibility. We are monitoring the situation: Kashmir IG Vijay Kumar pic.twitter.com/DGDxzAeWRM — ANI (@ANI) December 13, 2021 Posted By: Navodit Saktawat",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-pm-narendra-modi-takes-part-in-ganga-aarti-in-varanasi-after-inauguration-of-kashi-vishwanath-corridor-7176700,"UP: गंगा आरती में शामिल हुए PM मोदी, वाराणसी में मनाई गई शिव ​दीपावली","Kashi Vishwanath Corridor Inauguration : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार की शाम वाराणसी में गंगा आरती में हिस्सा लिया। उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं। गंगा आरती के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के उपलक्ष्य में आज वाराणसी में शिव ​दीपावली मनाई जा रही है। इसके लिए लगभग 84 घाटों पर दीप जलाये गये हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद हैं। आरती में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में रविदास घाट से विवेकानंद क्रूज़ में सवार हुए। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा भी मौजूद हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर आयोजित लेजर शो का भी आनंद लिया। #WATCH | Prime Minister Narendra Modi witnessed laser light show at Ganga Ghat in Varanasi this evening. Shiv Deepotsav is being celebrated today in the city. (Source: DD) pic.twitter.com/MiToW94TY5 — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 पीएम मोदी सोमवार शाम रविदास घाट पहुंचे, जहां विवेकानंद क्रूज़ पर बैठने से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उनकी पत्नी ने पीएम और सीएम का स्वागत किया। विवेकानंद क्रूज पर पहले से ही सवार 11 राज्यों के मुख्यमंत्री ने पीएम का अभिवादन किया। वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के साथ गंगा आरती में शामिल हुए मप्र के सीएम शिवराज PM Shri @narendramodi takes part in Ganga Aarti in Varanasi. #KashiVishwanathDham https://t.co/viIMetkcxM — BJP (@BJP4India) December 13, 2021 इस क्रूज पर पीएम मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बोरेन सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवाराज बोम्मई आदि मौजूद हैं। Posted By: Shailendra Kumar",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-live-kashi-vishwanath-corridor-inauguration-pm-narendra-modi-visit-latest-news-photo-video-live-streaming-7176482,"गंगा में डुबकी, काशी विश्वनाथ की पूजा, फिर कॉरिडोर का लोकार्पण, देखिए फोटो-वीडियो","LIVE Kashi Vishwanath Corridor: आज देश ही नहीं, पूरी दूनिया के हिंदुओं की नजर काशी पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में हैं और श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नए स्वरूप (Kashi Vishwanath Corridor) को राष्ट्र को समर्पित किया है। पीएम मोदी करीब 10.30 बजे काशी पहुंचे। परंपरा अनुसार सबसे पहले कालभैरव मंदिर में दर्शन किए। प्रधानमंत्री 10:30 बजे वाराणसी एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से शहर के लिए प्रस्थान कर गए। यहां से वो कालभैरव मंदिर गए। प्रधानमंत्री को वाराणसी एयरपोर्ट से हेलीकाप्टर द्वारा जाना था लेकिन एकाएक प्रोटोकाल में परिवर्तन किया गया। यहां दर्शन-आरती करने के बाद ललीता घाट गए। डुबकी लगाई। गंगाजी का जल लिया और काशी विश्वनाथ के मंदिर में जाकर पूजा की। इसके बाद Kashi Vishwanath Corridor के लोकार्पण का आयोजन हुआ है। शाम 6 बजे गंगा आरती में हिस्सा लेंगे। नीचे देखिए फोटो वीडियो फोटो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की #WATCH Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Kashi Vishwanath temple in Varanasi pic.twitter.com/4pLpNubg2z — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 फोटो: पीएम मोदी ने गंगा में डुबकी लगाई। यहीं से जलभरकर वे काशी विश्वनाथ को अर्पित करेंगे। वीडियो: स्थानीय लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया, उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में फूलों की पंखुड़ियों की बौछार की और 'मोदी, मोदी' और 'हर हर महादेव' के नारे लगाए। #WATCH | Locals gave a rousing welcome to PM Narendra Modi, showering flower petals and raising slogans of 'Modi, Modi' & 'Har Har Mahadev' in his parliamentary constituency Varanasi The PM is on a two-day visit to the city to inaugurate Kashi Vishwanath Corridor project pic.twitter.com/155VrYjEpT — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 फोटो: पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने डबल डेकर नाव में खिरकिया घाट से ललिता घाट तक यात्रा की और काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे। VIDEO: काल-भैरव मंदिर में पीएम मोदी ने की आरती-पूजा #WATCH Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Kaal Bhairav temple in Varanasi Later, he will offer prayers at Kashi Vishwanath temple inaugurate phase 1 of Kashi Vishwanath Corridor (Source: DD) pic.twitter.com/ZmO1AG08uC — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 #WATCH | People greet Prime Minister Narendra Modi in his parliamentary constituency Varanasi, Uttar Pradesh (Source: DD) pic.twitter.com/mQkmpdSZ5Z — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 Kashi Vishwanath Corridor: All you need to know Kashi Vishwanath Corridor का दायरा बढ़ाकर 5,27,734 वर्ग फुट कर दिया गया है। इस आयोजन के लिए बनारस को दुल्हन की तरह सजाया गया है। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी का एक बड़ा सपना पूरा हो रहा है। सभी ज्योतिर्लिंगों के प्रतिनिधियों सहित देश भर के 150 से अधिक धर्मगुरु, संत-महंत और प्रबुद्ध लोग इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। भाजपा शासित प्रांतों के 10 मुख्यमंत्रियों, सात उपमुख्यमंत्रियों सहित देश भर के राजनेता भी शामिल होने जा रहे हैं। जन आस्था के शीर्ष केंद्र के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम से पूरे देश को जोड़ने के लिए 51,000 जगहों पर एलईडी स्क्रीन तैयार हैं। ये मुख्यमंत्री समारोह में शामिल: योगी आदित्यनाथ के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गुजरात के भूपेंद्र भाई पटेल, हरियाणा के मनोहर लाल, हिमाचल के जय राम ठाकुर, त्रिपुरा के बिप्लब कुमार देब, असम के हिमंत बिस्वा सरमा, कर्नाटक के बसवराज, मणिपुर के वीरेन सिंह और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत शामिल हुए हैं। The iconic Kashi Vishwanath Dham Project envisaged by PM Shri @narendramodi befits its magnificent history showcasing our cultural and civilisational richness. Tomorrow ie on 13th December, Hon'ble PM will dedicate #KashiVishwanathCorridor to the Nation. #DivyaKashiBhavyaKashi pic.twitter.com/QKBfHvNkLw — Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 12, 2021 Shiv Shiv Shiv - sacred reverberations at #KashiVishwanathTemple #DivyaKashiBhavyaKashi #KashiVishwanathCorridor pic.twitter.com/finQlb1Erv — Know The Nation (@knowthenation) December 11, 2021 Koo App काशी विश्वनाथ धाम तैयार, प्रधानमंत्री जी पहुंचे बाबा के दरबार.. #KashiVishwanathDham View attached media content - Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) 13 Dec 2021 Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-kashi-vishwanath-corridor-this-special-menu-is-ready-for-pm-modi-these-common-things-will-be-in-breakfast-and-food-7176606,"काशी विश्वनाथ कॉरिडोर: PM मोदी के लिए तैयार ये खास मेन्यू, नाश्ते और खाने में होगी ये सामान्य चीजें","Kashi Vishwanath Corridor। वाराणसी प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के नाश्ते से लेकर खाने तक का मेन्यू तय किया गया है। आपको बता दें कि पीएम मोदी जब भी काशी जाते हैं तो किसी 5-स्टार होटल में रुकने के स्थान पर बरका गेस्ट हाउस में रहना पसंद करते हैं। आज सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके स्वागत के लिए पहुंचे थे। दोपहर में गेस्ट हाउस पहुंचेंगे पीएम मोदी प्रधानमंत्री मोदी दोपहर में जब वे गेस्ट हाउस पहुंचेंगे तो उन्हें सबसे पहले अदरक इलायची की चाय, पोहा, ढोकला और समोसा परोसा जाएगा। वहीं रात्रि भोजन का मेन्यू तैयार कर लिया गया है। उपवास व अन्य कारणों से मेन्यू को बदला भी जा सकता है। पीएम मोदी को परोसी जाएंगी ये चीजें प्रधानमंत्री मोदी को खाने में दाल, चावल, रोटी, दही, पापड़ का अचार, सलाद, दो प्रकार की सब्जियां, एक सूखी और एक रसीली (मौसमी), जिसमें आलू, पत्ता गोभी, मटर, गाजर आदि परोसी जाएगी। आखिर में गुजराती खिचड़ी या किसी अन्य प्रकार की मांग होने पर उसी के अनुसार भोजन परोसा जाएगा। मंगलवार सुबह नाश्ते का मेन्यू पीएम मोदी को मंगलवार की सुबह बनारसी कचौड़ी, जलेबी, ढोकला, सैंडविच, टोस्ट, अदरक इलायची की चाय और कुछ मिठाई और पीने के लिए गुनगुना पानी की व्यवस्था की गई है। पीएम मोदी ने बाबा काल भैरव के किए दर्शन व लगाई डुबकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह बाबा काल भैरव मंदिर में दर्शन किए। यहां काल भैरव मंदिर के महंत कैलाश नाथ दुबे ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान काल भैरव की पूजा भैरव अष्टक मंत्र और भैरव बीज मंत्र से विधि विधान से मंदिर परिसर में 15 मिनट और मंदिर की ओर से की। इसके बाद पीएम मोदी ने बाबा विश्वनाथ का पूजन किया। Posted By: Sandeep Chourey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-omicron-cases-in-india-see-state-wise-city-wise-full-list-and-number-of-patients-of-covid-19-variant-7176571,"Omicron Cases in India: 8 राज्यों में ओमिक्रोन के 38 केस, देखिए पूरी लिस्ट","Omicron Cases in India: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का खौफ बढ़ता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, Omicron वायरस अब 63 देशों में फैल गया है। भारत में अब तक इसके 38 केस सामने आ चुके हैं। अच्छी बात यह है कि अब मरीज ठीक भी होने लगे हैं। महाराष्ट्र और राजस्थान में Omicron के करीब 17 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल दे गई है। दुनिया में अब तक Omicron से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। यानि Omicron पहले के वैरिएंट की तरह जानलेवा नहीं है। इसे कोरोना महामारी के अंत के रूप में देखा जा रहा है। Omicron Cases in India: जानिए भारत के किस राज्य में कितने मरीज महाराष्ट्र: 18 राजस्थान: 9 कर्नाटक: 3 केरल: 3 आंध्र प्रदेश: 1 दिल्ली: 2 गुजरात: 1 चंडीगढ़: 1 भारत में Omicron Covid-19 वैरिएंट केस हर दिन बढ़ रहे हैं। रविवार को आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ और केरल के पहले संक्रमण की सूचना के बाद मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 38 हो गई। महाराष्ट्र और कर्नाटक ने भी नए केस दर्ज किए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि नया ओमाइक्रोन कोरोना वायरस स्ट्रेन 63 देशों में पाया गया है और यह प्रसार गति में डेल्टा संस्करण को पीछे छोड़ देगा। Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-kashi-amazing-photo-videos-of-the-city-of-baba-vishwanath-you-may-not-have-seen-before-7176484,"Kashi: बाबा विश्वनाथ की नगरी के अद्भुत फोटो-वीडियो, जो आपने पहले नहीं देखे होंगे","Kashi Photo Video: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर को गंगा नदी के किनारे से जोड़ने वाला एक आसान और सुलभ मार्ग बनाने के लिए पीएम का लंबे समय से सपना देख रहा था। यह परियोजना 5 लाख वर्ग फुट में फैली हुई है जिसमें 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया गया है। भक्तों के लिए विविध सुविधाएं प्रदान करने के लिए 23 नए भवनों का निर्माण किया गया। परियोजना की आधारशिला पीएम मोदी ने 8 मार्च, 2019 को रखी थी। पीएम मोदी के सोमवार सुबह वाराणसी हवाई अड्डे पहुंचने और फिर हेलीकॉप्टर से संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर पहुंचेंगे। फिर वह काल भैरव मंदिर जाएंगे और फिर गलियारे से सटे घाट तक पहुंचने के लिए क्रूज में जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी घाट की तरफ से काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे और फिर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। वह नए कॉरिडोर के परिसर में टहलेंगे और बनी हुई इमारतों को देखेंगे। कार्यक्रम लगभग 2-3 घंटे तक चलेगा। यहां देखिए काशी या बनारस की आज की तस्वीरें और वीडियो #WATCH | Preparations underway at Kashi Vishwanath temple, ahead of the inauguration of Kashi Vishwanath corridor by PM Modi tomorrow, December 13 pic.twitter.com/cVbx8Yvi3b — ANI (@ANI) December 12, 2021 Kashi decks up for the grand Kashi Vishwanath Corridor opening... Are you ready ?#KashiVishwanathCorridor pic.twitter.com/PKBIXQGWa9 — Raghu (@IndiaTales7) December 13, 2021 Prime Minister Narendra Modi will inaugurate the Kashi Vishwanath corridor on December 13 (Video source: UP government) pic.twitter.com/JA1QZZKHMa — ANI UP (@ANINewsUP) December 12, 2021 (Report by @AjitJha) pic.twitter.com/08JTwOcetS — OpIndia.com (@OpIndia_com) December 11, 2021 Bharata is finally getting known globally for its true cultural legacy. Kashi Vishwanath Temple's miniature at the #Expo2020 pic.twitter.com/iuPPnz2NTd — Pranitha Subhash (@pranitasubhash) December 11, 2021 #WATCH | Chief Minister Yogi Adityanath offers prayers at Kashi Vishwanath temple, ahead of inauguration of 'Kashi Vishwanath Dham' by PM Modi tomorrow, December 13. pic.twitter.com/clgywwUQcM — ANI UP (@ANINewsUP) December 12, 2021 The stunning Kashi Vishwanath Corridor under moonlight#DivyaKashiBhavyaKashi #KashiVishwanathCorridor #KashiVishwanathTemple pic.twitter.com/A66xTVmrmY — Know The Nation (@knowthenation) December 12, 2021 Koo App काशी विश्वनाथ धाम तैयार, प्रधानमंत्री जी पहुंचे बाबा के दरबार.. #KashiVishwanathDham View attached media content - Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) 13 Dec 2021 Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-kashi-vishwanath-dham-corridor-interesting-information-is-related-to-kashi-vishwanath-temple-you-will-also-be-surprised-to-know-7176573,"Kashi Vishwanath Dham Corridor: काशी विश्वनाथ मंदिर से जुड़ी है ये रोचक जानकारी, जानकर आप भी होंगे हैरान","Kashi Vishwanath Dham Corridor । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर रहे हैं। इस बीच हम आपको यहां काशी विश्वनाथ मंदिर से जुड़ी कुछ ऐसे रोचक जानकारी दे रहे हैं, जिन्हें जानकार आप भी हैरान हो जाएंगे - दो भागों में काशी विश्वनाथ मंदिर काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग दो भागों में है। दाहिने भाग में माँ भगवती शक्ति के रूप में विराजमान हैं, वहीं दूसरी ओर भगवान शिव बाएं रूप में विराजमान हैं, यही कारण है कि काशी को मुक्ति क्षेत्र कहा जाता है। देवी भगवती के दाहिनी ओर विराजमान होने से मुक्ति का मार्ग काशी में ही खुलता है, यहां मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उसे दोबारा गर्भ धारण करने की आवश्यकता नहीं होती है। मूर्तियों का मुख पश्चिम दिशा में धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक श्रृंगार के समय सभी मूर्तियों का मुख पश्चिम दिशा की ओर होता है। काशी विश्वनाथ मंदिर ज्योतिर्लिंग में शिव और शक्ति दोनों एक साथ निवास करते हैं, जो अद्भुत है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया में और कहीं नहीं देखा जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर के गुंबद में श्रीयंत्र विश्वनाथ दरबार का गर्भगृह का शिखर श्री यंत्र से सुशोभित है, यह तांत्रिक सिद्धि के लिए उपयुक्त स्थान है। बाबा विश्वनाथ के दरबार में तंत्र की दृष्टि से चार मुख्य द्वार इस प्रकार हैं :- 1. शांति द्वार 2. कला द्वार 3. प्रतिष्ठा द्वार। इसके अलावा चौथा व अंतिम द्वार है निवृत्ति द्वार, जो इन चारों द्वारों का तंत्र में एक अलग स्थान है, पूरी दुनिया में ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां शिव शक्ति एक साथ विराजमान हो और तंत्र द्वार भी हो। भगवान शंकर का नाम ईशान इसलिए बाबा का ज्योतिर्लिंग गर्भगृह में ईशान कोण में मौजूद है, इस कोण का मतलब होता है, संपूर्ण विद्या और हर कला से परिपूर्ण दरबार तंत्र की 10 महाविद्याओं का अद्भुत दरबार, जहां भगवान शंकर का नाम ही ईशान है। काशी विश्वनाथ मंदिर का मुख्य द्वार दक्षिण मुख पर है और बाबा विश्वनाथ का मुख अघोर की ओर है इससे मंदिर का मुख्य द्वार दक्षिण से उत्तर की ओर प्रवेश करता है, यही कारण है कि बाबा के अघोर रूप का दर्शन होता है, यहां से प्रवेश करते ही पाप-ताप विनष्ट हो जाते हैं। काशी में कभी नहीं हो सकता प्रलय बाबा विश्वनाथ को त्रिकंटक यानी त्रिशूल पर विराजमान माना जाता है। जो एक त्रिशूल की तरह ग्राफ पर बना हुआ है, इसलिए कहा जाता है कि काशी में कभी भी प्रलय नहीं हो सकता है। यहां बाबा विश्वनाथ गुरु और राजा के रूप में काशी में विराजमान हैं, वे दिन भर गुरु के रूप में काशी में भ्रमण करते हैं। काशी में बाबा विश्वनाथ और मां भगवती की पूजा की जाती है। Posted By: Sandeep Chourey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-imd-issues-warning-heavy-rain-in-these-8-states-in-the-next-5-days-then-there-will-be-severe-cold-7175891,"IMD की चेतावनी, 13, 14 और 15 दिसंबर को यहां होगी भारी बारिश, फिर पड़ेगी कड़ाके की ठंड","IMD की चेतावनी: देश के बड़े हिस्से में सर्दी दस्तक दे चुकी है। पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है तो मैदानी इलाकों में तापमान लगातार लुढ़क रहा है। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने (IMD) ने चेतावनी जारी की है। IMD के अनुसार, आने वाले 5 दिनों में देश के 8 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम बिगड़ेगा और इसके बाद कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। ये राज्य हैं - जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल। बता दें, पिछले दिनों भी मध्य प्रदेश समते देश के कुछ हिस्सों में बारिश हुई थी। इसका असर फसलों पर पड़ा था। पढिए आने वाले दिनों में मौसम को लेकर IMD का अनुमान जानिए आज आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम स्कायमेट वेदर के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट पर छिटपुट स्थानों के साथ हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई। उत्तर पश्चिम भारत और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम से हल्का कोहरा छाया रहा। अगले 24 घंटों के दौरान, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में हल्की बारिश और हिमपात हो सकता है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। पश्चिमी विक्षोभ को लेकर नई चेतावनी जारी भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 'जवाद' चक्रवात का अनुभव करने के बाद आगामी पश्चिमी विक्षोभ के बारे में एक और नई चेतावनी जारी की है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण 13 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। 14 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश में भी इसका असर देखने को मिलेगा। विशेष रूप से, देश के दक्षिणी हिस्सों जैसे आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में अगले पांच दिनों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इस बीच, दक्षिणी क्षेत्र में भारी से मध्यम वर्षा जारी है, उत्तरी क्षेत्र में शुष्क मौसम रहेगा और तापमान में कोई गिरावट नहीं होगी। असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में भी अगले 24 घंटों में घना कोहरा और कम दृश्यता देखी जा सकती है। Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-madhya-pradesh-panchayat-elections-2021-22-process-of-panchayat-elections-in-mp-starts-from-today-know-the-main-dates-related-to-voting-7176538,"Madhya Pradesh Panchayat Elections 2021-22: मप्र में पंचायत चुनाव के प्रक्रिया आज से शुरू, जानिए मतदान से जुड़ी प्रमुख तारीखें","Madhya Pradesh Panchayat Elections 2021-22 नई दिल्ली । मध्यप्रदेश राज्य चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि प्रदेश में पंचायत चुनाव 2021-2022 के पहले और दूसरे चरण के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया 13 दिसंबर, 2021 से शुरू होगी। नामांकन प्राप्त करने के लिए जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी पूरी कर ली गई है। चुनाव आयोग के मुताबिक चरण 1 और 2 के लिए नामांकन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है और चरण 3 के लिए नामांकन पत्र 6 जनवरी तक जमा कर सकेंगे। पहले और दूसरे चरण के लिए 13 से और तीसरे चरण के लिए 30 दिसंबर से नामांकन की शुरुआत होगी। वहीं, नाम निर्देशन-पत्र प्राप्त करने की अंतिम तारीख पहले और दूसरे चरण के लिए 20 दिसंबर और तीसरे चरण के लिए 6 जनवरी है। 21 दिसंबर को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। नाम वापस लेने की अंतिम तारीख और निर्वाचन प्रतीकों का आवंटन पहले और दूसरे चरण के लिए 23 दिसंबर है। गौरतलब है कि मप्र पंचायत चुनाव के लिए पहले चरण के लिए 6 जनवरी को, दूसरे चरण के लिए 28 जनवरी को और तीसरे चरण के लिए 16 फरवरी को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। पंच और सरपंच पदों के लिए मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद मतदान केंद्रों पर मतगणना की जाएगी और पहले चरण के लिए 11 जनवरी को पंच और सरपंच पदों के लिए चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। दूसरे चरण के लिए 2 फरवरी और तीसरे चरण के लिए 21 फरवरी। वहीं जनपद पंचायत व जिला पंचायत सदस्यों की EVM से मतगणना पहले चरण के लिए 10 जनवरी, दूसरे चरण के लिए 1 फरवरी और तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी को प्रखंड विकास मुख्यालय पर होगी। उसी के परिणाम 22 फरवरी को सभी चरणों के लिए घोषित किए जाएंगे। Posted By: Sandeep Chourey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-deepa-dance-bar-mumbai-raid-17-bar-girls-in-the-basement-see-photo-video-7176527,"Deepa Dance Bar Mumbai: मुंबई के दीपा बार में छापा, तहखाने में थीं 17 बार बालाएं, ऐसे पकड़ी गईं","Deepa Dance Bar Mumbai: मुंबई में डांस बार पर पाबंदी के बीच एक बार में अवैध रूप से रंग-रलियां मनाई जा रही थीं। अंधेरी स्थित दीपा डांस बार (Deepa Dance Bar) पर मुंबई पुलिस की सामाजिक सेवा शाखा ने छापा मारा। यहां अधिकारी उस समय हैरान रह गए जब देखा कि तहखाने में बार बालाओं (Bar Girls) को रखा गया था। यहां से 17 बार बालाओं को हिरासत में लिया गया। कांच के पीछे तहखाना बना थे। हथौड़े से दीवार तोड़कर पुलिस वहां तक पहुंची। अंदर AC और बिस्तर लगे थे। पुलिस ने Deepa Dance Bar के मैनेजर और कैशियर को भी गिरफ्तार किया है। Deepa Dance Bar Mumbai: छापे की पूरी कहानी मुंबई पुलिस को शुरू में यहां कोई सफलता नहीं मिली। तभी अधिकारियों की नजर एक जररूत से बड़े कांच पर पड़ी। कांच को बारिकी से देखा गया तो अंदर कुछ होने का आभास हुआ। कांच और उसके पीछे की दीवार को तोड़ा गया, तो बार बालाएं निकलीं। पूरे मामले में राजनीति भी शूरू हो गई है। विपक्ष के नेताओं आरोप लगा रहे हैं कि सरकार की मिलीभगत से यह बार चल रहा था। Deepa Dance Bar बदनाम है और यहां से कई बार बड़ी हस्तियां पकड़ी गई हैं। पहले भी लोगों ने शिकायत की थी कि तमाम पाबंदियों के बावजूद Deepa Dance Bar रात-दिन चल रहा है और पुलिस के पास इतनी ताकत नहीं है कि वो इस पर कार्रवाई कर सके। उल्टा पुलिस पर आरोप लगे हैं कि Deepa Dance Bar मुंबई पुलिस की सुरक्षा में चल रहा है। बहरहाल, ताजा कार्रवाई के बाद डांस बार के मालिक को गिरफ्तार करने की मांग भी उठने लगी है। Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-omicron-india-updates-patients-started-recovering-good-news-from-maharashtra-rajasthan-total-33-cases-so-far-7175958,"Omicron India Updates: भारत में ओमिक्रोन से ठीक होने लगे मरीज, महाराष्ट्र-राजस्थान से आई गुड न्यूज","India Updates: भारत में ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या 37 हो गई है। रविवार को आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ के साथ ही कर्नाटक में नए केस मिले हैं। आंध्र प्रदेश का पहला मामला है। आयरलैंड के 34 वर्षीय यात्री में इस वैरिएंट का पता चला था। इससे पहले शनिवार को दिल्ली में एक और मरीज मिलने के बाद देश में इस वैरिएंट के 32 मरीज हो गए थे। सबसे ज्यादा 17 मरीज महाराष्ट्र में हैं। इसके अलावा कर्नाटक, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान में मरीज मिले हैं। इस बीच, महाराष्ट्र और राजस्थान से अच्छी खबर आई है। महाराष्ट्र में ओमिक्रोन से ठीक होने वाला पहला मरीज सामने आया है। इसी तरह राजस्थान में कुछ मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कुल मिलाकर महाराष्ट्र और राजस्थान में अस्पताल से छुट्टी पाने वाले मरीजों की संख्या 15 पहुंच गई है। चंडीगढ़ में भी मिला ओमिक्रोन का पहला मरीज इस बीच, चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि इटली का 20 वर्षीय व्यक्ति 22 नवंबर को भारत आया था और 1 दिसंबर को उसमें कोरोना की पुष्टि हुई थी। अब उसकी Omicron रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। मरीज को फाइजर वैक्सीन का पूरा टीका लगाया गया है। उसका आज फिर से COVID-19 के लिए परीक्षण किया गया है और रिपोर्ट का इंतजार है। Omicron India Updates: शनिवार को दिल्ली में मिला था दूसरा केस शनिवार को दिल्ली में Omicron का दूसरा मरीज मिला था। जिम्बाब्वे और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा से लौटे 35 वर्षीय व्यक्ति की ओमाइक्रोन रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मरीज को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि उसे केवल कमजोरी महसूस हो रही है, कोई दूसरा लक्षण नहीं है। Omicron case in india state wise list 2021 Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-corona-virus-omicron-variant-spreading-fast-as-nagpur-reports-its-first-case-totaling-37-in-india-so-far-7176025,"Omicron: नागपुर के बाद केरल में मिला ओमिक्रॉन का मरीज, रविवार को दर्ज हुए 5 नये मामले","Omicron in India: देश में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से पांव पसारता जा रहा है। केरल (Kerala) में भी ओमीक्रॉन (Omicron) ने अपनी दस्तक दे दी है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Kerala Health Minister Veena George) ने रविवार को बताया कि कोच्चि में ओमीक्रॉन का पहला मामला सामने आया है। ये शख्स 6 ​​दिसंबर को यूके से कोच्चि लौटा था और 8 दिसंबर को कोविड टेस्ट में वो पॉजिटिव पाया गया था। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। वहीं उसकी पत्नी और मां का भी कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है। इन सभी को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। रविवार को नागपुर, चंडीगढ़, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी एक-एक मरीज ओमिक्रॉन संक्रमित मिला। इस तरह रविवार को ओमिक्रॉन के सामने आये मामलों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है। इसके साथ ही देश भर में ओमिक्रॉन पीड़ितों की संख्या 38 पहुंच गई है। First case of Omicron reported in Kochi, Kerala. The concerned person had returned from UK to Kochi on December 6. He had tested Covid positive on December 8: Kerala Health Minister Veena George (file photo) pic.twitter.com/stGnGi8F4T — ANI (@ANI) December 12, 2021 इससे पहले रविवार को महाराष्ट्र के नागपुर में भी एक 40 साल का शख्स कोरोनावायरस के ऑमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है। आपको बता दें कि नागपुर में ओमिक्रॉन वेरिएंट का ये पहला मामला है। Nagpur reports its first case of #Omicron in a 40-year-old man: Municipal Commissioner Radhakrishnan B — ANI (@ANI) December 12, 2021 वहीं, चंडीगढ़ (Chandigarh) में जो युवक ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिला है वह इटली से आया था। 20 वर्षीय इस युवक को फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine) की दोनों डोज लग चुकी हैं। चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक युवक की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई थी, जिसकी रिपोर्ट अब आई है। उसका इलाज किया जा रहा है। उधर, आयरलैंड से आंध्र प्रदेश पहुंचा 34 साल का एक विदेशी पर्यटक भी ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। यह शख्स आयरलैंड से मुंबई होते हुए 27 नवंबर को विशाखापट्‌टनम पहुंचा था। मुंबई एयरपोर्ट पर हुए RT-PCR टेस्ट में यह शख्स निगेटिव पाया गया था। लेकिन विशाखापट्‌टनम में हुए टेस्ट में पॉजिटिव मिलने पर सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए हैदराबाद भेजा गया, जहां ओमिक्रॉन संक्रमण की पुष्टि हुई। देश में रविवार को जो तीसरा मरीज मिला, वह साउथ अफ्रीका से लौटा है। 34 साल के इस युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग की गई। ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिलने के बाद उसे आइसोलेट कर दिया गया है। साथ ही युवक के संपर्क में आए 20 लोगों की भी जांच की गई है। Posted By: Shailendra Kumar",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-army-released-last-video-of-cds-bipin-rawat-recorded-a-day-before-the-helicopter-accident-7176018,"सीडीएस विपिन रावत का आखिरी संदेश - हमें अपनी सेनाओं पर है गर्व, सेना ने रिलीज किया रिकॉर्डेड वीडियो","भारतीय सेना ने तीनों सेनाओं के प्रमुख जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), का आखिरी सार्वजनिक संदेश रिलीज किया है। रविवार को जारी 1.09 मिनट के इस वीडियो में जनरल रावत ने 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर सशस्त्र बलों के कर्मियों को बधाई दे रहे हैं। इस वीडियो को विजय पर्व के लिए 7 दिसंबर की शाम को रिकॉर्ड किया गया था। अगले ही दिन यानी 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना (Helicopter Crash) में उनकी पत्नी समेत 13 लोगों का निधन हो गया। सीडीएस का यह वीडियो इंडिया गेट परिसर में 'विजय पर्व' समारोह के उद्घाटन समारोह में भी चलाया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने भाग लिया। हादसे में अपनी जान गंवा देने वाले सीडीएस के इस वीडियो मैसेज को देख समारोह में मौजूद सभी लोगों की आंखें भर आईं। इस वीडियो क्लिप में जनरल रावत ने 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों को श्रद्धांजलि दी और देशवासियों से युद्ध में विजय की 50वीं वर्षगांठ मनाने की अपील की। वीडियो में जनरल रावत ने कहा - ""मैं स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर भारतीय सशस्त्र बलों के सभी वीर सैनिकों को हार्दिक बधाई देता हूं। हम 1971 के युद्ध में जीत की 50वीं वर्षगांठ को विजय पर्व के रूप में मना रहे हैं। मैं इस पावन पर्व पर सशस्त्र सेनाओं के वीर जवानों को याद करते हुए उनके बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”"" जनरल रावत ने अपने संदेश के अंत में कहा- ""अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व, आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व।"" वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की शानदार जीत के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में दिल्ली में विजय पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान एक प्रदर्शनी के जरिए पूर्वी पाकिस्तान से लेकर पश्चिमी क्षेत्र तक भारतीय सेना के शूरवीरों की कहानियां और सेना का साजो सामान दिखाया जाएगा। इसका शुभारंभ रविवार 12 दिसंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया है। ये प्रदर्शनी 14 दिसंबर तक चलेगी। आपको बता दें कि16 दिसंबर 1971 को लगभग 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के संयुक्त बलों और 'मुक्ति वाहिनी' के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसके बाद बांग्लादेश की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ था। Posted By: Shailendra Kumar",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-pm-modi-twitter-account-hacked-tweet-on-bitcoin-deleted-all-you-need-to-know-7175862,"PM Modi Twitter Account hacked: पीएम मोदी का अकाउंट हैक होने पर ट्विटर ने दी प्रतिक्रिया, कही ये बात","PM Modi Twitter Account hacked: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी ट्विटर हैंडल रविवार तड़के कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया। हालांकि कुछ ही समय बाद ट्विटर हैंडल को बहाल कर दिया गया, लेकिन इस दौरान हैकर्स ने क्रिप्टोकुरेंसी पर भ्रम फैलाने वाला ट्वीट किया। लिखा कि 'भारत ने बिटकॉइन को मंजूरी दी'। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने कहा है कि यूजर्स इस ट्वीट को इग्‍नोर करें। यानी बिटकॉइन को समर्थकों ने इस साजिश को अंजाम दिया है। पीएमओ इंडिया ने घटना की जानकारी दी और बताया, पीएम मोदी के @narendramodi ट्विटर हैंडल को कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया था। मामले को तत्काल ट्विटर तक पहुंचाया गया और अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। इस संक्षिप्त अवधि में अकाउंट से छेड़छाड़ की गई। PM Modi Twitter Account hacked: पढ़िए ट्विटर की रिएक्शन घटना के जवाब में ट्विटर प्रवक्ता ने कहा, पीएम कार्यालय के साथ हमारी टीम 24x7 सम्पर्क में रहती है। हमारी टीमों ने जैसे ही इस गतिविधि के बारे में पता चला, संबंधित अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए। हमारी जांच से पता चला है कि किसी अन्य अकाउंट में सेंधमारी की कोशिश नहीं की गई है। PM Modi Twitter Account hacked: जानिए पूरी कहानी पीएमओ से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार देर रात करीब 2.11 बजे पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट से एक स्‍पैम ट्वीट किया गया। अंग्रेजी में किए गए इस ट्वीट में लिखा गया 'भारत ने आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी स्‍वीकार्यता दे दी है। सरकार ने आधिकारिक रूप से 500 BTC खरीदे हैं और देश के सभी नागरिकों में बांट रही है। जल्‍दी करें india...... भविष्‍य आज आया है।' @narendramodi पर यह ट्वीट मुश्किल से 2 मिल रहा और डिलीट कर दिया गया। इसके चंद मिनट बाद यानी 2.14 बजे दूसरा ट्वीट किया गया और यही बात लिखी गई। यह ट्वीट भी जल्‍द डिलीट हो गया। इसके बाद PMO ने ट्वीट कर जानकारी दी कि नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक हुआ था, लेकिन अर रिस्टोर कर दिया गया है। पीएमओ ने कहा कि इस दौरान किए गए ट्वीट को यूजर्स नजरअंदाज करें। ...तब हैक हुआ था पीएम मोदी की वेबसाइट का ट्विटर हैंडल इससे पहले सितंबर 2020 में पीएम मोदी की निजी वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया था और भ्रामक ट्वीट पोस्ट किए गए थे। हैकर्स ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और लिखा था, 'मैं आप सभी से कोविड-19 के लिए पीएम राष्ट्रीय राहत कोष में उदारतापूर्वक दान करने की अपील करता हूं। अब भारत के साथ शुरू करें क्रिप्टो करेंसी, कृपया दान करें।' कुछ मिनट बाद, एक और ट्वीट पोस्ट किया गया, जिसमें कहा गया, 'यह अकाउंट जॉन विक (hckindia@tutanota.com) द्वारा हैक किया गया है, हमने पेटीएम मॉल को हैक नहीं किया है।' बाद में ट्वीट्स को हटा लिया गया। Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-booster-dose-is-not-allowed-without-clinical-trial-data-sought-from-serum-institute-of-india-7175947,"क्लीनिकल ट्रायल के बिना बूस्टर डोज की अनुमति नहीं, सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया से मांगे आंकड़े़े","एक तरफ जहां देश व दुनिया में ओमिक्रोन वैरियंट के मामले बढ़ते जा रहे हैं, दूसरी तरफ कोरोना वैक्‍सीनेशन में तेजी आ गई है। इस बीच देश में कोरोना की दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए बूस्‍टर डोज की सिफारिश भी सामने आई है। यह 40 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। इसके साथ ही अब केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के तहत आने वाली कोरोना संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने बूस्टर डोज को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) से और आंकड़े देने को कहा है। एसईसी का कहना है कि क्लीनिकल ट्रायल के बिना बूस्टर डोज की अनुमति नहीं दी जा सकती है। सीरम ने अपनी वैक्सीन कोविशील्ड को बूस्टर डोज के रूप में लगाने की अनुमति मांगी है। अनुमति मांगने का यह है आधार सीरम ने इस आधार पर यह अनुमति मांगी है कि उसके पास वैक्सीन का पर्याप्त भंडार है और बूस्टर डोज की मांग भी की जा रही है। एसईसी की शुक्रवार को हुई बैठक में इस पर विचार किया गया है जिसके बाद कंपनी से और आंकड़े देने को कहा गया। भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) के यहां जमा आवेदन में सीरम के सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा कि कोविशील्ड की दोनों डोज लगवा चुके भारत और दूसरे देशों के लोग कंपनी से बूस्टर डोज की मांग कर रहे हैं। देश में कोरोना की स्थिति भारत, उत्तर प्रदेश, लखनऊ 24 घंटे में नए मामले 7,992 कुल सक्रिय मामले 93,277 24 घंटे में टीकाकरण 76.18 लाख कुल टीकाकरण 132.74 करोड़ शनिवार सुबह 08ः00 बजे तक कोरोना की स्थिति नए मामले 7,992 कुल मामले 3,46,82,736 सक्रिय मामले 93,277 मौतें (24 घंटे में) 393 कुल मौतें 4,75,128 ठीक होने की दर 98.36 प्रतिशत मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत पाजिटिविटी दर 0.64 प्रतिशत सा.पाजिटिविटी दर 0.71 प्रतिशत Posted By: Navodit Saktawat",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-bank-deposit-insurance-pm-modi-address-the-bank-deposit-insurance-program-all-you-need-to-know-7175879,"बैंक डिपॉजिट इंश्योरेंस: पीएम मोदी ने गिनाए फायदे, बोले- बैंक बचाने हैं तो डिपोजिटर्स को सुरक्षा देनी होगी","Bank Deposit Insurance: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘डिपॉजिट फर्स्ट: 5 लाख रुपए तक के समयबद्ध जमा राशि बीमा भुगतान की गारंटी’ (Depositors First: Guaranteed Time-bound Deposit Insurance Payment up to ₹5 Lakh) विषय पर एक समारोह को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा, हमें बैंक बचाने हैं तो डिपोजिटर्स को सुरक्षा देनी ही होगी। हमने ये काम करके बैंकों को भी बचाया है और डिपोजिटर्स को भी बचाया है। हमारे बैंक जमाकर्ताओं के साथ-साथ हमारी अर्थव्यवस्था के लिए भी भरोसे के प्रतीक हैं। हमारे देश में बैंक डिपॉजिटर्स के लिए इंश्योरेंस की व्यवस्था 60 के दशक में बनाई गई थी। पहले बैंक में जमा रकम में से सिर्फ 50 हजार रुपए तक की राशि पर ही गारंटी थी। फिर इसे बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया। यानि अगर बैंक डूबा, तो Depositors को, जमाकर्ताओं को सिर्फ एक लाख रुपए तक ही मिलने का प्रावधान था। ये पैसे भी कब मिलेंगे, इसकी कोई समय सीमा नहीं तय थी। गरीब की चिंता को समझते हुए, मध्यम वर्ग की चिंता को समझते हुए हमने इस राशि को बढ़ाकर फिर 5 लाख रुपए कर दिया। दिल्ली के विज्ञानभवन में हुए इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री और आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास भी उपस्थित रहे। Bank Deposit Insurance Program के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित सहकारी बैंकों के जमा खाते भी आते हैं। इसमें डिपॉजिट इंश्योरेंस (Deposit Insurance) के तहत सभी तरह के खाते जैसे सेविंग्स अकाउंट, फिक्सड डिपॉजिट, करंट अकाउंट और रेकरिंग डिपॉजिट आते हैं। Bank Deposit Insurance: पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें पीएम मोदी ने कहा, आज के आयोजन का जो नाम दिया गया है उसमें Depositors First की भावना को सबसे पहले रखना, इसे और सटीक बना रहा है। बीते कुछ दिनों में एक लाख से ज्यादा Depositors को बरसों से फंसा हुआ उनका पैसा वापस मिला है। ये राशि 1300 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। आज देश के लिए बैंकिंग सेक्टर के लिए और देश के करोड़ों बैंक अकाउंट होल्डर्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। दशकों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का कैसे समाधान निकाला गया है, आज का दिन उसका साक्षी बन रहा है। कोई भी देश समस्याओं का समय पर समाधान करके ही उन्हें विकराल होने से बचा सकता है। लेकिन वर्षों तक एक प्रवृत्ति रही की समस्याओं को टाल दो। आज का नया भारत, समस्याओं के समाधान पर जोर लगाता है, आज भारत समस्याओं को टालता नहीं है। कानून में संसोधन करके एक और समस्या का समाधान करने की कोशिश की है। पहले जहां पैसा वापसी की कोई समयसीमा नहीं थी, अब हमारी सरकार ने इसे 90 दिन यानि 3 महीने के भीतर अऩिवार्य किया है। यानि बैंक डूबने की स्थिति में भी, 90 दिन के भीतर जमाकर्ताओं को उनका पैसा वापस मिल जाएगा। देश की समृद्धि में बैंकों की बड़ी भूमिका है। और बैंकों की समृद्धि के लिए Depositors का पैसा सुरक्षित होना उतना ही जरूरी है। हमें बैंक बचाने हैं तो Depositors को सुरक्षा देनी ही होगी। बीते वर्षों में अनेक छोटे सरकारी बैंकों को बड़े बैंकों के साथ मर्ज करके, उनकी कैपेसिटी, कैपेबिलिटी और ट्रांसपेरेंसी, हर प्रकार से सशक्त की गई है। जब RBI, को-ऑपरेटिव बैंकों की निगरानी करेगा तो, उससे भी इनके प्रति सामान्य जमाकर्ता का भरोसा और बढ़ेगा। PM Shri @narendramodi addresses Depositors First programme. https://t.co/03X1sNTOIp — BJP (@BJP4India) December 12, 2021 Bank Deposit Insurance: जानिए कितना सुरक्षित है खाते में जमा आपका पैसा पीएमओ के मुताबिक, इस दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए हाल ही में बैंक जमा बीमा कवर को ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया गया है। यानी बैंक डूबने पर अब ग्राहक को 5 लाख रुपए मिलते हैं। प्रति बैंक प्रति जमाकर्ता ₹ 5 लाख के जमा बीमा कवरेज के साथ देश में पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में पूरी तरह से संरक्षित खातों की संख्या 98.1 प्रतिशत रही। यह आंकड़ा अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क 80 फीसदी के मुकाबले कहीं अधिक है। अंतरिम भुगतान की पहली किश्त Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation (जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी निगम, DICGC) द्वारा हाल ही में जारी की गई है। योजना के तहत 1 लाख से अधिक जमाकर्ताओं के दावों के खिलाफ वैकल्पिक बैंक खातों में ₹1,300 करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया है। पूरी योजना में DICGC की भूमिका बहुत अहम है। आरबीआई से जुड़ा यही विभाग बैंकों में सेविंग, करंट, रेकरिंग अकाउंट या फिर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आदि स्कीम्स में जमा 5 लाख रुपये तक की रकम सुरक्षित करता है यानी अगर कोई बैंक डिफॉल्टर हो जाता है तो उसके हर डिपॉजिटर को मूल रकम और ब्याज मिलाकर अधिकतम 5 लाख रुपये तक की रकम DICGC अदा करवाएगा। Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-stolen-watch-of-legendary-footballer-diego-maradona-recovered-from-assam-accused-arrested-7175332,"दिग्गज फुटबॉलर डिएगो माराडोना की चोरी हुई घड़ी असम से बरामद, आरोपी गिरफ्तार","Diego Maradona Watch: असम पुलिस ने दुबई पुलिस के साथ मिलकर एक चोरी की लग्जरी घड़ी बरामद की है। जो दिवंगत फुटबॉलर डिएगो माराडोना की थीं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज (शनिवार) ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आरोपी की पहचान वाजिद हुसैन के रूप में हुई है। पुलिस ने हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सीएम सरमा ने कहा कि असम पुलिस ने भारतीय संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से दुबई पुलिस के साथ समन्वय कर अर्जेंटीना के फुटबॉल खिलाड़ी डिएगो माराडोना की विरासत हुबोट घड़ी को बरामद किया है। मुख्यमंत्री हिमंत ने ट्वीट कर बताया, अंतरराष्ट्रीय सहयोग के एक अधिनियम में असम पुलिस ने दुबई पुलिस के साख समन्वय किया है। जिससे महान फुटबॉलर स्वर्गीय डिएगो माराडोना से संबंधित घड़ी को बरामद किया जा सका और आरोपी वाजिद हसैन को गिरफ्तार किया हया। कानूनी कार्रवाई की जा रही है। In an act of international cooperation @assampolice has coordinated with @dubaipoliceHQ through Indian federal LEA to recover a heritage @Hublot watch belonging to legendary footballer Late Diego Maradona and arrested one Wazid Hussein. Follow up lawful action is being taken. pic.twitter.com/9NWLw6XAKz — Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) December 11, 2021 पुलिस महानिदेशक ने बताया कि एक केंद्रीस एजेंसी के माध्यम से दुबई पुलिस से इनपुट मिला था। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी को शिवसागर स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया गया। शिवसागर जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश रौशन ने कहा, गुप्त सूचना के आधार पर हमने एक ऑपेशन शुरू किया। वह वाजिद हुसैन को पकड़ लिया। हमने उसके पास से माराडोना की घड़ी भी बरामद की है। हमारी जांच जारी है। A costly Hublot watch... Maradona... Dubai... Assam Police Looks like random words, don't they? But today all these words came together nicely, stating a story of successful International Cooperation between #DubaiPolice and @assampolice . pic.twitter.com/oMRYgpX3HH — DGP Assam (@DGPAssamPolice) December 11, 2021 Posted By: Arvind Dubey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-lpg-booking-offer-you-can-book-cheap-lpg-cylinder-like-this-you-will-get-the-benefit-of-2700-rs-7175296,"LPG Booking Offer: ऐसे बुक कर सकते हैं सस्ता एलपीजी सिलेंडर, पाएंगे 2700 रुपए का फायदा","LPG Booking Offer । रसोई गैस की बढ़ती महंगाई के बीच आप सस्ते में एलपीजी सिलेंडर बुक कर सकते हैं। दरअसल पेटीएम के एक खास ऑफर के तहत LPG सिलेंडर की बुकिंग पर पर आप 2700 रुपए का फायदा पा सकते हैं। पेटीएम कंपनी की ओर से इस ऑफर के अलावा भी अन्य कई ऑपर पेटीएम यूजर्स को दिए जा रहे हैं। दरअसल इस ऑफर के तहत फायदा लेने के लिए आपको केवल 'Paytm' के माध्यम से गैस बुक करने की आवश्यकता नहीं है। आइए जानते हैं आपको कौन-कौन से ऑफर्स मिल रहे हैं और इन ऑफर्स का फायदा उठाने के लिए क्या करना होगा। पेटीएम से LPG बुकिंग पर बंपर कैशबैक पेटीएम से LPG सिलेंडर बुक करते हैं तो आपको 2,700 रुपए का सीधा फायदा मिलेगा। दरअसल पेटीएम ने LPG सिलेंडर की बुकिंग पर कैशबैक और कई अन्य इनामों की घोषणा की है। हाल ही में पेटीएम ने ‘3 पे 2700’ कैशबैक ऑफर नाम से एक योजना शुरू की है। इस ऑफर का फायदा नए यूजर्स उठा सकेंगे। जिसमें उन्हें लगातार तीन महीने की पहली बुकिंग पर 900 रुपए तक का कैशबैक प्राप्त होगा। इन नियमों व शर्तों का करना होगा पालन पेटीएम के इस ऑफर के तहत कई नियम और शर्तें हैं। कैशबैक उन्हीं ग्राहकों को मिलेगा, जिन्होंने पहली बार रसोई गैस सिलेंडर की बुकिंग की है। हर महीने 3 गैस सिलेंडर की बुकिंग करने पर पहली बुकिंग पर 900 रुपए तक का कैशबैक मिलेगा। यह कैशबैक 3 महीने के लिए मिलेगा। यह कैशबैक 10 रुपए से लेकर 900 रुपए तक हो सकता है। पेटीएम कंपनी ने '3 पे 2700 कैशबैक ऑफर' सभी 3 प्रमुख एलपीजी कंपनियों - इंडेन, एचपी गैस और भारत गैस के सिलेंडरों की बुकिंग पर लागू किया है। जानिए कैसे जमा होगा कैशबैक सबसे पहले पेटीएम ऐप डाउनलोड करें, सिलेंडर बुकिंग पर जाएं। फिर अपनी गैस एजेंसी चुनें। इसमें आपको 3 विकल्प दिखाई देंगे- भारत गैस, इंडेन गैस और एचपी गैस। अपना रजिस्टर्ड नंबर या LPG आईडी या कस्टमर नंबर डालें। यह जानकारी भरने के बाद आप Proceed का बटन दबा कर पेमेंट कर सकते हैं। Posted By: Sandeep Chourey",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-jodhpur-high-court-giving-decision-on-a-case-said-that-one-can-not-remain-suspended-for-a-long-time-in-pretext-of-enquiry-7175496,विभागीय जांच की आड़ में लंबे समय तक किसी भी कार्मिक को निलंबित नहीं रखा जा सकता : जोधपुर हाईकोर्ट,"जोधपुर, 11 दिसम्बर। राजस्थान उच्च न्यायालय ने एक आदेश में कहा कि प्रस्तावित विभागीय जांच की आड़ में लंबे समय तक किसी भी कार्मिक को निलम्बित नहीं रखा जा सकता है। मामले में याचिकाकर्ता के निलंबन आदेश को निरस्त करते हुए समस्त परिलाभ दिए जाने के दिए आदेश दिए गए। आदेश हाइकोर्ट के न्यायाधी अरूण भंसाली की एकल पीठ की तरफ से जारी हुए। याचिकाकर्ता उदयपुर निवासी सुखलाल धाकड़ नर्सिंग टयूटर की ओर से अधिवक्ता यशपाल खि़लेरी ने रिट याचिका पेश कर बताया कि याचिकाकर्ता नर्सिंग टयूटर पद पर जीएनएम स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, उदयपुर में पदस्थापित रहने के दौरान, छात्रों के अंकों में हेराफेरी को लेकर जांच होने पर नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल विजयम्मा अजमेरा को दोषी माना गया और इसी प्रकरण को लेकर प्रिंसिपल को चार्जशीट भी मिली। इसके बाद प्रिंसिपल ने याची के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना की झूठी शिकायत की, जिस पर कॉलेज की महिला उत्पीड़न कमेटी ने विस्तृत जांच रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में ये शिकायत झूठी पाई। बावजूद इसके, इसी प्रकरण को लेकर निदेशक (अराजपत्रित), चिकित्सा विभाग जयपुर ने प्रस्तावित विभागीय जांच का हवाला देकर याची को 8 मई 2015 से निलंबित कर दिया। इसी के खिलाफ याची ने रिट याचिका दायर की। आरंभिक सुनवाई के पश्चात् 26 मई 2015 को हाईकोर्ट ने याची के निलंबन आदेश और कार्य मुक्ति आदेश की क्रियान्वन पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार सहित कॉलेज से जवाब-तलब किया। याची की ओर से बताया गया कि याची ने न तो महिला सहकर्मी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया और कॉलेज स्तर पर नियमनुसार गठित कमेटी ने जांच के बाद भी याची को निर्दोष पाया। बावजूद इसके, ऊंची पहुंच के कारण, महिला प्राचार्य के प्रभाव से याची को निलंबित किया गया, जो विधि विरुद्ध और गैर कानूनी है। याची की ओर से बताया गया कि पिछले साढ़े छह साल से, बिना किसी चार्जशीट के, याची पर निलंबन की तलवार लटक रही है, जो गैर-कानूनी और सीसीए नियम 1958 के प्रावधानों के विपरीत है। वस्तुत: कॉलेज की प्रिंसिपल राज्य सरकार के नियमनुसार प्रिंसिपल पद पर योग्य नहीं है और नियुक्त नहीं हो सकती थी, इस बात की शिकायत करने पर महिला प्राचार्य के प्रभाव में आकर याची को निलंबित किया गया था। याचिका के विचाराधीन होने के कारण याची को सेवा परिलाभों यथा चयनित वेतनमान इत्यादि से वंचित किया जा रहा है। हाईकोर्ट ने याची की रिट याचिका स्वीकार करते हुए निलंबन आदेश सहित रिलीविंग आदेश को अपास्त करते हुए समस्त परिलाभ दिए जाने के आदेश दिए। Posted By: Shailendra Kumar",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-indian-railway-news-trains-soon-have-hostess-on-board-like-airlines-passengers-will-get-many-facilities-7175471,"Indian Railway News: फ्लाइट की तरह ट्रेनों में होंगी 'ट्रेन होस्टेस', इन रेलगाड़ियों में मिलेगी सुविधा","Indian Railway News: भारतीय रेलवे बेहतर यात्री सेवा प्रदान करने के लिए नए-नए प्रयत्न कर रहा है। अब जल्द ही वंदे भारत, गातिमान और तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों में ट्रेन होस्टेस देखने को मिलेंगी। एयर होस्टेस (Air Hostess) की तरह ट्रेन होस्टेस (Train Hostess) भी यात्रियों को उनकी सीट पर बैठाने, खाना देने, शिकायतों को दूर करने और सुरक्षा का ख्याल रखने का काम करेंगी। एक वेबसाइट में छपी में रिपोर्ट के अनुसार सबसे पहले कम दूरी तक चलने वाली ट्रेनों में होस्टेस को तैनात किया जाएगा। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि रेल यात्रा को आधुनिक बनाने और सफर के दौरान लोगों को बेहतर अनुभव प्रदान करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि बेहतर सर्विस से टिकटों की बिक्री बढ़ेंगी। अधिकारी ने कहा, प्रीमियम ट्रेनों पूरी तरह महिला चालक दल नहीं होगा, बल्कि पुरुष परिचारक को भी शामिल किया जाएगा। राजधानी एक्सप्रेस और दूरंतों एक्सप्रेस जैसी लंबी दूरी ट्रेनों में फिलहाल ट्रेन होस्टेस और अटेंडेंट को तैनात नहीं किया जाएगा। रेलवे ने बताया कि होस्टस की ड्यूटी सिर्फ दिन के समय होगी। फिलहाल 12 शताब्दी, एक गतिमान, दो वंदेभारत, एक तेजस एक्सप्रेस चल रही है। अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के पास हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में कार्य अनुभव है, उन्हें ही रखा जाएगा। इस बीच यात्री सेवाओं की बहाली की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इंडियन रेलवे ने राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस और गतिमान एक्सप्रेस ट्रेनों में ताजा पका हुआ भोजन परोसने का फैसला किया है। इस संबंध में सभी संबंधित विभागों और हितधारकों को पहले ही एक आदेश जारी किया जा चुका है। Posted By: Shailendra Kumar",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-uidai-has-given-great-facility-to-pensioners-now-work-will-be-easy-through-this-app-know-how-7175650,"UIDAI ने पेंशनर्स को दी बड़ी सुविधा, अब इस ऐप के ज़रिये होंगे काम आसान, जानिये तरीका","UIDAI ने पेंशनर्स के जीवन प्रमाण-पत्र जमा करने की बड़ी मुश्किल सॉल्‍व कर दी है। UIDAI ने पेंशनर्स के लिए FACE AUTHENTICATION सर्विस लॉन्‍च कर दी है। इसके जरिए कोई भी पेंशनर घर बैठकर अपने जीवित होने का प्रमाण दे सकता है। इसके लिए बाकायदा एक मोबाइल ऐप लॉन्‍च किया गया है। सरकार ने यह कदम ईज ऑफ सब्मिटिंग लाइफ सर्टिफिकेट अभियान के तहत उठाया है। इससे अब पेंशनर को बैंक या ट्रेजरी के चक्‍कर काटने की असुविधा नहीं झेलनी होगी। इसका नाम है, AadhaarFaceRd App कैसे होगा फेस स्‍कैन स्‍टेप बाई स्‍टेप समझें AadhaarFaceRd App को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें। आरडी सर्विस इंस्टाल होने के बाद यह सेटिंग में दिखाई देगी। जीवन प्रमाण फेस एप्लीकेशन को https://jeevanpramaan.gov.in/package/download से डाउनलोड करें एंड्रॉइड फेस ऐप के लिए क्लाइंट इंस्टॉलेशन डॉक्यूमेंट पर क्लिक करें। आवश्यक जानकारी प्रदान करें -> मेल आईडी पर एक लिंक भेजा जाएगा -> लिंक पर क्लिक करें -> फइल डाउनलोड फोल्‍डर में डाउनलोड हो जाती है। ऐप इंस्टॉल करने के लिए फाइल पर क्लिक करें ऐप खोलें -> आवश्यक अनुमति दें-> इससे ऑपरेटर प्रमाणीकरण के लिए एक स्क्रीन खुलेगी-> आवश्यक जानकारी दें-> सबमिट करें-> ओटीपी दर्ज करें-> ऑपरेटर का चेहरा स्कैन होगा-> सही होने पर, पॉप-अप दिखाई देगा ""क्लाइंट पंजीकरण सफल""। ध्यान दें 1. ऑपरेटर प्रमाणीकरण एक बार की प्रक्रिया है। 2. पेंशनभोगी ऑपरेटर भी हो सकता है। 3. ऑपरेटर प्रमाणीकरण के बाद, पेंशनभोगी प्रमाणीकरण के लिए एक स्क्रीन खुलेगी। 4. एक ऑपरेटर कई पेंशनभोगियों का डीएलसी जनरेट कर सकता है। पेंशनभोगी प्रमाणीकरण - जरूरी ब्‍योरा भरें-> सबमिट करें-> ओटीपी दर्ज करें-> फिर सबमिट करें स्क्रीन पर दिखाए गए ढंग के अनुसार सभी विवरण सही सही भरें, दोनों चेकबॉक्स पर क्लिक करें और सबमिट करें। (नोट:- गलत जानकारी के कारण पेंशन वितरण कार्यालय में डीएलसी का अपडेशन नहीं हो सकता है) चेकबॉक्स पर क्लिक करें और लाइव फोटोग्राफ के लिए स्कैन करें। इस पॉप-अप विंडो में स्कैन प्रक्रिया जारी रखने के लिए ""हां"" चुनें। चेकबॉक्स पर क्लिक करें और आगे बढ़ें। फेस ऑथेंटिकेशन करते समय अपना चेहरा सीधा रखें और स्क्रीन पर दिखाए गए निर्देशों का पालन करें। फेस स्कैनिंग के बाद मोबाइल स्क्रीन पर प्रमाण आईडी और पीपीओ नंबर के साथ डीएलसी सबमिशन दिखाई देता है। अगर कोई क्‍वेरी हो तो dic.doppw@gov.in पर मेल करे। Posted By: Navodit Saktawat",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-bihar-vigilance-team-found-crores-of-illegal-cash-and-jewelry-from-the-house-of-labor-officer-during-raid-in-patna-7175587,"Bihar : लेबर इंफोर्समेंट ऑफिसर के घर विजिलेंस की छापेमारी, बोरियों में भरे मिले करोड़ों रुपये","Bihar : बिहार के मुख्यमंत्री भले ही 'सुशासन बाबू' के नाम से जाने जाते हों, लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में ये प्रदेश भी किसी से कम नहीं है। सूचना के आधार पर विजिलेंस टीम ने जब लेबर इंफोर्समेंट ऑफिसर दीपक कुमार शर्मा के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की, तो उसकी काली कमाई देखकर वो भी हैरत में पड़ गये। इनमें से पटना के दीघा क्षेत्र के महावीर कॉलोनी स्थित आवास से टीम को बैग और बोरियों में भरे रुपये मिले। नोटों की संख्या इतनी अधिक थी कि गिनती के लिए मशीन मंगानी पड़ी। अधिकारियों के मुताबिक कैश की राशि 2 करोड़ 25 लाख के आसपास है। इसके अलावा डेढ़ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है। घर में सोने के बिस्किट और हीरे-मोती के गहने मिले हैं, जिनकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 15-20 बैंकों के पासबुक, और दर्जनों डेबिट क्रेडिट कार्ड और जमीन से जुड़े कई डीड भी मिले हैं। Bihar | Illegitimate property worth over Rs 1.6 crores recovered from Deepak Kumar- Labour Info Officer, Hajipur. FIR registered...On searching his house, we've recovered about Rs 2.25 crores cash, jewellery, passbook & many other things: Surendra Kumar, Surveillance Dept Officer pic.twitter.com/gpXwyCDvBK — ANI (@ANI) December 11, 2021 पटना के डीएसपी एसके मउआर ने दीपक कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस पर कोर्ट से इजाजत मिलने पर यह छापेमारी की गई है। निगरानी की टीम ने दीपक कुमार के पटना, हाजीपुर और मोतिहारी स्थित ठिकानों पर एक साथ रेड डाली। बाकी जगहों पर मिली काली कमाई का भी अंदाजा लगाया जा रहा है। वैसे, निगरानी विभाग को इस बात की सूचना थी कि अधिकारी दीपक कुमार ने अवैध तरीके से काफी धन उगाया है, लेकिन कितनी होगी इसका अंदाजा नहीं था। दीपक कुमार फिलहाल हाजीपुर में तैनात हैं। उससे पहले वह कैमूर में पदस्थापित थे, जहां मजिस्ट्रेट के रुप में उन्होंने चेकपोस्ट पर भी ड्यूटी की। इसी दौरान जमकर माल उगाही की गई। Posted By: Shailendra Kumar",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-condition-of-captain-varun-singh-who-survived-the-iaf-chopper-accident-in-tamil-nadu-is-stable-7175566,तमिलनाडु में हुए भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर हादसे में बचे कैप्‍टर वरुण सिंह की हालत स्थिर,"बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर के एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत अभी पूरी तरह से ठीक नहीं है। उनकी स्थिति गंभीर लेकिन स्थिर है। भारतीय वायु सेना (IAF) के अधिकारियों ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। वे उस बड़े हादसे में बचे एकमात्र शख्‍स हैं जिसमें भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 14 में से 13 लोगों का निधन हो चुका है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को गुरुवार को इलाज के लिए वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल से बेंगलुरु के वायु सेना कमान अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। वरुण सिंह भारतीय वायु सेना (IAF) MI-17V5 हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से एक थे, जो 8 दिसंबर को तमिलनाडु के पहाड़ी नीलगिरी जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुखद दुर्घटना में वरुण सिंह के अलावा अन्य सभी 13 लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना में मृतकों में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और वायु सेना के हेलीकॉप्टर चालक दल सहित नौ अन्य सशस्त्र बल कर्मी शामिल हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल स्वतंत्रता दिवस पर भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए भारत के तीसरे सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। इससे पहले दिन में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की बेटियों ने अपने माता-पिता की अस्थियों को बरार स्क्वायर श्मशान घाट से एकत्र किया और उन्हें उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा में विसर्जित कर दिया। जनरल बिपिन रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने शुक्रवार को अपने माता-पिता का अंतिम संस्कार किया। जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का शुक्रवार को दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। Posted By: Navodit Saktawat",-1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-drdo-and-iaf-tested-successfully-indigenous-stand-off-anti-tank-missile-and-pinak-er-advanced-version-at-pokhran-7175495,Rajasthan : पोखरण रेंज में सेना ने पिनाका एक्सटेंडेड रेंज सिस्टम और SANT का किया सफल परीक्षण,"जोधपुर, 11 दिसम्बर। राजस्थान के पोकरण रेंज में पिनाक ईआर मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इस प्रणाली को संयुक्त रूप से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) व आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान ( एआरडीई), पुणे और उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला पुणे की प्रयोगशालाओं द्वारा डिजाइन किया गया है।देश में पहली बार इस सिस्टम को स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के माध्यम से विकसित किया गया है। डीआरडीओ ने सेना के साथ मिलकर पिछले तीन दिनों के दौरान फील्ड फायरिंग रेंज में इन स्वदेशी निर्मित रॉकेटों के लांचिग परीक्षणों की सीरीज आयोजित की। इन परीक्षणों में, उन्नत रेंज के पिनाक रॉकेटों का विभिन्न वार हेड क्षमताओं के साथ विभिन्न रेंजों पर परीक्षण किया गया। परीक्षण के सभी उद्देश्यों को संतोषजनक ढंग से पूरा किया गया। सटीकता और निरंतरता के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए विभिन्न रेंज और वारहेड क्षमताओं के लिए 24 रॉकेट दागे गए। इसके साथ, पिनाका-ईआर ( एक्सेटेंडेंड रेंज) के प्रौद्योगिकी अवशोषण का शुरुआती प्रथम चरण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है, इसके साथ ही ये रॉकेट प्रणाली के श्रृंखला उत्पादन के लिए तैयार है। स्वदेशी डिजाइन और तकनीक से विकसित है पिनाक पिनाका-ईआर पिछले पिनाका संस्करण का उन्नत संस्करण है, जो पिछले एक दशक से भारतीय सेना के साथ सेवा में है। इस प्रणाली को सीमा को बढ़ाने वाली उन्नत प्रौद्योगिकियों के साथ उभरती आवश्यकताओं के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इसे पहली बार समर्पित स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के माध्यम से विकसित किया गया है। ये स्वदेशी रूप से विकसित फ़्यूज़ आयातित फ़्यूज़ की जगह लेंगे और विदेशी मुद्रा की बचत करेंगे। एआरडीई ने एडीएम के लिए लघु फ़्यूज़ भी डिज़ाइन किए हैं। दोहरे उद्देश्य वाली डायरेक्ट-एक्शन सेल्फ डिस्ट्रक्शन (डीएएसडी) और एंटी-टैंक मुनिशन (एटीएम) फ़्यूज़ को भी वर्तमान उड़ान परीक्षणों के दौरान जांचा गया , जिनका परिणाम संतोषप्रद रहा और उसने मिशन के सभी उद्देश्य को सफलतापूर्वक पूरा किया। जहां परीक्षण के दौरान टेक्नोलॉजी के अपग्रेडेशन के साथ विकसित रॉकेटों का प्रदर्शन परीक्षण और गुणवत्ता प्रमाणन प्रक्रिया से गुजरना पड़ा है। SANT का भी सफल परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना ने शनिवार को राजस्थान के पोखरण रेंज में कई परीक्षण किये. इसमें स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक (SANT) मिसाइल भी शामिल है। इसे स्वदेश में ही विकसित किया गया है और इसकी मारक क्षमता जबरदस्त है। DRDO द्वारा शेयर किये गये वीडियो में साफ दिखता है कि हेलिकॉप्टर से दागी गयी मिसाइल ने अपनी टार्गेट को कितनी सटीकता से हिट किया। इसके अलावा एरिया डिनायल म्यूनिशंस (एडीएम) और न्यू इंडीजिनस फ्यूज (नव स्वदेशी विस्फोटक) का भी सफल परीक्षण विभिन्न परीक्षण स्थलों पर किया गया। Indigenously designed and developed Helicopter launched Stand-off Anti-tank (SANT) Missile was successfully flight tested from Pokhran ranges.https://t.co/y5nvAdPISy pic.twitter.com/k3yTDOaZqG — DRDO (@DRDO_India) December 11, 2021 Posted By: Shailendra Kumar",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449420/srinagar-terror-attack-pm-modi-seeks-details-j-k-leaders-condemn.html,"श्रीनगर आतंकी हमला : पीएम मोदी ने मांगी जानकारी, जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने की निंदा","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके में आतंकवादी हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घटना के बारे में जानकारी मांगी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ""पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बारे में जानकारी मांगी है। उन्होंने उन सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है जो हमले में शहीद हुए हैं।"" आतंकवादियों ने सोमवार शाम श्रीनगर के पंथा चौक पर एक पुलिस बस पर हमला किया, जिसमें दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और चार गंभीर सहित 12 अन्य घायल हो गए। बस पर कई दिशाओं से फायरिंग की गई। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट किया, ""श्रीनगर के बाहरी इलाके में एक पुलिस बस पर हुए आतंकी हमले की भयानक खबर। मैं इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं और साथ ही मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं।"" पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पुलिस बस पर हमले ने 'सामान्य स्थिति' की झूठी कहानी को उजागर कर दिया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ""श्रीनगर हमले के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ, जिसमें दो पुलिसकर्मी मारे गए। कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल होने की भारत सरकार की झूठी कहानी उजागर हुई है, फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।"" पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता इमरान रजा अंसारी ने भी हमले की निंदा की है और घायल पुलिसकर्मियों के ठीक होने की प्रार्थना की है। अंसारी ने ट्वीट किया, ""मैं जम्मू-कश्मीर पुलिस पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। हिंसा के इस तरह के नासमझ कृत्य केवल कश्मीर के दुख को बढ़ाते हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना। अल्लाह बहादुरों को जन्नत में जगह दे!""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449412/ntk-leader-jailed-in-tamil-nadu-for-circulating-malicious-video-on-general-rawat-s-death.html,जनरल रावत की मौत पर 'दुर्भावनापूर्ण' वीडियो प्रसारित करने के आरोप में तमिलनाडु में एनटीके नेता को जेल,"तमिलनाडु के पुदुकोट्टई जिले की कीरनूर पुलिस ने नाम तमिलर काची (एनटीके) के एक स्थानीय स्तर के पदाधिकारी को सोशल मीडिया पर भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना से जुड़े एक 'दुर्भावनापूर्ण' वीडियो प्रसारित (सर्कुलेटिंग) करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास 8 दिसंबर को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सशस्त्र बलों के जवानों की मौत हो गई थी। एनटीके नेता बालासुब्रमण्यम (32) को कोट्टुकरनपट्टी के भाजपा पदाधिकारी के. राजेंद्रन की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बालासुब्रमण्यम, जो विरालीमलाई विधानसभा क्षेत्र में एनटीके के प्रवक्ता हैं, पर धर्म, जाति, जन्म स्थान और निवास पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, एनटीके नेता ने एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना से लिंक किया था। भाजपा नेता ने अपनी शिकायत में कहा कि एनटीके नेता की यह हरकत देश की संप्रभुता के खिलाफ है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449411/srinagar-terror-attack-exposed-loopholes-in-security-arrangements.html,श्रीनगर आतंकी हमले ने सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को किया उजागर,"श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में उच्च सुरक्षा वाले पंथा चौक क्षेत्र में सोमवार को एक बड़े आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो जवान शहीद हो गए और 12 अन्य घायल हो गए। हाल के दिनों में सुरक्षा बलों पर हुए इस बड़े हमले ने सुरक्षा व्यवस्था में खामियां उजागर की है। शहीद पुलिसकर्मियों की पहचान रामबन जिले के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) गुलाम हसन और रियासी जिले के सलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल शफीक अली के रूप में हुई है। घायल जवानों में चार की हालत नाजुक बताई जा रही है। कथित तौर पर, दो आतंकवादी सामने से पुलिस बस पर गोली चलाने के लिए सड़क पर आने में कामयाब रहे, जिससे वाहन का शीशा चकनाचूर हो गया। सवाल उठ रहा है कि आखिर सुरक्षा बलों के वाहनों की आवाजाही को सुरक्षित करने के लिए तैनात रोड ओपनिंग पार्टीज (आरओपी) के साथ इस सुरक्षित सड़क पर आतंकवादी कैसे आ सकते हैं? जहां तक सुरक्षा बलों की मौजूदगी का सवाल है तो यह क्षेत्र सबसे सघन निर्मित क्षेत्रों में से एक है। सशस्त्र पुलिस के मुख्यालय के अलावा, जिसकी 9वीं बटालियन के दो सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं और अन्य 12 घायल हुए हैं, क्षेत्र में अन्य सुरक्षा बलों और सेना के शिविर भी हैं। जिस सड़क पर हमला हुआ है, उस पर स्थानीय पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के वाहन रोजाना आते-जाते रहते हैं। यही कारण है कि आरओपी को सुबह तैनात किया जाता है और शाम को वापस बुला लिया जाता है, जब सुरक्षा बल का अंतिम वाहन अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच जाता है। जिन आतंकियों की संख्या दो बताई जा रही है, वे कायरतापूर्ण हमले को अंजाम देकर भागने में सफल रहे। बांदीपोरा जिले में दो पुलिसकर्मियों के शहीद के तीन दिन बाद यह हमला हुआ है। इस तरह का हमला दिखा रहा है कि सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, आतंकवादी अभी भी अपनी इच्छा से कहीं भी हमला कर सकते हैं। भविष्य में इस तरह के हमलों की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है, लेकिन अभी तक आतंकियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने हमले को कायराना हरकत करार दिया है, क्योंकि सशस्त्र पुलिसकर्मी सीधे तौर पर आतंकवाद से लड़ने में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी हमले के दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449408/2-policemen-martyrs-in-srinagar-terrorist-attack-12-injured.html,"श्रीनगर आतंकी हमले में 2 पुलिसकर्मी शहीद, 12 घायल","श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में सोमवार शाम एक पुलिस बस पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो जवान शहीद हो गए और 12 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके पंथा चौक इलाके की है। एक सूत्र ने कहा, ""इस हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए और 12 अन्य घायल हो गए हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।"" बस में जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस की नौवीं बटालियन के जवान सवार थे। हाल के दिनों में सुरक्षाबलों पर यह एक बड़ा आतंकी हमला है और यह ऐसे इलाके में हुआ है, जहां सुरक्षाबलों के कई कैंप स्थित हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449403/supreme-court-on-the-revival-of-vaccine-psus-knowing-about-the-policies-of-the-government.html,"वैक्सीन पीएसयू के पुनरुद्धार पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'सरकार की नीतियों के बारे में जानना चाहते हैं'","सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को महामारी के बीच कोविड-19 के टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए वैक्सीन सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों(पीएसयू) के पुनरुद्धार की मांग वाली याचिका पर केंद्र से जवाब मांगा। जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ और ए.एस. बोपन्ना ने कहा: ""हम जानना चाहते हैं कि सरकार की नीति क्या है.."" सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता केंद्र की ओर से पेश हुए और पीठ ने उनकी दलीलों पर ध्यान दिया कि सरकार चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करेगी। मेहता ने अदालत से इस मामले में नोटिस जारी नहीं करने का अनुरोध किया, क्योंकि मामला पॉलिसी डोमेन में है और याचिका पर जवाब दाखिल किया जाएगा। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गोंजाल्विस पेश हुए। पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता इसके बाद तीन सप्ताह के भीतर प्रत्युत्तर दाखिल कर सकते हैं। पीठ ने कहा, ""याचिका पूरी होने के बाद मामले को सूचीबद्ध करें।"" अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी भी केंद्र की ओर से पेश हुईं। याचिका में कहा गया है कि सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में टीके के उत्पादन पर 2010 की जाविद चौधरी रिपोर्ट में परिकल्पना के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को 'पूर्ण स्वायत्तता' दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में उनका पूर्ण पुनरुद्धार और सुचारू कामकाज सुनिश्चित हो सके। शीर्ष अदालत पूर्व आईएएस अमूल्य रत्न नंदा, ऑल इंडिया ड्रग एक्शन नेटवर्क, लो-कॉस्ट स्टैंडर्ड थेरेप्यूटिक्स और मेडिको फ्रेंड सर्कल द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को टीका लगाने के लिए कार्यात्मक स्वायत्तता देने के लिए दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी। याचिका में कहा गया है कि किसी भी सार्वजनिक उपक्रम को किसी भी वैक्सीन के उत्पादन से या सरकारी वैक्सीन खरीद से तब तक बाहर नहीं रखा जाना चाहिए, जब तक कि गुणवत्ता सुनिश्चित नहीं हो जाती। याचिका में 2016 में शीर्ष अदालत के आदेश का भी हवाला दिया गया था, जहां सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को पुनर्जीवित करने के लिए कार्रवाई करने के लिए सहमत हुई थी।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449393/pak-intruder-shot-dead-along-international-border-in-jammu.html,जम्मू में सुरक्षा बलों ने बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रही पाकिस्तानी महिला घुसपैठिया को किया ढेर,"जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया। यह जानकारी सोमवार कोअधिकारियों ने दी। बीएसएफ ने कहा, ""बीएसएफ के जवानों ने बीती रात एक महिला पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया।"" बीएसएफ ने कहा कि सैनिकों ने आर.एस. पुरा क्षेत्र और कई बार घुसपैठिए को अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पार न करने की चेतावनी दी, लेकिन वह आक्रामक रूप से भागती रही। बीएसएफ ने कहा, ""बीएसएफ के जवानों ने आईबी के अंदर बीएसएफ बाड़ के पास घुसपैठिए को गोली मार कर उसकी कोशिश को विफल कर दिया।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449389/7350-new-cases-of-covid-19-in-the-country-202-deaths.html,"CoronaVirus: देश में पिछले 24 घंटे में 7350 नए मामले, 202 लोगों की मौत","देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 7,350 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,46,97,860 हो गई तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 91,456 हो गई जो 561 दिनों में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 202 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,75,636 हो गई। देश में लगातार 46 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 91,456 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.26 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.37 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 825 की कमी हुई है। दैनिक संक्रमण दर 0.86 फीसदी है। यह पिछले 70 दिनों से दो फीसदी से नीचे है। मंत्रालय के अनुसार, साप्ताहिक संक्रमण दर 0.69 फीसदी है जो कि पिछले 29 दिनों से एक फीसदी से नीचे है। देश में अब तक 3,41,30,768 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मृत्यु दर 1.37 फीसदी है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 133.17 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। देश में पिछले 24 घंटे में जिन 202 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें से 143 लोगों की मौत केरल में और 16 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। केरल सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में मौत के 143 मामलों में से 34 की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई है। वहीं, मौत के 109 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है। आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,75,636 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,41,259, केरल में 42,967 ,कर्नाटक में 38,261, तमिलनाडु में 36,612, दिल्ली में 25,100, उत्तर प्रदेश में 22,914 और पश्चिम बंगाल में 19,600 लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449388/anniversary-of-parliament-attack-senior-ministers-pay-tributes-to-those-killed-in-2001-parliament-attack.html,"संसद हमले की 20वीं बरसी : पीएम मोदी, शाह सहित कई दिग्गजों ने शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को दी श्रद्धांजलि","संसद भवन पर हुए आतंकी हमले की 20वीं बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित अन्य नेताओं ने शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया , ""मैं संसद पर हमले के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए 2001 में शहीद हुए सभी सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और सर्वोच्च बलिदान हर नागरिक को प्रेरित करता रहेगा।"" गृह मंत्री अमित शाह ने संसद भवन पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को नमन करते हुए ट्वीट किया , ""भारतीय लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में राष्ट्र के गौरव की रक्षा हेतु अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी बहादुर सुरक्षाबलों के साहस व शौर्य को कोटिश: नमन करता हूं। आपका अद्वितीय पराक्रम व अमर बलिदान सदैव हमें राष्ट्रसेवा हेतु प्रेरित करता रहेगा।"" लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, ""देश आज उन वीर सपूतों को नमन करता है जिन्होंने 2001 में लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी कर्तव्यनिष्ठा तथा मातृभूमि के प्रति उनका समर्पण वंदनीय है। कृतज्ञ राष्ट्र उनका स्मरण करते हुए आतंकवाद के समूल विनाश के अपने संकल्प को दोहराता है।"" शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को संसद भवन में दी गई श्रद्धांजलि संसद भवन पर 13 दिसंबर 2001 को हुए आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार को संसद भवन परिसर में श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संसद भवन पर हुए आतंकी हमले की 20 वीं बरसी पर संसद भवन परिसर में हुए इस श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , राज्य सभा के उपसभापति डॉ हरिवंश, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, मुख्तार अब्बास नकवी , अर्जुन राम मेघवाल सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों ने 2001 के आतंकी हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। संसद भवन परिसर में हुए इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में 2001 में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिजन भी मौजूद रहे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449379/now-the-security-of-parliament-is-strictly-guarded.html,संसद पर हमले की बरसी : अब संसद की सुरक्षा पर सख्त पहरा,"दो दशक पहले संसद की सुरक्षा में सेंध लगाकर आतंकी हमले भले ही एक भयानक चूक थी लेकिन अब संसद की सुरक्षा पर सख्त पहरा है। दिन-रात और 24 घंटे त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के कारण सुरक्षा में सेंध लगाना मुश्किल है। तमाम इलेक्ट्रॉनिक एवं तकनीकी उपकरणों से संसद की सुरक्षा को ताकत मिली है। अब गलती से भी किसी चूक पर संसद भवन परिसर में लगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सायरन सतर्क करने के लिए पर्याप्त हैं। इसी के साथ क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) मोर्चा संभालने में चंद सेकेंड भी नहीं लगाती है। दरअसल 13 दिसम्बर 2001 को संसद परिसर में हुए आतंकी हमले में के बाद संसद की सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद करने से व्यापक स्तर पर कार्य किये गये हैं। पूरे संसद भवन की सुरक्षा को तकनीकी तौर पर सुदृढ़ करने के लिए बड़ी धनराशि खर्च की गयी है। कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगाने के साथ-साथ बुम बैरियर्स और टॉयर बस्टर्स लगाये गये ताकि बगैर किसी अनुमति के कोई वाहन एक झटके के साथ संसद भवन में प्रवेश नहीं कर सके। वाहनों में सुरक्षा के लिहाज से आरएफआईडी टैग वाले प्रवेश पास लगाये गये हैं ताकि कोई अन्य वाहन संसद भवन में जा सके। संसद की सुरक्षा व्यवस्था त्रिस्तरीय है। संसद भवन के भीतर संसद के सुरक्षाकर्मी तैनात हैं जबकि परिसर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवान तैनात हैं और बाहरी स्तर पर दिल्ली पुलिस के सुरक्षाकर्मी हैं। बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के अलावा प्रत्येक प्रवेश द्वार पर सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी, एक्सेस कंट्रोल, व्यक्तियों और सामान की जांच के लिए उपकरण लगे हुए हैं। यहां तक वाहन स्कैनिंग प्रणाली के अलावा विस्फोटक पदार्थ का पता लगाने के लिए उपकरण हुए हैं। यदि किसी भी कारणवश की सुरक्षा जांच के लिए सायरन आवाज के साथ ही संसद भवन परिसर में तैनात क्विक एक्शन टीम के बख्तरबंद गाड़ियों के साथ मोर्चा संभाल लेते हैं। सुरक्षा की निगरानी के लिए अधिकारियों की निगाहें लगातार सीसीटीवी के फुटेज पर लगी रहती हैं। संसद भवन के भीतर पर प्रत्येक प्रवेश द्वार बिल्कुल उसी तरह से जांच की जाती है जैसे संसद भवन में बाहर से आने पर पहले प्रवेश द्वार होती हैं। आरएफआईडी टैग वाले वाहनों पर भी उन्हीं को प्रवेश मिलता हैं, जिनका पास होता है। यहां तक माननीय भी अपने वाहनों को बगैर पास वाले व्यक्ति को अपने साथ नहीं ला सकते हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449373/omicron-also-reached-kerala-and-chandigarh.html,केरल व चंडीगढ़ भी पहुंचा ओमीक्रोन,"आंध्र प्रदेश, केरल और चंडीगढ़ में रविवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के एक-एक मामले की पुष्टि हुई है। तीनों जगहों पर वायरस के इस नए स्वरूप का पहला मामला सामने आया है। इसके अलावा महाराष्ट्र और कर्नाटक में ओमीक्रोन का एक-एक और मरीज मिलने के बाद देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। विदेश से अपने रिश्तेदारों से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे 20 वर्षीय एक युवक के कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उसकी रिपोर्ट 11 दिसंबर को देर रात आई थी।’’ वहीं, आंध्र प्रदेश में आयरलैंड से पहुंचे 34 वर्षीय एक विदेशी यात्री में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है। यह व्यक्ति पहले मुंबई पहुंचा था। बाद में 27 नवंबर को विशाखापत्तनम दोबारा जांच होने पर उसके वायरस के इस नए स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।’’",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449356/literary-classics-should-be-translated-into-indian-languages-vice-president.html,उपराष्ट्रपति का आह्वान : साहित्यिक क्लासिक्स का अनुवाद विभिन्न भारतीय भाषाओं में हो,"उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को विभिन्न भारतीय भाषाओं में साहित्यिक क्लासिक्स के अनुवादों की संख्या बढ़ाने के लिए सक्रिय और ठोस प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने क्षेत्रीय भारतीय साहित्य की समृद्ध विरासत को लोगों की मातृभाषा में सुलभ बनाने के लिए अनुवाद में तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने का सुझाव दिया। पोट्टी श्रीरामुलु तेलुगू विश्वविद्यालय के 36वें स्थापना दिवस समरोह को संबोधित करते हुए उन्होंने श्री कृष्णदेवराय द्वारा अन्य भारतीय भाषाओं में 'अमुक्तमाल्यदा' जैसे क्लासिक्स का अनुवाद करने में विश्वविद्यालय के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने भारत में विभिन्न भाषाओं के उपयोग को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए इस तरह के और प्रयासों का आह्वान किया। नायडू ने विभिन्न शोध पहलों के माध्यम से तेलुगू भाषा, साहित्य और इतिहास को संरक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने याद दिलाया कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामा राव ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना की पहल की थी। उन्होंने तेलंगाना राज्य सरकार और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के विश्वविद्यालय के विकास और तेलुगू भाषा और संस्कृति को आगे बढ़ाने के प्रयासों की भी सराहना की। यह देखते हुए कि वैश्वीकरण का व्यापक प्रभाव पड़ा है, उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि युवा अपनी सांस्कृतिक विरासत से संपर्क न खोएं। उन्होंने अपनी पहचान बनाने और युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ाने में भाषा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि लोगों को अपनी मातृभाषा में बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए। नायडू ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक नीति, 2020 का उद्देश्य भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना है और प्राथमिक शिक्षा को बच्चे की मातृभाषा में प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा तक और तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए भी शिक्षा का माध्यम मातृभाषा में होना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने विश्वविद्यालयों से भाषाओं में उन्नत शोध करने और भारतीय भाषाओं में वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली में सुधार करने का आह्वान किया, ताकि शिक्षा जगत में उनकी व्यापक पहुंच और उपयोग को सुगम बनाया जा सके। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कवि और आलोचक डॉ. कुरेला विट्ठलाचार्य और कुचिपुड़ी नृत्य प्रस्तावक कलाकृष्ण को पुरस्कार प्रदान किए। बाद में, नायडू ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा आयोजित विश्वविद्यालय में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। आगंतुक पुस्तिका में लिखते हुए उपराष्ट्रपति ने तेलंगाना और हरियाणा के युग्मित राज्यों की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए आयोजकों के प्रयासों की सराहना की।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449355/target-to-complete-nh-334b-by-january-2022-gadkari.html,एनएच 334बी को जनवरी 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य : गडकरी,"केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 334बी, (जो यूपी-हरियाणा सीमा के पास बागपत से शुरू होता है और हरियाणा के रोहना में समाप्त होता है) अगले महीने (जनवरी 2022) तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ""एनएच -334 बी 93 प्रतिशत प्रगति के साथ पूरा होने के करीब है और जनवरी 2022 तक जल्दी पूरा करने का लक्ष्य है।"" एनएच -334 बी, (जो राष्ट्रीय राजमार्ग 34 की एक स्पर रोड है और हरियाणा और उत्तर प्रदेश को पार करती है) उम्मीद है कि हरियाणा के माध्यम से यूपी से राजस्थान तक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, यह सुनिश्चित करेगा कि उपयोगकर्ता दिल्ली यातायात को बाइपास कर सकें। यह देखते हुए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग अभूतपूर्व गति से बढ़ रहे हैं, उन्होंने कहा कि एनएच -334 बी भी एनएच-44 को पार करेगा, जिससे चंडीगढ़ और दिल्ली के बीच यात्रियों को सीधी पहुंच मिलेगी। चंडीगढ़ और दिल्ली के बीच की दूरी लगभग 245 किलोमीटर है और सड़क यात्रा में लगभग 5-6 घंटे लगते हैं, लेकिन इस बार नए राजमार्ग के भी कम होने की उम्मीद है। गडकरी ने हाल ही में राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि सरकार पेड़ लगाकर नुकसान की भरपाई कर रही है। राष्ट्रीय राजमार्गो के विकास में मंत्रालय द्वारा अधिग्रहित मार्ग के अधिकार में पेड़ों की कटाई शामिल है। हालांकि, यह सुनिश्चित किया जाता है कि मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गो को चौड़ा करने के लिए कम से कम पेड़ों की कटाई की गई है। उन्होंने कहा, ""पारिस्थितिक नुकसान की भरपाई के लिए मध्य और सड़क के किनारे पौधरोपण किया जा रहा है।"" मार्च 2021 तक पूरी हुई 94 परियोजनाओं में कुल 55.10 लाख पौधे लगाए गए हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449351/pm-modi-congratulated-sharad-pawar-on-his-81st-birthday.html,पीएम मोदी ने शरद पवार को उनके 81वें जन्मदिन पर बधाई दी,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पूरे भारत से पार्टी लाइनों से उठकर प्रमुख हस्तियों ने रविवार को दिग्गज नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को उनके 81वें जन्मदिन पर बधाई दी। एक संदेश में, मोदी ने कहा: ""जन्मदिन शरद पवार जी। मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।"" कोश्यारी ने एक पत्र लिखकर कहा, ""माननीय शरद पवार जी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक बधाई। लोगों की सेवा के लिए लंबे जीवन और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।"" ठाकरे ने फूलों का गुलदस्ता भेजा और शुभकामनाएं दीं और उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना की। मंत्री आदित्य ठाकरे, अनिल परब, किशोर तिवारी और डॉ रघुनाथ सहित अन्य नेताओं नेताओं ने उन्हें बधाई दी। इसके अलावा सांसद संजय राउत, अरविंद सावंत, प्रियंका चतुवेर्दी, अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर और अन्य ने राकांपा नेता को बधाई दी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, मंत्री बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, यशोमती ठाकुर, सतेज डी. पाटिल और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पवार को शुभकामनाएं दीं। भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दारेकर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और देश भर के कई अन्य लोगों ने पवार को उनके जीवन दिवस हार्दिक बधाई दी। राकांपा ने पवार को सम्मानित भी किया और इस बाबत एक पार्टी एप जारी किया। साथ ही कॉलेज के छात्रों के लिए एक युवा उत्सव शुरू किया गया और आम नागरिकों से संबंधित विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के साथ 14 दिसंबर से 'स्वाभिमान सप्ताह' शुरू किया जाएगा।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449349/security-of-depositors-money-is-the-key-to-prosperity-of-banks-prime-minister.html,जमाकर्ताओं के पैसे की सुरक्षा बैंकों की समृद्धि की कुंजी : प्रधानमंत्री,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि जमाकर्ताओं के पैसे की सुरक्षा बैंकों की समग्र समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। मोदी ने कहा, ""देश की समृद्धि में बैंक बड़ी भूमिका निभाते हैं और बैंकों की समृद्धि के लिए यह भी उतना ही जरूरी है कि जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित रहे। बैंकों को बचाना है तो जमाकतार्ओं की रक्षा करनी होगी। प्रधानमंत्री यहां 'डिपोजिटर्स फर्स्ट : गारंटीड टाइम बाउंड डिपोजिट इंश्योरेंट पेमेंट अप टू 5 लाख' थीम पर आधारित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान, मोदी ने कुछ जमाकर्ताओं को चेक सौंपे, जिनकी मेहनत की कमाई कुछ बैंकों के दिवालिया होने के कारण फंस गई थी। पीएम मोदी ने कहा, ""'जमाकर्ता पहले' की भावना को ध्यान में रखते हुए, आज के आयोजन को दिया गया नाम इसे और भी सटीक बनाता है। पिछले कुछ दिनों में, एक लाख से अधिक जमाकर्ताओं को उनका पैसा वापस मिल गया है जो वर्षों से अटका हुआ था। यह राशि 1300 करोड़ रुपये से अधिक है।"" भारत में, बैंक जमाकर्ताओं के लिए बीमा योजना पहली बार 1960 के दशक में 50,000 रुपये तक की सुरक्षा के साथ पेश की गई थी जिसे बाद में बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया था। हालांकि, जमाकर्ताओं के पैसे वापस करने की कोई समय सीमा नहीं थी। 2020 में, केंद्र ने 90 दिनों की समय सीमा के साथ सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया। मोदी ने कहा, ""गरीबों और मध्यम वर्ग की चिंता को समझते हुए हमने यह सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है।"" मोदी ने कहा कि कुल जमाकर्ताओं में से 98 प्रतिशत वर्तमान में जमाकर्ता बीमा योजना के तहत आते हैं और केंद्र उनके पैसे की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449348/cds-helicopter-accident-lance-naik-s-body-sent-to-his-hometown.html,सीडीएस हेलिकॉप्टर दुर्घटना : लांस नायक साईं तेजा का पार्थिव शरीर उनके गृहनगर भेजा,"लांस नायक बी. साई तेजा के पार्थिव शरीर को रविवार को उनके गृहनगर मदनपल्ली भेज दिया गया, जहां पार्थिव शरीर को परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के अधिकारियों ने बेंगलुरु के येलहंका एयर बेस पर युवा सैनिक के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। बाद में उन्हें ओल्ड एयरपोर्ट रोड स्थित कमांड अस्पताल ले जाया गया। पार्थिव शरीर को एक विशेष एम्बुलेंस में आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में उनके गृह नगर मदनपल्ली ले जाया जाएगा। चित्तूर रवाना होने से पहले सेना के अधिकारियों ने भी पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। साईं तेजा के परिवार में उनकी पत्नी स्यामाला, दो बच्चे - बेटा मोक्षगना (5) और बेटी दर्शिनी (2) और उनके माता-पिता हैं। वह 2012 में गुंटूर में एक भर्ती अभियान के माध्यम से सेना में शामिल हुए थे। उन्हें दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। तमिलनाडु में आईएएफ के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत सहित 12 अन्य की मौत हो गई। छह जवानों के पार्थिव शरीर को निकटतम हवाई अड्डों पर उनके मूल स्थानों के लिए रवाना कर दिया गया है। तेजा भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर में सवार 13 लोगों में से एक थे। हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ घंटे पहले, तेजा ने नई दिल्ली से पत्नी स्यामाला को एक वीडियो कॉल किया। उसने अपनी पत्नी से कहा था कि वह सीडीएस जनरल रावत के साथ तमिलनाडु जा रहे हैं और उन्होंने अपनी पत्नी से वादा किया था कि वह शाम तक फोन करेंगे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449347/7-774-new-cases-of-coronavirus-in-india-306-deaths.html,"भारत में कोरोनावायरस के 7,774 नए मामले, 306 लोगों की मौत","भारत में शनिवार को बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 7,774 नए मामले सामने आए जबकि 306 लोगों की मौतें हुई हैं। ये आंकड़े स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को साझा किए। बीते 24 घंटे में 306 लोगों की मौत के साथ ही अब तक मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 4,75,434 हो गई है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 8,464 लोगों के ठीक होने से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,41,22,795 हो गई है। भारत की रिकवरी दर 98.36 प्रतिशत हो गई है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे ज्यादा है। भारत में कोरोनावायरस के 92,281 सक्रिय मामले हैं, जो 560 दिनों में सबसे कम है। देशभर में बीते 24 घंटे में कुल 11,89,459 कोरोना टेस्ट किए गए। इसी के साथ भारत में कोरोना टेस्ट ती संख्या बढ़कर 65.58 करोड़ हो गई है। भारत में एक दिन में 89,56,784 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई। इसी के साथ भारत का कोरोना टीकाकरण कवरेज रविवार सुबह तक 132.93 करोड़ तक पहुंच गया है। यह सत्र में 1,38,52,959 के माध्यम से हासिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार रविवार सुबह तक 17.93 करोड़ से ज्यादा अप्रयुक्त कोरोना वैक्सीन खुराक अभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449346/admission-in-central-universities-through-common-entrance-test.html,"कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला, डीयू लेगा अपना अलग एंट्रेंस टेस्ट","केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय चाहता है कि आगामी सत्र से देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले 'सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट' के जरिए किए जाएं। इसके लिए आवश्यक तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। देश भर के सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश व संवाद किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय का अपना अलग 'सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम टेस्ट' आयोजित किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय एवं यूजीसी द्वारा दिए गए निदेशरें के बाद अब अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालय भी इस और तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका सीधा मतलब यह है कि अगले शैक्षणिक सत्र 2022 -2023 से दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय समेत अन्य ऐसे सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला केवल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से संभव हो सकेगा। मौजूदा व्यवस्था के तहत अधिकांश विश्वविद्यालयों में 12वीं कक्षा में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। छात्रों को अलग-अलग विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए अलग-अलग तिथियों पर संबंधित विश्वविद्यालय के फॉर्म भरने होते हैं। मनचाहे विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं मिल पाने पर छात्र उन विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों का रुख करते हैं, जहां दाखिले के लिए सीटें शेष बची रह जाती हैं। यूजीसी के अनुसार, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। उधर दूसरी ओर शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी के दिशा निदेशरें पर अमल करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक काउंसिल (एसी) ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) के प्रस्ताव को पारित कर दिया है। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा पारित किए गए इस प्रस्ताव को लागू करने से पहले इसे विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल से मंजूरी दिलवाना आवश्यक है। विश्वविद्यालय एग्जीक्यूटिव काउंसिल 17 दिसंबर को इस विषय में अहम निर्णय लेने जा रही है। दिल्ली विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य अशोक अग्रवाल इस नए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। अग्रवाल के मुताबिक इस तरह का कॉमन एंटरेंस टेस्ट बिना तैयारी के लाया जा रहा है। इसमें कई खामियां हैं जिसके कारण गरीब बच्चों को इसका सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। इसे लेकर अभी और चर्चा की जानी चाहिए जिसके बाद ही यह कॉमन एंट्रेंस टेस्ट अमल में लाया जा सकता है। दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक कांउसिल के पूर्व सदस्य एवं प्रोफेसर हंसराज सुमन ने कहा बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय का अपना एक अलग कॉमन एंट्रेंस टेस्ट होगा। इस टेस्ट के माध्यम से केवल दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में ही दाखिले संभव होंगे। विश्वविद्यालय जो नियम तय करने जा रहा है उनके मुताबिक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट और 12वीं में प्राप्त किए गए अंकों का को 50-50 फीसदी वेटेज दिया जाएगा। हालांकि हंसराज सुमन भी इस फैसले के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि इस प्रकार के कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से दिल्ली में दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला दिलवाने के लिए नए-नए कोचिंग सेंटर की मशरूमिंग हो जाएगी। गरीब बच्चे इस सिस्टम से पूरी तरह बाहर हो जाएंगे। 12वीं कक्षा में हासिल किए गए अंक उन्हें दाखिला दिलाने में पहले की तरह उतनी मदद नहीं कर सकेंगे। यूजीसी का कहना है कि कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से आयोजित किया जा सकता है। यूजीसी ने यह भी कहा है कि पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए नेट स्कोर का उपयोग किया जाएगा।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449321/india-successfully-flight-tests-indigenous-stand-off-anti-tank-missile.html,भारत ने स्वदेशी स्टैंड-ऑफ एंटी टैंक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया,"भारत ने शनिवार को पोखरण रेंज से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित हेलीकॉप्टर लॉन्च स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक (एसएएनटी) मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना (आईएएफ)की ओर से संयुक्त रूप से किया गया। यह परीक्षण सभी मायनों में सफल रहा है और इसने सभी उद्देश्यों को पूरा किया। मिसाइल के रिलीज मैकेनिजम, एडवांस गाइडेंस सिस्टम, ट्रैकिंग एल्गोरिदम और एकीकृत सॉफ्टवेयर के साथ सभी वैमानिकी प्रणालियों ने संतोषजनक ढंग से प्रदर्शन किया और ट्रैकिंग सिस्टम ने मिशन से जुडी सभी घटनाओं की निगरानी की। मिसाइल एक अत्याधुनिक एमएमडब्ल्यू तकनीक से लैस है, जो सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए उच्च परिशुद्धता के साथ हमला करने की क्षमता प्रदान करती है। यह हथियार 10 किलोमीटर तक की सीमा में लक्ष्य को नष्ट करने की काबिलियत रखता है। स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक मिसाइल को हैदराबाद के अनुसंधान केंद्र (आरसीआई) और डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं के समन्वय एवं उद्योगों की भागीदारी के साथ डिजाइन तथा विकसित किया गया है। भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता और ज्यादा मजबूत बनाते हुए लंबी दूरी के बम तथा स्मार्ट एंटी एयरफील्ड हथियार के बाद हाल के दिनों में परीक्षण किए जाने वाले स्वदेशी स्टैंड-ऑफ हथियारों की श्रृंखला में यह तीसरी मिसाइल है। उन्नत प्रौद्योगिकियोंके साथ विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए इन सभी प्रणालियों का स्वदेशी विकास रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिशन से जुड़ी टीम को बधाई दी है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने कहा है कि इस मिसाइल के सफलतापूर्वक परीक्षण से स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449312/paying-tribute-to-soldiers-in-balrampur-modi-said-bharat-will-stop-bharat-will-not-stop.html,"बलरामपुर में PM मोदी ने किया जनरल रावत को याद, कहा- भारत दुख में, लेकिन हर चुनौती का करेंगे सामना","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत दुख में हैं लेकिन दर्द सहते हुए भी ‘हम ना अपनी गति रोकते हैं और न प्रगति’। बलरामपुर में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना राष्ट्र को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) बिपिन रावत की मौत देश के लिए एक क्षति है। उन्होंने हेलिकॉप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल देवरिया में जन्मे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की। उन्होंने कहा कि भारत के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत का जाना हर भारत प्रेमी के लिये, हर राष्ट्रभक्त के लिये बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा, “जनरल रावत कितने जाबांज थे, देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये कितनी मेहनत कर रहे थे, पूरा देश उसका साक्षी रहा है।” मोदी ने कहा कि देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के अभियान और तीनों सेनाओं में तालमेल सुदृढ़ करने का अभियान, तेजी से आगे बढ़ता रहेगा। जनरल बिपिन रावत, आने वाले दिनों में, अपने भारत को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ते हुए देखेंगे। साथ ही कहा ‘भारत रुकेगा नहीं, भारत थमेगा नहीं।’ उन्होंने कहा कि उप्र के सपूत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी का जीवन बचाने के लिये डॉक्टर जी जान से लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, “मैं मां पाटेश्वरी से उनके जीवन की रक्षा के लिये प्रार्थना करता हूं । देश आज वरुण सिंह के परिवार के साथ है, जिन वीरों को हमने खोया उनके परिवारों के साथ है।” समाजवादी पार्टी का नाम लिये बिना पार्टी पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कुछ की प्राथमिकता उद्घाटन का फीता काटने की थी, जबकि ""हमारी प्राथमिकता परियोजनाओं को समय पर पूरा करना है।"" मोदी का तंज सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस ट्वीट के जवाब में आया है जिसमें आज सुबह उन्होंने कहा था कि ''सपा के समय तीन चौथाई बन चुकी ‘सरयू राष्ट्रीय परियोजना’ के शेष बचे काम को पूर्ण करने में उप्र भाजपा सरकार ने पांच साल लगा दिए। 2022 में फिर सपा का नया युग आएगा… विकास की नहरों से प्रदेश लहलहाएगा!'' प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों की ढिलाई के कारण देश को 100 गुना अधिक कीमत चुकानी पड़ी है। उन्होंने कहा, ''जब इस परियोजना का काम शुरू हुआ था तो इसकी लगात 100 करोड़ रुपये से भी कम थी। आज यह लगभग 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करने के बाद पूरी हुई। पहले की सरकारों की लापरवाही की 100 गुना कीमत देश को चुकानी पड़ी है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449310/extended-range-pinaka-rocket-system-successfully-tested.html,DRDO ने पिनाका रॉकेट के अपग्रेड वर्जन का पोखरण में किया सफल परीक्षण,"सेना ने उन्नत नौवहन एवं नियंत्रण प्रणाली से लैस मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली पिनाक-ईआर का जैसलमेर की पोखरण रेंज में सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार सभी परीक्षण होने के बाद अब उद्योग साझेदार रॉकेट प्रणाली की पूरी श्रृंखला के उत्पादन के लिये तैयार हैं। एक आधिकारिक बयान में बताया गया, “पिनाक विस्तृत मारक प्रणाली, एरिया डिनायल म्यूनिशंस (एडीएम) और न्यू इंडीजीनियस फ्यूज(नव स्वदेशी विस्फोटक) का सफल परीक्षण विभिन्न परीक्षण स्थलों पर हुआ। पिनाक- ईआर मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली का कामयाब परीक्षण पोखरण रेंज में किया गया। इस प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रयोगशालाओं – पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना (एआरडीई) तथा उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल) ने संयुक्त रूप से डिजाइन किया है। इसके अनुसार सेना के साथ डीआरडीओ ने पिछले तीन दिनों के दौरान फील्ड फायरिंग रेंज में इन रॉकेटों की मारक क्षमता का मूल्यांकन एवं परीक्षण किया। इन परीक्षणों में, उन्नत मारक क्षमता वाले पिनाक रॉकेटों का परीक्षण विभिन्न विस्फोटक क्षमताओं के साथ भिन्न-भिन्न दूरी से किया गया। सारे परीक्षण लक्ष्यों की पूर्ति संतोषजनक रही। बयान में कहा गया कि विभिन्न दूरियों से 24 रॉकेटों को विस्फोटक क्षमताओं के साथ दागा गया और सबने पूरी सटीकता तथा स्थिरता के साथ लक्ष्य को भेदा। इसके साथ ही उद्योग साझेदार द्वारा पिनाक-ईआर की प्रौद्योगिकी के शुरूआती चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इसके निर्माण में उद्योग भी सफल रहा। अब उद्योग साझेदार रॉकेट प्रणाली की पूरी श्रृंखला के उत्पादन के लिये तैयार है। बयान के अनुसार पिनाक-ईआर पुराने पिनाक संस्करण का उन्नत संस्करण है। पहले वाले पिनाक रॉकेट पिछले एक दशक से भारतीय सेना में शामिल हैं। इस प्रणाली की डिजाइन को मारक दूरी बढ़ाने की उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ नई जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। पिनाक के लिये एआरडीई, पुणे द्वारा डिजाइन किये गये एरिया डिनाइल म्यूनिशन (एडीएम) का निर्माण उद्योग साझेदारों ने किया है। इसकी प्रौद्योगिकी भी उन्हें प्रदान की गई थी। इन युद्ध सामग्रियों का कामयाब परीक्षण पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया। इन परीक्षणों का उद्देश्य यह परखना भी था कि प्रौद्योगिकी को उद्योग साझेदारों ने किस तरह अपनाया है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449301/delhi-reports-second-case-of-omicron-variant.html,"दिल्ली में सामने आया ओमिक्रॉन का दूसरा मामला, जिम्बाब्वे से लौटा था युवक","राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का दूसरा मामला सामने आया है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के अनुसार, पूरी तरह से टीका लगाया गया व्यक्ति जिम्बाब्वे से आया था और उसने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की थी। बी.1.1.529 वेरिएंट को पहली बार 24 नवंबर, 2021 को दक्षिण अफ्रीका से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को सूचित किया गया था। दिल्ली में ओमिक्रॉन के लिए पॉजिटिव परीक्षण करने वाला पहला मरीज रांची का निवासी है और उसने 2 दिसंबर को कतर एयरवेज की उड़ान में तंजानिया से दोहा और वहां से दिल्ली की यात्रा की थी। वह व्यक्ति एक सप्ताह के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में भी रहा था। मरीज को लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) नारायण अस्पताल में आइसोलेट किया गया था। ताजा मामले के साथ, भारत ने अब तक नए वेरिएंट के 33 मामले दर्ज किए हैं, जिसने दुनिया भर में चिंता पैदा कर दी है। शुक्रवार को, दिल्ली में कोरोना वायरस के 41 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में कुल मामले बढ़कर 14,41,610 हो गए। शहर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पॉजिटिविटी दर 0.07 प्रतिशत है। राष्ट्रीय राजधानी में 10 दिसंबर तक कुल 2,38,58,032 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449300/number-of-patients-under-treatment-fell-to-93277-lowest-in-559-days.html,"Coivd 19 India: देश में पिछले 24 घंटे में 7992 नए केस, 393 लोगों की हुई मौत","देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 7,992 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या 3,46,682,736 हो गई है तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 93,277 हो गई है, जो 559 दिनों में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 393 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,75,128 हो गई। देश में लगातार 44 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 93,277 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0।27 फीसदी है। यह संख्या पिछले 559 दिन में सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98।36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 1,666 की कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0।64 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 68 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0।71 प्रतिशत दर्ज की गयी, जो पिछले 27 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,41,14,331 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1।37 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 131।99 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449299/bodies-of-five-more-army-personnel-who-were-victims-of-the-helicopter-crash-have-been-identified.html,"हेलिकॉप्टर क्रैश : वायुसेना के पांच और जवानों की हुई पहचान, परिजनों को सौंपे जाएंगे शव","तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए पांच और सैन्य कर्मियों के शवों की पहचान कर ली गई है और उन्हें उनके गृह नगरों में भेजा जा रहा है। जिन सैन्य कर्मियों के पार्थिव शरीरों की पिछले कुछ घंटों में पहचान की गई है, वे हैं- जूनियर वारंट ऑफिसर (जेडब्ल्यूओ) प्रदीप, विंग कमांडर पी एस चौहान, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘पांचों सैन्य कर्मियों के पार्थिव शरीरों को आज सुबह उनके पारिवारिक सदस्यों के पास भेजा जा रहा है।’’ अधिकारियों ने बताया कि पांचों सैन्य कर्मियों के शवों का उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने के लिए उन्हें हवाई मार्ग से उनके गृह नगरों में भेजा जा रहा है। भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और जनरल रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर का शुक्रवार शाम दिल्ली के बरार स्क्वेयर श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। तमिलनाडु में बुधवार को सेना के एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण जनरल रावत, उनकी पत्नी , ब्रिगेडियर लिद्दर और 10 अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी। सभी शवों को दुर्घटना के एक दिन बाद बृहस्पतिवार शाम को तमिलनाडु के सुलूर से दिल्ली लाया गया था। जिन शवों की पहचान नहीं हुई है, उन्हें दिल्ली छावनी के आर्मी बेस अस्पताल के शवगृह में रखा गया है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449295/free-wi-fi-service-available-at-6071-railway-stations-union-minister-of-railways.html,6071 रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई सेवा उपलब्ध है - केंद्रीय रेल मंत्री,"डिजिटल इंडिया मिशन में भारतीय रेलवे भी अपना अहम योगदान दे रहा है। रेल यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त इंटरनेट सुविधा देने के मिशन में लगे रेल मंत्रालय ने अब तक देशभर के 6071 रेलवे स्टेशनों को मुफ्त वाई-फाई की सुविधा से लैस कर दिया है। केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्य सभा को यह जानकारी दी है। रेलवे इन स्टेशनों पर आम जनता के लिए किसी भी दिन पहले आधें घंटे के लिए मुफ्त वाई-फाई की सुविधा प्रदान करता है। यात्री ज्यादा समय तक भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, लेकिन आधे घंटे बाद इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए शुल्क देना पड़ता है। दरअसल , रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई जनता को ऑनलाइन सेवाओं या सूचनाओं का लाभ उठाने में मदद कर रहा है, जिससे सरकार की डिजिटल इंडिया पहल में भी योगदान दे रहा है। आपको बता दें कि इस योजना के लिए रेल मंत्रालय द्वारा अलग से कोई धनराशि स्वीकृत नहीं की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों के 193 रेलवे स्टेशनों पर दूरसंचार विभाग द्वारा द्वारा यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड के तहत मुफ्त वाई-फाई सेवाएं दी जा रही हैं और इसके लिए विभाग ने 27.22 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की हुई है। वहीं देश के 1287 रेलवे स्टेशनों, जिसमें ज्यादातर ए 1 और ए श्रेणी के रेलवे स्टेशन हैं पर रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा वाई-फाई सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। अन्य रेलवे स्टेशनों पर विभिन्न फर्मों के कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व या धर्मार्थ परियोजनाओं के तहत वाई-फाई सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, जिसके लिए रेलवे की तरफ से कोई पूंजीगत खर्च नहीं किया जा रहा है। इन रेलवे स्टेशनों पर हर महीने 97.25 टेराबाइट डेटा का उपयोग किया जा रहा है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449293/7-new-omicron-cases-reported-in-mumbai-and-pune.html,"मुंबई, पुणे में 7 नए ओमिक्रॉन मामले दर्ज, महाराष्ट्र में अब कुल 17 हुए","चार दिनों के अंतराल के बाद, महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 7 नए मामले सामने आए हैं- मुंबई में 3 और पुणे में 4 मामले दर्ज किये गये हैं, जिसके बाद राज्य में कुल 17 मामले हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मुंबई में पुष्टि किए गए मामलों में 25, 37 और 48 वर्ष की आयु के तीन पुरुष हैं, सभी का हाल ही में यूके, दक्षिण अफ्रीका और तंजानिया का यात्रा इतिहास है। पुणे में, साढ़े तीन साल के बच्चे सहित चार नए मरीज भारतीय मूल की नाइजीरियाई महिला के करीबी संपर्क हैं, जिन्हें पिछले रविवार को ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाया गया था। नए मामलों में से, 4 को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, जबकि एक ने एक ही खुराक ली है, एक को टीका नहीं लगाया गया है और बच्चा टीका के लिए योग्य नहीं है। उनमें से तीन में हल्के लक्षण हैं और अन्य लक्षणहीन पाए गए हैं, लेकिन सभी को आइसोलेट कर दिया गया है और मुंबई और पुणे के विभिन्न अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है। मुंबई, पुणे और नागपुर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी को और तेज कर दिया गया है, जिसमें कुल 61,439 यात्रियों में से 'उच्च जोखिम' वाले देशों से 9,678 यात्री उतरे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इनमें से पॉजिटिव पाए गए 25 के नमूने जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं, जिनमें 20 'जोखिम' देशों के और पांच अन्य देशों के हैं। जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए कुल 89 नमूने भेजे गए हैं, जिनमें से 47 रिपोर्टों का इंतजार है और अब तक 17 ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं। पिछले सप्ताह शनिवार, रविवार और सोमवार को राज्य में आने वाले यात्रियों में ओमिक्रॉन के कुल 10 मामले सामने आए हैं।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449290/balochistan-was-forcibly-made-a-part-of-pakistan-in-1947-pakistani-activist.html,बलूचिस्तान को 1947 में जबरन पाक का हिस्सा बनाया गया : पाकिस्तानी कार्यकर्ता,"पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान 'सरकारी संस्थानों के खिलाफ' बयान देने के आरोप में ग्वादर में पुलिस ने 77 वर्षीय अवामी वर्कर्स पार्टी (एडब्ल्यूपी) के कार्यकर्ता यूसुफ मस्तीखान को गिरफ्तार किया है, जो कि एक कैंसर रोगी हैं। फ्राइडे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूसुफ मस्तीखान को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मस्तीखान के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उन्होंने एडब्ल्यूपी कार्यकर्ता को राष्ट्र, सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देते सुना है। शिकायत में मस्तीखान के हवाले से कहा गया है कि 1947 में बलूचिस्तान को जबरन पाकिस्तान का हिस्सा बनाया गया था और राष्ट्र प्रांत के लोगों को 'गुलाम' मानता है। प्राथमिकी के अनुसार, मस्तीखान ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान 1953 से प्रांत से गैस की चोरी कर रहा है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने भी एडब्ल्यूपी कार्यकर्ता की गिरफ्तारी की निंदा की है। एचआरसीपी ने कहा, ""उन्होंने इस मांग के अलावा और कुछ नहीं किया है कि राज्य ग्वादर के निवासियों को नागरिक, राजनीतिक और आर्थिक अधिकार दे, जिसके वे हकदार हैं।"" अधिकार कार्यकर्ताओं ने भी राजनेता की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त की। एक सोशल मीडिया यूजर ने कहा, ""वास्तव में उनके स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हैं, क्योंकि वह वृद्ध हैं और एक एडवांस स्टेज के कैंसर रोगी हैं।"" रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य यूजर ने लिखा कि नेता की गिरफ्तारी को लेकर पूरे बलूचिस्तान में गुस्सा है और नागरिक समाज और प्रगतिशील राजनीतिक आंदोलनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। ग्वादर में एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं, प्रदर्शनकारियों ने पीने के पानी तक पहुंच सहित बुनियादी अधिकारों की मांग की है। इसके अलावा भी लोगों की कई मांगे हैं, जिनमें जीवानी से कराची तक तटीय राजमार्ग पर अनावश्यक जांच चौकियों को हटान, सीमा व्यापार पर प्रतिबंध तत्काल हटाना और अन्य चीजों के अलावा ईरान से खाद्य पदार्थों का परिवहन शामिल है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449288/chabahar-port-project-not-affected-by-us-sanctions-jaishankar.html,चाबहार बंदरगाह परियोजना अमेरिकी प्रतिबंधों से प्रभावित नहीं : जयशंकर,"ईरान में भारत की चाबहार बंदरगाह परियोजना देश पर अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में नहीं आती है। परियोजना को लेकर ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभाव पर बसपा लोकसभा सदस्य रितेश पांडे के सवाल के जवाब में, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि इस समझौते पर 2016 में हस्ताक्षर किए गए थे और 2018 में कब्जा (टर्मिनल पर) कर लिया गया था। विदेश मंत्री जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों से भारत की चाबहार बंदरगाह परियोजना प्रभावित नहीं हुई है। मंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि ईरान में भारत की चाबहार बंदरगाह परियोजना के लिए अमेरिकी प्रतिबंध से कोई लेना देना नहीं हैं। उन्होंने कहा, ""टर्मिनल पूरी तरह कार्यात्मक है और अमेरिकी प्रतिबंध इस परियोजना के लिए बिल्कुल भी प्रासंगिक नहीं हैं।"" प्रश्नकाल के दौरान, पांडे ने दावा किया कि ईरानी सरकार सार्वजनिक रूप से कह रही है कि हमारी चाबहार बंदरगाह परियोजना में बहुत देरी हुई है। बसपा सदस्य ने यह भी दावा किया कि वह चीन ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का लाभ उठाकर परियोजना पर काम करने की कोशिश कर रहा है, जैसा कि उसने रेल लिंक के साथ किया था। इस पर जयशंकर ने कहा कि यह सब था पूरी तरह से असत्य है। मंत्री ने स्पष्ट करते हुए कहा, ""टर्मिनल पूरी तरह कार्यात्मक है और हाल ही में हमने बंदरगाह के लिए छह क्रेन भेजी हैं।"" जयशंकर ने सदन को यह भी बताया कि चाबहार बंदरगाह संचालन पर सभी समझौते ईरान तक सीमित हैं। कोविड-19 के कारण नौकरी छूटने और महामारी के कारण भारत वापस आए अनिवासी भारतीयों पर एक सवाल का जवाब देते हुए, जयशंकर ने कहा, ""हमारा ध्यान उन्हें वापस लाने, उनकी नौकरी बहाल करने और उनका रुका हुआ भुगतान देने पर है।""",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449287/pm-modi-will-address-the-rally-in-uttarakhand-on-24-december.html,उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में 24 दिसंबर को रैली को संबोधित करेंगे पीएम मोदी,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 24 दिसंबर को उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करने की उम्मीद है। भाजपा के एक नेता ने शुक्रवार को कहा कि इससे पहले कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो जाए, उससे पहले ही पीएम मोदी 24 दिसंबर को उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी-मार्च में चार अन्य राज्यों- उत्तर प्रदेश, पंजाब, मणिपुर और गोवा के साथ होंगे। उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने आईएएनएस को बताया कि प्रधानमंत्री 24 दिसंबर को कुमाऊं क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगे। कौशिक ने कहा, ""अगले दो दिनों में अंतिम तिथि और स्थान को अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रधानमंत्री की रैली कुमाऊं क्षेत्र में होगी और विधानसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले यह संभवत: आखिरी सार्वजनिक रैली होगी।"" प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मोदी की रैली या तो रुद्रपुर में या फिर कुमाऊं क्षेत्र के हल्द्वानी में होगी। कौशिक ने कहा, ""प्रधानमंत्री मोदी की रैली के स्थान और अन्य विवरणों को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा। राज्य (पार्टी) इकाई एक या दो दिन में रैली की योजनाओं पर चर्चा और अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक भी करेगी। यह 4 दिसंबर को देहरादून में पीएम मोदी की पिछली रैली की तरह भव्य आयोजन होगा।"" भाजपा नेता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री कई नई परियोजनाओं की घोषणा करेंगे और रैली के दौरान कई परियोजनाओं को लोगों को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने 4 दिसंबर को उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के देहरादून में लगभग 18,000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था। भगवा पार्टी ने दावा किया है कि मोदी की देहरादून रैली में करीब डेढ़ लाख लोग शामिल हुए थे। यह भी पता चला है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले गृह मंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्री भी पहाड़ी राज्य का दौरा करेंगे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449286/25-omicron-cases-have-been-detected-in-india-so-far-centre.html,भारत में अब तक 25 ओमिक्रॉन मामलों का पता चला है : केंद्र,"स्वास्थ्य मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि भारत में अब तक पांच राज्यों में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट के कुल 25 मामलों का पता चला है। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भारत में ओमिक्रॉन के मामले पाए जाने पर इस मुद्दे को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और दिल्ली में कुल 25 मामलों का पता चला है और सभी रोगियों में हल्के लक्षण पाए गए हैं। यह देखते हुए कि 24 नवंबर तक केवल दो देशों ने ओमिक्रॉन के मामले दर्ज किए थे, उन्होंने कहा कि अब 59 देशों ने कुल 2,936 ओमिक्रॉन मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा, 78,054 संभावित मामले हैं, जहां वैरिएंट की पहचान के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग चल रही है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा, ""ओमिक्रॉन पर ध्यान देने के साथ भारत में वैश्विक परि²श्य और कोविड के ²श्य पर नजर रखने के लिए नियमित बैठकें आयोजित की जा रही हैं। जहां पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से अधिक है, वहां जिला स्तर पर प्रतिबंध लागू किए जाएंगे।"" देश में कोविड की स्थिति के बारे में, अग्रवाल ने कहा कि देश में कुल कोविड पॉजिटिविटी रेट 0.73 प्रतिशत दर्ज की गई है। मंत्रालय के अनुसार, दो राज्यों - केरल और महाराष्ट्र - में सबसे अधिक सक्रिय कोविड मामले हैं। केरल में 43 प्रतिशत से अधिक सक्रिय मामले हैं, जबकि महाराष्ट्र में 10 प्रतिशत से अधिक मामले हैं। कुल मिलाकर, भारत के 19 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 प्रतिशत के बीच है और 8 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक कोविड पॉजिटिविटी रेट है। मंत्रालय के अनुसार, देश में आधे से अधिक वयस्क आबादी को अब पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है। लगभग 53.5 प्रतिशत वयस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448882/pm-modi-wishes-bjp-president-nadda-on-his-birthday.html,"बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का जन्मदिन आज, पीएम मोदी-अमित शाह समेत दिग्गजों ने दी बधाई","बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आज जन्मदिन है। इस अवसर पर पीएम मोदी, अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने नड्डा को उनके 61वें जन्मदिन पर ट्विटर के जरिये बधाई देते हुए उनकी लंबी उम्र की कामना की। मोदी ने ट्वीट किया,‘‘भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। वह पार्टी को प्रेरणादायक नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं और हमारे संगठन को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके (नड्डा) पास समृद्ध प्रशासनिक और विधायी अनुभव है, जिसे लेकर उनकी व्यापक स्तर पर प्रशंसा की जाती है। उन्हें लंबी उम्र मिले।’’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जेपी नड्डा को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को जन्मदिन की हृदयपूर्वक शुभकामनाएं। आपके नेतृत्व में पार्टी निरंतर सशक्त होकर आगे बढ़ रही है, मैं ईश्वर से आपके स्वास्थ्यपूर्ण जीवन व दीर्घायु की कामना करता हूं। .@BJP4India के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। आपके परिश्रम, कर्मठता व संगठन कौशल से पार्टी जमीनी स्तर पर और सशक्त होकर निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रही है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि आप सदैव स्वस्थ रहें व दीर्घायु हों। — Amit Shah (@AmitShah) December 2, 2021 गौरतलब है कि नड्डा ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस)की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य तौर पर राजनीति में कदम रखा था और इसके बाद वह भारतीय जनता युवा मोर्चा में शामिल हुए। नड्डा बाद में हिमाचल विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए और मंत्रिपद की भी जिम्मेदारी निभाई। संगठन के अनुभवी नेता नड्डा को मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री बनाया गया और वह 2014 से 2019 तक मंत्री रहे।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448880/important-meeting-in-the-valley-regarding-security.html,सुरक्षा को लेकर घाटी में अहम बैठक,"घाटी में जारी आतंकी घटनाओं तथा सरहद पार लॉन्चिंग पैड पर घुसपैठ की फिराक में मौजूद आतंकियों की संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षाबलों ने बुधवार को एक रणनीतिक तथा टैक्टिकल अहम बैठक की है। यह बैठक श्रीनगर में 15वीं कोर के प्रमुख कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे की मौजूदगी में हुई है। ससमें आईजीपी कश्मीर विजय कुमार भी मौजूद बताए गए हैं। बताया गया कि आने वाले दिनों में भारी बर्फबारी से पहले एलओसी पार से बड़े एवं घातक हथियारों से लैस आतंकी दस्तों की घुसपैठ की लगातार कोशिश हो सकती हैं। इस बाबत सुरक्षा बलों एवं खुफिया एजेंसियों ने अपने अपने स्तर पर सरहद पार बैठे विभिन्न आतंकी संगठनों के सरगनाओं की आपसी बातचीत को इंटरसेप्ट किया है। वहीं घाटी में जिस प्रकार हाइब्रिड अथवा कॉन्ट्रैक्ट आतंकियों द्वारा टारगेट किलिंग की साजिश की जा रही है उसे देखते हुए विशेषकर सेना पुलिस तथा सीआरपीएफ सभी ने कमर कस ली है। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में घाटी में मौजूद आतंकी आईईडी लगाकर भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। आज सेना ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के राजपुरा में दो दुर्दात आतंकियों को मार गिराया जिनके कब्जे से हथियार व गोला-बारूद भी मिला है। इनकी पहचान एक पाकिस्तानी मूल के आतंकी फुरकान तथा जैश-ए-मोहम्मद कमांडर यासिर परे के तौर पर हुई है। इन दोनों पर कई आईइडी से आतंकी हमले करने तथा साजिश बुनने को लेकर मामले दर्ज हैं। सूत्रों का कहना है कि केवल दक्षिण कश्मीर ही नहीं बल्कि उत्तरी कश्मीर के साथ-साथ मध्य कश्मीर का विशेषकर श्रीनगर तथा बड़गांव का इलाका आतंकी हमलों को लेकर हॉट बना हुआ है। आने वाले दिनों में जब बर्फबारी का सिलसिला शुरू होगा और मौसम खराब होगा तो अब घाटी में छिपे आतंकी अपनी नापाक साजिशों को अंजाम दे सकते हैं। सरहद पार मौजूदा वक्त में विभिन्न आतंकी संगठनों के काफी बड़ी तादाद में आतंकी सक्रिय पता चले हैं। घुसपैठ की कोशिश में इन आतंकियों के पास अमेरिका तथा चीन निर्मिंत घातक हथियार व गोला-बारूद भी बताए गए हैं इसलिए विशेषकर एलओसी की रखवाली करने वाले भारतीय सेना के जांबाज जवान तथा अफसर हाई अलर्ट पर हैं। कमोबेश यही स्थिति भारत पाक सीमा के जिला कठुआ से लेकर जिला जम्मू तक करीब 197 किलोमीटर लंबी सरहद पर चौकसी कर रहे सीमा सुरक्षा बल के जवान वह अफसरों की है। वे भी दिन रात भारत पाक सीमा की बेहद चौकसी के साथ रखवाली कर रहे हैं क्योंकि भारत पाक सीमा के पार जिला सियालकोट से सटी इस सरहद से सटे पाकिस्तानी क्षेत्र में आतंकियों की मूवमेंट होती रहती है। बल्कि भारत पाक सीमा के इसी क्षेत्र में पाकिस्तान की दिशा से कई बार ड्रोन के जरिए हथियार गोला बारूद तथा ड्रग्स की कई खेपें भेजने की कोशिश की गई। सरहद पार बैठे आतंकी सरगना तथा उनके हैंडलर खराब मौसम का फायदा उठाकर अपनी नापाक साजिशों को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं। मालूम हो सरहद के इसी हिस्से में कई बार खुफिया सुरंगे भी पकड़ी जा चुकी हैं। फिर भी सरहद पार से घाटी में बड़ी हिंसक वारदातों को अंजाम देने की ज्यादातर आशंका बनी रहती है।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448869/the-supreme-court-said-the-responsibility-of-the-upbringing-of-children.html,बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी पिता की ही : सुप्रीम कोर्ट,"सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि पति एवं पत्नी के बीच झगड़े में पिता पर बच्चे के देखरेख की जिम्मेदारी उसके बालिग होने तक होती है। सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 142 के तहत परिवार अदालत द्वारा पति एवं पत्नी को तलाक के आदेश की पुष्टि की अपनी विशेष शक्ति का इस्तेमाल किया। इससे पहले हाईकोर्ट ने निर्देश दिया था कि बच्चे को पिता देखरेख के लिए 50 हजार रुपये का भुगतान करें। इसने कहा कि अलग हो चुके दंपति मई 2011 से ही साथ नहीं रह रहे हैं और इसलिए यह कहा जा सकता है कि उनके विवाह को बचाया जाना मुश्किल है। न्यायमूर्ति एमआर शाह और न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना की पीठ ने कहा, इसलिए मामले के तथ्यों एवं परिस्थितियों को देखते हुए और भारत के संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत प्राप्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए परिवार अदालत द्वारा पारित आदेश जिसकी हाईकोर्ट ने पुष्टि की उसमें हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं है। साथ ही इसने कहा कि पति सेना का अधिकारी है और उसे बेटे के बड़े होने तक उसकी देखरेख की जिम्मेदारी से छूट नहीं दी जा सकती है। पीठ ने कहा, पति और पत्नी में चाहे जो भी विवाद हो लेकिन बच्चे को पीड़ित नहीं होने दिया जा सकता है। बच्चे के बड़े होने तक उसकी देखभाल करने की पिता की जिम्मेदारी जारी रहेगी। इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता कि बेटे की देखरेख पिता की हैसियत के मुताबिक होनी चाहिए।",-1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448866/effect-of-omicron-dgca-steps-brake-on-resumption-of-international-flights.html,"ओमीक्रोन का असर : डीजीसीए ने उठाया कदम, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली पर ब्रेक","नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 15 दिसम्बर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल नहीं करने का फैसला किया। डीजीसीए ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने के मद्देनजर यह कदम उठाया है। डीजीसीए ने बुधवार को बताया कि वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने की तारीख की घोषणा नियत समय पर की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी की वजह से पिछले साल 20 मार्च से ही सामान्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानें स्थगित हैं। डीजीसीए का यह फैसला 27 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अधिकारियों को दिए निर्देश के बाद आया है। मोदी ने ओमीक्रोन को लेकर बढ़ी चिंता के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में राहत देने की योजना की समीक्षा करने को कहा था। डीजीसीए द्वारा बुधवार को जारी परिपत्र में कहा गया कि वायरस के नए स्वरूप के आने के बाद उत्पन्न वैश्विक स्थिति के मद्देनजर हालात पर करीब से नजर रखी जा रही है तथा अन्य हितधारकों से विचार-विमर्श किया जा रहा है। डीजीसीए ने कहा, नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने की प्रभावी तारीख को लेकर उचित फैसले की जानकारी नियत समय पर अधिसूचित की जाएगी। गौरतलब है कि मौजूदा समय में विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय समझौते के तहत सीमित संख्या में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है। गत महीने की 24 तारीख तक भारत ने 31 देशों से उड़ानों के लिए औपचारिक द्विपक्षीय समझौता किया था। विदेश से आए छह यात्री कोविड संक्रमित : सरकार ने कहा है कि कोविड के मद्देनजर जोखिम वाले देशों से आए 3476 यात्रियों में से छह कोविड संक्रमित पाए गए हैं और उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मांलय ने बुधवार को यहां बताया कि ओमीक्रोन के मद्देनजर सरकार पूरी सावधानी बरत रही है और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी निगरानी की जा रही है। कोविड के मद्देनजर जोखिम वाले देशों से 11 उड़ानें भारत आई हैं और इनमें 3476 लोग आए हैं। महाराष्ट्र में विदेशी यात्रियों के लिए RTPCR अनिवार्य केंद्र ने बुधवार को मुंबई हवाई अड्डे पर सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने के महाराष्ट्र सरकार के आदेश का विरोध किया। महाराष्ट्र सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य की है, चाहे यात्री किसी भी देश से क्यों न आया हो। महाराष्ट्र सरकार के अतिरिक्तमुख्य सचिव को लिखे एक पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘यह एसओपी और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के विपरीत है।’ टीकाकरण 125 करोड़ के करीब देश में कोविड टीकाकरण अभियान के 320वें दिन बुधवार को 71 लाख से अधिक टीके लगाए गए हैं और इसके साथ ही कोविड टीकाकरण 125 करोड़ के करीब हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देर शाम यहां बताया कि देश में टीकाकरण अभियान के तहत आज शाम सात बजे तक 124 करोड़ 86 लाख नौ हजार 652 कोविड टीके लगाए जा चुके हैं। बुधवार को 71, 55,049 टीके दिए गए। 79, 09,99, 901 लोगों को कोविड टीके की पहली खुराक दी गई है, जबकि 45, 76, 09,751 को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/cds-rawats-last-message-to-the-soldiers/,"सीडीएस रावत का जवानों के नाम आखिरी पैगाम, कार्यक्रम में जब...","सीडीएस रावत का जवानों के नाम आखिरी पैगाम, कार्यक्रम में जब रिकॉर्डेड वीडियो चला तो भावुक हो गए लोग By admin -December 13, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत से महज एक दिन पहले अपने आखिरी सार्वजनिक संदेश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा था, अपनी सेनाओं पर है हमें गर्व, आओ मिलकर मनाएं विजय पर्व । इंडियन आर्मी ने रविवार को 1.09 मिनट का एक वीडियो जारी किया है , जिसमें जनरल रावत ने 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर सशस्त्र बलों के कर्मियों को बधाई दी थी। सेना के सूत्रों ने कहा कि वीडियो 7 दिसंबर की शाम रिकॉर्ड किया गया था। जनरल रावत, उनकी पत्नी, रावत के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर समेत 13 लोगों की 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के नजदीक दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर हुई भयावह हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। वीडियो क्लिप में जनरल रावत ने 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और देशवासियों से युद्ध में विजय की 50वीं वर्षगांठ मनाने की अपील की। वीडियो में जनरल रावत कहते हैं, मैं स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर भारतीय सशस्त्र बलों के सभी वीर सैनिकों को हार्दिक बधाई देता हूं। हम 1971 के युद्ध में जीत की 50वीं वर्षगांठ को विजय पर्व के रूप में मना रहे हैं। वीडियो को इंडिया गेट परिसर में ‘विजय पर्व’ समारोह के उद्घाटन समारोह में भी चलाया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने भाग लिया। जब जनरल रावत के आखिरी संदेश का वीडियो चला तो वो पल बहुत भावुक थे। 16 दिसंबर 1971 को लगभग 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के संयुक्त बलों और ‘मुक्ति वाहिनी’ के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसके बाद बांग्लादेश की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ था।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/inauguration-of-swarnim-vijay-parv/,"‘स्वर्णिम विजय पर्व’ का उद्घाटन, राजनाथ ने धर्म के आधार पर...","‘स्वर्णिम विजय पर्व’ का उद्घाटन, राजनाथ ने धर्म के आधार पर विभाजन को बताया ‘ऐतिहासिक गलती’ By admin -December 13, 2021 पाकिस्तान पर बोला हमला नई दिल्ली (एजेंसी)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारत ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ प्रत्यक्ष युद्ध जीता था और यह पाकिस्तान द्वारा भड़काए जा रहे आतंकवाद के खिलाफ जारी परोक्ष जंग भी जीत जाएगा। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध ने दिखाया कि ब्रिटिश शासन से आजादी के समय धर्म के नाम पर भारत का विभाजन एक ‘ऐतिहासिक गलती’ थी। मंत्री ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में ‘स्वर्णिम विजय पर्व’ के उद्घाटन समारोह में अपने भाषण में कहा, पाकिस्तान आतंकवाद और अन्य भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देकर भारत को तोडऩा चाहता है। सिंह ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने 1971 के युद्ध में उसकी सभी योजनाओं को विफल कर दिया और फिलहाल वे आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमने सीधा युद्ध जीता और मैं पूरी तरह से आश्वस्त कर सकता हूं कि हम परोक्ष युद्ध भी जीतेंगे। मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने इस स्वर्णिम विजय पर्व को और शानदार तरीके से आयोजित करने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा, लेकिन देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मियों की असामयिक मृत्यु के कारण इस आयोजन को सादगी के साथ करने का निर्णय लिया गया। आज इस कार्यक्रम में मैं उन सभी को याद करता हूं और उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि जनरल रावत के निधन के साथ भारत ने एक साहसी सैनिक, एक सक्षम सलाहकार और एक जिंदादिल इंसान खो दिया। उन्होंने कहा, इस स्वर्णिम विजय पर्व के उत्सव को लेकर वे बेहद उत्साहित थे। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर मुझसे व्यक्तिगत रूप से चर्चा की थी, इसलिए मुझे आज उनकी बहुत याद आ रही है। गौरतलब है कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान की हार के बाद उसका विभाजन हो गया था, जिसके बाद बांग्लादेश की स्थापना हुई। उन्होंने कहा, यह (1971) युद्ध यह भी दर्शाता है कि धर्म के आधार पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी। पाकिस्तान का जन्म एक धर्म के नाम पर हुआ, लेकिन यह एक नहीं रह सका।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/kerala-high-court-verdict-slow/,"केरल हाईकोर्ट का फैसला, धीमी लेकिन लापरवाही से गाड़ी चलाना भी...","केरल हाईकोर्ट का फैसला, धीमी लेकिन लापरवाही से गाड़ी चलाना भी अपराध By admin -December 13, 2021 कोच्चि (एजेंसी)। अगर आपको लगता है कि आप धीमी रफ्तार में लापरवाही से गाड़ी चलाकर बच जाएंगे तो ये आपकी बड़ी भूल है। केरल हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि धीमी रफ्तार के बावजूद लापरवाही से गाड़ी चलाना आईपीसी की धारा 279 के तहत तेज और लापरवाही से गाड़ी चलाने जितना ही बड़ा अपराध है। हाईकोर्ट ने कहा कि सड़क पर वाहन चलाने वाला व्यक्ति उसके परिणाम के लिए जवाबदेह है। सबरीमाला के ट्रेकिंग पथ पर ट्रैक्टर के इस्तेमाल पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। हाईकोर्ट ने कहा कि अगर कोई वाहन चालक धीमी लेकिन लापरवाही से गाड़ी चलाता है और दूसरों के लिए हादसे का कारण बनता है तो वह यह कहकर बच नहीं सकता कि उसकी स्पीड कम थी। इस तरह से गाड़ी चलाने वाला व्यक्ति उतना ही दोषी माना जाएगा जितना तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति को दोषी माना जाता है। बता दें कि ओवर स्पीडिंग में गाड़ी चलाने पर अब 1000 रू. का जुर्माना लगाया जाता है जबकि खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाने पर 5 हजार रू. का जुर्माना लगाया जाता है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/martyr-kuldeeps-funeral-with-military-honors/,"शहीद कुलदीप का सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार, पत्नी ने दी...","शहीद कुलदीप का सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार, पत्नी ने दी मुखाग्नि By admin -December 12, 2021 झुंझुनूं। तमिलनाडु हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव का शनिवार को राजस्थान के झुंझुनू में उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हुआ। घरों की छतों से लेकर सड़कें तक लोगों से पट गईं। कुलदीप की पार्थिव देह दिल्ली से एयरफोर्स के विमान में आई। पत्नी यश्विनी और कुलदीप की बहन भी साथ ही आए। यश्विनी ने कुलदीप की तस्वीर सीने से लगा रखी थी। सेना के ट्रक में रखी पार्थिव देह को एकटक देखती रही। सास आई तो उन्हें सीने से लगाकर ढांढस बंधाया। मां ने भी बेटे की तस्वीर को चूमा और सैल्यूट किया। यश्विनी ने चिता को मुखाग्नि दी गई और जय हिंद का जयघोष गूंजने लगा। यश्विनी भी शहीद पति को सैल्यूट करते हुए जय हिंद के नारे लगा रही थी। बहन भी दिल्ली से अपने भाई कुलदीप के पार्थिव शरीर के साथ गांव पहुंची। यहां मां-बाप को हिम्मत दी। घर से जब कुलदीप का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था तो बेटी ने अपने पिता को संभाला। वे पूरे रास्ते अपने पिता का हाथ थामे चलती रहीं। जनसैलाब उमड़ा, छतों पर पैर रखने की जगह नहीं हवाई पट्टी से लेकर गांव तक लोगों का जनसैलाब दिखा। गांव से अंतिम यात्रा गुजरी। लोगों ने फूल बरसाए। छतों पर खड़े लोग अपने लाल के अंतिम दर्शन के लिए इंताजर कर रहे थे। हालात ये थे कि पैर रखने की जगह नहीं थी। गांव के चौक में शहीद कुलदीप सिंह का अंतिम संस्कार किया गया।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/omicron-may-be-the-beginning-of-the-end-of-the-corona-epidemic/,"कोरोना महामारी के अंत की शुरूआत हो सकता है ओमिक्रोन!, डेल्टा...","कोरोना महामारी के अंत की शुरूआत हो सकता है ओमिक्रोन!, डेल्टा की तुलना में कम घातक है ये वैरिएंट By admin -December 12, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना के नए ओमिक्रोन वैरिएंट ने यूं तो फिर से दहशत बढ़ा दी है, लेकिन अब तक इसका जो प्रभाव दिख रहा है उससे यह संभावना भी जताई जाने लगी है कि शायद यह इस महामारी के अंत की शुरूआत साबित हो। डेल्टा वैरिएंट की तुलना में चार-पांच गुना ज्यादा तेजी से फैलने की क्षमता वाले इस वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में हल्के लक्षण मिल रहे हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत भी नहीं पड़ रही। इन तथ्यों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कई अधिकारी निजी बातचीत में इसे कोरोना महामारी के खत्म होने की शुरूआत के तौर पर स्वीकार कर रहे हैं। पहले की तुलना में कम घातक रह गया वैरिएंट हालांकि, आइसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तीन-चार हफ्ते तक इंतजार करने की बात कह रहे हैं। कोरोना प्रबंधन से जुड़े केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ओमिक्रोन के नए स्वरूप में सामने आया कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, लेकिन अभी तक मिले डाटा से साफ हो गया है कि इस क्रम में यह पहले की तुलना में कम घातक रह गया है। इससे लोग आसानी से संक्रमित तो हो जाएंगे, लेकिन बीमार नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि महामारी का अंत इसी तरीके से होता है। अधिकारी ने कहा कि एक बार वायरस पैदा हो गया तो वह कभी खत्म नहीं होता, पर जब लोग उसकी चपेट में आने के बाद भी बीमार नहीं पड़ते तो उस वायरस से पैदा हुई महामारी का अंत मान लिया जाता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कोरोना के ओमिक्रोन से भी ज्यादा तेजी से फैलने वाले लेकिन कम घातक वैरिएंट आ सकते हैं। जब तक उससे लोग बीमार नहीं होते हैं, चिंता करने की जरूरत नहीं है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के प्रमुख डा. भार्गव भी काफी हद तक इस बात से सहमत दिखते हैं। उनका संकोच डाटा को लेकर हैं। उनके अनुसार अभी तक पूरी दुनिया में लगभग तीन हजार लोगों के ओमिक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिनमें 33 भारत में हैं। भले ही इन सबमें हल्के लक्षण दिख रहे हों, लेकिन अभी हमें और बड़े डाटा का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले तीन-चार हफ्ते में स्थिति साफ हो जाएगी कि ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण मध्यम और गंभीर लक्षण सामने आते हैं या नहीं। ज्यादातर में हल्के लक्षण हैं या कोई लक्षण ही नजर नहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भले ही प्रतिदिन औसतन लगभग 8,000 नए मामले आ रहे हों, लेकिन इनमें से ज्यादातर में हल्के लक्षण हैं या कोई लक्षण ही नजर नहीं आ रहे। दूसरी लहर की तरह की तरह सांस लेने में परेशानी की शिकायतें कम कोरोना संक्रमितों में अधिकतर ऐसे लोग सामने आ रहे हैं जो किसी दूसरी बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे और टेस्ट कराने पर कोरोना पाजिटिव पाए गए। जाहिर है उन्हें खुद भी कोरोना पाजिटिव होने का आभास नहीं होता है। दूसरी लहर के दौरान कोरोना पाजिटिव लोगों में तेज बुखार और सिर दर्द व बदन दर्द के अलावा सांस लेने में तकलीफ सामान्य लक्षण थे। इस समय नए मरीजों को उन दवाओं की जरूरत भी नहीं पड़ रही है, जिनकी दूसरी लहर के दौरान किल्लत हो गई थी। भारतीय वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता- दो घंटे में ओमिक्रॉन पहचानने वाली किट तैयार की दुनिया भर में तेजी से फैल रहे कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान को लेकर इंडियन साइंटिस्ट्स को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ढ्ढष्टरूक्र) ने असम के डिब्रूगढ़ में एक कोविड टेस्ट किट तैयार की है। इस किट से सिर्फ दो घंटों के भीतर में नए ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगाया जा सकता है। देश के कई राज्यों में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह किट काफी अहम साबित होगी।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/successful-test-of-pinaka-rockets/,‘पिनाक’ रॉकेटों का सफल परीक्षण,"‘पिनाक’ रॉकेटों का सफल परीक्षण By admin -December 12, 2021 जैसलमेर (कार्यालय संवाददाता)। पिनाक एक्सटेंडेड रेंज सिस्टम (पिनाक विस्तृत मारक प्रणाली), एरिया डिनायल म्यूनिशंस (एडीएम) और न्यू इंडीजिनस फ्यूज (नव स्वदेशी विस्फोटक) का सफल परीक्षण जैसलमेर के पोकरण फील्ड फायङ्क्षरग रेंज में शनिवार को विभिन्न परीक्षण स्थलों पर सम्पन्न हुआ। उन्नत मारक क्षमता वाले पिनाक रॉकेटों का परीक्षण विभिन्न विस्फोटक क्षमताओं के साथ भिन्न-भिन्न दूरी से किया गया। सारे परीक्षण लक्ष्यों की पूर्ति संतोषजनक रही। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पिनाक ईआर मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का कामयाब परीक्षण पोखरण रेंज में शनिवार को किया गया। इस प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रयोगशालाओं, पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना (एआरडीई) तथा उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल) ने संयुक्त रूप से डिजाइन किया है। पिनाक की बढ़ी हुई मारक क्षमता तय हो जाने के बाद डीआरडीओ ने इस प्रणाली की प्रौद्योगिकी को उद्योग को हस्तांतरित कर दिया। उद्योग साझीदार ने उक्त पिनाक एमके-1 रॉकेट का निर्माण किया। उत्पादन और गुणवत्ता पालन के लिये डीआरडीओ ने पूरा सहयोग किया था। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की निरंतरता के मद्देनजर उद्योग द्वारा विकसित रॉकेटों को क्षमता मूल्यांकन और गुणवत्ता प्रमाणीकरण प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। उत्पादन, गुणवत्ता पालन और थोक उत्पादन के समन्वय में सहयोग डीआरडीओ की डिजाइन टीम ने किया। इसके अलावा प्रणाली की गुणवत्ता की जांच के लिये नियुक्त एजेंसी ने भी सहयोग दिया। सूत्रों के अनुसार सेना के साथ डीआरडीओ ने पिछले तीन दिनों के दौरान फील्ड फायङ्क्षरग रेंज में उद्योग द्वारा उत्पादित इन रॉकेटों की मारक क्षमता का मूल्यांकन तथा परीक्षण किया जा रहा था। इन परीक्षणों में, उन्नत मारक क्षमता वाले पिनाक रॉकेटों का परीक्षण विभिन्न विस्फोटक क्षमताओं के साथ भिन्न-भिन्न दूरी से किया गया। सारे परीक्षण लक्ष्यों की पूर्ति संतोषजनक रही। विभिन्न दूरियों से 24 रॉकेटों को विस्फोटक क्षमताओं के साथ दागा गया और सबने पूरी सटीकता तथा स्थिरता के साथ लक्ष्य को भेदा। इसके साथ ही उद्योग साझीदार द्वारा पिनाक-ईआर की प्रौद्योगिकी के शुरूआती चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। सूत्रों ने बताया कि पिनाक-ईआर पुराने पिनाक संस्करण का उन्नत संस्करण है। पहले वाले पिनाक रॉकेट पिछले दशक से भारतीय सेना में शामिल हैं। इस प्रणाली की डिजाइन को मारक दूरी बढ़ाने की उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ नई जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/india-is-in-misery-but-will-not-stop-will-not-stop/,"‘भारत दुख में है… लेकिन रूकेगा नहीं, थमेगा नहीं’- सीडीएस जहां...","‘भारत दुख में है… लेकिन रूकेगा नहीं, थमेगा नहीं’- सीडीएस जहां भी होंगे, हमें बढ़ते देखेंगे : प्र.म. By admin -December 12, 2021 बलरामपुर (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के बलरामपुर में बेहद भावुक अंदाज में कहा कि भारत दुख में है। उन्होंने 8 दिसंबर के हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के अलावा अन्य 11 फौजी जांबाजों के निधन का जिक्र करते हुए कहा कि देश इस दर्द को सहते हुए भी आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत जहां भी होंगे, वो देश की प्रगति के साक्षी बनेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार और देश की जनता और अधिक मेहनत करके भारत को ताकतवार और समृद्धशाली बनाएंगे। प्र.म. मोदी ने बलरामपुर में सरयू कनाल नैशनल प्रॉजेक्ट का उद्घाटन समारोह में जुटी हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, भारत दुख में है, लेकिन दर्द सहते हुए भी हम ना अपनी गति रोकते हैं और ना हमारी प्रगति। भारत रूकेगा नहीं, भारत थमेगा नहीं। मोदी ने कहा, जनरल बिपिन रावत आने वाले दिनों में अपने भारत को नए संकल्पों के साथ, वे जहां होंगे, वहां से भारत को आगे बढ़ते हुए देखेंगे। देश की सीमाओं की सुरक्षा बढ़ाने का काम, बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का काम, देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान, तीनों सेनाओं में तालमेल सुदृढ़ करने का अभियान, ऐसे अनेक काम तेजी से आगे बढ़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, हम भारतीय मिलकर और मेहनत करेंगे, देश के भीतर और देश के बाहर बैठी हर चुनौती का मुकाबला करेंगे। भारत को और शक्तिशाली और समृद्ध बनाएंगे। वीरों की धरती से श्रद्धांजलि दे रहा हूं : मोदी प्रधानमंत्री ने हादसे में प्राणों का बलिदान देने वाले जांबाजों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, राष्ट्र निर्माताओं और राष्ट्र रक्षकों की इस धरती से मैं आज देश के उन सभी वीर योद्धाओं को भी श्रद्धांजलि दे रहा हूं जिनका 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत जी का जाना हर भारतप्रेमी के लिए, हर राष्ट्रभक्त के लिए बहुत बड़ी क्षति है। जनरल बिपिन रावत जी जितने जांबांज थे, देश की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जितनी मेहनत करते थे, पूरा देश उसका साक्षी रहा है। प्र.म. ने बताई सैनिकों की शक्ति प्र.म. मोदी ने कहा कि कोई सैनिक सेना में रहने तक ही सैनिक नहीं रहता है, वो जीवनभर सैनिक रहता है। उसका पूरा जीवन एक योद्धा की तरह होता है। देश की आन-बान-शान के लिए वो हर पल समर्पित होता है। उन्होंने गीता के श्लोक का हवाला देकर कहा, गीता में कहा गया है- नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक:। ना शस्त्र उसे छिन्न-भिन्न कर सकते हैं, ना अग्नि उसे जला सकती है। ग्रुप कैप्टन की जिंदगी की दुआ प्रधानमंत्री ने हादसे में जिंदा बचे एकमात्र जांबाज ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के स्वस्थ होने की कामना की। मोदी ने कहा, यूपी के सपूत, देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह जी का जीवन बचाने के लिए डॉक्टर जी-जान से लगे हुए हैं। मैं मां पाटेश्वरी से उनके जीवन की रक्षा की प्रार्थना करता हूं। देश आज वरूण सिंह जी के परिवार के साथ है, जिन वीरों को हमने खोया है, उनके परिवारों के साथ है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/corona-cases-increasing-rapidly-in-27-districts-of-10-states/,10 राज्यों के 27 जिलों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना...,"10 राज्यों के 27 जिलों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के केस By admin -December 12, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना के बढ़ते केसेज को लेकर केंद्र सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की बढ़ती दहशत के बीच राज्य सरकारों को लगातार चेतावनी दी जा रही है। कोरोना की तीसरी लहर के मंडरा रहे खतरे के बीच केंद्र सरकार की तरफ से लिखी गई चिठ्ठी में 10 राज्यों के 27 जिलों में बढ़ते कोरोना मामलों पर चिंता जताई गई है। इस चिठ्ठी में राज्यों से अपने यहां हालात पर नियंत्रण रखने और एहतियात बरतने की बात कही जा रही है। सख्त मॉनीटरिंग की जरूरत : यह चिठ्ठी केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 10 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को चि_ी लिखी है। इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सचिव और प्रशासनिक अफसरों से उनके यहां बढ़ते कोरोना केसेज के बारे में चेतावनी दी गई है। इन 10 राज्यों के 27 जिलों में पिछले दो हफ्ते के अंदर कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। केंद्र सरकार ने राज्यों से इनकी सख्ती से मॉनीटरिंग किए जाने की जरूरत बताई है। इन राज्यों के लिए है चेतावनी : केंद्र ने जो लिस्ट जारी की है, वह दो हिस्सों में है। इसमें पहले हिस्से में उन जिलों को शामिल किया गया है जहां पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट से ज्यादा है। इसमें तीन राज्यों के 8 जिले शामिल हैं। इन राज्यों के नाम हैं मिजोरम, केरल और सिक्किम। वहीं केरल, मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, पुडुचेरी, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और नागालैंड के अन्य जिले शामिल हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी के बीच है। उठाए जाएं सभी जरूरी कदम : केंद्र सरकार की तरफ से जारी पत्र में इन राज्यों को यह भी बताया है कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए कौन से कदम उठाए जाने की जरूरत है। इसके तहत चिन्हित इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाने की ताकीद की गई है। साथ ही कोविड क्लस्टर, नाइट कफ्र्यू के साथ-साथ अधिक संख्या में एक जगह लोगों के इक्ठटा होने पर रोक लगाने के लिए भी कहा गया है। इसके साथ ही शादी समारोहों और अंतिम संस्कार के वक्त लोगों की संख्या तय करने संबंधी दिशानिर्देश देने की बात भी पत्र में कही गई है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/government-started-the-appointment-process-of-new-cds/,"सरकार ने शुरू की नए सीडीएस की नियुक्ति प्रक्रिया, सेना प्रमुख...","सरकार ने शुरू की नए सीडीएस की नियुक्ति प्रक्रिया, सेना प्रमुख नरवणे अनुभव व वरिष्ठता के लिहाज से सबसे प्रबल दावेदार By admin -December 11, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। सरकार ने जनरल बिपिन रावत की जगह देश के नए चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति प्रकिया शुरू कर है। सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने अंदरूनी सलाह मशविरे के साथ इस दिशा में शुक्रवार को अनिवार्य कागजी प्रकिया की पहल को आगे बढ़ा दिया। इस प्रक्रिया के अगले चरण में नए सीडीएस के लिए संभावित नामों का पैनल तैयार किए जाने के संकेत हैं। समझा जाता है कि संभावित उम्मीदवारों का पैनल तैयार होने के बाद प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति मामलों की समिति नए सीडीएस के चयन पर अंतिम फैसला करेगी। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से ही नया सीडीएस चुना जाएगा या हाल में रिटायर हुए किसी सैन्य प्रमुख को जनरल रावत का उत्तराधिकारी बनाया जाएगा। लेकिन तीनों सेनाओं के बीच गहरे समन्वय के लिए सीडीएस के अधीन जिस तरह सरकार ने अलग से मिलिट्री अफेयर्स का विभाग बनाया है उसे देखते हुए रिटायर सैन्य प्रमुख को यह जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना कम ही नजर आ रही है। सीडीएस ही इस नवगठित मिलिट्री अफेयर्स विभाग के सचिव भी होते हैं। इस लिहाज से तीनों मौजूदा सैन्य प्रमुखों में से ही जनरल रावत का उत्तराधिकारी चुने जाने के प्रबल आसार हैं। इनमें सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे तीनों में सबसे वरिष्ठ हैं। जनरल रावत से सेना अध्यक्ष की कमान थामने वाले जनरल नरवणे ने 31 दिसंबर, 2019 को सेना प्रमुख का पद संभाला था और आगामी अप्रैल यानि पांच महीने में ही वह रिटायर होने वाले हैं। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बीते 30 सितंबर तो एडमिरल आर. हरिकुमार ने अभी 30 नवंबर को ही नौसेना प्रमुख का पद संभाला है। ऐसे में अनुभव और वर्तमान में सीमा पर चुनौतियों को देखते हुए जनरल नरवणे को ही अगले सीडीएस की दौड़ में सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सैन्य तनातनी के लंबे और चुनौतीपूर्ण दौर को जनरल नरवणे ने काफी परिपक्वता से हैंडल भी किया है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/brigadier-lidders-daughter-told-her-father-a-hero-wife-said-should-leave-smiling/,"ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी ने पिता को बताया हीरो, पत्नी बोलीं-...","ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी ने पिता को बताया हीरो, पत्नी बोलीं- मुस्कुराते हुए करना चाहिए विदा By admin -December 11, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गवाने वालों में ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर भी शामिल थे। शुक्रवार को दिल्ली कैंट के बरार स्क्वैयर में ब्रिगेडियर लिड्डर की पत्नी और बेटी ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्हें मुखाग्नि देकर अंतिम यात्रा पर विदा किया गया। अपने पिता को याद करते हुए उनकी बेटी आशना लीडर ने उन्हें हीरो बताया। ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर की बेटी आशना ने कहा, मैं 17 साल की होने जा रही हूं। वह 17 साल तक मेरे साथ रहे। हम खुशनुमा यादों के साथ आगे बढ़ेंगे। यह राष्ट्रीय क्षति है। मेरे पिता एक हीरो थे। वह मेरे सबसे अच्छे दोस्त थे। शायद किस्मत में यही था और बेहतर चीजें हमारे रास्ते में आएंगी। वह मेरे सबसे बड़े प्रेरक थे। वहीं, उनकी पत्नी गीतिका लिड्डर ने कहा, हमें उन्हें एक अच्छी विदाई देनी चाहिए। मुस्कुराते हुए विदा करना चाहिए। मैं एक सैनिक की पत्नी हूं। मेरे लिए यह एक बड़ा नुकसान है। इससे पहले गीतिका को जब अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से पहले लिड्डर के शव पर रखे तिरंगे को जब सौंपा गया तो उन्होंने सिर झुकाकर उसे माथे से लगाया। वह देर तक रोती रहीं। पति को खोने का गम और देश सेवा के गर्व का मिलाजुला भाव उनके चेहरे पर देखने को मिल रहा था। बता दें कि बेटी अहाना और पत्नी को छोड़कर गए लिड्डर का हाल ही में मेजर जनरल के पद पर प्रमोशन होने वाला था, लेकिन उससे पहले ही यह दुखद खबर देश और उनके परिजनों को सुनने को मिली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल और तीनों सेना प्रमुखों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/vaccination-of-53-5-of-eligible-population-completed/,53.5% पात्र आबादी का टीकाकरण पूरा,"53.5% पात्र आबादी का टीकाकरण पूरा By admin -December 11, 2021 नयी दिल्ली (एजेंसी)। देश में कोविड टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है और 53.5 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड टीके की दोनों खुराकें और 86.2 प्रतिशत आबादी को एक खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव कुमार, नीति आयोग में स्वास्थ्य सदस्य डा. वी. के.पाल और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने शुक्रवार को यहां एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में 131 करोड़ कोविड टीके दिये जा चुके हैं जो कुल पात्र आबादी का 86.2 प्रतिशत है। इसके अलावा 53.5 प्रतिशत पात्र आबादी का कोविड टीकाकरण पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि देश में कोविड टीकाकरण की स्थिति बेहतर है लेकिन महामारी का प्रकोप रोकने के लिए कोविड मानकों को पालन सख्ती से जरूरी है। केंद्र सरकार ने ओमिक्रॉन को देखते हुए राज्य सरकारों से आवश्यक दवाईयों का भंडारण तथा ऑक्सीजन की आपूर्ति के निर्देश दिये हैं और कोविड जांच में तेजी लाने को कहा है। भार्गव ने कहा कि ओमिक्रॉन के भारत में बड़ा खतरा बनने की आशंका नहीं है लेकिन इसके लिए सतर्कता बरतना और किसी भी स्थिति को संभालने की तैयारी करना जरूरी है। डा. पाल ने कहा कि कोविड टीके की अतिरिक्त खुराक और बच्चों के लिए टीके देने के संबंध में अध्ययन जारी है और सरकार इस संबंध में नजदीकी से नजर रख रही है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/two-police-personnel-martyred-in-terrorist-attack/,आतंकी हमले में पुलिस के दो जवान शहीद,"आतंकी हमले में पुलिस के दो जवान शहीद By admin -December 11, 2021 श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकवादियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया है। इस हमले में दो पुलिसकर्मियों मोहम्मद सुल्तान और फयाज अहमद शहीद हो गए हैं। आतंकियों ने उस वक्त यह हमला किया, जब पुलिस टीम बांदीपोरा जिले में स्थित गुलशन चौक पर तैनात थी। इस घटना के बाद इलाके को घेर लिया गया है और आतंकवादियों की तलाश कीजा रही है। बांदीपोरा में शुक्रवार शाम गुलशन चौक पर आतंकवादियों ने पुलिस टीम पर अचानक फायरिंग कर दी। गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाशी की जा रही है। इससे पहले 8 नवंबर को श्रीनगर के बटमालू इलाके में आतंकियों ने गोली मारकर 29 साल के एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में रविवार को एक आतंकवादी ने कायराना हमले में पुलिसकर्मी को शहीद कर दिया। इसी साल 12 सितंबर को भी श्रीनगर के खानयार इलाके में आतंकवादी ने एक पुलिसकर्मी को गोली मार दी थी।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/cds-rawat-and-wife-cremated-on-the-same-pyre-together/,अंतिम सांस से अंतिम संस्कार तक साथ-साथ…एक ही चिता पर हुई...,"अंतिम सांस से अंतिम संस्कार तक साथ-साथ…एक ही चिता पर हुई सीडीएस रावत और पत्नी की अंत्येष्टि By admin -December 11, 2021 दोनों बेटियों ने रीति-रिवाज से माता-पिता का अंतिम संस्कार किया नई दिल्ली (एजेंसी)। जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा…। अमरता के इन नारों और 17 तोपों की सलामी की गूंज के बीच देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत पंचतत्व में विलीन हो गए। दोपहर दो बजे दिल्ली के 3, कामराज मार्ग स्थित उनके घर से निकली अंतिम यात्रा में हजारों लोग हमसफर बने। आंखें नम थीं, लेकिन वीरता का गर्व भी था और उसके सम्मान में पुष्पवर्षा करते रहे। मां भारती के वीर सपूत के लिए नारे लगाते रहे। सीडीएस रावत और उनकी पत्नी को उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने रूढिय़ों को तोड़ते हुए मुखाग्नि दी। जिंदगीभर अपनी पत्नी का साथ निभाने वाले सीडीएस बिपिन रावत ने आखिरी पलों में भी मधुलिका रावत का साथ नहीं छोड़ा। लिहाजा तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश के वक्त भी दोनों साथ ही थे। दोनों के पार्थिव शरीर एक ही विमान से दिल्ली के पालम एयरबेस पर लाए गए। वहीं, बरार स्क्वायर (श्मशान घाट) में भी दोनों के पार्थिव शरीरों को एक ही चिता में मुखाग्नि दी गई। दोनों बेटियों ने नम आंखों से पूरे रीति-रिवाज से अपने माता-पिता का अंतिम संस्कार किया। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी को एक ही चिता पर मुखाग्नि दी गई। दरअसल, उनकी दोनों बेटियों के कहने पर ऐसा किया गया। सीडीएस रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान तीनों सेनाओं के अध्यक्षों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही तीनों सेनाओं के अधिकारियों ने उन्हें कंधा दिया। ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा’ शुक्रवार को जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास से बरार स्क्वायर लाया गया था। इस दौरान रास्ते में लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा’ के नारे लगाए। देश के पहले सीडीएस को श्रद्धांजलि देने के लिए सीजेआई एनवी रमन्ना, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेता बरार स्क्वायर पहुंचे। देश के पहले सीडीएस को केरल से लेकर कश्मीर तक में श्रद्धांजलि दी गई। नम आंखों से लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। जब सीडीएस के पार्थिव शरीर को कुन्नूर से पालम एयरपोर्ट पर लाया जा रहा था तो लोगों ने रास्ते में फूल बरसाए। साथ ही दिल्ली में भी उनकी अंतिम यात्रा के दौरान फूल बरसाए। देश ने भारी मन से वीर सपूत सीडीएस बिपिन रावत को विदा किया। कई देशों के सेनाध्यक्षों और राजनियकों ने भी अंतिम विदाई इस मौके पर जनरल बिपिन रावत के छोटे भाई का परिवार, मधुलिका रावत की फैमिली के लोग भी मौजूद थे। यही नहीं बड़ी संख्या में सैनिकों के परिवार, राजनीतिक हस्तियां, कई देशों के सेनाध्यक्ष और राजनियक भी मौजूद थे। जनरल बिपिन रावत किस कद के सैन्य अधिकारी थे, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इजरायल, अमेरिका, फ्रांस और रूस समेत कई देशों ने उनकी मौत पर शोक जाहिर किया। यही नहीं उनके निधन को अपने एक गहरे दोस्त को खोने जैसा बताया था।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/black-box-of-crashed-helicopter-found/,दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला,"दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला By admin -December 10, 2021 कुन्नूर (एजेंसी)। तमिलनाडु में पर्वतीय नीलगिरि जिले में कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हुये भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स गुरुवार सुबह मिल गया। बुधवार इस हेलीकाप्टर दुर्घटना में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हेलीकाप्टर का ब्लैक बॉक्स गुरूवार सुबह कट्टेरी में दुर्घटनास्थल के पास नचापुरचतिराम के घने वन क्षेत्र में पाया गया। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स को अपने कब्जे में ले लिया और इसके बाद इसे वेङ्क्षलगटन के डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज ले जाया गया और वहां के अधिकारियों को सौंपा गया। तमिलनाडु फोरेंसिक विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने गुरूवार सुबह दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और मौके से अवशेष एकत्र किए। हेलीकाप्टर बुधवार को जब सुलूर से वेङ्क्षलगटन की ओर जा रहा था तभी काटेरी के निकट उसमें आग लग गयी। वायुसेना ने दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/defense-ministers-statement-in-parliament-on-helicopter-crash/,हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08...,"हेलिकॉप्टर क्रैश पर रक्षा मंत्री का संसद में बयान- दोपहर 12.08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था, जब स्थानीय लोग पहुंचे तो हेलिकॉप्टर में आग लग चुकी थी By admin -December 10, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हलिकॉप्टर क्रैश की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरूवार को संसद में जानकारी दी। 4 मिनट के बयान में उन्होंने पूरी घटना का मिनट टू मिनट का ब्योरा दिया। रक्षा मंत्री ने इस दौरान सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और बाकी 11 सैन्य अफसरों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने संसद को बताया…’जनरल रावत वेलिंग्टन के डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में पहले से शेड्यूल्ड टूर पर थे। कल 11 बजकर 48 मिनट पर उनके हेलिकॉप्टर ने टेक ऑफ किया। उन्हें 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, लेकिन 12 बजकर 08 मिनट पर उनके हेलिकॉप्टर ने एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से कॉन्टेक्ट खो दिया। स्थानीय लोग हादसे वाली जगह पर पहुंचे, उन्होंने मिलिट्री हेलिकॉप्टर को जलते हुए देखा। टीमें भी पहुंचीं, उन्होंने क्रैश साइट से सैन्य अधिकारियों को रिकवर करने की कोशिश की। रेस्क्यू के बाद घायलों को वेलिंग्टन के मिलिट्री अस्पताल पहुंचाया गया। यहां सीडीएस रावत और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई। मृतकों में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल शामिल हैं। हादसे में ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। वे वेलिंग्टन के अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने की कोशिश जारी है। सेना के सभी अधिकारियों का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को कल ही भेज दिया गया था। एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में जांच के आदेश दे दिए हैं।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/kuldeep-singh-of-jhunjhunu-also-martyred-in-helicopter-accident/,हेलीकॉप्टर हादसे में झुंझुनूं के कुलदीप सिंह भी शहीद,"हेलीकॉप्टर हादसे में झुंझुनूं के कुलदीप सिंह भी शहीद By admin -December 10, 2021 झुंझुनूं (कार्यालय संवाददाता)। तमिलनाडू के नीलगिरी क्षेत्र के कुन्नूर के जंगल में हुए हेलीकॉप्टर हादसे के शहीदों में झुंझुनूं जिले के सिंघना कस्बे के निकट घरडाना खुर्द गांव निवासी एवं स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह भी शामिल हैं। सिंह सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर के सह पायलट थे। जानकारी के अनुसार शहीद कुलदीप राव 2013 में वायुसेना में भर्ती हुए थे। इससे पहले उन्होंने अपने पिता रणधीर सिंह राव जो भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं के साथ रहकर मुंबई में ही बीएससी-आईटी की पढ़ाई की। फिर वायु सेना में भर्ती हो गए थे। दो साल पहले ही उनकी शादी मेरठ में यशवनी ढाका के साथ हुई थी। उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत है। उनकी मां कमला देवी ग्रहणी है। फिलहाल उनका परिवार जयपुर में रहता हैं। कुलदीप सिंह के शहीद होने की घटना के बाद घरडाना खुर्द गांव में गमगीन माहौल है। घर पर रिश्तेदारों एवं ग्रामीणों का जुटना शुरू हो गया है। परिजनों का कहना है की उनका पार्थिव शरीर देर शाम तक पहुंच सकती है। सिंह के चचेरे भाई राजेंद्र राव ने बताया कि उनका स्वभाव बहुत ही सरल एवं मिलनसार था कोई भी उनके पास जाता था तो इतना मन रखता था कि जाने को मन भी नहीं करता था। सिंह को क्रिकेट खेलने का शौक था। स्कूल लेवल तक क्रिकेट खेला था। ग्रामीणों ने बताया कि कुलदीप पूरे गांव के लाडले थे। वह बच्चों को देश भक्ति की भावना का पाठ पढ़ाते थे। घरडाना खुर्द के सरपंच उम्मेद सिंह राव ने बताया कि लाडले को खोने का गम हर किसी को हैं। झुंझुनूं जिला मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक में विभिन्न संगठनों की ओर से रावत एवं जान गंवाने वाले सभी सपूतों को श्रद्धांजलि दी गई।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-modi-pays-tribute-to-general-bipin-rawat/,"प्र.म. मोदी ने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी, शहीद सैनिकों...","प्र.म. मोदी ने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी, शहीद सैनिकों के परिवार वालों से एक-एक कर मिले By admin -December 10, 2021 तुम्हें न भूलेगा हिंदुस्तान नई दिल्ली (एजेंसी)। सीडीएस बिपिन रावत और सशस्त्र बलों के अन्य जवानों के पार्थिव शरीर गुरूवार रात करीब आठ बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी हवाई अड्डे पहुंचे। उन्होंने सभी वीर सपूतों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में बुधवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया था। रात करीब 9 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पहुंचे और जनरल रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद पीएम ने शहीदों के परिजनों से एक-एक कर मुलाकात भी की और उन्हें ढांढस बंधाया। राजनाथ और डोभाल ने भी दी श्रद्धांजलि : इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल करीब साढ़े 8 बजे एयरपोर्ट पहुंचे और सभी शहीदों के परिजनों से मिलकर बातचीत की। पीएम के बाद राजनाथ सिंह और अजित डोभाल ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। तीनों सेना प्रमुखों ने भी किए अंतिम दर्शन : ष्टष्ठस् बिपिन रावत समेत 13 शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए तीनों सेना के प्रमुख भी पालम एयरपोर्ट पहुंचे। थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी लोगों के पार्थिव शरीर को गुरूवार सुबह करीब 10.30 बजे मिलिट्री ट्रक में तमिलनाडु के वेलिंगटन अस्पताल से सेना के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, तेलंगाना की गवर्नर और पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. तमिलिसई सौंदराराजन ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। तमिलनाडु में स्थानीय लोगों ने हादसे में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीरों को मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस लेकर जा रही एंबुलेंस पर फूलों की बारिश की। रावत की दोनों बेटियों ने ताबूत पर मत्था टेका सीडीएस रावत की बेटियां बिलख रही थीं। दोनों ने माता-पिता के पार्थिव शरीर को प्रणाम कर ताबूत पर मत्था टेका। उनका रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था। जनरल रावत की बड़ी बेटी का नाम कीर्तिका है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं। छोटी बेटी का नाम तारिणी है, जो दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रही हैं। आज दिल्ली में निकाली जाएगी अंतिम यात्रा जनरल बिपिन रावत की पार्थिव देह के शुक्रवार सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच दिल्ली स्थित घर पर अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद कामराज मार्ग से बरार चौराहे तक शवयात्रा निकाली जाएगी। दिल्ली कैंटोनमेंट में अंतिम संस्कार होगा। रक्षा मंत्रालय ने कहा- शवों की पहचान बेहद मुश्किल रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हादसा इतना भीषण था कि शवों की पहचान मुश्किल हो गई है। हम सही पहचान के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं, ताकि किसी करीबी की भावना को चोट न पहुंचे। मृतकों के परिजनों को दिल्ली बुला लिया गया है। इसके अलावा डीएनए व वैज्ञानिक तरीके से भी जांच की जाएगी। हादसे में बचे वरूण सिंह को बेंगलुरू शिफ्ट किया हेलिकॉप्टर क्रैश में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह बचे हैं। उनका शरीर इस हादसे में बुरी तरह झुलस गया है। उन्हें पहले वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उनको एयर एंबुलेंस से बेंगलुरू शिफ्ट कर दिया गया।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/government-school-children-will-now-have-to-wear-light-blue-and-brown-dress/,स्टूडेंट्स की यूनिफॉर्म बदली : सरकारी स्कूल के बच्चों को अब...,"स्टूडेंट्स की यूनिफॉर्म बदली : सरकारी स्कूल के बच्चों को अब हल्के नीले और भूरे रंग की ड्रेस पहननी होगी By admin -December 9, 2021 बीकानेर (कार्यालय संवाददाता)। शिक्षा विभाग ने बुधवार को प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले स्टूडेंट्स की यूनिफॉर्म बदल दी है। हालांकि यह भी स्पष्ट किया गया है कि वर्तमान सेशन में यूनिफॉर्म बदली गई है, लेकिन स्टूडेंट्स पर इस साल नई यूनिफॉर्म का दबाव नहीं होगा। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. गोयल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक छात्रों के लिए हल्के नीले (सर्फ ब्लू) रंग की कमीज और गहरे भूरे या धूसर (डार्क ग्रे) रंग की पेंट तय की गई है। वहीं, लड़कियों को हल्के नीले (सर्फ ब्लू) रंग का कुर्ता या शर्ट तथा गहरे भूरे या धूसर (डार्क ग्रे) रंग की सलवार या स्कर्ट पहननी होगी। लड़कियों को डार्क ग्रे रंग की चुन्नी भी ओढऩी होगी। सर्दी में इन कपड़ों के साथ डार्क ग्रे कलर का कोट (ब्लेजर) या स्वेटर भी पहनना होगा। वैसे तो स्टूडेंट्स को इसी सत्र में ये यूनिफार्म पहननी है, लेकिन इसका दबाव नहीं होगा। चूंकि सत्र अब कुछ महीने में खत्म होने वाला है। ऐसे में अगले सत्र से इसकी अनिवार्यता लागू की गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट भाषण में की गई घोषणा के अनुसार यूनिफॉर्म चेंज की गई है। वहीं, स्टूडेंट्स को सरकार की तरफ से भी यूनिफार्म दी जाएगी।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/madhulika-rawat-stayed-with-humsafar-till-the-last-journey/,अंतिम सफर तक हमसफर के साथ रहीं मधुलिका रावत,"अंतिम सफर तक हमसफर के साथ रहीं मधुलिका रावत By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की बुधवार को एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई। संयोग या दुर्योग कहें, लेकिन इस विमान यात्रा में उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी उनके साथ थीं। वो भी पति के साथ ही अपनी अंतिम यात्रा पर विदा हो गई। मौत ने भले मधुलिका के साथ धोखा किया और कम उम्र में ही उन्हें अपनी आगोश में ले लिया, लेकिन जिंदगी ने अंतिम समय में भी उनका साथ दिया। जीवन के हर कदम पर अपने पति का साथ देने वाली मधुलिका अपनी अंतिम यात्रा में भी अपने हमसफर के साथ रहीं। जनरल विपिन रावत की पत्नी मधुलिका मध्य प्रदेश में शहडोल जिले के सोहागपुर में पैदा हुई थीं। उनके पिता कुंवर मृगेंद्र सिंह राजनीति में सक्रिय थे और दो बार विधायक भी रहे थे। मृगेंद्र सिंह रीवा घराने से ताल्लुक रखते हैं। शहडोल में अब भी उनका महलनुमा घर है जहां उनका परिवार रहता है। मधुलिका की शुरूआती पढ़ाई शहडोल में ही हुई। जब वे चौथी क्लास में थीं, तब उन्हें पढ़ाई के लिए ग्वालियर के मशहूर सिंधिया गर्ल्स स्कूल भेज दिया गया। उन्होंने यहीं से बरहवीं तक की शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन की डिग्री ली। साल 1986 में मधुलिका की शादी बिपिन रावत से हुई थी। उस समय वे सेना में कैप्टन के पद पर थे। शादी के बाद शुरूआती दिनों में वे पति से अलग रहीं। इसका कारण बिपिन रावत का सैनिक मन था। जनरल रावत की पोस्टिंग उन दिनों बॉर्डर पर थी। उन्हें लगता था कि परिवार को साथ रखने से वे अपनी जिम्मेदारियां निभाने में कमजोर पड़ जाएंगे। इसलिए उन्होंने बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी मधुलिका पर छोड़ दी और खुद देश सेवा में लगे रहे। जनरल रावत और मधुलिका की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी कृतिका रावत है, जिनकी शादी मुंबई में हुई है। छोटी बेटी तारिणी अभी पढ़ाई कर रही हैं। वे दिल्ली में अपने माता-पिता के साथ ही रहती थीं। सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय पति की तमाम व्यस्तताओं और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजूद मधुलिका सामाजिक गतिविधियों में काफी सक्रिय रहती थीं। वे कई सामाजिक संगठनों से जुड़ी थीं। पारिवारिक आयोजनों में भी वह बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं। मधुलिका के भाई यशवर्धन सिंह ने बताया कि जनरल विपिन रावत सेना प्रमुख बनने के बाद एक बार इंदौर आए थे। इसकी वजह मधुलिका का एक बच्ची से किया वादा था। यशवर्धन सिंह की बेटी इंदौर के डेली कॉलेज में पढ़ती थीं और शूटिंग में एक्टिव थीं। मधुलिका ने उससे वादा किया था कि गोल्ड मेडल मिलने पर वह उससे मिलने स्कूल में आएंगी। बच्ची को जब स्कूल में गोल्ड मेडल मिला, तो मधुलिका जिद कर पति को भी अपने साथ लेकर आईं। सैनिक परिवारों के कल्याण से जुड़ी थीं मधुलिका मधुलिका आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की प्रेसिडेंट थीं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने सैनिकों की विधवाओं के बेहतर जीवन के लिए काफी काम किया। वे उन्हें टेलरिंग, ब्यूटीशियन, चॉकलेट बनाने जैसे कामों की ट्रेनिंग के लिए प्रोत्साहित करती थीं जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सकें।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/cds-rawat-will-be-cremated-tomorrow-in-delhi-cantonment/,"सीडीएस रावत का कल दिल्ली छावनी में होगा अंतिम संस्कार, आज...","सीडीएस रावत का कल दिल्ली छावनी में होगा अंतिम संस्कार, आज शाम को सैन्य विमान से लाए जाएंगे शव By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। हेलीकाप्टर हादसे में बुधवार को देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत का निधन हो गया। जिनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली छावनी में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर के गुरूवार शाम तक एक सैन्य विमान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की उम्मीद है। शवों को शुक्रवार को उनके घर लाया जाएगा और लोगों को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्रद्धांजलि देने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद एक अंतिम संस्कार जुलूस कामराज मार्ग से दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान तक निकाला जाएगा। ज्ञात रहे कि तमिलनाडु में नीलगिरि जिले के कुन्नुर में बुधवार को सीडीएस रावत उनकी पत्नी और 11 अन्य रक्षा अधिकारियों की मौत हो गई थी। इनमें वायुसेना के एमआइ-17 हेलीकाप्टर का पायलट और सीडीएस के वरिष्ठ स्टाफ एवं सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। हादसे में एकमात्र बचे गंभीर रूप से घायल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का तमिलनाडु में सेना के वेलिंगटन स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/reserve-bank-did-not-change-interest-rates/,रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में नहीं किया बदलाव- आने वाले...,"रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में नहीं किया बदलाव- आने वाले दिनों में बढ़ सकती है महंगाई By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बुधवार को अपनी दो महीनों में होने वाली (द्विमासिक) मौद्रिक नीति समीक्षा के नतीजों की घोषणा की। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसके नतीजों का ऐलान करते हुए बताया कि रेपो और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी, अब लोन की दरों में कोई राहत नहीं मिलेगी और आपके निवेश पर भी ज्यादा ब्याज मिलने की संभवना कम हो गई है। अभी रेपो रेट 4′ और रिवर्स रेपो रेट 3.35′ है। आरबीआई ने लगातार 9वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट अप्रैल 2001 के बाद से सबसे निचले स्तर पर हैं। जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 9.5′ बरकरार आरबीआई ने इस वित्त वर्ष 2021-22 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 9.5′ बरकरार रखा है। एक्सपर्ट्स ने पहले ही यह कहा था कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी को और मजबूत करने के लिए आरबीआई अभी दरों में बदलाव नहीं करेगा। रिजर्व बैंक के मुताबिक इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में जीडीपी ग्रोथ 6.6′ और चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 6′ रह सकती है। जनवरी से बढ़ सकती है महंगाई शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई हमारे पहले के अनुमान के मुताबिक ही है। रबी की अच्छी फसल होने की वजह से आगे कीमतें कम होंगी। सब्जियों की कीमतों में भी कमी आ सकती है। हालांकि, इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में महंगाई पीक पर जाएगी, लेकिन उसके बाद इसमें कमी आएगी। कोरोना की दूसरी लहर के झटकों से उबर रही इकोनॉमी केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 2022 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) इंफ्लेशन के 5.3′ पर रहने का अनुमान लगाया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि दूसरी लहर के झटकों से इकोनॉमी उबर रही है और इसमें तेजी आ रही है, लेकिन यह लंबे समय तक कायम होती नहीं दिख रही है। शक्तिकांत दास के मुताबिक इकोनॉमिक रिकवरी लंबे समय तक बनी रहे, इसके लिए पॉलिसी सपोर्ट जरूरी है। बढ़ सकती है तेल की मांग उन्होंने बताया कि आंकड़ों से मांग के सुधरने के संकेत मिल रहे हैं। कृषि सेक्टर की मदद से ग्रामीण मांग में भी सुधार हो रहा है। शक्तिकांत दास ने कहा कि तेल की एक्साइज ड्यूटी और वैट में कटौती से मांग में बढ़ोतरी की संभावना है। फीचर फोन के लिए तैयार होगा पीआई सिस्टम पेमेंट सिस्टम शक्तिकांत दास ने कहा कि डिजिटल पेमेंट में विभिन्न चार्जेज को किफायती बनाने के लिए एक स्टडी की जाएगी। डिजिटल पेमेंट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए फीचर फोन आधारित पीआई सिस्टम पेमेंट सिस्टम तैयार किया जाएगा। इसी तरह रिटेल डायरेक्ट जीसेक और आईपीओ में पीआई से पेमेंट करने की लिमिट 2 से बढ़ाकर 3 लाख की जाएगी।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/daughters-lost-both-parents-together/,"रगों में दौड़ता है सैनिक का खून, पिता भी थे अफसर...","रगों में दौड़ता है सैनिक का खून, पिता भी थे अफसर | बेटियों ने मां-बाप दोनों को एक साथ खोया By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। सीडीएस बिपिन रावत नहीं रहे। भारतीय वायु सेना ने ट्विटर पर ये दुखद खबर साझा की है। बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। (सीडीएस) बिपिन रावत के अलावा, हादसे में उनकी पत्नी मधूलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक, सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ वेलिंगटन में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। कुन्नूर के घने जंगल में यह हादसा हुआ था। उत्तराखंड से थे सीडीएस बिपिन रावत लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत के बेटे बिपिन रावत उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में जन्मे थे। उनका परिवार कई पीढिय़ों से सेना को अपनी सेवाएं देता आया है। बिपिन रावत, सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला, और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकसला के छात्र थे। उन्हें दिसंबर 1978 को भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से 11वें गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त किया गया था, जहां उन्हें ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया था। बिपिन रावत का परिवार बिपिन रावत की पत्नी मधूलिका रावत आर्मी वेलफेयर से जुड़ी हुईं थीं। वो आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष भी थीं। बिपिन रावत अपने पीछे दो बेटियों को छोड़कर गए हैं। एक बेटी का नाम कृतिका रावत है। दोनों बेटियों ने मां-बाप को एक साथ खो दिया है। 2016 में थल सेना अध्यक्ष बने थे बिपिन रावत सीडीएस बनाए जाने से पहले बिपिन रावत 27वें थल सेनाध्यक्ष थे। आर्मी चीफ बनाए जाने से पहले उन्हें 1 सितंबर 2016 को भारतीय सेना का उप-सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था। विशिष्ट सेवाएं देने के लिए कई बार हुए सम्मानित बिपिन रावत को आतंकवाद रोधी अभियानों में काम करने का कई वर्षों का अनुभव था। बिपिन रावत ने ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्रों में भी कई सालों तक काम किया। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें ‘परम विशिष्ठ सेवा मेडल’ से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ठ सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ठ सेवा मेडल आदि सम्मानों से नवाजा गया था।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-on-cds-rawats-death-emotional-tweet/,‘आपका योगदान नहीं भूलेगा हिंदुस्तान’- सीडीएस रावत के निधन पर प्रधानमंत्री...,"‘आपका योगदान नहीं भूलेगा हिंदुस्तान’- सीडीएस रावत के निधन पर प्रधानमंत्री का भावुक ट्वीट By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत नहीं रहे। बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर से वे सफर कर रहे थे। इस हेलिकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत समेत कई अधिकारी मौजूद थे। इसी हादसे में बिपिन रावत का निधन हो गया। इसमें बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी मौजूद थीं। उनके निधन पर देश भर से शोक संदेश आ रहे हैं। प्र.म. नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। हादसे की खबर के बाद पूरे भारत में शोक की लहर है। भारत ने एक ऐसी शख्सियत को खो दिया, जो भारत की सुरक्षा में एक बड़ा योगदान रखता था। बिपिन रावत देश के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद पर नियुक्त किया गया था। उत्कृष्ट सैनिक थे जनरल रावत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनरल बिपिन रावत को एक एक उत्कृष्ट सैनिक बताते हुए कहा कि वह एक सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया। सामरिक मामलों पर उनकी अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण असाधारण थे। उनके निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। प्र.म. मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा कि भारत के पहले सीडीएस के रूप में, जनरल रावत ने रक्षा सुधारों सहित हमारे सशस्त्र बलों से संबंधित विविध पहलुओं पर काम किया। वह अपने साथ सेना में सेवा करने का एक समृद्ध अनुभव लेकर आए। भारत उनकी असाधारण सेवा को कभी नहीं भूलेगा। राष्ट्रपति बोले- देश ने अपने सबसे बहादुर सपूतों में से एक को खो दिया राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका जी के असामयिक निधन से स्तब्ध और व्यथित हूं। देश ने अपने सबसे बहादुर सपूतों में से एक को खो दिया है। मातृभूमि के लिए उनकी चार दशकों की निस्वार्थ सेवा असाधारण वीरता और वीरता से चिह्नित थी। उसके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। असाधारण साहस से देश की सेवा की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जनरल रावत के निधन पर गहरा शोक जताया है। ट्वीट कर राजनाथ सिंह ने कहा, उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। राजनाथ ने कहा कि जनरल रावत ने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की थी। पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों की संयुक्तता की योजना तैयार की थी। इस हादसे में अपनों को खोने वालों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं, जिनका अभी सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में इलाज चल रहा है। देश के लिए बहुत दुखद दिन गृह मंत्री अमित शाह ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे देश के लिए बहुत दुखद दिन करार दिया। ट्वीट कर उन्होंने कहा कि देश के लिए एक बहुत ही दुखद दिन है, क्योंकि हमने अपने सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी को एक बहुत ही दुखद दुर्घटना में खो दिया है। वह सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे, जिन्होंने अत्यंत भक्ति के साथ मातृभूमि की सेवा की है। उनके अनुकरणीय योगदान और प्रतिबद्धता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। मुझे गहरा दुख हुआ है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/airborne-version-of-brahmos-successfully-test-fired/,ब्रह्मोस के हवाई संस्करण का सफल परीक्षण,"ब्रह्मोस के हवाई संस्करण का सफल परीक्षण By admin -December 9, 2021 बालासोर(एजेंसी)। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के विमान से दागे जाने वाले संस्करण का बुधवार को ओडिशा के तट स्थित चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार परीक्षण के दौरान यह मिसाइल सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमके-आई से प्रक्षेपित की गयी थी और अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल रही। रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के नये विकसित विमान संस्करण को पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे हुए प्रक्षेपित किया गया और यह पूर्व नियोजित मार्ग को पूरी तरह तय करते हुए अपने लक्ष्य को भेदने में कामयाब रही। यह प्रक्षेपण ब्रह्मोस मिसाइल के विकास मेंं एक नया आयाम माना जा रहा है। इसे विमान से छोडऩे वाले संस्करण का विनिर्माण तेजी से किया जा सकेगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस मिसाइल इसमें रैमजेट इंजन लगा है, जो मिसाइल के ढांचे से पूरी तरह संयोजित है। मिसाइल का ढांचा धातु और गैर धातु से निर्मित है तथा इसमें रैमजेट फ्यूल टैंक और न्यूमेटिक फ्यूल सप्लाई सिस्टम शामिल हैं। इस परीक्षण के दौरान मिसाइल की संरचना की मजबूती और उसका कार्य दोनों बिलकुल ठीक पाया गया। ब्रह्मोस के विमान से दागे जाने वाले संस्करण का पिछला परीक्षण इसी साल जुलाई में किया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह ने इस सफलता के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), ब्रह्मोस, भारतीय वायु सेना और इसके निर्माण में शामिल उद्योगों की सराहना की है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/eyewitnesses-told-how-the-scene-was/,"प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कैसा था मंजर, आग का गोला बने विमान...","प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कैसा था मंजर, आग का गोला बने विमान से कूदे थे तीन लोग By admin -December 9, 2021 चेन्नई (एजेंसी)। बुधवार सुबह तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायु सेना का एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ उनकी पत्नी और अन्य 12 सेना के अधिकारी मौजूद थे। स्थानीय लोग सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर सवार लोगों को बचाने के प्रयास में पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विमान पेड़ से टकराया था, आग लगने से पहले तीन लोग हेलिकॉप्टर से कूदे थे। कुन्नूर में सेना के विमान हादसे के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने बताया, मैंने पहली बार एक तेज आवाज सुनी। जब मैं यह देखने के लिए बाहर आया कि क्या हुआ था, तो मैंने देखा कि हेलीकॉप्टर एक पेड़ से टकरा गया था। एक बहुत बड़ा आग का गोला था और फिर यह दूसरे पेड़ से टकरा गया। मैंने दो-तीन लोगों को हेलिकॉप्टर से कूदते हुए देखा, वे पूरी तरह जल गए थे और हेलिकॉप्टर से गिरने लगे। उन्होंने आगे कहा, मैंने इलाके के और लोगों को बुलाया और हमने विमान हादसे में घायल लोगों की मदद करने की कोशिश की। हमने कंबलों और पानी से विमान में आग बुझाने की कोशिश की। हम घायलों को स्ट्रैचर से सड़क तक ला रहे थे, इसके बाद दमकल विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया गया।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/helicopter-accident-due-to-bad-weather/,"खराब मौसम से हुआ हेलिकॉप्टर हादसा, घने जंगल की वजह से...","खराब मौसम से हुआ हेलिकॉप्टर हादसा, घने जंगल की वजह से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे की वजह खराब मौसम को माना जा रहा है। अभी तक सामने आए संकेत और दिल्ली में उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, घने जंगल, पहाड़ी इलाका और लो विजिबिलिटी की वजह से ही हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। वेलिंगटन का हेलिपैड जंगल और पहाड़ी इलाके के तुरंत बाद पड़ता है इसलिए पायलट के लिए इसे दूर से देख पाना मुश्किल होता है। ऐसे में खराब मौसम में हेलिकॉप्टर की लैंडिंग यहां हमेशा ही चुनौतीपूर्ण रहती है। किसी तरह की गलती की आशंका न के बराबर शुरूआती संकेतों के मुताबिक, खराब मौसम के दौरान बादलों में विजिबिलिटी कम होने की वजह से हेलिकॉप्टर को कम ऊंचाई पर उड़ान भरनी पड़ी। लैंडिंग पॉइंट से दूरी कम होने की वजह से भी हेलिकॉप्टर काफी नीचे था। नीचे घने जंगल थे, इसलिए क्रैश लैंडिंग भी फेल हो गई। इस हेलिकॉप्टर के पायलट ग्रुप कैप्टन और सीओ रैंक के अधिकारी थे। ऐसे में मानवीय भूल की आशंका न के बराबर है। हेलिकॉप्टर ट्विन इंजिन वाला था। ऐसे में अगर एक इंजिन फेल हो जाता तो भी बाकी बचे दूसरे इंजिन से लैंडिंग की जा सकती थी। एक्सपर्ट बोले- वेलिंगटन का हेलिपैड लैंडिंग के लिए मुश्किल स्पॉट एक्सपर्ट ने बताया कि वेलिंगटन का हेलिपैड लैंडिंग के लिए आसान नहीं है। केवल चंद मील का पहाड़ है। इसकी वजह से हेलिपैड दूर से दिखाई नहीं देता। काफी नजदीक आने पर ही हेलिपैड नजर आता है। इसके बाद पायलट लैंडिंग का आखिरी फैसला करता है। रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश मामले में ऐसा हो सकता है कि पायलट खराब मौसम में पायलट को जब हेलिकॉप्टर करीब लगा होगा, तो वह लैंडिंग की कोशिश कर रहा होगा। इसके बाद घने बादलों में ये फंस गया होगा और विजिबिलिटी कम होने के चलते यह हादसा हो गया।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/shaurya-chakra-winner-captain-varun-singh-survived/,शौर्य चक्र विजेता कैप्टन वरूण सिंह ही बचे,"शौर्य चक्र विजेता कैप्टन वरूण सिंह ही बचे By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। तमिलनाडु के कुन्नूर में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अफसरों की मौत हो गई है। इस हादसे में सिर्फ एक सैन्य अधिकारी कैप्टन वरूण सिंह हैं, जिनका इलाज चल रहा है, वो गंभीर रूप से घायल हैं। कैप्टन वरूण सिंह शौर्य चक्र से सम्मानित हैं। भारतीय वायु सेना ने बुधवार को कुन्नूर विमान हादसे की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। सेना के मुताबिक, भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह कुन्नूर में सेना विमान हादसे में घायल हुए हैं। उनका सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है। सेना ने बताया कि इस साल स्वतंत्रता दिवस पर महामहिम रामनाथ कोविंद द्वारा उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए उन्हें सम्मान मिला था।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/the-countrys-first-cds-is-no-more/,नहीं रहे देश के पहले सीडीएस- जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर...,"नहीं रहे देश के पहले सीडीएस- जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर हादसे में निधन, पत्नी समेत 13 लोगों की मौत By admin -December 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अफसरों और सहयोगियों के साथ मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि की है। हादसे में वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह की ही जान बची है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, बहुत ही अफसोस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है। उत्तराखंड के पौड़ी में 16 मार्च 1958 को पैदा हुए रावत 1978 में सेना में शामिल हुए थे। जनरल बिपिन रावत ने 17 दिसंबर 2016 को जनरल दलबीर सिंह सुहाग के बाद 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में भारतीय सेना की कमान संभाली थी। 1 जनवरी 2020 को देश में पहली बार सीडीएस की नियुक्ति हुई थी और जनरल बिपिन रावत को सबसे पहले इस अहम पद की जिम्मेदारी दी गई। जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरीÓ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। हेलिकॉप्टर के गिरते ही इसमें आग लग गई। टेलीविजन पर दिखाई जा रही फुटेज में, बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर से आग की लपटें उठती दिखीं। दुर्घटनास्थल पर भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर के क्षतिग्रस्त और जले हुए टुकड़े बिखरे पड़े थे। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने एक तमिल टीवी चैनल को बताया कि उन्होंने तेज आवाज सुनी, जाहिर तौर पर हादसे की आवाज थी, और बाद में हेलिकॉप्टर में आग लगी, जिसमें उसमें सवार लोग झुलस गए। आग में जल जाने की वजह से शवों की डीएनए जांच भी कराई जाएगी। सीडीएस जनरल रावत वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विसेज कॉलेज (डीएससी) जा रहे थे। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंग्टन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/panama-and-paradise-papers-leak-case/,"930 कंपनियों ने छिपाए 20,353 करोड़, पता चलने पर सरकार ने...","930 कंपनियों ने छिपाए 20,353 करोड़, पता चलने पर सरकार ने टैक्स वसूला, क्रिमिनल कंप्लेंन भी फाइल की By admin -December 8, 2021 पनामा और पैराडाइज पेपर लीक मामला : राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दी जानकारी नई दिल्ली (एजेंसी)। पनामा और पैराडाइज पेपर लीक में भारत से जुड़ी 930 कंपनियों के 20,353 करोड़ रूपए का पता चला है। मंगलवार को राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने इसकी जानकारी दी। पंकज चौधरी ने कहा कि इन पैसों का पता चलने के बाद 153.88 करोड़ रूपए का टैक्स वसूला गया है। ये डेटा 1 अक्टूबर 2021 तक का है। टैक्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई पंकज चौधरी ने कहा, टैक्स डिपार्टमेंट उन व्यक्तियों पर कार्रवाई करता है, जो आयकर विभाग के नियमों के उल्लंघन में शामिल पाए जाते हैं। इन नियमों में इनकम टैक्स एक्ट 1961, ब्लैक मनी (अनडिस्क्लोज्ड फॉरेन इनकम एंड एसेट्स) एंड इंपोजिशन ऑफ टैक्स एक्ट, 2015 शामिल है। उन्होंने कहा, डायरेक्ट टैक्स लॉ के तहत इस तरह की कार्रवाइयों में तलाशी और जब्ती, सर्वे, पूछताछ, इनकम का असेसमेंट और रिएसेसमेंट, ब्याज के साथ टैक्स लगाना, पेनाल्टी लगाना, क्रिमिनल कोर्ट में प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट दर्ज करना शामिल है। 52 मामलों में क्रिमिनल प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंन पनामा और पैराडाइज पेपर लीक के 52 मामलों में, ब्लैक मनी (अनडिस्क्लोज्ड फॉरेन इनकम एंड एसेट्स) एंड इंपोजिशन ऑफ टैक्स एक्ट, 2015 के तहत क्रिमिनल प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंन फाइल की गई हैं। इसके अलावा, 130 मामलों में इस एक्ट के तहत प्रोसीडिंग्स शुरू की गई है। तेजी से जांच के लिए एमजीए के तहत लाए गए मामले पेंडोरा पेपर्स लीक से जुड़े कुछ भारतीयों के नाम मीडिया में आए है। चौधरी ने कहा कि सरकार ने इसका संज्ञान लिया है जांच में तेजी लाने के लिए इसे मल्टी एजेंसी ग्रुप (एमजीए) के तहत लाया गया है। एमजीए का गठन सीबीडीटी के चेयरमैन के कन्वीनर-शिप में किया गया है। एमजीए की मेंबर एजेंसी में एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट और सीबीडीटी की फॉरेन टैक्स एंड टैक्स रिसर्च डिवीजन है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/2000-denomination-notes-almost-halved-compared-to-2018/,"2018 की तुलना में लगभग आधी हुई 2,000 के नोटों की...","2018 की तुलना में लगभग आधी हुई 2,000 के नोटों की संख्या, सर्कुलेशन में अब केवल 1.75′ नोट By admin -December 8, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। इस साल नवंबर में सर्कुलेशन में मौजूद 2,000 रूपए के नोटों की संख्या घटकर 223.3 करोड़ हो गई। मार्च 2018 में ये संख्या 336.3 करोड़ थी। नवंबर में सर्कुलेशन में मौजूद कुल नोटों से इसकी तुलना करें तो 2,000 रूपए के नोटों की संख्या 1.75′ है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में ये जानकारी दी। पंकज चौधरी ने बताया कि बैंक नोटों की छपाई का निर्णय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के परामर्श से लिया जाता है। मार्च 2018 में 2000 के नोटों की संख्या 3.27′ थी पंकज चौधरी ने बताया कि 31 मार्च, 2018 को 2,000 रूपए मूल्यवर्ग के 3,363 मिलियन नोट सर्कुलेशन में थे। वॉल्यूम के हिसाब से ये सर्कुलेशन में मौजूद कुल नोटों की संख्या का 3.27′ है। वैल्यू के हिसाब से ये 37.26′ है। नवंबर 2021 में 2,000 के नोट की संख्या 1.75′ 26 नवंबर 2021 को 2,000 रूपए के नोटों की संख्या घटकर 2,233 मिलियन हो गई। वॉल्यूम के हिसाब से ये सर्कुलेशन में मौजूद कुल नोटों की संख्या का 1.75′ है और वॉल्यूम के हिसाब से 15.11’। 2018-19 के बाद से नए नोटों के लिए इंडेंट नहीं पंकज चौधरी ने बताया कि नोटबंदी के बाद जारी किए गए 2,000 रूपए के नोट के सर्कुलेशन में कमी इसलिए आई है क्योंकि 2018-19 के बाद से नए नोटों की छपाई के लिए प्रिंटिंग प्रेस को इंडेंट नहीं दिया गया। कई नोट कटे-फटे होने के बाद सर्कुलेशन से बाहर हो गए हैं, ये भी कमी का एक कारण है। इस साल मार्च में केंद्र सरकार की ओर से बताया गया था कि 2000 रूपए की जमाखोरी रोकने और इकोनॉमी में ब्लैक मनी के सर्कुलेशन को रोकने के प्रयास में अप्रैल 2019 के बाद से 2,000 रूपए के नए नोट नहीं छापे गए हैं। नोटबंदी के बाद सर्कुलेशन में आए 2000 के नोट 8 नवंबर 2016 को, सरकार ने ब्लैक मनी को रोकने के मकसद से सर्कुलेशन में मौजूद 500 और 1,000 रूपए के नोटों को बंद करने का फैसला लिया था। नोटबंदी के बाद, 2,000 रूपए के नोट और 500 रूपए के नए नोट प्रिंट किए गए। बाद में, 200 रूपये के बैंक नोट भी छापे गए।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/946-people-died-after-taking-covid-vaccine/,कोविड टीका लेने के बाद 946 लोगों की मृत्यु,"कोविड टीका लेने के बाद 946 लोगों की मृत्यु By admin -December 8, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। सरकार ने संसद में मंगलवार को बताया कि देश भर में अब तक कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद तबीयत बिगडऩे से 946 लोगों की मृत्यु होने और 1019 को अस्पतालों में भर्ती कराने की सूचना है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में कहा, सभी तीनों कोविड-19 टीके लेने के बाद मृत्यु और अस्पताल में भर्ती के कुल मामले क्रमश: 946 (0.00008 प्रतिशत) और 1019 (0.00008 प्रतिशत) हैं। उन्होंने बताया कि मृत्यु के 89 मामलों में कारणों का आंकलन पूरा हो चुका है। इनमें चार मौतें वैक्सीन के उत्पाद के कारण, 58 दुर्योग वश और 16 अनिश्चित कारणों से हुईं। इनमें 11 मामलों के कारण को वर्गीकृत नहीं किया जा सका है। सरकारी आकड़ों के अनुसार 30 नवंबर 2021 तक कोविड टीके की कुल 123.25 खुराक लगायी जा चुकी थी। इनमें कुल टीका लेने के बाद 49,819 मामलों में टीके के बाद व्यक्ति के शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव दिखा। इनमें से 47,691 मामलों में प्रतिकूल प्रभाव हल्का, 163 में तेज और 1965 में गंभीर प्रभाव रहा। सरकार द्वारा यह भी बताया गया कि दो दिसंबर तक की जानकारी के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण से 4,69,724 लोगों की मौत की सूचना है।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/successful-test-of-vertical-short-range-missile/,वर्टिकल शार्ट रेंज मिसाइल का सफल परीक्षण,"वर्टिकल शार्ट रेंज मिसाइल का सफल परीक्षण By admin -December 8, 2021 नयी दिल्ली (एजेंसी)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सतह से हवा में मार करने वाली वर्टिकल शार्ट रेंज मिसाइल के सफल परीक्षण पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) तथा नौसेना को बधाई दी है। सिंह ने कहा कि इस मिसाइल के परीक्षण से हवाई खतरों से निपटने में नौसेना की क्षमता में बढ़ोतरी होगी। मिसाइल का मंगलवार को ओडिशा के तट पर चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल को बहुत कम ऊंचाई पर स्थित इलेक्ट्रॉनिक लक्ष्य को ध्वस्त करने के लिए वर्टिकल लांचर से दागा गया था।",-1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/covishield-will-reduce-production-by-50/,‘केंद्र की ओर से नहीं मिला वैक्सीन का ऑर्डर’ | 50’...,"‘केंद्र की ओर से नहीं मिला वैक्सीन का ऑर्डर’ | 50’ घटाएंगे कोविशील्ड का उत्पादन : पूनावाला By admin -December 8, 2021 पुणे (एजेंसी)। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने अगले सप्ताह से कोविशील्ड के उत्पादन को कम से कम 50 प्रतिशत तक कम करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया है कि फार्मास्युटिकल फर्म के पास कोविड-19 वैक्सीन के लिए केंद्र से कोई और आदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि हम विभिन्न अफ्रीकी नेताओं के संपर्क में हैं। हमने कोवैक्स के जरिए 400-500 मिलियन डोज के ऑर्डर की समीक्षा की है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, अमेरिका ने टीके की खुराक का बड़ा दान किया है। हम इसको लेकर तैयारियां कर रहे हैं। पूनावाला ने अक्टूबर में बताया था कि हम भारत सरकार की ओर से टीकों के निर्यात के संबंध में उचित निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे हैं। भारत में कोरोना वैक्सीन प्रोग्राम की रीढ़ माने जाने वाली कोविशील्ड की निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपनी उत्पादन क्षमता को प्रति माह 22 करोड़ खुराक तक बढ़ा दिया है। एसआईआई के सीईओ पूनावाला ने कहा, फिलहाल, हम भारत सरकार द्वारा टीकों के निर्यात के संबंध में उचित निर्देश देने का इंतजार कर रहे हैं। बच्चों की वैक्सीन लॉन्च करने में जल्दबाजी नहीं बच्चों के लिए एसआईआई द्वारा निर्मित एक कोरोना वैक्सीन, फरवरी तक लॉन्च होने की उम्मीद है। हालांकि, पूनावाला का कहना है कि उनकी कंपनी में चल रहे परीक्षणों में किसी भी तरह की कोई जल्दबाजी नहीं करेगी। पूनावाला ने कहा, हम फरवरी 2022 तक बच्चों के लिए कोवोवैक्स लॉन्च करने की उम्मीद कर रहे हैं। फिलहाल हम ट्रायल के दौर से गुजर रहे हैं। हम इसके लिए परीक्षणों को तेजी से ट्रैक नहीं करेंगे, खासकर जब ऐसा करने की कोई जरूरत महसूस न हो रही हो।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/first-time-female-intruder-killed-on-international-border-in-jammu-and-kashmir-76371,जम्मू-कश्मीर में इंटरनेशनल बार्डर पर पहली बार महिला घुसपैठिया ढेर,"सुरेश एस डुग्गर जम्मू, 13 दिसम्बर पहली बार जम्मू-कश्मीर में इंटरनेशनल बार्डर पर सुरक्षाबलों ने एक महिला घुसपैठिये को मार गिराया है। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है कि वह आतंकी थी या आम पाकिस्तानी नागरिक। इस बीच कश्मीर में भाजपा के एक नेता के दो पीएसओ अर्थात अंगरक्षक हथियारों समेत लापता हो गए हैं। सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने आरएसपुरा इलाके में एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया है। इसके साथ ही इलाके में सर्च आप्रेशन शुरू किया गया है। सूत्रों के मुताबिक सीमा पार से कुछ लोगों ने भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की। इलाके में गश्त कर रहे जवानों ने जब संदिग्ध हलचल देखी तो उन्हें चेतावनी दी। लेकिन घुसपैठियों ने इसे अनसुना कर दिया। जब घुसपैठिया भारतीय इलाके में पहुंचा तो जवानों ने उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह भागने लगे। इस बीच एक की गोली लगने से मौत हो गई। सर्च अभियान के बाद पता चला कि घुसपैठिया महिला थी। इसके बारे में एजेंसियां जांच कर रही हैं। दूसरी ओर कुपवाड़ा जिले में बीती रात से ही एक भाजपा कार्यकर्ता के साथ तैनात निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) व उसका सहयोगी हथियारों के साथ लापता हैं। स्थानीय पुलिस उनका पता लगाने का प्रयास कर रही है। फिलहाल दोनों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है। वहीं पुलिस का कहना है कि उनकी जांच चल रही है। दोनों पुलिस कर्मियों का पता लगाने के लिए पुलिस टीमें जुटी हुई हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 12 व 13 दिसंबर की मध्यरात्रि को ये दोनों पुलिस कर्मी लापता हैं। भाजपा कार्यकर्ता अब्दुल रशीद जरगर की सुरक्षा में तैनात पीएसओ साकिब तांत्रे व उसका सहयोगी आरिफ अहमद अचानक से लापता हो गए। जांच करने पर पाया गया कि दोनों के हथियार भी वहां से गायब हैं। इस बारे में तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। पीएसओ साकिब की तलाश करते हुए पुलिस की एक टीम रात को ही उसके घर पहुंची। जहां पहुंचने पर परिजनों ने बताया कि वह घर आया था परंतु कुछ ही समय बाद वह वहां से लौट गया। परिजन भी उसका पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। वे दोनों अपने हथियारों के साथ गायब हैं। हथियारों के साथ लापता हुए ये पुलिसकर्मी किसी आतंकी संगठन में तो शामिल नहीं हो गए हैं, पुलिस इस लाइन पर भी जांच कर रही हैं। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इतना ही कहा जा रहा है कि मामला पूरी तरह से हल होने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता। दोनों की तलाश की जा रही है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/chandigarh39s-harnaaz-sandhu-became-miss-universe-after-21-years-the-crown-returned-to-india-76361,"चंडीगढ़ की हरनाज संधू बनीं मिस यूनिवर्स, 21 साल बाद भारत वापस आया ताज़","यरुशलम, 13 दिसंबर (एजेंसी) अभिनेत्री-मॉडल हरनाज संधू ने सोमवार को मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब अपने नाम कर इतिहास रच दिया। इस प्रतियोगिता में 80 देशों की प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था और भारत को 21 साल बाद इस प्रतियोगिता में जीत हासिल हुई है। संधू से पहले सिर्फ दो भारतीय महिलाओं ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है। अभिनेत्री सुष्मिता सेन को 1994 में और लारा दत्ता को 2000 में यह ताज पहनाया गया था। अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता के इस 70वें संस्करण का आयोजन इस्राइल के ईलात में किया गया, जिसमें 21 वर्षीय संधू को सफलता मिली। चंडीगढ़ की मॉडल संधू लोक प्रशासन विषय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही हैं। उन्हें यह ताज इस प्रतियोगिता की 2020 की विजेता मेक्सिको की एंड्रिया मेजा ने पहनाया। पराग्वे की नादिया फेरेरा (22) दूसरे स्थान पर रहीं जबकि दक्षिण अफ्रीका की लालेला मसवाने (24) तीसरे स्थान पर रहीं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं ईश्वर, माता-पिता और मिस इंडिया ऑर्गेनाइजेशन का आभार प्रकट करती हूं, जिन्होंने इस पूरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया और मेरी सहायता की।'' संधू ने कहा, ‘‘ मेरी जीत की कामना और प्रार्थना करने वाले सभी लोगों को ढेर सारा प्यार। 21 साल बाद इस गौरवशाली ताज को भारत लाना गर्व का क्षण है।'' इस प्रतियोगिता में अंतिम सवाल-जवाब चरण में संधू से पूछा गया था कि वर्तमान समय में युवा महिलाएं जो दबाव महसूस कर रही हैं, उससे निपटने के लिए वह उन्हें क्या सलाह देंगी। इस पर उनका जवाब था, ‘‘ वर्तमान समय में युवा जिस बड़े दबाव का सामना कर रहे हैं, वह है खुद पर विश्वास करना। यह जानना कि आप अद्वितीय हैं और यही आपको सुंदर बनाता है। दूसरों के साथ खुद की तुलना करना बंद करें और दुनिया भर में हो रही महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें। यही आपको समझने की जरूरत है। बाहर आएं और खुद के लिए बात करें क्योंकि आप ही अपनी जिंदगी के नेतृत्वकर्ता हैं, आप ही खुद की आवाज हैं। मैंने खुद पर भरोसा किया इसलिए आज मैं यहां खड़ी हूं।'' उनके इस जवाब पर तालियां बजी। संधू ने सौंदर्य क्षेत्र में अपनी यात्रा की शुरुआत 2017 में की थी, जब उन्होंने टाइम्स फ्रेश फेस का अवॉर्ड जीता था। वह 17 साल की उम्र में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व कर रही थीँ। बाद में उन्होंने लीवा मिस दीवा यूनिवर्स 2021 का खिताब जीता। संधू ‘यारा दियां पू बरन' और ‘बाई जी कुट्टंगे' जैसी कुछ पंजाबी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। समारोह की मेजबानी स्टीव हार्वी कर रहे थे और अमेरिकी गायिका जो जो ने इस दौरान प्रस्तुति दी। चयन समिति में अभिनेत्री व मिस यूनिवर्स इंडिया 2015 की विजेता उर्वशी रौतेला, अदामारी लोपेज, एडरियाना लीमा, चेस्ली क्रिस्ट, आयरिश मिटेनाएरा, लोरी हार्वी, मरियन रिवेरा और रेना सॉफर शामिल थीं।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/ngt-approves-delhi-dehradun-expressway-12-member-committee-formed-for-environmental-monitoring-76368,"एनजीटी ने दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे को दी मंजूरी, पर्यावरण निगरानी के लिए बनायी 12 सदस्यीय समिति","नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (एजेंसी) राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने सोमवार को दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा एक्सप्रेस को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही अधिकरण ने 12 सदस्यों की समिति गठित की है जो सुनिश्चित करेगी कि अवैज्ञानिक तरीके से मलबे को रखने से पर्यावरण को नुकसान नहीं हो या गणेशपुर-देहरादून सड़क (एनएच-72ए) पर वन्यजीव गलियारा बाधित नहीं हो। एनजीटी अध्यक्ष जस्टिस आदर्श कुमार गोयल, जस्टिस सुधीर अग्रवाल और विशेषज्ञ सदस्य डॉ.नागिन नंदा की पीठ ने कहा कि यह मानना मुश्किल है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की ओर से परियोजना को वन मंजूरी देने के दौरान विवेक का इस्तेमाल नहीं किया गया। अधिकरण ने कहा, ‘‘एक बार परियोजना की मंजूरी देने के बाद इसके परिणामस्वरूप द्वितीय चरण/पेड़ काटने की मंजूरी का होता है। हालांकि, हम देख सकते हैं कि पारदर्शिता के लिए द्वितीय चरण/पेड़ काटने की मंजूरी, पहले चरण के बाद दी जानी चाहिए और इसे तुरंत वेबसाइट पर अपलोड करना चाहिए।'' एनजीटी ने कहा, ‘‘वन मंजूरी को कायम रखने के बावजूद, हम पाते हैं कि इसके प्रभाव को कम करने वाले उपायों को प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए और उसकी जमीन पर निगरानी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से किया जाना चाहिए और साथ ही यही निगरानी स्वतंत्र प्रणाली की ओर से भी जानी चाहिए।'' हरित अधिकरण ने इसके साथ ही 12 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया जिसकी अध्यक्षता उत्तराखंड के मुख्य सचिव करेंगे, इसमें भारतीय वन्य जीव संस्थान, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, उत्तराखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य को नामित किया।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/leaders-paid-tribute-to-those-who-lost-their-lives-in-the-2001-terrorist-attack-on-parliament-modi-and-amit-shah-could-not-attend-76363,"संसद पर 2001 में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को दी नेताओं ने श्रद्धांजलि, मोदी और अमित शाह नहीं हो सके शामिल","नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (भाषा) संसद भवन पर 2001 में हुए आतंकवादी हमले की 20वीं बरसी पर सोमवार को उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू तथा लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला की अगुवाई में सांसदों ने, इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। संसद भवन परिसर में हुए एक आयोजन में नायडू और बिरला ने दिवंगत लोगों को पुष्पांजलि अर्पित की। हमले में जान गंवाने वालों की तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और प्रह्लाद जोशी भी शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पूर्व निर्धारित व्यस्तता की वजह से इस आयोजन में शामिल न हो सके। बीस साल पहले, 13 दिसंबर को लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने संसद भवन परिसर पर हमला कर अंधाधुंध गोलीबारी की थी जिसमें नौ लोग मारे गए थे। जान गंवाने वालों में दिल्ली पुलिस के पांच कर्मी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिला कर्मी, संसद भवन के ‘‘वाच एंड वार्ड'' स्टाफ के दो कर्मी और एक माली शामिल थे। गोलीबारी में घायल एक पत्रकार की बाद में मृत्यु हो गई थी। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में पांचों आतंकवादी मारे गए थे।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pak-military-generals-had-strict-orders-don39t-spare-anyone-in-east-pakistan-nn-vohra-76236,"पाक सैन्य जनरलों के थे कड़े आदेश, पूर्वी पाकिस्तान में किसी को न बख्शें : एनएन वाेहरा","ट्रिब्यून न्यूज सर्विस चंडीगढ़, 12 दिसंबर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के कारणों का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान के पूर्वी हिस्से के हुक्मरान क्रूर नायकत्व के चलते एक समुदाय को तबाह कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'इस्लामाबाद से सत्ताधारी जनरलों का कड़ा आदेश था कि किसी को न बख्शें और कानून को लागू करें। कानून का कड़ाई से लागू किया जाना, इसलिए भी जरूरी हो गया था, क्योंकि मार्च 1971 में हुए नेशनल असेम्बली के चुनावों में शेख मुजीबुर रहमान की आवामाी लीग को बड़ी जीत मिली थी, लेकिन इस्लामाबाद में शासक किसी भी सूरत में रहमान को पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज नहीं होना देना चाहते थे।' उन्होंने ये विचार रविवार को मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल-2021 में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पूर्वी पाकिस्तान में क्रूर नरसंहार के चलते लाखों बांग्लादेशियों ने 1971 की सर्दियों की शुरुआत में भारत में आना शुरू कर दिया और यह संख्या रोज बढ़ती जा रही थी। उन्होंने कहा कि पतझड़ शुरू होते-होते असम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के पूर्वाेत्तर क्षेत्र में लाखों पूर्वी पाकिस्तानी पहुंच चुके थे। उन्होंने कहा कि फिर प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के नेतृत्व को अपने लोगों को वापस लेने के लिए राजी करने को हर तरीका अपनाया। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने इसे अनसुना कर दिया। जैसे-जैसे भारत आने वालों की संख्या बढ़ती गई, वैसे-वैसे भारत सरकार को इन लाखों पूर्वी पाकिस्तानियों को आश्रय और खाना उपलब्ध कराने के लिए पैसे की भारी दिक्कत पेश आने लगी। इसके साथ, सुरक्षा की गंभीर चुनौती खड़ी हो गई, क्योंकि शरणार्थियों के साथ पाकिस्तान की आईएसआई ने अपने कुछ एजेंट भी भेज दिए, जिन्होंने भारत में प्रवेश के बाद गड़बड़ी फैलाना शुरू कर दिया। ऐसी घटनाओं की संख्या निरतर बढ़ने लगी। उन्होंने कहा कि जब पानी सिर से ऊपर जाने लगा तो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अमेरिका, इंगलैंड, जर्मनी और फ्रांस सहित विभिन्न देशों के दौरा किया, जिससे दुनिया के नेताओं को पाकिस्तान की ओर से निरंतर जारी नरसंहार से अवगत कराया जा सके। साथ ही, प्रधानमंत्री ने इसके चलते भारत को पेश आ रही आर्थिक और सुरक्षा की समस्याओं से भी अवगत कराया। एनएन वोहरा ने कहा कि जैसी कि अपेक्षा थी, दुनिया के किसी भी नेता ने न तो इंदिरा की बात में काई दिलचस्पी ली और न ही कोई समर्थन दिया। अगस्त 1971 में भारत ने तत्कालीन सोवियत संघ से शांति, दोस्ती तथा सहयोग को लेकर संधि की। सोवियत संघ ने भी बांग्लादेश के मामले में और संयुक्त राष्ट्र में हुई बहसों में पूरी मजबूती के साथ भारत का साथ दिया। उन्होंने कहा कि युद्ध में भारत की जीत और 93 हजार पाकिस्तानी युद्ध बंदियों के चलते पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया और एक नया देश अस्तित्व में आया। एनएन वोहरा ने बताया कि ‘ट्रिब्यून’ ने इस बारे में एक अंग भी संग्रहीत किया है, जिसमें न केवल 1971 के हमारे सभी युद्ध नायकों को श्रद्धांजलि दी गई है, बल्कि कई मौजूदा तथा सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों की टिप्पणियां भी शामिल की हैं। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक का जल्द ही विमोचन किया जाएगा। ‘युद्ध की भावी रणनीतियों और खतरों पर ध्यान जरूरी’ मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल के पहले दिन शनिवार काे एनएन वोहरा ने विशेषज्ञों का आह्वान किया कि वे युद्ध को लेकर वर्तमान और भविष्य में क्या सोच होनी चाहिए व क्षेत्र में और उससे बाहर उभर रहे खतरों को देखते हुए रक्षा सेनाओं को उनसे निपटने के लिए किस तरह तैयारी करनी चाहिए, इस बारे में अपना योगदान दें। कार्यक्रम का उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने किया। इस अवसर पर वोहरा ने कहा, ‘इस साहित्य उत्सव का एक तत्व क्षेत्र की भू-राजनीति, उभरते खतरों और एक राष्ट्र के रूप में भारत और हमारी सेना को भविष्य की आकस्मिकताओं के लिए तैयार होने के लिए क्या करना है, उस पर केंद्रित है। इस साल फेस्टिवल का मुख्य बिंदु 1971 के भारत-पाक युद्ध में जीत की स्वर्ण जयंती है।’ एनएन वोहरा ने 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वह जनरल रावत को वर्षों से जानते थे और जब वह खुद जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे तथा जनरल रावत सेना प्रमुख, तब उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर उनके साथ कई बार विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नव के. खंडूरी ने 1971 की लड़ाई में भारत की जीत का श्रेय साहसिक नेतृत्व, सावधानीपूर्वक संचालन योजना और निष्पादन और सैनिकों के साहस तथा वीरता को दिया। मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल एसोसिएशन के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल टीएस शेरगिल (सेवानिवृत्त) ने 1971 का स्थिति का अवलोकन पेश किया तथा पूर्वी और पश्चिमी मोर्चे पर उत्पन्न चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए युद्ध के लिए सैद्धांतिक दृष्टिकोण पर चर्चा की। 1971 के युद्ध के दौरान विदेश सेवा के अधिकारी रहे पूर्व राजनयिकों सतिंदर लांबा और आफताब सेठ ने पूर्वी पाकिस्तान में व्याप्त राजनीतिक स्थिति के साथ-साथ भारत की विदेश नीति की पहल और युद्ध के लिए चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 1971 के चुनावों में आवामी लीग के शेख रहमान की जीत उपमहाद्वीप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी और इसके बाद जनरल असेंबली का भंग होना पाकिस्तान के टूटने की शुरुआत थी।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/omicron-knocks-in-chandigarh-38-cases-in-the-country-76240,"चंडीगढ़ में ओमीक्रोन की दस्तक, देश में 38 मामले","चंडीगढ़/बेंगलुरु, 12 दिसंबर (एजेंसी) कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन देश में तेजी से पैर पसार रहा है। चंडीगढ़ में रविवार को ओमीक्रोन का पहला केस मिला। इसके अलावा केरल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में ओमीक्रोन का एक-एक मरीज मिलने के बाद देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। विदेश से अपने रिश्तेदारों से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे 20 वर्षीय एक युवक के ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉक्टर सुमन सिंह ने बताया कि वह इटली में रह रहा था। जीनोम अनुक्रमण की उसकी रिपोर्ट 11 दिसंबर को देर रात मिली और इसमें ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है। युवक ने कोरोना रोधी वैक्सीन ले रखी है। वह फिलहाल क्वारंटाइन है। व्यक्ति 22 नवंबर को भारत आया था। यह व्यक्ति एक दिसंबर को संक्रमित पाया गया। इसके बाद उसे क्वारंटाइन में भेज दिया गया और उसके नमूने को जीनोम अनुक्रमण के लिए नयी दिल्ली भेजा गया। उसके परिवार के 4 सदस्यों को भी क्वारंटाइन किया गया है। उनमें से किसी में भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। उधर, केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के पहले मामले की पुष्टि हुई है। मरीज केरल का निवासी है, जो हाल में ब्रिटेन से लौटा है। इस बीच, आंध्र प्रदेश में भी ओमीक्रोन का पहला मामला मिला है। आयरलैंड से पहुंचे 34 वर्षीय एक विदेशी यात्री में इसकी पुष्टि हुई है। कर्नाटक में रविवार को ओमीक्रॉन के तीसरे मामले की पुष्टि हुई। यह व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से आया था और कोरोना से संक्रमित था। उसका सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। महाराष्ट्र में भी दक्षिण अफ्रीकी देश से नागपुर लौटे 40 वर्षीय व्यक्ति में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है। राज्य में इस स्वरूप के 18 मामले सामने आ चुके हैं। उपचाराधीन मरीज 560 दिनों में सबसे कम देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7774 नये मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34690510 हो गई है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 92,281 हो गई, जो 560 दिनों में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 306 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 475434 हो गई है। देश में लगातार 45 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15 हजार से नीचे है। राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 996 की कमी आई है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/new-india-emphasizes-on-solving-problems-not-avoiding-76241,"नया भारत समस्याओं के हल पर जोर देता है, टालता नहीं","नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अब बैंकों के डूबने पर जमाकर्ताओं का पैसा नहीं डूबता और उनकी जमा का समयबद्ध तरीके से भुगतान किया जाता है। मोदी ने यहां विज्ञान भवन में ‘जमाकर्ता प्रथम : 5 लाख रुपये तक का गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का जिस तरह समाधान किया गया, आज का दिन उसका साक्षी बन रहा है। आज का नया भारत समस्याओं के समाधान पर जोर लगाता है, आज भारत समस्याओं को टालता नहीं है। उन्होंने कहा कि बीते एक साल में एक लाख से अधिक जमाकर्ताओं को उनका फंसा पैसा वापस मिला है। यह राशि 1,300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब जमाकर्ताओं को दबाव वाले बैंकों से अपना पैसा वापस पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था। गरीब, मध्यम वर्ग बरसों तक इस परेशानी से जूझता रहा। लेकिन जमा बीमा सुधार लागू करने से खाताधारकों का बैकिंग प्रणाली के प्रति भरोसा बढ़ा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने दबाव वाले बैंकों से जमाकर्ताओं को मिलने वाली राशि को एक लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है। इसके दायरे में 98 प्रतिशत खाताधारक आते हैं। उन्होंने कहा कि जमा बीमा भुगतान की गारंटी के पीछे प्रेरणा जमाकर्ता हैं। यदि बैंकों को बचाना है तो जमाकर्ताओं को सुरक्षा देनी होगी। हमने बैंकों को बचाकर जमाकर्ताओं को यह सुरक्षा दी है। संसद ने गत अगस्त में जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक, 2021 को पारित किया। इसके तहत किसी बैंक पर रिजर्व बैंक की ‘रोक' के बाद 90 दिन के अंदर जमाकर्ताओं को उनकी जमा में से 5 लाख रुपये तक की राशि का भुगतान करने का प्रावधान है। पीएम ने कहा कि पहले एक बैंक डूबने पर जमाकर्ताओं को सिर्फ एक लाख रुपये ही देने का प्रावधान था। इस राशि के भी मिलने की कोई समयसीमा नहीं थी।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/new-voters-will-be-able-to-get-votes-made-4-times-in-a-year-76242,साल में 4 बार वोट बनवा सकेंगे नये मतदाता,"नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) निर्वाचन कानून में संशोधन करके लोगों को मतदाता के रूप में नामांकित करने के लिए हर साल 4 ‘कट-ऑफ' तारीखें रखने की योजना है। इस कदम से लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एक आम मतदाता सूची बनाने में मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित हो सकेगा कि अधिक पात्र युवा मतदाता बनें। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) अधिक पात्र लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण करने की अनुमति देने के लिए कई ‘कट-ऑफ' तारीखों पर जोर दे रहा है। अब तक, किसी विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव के लिए, केवल वही व्यक्ति मतदाता सूची में नामांकित होने के लिए पात्र है, जो उस वर्ष की एक जनवरी या उससे पहले की स्थिति में 18 वर्ष की आयु का हो चुका है। ईसीआई ने सरकार को बताया था कि इस उद्देश्य के लिए निर्धारित एक जनवरी की ‘कट-ऑफ' तारीख कई युवाओं को एक विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव में भाग लेने से वंचित करती है। केवल पात्रता या ‘कट-ऑफ' तिथि के कारण, दो जनवरी को 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले व्यक्ति को पंजीकृत नहीं किया जा सकता है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/take-colonel-harjinder-singh39s-last-farewell-with-military-honors-76243,ले. कर्नल हरजिंदर सिंह को सैन्य सम्मान से अंतिम विदायी,"लेफ्टिनेट कर्नल हरजिंदर सिंह काे अंतिम विदाई देतीं उनकी पत्नी मेजर (सेवानिवृत्त) एगनिस पी मेनेजेस। नयी दिल्ली : लेफ्टिनेट कर्नल हरजिंदर सिंह का रविवार को यहां बरार स्क्वायर में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वह पिछले हफ्ते तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले 13 लोगों में शामिल थे। लेफ्टिनेट कर्नल हरजिंदर सिंह की बेटी ने चिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और सशस्त्र बलों के प्रमुखों ने दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र चढ़ाया था। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और अन्य सैन्य अधिकारियों ने लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह को श्रद्धांजलि दी। उनके परिवार में उनकी पत्नी मेजर (सेवानिवृत्त) एगनिस पी मेनेजेस और बेटी प्रीत कौर हैं। रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह के परिवार को सांत्वना देते हुए भी दिखे। लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह का जन्म 17 अप्रैल 1978 को हुआ था और वह सितंबर 2001 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। सीडीएस के स्टाफ ऑफिसर के रूप में कार्यरत लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह 11 गोरखा राइफल्स से संबंधित थे और रावत भी इसी रेजिमेंट से थे। सेना के अधिकारी ने देश के पूर्वोत्तर में चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से लगती नियंत्रण रेखा पर भी सेवा दी। -एजेंसी",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/2-terrorists-killed-while-trying-to-attack-the-technical-area-of-srinagar-air-force-base-76374,श्रीनगर वायुसेना अड्डे के तकनीकी क्षेत्र पर हमले का प्रयास कर रहे 2 आतंकी ढेर,"सुरेश एस. डुग्गर जम्मू, 13 दिसम्बर आतंकियों ने आज श्रीनगर के वायुसेना अड्डे के तकनीकी क्षेत्र पर हमले की कोशिश की पर सुरक्षाबलों ने समय रहते उसे नाकाम बना दिया और दो आतंकियों को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों में एक स्थानीय और एक पाकिस्तानी नागरिक है। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना के रंगरेथ के तकनीकी क्षेत्र के पास हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को मार गिराया है। इलाके में और आतंकवादियों के मौजूद होने की आशंका के चलते सुरक्षाबलों का अभियान अभी भी जारी है। हालांकि आतंकवादियों के खिलाफ कारवाई करने से पहले सुरक्षाबलों ने उन्हें कई बार आत्मसपर्मण करने का मौका दिया परंतु जब आतंकवादियों ने गोलीबारी का सिलसिला जारी रखा तो जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने दोनों को मार गिराया। दरअसल सुरक्षा बलों को सूचना मिली की थी श्रीनगर के रंगरेथ में आतंकियों की मौजूदगी है। इस सूचना पर सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। घेरा सख्त होते देख आतंकी ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन संयम का परिचय देते हुए उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। जब लगातार फायरिंग जारी रही तो सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की इसमें 2 आतंकी मारे गए। स्थानीय लोगों के अनुसार मारे गए दोनों आतंकियों में एक स्थानीय जबकि दूसरा पाकिस्तानी बताया जा रहा है। हालांकि अधिकारिक तौर पर अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है। सूत्रों का कहना है कि जहां ये मुठभेड़ हुई, ये इलाका भारतीय वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र से सटा हुआ है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि ये आतंकी यहां किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/celebrations-at-miss-universe-harnaaz-sandhu39s-house-76373,मिस यूनिवर्स हरनाज संधू के घर पर जश्न का माहौल,"गौरव कंठवाल ट्रिब्यून न्यूज़ सर्विस चंडीगढ़, 13 दिसंबर मिस यूनिवर्स-2021 का खिताब अपने नाम करने वाली हरनाज संधू के चंडीगढ़ के समीप खरड़ स्थित घर में सोमवार को जश्न का माहौल है। उसकी मां रविंदर कौर ने याद किया कि रविवार को खिताब जीतने से पहले हरनाज ने उनसे कहा था कि ''आप मुझपर गर्व करेंगी।'' हरनाज ने सोमवार को इतिहास रचते हुए 79 देशों की प्रतिभागियों को पछाड़कर मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब अपने नाम किया। भारत को 21 साल के बाद यह खिताब मिला है। इस्राइल में हुए कार्यक्रम में हरनाज को मिस यूनिवर्स 2021 चुने जाते ही उसके पिता प्रीतम सिंह संधू, मां डॉक्टर रविंदर कौर संधू और भाई हरनूर सिंह खुशी से झूम उठे। उनका परिवार गुरदासपुर के कोहली गांव (बटाला) का रहने वाला है और अब सेक्टर 125 में खरड़ लांडरां रोड पर शिवालिक शहर के मित्तल अपार्टमेंट में रहता है। हरनाज की जीत से गदगद उनके पिता प्रीतम सिंह संधू की आंखों से खुशी के आंसू छलक आए। पिता प्रीतम सिंह संधू ने कहा-‘मैं बहुत खुश और गौरवान्वित हूं। हम उसे एक भव्य पार्टी देने के लिए इंतजार कर रहे हैं। उसने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। भांगड़ा पावांगे!’ सोहाना के एक अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी मां रवींद्र कौर संधू ने कहा कि वह अपनी खुशी शब्दों में बयां नहीं कर सकतीं। हरनाज संधू से पहले सिर्फ दो भारतीय मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर पाई हैं। अभिनेत्री सुष्मिता सेन ने 1994 में जबकि अभिनेत्री लारा दत्ता ने 2000 में यह खिताब जीता था। हरनाज संधू की मां रविंदर कौर संधू ने कहा कि उन्होंने रविवार शाम को उससे बात कर उसे शुभकामनाएं दी थीं। कौर ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को ध्यान केंद्रित करने और सब कुछ ईश्वर पर छोड़ने की सलाह दी थी। कौर ने कहा कि हरनाज ने परिवार से उनके लिए प्रार्थना करने के लिए भी कहा था। जिस समय कार्यक्रम चल रहा था तब कौर एक गुरुद्वारे में उनके लिए प्रार्थना कर रही थीं। इस कार्यक्रम को देखने वाले हरनाज संधू के भाई हरनूर सिंह ने अपनी मां को खिताब जीतने की जानकारी दी। इस बीच, चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स सेक्टर-42 की प्रिंसिपल डॉ निशा अग्रवाल ने कहा कि हरनाज संधू एक मेधावी छात्रा रही है। उन्होंने कहा, ''यह हमारे लिए बेहद खुशी की बात है। हरनाज संधू ने बीए (आईटी) की पढ़ाई की है और अब वह लोक प्रशासन में एमए कर रही है।''",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/prisoner-attacked-with-scissors-in-tihar-jail-76249,तिहाड़ जेल में कैदी पर कैंची से हमला,"नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक कैदी पर दो अन्य कैदियों ने अपने वार्ड में बाल कटवाते समय कथित तौर पर नाई की कैंची से हमला किया। जेल अधिकारियों ने रविवार को बताया घटना 10 दिसंबर को तिहाड़ के केंद्रीय कारागार संख्या आठ के भीतर हुई, जब दो कैदियों ने अपने वार्ड में एक नाई से बाल कटवाने के दौरान अचानक नाई की कैंची से दूसरे कैदी पर हमला कर दिया। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘खींचतान के दौरान पीड़ित और एक हमलावर घायल हो गए और जेल कर्मचारियों ने उन्हें तुरंत अलग कर दिया। दोनों कैदियों की चोट गंभीर नहीं थी।' अधिकारी ने कहा कि घायल कैदियों को इलाज के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा गया, जहां से उन्हें उसी दिन छुट्टी दे दी गई और वे वापस जेल लाए गए। एक अधिकारी ने बताया कि मामले में मामला दर्ज किया गया है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/now-there-will-be-a-chance-to-get-votes-made-4-times-in-a-year-amendment-will-be-done-in-the-election-law-76234,"अब एक साल में 4 बार मिलगा वोट बनवाने का मौका, निर्वाचन कानून में होगा संशोधन","नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) निर्वाचन कानून में संशोधन करके लोगों को मतदाता के रूप में नामांकित करने के लिए हर साल 4 ‘कट-ऑफ' तारीखें रखने की योजना है। इस कदम से लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एक आम मतदाता सूची बनाने में मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित हो सकेगा कि अधिक पात्र युवा मतदाता बनें। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) अधिक पात्र लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण करने की अनुमति देने के लिए कई ‘कट-ऑफ' तारीखों पर जोर दे रहा है। अब तक, किसी विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव के लिए, केवल वही व्यक्ति मतदाता सूची में नामांकित होने के लिए पात्र है, जो उस वर्ष की एक जनवरी या उससे पहले की स्थिति में 18 वर्ष की आयु का हो चुका है। ईसीआई ने सरकार को बताया था कि इस उद्देश्य के लिए निर्धारित एक जनवरी की ‘कट-ऑफ' तारीख कई युवाओं को एक विशेष वर्ष में होने वाले चुनाव में भाग लेने से वंचित करती है। केवल पात्रता या ‘कट-ऑफ' तिथि के कारण, दो जनवरी को 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले व्यक्ति को पंजीकृत नहीं किया जा सकता है। इसलिए जो व्यक्ति एक जनवरी के बाद 18 साल का हो जाता है, उसे पंजीकरण के लिए अगले साल का इंतजार करना पड़ता है। कानून मंत्रालय ने एक संसदीय समिति को बताया है कि ‘‘लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 14 (बी) में संशोधन करने का प्रस्ताव है, जिसमें हर साल 4 तिथियां (या कट-ऑफ तिथियां) 1 जनवरी, एक अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्तूबर शामिल हैं।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/dhami39s-pro-nandan-bisht-who-wrote-a-letter-to-the-sp-of-bageshwar-district-of-uttarakhand-to-cancel-the-challan-of-3-vehicles-suspended-76233,उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के एसपी को 3 वाहनों के चालान निरस्त करने के लिए पत्र लिखने वाला धामी का पीआरओ नंदन बिष्ट निलंबित,"देहरादून, 12 दिसंबर (एजेंसी) उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के पुलिस अधीक्षक को 3 वाहनों के चालान निरस्त करने के लिए कथित तौर पर पत्र लिखने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को निलंबित कर दिया गया है तथा इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। यहां आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि बिष्ट को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है तथा मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में जांच के आदेश भी दिए हैं। बिष्ट ने 8 दिसंबर को अपने लैटर हेड पर कथित तौर पर बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री के मौखिक आदेश का हवाला देते हुए उनसे 29 नवंबर को काटे गए तीन वाहनों के चालान निरस्त करने के लिये कहा था। पत्र में तीनों वाहनों के नंबर भी दिए गए हैं। बिष्ट के दस्तखत से जारी इस पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक आदेश जारी कर वहां तैनात सभी जनसंपर्क अधिकारियों, को​आर्डिनेटरों, मुख्य को​आर्डिनेटरों के लैटर हैड प्रयोग पर पूरी पाबंदी लगा दी गयी है। आदेश के अनुसार, अब वे अपने हस्ताक्षर से कोई सरकारी पत्र या निर्देश जारी नहीं कर सकेंगे। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने चालान हुए वाहनों में अवैध खनन सामग्री होने तथा सरकार पर खनन माफिया को प्रश्रय देने का आरोप लगाया। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही कह रही है कि राज्य सरकार खनन माफिया को प्रश्रय दे रही है और मुख्यमंत्री के पीआरओ के पत्र से उनके इन आरोपों की ही पुष्टि हुई है। इस बीच, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि जब कांग्रेस का स्टिंग सामने आया था तब तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत बगलें झाकते रहे और कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि पत्र की विश्वसनीयता की पुष्टि के बगैर कांग्रेस हल्ला मचा रही है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/need-to-focus-on-future-strategies-and-threats-of-war-nn-vohra-76231,युद्ध की भावी रणनीतियों और खतरों पर ध्यान देने की जरूरत : एनएन वोहरा,"पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा। ट्रिब्यून न्यूज सर्विस चंडीगढ़, 12 दिसंबर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा ने विशेषज्ञों से युद्ध के संदर्भ में वर्तमान और भविष्य को ध्यान में रखते हुए योगदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमें क्षेत्र में और उससे आगे किस तरह के खतरे उभर रहे हैं, उन्हें देखते हुए उनसे निपटने के लिए रणनीति बनानी आवश्यक है। श्री वोहरा कल मिलिट्री लिटरेचर फेस्ट के 5वें संस्करण के वर्चुअल उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। कार्यक्रम का उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने किया। इस अवसर पर श्री वोहरा ने कहा, ‘यह फेस्ट देश के लिये उभरते खतरों और एक राष्ट्र के रूप में भारत और हमारी सेना को भविष्य की आकस्मिकताओं के लिए तैयार करने के लिए क्या करना है, उसपर केंद्रित है। इस वर्ष फेस्टिवल का फोकस 1971 के भारत-पाक युद्ध में जीत की स्वर्ण जयंती है।’ पूर्व राज्यपाल ने कहा, ‘युद्ध जीवन और मृत्यु का प्रश्न है और देशों के साथ-साथ उन अधिकारियों और जवानों के लिए सम्मान का प्रश्न है जो अपने देश की सुरक्षा, अखंडता और एकता के लिए लड़ाई लड़ते हैं।’ उस अवसर पर वोहरा ने 8 दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैनिकों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वह जनरल रावत को कई वर्षों से जानते थे और जब वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे और जनरल रावत सेना प्रमुख थे, तब राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर उनके साथ कई बार विचार-विमर्श किया । उस अवसर पर पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नव के. खंडूरी ने 1971 में भारतीय जीत का श्रेय साहसिक नेतृत्व, सावधानीपूर्वक संचालन योजना और निष्पादन और सैनिकों के साहस और वीरता को दिया। मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल एसोसिएशन के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल टीएस शेरगिल (सेवानिवृत्त) ने 1971 में मौजूदा स्थिति का अवलोकन दिया और पूर्वी और साथ ही पश्चिमी मोर्चे पर विभिन्न चुनौतियों पर प्रकाश डाला और युद्ध के लिए सैद्धांतिक दृष्टिकोण पर चर्चा की। पूर्व राजनयिक सतिंदर लांबा और आफताब सेठ, जो दोनों 1971 के युद्ध के दौरान विदेश सेवा के अधिकारी थे, ने पूर्वी पाकिस्तान में व्याप्त राजनीतिक स्थिति के साथ-साथ भारत की विदेश नीति की पहल और युद्ध के लिए चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 1971 के चुनावों में आवामी लीग के शेख रहमान की जीत उपमहाद्वीप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी और बाद में जनरल एसेंबली का भंग होना पाकिस्तान के टूटने की शुरुआत थी।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/colors-of-haryana-telangana-seen-in-39ek-bharat-shreshtha-bharat39-photo-exhibition-in-hyderabad-76229,"हैदराबाद में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत' फोटो प्रदर्शनी में दिखे हरियाणा, तेलंगाना के रंग","चंडीगढ़, 12 दिसंबर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने आज हैदराबाद में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के तहत फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में हरियाणा और तेलंगाना - इन 2 युग्म राज्यों की संस्कृति के विविध पहलुओं को दर्शाया गया। प्रदर्शनी का समन्वय मंत्रालय के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी में हरियाणा और तेलंगाना के युग्मित राज्यों की कई दिलचस्प विशेषताओं को दिखाया गया, जैसे कि कला के रूप, व्यंजन, त्योहार, स्मारक और पर्यटक आकर्षण आदि। प्रदर्शनी 12 से 14 दिसंबर तक हैदराबाद के नामपल्ली में पोट्टी श्रीरामुलु तेलुगु विश्वविद्यालय परिसर में चल रही है। एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता की भावना को विकसित करने और हमारे देश के नागरिकों के बीच भावनात्मक संबंधों के ताने-बाने को बढ़ाने के लिए अपनी तरह की एक अनूठी सरकारी परियोजना है। देश के प्रत्येक राज्य और क्षेत्र को एक निश्चित अवधि के लिए दूसरे के साथ जोड़ा जाएगा, जिसके दौरान वे भाषा, साहित्य, व्यंजन, त्योहारों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पर्यटन आदि जैसे क्षेत्रों में संरचित आदान-प्रदान में संलग्न होंगे। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल के 140 वें जन्मदिन को मनाने के लिए 31 अक्टूबर, 2015 को एक भारत श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) अभियान का उद्घाटन किया था।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/7-774-new-cases-of-kovid-19-in-the-country-in-24-hours-306-people-lost-their-lives-76227,"देश में 24 घंटे में कोविड-19 के 7,774 नए मामले; 306 लोगों ने गंवायी जान","नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 7,774 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,90,510 हो गई तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 92,281 हो गई जो 560 दिनों में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी किए आंकड़ों के अनुसार, 306 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,75,434 हो गई। देश में लगातार 45 दिन से संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 15,000 से नीचे है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 92,281 हो गई, जो कि कुल मामलों का 0.27 फीसदी है। यह संख्या पिछले 560 दिन में सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/helicopter-accident-the-body-of-naik-gursewak-singh-reached-his-native-village-dode-sodhian-76225,हेलीकॉप्टर दुर्घटना : नायक गुरसेवक सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव डोडे सोढ़ियां पहुंचा,"अमृतसर, 12 दिसंबर (एजेंसियां) तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें जान गंवाने वाले नायक गुरसेवक सिंह का पार्थिव शरीर रविवार को यहां पहुंचा। अधिकारियों ने बताया कि पार्थिव शरीर को पड़ोसी तरनतारन जिले के डोडे सोढ़ियां गांव ले जाया गया जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। नायक सिंह पिछले महीने ही छुट्टियां खत्म होने के बाद डोडे सोढियां गांव से ड्यूटी पर वापस गए थे। गौरतलब है कि बुधवार को कुन्नूर के पास वायुसेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर सहित 13 लोगों का निधन हो गया था। नायक सिंह के पार्थिव शरीर को सैन्य विमान के जरिए यहां लाया गया। पार्थिव शरीर की पहचान डीएनए जांच के जरिए की गयी।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/now-depositors39-money-doesn39t-sink-when-banks-sink-modi-76224,अब बैंक डूबने पर जमाकर्ताओं का पैसा नहीं डूबता : मोदी,"नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अब बैंकों के डूबने पर जमाकर्ताओं का पैसा नहीं डूबता है और उनकी जमा का समयबद्ध तरीके से भुगतान किया जाता है। मोदी ने यहां विज्ञान भवन में ‘जमाकर्ता प्रथम: पांच लाख रुपये तक का गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब जमाकर्ताओं को दबाव वाले बैंकों से अपना पैसा वापस पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था। गरीब, मध्यम वर्ग बरसों तक इस परेशानी से जूझता रहा। मोदी ने कहा, ‘यदि बैंकों को बचाना है, तो जमाकर्ताओं को सुरक्षा देनी होगी। हमने बैंकों को बचाकर जमाकर्ताओं को यह सुरक्षा दी है।' उन्होंने कहा, ‘‘जमा बीमा भुगतान की गारंटी के पीछे की प्रेरणा जमाकर्ता हैं। एक साल में एक लाख जमाकर्ताओं को 1,300 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने कानून में बदलाव किया है जिससे बैंकों के बंद होने पर जमाकर्ताओं को समयबद्ध तरीके से उनकी जमा का भुगतान किया जाता है। मोदी ने कहा कि सरकार ने दबाव वाले बैंकों से जमाकर्ताओं को मिलने वाली राशि को एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है। इसके दायरे में 98 प्रतिशत खाताधारक आते हैं। उन्होंने बताया कि 90 दिन के भीतर गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान के दायरे में बैंकों में 76 करोड़ रुपये की जमा राशि आती है। बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे बैंकों को सक्षम बनाने, उनकी क्षमता और पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए उनका विलय सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंकों के साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन तथा कर्ज तक सुगम पहुंच का सबसे अधिक लाभ महिलाओं को मिल रहा है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/we-are-fully-prepared-to-deal-with-the-third-wave-of-the-epidemic-yogi-76223,महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए हम पूरी तरह तैयार : योगी,"लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत ""मुफ्त राशन योजना"" का उद्घाटन करने के बाद लाभार्थियों को मुफ्त राशन बैग वितरित करते हुए।-प्रेट्र लखनऊ, 12 दिसंबर (एजेंसी) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दावा किया कि उनकी सरकार कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 'निशुल्क राशन वितरण महाभियान' की शुरुआत करते हुए अपने संबोधन में दावा किया, “वर्तमान में जब दुनिया में कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की जा रही है, केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार इसका मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हम मुफ्त में जांच, उपचार, कोरोना रोधी टीका और खाद्यान्न उपलब्ध कराने की योजना को बड़े पैमाने पर चला रहे हैं।” योगी ने लोगों से कोविड-19 रोधी टीका लगवाने का आह्वान करते हुए यह भी दावा किया कि “तीसरी लहर में एक बात देखने को मिल रही है कि अगर वायरस ने कहीं प्रभाव डाल भी दिया तो उसका उन लोगों पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है, जिन्होंने वैक्सीन लगवा रखी है। वैक्सीन एक सुरक्षा कवच है।” मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “बहुत से लोगों ने कोरोना रोधी टीके का बड़ा दुष्प्रचार किया। उन लोगों से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। वे कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को कमजोर करने वाले लोग हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह चोरी-छुपे घर के अंदर टीका ले चुके होंगे मगर गरीबों को बहका रहे हैं कि कहीं अगर गरीब व्यक्ति ले लेगा तो ऐसा न हो कि (सत्ता से) उनका वनवास हमेशा के लिए हो जाए।” योगी ने दावा किया, “दुनिया में सबसे अच्छा कोविड-19 प्रबंधन भारत में ही है और उसमें भी उत्तर प्रदेश में सबसे अच्छा है। पच्चीस करोड़ की आबादी ने कोरोना छूमंतर किया। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम लापरवाही बरतें। हमें और भी सावधानी बरतनी होगी।” निशुल्क राशन वितरण महाअभियान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “डबल इंजन सरकार के खाद्यान्न का लाभ का हर जरूरतमंद को मिले, इसी दृष्टि से खाद्यान्न योजना को फिर से शुरू किया जा रहा है। इससे महीने में दो बार खाद्यान्न योजना का लाभ जरूरतमंद को प्राप्त होगा।” उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर गरीबों के हिस्से का अनाज हड़प लेने का आरोप लगाते हुए कहा, “आपने देखा होगा कि वर्ष 2017 से पहले यह खाद्यान्न माफियाओं के हवाले हो जाता था और यह अनाज उत्तर प्रदेश से किसी दूसरे देश की ओर चला जाता था। गरीब टकटकी लगाए देखता रहता था लेकिन उसको कभी खाद्यान्न नहीं मिल पाता था।” योगी ने आरोप लगाया, “प्रदेश में 2005 में खाद्यान्न घोटाला रहा हो, या उस दौरान सैकड़ों लोगों की भूख से हुई मौत किसी से छुपी नहीं थी। यह सिलसिला लगातार चलता रहा, वर्ष 2015-16 में भी पिछली सरकार के दौरान भूख से मौतों के तमाम मामले देखने को मिले थे। मगर हमारी सरकार ने गरीबों के दर्द को समझा...। खाद्य और रसद विभाग ने राज्य सरकार की योजनाओं को पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ हर जरूरतमंद तक पहुंचाया है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने तय किया कि अगर खाद्य तेल और दाल के दाम बाजार में ज्यादा होंगे तो उन्हें नियंत्रित करने के लिए हम हर जरूरतमंद गरीब को मुफ्त में खाद्य तेल और दाल उपलब्ध कराएंगे और आज यह योजना लागू की जा रही है। योगी ने कहा कि इस योजना के तहत प्रत्येक कार्ड धारक को अनुमन्य खाद्यान्न के साथ-साथ एक किलो खाद्य तेल, एक किलो नमक, अंत्योदय कार्ड धारकों को एक किलो चीनी और एक किलो दाल भी पैकेट में उपलब्ध कराई जा रही है। यह केंद्र सरकार द्वारा दिया जाने वाला संबल है ताकि हम कोरोना महामारी के खिलाफ देश की इस लड़ाई को मजबूती के साथ आगे बढ़ा सकें।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/omicron-arrived-in-chandigarh-a-new-variant-found-in-a-20-year-old-youth-who-arrived-from-italy-76221,"चंडीगढ़ में पहुंचा ओमीक्रोन, इटली से पहुंचे 20 वर्षीय युवक में मिला नया वेरिएंट","चंडीगढ़, 12 दिसंबर फुल वैक्सीन के बाद इटली से अपने रिश्तेदारों से मिलने चंडीगढ़ पहुंचा युवक ओमीक्रोन पाज़िटिव पाया गया है। यह चंडीगढ़ में ओमीक्रोन का पहला मामला है। 20 वर्षीय युवक, जो इटली में रहता है, का शहर में पहुंचने पर पहली दिसंबर को टेस्ट किया गया था और वह कोविड पाज़िटिव पाया गया था। वह तब से आइसोलेशन में था। उनके नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए एनसीडीसी, नयी दिल्ली भेजे गए थे। युवक ने इटली में फाइजर का टीका लिया था। उसके साथ परिवार के अन्य लोगों को भी आइसोलेशन में रखा गया था मगर उनका टेस्क नेगेटिव आया था। उनका रविवार को फिर से टेस्ट किया गया। चंडीगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने इस बीच टीकाकरण के योग्य लोगों से जल्द ही खुद को टीका लगाने का आग्रह किया और जनता से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/in-awantipora-kashmir-security-forces-killed-sameer-tantre-who-became-a-terrorist-40-days-ago-76219,कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों ने 40 दिन पहले आतंकी बने समीर तांत्रे को किया ढेर,"सुरेश एस डुग्गर जम्मू, 12 दिसम्बर सुरक्षाबलों ने कश्मीर के अवंतीपोरा में जैश ए मुहम्मद के उस आतंकी को रातभर चली मुठभेड़ में मार गिराया है जो 40 दिन पहले ही आतंक की राह पर चल पड़ा था। फिलहाल मुठभेड़ जारी है क्योंकि उसके 2 से 3 साथी अभी भी सुरक्षाबलों का मुकाबला कर रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस के मुताबिक बांडीपोरा में दो पुलिसकर्मियों को मारने वाले पाकिस्तानी आतंकी की तलाश जारी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की कि अवंतीपोरा के बारागाम इलाके में पुलिस को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। इसके तुरंत बाद पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। रविवार सुबह बारागाम में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने सबसे पहले आतंकियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी। आतंकियों ने इसे अनसुना कर सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए आतंकियों के खिलाफ फायरिंग की। अभी तक एक आतंकी को मार गिराने में सफलता मिली है। कश्मीर के आइजी के विजय कुमार ने भी एक आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है। आतंकियों की संख्या तीन के करीब बताई जा रही है। फिलहाल दोनों ओर से फायरिंग जारी है। मारे गए आतंकी की पहचान अवंतीपोरा के बारगाम के रहने वाले समीर अहमद तांत्रे के तौर पर हुई है जिसने 2 नवम्बर को आतंक की राह थामी थी। इस बीच पुलिस के मुताबिक, कश्मीर के बांडीपोरा जिले में गत शुक्रवार को पुलिस दल पर हुए आतंकी हमले के पीछे भी पाकिस्तान ही है। इस हमले को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकी ने अपने दो ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) की मदद से अंजाम दिया था। इस हमले के बाद भाग रहे आतंकी का सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा है, जिससे उसकी पहचान की जा सकी। इस हमले में जम्मू कश्मीर पुलिस के दो जवान बलिदान हो गए थे। कश्मीर के आइजीपी विजय कुमार ने हमला स्थल के पास लगे एक सीसीटीवी की फुटेज का हवाला देते हुए बताया कि इसमें साफ नजर आता है कि फिरन (कश्मीरी परिधान) पहने एक आतंकी हमला कर भाग रहा है। उसके साथ उसके दो ओवरग्रांउड वर्कर भी नजर आ रहे हैं। आतंकी ने हमले के बाद पुलिसकर्मियों से उनके हथियार छीनने का प्रयास भी किया था, लेकिन वहां मौजूदा एक अन्य पुलिसकर्मी की त्वरित कार्रवाई पर उसे अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। उन्होंने कहा,‘हमने आतंकी व उसके साथियों को चिन्हित कर लिया है, वह जल्द पकड़े या मारे जाएंगे।’",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/pm-modi39s-twitter-handle-hacked-for-some-time-later-secured-pmo-76218,"प्रधानमंत्री मोदी का ट्विटर हैंडल कुछ समय के लिए हैक, बाद में सुरक्षित किया गया : पीएमओ","नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल रविवार को कुछ समय के लिए हैक कर लिया गया और इससे एक ट्वीट किया गया कि भारत ने ‘‘आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है।'' बाद में, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि ट्विटर के समक्ष मामला उठाए जाने के बाद अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया था। मामले को ट्विटर के समक्ष उठाया गया और अकाउंट को तत्काल सुरक्षित कर लिया गया। अकाउंट के कुछ समय तक हैक रहने के दौरान साझा किए गए किसी भी ट्वीट को नजरअंदाज किया जाए।'' प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत ट्विटर हैंडल को कुछ समय के लिए हैक किए जाने के बाद एक ट्वीट में यह भी दावा किया गया कि भारत ने आधिकारिक तौर पर 500 बीटीसी खरीदें हैं और उन्हें वह अपने नागरिकों के बीच वितरित कर रहा है और इस संबंध में एक लिंक भी साझा किया गया। इसमें कहा गया, भविष्य आज आपके सामने है। कई यूजर ने तत्काल कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अकाउंट हैक हो गया है। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. जैसे कुछ लोगों ने अब हटाए जा चुके ट्वीट का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘सुप्रभात मोदी जी, सब चंगा सी?' यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री से जुड़े किसी ट्विटर हैंडल से छेड़छाड़ की गई है। सितंबर 2020 में, उनकी निजी वेबसाइट का हैंडल हैक कर लिया गया था और तब भी एक अकाउंट से बिटकॉइन को बढ़ावा देने वाले ट्वीट पोस्ट किए गए थे। मोदी का अकाउंट अकेला नहीं है जिसे हैकर ने क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को बढ़ावा देने के लिए निशाना बनाया है। इससे पहले अमेरिका के पूर्व प्रधानमंत्री बराक ओबामा, बिल गेट्स सहित कई प्रसिद्ध हस्तियों के अलावा मनोरंजन जगत से जुड़े लोगों के ट्विटर हैंडल को निशाना बनाया जा चुका है। गौरतलब है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत का रुख सख्त है। मोदी क्रिप्टो से जुड़े जोखिमों को उजागर करने में मुखर रहे हैं। हाल में प्रधानमंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित लोकतंत्र शिखर सम्मेलन और सरकारी अधिकारियों के साथ आंतरिक बैठकों में इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी। सरकार ने चिंता व्यक्त की है कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ लुभाने और आतंकी गतिविधियों और धन शोधन के वित्तपोषण के लिए किया जा सकता है। इस मुद्दे से निपटने के लिए कानून लाने की संभावना है। केंद्र सरकार के क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक पेश करने की संभावना है और उसने चिंता व्यक्त की है कि उनका इस्तेमाल निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ लुभाने और आतंकी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए किया जा सकता है।",-1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/helicopter-accident-funeral-of-5-soldiers-76142,हेलीकॉप्टर हादसा : 5 सैनिकाें का अंतिम संस्कार,"नयी दिल्ली (एजेंसी) : तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार बने 6 और सैनिकों के शवों की पहचान हो गयी है। इनमें विंग कमांडर पीएस चौहान, जूनियर वारंट अधिकारी ए. प्रदीप, राणा प्रताप दास, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह और लांस नायक विवेक कुमार का अंतिम संस्कार शनिवार को उनके निवास स्थान पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। लांस नायक बी. साई तेजा का अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा। इस हादसे का शिकार हुए लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह और नायक जितेंद्र कुमार के शवों की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता से बात की, जिनका बेंगलुरू के अस्पताल में इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/one-man-murder-in-bihar.html,बिहार में व्यक्ति की गोली मारकर हत्या,"बिहार में व्यक्ति की गोली मारकर हत्या Monday, December 13, 2021 16:40 PM भागलपुर। बिहार में भागलपुर के बरारी थाना क्षेत्र में अपराधियों ने एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। भागलपुर के नगर पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने बताया कि राजेश कुमार को अपराधियों ने गोली मारकर घायल कर दिया। हादसे की सूचना मलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों के सहयोग से उसे गंभीर हालत में नेहरु मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके से चार खोखा बरामद किया है। इस मामले में मृतक के परिजनों की ओर से अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/2-terrorist-killed-in-encounter-with-security-forces.html,सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 अज्ञात आतंकवादी ढ़ेर,"भारत सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 अज्ञात आतंकवादी ढ़ेर Monday, December 13, 2021 16:35 PM जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश कश्मीर के रंगरेथ में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में 2 अज्ञात आतंकवादी मारे गये। पुलिस ने ट्वीट किया कि मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकवादी ढ़ेर हो गए। तालाशी अभियान जारी है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/2-devotees-killed-in-accident.html,श्रद्धालुओं की कार अनियंत्रित होकर खाई में गिरी,"भारत श्रद्धालुओं की कार अनियंत्रित होकर खाई में गिरी Monday, December 13, 2021 16:20 PM शिमला। हिमाचल प्रदेश में शिमला के बशड़ी गांव में एक कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई, जिससे 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और चार गंभीर घायल हो गये। रामपुर थाना पुलिस ने बताया कि गाड़ी अस्थाना गांव के 6 लोग दर्शन कर लौट रहे थे, जब यह हादसा हुआ। घायलों को महात्मा गांधी सेवा परिसर खनेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-invoke-to-peoples-of-development.html,काशी विश्वनाथ भारत की विकास यात्रा का बना प्रतीक : मोदी,"भारत काशी विश्वनाथ भारत की विकास यात्रा का बना प्रतीक : मोदी Monday, December 13, 2021 16:15 PM मोदी ने विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण किया। वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण किया। मोदी ने कहा कि यह परिसर नए भारत की विकास यात्रा का प्रतीक बना है और समर्थ भारत के भविष्य का साक्षी बनेगा। काशी प्रवास पर वाराणसी पहुंचने के बाद मोदी ने विश्वनाथ मंदिर में नवनिर्मित परिसर का लोकार्पण करने से पहले पूर्ण विधि विधान से संपन्न हुये धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया। काशी विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण करने के बाद मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह परिसर कर्तव्य का साक्षी है। मोदी ने लोगों से देश के विकास को नयी ऊंचाई पर ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि काशी से लोगों से आह्वान करता हूं कि भारत के लोग जहां भी है, जिस क्षेत्र में है। वह अनूठे काम जारी रखे, जिससे देश हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके। मोदी ने मंदिर परिसर में अनुष्ठान कार्य को 51 सिद्धपीठों और 12 ज्योर्तिलिंग के पुजारी संपन्न कराया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होने के बाद काशी विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण किया। करीब 339 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना के पहले चरण में निर्मित काशी विश्वनाथ धाम परिसर में निर्मित कुल 23 भवनों का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया। यह भवन काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान करेंगे। इनमें यात्री सुविधा केंद्र, पर्यटक सुविधा केंद्र, वैदिक केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोगशाला, सिटी म्यूजियम, दर्शक दीर्घा, फूड कोर्ट आदि शामिल हैं।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/tribute-give-of-martyrs.html,संसद भवन पर आतंकवादी हमले के शहीदों को राज्यसभा में दी श्रद्धांजलि,"भारत संसद भवन पर आतंकवादी हमले के शहीदों को राज्यसभा में दी श्रद्धांजलि Monday, December 13, 2021 12:55 PM नई दिल्ली। राज्यसभा में संसद भवन पर आतंकवादी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। सदन की कार्यवाही शुरु होने पर सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि संसद भवन पर आतंकवादी हमले में दस लोग मारे गये थे, जिनमें दिल्ली पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के अलावा एक कैमरामैन भी शामिल था। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। मृतकों में एक माली भी शामिल था। उन्होंने कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के स्वयं के संकल्प को दोहराते है। इसके बाद सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।",-1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/harnaaj-sandhu-won-the-title-of-universe.html,हरनाज संधू ने जीता मिस यूनिवर्स का खिताब,"भारत हरनाज संधू ने जीता मिस यूनिवर्स का खिताब Monday, December 13, 2021 10:00 AM संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है। नई दिल्ली। चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है। भारत ने एक बार फिर यह खिताब जीतने में सफलता प्राप्त की है। इससे पहले लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था। उनसे पहले सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स बनी थी। इजरायल के इलियट में आयोजित 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में 21 वर्षीय संधू ने यह खिताब जीता है। संधू को मिस यूनिवर्स मेक्सिको की एंड्रिया मेज ने मिस यूनिवर्स का ताज दिया। रिपोर्ट के मुताबिक संधू ने 79 प्रतिभागियों को पीछे छोड़कर कर यह खिताब जीता है। कंपटीशन के दौरान टॉप तीन प्रतियोगियों से एक सवाल किया गया। इकसा जवाब देकर संधू ने यह खिताब जीता है। प्रतियोगियों से सवाल किया गया कि दबाव का सामना कर रहीं महिलाओं को क्या सलाह देंगी। इस पर संधू ने कहा कि अब के समय में युवा सबसे अधिक स्वयं पर विश्वास करने का दबाव ले रहे है। उन्होंने कहा कि सभी को पता होने चाहिए की हम अलग है। यह हमारा आत्मविश्वास बढ़ाती है। दूसरों से तुलना नहीं करनी चाहिए। स्वयं पर विश्वास करे।",-1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/tejashwi-yadav-will-be-cm-after-win-two-seats-in-by-election-rjd-says-7093505/,"RJD ने किया बड़ा दावा, उपचुनाव में दोनों सीटें जीतकर तेजस्वी को बनाएंगे बिहार की CM","नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने बड़ा दावा कर दिया है। राजद का कहना है कि हम उपचुनाव में दोनों सीटों पर जीत दर्ज करेंगे। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि इसके बाद बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को राज्य का मुख्यमंत्री बनाएंगे और नीतीश कुमार को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार थक चुके हैं और अब तो जदयू भी सरेंडर कर चुका है। राजद प्रवक्ता ने किया दावा राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राजद की कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर पर दावेदारी है पर अंतिम निर्णय महागठबंधन के नेताओं के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों सीटें महागठबंधन के पास आए इसके लिए हम चाहते हैं कि राजद के उम्मीदवार चुनाव लड़ें। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर हम जीत जाते हैं तो बिहार में सरकार बनाने में हम सफल होंगे। 1 अक्टूबर से शुरू होगा नामांकन बता दें कि बिहार की दो सीटों कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर में 30 अक्टूबर को मतदान होना है। चुनाव आयोग ने इस संबंध में जानकारी साझा कर दी है। निर्वाचन आयोग ने शिड्यूल जारी करते हुए बताया कि 1 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। नामांकन कराने की आखिरी 8 अक्टूबर तारीख होगी। इसके अलावा 13 अक्टूबर तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं। यह भी पढ़ें: जातीय जनगणना पर नीतीश कुमार के रवैये पर लोजपा की प्रतिक्रिया, बीजेपी से अलग होना चाहते हैं बिहार cm चुनाव आयोग की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि इन दोनों सीटों के लिए 30 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 नवंबर को मतों की गिनती होगी। गौरतलब है कि कुशेश्वरस्थान से JDU विधायक शशि भूषण हजारी के निधन से यह सीट खाली है। वहीं, मुंगेर के तारापुर सीट से विधायक मेवालाल चौधरी का भी निधन से यह सीट खाली हो गई थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/captain-amarinder-singh-meet-amit-shah-today-can-join-bjp-7093202/,"क्या BJP का दामन थामेंगे पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह, आज गृहमंत्री अमित शाह से कर सकते हैं मुलाकात","नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में सियासत अपने चरम पर है। बीते दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह आज कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। दरअसल, आज कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनके वफादार पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पहले से ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। अमित शाह में मिलेंगे कैप्टन अमरिंदर सिंह जानकारी के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह इन नेताओं से मुलाकात कर भविष्य की रणनीति तैयार करेंगे। इसके साथ ही पंजाब के पूर्व सीएम आज देश के गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी कर सकते हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह की बीजेपी के दिग्गज नेताओं संग इस मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस में अपमानित महसूस कर रहे थे कैप्टन बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कहा था कि वे पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे। इसको लेकर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात करने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब में नए मुख्यमंत्री के तौर पर कमान संभाल ली है। वहीं पंजाब की नई कैबिनेट में भी सिद्धू के कई मंत्रियों को बाहर कर दिया गया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान के अपने प्रति ऐसे रवैये से कैप्टन अमरिंदर सिंह काफी आहत हुए हैं। ऐसे में वो आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। माना जा रहा है कि कैप्टन या अपनी पार्टी बना सकते हैं या फिर वो बीजेपी का दामन भी थाम सकते हैं। इन खबरों के बीच कैप्टन की अमित शाह से बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर हमला करते हुए दोनों को अनुभवहीन बताया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/telangana-cm-kc-rao-did-3-secret-meetings-with-amit-shah-in-4-days-7093086/,"तेलंगाना के सीएम केसीआर 4 दिनों में तीन बार अमित शाह से मिले, मीटिंग्स को रखा गया टॉप सीक्रेट","नई दिल्ली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव की इन दिनों दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लगातार मुलाकातों ने राजनीति में बड़ी हलचल पैदा कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह अपनी चार दिवसीय दिल्ली यात्रा में तीन बार गृहमंत्री से मिल चुके हैं। राव दिल्ली में प्रस्तावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक में शामिल होने के लिए आए हुए थे। रविवार शाम को दिल्ली में बुलाई गई इस बैठक में वामपंथी कट्टरता को रोकने के उपायों पर चर्चा की गई थी। मीटिंग के बाद राव एक बार फिर से अमित शाह से मिले। दोनों नेताओं के बीच मीटिंग लगभग डेढ़ घंटे तक चली हालांकि दोनों के बीच किस विषय पर बातचीत हुई, यह पता नहीं चल पाया। राव ने पत्रकारों को आश्चर्यचकित करते हुए अगले ही दिन फिर एक बार शाह से मीटिंग की। दोनों ही नेताओं की ओर से इस बारे में एक भी शब्द नहीं कहा गया। मुख्यमंत्री केसी राव के ऑफिस की ओर से दस राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक तथा केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के बारे में किसी भी तरह की कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की गई। हालांकि ऐसी किसी भी मीटिंग के बाद में मुख्यमंत्री ऑफिस एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए मीडिया को सूचना अवश्य देता है। यहां यह भी बात ध्यान रखनी होगी कि हाल ही जब अमित शाह तेलंगाना मुक्ति दिवस के अवसर पर 17 सितंबर को राज्य में आए थे तब वह मुख्यमंत्री को लेकर ज्यादा मुखर नहीं था। उन्होंने केवल इतना ही कहा था कि राज्य में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों में भाजपा बहुमत हासिल कर सत्ता में आएगी। परन्तु इस बार दोनों दिग्गज नेताओं के बीच लगातार एक के बाद एक मीटिंग होना और फिर उन मीटिंग्स की कोई भी रिपोर्ट बाहर नहीं आना अपने आप में रणनीति हो सकती है जो संभवतया आने वाले भविष्य में राज्य और देश की राजनीति को प्रभावित करेगी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/caste-census-nitish-kumar-want-to-quit-alliance-with-bjp-ljp-says-7092986/,"जातीय जनगणना को लेकर नीतीश कुमार के रवैये पर लोजपा की प्रतिक्रिया, BJP से अलग होना चाहते हैं बिहार सीएम","नई दिल्ली। जातीय जनगणना के मुद्दे पर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है। केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराने से इंकार करने के बाद से बिहार की सभी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर है। खास बात है कि बिहार में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जदयू भी केंद्र के इस फैसले से खुश नजर नहीं आ रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र को जातीय जनगणना के फायदे गिना रहे हैं और जातीय जनगणना कराने पर अड़े हुए हैं। लोजपा की बिहार सीएम को नसीहत जातिगत जनगणना पर बिहार सीएम नीतीश कुमार के रवैये को लेकर लोजपा ने निशाना साधा है। लोजपा प्रदेश प्रवक्ता कृष्णा सिंह कल्लू का कहना है कि अब नीतीश कुमार बीजेपी से अलग होने का बहाना खोज रहे हैं। इसके साथ ही कृष्णा सिंह ने नीतीश कुमार को चिराग पासवान से राजनीति सीखने की नसीहत दी है। नीतीश का राजनीतिक अंत निश्चित कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि नीतीश कुमार कभी भी किसी राजनीतिक गठबंधन में एक वफादार सहयोगी की तरह नहीं रह पाए। अपने सहयोगियों को धोखा देने के आदी नीतीश अब पॉलिटिकल सुसाइड की ओर बढ़ रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने कहा था यह मेरा आखिरी चुनाव है और अब वाकई नीतीश कुमार का राजनीतिक अंत निश्चित है। गौरतलब है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार जातिगत जनगणना के मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने पर विचार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बैठक में बड़ा फैसला ले सकते हैं और अपने बूते पर राज्य में जातीय जनगणना कराने का ऐलान कर सकते हैं। बता दें कि बिहार के 10 राजनीतिक दलों में से 9 दल जातिगत जनगणना कराने के पक्ष में हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-mp-saumitra-khan-says-election-commission-officers-sold-out-in-west-bengal-7092861/,"West Bengal: BJP सांसद का आरोप, बंगाल में बिक गए चुनाव आयोग के अधिकारी, ममता नहीं चाहती वोट डालें लोग","नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में तीन विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव से पहले राजनीतिक घमासान जारी है। सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ( Dilip Ghosh ) पर हुए हमले के बाद बीजेपी ( BJP ) नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा है। ये गुस्सा ना सिर्फ टीएमसी ( TMC ) पर बल्कि चुनाव आयोग ( Election Commission ) के अधिकारियों पर पर भी निकल रहा है। इसी कड़ी में बीजेपी सांसद सौमित्र खान ( Saumitra Khan ) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यही नहीं उन्‍होंने राज्‍य की ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) सरकार को घेरते हुए करारा हमला बोला। ममता बनर्जी नंदीग्राम में हार गई, अब भवानीपुर में वो भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करवा रही हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर भी हमला किया गया है। ममता बनर्जी 30 सितंबर को जनता को वोट नहीं डालने देगी: सौमित्र खान, भाजपा(27.09) pic.twitter.com/9FMGPCwicn — ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021 बीजेपी सांसद सौमित्र खान ( Saumitra Khan )ने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। खान ने कहा है कि, 'पश्चिम बंगाल में राज्य चुनाव आयुक्त बिक चुके हैं. उन्हें इस तरह की हिंसा के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी. लेकिन किसी भी चुनाव आयुक्त ने इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दी।' खान ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा भड़काई क्योंकि वह नहीं चाहती कि उपचुनाव हों। ममता बनर्जी नहीं चाहतीं कि लोग वोट दें। यह पश्चिम बंगाल में आए दिन देखने को मिलता है। आज भवानीपुर में जो हुआ ये लोकतंत्र के लिए बहुत बुरी बात है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर जानलेवा हमला किया गया। यह दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल में क़ानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं है: पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार (27.09) pic.twitter.com/8BiwkyY0ps — ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021 वहीं बीजेपी नेता सुकांता मजूमदार ने भी दिलीप घोष पर हुए हमले के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भवानीपुर में जो हुआ ये लोकतंत्र के लिए बहुत बुरी बात है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर जानलेवा हमला किया गया। यह दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं है। इससे पहले दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि भवानीपुर उपचुनाव के लिए प्रचार करते समय टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया। घोष ने ये भी कहा कि बार-बार शिकायत के बावजूद चुनाव आयोग ने भवानीपुर उपचुनाव के लिए उनके प्रचार के दौरान कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की। बता दें कि भवानीपुर, समसेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 30 सितंबर को मतदान होना है। नतीजे 3 अक्टूबर तक घोषित किए जाएंगे। चुनाव में भवानीपुर सीट हाईप्रोफाइल सीट बन गई है, क्योंकि यहां से खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी की प्रियंका टिबरेवाल उन्हें यहां चुनौती दे रही हैं, जबकि अन्य 11 उम्मीदवार भी ममता के सामने खड़े हैं। यह भी पढ़ेँः दिलीप घोष ने बाबुल सुप्रियो को बताया राजनीतिक पर्यटक, दिनेश त्रिवेदी ने पूछा बड़ा सवाल ये है मामला सोमवार को भवानीपुर के जदूबाबु बाजार के पास बीजेपी के स्ट्रीट कॉर्नर मीटिंग में टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला करने का आरोप लगा है। इस हमले में कथित रूप से बीजेपी (BJP) के युवा मोर्चा के दक्षिण कोलकाता के अध्यक्ष मुंकुद झा घायल हो गये हैं। उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि टीएमसी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि दिलीप घोष के सिक्युरिटी गार्ड ने दिन के उजाले में बंदूक तानी थी, जो पूरी तरह से शर्मनाक है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/kanhaiya-kumar-and-jignesh-mevani-will-join-congress-28-september-7091661/,कल राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामेंगे कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी!,"नई दिल्ली। कांग्रेस के लिए कल का दिन बेहद खास है। जानकारी के मुताबिक कल यानि शहीद भगत सिंह की जयंती के मौके पर जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के नेता जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि दोनों नेता कल शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी का दामन थामेंगे। बता दें कि दोनों के काफी दिनों से कांग्रेस का हाथ थामने की खबरें सामने आ रही हैं। पंजाब में कलह थमने का कर रहे थे इंतजार जानकारी के मुताबिक दोनों नेता पंजाब कांग्रेस में जारी सियासी हलचल के थमने का इंतजार कर रहे थे। पंजाब के नए सीएम के सत्ता संभालने और नई कैबिनेट का गठन होने के बाद दोनों नेता शहीद भगत सिंह की जयंती के मौके पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। बता दें कि कन्हैया कुमार को पीएम मोदी के बड़े आलोचकों में गिना जाता है। ऐसे में बिहार कांग्रेस में कन्हैया कुमार की मौजूदगी पार्टी को मजबूत बनाएगी। राहुल गांधी से मिल चुके हैं कन्हैया जानकारी के मुताबिक गुजरात में कांग्रेस के कार्यकारी अध्‍यक्ष हार्दिक पटेल इसकी अहम कड़ी हैं। वे ही दोनों युवा नेताओं और पार्टी के बीच तार जोड़ने के प्रयास में हैं। बता दें कि कन्हैया कुमार बीते दिनों करीब 3 बार राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात कर चुके हैं। इसके साथ ही प्रशांत किशोर को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे भी जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। गौरतलब है कि कन्हैया कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाकपा माले प्रत्‍याशी के रूप में मैदान में उतरे थे। यहां उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को चुनौती दी थी। हालांकि वो जीत दर्ज नहीं कर पाए। इसके बाद से लगातार खबरें आ रही हैं कि पार्टी नेतृत्व कन्हैया कुमार से खुश नहीं है और कन्हैया के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें आ रही हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-modi-visit-new-parliament-construction-site-congress-attacks-7091511/,"निर्माणाधीन संसद भवन का जायजा लेने पहुंचे PM मोदी पर कांग्रेस का हमला, अच्छा होगा अगर किसानों से मिलते","नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में आज किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। किसानों के इस भारत बंद में कांग्रेस, आप, राजद समेत कई राजनीतिक पार्टियां समर्थन कर रही हैं। इसके साथ ही केंद्र सरकार से काले कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही हैं। इसी बीच कांग्रेस ने पीएम मोदी के निर्माणाधीन संसद भवन का मुआयना करने की अलोचना की है। कांग्रेस का कहना है कि बेहतर होता अगर पीएम मोदी किसानों से मुलाकात करते। पीएम मोदी कोरोना पीड़ितों से मिलते कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिका से लौटने के तुरंत बाद वो सेंट्रल विस्ट्रा प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने गए थे। कितना अच्छा होता कि वो थोड़ा समय निकालकर किसानों से मुलाकात कर लेते, जो बीते कई महीनों से राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बेहतर होता कि पीएम कोरोना पीड़ितो के परिवार से मिलते, उन परिजनों को ढांढस बंधाते जिन्होंने इस महामारी में अपनो को हमेशा के लिए खो दिया। इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता ने देश में कोरोना की तीसरी लहर की खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम को किसी ऑक्सीजन प्लांट का मुआयना करना चाहिए था। वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे आश्चर्य होता अगर पीएम मोदी किसी अस्पताल का दौरा करने जाते। गौरतलब है कि पीएम मोदी अमेरिका के दौरे से वापस आते ही निर्माणधीन संसद भवन का जायजा लेने पहुंचे थे। पीएम के इस दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वहीं तमाम राजनीतिक पार्टियां पीएम की अलोचना भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि पीएम मोदी के पास देश के अन्नदाताओं की समस्या सुनने के लिए जरा भी समय नहीं है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cm-nitish-kumar-can-take-big-decision-on-caste-census-in-bihar-7091416/,"क्या बिहार सरकार अपने बूते कराएगी जातिगत जनगणना, सर्वदलीय बैठक में बड़ा फैसला ले सकते हैं CM नीतीश कुमार","नई दिल्ली। जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बिहार की राजनीतिक पार्टियां पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। तेजस्वी यादव इस मुद्दे पर विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। तो वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के रवैये से खुश नजर नहीं आ रहे हैं। कल गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि सरकार को इस विषय में फिर से विचार करने की आवश्यकता है। अब माना जा रहा है कि बिहार के सीएम जल्द ही इस संबंध में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। सीएम ने गिनाए जातीय जनगणना के फायदे बता दें कि कल गृहमंत्री अमित शाह ने कल 10 नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जातिय जनगणना के फायदे गिनाते हुए सरकार से इस संबंध में एक बार फिर से विचार करने की अपील की थी। नीतीश ने कहा कि जातीय जनगणना के कई फायदे हैं। इससे जो पीछे हैं, उन्‍हें आगे लाया जा सकेगा। बिहार की सभी पार्टियां चाहती हैं जनगणना उनका कहना है कि जातीय जनगणना न कराने को लेकर सरकार ने जो तर्क दिए जा रहे हैं वे उचित नहीं हैं। मेरा मानना है कि जातीय के साथ उपजातीय जनगणना भी कराई जानी चाहिए। इसके बाद भी केंद्र की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आने पर अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला लेने के मूड में हैं। उनका कहना है कि इस विषय पर सर्वदलीय बैठक के बाद फैसला लेंगे। बता दें कि बिहार के 10 राजनीतिक दलों में से 9 जातिय जनगणना कराने के पक्ष में हैं। गौरतलब है कि जातीय जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव भी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना पर विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं, इसके लिए उन्होंने नीतीश कुमार, सोनिया गांधी समेत 33 नेताओं को पत्र लिखकर उनका समर्थन मांगा है। बता दें कि बीते दिनों बिहार के सभी पार्टियों के नेताओं ने इस विषय में पीएम मोदी से मुलाकात भी की थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bharat-band-lalu-yadav-and-tejashwi-in-support-of-farmer-7091340/,"Bharat Band: किसानों के समर्थन में लालू और तेजस्वी यादव का सरकार पर हमला, कहा- शर्म नहीं आती क्या ?","नई दिल्ली। Bharat Band. बीते कई महीनों से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। वहीं देशभर की तमाम राजनीतिक पार्टियां किसानों के इस बंद का समर्थन कर रही हैं। राजधानी दिल्ली, पंजाब, बिहार समेत कई राज्यों में इसका असर भी देखने को मिल रहा है। इसके चलते सड़कों पर लंबा जाम लगा है, वहीं रेलवे सेवा भी प्रभावित हुई है। अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस बंद में किसानों का समर्थन किया है। राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है, जो कृषिकों के परिश्रम से ताकत पाकर बड़ा बना है। यह मुट्ठीभर पूंजीपतियों का क्रोनी कैपिटलिज्म प्रधान देश नहीं। घोर पूंजीवाद समस्त धन को मुट्ठीभर लोगों की झोली में डालता है जबकि किसान सबके लिए अन्न पैदा करता है। इसके साथ ही लालू प्रसाद यादव ने किसानों के इस बंद में अपना समर्थन दिया है। भारत कृषकों के परिश्रम से ताकत पाकर बढ़ने वाला कृषि प्रधान देश है। यह मुट्ठीभर पूंजीपतियों का क्रोनी कैपिटलिज्म प्रधान देश नहीं। घोर पूंजीवाद समस्त धन को मुट्ठीभर लोगों की झोली में डालता है जबकि किसान सबके लिए अन्न पैदा करता है। इसीलिए हम किसानों और #आज_भारत_बंद_है के साथ है। — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 27, 2021 इसके साथ ही बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जो देश की रीढ़ हैं उन्हें गरीब रखकर क्या देश कभी समृद्ध, सक्षम, सबल बन पाएगा। देश के नेता जिस मुंह से अन्नदाताओं का उगाया अन्न खाते हैं उसी मुंह से फंडदाताओं के फ़ायदे के लिए देश के किसानों के विरुद्ध दुष्प्रचार करते, अपशब्द कहते लज्जा नहीं आती। किसान जो देश की रीढ़ हैं उन्हें गरीब रखकर क्या देश कभी समृद्ध, सक्षम, सबल बन पाएगा? जिस मुँह से अन्नदाताओं का उगाया अन्न खाते हैं उसी मुँह से फंडदाताओं के फ़ायदे के लिए देश के किसानों के विरुद्ध दुष्प्रचार करते, अपशब्द कहते लज्जा नहीं आती?#भारत_बंद #BharatBand pic.twitter.com/tKfNMc4Vio — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 27, 2021 गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई दिग्गजों ने किसानों के इस बंद का समर्थन किया है। राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को अहिंसक सत्याग्रह करार दिया। उन्होंने कहा कि शोषणकारी सरकार को बिल्कुल पसंद नहीं कि कोई अपने हक के लिए आवाज उठाए। यही वजह है कि किसानों को भारत बंद करना पड़ा और मैं किसानों के इस बंद के साथ हूं। किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है लेकिन शोषण-कार सरकार को ये नहीं पसंद है इसलिए #आज_भारत_बंद_है #IStandWithFarmers — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 27, 2021",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bharat-band-congress-leader-rahul-gandhi-tweet-in-suport-of-farmers-7091223/,"किसानों के भारत बंद को राहुल गांधी का समर्थन, कहा- 'अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड'","नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसान बीते कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके चलते ही संयुक्त किसान मोर्चा ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। किसानों के इस बंद का असर देशभर में दिख रहा है। खास बात यह है कई पार्टियों ने भी इस भारत बंद का समर्थन किया है। वहीं अब किसानों को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी समर्थन मिल गया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर भारत बंद का समर्थन करते हुए इसे अहिंसक सत्याग्रह करार दिया है। किसान आंदोलन को बताया अहिंसक सत्याग्रह कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है, लेकिन शोषण कार सरकार को ये नहीं पसंद है इसलिए आज भारत बंद है। बता दें कि राहुल गांधी कृषि कानूनों को लेकर शुरूआत से ही सरकार को घेरते रहे हैं। यही नहीं उन्होंने तीनों नए कृषि कानूनों को काला कानून करार दिया। बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार सिर्फ अपने मित्रों (अडानी और अंबानी) के हित में फैसला लेती है। कृषि कानूनों का भी सीधा फायदा देश के बड़े व्यापारियों को ही मिलेगा। मोदी सरकार अपने मित्रों के साथ ही जबकि मैं इस देश का साथ हूं और हमेशा इस देश के साथ ही रहूंगा। गौरतलब है कि भारत बंद का असर देश के हर राज्य में देखने को मिल रहा है। इसके चलते दिल्ली बॉर्डर पर भंयकर जाम देखने को मिल रहा है। वहीं किसानों ने बिहार में महात्मा गांधी सेतु पर जाम लगा दिया है। इसके साथ ही पंजाब के जालंधर-दिल्‍ली हाईवे और लुधियाना-दिल्‍ली हाईवे को जाम कर दिया है। भारत बंद से देश में यातायात वाहन और रेलवे सेवा भी प्रभावित है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/shiv-sena-says-owaisi-is-bjp-undergarment-attacks-owaisi-bjp-7091067/,"'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारों को लेकर शिवसेना ने ओवैसी को घेरा, बताया भाजपा का अंडरगारमेंट","नई दिल्ली। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ""सामना"" में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी को भाजपा का ""अंडरगारमेंट"" बताते हुए दोनों पर हमला बोला है। शिवसेना ने भाजपा से पूछा कि क्या वह पाकिस्तान का नाम लिए बिना राजनीति में आगे नहीं बढ़ सकती। शिवसेना ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी भाजपा के लिए काम करते हैं। बीजेपी की सफलता के पीछे ओवैसी की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी कारण राज्य में जाति और धार्मिक दुश्मनी फैलाई जा रही है। अपने मुखपत्र सामना में पार्टी ने लिखा कि दो दिन पूर्व प्रयागराज से लखनऊ जाते समय ओवैसी के समर्थकों ने जमा होकर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए जबकि यूपी में लंबे समय से ऐसा नहीं हुआ है। परन्तु अब जब विधानसभा चुनाव निकट आ रहे हैं तो यहां पर आकर ओवैसी भड़काऊ भाषण दे रहे हैं, उनके समर्थक 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाते हैं। शिवसेना ने कहा कि एआईएमआईएम चीफ ने पहले भी बिहार और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में साम्प्रदायिकता फैलाने की कोशिश की। यदि ऐसा नहीं किया होता तो बिहार में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री होते। शिवसेना ने पश्चिम बंगाल के मतदाताओं की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य में ममता बनर्जी को हराने के लिए ओवैसी ने मुसलमानों को भड़काने का हरसंभव प्रयास किया परन्तु वहां की जनता ने खुलकर ममता बनर्जी के लिए वोटिंग की और ओवैसी का खेल बिगाड़ते हुए टीएमसी की सरकार बना दी। सामना में छपे संपादकीय में कहा गया कि ओवैसी जैसे नेताओं को पहले भी कई बार तैयार किया गया और वक्त बीतने के साथ ही उन्हें खत्म भी कर दिया गया। आज देश का मुस्लिम समुदाय समझदार हो गया और वे अपना हित-अनहित अच्छे से समझने लगे हैं। शिवसेना ने लिखा कि मुसलमान इस देश के नागरिक हैं और उन्हें संविधान के दायरे में रहते हुए ही आगे बढ़ना चाहिए। राष्ट्रनेता बनने के लिए ओवैसी में यह कहने की हिम्मत होनी चाहिए अन्यथा उन्हें भारतीय जनता पार्टी के अंतरवस्त्र के रूप में ही देखा जाएगाी। ओवैसी की तारीफ करते हुए सामना ने लिखा कि ओवैसी राष्ट्रभक्त ही है, जिन्ना की तरह उच्च शिक्षित और कानून के जानकार हैं परन्तु वह भी जिन्ना की ही तरह ब्रिटिशों की तोड़-फोड़ की राजनीति कर रहे हैं। ओवैसी को भाजपा से अलग हटकर चलना होगा ताकि वह पूरे देश में राष्ट्रीय नेता के रूप में अपनी प्रतिष्ठा बना सकें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/sanjay-raut-said-maharashtra-cm-can-also-be-the-pm-of-india-7090495/,"संजय राउत का बयान, अगर गुजरात का मुख्यमंत्री PM बन सकता है तो महाराष्ट्र का क्यों नहीं...","नई दिल्ली। आज देश के गृहमंत्री अमित शाह ने 10 नक्सल प्रभावित राज्यों को मुख्यमंत्रियों संग बैठक की। इस बैठक में महाराष्ट्र की सीएम उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए। जब सीएम उद्धव ठाकरे, गृहमंत्री अमित शाह के साथ लंच डिप्लोमेसी कर रहे थे, उसी दौरान शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत, बीजेपी को चुनौती दे रहे थे। संजय राउत का कहना है कि अगर गुजरात का मुख्यमंत्री देश का प्रधानमंत्री बन सकता है तो महाराष्ट्र का सीएम देश का पीएम क्यों नहीं बन सकता। एनसीपी पर भी भड़के संजय राउत एक कार्यक्रम में बोलते हुए संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे ही 2024 में भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि ठाकरे सरकार को कोई झुका नहीं सकता। इस दौरान संजय राउत ने सिर्फ BJP ही नहीं, अपनी ही सरकार में सहयोगी NCP के नेता और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर भी भड़के। आगामी महापालिका चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अजित पवार हमारी सुनिए, नहीं तो गड़बड़ हो जाएगी, क्योंकि सीएम दिल्ली में हैं। महाराष्ट्र का सीएम क्यों नहीं हो सकता देश का पीएम इसके साथ ही संजय राउत ने कहा कि कुछ लोग पूछ रहे हैं कि उद्धव ठाकरे दिल्ली क्यों गए हैं। मैं उन लोगों को बताना चाहता हूं कि महाराष्ट्र सीएम दिल्ली इसलिए गए हैं क्योंकि वो दिल्ली पर राज करना चाहते हैं। वो देखने गए हैं कि कहां गृहमंत्रालाय का ऑफिस है। संजय राउत ने कहा कि अगर गुजरात के मुख्यमंत्री अगर देश के प्रधानमंत्री हो सकते हैं तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देश के पीएम क्यों नहीं हो सकते। बैठक में ठाकरे ने उठाए ये मुद्दे गौरलतब है कि आज देश के गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी दिल्ली में 10 नक्सल प्रभावित राज्यों को मुख्यमंत्रियों की एक अहम बैठक बुलाई थी। इस बैठक में उद्धव ठाकरे ने नक्सल प्रभावित इलाकों के विकास कार्य के लिए 1200 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की। इसके साथ ही महाराष्ट्र सीएम ने दुर्गम भागों में पुलिस फोर्स की मजबूती और अधिक से अधिक मोबाइल टॉवर लगाने पर भी बल दिया।",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/bjp-congress-political-parties-have-spent-crores-on-publicity-last-five-years-total-elections-expenditure,"चुनाव प्रचार खर्च में BJP सबसे आगे,5 सालों में पार्टियों ने खर्च किए अरबों रुपये","पिछले पांच सालों में देश की 18 राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव पर 6500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. इसमें से 3400 करोड़ या 52.3% खर्च केवल प्रचार पर किया गया. 2015 से 2020 तक चुनावों पर खर्च करने वाली इन पार्टियों में सात राष्ट्रीय पार्टियां और 11 क्षेत्रीय पार्टियां शामिल हैं. चुनाव आयोग को सौंपे गए राजनीतिक दलों की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट की FactChecker के एनालिसिस में ये सामने आया है. वहीं, क्षेत्रीय पार्टियां हैं: आम आदमी पार्टी, AIMIM, जनता दल यूनाइटेड, जनता दल सेक्युलर, अकाली दल, AIADMK, DMK, शिवसेना, लोक जनशक्ति पार्टी, YSR कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल.",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/delhi-chief-minister-arvind-kejriwal-on-coal-crisis-power-blackout-says-situation-critical-satyender-jain,"दिल्ली में ब्लैक आउट का खतरा,केजरीवाल बोले- 'स्थिति गंभीर',2-3 दिन का बचा कोयला","कोयला संकट (Coal Crisis) की खबरों के बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार, 11 अक्टूबर को शहर के बिजली संयंत्रों में कोयले के तेजी से घटते स्टॉक को लेकर आगाह किया है. अरविंद केजरीवाल वे कहा, ""स्थिति गंभीर है और कई मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार को इसके बारे में लिखा है. हम सभी स्थिति को सुधारने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं."" इसके अलावा, दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को केंद्र सरकार से राहत देने के लिए आग्रह किया है. सत्येंद्र जैन ने एक ट्वीट कर कहा, ""दिल्ली सरकार ने केंद्र की NTPC से एग्रीमेंट किया हुआ है जिसके तहत उन्हें दिल्ली को बिजली देनी होती है. अभी NTPC ने अपने प्लांट के ऊर्जा उत्पादन में 50% कटौती की है जिसकी वजह से दिल्ली को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है. केंद्र सरकार से अपील है कि इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाए.""बता दें कि राजधानी दिल्ली (Delhi) की जनता पर ब्लैकआउट का खतरा मंडरा रहा है. दिल्ली सरकार ने 9 अक्टूबर को कहा था कि अगर बिजली उत्पादन करने वाले पॉवर प्लांटों को होने वाली कोयले की आपूर्ति (coal supplies) में सुधार नहीं हुआ तो अगले दो दिनों में दिल्ली में ब्लैकआउट (Blackout) हो सकता है. दरअसल, बिजली उत्पादन करने वाले प्लांटों में मौजूदा कोयले की कमी की बात कही जा रही है. न्यूज एजेंसी एएनआई से सत्येंद्र जैन ने कहा, ""ज्यादातर बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी है. स्टॉक केवल दो से तीन दिनों के लिए बचा है. एनटीपीसी ने अपने संयंत्रों की उत्पादन क्षमता को 55 प्रतिशत तक सीमित कर दिया है. पहले हमें 4,000 मेगावाट बिजली मिलती थी लेकिन अब हमें उसमें से आधा भी नहीं मिल रही है."" दिल्ली में बिजली संकट भारत में कोयले की आपूर्ति की कथित कमी के बीच टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के सीईओ गणेश श्रीनिवासन ने चेतावनी दी है कि, ""दिल्ली में आने वाले दिनों में रुक-रुक कर लोड शेडिंग हो सकती है क्योंकि देश भर में कोयले की कमी है."" दिल्ली सरकार ने पीएम मोदी लिखा लेटर दिल्ली सरकार ने पीएम मोदी को एक लेटर लिखा है और मदद की अपील की है. चिट्ठी के बारे में ट्वीट करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, ""दिल्ली को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है. मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा हूं. हम इससे बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इस बीच, मैंने माननीय प्रधान मंत्री को एक पत्र लिखकर उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की है.""चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें पावर एक्सचेंज से 20 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदनी पड़ रही है. यानी दिल्ली के लोगों को जो बिजली महज 4-5 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से मिल रही है, सरकार उसे 20 रुपये प्रति यूनिट की दर से पावर एक्सचेंज से खरीदती है. अपने लेटर में सीएम केजरीवाल ने सुझाव दिया कि ""दादरी और झज्जर जैसे अन्य संयंत्रों से पर्याप्त कोयले की आपूर्ति की जाए"" दिल्ली को आपूर्ति की जाए. उन्होंने शहर को बिजली की आपूर्ति करने वाले बवाना, प्रगति-1 और जीटीपीएस संयंत्रों को गैस आवंटन का भी अनुरोध किया है.केंद्र सरकार ने कोयले की कमी से किया इंकार दिल्ली के बिजली मंत्रालय, बीएसईएस और टाटा पावर के अधिकारियों ने देश में चल रही कोयले की कमी पर चर्चा करने के लिए रविवार, 10 अक्टूबर को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात की. हालांकि, सिंह ने कोयले की किसी भी कमी से इनकार किया और कहा कि देश की बिजली उत्पादन के लिए रिजर्व स्टॉक है. इस बीच, उत्तरी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में इस हफ्ते बिजली कटौती की खबरें सामने आई थीं. राजस्थान ने भी शुक्रवार, 8 अक्टूबर को घोषणा की थी कि वह कोयला संकट से निपटने के लिए हर दिन एक घंटे के लिए निर्धारित बिजली कटौती करेगा.",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/rss-mohan-bhagwat-says-hindus-converting-for-marriage-are-committing-wrong,"मोहन भागवत बोले, ""शादी के लिए दूसरे धर्म अपनाने वाले हिंदू गलत कर रहे""","राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि शादी के लिए दूसरे धर्म अपनाने वाले हिंदू गलत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह छोटे स्वार्थ के लिए हो रहा है और क्योंकि हिंदू परिवार अपने बच्चों को अपने धर्म और परंपराओं के लिए गर्व का भाव पैदा नहीं कर पाते हैं.भागवत ने उत्तराखंड के हल्दवानी में एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस के कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों को संबोधित करते हुए ये बाते कहीं. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक भागवत ने कहा, कैसे मतांरतरण होता है? अपने देश के लड़के-लड़कियां दूसरे मतों में कैसे चली जाती हैं? छोटे-छोटे स्वार्थों के कारण, विवाह करने के लिए. करने वाले गलत हैं, वो बात अलग है, लेकिन हमारे बच्चे हम नहीं तैयार करते? '' बता दें कि मोहन भागवत का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब कई बीजेपी शासित राज्य धर्म परिवर्तन को लेकर कानून ला चुके हैं. साथ ही लगातार राइट विंग अंतरधार्मिक शादियों को कथित 'लव-जिहाद' से जोड़ रहे हैं. मोहन भागवत ने आगे कहा, ""हमको इसका संस्कार घर में देना पड़ेगा. अपने स्व के प्रति गर्व, अपने धर्म के प्रति गर्व, अपनी पूजा के प्रति आदर. उसके लिए प्रश्न आएगा तो उत्तर देना, कंफ्यूज नहीं होना.""भागवत ने कार्यक्रम के दौरान भारतीय पारिवारिक मूल्यों और उनके संरक्षण के बारे में विस्तार से बात की. उन्होंने यह भी मुद्दा उठाया कि कैसे ज्यादातर आरएसएस कार्यक्रमों में केवल पुरुष ही दिखाई देते हैं. भागवत ने कहा, “आरएसएस का उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना है. लेकिन जब हम आरएसएस के कार्यक्रम आयोजित करते हैं, तो हमें केवल पुरुष ही दिखाई देते हैं. अब अगर हम पूरे समाज को संगठित करना चाहते हैं तो इसमें 50 फीसदी महिलाएं हैं.""भागवत का मुगल पर निशाना भागवत ने कहा कि भारतीयों ने हमेशा अपनी संपत्ति को दूसरों के साथ साझा किया है. उन्होंने कहा कि मुगलों के आने तक भारत के पास बहुत संपत्ति थी. भागवत बोले, ""पहली शताब्दी से 17वीं शताब्दी तक - देश की मुगल लूट शुरू होने से पहले - भारत आर्थिक रूप से दुनिया का सबसे समृद्ध देश था. इसलिए इसे सोने की चिड़िया कहा जाता था.” भागवत ने कहा, ""ओटीटी पर हर तरह की चीजें उपलब्ध हैं. मीडिया में जो आता है, वह इस परिपेक्ष्य में नहीं आता कि बच्चों के लिए और हमारे मूल्यों के लिए क्या सही होगा. हमें अपने बच्चों को घर पर ही सिखाना होगा कि क्या देखना है और क्या नहीं."" ड्रग्स केस पर भागवत का बयान बता दें कि शाहरुख खान के बेटे समेत कई लोग मुंबई में एक क्रूज शिप पर ड्रग्स रखने और सेवन करने के आरोप में पकड़े गए हैं. मीडिया से लेकर हर जगह एक बार फिर ड्रग्स को लेकर चर्चा हो रही है. इसी बीच मोहन भागवत ने कहा, ""लोगों को गुलाम बनाने के लिए पश्चिमी देशों ने चीन में चरस भेजना शुरू किया. नौजवान को चरस की लत लग गई और इस तरह पश्चिम ने चीन पर शासन किया. हमारे देश में भी यही हो रहा है. अगर आप ड्रग केस देखेंगे और ये कहां से आ रहे हैं, ये जानेंगे तो आपके पता चलेगा कि ये क्यों और कहां से आ रहा है और इसका फायदा किसे हो रहा है.""",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/karnataka-minister-k-sudhakar-says-modern-married-women-do-not-wish-to-marry-and-have-baby,"कर्नाटक के मंत्री का बेतुका बयान, ""शादी और बच्चे नहीं करना चाहतीं आज की महिलाएं""","कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर (K sudhakar) का मानना है कि आजकल की मॉर्डन भारतीय महिलाएं शादी नहीं करना चाहती, बच्चे पैदा नहीं करना चाहती. उनके अनुसार यह चलन पूरी तरह से गलत है. वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोलॉजिकल साइंसेज (NIMHANS) के द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में के सुधाकर ने यह बात रखी. आज मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि, भारत में बहुत सी मॉर्डन महिलाएं अविवाहित (सिंगल) रहना चाहती हैं. शादीशुदा महिलाएं जो मॉर्डन हैं वह बच्चे पैदा करना नहीं चाहती हैं. वह सरोगेसी चाहती हैं. हमारी सोच में यह बड़ा बदलाव आ रहा है, जो ठीक नहीं है. के सुधाकर, स्वास्थ्य मंत्री, कर्नाटक भारतीय समाज पर पश्चिम के प्रभाव को दोष देते हुए वो कहते हैं कि आजकल के लोग अपने माता-पिता को खुद के साथ नहीं रहने देते, ""दुर्भाग्य से हम पश्चिमी रास्ते पर चल रहे हैं. हम नहीं चाहते कि हमारे माता-पिता हमारे साथ रहे. दादा-दादी के साथ रहने के बारे में तो भूल ही जाइए"".स्ट्रेस मैनेजमेंट कला है- के सुधाकर भारत में मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर अपने विचार रखते हुए सुधाकर ने कहा कि हर सातवें भारतीय के साथ मानसिक समस्या है, जो कि कम, मध्यम या गंभीर हो सकता है. हालांकि, उनके अनुसार, स्ट्रेस मैनेजमेंट यानि तनाव प्रबंधन एक कला है और भारतीय को इसे सीखने की जरूरत नहीं है बल्कि दुनिया को यह बताने की जरूरत है कि इससे कैसे निपटा जाए. स्ट्रेस मैनेजमेंट एक कला है. यह कला हम भारतीयों को सीखने की जरूरत नहीं है. हमें दुनिया को यह सीखाने की जरूरत है कि तनाव से कैसे निपटा जाए, क्योंकि योग, ध्यान और प्राणायाम ऐसे अद्भुत उपकरण हैं, जिन्हें हमारे पूर्वजों ने हजारों साल पहले दुनिया को सिखाया था. के सुधाकर कोरोना और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में सुधाकर ने कहा कि महामारी में लोग अपने प्रियजनों के शरीर को नहीं छू पा रहे थे, जिससे उन्हें मानसिक पीड़ा हुई है. उन्होंने बताया कि ""महामारी ने सरकार को कोरोना के मरीजों की काउंसलिंग शुरू करने पर मजबूर किया हैं. अब तक हमने कर्नाटक में 24 लाख कोरोना मरीजों की काउंसलिंग की है. मैं किसी अन्य राज्य को नहीं जानता जिसने ऐसा किया हो"". साथ ही उन्होंने देशभर में बड़े स्तर पर मुफ्त वैक्सीनेश अभियान चलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की.",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/delhi-minister-manish-sisodia-slams-centre-on-coal-crisis-says-bjp-failing-to-govern-country,"कोयला संकट पर आंख मूंद रहा केंद्र, बीजेपी से नहीं चल पा रहा देश: मनीष सिसोदिया","देश के पावर प्लांटों में कोयले की किल्लत (Coal crisis) और संभावित ब्लैकआउट को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार आमने-सामने है. केंद्र सरकार ने रविवार, 10 अक्टूबर को आश्वासन दिया कि बिजली क्षेत्र की मांग को पूरा करने के लिए ""पर्याप्त"" स्टॉक है. लेकिन कुछ ही घंटे बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र पर संकट से आंख मूंदने का आरोप लगाया है.मनीष सिसोदिया ने मौजूदा कोयला संकट की तुलना COVID-19 की दूसरी लहर के दौरान देश में हुए ऑक्सीजन की कमी से करते हुए कहा ""जब हमारे सामने ऑक्सीजन संकट था, तो वे बेशर्मी से कहते रहे कि ऐसी कोई किल्लत नहीं थी"" 24 घंटे में स्टॉक नहीं भरा तो बिजली कटौती की योजना बनाने पर विचार करना होगा- मनीष सिसोदिया मनीष सिसोदिया ने रविवार, 10 अक्टूबर को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आने वाले 24 घंटे में कोयले का स्टॉक नहीं भरा जाता है तो राज्य सरकार को दिल्ली में बिजली कटौती की योजना पर विचार करना होगा. कई बिजली संयंत्रों में कोयले का बड़ा संकट है. “केंद्रीय मंत्री ने कोयले की कमी को खारिज कर दिया और मामले के संबंध में पीएम मोदी को लिखे गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लेटर की आलोचना की… कोयले की किल्लत देश को बिजली के किल्लत की ओर ले जा रही है. बिजली संकट से देश और उसका पूरा सिस्टम ठप पड़ जायेगा. पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली की सरकारें केंद्र सरकार से मदद मांग रही हैं लेकिन वह अब तक इस मामले को सुलझाने में नाकाम रही है”बीजेपी से केंद्र सरकार नहीं चल रही- मनीष सिसोदिया मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “जिस समय देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्री आने वाले संकट के लिए केंद्र सरकार को आगाह कर रहे हैं, उस समय केंद्रीय मंत्री कह रहें कि कोई किल्लत ही नहीं है. इससे यह साफ दिख रहा है कि बीजेपी से सरकार नहीं चल रही, वो बहाने ढूंढ रहे हैं.” केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने किया है किल्लत से इनकार रविवार, 10 अक्टूबर को ही केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने देश में कोयले के स्टॉक की किल्लत से जुड़ी तमाम रिपोर्टों और राज्य सरकारों की चिंताओं तो नकारते हुए कहा कि कोई संकट ना कभी था और ना ही कभी होगा . न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारे पास 4 दिन के कोयले का स्टॉक है. इसके अलावा हमारे पास रोजाना स्टॉक आता है. हां इतना है कि पहले की तरह 17 दिन का स्टॉक हमारे पास नहीं है लेकिन 4 दिन का स्टॉक है. ये स्थिति इसलिए बनी है क्योंकि हमारी खपत बढ़ी है और हमने आयात कम किया है.",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/traders-body-said-will-not-follow-the-bandh-called-in-maharashtra-on-lakhimpur-kheri-issue,"महा विकास अघाड़ी का महाराष्ट्र बंद कल, व्यापारी संगठन बोला- ''नहीं होंगे शामिल''","महाराष्ट्र (Maharashtra ) में व्यापारियों के एक संगठन ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) में पिछले सप्ताह हुई हिंसा के विरोध में राज्य सरकार द्वारा 11 अक्टूबर को बंद बुलाए जाने पर आपत्ति जताई है. ट्रेडर्स यूनियन ने एक बयान जारी कर कहा कि वे कोरोना महामारी के कारण लगने वाले लॉकडाउन के बाद जैसे-तैसे काम में वापसी कर रहे हैं और इस बंद से उनकी कमाई प्रभावित होगी. शिवसेना,(Shiv Sena) कांग्रेस (Congress) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार बंद का समर्थन कर रही है. दरअसल, राज्य सरकार ने ही तीनों दलों की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बंद का ऐलान किया था.व्यापारियों का दावा पहले से उठा रहे नुक्सान "" मैं महाराष्ट्र के 12 करोड़ लोगों से किसानों का समर्थन करने का अनुरोध करता हूं. समर्थन का मतलब है कि आप सभी बंद में शामिल हों और एक दिन के लिए अपना काम बंद कर दें"" राज्य सरकार ने कहा था कि आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन या एफआरटीडब्ल्यूए ने कहा कि वह बंद का समर्थन नहीं करता है. व्यापारी समूह के प्रमुख वीरेन शाह ने एक बयान में कहा ""पिछले 18 महीनों में लॉकडाउन के कारण हमें भारी नुकसान हुआ है. हमारा व्यवसाय धीरे-धीरे बढ़ रहा है. त्योहारों के मौसम के बीच में जब ग्राहक खरीदारी करने के लिए बाहर आने लगे हैं, तो हम अपना व्यवसाय शांति से करें हम सरकार से अपील करते हैं कि खुदरा कारोबार को खुला रहने दें. हमें उम्मीद है कि दुकानदारों को परेशान नहीं किया जाएगा या बंद करने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र करते हुए वीरेन शाह ने कहा जो भी हत्याओं के लिए जिम्मेदार है उसे दंडित किया जाना चाहिए लेकिन एफआरटीडब्ल्यूए महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार द्वारा बुलाए गए किसी भी बंद का समर्थन नहीं करता है.""",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/india/pm-narendra-modi-is-not-a-dictator-he-is-the-most-democratic-leader-of-india-said-amit-shah,"PM मोदी तानाशाह नहीं, भारतीय इतिहास के सबसे बड़े लोकतांत्रिक नेता हैं: अमित शाह","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एक 'तानाशाह' नहीं बल्कि देश के अब तक के सबसे लोकतांत्रिक नेता हैं. क्योंकि उन्होंने सभी से सलाह लेने के बाद ही हर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. शाह ने यह टिप्पणी नरेंद्र मोदी के 7 अक्टूबर को पब्लिक ऑफिस में 20 साल पूरे करने के अवसर पर संसद टीवी (Sansad TV) के साथ एक विशेष इंटरव्यू के दौरान की. शाह ने कहा कि मोदी के एकतरफा फैसले लेने की धारणा कुछ लोगों ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के मकसद से बनाई है.शाह ने कहा मोदी ने कई साहसिक फैसले लिए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा ""हां वह कुछ जोखिम लेते हैं और अनुशासन पर जोर देते हैं, लेकिन शासन और नीति से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय अपनी इच्छा कभी नहीं थोपते । मोदी मानते हैं और उन्होंने कई बार यह कहा भी है कि हम सिर्फ सरकार चलाने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि भारत बनाने के लिए आए हैं"" शाह ने कहा कि जिन लोगों ने पीएम मोदी के साथ काम किया है, जिसमें उनके आलोचक भी शामिल हैं, वे इस बात से सहमत होंगे कि कैबिनेट को पहले कभी इतने लोकतांत्रिक तरीके से नहीं चलाया गया. मैंने पीएम नरेंद्र मोदी जैसा अच्छा श्रोता कभी नहीं देखा. वह सभी की सुनते हैं और सुझाव की गुणवत्ता को महत्व देते हैं, क्योंकि वह प्रधानमंत्री हैं, इसलिए निश्चित रूप से आखरी निर्णय उनके पास है.शाह ने कहा कि नोटबंदी ,अनुच्छेद 370 को निरस्त करना और तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाना पीएम मोदी के कुछ साहसिक फैसले थे. उन्होंने आगे कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक (भारतीय क्षेत्र में गंभीर आतंकी हमलों के जवाब में) एक अमेरिकी अवधारणा थी और नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने से पहले, यह सवाल से बाहर था. उन्होंने कहा कि मोदी ने देश में राजनीति के आयाम बदल दिए हैं और इसलिए उन पर व्यक्तिगत हमले हो रहे हैं.",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/lakhimpur-kheri-case-rakesh-tikait-punjabi-actress-sonia-maan-up-police/1870135/,"पंजाबी एक्ट्रेस जाना चाहती थी लखीमपुर, पुलिस ने हिरासत में लेकर कहीं और छोड़ा, राकेश टिकैत ने सिर पर हाथ रखकर कहा- कोई बात नहीं","पंजाबी एक्ट्रेस सोनिया मान का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो रोती हुई नजर आ रही हैं। बता दें कि सोनिया मान लखीमपुर हिंसा मामले में लखीमपुर जाना चाह रही थीं। लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर किसी और जगह छोड़ दिया। सामने आए वीडियो में सोनिया मान रोती दिख रही हैं, तो वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत उन्हें चुप कराते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में राकेश टिकैत ने सोनिया मान के सिर पर हाथ रखते हुए उन्हें चुप कराया और कहा- कोई बात नहीं। राकेश टिकैत ने पूछा कि, चाय पी कि नहीं आपने? जिसपर सोनिया मान ने हां में सिर हिलाया। इसके अलावा वीडियो में मौजूद अन्य लोग उन्हें चुप कराते हुए कहते सुनाई दे रहे हैं कि, जज्बात से लड़ना है। इसका भी इलाज होगा। पंजाब से आईं मशहूर कलाकार ने इससे पहले बहराइच के दो किसानों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को झूठा बताया था। अभिनेत्री ने दावा किया था कि लखीमपुर हिंसा में किसान को गोली मारी गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को गलत तरीके से बनवाया गया। सोनिया मान ने कहा था कि, लखीमपुर हिंसा में मारे गए गुरविंदर की कान के पास गोली के निशान थे। बता दें कि लखीमपुर हिंसा मामले में चार किसानों की मौत हो गई थी। इसका आरोप खीरी से भाजपा सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर है। किसानों का कहना है कि उस दौरान गाड़ी आशीष मिश्रा ही चला रहा था। वहीं किसानों के अलावा इस हिंसा में 3 भाजपा कार्यकर्ताओं और एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी। बता दें कि 3 अक्टूबर को हुई इस घटना के बाद 9 अक्टूबर को यूपी पुलिस ने आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने पेशी के दौरान आशीष की कस्टडी मांगी थी, लेकिन मजिस्ट्रेट ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उधर विपक्ष लगातार केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग कर रहा है। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा भी कह चुका है कि, अगर इस्तीफा नहीं दिया गया तो, आंदोलन चलाएगा।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/uttarakhand-bjp-minister-yashpal-arya-and-sanjeev-joins-congress-today-rahul-gandhi/1870184/,"उत्तराखंड सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता यशपाल आर्य हुए कांग्रेस में शामिल, पार्टी के लोग बोले- बदल रहा है हवा का रुख","उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी को झटका लगा है। बता दें कि राज्य के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। वहीं उनके बेटे और भाजपा विधायक संजीव आर्य ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इन दोनों ने दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इसकी जानकारी देते हुए कांग्रेसी नेता श्रीनिवास बीवी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि, “उत्तराखंड के मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता यशपाल आर्य और भाजपा विधायक संजीव आज कांग्रेस में शामिल हो गए। Uttarakhand Minister & Senior BJP leader Yashpal Arya and BJP MLA Sanjeev joins Congress today. हवा का रुख बदल रहा है…. pic.twitter.com/cjkFf0FhTP — Srinivas BV (@srinivasiyc) October 11, 2021 इसके अलावा उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि, “हवा का रुख बदल रहा है….।” गौरतलब है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से पहले इन दोनों नेताओं का कांग्रेस में शामिल होना भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। 2017 में थामा था भाजपा का दामन: कांग्रेस में वापसी करने के दौरान दिल्ली में कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव प्रेस वार्ता में मौजूद रहे। बता दें कि यशपाल आर्य बाजपुर से और उनके बेटे संजीव आर्य नैनीताल सीट से भाजपा विधायक हैं। जनवरी 2017 में इन दोनों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। पुष्कर सिंह धामी सरकार में यशपाल आर्य मंत्री थे और उनके पास छह विभाग थे। जिसमें परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन और आबकारी विभाग शामिल थे। बता दें कि यशपाल आर्य 1989 में पहली बारखटीमा सितारगंज सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। काफी समय तक वह कांग्रेस पार्टी में रहे हैं और 2007 से 2014 तक कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष थे और रावत के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। हरीश रावत ने किया स्वागत: कांग्रेस में शामिल होने के लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि, यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य का कांग्रेस में दिल से स्वागत है। वहीं देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की व एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। बता दें कि इससे पहले भाजपा ने कांग्रेस खेमें में सेंधमारी की थी। पिछले दिनों नई दिल्ली में पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार ने भाजपा का दामन लिया था।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/madhya-pradesh/madhya-pradesh-shivraj-government-minister-kamal-patel-ramp-walk/1870038/,"शिवराज सिंह के मंत्री रैंप पर मॉडल्स के साथ कैटवॉक करते आए नजर, कांग्रेस ने किया कटाक्ष, कहा- विश्वगुरु बनकर रहेंगे","मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल फैशन शो में रैंप पर कैटवॉक करने को लेकर सुर्खियों में आ चुके हैं। बता दें कि इंदौर में शनिवार को एमपी के वुमंस प्रेस क्लब द्वारा एक फैशन शो आयोजित किया गया था। जिसमें कमल पटेल ने भी शिरकत की और रैंप पर कैटवॉक भी किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। जिसमें वो दो महिलाओं के साथ रैंप पर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं इस वीडियो को लेकर कांग्रेस की तरफ से निशाना भी साधा गया है। कांग्रेस ने कसा तंज: बता दें कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता अगम ने अपने एक ट्वीट में तंज कसते हुए लिखा कि, “आजकल मंत्री कमल पटेल भी रैम्प पर रंग दिखा रहे हैं। विश्वगुरू बनकर रहेंगे।” दरअसल वुमंस प्रेस क्लब के कार्यक्रम मीडिया फैशन शो को लेकर जानकारी मिली है कि, यह कार्यक्रम पत्रकारों की हौसला अफजाई के लिए आयोजित किया गया था। जिसमें महिला पत्रकारों के साथ कमल पटेल रैंप पर वॉक करते दिखे। लोगों ने दी प्रतिक्रिया: मंत्री कमल पटेल का यह वीडियो सोशल मीडिया पर लोग शेयर भी कर रहे हैं। सरिता गुर्रज(@SaritaSgurjar) ने इसे ट्वीट करते हुए लिखा कि, “बहुत खूब मंत्री जी, मिलिए हमारे मध्य प्रदेश के माननीय कृषि मंत्री कमल पटेल जी से..!” MP के कृषि मंत्री कमल पटेल का रैंप पर कैटवॉक@ZeeMPCG @KamalPatelBJP pic.twitter.com/ZbzQeWcXee — कुलदीप नागेश्वर पवार Kuldeep Nageshwar Pawar (@A_Nationalist07) October 10, 2021 वहीं खुद को आप नेता बताने वाले सुभ्रांश(@subhranshud77) ने लिखा कि, “कमल पटेल जी रैम्प वॉक छोडकर जरा किसानों पर ध्यान दे लीजिए” कमल पटेल ने कहा: वहीं इस कार्यक्रम को लेकर कमल पटेल ने कहा कि, मुझे इस कार्यक्रम में शामिल होकर काफी खुशी है। मैं चाहता हूं कि देश की संस्कृति को मध्य प्रदेश प्रस्तुत करें। इसमें राजस्थान, गुजरात, मालवा निवाड़ की संस्कृति को भी शामिल किया जाए। यह शो अपने आप में ऐतिहासिक था। बता दें कि कमल पटेल मध्य प्रदेश की हरदा विधानसभा से विधायक हैं। इस सीट से वो कई बार विधायक चुने गए हैं। 2020 में कमलनाथ सरकार जाने के बाद शिवराज सरकार में इन्हें कृषि मंत्री बनाया गया।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/aimim-chief-asaduddin-owaisi-said-when-will-pm-modi-remove-ashish-mishra-father-ajay-mishra/1870670/,AIMIM चीफ ओवैसी बोले- ‘आशीष के अब्बाजान को कब हटाएंगे PM मोदी? कहा- ‘कमल’ की जगह ‘थार’ को बनाए अपना सिंबल’,"यूपी के लखीमपुर में हुई हिंसा का मामला देशभर में सुर्खिंया बना हुआ है। इस मामले में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा हैं। आशीष को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। अब इस मामले में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।ओवैसी ने कहा कि आशीष के अब्बाजान को PM मोदी कब हटाएंगे? ओवैसी ने बलरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये बात कही है।उन्होंने कहा कि बीजेपी को कमल की जगह ‘थार’ को अपना सिंबल रख लेना चाहिए। इस दौरान ओवैसी ने ये भी कहा कि आशीष की जगह अगर आरोपी का नाम अतीक होता तो 2 मिनट में उनके घर पर बुलडोजर चलवा दिया जाता। गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा में 4 किसानों और एक पत्रकार समेत कुल 8 लोगों की मौत हुई थी। जिसके बाद से ये मुद्दा देशभर में छा गया और विरोधी पार्टियां जगह-जगह इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ का इस्तीफा मांग रही हैं। इससे पहले ओवैसी ने लखीमपुर खीरी की घटना को एक षड्यंत्र बताते हुए कहा था कि यह साजिश के तहत किया गया मर्डर है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के न्यूज चैनल ‘आज तक’ से बातचीत के दौरान ये बात कही थी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी और आरएसएस में कोई भी काम बिना ऊपर से इजाजत के नहीं हो सकता है। षड्यंत्र के तहत मासूम सिख किसानों को गाड़ी के नीचे रौंद दिया गया और अब वोटों की खातिर मोदी और योगी की सरकार मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को बचाने में जुट गई है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के भाषण के बाद यह वारदात होती है। पुलिस को उनके बेटे को गिरफ्तार करने में इतना टाइम लग जाता है। पूछताछ के दौरान एक हत्या के आरोपी की ऐसे मेहमान नवाजी की जा रही है मानो कि वह थाने में नहीं बल्कि अपनी ससुराल गया है। इस दौरान ओवैसी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी लखीमपुर खीरी कांड के 3 से 4 दिन बाद लखनऊ आए लेकिन उन्होंने हिंसा को लेकर एक शब्द तक नहीं कहा। इसका सीधा मतलब है कि उन्हें सब कुछ पहले से ही पता था।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/journalist-question-mva-call-for-maharashtra-band-over-lakhimpur-kheri-incident-twitter-users-reacted-on-his-tweet/1870580/,"महाराष्ट्र बंद पर पत्रकार ने उठाए सवाल, कहा- कोरोना काल के बाद ये किसी अपराध से कम नहीं, लोग बोले- सिर्फ विपक्ष से क्यों पूछते हैं सवाल","लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगी दलों शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने आज राज्य भर में बंद का ऐलान किया है। जिसका असर पूरे महाराष्ट्र में देखा जा रहा है। लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में बुलाए गए बंद पर सवाल उठाते हुए जब एक पत्रकार ने ट्वीट किया कि कोरोना काल के बाद ये किसी अपराध से कम नहीं है तो लोगों ने भी उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आप सिर्फ विपक्ष से सवाल क्यों पूछते हैं। दरअसल टीवी चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के पत्रकार सुशांत सिन्हा ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में बुलाए गए भारत बंद पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया कि कोरोना संकट के बाद जब देश की अर्थव्यवस्था ऊपर जाने की तरफ़ बढ़ रही है, ऐसे में महाराष्ट्र बंद किसी अपराध से कम नहीं है। लखीमपुर मामले में जांच चल रही है, मंत्री का बेटा जेल में है, सुप्रीम कोर्ट तक का दखल हो चुका है ऐसे में ये बंद किसी पार्टी या नेता के खिलाफ नहीं बल्कि देश के खिलाफ है। पत्रकार सुशांत सिन्हा के ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी। ट्विटर हैंडल @Abhinav20016745 ने लिखा कि जर्नलिस्ट बनिए, पहले हमेशा विपक्ष से सवाल पूछते हो। कभी पेट्रोल, डीजल, सिलेंडर के दाम और बेरोजगारी पर भाजपा से भी सवाल पूछ लिया करो। वहीं सरबजीत सिंह नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी तब भाजपा ने कई बार भारत बंद करवाया था, तब देश के खिलाफ नहीं था। तब तो देश की बड़ी सेवा होती थी!इसके अलावा ट्विटर यूजर @Binod1048 ने भी सवाल करते हुए लिखा कि आपका यह नसीहत तब कहां चला गया था जब 2014 के पहले बीजेपी शासित राज्यों में छोटी छोटी बातों पर बंद का आयोजन करवाया जाता था? क्या उस समय आपको ये दिव्य ज्ञान नहीं प्राप्त हुआ था? गिरीश सोनवलकर नाम के एक यूजर ने भी सवाल पूछा कि किसी विपक्षी शासित राज्य में अगर बीजेपी बंद करती तो क्या आप की सोच यही होती महोदय? बता दें कि महाराष्ट्र की भाजपा इकाई लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर बुलाए गए बंद के विरोध में उतर आई है। शुरू में महाराष्ट्र के व्यापारिक संगठनों ने भी इस बंद का विरोध किया था लेकिन बाद में उसने समर्थन का ऐलान किया और 4 बजे तक दुकान बंद रखने का फैसला किया। महाराष्ट्र बंद को देखते हुए मुंबई में मुंबई पुलिस के साथ ही केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तीन कंपनियां, 500 होमगार्ड और 700 अन्य सुरक्षाकर्मी को तैनात किया गया है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/sp-spokesperson-taunted-on-yogi-adityanth-in-aajtak-tv-debate-over-lakhimpur-kheri-incident-twitter-users-reacted-on-priyanka-gandhi-maun-vrat/1871320/,"लखीमपुर कांड: सपा प्रवक्ता का योगी पर तंज- लगता है बुलडोजर पंचर हो गया, प्रियंका के मौन व्रत पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट्स","उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे को सोमवार को तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड की इजाजत दी है। लखीमपुर खीरी हिंसा से जुड़े मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने उत्तरप्रदेश की योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि लगता है कि उनका बुलडोजर पंचर हो गया। वहीं गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रियंका गांधी के मौन व्रत पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया यूजर्स ने तरह तरह के कमेंट किए।दरअसल आजतक न्यूज चैनल पर एंकर अंजना ओम कश्यप के टीवी डिबेट शो में एक सवाल के जवाब में सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आप जिस पार्टी में हैं वहां ज्यादा चिंता मत कीजिए क्योंकि मुझे आपकी ज्यादा चिंता रहती है। इनके प्रदेश अध्यक्ष भाषण दे रहे हैं कि नेता कैसा होना चाहिए, किसी को कुचलना नहीं चाहिए। ये भाषण देने की बजाय आप प्रधानमंत्री को जाकर कहते कि देश का गृह राज्य मंत्री जिसपर धारा 302 का मुक़दमा है, उसे हटाइए। जो ये कहता हो कि हम मंत्री से ज्यादा बड़े गुंडे हैं।आगे अनुराग भदौरिया ने कहा कि ऐसे लोगों को आपने देश का गृह राज्य मंत्री बना रखा है तो आप उससे आशा क्या करेंगे…उसका बेटा फूल थोड़ी बरसाएगा..उसका बेटा यही काम करेगा। साथ ही सपा प्रवक्ता ने कहा कि लगातार नौ दिन हो गए और सुधांशु त्रिवेदी कह रहे हैं कि नौ दिन के बाद हमने 14 दिन की रिमांड मांगी. आप इसे अपनी उपलब्धि मानते हैं। 8 लोगों की मौत हुई है और आप उसके जिम्मेदार हैं। उस व्यक्ति ने 8 परिवार को जीते जी मार डाला है, उसके बारे में आपको चिंता नहीं है, आपको किसी भी तरह से भाजपा का बचाव करना है।इस दौरान उन्होंने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधते हुए सुधांशु त्रिवेदी से कहा कि आपके योगी आदित्यनाथ जो बुलडोजर लेकर घूमते थे, पता नहीं किस कोपभवन में चले गए, लगता है उनका बुलडोजर पंचर हो गया। अगर बुलडोजर में डीजल ख़त्म हो गया हो तो कहिए हम डीजल भर देते हैं। टीवी डिबेट में ही मौजूद रहे जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने अनुराग भदौरिया के बयानों पर तंज कसते हुए कहा कि मैं इनकी बात से सहमत हूं। सुधांशु जी आप भी समाजवादी पार्टी की राह पर चलिए. जैसे इंडियन मुजाहिदीन का केस ड्राप हो गया वैसे ही आप भी केस ड्राप कर दीजिए।सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में लखनऊ के हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया और मौन व्रत रखा। इस दौरान उनके साथ बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हाथ में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग के नारे वाली पट्टी थी। लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे का नाम आने के बाद से ही प्रियंका गांधी अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग कर रही हैं। प्रियंका गांधी के द्वारा मौन व्रत रखे जाने की तस्वीर पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी. ट्विटर हैंडल @dipak_kSingh ने लिखा कि यूपी चुनाव में कांग्रेस को उनके मौन व्रत मिनटों के मुकाबले बराबर सीटें मिलेंगी, मुझे उम्मीद है कि यह 10 मिनट से ज्यादा नहीं चली ! वहीं ट्विटर हैंडल @saurabh__tweeet ने भी लिखा कि चुनाव के बाद कांग्रेस वाले पूरे समय के लिए मौन होने वाले हैं।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-arvind-kejriwal-coal-1472064,बिजली संकट: कोयले की कमी को लेकर CM केजरीवाल बोले- देश में स्थिति नाजुक,"नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार के कोयले की पर्याप्त उपलब्धता होने के दावे के बावजूद दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित कई क्षेत्रों में कोयले की कमी का संकट पैदा हो गया है जिसके कारण बिजली उत्पादन नहीं हो पा रहा है और बड़े पैमाने पर बिजली की कटौती की जा रही है। वहीं आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कोयले की कमी से देश में स्थिति नाजुक बनी हुई है। हम सब मिलकर हालात सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिजली संकट को लेकर मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर पैनी नजर रख रहा हूं। हम इससे बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हर समस्या के प्रति आंखें मूंद लेने की केंद्र की नीति देश के लिए घातक होगी: सिसोदिया इससे पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को आरोप लगाया था कि केंद्र यह स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि कोयला संकट है और हर समस्या के प्रति आंखें मूंद लेने की उसकी नीति देश के लिए घातक साबित हो सकती है। उनका बयान कोयला मंत्रालय के यह कहने के बाद आया है कि विद्युत उत्पादन संयंत्रों की मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त मात्रा में कोयला उपलब्ध है। साथ ही, मंत्रालय ने बिजली आपूर्ति में व्यवधान आने की आशंका को पूरी तरह से गुमराह करने वाला करार देते हुए खारिज कर दिया। सिसोदिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने कहा कि कोयला संकट नहीं है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) को एक पत्र नहीं लिखना चाहिए था। यह दुखद है कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री ने इस तरह का गैर जिम्मेदाराना रुख अपनाया है।'' आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि केंद्र सरकार संकट से ‘‘दूर भागने'' के लिए बहाने बना रही है। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि जब राज्यों और चिकित्सकों ने कहा था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी है, तब केंद्र ने स्वीकार नहीं किया था कि ऐसा कोई संकट है। national newspunjab kesaridelhi Arvind Kejriwal Coal Manish Sisodia Narendra Modi दिल्लीअरविंद केजरीवालकोयलामनीष सिसोदियानरेंद्र मोदी माता वैष्णो देवी के दरबार में नतमस्तक हुए सिद्धू, बोले- मां के दर्शन करने से मिलती है नई... NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/lakhimpur-kheri-violence-lakhimpur-kheri-swatantra-dev-singh-1472065,"लखीमपुर हिंसा: दिल्ली पहुंचे यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, कहा- 'वोट मिलेगा तो आपके व्यवहार से मिलेगा'","नई दिल्ली- लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई नेता आज दिल्ली पहुंचे हैं। बता दें कि स्वतंत्र देव सिंह के अलावा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल भी दिल्ली पहुंचे हैं। दरअसल, लखीमपुर हिंसा को लेकर विपक्ष गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफ़े की मांग को लेकर एक बैठक बुलाई गई है। वोट मिलेगा तो आपके व्यवहार से मिलेगा बता दें कि लखीमपुर कांड को लेकर बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुटी है। यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि नेतागिरी का मतलब लूटने नहीं आए हैं, ना फ़ॉर्चूनर से किसी को कुचलने आए हैं। वोट मिलेगा तो आपके व्यवहार से मिलेगा। वहीं लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की पुलिस रिमांड की अर्जी पर आज सुनवाई होगी, वहीं इस केस की जांच कर रही SIT आशीष को रिमांड पर लेकर पूछताछ करना चाहती है। बीजेपी बूथ अध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी पर लगाया ये आरोप बता दें कि लखीमपुर खीरी के बीजेपी बूथ अध्यक्ष राम गोपाल पांडे ने इस्तीफा देते हुए बीजेपी नेताओं पर अपने कार्यकर्ताओं का साथ न देने का आरोप लगाया है। जिस पर रामकुमार पांडे का कहना है कि तिकुनिया कांड में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के किसी परिवार से कोई मंत्री जाकर नहीं मिला। Lakhimpur Kheri Violence Lakhimpur Kheri swatantra dev singh बिजली संकट: कोयले की कमी को लेकर CM केजरीवाल बोले- देश में स्थिति नाजुक NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/navjot-singh-sidhu-bowed-down-in-darbar-of-mata-vaishno-devi-1472061,"माता वैष्णो देवी के दरबार में नतमस्तक हुए सिद्धू, बोले- मां के दर्शन करने से मिलती है नई ऊर्जा","नेशनल डेस्क (अमित): कांग्रेस नेता व पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को मां वैष्णो देवी के दरबार में माथा टेकने पहुंचे। मिली जानकारी के अनुसार रविवार शाम को सिद्धू ने कटड़ा से सांझी छत तक का सफर हेलीकॉप्टर से तय किया और वहां से पैदल ही भवन पहुंचे। सिद्धू रविवार को वैष्णो देवी भवन पर ही रुके और सोमवार सुबह आरती में शामिल होने के बाद मां वैष्णो देवी के दर्शन करके वापसी के लिए रवाना हो गए। माता वैष्णो देवी के भवन जाने से पहले सिद्धू ने ट्वीट किया था ‘‘नवरात्रों के दौरान मां के दर्शन ऊर्जा पैदा करते हैं...आत्मा से सारे मैल धोते हैं!! माता वैष्णो देवी के चरण कमलों में आकर धन्य हो गया।” बता दें कि पिछले कुछ समय से पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। हाल ही में सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे नवजीत सिंह की रविवार को मोहाली के एक गुरुद्वारे में शादी हुई। नवजोत सिंह सिद्धू इस विवाह समारोह से दूर ही रहे। ऐसे में अटकलें लग रही है कि सिद्धू पंजाब के नए मुख्यमंत्री से नाखुश हैं। चन्नी के बेटे के विवाह समारोह में हिस्सा लेने वालों में पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, कांग्रेस महासचिव हरीश रावत, उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, ओपी सोनी, मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, ब्रह्म मोहिंद्र, परगट सिंह, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, विधायक राणा गुरमीत सोढ़ी, सांसद मनीष तिवारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल थे। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी शादी में शामिल हुए। Navjot Singh Sidhu mother Vaishno Devi Jammu and Kashmir Chief Minister Charanjit Singh Channi son Navjit Singh marriage Punjab Congress Punjab Politics National News नवजोत सिंह सिद्धू मां वैष्णो देवी धीमी पड़ी कोरोना की रफ्तार,ठाणे में कोविड-19 के 219 नए मामले, तीन और लोगों की मौत NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-uttarakhand-1472048,उत्तराखंड चुनाव से पहले BJP को बड़ा झटका,"नेशनल डेस्क: उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उस समय बड़ा झटका लगा, जब राज्य के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य भगवा दल छोड़कर अपने विधायक पुत्र संजीव आर्य के साथ सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। यशपाल आर्य और उनके बेटे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं हरीश रावत, के सी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में अपने समर्थकों के साथ नयी दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हुए। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास में मुलाकात की थी। यशपाल आर्य 2007 से 2014 तक कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष थे और रावत के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। यशपाल राज्य की मुक्तेश्वर विधानसभा सीट और संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। national newspunjab kesaridelhiUttarakhand Assembly Elections BJP Yashpal Arya Sanjeev Arya Harish Rawat KC Venugopal Randeep Surjewala J&K: पुंछ में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ , सैन्य अधिकारी समेत 4 जवान शहीद NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-supreme-court-court-justice-mr-shah-1472118,"SC की खरी-खरी- अदालत उस आरोपी का बचाव नहीं करेगी जो सहयोग नहीं कर रहा, फरार है","नेशनल डेस्क: महानायक अमिताभ बच्चन ने पान मसाला ब्रांड के एक विज्ञापन से खुद को अलग कर लिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि इसके प्रचार के लिए उन्हें जो राशि मिली थी, उन्होंने उसे भी वापस कर दिया है। एक पान मसाला ब्रांड के प्रचार के लिए 79 साल के अभिनेता को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। उनके कई प्रशंसकों ने इसको लेकर निराशा जाहिर की थी। ‘अमिताभ बच्चन कार्यालय' की ओर से जारी एक ब्लॉग पोस्ट में रविवार रात बताया गया कि वह अब इस प्रचार से जुड़े नहीं हैं। पोस्ट में कहा गया कि इस विज्ञापन के प्रसारण के कुछ दिन बाद बच्चन ने ब्रांड से संपर्क किया और पिछले हफ्ते इससे अलग हो गए। बच्चन जब इस ब्रांड से जुड़े थे तो उन्हें पता नहीं था कि यह विज्ञापन प्रतिबंधित उत्पाद से संबंधित विज्ञापन के तहत आता है। पोस्ट में बताया गया कि बच्चन ने अनुबंध खत्म कर दिया और प्रचार के लिए मिली राशि को वापस कर दिया। पिछले महीने एक गैर सरकारी संगठन ‘राष्ट्रीय तंबाकू उन्मून संगठन' (नोट) ने बच्चन से अपील की थी कि वह पान मसाला ब्रांड को बढ़ावा देने वाले विज्ञापनों का हिस्सा न बनें। Amitabh BachchanPan Masala AdvertisementNational Organization for the Elimination of TobaccoPan Masala BrandNational News अमिताभ बच्चन पान मसाला विज्ञापन श्रीनगर: मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लाल चौक में पाक के खिलाफ किया प्रदर्शन NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-mumbai-shahrukh-khan-aryan-khan-1472165,"महबूबा मुफ्ती का BJP पर हमला, कहा- खान है इसलिए शाहरुख के बेटे आर्यन को बनाया जा रहा है निशाना -","पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को आरोप लगाया कि बॉलीवुड स्टार शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को सिर्फ उनके उपनाम के कारण केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।नेशनल डेस्क: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को आरोप लगाया कि बॉलीवुड स्टार शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को सिर्फ उनके उपनाम के कारण केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। मुफ्ती ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के ‘कोर' मतदाताओं को खुश करने के लिए मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। महबूबा ने ट्वीट किया, ‘‘चार किसानों की हत्या के आरोपी केन्द्रीय मंत्री के बेटे के मामले में उदाहरण पेश करने के स्थान पर केन्द्रीय एजेंसियां 23 साल के युवक के पीछे पड़ी हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि उनका उपनाम खान है। न्यायपालिका का मखौल है कि भाजपा के कोर मतदाताओं को खुश करने के लिहाज से मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है।'' मुफ्ती केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा का संदर्भ दे रही थीं जिन पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों को कुचलने का आरोप है।आर्यन खान के वकील अमित देसाई ने सोमवार को जमानत याचिका का जिक्र किया तो एनसीबी के वकील ए एम चिमलकर और अद्वैत सेठना ने जवाब देने और हलफनामा दाखिल करने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा। उन्होंने कहा कि मामले की जांच अब भी जारी है, एजेंसी द्वारा काफी सामग्री भी एकत्र की गई है और इस स्तर पर, यह देखने की जरूरत है कि क्या आर्यन खान को जमानत पर रिहा करने से मामले की जांच में बाधा आएगी या नहीं। देसाई ने कहा, ‘‘ जमानत देने से जांच बंद नहीं हो जाएगी। एनसीबी जांच जारी रख सकती है। यह उनका काम है। मेरे मुवक्किल को हिरासत में रखना जरूरी नहीं है, क्योंकि उसके पास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। उसके (आर्यन) पास से कोई मादक पदार्थ नहीं मिला और उसके खिलाफ कोई अन्य सामग्री भी नहीं मिली। गिरफ्तारी के बाद से वह एक हफ्ते से एनसीबी की हिरासत में है और दो बार उसका बयान दर्ज किया गया है। अब उसे जेल में रखने की क्या जरूरत है?'' चिमलकर ने हालांकि कहा कि एजेंसी को जवाब दाखिल करने के लिए कम से कम कुछ दिन तो चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘......आर्यन खान न्यायिक हिरासत में है। जमानत पर उनकी रिहाई हमारी जांच को प्रभावित करेगी या बाधित करेगी, इस पर गौर करने की जरूरत है।''",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/lakhimpur-kheri-violence-priyanka-gandhi-other-congress-leaders-observe-maun-vrat-in-lucknow-b507/,"Lakhimpur Kheri violence: प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस नेता का 'मौन व्रत', केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग, भाजपा पर हमला","केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा हिंसा के मामले में आरोपी हैं। लखीमपुर खीरी में हिंसा में तीन अक्टूबर को चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। लखनऊः कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ लखीमपुर खीरी हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर सोमवार को मौन व्रत रखा। कांग्रेस ने कहा कि पीएम मोदी जल्द से जल्द केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' को बर्खास्त करे। उनका बेटा लखीमपुर खीरी हिंसा में आरोपी हैं। मंत्री के बेटे आशीष को शनिवार को यूपी पुलिस ने 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया था, जिसमें चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे। उसे शनिवार देर रात एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जीपीओ पार्क में धरने में शामिल हुईं। कांग्रेस पार्टी मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रही है। Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra & other party leaders observe 'maun vrat' at Gandhi statue at GPO, Lucknow, demanding dismissal of Union Minister for State (Home) Ajay Kumar Mishra whose son is an accused in the Lakhimpur Kheri violence pic.twitter.com/AsHU92rcPq — ANI UP (@ANINewsUP) October 11, 2021 कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता और नेता राज्य की राजधानी के जीपीओ पार्क में एकत्र हुए और महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ उन्होंने अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की। पार्टी ने मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। प्रियंका गांधी ने रविवार को वाराणसी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ""कांग्रेस कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते, भले ही आप उन्हें जेल में डाल दें या उनकी पिटाई करें। हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक केंद्रीय राज्य मंत्री (अजय मिश्रा) इस्तीफा नहीं देते। हमारी पार्टी ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है और कोई हमें चुप नहीं करा सकता।' मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को शनिवार रात 12 घंटे की पूछताछ के बाद लखीमपुर में गिरफ्तार कर लिया गया था। कांग्रेस के मौन धरने पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कानून अपना काम करेगा और किसी भी तरह के दबाव से प्रभावित नहीं होगा। उन्होंने कहा,‘‘ अगर वे 'मौन व्रत' या प्रदर्शन करना चाहते हैं तो यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।’’ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम लिये बगैर कहा,‘‘ हमारे प्रधानमंत्री दस साल से 'मौन व्रत' कर रहे थे, हो सकता है कि अगर वे 'मौन व्रत' पर बैठें तो वे प्रधानमंत्री बनने का सपना भी देख सकते हैं।’’",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/uttarakhand-bjp-leader-yashpal-arya-son-mla-sanjeev-joins-congress-harish-rawat-kc-venugopal-in-b507/,"उत्तराखंडः बीजेपी को बड़ा झटका, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य, विधायक पुत्र के साथ कांग्रेस में, 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे...","उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। यशपाल आर्य उत्तराखंड की मुक्तेश्वर विधानसभा सीट से विधायक हैं। संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। नई दिल्लीः उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उस समय बड़ा झटका लगा, जब राज्य के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य भगवा दल छोड़कर अपने विधायक पुत्र संजीव आर्य के साथ सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। यशपाल आर्य और उनके बेटे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं हरीश रावत, के सी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में अपने समर्थकों के साथ नयी दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हुए। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास में मुलाकात की थी। Uttarakhand BJP leader Yashpal Arya along with his son MLA Sanjeev joins Congress in presence of party leaders Harish Rawat & KC Venugopal in Delhi ""He (Yashpal) has just tendered resignation from the post of Uttarakhand Cabinet Minister,"" says Congress leader Randeep Surjewala pic.twitter.com/GRBJsBWSa9 — ANI (@ANI) October 11, 2021 यशपाल आर्य 2007 से 2014 तक कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष थे और रावत के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। यशपाल राज्य की मुक्तेश्वर विधानसभा सीट और संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/jammu-national-conference-devendra-rana-and-surjit-singh-salathia-joined-bjp-dharmendra-pradhan-b507/,"जम्मूः नेशनल कॉन्फ्रेंस को झटका, देवेंद्र राणा और सुरजीत सिंह सलाथिया भाजपा में शामिल, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप सिंह पुरी और जितेंद्र सिंह रहे मौजूद","जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार रह चुके हैं। केंद्र सरकार ने 2019 में जम्मू कश्मीर के पूर्ण राज्य के दर्जे को समाप्त कर दिया था। नई दिल्लीः नेशनल कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा देने के एक दिन बाद पार्टी की जम्मू इकाई के पूर्व प्रमुख देवेंद्र राणा पार्टी नेता सुरजीत सिंह सलाथिया के साथ सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। राणा और सलाथिया ने केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप सिंह पुरी तथा जितेंद्र सिंह की उपस्थिति में यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के छोटे भाई और पूर्व विधायक राणा जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार रह चुके हैं। जम्मू कश्मीर के लिए भाजपा के प्रभारी महासचिव तरुण चुग और पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। Time has come that Jammu too should have a political narrative... It will be our endeavour under PM Modi and others to create an inclusive narrative for Jammu in J&K...We will not allow 'Dixon' plan and their supporters to succeed: Former NC leader Devendra Rana after joining BJPpic.twitter.com/LnQPuCaSXR — ANI (@ANI) October 11, 2021 राणा अनेक राजनीतिक, सामाजिक और कारोबारी संगठनों की संयुक्त घोषणा के रूप में ‘जम्मू घोषणापत्र’ जारी किये जाने की वकालत करते रहे हैं, जिसमें मुख्य रूप से जम्मू क्षेत्र के लिए राज्य का दर्जा बहाल करने और पूरे जम्मू कश्मीर के लिए यह दर्जा बहाल नहीं करने की मांग शामिल है। केंद्र सरकार ने 2019 में जम्मू कश्मीर के पूर्ण राज्य के दर्जे को समाप्त कर दिया था और उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित कर दिया था।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/maharashtra-bandh-live-updates-maharashtra-bandh-called-by-mva-govt-today-for-lakhimpur-kheri-b418/,"Maharashtra Bandh: लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में आज महाराष्ट्र बंद, जानिये 10 जरूरी बातें","किसानों पर हुई हिंसा के विरोध में महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने बंद का आह्वान किया दुकानदारों और व्यापारियों ने बंद में शामिल होनी की बात कही आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत के एक हफ्ते बाद महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार ने उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ मिलकर बंद का आह्वान किया है. इसकी वजह से आज पूरे महाराष्ट्र में दुकानें बंद रहेंगी। शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी या राकांपा की महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार बंद का समर्थन कर रही है। दरअसल, राज्य सरकार ने ही तीनों दलों की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बंद का ऐलान किया था. महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, 'मैं महाराष्ट्र के 12 करोड़ लोगों से किसानों का समर्थन करने का अनुरोध करता हूं। समर्थन का मतलब है कि आप सभी बंद में शामिल हों और एक दिन के लिए अपना काम बंद कर दें।' राज्य सरकार ने कहा कि आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। कृषि उपज मंडी समिति या सब्जी मंडी भी बंद रहेगी। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी बंद में पूरी ताकत से हिस्सा लेगी। राउत ने कहा, ""तीनों दल बंद में सक्रिय रूप से भाग लेंगे। लखीमपुर खीरी में जो हुआ वह संविधान की हत्या, कानून का उल्लंघन और देश के किसानों को मारने की साजिश थी।"" मुंबई पुलिस ने बंद के कारण लोगों को असुविधा न हो इसके लिए योजना बनाई है। सामरिक स्थलों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तीन कंपनियां, 500 होमगार्ड और अन्य बलों की 700 कंपनियां कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मुंबई पुलिस की मदद करेंगी। महाराष्ट्र में व्यापारियों के एक संघ ने सोमवार को राज्य सरकार द्वारा बंद का आह्वान करने पर आपत्ति जताते हुए बंद का समर्थन करने का फैसला किया है। फेडरेशन ऑफ रिटेल के प्रमुख वीरेन शाह ने कहा, ""शिवसेना और पार्टी के अन्य नेताओं के अनुरोध के बाद, हमने किसानों की हत्या के विरोध में महा विकास अघाड़ी सरकार द्वारा बंद के आह्वान के समर्थन में शाम 4 बजे तक दुकानें बंद रखने का फैसला किया है। ट्रेडर्स यूनियन ने पहले कहा था कि वे कोरोना महामारी के बीच रुक-रुक कर होने वाले लॉकडाउन के बाद से व्यापार में वापसी हुई है लेकिन बंद से उनकी कमाई प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीनों में लॉकडाउन के कारण हमें भारी नुकसान हुआ है। त्योहारों के मौसम के बीच में जब ग्राहक खरीदारी करने के लिए बाहर आने लगे हैं, तो हम अपना व्यवसाय शांति से करें। हम सरकार से अपील करते हैं कि खुदरा कारोबार को खुला रहने दें। हमें उम्मीद है कि दुकानदारों को परेशान नहीं किया जाएगा या बंद रहने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र बीजेपी नेता नितेश राणे ने ट्वीट किया कि हालांकि, ऐसा प्रतीत होता है कि व्यापारी राजनीतिक गोलीबारी में फंस गए हैं, क्योंकि भाजपा ने कहा है कि वह बंद का समर्थन करने के लिए ""दुकानों को जबरन बंद करने"" की अनुमति नहीं देगी। ""अगर दुकानदारों को एमवीए के किसी भी कार्यकर्ता द्वारा कल दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया जाता है, तो उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओं का सामना करना पड़ेगा। पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी को मजबूर न किया जाए अन्यथा कानून-व्यवस्था की स्थिति होगी, जो हमारी जिम्मेदारी नहीं है."" केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को किसानों द्वारा दायर एक पुलिस मामले में नामित किया गया था, जिन्होंने कहा था कि उन्होंने पिछले रविवार को शांतिपूर्ण काले झंडे के विरोध के बीच नारेबाजी करने वाले प्रदर्शनकारियों की एक सभा में प्रवेश किया था। हत्या का मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस की निष्क्रियता पर भारी दबाव बनाने के कुछ दिनों बाद आशीष मिश्रा को शनिवार रात एक अदालत में पेश किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने भी अपना काम ठीक से नहीं करने पर यूपी पुलिस की खिंचाई की थी.",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/kangana-ranaut-said-on-aryan-khan-drugs-case-b617/,"कंगना ने शाहरुख पर साधा निशाना, बिना नाम लिए कहा सिर्फ कह रही हूं..","शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के पक्ष में कई सेलिब्रिटीज सामने आए हैं कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत ने ड्रग्स केस में बिना शाहरुख खान का नाम लिए उन पर निशाना साधा है। कंगना ने एक ऐसी पोस्ट को शेयर किया है जिसे शाहरुख खान और आर्यन खान से जोड़ करके देखा जा रहा है। दरअसल कंगना रनौत ने हॉलीवुड के एक्टर जैकी चैन की फोटो शेयर की है। अभिनेत्री कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें देखा जा सकता है कि हॉलीवुड के एक्टर जैकी चैन ने साल 2014 में अपने बेटे जेसी के ड्रग्स केस में पकड़े जाने के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी। आपको बता दें कि जैकी के बेटे को पुलिस ने 100 ग्राम मारिजुआना के साथ बीजिंग में उसके अपार्टमेंट में गिरफ्तार किया गया था। इसी के बाद एक्टर जैकी चैन ने सोशल मीडिया साइट पर एक पोस्ट में लिखा कि एक पब्लिक फिगर होने के नाते मैं शर्मिंदा हूं और दुखी हूं उनकी मां का दिल टूट गया है मैं जैसी के साथ सार्वजनिक तौर पर लोगों से माफी मांगता हूं। वही कंगना ने इसे शेयर करते हुए लिखा कि ""मैं सिर्फ कह रही हूं।"" वहीं इससे पहले कंगना ने कहा था आर्यन की गलतियां उन्हें समझदार बनने में सहायता करेंगे इसका मतलब यह नहीं है कि वह अपनी गलतियों के लिए सजा ना काटे इसके बाद उन्होंने कहा कि ""अब सभी माफिया पप्पू साथ आकर आर्यन का बचाव करेंगे हम सभी गलतियां करते हैं लेकिन उससे हमें सीख मिलनी चाहिए मुझे लगता है कि जब किसी ने गलत किया है तो उसे गलत कहना चाहिए ना कि उसका बचाव करना चाहिए।"" गौरतलब है कि शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के पक्ष में कई सेलिब्रिटीज सामने आए हैं। इसमें ऋतिक रोशन, मीका सिंह, रवीना टंडन और सुजैन खान जैसे कलाकार भी शामिल है।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/punjab-congress-pakistani-journalist-arusa-alam-navjot-singh-sidhus-wife-navjot-kaur-attacked-b507/,"पंजाब कांग्रेसः पाकिस्तानी पत्रकार अरुसा आलम के साथ दोस्ती को लेकर निशाना, नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने अमरिंदर सिंह पर हमला किया","पंजाब में एक भी पदस्थापना अरूसा आलम को पैसे या तोहफे दिये बिना नहीं हुई। पाकिस्तानी पत्रकार का क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कोई संबंध है। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ तस्वीर ट्विटर पर साझा की। चंडीगढ़ः पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर पाकिस्तानी पत्रकार अरुसा आलम के साथ दोस्ती को लेकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य में एक भी अधिकारी की तैनाती आलम को ‘पैसे, तोहफे’ दिये बिना नहीं हुई। सिद्धू के प्रधान रणनीतिक सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने भी सिंह पर निशाना साधा जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने उन पर पलटवार किया। सिद्धू की पत्नी के आरोपों से एक दिन पहले पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि यह पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि कई साल से सिंह से मिलने आती रहीं पाकिस्तानी पत्रकार का क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कोई संबंध है। पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पंजाब में एक भी पदस्थापना अरूसा आलम को पैसे या तोहफे दिये बिना नहीं हुई।’’ Just by the way. (File photo). @Sukhjinder_INC@INCPunjab@CHARANJITCHANNI@INCIndiapic.twitter.com/NxrrZZT4ic — Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 22, 2021 उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग में भी कोई तैनाती आलम की सहमति के बिना नहीं हुई और पाकिस्तानी पत्रकार सारा धन लेकर चली गयीं। सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने शुक्रवार को आलम की कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ तस्वीर ट्विटर पर साझा की। ‘As for Bargari inquiry I dare you @Sukhjinder_INC to swear on Guru Granth Sahib ji & deny that both investigating officers Kunwar Vijay Pratap Singh & Ranbir S Khatra were appointed on your recommendations. Do your job instead of making wild charges against me’:@capt_amarinderpic.twitter.com/pVy9cH4Ep3 — Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 22, 2021 इस बारे में पूछे गये सवाल पर नवजोत कौर ने कहा कि यह पुरानी तस्वीर है। मुस्तफा ने आलम की पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव और पूर्व पुलिस महानिदेशक के साथ तस्वीर साझा की थी जिस पर सिंह ने मुस्तफा को आड़े हाथ लिया। इसके जवाब में ठुकराल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर दो तस्वीर साझा कीं। अमरिंदर की पाकिस्तानी मित्र के आईएसआई से संबंध हैं या नहीं, इसकी जांच की जाएगी:रंधावा पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का कहना है कि इस बात की जांच की जाएगी कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से पिछले कई वर्षों से मुलाकात करती रहीं पाकिस्तानी पत्रकार अरुसा आलम के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध हैं या नहीं। इस पर सिंह ने कांग्रेस नेता पर पलटवार कर कहा कि रंधावा अब निजी हमले करने का प्रयास कर रहे हैं। ‘Perturbed? Have you ever seen me perturbed on any issue in all these years @Sukhjinder_INC? In fact, you seem to be perturbed and confused, if your flip flops are any indication. Why don’t you make up your mind on this so-called probe against Aroosa Alam?’: @capt_amarinder 1/3 pic.twitter.com/8Gbuj5Zmyn — Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 22, 2021 उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि क्या आलम के आईएसआई के साथ किसी भी तरह के संबंध हैं या नहीं और पुलिस महानिदेशक को इस मामले को देखने को कहा गया है। सिंह ने कहा कि आलम केंद्र की अनुमति के बाद पिछले 16 वर्षों से भारत की यात्रा कर रही थीं। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार ने सिंह के हवाले से ट्वीट कर कहा, '' सुखजिंदर आप मेरी कैबिनेट में मंत्री थे। तब कभी भी आपसे अरुसा आलम को लेकर शिकायत करते नहीं सुना। आलम केंद्र की अनुमति लेकर पिछले 16 साल से भारत की यात्रा कर रही थीं। ‘What’s more @Sukhjinder_INC, a detailed inquiry was conducted in 2007, when I was no longer CM, by NSA on orders of then UPA PM before granting visa to Aroosa Alam. You still want to waste Punjab’s resources on this? I’ll help you with whatever you need’: @capt_amarinder 3/3 — Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 22, 2021 क्या आप ये आरोप लगा रहे हैं कि इस अवधि में केंद्र में राजग और कांग्रेस नीत यूपीए दोनों ही सरकारों की पाकिस्तानी आईएसआई से मिलीभगत रही?'' रंधावा ने दावा किया कि सिंह की लंबे समय से आलम के साथ मित्रता रही है और वह कई वर्षों तक भारत में रहीं और केंद्र सरकार ने समय-समय पर उनके वीजा को बढ़ाया। रंधावा ने बृहस्पतिवार को जालंधर में संवाददाताओं से कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस में हुए हालिया घटनाक्रम के मद्देनजर सिंह के पद से हटने के बाद आलम वापस पाकिस्तान चली गईं। उन्होंने कहा, '' अरुसा लगभग साढ़े चार साल भारत में रहीं और समय-समय पर उनका वीजा बढ़ाया गया। ‘You were a minister in my cabinet @Sukhjinder_INC. Never heard you complain about Aroosa Alam. And she’d been coming for 16 years with due GoI clearances. Or are you alleging that both NDA and @INCIndia led UPA govts in this period connived with Pak ISI?’: @capt_amarinder 2/3 — Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 22, 2021 दिल्ली ने उनका वीजा रद्द क्यों नहीं किया? जब हम अमरिंदर सिंह के खिलाफ गए, तब वह भारत छोड़कर क्यों चली गईं?'' उप मुख्यमंत्री ने कहा, '' मुझे लगता है कि इन सभी चीजों की जांच किए जाने की जरूरत है और कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी इन सवालों के जवाब देने होंगे।'' Mustafa bhai, with both of us without real jobs, our time is equally precious. But what I write here - quote unquote - are CAS’s views. But I agree, just as people can’t understand your relationships, mine too has been misunderstood by dubbing me a surrogate. Anyway best wishes! https://t.co/26J2YSGExE — Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 23, 2021 इस पर पलटवार करते हुए सिंह ने कहा, '' सुखजिंदर रंधावा, तो अब आप निजी हमले कर रहे हैं। एक महीने पदभार संभालने के बाद अब आपके पास यही सब है लोगों को दिखाने के लिए। बरगारी और मादक पदार्थ मामलों को लेकर किए गए बड़े-बड़े वादों का क्या हुआ?''",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/t20-world-cup-india-pakistan-cricket-match-yoga-guru-baba-ramdev-attack-pm-imran-khan-icc-bcci-b507/,"T20 World Cup: भारत-पाकिस्तान मैच पर हमला, बाबा रामदेव बोले-क्रिकेट और आतंकवाद एक साथ नहीं","आतंकवाद और क्रिकेट साथ साथ नहीं हो सकता है. पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच राष्ट्र धर्म एवं राष्ट्रहित के विपरीत है. ऐसे हालात में मैच नहीं होना चाहिए. नागपुरः भारत और पाकिस्तान के बीच कल मैच खेला जाएगा. हालांकि क्रिकेट फैंस इस मैच का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि भारत को इस मैच का बहिष्कार करना चाहिए. हरिद्वार पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्वामी बाबा रामदेव ने टी 20 क्रिकेट विश्व कप में शनिवार को होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच पर हमला बोला है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि आतंकवाद और क्रिकेट साथ साथ नहीं हो सकता है. एक ओर क्रिकेट और दूसरी ओर आतंकवाद का खेला एक साथ नहीं होना चाहिए. लोकमत पत्र समूह के नागपुर संस्करण के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में रविवार को आयोजित राष्ट्रीय अंतरधर्मीय परिषद में हिस्सा लेने नागपुर पहुंचे बाबा रामदेव विमानतल पर पत्रकारों के सवालों पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच राष्ट्र धर्म एवं राष्ट्रहित के विपरीत है. ऐसे हालात में मैच नहीं होना चाहिए. भारत द्वारा अपने पड़ोसियों के साथ क्रिकेट नहीं खेलने की मांग हाल ही में पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों और जम्मू-कश्मीर में चल रहे हमलों से बढ़ गई है. इसमें योग गुरु और हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ के संस्थापक स्वामी रामदेव बाबा ने भी स्पष्ट किया है कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच राष्ट्र के खिलाफ और राष्ट्रवाद के खिलाफ है. लोकमत समाचार पत्र समूह के नागपुर संस्करण के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर रविवार 24 अक्टूबर को नागपुर में एक राष्ट्रीय अंतरधार्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया है. सम्मेलन विभिन्न धर्मों के शिक्षकों की उपस्थिति में 'सामाजिक सद्भाव और भारत की भूमिका के लिए वैश्विक चुनौतियां' पर केंद्रित होगा. पेट्रोल- डीजल पर सरकार का बचाव बाबा रामदेव ने पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि पर केंद्र सरकार का बचाव किया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर क्रूड ऑयल के मूल्य के अनुपात में पेट्रोल- डीजल बेचा जाए तो दोनों सस्ते हो जाएंगे. लेकिन ईंधन पर टैक्स लगाया जाता है. सरकार एवं देश की अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए यह जरूरी है. सरकार इसकी वहज से टैक्स नहीं हटा पा रही है. लेकिन कभी ना कभी यह टैक्स जरूर हटेगा और पेट्रोल- डीजल सस्ते होंगे.",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/wont-blame-cops-govt-pandits-say-jk-police-made-them-sign-undertaking-on-lack-of-security-b602/,"""हम अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस और सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराते हैं"", जम्मू-कश्मीर के पंडितों ने दवाब में आकर किया हस्ताक्षर","पुलिस ने कश्मीरी पंडितों से अंडरटेकिंग पर लिए हस्ताक्षर पुलिस ने लोगों को अपने घर में पनाह देने की बात कही थी मना करने पर पुलिस ने सुरक्षा देने से मना कर दिया कश्मीर : जम्मू-कश्मीर में पिछले एक महीने से चल रही नागरिक हत्याओं से वहां रहने वाले कश्मीरी पंडित काफी परेशान है और अब वह जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा भेजे गए एक ""उपक्रम"" से नाराज़ और परेशान हैं । कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति के प्रमुख संजय टिक्कू के अनुसार, पुलिस ने शुरू में परिवारों को उनके घरों में सुरक्षा कर्मियों को रखने के लिए कहा, और जब परिवारों ने इनकार कर दिया, तो उन्होंने अंडरटेकिंग भेजी, जिसमें कहा गया है कि बलों को उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाएगा । 18 अक्टूबर को घोषित और दिप्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, ""जिला पुलिस शोपियां द्वारा गांव में रहने वाले कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिए गांव में पुलिस गार्ड की स्थापना की गई है (सुरक्षा कारणों से गांव का नाम खुलासा नहीं किया गया है)। . “हम गाँव के कश्मीरी पंडित नीचे दिए गए गवाहों की उपस्थिति में बिना किसी दबाव या धमकी के घोषणा करते हैं कि हमें पुलिस गार्ड की आवश्यकता नहीं है। हम पुलिस गार्ड के बिना सुरक्षित हैं । हम कभी भी पुलिस या सरकार को सुरक्षा प्रदान नहीं करने के लिए दोष नहीं देंगे और इसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार होंगे । 54 वर्षीय टिक्कू ने बताया कि यह अंडरटेकिंग दक्षिण और उत्तरी कश्मीर के गांवों में रहने वाले कम से कम 500 परिवारों को भेजा गया था, जिनमें से लगभग 250 ने ""दबाव"" में इस पर हस्ताक्षर किए । टिंकू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने परिवारों से जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस (जेकेएपी) के 10 सुरक्षाकर्मियों के लिए अपने घरों के अंदर कम से कम दो कमरे देने को कहा था । परिवार ऐसा नहीं कर सकते, ”। “वे खुद दो कमरों के अपार्टमेंट में रहते हैं, साथ ही उनकी महिला सदस्य और बच्चे हैं । आप उनसे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वे अपने घरों के अंदर सुरक्षा कर्मियों को समायोजित करेंगे, वह भी चौबीसों घंटे । उन्होंने कहा ""जब परिवारों ने मना किया, तो पुलिस ने उनसे इस घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करवाए,"" । “सरकार और सुरक्षा एजेंसियां ​​​​हमारी रक्षा के लिए अपने कर्तव्य और जिम्मेदारी का त्याग कर रही हैं। वे चाहते हैं कि हम घोषणा करें कि अगर हम कल मारे गए, तो वे दोषी नहीं हैं । मुसलमानों को हमारा समर्थन करने की जरूरत है' घाटी में रहने वाले कश्मीरी पंडितों का यह भी दावा है कि उनकी सुरक्षा चिंताओं का समाधान नहीं किया जा रहा है । एक अन्य कश्मीरी, 50 वर्षीय रतन चाको ने दावा किया, ""हम कश्मीर के एलजी और आईजी को पत्र लिखकर सुरक्षा खतरों पर चर्चा करने के लिए समय मांग रहे हैं, लेकिन पांच महीने हो गए हैं और हमें अभी तक उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।"" पराग मिल्क फूड्स के लिए काम करने वाले 29 वर्षीय कश्मीरी पंडित युवक संदीप कौल ने अब घाटी के मुसलमानों से उनके साथ खड़े होने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि “मुझे घाटी में बहुसंख्यकों से शिकायतें हैं। मैं समझता हूं कि उन्हें सिस्टम ने अलग-थलग कर दिया है, लेकिन उन्हें हमारा समर्थन करते हुए एक जोरदार और स्पष्ट संदेश भेजना चाहिए ।"" ""मैं मुसलमानों से शांति मार्च निकालने की अपील कर रहा हूं, जिससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा ।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/congress-become-member-stay-away-alcohol-and-drugs-not-public-criticism-know-big-things-b507/,"कांग्रेस का नया फरमान, सदस्य बनने के लिए शराब और ड्रग्स से रहना होगा दूर, सार्वजनिक आलोचना नहीं, जानें बड़ी बातें","देश की सबसे पुरानी पार्टी के सदस्यता संबंधी आवेदन-पत्र में ये शर्तें शामिल की गई हैं। एक नवंबर से अगले साल 31 मार्च तक सदस्यता अभियान चलाएगी। शारीरिक श्रम और जमीनी मेहनत करने से नहीं हिचकिचाएंगे नई दिल्लीः कांग्रेस का सदस्य बनने के लिए किसी भी व्यक्ति को शराब और मादक पदार्थों से दूरी बनाए रखने का संकल्प लेना होगा और यह हलफनामा भी देना होगा कि वह सार्वजनिक मंचों पर कभी भी पार्टी की नीतियों एवं कार्यक्रमों की आलोचना नहीं करेगा। देश की सबसे पुरानी पार्टी के सदस्यता संबंधी आवेदन-पत्र में ये शर्तें शामिल की गई हैं। इसके अनुसार, कांग्रेस की सदस्यता ले रहे लोगों को यह घोषणा करनी होगी कि वह कानूनी सीमा से अधिक संपत्ति नहीं रखेंगे और कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए शारीरिक श्रम और जमीनी मेहनत करने से नहीं हिचकिचाएंगे। पार्टी ने एक नवंबर से आरंभ हो रहे सदस्यता अभियान के लिए तैयार आवेदन-पत्र में 10 ऐसे बिंदुओं का उल्लेख किया, जिसके बारे में सदस्य बनने के इच्छुक लोगों को अपनी स्वीकृति देनी होगी। गत 16 अक्टूबर को हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में यह फैसला किया गया था कि संगठनात्मक चुनाव से पहले पार्टी आगामी एक नवंबर से अगले साल 31 मार्च तक सदस्यता अभियान चलाएगी। इस आवेदन-पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी नये सदस्यों को यह संकल्प लेना होगा कि वे किसी भी तरह के सामाजिक भेदभाव की गतिविधि में शामिल नहीं होंगे, बल्कि इसे समाज से खत्म करने की दिशा में काम करेंगे। इसके शपथ-पत्र में कहा गया है, ‘‘मैं नियमित रूप से खादी का धारण करता हूं, मैं शराब और मादक पदार्थों से दूर रहता हूं, मैं सामाजिक भेदभाव और असमानता नहीं करता, बल्कि इन्हें समाज से खत्म करने में विश्वास करता हूं और मैं पार्टी की ओर से दिए जाने वाले काम को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।’’",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/bihar-by-elections-rjd-tej-pratap-yadav-congress-leader-kanhaiya-kumar-akkad-bakkad-kuchho-speaking-b507/,"बिहार उपचुनावः अक्कड़-बक्कड़ कुच्छो बोलते जा रहे हो..!, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार पर भड़के तेजप्रताप यादव","जेएनयू प्रकरण के दौरान कन्हैया कुमार को जेल जाना पड़ा था. लालू यादव ने कन्हैया के लिए खुलकर समर्थन किया था. कन्हैया कुमार ने कहा है कि इस समय देश में दो ही ध्रुव हैं, या तो कांग्रेस या भाजपा. पटनाः बिहार में महागठबंधन से अलग होने के बाद राजद और कांग्रेस अब एक दूसरे पर हमला करने का कोई मौका नहीं गंवाना चाह रहे हैं. ऐसे में महागठबंधन को लेकर सूबे की सियासत एक बार फिर से उबाल आ गया है. एक दिन पहले कांग्रेस नेता कन्‍हैया कुमार ने बिना नाम लिए राजद परिवार पर हमले किए. इसपर तेजप्रताप यादव ने भी पलटवार किया है. तेजप्रताप ने कन्हैया कुमार को गैंग वाला (टुकडे-टुकडे गैंग) बताया है. उन्होंने कन्हैया कुमार को गैंग वाला नेता बताते हुए ट्वीट कर लिखा कहा कि, “जबसे आए हो, अक्कड-बक्कड कुच्छो बोलते जा रहे हो..! गैंग वाले थे, अब नेता बनने का शौक पाले हो का..? याद रखो कि अगर लालू यादव जी ना होते तो शायद तुम भी ना होते..!” जबसे आए हो,अक्कड़-बक्कड़ कुच्छो बोलते जा रहे हो..! गैंग वाले थे, अब नेता बनने का शौक़ पाले हो का..? याद रखो कि अगर लालू यादव जी ना होते तो शायद तुम भी ना होते..! — Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 23, 2021 इस ट्वीट के जरिये कन्हैया को तेजप्रताप ने यह याद दिलाने की कोशिश की कि जेएनयू प्रकरण के दौरान कन्हैया कुमार को जेल जाना पड़ा था. उस वक्त लालू यादव ने कन्हैया के लिए खुलकर समर्थन किया था. वे एक तरह से ढाल बनकर खडे हो गए हैं. बता दें कि छात्र राजनीति से ही चर्चा में आए कन्हैया कुमार ने कहा है कि इस समय देश में दो ही ध्रुव हैं, या तो कांग्रेस या भाजपा. राजद का नाम लिए बगैर कहा कि कांग्रेस के साथ नहीं रहने वाले लोग बताएं कि वे किसके साथ हैं. कन्हैया ने राजद प्रवक्ता मनोज झा का नाम लिए बगैर कहा कि एक पढे़-लिखे प्रवक्ता लठैत की भाषा बोल रहे हैं. उन्हें बताना चाहिए कि कांग्रेस छोड़कर क्या कोई ऐसा दल है, जिसने भाजपा को गले नहीं लगाया हो. स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाने वाले जान लें कि 40 लोकसभा सीट में से एक सीट विपक्ष ने जीती और वह कांग्रेस की है. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता कन्‍हैया कुमार, जिग्‍णेश मेवानी और हार्दिक पटेल शुक्रवार को पटना पहुंचे. इसके बाद सदाकत आश्रम में प्रेस से बात करते हुए कन्‍हैया कुमार तेजस्‍वी यादव का नाम तो नहीं लिया लेकिन हमले जरूर किए. उन्होंने कहा कि कुर्सी के लिए वे लोग कोना-कोना खेल रहे हैं.",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/trending-news/sidhus-wife-accuses-amarinders-friend-taking-money-in-posting-preneet-kaur-pleads-to-modi-shah/1889400/,"सिद्धू की पत्नी ने अमरिंदर की दोस्त पर लगाया पोस्टिंग में पैसे लेने का आरोप, परनीत कौर ने मोदी-शाह से लगाई गुहार","नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के साथ दोस्ती को लेकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में एक भी अधिकारी की तैनाती पत्रकार को पैसे, तोहफे दिए बिना नहीं हुई। उधर कैप्टन की पत्नी परनीत कौर ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह को सब कुछ पता है। उन्हें एक्शन लेना चाहिए। पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने अमृतसर में कहा कि पंजाब में एक भी पोस्टिंग अरूसा आलम को पैसे या तोहफे दिए बिना नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग में भी कोई तैनाती आलम की सहमति के बिना नहीं हुई। पाकिस्तानी पत्रकार सारा धन लेकर चली अपने मुल्क चली गईं। उधर अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने शुक्रवार को पाक पत्रकार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ तस्वीर ट्विटर पर साझा की। नवजोत कौर ने कहा कि यह पुरानी तस्वीर है। सिद्धू की पत्नी के आरोपों से एक दिन पहले पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि अरूषा मामले में जांच की जाएगी। इसका पता लगाया जाएगा कि कैप्टन की घनिष्ठ रहीं पत्रकार का क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कोई संबंध है। रंधावा के इस ऐलान से पंजाब की राजनीति में खलबली मच गई। कैप्टन अमरिंदर सिंह का खेमा जानता है कि अरूषा का मामला चुनाव में भारी पड़ सकता है। आज जब सिद्धू की पत्नी ने निशाना साधा तो पलटवार के लिए अमरिंदर की सांसद पत्नी ने मोर्चा संभाला। उधर, नवजोत सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने भी अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने उन पर पलटवार किया। मुस्तफा ने आलम की पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव और पूर्व पुलिस महानिदेशक की एक तस्वीर साझा की थी जिस पर अमरिंदर सिंह ने मुस्तफा को आड़े हाथ लिया। इसके जवाब में रवीन ठुकराल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर दो तस्वीर साझा कीं। गौरतलब है कि कैप्टन पंजाब में नई पार्टी लॉन्च करने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने किसान आंदोलन के उचित निपटारे पर बीजेपी के साथ गठबंधन की बात कही है। उनका ये पैंतरा कांग्रेस को रास नहीं आया। इसी वजह से उन पर सीधा निशाना साधा गया। अरूषा कैप्टन की कमजोर कड़ी हैं, जिसके चलते उन्हें हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/entertainment/rakesh-tikait-on-supreme-court-comment-over-farmers-protest-court-is-right-says-modi-government-has-blocked-the-roads/1889261/,"विरोध-प्रदर्शन का अधिकार लेकिन रास्ता रोकने का नहीं- SC की टिप्पणी पर राकेश टिकैत बोले, ‘बिलकुल ठीक कहा कोर्ट ने’","सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को 11 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर चले आ रहे किसान आंदोलन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसानों की विरोध-प्रदर्शन का अधिकार है लेकिन सड़कों को अनिश्चितकाल के लिए रोका नहीं जा सकता है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने इस टिप्पणी पर कहा है कि सड़क प्रदर्शनकारी किसानों ने नहीं बल्कि पुलिस ने जाम कर रखे हैं। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने भी इस पर टिप्पणी की है। द क्विंट से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा कि रास्ते किसानों ने नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने रोक रखे हैं। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को लेकर टिकैत से सवाल किया गया, ‘सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आपको प्रदर्शन करने का अधिकार है, रास्ता रोकने का नहीं।’ राकेश टिकैत ने जवाब दिया, ‘बिलकुल ठीक कहा सुप्रीम कोर्ट ने।’ उनसे फिर पूछा गया, ‘लेकिन सुप्रीम कोर्ट के कहने के बाद भी आप लोगों ने रास्ता रोक रखा है।’ राकेश टिकैत बोले, ‘कौन कह रहा? हमने तो नहीं रोका। मोदी सरकार ने रोका रास्ता। हमने तो खोल रखे हैं रास्ते ताकि लोग आ सकें बीच से।’ योगेंद्र यादव को सस्पेंड किए जाने को लेकर टिकैत ने कहा, ‘छुट्टी पर हैं वो एक महीने की। सारी चीजें बताने की होती हैं क्या? बहुत चीज कहने की होती है, बहुत चीज नहीं होती। जो भी हुआ सबकी सहमति से हुआ है।’ गुरुवार दिन में ही संयुक्त किसान मोर्चा ने यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे सर्विस लेन से किसानों के टेंट हटा लिए। इस बात को लेकर ऐसी बातें होने लगी कि बॉर्डर खाली किया जा रहा है। इस बात को अफवाह बताते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि ये निराधार है। संगठन की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, ‘किसान भाइयों यह अफवाह फैलाई जा रही है कि गाजीपुर बॉर्डर खाली किया जा रहा है। यह पूर्ण रूप से निराधार है। हम यह दिखा रहे हैं कि रास्ता किसानों ने नहीं बल्कि पुलिस ने बंद किया है।’",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/home-minister-amit-shah-jammu-kashmir-three-day-visit-meeting-with-security-agencies-said-final-push-to-end-terrorism/1889175/,"जम्मू-कश्मीरः आतंकवाद पर शाह ने दिखाए कड़े तेवर, बोले- एक जोरदार हमले की जरूरत, उधर महबूबा ने कसा तंज","तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद को लेकर कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि इसे लेकर एक जोरदार हमले की जरूरत है। उधर पीडीपी प्रमुख ने शाह के इस दौरे को लेकर तंज कसा है। कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म होने के बाद अमित शाह अपने पहले दौरे पर शनिवार को जम्मू-कश्मीर पहुचें। इस दौरन शाह एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठक में शामिल हुए। इस मीटिंग में सुरक्षा से जुडे़ कई अधिकारी शामिल हुए थे। ये बैठक करीब चार घंटे तक चली। मीटिंग में गृहमंत्री ने सुरक्षाबलों से आतंकवादियों को खत्म करने के लिए कहा। श्रीनगर में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शनिवार को हुई इस उच्च स्तरीय बैठक में आतंकवादियों के साथ लंबे समय तक मुठभेड़, कट्टरपंथ का बढ़ता खतरा, नागरिकों की हत्या और सीमा पार घुसपैठ में वृद्धि को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान शाह ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद को लेकर सारी एजेंसियां एक साथ मिलकर काम करे और आतंकियों के खिलाफ अंतिम लड़ाई लड़े। शाह ने अपने इस दौरे के दौरान कई विकास कार्यों का भी शिलान्यास किया है। Today, I came to Jammu and Kashmir after around 2.15 years. It is a very happy moment for me as after the security review meeting, I'm having an event with the youngsters of Youth Club: Union Home Minister Amit Shah while addressing members of Jammu & Kashmir Youth club pic.twitter.com/b3TcKNrTj2 — ANI (@ANI) October 23, 2021 गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र की नैरेटिव यह कहता है कि जम्मू-कश्मीर सभी के लिए सुरक्षित है… लेकिन ये हत्याएं साबित करती हैं कि अल्पसंख्यक और बाहरी लोग सुरक्षित नहीं हैं। यह सरकार के लिए एक बड़ी चिंता है… इसलिए इस मीटिंग के दौरान लोगों को आश्वस्त करने की रणनीति पर चर्चा की गई। उधर उनके इस दौरे को लेकर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने तंज कसा है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हालात को सामान्य दिखाने का नाटक चल रहा है। वास्तविक स्थिति इससे काफी अलग है। शाह के दौरे से पहले सात सौ लोगों को हिरासत में लिया गया है। शाह के विकास कार्यों के शिलान्यास पर भी निशाना साधते हुए महबूबा ने कहा कि इनमें आधे से ज्यादा काम कांग्रेस सरकार के समय के हैं। उन्होंने कहा कि धारा 370 के हटने से जम्मू-कश्मीर में परेशानियां बढ़ी है। शाह के इस दौरे को लेकर कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। गृह मंत्री की सुरक्षा के लिए शार्प शूटर, स्नाइपर और ड्रोन तक को तैनात किया गया है। शाह का ये दौरा इसलिए भी महत्वरपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि हाल के लिए दिनों में यहां आतंकी हमलों में वृद्धि देखी गई है। आतंकी, गैर कश्मीरी और अल्पसंख्यकों को टारगेट किलिंग के तहत निशाना बना रहे हैं। कई स्थानीय युवकों के भी आतंकी कैंपों में जाने की खबर है। Also Read पाकिस्तान के पूर्व राजदूत बोले, जम्मू-कश्मीर में दुबई का निवेश भारत की बड़ी सफलता सरकारी आंकड़े कहते हैं कि इस साल अब तक 32 नागरिक मारे गए हैं। पिछले पूरे साल में 41 मारे गए थे। इसके अलावा, इस वर्ष के पहले नौ महीनों में, आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ों के 63 मामले सामने आए हैं। सरकारी आंकड़े के अनुसार 97 स्थानीय युवा आतंकी संगठनों में शामिल होने के लिए अपना घर छोड़ गए थे। इनमें से 56 को खत्म कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि इस साल विभिन्न संगठनों से जुड़े 114 आतंकवादी मारे गए, लेकिन नियंत्रण रेखा के पास लगातार घुसपैठ के कारण घाटी में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। संघर्ष विराम उल्लंघन की अगर हम बात करें तो अक्टूबर तक 93 मामलों की सूचना मिली है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/cji-nv-ramana-raises-voice-on-judicial-infrastructure-issue-in-front-of-law-minister-kiren-rijiju-in-a-program-aurangabad/1889089/,"कानून मंत्री की मौजूदगी में CJI ने दिखाया सरकार को आइना, अदालतों के हाल पर कही यह बात","भारत के चीफ जस्टिस एन वी रमना ने कानून मंत्री के सामने ही ज्यूडिशयरी में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी का मुद्दा उठाया। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू के सामने, उन्होंने देश के न्यायिक बुनियादी ढांचे के बारे में चिंता जताई। सीजेआई ने ये बातें बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच के नए एनेक्स भवन के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए कही। इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को उन्होंने दर्शाते हुए कहा कि केवल 5 प्रतिशत अदालत परिसरों में बुनियादी चिकित्सा सहायता है। 26 प्रतिशत अदालतों में महिलाओं के लिए अलग शौचालय तक नहीं है। सोलह प्रतिशत अदालतों में पुरुषों के लिए शौचालय तक नहीं है। लगभग 50 प्रतिशत न्यायालय परिसरों में लाइब्रेरी नहीं है। इसके अलावा 46 प्रतिशत कोर्ट परिसर में पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था नहीं है। अदालतों में उचित बुनियादी ढांचे की आवश्यकता पर जोर देते हुए सीजेआई ने कहा- “यदि आप न्यायिक प्रणाली से अच्छा परिणाम चाहते हैं, तो हम इस वर्तमान स्थिति में काम करना जारी नहीं रख सकते।” उन्होंने कहा कि देश में कुल न्यायिक अधिकारी 24,280 हैं। जबकि कोर्ट हॉल की संख्या 20,143 है, जिसमें 623 किराये की जगहें शामिल हैं। न्यायिक बुनियादी ढांचे से जुड़े अहम प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय कानून मंत्री को प्रस्ताव भेजा है। मैं जल्द ही सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद कर रहा हूं और केंद्रीय कानून मंत्री इस प्रक्रिया में तेजी लाएंगे। सीजेआई ने कहा कि कई बार, लोग अदालतों का रुख करने के इच्छुक नहीं होते हैं, लेकिन अब समय आ गया है कि हम इस धारणा को दूर करें। न्यायपालिका में लोगों का विश्वास लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। सीजेआई ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रभावी न्यायपालिका, अर्थव्यवस्था के विकास में मदद कर सकती है और न्याय देने में विफलता, देश को प्रभावित करती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रभावी न्याय व्यवस्था के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी है। Also Read अपने मामलों की जल्दी सुनवाई के लिए कॉरपोरेट ने की लामबंदी तो भड़क गए चीफ जस्टिस रमन्ना, कह डाली ये बात यह दूसरी बार है जब मुख्य न्यायाधीश ने कानून मंत्री के साथ मंच शेयर करते हुए न्यायपालिका से जुड़े मुद्दे को लेकर अनुरोध किया है। पिछली बार हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए सरकार से शीघ्र मंजूरी लेने के मुद्दे पर उन्होंने बात की थी। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए थे। इससे पहले कानून मंत्री रिजिजू ने कहा कि जब न्यायपालिका की बात आती है तो कोई राजनीति नहीं होती है। हम व्यवस्था के अलग-अलग अंग हैं लेकिन हम एक टीम हैं। राजनीति लोकतंत्र का सार है, लेकिन जब न्यायपालिका की बात आती है, तो कोई राजनीति नहीं होती है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/priyanka-gandhi-reached-in-the-fields-of-barabanki-and-said-my-brother-says-you-are-getting-fat-eat-less/1889128/,"बाराबंकीः खेतों में जा पहुंचीं प्रियंका गांधी, महिलाओं ने खिलाई मिठाई तो बोलीं- भाई ने कहा है मोटी हो रही हो, कम खाओ","कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने बाराबंकी के एक कृषि फार्म में महिला किसानों से मुलाकात की। इस दौरान महिलाएं काफी उत्साहित दिखीं और उन्होंने प्रियंका को अपने हाथों से मिठाई खिलाई। प्रियंका ने भी महिलाओं को गले लगाया और अपने हाथों से कई महिलाओं को चीजें खिलाईं। इस दौरान प्रियंका जब मीडिया से बात कर रही थीं, तभी एक महिला ने उनके मुंह में मिठाई रख दी, जिसके बाद प्रियंका हंसते हुए बोलीं कि भाई ने कहा है मोटी हो रही हो, कम खाओ। #WATCH Congress leader Priyanka Gandhi Vadra interacts with women farmers at an agricultural farm in Barabanki ""I want to understand their working conditions, how they are raising their daughters and if they are able to educate them,"" she says. pic.twitter.com/hYTuC2ddUI — ANI UP (@ANINewsUP) October 23, 2021 प्रियंका ने ये भी कहा कि मैं महिलाओं की कामकाजी परिस्थितियों को समझना चाहती हूं कि वे अपनी बेटियों की परवरिश कैसे कर रही हैं और क्या वे उन्हें शिक्षित करने में सक्षम हैं। Also Read भगत सिंह पर किताब और लेख की वजह से चला ‘नक्सल केस’, अब कोर्ट ने आदिवासी युवक को किया बरी बता दें कि कांग्रेस की राष्‍ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को बाराबंकी के हरख बाजार से कांग्रेस की 3 प्रतिज्ञा यात्राओं को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों का पूरा कर्ज माफ करने और 20 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा दोहराया। यूपी में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपने वादों के जरिए प्रियंका गांधी ने महिलाओं, किसानों, बेरोजगारों, संविदा कर्मियों और कोरोना की मार से आर्थिक रूप से तबाह हुए परिवारों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। प्रियंका ने बाराबंकी में कहा कि कांग्रेस चुनाव के दौरान टिकटों में महिलाओं को 40 प्रतिशत हिस्सेदारी देगी और लड़कियों को स्मार्ट फोन और स्कूटी देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों का पूरा कर्जा माफ होगा, 2500 रुपए में गेहूं-धान (प्रति क्विंटल) की खरीद होगी और गन्ना किसान अपनी फसल के लिए 400 रुपए प्रति क्विंटल की दर से कीमत पाएगा। उन्होंने कहा कि बिजली बिल सबका आधा होगा और कोरोना काल का बकाया माफ होगा। उन्होंने कोरोना से प्रभावित परिवारों के लिए कहा कि दूर करेंगे कोरोना की आर्थिक मार, परिवार को देंगे 25 हजार। प्रियंका ने 20 लाख लोगों को सरकारी रोजगार देने और संविदा पर कार्य करने वालों को नियमित करने की प्रतिज्ञा ली। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर महिलाओं के लिए अलग से घोषणा पत्र जारी किया जाएगा।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/business/personal-finance/how-much-burden-of-petrol-diesel-inflation-on-common-men-pockets-in-550-days-know-full-calculation/1889091/,"550 दिन में पेट्रोल और डीजल की महंगाई का आम जनता की जेब पर कितना बढ़ा बोझ, जानिए पूरा कैलकुलेशन","बीते 18 महीनों में आम आदमी का पेट्रोल और डीजल की कीमत ने तेल निकाल दिया है। हर रोज कीमत में इजाफा देखने को मिल रहा है और दाम रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं। हाल‍िया रिपोर्ट के अनुसा मई 2020 से अब तक पेट्रोल के दाम में जबरदस्‍त तेजी देखने को मिली है। आंकड़ों के अनुसार पेट्रोल के दाम इस दौरान औसतन 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ें हैं। वहीं डीजल की कीमत में हर महीने करीब डेढ़ रुपए प्रति लीटर का इजाफा देखने को मिला है। आइए आपको भी बताते हैं कि आख‍िर इन 18 महीनों में हर रोज आम आदमी की जेब पर पेट्रोल और डीजल ने कितना बोझ बढ़ाया है। 550 दिन में पेट्रोल ने डाला कितना असर 18 महीनों में करीब करीब 550 दिन होते हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पेट्रोल के दाम हर रोज बढ़ते हैं वो पैसों में। इन 18 महीनों में 36 रुपए का इजाफा होने का मतलब है कि 3600 पैसों का इजाफा होना। कैलकुलेशन के हिसाब से देखा जाए तो आम लोगों पर पेट्रोल का बोझ करीब 6 पैसे प्रति लीटर का बढ़ा है। आपको बता दें क‍ि अक्‍टूबर से पहले पेट्रोल के दाम में काफी दिनों से कोई इजाफा देखने को नहीं मिला था। उसे औसत करके कैलकुलेट किया गया है। इस हिसाब से देखा जाए तो 10 दिन का औसत 60 पैसे और पूरे महीने का औसत 2 रुपए प्रति लीटर देखने को मिलेगा। डीजल की महंगाई का कितना हुआ असर वहीं दूसरी ओर बात डीजल की करें तो 18 महीनों में 26.58 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। जबकि डीजल का रिटेल और थोक महंगाई दोनों से डायरेक्‍ट कनेक्‍शन देखने को मिलता है। क्‍योंकि फल और सब्‍ज‍ियों का ट्रांसपोर्टेशन डीजल व्‍हीकल से किया जाता है। इसमें इजाफा होगा तो फल और सब्‍जि‍यों के अलावा बाकी के दाम बढ़ जाएंगे। डीजल द्वारा आम लोगों की जेब पर रोजाना के बोझ की बात करें तो करीब करीब 5 पैसे प्रति लीटर का हिसाब देखने को मिल रहा है जोकि बिल्‍कुल भी कम नहीं है। कहां है देश में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिले फ्यूल प्राइस की कीमतों में बढ़ोतरी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, अनूपपुर जिले में पेट्रोल की कीमत 119 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 108 रुपए प्रति लीटर के करीब पहुंच गई है। एक पंप मालिक सुखलाल कुशवाहा ने बताया कि जिला मुख्यालय अनूपपुर से करीब 13 किलोमीटर दूर जैठारी में पेट्रोल की कीमत 119.22 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 108.4 रुपए प्रति लीटर दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में पेट्रोल लगभग 10 रुपए और डीजल 4 रुपए प्रति लीटर सस्ता है, जो अनूपपुर से लगभग 50 किलोमीटर दूर है। पेट्रोल पंप मालिक अमर सिंह नारदे ने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे बालाघाट जिले में पेट्रोल और डीजल की कीमतें क्रमश: 118.25 रुपए प्रति लीटर और 107.46 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/sanjay-raut-targeted-bjp-and-modi-government-on-the-issue-of-hindus-in-bangladesh-and-jammu-kashmir/1889406/,हिंदुत्व पर शिवसेना को नसीहत देने वाले आज हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हमले पर शांत क्यों? मोदी सरकार पर संजय राउत ने कसा तंज,"शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना नेता संजय राउत ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले और कश्मीर में पलायन के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा है।राउत ने सामना के संपादकीय में लिखा है कि पिछले 15 दिनों में कश्मीर घाटी के 220 हिंदू-सिख परिवारों ने जम्मू में शरणार्थी शिविरों में शरण ली है। जिन लोगों ने शिवसेना को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाया था, उन्हें आज कश्मीर में हिंदुओं का पलायन और हत्या नहीं दिख रही है।राउत ने लिखा कि बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं और हिंदुओं की बस्तियों को जलाया जा रहा है, हिंदूओं की लड़कियों के सम्मान पर हमला हो रहा है। बांग्लादेश में हिंदू समाज किसी न किसी तरह डर के साये में जी रहा है। लेकिन महाराष्ट्र के खोखले हिंदुत्ववादियों को अब बांग्लादेश के हिंदुओं की दुर्दशा से कोई सरोकार नहीं है। कश्मीर और बांग्लादेश में जलते हिंदुओं की रक्षा करना भी तो मोदी सरकार का कर्तव्य है।इसी के साथ सामना में लिखा गया है कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने हिंदुत्व की रक्षा के लिए बांग्लादेश पर सैन्य कार्रवाई का सुझाव दिया है। मोदी सरकार को इस सलाह को मानना चाहिए।सामना में ये भी लिखा गया है कि लोग कहते हैं कि शिवसेना ने सत्ता के लिए हिंदुत्व छोड़ा, क्या जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की पार्टी के साथ सत्ता के लिए तय की गई शादी को लोग भूल सकते हैं? राष्ट्रीय हित के नाम पर उन्होंने तो अलगाववादी आतंकियों से सीधे हाथ मिलाकर सत्ता की रौनक खा ली थी।शिवसेना ने ये भी कहा कि आज न केवल हिंदू खतरे में हैं बल्कि भारत खतरे में है! प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले पर देश का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया क्योंकि 100 करोड़ वैक्सीन का लक्ष्य पूरा हो गया था। यह सही है, लेकिन जिस तरह से चीनी, पाकिस्तान, बांग्लादेशी सीमा पर बेधड़क छापेमारी कर रहे हैं, क्या वह भव्य, तेजस्वी तिरंगा सुरक्षित है? इस पर विचार करना होगा।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/congress-has-issued-rules-for-membership-1478782,"कांग्रेस ने सदस्यता के लिए जारी किए नियम, जानें किन-किन बातों का रखना होगा ध्यान","नई दिल्लीः कांग्रेस का सदस्य बनने के लिए किसी भी व्यक्ति को शराब और मादक पदार्थों से दूरी बनाए रखने का संकल्प लेना होगा और यह हलफनामा भी देना होगा कि वह सार्वजनिक मंचों पर कभी भी पार्टी की नीतियों एवं कार्यक्रमों की आलोचना नहीं करेगा। देश की सबसे पुरानी पार्टी के सदस्यता संबंधी आवेदन-पत्र में ये शर्तें शामिल की गई हैं। आवेदन पत्र के अनुसार, कांग्रेस की सदस्यता ले रहे लोगों को यह घोषणा करनी होगी कि वह कानूनी सीमा से अधिक संपत्ति नहीं रखेंगे और कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए शारीरिक श्रम और जमीनी मेहनत करने से नहीं हिचकिचाएंगे। इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने कहा, ‘‘यह एक पुराना आवेदन-पत्र है और हमारे पार्टी के संविधान का हिस्सा है। हम नये, पुराने सभी कांग्रेस सदस्यों से उम्मीद करते हैं कि वे इनमें की गई बातों का अनुसरण करेंगे।'' पार्टी ने एक नवंबर से आरंभ हो रहे सदस्यता अभियान के लिए तैयार आवेदन-पत्र में 10 ऐसे बिंदुओं का उल्लेख किया है, जिसके बारे में सदस्य बनने के इच्छुक लोगों को अपनी स्वीकृति देनी होगी। गत 16 अक्टूबर को हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में यह फैसला किया गया था कि संगठनात्मक चुनाव से पहले पार्टी आगामी एक नवंबर से अगले साल 31 मार्च तक सदस्यता अभियान चलाएगी। इस आवेदन-पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी नये सदस्यों को यह संकल्प लेना होगा कि वे किसी भी तरह के सामाजिक भेदभाव की गतिविधि में शामिल नहीं होंगे, बल्कि इसे समाज से खत्म करने की दिशा में काम करेंगे। इसके शपथ-पत्र में कहा गया है, ‘‘मैं नियमित रूप से खादी धारण करता हूं, मैं शराब और मादक पदार्थों से दूर रहता हूं, मैं सामाजिक भेदभाव और असमानता नहीं करता, बल्कि इन्हें समाज से खत्म करने में विश्वास करता हूं और मैं पार्टी की ओर से दिए जाने वाले काम को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।''",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/shah-said--elections-will-be-held-after-delimitation-1478778,"अमित शाह बोले- संसद में किया वादा पूरा करेंगे, परिसीमन के बाद होंगे चुनाव, राज्य का दर्जा भी मिलेगा","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ""शांतिपूर्ण और विकसित जम्मू कश्मीर के सपने"" को साकार करने के लिए शनिवार को कश्मीर के युवाओं से समर्थन देने का आह्वान करते हुए दोहराया कि परिसीमन के बाद केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव होंगे और उसके बाद राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के युवा क्लबों के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। गृह मंत्री शाह अगस्त 2019 में संविधान का अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद पहली बार जम्मू कश्मीर की यात्रा पर आए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां कश्मीर के युवाओं से मित्रता करने आया हूं। मोदी जी और भारत सरकार के साथ हाथ मिलाइए और कश्मीर को आगे ले जाने की यात्रा में भागीदार बनिये।'' गृह मंत्री ने कहा कि कश्मीर के युवाओं को अपनी प्रगति के लिए सरकार द्वारा बनाए जा रहे विभिन्न मौकों का लाभ उठाना चाहिए। शाह ने कहा, “ईश्वर ने प्राकृतिक सुंदरता के साथ कश्मीर को स्वर्ग बनाया है, लेकिन मोदी जी यहां शांति, समृद्धि और विकास भी देखना चाहते हैं। उसके लिए, मैं यहां कश्मीर के युवाओं से समर्थन मांगने के लिए आया हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘प्रशासन ने मित्रता का हाथ बढ़ाया है, युवा क्लब स्थापित किए गए हैं, आपको एक मंच, एक मौका दिया गया है, इसलिए आगे आएं और इस मौके का लाभ उठाएं। यहां लोकतंत्र को मजबूत बनाएं, युवा उन तत्वों को जवाब दें जो लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।'' शाह ने जोर दिया कि सरकार जम्मू कश्मीर में शांति और विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘ आप निश्चिंत रहें, कश्मीर में विकास की यात्रा नहीं रुकेगी तथा विकास, शांति, बुनियादी ढांचा और खुशहाली के मामले में जम्मू कश्मीर को आदर्श राज्य बनने से कोई नहीं रोकेगा।'' गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने संसद में वादा किया है कि जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा और यह विधानसभा चुनाव के बाद किया जाएगा। उन्होंने कहा, “चुनाव होंगे। (कश्मीर के नेतागण चाहते हैं कि) परिसीमन को रोक दिया जाए। क्यों? क्योंकि इससे उनकी राजनीति को नुकसान होता है। अब, कश्मीर में ऐसी चीजें नहीं रुकेंगी।'' शाह ने कहा, ""कश्मीर के युवाओं को मौके मिलेंगे, इसलिए एक सही परिसीमन किया जाएगा, उसके बाद चुनाव होंगे और फिर राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। मैंने देश की संसद में यह कहा है और इसका यह रोडमैप है।"" उन्होंने कहा कि यूथ क्लबों के सदस्यों के साथ बातचीत के बाद उन्हें खुशी हुई क्योंकि कश्मीर के युवा अब ""सही मार्ग पर निकल पड़े हैं और विकास की यात्रा में साझेदार बन गए हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘""मैं आपके अच्छे भविष्य की कामना करता हूँ। यूथ क्लबों के इस अवसर का लाभ उठाते हुए आगे बढ़ते रहें और प्रशासन को सहयोग दें।''",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/bangladesh-hindu-violence-bjp-protests-in-nandigram-1478729,"बांग्लादेश हिंदू हिंसाः भाजपा ने नंदीग्राम में किया विरोध प्रदर्शन, सनातनी लोगों की सुरक्षा की उठाई मांग","पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं ने बंगलादेश में मंदिरों और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जानलेवा हमलों के विरोध में शुक्रवार को यहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। हिंदू जागरण मंच द्वारा आयोजित प्रदर्शन में शामिल हजारों लोग हाथों में बैनर और पोस्टर लिए हुए थे। उधर, इस्कॉन ने बंगलादेश की नृशंस घटनाओं के विरोध में 150 देशों में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘ दुर्गा पूजा के दौरान बंगलादेश में हिंदू समाज के लोगों पर हुए हमलों के विरोध में हिंदू जागरण मंच द्वारा आयोजित प्रदर्शन में नंदीग्राम में हरिपुर बस पड़ाव से तेंगुआ तक जुलूस निकाला जाएगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रदर्शन का उदेश्य सीमा पर घटित हुई घटना का विरोध करना है।'' नंदीग्राम के विधायक ने बंगलादेश में हो रहे हमलों के विरोध में आवाज उठाई है तथा पड़ोसी मुल्क में सनातनी लोगों की सुरक्षा की मांग को लेकर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। भाजपा विधायक अधिकारी ने कहा, ‘‘ पश्चिम बंगाल के सनातनी हिंदू समुदाय के लोगों को आगे आना चाहिए और यह महसूस करना चाहिए कि हमारी सुरक्षा के साथ किस तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है और कुछ लोग एक पवित्र ग्रंथों को जलाने की साजिश रच रहे हैं।'' जुलूस के बाद अधिकारी ने प्रदर्शन में लोगों को संबोधित किया है और अपने विधानसभा क्षेत्र में स्थित सभी मंदिरों को सीसीटीवी दान में देने की घोषणा की। उन्होंने सभी मंदिरों में माइक्रोफोन सिस्टम दान में देने की पेशकश की, ताकि मंदिरों में होने वाले कीर्तन को गांवों के लोग सुन सकें। इसके साथ ही कीर्तन का आयोजन करने के लिए चावल तथा खाद्य पदार्थ देने की भी पेशकश की।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/abhishek-banerjee-said--voting-for-congress-left-front-means--nota-1478722,"अभिषेक बनर्जी बोले- कांग्रेस, वाममोर्चा को वोट देना मतलब ‘नोटा’","तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि कांग्रेस और वाममोर्चा के लिए मतदान करना, किसी भी तरह से नोटा बटन को चुनने से अलग नहीं होगा। उन्होंने 30 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर दक्षिण 24 परगना के गोसाबा में एक रैली को संबोधित करते हुए राज्य की चार विधानसभा सीटों में से दो पर ‘‘उपचुनाव थोपने''के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की। बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की मौत के बाद यहां और खरदाहा में उपचुनाव जरूरी था, लेकिन जिन परिस्थितियों में शांतिपुर और दिनहाटा में चुनाव हो रहे हैं, वे अलग हैं। उन्होंने दावा किया, ‘‘भाजपा के जीते हुए उम्मीदवारों जगन्नाथ सरकार (शांतिपुर) और निसिथ प्रमाणिक (दिनहाटा) ने लोगों द्वारा चुने जाने के बाद भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने लोगों के फैसले का अपमान किया। भाजपा उन दो सीटों पर फिर से वोट मांग रही है। उन्हें लोगों द्वारा खारिज कर दिया जाएगा।'' तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी उपचुनावों में ‘‘4-0 से जीत'' दर्ज करेगी। कांग्रेस और वाम दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी को चुनाव जीतने से रोकने के उद्देश्य से गठबंधन किया था। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले सात वर्षों में, कांग्रेस पूरे देश में भाजपा से केवल हारी है, जबकि ममता बनर्जी ने सांप्रदायिक और अलोकतांत्रिक भाजपा द्वारा पेश की गई सभी चुनौतियों को विफल कर दिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘वाम दलों और कांग्रेस ने आईएसएफ के साथ भी गठबंधन किया था, लेकिन बंगाल के मतदाताओं ने ममता बनर्जी को चुना। उनके (वामपंथी और कांग्रेस) लिए मतदान नोटा बटन दबाने के समान है।'' अभिषेक बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख कश्मीर से कन्याकुमारी तक निर्विवाद नेता के रूप में उभर रही हैं, जो अगले आम चुनाव में मोदी-शाह (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह) शासन से लड़ने और उसे हराने के लिए आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी पूरे देश में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। इसने शीर्ष चार से पांच राष्ट्रीय दलों में अपनी जगह बनाई है। हम अब से कुछ महीनों में गोवा में विधानसभा चुनाव जीतेंगे। हम 2023 में त्रिपुरा में बिप्लब देब सरकार को हटा देंगे।'' त्रिपुरा में बिप्लब देब सरकार को उनकी पार्टी के सदस्यों पर हमले के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए, बनर्जी ने कहा कि राज्यसभा सदस्य सुष्मिता देव पर शुक्रवार को भाजपा द्वारा “राज्य में हमला” किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘क्या लोकतंत्र में ऐसा होना चाहिए? हम उनके आगे नहीं झुकेंगे। हम ममता बनर्जी की तस्वीर लेकर त्रिपुरा से भाजपा को खदेड़ देंगे।'' बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों की मदद से उनके खिलाफ आवाज उठाने वाले किसी भी व्यक्ति को ‘‘परेशान'' करती है, लेकिन ‘‘वह तृणमूल कांग्रेस को चुप नहीं करा सकती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कई बार बुलाया गया, नौ घंटे तक पूछताछ की गई। आप मुझसे घंटों तक पूछताछ कर सकते हैं, लेकिन यह मुझे आपके (भाजपा नेताओं) के खिलाफ बोलने से नहीं रोक पायेगा। अगर आप मेरा गला काटते हैं, तो भी मैं ‘जय हिंद', ‘जय बांग्ला' चिल्लाऊंगा। सच्चाई मेरी तरफ है।'' केन्द्रीय गृह मंत्री शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कुछ महीने पहले विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान के दौरान सुंदरबन के विकास के लिए दो लाख करोड़ रुपये देने और एक अलग जिला बनाने का वादा किया था।'' उन्होंने कहा, ‘‘वे अभी भी दिल्ली में सत्ता पर काबिज हैं, लेकिन आपने उनसे किसी भी आगे की पहल के बारे में नहीं सुना होगा।'' डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसके विपरीत, ‘‘अपने वादों को निभाया और लक्ष्मी भंडार जैसी योजनाओं को शुरू किया।'' कोविड-19 रोधी टीके की 100 करोड़ खुराक लगाये जाने संबंधी उपलब्धि को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढोतरी के साथ ‘‘दोहरे शतक लगाए'' हैं।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/delhi-cm-arvind-kejriwal-will-visit-ayodhya-on-26-october-will-visit-ramlala-1478680,"दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल 26 अक्टूबर को अयोध्‍या जाएंगे, रामलला के करेंगे दर्शन","नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अगले सप्ताह उत्तर प्रदेश के अयोध्या जायेंगे जहां वह भगवान राम के जन्मस्थल पर जा कर पूजा अर्चना करेंगे। प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। अधिकारियों ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य एवं विशाल मंदिर का निर्माण हो रहा है। फिलहाल, एक अस्थायी मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा रखी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल 26 अक्टूबर को भगवान राम की पूजा अर्चना करेंगे। आम आदमी पार्टी अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है। बता दें कि, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अगले साल यानी 2022 की शुरुआत में होने हैं। इससे पहले बीते दिनों आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और आप सांसद संजय सिंह अयोध्‍या पहुंचे और श्रीराम लला के दर्शन करने पहुंचे थे। अब अरविंद केजरीवाल अयोध्‍या में रामलला के दर्शन करेंगे। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) ने बीते दिनों उत्तर प्रदेश विधासनभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर ‘फ्री बिजली की बात जनता के साथ’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान की शुरुआत आप के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने 10 अक्टूबर को सुल्तानपुर जिले से की थी। आप ने इस मुद्दे पर जनता की राय जानी और 300 यूनिट फ्री बिजली, किसानों को मुफ्त बिजली सहित बकाया बिल माफ करने की अरविंद केजरीवाल की गारंटी वाला कार्ड नागरिकों को दिया था।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/amit-shah-said--two-and-a-half-years-ago-there-used-to-be-news-of-stone-pelting-1478677,"अमित शाह बोले- ढाई साल पहले आती थीं पत्थरबाजी की खबरें, अब कश्मीर की शांति में कोई नहीं डाल सकता खलल","नेशनल डेस्कः गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहले पत्थरबाजी होती थी अब सकारात्मक बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से आतंक कम हुआ है। घाटी में अब पथराव देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की बात करने वालों को मैं कई जवाब दे सकता हूं। शाह ने कहा कि घाटी में बदलाव को कोई रोक नहीं सकता है। हमने नया कश्मीर बनाने की कोशिश की है। देश के हर गांव, शहर में बिजली पहुंचा रहे हैं। शाह ने कहा कि नकारात्मकता के साथ आगे नहीं बढ़ सकते। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद शाह पहली बार घाटी के दौरे पर पहुंचे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने युवाओं से बात करते हुए कहा, ''आज जम्मू-कश्मीर में युवा विकास, रोजगार और पढ़ाई की बात कर रहा है। यह बहुत बड़ा बदलाव है। अब कोई कितनी भी ताकत लगा ले, इस बदलाव की बयार को कोई अब रोक नहीं सकता। हर युवा के लिए देश में अपार संभावनाएं हैं। स्टार्टअप के ढेर सारे प्रोग्राम मोदी जी ने शुरू किए हैं। मोदी जी ने कई ऐसे प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं, जिससे हमारे छोटे से छोटे गांव का, जम्मू-कश्मीर के गांव का हमारा युवा गांव में रहकर दुनिया के प्लेटफॉर्म पर सीना तान के खड़ा हो जाए। ढाई साल पहले पत्थरबाजी की खबरें सामने आती थीं। लेकिन अब के समय में कश्मीर की शांति में कोई भी खलल नहीं डाल सकता है. आज का युवा विकास की बात करता । जम्मू-कश्मीर के यूथ क्लब को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, ''किसी भी क्षेत्र में अगर कोई बदलाव करना है, कोई भी चीज बदलनी है तो परिवर्तन का वाहक केवल और केवल युवा हो सकता है। कोई भी परिवर्तन युवाओं की सहभागिता के बगैर संभव ही नहीं है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/aap-claims-bjp-will-remove-goa-cm-before-assembly-elections-1478658,आप का दावा- विधानसभा चुनाव से पहले गोवा के सीएम को हटाएगी भाजपा,"नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी ने शनिवार को दावा किया कि उसे ‘‘विश्वस्त सूत्रों'' से पता चला है कि गोवा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को बदल देगी क्योंकि लोग उनके नेतृत्व वाली सरकार के प्रदर्शन से नाखुश हैं। पार्टी मुख्यालय में यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुये वरिष्ठ पार्टी नेता मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी नया मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय कर चुकी है क्योंकि भगवा दल यह समझ चुका है कि सावंत के नेतृत्व में चुनाव में जाना कठिन होगा। आप के इस दावे पर भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। सिसोदिया ने कहा, ‘‘(प्रमोद) सावंत की अगुवाई वाली राज्य सरकार से गोवा के लोग नाखुश हैं क्योंकि मौजूदा प्रशासन अपने कार्यकाल में विभिन्न मोर्चों पर विफल साबित हुआ है।'' उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमें विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि भाजपा गोवा में चुनाव से दो तीन महीने पहले वहां के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को बदलने जा रही है।'' सिसोदिया ने कहा, ‘‘भाजपा ने सावंत को हटाने तथा एक नया मुख्यमंत्री नियुक्त करने का निर्णय किया है, क्योंकि पार्टी समझ चुकी है कि सावंत के नेतृत्व में चुनाव मैदान में जाने पर कठिनाई होगी क्योंकि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने काम नहीं किया। गोवा के लोग प्रमोद सावंत सरकार से नाखुश हैं। आप नेता ने जोर देकर कहा कि भाजपा चाहे नया मुख्यमंत्री नियुक्त कर ले लेकिन उनकी ही पार्टी गोवा में आगामी विधानसभा चुनावों में जीतेगी।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/complainants-also-go-missing-in-maharashtra--uddhav-thackeray-1478635,'महाराष्ट्र में शिकायतकर्ता भी हो जाते हैं लापता' : उद्धव ठाकरे का परमबीर सिंह की ओर इशारा,"महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि राज्य में एक ऐसा मामला है, जहां शिकायतकर्ता लापता हो गया है। ठाकरे ने बम्बई उच्च न्यायालय की औरंगाबाद पीठ में एनेक्सी बिल्डिंग की दो विंग के उद्घाटन के मौके पर यह बयान दिया। इस अवसर पर भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और अन्य उपस्थित थे। ठाकरे ने कहा, ‘‘न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने (कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान) बताया कि महाराष्ट्र में 1958 से एक मामला लंबित है क्योंकि आरोपी फरार है। लेकिन आज हमारे पास एक ऐसा मामला है जहां शिकायतकर्ता लापता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की, लेकिन अब गायब हैं। हमें नहीं पता कि वह कहां हैं। इस पर भी गौर करने की जरूरत है।'' हालांकि, मुख्यमंत्री ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी टिप्पणी स्पष्ट रूप से वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पर लक्षित थी, जिन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। कुछ दिन पहले, सिंह से संबंधित एक याचिका की सुनवाई के दौरान, महाराष्ट्र सरकार ने बम्बई उच्च न्यायालय को बताया था कि उनके ठिकाने का पता नहीं है। मुंबई के पुलिस आयुक्त के पद से हटाए जाने के कुछ दिनों बाद, सिंह ने इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में दावा किया था कि देशमुख पुलिस अधिकारियों से मुंबई में रेस्तरां और बार से पैसे लेने के लिए कहते थे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता देशमुख ने इस साल अप्रैल में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अब एक परियोजना शुरू करने की योजना बना रही है, जिसमें मुंबई में एक नया उच्च न्यायालय परिसर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं देश के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण को उस समारोह में आने के लिए अपना निमंत्रण देना चाहूंगा, जब भी ऐसा होगा। मैं यह सुनिश्चित करने का प्रयास करूंगा कि नए भवन परिसर का शिलान्यास और उसका उद्घाटन दोनों मेरी सरकार द्वारा किया जाए।'' ठाकरे ने कहा कि न्याय देना लोकतंत्र के सभी चार स्तंभों को शामिल करते हुए एक ‘टीम वर्क' है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए एक टीम के रूप में काम करना होगा कि कोई भी स्तंभ न टूटे।'' ठाकरे ने कहा कि जब डॉ बाबासाहेब आंबेडकर संविधान बना रहे थे, तो उनसे केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारों के बारे में पूछा गया था, और उन्होंने जवाब दिया था कि केंद्र के कुछ अधिकारों को छोड़कर, राज्य समान रूप से संप्रभु होगा। उन्होंने कहा, ‘‘डॉ आंबेडकर ने स्पष्ट कर दिया था कि केंद्र सरकार की कुछ शक्तियों को छोड़कर राज्य समान रूप से संप्रभु है। लेकिन क्या आज राज्यों के इन अधिकारों का इस्तेमाल किया जा रहा है? हमें जांच करनी चाहिए।'' उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा,‘‘अगर हमें लगता है कि हमें अपनी आजादी नहीं खोनी चाहिए, तो मेरा अनुरोध है कि सभी न्यायाधीश स्वतंत्रता के अर्थ के बारे में देश का मार्गदर्शन करें।'",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/amit-shahs-jammu-kashmir-visit-latest-news-update-abrogation-of-article-370-unified-command-meeting-army-and-ib-chiefs-129051170.html,शाह ने आर्टिकल-370 के खात्मे को मास्टरस्ट्रोक बताया:,"शाह ने आर्टिकल-370 के खात्मे को मास्टरस्ट्रोक बताया:गृहमंत्री बोले- 5 अगस्त 2019 को घाटी में आतंकवाद और परिवारवाद का अंत हो गया नई दिल्ली/श्रीनगर गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने श्रीनगर में स्थित राजभवन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई लेवल मीटिंग की। उन्होंने कहा कि कश्मीर की शांति में कोई खलल नहीं डाल सकता। शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को घाटी में आतंकवाद-परिवारवाद का अंत हो गया है। 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 रद्द होने के 25 महीने बाद यह शाह की पहली जम्मू-कश्मीर यात्रा है। श्रीनगर एयरपोर्ट पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृहमंत्री का स्वागत किया। शाह यहां से सीधे जम्मू-कश्मीर CID के शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार के घर पहुंचे। उन्होंने परवेज को श्रद्धांजलि दी और उनके घरवालों से मुलाकात की। कश्मीर के युवा विकास की बात कर रहे: शाह शाह ने कहा कि ढाई साल पहले पत्थरबाजी की खबरें आती थीं। अब कश्मीर के युवा विकास की बात कर रहे हैं। उन्हें विकास की गतिविधियों से जोड़ेंगे। सबसे महत्वपूर्ण युवाओं को खेल से जोड़ना है। खेल ही हमें हारना सिखाता है। खेल ही जीतने का जज्बा सिखाता है। कश्मीर की हर पंचायत में बने यूथ क्लब उन्होंने कहा कि हर पंचायत में यूथ क्लब बनना चाहिए। युवा हमेशा एक बात याद रखें। जीवन संभावनाओं से भरा हुआ है। निर्भर उन पर करता है। आपके सामने जो संभावनाएं हैं, उसे उपयोग कैसे करना है। लक्ष्य तय करते वक्त ये नहीं सोचना कि मैं इसे पूरा कर पाऊंगा कि नहीं। लक्ष्य तय किया और आगे बढ़े। ईश्वर ने लक्ष्य पूरा करने में मदद की। NDTV के मुताबिक शाह ने बैठक में कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद और कट्‌टरता पर सुरक्षा एजेंसियों से जवाब मांगा। उन्होंने घाटी में लंबे तक चलने वाली मुठभेड़ पर भी सफाई मांगी। बैठक में घाटी में लगातार हो रही आम नागरिकों की हत्या और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ में बढ़ोतरी पर भी चर्चा हुई। कश्मीरी पंडित बिंद्रू और अन्य पीड़ित परिवार से मिल शाह प्रतिष्ठित केमिस्ट माखनलाल बिंद्रू की बेटी डॉक्टर श्रद्धा बिंद्रू से बातचीत करते शाह। गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को श्रीनगर के इकबाल पार्क इलाके के प्रतिष्ठित केमिस्ट माखनलाल बिंद्रू के परिवार से मुलाकात की। आतंकियों ने 5 अक्टूबर को बिंद्रू के मेडिकल स्टोर में घुसकर गोली मार दी थी। शाह ने उनकी बेटी डॉक्टर श्रद्धा बिंद्रू से मुलाकता की। इसके साथ ही शाह ने 6 अक्टूबर को टारगेट कीलिंग में मारे गए प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चांद के परिवार से भी मिले। सुपिंदर सिख समुदाय से और दीपक चांद कश्मीरी पंडित थे। दोनों श्रीनगर के अलोचीबाग के रहने वाले थे। वे गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी में पढ़ाते थे। आतंकियों ने स्कूल में घुसकर उनके आईडी कार्ड चेक किए और इसके बाद गोली मार दी थी। परवेज अहमद की पत्नी को दिया नौकरी पत्र शाह ने सोशल मीडिया पर कहा कि शहीद जवान परवेज अहमद के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुझे और पूरे देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है। उनके परिजनों से भेंट की और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी। शाह ने कहा है कि मोदी जी ने जो नए J&K की कल्पना की है, उसे साकार करने के लिए J&K पुलिस पूरी तन्मयता से कोशिश कर रही है। कश्मीर में पिछले कुछ दिनों के अंदर हुए आतंकी हमलों और गैर कश्मीरियों पर हमलों के बाद शाह का यह दौरा सुरक्षा की दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है। शाह 3 दिन जम्मू-कश्मीर में कई अहम बैठकें करेंगे। अमित शाह के श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचने पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उनका स्वागत किया। भारत के विकास में योगदान देगा कश्मीर शाह ने कहा कि कश्मीर को भारत सरकार से मदद आती है। आनी भी चाहिए, बहुत सहा है कश्मीर ने। परन्तु एक दिन ऐसा जरूर आएगा, जब कश्मीर भारत के विकास के लिए योगदान करेगा। कश्मीर लेने वाला नहीं, भारत को देना वाला प्रदेश बनेगा। उन्होंने आगे कहा कि सवा दो साल के बाद मैं जम्मू-कश्मीर आया हूं। सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद मेरा पहला कार्यक्रम यूथ क्लब के युवा साथियों के साथ हो रहा है। मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से मिलकर बहुत आनंद और सुकून का अनुभव करता हूं। DGP BSF पंकज सिंह जवानों से बातचीत करते हुए। सिंह ने LOC से लगे कुपवाड़ा, तंगधार और बांदीपोरा में सीमा सुरक्षा का जायजा लिया। सिंह 3 दिन जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी गृहमंत्री के दौरे को लेकर पूरे कश्मीर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जम्मू कश्मीर में IB, NIA, सेना, CRPF के सीनियर अधिकारी इस समय कैम्प कर रहे हैं। वे हर एक इंटेलिजेंस इनपुट्स को मॉनिटर कर रहे हैं। श्रीनगर में पैरा मिलिट्री के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। पूरे केंद्र शासित प्रदेश में CRPF की 10 और BSF की 15 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही ड्रोन और खुफिया कैमरों से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। CRPF की एक टीम डल झील और झेलम नदी में पेट्रोलिंग कर रही है। हर सड़क और गली-मुहल्लों में भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। गृह मंत्रालय ने कश्मीर में विशेष तौर पर स्नाइपर्स, ड्रोन और शार्पशूटर्स को तैनात कर दिया है। शाह का दौरा आतंकियों को मैसेज शाह के दौरे को घाटी में हालिया आतंकी गतिविधियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, पिछले 15 दिनों में अलग-अलग घटनाओं में आतंकी गैर कश्मीरियों की टारगेट किलिंग कर रहे हैं। हाल की घटनाओं में 11 लोग मारे गए हैं। वहीं, सुरक्षाबलों ने भी आतंकियों को जवाब देने के लिए पूरी घाटी में ऑपरेशन क्लीन चला रखा है। पिछले 15 दिनों में कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों के साथ 11 मुठभेड़ों में 17 आतंकी मारे गए हैं। वहीं 9 जवान भी शहीद हुए हैं। ड्रोन और खुफिया कैमरों से चप्पे-चप्पे की निगहबानी की जा रही है। तिरंगे से सजा श्रीनगर, शाह के होर्डिंग भी लगाए शाह के आगमन पर श्रीनगर की लगभग सभी सड़कों के दोनों ओर बड़ी संख्या में तिरंगे झंडे लगाए गए हैं। डल झील से होटल सेंटोर वाले रास्ते को जबर्दस्त तरीके से सजाया गया है। शाह के स्वागत वाले बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर भी लगाए गए हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/uddhav-thackeray-attack-on-former-mumbai-police-commissioner-param-bir-singh-129051791.html,उद्धव ठाकरे का परमबीर पर वार:,"उद्धव ठाकरे का परमबीर पर वार:महाराष्ट्र के CM ने कहा- हमारे राज्य में आरोपी ही नहीं, शिकायतकर्ता भी हो जाते हैं लापता मुंबई CM औरंगाबाद में बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ के एनेक्सी इमारत के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि इस राज्य (महाराष्ट्र) में आरोपी ही नहीं कई बार तो शिकायतकर्ता भी लापता हो जाते हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रूपए की वसूली का आरोप लगा चुके परमबीर कई जांच एजेंसीज के बुलाने के बावजूद उनके सामने आ नहीं रहे हैं। परमबीर के लिए कहा जा रहा है कि वे देश छोड़कर रूस या यूरोप के किसी देश में जा चुके हैं। एंटीलिया विस्फोटक बरामदगी केस में भी NIA उनसे पूछताछ करना चाहती है। इसके अलावा उनके खिलाफ चांदीवाल कमीशन और सीबीआई का पूछताछ का समन है। ठाणे पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है। CM औरंगाबाद में बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ के एनेक्सी इमारत के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। न्याय करना एक आदमी का काम नहीं है: CM उद्धव ठाकरे इसी कार्यक्रम में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भी शामिल हुए थे और उन्होंने भी कुछ अजीब मुकदमों का जिक्र करते हुए कहा कि सांगोला तालुका में एक लंबित मुकदमे का आरोपी 1958 से फरार है और अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया। अब तो भगवान ही जाने कि वह अब है भी या नहीं। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए CM उद्धव ठाकरे ने कहा, 'यहां तो शिकायत दर्ज कराने के बाद शिकायतकर्ता लापता हो जाता है। ऐसी स्थिति में वाकई ध्यान देने की जरूरत है। अब वो शिकायत दर्ज हुई है तो जांच भी होगी ही, जांच हो भी रही है, लेकिन कोई सीमा या हद तो होनी ही चाहिए। न्याय करना किसी एक आदमी का काम नहीं है, ये तो सामूहिक काम है। कई लोग इस न्यायिक प्रक्रिया टीम का हिस्सा होते हैं।' एक भी खंभा कमजोर हुआ तो लोकतंत्र की छत कमजोर होगी ठाकरे ने आगे कहा कि लोकतंत्र जिम्मेदारी वाली छत है जिसमें जिम्मेदारी के खंभों के रूप में विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया के कंधे हैं। न्यायपालिका पर दबाव का मतलब लोकतंत्र पर दबाव है। कोई एक खंभा भी कमजोर होगा तो लोकतंत्र की छत कमजोर होगी। फिर कोई खंभा भी नहीं होगा और छत गिरने के बाद खंभे का कोई अर्थ भी नहीं होगा।' अपराध रोकने के उपाय तेज होने चाहिए ठाकरे ने कहा कि 'अपराध रोकने के उपाय तेज करने जरूरी हैं। लेकिन मेरी निगाह में अपराध खत्म हो जाएं। अदालतें भी खाली होनी चाहिए, कोई विवाद न हो।'",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/will-have-to-stay-away-from-alcohol-and-drugs-will-not-be-able-to-criticize-the-policies-of-the-party-in-public-129052540.html,कांग्रेस की सदस्यता के नए नियम:,"कांग्रेस की सदस्यता के नए नियम:शराब और ड्रग्स से दूर रहना होगा, सार्वजनिक रूप से पार्टी की नीतियों की आलोचना नहीं कर सकेंगे नई दिल्ली देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की सदस्यता लेना अब आसान नहीं होगा। पार्टी ने शनिवार को सदस्यता के लिए नए नियम जारी किए हैं। नए नियम के मुताबिक, पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के लिए व्यक्ति को शराब और ड्रग्स से दूर रखने की घोषणा करनी होगी। इतना ही नहीं नए सदस्य सार्वजनिक रूप से पार्टी की नीतियों की भी आलोचना नहीं कर सकेंगे। नए सदस्यता अभियान से पहले तैयार किए गए फॉर्म के मुताबिक, नए सदस्यों को 10 व्यक्तिगत वादे करने होंगे। सदस्यता के लिए प्रमुख वचन नए सदस्य सीलिंग कानून से अधिक प्रॉपर्टी नहीं रखेंगे। पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों में शामिल होंगे। शारीरिक श्रम या काम करने में संकोच नहीं करेंगे। शराब और ड्रग्स से दूर रहेंगे। सार्वजनिक रूप से पार्टी की नीतियों की आलोचना नहीं करेंगे। खादी पहनने का आदि होना होगा। सामाजिक भेदभाव नहीं करना होगा। भेदभाव मिटाने के लिए समाज में काम करूंगा। 1 नवंबर से 31 मार्च तक चलेगा सदस्यता अभियान संगठन चुनाव से पहले सदस्यता अभियान की शुरुआत 1 नवंबर को होगी और अगले साल 31 मार्च तक जारी रहेगी। नए कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव अगले साल 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होगी। हाल ही में कांग्रेस वर्किंग कमिटी में इस फैसले पर मुहर लगाई गई है। पार्टी नेता ने बताया संविधान का हिस्सा नए नियमों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि, यह एक पुराना आवेदन पत्र है और हमारे पार्टी के संविधान का हिस्सा है। हम नए और पुराने सभी पार्टी सदस्यों से उम्मीद करते हैं कि वे सभी नियमों का अनुसरण करेंगे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/cm-channi-reached-the-farmers-dharna-joined-the-ropar-chamkaur-sahib-toll-barrier-told-farmer-leaders-where-i-need-i-will-come-129051797.html,किसानों के धरने में पहुंचे CM चन्नी:,"किसानों के धरने में पहुंचे CM चन्नी:बोले- आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की याद में बनेगा स्टेडियम, 1 करोड़ की आएगी लागत जालंधर धरने में किसानाें के साथ बैठे CM चरणजीत चन्नी। कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी के लिए किसान आंदोलन खत्म करवा कर समर्थन जुटाने से पहले पंजाब कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी शनिवार को अचानक किसानों के धरने में पहुंच गए। रोपड़-चमकौर साहिब टोल बैरियर से गुजरते वक्त CM ने काफिला रोका। इसके बाद वह किसानों के बीच जाकर बैठ गए। वहां CM चन्नी ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के साथ है। केंद्र सरकार के बनाए कृषि सुधार कानून किसानों के हित में नहीं हैं। केंद्र इन्हें तुरंत वापस ले। उन्होंने आंदोलन कर रहे किसान नेताओं से अपील की कि जहां भी उनकी जरूरत हो, वो उन्हें बुलाएं। वह खुद चलकर किसानों के पास पहुंचेंगे। CM चन्नी से गले मिलती बुजुर्ग महिला तेज कौर आंदोलन में मरे किसानों की याद में बनेगा स्टेडियम CM चरणजीत चन्नी ने गांव में एक करोड़ की लागत से खेल स्टेडियम बनाने की घोषणा की। यह स्टेडियम किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की याद में बनाया जाएगा। इसे चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र के गांव हरिपुर में बनाया जाएगा। बुजुर्ग महिला के घर खाना खाते CM चन्नी बुजुर्ग से गले मिले चन्नी, वहीं खाया खाना इस दौरान चरणजीत चन्नी अपने चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र पहुंचे। वह पंचायत को चेक देने गांव सालापुर पहुंचे। वहां उन्हें बुजुर्ग तेज कौर मिलीं। जिनसे वह गले मिले और फिर उन्हीं के घर में सादा खाना भी खाया। कैप्टन अमरिंदर सिंह कैप्टन से पहले दिखाई सक्रियता कैप्टन अमरिंदर सिंह कह चुके हैं कि वो नई पार्टी बना रहे हैं। इसके बाद BJP से गठबंधन करेंगे। हालांकि इसके लिए उन्होंने किसान आंदोलन खत्म करने की शर्त रखी थी। उन्होंने किसान आंदोलन का जल्द हल निकलने की भी उम्मीद जताई थी। पंजाब में कांग्रेस शुरू से किसान आंदोलन के समर्थन में रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM पद से हटाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने बयानबाजी तो की लेकिन कोई पहल नजर नहीं आई। इसी वजह से अब चन्नी धरने में पहुंच गए।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/sukhbirs-taunt-on-congressmen-jakhar-randhawa-channi-and-sidhu-separate-congress-in-punjab-whoever-wins-in-the-arena-will-get-a-ticket-129051727.html,सुखबीर का कांग्रेसियों पर करारा तंज:,"सुखबीर का कांग्रेसियों पर करारा तंज:पंजाब में जाखड़, रंधावा, चन्नी और सिद्धू की अलग-अलग कांग्रेस; हाईकमान को इन्हें अखाड़े लड़ाना चाहिए जालंधर में पत्रकारों से बात करते सुखबीर बादल। पंजाब कांग्रेस में मची कलह पर विरोधी भी खूब चटखारे ले रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस बिखरी पड़ी है। सुनील जाखड़, सुखजिंदर रंधावा, चरणजीत चन्नी और नवजोत सिद्धू की अलग-अलग कांग्रेस बन गई है। पता नहीं चल रहा कि पंजाब में कांग्रेस की अगुवाई कौन कर रहा है। सुखबीर ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को कांग्रेसियों को अखाड़े में लड़ाना चाहिए। जो जीत गया, उसे टिकट देनी चाहिए। सुखबीर ने कहा कि हम पहले से कहते रहे कि काले कानून कैप्टन अमरिंदर सिंह की देन हैं। तब किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। अब यही बात सिद्धू और रंधावा कह रहे हैं। अब कांग्रेसी ही एक-दूसरे की पोल खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी तो यह कांग्रेस की जंग का ट्रेलर है। कांग्रेस में कुर्सी की लड़ाई लंबी चलेगी। जालंधर में शहर में घूमकर लोगों से मिलते सुखबीर बादल कैप्टन के बाद चन्नी केंद्र की ग्रिप में सुखबीर ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद CM चरणजीत चन्नी भी केंद्र सरकार की ग्रिप में हैं। इसी वजह से BSF का दायरा पंजाब के भीतर 50 किमी तक बढ़ गया। कांग्रेस सरकार ने खुद इसको मंजूर किया और अब बाहर बयानबाजी कर रहे हैं। सुखबीर ने कहा कि भाजपा और RSS की मदद से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह पिछला चुनाव जीते थे। अरूसा को कैप्टन की पत्नी के मंत्री रहते भी इजाजत मिली अरूसा आलम को लेकर हुए विवाद पर भी सुखबीर बादल ने प्रतिक्रिया दी। उनसे पूछा गया कि उनके डिप्टी सीएम रहते भी अरूसा भारत आती रही। सुखबीर ने कहा कि इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं। केंद्र सरकार इजाजत देती है। अगर वो यहां कोई क्राइम करे तो राज्य सरकार कुछ कर सकती है। अब तो अमरिंदर खुद कह रहे हैं कि वह अरूसा को स्पॉन्सर कर रहे थे। भाजपा के रिलेशन के साथ कांग्रेस के वक्त भी अरूसा को इजाजत मिलती रही। यहां तक कि कैप्टन की पत्नी परनीत कौर के विदेश राज्य मंत्री होते हुए भी परमिशन मिलती रही। जालंधर में रैली को संबोधित करते सुखबीर बादल बिना मुआवजा दिए प्रचार कर रहे चन्नी सुखबीर बादल ने CM चरणजीत चन्नी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डेढ़ महीने बाद भी गुलाबी सुंडी से नुकसान हुए नरमे का मुआवजा नहीं मिला। किसानों को आगे गेहूं बीजना है। डीएपी खाद नहीं मिल रही। सीएम चन्नी ने 1500 करोड़ की घोषणाएं कर दी लेकिन पैसा किसी को नहीं दिया। इसके उलट चन्नी ने प्रचार भी शुरू कर दिया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/swara-bhaskar-anti-hindu-statement-jai-shri-ram-slogans-and-muslim-namaz-in-gurugram-129051591.html,कट्टरता के खिलाफ स्वरा:,"कट्टरता के खिलाफ स्वरा:नमाजियों के सामने 'जय श्री राम' के नारे लगाने से खफा, बोलीं- हिंदू होने पर शर्म आती है स्वरा भास्कर एक बार फिर हिंदू धर्म के विरोध में दिए बयान को लेकर खबरों में हैं। इस बार उन्होंने कहा है कि मैं हिंदू होने पर शर्मिंदा हूं। इस बयान के लिए स्वरा को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। लोगों ने उन्हें हिंदू धर्म छोड़ने की सलाह तक दे दी है। गुरुग्राम के एक वीडियो पर किया था कमेंट स्वरा ने गुरुग्राम में वायरल वीडियो पर कमेंट किया है। इस वीडियो में बताया गया कि गुरुग्राम के सेक्‍टर 12-A में एक पब्लिक प्लेस पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग नमाज अदा कर रहे थे। कथित तौर पर बजरंग दल के कुछ लोग उनके सामने खड़े होकर 'जय श्री राम' के नारे लगाने लगे, जिसके चलते वहां तनाव का माहौल बन गया। इसी घटना पर स्वरा ने अपना वीडियो पोस्ट कर लिखा, मुझे हिंदू होने पर शर्म आती है। हिंदू धर्म छोड़ने की मिल रही है सलाह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में अगर किसी एक्ट्रेस को सबसे ज्यादा ट्रोल किया जाता है तो वो स्वरा हैं। वे कुछ भी पोस्ट करती हैं तो उसमें ट्रोलर्स की बाढ़ आ जाती है। स्वरा के इस पोस्ट के बाद ट्रोलर्स उन्हें ट्रोल करने लगे। एक यूजर ने लिखा- दीदी आपको इस ट्वीट का कितना मिला? वहीं, दूसरे ने लिखा- तुम हिंदू हो, हमें इस बात से शर्म आती है। इस ट्वीट के बाद कई लोग उन्हें हिंदू धर्म छोड़ने तक की सलाह दे रहे हैं। तालिबान पर बयान के बाद भी आई थीं खबरों में स्वरा हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। इससे पहले वे तालिबान पर बयान देकर खबरों में आई थीं। तब स्वरा ने कहा था कि हम हिंदुत्व आतंक के साथ ठीक नहीं हो सकते हैं और तालिबान आतंक से सभी हैरान और तबाह हो गए हैं। हमारे मानवीय और नैतिक मूल्य पीड़ित या उत्पीड़क की पहचान पर आधारित नहीं होने चाहिए। इसके बाद भी स्वरा ट्रोल हुई थीं। बता दें, स्वरा के खिलाफ उनकी बयानबाजी के चलते FIR भी दर्ज हो चुकी है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/sidhus-wife-attacked-amarinder-was-posted-in-punjab-by-giving-gift-money-to-arusa-went-to-england-dubai-with-money-was-super-cm-when-captain-is-cm-129051516.html,सिद्धू की पत्नी का अमरिंदर पर वार:,"सिद्धू की पत्नी का अमरिंदर पर वार:पंजाब में अरूसा को गिफ्ट-पैसे देकर होती थी पोस्टिंग, कैप्टन राज में थीं सुपर CM जालंधर पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के बहाने अब पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने अमरिंदर पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कैप्टन के CM रहते पंजाब में कोई पोस्टिंग गिफ्ट और पैसे के बिना नहीं हुई। यह सब अरूसा आलम को दिया जाता था। उस वक्त अरूसा आलम पंजाब में CM नहीं बल्कि सुपर CM की तरह काम कर रहीं थी। उन्होंने अमरिंदर को सलाह दी कि अरूसा पंजाब का पैसा लेकर इंग्लैंड और दुबई चली गई। वो भी वहां जाकर ऐश करें। ऐसा न हो कि अरूसा सारा पैसा उड़ा दे। नवजोत कौर ने कहा कि मुझे पता था। इसीलिए मैंने पति नवजोत सिद्धू को अरूसा के करीब नहीं जाने दिया। इस वजह से अमरिंदर उनसे नाराज हो गए। अकाली भी डायमंड सेट लेकर अरूसा से मिलते रहे हैं। अरूसा आलम के साथ कैप्टन के समय में DGP दिनकर गुप्ता और उनकी चीफ सेक्रेटरी पत्नी विनी महाजन। यह तस्वीर पंजाब की सियासत में खूब सुर्खियों में रही। सीनियर की अरूसा, जूनियर की चहल करते थे पोस्टिंग नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि अमरिंदर के CM रहते कोई पोस्टिंग बिना अटैची और अरूसा को गिफ्ट दिए बगैर नहीं हुई। उस वक्त बड़े पुलिस अफसरों की पोस्टिंग अरूसा करती थी जबकि जूनियर की कैप्टन के सलाहकार भरतइंदर सिंह चहल करते थे। अब यह ओपन सीक्रेट है। नवजोत ने कहा कि कैप्टन अरूसा के पीछे जाएं। कहीं ऐसा न हो कि वो पैसा लेकर गायब हो जाएं। कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा जारी की सोनिया और अरूसा की फोटो सोनिया-अरूसा की फोटो पर दी सफाई कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अरूसा आलम के ISI कनेक्शन के आरोप पर सोनिया गांधी के साथ उनकी फोटो जारी कर दी। इसके बाद कांग्रेसी बैकफुट पर आ गए। हालांकि नवजोत कौर सिद्धू ने इसको लेकर सफाई दी है। नवजोत कौर ने कहा यह फोटो तब की है, जब अरूसा महज जर्नलिस्ट थी। तब सोनिया गांधी से मिली थी। अमरिंदर को दे चुकी अमृतसर से लड़ने की चुनौती नवजोत कौर सिद्धू का अमरिंदर पर यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले अमरिंदर ने सिद्धू को चुनाव न जीतने देने का बयान दिया था। जिस पर नवजोत कौर ने अमरिंदर को अमृतसर ईस्ट में सिद्धू के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दे दी। नवजोत ने कहा था कि उसके बाद अमरिंदर को पता चल जाएगा कि कौन अधिक लोकप्रियता है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/pm-narendra-modi-meeting-today-atmanirbhar-bharat-swayampurna-goa-scheme-129051304.html,गोवा के स्वयंपूर्ण मित्रों से मोदी की बातचीत:,"गोवा के स्वयंपूर्ण मित्रों से मोदी की बातचीत:PM बोले- विकास का नया मॉडल है गोवा, नए आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा राज्य पणजी PM मोदी ने कहा कि गोवा का अर्थ है प्रकृति और पर्यटन, लेकिन आज इसका अर्थ विकास का नया मॉडल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गोवा के स्वयंपूर्ण मित्रों के साथ बातचीत की। इस दौरान मोदी ने कहा कि जब सरकार का साथ और जनता का परिश्रम मिलता है तो कैसे परिवर्तन आता है, कैसे आत्मविश्वास आता है, ये हम सभी ने स्वयंपूर्ण गोवा के लाभार्थियों से चर्चा के दौरान अनुभव किया। कार्यक्रम में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मौजूद रहे। PM मोदी ने कहा कि मेरे मित्र स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर जी ने गोवा को तेज विकास के जिस विश्वास के साथ आगे बढ़ाया, उसको सीएम प्रमोद की टीम पूरी ईमानदारी से नई बुलंदियां दे रही है। आज गोवा नए आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक गोवा में राजनीतिक स्वार्थ और राजनीतिक अस्थिरता ने राज्य को हानि पहुंचाई। बीते कुछ वर्षों में इस अस्थिरता को गोवा की समझदार जनता ने स्थिरता में बदला है। मोदी ने कहा- गोवा के टूरिज्म सेक्टर में नई ऊर्जा मिलेगी मोदी ने कहा कि अब देश ने भी 100 करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा पार कर लिया है। इससे लोगों में पर्यटकों में विश्वास बढ़ा है। इससे गोवा के टूरिज्म सेक्टर में नई ऊर्जा देखने को मिलेगी। गोवा में स्वदेशी और विदेशी दोनों पर्यटकों की आवाजही भी निश्चित रूप से बढ़ने वाली है। 'गोवा सफलता से जमीन पर उतार रहा केंद्र की योजनाएं' उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुविधा और सम्मान के लिए जो योजनाएं केंद्र सरकार ने बनाई, उनको गोवा सफलता से जमीन पर उतार भी रहा है और उनको विस्तार भी दे रहा है। चाहे शौचालय हो, उज्जवला गैस कनेक्शन हो या फिर जनधन बैंक अकाउंट हो, गोवा ने महिलाओं को ये सभी सुविधाएं देने में बेहतरीन काम किया है। 'मत्स्य संपदा योजना से मछुआरों को बहुत मदद मिल रही' उन्होंने कहा कि मछली के व्यापार-कारोबार के लिए अलग मंत्रालय से लेकर मछुआरों की नावों के आधुनिकीकरण तक हर स्तर पर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत भी गोवा में हमारे मछुआरों को बहुत मदद मिल रही है। 'आत्मनिर्भर भारत स्वयंपूर्ण गोवा' 2020 में शुरू हुआ PM मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान से प्रेरित इस कार्यक्रम की शुरुआत 1 अक्टूबर, 2020 को की गई थी। इसके तहत राज्य सरकार के एक अधिकारी को स्वयंपूर्ण मित्र नियुक्त किया जाता है, जो एक नामित पंचायत या नगरपालिका का दौरा करता है, लोगों के साथ बातचीत करता है, कई सरकारी विभागों के साथ समन्वय करता है। साथ ही वह यह सुनिश्चित करता है कि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को उपलब्ध हों।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/big-decision-of-punjab-government-for-nris-quick-response-call-centers-will-be-set-up-the-problem-at-the-airport-will-be-solved-on-the-phone-itself-129051390.html,NRIs के लिए पंजाब सरकार का बड़ा फैसला:,"NRIs के लिए पंजाब सरकार का बड़ा फैसला:क्विक रिस्पांस कॉल सेंटर बनेंगे; फोन पर ही दूर होगी एयरपोर्ट पर आने वाली समस्या जालंधर पंजाब सरकार ने NRIs के लिए बड़ा फैसला किया है। उनको होने वाली मुश्किलों को दूर करने के लिए क्विक रिस्पॉन्स कॉल सेंटर बनेंगे। जहां सिर्फ एक फोन कॉल के जरिए उनकी हर समस्या दूर की जाएगी। राज्य के NRI मामलों के मंत्री परगट सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह कॉल सेंटर 24 घंटे चलेगा। उन्होंने कहा कि कई बार NRIs को एयरपोर्ट पर उतरने के बाद कागजी कार्रवाई, तकनीकी कारण या किसी गलतफहमी की वजह से रोक लिया जाता है। ऐसे में वो घबरा जाते हैं। दस्तावेज सही होने के बावजूद उन्हें परेशानी होती है। इस सेंटर में बैठने वाले ऐसी समस्याओं के माहिर होंगे। जो विदेशों में रहने वाले पंजाबियों की परेशानी को दूर करेंगे। जल्द ही कॉल सेंटर के नंबर सार्वजनिक कर दिए जाएंगे। अफसरों से मीटिंग करते परगट सिंह। सेवा या सांझ केंद्र से ले सकेंगे सर्टिफिकेट इसके अलावा विदेश जाने के इच्छुक लोगों को अभी सर्टिफिकेट वैरिफिकेशन के लिए चंडीगढ़ आना पड़ता है। इसे देखते हुए उन्हें घर बैठे यह सुविधा मिलेगी। इसके लिए सरकार ऑनलाइन माध्यम तैयार करेगी। ऑनलाइन आवेदन के बाद आवेदक घर के नजदीक सांझ या सुविधा केंद्रों से सर्टिफिकेट ले सकेंगे। जमीनी, शादी विवाद की परेशानी का भी हल निकालेंगे मंत्री परगट सिंह ने कहा कि जमीन-जायदाद, शादी से जुड़े विवादों को लेकर भी एनआरआईज को काफी परेशानी होती है। इनको हल करने में भी देरी होती है। इसके लिए उनका विभाग पुलिस और रेवेन्यू डिपार्टमेंट से तालमेल करेगा। जिसके लिए हर जिले में एक अफसर की नियुक्ति होगी। जो तालमेल कर एनआरआईज की मदद करेगा। इसलिए अहम है फैसला दुनिया के कई देशों में पंजाबी बसे हुए हैं। वह कभी-कभी ही पंजाब आते हैं। ऐसे में एयरपोर्ट पर उन्हें काफी औपचारिकता करनी पड़ती है। जिस वजह से वहां उन्हें देरी हो जाती है। इसको लेकर कई बार शिकायतें सामने आ चुकी हैं। वहीं, पंजाब में एनआरआईज से जुड़े जमीन के ढेरों विवाद हैं। उनके विदेश जाने के बाद प्रॉपर्टी पर कब्जा करने के अलावा धोखाधड़ी कर आगे बेचने के भी कई केस चल रहे हैं। ऐसे में पंजाब में सीएम बदलते ही सरकार एनआरआईज से नजदीकी बढ़ाना चाहती है। वहीं, उन्हें पंजाब के गांवों में निवेश के लिए भी साथ जोड़ना चाहती है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/political-turmoil-over-aroosa-alam-in-punjab-randhawa-turned-away-from-investigating-isi-connection-by-going-to-delhi-amarinder-releases-aroosas-photo-with-sonia-129051176.html,पंजाब में अरूसा आलम पर घमासान:,"पंजाब में अरूसा आलम पर घमासान:ISI कनेक्शन की जांच से पीछे हटी पंजाब सरकार; अमरिंदर ने अरूसा-सोनिया की फोटो शेयर की जालंधर पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला दोस्त अरूसा आलम पर सियासी घमासान छिड़ गया है। गृह विभाग देख रहे डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा के बयान से इसकी शुरुआत हुई थी। रंधावा ने अरूसा आलम के ISI कनेक्शन की जांच के लिए कहा था, जिसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन पर हमले शुरू कर दिए। दोनों ट्विटर पर भी भिड़ते रहे। हालांकि दिल्ली पहुंचकर रंधावा जांच से मुकर गए। उन्होंने कहा कि यह तो 2 देशों से जुड़ा मामला है, जिसकी जांच RAW ही कर सकती है। वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अरूसा आलम की पहुंच दिखाते हुए उनकी सोनिया गांधी के साथ वाली फोटो जारी कर दी है। ऐसे शुरू हुआ विवाद डिप्टी CM रंधावा जालंधर के PAP कॉम्प्लेक्स में पुलिस स्मृति दिवस में आए थे। यहां उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अरूसा आलम यहां साढ़े 4 साल अमरिंदर के सरकारी आवास में रहीं। उनके बारे में कुछ बातें ऐसी आ रही हैं, जिनकी जांच जरूरी है। वो डीजीपी को कह रहे हैं कि इसकी जांच करें। इसके बाद कैप्टन रंधावा पर बरस पड़े। उन्होंने रंधावा से पूछा कि क्या वे पर्सनल अटैक पर आ गए हैं। कैप्टन ने कहा कि जब रंधावा मेरी सरकार में मंत्री थे, तब तो कोई शिकायत नहीं की। अरूसा 16 साल से भारत सरकार के क्लियरेंस पर यहां आ रही हैं। क्या रंधावा यह कह रहे हैं कि NDA के साथ कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार भी ISI से मिली हुई है। वे ऐसी फिजूल की जांच के बजाय पंजाब में कानून व्यवस्था पर फोकस करें। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रंधावा के जवाब में कहा कि अरूसा 16 वर्षों से भारत सरकार की क्लियरेंस पर यहां आ रही हैं। अमरिंदर के बयान से तिलमिलाए रंधावा अमरिंदर की बातों से रंधावा भी तिलमिला गए। उन्होंने कहा कि मैं सच्चा राष्ट्रवादी हूं। हमने पंजाब सरकार को किसी से आउटसोर्स नहीं किया है। पुलिस अब चीकू और सीताफल नहीं, बल्कि लोगों की सुरक्षा कर रही है। मौड़ मंडी ब्लास्ट, बरगाड़ी बेअदबी और नशे के मामले में अमरिंदर फेल रहे। अब हम इन सबको आने वाले दिनों में इनकी जांच के अंजाम तक पहुंचाएंगे। गुटका साहिब की कसम खाने के बावजूद आप मुद्दों पर फेल रहे। अरूसा के ISI लिंक की जांच से क्यों घबरा रहे हैं। उनका वीजा किसने स्पॉन्सर किया, सबकी जांच होगी। अमरिंदर ने भी दिए करारे जवाब अमरिंदर ने रंधावा को कहा कि 2007 में अरूसा की विस्तृत जांच हो चुकी है। तब वह CM भी नहीं थे। तब की UPA सरकार के आदेश पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने इसकी जांच करके उन्हें वीजा दिया था। अब आप इस पर समय बर्बाद कर रहे हो। इसमें जो भी मदद चाहिए, मैं करूंगा। मैं 16 साल से अरूसा के वीजा को स्पॉन्सर करता हूं। ऐसे वीजा के लिए भारतीय हाई कमीशन के जरिए विदेश मंत्रालय को आवेदन भेजा जाता है। जिसे RAW और IB की क्लियरेंस के बाद मंजूर किया जाता है। हर बार यही हुआ है। अमरिंदर ने मुद्दे को लेकर भी रंधावा को घेरा और कहा कि श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी की जांच के लिए उनकी सिफारिश पर ही कुंवर विजय प्रताप सिंह और रणबीर सिंह खटड़ा को नियुक्त किया गया था। अरूसा विवाद में सुखबीर भी कूदे शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल भी इस विवाद में कूद पड़े। उन्होंने कहा कि साढ़े 4 साल तक रंधावा कुछ नहीं बोले। तब रंधावा अरूसा आलम के साथ लंच और डिनर करते थे। जब मैं कुछ कहता तो सबसे ज्यादा विरोध रंधावा ही करते थे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/bangladesh-hindu-temples-attack-protest-150-countries-iskcon-centers-129051211.html,बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन:,"बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन:150 देशों में इस्कॉन सेंटर्स पर विरोध प्रदर्शन, प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं ढाका बांग्लादेश में मंदिरों और हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ आज 150 देशों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। ये प्रदर्शन अलग-अलग देशों में इस्कॉन केंद्रों पर होंगे। इस दौरान प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाएंगी और हमलावरों के खिलाफ सख्त एक्शन की लेने की आवाज उठाई जाएगी। मालूम हो कि हिंसा के दौरान बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। मायापुर इस्कॉन का वैश्विक मुख्यालय है। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा कि बांग्लादेश से आ रहीं तस्वीरें दुनिया भर के लिए बहुत दुखद हैं। उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क, मॉस्को, रूस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं। 23 अक्टूबर को 150 देशों के सभी इस्कॉन मंदिरों और दूसरे सरकारी प्रतिष्ठानों में, श्रद्धालु बांग्लादेश की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। बांग्लादेश हिंसा के खिलाफ इस्कॉन मेंबर्स ने शनिवार को कोलकाता में प्रदर्शन किया। राधारमण दास बोले- मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की होगी राधारमण दास ने कहा कि इन हमलों को लेकर हम दुखी और आहत हैं। हम शांति और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं। भीड़ हमें कैसे निशाना बना सकती है? हम हमेशा नोआखली (बांग्लादेश में) के लोगों के पक्ष में रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा में छोटे बच्चों समेत कई लोगों की मौत हो गई। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी। बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ हुई। पूजा पंडालों में मूर्तियों को तोड़ा गया। PM मोदी और UN से भी मामले में हस्तक्षेप की मांग बांग्लादेश में दुर्गा पूजन के दौरान पूजा पंडालों और हिंदुओं के खिलाफ हिंसा हुई। इसके खिलाफ इस्कॉन ने भारत में कोलकाता समेत कई दूसरी जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए हैं। इस्कॉन के सदस्यों ने कोलकाता में बांग्लादेश के डिप्टी हाई कमिशन के बाहर भी प्रदर्शन किया था। साथ ही इस्कॉन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र से भी इस हिंसा को लेकर हस्तक्षेप की मांग की गई है। 20 मकान फूंके गए, हिंदुओं पर हमले हुए दुर्गा पूजा पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के मामले में PM शेख हसीना ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। बांग्लादेश में 13 से 17 अक्टूबर के बीच बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। दुर्गा पंडाल तोड़े गए। रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार देर रात भीड़ ने 66 मकानों में तोड़फोड़ की और कम से कम 20 मकानों को फूंक दिया। हिंदुओं पर हमले किए गए। हिंसा अब भी पूरी तरह से बंद नहीं हुई है। दुर्गा पूजा के दौरान मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों को तोड़ा गया। कई इलाकों में हिंदुओं को पूजा मंडपों की रखवाली करनी पड़ी। हिंसा का मुख्य आरोपी इकबाल हुसैन गिरफ्तार बांग्लादेश हिंसा के मुख्य आरोपी इकबाल हुसैन को गुरुवार रात को कॉक्स बाजार से गिरफ्तार किया गया। उस पर कोमिल्ला में दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान की प्रति रखने का संदेह है। टीवी फुटेज में देखा गया कि हुसैन को कॉक्स बाजार से कोमिल्ला सड़क मार्ग से भारी सुरक्षा के बीच लाया गया। अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती पूछताछ के बाद उसे अदालत में पेश किया जाएगा, जहां अगले कई दिनों के लिए उसे पुलिस की रिमांड में देने की अपील की जाएगी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/ruckus-on-the-jurisdiction-of-bsf-cm-channi-wrote-a-letter-to-the-prime-minister-center-to-maintain-its-old-status-all-party-meeting-convened-on-25-october-129051218.html,BSF के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने पर नाराजगी:,"BSF के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने पर नाराजगी:CM चन्नी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी; पुरानी स्थिति बहाल रखे केंद्र; 25 अक्टूबर को बुलाई सर्वदलीय मीटिंग जालंधर CM चरणजीत चन्नी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद यह फैसला आ गया। पंजाब में सीमा सुरक्षा बल (BSF) का अधिकार क्षेत्र बॉर्डर से 25 किमी भीतर तक बढ़ाने का बवाल थम नहीं रहा है। अब मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने PM नरेंद्र मोदी को चिट्‌ठी लिखी है। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) की स्थिति को पहले जैसा ही रखा जाए। उन्होंने इस मुद्दे पर पीएम से मिलने का समय भी मांगा है। इसके अलावा CM चन्नी ने सर्वदलीय मीटिंग बुला ली है। यह मीटिंग 25 अक्टूबर को होगी। पंजाब में भाजपा को छोड़कर सभी सियासी दल BSF के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे पंजाब का 50 हजार स्क्वॉयर किमी एरिया में से 27 हजार स्क्वॉयर किमी एरिया BSF के कंट्रोल में आ जाएगा। CM बनने के बाद चरणजीत चन्नी पीएम मोदी से मुलाकात कर चुके हैं BSF को बॉर्डर सिक्योरिटी की ट्रेनिंग, अंदर का मामला राज्य पुलिस का PM को लिखी चिट्‌ठी में CM ने कहा कि BSF को इंटरनेशनल बॉर्डर पर सिक्योरिटी की ट्रेनिंग मिलती है। देश के भीतर अमन-कानून की जिम्मेदारी राज्य पुलिस की होती है। पंजाब पुलिस ऐसे हालात से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। पंजाब पुलिस ने आतंकवाद को खत्म किया, जिसमें केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ उनका बढ़िया तालमेल रहा। हाल ही में पंजाब में पुलिस ने BSF के साथ मिलकर नशा तस्करों और आतंकियों के खिलाफ सफल ऑपरेशन किए। उन्होंने PM से इस मुद्दे पर फिर से गौर करने की बात कही। चन्नी ने कहा कि मौजूदा व्यवस्था को बदलने का कोई न्यायिक आधार नहीं बनता। अभी तक BSF सिर्फ बॉर्डर पर ही तैनात रहती थी। फाइल फोटो राज्य की शक्तियों और भूमिका पर कब्जे की कोशिश CM ने लिखा कि संदिग्ध की तलाश, बरामदगी और गिरफ्तारी का अधिकार पुलिस का है। इसे राज्य सरकार से सलाह किए बगैर किसी केंद्रीय एक्ट के जरिए BSF को सौंपना उचित नहीं है। उन्होंने इसे केंद्र द्वारा राज्य की शक्ति और भूमिका पर कब्जा करने की कोशिश करार दिया। केंद्र संघीय ढांचे की भावना और व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। इसलिए चिंतित पंजाब सरकार केंद्र ने हाल ही में पंजाब में पाकिस्तान से लगते इंटरनेशनल बॉर्डर के 600 किमी एरिया से 50 किमी भीतर तक BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ा दिया। इसमें BSF को सर्च, बरामदगी और गिरफ्तारी का अधिकार मिल गया। पंजाब के लिहाज से इसमें पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का समेत कई इलाके BSF के दायरे में आ गए। BSF को NDPS एक्ट, पासपोर्ट एक्ट और कस्टम्स एक्ट में यह छूट मिल गई है कि वह सीधे कार्रवाई करे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/facebook-former-data-scientist-claimed-company-took-selective-action-against-fake-accounts-129051080.html,फेसबुक पर फिर सवाल:,"फेसबुक पर फिर सवाल:पूर्व कर्मचारी ने कहा- दिल्ली चुनावों को प्रभावित किया गया, कंपनी ने BJP सांसद से जुड़े फर्जी अकाउंट ब्लॉक नहीं किए फेसबुक में बतौर डेटा साइंटिस्ट काम कर चुकी एक पूर्व कर्मचारी ने फर्जी अकाउंट पर कंपनी के रवैये को उजागर किया है। उनका दावा है कि सोशल नेटवर्किंग की इस दिग्गज कंपनी ने पिछले साल दिल्ली चुनावों में फर्जी खातों के खिलाफ सिलेक्टिव कार्रवाई की। कर्मचारी का नाम सोफी झांग है। सोफी ने 3 साल फेसबुक के साथ काम किया था और अब वह व्हिसलब्लोअर बन गई हैं। 2020 में उन्हें खराब काम का हवाला देकर कंपनी से निकाल दिया गया था। NDTV को दिए इंटरव्यू में उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनावों को प्रभावित करने के लिए फर्जी अकाउंट्स का इस्तेमाल किया। हालांकि, सिर्फ भाजपा सांसद से सीधे जुड़े अकाउंट के नेटवर्क को फेसबुक ने नहीं हटाया। सोफी ने कहा कि हमने 5 नेटवर्क में से 4 को हटा दिया। 5वें नेटवर्क को भी हम हटाने वाले थे लेकिन आखिरी मौके पर हमने महसूस किया कि यह BJP के एक बड़े नेता से जुड़ा था। वे लोकसभा सांसद भी हैं। इसके बाद पता ही नहीं चला कि क्या किया जा रहा है। इस पर मुझे किसी से जवाब नहीं मिला कि इस फर्जी अकाउंट के साथ क्या करने वाले हैं। 5 फर्जी नेटवर्क, इनमें दो BJP, दो कांग्रेस और एक आप से जुड़ा सोफी ने कहा कि उन्हें 2019 के आखिर में 4 फर्जी नेटवर्क मिले। इनमें से दो भाजपा और दो कांग्रेस के सपोर्ट वाले थे। हमने तीन नेटवर्क को बंद कर दिया। इनमें दो कांग्रेस और एक भाजपा का था। हम आखिरी नेटवर्क को बंद करने वाले थे, लेकिन अचानक रुक गए, क्योंकि उन्हें एहसास हुआ कि चौथा नेटवर्क सीधे और निजी तौर पर BJP नेता की ओर से चलाया जा रहा था। इस पर मैं कुछ नहीं कर पा रही थी। सोफी के मुताबिक, एक महीने बाद, जनवरी 2020 में उन्होंने हजारों अकाउंट्स के एक नेटवर्क का पता लगाया। इसका इस्तेमाल आम आदमी पार्टी के पॉलिटिकल मैसेज सर्कुलेट करने के लिए किया जा रहा था। ये अकाउंट खुद को गलत तरीके से भाजपा समर्थक के तौर पर जाहिर करते थे। इन पर दिल्ली चुनाव में आप का समर्थन करने का विकल्प चुनने की बात कही जा रही थी। उन्होंने कहा कि यह 5वां नेटवर्क जनवरी के आखिर तक बंद कर दिया गया। इकलौता मामला जिसमें हम जानते थे कि इसके लिए कौन जिम्मेदार था, जो कि वही भाजपा नेता थे, इसे मैं बंद नहीं कर सकी। बार-बार याद दिलाने के बावजूद फेसबुक ने इसे मानने से भी इनकार कर दिया। मार्क जुकरबर्ग की कंपनी पर यूजर्स के डेटा के गलत इस्तेमाल के आरोप भी लगते रहे हैं। फेसबुक ने कहा- आरोपों से सहमत नहीं सोफी के आरोपों पर फेसबुक ने कहा है कि सोफी झांग जिस तरह हमारी प्रायोरिटी और अपने प्लेटफार्म के गलत इस्तेमाल को जड़ से खत्म करने की कोशिशों पर बात कर रही हैं, उससे हम सहमत नहीं हैं। हम दुनिया भर में इस तरह के आरोपों से आक्रामक तरीके से निपटते हैं और स्पेशल टीमें इस पर काम करती हैं। कंपनी ने कहा कि हम पहले से ही गलत तरीके के व्यवहार पर 150 से ज्यादा नेटवर्क हटा चुके हैं। उनमें से लगभग आधे घरेलू नेटवर्क थे, जो भारत सहित दुनिया भर के देशों में चल रहे थे। इस तरह के व्यवहार का मुकाबला करना हमारी प्राथमिकता है। हम स्पैम और फेक इंगेजमेंट की समस्याओं से भी निपट रहे हैं। हम कार्रवाई करने या उनके बारे में सार्वजनिक दावे करने से पहले हर मुद्दे की जांच करते हैं। हालांकि, कंपनी के बयान में दिल्ली चुनावों को प्रभावित करने की कोशिशों या फेसबुक पर भाजपा सांसद से जुड़े फर्जी खातों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर कुछ भी साफ नहीं किया गया है। दो हफ्ते पहले एक और डेटा साइंटिस्ट ने अमेरिकी सीनेट में दी थी गवाही फेसबुक की चर्चित पूर्व डेटा वैज्ञानिक फ्रांसिस होगेन ने इसी तरह के मसले पर दो हफ्ते पहले अमेरिकी सीनेट में गवाही दी थी। उन्होंने कहा था कि फेसबुक बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य, लोकतंत्र और समाज के लिए बड़ा खतरा है। ये भेदभाव पैदा करता है। चुने गए जनप्रतिनिधियों को इस पर काबू करना चाहिए। लगभग तीन घंटे तक चली गवाही में फ्रांसिस ने कहा कि फेसबुक बच्चों को जानबूझकर अपने ऐप की लत लगाने की कोशिशों में रहती है। कंपनी जानती है कि उसके इंस्टाग्राम जैसे ऐप सुरक्षित नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद कंपनी सुधार के लिए कोई कार्रवाई नहीं करती है। हेट स्पीच पर कार्रवाई न करने के आरोपों से घिरी है कंपनी अगस्त 2020 में वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के बाद से फेसबुक को भारत में जांच का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी की सीनियर एग्जीक्यूटिव अंखी दास ने BJP से जुड़े लोगों और पेजों पर कंपनी के हेट-स्पीच नियम लागू करने का विरोध किया था। भारत 32.8 करोड़ से ज्यादा यूजर्स के साथ फेसबुक का सबसे बड़ा बाजार है। अमेरिका से भी बड़ा। फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी हेड अंखी दास पर आरोप थे कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हेट कंटेंट को रोकने में वे पक्षपात कर रही हैं। अंखी दास को देना पड़ा था इस्तीफा फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी की हेड रहीं अंखी दास को कंपनी से इस्तीफा देना पड़ा था। उन पर आरोप लगे थे कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हेट कंटेंट को रोकने में वे पक्षपात कर रही हैं। अंखी भारत में कंपनी के लिए काम करने वाली शुरुआती एम्पलाई में से एक थीं। अंखी उस वक्त चर्चा में आई थीं जब द वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में उनका नाम लिखा गया था। रिपोर्ट में लिखा गया था कि अंखी भाजपा और हिंदुत्व समूहों से जुड़े नेताओं की नफरत वाली पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने देतीं। फेसबुक के कर्मचारियों ने टी. राजा सिंह की भड़काऊ पोस्ट का मामला उठाया था। राजा सिंह तेलंगाना में भाजपा विधायक हैं और वह अक्सर भड़काऊ बयान देने के लिए सुर्खियों में रहते हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/congress-amarinder-open-war-punjab-government-will-investigate-isi-connection-of-captains-pakistani-friend-arusa-alam-deputy-cm-orders-dgp-129048427.html,कांग्रेस-अमरिंदर में खुली जंग:,"कांग्रेस-अमरिंदर में खुली जंग:कैप्टन की पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम के ISI कनेक्शन की जांच करेगी पंजाब सरकार जालंधर डिप्टी CM रंधावा ने कहा- अरूसा चंडीगढ़ के सरकारी रेजिडेंस में रहीं, इसकी जांच जरूरी कैप्टन के खास लोगों के बैंक खातों की जांच हो, पैसे के लेन-देन में ISI के रोल की भी जांच हो पंजाब में कांग्रेस और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच खुली जंग शुरू हो गई है। कांग्रेस ने इसमें अमरिंदर की पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम को भी घसीट लिया है। डिप्टी CM और गृह मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि अरूसा आलम के ISI कनेक्शन की जांच की जाएगी। इसके लिए वे DGP इकबालप्रीत सहोता को निर्देश दे रहे हैं। रंधावा ने कहा कि अरूसा के बारे में कई बातें सामने आई हैं, जिनकी जांच जरूरी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पाकिस्तानी पत्रकार मित्र अरूसा आलम। रंधावा ने अमरिंदर पर सवाल उठाए कि साढ़े 4 साल सब कुछ ठीक रहा। जैसे ही CM की कुर्सी छिनी, तो पंजाब को पाकिस्तान से खतरा हो गया। ISI से यह खतरा तब क्यों नहीं था, जब पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम उनके चंडीगढ़ स्थित सरकारी रेजिडेंस में रही। अमरिंदर की नई पार्टी के ऐलान से पहले इसे कांग्रेस की दबाव बनाने की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा के साथ कांग्रेसी MLA कुलबीर जीरा। अरूसा की जांच के आदेश को लेकर रंधावा बरसे अमरिंदर अरूसा आलम के ISI कनेक्शन की जांच पर कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रतिक्रिया आई है। अमरिंदर ने डिप्टी CM रंधावा को कहा कि अब वह पर्सनल अटैक पर आ गए हैं। अमरिंदर ने पूछा कि पद संभालने के एक महीने बाद लोगों को दिखाने के लिए क्या उनके पास यही कुछ है। कैप्टन ने पूछा कि आपके बरगाड़ी बेअदबी और ड्रग केसों के बड़े वादों का क्या हुआ? पंजाब अभी तक आपके कार्रवाई के वादे का इंतजार कर रहा है। जब मेरी सरकार में मंत्री थे, तब कोई शिकायत नहीं की अमरिंदर ने सुखजिंदर रंधावा को कहा कि वह उनकी कैबिनेट में मंत्री थे। तब कभी अरूसा आलम के खिलाफ शिकायत नहीं की। अरूसा आलम पिछले 16 वर्षों से भारत सरकार की क्लीयरेंस से यहां आ रही हैं। अमरिंदर ने पूछा कि क्या वो NDA और कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि दोनों सरकारें पाकिस्तानी ISI के साथ मिली हुईं थी। पंजाब में फेस्टिव सीजन में बड़े आतंकी खतरे की आहट अमरिंदर ने कहा कि मुझे चिंता इस बात की है कि पंजाब में बहुत बड़ा आतंकी खतरा मंडरा रहा है और फेस्टिवल सीजन आने वाला है। ऐसे वक्त में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनाए रखने पर फोकस होना चाहिए। उसके बजाय वह पंजाब की सुरक्षा को दांव पर लगा DGP को बेसलेस जांच में लगा रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह की जीवनी के साथ अरूसा आलम। कांग्रेस के MLA जीरा बोले- बैंक खातों की भी जांच हो कांग्रेसी MLA कुलबीर जीरा तो रंधावा से भी एक कदम आगे बढ़ गए। उन्होंने कहा कि जब अरूसा यहां रही तो कैप्टन ने तब क्यों नहीं कहा कि पंजाब को पाकिस्तान और ISI से खतरा है। जीरा ने कहा कि यह भी जांच होनी चाहिए कि टिफिन बम आए थे या फिर इसमें अमरिंदर का कोई हाथ है। यह सब तब हुआ था, जब ज्यादातर विधायक कैप्टन के खिलाफ हो गए थे। अब रंधावा को गृह मंत्रालय मिलने के बाद कोई टिफिन बम नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कैप्टन के खास लोगों के बैंक खातों की जांच करनी चाहिए। पता चले कि यह पैसा कहां से आया और कहां गया? इसमें ISI का क्या रोल था। मौड़ मंडी ब्लास्ट में भी कैप्टन की घेराबंदी डिप्टी CM सुखजिंदर रंधवा ने मौड़ मंडी ब्लास्ट में भी कैप्टन को घेरा। यह ब्लास्ट कांग्रेसी नेता हरमिंदर सिंह जस्सी की रैली में हुआ था, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी। इसकी जांच हुई, लेकिन बम कांड की साजिश रचने वाले कभी सामने नहीं आए। रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से नए सिरे से इसकी जांच कराई जाएगी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/big-political-bet-of-punjab-government-now-after-electricity-sewerage-water-bill-is-waived-bill-fix-up-to-a-maximum-of-rs-50-for-further-129048248.html,पंजाब सरकार का बड़ा सियासी दांव:,"पंजाब सरकार का बड़ा सियासी दांव:बिजली के बाद अब सीवरेज-पानी के बकाया बिल माफ; आगे के लिए अधिकतम 50 रुपए बिल फिक्स जालंधर विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले पंजाब सरकार ने चुनावी पिटारा खोल दिया है। बिजली बिल माफी के बाद शहरों में सीवरेज-पानी बिल के बकाया माफ कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी की घोषणा के बाद इसका आदेश जारी कर दिया गया। इसके मुताबिक पंजाब में 125 वर्ग गज तक बिल पूरी तरह माफ रहेगा। इससे ऊपर की सभी कैटेगरी के लिए बिल 50 रुपए प्रति महीना फिक्स कर दिया गया है। इसके अलावा घरों के सीवरेज और पानी बिल के बकाया पूरी तरह माफ कर दिए गए हैं। इनमें मूल रकम के साथ ब्याज और जुर्माना भी नहीं देना होगा। यह भी तय किया गया कि शहरी क्षेत्रों में वाटर सप्लाई के बकाया बिजली बिल पंजाब सरकार सीधे पावरकॉम (PSPCL) को देगी। यह आदेश 21 अक्टूबर से पहले के बकाया बिलों पर लागू होगा। पंजाब सरकार का बिल माफी का नोटिफिकेशन। निगमों और कौंसिलों की कमाई को बड़ा झटका पंजाब सरकार के फैसले से पंजाब में नगर निगम और नगर कौंसिलों की कमाई को बड़ा झटका लगा है। पहले 125 वर्ग गज से ऊपर 100 रुपए बिल लिया जाता था। निगम तैयारी में थे कि बड़े घरों में वाटर मीटर लगाकर कमाई बढ़ेगी लेकिन इस पर पानी फिर गया। इसके अलावा बकाया रिकवरी कर आर्थिक हालत सुधरेगी लेकिन अब उससे भी हाथ धोना पड़ गया है। पहले दे चुके बिजली बिल माफी की सौगात इससे पहले सीएम चरणजीत चन्नी पंजाब में बिजली बिल माफी की सौगात दे चुके हैं। पंजाब में 2 किलोवॉट तक के कनेक्शन वालों को यह राहत दी गई। इसमें करीब 53 लाख परिवार आते हैं। इनका 1,200 करोड़ का बिजली बिल माफ हुआ है। इसके अलावा लाभार्थी कैटेगरी के उपभोक्ताओं के लिए बिजली की मुफ्त यूनिट भी 200 से बढ़ाकर 300 कर दी गई हैं। चन्नी सरकार ने एक लाख उन उपभोक्ताओं के कनेक्शन फ्री में जोड़ने का फैसला किया, जिन्हें बकाया बिल की वजह से काटा गया था। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू लगातार बड़े मुद्दे उठाते रहे। बड़े मुद्दों पर सरकार की चुप्पी खास बात यह है कि जिन मुद्दों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह की CM की कुर्सी गई, उसको लेकर चन्नी सरकार चुप है। श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उससे जुड़े गोलीकांड के अलावा नशा, गलत बिजली समझौते जैसे मुद्दों पर कुछ नहीं कहा जा रहा। मंत्री इस पर कानून के अनुसार कार्रवाई की बात कह रहे हैं। सीएम रहते अमरिंदर भी यही तर्क देते रहे कि मामले कोर्ट में हैं। नवजोत सिद्धू ने भी हर उपभोक्ता को 3 से 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली का दावा किया था लेकिन अभी भी समझौते बरकरार हैं और लोग महंगी बिजली खरीदने को मजबूर हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/congress-politics-in-punjab-captain-sandhu-close-to-amarinder-whom-pargat-singh-had-accused-of-intimidation-rally-in-his-favor-129048047.html,पंजाब में कांग्रेसी सियासत:,"पंजाब में कांग्रेसी सियासत:अमरिंदर के करीबी जिस कैप्टन संधू पर परगट सिंह ने लगाया था धमकाने का आरोप; उन्हीं के हक में की रैली जालंधर कैप्टन संदीप संधू के हक में रैली को संबोधित करते मंत्री परगट सिंह। कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटाने के बाद पंजाब में कांग्रेसी सियासत अजीबोगरीब रंग दिखा रही है। सबसे चर्चित मामला कैप्टन संदीप संधू और मंत्री परगट सिंह से जुड़ा है। संदीप संधू अमरिंदर सिंह के CM रहते उनके सलाहकार रहे हैं। वहीं परगट सिंह ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। तब परगट ने खुलेआम आरोप लगाया था कि कैप्टन संदीप संधू ने उन्हें धमकी दी। अब परगट उनके समर्थन में लुधियाना के दाखा विधानसभा क्षेत्र में रैली करने पहुंच गए। अमरिंदर सिंह के CM रहते परगट सिंह ने ढाई साल से उनके खिलाफ मोर्चा खोले रखा। परगट ने कई पत्र लिखे और अमरिंदर के खिलाफ खुलकर बयानबाजी भी की। अमरिंदर के खिलाफ बगावत बढ़ने लगी तो परगट ने एक दिन यह कहकर चौंका दिया कि उन्हें धमकाया गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार कैप्टन संदीप संधू ने उन्हें ठोकने की धमकी दी है। कैप्टन संधू को अमरिंदर का करीबी माना जाता था। हालांकि संधू ने तब कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। 2 दिन पहले कैप्टन संधू अचानक डिप्टी सीएम रंधावा के साथ नजर आए रंधावा के साथ आकर चौंकाया अमरिंदर सिंह सीएम की कुर्सी से हटे तो संदीप संधू ने भी इस्तीफा दे दिया। सियासी चर्चा यह थी कि अमरिंदर सिंह के मुश्किल वक्त में संधू उनके साथ रहेंगे। खासकर, जब अमरिंदर नई पार्टी बनाने वाले हों। हालांकि दो दिन पहले संधू ने अचानक चौंका दिया। वह पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा के साथ प्रेस कान्फ्रेंस में नजर आ गए। हालांकि संधू ने वहां कुछ नहीं कहा। इसके बाद परगट सिंह उनके क्षेत्र में रैली करने पहुंच गए। परगट ने अमरिंदर के करीबी रहने की बात कही तो संदीप संधू ने हाथ जोड़ दिए परगट ने इशारों में रैली का कारण बताया परगट सिंह ने रैली में कहा कि कैप्टन संदीप संधू किसी सिस्टम में बंधे थे, इसलिए वैसी बात कहते थे। साफ तौर पर उनका अमरिंदर सिंह के सलाहकार होने का इशारा था। परगट ने कहा कि संधू का दिल भी पंजाब के लिए धड़कता था। कई बार सामने से कुछ और लगता है और होता कुछ है। उन्होंने संधू को कैप्टन अमरिंदर सिंह के ग्रुप से अपने ग्रुप में शामिल होने का कारण भी बता दिया। अमरिंदर ने BJP का एजेंडा लागू किया परगट यहां भी अमरिंदर पर निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि मैं ढाई साल से कह रहा हूं कि भाजपा के एजेंडे को अमरिंदर लागू करते हैं और सुखबीर बादल उसे सपोर्ट करते हैं। कृषि कानून बनाने में भी अमरिंदर और बादलों का हाथ है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/people-praying-on-empty-land-were-protested-by-the-furious-crowd-shouting-jai-shri-ram-129048972.html,गुरुग्राम में इबादत पर विवाद:,"गुरुग्राम में इबादत पर विवाद:खाली जमीन पर नमाज पढ़ रहे लोगों का विरोध, रोकने आई भीड़ ने जय श्रीराम के नारे लगाए गुरुग्राम हरियाणा के गुड़गांव (गुरुग्राम) में शुक्रवार को सेक्‍टर 12-A की एक खाली जमीन पर नमाज अदा करने को लेकर विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि उग्र भीड़ ने नमाजियों का विरोध किया और जय श्रीराम के नारे लगाए। मामले में कथित तौर पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के शामिल होने का आरोप है। इससे पहले गुरुग्राम के सेक्टर 47 में भी इसी तरह की घटना हुई थी जब सरकारी जमीन पर खुले में अदा की जा रही नमाज को रोकने की मांग की गई थी। शुक्रवार को हुई घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों की नमाज की तैयारी के दौरान बड़ी संख्‍या में पुलिस को देखा जा सकता है। वीडियो में दर्जनों पुलिसकर्मी पीले रंग के बैरिकेड के पीछे खड़े हैं। ये विरोध कर रही भीड़ को रोक रहे थे। भीड़ से बार-बार 'जय श्रीराम' के नारे लगाए जा रहे थे। पुलिस की ओर से आश्‍वास दिए जाने के बाद ही भीड़ घटनास्थल से हटी। विरोध करने वालों में भाजपा के पूर्व नेता भी शामिल नमाजियों का विरोध करने वालाें में भाजपा के एक पूर्व स्थानीय नेता के भी शामिल होने की खबर है। कुलभूषण भारद्वाज एक वकील हैं, जिन्‍हें पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए देखा जा सकता है। भारद्वाज ने जामिया-मिलिया में हुई हिंसा के दौरान उस शूटर का भी केस लड़ा था, जिसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। गुरुग्राम पुलिस ने सांप्रदायिक भाषण देने के आरोप में भी उसे गिरफ्तार किया था। प्रशासन ने खुद दी थी नमाज की इजाजत जिस जगह को लेकर विवाद हुआ, वह खुद जिला प्रशासन ने ही नमाज के लिए अलॉट किया है। 2018 में इसी तरह की घटना के सामने आने के बाद हिंदू और मुस्लिमों के बीच बातचीत के बाद यह स्‍थल तय किए गए थे। समाचार एजेंसी ANI ने पिछले सप्‍ताह ACP अमन यादव के हवाले से बताया था कि स्थानीय लोगों के बीच इस मामले में कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/priyanka-gandhi-and-akhilesh-yadav-in-same-flight-face-off-on-129048551.html,फ्लाइट में मिले अखिलेश-प्रियंका:,"फ्लाइट में मिले अखिलेश-प्रियंका:दिल्ली से लखनऊ आते वक्त आमना-सामना हुआ तो मुस्कुराए, फिर बैठे और बातचीत की लखनऊ विस्तारा की दिल्ली-लखनऊ फ्लाइट में अखिलेश यादव और प्रियंका का हुआ आमना-सामना। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बीच शुक्रवार को बातचीत हुई। दोनों एक फ्लाइट से दिल्ली से लखनऊ आ रहे थे। फ्लाइट में आमना-सामना हुआ तो एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराए। फ्लाइट में मौजूद लोगों ने बताया कि अखिलेश और प्रियंका ने बातचीत भी की। बताया जा रहा है कि अखिलेश शुक्रवार को ही दिल्ली पहुंचे थे। दिल्ली में समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात भी की थी। इसके बाद लखनऊ लौट रहे थे। सपा और कांग्रेस का गठबंधन? अखिलेश और प्रियंका की मुलाकात के बाद राजनीतिक हलके में कई सवाल उठ रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि क्या 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन होगा? यह सवाल सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। 2017 में अखिलेश और राहुल आए थे साथ 2017 के विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी यूपी में कांग्रेस का चेहरा थे। उन्होंने सपा के साथ गठबंधन किया तो चुनावी फिजा में 'यूपी को ये साथ पसंद है' नारा गूंजा था। अखिलेश और राहुल ने लखनऊ में रथयात्रा निकाली थी। हालांकि चुनाव में खास फायदा नहीं हुआ। भाजपा को 304 सीटें मिलीं। गठबंधन को महज 54 सीटों से संतोष करना पड़ा। चुनाव बाद गठबंधन टूट गया था। बावजूद इसके दोनों पार्टियों के नेता कभी एक-दूसरे पर ज्यादा हमलावर नहीं हुए। प्रियंका के बयान पर अखिलेश ने जताई थी नाराजगी हाल ही में लखीमपुर हिंसा के बाद जब पत्रकारों ने अखिलेश यादव से सवाल किया कि प्रियंका गांधी का दावा है कि यूपी में सपा-बसपा जमीन पर संघर्ष नहीं कर रही है? इस पर अखिलेश भड़क उठे। उन्होंने कहा कि प्रियंका कमरे में बंद थीं, इसलिए उन्हें नहीं पता।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/bihar-patna-gandhi-maidan-serial-blast-case-2013-preparation-for-fidayin-attack-on-narendra-modi/1895951/,"नरेंद्र मोदी को मानव बम बन उड़ाने की थी साज़िश: बम बनाने का उस्ताद है हैदर उर्फ ब्लैक ब्यूटी, पेड़ में जैकेट टांग रिमोट से उड़ा कर किया था ट्रायल","2013 में पटना के गांधी मैदान में भाजपा की हुंकार रैली में सिलसिलेवार बम ब्लास्ट हुए थे। इस मामले में 27 अक्टूबर को पटना की NIA कोर्ट ने 10 में से 9 आरोपियों को दोषी करार दिया है। वहीं एक आरोपी को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है। बता दें कि जिस वक्त ब्लास्ट हुआ था उस वक्त तत्कालीन एनडीए के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अपना भाषण दे रहे थे। बता दें कि इन धमाकों में आतंकियों के निशाने पर नरेंद्र मोदी थे और उन्हें मानव बम से उड़ाने की प्लानिंग थी। आतंकियों ने इसकी पूरी तैयारी कर रखी थी। इस प्लानिंग में बम से लैस जैकेट को पहनकर आतंकियों का नरेंद्र मोदी के पास जाना और उन्हें उड़ा देना शामिल था। इसके लिए रांची में ध्रुवा डैम के पास सिथियो गांव में दो बार मानव बम का ट्रायल भी किया गया था। ट्रायल के दौरान आतंकियों ने चमड़े का जैकेट बनाकर उसमें बम लगाया था। इसके बाद उसे खजूर के पेड़ में लटका दिया था। इसके बाद दो बार रिमोट का बटन दबाकर जैकेट को उड़ाने का ट्रायल किया गया था। हालांकि आतंकियों की यह कोशिश सफल नहीं हो पाई और 27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान में ब्लास्ट की प्लानिंग अंतिम समय में बदलनी पड़ी। बता दें कि इस मामले में हैदर अली, मुजीबुल्लाह, अंसारी नुमान, अंसारी उमर सिद्दीकी, अजहरुद्दीन कुरैशी, फखरुद्दीन, अहमद हुसैन, इम्तियाज अंसारी, इफ्तेखार आलम और फिरोज असलम को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें झारखंड का रहने वाला हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी बम बनाने में माहिर है। ये आतंकी जिहाद के नाम पर झारखंड और छत्तीसगढ़ की जंगलों में मीटिंग करते थे। जिसमें सिमी के लोग शामिल हुए थे। बता दें कि इस मामले में दोषी करार दिए गये लोगों की सजा पर अदालत एक नवंबर को फैसला देगी। गौरतलब है कि सिलसिलेवार हुए इन धमाकों में कुल 6 लोगों की मौत हुई थी और 89 लोग घायल हुए थे। इस घटना के ठीक 8 साल बाद अब NIA की विशेष अदालत ने अपना फैसला सुनाया है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/sedition-law-will-be-invoked-against-those-celebrating-the-victory-of-pakistan-clears-up-bjp-cm-yogi-adityanath/1895942/,PAK की जीत का जश्न मनाने वालों पर होगा देशद्रोह का केस- यूपी CM ने किया साफ,"बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वालों के खिलाफ देशद्रोह का केस होगा। सीएम ने ऐसे लोगों पर देशद्रोह का केस दर्ज किए जाने के निर्देश भी दे दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालाय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान का हवाला देते हुए समाचार एजेंसी ANI ने बताया, “24 अक्टूबर को भारत-पाक मैच में पाकिस्तान की जीत के जश्न में पड़ोसी मुल्क समर्थित नारेबाजी के मामले में यूपी पुलिस ने पांच जिलों के सात लोगों पर आरोप लगाया है, जबकि चार को हिरासत में लिया गया है।” दरअसल, T-20 World Cup में भारत के पाकिस्तान से हारने के बाद सूबे के कुछ जिलों में कथित तौर पर देश विरोधी नारेबाजी हुई थी। ‘ताज नगरी’ में तीन J&K स्टूडेंट्स पर केसः पाक की जीत पर जश्न मनाने के आरोपी तीन कश्मीरी छात्रों के खिलाफ के आगरा में मुकदमा दर्ज हुआ। आगरा के कॉलेज में पढ़ने वाले इन छात्रों को हंगामे के बाद प्रबंधन ने निलंबित भी कर दिया। आरबीएस इंजीनियरिंग टेक्निकल कैंपस में कश्मीर के तीन छात्रों ने कथित तौर पर पाक की जीत पर खुशी जाहिर की थी। आरोप है कि छात्रों ने व्हाट्सएप पर स्टेट्स लगाकर पाकिस्तान की जीत का समर्थन करते हुए देश विरोधी नारेबाजी भी की। PAK के समर्थन में स्टेटस पर टीचर की गई नौकरी, अरेस्टः वहीं, राजस्थान के उदयपुर में रविवार को पाक की जीत पर खुशी जताते हुए व्हाट्सऐप संदेश पोस्ट करने वाली एक अध्यापिका को स्कूल से उसके निष्कासन के बाद बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। नीरजा मोदी स्कूल की टीचर नफीसा अटारी ने पाक खिलाड़ियों की तस्वीर के साथ “जीत गए …हम जीत गए” कहते हुए स्टेटस अपडेट किया था। J&K में भी हुई दो की गिरफ्तारीः उधर, जम्मू-कश्मीर के सांबा में भी दो और लोगों को मैच के बाद पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया। पुलिस ने इससे पहले श्रीनगर के करण नगर के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और एसकेआईएमएस के छात्रावास में रह रहे कुछ मेडिकल छात्रों के खिलाफ सख्त गैर कानूनी (निषेध) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया था। यह ऐक्शन सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद किया, जिसमें स्टूडेंट और अन्य पाक की जीत का जश्न मनाने के साथ आपत्तिजनक नारेबाजी करते दिखे थे। ‘SP, BSP और Congress कभी न होने देतीं मंदिर निर्माण’: यूपी सीएम ने बुधवार को यह भी कहा कि अगर सपा, बसपा या कांग्रेस सत्ता में होतीं तो अयोध्या में राम मंदिर कभी न बनने देतीं। गोंडा में 1132 करोड़ रुपए की 144 विकास योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के बाद वह बोले, “जो लोग पहले भगवान राम के अस्तित्व को नकारते थे, वे आज भगवान राम को अपना बता रहे हैं।” उन्होंने इसके साथ ही आतंकवाद को कांग्रेस की देन करार दिया।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/bihar-tarapur-assembly-seat-by-poll-rjd-caste-move-jdu-nitish-kumar-and-nda-in-tension/1895821/,"तारापुर उपचुनावः आरजेडी की जाति वाली चाल से टेंशन में जेडीयू और एनडीए, लालू ने और मुश्किल कर दिया चुनाव","बिहार की दो विधानसभा सीटों(तारापुर और कुशेश्वरस्थान) पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होगा। ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बुधवार को तारापुर में चुनावी सभा की। लालू यादव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “मैं नीतीश कुमार की सरकार का विसर्जन करने के लिए आया हूं। जिसे तेजस्वी ने शुरू किया और अब मैं इसे पूरा करने आया हूं।” बता दें कि लगभग तीन साल बाद लालू यादव पटना वापस आए हैं। चुनावी सभा में वो अपने पुराने अंदाज में नजर आए। लालू की चुनावी सक्रियता ने इस उपचुनाव में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की परेशानी और बढ़ा दी है। वहीं जनसभा में लालू यादव ने नीतीश कुमार को रोजगार के मामले पर घेरते हुए कहा कि सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। दरअसल 2020 विधानसभा चुनाव में तारापुर सीट जदयू की झोली में आई थी। लेकिन इसी साल अप्रैल में विधायक मेवालाल चौधरी की मौत के बाद हो रहे उपचुनाव में एनडीए इसे फिर से अपने पास रखना चाहती है। इसको लेकर भाजपा और जदयू की तरफ से तमाम दिग्गज नेताओं की फौज प्रचार के लिए लगाई गई है। हालांकि इस सीट को अपने पास बरकरार रखना एनडीए के लिए इतना आसान नहीं होगा। कुछ ऐसा है जातीय समीकरण: दरअसल, इस उपचुनाव में लालू यादव ने वैश्य उम्मीदवार को टिकट देकर भाजपा और जदयू के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। वहीं इस विधानसभा की बात करें तो यहां यादव मतदाताओं की संख्या 50,000 से अधिक हैं। इसके बाद 45,000 कुशवाहा और 30,000 वैश्य मतदाता शामिल हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में 20,000 से अधिक मुस्लिम और अपर कास्ट के 30,000 लोग और 10,000 पासवान हैं। राजद का आधार वोट जहां यादव माने जाते हैं तो वहीं पार्टी द्वारा वैश्य उम्मीदवार बनाए जाने से यहां लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है। बता दें कि राजद के उम्मीदवार को 2020 के चुनावों में केवल 7,000 से पराजय झेलनी पड़ी थी। ऐसे में भाजपा और जदयू इस सीट को निकालने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। वहीं बुधवार को अपनी रैली में लालू यादव ने जातिगत जनगणना का भी मुद्दा उठाया और कहा कि इस पर लंबी लड़ाई छेड़नी है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर जब जानवरों की गिनती हो सकती है तो इंसानों की गिनती और पिछड़ी जाति के लोगों की गिनती कराने में क्या परेशानी है? बता दें कि लालू यादव 6 साल बाद किसी चुनाव प्रचार में उतरे हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/sbsp-chief-om-prakash-rajbhar-said-as-much-as-bjp-spends-in-two-months-our-fraternity-would-drink-alcohol-in-a-month/1895815/,"जितना BJP दो माह में करती है खर्च, उतने की एक महीने में दारू पी जाते हैं हमारे बिरादर – राजभर का बयान","चुनावी मौसम के करीब आने के साथ ही नेताओं के बोल और गठजोड़ तथा एक-दूसरे के खिलाफ सियासी टिप्पणी करने का दौर भी जोर पकड़ता जा रहा है। इसकी वजह से एक नेता कुछ बोलता है तो दूसरी पार्टी की ओर से नया बयान आ जाता है। पूरे देश की नजर अब यूपी चुनाव की ओर लगी हैं। यूपी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी से गठजोड़ किया है। उन्होंने बुधवार को अपनी पार्टी के 19वें स्थापना दिवस पर मऊ में आयोजित महापंचायत में सत्तारूढ़ बीजेपी पर तंज कसा। कहा कि, “जितना भारतीय जनता पार्टी दो महीने में खर्चा करती है, उतना एक महीने में हमारे बिरादर खाली दारू पी जाते हैं।” खास बात यह है कि उन्होंने जब यह बात बोली उस वक्त मंच पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेताओं के साथ मंच साझा करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि 2017 में जिस दरवाजे से भाजपा सत्ता में आई थी, उसे एसबीएसपी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बंद कर दिया है। इस मौके पर सपा नेता अखिलेश यादव गले में सुभासपा का पीला गमछा डाले हुए थे। उन्होंने कहा, “आज लाल और पीले लोग इकट्ठा हो गए हैं, लेकिन हमें देखकर न जाने कहां कौन लाल-पीला हो रहा होगा। अगर बंगाल में कुछ हुआ है तो यहां के लोग भी भाजपा को चुनाव में खदेड़ा करके दिखाएंगे।” यूपी चुनाव से पहले SP-SBSP में बनी बात: उत्तर प्रदेश के चुनाव से ठीक पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच गठजोड़ को लेकर सहमति बन गई। इसकी वजह से दोनों दल अब साथ-साथ चुनाव लड़ेंगे। अगले कुछ दिनों में सीटों को लेकर भी समझौता होने की उम्मीद है। पूर्वांचल में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का बड़ा जनाधार है। मंत्री ने कहा- मुख्तार अंसारी गठबंधन के सूत्रधारः इस बीच उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को समाजवादी पार्टी (सपा) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के गठबंधन का ‘‘सूत्रधार’’ करार दिया और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर आतंकवादी संगठनों से धन हासिल करने का आरोप लगाया। शुक्ला ने बुधवार को बलिया में संवाददाताओं से बातचीत में सपा और सुभासपा के गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी ही इन दोनों दलों के गठबंधन के सूत्रधार हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भले ही अपनी महापंचायत में बिरादर के दारू पीने की बात कही है, लेकिन उसी महापंचायत में मौजूद कई महिला वक्ताओं ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग करते हुए कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में महिलाओं को इसकी वजह से तरह-तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ता है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/pegasus-spyware-case-bjp-pm-led-nda-govt-get-shock-from-sc-on-three-fronts-this-case-between-ram-jethmalani-and-narendra-modi-government-is-showing-the-way/1895784/,"पेगासस केसः तीन मोर्चों पर SC से केंद्र को झटका, राम जेठमलानी और मोदी सरकार के बीच का यह केस दिखा रहा ‘राह’","अपूर्वा विश्वनाथ की रिपोर्ट। पेगासस जासूसी केस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार को सुप्रीम कोर्ट से तीन मोर्चों (नागरिकों के निजता के अधिकार, प्रेस एवं अभिव्यक्ति की आजादी और राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा) पर झटका लगा है। बुधवार (27 अक्टूबर, 2021) को अदालत ने इजराइली स्पाईवेयर ‘पेगासस’ के जरिए भारत में कुछ लोगों की कथित तौर पर जासूसी के मामले की जांच के लिए एक्सपर्ट्स की तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया। कोर्ट इसके साथ ही बोला, “सरकार हर बार राष्ट्रीय सुरक्षा की दुहाई देकर बच नहीं सकती। उसके द्वारा उसकी दुहाई देने मात्र से कोर्ट ‘‘मूक दर्शक’’ बना नहीं रह सकता और इसे ‘हौवा’ नहीं बनाया जा सकता, जिसका जिक्र होने मात्र से कोर्ट खुद को केस से दूर कर ले।” बेंच ने बताया कि उसका हस्तक्षेप “राजनीतिक बयानबाजी में लिए जाने के बगैर” संवैधानिक आकांक्षाओं और कानून के शासन को बनाए रखने के लिए है। रोचक बात है कि इस मामले में जाने-माने वकील राम जेठमलानी और मोदी सरकार के बीच का यह केस ‘राह’ दिखाता नजर आया। दरअसल, याचिकाकर्ताओं के लगाए आरोपों पर विस्तृत प्रतिक्रिया दर्ज करने से सरकार के इन्कार पर कोर्ट ने काला धन राम जेठमलानी बनाम भारत संघ के मामले पर साल 2011 के ऐतिहासिक फैसले का हवाला देते कहा, “जब नागरिकों के मौलिक अधिकार के खतरे में हों, तब सरकार को प्रतिकूल स्थिति नहीं लेनी चाहिए।” कोर्ट ने आगे कहा, “याचिकाकर्ताओं और राज्य से सूचना का यह मुक्त प्रवाह, अदालत के समक्ष एक रिट कार्यवाही में, सरकारी पारदर्शिता और खुलेपन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हमारे संविधान के तहत मनाए गए मूल्य हैं।” केंद्र ने स्पाइवेयर खरीदा था या नहीं? इस मसले पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने एक विस्तृत हलफनामा दायर करने या यह जवाब देने से मना कर दिया था। टॉप कोर्ट ने इस बाबत मेहता के दिए राष्ट्रीय सुरक्षा के व्यापक तर्क को स्वीकार करने से भी इन्कार कर दिया। वास्तव में कोर्ट ने केंद्र को जवाबदेह ठहराने हुए टोका और कहा कि अब सरकार को अपना पक्ष रखना होगा। अदालत के मुताबिक, “जब संवैधानिक विचार (राज्य की सुरक्षा से संबंधित, या जब एक विशिष्ट क़ानून के तहत एक विशिष्ट प्रतिरक्षा) मौजूद हों तब बेशक प्रतिवादी केंद्र जानकारी देने से मना कर सकता है। हालांकि, यह राज्य पर निर्भर है कि वह न केवल विशेष रूप से इस तरह की संवैधानिक चिंता या वैधानिक प्रतिरक्षा की दलील दे, बल्कि उन्हें हलफनामे पर अदालत में इसे साबित और उचित भी ठहराए।” यही नहीं, कोर्ट ने अपनी जांच बिठाने से जुड़ी सरकार की याचिका को भी खारिज कर दिया। कहा, “इस तरह की कार्रवाई पूर्वाग्रह के खिलाफ स्थापित न्यायिक सिद्धांत का उल्लंघन करेगी यानी, ‘न्याय न केवल किया जाना चाहिए, बल्कि होते हुए दिखना भी चाहिए’।” निजता के अधिकार का हवाला देते हुए कोर्ट बोला कि “निजता पत्रकारों या सामाजिक कार्यकर्ताओं की एकमात्र चिंता नहीं है।” आगे कहा, “कानून के शासन द्वारा शासित एक लोकतांत्रिक देश में, संविधान के तहत कानून द्वारा स्थापित प्रक्रिया का पालन करके, पर्याप्त वैधानिक सुरक्षा उपायों के अलावा व्यक्तियों पर अंधाधुंध जासूसी की अनुमति नहीं दी जा सकती है।”",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/entertainment/times-now-navbharat-navika-kumar-the-kapil-sharma-show-comedy-show-there-was-only-one-chair-left-for-sidhu-sambit-patra-started-taking-a-pinch-by-taking-the-name-of-archana-puran-singh-users-also-star/1895789/,सिद्धू के लिए अब एक ही कुर्सी बची है- संबित पात्रा से किया गया सवाल तो अर्चना पूरण सिंह का नाम लेकर ऐसे लेने लगे चुटकी,"पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ पर नाविका कुमार की लाइव डिबेट में पंजाब के सियासी हालात पर चर्चा चल रही थी। इस दौरान नाविका ने संबित पात्रा से नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर एक सवाल पूछ लिया। इसके जवाब में पात्रा ने द कपिल शर्मा शो की जज अर्चना पूरण सिंह का नाम लेकर चुटकी लेने लगे। नाविका कुमार ने कहा- ‘संबित पात्रा, आपसे एक सवाल पूछना चाहती हूं, वो पंजाबी में एक कहावत है- ‘शादी एक ऐसा लड्डू है जेड़ा खाए ओह वि पछताए जे ना खाए ओह वि पछताए।’ गरेवाल साहब ने अभी कहा ‘हाय मेरी तौबा’। तो ये सिद्धू जी कुछ ऐसे नहीं हो गए हैं क्या? आपने पहले शादी की उनसे… आप पछता रहे हो। अब कांग्रेस ने की, अब वो पछता रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने थोड़ा बहुत मिलने जुलने की कोशिश की वो पछता रहे हैं। ये सिद्धू कौन सा फॉर्मूला है? आपको पहले नहीं पता चला था? बाद में पता चला कि इस लड्डू में क्या है? इस पर पात्रा ने जवाब दिया- ‘देखिए नाविका जी, ये सब कुछ सिद्धू जी के बारे में सुनने के बाद अर्चना पूरण सिंह के उपर तरस आता है। बेचारी अर्चना पूरण सिंह की कुर्सी जो है वो खतरे में है। ऐसा न हो आप और बीजेपी से तो गए अकाली वाले तो बोल ही रहे थे, कांग्रेस तो खत्म हो जाएगी। तो अब एक ही कुर्सी बची है। उसमें तो हमारी अर्चना बहन बैठी हुई हैं, अब उनको हटा कर कहीं सिद्धू न बैठ जाएं। बहरहाल सिद्धू जहां हैं वहीं ठीक हैं, उन्हें वहीं रहने दीजिए।’ पात्रा ने आगे कहा- ‘मैं गंभीर विषय पर यहां चर्चा को लाता हूं। आप देखिए, यहां किसान बिल के बारे में भी चर्चा हुई। पंजाब किसानों के बारे में बहुत सेंसेटिव भी रहा है। अब चूंकि कैप्टन साहब इसमें अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं। मैं यहां पर एक सवाल करता हूं कि टिकैत ज्यादा चलेंगे पंजाब में या कैप्टन चलेंगे। क्योंकि कुछ पॉलिटिकल पार्टीज ऐसी हैं जो टिकैत के नेतृत्व को किसानों का नेतृत्व मानती है, उनमें से एक कांग्रेस है। अब जब कैप्टन साहब कह रहे हैं कि मैं इस विषय का नेतृत्व करना चाहता हूं तो अब ये देखना है कि जो पॉलिटिकल पार्टीज टिकैत को अपना नेता मानती हैं और कैप्टन साहब को अपना दुश्मन मानती हैं, क्या इसका असर पंजाब में रहेगा! ये बहुत महत्वपूर्ण विषय होने वाला है।’ बता दें, हाल ही में सिद्धू ने भी पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर पर निशाना साधते हुए कहा था कि पंजाब के राजनीतिक इतिहास में आपको एक जयचंद के रूप में याद किया जाएगा। आप वास्तव में एक दगा हुआ कारतूस हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/union-minister-ramdas-athawale-support-sameer-wankhede-after-ncp-leader-nawab-malik-allegation-against-ncb-zonal-director-tv-debate/1895679/,"केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले बोले समीर वानखेड़े दलित हैं इसलिए उसके साथ हो रहा गलत, एंकर ने कहा- आप सरकार में हैं तो मदद क्यों नहीं करते?","एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को लेकर विवाद गहराता ही जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक रोज उनके खिलाफ खुलासे पर खुलासे किए जा रहे हैं। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि समीर वानखेड़े दलित हैं, इसलिए उनके साथ गलत हो रहा है। टीवी 18 इंडिया पर चल रहे एक डिबेट में रामदास अठावले ने समीर वानखेड़े को लेकर एनसीपी पर हमला भी बोला। अठावले ने कहा- वो दलित समाज से हैं। उनके पिताजी का नाम ज्ञानदेव वानखेड़े है। उनके ऊपर आरोप लगाया जा रहा है कि उनके पिताजी का नाम दाऊद है, दाऊद तो पाकिस्तान में है। ये दाऊद इधर कैसे आ सकता है”। अठावले में आगे कहा कि लेकिन ये बात सच है कि उनके पिताजी की शादी एक मुस्लिम कम्यूनिटी की महिला के साथ हुई थी। तो उनको जानबुझ कर बदनाम करने की कोशिश हो रही है”। उन्होंने आगे समीर वानखेड़े का समर्थन करते हुए कहा कि वो बहुत एक्टिव अधिकारी हैं, दलित समाज से पढ़ाई करके वो इतने ऊपर, ऊंचे पद पर पहुंचे हैं। उनका सपोर्ट करना मेरी जिम्मेदारी है। ' मैं और मेरी पार्टी उनके साथ खड़ी है' – रामदास आठवले, केंद्रीय मंत्री#DeshNahinJhukneDenge @AmanChopra_ @RamdasAthawale pic.twitter.com/Tt8JMqoRva — News18 India (@News18India) October 27, 2021 उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले पर समीर वानखेड़े के साथ खड़ी है। इसके बाद एंकर अमन चोपड़ा ने कहा कि आप सरकार में हैं तो मदद क्यों नहीं करते। इससे पहले रामदास अठावले ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि शाहरुख खान, आर्यन खान को नशामुक्ति केंद्र भेज दें। एक महीने में आर्यन सही हो जाएंगे।। बता दें कि समीर वानखेड़े नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो की मुंबई इकाई के जोनल डायरेक्टर हैं। वह मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में एनसीबी की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन को 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। जांच शुरू होने के बाद से, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक इनपर लगातर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने समीर पर आरोप लगाया है कि क्रूज पर एनसीबी की छापेमारी ‘नकली’ थी और समीर वानखेड़े ने मालदीव की यात्रा के दौरान बॉलीवुड सितारों से पैसे वसूले थे। इससे पहले नवाब मलिक के दामाद समीर खान को एनसीबी ने ड्रग्स के एक मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/asaduddin-owaisi-slams-sheikh-rashid-statement-after-pak-win-against-india-in-wc-t20/1895692/,"क्रिकेट मैच में मिली जीत के बाद पाकिस्तान के मंत्री की टिप्पणी पर ओवैसी ने कसा तंज, अल्लाह का शुक्र है हमारे लोग उधर नहीं गए","पाक के गृहमंत्री शेख रशीद के बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमिन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसा है। क्रिकेट मैच में मिली जीत को इस्लाम की जीत बताने पर हैरानी जताते हुए ओवैसी ने पूछा कि आखिरकार इस्लाम का क्रिकेट मैच से क्या लेना देना। उन्होंने कहा कि इन पड़ोसियों को कुछ समझ नहीं आता है, अल्लाह का शुक्र है कि हमारे बुजुर्ग नहीं गए वहां (पाकिस्तान) पर, नहीं तो इन पागलों को हमें देखना पड़ता। पाकिस्तान के गृहमंत्री पर सीधा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि तुम्हे शर्म नहीं आती है, अपने मुल्क को चीन के पास गिरवी रखते हो और इस्लाम की बात करते हो। उस चीन को, जिसने 20 लाख मुसलानों को कैद में बंद कर दिया है, जिनको जबरन सुअर खिलाया जा रहा है। AIMIM सांसद ने पाकिस्तान का माखौल उड़ाते हुए कहा, तुम एक मलेरिया की दवा नहीं बना सकते, मोटरसाइकिल का टायर नहीं बना सकते, भारत बहुत आगे है इसलिए हमसे पंगा न लो। ओवैसी ने कहा कि क्रिकेट का जिक्र करते हुए कहा कि ये हमारे घर का मामला है, हम घर में समझ लेंगे हमें पाकिस्तान की नसीहत की जरूरत नहीं है। साथ ही क्रिकेटर की समर्थन करते हुए कहा कि मैं मोहम्मद शमी को गाली देने वालों से कहना चाहता हूं कि प्यारे, ऐसा बॉलर दोबारा नहीं मिलेगा। बताते चलें कि भारत रविवार को टी-20 विश्व कप के मैच में पाकिस्तान से हार गया था और शमी सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए थे जिन्होंने 3.5 ओवर में 43 रन लुटाए। ओवैसी ने इससे पहले भी शमी के समर्थन में टिप्पणी करते हुए कहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ मिली हार के बाद शमी की हो रही आलोचना से पता चलता है कि देश में मुसलमानों के खिलाफ कट्टरता और नफरत कितनी बढ़ गई है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने विश्व कप मैच में रविवार को भारत को 10 विकेट से हरा दिया। उसने अपने 13वें प्रयास में चिर प्रतिद्वंद्वी पर पहली जीत दर्ज की।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/senior-advocate-kts-tulsi-consumption-of-alcohol-tobacco-and-gutkha-is-allowed-by-paying-tax-then-b615/,"टैक्स देकर शराब, तंबाकू व गुटखा के सेवन की इजाजत है तो ड्रग्स की क्यों नहीं?, वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी ने कहा- ड्रग्स कम करते हैं जिंदगी का दर्द","टैक्स देकर गुटखा, शराब के सेवन की इजाजत है तो ड्रग्स पर क्यों नहीं?: केटीएस तुलसी राज्यसभा सांसद ने कहा कि कई बार ड्रग्स दवा के रूप में लेना होता है दिल्लीः ड्रग्स की खपत के आरोप में गिरफ्तार आर्यन खान इन दिनों सलाखों के पीछे हैं। कई तारीखें बीत गईं लेकिन शाहरुख खान के बेटे को जमानत नहीं मिली। इस बीच वरिष्ठ वकील व राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी ने कहा है कि ड्रग्स हर किसी के जिंदगी का हिस्सा है और कई मौकों पर ये जिंदगी के दर्द कम करते हैं। केटीएस तुलसी ने ड्रग्स के संतुलित सेवन की पैरवी की। उन्होंने कहा कि एनडीपीएस एक्ट 1985 में संशोधन होने चाहिए, क्योंकि इसमें कई बार लोगों का शोषण होता है। उन्होंने कहा, 'कम या अधिक मात्रा में ड्रग्स के इस्तेमाल को लेकर एनडीसीएस ऐक्ट का कई बार दुरुपयोग होता है। एनडीपीएस ऐक्ट में सुधार की जरूरत है। उन्होंने शराब, तंबाकू और गुटखा का जिक्र करते हुए कहा कि सब जानते हैं कि ये भी नुकसान पहुंचाता है। लेकिन टैक्स देकर इन ड्रग्स के सेवन की इजाजत है। तो ड्रग्स पर क्यों नहीं? राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, टैक्स कलेक्शन के बाद ड्रग्स के इस्तेमाल की इजाजत दी जाती है। कई बार ड्रग्स दवा के रूप में लेना होता है और यदि इसकी जरूरत पड़ती है तो इस्तेमाल को क्यों ना मंजूरी दे दी जाए।' गौरतलब है कि इन दिनों ड्रग्स का मुद्दा छाया हुआ है। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद ड्रग्स पार्टी में आर्यन की गिरफ्तारी ने ड्रग्स को एक बार फिर बहस में ला दिया है। कोर्डेलिया क्रूज शिप पर ड्रग्स पार्टी में आर्यन का नाम आया था जिसके बाद एनसीबी ने 3 अक्टूबर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ही वे न्यायिक हिरासत में हैं और मुंबई के आर्थर रोड जेल में बंद हैं। अबतक मामले में 20 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/blog/india/satya-pal-malik-criticising-narendra-modi-govt-and-why-he-is-doing-it-b408/,ब्लॉग: राज्यपाल के पद पर रहते हुए मोदी सरकार की आलोचना! 75 की उम्र में इतिहास रच रहे हैं सत्यपाल मलिक,"जब 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने 75 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों के लिए मंत्री पद पर प्रतिबंध लगाने की नीति पेश की, तो इससे लालकृष्ण आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा जैसे नेताओं को झटका लगा था. लेकिन इतिहास हमें बताता है कि 70 पार की उम्र में कई लोगों के जीवन में ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ आते हैं जब वे राजनीतिक बियाबान में पहुंच जाते हैं, जबकि कुछ अन्य इतिहास रचते हैं. जयप्रकाश नारायण को देखिए जिन्होंने अपनी उम्र के सातवें दशक में भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार आंदोलन शुरू किया था. मोरारजी देसाई 70 पार की उम्र में गुजरात की भ्रष्ट चिमनभाई पटेल सरकार के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे थे. ऐसा लगता है कि मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक 24 जुलाई को 75 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद ज्यादा समझदार हो गए हैं. हालांकि वे मोदी-अमित शाह ही थे, जिन्होंने मलिक को अगस्त 2018 में यूपी में उनकी सेवाओं के लिए जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल का पद देकर पुरस्कृत किया था. वे सिद्धांतवादी राममनोहर लोहिया के शिष्य, मूलत: धर्मनिरपेक्ष और स्वर्गीय चरण सिंह के विश्वासपात्र हैं. मोदी-शाह की टीम ने मलिक को जम्मू-कश्मीर के नेताओं के बीच यह धारणा बनाने के लिए भेजा कि वे समाधान खोजने के लिए आए हैं. हकीकत में लेकिन दोनों गुपचुप तरीके से धारा 370 को खत्म करने का काम कर रहे थे. जब जम्मू-कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश में बदल दिया गया तो मलिक को कुछ महीनों के भीतर ही गोवा और बाद में मेघालय भेज दिया गया. लेकिन 70 पार के एक ऐसे व्यक्ति के व्यक्तित्व का गलत अनुमान लगाया गया जो आडवाणी या जोशी नहीं हैं. आहत और अपमानित मलिक ने इतिहास के पन्ने पलटने का फैसला किया और ऊंचे स्थानों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने कुछ सबूतों के साथ अंबानी, गोवा के मुख्यमंत्री और आरएसएस महासचिव राम माधव का भी नाम लिया. वे दिल्ली में मेघालय हाउस में डेरा डाल कर उसी सरकार के खिलाफ मीडिया को एक के बाद एक साक्षात्कार देने लगे जिसने उन्हें नियुक्त किया था. वे देश में जहां कहीं भी बुलाया जाता है, वहां जाकर एक के बाद एक रैलियों को संबोधित कर रहे हैं, और वह भी बिना राष्ट्रपति की मंजूरी लिए, जो कि जरूरी है. उनका कहना है कि उनके पास डेढ़ कमरे का अपार्टमेंट और पांच कपड़े हैं. उन्होंने टीवी पर कहा, ‘कोई भी मुझे छू नहीं सकता, भले ही वह सीबीआई और ईडी हो.’ मोदी सरकार को समझ नहीं आ रहा कि वह क्या करे. कहा जाता है कि वे अमित शाह की पसंद थे जब वे भाजपा अध्यक्ष थे और मोदी ने उन्हें पुरस्कृत किया. लेकिन अब दोनों उन्हें बर्खास्त करने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे हैं. मलिक राज्यपाल पद के अपने वर्तमान लाभों का आनंद ले रहे हैं और साथ ही खुले तौर पर सत्ता प्रतिष्ठान की आलोचना कर रहे हैं. इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है. माहौल बनातीं प्रियंका कांग्रेस की यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी माहौल बना रही हैं. पिछले सप्ताह कांग्रेस कार्यसमिति के कुछ सदस्यों ने उनकी भारी प्रशंसा की. लोकसभा में कांग्रेस नेता द्वारा लखीमपुर खीरी में प्रियंका की साहसिक लड़ाई के लिए उनकी प्रशंसा के साथ इसकी शुरुआत हुई. सीडब्ल्यूसी के कुछ अन्य सदस्य भी इसमें शामिल हुए. वे न केवल सही आवाज उठा रही हैं बल्कि यूपी में भाजपा को सीधी टक्कर दे रही हैं. चूंकि उनका बेटा यूके में पढ़ रहा है और बेटी यूएसए में है तथा पति अपनी दुनिया में व्यस्त हैं, वे दैनंदिन पारिवारिक झंझटों से लगभग मुक्त हैं. भाजपा को टक्कर देने के लिए उन्होंने हाल ही में लखनऊ शिफ्ट किया है. प्रियंका की स्वीकार्यता पार्टी में बढ़ गई है. हालांकि उन्होंने हाथरस सहित यूपी में कई लड़ाइयां लड़ीं, लेकिन उनका टर्निग पॉइंट लखीमपुर खीरी में आया, जब उन्हें जेल में डाल दिया गया और योगी सरकार को अपनी गलती स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा. यह अलग बात है कि कांग्रेस ने अभी तक पार्टी कार्यकर्ताओं की फौज नहीं बनाई है. हाथरस हो या लखीमपुर खीरी, राहुल तभी जाते हैं जब प्रियंका को समर्थन मिलने लगता है. प्रियंका को सार्वजनिक रूप से मोदी-शाह-योगी की आलोचना के लिए जाना जाता है और उनका जनसंपर्क राहुल गांधी से कहीं बेहतर है. यहां तक कि उनका नवजोत सिद्धू का जुआ भी रंग लाया क्योंकि उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने के लिए पीसीसी प्रमुख का इस्तेमाल किया, जिन्हें राहुल गांधी महीनों तक बर्खास्त नहीं कर पाए थे. यह अलग बात है कि सिद्धू बार-बार असंतोष जता रहे हैं और बयानबाजी कर रहे हैं. वे असंतुष्ट हैं क्योंकि उन्हें बदले में कुछ नहीं मिला और शायद वे पंजाब के मुख्यमंत्री भी कभी नहीं बन सकेंगे.",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/asaduddin-owaisi-reply-on-sheikh-rasheed-victory-of-islam-comment-after-t20-world-cup-match-b408/,"असदुद्दीन औवेसी ने पाकिस्तानी रक्षामंत्री शेख रशीद को कहा 'पागल',T20 World Cup में पाकिस्तान की जीत पर रशीद के बयान पर भड़के AIMIM चीफ","असदुद्दीन ओवैसी ने शेख रशीद के बयान पर कहा कि क्रिकेट का भला इस्लाम से क्या लेना-देना है। ओवैसी ने रशीद को 'पागल' भी करार दिया और कहा कि अच्छा है हमारे बुजुर्ग पाकिस्तान नहीं गए। पाकिस्तानी मंत्री शेख रशीद ने इससे पहले पाकिस्तान की जीत को इस्लाम की जीत बताया था। मुजफ्फरनगर: पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद की ओर से टी20 वर्ल्ड कप मैच में पाकिस्तान की भारत के खिलाफ जीत को 'इस्लाम की जीत' बताने वाले बयान पर एआईएमआईएफ चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जवाब दिया है। यूपी के मुजफ्फरनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने शेख रशीद को 'पागल' भी बोल दिया। ओवैसी ने इस रैली में कहा कि इस्लाम का भला क्रिकेट मैच से क्या लेना देना है? उन्होंने कहा, 'अल्लाह का शुक्र है कि हमारे बुजुर्ग पाकिस्तान नहीं गए, नहीं तो हमें इन पागलों को देखना पड़ता।' ""A minister of our neighbouring country said that Pakistan's win against India in the #T20WorldCup match was a victory for Islam...What does Islam have to do with cricket matches?"": AIMIM chief Asaduddin Owaisi in Muzaffarnagar (27.10) pic.twitter.com/MV8Qz15ci8 — ANI UP (@ANINewsUP) October 27, 2021 गौरतलब है कि शेख रशीद का एक बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने पाकिस्तान टीम की जीत को इस्लाम से जोड़ दिया था। उन्होंने ये भी कहा था कि पाकिस्तान टीम के साथ भारतीय सहित दुनिया भर के मुसलमानों के जज्बात थे। वर्ल्ड कप मैच के बाद पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी चुटकी ली थी और कहा था कि भारत के साथ रिश्ते सुधारने का ये सही समय नहीं है। उन्होंने कहा था, 'मुझे पता है कि पिछली रात पाकिस्तान से क्रिकेट मैच में हार के बाद ये भारत से बातचीत का सही समय नहीं है लेकिन मैं कल्पना करता हूं...अगर किसी तरह हम मुद्दों को सुलझा सकें। एक ही मुद्दा है और वह कश्मीर है।' बता दें कि आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में 24 अक्टूबर को भारत को पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से हार मिली थी। हालांकि ये पहली बार था जब पाकिस्तान ने किसी वर्ल्ड कप मैच में भारत को हराया। इससे पहले पांच बार टी20 वर्ल्ड कप में दोनों टीमें भिड़ी थी और हर बार भारत विजयी रहा था। वहीं वनडे फॉर्मेट में भी 7 बार भारत ही विजयी रहा था।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/bihar-by-election-sonia-gandhi-phone-lalu-yadav-rjd-congress-alliance-will-remain-intact-b507/,"बिहार उपचुनावः सोनिया गांधी एक फोन से लालू यादव को मनाया, आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन रहेगा बरकरार","बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के इस ऐलान से दोनों दलों में तल्खी बढ़ गई थी। राजद और कांग्रेस के बीच विवाद का कारण बनी। महागठबंधन पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव में हुई ‘‘बेईमानी’’ के कारण बहुमत से पीछे रह गया था। नई दिल्लीः बिहार में कांग्रेस और आरजेडी के बीच गठबंधन में आयी दरार को भरने के लिये कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी एक फोन ने जादुई करिश्मा दिखाते हुए आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव की नाराज़गी को पल भर में दूर कर दिया। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बुधवार को सोनिया गांधी से फोन पर बात करने का दावा करते हुए कांग्रेस के प्रति नरम रुख के संकेत दिए। सूत्रों के अनुसार सोनिया ने लालू को फोन करने का फैसला उस समय लिया, जब प्रदेश अध्यक्षों और राज्यों के प्रभारियों की बैठक में भक्त चरण दास तथा राज्य के नेताओं ने आरजेडी से गठबंधन तोड़ने की मांग उठाई। सोनिया ने इस मांग पर बैठक में तो कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन बैठक के बाद उन्होंने सीधे लालू से बात करने का फ़ैसला लिया। पार्टी सूत्र बताते हैं कि सोनिया का लालू को फ़ोन पहुंचते ही लालू के तेवर बदल गये तथा उन्होंने सोनिया को सलाह दी कि भाजपा की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिये वो तुरंत समान विचारों वाले दलों की बैठक बुलाएं, ताकि एक मज़बूत विकल्प देश के सामने रखा जा सके। प्राप्त खबरों के अनुसार कांग्रेस -आरजेडी के बीच गठबंधन बना रहेगा। ऐसे भी संकेत मिले हैं कि सोनिया लालू की खातिर राज्य के कांग्रेस प्रभारी भक्तचरण दास को बदल कर किसी अन्य नेता को बिहार का प्रभार सौंप सकती हैं। आरजेडी और कांग्रेस के बीच असल विवाद उसी समय शुरू हो गया था। जब कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को पार्टी में शामिल किया, क्योंकि तेजस्वी और कन्हैया के बीच छत्तीस का आंकड़ा रहा है। विवाद उस समय और गहरा गया, जब आरजेडी ने तारापुर और कुशेश्वर उप चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतार दिये। मना जा रहा है कि सोनिया गांधी के फोन के बाद कांग्रेस -आरजेडी रिश्तों पर जमीं बर्फ पिघल रही है। उन्होंने मेरा हालचाल पूछा। मैंने उनसे कहा कि मैं ठीक हूं।’’ लालू ने कहा, ‘‘मैंने उनसे (गांधी) यह भी कहा कि आपकी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है। बड़ा दल (कांग्रेस) है। मैंने उनसे कहा कि सभी समान विचारधारा वाले दलों को एकत्र करके एक विकल्प (भाजपा का) बनाने के लिए बैठक बुलाएं।’’",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lakhimpur-kheri/news/dm-removed-after-25-days-of-lakhimpur-violence-hearing-on-bail-plea-of-ashish-mishra-today-129067994.html,मंत्री के बेटे की जमानत पर सुनवाई टली:,"मंत्री के बेटे की जमानत पर सुनवाई टली:आशीष की जमानत पर अब 3 नवंबर को सुनवाई होगी, डेंगू की वजह से फिलहाल अस्पताल में भर्ती है लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र की जमानत याचिका पर आज होने वाली सुनवाई टल गई है। अब अगली सुनवाई 3 नवंबर को होनी तय हुई है। बताते चलें कि 21 अक्टूबर को आशीष मिश्र की जमानत याचिका जिला जज की कोर्ट में दाखिल की गई थी। जिला जज मुकेश मिश्र ने सुनवाई के लिए आज 28 अक्टूबर की तारीख दी थी। अब 3 नवंबर को फैसला होगा कि आशीष जेल में रहेगा या बाहर आएगा। इससे पहले बुधवार की देर रात हिंसा के 25 दिन बाद जिले के DM डॉ. अरविंद चौरसिया का तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह सरकार ने IAS महेंद्र बहादुर सिंह को लखीमपुर की कमान सौंपी है। सरकार ने देर रात 10 IAS और 9 IPS के तबादले किए हैं। आशीष मिश्र को डेंगू है। उसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।- फाइल फोटो आशीष डेंगू से पीड़ित, चल रहा इलाज 9 अक्टूबर को पुलिस गिरफ्त में आए आशीष की जब SIT को दोबारा रिमांड मिली तो उसे डेंगू की पुष्टि हो गई। उसका इलाज जिला अस्पताल में ही चल रहा है। वहीं आशीष की शुगर भी बढ़ी हुई है। आशीष के वकील इस ग्राउंड पर भी जमानत के लिए जज से गुहार लगाएंगे। पांच आरोपियों की मिली है SIT को रिमांड बुधवार को कोर्ट से SIT को गिरफ्तार पांच अन्य आरोपियों की भी रिमांड मिल गई है। इनमें आरोपी सुमित जायसवाल, नंदन सिंह विश्रय, सत्यम त्रिपाठी और शिशुपाल को फिर से दो दिन के लिए रिमांड पर लेने के आदेश दिए हैं, जबकि एक अन्य आरोपी की तीन दिन की रिमांड मिली है। इन सभी को गुरुवार से पुलिस रिमांड पर लेगी। हिंसा में किसानों ने मंत्री की गाड़ी फूंक दी थी।- फाइल फोटो अब तक 13 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें मुख्य आरोपी आशीष मिश्र, अंकित दास, लतीफ उर्फ काले, शेखर, लवकुश, आशीष पांडेय, सुमित जायसवाल मोदी, सत्यम त्रिपाठी, नंदन सिंह, शिशुपाल शामिल हैं। लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा 3 अक्टूबर को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी और हिंसा भड़क गई थी। आरोप है कि हिंसा के दौरान किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। इसमें एक पत्रकार भी मारा गया था। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/sonipat/news/people-arrived-with-lakhbirs-family-at-singhu-border-mild-lathi-charge-by-police-as-tension-escalated-129065619.html,सिंघु बॉर्डर पर लखबीर के परिजनों के साथ पहुंचे लोग:,"सिंघु बॉर्डर पर लखबीर के परिजनों के साथ पहुंचे लोग:तनाव बढ़ने पर पुलिस का हल्का लाठीचार्ज, किसान मोर्चा बोला-BJP माहौल खराब कर रही सोनीपत सिंघु बॉर्डर पर बुधवार शाम को उस समय माहौल गरमा गया जब हिंद मजदूर किसान समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में लोग किसान आंदोलन स्थल की ओर बढ़ने लगा। इन लोगों में लखबीर सिंह के परिजन भी थे, जिसे गत 15 अक्टूबर को निहंगो ने बेअदबी का आरोप लगा मौत के घाट उतार दिया था। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इन लोगों पहले अलीपुर और फिर नरेला में रोक लिया। इस बीच अफवाह उड़ी कि सिंघु बॉर्डर पर किसानों पर लाठीचार्ज हुआ है। हालात को बदलता देख किसान मोर्चा ने वीरवार को अधिक से अधिक संख्या में किसानों को सिंघु बॉर्डर पहुंचने की अपील की। पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है। बॉर्डर पर हंगामा करते लोगों को रोकती पुलिस। बताया गया कि ये लोग ये लोग बॉर्डर पर स्थित गुरू तेग बहादुर स्मारक और जिस स्थान पर लखबीर सिंह की हत्या की गई थी, वहां जाना चाहते थे। कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे किसान संगठनों और इन लोगों में कोई विवाद न हो, इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई। बॉर्डर की तरफ आ रहे लोगों को पहले अलीपुर के पास रोका गया। यहां पुलिस द्वारा इन पर हल्का लाठीचार्ज किया गया। इससे अफवाह उड़ गई कि बॉर्डर पर किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। बाद में किसान संयुक्त मोर्चा ने स्पष्ट किया कि किसानों पर कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ है। बॉर्डर से कूछ दूरी पर डटे हिंद मजदूर किसान समिति के बैनर तले दिल्ली पहुंचे लोगों में लखबीर सिंह के परिजन भी है। उन्हें फिलहाल नरेला में राजा हरिशचंद्र अस्पताल के पास पुलिस ने रोका हुआ है। यह स्थान किसान आंदोलन स्थल से दो किलोमीटर दूर है। जिसे देखते हुए तनाव का माहौल है। इस बीच भाकियू नेता सौरभ उपाध्याय ने ट्वीट किया कि भाजपा अपने एक गुंडे को आगे करके सिंघु बॉर्डर पर हिंसा कराना चाहती है। भाकियू नेता सौरभ उपाध्याय का ट्वीट। बॉर्डर पर हिंसा करने आए : डा. दर्शनपाल बॉर्डर पर हंगामे के आसार को देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा भी सचेत हो गया है। मोर्चा के सदस्य और वरिष्ठ किसान नेता डा. दर्शनपाल ने देर सायं एक वीडियो जारी कर सिंघु बॉर्डर पर चल रहे हालात पर जानकारी दी। वीडियो में किसान नेता ने पूरे प्रकरण को भाजपा-आरएसएस का एजेंडा बताते हुए किसानों ने वीरवार को भारी संख्या में सिंघु बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसानों पर कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ। इन लोगों का किसानों से कोई संबंध नहीं है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/aimim-chief-asaduddin-owaisi-over-pakistan-minister-sheikh-rashid-on-india-vs-pak-match-in-muzaffarnagar-129068003.html,पाकिस्तान के गृह मंत्री को ओवैसी का जवाब:,"पाकिस्तान के गृह मंत्री को ओवैसी का जवाब:मुजफ्फरनगर में बोले- इस्लाम का क्रिकेट से क्या लेना-देना, मिनिस्टर पागल है बेचारा लखनऊ AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद को मुंहतोड़ जवाब दिया है। ओवैसी ने कहा कि हमारे पड़ोसी मुल्क का एक मिनिस्टर पागल है बेचारा। उसने क्रिकेट में भारत से मिली जीत को इस्लाम की जीत बताया। अल्लाह का शुक्र है हमारे लोग उधर नहीं गए, वरना इन पागलों को देखना पड़ता। इस्लाम का क्रिकेट से क्या लेना-देना? उन्होंने आगे कहा, 'शर्म नहीं आती है, अपने मुल्क (पाकिस्तान) को चीन के पास गिरवी रखते हो और इस्लाम की बात करते हो। उस चीन को, जिसने 20 लाख मुसलानों को कैद कर रखा है। जिन्हें जबरन सुअर खिलाया जा रहा है। तुम मलेरिया तक की दवा नहीं बना सकते, मोटरसाइकिल का टायर नहीं बना सकते, भारत बहुत आगे है इसलिए हमसे पंगा न लो।' मुजफ्फरनगर में बोलते हुए ओवैसी। ओवैसी ने याद दिलाए मेरठ, मुजफ्फरनगर के दंगे ओवैसी बुधवार को मुजफ्फरनगर में थे। उन्होंने यहां मुसलमानों के जज्बातों को खूब कुरेदा। उन्होंने कहा कि पहले मेरठ फिर हाशिमपुरा और फिर मलियाना में हुए दंगों में कितने लोगों की जान गई? इसके बाद 2013 में मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ। आज सियासी जमात उन दंगों को याद दिलाकर मुसलमानों के वोट लेती हैं। उन्होंने कहा वे वोट के लिए यहां नहीं आए। वे लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए और उनकी सियासी ताकत बढ़ाने के लिए आए हैं। मुसलमान कब तक दरी बिछाएगा, अब समय सियासी ताज सजाने का ओवैसी ने वादा किया कि वे मुसलमानों को लोकतांत्रिक तरीके से इंसाफ दिलाएंगे। दंगा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मुसलमान को सियासी ताकत बनना होगा। सपा, बसपा, कांग्रेस और रालोद के लिए कब तक दरी बिछाते रहेंगे। अब वक्त सिर पर सियासी ताज सजाने का है। आज वक्त आया है कि आप अपनी पार्टी AIMIM के लिए वोट करें। ओवैसी ने कहा कि उनकी जिंदगी का मकसद मुसलमानों की सियासी ताकत बढ़ाने का है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/number-will-also-be-given-in-gurdwara-sahib-in-punjab-if-there-is-sacrilege-action-will-be-taken-129065433.html,सिंघु बॉर्डर से नहीं हटेंगी निहंग जत्थेबंदियां:,"सिंघु बॉर्डर से नहीं हटेंगी निहंग जत्थेबंदियां:पंजाब में सभी गुरुद्वारों में देंगे संपर्क नंबर, अगर बेअदबी हुई तो खुद करेंगे कार्रवाई लुधियाना जानकारी देते हुए बाबा राजा राम सिंह। सिंघु बॉर्डर पर 15 अक्टूबर को लखबीर सिंह की हत्या के बाद किसान आंदोलन में निहंगों की मौजूदगी पर सवाल उठने लगे। इस बीच बुधवार को निहंग जत्थेबंदियों ने ऐलान किया गया है कि वह सिंघु बॉर्डर से नहीं हटेंगे। यहां से निहंगों के जत्थे पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में जाकर गुरुद्वारा साहिब को चेक करेंगे। अगर वहां बेअदबी की घटना होती है, तो निहंग कानूनी नहीं बल्कि खुद की कार्रवाई करेंगे। निहंगों की तरफ से बुधवार को बॉर्डर पर धार्मिक एकत्रता बुलाई गई थी। इसमें पंजाब से अलग-अलग धार्मिक संगठनों के सदस्य और नेता पहुंचे। इस दौरान अपने संबोधन में अलग-अलग नेताओं ने कहा है कि अगर सिंघु बॉर्डर पर निहंग सिंह नहीं होते तो कब का किसानों की स्टेज पर कब्जा हो गया होता। इसलिए कोई भी निहंग संगठन यहां से वापस नहीं जाएगा। यह किसी एक पार्टी या संगठन का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि सभी का साझा प्रदर्शन है। इसलिए यहां से उन्हें हटाने वाला कोई नहीं। बाबा अमन सिंह के दल से बाबा राजा राम ने बताया कि अब वह पंजाब में भी गुरुद्वारा साहिब में जाएंगे। निहंगों के जत्थे वहां चेकिंग करेंगे। जहां पर चौकीदार नहीं होगा, वहां चौकीदार रखे जाएंगे। वह गुरुद्वारा साहिब में अपने संपर्क नंबर देकर आएंगे। अगर कहीं भी बेअदबी होती है तो वह कानूनी नहीं अब अपने तरीके से कार्रवाई करेंगे। 15 अक्टूबर को सिंघु बॉर्डर पर की थी हत्या कृषि कानूनों की हिमायत में आए निहंगों ने 15 अक्टूबर को सिंघु बॉर्डर पर बेअदबी का आरोप लगाते हुए तरनतारन के लखबीर सिंह की हत्या कर दी थी। लखबीर सिंह की हत्या की एक वीडियो भी वायरल हुई, जिसमें उसका शव बैरिकेड से लटका नजर आया। उसके शव को चार घंटे तक नीचे नहीं उतारने दिया गया। पुलिस ने 4 निहंगों को गिरफ्तार किया। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से निहंगों को यहां हटने के लिए कहा गया। मगर निहंग यहां से हटने को तैयार नहीं है। इसी सिलसिले मे उनकी तरफ से बुधवार को धार्मिक एकत्रता बुलाई गई और यहां से नहीं हटने का ऐलान कर दिया गया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/sidhus-attack-on-amarinder-during-pc-sidhu-says-loyal-cm-of-bjp-controlled-by-ed-captains-counterattack-only-talks-come-129064812.html,पंजाब कांग्रेस में जुबानी जंग:,"पंजाब कांग्रेस में जुबानी जंग:सिद्धू ने अमरिंदर को बताया जयचंद; कैप्टन ने पूछा- पंजाब कांग्रेस को बर्बाद करके छोड़ोगे क्या? चंडीगढ़ लेखक: मनीष शर्मा पंजाब में कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू और पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच शीत युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सिद्धू ने बुधवार को अमरिंदर को चला हुआ कारतूस और पंजाब की राजनीति का जयचंद बता दिया। सिद्धू ने कहा कि कैप्टन इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) द्वारा कंट्रोल BJP के वफादार मुख्यमंत्री हैं। जिन्होंने अपनी चमड़ी बचाने के लिए पंजाब के हितों को बेच दिया। अमरिंदर भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि सिद्धू को कुछ समझ तो है नहीं, मुंह से कुछ भी बकवास करते रहते हैं। कैप्टन ने कहा कि पूरा दिन मुझ पर अटैक करने में टाइम बर्बाद मत करो। लगता है सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस को पूरी तरह से बर्बाद करने का मन बना लिया है। ऐसे चली लड़ाई अमरिंदर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच ही सिद्धू का हमला अमरिंदर चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। तभी सिद्धू ने कैप्टन पर जुबानी हमला बोला। सिद्धू ने कहा कि पंजाब के 78 कांग्रेसी MLA कभी सोच भी नहीं सकते कि उन्हें क्या मिला। सिद्धू ने अमरिंदर को नकारात्मक ताकत करार देते हुए कहा कि उन्होंने पंजाब का विकास और न्याय रोक दिया। सिद्धू ने कहा कि कैप्टन मेरे लिए दरवाजे बंद करना चाहते थे क्योंकि मैंने पंजाब के लोगों की आवाज उठाई। सत्ता के आगे सच कहा। पिछली बार नई पार्टी बना जमानत जब्त करा ली थी सिद्धू ने अमरिंदर की खिल्ली उड़ाई। उन्होंने कहा कि पिछली बार उन्होंने अपनी पार्टी बनाई थी। तब वह जमानत तक जब्त करवा बैठे। उन्हें सिर्फ 856 वोट मिले थे। पंजाब के लोग उनके हितों से समझौता करने के लिए कैप्टन को दोबारा सजा देने के लिए तैयार बैठे हैं। नवजोत सिद्धू के ट्वीट कैप्टन ने दिया जवाब : सिद्धू को कुछ पता नहीं, सिर्फ बकवास करते हैं कैप्टन ने भी सिद्धू पर जवाबी हमला बोला। अमरिंदर ने कहा- इस आदमी (सिद्धू) को कुछ भी पता नहीं। वह अपने मुंह से सिर्फ बकवास करते रहते हैं। मैं राज्य के मुद्दों को लेकर सभी केंद्रीय मंत्रियों से मिलता रहा हूं। राज्य केंद्र सरकार के साथ काम किए बिना नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि मैं नवजोत सिद्धू जैसे आदमी से उम्मीद भी नहीं करता कि उन्हें गुड गवर्नेंस यानी सुशासन के बारे में कुछ पता होगा। सिद्धू को कैप्टन का जवाब सिद्धू बोले- क्या अमरिंदर को गुड गवर्नेंस की वजह से हटाया गया इसके बाद सिद्धू ने कहा- कैप्टन से पूछो कि क्या उन्हें गुड गवर्नेंस की वजह से हटाया गया। पंजाब के सबसे निकम्मे सीएम को 18 सूत्रीय एजेंडे पर काम न करने की वजह से हटाया गया। पंजाब के सियासी इतिहास में उन्हें चले हुए कारतूस के तौर पर याद किया जाएगा। कैप्टन एक चले हुए कारतूस से ज्यादा अब कुछ भी नहीं। सिद्धू ने सवाल पूछे कि क्या कैप्टन को जिम्मेदार बनाने के लिए 3 मेंबरी (खड़गे) कमेटी नहीं बनी थी। कांग्रेसी MLA उनके खिलाफ क्यों थे। इसका कारण यह है कि सब जानते थे कि कैप्टन बादलों के साथ मिले हुए हैं। कैप्टन सिर्फ मुझे हराना चाहते थे। क्या कैप्टन कभी चाहते थे कि पंजाब जीते? कैप्टन की बादलों और बीजेपी के साथ 75-25 की डील सबको साफ तौर पर पता है। सिद्धू का कैप्टन पर फिर हमला अमरिंदर ने फिर किया पलटवार कैप्टन ने सिद्धू को जोरदार जवाब दिया। कहा- सिद्धू को मुंह में पैर डालने की आदत है। जिन 856 वोटों को लेकर वो मेरी खिल्ली उड़ा रहे हैं, वो तब मिले थे, जबकि मैंने अपना नॉमिनेशन वापस ले लिया था। यह चुनाव खरड़ से था। तब मैं समाना से निर्विरोध जीता था। कैप्टन ने पूछा कि यह क्या दिखाता है या फिर सिद्धू इतने बुद्धू हैं कि इसे भी समझ नहीं सकते। कैप्टन ने कहा कि सिर्फ बैलेट पेपर पर मेरा नाम होने की वजह से मुझे इतनी वोट मिले, जबकि मैं चुनाव से नाम वापस ले चुका था। कैप्टन ने पूछा कि क्या मुझे बताने की जरूरत है कि जब मैं असल में चुनाव लड़ूंगा तो क्या होगा। पूरा पंजाब जानता है कि मैं 2 बार लोकसभा और 5 बार विधानसभा चुनाव जीत चुका हूं। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू अपने काम पर फोकस क्यों नहीं करते। सारा दिन मुझ पर अटैक करने में टाइम बर्बाद क्यों कर रहे हैं। कैप्टन ने तंज कसा कि अगर सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस को बर्बाद करने की ठान ही ली है तो फिर वो सिर्फ मेरा काम आसान कर रहे हैं। अमरिंदर का सिद्धू पर पलटवार अब सिद्धू के मोदी और राहुल की तारीफों वाला वीडियो डाला कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू के खिलाफ पूरा मोर्चा खोल रखा है। उन्होंने सिद्धू के पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की तारीफों वाले वीडियो डाल दिए। जिनमें सिद्धू दोनों की तारीफ में एक जैसी ही बात कह रहे हैं। कैप्टन ने नवजोत सिद्धू को कहा कि यह तुम्हारी असलियत है। तुम आखिरी व्यक्ति हो, जिसे वफादारी की बात करनी चाहिए। सिद्धू स्पष्ट तौर पर इस शब्द का मतलब नहीं जानते। कैप्टन अमरिंदर द्वारा शेयर किया सिद्धू का वीडियो कैप्टन की पार्टी बनाने की बात पर भड़के थे सिद्धू नवजोत सिद्धू शुरू में इसलिए भड़के क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई पार्टी बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके वकील दिल्ली में चुनाव आयोग से पार्टी के नाम और सिम्बल की मंजूरी ले रहे हैं। उसके बाद वो पार्टी का नाम घोषित कर देंगे। इसके अलावा वे पंजाब की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले भी अमरिंदर कह चुके हैं कि वे सिद्धू को चुनाव नहीं जीतने देंगे। उनके खिलाफ मजबूत कैंडिडेट उतारेंगे। चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते कैप्टन अमरिंदर सिंह। कैप्टन की सिद्धू समेत सभी विरोधी दलों को चुनौती कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा से साठगांठ को लेकर सफाई देते हुए सिद्धू को चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में केंद्र सरकार से मिला। मैंने कभी बीजेपी के संगठन से बात नहीं की। हालांकि उन्होंने विरोधियों को कहा कि अब वो संगठन से बात करेंगे। वह किसी पार्टी से गठजोड़ नहीं करेंगे। वह सिर्फ सीटों पर समझौता करेंगे। जिसमें अकाली दल के बागी धड़े सुखदेव ढींढसा और रणजीत ब्रह्मपुरा से बात करेंगे। पंजाब विधानसभा के अगले चुनाव में कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी को हम कड़ी टक्कर देंगे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/sameer-wankhede-vs-nawab-malik-ncb-officer-wife-kranti-redkar-letter-to-uddhav-thackeray-129068183.html,वानखेड़े की पत्नी की CM उद्धव को चिट्ठी:,"वानखेड़े की पत्नी की CM उद्धव को चिट्ठी:एक्ट्रेस ने कहा- एक मराठी महिला की गरिमा से खिलवाड़ हो रहा, बाला साहेब को यह मंजूर नहीं होता मुंबई महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक और NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच शुरू जुबानी जंग जारी है। इस बीच वानखड़े की पत्नी और एक्ट्रेस क्रांति रेडकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है। इसमें क्रांति ने मराठी अस्मिता का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि शिवसेना के राज में एक महिला की गरिमा से खिलवाड़ हो रहा है, उसके साथ मजाक हो रहा है। आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता। क्रांति ने इस मुद्दे पर उद्धव से मिलने के लिए समय मांगा है। हालांकि, CMO की ओर से उन्हें अभी समय नहीं मिला है। क्रांति की चिट्ठी की अहम बातें माननीय उद्धव जी, बचपन से मराठी आदमी के न्याय हक के लिए लड़ने वाली शिवसेना को देखते हुए मैं एक मराठी लड़की बड़ी हुई। बाला साहेब ठाकरे और छत्रपति शिवाजी से सीखा कि किसी पर अन्याय करो मत, खुद पर अन्याय सहो मत। उसी के मद्देनजर आज मैं अकेले मेरे निजी जीवन पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ मजबूती से खड़ी हूं और लड़ रही हूं। सोशल मीडिया पर मौजूद लोग सिर्फ मजा देख रहे हैं। मैं एक कलाकार हूं, राजनीति नहीं समझती और मुझे उसमें पड़ना भी नहीं है, हमारा कुछ भी संबंध न होते हुए रोज सुबह हमारी इज्जत उतारी जाती है। शिवसेना के राज में एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ हो रहा है, मजाक हो रहा है। आज बाला साहेब ठाकरे होते तो निश्चित ही ये उन्हें मंजूर नहीं होता। एक महिला और उसके परिवार पर निजी हमले...ये कितने निचले स्तर की राजनीति है। ये उनके विचारों से रोजाना हम तक पहुंच रही है। आज वो (बाला साहेब) नहीं हैं, पर आप हैं, उनकी परछाईं हम आपमें देखते हैं। आप हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और मुझे आप पर पूरा विश्वास है कि आप कभी मुझ पर और मेरे परिवार पर अन्याय नहीं होने देंगे। पूरा विश्वास है इसलिए एक मराठी होने के नाते आज आपकी तरफ अपेक्षा से देख रही हूं। आपसे विनती है कि न्याय करें। क्रांति ने कहा- CM से मिलकर सच्चाई बताना चाहते हैं क्रांति ने CM को लिखी चिट्ठी जारी करने के बाद कहा, 'हम बस मुख्यमंत्री से मिलकर सारी सच्चाई सामने रखना चाहते है। मैंने CM के निजी सचिव मिलिंद नार्वेकर से बात कर वक्त मांगा है। अब देखते हैं कि CM कब का समय देते हैं। हम उनको बताएंगे कि कैसे एक कैबिनेट मंत्री लगातार हमारे परिवार पर हमला कर रहे हैं और हमारी निजी जानकारी पब्लिक डोमेन में साझा कर रहे हैं।' वानखेड़े की बहन ने नवाब मलिक के खिलाफ केस दर्ज करने की अर्जी दी समीर वानखेड़े की बहन एडवोकेट यास्मीन वानखेड़े ने नवाब मलिक के खिलाफ मुंबई पुलिस को लिखित में शिकायत दी है और FIR दर्ज करने की मांग की है। ओशीवारा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि यास्मीन वानखेड़े की शिकायत में कहा गया है कि जब से नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के निजी जीवन को लेकर आरोप लगाने शुरू किए हैं, उनके पूरे परिवार को धमकी भरे कॉल आने लगे हैं और अब सब डर के साए में जी रहे हैं। हालांकि, अभी तक यास्मीन वानखेड़े की शिकायत के आधार पर कोई FIR दर्ज नहीं की गई है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/cm-channi-reached-to-meet-rahul-gandhi-to-stop-the-breakdown-in-punjab-congress-and-brainstorm-on-big-issues-three-day-meetings-129068105.html,राहुल गांधी से मिलने पहुंचे CM चन्नी:,"राहुल गांधी से मिलने पहुंचे CM चन्नी:पंजाब कांग्रेस में टूट रोकने, बरगाड़ी और ड्रग्स के मुद्दे पर मंथन; 3 दिन से चल रही मुलाकातें चंडीगढ़ राहुल गांधी से मिलने सीएम चन्नी बुधवार रात को ही दिल्ली पहुंच गए थे। - फाइल फोटो कैप्टन अमरिंदर सिंह के सियासी दांव से पंजाब में पार्टी की टूट पर कांग्रेस हाईकमान की चिंता बढ़ गई है। पंजाब के CM चरणजीत चन्नी को बुधवार को दिल्ली बुलाया गया था। जहां अब उनकी राहुल गांधी से मीटिंग हो रही है। कांग्रेस को सबसे बड़ी चिंता पंजाब में पार्टी की टूट को लेकर है। इसमें उन मुद्दों पर भी चर्चा होगी, जिनकी वजह से कैप्टन अमरिंदर सिंह की CM की कुर्सी गई। हालांकि चन्नी सरकार को एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। फिर भी उन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसको लेकर पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू अपनी ही सरकार पर निशाने साध रहे हैं। राहुल से मीटिंग में चन्नी के समक्ष DGP और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति का मुद्दा भी उठेगा। सिद्धू दोनों को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। राहुल से मिलकर कैप्टन के करीबी मंत्री रहे राणा सोढ़ी ने यह फोटो जारी की थी कैप्टन के करीबी विधायकों से मिल चुके हैं राहुल राहुल गांधी ने पहले मंगलवार रात को कैप्टन के करीबी विधायकों से मीटिंग की थी। इनमें राणा गुरमीत सोढ़ी, शाम सुंदर अरोड़ा, बलबीर सिद्धू शामिल हुए। इन तीनों की ही नई सरकार बनने पर मंत्री पद से छुट्‌टी कर दी गई थी। कांग्रेस को चिंता थी कि कैप्टन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह कांग्रेस छोड़ उनके साथ जा सकते हैं। इसलिए राहुल ने उन्हें भविष्य में पार्टी में अच्छी जगह देने का भरोसा दिया। फिर डिप्टी CM रंधावा से की मीटिंग बुधवार को राहुल गांधी ने डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा से मीटिंग की। माना जा रहा है कि उनसे राहुल ने बेअदबी और ड्रग्स जैसे मुद्दे पर कार्रवाई का अपडेट लिया। इसके अलावा रंधावा के आगे कैप्टन की पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम को लेकर पैदा हुए विवाद पर भी एतराज जाहिर किया। मीटिंग के बाद रंधावा वापस लौट आए लेकिन चर्चा के बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा। दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के साथ मीटिंग के बाद सिद्धू और चौधरी । सिद्धू ने उठाए थे मुद्दे, DGP और AG को हटाने को कहा पंजाब में चुनावी जीत के लिए नवजोत सिद्धू ने पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी के साथ कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की। इस दौरान सिद्धू ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी, ड्रग्स और बिजली समझौते रद्द न करने का मुद्दा उठाया। सिद्धू ने पंजाब सरकार द्वारा इकबालप्रीत सहोता को DGP और एपीएस देयोल को एडवोकेट जनरल नियुक्त करने का फिर विरोध किया। सिद्धू ने कहा कि सरकार को स्पष्ट नीति दिखाते हुए विवादित चेहरों को हटाना होगा।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/narendra-modi-popularity-prashant-kishor-to-rahul-gandhi-on-bharatiya-janata-party-power-in-election-129068212.html,प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी:,"प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी:बोले- भाजपा दशकों तक भारतीय राजनीति में बड़ी ताकत बनी रहेगी, राहुल गांधी भ्रम में हैं पणजी राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी आने वाले दशकों तक भारतीय राजनीति में एक बड़ी ताकत बनी रहेगी। अपनी गोवा यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने ये बात कही है। प्रशांत किशोर ने कहा, 'जैसे कांग्रेस पहले 40 वर्षों तक भारतीय राजनीति के केंद्र में थी, उसी तरह BJP भी, चाहे हारे या जीते, राजनीति के केंद्र में रहेगी। BJP कहीं नहीं जाने वाली। एक बार जब आप राष्ट्रीय स्तर पर 30% वोट हासिल कर लेते हैं तो इतने जल्दी राजनीतिक तस्वीर से नहीं हटते।' इस जाल में मत पड़ना कि लोग मोदी से लोग नाराज गोवा के म्यूजियम में आयोजित एक बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा, 'इस जाल में कभी मत पड़ना कि लोग नाराज हो रहे हैं और वे मोदी को बाहर कर देंगे। शायद वे मोदी को बाहर कर देंगे, लेकिन BJP कहीं नहीं जाने वाली है। आपको अगले कई दशकों तक बीजेपी से लड़ना होगा।' भ्रम में हैं राहुल गांधी प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर कहा कि वह शायद इस भ्रम में हैं कि मोदी के सत्ता में रहने तक ही BJP मजबूत है। किशोर ने कहा, 'यही समस्या राहुल गांधी के साथ है। शायद, उन्हें लगता है कि यह बस समय की बात है जब लोग उन्हें (नरेंद्र मोदी) सत्ता से बाहर कर देंगे।' हराने के लिए मोदी की ताकत को समझना होगा प्रशांत किशोर ने कहा, 'जब तक आप उनकी (मोदी की) ताकत को नहीं समझेंगे आप उन्हें हरा नहीं पाएंगे। मैं जो समस्या देखता हूं वह यह है कि ज्यादातर लोग उनकी ताकत को समझने के लिए अपना समय स्पेंड नहीं कर रहे हैं। यह समझना होगा कि उनकी लोकप्रियता का क्या कारण है। अगर आप इस बात को समझ लेंगे तभी आप उन्हें हराने के लिए काउंटर ढूंढ सकते हैं। भाजपा के भविष्य को कैसे देखती है कांग्रेस? कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी और भाजपा के भविष्य को कैसे देखती है, इस पर किशोर ने कहा, 'आप किसी भी कांग्रेस नेता या किसी भी क्षेत्रीय नेता से जाकर बात करें, वे कहेंगे, 'बस समय की बात है, लोग तंग आ रहे हैं। एंटी-इनकंबेंसी होगी और लोग उन्हें बाहर कर देंगे। मुझे नहीं लगता कि ऐसा होने वाला है।' देश में बंटा हुआ वोटर बेस बड़ी समस्या प्रशांत किशोर ने देश में बंटे हुए वोटर बेस की ओर इशारा करते हुए कहा, 'अगर आप वोटर बेस को देखें तो यह एक-तिहाई और दो-तिहाई के बीच की लड़ाई है। केवल एक तिहाई लोग भाजपा को वोट दे रहे हैं या भाजपा का समर्थन करना चाहते हैं। समस्या यह है कि दो-तिहाई मतदाता 10, 12 या 15 राजनीतिक दलों में डिवाइडेड है। ऐसा कांग्रेस के कमजोर होने की वजह से है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/amarinder-to-meet-shah-in-delhi-discuss-farmers-agitation-with-union-home-minister-25-experts-will-be-together-the-captain-said-this-is-non-political-delegation-129067920.html,शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे अमरिंदर:,"शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे अमरिंदर:किसान आंदोलन पर करेंगे चर्चा, 25 एक्सपर्ट साथ होंगे; कैप्टन बोले- यह नॉन पॉलिटिकल डेलिगेशन है चंडीगढ़ कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वह पहले भी इस मुद्दे को लेकर शाह से मिलते रहे हैं। फाइल फोटो पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे। इसके लिए वे बुधवार रात को ही दिल्ली पहुंच गए हैं। अमरिंदर के साथ कृषि क्षेत्र के 25 एक्सपर्ट भी होंगे। शाह के साथ अमरिंदर विवादित कृषि सुधार कानूनों पर चर्चा करेंगे। अमरिंदर ने शाह से मीटिंग के लिए वक्त मांगा है। वे शाम के समय शाह से मिल सकते हैं। कैप्टन अमरिंदर ने बुधवार को चंडीगढ़ में खुद ये जानकारी दी। कैप्टन ने कहा कि वे पहले भी 3 बार शाह से मिल चुके हैं। कृषि कानूनों को लेकर उनसे बात होती रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनके पास फिलहाल किसान आंदोलन खत्म करने का कोई फॉर्मूला नहीं है। वे गृह मंत्री शाह से बात करेंगे। बातचीत के दौरान ही कोई रास्ता निकल सकता है। अमरिंदर ने यह भी साफ किया कि कृषि क्षेत्र के एक्सपर्ट का जो डेलिगेशन है, वह नॉन पॉलिटिकल है। हालांकि अभी उनकी संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं से कोई बात नहीं हुई है। यह मोर्चा ही दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है। शाह से मुलाकात को लेकर कैप्टन का ट्वीट बैक चैनल से बातचीत का भी दावा कैप्टन अमरिंदर ने यह भी खुलासा किया कि केंद्र सरकार आंदोलन कर रहे किसानों के संपर्क में है। प्रत्यक्ष तौर पर भले ही कम मीटिंग हुई हों, लेकिन बैक चैनल से बातचीत जारी है। इसके जरिए कृषि सुधार कानून और किसान आंदोलन का हल निकालने पर चर्चा हो रही है। किसान आंदोलन हल करवाकर पार्टी की लॉन्चिंग कैप्टन अमरिंदर के रुख से साफ है कि किसान आंदोलन हल होने के बाद ही उनकी नई पार्टी लॉन्च होगी। उन्होंने पार्टी का नाम बताने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि अभी चुनाव आयोग से मंजूरी मिलनी बाकी है। कैप्टन इसे सस्पेंस ही रखना चाहते हैं ताकि पंजाब विस चुनाव की घोषणा होने तक उनके सियासी दांव को लेकर उत्सुकता बनी रहे। यह पहले ही स्पष्ट था कि कैप्टन की नई पारी की बुनियाद किसान आंदोलन खत्म होने के बाद ही खड़ी होगी। कैप्टन पहले भी किसानों के मुद्दे पर सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर को लेकर स्टैंड ले चुके हैं। पंजाब सरकार के मंत्री भारत भूषण आशु ने कैप्टन पर हमला बोलते हुए कहा कि CM रहते हुए दिल्ली क्यों नहीं गए। कांग्रेसियों का हमला, CM रहते क्यों नहीं गए कैप्टन के रुख को देखते हुए कांग्रेसियों ने भी हमले शुरू कर दिए हैं। पंजाब के फूड एवं सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा कि कैप्टन ने इतना इंतजार क्यों किया। वह सीएम रहते क्यों कृषि कानून रद्द करवाने के लिए दिल्ली नहीं गए। उन्हें कौन रोक रहा था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/dainik-bhaskar-pride-of-central-india-2021-felicitation-ceremony-nitin-gadkari-financial-audit-and-performance-audit-129067746.html,दैनिक भास्कर प्राइड ऑफ सेंट्रल इंडिया-2021 सम्मान समारोह:,"दैनिक भास्कर प्राइड ऑफ सेंट्रल इंडिया-2021 सम्मान समारोह:गडकरी का बड़ा ऐलान, कहा- परफॉर्मेंस ऑडिट कर अच्छे प्रदर्शन करने वालों को तरजीह देगी सरकार केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को घोषणा की कि सरकार अब विभिन्न परियोजनाओं में फाइनेंशियल ऑडिट के साथ-साथ परफॉर्मेंस ऑडिट पर विशेष ध्यान देगी। दैनिक भास्कर प्राइड ऑफ सेंट्रल इंडिया-2021 सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि सरकार ठेकेदारों और कंसल्टेंट्स के प्रदर्शन का आकलन कराएगी और अच्छे प्रदर्शन को भविष्य में तरजीह देगी। गडकरी ने कहा कि वे सरकार की इस पुरानी कमजोरी को दूर करना चाहते हैं जिसमें अच्छाई का सम्मान नहीं होता और बुरे काम को सजा नहीं मिल पाती। परफॉर्मेंस ऑडिट से यह कमी दूर होगी और बेहतर प्रदर्शन करने वालों के अंक जुड़ते जाएंगे जो उन्हें भविष्य के ठेकों और परियोजनाओं को हासिल करने का बेहतर अवसर देंगे। 27 उद्यमियों, शिक्षाविदों, चिकित्सकों और समाजसेवियों का सम्मान सम्मान समारोह की पहल पर गडकरी ने कहा कि छोटे शहरों और कस्बों की प्रतिभाओं को सम्मानित करने का प्रयास दो तरह से कारगर है। एक तो यह अच्छे काम को पहचान दिलाता है दूसरा यह बाकी लोगों को भी अच्छे काम के लिए प्रेरित करता है। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले मध्य भारत के 27 उद्यमियों, शिक्षाविदों, चिकित्सकों और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। गिरीश अग्रवाल बोले- प्रतिभाएं छोटे शहरों में बसती हैं समारोह में सम्मानित व्यक्तियों को बधाई देते हुए दैनिक भास्कर के निदेशक गिरीश अग्रवाल ने कहा कि असली भारत और उसकी प्रतिभाएं छोटे शहरों में बसती हैं। हम इस पहल से उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। भास्कर समूह के संस्थापक स्व. रमेशचंद्र अग्रवाल को याद करते हुए करते हुए उन्होंने कहा कि रमेशजी का मूलमंत्र था कि जमीनी स्तर पर काम करने वालों को ऊपर लाया जाए, क्योंकि समाज और देश को वही गति देते हैं। वहीं भास्कर समूह के कार्यकारी निदेशक डॉ. भरत अग्रवाल ने गडकरी का परिचय ‘मिस्टर इंफ्रास्ट्रक्चर’ और ‘मिस्टर डिलीवरी मैन’ के रूप में कराया। इस समारोह में विजय वर्मा, दीपक शर्मा, डॉ. वीरेन पटेल, आलोक सेठी, आनंद चौकसे, मिश्रीलाल शाह, कमलेश भंडारी, मनजीत सिंह चावला, लोकेंद्र सिंह राजपूत, सतिंदर कौर सलूजा, महेंद्र ठाकुर, महेंद्र सेन, ओम प्रकाश जैन, ठाकुर सिंह मकवाना, सौम्य माहेश्वरी, दिनेश कलौसिया, सुरेशचंद्र जैन, मन्नूलाल गर्ग, मनोहर लाल मेहरा, नरेश जैन, अब्दुल हकीम मंसूरी, विजय पाल सिंह राजपूत, डॉ. आशुतोष शर्मा, मनोज सिंह भदौरिया, अशोक भारद्वाज, आनंद जादौन और विवेक गुप्ता को सम्मानित किया गया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/aryan-khan-drugs-case-updates-mos-social-justice-ramdas-athawale-over-shahrukh-khan-son-aryan-khan-in-lucknow-uttar-pradesh-129067940.html,आर्यन खान के बचाव में अठावले:,"आर्यन खान के बचाव में अठावले:लखनऊ में केंद्रीय मंत्री ने कहा- ड्रग्स लेने वालों को जेल नहीं सुधार गृह भेजना चाहिए लखनऊ केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे का बचाव किया है। बुधवार को उन्होंने लखनऊ में कहा कि हमारे देश में शराब पीने वालों को जेल नहीं भेजा जाता है, लेकिन कानून में एक प्रावधान है कि ड्रग्स का सेवन करने वाले लोगों को जेल भेजा जा सकता है। इस कानून को बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे मंत्रालय को लगता है कि नशीली दवाओं के सेवन के आरोपी को जेल भेजने की जगह सुधार गृह भेजा जाना चाहिए। राहुल गांधी को दलित लड़की से शादी करने की दी सलाह अठावले ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को शादी करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर वास्तव में सेक्युलर पार्टी है और जाति व्यवस्था खत्म करना चाहती है तो राहुल गांधी को शादी कर लेनी चाहिए। शादी भी दलित लड़की से करनी चाहिए। इससे उनका दिमाग स्थिर हो जाएगा, सब ठीक हो जाएगा। इसके बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला नहीं बोलेंगे। तीन कृषि कानूनों की वकालत की मंत्री अठावले ने कहा कि मोदी सरकार ने जो तीन कृषि कानून बनाए हैं, वे किसानों के फायदे के लिए हैं। किसानों ने ही उन्हें PM बनाया इसलिए वह किसानों के विरोध में कानून नहीं बनाएंगे। तीन कृषि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, लेकिन सुधार के लिए सरकार तैयार है। उन्होंने कहा कि दो करोड़ से ज्यादा लोगों को लोन मिला है। UP में एक करोड़ 47 लाख रुपए से ज्यादा लोगों को 2016 से 2020 तक उज्ज्वला योजना का लाभ मिला है। पिछले चुनाव में भाजपा को 312 सीटें मिली थीं। इस बार भी 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। हमारी पार्टी RPI भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी और 25 से 30 सीटें बढ़ाने का काम करेगी। RPI दलितों के साथ खड़ी, ब्रह्मणों का भी पूरा सम्मान अठावले ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में RPI मजबूती से लड़ेगी। यही नहीं, उन्होंने कहा कि दलितों के साथ RPI खड़ी है। जातिवादी सम्मेलन की बात पर उन्होंने कहा कि सभी जातियों में भेदभाव न रहे। इसलिए हम दलितों की पार्टी होते हुए भी ब्राह्मणों का पूरा सम्मान करते हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/bjps-mission-punjab-2022-begins-3-union-ministers-including-shekhawat-reach-chandigarh-will-make-election-strategy-after-meeting-with-leaders-of-punjab-129067958.html,भाजपा का मिशन पंजाब 2022 शुरू:,"भाजपा का मिशन पंजाब 2022 शुरू:शेखावत समेत 3 केंद्रीय मंत्री चंडीगढ़ पहुंचे; रात में पंजाब के नेताओं से किया चुनावी मंथन, आज प्रेस कॉन्फ्रेंस चंडीगढ़ पंजाब के नेताओं से मीटिंग करते केंद्रीय मंत्री। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी पंजाब में चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए तीन केंद्रीय मंत्री बुधवार रात को चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। इनमें पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत, सह प्रभारी हरदीप पुरी और मीनाक्षी लेखी शामिल हैं। उनके साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, सह प्रभारी सांसद विनोद चावड़ा भी होंगे। पंजाब की तरफ से राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब प्रभारी दुष्यंत गौतम, तरूण चुघ, डॉ. नरेंद्र सिंह रैना, प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा और वरिष्ठ नेता विजय सांपला रहे। इसके बाद रात में पंजाब चुनाव को लेकर मंथन चला। जिसमें पंजाब के बड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं, भाजपा को पंजाब चुनाव में आ रही परेशानियों के बारे में भी बातचीत की गई। आज चंडीगढ़ के सेक्टर 37 स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में प्रमुख नेता पत्रकारों से बातचीत कर पंजाब चुनाव के बारे में बताएंगे। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से चर्चा करते भाजपा नेता। अकाली दल से अलग होकर लड़ेगी भाजपा पंजाब में इस बार भाजपा अकाली दल से अलग होकर चुनाव लड़ रही है। कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन के मुद्दे पर अकाली दल ने गठजोड़ तोड़ दिया था। पंजाब के भीतर भाजपा को किसानों का उग्र विरोध झेलना पड़ रहा है। उनके एक विधायक के कपड़े फाड़े जा चुके हैं तो कई वरिष्ठ नेताओं को किसानों ने बंधक तक बना लिया था। ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में भाजपा में चुनाव को लेकर बड़ा मंथन किया जा रहा है। पंजाब भाजपा नेताओं से चुनावी मंथन करते केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह का मिलेगा सहारा भाजपा के लिए बड़ा दांव कैप्टन अमरिंदर सिंह का चेहरा है। कांग्रेस ने सीएम की कुर्सी से हटाया तो अमरिंदर नई पार्टी बना रहे हैं। वह पहले भी कह चुके हैं कि वो किसान आंदोलन को हल करवा बीजेपी से सीट शेयरिंग करेंगे। कैप्टन आज ही दिल्ली में अमित शाह से भी मिल रहे हैं। जिसमें किसान आंदोलन को हल करने पर चर्चा होगी। अगर कैप्टन किसान आंदोलन हल करवाने का क्रेडिट ले जाते हैं तो फिर बीजेपी उनके सहारे पंजाब चुनाव में मजबूती से लड़ाई लड़ सकती है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/there-is-money-to-give-to-the-player-of-haryana-not-to-the-daughter-of-punjab-129065071.html,नौकरी की आस लेकर CM चन्नी से मिलने पहुंची एथलीट:,"नौकरी की आस लेकर CM चन्नी से मिलने पहुंची एथलीट:बोली- हरियाणा के खिलाड़ी को देने लिए पैसे हैं, पंजाब की बेटी के लिए नहीं लुधियाना लेखक: दिलबाग दानिश लुधियाना के भट्टियां इलाके में रहने वाली वेट लिफ्टर रमनदीप कौर बुधवार को नौकरी की आस लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मिलने सर्किट हाउस पहुंची। उसे मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया। मुलाकात नहीं होने पर उसने कहा कि सरकार के पास हरियाणा के खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को देने के लिए पैसे और नौकरी तो है, मगर उसके लिए कुछ नहीं। अपने मेडल दिखाते हुए रमनदीप कौर। अमरिंदर सिंह से भी मिली थी रमनदीप रमनदीप को पोलियो है। 75 फीसदी पोलियो से ग्रस्त होने के बाद भी वह फिर भी जरनल में खेलती है। उसके पैर के दस बार ऑपरेशन हो चुके हैं। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी मुख्यमंत्री रहते हुए मिली थीं, मगर नौकरी नहीं मिली। कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट हैं रमन रमनदीप कौर ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। वह अब तक करीब 24 मेडल जीत चुकी हैं। 2017 में साउथ अफ्रीका में हुए कॉमनवेल्थ गेम के दौरान उसने गोल्ड मेडल हासिल किया था। इसके अलावा नेशनल गेम्स में वह गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी है। नेशनल और प्रदेश स्तर के खेलों में तो उसे खुद नहीं पता कि कितने मेडल हैं।​​​​​​ अपने मेडल दिखाते हुए रमनदीप कौर, वह चरणजीत सिंह चन्नी से मिलने आई थी मगर निराश होकर वापस लौटना पड़ा। पति ऑटो ड्राइवर, पैसे नहीं होने से बेटे का नहीं करवा पाई इलाज रमनदीप के पति एक ऑटो ड्राइवर हैं वो महीने में 15 हजार तक कमाते हैं। उसी में उनका घर चलता है। उसकी दो बेटियां हैं और बेटे की बीमारी से मौत हो चुकी है। बेटे के इलाज के लिए उनके पास पैसे नहीं थे, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसकी वजह से वो नौकरी करना चाहती है। अब मेडल देखकर आता है गुस्सा रमनदीप कहती है कि आर्थिक तंगी से लड़ते हुए उसने देश के लिए इतने मेडल जीते, वो कभी उसे गहनों से भी अच्छे लगते थे। उसे ज्यादा सजने संवरने का शौक नहीं। मगर मेडल पहन उन्हें बेहद अच्छा अहसास होता है। मगर अब इन्हीं मेडल से उसे घृणा होती है। अब जब वह यह मेडल लेकर चलती हैं तो उन्हें पीछे ही रोक दिया जाता है। जिस कारण उसे अब खुद से भी घृणा होती है। उसका कहना है कि जब वह किसी मंत्री या मुख्यमंत्री से मिलने जाती है, तो उसका ब्लेजर और मेडल देखकर उसे पीछे ही रोक दिया जाता है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/sameer-wankhede-extortion-probe-vigilance-wing-on-ncb-officer-wankhede-in-shah-rukh-khan-son-drugs-case-129065007.html,ड्रग्स केस में रिश्वत का आरोप:,"ड्रग्स केस में रिश्वत का आरोप:NCB विजिलेंस टीम ने वानखेड़े से 4 घंटे पूछताछ की, दस्तावेज जब्त किए; शाहरुख की मैनेजर को भी बुलाएगी मुंबई शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े मुंबई क्रूज ड्रग्स केस की जांच कर रहे NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच शुरू हो गई है। इस आरोप की इंटरनल जांच के लिए NCB की विजिलेंस विंग की 5 सदस्यीय टीम बुधवार सुबह मुंबई पहुंच गई और सीधे एजेंसी के जोनल ऑफिस पहुंचकर वानखेड़े से करीब चार घंटे तक पूछताछ की। साथ ही इस केस से जुड़ी फाइलों को भी अपने कब्जे में ले लिया। विजिलेंस टीम ने इस मामले में अन्य गवाहों के साथ ही शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी को भी पूछताछ के लिए तलब किया है। हालांकि विजिलेंस टीम ने स्पष्ट कर दिया है कि विजिलेंस जांच में अपने खिलाफ सबूत मिलने तक वानखेड़े क्रूज ड्रग्स केस की जांच टीम को लीड करते रहेंगे। जांच की कमान खुद संभाल रहे NCB के DDG विजिलेंस जांच टीम की अगुआई NCB के DDG ज्ञानेश्वर सिंह खुद संभाल रहे हैं। बुधवार सुबह करीब 11 बजे दिल्ली से मुंबई पहुंची इस टीम में जोनल डायरेक्टर स्तर के भी अधिकारी शामिल हैं। ज्ञानेश्वर सिंह ने मुंबई पहुंचने के बाद मीडिया से बात की। सिंह ने मीडिया से कहा कि यह एक स्पेशल इन्क्वायरी है। केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल की तरफ से दिए एफिडेविट में लगाए गए रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए यह टीम गठित की गई है। टीम ने जोनल ऑफिस से इस मामले से जुड़े कुछ कागजात जुटाए गए हैं और सबूतों को मिलाया गया है। उन्होंने कहा, यह संवेदनशील जांच है। इसलिए इससे जुड़ी सारी जानकारी साझा नहीं की जा सकती। कोई भी जानकारी रियल टाइम देना संभव नहीं होगा। जांच के बाद सामने आने वाले तथ्य मीडिया के साथ साझा किए जाएंगे। आरोपों पर जाना गया वानखेड़े का पक्ष DDG ज्ञानेश्वर सिंह से जब पूछा गया कि क्या इस मामले में समीर वानखेड़े से पूछताछ की गई है तो उन्होंने कहा कि हां, उनसे आज पूछताछ की गई है। वानखेड़े ने इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज जांच टीम को सौंप दिए हैं। अगर जरूरत होगी तो उनसे दोबारा सवाल किए जाएंगे। वह अपने खिलाफ कोई पुख्ता सबूत मिलने तक क्रूज ड्रग्स मामले के जांच अधिकारी बने रहेंगे। DDG ने कहा, इस मामले से जुड़े सभी गवाहों और अन्य लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। गोसावी और सैल से पूछताछ के लिए नहीं हो पा रहा कॉन्टैक्ट NCB की विजिलेंस विंग ने केपी गोसावी और उसके बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल को भी पूछताछ के लिए समन जारी किया है। प्रभाकर ने ही वानखेड़े पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। DDG सिंह ने कहा, प्रभाकर सैल और केपी गोसावी से भी पूछताछ की जाएगी, लेकिन इन दोनों से कॉन्टैक्ट नंबर या पते के जरिये संपर्क नहीं हो पा रहा है। हम मीडिया के जरिए दोनों को दो दिन में बांद्रा वेस्ट के CRPF मेस में ठहरी स्पेशल इन्क्वायरी टीम से मिलकर जांच में शामिल होने की अपील करते हैं। इनके अलावा जब DDG से पूछा गया कि क्या शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी को भी तलब किया गया है तो पहले उन्होंने नकार दिया, लेकिन फिर कहा कि इस मामले में जिसका भी नाम सामने आ रहा है, उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। वानखेड़े पर है 8 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। प्रभाकर ने दावा किया कि गोसावी और किसी सैम डिसूजा को 18 करोड़ रुपए की बात करते सुना था और 18 करोड़ रुपए में डील तय हुई थी। गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 18 में से 8 करोड़ रुपए NCB अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी। प्रभाकर ने यह भी कहा है कि उन्होंने केपी गोसावी से यह कैश लेकर सैम डिसूजा को दिया था। प्रभाकर ने बताया कि उनसे पंचनामा का पेपर बताकर जबरन 10 खाली कागजों पर साइन करवाया गया था। उनका आधार कार्ड मांगा गया। उन्हें इस गिरफ्तारी के बारे में कुछ नहीं पता था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/big-stir-in-punjab-congress-after-mlas-and-ministers-cm-channi-was-also-called-to-delhi-suddenly-high-command-angry-over-arusa-controversy-129065488.html,पंजाब कांग्रेस में बड़ी हलचल:,"पंजाब कांग्रेस में बड़ी हलचल:विधायकों और मंत्रियों के बाद CM चन्नी को भी अचानक दिल्ली बुलाया, अरुसा विवाद से नाराज हाईकमान चंडीगढ़ CM चरणजीत चन्नी रोपड़ से सीधे दिल्ली रवाना हुए। फाइल फोटो पंजाब कांग्रेस में इस वक्त बड़ी हलचल चल रही है। जिस वजह से पहले विधायकों और मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया। अब अचानक CM चरणजीत चन्नी को भी राहुल गांधी का बुलावा आ गया। चन्नी उस वक्त रोपड़ के किसी कार्यक्रम में गए थे। वहां से वो तुरंत ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस हलचल को कैप्टन अमरिंदर सिंह के सियासी दांव के साथ अरुसा आलम के विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। अरुसा विवाद को लेकर कांग्रेस हाईकमान खासा नाराज बताया जा रहा है। खासकर, इस विवाद में कैप्टन ने सोनिया गांधी को घसीट लिया। जिसके बाद दिल्ली में हलचल बढ़ गई। इसी वजह से पहले डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा को दिल्ली तलब किया गया था। माना जा रहा है कि उन्हें इस मुद्दे पर कांग्रेस हाईकमान की खरी बातें सुननी पड़ी। रंधावा ने ही अरुसा के ISI कनेक्शन की जांच की बात कहकर विवाद शुरू किया था। डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा सिद्धू ने मीटिंग में उठाए थे सरकार पर सवाल इस पूरे प्रकरण की नींव में नवजोत सिद्धू भी बताए जा रहे हैं। पंजाब में चुनाव को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू से मीटिंग की थी। जिसमें सिद्धू ने भी अरुसा विवाद को लेकर एतराज जताया। इसके अलावा डीजीपी और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति पर सवाल उठाए। सिद्धू ने हाईकमान को बताया कि पंजाब में सरकार हाईकमान के 18 सूत्रीय एजेंडे पर काम नहीं कर रही। माना जा रहा है कि इसके बाद ही संगठन की शिकायत पर सरकार को दिल्ली बुलाया गया। नवजोत सिद्धू का ट्वीट विस सेशन की सिद्धू ने की तारीफ नवजोत सिद्धू ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने और कृषि कानूनों को लेकर 8 नवंबर को बुलाए पंजाब विधानसभा सेशन की तारीफ की है। हालांकि सिद्धू ने फिर चन्नी सरकार के लिए सवाल छोड़ दिया है। सिद्धू ने इसमें गलत बिजली समझौतों को रद्द करने की भी मांग उठा दी है। जिसके जरिए घरेलू उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मिल सकेगी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/lathi-charged-at-singhu-border-hind-mazdoor-kisan-samiti-in-narela-129065504.html,सिंघु बॉर्डर पर झड़प:,"सिंघु बॉर्डर पर झड़प:लखबीर के समर्थन में दिल्ली सीमा पर पहुंचे UP-उत्तराखंड के किसान, पुलिस से भिड़े नई दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर लखबीर को हत्या को 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन यह विवाद अब भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को लखबीर के समर्थन में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान सिंघु बॉर्डर पर इकट्‌ठा हुए। वे लखबीर के परिवार के लिए सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग के साथ दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने किसानों को बैरिकेड्स लगाकर नरेला में रोकने की कोशिश की, लेकिन विवाद बढ़ने पर लाठीचार्ज करना पड़ा। इसमें कुछ किसानों को चोट भी लगी है। बुधवार देर शाम तक सिंघु बॉर्डर पर हालात खराब थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसान लखबीर की हत्या वाली जगह पर हवन करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। पुलिस को विवाद की स्थिति का डर लखवीर की हत्या वाली जगह पर बड़ी तादाद में निहंग भी मौजूद हैं। पुलिस को डर है कि लखबीर के समर्थन में आए किसानों के वहां पहुंचने से विवाद की स्थिति बन सकती है। किसान फिलहाल कुंडली बॉर्डर पर बैठ गए हैं। सिंघु बॉर्डर से नहीं हटेंगे निहंग 15 अक्टूबर को सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह की हत्या के बाद किसान आंदोलन में निहंगों की मौजूदगी पर सवाल उठने लगे। इस बीच बुधवार को निहंग जत्थेबंदियों ने ऐलान किया गया है कि वह सिंघु बॉर्डर से नहीं हटेंगे। यहां से निहंगों के जत्थे पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में जाकर गुरुद्वारा साहिब को चेक करेंगे और अगर वहां बेअदबी की घटना होती है, तो निहंग कानूनी नहीं बल्कि खुद की कार्रवाई करेंगे। निहंगों की तरफ से बुधवार को बॉर्डर पर धार्मिक महापंचायत बुलाई गई थी। इसमें पंजाब से अलग अलग धार्मिक संगठनों के सदस्य और नेता पहुंचे। बेअदबी पर खुद कार्रवाई करेंगे निहंग निहंग बाबा अमन सिंह के दल के बाबा राजा राम ने बताया कि अब वह पंजाब में भी गुरुद्वारा साहिब में जाएंगे। निहंगों के जत्थे वहां चेकिंग करेंगे। जहां पर चौकीदार नहीं होगा, वहां चौकीदार रखे जाएंगे। वह गुरुद्वारा साहिब में अपने संपर्क नंबर देकर आएंगे। अगर कहीं भी बेअदबी होती है तो वह कानूनी नहीं अब अपने तरीके से कार्रवाई करेंगे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/decision-on-bringing-dera-chief-to-faridkot-may-come-today-sunaria-jail-management-will-inform-the-court-129067932.html,श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामला:,"श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामला:डेरा प्रमुख को फरीदकोट लाने पर आज आ सकता है फैसला, सुनारिया जेल प्रबंधन अदालत को देगा जानकारी लुधियाना पंजाब में फरीदकोट की अदालत ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम का प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। उसे 29 अक्टूबर को अदालत में पेश करने को कहा गया है। मगर अभी इस पर भी असमंजस बना हुआ है। आज रोहतक सुनारिया जेल प्रबंधन अदालत में बताएगा कि वह उसे यहां लेकर आ रहे हैं या नहीं। यह भी हो सकता है कि जेल अधिकारी कहें कि इससे सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसलिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम से कहिए कि वह जेल में आकर ही उससे पूछताछ कर लें। डेरा प्रमुख राम रहीम द्वारा सलाबतपुरा में 29 अप्रैल 2007 को डेरा प्रेमियों को जाम-ए-इंसां पिलाया गया था। इसके बाद पंजाब में डेरा प्रेमियों और सिखों के बीच टकराव हो गया था। इस घटना के बाद डेरा प्रमुख राम रहीम कभी पंजाब नहीं आया। अब राम रहीम 14 साल बाद पहली बार पंजाब की धरती पर कदम रखेगा। हालांकि इसकी उम्मीद न के बराबर है। लेकिन तैयारी उसे लाने की है। साल 2015 में फरीदकोट जिले के बुर्ज जवाहर सिंह वाला गांव के गुरुद्वारे से श्री गुरु ग्रंथ साहिब चोरी हो गया था। केस की जांच कर रही पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने डेरा प्रमुख को प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए अदालत में याचिका लगाई थी। इस पर फरीदकोट की ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास मिस तर्जनी ने आदेश जारी कर दिए। फरीदकोट से वकील जसवंत जस बताते हैं कि डेरा प्रमुख का पंजाब लाने की उम्मीद न के बराबर है। तय रूल के अनुसार, अदालत ने रोहतक की सुनारिया जेल प्रबंधन को डेरा प्रमुख के प्रोडक्शन वारंट भेज दिए है। कल पेशी है तो उम्मीद है कि आज दोपहर तक वह अपना फैसला अदालत में सबमिट करवा देंगे। 6 साल पुराना गुरु ग्रंथ साहिब चोरी का मामला पंजाब पुलिस की SIT 6 साल पहले दर्ज हुए बेअदबी के एक मामले में डेरा प्रमुख से पूछताछ करना चाहती है। यह मामला 1 जुलाई 2015 का है, जब फरीदकोट जिले में बरगाड़ी से 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बुर्ज जवाहर सिंहवाला के गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हो गया था। 24 सितंबर 2015 को बरगाड़ी में गुरुद्वारे के पास हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले। आरोप है कि पंजाबी भाषा में लिखे इन पोस्टरों में अभद्र भाषा इस्तेमाल की गई और पावन स्वरूपों की चोरी में डेरा सच्चा सौदा का हाथ होने की बात भी लिखी गई। 12 अक्टूबर 2015 को बुर्ज जवाहर सिंहवाला की गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले। 14 अक्टूबर को फरीदकोट के गांव बहबलकलां में धरना दे रही संगत को हटाने के दौरान पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। उसी दिन कोटकपूरा में भी धरना लगाकर बैठे सिख समुदाय के लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और फायरिंग की। अब तक 5 की गिरफ्तारी बुर्ज जवाहर सिंहवाला से पावन स्वरूप चोरी होने और बहबलकलां व कोटकपूरा में हुए गोलीकांड को लेकर पुलिस ने साल 2015 में 3 अलग-अलग एफआईआर दर्ज कीं गई। इनमें पांच डेरा प्रेमियों रणदीप सिंह उर्फ नीला, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, निशान सिंह और नरिंदर कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया, जो अब जमानत पर चल रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के 3 मेंबर संदीप बरेटा, प्रदीप कलेर और हर्ष धूरी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए। इन तीनों का आज तक कोई सुराग नहीं लगा। 6 जुलाई 2019 को डेरा प्रमुख को बुर्ज जवाहर सिंहवाला से पावन स्वरूप चोरी होने के मामले में बाजाखाना थाने में दर्ज एफआईआर नंबर 62 में नामजद कर लिया गया और अब इसी केस में डेरा प्रमुख को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट लिया गया है। CBI समेत 3 SIT कर चुकी जांच साल 2015 में बेअदबी का मामला गरमा गया और 2017 के पंजाब विधानसभा के चुनाव में यह सबसे बड़ा मुद्दा बना। अब तक इस मामले की जांच CBI के अलावा पंजाब पुलिस की तीन अलग-अलग SIT कर चुकी हैं, लेकिन बेअदबी करने वाले असल दोषियों के नाम सामने नहीं आ पाए हैं। अब पंजाब सरकार की SIT ने इस मामले में पहली बार पूछताछ के लिए राम रहीम का प्रोडक्शन वारंट मांगा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो सकती है पूछताछ डेरा प्रमुख राम रहीम साल 2017 में अपने डेरे की दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में 10-10 साल की सजा होने के बाद से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसके बाद डेरा प्रमुख को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रणजीत सिंह हत्याकांड में उमकैद की सजा भी हो चुकी है और दोनों ही मामलों की सुनवाई के दौरान डेरा प्रमुख वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही कोर्ट में पेश होता रहा है। ऐसे में डेरा प्रमुख को बेअदबी केस में रोहतक से पूछताछ के लिए पंजाब लाना बहुत मुश्किल काम है। सुरक्षा एजेंसियों के अलावा दोनों राज्यों की सरकारें भी इस पर शायद ही सहमति दें। उम्मीद है कि पंजाब सरकार की SIT को रोहतक जेल में ही डेरा प्रमुख से पूछताछ करने की इजाजत मिल सकती है। ऐसा पहले भी हो चुका है। 3 मामलों में सजा काट रहा डेरा प्रमुख डेरा प्रमुख राम रहीम को अपने डेरे की दो साध्वियों के यौन शोषण, पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड और रणजीत सिंह हत्याकांड में सजा हो चुकी है। वह 2017 से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसके खिलाफ पंजाब में बेअदबी समेत कई मामले कोर्ट में चल रहे हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/delhi-ncr/news/sarma-acted-against-aayogs-instructions-and-advisory-be-more-careful-in-future-129067551.html,असम के सीएम काे चुनाव आयाेग की चेतावनी:,"असम के सीएम काे चुनाव आयाेग की चेतावनी:सरमा ने आयाेग के निर्देशाें और एडवायजरी के खिलाफ काम किया, भविष्य में अधिक सावधानी बरतें नई दिल्ली चुनाव आयाेग ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा काे उपचुनाव के प्रचार के दाैरान आचार संहिता के उल्लंघन का दाेषी माना है। चुनाव आयाेग ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा काे उपचुनाव के प्रचार के दाैरान आचार संहिता के उल्लंघन का दाेषी माना है और चेतावनी दी है। आयाेग ने अपने आदेश में कहा है कि सरमा ने आयाेग के निर्देशाें और एडवायजरी के प्रतिकूल काम किया है। आयाेग ने उनकाे भविष्य में अधिक सावधानी बरतने और आचार संहिता का पालन करने की हिदायत दी है। उपचुनाव के प्रचार के दाैरान सड़काें के निर्माण और अन्य विकास कार्याें का वादा करने काे लेकर आयाेग ने साेमवार काे उनकाे नाेटिस जारी किया था। दाे शिकायताें पर यह कार्रवाई की गई थी। सरमा ने अपने जवाब में आराेपाें से इनकार करते हुए कहा था कि जाे भी घाेषणाएं उन्हाेंने की थीं, वे ऐसी परियाेजनाओं से संबंधित हैं जाे या ताे जारी हैं या बजट में उनकी घाेषणा की जा चुकी है। काेई नई घाेषणा नहीं की गई है। कांग्रेस ने कहा- आयाेग काे सख्त कार्रवाई करनी थी कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि चुनाव आयाेग काे सरमा पर और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी। उन्हाेंने सरमा और भाजपा से चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए जनता से माफी मांगने की भी मांग की। उधर, असम कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव आयोग सचिव एनटी भूटिया ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि जब से चुनाव की घोषणा की जाती है, तब से मंत्री और अन्य प्राधिकरण किसी भी रूप में किसी भी वित्तीय अनुदान या उसके वादे या फिर सड़कों के निर्माण, पेयजल सुविधाओं के प्रावधान आदि का कोई वादा नहीं कर सकते हैं। चुनाव पैनल ने बताया कि असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया की शिकायतों के बाद सोमवार को सरमा को नोटिस दिया गया है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rahul-gandhi-attacks-on-narendra-modi-government-over-pegasus-spy-controversy-129065232.html,पेगासस केस:,"पेगासस केस:राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, पूछा- क्या PM को मिल रहा था जासूसी का डेटा; कर्नाटक में इसी के जरिए सरकार गिराई गई नई दिल्ली इजराइली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए जासूसी के मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। राहुल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बुधवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को निशाने पर लिया। उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री को जासूसी का डेटा मुहैया करवाया जा रहा था। इसे कौन और किसके लिए करवा रहा था? यह जांच का विषय है। उम्मीद है सच्चाई जल्द सामने आएगी। हम इस मामले को संसद में फिर से उठाएंगे। कर्नाटक की सरकार पेगासस का इस्तेमाल कर गिराई गई। सुप्रीम कोर्ट ने हमारे सवालों पर मुहर लगाई राहुल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जासूसी मामले की जांच के लिए कमेटी के गठन की घोषणा की है। सुप्रीम कोर्ट ने एक तरह से हमारे सवालों पर मुहर लगाई है। हमने पिछले संसद सत्र में मामले को लेकर जोरदार आवाज उठाई थी। हमने संसद तक ठप करवा दी थी। देश के लोगों की जासूसी लोकतंत्र पर सीधा हमला है। इसकी जांच होनी ही चाहिए। पेगासस का निजी इस्तेमाल अपराध है राहुल ने आगे कहा कि अगर पेगासस का इस्तेमाल आतंक के खात्मे के लिए होता तो अलग बात थी, लेकिन प्रधानमंत्री अगर इसका इस्तेमाल निजी रूप से कर रहे हैं तो यह अपराध है। कर्नाटक की सरकार पेगासस का इस्तेमाल कर गिराई गई। सरकार जासूसी के जरिए लोकतंत्र और देश की सुरक्षा पर हमला कर रही है। सरकार से सवाल करने पर वह राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर छिपने का प्रयास कर रही है। क्या यही राष्ट्रीय सुरक्षा है? गृह मंत्रालय को पूरी जानकारी राहुल ने कहा- हमने संसद सत्र के दौरान 3 सवाल पूछे थे। पहला- पेगासस को किसने खरीदा?, दूसरा-इसे भारत कौन लाया?, तीसरा- क्या इसका डेटा किसी और देश के पास भी है? राहुल ने कहा कि पूरे मामले में केंद्र सरकार लोगों को धोखा दे रही है। गृह मंत्रालय को इसकी जानकारी है, लेकिन सरकार कुछ भी बताना नहीं चाहती। इससे पहले राहुल जासूसी मामले में गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा मांग चुके है। सुप्रीम कोर्ट ने बताया मौलिक अधिकारों का हनन इससे पहले बुधवार सुबह ही सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। CJI की अध्यक्षता में तीन जजों की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि अगर नियमों के विरुद्ध जासूसी हुई है तो कोर्ट मूकदर्शक बनकर नहीं बैठ सकता। यह निजता और अभिव्यक्ति जैसे मौलिक अधिकारों का हनन है। ऐसे में हम आंख नहीं बंद कर सकते। कोर्ट ने जांच के लिए बनाई दो कमेटी अदालत ने जांच के लिए तीन लोगों की एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है, जो सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस आर वी रवींद्रन की अध्यक्षता में काम करेगी। जांच कमेटी में पूर्व IPS अफसर आलोक जोशी और इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ स्टैंडर्डाइजेशन सब-कमेटी के चेयरमैन डॉ. संदीप ओबेरॉय भी शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही तीन सदस्यीय टेक्निकल कमेटी भी बनाई गई है। इसमें साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल फोरेंसिंक के प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार चौधरी, इंजीनियरिंग के प्रोफेसर डॉ. प्रभाकरन पी और कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अश्विन अनिल गुमस्ते के नाम हैं। पेगासस विवाद क्या है? खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय ग्रुप का दावा है कि इजराइली कंपनी NSO के जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस से 10 देशों में 50 हजार लोगों की जासूसी हुई। भारत में भी 300 नाम सामने आए हैं, जिनके फोन की निगरानी की गई। इनमें सरकार में शामिल मंत्री, विपक्ष के नेता, पत्रकार, वकील, जज, कारोबारी, अफसर, वैज्ञानिक और एक्टिविस्ट शामिल हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/amarinder-said-when-his-wife-came-to-the-new-party-dont-ask-such-stupid-questions-preneet-kaur-is-congress-mp-from-patiala-129065206.html,पत्नी के नई पार्टी में आने पर बोले अमरिंदर:,"पत्नी के नई पार्टी में आने पर बोले अमरिंदर:इस तरह के मूर्खतापूर्ण सवाल न पूछो; पटियाला से कांग्रेसी सांसद हैं परनीत कौर चंडीगढ़ परनीत कौर और कैप्टन अमरिंदर सिंह। नई पार्टी बनाने पर पत्नी परनीत कौर साथ आएंगी या नहीं, इस सवाल पर पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह नाराज दिखे। उन्होंने कह दिया कि इस तरह के मूर्खतापूर्ण सवाल न पूछो। यह सवाल इसलिए उठा था क्योंकि अमरिंदर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं। उनकी पत्नी भी कांग्रेस पार्टी से पटियाला की सांसद हैं। पंजाब कांग्रेस में हुई उठापटक पर वह अमरिंदर के साथ गलत होने और इसे नवजोत सिद्धू की साजिश बता चुकी हैं। हालांकि अभी तक कांग्रेस छोड़ने को लेकर उनका कोई बयान नहीं आया है। परनीत कौर ने इतना जरूर कहा था कि अमरिंदर के साथ पार्टी ने सही बर्ताव नहीं किया। हालांकि उन्होंने कांग्रेस और सांसद पद छोड़ने से इन्कार कर दिया था। अमरिंदर की पत्नी परनीत कौर कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री रह चुकी हैं। परनीत कौर के अलावा उनकी बेटी जयइंदर कौर भी सियासी तौर पर पटियाला में सरगर्म हैं। यह भी चर्चा है कि वह चुनाव लड़ना चाहती हैं। चंडीगढ़ में पत्रकारों से बात करते कैप्टन अमरिंदर सिंह अभी तक खुलकर सामने नहीं आईं परनीत की सियासत परनीत कौर को सोनिया गांधी का करीबी माना जाता है। कांग्रेस पार्टी के भीतर भी उनका काफी सम्मान है। अमरिंदर सिंह की सीएम कुर्सी छिनने के बाद उन्होंने विरोध जरूर किया। हालांकि उन्होंने कैप्टन की तरह खुलकर कांग्रेस हाईकमान पर कोई निशाने नहीं साधे। हालांकि उन्होंने एक बार प्रेस कान्फ्रेंस कर यह जरूर कहा था कि अमरिंदर को कुर्सी से हटाने के पीछे नवजोत सिद्धू हैं। वहीं, अमरिंदर कुछ दिन पहले दिल्ली दौरे पर गए थे तो परनीत कौर के ही सांसद वाले आवास पर रुके थे। कैप्टन के कांग्रेस छोड़ नई पार्टी बनाने और उसमें साथ देने को लेकर भी उनका कोई बयान नहीं आया है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/nawab-maliks-new-allegation-international-drug-mafia-and-his-girlfriend-present-on-the-cruise-were-not-caught-by-wankhede-129064642.html,नवाब मलिक का नया आरोप:,"नवाब मलिक का नया आरोप:क्रूज ड्रग्स पार्टी में मौजूद इंटरनेशनल ड्रग माफिया और उसकी माशूका को वानखेड़े ने नहीं पकड़ा मुंबई नवाब मलिक बुधवार को मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। NCP के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने आर्यन खान ड्रग्स मामले में एक नया 'खुलासा' करते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि NCB ने टारगेट कर कुछ लोगों को पकड़ने के लिए शिप पर रेड की थी। उन्होंने वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया था, जिसे जानबूझकर जाने दिया गया। मलिक ने कहा- इसी दाढ़ी वाले माफिया ने ड्रग पार्टी का आयोजन किया था। मलिक ने कहा कि उसकी गर्लफ्रेंड की तस्वीरें भी उनके पास है, जिसमें वह बंदूक के साथ नजर आ रही है। मलिक ने कहा कि मुझे लगता है कि दाढ़ी वाले की वानखेड़े से मित्रता है। हालांकि मलिक ने मीडिया को अभी उनकी तस्वीरें और वीडियो जारी नहीं किए हैं। उन्होंने यह जरूर कहा कि हमने इसे NCB अधिकारियों को दे दिया है और अगर वे जांच नहीं करेंगे तो हम इन्हें पब्लिक कर देंगे। मलिक ने कहा कि अगर कोई आंखों पर पट्‌टी बांध ले तो उसे खोलना मेरा फर्ज है। खेल तो हो गया, लेकिन दाढ़ी वाला खिलाड़ी खुला क्यों घूम रहा है। मलिक ने यह सवाल भी उठाया कि जिस क्रूज पर पार्टी हुई, उसे क्यों छोड़ दिया गया, जबकि इस पार्टी की महाराष्ट्र सरकार से अनुमति भी नहीं ली गई थी। इसके साथ ही मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े के मालदीव दौरे की जांच हो तो सच सामने आ जाएगा। दीपिका, श्रद्धा के मामले का क्या हुआ? मलिक ने कहा, 'हम मांग करते हैं कि समीर वानखेड़े, गोसावी, प्रभाकर और समीर वानखेड़े के चालक माने की CDR रिपोर्ट जारी की जाए। मैं अभी NCB पर सवाल नहीं उठाऊंगा, क्योंकि NCB शायद हमसे चार कदम आगे है।' एक और मुद्दा यह है कि एक मामला पिछले एक साल से लंबित है। एक FIR के आधार पर दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर को सिर्फ वॉट्सऐप चैट के आधार पर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हालांकि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। इस पर भी खुलासा होना चाहिए। नवाब मलिक को बयानबाजी से दूर रखने के लिए हाईकोर्ट में अर्जी नवाब मलिक को क्रूज ड्रग्स केस में बयानबाजी से दूर रखने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है। मुंबई के बिजनेसमैन और मौलाना कौसर अली की तरफ से ये अर्जी लगाई गई है। कौसर का कहना है कि NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े भ्रष्ट नहीं हैं और वे ड्रग्स मामलों को अच्छी तरह हैंडल करते हैं। साथ ही कहा है कि नवाब मलिक के ट्वीट और बयान सिर्फ वानखेड़े और उनकी टीम को मनोबल गिरा रहे हैं। भाजपा ने कहा- निजी खुन्नस निकाल रहे नवाब इस बीच, भाजपा नेता अमित मालवीय ने नवाब मलिक पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि मलिक के दामाद को NCB ने गिरफ्तार किया था। नौ महीने बाद उनकी सितंबर में रिहाई हुई। यही वजह है कि वे समीर वानखेड़े और NCB से खुन्नस निकाल रहे हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/minister-pargats-challenge-to-amarinder-see-me-contesting-from-jalandhar-cantt-earlier-sidhus-wife-had-also-challenged-129064966.html,अमरिंदर सिंह को मंत्री परगट सिंह का चैलेंज:,"अमरिंदर सिंह को मंत्री परगट सिंह का चैलेंज:मेरे खिलाफ जालंधर कैंट से चुनाव लड़कर देख लें कैप्टन; खिलाड़ी हूं, मुकाबले से पीछे नहीं हटूंगा चंडीगढ़ कैप्टन अमरिंदर सिंह और परगट सिंह। पंजाब सरकार के मंत्री परगट सिंह ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को चैलेंज किया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन चाहें तो जालंधर कैंट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर देख लें। कैप्टन ने नवजोत सिद्धू को चुनाव में हराने की बात कही थी। जिसके जवाब में परगट ने यह बात कही। परगट सिंह ने यह भी कहा कि पंजाब में बात मुद्दों की होनी चाहिए। जिन्हें हल कर पंजाब का भला किया जा सके। लोगों को सुविधाएं मिल सकें। फिर भी अगर चुनौती है तो वो खिलाड़ी हैं। कभी मुकाबले से पीछे नहीं हटेंगे। इससे पहले सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर भी अमरिंदर को चुनौती दे चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि अमरिंदर अमृतसर ईस्ट से उनके खिलाफ चुनाव लड़कर देख लें। उन्हें पता चल जाएगा कि पंजाब में किसकी पॉपुलैरिटी ज्यादा है। नवजोत कौर सिद्धू अमरिंदर पर हमलावर रहे परगट परगट सिंह मंत्री बनने के पहले से ही अमरिंदर पर हमलावर रहे हैं। CM रहते भी वो कैप्टन पर निशाना साधते रहे। कैप्टन के खिलाफ बगावत में भी वह सबसे आगे रहे। अब मंत्री बनने के बाद उन्होंने धान खरीद में देरी का आरोप कैप्टन पर मढ़ दिया। इसके बाद जब पंजाब में BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ा तो उसके लिए भी अमरिंदर की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात को जिम्मेदार ठहराया। कैप्टन भी दे चुके परगट को जवाब कैप्टन अमरिंदर सिंह भी परगट सिंह को जवाब देने से नहीं चूकते। उन्होंने परगट को कहा था कि वो ओलिंपिक के खिलाड़ी रहे हैं। इसलिए उन्हें परगट से ईमानदारी की उम्मीद थी। हालांकि इसके बावजूद दोनों की जुबानी जंग नहीं थम रही। परगट सिंह नवजोत सिद्धू के करीबियों में से एक हैं। सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद उन्हें मनाने की जिम्मेदारी भी परगट को दी गई थी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/amarinders-press-conference-today-possible-announcement-of-new-party-will-give-report-card-for-4-and-a-half-years-former-haryana-cm-hooda-said-captain-was-and-will-be-a-friend-129064540.html,किसान आंदोलन पर अमरिंदर का बड़ा बयान:,"किसान आंदोलन पर अमरिंदर का बड़ा बयान:'कल दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करूंगा; कृषि कानूनों पर चर्चा कर हल निकालेंगे' चंडीगढ़ पंजाब के CM पद से इस्तीफा देने के डेढ़ महीने बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई पारी से पहले किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैप्टन ने कहा कि वो कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। उनके साथ खेतीबाड़ी और इसकी ट्रेडिंग से जुड़े कुछ लोग भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास कृषि कानूनों का फॉर्मूला नहीं है। हम चर्चा करेंगे, वहां से कुछ हल निकल सकता है। किसान और सरकार, दोनों चाहते हैं कि इसका कोई हल निकले। कैप्टन ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसी भी राजनेता को आंदोलन में शामिल न करने की बात कही है। ऐसे में वो वहां कैसे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में किसी भी किसान नेता से बात नहीं की है। अरूसा 16 साल से भारत आ रहीं, तब किसी को याद क्यों नहीं आई अरूसा आलम को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह सही ढंग से वीजा लेकर 16 साल से भारत आ रही हैं। इतने सालों में किसी ने नहीं पूछा। अब चुनाव आए तो यह सवाल क्यों पूछा जा रहा है। चुनाव देख इसे मुद्दा बनाया जा रहा है। कैप्टन ने कहा कि मौजूदा डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा मेरी सरकार में मंत्री थे और अरूसा तब भी यहां आई थी। तब उन्हें यह बात क्यों याद नहीं आई। अरूसा आलम के पंजाब का पैसा लेकर जाने के सवाल पर अमरिंदर ने कहा कि विरोधी बताएं कि वह पैसा कहां ट्रांसफर हुआ। इनकम टैक्स और ED को इसके बारे में बता दें। नई पार्टी पर फैसला बरकरार; EC की मंजूरी के बाद करेंगे नाम की घोषणा कैप्टन ने कहा कि वह नई पार्टी बनाएंगे। यह फैसला कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभी पार्टी के नाम और सिंबल को लेकर काम चल रहा है। इसलिए वह नाम नहीं बता सकते। इसके बारे में चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद वो घोषणा करेंगे। कैप्टन ने कहा कि वो सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। नवजोत सिद्धू का मजबूती से मुकाबला करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नवजोत सिद्धू के आने के बाद कांग्रेस की लोकप्रियता में गिरावट आई है। BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का समर्थन; सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति न करें पार्टियां कैप्टन ने पंजाब में BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से कोई राज्य पर कब्जा नहीं कर रहा। इससे संघीय ढांचे को कोई चोट नहीं लगी है। यह फैसला पंजाब के भीतर ड्रोन से हथियार और ड्रग्स की सप्लाई को रोकने के लिए है। उन्होंने पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए इसे फर्स्ट क्लास फोर्स करार दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस को BSF की मदद की जरूरत है। खालिस्तानी और पाकिस्तानी पंजाब में स्लीपर सेल के जरिए माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। कैप्टन ने इसका विरोध करने को गैर जिम्मेदाराना रवैया करार दिया। 2 महीने में क्या कर लेंगे; हमारे पास किए काम ही कर रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 2 महीने में नई आई CM चरणजीत चन्नी की सरकार कुछ नहीं कर सकती। एक बिल्डिंग बनाने में भी 4 साल लग जाते हैं। जो काम हमने पास किए, वो वही काम कर रहे हैं। लाल लकीर में आने वाले लोगों को मालिकाना हक देने का फैसला हमने किया था। स्लम एरिया में रहने वालों को मालिकाना हक देने का फैसला भी मेरी सरकार का था। हम इसे पहले ही 5 जिलों में कर चुके हैं। साढ़े 4 साल में हमने 92% वादे पूरे किए इस दौरान अमरिंदर ने साढ़े 4 साल का रिपोर्ट कार्ड दिया। उन्होंने कहा कि हमने लगभग सभी वादे पूरे किए हैं। जो रह गए, वो मार्च तक पूरे कर लेने थे। उन्होंने कहा कि जब पंजाब कांग्रेस में कलह को लेकर खड़गे कमेटी बनी तो मैंने उन्हें यह सब बताया। फिर सोनिया गांधी से मीटिंग में भी इसकी जानकारी दे दी थी। उन्होंने कहा कि हाईकमान का 18 पॉइंट का एजेंडा कोई मुद्दा ही नहीं है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के बयान ने भी पार्टी की सियासी गर्मी बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके मित्र थे, हैं और रहेंगे। नई पार्टी बनाने के बाद भी कैप्टन उनके मित्र रहेंगे। भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के बयान से भी चढ़ा था सियासी पारा। तृणमूल कांग्रेस जैसे दबदबे की कोशिश सूत्रों के मुताबिक, कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस जैसा दबदबा बनाना चाहते हैं। इसलिए उनकी पार्टी के नाम में कांग्रेस शब्द हो सकता है। वह बंगाल की तरह पंजाब में भी कांग्रेस के विकल्प के तौर पर नया संगठन खड़ा करने की कोशिश करेंगे। ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस से टूट कर अलग मजबूत संगठन खड़ा कर लिया है। यही करने की कोशिश कैप्टन कर रहे हैं। कांग्रेस में बढ़ी बेचैनी बरकरार कैप्टन अमरिंदर सिंह के नए सियासी दांव से कांग्रेस में बेचैनी बरकरार है। कैप्टन के साथ कौन-कौन से कांग्रेसी जा सकते हैं, इसको लेकर पार्टी ने टकटकी लगा रखी है। कांग्रेस के सामने कैप्टन का अगला सियासी दांव और पार्टी में बगावत और टूट रोकने की दोहरी चुनौती है। इसीलिए पार्टी के दिग्गज नेता स्थिति पर नजर बनाकर रखे हुए हैं। कैप्टन ने कहा कि उनके संपर्क में कई कांग्रेसी नेता है। वक्त आने पर इसके बारे में बताएंगे। समर्थकों को धमकाने का लगाया आरोप कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कल देर शाम कहा कि पटियाला समेत पंजाब में दूसरी जगहों पर उनके समर्थकों को धमकाया जा रहा है। विरोधी जो भी कर लें, लेकिन वह मुझे इस तरह के घटिया राजनीतिक खेल से हरा नहीं पाएंगे। जो लोग मेरे साथ हैं, वह मेरे साथ ही रहेंगे, क्योंकि वह पंजाब में शांति और डेवलपमेंट में विश्वास करते हैं। वह इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। हम पंजाब के भविष्य के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। अमरिंदर ने कहा कि पहले मुझ पर पर्सनल अटैक किया गया। अब समर्थकों को डराने का हथकंडा अपनाया जा रहा है। सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार मुस्तफा का ट्वीट सिद्धू के सलाहकार ने कसा तंज कैप्टन की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले नवजोत सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार मुहम्मद मुस्तफा ने तंज भरे लहजे में ट्वीट किया। मुस्तफा पहले भी अमरिंदर को लेकर हमला बोलते रहे हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/supreme-court-to-pronounce-order-judgment-in-pegasus-spyware-case-today-129064575.html,पेगासस जासूसी कांड की जांच होगी:,"पेगासस जासूसी कांड की जांच होगी:सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी बनाई, कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर सरकार को हर बार छूट नहीं मिल सकती नई दिल्ली पेगासस जासूसी मामले की जांच करवाने की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। अदालत ने जांच के लिए एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है, जो सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस आर वी रवींद्रन की अध्यक्षता में काम करेगी। इस कमेटी से कहा गया है कि पेगासस से जुड़े आरोपों की तेजी से जांच कर रिपोर्ट सौंपे। अब 8 हफ्ते बाद फिर इस मामले में सुनवाई की जाएगी। सरकारी पैनल बनाने की मांग खारिज सुप्रीम कोर्ट ने उस अर्जी को खारिज कर दिया है, जिसमें सरकार ने अपना एक्सपर्ट पैनल बनाने की मांग की थी। कोर्ट ने कहा है कि सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा की सिर्फ बात करने से अदालत मूकदर्शक नहीं बनी रह सकती। राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठाने पर सरकार को हर बार छूट नहीं दी जा सकती। अदालत ने यह कमेंट इसलिए किया, क्योंकि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर एफिडेविट में ज्यादा डिटेल देने से इनकार कर दिया था। अदालत ने कहा- सरकार स्थिति साफ करती तो हमारा बोझ हल्का होता कोर्ट ने ये भी कहा है कि देश के हर नागरिक की निजता की रक्षा होनी चाहिए। इस मामले में केंद्र ने जो सीमित एफिडेविट दिया है, वह साफ नहीं है और पर्याप्त नहीं हो सकता। हमने सरकार को डिटेल देने का पर्याप्त मौका दिया, लेकिन बार-बार कहने के बावजूद उन्होंने एफिडेविट में स्थिति साफ नहीं कि अब तक क्या-क्या कार्रवाई की गई है। अगर वे स्पष्ट कर देते तो हमारा बोझ कम हो जाता। कोर्ट के पैनल में पूर्व IPS भी शामिल पेगासस मामले की 3 सदस्यीय जांच कमेटी में पूर्व IPS अफसर आलोक जोशी और इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ स्टैंडर्डाइजेशन सब-कमेटी के चेयरमैन डॉ. संदीप ओबेरॉय भी शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही तीन सदस्यीय टेक्निकल कमेटी भी बनाई गई है। इसमें साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल फोरेंसिंक के प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार चौधरी, इंजीनियरिंग के प्रोफेसर डॉ. प्रभाकरन पी और कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अश्विन अनिल गुमस्ते के नाम हैं। बता दें कि पेगासस मामले में कई पत्रकारों और एक्टिविस्ट ने अर्जियां दायर की थीं। इनकी मांग थी कि सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच करवाई जाए। पिटीशनर्स ने ये भी कहा था कि मिलिट्री ग्रेड के स्पाइवेयर से जासूसी करना निजता के अधिकार का उल्लंघन है। पत्रकारों, डॉक्टर्स, वकील, एक्टिविस्ट, मंत्रियों और विपक्षी दलों के नेताओं के फोन हैक करना बोलने की आजादी के अधिकार से समझौता करना है। कोर्ट के अहम कमेंट इस मामले में कमेटी बनाने का काम पहाड़ जैसा था। हमने यह रिटायर्ड जज के विवेक पर छोड़ दिया था कि ऐसे एक्सपर्ट की मदद लें जो साइबर प्राइवेसी के विशेषज्ञ हों। निजता के अधिकार और बोलने की आजादी प्रभावित हो रही है, इसकी जांच होनी चाहिए। ऐसे आरोपों से सभी नागरिक प्रभावित होते हैं। प्राइवेसी सिर्फ पत्रकारों और पॉलिटिशियंस का मुद्दा नहीं बल्कि हर व्यक्ति के अधिकार की बात है। सभी फैसले संविधान के मुताबिक होने चाहिए। दूसरे देशों द्वारा लगाए गए आरोपों और विदेशी पार्टियों के शामिल होने को गंभीरता से लिया गया है। हो सकता है कि कोई विदेशी अथॉरिटी, एजेंसी या प्राइवेट संस्था देश के नागरिकों को सर्विलांस पर डालने में शामिल रही हो। आरोप है कि केंद्र या राज्य सरकारें नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन करना चाहती हैं। पेगासस विवाद क्या है? खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय ग्रुप का दावा है कि इजराइली कंपनी NSO के जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस से 10 देशों में 50 हजार लोगों की जासूसी हुई। भारत में भी 300 नाम सामने आए हैं, जिनके फोन की निगरानी की गई। इनमें सरकार में शामिल मंत्री, विपक्ष के नेता, पत्रकार, वकील, जज, कारोबारी, अफसर, वैज्ञानिक और एक्टिविस्ट शामिल हैं। पेगासस काम कैसे करता है? साइबर सिक्योरिटी रिसर्च ग्रुप सिटीजन लैब के मुताबिक, किसी डिवाइस में पेगासस को इंस्टॉल करने के लिए हैकर अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। एक तरीका ये है कि टारगेट डिवाइस पर मैसेज के जरिए एक “एक्सप्लॉइट लिंक” भेजी जाती है। जैसे ही यूजर इस लिंक पर क्लिक करता है, पेगासस अपने आप फोन में इंस्टॉल हो जाता है। 2019 में जब वॉट्सऐप के जरिए डिवाइसेस में पेगासस इंस्टॉल किया गया था, तब हैकर्स ने अलग तरीका अपनाया था। उस समय हैकर्स ने वॉट्सऐप के वीडियो कॉल फीचर में एक कमी (बग) का फायदा उठाया था। हैकर्स ने फर्जी वॉट्सऐप अकाउंट के जरिए टारगेट फोन पर वीडियो कॉल किए थे। इसी दौरान एक कोड के जरिए पेगासस को फोन में इंस्टॉल कर दिया गया था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/sidhu-adamant-on-the-removal-of-dgp-and-ag-raised-the-issue-even-before-the-congress-high-command-rahul-gandhi-called-deputy-cm-randhawa-to-delhi-129064667.html,DGP और AG को हटाने पर अड़े सिद्धू:,"DGP और AG को हटाने पर अड़े सिद्धू:कांग्रेस हाईकमान के आगे भी उठाया मुद्दा; राहुल गांधी ने डिप्टी CM रंधावा को दिल्ली बुलाया चंडीगढ़ नवजोत सिद्धू। पंजाब में DGP इकबालप्रीत सहोता और एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल को हटाने को लेकर नवजोत सिद्धू अब भी अड़े हुए हैं। मंगलवार को सिद्धू ने दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की। यहां सिद्धू ने स्पष्ट कहा कि पंजाब के DGP और AG को हटाना होगा। श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी पंजाब में भावनात्मक मुद्दा है। इन दोनों की नियुक्तियों की वजह से कांग्रेस पर सवाल उठ रहे हैं। सिद्धू की मांग को देखते हुए अब राहुल गांधी ने डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा को दिल्ली तलब कर लिया है। रंधावा के पास गृह मंत्रालय भी है। जहां उनकी मीटिंग चल रही है। रंधावा इन दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम पर बयान को लेकर भी सुर्खियों में हैं। जिसको लेकर भी सिद्धू ने विरोध जताया था कि हमें पंजाब के असली मुद्दों पर लौटना चाहिए। सिद्धू से बिगड़े रंधावा के रिश्ते, अरूसा को लेकर भी चर्चा में डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा के नवजोत सिद्धू से रिश्ते बिगड़े हुए हैं। कैप्टन के CM रहते रंधावा सिद्धू के साथ डटे रहे। हालांकि सरकार में बदलाव होते ही अब उनके रिश्तों में तल्खी आ गई है। संभव है कि यह मुद्दा भी सिद्धू ने दिल्ली उठाया हो। इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र अरूसा आलम की ISI कनेक्शन जांच का बयान भी रंधावा ने ही दिया था। जिस वजह से अरूसा को लेकर मचे घमासान में कैप्टन ने सोनिया गांधी को भी घसीट लिया। माना जा रहा है कि इससे भी कांग्रेस नेतृत्व नाखुश है। जिसे लेकर राहुल गांधी उनसे चर्चा कर सकते हैं। नियुक्तियों को लेकर दिया था सिद्धू ने इस्तीफा नवजोत सिद्धू ने पंजाब में DGP और AG की नियुक्ति को लेकर ही इस्तीफा दिया था। सिद्धू का तर्क है कि DGP सहोता ने बेअदबी की पहली जांच में बादल सरकार को क्लीन चिट दी थी। वहीं, एडवोकेट जनरल बेअदबी से जुड़े गोलीकांड मामले में आरोपी पूर्व DGP सुमेध सैनी और बाकी पुलिस अफसरों के वकील रह चुके हैं। उन्हें जमानत दिलवा चुके हैं। ऐसे में इनकी नियुक्ति पंजाबियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। इस्तीफा वापस लेने की बात नहीं कह रहे सिद्धू इसके बाद सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के प्रधान पद से अचानक इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि सिद्धू प्रधान बने रहेंगे। सिद्धू उसी अंदाज में काम भी कर रहे हैं। हालांकि अभी तक उन्होंने सार्वजनिक तरीके से इस्तीफा वापस लेने की बात नहीं की है। इसको लेकर कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें कहा भी था लेकिन सिद्धू नियुक्तियों को लेकर झुकना नहीं चाहते।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/aryan-drugs-case-ncb-officer-sameer-wankhede-on-ncp-nawab-malik-over-wankhede-caste-mumbai-police-129064528.html,विवाद में नया एंगल:,"विवाद में नया एंगल:नवाब मलिक V/S समीर वानखेड़े की तनातनी में मुंबई पुलिस की भी एंट्री, 6 शिकायतों पर शुरू करेगी जांच मुंबई मुंबई पुलिस ने भी क्रूज ड्रग्स केस के सिलसिले में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक और NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप में एंट्री करने की तैयारी कर ली है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस पूरे मामले की जानकारी रखने वाले मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि इस सिलसिले में 6 शिकायतें मिली हैं। इन पर जांच शुरू की जाएगी। 4 शिकायत NCB अफसरों और दो मलिक के खिलाफ हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 6 में से 4 शिकायत में वानखेड़े या अन्य NCB अफसरों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, जबकि दो शिकायत NCP नेता नवाब मलिक के खिलाफ हैं। मलिक के खिलाफ शिकायतों में उन पर समीर वानखेड़े का धर्म पब्लिक डोमेन में लाकर सोशल हार्मनी बिगाड़ने और साथ ही ट्रायल कोर्ट जज और वानखेड़े को डराने-धमकाने की भी कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। ACP लेवल का अफसर करेगा जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, इन सभी शिकायतों की जांच एक असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (ACP) लेवल के अधिकारी को सौंपी जाएगी। जांच में सबूत मिलने पर हम एक औपचारिक FIR दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। ऐसी हैं शिकायतें पहली शिकायत BJP के विधायक अतुल भातखलकर ने कुर्ला पुलिस स्टेशन में की है, जिसमें नवाब मलिक पर NCB जांच में धार्मिक एंगल लाने की कोशिश का आरोप लगाया गया है। दूसरी शिकायत मलाड पुलिश स्टेशन में मलिक व अज्ञात लोगों के खिलाफ की गई है, जिसमें ट्रायल कोर्ट के जज व वानखेड़े को धमकाने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। एक शिकायत प्रभाकर सैल की तरफ से है, जो क्रूज ड्रग्स केस में पंच गवाह है, सैल ने ही वानखेड़े पर इस मामले में रिश्वत लेने के आरोप लगाए हुए हैं। मलिक ने लगाया है वसूली का आरोप नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और नवाब मलिक के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। मलिक ने मंगलवार को NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ 26 आरोपों की चिट्ठी मीडिया के सामने रखी। मलिक ने दावा किया है कि यह चिट्ठी NCB के एक अधिकारी ने उन्हें भेजी थी। मलिक ने यह भी कहा कि वानखेड़े ने बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस से मोटा पैसा कमाया है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/akali-furious-over-video-leak-congress-government-making-sidhu-the-hero-of-all-party-meeting-on-bsf-issue-release-full-footage-cm-channi-129064574.html,सिद्धू का वीडियो लीक:,"सिद्धू का वीडियो लीक:भड़के अकाली बोले- BSF मुद्दे पर पार्टी प्रधान को हीरो बना रही कांग्रेस; पूरी फुटेज जारी करें CM चन्नी चंडीगढ़ सिद्धू ने खुद यह वीडियो ट्वीट किया था। BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के लिए बुलाई सर्वदलीय मीटिंग को लेकर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है। नवजोत सिद्धू ने मीटिंग में रखे अपने पक्ष का वीडियो जारी कर दिया। जिससे शिरोमणि अकाली दल (बादल) भड़क गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सिर्फ पंजाब कांग्रेस प्रधान का वीडियो लीक किया है। जो निंदनीय है। यह मीटिंग पंजाब सरकार ने बुलाई थी। पार्टी प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि वह CM चरणजीत चन्नी से मांग करते हैं कि मीटिंग की पूरी वीडियो मीडिया को दी जाए। इससे पता चलेगा कि इस मुद्दे पर किस पार्टी ने क्या कहा है?। अकाली दल ने इशारों में सिर्फ सिद्धू को ही कांग्रेस पार्टी की सरकार द्वारा हीरो बनाने की कोशिश करार दिया है। अकाली दल ने जताया ऐतराज। सर्वसम्मति से पास हुआ था प्रस्ताव पंजाब में BSF का अधिकार क्षेत्र बॉर्डर से 15 से 50 किमी बढ़ाने को लेकर खूब सियासत हो रही है। विपक्ष ने सीएम चन्नी की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात को इसका जिम्मेदार ठहराया। इसके जवाब में सीएम चन्नी ने सर्वदलीय मीटिंग बुला ली। इस मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट नहीं किया गया। बाद में सीएम चन्नी और प्रधान सिद्धू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि सभी दलों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करके बीएसएफ का अधिकार बढ़ाने का विरोध किया है। जल्द ही इस बारे में विधानसभा सेशन बुलाया जाएगा। इसका लाइव टेलीकास्ट किया जा सकता है। सिद्धू के ट्वीट करने के बाद बढ़ा बवाल बीएसएफ के मुद्दे पर बंद कमरे में सर्वदलीय मीटिंग हुई थी। जिसमें मीडिया को भी आने की इजाजत नहीं दी गई। इसके कुछ वक्त बाद सिद्धू ने मीटिंग में रखी अपनी बातों का वीडियो ट्वीट कर दिया। जिसमें सिद्धू ने खुलकर केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध किया। इसके बाद अकाली दल ने मोर्चा खोल दिया।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/times-now-reaction-on-kangana-ranaut-controversy-freedom-after-2014-remark-twitter-user-hits-back/1916761/,"कंगना के ‘भीख में’ बयान के दो दिन बाद चैनल ने जताया विरोध, लोग करने लगे ऐसे कमेंट","कंगना रनौत के भीख में आजादी मिलने के बयान पर अब उस चैनल ने विरोध जताया है, जिसके कार्यक्रम में उन्होंने ये बात कही थी। चैनल ने ये विरोध कंगना के बयान के दो दिन बाद जताया है, जिसके बाद से लोग इसकी तीखी आलोचना कर रहे हैं। दरअसल कंगना ने न्यूज चैनल टाइम्स नॉउ को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जो आजादी हमें मिली, वह तो भीख थी। असली आजादी तो साल 2014 में मिली है। कंगना के इस बयान के बाद से हंगामा मच गया और लोग इसकी कड़ी आलोचना करने लगे। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इस बयान के लिए कंगना और चैनल दोनों की आलोचना की थी। भाजपा के कुछ नेता भी इस बयान के विरोध में उतर आए थे और इसे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बताया था। अब जाकर चैनल ने इस बयान से दूरी बना ली है। चैनल की तरफ से कहा गया है कि कंगना रनौत यह सोच सकती हैं कि भारत को 2014 में आजादी मिली, लेकिन इसका समर्थन कोई भी सच्चा भारतीय नहीं कर सकता। यह उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी, ताकि वर्तमान पीढ़ी लोकतंत्र के स्वतंत्र नागरिकों के रूप में स्वाभिमान और गरिमा का जीवन जी सके। दो दिन पर चैनल के विरोध जताने पर आम लोग के साथ-साथ पत्रकार और नेता भी इसकी आलोचना कर रहे हैं। ट्विटर यूजर सारिका (@Sarika4178) ने लिखा- बहुत छोटी! बहुत देर हो गई। पत्रकार दीपक शर्मा (@DeepakSEditor) ने कहा- “बड़ी देर लगा दी आपके सम्पादकीय मंडल ने सफाई देने में। सच ये है कि आपके एंकर,आपके चैनल हेड, कंगना जैसों के साथ उस टीम का हिस्सा हैं, जो पिछले सात साल से ये प्रचारित कर रहे हैं कि देश को आजादी 2014 के बाद मिली। सच ये भी है कि आपको सफाई देने का भी अब नैतिक अधिकार नहीं है! कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत (@SupriyaShrinate) ने लिखा- इसने देश को आक्रोशित होने दिया और इस स्टैंड के लिए 48 घंटे का समय लिया। इंटरव्यू के दौरान उनके संपादक ने इस अपमान पर कोई आपत्ति भी नहीं की। यह उनके मानकों से भी एक नया निम्न था”। मिताली मुखर्जी (@MitaliLive) ने कहा- “मुझे लगता है कि एंकर के हाथ से माइक गिर गया था (बिल्कुल हैदराबाद में उस सेलफोन की कहानी की तरह) इसलिए वह इसे चेक या ठीक नहीं कर सकी। पूरे शो के दौरान”। गौरव गोगोई (@GauravGogoiAsm) ने लिखा- “भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बयान का अपमान टाइम्स नाउ के मंच द्वारा बढ़ाया गया था। चैनल के मुख्य एंकर द्वारा सराहा गया। दोनों को अपने समर्थन के लिए माफी मांगनी चाहिए। साथ ही गृह मंत्री को यह बताना चाहिए कि भारतीय करदाता इस अभिनेत्री की जेड सुरक्षा के लिए भुगतान क्यों कर रहे हैं”। वहीं पत्रकार अभिसार शर्मा ने इसे शर्मनाक करार दिया है। बता दें कि कंगना के खिलाफ इस बयान के कई मामले भी दर्ज हो चुके हैं। अभिनेत्री की तरफ से अभी तक इस बयान को लेकर कोई सफाई या प्रतिक्रिया नहीं आई है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/utility-news/7th-pay-commission-good-news-for-3-lakh-57-thousand-teachers-of-bihar-15-percent-salary-increase-from-april-1-2021/1916729/,7th Pay Commission: बिहार के 3.5 लाख शिक्षकों के लिए खुशखबरी! 1 अप्रैल से 15 फीसद सैलरी में इजाफा; खाते में आएगी मोटी रकम,"बिहार सरकार ने प्रदेश के पंचायती राज और नगर निकायों के प्रारंभिक विद्यालयों से लेकर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत साढ़े तीन लाख शिक्षकों तथा पुस्तकालयाध्यक्षों के सैलरी में बढ़ोतरी की है। इनकी सैलरी में 15 प्रतिशत का इजाफा किया गया है, जो कि 1 अप्रैल 2021 से लागू होगा। यह रकम एक जनवरी 2022 को खाते में भेजा जाएगा। जानकारी के अनुसार अभी बढ़े हुए वेतन का कैलकुलेटर तैयारी किया जाएगा। जिसमें महंगाई भत्‍ते की भी बढ़ोतरी जुड़ी हो सकती है। एक अप्रैल 2021 से 15 फीसदी वेतन वृद्धि सरकार के शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त 2020 को जारी किया था। जिसे लागू करने के लिए शुक्रवार को शिक्षा विभाग ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिया। शिक्षा विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज ने आदेश आदेश जारी करते हुए जानकारी दी कि एक अप्रैल, 2021 के प्रभाव से शिक्षकों के मूल वेतन में 15 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इस आदेश के तहत कहा गया कि कर्मचारियों को राज्‍य के अनुसार बढ़ा महंगाई भत्‍ता, किराया भत्‍ता व चिकित्‍सा भत्‍ता भी दिया जाएगा। साथ ही ग्रेड पे वेतन वृद्धि का नियम भी लागू होगा। एक जनवरी से मिलेगा लाभ शिक्षकों के बढ़े हुए वेतन का लाभ एक जनवरी 2022 को मिल पाएगा। बढ़ोतरी का लाभ मिलने के बाद 2 साल पूरा कर चुके प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन तकरीबन 3000 से लेकर करीब 4000 रुपए तक बढ़ जाएगा। जारी आदेश में एक से लेकर 18 साल तक की सेवा वाले अप्रशिक्षित, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों का पे मैट्रिक्स घोषित किया गया है, जिसके अनुसार शिक्षकों के वेतन में 1.15 गुने का इजाफा हुआ है। वेतन निर्धारण के लिए तैयार हो रहा ऑनलाइन कैलकुलेटर शिक्षा विभाग राज्य के साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों व पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन का निर्धारण ऑनलाइन कैलकुलेटर के तहत किया जाएगा। नया आनलाइन कैलकुलेटर तैयार कराया जा रहा है, ताकि यह कार्य पारदर्शी एवं त्वरित गति से कराया जा सके। बता दें कि 12 नवंबर 2021 को पे- मैट्रिक्‍स जारी की गई है, वेतन वृद्धि का निर्धारण इसी के अनुसार की जाएगी।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/mp-govt-want-rename-habibganj-railway-station-which-will-inaugurated-on-monday-by-pm-modi-rani-kamlapati/1916719/,"जिस रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने वाले हैं मोदी, राज्य सरकार ने की नाम बदलने की मांग, जानें कौन हैं रानी कमलापति","मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने उस रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग की है, जिसका उद्घाटन पीएम मोदी करने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नए हबीबगंज रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे। 100 करोड़ की लागत से स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। उद्घाटन से कुछ दिन पहले, मध्यप्रदेश सरकार ने इस सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र भेजा, जिसमें हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम क्षेत्र की 18 वीं शताब्दी की गोंड रानी, रानी कमलापति के नाम पर रखने की मांग की गई है। प्रस्ताव के पीछे का कारण बताते हुए मध्य प्रदेश सरकार के पत्र में कहा गया है कि स्टेशन का नाम बदलने से रानी कमलापति की विरासत और बहादुरी का सम्मान होगा। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने इसे मंजूर भी कर लिया है। रानी कमलापति गिन्नौरगढ़ के मुखिया निजाम शाह की विधवा गोंड शासक थीं। गोंड समुदाय में 1.2 करोड़ से अधिक आबादी वाला भारत का सबसे बड़ा आदिवासी समूह शामिल है। भाषाई रूप से, गोंड द्रविड़ भाषा परिवार की दक्षिण मध्य शाखा के गोंडी-मांडा उपसमूह से संबंधित है। यह पत्र भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की उस मांग के बाद आया है जिसमें उन्होंने स्टेशन का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की बात कही थी। हबीबगंज रेलवे स्टेशन के अलावा, ठाकुर ने इस्लामपुरा का नाम जगदीशपुरा, ईदगाह का नाम गुरु नानक टेकरी और भोपाल के पास एक शहर ओबैदुल्लागंज का नाम बदलकर शिवपुर करने की मांग की है। यह स्टेशन 1905 में ब्रिटिश सरकार ने बनवाया था। तब इसका नाम शाहपुर हुआ करता था। इसके बाद जब स्टेशन का विस्तार हुआ तो नवाब हबीबउल्ला ने इसके लिए जमीन दी थी, जिसके बाद से ये स्टेशन हबीबगंज कहलाया। अब एक बार फिर से इसका नाम बदलने की तैयारी हो रही है। इस उद्घाटन के बाद यह स्टेशन देश का पहला वर्ल्ड क्लास स्टेशन हो जाएगा। हबीबगंज रेलवे स्टेशन को पब्लिक-प्राइवेट पाटर्नशीप तहत विकसित किया गया है। इसे बंसल समूह ने बनाया है। इसका निर्माण जर्मनी के हीडलबर्ग रेलवे स्टेशन की तर्ज पर किया गया है। एमपी से पहले उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर प्रयागराज और मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/crime-news-hindi/kasganj-altaf-custodial-death-national-minorities-commission-panel-seeks-probe-report-from-yogi-govt/1916701/,"कासगंजः पुलिस कस्टडी में हुई मौत पर अल्पसंख्यक आयोग गंभीर, योगी सरकार से मांगी जांच की रिपोर्ट","यूपी पुलिस की कस्टडी में हुई अल्ताफ की मौत पर अब अल्पसंख्यक आयोग ने योगी सरकार से जांच, रिपोर्ट की मांग की है। पुलिस के अनुसार कासगंज में अल्ताफ नाम के युवक ने बाथरूम में नल से लटकर जान दे दी। हालांकि पुलिस की ये थ्योरी पूरी तरह से सवालों के घेरे में है। इस मामले पर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट पर ध्यान देते हुए, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पैनल ने राज्य से 15 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है। 11 नवंबर को भेजे एक नोटिस में पैनल ने कहा कि उसने “पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित रिपोर्ट का संज्ञान लिया है”, और जांच रिपोर्ट मांगी “ताकि इसे आयोग के सामने रखा जा सके”। आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया- “हमने मुख्य सचिव और डीजीपी दोनों से रिपोर्ट मांगी है और उन्हें हिरासत में मौत पर 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है।” कासगंज के कोतवाली पुलिस स्टेशन के पांच पुलिसकर्मियों को इस घटना को लेकर निलंबित कर दिया गया है। पुलिस का दावा है कि युवक अल्ताफ ने मंगलवार को अपने जैकेट के हुड से शौचालय में पानी के पाइप का उपयोग करके फांसी लगा ली थी। पुलिस की ये थ्योरी इसलिए सवालों के घेरे में है क्योंकि जो पाइप जमीन से सिर्फ दो फीट की दूरी पर है, उससे कोई कैसे लटक कर जान दे सकता है। मृतक अल्ताफ को एक हिंदू परिवार की शिकायत पर पूछताछ के लिए पुलिस ने उठाया था। युवक पर इस परिवार ने अपनी 16 वर्षीय बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने कहा कि अल्ताफ को शौचालय में मिलने पर वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कासगंज के एसपी रोहन बोरत्रे प्रमोद ने कहा- दसवीं कक्षा की छात्रा लापता है। उसे खोजने के लिए टीमें बनाई गई हैं और हम सबूत जुटा रहे हैं। नाबालिग को जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा”। शुक्रवार शाम तक कासगंज पुलिस को अल्ताफ के परिवार से घटना के संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली थी। अधिकारियों ने कहा कि मौत की विभागीय जांच और मजिस्ट्रेट जांच एक साथ की जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच अधिकारी घटना के समय थाने में मौजूद लोगों के बयान दर्ज करेंगे, जिसमें एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है जो लॉकअप में था। हिरासत में मौत पर विपक्षी दलों ने कड़ी निंदा की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने यूपी में मानवाधिकार उल्लघंन के रिकॉर्ड पर सवाल उठाते हुए कहा कि कानून और व्यवस्था पूरी तरह से अव्यवस्थित है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/opposition-slams-modi-govt-over-appointment-of-new-rajya-sabha-secretary-general-pc-mody-ppk-ramacharyulu-removal-issue/1916680/,"नियुक्ति के दो महीने बाद ही राज्यसभा से सेक्रेटरी जनरल को दिखा दिया गया बाहर का रास्ता, विपक्ष ने उठाए सवाल","राज्यसभा के जनरल सेक्रेटरी को अचानक से हटाने पर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो गया। राज्यसभा महासचिव डॉ.पीपीके रामाचार्युलु की नियुक्ति दो महीने पहले ही हुई थी। अब उन्हें सरकार ने इस पद से हटा दिया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व आईआरएस अधिकारी पीसी मोदी को राज्यसभा के महासचिव के रूप में अब नियुक्त किया गया है। विपक्ष ने पीपीके रामाचार्युलु को हटाने के कारणों को सरकार से बताने की मांग की है। रामाचार्युलु ने एक सितंबर को राज्यसभा के महासचिव के रूप में पदभार संभाला था। वह उस पद पर पहुंचने वाले पहले राज्यसभा सचिवालय के अधिकारी थे। अब उन्हें हटा दिया गया है और उन्हें “सलाहकार” के रूप में नियुक्त किया गया है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया- “यह आश्चर्यजनक और चौंकाने वाला है। जब सत्र पहले ही बुलाया जा चुका था, तो अचानक यह फैसला क्यों लिया गया, इसके क्या कारण हैं? इसके पीछे क्या उद्देश्य और मंशा है, हमें यह पता लगाना होगा”। खड़गे ने आगे मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा- “क्या उन्होंने भारत के उपराष्ट्रपति से परामर्श किया है जो सदन के अध्यक्ष भी हैं, हम नहीं जानते। वह भी हमें पता लगाना होगा। उन्होंने इतनी जल्दी में एक नया महासचिव क्यों नियुक्त किया है? उन्होंने रामाचार्युलु की जगह क्यों ली, जिन्हें सिर्फ दो महीने पहले नियुक्त किया गया था, जब उनके हस्ताक्षर से सत्र बुलाया गया था”? राज्यसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप जयराम रमेश ने ट्वीट कर इस फैसले की ओलोचना की है। उन्होंने कहा-“बिल्कुल आश्चर्य नहीं हुआ। डॉ पीपीके रामाचार्युलु पूरी तरह से पेशेवर, गैर-पक्षपातपूर्ण और इस पद के लिए पूरी तरह से योग्य हैं।” तृणमूल कांग्रेस और राजद ने भी सरकार के इस फैसले पर आश्चर्य जताया है। तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक सुखेंदु शेखर रॉय ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह पता नहीं है कि मुश्किल से 73 दिन पहले नियुक्त किए गए एक व्यक्ति को अचानक एक आईआरएस अधिकारी से क्यों बदल दिया गया। राज्यसभा में राजद के नेता मनोज झा ने कहा कि मुझे यह बहुत विचित्र लगता है। रामाचार्युलु एक भी सत्र में शामिल नहीं हो सके क्योंकि उनकी नियुक्ति अंतिम सत्र समाप्त होने के बाद की गई थी। और एक इस सत्र से पहले सरकार किसी नए को लेकर आ गई है, यह सवाल उठाता है। नवनियुक्त राज्यसभा महासचिव मोदी, 1982 बैच के भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हैं और इसी साल मई में सीबीडीटी अध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें फरवरी 2019 में अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इन पर कई संगीन आरोप भी लगे हैं। जून 2019 में, मुम्बई के मुख्य आयकर आयुक्त ने पीसी मोदी के खिलाफ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से एक शिकायत की थी। जिसमें अधिकारी ने “संवेदनशील मामले” को दफनाने के लिए उन्हें “चौंकाने वाले” निर्देश के रूप में बताया था। इस शिकायत को मुख्य आयुक्त द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय और कैबिनेट सचिवालय को भी भेजा गया था। यह भी आरोप लगाया गया कि सीबीडीटी अध्यक्ष ने मुख्य आयुक्त को सूचित किया था कि उन्होंने एक विपक्षी नेता के खिलाफ “सक्सेसफुल सर्च” कार्रवाई के कारण अपना पद “सुरक्षित” कर लिया है। संपर्क किए जाने पर मोदी टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके। शिकायत के दो महीने बाद, उन्हें सरकार द्वारा एक साल का विस्तार दिया गया और बाद में उन्हें प्रमुख कर निकाय के प्रमुख के रूप में दो और विस्तार दिए गए।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/punjab-govt-decided-to-help-2-lakh-rs-for-arrested-accused-of-red-fort-violence-after-farmers-tractor-rally/1916684/,"लालकिला हिंसा के बाद गिरफ्तार आरोपियों पर मेहरबान पंजाब सरकार, 2 लाख रुपये की मदद का ऐलान","राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा के बाद जिन 83 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, पंजाब सरकार उन लोगों पर मेहरबानी दिखा रही है। पंजाब की चन्नी सरकार ने उन आरोपियों की आर्थिक मदद करने का फैसला किया है। इस फैसले से राज्य सरकार औऱ केंद्र के बीच एक नया विवाद खड़ा हो सकता है। बीते एक साल से पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिया जाए क्योंकि इससे खेती भी प्राइवेट कंपनियों के हाथ में चली जाएगी। हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि ये तीनों कानून कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए लाए गए हैं औऱ इससे किसानों को फायदा पहुंचेगा। किसान सरकार के किसी अन्य प्रस्ताव को मानने से इनकार कर रहे हैं। 26 जनवरी के मौके पर दिल्ली पुलिस ने कुछ खास रास्तों से ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाज़त दी थी। यह फैसला किसानों और पुलिस के बीच बातचीत के बाद लिया गया था। हालांकि कई ट्रैक्टर बैरिकेड तोड़कर गलत रास्ते से दिल्ली में प्रवेश कर गए। ट्रैक्टर का एक झुंड लालकिले तक पहुंच गया जहां जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हुई। वहीं कुछ प्रदर्शनकारियों ने लालकिले पर अपना झंडा फहरा दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने कई लोगों की गिरफ्तारी की थी। अब चन्नी सरकार ने ऐलान किया है कि जिन्हें लालकिले की घटना के बाद गिरफ्तार किया गया था, राज्य सरकार उन्हें मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने और किसानों के समर्थन में हमने उन सभी लोगों को 2 लाख रुपये देने का फैसला किया है जिन्हें दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के बाद गिरफ्तार किया था।’ बता दें कि 26 जनवरी के खास मौके पर राजधानी दिल्ली में इस तरह का ‘हुड़दंग’ इससे पहले कभी नहीं देखा गया। लालकिला परिसर में पहुंचे बेकाबू प्रदर्शनकारी 15 फीट की प्राचीर फांद रहे थे। उधऱ पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर रही थी। लाठी भांजी जा रही थी। बाद में पुलिसवालों को अपनी जानबचाकर छिपना पड़ गया।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/even-bjp-will-not-defeat-in-up-election-if-congress-sp-and-bsp-come-together-said-amit-shah-in-varanasi-cm-yogi/1916656/,"वाराणसी की बड़ी बैठक में बोले अमित शाह- कांग्रेस, एसपी, बीएसपी मिलकर भी नहीं हरा सकती चुनाव, योगी की जमकर तारीफ","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भाजपा नेताओं के साथ बैठक में सीएम योगी की जमकर तारीफ की। सभी विधानसभी सीटों के प्रभारियों के साथ मीटिंग में शाह ने कहा कि कांग्रेस, एसपी और बीएसपी एक भी हो जाएं, तब भी भाजपा चुनाव नहीं हारेगी। यह बैठक वाराणसी में हुई थी। शाह यूपी के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को बनारस पहुंचे थे। जहां उन्होंने अगले विधासभा चुनाव के लिए तैयारियों का जायजा लिया। बैठक में शामिल पार्टी के एक नेता ने कहा कि शाह ने सभा में कहा कि भले ही कांग्रेस, सपा और बसपा एक साथ आ जाएं, लेकिन वे भाजपा को नहीं हरा पाएंगे। सूत्रों के अनुसार, शाह ने कानून व्यवस्था, माफिया के खिलाफ कार्रवाई और महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर योगी सरकार की प्रशंसा की। शाह ने कहा कि जहां हर सरकार सत्ता विरोधी लहर का सामना करती है, वहीं आदित्यनाथ सरकार के पक्ष में सत्ता समर्थक मूड कहीं ज्यादा मजबूत है। सूत्रों ने कहा कि शाह ने बताया कि 2022 के यूपी चुनाव के परिणाम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा कि सभी की निगाहें यूपी पर हैं, क्योंकि दिल्ली में जीत का रास्ता इसी राज्य से होकर गुजरता है। 2017 में बीजेपी और उसके सहयोगियों ने विधानसभा की 325 सीटें जीती थीं। इस दौरान शाह ने पार्टी की राज्य इकाई से बड़ी जीत की दिशा में काम करने को कहा। बैठक के बारे में बताते हुए पार्टी के एक नेता ने कहा- “बैठक का फोकस विधानसभा चुनावों के लिए विशेष रूप से बूथ स्तर पर संगठनात्मक मजबूती पर था। हमें प्रत्येक बूथ पर 100 नए सदस्यों को पंजीकृत करने और पहली बार के मतदाताओं से जुड़ने के लिए कहा गया है। सूत्रों के अनुसार शाह ने कुछ निर्वाचन क्षेत्रों के प्रभारी से बात की और संगठनात्मक कार्यों पर उनकी राय मांगी। उन्होंने राज्य के नेताओं से सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपने को कहा है। हालांकि चुनावों की घोषणा होनी बाकी है, लेकिन प्रभारी को अपने निर्धारित निर्वाचन क्षेत्रों में काम शुरू करने के लिए कहा गया है। शाह की इस बैठक में शामिल पार्टी के एक नेता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने जिन्ना पर टिप्पणी को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से करके ईमानदारी की कमी दिखाई है। उन्होंने यह भी कहा कि बसपा और कांग्रेस कमजोर हैं, और भले ही तीनों दल एक साथ आ जाएं, वे भाजपा को नहीं हरा सकते हैं”। इस बैठक को सीएम आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया। शनिवार को शाह और आदित्यनाथ आजमगढ़ में एक राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे और वहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे। शाह बाद में एक खेल आयोजन का उद्घाटन करने के लिए बस्ती का दौरा करेंगे और दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले गोरखपुर भी जाएंगे।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/conflict-of-queens-in-princely-families-will-bring-new-results-in-amethi-assembly-elections/1916642/,यूपी चुनाव 2022: क्‍या अमेठी की रानी ल‍िख पाएंगी जीत की कहानी?,"यूपी में तमाम पार्ट‍ियां और नेता चुनावी गुणा-भाग में जुड़ गए हैं। अमेठी भी अपवाद नहीं है। यहां रजवाड़े से जुड़ी हस्‍त‍ियां सत्तर साल से राजनीति में हैं और अलग-अलग पार्ट‍ियों से जुड़ कर 1952 से अब तक 9 बार विधायक और 5 बार सांसद के साथ राज्य और केंद्र की सरकारों मेंं मंत्री तक बन चुकी हैं। अमेठी रजवाड़े के राजा रणंजय सिंह 1952 के पहले चुनाव में निर्दल विधायक चुने गए थे। इसके बाद 1969 में जनसंघ और 1974 में तीसरी दफा कांग्रेस से विधायक बने थे। इस बीच 1962 से 1967 तक अमेठी से कांग्रेस के सांसद थे। राजा रणंजय सिंह कभी चुनाव हारे नहीं थे। लेकिन उनके बेटे डॉ संजय सिंह और बहू डॉ अमिता सिंह चुनावी हार का स्‍वाद चख चुके हैं। राजा रणंजय सिंह की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के ल‍िए डॉ संजय सिंह 1977 में संजय गांधी के साथ राजनीति में गए थे। संजय गांधी 1977 में अमेठी से लोकसभा का चुनाव हार गए थे। इसके बाद 1980 के लोकसभा चुनाव में संजय गांधी अमेठी से पहली व आखिरी बार सांसद चुने गए। उसी दौर में डॉ संजय सिंह अमेठी से पहली दफा विधायक चुने गए थे। सिंह को विधानसभा के पहले चुनाव में 1.21 लाख वोट मिले थे। इसके बाद 1985 में वह विधायक बने थे, लेकिन 1989 के विधानसभा चुनाव में मतदान के दिन शाम को संजय सिंह के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियों से हमला हो गया था। वे इलाज के लिए लंदन चले गए थे। मतगणना के बाद कांग्रेस के हरिचरन यादव विधायक निर्वाचित घोष‍ित क‍िए गए थे। संजय सिंह को 1990 में जनता दल ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा था। इसके बाद वह चंद्रशेखर सिंह की सरकार में केंद्रीय संचार मंत्री बने थे। 1998 में वह अमेठी से भाजपा के ट‍िकट पर और 2009 में सुल्तानपुर से कांग्रेस के सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2014 में कांग्रेस से असम से राज्यसभा सांसद बने थे। लेकिन राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के सवा साल पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। संजय सिंह की पत्‍नी डॉ अमिता सिंह 2002 से 2012 के बीच तीन बार विधायक बनीं। विधायक बनने के पहले वह सुल्तानपुर से भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष भी रहीं। वह 2002 में पहली बार भाजपा से विधायक चुनी गई थीं। 2004 के विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस से दूसरी और 2007 में तीसरी बार विधायक बनी थीं। 2012 में सपा के गायत्री प्रजापति से वह हार गई थीं। 2017 में भी अमीता स‍िंह ने अमेठी से कोश‍िश की, पर बीजेपी की गर‍िमा स‍िंह मैदान मार गईं। तब अमीता स‍िंह कांग्रेस के ट‍िकट पर मैदान में थीं और चौथे नंबर पर रही थीं (देखें ऊपर टेबल)। वह बीजेपी में हैं और एक बार फ‍िर 2022 के चुनावी समर के ल‍िए तैयार हो रही हैं। पर, देखने वाली बात है क‍ि क्‍या बीजेपी उन्‍हें ट‍िकट देगी और अगर दे द‍िया तो अमेठी की जनता उन पर भरोसा द‍िखाएगी? यह आने वाले समय में ही पता चलेगा।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/maharashtra-bjp-chief-patil-calls-kanganas-statement-wrong-on-the-other-hand-fir-against-actress-in-jaipur/1916569/,"महाराष्ट्रः बीजेपी चीफ पाटिल ने कंगना के बयान को बताया गलत, उधर, अभिनेत्री पर जयपुर में FIR","1947 की आजादी को भीख बताने वाली कंगना चारों तरफ से घिरती जा रही हैं। बीजेपी उनसे पल्ला झाड़ रही है। महाराष्ट्र के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कंगना के बयान को पूरी तरह से गलत करार दिया है। उधर, राजस्थान के जयपुर में कंगना के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर दिया है। कई शहरों में उनके खिलाफ केस दर्ज करने की शिकायतें पुलिस को मिली हैं। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पाटिल ने कहा कि किसी को भी आजादी की लड़ाई या फिर स्वतंत्रता सेनानियों पर नकारात्मक टिप्पणी करने का हक नहीं है। उन्होंने कंगना की कड़ा निंदा करते हुए कहा कि ऐसा करना बिलकुल गलत है। हालांकि, वह यह भी बोले कि अभिनेत्री ने किन भावनाओं के चलते ऐसी टिप्पणी की वो फिलहाल नहीं कह सकते हैं। उधर, राजस्थान में शुक्रवार को उनके खिलाफ 5 शहरों में पुलिस से शिकायत की गई है। जयपुर कोतवाली थाने में केस भी दर्ज हो गया है। जबकि उदयपुर के सुखेर थाने, जोधपुर के शास्त्री नगर, चूरू कोतवाली, भीलवाड़ा और पाली कोतवाली थाने आई शिकायतों की पुलिस जांच कर रही है। जयपुर में शहर महिला कांग्रेस ने कोतवाली थाने में रनोट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें आजादी के लिए शहीद हुए क्रांतिकारियों की प्रतिष्ठा का अपमान करने, संविधान के प्रति आस्था रखने वालों को आहत करने का आरोप लगाया गया है। महिला मोर्चा की अध्यक्ष रानी लुबाना ने शिकायत में बताया कि 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ। उस आजादी के लिए हजारों लोगों ने अपना बलिदान दिया। वो क्षण प्रत्येक आजाद भारतीय के लिए गौरव का क्षण था। राकांपा ने शुक्रवार को मांग की कि कंगना को दिया गया पद्मश्री पुरस्कार वापस ले लिया जाए। राकांपा ने साथ ही यह भी मांग की कि स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने के लिए अभिनेत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए। मंत्री नवाब मलिक ने निशाना साधते हुए कहा कि अभिनेत्री मलाना क्रीम की अधिक खुराक के बाद बहुत अधिक बोल रही हैं। उल्लेखनीय है कि मलाना क्रीम एक प्रकार की हशीश होती है, जिसका नाम हिमाचल प्रदेश में मलाना घाटी पर पड़ा है। मलिक ने कहा कि हम इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं। अभिनेत्री ने उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी। गांधीजी से लेकर अन्य स्वतंत्रता सेनानियों तक, जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए लंबी लड़ाई लड़ी, सभी का अपमान किया गया है।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/up-agra-interfaith-marriage-woman-death-communal-tension-police-b626/,"यूपी: आगरा में अंतरधार्मिक विवाह करने वाली महिला की मौत, दो समुदायों में संघर्ष, भारी संख्या में पुलिस तैनात","एक साल पहले मृतिका ने 25 वर्षीय फहीम के साथ शादी की थी. 12 नवंबर को फहीम के परिवार ने कहा कि वर्षा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. भाजपा से जुड़े संगठनों की ओर से एक समुदाय के खिलाफ नारेबाजी की गई. आगरा: अंतरधार्मिक विवाह करने वाली एक 22 वर्षीय महिला की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत के बाद शुक्रवार देर रात आगरा में दो समुदायों के बीच संघर्ष हो गया जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है. द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में सत्ताधारी भाजपा से जुड़े संगठनों की ओर से एक समुदाय के खिलाफ नारेबाजी की गई, पत्थर फेंके गए और गोलीबारी भी की गई. माहौल तनावपूर्ण होने की जानकारी मिलने के बाद जिले के शाहगंज इलाके में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंचे और भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर हालात में नियंत्रण में लाया गया. एक साल पहले मृतिका वर्षा ने एक ऑटोमोबाइल की गैराज चलाने वाले 25 वर्षीय फहीम के साथ शादी की थी. बीते 12 नवंबर को फहीम के परिवार ने कहा कि वर्षा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसके बाद सांप्रदायिक तौर पर संवेदनशील इलाके में तनाव पैदा हो गया. वर्षा के भाई ने कहा कि उनकी बहन अपनी जान नहीं ले सकती है और इसमें कुछ गड़बड़ है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भाजपा युवा मोर्चा के सचिव गौरव राजावत ने जिलाध्यक्ष शैलू पंडित के साथ मौके पर पहुंचकर एक समुदाय के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी की. आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में भी नारेबाजी जारी रही. कथित तौर पर इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय की कुछ दुकानों को भी निशाना बनाया गया. बाद में भाजपा विधायकों और कार्यकर्ताओं ने शाहगंज थाने का घेराव कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. फहीम, उनके माता-पिता, भाई और बहन के खिलाफ धारा 498 ए (पत्नी के साथ क्रूरता का शिकार करने वाली महिला के पति या रिश्तेदार), 295 (धार्मिक भावनाओं का अपमान), 304 बी (दहेज हत्या) और दहेज निषेध अधिनियम 1961 की धारा 3 और 4 के तहत मामला दर्ज किया गया. हालांकि, इलाके में तनाव पैदा करने वालों पर मामला दर्ज करने वालों पर कार्रवाई को लेकर आगरा के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि हमने हर किसी से लिखित में शिकायत मांगी है. हम जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/kangana-ranaut-said-i-will-return-padmashree-if-somebody-tell-which-battle-was-fought-in-1947-prove-b615/,"1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई थी, ट्रोल किए जाने पर भड़कीं कंगना रनौत- गलत साबित कर दें लौटा दूंगी पद्मश्री","मैंने शहीद वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की फीचर फिल्म में काम किया है और इसपर बहुत रिसर्च किया हैः कंगना कंगना ने दावा किया कि अगर 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे कोई बता दे तो मैं पद्मश्री वापस कर दूंगी मुंबईः कंगना रनौत ने अपने आजादीवाले बयान को लेकर ट्रोल किए जाने पर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने उन लोगों से सवाल पूछा है जो उनके पद्मश्री वापस लिए जाने की बात कर रहे हैं। अपने आलोचकों से कंगना ने कहा कि वह बस मेरे सवाल का जवाब दे दें मैं अपना पद्मश्री खुद ही वापस कर दूंगी। गौरतलब है कि हाल ही में एक टीवी चैनल पर आजादी को लेकर अपने बयान के बाद से कंगना कई लोगों के निशाने पर हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि 1947 में जो मिली वो भीख थी, असली आजादी 2014 में मिली है। इंस्टाग्राम की स्टोरी में कंगना ने अपनी पूरी बात रखी है। इसमें उन्होंने एक किताब का अंश शेयर किया है जिसमे अरबिंदो घोष, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के कोट्स हैं। 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था? कंगना ने लिखा- इंटरव्यू (टाइम्स नाउ समिट) में सब कुछ बहुत स्पष्ट रूप कहा है। 1857 में स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई शुरू हुई। पूरी लड़ाई में सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी जैसे महान लोगों ने बलिदान दिया। 1857 की लड़ाई मुझे पता है, लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे पता नहीं है। अगर कोई मुझे बता सकता है तो मैं अपना पद्मश्री वापस कर दूंगी और माफी भी मांगूंगी…कृपया इसमें मेरी मदद करें। गांधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया? इसी पोस्ट में कंगना ने आगे कहा कि ""मैंने शहीद वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की फीचर फिल्म में काम किया है... आजादी की पहली लड़ाई 1857 पर बड़े पैमाने पर रिसर्च की थी... राष्ट्रवाद के साथ राइट विंग का भी उदय हुआ... लेकिन अचानक खत्म क्यों हो गया? और गांधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया? नेताजी बोस को क्यों मारा गया और गांधी जी का सपोर्ट उन्हें कभी क्यों नहीं मिला? एक गोरे (ब्रिटिश) ने पार्टीशन की लाइन क्यों खींची? भारत की चेतना और विवेक 2014 में मुक्त हो गए थेः कंगना भारत के 2014 में आजाद होनेवाले बयान को लेकर कंगना ने लिखा है कि मैं परिणाम भुगतने के लिए तैयार हूं। जहां तक ​​2014 में आजादी का संबंध है, मैंने विशेष रूप से कहा था कि भौतिक आजादी हमारे पास हो सकती है, लेकिन भारत की चेतना और विवेक 2014 में मुक्त हो गए थे..।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/tej-pratap-yadav-tweet-on-kangana-statement-if-he-had-not-sacrificed-we-would-have-been-cleaning-b615/,"कंगना के बयान पर भड़के तेज प्रताप, कहा- बलिदान ना देते तो किसी अंग्रेज के घर में जूते-चप्पल साफ कर रहे होते","स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदानें नहीं दी होती तो आज किसी अंग्रेज के घर में चप्पल साफ कर रहे होतेः तेज प्रताप यादव कंगना पर भड़ास निकालते हुए तेज प्रताप ने कहा, देश के खातिर शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें मुंबईः बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को उनके आजादीवाले बयान को लेकर हर कोई निशाने पर ले रहा है। लोग सोशल मीडिया पर अभिनेत्री के खिलाफ भड़ास निकाल रहे हैं। मामले में राजनेता भी अपने-अपने ट्विट्स के जरिए कंगना पर हमला बोल रहे हैं। इस बीच लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने एक ट्वीट के जरिए कंगना पर निशाना साधा है। तेज प्रताप ने कहा है कि अगर स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदानें नहीं दी होती तो आज किसी अंग्रेज के घर में चप्पल साफ कर रहे होते। तेज प्रताप ने कंगना की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए (जिसमें वह अपने फुटवीयर को साफ करती नजर आ रही हैं) लिखा- जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहे थे तो यह कह कर की देश को आजादी 2014 के बाद मिली है देश के खातिर शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें अगर वह देश के खातिर बलिदान ना देते तो आज भी किसी अंग्रेज के घर में जूते चप्पल साफ कर रहे होते। गौरतलब है कि हाल ही में टाइम्स नाउ समिट में कंगना ने कहा था कि 'सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।’ बयान को लेकर ट्रोल किए जाने पर कंगना ने लिखा है कि 1857 में स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई शुरू हुई। पूरी लड़ाई में सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी जैसे महान लोगों ने बलिदान दिया। 1857 की लड़ाई मुझे पता है, लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे पता नहीं है। अगर कोई मुझे बता सकता है तो मैं अपना पद्मश्री वापस कर दूंगी और माफी भी मांगूंगी…कृपया इसमें मेरी मदद करें।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/bollywood/kangana-ranaut-deshdrohi-trended-on-twitter-mahila-congress-strong-performance-against-actress-b615/,"ट्विटर पर #KanganaRanautDeshdrohi हुआ ट्रेंड, आजादी वाले बयान के खिलाफ महिला कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, जानिए","कंगना रनौत के आजादीवाले बयान को लेकर लोग सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं राजनीतिक पार्टियां भी अपना विरोध जता रही हैं 1947 की आजादी को भीख में मिली आजादी कह कंगना रनौत विवादों में आ गई हैं। इस बयान के खिलाफ लोग सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। वहीं लोग केंद्र सरकार से उनसे पद्मश्री वापस लिए जाने और उनपर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच राजनीतिक पार्टियों ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को ट्विटर पर #KanganaRanautDeshdrohi (कंगना रनौत देशद्रोही) सुबह से ही ट्रेंड कर रहा है। अभिनेत्री के खिलाफ मीम्स और पोस्टर के जरिए लोग अपनी आपत्ति जता रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र महिलाकांग्रेस ने अभिनेत्री के बयान को लेकर पुणे शहर में उनका पोस्टर जलाकर अपना विरोध जताया। इस दौरान सड़कों पर महिला कांग्रेस के सदस्यों ने प्रदर्शन किया और अभिनेत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कंगना ने टाइम्स नाउ समिट में कहा था, ‘सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।’ #KanganaRanautDeshdrohi के साथ एक यूजर ने लिखा- कंगना रनौत से पद्मश्री वापस ले लिया जाना चाहिए और उन्हें देशद्रोही घोषित किया जाना चाहिए। इसने भारत की स्वतंत्रता और सभी स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने वालों को भाजपा पद्मश्री दे रही है। एक यूजर ने कंगना की फिल्म मणिकर्णिका से एक क्लिप साझा कर अभिनेत्री से कहा- ये तुम हो? एक यूजर ने लिखा- भक्तों के ट्यूटर के रूप में कंगना रनौतः आजादी 2014 में मिली और मोदीजी भारत के पहले पोल्टू मामा थे। भक्तः इसे स्कूल में दोहराएं। और देखिए जो हो रहा है। न केवल उनका पद्मश्री रद्द किया जाना चाहिए बल्कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। न्यायपालिका के लिए एक उदाहरण स्थापित करने का समय आ गया है। शर्म आती है.. कंगना का पोस्टर को आग लगाती हुईं महाराष्ट्र कांग्रेस महिला मोर्चा की कार्यकर्ता... इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री आनंद शर्मा ने राष्ट्रपति को टैग कर एक के बाद एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था- निंदनीय और पूरे देश को चौंकाने वाला। सुश्री कंगना रनौत का बयान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे साहसी स्वतंत्रता सेनानियों और सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और कई अन्य क्रांतिकारियों के बलिदान का अपमान करता है। उन्होंने दूसरा ट्वीट कर लिखा ""सुश्री रनौत को दिया गया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लेना चाहिए। इस तरह के पुरस्कार देने से पहले मानसिक मनोचिकित्सीय मूल्यांकन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे व्यक्ति राष्ट्र और उसके नायकों का अपमान न करें। "" इस ट्वीट में शर्मा ने राष्ट्रपति को टैग किया। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने पार्टी की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा- आजादी के 75वें साल में आजादी के रणबांकुरों का अपमान और गांधी-नेहरू-पटेल-बोस-भगत सिंह और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों का संघर्ष व बलिदान वो नहीं समझ सकते जो “अंग्रेज के पिट्ठू” थे।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/politics/punjab-govt-to-give-rs-2-lakh-as-compensation-to-83-people-held-for-r-day-tractor-rally-b628/,"किसान आंदोलन: पंजाब सरकार का ऐलान, 26 जनवरी की घटना पर गिरफ्तार हुए किसानों को देगी 2 लाख रुपये मुआवजा","गिरफ्तार हुए 83 लोगों को दिया जाएगा मुआवजा चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्विटर पर किया ऐलान किसान आंदोलन के दौरान इस साल 26 जनवरी को हुई घटना के मामले में पंजाब सरकार ने बड़ा एलान किया है। राज्य सरकार ने गिरफ्तार किए गए किसानों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मुताबिक गिरफ्तार हुए 83 लोगों को उनकी सरकार द्वारा यह राशि प्रदान की जाएगी। इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ""तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए मेरी सरकार के रुख को दोहराते हुए, हमने 26 जनवरी, 2021 को राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर रैली करने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 83 लोगों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है।"" Reiterating My Govt’s stand to support the ongoing #FarmersProtest against three black farm laws, We have decided to give Rs 2 lakh compensation to 83 people arrested by Delhi Police for carrying out a tractor rally in the national capital on 26th January, 2021. — Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) November 12, 2021 बता दें कि इसी साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर केन्द्र सरकार के 3 कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने टैक्टर मार्च निकाला था। मार्च के दौरान किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली थी। दरअसल, हजारों किसान दिल्ली के अंदर चले गए थे और लाल किले तक पहुंचे थे। जहां उन्होंने तिरंगा झंडा को उतारकर धार्मिक झंडा फहराया था। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस के द्वारा 200 से ज्यादा किसानों पर मामला दर्ज किया गया था। पंजाब सरकार गिरफ्तार किए गए किसानों के समर्थन में खड़ी हो गई है। यहां तक कि पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान भी इस घटना में हुई किसानों की गिरफ्तारी का भी मुद्दा उठाया गया था।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/i-am-a-farmer-know-poor-farmers-cannot-machinery-stubble-management-1491349,"मैं एक किसान हूं, जानता हूं कि गरीब किसान पराली प्रबंधन के लिए मशीनरी नहीं खरीद सकते: SC जज","उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने शनिवार को कहा कि वह एक किसान हैं और प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन वी रमण एक किसान परिवार से हैं तथा वे जानते हैं कि उत्तरी राज्यों में गरीब और हाशिए पर रहे किसान पराली प्रबंधन के लिए मशीनरी नहीं खरीद सकते। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा, ""आप कह रहे हैं कि दो लाख मशीन उपलब्ध हैं, लेकिन गरीब किसान इन मशीनों को नहीं खरीद सकते। कृषि कानूनों के बाद उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में भूमि जोत तीन एकड़ से कम है। हम उन किसानों से वे मशीन खरीदने की उम्मीद नहीं कर सकते।'' उन्होंने कहा, ""केंद्र और राज्य सरकारें मशीन क्यों उपलब्ध नहीं करा सकतीं। पेपर मिल और अन्य विभिन्न उद्देश्यों में उपयोग के लिए पराली को हटा दें। सर्दियों में राजस्थान में बकरियों आदि के चारे के लिए पराली का इस्तेमाल किया जा सकता है।"" शीर्ष अदालत पर्यावरण कार्यकर्ता आदित्य दुबे और विधि छात्र अमन बांका द्वारा दाखिल एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिन्होंने छोटे और सीमांत किसानों को मुफ्त में पराली हटाने वाली मशीन उपलब्ध कराने का निर्देश देने का आग्रह किया है। केंद्र की ओर से पेश हुए मेहता ने शीर्ष अदालत को बताया कि इन मशीनों को 80 फीसदी रियायती दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। शीर्ष अदालत के न्यायाधीश ने मेहता से पूछा कि क्या उनकी सहायता करने वाले अधिकारी सब्सिडी के बाद वास्तविक कीमत बता सकते हैं। न्यायमूर्ति सूर्यकांत प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमण के नेतृत्व वाली संबंधित पीठ का हिस्सा हैं जिसमें न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ भी शामिल हैं। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने यह भी कहा कि वायु प्रदूषण के लिए किसानों को दोष देना एक फैशन बन गया है। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या पटाखों पर प्रतिबंध और वाहनों के उत्सर्जन पर नियंत्रण जैसे अन्य उपाय लागू किए गए। न्यायाधीश ने पूछा, ""याचिकाकर्ता हों, दिल्ली सरकार या कोई और - किसानों को दोष देना एक फैशन बन गया है। क्या आपने देखा है कि पिछले सात दिनों से दिल्ली में कैसे पटाखे जलाए जा रहे हैं? दिल्ली पुलिस क्या कर रही है?"" उन्होंने यह टिप्पणी दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा द्वारा पराली जलाने के मुद्दे का जिक्र किए जाने के बाद की। शीर्ष अदालत ने केंद्र से हितधारकों के साथ बैठक करने और सोमवार को वापस आने को कहा।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/ruckus-in-maharashtra-over-tripura-violence-amravati-police-lathi-charged-1491348,"त्रिपुरा हिंसा को लेकर महाराष्ट्र में बवाल, अमरावती पुलिस ने किया लाठीचार्ज; इलाके में लगा कर्फ्यू","त्रिपुरा में साम्प्रदायिक हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के पांच जिलों में हुई रैलियों में पथराव की घटना के संबंध में कम से कम 20 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। शुक्रवार को कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के दौरान पथराव की घटनाएं मुख्य रूप से अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ शहर में हुई थीं। अधिकारियों ने कहा था कि पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में एक ज्ञापन देने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आठ हजार से अधिक लोग इकट्ठा हो गए। इस ज्ञापन में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी। जब लोग ज्ञापन सौंप कर निकल रहे थे तब कोतवाली पुलिस थाने के अंतर्गत चित्रा चौक और कॉटन मार्केट के बीच तीन स्थानों पर पथराव हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि कोतवाली थाना पुलिस ने दंगे सहित विभिन्न आरोपों में 11 मामले दर्ज किए हैं और दस लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अमरावती में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, स्थिति अब सामान्य है। मालेगांव में भी शुक्रवार दोपहर विरोध मार्च के दौरान पथराव हुआ। पुलिस ने बताया कि भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठियां चलानी पड़ीं, घटना में पुलिस का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। मालेगांव में कम से कम दस पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं हैं और दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि नांदेड़ में भी पथराव हुआ था जिसमें आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। भीड़ ने पुलिस के चार वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया। महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने एक बयान में कहा था कि त्रिपुरा में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा के खिलाफ राज्य में निकाले गए विरोध मार्च ने कुछ जगहों पर हिंसक रूप ले लिया लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। वहीं मुस्लिम संगठन रजा अकादमी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें त्रिपुरा में हिंसा से प्रभावित लोगों को मुआवजा दिए जाने और क्षतिग्रस्त मस्जिदों के पुनर्निर्माण की मांग की गई।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-manipur-rahul-gandhi-1491333,"Manipur Terror Attack: राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, कहा- मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ","मणिपुर में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ""मणिपुर में सेना के क़ाफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है।"" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएं. देश आपके बलिदान को याद रखेगा। मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमले में कर्नल, उनकी पत्नी, बेटा समेत सात लोगों की मौत मणिपुर के चुराचांदपुर में शनिवार को हुए हमले में भारतीय सेना का एक कर्नल, उनकी पत्नी और आठ साल का बेटा तथा असम राइफल्स के चार जवान मारे गए। कर्नल विप्लव त्रिपाठी 46वीं असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर(सीओ) थे। अधिकारियों ने कहा कि देहेंग क्षेत्र से करीब तीन किलोमीटर दूर घात लगाकर किए गए इस हमले में चार अन्य लोग घायल हो गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे ‘कायरतापूर्ण' हमला बताते हुए कहा कि इसके दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायराना हमला बेहद दुखद और निंदनीय है। देश ने 46वीं असम राइफल्स के सीओ सहित पांच बहादुर सैनिकों और उनके परिवार के दो सदस्यों को खो दिया है।'' सिंह ने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।''",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/shah-said--130-crore-countrymen-have-to-decide-the-target-1491330,"शाह बोले- 130 करोड़ देशवासियों को तय करना है लक्ष्य, 100 साल होंगे तो कैसा होगा भारत?","केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि हिन्दी सभी स्थानीय भाषाओं की सहेली है और इनके बीच कोई अंतर्विरोध नहीं हैं। वाराणसी के दीन दयाल हस्तकला संकुल में आयोजित अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में शनिवार को केन्द्रीय गृह मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजभाषा का विकास तभी हो सकता है जब स्थानीय भाषाओं का विकास हो और स्थानीय भाषा का विकास तभी संभव है जब राजभाषा देशभर के अंदर मजबूत हो। शाह ने कहा,‘‘ आजादी का अमृत महोत्सव हमारे लिये संकल्प का वर्ष है। इसी वर्ष में 130 करोड़ भारतीयों को तय करना है कि जब आजादी के 100 साल होंगे तो भारत कैसा होगा, दुनिया में भारत का स्थान कहां होगा ? चाहे शिक्षा की बात हो, संस्कार, सुरक्षा, आर्थिक उन्नति, उत्पादन बढ़ाने की बात हो, हर क्षेत्र में भारत कहां खड़ा होगा। इसका संकल्प लेने का यह वर्ष है और 75 वें साल से 100 साल तक का काल अमृत काल रहेगा और यह अमृत काल हमारे सभी लक्ष्यों की सिद्धि का माध्यम होगा उन्होंने कहा, ‘‘ हम सब हिंदी प्रेमियों के लिये भी यह संकल्प का वर्ष होना चाहिये कि आजादी के 100 साल जब हों तो इस देश में राजभाषा और हमारी स्थानीय भाषा का दबदबा इतना हो कि किसी भी विदेशी भाषा का सहयोग लेने की जरूरत नहीं पड़े।'' शाह ने कहा,‘‘ यह काम आजादी के तुरंत बाद होना चाहिए था। आजादी के आंदोलन, जिसे महात्मा गांधी ने लोक आंदोलन में परिवर्तित किया, के तीन स्तंभ थे स्वराज, स्वदेशी और स्वभाषा। स्वराज तो मिल गया स्वदेशी भी पीछे छूट गया और स्वभाषा भी पीछे छूट गयी। पीएम मोदी ने की स्वदेशी की बात 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार ‘मेक इन इंडिया' और अब स्वदेशी की बात करके स्वदेशी को हमारा लक्ष्य बनाने की दिशा में काम किया है। आजादी के इस अमृत महोत्सव पर देश भर के लोगों को बताना चाहता हूं कि एक और लक्ष्य छूट गया था स्वभाषा का, उसको एक बार फिर से हम स्मरण करें और वह हमारे जीवन का हिस्सा बने।'' शाह ने कहा, ‘‘ हिन्दी और हमारी स्थानीय भाषाओं के बीच कोई अंतर्विरोध नहीं है। हिन्दी सभी स्थानीय भाषाओं की सहेली है और सखियों के बीच कभी अंतर्विरोध नहीं होता हैं। राजभाषा का विकास तभी हो सकता है जब स्थानीय भाषाओं का विकास होगा और स्थानीय भाषा का विकास तभी हो सकता हैं जब राजभाषा देश भर के अंदर मजबूत हो। ये दोनों पूरक हैं।'' बनारस का हुआ विकास काशी के महत्व को सामने रखते हुये उन्होंने कहा, ‘‘काशी भाषा का गोमुख है। भाषाओं का उद्भव, भाषाओं का शुद्धिकरण, व्याकरण को शुद्ध करना और व्याकरण को लोकप्रिय बनाने में, चाहे कोई भाषा हो, काशी का बहुत बड़ा योगदान है, इसलिये इस सम्मेलन का बहुत महत्व है ।'' उन्होंने कहा,‘‘ आज जो हम हिन्दी बोल रहे हैं, लिखते हैं उसका जन्म यहीं काशी के अंदर हुआ है। बनारस से ही खड़ी बोली का क्रमवार विकास हुआ है।'' केंद्रीय मंत्री ने कहा,‘‘ हिन्दी को मजबूत करने का, घर घर पहुंचाने का और अपनी स्वभाषाओं को मजबूत करने तथा राजभाषा के साथ जोड़ने का जो नया अभियान शुरू होने जा रहा है उसके लिये काशी से उचित स्थान कोई हो ही नहीं हो सकता।'' उन्होंने कहा,‘‘ हिन्दी भाषा के लिये विवाद खड़ा करने का प्रयास किया गया लेकिन वह समय अब समाप्त हो गया है। मैं बचपन से देखता था कि यदि अंग्रेजी बोलनी नहीं आती तो एक लघुता ग्रंथि बच्चे के मन के अंदर बन जाती थी। मैं दावे से कहता हूं कि ऐसा समय आएगा कि अपनी भाषा में नहीं बोल पाने पर लुघुता ग्रंथि का अनुभव होगा। नरेंद्र मोदी को मिला विश्व में सम्मान देश के प्रधानमंत्री ने गौरव के साथ अपनी भाषाओं को देश-दुनिया में प्रस्थापित करने का काम किया है और शायद ही कोई प्रधानमंत्री होगा जिसको वैश्विक मंच पर इतना सम्मान मिला होगा जितना नरेंद्र मोदी को मिला है।'' उन्होंने कहा कि देश भर के अभिवावकों से अपील हैं कि वे अपने बच्चों के साथ अपनी भाषा में बात करें, बच्चे चाहें किसी भी माध्यम में पढ़ते हों, घर के अंदर अपनी भाषा में उनसे बात करिए, उनका आत्मविश्वास जगाइए और अपनी भाषा के लिये जो झिझक है उसे निकाल दीजिए। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ''वीर सावरकर इस देश में अनेक कार्यो के लिये जाने जाते है, दुनिया भर में उनकी स्वीकृति है पूरा देश उनको वीर सावरकर के रूप में सम्मानित करता है। मगर आप लोगो के ध्यान में यह कम होगा कि वीर सावरकर ने स्वभाषा और राजभाषा के लिये बहुत बड़ा काम किया था। हिंदी का शब्द कोष बनाया था और कई ऐसे शब्दों को मैं जानता हूं जो सावरकर जी न होते तो आज शायद हम आज अंग्रेजी शब्दों का ही प्रयोग करते होते। जैसे पिक्चर देखते है इसके लिये शब्द आता है डायरेक्टर, इसके लिये कोई शब्द नही था उन्होंने ‘निर्देशक' शब्द दिया। इसी तरह आर्ट डायरेक्टन, उन्होंने शब्द दिया कला निर्देशन। कई सारे शब्दो को उन्होंने दिया और हिंदी को समृध्द बनाने का प्रयास किया।'' उन्होंने कहा कि इसी प्रकार अब समय आया है कि हम हिन्दी को लचीली बनायें और हमारी राज्यों की भाषा के शब्द अंदर आते हैं तो उससे परहेज न करें, कोई विदेशी भाषा का भी शब्द आता है तो परहेज न करें । शाह ने कहा,‘‘ मैं देश के सभी लोगों से आह्वाहन करना चाहता हूं कि स्वभाषा का हमारा लक्ष्य जो पीछे छुट गया था उसका हम स्मरण कर उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।''",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/absolutely-wrong-to-organize-rallies-maharashtra-incident-happen-tripura-1491322,त्रिपुरा में जो घटना हुई ही नहीं उसके लिए महाराष्ट्र में रैलियां आयोजित करना बिलकुल गलत: फडणवीस,"महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि त्रिपुरा में जो घटना “हुई ही नहीं” उसके लिए रैली आयोजित करना गलत है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से संयम बरतने की अपील की। अमरावती शहर में लगातार दूसरे दिन हिंसा की घटनाएं होने के बाद पुलिस ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, “त्रिपुरा सरकार और स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के किसी धार्मिक स्थल को जलाया नहीं गया है। उन्होंने उसकी तस्वीरें भी जारी की हैं। मैं दोनों समुदाय के लोगों से संयम बरतने की अपील करता हूं।” भाजपा के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के राजनीतिक दलों को भड़काऊ बयान नहीं देने चाहिए। उन्होंने कहा, “त्रिपुरा में जो घटना हुई ही नहीं उसके लिए महाराष्ट्र में रैलियां आयोजित करना बिलकुल गलत है। एक विशेष समुदाय की दुकानों पर हमला करना गलत है।” कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से बुलाये गए बंद के दौरान शनिवार सुबह भीड़ ने अमरावती शहर में विभिन्न स्थानों पर पथराव किया और दुकानों में तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक घटना के विरोध में अमरावती में मुस्लिम संगठनों द्वारा शुक्रवार को आयोजित रैली में हुए पथराव के विरोध में बंद का आह्वान किया गया था।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-kangana-ranaut-padma-shri-1491157,"पद्म श्री लौटाने की बात पर भड़कीं कंगना रनौत, कहा- गलत साबित होने पर माफी मांगूंगी","भारत की आजादी को “भीख” बताने पर लोगों की आलोचना झेल रहीं अभिनेत्री कंगना रनौत ने शनिवार को पूछा कि 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई उनके सवाल का जवाब दे सके तो वह अपना पद्मश्री सम्मान लौटा देंगी और माफी भी मांगेंगी। अक्सर अपनी भड़काऊ टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहने वाली अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर कई सवाल उठाते हुए विभाजन और महात्मा गांधी का भी जिक्र किया तथा आरोप लगाया कि उन्होंने भगत सिंह को मरने दिया और सुभाष चंद्र बोस का समर्थन नहीं किया। उन्होंने बाल गंगाधर तिलक, अरबिंदो घोष और बिपिन चंद्र पाल समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों को उद्धृत करते हुए एक किताब का अंश भी साझा किया और कहा कि वह 1857 की “स्वतंत्रता के लिए सामूहिक लड़ाई” के बारे में जानती थीं लेकिन 1947 के लड़ाई के बारे में कुछ नहीं जानती थीं। अभिनेत्री (34) ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज में अंग्रेजी में एक लंबी पोस्ट में लिखा, “सिर्फ सही विवरण देने के लिए... 1857 स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई थी और सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी जैसे महान लोगों ने अपना दिया।” उन्होंने लिखा, “…1857 मुझे पता है लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे पता नहीं है, अगर कोई मुझे अवगत करा सकता है तो मैं अपना पद्मश्री लौटा दूंगी और माफी भी मांगूंगी... कृपया इसमें मेरी मदद करें।” अभिनेत्री ने बुधवार शाम को एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि भारत को ‘‘1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी'' और ‘‘जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली'' जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई। अभिनेत्री ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पदमश्री से सम्मानित किये जाने के दो दिन बाद यह विवादित टिप्पणी की जिसे लेकर तमाम दलों के नेता, इतिहासकार, शिक्षाविद, साथी कलाकार समेत विभिन्न लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी और कई लोगों ने कहा कि उन्हें अपना सम्मान वापस कर देना चाहिए। अभिनेत्री ने शनिवार को भी इस चर्चा को जारी रखा। अपनी 2019 में आई फिल्म “मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी” का संदर्भ देते हुए अभिनेत्री ने कहा कि उन्होंने 1857 के संघर्ष पर व्यापक शोध किया था। फिल्म में कंगना ने रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाया था। कंगना ने कहा, “…राष्ट्रवाद का उदय हुआ, साथ ही दक्षिणपंथ का भी... लेकिन उसकी अकाल मृत्यु क्यों हुई? और गांधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया... नेता बोस को क्यों मारा गया और उन्हें गांधी जी का समर्थन कभी नहीं मिला? विभाजन की रेखा एक श्वेत आदमी द्वारा क्यों खींची गई थी…? आजादी का जश्न मनाने के बजाय भारतीयों ने एक-दूसरे को क्यों मारा, कुछ जवाब जो मैं मांग रही हूं कृपया मुझे ये जवाब खोजने में मदद करें।” ब्रिटिश द्वारा भारत को ‘जी भर कर लूटने' का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि “आईएनए द्वारा एक छोटी सी लड़ाई” से भी हमें आजादी मिल जाती और बोस प्रधानमंत्री हो सकते थे। उन्होंने लिखा, “जब दक्षिणपंथी लड़ने और आजादी लेने के लिए तैयार थे तो उसे (आजादी को) कांग्रेस के भीख के कटोरे में क्यों रखा गया... क्या कोई मुझे समझने में मदद कर सकता है।” रनौत ने कहा कि अगर कोई उन्हें सवालों के जवाब खोजने में मदद कर सकता है और यह साबित कर सकता है कि उन्होंने शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है, तो वह अपना पद्म श्री वापस कर देंगी। अभिनेता ने अपने बयान के उस हिस्से को भी स्पष्ट किया जहां उन्होंने कहा कि देश ने “2014 में स्वतंत्रता” प्राप्त की। उन्होंने कहा, “जहां तक 2014 में आजादी का संबंध है, मैंने विशेष रूप से कहा था कि भौतिक आजादी हमारे पास हो सकती है लेकिन भारत की चेतना और विवेक 2014 में मुक्त हुआ... एक मृत सभ्यता जीवित हो उठी और अपने पंख फड़फड़ाए और अब ऊंची उड़ान भर रही है।”",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/nothing-wrong-in-comparing-political-parties-with-those-who-kill-people-1491261,धर्म के नाम पर लोगों की हत्या करने वालों से राजनीतिक दलों की तुलना करने में कुछ गलत नहीं : महबूबा,"जम्मू : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी किताब में कुछ लोगों द्वारा प्रचारित हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे कट्टरपंथी जिहादी समूहों से करने को लेकर उठे विवाद के बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि धर्म के नाम पर लोगों की हत्या करने वाले समूहों के साथ राजनीतिक दलों की तुलना करने में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर 'हिंदुत्व और हिंदू धर्म' के अपहरण का आरोप लगाया और कहा कि सनातन धर्म सांप्रदायिकता नहीं सिखाता है। खुर्शीद ने अपनी पुस्तक में लिखा है, ""सनातन धर्म और पारंपरिक हिंदुत्व ऋषि, मुनियों और संतों के लिए जाना जाता है, लेकिन हिंदुत्व के एक अलग रूप द्वारा इसे एक तरफ धकेला जा रहा है, सभी मानदंडों पर हिंदुत्व का यह राजनीतिक संस्करण हाल के वर्षों के आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों के समान है।"" मुफ्ती ने पीडीपी मुख्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा, ""सांप्रप्रदायिक दल जो हिंदू और मुसलमानों को आपस में लड़ाना चाहते हैं और धर्म के नाम पर च्लिंचिंग' करना चाहते हैं। आप ऐसी पार्टियों की तुलना आईएसआईएस या किसी अन्य समान विचारधारा वाले समूह से कर सकते हैं क्योंकि दोनों धर्म के नाम पर लोगों की जान लेते हैं।"" खुर्शीद की किताब पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ""सनातन धर्म हमें सांप्रदायिकता नहीं सिखाता है।"" उन्होंने कहा, 'आरएसएस, जनसंघ और भाजपा देश में लोगों को धर्म के नाम पर एक-दूसरे से लड़ाना चाहते हैं। उन्होंने हिंदुत्व और हिंदू धर्म को 'हाईजैक' कर लिया है।"" जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने 'वसुधैव कुटुम्बकम' का उल्लेख करते हुए कहा, ""सनातन धर्म हमें च्वसुधैव कुटुम्बकम' सिखाता है। भाजपा और आरएसएस हमें जो सिखाने की कोशिश कर रहे हैं वह न तो हिंदुत्व है और न ही हिंदू धर्म।"" इस बीच, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने राकेश बजरंगी के नेतृत्व में यहां प्रेस क्लब के बाहर खुर्शीद के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनकी किताब पर प्रतिबंध लगाने और पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। बजरंगी ने कहा,""हिंदुत्व की तुलना आतंकी समूहों से कर खुर्शीद ने पाप किया है। उनकी किताब पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।""",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-kangana-ranaut-lalu-yadav-1491200,"लालू के बेटे तेजप्रताप का कंगना रनौत पर बड़ा हमला, बोले-...आजादी नहीं मिलती तो आज अंग्रेज के घर में जूते चप्पल साफ कर रहे होते","अभिनेत्री कंगना रनौत के पिछले दिनों 'भीख में मिली आजादी' को लेकर दिए बयान पर काफी विवादों में आ गई हैं। इस बयान के बाद चारों तरफ कंगना रनौत की आलोचना की जा रही है। काफी लोगों ने इस बयान पर कंगना का पद्म श्री सम्मान वापस लिए जाने की भी मांग की है।कई नेताओं ने तो उनके खिलाफ न्यायिक कार्वाई की मांग भी की है। ऐसे में एक बड़ा बयान लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने इस पर टिप्पणी कंगना के बहाने बीजेपी पर भी तंज कसा है। जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहेथे तोयह कह कर की देश को आजादी 2014के बाद मिली है देश के खातिर शहीद हुए सवतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें अगर वह देश के खातिर बलिदान ना देते तो आज भी किसी अंग्रेज के घरमें जूते चप्पल साफ कर रहे होते View attached media content - TEJ PRATAP YADAV (@tejpratapyadavofficial) 13 Nov 2021 तेजप्रताप यादव ने अपने सोशल मीडिया (कू) Koo पर कंगना पर हमला करते हुए लिखा है कि वीर अगर देश की खातिर बलिदान ना देते तो आज भी हम किसी अंग्रेज के घर जूते चप्पल-साफ कर रहे होते। इसी के साथ वे लिखते हैं कि जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहे थे। तो यह कह कर की देश को आजादी 2014 के बाद मिली है, देश की खातिर शहीद हुए सवतंत्रता सेनानियों का अपमान है, उन्हें अपमानित ना करें। अगर वह देश की खातिर बलिदान ना देते तो आज भी हम किसी अंग्रेज के घर में जूते चप्पल साफ कर रहे होते। Koo App ”जो कंगना राणावत का बयान है, उससे हम सहमत नहीं है, क्योंकि लाखों लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है देश को आजादी दिलाने के लिए और @BJP4India भारत की वो पार्टी है अगर राष्ट्रवाद की बात हो तो सबसे पहले सबके दिल में भारतीय जनता पार्टी आती है।” गौरव भाटिया राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा View attached media content - Gaurav Bhatia (@gauravbhatia) 13 Nov 2021 आपको बता दें कि कंगना एक साक्षातकार के दौरान यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि देश को वास्तविक आजादी 2014 में मिली है। सोशल मीडिया पर उनकी वो 24 सेकेंड की क्लिप खूब वायरल हुई जिसमें कहते सुना जा सकता है कि 1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो वास्तविक आजादी तब मिली जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आई यानी 2014 में।'",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/bsp-chief-mayawati-mother-ram-rathi-passes-away-648476.html,"बसपा प्रमुख मायावती की मां रामरती का निधन, दिल्ली में होगा अंतिम संस्कार","नई दिल्ली, 13 अक्टूबर: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की मां रामरती का निधन का निधन हो गया है। रामरती ने 92 साल की उम्र में शनिवार को दिल्ली के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली। दिल्ली में ही रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मायावती अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आज रात या कल सुबह तक को ही दिल्ली पहुंच जाएंगी। जानकारी के मुताबिक वो मां के निधन का समाचार मिलते ही लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना हो गई हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/karnataka-to-soon-have-anti-conversion-law-cm-said-it-is-not-allowed-in-the-constitution-forcibly-648468.html,"कर्नाटक में जल्‍द बनाया जाएगा धर्मांतरण विरोधी कानून, सीएम बोले- संविधान में जबरदस्ती इसकी अनुमति नहीं","बेंगलुरु, 13 नवंबर। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में जल्द ही धर्मांतरण विरोधी कानून बनाया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि कर्नाटक सरकार अन्य राज्यों द्वारा बनाए गए संबंधित कानूनों का अध्ययन कर रही है और जल्द ही धर्मांतरण विरोधी कानून तैयार किया जाएगा।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%88%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%a2%e0%a4%bc%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%bc%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac/,ईंधन की बढ़ती क़ीमतों से बढ़ रही महँगाई,"ईंधन की बढ़ती क़ीमतों से बढ़ रही महँगाई By भारत हितैषी - November 1, 2021 पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा का वह ट्वीट हल्के में नहीं लिया जा सकता, जिसमें उन्होंने कहा- ‘हम मरे हुए लोगों का देश हैं। पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की क़ीमतों में इस तरह रोज़ और अनुचित वृद्धि को दुनिया में कहीं भी लोगों ने बर्दाश्त नहीं किया होगा। अगर सरकार ने सन् 2014 में कर (टैक्स) के रूप में 75,000 करोड़ रुपये हासिल किये थे, तो आज वह 3.50 लाख करोड़ रुपये जमा कर रही है। क्या यह दिन के उजाले में डकैती करने जैसा नहीं है?’ इसके एक दिन पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने ट्वीट करके कहा- ‘केंद्र ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 3.5 लाख करोड़ रुपये और राज्यों ने 2.3 लाख करोड़ रुपये और 2019-20 के दौरान केंद्र ने 3.3 लाख करोड़ रुपये और राज्यों ने 2.2 लाख करोड़ रुपये एकत्र किये। वित्त वर्ष 2020-21 में केंद्र ने ईंधन पर कर के रूप में 4.6 लाख करोड़ रुपये और राज्यों ने 2.2 लाख करोड़ रुपये एकत्र किये।’ ट्वीट में उन्होंने सवाल किया कि सन् 2014 की तुलना में क्रूड ऑयल सस्ता है। कर वृद्धि के बिना, पेट्रोल 66 रुपये और डीजल 55 रुपये में मिल सकता है। कर का पैसा आख़िर कहाँ जा रहा है? सोशल मीडिया पर हैशटैग #CutFuelTax तुरन्त वायरल हो गया। कच्चे तेल की क़ीमत ब्रेंट, ओमान और दुबई की औसत क़ीमत है। भारत अपनी ज़रूरत का क़रीब 80 फ़ीसदी कच्चा तेल विदेशों से आयात करता है। रिफाइनरियों और तेल विपणन कम्पनियों (ओएमसी) द्वारा कच्चे तेल को परिष्कृत करने की आवश्यकता है। घरेलू बाज़ार में ईंधन की क़ीमत वास्तविक आपूर्ति और माँग और अधिकतर कराधान और डीलर कमीशन के आधार पर तय होती है। ईंधन की क़ीमतों में बढ़ोतरी से सब्ज़ियों, ख़ासकर प्याज और टमाटर की क़ीमतों में तेज़ी आयी है। इसी तरह उच्च वैश्विक क़ीमतों के कारण खाद्य तेल की क़ीमतें भी महँगी बनी हुई हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार उचित क़दम नहीं उठा रही है। मौज़ूदा कमज़ोर मौसम के दौरान क़ीमतों में सम्भावित उछाल से निपटने के लिए सरकार के पास 2,00,000 टन प्याज का भण्डार है। सरकार की आशंकाएँ निराधार नहीं हैं। ख़ासकर तब जब पाँच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। पूर्व में भी चुनाव परिणामों को बदलने में प्याज ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी है। मुद्रास्फीति अतीत में भी प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक रही है। अक्टूबर के बाद प्याज की क़ीमतों में भी बढ़ोतरी की सम्भावना है। ये महीने उपभोक्ताओं के लिए कठिन होते हैं; क्योंकि क़ीमतें बढ़ती हैं। नयी फ़सल दिसंबर तक ही आने लगती है, जबकि पुराने स्टॉक ख़त्म होने लगता है। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य हैं, जो कुल उत्पादन का लगभग दो-तिहाई योगदान देते हैं। त्योहारों का मौसम पहले से ही निर्धारित है, मुद्रास्फीति मध्यम वर्ग और ग़रीबों की जश्न को ख़राब कर सकती है। दिलचस्प बात यह है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने संकट को कम करने और विकास को प्राथमिकता देने की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए बैठक की, जिसमें पाया गया कि सेंट्रल बैंक के दृष्टिकोण को मार्टिन लूथर किंग जूनियर-1 के दो उद्धरणों को एक साथ जोडक़र सबसे अच्छे तरीक़े से वर्णित किया जा सकता है। यह है; लेकिन मुझे पता है कि किसी तरह अँधेरा होने पर ही आप सितारों को देख सकते हैं। चलते रहो। कुछ भी धीमा न होने दो। आगे बढ़ो। सहिष्णुता बैंड से ऊपर के दो हालिया मुद्रास्फीति सुधारों के बीच हुई एमपीसी की इस बैठक में सन्तुष्टि ज़ाहिर की गयी। हालाँकि प्रतिकूल आपूर्ति झटकों, उच्च लॉजिस्टिक्स लागत, उच्च वैश्विक उपभोक्ता क़ीमतों और घरेलू ईंधन करों के चलते मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी ने सबको हैरान किया है। शीर्ष पंक्ति (हेडलाइन) मुद्रास्फीति ऊपरी स्तर से भी ऊपर रही। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की क़ीमतों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है; ओपेक प्लस समझौते के परिणामस्वरूप क़ीमतों में कोई भी कमी मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने में योगदान दे सकती है। आरबीआई ने कहा कि हाल में मुद्रास्फीति के दबाव ने गम्भीर चिन्ता पैदा की है। लेकिन वर्तमान आकलन यह है कि ये दबाव अस्थायी हैं और मुख्य रूप से प्रतिकूल आपूर्ति पक्ष कारकों से प्रेरित हैं। हम महामारी से उत्पन्न एक असाधारण स्थिति के बीच में हैं। जैसे ही मज़बूत और सतत विकास क्षेत्रों की सम्भावनाएँ सुनिश्चित होती हैं, एमपीसी मुद्रास्फीति की उम्मीदों को स्थिर करने के अपने जनादेश के प्रति सचेत रहती है। विकास और मुद्रास्फीति का आकलन",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%a8-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82/,पंजाब में कैप्टन बनाम कांग्रेस,"पंजाब में कैप्टन बनाम कांग्रेस By तहलका ब्यूरो - November 1, 2021 अब अमरिंदर सिंह पर कांग्रेस नेता कर रहे थे निजी हमले, सोनिया गाँधी ने रोका पंजाब में अब कांग्रेस और अभी भी पार्टी में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दो विपरीत ध्रुवों पर खड़े हो चुके हैं। अमरिंदर अपने मीडिया सलाहकार के ट्वीट के ज़रिये भविष्य में अपनी ही राजनीतिक पार्टी बनाने और आगे चलकर टीम कृषि क़ानूनों पर सम्मानजनक समझौते की सूरत में विधानसभा चुनाव में भाजपा के कन्धे से कन्धा मिलकर चलने की घोषणा कर चुके हैं। खुले रूप से भाजपा के साथ क़दमताल करने की उनकी घोषणा के बाद अब कांग्रेस के नेता उन पर हमलावर हो चुके हैं और विवादित पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम से उनके रिश्तों को लेकर जाँच तक की बात हो रही है। क़रीब 80 साल के अमरिंदर सिंह की कांग्रेस से नाराज़गी उनके घोर प्रतिद्वंद्वी नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनने से शुरू हुई थी, जो अब तल्ख़ियों में बदल चुकी है। लेकिन कैप्टन के ख़िलाफ़ अब पंजाब कांग्रेस के दूसरे नेता भी आ गये हैं। कैप्टन ने सिद्धू को पाकिस्तान परस्त बताकर एक तरह से देश के लिए ख़तरा बताया था। हालाँकि अब पंजाब सरकार में गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने अरूसा आलम के आईएसआई के साथ कथित सम्बन्धों की जाँच की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। इसके बाद सिद्धू के नज़दीकी समझे जाने वाले उनके पूर्व मुख्य रणनीतिक सलाहकार मोहम्मद मुस्तफ़ा ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता और पूर्व मुख्य सचिव विनी महाजन के साथ अरूसा आलम की एक तस्वीर साझा कर दी। हालाँकि पूर्व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव मेजर अमरदीप सिंह ने रंधावा को इलाक़े (बेल्ट) से नीचे नहीं उतरने की सलाह दी। इस विवाद के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने अरूसा की कुछ तस्वीरें जारी कीं, जिसमें वह पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफ़ा की पत्नी और बहू के साथ नज़र आ रही हैं। मामला तब और गरम हो गया, जब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू की पूर्व मंत्री पत्नी नवजोत कौर ने अमरिंदर सिंह पर सीधा हमला बोल दिया। उन्होंने कहा- ‘कैप्टन के मुख्यमंत्री रहते पंजाब में कोई तैनाती (पोस्टिंग) बिना तोहफ़े और पैसे के नहीं होती थी। यह सब अरूसा आलम को दिया जाता था। उस वक़्त अरूसा पंजाब में मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि उत्कृष्ट मुख्यमंत्री की तरह काम कर रही थीं। अमरिंदर सिंह को सलाह है कि अरूसा पंजाब का पैसा लेकर इंग्लैंड और दुबई चली गयी। वह भी वहाँ जाकर ऐश करें। ऐसा न हो कि अरूसा सारा पैसा उड़ा दे।’ नवजोत कौर सिद्धू का अमरिंदर पर यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले अमरिंदर ने उनके पति को जब चुनाव न जीतने देने वाला बयान दिया था, तब भी कौर ने अमरिंदर को अमृतसर ईस्ट में सिद्धू के ख़िलाफ़ चुनाव लडऩे की चुनौती दे डाली थी। उन्होंने तब कहा था कि उसके बाद अमरिंदर को पता चल जाएगा कि कौन अधिक लोकप्रिय है। वैसे अमरिंदर ने बी उन पर हमला करने वालों पर हमला किया। हालाँकि सोनिया गाँधी ने अमरिंदर पर हमला करने वालों को रोक दिया कि वे ऐसा न करें। याद रहे जिन अरूसा आलम के नाम पर पंजाब में राजनीति तेज़ है वह अरूसा पाकिस्तान से हैं और रक्षा पत्रकार (डिफेंस जर्नलिस्ट) हैं। दावा किया जाता रहा है कि कैप्टन से अरूसा की पहली मुलाक़ात सन् 2004 में पाकिस्तान दौरे के दौरान हुई थी और उसके बाद अरूसा कई बार भारत आयीं। उन्हें पिछले एक दशक से भी ज़यादा समय से अमरिंदर सिंह का क़रीबी माना जाता है। बता दें कुछ मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया जाता रहा है कि अरूसा आलम एक बार जब पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फ़ैज़ हामिद के साथ कथित तौर पर आपत्तिजनक स्थिति में थीं, तो उनकी पत्नी ने वहाँ पहुँचकर ख़ासा हंगामा कर दिया था। कैप्टन और भाजपा अमरिंदर सिंह तकनीकी रूप से भले अभी कांग्रेस में हैं; लेकिन वह ख़ुद एक ट्वीट में नयी पार्टी बनाने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने इस ट्वीट में जो दिलचस्प बात यह कही कि कृषि क़ानूनों पर कोई सही फ़ैसला होने पर वह भाजपा का साथ दे सकते हैं। यहाँ सवाल यही है कि अपने एक साल के आन्दोलन में क़रीब 800 साथियों की शहादत देख चुके किसान क्या तीनों क़ानूनों को वापस लेने से कम पर मानेंगे? और क्या सिर्फ़ अमरिंदर सिंह को अपने बेड़े में बैठाने के लिए भाजपा तीन कृषि क़ानूनों की बलि देने की हिम्मत जुटा पाएगी। किसान नेताओं से बातचीत में यही समझ आता है कि वे आने वाले विधानसभा चुनावों में किसी भी सूरत में भाजपा को सबक़ सिखाएँगे। और यदि अमरिंदर सिंह भाजपा के साथ गये, तो किसानों की नाराज़गी उन्हें भी भारी पड़ सकती है। पंजाब में कम-से-कम आज की तारीक़ में तो लोगों में भाजपा के प्रति बहुत तलख़ी है। पंजाब में विधानसभा चुनाव को अब ज़यादा समय नहीं बचा है। यहाँ बड़ा सवाल यही है कि अपनी पार्टी बनाते हुए अमरिंदर कांग्रेस के कितने विधायकों को तोडक़र अपने साथ ले जाएँगे? अभी तक यह तो नहीं लगता कि कैप्टन कांग्रेस सरकार गिराने की स्थिति में हैं। एक मोटे अनुमान के मुताबिक, 7 से 9 विधायक या मंत्री ही ज़यादा-से-ज़यादा अमरिंदर सिंह के साथ कांग्रेस से जा सकते हैं। लेकिन जिस तरह कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने वाला कार्ड खेला है, उससे पार्टी को उम्मीद है कि जनता उसे सत्ता में वापस लाएगी। सिद्धू के रहते कांग्रेस और ताक़तवर हो जाती है। अमरिंदर के पास निश्चित ही इस स्तर के नेता नहीं जुट पाएँगे। इसमें कोई दो-राय नहीं कि अमरिंदर सिंह कांग्रेस को नुक़सान पहुँचाने की क्षमता रखते हैं। लेकिन बहुत कुछ किसानों के रूख़ पर निर्भर करेगा। किसान यदि भाजपा से नाराज़ रहते हैं, तो भाजपा के साथ-साथ अमरिंदर सिंह भी डूबेंगे। वैसे चर्चा है कि कैप्टन दीवाली के आसपास नयी पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। कैप्टन के साथ कुछ पूर्व मंत्री और विधायकों के अलावा कुछ पार्टी नेता भी उनके साथ जा सकते हैं। मनीष तिवारी जैसे कांग्रेस में उपेक्षित नेता कैप्टन का हाथ थाम लें, तो हैरानी नहीं होगी। ख़ुद कैप्टन की पत्नी परनीत कौर सांसद हैं। हालाँकि बहुत कुछ एक-दो महीने बाद के राजनीतिक माहौल पर निर्भर करेगा। अकाली दल भी किसान आन्दोलन का सन्ताप झेल रहा है। हालाँकि अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में इस बार बहुत ज़यादा चर्चा में नहीं दिख रही। भाजपा को लेकर कहा जा रहा है कि वह पुराने साथी अकाली दल के साथ अन्दरखाने अभी भी नरम हैं; भले उसने किसान क़ानूनों पर ही उसका साथ छोड़ा था। कृषि क़ानून वापस लेने की स्थिति में अकाली दल का प्रेम फिर भाजपा पर उमड़ सकता है। अकाली दल का रूख़ आने वाले हफ़्तों में साफ़ होगा।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a1/,कांग्रेस का महिला कार्ड,"कांग्रेस का महिला कार्ड By राजीव दुबे - November 1, 2021 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने अपने खोये हुए जनाधार को पाने के लिए जो महिला कार्ड खेला है, उससे उसके जनाधार में बदलाव आ सकता है। अभी तक राजनीतिक दल महिलाओं की राजनीति में भागीदारी को लेकर सिर्फ़ बयानबाज़ी ही करते रहे हैं। लेकिन प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 40 फ़ीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा करके देश के राजनीतिक आकाओं को साफ़ सन्देश दे दिया है कि अब कांग्रेस राजनीतिक समीकरणों में बदलाव लाना चाहती है। उत्तर प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में कांग्रेस की इस पहल को नयी राजनीति के तौर पर देखा जा रहा है। भले ही यह आधी आबादी के हित में है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस की इस पहल से देश में नये राजनीति समीकरण बनकर उभरेंगे। कांग्रेस की देखा-देखी अन्य राजनीतिक दल भी महिलाओं को टिकट देने को मजबूर हो सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि भले ही आज कांग्रेस में उठा-पटक चली रही है। कुछ कांग्रेस नेता, जो पार्टी छोड़ रहे हैं; उसे डूबता जहाज़ बता रहे हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान को इन बातों से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में जी-23 के नेताओं को साफ़ सन्देश दे चुकी हैं कि ‘कोई भ्रम में न रहे, मैं ही कांग्रेस अध्यक्ष हूँ।’ उनके इस सन्देश के बाद ही तय हो गया था कि कांग्रेस अपनी नीति के तहत राजनीति करेगी और उत्तर प्रदेश सहित पंजाब में जी-तोड़ मेहनत करके जनता के बीच जाएगी। तभी से कांग्रेस आक्रामक राजनीति कर रही है। बताते चलें कि प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश की सियासत पर लम्बे समय से पैनी नज़र रखे हुए हैं। किसान आन्दोलन से लेकर हाथरस कांड, लखीमपुर खीरी कांड और उसके बाद आगरा में वाल्मीकि समाज के व्यक्ति की थाने में मौत के बाद पीडि़तों से मिलने के लिए उन्होंने जिस तरह से सत्ताधारी भाजपा से जिस तरह से लोहा लिया, उससे लोगों का रुझान प्रियंका और कांग्रेस की तरफ़ हुआ है। उत्तर प्रदेश की सियासत तीन दशक से पूरी तरह से जाति-धर्म को केंद्र में रखकर की जाती रही है और उत्तर प्रदेश से होकर ही दिल्ली की सियासत का रास्ता निकलता है। जनता के मिजाज़ को भाँपते हुए कांग्रेस ने जो महिला कार्ड खेला है, उससे प्रदेश के चुनाव परिणाम चौंकाने वाले साबित हो सकते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%88-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%96%e0%a4%bc/,कई सरकारी संस्थाओं में ख़ाली पड़े हैं महत्त्वपूर्ण पद,"कई सरकारी संस्थाओं में ख़ाली पड़े हैं महत्त्वपूर्ण पद By प्रशांत झा -November 1, 2021 झारखण्ड में निगम, बोर्ड, आयोग, परिषद् समेत कई ऐसी सरकारी संस्थाएँ हैं, जिनमें वर्षों से कहीं अध्यक्ष, तो कहीं सदस्य के पद ख़ाली पड़े हुए हैं। इसकी वजह से ये सभी संवैधानिक और सरकारी संस्थाएँ निष्क्रिय पड़ी हुई हैं। इनकी निष्क्रियता के कारण जनहित में कोई काम नहीं हो रहा है। झारखण्ड की वर्तमान महा गठबन्धन की सरकार आपसी खींचतान के कारण इन संस्थाओं में नियुक्ति नहीं कर पा रही है। प्रदेश की संस्थाओं में इन दिनों क्या स्थिति है बता रहे हैं प्रशांत झा :- देश के हर राज्य में सरकार के विभिन्न विभागों के अधीन बोर्ड, निगम और संवैधानिक आयोग होते हैं। इनके गठन के पीछे का उद्देश्य होता है कि ये सरकारी विभागों से इतर स्वायत्त तरीक़े से अपने संस्थान से सम्बन्धित जनहित में काम करें। साथ ही सरकार के कामकाज और योजनाओं की निगरानी करते हैं। कई संस्थाएँ विभागों को सहयोग करती हैं और कई संस्थाएँ उन पर नज़र रखती हैं। यह जनहित के कार्यों में सरकार की मदद करते हैं। संस्थानों को आवंटित ज़िम्मेदारी और कार्य के अनुसार अधिकार प्राप्त होता है। झारखण्ड में भी दर्ज़नों ऐसे निगम, बोर्ड और आयोग हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सरकार के अन्दर सहयोगी दलों की आपसी खींचतान की वजह से ये निष्क्रिय पड़े हुए हैं। फ़िलहाल लम्बे समय से ये बोर्ड, निगम, आयोग केवल अपने नाम की शोभा बढ़ा रहे हैं। उधर दूसरे राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, बंगाल की स्थिति झारखण्ड की तरह नहीं है। वहाँ कम-से-कम महत्त्वपूर्ण संस्थाएँ फ़िलहाल निष्क्रिय होने से बचे हुई हैं। कुछ बोर्ड, निगम में पद ख़ाली हैं; लेकिन वो इतने महत्त्वपूर्ण नहीं हैं। 35 संस्थाओं में नहीं अध्यक्ष कहा जाता है कि निगम, बोर्ड, 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति जैसी संस्थाएँ सरकार अपनी पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं को उपकृत करने के लिए रखती है। उन संस्थाओं के अध्यक्ष, सदस्य आदि पार्टी के विधायकों, नेताओं, कार्यकर्ताओं को दिया जाता है। इसका बहुत अधिक महत्त्व नहीं होता है। पर कुछ बोर्ड, निगम और आयोग ऐसे हैं, जो काफ़ी महत्त्व रखते हैं। यह सीधे जनहित से जुड़े होते हैं। अगर यह निष्क्रिय हो जाएँ, तो इसका असर रोज़ाना के काम और विकास पर होता है। झारखण्ड में ऐसा ही कुछ हाल है। लोकायुक्त तक का पद ख़ाली पड़ा है। इसके अलावा राज्य सूचना आयोग, राज्य विद्युत नियामक आयोग, बाल संरक्षण आयोग, राज्य महिला आयोग, राज्य निगरानी परिषद्, राज्य विकास परिषद्, औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार, राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, राज्य आवास बोर्ड, कृषि विपणन परिषद्, रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार, पर्यटन विकास निगम, राज्य वन विकास निगम, राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड समेत कई बोर्डों में शीर्ष पद ख़ाली पड़े हैं। आयोग भी निष्क्रिय सूचना आयोग, बाल संरक्षण आयोग, लोकायुक्त, विद्युत नियामक आयोग आदि जैसी कई संस्थाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। यह जनता से सीधे जुड़े होते हैं। हालत यह है कि राज्य में ये संस्थाएँ भी लम्बे से समय से निष्क्रिय पड़ी हुई हैं। राज्य सूचना आयोग में पिछले डेढ़ साल से मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्त नहीं हैं। यहाँ 2,600 से अधिक शिकायतें और 7,669 अपीलें धूल फाँक रही हैं। राज्य विद्युत नियामक आयोग की भी बिजली सम्बन्धित मामले में महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। बिजली उपभोक्ताओं को यहाँ से काफ़ी मदद मिलती है। यहाँ के तत्कालीन अध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने 12 मई, 2020 को इस्तीफ़ा दे दिया था, तब से यह पद ख़ाली है। इसी तरह राज्य महिला आयोग में अध्यक्ष, सचिव सहित चार सदस्यों के पद एक साल से ख़ाली है। यहाँ सुनवाई के लिए 3200 मामले लम्बित हैं। राज्य मानवाधिकार आयोग का पद पिछले छ: महीने से ख़ाली है। लोकायुक्त की नियुक्ति पिछले पाँच महीने से लटकी हुई है। यहाँ 1,700 से अधिक मामलों की सुनवाई और फ़ैसला का काम लम्बित है। यही हाल अन्य महत्त्वपूर्ण आयोगों का है। इसके अलावा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, माटी कला बोर्ड, समाज कल्याण बोर्ड, आवास बोर्ड समेत कई बोर्ड और निगम में पद रिक्त पड़े हुए हैं। खींचतान में फँसा पेच मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्त की नियुक्ति के लिए लगभग डेढ़ साल पहले कार्मिक विभाग ने आवेदन आमंत्रित किया था। एक मुख्य सूचना आयुक्त और छ: सूचना आयुक्त के पद ख़ाली हैं। इनके लिए लगभग 350 से आवेदन आये। इनकी नियुक्ति में मुख्यमंत्री के अलावा विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता होना ज़रूरी है। विधानसभा में अभी तक भाजपा के बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष का नेता नहीं माना गया है, नतीजतन यह नियुक्ति अटकी हुई है। इसी तरह बोर्ड, निगम, 20 सूत्री का बँटवारा सरकार के गठबन्धन दलों झामुमो, कांग्रेस और राजद के बीच होना है। आपसी खींचतान के कारण अभी तक बँटवारा नहीं हो सका है। जबकि मौज़ूदा सरकार का दो साल पूरा होने वाला है। इन बोर्ड, निगम आदि पर सत्ताधारी दल के विधायकों, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की नज़र टिकी हुई है। हर कुछ दिन पर इसके लिए प्रयास होता है; लेकिन सफलता अब तक नहीं मिली है। कुछ माह पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल समन्वय विभाग से राज्य के सभी बोर्ड, निगम, आयोग आदि की सूची और रिक्त पदों की जानकारी माँगी थी। पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश प्रभारी आर.पी.एन. सिंह रांची आये थे और मुख्यमंत्री से मिले भी थे। आर.पी.एन. ने कहा था कि गठबन्धन दलों के बीच निगम, बोर्ड, आयोग, 20 सूत्री आदि के बँटवारे को लेकर एक ख़ाका तैयार कर लिया गया है, जल्द ही इसका बँटवारा होगा। इस बात को भी अब दो महीने बीत गये। सत्ता पक्ष के पार्टी पदाधिकारी रटे-रटाये बयान कि जल्द बँटवारा होगा, गठबन्धन दलों ने एक रूपरेखा तैयार कर ली; आदि देकर टाल जाते हैं। विपक्षी दल भाजपा के नेता कहते हैं कि इन संस्थानों का अपना एक महत्त्व है। इसका पुनर्गठन सरकार को करना चाहिए। सरकार कुछ करना ही नहीं चाहती है। लेकिन विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर उठाती नहीं है। राजनीति और आपसी खींचतान के बीच जनता की समस्याओं का निदान नहीं हो पा रहा है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%bc%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%bc%e0%a4%ab/,"नियमित स़फाई , अनियमित स़फाईकर्मी","नियमित स़फाई , अनियमित स़फाईकर्मी By राजीव दुबे -November 1, 2021 स़फाई का काम पूँजीपतियों के हाथ में जाने से बढ़ी समस्या सरकार सरकारी कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोपों और कम बजट में अधिक व बेहतर सेवाएँ प्रदान करने के लिए हर सेक्टर में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। लेकिन निजीकरण के तहत जो भी काम हो रहा है, वह भी सरकारी व्यवस्था की तरह, बल्कि कई क्षेत्रों में उससे भी कई गुना लचर व अव्यस्थित साबित हो रहा है। ऐसे में लोगों को उन्हीं हालात का सामना करना पड़ रहा है, जो हालात सरकारी व्यवस्था के तहत पेश आते रहे हैं। ऐसे ही कार्यों में स़फाई भी शामिल है। स्वस्थ रहने के लिए नियमित स़फाई अत्यधिक ज़रूरी है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि देश इन दिनों कई महामारियों और बीमारियों से जूझ रहा है। बीमारियों में जितनी ज़रूरत इलाज की होती है, उतनी ही ज़रूरत साफ़-स़फाई की भी होती है, जिसमें स़फाईकर्मियों की बड़ी भूमिका होती है। लेकिन देश भर में स़फाई व्यवस्था लचर होने से लोगों को तो अनेक दिक़्क़तों का सामना करना पड़ ही रहा है, नित नयी बीमारियाँ भी बढ़ रही हैं। मौज़ूद स़फाई अव्यवस्था और शहरों में दिन-दिन बढ़ती गन्दगी के कई कारण हैं। लेकिन सबसे बड़ी दिक़्क़्त देश में स़फाईकर्मियों की कमी है। ‘तहलका’ ने इस बारे में दिल्ली समेत कई राज्यों में इसे लेकर पड़ताल की, जिसमें मुख्य वजह यह सामने आयी कि सरकारी स़फाईकर्मचारियों की नियुक्तियाँ न होने के कारण स़फाई के काम से जुड़े लोगों को मजबूरन ठेकेदारी या निजी संस्थाओं के तहत काम करना पड़ता है, जहाँ उन्हें पर्याप्त वेतन भी नहीं मिलता। दिल्ली में ठेकेदारी के तहत काम करने वाले कई स़फाईकर्मियों ने बताया कि उनको जो वेतन बताया जाता है, उसमें से भी 30 फ़ीसदी काटकर ठेकेदार उन्हें देता है। उनकी मजबूरी यह है कि अगर वे विरोध करें, तो उन्हें काम से निकाल दिया जाता है। इसके अलावा जो सरकारी स़फाईकर्मी हैं, वे भी कई बार अफ़सरों से साँठगाँठ करके कम पैसे पर स़फाईकर्मी रखकर उनसे काम करा लेते हैं। इतना ही नहीं, दिल्ली में नगर निगम से लेकर नई दिल्ली नगर पालिका में जितने स़फाईकर्मियों की आवश्यकता है, उतने स़फाईकर्मी कभी होते ही नहीं हैं। ऐसे में बेहतर स़फाई व्यवस्था की उम्मीद कैसे की जा सकती है? एक स़फाई कर्मचारी उदय का कहना है कि दिल्ली में अक्सर स़फाई व्यवस्था चौपट रहने की वजह सियासत भी है। दिल्ली नगर निगम से लेकर केंद्र सरकार के अस्पताल, दिल्ली सरकार के स्कूल, अस्पताल और सडक़ों की साफ़-स़फाई का अधिक-से-अधिक काम ठेकेदारों के हाथ में है। ऐसे में ठेकेदार कम-से-कम लोगों से, कम-से-कम पैसे में अधिक-से-अधिक काम कराने के चक्कर में पड़े रहते हैं और स़फाई की ओर ध्यान तक नहीं देते हैं। इसकी वजह यह है कि इस महत्त्वपूर्ण काम में ठेकेदारों, आला अफ़सरों से लेकर सत्ता में बैठे कुछ लोग तक जमकर मलाई काट रहे हैं। यह एक तरह से बजट से कम में काम कराने से लेकर स़फाईकर्मियों का हिस्सा खाने तक का खेल है। हर कोई शिकायत करने से डरता है; क्योंकि उसे काम से हटाना इन लोगों के बाएँ हाथ का काम है। दिक़्क़्त यह है कि इस महत्त्वपूर्ण काम की ठीक से जाँच नहीं होती और अगर कभी कोई जाँच हो भी जाए, तो या तो उसे वहीं दबा दिया जाता है या फिर किसी भ्रष्टाचार को लेकर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है। आज के आधुनिक युग में जब स़फाई की कई बेहतरीन मशीने आ चुकी हैं, बावजूद इसके देश की राजधानी दिल्ली तक में सीवर और गटर की स़फाई के लिए स़फाई कर्मचारियों को उनमें उतारा जाता है। इस काम से हर साल कई स़फाईकर्मियों की दम घुटने से मौत तक होती है। लेकिन इसके बावजूद सरकारें, निगम व स़फाई के काम से जुड़े अन्य संस्थान इस ओर ध्यान नहीं देते। पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली सरकार ने गटर साफ़ करने वाली कुछ मशीने मँगायी थीं; लेकिन वो ज़रूरत के हिसाब से अभी अपर्याप्त हैं। दिल्ली नगर निगम के पास भी मशीनें हैं। लेकिन अगर वह और आधुनिक तथा अधिक मशीनें ख़रीदे, तो साधनों गटर की स़फाई स़फाईकर्मियों को उनमें घुसकर न करनी पड़े और किसी भी स़फाईकर्मी की स़फाई के दौरान दम घुटने से मौत न हो। दु:खद यह है कि किसी स़फाईकर्मी की गटर स़फाई के दौरान मौत होती है, तो उस पर जमकर सियासत होती है, जिसके चलते कई बार तो मृतक के परिजनों को उचित न्याय और मुआवज़ा नहीं मिल पाता। अगर स़फाईकर्मी ठेकेदार के अंतर्गत काम करने वाला हो, तब तो और भी नहीं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81-4/,उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 सपा की सेंधमारी से भाजपा हैरान,"उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 सपा की सेंधमारी से भाजपा हैरान By सुनील कुमार - November 1, 2021 विधानसभा उपाध्यक्ष बने भाजपा विधायक नितिन अग्रवाल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से लगभग पाँच महीने पहले हुए विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव में भले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को उपाध्यक्ष बनने का मौक़ा मिल गया, मगर समाजवादी पार्टी (सपा) के पक्ष में गये अन्य पार्टियों के विधायकों के 11 मतों ने, जिसमें भाजपा के विधायकों के द्वारा विरोध में मतदान किये जाने की सुगबुगाहट भी है; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कान खड़े कर दिये हैं। विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर भाजपा ने नरेश अग्रवाल के बेटे और सपा के बाग़ी विधायक नितिन अग्रवाल पर दाँव लगाया। भाजपा की यह रणनीति विपक्षी दल के उम्मीदवार पर दाँव लगाने के साथ-साथ वैश्य जनाधार में सेंधमारी करने की सोच मानी जा रही है। वहीं सपा ने नरेंद्र वर्मा को उपाध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था। बता दें कि उत्तर प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में 37 साल बाद यह दूसरा विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ है। इससे पहले सन् 1984 में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनावों का सहारा लिया गया था। अन्यथा प्रदेश की राजनीतिक परम्परा रही है कि विधानसभा अध्यक्ष सत्तापक्ष की ओर से और उपाध्यक्ष मुख्य विपक्षी दल की ओर से चुने जाते रहे हैं। मगर इस बार भाजपा ने अपना उपाध्यक्ष बनाने के लिए यह चुनाव का दाँव चला, जिसमें सपा के उम्मीदवार नरेंद्र वर्मा की हार हुई। मगर सपा के पक्ष में बढक़र हुई वोटों की संख्या ने सत्तापक्ष को हैरानी-परेशानी में डाल दिया है। समाजवादी नेता और विधायक पद के टिकट के दावेदार ओमप्रकाश सेठ का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने पंचायत चुनाव में सबसे ज़्यादा सीटें जीती थीं और अब विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की ही सरकार बनेगी; क्योंकि प्रदेश की जनता मौज़ूदा सरकार की नीतियों, कार्यों और प्रदेश में हो रही अराजकता से बहुत परेशान है। जनता ही नहीं ख़ुद भाजपा के अनेक विधायक और नेता भी अपनी ही पार्टी से सन्तुष्ट नहीं हैं। अन्दरख़ाने भाजपा में बग़ावत होने लगी है। विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में यह बात साफ़ हो गयी है कि सरकार होने के बावजूद भाजपा के कई विधायकों ने अपनी पार्टी से कन्नी काट ली। वहीं भाजपा के एक समर्थक का कहना है कि भाजपा एक बार फिर प्रदेश में 300 पार का आँकड़ा पार करेगी। सपा अध्यक्ष और उनके समर्थक भी यह बात जानते हैं और उन्हें अपनी छत बचाने के लाले पड़े हैं। इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता कि अखिलेश अपना उपाध्यक्ष भी विधानसभा में नहीं बनवा सके। किसके पक्ष में कितने मत? उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में वर्तमान में कुल 395 विधायक हैं, जिनमें भाजपा के 304 और सपा के 49 विधायक हैं। वहीं भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल(एस) के पास नौ, राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार, निषाद पार्टी का एक और तीन निर्दलीय और रालोद का एक विधायक है, जो अब भाजपा में ही है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 15 विधायक, जिनमें से लगभग 10 बाग़ी हैं, कांग्रेस के सात विधायक, जिनमें में दो भाजपा के हो चुके हैं और दो असम्बद्ध सदस्य हैं। विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार नितिन अग्रवाल 244 मतों (वोटो) से जीत गये और सपा के नरेंद्र वर्मा 60 मत ही पा सके और हार गये, मगर बड़ी बात यह है कि नरेंद्र वर्मा के पक्ष में 11 वोट किसी दूसरी पार्टी के विधायकों ने डाल दिये। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सपा पक्ष में भाजपा के ही विधायकों ने वोट डाले हैं। भाजपा इस बात से इन्कार भी कर रही है और अन्दरख़ाने डरी हुई भी है। उसका डर इस बात को लेकर भी है कि प्रदेश में एक के बाद एक ऐसी घटनाएँ घट रही हैं, जिससे सरकार के माथे पर धब्बों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार एक मामले को जैसे-तैसे रफ़ा-दफ़ा करती है, वैसे ही कोई दूसरा मामला उसके ख़िलाफ़ गवाही देने को खड़ा हो जाता है। सपा में जगी उम्मीद विधानसभा उपाध्यक्ष की कुर्सी सपा के हाथ से ज़रूर निकल गयी, मगर 11 मत दूसरी पार्टी के उसके पक्ष में आने से उसे एक बार फिर उम्मीद बँधी है कि विधानसभा चुनाव में उसे बड़ी जीत हासिल होगी। वहीं भाजपा की चिन्ता बढ़ गयी है। कहने वाले तो यहाँ तक कह रहे हैं कि सत्ता पक्ष ने सपा के पक्ष में पड़े अतिरिक्त 11 मतों की अन्दरख़ाने गोपनीय पड़ताल शुरू कर दी है कि विरोधी दल के पक्ष में मतदान करने वाले विधायक कौन-कौन थे? प्रदेश में सपा ख़ुद को अग्रणी पार्टी मानती है; क्योंकि बसपा उससे कमज़ोर दिख रही है और कांग्रेस को वह अभी भी उतनी गम्भीरता से नहीं ले रही है। हालाँकि यह भी सपा की भूल ही कही जाएगी; क्योंकि कांग्रेस पहले से कहीं मज़बूत होती दिख रही है। सपा को किसान आन्दोलन से भी जीत की उम्मीद बँध रही है। यह तो तय है कि सपा का जनाधार पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा बढ़ा है, मगर यह कहना कठिन है कि सपा सरकार बना पाएगी; क्योंकि अभी भी प्रदेश में भाजपा का अपना जनाधार बहुत तगड़ा है। निर्वाचन की जगह चुनाव क्यों?",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae/,उत्तर प्रदेश के सियासी समीकरण,"उत्तर प्रदेश के सियासी समीकरण By तहलका ब्यूरो - November 1, 2021 उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, चुनावी गहमागहमी बढ़ती जा रही है। सत्तापक्ष और विपक्षी दल अपनी-अपनी गोटियाँ फिट करने में जुटे हैं। जातीय समीकरण बैठाये जा रहे हैं। एक के बाद एक सियासी दाँव चले जा रहे हैं। आरोपों-प्रत्यारोपों की झड़ी लगी है। सियासी दल समाज के हर वर्ग को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हैं। उत्तर प्रदेश सियासी लिहाज़ से बहुत विशेष स्थान रखता है। उत्तर प्रदेश से जो संकेत आएँगे, उसका सीधा असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई को ही अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहुँचकर 744 करोड़ योजनाओं का उद्घाटन करने के अलावा 889 करोड़ की परियोजनाओं की आधारशिला रख चुके हैं। कोरोना-काल से निपटने की उत्तर प्रदेश की तैयारियों को अभूतपूर्व बता चुके हैं। भाजपा ओबीसी जनाधार को लगातार अपने पाले में बनाये रखने में जुटी है। लेकिन ओमप्रकाश राजभर के समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ जाने के ऐलान से पूर्वांचल में सपा को फ़ायदा होने की उम्मीद जतायी जा सकती है। चुनाव से पहले जिन विधायकों को टिकट दिये जाने की सम्भावना है, उन पर इस बात का दबाव है कि वे अपना जनाधार बचाकर रखें। वहीं बाक़ी सम्भावित उम्मीदवारों को जनाधार मज़बूत करने का दबाव है। जिन्हें टिकट मिलने की उम्मीद है या जो इसकी कोशिश में लगे हैं, वो विरोधी उम्मीदवार के जनाधार में सेंधमारी की कोशिश में जुटे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी लड़कियों को प्रदेश में पार्टी की सत्ता में आने पर स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी देने, महिलाओं को 40 फ़ीसदी आरक्षण देने की घोषणा करके प्रदेश की महिलाओं को लगातार लुभाने का प्रयास कर रही हैं। इस मुद्दे पर नयी बहस छिड़ गयी है। प्रदेश की सत्ता से वह 32 साल से बाहर है और दोबारा से वापसी के लिए प्रियंका गाँधी के इस फ़ैसले को बड़ा दाँव माना जा रहा है। प्रदेश में महिला मतदाता काफ़ी अहम हैं, जिन्हें प्रियंका गाँधी राजनीति में आने का ही नहीं, बल्कि टिकट का खुला प्रस्ताव दिया है, जिससे विपक्षी दलों के माथे पर चिन्ता की लकीरें दिखने लगी हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव को प्रियंका गाँधी एक बड़े मौक़े के तौर पर देख रही हैं; क्योंकि उनके सामने पार्टी के लिए ज़मीन तैयार करना भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने महिलाओं पर दाँव लगाकर सत्ता का रास्ता तैयार करने की पूरी कोशिश की है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका अपनी रणनीति में कितनी कामयाब हो पाती हैं? कांग्रेस महासचिव महिलाओं के भरोसे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी हैं। वह नारी शक्ति के दम पर पार्टी का वर्चस्व बढ़ाना चाहती हैं। असल में प्रदेश में महिलाओं की आबादी क़रीब 11 करोड़ है, जिनमें से 6.74 फ़ीसदी महिला मतदाता हैं। इसलिए कांग्रेस ने 2022 की चुनावी जंग फ़तह करने के लिए किसानों के साथ-साथ महिलाओं को जोडऩे की रणनीति बनायी है। हालाँकि भाजपा समेत तमाम सियासी दल भी महिला मतों को अधिक-से-अधिक बटोरने के जतन कर रहे हैं। बिहार में पिछले साल ट्रंप कार्ड से एनडीए की सत्ता में वापसी हुई, जिसमें ख़ामोश (साइलेंट) मतदाता महिलाएँ ही साबित हुई थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस जीत का श्रेय भाजपा के इन्हीं ख़ामोश मतदाताओं को देते हुए बताया था कि ख़ामोश मतदाता कोई और नहीं, बल्कि महिलाएँ हैं। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति भी इन्हीं ख़ामोश मतदाताओं पर आकर ठहर गयी है। उत्तर प्रदेश में गठबन्धनों की बाढ़ आने वाली है, जैसे-जैसे गठबन्धन बढ़ेंगे, वैसे-वैसे सत्ता के समीकरण बदलेंगे। इस बार मुक़ाबला बहु कोणीय होने के साफ़ संकेत दिख रहे हैं। सपा और बसपा दोनों ने ही किसी बड़े दल से गठबन्धन न करने की घोषणा की है। नये खिलाड़ी के तौर पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में ज़ोर आजमाइश करेगी। असदुद्दीन ओवैसी की तेलंगाना की एआईएमआईएम भी बिहार की चुनावी सफलता के बाद उत्तर प्रदेश में उम्मीदवार उतारने को तत्पर है। ओवैसी अब मुसलमानों के रहनुमा बनकर उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी ज़मीन तैयार करना चाहते हैं। देखना यह है कि अब मुसलमान किस मुद्दे पर, किस दल को मतदान करते हैं? कांग्रेस ने भी प्रियंका गाँधी के बूते अकेले लडऩे की रणनीति बनायी है। वहीं भागीदारी मोर्चा व अन्य कई छोटे दल हैं, जो गठबन्धन करके उत्तर प्रदेश के चुनाव में सत्ता की मलाई चखना चाहते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a4%ac/,संसद में महिला आरक्षण कब?,"संसद में महिला आरक्षण कब? By तहलका ब्यूरो - November 1, 2021 आधी आबादी। सुनने में यह शब्द अच्छा लगता है। लेकिन यदि संसद की ही बात करें, तो महिलाओं का प्रतिनिधित्व आधा तो दूर, नाम मात्र का ही है। स्थिति यह है कि भारत की लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व महज़ 14.3 फ़ीसदी है। जबकि पड़ोसी बांग्लादेश में यह 21 फ़ीसदी है। महिलाओं के प्रति भारतीय राजनीति में यह उदासीनता इस सन्दर्भ में भी महत्त्वपूर्ण है कि महिलाओं को 33 फ़ीसदी आरक्षण की बात काग़ज़ों में ही सिमटी है, अभी तक हक़ीक़त का जामा नहीं पहन पायी। ऐसे में प्रियंका गाँधी की उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देने की पहल स्वागत योग्य कही जाएगी। वैसे भारत में लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्त्व लगातार बढ़ा है। लेकिन यह संख्या अभी भी बहुत कम है। देश में महिलाओं की जैसी भागीदारी कारपोरेट या अन्य संस्थानों में बढ़ी है, उस लिहाज़ से देखें तो संसद में यह भागीदारी न के बराबर है। पहली लोकसभा में केवल 5 फ़ीसदी महिलाएँ थीं, जो अब इतने वर्षों में महज़ 14.3 फ़ीसदी हो पायी हैं। सन् 2019 के चुनाव में लोकसभा में 78 महिलाएँ चुनकर आयीं, जबकि लोकसभा के कुल सदस्यों संख्या 543 है। बहुत-से लोग कहते हैं कि महिलाओं के लोकसभा में पर्याप्त प्रतिनिधित्त्व नहीं होने का कारण निरक्षरता है। हालाँकि यह कारण सही नहीं है। संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व की बात छोड़ दें, तो लोकतंत्र के निचले संस्थानों में महिलाओं ने ख़ासा नाम किया है। पंचायतों, पंचायत समितियों और स्थानीय निकायों में चुनकर आयी महिलाओं ने जबरदस्त नेतृत्व किया है। यह सही है कि हमारे पुरुष प्रधान समाज में उन्हें काम करने नहीं दिया जाता। हालाँकि बहुत सारे मामलों में महिलाओं ने इन संस्थाओं में अपने अधिकारों का इस्तेमाल समाज की बेहतरी और विकास के कामों में किया है। इस लैंगिक असमानता के बावजूद महिला नेतृत्व कई मामलों में उभरकर आया है। यह सब तब है, जब पुरुषों की तुलना में महिलाओं को परिवारों में ज़्यादा वक़्त देना होता है। राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को लेकर तो बहुत कुछ कहा जाता है; लेकिन जब बात टिकटों की आती है, तो पुरुष बाज़ी मार ले जाते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी महासचिव प्रियंका गाँधी ने महिलाओं के प्रतिनिधित्व का मुद्दा एक बार फिर विमर्श में ला दिया है। उन्होंने कांग्रेस के 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देने का ऐलान करके दूसरे दलों पर भी दबाव बनाया है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रियंका अपने इस वादे पर खरा उतर पाती हैं? यह बार-बार कहा जाता रहा है कि राजनीतिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के बराबर होनी चाहिए। समय आ गया है, जब राज्य विधानसभा और संसदीय चुनावों में महिलाओं के लिए न्यूनतम प्रतिशतता सुनिश्चित की जाए और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल इसकी पहल करते हुए बाक़ायदा भारत के निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव (गिल फार्मूला) को लागू करें। यह भी ज़रूरी है कि देश में महिलाओं को संसद में 33 फ़ीसदी भागीदारी का क़ानून संसद में पास करके इसे अनिवार्यता के दायरे में लाया जाए, ताकि जो पार्टी इस पर अमल करने में विफल रहे, उस पर मान्यता रद्द होने की तलवार टँगी रहे। इसके लिए देश में समानता का माहौल बनाना भी आवश्यक होगा। ‘तहलका’ की जुटायी जानकारी के मुताबिक, देश में कुल 543 लोकसभा सीटों में से 48.4 फ़ीसदी में सन् 1962 के बाद कभी कोई महिला लोकसभा का चुनाव जीतकर नहीं आयी। यह सही है कि महिलाओं की रुचि कम रही है और इसका एक बड़ा कारण उत्पीडऩ का भय भी है। यह आम धारणा हमारे समाज में है कि महिलाओं के लिए राजनीति कोई सम्मानजनक पेशा नहीं। हालाँकि समय-समय पर महिलाओं ने बताया है कि उन्हें भी सम्मानजनक तरीक़े से काम करने का अधिकार है। भारत की संसद में भी महिलाओं ने कई ज्वलंत मुद्दों को उतनी की शिद्दत से उठाया है, जितना उनके समकक्ष पुरुष उठाते रहे हैं। देश में महिला आरक्षण की काफ़ी कोशिश होती रही है। सन् 1998 में पहली बार इस दिशा में बड़ी कोशिश तब हुई, जब लोकसभा में 33 फ़ीसदी महिला आरक्षण की बात हुई। यह भी कहा गया कि कुछ सीटों को चक्र क्रम में आरक्षण रूप में दिया जा सकता है। हालाँकि इसके बाद इस पर कोई ख़ास काम नहीं हुआ। लेकिन यूपीए जब सत्ता में आयी, तो ख़ासकर इसकी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने महिलाओं को आरक्षण देने के मद्दे पर बहुत दिलचस्पी दिखायी। उन्होंने इसे पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल किया। यूपीए के ही समय में सन् 2010 में महिला आरक्षण का विधेयक बाक़ायदा राज्यसभा में पेश किया गया। इसे पास भी करवा लिया गया। सोनिया गाँधी ने अपने सांसदों से कहा भी कि वे देश की जनता को भी इससे अवगत करवाएँ। बहुत दिलचस्प बात यह है कि यह मामला लटका रह गया। यूपीए के सपा, राजद जैसे घटक इस विधेयक के पक्ष में नहीं थे। पुरानी बात करें, तो सन् 1974 संसद में महिलाओं के प्रतिनिधित्व का मुद्दा देश में महिलाओं की स्थिति के आकलन सम्बन्धी समिति की रिपोर्ट में पहली बार उठाया गया था। इसमें राजनीतिक इकाइयों में महिलाओं की कम संख्या का ज़िक्र करते हुए पंचायतों और स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित करने का सुझाव दिया गया था। इसके बाद सन् 1993 में संविधान में 73वें और 74वें संशोधन के तहत पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीटों के आरक्षण का प्रावधान किया गया। इसके बाद 1996 में महिला आरक्षण विधेयक पहली बार देवगौड़ा सरकार के समय संसद में पेश किया गया। उस समय 81वें संविधान संशोधन विधेयक के रूप में इसे संसद में लाया गया था। हालाँकि बाद में देवगौड़ा सरकार अल्पमत में आ गयी और लोकसभा भंग होने के बाद यह मामला फिर लटक गया। लेकिन इस विधेयक को गीता मुखर्जी की अध्यक्षता वाली संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष भेजा गया, जिसने दिसंबर, 1996 में इस पर लोकसभा में रिपोर्ट पेश की। हालाँकि जून, 1998 में वाजयेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश किया। लेकिन पूरी सम्भावना के बावजूद यह विधेयक पास नहीं हो पाया। जब नवंबर, 1999 में एनडीए वाजपेयी के नेतृत्व में सत्ता में फिर वापस आ गयी, तो फिर महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पेश किया गया। दुर्भाग्य से सरकार फिर सफल नहीं हो पायी। सत्ता में रहते हुए वाजपेयी सरकार यह विधेयक सन् 2002 और सन् 2003 में फिर लायी; लेकिन पास नहीं हो सका। महिला आरक्षण विधेयक के पास होने की सम्भावना सोनिया गाँधी की अध्यक्षता वाले यूपीए के सत्ता में आने के बाद काफ़ी मज़बूत बनी; क्योंकि सोनिया गाँधी ख़ुद महिला आरक्षण की मुखर समर्थक रही हैं। यूपीए ने सत्ता में आते ही अपने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने को प्रमुखता से जोड़ा। यूपीए के समय पहली बार मई, 2008 में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पेश हुआ और उसे क़ानून और न्याय से सम्बन्धित स्थायी समिति के पास भेजा गया। दिसंबर, 2009 में स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश की। हालाँकि सपा, जदयू और राजद ने इसका जबरदस्त विरोध किया। अगले ही साल फरवरी में तब की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने संसद में अपने अभिभाषण में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की प्रतिबद्धता दोहरायी। फरवरी में ही मंत्रिमंडल ने महिला आरक्षण विधेयक को पास किया और मार्च, 2010 के बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पेश किया गया। लेकिन इस पर राज्यसभा में ख़ूब हंगामा हुआ। मुलायम सिंह यादव की एसपी और लालू प्रसाद यादव की राजद ने यूपीए से समर्थन वापस लेने की धमकी दे दी। लेकिन इसके बावजूद 9 मार्च, 2010 को कांग्रेस ने भाजपा, जदयू और वामपंथी दलों के सहारे राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक बड़े बहुमत से पास करवा लिया। हालाँकि इसे लोकसभा में पेश ही नहीं किया गया। इस तरह मामला लटक गया और आज तक लटका हुआ है। इसके बाद सन् 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने आग्रह किया था कि महिला आरक्षण के विधेयक पर आगे बढ़ा जाना चाहिए। हालाँकि उसके बाद इस पर काम नहीं हो पाया।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87/,उत्तर प्रदेश की सियासत में पोस्टर वार तेज,"उत्तर प्रदेश की सियासत में पोस्टर वार तेज By तहलका ब्यूरो - November 1, 2021 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी तीन महीनें से कम का समय बचा हो, पर प्रदेश की सियासत में गर्माहट तेज हो गयी है। प्रदेश में विकास के नाम पर कम, किसान आंदोलन और महगांई के नाम पर ज्यादा राजनीति हो रही है। सियासी दल एक दूसरे पर शब्दों के तो बाण चला ही रहे है। साथ ही प्रदेश में पोस्टर वार भी तेज हो गर्इ है। दिल्ली सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद और नोएडा में जमकर पोस्टर वार हो रहे है। कहीं किसानों के समर्थन में तो कहीं सत्ता के विरोध में । उत्तर प्रदेश का मतदाता फिलहाल चुप है। लेकिन राजनीतिक दलों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में राजनीति हवा का रूख कुछ और ही है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97/,क्या राहुल पर भारी पड़ेंगी प्रियंका?,"क्या राहुल पर भारी पड़ेंगी प्रियंका? By राकेश रॉकी - November 1, 2021 कांग्रेस जब ठंडी पड़ी थी, तब भी उसकी चर्चा थी। अब उठने की कोशिश कर रही है, तो भी उसकी चर्चा है। लेकिन कांग्रेस में सोनिया गाँधी बनाम राहुल गाँधी के दौर के बाद अब राहुल गाँधी बनाम प्रियंका गाँधी की चर्चा है। कारण, उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी की सक्रियता ने कांग्रेस के भीतर और बाहर हलचल मचा दी है। क्या प्रियंका गाँधी की सफलता राहुल गाँधी की राजनीति को अँधेरे में ले जाएगी? या क्या वह राहुल पर भारी पड़ेंगी? ऐसी ही सम्भावनाओं और सवालों पर विशेष संवाददाता राकेश रॉकी का यह विश्लेषण :- पिछले सात साल में समर्थन की बड़ी ज़मीन और संगठन के स्तर पर बहुत कुछ खोने वाली कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की क़वायद क्या फलीभूत हो पाएगी? उत्तर प्रदेश में महिलाओं को 40 फ़ीसदी टिकट देने की प्रभारी महासचिव प्रियंका गाँधी की घोषणा और अक्टूबर के मध्य में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के तेवर बता रहे हैं कि पार्टी अब संगठन और चुनाव के स्तर पर गम्भीरता से काम करना शुरू कर रही है। पार्टी की इस क़वायद के बीच यह साफ़ दिख रहा है कांग्रेस के लिए राजनीतिक रूप से उत्तर प्रदेश अब केंद्र की राजनीति में पहुँचने और पार्टी का आधार मज़बूत करने का बड़ा केंद्र बन रहा है। जिस तरह कांग्रेस ने प्रियंका गाँधी को उत्तर प्रदेश के चुनाव में आगे किया है, उससे ज़ाहिर होता है कि वह एक बड़ा राजनीतिक जोखिम लेने के लिए ख़ुद को तैयार कर चुकी है। कांग्रेस के सामने इससे भविष्य में बड़ी पेचीदा स्थिति भी आ सकती है। बड़ा सवाल यही है कि यदि प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को करिश्माई तरीक़े से ज़्यादा सीटें दिलाने में सफल हो जाती हैं, तो क्या कांग्रेस के भीतर राहुल गाँधी की राजनीतिक भूमिका पर सवाल खड़ा हो जाएगा। दो दशक से भी ज़्यादा वक़्त के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश के चुनाव पर बहुत गम्भीरता से फोकस करती दिख रही है। लेकिन प्रियंका गाँधी की इस सक्रियता की जितनी कांग्रेस से बाहर चर्चा है, उतनी ही कांग्रेस के भीतर भी है। कांग्रेस के कुछ नेताओं से ‘तहलका’ की बातचीत का सार यह निकलता है कि कांग्रेस महासचिव और कार्यकर्ता प्रियंका गाँधी की इस सक्रियता से न सिर्फ़ उत्साहित हैं, बल्कि उनमें नयी ऊर्जा भी आयी है। हालाँकि प्रियंका गाँधी बनाम राहुल गाँधी इस की इस चर्चा से कांग्रेस के भीतर बेचैनी भी है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व किसी भी सूरत में यह चर्चा नहीं चाहता है। ख़ुद प्रियंका गाँधी जब कुछ करती हैं, तो इसे राहुल गाँधी की योजना का हिस्सा बताती हैं। लेकिन इसके बावजूद उत्तर प्रदेश की सफलता कांग्रेस के भीतर प्रियंका गाँधी को एक अलग शक्ति केंद्र (पॉवर सेंटर) के रूप में उभार सकती है। ऐसे में कांग्रेस के सामने बड़ी पेचीदगी वाली स्थिति बन सकती है। कांग्रेस में राहुल गाँधी के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले नेता प्रियंका गाँधी को राष्ट्रीय स्तर का ज़िम्मा देने की माँग कर सकते हैं; भले आज की तारीख़ में कांग्रेस के भीतर राहुल गाँधी को नेतृत्व का ज़िम्मा देने वाले नेताओं की संख्या कहीं ज़्यादा है। लेकिन यदि हाल के घटनाक्रम को देखें, तो यह भी हक़ीक़त है कि जी-23 के नेताओं ने उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी की सक्रियता, ख़ासकर लखीमपुर खीरी में उनके तेवर के बाद ही पार्टी के प्रति अपना रूख़ बदला है। लखीमपुर कांड में जिस तरीक़े से कांग्रेस ने आक्रामक रूख़ अख़्तियार किया, उसे लेकर कांग्रेस के असन्तुष्ट नेताओं में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने न सिर्फ़ कांग्रेस के आक्रामक रवैये की तारीफ़ की, बल्कि उसका खुलकर समर्थन भी किया। इसी तरह लखीमपुर कांड में जब प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी राष्ट्रपति से मिलकर ज्ञापन देने गये, तो असन्तुष्ट नेताओं में शामिल रहे गुलाम नबी आज़ाद उनके साथ थे। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ भी पार्टी में नाराज़ नेताओं को मुख्यधारा में लाने की क़वायद में आलाकमान के साथ जुड़े रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जिस तरह भाजपा ने अपने सोशल मीडिया के ज़रिये राहुल गाँधी की छवि को नुक़सान पहुँचाया है, उसके कारण हाल के वर्षों में उन्हें जनता के बीच एक ऐसी अलोकप्रियता झेलनी पड़ी, जिसके वह वास्तव में हक़दार नहीं थे। राहुल गाँधी की छवि को तब ज़रूर ठेस पहुँची थी, जब सन् 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ख़राब हार के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। बहुत-से राजनीतिक जानकार मानते हैं कि उन्हें भावुकता की जगह दृढ़ता से भाजपा के ख़िलाफ़ डटे रहना चाहिए था। हालाँकि अन्य जानकारों का मानना है कि राहुल गाँधी के इस्तीफ़े की वजह अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का नकारात्मक रोल था, जिससे राहुल बहुत आहत थे। राहुल उस समय अपने प्रति भाजपा के लगातार दुष्प्रचार का भी सामना कर रहे थे और अपने नेताओं के असहयोग ने उन्हें निराश किया था। राजनीति के जानकार मानते हैं कि भाजपा के दुष्प्रचार के कारण राहुल गाँधी अपनी जबरदस्त सक्रियता के बावजूद मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अपने अभियानों में उतना प्रभाव नहीं डाल पाये, जितना हक़ीक़त में डालना चाहिए था। हालाँकि हाल के घटनाक्रमों, जिनमें कोरोना वायरस की दूसरी लहर में फैली अव्यवस्था और आसमान छू रही महँगाई के कारण केंद्र सरकार के प्रति जनता में फैल रही निराशा में राहुल गाँधी का केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ विरोध ख़ासा चर्चा में रहा है। अब प्रियंका गाँधी जो कुछ भी कर रही हैं, वह चर्चा का विषय बन रहा है। इसकी वजह उनकी आक्रामक शैली और लोगों, ख़ासकर महिलाओं से खुलकर मिलने की सोच है। वह सत्तापक्ष पर मुखर ढंग से आक्रमण भी करती हैं। प्रियंका जनता के बीच लोकप्रियता के लिए वह सब कर लेती हैं, जो राहुल गाँधी नहीं करते। राहुल गाँधी एक गम्भीर राजनेता के रूप में जनता के सामने रहते हैं, जिनका ज़्यादा फोकस मुद्दों पर रहता है। ऐसा नहीं कि प्रियंका गाँधी गम्भीर राजनेता नहीं हैं; लेकिन जनता को ऐसी चीज़ें ज़्यादा आकर्षित करती हैं, जो प्रियंका कर लेती हैं। जैसे लखीमपुर खीरी जाते हुए जेल में बन्द होने पर झाड़ू लगाना, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की इस पर की विवादित टिप्पणी को भुनाते हुए इसे वाल्मीकि समाज के ख़िलाफ़ दिखाना और वाल्मीकि मंदिर में सफ़ार्इ करना, एक दलित की पुलिस स्टेशन में मौत पर पीडि़त परिवार से मिलने आगरा जाते हुए रास्ते में एक घायल लडक़ी को अपनी गाड़ी से फस्र्ट ऐड बॉक्स निकालकर उसकी मरहम पट्टी करना जैसी चीज़ें प्रियंका को राहुल से अलग करती हैं। हालाँकि इससे राहुल गाँधी का राजनीतिक महत्त्व घट नहीं जाता। राहुल बनाम प्रियंका यह सवाल लाज़िम है कि यदि प्रियंका गाँधी को कोई बड़ी सफलता मिलती है, तो क्या राहुल गाँधी को कांग्रेस में किनारे होना पड़ेगा? कांग्रेस के भीतर भी यह सवाल है। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने नाम न छपने की शर्त पर ‘तहलका’ से बातचीत में कहा- ‘इसकी बिल्कुल भी सम्भावना नहीं। राहुल गाँधी ही कांग्रेस के स्वाभाविक नेता हैं। भाजपा के दुष्प्रचार के आधार पर आप राहुल गाँधी का क़द तय नहीं कर सकते। वह मुद्दों पर गम्भीरता से बात करने वाले नेता हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने हमेशा मोदी सरकार की मुद्दों पर आधारित आलोचना की है, भाजपा नेताओं की तरह भद्दी व्यक्तिगत टिप्पणियाँ नहीं की हैं।’ पार्टी के एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा- ‘राहुल गाँधी की भाषा लुभावनी नहीं हो सकती है। लेकिन वह चुटकुलों की भाषा वाले राजनेता कभी नहीं रहे। उन्हें चीज़ें की गहन समझ है और जो उनके प्रिय विषय हैं, वही देश के असली मुद्दे भी हैं। लेकिन भाजपा इन मुद्दों में नाकाम है। लिहाज़ा वह जनता का ध्यान इनसे हटाने के लिए राहुल गाँधी पर व्यक्तिगत आक्रमण करती है और वह भी झूठ से भरा होता है।’ हालाँकि पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष रह चुकीं अनीता वर्मा ने कहा कि प्रियंका गाँधी की छवि इंदिरा गाँधी जैसी है और वह उत्तर प्रदेश में जिस तरह पार्टी को मज़बूत कर रही हैं, उससे कांग्रेस के भीतर उन्हें लेकर बहुत उम्मीद है और राज्य में आने वाले चुनाव में पार्टी बड़ा कमाल कर सकती है। लेकिन इसे कांग्रेस के बीच किसी तरह का मुक़ाबला कहना सिर्फ़ मीडिया की उपज है। उन्होंने कहा कि राहुल और प्रियंका, दोनों कांग्रेस को मज़बूत कर रहे हैं। दलितों को लुभाने की कोशिश यह अब साफ़ है कि कांग्रेस अब अपने पुराने जनाधार- दलित और पिछड़ों को फिर अपने साथ जोडऩे के लिए पूरी ताक़त झोंक रही है। हाल के दशकों में यह वर्ग उससे छिटककर उससे दूर चला गया है। उत्तर प्रदेश के आगरा में दलित की पुलिस थाने में मौत के मसले को जिस तरह प्रियंका गाँधी ने उठाया और पीडि़त परिवार से मिलने आगरा गयीं, उससे भाजपा में बड़ी बेचैनी है। आगरा जाते हुए रास्ते में प्रियंका गाँधी ने जिस तरह अपना क़ाफ़िला रोककर एक घायल लडक़ी को ‘फस्र्ट ऐड’ दिया, उसने तो उन्हें काफ़ी चर्चा में ला दिया और कई दिन तक सोशल मीडिया में इसकी चर्चा होती रही। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि प्रियंका गाँधी तेज़ी से एक राजनेता के रूप स्थापित होने की तरफ़ बढ़ा रही हैं। ऐसे में ज़ाहिर है पार्टी के भीतर उनकी तुलना राहुल गाँधी से होगी। अब यह भी साफ़ दिख रहा है कि कांग्रेस प्रियंका गाँधी को चर्चा के केंद्र में लाना चाहती है, और दिख रहा है कि अपनी मेहनत से उन्होंने इसमें सफलता पायी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अचानक प्रियंका गाँधी की लोकप्रियता बढ़ रही है। जिस तरह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में किसान न्याय रैली की और जैसी भीड़ उसमें जुटी, उससे कांग्रेस उत्साहित है। यह अभी साफ़ नहीं है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गाँधी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में सामने लाएगी या नहीं? लेकिन यह लगभग तय है कि चुनाव उनका चेहरा आगे करके ही लड़ा जाएगा। उनकी सक्रियता से गाँवों तक में उनकी चर्चा आम लोगों में होने लगी है। उत्तर प्रदेश की राजनीति को समझने वाले कहते हैं कि ठीक है कि देश के इस सबसे बड़े राज्य में कांग्रेस संगठन के नाम पर कमज़ोर है; लेकिन प्रियंका गाँधी की लोकप्रियता जिस तरह बढ़ रही है, वो कांग्रेस को चुनाव में आश्चर्यजनक नतीजे भी दिला सकती है। उत्तर प्रदेश में संगठन और आधार वाली पार्टियाँ भाजपा, सपा और बसपा में इससे बेचैनी है। प्रियंका गाँधी की मार्फ़त उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक बड़ा राजनीतिक प्रयोग कर रही है। इसमें उनकी सफलता राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस के लिए नयी शुरुआत का रास्ता खोल सकती है। चुनाव में बेहतर नतीजे इसकी बड़ी शर्त होगी। प्रियंका योजनावद्ध तरीक़े से आगे बढ़ रही हैं। वह जातिगत समीकरणों से लेकर हर चीज़ का ख्याल रख रही हैं। आने वाले समय में प्रियंका उत्तर प्रदेश में पार्टी और ख़ुद को स्थापित करने के लिए यात्रा कार्यक्रम बनाने वाली हैं, ताकि जनता तक अधिक-से-अधिक पहुँचा जा सके। जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गाँवों पर ज़्यादा फोकस करने की तैयारी कर रही हैं। कांग्रेस में परिवर्तन लम्बे समय तक सोयी रहने के बाद कांग्रेस में परिवर्तन दिख रहा है। पार्टी अपने संगठन चुनाव से पहले भीतर की असन्तुष्ट गतिविधियों को शान्त करना चाहती है, ताकि अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध हो। सीडब्ल्यूसी में सोनिया गाँधी के तेवर के बाद गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा जैसे नेता फिर नेतृत्व के आगे हाथ बाँधे खड़े दिखने लगे हैं। यह दोनों नेता हाल के महीनों में असन्तुष्ट गतिविधियों के अगुआ की भूमिका में दिखे थे। गाँधी परिवार के लिए आज़ाद का असन्तुष्टों के साथ जाना किसी झटके से कम नहीं था; क्योंकि उन्हें हमेशा से गाँधी परिवार का क़रीबी माना जाता है। हालाँकि आज़ाद फिर से पार्टी कामों में सक्रिय दिख रहे हैं। हाल में लखीमपुर के मामले में राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी जब राष्ट्रपति को ज्ञापन देने गये थे, तो ए.के. एंटनी के साथ गुलाम नबी आज़ाद भी उनके साथ थे। कांग्रेस महसूस कर रही है कि मोदी सरकार का जलवा कम हो रहा है, देश में बढ़ रही समस्यायों से लोगों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है और निराशा की धूल झाडक़र कांग्रेस के पास अपने संगठन को खड़ा करने का यह सही समय है। अगले साल जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, कांग्रेस उन पर ज़्यादा फोकस कर रही है। कांग्रेस की कोशिश राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करके विपक्ष का नेतृत्व करने की है। राज्यों के चुनाव कांग्रेस के लिए बड़ा अवसर हैं। पार्टी का इन चुनावों में एक से ज़्यादा राज्यों में सीधे भाजपा के मुक़ाबला है; लिहाज़ा उसके लिए सम्भावनाएँ तो हैं ही। कांग्रेस जानती है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है। पिछले तीन दशक से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक कमज़ोर संगठन रहा है। ऐसा नहीं है कि प्रियंका गाँधी राज्य में रातोंरात कोई उलटफेर कर देंगी; लेकिन जिस तरह वह उत्तर प्रदेश में आकर जम गयी हैं, उससे सत्तारूढ़ भाजपा ही नहीं, विरोधी दलों सपा और बसपा में भी हलचल है। इसे प्रियंका गाँधी की सफलता माना जाएगा कि राज्य में बिना किसी मज़बूत संगठन के उन्होंने कांग्रेस को जबरदस्त चर्चा में ही नहीं ला दिया है, बल्कि अपनी चतुर रणनीति से अन्य राजनीतिक दलों के लिए धीरे-धीरे गम्भीर चुनौती बनती दिख रही हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%82%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9c%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%b0/,वायु प्रदूषण को जहरीला कर रहा सार्वजनिक स्थानों का धुआं,"वायु प्रदूषण को जहरीला कर रहा सार्वजनिक स्थानों का धुआं By तहलका ब्यूरो - October 30, 2021 सर्दी ने दस्तक दे दी है।वायु प्रदूषण का कहर है। ऐसे में सरकार की ओर से अलाव बंद है। फिर भी लोग नियमों की अनदेखी कर पार्को में , बस स्टैण्डों पर और सार्वजनिक स्थानों में सर्दी से बचाव के लिये सुबह-सुबह बसों के टायर और सड़कों पर फैले कूड़े को जलाकर जहरीला धुंआ फेंक रहे है। जिससे शहर का पूरा वातावरण खराब हो रहा है। तहलका संवाददाता ने सुबह कई पार्कों सहित कई अन्य स्थानों पर देखा कि लोग सर्दी से बचाव के लिये आग जला रहें। सुबह-सुबह पार्को में आग जलाये जाने पर लोगों ने विरोध भी किया है। लेकिन कोई किसी की सुनने को तैयार ही नहीं है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a4%be/,केजरीवाल ने आयोध्या में राम जन्म भूमि में पूजा अर्चना की,"केजरीवाल ने आयोध्या में राम जन्म भूमि में पूजा अर्चना की By तहलका ब्यूरो - October 26, 2021 दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार सुबह अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा करने के बाद केजरीवाल राम जन्मभूमि स्थल पहुंचे और भगवान राम की पूजा-अर्चना की। बाद में मीडिया के लोगों से बातचीत में केजरीवाल ने कहा – ‘मुझे आज भगवान राम के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। चाहता हूं कि यह सौभाग्य हर भारतवासी को मिले। मैं बहुत छोटा सा आदमी हूं लेकिन भगवान ने मुझे बहुत कुछ दिया। मेरे पास जो क्षमता और साधन हैं, उनका मैं यहां ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दर्शन कराने में इस्तेमाल करूंगा। यदि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो हम सभी राज्य वासियों को अयोध्या में रामजी के दर्शन कराने के लिए मुफ़्त व्यवस्था करेंगे, जैसी हम दिल्ली में कर चुके हैं।’ केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल की विशेष बैठक होगी जिसमें सरकार ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ में अयोध्या को भी जोड़ दिया जाएगा और अब दिल्ली के लोग अयोध्या में राम जन्मभूमि आकर यहां के दर्शन भी कर पाएंगे। बता दें केजरीवाल दो दिवसीय दौरे पर सोमवार दोपहर ही अयोध्या पहुंच गए थे। उन्होंने सोमवार शाम सरयू तट पर मां सरयू का अभिषेक पूजन कर महाआरती उतारी। वे करीब 40 मिनट पूजन-अर्चन में रहे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9d%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%96%e0%a4%a3%e0%a5%8d%e0%a4%a1-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b5/,झारखण्ड लोक सेवा आयोग विवादों के बावजूद युवाओं में जगी...,"झारखण्ड लोक सेवा आयोग विवादों के बावजूद युवाओं में जगी आस By प्रशांत झा - October 25, 2021 राज्य में पंजीकृत बेरोज़गार युवाओं की संख्या लगभग 7.5 लाख है। जबकि अनुमान के अनुसार बेरोज़गार युवा 10 लाख से अधिक होंगे। रोज़गार के रास्ते खोलने वाले झारखण्ड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) पर युवाओं की नज़रें टिकी रहती हैं। मगर हक़ीक़त यह है कि यह रास्ता काँटों भरा बन गया है। राज्य गठन को क़रीब 20 साल हो चुके हैं और अब तक जेपीएससी सिविल सेवा के लिए केवल छ: परीक्षाओं का आयोजन कर सका है। उन पर भी विवाद ही रहा है। इसके बाद भी 19 सितंबर को एक साथ सिविल सेवा की प्रारम्भिक चार परीक्षाओं का आयोजन करके युवाओं में एक आस जगा दी है। पाँच साल बाद हुई इन परीक्षाओं से नि:सन्देह रोज़गार का रास्ता खुलता दिखा रहा है और जेपीएससी द्वारा जारी रिक्तियों के हिसाब से सिर्फ़ 252 युवाओं को नौकरी मिलेगी। भले ही 10 लाख से अधिक बेरोज़गार युवाओं में यह रिक्तियाँ ऊँट में जीरा हों; लेकिन 252 युवाओं को भी नौकरी मिल गयी, तो यह उम्मीद तो जगेगी कि भविष्य में और परीक्षाएँ भी आयोजित होंगी और जेपीएससी के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। जेपीएससी का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। सिविल सेवा परीक्षा हो या कोई अन्य परीक्षा उस पर विवाद सामने आता ही है। जेपीएससी की 16 परीक्षाएँ सीबीआई के जाँच के दायरे में हैं। इनमें प्रथम, द्वितीय सिविल सेवा, मार्केटिंग सुपरवाइजर, चिकित्सक, इंजीनियर नियुक्ति, फार्मासिस्ट, व्याख्याता नियुक्ति, झारखण्ड पात्रता परीक्षा, प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति, सहकारिता पदाधिकारी, विश्वविद्यालय में डिप्टी रजिस्ट्रार के अलावा अन्य परीक्षाएँ शामिल हैं। कभी पैरवी पुत्रों की नियुक्ति, तो कभी नियम विरुद्ध नियुक्ति के कारण जेपीएससी सुर्ख़ियों में रहा। हर परीक्षा विवादित सन् 2000 में राज्य गठन के बाद सन् 2003 में झारखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा 64 पदों के लिए प्रथम सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया गया। उस समय डॉ. दिलीप कुमार प्रसाद अध्यक्ष थे। इसके बाद 172 पदों के लिए द्वितीय सिविल सेवा परीक्षा ली गयी, जिसमें काफ़ी विवाद हुआ। इसमें आयोग के पदाधिकारियों, राजनेताओं और शिक्षा माफिया के रिश्तेदारों की नियुक्ति के आरोप लगे। जमकर पैसे के लेन-देन, अंक (नंबर) बढ़ाने के आरोप लगे। मामले ने तूल पकड़ा, तो फॉरेंसिक जाँच भी करायी गयी। सन् 2009 में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद पूर्व राज्यपाल सैयद सिब्ते रज़ी ने पूरे मामले की जाँच निगरानी को सौंप दी। इस प्रकरण में अध्यक्ष, दो सदस्य और सचिव जेल भी गये। बाद में मामला झारखण्ड उच्च न्यायालय पहुँचा, जिसने नियुक्तियाँ रद्द कर दीं। फिर मामला सर्वोच्च न्यायालय पहुँच गया। नियुक्ति घोटाले की जाँच का ज़िम्मा सीबीआई को सौंपा गया। सर्वोच्च न्यायालय ने मामले की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय के आदेश पर स्टे लगा दिया और मामले की सुनवाई होने तक सभी नियुक्त लोगों को कार्य करने की अनुमति प्रदान कर दी। इसके बाद आयोग में तीसरी सिविल सेवा परीक्षा 242 पदों के लिए आयोजित की गयी। इसमें कुछ अभ्यर्थियों ने परिणाम में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर उच्च न्यायालय में मामला दायर किया। हालाँकि न्यायालय ने उस पर संज्ञान नहीं लिया और परीक्षा परिणाम जारी हो गया। आयोग द्वारा चतुर्थ सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन 219 पदों के लिए किया गया। इसमें प्रारम्भिक परीक्षा में अंक की गणना और उत्तीर्ण होने के आधार स्केलिंग को लेकर विवाद उठा, जो उच्च न्यायालय पहुँच गया। हालाँकि न्यायालय ने रिजल्ट निकालने की अनुमति प्रदान कर दी; जबकि मामला अभी भी वहाँ लम्बित है। इसके बाद 277 पदों के लिए पाँचवीं सिविल सेवा की प्रारम्भिक परीक्षा में आरक्षण देने की माँग को लेकर विवाद उठा और मामला उच्च न्यायालय पहुँचा। बाद में उच्च न्यायालय ने परीक्षा परिणाम जारी करने का आदेश दिया। फिर 326 पदों के लिए छठी सिविल सेवा परीक्षा में भी पहले आरक्षण, फिर उत्तीर्ण अंकों (क्वालिफाइंग माक्र्स) को लेकर विवाद उठा। मामला फिर उच्च न्यायालय पहुँचा। 11 माह बाद उच्च न्यायालय ने 7 जून, 2021 को योग्यता सूची (मेरिट लिस्ट) ही निरस्त कर दी। अब यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में चल रहा है। न्यायालय ने फटकारा जेपीएससी की स्थिति का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि वह दो दशक में सिर्फ़ सिविल सेवा की छ: परीक्षाएँ आयोजित कर सका है, जबकि अन्य परीक्षाएँ कई साल से अटकी पड़ी हैं। इसे लेकर झारखण्ड उच्च न्यायालय भी नाराज़गी जता चुका है। झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन और न्यायमूर्ति एस.एन. प्रसाद की खण्डपीठ ने पिछले दिनों एक मामले की सुनवाई के दौरान टिप्पणी की थी कि यदि जेपीएससी संवैधानिक संस्था नहीं होती, तो इसे बन्द करने का आज ही आदेश दे दिया जाता। जेपीएससी कुछ काम नहीं कर रहा है। लगता है कि सरकार हर संस्थान को ध्वस्त करना चाहती है। दरअसल उच्च न्यायालय में धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत के मामले की सुनवाई चल रही थी। न्यायालय ने राज्य के फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (एफएसएल) में विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए 10 साल पहले पद सृजित होने के बाद भी अब तक नियुक्ति नहीं किये जाने पर कड़ी नाराज़गी जतायी। न्यायालय ने पूछा कि सन् 2011 में पद सृजित होने के बाद भी अभी तक नियुक्तियाँ क्यों नहीं की गयीं? इन पदों पर बाह्य स्रोत (आउटसोर्सिंग) से नियुक्ति क्यों की जा रही हैं? सफलता पर नज़र जेपीएससी को हर साल सिविल सेवा का परीक्षा आयोजित करनी थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिसका खामियाज़ा युवाओं को उठाना पड़ा है। कई ऐसे युवा हैं, जो सिविल सेवा का सपना सँजोये तैयारी में लगे थे और उम्र गुज़र गयी। छठी सिविल सेवा परीक्षा के विवाद के बीच ही जेपीएससी ने इस बार सन् 2016 के बाद सिविल सेवा की परीक्षा का आयोजन किया। सातवीं, आठवीं, नौवीं और 10वीं सिविल सेवा के लिए प्रारम्भिक का आयोजन 17 सितंबर को हुआ, जिसमें 252 पदों के लिए 3,70,000 परीक्षार्थी में शामिल हुए। इस परीक्षा में चयनित अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा (मेन्स) में शामिल होंगे। विद्यार्थियों को उम्मीद है कि इस बार बग़ैर किसी विवाद के परीक्षा पूरी हो जाएगी। हालाँकि कहावत है पूत के पाँव पालने से ही नज़र आने लगते हैं, वैसे ही इस परीक्षा को लेकर भी विवाद शुरू हो चुका है। सातवीं, आठवीं, नौवीं और 10वीं सिविल सेवा परीक्षा के लिए विज्ञापन जारी होते ही उम्र सीमा को लेकर विवाद उठा। हालाँकि बाद में सरकार ने उम्र सीमा में संशोधन कर परीक्षा लेने की अनुमति प्रदान कर दी। काफ़ी जद्दोजहद के बाद पीटी की परीक्षा का आयोजन किया जा सका है। अब भविष्य में कोई विवाद खड़ा न हो और सफलतापूर्वक युवाओं की नियुक्ति हो जाए इस पर सभी की नज़र टिकी हुई है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c/,"बिहार में कांग्रेस का राजद से टूटा गठबंधन, लोकसभा चुनाव 2024...","बिहार में कांग्रेस का राजद से टूटा गठबंधन, लोकसभा चुनाव 2024 में सभी 40 सीटों लड़ेगी पार्टी By तहलका ब्यूरो - October 22, 2021 बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है | असल में राज्य में कांग्रेस ने अपने सहयोगी और महागठबंधन के सबसे बड़ा घटक दल राजद से नाता तोड़ लिया है | वहीं कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अकेले लड़ने का ऐलान किया है | असल में राज्य में दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस और राजद ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं | जबकि कांग्रेस एक सीट की मांग कर रही थी | लेकिन राजद ने कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दी। जिसके बाद दोनों ही दलों के बीच रिश्ते खराब हो गए थे | वहीं अब कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरणदास ने यह घोषणा की है कि राज्य में अब कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी | उन्होंने महागठबंधन के टूटने पर लालू यादव की पार्टी आरजेडी को दोषी ठहराया | असल में लोकसभा चुनाव से पहले और बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस, राजद और वाम दलों ने महागठबंधन बनाया था | लेकिन ये गठबंधन लोकसभा चुनाव में महज एक ही सीट जीत सका | जबकि विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में सरकार बनाने में विफल रहा | असल में राजद और कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था | क्योंकि प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए राजद ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था | जबकि कांग्रेस एक सीट मांग रही थी | लेकिन राजद ने एक भी सीट कांग्रेस को नहीं दी | वहीं कांग्रेस ने राजद के खिलाफ अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया | दरअसल, तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं | बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरणदास ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के साथ हुए समझौते के कारण राजद ने कांग्रेस छोड़ी है और उपचुनाव के बाद राजद और बीजेपीहाथ मिला सकते हैं | वहीं राजद ने कहा था कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को बिहार की राजनीति की जमीनी समझ नहीं है | बिहार की दोनों सीटों के उपचुनाव में जदयू को भाजपा और पशुपति पारस राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का समर्थन हासिल है | जबकि महागठबंधन में राजद और कांग्रेस दोनों चुनाव लड़ रहे हैं | वहीं माना जा रहा है कि कांग्रेस और राजद के अलग होने से राज्य की सत्ताधारी जदयू और बीजेपी को फायदा मिलेगा |",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%ac%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%8f/,पश्चिम बंगाल में शाख बचाएगी भाजपा,"पश्चिम बंगाल में शाख बचाएगी भाजपा By तहलका ब्यूरो - October 22, 2021 भाजपा की केंद्रीय कार्यकारिणी बैठक में बंगाल भाजपा को लेकर बड़ी चर्चा हुई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बंगाल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से जानना चाहा कैसे बंगाल में भाजपा के काम काज आगे बढ़ाया जाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद दिलीप घोष से कहा की, वो पश्चिम बंगाल में हर महीने में चार दिन बिताएंगे और बंगाल भाजपा को और टूटने से बचाना चाहते हैं। दिलीप घोष से जेपी नड्डा ने अनुरोध किया कि वह पार्टी के नया प्रदेश अध्यक्ष सांसद सुकान्तो मजूमदार को अपना बैटन सँभालने में गाइड करें। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद दिलीप घोष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कहा- “बंगाल में जनता को समझने वाले, काम करने वाले कोई कार्य प्रभारी की नियुक्ति करें। नड्डा ने कहा वो ज़रूर इस बात पर गहराई से सोचेंगे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के आदेश अनुसार अभी नया प्रदेश अध्यक्ष सांसद सुकान्तो मजूमदार को लेकर हर ज़िले में ‘सम्बर्धना सभा’ का आयोजन करूँगा और भाजपा के लोगों से उनकी खास मुलाक़ात करवाऊँगा। उसके बाद नड्डा जी चाहते हैं कि बंगाल में हर महीने चार दिन रहेंगे और भाजपा के जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता के मनोबल बढ़ाएंगे।” दिलीप घोष ने कहा की भाजपा एक संगठित दल है, हमारे संगठन में ऐसा ही परंपरा रहा। प्रदेश अध्यक्ष से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद यह था दिलीप घोष का पहला राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक। उन्होंने कहा- “पहले क्या हुआ वह सोब भूलकर आगे बढ़ना चाहिए, भविष्य में क्या होना है उसके तैयारी करना है। पहले हमारे पास राज्यों में कोई शक्ति नहीं था लेकिन अब बंगाल में भाजपा के पास 18 लोकसभा वो 77 विधानसभा सदस्यों है।” उन्होंने कहा कि अभी बंगाल में भाजपा को और सींचना है, भाजपा कार्यकर्ता के साथ खड़ा होने की ज़रूरत है ताकि कार्यकर्ताओं का मनोबल न टूटे। आज से ज़िलों में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का दौरा शुरू हुआ।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%ae%e0%a5%89%e0%a4%a1%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97/,"एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी का भी निर्माण करेगी सरकार, देखरेख...","एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी का भी निर्माण करेगी सरकार, देखरेख करेगा वाणिज्य मंत्रालय By तहलका ब्यूरो -October 21, 2021 केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा क‍ि एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी निर्माण किया जाएगा और इसका कोऑर्डिनेशन वाणिज्य मंत्रालय करेगा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है | केंद्रीय कैबिनेट ने आज डीए 3 प्रतिशत बढ़ाकर 18 से 21 प्रतिशत कर दिया गया है | इसके साथ ही गतिशक्ति योजना पर भी कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है | केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा क‍ि एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी का निर्माण किया जाएगा और इसका कोऑर्डिनेशन वाणिज्य मंत्रालय करेगा | कैबिनेट बैठक में केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते को 3 फीसदी बढ़ाने की मंजूरी दे दी गई है | इससे केंद्र के 47.14 लाख कर्मचारियों और 68.62 लाख से ज्यादा पेंशनर्स को फायदा होगा | इस फैसले से सरकार पर 9488 करोड़ रुपये का अतिरिक्‍त बोझ पड़ेगा। नया दर 1 जुलाई 2021 से लागू होगा। अनुराग ठाकुर ने कहा कि महंगाई भत्ता मौजूदा बेसिक पे/पेंशन के 28 फीसदी की मौजूदा दर से 3 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है | केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम गति शक्ति –आर्थिक क्षेत्रों के लिए मल्टी- मॉडल कनेक्टिविटी के लिए नेशनल मास्टर प्लान को मंजूरी दी है | इस मास्टर प्लान की थ्री-टियर सिस्टम में मॉनिटरिंग होगी और कैबिनेट सचिव स्‍तर के अधिकारी इसकी अध्यक्षता करेंगे | एक सचिवों एमपावर ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बनेगा, इस एमपावर ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज में 18 मंत्रालयों के सचिव और हेड ऑफ लॉजिस्टिक डिवीजन के मेंबर कन्वेयर के रूप में काम करेंगे | विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के नेटवर्क योजना प्रभाग के प्रमुखों के प्रतिनिधि के साथ एक मल्टी मॉडल नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप का गठन किया जाएगा | इस टीएसयू में एवियशन, मैरीन टाइम, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, रेल, रोड एंड हाइवेज, पोर्ट, इन सब विभागों के डोमेन एक्सपर्ट रहेंगे | साथ ही सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट्स अर्बन एंड ट्रांसपोर्ट प्लानिंग, स्ट्रक्टचर्स जोकि रोड, ब्रिज और बिल्डिंग्स के, पावर, पाइपलाइन, जीआईएस, आईसीटी, फाइनेंस मार्केट, पीपीपी, लॉजिस्टिक्स, डेटा लॉजिस्क्टिक्स द्वारा उनके सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट्स भी हिस्सा रहेंगे | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक क्षेत्रों से बहुस्तरीय संपर्क के लिए लगभग एक हफ्ते पहले ‘प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना’ की शुरुआत की थी | प्रधानमंत्री गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान रेल और सड़क सहित 16 मंत्रालयों को जोड़ने वाला एक डिजिटल मंच है | इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ हम, अगले 25 वर्षों के भारत की बुनियाद रच रहे हैं | पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, भारत के इसी आत्मबल को, आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के संकल्प तक ले जाने वाला है | उन्होंने कहा कि ये नेशनल मास्टरप्लान, 21वीं सदी के भारत को गतिशक्ति देगा | गतिशक्ति के इस महाअभियान के केंद्र में हैं भारत के लोग, भारत की इंडस्ट्री, भारत का व्यापार जगत, भारत के मैन्यूफैक्चरर्स, भारत के किसान. ये भारत की वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को 21वीं सदी के भारत के निर्माण के लिए नई ऊर्जा देगा, उनके रास्ते के रुकावट को समाप्त करेगा |",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-40-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2/,कांग्रेस की 40 प्रतिशत महिलाओं के टिकट की घोषणा से उत्तर...,"कांग्रेस की 40 प्रतिशत महिलाओं के टिकट की घोषणा से उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज By राजीव दुबे - October 20, 2021 जैसे –जैसे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है। वैसे-वैसे उत्तर प्रदेश की सियासत में नये–नये समीकरण बनकर ऊभर रहे है। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने की घोषणा की है। प्रदेश में महिलाओं के टिकट को लेकर अन्य राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गर्इ है। बतातें चलें, प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने के लिये पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने रात-दिन एक किया हुआ है। इसी के तहत प्रियंका गांधी ने लखनऊ में जैसे ही घोषणा कि वह महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देंगी । ताकि महिलाओं की राजनीति में भागीदारी के साथ-साथ अहम् भूमिका हो सकें। उत्तर प्रदेश कांग्रेस नेताओं का कहना है कि, कांग्रेस ने प्रदेश में लम्बे समय तक सत्ता चलायी है। उसी के आधार पर यहां की जनता आज मान रही है कि जो शासन कांग्रेस ने चलाया है। वो अन्य राजनीतिक दलों ने नहीं चलाया है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%93%e0%a4%82/,"बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमला, मानवता पर हमला: दिलीप घोष","बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमला, मानवता पर हमला: दिलीप घोष By तहलका ब्यूरो - October 19, 2021 बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं पर हमले के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज बड़ी संख्या में हिन्दुओं ने प्रदर्शन किया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा – “जिस तरह से सुनियोजित तरीके से बांग्लादेश में हिन्दुओं के मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, लोगों की जानें ली जा रही है और उनकी संपत्ति को लूटा जा रहा है, वो मानवता पर हमला है।” उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी देश का नागरिक बिना किसी भय के साथ रहता रहा है । बांग्लादेश और भारत के संबंधों के बारे में चर्चा करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि दुनिया के कुछ देश नहीं चाहते है कि बांग्लादेश और भारत देश के बीच मधुर संबंध रहे है। इसलिये दोनों देशों के बीच जानबूझकर तनाव पैदा किया जा रहा है। बंगला देश में माँ- बहनों पर हमला लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को इस मामले में सकारात्मक कदम शीघ्र उठना चाहिये। ताकि वहां पर रहे हिन्दुओं पर हमलें ना हो सकें। उन्होंने सवाल किया कि जिस तरह सुनियोजित तरीके से जो हमले मंदिरों में हो रहे है वह बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है? क्योंकि ऐसे हमलों से हिन्दुओं के बीच डर है वो आज सहमे हुये है। दिलीप घोष के अनुसार भारत सरकार वहां रह रहे हिन्दुओं को हर संभव सहायता देना को तैयार है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं की जान-माल को खतरा है लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक भी शब्द नहीं बोला है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के समय भी हिन्दुओं पर हमले हो रहे था। लेकिन जब से शेख हसीना प्रधानमंत्री बनी है तब से हिन्दुओं पर हमले भी कुछ कम हुआ है और हालात में सुधार है। अब अचानक जो हिन्दुओं पर जो हमले हो रहे है ये बड़ी साजिश का हिस्सा है। विश्व हिंदू परिषद ने इन हिंसक घटनाओं के खिलाफ 20 अक्टूबर को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है साथ ही इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालयों पर इस्लामिक आतंकवाद का पुतला दहन करेंगे। साथ ही इस तरह की हिंसक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे और इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए विश्व हिंदू परिषद ने अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील की है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%bc%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b2/,महंगाई और बेरोज़गारी से लोगों के बीच निराशा,"महंगाई और बेरोज़गारी से लोगों के बीच निराशा By राजीव दुबे -October 19, 2021 भले ही सरकार तमाम दावे करें, कि देश में रोज़गार मुहैया कराये जा रहे है। पर धरातल पर सब कुछ उल्टा है। ना तो लोगों के पास रोज़गार है और ना ही काम- धंधे सही चल रहे है। दिल्ली के युवाओं ने तहलका संवाददाता को बताया कि, एक ओर तो देश में महगांई हर रोज आसमान को छू रही है। वहीं काम धंधे और रोज़गार ना होने के कारण घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली व्यापार मोर्चा के पवन अरोड़ा का कहना है कि, कोरोना काल के पहले ही देश में युवाओं को रोज़गार नहीं थे। सरकार अब भले ही कह रही है कि कोरोना के चलते रोज़गार की दिक्कत हुई है। जबकि सच्चाई ये है कि कोरोना काल के पहले 2018 से देश में बेरोजगारी बढ़ी है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95/,"किसानों का रेल रोको जारी; कई जगह ट्रेन रोकी गईं, रेलवे...","किसानों का रेल रोको जारी; कई जगह ट्रेन रोकी गईं, रेलवे ने कई रद्द भी कीं By तहलका ब्यूरो - October 18, 2021 संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन का आम जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। किसान लखीमपुर खीरी घटना के मद्देनजर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा , जिनका बेटा आशीष मिश्रा किसानों को कार के नीचे कुचलकर मार देने का मुख्य आरोपी है, के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बता दें किसान आज देश भर में 6 घंटे तक ‘रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं जो सुबह 10 बजे शुरू हो गया। यह शाम 4 बजे तक चलेगा। इसके तहत जगह-जगह ट्रेन रोकने का ऐलान किया गया है। आंदोलन का व्यापक असर दिख रहा है। रेल रोको को देखते हुए रेलवे ने कई ट्रेन रद्द करने का फैसला किया है। कुछ के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। रोहतक में किसान नेता गुरमान सिंह चढूनी ने कहा कि सभी किसान भाई स्टेशनों के पास जाकर ट्रेनें रोकेंगे। किसान मोर्चा ने आज सुबह एक बयान जारी कर कहा है कि रेल रोको पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा और रेल संपत्ति को कोई क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी। एसकेएम ने अपने सभी घटकों से दिशानिर्देश को सख्ती से पालन करने की अपील भी की है। रेलवे की दी जानकारी के मुताबिक, बरेली से रोहतक जाने वाली नई दिल्ली तक आने वाली (02715) गाड़ी रद्द कर दी गई है जबकि नांदेड़ श्रीगंगानगर तिलकब्रिज पर रोक कर रखी गई है। फिरोजपुर-फाजिल्का सेक्शन का फिरोजपुर सिटी यार्ड भी प्रभावित हुआ है। जिन और ट्रेन को रद्द किया गया है उनमें बहराईच से चलने वाली 05361 बहराईच-मैलानी स्पेशल, मैलानी-बहराईच स्पेशल गाड़ी, 05357 बहराईच-नानपारा और 05358 नानपारा-बहराईच स्पेशल गाड़ी शामिल है। उधर पंजाब में किसान अमृतसर के देवी दासपुरा गांव में रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए हैं। दिल्ली-कालका शताब्दी अम्बाला कैंट में रोक लिया गया। रेल रोको अभियान के चलते कई ट्रेनें प्रभावित रहेंगी, उत्तर पूर्वी रेलवे ने दिल्ली-यूपी रूट की कुछ ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया है। रेल रोको के कारण हाईवे जाम होने से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम के अलावा कई जगहों पर भारी जाम लग गया।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%a8-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-%e0%a4%95/,"कांग्रेस के संगठन चुनाव की तैयारी, आज हो सकती है सीडब्ल्यूसी...","कांग्रेस के संगठन चुनाव की तैयारी, आज हो सकती है सीडब्ल्यूसी में घोषणा By राकेश रॉकी - October 16, 2021 आखिर कांग्रेस ने संगठन और अध्यक्ष का चुनाव करवाने की तैयारी कर ली है। दिल्ली में चल रही कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसका ऐलान किया है। चुनाव की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है और इसका काम इसी पहली नवंबर से शुरू हो जाएगा जो करीब एक साल तक चल सकता है। संभावना है कि पार्टी का नया अध्यक्ष जब चुना जाएगा तब तक अगले साल देश में होने वाले कुछ विधानसभाओं के चुनावों के नतीजे आ चुके होंगे। आज की बैठक में सोनिया गांधी ने सख्त लफ्जों का इस्तेमाल करते हुए असंतुष्टों को मीडिया के बजाए अपनी बात पार्टी मंचों पर रखने की हिदायत दी है। सोनिया गांधी ने कहा कि युवा निचले स्तर पर पार्टी का जिम्मा संभाल रहे हैं। आज की बैठक में सोनिया गांधी ने बिना किसी का नाम लिए ‘ड्राइंग रूम’ की राजनीति करने वाले नेताओं को साफ़ कर दिया है कि ऐसा नहीं चलेगा और उन्हें सही तरीके से चलना पड़ेगा। सोनिया गांधी के जी-23 के नेताओं की हाल की मांग कि पार्टी में पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया जाए, का जिक्र किये बिना साफ़ तौर पर कहा कि वे पूर्णकालिक अध्यक्ष ही हैं। आज की बैठक में सोनिया गांधी के भाषण से साफ़ जाहिर हो गया है कि अनुशासन से बाहर जाकर सार्वजनिक मंचों से पार्टी और नेतृत्व को कोसने वालों को अब सीमा में रहना होगा, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है। हाल के दिनों में कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, गुलाम नबी आज़ाद आदि नेताओं ने विरोध के स्वर उठाए थे। आज बाद में संगठन चुनाव की विधिवत जानकारी (तारीख आदि) पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल देंगे। पार्टी के चुनाव की भी तैयारी कर ली गयी है। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक पहली नवंबर से संगठन चुनाव का काम शुरू हो जाएगा और लगभग एक साल तक चलेगा। ऐसे में पार्टी को अगले साल अक्टूबर के आखिर या नवंबर के शुरू में नया अध्यक्ष मिल जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि उस चुनाव में क्या पार्टी के बीच आम सहमति से अध्यक्ष चुना जाएगा या गांधी परिवार को चुनौती दी जाएगी। वैसे पार्टी के 95 फीसदी कार्यकर्ता और नेता राहुल गांधी या उनके इंकार करने की स्थिति में प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में हैं। सोनिया गांधी ने आज की बैठक में मोदी सरकार और भाजपा पर भी जमकर हमला किया। महंगाई पर सोनिया ने कहा कि जनता का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने लखीमपुर-खीरी की घटना को चौंकाने वाली घटना बताया और कहा कि यह घटना भाजपा की मानसिकता को दिखाती है कि वह किस तरह किसान आंदोलन को देखती है। उन्होंने कहा – ‘ये दिखाती है कि भाजपा किसानों के अपने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए इस मजबूत संघर्ष से कैसे निपट रही है।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7/,"राहुल गांधी से मिले सिद्धू, वापस लिया अध्यक्ष पद से...","राहुल गांधी से मिले सिद्धू, वापस लिया अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा By तहलका ब्यूरो - October 16, 2021 पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा नवजोत सिंह सिद्धू ने वापस ले लिया है। वे देर शाम दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले जिसके बाद पार्टी के राज्य प्रभारी महासचिव और वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर काम करते रहेंगे। उधर सिद्धू ने कहा कि वे राहुल गांधी से मिले हैं और उन्हें भरोसा है कि तमाम चीजें सुलझा ली जाएंगी। इस तरह, लगता है, पंजाब में कांग्रेस ने अपना झगड़ा सुलझा लिया है। सिद्धू की राहुल गांधी से बैठक के बाद हरीश रावत ने कहा – ‘सिद्धू अपना इस्तीफा इस्तीफा वापस ले रहे हैं। उन्होंने कुछ चीजें उठाई हैं जिनपर गौर किया जाएगा। सिद्धू की बातों का ध्यान रखा जाएगा।’ प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू पंजाब में पार्टी संगठन को मजबूत करेंगे। माना जाता है कि सिद्धू ने पंजाब में नई सरकार बनने के बाद हुई कुछ नियुक्तियों पर निराशा जाहिर की थी और कहा था कि यह जनता से किये वादों के खिलाफ हैं। इनमें प्रदेश के उच्च पदों पर हुईं दो नियुक्तियां शामिल हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0/,चुनाव से पहले ही कार्यकारी अध्यक्ष बनने को राजी हो सकते...,"चुनाव से पहले ही कार्यकारी अध्यक्ष बनने को राजी हो सकते हैं राहुल गांधी ! By राकेश रॉकी - October 16, 2021 राहुल गांधी को आज दिल्ली में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में एक सुर से अध्यक्ष बनाने की मांग हुई। संगठन चुनाव का भी ऐलान कर दिया गया है जिसका काम पहली नवंबर से शुरू हो जाएगा। लेकिन आज की सीडब्ल्यूसी की सबसे बड़ी खबर यह है कि पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव, जिनके अगले साल अक्टूबर तक पूरा होने की सम्भावना है, से पहले ही राहुल गांधी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक आज की सीडब्ल्यूसी की बैठक में जिस तरह राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग हुई, उससे जाहिर हो गया है कि कथित असंतुष्ट (जी-23) खेमा अकेले पड़ चुका है। रही सही कसर आज अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूरी कर दी जिन्होंने पार्टी के बीच अनुशासन पर सख्ती से जोर दिया। सोनिया ने साफ़ कहा जिन्हें जो कहना है सीधे मुझ से बात करे, मीडिया के जरिये नहीं। बैठक में जी-23 के तमाम नेता भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के समर्थन में दिखे। बैठक के बाद वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ल ने बताया – ‘जिन्हें आप जी-23 कहते हैं, वो भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए सहमत हैं। सब ने मिलकर एक दम से पार्टी को अगले चुनावों से पहले पूरी तरह क्रियाशील करने का संकल्प किया है।’ बैठक के बीच में जब राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की बात हुई तो इसपर सभी ने समर्थन किया। उनसे कुछ नेताओं ने संगठन को और गति देने के लिए चुनाव से पहले कार्यकारी अध्यक्ष का जिम्मा सँभालने का आग्रह किया। इसपर राहुल ने कहा -‘मैं इसपर विचार करूंगा।’ बैठक में उपस्थित नेताओं ने बताया कि राहुल की शारीरिक भाषा विशवास से भरी थी और वे इस आग्रह पर बहुत सकारात्मक दिख रहे थे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि वे ‘कार्यकारी अध्यक्ष’ बनने को तैयार हो सकते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%bc%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%a1%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b8-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%97%e0%a4%b0%e0%a4%ae/,"आर्यन ख़ान, ड्रग्स और मगरमच्छ","आर्यन ख़ान, ड्रग्स और मगरमच्छ By राजीव दुबे - October 15, 2021 साँप पकड़ा नहीं, छछूँदर पकड़कर मचाया जा रहा शोर अडानी के बंदरगाह पर 3,000 किलो ड्रग्स पर ख़ामोशी देश में तेज़ी से फैलते ड्रग्स के जाल से यह तो स्पष्ट हो चुका है कि नेता, अभिनेता और कुछ बड़े कारोबारी नशे के ज़रिये युवाओं का भविष्य बर्बाद करने की जुगत में लगे हैं। अफ़सोस और चौंकाने वाली बात यह है कि आजकल देश में बड़ी घटनाओं से ध्यान भटकाने के लिए छोटी और भटकाने वाली घटनाओं को रबड़ी तरह घोटा जा रहा है और रबड़ की तरह खींचा जा रहा है। पिछले कई साल से ऐसा ही खेल चल रहा है। ड्रग्स के मामले में भी बीते कुछ दिनों से यही सब हो रहा है। पिछले दिनों अडानी के मुंद्र्रा अडानी बंदरगाह से 3,000 किलो ड्रग्स पर न कोई गिरफ़्तारी हुई और न ही बड़ी कार्रवाई। यहाँ तक कि मुख्यधारा की मीडिया भी इस पर ख़ामोश ही रही। इसके बाद मशहूर अभिनेता शाहरूख़ ख़ान का बेटा आर्यन ख़ान ड्रग्स लेने के जुर्म में पकड़ा गया। यह बहुत अच्छा हुआ, जो जुर्म करे, उसकी गिरफ़्तारी हो, उसे सज़ा मिले ज़रूरी है। लेकिन क़ानून सभी के लिए समान होना चाहिए। जिस दिन आर्यन ख़ान पकड़ा गया, उसी दिन जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास 30 किलो ड्रग्स सेना के हाथ लगी। इस पर भी कोई ख़ान चर्चा नहीं हुई कि यह ड्रग्स कहाँ से, कैसे आयी? सवाल यह है कि सैकड़ों और हज़ारों करोड़ रुपये की ड्रग्स पिछले कुछ दिनों में पकड़ी गयी; लेकिन शोर छछूँदर को पकड़कर मचाया गया, जबकि साँपों को छोड़ दिया गया। यह तो पकड़ी गयी ड्रग्स की बात रही, पूरे देश में महामारी की तरह फैले नशे के जाल के लिए हर साल न जाने कितने ही टन ड्रग्स देश में चोरी-छिपे युवाओं तक पहुँचायी जाती है। कहने का मतलब यह है कि जो ड्रग्स नहीं पकड़ी जाती है या पकड़ से बाहर होती है, उसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल होता है कि उसकी मात्रा कितनी अधिक होगी। इस अवैध करोबार का पैसा न तो इनकम टैक्स के दायरे में आता है और न ही देश हित में। मतलब साफ़ है कि काली कमायी का काला धन अब काले कारनामों को अंजाम देने में लग रहा है। ऐसा नहीं है कि इस बात की भनक सत्ता को नहीं होती; लेकिन कार्रवाई के तौर पर धरातल पर कुछ नहीं होता। मौज़ूदा दौर में ड्रग्स की तस्करी और उसके सेवन करने वालों के मामले तब सामने आते हैं, जब कोई हाई प्रोफाइल पकड़ा जाता है। अन्यथा सच तो यह है कि देश के शहरों, क़स्बों से लेकर गाँवों तक के युवा-युवतियाँ और स्कूली छात्र-छात्राएँ ड्रग्स तस्करों के जाल में फँसकर तेज़ी से नशे की गिरफ़्त में आ रहे हैं। लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं देता। अब बात करते हैं अभिनेता शाहरूख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान की, जिसे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 2 अक्टूबर को अपतटीय क्षेत्र से एक क्रूज पोत पर रेव पार्टी में प्रतिबन्धित मादक पदार्थ के सेवन के आरोप में उनके दो साथियों अरवाज़ मर्चेंट और मुनमुन धामोचा के साथ गिरफ़्तार किया है। हाई प्रोफाइल होने की वजह से मामले ने तूल पकड़ा और एनसीबी भी बारीक़ी से हर तरह की जानकारी हासिल करने के लिए हर पहलू पर पड़ताल करते हुए उन तक पहुँचने की कोशिश कर रही है, जो इस नशीले-ड्रग्स के कारोबार से जुड़े हैं। एनसीबी ने छापेमारी की भनक तक किसी को नहीं लगने दी। उसे मालूम था कि मशहूर और रईस ख़ानदान से ताल्लुक़ रखने वाले ये युवा अपने बचाव के लिए दबाव और सिफ़ारिश का सहारा जरूर लेने की कोशिश करेंगे। इसलिए एनसीबी ने सभी के मोबाइल ज़ब्त करके मेडिकल जाँच करवाकर पुख़्ता सुबूतों को एकत्रित किया और उसी शाम को 7:00 बजे तीनों को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया। इस मामले में सियासत और बालीबुड दो भागों बँटे नज़र आये। कोई आर्यन के पक्ष में खुलकर सामने आया, तो किसी ने इस कार्रवाई को सही ठहराया। फ़िलहाल मामला अदालत में है। इस मामले जो भी होगा, क़ानून के तहत ही होगा। क्योंकि ड्रग्स का मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा होता है। इस लिहाज़ से क़ानून को अपना काम करना ही चाहिए।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%b2%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ae%e0%a5%81/,महिला लोको पायलट के लिए मुफ़ीद नहीं रेलवे इंजन,"महिला लोको पायलट के लिए मुफ़ीद नहीं रेलवे इंजन By अलका आर्य -October 15, 2021 भारतीय रेल के साथ तक़रीबन हर भारतीय की खट्टी-मीठी यादें जुड़ी हुई हैं। भारत का रेल नेटवर्क (संजाल) 65,000 किलोमीटर लम्बा है और दुनिया के पाँच बड़े नेटवर्क में चौथे स्थान पर है। भारतीय रेल भारत सरकार नियंत्रित सार्वजनिक रेल सेवा है। रेलवे देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक इकाई है, जिसमें सबसे अधिक 13 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। यह आँकड़ा प्रभावशाली है। लेकिन इन 13 लाख से अधिक कर्मचारियों में महिला कर्मचारियों की तादाद महज़ एक लाख के आस-पास है, जिनमें बहुत-सी महिलाओं को नौकरी उनके पति के बदले उनकी मृत्यु की वजह से मिली हुई है। इस एक लाख में भी अधिकतर महिला रेल कर्मचारी सी और डी श्रेणी के तहत काम करती हैं। ए और बी श्रेणी यानी आधिकारिक पदों पर महिलाओं की संख्या बेहद कम है। यात्रियों को अक्सर रेलवे प्लेटफॉर्म पर, रेलवे स्टेशनों के भीतर महिला रेल कर्मचारी बहुत-ही कम दिखायी देती हैं। अधिकतर रेलवे इंजनों में नहीं बने हैं शौचालय पुरुष प्रधान इस रेल विभाग में महिला लोको पायलट्स यानी महिला इंजन ड्राइवरों (चालकों) की संख्या क़रीब 2,000 है। केंद्र सरकार महिला सशक्तिकरण के तहत रेलवे में महिलाओं को बतौर सहायक लोको पायलट नौकरी तो दे रही है और इसके लिए अपनी पीठ ख़ुद ही थपथपाती भी रहती है; लेकिन यह नहीं बताती कि अधिकतर ट्रेनों (रेल गाडिय़ों) के इंजनों में शौचालय नहीं हैं। ऐसे में महिला लोको पायलट की परेशानियों का अंदाज़ा सहज ही लगाया जा सकता है। शौच जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध न होने से उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडऩे की सम्भावना को नकारा नहीं जा सकता। इंजनों में शौच की सुविधा नहीं होने से पुरुष पायलट्स को भी दिक़्क़तें होती हैं। लेकिन पुरुष पायलट अपने साथ बोतल लेकर चलते हैं। लेकिन महिला पायलट अपनी शारीरिक संरचना के मद्देनज़र बोतल का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं। लिहाज़ा लघु या दीर्घ शंका की स्थिति से निपटने के लिए वे सेनेटरी पेड का इस्तेमाल करती हैं। पीरियड के दौरान उनके लिए हालात और भी कठिन हो जाते हैं। बीमारियों की चपेट में लोको पायलट पुरुष और महिला लोको पायलट पर किया गया एक अध्ययन बताता है कि उन पर पेशे का दबाव बराबर बना रहता है। इस अध्ययन में ख़ुलासा किया गया है कि 36.3 फ़ीसदी लोको पायलट अति दबाव के कारण उच्च रक्तचाप से पीडि़त थे। इन पर मनोवैज्ञानिक दबाव बराबर बने रहने का एक मुख्य कारण सिग्नल पासिंग डेंजर फीयर फेक्टर का बना रहना होता है। अगर इस दौरान कोई ग़लती हो गयी, तो नौकरी भी जा सकती है। ऐसे मनोवैज्ञानिक दबाव के दूरगामी प्रभाव भी पड़ते हैं। बहरहाल हर प्रकार की नौकरी की अपनी चुनौतियाँ होती हैं। रेलवे में भेदभाव! सरकार, रेलवे विभाग को रेल इंजनों में मौज़ूदा दिक़्क़तों और विभाग की अन्य चुनौतियों का समाधान निकालने की ओर अग्रसर होना चाहिए; न कि एक ख़ास लिंग के लिए वहाँ के दरवाज़े बन्द करने के रास्ते तलाशने और बहाने बनाकर हतोत्साहित करने की कोशिश करनी चाहिए। जैसा कि सन् 2019 में रेल मंत्रालय ने किया। जनवरी, 2019 को रेल मंत्रालय ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को लिखा कि उसे ड्राइवर, पोटर्स, गाड्र्स और गैंगमैन यानी रेलवे ट्रेक की रख-रखाव का काम करने वाले पदों पर केवल पुरुषों की ही नियुक्ति करने की इजाज़त दी जाए। रेलवे के आला आधिकारियों की राय में इन पदों पर 24 घंटे और सातो दिन काम करना पड़ता है और यह काम आसान नहीं है। उनका मानना है कि ये काम और इनके हालात महिलाओं के लिए प्रतिकूल, असुविधाजनक हैं। यही नहीं, रेल विभाग के इस प्रतिगामी क़दम, मानसिकता की जब आलोचना हुई, तो तर्क दिया गया कि ऐसे पदों पर काम करने वाली महिलाओं की ओर से विभाग को सौंपी गयी शिकायतों के आधार पर ही यह क़दम उठाया गया। क्या विडम्बना है कि कार्यस्थल, काम के घंटों के दौरान कठिन हालात से निपटने सम्बन्धी बुनियादी ढाँचा महिला कर्मचारियों को मुहैया कराने की बजाय पुरुष संरक्षणवाद की सोच को आगे रखकर महिलाओं को पीछे रखने की चाल चली जा रही है। जबकि सच्चाई यह है कि महिलाएँ हर काम में पुरुषों की बराबरी कर रही हैं। यहाँ तक कि युद्ध में भी हिस्सा ले रही हैं। फ्रांस से ख़रीदे गये लड़ाकू विमान ‘राफेल’ को उड़ाने के लिए प्रशिक्षु दल में शिवांगी सिंह का चयन होना इसका ताज़ा उदाहरण है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%af%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%9f-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a5%82%e0%a4%9d%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6/,कोयला संकट से जूझता देश,"कोयला संकट से जूझता देश By नीलम गुप्ता - October 15, 2021 समय रहते समस्या पर कोई बोला क्यों नहीं? क्या राज्यों में और बढ़ेगा बिजली संकट? कोरोना वायरस की दूसरी लहर के ख़त्म होने के बाद देश की अर्थ-व्यवस्था ने जो तेज़ी पकड़ी थी, उसे बिजली कटौती ने फिर धीमा कर दिया है। विभिन्न राज्यों से आ रही बिजली कटौती की ख़बरों से साफ़ है कि आने वाले कुछ दिन तक कोयले का यह संकट हल होने वाला नहीं है। फिर केंद्रीय कोयला मंत्री भले ही दावा करते रहें कि कोल इंडिया के पास 430 मिलियन टन कोयले का भण्डार है, जिससे 24 दिन की कोयले की माँग पूरी की जा सकती है। अगर ऐसा ही था, तो फिर 5 अक्टूबर को एक अंगे्रजी अख़बार को दिये साक्षात्कार में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने कोयले की भारी कमी के कारण गिनाते हुए क्यों कहा कि हालात को सामान्य होने में क़रीब छ: महीने लग सकते हैं। हालात गम्भीर थे। सम्भवतया इसीलिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 11 अक्टूबर को एक उच्च बैठक करके स्थिति का जायज़ा लिया और उससे निपटने की रणनीति तैयार की। देश में बिजली की कुल खपत की 70 फ़ीसदी आपूर्ति कोयला संयंत्रों से होती है। बहरहाल सरकार के दावे जो भी हों, विभिन्न राज्यों से बिजली कटौती की ख़बरें लगातार आ रही हैं। सरकारें ही नहीं, ख़ुद बिजली वितरक कम्पनियाँ भी अपने ग्राहकों से बिजली कम इस्तेमाल करने का अनुरोध कर रही हैं। दिल्ली में बिजली की वितरक कम्पनी टाटा पॉवर ने 9 अक्टूबर को ही अपने ग्रहकों को एक सन्देश भेजकर अनुरोध किया कि कोयले की कमी को देखते हुए वे बिजली का इस्तेमाल किफ़ायत से करें। इससे पहले राजस्थान सरकार ने भी बिजली अधिकारियों से जनता को बिजली के सावधानी पूर्वक इस्तेमाल के लिए जागरूक करने को कहा था। वहाँ के गाँवों में बिजली कटौती तो कई दिन पहले ही शुरू हो गयी थी। उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु भी बिजली कटौती शुरू कर चुके हैं। कटौती करने वाले राज्यों की सूची आये दिन लम्बी होती जा रही है। बहुत-से राज्य दूसरे संयंत्रों से बिजली ख़रीद रहे हैं। लेकिन यह इतनी महँगी है कि ज़्यादा दिन उनके लिए सम्भव ही नहीं होगा। ऐसे में दिवाली पर भी इस बार कोयले की काली छाया कहीं कहीं दिख जाए, तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। महँगी दरों पर बिजली ख़रीदने का अर्थ है उसका भार उपभोक्ताओं पर आएगा। उन्हें बिजली महँगी दरों पर मिलेगी; आज नहीं, तो कल सही। पॉवर कट का सीधा असर औद्योगिक उत्पादन पर भी पड़ेगा। इससे पटरी पर आती अर्थ-व्यवस्था फिर से प्रभावित होगी और पहले से ही सिर चढ़कर बोल रही महँगाई का ग्राफ और ऊपर चला जाएगा। किसानों को बिजली नहीं मिली, तो कृषि उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है। घर से काम करने वालों की परेशानी भी बढ़ेगी। हर किसी का रोज़मर्रा का जीवन प्रभावित होगा, सो अलग। यह समस्या इसलिए भी गम्भीर है कि अभी तक डीजल जनरेटर लगाकर पॉवर कट की कमी को पूरा लिया जाता था, पर अब प्रदूषण नियंत्रण के नियम उसकी छूट किसी को नहीं देते हैं। सवाल है कि आख़िर कोयले का इतना घोर संकट अचानक कैसे खड़ा हो गया? ऊर्जा मंत्रालय के प्रेस बयान के अनुसार, कोयला उत्पादन क्षेत्रों में सितंबर महीने में भारी बारिश होने के कारण कोयला खदानों में पानी भर गया था, जिससे कोयले की निकासी नहीं हो सकी। इससे बिजली संयंत्रों तक कोयला नहीं पहुँचाया जा सका। दूसरा, कोरोना की दूसरी लहर के बाद देश के उद्योग, कम्पनियाँ, दफ़्तर और बाज़ार खुलने लगे, जिससे बिजली की माँग में एक साथ भारी वृद्धि हो गयी। विनिर्माता इकाइयाँ अपनी पूरी क्षमता से काम करने लगीं और बाक़ी क्षेत्र भी पहले की तरह बिजली का उपयोग करने लगे। इससे सन् 2019 के अगस्त महीने के मुक़ाबले 2021 में बिजली की माँग में क़रीब 20 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हो गयी। बढ़ी हुई इस माँग को पूरा करने के लिए बिजली संयंत्रों ने अपनी पूरी क्षमता से बिजली का उत्पादन किया, जिससे कोयले की खपत ज़्यादा हुई। सामान्य हालात में संयंत्र अपनी क्षमता से 54 फ़ीसदी कम बिजली पैदा करते हैं। तीसरा कारण रहा कि अप्रैल से जून के बीच में सभी कोयला कम्पनियाँ कोयले का जो भण्डारण कर लेती हैं, वह नहीं किया गया। इसके पीछे का कारण सरकार की ओर से नहीं बताया गया है। कोई पूछ सकता है कि हालात जब क़ाबू से इस हद तक बाहर हो चुके हैं, तो कोयले का आयात कर स्थिति से क्यों नहीं निपटा जा रहा? यह सम्भव नहीं। कारण, अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कोयले के दाम 13 साल की रिकॉर्ड-तोड़ ऊँचाई पर हैं। मार्च, 2021 में इंडोनेशिया से आ रहे कोयले की क़ीमत 60 डॉलर प्रति टन थी, जो सितंबर-अक्टूबर में बढ़कर 200 डॉलर प्रति टन हो गयी। ऐसे में भारतीय कोयला कम्पनियों ने अपना कोयला आयात रोक दिया है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%b2/,राहुल का दल,"राहुल का दल By राकेश रॉकी - October 15, 2021 कांग्रेस को भाजपा से लड़ सकने वाला संगठन बनाने में जुटे हैं राहुल गाँधी हाल के महीनों में कांग्रेस में लीक से हटकर नियुक्तियाँ करके नये और युवा चेहरे पार्टी में लाये गये हैं। लाये जा रहे नेताओं को देखने से लगता है कि पार्टी में भविष्य की योजना के साथ कुछ हो रहा है। निश्चित ही इसके पीछे राहुल गाँधी हैं, जो अपना एक दल (टीम) तैयार कर रहे हैं। प्रक्रिया थोड़ी धीमी है। लेकिन साफ़ झलकता है कि बदलाव ठोस तैयारी के साथ किये जा रहे हैं, जिनमें जाति, क्षेत्र, युवा प्रतिनिधित्व के अलावा आरएसएस-भाजपा विचारधारा पर आक्रमण कर सकने की कुव्वत वाला प्रतिबद्ध संगठन तैयार करने की कोशिश झलकती है। राहुल की इस कोशिश से वरिष्ठ नेता ख़ुद को उपेक्षित महसूस करते हुए बाग़ी तेवर अपनाये हुए हैं। लेकिन तय है कि राहुल इससे बेपरवाह हैं। कांग्रेस में ऐसा नेतृत्व राज्यों में उभारा जा रहा है, उसके बाद राष्ट्रीय स्तर की बारी है। राहुल गाँधी की इस कोशिश को इसलिए साहसपूर्ण कहा जाएगा; क्योंकि वह यह सब विपक्ष में रहते हुए कर रहे हैं। लखीमपुर में किसानों की हत्या के तुरन्त बाद राहुल गाँधी का प्रियंका गाँधी को वहाँ भेजना और उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रोके जाने पर पीडि़तों से मिलने जाने की ज़िद करना और माँग न माने जाने पर वापसी के बजाय गिरफ़्तारी देकर जेल में रहना दर्शाता है कि कांग्रेस एक नये तेवर के साथ सामने आने की कोशिश में जुटी है। राहुल गाँधी ने ख़ुद यही किया। जब लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरने के बाद जब उन्हें निजी वाहन से लखीमपुर खीरी जाने देने की उत्तर प्रदेश सरकार ने इजाज़त देने से इन्कार किया, तो वह हवाई अड्डे ही धरने पर बैठ गये। आख़िरकार सरकार को झुकना पड़ा और उन्हें उनके निजी वाहन से जाने की मंज़ूरी देनी पड़ी। राहुल का यह तरीक़ा अन्याय के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना भर नहीं है, बल्कि वह आम समाज और आरएसएस-भाजपा की विचारधारा के बीच एक लकीर खींचने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल यह बताना चाह रहे हैं कि आरएसएस-भाजपा की यह विचारधारा देश के भविष्य के लिए अच्छी नहीं है। वह तात्कालिक चुनावी लाभ वाली कांग्रेस नहीं, वैचारिक प्रतिबद्धता वाली कांग्रेस बनाना चाह रहे हैं। वैसे ही, जैसे आरएसएस वैचारिक रूप से एक प्रतिबद्ध संगठन है। हाँ, राहुल गाँधी वैचारिक भिन्नता के साथ अपने काम में जुटे हैं। ऐसा संगठन बनाने के लिए राहुल गाँधी नेताओं को खोने का जोखिम भी ले रहे हैं। क्योंकि इन दिनों राजनीति में वैचारिकता पर सत्ता हावी है, और जो जा रहे हैं, वो सत्ता न पा सकने की टीस से भरे हैं। यही वजह है कि वैचारिकता उनके लिए गौण हो गयी है। भाजपा के बड़े नेताओं के बयान देखिए, वे जब भी कांग्रेस और राहुल गाँधी को निशाने लेते हैं, तो चुनाव जीतने-हारने की बात करते हैं। वे एक तरह से कांग्रेस के नेताओं पर चुनावों में पार्टी की हार का मानसिक दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। ऐसा करके वे कांग्रेस नेताओं में एक तरह की कुंठा और निराशा पैदा करके उनके मन में यह भरने की कोशिश करते हैं कि कांग्रेस में उनका राजनीतिक भविष्य सुरक्षित नहीं है। यानी कह सकते हैं किऐसा करके वे उन्हें बिना कहे पार्टी छोडऩे के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं। राहुल सत्ता की इस कुंठा से प्रभावित न होने वाला दल (टीम) बनाना चाहते हैं। भले ही इसके पीछे उनकी यह भी सच हो कि राजनीति की मूल लड़ाई तो सत्ता के लिए ही होती है। राहुल गाँधी नयी कांग्रेस में आरएसएस-भाजपा की विचारधारा को चुनौती दे सकने वाला दल तैयार कर रहे हैं। भाजपा चाहे जो कहे, किन्तु सच यही है कि उसका थिंक टैंक मानता है कि एक संगठन के तौर पर भाजपा और आरएसएस को चुनौती दे सकने वाली विचारधारा वाला राजनीतिक दल कांग्रेस ही है, जो भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से ज़्यादा गम्भीर चुनौती वाला साबित हो सकता है। आरएसएस से जुड़े एक वरिष्ठ पत्रकार व विचारक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा- ‘वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा के सामने बिना किसी प्रतिबद्ध राजनीतिक विचारधारा के दल हैं। इसलिए उसके सामने की चुनौती कमज़ोर है। हाँ, यह महसूस किया जा सकता है कि कांग्रेस में उसके नेता (राहुल गाँधी) सीधे इस (आरएसएस) विचारधारा को प्रतिबद्ध चुनौती देने वाला संगठन खड़ा करना चाहते हैं। यह आसान नहीं है। लेकिन कर पाये तो बड़ी चुनौती बनेंगे। आपने देखा होगा कि वह (राहुल) कमोवेश हरेक बयान, हर पत्रकार वार्ता में आरएसएस के विरोध वाला बयान ज़रूर देते हैं।‘ याद कीजिए, इसी साल जुलाई में कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के वॉलंटियर्स सम्मलेन में राहुल गाँधी ने बिना नाम लिये उनके मित्र रहे और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गये ज्योतिरादित्य सिंधिया को सुनाते हुए क्या कहा था- ‘जिन्हें डर लग रहा है, वो पार्टी से जा सकते हैं। कई निडर लोग हैं, जो कांग्रेस में नहीं हैं। ऐसे लोगों को कांग्रेस में आना चाहिए। और वैसे कांग्रेसी, जो भाजपा से डरे हुए हैं; उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए। हमें ऐसे लोगों की ज़रूरत नहीं है, जो आरएसएस की सोच में विश्वास रखते हैं या उससे डरते हैं। हमें निडर लोगों की ज़रूरत है। यह हमारी विचारधारा है।‘ सवाल यही है कि क्या राहुल गाँधी अपनी इस विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध एक ऐसी कांग्रेस बना पाएँगे, जो आरएसएस और भाजपा की विचारधारा को चुनौती देते हुए परास्त कर सके? हाल के वर्षों में कांग्रेस में यह नये तरीक़े का तेवर है। कन्हैया कुमार जैसे युवा नेता का कांग्रेस में आना और जिग्नेश मेवाणी का कांग्रेस के साथ आना राहुल की सोच का बड़ा उदाहरण है। दलित, पिछड़े, वामपंथी, मुस्लिम और सवर्ण समुदायों में भी अपनी और पार्टी की स्वीकार्यता मज़बूत करके आरएसएस और सत्ता के विरोध के लिए युवाओं का यह राजनीतिक सम्मिश्रण राहुल गाँधी के राजनीतिक प्रयोग का बड़ा उदाहरण है। दलित किसी समय कांग्रेस का वोट बैंक रहे हैं। राहुल उसे पार्टी में वापस लाना चाहते हैं। पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाना इसका उदाहरण है। हालाँकि इसके बावजूद राहुल गाँधी की यह कोशिश महज़ पुरानी पीढ़ी की जगह नयी पीढ़ी को पार्टी की कमान देने भर की नहीं है। वह नेताओं का चयन बहुत सोच-समझकर कर रहे हैं। उनका ज़्यादा ज़ोर कांग्रेस को ऐसे नेताओं का संगठन बनाने की लगती है, जो संगठन के प्रति तो प्रतिबद्ध हों ही, समाज के बँटवारे की सोच के भी ख़िलाफ़ हों और गाँधी की अहिंसा और सबको साथ लेकर चलने की सोच में भरोसा रखते हों। चूँकि राहुल तोडऩे की सोच को आरएसएस-भाजपा की विचारधारा कहते हैं, लिहाज़ा माना जा सकता है कि वह कांग्रेस की गाँधीवादी विचारधारा को मज़बूती से आधार रूप में सामने लाना चाहते हैं। यहाँ महत्त्वपूर्ण यह है कि राहुल गाँधी जो फ़ैसले कर रहे हैं, वह तुरन्त नतीजे देने वाले नहीं हैं। रणनीतिक रूप से सही होते हुए भी इनके नतीजे देर से मिलेंगे। हालाँकि राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वह नतीजे स्थायी साबित हो सकते हैं। राहुल वामपंथ की ढलान को देखकर उसका वोट बैंक कांग्रेस में लाना चाहते हैं। वह दलित और पिछड़ा वर्ग का कांग्रेस का पुराना वोट बैंक वापस लाना चाहते हैं और मज़बूत क्षेत्रीय दलों में चले गये मुस्लिमों को साथ लाना चाहते हैं। राहुल पिछले दो लोकसभा चुनावों में भाजपा के साथ चले गये उस मतदाता को कांग्रेस में लाना चाहते हैं, जो भाजपा की विचारधारा से तो नहीं जुड़ा है; लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर भाजपा को मतदान करने लगा है। राहुल गाँधी समझते हैं कि देश की वर्तमान स्थिति में इनमें से बड़ा वर्ग भाजपा से छिटक रहा है। यही कारण है कि वह मोदी सरकार पर हर उस मुद्दे को लेकर प्रहार करते हैं, जो इस बड़े मतदाता वर्ग को प्रभावित करता है। इसमें महँगाई से लेकर बेरोज़गारी, कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ऑक्सीजन से हुई मौतों और कालाबाज़ारी, अर्थ-व्यवस्था का कमज़ोर होने जैसे मुद्दे शामिल हैं। हाल के महीनों में राहुल गाँधी कांग्रेस में ऐसे लोगों को लाये हैं, जिन्होंने विभिन्न मंचों पर अलग तरह से काम किया। इनमें एक शिमोगा के युवा श्रीनिवास बी.वी. भी हैं, जो थे तो क्रिकेटर; लेकिन उन्होंने कोरोना मरीज़ों के लिए आपातकाल सेवा में उल्लेखनीय योगदान देकर नाम कमा लिया। बता दें कि राहुल गाँधी ने श्रीनिवास को युवा कांग्रेस का ज़िम्मा सौंप दिया है। भाजपा सहित दूसरे दलों में ऐसे प्रयोग देखने को नहीं मिले हैं। ज़मीनी स्तर पर समाज सेवा और कार्यों में नाम कमाने वाले व्यक्ति को किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की युवा विंग का मुखिया बना देने का ऐसा उदाहरण देश की राजनीति में कम ही देखने को मिलता है। यदि हाल की ही बात करें, तो राहुल गाँधी अभिजात (एलीट) परिवारों की जगह ग़रीब या आम पृष्ठभूमि वाले नेताओं को साथ जोड़ रहे हैं। कन्हैया कुमार की ही बात करें, तो वह एक आँगनबाड़ी कार्यकत्री के पुत्र हैं। हालाँकि भाजपा के नेता उन्हें टुकड़े-टुकड़े गैंग का अगुआ बताते रहे हैं। लेकिन छात्र मुद्दों को पुरज़ोर तरीक़े से उभारने वाले कन्हैया कुमार को छात्र राजनीति का ‘पोस्टर ब्यॉय’ भी कहा जाता रहा है। लेकिन राहुल गाँधी ने उनका चयन एक और बड़े कारण से किया है, वह यह कि कन्हैया कुमार आरएसएस की सोच के कट्टर विरोधी हैं। ऐसे ही जिग्नेश मेवाणी हैं। दलित नेता के तौर पर उनकी पहचान है। उन्हें भी वामपंथ के क़रीब माना जाता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात से ताल्लुक़ रखने वाले मेवाणी दलितों में अच्छा असर रखते हैं। कांग्रेस को समर्थन देने के बाद मेवाणी ने कहा कि वह अगला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ेंगे। मेवाणी को भी आन्दोलनकारी तबीयत का नेता माना जाता है और वह भी आरएसएस-भाजपा के सख्त विरोधी हैं। कांग्रेस को समर्थन देने के बाद मेवाणी ने कहा भी कि हम राज्य की जनता के बीच जाएँगे और उससे बात करेंगे। हमारा उद्देश्य राज्यों में एक जन-आन्दोलन छेडऩा है, जो देश को भाजपा शासन से हो रही तबाही से मुक्ति दिलाने में मदद देगा। हम पानी, स्वास्थ्य, सफ़ार्इ, शिक्षा और मानवाधिकारों के मुद्दों पर बात करेंगे। मूलत: राहुल गाँधी की कोशिश कांग्रेस को राज्यों में खड़ा करने की है। इसमें क्षेत्रीय दल उनके लिए रुकावटें डाल सकते हैं। यह दल नहीं चाहते कि राज्यों में कांग्रेस मज़बूत हो। ऐसा होता है, तो इसका सबसे बड़ा नुक़सान इन क्षेत्रीय दलों को ही उठाना पड़ेगा। इसलिए ये सभी दल कांग्रेस का समर्थन करते हुए बहुत सावधानी बरतते हैं। हालाँकि वो भाजपा के बराबर ही कांग्रेस की भी निंदा करते हैं। 1 2 Single Page Previous article उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2021 Next article पिछले अंक का शेष… चमक गँवाता हीरा राकेश रॉकी http://tehelkahindi.com/ RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR सुकमा इलाके में सीआरपीएफ जवान ने 7 साथियों को गोली मारी, 4 जवानों की मौत कोविड मामलों में कुछ कमी, पिछले 24 घंटे में 392 मौतें बयान के विरोध में किसानों ने हिसार में भाजपा सांसद को घेरा, काले झंडे भी दिखाए",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81-3/,उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2021,"उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2021 By सुनील कुमार - October 15, 2021 बढ़ रही हैं सत्तापक्ष की मुश्किलें उत्तर प्रदेश में सियासत रोज़ करवट बदलती नज़र आ रही है। हर रोज़ एक नयी मुसीबत और नये-नये हंगामों के चलते न सत्तपक्ष चैन से बैठ पा रहा है और न विपक्षी दलों को क़रार आ पा रहा है। दोनों ही तरफ़ कुर्सी को पाने की तड़प इस क़दर है कि दोनों ही तरफ़ के लोग एक-दूसरे को दबाने और जनता में एक-दूसरे की छवि का ख़राब पहलू उजागर करने की कोशिश में परेशान हैं। इसकी वजह यह भी है कि योगी सरकार में एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएँ अब तक घट चुकी हैं, जिन पर विपक्षी दलों को गरजना वाजिब है। जनता ने भी योगी सरकार की ख़ामियों को काफ़ी क़रीब से देखा, फिर भी ख़ामोश रही। इसकी एक वजह यह भी है कि संख्या में ज़्यादा हिन्दुओं ने राम मंदिर के निर्माण का श्रेय योगी को देते हुए उनकी ओर झुकाव बरक़रार रखा है। यही वजह रही कि योगी सरकार एक अहं में घिर गयी और सत्ता के नशे में उसे अपनी ही ग़लतियाँ नज़र नहीं आ रहीं। प्रदेश में सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वालों के हनन से लेकर दबंगों के ख़िलाफ़ बोलने वालों की हत्याओं, बलात्कारों और उसके बाद कोरोना महामारी में कीड़े-मकोड़ों की तरह लोगों के मरने के बावजूद लोगों ने धैर्य नहीं खोया। परन्तु इस बार पुलिस द्वारा होटल में जाकर तलाशी के नाम पर कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता (36) की हत्या और उसके बाद एक मंत्री के बेटे द्वारा अपनी गाड़ी से किसानों को कुचल देने की घटना ने पुराने जख़्मों को भुला बैठे लोगों को फिर से ग़ुस्से से भर दिया है। विशेषतौर पर किसानों की कार से कुचलकर की गयी हत्या ने जहाँ सत्ता पक्ष को बेतहाशा डरा दिया है; वहीं विपक्षी दलों को कुर्सी की राह बहुत आसान दिखने लगी है। विपक्ष को नेताओं की गिरफ़्तारी ने और मज़बूत कर दिया है। इसमें प्रियंका गाँधी की गिरफ़्तारी से उनका पलड़ा कुछ ज़्यादा ही भारी हुआ है। हादसे वाली जगह का दौरा करने और पीडि़तों से मिलने जाने की उनकी ज़िद और उन्हें वहाँ न जाने देने की सरकार की हनक ने उनकी गिरफ़्तारी को अंजाम दे डाला, जिससे लोग प्रियंका गाँधी और कांग्रेस के पक्ष में आने शुरू हो गये। परन्तु सत्तपक्ष का यह अहं ही कहा जाएगा कि उसने मृतक किसानों के परिवारों को 45 लाख का मुआवज़ा देने की घोषणा करके और उनकी माँगें मानकर ऐसे समझ लिया कि मानों कुछ हुआ ही न हो। इसी वजह से आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय वह लम्बे समय तक अकड़ में तनी रही और घटनास्थल पर जाने की कोशिश करने वाले विपक्षी दलों के नेताओं की गिरफ़्तारी में लग गयी। शंका है कि यही अकड़ कहीं भारतीय जनता पार्टी की नाव न डुबो दे। क्योंकि किसान आन्दोलन के चलते किसानों का ग़ुस्सा पहले ही भाजपा के प्रति कम नहीं था, उस पर गन्ना किसानों को योगी ने नाख़ुश कर दिया और इसके बाद कार से आन्दोलनकारी किसानों को कुचलने की घटना ने लोगों में भी आक्रोश ही पैदा किया है। अब एक ऐसा धड़ा, जो अन्दर-ही-अन्दर कुछ गरम और कुछ नरम वाली स्थिति में था; लगभग भड़कने लगा है और सरकार की ख़ामियों पर तीखी नज़र फेरकर ज़ुबानी हमले कर रहा है। भाजपा में भी विरोध उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही अपनी तारीफ़ में क़सीदे पढ़ रही हो, परन्तु हक़ीक़त यह है कि विपक्षी दल ही नहीं, बल्कि भाजपा के लोग भी अपनी ही सरकार के विरोध में बोल रहे हैं। लखीमपुर खीरी में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत को लेकर घिरी योगी सरकार पर पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गाँधी ने निशाना साधा है। वरुण के अपनी ही सरकार के विरोध में मुखर होने से भाजपा में दो गुट साफ़ नज़र आने लगे हैं। हालाँकि वरुण गाँधी के अलावा कुछ भाजपा नेता दबी ज़ुबान से सरकार की कमियों की निंदा कर रहे हैं। यह कोई नयी बात नहीं है, पिछले समय में कई भाजपा विधायकों ने अपनी ही सरकार पर हनन के आरोप लगाये। वरुण गाँधी भी पहली बार विरोध नहीं कर रहे हैं। उन्होंने सरकार की कमियों और ग़लत नीतियों के विरोध में हमेशा ही बाग़ी तेवर अपनाये हैं और हर बार उन्होंने योगी आदित्यनाथ को चिट्ठियाँ लिखकर उनकी सरकार की कमियाँ उजागर की हैं। चाहे वो लखीमपुर खीरी का मामला हो, चाहे गन्ने के दामों में 25 रुपये प्रति कुंतल की मामूली बढ़ोतरी हो। उन्होंने हर बार सरकार की नीतियों की खुली आलोचना करते हुए विरोध प्रकट किया है। यहाँ तक वरुण गाँधी किसानों के पक्ष में साफ़तौर पर खड़े नज़र आये हैं। उन्होंने तो मुज़फ़्फ़रनगर में हुई महापंचायत को लेकर किसानों का समर्थन तक किया था। लखीमपुर खीरी मामले से जुड़ा एक वीडियो ट्वीट करके वरुण गाँधी ने लिखा कि लखीमपुर खीरी में किसानों को गाडिय़ों से जानबूझकर कुचलने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झकझोर देगा। पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाडिय़ों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिह्नित कर तत्काल गिरफ़्तार करे। अपनी ही सरकार के विरोध में उठे वरुण गाँधी के इन शब्दों ने लाखों लोगों को एक ही झटके में योगी सरकार के ख़िलाफ़ खड़ा कर दिया, जिससे योगी सरकार और शायद केंद्र सरकार भी उनसे ख़ासी नाराज़ है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची से वरुण गाँधी और उनकी माँ मेनका गाँधी को हटाना इसका संकेत है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%a7%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a5%88%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%82/,सियासी धुन्ध में तैरते पंजाब कांग्रेस के कई सवाल,"सियासी धुन्ध में तैरते पंजाब कांग्रेस के कई सवाल By भारत हितैषी - October 15, 2021 कृपया, कोई अटकलबाज़ी नहीं। -पंजाब में सियासी उथल-पुथल के बीच पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के ट्वीट का यह एक हिस्सा है। इसी ट्वीट में बाद में जाखड़ ने लिखा- ‘क्या अब सब कुछ ठीक है और युद्धविराम हो गया है? या यह केवल एक अस्थायी युद्धविराम है?’ पंजाब कांग्रेस में कुर्सी के अन्तहीन खेल के बीच सुनील जाखड़ के कटाक्ष से भरे इस ट्वीट का अर्थ हर कोई समझने के कोशिश कर रहा था। संक्षिप्त ट्वीट सन्देश तब और भी महत्त्वपूर्ण बन गया, जब देश भर में 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों को कथित तौर पर वाहन के नीचे रौंद देने की घटना पर चर्चा हो रही थी, और पंजाब कांग्रेस महीनों से उथल-पुथल के दौर के बाद अपने घर को व्यवस्थित करने के कोशिश में विफल दिख रही थी; जबकि कुछ ही समय में वहाँ चुनाव हैं। जैसा कि हम जानते हैं कि सोशल मीडिया आपको अपने लक्षित पाठकों तक पहुँचने, आपकी बात को पोषित करने और उनसे जुडऩे की अनुमति देता है। लेकिन साथ ही यह एक दोधारी तलवार भी साबित हो सकता है। ऐसा तब हुआ, जब पंजाब के बड़े राजनीतिक नेता जाखड़ ने कुछ सन्देश भेजकर लोगों को हैरान कर दिया। जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था, तब सुनील जाखड़ हाल ही में एक छुपे रुस्तम के रूप में मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में उभरे थे। अगर ऐसा होता, तो वह शायद सन् 1966 में राज्य के पुनर्गठन के बाद से पंजाब के पहले हिन्दू मुख्यमंत्री होते। वह पहले पंजाब में विपक्ष के नेता और इसी जुलाई तक चार साल पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ को सन् 1980 से सन् 1989 तक दो बार लोकसभा अध्यक्ष रहने का गौरव प्राप्त था। सुनील जाखड़ ने ट्वीट के ज़रिये यह निशाना तब साधा, जब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच बैठक ख़त्म हुई और जब पंजाब पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता की नियुक्तियों पर विरोध जताते हुए पार्टी प्रमुख सिद्धू ने इस्तीफ़े की घोषणा की। इसी साल 19 जुलाई को पीसीसी अध्यक्ष बनाये गये सिद्धू ने सहोता को पंजाब पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का अतिरिक्त प्रभार देने के लिए अपनी ही पार्टी की सरकार का विरोध करते हुए दावा किया कि जब सन् 2015 में श्री गुरुग्रन्थ साहिब की बेअदबी हुई थी, तो उनके (सहोता के) नेतृत्व वाली एसआईटी ने दो सिखों को आरोपित किया था और बादलों को क्लीन चिट (दोषमुक्ति की पर्ची) दे दी थी। सिद्धू द्वारा ट्वीट किये जाने के कुछ घंटे बाद उनकी टिप्पणी आयी कि डीजीपी इक़बाल प्रीत सिंह सहोता और महाधिवक्ता (एजी) अमर प्रीत सिंह देओल को प्रतिस्थापित किया जाना चाहिए; क्योंकि इनकी नियुक्तियाँ बेअदबी के पीडि़तों के घावों पर नमक छिड़कने जैसी हैं। जाखड़ को एक विनम्र राजनीतिक नेता माना जाता है, जो अपना कार्य अच्छी तरह से करते हैं। इसमें कोई शक नहीं कि विपक्षी नेता भी उनकी बात ध्यान से सुनते हैं। सिद्धू ने ट्वीट किया था कि डीजीपी और महाधिवक्ता को नहीं बदलने से कांग्रेस कैसे अपना चेहरा दिखाएगी? उन्होंने कहा कि सन् 2017 में हमारी पार्टी सत्ता में आयी ही जनता से बेअदबी के मामलों में न्याय देने और नशीली दवाओं के व्यापार के मुख्य दोषियों की गिरफ़्तारी के वादे पर थी। इसी नाकामी के कारण पिछले मुख्यमंत्री को हटाया गया। ऐसे में एजी / डीजी पद पर से इन्हें बदला जाना चाहिए। अन्यथा हम जनता के सामने चेहरा दिखाने लायक नहीं रहेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को लिखे एक पत्र, जिसे सिद्धू ने सोशल मीडिया पर भी साझा किया; में कहा- ‘नैतिकता से समझौता करने पर एक आदमी के चरित्र का पतन होता है। मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे (नीति) से कभी समझौता नहीं कर सकता। इसलिए मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देता हूँ। मैं कांग्रेस की सेवा करता रहूँगा।‘ एडवोकेट जनरल एपीएस देओल पर सिद्धू की आपत्ति यह है कि उन्होंने कथित तौर पर पंजाब के पूर्व पुलिस प्रमुख सुमेध सिंह सैनी का बचाव किया, जो सन् 2015 के बहबल कलां पुलिस फायरिंग मामले में एक आरोपी थे। सहोता ने तब सिद्धू की नाराज़गी मोल ले ली, जब एक विशेष जाँच दल के प्रमुख के रूप में उन्होंने बेअदबी के मुद्दे पर कथित तौर पर बादलों को दोषमुक्ति की पर्ची दी थी। सुनील जाखड़ का नाम मुख्यमंत्री के लिए सबसे आगे था। लेकिन कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में एक सिख को मुख्यमंत्री बनाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। इसमें कोई शक नहीं कि इसके बाद जाखड़ का नाम दौड़ से अचानक बाहर हो गया। ज़ाहिर है सिद्धू ख़ुद को पंजाब के भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे थे और जब उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अपने बूते बदलाव करते और एक अलग छवि बनाते हुए देखा, तो उन्होंने पीसीसी अध्यक्ष के पद से इस्तीफ़ा दे दिया। हालाँकि उनका इस्तीफ़ा अभी स्वीकार नहीं हुआ है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%81%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a5%81%e0%a4%95/,महँगाई का चाबुक,"महँगाई का चाबुक By राजीव दुबे - October 15, 2021 कोरोना-काल के चलते बाज़ारों में माहौल पहले से फीका चल रहा है। अब लगातार पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दामों में इज़ाफ़ा होने से आम जनमानस और किसान महँगाई के बोझ तले दबता जा रहा है। ईंधन महँगा होने से खाद्य सामग्री महँगी हो रही है। महँगाई को लेकर दुकानदारों, आम लोगों और आर्थिक मामलों के जानकारों से तहलका संवाददाता ने बातचीत की। उनका कहना है कि यह ठीक है कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के दामों में बढ़ोतरी हो रही है; लेकिन महँगाई के तेज़ी से बढऩे में कहीं-न-कहीं सरकारी व्यवस्था भी दोषी है। अगर समय रहते महँगाई पर सरकार ने क़ाबू नहीं पाया, तो जनता की मुश्किलें और बढ़ जाएँगी। बताते चलें कोरोना वायरस के कहर के चलते मार्च, 2020 से देश के सभी छोटे-बड़े बाज़ारों की फीकी पड़ी रौनक़ जैसे-तैसे लौटनी शुरू हुई, लेकिन महँगाई ने लोगों को इतना मार रखा है कि ख़रीदारी का स्तर काफ़ी निम्न है। दिल्ली के व्यापारियों का कहना है कि पेट्रोलियम पदार्थों की क़ीमतों में अगर ऐसे ही बढ़ोतरी होती रही, तो लोगों को अपने दैनिक बुनियादी ख़र्च पूरे करने में भी दिक़्क़त होगी। क्योंकि डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों से ढुलाई भाड़ा बढ़ा है, जिससे खाद्यान्न से लेकर हर वस्तु के दाम 10 से 15 फ़ीसदी तक बढ़ चुके हैं; जिसका सीधा बोझ जनता की जेब पर पड़ेगा। सदर बाज़ार व्यापारी नेता राकेश यादव का कहना है कि दिल्ली में इसी साल में डीजल के दाम क़रीब 75 रुपये प्रति लीटर से 92 रुपये प्रति लीटर के क़रीब पहुँच गये हैं। यानी 10 महीने में डीजल पर 17 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह पेट्रोल के दाम बढ़े हैं और वह आज दिल्ली में 103 रुपये से अधिक प्रति लीटर है। आर्थिक मामलों के जानकार दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. हरीश खन्ना का कहना है कि डीजल-पेट्रोल के बढ़े हुए दामों से बाज़ार-व्यवस्था तहस-नहस हो गयी है। हर वस्तु के दाम सवा गुने से दोगुने तक हुए हैं। रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे घरेलू बजट और भी बिगड़ा है। इसी साल में रसोई के गैस के दामों में 200 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी होना चिन्ताजनक है। इस बेतहाशा बढ़ोतरी ने ग़रीब और मध्यम वर्ग के लोगों को झझकोर कर रख दिया है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a7%e0%a4%a4%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a4%be/,धतकर्मों का परदा,"धतकर्मों का परदा By पंडित प्रेम बरेलवी - October 15, 2021 ईश्वर पर दुनिया के अधिकतर लोगों की आस्था है। इसी आस्था के सहारे चालाक लोग धार्मिक चोला ओढ़कर सामान्य समझ वालों को बड़े आराम से अपनी उँगलियों पर नचाते हैं। फिर भी अगर कोई इक्का-दुक्का जागरूक व्यक्ति या समूह इन धर्म के ठेकेदारों का विरोध करता भी है, तो उन्हें उस व्यक्ति या समूह से लडऩे की ज़रूरत नहीं पड़ती, बल्कि उनको और उनकी बातों को मानने वाले लोग ही धर्म (मज़हब) और ईश्वर पर हमले के नाम पर विरोधी व्यक्ति या समूह से निपट लेते हैं। ऐसे नासमझ लोग ऐसे सत्य को भी बर्दाश्त नहीं करते, जो धर्म में किसी कमी को उजागर करता है। ये वही लोग होते हैं, जो दूसरे धर्म के अनुयायियों को ही नहीं, बल्कि उनकी भाषा में पुकारे जाने वाले उसी ईश्वर को गालियाँ देते हैं, जो उनका भी ईश्वर है। ऐसे अज्ञानी और धर्मांध लोग ही धर्म के नाम पर लड़ाने वालों की बातों को आँख बन्द करके ईश्वर के आदेश की तरह मानते हैं। अफ़सोस यह है कि दुनिया के अधिकतर लोग इसी पागलपन में डूबे हुए हैं। यही वजह है कि जीवन भर लोग एक-दूसरे का सिर फोड़ते रहते हैं, जिसके चलते चालाक लोग अपनी रोटियाँ सेंकते रहते हैं और मज़े करते हैं। दुनिया के लगभग सभी धर्मों में यही सब हो रहा है? अफ़सोस की बात यह है कि अब अपने फ़ायदे के लिए धर्मों में मोटी फंडिंग राजनीतिक दल और कुछ ताक़तवर लोग कर रहे हैं। यह फंडिंग न सिर्फ़ धर्म के नाम पर मोटी कमायी करने के लिए की जाती है, बल्कि सत्ता में बने रहने के लिए भी की जाती है। यही वजह है कि धर्मों की ठेकेदारी से जुड़े लोग ईश्वर और धर्म का डर दिखाकर आम लोगों को धर्म की अफ़ीम खिलाये रखना चाहते हैं, ताकि उनकी दूकान चलती रहे। इस खेल में रोचक बात यह है कि जो लोग धर्म पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं, सच्चाई से कहें तो जो लोग धर्म की दूकान चलाते दिखते हैं, वास्तव में वो धर्म के असली खिलाड़ी नहीं होते; वे केवल पादरी, पुजारी, मौलवी जैसी पदवियों तक ही सीमित होते हैं और उनका काम लोगों को अपने-अपने धर्म से जोड़कर रखना ही होता है। असल में सत्ता सुख जिन्हें मिलता है, वे परदे के पीछे सुरक्षित खेल खेलते हैं और साज़िशों के जाल बुनते हैं। यह खेल उन धर्म स्थलों के ज़रिये अधिक चलता है, जिनकी मान्यता ज़्यादा होती है। कितनी ही बार ऐसे लोगों की पोल हमारे सामने खुल चुकी है। लेकिन इसके बावजूद लोगों की आँखें नहीं खुलतीं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a5%8c%e0%a4%95%e0%a4%bc%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%ae/,हरियाणा सरकार के शौक़ीन मंत्री!,"हरियाणा सरकार के शौक़ीन मंत्री! By महेंद्र सिंह राठौड़ - October 15, 2021 मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने और मंत्रियों के लिए ख़रीदीं फाच्र्यूनर और मर्सिडीज बैंज जैसी महँगी गाडिय़ाँ सरकारी ख़र्चों में कटौती के दावे के विपरीत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी और मंत्रियों की निजी सुविधाओं में कोई कोताही नहीं करते। उनके क़ाफ़िले में पहले ही लग्जरी गाडिय़ों की कमी नहीं; लेकिन बावजूद इसके चार नयी फाच्र्यूनर और जोड़ लीं। उनका कारवाँ अब पहले से बड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बड़े लाव-लश्कर से आम लोगों को क़ाफ़ी दिक़्क़तें झेलनी पड़ती है। क़ाफ़िले में वाहनों की संख्या में कमी होनी चाहिए; लेकिन विडम्बना यह कि यह संख्या बढ़ती जा रही है। नयी-से-नयी लग्जरी गाडिय़ों को सरकार अपना वाहन बना रही है। नये लग्जरी वाहनों की ज़रूरत कृत्रिम तौर पर पैदा की जाती है और बाद में ऐसी स्थिति पेश की जाती है कि बिना उनके सरकारी दौरों पर निकलना ही मुश्किल है। फाइलें तैयार होती हैं और बिना किसी देरी के प्रस्ताव को मज़दूरी मिल जाती है। राज्य सरकार ने इसी वर्ष सात करोड़ रुपये से ज़्यादा के 17 लग्जरी वाहनों की ख़रीद की गयी। इसमें 15 फाच्र्यूनर, एक मर्सीडीज बैंज ई-200 और एक मारुति इरटिगा है। फाच्र्यूनर की क़ीमत 36,30,657 रुपये, मर्सीडीज बैंज ई-200 बैंज की क़ीमत 65,75,000 रुपये है और मारुति इरटिगा 8,60,265 रुपये है। इनमें चार फाच्र्यूनर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के क़ाफ़िले में जोड़ी गयी हैं। मर्सीडीज बैंच ई-200 गृहमंत्री अनिल विज के लश्कर में रहेगी। फाच्र्यूनर पाने वालों में विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा, मंत्री कँवर पाल, मूलचंद शर्मा रणजीत सिंह, जयप्रकाश दलाल, वनवारी लाल के अलावा राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव, कमलेश ढांढा और अनूप धानक हैं। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी फाच्र्यूनर दी गयी है। मुख्यमंत्री के ओएसडी सतीश सैनी को मारुति इरटिगा मिली है। ख़र्च अगर ज़रूरत के हिसाब से हो, तो उचित होता है; वरना तो उसे फ़िज़ूलख़र्ची ही कहा जाएगा। वाहन ख़रीद से ही सरकार पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता, बल्कि ईंधन और उसके चालक आदि से भी क़ाफ़ी फ़र्क़ पड़ता है। बढ़ती महँगाई से ख़र्च में कटौती सरकार की ठोस नीति होनी चाहिए; लेकिन यह सब काग़ज़ों और भाषणों में नज़र आता है। लोगों की गाढ़ी कमायी का हिस्सा जनप्रतिनिधियों की सुख सुविधाओं के लिए नहीं, बल्कि जनकल्याण पर ख़र्च होना चाहिए। सरकारी नुमाइंदों को तो सरकार सुविधाओं का कम-से-कम इस्तेमाल करके मिसाल पेश करनी चाहिए। लेकिन वे तो ज़्यादा-से-ज़्यादा सरकारी सुख-सुविधाएँ चाहते हैं। संकट में ख़रीदीं गाडिय़ाँ इस वर्ष 17 लग्जरी वाहनों की ख़रीद उस दौरान की गयी, जब देश में कोरोना की दूसरी लहर चरम पर थी। दवाइयों और ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे थे। लगभग चार माह राज्य में लॉकडाउन जैसी स्थिति रही। सामान्य जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा था। रात में कफ्र्यू और दिन में लॉकडाउन, लगभग सब कुछ बन्द जैसी हालत में था। ऐसे में लग्जरी वाहनों की ख़रीद प्रक्रिया ज़रा भी प्रभावित नहीं हुई। इसी वर्ष जनवरी से जुलाई तक सात माह के दौरान मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और विभिन्न मंत्रियों की गाडिय़ाँ ख़ूब दौड़ीं। मोटा ख़र्च नारनौल से भाजपा विधायक और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ओमप्रकाश यादव के क़ाफ़िले की गाडिय़ों ने तो सात माह (लगभग 210 दिन) में 56,000 किलोमीटर की दूरी नाप दी। अकेले मार्च माह के दौरान इनकी गाडिय़ों ने 21,000 किलोमीटर की दूरी तय कर ली। इस माह औसत तौर पर उनकी गाड़ी प्रतिदिन 700 किलोमीटर चली। सात माह में उनके क़ाफ़िले के वाहनों का ईंधन ख़र्च 11,56,000 से भी ज़्यादा रहा। सात माह के दौरान उनकी सक्रियता मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री या किसी अन्य मंत्री से कहीं ज़्यादा रही। इस दौरान मुख्यमंत्री खट्टर 21,000 से कम और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला 27,000 किलोमीटर से कुछ ज़्यादा पर ही सिमट गये।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0/,"उत्तर प्रदेश के चुनावी परिणाम चौकाने वाले साबित हो सकते है,...","उत्तर प्रदेश के चुनावी परिणाम चौकाने वाले साबित हो सकते है, यदि विपक्ष एकजुटता रखें तो By राजीव दुबे - October 14, 2021 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर 6 महीनें से कम का समय बचा है पर, सियासत का बाज़ार गर्म है। किसानों को लखीमपुर में रौंदें जाने के बाद से उत्तर प्रदेश में नये समीकरण बनकर ऊभरें है। मौजूदा दौर में विपक्ष एकता की तो बात कर रहा है। परंतु एकजुटता के अभाव के कारण राजनीतिक समीकरण बनते–बनते बिगड़ने लगते है। यदि समाजवादी पार्टी विजय यात्रा निकाल रही है। तो कांग्रेस मौन व्रत करके प्रदेश सरकार का विरोध कर रही है। बसपा के विरोध को मौजूदा सियासत में कोई विशेष महत्व नहीं दिया जा रहा है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%aa%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9a%e0%a5%81/,उत्तराखंड में भाजपा को चुनाव से पहले बड़ा झटका; मंत्री यशपाल...,"उत्तराखंड में भाजपा को चुनाव से पहले बड़ा झटका; मंत्री यशपाल आर्य, बेटा कांग्रेस में शामिल हुए By तहलका ब्यूरो - October 11, 2021 उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा को झटके लगने शुरू हो गए हैं। वहां वरिष्ठ नेता और भाजपा सरकार में मंत्री यशपाल आर्य मंत्री पद से इस्तीफा देकर भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उनके साथ उनके बेटे संजीव आर्य भी कांग्रेस में चले गए हैं। आर्य सोमवार को दिल्ली में बड़े नेताओं की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस के संगठन मंत्री केसी वेणुगोपाल, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला इस मौके पर मौजूद थे। कांग्रेस में शामिल होने से पहले यशपाल आर्य ने उत्तराखंड के केबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। याद रहे बता दें कि दोनों यशपाल और उनके बेटे संजीव साल 2017 में कांग्रेस से दलबदलकर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा की सरकार बनने के बाद यशपाल को तोहफा देते हुए केबिनेट मंत्री बनाया गया था। इस मौके पर सुरजेवाला ने कहा कि यशपाल आर्य किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%81-2/,लखीमपुर हत्याकांड में मुख्य आरोपी आशीष गिरफ्तार,"लखीमपुर हत्याकांड में मुख्य आरोपी आशीष गिरफ्तार By तहलका ब्यूरो - October 10, 2021 लखीमपुर खीरी में किसानों को वाहन से कुचलकर मार देने की घटना में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आशीष से इस मामले में लगातार 12 घंटे तक पूछताछ की गयी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस, संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य विपक्ष दल लगातार इस मामले में दबाव बनाए हुए थे। आशीष पूछताछ के लिए सुबह लखीमपुर खीरी में क्राइम ब्रांच दफ्तर पहुंच गए जिसके बाद उनसे लगातार पूछताछ हुई। मुख्य आरोपी का कलमबद्ध ब्यान दर्ज करने के लिए वहां पुलिस अधिकारियों के अलावा मजिस्ट्रेट भी उपस्थित रहे। बता दें किसानों के हत्याकांड मामले में आशीष मिश्रा के खिलाफ धारा 302 जैसी गंभीर धाराएं लगाई गयी हैं। क्राइम ब्रांच के दफ्तर के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे। आशीष के घर पेशी के लिए पुलिस को दो बार नोटिस चस्पा करना पड़ा था। हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा पर किसानों को कुचलने का आरोप है। केंद्रीय मंत्री अपने बेटे को इस मामले में निर्दोष बताते रहे हैं। उधर आशीष के समर्थक आज बाहर बड़ी संख्या में मौजूद रहे। आशीष के वकील और मंत्री पिता भी साथ थे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-12-%e0%a4%95/,संयुक्त किसान मोर्चा की 12 को तिकुनिया में शहीद किसानों...,"संयुक्त किसान मोर्चा की 12 को तिकुनिया में शहीद किसानों के लिए होगी अंतिम अरदास By तहलका ब्यूरो - October 9, 2021 संयुक्त किसान मोर्चा ने 12 अक्टूबर को तिकुनिया में शहीद किसानों की अंतिम अरदास करने और 5 शहीदों की अस्थि कलश यात्रा देश भर में ले जाने का ऐलान किया है। इसके अलावा 15 अक्टूबर को दशहरा पर मोदी और शाह का पुतला दहन करने और 18 अक्टूबर को देशव्यापी रेल रोको की भी घोषणा की है। किसान मोर्चा 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत करेगा। एक साझी प्रेस कांफ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने इसकी घोषणा की है। किसान मोर्चा के ऐलान के बाद अब उत्तर प्रदेश और देश भर में लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में किसानों की मौत का मामला गरमा गया है। किसान संगठनों के नेताओं ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी और अजय मिश्रा को केबिनेट से हटाने की मांग की है। मोर्चा ने कहा कि 12 अक्टूबर को देशभर के किसान लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे और लखनऊ में 26 को महापंचायत भी की जाएगी। किसान नेता दर्शनपाल ने शनिवार को कहा कि घटना में किसान शहीद हुए हैं और किसान मोर्चा अंत तक लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने गृह राज्य मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा – ‘उन्होंने (अजय मिश्रा) आतंक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं और लखीमपुर में पंजाबी किसानों की जान को गंभीर खतरा है। किसान नेता योगेंद्र यादव ने भी इस मौके पर कहा – ‘पहले कार्यक्रम के तहत 12 को को शहद किसानों और पत्रकार के लिए हम लखीमपुर के तिकोनिया में अंतिम अरदास करेंगे। देशभर के किसान 12 तारीख़ को लखीमपुर पहुंचेंगे। लखीमपुर की घटना जलियांवाला बाग से कम नहीं है। हम देश के तमाम नागरिक संगठनों से आग्रह करते हैं कि वो अपने शहरों में कैंडल मार्च निकालें। हम पूरे देश के नागरिकों से अपील करते हैं कि शाम 8 बजे अपने घरों पर मोमबत्ती जलाएं।’ यादव ने कहा कि 12 को लखीमपुर से अस्थि कलश यात्रा यूपी में शुरू होकर हर राज्य में जाएगी और अस्थि विसर्जन किया जाएगा। कहा कि 15 अक्टूबर को दशहरा है सभी किसान प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का पुतला दहन करेंगे जबकि 18 को रेल रोकेंगे और 26 को लखनऊ में बहुत बड़ी महापंचायत की जाएगी। किसान नेता जोगिंदर उग्राहां ने इस मौके पर कहा – ‘हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा है। हमें खालिस्तानी कहा गया, आतंकवादी कहा गया, लेकिन 3 महीने से भाजपा सरकार हिंसा पर उतर आई है। उनके सीएम खट्टर का बयान सुनिए। करनाल में किसानों पर लाठियां बरसाई गईं। लेकिन हम कतई हिंसा नहीं करेंगे। हम सहेंगे और संघर्ष करते रहेंगे।’ ",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%b6%e0%a5%80/,लखीमपुर घटना के आरोपी आशीष मिश्रा के पेश होने के बाद...,"लखीमपुर घटना के आरोपी आशीष मिश्रा के पेश होने के बाद सिद्धू ने ख़त्म किया अपना अनशन By तहलका ब्यूरो - October 9, 2021 पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को दो दिन पुराना अपना अनशन तब ख़त्म कर दिया जब लखीमपुर खीरी हिंसा मामल के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा आज सुबह लखीमपुर में क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के सामने पूछताछ के लिए हाजिर हो गए। बता दें आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सिद्धू ने 3 अक्टूबर की हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के लखीमपुर आवास पर शुक्रवार को मौन धारण कर लिया था। सिद्धू ने घटना के मुख्य आरोपी गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी तक मौन धारण कर अनशन की घोषणा कर दी थी। सिद्धू के साथ पंजाब कांग्रेस के अलावा दूसरे राज्यों के पार्टी नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित हैं। सिद्धू कल टिन शेड के नीचे तख्त पर लेते रहे। सिद्धू को मनाने की अफसरों की कोशिश भी नाकाम रही। इससे पहले सिद्धू, पंजाब के लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला, विधायकों राजकुमार चब्बेवाल, कुलजीत सिंह नागरा, रविंदर सिंह और मदनलाल जलालपुर के अलावा कांग्रेस नेताओं गुरदीप सिंह, गौरव संधू और ओएसडी सुमित सिंह के साथ रमन कश्यप के घर पहुंचे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0/,सुप्रीम कोर्ट की लखीमपुर ममले में यूपी सरकार को कड़ी फटकार,"सुप्रीम कोर्ट की लखीमपुर ममले में यूपी सरकार को कड़ी फटकार By तहलका ब्यूरो - October 8, 2021 सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को लखीमपुर खीरी हत्याकांड पर उत्तर प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि आरोप 302 का है तो गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। कोर्ट ने सरकार से कहा कि आप उसे भी वैसे ही ट्रीट करें जैसे बाकी मर्डर केस में आरोपी के साथ किया जाता है। बता दें इस मामले में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा है जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है लेकिन उसकी गिरफ्तारी आज तक नहीं हुई है। इस मामले पर अगली सुनवाई अब 20 अक्टूबर को होगी। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर आज सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस के सामने आरोपी के पेश होने पर दो टूक कहा कि 302 के आरोप में ये नहीं होता कि प्लीज आ जाएं। नोटिस किया गया है कि प्लीज आइए। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि ‘मौके पर चश्मदीद गवाह हैं। हमारा मत है कि जहां 302 का आरोप है वह गंभीर मामला है और आरोपी के साथ वैसा ही व्यवहार होना चाहिए जैसे बाकी मामलों में ऐसे आरोपी के साथ होता है। क्या बाकी केस में आरोपी को नोटिस जारी किया जाता है कि आप प्लीज आ जाइए?’ यूपी सरकार के वकील साल्वे ने कहा कि आरोप लगाया गया था कि गोली मारी गई है लेकिन गोली की बात पोस्टमॉर्टम में नहीं है। चीफ जस्टिस ने कहा कि क्या ये ग्राउंड है कि आरोपी को न पकड़ा जाए? साल्वे बोले कि नहीं केस गंभीर है। प्रधान न्यायाधीश ने इस पर कहा कि ‘गंभीर केस है, लेकिन केस को वैसे नहीं देखा जा रहा है। हम समझते हैं कि इस तरह से कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। कथनी और करनी में फर्क नजर आ रहा है।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a5%82-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d/,"लखीमपुर जा रहे सिद्धू, अन्य कांग्रेस नेताओं को यूपी की पुलिस...","लखीमपुर जा रहे सिद्धू, अन्य कांग्रेस नेताओं को यूपी की पुलिस ने हिरासत में लिया By तहलका ब्यूरो - October 7, 2021 उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसान हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर कांग्रेस लगातार दबाव बढ़ाती जा रही है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्‍व में कांग्रेस नेताओं का काफिला सहारनपुर में रोक दिया गया है और सिद्धू को हिरासत में ले लिया है। उनके साथ आये कांग्रेस के कई नेताओं और पंजाब के मंत्रियों को भी यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इससे पहले जब यूपी पुलिस ने सिद्धू के काफिले को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी तो पुलिस के लगाए गए बेरिकेट्स को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने सिद्धू, पंजाब के मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और परगट सिंह सहित अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि लखीमपुर में धारा 144 लागू है और ऐसे में केवल पांच लोगों को आगे जाने की अनुमति है। लेकिन कांग्रेस नेता सिद्धू बड़े काफिले के साथ जाने पर अड़ हुए थे। इसी दौरान काफिले में शामिल नेताओं की पुलिस अधिकारियों से जबरदस्त बहस हुई। सिद्धू और अन्य नेताओं को पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80/,लखीमपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट...,"लखीमपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट माँगी By तहलका ब्यूरो - October 7, 2021 लखीमपुर खेरी हत्याकांड के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार को एक दिन के भीतर मामले की स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। आज इस मामले में सर्वोच्च अदालत ने कहा कि मामले पर शुक्रवार को ही सुनवाई की जाएगी। अदालत ने राज्य सरकार को घटना के दौरान जान गंवाने वाले किसान लवप्रीत सिंह की मां के उचित इलाज का भी निर्देश दिया है। सर्वोच्च अदालत ने आज यूपी सरकार से कहा कि इस मामले में विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की जाए, जिसमें जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है, उनके नाम और पीड़ित कौन हैं उनके नाम भी शामिल होने चाहिए। इसके अलावा अब तक क्या कदम उठाया गया है और जांच की स्थिति क्या है, यह सब कुछ रिपोर्ट में बताया जाए। याद रहे पहले यह रिपोर्ट्स आई थीं कि सर्वोच्च अदालत ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है, हालांकि, आज की सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि हमने रजिस्ट्री से कहा था कि वकीलों के पत्र को पीआईएल के तौर पर ट्रीट किया जाए। पत्र लिखने वाले वकीलों को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई में जोड़ने का निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि दो वकीलों शिवकुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा ने लखीमपुर मुद्दे पर पत्र लिखा था, वो भी अपना पक्ष रखें। आज यूपी सरकार कि ओर से वकील गरिमा प्रसाद पेश हुईं।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-supreme-court-allows-transfer-of-judges-hearing-cases-against-mps-and-mlas-22203313.html,सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी,"नई दिल्ली, पीटीआइ। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को बांबे, इलाहाबाद और पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट को मौजूदा और पूर्व सांसदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों की सुनवाई कर रहे जजों को ट्रांसफर करने की अनुमति दे दी। कोर्ट ने उनके संबंधित राज्यों की अन्य अदालतों में 'प्रशासनिक आवश्यकताओं' के आधार पर ट्रांसफर करने की अनुमति दी है। साथ ही जल्दी से इनके उपयुक्त विकल्प खोजने के लिए कहा, ताकि इन मामलों की सुनवाई में देरी न हो। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने जघन्य अपराधों के मामले दोषी सांसदों पर चुनाव लड़ने पर आजीवन प्रतिबंध लगाने और उनके खिलाफ मामलों का जल्द से जल्द निपटारा करने की मांग करने वाली 2016 की जनहित याचिका पर सुनवाई की। इससे पहले सुनवाई में पीठ ने सभी उच्च न्यायालयों को निर्देश दिया था कि बिना पूर्व अनुमति के विशेष जजों का स्थानांतरण न किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने 10 अगस्त को अपने आदेश में कहा था कि लंबित मामलों के शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करने के लिए यह आवश्यक है कि वह सांसदों या विधायकों के खिलाफ अभियोजन शामिल विशेष या सीबीआइ कोर्ट की अध्यक्षता करने वाले अधिकारियों को अगले आदेश तक अपने वर्तमान पदों पर बने रहने के लिए आदेश दे। न्यायिक अधिकारियों के स्थानांतरण को छोड़कर यह निर्देश उनकी सेवानिवृत्ति या मृत्यु पर लागू नहीं होगा। यदि कोई और आवश्यकता या आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो हाई कोर्ट के रजिस्टर जनरल हमारे समक्ष अधिकारी को बनाए रखने या कार्यमुक्त करने के लिए आवेदन करने के लिए स्वतंत्र हैं। बांबे, इलाहाबाद, पंजाब और हरियाणा के हाई कोर्ट की याचिकाएं इसके बाद बांबे, इलाहाबाद, पंजाब और हरियाणा के हाई कोर्ट के रजिस्टर जनरल ने याचिका दायर की थी। इसमें उन्होंने कुछ विशेष जजों को उनके क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र के तहत कुछ अन्य अदालतों में स्थानांतरित करने के लिए शीर्ष अदालत की अनुमति की मांगी थी। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-sc-terms-up-officers-arrogant-paves-way-for-arrest-of-two-including-finance-secretary-22202481.html,"सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के दो शीर्ष अफसरों को बताया बहुत अहंकारी, वित्त सचिव समेत दो पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार","नई दिल्ली, प्रेट्र। उत्तर प्रदेश के दो अधिकारियों को बहुत अहंकारी करार देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानती वारंट में कोई राहत देने से इन्कार कर दिया। साथ ही राहत के लिए दायर उत्तर प्रदेश की याचिका खारिज कर दी। एक संग्रह अमीन के नियमितीकरण और उसके बकाए के भुगतान से संबंधित आदेश का पालन न होने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) और वित्त सचिव के खिलाफ जमानती वारंट जारी कर दिया है। इस वारंट को रद कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट आई थी। अब दोनों अधिकारियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें एक नवंबर की सुनवाई में हाईकोर्ट ने कहा था कि अधिकारी कोर्ट को प्लेग्राउंड मानकर आचरण कर रहे हैं। वे एक व्यक्ति के वेतन पाने के अधिकार का हनन कर रहे हैं। उसका बकाया भी नहीं चुकाया जा रहा है। उसकी सेवा को नियमित भी नहीं किया जा रहा। इस मसले में प्रतिवादी अधिकारी हाईकोर्ट को लगातार गुमराह कर रहे हैं। वे अतिरिक्त महाधिवक्ता द्वारा कोर्ट को दिए बकाए के भुगतान संबंधी वचन का भी पालन नहीं कर रहे। यह प्रतिवादी अधिकारियों का पीड़ा देने वाला निंदनीय आचरण है। इसलिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) और वित्त सचिव के खिलाफ जमानती वारंट जारी करने का उचित कारण बनता है। हाईकोर्ट के भुगतान संबंधी पहले आदेश के समय संजय कुमार प्रयागराज के जिलाधिकारी थे, जो अब वित्त सचिव हैं। इसलिए कोर्ट ने दोनों उच्च अधिकारियों के खिलाफ वारंट जारी किए हैं। दोनों अधिकारियों को 15 नवंबर को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। इस आदेश के चलते ही दोनों अधिकारियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। हाईकोर्ट ने यह वारंट संग्रह अमीन भुवनेश्वर प्रसाद तिवारी के मामले में जारी किया है। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें गिरफ्तारी के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। लेकिन वहां पर मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने और कठोर टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा, आप इसी लायक हो। आपके खिलाफ इससे भी ज्यादा कुछ होना चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश अधिवक्ता से मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'आप इस मामले में क्या बहस कर रहे हैं? हाईकोर्ट को मामले में गिरफ्तारी का आदेश देना ही चाहिए। हाईकोर्ट आपके साथ काफी सौम्य रहा। हमारे विचार से आपको और ज्यादा गंभीर सजा मिलनी चाहिए थी। आप अपना आचरण देखिए, आप एक कर्मचारी को उसके बकाया धन से वंचित कर रहे हैं। आपने हाईकोर्ट के आदेशों के पालन के लिए कुछ नहीं किया। बावजूद इसके हाईकोर्ट आपके प्रति बहुत दयालु रहा..आपके मन में न्यायालय के लिए कोई सम्मान नहीं है। यह अतिरिक्त मुख्य सचिव बहुत अहंकारी लगते हैं।' मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली भी शामिल थीं। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त महाधिवक्ता ऐश्वर्या भाटी ने मामले में सफाई देनी चाही लेकिन पीठ ने उनकी बात को ज्यादा तवज्जो नहीं दी। कहा, आप यह सब हाईकोर्ट में कहना, जहां अधिकारी गिरफ्तार करके पेश किए जाएंगे। इस वाक्य के साथ शीर्ष न्यायालय की पीठ ने याचिका खारिज कर दी। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amravati-violence-has-been-imposed-in-view-of-protests-against-tripura-violence-22202157.html,"महाराष्ट्र के अमरावती में लगातार दूसरे दिन हिंसा, चार दिन तक कर्फ्यू, इंटरनेट सेवाएं बंद, 20 गिरफ्तार","अमरावती, एजेंसियां। महाराष्ट्र के अमरावती शहर में लगातार दूसरे दिन हिंसा के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं और चार दिन का कर्फ्यू लगा दिया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस जानकारी दी है। त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक दंगों के विरोध में महाराष्ट्र के कई शहरों में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों ने बंद बुलाया था। इस दौरान अमरावती, नांदेड और मालेगांव में हिंसा हुई। इसके विरोध में दूसरे पक्ष ने शनिवार को शहर में बंद बुलाया। पुलिस के अनुसार इस दौरान भीड़ ने दुकानों पर पथराव किया। ऐसे में एहतियातन इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदियां और कर्फ्यू लगाया गया है। शहर की पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने कहा कि हिंसा को बढ़ावा देने वाली अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए शहर में इंटरनेट सेवाएं तीन दिनों तक बंद रहेंगी। उन्होंने कहा कि दिन में लगाया गया कर्फ्यू चार दिनों तक लागू रहेगा। शनिवार की सुबह मुंबई से लगभग 670 किलोमीटर दूर स्थित पूर्वी महाराष्ट्र शहर के राजकमल चौक इलाके में सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए सड़कों पर निकल आए। भीड़ के कुछ सदस्यों ने राजकमल चौक और अन्य जगहों पर दुकानों पर पथराव किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। महाराष्‍ट्र तक पहुंची त्रिपुरा हिंसा की आंच, तीन शहरों में शरारती तत्‍वों की तोड़फोड़, पुलिस पर पथराव, माहौल बिगाड़ने की कोशिश यह भी पढ़ें शुक्रवार और शनिवार को पथराव की घटनाओं के बाद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 (1), (2), (3) के तहत अमरावती में कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी किए। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर लोगों को घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। आदेश के अनुसार पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने की अनुमति नहीं है। 20 लोग गिरफ्तार क्रूज ड्रग्स मामले में आर्यन खान का बयान दर्ज, मामले में कहांं तक पहुंची जांच एनसीबी के उप महानिदेशक ने बताया यह भी पढ़ें पुलिस ने शुक्रवार की घटनाओं के संबंध में अब तक दंगा सहित विभिन्न आरोपों में 20 प्राथमिकी दर्ज कर 20 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार अन्य को हिरासत में लिया है। अमरावती में त्रिपुरा में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपने के लिए शुक्रवार को 8,000 से अधिक लोग जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर जमा हुए थे। ज्ञापन सौंपकर जब लोग निकल रहे थे तो कोतवाली थाना क्षेत्र के चित्रा चौक और काटन मार्केट बाजार के बीच तीन जगहों पर पथराव हुआ। महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की कोशिश- राउत इस बीच विपक्षी भाजपा पर परोक्ष हमला करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि अमरावती और अन्य स्थानों पर हिंसा का उद्देश्य महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करना था। औरंगाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा कि राज्य सरकार दृढ़ है और हिंसा के अपराधियों के असली चेहरे जल्द ही सामने आ जाएंगे। राजनीतिक दलों को भड़काऊ बयान नहीं देना चाहिए- फडणवीस विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि त्रिपुरा में 'कभी नहीं हुई' एक घटना फऱ राज्य में रैलियां आयोजित करना गलत था। उन्होंने लोगों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने संवाददातओं से कहा, 'त्रिपुरा सरकार और स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के किसी भी धार्मिक स्थल को नहीं जलाया गया। उन्होंने इसकी तस्वीरें भी जारी की हैं। मैं दोनों समुदायों से संयम बरतने की अपील करता हूं।' भाजपा के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि राज्य सरकार में राजनीतिक दलों को भड़काऊ बयान नहीं देना चाहिए। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-not-only-hindus-the-fire-of-bigotry-will-scorch-every-woman-in-bangladesh-says-writer-taslima-nasreen-jagran-special-22202339.html,"हिंदुओं को ही नहीं, कट्टरता की 'आग' बांग्लादेश को भी झुलसाकर तालिबान बना देगी- तसलीमा नसरीन","रुमनी घोष, नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों पर हमले कर और उनके घर जलाकर जो माहौल बनाया जा रहा है, वह सिर्फ हिंदू या गैर मुस्लिम समुदाय में ही डर पैदा नहीं कर रहा है, बल्कि देश की हर महिला (हिंदू-मुस्लिम) को आशंकित कर रहा है। धीरे-धीरे कट्टरता की यह आग उन्हें झुलसा देगी...और इसकी शुरुआत हो चुकी है। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यदि इसे नहीं रोका गया तो बांग्लादेश को तालिबान बनते देर नहीं लगेगी। अपनी किताब लज्जा के जरिये बांग्लादेश में महिलाओं पर हुए अत्याचारों को दुनिया के सामने लाने वाली लेखिका तसलीमा नसरीन इस पूरे घटनाक्रम को बांग्लादेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण मानती हैं। इस कट्टरता की वजह से ही ह 27 साल से बांग्लादेश से निर्वासित जीवन जी रही हैं। मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें वह कहती हैं कि बांग्लादेश का जन्म बांग्ला भाषा और संस्कृति को बचाने के लिए हुआ था। वह उद्देश्य असफल होता नजर आ रहा है। इन घटनाओं के लिए कहीं न कहीं बांग्लादेश की सभी सरकारें ही जिम्मेदार हैं। चूंकि हर सरकार ने धर्म को हथियार बनाकर सत्ता तक पहुंचने का रास्ता चुना। कट्टरपंथी ताकतें सरकारों की इसी मजबूरी का फायदा उठाती आ रही हैं। यही वजह है कि जब बांग्लादेश के विकास के लिए अभियांत्रिकी, मेडिकल और प्रबंधन कालेज की जरूरत है, तब हां बड़ी संख्या में मदरसे खुलते जा रहे हैं। जेहाद के नाम पर युवा पीढ़ी को धर्मांधता की ओर धकेला जा रहा है। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें ...और इसका असर दिखने लगा है। ढाका विद्यालय संभवत: विश्व का एकमात्र ऐसा विवि होगा, जहां से किसी देश की संस्कृति व अस्तित्व को बचाने के लिए युद्ध का शंखनाद हुआ। आज वहां महिलाएं हिजाब में नजर आ रही हैं। वह कहती हैं कि हिजाब पहनना गलत नहीं है, लेकिन इसके लिए मजबूर करना गलत है। हमले हिंदू समुदाय पर हो रहे हैं और धीरे-धीरे इसका असर वहां की महिलाओं (हिंदू--मुस्लिम) पर होना शुरू हो गया है। इसे अभी नहीं रोका गया तो अन्य कत्र्रपंथी देश की तरह बांग्लादेश की महिलाओं को भी वापस पर्दे में धकेल दिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जजों के ट्रांसफर की अनुमति दी यह भी पढ़ें धर्मनिरपेक्षता के पक्षधर आमीर उल इस्लाम। सौ. स्वयं हमारे देश की छवि धूमिल हो रही: बांग्लादेश में इस तरह की हमलों की घटनाएं चिंताजनक है। छोटी-छोटी घटनाएं बड़ा रूप ले रही हैं। बांग्लादेश का बड़ा प्रगतिशील मुस्लिम वर्ग इसके खिलाफ है। वे इसकी लगातार निंदा कर रहे हैं और इसके खिलाफ आवाज भी उठा रहे हैं। यह कहना है बांग्लादेश के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति के सदस्य व भारत-बांग्ला मैत्री समिति के सभापति बैरिस्टर आमीर उल इस्लाम का। उन्होंने बांग्लादेश की आजादी के घोषणा पत्र (1971) का मसौदा भी तैयार किया था। पेशे से वकील आमीर उल इस्लाम का मानना है कि सरकार को कमजोर करने के लिए कुछ कट्टरपंथी ताकतें बांग्लादेश में इस तरह के हालात पैदा कर रही हैं। मुक्ति संग्राम के बाद जब बांग्लादेश का संविधान बना तो हमने धर्म निरपेक्षता को अपनाया। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के दो शीर्ष अफसरों को बताया बहुत अहंकारी, वित्त सचिव समेत दो पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार यह भी पढ़ें हमारा संविधान बहुत हद तक भारत के संविधान से प्रेरित है। बांग्लादेश का संविधान इस देश के हर नागरिक (मुस्लिम, हिंदू, बौद्ध, ईसाई या अन्य किसी भी धर्म के अनुयायी) को बराबरी का अधिकार देता है। उनके संवैधानिक अधिकार व कर्तव्य बराबर हैं। धर्म या जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है। बांग्लादेश के संविधान में शिक्षा को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है। यही वजह है कि इस देश में किसी भी शिक्षण संस्थान में किसी भी धर्म या जाति के व्यक्ति को प्रवेश की पात्रता है। उसे धर्म के आधार पर रोका नहीं जा सकता है। यह स्वाधीनता बहुत कम देशों में है। इन घटनाओं का असर सिर्फ हिंदुओं पर ही नहीं हो रहा है, बल्कि बांग्लादेश की छवि भी धूमिल हो रही है। अविभाजित हो या विभाजित, बांग्लादेश की माटी में धर्म से बड़ी साहित्य, संस्कृति और प्रगतिशील सोच रही है। कम दूरी के विमानों में बहाल हो सकती है खाना देने की सुविधा, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें पद्मश्री से सम्मानित काजी मासूम अख्तर। सौ. स्वयं विदेशी ताकतों की साजिश है: बांग्लादेश में जो घटनाएं घट रही हैं, वे भारत-बांग्लादेश के रिश्तों को कमजोर करने के लिए कराई जा रही है। पाकिस्तान व अन्य विदेशी ताकतें कत्र्रपंथी सोच को बढ़ावा देकर नई पीढ़ी को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं। धीरे-धीरे ये घटनाएं बांग्लादेश का डीएनए बदल देंगी। यह कहना है हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित हुए शिक्षक काजी मासूम अख्तर का। वह तब चर्चा में आए, जब उन्होंने बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित 99.99 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले मेटिया बुर्ज के सरकारी मदरसे में जन-गण-मन का वाचन लागू करवाया। बच्चियों के लिए वोकेशनल गीत संगीत, नाटक का मंचन शुरू करवाया था। बाल विवाह बंद कराया। दो साल में मदरसे का कायाकल्प किया था। महाराष्ट्र के अमरावती में लगातार दूसरे दिन हिंसा, चार दिन तक कर्फ्यू, इंटरनेट सेवाएं बंद, 20 गिरफ्तार यह भी पढ़ें हालांकि उसके बाद उन पर जानलेा हमला हुआ, धमकियां मिलीं, बावजूद इसके अपने सिद्धांतों पर डटे रहे। वह कहते हैं कि बांग्लादेश में धार्मिक शिक्षा के नाम पर छात्रों को गुमराह किया जा रहा है। इसे बंद किया जाना चाहिए। किसी भी देश के लिए उसका संविधान किसी भी धर्म से बड़ा होता है और बांग्लादेश का संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है। बांग्लादेश में जो भी क्रूर समूह इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं या फिर समर्थन कर रहे हैं, उन्हें सोचना चाहिए कि विभाजन के दौरान हर हिंदू के पास बांग्लादेश छोड़ने का अवसर था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने अपने देश को नहीं छोड़ा। उसे बचाने के लिए पाकिस्तान से युद्ध किया। हिंदू-मुस्लिम के दायरे से परे वे सब लोग सही मायने में बांग्लादेश के नागरिक हैं। क्या उनके बगैर बांग्लादेश अपनी पहचान बचा पाएगा? हमलों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठनी चाहिए। (समाप्त) Edited By: Sanjay Pokhriyal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-sc-suggests-centre-for-two-days-lockdown-in-delhi-to-tackle-pollution-22202046.html,"दिल्‍ली में प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्‍त, पूछा अब तक क्‍या कदम उठाए, दिया दो दिन लाकडाउन लगाने का सुझाव","नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। आज प्रदूषण पर सुनवाई दौरान सीजेआई ने कहा कि सरकार दो दिनों के लिए लाकडाउन पर विचार करें। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के अलावा दिल्ली में इंडस्ट्रीज, पटाखें और डस्ट प्रदूषण की प्रमुख वजह है। दो दिनों का लाकडाउन भी उपाय हो सकता है। कोर्ट ने केंद्र को निर्देश दिया है कि वायु प्रदूषण की वजह से बने आपातकालीन हालात से निपटने के लिए क्या फैसले लिए गए हैं, इसके बारे में सोमवार को जानकारी दें। मणिपुर में असम रायफल के काफि‍ले पर हमला, पांच जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, गृह मंत्री अमित शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान यह भी पढ़ें सुनवाई के दौरान सीजेआई ने कहा कि राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की हालत बदतर होती जा रही है जिसके चलते लोग घरों में मास्क पहनने को मजबूर हो रहे हैं। इससे निपटने के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं? इस पर सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि पराली जलाने के चलते दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ा है। इसे रोकने के लिए राज्यों को कुछ कड़े कदम उठाने होंगे। किसानों पर जुर्माना लगाना होगा। इस पर सीजेआई ने कहा कि आप यह कहना चाहते हैं कि प्रदूषण के लिए किसान जिम्मेदार हैं, लेकिन इसे नियंत्रित के लिए कोई उपाय नहीं है। इसके लिए कोई योजना है? दो दिनों के लिए लाकडाउन भी उपाय हो सकता है।' मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को करेगी दूर, 19 राज्यों के लिए करोड़ों का अनुदान हुआ जारी यह भी पढ़ें इसके साथ कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि प्रदूषण से निपटने के लिए आप आज ही बैठक करें और तत्काल आपातकालीन कदम उठाएं। इस पर सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि आज बैठक होगी। सीजेआई ने कहा ने आगे कि न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदूषण की मुख्य वजह पराली जलाना है तो पंजाब और हरियाणा सरकार से यह क्यों नहीं कहा जा रहा कि इस पर दो-तीन दिन में पूरी तरह लगाम लगे। कोर्ट ने प्रदूषण पर चिंता जताते हुए सख्‍त रुख अपनाया है। कोर्ट ने दिल्‍ली सरकार को भी कहा है कि ये केंद्र का मामला नहीं है बल्कि ये आपके अंतर्गत आता है। आपने इसके लिए क्‍या कदम उठाए हैं। अब इस मामले में कोर्ट 15 नवंबर को सुनवाई करेगा। उस दिन केंद्र को जवाब देना होगा कि इस संबंध में उसने क्‍या कदम उठाए। Edited By: Pooja Singh",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-says-india-was-partially-a-muslim-nation-in-congress-rule-7171393/,"भाजपा का कांग्रेस पर हमला, कहा- कांग्रेस सरकार में भारत मुस्लिम राष्ट्र था, मोदी राज में हुआ धर्मनिरपेक्ष","नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब को लेकर शुरू हुए विवाद को लेकर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है। अब भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाया है। भाजपा नेता ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो भारत आंशिक रूप से एक मुस्लिम राष्ट्र था। उस दौरान शरिया प्रावधान कानूनी व्यवस्था का हिस्सा थे। देश में मोदी सरकार आने के बाद भारत धर्मनिरपेक्ष देश हुआ है। माहौल खराब कर रही कांग्रेस भाजपा नेता का कहना है कि कांग्रेस नेता मौजूदा समय में भी लोगों को भ्रमित कर माहौल खराब कर रहे हैं। कांग्रेस ने त्रिपुरा में मस्जिदों को निशाना बनाने की झूठी खबरें फलाईं, जिसके चलते अब महाराष्ट्र भी जलने लगा है। इसके साथ ही पार्टी सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार अभियान चला रही है। सुधांशु त्रिवेगी ने कहा कि हिंदुत्व पर हमला करने वाले कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियां हिंदू धर्म के खिलाफ एक बड़ी साजिश का हिस्सा हैं। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही कांग्रेस मुझे सोचकर हैरानी होती है कि विपक्षी नेता महाराष्ट्र में कांग्रेस, पार्टी कार्यकर्ताओं को हिंदुत्व को बदनाम करने और सांप्रदायिक कलह और हिंसा भड़काने के लिए एक संगठित अभियान चलाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। यही नहीं एक प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने हिंदू धर्म और हिंदुत्व के बीच अंतर करने की मांग की थी। यह भी पढ़ें: दिल्ली में एक सप्ताह के लिए स्कूल बंद, सरकारी अधिकारी करेंगे वर्क फ्रॉम होम गौरतलब है कि अभी हाल ही में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में आरएसएस-भाजपा की विचारधारा से जुड़े हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी इस्लामी संगठनों के कर दी थी। इसके बाद भाजपा कांग्रेस पर अक्रामक है, विहिप ने सलमान खुर्शीद को जुबान काटने की धमकी दे दी है। वहीं बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/jammu-kashmir-former-cm-mehbooba-mufti-target-bjp-rss-on-hindutva-issue-7170859/,"Jammu Kashmir: बीजेपी-आरएसएस पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती, कहा- हिंदुत्व को किया हाईजैक","नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ( Mehbooba Mufti ) ने भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) और आरएसएस ( RSS )पर तीखा हमला बोला। मुफ्ती ने बीजेपी पर हिंदुत्व और हिंदू धर्म को हाइजैक करने का आरोप लगाया। पीडीपी नेता ने कहा कि, मजहब के नाम पर लोगों को लड़ाने वाले, उनका कत्ल करने वाले सांप्रदायिक संगठनों की तुलना आईएसआईएस जैसे किसी भी संगठन से कर सकते हैं। देश में मौजूदा वक्त में हिंदुत्व और हिंदू धर्म को लेकर लगातार मामला गरमाया हुआ है। जम्मू स्थित पीडीपी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान महबूबा मुफ्ती से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की ओर से आरएसएस की तुलना ISIS और बोको हरम जैसे आतंकी संगठनों से किए जाने के सवाल पर कहा, 'हां, हम सांप्रदायिक पार्टियों की तुलना ISIS से कर सकते हैं, क्योंकि वे सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं, लिंचिंग करते हैं क्योंकि वे धर्म के नाम पर लोगों को मारते हैं।' जम्मू में पीडीपी कार्यालय में महबूबा मुफ्ती ने मीडिया से बात में कहा कि, यह हिंदुत्व के बारे में नहीं है, असली सनातन धर्म हमें सांप्रदायिकता नहीं सिखाता है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व बीजेपी और आरएसएस है, यह सही नहीं है। बीजेपी और आरएसएस ने हिंदुत्व को हाईजैक कर लिया है। बीजेपी और आरएसएस जो हमें पढ़ाना चाहते हैं वो हिंदुत्व नहीं है। बता दें कि हाल में महबूबा मुफ्ती ने खुद को नजरबंद किए जाने की बात कही थी। मुफ्ती ने कहा कि एक बार फिर उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। वहीं शनिवार को जम्मू में पार्टी ऑफिस में पीडीपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और मौजूदा राजनीतिक हालात पर विचार-विमर्श भी किया।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/kangana-ranaut-comment-on-freedom-complaint-filed-against-actress-in-many-cities-bjp-also-critisised-7170560/,"कंगना रनौत के बयान के खिलाफ देश भर में बवाल, कई राज्यों में केस दर्ज, BJP नेता ने भी की आलोचना","नई दिल्ली। कंगना रणौत ( Kangana Ranaut ) के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। देश की आजादी का साल 2014 बताकर कंगना विवादों में घिर गई हैं। सोशल मीडिया पर फैंस उनसे पद्मश्री वापस लेने की मांग कर रहे हैं। वहीं राजनीतिक दलों ने कंगना के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। यही नहीं बीजेपी भी कंगना के इस बयान को गलत बता रही है। महाराष्ट्र के भाजपा प्रमुख ( BJP ) चंद्रकांत पाटिल ( Chandrakant Patil ) ने कंगना के बयान को पूरी तरह से गलत करार दिया है। बता दें कि कंगाना रनौत ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भारत को असल मायने में आजादी 2014 में मिली। उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के केंद्र में सरकार बनाने से था। यह भी पढ़ेंः नवाब मलिक का कंगना रनौत पर तंज, बोले- ले ली ड्रग की ओवरडोज, स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर वापस लें 'पद्म श्री' कंगना रनौत के भीख में आजादी वाले बयान ने तूल पकड़ लिया है। देशभर में इस बयान का ना सिर्फ विरोध हो रहा है बल्कि कंगना के पद्मश्री पुरस्कार को भी वापस लेने की मांग की जा रही है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी कंगना रनौत के बयान की कड़ी आलोचना की है। महाराष्ट्र बीजेपी चीफ चंद्रकांत पाटिल ने कहा है, किसी को भी आजादी की लड़ाई या फिर स्वतंत्रता सेनानियों पर नकारात्मक टिप्पणी करने का हक नहीं है। ऐसा करना सरासरगलत है। उन्होंने कहा कि आप प्रधानमंत्री के कामों की तारीफ कर सकते हैं, लेकिन स्वतंत्रता आंदोलन की आलोचना नहीं। इससे पहले महात्मा गांधी के पड़पौत्र तुषार गांधी ने अभिनेत्री को नफरत का एक एजेंट बताते हुए ट्वीट किया, 'पद्मश्री कंगना रणौत नफरत, असहिष्णुता की एजेंट है। यह हैरानी की बात नहीं है कि उन्हें लगता है कि भारत को आजादी 2014 में मिली। घृणा, असहिष्णुता, दिखावटी देशभक्ति और दमन को भारत में 2014 में आजादी मिली। यहां पर दर्ज हुई कंगना के खिलाफ शिकायत उत्तराखंड के हरिद्वार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कंगना के खिलाफ दो जगहों पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। रुड़की और ज्वालापुर में दर्ज शिकायतों में कंगना के ऊपर स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों का अपमान करने का आरोप लगा है। वहीं महिला कांग्रेस की ओर से राजस्थान के चार शहरों जोधपुर, जयपुर, उदयपुर और चूरू में फिल्म अभिनेत्री के खिलाफ इसी मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। इसके अलावा आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुंबई पुलिस को शिकायत की एक अर्जी देते हुए अभिनेत्री के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। जबकि मध्य प्रदेश के इंदौर में स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों ने कंगना का पुतला फूंका और प्रदर्शन किया। एनसीपी और शिवसेना ने की पद्मश्री वापस लेने की मांग कंगान के बयान को लेकर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी कड़ा विरोध जताया था। शुक्रवार को उन्होंने कंगना के पद्मश्री वापस लेने की मांग की। वहीं शिवसेना ने कहा है कि कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। ट्रेंड कर रहा #KanganaRanautDeshdrohi कंगना के बयान का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। ट्विटर पर #KanganaRanautDeshdrohi ट्रेंड कर रहा है। कई लोगों ने कंगना के बयान को लेकर अपने-अपने अंदाज में आलोचना की है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/up-assembly-elections-2022-congress-serving-issues-to-bjp-7169192/,"कांग्रेस परोस रही मुद्दे, सलमान खुर्शीद के 'बुक बम' के बाद राशिद अल्वी के 'राक्षसी' बयान पर बवाल","देश की राजनीति में हिंदू-मुस्लिम एक ऐसा मुद्दा है जिसका कांग्रेस के लिए भाजपा से मुकाबला करना लगभग नामुमकिन सा हो गया है। एक बार फिर ये पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले हिंदू-मुस्लिम मुद्दे में उलझती नजर आ रही है। अभी सलमान खुर्शीद के विवादित किताब को लेकर विवाद थमा भी नहीं था कि राशिद अल्वी ने हिंदू-मुस्लिम मसले में अपने बयान से आग में घी डालने का काम किया है। इससे भाजपा को कांग्रेस को घेरने और हिंदुओं को लुभाने के उसके प्रयासों को शून्य करने का अवसर मिल गया है। वहीं, कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल के लिए गुलाम नबी आजाद को भी मैदान में उतार दिया है। खुर्शीद की किताब और फिर राशिद अल्वी का विवादित बयान, इन दोनों ने ही यूपी के चुनावी मुद्दों को धार्मिक मुद्दों की ओर मोड़ दिया है। राशिद अल्वी का बयान और भाजपा का हमला दरअसल, उत्तर प्रदेश के संभल के ऐचोड़ा कम्बोह में पांच दिवसीय कल्कि महोत्सव चल रहा है जिसमें कांग्रेस नेता राशिद अल्वी भी पहुंचे थे। इस महोत्सव में राशिद अल्वी ने जय श्रीराम का नारा लगाने वालों की तुलना रामायण के कालनेमी राक्षस से कर दी, जिसके बाद एक बार फिर से कांग्रेस हिन्दू विरोध के मुद्दे पर चारों तरफ से घिर गई है। राशिद अल्वी ने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोग जय श्री राम का नारा लगाकर देश के लोगों को गुमराह करते हैं, ऐसे लोगों से होशियार रहना चाहिए। आज जो जय श्री राम बोलते हैं, वे बिना नहाए बोलते हैं। आज भी बहुत लोग जय श्री राम का नारा लगाते हैं, वे सब मुनि नहीं हैं”। भाजपा ने तुरंत इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया। अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ""सलमान खुर्शीद के बाद अब कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी जय श्री राम कहने वालों को निशाचर (राक्षस) बता रहे हैं। राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में कितना जहर घुला हुआ है।"" इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी को कई लोगों ने आड़े हाथों लिया। Dear Hindus, Next time when you think of voting for Congress, remember what Hinduphobic @INCIndia leader Rashid Alvi said, 'People who chant ""Jai Shri Ram"" are Not Saints But Demons...'#rashidalvi #Hindutva #JaiShriRam pic.twitter.com/6ruQC9XyR6 — श्रद्धा | Shraddha 🇮🇳 (@immortalsoulin) November 12, 2021 चारों तरफ से खुद को घिरता देख राशिद अल्वी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि ‘कार्यक्रम स्थल पर कई संत मौजूद थे, जिन्होंने मेरे भाषण का स्वागत किया। मैंने ये नहीं कहा कि जय श्री राम कहने वाले 'राक्षस' हैं। मैंने कहा कि जो लोग जय श्री राम कहते हैं वो मुनि नहीं हैं। राम आस्था की बात है और राजनीतिकरण से ऊपर है। मैंने कहा है कि भारत में राम राज्य होना चाहिए जहां नफरत न हो।' कांग्रेस का डैमेज कंट्रोल इससे पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब 'Sunrize Over Ayodhya: Nationhood in Our Times' का विमोचन कर कांग्रेस के लिए एक नया विवाद खड़ा कर दिया था। इस किताब में उन्होंने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को तो सही ठहराया, परंतु हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की थी। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने डैमेज कंट्रोल के लिए गुलाम नबी आजाद को मैदान में उतार दिया जिन्होंने हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से करने को गलत ठहराया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हम एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में हिंदुत्व से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन ISIS और जिहादी इस्लाम के साथ इसकी तुलना करना तथ्यात्मक रूप से गलत है। प्रियंका गांधी की मेहनत पर फिरा पानी इस बयान से भी कांग्रेस पार्टी को कोई बड़ा फायदा होते नहीं दिखाई दे रहा, वो भी तब जब सलमान खुर्शीद यूपी चुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ काम कर रहे हैं और मैनिफेस्टो कमेटी के प्रभारी भी हैं, ऐसे में भाजपा के लिए कांग्रेस को घेरना और आसान हो गया है। सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी से जुड़े विवाद तब सामने आ रहे हैं जब मुस्लिम समर्थक पार्टी की छवि बदलने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मंदिर और मठों के चक्कर काट रहे हैं। राहुल गांधी तो खुद को जनेऊधारी हिंदू तक साबित करने के प्रयास कर चुके हैं, जबकि हाथों में तुलसी की माला और माथे पर त्रिपुंड लगा कर प्रियंका गांधी वाड्रा बनारस में 'जय माता दी' के नारे के साथ रैली करती हुई नजर आ चुकी हैं। ऐसे में प्रिंयका गांधी के किये कराये पर पानी फिर सकता है। पार्टी के नेता ही बने पार्टी के लिए मुसीबत एक तरफ राहुल गांधी और प्रिंयका गांधी खुद को हिंदू साबित करने में लगे हैं, दूसरी तरफ सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी जैसे नेता भाजपा को पार्टी को घेरने का अवसर दे देते है। हालांकि, ये कोई पहली बार नहीं है जब कांग्रेस पार्टी को अपने ही नेताओं के विवादित बयान के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। खुद राहुल गांधी ने कहा था कि लोग लड़कियां छेड़ने के लिए मंदिर जाते हैं। इसके बाद कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व की विचारधारा पर कई सवाल उठे थे।। दिग्विजय सिंह द्वारा ‘हिन्दू आतंकवाद’ शब्द गढ़ना हो या शशि थरूर का ‘हिन्दू पाकिस्तान’ कहना हो, भाजपा ने हर बार कांग्रेस के हिन्दू कार्ड को उसके अतीत में किये गए हिन्दू विरोध को जनता के सामने रख पासा पलटा है। 2019 के लोकसभा चुनावों में भी हिन्दू-मुस्लिम का मुद्दा काफी अहम माना गया था तब भी कपिल सिब्बल का अयोध्या मामला टालने का अनुरोध देश की जनता को याद था। उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी पकड़ बनाने की कोशिशों में जुटी कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए अब उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है। हालांकि, प्रियंका गांधी वाड्रा ने जिन सात वचन के साथ यूपी में बदलाव की तस्वीर सामने रखी थी वो अब सलमान खुर्शीद और अल्वी जैसे नेताओं के कारण विफल होते नजर आ रहे हैं। ये चुनाव ही प्रियंका गांधी की छवि को एक मजबूत नेता के तौर पर चित्रित करने का काम करेगा। ऐसे में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कैसे स्थिति को संभालती हैं ये देखना दिलचस्प होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-hateful-ideology-of-rss-and-bjp-overshadowed-the-nationalistic-ideology-of-congress-7169071/,"राहुल गांधी ने BJP-RSS पर साधा निशाना, बोले- कांग्रेस की राष्ट्रवादी सोच पर भारी पड़ गई भाजपा की नफरत वाली विचारधारा","नई दिल्ली। कांग्रेस ( Congress ) के पूर्व अध्यक्ष और केरल से सांसद राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने वर्धा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ट्रेनिंग प्रोग्राम को वर्चुअली संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर बीजेपी पर तीखा हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा, आरएसएस और बीजेपी की घृणित विचारधारा कांग्रेस पार्टी की प्रेम वाली और राष्ट्रवादी विचारधारा पर भारी पड़ गई है। यही नहीं उन्होंने कहा कि देश में हिंदू धर्म और हिंदुत्सव दोनों में अंतर है। राहुल ने कहा, 2014 से पहले विचारधारा की लड़ाई केंद्रित नहीं थी. लेकिन आज के हिन्दुस्तान में विचारधारा की लड़ाई सबसे महत्वपूर्ण हो गई है। राहुल गांधी ने कहा, देश में दो विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस पार्टी की और एक RSS की। देश में बीजेपी और RSS ने नफरत फैला दी है और कांग्रेस कीजोड़ने और भाईचारे की विचारधारा पर भारी पड़ गई। राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में पार्टी नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर चल रहे विवाद को लेकर अपनी बात रखी। राहुल ने कहा, 'आखिर हिदू धर्म और हिंदुत्व में क्या अंतर है, क्या वे एक ही बातें हैं। अगर वे एक ही बात हैं, तो हम उनके लिए एक जैसा नाम क्यों नहीं इस्तेमाल करते? ये जाहिर तौर पर दो अलग-अलग चीजें हैं। क्या हिंदू धर्म किसी सिख या मुस्लिम को मारना है, लेकिन हिंदुत्व का यही काम है।' कांग्रेसी विचारधारा का प्रसार जरूरी कांग्रेस सांसद ने कहा, हमारी विचारधारा अभी भी जिंदा है, जीवंत है, लेकिन इसका प्रभाव कुछ कम हुआ है। राहुल ने पार्टी की विचारधारा आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि इसका प्रभाव कम इसीलिए हुआ है, क्योंकि हम इसका अपने ही लोगों के बीच ठीक से प्रसार नहीं कर पाए। सभी के लिए जरूरी ट्रेनिंग राहुल ने कहा, हमारी कांग्रेस का कोई भी व्यक्ति कितना भी सीनियर हो, कितना भी जूनियर हो, उसके लिए ट्रेनिंग अहम है। चरणबद्ध तरीक से प्रशिक्षण काफी अहम है और यह हमें पूरे देश में करनी है। अगर हमने अपनी विचारधारा को अपने संगठन में गहराई से उतार लिया, तो हम आगे बढ़ सकते हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/corruption-in-maharashtra-waqf-board-properties-is-not-new-7168926/,"नवाब मलिक के अधीन वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं, जानिए कैसे और कब","महाराष्ट्र में आर्यन से जुड़े ड्रग मामले से शुरू हुई राजनीति ने एक नया मोड़ ले लिया है जिसने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस बीच नवाब मलिक के अंतर्गत आने वाले वक्फ बोर्ड के 7 ठिकानों पर हुई छापेमारी को लेकर नवाब मलिक ने कहा है कि ये चैरिटी वाली संस्था पर छापा है और वो किसी से नहीं डरते। अब ये वक्फ बोर्ड का मामला आखिर है क्या ? और क्यों प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मारे गए छापे की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं? इसे समझने से पहले एक नजर वर्तमान मामले पर डाल लेते हैं. क्या है पूरा मामला ? दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) वक्फ बोर्ड घोटाले की जांच कर रहा है। वक्फ बोर्ड में धांधली की शिकायत मिलने के बाद गुरुवार को कुल सात जगहों पर ED ने छापेमारी की थी। बता दें कि महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड मंत्री नवाब मलिक के अधीन आता है, और अब नवाब मलिक ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। इस छापे को लेकर नवाब मलिक ने एक प्रेसवार्ता की और कहा ‘छापेमारी वक्फ बोर्ड के दफ्तरों पर नहीं हुई थी, बल्कि पुणे जिले का एक ट्रस्ट है, जिसका नाम तबुत इनाम बंदोबस्ती ट्रस्ट (Tabut Inam Endowment Trust) है, उसी के दफ्तरों पर हुई है। ये ट्रस्ट 19 मई 2009 को ये चैरिटी कमिश्नर के पास से वक्फ बोर्ड को ट्रांसफर हुआ था। वक्फ एक्ट 1995 को आघाडी सरकार बनने के बाद लागू किया गया था और जो भी संस्थाएँ चैरिटी कमिश्नर के पास रजिस्टर थी उन्हें डी रजिस्टर कर दिया था। मीडिया में खबरें चल रही हैं कि अब ईडी नवाब मलिक के घर तक पहुंच जाएगी। अगर ऐसा है तो मैं कहना चाहूंगा कि ईडी का स्वागत है।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “नवाब मालिक किसी से नहीं डरता न ED से न ही मौत से।” नवाब मलिक ने प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखते हुए बताया कि कैसे उनका मंत्रालय पहले से ही इसकी जांच कर रहा है, परंतु जिस तरह से ED जांच कर रही है उसकी टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सवाल ये कि वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार के मामले पहले से हैं तो फिर ED अचानक को जागी है ? वो भी तब जब नवाब मलिक लगातार बीजेपी पर हमले कर रहे हैं। वक्फ बोर्ड क्या है ? मुसलमानों की भलाई के लिए दी गई जमीन या संपत्ति को वक्फ कहते हैं और बोर्ड इसका हिसाब रखता है। इस बोर्ड के पास संपत्ति अधिग्रहण करने, उसे अपने पास रखने या हस्तांतरण करने का अधिकार होता है। ये बोर्ड न्यायिक व्यवस्था के दायरे में बनता है और हर राज्य के पास अपना वक्फ बोर्ड होता है जिसके अपने चेयरमैन होते हैं। वक्फ बोर्ड, वक्फ एक्ट 1995 मुताबिक काम करता है, या यूं कहें कि ये भी एक ट्रस्ट की तरह काम करता है बस अंतर इतना है कि ट्रस्ट का दायरा बड़ा होता है, जबकि वक्फ बोर्ड धार्मिक कार्यों तक सीमित है। ट्रस्ट को उसका बोर्ड चाहे तो भंग कर सकता है, परंतु वक्फ बोर्ड के साथ ऐसा नहीं है। घोटालों का पुराना रिकार्ड महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड की कुल संपत्ति 23,566 है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड के पास 37330 हेक्टेयर की जमीन है और एक हजार से अधिक संपत्ति पर वक्फ बोर्ड का अवैध कब्जा है। पहले यही संपत्ति महाराष्ट्र में लगभग 93,418 एकड़ वक्फ भूमि थी, परंतु महाराष्ट्र में वक्फ की अधिकतर जमीन या तो अवैध हस्तांतरण या अतिक्रमण के कारण खत्म हो गई। तहरिके अवकाफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शब्बीर अहमद अंसारी ने महाराष्ट्र स्टेट वक्फ बोर्ड को राज्य में हो रही वक्फ संपत्ति की बंदर बांट के संदर्भ में इसी वर्ष अक्टूबर माह में घोटालों की लिस्ट भी दी थी। वर्ष 2017 में आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने भी पूरे राज्य में वक्फ भूमि सौदे में कथित अनियमितताओं की जांच शुरू की थी। तब राज्य सीआईडी ने कहा था कि वो सरकार के आदेश के अनुसार सभी वक्फ भूमि सौदों की जांच कर रही है, परंतु कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। ऐसे ही एक और मामले में पुणे शहर पुलिस ने इम्तियाज शेख और चांद मुलानी समेत चार अन्य के खिलाफ इसी वर्ष मामला दर्ज किया था। इन आरोपियों ने वक्फ बोर्ड की जमीन को एक ट्रस्ट से संबंधित दिखाकर जिला प्रशासन से 7 करोड़ 76 लाख 98 हजार 250 रुपए का डीडी ली थी और ये पैसे अपने निजी खाते में जमा कराए थे। इसका उल्लेख नवाब मलिक ने अपनी प्रेस वार्ता में भी किया है। सस्ते किराए के नाम पर बड़ा गोरखधंधा बता दें कि वक्फ से जुड़े ट्रस्ट इस जमीन को किराए पर भी दे सकते हैं, परंतु इसमें भी गड़बड़झाले के आरोप लगते रहे हैं। उदाहरण के लिए, भुलेश्वर में एक संपत्ति इंडियन ऑयल को सालाना 2 लाख 55 लाख के किराए पर दी गई थी, जबकि इसी संपत्ति पर पहले केवल 2.5 हजार रुपये ही मिलते थे। इस मामले से सामने आया कि कैसे सस्ते किराए के नाम पर बड़ा गोरखधंधा चलाया जा रहा था। जरा सोचिए ऐसे कितेने मामले होंगे जिनके बारे में शायद अब तक पता नहीं चल पाया है। भूमि घोटाले की सरकारी जांच ठप ऐसे ही वर्ष 2017 में राज्य में 2,500 करोड़ रुपये का वक्फ भूमि घोटाला सबसे बड़ा वक्फ धोखाधड़ी के रूप में सामने आया था, जिसके खुलासे ने वर्ष 2017 में सभी चौंका दिया था। हालांकि, इस मामले की जांच पूरी नहीं हो सकी क्योंकि महाराष्ट्र प्रशासनिक न्यायाधिकरण (एमएटी) ने तब इस मामले की जांच पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इसके बाद अपने पद का दुरुपयोग करने के मामले में घिरी वक्फ़ बोर्ड की तत्कालीन सीईओ नसीम बानो पटेल को सस्पेंड कर दिया गया था। दरअसल,फरवरी 2016 में नासिक में 55 एकड़ की वक्फ संपत्ति को गैर-वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया था जिसको लेकर नसीम बानो पटेल के खिलाफ़ जांच बैठा दी गई और आखिर मे उन्हें राज्य सरकार ने दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद वर्ष 2017 ED ने अपनी जांच में पाया कि वक्फ प्रापर्टी बेचने के गोरखधंधे में कई बड़े लोग शामिल थे, जिनमें कथित तौर पर राज्य के पूर्व अल्पसंख्यक मंत्री और कांग्रेस नेता नसीम खान के अलावा मुंबई पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हिमांशु राय का भी नाम सामने आया था। उस समय नसीम खान ने इस मामले में न्यायिक जांच की मांग भी की थी। मामले तो कई सामने आए, परंतु जांच में देरी को लेकर वर्तमान सरकार पर सवाल उठते हैं कि उसने इस मामले की गंभीरता को क्यों नहीं समझा? और समझ तो जांच धीमी गति से क्यों की गई? 2,500 करोड़ रुपये का वक्फ भूमि घोटाला हुआ तो इसकी जांच अब तक पूरी क्यों नहीं कराई गई? यहाँ नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ED सवालों के घेरे में ये तो वो मामले हैं जो सामने आ सकें है, परंतु ऐसे न जाने कितने ही घोटालों के मामलों को दबा दिया गया तो कुछ पर रोक लगा दी गई।महाराष्ट्र मे वक्फ भूमि की संपत्ति में घोटालों की लिस्ट तो पहले से ही है, परंतु ED का इस तरह से ऐक्टिव होना सवाल तो खड़े करता ही है। वो भी तब जब महाराष्ट्र की राजनीति में नवाब मलिक बनाम महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की लड़ाई देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र में ड्रग्स केस पर शुरू हुई तकरार आरोप-प्रत्यारोप और जांच और मानहानि के नोटिस के धमाकों मे बदल गया। एक तरफ नवाब मलिक के दामाद समीर खान ने देवेंद्र फडणवीस को कानूनी नोटिस भेजा है, तो दूसरी तरफ अमृता फडणवीस ने नवाब मलिक को लीगल नोटिस भेज दिया है। अब ये और आगे बढ़ते हुए प्रदेश में चल रहे भ्राष्टाचार और धांधली की जांच पर आ गया है। आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/nawab-malik-says-centre-must-take-back-the-padma-shri-from-kangana-ranaut-and-arrest-her-7168842/,"नवाब मलिक का कंगना रनौत पर तंज, बोले- ले ली ड्रग की ओवरडोज, स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर वापस लें 'पद्म श्री'","नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मंत्री और NCP नेता नवाब मलिक ( Nawab Malik ) ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शुक्रवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कंगना रनौत पर तंज कसा है। एनसीपी नेता ने कहा है कि कंगना रनौत ने ओवर डोज ले ली है। इसलिए इस तरह के बेतुके बयान दे रही हैं। दरअसल मलिक कंगना के भारत को 2014 में आजादी मिलने वाले बयान पर निशाना साध रहे थे। उन्होंने कहा है कि कंगना ने हिमाचल में बनने वाली ड्रग मलाना क्रीम का एक डोज ज्यादा ले लिया है। इसलिए वो इस तरह की बहकी हुई बातें कर रही हैं। Mumbai | We strongly condemn actress Kangana Ranaut's statement (India got freedom in 2014). She insulted freedom fighters. Centre must take back the Padma Shri from Kangana & arrest her: Maharashtra Minister Nawab Malik pic.twitter.com/xTy2VPFohk — ANI (@ANI) November 12, 2021 कंगना रनौत ने पद्मश्री मिलने के बाद कहा था कि भारत को आजादी 2014 में मिली थी। उनके इस बयान के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। गांधी ने कहा था कि इस तरह का बयान को पागलपन या फिर देशद्रोह क्या कहूं? इस बीच कंगना रनौत के बयान की एनसपी नेता नवाब मलिक ने भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। मलिक ने केंद्र सरकार से मांग की है कि स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर कंगना रनौत को दिए गए पद्म श्री को वापस लिया जाए और उन्हें गिरफ्तार भी किया जाए। कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज कंगना के बयान के बाद 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य प्रीति शर्मा मेनन ने अभिनेत्री कंगना रणौत के खिलाफ मुंबई पुलिस से शिकायत कर मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मेनन ने कहा, 'कार्रवाई की उम्मीद है। कंगना पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए, 504, और 505 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।' कंगना ये कहा था कंगना रणौत ने कहा है कि, भारत को सही मायने में आजादी 2014 में मिली है। 1947 में भीख मिली थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/priyanka-gandhi-lobbying-for-sachin-pilot-here-is-the-reason-7167837/,"प्रियंका गांधी वाड्रा कर रही हैं सचिन पायलट की पैरवी, कारण यूपी से जुड़ा है","राजस्थान में अचानक से मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा तेज होना, सचिन पायलट का राहुल और प्रियंका से मिलना कोई संयोग नहीं है। यहाँ जिस तरह की राजनीतिक उठापटक देखने का मिल रही है उसे देखकर आप यही अंदाजा लगाएंगे कि ये सब 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए किया जा रहा है, परंतु ये सब उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए किया जा रहा है। राजस्थान की समस्या के सुलझने से सचिन पायलट को यूपी चुनावों के लिए तैयार करना आसान हो जायेगा। यही कारण है कि राजस्थान के मंत्रिमंडल विस्तार जल्दी करने और पायलट गुट के समर्थकों को कैबिनेट में शामिल करने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। सचिन पायलट के लिए कैसे फायदेमंद हैं ? विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में जातिय समीकरण की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट-गुर्जर काफी अहम माने जाते हैं और यहां भाजपा की पकड़ मजबूत मानी जाती है। एक तरफ जाट वर्ग भाजपा के हाथों से छिटक रहा है तो दूसरी तरफ गुर्जर भी भाजपा से नाराज हैं। ऐसे में कांग्रेस इस मौके को अवश्य ही भुनाना चाहेगी और प्रियंका गांधी इसे अंजाम देने में लगी हैं। प्रियंका गांधी कांग्रेस की महासचिव होने के साथ ही उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी हैं और राजस्थान की राजनीति में उनकी सक्रियता से साफ है कि वो सचिन पायलट को लेकर उत्तर प्रदेश के 2022 विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बना रही हैं। दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जाट-गुर्जर बहुल क्षेत्र माना जाता है। गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, सहारनपुर, मेरठ और बुलंदशहर में गुर्जरों का दबदबा है। गौतमबुद्धनगर के दादरी शहर को गुर्जरों की राजधानी तक कहा जाता है। जब जाट वर्ग के अमित चौधरी को दादरी शहर के चेयरमैन पद का प्रत्याशी बनाया गया था तब गुर्जर वर्ग ने भाजपा का काफी विरोध किया था जिसके बाद भजपा को अपना निर्णय बदलना पड़ा था। सिंधिया की जगह पायलट जैसा कि हमने बताया पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुर्जर मतदाता कई विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं, परंतु वर्तमान में कांग्रेस के पास यूपी में कोई बड़ा और प्रभावी गुर्जर चेहरा नहीं है, जिसके चलते प्रियंका गांधी सचिन पायलट को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय करना चाहती हैं। पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां से सक्रिय थे, परंतु वो अब भाजपा के साथ हैं। अब प्रियंका सिंधिया की जगह पायलट को देना चाहती हैं। सचिन पायलट न केवल एक मजबूत गुर्जर चेहरा हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर उनका जुड़ाव भी जो उन्हें उत्तर प्रदेश के चुनावों के लिए अहम बनाता है। कांग्रेस को मिली जीत में सचिन की भूमिका ये सचिन पायलट ही थे जिन्होंने राजस्थान में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। राजस्थान में सचिन पायलट गुर्जर समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं और ये उनका ही प्रभाव था कि कांग्रेस पार्टी की जीत में करीब 70 फीसदी वोटबैंक गुर्जर समुदाय से था। इसके साथ ही ये तक कहा जाता है कि सचिन पायलट ने ही जमीनी स्तर पर कांग्रेस को मजबूत कर राजस्थान में पार्टी को जीत दिलाई थी। सचिन पायलट ने अपना ध्यान राष्ट्रीय राजनीति से हटा कर राज्य की चुनौतियों पर फोकस किया था और जमीनी स्तर पर काम कर पार्टी की जीत सुनश्चित की थी। सचिन के लिए जब एकजुट हुए गुर्जर वर्ष 2004 में दौसा सीट हो या 2009 में अजमेर सीट हो, सचिन पायलट दोनों बार जीते और सांसद बने। इसके बाद टोंक सीट से दो बार विधानसभा चुनाव भी पायलट जीत चुके हैं। इसी से आप समझ सकते हैं कि किस तरह से सचिन पायलट आम जनता से जुड़े हैं। जब अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री बने और पायलट को दरकिनार करने का प्रयास किया तो गुर्जर पायलट के समर्थन में एकजुट हो गये थे। ऐसे में प्रियंका गाँधी का सचिन पायलट को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रीय करना पार्टी के लिए चुनावी समीकरण बदल सकता है। पायलट कांग्रेस के पक्ष में गुर्जर मतदाताओं को एकजुट कर सकते हैं। नोएडा, बिजनौर, गाजियाबाद, संभल, मेरठ, सहारनपुर, कैराना जिले की करीब दो दर्जन सीटों पर गुर्जर समुदाय का प्रभाव है। हाल ही में भाजपा ने भी इन्हें साधने के लिए दादरी के मिहिर भोज पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था परंतु ये दांव भाजपा पर तब भारी पड़ गया जब राजपूत समुदाय नाराज हो गया। चाहे 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव हो या 2017 के विधानसभा चुनाव भाजपा को गुर्जरों का भरपूर समर्थन मिला था, परन्तु इस बार किसान आंदोलन के कारण भाजपा के सामने सबसे बड़ी दुविधा ये है कि वह नाराज़ चल रहे जाट, गुर्जर और राजपूत वोटरों के बीच 'संतुलन' कैसे बनाए। ये स्थिति कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, और प्रियंका गांधी वाड्रा इस तथ्य को समझती हैं कि सचिन पायलट का प्रदेश में सक्रीय होना पार्टी के लिए सकरात्मक साबित होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/ashok-gehlot-sachin-pilot-cold-war-may-end-after-cabinet-reshuffle-7167259/,क्या राजस्थान में कैबिनेट विस्तार से गहलोत-पायलट के बीच की दूरी होगी खत्म?,"राजस्थान में लंबे समय के इंतजार के बाद आखिरकार कैबिनेट विस्तार को लेकर तारीख तय हो गई है। 15 से 20 नवंबर के बीच की तारीख को मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए तय किया गया है जिसमें सचिन पायलट के गुट के नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है। कैबिनेट विस्तार के लिए प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने मिलकर निर्णय लिया है। वहीं, सोनिया गांधी से भी इस संबंध में पहले ही चर्चा हो चुकी है। फिलहाल, इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। इसी के साथ माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान इस विस्तार के जरिये गहलोत और पायलट के बीच संतुलन बनाने के प्रयास करेगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि “राज्य में बहुप्रतीक्षित कैबिनेट फेरबदल का फैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया गया है, जो तय करेगा कि यह कब होगा। इसकी पूरी जानकारी अजय माकन के पास है। हम चाहते हैं कि राज्य में सुशासन बना रहे।” कितने पद खाली? दरअसल, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा इस समय दिल्ली में हैं और 13 नवंबर तक उनके जयपुर लौटने की संभावना है। राज्यपाल ही मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख पर आखिरी मुहर लगाएंगे। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच संतुलन बनाने के लिए पायलट गुट के 5-6 नेताओं को फिर से प्रदेश के मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। ये पायलट गुट के वही मंत्री होंगे जिन्हें पहले कैबिनेट से बाहर कर दिया गया था। इस बार कुल 30 मंत्री बनाये जा सकते हैं जिसमें पहले से ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत 21 मंत्री हैं, अर्थात 9 मंत्री पद अभी भी खाली हैं। गौरतलब है कि गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी को पहले ही अलग-अलग जिम्मेदारी दी जा चुकी है। रघु शर्मा इस समय गुजरात के प्रभारी हैं, और हरीश चौधरी पंजाब के प्रभारी हैं जबकि गोविंद सिंह डोटासरा इस समय प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री हैं। राजस्थान के मंत्रिमंडल विस्तार में एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत को अपनाया जा सकता, ऐसे में संभावनाएं हैं कि डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी कैबिनेट से बाहर हो सकते हैं। इससे कुल 12 पद खाली हो जायेंगे हैं, यदि किसी को मंत्री पद से नहीं भी हटाया गया तो भी पायलट खेमें से कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। राजनीतिक संतुलन बनाने के प्रयास अचानक से राजस्थान में राजनीतिक संतुलन बनाये जाने के पीछे पार्टी के प्रति सचिन पायलट की निष्ठ कारण हो सकती है। जिस तरह से पिछले एक साल में राजस्थान में राजनीतिक घमासान देखने को मिला है उससे सभी को उम्मीद थी कि पायलट पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं। हालांकि, सचिन पायलट ने पार्टी हाईकमान पर भरोसा जताया और सही निर्णय की प्रतीक्षा की, जिससे पार्टी हाईकमान का भरोसा जीतने में वो कहीं न कहीं सफल हुए हैं। बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी विवाद के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा था। पायलट अपने समर्थक नेताओं को फिर से वही पद वापस दिलाना चाहते थे, परंतु सरकार में कैबिनेट विस्तार को लेकर अशोक गहलोत का कहना था कि वो कैबिनेट विस्तार मंत्रियों के कामकाज और रिपोर्ट कार्ड के आधार पर ही करेंगे। इसका अर्थ स्पष्ट था कि वो केवल अपने समर्थकों को ही कैबिनेट में जगह देना चाहते थे। इसपर पार्टी हाईकमान ने भी चुप्पी साध रखी थी। सचिन पायलट ने जीता भरोसा सचिन पायलट की निष्ठा ने पहले ही पार्टी हाईकमान का भरोसा जीत लिया था, फिर उपचुनावों में जीत ने काम और आसान कर दिया है। बता दें कि राजस्थान के वल्लभनगर-धरियावद उपचुनाव में मिली जीत के बाद से कांग्रेस अब 2023 में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान के लिए गहलोत और पायलट के बीच की खाई को पाटना आवश्यक हो गया था। ये भी एक तथ्य है कि राजनीतिक खाई को पाटना इतना आसान नहीं है, इसलिए अब कांग्रेस पार्टी दोनों के बीच संतुलन बनाने के प्रयास कर रही है। अब मंत्रिमंडल विस्तार के बाद गहलोत-पायलट के बीच की दूरी कितनी कम होती है, ये देखना दिलचस्प होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-assembly-election-2022-why-is-aam-adami-party-mum-on-cm-face-7167160/,Punjab Assembly Election 2022: पंजाब में सीएम चेहरे पर चुप क्यों है आम आदमी पार्टी?,"नई दिल्ली। अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर चुनावी रैलियों और जनसभाओं का दौर भी शुरू हो गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब तक पंजाब के कई दौरे कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने राज्य में फ्री बिजली और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे कई बड़े चुनावी ऐलान भी किए हैं। हालांकि अभी तक पार्टी ने राज्य में सीएम के चेहरा साफ नहीं किया है। कुछ लोग इसे आम आदमी पार्टी की मजबूरी बता रहें हैं। माना जा रहा है कि आप किसी भी नेता पर इतना भरोसा नहीं करती, जिसे सीएम फेस बनया जाए। ऐसे में पार्टी फिर एक बार फिर दिल्ली सीएम के चेहरे पर मैदान में है। वहीं कुछ लोग इसे पार्टी की चुनावी रणनीति कह रहे हैं। पिछले चुनाव में आप का प्रदर्शन राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस बात को समझने के लिए हमें पंजाब में हुए पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों पर ध्यान देना होगा। 2017 में हुए पंजाब चुनाव में पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर चुनाव लड़ा था और आप को चुनावी में खासा नुकसान उठाना पड़ा। राज्य में मौजूदा अकाली दल की सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई थी, वहीं कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह के चेहरे पर मैदान में थी। आप ने जीती थीं 20 सीटें बीते चुनाव में आम आदमी पार्टी अंतिम समय तक सीएम का चेहरा साफ नहीं कर पाई, जिसके चलते पार्टी को राज्य में सिर्फ 20 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। वहीं 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में कांग्रेस ने 72 सीटें हासिल कर राज्य में सरकार बनाई। माना जा रहा है कि इस बार भी आम आदमी पार्टी पिछले चुनावों में की गई गलती दोहरा रही है। चुनाव में कुछ ही महीनों का समय बचा है, लेकिन आप बिना किसी मजबूत सीएम के चेहरे के राज्य में चुनावी मैदान में है। गौरतलब है कि इस बार राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस के लिए भी चुनौती कम नहीं है। पार्टी में लंबे समय से कलह देखने को मिल रही है, वहीं राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी अलग पार्टी बना ली है। उनका कहना है कि वो राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा संग गठबंधन करने को भी तैयार हैं। वहीं आम आदमी पार्टी की राज्य में चुनावी रणनीति पिछले चुनाव की तरह ही है, अब देखना यह होगा कि इस बार पार्टी कैसा प्रदर्शन करती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/west-bengal-big-setbeck-bjp-bengali-actress-shrabanti-chatterjee-broke-ties-with-the-party-7166953/,"West Bengal: BJP को लगा एक और झटका, अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ने पार्टी से तोड़ा नाता","नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में विधानसभा चुनाव के बाद से बीजेपी नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला अब तक जारी है। कई विधायक पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। इसी कड़ी में बंगाल में बीजेपी को एक और झटका लगा है। बंगाली अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ( Srabanti Chatterjee )ने पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया है। इस बात की जानकारी खुद अभिनेत्री ने दी। उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होने पार्टी पर बंगाल के प्रति बीजेपी में गंभीरता और लोगों की कल्याण करने की भावना को नहीं समझने का आरोप भी लगाया। ""Severing all ties with the BJP P..."" says Bengali actor Srabanti Chatterjee who joined Bharatiya Janata Party in March this year#WestBengal (file photo) pic.twitter.com/w7nr52MSC0 — ANI (@ANI) November 11, 2021 विधानसभा चुनाव के बाद से ही बंगाल बीजेपी में लगातार पार्टी छोड़ने की होड़ मची हुई है। कई नेताओं ने तो ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल का दामन थाम लिया है। अभी तक बंगाल के पांच विधायक और पूर्व मंत्री और सांसद बाबुल सुप्रियो सहित कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इस बीच बंगाली अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है। बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय व दिलीप घोष सहित कई अन्य की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा था। बंगाल में इससे पहले भी कई बंगाली अभिनेता व अभिनेत्री बीजेपी में शामिल हुए थे, लेकिन चुनाव के बाद से वे लगातार पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं। ज्यादातर का कहना है कि पार्टी में उनकी अनदेखी की जा रही है। दरअसल बंगाल में बीजेपी में भी अंदरुनी कलह जारी है। गुटबाजी के चलते ही चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। श्राबंती चटर्जी की बात करें तो वे बांग्ला फिल्मों की मशहूर ऐक्ट्रेस हैं। 34 वर्ष की श्राबंती ने साल 1997 में बंगाली फिल्म ‘मायार बंधोन’ से डेब्यू किया था। वहीं विधानसभा चुनाव के दौरान ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा और बीजेपी जॉइन की, हालांकि ये साथ ज्यादा दिन नहीं रहा। माना जा रहा है कि श्राबंती भी टीएमसी का दामन थाम सकती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/complaint-against-salman-khurshid-for-comparing-hindutva-to-terrorist-7166773/,"अपनी किताब के कारण बुरे फंसे सलमान खुर्शीद, सुप्रीम कोर्ट के वकील ने दर्ज कराई शिकायत","कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद अपनी किताब को लेकर एक नए विवाद में घिर गए हैं, जिससे कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें यूपी चुनाव से पहले बढ़ गयी हैं। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की नई किताब 'Sunrize Over Ayodhya: Nationhood in Our Times' बुधवार को लॉन्च हुई। इस किताब के लॉन्च होते ही हिंदू धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर ये विवादों में आ गई। खुर्शीद पर हिंदू धर्म का अपमान करने के आरोप लगने लगे, जिसके बाद अब वो स्पष्टीकरण दे रहे हैं कि सनातन धर्म का अपमान करने का उनका कोई उद्देश्य नहीं है। किताब को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। इस बीच सलमान खुर्शीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने शिकायत दर्ज करा दी है। अगर ये विवाद ऐसे ही बढ़ता रहा तो खुर्शीद की किताब यूपी चुनावों से पहले कांग्रेस के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकती है। शिकायत दर्ज दरअसल, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब 'Sunrize Over Ayodhya: Nationhood in Our Times' में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने इस विवाद के बीच कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के खिलाफ पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत दर्ज कराई है। Second compliant against senior @INCIndia leader Salman Khurshid for comparing hinduism with terrorism in his book. Vineet Jindal filed it with @DelhiPolice @CPDelhi office @vineetJindal19 @salman7khurshid pic.twitter.com/FerOSPHIjL — Atulkrishan (@iAtulKrishan) November 11, 2021 इससे पहले विवेक गर्ग नाम के दिल्ली के वकील ने भी दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी और केस दर्ज करने के लिए अनुरोध किया है। पुलिस कमिश्नर के पास अपनी शिकायत में सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल और विवेक गर्ग ने खुर्शीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करने और सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश के लिए मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। वहीं, इस किताब को लेकर खुर्शीद की चारों तरफ आलोचना होने लगी तो उन्होंने अपनी सफाई में कहा, ""हिन्दू धर्म बहुत उच्च स्तर का धर्म है। इसके लिए गांधी जी ने जो प्रेरणा दी उससे से बढ़कर कोई प्रेरणा नहीं हो सकती है। कोई नया लेबल लगा ले तो उसे मैं क्यों मानूं? कोई हिन्दू धर्म का अपमान करे तो भी मैं बोलूंगा। मैंने ये कहा कि हिंदुत्व की राजनीति करने वाले गलत हैं और आईएसआईएस भी गलत है।"" क्या है विवाद की जड़? अपनी किताब में खुर्शीद ने लिखा है, ""हिंदुत्व का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए होता है, चुनाव प्रचार के दौरान इसका ज्यादा उल्लेख किया जाता है। हिंदू धर्म को किनारे लगाता यह हिंदुत्व का राजनीतिक रूप आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी संगठन जैसा ही है।"" किताब के 113 नंबर पेज यह बातें लिखी गई हैं जिसको लेकर सबसे अधिक विवाद देखने को मिल रहा है। वहीं, अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में लिखा है, ""अयोध्या विवाद को लेकर समाज में बंटवारे की स्थिति थी। सुप्रीम कोर्ट ने उसका समाधान निकाला। कोर्ट के फैसले ने काफी दूर तक देखने की कोशिश की है। ऐसा फैसला है जिससे ये ना लगे कि हम हारे, तुम जीते।"" इसके अलावा उन्होंने अपनी किताब में कांग्रेस के उन नेताओं की भी आलोचना की है जो हिंदुत्व से प्रभावित नजर आते हैं। भाजपा को हमला करने का मिला मौका इस किताब के सामने आते ही भाजपा को भी यूपी चुनावों से पहले सनातन धर्म के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने का अवसर मिल गया। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ""कांग्रेस के सलमान खुर्शीद ने अपनी नई किताब में लिखा है कि हिंदुत्व आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी इस्लामी समूहों के समान है। हम उस व्यक्ति से और क्या उम्मीद कर सकते हैं जिसकी पार्टी ने सिर्फ इस्लामिक जिहाद के साथ समानता लाने के लिए और मुस्लिम वोट पाने के लिए भगवा आतंकवाद शब्द गढ़ा।"" मध्य प्रदेश के भोपाल से विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी खुर्शीद पर हमला बोला, परंतु तीखे शब्दों के कारण ये भी विवादों में आ गये हैं। रामेश्वर शर्मा ने ट्वीट कर लिखा, ""सलमान खुर्शीद, तुम्हारे अल्लाह तुम्हें लंबी उम्र सिर्फ इसलिए दें कि तुम अयोध्या की तरह काशी और मथुरा पर भी किताब लिख सको और हाँ हिंदुस्तान में हिंदुत्व है इसलिए ISIS नहीं है, और हिंदुत्व ISIS की तरह होता तो तुम इतना बोलकर जिंदा नहीं रहते।"" सलमान खुर्शीद... तुम्हारे अल्लाह तुम्हे लंबी उम्र सिर्फ इसलिए दें कि तुम अयोध्या जी की तरह काशी और मथुरा पर भी किताब लिख सको । ...और हाँ हिंदुस्तान में हिंदुत्व है इसलिए ISIS नही है, और हिंदुत्व ISIS की तरह होता तो तुम इतना बोलकर जिंदा नही रहते ।@salman7khurshid — Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) November 10, 2021 इसके अलावा सोशल मीडिया पर आम जनता ने भी कांग्रेस पार्टी और सलमान खुर्शीद दोनों को आड़े हाथों लिया, साथ ही जनता ने कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पर सवाल उठाये हैं जो पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। Congress Leader Salman Khurshid in his new book writes that Hindutva is similar to the jhadist Is|amist groups like ISIS and Boko Haram. This idiot has no right to reside in India 😎 He should be very strictly published for expressing such views.#AntiHindutvaCongress pic.twitter.com/Knu6Ln3iPW — Dr R.Tripathi(HMG) (@TripathiR20) November 10, 2021 Anti Hindu Face of #Congress exposed yet again ! Congress s Leader Salman Khurshid Compares Hindutva To ISIS & Boko Haram In His New Book#ThursdayThought #SalmanKhurshid pic.twitter.com/SADOvbJ23u — HJS Bangalore (@HJSBangalore) November 11, 2021 बता दें कि किताब के लॉन्चिंग के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे। दिग्विजय सिंह ने इस दौरान कहा था, ""आज कहा जाता है कि हिंदू धर्म खतरे में हैं। 500 साल के मुगल और मुसलमानों के शासन में हिंदू धर्म का कुछ नहीं बिगड़ा। ईसाइयों के 150 साल के राज में कुछ नहीं बिगड़ा, तो अब हिंदू धर्म को खतरा किस बात का है।"" उन्होंने आगे कहा था, ""खतरा केवल उस मानसिकता और कुंठित सोची समझी विचारधारा को है, जो देश में ब्रिटिश हुकूमत की 'फूट डालो और राज करो' की विचारधारा थी, उसको प्रतिवादित कर अपने आप को कुर्सी पर बैठाने का जो संकल्प है, खतरा केवल उन्हें है। समाज और हिंदू धर्म को खतरा नहीं है।"" हालांकि, दिग्विजय सिंह को भी सोशल मीडिया पर इस बयान के लिए लोगों ने घेरना शुरू कर दिया। India wealth looted .. Hinduism destroyed.. richest country in the world at that time.. nalanda university destroyed.. millions of hindu killed.. thousands of temple crushed... thousands of women raped.. thousands of women did johar.. List bahot badi hai but tumhe nai dikhege — Manish Panchal (@Manish275228) November 10, 2021 ऐसे समय में जब यूपी विधानसभा चुनाव पास हैं और उत्तर प्रदेश से तीन दशक से सत्ता से दूर कांग्रेस अच्छे दिन के लिए बेताब है, ये विवाद किये कराये पर पानी फेर सकता है। गौरतलब है कि वर्तमान में यूपी के चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टा जीत के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है, प्रियंका गांधी सियासी गुगली फेंकने में एक मौका नहीं गंवा रहीं हैं, परंतु ये विवाद प्रदेश के हिंदुओं को नाराज कर सकता है। अयोध्या के मुद्दे पर कांग्रेस का रूख स्पष्ट सामने नहीं आया है, परंतु इस किताब में अयोध्या के उल्लेख और उसपर विवाद को हल्के में लेने की भूल कांग्रेस नहीं करना चाहेगी। हालांकि, इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि यदि इस मुद्दे को लेकर और विवाद बढ़ा तो ये आने वाले चुनावों में कांग्रेस पार्टी के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-demands-for-ncp-leader-nawab-malik-resignation-7166241/,"अब नवाब मलिक के खिलाफ सड़क पर उतरी भाजपा, कर रही इस्तीफे की मांग","नई दिल्ली। मुंबई ड्रग्स मामले के बाद से एनसीपी नेता नवाब मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब मलिक के खिलाफ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। बता दें कि अब बीजेपी सड़क पर उतर आई है और नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग कर रही है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनके अंडरवर्ल्ड से संबंध हैं इस मामले की जांच होनी चाहिए। बीजेपी मांग रही इस्तीफा बता दें कि महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से संबंधों की मांग को लेकर बुधवार को मुंबई ने मलिक का पुतला फूंका। यह प्रदर्शन मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढा के नेतृत्व में हुआ। इस आंदोलन में नवाब मलिक को तत्काल मंत्री पद से हटाने की मांग की उठाई गई। मलिक ने किया राजनीतिक मर्यादाओं का उल्लंघन आंदोलन में मौजूद भाजपा नेताओं का कहना है कि पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से संबंधों को उजागर किया है। बताया गया कि मंत्री पद पर रहते हुए मलिक ने अंडरवर्ल्ड के लोगों के साथ आर्थिक व्यवहार किया। यह राजनीतिक मर्यादाओं का पूरी तरह से उल्लंघन है। ऐसे में उन्होंने सभी जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाना चाहिए। इसके साथ ही पूर्व सीएम फडणवीस द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर मलिक के खिलाफ निष्पक्ष जांच की जाए। गौरतलब है कि इससे पहले मुंबई ड्रग्स मामले को लेकर एनसीबी डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर टिप्पणी करने और कई आरोप लगाने के मामले में समीर के परिवार ने मलिक के खिलाफ दो केस दर्ज कराए हैं। जानकारी के मुताबिक एक केस एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज कराया है। वहीं परिवार ने नवाब मलिक पर मानहानि का केस भी किया है। बता दें कि कल समीर वानखेड़े के परिवार ने इस मामले को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-shivpal-yadav-is-desperate-for-an-alliance-with-sp-7165580/,आखिर क्यों शिवपाल यादव सपा से गठबंधन करने के लिए बैचेन हैं?,"उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ही गठबंधन को लेकर सियासी उठापटक तेज है। इस बार का अगामी चुनाव यादव परिवार के लिये खास माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि इस बार मुलायम सिंह यादव का परिवार फिर से पहले की तरह साथ आ सकता है। इन अटकलों के बीच प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) ने समाजवादी पार्टी से जल्द ही गठबंधन के लिए विचार करने को कहा है। सपा पर गठबंधन का दबाव शिवपाल यादव ने अब शर्त सामने रखते हुए कहा कि ""मैंने अखिलेश यादव से कहा है कि अगर हमारे लोगों को सम्मानपूर्वक टिकट दें तब हम गठबंधन कर लेंगे। गठबंधन के मामले पर पहले हम समाजवादी पार्टी के साथ बात करेंगे फिर अन्य पार्टियों के साथ बात करेंगे।"" शिवपाल सिंह यादव का ये बयान सपा से गठबंधन करने की उनकी हताशा को दिखाता है। भले ही शिवपाल यादव ने शर्त रखने की बात कही है, परंतु यही बात वो पिछले दो साल से दोहरा रहे हैं। खुद शिवपाल यादव ने कहा, ""मैं पिछले दो साल से अखिलेश से कह रहा हूं कि गठबंधन कर लो और चाहे विलय कर लो। हमारा जो हक है उसे या तो नेता जी तय कर दें या जनता तय करे वो हम मान लेंगे। हम दो साल से अखिलेश से कह रहे हैं कि हमसे बात कर लो, आकर बैठकर बात कर लो, अभी तक बात नहीं की।"" शिवपाल यादव के बार-बार आग्रह करने के बावजूद अखिलेश यादव की तरफ से कोई खास प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिल रही है। ऐसा लगता है कि अखिलेश का ठंडा रवैया अब शिवपाल यादव को चुभने लगा है, वो किसी तरह से सपा को मनाना चाहते हैं, परंतु खुलकर कुछ कह नहीं पा रहे। अब सवाल उठते हैं कि ऐसा क्या हुआ कि शिवपाल यादव फिर से उसी पार्टी से जुड़ना चाहते हैं जिससे कभी अपमान मिलने के कारण अलग हुए थे? जब बनाई थी शिवपाल ने नई पार्टी बता दें कि वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी में दरार की खबरें सामने आने लगीं थीं। समाजवादी पार्टी तब दो खेमों में बंट गई थी। एक खेमा समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का था, और दूसरा खेमा अखिलेश यादव का था। उस समय मुलायम सिंह यादव और उनके छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव के समर्थक और कार्यकर्ता एक तरफ थे और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अखिलेश और उनके समर्थक। आलम ये था कि सार्वजनिक तौर पर राम गोपाल, आजम खान, अखिलेश बनाम मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह और अमर सिंह की लड़ाई साफ दिखाई देने लगी थी। इस कलह के कारण विधानसभा चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा था। हालांकि, इस लड़ाई में अखिलेश यादव की जीत हुई, जबकि मुलायम सिंह यादव और उनके छोटे भाई शिवपाल यादव की हार हुई। पार्टी की लड़ाई तो अखिलेश यादव जीत गए, लेकिन उत्तर प्रदेश की कुर्सी हार गये थे। इसके बाद समाजवादी पार्टी में सम्मानजनक पद न मिलने से नाराज शिवपाल यादव ने वर्ष 2018 में सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया। तब शिवपाल यादव ने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा था कि ‘वहां सिर्फ चापलूसों की चलती है। हमारी पार्टी चापलूसों और चुगलखोरों से दूर रहेगी। कोई भी कार्यकर्ता सीधे अपनी बात कह सकता है।’ शिवपाल यादव ने जब नई पार्टी का गठन किया था तब कहा जा रहा था कि वो सपा के अस्तित्व को खतरे में डाल देंगे। शिवपाल की उम्मीदों पर फिरा पानी दरअसल, ये दावें किया जा रहे थे कि शिवपाल द्वारा नई पार्टी के गठन से समाजवादी पार्टी का समर्थन आधार दो भागों विभाजित हो जायेगा और शिवपाल सिंह यादव की नई पार्टी समाजवादी पार्टी को पग-पग पर नुकसान पहुंचायेगी। ऐसा होने के पीछे एक और कारण था, वो ये कि शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के पुराने कद्दावर नेता रहे हैं और समाजवादी पार्टी में उनकी जबरदस्त पकड़ तो थी ही साथ ही जनाधार भी था, लेकिन उनके अलग होने के बाद भी समाजवादी पार्टी के जनाधार पर कोई खास प्रभाव नहीं देखने को मिला। शिवपाल यादव को लगा था कि सपा से नाराज या उपेक्षित नेता व कार्यकर्ता उनके साथ आयेंगे जिससे वो सपा को और कमजोर कर देंगे। इसके विपरीत भाजपा, बसपा और कांग्रेस से नाराज नेताओं ने सपा का दामन थामने लगे। राजनीतिक प्रसांगिकता बचाने की कोशिश लोकसभा चुनावों में शिवपाल यादव की पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई और इन्हीं चुनावों के बाद से शिवपाल के मन में अखिलेश के लिए कड़वाहट कम होती दिखाई देने लगी। अखिलेश यादव ने भी इसी वर्ष जून में कहा था कि सपा शिवपाल की पार्टी को भी साथ लेकर चलेगी और वो मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इस बयान के बाद भी आधिकारिक तौर पर चाचा-भतीजे साथ नहीं आ पाये हैं, कारण शायद शिवपाल यादव की शर्तें हैं जिसे अखिलेश कोई भाव नहीं दे रहेष आज हालात ये हैं कि शिवपाल यादव राजनीतिक प्रासंगिकता ही खो रहे हैं। अब न उनके पास मजबूत कार्यकर्ताओं का साथ है, और न ही जनाधार रह गया है। ऐसे में शिवपाल यादव बार-बार अखिलेश यादव को गठबंधन के लिए मना रहे हैं। हालांकि, इस वर्ष यूपी पंचायत चुनावों में चाचा-भतीजे की जोड़ी ने कमाल अवश्य दिखाया था। इटावा में जिला पंचायत का चुनाव समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया ने मिलकर लड़ा, जिसके चलते बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद अखिलेश यादव ने अपने चाचा से हाथ नहीं मिलाया जिससे एक बार फिर से शिवपाल की कोशिशें नाकाम हो गईं। अब जब विधानसभा चुनाव पास आ रहे तो शिवपाल यादव फिर से सपा पर गठबंधन करने का दबाव डाल रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/politics-on-chhath-puja-2021-bjp-to-defy-ddma-orders-will-celebrate-festival-on-yamuna-ghats-7165307/,"Chhath Puja 2021: दिल्ली में सियासी पारा हाई, BJP ने कहा डीडीएमए की रोक के बाद भी मनाएंगे पर्व, AAP ने भी किया पलटवार","नई दिल्ली। छठ पूजा ( Chhath Puja 2021) को दिल्ली में सियासी पारा हाई है। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ( AAP )दोनों एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा ने DDMA की रोक के बावजूद छठ पर्व मनाने का ऐलान किया है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने छठ पूजा के लिए घाट बनने से रोका है। दरअसल बढ़ते प्रदूषण के चलते यमुना नदी में बड़ी मात्रा में झाग जमा है। इस प्रदूषण को लेकर भी लगातार बीजेपी आप को घेर रही है। इसी बीच दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (DPCC) ने यमुना से झाग हटाने के लिए 15 नाव लगाई हैं। Entry to Yamuna ghat at Delhi's Sonia Vihar barricaded following DDMA order barring Chhath celebrations at river ghats pic.twitter.com/A1PATQ1xVc — ANI (@ANI) November 10, 2021 MCD, DDA have given permission to celebrate Chhath... Why is Delhi govt not permitting to celebrate Chhath at ITO, which is the oldest ghat in Delhi. Why are we being stopped? I urge everyone to come here, we will look after their safety: BJP West Delhi MP Parvesh Sahib Singh pic.twitter.com/tTFKaCzZbF — ANI (@ANI) November 10, 2021 बीजेपी ने यमुना घाटों पर छठ पूजा पर प्रतिबंध के बावजूद पर्व मनाने का ऐलान किया है। सांसद मनोज तिवारी ने कहा, केजरीवाल सरकार को प्रतिबंध जहरीले झाग पर लगाना था। वहीं परवेश सिंह ने कहा कि जब एमसीडी और डीडीएमए ने छूट दे दी है तो दिल्ली सरकार क्यों पर्व मनाने पर रोक लगा रही है। लेकिन उन्होंने प्रतिबंध झठ पूजा पर लगा दिया। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और मनोज तिवारी ने सोनिया विहार में शाम को छठ पर्व मनाने का ऐलान किया। कृषि के लिए उपयोगी नहीं यमुना का जल बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने यमुना में प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, जब भी उनसे यमुना में प्रदूषण के बारे में पूछा जाता है तो केजरीवाल इसके लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराते हैं, लेकिन डीपीसीबी के मुताबिक, जब यमुना हरियाणा से पल्ला में दिल्ली में प्रवेश करती है, तो बीओडी स्तर 2 होता है। और जब यमुना दिल्ली छोड़ती है, तो इसका बीओडी स्तर 50 के आसपास हो जाता है। ये पानी कृषि के लिए भी उपयोगी नहीं है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, पिछले 2 दिनों से चर्चा हो रही है कि जहां जहां अस्थायी घाट बनाए जाए रहे हैं वहां बीजेपी ने छठ घाट बनने से रोक रही है। अब द्वारका से विधायक मिश्रा के खिलाफ बीजेपी शासित नगर निगम ने छठ के लिए पोंड बनाने पर FIR दर्ज करवाई है। आप का आरोप है कि बीजेपी हर साल छठ का विरोध करती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cruise-drug-case-bjp-counter-nawab-malik-accusation-ashish-shelar-says-no-underworld-links-proofs-by-ncp-leader-7165172/,"Cruise Drug Case: BJP का नवाब पर पलटवार, हाइड्रोजन बम निकला बेदम, मलिक को ऑक्सीजन की जरूरत","नई दिल्ली। मुंबई क्रूज ड्रग केस ( Cruise Drug Case ) में सियासी घमासान जारी है। नवाब मलिक ( Nawab Malik ) के आरोपों के बाद भारतीय जनता पार्टी ( BJP )ने भी पटलवार किया है। बीजेपी नेता आशीष शेलार ( Ashish Shelar ) ने बकायदा प्रेस वार्ता के जरिए नवाब मलिक के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि नवाब का हाइड्रोजन बम बेदम निकला। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने के चक्कर में नवाब मलिक का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है। अब पड़ेगी ऑक्सीजन की जरूरत। देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन ( Underworld Connection ) को लेकर नवाब मलिक कोई सबूत नहीं दे पाए। बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि नवाब मलिक ने अपने आरोपों में जिन लोगों का नाम लिया, जिन घटनाओं का जिक्र किया उसका और देवेंद्र फडणवीस का कोई संबंध नहीं है। इन सभी आरोपों को लेकर नवाब मलिक एक भी सबूत नहीं दे पाए। रियाज की तस्वीरें भी दिखाईं वहीं रियाज को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में शेलार ने कहा कि एनसीपी रियाज को गायब करने में जुटी है। उसे बचाने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि वो सामने आया तो वसूली के और भी कई मामले सामने आ जाएंगे। आशीष शेलार ने रियाज भाटी की कुछ तस्वीरें साझा की। इस फोटो में रियाज मुख्यंत्री उद्धव ठाकरे के साथ दिखाई दे रहे हैं। शेलार ने कहा कि हाजी हैदर और मुन्ना यादव हमारे कार्यकर्ता है। इन लोगों को जो भी पद मिले सभी कानूनी प्रक्रिया के तहत मिले। इन दोनों के ऊपर कोई आरोप नहीं है। मुन्ना यादव पर जो आरोप है उसकी सफाई वो खुद दे देंगे। 14 करोड़ के जाली नोटों पर वानखेड़े का जवाब इन जाली नोटों को लेकर समीर वानखेड़े ने भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि 14 करोड़ के जाली नोट का आरोप भी बेबुनियाद है। जाली नोट पकड़े गए थे, लेकिन14 करोड़ के नहीं बल्कि 10 लाख रुपए के थे। मलिक की वजह से परेशानी में आया आर्यन खान नवाब मलिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बदनाम कर रहे हैं। आर्यन खान तकलीफ में आया नवाब मलिक, अभी शाहरुख खान को भी तकलीफ में लाने की कोशिश मलिक कर रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-prices-of-petrol-and-diesel-in-rajasthan-highest-in-the-country-7165170/,"राजस्थान की गहलोत सरकार बढ़ाती गई पेट्रोल-डीजल पर VAT, अब दी है राहत","पेट्रोल के बढ़ते दाम पिछले काफी समय से चर्चा का विषय बने हुए हैं। केंद्र सरकार के साथ ही कई राज्यों ने दीपावली के मौके पर पेट्रोल के दामों में कटौती कर आम जनता को राहत पहुंचाने का काम किया, परंतु मनमाने ढंग से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने के बाद अब राजस्थान की गहलोत सरकार ने इसके दाम घटाने की घोषणा की है। अशोक गहलोत को ये निर्णय लेने के लिए विवश होना पड़ा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को जोधपुर पहंचे और यहां सार्वजनिक मंच से घोषण करते हुए कहा, “प्रदेश में भी पेट्रोल डीजल पर वैट कम कर प्रदेशवासियों को राहत दी जाएगी जब सभी राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के भाव कम कम कर दिए तो हमें भी कम करने पड़ेंगे।” अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही राजस्थान की जनता को डीजल-पेट्रोल सस्ता मिल सकेगा। इस निर्णय से राज्य में पेट्रोल-डीजल पर जारी सियासत पर भी लगाम लग गई है। दबाव में झुके अशोक गहलोत दरअसल, दीपावली के मौके पर केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी को कम करते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की थी। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में प्रति लीटर 5 व 10 रुपए की कटौती की थी, अब केंद्र सरकार पेट्रोल पर 27.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 21.8 रुपये लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। बता दें कि एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार वसूलती है और वैट का पैसा राज्यों के खातों में जाता है। केंद्र सरकार के इस निर्णय को साल 2022 में होने वाले पांच राज्यों के चुनावों से पहले मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है। केन्द्र की तर्ज पर राज्य सरकारों ने भी अपने-अपने राज्यों में डीजल और पेट्रोल से वैट को कम किया, परंतु कुछ राज्यों ने ऐसा करने से मना कर दिया। हालांकि, पंजाब सरकार ने अचानक से वैट (VAT) घटाकर कांग्रेस शासित राज्यों में पहली सरकार बन गई जिसने पेट्रोल-डीजल को सस्ता किया। इसके बाद राजस्थान की गहलोत सरकार पर पेट्रोल-डीजल के दाम करने का दबाव बढ़ने लगा था। भाजपा को भी गहलोत सरकार को घेरने के लिए बड़ा मुद्दा मिल गया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने मंगलवार को इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा था। इस पत्र में उन्होंने राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर कम करने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निर्देश देने की बात कही थी। इस पत्र में पूनिया ने इस बात पर भी प्रकाश डाला था कि कैसे राजस्थान में पेट्रोल के महंगे होने के कारण माफिया अन्य राज्यों से पेट्रोल-डीजल लाकर प्रदेश में बेच रहे हैं। हर तरफ से दबाव बढ़ते देख कई बार पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती करने से इंकार करने वाली गहलोत सरकार ने अचानक घोषणा की कि वो भी अब पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने पर विचार कर रही है। हालांकि, अभी कितना वैट कम होगा इसकी घोषणा होनी बाकी है, परंतु इस घोषण ने प्रदेश जनता को बड़ी राहत देने का काम किया है। गहलोत ने मनमाने ढंग से बढ़ाया वैट ऐसा नहीं है कि राजस्थान में पहले से पेट्रोल-डीजल के दाम अधिक थे। राजस्थान की पूर्व सरकार में स्थिति थोड़ी अलग थी। सितम्बर, 2018 में चुनावों से ठीक पहले राजस्थान की पूर्व वसुंधरा सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर वैट को चार-चार प्रतिशत से कम कर दिया था। वसुंधरा राजे ने अपने शासनकाल में राज्य में वैल्यू एडेड टैक्स यानी (वैट) पेट्रोल पर 30% से घटाकर 26% और डीजल पर 22% से घटाकर 18% कर दिया था। तब राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा था कि राज्य की आम जनता, किसानों व गृहिणियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। राज्य में जैसे ही कांग्रेस की सरकार आई अशोक गहलोत ने जुलाई 2019 में वापस पेट्रोल और डीजल पर वैट को 30% और 22% कर दिया। अर्थात जो दाम वसुंधरा राजे ने घटाये थे, उसे गहलोत सरकार ने बढ़ा दिया। इसके बाद कोरोनाकाल आया और इस दौरान लगातार राजस्थान की गहलोत सरकार पेट्रोल और डीजल पर वैट को बढ़ाती गई। 2020 में गहलोत सरकार ने पेट्रोल पर वैट को 30 से 34% और डीजल पर वैट को 22 से 26% कर दिया। 2020 में ही अप्रैल माह में पेट्रोल पर वैट को फिर से बढ़ाते हुए 36% कर दिया गया और डीजल पर वैट को बढ़ाकर 27% कर दिया गया। इसके बाद मई माह में फिर से पेट्रोल पर वैट बढ़ाकर 38% और डीजल पर 28% कर दिया गया। वैट बढ़ने से बढ़ता है पेट्रोल-डीजल के दाम आपको बता दें कि जैसे-जैसे वैट बढ़ता है वैसे-वैसे पंप पर मिलने वाले पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ़ते हैं। हालात ये हुए कि राजस्थान के श्रीगंगानगर में अन्य राज्यों की तुलना में पेट्रोल-डीजल के दाम सबसे महंगे हो गये। पड़ोसी राज्यों से करीब 10% वैट ज्यादा होने के कारण श्रीगंगानगर के लोगों को आर्थिक भार झेलना पड़ रहा था। इसके बाद जब वैट बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार की चारों तरफ से आलोचना होने लगी तो सरकार ने जनवरी, 2021 में 2% से वैट को कम कर दिया। 1 मार्च तक जयपुर में सामान्य पेट्रोल की कीमत 97.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.98 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि श्रीगंगानगर में इनके दाम क्रमश: 102.04 रुपये और 93.95 रुपये थे। राजस्थान सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचने वाला प्रदेश इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल का दाम 103.97 रुपये और डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 109.98 रुपये और डीजल के दाम 94.14 रुपये प्रति लीटर है, जबकि कोलकाता में पेट्रोल के दाम 104.67 रुपये और डीजल के दाम 89.79 रुपये लीटर है। चेन्नई की बात करें तो वहां भी पेट्रोल 101.40 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.43 रुपये प्रति लीटर है। राजस्थान की बात करें तो प्रदेश के श्रीगंगानगर में एक लीटर पेट्रोल 116.00 रुपये और डीजल 100.21 रुपये प्रति लीटर है, जबकि हनुमानगढ़ में पेट्रोल के दाम 115.21 प्रति लीटर और डीजल 99.49 रुपये प्रति लीटर है। आंकड़ों को देखें तो वर्तमान में अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान पूरे भारत में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचने वाला प्रदेश है। इसके बावजूद अशोक गहलोत को लगता है कि पेट्रोल-डीजल को लेकर जानबूझकर हो-हल्ला मचाया जा रहा है। वास्तविकता ये है कि राजस्था में पेट्रोल-डीजल के दाम मनमाने ढंग से बढ़ाये जाने से प्रदेश की जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। कोरोना ने पहले ही सभी की आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया है ऊपर से राज्य सरकार की मनमानी जनता की कमर तोड़ रही है। ऐसे में अशोक गहलोत का वर्तमान निर्णय प्रदेश की जनता को राहत देने वाला है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/akhilesh-yadav-launches-samajwadi-party-perfume-7164303/,"यूपी चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने लॉन्च किया 'समाजवादी परफ्यूम', लोगों ने उड़ाया मजाक","समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को 'समाजवादी इत्र' नाम से परफ्यूम लॉन्च किया जिसे कन्नौज से सपा एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी ने तैयार किया है। पम्पी ने दावा किया है कि इस इत्र को तैयार करने में 2 वैज्ञानिकों को 4 महीने का समय लगा है जिसमें न्नौज की मिट्टी का भी प्रयोग किया गया है। इस परफ्यूम का इस्तेमाल करने वालों को समाजवाद की सुगंध और भाईचारा महसूस होगा, उनके मन से नफरत खत्म होगी। लाल और हरे रंग के इस परफ्यूम की बोतल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ पार्टी के चिन्ह और रंग हैं, साथ ही इसपर सपा एमएलसी ने अपना नंबर भी दिया है। इसलिए तोहफ़े में दी है सबको ‘महक’ क्योंकि न देता है ख़ुशबू ‘झूठ का फूल’ यही नारा आज का नहीं चाहिए भाजपा#झूठ_का_फूल pic.twitter.com/Kx55PLs5Xu — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 9, 2021 इस परफ्यूम के लॉन्च के समय अखिलेश यादव ने कहा, ""2022 में बदलाव होकर रहेगा और जो महकते हुए जाएंगे उन्हें समाजवादी विचारधारा याद दिलाते हुए जाएंगे।"" सपा के एमएलसी ने बताया कि 22 खुशबुओं का इसलिए मेल किया गया क्योंकि नफरत की आंधी जो फैली हुई है, उसे ये परफ्यूम खत्म करके प्रेम का माहौल बनाने का काम करेगी। इसके साथ ही सपा ने ये भी दावा किया कि पार्टी एक और प्राकृतिक परफ्यूम को बनाने की तैयारी की जा रही है, जो 2024 में लॉन्च होगा और पूरे देश में नफरत की फैली आंधी को खत्म करने का काम करेगा। वहीं, इस परफ्यूम को लेकर लोगों ने खुब चुटकी ली। एक यूजर ने लिखा, ""परफ्यूम .. राजनीति में ऐसे लोग भी हैं जो राहुल गांधी को मूर्खता करने के मामले में चुनौती दे सकते हैं!"" 😂😂perfume .. seriously there are ppl in politics who can challenge Rahul Gandhi in their act of foolishness!! @VslMl1 — Madhur Bardia (@b_micks) November 9, 2021 एक अन्य यूजर ने लिखा, ""कन्नौज .. इत्र की नगरी। जहाँ से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव 2019 का आम चुनाव हार गईं थीं।"" Kannauj ..city of perfume. From where @yadavakhilesh wife #DIMPLE lost 2019 general election. 😂😂😂😂 — ankur mishra (@ankur941168) November 9, 2021 ऐसे ही कई यूजर्स ने अखिलेश यादव को उनके इत्र के लिए ट्रोल किया। हालांकि, 2022 के चुनावी नतीजों में साफ़ हो जायेगा प्रदेश की जनता को समाजवादी इत्र कितना पसंद आया है। Akhilesh yadav after UP election. 🤣🤣 pic.twitter.com/ssLjOlm8ei — Bhrustrated 2.0 (@FunMauji) November 9, 2021 जिसने भी बनाया है तुम्हारी फितरत के हिसाब से बिल्कुल सही बनाया है pic.twitter.com/RGshbFIiCV — शुद्ध हरियाणवी (@ManoharMirror) November 9, 2021 बता दें कि उत्तर प्रदेश में पांच साल सत्ता में रही सपा वर्ष 2017 में महज 48 सीटों पर ही सिमट गई थी, जबकि पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन भी किया था। सपा-कांग्रेस गठबंधन ने प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन के कारण ही सपा को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। शायद यही कारण है कि इस बार अखिलेश यादव ने कांग्रेस से दूरी बना कर रखी है। हालांकि, वो प्रदेश की अन्य पार्टियों से गठबंधन करने की बात कई मंचों से कर चुके हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-cabinet-accepted-the-resignation-of-advocate-general-aps-deol-7163816/,"पंजाब : सिद्धू के आगे चित हुए सीएम चन्नी, एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्तीफा मंजूर","चंडीगढ़: आखिरकार लंबी लड़ाई के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab CM Charanjit Singh Channi) ने राज्य कांग्रेस इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के आगे हथियार डाल दिया है। उन्होंने राज्य के एडवाकेट जनरल एपीएस देओल (Advocate General APS Deol) का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। इसके इस विवाद सुलझाने के फॉर्मूले पर मुहर लग गई है। इस घटना को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच एक समझौते की तरह देखा जा रहा है। इसके साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य अध्यक्ष के रूप में अपना काम फिर से शुरू करने के लिए नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति की जो शर्त रखी थी,वह भी मान ली गई है। बता दें कि सिद्धू ने 28 सितंबर को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। दो दिन पहले उन्होंने इस्तीफा तो वापस ले लिया, लेकिन यह शर्त रखी थी कि जब तक देओल को एजी के रूप में नहीं हटाया जाता है और नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति के लिए एक पैनल का गठन नहीं किया जाता है, तब तक वह पदभार ग्रहण नहीं करेंगे। Punjab Cabinet accepted the resignation of Advocate General APS Deol: Punjab CM Charanjit Singh Channi pic.twitter.com/VCZElqM9tx — ANI (@ANI) November 9, 2021 पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि एडवोकेट जनरल देओल का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है और कल पंजाब को नया एडवोकेट जनरल मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के डीजीपी को भी हटाया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम चन्नी ने कहा कि राज्य के 36 हजार संविदाकर्मियों को परमानेंट किए जाने की भी घोषणा की। यह भी पढ़ें- नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर साधा पंजाब सरकार पर निशाना, पूछा- कोटकपुरा पुलिस फायरिंग केस की चार्जशीट कहां है? नवजोत सिद्धू तब से देओल की नियुक्ति पर सवाल उठा रहे हैं, जब से उन्हें पंजाब के महाधिवक्ता का प्रभार दिया गया था। देओल 2015 में कोटकपुरा लिस फायरिंग की घटना में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी के वकील थे। पिछले हफ्ते ही देओल ने सिद्धू पर राज्य सरकार और उनके कार्यालय के कामकाज में बाधा डालने के साथ-साथ 'राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए गलत सूचना फैलाने' का आरोप लगाया था। देओल ने कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू सरकार और महाधिवक्ता के कार्यालय के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं। वह अपने राजनीतिक सहयोगियों पर राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए गलत सूचना फैला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि पंजाब के महाधिवक्ता के संवैधानिक कार्यालय का राजनीतिकरण कर स्वार्थी राजनीतिक लाभ के लिए पंजाब में आने वाले चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी के कामकाज को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-new-move-against-cm-channi-7163730/,"कठपुतली नहीं बने चरणजीत सिंह चन्नी, अब नवजोत सिंह सिद्धू का कुर्सी के लिए नया ड्रामा","कुर्सी के लिए कोई नेता किस हद तक जा सकता है इसे समझना है तो पंजाब के राजनीतिक गणित को समझना आवश्यक है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से हटाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू कभी अपने करीबी रहे चरणजीत सिंह चन्नी को रास्ते से हटाने के लिए आये दिन कोई न कोई नया हथकंडा अपना रहे हैं। अब नवजोत सिंह सिद्धू ने चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार पर निशाना साधा है। चरणजीत सिंह चन्नी ने भी सिद्धू की हरकतों पर आपत्ति जताई है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह के बीच की कलह खुलकर सामने आयी तो इन दोनों नेताओं के बीच सुलह के लिए पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने बैठक बुलाई जो बेनतीजा साबित हुई है। चन्नी पर सिद्धू के आरोप दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू ने 2015 के बेअदबी मामले पर एक बार फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाये जाने के सवाल पर कहा, ""चन्नी को सीएम बनाने के पीछे मेरा कोई हाथ नहीं था। चन्नी को कांग्रेस हाईकमान ने सीएम बनाया है।"" हालांकि, जब सीएम बनने के बाद चन्नी अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते समय भावुक हो गये थे, तब सिद्धू उनके बगल में बैठे थे। #WATCH Punjab CM Charanjit Singh Channi gets emotional while addressing his first press conference in Chandigarh says ""Congress has made a common man the chief minister."" pic.twitter.com/4QNV990OR7 — ANI (@ANI) September 20, 2021 सिद्धू ने चन्नी सरकार को घेरते हुए आगे कहा, ""6 महीने में तीसरी SIT बनाई जा चुकी है, लेकिन अभी तक 2015 बेअदबी मामले में कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गयी है। अथॉरिटी की नैतिकता अब सवालों के घेरे में है। चन्नी सरकार ने एजी व डीजीपी पद पर ऐसे लोगों की नियुक्ति की है जिन्होंने पंजाब के साथ धोखा किया है। एक ने सुखबीर बादल को क्लीन चिट दी और दूसरे ने पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी को ब्लैंकेट बेल दिलवाई। मैं पजाब के साथ खड़ा हूं।"" सिद्धू का इस तरह से चन्नी सरकार को घेरना विपक्ष के लिए कांग्रेस को घेरने का एक और हथियार साबित हो सकता है। इससे पहले सिद्धू ने जब प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था तब इस्तीफे के एक सप्ताह बाद एक वीडियो सामने आया था जिसमें सिद्धू कह रहे थे कि चन्नी कांग्रेस की लुटिया 2022 में डूबो देंगे। इसके बाद जब चरणजीत सिंह चन्‍नी ने बिजली के दाम को लेकर बड़ा ऐलान था तब सिद्धू ने बिना नाम लिए कहा था कि 'जो लोग कह रहे हैं कि पंजाब का राजकोष खाली नहीं है, वे लोग झूठ बोल रहे हैं।' सिद्धू के इस बयान के बाद से ही चन्नी को लेकर उनके मन की खटास सभी को दिखाई देने लगी थी। क्या है बेअदबी मामला? बेअदबी मामला साढ़े पांच साल पुराना है। वर्ष 2015 में 1 जून को पंजाब के बरगाड़ी से लगभग 5 किमी दूर गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में स्थित गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूप (प्रति) चोरी हो गए थे। इसके बाद 25 सितंबर 2015 को बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहिब के पास पंजाबी भाषा में हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले थे। इस पोस्टर में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था और धमकी दी गई थी कि पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को सड़कों पर फेंक दिया जाएगा। यही नहीं श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों की चोरी में डेरा का हाथ होने की बात भी लिखी गई थी। इस घटना के 17 दिन के बाद ही 12 अक्टूबर को गुरुद्वारे में माथा टेकने गए लोगों को आसपास नालियों और सड़क पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूप के पन्ने मिले थे। इस मामले पर कोई एक्शन लिया जाता उससे पहले ही सिख संगठनों के नेताओं ने बरगाड़ी और कोटकपुरा की मुख्य चौक पर विरोध प्रदर्शन किया और बड़ी संख्या में सिखों द्वारा पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की गई। 14 अक्टूबर 2015 को कोटकपुरा चौक और कोटकपुरा बठिंडा रोड स्थित गांव बहबल कलां में प्रदर्शन कर रही भीड़ को काबू में करने के लिए पंजाब पुलिस ने फायरिंग कर दी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल हो गये थे। उस समय सुमेध सैनी पुलिस बल के प्रमुख थे जिस कारण वो कटघरे में आ गये, परंतु सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सैनी के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचे जाने की बात पर विचार किया और सैनी के संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। ये मामला पंजाब के लिए आज भी सिरदर्द बना हुआ है, और इसी मामले को हथियार बनाकर सिद्धू ने अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से हटाया और अपने वफदार चन्नी को सीएम बनाने के लिए जोर दिया। कठपुतली नहीं बने चन्नी तो चिढ़े सिद्धू नवजोत सिंह सिद्धू शुरू से ही पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ थे क्योंकि वो सत्ता में अपनी नहीं चला पाते थे। चूँकि सिद्धू कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीब थे, इसलिए उन्होंने अमरिंदर को पंजाब की सीएम की कुर्सी से हटाने के लिए खूब हाथ-पाँव मारा जिसमें चरणजीत सिंह चन्नी ने उनका पूरा साथ दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद सिद्धू राज्य के मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, परन्तु पाकिस्तान के प्रति सिद्धू के प्रेम ने सभी किये कराये पर पानी फेर दिया। अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जिस कारण कांग्रेस हाई कमान ने पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया, परन्तु सिद्धू के मन में कुछ और ही था। नाराज नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने के लिए पार्टी ने उनके करीबी चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया मुख्यमंत्री बनाया और सिद्धू को लगा कि वो चन्नी के कंधे पर बन्दुक रख अपना राजनीतिक दांव खेलेंगे। चन्नी खुद को एक बेहतर सीएम साबित करना चाहते हैं, इसलिए चन्नी ने कठपुतली बनने से इंकार कर दिया और ऐसे निर्णय लिए जो सिद्धू को रास नहीं आये। एजी और डीजीपी की नियुक्ति भी उसी का हिस्सा है जिसके बाद सिद्धू ने चन्नी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। सिद्धू की नजर कुर्सी पर नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी के निर्णय के विरोध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अब इस इस्तीफे को वापस लेते हुए सिद्धू ने अल्टीमेटम दिया है। सिद्धू ने कहा है कि जब तक शीर्ष सरकारी वकील APS देओल को हटाया नहीं जाता, तब तक वह वापस नहीं आएंगे। वास्तव में नवजोत सिंह सिद्धू इस्तीफा देकर कांग्रेस हाईकमान पर दबाव बनाना चाहते थे और चरणजीत सिंह चन्नी को अपनी ताकत दिखाना चाहते थे, परन्तु चुनावों के पास होने के कारण कांग्रेस हाईकमान ने कोई रिस्क नहीं लिया। अंततः सिद्धू को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए विवश होना पड़ा। नवजोत सिंह सिद्धू की नजर पंजाब की कुर्सी पर है, परन्तु इमरान खान से मित्रता और बाजवा से उनके लगाव ने उनके सपनों पर पानी फेरने का काम किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नवजोत सिंह सिद्धू अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं और वो चरणजीत सिंह चन्नी को सबसे बड़ी बाधा के रूप में देख रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-says-centre-should-distribute-money-raised-from-oil-7163646/,"तेल की बढ़ी कीमतों से केंद्र सरकार ने जुटाए 4 लाख करोड़ रुपये, बेहतर है इसे राज्यों में बांट दिया जाए : ममता बनर्जी","कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में वृद्धि ( Fuel Price Hike) से 4 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं,। उन्होंने मांग की है कि यह पैसा राज्यों के बीच समान रूप से वितरित किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की है। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा सत्र के दौरान केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचने से केंद्र सरकार ने लगभग 4 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए हैं। अब वे (भाजपा) चाहते हैं कि राज्य सरकारें वैट कम करें। अगर राज्य ऐसा करते हैं तो उन्हें अपना पैसा कहां से मिलेगा? केंद्र को चाहिए कि वह 4 लाख करोड़ रुपये राज्यों के बीच समान रूप से वितरित करें। सीएम ने आगे कहा कि उनका राज्य वित्तीय बाधाओं के बावजूद कई तरह की सब्सिडी प्रदान कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर चुनवी राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगते हुए कहा कि ""जब भी चुनाव नजदीक होते हैं, वे (केंद्र) कीमतें नीचे लाते हैं। चुनाव खत्म हो जाने पर, वे इसे फिर से बढ़ाते हैं। तेल की कीमतों पर हमें भाषण देने वालों को पहले जवाब देना चाहिए कि राज्य सरकार को अपना पैसा कहां से मिलेगा।"" गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की भाजपा इकाई ( West Bengal BJP Unit) ने तेल पर वैट कम नहीं करने पर आंदोलन करने की धमकी दी है। बनर्जी ने केंद्र सरकार पर राज्यों के बीच कोरोना टीकों (Covid Vaccine) के वितरण के दौरान बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ""उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को दिए गए टीकों की तुलना में हमें दिए गए टीकों की संख्या बहुत कम थी। हमने सुनिश्चित किया है कि टीके की एक भी खुराक बर्बाद न हो।""",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cruise-drug-case-ncp-leader-nawab-malik-says-will-reveal-tomorrow-devendra-fadnavis-links-with-underworld-7163411/,"Cruise Drug Case: फडणवीस के आरोपों पर नवाब मलिक का पलटवार, बोले- कल 10 बजे देवेंद्र के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर गिरेगा 'हाइड्रोज बम'","नई दिल्ली। मुंबह क्रूज ड्रग मामले ( Cruise Durg Case ) के बीच महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) के नवाब मलिक ( Nawab Malik ) को लेकर अंडरवर्ल्ड कनेक्शन ( Under World Connection ) के आरोपों के बाद एनसीपी नेता ने पलटवार किया है। मलिक ने फडणवीस के आरोपों को पूरी तरह झूठा बताया। उन्होंने कहा कि जो भी जमीन खरीदी गई पूरी तरह कानून के हिसाब से खरीदी गई। इस जमीन का मुंबई बम धमाके के किसी भी दोषी से कोई कनेक्शन नहीं है। नवाब मलिक ने कहा कि अब अंडरवर्ल्ड को लेकर बात निकली है तो कल सुबह यानी 10 नवंबर को सुबह 10 बजे तक इंतजार कीजिए। 'मैं देवेंद्र फडणवीस के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर बड़ा खुलासा करूंगा।' मैं कल सुबह 10 बजे महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस का अंडरवर्ल्ड का क्या खेल है और उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए किस तरह से अंडरवर्ल्ड के जरिए पूरे शहर को होस्टेज बना रखा था इसकी जानकारी दूंगा: नवाब मलिक — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2021 महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने राई को पहाड़ बनाने की कोशिश की है। उनको जिसने भी जानकारी दी है वो अधूरी दी है। मेरे किसी अंडरवर्ल्ड वाले से कोई संबंध नहीं और ना ही मैंने किसी आरोपी या दोषी से कोई जमीन ली है। मलिक ने कहा, फडणवीस ने कहा था बम फोड़ूंगा, लेकिन उनके पटाखे भीग गए और आवाज नहीं कर पाए। एक माहौल खड़ा किया गया कि नवाब मलिक के बम ब्लास्ट के दोषियों से संबंध हैं। मलिक ने कहा कि हमने किसी बम धमाके के आरोपी से जमीन नहीं खरीदी है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने जमीन खरीद ली और उसमें फर्जी किरायेदार रख लिए। लेकिन ऐसा नहीं है। वहां पर सोसायटी है। उसके पीछे जो जमीन है, वहां बड़े पैमाने पर झुग्गी झोपड़ियां हैं। वहां मेरा एक गोदाम है, वह जमीन लीज पर थी। उसी में हमारी 4 दुकानें भी थीं। देंवेंद्र फडणवीस जानकारी देने वाले कच्चे खिलाड़ी हैं। 1996 में जब शिवसेना और भाजपा की सरकार थी तो 9 नवंबर के दिन ही मैं उपचुनाव जीता था। उस दौर में जश्न भी वहीं मनाया गया था। वहीं से हमने चुनाव लड़ा था। वहां पर एक सोसायटी थी, जिसने हमें ओनरशिप देने की बात कही थी और पूरी स्टांप ड्यूटी देने के बाद हमने उसे लिया था सरदार वलीखान का गोवाला कंपाउंड में आज भी घर है। 70 वर्षों से उसी जगह पर सरदार वली खान के पिता वॉचमैन की तरह काम कर रहे थे। जब हमने गोवावाला परिवार से जमीन ली। पूरे शहर को फडणवीस ने बनाया हॉस्टेज नवाब मलिक ने कहा कि बुधवार सुबह 10 बजे देवेंद्र फडणवीस के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर बड़ा खुलासा करूंगा। किस तरह देवेंद्र फडणवीस अंडरवर्ल्ड के जरिए पूरे मुंबई शहर को हॉस्टेज बनाए हुए थे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/yogi-adityanath-kairana-card-ahead-of-up-elections-2022-7163389/,2017 में किया वादा 2022 के UP चुनावों से ठीक पहले पूरा कर भाजपा ने चला बड़ा दांव,"अब तो कोई डर नहीं है न? ये शब्द उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हैं, जो उन्होंने कैराना में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए एक बच्ची से पूछा था। कैराना में हिन्दुओं की वापसी हो रही है और राज्य सरकार ने किसी भी तरह के दुस्साहस के लिए अपराधियों को दो टूक में कहा है कि एक गलती और सीधे सीने में छेद कर दिया जायेगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के प्रयासों के कारण ही आज कैराना में हिन्दू सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, परन्तु योगी आदित्यनाथ के दौरे की टाइमिंग पर कई सवाल उठते हैं। सवाल ये कि भाजपा सरकार ने न्याय दिलाने में इतनी देरी क्यों की? जाहिर है, अगले वर्ष अर्थात 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और हिन्दू मतदाताओं को साधने की दिशा में कैराना की भूमिका भाजपा के लिए अहम साबित हो सकती है। डरने की आवश्यकता नहीं सरकार है साथ दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को कैराना के दौरे पर पहंचे और यहां उन पीड़ित परिवारों से मुलाकात की जो विशेष समुदाय के गुंडा राज के कारण पलायन करने को विवश हो गये थे और अब जाकर वो अपने घर वापस लौट रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने शामली के कैराना में मौजूदा कानून व्यवस्था का जायजा लिया और जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी तरह से उनके साथ है, डरने की कोई बात नहीं है। इस दौरान सीएम योगी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी में तालिबानी मानसिकता स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, ""पिछले साढ़े चार साल में हमने इस तरह का माहौल बना दिया, जिससे अपराधी सिर उठाकर चलने के लायक भी नहीं रह गया है। जिसने भी व्यापारियों या निर्दोष लोगों पर गोली चलाई उसकी छाती में गोली मारकर दूसरे लोक की यात्रा करा दी।"" योगी ने दंगाइयों को चेताते हुए कहा, ""जो भी अराजकता करने की कोशिश करेगा, दंगा करेगा, उसकी आने वाली पीढ़ियां भूल जाएंगी कि कैसे दंगा होता है।"" उन्होंने तालिबानी मानसिकता पर प्रहार करते हुए कहा, ""जब मुजफ्फरनगर में दंगा होता है तो कुछ लोग खुश होते हैं, कैराना से पलायन पर खुश होते हैं। तालिबान के शासन पर नारे लगाते हैं, तालिबानी मानसिकता नहीं चलने देंगे।"" इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि उनके शासनकाल में अपराधियों को हौसले पस्त हुए हैं और कानून व्यवस्था मजबूत हुई है, परंतु कैराना के दौरे को लेकर विपक्ष ने योगी सरकार पर सांप्रदायिकता की राजनीति करने के आरोप लगाये हैं। स्पष्ट है कि भाजपा कैराना में हिंदुओं के पलायन के मामले को लेकर राजनीतिक स्कोर सेट कर रही है। कैराना से क्यों करना पड़ा था हिंदुओं को पलायन? वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर इस्लामिक चरमपंथ के उन्माद से दहल उठा था, इस दंगे की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि इससे सटे कैराना से वर्ष 2016 में हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा सामने आया था। कैराना में हिन्दुओं के पलायन की बड़ी वजह जनसंख्या समीकरण को भी माना जाता है। वर्ष 2016 में हिन्दुओं के पलायन के मामले की जांच में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) की चार सदस्यों की टीम ने भी पाया था कि हिंदू परिवार वास्तव में विशेष समुदाय के कारण पलायन करने को विवश हुए थे। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कैराना से सैकड़ों हिंदू परिवार पलायन कर चुके थे और इसका कारण कैराना की आबादी के अनुपात में बदलाव है। इस रिपोर्ट में माना गया था कि कैराना में कुछ मुस्लिम युवक हिंदुओं की बहू-बेटियों के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इन युवकों के डर से कुछ पीड़ित परिवार पुलिस में शिकायत नहीं करते थे, और कुछ मामलों में तो स्थानीय पुलिस ने परिजनों की शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की। आयोग ने 20 प्वाइंट में सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में यूपी सरकार को कई सुझाव भी दिए थे, परंतु तत्कालीन सपा सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बता दें कि साल 20011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश के कैराना की कुल आबादी 89,000 थी, जिसमें 16,320 (18.34%) हिंदू थे और 71,863 (80.74%) मुसलमान थे, अब तक तो ये अंतर और बढ़ गया होगा। यही कारण है कि वर्ष 2016 में सहारनपुर के पूर्व सांसद राघव लखनपाल ने दावा किया था कि कैराना में अब 92% मुस्लिम जबकि हिन्दू केवल 8% ही रह गए हैं। कश्मीर के बाद कैराना में हिंदुओं का पलायन शर्मसार कश्मीर से हिंदुओं के पलायन के बाद कैराना का यह पलायन भारत के लिए किसी शर्मनाक स्थिति से कम नहीं था। वोट बैंक की राजनीति के कारण हिंदू समुदाय ने न्याय की उम्मीद ही छोड़ दी थी। कश्मीर के हिंदुओं ने भी राजनेताओं की सत्ता की लालसा के कारण दशकों तक अन्याय का दंश झेला था। सपा के मुस्लिम वैटबैंक के मोह ने, फिर भाजपा शासन की सुस्ती के कारण कैराना के हिंदुओं को न्याय मिलने में देरी हुई। हालांकि, अब कैराना में स्थिति बदल रही है। वैटबैंक की राजनीति पलायन पर पड़ी भारी वैसे ये भाजपा के पूर्व सांसद स्वर्गीय हुकुम सिंह ही थे जिन्होंने कैराना में हो रहे बड़े पैमाने पर हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था और वर्ष 2016 में 346 हिन्दू परिवारों के पलायन की सूची भी जारी की थी। हुकुम सिंह ने कैराना में बढ़ते अपराध और अपराधियों को दिये जा रहे राजनीतिक संरक्षण पर भी प्रकाश डाला था। उत्तर प्रदेश में तब विधानसभा चुनाव पास थे और समाजवादी पार्टी ने वोटबैंक की राजनीति के लिए इस मामले को ज्यादा महत्व नहीं दिया था। उस समय भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और सत्ता विरोधी लहरों पर सवार हो भाजपा ने यूपी के विधानसभा चुनाव 2017 में जीत दर्ज की, परंतु बीजेपी यह सीट 2017 के विधानसभा चुनाव में नहीं जीत पाई थी। शायद यही कारण है कि हिन्दुओं के पलायन की समस्या को सुलझाने में भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले का समय चुना। अब जब 2022 के विधानसभा चुनाव पास हैं तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शामली के जनपद कैराना का दौरा किया और उन परिवारों से मुलाकात की, जो सांप्रदायिक दंगों के बाद यहां से पलायन कर गए थे, परंतु अब वो सभी वापस लौट रहे हैं। यही नहीं सीएम योगी ने सोमवार को कैराना में PAC कैंप, यूपी रोडवेज बस स्टैंड सहित करोड़ों रुपये की 114 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया। स्पष्ट है भाजपा इस सीट को साधना चाहती है और अब विपक्ष ने भी योगी आदित्यनाथ के कैराना दौरे और पलायन के मुद्दे को हल करने की टाइमिंग को लेकर भाजपा पर वोटों के ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। बता दें कि कैराना पश्चिम उत्तर प्रदेश के शामली जिले की 3 विधानसभा सीटों में से एक है और हुकुम सिंह ने कैराना विधानसभा का सबसे अधिक समय तक प्रतिनिधित्व किया है। हुकुम सिंह की मृत्यु के बाद भाजपा इस सीट को जीतने में असफल रही, परन्तु इस बार भाजपा एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। हालांकि, यूपी चुनाव में भाजपा का कैराना का दांव सफल होगा या नहीं ये तो आने वाला समय ही बतायेगा, परन्तु योगी आदित्यनाथ इस सीट पर भाजपा की दावेदारी को मजबूत करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cruise-drug-case-bjp-leader-devendra-fadnavis-big-allegation-nawab-malik-bought-land-from-mumbai-bomb-blast-convicts-7163298/,"Cruise Drug Case: देवेंद्र फडणवीस का बड़ा आरोप, नवाब मलिक ने मुंबई बम धमाके के दोषियों से खरीदी जमीन","नई दिल्ली। मुंबई क्रूज ड्रग केस ( Cruise Drug Case ) में शुरू हुई सियासी तकरार अब भी जारी है। महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) का बड़ा आरोप लगाया। मंगलवार को प्रेस वार्ता के जरिए फडणवीस ने नवाब मलिक ( Nawab Malik ) के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन ( Under World Connection ) की बात कही। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक ने मुंबई बम धमाकों ( Mumbai Bomb Blast ) के गुनहगारों से जमीन खरीदी। फडणवीस ने बताया कि 1993 में हुए मुंबई बम धमाके के दो आरोपी सलीम पटेल और शाह वली खान से 2005 में नवाब मलिक ने जमीन खरीदी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने कहा ना ये सलीम-जावेद की स्टोरी है और ना ही इंटरवेल के बाद की पिक्चर है। जैसा 'मैंने कहा था कि ये सारे सबूत एनसीपी चीफ शरद पवार को भी दूंगा, ताकि उनको पता चले उनके मंत्रियों ने क्या गुल खिलाए हैं।' उन्होंने कहा ऐसी कुल मिलाकर पांच संपत्तियां हैं, जिनमें से चार में तो 100 फीसदी अंडरवर्ल्ड का एंगल है। ये 2005 से लेकर अब तक की हैं। Nawab Malik has dealings with people from the Underworld people convicted in '93 Mumbai bomb blasts case. He purchased land from convicts of the case on rates cheaper than market rates. Was this deal to save prime land from being forfeited under TADA law?: Devendra Fadnavis, BJP pic.twitter.com/TDe0qfMmGc — ANI (@ANI) November 9, 2021 कुर्ला के एलबीएस रोड पर 1 लाख 23 हजार स्क्वेयरफीट जगह है। इस जमीन की एक रजिस्ट्री सॉलीडस कंपनी के नाम पर है। मुंबई बम धमाकों के गुनाहगार सलीम पटेल और शाहवली खान ने ये जमीन सॉलीडस कंपनी को काफी कम दाम में बेची। ये कंपनी नवाब मलिक के परिवार के लोगों की कंपनी है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि जब ये जमीन खरीदी तब 2005 में इसका मार्केट रेट 2053 प्रति स्क्वेयरफीट था, जिसे 25 रुपए स्क्वेयर फीट से बेचा गया। लेकिन पेमेंट सिर्फ 15 रुपए स्क्वेयर फीट से हुई। इस जमीन का पैसा सीधे सलीम पटेल और शाह वली खान के खाते में गया। कुल 20 लाख रुपए इतनी बड़ी जमीन बेची और खरीदी गई। सलीम के खाते में 15 और शाह के खाते में 5 लाख रुपए गए। फडणवीस ने मलिक से पूछे 3 अहम सवाल मुंबई के गुनाहगारों से आपने जमीन क्यों खरीदी? बम विस्फोट करने वालों से आपने जमीन क्यों खरीदी? ऐसी क्या बात थी कि इतनी बड़ी जमीन आपको काफी कम दाम में दी गई? बीजेपी नेता ने बताया कि इन दोनों पर टाडा लगा था। दरअसल टाडा के आरोपियों की सारी संपत्ति सरकार जब्त करती है। यही वजह है कि इन आरोपियों को जमीन जब्त ना हो इसलिए ये जमीन इतने कम दाम पर मलिक को ट्रांसफर की गई। कौन है सरदार शाह वली खान? शाह वली खान 1993 बम धमाके का गुनाहगार है। ये उम्र कैद की सजा काट रहा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने कायम किया है। इन पर आरोप था कि टाइगर मेमन के नेतृत्व में साजिश में शामिल हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंच और मुंबई महानगर पालिका में बम कहां रखना, इसकी रेकी शाह वली खान ने की थी। टाइगर मेमन ने घर बैठक में भी मौजूद था। अल हुसैनी ब्ल्डिंग में टाइगर मेमन के घर गाड़ियों में आरडीएक्स भरने वाला भी शाह वली खान था। कौन है मो. सलीम इसाक पटेल? सलीम पटेल हसीना पारकर के ड्राइवर होने के साथ फ्रंट मेन भी थे। हसीना पारकर 2007 में गिरफ्तार हुई तब सलीम पटेल भी गिरफ्तार हुआ। मुंबई पुलिस का रिकॉर्ड चेक करें तो दाउद के फरार होने के बाद उनकी बहन के नाम से संपत्तियां जमा होती थीं। इन संपत्तियों को जमा करने वाला सलीम पटेल था। बता दें कि मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले ( Cruise Drugs Case) को लेकर एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई लोगों पर आरोप लगाते आ रहे हैं। दिवाली से पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य में ड्रग्स का खेल देवेंद्र फडणवीस के इशारों पर चल रहा है। इस पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि, ‘नवाब मलिक ने तो फुलझड़ियां छोड़ी है। मैं दिवाली के बाद बम फोड़ूंगा। फडणवीस का ताजा आरोप इसी कड़ी का हिस्सा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/delhi-bjp-leader-manoj-tiwari-blames-aam-aadmi-party-for-poisonous-yamuna-river-7163144/,"Delhi: जहरीली युमना पर गर्माई सियासत, AAP और BJP आमने-सामने","नई दिल्ली। छठ के महापर्व पर दिल्ली ( Delhi ) में यमुना ( Yamuna River Pollution ) की लहरों पर जहरीले केमिकल और झाग की तस्वीरें सामने आने के बाद सियासत गर्मा गई है। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने यमुना के इन हालातों को लेकर जहां आम आदमी पार्टी ( Aam Aadmi Party ) को जिम्मेदार बताया है वहीं आप ने इसका ठीकरा बीजेपी पर ही फोड़ दिया। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और आप नेता राघव चड्ढा ने यमुना में बढ़ते जहर के लिए यूपी और हरियाणी की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार बताया। तो वहीं दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार के ढुलमुल रवैये को यमुना में प्रदूषण की वजह बताया। Delhi | We know that the Yamuna river water is dirty and it could be hazardous. But there is no option as prayers are offered to the Sun god while standing in flowing waters of a river, says a devotee at the Yamuna ghat near Kalindi Kunj pic.twitter.com/HNiN6qIKsy — ANI (@ANI) November 9, 2021 जहरीली होती यमुना को लेकर सियासी पारा हाई हो गया है। आप नेता राघव चड्ढा का कहना है कि यूपी और हरियाणा की सरकारों को इस बात की परवाह नहीं है कि वे यमुना में गंदा पानी छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, दिल्ली जल बोर्ड अपनी एसटीपी की क्षमता बढ़ाने पर लगातार काम कर रहा है, ताकि अनुपचारित अपशिष्ट पानी यमुना में नहीं छोड़ा जाए। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने इसको लेकर हरियाणा सरकार पर यमुना की सफाई के दावों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। जब सवाल उठे तब दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना केस प्रदूषण के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, यमुना में जहरीले रसायन की तस्वीरों को लेकर बीजेपी ने दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं। चड्ढा के मुताबिक, ओखला बैराज उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग के अधीन आता है। उसके ढुलमुल रवैये के कारण चारों तरफ जलकुंभी के पौधे उग आते हैं। ये समझने की जरूरत है कि जब ये जलकुंभी के पौधे सड़ जाते हैं, तब वे फॉस्फेट जैसे सर्फेक्टेंट छोड़ते हैं। यही पदार्थ यमुना को जहरीला बना रहा जिसकी जिम्मेदार यूपी और हरियाणा की बीजेपी सरकार है। मैली कर दी केजरीवाल ने यमुना जी और खुद घूम रहे दूसरे प्रदेश …वायु पलूशन के साथ ज़हरीली झाग में आस्था की लग रही डुबकी… हरियाणा , उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश सब जगह मन रही नदी घाट पे छठ पूजा ..लेकिन दिल्ली में नही होगी क्योंकि हर साल झूठ बोलती aap सरकार का ध्यान सिर्फ़ प्रचार पर है. pic.twitter.com/6v48cOo7n2 — Manoj Tiwari 🇮🇳 (@ManojTiwariMP) November 9, 2021 तिवारीः सिर्फ प्रचार पर 'आप' का फोकस पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस मामले में कहा कि ‘आप’ का ध्यान सिर्फ प्रचार पर है, यमुना के मैली होने को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं। यमुना नदीं की हालत पर मनोज तिवारी ने ट्वीट में लिखा कि, केजरीवाल ने यमुना जी को मैली कर दी और खुद दूसरे प्रदेशों में घूम रहे हैं। वायु प्रदूषण के साथ जहरीली झाग में आस्था की डुबकी लग रही है। उन्होंने लिखा कि हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, सब जगह नदी घाट पर छठ पूजा मनाई जा रही है। लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं है क्योंकि हर साल आप सरकार झूठ बोलती है। उसका ध्यान सिर्फ प्रचार पर है। बता दें कि छठ पूजा के दौरान यमुना नदी में स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं को मजबूरन जहरीले झाग वाले पानी में डुबकी लगानी पड़ी। ऐसे आता है यमुना में झाग यमुना नदी पर तैरता हुआ खतरनाक झाग, अमोनिया के स्तर में वृद्धि और उच्च फॉस्फेट सामग्री के कारण होता है। यह झाग उन औद्योगिक कचरों से आता है जोकि यमुना नदी में छोड़े जाते हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/manipur-election-2022-6-more-mla-may-leave-congress-before-7162668/,"मणिपुर में बढ़ रही कांग्रेस की मुश्किलें, 6 और विधायक छोड़ सकते हैं पार्टी","नई दिल्ली। अलगे साल देश के पांच राज्यों में चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं। वहीं मणिपुर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल, राज्य में एक के बाद एक विधायक भाजपा में शामिल हो रहे हैं। हाल में विधायक राजकुमार इमो सिंह और यान्थोंग हौकीप भाजपा में शामिल हो गए। अब खबरें हैं कि 6 और विधायक कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। मणिपुर में त्रिकोणीय मुकाबला राज्य के एक कांग्रेस नेता का कहना है कि मणिपुर विधानसभा चुनाव में पार्टी की मुश्किलें बढ़ रही हैं। अभी तक भाजपा की अगुआई में गठबंधन और कांग्रेस के बीच मुकाबला था। लेकिन अब तृणमूल कांग्रेस ने भी राज्य में कई सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है ऐसे में कांग्रेस की मुश्किलें थोड़ी बढ़ सकती हैं। टीएमसी की एंट्री के बाद राज्य में मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। वहीं विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरों पर कांग्रेस का कहना है कि जिन विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरें सामने आ रही हैं, इनमें से कई विधायकों की गतिविधियां पार्टी अनुशासन के खिलाफ हैं। इसलिए, चुनाव से पहले ये विधायक किसी दूसरी पार्टी में जगह तलाश सकते हैं। अगर ऐसा नहीं भी हुआ तो पार्टी खुद उन पर एक्शन लेगी। नेताओं के पास बढ़ गए विकल्प कांग्रेस नेताओं का कहना है कि टीएमसी ने राज्य में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में नेताओं के पास पार्टी बदलने का एक विकल्प और बढ़ गया है। यही वजह है कि कुछ विधायक टीएमसी और बीजेपी से मोलभाव कर रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि इस लिस्ट में कई विधायक तो ऐसे भी हैं जिनका बीजेपी की सीट पर जीत हासिल करना नामुमकिन है। गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के मणिपुर में चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि अगर पिछले चुनावों की बात करें तो टीएमसी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने सात सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन बाद में टीएमसी के विधायक कांग्रेस और भाजपा में शामिल हो गए। वहीं साल 2017 में पार्टी सिर्फ एक सीट जीत दर्ज कर पाई थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-target-over-gov-on-5-year-complete-of-demonetisation-7162580/,"नोटबंदी को राहुल गांधी ने बताया मित्र हित में चली गई चाल, कहा- देश माफ नहीं करेगा","नई दिल्ली। भाजपा सरकार द्वारा की गई नोटबंदी को आज पांच साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर विपक्ष नोटबंदी के फैसले को लेकर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मौके पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी के दौरान हमें बताया गया था कि सरकार के इस फैसले से काला धन वापस आएगा, वापस आएगा, लेकिन काला धन तो वापस नहीं आया बल्कि छोटे व्यापारी सड़क पर जरूर आ गए। नोटबंदी को बताया साजिश राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा कि नोटबंदी सरकार द्वारा अपने अरबपति मित्रों के हित में चली गई एक चाल थी, इसके लिए भाजपा सरकार को देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। राहुल गांधी का कहना है कि माफी गलती के लिए दी जाती है, लेकिन यह तो जानबूझकर रची गई एक साजिश थे। जिसके लिए पांच साल तो क्या पचास साल बाद भी देश की जनता सरकार को माफ नहीं करेगी। गलती होती तो जनता माफ़ कर देती लेकिन जान बूझकर मित्र-हित में चली गयी इस चाल की कोई माफ़ी नहीं- कितने ही साल बीत जाएँ काफ़ी नहीं। #नोटबंदी — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2021 बता दें कि नोटबंदी को पांच साल पूरे होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अगर नोटबंदी सफल थी तो भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ। कालाधन वापस क्यों नहीं आया है। अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई और न ही आतंकवाद पर चोट हुई। कश्मीर में आतंकी हर रोज लोगों की हत्या कर रहे हैं और महंगाई आसमान छू रही है। गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने रात आठ बजे देश को संबोधित करते हुए 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने की घोषणा कर दी। पीएम ने बताया कि आज रात से ही ये नोट बंद हो जाएंगे। अगर आपके पास पुराने नोट रखे हैं तो नजदीकी बैंक में जाकर इन्हें बदलवा सकते हैं। हालांकि सरकार की ओर से इसको लेकर भी कुछ शर्तें रखी गई थीं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-slams-punjab-govt-over-kotkapura-police-firing-case-7161889/,"नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर साधा पंजाब सरकार पर निशाना, पूछा- कोटकपुरा पुलिस फायरिंग केस की चार्जशीट कहां है?","चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu) ने सोमवार को राज्य में अपनी पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि 2015 कोटकपुरा पुलिस फायरिंग की घटना में अब तक चार्जशीट क्यों नहीं दर्ज हुई ! सिद्धू ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया था कि कोटकपुरा घटना (Kotkapura police firing case) की जांच छह महीने के भीतर पूरी कर ली जाय, लेकिन छह महीने बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है, आखिर इस मामले की चार्जशीट कहां है। सिद्धू पहले भी सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के कामकाज को लेकर नाखुशी जाहिर कर चुके हैं। सिद्धू ने पंजाब सरकार से यह भी पूछा कि गोलीबारी की घटना के आरोपी पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी (Former Punjab DGP Sumedh Singh Saini) को मिली जमानत के खिलाफ अदालत में विशेष अनुमति याचिका क्यों नहीं दायर की गई। उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से कोई भी वकील अटॉर्नी जनरल बन सकता है और कोई भी आईपीएस अधिकारी डीजीपी बन सकता है, लेकिन अगर नैतिकता के बारे में बात करते हैं तो क्या ऐसा करना सही होगा ! क्या हम ऐसे लोगों को एजी और डीजी के रूप में नियुक्त कर सकते हैं, जबकि हमने पंजाब के लोगों से वादा किया था कि हम उन्हें बेअदबी और गोलीकांड के मामलों में न्याय देंगे। उन्होंने कहा कि कोटकपुरा गोलीकांड में तीसरी एसआईटी को गठित हुए 6 महीने हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। सिद्धू ने कहा कि यह मेरा कोई व्यक्तिगत मामला नहीं है, लेकिन मैं अपने पंजाब के साथ खड़ा हूं। पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पंजाब में सत्तारूढ़ सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है, क्योंकि राज्य के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी को दी गई बेल के खिलाफ विशेष अनुमति याचिका दायर नहीं की गई जो कि फरीदकोट के बहबलकलां पुलिस फायरिंग मामले में नामजद मुख्य व्यक्तियों में से एक हैं। उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगते हुए कहा कि जिन्होंने मुख्य साजिशकर्ताओं को क्लीन चिट दी थी, क्या हम उन्हें एजी और डीजी के रूप में नियुक्त कर सकते हैं, जबकि हमने पंजाब के लोगों को इस मामले में न्याय दिलाने का वादा किया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/kejriwal-announce-rs-3000-per-month-unemployed-allowance-in-goa-7161837/,"गोवा में अरविंद केजरीवाल का ऐलान, हर महीनें देंगे 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता, बिजली होगी बिल्कुल फ्री","नई दिल्ली। अलगे साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इसको लेकर सभी पार्टियों ने रैलियां और घोषणाएं शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में आज गोवा में मौजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई बड़े ऐलान कर दिए हैं। दिल्ली सीएम ने कहा कि अगर राज्य में हमारी सरकार बनी तो हर महीनें 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देंगे। इसके साथ ही राज्य में बिजली बिल्कुल मुफ्त होगी। दिल्ली की तर्ज पर होगा गोवा का विकास दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि हमारा लक्ष्य गोवा में भी दिल्ली की तर्ज पर विकास करना है। हमारी सरकार बनने पर लोगों को मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बिजली भी बिल्कुल फ्री होगी। उन्होंने आगे कहा कि अब गोवा के अंदर भी हर गांव के अंदर एक-एक स्कूल खुलवाएंगे। दिल्ली में हमने मोहल्ला क्लीनिक खोला है, गोवा के अंदर भी हर गांव के अंदर एक क्लीनिक खोलेंगे। 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता का ऐलान इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने रोजगार के मुद्दे पर भी बात की। दिल्ली सीएम ने कहा कि बेरोजगारी भी राज्य में बड़ी समस्या है, हम इसे जड़ से खत्म करने पर काम करेंगे। उनका मानना है कि सभी को रोजगार देने में समय लगेगा, लेकिन जब तक रोजगार नहीं देते तब तक बेरोजगारी भत्ता देंगे, राज्य के हर पात्र युवा को हर महीने 3 हजार रुपए दिए जाएंगे। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल आज एक बार फिर गोवा के दौरे पर हैं। बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ट्वीटर पर इस बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कोंकणी भाषा में ट्वीट कर लिखा था कि हमारे धार्मिक और तीर्थस्थलों का महत्व हमारे जीवन में रहे। हम इन स्थलों पर जाएं तो भगवान हमें आशीर्वाद दें हमें जीवन में नई ऊर्जा और दिशा मिले। बता दें कि गोवा में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र उन्होंने वहां की जनता से बड़े वादे किए हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-targets-on-government-over-rising-committed-suicide-case-7160993/,"कांग्रेस का सरकार पर हमला, कहा- लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही बीजेपी","नई दिल्ली। महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे पर सरकार पर हमलावर रहने वाली कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी लोगों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। 2014 में जब से बीजेपी सत्ता में आई है उसके बाद से बड़ी संख्या में लोगों ने आत्महत्या की है। कांग्रेस का कहना है कि इन लोगों ने सरकार के रवैए की वजह से अपनी जान दी है। बीजेपी सरकार में 9.52 लाख लोगों ने की आत्महत्या रणदीप सुरजेवाला ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए सरकार पर ये आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि 2014 से अब तक कुल 9.52 लाख लोग आत्महत्या कर चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या में 55 प्रतिशत, ऐसे बेरोजगारों की संख्या में 58 प्रतिशत और किसानों, मजदूरों तथा दिहाड़ी मजदूरों की संख्या में 139.37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नाकामी को छिपा रही सरकार कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 2014 से 2020 के बीच पिछले सात साल के दौरान मोदी सरकार की नाकाम और संवेदनहीन नीतियों से 9,52,875 भारतीय आत्महत्या करने को मजबूर हुए थे। इसके बाद भी सरकार अपनी नाकाम जनविरोधी नीतियों को छिपाने की कोशिश में लोगों के बीच विभाजन, नकारात्मकता, निराशा को बढ़ावा दे रही है। सुरजेवाला ने कहा कि इतने खराब आंकड़ों के बावजूद सत्ता के प्रति बीजेपी की ललक बनी हुई है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े डरावने और दिल दहला देने वाले हैं। सरकार युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है, कृषि कानूनों ने किसानों को उनकी ही जमीन में मजदूर बना दिया है। नोटबंदी और जीएसटी ने छोटे व्यापारी को बर्बाद कर दिया। यही वजह है कि लोग इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हैं। इसके लिए पूरी तरह से सरकार ही जिम्मेदार है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-assembly-election-2022-bjp-will-fight-all-seats-in-punjab-7160501/,"Punjab Assembly Election 2022: भाजपा ने किया ऐलान, पंजाब में सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी पार्टी","नई दिल्ली। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा ने बड़ा ऐलान कर दिया है। दरअसल, बीजेपी ने पंजाब में सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। यह बात पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कही। बता दें कि पंजाब में साल 2022 के शुरूआत में ही विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में कांग्रेस सत्ता में है, 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था। बीजेपी का कहना है कि पंजाब की जनता कांग्रेस से परेशान है, अब हम केंद्र की तरह पंजाब में भी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे। बीजेपी को मिली थीं 3 सीटें अगर साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन की बात करें तो पार्टी को सिर्फ 3 सीटें हासिल हुई थीं। वहीं भाजपा के सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल को 15 सीटें मिलीं। लेकिन इस बार बीजेपी अकेले ही मैदान में हैं क्योंकि तीनों कृषि कानून लागू होने के बाद शिअद ने भाजपा से अलग होने का फैसला कर लिया था। आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों पर जीत दर्ज कर राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी उभरकर सामने आई थी। कांग्रेस में कलह नहीं हो रही खत्म माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस के लिए पंजाब में वापसी करना आसान नहीं होगा। लंबे समय से कांग्रेस में कलह चल रही है। पार्टी के नेता ही एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमलावर थे, वहीं उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया तो अब सिद्धू सीएम चन्नी पर हमलावर हैं। दरअसल, चन्नी के पंजाब सीएम बनने के कुछ ही दिन बाद सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू का कहना है कि नई सरकार में भी ऐसे लोगों को शामिल किया जा रहा है, जिन पर भष्ट्राचार के आरोप हैं। फिलहाल कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के समझाने पर सिद्धू ने इस्तीफा वापस तो ले लिया है, लेकिन उनका कहना है कि राज्य में नए डीजीपी की नियुक्ति के बाद ही वह अपना काम करना शुरू करेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-national-executive-meeting-pm-modi-honoured-for-100-crore-coronavirus-vaccinations-7160020/,"BJP National Executive Meeting: 100 करोड़ टीकाकरण के लिए पीएम मोदी को किया गया सम्मान, नड्डा बोले- बंगाल में नया इतिहास रचेगी भाजपा","नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रही इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान समेत तमाम छोटे-बड़े बीजेपी नेता शामिल हैं। बैठक में कोरोना संकट के बीच भारत में 100 करोड़ टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि बीजेपी प. बंगाल में नया इतिहास रचेगी। When Covid came no one in the world knew how to handle it. Modi Ji constituted a task force for vaccines, and today we can see the result. Within 9 months, 1 billion doses were inoculated. WHO also approved made in India vaccine 'Covaxin': Union Minister Dharmendra Pradhan pic.twitter.com/YcG8H7PjLF — ANI (@ANI) November 7, 2021 जेपी नड्डा ने कहा, मैं प. बंगाल के लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं हम आपके साथ हैं और राज्य में नया इतिहास रचेंगे। इस दौरान बैठक में कैलाश विजयवर्गीय, अनुपम हाजरा, स्वप्न दास गुप्ता समेत कई ऐसे नेता मौजूद थे, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाई थी। धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेसवार्ता के जरिए बताया कि बैठक को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने बंगाल के लोगों को विधानसभा चुनाव में समर्थन देने के लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा, 2016 में बंगाल में हमारी मौजूदगी नहीं थी। लेकिन अब हमें 38 फीसदी वोट मिला। 18 लोकसभा और 77 विधानसभा सीटें हमारे पास हैं। भारत के राजनीतिक इतिहास में पहली बार 9 करोड़ आबादी वाले राज्य में इस तरह के विकास को देखा गया। इस बैठक में 5 राज्यों में चुनाव की रणनीति पर मंथन के साथ ही पार्टी की आगामी रणनीतियों पर विचार किया गया। लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में हिस्सा लिया। ये बैठक एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हाइब्रिड रूप में आयोजित की गई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 124 सदस्य हिस्सा लिया। बता दें कि वर्ष 2022 में सात राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-mp-arvind-sharma-target-on-congress-mp-deepender-hooda-7159292/,"बीजेपी नेताओं को बंधक बनाने पर सांसद का बयान, आंख निकाल लेंगे और हाथ काट देंगे","नई दिल्ली। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों द्वारा हरियाणा सरकार के पूर्व समेत बीजेपी को बंधक बनाने के मामले पर राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी के कई नेताओं ने इसे कांग्रेस की साजिश करार दिया तो वहीं कुछ बीजेपी नेताओं ने इसके लिए किसानों और कांग्रेस को सख्त चेतावनी दे डाली। बीजेपी सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा सुन लें, अगर मनीष ग्रोवर की तरफ कोई आंख उठेगी तो हम उसकी आंख निकाल लेंगे। अगर हाथ उठेगा तो उसके हाथ को काट देंगे। हम उसको छोड़ेंगे नहीं। बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हरियाणा के रोहतक में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर समेत 150 बीजेपी नेताओं को सात घंटे तक बंधक बना लिया था। अब इस घटना पर हरियाणा सहित देश की राजनीति गर्म हो गई है। रोहतक से बीजेपी सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने पूरे मामले के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा को चेतावनी भी दी है। भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस राज्य में अपनी सरकार तो बना नहीं पाई, इसलिए इस तरह के तरीके आजमा रही है। सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस नेता राज करने के लिए छटपटा रहे हैं, लेकिन उनकी इन हरकतों से बीजेपी पर कोई असर नहीं होने वाला। अगले 25 सालों तक तो भाजपा को राज्य से कोई भी हिला नहीं सकता, कांग्रेस यह बात लिखकर रख ले। इस दौरान भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने हाल ही में हुए उपचुनाव के नतीजों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाल ही में ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है, आने वाले चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी ठीक वैसे ही अपने ही क्षेत्र में पराजित होंगे। गौरतलब है कि शुक्रवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर सहित कई बीजेपी नेताओं को किसानों ने बंधक बना लिया था। इस संबंध में जानकारी मिलने पर भारी संख्‍या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और बीजेपी नेताओं को रिहा कराया गया।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-cm-charanjit-singh-channi-attack-on-navjot-singh-sidhu-7159200/,"पंजाब सीएम चन्नी का नवजोत सिंह सिद्धू पर पलटवार, कहा- गरीब हूं लेकिन कमजोर नहीं","नई दिल्ली। मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी पंजाब कांग्रेस में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जुबानी जंग जारी है। बता दें कि हाल ही नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब सीएम पर निशाना साधा था, अब चरणजीत सिंह चन्नी ने सिद्धू के बयान पर पलटवार किया है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए चन्नी ने कहा कि मैं गरीब हूं लेकिन कमजोर नहीं हूं। सीएम चन्नी बोले मैं कमजोर नहीं हूं दरअसल, CM चरणजीत सिंह चन्नी आज सतलुज नदी पर पुल की आधारशिला रखने के लिए रूपनगर पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने सिद्धू के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि धीरे-धीरे वे पंजाब के हर मसले को सुलझा देंगे। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम चन्नी ने कहा कि मैं गरीब हूं लेकिन कमजोर नहीं हूं। चन्नी ने दिया सिद्धू को संदेश पंजाब सीएम ने कहा कि मैं बेअदबी समेत पंजाब की जनता के सारे मुद्दे हल कर सकता हूं। अब तो पंजाब की जनता भी कहने लगी है कि घर-घर दे विच चली गल, चन्नी करदा मसले हल। बता दें कि चन्नी के इस बयान को सिद्धू को करारा जवाब माना जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उन्होंने सिद्धू को संदेश दिया है कि वे पंजाब में बिना किसी के दवाब के सरकार चलाएंगे। गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने नई सरकार में हो रही नियुक्तियों पर सवाल उठाए थे। हालांकि शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया है। इसके साथ ही पंजाब सीएम चन्नी के सामने एक शर्त भी रख दी है कि जब पंजाब में नए डीजीपी और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति हो जाएगी तभी वो अध्यक्ष के रूप में अपना काम शुरू करेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-target-gov-stop-dividing-india-on-religion-and-caste-7158064/,"राहुल गांधी का सरकार पर हमला, धर्म-जाति के नाम पर भारत को बांटना बंद करो","नई दिल्ली। देशभर में आज गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है। इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देशवासियों को गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं देते हुए सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत के नीचे सभी को सुरक्षा दी थी। ठीक वैसे ही आज देश को भी बिना भेदभाव सभी की सुरक्षा करनी होगी। धर्म-मज़हब-जाति के नाम पर भारत को बांटना बंद करो। बता दें कि राहुल गांधी अक्सर सरकार पर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहते हैं। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार में किसान, आम आदमी, छोटे व्यापारी सभी परेशान हैं। नए कृषि कानूनों से सरकार ने किसानों को उनकी ही जमीन में मजदूर बना दिया है। नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों ने छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दी है, वहीं बढ़ती महंगाई से आम आदमी परेशान हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत के नीचे सभी को सुरक्षा दी थी। आज भी बिना भेदभाव सभी की सुरक्षा करनी होगी। धर्म-मज़हब-जाति के नाम पर भारत को बाँटना बंद करो! — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 5, 2021 हाल ही में राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने एक खबर साझा कि जिसमें बताया गया था कि देश के कई शहरों में पेट्रोल 120 रुपए प्रति लीटर से भी अधिक कीमत पर बिक रहा है। राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि जेबकतरों से सावधान रहें। हालांकि दिवाली से एक दिन पहले केंद्र ने पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए उत्पाद शुल्क घटा दिया है। जेबकतरों से सावधान!#TaxExtortion pic.twitter.com/VzgpUUhy9p — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 1, 2021 इसके बाद भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। अब राज्यों में तेल की कीमत कम करने में होड़ लगी हुई हैं। वहीं कुछ लोग सरकार के इस फैसले को अगले साल पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए एक पैतरा बता रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/lalu-prasad-leaves-for-delhi-after-bihar-assemble-by-election-7156857/,"बिहार विधानसभा उपचुनाव संपन्न होते ही दिल्ली लौटे लालू यादव, बोले- तबीयत सही नहीं है","नई दिल्ली। अभी कल ही बिहार विधानसभा उपचुनाव संपन्न हुए हैं और आज राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इस दौरान एयरपोर्ट पर जब मीडिया ने वापस जाने के वजह पूछी तो लालू ने बताया कि अभी उनकी तबीयत सही नहीं है, इसीलिए वे इलाज के लिए दिल्ली वापस जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने उपचुनाव के नतीजों पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। चुनावी नतीजों पर कुछ नहीं बोले लालू और रावड़ी बता दें कि इस दौरान उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। उपचुनाव के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार उपचुनाव पर वो पहले ही अपनी तरफ से बयान दे चुके हैं। ऐसे में अब इस विषय पर कुछ नहीं बोलेंगे। वहीं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी उपचुनाव के नतीजों पर चुप्पी साध ली। लालू प्रसाद यादव स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते लंबे समय से दिल्ली के एम्स में अपना इलाज करवा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए खास तौर पर वो पटना आए थे। ऐसे में विपक्ष के कई नेताओं ने इस हालात में लालू से चुनाव प्रचार करने पर पार्टी पर सवाल उठाए थे। वहीं राजद सांसद तेजप्रताप यादव ने भी पिता की तबीयत खराब होने के बाद भी उनसे प्रचार करवाने पर सवाल उठाया था। उपचुनाव में एनडीए ने मारी बाजी अगर बिहार विधानसभा के चुनावी नतीजों की बात करें तो उपचुनाव में दोनों सीटों पर एनडीए को जीत मिली है। उपचुनाव में बिहार की कुशेश्‍वरस्‍थान सीट पर जेडीयू ने जीत दर्ज कर ली है, यहां जेडीयू के अमन हजारी ने आरजेडी उम्मीदवार गणेश भारती को 12698 वोटों से हरा दिया है। जबकि तारापुर में जदयू के उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने राजद के उम्मीदवार अरुण कुमार साह को 3821 मतों से हरा दिया है। बता दें कि राजीव कुमार सिंह को 78966 वोट जबकि अरुण कुमार साह को 75145 वोट हासिल हुए हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-comment-on-captain-over-his-new-party-announcement-7156226/,"कैप्टन की नई पार्टी पर सिद्धू का बयान, पत्नी साथ नहीं देतीं तो जनता से क्या उम्मीद","नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही दोनों नेता एक-दूसरे पर और हमलावर नजर आ रहे हैं। बता दें कि कल कैप्टन अमरिंद सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया, इसके साथ ही उन्होंने अपनी नई पार्टी के नाम का भी ऐलान कर दिया। कैप्टन की पत्नी ने क्यों नहीं दिया इस्तीफा कैप्टन की नई पार्टी के नाम के ऐलान के बाद अब सिद्धू की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि अब इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है, जनता ने उन्हें पूरी तरह से नकार दिया है और जब कैप्टन की पत्नी ही उनका साथ नहीं देती तो वे जनता से क्या उम्मीद कर सकते हैं। सिद्धू ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उनकी पत्नी परनीत कौर इस नई पार्टी में साथ हैं तो उन्होंने अभी तक कांग्रेस से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। कैप्टन से नफरत करते हैं पंजाब के लोग बता दें कि कैप्टन ने पंजाब में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ आने की भी बात कही थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धू ने कहा कि कैप्टन जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने साफ कर दिया कि है हम कैप्टन को हाथ नहीं लगाएंगे, अगर ऐसा किया तो मिट्टी हो जाएंगे। कैप्टन का नाम लिए बगैर सिद्धू बोले वह चले हुए कारतूस हैं। जैसे-जैसे इंसान की उम्र बढ़ती है वैसे ही वह 'रौंदू' हो जाता है। अगर पंजाब की जनता की बात करें तो लोग उनसे नफरत करते हैं। गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से चल रही कलह के बाद कैप्टन ने बीते दिनों मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा वे पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे। अब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया है। कल उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया, इसके साथ ही बताया कि उनकी पार्टी का नाम पंजाब लोक कांग्रेस होगा। बता दें कि अभी इस नाम को चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिली है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-gives-a-advice-to-pm-modi-over-by-election-results-7155262/,"कांग्रेस की पीएम मोदी को सलाह, अहंकार छोड़ वापस लीजिए तीनों काले कानून","नई दिल्ली। लोकसभा की तीन और विधानसभा की 29 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी है। इन चुनावी नतीजों का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि अब पीएम मोदी को अहंकार छोड़कर तीनों काले कानून वापस ले लेना चाहिए। इसके साथ ही सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लूट को तुरंत बंद कर देना चाहिए। अगर केंद्र सरकार ने अब भी अपना अहंकार नहीं छोड़ा तो जनता उन्हें अस्वीकार कर देगी। नतीजों से समझ आया जनता का मूड कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा कि तीन लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को दो पर हार मिली है। विधानसभा उपचुनावों में भाजपा उन अधिकतर सीटों पर हारी है जहां कांग्रेस से सीधा मुकाबला था। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और महाराष्ट्र इसके प्रमाण हैं। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट और तीनों विधानसभा सीटों पर विजय हासिल की है। अब केंद्र को समझ में आ गया होगा कि जनता क्या चाहती है। BJP has lost 2 out of 3 Lok Sabha seats. In Assemblies, BJP has lost at most places in direct contest with INC. HP, Raj., Karnataka & Maharashtra have witnessed it. Modi ji, Shed arrogance! Repeal 3 Black Laws! Stop Petrol-Diesel-Gas Loot! Disdain for people’s pain is harmful. — Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 2, 2021 इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जनता की पीड़ा का तिरस्कार करना नुकसानदायक है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की। राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें ऐसे ही 'घृणा के खिलाफ' बिना डर के काम करते रहना है। यह कांग्रेस के लिए हर जीत हमारे कार्यकर्ताओं की जीत है। अगर चुनावी नतीजों की बात करें तो 3 लोकसभा और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान की बुधवार को मतगणना हुई, जिसमें NDA ने 15 सीटों पर कब्जा जमाया है। वहीं, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने परचम लहराया और राजस्थान-हिमाचल में कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया है। विधानसभा की आठ सीटें कांग्रेस ने जीती हैं और टीएमसी के खाते में चार सीटें गई हैं। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश की एक सीट पर वाईएसआरसीपी और हरियाणा की एक सीट पर इनेलो ने विजय पताका फहराई है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-lok-congress-amarinder-singh-announces-name-of-his-new-party-7154798/,"Punjab Lok Congress: कैप्टन ने किया अपनी पार्टी के नाम का ऐलान, सोनिया गांधी को भेजा 7 पन्नों का इस्तीफा","नई दिल्ली। Punjab Lok Congress. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सात पन्नों का इस्तीफा भेज दिया है। इसके साथ ही कैप्टन ने अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान भी कर दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी का नाम 'पंजाब लोक कांग्रेस' होगा, हालांकि अभी इस नाम को चुनाव आयोग से मंजूरी मिलनी बाकी है। सोशल मीडिया पर दी जानकारी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह ने सोशल मीडिया पर इस संबंध में जानकारी दी है। अब देखना यह होगा कि क्या कांग्रेस में से भी कोई नेता नई पार्टी में कैप्टन के साथ आता है। बता दें कि कांग्रेस के बड़े नेताओं के कैप्टन की नई पार्टी में साथ आने की खबरें लंबे समय से सामने आ रही हैं। वहीं कैप्टन ने राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा संग हाथ मिलाने की भी बात कह दी थी। पूर्व सीएम का कहना है कि पंजाब के लोगों का हित उनके लिए सबसे पहले है, जो पंजाब के विकास की बात करेगा मैं उसके साथ हूं। I have today sent my resignation to @INCIndia President Ms Sonia Gandhi ji, listing my reasons for the resignation. ‘Punjab Lok Congress’ is the name of the new party. The registration is pending approval with the @ECISVEEP. The party symbol will be approved later. pic.twitter.com/Ha7f5HKouq — Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 2, 2021 सिद्धू पर लगाए थे कई आरोप बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ ही दिनों पहले पंजाब सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर चर्चा कर इस्तीफा दे दिया। इस दौरान उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर भी जमकर निशाना साधा था। कैप्टन ने कहा कि अगर कांग्रेस ने सिद्धू को सीएम बनाया तो मैं इसका पुरजोर विरोध करूंगा। मीडिया से बात करते हुए कैप्टन ने नवजोत सिंह सिद्धू पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, उन्होंने कहा कि सिद्धू के पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ संबंध हैं और ऐसे शख्स को पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य की जिम्मेदारी देने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rakesh-tikait-says-bjp-will-win-up-assembly-election-in-2022-7154418/,"राकेश टिकैत ने कहा, ""यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, फिर भी बीजेपी जीतेगी""","नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पिछले 11 महीने से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान अक्सर ही केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमला करते आए है। चाहे सरकार के कृषि कानून की आलोचना करते हुए इसे वापस लेने की मांग करना हो, या समय-समय पर केंद्र सरकार, बीजेपी और पीएम मोदी के बारे में बयान देना हो, या फिर केंद्र सरकार को धमकी ही देनी हो, टिकैत इसका कोई मौका नहीं छोड़ते। हाल ही में टिकैत ने फिर से बीजेपी पर हमला किया है। टिकैत ने अपने एक इंटरव्यू में 2022 के फरवरी-मार्च में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, इसके बावजूद यूपी में बीजेपी ही जीतेगी। टिकैत के अनुसार बीजेपी की जीत के कारण टिकैत ने कहा कि यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, लेकिन जीत बीजेपी की ही होगी। टिकैत के अनुसार बीजेपी सरकारी मशीन का गलत इस्तेमाल करेगी। टिकैत ने यह भी कहा कि बीजेपी दूसरी पार्टियों के प्रत्याशियों को नॉमिनेशन दाखिल करने से भी रोकेगी और अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनका नॉमिनेशन कैंसिल करा देगी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/by-election-result-2021-three-lok-sabha-and-29-assembly-seats-counting-result-latest-updates-7154103/,"By Election Result 2021: BJP को बड़ा झटका, हिमाचल में कांग्रेस तो बंगाल में TMC ने किया क्लीन-स्वीप, जानिए तीनों लोकसभा सीटों की स्थिति","नई दिल्ली। देश के 13 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश ( By election result 2021 ) की तीन लोकसभा सीटों और 29 विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव के तहत मतदान हुए थे। इसके बाद दो नवंबर मंगलवार को इन सीटों के लिए मतगणना जारी है। इसकी प्रक्रिया सुबह आठ बजे से शुरू हुई। निर्वाचन आयोग ने असम की पांच, पश्चिम बंगाल की चार, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मेघालय की तीन-तीन, बिहार, कर्नाटक और राजस्थान की दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम और तेलंगाना की एक-एक सीट के लिए विधानसभा उपचुनाव आयोजित किया था। #HimachalPradesh by-poll | Congress wins in Fatehpur and Jubbal-Kothkai Assembly constituencies and leads in Arki. pic.twitter.com/yKUEsgTZsp — ANI (@ANI) November 2, 2021 हिमाचल में कांग्रेस ने किया क्लीन-स्वीप हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है। वहां मंडी लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस की प्रतिभा सिंह ने बीजेपी के उम्मीदवार कौशल ठाकुर को हरा दिया। हिमाचल में तीन विधानसभा सीटों पर भी चुनाव थे। उनपर भी कांग्रेस की जीत हुई। प्रतिभा सिंह 8,766 वोटों से जीती हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी ने इस सीट को 3.89 लाख वोटों से जीता था। बीजेपी सांसद राम स्वरूप के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ है। दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट के लिए बाईस राउंड की मतगणना के बाद पूर्व सांसद मोहन डेलकर की पत्नी शिवसेना उम्मीदवार कलाबेन डेलकर ने 47,447 मतों के अंतर से जीत हासिल की. उन्होंने भाजपा उम्मीदवार महेश गावित को हराया. बाईस राउंड के पूरा होने के बाद, कलाबेन डेलकर को 1,12,741 वोट मिले, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी, भाजपा उम्मीदवार महेश गावित ने 63,382 वोट हासिल किए Final #UPDATE | TMC wins all 4 seats in West Bengal by-polls Wins Dinhata with a margin of 1,64,089 votes, BJP 2nd Wins Santipur with a margin of 64,675 votes, BJP 2nd Wins Khardaha with a margin of 93,832 votes, BJP 2nd Wins Gosaba with a margin of 1,43,051 votes, BJP 2nd pic.twitter.com/X0mBvGF2ou — ANI (@ANI) November 2, 2021 This (WB by-poll result) was expected, we fought well, we're winning comfortably. The more BJP goes back, the better it is for democracy. People upset with their govt...Our party gave directions that there shouldn't be any post-poll violence. Nothing will happen: Saugata Roy, TMC pic.twitter.com/KZmH0EViyR — ANI (@ANI) November 2, 2021 बंगाल में TMC ने जीती चारों सीटें बंगाल में चारों विधानसभा सीटों पर टीएमसी ने कब्जा जमाकर बीजेपी को तगड़ झटका दिया है। शांतिपुर विधानसभा सीट 63,892 मतों के अंतर से जीती ली है। वहीं दिनहाटा सीट पर TMC ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। उपचुनाव में TMC के उदयन गुहा ने बीजेपी के अशोक मंडल को हरा दिया है। उदयन को कुल 151163 वोट मिले। सीट से पहले बीजेपी के नीतीश प्रमाणिक विधायक थे। उन्होंने बाद में इस्तीफा दे दिया था। वह सिर्फ 57 वोटों से जीते थे। इसके अलावा गोसाबा और खरदा सीट पर भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद भी बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ता और समर्थक जश्न मना रहे हैं। वहीं टीेएमसी सौगत रॉय ने रुझानों के बीच टीएमसी की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा (पश्चिम बंगाल उपचुनाव परिणाम) अपेक्षित था, हमने अच्छी लड़ाई लड़ी, हम आराम से जीत रहे हैं। बीजेपी जितनी पीछे जाएगी, लोकतंत्र के लिए उतना ही अच्छा है। हमारी पार्टी ने निर्देश दिया कि चुनाव के बाद कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए। कुछ नहीं होगा। 3 लोकसभा सीटों की स्थिति हिमाचल के मंडी हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी प्रत्याशी को हराकर शानदार जीत अर्जित की है। वहीं दादरा नगर हवेली में शिवसेना उम्मीदवार जीती हैं। जबकि मध्य प्रदेश के खंडवा में बीजेपी शुरू से ही बढ़त बनाए हुए है। कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस को 1-1 सीट पर जीत कर्नाटक में 2 विधानसभा सीटों पर नतीजे आ चुके हैं। सिंदगी विधानसभा पर बीजेपी ने 31,185 मतों के अंतर से जीत दर्ज की, जबकि हानगल विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने 7373 वोट से जीत अर्जित की। राजस्थान में भी बीजेपी को निराशा राजस्थान की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है इसमें से एक सीट का नतीजा आ गया है मिली जानकारी के मुताबिक, धरियावद सीट से कांग्रेस के नगराज मीणा जीत गए हैं। नगराज मीणा करीब 21 हजार वोटों से जीते हैं। वहीं वल्लभ नगर विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस 6 हजार वोटों से आगे चल रही है। बता दें कि धरियावद सीट पहले बीजेपी के खाते में थी। वहां के विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के बाद उपचुनाव हुआ। By-poll to 3 Parliamentary constituencies | BJP leading in Madhya Pradesh & Himachal Pradesh and Shiv Sena in Dadra and Nagar Haveli. pic.twitter.com/VFdvZEQP95 — ANI (@ANI) November 2, 2021 मिजोरम में एमएनएफ की जीत मिजो नेशनल फ्रंट ने मिजोरम की इकलौती विधानसभा सीट जीत ली है, जहां 30 अक्टूबर को उपचुनाव हुए थे। मिजोरम की तुइरियल सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ एमएनएफ के उम्मीदवार के लालदॉन्गलियाना ने कुल 14,561 मतों में से 39.96 प्रतिशत मत हासिल कर जीत दर्ज कर ली है। It was told to the tribals that BJP is against them. We formed schemes & presented before them. I'm happy that we have the evidence of their acceptance in the poll results. BJP has a one-sided lead in Jobat. This is the blessing of our tribal brothers & sisters: MP CM SS Chouhan pic.twitter.com/M4XAh5rzfp — ANI (@ANI) November 2, 2021 मध्य प्रदेश में दो सीट पर बीजेपी जीती मध्य प्रदेश में जोबट सीट पर BJP की सुलोचना तिवारी तो पृथ्वीपुर सीट पर शिशुपाल यादव ने जीत दर्ज की है। रैगांव सीट पर कांग्रेस की कल्पना को जीत मिली है। खंडवा लोकसभा सीट पर भी BJP जीत के करीब है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मतगणना जारी है और अब तक के नतीजे भाजपा के लिए सुखद और उत्साहजनक रहे हैं। खंडवा (संसदीय निर्वाचन क्षेत्र) में हम बहुत आगे हैं। मैं जोबट (विधानसभा क्षेत्र) के परिणामों को बहुत महत्वपूर्ण मानता हूं। विरोधियों ने आदिवासियों को बताया गया कि बीजेपी उनके खिलाफ है. हमने योजनाएं बनाईं और उनके सामने प्रस्तुत कीं। मुझे खुशी है कि हमारे पास चुनाव परिणामों में उनकी स्वीकृति के सबूत हैं। जोबाट में बीजेपी को एकतरफा बढ़त यह हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों का आशीर्वाद है बिहार की कुशेश्वरस्थान सीट JDU ने जीती बिहार में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान सीट पर जेडीयू ने कब्जा जमा लिया है। वहीं तारापुर सीट पर राष्ट्रीय जनता दल आगे चल रही है। By-election to Assembly constituencies across 14 states | BJP leading on 1 out of 3 seats in Madhya Pradesh, NPP & UDP on 1 each out of 3 seats in Meghalaya, Zoram People's Movement on 1 seat of Mizoram and Congress on 1 out of 2 seats in Rajasthan. pic.twitter.com/1hqPOfOMDQ — ANI (@ANI) November 2, 2021 #WATCH | TMC workers celebrate outside a counting centre in Dinhata, Cooch Behar as the party leads on all 4 seats in the by-polls to the State Assembly. TMC's Udayan Guha is leading in Dinhata with 96,537 votes so far.#WestBengalBypolls pic.twitter.com/k0GyQ3XC87 — ANI (@ANI) November 2, 2021 बिहार में जेडीयू ने जीती कुशेश्वरस्थान सीट बिहार की कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर JDU के अमन हजारी ने 12 हजार 698 वोटों से जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने RJD के गणेश भारती को हराया है। आरजेडी की हार को लेकर तेज प्रताप यादव ने कहा कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव में हार के लिए जगदा नंद सिंह (बिहार राजद प्रमुख), सुनील सिंह और संजय यादव जिम्मेदार हैं। वे पार्टी को बर्बाद कर रहे हैं. वे हमें (तेज प्रताप और तेजस्वी) लड़ाना चाहते हैं. मैं उनसे पार्टी छोड़ने का अनुरोध करता हूं। हरियाणा में अभय चौटाला जीते हरियाणा में कृषि कानून के विरोध में इनेलो के नेता अभय चौटाला के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव हुए। यहां अभय चौटाला कांग्रेस उम्मीदवार पवन बेनीवाल और भाजपा-जेपी उम्मीदवार गोबिंद कांडा के खिलाफ चुनावी टक्कर थी,जिसमें इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला विजयी रहे। असम में BJP ने दो सीटें जीतीं असम की थौरा विधानसभा सीट BJP ने जीत ली है। बाकी 4 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग अभी जारी है, जिसमें BJP जीत की तरफ बढ़ रही है। असम में 4 बार विधायक रह चुके रूपज्योति कुर्मी ने मरियानी सीट जीत ली है। वे इसी साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। कुर्मी को 55338 वोट, जबकि कांग्रेस के लोहित कौर को 15, 322 वोट मिले। मेघालय में 3 विधानसभा सीटों पर नतीजे घोषित मेघालय में तीनों सीटों पर नतीजे घोषित हो गए हैं। मावरेंगकेंग में एनपीपी ने 1816 के मामूली अंतर से जीत दर्ज की है। यहां कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है। मावफलांग में UDP उम्मीदवार ने 4401 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। इस सीट पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर और एनपीपी तीसरे नंबर पर रही, जबकि राजबाला सीट पर NPP ने 1926 मतों से जीत दर्ज की है। यहां कांग्रेस दूसरे नंबर पर और यूडीपी तीसरे नंबर पर रही।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cm-mamta-banerjee-slams-congress-says-cant-trust-him-7153741/,"ममता बनर्जी को कांग्रेस पर नहीं है भरोसा, बोलीं- बीजेपी से है सेटिंग","नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी सक्रिय हो गई हैं। वहीं इन दिनों वे कांग्रेस पर हमलावर नजर आ रही हैं। आज एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पार्टी पर बिल्कुल भरोसा नहीं है। बंगाल सीएम ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस की बीजेपी से सेटिंग है। कांग्रेस पर जमकर बरसीं ममता दरअसल, आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में एक पूजा उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को जमकर घेरा। ममता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है कांग्रेस ने कोई लड़ाई नहीं लड़ी। चुनाव के दौरान कांग्रेस बड़ी-बड़ी बातें करती है और अंत में चुपचाप बैठ जाती है। भाजपा संग है सेटिंग ममता बनर्जी ने कहा कि हमने विपक्ष के विरुध लड़ाई की है और यही वजह है कि हम दूसरे राज्यों में जा रहे हैं क्योंकि अब कांग्रेस पर भरोसा करने से कोई फायदा नहीं है। कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है, लेकिन आज पार्टी बिल्कुल शांत बैठी है। जब देश की जनता भाजपा सरकार से परेशान है ऐसे में कांग्रेस आगे आने की बजाए कोई भी फैसला नहीं ले रही है। ममता ने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस पर बीजेपी की आलोचना करने का दिखावा करती है, लेकिन असल में उसकी भाजपा संग सेंटिग है। गौरतलब है कि इन दिनों ममता ने कांग्रेस के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है। अभी हाल ही में ममता बनर्जी तीन दिवसीय दौरे पर गोवा गईं थीं, यहां भी उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस कोई फैसला नहीं लेती। वो बस बयानाबाजी करती है और भाजपा को देश से खत्म करने के दावे करती है, लेकिन फैसले के वक्त चुपचाप बैठ जाती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/oil-price-rising-rahul-gandhi-says-beware-of-pickpockets-7153648/,"पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, कहा- जेबकतरों से सावधान रहें","नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई से आम-आदमी की कमर टूट रही है। वहीं पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। बता दें कि देश के कुछ शहर तो ऐसे हैं जहां पेट्रोल की कीमत 120 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गई है। इसको लेकर जनता और विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जेबकतरों से सावधान रहने की जरूरत है। महंगाई बढ़ने से सरकार की कमाई बढ़ी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक खबर साझा करते हुए लिखा है, जेबकतरों से सावधान रहें। बता दें कि खबर में पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों से सरकार को होने वाले लाभ का जिक्र किया गया है। खबर के मुताबिक, सीजीए के अनुसार 2018-19 में कुल एक्साइज टैक्स कलेक्शन कुल 2.3 लाख करोड़ रुपए का रहा। इनमें से 35874 करोड़ रुपए राज्यों को वितरित किए गए हैं। खबर में बताया गया कि वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में 2018-19 में एक्साइज टैक्स के कलेक्शन में इजाफा हुआ है। 2017-18 में यह कलेक्शन 2.58 लाख करोड़ रुपए था, जिसमें से राज्यों को 71759 करोड़ रुपए वितरित किए गए। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के उच्च स्तर पर रहने के बीच घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा जारी है। बता दें कि राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 109.69 रुपए प्रति लीटर और डीजल 98.42 रुपए प्रति लीटर के सर्वकालिक रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। अक्टूबर में 31 दिनों में से 24 दिन इन दोनों की कीमतों में बढोतरी हुई थी और उस दौरान पेट्रोल 7.70 रुपए प्रति लीटर और डीजल 8.30 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mumbai-cruise-ship-drugs-case-bjp-leader-devendra-fadnavis-attacks-nawab-malik-7152591/,"देवेंद्र फडणवीस का पलटवार, बोले- दिवाली बाद फूटेगा बड़ा बम, दूंगा नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के सबूत","नई दिल्ली। मुंबई क्रूज शिप ड्रग मामले ( Mumbai Cruise Ship Drub Case ) पर अब सियासी रंग चढ़ता जा रहा है। एक तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ( Nawab Malik ) लगातार इस मामले में बीजेपी पर आरोप लगा रहा है तो वहीं अब बीजेपी ( BJP ) ने भी नवाब मलिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल ड्रग केस विवाद के बीच नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) के ड्रग माफियाओं के साथ संबंधों को लेकर हमला बोला। इस हमले के जवाब में अब महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस का पलटवार सामने आया है। फडणवीस ने कहा है कि वे दिवाली के बाद बड़ा बम फोड़ेंगे। उन्होंने दावा किया है कि वे दिवाली के बाद नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के सबूत देंगे। Those who have relations with the Underworld should not speak about me. I will present evidence of Nawab Malik's relations with the Underworld. I am waiting for Diwali to pass: Former Maharashtra CM and BJP leader Devendra Fadnavis pic.twitter.com/bCQ0JhwUe5 — ANI (@ANI) November 1, 2021 मुंबई ड्रग केस विवाद ( Drugs Case ) पर अब महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक आमने-सामने हैं। देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर पलटवार किया है। फडणवीस ने कहा कि मलिक ने उनकी पत्नी अमृता और ड्रग्स तस्कर जयदीप राणा (Jaideep Rana) की जो तस्वीर शेयर की वह चार साल पुरानी है। उन्होंने कहा कि जयदीप राणा से उनके परिवार का कोई संबंध नहीं है। पूर्व सीएम फडणवीस ने नवाब मलिक पर गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक ने अंडरवर्ल्ड से संबंध है, जिसके सबूत वह मीडिया और NCP अध्यक्ष शरद पवार को दिवाली के बाद देंगे। वहीं फडणवीस के आरोपों पर नवाब मलिक की सफाई भी आ गई है। उन्होंने कहा कि वह फडणवीस के आरोपों पर मंगलवार को सफाई देंगे। नवाब मलिक ने कहा है कि वे फडणवीस के ड्रग माफियाओं के साथ संबंधों के सबूत देंगे। Photograph of Jaideep Rana with Ex Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/Sxo1diTalX — Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 1, 2021 यह है मामला नवाब मलिक ने सोमवार सुबह कुछ फोटोज ट्वीट किए थे। इनमें देवेंद्र फडणवीस और उनकी पत्नी अमृता फडणवीस दिख रहे हैं। अलग-अलग फोटोज में दोनों के साथ एक शख्स और खड़ा है, जिसको नवाब मलिक ने जयदीप राणा (Jaideep Rana) बताया है, जो कि ड्रग्स तस्कर है और फिलहाल जेल में है। मिली जानकारी के मुताबिक, राणा को इसी साल जून में NCB ने ही गिरफ्तार किया था। नवाब मलिक के आरोपों पर फडणवीस ने पूछा, 'फोटो चार साल पुरानी है, मलिक को आज उसकी याद क्यों आई है।' पूर्व सीएम ने आगे कहा कि वह शख्स रिवर मार्च ऑर्गेनाइजेशन के लोगों के साथ आया था और ड्रग्स केस में उसका नाम आने से पहले वह मीटिंग हुई थी। बता दें कि फडणवीस सरकार के वक्त चल चल मुंबई - नदी संरक्षण अभियान चलाया गया था, इसमें Mumbai River Anthem लॉन्च किया गया था। इस दौरान नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि जयदीप राणा इस अभियान का फाइनेंस हेड था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-cm-channi-calls-assembly-session-to-discuss-new-farms-laws-7152055/,"कृषि कानून रद्द करने के लिए पंजाब सीएम चन्नी ने की पहल, कैप्टन बोले- गुमराह कर रहे हैं मुख्यमंत्री","नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियों ने चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी। वहीं इस बार पंजाब का चुनाव किसान आंदोलन के ईर्द-गिर्द घूम रहा है। इसी क्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए किसानों से बात की है। इसके साथ ही सीएम ने कृषि कानूनों और बीएसएफ के अधिकार बढ़ाने के विषय पर 8 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। कैप्टन बोले गुमराह कर रहे हैं सीएम चन्नी बता दें कि पंजाब सीएम चन्नी ने हाल ही में किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल से कृषि कानूनों को लेकर फोन पर बात की थी और उनके सुझाव मांगे थे। इसके बाद पंजाब सीएम ने विधानसभा का सत्र बुलाया है। वहीं इस मुद्दे पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चन्नी पर निशाना साधा। कैप्टन ने कहा कि पंजाब सीएम लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मेरी सरकार पहले ही यह सभी काम कर चुकी है। हमने भी तीनों कृषि कानूनों को संशोधित करके राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा था, लेकिन राज्यपाल ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब सीएम चन्नी भी वही सब दोहरा रहे हैं, वे किसानों की सहानुभूति लेकर पंजाब चुनाव में उसका फायदा लेना चाहते हैं। गौरतलब है कि कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध देखते हुए पंजाब सीएम ने कानूनों में संशोधन कर राज्यपाल के पास भेजा था। हालांकि राज्यपाल ने इन संशोधन को मंजूरी नहीं दी। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ ही दिनों पहले पंजाब सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद मीडिया से बात करते हुए कैप्टन ने कहा कि वे पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे, यही वजह है कि उन्होंने यह फैसला लिया। फिलहाल पूर्व सीएम कैप्टन पंजाब में नई पार्टी बना रहे हैं। वहीं राज्य में सरकार बनाने के लिए वह भाजपा के साथ आने को भी तैयार हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-bie-setbeck-in-tripura-rajib-banerjee-joins-tmc-in-the-presence-of-abhishek-banerjee-7151526/,"त्रिपुरा में BJP को बड़ा झटका, राजीव बनर्जी ने थामा TMC का दामन","नई दिल्ली। त्रिपुरा ( Tripura ) में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) में शामिल होने वाले राजीव बनर्जी ( Rajib Banerjee ) ने दोबारा तृणमूल कांग्रेस (TMC) का दामन थाम लिया है। राजीव बनर्जी रविवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली पार्टी में फिर से शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीजेपी में जाना उनकी बहुत बड़ी गलती थी। Agartala: West Bengal BJP leader Rajib Banerjee joins TMC at party's general secretary Abhishek Banerjee's public meeting in Tripura. pic.twitter.com/srkeyBUDBx — ANI (@ANI) October 31, 2021 टीएमसी (TMC) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने रविवार को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राजीव बनर्जी और पूर्व BJP नेता आशीष दास ने TMC का दामन थामा। राजीव बनर्जी ने दावा किया कि उन्होंने BJP में शामिल होकर बड़ी गलती की। उन्होंने कहा, 'मुझे फिर से पार्टी में शामिल होने की अनुमति देने के लिए मैं अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी का शुक्रगुजार हूं।' BJP पर हमला बोलते हुए राजीव बनर्जी ने दावा किया कि पार्टी ने एक लुभावनी छवि बनाई हुई है। बनर्जी ने आरोप लगाया, 'BJP में शामिल होने से पहले, रोजगार और कृषि पर किए गए कई वादे थे, जो अभी तक पूरे नहीं हुए।' बता दें कि तृणमूल कांग्रेस बंगाल विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद से ही पार्टी विस्तार में जुट गई है। कई राज्यों में टीएमसी नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है। अब ममता बनर्जी की नजर त्रिपुरा, गोवा जैसे राज्यों पर टिकी है। तृणमूल कांग्रेस के पूर्व विधायकों की अपनी पुरानी पार्टी में घर वापसी को लेकर अटकलें तेज हैं। टीएमसी नेताओं का दावा है कि अभी कई बीजेपी नेता पार्टी में शामिल होंगे। बता दें कि हाल ही में कांग्रेस नेता सुष्मिता देव भी टीएमसी में शामिल हुईं। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-protecting-democracy-is-real-tribute-to-sardar-patel-7151499/,"सरदार पटेल की जयंती पर बोले राहुल गांधी, लोकतंत्र की रक्षा की लौह पुरुष को सच्ची श्रद्धांजलि","नई दिल्ली। आज देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है। इस मौके पर पीएम मोदी समेत कई दिग्गजों ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे समय में, जब लोकतंत्र के सभी स्तंभ कमजोर किए जा रहे हैं, पटेल के योगदान को याद रखना महत्वपूर्ण है। इन स्तंभों का निर्माण करने वाले कांग्रेस नेताओं में से एक महत्वपूर्ण आवाज उनकी भी थी। लोकतंत्र की रक्षा करना ही सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है। आज जब हमारे लोकतंत्र के सभी स्तंभ कमज़ोर किए जा रहे हैं, हमें सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को याद करना होगा। इन स्तंभों का निर्माण करने वाले कांग्रेस नेताओं में से एक महत्वपूर्ण आवाज़ उनकी भी थी। लोकतंत्र की रक्षा करना ही सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है। सादर नमन। pic.twitter.com/Bj8mslOaeh — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 31, 2021 दमन के खिलाफ डटे रहने की प्रेरणा पटेल इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी लौहपुरुष को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका संघर्ष हमें किसानों के दमन के खिलाफ और किसानों के हक के लिए न्याय की लड़ाई में चट्टान की तरह डटे रहने की प्रेरणा देता है। प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने बारदोली सत्याग्रह में किसानों के हक, स्वाभिमान और सम्मान की आवाज बुलंद की। आज देश को उनसे सीखने की जरूरत है। लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी ने बारदोली सत्याग्रह में किसानों के हक, स्वाभिमान और सम्मान की आवाज बुलंद की। उनका संघर्ष हमें किसानों को कुचले जाने के खिलाफ एवं किसानों के हक के लिए न्याय की लड़ाई में चट्टान की तरह डटे रहने की प्रेरणा देता है। सादर नमन। pic.twitter.com/vBndc7QG87 — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 31, 2021 सत्य की जीत तय प्रियंका गांधी ने कहा कि सरदार पटेल का संघर्ष हमें किसानों के दमन के खिलाफ और किसानों के हक के लिए न्याय की लड़ाई में चट्टान की तरह डटे रहने की प्रेरणा देता है। वहीं कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से भी भारत के पहले गृह मंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए भारत को एकजुट करने की बात कही गई। कांग्रेस का कहना है कि देश को एकजुट रखने के लिए जारी इस लड़ाई में सच और प्रेम की जीत तय है। मोदी जी ने हर क्षेत्र में नई पहल की है। पिछले 7 साल में प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने 130 करोड़ नागरिकों को भारत की विकास यात्रा और राष्ट्र की एकता-अखंडता के साथ जोड़ने का जो यज्ञ शुरू किया है वह निश्चित ही सरदार पटेल की कल्पना के भारत को बनाने के संकल्प को साकार करेगा। pic.twitter.com/QdvYa6F5AI — Amit Shah (@AmitShah) October 31, 2021 गौरतलब है कि इस मौके पर पीएम मोदी, गृह मंत्री समेत कई दिग्गजों ने सरदार पटेल को याद किया। बता दें कि लौहपुरुष की जयंती को देश में एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। केंद्र सरकार ने देश के लिए सरदार पटेल के योगदान को देखते हुए गुजरात में उनकी एक बड़ी मूर्ती बनाई है, जिसे दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से जाना जाता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-no-space-for-defectors-leaders-in-congress-7150546/,"गोवा में बोले राहुल गांधी, दलबदलू नेताओं के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं","नई दिल्ली। अगले साल गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लेकर सभी पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं। इसी क्रम में कांग्रेस ने भी राज्य में खुद को मजबूत करने के लिए जनसंपर्क शुरू कर दिया है। वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी आज एक दिवसीय दौरे पर गोवा पहुंचे हैं। यहां तलेगाओ स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य में विकास के लिए कांग्रेस का प्लान बताया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि दलबदलू नेताओं के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है। बता दें कि किसी भी राज्य में चुनाव से पहले नेताओं का दल-बदलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। ऐसे में गोवा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता का यह बयान काफी अहम है। जाहिर है कि राहुल गांधी के इस बयान से कई नेताओं को झटका भी लगा होगा। इन मुद्दों पर भाजपा को घेरा गोवा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 140 डॉलर बेरल था, बावजूद इसके तेल के दाम कभी 100 रुपए के पार नहीं हुए। वहीं आज जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल की कीमत कम है तो पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा देश में महंगाई को रोकने, युवाओं को रोजगार देने जैसे जरूरी मुद्दों पर पूरी तरह से नाकाम है। वहीं सरकार लोगों का ध्यान भटकने के लिए उन्हें भ्रमित करती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हम चुनाव के दौरान वादे नहीं करते हैं बल्कि गारंटी देते हैं। हम गोवा को कोल हब नहीं बनने देंगे। ममता ने कांग्रेस को बताया था लापरवाह गौरतलब है कि गोवा में होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा बढ़ गया है। चुनावी तैयारियों को लेकर यहां नेताओं के दौरे शुरू हो गए हैं। राहुल गांधी से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा दौरे पर पहुंची थीं। इस दौरान ममता ने कांग्रेस का राजनीति के प्रति गंभीर न होने की बात कही थी। वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने भी आज एक कार्यक्रम में कहा कि वे गोवा चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/sanjay-raut-says-congress-coalition-govt-will-come-to-power-at-centre-7150464/,"शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान, 2024 में कांग्रेस संग मिलकर देश में बनाएंगे सरकार","नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरो पर हैं। इसके चलते सभी पार्टियां राज्यों में खुद को मजबूत करने की दौरे कर रही हैं। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। संजय राउत का कहना है कि शिवसेना और कांग्रेस 2024 में साथ मिलकर देश में सरकार बनाएंगे। इस दौरान उन्होंने देश की राजनीति में कांग्रेस की भूमिका को काफी अहम बताया और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। संजय राउत ने कहा कि बीजेपी जल्द ही विपक्ष में होगी। 2024 में सरकार बनाने का दावा पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान शिवसेना नेता संजय राउत ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए इस बयान दिया है। दरअसल, संजय से पूछा गया था कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के उस बयान पर वो क्या सोचते हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा कई दशकों तक सत्ता में रहेगी। संजय ने कहा कि भाजपा देश की राजनीति में तो रहेगी, लेकिन मुख्य विपक्षी दल बनकर। शिवसेना 2024 में कांग्रेस के साथ देश में गठबंधन की सरकार बनाएगी। कांग्रेस गहरी जड़ों वाली पार्टी संजय राउत ने कहा कि बिना कांग्रेस के देश में कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना सकती है क्योंकि कांग्रेस देश की प्रमुख और गहरी जड़ों वाली पार्टी है। इस दौरान शिवसेना सांसद ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा दावा करती है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। अगर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी चुनाव हार जाती है तो वह विपक्षी पार्टी बन जाएगी। उदाहरण के लिए महाराष्ट्र में भाजपा 105 विधायकों के साथ मुख्य विपक्षी दल है। इस दौरान संजय राउत ने यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वो इस पर ध्यान नहीं दे रहे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अभी काफी वक्त है। फिलहाल हमारा ध्यान दादरा नगर हवेली और गोवा पर है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारी भूमिका उतनी अहम नहीं है, हालांकि हम चुनाव जरूर लड़ेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-says-congress-is-not-serious-about-politics-7150066/,"गोवा में बोलीं ममता बनर्जी, कांग्रेस की लापरवाही का परिणाम भुगत रहा देश","नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गोवा में तीन दिवसीय दौरा का आज अंतिम दिन है। इस दौरान ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजनीति को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। बंगाल सीएम ने कहा कि कांग्रेस गोवा में गठबंधन को लेकर कोई निर्णय नहीं ले रही है, कांग्रेस कभी भी समय पर कोई फैसला नहीं लेती है, जिसका परिणाम पूरे देश को भुगतना पड़ता है। इसलिए ताकतवर हो रही भाजपा ममता बनर्जी का कहना है कि कांग्रेस की लापरवाही के चलते ही भाजपा ताकतवर हो रही है। किसी भी लोकतंत्र में विपक्ष की जिम्मेदारी होती है कि वो जनता के हित में आवाज उठाए और निर्णय ले, लेकिन कांग्रेस कभी भी राजनीति को लेकर गंभीर नजर नहीं आती। अब समय कि विपक्ष को एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहिए, लेकिन कांग्रेस मेरे ही राज्य में टीएमसी के खिलाफ लड़ने को खड़े हो गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोवा में कांग्रेस को एक मौका मिल चुका है, अब हमें एक मौका दीजिए। बता दें कि टीएमसी ने गोवा की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। देश को खत्म करने में जुटी भाजपा इस दौरान ममता बनर्जी ने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। ममता ने कहा कि भाजपा ने अच्छे दिन का वादा किया था, लेकिन अब ये ले लोग देश को खत्म करने में जुटे हैं। देश में महंगाई आसमान पर पहुंच गई है, डीजल, पेट्रोल और एलपीजी की कीमतें हररोज बढ़ रही हैं। अब भाजपा का असली चेहरा सबसे सामने आ गया है, उन्हें जनहित से कोई मतलब नहीं भाजपा को सिर्फ राज करना आता है। गौरतलब है कि कल भी एक कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधा था। ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा उन्हें हिन्दू विरोधी कहती है, जबकि बीजेपी को उन्हें चरित्र प्रमाण पत्र देने का कोई अधिकार नहीं है। इस दौरान ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नाम का मतलब भी बताया। उन्होंने कहा कि टीएमसी में टी का अर्थ टेंपल यानि मंदिर है, एम का अर्थ मॉस्क यानि मस्जिद और सी का अर्थ चर्च यानि गिरजाघर है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-rahul-gandhi-says-in-goa-whatever-is-in-our-manifesto-is-a-guarantee-not-a-promise-7149864/,"Goa दौरे पर बोले राहुल गांधी, हम घोषणा पत्र में वादा नहीं करते, देते हैं 'गारंटी'","नई दिल्ली। गोवा ( Goa ) में होने वाला विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीति पारा हाई हो रहा है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीम ममता बनर्जी के बाद अब कांग्रेस ( Congress ) नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) भी गोवा के दौरे पर हैं। शनिवार को राहुल गांधी ने गोवा में पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों से मुलाकात की। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि, हम अपने पार्टी घोषणापत्र में वादे नहीं करते बल्कि गारंटी देते हैं। उन्होंने कहा कि हम गोवा को प्रदूषित जगह नहीं बनने देंगे। जब यूपीए सरकार सत्ता में थी तब पेट्रोल के इंटरनेशनल दाम 140 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गए थे। आज पेट्रोल और डीज़ल के इंटरनेशनल दाम जब हम सत्ता में थे उससे काफी कम हैं लेकिन आपको पेट्रोल और डीज़ल के लिए बहुत ज़्यादा भुगतान करना पड़ता है: गोवा में मछुआरों से बात करते हुए राहुल गांधी pic.twitter.com/fhj2AnjxEQ — ANI_HindiNews (@AHindinews) October 30, 2021 गोवा का सियासी पारा इन दिनों हाई है। वजह है आगामी विधानसभा चुनाव। इसके चलते सभी राजनीतिक दलों ने अपनी हलचले तेज कर दी हैं। टीएमसी जहां राज्य में लोगों को पार्टी में शामिल कर रही है वहीं कांग्रेस के दिग्गज भी यहां जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटे हैं। इसी कड़ी में राहुल गांधी भी गोवा दौरे पर पहुंचे। यहां राहुल ने ना सिर्फ मोदी सरकार को घेरा बल्कि कांग्रेस के वादों को भी गारंटी बताया। राहुल ने कहा जब यूपीए की सरकार थी तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 140 डॉलर बेरल था, तब भी देश में पेट्रोल-डीजल के दाम इतने ज्यादा नहीं थे, लेकिन अब कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हैं बावजूद देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। बीजेपी की सरकार महंगा को नियंत्रित करने में पूरी तरह नाकाम है। राहुल ने कहा- हम गोवा को प्रदूषित जगह नहीं बनने देंगे। हम इसे कोल हब नहीं बनने देंगे। हम सबके लिए पर्यावरण की रक्षा कर रहे हैं। गोवा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, हमने छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ा और किसानों का कर्ज माफ करने की गारंटी दी और उसे पूरा किया। आप पंजाब, कर्नाटक में भी जाकर इसकी पुष्टि कर सकते हैं। हमारे घोषणापत्र में जो कुछ भी जाता है वह गारंटी है, वादा नहीं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjeee-last-day-in-goa-tour-says-modi-become-strong-becouse-of-congress-7149675/,"Goa में ममता बनर्जी का वार, कांग्रेस की वजह से मजबूत हुए मोदी, अच्छे दिन तो नहीं देश में आई महंगाई की मार","नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) की मुख्यमंत्री और तृणमलू कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गोवा ( Mamata Banerjee Goa Tour) दौरा के अंतिम दिन फिर से कांग्रेस के बहाने बीजेपी ( BJP ) पर तीखा हमला बोला। ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस के कमजोर रवैये के चलते ही मोदी मजबूत हुए हैं। ममता ने गोवा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के दौरे को उनकी चॉइस बताया। ममता ने कहा कि कांग्रेस कमजोर विपक्ष साबित हुआ, जिसके चलते बीजेपी का दायरा बढ़ता गया। यही नहीं ममता बनर्जी ने देश में बढ़ती महंगाई के लिए भी बीजेपी को जिम्मेदार बताया। Goa | Inflation is high. LPG, diesel-petrol prices have increased. Businesses affected due to GST, exports down but BJP is not serious to solve these issues. They said will bring 'Ache Din' but they are finishing this country: TMC chief Mamata Banerjee pic.twitter.com/4bdSHMQLaZ — ANI (@ANI) October 30, 2021 टीएमसी प्रमुख ने कहा कि देश में रसोई गैस, डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़े हैं। जीएसटी से कारोबार प्रभावित, निर्यात घटा लेकिन बीजेपी इन मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर नहीं है। ममता ने कहा कि देश में 'अच्छे दिन' तो नहीं आए महंगाई की मार जरूर पड़ी है। कांग्रेस का बीजेपी से समझौता ममता बनर्जी ने गोवा में कहा कि, कांग्रेस ने बीजेपी के साथ समझौता किया है। कांग्रेस के कारण ही मोदी जी स्ट्रांग हुए हैं। कांग्रेस को समझौते में रूचि नहीं है। कांग्रेस ने उनकी पार्टी ( TMC ) के खिलाफ लड़ाई की है, तो क्या हम उन्हें फूल या मिठाई भेजेंगे। बीजेपी के कुशासन से गोवा को करेंगे मुक्त ममता बनर्जी ने गोवा में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि गोवा को लेकर उनकी पार्टी गंभीर है। गोवा और पश्चिम बंगाल में काफी समानता है। खान पान से लेकर रहन सहन में भी कुछ समानताएं हैं। गोवा में वह क्षेत्रीय पार्टियों के साथ समझौता करेंगे और गोवा के लोगों को बीजेपी के कुशासन से मुक्त करेंगे। ममता बनर्जी ने कहा, ” हम चाहते हैं कि कोई वोट नहीं बंटे, लेकिन कांग्रेस कोई निर्णय नहीं लेगी, तो टीएमसी इंतजार नहीं करेगी। कांग्रेस ने मेरी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ लड़ाई की है। ऐसे में केवल हम फूल देंगे या मिठाई देंगे? हम चाहते हैं कि क्षेत्रीय पार्टी मजबूत हो। दिल्ली की दादागिरी अब नहीं चलेगी। कांग्रेस को बदलना होगी रणनीति टीएमसी चीफ ने कहा हम त्रिपुरा, असम, उत्तर पूर्व, गोवा, यूपी, हरियाणा भी जाएंगे। 10 साल से बीजेपी वन साइडेड लड़ाई की है। अगर बीजेपी को हराना है, तो कांग्रेस को जैसे चल रही है, वैसे काम नहीं चलेगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/west-bengal-by-elections-on-four-seats-with-tight-security-7149386/,"West Bengal By Elections: बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी, TMC-BJP के बीच कड़ा मुकाबला","नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा दिनहाटा, शांतिपुर, खड़दह और गोसाबा सीटों पर आज उपचुनाव के लिए मतदान ( West Bengal By Elections ) हो रहा है। इस सभी सीटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर चारों सीटों पर केंद्रीय बल की 92 कंपनियां तैनात की गई हैं। पहले 80 कंपनियां तैनात की जानी थीं, लेकिन हालातों को देखते हुए चुनाव आयोग के कड़ी सुरक्षा प्रबंधन के निर्देश जारी किए थे। इसी के तहत 12 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गईं। चारों सीटों पर तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला है। खासतौर पर दिनहाटा सीट (Dinhata Seat) पर सबकी निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यहां टीएमसी नेता पिछले चुनाव में बीजेपी से हार गए थे। सिर्फ 57 वोटों से हारे थे गुहा टीएमसी के दिग्गज नेता (TMC Leader) उदयन गुहा दिनहाटा सीट से चुनावी मैदान में हैं। दरअसल अप्रैल में हुए चुनाव में यह सीट उनसे छिन गई थी। इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार निशिथ प्रमाणिक ने जीत हासिल की थी। उन्होंने गुहा को सिर्फ 57 वोटों से शिकस्त दे दी थी। दरअसल शांतिपुर सीट भी बीजेपी ( BJP P ) के लिए साख की लड़ाई है। इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार बृजकिशोर गोस्वामी का मुकाबला टीएमसी के निरंजन बिस्वास से है। वहीं खरदा विधानसभा सीट पर टीएमसी ने शोभनदेव चट्टोपाध्याय को मैदान में उतारा है। उनके सामने बीजेपी ने जॉय साहा को उतारा है। गोसाबा सीट पर टीएमसी उम्मीदवार सुब्रत मंडल का मुकाबला बीजेपी के पलाश राहा से है। इसलिए हो रहा उपचुनाव शांतिपुर सीट बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई है। वहीं खरदा सीट से टीएमसी विधायक काजल सिन्हा की कोरोना की वजह से मौत के बाद चुनाव हो रहा है। गोसाबा सीट पर भी टीएमसी विधायक जयंत नासकर की कोरोना की वजह से मौत हो गई थी, जबकि दिनहाटा सीट पर उपचुनाव की वजह निशिथ प्रमाणिक का विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/rahul-says-karnataka-bitcoin-scam-big-but-cover-up-much-bigger-cong-seeks-sc-monitored-probe,"कर्नाटक: करोड़ों रुपये के बिटकॉइन घोटाले पर राहुल ने भाजपा और पीएम को घेरा, सुरजेवाला ने पूछे ये सवाल","कांग्रेस ने करोड़ों रुपये के बिटकॉइन घोटाले और कर्नाटक में भाजपा सरकार द्वारा इसे छिपाने का आरोप लगाते हुए मांग की कि इस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी वाली एसआईटी से स्वतंत्र जांच कराई जाए। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि घोटाला बड़ा है लेकिन पर्दा बहुत बड़ा है। ट्विटर पर उन्होंने कहा, बिटकॉइन घोटाला बड़ा है। लेकिन बिटकॉइन घोटाला कवर-अप बहुत बड़ा है। क्योंकि इसमें किसी के बड़े नकली अहंकार को ढंकना है। सुरजेवाला ने पूछे कई सवाल वहीं, एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधान मंत्री के सिए छह प्रश्नों का सेट देते हुए पूछा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की क्या भूमिका थी, जो घोटाला होने पर राज्य के गृह मंत्री थे। उन्होंने पूछा कि इंटरपोल सहित अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों को चोरी हुए बिटकॉइन के बारे में सूचित क्यों नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत का अब तक का सबसे बड़ा बिटकॉइन घोटाला कर्नाटक में सामने आया है। निष्पक्ष जांच करने के बजाय कर्नाटक की भाजपा सरकार 'ऑपरेशन बिटकॉइन स्कैम कवरअप' में व्यस्त है। मनी लॉन्ड्रिंग अपराध नहीं, अंतरराष्ट्रीय अपराध है सुरजेवाला ने कहा कि यह सिर्फ मनी लॉन्ड्रिंग अपराध नहीं है, यह एक अंतरराष्ट्रीय अपराध है। इसमें कमजोर जांच हुई है समझौता किया गया है इसलिए मुझे नहीं लगता कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) या कर्नाटक पुलिस ठीक काम कर सकती है। इसीलिए हम मांग करते हैं कि एक एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया जाना चाहिए और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निगरानी की जानी चाहिए जो इस मामले की जांच करे और सच्चाई सामने लाए। सुरजेवाला ने इस मामले में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और दावा किया कि एफबीआई ने प्रधानमंत्री को उनकी हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान इस बारे में बताया था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maha-cong-chief-patole-and-shiv-sena-mp-sanjay-raut-hits-out-at-bjp-for-maharashtra-violence,"अमरावती हिंसा: नाना पटोले और संजय राउत का भाजपा पर वार, कहा- एमवीए सरकार को अस्थिर करने की हो रही साजिश","त्रिपुरा में हुई हिंसा की खबरों को लेकर महाराष्ट्र के अमरावती में हुई हिंसा को कांग्रेस और शिवसेना ने भाजपा की साजिश बताया है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और शिवसेना नेता संजय राउत ने इसे लेकर भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने की साजिश का आरोप लगाया। यूपी चुनाव से पहले दंगे भड़काने का आरोप नाना पटोले ने भाजपा पर यूपी चुनाव से पहले दंगे भड़काने का आरोप लगाया। मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में दंगे भड़काने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले समाज का ध्रुवीकरण करना चाहती है। लोगों को इस तरह की रणनीति का शिकार नहीं होना चाहिए। महाराष्ट्र में एमवीए सरकार को अस्थिर करने के भाजपा के प्रयासों के बावजूद स्थिर है। इससे पहले आज पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में ताजा हिंसा तब भड़क उठी जब स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से आयोजित बंद के दौरान दुकानों पर पथराव किया गया। त्रिपुरा में हाल की कथित सांप्रदायिक घटनाओं की निंदा करने के लिए एक दिन पहले मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के दौरान हिंसा के बाद बंद का आयोजन किया गया था। राउत बोले, अमरावती हिंसा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर की साजिश वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने विपक्षी भाजपा पर सीधा हमला करते हुए शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के अमरावती और अन्य जगहों पर हिंसा का उद्देश्य एमवीए सरकार को अस्थिर करना है। अमरावती हिंसा पर औरंगाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा कि राज्य सरकार मजबूत स्थिति में है और हिंसा के अपराधियों के असली चेहरे जल्द ही सामने आ जाएंगे। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में जो हिंसा हो रही है, उसका उद्देश्य एमवीए सरकार को अस्थिर करना है। हिंसा का हवाला देते हुए वे राज्यपाल से मिलेंगे और केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा करेंगे कि महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। भविष्य में भी ऐसा ही होगा। लेकिन राज्य सरकार मजबूत स्थिति में है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/chhatisgrah-chief-minister-met-with-congress-president-sonia-gandhi,"छत्तीसगढ़: सीएम बघेल ने सोनिया गांधी को सौंपा ढाई साल का लेखा-जोखा, साझा की अगले दो सालों की योजना","पंजाब, राजस्थान के बाद कांग्रेस आलाकमान ने अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस के हालात का जायजा लिया है। शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से 40 मिनट तक मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं और आगामी दो साल की भावी कार्य योजनाओं की जानकारी भी दी। सीएम ने सोनिया गांधी को प्रदेश के राजनीतिक हालात के बारे में चर्चा की और एक रिपोर्ट उन्हें सौंपी है। बघेल ने बताया कि कोरोना के कारण लंबे समय से उनकी मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष से नहीं हुई थी। सोनिया गांधी से मिलने के लिए उन्होंने समय मांगा था। इस दौरान उनसे मिलकर प्रदेश के राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। यूपी चुनाव के वरिष्ठ पर्यवेक्षक होने के नाते बघेल की प्रियंका गांधी से भी मुलाकात हुई है। छत्तीसगढ़ भवन बना बघेल का हेडक्वार्टर इन दिनों उत्तर प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए छत्तीसगढ़ भवन कांग्रेस का मुख्यालय बन गया है। जब भी भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर होते हैं, तो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा छत्तीसगढ़ भवन में लगा रहता है। जैसे ही बघेल दिल्ली पहुंचते हैं तो टिकट चाहने वाले बड़ी संख्या में उनसे मिलने भवन पहुंच जाते हैं। यही नहीं बघेल भी टिकट की चाह रखने वाले लोगों को मायूस नहीं कर रहे हैं। वे भी पार्टी के लिए मेहनत कर रहे कार्यकर्ताओं को और मेहनत करने की हिदायत देकर पीठ ठोंक देते हैं। 'कंगना को मांगनी चाहिए माफी' बघेल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अभिनेत्री कंगना रनौत का बयान सीधे तौर पर उन महापुरुषों का अपमान है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी, जेल गए और अंग्रेजों की लाठियां खाईं। कंगना का बयान बेहद शर्मनाक है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। सीएम ने कहा कि प्रदेश में 60 फीसदी धान 'उसना' गुणवत्ता का है। अब तक केंद्र सरकार उसना को बढ़ावा देती रही है। लेकिन अचानक उसना नहीं लेने का फैसला कर दिया है। ऐसे में चावल मिलों के साथ प्रदेश को भी काफी नुकसान होगा। यदि केंद्र सरकार हमें पहले बता देती है कि हम उसना चावल नहीं लेंगे, तो हम यहां के किसानों से कह देते कि उसना क्वॉलिटी का चावल न लगाएं, बल्कि अरवा चावल ही उगाएं। उन्होंने आगे कहा कि, मंत्री सुन नहीं रहे हैं तो पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह करेंगे कि वे उसना चावल लेने की सहमति दें।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bjp-sudhanshu-trivedi-attacks-rahul-gandhi-over-his-hindutva-remark,Hindutva controversy: सुधांशु त्रिवेदी बोले- महाराष्ट्र में हिंसा और हिंदुत्व पर हमला साजिश का एक हिस्सा,"भारतीय जनता पार्टी ने हिंदुत्व को लेकर एक बार फिर कांग्रेस को निशाने पर लिया है। पार्टी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब भारत आंशिक रूप से एक मुस्लिम राष्ट्र था। तब शरिया प्रावधान कानूनी व्यवस्था का हिस्सा था और उसे सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर तरजीह देने के उपाय किए गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि त्रिपुरा में मस्जिदों को निशाना बनाए जाने की झूठी खबरों को लेकर महाराष्ट्र में हुई हिंसा और कांग्रेस नेताओं की हिंदुत्व पर हमला करने वाली टिप्पणी एक साजिश का हिस्सा है। राहुल गांधी पर बोला हमला कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने सवाल दागा कि क्या वह महाराष्ट्र में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिंदुत्व को बदनाम करने और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए एक संगठित अभियान चलाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं? उन्होंने कहा कि राज्य में एक प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए राहुल ने हिंदू धर्म और हिंदुत्व के बीच अंतर होने की बात कही थी और हिंदुत्व पर निशाना साधा था। नेहरू-गांधी को पढ़ें राहुल सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि शिवाजी का शासन हिंदू धर्म से भी जुड़ा था। राहुल गांधी जैसे नेता इस अवधारणा को नहीं समझ सकते हैं और उन्हें महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक और जवाहरलाल नेहरू जैसे अपनी पार्टी के दिग्गजों को पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि नेहरू ने लिखा था कि हिंदू शब्द को भारतीय पहचान के व्यापक संदर्भ में समझा जा सकता है और इसे संकीर्ण रूप से नहीं देखा जाना चाहिए। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी किताब में आरएसएस-भाजपा की विचारधारा से जुड़े हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी इस्लामी संगठनों के साथ करने के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है। इस किताब पर उठे विवाद के बाद राहुल ने भी हिंदुत्व की अवधारणा पर सवाल उठाए थे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cops-lathicharge-mob-as-stones-hurled-during-bjp-bandh-in-amravati-in-protest-to-violence-in-rally-by-muslim-organisations-news-and-updates,"त्रिपुरा हिंसा पर अमरावती में बवाल: भाजपा के बंद के दौरान पत्थरबाजी, इंटरनेट बंद और चार दिन के लिए कर्फ्यू","महाराष्ट्र के अमरावती सिटी में शनिवार को बुलाए गए एक बंद के दौरान हिंसा भड़क गई जिसके चलते यहां इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं और इसके साथ ही चार दिन के लिए कर्फ्यू लगाने का एलान किया गया है। पुलिस ने बताया कि यह बंद कथित तौर पर भाजपा के स्थानीय नेताओं ने हाल ही में त्रिपुरा में हुई हिंसा के विरोध में मुस्लिम संगठनों की शुक्रवार को निकाली गई रैलियों में हुई हिंसा के विरोध में बुलाया था। इस दौरान किसी ने एक दुकान पर पत्थरबाजी कर दी थी। शनिवार की सुबह भगवा झंडे लिए सैकड़ों व्यक्ति राजकमल चौर में सड़कों पर उतर आए थे। शहर की पुलिस कमिश्नर आरती सिंह ने बताया कि अफवाहें हिंसा को बढ़ा सकती हैं इसलिए इस स्थिति से बचने के लिए इंटरनेट सेवाओं को अगले तीन दिन तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू अगले चार दिन तक प्रभाव में रहेगा। बंद के दौरान हिंसा भड़क उठी जब कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी को अंजाम दिया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां बरसाईं। इसके बाद जिले में धारा 144 लगाने का एलान किया गया था। एक पुलिस अफसर ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया। फिलहाल शहर की ज्यादातर जगहों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। गृह मंत्रालय ने कहा- त्रिपुरा से जुड़ी खबरें सच नहीं इस बीच गृह मंत्रालय ने भी बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि त्रिपुरा के गोमती जिले में एक मस्जिद के क्षतिग्रस्त होने और तोड़फोड़ के बारे में सोशल मीडिया में प्रसारित समाचार फर्जी है और तथ्यों की पूरी तरह से गलत बयानी है। लोगों को शांत रहना चाहिए और ऐसी खबरों से गुमराह नहीं होना चाहिए। इसमें कहा गया कि हाल के दिनों में त्रिपुरा में किसी मस्जिद के ढांचे के क्षतिग्रस्त होने का कोई मामला सामने नहीं आया है। जैसा कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया गया है, इन घटनाओं में किसी व्यक्ति की साधारण या गंभीर चोट या बलात्कार या मौत की कोई रिपोर्ट नहीं है। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र में, त्रिपुरा के बारे में फर्जी खबरों के आधार पर हिंसा और आपत्तिजनक बयानों की खबरें आई हैं, जिनका उद्देश्य शांति और सद्भाव को बिगाड़ना है। यह बहुत ही चिंताजनक है और यह आग्रह किया जाता है कि हर कीमत पर शांति बनी रहे। फडणवीस बोले- महाराष्ट्र में रैलियां करना गलत वहीं, महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि त्रिपुरा में जो घटना कभी नहीं हुई उसके लिए राज्य में रैलियों का आयोजन करना गलत था। उन्होंने लोगों से संयम बरतने की अपील की क्योंकि अमरावती शहर से लगातार दूसरे दिन हिंसा की घटनाओं की सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस ने कर्फ्यू लगा दिया। फडणवीस ने कहा कि त्रिपुरा सरकार और स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के किसी भी धार्मिक स्थल को नहीं जलाया गया। उन्होंने इसकी तस्वीरें भी जारी की हैं। मैं दोनों समुदायों से संयम बरतने की अपील करता हूं। पूर्व सीएम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार में राजनीतिक दलों को भड़काऊ बयान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो त्रिपुरा में हुआ ही नहीं, उसके लिए महाराष्ट्र में रैलियां करना बिल्कुल गलत है। एक विशेष समुदाय की दुकानों पर हमला करना गलत है। मुस्लिमों के प्रदर्शन के दौरान भी भड़की थी हिंसा इससे पहले शुक्रवार को हुई घटना को लेकर महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वल्से ने कहा, ""त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ राज्यभर के मुस्लिमों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान नांदेड़, मालेगांव और अमरावती समेत कई जगहों पर पत्थरबाजी हुई। मैंने हिंदू, मुस्लिमों से शांति बनाए रखने की अपील की।"" उन्होंने कहा, ""अब स्थिति नियंत्रण में है। मैं खुद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के जरिए इस पर नजर रख रहा हूं। अगर कोई दोषी पाया गया, तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा।"" अमरावती की सांसद नवनीत आर राणा ने कहा कि जिले में कल जो कुछ हुआ उसकी निंदा करती हूं। मैं सभी नागरिकों और नेताओं से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। मैं बड़े मंत्रियों से अपील करती हूं कि इसे राजनीतिक रंग देने की जगह लोगों की सुरक्षा के बारे में बात की जाए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/rahul-gandhi-slammed-modi-government-over-manipur-terror-attack-calling-it-incapable-of-protecting-nation,"मणिपुर हमले पर बोले राहुल गांधी: देश की सुरक्षा करने में असमर्थ है मोदी सरकार, फिर साबित हुआ","कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर में असम रायफल्स के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने इस हमले की निंदा करते हुए ट्विटर पर कहा कि एक बार फिर ये साबित हो गया है कि मोदी सरकार देश की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में लिखा, 'मणिपुर में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है। शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि और उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएं। देश आपके बलिदान को याद रखेगा।' मणिपुर के चूड़ाचंद्रपुर जिले के सिंघट इलाके में शनिवार दोपहर आतंकियों ने असम राइफल्स के काफिले पर हमला किया था। हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और उनके बच्चे समेत चार जवानों के शहीद होने की खबर है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cm-mamata-banerjee-wrote-a-letter-to-pm-against-the-centre-s-decision-on-extending-the-jurisdiction-of-bsf,"पश्चिम बंगाल: बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने का विरोध, सीएम ममता ने लिखा पीएम मोदी को पत्र","पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने राज्य में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने का फिर विरोध किया है। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राज्य में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किमी. करने के केंद्र के फैसले के खिलाफ पीएम मोदी को पत्र लिखा है। हम इसके खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव रखेंगे। टीएमसी संसद में उठाएगी मामला उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप होगा। हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। सीमा पर बाड़ लगाने का काम केंद्र करे, राज्य भी इसका समर्थन कर रहा है। फलेरियो को बनाया राज्यसभा उम्मीदवार वहीं, 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों पर नजर रखते हुए टीएमसी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की राज्यसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए लुइजिन्हो फलेरियो को अपना उम्मीदवार बनाया है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री फलेरियो ने कांग्रेस के साथ अपने दशकों पुराने जुड़ाव को समाप्त कर दिया और सितंबर में टीएमसी में शामिल हो गए। उन्हें पिछले महीने पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। टीएमसी ने ट्विटर पर कहा- हम संसद के उच्च सदन के लिए @luizinhofaleiro को नामित करते हुए बेहद प्रसन्न हैं। हमें विश्वास है कि राष्ट्र की सेवा करने के उनके प्रयासों की हमारे लोगों द्वारा व्यापक रूप से सराहना की जाएगी! टीएमसी सांसद अर्पिता घोष के उच्च सदन से इस्तीफे के बाद राज्यसभा सीट पर 29 नवंबर को उपचुनाव कराना पड़ा। इसके साथ ही टीएमसी ने महुआ मित्रा को गोवा राज्य का प्रभारी नियुक्त किया है। Trinamool Congress appoints Mahua Moitra as the State in charge of Goa unit with immediate effect. pic.twitter.com/BbTcmT02Ee — ANI (@ANI) November 13, 2021",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sc-terms-up-officers-arrogant-paves-way-for-arrest-of-two-including-finance-secretary,"सुप्रीम कोर्ट: यूपी के अधिकारियों को बताया अभिमानी, वित्त सचिव समेत दो की गिरफ्तारी का रास्ता साफ","सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों को बेहद अहंकारी करार देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की अपील शनिवार को खारिज कर दी और राज्य के वित्त सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) की गिरफ्तारी का रास्ता साफ कर दिया। इलाहाबाद हाई हाई कोर्ट ने आदेशों के विलंबित और आंशिक अनुपालन के लिए जमानती वारंट जारी किया। मामला इलाहाबाद में एक संग्रहण अमीन को सेवा नियमित करने और बकाया भुगतान से संबंधित है। हाई कोर्ट ने 1 नवंबर को पाया कि अधिकारी अदालत को खेल का मैदान मान रहे हैं और उन्होंने उस व्यक्ति को वेतन का बकाया देने से इनकार कर दिया है जिसे पहले सेवा के नियमितीकरण के सही दावे से वंचित किया गया था। अदालत को किया गुमराह अदालत ने कहा- चूंकि प्रतिवादियों (अधिकारियों) ने जानबूझकर अदालत को गुमराह किया है और याचिकाकर्ता को बकाया वेतन नहीं देने में अतिरिक्त महाधिवक्ता द्वारा दिए गए वादे का उल्लंघन किया है, यह न्यायालय प्रतिवादियों के निंदनीय आचरण के बारे में व्यथा और पीड़ा को दर्ज करता है। कोर्ट मानता है कि अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) और संजय कुमार, तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट, वर्तमान में सचिव (वित्त) के खिलाफ जमानती वारंट जारी करने का सही मामला बनता है। इन्हें 15 नवंबर को इस न्यायालय के समक्ष पेश होने का आदेश देता है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bjp-strategy-on-the-pretext-of-birsa-munda-and-dr-bhimrao-mmbedkar-keeping-an-eye-on-the-elections-of-many-states-pm-modi-will-participate-in-birsa-munda-jayanti-program-on-november-15-in-bhopal,"भाजपा की रणनीति: बिरसा मुंडा और आंबेडकर के बहाने कई राज्यों के चुनाव पर नजर, कहां-कहां पार्टी को फायदा मिलने की उम्मीद","अगले साल भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य अगले साल और 2023 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों पर भी है इसलिए अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों तक पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले महीनों में कई कार्यक्रमों में शिरकत करने वाले हैं। पीएम मोदी 15 नवंबर को भोपाल में आयोजित होने वाले बिरसा मुंडा जयंती कार्यक्रम और छह दिसंबर को डॉ भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। दूसरी तरफ पार्टी एससी और एसटी के स्थानीय नायकों को सम्मान दे रही और उन्हें संगठन में शामिल किया जा रहा है। सबसे पहले बात जनजातीय महासम्मेलन की जानकार बताते हैं कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लगभग दो साल बाद होने हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी 2018 की गलतियों को नहीं दोहरा चाहती है। इसलिए वह अभी से उन सभी मोर्चे पर जुट गई है जिसकी नजरअंदाजी की वजह से 2018 में उसे बड़ा सियासी नुकसान उठाना पडा था। इसी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा राज्य के अनसूचित जनजातियों और अनुसूचित जातियों तक पहुंचना। राज्य के एक वरिष्ठ पत्रकार के मुताबिक प्रदेश की एससी-एसटी आबादी भाजपा से थोड़ी खफा-खफा रहती है, क्योंकि संगठन में उनका प्रतिनिधित्व बेहद कम है। इस वजह से इन समुदायों को भाजपा अपनी ओर नहीं खींच पाती। अब पार्टी संगठन विस्तार से लेकर सरकारी कार्यक्रमों के जरिए उन्हें अपने पाले में लेने की कोशिश में है। एसटी समुदाय को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए बड़े स्तर पर प्रदेश भर में अभियान चला जा रहा है। कुछ दिनों पहले गृहमंत्री अमित शाह की जबलपुर यात्रा को भी इसी प्रयास से जोड़ कर देखा जा रहा है। आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tmc-nominated-goa-former-chief-minister-luizinho-faleiro-for-rajya-sabha,"लुइज़िन्हो फलेरियो: राज्यसभा जाएंगे गोवा के पूर्व सीएम, टीएमसी ने किया नामित","गोवा के पूर्व सीएम लुइजिन्हो फलेरियो को टीएमसी ने राज्यसभा के लिए नामित किया है। वह सितंबर में कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे। उन्होंने अपने तीन सहयोगियों के साथ कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद गोवा 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में कांग्रेस के चार ही विधायक रह गए हैं। फलेरियो ने इस्तीफे के वक्त टीएमसी का गुणगान करते वक्त कहा था कि सिर्फ ममता बनर्जी ही एक ऐसी नेता हैं जो केंद्र सरकार और भाजपा को चुनौती देने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा था कि वह सड़क पर उतरकर लोगों के लिए लड़ रही हैं। गोवा के पूर्व सीएम ने अपना इस्तीफा पत्र के माध्यम से लिखा था। सोनिया गांधी को लिए पत्र में उन्होंने कहा था कि मुझे कांग्रेस पार्टी को कमजोर होने से रोकने और बेहतरी के लिए इसमें बदलाव की बिल्कुल भी उम्मीद नजर नहीं आती है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-election-2022-union-home-minister-amit-shah-visit-varanasi-azamgarh-and-gorakhpur-on-12-13-november,"आजमगढ़ में शाह: सपा के किले में सेंध लगाने की तैयारी, गृह मंत्री की बड़ी रैली","गृहमंत्री अमित शाह यूपी के दौरे पर हैं। आज आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। 550 करोड़ की परियोजना सौंपने के बाद एक सभा को भी संबोधित करेंगे। आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र है। 2014 में सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव यहां से सांसद थे। इस जिले पर भाजपा की खास नजर है। भाजपा के नेता भी मानते हैं कि आजमगढ़ में पार्टी का परचम फहराने का मतलब है कि पूरे पूर्वांचल में किला फतह। 2014 में मोदी लहर चलने के समय से ही भाजपा की निगाह आजमगढ़ पर टिकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आजमगढ़ को खासा महत्व देते हैं। 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने यहाँ बड़ी जनसभा को संबोधित किया था। इसका एक बड़ा कारण आजमगढ़ की भौगोलिक स्थिति है। इस जिले की सीमाएं जौनपुर, वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, गोरखपुर से घिरी हैं। समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया के जमाने से आजमगढ़ इस विचारधारा से काफी प्रभावित रहा है। इस तरह से इसका बड़ा राजनीतिक महत्व है। भाजपा का परचम फहराने का अर्थ है किला फतह गृहमंत्री अमित शाह यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 300 पार का लगातार नारा दे रहे हैं। इसकी रणनीति को मुकम्मल बनाने के लिए वह पहले वाराणसी में पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ मैराथन बैठक की। वाराणसी से फीडबैक लेने के बाद वह आजमगढ़ और गोरखपुर भी जाएंगे। आजमगढ़ का दौरा अमित शाह के प्लान में विशेष तौर से है। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने यहां से दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में निरहुआ को 3.61 लाख वोट मिला था। हलांकि आजमगढ़ की सीट तब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की झोली में चली गई थी। अखिलेश को कुल 6.21 लाख वोट मिले थे। आजमगढ़ की विधानसभा सीट पर भी 1996 से समाजवादी पार्टी के विधायक दुर्गा प्रसाद यादव का लगातार कब्जा बना हुआ है। दरअसल, यहां करीब 45 प्रतिशत यादव-मुस्लिम मतदाता हैं। अगड़ी जातियां 24 प्रतिशत के करीब हैं। जबकि दलित 30 प्रतिशत के आस-पास हैं। इसलिए भाजपा आजमगढ़ के राजनीतिक समीकरण को बदलने में जी-जान से लगी हुई है। प्रयागराज से भाजपा नेता ज्ञानेश्वर शुक्ला कहते हैं कि इस बार पार्टी आजमगढ़ में भी अपना दबदबा बनाएगी। शुक्ला का कहना है कि आजमगढ़ पर हमारा खास फोकस है। आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसद हैं। इससे पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव सांसद थे, लेकिन सही माने में आजमगढ़ का विकास नहीं हो सका है। आजमगढ़ के बहाने अखिलेश यादव को घेरने की तैयारी आजमगढ़ के बहाने भाजपा पूर्वी यूपी में समाजवादी पार्टी को घेरने की योजना तैयार कर रही है। आजमगढ़ की कुछ विधानसभा सीटों पर बसपा का भी दबदबा रहता है। यहां से बसपा के टिकट पर कभी अकबर अहमद डंपी भी सांसद थे। सुखदेव राजभर भी आजमगढ़ के लालगंज क्षेत्र से आते थे। बसपा के संस्थापक कांशीराम के सहयोगियों में से एक गांधी आजाद का भी यह जिला है। यहां 22 ब्लाक, 10 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर सपा और बसपा का ही दबदबा रहता है। लेकिन इस बार भाजपा की योजना आजमगढ़ में अपने प्रभाव को बढ़ाकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को घेरने की है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cm-ashok-gehlots-osd-rakesh-sharma-did-not-attend-the-inquiry-of-crime-branch-of-delhi-police-for-the-third-time-in-phone-tapping-case,फोन टैपिंग मामला: तीसरी बार भी दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की पूछताछ में शामिल नहीं हुए सीएम गहलोत के ओएसडी,"टेलीफोन टैपिंग मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा शुक्रवार को भी दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की पूछताछ में शामिल नहीं हुए। ये तीसरी बार है जब वह दिल्ली पुलिस की पूछताछ में शामिल नहीं हुए हैं। लोकेश शर्मा ने दिल्ली पुलिस को भेजे जवाब में कहा है कि वह पिता की बीमारी के चलते सात दिन तक जयपुर से बाहर नहीं जा सकते। टेलीफोन टैपिंग मामले में दिल्ली अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि ओएसडी को शुक्रवार सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए रोहिणी स्थित अपराध शाखा के कार्यालय में बुलाया गया था। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के नोटिस के बाद लोकेश शर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट में जल्द सुनवाई के लिए याचिका दायर की है। दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी पर रोक बरकरार रखी है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/chinese-soldiers-surveying-border-posts-and-villages-in-pok,सीमा विवाद: पीओके में सीमा चौकियों व गांवों का सर्वेक्षण कर रहे चीनी सैनिक,"चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सीमा चौकियों और गांवों का सर्वेक्षण कर रहे हैं, जबकि भारतीय सेना यहां निगरानी जारी रखे है। कश्मीर ऑब्जर्वर की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि करीब चार दर्जन चीनी सैनिक पीओके के केल, जुरा और लीपा सेक्टर में एक महीने पहले पहुंचे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान केल, जुरा, लीपा और कुछ अन्य क्षेत्रों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को भेजता है। यहां 40 से अधिक पीएलए सैनिक इन सेक्टरों में पाकिस्तानी सैनिकों और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के अधिकारियों के साथ खुद को पांच या छह के समूहों में बांटकर यह सर्वेक्षण कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, पीओके के गांवों का दौरा करने वाले पीएलए के सैनिक इन्हें आदर्श गांवों के रूप में बनाने का संकेत दे रहे हैं, जिनका इस्तेमाल नागरिक और सेना कर सकते हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/gujarat-police-seized-rs-315-crore-drug-consignment-from-pakistan-to-gujarat,"भंडाफोड़ : पाकिस्तान से गुजरात आई 315 करोड़ रुपये की खेप जब्त, नशा तस्करी रैकेट से जुड़े तीन गिरफ्तार","गुजरात में 315 करोड़ रुपये की हेरोइन और मेथामफेटामाइन जब्त करने के मामले में द्वारका पुलिस को एक और सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने शुक्रवार को सलाया शहर के दो मछुआरों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों मछुआरे नाव में अरब सागर में गए थे और अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास पाकिस्तानी ड्रग डीलर से ड्रग्स की डिलीवरी ले रहे थे। जिला पुलिस अधीक्षक सुनील जोशी ने जानकारी देते हुए संवाददाताओं से कहा कि गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों की पहचान सलीम जसराया (50) और इरफान जसराया (34) के रूप में हुई, दोनों देवभूमि द्वारका जिले के सलाया शहर के निवासी हैं। उन्हें सलीम कारा और अली असगर कारा बंधुओं ने ड्रग्स की डिलीवरी लेने के लिए काम पर रखा था। गुप्त सूचना के बाद की कार्रवाई जानकारी के अनुसार, पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के ठाणे के निवासी सज्जाद घोसी को मंगलवार को एक गुप्त सूचना के बाद खंभालिया शहर के एक गेस्ट हाउस से पकड़ा गया था, जिसमें पुलिस ने 11.48 किलोग्राम हेरोइन और 6.16 किलोग्राम मेथामफेटामाइन युक्त 19 पैकेट बरामद किए थे। बाजार में संयुक्त रूप से इनकी कीमत 88.25 करोड़ रुपये है। अधिकारी ने आगे बताया कि घोसी ने इस रैकेट में कारा बंधुओं का नाम लिया था, जिसके बाद बुधवार को तटीय शहर सलाया में उनके आवास पर छापा मारा गया, जिसमें 45 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई। कुल मिलाकर, पुलिस ने लगभग 57 किलोग्राम हेरोइन और 6 किलोग्राम मेथामफेटामाइन बरामद किया है, जिसकी कुल कीमत 315 करोड़ रुपये है। जिला पुलिस अधीक्षक सुनील जोशी ने कहा कि पाकिस्तानी ड्रग डीलरों से डिलीवरी लेने के लिए, कारा बंधुओं ने तत्काल 2 लाख रुपये में एक छोटी नाव खरीदी थी और सलीम को काम पर रखा था। नाव इसलिए खरीदी ताकि मछली पकड़ने की आड़ में ड्रग्स की डिलीवरी ली जा सके।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/personal-data-protection-bill-may-be-introduced-in-the-first-week-of-the-parliament-winter-session,संसद संयुक्त समिति: व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में किया जा सकता है पेश,"संसद के शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में निजी डेटा संरक्षण विधेयक के पेश किए जाने की संभावना है, इसकी एक संसदीय समिति जांच भी कर रही है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि भाजपा सांसद पीपी चौधरी की अध्यक्षता में संसद की संयुक्त समिति ने विधेयक पर मसौदा रिपोर्ट पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को बैठक की, लेकिन इस बैठक में इसे स्वीकार नहीं किया जा सका, क्योंकि प्रस्तावित कानून में अभी कुछ और संशोधनों का सुझाव दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, इस विधेयक पर मसौदा रिपोर्ट को अपनाने के लिए समिति 22 नवंबर को फिर से बैठक करेगी। समिति ने विभिन्न हितधारकों के साथ बिल पर व्यापक चर्चा की है, जिसमें ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया दिग्गज, ई-कॉमर्स खिलाड़ी और दूरसंचार शामिल हैं। दिसंबर 2019 में कैबिनेट द्वारा अनुमोदित विधेयक के मसौदे में नागरिकों की स्पष्ट सहमति के बिना व्यक्तिगत डेटा के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। यह बिल पिछले साल फरवरी में लोकसभा में पेश किया गया था। इसे बाद में भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता वाली संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया गया था। अगस्त 2017 में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद इसका मसौदा तैयार किया गया था, जिसमें 'निजता के अधिकार' को मौलिक अधिकार घोषित किया गया था। शीर्ष अदालत ने सितंबर 2018 में अपने फैसले में एक मजबूत व्यक्तिगत डेटा संरक्षण व्यवस्था की आवश्यकता पर प्रकाश डाला था जिसमें उसने आधार को संवैधानिक रूप से वैध योजना के रूप में रखा था लेकिन आधार अधिनियम में कुछ प्रावधानों को रद्द कर दिया था। बिल के प्रावधानों के अनुसार, सभी इंटरनेट कंपनियों को अनिवार्य रूप से देश के अंदर व्यक्तियों के महत्वपूर्ण डेटा को स्टोर करना होगा। केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर क्रिटिकल डेटा को परिभाषित भी किया जाएगा। स्वास्थ्य, धार्मिक या राजनीतिक अभिविन्यास, बायोमेट्रिक्स, आनुवंशिक, सेक्सुअल ऑरिएंटेशन, स्वास्थ्य, वित्तीय और अन्य से संबंधित डेटा को संवेदनशील डेटा के रूप में पहचाना गया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/muslims-across-the-state-had-taken-out-a-protest-march-today-against-the-violence-in-tripura,"त्रिपुरा हिंसा की आंच महाराष्ट्र तक: रजा अकादमी ने निकाला विरोध मार्च, कई जगह पथराव, 7-8 पुलिसकर्मी घायल","त्रिपुरा में हुई हिंसा की आंच अब महाराष्ट्र तक पहुंच गई है। राज्य में आज मुस्लिमों ने विरोध प्रदर्शन मार्च निकाला। इस दौरान पथराव की घटना भी हुई। सरकार के मुताबिक स्थिति नियंत्रण में है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने बताया कि त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ महाराष्ट्र में मुसलमानों ने आज विरोध मार्च निकाला। इस दौरान नांदेड़, मालेगांव, अमरावती और कुछ अन्य जगहों पर पथराव किया गया। मैं सभी हिंदुओं और मुसलमानों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। Muslims across the state had taken out a protest march today against the violence in Tripura. During this, stone pelting was done in Nanded, Malegaon, Amaravati and some other places. I appeal to all Hindus & Muslims to maintain peace: Maharashtra HM Dilip Walse Patil pic.twitter.com/VdzCwwLeEC — ANI (@ANI) November 12, 2021 गृह मंत्री पाटिल बोले, हालात नियंत्रण में पाटिल ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। मैं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से इसकी निगरानी कर रहा हूं। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। हमें सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की जरूरत है, मैं सभी से अपील करता हूं। मैं पुलिस से भी स्थिति को नियंत्रित करने की अपील करता हूं। संयम और शांति बनाए रखें। पथराव में 7-8 पुलिसकर्मी घायल नांदेड़ के एसपी प्रमोदकुमार शेवाले ने कहा कि रजा अकादमी ने विरोध प्रदर्शन निकाला था। कुछ युवक रिहायशी इलाकों की तरफ जाने लगे जिस पर पुलिस ने उन्हें रोका, इसके बाद इन लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया। एसपी ने बताया कि हम मामला दर्ज कर रहे हैं, पथराव में 7-8 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अभी नांदेड़ में हालात शांतिपूर्ण हैं। मैं अपील करता हूं कि लोग अफवाहों पर विश्वास न करें। अमरावती डीसीपी ने कहा, करेंगे सख्त कार्रवाई अमरावती डीसीपी विक्रम साली ने कहा कि पांच शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है। फिलहाल यहां शांति है। इस विरोध मार्च के लिए पुलिस की अनुमति नहीं ली गई थी। शिकायतों के आधार पर हम इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tweet-controversy-shashi-tharoor-trolled-for-selfie-with-women-mp-mimi-chakraborty-responds,"महिला सांसदों के साथ सेल्फी: जब शशि थरूर पर हावी हुए ट्रोलर्स, सांसद मिमी चक्रवर्ती ने दिया करारा जवाब"," कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर द्वारा सोमवार को ट्विटर पर छह महिला सांसदों के साथ एक सेल्फी पोस्ट करने के बाद से विवाद लगातार जारी है। सोशल मीडिया यूजर्स ने जहां उनके पोस्ट को लेकर उन्हें ट्रोल किया वहीं अब पश्चिम बंगाल से सांसद मिमी चक्रवर्ती ने इस मुद्दे पर ट्रोलर्स को जवाब दिया है। मिमी चक्रवर्ती ने राजेश नागर के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि 'राजेश नागर सेल्फी वास्तव में मैंने ली थी शशि थरूर ने नहीं'। दरअसल, राजेश नागर नाम के यूजर ने लिखा था कि 'थरूर साहब लोकसभा महिलाओं के साथ सेल्फी लेने और उन्हें आकर्षक हने के लिए नहीं बनाया गया है बल्कि यहा कानून बनाने के लिए है। आप भावी सांसदों के लिए गलत मिसाल कायम कर रहे हैं।' जानिए क्या है मामला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को ट्विटर पर छह महिला सांसदों के साथ एक सेल्फी पोस्ट की जिसके बाद वह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। दरअसल, नेटिजन्स की आपत्ति फोटो को लेकर दिए गए कैप्शन को लेकर थी। इस तस्वीर का कैप्शन था- कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए एक आकर्षक जगह नहीं है? इसी को लेकर वह विवादों में घिर गए। थरूर बोले, मजाकिया अंदाज में ली गई फोटो कई नेटिजन्स ने उन पर निशाना साधते हुए विवाद को जन्म दे दिया। थरूर ने बाद में कुछ लोगों को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी और कहा कि महिला सांसदों की पहल ये फोटो मजाकिया अंदाज में ली गई थी। उन्होंने मुझे इसी अंदाज में इसे ट्वीट करने के लिए कहा था। शशि थरूर ने ट्वीट किया था, 'कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए एक आकर्षक जगह नहीं है? आज सुबह छह साथी सांसदों के साथ।' इस फोटो में उनके साथ बारामती की सांसद सुप्रिया सुले, पटियाला की सांसद परनीत कौर, दक्षिण चेन्नई की सांसद थमिजाची थंगापांडियन, जादवपुर की सांसद मिमी चक्रवर्ती, बशीरहाट की सांसद नुसरत जहां और करूर से सांसद एस ज्योतिमणि थीं। कई लोगों ने जताई आपत्ति उनके ट्वीट को कई यूजर्स ने आपत्ति जताई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, आप संसद और राजनीति में उनके योगदान को आकर्षण की वस्तु बनाकर नीचा दिखा रहे हैं। संसद में महिलाओं को आपत्तिजनक बनाना बंद करें। सुप्रीम कोर्ट की वकील करुणा नंदी ने ट्वीट किया- अविश्वसनीय है कि शशि थरूर जैसा कोई सांसद निर्वाचित राजनीतिक नेताओं को उनके लुक से आंकेगा। दोस्तों यह 2021 है। वहीं, नंदी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए बैडमिंटन खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार विजेता ज्वाला गुट्टा ने ट्वीट किया- ऐसा नहीं है करुणा। मुझे लगता है कि हमें कुछ चीजों को हल्के में लेने की जरूरत है और हर चीज इतनी बारीकी से नहीं देखना चाहिए। यह संसद में मौजूद सभी महिलाओं के लिए एक तारीफ थी जो आम तौर बंधे-बंधाए खांचे में रहती हैं!! ये बस मेरी राय है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bjp-to-start-sports-league-on-the-name-of-article-370-in-gujarat-to-be-played-at-amit-shah-lok-sabha-seat-news-and-updates,"गुजरात: अनुच्छेद 370 के नाम पर स्पोर्ट्स लीग शुरू करेगी भाजपा, अमित शाह के संसदीय क्षेत्र में होगा आयोजन","केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को दो साल पहले ही रद्द कर दिया था। हालांकि, भाजपा के कई हलकों में इसकी गूंज अभी भी जारी है। ताजा मामला गुजरात का है, जहां भाजपा अनुच्छेद 370 के नाम पर ही एक स्पोर्ट्स लीग शुरू करने वाली है। बताया गया है कि इस लीग का आयोजन गृह मंत्री अमित शाह के संसदीय क्षेत्र गांधीनगर में किया जाएगा और इसमें क्रिकेट और कबड्डी जैसे खेलों के मुकाबले रखे जाएंगे। युवाओं को पार्टी की तरफ खींचने के लिए यह नई लीग रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस लीग का पूरा नाम गांधीनगर लोकसभा प्रीमियर लीग 370 (जीएलपीएल 370) होगा। भाजपा का लक्ष्य इसके जरिए ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपने से जोड़ने का होगा। अहमदाबाद शहर के भाजपा इकाई के महासचिव जीतूभाई पटेल के मुताबिक, इस लीग का नाम अनुच्छेद 370 पर रखा गया है, जिसे 2019 में अमित शाह जी के नेतृत्व में रद्द किया गया था। इस टूर्नामेंट को दिसंबर के मध्य में शुरू करने की योजना है। बताया गया है कि भाजपा ने लीग में क्रिकेट और कबड्डी के लिए हर वॉर्ड से दो टीमें (एक क्रिकेट और एक कबड्डी की टीम) शामिल करने का लक्ष्य रखा है। जिन सात विधानसभा सीटों से यह टीमें चुनकर आएंगी, उनमें वेजलपुर, घाटलोदिया, नरनपुरा, साबरमती, कलोल, गांधीनगर (उत्तर) और साणंद शामिल हैं। फिलहाल इस लीग को सिर्फ पुरुषों के लिए ही तय किया गया है। इसमें क्रिकेट मैचों को टेनिस बॉल से खिलाया जाएगा। इसके विज्ञापनों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप्स का इस्तेमाल होगा, जो इसका प्रचार-प्रसार करेंगे। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन से अमित शाह का पुराना नाता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2007 से ही गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) से जुड़े रहे हैं। उन्होंने राज्य खेल संघ में कांग्रेस नेताओं के 16 साल के वर्चस्व को खत्म करने में काफी अहम भूमिका निभाई है। नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान अमित शाह जीसीए के उपाध्यक्ष पद पर रहे। उनके बेटे जय शाह मौजूदा समय में बीसीसीआई के सचिव हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bombay-high-court-granted-six-weeks-time-to-ncp-leader-nawab-malik-to-file-reply-in-1000-crore-defamation-suit,"नवाब मलिक: 1000 करोड़ मानहानि मामले में घिरे एनसीपी नेता, कोर्ट ने जवाब के लिए दिया छह हफ्ते का समय"," आर्यन खान ड्रग केस में एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ एक के बाद एक खुलासे करने वाले एनसीपी नेता नवाब मलिक की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब मुंबई की सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की ओर से नवाब मलिक के खिलाफ 1000 करोड़ रुपये की मानहानि का मामला दायर किया गया है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने एनसीपी नेता व सात अन्य लोगों को संबंधित मामले में जवाब दाखिल करने के लिए छह सप्ताह का समय दिया है। बैँक की ओर से अधिवक्ता अखिलेश चौबे ने बताया कि एक से चार जुलाई के बीच नवाब मलिक की ओर से बैंक के खिलाफ कई होर्डिंग्स मुंबई की सड़कों पर लगाए गए थे, इन होर्डिंग्स से बैंक की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि बैंक की ओर से इस मामले में नवाब मलिक को नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन उन्होंने होर्डिँग्स उतारने से इंकार कर दिया और नोटिस वापस लेने को कहा। इसलिए संबंधित मामले में सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। मलिक ने फिर किया इंकार होर्डिंग मामले में राकांपा नेता की ओर से कोर्ट में कहा कि गया है कि न तो मैं और न ही मेरी पार्टी इस मामले में किसी भी तरह से जुड़ी है और होर्डिंग्स उनकी ओर से नहीं लगाए गए थे। उनकी ओर से कहा गया है कि उन्हें एक झूठे मामले में फंसाया जा रहा है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/mamata-banerjee-on-3-day-mumbai-visit-from-today-will-meet-uddhav-thackeray-and-sharad-pawar-distance-from-congress,"ममता बनर्जी: तीन दिवसीय मुंबई दौरा आज से, उद्धव ठाकरे-शरद पवार से करेंगी मुलाकात; कांग्रेस से बनाई दूरी"," पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर हैं। इस दौरान वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। इसके अलावा वह एक दिसंबर यानी बुधवार को मुंबई के कुछ बड़े उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकतीं हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ममता बनर्जी की उद्योगपतियों से होने वाली मुलाकात का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में निवेश को बढ़ाना है। महाराष्ट्र गठबंधन में कांग्रेस से दूरी महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के गठबंधन वाली सरकार है। इसमें शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा सहयोगी दल हैं। तीन दिन के मुंबई दौरे पर पहुंच रहीं ममता बनर्जी इस गठबंधन की सरकार वाली दो सदस्य पार्टी के प्रमुखों से तो मुलाकात करेंगी, लेकिन वह कांग्रेस नेताओं से नहीं मिलेंगी। टीएमसी के कीरबियों ने बताया कि मुंबई दौरे के दौरान पश्चित बंगाल की मुख्यमंत्री राकांपा प्रमुख शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे से ही मुलाकात करेंगी। विपक्षी दलों की बैठक से भी बनाई दूरी इससे पहले टीएमसी ने कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक से भी पूरी तरह दूरी बना ली है। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले भी टीएमसी सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुई थी और अब मंगलवार को भी बुलाई गई बैठक में टीएमसी ने शामिल होने से इंकार कर दिया है। पार्टी अपनी रणनीति अलग से तैयार करेगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-elections-central-government-will-get-the-bills-related-to-sc-st-passed-in-this-session,शीतकालीन सत्र: यूपी चुनाव को देखते हुए एससी-एसटी से जुड़े बिल इसी सत्र में पास कराएगी सरकार,"सरकार मौजूदा सत्र में दो दर्जन से ज्यादा विधेयक ला सकती है। अगला नंबर क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और अनुसूचित जाति और जनजातियों को लेकर संशोधन बिल हो सकता है। एससी एसटी विधेयक को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। कॉन्स्टिट्यूशन (अनुसूचित जाति और जनजाति) ऑर्डर अमेंडमेंट बिल 2020-21 बिल के जरिये अनुसूचित जाति व जनजाति की सूची में बदलाव हो सकेगा। इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ डिजिटल करेंसी बिल-2001, जिसके जरिये सरकार भारतीय रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी के लिए खाका खींचेगी, ताकि क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लग सके। अन्य विधेयक हैं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) बिल, मेंटेनेंस एंड वेलफेयर ऑफ पेरेंट्स एंड सीनियर सिटीजन (संशोधन) बिल-2019, बैंकिंग लॉ (संशोधन) बिल 2021। इसके जरिये बजट 2021 में घोषित किए गए दो सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण का रास्ता साफ हो जाएगा। अन्य महत्वपूर्ण विधेयक मेट्रो रेल (निर्माण-प्रबंधन और रखरखाव) बिल, इलेक्ट्रिसिटी (संशोधन) बिल-2021, नेशनल ट्रांसपोर्ट यूनिवर्सिटी बिल-2021, नेशनल एंटी डोपिंग बिल-2021, इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी (सेकंड अमेंडमेंट) बिल 2021, आदि हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/government-worried-due-to-speed-of-corona-vaccination-in-non-bjp-ruled-states,"टीकाकरण : गैर भाजपाशासित राज्यों की सुस्त रफ्तार से सरकार चिंतित, झारखंड की स्थिति सबसे खराब"," कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच विपक्षशासित राज्यों में टीकाकरण की धीमी रफ्तार चिंता बढ़ा रही है। टीकाकरण अभियान में विपक्ष शासित राज्य भाजपा शासित राज्यों के मुकाबले कहीं ठहरते नहीं दिखते। हालत यह है कि महीनों से जारी इस अभियान के बावजूद एक भी विपक्षशासित राज्य 90 फीसदी लोगों को भी टीके की पहली खुराक उपलब्ध नहीं करा पाया है। इन राज्यों में टीके की दूसरी खुराक का आंकड़ा 50 फीसदी से भी कम है। इसके उलट, भाजपा शासित दो राज्यों ने पहली खुराक का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है तो अन्य राज्य इस लक्ष्य के बेहद करीब हैं। भाजपा शासित सभी राज्य टीके की दूसरी खुराक के मामले में भी कांग्रेस शासित राज्यों से बेहद आगे हैं। झारखंड की स्थिति सबसे खराब टीकाकरण मामले में झारखंड की स्थिति सबसे खराब है। इस राज्य में अब तक करीब 66 फीसदी लोगों को ही टीके की पहली खुराक मिली है। दूसरी खुराक की पहुंच महज 30.8 फीसदी ही है। दूसरी तरफ, भाजपाशासित राज्यों में पहली खुराक के मामले में सबसे पीछे रहने वाले त्रिपुरा में भी 80 फीसदी से ज्यादा का टीकाकरण हो चुका है। क्यों चिंतित है सरकार अब तक दो लहर झेल चुके देश में तीसरी लहर का खतरा बरकरार है। अगर तीसरी लहर आई तो विपक्ष शासित राज्यों में टीकाकरण की सुस्त रफ्तार से स्थिति विकट हो सकती है। खासतौर पर कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के सामने आने के बाद सरकार में हलचल है। खुद प्रधानमंत्री ने बैठक कर इसके प्रति राज्यों को आगाह किया है। सरकार ने कई बार कहा है कि देश में टीके की उपलब्धता की कमी जैसा कोई मामला नहीं है। राज्यों को मांग के अनुरूप टीके उपलब्ध कराए जा रहे हैं। टीकाकरण की स्थिति विपक्ष शासित राज्य राज्य पहली खुराक दूसरी खुराक झारखंड 66.2% 30.8% पंजाब 72.5% 32.8 % तमिलनाडु 78.1% 42.65% महाराष्ट्र 80.11% 42.5% छत्तीसगढ़ 83.2% 47.2% राजस्थान 84.2% 46.9% पश्चिम बंगाल 86.6% 39.4% भाजपा शासित राज्य राज्य पहली खुराक दूसरी खुराक हिमाचल प्रदेश 100% 91.9% गोवा 100% 87.9% गुजरात 93.5% 70.3% उत्तराखंड 93.0% 61.7% एमपी 92.8% 62.9% कर्नाटक 90.9% 59.1% हरियाणा 90.04% 48.3% असम 88.9% 50% त्रिपुरा 80.5% 63.5% देश में 8,309 नए संक्रमित मिले देश में सोमवार तक कोविड-19 के 8,309 नए मरीज मिले। पिछले 24 घंटे के मुकाबले नए मामले 1,832 कम रहे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक कुल 3,45,80,832 लोगों में कोविड-19 हुआ है। मौजूदा संक्रमितों की संख्या घटकर 1,03,859 रह गई है जो पिछले 544 दिन में सबसे कम है। वहीं 236 नई मौतों के साथ मृतकों की कुल संख्या 4,68,790 पहुंच गई है। इनमें से 159 की मौतें अकेले केरल में और 33 महाराष्ट्र में दर्ज हुई हैं। देश में कुल 4,68,790 नागरिक कोरोना से मारे गए हैं। देश में अब तक 122.41 करोड़ टीके के डोज दिए जा चुके हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/winter-session-opposition-may-create-ruckus-in-parliament-after-suspension-of-12-rajya-sabha-members,"हंगामे के आसार: शीतकालीन सत्र पर पड़ी निलंबन विवाद की छाया, संसद ठप रहने की आशंका गहराई"," संसद का वर्तमान शीतकालीन सत्र का हश्र बीते मॉनसून सत्र की तरह हो सकता है। कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी बिल पर चर्चा न होने से नाराज विपक्ष ने मानसून सत्र के दौरान हंगामे के आरोप में राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मामले को बड़ा मुद्दा बनाने का निर्णय लिया है। विपक्ष ने इस फैसले के विरोध में कार्यवाही के बहिष्कार के साथ निलंबन के फैसले को अदालत में चुनौती देने की घोषणा की है। मानसून सत्र में पेगासस जासूसी में लगभग पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था। खासतौर से लोकसभा में पूरे सत्र के दौरान महज 21 घंटे 14 मिनट ही कार्यवाही चली। इस दौरान करीब 72 घंटे हंगामे की भेंट चढ़ गए। हालांकि इस दौरान सरकार ने हंगामे के बीच ही सभी विधायी कामकाज निपटा लिए थे। पूरे सत्र में ओबीसी सूची तैयार करने संबंधी अधिकार राज्य सरकारों को देने संबंधी बिल के अलावा किसी अन्य जन सरोकारों के एक भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई थी। दोनों सदन आज तक स्थगित विधेयक बिना बहस पारित कराए जाने के बाद हंगामे के कारण लोकसभा दोपहर के भोजन से पहले दो बार स्थगित की गई लेकिन दोपहर 2 बजे कार्यवाही शुरू होने पर भी हंगामा होता रहा तो दिनभर के स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा भी पहले एक घंटे, फिर 2 बजे तक, फिर दो बार आधे-आधे घंटे के लिए और आखिर में दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pakistan-puts-conditions-on-allowing-transit-facility-for-india-aid-to-afghanistan,अड़ंगा : पाकिस्तान ने अफगानिस्तान तक भारतीय सहायता भेजने के लिए रास्ता देने को लेकर रखी शर्तें," भारत का किसी पड़ोसी देश के लिए अच्छा कदम कभी पाकिस्तान को रास नहीं आता, वह उसमें अपना अड़ंगा जरूर लगाने की कोशिश करता है। अब भारत अफगानिस्तान को सहायता के तौर पर कुछ सामग्री भेज रहा है तो पाकिस्तान रास्ता नहीं दे रहा है। इसको लेकर उसने कई शर्ते रख दी। इस मामले के जानकार ने बताया कि भारत अफगानिस्तान को पाकिस्तान के रास्ते भारतीय गेहूं और दवाओं को पहुंचाना चाहता है। लेकिन पाकिस्तान ने परिवहन के तौर-तरीकों को अभी तक पूरा नहीं किया है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान चाहता है कि 50,000 टन गेहूं और दवाओं की खेप वाघा सीमा बिंदु से पाकिस्तानी ट्रकों से पहुंचाई जाए। जबकि भारत ने कहा कि वह स्वयं के परिवहन से सहायता सामग्री पहुंएगा। भारत चाहता है कि सहायता अफगान लोगों तक बिना किसी शर्त के पहुंचे। यह पता चला है कि राहत सामग्री का परिवहन उन कई मुद्दों में से एक है जिसे दोनों पक्ष समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं अब इस बात के संकेत मिले हैं कि भारत अफगानिस्तान में सामग्री वितरण के लिए वाघा सीमा पर संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी से बात कर सकता है और पाकिस्तान पर दबाव डाल सकता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार भारत से अफगानिस्तान में 50,000 टन गेहूं के परिवहन की अनुमति देगी। शुक्रवार को विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमें अफगानिस्तान के लोगों को 50,000 मीट्रिक टन गेहूं की मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए सात अक्टूबर को किए गए हमारे प्रस्ताव पर पाकिस्तान सरकार से प्रतिक्रिया मिली। इसमें जीवन रक्षक दवाएं भी हैं जिन्हें हम भेजना चाहते थे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-notice-to-center-and-state-on-petition-seeking-sit-probe-into-tripura-violence-case-latest-news-update,सुप्रीम कोर्ट: त्रिपुरा हिंसा मामले की एसआईटी जांच की मांग वाली याचिका पर केंद्र व राज्य को नोटिस," सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को त्रिपुरा में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाओं की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच की मांग वाली याचिका पर केंद्र और त्रिपुरा सरकारों को नोटिस जारी किया है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने वकील प्रशांत भूषण के माध्यम से वकील एहतेशाम हाशमी द्वारा दायर इस याचिका पर केंद्र और त्रिपुरा सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। पीठ ने अब इस मामले पर 13 दिसंबर को विचार करने का निर्णय लिया है। याचिकाकर्ता हाशमी का कहना था कि उन्होंने दिल्ली के अन्य वकीलों के साथ राज्य के दंगा प्रभावित क्षेत्रों का व्यक्तिगत रूप से दौरा किया था और एक तथ्य-खोज रिपोर्ट प्रकाशित की थी। याचिकाकर्ता की ओर से पेश प्रशांत भूषण ने पीठ के समक्ष कहा कि जिस तरीके से पुलिस मामले की जांच कर रही है, याचिकाकर्ता ने उसे दर्शाया है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की। इसकी बजाय हिंसा पर रिपोर्ट करने वाले पत्रकारों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) लगा दिया। वकील ने यह भी कहा कि पुलिस ने 'तथ्य-खोज' रिपोर्ट पेश करने वाले वकीलों को नोटिस भेजा है। याचिका में दावा किया गया है कि संगठित भीड़ द्वारा किए गए कथित घृणा अपराधों में मस्जिदों को नुकसान पहुंचाना, मुसलमानों के स्वामित्व वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों को जलाना, रैलियां आयोजित करना और नफरत फैलाना शामिल है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmer-protest-can-farmers-return-their-fields-to-barns-in-the-first-week-of-december-latest-news-update,Farmer Protest: क्या दिसंबर के पहले हफ्ते में अपने खेत खलिहानों की तरफ लौट सकते हैं किसान? मनाने की कोशिशें तेज," बिना चर्चा के ही संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद ने किसानों को तोहफा दे दिया। जिस शोर-शराबे के बीच बिना चर्चा के तीनों कृषि कानून पारित हुआ था, उसी तरह से बिना चर्चा के ही सदन ने इसे रद्द करने के विधेयक को मंजूरी दे दी। सोमवार को देर रात ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इसे अपनी मंजूरी दे सकते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार के रणनीतिकारों को 7 दिसंबर तक किसानों के खेत खलिहानों की तरफ लौट जाने की उम्मीद है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए तमाम चैनलों के जरिए किसान नेताओं से चर्चा के प्रयास हो रहे हैं। बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्तर से भी किसानों को आंदोलन समाप्त करके अपने खेत खलिहान की तरफ लौटने की पहल हो रही है। इसके लिए अकाल तख्त साहिब के संपर्क में हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी कहा कि किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने, इसे वापस लेने की मांग कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने 19 नवंबर को घोषणा करके उनकी बात मान ली। 29 नवंबर को संसद के दोनों सदनों ने कानून को वापस लेने के विधेयक को अपनी मंजूरी दे दी है। अब केवल किसानों की छोटी मांगे रह गई हैं और कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। बताते हैं पंजाब के कई किसान संगठन अब आंदोलन को आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। 4 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाई गई बैठक में इसका संकेत भी मिल सकता है। आंदोलन को जारी रखना चाहते हैं राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत एमएसपी की गारंटी मिलने तक अभी आंदोलन को जारी रखने के मूड में हैं। आंदोलन को खत्म करने के बारे में अभी भारतीय किसान यूनियन के नेता कोई ठोस कार्य योजना नहीं बता पा रहे हैं। धर्मेन्द्र मलिक कहते हैं कि किसानों को आंदोलन जारी रखने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन पहले सरकार हमारी समस्याओं को ईमानदारी से सुनकर उस पर पहल करने की प्रतिबद्धता तो दिखाए। एमएसपी और आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवजा देने का मसला काफी गंभीर है। किसान नेता चौधरी हरपाल सिंह भी कहते हैं कि बिना इस मांग के आखिर किस मुंह से आंदोलन को समाप्त करके क्षेत्र में जाएंगे। हरपाल सिंह कहते हैं कि गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को भी मंत्रिमंडल से हटाया जाना चाहिए। किसान नेता गुरुनाम सिंह चढ़ूनी को भी अभी किसानों की तीन मांगों पर केन्द्र सरकार से गारंटी चाहिए। वहीं भाजपा के नेता आंदोलन को जारी रखने के पीछे राजनीतिक कारण बताते हैं। बिना चर्चा में इन नेताओं का कहना है कि राकेश टिकैत की राजनीतिक मंशा इस आंदोलन को अभी कुछ दिन और खीचने की है। ताकि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के साथ उनके राजनीतिक हित सध सकें। क्या टिकैत किसान नेताओं पर भारी पड़ रहे हैं? वर्तमान किसान आंदोलन ने भाकियू के राकेश टिकैत का कद काफी बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री द्वारा कानून वापस लेने की घोषणा के बाद आंदोलन की सफलता के पीछे टिकैत द्वारा जनवरी महीने में उठाए गए भावुक कदम को काफी अहम माना जा रहा है। किसान आंदोलन के अंदरुनी सूत्र बताते हैं लखीमपुर खीरी की घटना के बाद आंदोलन का रुख थोड़ा दूसरे रास्ते पर जा रहा था, लेकिन अचानक फिर बड़ा यू-टर्न आ गया। प्रधानमंत्री की कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद आंदोलन को जारी रखने के लिए राकेश टिकैत फिर अड़ गए। पूरे आंदोलन में योगेन्द्र यादव की भूमिका भी अहम है। अब स्थिति यह है कि इस पूरे किसान आंदोलन से राकेश टिकैत की अनदेखी करना किसान नेताओं के लिए एक बड़ा रिस्क लेने जैसा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की मुख्यमंत्री खट्टर से मुलाकात, दिया भरोसा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भेंट की। इस दौरान कैप्टन ने भरोसा दिया कि किसान आंदोलन के तमाम नेता उनके संपर्क में हैं। बताते हैं उनके बेटे रनिंदर सिंह ने भी केन्द्र सरकार के रणनीतिकारों को इसी तरह का भरोसा दिया है। कैप्टन के इस भरोसे को किसानों के साथ वार्ता में शामिल केन्द्र सरकार के एक मंत्री भी काफी अहम मान रहे हैं। उनका कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा के कई किसान नेताओं को लग रहा है कि कानून वापसी किसानों के लिए सम्मानजनक स्थिति है। इसलिए अब सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर समिति बनाने की प्रतिबद्धता लेकर आंदोलन को समाप्त किया जाना चाहिए। वह कहते हैं कि उन्हें दिसंबर के पहले सप्ताह तक आंदोलन के खत्म होने की उम्मीद है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/delhi-aam-aadmi-party-surrounded-the-punjab-government-on-the-pretext-of-delhi-education-model-latest-news-update,"दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल के बहाने पंजाब सरकार को घेरा, जानिए पूरा मामला"," पंजाब के चुनाव जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैं, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को दिल्ली के 250 बेहतरीन स्कूलों की लिस्ट जारी करते हुए पंजाब सरकार को चुनौती दी कि वह भी अपने 250 सबसे अच्छे स्कूलों की लिस्ट जारी करें जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है। सिसोदिया के द्वारा दिल्ली के स्कूलों की लिस्ट जारी होने के 24 घंटे बाद भी पंजाब सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया न आने को आम आदमी पार्टी ने अपनी जीत बताया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि आम आदमी पार्टी पूरे देश में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहती है। हमने पूरे देश में शिक्षा का एक आदर्श मॉडल स्थापित किया है और कांग्रेस की पंजाब सरकार से मांग की थी कि वह भी अपने सबसे बेहतर स्कूलों की लिस्ट जनता में जारी करे। कांग्रेस सरकार के शिक्षा मंत्री द्वारा इस चुनौती को स्वीकार किये जाने के बाद भी अब तक इस मांग को पूरा नहीं किया है जो यह साबित करता है कि उसके पास शिक्षा के क्षेत्र में दिखाने के लिए कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता को इसी से समझ लेना चाहिए कि उसे बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था देने में कौन सक्षम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है, लोग हमारे शिक्षा मॉडल को अपना कर अपने यहां बेहतर शिक्षा देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में सरकार बनने के बाद वहां भी इसी तरह की शिक्षा दी जाएगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-elections-2022-akhilesh-yadav-is-making-the-way-for-its-victory-easy-how-effective-will-this-formula-be-samajwadi-party-latest-news-update,"UP Elections 2022: सपा ऐसे कर रही है अपनी जीत के लिए राहें आसान, कितना कारगर होगा यह फार्मूला"," अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने गेम चेंज करने के लिए ""स्मॉल पार्टी, बिग प्लानिंग"" का फॉर्मूला इजाद किया है। इस फॉर्मूले के तहत समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के उन तमाम छोटे बड़े और प्रमुख दलों के साथ गठबंधन करने की योजना बनाई है जिनका अपने इलाकों में न सिर्फ प्रभाव है बल्कि हस्तक्षेप भी खूब है। इस कड़ी में समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय लोक दल से लेकर महान दल समेत कई स्थानीय लेकिन गहरी पकड़ रखने वाले संगठनों से समझौता किया है। पार्टी के नेताओं का कहना है ऐसे गठबंधन 2022 में समाजवादी पार्टी की ना सिर्फ जीत सुनिश्चित करेंगे बल्कि एक बड़ा मार्जिन भी देंगे। वैचारिक एकता वाले दल को साथ लाने में जुटी सपा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पार्टी से जुड़े रणनीतिकारों ने फैसला किया है कि उत्तर प्रदेश में सभी राजनैतिक संगठन जो समाजवादी पार्टी की विचारधारा में आस्था रखते हैं, उनको साथ लेकर 2022 का चुनाव लड़ा जाएगा। इस कड़ी में सबसे बड़ा और सबसे अहम फैसला पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी अलग पहचान रखने वाले राष्ट्रीय लोक दल से गठबंधन करके शुरू हुई। उसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत तराई के कुछ इलाकों में अपनी पहचान रखने वाले महान दल से भी समाजवादी पार्टी ने समझौता किया। कभी भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार में शामिल रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से भी पूर्वांचल में अखिलेश यादव ने समझौता किया। इसके अलावा पिछड़ों के नेता के तौर पर कृष्णा पटेल की पार्टी अपना दल से भी समझौता कर एक बड़े वोट बैंक पर नजर डालते हुए समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी की है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि समाजवादी पार्टी की विचारधारा से ताल्लुक रखने वाले उस हर शख्स का स्वागत है जो इस चुनाव में जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने वाली पार्टी का विरोध कर रहे हैं। कर्मचारी संगठनों पर भी नज़र समाजवादी पार्टी की रणनीति सिर्फ राजनीतिक संगठनों को ही अपने साथ जोड़कर आगे बढ़ने की नहीं है बल्कि इस दिशा में समाजवादी पार्टी तमाम बड़े सरकारी और गैर सरकारी संगठनों के नेताओं को भी अपने साथ जोड़कर बड़ा कारवां बनाने की है। इस कड़ी में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े कर्मचारी संगठन उत्तर प्रदेश कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र श्रीवास्तव को अपनी पार्टी में शामिल करा कर कर्मचारियों के हितों को साधने का एक संदेश दिया। दिल्ली में समाजवादी पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि उनकी पार्टी की कोशिश है कि जिला शहर ब्लॉक और गांव स्तर पर कोई भी व्यक्ति जिसका अपने क्षेत्र में लोगों के बीच में प्रभाव और साफ छवि है और वह समाजवादी पार्टी की विचारधारा से ताल्लुक रखता है उन सब को पार्टी में पिछले कई महीनों से शामिल कराया जा रहा है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि अगले कुछ दिनों में ऐसे कई और शख्सियतें पार्टी में शामिल होंगी जो उत्तर प्रदेश में आने वाले चुनाव की तस्वीर बदलेंगी। क्या आप के साथ बनेगी बात? बीते कुछ समय से जिस तरीके से आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी की नजदीकियों की चर्चा सोशल मीडिया के साथ साथ सामान्य लोगों में बनी है, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्दी समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी का प्रदेश में गठबंधन हो सकता है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता का कहना है कि अगर सारी बातचीत सही ट्रैक पर चलती रही तो शिवपाल यादव की पार्टी बसपा समेत कई और दल समाजवादी पार्टी के साथ आने वाले विधानसभा चुनाव में मिलकर चुनाव लड़ेंगे। समाजवादी पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि ऐसे दलों संगठनों और प्रभावशाली लोगों को पार्टी में जोड़कर वह अपनी स्थिति को न सिर्फ मजबूत कर रहे हैं बल्कि आने वाले विधानसभा के चुनाव में रुख मोड़ने जैसी ताकत भी रख रहे हैं। अलग अलग क्षेत्र की पार्टियों को साथ लाने की रणनीति सुभाषपा के नेता ओमप्रकाश राजभर जब भाजपा में थे या अब समाजवादी पार्टी में है हमेशा कहते थे कि उनकी पार्टी पूरे प्रदेश में लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा सीटों पर हस्तक्षेप रखती है। राजभर का दावा है कि पूर्वांचल के बनारस, देवीपाटन, गोरखपुर, आजमगढ़ मंडल की सीटों पर लगभग 23 फीसदी राजभर और उनकी अन्य जातियों का वोट है। राजभर कहते हैं कि अगर हमारी पार्टी और उससे जुड़े वोटरों का इतना अहम योगदान है तो उनकी हिस्सेदारी भी उतनी ही होनी चाहिए। यही वजह है कि इस बार उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ समाजवादी पार्टी के साथ समझौता किया है। इसी तरीके से जनवादी पार्टी कभी एक विशेष क्षेत्र में राजनैतिक हस्तक्षेप है। जबकि अपना दल (कृष्णा पटेल) का भी बनारस सोनभद्र गाजीपुर और आसपास के इलाकों में पिछड़ी जातियों और अति पिछड़ी जातियों में अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। इसी तरीके से समाजवादी पार्टी का महान दल के साथ गठबंधन हुआ है। इस दल का रामपुर मुरादाबाद शाहजहांपुर बरेली बदायूं जिलों में पिछड़ी जातियों में अच्छा प्रभाव माना जाता है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/12-rajya-sabha-mps-suspended-for-indiscipline-in-the-last-session-of-the-house-on-forst-day-of-winter-session-of-parliament-congress-tmc-cpi-cpm-shiv-sena,"राज्यसभा: पूरे सत्र के लिए 12 सांसद निलंबित, पिछले सत्र में अनुशासनहीनता को लेकर कार्रवाई, कल विपक्ष ने बुलाई बैठक"," संसद के शीतकालीन सत्र की सोमवार को शुरुआत हुई। पहले ही दिन सदन के पिछले सत्र में अनुशासनहीनता करने वाले राज्यसभा के 12 सांसदों को बाकी बचे पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। निलंबित किए गए सांसदों में कांग्रेस के छह, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो, सीपीआई का एक और शिवसेना के दो सांसद शामिल हैं। इस सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दलों ने कल राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में एलओपी पर बैठक बुलाई है। सासंद माफी मांगें तो विचार-विमर्श किया जा सकता है सरकारी सूत्रों ने कहा कि एक मामले में टीएमसी के डॉ. शांतनु सेन ने मंत्री अश्विनी वैष्णव से कागज छीन लिए थे। 22 जुलाई की इस घटना में सेन ने बयान देने जा रहे वैष्णव से कागज छीन लिए और उन्हें फाड़कर चेयर की ओर फेंके। ऐसे में उनका निलंबन एकदम सही है। सूत्रों ने बताया कि अगर जिन सांसदों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई वह नियमों के अनुसार माफी मांगते हैं तो भविष्य के संबंध में विचार-विमर्श किया जा सकता है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि हमने प्रस्ताव पारित कर 12 सांसदों को निलंबित किया है। मानसून सत्र के शुरुआत से ही विपक्ष का रवैया सत्र को न चलने देने का था। हमारी विपक्षी पार्टियों से उनके इस व्यवहार को लेकर चर्चा हुई थी। हमें विपक्ष ने ऐसा व्यवहार फिर से न होने का आश्वासन दिया था, लेकिन 11 अगस्त को फिर से वैसा ही व्यवहार देखने को मिला। 11 अगस्त को सत्र का आखिरी दिन होने की वजह से उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं हुई। हमें आज अवसर मिला और जिन सांसदों ने पिछले सत्र में बदतमीजी की उनके ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित किया गया। विपक्ष के जारी किया संयुक्त बयान विपक्ष ने संयुक्त बयान जारी कर यह बताया कि विपक्षी दलों के नेता एकजुट होकर 12 सांसदों के अनुचित और अलोकतांत्रिक निलंबन की निंदा करते हैं। राज्यसभा के विपक्षी दलों के नेताओं की कल बैठक होगी, जिसमें सरकार के सत्तावादी निर्णय का विरोध करने और संसदीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए भविष्य की कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया जाएगा।वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निलंबित किए गए सांसद कल राज्यसभा चेयरमैन से मुलाकात कर सकते हैं। इन सांसदों पर गिरी निलंबन की गाज सीपीएम के एलामारम करीम और कांग्रेस की फूलो देवी नेतम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजामणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह, टीएमसी की शांता छेत्री व डोला सेन, सीपीआई के विनय विश्वम और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई निलंबित कर दिए गए। 11 अगस्त को हुए हंगामे को लेकर ये कार्रवाई हुई है। इन सांसदों के निलंबन को लेकर सदन की ओर से जारी आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि इन सांसदों ने राज्यसभा के 254वें सत्र के आखिरी दिन यानी 11 अगस्त को हिंसक व्यवहार किया, सुरक्षा कर्मियों पर जानबूझकर हमले किए, चेयर का अपमान किया। इन्होंने सदन के नियमों को तार-तार कर दिया और कार्यवाही में बाधा पहुंचाई। शिवसेना सांसद ने उठाए सवाल इस बीच शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक एक आरोपी को वहां भी सुना जाता है, उनके लिए वकील भी उपलब्ध कराए जाते हैं, कभी-कभी सरकारी अधिकारियों को उनका पक्ष लेने के लिए भेजा जाता है। यहां हमारा पक्ष नहीं लिया गया। निलंबित एक प्रियंका ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखें तो यह साफ पता चलता है कि कैसे पुरुष मार्शल महिला सांसदों से अभ्रदता कर रहे थे। एक तरफ ये सब और दूसरी तरफ आपका फैसला? यह कैसा असंसदीय व्यवहार है? कांग्रेस ने पीएम मोदी को घेरा कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा ने कहा कि यह निलंबन केवल अनुचित और अन्यायपूर्ण है। अन्य दलों के अन्य सदस्य भी थे, जिन्होंने हंगामा किया लेकिन अध्यक्ष ने मुझे निलंबित कर दिया। पीएम मोदी जैसा चाहते हैं वैसा ही कर रहे हैं क्योंकि उनके पास भारी बहुमत है। कांग्रेस के ही निलंबित सांसद रिपुन बोरा ने कहा कि यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है; लोकतंत्र और संविधान की हत्या। हमें सुनवाई का अवसर नहीं दिया गया है। यह एकतरफा, पक्षपाती, प्रतिशोधी निर्णय है। विपक्षी दलों से सलाह नहीं ली गई। हमने पिछले सत्र में विरोध किया था। हमने किसानों, गरीब लोगों के लिए विरोध किया था और सांसदों के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम उत्पीड़ित, वंचितों की आवाज उठाएं। संसद में आवाज नहीं उठाएंगे तो कहां करेंगे? ये हुआ था मानसून सत्र के अंतिम दिन संसद का मानसून सत्र विपक्ष के हंगामे के साथ शुरू हुआ था और इसी के चलते समापन की तय तिथि से दो दिन पहले की समाप्त हो गया था। पेगासस जासूसी विवाद और तीन कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष की ओर से सदन में लगातार हंगामा और विरोध प्रदर्शन किए गए थे, जिसके चलते कई बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा था। सत्र के आखिरी दिन जब कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन पर चर्चा शुरू हुई थी तब विपक्ष के नेता कथित तौर पर अधिकारियों की मेज पर चढ़ गए थे, काले कपड़े लहराए थे और फाइलें फेंकी थीं। उन्होंने कथित तौर पर सुरक्षा कर्मियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया था। वहीं, विपक्षी नेताओं ने यही आरोप उल्टा सुरक्षा कर्मियों पर लगाया था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farm-laws-repealed-it-was-just-a-matter-of-five-minutes-for-what-farmers-were-sitting-for-a-year-bud-fight-for-msp-is-long-latest-news-update,"कृषि कानूनों की वापसी: सिर्फ पांच मिनट की बात थी, उसके लिए एक साल से बैठे थे किसान, एमएसपी के लिए लंबी है लड़ाई"," पीएम नरेंद्र मोदी की घोषणा के अनुरूप सोमवार को तीनों कृषि कानून वापस लेने पर संसद की मुहर लग गई। लोकसभा में केवल पांच मिनट के अंदर कृषि कानूनों को समाप्त करने की औपचारिकता निभा दी गई। विपक्ष इस मुद्दे के बहाने सरकार को घेरने की मंशा लिए बहस कराए जाने की गुहार लगाता रह गया, लेकिन उसकी एक नहीं चली। केंद्र सरकार के कामकाज के इस तरीके पर विपक्ष ही नहीं, किसानों ने भी सवाल खड़े किए हैं। किसानों का कहना है कि आज सरकार ने केवल पांच मिनट में ये कानून खत्म कर दिए। सभी यह जानते थे कि यह काम चंद मिनटों में किया जा सकता है, लेकिन सरकार ने इसके लिए किसानों को एक साल तक बिठाए रखा। यदि सरकार एक साल पहले ही यह बात मान लेती तो इस मुद्दे पर इतना विवाद न खड़ा होता। एमएसपी पर बात सुने सरकार कृषि कानूनों की वापसी के बाद बड़े किसान नेता की छवि लेकर उभरे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत शाम चार बजे गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे, जहां वे एक साल से धरना दे रहे हैं। उन्होंने कृषि कानूनों पर किसानों को बधाई दी और कहा कि सरकार केवल पांच मिनट में कानून वापस कर सकती थी। हम ये बात पहले दिन से जान रहे थे, लेकिन सरकार ने इसके लिए हमें एक साल तक बिठाए रखा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार एमएसपी पर हमारी बात नहीं मानती तो आगे भी हम इसी तरह आंदोलन आगे चलाने के लिए मजबूर होंगे। हालांकि, किसान नेता ने कहा है कि एमएसपी के मुद्दे पर बातचीत होने की संभावना बनती दिखाई दे रही है। क्या न्यूनतम समर्थन मूल्य के मुद्दे पर कमेटी गठित करने के संदर्भ में केंद्र ने कोई पहल की है, क्या किसानों के पास बातचीत का कोई बुलावा आया है? इस सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि हम केवल सरकार के बुलावे का ही इंतजार नहीं करेंगे, बल्कि आगे बढ़कर अपनी तरफ से भी बातचीत करने की पहल कर सकते हैं। अन्य किसान नेताओं से बातचीत के बाद इसके बारे में निर्णय ले लिया जाएगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य के मुद्दे पर किस तरह से बातचीत बनेगी, किसान नेता ने कहा कि एक बार टेबल पर बैठने के बाद हम अपनी बातें सामने रखेंगे और सरकार के सामने सभी मुद्दों पर अपनी राय से अवगत कराएंगे। लेकिन एक बात स्पष्ट है कि मृत किसानों के मुआवजे और लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्याओं के जिम्मेदार मंत्री को हटाए बिना कोई बातचीत नहीं होगी। यदि किसानों का यही रुख बना रहा तो किसानों और सरकार के बीच गतिरोध बरकरार रह सकता है। किसानों के साथ बातचीत में यकीन नहीं रखती सरकार किसान नेता प्रतिभा शिंदे ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि एक पूर्ण बहुमत की सरकार लगातार जनमत की अवहेलना कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पीएम नरेंद्र मोदी एक अध्यादेश के जरिए बिना किसी से बातचीत किए कानून लाए थे, आज उसी तरह इसे खत्म भी कर दिया गया। किसान नेता ने कहा कि यदि इस मुद्दे पर सरकार को किसानों-विपक्ष से कोई बहस, कोई बातचीत नहीं करनी थी तो इसे संसद में लाने की क्या जरूरत थी। इसे लाने की तरह अध्यादेश के जरिए प्रधानमंत्री की घोषणा के दिन ही खत्म भी किया जा सकता था। किसान नेता ने कहा कि इस पूरी कार्यवाही में केवल एक बात समझ आती है कि सरकार किसी से बातचीत करने में कोई यकीन नहीं रखती है। सरकार को अपनी इस नीति में बदलाव करना चाहिए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sanjay-raut-dance-with-supriya-sule-in-marriage-of-his-daughter-purvashi,"जश्न: बेटी की शादी में जम कर नाचे संजय राउत, सुप्रिया सुले भी थिरकीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो"," शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की बेटी पूर्वाशी की आज यानी सोमवार को शादी है। विवाह कार्यक्रम से पहले शाम को मुंबई के एक पांच सितारा होटल में संगीत समारोह का आयोजन किया गया। यहां अलग की रंग में नजर आए संजय राउत ने बेटी की शादी की खुशी में जमकर डांस किया। उनका साथ एनसीपी नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने दिया। इस कार्यक्रम में एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के प्रमुख शरद पवार परिवार समेत शामिल हुए। डांस करते हुए राउत और सुप्रिया सुले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में राउत और सुले को बॉलीवुड के प्रसिद्ध गाने लैंबरगिनी पर थिरकते हुए देखा जा सकता है। स दौरान बाकी लोग तालियां बजाते हुए दिख रहे हैं। बेटी की शादी की खुशी में राउत इतने पर ही नहीं माने। जमकर डांस करने के बाद उन्होंने माइक संभाला और गाना भी गाया। काफी आक्रामक व गंभीर छवि वाले नेता माने जाने वाले संजय राउत का यह स्वरूप देखकर सोशल मीडिया पर लोग काफी हैरान दिखे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/political-gossip-bjp-leaders-taunted-on-yogi-adityanath-he-always-order-to-run-bulldozer-over-accused-houses,"कानों देखी: भाजपा नेताओं का तंज, योगी जी भी गजब हैं, सीधे बुलडोजर चलवा देते हैं!"," उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए रविवार का दिन बड़ा तनाव भरा था। उन्हें फिर चुनावी मंच से मुख्यमंत्री की ताकत दिखानी पड़ी। जब ताकत दिखा रहे थे तो दिल्ली आए भाजपा नेता और उनके सहयोगी के मुंह से तंज के फव्वारे फूट रहे थे। इससे पता चल रहा था कि लखनऊ की गोमती नदी में अभी साफ पानी नहीं बह रहा है। योगी ने कहा कि वह टीईटी परीक्षा पेपर लीक दोषियों के घर पर बुलडोजर चलवा देंगे, रासुका लगवा देंगे। तंज भरे जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री जी हर जगह बस बुलडोजर चलवाने में लगे रहते हैं। बाहुबली मुख्तार अंसारी हों या बिकरु गांव के विकास दुबे...हर जगह बस बुलडोजर ही चल रहा है। दरअसल इनके जैसे तमाम भाजपाइयों को लग रहा है कि योगी के चेहरे पर 2022 में वापसी कठिन है, लेकिन अब तस्वीर बदलनी भी मुश्किल है। दूसरा बड़ा खतरा टिकट बंटवारे पर भी मंडरा सकता है। टीम अमित शाह और जेपी नड्डा टिकट बंटवारे को पारदर्शी तरीके से चाह रही है। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पसंद के 125 उम्मीदवारों को लेकर दबदबा बनाने की जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। ताकि 2022 में चुनाव बाद दावेदारी कमजोर न पड़े। ऐसा हुआ तो योगी के प्रभाव वाले इनके जैसे तमाम नेताओं का नंबर लगना मुश्किल हो जाएगा। तीन-चार भावी उम्मीदवारों को राजस्थान के गवर्नर से कृपा मिलने की उम्मीद है। उनके सपनों पर भी बुलडोजर चल सकता है। वसुंधरा की सक्रियता बढ़ते ही बढ़ने लगीं भाजपा नेताओं की मुश्किलें राजस्थान भाजपा ने वसुंधरा राजे के राजनीतिक अभियान पर काक दृष्टि लगा रखी है और राजे भी इस खेल की चतुर खिलाड़ी हैं। लिहाजा केंद्र के लाख हाथ रखने के बाद भी अभी राजस्थान भाजपा में कोई उनका दमदार विकल्प उभर ही नहीं पा रहा है। गजेंद्र सिंह शेखावत सरीखे केंद्रीय नेताओं को भी सहारे का ही आसरा है। अब जबकि दो साल बाद राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं, वसुंधरा धीरे-धीरे सक्रियता बढ़ा रही हैं। हाल में उन्होंने राज्य के छह जिलों में धार्मिक यात्रा और कोविड-19 के दौरान जान गंवाने वाले भाजपा नेताओं के परिजनों से मिलने की यात्रा शुरू की। इस यात्रा में भाजपा के नेताओं और जनता का उत्साह देखकर राजस्थान भाजपा नेताओं के होश उड़ गए। दरअसल उन्हें डर सता रहा है कि वसुंधरा सक्रिय हो गईं, तो नेतृत्व संभालने के लिए दूसरे का नंबर लगना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में प्रदेश के पदाधिकारियों को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का ही आसरा है और वसुंधरा तो ठहरी वसुंधरा। बस चलती जाती हैं, बिना किसी परवाह के। लोग समझ नहीं पाते, वह सोनिया गांधी हैं सोनिया से लेकर राहुल गांधी तक के दरबार में इन दिनों बड़ी हलचल है। इन हलचलों के बीच में प्रियंका गांधी वाड्रा ने पंजाब में सिद्धू की इंट्री कराने के बाद फिलहाल अपना सारा फोकस उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर कर लिया है। पार्टी में प्रियंका के विरोधी भी बढ़ रहे हैं और उनका कहना है कि सलाह मशविरे से परहेज करने और मनमाने अंदाज में आगे बढ़ने के कारण प्रियंका का उत्तर प्रदेश में कोई कमाल नहीं दिखने वाला है। पार्टी 10-15 सीट निकाल ले तो बड़ी बात होगी। दूसरी तरफ, राहुल गांधी ने जिन नेताओं के खिलाफ सख्त रूख अख्तियार किए जाने के संकेत दिए थे, उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के राज में लगातार जिम्मेदारियां मिलनी जारी हैं। राजीव गांधी के जमाने के वफादार और गुड़गांव में शांति से रह रहे विंसेंट जार्ज की भी धीरे-धीरे भूमिका बढ़ रही है। तमाम हलचलों के बीच में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का अपनी निर्धारित नीति के तहत राजनीतिक पहल जारी है। दो पूर्व केंद्रीय मंत्री पार्टी की दशा, दिशा से निराश होकर घर बैठ गए थे। एक दिन अचानक सोनिया का संदेश गया, तो उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आया। इनमें से एक साहब तो आलोचना कर रहे थे। अब कहते हैं कि कुछ भी हो लोग समझ नहीं पाते, वह सोनिया गांधी हैं। देखिए न राजस्थान सुलझा दिया। बस! उनका स्वास्थ्य ठीक रहे और पूरी ऊर्जा से अपना काम करती रहें। ममता दीदी 'झालमुड़ी' खाएंगी! पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता दीदी का सिक्का चल रहा है। ममता से कांग्रेस के लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी के समीकरण ठीक नहीं हैं। जबकि शेष कांग्रेसी तृणमूल से अपने तार ठीक से जोडऩे में लगे हैं। इससे उत्साहित ममता दीदी ने दूसरे राज्यों में पांव पसारने की महत्वाकांक्षा को अंजाम देना शुरू कर दिया है। उनकी मंशा को राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के माथे पर इससे कोई शिकन नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष के एक करीबी सलाहकार का कहना है कि ममता बनर्जी आक्रामक राजनीति करने वाली उत्साही नेता हैं। यह बना भी रहना चाहिए। हमारी नेता थोड़ा सोच समझकर धीरे-धीरे चलती हैं। उनको पता है कि बंगाल के बाहर झालमुड़ी नहीं मिलती। नई जगह पर लोगों को नया स्वाद अपनाने में जरा समय लगता है। उसके लिए कुछ करना भी पड़ता है। अनुराग ठाकुर और जेपी नड्डा ने बिगाड़ दिया जयराम ठाकुर का समीकरण हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर साल भर पहले तक ठीक चल रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी बिना लाग लपेट के काम करने का उनका कौशल पसंद आ रहा था। लेकिन अब उनके विकल्प की तरफ देखा जा रहा है। हालांकि जयराम ठाकुर के करीबियों का कहना है कि उनके हाथ में बहुत कुछ नहीं है। सेब के बागानों और किसानों के लिए भी वह कुछ खास नहीं कर सकते थे। कुछ मजबूरियां थीं। दूसरे पेट्रोल और डीजल के बढ़े दामों ने भी हिमालयी राज्य के लोगों को परेशान कर दिया था। इससे भी ज्यादा परेशानी पार्टी के भीतर की गुटबाजी से थी। धूमल परिवार अपनी पकड़ बनाने को बेताब है, लेकिन अनुराग ठाकुर और जेपी नड्डा का समीकरण सबको पता है। नड्डा अब राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के कद्दावर नेता हैं। ऐसे में ठाकुर की स्थिति 'दो पाटन के बीच में साबुत बचा न कोय' वाली हो गई है। बताते हैं एक ठाकुर की कुर्सी पर दूसरे ठाकुर के बैठने की प्रबल इच्छा है, लेकिन वह भी परिस्थितियों को देखकर मन में ही दबाए चल रहे हैं। देखिए आगे क्या होता है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/no-congress-or-its-allied-ruled-states-has-been-able-to-give-1st-dose-to-over-90-percent-of-people-amid-corona-new-variant-omicron-fear-vaccintaion-and-corona-all-update,"Corona Vaccination: कांग्रेस शासित राज्यों में 50 फीसदी से ज्यादा लोगों को नहीं लग पाई दूसरी डोज, जानिए भाजपा शासित राज्यों की स्थिति"," कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच देश में एक बार फिर कोरोना टीकाकरण की चर्चा तेज हो गई है। कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज की मांग के बीच एक चिंताजनक आंकड़ा सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि भाजपा के मुकाबले कांग्रेस या उसके सहयोगी दलों के शासन वाले प्रदेशों में वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है। सूत्रों के मुताबिक, कम से कम आठ भाजपा शासित राज्यों ने अपनी पात्र आबादी के 50 फीसदी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज दे दी गई है। इनमें से सात ने 90 फीसदी लोगों को पहली डोज दे दी है। इसके मुकाबले कांग्रेस और उसके सहयोगियों द्वारा शासित किसी भी राज्य ने अब तक ऐसा करने में कामयाबी नहीं पाई है। कुछ विपक्षी शासित राज्यों में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज की मांग की जा रही है। इस पर सूत्रों ने बताया कि यह विडंबना है, क्योंकि वे अब तक पर्याप्त लोगों को टीका लगाने में सक्षम नहीं हो पाए हैं। इसके मुकाबले भाजपा शासित राज्यों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उनका मानना है कि अगर राजनीति ने इन राज्यों में टीकाकरण अभियान को प्रभावित किया है, तो यह गंभीर मसला है। भाजपा ने बार-बार विपक्षी दलों पर अभियान का राजनीतिकरण करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पार्टी कहती आई है कि कुछ प्रतिद्वंद्वी नेताओं ने शुरू में भारत में बने दो टीकों की मंजूरी के लिए सरकार पर सवाल उठाया था। टीकाकरण के आंकड़े साझा करते हुए सूत्रों ने बताया कि झारखंड में पहली और दूसरी खुराक ले चुकी पात्र आबादी का प्रतिशत 66.2 और 30.8 है। वहीं, पंजाब में 72.5 फीसदी लोगों पहली और 32.8 फीसदी लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में पहली डोज का आंकड़ा आंकड़े क्रमशः 78.1, 42.65 और 80.11 है। इसी तरह 42.5, 83.2 और 47.2 फीसदी लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। राजस्थान में 84.2 फीसदी पात्र आबादी को पहली और 46.9 फीसदी पात्र आबादी को दूसरी डोज दी जा चुकी है। पश्चिम बंगाल के लिए यह आंकड़ा क्रमशः 86.6 और 39.4 फीसदी है। पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में है। यह तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन और झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार का हिस्सा है। तृणमूल कांग्रेस बंगाल में सत्ता में है। इसके विपरीत भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश और गोवा ने अपनी पात्र आबादी को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक और दोनों खुराक के साथ क्रमशः 91.9 फीसदी और 87.9 फीसदी लोगों को पूरी तरह से कवर किया है। सूत्रों ने कहा कि गुजरात के लिए यह आंकड़े 93.5 और 70.3, उत्तराखंड के लिए 93 और 61.7, मध्य प्रदेश के लिए 92.8 और 62.9, कर्नाटक के लिए 90.9 और 59.1, हरियाणा के लिए 90.04 और 48.3 और असम के लिए क्रमशः 88.9 और 50 हैं। त्रिपुरा के लिए यह क्रमश: 80.5 और 63.5 है। इन सभी राज्यों में भाजपा का शासन है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/punjab-chunav-2022-bjp-all-strategies-failed-in-punjab-in-front-of-congress,"मोदी को नहीं मिल रहा ‘पगड़ीवाला’ चेहरा: कैप्टन और किसानों के जाल में उलझी भाजपा को ‘न खुदा ही मिला, न विसाल-ए-सनम’"," पंजाब भाजपा प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत राज्य की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। राज्य में भाजपा के चुनावी अरमानों को परवान चढ़ाने के लिए ‘उचित’ समय पर करतारपुर कॉरिडोर खोलकर सिख मतदाताओं को एक बेहतर संदेश देने की कोशिश की गई, तो कृषि कानूनों की वापसी कर किसानों की नाराजगी को भी कम करने की कोशिश की गई। लेकिन खबर है कि इसके बाद भी पार्टी का चुनावी अभियान रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण राज्य में पार्टी के किसी कद्दावर चेहरे का न होना है। पार्टी किसी सिख पगड़ीधारी को सामने रख अपना चुनावी अभियान चलाना चाहती थी, लेकिन अब तक पार्टी को ऐसा कोई चेहरा नहीं मिल पाया है जो उसकी चुनावी नैया को पार लगा सके। पार्टी की अंतिम उम्मीद अब कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आ टिकी है, जो कुछ सीटें जिताकर राज्य में भाजपा की साख कुछ मजबूत कर सकते हैं। भाजपा की पंजाब चुनाव नीति का इंतजार पंजाब पर भाजपा की नीति से असंतुष्ट पार्टी के एक नेता ने अमर उजाला को बताया कि चुनाव बेहद नजदीक आ चुके हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव में उतर चुके हैं और हर संभव तरीके से मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भाजपा अभी तक पंजाब को लेकर अपनी नीति तय नहीं कर पाई है। पार्टी अभी तक न तो अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा तक तय नहीं कर पाई है, जिसे आगे रखकर चुनावी अभियान को आगे बढ़ाया जा सके, और न ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उसके गठबंधन को अंतिम रूप दे पाई है। इससे एक बार फिर पंजाब में पार्टी के दहाई अंक तक पहुंचने की संभावना भी खत्म होती जा रही है। दरकिनार किए वरिष्ठ नेताओं के सुझाव दरअसल, पंजाब को लेकर भाजपा अब तक अपनी नीति स्पष्ट नहीं कर पाई है। बसपा-अकाली दल गठबंधन और कांग्रेस द्वारा चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के पहले ही पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में एक दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाकर चुनाव में उतरने का सुझाव दिया था। इससे लगभग एक तिहाई दलित आबादी को सीधे पार्टी के साथ आने के लिए आकर्षित किया जा सकता था। इन नेताओं का गणित था कि पंजाब के शहरी इलाकों के हिंदू वोटरों, दलित वोटरों और पढ़े-लिखे राष्ट्रवादी सिखों को पार्टी के साथ जोड़कर राज्य में भाजपा को मजबूती के साथ खड़ा किया जा सकता था। इसके लिए दिल्ली से भाजपा सांसद हंसराज हंस के नाम का सुझाव भी दिया गया था। वे एक लोकप्रिय चेहरे और दलित समुदाय से होने के कारण राज्य की बड़ी आबादी को आकर्षित कर सकते थे। उनके साथ पहचान का संकट नहीं था और प्रसिद्ध सूफी गायक होने के कारण राज्य के युवाओं में काफी लोकप्रिय भी हैं। इन नेताओं का मानना था कि इससे पार्टी सत्ता तक भले न पहुंचती लेकिन पार्टी को पूरे पंजाब में एक बेहतर पकड़ मिलने में मदद अवश्य मिल सकती थी। कांग्रेस की आतंरिक कलह पर थीं नजरें लेकिन पार्टी आलाकमान की नजरें कांग्रेस में हो रहे आंतरिक घमासान पर थी। पार्टी को लग रहा था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के घमासान में उसका लाभ हो सकता है। यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह पाला बदलकर भाजपा के उम्मीदवार बन जाते हैं तो पार्टी को राज्य में मजबूती के साथ खड़ा किया जा सकता है। अमित शाह से कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुलाकात ने पार्टी की इन उम्मीदों को और मजबूत किया था। कहा तो यहां तक गया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के सुझाव पर ही पार्टी ने कृषि कानूनों को वापसी करने की रणनीति बनाई, जिससे कैप्टन को भाजपा में लाने की राह आसान की जा सके। लेकिन कृषि कानूनों का मसला अब तक पूरी तरह सुलझ न पाने के कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह और भाजपा की प्रेम कहानी परवान पर नहीं चढ़ पा रही है। अपनी अलग पार्टी बना चुके कैप्टन अमरिंदर सिह इस मामले के पूरी तरह सुलझ जाने के पहले भाजपा से चुनावी गठबंधन कर अपना सियासी नुकसान नहीं करना चाहते हैं। वहीं भाजपा किसानों के जाल में बुरी तरह उलझती दिखाई पड़ रही है। इन परिस्थितियों में न तो पार्टी का अमरिंदर सिंह से गठबंधन ही हो पाया और न ही पार्टी अपने दम पर चुनाव अभियान को आगे बढ़ाने की रणनीति बना पाई। पंजाब में भाजपा की सारी रणनीतियां हुई फेल अब दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने से भी उसे कोई बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है क्योंकि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर इस चुनाव में कांग्रेस ने स्वयं को पंजाब में लगभग अपराजेय की स्थिति में ला खड़ा किया है। पार्टी के ही नेताओं का मानना है कि यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह या नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस की तरफ से पंजाब चुनाव में चेहरा होते, तो कुछ लड़ाई लडी जा सकती थी, लेकिन चन्नी के सीएम बनने से उसकी संभावनाएं लगभग खत्म हो गई हैं। पार्टी के एक नेता के मुताबिक, भाजपा ने पंजाब में अभी तक अपना चुनावी अभियान शुरू भी नहीं किया है और अब उसके पास इतना समय नहीं रह गया है कि वह अपनी बात निचले स्तर तक के मतदाताओं तक पहुंचा सके। ऐसे में पार्टी को एक बार फिर 10 सीटों के अंदर सिमटना पड़ सकता है। इतनी सीटें उसे तब भी मिल जाती थीं जब वह अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती थी और केवल 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारती थी। अब यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पार्टी का चुनावी समझौता हो जाता है तो भी पार्टी के लिए पंजाब में 30-35 सीटें हासिल करना मुश्किल होगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bsf-played-a-key-role-in-the-formation-of-the-bangladesh-provisional-government-in-framing-the-constitution-and-in-selecting-a-national-flag-and-national-anthem,"'आपको जो अच्छा लगे, वो करें, लेकिन पकड़े न जाएं': इंदिरा गांधी ने बीएसएफ के डीजी से क्यों कही थी ये बात"," बांग्लादेश की मुक्ति की लड़ाई में बीएसएफ ने भी भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया था। कई मोर्चों पर तो अकेले बीएसएफ ने ही पाकिस्तानी सेना को करारा जवाब दिया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बीएसएफ के डीजी केएफ रुस्तम से कहा था, आपको जो अच्छा लगे, वह करें, लेकिन पकड़े न जाएं। अपनी पूरी ताकत बॉर्डर पर लगा दें। इस लड़ाई में बीएसएफ के पूर्वी फ्रंटियर के आईजी 'गोलक मजूमदार को फैसले लेने और कार्रवाई की पूरी छूट दे दी गई। बांग्लादेश की तरफ से गोलक मजूमदार को 'फ्रेंड्स ऑफ बांग्लादेश' का सम्मान दिया गया। इस साल पांच दिसंबर को होगी स्थापना दिवस परेड बीएसएफ इस साल अपना 57वां स्थापना दिवस मना रही है। हर साल एक दिसंबर को 'स्थापना दिवस' मनाया जाता है। स्थापना दिवस की परेड पांच दिसंबर को आयोजित होगी। बीएसएफ की स्थापना के बाद पहली बार राजस्थान के जैसलमेर में 'स्थापना दिवस' परेड रखी गई है। संजीव कृष्ण सूद, एडीजी बीएसएफ (रिटायर्ड) ने अपनी पुस्तक 'बीएसएफ, द आइज एंड ईयर्स ऑफ इंडिया' में बांग्लादेश की मुक्ति के दौरान 'सीमा सुरक्षा बल' के शौर्य को लेकर कई खुलासे किए हैं। सूद ने लिखा है कि एक दिसंबर 1965 को बल की स्थापना के बाद मात्र छह साल के भीतर, 'बांग्लादेश की मुक्ति की लड़ाई' जैसा बड़ा टॉस्क बीएसएफ को मिला था। इस लड़ाई में मार्च 1971 से लेकर इसके खत्म होने, यानी दिसंबर 1971 तक बीएसएफ शामिल रही थी। कई मोर्चों पर बीएसएफ ने असीम बहादुरी का परिचय दिया। 'बीएसएफ' ने बांग्लादेश का अंतिम संविधान तैयार करने में मदद की अपनी किताब में संजीव कृष्ण सूद ने लिखा है, बीएसएफ के तत्कालीन चीफ लॉ अफसर, कर्नल एमएस बैंस ने बांग्लादेश के 'अंतिम संविधान' का ड्राफ्ट तैयार करने में मदद की थी। उनके कई सुझावों को ड्राफ्ट में शामिल किया गया। आईजी गोलक मजूमदार ने इस लड़ाई में अहम योगदान दिया था। उन्होंने पहले त्रिपुरा फिर पश्चिम बंगाल में काम किया था, इसलिए 'इंटेलिजेंस' पर उनकी अच्छी पकड़ थी। पाकिस्तान को लेकर उनके पास तमाम खुफिया सूचनाएं रहती थीं। वे अकेले ऐसे व्यक्ति थे, जो 'बांग्लादेश अवामी लीग' के संपर्क में रहे। उन्होंने कोलकाता में पाकिस्तान के उच्चायुक्त हुसैन अली को हार स्वीकार करने के लिए तैयार किया था। उनके सामने दूतावास पर पाकिस्तान का झंडा उतर रहा था। वे दिसंबर 1971 में लड़ाई खत्म होने तक अवामी लीग के साथ संपर्क में रहे। गोलक मजूमदार को परम विशिष्ट विश्ष्टि सेवा मेडल प्रदान किया गया था। बांग्लादेश सरकार ने उन्हें 'फ्रेंड्स ऑफ बांग्लादेश' के सम्मान से नवाजा। बीएसएफ ने संभाली थी मुक्ति वाहिनी को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी मुक्ति वाहिनी के अस्तित्व में आने से पहले 'मुक्ति योद्धा' तैयार किए जा रहे थे। संजीव कृष्ण सूद के अनुसार, बीएसएफ ने ही मुक्ति वाहिनी को खड़ा किया था। उनकी ट्रेनिंग व संगठन का ढांचा सीमा सुरक्षा बल की अकादमी के तत्कालीन निदेशक ब्रिगेडियर बीएस पांडे ने तैयार किया था। बॉर्डर के विभिन्न हिस्सों पर 17 ट्रेनिंग सेंटर शुरू किए गए थे। इस सेंटरों पर 3000 मुक्ति वाहिनी कैडर को प्रशिक्षण मिला। बीएसएफ ने पाकिस्तान के संचार सिस्टम को भारी नुकसान पहुंचाया। बांग्लादेश का मुख्यालय स्थापित किया गया। बांग्लादेश को हर तरह की आपरेशन मदद दी गई। यहां तक कि उनका वायरलेस सिस्टम, बीएसएफ ने ही खड़ा किया था। बीएसएफ ने पूर्वी पाकिस्तान में अनेक पुलों को ध्वस्त कर पाक सेना को बड़ा नुकसान पहुंचाया। पाकिस्तान में बड़े शहरों का लिंक खत्म कर दिया गया। 'ब्लैक शर्ट्स' कमांडो ने पाकिस्तान सेना पर किया था हमला बीएसएफ ने स्पेशल कमांडो 'ब्लैक शर्ट्स' तैयार किए थे। ये वही कमांडो थे, जिन्होंने पाकिस्तानी सेना पर घात लगाकर हमला किया। पाकिस्तान की अधिकांश पोजिशन तबाह कर दी गई। दूसरे चरण में बीएसएफ को सीमा के अलावा सभी बीओपी की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली। दिसंबर 1971 में बीएसएफ ने सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी थी। हर बड़े टॉस्क में बीएसएफ को शामिल किया गया। सीमा सुरक्षा बल की 23 यूनिटों का कंट्रोल सेना के पास था। 71वीं बटालियन, जिसके पास 10 'पोस्ट ग्रुप आर्टिलरी' थी, उसकी कमांड सहायक कमांडेंट एलएस नेगी ने संभाल रखी थी। नवाबगंज पर कब्जा जमाने में उनका खास योगदान रहा था। मेजर जनरल लछमन सिंह, पीवीएसएम, वीआरसी जीओसी 20 माउंटेन डिवीजन ने 'डीओ' लैटर लिखकर बीएसएफ कमांडर 'आर्टिलरी' की बहादुरी और मदद का जिक्र किया था। उन्होंने लिखा कि बीएसएफ के बिना नवाबगंज पर कब्जा संभव नहीं था। जब पाकिस्तान से छीन लिया 1800 वर्ग मील का इलाका पूर्व एडीजी एसके सूद ने अपनी किताब के चौथे अध्याय में लिखा है, जुलाई 1971 में बीएसएफ की 103वीं बटालियन, जो कूच बिहार में थी, उसने पाकिस्तानी सेना के कब्जे से 1800 वर्ग मील का इलाका छीन लिया था। सीमा सुरक्षा बल की 71वीं बटालियन ने महानंदा नदी के बाद पाकिस्तान की सेना पर जबरदस्त हमला किया था। इस लड़ाई में बीएसएफ के सिपाही पदम बहादुर लामा शहीद हुए थे। दो अन्य जवान घायल हुए। यह बटालियन जैसे ही बांग्लादेश के राजशाही में पहुंची, तो वहां लोगों ने 'लॉंग लाइव इंडिया बांग्लादेश फ्रेंडशिप' के नारे लगाए। 77वीं बटालियन जो पहाड़ी इलाके में तैनात थी, उस पर पाकिस्तान ने भारी बमबारी की। बीएसएफ ने जब जवाब देना शुरू किया तो पाकिस्तान फ्लैग मीटिंग के लिए राजी हो गया। 22 अप्रैल 1971 को दोनों पक्ष, फायरिंग रोकने पर राजी हो गए। सीमा सुरक्षा बल ने पूर्वी पाकिस्तान की खानपुर बीओपी पर कब्जा कर लिया था। इसमें बीएसएफ के नायक अमल कुमार मंडल शहीद हो गए थे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farm-laws-many-important-decisions-have-been-taken-in-the-modi-government-on-msp-says-narendra-tomar,"कृषि कानून वापसी: नरेंद्र तोमर बोले, एमएसपी पर मोदी सरकार में लिए गए हैं कई अहम फैसले"," सोमवार को सरकार ने संसद में प्रस्ताव पास कर कृषि कानून वापस ले लिया। हालांकि किसान संगठन अभी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर अड़े हुए हैं। सोमवार को संसद की कार्यवाही के बाद मीडिया से बात करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि 2014 के बाद से एमएसपी की खरीद को दोगुना कर दिया गया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में कई फसलों पर ये दाम लागू किए गए हैं। दोनों सदनों में पास हुआ कृषि कानून वापसी विधेयक सोमवार को संसद की कार्यवाही के दौरान लोकसभा में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 को सदन में रखा। लोकसभा से पास होने के बाद यह विधेयक राज्यसभा से भी पास हो गया। अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर के बाद कृषि कानून वापस हो जाएगा। किसान संगठन अब एमएसपी की मांग पर अड़े दोनों सदनों में कृषि कानून वापसी का प्रस्ताव पास होने से किसानों की पिछले डेढ़ साल से चल रही मांग पूरी हो गई है। लेकिन अभी भी सिंघु बॉर्डर, गाजीपुरी बॉर्डर समेत कई इलाकों में किसानों संगठन डेरा डाले हुए हैं। इनका आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है। अब किसान संगठन एमएसपी पर कानून की मांग कर रहे हैं। सोमवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मीडिया से बातचीत में एमएसपी पर सरकार का पक्ष रखने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद एमएसपी की खरीद को दोगुना कर दिया गया है। पहले एमएसपी पर केवल धान और गेहूं की फसल खरीदी जाती थी। पीएम मोदी के नेतृत्व में दलहन (दाल), तिलहन (तिलहन) और कपास पर भी एमएसपी की खरीद शुरू हुई है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tharoor-s-selfie-with-six-women-mps-with-attractive-place-to-work-tweet-sparks-row,"Tweet controversy: शशि थरूर के ट्वीट पर फिर हुआ विवाद, छह महिला सांसदों के साथ सेल्फी को लेकर घिरे"," कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को ट्विटर पर छह महिला सांसदों के साथ एक सेल्फी पोस्ट की जिसके बाद वह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। दरअसल, नेटिजन्स की आपत्ति फोटो को लेकर दिए गए कैप्शन को लेकर थी। इस तस्वीर का कैप्शन था- कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए एक आकर्षक जगह नहीं है? इसी को लेकर वह विवादों में घर गए। थरूर बोले, मजाकिया अंदाज में ली गई फोटो कई नेटिजन्स ने उन पर निशाना साधते हुए विवाद को जन्म दे दिया। थरूर ने बाद में कुछ लोगों को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी और कहा कि महिला सांसदों की पहल ये फोटो मजाकिया अंदाज में ली गई थी। उन्होंने मुझे इसी अंदाज में इसे ट्वीट करने के लिए कहा था। शशि थरूर ने ट्वीट किया था, 'कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए एक आकर्षक जगह नहीं है? आज सुबह छह साथी सांसदों के साथ।' इस फोटो में उनके साथ बारामती की सांसद सुप्रिया सुले, पटियाला की सांसद परनीत कौर, दक्षिण चेन्नई की सांसद थमिजाची थंगापांडियन, जादवपुर की सांसद मिमी चक्रवर्ती, बशीरहाट की सांसद नुसरत जहां और करूर से सांसद एस ज्योतिमणि थीं। कई लोगों ने जताई आपत्ति उनके ट्वीट को कई यूजर्स ने आपत्ति जताई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, आप संसद और राजनीति में उनके योगदान को आकर्षण की वस्तु बनाकर नीचा दिखा रहे हैं। संसद में महिलाओं को आपत्तिजनक बनाना बंद करें। सुप्रीम कोर्ट की वकील करुणा नंदी ने ट्वीट किया- अविश्वसनीय है कि शशि थरूर जैसा कोई सांसद निर्वाचित राजनीतिक नेताओं को उनके लुक से आंकेगा। दोस्तों यह 2021 है। वहीं, नंदी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए बैडमिंटन खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार विजेता ज्वाला गुट्टा ने ट्वीट किया- ऐसा नहीं है करुणा। मुझे लगता है कि हमें कुछ चीजों को हल्के में लेने की जरूरत है और हर चीज इतनी बारीकी से नहीं देखना चाहिए। यह संसद में मौजूद सभी महिलाओं के लिए एक तारीफ थी जो आम तौर बंधे-बंधाए खांचे में रहती हैं!! ये बस मेरी राय है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/mumbai-court-grants-bail-to-maharashtra-minister-and-ncp-leader-nawab-malik-in-defamation-case-filed-by-mohit-kamboj-bharatiya,"मुंबई: मानहानि मामले में नवाब मलिक को मिली जमानत, अगली सुनवाई 30 दिसंबर को, जानिए पूरा मामला"," मुंबई की एक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सोमवार को मानहानि के एक मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को जमानत दे दी। मलिक के खिलाफ यह मामला भाजपा की मुंबई यूथ विंग के पूर्व अध्यक्ष मोहित कम्बोज भारतीय ने दायर किया था। माजागांव मजिस्ट्रेट अदालत ने 15 हजार रुपये के निची मुचलके पर मलिक को जमानत प्रदान की। अदालत ने इस महीने की शुरुआत में भारतीय की ओर से दाखिल की गई आपराधिक मानहानि की शिकायत पर नवाब मलिक को एक प्रोसेस नोटिस जारी किया था। भारतीय ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि एनसीपी नेता ने पिछले महीने हुई क्रूज शिप पर एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) की छापेमारी के बाद मुझे और मेरे बहनोई को बदनाम किया। तब अदालत ने कहा था कि प्रथम दृष्ट्या मलिक के बयानों ने शिकायतकर्ता की छवि को नुकसान पहुंचाया। मलिक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 500 (मानहानि) के तहत अपराध का मामला दर्ज किया गया था। एनसीबी ने पिछले महीने मुंबई तट पर एक क्रूज जहाज पर छापेमारी की थी और जहाज पर से ड्रग्स बरामद करने का दावा किया था। इस मामले में एजेंसी ने प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया था। आर्यन खान और कुछ अन्य को इस मामले में जमानत मिल चुकी है। वहीं, नवाब मलिक शुरुआत से ही इस छापेमारी को फर्जी बताते रहे हैं और एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर वह कई गंभीर आरोप भी लगा चुके हैं। भारतीय ने अपनी शिकायत में कहा है कि मलिक ने नौ अक्तूबर को एनसीबी की छापेमारी और आर्यन खान समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी को लेकर एक प्रेस वार्ता में में जानबूझ कर मेरे और मेरे बहनोई ऋषभ सचदेव के खिलाफ अपमानजनक बातें कही थीं। उन्होंने मलिक के खिलाफ धारा 499 और 500 के तहत अपराध करने के लिए कार्रवाई की मांग की है। सुनवाई तक मलिक नहीं करेंगे समीर पर टिप्पणी या ट्वीट बॉम्बे हाईकोर्ट के दो जजों की पीठ ने हाईकोर्ट के ही सिंगल जज के उस आदेश को सोमवार को रद्द कर दिया है, जिसमें महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े व उनके परिवार पर सार्वजनिक बयान देने पर रोक से इनकार किया गया था। पीठ के समक्ष मलिक और समीर के पिता ज्ञानदेव ने आदेश रद्द करने पर अपनी सहमति जताई। मलिक के खिलाफ ज्ञानदेव की मानहानि की शिकायत पर हाईकोर्ट ताजा सुनवाई करेगी, जिसमें मलिक को अपना पक्ष रखने का मौका फिर से मिलेगा। वे सुनवाई तक समीर या उसके परिवार को लेकर ट्वीट या टिप्पणी नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि 22 नवंबर को जस्टिस महादेव जामदार ने कहा था कि हालांकि समीर द्वारा फर्जी जाति प्रमाणपत्र से केंद्र की नौकरी पाने और रिश्वत लेने संबंधित मलिक के ट्वीट दुर्भावना से प्रेरित लगते हैं, लेकिन उन्हें ऐसे ट्वीट करने से रोका नहीं जा सकता। इसके खिलाफ ज्ञानदेव ने अपील की थी। पिछले हफ्ते हाईकोर्ट ने मलिक के ट्वीट्स को दुर्भावना से प्रेरित मानते हुए आगे ऐसे ट्वीट न करने के लिए कहा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farm-laws-repealed-farm-laws-repeal-bill-passed-in-parliament-without-discussions-discussions-have-been-held-on-these-bills-that-have-been-withdrawn-so-far,"Farm laws Repealed: जिस तरह लाए गए उसी तरह विदा हो गए तीनों कृषि कानून, अब तक वापस हुए 17 विधेयकों पर हो चुकी है चर्चा"," सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन था और पहले ही दिन ही तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर संसद ने मुहर लगा दी। विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच विवादस्पद कानून की वापसी का विधेयक संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा से पारित हो गया। विपक्ष कृषि कानूनों की वापसी वाले विधेयक पर चर्चा कराने पर अड़ा था। लेकिन सरकार इस पर राजी नहीं हुई और आनन-फानन में यह विधेयक दोनों सदनों से पारित करा लिया गया। अब यह विधेयक राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा और इसी के साथ तीनों कानून समाप्त हो जाएंगे। राहुल गांधी का आरोप कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बिना चर्चा के सदन में विधेयक पारित हुआ। यह तीनों कानून किसानों के अधिकारों पर अतिक्रमण था। उन्होंने कहा कि ये किसानों की जीत है, लेकिन जिस तरह से बिना चर्चा के ये सब हुआ, वो दिखाता है कि सरकार चर्चा से डरती है। विपक्ष इस पर चर्चा चाहता था, लेकिन सरकार बहस से डरती है। चर्चा कराने पर बात हुई थी सूत्रों ने बताया कि सत्र की शुरुआत से पहले जब बिजनेस एडवाजरी कमिटी की बैठक हुई थी तब विपक्षी दलों ने एकमत से सरकार से यह मांग की थी कृषि कानून वापसी वाले विधेयक पर चर्चा कराना जरूरी है। क्योंकि पीएम के कहने के बाद भी किसानों ने आंदोलन वापस नहीं लिया है और उनके कई मुद्दे जस के तस हैं। लिहाजा सरकार को इस पर चर्चा करानी चाहिए। विपक्ष इस पर चर्चा कराने को एकमत था, लेकिन सरकार ने किसी की नहीं सुनी। सरकार ने यह विधेयक जैसे पारित कराया था, उसी तरह वापस ले लिया। आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/in-ls-bjp-members-greet-pm-with-bharat-mata-ki-jai-oppn-shouts-jai-kisan,"संसद में संग्राम: पीएम मोदी का स्वागत 'भारत माता की जय' से, विपक्ष ने लगाया 'जय किसान' का नारा"," शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद में जोरदार हंगामा मचा और सत्ता पक्ष व विपक्ष की ओर से जमकर नारेबाजी हुई। शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा कक्ष में प्रवेश करते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेज थपथपाकर स्वागत किया गया और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए गए। जवाब में विपक्ष के सदस्यों ने 'जय किसान' का नारा लगाया। हंगामे के बीच कृषि कानून वापसी विधेयक पारित लोकसभा ने बाद में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच कृषि कानून वापसी विधेयक, 2021 पारित किया। हालांकि कानून के मसौदे और किसानों के मुद्दे पर विपक्षी सदस्य चर्चा की मांग कर रहे थे। सदन की कार्यवाही शुरू होने से कुछ मिनट पहले प्रधानमंत्री लोकसभा पहुंचे। संसद सत्र के पहले दिन जब प्रधानमंत्री सदन में प्रवेश करते हैं तो भाजपा और उसके सहयोगी दलों के लिए नारों के साथ उनका अभिवादन करना आम बात है। विपक्ष के निशाने पर सरकार वहीं, विपक्ष ने इसे लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक नुकसान के डर से सरकार ने कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है। देश में एक बड़ा समूह कह रहा है कि सीएए संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है। हम मांग करते हैं कि केंद्र नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को भी निरस्त करे। जया बच्चन बोलीं, पहली बार ऐसा माहौल देखा वहीं, सपा सांसद जया बच्चन ने कहा कि इतने सालों में जब मैं यहां हूं, मैं पहली बार इस तरह का माहौल देख रही हूं। बिल पूरी तरह से हंगामे के बीच पास हो गया। मुझे लगता है कि अब एक विशेष संसद संरक्षण विधेयक पारित किया जाना चाहिए। छोटी पार्टियों को बोलने का मौका नहीं मिलता है। जया बच्चन ने कहा, उन्हें लोगों के नुकसान, हड़तालों और सब्जियों की बढ़ती कीमतों के बारे में बात करनी चाहिए थी। यह सरकार क्या कर रही है? हम कैसे खाएंगे? पानी प्रदूषित है, हवा प्रदूषित है, हम कैसे रहेंगे?",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/congress-mp-rahul-gandhi-says-modi-government-is-scared-of-holding-a-discussion-on-three-farm-laws-repeal-bill-2021,"संसद सत्र: दोनों सदनों में पास हुआ कृषि कानून वापसी बिल, राहुल का केंद्र पर हमला, बोले- चर्चा से डरती है सरकार"," दोनों सदनों से कृषि कानून वापसी बिल पास होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि पहले हमने कहा था कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और आज इन कानूनों को निरस्त कर दिया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिना चर्चा के कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया गया। यह सरकार चर्चा करने से डरती है। राहुल गांधी ने आगे कहा कि सरकार जानती थी कि वह गलत है। उन्होंने कहा कि सरकरा खुद भ्रमित है। मोदी सरकार को लगता था कि वह किसानों और गरीबों की आवाज को दबा सकती है लेकिन अब यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अब भी कई मांगें हैं। एमएसपी पर गारंटी कानून और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग है। राहुल ने ये भी कहा कि पीएम मोदी ने अपनी गलती मानी और उनके फैसले से किसानों की मौत हुई। इसलिए मुआवजा दिया जाना चाहिए। खड़गे और अधीर रंजन ने भी बोला सरकार पर हमला वहीं इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि सदन को चलने नहीं देने के लिए सरकार हम पर आरोप लगाती है। लेकिन कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया गया और बिना चर्चा के पारित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भले ही सरकार ने कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया हो, लेकिन इसकी 'मन की बात' कुछ और है। इसके अलावा राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पास होने के बाद अब राज्यसभा में भी बिना चर्चा के ही सरकार इसे पेश करेगी। हम चाहते हैं कि कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 पर चर्चा हो। लेकिन लोकसभा में इस विधेयक को जल्दबाजी में पारित कर वे सिर्फ यह साबित करना चाहते हैं कि वे किसानों के पक्ष में हैं। दोनों सदनों से पास हुआ तीनों कृषि कानूनों की वापसी का बिल पीएम मोदी के एलान के बाद तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर आज संसद के दोनों सदनों की मुहर भी लग गई। हालांकि, विपक्षचर्चा की मांग पर अड़ा था, लेकिन सरकार ने एक नहीं सुनी और कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tmc-chief-mamata-banerjee-and-aap-cm-kejriwal-did-not-attend-the-opposition-meeting,"शीत सत्र: विपक्षी दलों की बैठक से टीएमसी और AAP ने बनाई दूरी, कांग्रेस को झटका"," संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले आज कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई। हालांकि, इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी शामिल नहीं हुई। संसद सत्र की शुरुआत से पहले और मोदी सरकार के विरुद्ध विपक्षी एकता के खिलाफ झटका है। विपक्षी लामबंद के जरिए कांग्रेस सरकार की घेराबंदी की तैयारी कर रही थी, लेकिन दो अहम दलों के अलग होने से कांग्रेस पार्टी भी सरकार पर वह तेवर नहीं दिखा पाएगी। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुआई में बुलाई गई बैठक में विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए, लेकिन टीएमसी और आप ने इस बैठक से दूरी बनाई रखी। हाल ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी दिल्ली दौरे पर थीं, दिल्ली में ममता बनर्जी ने कई नेताओं से मुलाकात की थी, लेकिन वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भेंट नहीं की। ऐसा माना जा रहा है कि टीएमसी कांग्रेस के मुकाबले अपने आप को ज्यादा वजनदार मान रही है। सूत्रों की मानें तो ममता बनर्जी को यह भी लगता है कि कांग्रेस 2024 में राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा ना पेश कर दे इसलिए वह कांग्रेस की किसी भी पहल में शामिल नहीं होना चाहती हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/minimum-support-prices-of-crops-why-do-farmers-organizations-want-a-law-on-msp-and-mandatory-status-to-msp-why-governments-have-been-hesitant-till-now,"MSP: किसान संगठन क्यों चाहते हैं एमएसपी पर कानून, अब तक सरकारें क्यों हिचकती रहीं"," संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सरकार ने विपक्ष के हो-हंगामे के बीच तीन कृषि कानूनों की वापसी वाला विधेयक संसद से पारित करा लिया। लेकिन विपक्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की मांग पर अड़ा है। किसान संगठन भी यही मांग कर रहे हैं कि सरकार एमएसपी पर गारंटी कानून बनाए। तीन कृषि कानून वापस लिए जाने के पीएम के फैसले के बाद भी किसानों ने इसी वजह से किसान आंदोलन खत्म नहीं किया है। किसानों ने अब एमएसपी कानून को लेकर सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। किसान एमएसपी के लिए कानून की मांग क्यों कर रहे हैं? एमएसपी की घोषणा सबसे पहले 1966-67 में गेहूं के लिए की गई थी। बाद में दूसरी फसलों को बढ़ावा देने के लिए एमएसपी का दायरा बढ़ा दिया गया। मौजूदा समय में 23 फसलों पर एमएसपी मिलता है। जिसमें सात अनाज (धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ), पांच तरह की दालें (चना, अरहर, मूंग, उड़द और मसूर), सात तिलहन (सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम और नाइजरसीड) और चार व्यावसायिक फसलें (गन्ना, कपास, खोपरा और कच्चा जूट) शामिल है। एमएसपी के आधार पर ही केंद्र और राज्य सरकारों की एजेंसियां फसलों की खरीद करती हैं। आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farm-laws-repeal-bill-2021-passed-by-lok-sabha-amid-ruckus-by-opposition,"Farm Laws Repeal Bill: कृषि कानून वापसी बिल पर लोकसभा और राज्यसभा की मुहर, राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद हो जाएगा रद्द"," लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पास हो गया। विपक्ष के भारी शोर शराबे और हंगामे के बीच तीन कृषि कानून को निरस्त करने वाला विधेयक लोकसभा से पास हो गया। सदन की कार्यवाही 12 बजे के बाद शुरू होने पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में विधेयक पेश किया और विपक्ष के विरोध के बावजूद बिल को पारित कर दिया गया। इसके साथ ही दोपहर दो बजे के बाद इस विधेयक को राज्यसभा में पेश किया गया और ध्वनिमत से उच्च सदन से भी बिल पास हो गया। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद तीन कृषि कानून खत्म हो जाएंगे। एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने की मांग पर सहमति जताते हुए विपक्ष भी इस पर कानून बनाने की मांग पर अड़ा रहा। विपक्ष लोकसभा के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और एमएसपी पर तत्काल कानून बनाने की मांग की। विपक्षी नेताओं के हंगामे के मद्देनजर दोनों सदनों को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। The Farm Laws Repeal Bill, 2021 passed by Lok Sabha amid ruckus by Opposition MPs Leader of Congress Party in Lok Sabha Adhir Ranjan Chowdhury demands discussion on the Bill in the House pic.twitter.com/2QAyOAVGq1 — ANI (@ANI) November 29, 2021 आंदोलन रहेगा जारी- टिकैत इधर लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पारित होने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह तो होना ही था, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जिन 700 किसानों की मौत हुई है, उन्हीं को ही इस विधेयक के वापस होने का श्रेय जाता है। MSP भी एक बीमारी है। सरकार व्यापारियों को फसलों की लूट की छूट देना चाहती है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'सरकार चाहती है कि देश में कोई आंदोलन ना हो। उन्होंने कहा कि हम एमएसपी समेत तमाम अन्य मुद्दों पर किसी चर्चा के बिना आंदोलन से नहीं हटेंगे।' ये भी पढ़ें: Winter Session: पीएम मोदी बोले: संसद में सवाल हो, लेकिन शांति भी हो; सरकार हर मुद्दे पर खुली चर्चा को तैयार पीएम ने कानून वापसी का किया था एलान 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान किया था। इसके बाद सरकार ने तेजी से इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इसी के तहत संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होते ही सरकार ने सबसे पहले इस बिल को लोकसभा से पास कराकर एक कदम आगे बढ़ा लिया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/when-will-be-taken-action-against-educational-institutions-mafia-says-varun-gandhi,"UPTET Paper Leak: वरुण गांधी ने योगी सरकार को घेरा, पूछा- छोटी मछलियों पर नहीं, रसूखदारों पर कब होगी कार्रवाई"," भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) के रद्द होने पर छात्रों के हित में आवाज उठाई है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में शिक्षा माफियाओं का बड़ा जाल है। वे बड़े और रसूखदार लोग हैं और राजनीतिक दलों से संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा है कि इस मामले में छोटे-छोटे लोगों को गिरफ्तार करने की बजाय शिक्षा संस्थाओं के माफियाओं पर कार्रवाई की जानी चाहिए जो इस शर्मनाक खेल के असली खिलाड़ी हैं। परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। किसानों के बाद छात्रों के हित में मैदान में उतरते हुए वरुण गांधी ने सोमवार को ट्वीट किया कि इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा में पेपर का लीक होना प्रदेश के लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। इस मामले में अब तक 29 लोगों की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए वरुण गांधी ने कहा है कि इस मामले में छोटी-छोटी मछलियों पर कार्रवाई कर मामला खत्म नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि मामले के असली बड़े खिलाड़ियों को पकड़ा जाना चाहिए जो इस तरह की हरकतों को अंजाम देते हैं। वे बड़े राजनीतिक रसूखदार संबंध रखने वाले लोग हैं। वरुण गांधी ने कहा है कि इन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pm-modi-says-our-government-is-ready-to-answer-all-questions-during-the-winter-session-of-parliament,"पीएम मोदी बोले: संसद में सवाल हो, लेकिन शांति भी हो; सरकार हर मुद्दे पर खुली चर्चा को तैयार"," शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सियासी दलों से संसद की गरिमा और मर्यादा बनाए रखने की अपील की। शीत सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी संसद पहुंचे। पीएम मोदी ने कहा कि देश आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है। देश में चारों ओर इस आजादी के अमृत महोत्सव के निमित्त रचनात्मक, सकारात्मक, जनहित और राष्ट्रहित के लिए, सामान्य नागरिक, अनेक कार्यक्रम कर रहे हैं। आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे उन सपनों को पूरा करने के लिए सामान्य नागरिक भी इस देश का दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है। ये खबरें अपने आप में भारत के भविष्य के लिए शुभ संकेत हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। विपक्ष के हर सवाल को शांति से जवाब देने को सरकार तैयार है। पीएम मोदी ने कहा कि संसद में सवाल भी हो और शांति भी बनी रहे। सदन में देशहित और राष्ट्रहित को लेकर अधिक से अधिक चर्चा हो। उन्होंने कहा कि हमारी पहचान इस बात से हो कि हमने सदन में कितने घंटे काम किया, न कि इस बात से कि सदन में किसने कितना जोर लगाकर संसद को रोका। पीएम मोदी का का इशारा विपक्ष के हंगामे की तरफ था। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के खिलाफ, नीतियों के खिलाफ, जितनी आवाज उठानी हो वह होनी चाहिए, लेकिन संसद की गरिमा, स्पीकर की गरिमा, चेयर की गरिमा के विषय में हम वो आचरण करें, जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए।"" Our Government is ready to answer all questions during the Winter Session of the Parliament. We should debate in the Parliament, and maintain the decorum of the proceedings: PM Modi pic.twitter.com/1ihNcHlfpz — ANI (@ANI) November 29, 2021 संसद का ये सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण- पीएम मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संसद का ये सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों संविधान दिवस भी नए संकल्प के साथ संविधान की आत्मा को चरितार्थ करने के लिए सभी के दायित्व के संबंध में पूरे देश ने एक संकल्प किया है। ऐसे में हम चाहेंगे कि भारत का संसद का ये सत्र और आगे आने वाले भी सत्र आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुरुप चले। उसके अनुकूल संसद में देशहित की चर्चाएं हों, देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजे और उसके लिए ये सत्र बहुत ही विचारों की समृद्धि वाला, दूरगामी प्रभाव पैदा करने वाले सकारात्मक निर्णय लेने वाला बने। कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत- पीएम मोदी पीएम मोदी ने बताया कि हम सभी को कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत है। पिछले सत्र के बाद कोरोना की एक विकट परिस्थिति पैदा हुई थी। देश ने 100 करोड़ से अधिक टीकाकरण कर लिया है अब हम 150 करोड़ की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। मैं संसद के सभी साथियों से सतर्क रहने की प्रार्थना करता हूं, क्योंकि आप सबका उत्तम स्वास्थ्य ऐसी संकट की घड़ी में हमारी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री ने पीएम गरीब कल्याण योजना का जिक्र करते हुए कहा कि देश के 80 करोड़ से अधिक नागरिकों को इस कोरोनाकाल संकट में और अधिक तकलीफ न हो, इसलिए गरीब कल्याण योजना से अनाज मुफ्त देने का काम चल रहा है अब इसे मार्च 2022 तक बढ़ा दिया गया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nia-registered-a-case-in-the-case-of-manipur-terror-attack-on-assam-rifles-read-five-important-national-news,"मणिपुर हमला : असम राइफल्स पर हुए आतंकी हमला मामले में एनआईए ने मामला किया दर्ज, पढ़ें देश की पांच महत्वपूर्ण खबरें"," मणिपुर में असम राइफल्स पर हुए आतंकी हमला मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मामला दर्ज किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस संबंध में मणिपुर पुलिस को सूचना भेज दी है। मिली जानकारी के मुताबिक एजेंसी द्वारा गृह मंत्रालय को मामला दर्ज करने का प्रस्ताव भेजे जाने के बाद गृह मंत्रालय ने कुछ दिन पहले एनआईए को हरी झंडी दे दी थी। एनआईए ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए हैं। उल्लेखनीय है कि 13 नवंबर को चुराचांदपुर जिले के सुंघट इलाके में पहले से घात लगाए बैठे आतंकवादियों ने अचानक हमला कर दिया था। इसमें हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बच्चे समेत चार जवान शहीद हो गए। हथियारों की बड़ी खेप पकड़ी, तीन गिरफ्तार इंफाल। पूर्वी इंफाल जिले में पुलिस ने गायों के बाड़े में छिपाया गया हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। इस संबंध में यूएनएलएफ एक एक आतंकी और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आइए जानते हैं देश की अन्य महत्वपूर्ण खबरें... वैश्विक कीमतों में स्थायी गिरावट के बाद ही तेल के दाम कम होंगे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी तभी संभव हो पाएगी, जब अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में स्थायी गिरावट आएगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमत नवंबर के दौरान 80 से 82 डॉलर प्रति बैरल के करीब रही। 26 नवंबर को एशियाई समय के कारोबार तक कच्चे तेल की कीमतों में करीब 4 डॉलर की गिरावट आई थी। उसके बाद अमेरिकी बाजार खुलने के बाद ब्रेंट कच्चे तेल में जबर्दस्त बिकवाली के बाद तेल की कीमतें करीब 6 डॉलर और कम होकर 72.91 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई। सूत्रों के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता चलने के बाद के डर के कारण कीमतों में यह तेज उतार-चढ़ाव आया। उन्होंने बताया कि इससे मांग में और कमी आ सकती है, आर्थिक विकास को झटका लग सकता है। पूर्व राजनयिक, साहित्यकार लालथलामुओंग का निधन पूर्व भारतीय राजनयिक और मिजोरम के प्रसिद्ध लेखक और गीतकार लालथलामुओंग उर्फ एल कीवोम का रविवार को दिल्ली के एक अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। कीवोम, जिन्हें उनकी उत्कृष्ट कृति ‘ज़ोरम खवेल’ (विशाल पुस्तक) के बाद ‘ज़ोरम ख़्वावेल पा’ के रूप में उपनाम दिया गया था। वह 1967 में भारतीय राजस्व सेवा में शामिल हुए। मुंबई पुलिस ने नशा कारोबारी अजमल तोतला को पकड़ा मुंबई पुलिस ने कुख्यात नशा विक्रेता अजमल तोतला (39) को सियोन इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने ड्रग्स से संबंधित एक केस में अजमल तोतला और एक महिला रुबीना नियाजु शेख का नाम लिया था। तोतला को उसके साथी हामिद शेख उर्फ इटली के साथ पकड़कर उनके कब्जे से 13 ग्राम मेफेड्रोन और 4.13 लाख रुपये बरामद किए गए थे। मनीष तिवारी ने अधीर पर किया जवाबी हमला वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने रविवार को अपने उन ट्वीट्स के स्क्रीन शॉट साझा किए, जिनमें उन्होंने चीन मामले पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें अपनी किताब ‘10 फ्लैश पॉइंट्स : 20 ईयर्स - नेशनल सिक्यूरिटी सिचुएशन दैट इंपैक्टेड इंडिया’ में मुंबई हमले में यूपीए सरकार की प्रतिक्रिया की आलोचना पर फटकारा था। साथ ही कहा था कि उन्हें चीन द्वारा घुसपैठ के आरोपों पर केंद्रित रहना चाहिए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-winter-session-on-the-lines-of-agriculture-laws-nda-allies-may-stick-to-the-cancellation-of-caa-and-caste-census,शीतकालीन सत्र : कृषि कानूनों की तर्ज पर सीएए रद्द कराने और जातिगत जनगणना पर अड़ सकते हैं एनडीए के सहयोगी," संसद के सोमवार से शुरू होने वाले शीत सत्र से पहले रविवार को हुई एनडीए की बैठक में सरकार को नीतिगत मामलों के साथ सामाजिक न्याय के मामले में भी सहयोगियों की नसीहत सुनने को मिली। शीतसत्र से पहले नीतिगत मामलों में सहयोगियों ने सरकार को किया असहज नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने जहां नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को वापस लेने की मांग की वहीं जदयू, अपना दल, आरपीआई जैसे दल जातिगत जनगणना के मामले में सरकार से स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की। पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की अनुपस्थिति में शीतकालीन सत्र पर रणनीति बनाने के लिए हुई एनडीए की बैठक के बाद एनपीपी की नेता अगाथा संगमा ने कहा, मैंने सीएए को वापस लेने की मांग रखी है। इस कानून के कारण पूर्वोत्तर में लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों के पास नागरिकता से संबंधित ठोस दस्तावेज नहीं हैं। इसी कारण असम में जनजाति वर्ग के कई लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। संगमा ने कहा, पूर्वोत्तर के लोगों की भावनाओं का आदर किया जाना चाहिए। वहीं जदयू, अपना दल और आरपीआई ने सरकार से जातिगत जनगणना मामले में स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की। अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने कहा, सरकार नीतिगत स्तर पर इसकी विरोधी नहीं है। अगर कुछ समस्या है तो इस मामले में एनडीए के घटक दलों की विशेष बैठक बुलाई जानी चाहिए। इस मुद्दे पर देश को सरकार के स्पष्ट रुख का पता चलना चाहिए। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी इसी तरह की मांग की। बैठक की अध्यक्षता कर रहे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सीएए की वापसी पर तो कुछ नहीं कहा, मगर जातिगत जनगणना कराने संबंधी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/aajadi-ka-digital-mahotsav-will-run-from-today-till-december-5,"कार्यक्रम: आजादी का डिजिटल महोत्सव आज से, 5 दिसंबर तक चलेगा आयोजन","सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय सोमवार से देश में ‘आजादी का डिजिटल महोत्सव’ मनाएगा। यह आयोजन 5 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान पूरे हफ्ते भारत की डिजिटल स्पेस में अर्जित उपलब्धियों को दिखाने वाले आयोजन होंगे। साथ ही भविष्य के लक्ष्यों को हासिल करने का रोडमैप तैयार होगा। मंत्रालय ने रविवार को बयान जारी कर बताया कि इस आयोजन में डिजिटल क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की भावना को भी रेखांकित किया जाएगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/national-president-of-bjp-jp-nadda-said-mann-ki-baat-inspiration-and-interesting-information-program,"सराहना: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा- मन की बात प्रेरणा देने वाला कार्यक्रम, सभी को मिलती है सीख"," भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अराजनीतिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में जिस तरह देश-दुनिया की संस्कृति, रीति-रिवाज, जीवन शैली के साथ-साथ प्रदूषण, महिला सशक्तिकरण, खेल एवं आर्थिक मुद्दों को पेश करते हैं, वह वास्तव में प्रेरणा देने वाले होते हैं। इससे सबको कुछ ना कुछ सीखने को भी मिलता है। दिल्ली के मोती बाग क्षेत्र में आयोजित ‘मन की बात’ सुनने के लिए आयोजित कार्यक्रम के बाद नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले 7 साल में इस कार्यक्रम का प्रयोग कभी भी अपने राजनीतिक लाभ के लिए नहीं किया। उन्होंने हमेशा ही देश के हुनर को उभारने, संस्कृति एकता और अखंडता के साथ-साथ देश की समस्याओं को कैसे हल करें, इस पर बात की। देश के महापुरुषों, त्योहारों और भारतीय जीवन शैली के माध्यम से देशवासियों को प्रेरित करने और रोचक जानकारी देने का काम किया है। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी बैजयंत जय पांडा, केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता, राष्ट्रीय भाजपा मीडिया प्रमुख एवं सांसद अनिल बलूनी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। नड्डा ने कहा कि भाजपा हर महीने ‘मन की बात’ को देशभर में बूथ स्तर पर जनता के बीच सुनाने का कार्यक्रम करेगी। प्रधानमंत्री की बात सुनकर जनता के बीच उस पर चर्चा करेगी। इससे भाजपा जनता के बीच अपने साथ जोड़ने और पार्टी को सक्रिय रखने का काम करेगी। आगामी मई तक प्रयास होगा कि देशभर के हर बूथ पर इस तरह का आयोजन कर देश की एकता और जनता के समर्थन से समाज को लाभ दिलाने का काम करेंगे। झुग्गी सम्मान यात्रा अंतिम पड़ाव पर पहुंची प्रदेश भाजपा की झुग्गी सम्मान यात्रा रविवार को अपने अंतिम पड़ाव बिजवासन विधानसभा क्षेत्र में पहुंची। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने यहां सोनिया कैंप समालखा व इंद्र कैंप महिपालपुर की झुग्गी बस्तियों में जन संवाद किया। स्थानीय समस्याओं को समझा। इस मौके पर सांसद रमेश बिधूड़ी ने 10 परिवारों को उज्ज्वला गैस कनेक्शन, 5 परिवारों को सुनिधि रोजगार ऋण उपलब्ध कराए और करीब 1000 वरिष्ठ झुग्गीवासी महिलाओं को अभिनंदन पत्र एवं साड़ियां भेंट की। पार्टी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि सोमवार को झुग्गी सम्मान यात्रा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-three-days-mumbai-visit-from-today-will-meet-uddhav-thackeray-and-sharad-pawar-7198962/,"Mamata Banerjee Mumbai Visit: आज से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर टीएमसी चीफ, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से करेंगी मुलाकात","Mamata Banerjee Mumbai Visit: आज से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर टीएमसी चीफ, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से करेंगी मुलाकात Mamata Banerjee Mumbai Visit टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुंबई दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। बताया जा रहा है अपने अहम दौरे के बीच दीदी एक दिसंबर यानी बुधवार को मुंबई के कुछ बड़े उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकतीं हैं नई दिल्ली Published: November 30, 2021 10:20:10 am नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee Mumbai Visit ) मंगलवार से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर रहेंगी। दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी पार्टी विस्तार में जुटी हैं। यही नहीं इसके साथ ही टीएमसी ( TMC ) चीफ विपक्षी दलों के नेतृत्व का मन भी बना रही है। यही वजह है कि उनके मुंबई ( Mumbai ) दौरे को इसी कड़ी का अहम हिस्सा माना जा रहा है। ममता बनर्जी अपने तीन दिवसीय दौरे के बीच सिद्धी विनायक मंदिर में दर्शन करने के साथ ही शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) और राष्ट्रवादी कांग्रेस चीफ शरद पवार ( Sharad Pawar ) से मुलाकात करेंगी। ममता बनर्जी 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुंबई दौरे पर हैं। इस दौरान वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। बताया जा रहा है अपने अहम दौरे के बीच दीदी एक दिसंबर यानी बुधवार को मुंबई के कुछ बड़े उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकतीं हैं। ममता बनर्जी की उद्योगपतियों से होने वाली मुलाकात का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में निवेश को बढ़ाना बताया जा रहा है। MVA में कांग्रेस से बनाई दूरी महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के गठबंधन वाली सरकार है। ममता बनर्जी अपने दौरे के बीच इस गठबंधन के तीन दलों में से दो दलों के प्रमुखों से मुलाकात करने वाली हैं। इसमें शिवसेना प्रमुख ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार शामिल है। ममता ने इस दौरे पर कांग्रेस से दूरी बनाए रखने का मन बनाया है। दरअसल इससे पहले दिल्ली दौरे पर भी ममता बनर्जी ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की थी। जब उनसे इस बारे में पूछा गया था तो दीदी ने जवाब दिया था कि ऐसे किसी संविधान में लिखा है कि दिल्ली आएं तो सोनिया गांधी से मिलना जरूरी है। यह भी पढ़ेँः फिर झुकी सरकारः कहा पराली जलाना अपराध नहीं, कृषि मंत्री ने बताया कैसे निपटेंगे किसानों के खिलाफ दर्ज मामले ममता के तेवरों से साफ है कि वो अब बंगाल में बीजेपी पर जीत के जादू को बरकरार रखते हुए इसे विपक्ष दलों का नेतृत्व करने में तब्दील करने के मूड में दिख रही हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-30-11-2021-opposition-parties-meeting-on-the-suspension-of-12-mps-7198876/,"Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर बोली कांग्रेस- विपक्ष की आवाज दबा रही सरकार, माफी मांगने का सवाल ही नहीं","राज्यसभा सभापति ने विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन को सही ठहराया, विपक्ष ने किया वॉकआउट, गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र पहले दिन की कार्यवाही में एक तरफ तो तीनों कृषि कानून वापसी बिल बिना किसी चर्चा के दोनों सदनों से पास हो गए वहीं दूसरी ओर मानसून सत्र में अनुशासनहीनता मामले में 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। इन दोनों की कार्यवाही से विपक्ष नाराज दिखा। यही वजह है कि विपक्ष ने मंगलवार को दूसरे दिन की कार्यवाही से पहले अहम बैठक बुलाई। नई दिल्ली Updated: November 30, 2021 11:57:20 am नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) के पहले दिन संसद के दोनों सदनों से बिना बहस के तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले बिल को पास कराने और राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दल नाराज हैं। यही वजह है कि कांग्रेस और 13 अन्य दल संसद के शीतकालीन सत्र का बहिष्कार करने पर विचार कर सकते हैं। दरअसल विपक्षी एकजुटता में दरार दिखने के बाद कांग्रेस ( Congress ) की अगुवाई में विपक्ष ( Opposition Party Meeting )अब अलग रणनीति बनाने में जुटा है। इसको लेकर मंगलवार को कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों की बैठक होगी। इस बैठक में सरकार को घेरने को लेकर आगे की रणनीति तैयार होगी। हालांकि विपक्ष की इस बैठक में टीएमसी शामिल नहीं होगा। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित #WATCH Opposition leaders protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament premises demanding revocation of suspension of 12 Opposition MPs of Rajya Sabha pic.twitter.com/iuqVtc5q5R — ANI (@ANI) November 30, 2021 Delhi | Opposition leaders protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament premises over suspension of 12 MPs. Opposition MPs staged walkout from Lok Sabha and Rajya Sabha after Rajya Sabha Chairman M Venkaiah Naidu rejected revocation of the suspension of 12 Opposition MPs. pic.twitter.com/t8T7XmDFKY— ANI (@ANI) November 30, 2021 विपक्ष ने किया किया वॉकआउट, गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्ष के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की अपील को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि सभापति को कार्रवाई करने का अधिकार है और वह कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र का अनुभव काफी कड़वा रहा। वहीं नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सांसदों पर की कई कार्रवाई का मुद्दा पिछले सत्र का है, तो इस पर अब निर्णय कैसे लिया जा सकता है। इसके बाद विपक्ष ने सदन का वॉकआउट कर दिया। वहीं विपक्ष गांधी प्रतिमा पर 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। Opposition parties are meeting today to discuss future course of action. The question of offering an apology doesn't arise.MPs were suspended against rules of the House. This action is like strangulating the voice of opposition LoP in RS,Mallikarjun Kharge on suspension of 12 MPs pic.twitter.com/dRr1Y2hIHg — ANI (@ANI) November 30, 2021 विपक्ष की आवाज दबा रही सरकार शीतकालीन सत्र के दौरान 12 सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। कांग्रेस नेता व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों की बैठक शुरू होने से पहले बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रही है। खड़गे ने कहा कि सदन में माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। दरअसल, सदन की ओर से कहा गया था कि अगर सांसद सार्वजनिक तौर पर माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबन वापस लेने पर विचार किया जा सकता है। Congress MP Manickam Tagore gives adjournment motion notice in Lok Sabha 'to discuss reasons for the increase in prices of essential commodities across the country &to direct the Govt to take appropriate steps to reduce the Excise duty on petrol, diesel, LPG to the level of 2013' — ANI (@ANI) November 30, 2021 कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने संसद में स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का रिकॉर्ड बनाने और उन्हें मुआवजा देने पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भेजा है। वहीं सांसद मणिकम टैगोर ने एक स्थगन प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल-डीजल,एलपीजी कीमतों को 2013 के स्तर पर लाने को लेकर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भेजा है। संसद के शीतकालीन सत्र से 12 सांसदों के निलंबन के बाद विपक्षी दलों में खासी नाराजगी दिखी। राजनीतिक दलों का कहना है कि किसी भी सांसद का पक्ष जाने बगैर उन्हें निलंबित कर दिया गया। वहीं इस मामले को लेकर मंगलवार को सुबह 10 बजे बैठक बुलाई गई है। आशंका जताई जा रही है कि विपक्ष पूरे सत्र से दूरी बना सकता है। कांग्रेस की अगुवाई में हो रही इस बैठक में 13 विपक्षी दल हिस्सा लेंगे। हालांकि बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस इस बैठक में शामिल नहीं होगी। पार्टी की ओर से अलग से बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगामी शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन ने बताया कि 12 निलंबित सांसदों में से दो सांसद टीएमसी के भी हैं, ऐसे में पार्टी की अगली रणनीति क्या होगी इस पर अलग बैठक में विचार होगा। टीएमसी के इस कदम से ये आशंका जताई जा रही है कि तृणमूल विपक्षी खेमे का नेतृत्व करना चाहती है। यानी पहले से कमजोर विपक्ष अब और बिखरता नजर आ रहा है। इन पार्टियों के सांसद निलंबित मौजूदा शीतकालीन सत्र के लिए जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें कांग्रेस के 6, टीएमसी और शिवसेना के 2-2 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और सीपीआई (एम) से एक-एक शामिल हैं। Parliament Winter session: Bill on regulation of reproductive technology to be tabled in Lok Sabha today Read @ANI Story | https://t.co/HmluJWcRgc pic.twitter.com/D9U7wgOtJ1 — ANI Digital (@ani_digital) November 30, 2021 पेश होंगे अहम बिल मंगलवार को सदन में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ( Mansukh Mandaviya ) सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी बिल, 2020 ( Reproductive Technology Bill ) पेश कर सकते हैं। संसद में पारित हो जाने एवं इस विधेयक के कानून का रूप लेने के बाद केन्‍द्र सरकार इस अधिनियम पर अमल की तिथि को अधिसूचित करेगी। इसके बाद राष्‍ट्रीय बोर्ड का गठन किया जाएगा। यह भी पढ़ेँः कोरोना से जान गंवाने वालों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए बनेगा पोर्टल, Supreme Court को केंद्र सरकार ने दी जानकारी इसके अलावा राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक भी पेश हो सकता है। इस बिल को जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पेश कर सकते हैं। इस बिल के जरिए राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एकरूप बांध सुरक्षा प्रक्रियाओं को अपनाने में मदद मिलेगी, जिससे बांधों की सुरक्षा सुनिश्‍चित होगी और इन बांधों से होने वाले लाभ सुरक्षित रहेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-leader-told-when-will-statehood-be-restored-in-jammu-kashmir-7198226/,भाजपा नेता ने बताया जम्मू-कश्मीर में कब बहाल होगा राज्य का दर्जा,"भाजपा नेता ने बताया जम्मू-कश्मीर में कब बहाल होगा राज्य का दर्जा भाजपा नेता ने कहा कि एक बार कश्मीर में लोगों की हत्या बंद हो जाएं। घाटी में आम आदमी स्वतंत्र होकर घूमने लगे उसके बाद घाटी को फिर से राज्य घोषित कर दिया जाएगा। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 08:18:10 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से विपक्षी नेता लगातार इसे बहाल करने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच बीजेपी के एक नेता ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल, भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई ने सोमवार को कहा कि एक बार कश्मीर में लोगों की हत्या बंद हो जाएं। घाटी में आम आदमी स्वतंत्र होकर घूमने लगे उसके बाद घाटी को फिर से राज्य घोषित कर दिया जाएगा। भाजपा के संगठन महासचिव अशोक कौल का कहना है कि कश्मीर में लोगों की टारगेट किलिंग हो रही थी, इसके चलते ही केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है। भाजपा नेता का कहना है कि घाटी में पार्टी नेताओं की चुन-चुनकर हत्या की जा रही थी। इस तरह की हत्याओं को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के पक्ष में हैं। दोनों नेताओं ने संसद में भी यह बात कही थी। अशोक कौल ने हाल ही में हुए अमित शाह के कश्मीर दौरे का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने अपने दौरे में भी साफ किया था कि मोदी सरकार कश्‍मीर का खास ध्‍यान रखेगी। अमित शाह ने कहा था कि केंद्र सरकार का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करना है। जिससे आम नागरिक घाटी में चैन की सांस ले सकें। अब कश्मीर में सुधार देखने को भी मिल रहा है, पहले लोग कश्मीर में निवेश करने से डरते थे, लेकिन अब जम्मू-कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है। वहीं सरकार 2022 के अंत तक कुल 51 हजार करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। यह भी पढ़ें: 'ओमीक्रोन' वेरिएंट को लेकर सरकार सख्त, 2 हफ्तों में भारत लेगा वैक्सीन के बूस्टर डोज पर फैसला गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अक्सर कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग उठाती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने एक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर का फैसला गांधी के भारत में हुआ था और हम गांधी के ही भारत में रहना चाहते हैं। कश्मीर के लोग गोडसे के भारत में कतई नहीं रह सकते।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-is-following-bjp-strategy-in-tripura-7197868/,त्रिपुरा में ममता बनर्जी वही रणनीति अपना रहीं जो भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनाई!,"त्रिपुरा में ममता बनर्जी वही रणनीति अपना रहीं जो भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनाई! भले ही निकाय चुनावों में 334 में से 329 सीटों पर भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है, परंतु ममता बनर्जी की पार्टी का प्रदर्शन भी पहले से बेहतर दिखाई दिया है। ममता बनर्जी भी ठीक उसी तरह की रणनीति त्रिपुरा में भाजपा को हराने के लिए अपना रही हैं जो पश्चिम बंगाल में भाजपा ने अपनाई थी। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 06:01:57 pm विपक्ष एक तरफ संसद के शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति बना रहा है पर लगता है ममता बनर्जी का फोकस 2024 पर है। इसलिए वो विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं हुईं। ममता बनर्जी लगातार देश के हर राज्यों में अपनी पकड़ को मजबूत करने में जुटी हुई हैं। इसी का प्रभाव त्रिपुरा के निकाय चुनावों में देखने को मिला है। भले ही निकाय चुनावों में 334 में से 329 सीटों पर भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है, परंतु ममता बनर्जी की पार्टी का प्रदर्शन भी पहले से बेहतर दिखाई दिया है। ममता बनर्जी भी ठीक उसी तरह की रणनीति त्रिपुरा में भाजपा को हराने के लिए अपना रही हैं जो पश्चिम बंगाल में भाजपा ने अपनाई थी। हालांकि, टीएमसी को केवल एक ही सीट नसीब हुई है, परंतु 20 प्रतिशत वोट शेयर के साथ ये पार्टी राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं, मकपा को 3 सीटें मिली है वो भी 16 फीसदी वोट शेयर के साथ। इस प्रदर्शन से टीएमसी के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है, और विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी और बड़ी योजना के साथ काम कर सकती है। गौर करें तो 2019 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी का कुल वोट शेयर केवल 0.4 फीसदी ही था, जबकि 2018 के विधानसभा चुनावों में केवल 0.3 फीसदी रहा। पिछले चुनावों की तुलना में टीएमसी के प्रदर्शन में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। स्पष्ट है ममता बनर्जी की पार्टी राज्य में कई बार बुरी से तरह जनता द्वारा नकार दी गई। इसके बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा चेहरा बनने की राह में ममता बनर्जी ने हार नहीं मानी। एक बार फिर से त्रिपुरा में किस्मत आजमाई और इस बार पार्टी का प्रदर्शन पिछले दो चुनावों के मुकाबले काफी बेहतर रहा है। कुछ ऐसा ही प्रदर्शन पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच देखने को मिला था, जहां भाजपा ने साल दर साल अपने वोट शेयर बढ़ाए हैं। उदाहरण से समझिए, इसी वर्ष पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों में भले ही ममता बनर्जी आसानी से चुनाव जीत गईं, परंतु भाजपा का वोट शेयर 38.1 प्रतिशत रहा था। इसके साथ ही भाजपा को कुल 294 सीटों में से 77 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि वर्ष 2016 के चुनावों में भाजपा को केवल 3 सीटें ही मिली थीं और वोट शेयर 10 फीसदी रहा था। भाजपा ने भी शुवेंदु अधिकारी जैसे चेहरों को टीएमसी से अपनी पार्टी में शामिल कर संगठन को मजबूत किया था। ठीक ऐसा ही ममता बनर्जी भी कर रही हैं। भाजपा और कांग्रेस के असन्तुष्ट नेता टीएमसी का रुख कर रहे हैं। मुकुल रॉय के बाद भाजपा विधायक सौमेन रॉय, विश्वजीत दास, तन्मय घोष, पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो व एक अन्य विधायक टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। इसके बाद राजिब बनर्जी, आशीष दास, सुष्मिता देव समेत कई बड़े नेता टीएमसी से जुड़ रहे हैं। इसके अलावा भाजपा की तरह ही ममता ने भी त्रिपुरा में हिंसा, भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दे को हथियार बना लिया है। भाजपा पर ममता भी वही आरोप लगा रहीं हैं जो भाजपा ने बंगाल में ममता के खिलाफ लगाये थे। स्पष्ट है कि पूरे पूर्वोत्तर भारत में टीएमसी खुद को मजबूत करने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है और इसके परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं। हालांकि, वर्ष 2017 में पार्टी का आधार कमजोर हो गया था जब सुदीप रॉय बर्मन के नेतृत्व में उत्तर-पूर्वी राज्य में उसके सभी छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। अब वर्तमान में बढ़े जनाधार के साथ संगठन को मजबूत करने की दिशा में टीएमसी आगे बढ़ रही है। वर्तमान में स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि ""ये एक पार्टी की शुरुआत के लिए आसाधरण है, जहां न के बराबर उपस्थिति थी वहाँ पार्टी ने सफलतापूर्वक स्थानीय निकाय चुनाव लड़ा और 20 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल कर राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बनी है।"" उन्होंने आगे कहा, ''इस तथ्य के बावजूद कि हमने बमुश्किल 3 महीने पहले अपनी गतिविधियां शुरू कीं, जबकि भाजपा ने त्रिपुरा में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। त्रिपुरा टीएमसी के सभी बहादुर सैनिकों को उनके अनुकरणीय साहस के लिए बधाई।'' This is despite the fact that we commenced our activities barely 3 months ago and @BJP4Tripura left no stone unturned to BUTCHER DEMOCRACY in Tripura. Congratulations to all the brave soldiers of @AITC4Tripura for their exemplary courage. সবে তো শুরু এবার আসল খেলা হবে। (2/2) — Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) November 28, 2021 वहीं, भाजपा ने टीएमसी के दावों को खारिज कर दिया है और कहा है कि जनता ने विकास की सरकार को चुना है। हालांकि, इस तथ्य को अनदेखा नहीं किया जा सकता कि भाजपा के समक्ष राज्य में टीएमसी एक बड़े विकल्प के तौर पर खुद को पेश करने में जुटी है। यदि टीएमसी का प्रदर्शन ऐसे ही हर चुनावों में बेहतर होता गया तो हो सकता है 2023 के चुनावों में हमें त्रिपुरा में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिले।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-rahul-gandhi-target-on-gov-over-msp-7197826/,"शीतकालीन सत्र का पहला दिन, राहुल गांधी का आरोप, डरपोक सरकार ने MSP और किसानों की शहादत पर चर्चा नहीं होने दी","शीतकालीन सत्र का पहला दिन, राहुल गांधी का आरोप, डरपोक सरकार ने MSP और किसानों की शहादत पर चर्चा नहीं होने दी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उसे डरपोक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने आज MSP पर, शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर और लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी जैसे मामलों पर चर्चा नहीं होने दी। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 05:42:12 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता ने MSP और किसानों की मौत के मुद्दे पर सरकारों को घेरा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि डरपोक सरकार, MSP और किसानों की मौत के मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है। राहुल गांधी का कहना है कि सरकार हर बार की तरह इस बार भी जनता के मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है। उसे जनता के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। डरपोक है सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सरकार ने आज MSP पर, शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर और लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी जैसे मामलों पर चर्चा नहीं होने दी। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए उसे डरपोक बताया है। राहुल गांधी ने लिखा 'जो छीने संसद से चर्चा का अधिकार, फेल है, डरपोक है वो सरकार।' चर्चा नहीं होने दी- MSP पर शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्ख़ास्तगी पर… जो छीने संसद से चर्चा का अधिकार, फ़ेल है, डरपोक है वो सरकार। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 29, 2021 बता दें कि आज केंद्र सरकार ने संसद में कृषि कानूनों को रद्द करने संबंधी विधेयक पास कराया। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक नई मांग उठा दी है। कांग्रेस नेता का कहना है पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करते हुए माना था कि हमसे गलती हुई है। ऐसे में राहुल गांधी ने मांग की है कि सरकार किसान आंदोलन में मारे गए अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा दे। यह भी पढ़ें: PF Interest Deposit: 21.38 करोड़ अकाउंट में पहुंच गया है ब्याज का पैसा, यहां जानिए कैसे चेक करें अपना खाता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। देश के 3 से 4 पूंजीपतियों के आगे किसानों की शक्ति कमजोर नहीं हो सकती। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने संसद में एमएसपी पर कानून बनाने की मांग उठाई। बता दें कि कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार एमएसपी पर कानून नहीं बनाती, हम वापस नहीं जाएंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-today-pm-narendra-modi-says-its-an-important-session-7197253/,"Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित","Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित Parliament Winter Session संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ये सत्र और आने वाले सत्र आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें। देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजें, उपाए खोजें और इसके लिए ये सत्र बहुत ही विचारों की समृद्धि वाला, सकारात्म निर्णयों वाला बने। 'मैं आशा करता हूं, कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया? कितनी अच्छी भागीदारी की, उस तराजू पर तौला जाए ना कि किसने कितना संसाधन लगाकर उसे रोक दिया।' नई दिल्ली Updated: November 29, 2021 04:01:55 pm नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) के पहले दिन सदन के दोनों सदनों में कृषि कानून वापसी बिल पास कर दिया गया है। इसके बाद अब राष्ट्रपति के पास इसे भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और स्वीकृति के बाद ये कानून रद्द हो जाएगा। वहीं शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन 11 अगस्त को मानसून सत्र के दौरान अभद्र व्यवहार करने वाले 12 राज्यसभा सासंदों पर भी बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही राज्यसभा 30 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई। कानून वपसी पर चर्चा से डरती है सरकार वहीं कृषि कानून वापसी बिल बिना चर्चा के दोनों सदनों में पास कराए जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को जमकर घेरा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, सरकार कानून वापसी पर बहस से डरती है। चर्चा होती है तो पता चलता कि किसके दबाव में कानून बने। राहुल गांधी ने कहा कि माफी मांग कर पीएम मोदी ने ये कुबुल किया कि उनसे गलती हुई। तीन कृषि कानून मजदूर और किसान पर सरकार का आक्रमण था। यह भी पढ़ेँः पीएम मोदी ने विलुप्त नून नदी के पुनर्जीवित करने के लिए जालौनवासियों की जमकर सराहना की Earlier, we had said that the govt will have to withdraw the farm laws, and today these laws were repealed. It is unfortunate that the farm laws were repealed without discussion. This government is scared of holding a discussion: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/omuigbn1Tg — ANI (@ANI) November 29, 2021 The 12 Rajya Sabha MPs have been suspended for indiscipline in the last session of the House. The House has been adjourned till tomorrow, 30th November— ANI (@ANI) November 29, 2021 From Dist Court to Supreme Court, an accused is heard even there, lawyers are provided for them too, sometimes Govt officials are sent to take their version. Here our version wasn't taken: Shiv Sena MP Priyanka Chaturvedi - one of the 12 Rajya Sabha MPs suspended for this session pic.twitter.com/S9z7hVskpJ— ANI (@ANI) November 29, 2021 पूरे सत्र के लिए 12 सांसद सस्पेंड मॉनसूत्र सत्र में हुए हंगामे का शीतकालीन सत्र में बड़ा एक्शन देखने को मिला। शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के सांसद शामिल हैं। इस एक्शन को लेकर सांसद छाया वर्मा ने कहा कि, पिछले सत्र में हुए व्यवहार को लेकर इस सत्र में क्यों एक्शन लिया जा रहा है। बता दें कि पूरे सत्र के दौरान निलंबित सभी सांसद राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाएंगे। तानाशाही फैसला निलंबित किे जाने पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, एक आरोपी को वहां भी सुना जाता है, उनके लिए वकील भी उपलब्ध कराए जाते हैं, कभी-कभी सरकारी अधिकारियों को उनका पक्ष लेने के लिए भेजा जाता है। यहां हमें सस्पेंड करने से पहले हमारा पक्ष जानने की कोशिश तक नहीं की गई। ये तानाशाही रवैया। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सरकार ने कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा में पेश किया। लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया और कुछ देर बाद ही इसे पास कर दिया गया। लोकसभा से पास होने के बाद इसे राज्यसभा में भी पेश किया गया। यहां भी ध्वनि मत के साथ कृषि कानून वापसी बिल पास कर दिया गया। हालांकि इससे पहले कांग्रेस ने कहा कि तीन कृषि बिल किसानों को हित में नहीं। इससे पूरे देश में किसानों के खिलाफ माहौल बना। कांग्रेस ने नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 13 महीने से ज्यादा वक्त तक सरकार सोती रही, लेकिन चुनाव में नुकसान को भांप कर सरकार ने वापसी का फैसला लिया। Amid ruckus in Upper House, the Farm Laws Repeal Bill 2021 passed in Rajya Sabha pic.twitter.com/m4JqZPeOCi — ANI (@ANI) November 29, 2021 हालांकि, विपक्ष कृषि कानूनों पर बहस की मांग पर अड़ गया है। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि सरकार कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। सरकार का कहना है कि जब प्रधानमंत्री मोदी खुद माफी मांग चुके हैं तो फिर चर्चा किस बात की। The Farm Laws Repeal Bill, 2021 passed by Lok Sabha amid ruckus by Opposition MPs Leader of Congress Party in Lok Sabha Adhir Ranjan Chowdhury demands discussion on the Bill in the House pic.twitter.com/2QAyOAVGq1 — ANI (@ANI) November 29, 2021 इससे पहले शीतकालीनी सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने मीडिया को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि संसद का ये सत्र बहुत अहम है। ऐसे में सत्र के दौरान विपक्ष इसकी गरीमा को बनाए रखे। हर मुद्दे पर चर्चा हो, सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है। पीएम मोदी ने कहा- आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को पूरा करने के लिए सामान्य नागरिक भी अपना दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है। We all should stay alert in view of the new variant of #COVID19: PM Modi (Source: PM Modi's Twitter handle ) pic.twitter.com/WqGOe521Bs — ANI (@ANI) November 29, 2021 Our Government is ready to answer all questions during the Winter Session of the Parliament. We should debate in the Parliament, and maintain the decorum of the proceedings: PM Modi pic.twitter.com/1ihNcHlfpz— ANI (@ANI) November 29, 2021 पीएम मोदी ने कहा- पिछले दिनों हमने देखा, संविधान दिवस भी नए संकल्प के साथ मनाया गया। भारत का संसद का ये और आने वाले सत्र आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल संसद देशहित में चर्चाएं करें। देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजे, उपाए खोजे और इसके लिए ये सत्र बहुत ही विचारों की समृद्धि वाला, सकारात्म निर्णयों वाला बने। 'मैं आशा करता हूं, कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया? कितनी अच्छी भागीदारी की, उस तराजू पर तौला जाए ना कि किसने कितना संसाधन लगाकर उसे रोक दिया।' प्रधानमंत्री ने कहा कि, मापदंड ये हो कि संसद में कितने घंटे काम हुआ। सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार, खुली चर्चा के लिए तैयार। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। आजादी के अमृतमहोत्सव में हम चाहेंगे कि संसद में सवाल भी हो, शांति भी हो। संसद में सरकार के खिलाफ, नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए हो, लेकिन संसद की गरीमा, स्पीकर की गरीमा भी बनी रहे। ऐसा आचरण करें जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ियों को काम आए। यह भी पढ़ेँः Omicron Variant: दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र पहुंचा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप नया वैरिएंट हमें और सतर्क करता है पिछले सत्र के बाद कोरोना की विकट परिस्थिति में भी देश ने 100 करोड़ से ज्यादा लॉजिक्स, कोरोना वैक्सीन अब हम 150 करोड़ की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नए वैरिएंट की खबरें हमें और सतर्क करती हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से अनाज मुफ्त देने की योजना चल रही है। इसे मार्च 2022 तक आगे बढ़ा दिया गया है। 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपए की राशि के सहयोग से योजना चल रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-clean-sweep-in-tripura-municipal-elections-win-217-seats-7196817/,"Tripura Municipal Election Results 2021: त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने किया क्लीन स्वीप, 334 में से 329 सीटें पर जीत हासिल","त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने किया क्लीन स्वीप, 334 में से 329 सीटें पर जीत हासिल त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने क्लीन स्वीप कर दिया है। दरअसल, त्रिपुरा में अगरतला निगर निगम और 13 नगर निकाय की 334 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें से बीजेपी ने 329 सीटों पर जीत दर्ज की है। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 09:59:56 pm नई दिल्ली। त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। दरअसल, त्रिपुरा में अगरतला निगर निगम और 13 नगर निकाय की 334 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें से बीजेपी ने 329 सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव में भाजपा के शानदार प्रदर्शन से पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। पार्टी की इस बड़ी कामयाबी पर बीजेपी उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने भी लोगों को धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि ये जनता का बीजेपी पर भरोसा है। टीएमसी पर नहीं है जनता को भरोसा इस दौरान दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव के नतीजों ने पूर्वोत्तर राज्यों में पैठ जमाने का टीएमसी के खोखले दावों को उजागर कर दिया है। इससे साबित हो गया है कि राज्य के लोग टीएमसी के बारे में क्या सोचते हैं और उनपर कितना भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी नतीजे जनता का बीजेपी पर विश्वास का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि टीएमसी राज्य में सरकार बनाने के दावे कर रही है, लेकिन निकाय चुनाव के नतीजों ने टीएमसी के इस सपने को पानी-पानी कर दिया है। साबित हो गया है कि राज्य में टीएमसी का खाता खुलने का भी कोई आसार नहीं है। दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी के लोग राज्य में सिर्फ शोर मचा रहे हैं, उनका यहां कोई अस्तित्व नहीं है। बीजेपी उपाध्यक्ष यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि बंगाल से आए कुछ भाड़े के लोग राज्य में टीएमसी का आधार बनाने में पूरी तरह से नाकाम हुए हैं। यह भी पढ़ें: Omicron: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखी चिठ्ठी, प्रभावित देशों से उड़ानें रद्द करने की मांग गौरतलब है कि त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया है। अगरतला सहित 14 निकायों में भाजपा ने कुल 334 वार्ड्स में से भाजपा ने 329 पर कब्जा जमा लिया है। बता दें कि कुल 334 सीटों में से 222 पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था। वहीं इनमें से 217 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है, जबकि 112 पर उसके प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/uddhav-thackeray-says-mva-gov-converted-disaster-into-opportunity-7196528/,"महाराष्ट्र: उद्धव सरकार को पूरे हुए 2 साल, सीएम बोले-एमवीए सरकार ने आपदा को अवसर में बदला","महाराष्ट्र: उद्धव सरकार को पूरे हुए 2 साल, सीएम बोले-एमवीए सरकार ने आपदा को अवसर में बदला शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाराष्ट्र सरकार को दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने आपदा को अवसर में बदला है। नई दिल्ली Updated: November 28, 2021 10:04:38 pm नई दिल्ली। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाराष्ट्र सरकार को दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के 2 साल के कार्यकाल का ज्यादातर हिस्सा कोविड-19 के प्रबंधन में बीता है। बावजूद इसके महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सरकार इस आपदा को अवसर में बदलने में कामयाब रही। इस दौरान सीएम ठाकरे ने राज्य के लोगों से मिले समर्थन के लिए उनका आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह जनता की सरकार है। सीएम ने कहा कि मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हम घबराए नहीं और हमारा ध्यान आम आदमी के कल्याण पर रहा। हमारी सरकार के 2 साल के कार्यकाल का ज्यादा हिस्सा कोरोना प्रबंधन में ही बीता है, हम इस संकट को अवसर में बदलने में सफल हुए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि 2 साल पहले की स्वास्थ्य, चिकित्सा सुविधाओं और अवसंरचनाओं में और अब बहुत बड़ा अंतर देखने को मिलता है। वैश्विक कोरोना महामारी से निपटते वक्त हमारी सरकार और प्रशासन में कोई नकारात्मकता नहीं थी। हमने औद्योगिक निवेश, कृषि आधारभूत संरचना, आवास, रोजगार, जलापूर्ति, सौर ऊर्जा, पर्यावरण, वन और पर्यटन क्षेत्र में सुधार के लिए कड़ी मेहनत की है। यह भी पढ़ें: राहुल गांधी का स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को समर्थन, कहा- नफरत नहीं जीतेगी- विश्वास रखिए सीएम ने बताया कि हमने जनहित को सबसे पहले रखा है। इसके चलते ही राज्य के अन्नदाताओं का 20 हजार करोड़ रुपए का कर्ज हमारी सरकार ने माफ किया है। महात्मा ज्योतिराव फुले कृषि ऋण माफी योजना के तहत हमने इसे अंजाम दिया है, जिससे आज महाराष्ट्र के किसानों के चेहरों पर खुशी है। इस दौरान सीएम ने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीते दो साल विपक्ष दिशाहीन रहा। इस दौरान सरकार को अस्थिर करने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। अब भाजपा फर्जी दावे और तारीखों की घोषणा कर रही है। यह सिर्फ लोगों को भटकाने का प्रयास है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pappu-yadav-says-former-bihar-cm-lalu-prasad-yadav-life-is-in-danger-7196201/,"पप्पू यादव बोले बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव को है जान का खतरा, हत्या की हो रही साजिश","पप्पू यादव बोले बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव को है जान का खतरा, हत्या की हो रही साजिश जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव का कहना है कि राजद सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जान को खतरा है। जाप अध्यक्ष का कहना है कि लालू यादव का परिवार ही उनकी जान लेना चाहता है। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 05:40:30 pm नई दिल्ली। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने बड़ा बयान दिया है। पप्पू यादव का कहना है कि राजद सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जान को खतरा है। जाप अध्यक्ष का कहना है कि लालू यादव का परिवार ही उनकी जान लेना चाहता है। उन्होंने कहा कि लालू यादव सच में बीमार हैं, लेकिन उनका परिवार राजद सुप्रीमों के इलाज के नाम पर राजनीति कर रहा है। बिहार की आधी आबादी है गरीब दरअसल, बिहार की राजधानी पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यह बात कही है। इस मौके पर पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर भी हमला किया। उनका कहना है कि देश में जहां भी एनडीए की सरकार है, वहीं गरीबी भी सबसे ज्यादा है। अभी नीति आयोग की रिपोर्ट में ही बिहार की बदहाली की तस्वीर सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 51.91 फीसद जनसंख्या गरीब है, जिसके लिए सरकार जिम्मेदार है। इस दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी की सरकार सिर्फ लोगों को बांटने की राजनीति करती है, इनका विकास से कोई लेना देना नहीं है। आज विकास के मानकों में बिहार सबसे गरीब राज्य है और इशके लिए राज्य के नेता जिम्मेदार हैं। इस दौरान राजद पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी का बेरोजगारी पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। आरजेडी और एनडीए के 30 साल के शासनकाल में बिहार की स्थिति बदहाल हो गई है। बिहार की गरीबी सब के लिए अभिशाप है। यह भी पढ़ें: शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए 31 दल, AAP ने किया वॉकआउट, MSP और कृषि कानूनों पर भी हुई बात गौरतलब है कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार के स्थिति को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। लालू यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके लिए सीएम जिम्मेदार हैं, उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए। वहीं बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा था। लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/31-party-attend-all-party-meeting-parliament-session-aap-walkout-7196105/,"शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए 31 दल, AAP ने किया वॉकआउट, MSP और कृषि कानूनों पर भी हुई बात","शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए 31 दल, AAP ने किया वॉकआउट, MSP और कृषि कानूनों पर भी हुई बात आज हुई सर्वदलीय बैठक में 31 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, इसके साथ ही विपक्षी नेताओं ने भी संसद सत्र के लिए कई सुझाव भी दिए। इस दौरान कृषि कानूनों और एमएसपी पर भी चर्चा हुई, हालांकि पीएम मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 04:58:22 pm नई दिल्ली। कल यानि 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इससे पहले आज सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में 31 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, इसके साथ ही विपक्षी नेताओं ने भी संसद सत्र के लिए कई सुझाव भी दिए। इस दौरान कृषि कानूनों और एमएसपी पर भी चर्चा हुई, हालांकि पीएम मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। 31 party attend all party meeting parliament session aap walkout सत्र में जनता के मुद्दों पर होगी चर्चा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक के संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आज हुई सर्वदलीय बैठक में 31 पार्टियों ने भाग लिया है, इस दौरान कई पार्टियों ने संसद सत्र के लिए कई अहम सुझाव दिए हैं। नियमों के अनुसार इस सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि हमें उम्मीद है कि शीतकालीन सत्र में जनता के मुद्दों पर चर्चा होगी। आज हुई बैठक में पीएम मोदी शामिल नहीं हुए थे। इस बारे में पूछने पर संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री ही बैठक में आते थे। किसी कारणवश आज पीएम इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए। बैठक के बाद कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जन खड़गे ने कहा कि आज बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस ने एमएसपी पर कानून बनाने और आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों का मुद्दा भी उठाया, मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने पर भी चर्चा हुई। हमनें सोचा था कि पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल होंगे तो हम उनसे कृषि कानूनों पर उनकी राय पूछते। यह भी पढ़ें: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर महाराष्ट्र सरकार सख्त, अब कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगा 50 हजार तक का जुर्माना खास बात यह है कि इस बैठक से आम आदमी पार्टी ने वॉकआउट कर दिया। पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि सरकार के मंत्री किसी को बोलने ही नहीं देते। जब हमें बैठक में अपनी बात रखने का मौका ही नहीं मिलता तो यहां शामिल होने से क्या फायदा। हमनें संसद सत्र में एमएसपी पर कानून बनाने की मांग की है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/tejashwi-yadav-said-bihar-government-should-evaluate-his-work-7195023/,"तेजस्वी यादव की बिहार सीएम नीतीश कुमार को सलाह, अहंकार छोडकर अपने काम का मूल्यांकन करें","तेजस्वी यादव की बिहार सीएम नीतीश कुमार को सलाह, अहंकार छोडकर अपने काम का मूल्यांकन करें नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सरकार अहंकार छोड़कर आत्ममंथन करे। नई दिल्ली Published: November 27, 2021 09:10:48 pm नई दिल्ली। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की स्थिति को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हैं। अब बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि आज देश-विदेश की मानक रेटिंग संस्थाएं बिहार की बदहाली की चर्चा कर रही हैं। इसके बाद भी सरकार इसे स्वीकार करने के बजाय अपनी धुन में मस्त है। विफलता स्वीकार करने को तैयार नहीं है सरकार तेजस्वी यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि ये संस्थाएं 16 वर्षों के कागजी विकास को आइना दिखा रही हैं, लेकिन बिहार की सरकार अहंकार में डूबी हुई है। यही वजह है कि सरकार अपनी विफलताओं को स्वीकार करने को कतई तैयार नहीं है। सरकार क्यों नहीं मान लेती कि ये विपक्ष नहीं बल्कि उनकी ही सरकार के आंकड़े हैं। अगर सरकार अपनी गलतियां ही स्वीकार नहीं करेगी तो खामियों को कैसे दूर किया जाएगा। पत्रकार- सर नीति आयोग, नीति आयोग रिपोर्ट, नीति आयोग, नई रिपोर्ट आई है सर नीति आयोग की..नीति आयोग…नीति…नीति…नीति आयोग.. नीतीश कुमारः- क्या, क्या सुनाई नहीं दिया? क्या? पत्रकारः- सर नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार सबसे फिसड्डी है? नीतीश कुमार- हमने देखा नहीं है। pic.twitter.com/VHU17Ve7Qf — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 27, 2021 बिहार नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 30-40 वर्ष के भूतकाल में डूबे रहने वाली सरकार को वर्तमान के आंकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान और अपने भूत के 16 वर्षों का आकलन अवश्य करना चाहिए। उन्हें विचार करना चाहिए कि उदारीकरण के बाद भी बिहार विकास के मानकों पर इतना पीछे क्यों है। मौजूदा सरकार और सीएम नीतीश कुमार को आत्ममंथन की जरूरत है। यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: नारायण राणे की भविष्यवाणी को नवाब मलिक ने बताया फर्जी, कहा- ये BJP आईटी सेल के दिमाग की उपज है तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि देश-विदेश के प्रतिष्ठि‍त मूल्‍यांकन व मानक संस्‍थानों, नीति आयोग, एनसीआरबी, एनएचआरएम, विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने बिहार की शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, कानून व्‍यवस्‍था, गरीबी, बेरोजगारी, पलायन आदि से संबंधित शोधपूर्ण रिपोर्ट पेश की है। वहीं राज्य के सीएम इसे झूठ बता रहे हैं, शायद वो अपने महल से बाह नहीं निकलते हैं। बता दें कि इससे पहले राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव और लोजपा सांसद चिराग पासवान ने भी इस मुद्दे पर नीतीश कुमार पर निशाना साधा था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/nawab-malik-says-narayan-rane-prediction-about-uddhay-gov-is-fraud-7194933/,"महाराष्ट्र: नारायण राणे की भविष्यवाणी को नवाब मलिक ने बताया फर्जी, कहा- ये BJP आईटी सेल के दिमाग की उपज है","महाराष्ट्र: नारायण राणे की भविष्यवाणी को नवाब मलिक ने बताया फर्जी, कहा- ये BJP आईटी सेल के दिमाग की उपज है भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की भविष्यवाणी को एनसीपी नेता नवाब मलिक ने फर्जी बताया है। नवाब मलिक ने उनके दावे फर्जी हैं। नई दिल्ली Published: November 27, 2021 08:18:31 pm नई दिल्ली। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की भविष्यवाणी को एनसीपी नेता नवाब मलिक ने फर्जी बताया है। नवाब मलिक ने नारायण राणे पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके दावे में कोई दम नहीं है वे फर्जी बातें कर रहे हैं। ये सब बीजेपी की आईटी सेल के दिमाग की उपज है। नवाब मलिक ने सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें शेयर की हैं। मलिक ने पूछा कि क्या आईटी सेल द्वारा की गई इन फोटोशॉप्ड तस्वीरों के बल पर नारायण राणे मार्च तक महाराष्ट्र में भाजपा सरकार का दावा कर रहे हैं। फर्जी दावे कर रहे हैं नवाब मलिक दरअसल, नवाब मलिक ने सोशल मीडिया पर शरद पवार और महाराष्ट्र भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एक साथ मुलाकात की एक तस्वीर साझा की है। उन्होंने ये तस्वीरें बीजेपी की आईटी सेल द्वारा फोटोशॉप की गई हैं और नारायण राणे इन तस्वीरों के आधार पर फर्जी दावें कर रहे हैं। उनके दावों में बिल्कुल दम नहीं है। बता दें कि बीते दिन बीजेपी नेता नारायण राणे ने दावा किया था कि जल्द ही महाराष्ट्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, जिसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी। उन्होंने दावा किया कि अगले साल मार्च में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार गिर जाएगी। इसके बाद बीजेपी राज्य में सरकार बनाएगी। नारायण राणे के इस दावे के बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है। यह भी पढ़ें: शीतकालीन सत्र से पहले कल सुबह 11 बजे सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, शाम 4 बजे एनडीए की मीटिंग इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि सीएम ठाकरे अभी बीमार हैं, उनके बारे में बोलना ठीक नहीं। हालांकि मैं यह बात दावे के साथ कह सकता हूं कि राज्य में गठबंधन की सरकार के पास अब ज्यादा समय नहीं है। जल्द ही महाराष्ट्र की कुर्सी पर बीजेपी का कब्जा होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/government-called-all-party-meeting-at-11-am-tomorrow-7194788/,"शीतकालीन सत्र से पहले कल सुबह 11 बजे सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, शाम 4 बजे होगी एनडीए की मीटिंग","शीतकालीन सत्र से पहले कल सुबह 11 बजे सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, शाम 4 बजे होगी एनडीए की मीटिंग केंद्र सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कल सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक के बाद एनडीए की एक अहम बैठक होगी, जिसमें सत्र के लिए रणनीति बनाई जाएगी। नई दिल्ली Published: November 27, 2021 07:05:29 pm नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र 20 नवंबर से शुरू हो रहा है, इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इसी बीच केंद्र सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कल सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी दलों के नेता शामिल होंगे। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। कल होने वाली इस सर्वदलीय बैठक के बाद शाम 4 बजे एनडीए की भी अहम बैठक होने जा रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक में एनडीए सत्र के लिए रणनीति बनाएगी। कृषि कानूनों पर हो सकती है चर्चा हाल ही में केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि इन कानूनों के विरोध में किसान कई महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे थे। जानकारों का कहना है कि सरकार सर्वदलीय बैठक में कृषि कानूनों को लेकर चर्चा कर सकती है। इसके साथ ही इस बैठक में सभी दलों से शीतकालीन सत्र में शांति बनाए रखने और सदन की कार्यवाही में व्यवधान न डालने की बात कही है। कांग्रेस ने बनाई रणनीति बता दें कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष ने किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा किया था। इसके चलते संसद की कार्यवाही हर रोज स्थगित करनी पड़ी। वहीं अब विपक्ष शीतकालीन सत्र में भी केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कल कांग्रेस ने एक अहम बैठक भी की, जिसमें सत्र के लिए रणनीति तैयार की गई। बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं ने बताया कि हम संसद ने जनता के मुद्दे उठाएंगे और विपक्ष के एकजुट करने का प्रयास करेंगे। यह भी पढ़ें: अधीर रंजन चौधरी फिर उठाई डिप्टी स्पीकर की नियुक्ति की मांग, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख कहा- जल्द लें फैसला गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस सत्र में कृषि कानूनों को रद्द करने से संबंधित विधेयक भी पेश किया जाएगा, जिस पर पूरे देश की नजरें बनी हुई हैं। इसके साथ ही सरकार अगले साल कई राज्यों में होने वाले चुनाव को देखते हुए कई अहम विधेयक पास कराने की योजना बना रही है। बता दें कि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते संसद का शीतकालीन सत्र नहीं हुआ था, जिसको लेकर सरकार की खूब आलोचना भी हुई।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-organise-mahangai-hatao-rally-on-12th-december-in-delhi-7192910/,"12 दिसंबर को कांग्रेस की दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली, सोनिया और राहुल करेंगे संबोधित","12 दिसंबर को कांग्रेस की दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली, सोनिया और राहुल करेंगे संबोधित कांग्रेस ने 12 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली का ऐलान कर दिया है। इस रैली का उद्देश्य पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस जैसी मूलभूत सुविधाओं की बढ़ती कीमतों पर सरकार को घेरना है। नई दिल्ली Published: November 26, 2021 05:28:26 pm नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करने के बाद अब कांग्रेस कई अन्य मुद्दों पर सरकार पर हमलावर है। इसी बीच कांग्रेस ने 12 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली का ऐलान कर दिया है। इस रैली का उद्देश्य पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस जैसी मूलभूत सुविधाओं की बढ़ती कीमतों पर सरकार को घेरना है। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी देश को संबोधित करेंगे। मोदी सरकार में हर घर का बजट बिगड़ा बता दें कि देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में कांग्रेस, केंद्र सरकार पर महंगाई को लेकर लगातार दवाब बना रही है। कांग्रेस का कहना है कि मौजूदा सरकार में हुई अभूतपूर्व मूल्य वृद्धि और मुद्रास्फीति ने देश में हर परिवार की कमाई, घरेलू आय और बजट को ध्वस्त कर दिया है। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल का कहना है कि मोदी सरकार की लूट रोकने और कमरतोड़ कीमतों को कम करने के लिए एक निर्णायक चेतावनी होगी। इसके लिए हम आगे आए हैं और जब तक मोदी सरकार पीछे नहीं हटती, हम अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे। इस दौरान उन्होंने कृषि कानूनों का जिक्र भी किया, उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार को कृषि कानूनों के मुद्दे पर पीछे हटना पड़ा, वैसी ही सरकार को इसके लिए भी फैसला लेना होगा। यह भी पढ़ें: नारायण राणे ने मार्च तक उद्धव सरकार गिरने का किया दावा, बोले- सत्ता में आएगी BJP गौरतलब है कि कांग्रेस हमेशा से ही महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार में हर घर का बजट गड़बड़ा गया है। पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें आम-जन के मुद्दें हैं। जिनका सभी खाद्य पदार्थों और अन्य उपभोग्य वस्तुओं की कीमतों पर भारी प्रभाव पड़ा है। सब कुछ धीरे-धीरे आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/narayan-rane-says-bjp-will-make-gov-in-maharashtra-by-march-7192814/,"महाराष्ट्र: नारायण राणे ने मार्च तक उद्धव सरकार गिरने का किया दावा, बोले- सत्ता में आएगी BJP","महाराष्ट्र: नारायण राणे ने मार्च तक उद्धव सरकार गिरने का किया दावा, बोले- सत्ता में आएगी BJP महाराष्ट्र बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे का कहना है कि अगले साल मार्च यानि मार्च 2022 तक महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिर जाएगी। इसके बाद राज्य में बीजेपी अपनी सरकार बनाएगी। नई दिल्ली Published: November 26, 2021 04:27:54 pm नई दिल्ली। महाराष्ट्र में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बड़ा दावा कर दिया है। उनका कहना है कि अगले साल मार्च यानि मार्च 2022 तक महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिर जाएगी। इसके बाद राज्य में बीजेपी अपनी सरकार बनाएगी। नारायण राणे के इस बयान के बाद से महाराष्ट्र में सरकार और विपक्ष के नेताओं पर एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में जल्द ही होगा बड़ा बदलाव बता दें कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार अक्सर ही बीजेपी पर मौजूदा सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने का आरोप लगाती है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री के इस दावे पर बवाल मच गया है। दरअसल, नारायण राणे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''महाराष्ट्र बीजेपी सरकार मार्च तक आ जाएगी। इसके बाद राज्य में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी। राणे का कहना है कि महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने मार्च तक सरकार बनाने की बात कही है। वहीं हम भी उनकी इस बात को पूरा करने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं पार्टी के अंदर की बात नहीं बताना चाहता हूं, सरकार गिराने और नई सरकार बनाने के लिए कुछ बातें सीक्रेट रखनी होती हैं। अगर सारी जानकारी दे दूंगा तो हमारा टारगेट कुछ दिनों के लिए टल जाएगा। यह भी पढ़ें: अब साबुन और डिटर्जेंट पर भी महंगाई की मार, अगली बार ज्यादा रुपए लेकर जाएं खरीदने इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि सीएम ठाकरे अभी बीमार हैं, उनके बारे में बोलना ठीक नहीं। हालांकि मैं यह बात दावे के साथ कह सकता हूं कि राज्य में गठबंधन की सरकार के पास अब ज्यादा समय नहीं है। जल्द ही महाराष्ट्र की कुर्सी पर बीजेपी का कब्जा होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/delhi-assembly-special-session-cm-arvind-kejriwal-says-farm-laws-repeals-victory-of-democracy-7192754/,"Delhi: विधानसभा में बोले सीएम केजरीवाल, किसानों के आगे सरकार का झुकना लोकतंत्र की जीत","Delhi: विधानसभा में बोले सीएम केजरीवाल, किसानों के आगे सरकार का झुकना लोकतंत्र की जीत Delhi दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र शुक्रवार को आयोजित किया गया। एक दिवसीय सत्र काफी हंगामेदार रहा। विपक्षी दलों ने इस दौरान आप सरकार को वायु प्रदूषण को लेकर जमकर घेरा। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने इसके लिए बीजेपी को ही जिम्मेदार बताया। वहीं सीएम केजरीवाल ने केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानून वापसी को लोकतंत्र की जीत बताया नई दिल्ली Published: November 26, 2021 03:43:57 pm नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा ( Delhi Assembly ) का एक दिवसीय विशेष सत्र शुक्रवार को आयोजित किया गया। हालांकि इसकी शुरुआत ही हंगामेदार रही। विपक्षी दलों ने वायु प्रदूषण को लेकर जमकर हंगामा किया और केजरीवाल सरकार ( Kejriwal Government ) को घेरा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने नाराज होते हुए इसके लिए बीजेपी ( BJP )को ही जिम्मेदार ठहराया। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) ने केंद्र सरकार की ओर से तीन कृषि कानून वापस लिए जाने को लेकर कहा कि ये लोकतंत्र की जीत है। बीजेपी के तीनों विधायक निलंबित दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में बीजेपी के तीनों विधायकों ने जमकर हंगामा किया। दरअसल नई शराब नीति और प्रदूषण पर चर्चा मांग करने लगे। इस पर हंगामा बढ़ने के बाद तीन विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया। इन विधायकों में मोहन सिंह बिष्ट, जितेंद्र महाजन और अनिल वाजपेयी शामिल हैं। इस दौरान सदन के आग्रह पर एक विधायक को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया इसके विरोध में बीजेपी ने सदन का बहिष्कार किया। सरकार का झुकना लोकतंत्र की जीत विधानसभा सत्र में तीनों कृषि कानूनों की वापसी के केंद्र सरकार के फैसले को केजरीवाल ने जनता की जीत बताया। उन्होंने कहा किसानों के आगे सरकार का झुकना लोकतंत्र की जीत है। उन्होंने कहरा- मेरे देश के किसान ने अपने सत्याग्रह से ये दिखा दिया कि अन्याय के खिलाफ सच्चाई और मजबूत इरादों की जीत जरूर होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, जिस अहंकार के चलते ये काले कानून पास किए गए थे और सरकार ने सोचा था कि वो कुछ भी कर लेगी किसानों ने भी उन्हें दिखा दिया आंदोलन की क्या ताकत होती है। केजरीवाल ने कहगा कि 'मैं किसानों को तहेदिल से बधाई देता हूं। इस आंदोलन में हर कोई शामिल हुआ कोई प्रत्यक्ष रूप से कोई घर से दुआएं भेज रहा था। हर जाति वर्ग और धर्म के लोगों ने इस आंदोलन का समर्थन किया।' यह भी पढ़ेँः Corona New Variant: 30 बार अपना रूप बदल चुका है कोविड का नया वैरिएंट, जानिए किस बात ने बढ़ाई चिंता विधानसभा अध्यक्ष का छलका दर्द विधानसभा सत्र के दौरान अध्यक्ष गोयल का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने वायु प्रदूषण के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया। गोयल ने कहा कि प्रदूषण की वजह से जंतर मंतर पर प्रदर्शन करवाते हो कि पटाखे जलाएंगे। आपको पता है, मेरी पत्नी एक महीने से प्रदूषण के चलते घर से बाहर नहीं निकली हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-parliamentary-group-to-meet-today-before-winter-session-7191688/,"शीतकालीन सत्र से पहले आज हुई कांग्रेस की अहम बैठक, सत्र के लिए बनाई गई खास रणनीति","शीतकालीन सत्र से पहले आज हुई कांग्रेस की अहम बैठक, सत्र के लिए बनाई गई खास रणनीति 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, इससे पहले आज कांग्रेस की एक खास बैठक हुई। इस बैठक में सोनिया गांधी समेत पार्टी के कई दिग्गज नेता शामिल हुए और सत्र के लिए रणनीति बनाई। नई दिल्ली Published: November 25, 2021 09:25:03 pm नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है। इसको लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। सरकार तैयारी कर रही है कि उसे सत्र में किन विधेयकों को पेश करना है, वहीं विपक्ष सरकार को घेरने के लिए खास रणनीति बना रही है। इसके चलते आज कांग्रेस की एक खास बैठक हुई। इस बैठक में सोनिया गांधी, एके एंटनी, आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, के सी वेणुगोपाल, के सुरेश, रवनीत बिट्टू, जयराम रमेश जैसे कई दिग्गज नेता शामिल हुए। कांग्रेस ने बनाई रणनीति जानकारी के मुताबिक यह बैठक कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई। बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आज कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक में हमने फैसला किया है कि हम संसद में कई अहम मुद्दों को उठाएंगे, जिसमें मुद्रास्फीति, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें, चीन की आक्रामकता और जम्मू-कश्मीर जैसे मुद्दे शामिल हैं। हमारा प्रयास होगा कि जनता के इन मुद्दों पर विपक्षी दलों को एकजुट करें। वहीं कांग्रेस नेता आंनद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस संसद में एमएसपी और केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा को कैबिनेट से हटाने सहित किसानों के मुद्दे उठाएगी। सरकार ने कृषि कानूनों को तो वापस ले लिया है, लेकिन अब उन्हें एमएसपी पर भी फैसला लेना होगा। हम किसानों की मांग, एमएसपी, लखीमपुर खीरी में चार किसानों की हत्या में शामिल मंत्री का इस्तीफा, महंगाई पर सरकार का ध्यान खीचेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mehbooba-mufti-rises-qus-over-srinagar-encounter-after-hyderpora-7191565/,"हैदरपोरा एनकाउंटर के बाद अब महबूबा ने श्रीनगर मुठभेड़ पर भी उठाए सवाल, कहा- सिर्फ एक तरह से हुई फायरिंग","हैदरपोरा एनकाउंटर के बाद अब महबूबा ने श्रीनगर मुठभेड़ पर भी उठाए सवाल, कहा- सिर्फ एक तरह से हुई फायरिंग पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पुर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हैदरपोरा एनकाउंटर के बाद अब श्रीनगर मुठभेड़ पर भी सवाल उठाए हैं। महबूबा मुफ्ती का कहना है कि इसे मुठभेड़ दिखाने की कोशिश की जा रही है, जबकि गोलियां सिर्फ एक ही तरह से चलाई गई थीं। नई दिल्ली Published: November 25, 2021 08:42:34 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में इन दिनों भारतीय सेना आतंकियों के खत्म करने के लिए अभियान चला रही है। बता दें कि इस अभियान के तहत अब तक कई आतंकियों को ढ़ेर कर दिया गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर के कई नेता सुरक्षाबलों की इन कार्रवाईयों पर सवाल उठा रहे हैं। बता दें कि पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पुर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हैदरपोरा एनकाउंटर के बाद अब श्रीनगर मुठभेड़ पर भी सवाल उठाए हैं। महबूबा मुफ्ती का कहना है कि इसे मुठभेड़ दिखाने की कोशिश की जा रही है, जबकि गोलियां सिर्फ एक ही तरह से चलाई गई थीं। उन्होंने कहा कि 'रामबाग में कल हुए एनकाउंटर के बाद से इसकी वैधता को लेकर संदेह है। इस एनकाउंटर को लेकर उन्होंने प्रत्यक्षदर्शियों का हवाला देते हुए कहा कि ऐसा लग रहा था कि एक ही तरफ से फायरिंग हो रही थी। हैदरपोरा एनकाउंटर पर भी उठाए थे सवाल कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा एक बार फिर अधिकारियों के दावे जमीनी हकीकत से मेल नहीं खा रही हैं। जिस तरह से शोपियां, एचएमटी और हैदरपोरा में हुआ। बता दें कि इससे पहले उन्होंने हैदरपोरा एनकाउंटर पर भी सवाल उठाए थे। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में जिन्हें आतंकी कहते हुए मारा है उनमें से दो आम नागरिक थे। वहीं पुलिस इन्हें आतंकियों का साथी बता रही थी। यह भी पढें: भारत के विभाजन पर फिर छलका मोहन भागवत का दर्द, कहा- विभाजन कभी ना मिटने वाली वेदना, विभाजन निरस्त होने पर होगा समाधान गौरतलब है कि पुलिस ने कल श्रीनगर के रामबाग इलाके में हुई मुठभेड़ में 3 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया था। बताया गया कि आतंकियों की पहचान टीआरएफ कमांडर मेहरान यासीन शल्ला (श्रीनगर निवासी), मंजूर अहमद मीर (पुलवामा) और अराफात अहमद शेख (पुलवामा) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक पहले आतंकियों को समर्पण करने का मौका दिया गया था, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में की गई कार्रवाई में 3 आतंकी मारे गए।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/assam-government-employees-to-be-given-2-days-extra-leave-7191304/,"असम के मुख्यमंत्री हिमंता ने दो साल पहले किये वादे को किया पूरा, सरकारी कर्मचारियों को दिया बड़ा तोहफा","असम के मुख्यमंत्री हिमंता ने दो साल पहले किये वादे को किया पूरा, सरकारी कर्मचारियों को दिया बड़ा तोहफा असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस निर्णय पर कहा, ""मुझे बहुत खुशी होगी अगर ये सभी अधिकारी नए साल की शुरुआत में अपने माता-पिता के साथ अच्छा समय बिता कर उनका आर्शीवाद लें ताकी इसके बाद वह राज्य के लिए भी अच्छे से काम कर सकें।” नई दिल्ली Published: November 25, 2021 07:01:41 pm असम की हिमंता सरकार ने एक नए निर्णय में सरकारी कर्मचारियों से दो साल पहले किए गये वादे को अब पूरा कर दिया है। असम सरकार ने नए साल की शुरुआत में सभी सरकारी कर्मचारियों को 2 दिनों की अतिरिक्त छुट्टी देने का निर्णय किया है। इस निर्णय का कारण अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ समय बिताने के लिए सरकारी कर्मचारियों को समय देना है। राज्य के पाँच कॉलेजों को जल्द ही राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों में अपग्रेड करने की घोषणा के बाद असम सरकार ने बुधवार को एक नए निर्णय पर मुहर लगाई। इस निर्णय के तहत मंत्रियों सहित राज्य सरकार के कर्मचारियों की 6 और 7 जनवरी 2022 को दो दिन की छुट्टी होगी, जोकि शनिवार और रविवार (8 और 9 जनवरी 2022) को साथ मिला दें तो कुल चार दिन की छुट्टी होगी। सरकार चाहती है कि सरकारी कर्मचारी अपने बुजुर्ग माता-पिता और सास-ससुर के साथ समय बिताएँ या उन्हें कहीं घुमाने ले जाएं। हालांकि, हिमंता सरमा ने ये भी कहा कि मंत्री छुट्टी के हकदार नहीं थे, परंतु सरकार ने उन्हें अनुमति दी थी कि वह प्रतिदिन काम से कुछ समय निकाल कर अपने माता-पिता के साथ समय बिताएं। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस निर्णय पर कहा, ""मुझे बहुत खुशी होगी अगर ये सभी अधिकारी नए साल की शुरुआत में अपने माता-पिता के साथ अच्छा समय बिता कर उनका आर्शीवाद लें ताकी इसके बाद वह राज्य के लिए भी अच्छे से काम कर सकें।” इससे पहले असम के सीएम हिमंता ने एक बड़े ऐलान में राज्य के पाँच कॉलेजों को जल्द ही राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों में अपग्रेड करने की बात कही थी। बता दें कि वर्ष 2018 में तत्कालीन सर्बानंद सोनोवाल की सरकार में हिमंता बिस्वा सरमा ने स्वतंत्रता दिवस पर घोषणा की थी कि सरकार सभी सरकारी कर्मचारियों को हर वर्ष एक्स्ट्रा छुट्टी देगी, ताकि सभी अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ समय बिताएं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि यदि सरकारी कर्मचारी अपने माता-पिता की देखभाल करने में विफल रहते हैं तो उनके वेतन का 10% हिस्सा काट लिया जाएगा। ये हिस्सा उनके माता पिता को दे दिया जाएगा। असम में पहले से इस बुजुर्ग माता-पिता के लिए विशेष प्रावधान है। असम एम्प्लाइज पैरेंट रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड नॉर्म्स फॉर एकाउंटेबिलिटी एंड मॉनिटरिंग एक्ट, 2017 के अनुसार सरकारी कर्मचारियों के लिए अपने बूढ़े माता-पिता के साथ विकलांग भाई-बहन की देखभाल करना अनिवार्य है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/sidhu-says-will-do-hunger-strike-if-govt-not-issued-drugs-report-7191199/,"नरम नहीं पड़े हैं सिद्धू के तेवर, अपनी ही सरकार को दी चेतावनी, ड्रग्स पर रिपोर्ट जारी करें नहीं तो करूंगा भूख हड़ताल","नरम नहीं पड़े हैं सिद्धू के तेवर, अपनी ही सरकार को दी चेतावनी, ड्रग्स पर रिपोर्ट जारी करें नहीं तो करूंगा भूख हड़ताल पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब की चन्नी सरकार को चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अगर सरकार ड्रग्स पर रिपोर्ट जारी नहीं करती है तो मैं भूख हड़ताल करूंगा। नई दिल्ली Updated: November 25, 2021 05:58:46 pm नई दिल्ली। अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन उससे ठीक पहले पंजाब की कांग्रेस सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। दरअसल, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपनी ही सरकार को लेकर सख्त रुख अख्तियार किए हुए हैं। अब उन्होंने पंजाब की चन्नी सरकार को फिर चेतावनी दी है, उनका कहना है कि अगर सरकार ड्रग्स पर रिपोर्ट जारी नहीं करती है तो मैं भूख हड़ताल करूंगा। sidhu says will do hunger strike if govt not issued drugs report भूख हड़ताल करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू बता दें कि आज पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मोगा में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी ही सरकार पर हमला बोला। सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार ने जल्द ही नशे और बेअदबी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की तो मैं चन्नी सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठ जाउंगा। सिद्धू का कहना है कि नशा पंजाब में एक बड़ी समस्या है और इस पर समय रहते ध्यान देना बहुत जरूरी है। चन्नी सरकार को दिया अल्टीमेटम पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नशे की वजह से राज्य का भविष्य, हमारे युवा नशे की वजह से बर्बाद हो गए हैं। इसके साथ ही लाखों लोग राज्य छोड़कर चले गए हैं। ऐसे में नशे की रिपोर्ट को सार्वजनिक करना अहम है। पिछली सरकारों ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, उन्हें सिर्फ कुर्सी से प्यार था। इसके साथ ही उन्होंने अपनी ही सरकार को भी अल्टीमेटम दे दिया है। यह भी पढ़ें: सलमान खुर्शीद की किताब पर रोक लगाने से दिल्ली HC ने किया इनकार, कहा- आपको आपत्ति है तो मत खरीदिए किताब गौरतलब है कि सिद्धू पहले पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह के खिलाफ कई मुद्दों को लेकर हमलावर थे। इसके बाद कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य की जिम्मेदारी सौंप दी। बावजूद इसके नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर कम नहीं हुए हैं। बीते दिनों उन्होंने चन्नी सरकार में हो रही नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/after-tripura-and-assam-its-meghalya-congress-loss-is-tmc-gain-7190846/,"गोवा के बाद पूर्वोत्तर भारत में कांग्रेस में बड़ी सेंध, आखिर क्यों कांग्रेस की जड़ें काट रहीं ममता","गोवा के बाद पूर्वोत्तर भारत में कांग्रेस में बड़ी सेंध, आखिर क्यों कांग्रेस की जड़ें काट रहीं ममता ये कांग्रेस के संगठन और रणनीति में कमी ही है जिसका लाभ टीएमसी उठा रही है। किसी भी नेता की अपनी महत्वाकांक्षाएं होती हैं, और ममता बनर्जी ने इसे अपनी रणनीति का हिस्सा बना लिया है। नई दिल्ली Published: November 25, 2021 01:44:24 pm केंद्र की मोदी सरकार जबसे सत्ता में आई है कांग्रेस कमजोर होती गई है। कांग्रेस में नेतृत्व की कमी के कारण ही आज राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष पूरी तरह से बिखरा हुआ है। कांग्रेस की इस स्थिति का लाभ उठाते हुए ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस लगातार कांग्रेस की जड़ें काट रही है। त्रिपुरा, गोवा जैसे राज्यों के बाद मेघालय में कांग्रेस को तोड़कर टीएमसी खुद मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है। तृणमूल कांग्रेस की सर्वेसर्वा ममता बनर्जी का फोकस राष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर है और कांग्रेस का कमजोर नेतृत्व उनके लिए फयदेमंद साबित हो रहा है। दरअसल, कांग्रेस को एक और बड़ा झटका तब लगा जब मेघालय में कांग्रेस के 18 में 12 विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये। इनमें मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा भी शामिल हैं। वहीं, इस मामले में देश की पुरानी पार्टी दल-बदल कानून का सहारा भी नहीं ले सकती क्योंकि दो तिहाई विधायकों के पार्टी बदलने पर ये कानून लागू नहीं होता। मेघालय में कैसे ममता ने कांग्रेस में लगाई सेंध? मेघालय में कांग्रेस में लंबे समय से कई बड़े नेता नाराज चल रहे थे। इस नाराजगी की शुरूआत तब हुई जब कांग्रेस हाईकमान ने विनसेंट एच पाला को अगस्त माह में प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। इस नियुक्ति को लेकर मुकुल संगमा ने कहा था कि पार्टी ने इस मामले में उनकी सहमति नहीं ली है। उस समय भी ये खबरें थीं कि पार्टी के इस कदम से नाराज चल रहे संगमा पार्टी छोड़ सकते हैं। तृणमुल कांग्रेस ने इस अवसर का लाभ उठाया और कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं को अपनी ओर करने का काम शुरू कर दिया। सितंबर माह में टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी से संगमा ने मुलाकात भी थी, परंतु इसपर किसी भी तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई थी। तब खबर थी कि संगमा कई नेताओं के साथ पार्टी छोड़ सकते हैं, परंतु तब उन्होंने इसे निराधार बताया था। यदि कांग्रेस ने मेघालय में पार्टी में चल रही दरार को पाट दिया होता तो शायद टीएमसी सेंधमारी करने में सफल न हो पाती। अब कांग्रेस को तोड़कर टीएमसी राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है। बता दें कि वर्ष 2018 में मेघालय में कुल 60 सीटों में से 21 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, परंतु कॉनराड संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के खाते में 19 सीटें आई थीं जबकि भाजपा को दो सीटें मिली थीं। इसके बाद एनपीपी और भाजपा ने गठबंधन कर सरकार बना ली थी। ममता कर रहीं अपनी पार्टी का विस्तार टीएमसी कांग्रेस के अलावा कई पार्टियों के बड़े चेहरों को तोड़ रही हैं परंतु सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हो रहा है। बिहार, हरियाणा, त्रिपुरा, असम और गोवा में भी टीएमसी कांग्रेस में बड़ी सेंधमारी कर चुकी है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फालेयरो कांग्रेस छोड़ टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा चाहे कीर्ति आज़ाद हो या पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी या कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे कमलापति त्रिपाठी के पोते राजेश त्रिपाठी हो या हो सुष्मिता देव और अशोक तंवर सभी बड़े चेहरे कांग्रेस का दामन छोड़ टीएमसी में एक-एक कर शामिल हो रहे। यही नहीं त्रिपुरा में तो युवा कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष शांतनु साहा भी टीएमसी में शामिल हो गए। ममता बनर्जी जिस तरह से देश के अन्य राज्यों में अपनी पार्टी का विस्तार कर रही हैं उससे उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा साफ झलक रही है। ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कांग्रेस को तोड़ मुख्य विपक्षी पार्टी होने का टैग अपने नाम कर रही हैं। गौरतलब है कि आज ममता बनर्जी जो कर रही हैं कुछ ऐसा ही देश के प्रधानमंत्री मोदी ने भी गुजरात के सीएम रहते हुए किया था। कांग्रेस की कमजोरी को बनाई अपनी ताकत कांग्रेस बार-बार ममता बनर्जी पर पार्टी को तोड़ने का आरोप लगा रही है, जबकि ममता इसका कारण कांग्रेस के कमजोर नेतृत्व को बता रही हैं। वास्तव में ये कांग्रेस के संगठन और रणनीति में कमी ही है जिसका लाभ टीएमसी उठा रही हैं। किसी भी नेता की अपनी महत्वाकांक्षाएं होती हैं, और ममता बनर्जी ने इसे अपनी रणनीति का हिस्सा बना लिया है। आज वो किसी भी नेता को राज्यसभा को सांसद बना देती हैं तो किसी को अन्य महत्वपूर्ण पद थमा देती हैं। उदाहरण के लिए कांग्रेस छोड़ टीएमसी में शामिल हुए गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फालेयरो को ममता ने राज्यसभा सांसद बना दिया। आने वाले दिनों में टीएमसी अन्य बड़े चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी भी दे सकती हैं। ममता बनर्जी ने TMC के मुखपत्र जागो बांग्ला में भी लिखा था कि ""तथ्य यह है कि हाल के दिनों में कांग्रेस, भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने में विफल रही है, पिछले दो लोकसभा चुनावों में यह साबित हो गया है। यदि आप केंद्र में लड़ाई नहीं दे सकते हैं तो जनता का विश्वास टूट जाता है। देश के लोगों को टीएमसी मॉडल में भरोसा है। हमें सबसे व्यावहारिक मॉडल पेश करना है जो भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है। टीएमसी लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में एक कदम भी पीछे नहीं हटेगी।"" वास्तविकता भी यही है कि कांग्रेस आंतरिक कलह के कारण कई राज्यों में पिछड़ती जा रही है, चाहे वो पंजाब हो या राजस्थान या हो कोई अन्य राज्य। इसके अलावा कई वरिष्ठ नेताओं के बागी तेवर भी कांग्रेस में देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि विपक्ष एकजुट नहीं हैं और ममता इसी का लाभ उठा रहीं हैं। हालांकि,कांग्रेस ने ममता से नाराजगी भी जताई हैं। कांग्रेस ने लगाये आरोप ममता बनर्जी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ""ममता खरीद फरोख्त कर रहीं हैं। मैं चुनौती देता हूं इन विधायकों की हिम्मत है तो कांग्रेस का चुनाव चिन्ह छोड़ कर टीएमसी के चिन्ह पर लड़कर दिखाएं। ये मुकुल संगमा, लुइजिनो फलेरियो और प्रशांत किशोर मिलकर कर रहे हैं। मैं जानता हूं इन नार्थ ईस्ट के नेताओं को... दिन में कुछ और रात में कुछ और..।"" उन्होंने आगे कहा कि 'कांग्रेस को तोड़ने की साजिश सिर्फ मेघालय में नहीं उत्तर पूर्व के सभी राज्यों में हो रही है। पहले से ही जानकारी थी मेघालय में यह होने वाला है। टीएमसी में शामिल विधायक कांग्रेस के चिन्ह पर जीते हैं।' हालांकि, ममता बनर्जी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका उद्देश्य 2024 का चुनावों में पीएम मोदी को हराना है। संभावनाएं हैं कि आने वाले समय में कम से कम 10 राज्यों ममता बनर्जी की पार्टी का दमखम दिख सकता है। आज कांग्रेस की तर्ज पर टीएमसी 2024 के लिए विभिन्न राज्यों में अपनी जड़ें जमा रही है। हालांकि, देशभर में आज भी कई ऐसी सीटें हैं जहां कांग्रेस और भाजपा का सीधा मुकाबला देखने को मिलता है जिससे ममता के लिए लड़ाई आसान नहीं होगी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mehbooba-mufti-says-restore-370-we-cannot-live-in-godse-s-india-7190037/,"महबूबा मुफ्ती ने फिर उठाई कश्मीर में 370 बहाल करने की मांग, कहा- हम गोडसे की भारत में नहीं रह सकते","महबूबा मुफ्ती ने फिर उठाई कश्मीर में 370 बहाल करने की मांग, कहा- हम गोडसे की भारत में नहीं रह सकते महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में 370 को बहाल करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोग गोडसे के भारत में नहीं रह सकते। नई दिल्ली Published: November 24, 2021 10:35:48 pm नई दिल्ली। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में 370 को बहाल करने की मांग उठाई है। उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि अगर वो कश्मीर रखना चाहते हैं तो अनुच्छेद 370 को बहाल करें। पीडीपी प्रमुख का कहना है कि कश्मीर के लोग अपना खोया हुआ सम्मान वापस पाने का इंतजार कर रहे हैं। गोडसे के भारत में नहीं रह सकते दरअसल, आज महबूबा मुफ्ती ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए फिर से कश्मीर में 370 की बहाली की मांग उठाई है। अपने संबोधन में पूर्व सीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों ने हमारी किस्मत का फैसला महात्मा गांधी के भारत के साथ किया था, जिसने हमें अनुच्छेद 370 और हमारा अपना संविधान और ध्वज दिया। हम गांधी के भारत में ही रहना चाहते हैं, हम गोडसे के भारत में नहीं रह सकते हैं। कश्मीर मुद्दे का हल जरूरी इस दौरान महबूबा मुफ्ती ने लोगों से एकजुट होने की अपील की। उनका कहना है कि संविधान की ओर से विशेष दर्जा बहाल करने के समर्थन में उनके संघर्ष और लोगों की पहचान एवं सम्मान की सुरक्षा के लिए अपनी आवाज मुखर होगा। अगर वो हमारी हर चीज छीन लेंगे तो हम भी अपना फैसला वापस ले लेंगे। ऐसे में उन्हें सोचना होगा कि अगर वो अपने साथ जम्मू कश्मीर को रखना चाहते हैं तो उन्हें अनुच्छेद 370 बहाल करना होगा और कश्मीर मुद्दे का हल करना होगा। यह भी पढ़ें: भारत में अगले महीने लॉन्च हो सकती है स्पुतनिक लाइट वैक्सीन, डेल्टा वैरिएंट पर 70 फीसदी प्रभावी गौरतलब है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग उठाई है। बल्कि महबूबा मुफ्ती समेत जम्मू-कश्मीर के सभी नेता और कई विपक्षी पार्टियां भी इसके खिलाफ थीं। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से अनच्छेद 370 को खत्म कर दिया था। वहीं कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं को महीनों तक नजरबंद कर दिया गया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-mla-aditi-singh-entry-will-benefit-bjp-in-up-polls-7189525/,"अमेठी के बाद रायबरेली, कैसे अदिति सिंह की एंट्री से भाजपा का पलड़ा हुआ भारी?","अमेठी के बाद रायबरेली, कैसे अदिति सिंह की एंट्री से भाजपा का पलड़ा हुआ भारी? रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह आज भाजपा में शामिल गईं। अदिति सिंह के भाजपा में शामिल होने से अमेठी के बाद कांग्रेस के एक और गढ़ रायबरेली पर कब्जा करने की राह भाजपा के लिए आसान हो जाएगी। विस्तार से समझिए कैसे! नई दिल्ली Published: November 24, 2021 06:34:17 pm उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा का उद्देश्य कांग्रेस के गढ़ से उसका सफाया करना भी है। रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह आज भाजपा में शामिल गईं। अदिति सिंह के भाजपा में शामिल होने से अमेठी के बाद कांग्रेस के एक और गढ़ रायबरेली पर कब्जा करने की राह भाजपा के लिए आसान हो जाएगी। भाजपा पहले से ही इस क्षेत्र में कांग्रेस को हराने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रही है। ऐसे में अदिति सिंह का भाजपा में आना कैसे इस पार्टी को रायबरेली में जीत दिला सकता है उसे समझते हैं। कौन है अदिति सिंह? कैसे भाजपा के लिए हैं महत्वपूर्ण ? अदिति सिंह पहली बार 2017 में यूपी विधानसभा जीतकर विधायक बनी थीं। अदिति पांच बार विधायक रहे दिवंगत अखिलेश सिंह की बेटी हैं। अखिलेश सिंह कांग्रेस से काफी लंबे समय तक जुड़े रहे हैं और रायबरेली सदर से 5 बार विधायक भी रहे थे। इस क्षेत्र में अखिलेश सिंह का प्रभाव कितना है इस बात का अंदाज आप इसी बात से लगा सकते हैं कि मोदी लहर में भी वो अपनी बेटी को इस सीट से चुनाव जीतवाने में सफल रहे थे। केवल अखिलेश सिंह ही नहीं, बल्कि उनकी बेटी ने भी इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाया है। ये अखिलेश सिंह और अदिति सिंह का ही प्रभाव है कि वर्ष 2019 के चुनाव में सोनिया गांधी को रायबरेली सदर सीट से 1 लाख 23 हजार 43 वोट मिले थे। हालांकि, अपने पिता की तरह अदिति सिंह का भी कांग्रेस सरकार से विवाद हो गया। कांग्रेस में रहते हुए भी अदिति सिंह भाजपा के समर्थन में कई अवसरों पर बोल चुकी हैं, और मुखरता से कांग्रेस की आलोचना भी की है। अब जब वो भाजपा में शामिल हो गई हैं तो यहाँ से भाजपा की तरफ से अदिति सिंह ही उम्मीदवार के तौर पर खड़ी हो सकती हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए यहाी जीत पाना कठिन हो जाएगा। रायबरेली कांग्रेस से छीनने की तैयारी भाजपा अमेठी में कांग्रेस को हराने के बाद से उसे उसके दूसरे गढ़ रायबरेली से साफ करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस दिशा में भाजपा को तब बड़ी सफलता मिली जब यूपी में जिला पंचायत चुनावों में भाजपा ने कांग्रेस को उसके ही गढ़ रायबरेली में हरा दिया। अब दूसरी सफलता अदिति सिंह के शामिल होने से मिलने की संभावना है। इसके साथ ही सरकार रायबरेली में बुनियादी विकास पर जोर दे रही है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार और केंद्र में मोदी सरकार रायबरेली में परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ा रही है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना हो या रायबरेली से गंगा एक्सप्रेसवे का पास होना हो और रेलवे परियोजनाएं ही क्यों न हो, भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ रही। रायबरेली की पूर्व जिला मजिस्ट्रेट नेहा शर्मा ने भी इसपर प्रकाश डालते हुए कहा था कि फिलहाल यहाँ कोई स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट तो नहीं, लेकिन कई शहरी विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर स्थानीय स्तर पर तेजी से काम हो रहा है। अमृत मिशन, नमामि गंगे एम्स जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर पहले से ही काम जारी है। इसके अलावा मोदी सरकार रेल कोच निर्माण में रायबरेली को हब के तौर पर विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। जनाधार वाले सियासी नेता हुए दूर, कमजोर हुई पुरानी पार्टी रायबरेली में कांग्रेस कS कमजोर होते जनाधार का कारण जनाधार वाले सियासी नेताओं का पार्टी से दूर होना भी है। इस क्षेत्र में हर जाति को अपने पक्ष में करने के लिए पार्टी के पास अलग-अलग नेता हुआ करते थे। उदाहरण के लिए, क्षेत्रीय बिरादरी के लिए कुंवर हरनारायण सिंह और हरपाल सिंह, ब्राह्मण बिरादरी के लिए रमेश शुक्ला, उमाशंकर मिश्रा, कुर्मी समाज के लिए कमलनयन वर्मा, दलितों को जोड़े रखने के लिए शिव बालक पासी और मुस्लिम चेहरे के तौर पर हाजी वसीम साहब जैसे नेता कभी पार्टी के बड़े चेहरे हुआ करते थे। अब ये नेता पार्टी से दूर दिखाई देते हैं। अदिति सिंह और अखिलेश सिंह जैसे बड़े चेहरे भी पार्टी से दूर हो चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस में ऐसा कोई राजनीतिक जनाधार वाला नेता दिखाई नहीं देता जो रायबरेली में जातीय और सामाजिक समीकरण साध सके। हालांकि, भाजपा ने कांग्रेस की खामियों को अपनी ताकत बनाने का काम किया और असन्तुष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने का प्रस्ताव तक रखा। इसके साथ ही भाजपा ने विकास परियोजना से लेकर जमीनी स्तर पर आम जनता से जुड़ाव तक भाजपा रायबरेली में विधानसभा चुनावों में जीत करने के लिए प्रयासरत है। अब अदिति सिंह के भाजपा में शामिल होने से पार्टी के लिए जीत की दावेदारी और मजबूत हो गई है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/is-aap-ready-to-join-hands-with-sp-after-rld-7189236/,क्या RLD के बाद AAP भी सपा से हाथ मिलाने को तैयार है?,"क्या RLD के बाद AAP भी सपा से हाथ मिलाने को तैयार है? आम आदमी पार्टी यूपी में कुछ खास कमाल नहीं कर पाई है वहीं, सपा भी सत्ता के लिए जूझ रही है। अब इन दोनों के साथ आने से समाजवादी पार्टी की दावेदारी भाजपा के खिलाफ मजबूत होगी। इसके साथ ही अखिलेश विपक्षी पार्टियों में सबसे मजबूत दिखाई देंगे जिसका प्रभाव राष्ट्रीय राजनीति में भी देखने को मिल सकता है। नई दिल्ली Published: November 24, 2021 03:37:26 pm उत्तर प्रदेश में शब्दों के वार के साथ ही सियासी समीकरण और राजनीतिक गठजोड़ बनाए जाने लगे हैं। इस बीच सपा और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के बीच सीटों के शेरिंग का फार्मूला तय माना जा रहा। अब रालोद के बाद आम आदमी पार्टी भी समाजवादी पार्टी के साथ गठजोड़ कर सकती है। इसी सिलसिले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्य सभा सदस्य संजय सिंह के बीच एक बार फिर मुलाकात हुई है। इस मुलाकात पर संजय सिंह के बयान ने भी इशारा कर दिया है कि आने वाले दिनों में आप और सपा के बीच गठजोड़ देखने को मिल सकता है। सपा और AAP दोनों के लिए फायदे का सौदा सत्ता पाने के लिए हर तरह के प्रयास में जुटी समाजवादी पार्टी को आम आदमी पार्टी के साथ जाने से फायदा हो सकता है। आम आदमी पार्टी का उद्देश्य यूपी में दिल्ली मॉडल के तहत विकास करना है। ऐसे में इस मॉडल का फायदा सपा को हो सकता है। संजय सिंह ने जोर देते हुए अपने बयान में कई बार कहा भी है कि 'आप की प्राथमिकता दिल्ली के शासन मॉडल को उत्तर प्रदेश राज्य तक ले जाना है. प्रदेश की जनता को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा, मुफ्त बिजली और रोजगार मुहैया कराना पार्टी के एजेंडे में होंगे।' वहीं, उत्तर प्रदेश में राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी को इससे बेहतर लॉन्च पैड नहीं मिलेगा, क्योंकि प्रदेश में सपा मुख्य विपक्षी पार्टी है। इस गठबंधन से आम आदमी पार्टी के लिए यहाँ खोने के लिए कुछ नहीं है, जबकि अखिलेश यादव के लिए साख का सवाल है। कैसे बदलेंगे राजनीतिक समीकरण ? आम आदमी पार्टी यूपी में कुछ खास कमाल नहीं कर पाई है वहीं, सपा भी सत्ता के लिए जूझ रही है। अब इन दोनों के साथ आने से समाजवादी पार्टी की दावेदारी भाजपा के खिलाफ मजबूत होगी। इसके साथ ही अखिलेश विपक्षी पार्टियों में सबसे मजबूत दिखाई देंगे जिसका प्रभाव राष्ट्रीय राजनीति में भी देखने को मिल सकता है। वहीं, आम आदमी पार्टी के लिए प्रदेश के हर छोटे गावों में अपनी पहुँच बनाने का अवसर मिलेगा। भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनावों में 403 सीटों में से 300 से अधिक सीटें जीती थीं, जबकि सपा को केवल 47 सीटें ही मिली थीं जो वर्ष 2012 के मुकाबले 177 कम थीं। तब आम आदमी पार्टी का प्रदेश में कोई खास जनाधार नहीं था। हाल ही में यूपी के जिला पंचायत के चुनावों में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर दिखा था। प्रदेश में पार्टी के 83 जिला पंचायत सदस्यों, 300 प्रधानों और 232 बीडीसी सदस्यों ने जीत दर्ज की जो विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बेहद अहम है। इसका अर्थ स्पष्ट है कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी ने जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। आगामी चुनावों में यदि सपा और आम आदमी पार्टी साथ उतरते हैं तो चुनावी नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। दोनों पार्टियों के लिए ये फायदे का सौदा इसलिए भी है क्योंकि यहाँ आम आदमी पार्टी का कोई परंपरागत वोट बेस नहीं है, जबकि सपा का अपना कोर वोट बेस है। बसपा की भांति आम आदमी पार्टी का सपा के साथ जाना उसके मतदाताओं को नाराज नहीं करेगा। जिस तरह से आम आदमी पार्टी अयोध्या के दौरे कर रही और अब दिल्ली के बुजुर्गों के लिए अयोध्या जाना फ्री किया है, उससे प्रो हिन्दू छवि बनाने में केजरीवाल को थोड़ी सफलता अवश्य मिलेगी। गौरतलब है कि सपा का मूल वोट बैंक यादव और मुस्लिम हैं जबकि आम आदमी पार्टी किसी एक धर्म या जाति पर आधारित नहीं है। इसलिए इस पार्टी की संभावनाएँ अन्य पार्टियों खासकर भाजपा के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकता है। हो सकता है भाजपा के वोट बैंक में आप बड़ी सेंध लगाने में सफल हो जाये जिससे चुनावी नतीजे प्रभावित हो सकते हैं। This Sanjay Singh is meeting Akhilesh Yadav on regular basis to forge an alliance with RLD & SP in Uttar Pradesh. Kejriwal wants to contest on 15-20 seats bordering New Delhi. — News Arena (@NewsArenaIndia) November 24, 2021 भारतीय राजनीति के पुरोधा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नेता जी मा.मुलायम सिंह यादव जी को जन्म दिन पर हार्दिक शुभकामनाएँ। लखनऊ स्थित उनके आवास पर मुलाक़ात कर उनके दीर्घायु की कामना की। pic.twitter.com/EugZpXg9KW— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) November 22, 2021 बता दें कि संजय सिंह और अखिलेश यादव के बीच ये तीसरी मुलाकात थी। इससे पहले भी अखिलेश ने संजय सिंह से मुलाकात की थी और मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर भी दोनों के बीच मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात पर संजय सिंह ने कहा कि सभी का उद्देश्य केवल भाजपा को हराना है। ये बयान गठबंधन की अटकलों को और हवा दे रहा है। हालांकि, सपा-आप में गठबंधन हुआ तो सपा, आम आदमी पार्टी और आरएलडी के बीच सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला क्या रहेगा ये अभी तय नहीं है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-arvind-kejriwal-praises-navjot-sidhu-7187632/,"अरविंद केजरीवाल पंजाब में सिद्धू की तारीफ कर रहे, ये है बड़ी वजह","अरविंद केजरीवाल पंजाब में सिद्धू की तारीफ कर रहे, ये है बड़ी वजह केजरीवाल ने कहा, 'सिद्धू खुद कह चुके हैं कि चन्नी झूठ बोल रहे हैं। वह जनता से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं, लेकिन पूरी कांग्रेस पार्टी उनकी आवाज दबाने में जुटी है। पहले कैप्टन और अब चन्नी।' नई दिल्ली Updated: November 23, 2021 06:35:44 pm दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल पंजाब चुनावों की तैयारियां जमकर कर रहे, परंतु सीएम का चेहरा ढूँढना पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इस बीच केजरीवाल पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिंह सिद्धू पर डोरे डालते नजर आए। केजरीवाल ने मंगलवार को सिद्धू के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस सरकार के झूठे दावों की सिद्धू पोल खोल रहे हैं वो सराहनीय है। बता दें कि कई बार मीडिया में ऐसी खबरें आ चुकी हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू शायद आम आदमी पार्टी का दामन थाम लें, परंतु ऐसा होते हुए नहीं दिखा। इस बीच केजरीवाल का सिद्धू प्रेम पंजाब की राजनीति में नए ड्रामें को हवा दे सकता है। केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब के अमृतसर में नवजोत सिंह सिद्धू की सराहना करते हुए कहा, 'जिस तरह का साहस नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस की सरकार में दिखा रहे हैं, उसपर मुझे नाज है। सिद्धू चन्नी के सरकार के झूठे दावों की पोल खोल रहे हैं।' इस दौरान केजरीवाल ने चन्नी के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें वो दावा कर रहे थे कि राज्य सरकार ने रेत माफियाओं को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा, 'कल, मुख्यमंत्री चन्नी ने दावा किया कि उनकी सरकार ने रेत माफियाओं को खत्म कर दिया है और रेत की कीमतें घटा दी हैं। इसके कुछ ही देर में, सिद्धू ने इस जानकारी को गलत बताया और कहा कि रेत माफिया अभी भी काम कर रहे हैं। मैं उनके जज्बे को सलाम करता हूं।' सिद्धू के बयान को हथियार बनाते हुए कांग्रेस सरकार पर केजरीवाल ने हमला बोला और सिद्धू को कांग्रेस द्वारा दबाए जाने की बात कही। केजरीवाल ने कहा, 'सिद्धू खुद कह चुके हैं कि चन्नी झूठ बोल रहे हैं। वह जनता से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं, लेकिन पूरी कांग्रेस पार्टी उनकी आवाज दबाने में जुटी है। पहले कैप्टन और अब चन्नी।' पंजाब चुनाव पास हैं और केजरीवाल सिद्धू के राग अलाप रहे हैं जिससे ये भी संकेत मिल रहे हैं कि केजरीवाल सिद्धू को सीएम की कुर्सी का ऑफर देकर अपने पाले में करना चाहते हैं। गौरतलब है कि पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू खुद को कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखते हैं, परंतु उनके पाकिस्तान प्रेम के कारण ऐसा न हो सका। अमरिंदर सिंह के साथ सिद्धू का टकराव भी कुर्सी के लिए ही था, परंतु सीएम पद पर चरणजीत सिंह चन्नी बैठ गए। इसी के साथ चन्नी पंजाब के इतिहास में पहले दलित मुख्यमंत्री बन गए। इससे सिद्धू काफी नाराज हुए, लेकिन वो चन्नी सरकार में अपना प्रभाव दिखाने का एक अवसर नहीं छोड़ते। हालांकि, कांग्रेस खुद सीएम चेहरे के लिए सिद्धू के नाम को लेकर इशारा दे चुकी है। इससे कांग्रेस की छवि दलित विरोधी बनने लगी थी। विवादों से घिरने पर कांग्रेस ने सीएम उम्मीदवार को लेकर कहा कि अभी चेहरा तय नहीं है जिससे सिद्धू की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। ऐसे में आम आदमी पार्टी का नवजोत सिंह सिद्धू पर डोरे डालना पंजाब की राजनीति में बड़े सियासी हलचल को अंजाम दे सकता है। यदि सिद्धू आम आदमी पार्टी के साथ आने का मन बनाते हैं, तो ये आम आदमी पार्टी के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं होगी क्योंकि आप ने अभी तक अपना सीएम उम्मीदवार तय नहीं किया है। हालांकि, आम आदमी पार्टी की तरफ से सीएम उम्मीदवार के लिए दुबई के चर्चित समाजसेवी SPS ओबेरॉय और बॉलीवुड स्टार सोनू सूद का नाम भी उछला था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/fear-of-owaisi-in-mva-govt-now-deny-permission-for-aimim-rally-in-mum-7187426/,महाराष्ट्र में ओवैसी को रैली करने की अनुमति न देने के पीछे छुपा है महाविकास आघाडी का डर,"महाराष्ट्र में ओवैसी को रैली करने की अनुमति न देने के पीछे छुपा है महाविकास आघाडी का डर महाराष्ट्र के 1.3 करोड़ मुसलमान राज्य की 11.24 करोड़ आबादी का 11.56 प्रतिशत हैं। भले ही मुसलमान परंपरागत रूप से कांग्रेस-एनसीपी को समर्थन देते आए हैं, लेकिन इस समुदाय के भीतर कांग्रेस-भाजपा की राजनीति से खुद को अलग करने की भावना बढ़ रही है। राज्य में ओवैसी की पार्टी के उदय ने मुसलमानों को चुनने का एक और विकल्प दिया है। नई दिल्ली Published: November 23, 2021 05:17:35 pm AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी पूरे भारत में अपनी पार्टी का विस्तार करने में लगे हैं। कई राज्यों में उनकी उपस्थिति ने उन राजनीतिक दलों में बेचैनी पैदा कर दी है जो अब तक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को अपना मूल ""वोट बैंक"" मानते थे। इस बीच महाराष्ट्र में 27 नवंबर को मुंबई के MMRDA ग्राउंड पर होने वाली AIMIM की रैली को मुंबई पुलिस ने अनुमति नहीं दी है। इस रैली में ओवैसी मुस्लिम आरक्षण से लेकर कई अन्य मुद्दों पर जनता से संवाद करने वाले थे। अनुमति न देने के पीछे का कारण महाराष्ट्र में महाविकस आघाडी का डर माना जा रहा है। ये डर लाजमी भी है क्योंकि महाराष्ट्र में ओवैसी का जनाधार समय के साथ बढ़ा है और 'वोट कटवा पार्टी' का टैग तो पहले से ही पार्टी को मिला हुआ है। अचानक से अनुमति न देने का कारण महाराष्ट्र में आने वाले निकाय चुनाव भी हैं। ओवैसी की घोषणा महाराष्ट्र में नगर निगम चुनाव होने हैं। AIMIM चीफ ने इस चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। ये घोषणा ओवैसी ने औरंगाबाद के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान की थी। अब इस घोषणा से महाराष्ट्र के राजनीतिक दलों में हलचल तो मचनी थी ही खासकर उन पार्टियों में जिन्हें वोटों के बंटने का डर है। पिछले कुछ वर्षों में महाराष्ट्र में ओवैसी की पार्टी का प्रभाव बढ़ा है जो चिंता का विषय तो है ही। AIMIM के रिकॉर्ड्स क्या रहे हैं? ओवैसी की पार्टी सबसे पहले वर्ष 2012 में महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चा में आई थी। तब इस पार्टी ने नांदेड़ नगर निगम चुनाव की 81 सीटों में से 11 पर जीत दर्ज की थी। यहां कांग्रेस और एनसीपी दो ऐसी पार्टियां हैं जिनका मुस्लिम परंपरागत रूप से समर्थन करते रहे हैं। इस नतीजे से एक चीज जो उभर कर सामने आई वो ये कि राज्य के मुस्लिम एक बेहतर विकल्प की तलाश कर रहे थे जो उन्हें ओवैसी की पार्टी में दिखा। वर्ष पार्टी ने अक्टूबर 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भायखला और औरंगाबाद में जीत दर्ज की थी। इस जीत के बाद एआईएमआईएम के एक नेता ने अपने बयान में कहा था कि चुनाव परिणाम ने साबित कर दिया कि ""लोग अन्य दलों द्वारा किए गए झूठे वादों से थक चुके हैं और वे केवल विकास चाहते हैं।"" वर्ष 2015 में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने औरंगाबाद की 113 सीटों वाली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन में अपने 54 प्रत्याशी उतारे थे जिनमें से 25 को जीत मिली थी। इस जीत के साथ ही ये पार्टी प्रदर्शन के मामले में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। तब 25 सीटों के साथ AIMIM, शिवसेना के 29 के बाद दूसरे स्थान पर रही, जबकि भाजपा ने 22 सीटें जीतीं थीं। वर्ष 2017 में ओवैसी की पार्टी ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव में 227 में से दो सीटों पर जीत हासिल कर सभी को फिर से अपने प्रदर्शन से चौंका दिया था। वहीं, एआईएमआईएम ने सोलापुर नगर निगम के चुनावों में पांच सीटें जीतीं थीं। कितनी सीटों पर है मुस्लिम जनसंख्या का प्रभाव? 2011 की जनगणना के अनुसार, महाराष्ट्र के 1.3 करोड़ मुसलमान राज्य की 11.24 करोड़ आबादी का 11.56 प्रतिशत हैं। मुस्लिम समुदाय 14 लोकसभा क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिनमें धुले, नांदेड़, परभणी, लातूर, औरंगाबाद, भिवंडी, अकोला, ठाणे और मुंबई की छह सीटें शामिल हैं। भले ही मुसलमान परंपरागत रूप से कांग्रेस-एनसीपी को समर्थन देते आए हैं, लेकिन इस समुदाय के भीतर कांग्रेस-भाजपा की राजनीति से खुद को अलग करने की भावना बढ़ रही है। राज्य में ओवैसी की पार्टी के उदय ने मुसलमानों को चुनने का एक और विकल्प दिया है। इसका प्रभाव भी चुनावों में दिखाई दे रहा है। औरंगाबाद हो या नांदेड ओवैसी ने अपने प्रदर्शन से एनसीपी और कांग्रेस की चिंता को बढ़ाने का ही काम किया है। राज्य के मुसलमानों के लिए बड़ा मुद्दा सफाई, पानी की समस्या, यातायात, पार्किंग, पुनर्विकास और यातायात जैसे मुद्दे काफी महत्वपूर्ण है और ओवैसी इसी पर प्रहार कर रहे हैं। महाराष्ट्र के निकाय चुनावों से पहले जिस तरह से ओवैसी मुस्लिम समुदाय की 50 जातियों को आरक्षण देने का मुद्दा उठा रहे हैं, उससे हो सकता है मुस्लिम समुदाय एकजुट होकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के साथ खड़ा हो जाएं। महाराष्ट्र में अन्य पार्टियां मराठा आरक्षण को लेकर आए दिन बहस करती नजर आती हैं। इस बीच मुस्लिमों के लिए आरक्षण के मुद्दे से उन पार्टियों की नींद उड़ गई है जो मुस्लिम वोट बैंक को लेकर फिक्रमंद थीं। गौर करें तो ओवैसी के नेतृत्व में AIMIM पार्टी राज्य में कांग्रेस एनसीपी जैसी पार्टियों के प्रभाव को कम करने का दम रखती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-assembly-election-2022-arvind-kejriwal-claims-25-congress-mlas-and-3-mps-are-ready-to-join-aap-7187262/,"Punjab: केजरीवाल का दावा, कांग्रेस के 25 विधायक और 3 सांसद AAP में आने को तैयार, लेकिन हमें नहीं चाहिए कचरा","Punjab: केजरीवाल का दावा, कांग्रेस के 25 विधायक और 3 सांसद AAP में आने को तैयार, लेकिन हमें नहीं चाहिए कचरा Punjab Assembly Election 2022 अरविंद केजरीवाल ने अपने दो दिवसीय पंजाब दौरे के दूसरे दिन किया बड़ा ऐलान, बोले- आप की सरकार आई तो दिल्ली की तर्ज पर करेंगे पंजाब के स्कूलों का विकास, शिक्षकों की मदद से आगे बढ़ेगा पंजाब नई दिल्ली Published: November 23, 2021 03:08:33 pm नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव ( Punjab Assem Election 2022 ) से पहले राजनीतिक हलचलें तेज हो गई है। खास तौर पर आम आदमी पार्टी ( Aam Aadmi Party ) के संयोजक औऱ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) के दो दिवसीय दौरे ने सियासी पारा हाई कर दिया है। अपने दौरे के दूसरे दिन केजरीवाल ने बड़ा बयान दे दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Cm Arvind Kejriwal ) ने चुनावी ऐलान करते हुए कहा कि, दिल्‍ली की तर्ज पर पंजाब के स्‍कूलों का विकास करेंगे और शिक्षकों के सहयोग से स्‍कूलों की सूरत बदलेंगे। यही नहीं उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के 25 विधायक और 3 सांसद आप में आने को तैयार है, लेकिन हमें उनका कचरा नहीं चाहिए। यह भी पढ़ेँः Uttarakhand Assembly Election 2022: हरिद्वार में बोले केजरीवाल, एक बार 'आप' की सरकार बनवा दो, फिर किसी पार्टी को वोट नहीं दोगे Many people in Congress are in touch with us but we don't want to take their garbage. If we start doing it then I challenge you that 25 Congress MLAs (in Punjab) would join us by evening. Their 25 MLAs & 2-3 MPs are in touch & want to join us: Delhi CM Arvind Kejriwal in Amritsar pic.twitter.com/g7cMBKwkqR — ANI (@ANI) November 23, 2021 दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने दो दिवसीय दौरे पर पंजाब में हैं। दौरे के दूसरे और अंतिम दिन केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में शिक्षा का बुरा हाल है, जिसमें बड़े सुधार की जरूरत है। हमारी सरकार आएगी तो शिक्षा और स्कूलों को विकास करेगी। हमारे इस मिशन में अध्यापक बड़ा रोल निभाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि, अगर पंजाब में हमारी में सरकार बनती है तो सबसे पहले हम कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे सारे अध्यापकों को पक्का करेंगे। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि, हमारी चन्नी साहब से अपील है कि आप इन अध्यापकों की मांग पूरी करें। केजरीवाल ने कहा कि, पंजाब में सभी जगहों से शिक्षक मुझसे मिल रहे हैं। 'मैं पंजाब के सभी शिक्षकों से अपील करता हूं कि पंजाब के पुनर्निर्माण में शामिल हों।' उन्होंने कहा कि, पंजाब में सरकार बनते ही हम परीक्षा करवाकर इन सारे पदों को भरेंगे जिससे अध्यापकों को रोजगार और बच्चों को शिक्षक मिल सकें। पंजाब के टीचर्स को केजरीवाल की 8 गारंटी 1. शिक्षकों को सहयोग से शिक्षा प्रणाली में लाएंगे बदलाव 2. संविदात्मक नौकरियों को स्थायी में बदलेंगे 3. स्थानांतरण नीति बदलेंगे 4. शिक्षकों के लिए कोई गैर-शिक्षण कार्य नहीं देंगे 5. सभी रिक्तियों को भरेंगे 6. विदेश से प्रशिक्षण 7. समय पर प्रमोशन 8. कैशलेस मेडिकल सुविधा यह भी पढ़ेंः मनीष तिवारी ने किताब में बताई मनमोहन सरकार की कमजोरी, Mumbai Attack के बाद PAK पर करना चाहिए थी कार्रवाई सीएम चेहरे पर कही ये बात सीएम चेहरे के ऐलान पर केजरीवाल ने कहा कि, कोई भी पार्टी या तो कोड ऑफ कंडक्ट लगने के कुछ समय पहले या उसके बाद सीएम चेहरे का ऐलान करती है। अब तक किसी पार्टी ने घोषित नहीं किया लेकिन हम दूसरी पार्टियों से पहले कर देंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/auto-politics-in-punjab-cm-channi-counters-on-arvind-kejriwal-7187037/,"पंजाब में ऑटोवाली पॉलिटिक्स, केजरीवाल के बाद चन्नी का बड़ा दांव","पंजाब में ऑटोवाली पॉलिटिक्स, केजरीवाल के बाद चन्नी का बड़ा दांव पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले यहाँ कैब और ऑटो ड्राइवरों को लुभाने के लिए अरविंद केजरीवाल और चरणजीत सिंह चन्नी मैदान में उतर गए हैं। केजरीवाल दिल्ली मॉडल के तहत पंजाब में कैब ड्राइवरों और ऑटो-रिक्शा चालकों के लिए बदलाव लाने का वादा कर रहे हैं। इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री ने लंबित सभी चालानों को माफ करने की घोषणा की है। नई दिल्ली Updated: November 23, 2021 01:21:36 pm पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए सभी पार्टियां नए-नए दांव चल रही हैं। कभी बिजली का मुद्दा तो कभी किसानों का। अब आम आदमी पार्टी और कॉंग्रेस के बीच ऑटो वाली पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। एक तरफ केजरीवाल ऑटो और कैब ड्राइवरों को लुभाने के लिए उनसे संवाद कर रहे, कभी उनके यहाँ खान खा रहे। इस बीच केजरीवाल की ऑटो पॉलिटिक्स के जवाब में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बड़ी घोषणा की है। चन्नी की बड़ी घोषणा He also announced that all the challans which are pending will be waived off. He also acceded to the demand of auto-rickshaw owners to draw a yellow line exclusively for plying of auto-rickshaws: Punjab CMO — ANI (@ANI) November 23, 2021 सोमवार को लुधियाना में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य दोन नेताओं के साथ ऑटो-रिक्शा ड्राइवरों के बीच पहुंचे और उनसे संवाद किया। इस दौरान चन्नी ने कहा कि लंबित सभी चालानों को माफ कर दिया जाएगा। यही नहीं चन्नी ने उन्होंने सभी ऑटो चालकों की समस्याओं को भी सुना और उसे सुलझाने का आश्वासन भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऑटो चालकों के लिए नए पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी किये जाएंगे। चन्नी ने कहा, “लुधियाना में पंद्रह हज़ार ऑटो रिक्शा चालक हैं और तीस हज़ार अन्य जो खाद्य स्टालों और फलों की सब्जियां चलाकर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं। पुलिस उनसे पैसे वसूलती है, जिसे अनुमति नहीं दी जाएगी।” इस दौरान उन्होंने ऑटो चालकों के साथ नाश्ता भी किया। पहले क्यों नहीं सुनी इनकी समस्या? हालांकि, इससे पहले जब राज्य में विभिन्न जिलों के छोटे ट्रांसपोर्टर्स काफी समय से अपनी समस्याओं को सुलझाने की मांग कर रहे हैं, परंतु इसपर सरकार का कोई बड़ा कदम देखने को नहीं मिला है। कोरोना के कारण कई ऑटो चालकों के लिए अपनी जीवनी चलाना कठिन हो गया था, परंतु अब जाकर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है। इसके अलावा पंजाब के निजी बस ट्रांसपोर्टर भी कोरोना के कारण संकट से जूझ रहे हैं, शायद इन्हें भी लुभाने के नाम पर इनकी समस्याओं को सुना जाएगा और समाधान का आश्वासन दिया जाए। केजरीवाल की ऑटो पॉलिटिक्स Moment of the Day ❤️ When CM @ArvindKejriwal accepted an Auto-rickshaw driver's dinner invitation. Furthermore, Kejriwal ji went ahead & invited the Punjab Auto Driver's family for dinner at CM house in Delhi. pic.twitter.com/K57JwTaOYo — AAP (@AamAadmiParty) November 22, 2021 चरणजीत सिंह चन्नी ने ये घोषणा तब की है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पंजाब के ऑटो चालकों से मिल रहे हैं और उनके बीच पहुंचकर उनसे संवाद कर रहे हैं। इसके साथ ही उनकी समस्याओं को सत्ता में आने के बाद सुलझाने का वादा भी कर रहे। लुधियाना में अरविंद केजरीवाल ऑटो और कैब ड्राइवरों व टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारियों और सदस्यों से भी मिले थे। इस जनसभा में बड़ी संख्या में ऑटो, कैब और टैक्सी वाले पहुंचे। इस दौरान सभी ने अपनी समस्याएं सामने रखीं और पंजाब में आरटीए, ट्रैफिक पुलिस और पंजाब पुलिस से होने वाली समस्याओ का उल्लेख किया। हालांकि, केजरीवाल ने अपने कैंपेन के लिए पोस्टर भी जारी किये। इस दौरान केजरीवाल और अन्य नेताओं ने ऑटो चालक दिलीप कुमार तिवारी के निमंत्रण को स्वीकार कर उसके घर सोमवार रात डिनर भी किया। इसके बाद से ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि केजरीवाल दिल्ली के मॉडल के तहत पंजाब में भी चुनाव जीतने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। खुद केजरीवाल ने इसपर प्रकाश डालते हुए कहा कि 'दिल्ली सरकार द्वारा ऑटो और कैब चालकों के लिए किए गए अतुलनीय कार्यों के कारण दिल्ली का हर ऑटो चालक मुझे अपना भाई मानता है। वैसे ही आज मैं आपका भाई बनकर आया हूं। मैं रिश्ता बनाने आया हूं। मुझे अपना भाई बनाओ और मैं तुम्हारी सभी समस्याओं का समाधान करूंगा।' आगे केजरीवाल ने जनसभा में कहा, ""दिल्ली में हमारी सरकार के गठन में 70 प्रतिशत योगदान ऑटो और टैक्सी चालकों का था। आप दिल्ली के किसी भी ऑटो चालक को फोन कर हमारे बारे में पूछ सकते हैं। अगर वह हमारी प्रशंसा नहीं करते हैं तो मुझे वोट न दें।"" Delhi CM Arvind Kejriwal interacts with autorickshaw drivers in Ludhiana ""70% contribution was of auto & taxi drivers in the formation of our govt in Delhi. You can call any auto driver in Delhi and ask about us. If he doesn't praise us then don't vote for me,"" he says pic.twitter.com/U5Stb6QNGh — ANI (@ANI) November 22, 2021 इस दौरान केजरीवल ने पंजाब के सीएम को 'नकली केजरीवाल' भी कहा। उन्होंने कहा कि 'चन्नी को जैसे ही पता चला कि मैं ऑटो चालकों से मिलने वाला हूँ तो वो मुझसे पहले उनसे मिलने पहुँच गए। वो वही करते हैं जो मैं करता हूँ। वो असली केजरीवाल नहीं हैं।' केजरीवाल की खुली पोल हालांकि, केजरीवाल की ऑटो पॉलिटिक्स की पोल तब खुल गई जब मीडिया में ये सामने आया कि जिस ऑटो चालक ने उन्हें अपने घर खाने पर बुलाया था वो आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है। इस बात का खुलासा खुद ऑटो चालक के भाई महेंद्र कुमार तिवारी ने एक मीडिया की रिपोर्ट में किया है। ऑटो चालक के भाई ने बताया कि उनका भाई आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है और वो काफी समय से इस पार्टी से जुड़ा है । ऐसा लगता है कि आम जनता से जुड़ाव को दिखाने के लिए ये सब केजरीवाल की सोची समझी रणनीति है। पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले जिस तरह से ये दोनों ही मुख्यमंत्री ऑटो चालकों को रिझाने में जुटे हैं उससे ये कहना गलत नहीं होगा कि दोनों ही राज्य की जनता को लुभाने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। हालांकि, इन दोनों में से किसे जनता अपना नेता चुनती है ये तो आने वाला वक्त बताएगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/manish-tewari-criticises-manmohan-singh-govt-write-about-mumbai-attack-in-his-book-7186907/,"मनीष तिवारी ने किताब में बताई मनमोहन सरकार की कमजोरी, Mumbai Attack के बाद PAK पर करना चाहिए थी कार्रवाई","मनीष तिवारी ने किताब में बताई मनमोहन सरकार की कमजोरी, Mumbai Attack के बाद PAK पर करना चाहिए थी कार्रवाई अपनी किताब में मनीष तिवारी ने लिखा कि मुंबई हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त और तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी। जो नहीं हुई। तिवारी ने ये भी लिखा है कि कार्रवाई न करना कमजोरी की निशानी है नई दिल्ली Published: November 23, 2021 11:18:45 am नई दिल्ली। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ( Manish Tiwari ) ने अपनी किताब में अपनी ही सरकार को कमजोर बताया है। दरअसल तिवारी ने किताब में मुंबई हमले ( Mumbai Attack ) के बाद कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर मनमोहन सरकार ( Manmohan Government ) की आलोचना की है। अपनी किताब में मनीष तिवारी ने लिखा कि मुंबई हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त और तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी। जो नहीं हुई। तिवारी ने ये भी लिखा है कि कार्रवाई न करना कमजोरी की निशानी है। यह भी पढ़ेंः TMC के विरोध प्रदर्शन के बाद BJP ने गंगाजल से सैनिटाइज किया पार्टी हेडक्वार्टर, बताया 'दूषित चोर', दिल्ली में भी धरने पर बैठे सांसद मनीष तिवारी ने अपनी किताब में लिखा कि जब किसी देश ( Pakistan ) को अगर निर्दोष लोगों के कत्लेआम करने का कोई खेद नहीं तो संयम ताकत की पहचान नहीं है, बल्कि कमजोरी की निशानी है। 26/11 को मुंबई में हुआ हमला एक ऐसा मौका था जब शब्दों से ज्यादा जवाबी कार्रवाई दिखनी चाहिए थी। मनीष तिवारी ने मुंबई हमले की तुलना अमरीका के 9/11 से करते हुए कहा कि भारत को उस समय तीव्र जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए थी। Happy to announce that my Fourth Book will be in the market shortly- '10 Flash Points; 20 Years - National Security Situations that Impacted India'. The book objectively delves into every salient National Security Challenge India has faced in the past two decades. Stay tuned pic.twitter.com/zuS8lDhxhH — Manish Tewari (@ManishTewari) November 23, 2021 मनीष तिवारी ने ट्वीट किया कि ये घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरी चौथी किताब- '10 Flash Points; 20 Years - National Security Situations that Impacted India' जल्द ही बाजार में आएगी. ये किताब पिछले दो दशकों में भारत के सामने आई बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती पर है। पहले भी अपनी पार्टी की कर चुके आलोचना ये पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने अपनी ही पार्टी की आलोचना की हो। इससे पहले पंजाब में राजनीति अस्थिरता को लेकर उन्होंने कहा था कि जिन्हें पंजाब की जिम्मेदारी दी गई है, उन्हें उसकी समझ ही नहीं है। यही नहीं मनीष तिवारी ने कांग्रेस में कन्हैया कुमार की एंट्री पर भी सवाल उठाए थे। Rahul Gandhi & Congress consistently echo the Pakistani line on every issue - Hindutva, 370 & Surgical strikes Today as we approach the 13th Anniversary of 26/11 the Congress must tell us what or who prevented a robust response post 26/11 like we saw post Uri & Pulwama.. https://t.co/B6S0RM2PKR — Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) November 23, 2021 बीजेपी ने भी घेरा मनीष तिवारी के किताब में कही गई बात पर अब राजनीति गर्माने लगी है। बीजेपी ने भी कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- मनीष तिवारी ने 26/11 के बाद यूपीए सरकार की कमजोरी की ठीक ही आलोचना की है। पूनावाला ने लिखा कि एयर चीफ मार्शल फली मेजर ने भी कहा था कि इस हमले के बाद वायुसेना कार्रवाई करना चाहती थी, लेकिन यूपीए सरकार ने ऐसा नहीं करने दिया। पूनावाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस उस समय 26/11 के लिए हिंदुओं को जिम्मेदार ठहराने और पाकिस्तान को बचाने में व्यस्त थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/govt-calls-all-party-meet-on-sunday-ahead-of-parliament-session-7186291/,"संसद सत्र से पहले सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, कृषि कानूनों पर चर्चा की उम्मीद","संसद सत्र से पहले सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, कृषि कानूनों पर चर्चा की उम्मीद संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उम्मीद है कि इस बैठक में कृषि कानूनों पर चर्चा हो सकती है। नई दिल्ली Published: November 22, 2021 09:35:18 pm नई दिल्ली। 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इससे ठीक एक दिन पहले 28 नवंबर यानि रविवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पीएम मोदी भी उपस्थित हो सकते हैं। इस बैठक में संसद के दोनों सदनों के सभी राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। जानकारी के मुताबिक बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी के भी मौजूद रहेंगे। govt calls all party meet on sunday ahead of parliament session कृषि कानूनों पर होगी चर्चा संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले होने वाली ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है। उम्मीद है कि इस बैठक में सरकार कृषि कानूनों को लेकर चर्चा हो सकती है। साथ ही किसान आंदोलन और कश्मीर का मुद्दे पर भी चर्चा की उम्मीद है। वहीं बैठक में विपक्ष सरकार को मंहगाई और बेरोजगारी जैसी मुद्दों पर घेरने की योजना बना रही है। कुछ लोगों का कहना है कि मानसून सत्र में विपक्ष ने किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा किया था। इसके चलते हर रोज संसद की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। माना जा रहा है कि संसद क सत्र शुरू होने से पहले सरकार सभी दलों को इस बार कार्यवाही में सहयोग करने की अपील करेगी। जिससे जनता के मुद्दों पर बात की जा सके। यह भी पढ़ें : टीएमसी नेता सयोनी घोष को त्रिपुरा कोर्ट से मिली जमानत गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि अब संसद के शीतकाली न सत्र में सरकार इससे संबंधित विधेयक पेश करेगी। बता दें कि संसद का सत्र 29 नवंबर से शुरू होने की संभावना है, जो 23 दिसंबर को समाप्‍त होगा। पिछली साल कोरोना के चलते संसद की शीतकालीन सत्र रद्द कर दिया गया था। जिसके चलते विपक्ष ने सरकार पर जमकर निशाना साधा था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/amit-shah-meets-tmc-mps-on-tripura-violence-and-seeks-report-from-cm-7185870/,"त्रिपुरा हिंसा को लेकर TMC सांसदों से मिले गृह मंत्री अमित शाह, सीएम बिप्लब देव से मांगी रिपोर्ट","त्रिपुरा हिंसा को लेकर TMC सांसदों से मिले गृह मंत्री अमित शाह, सीएम बिप्लब देव से मांगी रिपोर्ट त्रिपुरा हिंसा के विरोध मे प्रदर्शन कर रहे तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से आज गृह मंत्री अमित शाह ने मुलाकात की। इसके बाद गृह मंत्री ने राज्य के सीएम बिप्लब देव से हिंसा को लेकर रिपोर्ट मांगी है। नई दिल्ली Published: November 22, 2021 06:32:38 pm नई दिल्ली। त्रिपुरा हिंसा के विरोध मे प्रदर्शन कर रहे तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से आज गृह मंत्री अमित शाह ने मुलाकात की। इसके बाद गृह मंत्री ने राज्य के सीएम बिप्लब देव से हिंसा को लेकर रिपोर्ट मांगी है। मुलाकात के दौरान टीएमसी सांसदों ने सयोनी घोष की गिरफ्तारी के खिलाफ एक ज्ञापन भी सौंपा है। बता दें कि कुछ ही दिनों में त्रिपुरा में निकाय चुनाव होने हैं और इससे पहले त्रिपुरा इकाई के कार्यकर्ताओं पर कथित पुलिस बर्बरता और हमलों के खिलाफ टीएमसी प्रदर्शन कर रही है। amit shah meets tmc mps on tripura violence and seeks report from cm बता दें कि हाल ही में टीएमसी ने एक कार्यक्रम के दौरान पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही कार्यकर्ता ने आरोप लगाया था कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूर्वोत्तर में उनके चुनाव प्रचार को बाधित किया। वहीं राज्य में निकाय चुनाव से पहले पिछले एक महीने में दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच कई झड़पें हुई हैं। इसके विरोध में कार्यकर्ताओं ने आज विरोध करने का ऐलान किया था। मीटिंग में उठा सयोनी की गिरफ्तारी का मुद्दा विरोध प्रदर्शन में टीएमसी सांसदों ने यूथ टीएमसी अध्यक्ष सयोनी घोष की गिरफ्तारी का मुद्दा भी उठाया। इसके साथ ही सांसदों ने गृह मंत्री से मुलाकात के दौरान सयोनी की गिरफ्तारी को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा। जानकारी के मुताबिक सयोनी पर एक बीजेपी कार्यकर्ता को जान से मारने का प्रयास करने का आरोप है। उनके खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 153 के तहत मामला दर्ज किया है। यह भी पढ़ें: Punjab Assembly Elections: केजरीवाल का पंजाब की महिलाओं से चुनावी वादा, सत्ता में आए तो हर महीनें देंगे 1000 रुपए वहीं पुलिस का कहना है कि सायोनी घोष ने एक जनसभा में कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को कुचलने की कोशिश की। इस मामले में अगरतला पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। इन सभी मुद्दों को लेकर टीएमसी सांसद प्रदर्शन कर रहे थे और गृह मंत्री से मिलने का समय मांग रहे थे। वहीं अमित शाह से मिलने के बाद उन्होंने अपना प्रदर्शन खत्म किया।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-elections-arvind-kejriwal-announce-rs-1000-per-month-women-7185714/,"Punjab Assembly Elections: केजरीवाल का पंजाब की महिलाओं से चुनावी वादा, सत्ता में आए तो हर महीनें देंगे 1000 रुपए","Punjab Assembly Elections: केजरीवाल का पंजाब की महिलाओं से चुनावी वादा, सत्ता में आए तो हर महीनें देंगे 1000 रुपए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है अगर 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो राज्य की सभी महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपए दिए जाएंगे। नई दिल्ली Published: November 22, 2021 05:32:36 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां कमर कसकर मैदान में उतर गई हैं। चुनावी राज्यों में पार्टियों ने चुनावी रैलियां और सभाएं शुरू कर दी हैं। इस दौरान नेता, मतदाताओं को आर्कषित करने के लिए चुनावी ऐलान कर रहे हैं। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक पंजाब दौरे पर हैं। यहां उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर 2022 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो पंजाब में 18 साल से ऊपर की सभी महिलाओं को 1,000 रुपए दिए जाएंगे। दिल्ली सीएम ने कहा कि अगर पंजाब में आप की सरकार बनती है तो राज्य की हर महिला को (18 साल से अधिक) 1,000 प्रति माह मिलेगा। इस दौरान केजरीवाल ने सा किया कि अगर किसी परिवार में तीन महिला सदस्य हैं, तो प्रत्येक को हमारी सरकार 1,000 महीने देगी। केजरीवाल का कहना है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम होगा। पंजाब में घूम रहे हैं नकली केजरीवाल इस दौरान सीएम केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आजकल पंजाब में नकली केजरीवाल घूम रहा है। वो हमारे जैसे वादे तो कर देते हैं, लेकिन पूरे नहीं कर पाते। अब वो मेरी नकल कर रहे हैं मैं पंजाब की जनता से जो वादा कर रहा हूं, वही वादे वो भी दोहरा रहे हैं। यह भी पढ़ें: Amazon दे रहा घर बैठे 20 हजार रुपए जीतने का मौका, ऐसे बन सकते हैं विनर गौरतलब है कि केजरीवाल अपने ‘मिशन पंजाब’ की शुरुआत करने के लिए राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं। यहां केजरीवाल मतदाताओं को साधने का प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि पार्टी ने नवंबर की शुरूआत में पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। हालांकि पिछली बार की तरह इस बार भी आप ने सीएम उम्मीदवार का चेहरा साफ नहीं किया है। कुछ लोग इसे आप की मजबूरी मान रहे हैं तो कई लोग इसे पार्टी की चुनावी रणनीति बता रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/west-bengal-bjp-party-office-sanitized-by-gangajal-after-tmc-workers-protest-7185494/,"TMC के विरोध प्रदर्शन के बाद BJP ने गंगाजल से सैनिटाइज किया पार्टी हेडक्वार्टर, बताया 'दूषित चोर', दिल्ली में भी धरने पर बैठे सांसद","TMC के विरोध प्रदर्शन के बाद BJP ने गंगाजल से सैनिटाइज किया पार्टी हेडक्वार्टर, बताया 'दूषित चोर', दिल्ली में भी धरने पर बैठे सांसद बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ चोर हमारे ऑफिस को दूषित करने आए थे। हमने अपने ऑफिस को सैनेटाइज कर लिया है। वहीं TMC के कई सांसद दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की मांग पर अड़े हैं। ये सांसद शाह से समय ना मिलने के चलते उनके कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं नई दिल्ली Published: November 22, 2021 03:48:01 pm नई दिल्ली। त्रिपुरा हिंसा ( Tripura Violence ) को लेकर बवाल जारी है। पश्चिम बंगाल ( West Bengal )के कोलकाता में बीजेपी मुख्‍यालय ( BJP Headquarter ) के सामने तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) के कार्यकताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद सोमवार को बीजेपी ने गंगाजल से बीजेपी कार्यालय को सैनिटाइज किया है। यही नहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ चोर हमारे ऑफिस को दूषित करने आए थे। हमने अपने ऑफिस को सैनेटाइज कर लिया है। वहीं TMC के कई सांसद दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की मांग पर अड़े हैं। ये सांसद शाह से समय ना मिलने के चलते उनके कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। यह भी पढ़ेँः त्रिपुरा: TMC नेता सयोनी घोष गिरफ्तार, कल दिल्ली में होंगे विरोध प्रदर्शन Why was an appointment denied? Why is the Home Minister of this country NOT BOTHERED about the safety and security of people of this country? Mr. @AmitShah - we deserve an answer! We urge you to immediately address the situation in Tripura. pic.twitter.com/ovpUmsRpjl — All India Trinamool Congress (@AITCofficial) November 22, 2021 त्रिपुरा में पुलिस की कथित बर्बरता और पार्टी की पश्चिम बंगाल यूनिट की युवा शाखा की सचिव सायानी घोष की गिरफ्तारी को लेकर टीएमसी सांसदों ने अमित शाह से मिलने का समय मांगा था। सोमवार को मुलाकात का समय नहीं देने पर सांसद मंत्रालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए। सायानी घोष को हत्या के प्रयास के आरोप में त्रिपुरा पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया था। डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय, शांतनु सेन, डोला सेन सहित तृणमूल के 16 सांसद सोमवार सुबह दिल्ली में तृणमूल पार्टी कार्यालय पहुंचे। वहीं गृह मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान TMC सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, ‘त्रिपुरा की सरकार को बर्ख़ास्त किया जाना चाहिए। उधर...पश्चिम बंगाल में भी टीएमसी के सांसदों ने बीजेपी के हेडक्वार्टर पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद बीजेपी का अजीब स्टैंड सामने आया है। बीजेपी ने अपने कोलकाता स्थित हेडक्वार्टर को सैनिटाइज किया। बीजेपी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं को 'दूषित चोर' बताया है। यही नहीं बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि उनकी पार्टी पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं करने के लिए राज्य की तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) सरकार के खिलाफ अपना विरोध तेज करेगी। उन्होंने आगाह किया कि मांग पूरी नहीं होने पर भविष्य में पार्टी के हजारों समर्थकों राज्य सचिवालय ‘नवन्ना’ तक मार्च निकालेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mulayam-singh-yadav-never-lost-to-congress-but-lost-to-his-son-7185419/,"मुलायम सिंह यादव कभी कांग्रेस से नहीं हारे, बेटे से हारे","मुलायम सिंह यादव कभी कांग्रेस से नहीं हारे, बेटे से हारे सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव आज अपने बेटे के कारण राजनीति और मीडिया दोनों से दूर नजर आते हैं। इसके पीछे का कारण कहीं न कहीं वो कांग्रेस को भी मानते हैं। ये वही कांग्रेस है जिसे कई बार मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनीतिक इतिहास में हार का मुंह दिखाया है, परंतु वो पुत्र मोह के कारण अखिलेश यादव से हारते दिखे। नई दिल्ली Published: November 22, 2021 02:31:16 pm आज समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन है। मुलायम सिंह यादव की गिनती दिग्गज नेताओं में होती है, परन्तु आज वो अपने बेटे के कारण मीडिया और राजनीति दोनों से दूर नजर आते हैं। सपा संस्थापक अपने परिवार के कारण कमजोर पड़ गए और आज भी वो अपने भाई और बेटे के बीच के विवाद को सुलझा नहीं सकें हैं। वर्ष 2017 में कांग्रेस के साथ चुनाव में जाने के अखिलेश के निर्णय ने यादव परिवार के साथ पार्टी को भी कमजोर कर दिया। ये निर्णय पार्टी में कई बड़े नेताओं को रास नहीं आया। कारण अखिलेश यादव की अपनी मनमानी करना भी रहा है। अब हम आज आपको बताएंगे कि जिस कांग्रेस को लेकर अखिलेश यादव नरम दिखाई देते हैं उस कांग्रेस के साथ सपा का इतिहास कड़वाहट भरा रहा है। ऐसे कई अवसर आये जब सपा और कांग्रेस के बीच मतभेद देखने को मिले, परन्तु कई अवसर ऐसे रहे जब कांग्रेस की हर चाल का जवाब मुलायम सिंह यादव एक कदम आगे बढ़कर देते थे। 1967 में जब कांग्रेस ने उड़ाया था मजाक, जीत से दिया जवाब मुलायम सिंह यादव हमेशा से अखाड़े को अपनी कर्मभूमि मानते थे। हालांकि, राम मनोहर लोहिया के आंदोलन से वो जुड़े हुए थे और उन्हें अपना राजनीतिक गुरू मानते थे। उस समय जसवंत नगर से विधायक सोशलिस्ट पार्टी के नाथूसिंह की नजर उनपर पड़ी तो वो मुलायम सिंह यादव से काफी प्रभावित हुए। इसके बाद उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए मुलायम सिंह यादव के नाम की घोषणा की थी। इस चुनाव में मुलायम सिंह यादव के सामने कांग्रेस उम्मीदवार लाखन सिंह यादव, एडवोकेट खड़े हुए थे। उस समय कांग्रेस नेताओं ने उन्हें 'कल का छोरा' कहते हुए तंज कसा और उनका मजाक उड़ाया था। चुनाव के नतीजों में मुलायम सिंह यादव ने एकतरफा जीत हासिल की और कांग्रेस की बोलती बंद कर दी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद मुलायम सिंह यादव कई बार इस सीट से जीते। 1990 में कांग्रेस की चाल पर फेरा पानी 1989 में केंद्र में वीपी सिंह की सरकार बनी और यूपी में मुलायम सिंह यादव की। करीब एक वर्ष के अंदर ही वीपी सिंह की सरकार गिर गयी और कांग्रेस की मदद से चन्द्रशेखर की सरकार बनी। उस समय मुलायम सिंह यादव ने भी वीपी सिंह को छोड़ चन्द्रशेखर का साथ दिया। ऐसे में कांग्रेस ने 1990 में यूपी में मुलायम सिंह को समर्थन देकर उनकी सरकार गिरने से बचा लिया। हालांकि, चन्द्रशेखर की सरकार 4 महीने भी न चल सकी। कांग्रेस से टकराव के बाद उन्होंने केंद्र से इस्तीफा दे दिया। चंद्रशेखर का साथ क्या छूटा कंग्रेस ने भी प्रदेश में समर्थन वापस लेने की योजना बनाई। इसकी भनक एक दिन पूर्व मुलायम सिंह यादव को लग गयी। अगली सुबह ही मुलायम सिंह यादव तत्कालीन राज्यपाल बी सत्यनारायण रेड्डी के पास पहुंचे और अपना इस्तीफा दे दिया। तब तत्कालीन राज्यपल ने इस्तीफा स्वीकार कर उन्हें अगली व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा था। मुलायम सिंह के इस कदम से कांग्रेस की रणनीति धरी की धरी रह गयी थी। 1999 जब कांग्रेस नहीं बना सकी सरकार लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी आत्मकथा में भी इस बात का उल्लेख किया है कि कैसे 1999 में कांग्रेस सरकार बनाने में असफल रही थी। दरअसल, 1996 में संयुक्त मोर्चा सरकार के प्रतिनिधि के रूप में प्रधानमंत्री पद एच. डी. देवेगौडा को मिला। देवगौड़ा की सरकार में मुलायम सिंह यादव रक्षामंत्री बनाए गए थे, किंतु यह सरकार भी ज़्यादा दिन चल नहीं पाई। इसके बाद मुलायम सिंह यादव का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए सामने आया था, परंतु यादव नेताओं ने ही उन्हें अपना समर्थन नहीं दिया। एच. डी. देवेगौडा ने भी इसपर प्रकाश डालते हुए बताया था कि ""मुलायम सिंह यादव का नाम सामने आया, लेकिन दो दूसरे यादव नेताओं ने अपने हाथ पीछे खींच लिए। लालू और शरद यादव ने दूसरे यादव के सामने दूसरी पंक्ति में खड़े होने से इनकार कर दिया।"" इसके बाद 1997 में आईके गुजराल देश के प्रधानमंत्री बने थे। परंतु ये सरकार भी जल्द ही गिर गई। वर्ष 1999 में फिर लोकसभा चुनाव हुए और कांग्रेस को उम्मीद थी कि मुलायम सिंह यादव समर्थन करेंगे, परंतु उनके समर्थन का आश्वासन ना मिलने पर कांग्रेस सरकार बनाने में असफल रही थी। तब एनडीए ने अपनी सरकार बनाई थी। 2002 में कांग्रेस का नहीं दिया साथ साल 2002 में तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायणन का कार्यकाल खत्म हो रहा था। यूपीए अपने उम्मीदवार को राष्ट्रपति पद पर बिठाना चाहती थी, जबकि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के पास बहुमत नहीं था कि वो अपनी पसंद का राष्ट्रपति बना सके। तब समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए एपीजे अब्दुल कलाम के नाम का प्रस्ताव रखा और एनडीए सरकार ने इस प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया। इस निर्णय ने कांग्रेस को ऐसी मुश्किल स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया कि उसे भी मजबूरन अपना समर्थन देना पड़ा था। हलांकि, एक तथ्य ये भी है कि मुलायम सिंह यादव 'भाजपा' के क़रीबी होने टैग लगने से बचते रहे, जबकि राजनीतिक गलियारों में यह बात मशहूर है कि अटल बिहारी वाजपेयी से उनके व्यक्तिगत रिश्ते बेहद मधुर थे। वर्ष 2003 में उन्होंने भाजपा के अप्रत्यक्ष सहयोग से ही प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी। इसके अलावा वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव के शुरुआत में समाजवादी पार्टी महागठबंधन के साथ थी, परंतु सीट बंटवारे पर मतभेद के बाद महागठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ा था। हालांकि, महागठबंधन सरकार बनाने में सफल रही थी परंतु ये सरकार ज्यादा दिन नहीं चल सकी। कांग्रेस के साथ मतभेद की कहानी सपा के साथ वर्षों पुरानी है, परंतु अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा-कांग्रेस के बीच तनाव कम हुआ। वर्ष 2017 में तो ये उत्तर प्रदेश के चुनावों साथ साथ नजर आए थे। अखिलेश यादव के इस कदम से मुलायम सिंह यादव काफी नाराज हुए थे। अखिलेश यादव इससे भी नहीं माने और लखनऊ के पार्टी दफ्तर से अपने पिता का नाम हटाकर अपना नाम लगा दिया। इसके बाद पार्टी चिन्ह को लेकर अपने पिता के खिलाफ खड़े हुए अखिलेश यादव यहाँ भी जीत गए। इन घटनाओं से मुलायम सिंह यादव काफी आहत हुए थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इतने प्रयासों के बावजूद अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा को हार मिली। इस हार के लिए मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस को ही जिम्मेदार बताया था। इसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने अपनी नई पार्टी बनाई, परंतु मुलायम सिंह यादव बेटे के हाथों हार स्वीकार करते हुए अपने बेटे के लिए ही अक्सर चुनाव प्रचार में खड़े दिखाई दिए। इससे स्पष्ट हो गया कि मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक जीवन पर पुत्र मोह भारी पड़ गया।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/tmc-youth-wing-leader-saayoni-ghosh-arrested-in-tripura-7184677/,"त्रिपुरा: TMC नेता सयोनी घोष गिरफ्तार, कल दिल्ली में होंगे विरोध प्रदर्शन","त्रिपुरा: TMC नेता सयोनी घोष गिरफ्तार, कल दिल्ली में होंगे विरोध प्रदर्शन तृणमूल कांग्रेस नेता सयोनी घोष को हत्या की कोशिश के आरोप में त्रिपुरा में गिरफ्तार किया गया है। सयोनी के खिलाफ धारा 307 और 153 के तहत मामला दर्ज किया है। नई दिल्ली Published: November 21, 2021 10:26:45 pm नई दिल्ली। युवा तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष सयोनी घोष को हत्या की कोशिश के आरोप में त्रिपुरा में गिरफ्तार किया गया है। उन पर एक बीजेपी कार्यकर्ता को जान से मारने का प्रयास करने का आरोप है। सयोनी के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 153 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि सायोनी घोष ने एक जनसभा में कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को कुचलने की कोशिश की। इस मामले में अगरतला पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। सयोनी को जमानत मिलना मुश्किल जानकारी के मुताबिक टीएमसी नेता सयोनी को कल यानि सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। यहां टीएमसी उनकी जमानत के लिए अर्जी दाखिल कर सकती है। माना जा रहा है कि फिलहाल सयोनी को जमानत मिलना मुश्किल है क्योंकि धारा 307 में बाहर से जमानत मिलना मुश्किल है। ऐसे में सयोनी को कुछ दिन जेल में बिताने पड़ सकते हैं। पार्टी ने इस संबंध में जानाकरी देते हुए बताया कि सयोनी त्रिपुरा के एक होटल में रुकी हुई थीं। वहीं करीब 11 बजे पुलिस होटल में पहुंची, यहां से पुलिस सयोनी को पूछताछ के लिए थाने ले गई। पूछताछ के बाद पुलिस ने सयोनी को गिरफ्तार कर लिया है। टीएमसी का कहना है कि त्रिपुरा पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाईं। अभिषेक बनर्जी ने इससे संबंधित कुछ वीडियो भी शेयर किए हैं। यह भी पढ़ें:सिर्फ जय श्री राम का नारा लगाना ही काफी नहीं, राम भक्तों को RSS चीफ ने दिया ये संदेश टीएमसी का कहना है कि पुलिस राज्य सरकार के दवाब में काम कर रही है। पहले बीजेपी के लोगों ने हम पर हमला किया फिर पुलिस ने कार्रवाई भी टीएमसी नेताओं पर ही कर दी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद अभिषेक बनर्जी ने त्रिपुरा जाने का ऐलान किया है। वहीं टीएमसी सासंद त्रिपुरा हिंसा को लेकर दिल्ली में भी विरोध प्रदर्शन करेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/farm-laws-repeal-digvijay-singh-says-can-t-trust-them-until-decision-7184157/,"कृषि कानूनों पर बोले दिग्विजय सिंह, जब संसद में फैसला हो जाए, तब करेंगे भरोसा","कृषि कानूनों पर बोले दिग्विजय सिंह, जब संसद में फैसला हो जाए, तब करेंगे भरोसा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान जरूर कर दिया है, लेकिन अभी हम सरकार के इस वादे पर भरोसा नहीं कर सकते। नई दिल्ली Published: November 21, 2021 05:47:42 pm नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करने के बाद से यह मुद्दा चर्चा में है। विपक्ष इसे किसानों की जीत बता रहा है और साथ ही सरकार को किसान आंदोलन से सबक लेने की सलाह भी दे रहा है। इसी बीच कृषि मंत्री के एक बयान से लोगों के मन में सरकार की मनसा पर शक पैदा कर दिया है। दरअसल, कृषि मंत्री कमलपटेल का कहना है कि कृषि कानून वापस लाए जाएंगे। इसके बाद से विपक्ष सरकार पर हमलावर है। सरकार पर भरोसा नहीं इस मामले पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान जरूर कर दिया है, लेकिन अभी हम सरकार के इस वादे पर भरोसा नहीं कर सकते। ऐसे भाजपा सरकार ने जनता से कई वादे किए हैं, जिन्हें वो आज तक पूरा नहीं कर सकी। जब तक कृषि कानूनों को लेकर संसद में निर्णय नहीं हो जाता, तब तक इनका भरोसा नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान तो कर दिया, लेकिन 700 किसानों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा। सरकार की बातों पर लोगों को अभी भी भरोसा नहीं है, BJP के कुछ नेता कृषि कानूनों को वापस लाने की बात कह रहे हैं। जब तक संसद में निर्णय नहीं हो जाता और MSP पर कानून नहीं बन जाता, तब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं होंगी। यह भी पढ़ें: सावधान! आपके फोन के लिए खतरनाक हैं ये 7 एंड्रॉयड Apps, अभी करें डिलीट इस दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने किसान आंदोलन की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि किसानों के जज्बे और संर्घष को मेरा सलाम। जिन्होंने इस आंदोलन को गांधी के बताए रास्ते पर चलकर पूरी तरह से शांतिपूर्वक और अहिंसक तरीके से चलाया। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस आंदोलन के लिए किसानों की तारीफ की थी, उन्होंने कहा कि यह सत्य और अहिंसा की जीत है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/uttarakhand-assembly-election-2022-arvind-kejriwal-appeals-to-auto-taxi-drivers-help-form-the-aap-government-7183776/,"Uttarakhand Assembly Election 2022: हरिद्वार में बोले केजरीवाल, एक बार 'आप' की सरकार बनवा दो, फिर किसी पार्टी को वोट नहीं दोगे","Uttarakhand Assembly Election 2022: हरिद्वार में बोले केजरीवाल, एक बार 'आप' की सरकार बनवा दो, फिर किसी पार्टी को वोट नहीं दोगे Uttarakhand Assembly Election 2022 अरविंद केजरीवाल ने हरिद्वार में टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा यूनियन के साथ बैठक की। इस दौरान केजरीवाल ने सभी से अपील की कि वे अगले चुनाव में AAP की सरकार बनाने में सहयोग करें। अपने वाहनों में आम आदमी पार्टी के बैनर-पोस्टर लगाएं और एक बार उत्तराखंड में AAP को सरकार बनाने का मौका दें नई दिल्ली Published: November 21, 2021 01:30:22 pm नई दिल्ली। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव ( Uttarakhand Assembly Election 2022 ) को लेकर राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को उत्तराखंड के एक दिवसीय दौरे पर हैं। इस मौके पर केजरीवाल ने हरिद्वार में अपने संबोधन में कहा कि इस बार उत्तराखंड के लोग भी मन बना चुके हैं कि राज्य में नई पार्टी को मौका देना चाहिए। दिल्ली की तरह ही यहां की जनता का भी भला हो। अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान ऑटो और टेक्सी संचालकों से भी संवाद किया। उन्होंने कहा एक बार आप की सरकार बनवा दो, फिर किसी दूसरी पार्टी को वोट नहीं दोगे। यह भी पढ़ेँः Delhi Air Pollution: अब भी जहरीली है राजधानी की हवा, लॉकडाउन पर आज आ सकता है फैसला When AAP forms govt in Uttarakhand, we'll begin Tirth Yatra Yojana here just like in Delhi. We'll facilitate free 'darshan' of Lord Ram in Ayodhya. For Muslims, we'll have the provision of visiting Ajmer Sharif & for Sikhs to Kartarpur Sahib. It'll be free: Delhi CM in Haridwar pic.twitter.com/uguYWeguzO — ANI (@ANI) November 21, 2021 अरविंद केजरीवाल ने हरिद्वार में टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा यूनियन के साथ बैठक की। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि 2020 के चुनावों में मैंने दिल्ली में कहा था कि अगर 'मैंने काम नहीं किया होता तो मुझे वोट न दें।' चुनाव से पहले यह कहने की किसी की हिम्मत नहीं है। आज मैं आपसे हमें एक मौका देने के लिए कहता हूं, जिसके बाद आप अन्य पार्टियों को वोट देना बंद कर देंगे। केजरीवाल ने दिल्ली के सीएम ने सभी से अपील की कि वे अगले चुनाव में AAP की सरकार बनाने में सहयोग करें। अपने वाहनों में आम आदमी पार्टी के बैनर-पोस्टर लगाएं और एक बार उत्तराखंड में AAP को सरकार बनाने का मौका दें। उन्होंने कहा, दिल्ली में जब उनकी पार्टी ने सरकार बनाई थी, उसमें 70 फीसदी योगदान ऑटो वालों का था। यह भी पढ़ेँः करतापुर साहिब पहुंचे सिद्धू की फिसली जुबान, इमरान खान को लेकर दिया विवादित बयान दिल्ली जैसी सुविधाएं उत्तराखंड में भी मिलेंगी केजरीवाल ने दिल्ली में आप सरकार के किए काम गिनाते हुए उत्तराखंड के ऑटो-टैक्सी ड्राइवर्स से कहा कि हमने दिल्ली के 2 करोड़ लोगों का इलाज मुफ्त कर दिया है, गरीब हो या अमीर हम सबका इलाज मुफ्त में करते हैं. उत्तराखंड में भी सरकार बनी, तो यह सुविधा लागू की जाएगी। केजरीवाल के आने से एक बार फिर उत्तराखंड की चुनावी सियासत के गरमाने के आसार हैं। इस बार भी राजनीतिक पार्टियों की केजरीवाल पर नजर रहेगी कि वह क्या एलान करते हैं। मुफ्त कराएंगे रामलला के दर्शन केजरीवाल ने इस दौरान ऐलान करते हुए कहा कि उत्तराखंड में आप की सरकार बनी तो लोगों को अयोध्यया में रामलला के दर्शन मुफ्त कराए जाएंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-asks-to-gov-admit-truth-on-chinese-occupation-of-india-7182952/,"चीन के मुद्दे पर राहुल गांधी ने सरकार को घेरा, कहा- अब ये सच्चाई भी स्वीकार कर लो","चीन के मुद्दे पर राहुल गांधी ने सरकार को घेरा, कहा- अब ये सच्चाई भी स्वीकार कर लो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चीन के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। राहुल गांधी का कहना है कि अब सरकार को चीन द्वारा भारत की जमीन पर कब्जा किए जाने की बात भी स्वीकार कर लेनी चाहिए। नई दिल्ली Published: November 20, 2021 09:11:45 pm नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और केंद्र को उसकी कई और गलतियां बता रही है। विपक्ष का कहना है कि सरकार को नोटबंदी, जीएसटी जैसे तमाम मुद्दों पर भी जनता से माफी मांगनी चाहिए। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चीन का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी का कहना है कि अब सरकार को चीन द्वारा भारत की जमीन पर कब्जा किए जाने की बात भी स्वीकार कर लेनी चाहिए। rahul gandhi asks to gov admit truth on chinese occupation of india चीन के मुद्दे पर सरकार को घेरा कांग्रेस नेता का कहना है कि लगातार खबरें सामने आ रही है कि चीन किस तरह से भारत की सीमा में घुसपैठ कर रहा है। वो भारत की सीमा में निर्माण कार्य कर रहा है और अरुणाचल प्रदेश में तो चीन द्वारा एक गांव बसाने की तस्वीरें भी सामने आ रही है। इस सब के बावजूद सरकार का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, वहीं पीएम मोदी कहते हैं कि न कोई घुसा है और कोई घुस आया है। अब चीनी क़ब्ज़े का सत्य भी मान लेना चाहिए। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 20, 2021 चीन के मुद्दे पर झूठ बोल रही सरकार बता दें कि राहुल गांधी इससे पहले भी कई मौकों पर चीन के मुद्दे पर सरकार को घेर चुके हैं। राहुल गांधी ने सरकार पर लोगों से झूठ बोलने का आरोप भी लगाया है। कांग्रेस नेता का कहना है कि सरकार लोगों को धोखे में रख रही है। उनके मुताबिक सब ठीक है जबकि सीमा पर स्थिति कुछ और ही है। यहां तक कि राहुल गांधी, पीएम मोदी को डरपोक भी कह चुके हैं। यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: कुलगाम में मुठभेड़ के बीच फंसे 60 लोगों को सुरक्षाबलों ने किया रेस्क्यू, एक आतंकी ढेर गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा पर करीब एक साल से तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अब तक दोनों देशों के बीच कई दौर की बैठक हो चुकी है, लेकिन मुद्दे का कोई हल नहीं निकल सका। वहीं इस मुद्दे को लेकर विपक्ष, सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने सरकार पर चीन के साथ भारत की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता करने का भी आरोप लगाया है, लेकिन सरकार ने हमेशा ही विपक्ष के इन आरोपों से इनकार किया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-did-chandrababu-naidu-lost-will-he-ever-come-back-into-power-7182596/,चंद्रबाबू नायडू किन कारणों से हारे थे? क्या कर पाएंगे वो अपनी प्रतिज्ञा पूरी ?,"चंद्रबाबू नायडू किन कारणों से हारे थे? क्या कर पाएंगे वो अपनी प्रतिज्ञा पूरी ? एनडीए से गठबंधन तोड़ने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे आंध्र प्रदेश की जनता की उम्मीदें टीडीपी से जुड़ गईं, परंतु ये लड़ाई भी आंध्र प्रदेश से अधिक नायडू के राजनीतिक अस्तित्व से जुड़ गई। नई दिल्ली Published: November 20, 2021 06:22:00 pm आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को घोषणा की कि वो सत्ता में आने के बाद ही विधानसभा वापस लौटेंगे। चंद्रबाबू नायडू ने ये निर्णय विधानसभा के अंदर कथित तौर सत्तापक्ष द्वारा अपनी पत्नी नारा भुवनेश्वरी के अपमान के बाद लिया है। अब सवाल ये है कि क्या नायडू आंध्र प्रदेश में दोबारा सत्ता में वापसी कर अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर पाएंगे ? आखिर वो क्या कारण थे जिस वजह से उन्हें आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनावों में इतनी बुरी हार देखने को मिली थी? भाजपा के साथ जाने का निर्णय पड़ा भारी भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के निर्णय में चंद्रबाबू नायडू ने काफी देर कर दी थी। जनता को उनसे उम्मीद थी कि राज्य में विभाजन के बाद नायडू राज्य में जो परेशानियां है उसे सुलझाएंगे। इसके लिए नायडू ने केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्ज देने का अनुरोध किया। यही वादा वर्ष 2014 में पीएम मोदी ने भी किया था, परंतु भाजपा ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसे जानते हुए भी नायडू वर्ष 2018 तक राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन में रहे जिससे आम जनता का मोह दोनों ही पार्टियां से भंग होने लगा। प्रदेश की चिंता कम भाजपा को हराने की चिंता अधिक एनडीए से गठबंधन तोड़ने के बाद नायडू ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा का मुद्दा छोड़ अन्य मुद्दों पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। केंद्र के साथ की लड़ाई को भाजपा बनाम आंध्र प्रदेश बदलने में नायडू को देर नहीं लगी। सीबीआई से राज्य में आम सहमति वापस लेना, कभी चुनावों में EVM मशीन को लेकर विपक्ष के साथ छेड़छाड़ का मुद्दा उठाना, नायडू को फोकस बदलता रहा। इससे आम जनता को यकीन हो गया कि ये लड़ाई उनके प्रदेश की नहीं, बल्कि टीडीपी और भाजपा की है। लोकसभा चुनावों में भी नायडू की रणनीति आंध्र प्रदेश की बजाय भाजपा को हराने की थी। ये टीडीपी ही थी जिसने 2018 में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की पहल की थी। नायडू की पहल पर ही दिसम्बर 2018 में विपक्ष की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक का उद्देश्य वर्ष 2019 में भाजपा को हराने की रणनीति पर चर्चा करना था। कांग्रेस से नजदीकी चंद्रबाबू नायडू ने जिस तरह 2019 के लिए महागठबंधन बनाने के लिए प्रयास किये वो भी पूरा देश देख रहा था। चंद्रबाबू नायडू भाजपा से तो अलग हो गए, परंतु कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए प्रयास करते हुए दिखे। ये भी एक तथ्य है कि कांग्रेस से अलग होकर ही नायडू बाद में एनटी रामाराव द्वारा गठित तेदेपा में शामिल हुए थे। नायडू की कांग्रेस से नजदीकी के कारण पांडुला रवींद्र बाबू समेत कई नेता टीडीपी का साथ छोड़ने लगे थे, फिर भी नायडू पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इसके अलावा जगन मोहन रेड्डी की चुनावी तैयारियों को गंभीरता से न लेने की गलती भी चंद्रबाबू नायडू पर भारी पड़ी। जगन मोहन रेड्डी लगातार सड़क से लेकर आम जनता के घरों तक अपनी पहुँच बना रहे थे। इससे आम जनता ने भी रेड्डी पर भरोसा जताया और उनकी पार्टी को बड़ी जीत मिली। वर्ष 2019 में आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा सीटों में से तेलुगु देशम पार्टी को केवल 23 सीटें ही मिली जबकि 151 सीटों के साथ जगन मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश की कमान संभाली ली। उसी वर्ष लोकसभा चुनावों में भी चंद्रबाबू नायडू की पार्टी को 25 सीटों में से केवल तीन सीट ही मिली थीं। इस हार के लिए तब राज्य में सत्ता विरोधी लहर तो कारण थी ही, परंतु नायडू की गलतियाँ भी इसका कारण रहीं। अब चंद्रबाबू नायडू प्रदेश में फिर से सत्ता पाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए कभी जनता से संवाद कर रहे हैं, तो कभी रेड्डी सरकार की नाकामियों को जनता तक पहुंचा रहे। 71 year old #ChandrababuNaidu breaks down during a press conference. He during the #TDP legislative party meet announced that he will not enter the state assembly till he comes back to power. He alleged personal attacks character assassinations of his family by ruling #Ysrcp. pic.twitter.com/VuwwbxuRVH — Aashish (@Ashi_IndiaToday) November 19, 2021 इसी क्रम में टीडीपी प्रमुख का कहना है कि जगन मोहन रेड्डी और उनकी पार्टी लगातार राज्य में उनका अपमान कर रही है। इस बीच विधानसभा में सत्तापक्ष द्वारा नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी अभद्र टिप्पणी से नायडू इतने आहत हुए कि कार्यकर्ताओं से बातचीत में रो पड़े और विधानसभा तभी जाने की बात की जब सत्ता में वापस आएंगे। इससे जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल भी होने लगा। टीडीपी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इससे प्रदेश की जनता में नायडू को लेकर सहानुभूति अवश्य जागरूक हुई होगी। इसका प्रभाव प्रदेश की महिला मतदाताओं पर देखने को मिल सकता है। सोशल मीडिया पर भी नायडू को लेकर सहानुभूति देखने को मिल रही है। चंद्रबाबू नायडू अगर अपनी पुरानी गलतियों में सुधार कर आम जनता से फिर से जुड़ाव बनाने मे सफल हो पाते हैं तो हो सकता है कि आंध्र प्रदेश में वो फिर से सत्ता पर काबिज हो अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर पाएँ।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-navjot-singh-sidhu-calls-pakistan-pm-imran-khan-elder-brother-bjp-target-7182432/,"करतापुर साहिब पहुंचे सिद्धू की फिसली जुबान, इमरान खान को लेकर दिया विवादित बयान","करतापुर साहिब पहुंचे सिद्धू की फिसली जुबान, इमरान खान को लेकर दिया विवादित बयान बीजेपी के हमले पर सिद्धू ने कहा, भाजपा जो भी आरोप लगाना चाहे, लगा ले। मेरी न तो कोई दुकान है और ना ही रेत की खान। मेरा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज ही गुरुद्वारे में नतमस्तक होकर आया हूं। पिछली बार भी यही बात की थी। मुद्दों को भटकाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। नई दिल्ली Published: November 20, 2021 04:09:20 pm नई दिल्ली। पाकिस्तान ( Pakistan ) पहुंचने के बाद एक बार फिर कांग्रेस ( Congress )नेता नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu ) के सुर बदले-बदले नजर आए। यहां स्थित करतारपुर साहिब ( Kartarpur Sahib ) में मत्था टेकने गए सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर विवादित बयान दे डाला। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक घमासान शुरू हो गया। बीजेपी को बैठे-बैठाए मुद्दा मिल गया। दरअसल पाकिस्तान पहुंचे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवोजत सिंह सिद्धू ने इमरान खान को अपना बड़ा भाई बताया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि इमरान खान ने उन्हें बहुत प्यार दिया है। I request that if you want to change Punjab's life, we should open the borders (for cross-border trade). Why should we go through Mundra Port, a total of 2100 kms? Why not from here, where it's only 21 kms (to Pakistan): Punjab Congress chief Navjot S Sidhu, in Gurdaspur (Punjab) pic.twitter.com/fW4RZ4x53y — ANI (@ANI) November 20, 2021 करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर पाक सेना चीफ बाजवा को गले लगाकर विपक्ष के निशाने पर आए सिद्धू ने अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना बड़ा भाई बताया है। करतारपुर में शनिवार को दर्शन के लिए पहुंचे सिद्धू का यहां पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने स्वागत किया। फूल बरसाए गए और माला पहनाई गई। करतारपुर के सीईओ ने सिद्धू का स्वागत करते हुए कहा, 'इमरान खान की ओर से आपका स्वागत करता हूं।'' इस पर सिद्धू ने कहा, ''इमरान खान मेरा बड़ा भाई है। उसने मुझे बहुत प्यार दिया है।'' Rahul Gandhi’s favourite Navjot Singh Sidhu calls Pakistan Prime Minister Imran Khan his “bada bhai”. Last time he had hugged Gen Bajwa, Pakistan Army’s Chief, heaped praises. Is it any surprise that the Gandhi siblings chose a Pakistan loving Sidhu over veteran Amarinder Singh? pic.twitter.com/zTLHEZT3bC — Amit Malviya (@amitmalviya) November 20, 2021 बीजेपी ने बोला हमला बीजेपी ने इमरान को बड़ा भाई बताने को लेकर सिद्धू को घेर लिया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 'आज सिद्धू ने इमरान खान को ‘बड़ा भाई’ कहकर संबोधित किया और कहा कि मैं उन्हें बहुत प्यार करता हूं।' ये करोड़ों हिंदुस्तानियों के लिए चिंता का विषय है। कांग्रेस पार्टी का ये एक प्रकार का तरीका है। सलमान खर्शीद, मणिशंकर अय्यर, राशिद अल्वी और इन सबके ऊपर राहुल गांधी, ये सभी हिंदू और हिंदुत्व को गाली देते हैं। वहीं सिद्धू पाकिस्तान के हित में बयान देते हैं। ये कोई इत्तेफाकन नहीं है।'' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के दिग्गज नेता और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान जाएं और इमरान खान का महिमामंडन न करें, पाकिस्तान की स्तुति न करें ऐसा हो नहीं सकता।' बीजेपी के हमले पर सिद्धू ने कहा, भाजपा जो भी आरोप लगाना चाहे, लगा ले। मेरी न तो कोई दुकान है और ना ही रेत की खान। मेरा कुछ भी नहीं है। यह भी पढ़ेंः Kartarpur Sahib Corridor: मंत्रियों के साथ आज दर्शन करने जाएंगे सीएम चन्नी, जानिए क्यों सिद्धू को नहीं मिली इजाजत उन्होंने कहा कि आज ही गुरुद्वारे में नतमस्तक होकर आया हूं। पिछली बार भी यही बात की थी। मुद्दों को भटकाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। अगर बात का बतंगड़ बनाना है तो कोई भी बना सकता है। नवजोत सिंह सिद्धू ने भारत और पाकिस्तान के कलाकारों की का उदाहरण देते हुए कहा कि चाहे नुसरत फतेह अली खान हो या फिर भारत के किशोर कुमार, यह सब लोग एक-दूसरे को जोड़ने वाले हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-open-letter-to-farmers-after-repeal-farm-laws-7181654/,"राहुल गांधी ने किसानों को लिखा ओपन लेटर, सरकार को संदेश- अब सबक ले लो","राहुल गांधी ने किसानों को लिखा ओपन लेटर, सरकार को संदेश- अब सबक ले लो सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के नाम एक ओपन लेटर लिखा है। इस खत में राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के रद्द होने पर किसानों को बधाई दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी को इस आंदोलन से सबक लेने की नसीहत भी दी है। नई दिल्ली Published: November 19, 2021 10:58:09 pm नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आज करीब एक साल बाद तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद से विपक्ष सरकार पर तंज कस रही है। विपक्ष का कहना है कि आखिरकार सरकार को अन्नदाताओं की जिद के आगे झुकना ही पड़ा। वहीं अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के नाम एक ओपन लेटर लिखा है। इस खत में राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के रद्द होने पर किसानों को बधाई दी है। पीएम मोदी को दी सबक लेने की नसीहत खत में राहुल गांधी ने अन्य मुद्दों पर संघर्ष जारी रखने की बात कही है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी को इस आंदोलन से सबक लेने को कहा है। राहुल गांधी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर कभी इस तरह से कोई कानून लाने के बारे में विचार भी नहीं करना चाहिए। बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करने पर किसानों को बधाई दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि जीत उनकी भी है जो लौट के घर ना आए। हार उनकी ही है जो अन्नदाताओं की जान बचा ना पाए। जानकारी के मुताबिक किसान आंदोलन में अब तक करीब 700 किसानों की मौत हो चुकी है। यह भी पढ़ें: Instagram बंद करने जा रहा है अपना ये ऐप, यूजर्स को जल्द ही मिलेगा नोटिस कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार के इस फैसले को सत्य की जीत बताया था। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई और तानाशाही करने वाले लोगों के अहंकार की हार हुई है। न्याय के लिए इस संघर्ष में 700 से अधिक किसानों ने बलिदान दिया है, लेकिन उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया आज किसानों का बलिदान रंग लाया है। सत्ता में बैठे जिन लोगों ने किसानों और मजदूरों के खिलाफ साजिश रची, आज उनकी हार हुई है",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mehbooba-mufti-demands-restoration-of-370-after-farm-laws-repeal-7181406/,"कृषि कानूनों की वापसी पर महबूबा मुफ्ती ने फिर उठाई 370 को बहाल करने की मांग, बोलीं- ये फैसला भी वापस ले सरकार","कृषि कानूनों की वापसी पर महबूबा मुफ्ती ने फिर उठाई 370 को बहाल करने की मांग, बोलीं- ये फैसला भी वापस ले सरकार सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करने पर महबूबा मुफ्ती ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला निश्चित ही स्वागत योग्य है, लेकिन सरकार का यह कदम चुनावी मजबूरी ज्यादा लग रहा है। उम्मीद है अब सरकार कश्मीर में की गई गलती भी सुधारेगी। नई दिल्ली Published: November 19, 2021 09:16:23 pm नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आज कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है। वहीं राजनीतिक गलियारे में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। हर पार्टी की इस मुद्दे पर अपनी राय है। कोई इसे किसानों की जीत बता रहा है तो कोई इसे सरकार का चुनावी दांव कह रहा है। इसी बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। सरकार का फैसला चुनावी मजबूरी महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आखिरकार किसानों की जिद के आगे अहंकारी सरकार ने घुटने टेक ही दिए। सरकार का यह फैसला निश्चित ही स्वागत योग्य है, लेकिन सरकार का यह कदम चुनावी मजबूरी ज्यादा लग रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को डर है कि कहीं किसान आंदोलन के चलते उसे आगामी चुनावों में हार का सामना न करना पड़े, इसके चलते ही सरकार ने यह कदम उठाया है। Decision to repeal farm laws & an apology is a welcome step, even though it stems from electoral compulsions & fear of drubbing in elections. Ironical that while BJP needs to please people in rest of India for votes,punishing & humiliating Kashmiris satisfies their major votebank — Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 19, 2021 इसके साथ ही पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया पर एक बार फिर कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि सरकार को कृषि कानूनों की तरह ही 370 को भी बहाल कर देना चाहिए। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से उसकी ताकत सिर्फ इसलिए छीन ली गई कि अपने वोटरों को खुश किया जा सके। मुझे उम्मीद है कि सरकार अब कश्मीर में की गई गलती को भी सुधारेगी। यह भी पढ़ें: यात्रियों के लिए गुड न्यूज, ट्रेन में फिर से परोसा जाएगा गर्मागरम खाना गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 15 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया था। इसके बाद कश्मीर के कई नेताओं को नजरबंद कर रखा गया। वहीं महबूबा मुफ्ती कई मौकों पर 370 को बहाल करने की मांग उठा चुकी हैं। फिलहाल मुफ्ती हैदरपोरा एनकाउंटर पर सवाल उठाने के बाद से नजरबंद हैं। इस दौरान भी वो ट्विटर के माध्यम से लोगों तक अपनी बात पहुंचा रही हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/sonia-gandhi-reaction-on-pm-modi-farm-laws-repeal-decision-7181057/,"आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई, कृषि कानून वापस वापस होने पर बोलीं सोनिया गांधी","आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई, कृषि कानून वापस वापस होने पर बोलीं सोनिया गांधी पीएम मोदी ने आज कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है। इस पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई और तानाशाही करने वाले लोगों के अहंकार की हार हुई है। नई दिल्ली Published: November 19, 2021 06:29:20 pm नई दिल्ली। करीब एक साल से सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया है। सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई और तानाशाही करने वाले लोगों के अहंकार की हार हुई है। sonia gandhi reaction on pm modi farm laws repeal decision आज अहिंसा की हुई जीत सोनिया गांधी ने एक बयान जारी कर कहा कि न्याय के लिए इस संघर्ष में 700 से अधिक किसानों ने बलिदान दिया है, लेकिन उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया आज किसानों का बलिदान रंग लाया है। सोनिया गांधी ने कहा कि आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई है। सत्ता में बैठे जिन लोगों ने किसानों और मजदूरों के खिलाफ साजिश रची, आज उनकी हार हुई है आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई। पिछले 7 सालों से भाजपा ने लगातार खेती पर हमला बोला है। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री MSP सुनिश्चित करेंगे व भविष्य में राज्य सरकारों, किसान संगठनों और विपक्षी दलों की सहमति बनाएंगे - कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी#जीता_किसान_हारा_अभिमान pic.twitter.com/GiScsHi0Jl — Congress (@INCIndia) November 19, 2021 इस दौरान सोनिया गांधी ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज एक बड़ी साजिश को हराया गया है, जो लोगों की रोजी-रोटी और खेती किसानी पर हमला करना चाहती थी। आज अन्नदाताओं की जीत हुई है। लोगों ने किसान आंदोलन को तोड़ने की भी कई साजिश रचीं, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। मुझे उम्मीद है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को इससे भविष्य के लिए कोई सबक मिलेगा। यह भी पढ़ें: कृषि कानून वापस होने से कॉरपोरेट कंपनियों में निराशा, जानिए क्या है वजह बता दें कि आज सुबह पीएम मोदी ने तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने ये कानून देश हित में बनाए थे। इन कानूनों का मकसद देश के छोटे किसानों को सशक्त बनाना था, लेकिन शायद सरकार अपनी बात किसानों को समझाने में नाकाम रही। वहीं सरकार के इस फैसले के बाद से किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/tdp-chief-chandrababu-naidu-cried-bitterly-over-the-insult-of-his-wife-watch-video-7180829/,"भरी सभा में फूट-फूट कर रोने लगे पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू, जानिए क्या है वजह","भरी सभा में फूट-फूट कर रोने लगे पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू, जानिए क्या है वजह तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कसम खाई कि वे जबतक उनकी पार्टी सत्ता में नहीं लौटेगी वो आंध्र प्रदेश विधानसभा में कदम नहीं रखेंगे। यही नहीं भरी सभा में नायडू फूट-फूट कर रोने भी लगे। नई दिल्ली Published: November 19, 2021 04:42:32 pm नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश ( Andhra Pradesh ) की राजनीति में इन दिनों सीएम जगन मोहन रेड्डी और विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू ( Chandrababu Naidu )के बीच विवाद जोरों पर है। सत्ता में आने के बाद से ही तेलगुदेशम पार्टी ( Telegu Desham Party ), सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पर बदले की भावना से सरकार चलाने का आरोप लगा रही है। इस बीच तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कसम खाई कि वे जबतक उनकी पार्टी सत्ता में नहीं लौटेगी वो आंध्र प्रदेश विधानसभा में कदम नहीं रखेंगे। यही नहीं भरी सभा में नायडू फूट-फूट कर रोने भी लगे। जानते हैं क्या है पूरा मामला Shri @ncbn garu cried like a kid #ChandrababuNaidu #Telugudesham pic.twitter.com/OTS2xREi6W — LOGAN (@Its_Jdeep) November 19, 2021 आंध्र प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन महिला सशक्तिकरण पर बहस के दौरान विधानसभा में चंद्र बाबू नायडू और उनकी पत्नी के खिलाफ वाईएसआरसीपी सदस्यों की ओर से की गई कथित अपमानजनक टिप्पणियों पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। यही नहीं उन्होंने घोषणा की कि वह सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्यों की ओर से उन्हें अपमानित किए जाने के विरोध में वर्तमान कार्यकाल के शेष समय में विधानसभा में प्रवेश नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं इसके बाद इस सभा में शामिल नहीं होउंगा। मैं फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद ही सदन में लौटूंगा।” विधानसभा से बाहर निकलने से पहले नायडू काफी भावुक दिखे। उनके आंखों में आंसू थे। उन्होंने हाथ जोड़ रखा था। इसके बाद में, मंगलागिरी में टीडीपी के राज्य मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, 71 वर्षीय नायडू फूट-फूट कर रो पड़े। वो लगातार अपने चेहरे को हाथों से ढंक कर रो रहे थे। राजनीति से दूर थी मेरी पत्नी फिर उनका अपमान नायडू ने कहा, मेरी पत्नी कभी राजनीति में नहीं रहीं। रोते चाहे मैं सत्ता में रहूं या बाहर, मेरे जीवन के हर कदम पर मुझे प्रोत्साहित करने के अलावा, उन्होंने कभी भी राजनीति में हस्तक्षेप नहीं किया। फिर भी, उन्होंने मेरी पत्नी को अपमानित करने की कोशिश की। टीडीपी चीफ ने कहा, 40 साल के राजनीतिक जीवन में कभी इतना कष्ट महसूस नहीं किया। 'मैंने अपने जीवन में कई संघर्षों, उतार-चढ़ावों का सामना किया। मैंने विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में कई गरमागरम बहसें देखीं। लेकिन विपक्ष को इस तरह से कुचलना अभूतपूर्व है।' कौरव सभा से की तुलना नायडू ने वर्तमान सभा की तुलना महाकाव्य महाभारत की कौरव सभा से की, जहां शक्तिशाली कौरवों ने पांडवों की पत्नी द्रौपदी को सबके सामने उतारने की कोशिश करके उनका अपमान किया। नायडू ने कहा, 'मैं अपनी लड़ाई लोगों तक ले जाऊंगा और उनका समर्थन मांगूंगा। मैं मुख्यमंत्री के रूप में लोगों का जनादेश प्राप्त करने के बाद ही विधानसभा में लौटूंगा।' यह सब महिला सशक्तिकरण पर चर्चा को लेकर टीडीपी और वाईएसआरसीपी सदस्यों के बीच वाकयुद्ध के साथ शुरू हुआ। टीडीपी विधायकों ने वाईएसआरसीपी सदस्य अंबाती रामबाबू के भाषण को बाधित करने की कोशिश की, जो विपक्षी दल पर हमला कर रहे थे। इसके बाद रामबाबू ने कथित तौर पर नायडू की पत्नी का जिक्र करते हुए कुछ भद्दी टिप्पणियां कीं। चंद्रबाबू नायडू के एक समर्थक ने भी कुछ ऐसी ही कसम ले ली है। नायडू के एक समर्थक श्रीनिवासुलु ने आधा सिर और मूंछ मुड़वा लिया है। उसका कहना है कि जबतक चंद्रबाबू की सरकार नहीं बन जाती, वो ऐसे ही रहेगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/repeal-farm-law-rahul-gandhi-captain-amrinder-singh-arvind-kejriwal-first-reaction-7180324/,"तीनों कृषि कानून वापसः राहुल, ममता, केजरीवाल समेत कई नेताओं का पहला रिएक्शन, जानिए क्या बोले हरियाणा के मंत्री अनिल विज","तीनों कृषि कानून वापसः राहुल, ममता, केजरीवाल समेत कई नेताओं का पहला रिएक्शन, जानिए क्या बोले हरियाणा के मंत्री अनिल विज Repeal Farm Law तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने के केंद्र सरकार के ऐलान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इस कानून का सबसे ज्यादा विरोध करने वाली राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और अरविंद केजरीवाल तक तमाम राजनेताओं का पहला रिएक्शन सामने आया है। नई दिल्ली Published: November 19, 2021 11:27:09 am नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने शुक्रवार सुबह देश के नाम संबोधन में बड़ा ऐलान किया। किसान आंदोलन ( Kisan Andolan ) के आगे झुकते हुए केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून ( New Farm Law ) वापस लेगी। आगामी संसद सत्र में इससे जुड़ी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। करीब एक साल से चल रहे किसान आंदोलन के बीच केंद्र इस फैसले को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गईं। दरअसल पंजाब में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस ऐलान को काफी अहम माना जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, शिवसेना सांसद संजय राउत और हरियाणा के मंत्री अनिल विज की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। यह भी पढ़ेँः किसानों के आंदोलन के आगे झुकी मोदी सरकार, वापस लिए तीनों कृषि कानून देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!#FarmersProtest https://t.co/enrWm6f3Sq — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2021 राहुल गांधी ने अन्याय के खिलाफ जीत बताया कृषि कानून वापस लिए जाने का सबसे ज्यादा विरोध कोई राजनीतिक पार्टी कर रही थी तो वो थी कांग्रेस। राहुल गांधी लगातार तीनों कृषि कानूनों को काला कानून बताकर इसके किसानों के साथ अन्याय बता रहे थे। अब पीएम मोदी के ऐलान के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा- देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान! कैप्टन ने बताया गुरु पर्व का तोहफा केंद्र के तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने के फैसले पर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट किया कि गुरु नानक जयंती के पवित्र अवसर पर हर पंजाबी की मांगों को मानने और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद। मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार किसानी के विकास के लिए मिलकर काम करती रहेगी। आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी ख़ुशख़बरी मिली। तीनों क़ानून रद्द। 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 19, 2021 केजरीवाल ने देश के किसानों को किया नमन दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजन अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा- आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी ख़ुशख़बरी मिली। तीनों क़ानून रद्द। 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव पर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा पर सभी किसान संगठनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आभार प्रकट करना चाहिए और अपने धरने तुरंत उठाकर अपने अपने घरों को जाकर अपने नियमित कामों में लगना चाहिए । — ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) November 19, 2021 अपने घर जाएं किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक देव के प्रकाश उत्सव पर तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया है। इस पर सभी सभी किसान संगठनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करना चाहिए। उन्होंने किसानों से अपने धरने तुरंत उठाकर घरों को जाने की सलाह दी। विज ने कहा कि किसानों को घर जाकर अपने नियमित कामों में लगना चाहिए। किसानों की ताकत का अंदाजा भाजपा को आ चुका है, अभी कुछ दिनों पहले देश में हुये उपचुनाव में हार और आगे पंजाब युपी चुनाव में भी यह हाल न हो जाये इस डर से कृषी कानुन वापस लिये गये..?? :- शिवसेना खासदार @rautsanjay61 जी (1/2) pic.twitter.com/oNS2Hcoqqz — Shilpa Bodkhe - प्रा.शिल्पा बोडखे (@BodkheShilpa) November 19, 2021 भाजपा को हुआ किसानों की ताकत का अंदाजा शिवसेा सांसद संजय राउत ने भी मोदी सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि, किसानों की ताकत का अंदाजा भाजपा को आ चुका है, अभी कुछ दिनों पहले देश में हुये उपचुनाव में हार और आगे पंजाब युपी चुनाव में भी यह हाल न हो जाये इस डर से कृषी कानुन वापस लिये गये..?? My heartfelt congratulations to every single farmer who fought relentlessly and were not fazed by the cruelty with which @BJP4India treated you. This is YOUR VICTORY! My deepest condolences to everyone who lost their loved ones in this fight.#FarmLaws — Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 19, 2021 ममता बनर्जी ने किसानों को दी बधाई टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा- हर एक किसान को मेरी हार्दिक बधाई, जिसने अथक संघर्ष किया और उस क्रूरता से विचलित नहीं हुए, जिसके साथ भाजपा का इलाज किया। यह आपकी जीत है! इस लड़ाई में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/satyapal-malik-says-bjp-will-suffer-loss-elections-for-farmer-protest-7179640/,"किसान आंदोलन को लेकर सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार को दी सलाह, कहा- मैं सरकार विरोधी नहीं उनके हित की बात करता हूं","किसान आंदोलन को लेकर सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार को दी सलाह, कहा- मैं सरकार विरोधी नहीं उनके हित की बात करता हूं मेघायल के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का कहना है कि किसान आंदोलन के चलते सरकार को आगामी चुनाव में काफी नुकसान होगा। ऐसे में सरकार को मसले का हल निकालने के लिए किसानों से बात करनी चाहिए। नई दिल्ली Published: November 18, 2021 09:10:38 pm नई दिल्ली। किसान आंदोलन को लेकर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक काफी समय से केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। अब उन्होंने इस आंदोलन को लेकर सरकार को एक सलाह दी है। सत्यपाल मलिक का कहना है कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान बीते एक साल से सड़कों पर हैं। इतना समय बीत जाने के बाद भी सरकार इस मसले का कोई हल नहीं निकाल सकी। अगर सरकार किसान आंदोलन को लेकर गंभीर नहीं है तो बता दूं कि यह आंदोलन यूपी चुनाव के साथ 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को भी प्रभावित करेगा। खाली हाथ नहीं लौटेंगे किसान मेघायल के राज्यपाल का कहना है कि किसान आंदोलन के चलते अब तक 700 से अधिक लोगों की मौत हो गई, लेकिन सरकार की ओर से न ही इन मौतों पर कोई संवेदना जताई गई और न ही उनके परिवारों को कोई आर्थिक मदद मिली। अब हालात यह है कि किसानों और सरकार के बीच हर तरह की बात बंद हो गई है। अगर सरकार सोच रही है कि किसान यहां तक आकर खाली हाथ वापस लौट जाएंगे तो आप गलतफहमी में हैं। मुझे पीएम से उम्मीद है एक कार्यक्रम में दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को सलाह दी कि भलाई इसी में है किसानों से बात की जाए। बिना बात-चीत के इस मुद्दे का कोई हल नहीं निकल सकता। इस दौरान उन्होंने वियतनाम का उदाहरण दिया, सत्यपाल मलिक ने कहा कि जिस समय वियतनाम में बमबारी हो रही थी उस समय भी पेरिस में बातचीत चल रही थी। लड़ाई अपनी जगह है और बातचीत अपनी जगह, मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री ने जिस तरह से गुजरात के किसानों के लिए काम किया है शायद अभी भी कुछ हो जाए। यह भी पढ़ें: हैदरपोरा एनकाउंटर: धरने पर बैठे पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, परिजनों को शव सौंपने की कर रहे मांग इस दौरान उन्होंने केंद्र के प्रति अपने रवैये पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मेरी बातों को मोदी सरकार के खिलाफ मत मानिए मैं मोदी सरकार के खिलाफ नहीं बोलता बल्कि मैं सरकार के हित की बात करता हूं। उन्होंने कहा कि बीजेपी राजस्थान में उपचुनाव हार गई है और अगर यही स्थिति बनी रही तो भविष्य में हालात और भी कठिन हो हो जाएंगे यह बात उन्हें नहीं भूलनी चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बातचीत से हर मुद्दे का हल निकाला जा सकता है, इसके लिए सरकार को पहल करनी चाहिए।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/former-cm-omar-abdullah-sat-on-dharna-over-hyderpora-encounter-7179523/,"हैदरपोरा एनकाउंटर: धरने पर बैठे पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, परिजनों को शव सौंपने की कर रहे मांग","हैदरपोरा एनकाउंटर: धरने पर बैठे पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, परिजनों को शव सौंपने की कर रहे मांग हैदरपोरा एनकाउंटर को लेकर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला धरने पर बैठ गए हैं। दरअसल, वे एनकाउंटर में मारे गए लोगों की शव परिजनों को सौंपने की मांग कर रहे हैं। नई दिल्ली Published: November 18, 2021 08:23:39 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के हैदरपोरा में हुए एनकाउंटर को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। वहीं अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला धरने पर बैठ गए हैं। उनका मांग है कि हमले में मारे गए आम नागरिकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए जाएं। उनका कहना है कि हत्या के तीन दिन बाद भी मृतकों का शव परिजनों को नहीं सौंपा गया है। सरकार मामले की जांच करवाती रहे, लेकिन परिजनों से अपने बच्चों का अंतिम संस्कार करने का हक छीनना सही नहीं है। अपना गुस्सा जाहिर करने बैठा हूं उमर अब्दुल्ला का कहना है कि मैं बीते तीन दिनों से शवों को परिजनों को सौंपने की मांग कर रहा हूं, लेकिन अभी तक प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है। इसके चलते मजबूर होकर आज मुझे यह विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। मैं आज यहां अपना गुस्सा और लाचारी व्यक्त करने के लिए बैठा हूं। महबूबा मुफ्ती को किया गया नजरबंद उमर अब्दुल्ला ने बताया कि हत्या के तीन दिन बाद भी प्रशासन ने मृतकों के शवों परिवारों को नहीं लौटाए जा रहे हैं। लेकिन मुझे इसको लेकर विरोध करने तक नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि हैदरपोरा एनकाउंटर के बाद महबूबा मुफ्ती ने सवाल उठाए थे। इसके बाद कल उन्हें उनके आवास में अगले आदेश तक के लिए नजरबंद कर दिया गया है। यह भी पढ़ें: देशमुख की गिरफ्तारी पर फूटा शरद पवार का गुस्सा, कहा- हर दिन, हर घंटे की कीमत चुकानी पड़ेगी हाल ही में हैदरपोरा में हुए एक एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने चार लोगों की मार गिराया गया था। कश्मीर पुलिस ने बताया कि इनमें से दो आतंकी थे जबकि दो अन्य आतंकियों के साथी थे। वहीं परिजनों का कहना है कि उनके बच्चे आतंकी नहीं थे, इस एनकाउंटर के दौरान उनकी हत्या कर दी गई है। इसके बाद से विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है और मामले की जांच की मांग कर रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/sharad-pawar-target-bjp-over-arrest-of-anil-deshmukh-7179351/,"देशमुख की गिरफ्तारी पर फूटा शरद पवार का गुस्सा, कहा- हर दिन, हर घंटे की कीमत चुकानी पड़ेगी","देशमुख की गिरफ्तारी पर फूटा शरद पवार का गुस्सा, कहा- हर दिन, हर घंटे की कीमत चुकानी पड़ेगी अनिल देशमुख की गिरफ्तारी पर एनसीपी चीफ शरद पवार का गुस्सा फूटा है। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों को अनिल देशमुख को गिरफ्तार कराने की साजिश रची है, उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। नई दिल्ली Published: November 18, 2021 06:32:59 pm नई दिल्ली। वसूली मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख इन दिनों न्यायिक हिरासत में हैं। वहीं अब देशमुख की गिरफ्तारी पर एनसीपी चीफ शरद पवार का गुस्सा फूटा है। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों को अनिल देशमुख को गिरफ्तार कराने की साजिश रची है, उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। एक कार्यक्रम में केंद्र पर हमला बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि अनिल देशमुख निर्दोष हैं उन्हें फंसाने की साजिश रची जा रही है। बीजेपी पर बरसे शरद पवार कार्यक्रम में एनीसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि हमने अनिल देशमुख का केस देखा। सब जानते हैं कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। उन्होंने बताया कि वसूली मामले में फरार मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह एक दिन मेरे पास आए थे। उन्होंने मुझे बताया कि अनिल देशमुख ने मुझे उगाही करने का निर्देश दिया था और मैंने इसकी शिकायत सीएम से कर दी है। शरद पवार का कहना है कि मैंने परमबीर से पूछा कि क्या उसने अनिल देशमुख के निर्देश को माना, इस पर उन्होंने न में जवाब दिया। हर घंटे की चुकानी पड़ेगी कीमत उन्होंने बताया कि अनिल देशमुख भी मेरे पास आए थे और अपने खिलाफ की गई शिकायत की जानकारी दी। अनिल इस मामले की जांच पूरी न होने तक पद पर नहीं रहना चाहते थे। इसके चलते ही उन्होंने महाराष्ट्र गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार का कहना है कि बीजेपी एक आम आदमी (देशमुख) के खिलाफ प्रॉपगेंडा फैला रही है। इस मामले पर हम चुप नहीं बैठेंगे। आपने देशमुख को सलाखों के पीछे भेजा है और आपको हर दिन, हर घंटे की कीमत चुकानी पड़ेगी। यह भी पढ़ें: देश के इन हिस्सों में आज भारी बारिश का अलर्ट गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने उन्हें हर महीने मुंबई के कारोबारियों और अन्य व्यवसायीयों से 100 करोड़ रुपए की उगाही करने का निर्देश दिया था। इसके बाद ईडी ने मामले की जांच शुरू की और बीते दिनों पूछताछ के दौरान अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में हैं। वहीं परमबीर सिंह करीब छह महीनों से लापता हैं, इसके चलते कोर्ट ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/jammu-kashmir-big-blow-for-congress-gulam-nabi-azad-supporters-resign-from-their-posts-wrote-letter-sonia-gandhi-7177416/,"Jammu Kashmir: कांग्रेस को बड़ा झटका, कई नेताओं ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा, चार पूर्व मंत्री भी शामिल","Jammu Kashmir: कांग्रेस को बड़ा झटका, कई नेताओं ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा, चार पूर्व मंत्री भी शामिल Jammu Kashmir में एक तरफ बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक दल अपनी पकड़ मजबूत बनाने में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस चुनाव से पहले ही झटकों का सामना कर रही है। राहुल गांधी के दौरे के बावजूद पार्टी में अंदरुनी कलह कम नहीं हो रही। ताजा इस्तीफे इसी कड़ी का अहम हिस्सा माने जा रहे हैं नई दिल्ली Published: November 17, 2021 04:15:55 pm नई दिल्ली। कांग्रेस ( Congress )के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पंजाब और राजस्थान में बमुश्किल अंदरुनी कलह पर लगाम लगी ही थी, कि अब एक और राज्य से पार्टी के लिए बुरी खबर सामने आई। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) में महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ( Gulam Nabi Azad ) खेमे से जुड़े पदाधिकारियों ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इन नेताओं ने बकायदा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) को खत लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा है। A group of Congress leaders from Jammu & Kashmir submit their resignation to party's interim chief Sonia Gandhi ""in protest of non-providing of opportunity of being heard about retrospection of INC affairs in J&K."" — ANI (@ANI) November 17, 2021 घाटी में जमीन तलाश रही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। चुनाव से पहले ही पार्टी के नेताओं के कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद खेमे से जुड़े पदाधिकारियों ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर पर कई तरह के आरोप लगाया है। त्यागपत्र में कहा गया है कि मीर की अध्यक्षता में कांग्रेस लगातार पिछड़ती जा रही है। अनदेखी के कारण कई नेता पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफा देने वालों में चार पूर्व मंत्री और तीन विधायक भी शामिल हैं। प्रदेश अध्यक्ष पर अनदेखी का लगाया आरोप जम्मू के साथ घाटी के इन नेताओं, पूर्व मंत्रियों और विधायकों ने अनदेखी का आरोप लगाते हुए पदों से अपना संयुक्त तौर पर इस्तीफा दिया है। इसकी कॉपी पाटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल को भी भेजी गई है। जिन प्रमुख लोगों ने इस्तीफा सौंपा है, उनमें जीएम सरूरी, जुगल किशोर शर्मा, विकार रसूल, डॉ मनोहर लाल शर्मा, गुलाम नबी मोंगा, नरेश गुप्ता, सुभाष गुप्ता, अमीन भट, अनवर भट, इनायत अली और अन्य शामिल हैं। एक तरफ बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक दल घाटी में पकड़ मजबूत बनाने में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस चुनाव से पहले ही झटकों का सामना कर रही है। राहुल गांधी के दौरे के बावजूद पार्टी में अंदरुनी कलह कम नहीं हो रही। ताजा इस्तीफे इसी कड़ी का अहम हिस्सा माने जा रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-bjp-s-mission-2022-is-focused-on-obc-voters-7175585/,UP Assembly Elections 2022 : क्यों ओबीसी वोटर्स पर केंद्रित है बीजेपी का 'मिशन 2022',"UP Assembly Elections 2022 : क्यों ओबीसी वोटर्स पर केंद्रित है बीजेपी का 'मिशन 2022' जैसे देश की सत्ता पर काबिज होने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है, वैसे उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने का रास्ता ओबीसी वोट बैंक पर निर्भर है। ओबीसी मतदाताओं के महत्व को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी ने ओबीसी जातियों को लुभाने के लिए अपने विधायकों, सांसदों और मंत्रियों को टारगेट थमा दिया है। नई दिल्ली Updated: November 16, 2021 06:07:32 pm उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों मे जातिगत समीकरण का अहम है। उत्तर प्रदेश के चुनावों में जीत के लिए सभी राजनीतिक दल जातियों को लुभाने में कोई कमी नहीं रखते। सभी दल ओबीसी, वैश्य, दलित और ब्राह्मणों को अपनी ओर करने के लिए नए-नए अभियान और रणनीति बना रहे हैं। हालांकि, इन सभी में ओबीसी जाति का महत्व सबसे अधिक है। कहते हैं कि जैसे देश की सत्ता पर काबिज होने का रास्ता उत्तर प्रदेश (लोकसभा की 80 सीटें) से होकर जाता है, वैसे ही उत्तर प्रदेश की सत्ता (विधानसभा की 403 सीटें) पर काबिज होने का रास्ता ओबीसी वोट बैंक पर निर्भर है। ओबीसी मतदाताओं के महत्व को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी ने ओबीसी जातियों को लुभाने के लिए अपने विधायकों, सांसदों और मंत्रियों को टारगेट थमा दिया है। भाजपा ने राज्य के ओबीसी मंत्री, सांसद और विधायकों को 10-10 गावों की जिम्मेदारी दी है। जिन गावों की जिम्मेदारी दी गई है वहाँ ओबीसी समुदाय की आबादी अधिक है। क्या है रणनीति? दरअसल, भाजपा ने अब अपने नेताओं को मंगलवार से 30 नवंबर तक 'सामाजिक संपर्क' नाम से संपर्क अभियान शुरू कर ओबीसी समुदाय को भाजपा को वोट देने के लिए प्रेरित करने की रणनीति बनाई है। भाजपा के ओबीसी मोर्चा के प्रभारी दयाशंकर सिंह ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा, “सभी नेता इन गांवों का दौरा करेंगे, केंद्र और यूपी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर अपनी जाति के मतदाताओं को भाजपा को वोट देने के लिए प्रेरित करेंगे।"" बीजेपी उन गांवों में अपना वोट आधार मजबूत करना चाहती है जहां वोटिंग काफी हद तक जाति के आधार पर होती है. हालांकि, पार्टी के नेता इस कार्यक्रम के दौरान जाति के बजाय सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के आधार पर मतदाताओं को वोट देने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। जनता को समझाने के लिए नेता अपना उदाहरण भी देंगे कि कैसे भाजपा ने उनके जाति समूहों में नेतृत्व को बढ़ावा दिया है। कभी ओबीसी मोर्चा तो कभी कैबिनेट में ओबीसी नेताओं को जगह देना तो कभी ओबीसी के लिए आरक्षण बिल को पास करना भी भाजपा की रणनीति का ही हिस्सा थे। इस बार भाजपा ओबीसी मतदाताओं को एकजुट करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। जहां एक तरफ बसपा और सपा ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा का फोकस इस बार ओबीसी समुदाय पर है। भाजपा का फोकस ओबीसी पर क्यों? वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का फोकस गैर-यादव ओबीसी और गैर-जाटव दलित वोटों पर रहा था और भाजपा इनका भरोसा जीतने में सफल भी रही थी, परंतु इस बार ओबीसी पर है जो सत्ता की सीढ़ी और आसान कर देगी। समाजवादी पार्टी के कोर वोट बैंक यादव और मुस्लिम और बसपा के दलित और मुस्लिम रहे हैं। ओबीसी मतदाताओं की पहली पसंद समाजवादी पार्टी रही है और इन्हीं ओबीसी मतदाताओं के कारण ही वर्ष 1977 में रामनरेश यादव ने यूपी में जनता पार्टी की सरकार बनाई थी, फिर मुलायम सिंह यादव तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। मुलायम सिंह यादव के बाद वर्ष 2012 में अखिलेश यादव को भी ओबीसी वोट बैंक का समर्थन मिला और वो यूपी की सत्ता पर काबिज हुए। इस बार भाजपा की रणनीति इसीलिए ओबीसी को अपने पाले में करना है। सपा के लिए यादवों का समर्थन पुराना अभी तक यही देखा गया है कि 90% से ज्यादा यादव समाज समाजवादी पार्टी को वोट करता, जबकि 31 फीसदी ओबीसी मतदाताओं के कारण ही 2017 मे भाजपा सत्ता में आ सकी थी। इसका कारण है कि भाजपा ने बसपा के गैर-जाटव दलित वोट बैंक और सपा के गैर-यादव ओबीसी वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी करने में सफलता प्राप्त की थी। ओबीसी का पूरा समर्थन चाहती है भाजपा दरअसल, भाजपा ने गैर-यादव वोट बैंक की ताकत को पहचान कर ही उसपर अपनी मजबूती दर्ज की थी। यही कारण था कि भाजपा 2014 के लोकसभा, 2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में नतीजों को अपने पक्ष मे करने में सफल रही थी। इस बार भाजपा का उद्देश्य पूरे ओबीसी मतदाताओं को अपनी तरफ करने का है। प्रदेश की 39 जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने से लेकर प्रदेश कैबिनेट में 60 मंत्रियों में अब 23 ओबीसी मंत्रियों को शामिल करना, फिर ओबीसी मोर्चा बनाना और अब हर गावों में ओबीसी समुदाय के लोगों तक पहुंच बनाने के लिए नई रणनीति बनाई है। अब ओबीसी मतदाताओं के महत्व को समझते हैं: देश की कुल आबादी मे ओबीसी का प्रतिनिधित्व 50 फीसदी से अधिक है तो वहीं, उत्तर प्रदेश में इनका प्रतिनिधित्व करीब 50 फीसदी है, जिसमें मुस्लिम ओबीसी भी शामिल है। 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश की आबादी में अगड़ी जाति 23%, ओबीसी 40-45 ( यादव 10%, गैर यादव 35 %), दलित 20% और मुस्लिम 19% है। ओबीसी आबादी में किसकी कितनी भागीदारी? विकासशील समाज अध्ययन पीठ (सीएसडीएस) के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में उत्तर प्रदेश में यादव 9 % और गैर-यादव ओबीसी जातियों में कुर्मी -पटेल 7%, कुशवाहा-मौर्य-शाक्य-सैनी 6%, लोध 4 %, गडरिया-पाल 3%, निषाद-मल्लाह-बिन्द-कश्यप-केवट 4%, तेली-शाहू-जायसवाल 22%, जाट 3%, कुम्हार/प्रजापति-चौहान 3% , कहार-नाई- चौरसिया 3%, राजभर 2% , गुर्जर 2 % हैं। IMAGE CREDIT: ओबीसे में भी यादव सपा के कट्टर समर्थक माने जातें हैं, जबकि मुस्लिमों की पहली पसंद सपा रही है और फिर कांग्रेस। कभी कभी सवर्ण वोट बैंक का समर्थन भी प्राप्त कर सपा को कई बार प्रदेश की सत्ता मिली है। यूपी के एटा, इटावा, फ़र्रुखाबाद, मैनपुरी, कन्नौज, आजमगढ़, फ़ैज़ाबाद, बलिया, संत कबीर नगर और कुशीनगर जिले को यादव बहुल माने जाते हैं और यहाँ सपा की उपस्थिति भी काफी मजबूत रही है। हालांकि, कन्नौज की सीट अखिलेश यादव की पत्नी पिछले लोकसभा चुनावों में नहीं बचा सकी थीं, जबकि आजमगढ़ अखिलेश यादव का गढ़ बना हुआ है। वर्ष 2012 में प्रदेश में सपा को 66% यादवों का समर्थन मिल था, जबकि 2007 में यही आंकड़ा 72 प्रतिशत का था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में भी हार के बावजूद 68 प्रतिशत यादवों ने सपा का समर्थन किया था, जबकि गैर यादवों का समर्थन सपा के लिए हर वर्ष कम ही हुआ है। यही गैर यादव भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुए थे। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा यादव वोट में सेंधमारी करने में सफल रही थी और ये आंकड़ा घटकर सपा के पक्ष में 53% ही रह गया। तब भाजपा केंद्र में बहुमत के साथ सत्ता में आई थी। कांग्रेस की बात करें तो उसे 2009 में 11% यादवों का समर्थन मिला था, परंतु 2014 में ये केवल 8 फीसदी था। आपको ये भी बता दें कि ये ओबीसी के समर्थन का ही प्रभाव है कि उत्तर प्रदेश की सत्ता पर ब्राह्मणों के बाद सबसे ज्यादा ओबीसी जाति के नेता ही मुख्यमंत्री बने हैं। ओबीसी मुख्यमंत्रियों में चौधरी चरण सिंह (दो बार), राम नरेश यादव , कल्याण सिंह (दो बार), मुलायम सिंह (3 बार), अखिलेश यादव के नाम शामिल है। गैर-यादवों के साथ-साथ यादवों के वोट के महत्व को समझते हुए भाजपा 2017 के नतीजों के बाद से ही यादव वोट को अपने पाले में करने में जुटी है। यही कारण है कि जौनपुर से गिरीश यादव को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया जबकि इटावा के हरनाथ यादव को राज्यसभा सदस्य बनाया गया। सुभाष यदुवंश को पार्टी मे महत्व देने के पीछे भी यादव वोट को साधना ही है। इसके अलावा यूपी की योगी सरकार ने 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल कर 13 फीसदी वोट बैंक को मजबूत किया था। कुल मिलाकर कहें तो इस बार भाजपा आगामी विधानसभा चुनावों में पूरे ओबीसी समुदाय को अपने पक्ष मे करना चाहती है, इसके लिए कुशीनगर और आजमगढ़ जैसे यादव बाहुल्य इलाकों में भाजपा के बड़े नेताओं का दौरा जारी है। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ भी जनता तक पहुंचा कर भाजपा अखिलेश यादव के कोर वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी करने की योजना पर काम कर रही है। यदि भाजपा इसमें सफल होती है तो विधानसभा चुनावों के नतीजों में पूरे ओबीसी समुदाय का समर्थन भाजपा को मिल सकता है, जिसका प्रभाव सपा के अस्तित्व को खतरे में डाल सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mani-shankar-aiyar-s-entry-trouble-for-congress-7173995/,"मुद्दों की प्लेट में अब 'मुगलई' बयान, एक बार फिर मणिशंकर अय्यर लाए कांग्रेस के लिए नई मुसीबत","मुद्दों की प्लेट में अब 'मुगलई' बयान, एक बार फिर मणिशंकर अय्यर लाए कांग्रेस के लिए नई मुसीबत 2022 के चुनावों से पहले मणिशंकर अय्यर की एंट्री ने विवादों में घिरी कांग्रेस के लिए आग में घी डालने का काम किया है। मणिशंकर अय्यर ने दावा किया कि मुगलों ने कभी देश में धर्म के नाम पर अत्याचार नहीं किया। हालांकि, ये काम इनके लिए कोई नया नहीं है, ये कई बार कई अवसरों पर अपने विवादित बयानों से कांग्रेस पार्टी की फजीहत करा चुके हैं नई दिल्ली Updated: November 15, 2021 06:33:20 pm अगले वर्ष पाँच राज्यों में चुनाव होने हैं और इससे पहले ही सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी जैसे नेता अपने बयानों से भाजपा के लिए अवसर और कांग्रेस पार्टी के लिए नई मुसीबत का कारण बन रहे हैं। अब मणिशंकर अय्यर की एंट्री ने विवादों में घिरी कांग्रेस के लिए आग में घी डालने का काम किया है। मणिशंकर अय्यर ने दावा किया कि मुगलों ने कभी देश में धर्म के नाम पर अत्याचार नहीं किया। इसके बाद तो मुगल शासकों की तारीफों के पुल बांधने में उन्होंने तनिक भी समय नहीं लिया। हालांकि, ये काम इनके लिए कोई नया भी नहीं है, ये कई बार कई अवसरों पर अपने विवादित बयानों से कांग्रेस पार्टी की फजीहत करा चुके हैं और चुनावों में भाजपा की जीत का कारण बन चुके हैं। मणिशंकर ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन!, मोदी को 'नीच इंसान' वाले बयान को सही ठहराया मुगलों ने इस देश को अपना बनाया नेहरू जयंती पर हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुगलों की तारीफ करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा, ""अंग्रेजों और मुगलों मे बड़ा अंतर था। मुगलों ने इस देश को अपना बनाया। अंग्रेजों ने कहा कि नहीं .. हम तो यहां राज करने आए हैं। बाबर जो थे, जिसकी औलाद भारतीय जनता पार्टी के लोग अक्सर मुझे नाम देते हैं...कि ये बाबर की औलाद है...इन लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि वही बाबर भारतवर्ष आया सन 1526 में और उनकी मौत हुई 1530 में..मतलब वो भारत में मात्र 4 साल रहे...उन्होंने हूमायूं को बताया कि यदि आप इस देश को चलाना चाहते हो...यदि आप अपने साम्राज्य को सुरक्षित रखना चाहते हो तो आप यहां के निवासियों के धर्म में दखल ना दीजिएगा।"" बाबर की शान में कसीदे बाबर पर अय्यर ने कहा, “उनके बेटे अकबर ने इस देश में पचास साल तक राज किया। इसी को मद्देनजर रखते हुए जहां मैं जब मंत्री था.. तब रहता था वो दिल्ली में एक सड़क है, जहां कांग्रेस दफ्तर है, वह अकबर रोड पर है। हमें अकबर रोड से कोई एतराज नहीं। हम अकबर को अपना समझते हैं और हम उन्हें गैर नहीं समझते। उनकी शादियां राजपूतों से होती थीं। नतीजा ये कि जहांगीर आधा राजपूत थे और उनके बेटे शाहजहां चार में से तीन हिस्सा तो हिंदू।"" सिर्फ 80% लोग ही असली भारतीय अय्यर ने आगे बताया कैसे कभी मुगलों ने कोई अत्याचार नहीं किया, बल्कि केवल आरोप लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा, '1872 में अंग्रेजों ने पहली जनगणना करवाई और उससे पता लगा कि 666 साल राज करने के बाद मुसलमानों की तादाद भारत में तकरीबन 24 फीसदी की थी और हिंदुओं की 72 फीसदी थी। फिर भी कहते हैं कि मारपीट हुई, सब लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ और इन्होंने सबको मुसलमान बना दिया। अरे अगर मुसलमान बनते तो आंकड़े अलग होने चाहिए। 72 प्रतिशत मुसलमान होने चाहिए और 24 प्रतिशत हिंदू होने चाहिए, लेकिन असलियत क्या था कि इतने ही थे। इसलिए बंटवारे से पहले जिन्ना का एक ही मांग था कि सेंट्रल असेंबली में हमें 30 फीसदी आरक्षण दीजिए। उन्होंने अधिक नहीं मांग। मगर उन्हें इनकार कर दिया गया, क्योंकि उनकी तादाद मात्र 26 फीसदी ही थी। इसके साथ ही भाजपा पर निशाना साधते हुए अय्यर ने कहा कि आज सत्ता में बैठे लोगों के लिए सिर्फ 80% लोग ही असली भारतीय हैं, बाकी मेहमान बनकर रह रहे हैं। इन लोगों को केवल 80 प्रतिशत की ही चिंता है, ये देश को बांटने का काम कर रहे हैं। इसके बाद भाजपा ने मणिशंकर अय्यर को घेरना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर दिखा रोष मणिशंकर अय्यर के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की अलग तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली है। किसी यूजर ने इसे कांग्रेस के विचार बता दिए तो किसी ने कहा कि अब कांग्रेस किनारा करेगी इस बयान से ? #मणिशंकर अय्यर ये मुगल को अपना मानते है, क्या पूरी @INCIndia भी ऐसा ही मानती है? या किनारा करेंगे इनके बयान से?#ManiShankarAiyar #CongressKeVichaar — DEEPAK KUMAR (@Deepak_Anchor) November 15, 2021 आइए आपका इंतज़ार था 😂🤣#UPElections2022#ManiShankarAiyar pic.twitter.com/qRH8Fpwfe2— RC Shukl (@RC_Shukl) November 15, 2021 कुछ ने मणिशंकर की एंट्री पर भाजपा को ही बधाई देना शुरू कर दिया। इसका कारण मणिशंकर अय्यर का विवादित इतिहास रहा है जिस वजह से हमेशा कांग्रेस को घाटा ही सहना पड़ा है। Mani Shankar Aiyar returns , congratulations @BJP4India — The Secular Buffalo (@SecularBuffalo) November 15, 2021 Mughals were rude, so when they came to India they got very ANGRY on Indians but they never OPPRESSED Indians. ~Mani Shankar Aiyar. It seems that in the next six months, all these Congress veterans will complete the oath to shut down the Italian company's shutter 😂😂😂👇 pic.twitter.com/S9VuD393FV— Naren Mukherjee 🇮🇳 (@narendra52) November 15, 2021 इतिहास गवाह है जब जब लगता है #BJP थोड़ी कमज़ोर पड़ सकती है #ManiShankarAiyar जैसे लोग उसे पहले से मज़बूत बनाने के लिए कुछ बयान दे जाते हैं ख़ुर्शीद, अल्वि के बाद अब अइय्यर.. #mughal शासकों के क़सीदे पढ़े..#UPElection2022 #YogiAdityanath— Akshay ‘Vinod’ Shukla (@ShuklaAkshay) November 15, 2021 एक नजर डाल लेते हैं कब कैसे कांग्रेस को अय्यर के कारण हार का सामना करना पड़ा है! 2019 का लोकसभा चुनाव 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ही मणिशंकर ने भगवान राम के जन्म स्थान पर सवाल उठाए थे जिससे कांग्रेस की नरम हिन्दुत्व की रणनीति पर पानी फिरा था। तब उन्होंने कहा था, ""राजा दशरथ एक बहुत बड़े राजा थे, उनके महल में 10 हजार कमरे थे, लेकिन भगवान राम किस कमरे में पैदा हुए ये बता पाना बड़ा मुश्किल है। ऐसे में आप किस आधार पर मंदिर वहीं बनाने की बात करते हैं।” उस समय अयोध्या का मुद्दा काफी संवेदनशील था। इसके अलावा उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री मोदी को 'नीच आदमी' बताने वाले बयान को सही ठहराया था जबकि इसी बयान को लेकर वो पहले माफी मांग चुके थे। इस मुद्दे को भाजपा ने खुब भूनाया था और उसे जीत भी मिली थी। 2017 गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में गुजरात विधानसभा होने थे तब चुनावों से ठीक पहले मणिशंकर अय्यर ने एक और विवाद को जन्म दे दिया था। उन्होंने तब कहा था, ‘मुझे तो यह आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी लगता है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है’। उनके इस बयान के बाद आनन-फानन में कांग्रेस पार्टी को उन्हें पार्टी से बर्खास्त करना पड़ा था। भाजपा ने इसे गुजरात विधानसभा चुनावों में मुद्दा बना लिया था जिससे कांग्रेस को गुजरात चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, 8 महीने बाद मणिशंकर अय्यर को फिर से पार्टी में जगह दे दी गई थी। 2017 कर्नाटक विधानसभा चुनाव पीएम मोदी को 'नीच आदमी' कहने का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अय्यर ने एक और विवाद को जन्म दे दिया था। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर उपजे विवाद पर मणिशंकर ने जिन्ना की शान में कसीदे पढ़े थे। मणिशंकर अय्यर ने तब कहा था कि ""जिन्ना को कायदे आजम कहा तो कुछ भारतीय टीवी एंकर्स कहने लगे कि कैसे कोई भारतीय पाकिस्तान जा सकता है और ऐसी बातें कह सकता है। मैं ऐसे कई पाकिस्तानियों को जानता हूं जो एमके गांधी को महात्मा गांधी कहते हैं। एमके गांधी को महात्मा कहकर पुकारने वाले पाकिस्तानी क्या देशद्रोही हैं।"" इसके बाद अमित शाह ने कांग्रेस के पाकिस्तान लगाओ को लेकर उसे कर्नाटक चुनावों से पहले घेरा था। इन चुनावों मे भी कॉंग्रेस को हार मिली थी परंतु किसी तरह कॉंग्रेस ने सरकार बनाई थी। Congress and Pakistan have amazing telepathy. Yesterday Pakistan Government remembered Tipu Sultan, whose Jayanti Congress marks with fanfare and today Mr. Mani Shankar Aiyar admires Jinnah. Be it Gujarat or Karnataka polls, I fail to understand why Congress involves Pakistan! pic.twitter.com/isH9GmgET2 — Amit Shah (@AmitShah) May 5, 2018 साल 2014 के लोकसभा चुनाव 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी के लिये ‘चायवाला’ शब्द का इस्तेमाल किया था। सोशल मीडिया पर अय्यर के इस बयान की काफी आलोचना हुई थी और कांग्रेस पार्टी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस को इसका खामियाजा लोकसभा में हार का सामना करके भुगतना पड़ा था। मणिशंकर अय्यर ने कई मौकों पर पार्टी की फजीहत की है, कई बार उनके खिलाफ एक्शन भी लिया गया, परंतु चुनावों से पहले वो कोई ना कोई ऐसा विवाद जन्म दे ही देते हैं जिसके बाद कांग्रेस डैमज कंट्रोल नहीं कर पाती। 2022 में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मणिशंकर अय्यर की एंट्री होना कांग्रेस को बैकफुट पर ला सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/nitish-kumar-target-on-opposition-over-bihar-liquor-ban-law-7173985/,"शराबबंदी को लेकर विपक्षियों पर बरसे सीएम नीतीश कुमार, कहा- लाशों पर हो रही राजनीति","शराबबंदी को लेकर विपक्षियों पर बरसे सीएम नीतीश कुमार, कहा- लाशों पर हो रही राजनीति शराबबंदी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग लाशों पर भी राजनीति कर रहे हैं। नई दिल्ली Published: November 15, 2021 04:01:14 pm नई दिल्ली। बिहार में शराबबंदी के बाद भी जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हैं। इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया। सीएम ने कहा कि ऐसे मुश्किल समय में सभी मेरे खिलाफ हो गए हैं जबकि ऐसे समय में लोगों को समझाना चाहिए। nitish kumar target on Opposition over bihar liquor ban law लाशों पर हो रही राजनीति नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के बावजूद राज्य में कुछ लोग शराब का व्यापार चला रहे हैं, जिससे लोगों की मौत हो रही है। ऐसे में राज्य की सभी पार्टियों को एकजुट होकर जागरुकता अभियान चलाना चाहिए, लोगों को बताना चाहिए कि यह शराब उनकी सेहत के लिए कितनी खतरनाक है। अगर इसे पियोगे तो मरोगे। बावजूद इसके कुछ लोग ऐसे समय में भी लाशों पर राजनीति कर रही है। मंगलवार को होगी बैठक बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में राज्य में लागू शराबबंदी कानून की समीझा की जाएगी। इस दौरान बिहार में शराबबंदी के बाद भी जहरीली शराब से हो रही मौतों पर भी चर्चा होगी। इस बैठक में जिला स्तर के अधिकारी भी शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान अधिकारियों से सवाल किया जाएगा कि शराबबंदी के बावजूद भी राज्य में इस तरह की घटनाएं क्यों सामने आ रही हैं। यह भी पढ़ें: बीजेपी ने राहुल गांधी को भेजी भागवत गीता गौरतलब है कि बिहार में नीतीश सरकार ने शराब पर बैन लगा दिया था। इसके बाद भी राज्य में आए दिन जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत के मामले सामने आते हैं। दिलावी के दौरान भी राज्य में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से सीएम नीतीश सख्त नजर आ रहे हैं। वहीं विपक्ष, सरकार पर हमलावर नजर आ रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/azamgarh-on-bjp-s-target-akhilesh-s-eye-on-gorakhpur-7173853/,"क्या हैं पूर्वांचल में सत्ता संघर्ष के मायने, आजमगढ़ और गोरखपुर के रास्ते आखिर क्या हासिल करना चाहते हैं योगी और अखिलेश","क्या हैं पूर्वांचल में सत्ता संघर्ष के मायने, आजमगढ़ और गोरखपुर के रास्ते आखिर क्या हासिल करना चाहते हैं योगी और अखिलेश उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले ही यहाँ सियासी गर्मी बढ़ गई है और अब सपा और बसपा एक दूसरे के गढ़ को पाने मे जुट गए हैं। भाजपा आजमगढ़ में अपनी स्थिति को मजबूत कर सपा को उसके गढ़ से बेदखल करना चाहती है, तो वहीं अखिलेश यादव ने योगी के गढ़ में पार्टी की बिसात मजबूत करने मे लगे हैं। नई दिल्ली Updated: November 15, 2021 02:17:03 pm यूपी विधानसभा चुनावों में अभी समय है, परंतु राजनीतिक दल अभी से मतदाताओं को साधने के लिए तैयारियों मे जुट गए हैं। एक तरफ भाजपा अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में सेंधमारी करने में व्यस्त है, तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव की निगाहें गोरखपुर पर फोकस दिखाई दे रही हैं। इन नेताओं की रैली और अलग-अलग जगहों पर इनकी उपस्थिति ने सियासी पारा बढ़ा दिया है और ये राजनीतिक टकराव दिलचस्प दिखाई दे रहा है। क्या है इनकी रणनीति ? आखिर अपने गढ़ को कैसे बचाएंगे भाजपा और सपा ? या किसी एक को मिलेगा जीत का स्वाद ओर दूसरे को हार ? गोरखपुर में अखिलेश, मोदी देंगे एक्सप्रेसवे की सौगात गोरखपुर से विजय रथ यात्रा निकाल पूर्वांचाल मे पार्टी की बिसात को मजबूत करने में अखिलेश यादव जुट गए हैं, वो भी तब जब यहां 16 नवंबर को पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का तोहफा देने वाले हैं। स्पष्ट है भाजपा इसके जरिए पूर्वांचाल को साधना चाहती है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 14 नवंबर को योगी के गढ़ गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के विजय रथयात्रा का तीसरा चरण शुरू किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने महंगाई का मुद्दा उठाया और किसानों की स्थिति को लेकर भाजपा पर निशान साधा। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा, 'भाजपा को 2024 की चिंता नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें 2022 में जनता के सवाल का जवाब देना चाहिए। देश में महंगाई क्यों बढ़ी, पेट्रोल-डीज़ल के दाम क्यों बढ़े, किसानों की आय अब तक क्यों नहीं बढ़ी, प्रदेश के युवाओं को रोजगार क्यों नहीं मिले, इस तरह के सवालों के जवाब देने चाहिए।' अखिलेश यादव ने इस दौरान योगी आदित्यनाथ के डिजिटल स्किल्स पर सवाल भी उठाया और कहा कि योगी आदित्यनाथ मुखिया बनने के लायक नहीं है। बता दें कि ये वही क्षेत्र है जहां समाजवादी पार्टी 2017 के चुनावों में खाता भी नहीं खोल सकी थी। गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटों में से 8 पर भाजपा ने कब्जा जमाया था, जबकि एक सीट बसपा के हाथ गई थी। अखिलेश ने गोरखपुर में भाजपा को घेरा इस बार अखिलेश यादव गोरखपुर के साथ ही पूरे पूर्वांचाल को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने रैली में कहा, 'जनसैलाब देखकर लग रहा है कि जनता बदलाव चाहती है। जनता पर भरोसा है और यकीन है कि यहां से बीजेपी का सफाया हो जाएगा। बीजेपी ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, जो हुई नहीं। आमदनी और मुनाफा घट गया, आय बढ़ाने की बजाय महंगाई बढ़ा दी। बीजेपी नेअन्नदाता का अपमान सबसे ज्यादा किया है। बीजेपी के लोग कहते थे कि हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज पर नहीं चला, डीजल-पेट्रोल इतना महंगा कर दिया कि मोटरसाइकिल नहीं चला पा रहे हैं।' पूर्वांचाल जो कभी सपा का हुआ करता था, परंतु 2017 के चुनावों मे भाजपा ने 165 सीटों मे से 115 पर जीत दर्ज कर सपा को बड़ा झटका दिया था। जबकि 2012 के चुनावों मे स्थिति थोड़ी अलग थी, तब यहां पर सपा को 3, बसपा को 1, कांग्रेस को 2 और भाजपा को 1 सीट मिली थी। इस बार सपा को यहाँ सफलता भी मिल सकती है, क्योंकि वर्तमान मे रोजगार, महंगाई जैसे मुद्दों ने योगी सरकार को कठघरे में ला दिया है जिसे भुनाने की सपा पूरी कोशिश कर रही है। अखिलेश भी जायेंगे आजमगढ़ अखिलेश यादव अपनी विजय रथ यात्रा के बाद 17 नवंबर को आजमगढ़ का रुख करेंगे जिसकी टाइमिंग को लेकर भी सियासी अटकलें लगाई जा रही है कि सपा यहाँ कोई बड़ी चुनावी घोषणा कर सकती है। हालांकि, आजमगढ़ जाने से पहले अखिलेश यादव की योजना 16 नवंबर को गाजीपुर से विजय रथ यात्रा निकालने की थी, परंतु उन्हें इसकी इजाज़त नहीं दी गई है जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो सकती है। रजभर समुदाय को साधने में जुटी भाजपा दूसरी तरफ भाजपा अखिलेश यादव के गढ़ आजमगढ़ में राजभर मतदाताओं को साधने से लेकर नाम बदलने और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने तक के मुद्दों को उठा रही है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में आजमगढ़ में जनसभा को संबोधित किया और कहा, ""महाराजा सुहेलदेव के नाम पर नया राज्य विश्वविद्यालय होगा, जो आजमगढ़ के पहचान के संकट को समाप्त करेगा।"" बता दें कि जमीनी स्तर पर सुहेलदेव को राजभर या भर राजपूत कहा जाता है जिन्हें हिंदू धर्म की रक्षा करने वाले राजा के रूप में जाना जाता है। योगी सरकार ने उन्हें उचित सम्मान देकर राजभर मतदाताओं को आजमगढ़ में साधने का प्रयास किया है। यूपी की सियासत में राजभर समुदाय की विशेष भूमिका रही है, जिनकी यूपी में कुल हिस्सेदारी 18 प्रतिशत की है जबकि 60 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में यह समाज अपना प्रमुख वर्चस्व रखता है। आजमगढ़ में इनकी संख्या काफी है और यहाँ इन्हें साधकर भाजपा अपनी स्थिति थोड़ी मजबूत करने में कामयाब हो सकती है। आजमगढ़ का नाम बदलने के दिए संकेत इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ मे बदलने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि यह यूनिवर्सिटी सही मायने में 'आजमगढ़ को आर्यमगढ़' में बदल देगी। ये सिलसिला यही नहीं रुक गृह मंत्री अमित शाह ने आजमगढ़ की कमजोर नब्ज पर हमला करते हुए कहा कि “जिस आजमगढ़ को दुनियाभर के अंदर, सपा शासन में कट्टरवादी सोच और आतंकवाद की पनाहगाह के रूप में जाना जाता था, उसी भूमि पर आज मां सरस्वती जी का धाम बनाने का काम हम लोग कर रहे हैं।” अमित शाह ने आम जनता से जात-पात में बांटना, दंगे कराना, तुष्टीकरण करना और वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर सरकार चुनने की बात कही। आजमगढ़ का जातीय समीकरण आजमगढ़ में यादव-मुस्लिम की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी है, दलित 22, गैर यादव ओबीसी 21 और सवर्ण 17 फीसदी है। यही कारण है कि भाजपा यहाँ कभी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी। पीएम मोद यहां कई बड़ी जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं। फिर भी भाजपा की स्थिति में कोई बदलाव नहीं दिखाई दिया, परंतु अब ये भी बदलता हुआ दिखाई दिया जब आजमगढ़ की 22 में से 11 ब्लॉक प्रमुख की सीटें जीतकर भाजपा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अखिलेश की अनदेखी भाजपा का हथियार इसका कारण फ्री राशन वितरण, उज्ज्वला एवं पेंशन योजना और किसान सम्मान निधि योजना के लाभ को जनता तक पहुंचाने में मुख्यमंत्री योगी सरकार के प्रयास शामिल हैं। इसका एक और कारण कोरोना काल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता से संपर्क करना और अखिलेश यादव का गायब रहना भी है। आजमगढ़ में उस समय लापता अखिलेश यादव के पोस्टर भी लगाए गये थे। अखिलेश यादव की अनदेखी का फायदा उठाते हुए भाजपा ने आजमगढ़ में अपनी घुसपैठ बढ़ानी शुरू कर दी। इसके बाद पार्टी संगठन ने सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाकर भाजपा के लिए माहौल बनाने का काम किया है। स्पष्ट है, अखिलेश यादव की सपा और भाजपा एक भी अवसर एक दूसरे के गढ़ मे सेंधमारी करने का नहीं गंवाना चाहते हैं, और एक के बाद एक रैली, जनसभाएँ करना इनकी रणनीति का हिस्सा बन गया है। आजमगढ़ में तो भाजपा के लिए बदलाव सकारात्मक दिखाई दे रहा। वहीं, गोरखपुर को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, परंतु अखिलेश यादव के प्रयासों को अनदेखा भी नहीं किया जा सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-send-bhagwat-gita-to-rahul-gandhi-after-his-comment-on-hinduism-7173186/,"BJP ने राहुल गांधी को भेजी भागवत गीता, कहा- उन्हें बहुत पढ़ने की जरूरत है","BJP ने राहुल गांधी को भेजी भागवत गीता, कहा- उन्हें बहुत पढ़ने की जरूरत है सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में हिन्दुत्व और आरएसएस की विचारधारा की तुलना आतंकवादी संगठनों से कर दी थी। इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनका बचाव किया था, इसके चलते बीजेपी ने राहुल गांधी को भागवत गीता भेजी है। नई दिल्ली Updated: November 14, 2021 10:13:39 pm नई दिल्ली। सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी किताब में हिन्दुत्व और आरएसएस की विचारधारा की तुलना आतंकवादी संगठनों से करने के बाद से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मुद्दे को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमला कर रही है। अब बिहार से बीजेपी नेता संजय जायसवाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भागवत गीता भेज दी है। उनका कहना है कि राहुल गांधी और कांग्रेस को बहुत बढ़ने की जरूरत है। bjp send bhagwat gita to rahul gandhi after his comment on hinduism राहुल गांधी सबसे भ्रमित नेता बीजेपी नेता संजय जायसवाल का कहना है कि राहुल गांधी देश में सबसे भ्रमित नेता है। वो मंदिरों के इतने प्रचारित दौरे करते हैं, इसके बावजूद भी उन्हें अब तक हिंदू धर्म की मूल बातें समझ नहीं आई हैं। भाजपा नेता ने कहा कि हिंदुवाद को हिंदुत्व से अलग करने का राहुल गांधी का प्रयास ‘अज्ञानता की पराकाष्ठा’ है और ‘फूट डालो व राज करो’ के सिद्धांत में कांग्रेस की निष्ठा का एक प्रतिबिंब है। संजय जायसवाल यही नहीं रुके, उन्होंने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि ‘गांधी ने दावा किया है कि उन्होंने उपनिषद पढ़े हैं। हम जानना चाहते हैं कि क्या उन्होंने इतालवी अनुवाद पढ़ा है। यही वजह है कि मैं उन्हें भागवत गीता भेज रहा हैं, इसे पढ़कर उन्हें हमारे धर्म के बारे में काफी जानकारी मिलेगी। यह भी पढ़ें: दिल्ली के बाद अब हरियाणा में भी स्कूल बंद गौरतलब है कि अभी हाल ही में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में आरएसएस-भाजपा की विचारधारा से जुड़े हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी इस्लामी संगठनों के कर दी थी। इसके बाद भाजपा कांग्रेस पर अक्रामक है, विहिप ने सलमान खुर्शीद को जुबान काटने की धमकी दे दी है। वहीं बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सलमान खुर्शीद का बचाव किया था, इसके बाद से बीजेपी राहुल गांधी पर भी हमलावर है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/tmc-says-bjp-giving-municipal-election-ticket-on-1-lakh-rs-7173160/,"बंगाल: निकाय चुनाव से पहले TMC का बीजेपी पर गंभीर आरोप, 1 लाख रुपए में मिल रहा टिकट","बंगाल: निकाय चुनाव से पहले TMC का बीजेपी पर गंभीर आरोप, 1 लाख रुपए में मिल रहा टिकट टीएमसी ने निकाय चुनाव से पहले बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी चुनाव के लिए टिकट पैसे लेकर बांट रही है। दरअसल, टीएमसी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर बीजेपी पर यह आरोप लगाया है। नई दिल्ली Published: November 14, 2021 09:44:58 pm नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में निकाय चुनाव की तैयारियों जोरों पर हैं। इसको लेकर राज्य का सियारी पारा चढ़ा हुआ है। राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर हमलावर नजर आ रही है। टीएमसी ने चुनाव से पहले बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी चुनाव के लिए टिकट पैसे लेकर बांट रही है। दरअसल, टीएमसी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर बीजेपी पर यह आरोप लगाया है। tmc says bjp giving municipal election ticket on 1 lakh rs पैसे लेकर दिए जा रहे टिकट बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रीतम नाम के एक शख्स का वीडियो साझा किया है। यह शख्स किसी से बंगाल निकाय चुनाव के लिए बीजेपी का टिकट दिलवाने के एवज में एक लाख रुपए मांग रहा है। प्रीतम नाम का यह शख्स दावा कर रहा है कि पैसे देने पर वो चुनावी टिकट दिलवा देगा। वीडियो में इस बात का भी जिक्र है कि यह रकम बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने तय की है। .@BJP4Bengal is demanding 1 LAKH FOR EACH CANDIDATE.@DrSukantaBJP, is this how you collect funds for your propaganda? SHOCKING! pic.twitter.com/mO3oBEkhHN — All India Trinamool Congress (@AITCofficial) November 14, 2021 इसके बाद से टीएमसी और बीजेपी में एक बार फिर से जुबानी जंग शुरू हो गई है। दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रही हैं। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने इस संबंध में सफाई पेश की है। उन्होंने टीएमसी की ओर से लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है, उनका कहना है कि यह बीजेपी को बदनाम करने की साजिश से ज्यादा और कुछ भी नहीं है। यह भी पढ़ें: दिल्ली के बाद अब हरियाणा में भी स्कूल बंद, प्रदूषण के चलते लिया गया फैसला सुकांत मजूमदार ने दावा किया है कि जिस व्यक्ति की बात वीडियो में दिखाई गई है, वह पहले टीएमसी का कार्यकर्ता था। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि अगर मुझे टिकट के लिए रुपए लेने होते तो आज मेरा घर अभिषेक बनर्जी से बड़ा होता। फिलहाल इस मुद्दे को लेकर राज्य में जमकर सियासत हो रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/chinese-link-behind-manipur-attack-7172292/,"चीन की पूर्वोत्तर भारत को अस्थिर करने की साजिश, उग्रवादियों को दे रहा फंड और हथियारों की ट्रेनिंग","चीन की पूर्वोत्तर भारत को अस्थिर करने की साजिश, उग्रवादियों को दे रहा फंड और हथियारों की ट्रेनिंग इस हमले में चीन कनेक्शन सामने आया है। हमले की जिम्मेदारी उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (MNPF) ने ली है। यह सब जानते हैं कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को चीन फंडिंग करता है। कई रिपोर्ट्स में भी यह खुलासा हो चुका है कि उत्तर भारत में उग्रवादी संगठनों को चीन बढ़ावा दे रहा है। चीन मणिपुर में सक्रिय उग्रवादी संगठनों को बड़े पैमाने पर हथियार मुहैया कराने साथ ट्रेनिंग भी दे रहा है। नई दिल्ली Updated: November 14, 2021 01:17:37 pm लद्दाख में भारत से मुंह की खाने वाला चीन लगातार पूर्वोत्तर भारत में उग्रवादी संगठनों को वित्त पोषित कर रहा है, जिससे वो भारतीय सेना के लिए एक और मोर्चा खोल सके। मणिपुर में शनिवार को जो हमला हुआ उसमें भी चीन के कनेक्शन से इंकार नहीं किया जा सकता। मणिपुर में हुए हमले की जिम्मेदारी पीपल लिबरेशन आर्मी (PLA) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (MNPF) ने ली है। वहीं, PLA के तार चीन से जुड़े हैं जहां से इन्हें पर्याप्त फंड और हथियार मिलते हैं। स्पष्ट है चीन पूर्वोत्तर भारत को अस्थिर करना चाहता है। कब हुई घटना? मणिपुर में शनिवार को घात लगाकर बैठे उग्रावादियों ने कायराना हमला किया जिसमें कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी समेत अर्धसैन्य बलों के चार सैनिक शहीद हो गए। https://twitter.com/ANI/status/1459518780866850817?s=20 मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघट इलाके में ये हमला तब हुआ जब 46 असम राइफल के कमांडिंग ऑफि‍सर विप्‍लव त्रिपाठी एक पोस्‍ट को विजिट कर के बाद अपने काफि‍ले के साथ लौट रहे थे। इस दौरान उनका परिवार भी साथ था। घात लगाकर बैठे उग्रवादियों ने काफिले पर IED अटैक किया, फिर गोलीबारी की जिसमें कर्नल की पत्नी और बच्चे की भी मौत हो गई। हमले में घायल सैनिकों से मिलने के बाद राज्य के मुख्‍यमंत्री एन वीरेन सिंह पूरे राज्य में सर्च ऑपरेशन चलवा रहे हैं ताकि इस हमले के पीछे जिनका हाथ है उनको सबक सिखाया जा सके। जहां हमला हुआ है वो इलाका म्‍यांमार बॉर्डर के पास है इसलिए अब बॉर्डर पर निगरानी को बढ़ा दिया गया है। पीपल लिबरेशन आर्मी (PLA)और मणिपुर नागा पीपल्‍स फ्रंट (MNPF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। PLA चाहता है अलग देश इस कायराना हमले के पीछे चीन से फंडिंग पाने वाली पीपल लिबरेशन आर्मी को लेकर काफी चर्चा है, जिसका गठन एन. बिशेश्वर सिंह के नेतृत्व में 25 सितंबर 1978 में हुआ था। बता दें कि इस संगठन में मुख्यतौर पर पंगल और मेइतेई (Meitei) समुदाय के लोग हैं, जबकि मणिपुर के ही नागा, कुकिस और अन्य जनजातियाँ इस समूह के साथ नहीं हैं। ये उग्रवादी संगठन मणिपुर को अलग देश बनाना चाहता है। हालांकि, ये संगठन अन्य जनजातियों को एकजुट करने के लिए लगातार प्रयासरत है ताकि मणिपुर को अलग देश बनाने के अपने लक्ष्य को पूरा कर सके। इस उग्रवादी संगठन में लगभग 4000 लड़ाके हैं और ये मणिपुर के चार क्षेत्रों में सक्रिय है। सुरक्षाबल रहे हैं निशाने पर पीपल लिबरेशन आर्मी अपने गठन के बाद से ही ये संगठन राज्य में भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों और पुलिस को निशाना बनाता आया है। ये संगठन 80 के दशक में तब कमजोर पड़ गया था जब 6 जुलाई, 1981 में एन. बिशेश्वर सिंह की गिरफ्तारी हुई थी और 1982 में PLA के प्रमुख थॉडम कुंजबेहारी की मौत हुई थी। इसके बाद 1989 में इस उग्रवादी संगठन ने अपना एक राजनीतिक फ्रंट बनाया, जिसका नाम रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट रखा। इसके बाद 1990 में इसने राज्य पुलिस के जवानों पर हमला न करने की घोषणा की थी। चीन ट्रेनिंग के साथ करा रहा हथियार मुहैया इस हमले को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसियों का दावा है कि चीन लद्दाख भारत से मिली हार का बदला पूर्वोत्तर भारत को अस्थिर करके ले रहा है। मणिपुर में चीन उग्रवादी संगठनों को बड़े पैमाने पर हथियार मुहैया करा रहा है और इनके उग्रवादी नेताओं चीन में ट्रेनिंग तक दे रहा है। बीते वर्ष ही सुरक्षा एजेंसियों ने मोदी सरकार को चेतावनी दी थी और कहा था कि भारत के सबसे वॉन्टेड उग्रवादी नेताओं में से चार नेता अक्टूबर में चीन के कुनमिंग शहर गए थे, जहां इन्हें ट्रेनिंग दी गई थी। यही नहीं चीन पूर्वोत्तर भारत के उग्रवादियों को हथियार बड़ी मात्र में उपलब्ध करवा रहा है जिसमें चीनी कॉम्पनियां उसका पूरा साथ दे रही हैं। चीन नियमित रूप से पूर्वोत्तर भारत के उग्रवादी संगठनों को AK-47, AK-56, हैंड ग्रेनेड, नाइट विज़न डिवाइस और गोलीबारूद जैसे खतरनाक हथियार उपलब्ध करा रहा है। म्यांमार और बांग्लादेश के रास्ते भारत पहुंचते हैं हथियार चीन इन सभी आरोपों से इंकार करता आया है, लेकिन इसके कई साक्ष्य मिले हैं जिससे ये साबित हुआ है कि इन उग्रवादियों को चीन से हथियार मिलते हैं जो म्यांमार और बांग्लादेश के रास्ते भारत पहुंचते हैं। स्वयं खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी थी कि मणिपुर में सक्रिय उगवादी गिरोहों रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (RPF), पीपुल्स लिबरेशन आर्मी फॉर मणिपुर (PLAM) और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) को म्यांमार के चिन राज्य के सेनम और बुआलकुंग में चल रहे शिविरों में भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध करा रहा है। यही नहीं, वर्ष 2012 में NIA ने भी पूर्वोत्तर भारत मे माओवादियों के चीनी कनेक्शन का खुलासा किया था। चीन के नेटवर्क को तोड़ने की आवश्यकता है मणिपुर के चंदेल जिले में इसी वर्ष जुलाई में घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स के 4 सैनिक शहीद हो गए थे और चार घायल हुए थे। ये वही इलाका है जब 6 साल पहले 4 जून 2015 में भारतीय सेना पर इतिहास के सबसे बड़े हमलों में से एक हमला हुआ था, जिसमें सेना के 18 जवान शाहिद हो गए थे और 15 जवान घायल हो गए थे। उस समय भी हमले के पीछे चीनी आर्मी का हाथ सामने आया था। तब भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी जिसके बाद से ये उग्रवादी संगठन ठंडे पड़ गए थे, परंतु एक बार फिर से चीन की शह पर ये सक्रिय हो गए हैं। आप इसी से अंदाज लगा सकते हैं कैसे चीन पूर्वोत्तर भारत को अस्थिर करने पर लगा हुआ है। अगर आप गौर करें तो भारत और चीन के रिश्तों जैसे जैसे खटास आई है पूर्वोतर राज्यों के उग्रवादी घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिली है। चीन उग्रवादी नेताओं का इस्तेमाल भारत के खिलाफ पूरे ज़ोर शोर से कर रहा जिससे भारत आंतरिक मुद्दों मे उलझ कर रह जाए। एक तरफ पाकिस्तान कश्मीर को अस्थिर करने में लगा है, वहीं, चीन लद्दाख में जोर आजमा रहा, और अब पूर्वोत्तर में बढ़ते उग्रवादी हमले ने देश की चिंता बढ़ा दी है। जिस तरह से कोरोना काल में भारत तेजी से बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहा उससे चीन चिढ़ा हुआ है और वो भारत को आंतरिक मुद्दों मे उलझाना चाहता है। चीन हमेशा से भारत को अपनी विस्तारवादी नीतियों के बीच सबसे बड़ी बाधा मानता है। चाहे डोकलाम विवाद में भारत की जीत हो, या नेपाल में चीन के मंसूबों पर पानी फिरना हो या ताइवान को एक देश के रूप मे मान्यता देने की दिशा में भारत के प्रयास हो, ये सभी चीन को आक्रोशित करने के लिए पर्याप्त हैं। ऊपर से चीन की कम्पनियों का भारत की ओर रुख करना भी चीन को व्यथित कर रहा और लद्दाख में क्या हो रहा वो तो सभी देख रहे। ऐसे में चीन जानबूझकर उत्तर-भारत में उग्रवाद को बढ़ावा दे रहा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/west-bengal-bjp-mla-swapan-majumdar-controversial-statement-told-the-workers-break-the-hands-and-feet-of-tmc-leaders-7172243/,"West Bengal: BJP नेता का विवादित बयान, कहा- आपको डराने वाले TMC नेताओं के तोड़ दो हाथ-पैर","West Bengal: BJP नेता का विवादित बयान, कहा- आपको डराने वाले TMC नेताओं के तोड़ दो हाथ-पैर West Bengal में बीजेपी और टीएमसी के बीच चल रही जुबानी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इसी कड़ी में अब बीजेपी विधायक स्वप्नदास मजूमदार के ताजा बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है, अपने एक भाषण में विधायक अपने कार्यकर्ताओं को ये कहते सुनाई दे रहे हैं कि अगर टीएमसी नेता तुम्हें डराएं तो उनके हाथ पैर तोड़ दो और मेरे पास चले आओ नई दिल्ली Published: November 14, 2021 12:34:59 pm नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) और तृणमूल कांग्रेस के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चुनाव से पहले और चुनाव के बाद भी दोनों दलों के बीच बयानबाजियां जारी हैं। इस बीच बीजेपी विधायक का विवादित बयान सामने आया है। बीजेपी विधायक स्वप्न मजूमदार अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं से कथित तौर पर यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि टीएमसी के नेता तुमको डराएं तो उनके हाथ पैर तोड़ दो। यह भी पढ़ेँः Jammu Kashmir: बीजेपी-आरएसएस पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती, कहा- हिंदुत्व को किया हाईजैक बीजेपी विधायक के नए बयान ने एक और विवाद खड़ा कर दिया है। अगर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता उन्हें आतंकित करते और उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाते हैं तो वे उनके हाथ और पैर तोड़ दें। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में बीजेपी विधायक स्वप्न मजूमदार (BJP MLA Swapan Majumdar) ने यह भी वादा किया कि वह किसी भी स्थिति में वह पार्टी के दुखी कार्यकर्ताओं के साथ खड़े रहेंगे. मजूमदार बनगांव दक्षिण से बीजेपी के विधायक हैं। वीडियो में पार्टी की एक बैठक में अपने समर्थकों से यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'अगर कोई TMC नेता हमारे कार्यकर्ताओं को झूठे मामले में फंसाता, अगर हमारे कार्यकर्ताओं को आतंकित करता है तो वह नेता सुरक्षित न लौट पाए। बस बहुत हुआ। आत्मरक्षा में उसके हाथ और पांव तोड़ दो और मेरे पास आओ। मैं वादा करता हूं कि आपके साथ खड़ा रहूंगा।' हालांकि फ़िलहाल इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हो पाई है। टीएमसी ने की आलोचना मजूमदार के इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया। तृणमूल कांग्रेस ने इस बयान की कड़ी निंदा की। टीएमसी प्रवक्ता कुनाल घोष ने दावा किया कि यह भाजपा नेताओं की मानसिकता और संस्कृति को दिखाता है। उन्होंने कहा, 'हम ऐसी भाषा, शब्दों और धमकी की कड़ी निंदा करते हैं। इलाके में तृणमूल कांग्रेस की लोकप्रियता से हताश होकर वह ऐसी धमकियां दे रहे हैं।' यह भी पढ़ेंः कंगना रनौत के बयान के खिलाफ देश भर में बवाल, कई राज्यों में केस दर्ज, BJP नेता ने भी की आलोचना बीजेपी ने भी दी सफाई मजूमदार के बयान के बाद जहां टीएमसी ने निशाना साधा वहीं BJP की ओर से सफाई सामने आई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत ने कहा कि उनकी पार्टी हिंसा की राजनीति में यकीन नहीं रखती है। 'अगर विधायक ने ऐसी टिप्पणी की है तो यह स्थानीय टीएमसी नेता ए. सरकार द्वारा हाल में दी गई धमकियों पर प्रतिक्रिया है।' सरकार ने इलाके में किसी भी BJP कार्यकर्ता को धमकी देने से इनकार किया और विधायक को ऐसा नेता बताया जिसने पहले भी उनके और टीएमसी में अन्य नेताओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-says-india-was-partially-a-muslim-nation-in-congress-rule-7171393/,"भाजपा का कांग्रेस पर हमला, कहा- कांग्रेस सरकार में भारत मुस्लिम राष्ट्र था, मोदी राज में हुआ धर्मनिरपेक्ष","भाजपा का कांग्रेस पर हमला, कहा- कांग्रेस सरकार में भारत मुस्लिम राष्ट्र था, मोदी राज में हुआ धर्मनिरपेक्ष भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो भारत आंशिक रूप से एक मुस्लिम राष्ट्र था। देश में मोदी सरकार आने के बाद भारत धर्मनिरपेक्ष देश हुआ है। नई दिल्ली Published: November 13, 2021 08:53:21 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब को लेकर शुरू हुए विवाद को लेकर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है। अब भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाया है। भाजपा नेता ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो भारत आंशिक रूप से एक मुस्लिम राष्ट्र था। उस दौरान शरिया प्रावधान कानूनी व्यवस्था का हिस्सा थे। देश में मोदी सरकार आने के बाद भारत धर्मनिरपेक्ष देश हुआ है। bjp says india was partially a muslim nation in congress rule माहौल खराब कर रही कांग्रेस भाजपा नेता का कहना है कि कांग्रेस नेता मौजूदा समय में भी लोगों को भ्रमित कर माहौल खराब कर रहे हैं। कांग्रेस ने त्रिपुरा में मस्जिदों को निशाना बनाने की झूठी खबरें फलाईं, जिसके चलते अब महाराष्ट्र भी जलने लगा है। इसके साथ ही पार्टी सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार अभियान चला रही है। सुधांशु त्रिवेगी ने कहा कि हिंदुत्व पर हमला करने वाले कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियां हिंदू धर्म के खिलाफ एक बड़ी साजिश का हिस्सा हैं। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही कांग्रेस मुझे सोचकर हैरानी होती है कि विपक्षी नेता महाराष्ट्र में कांग्रेस, पार्टी कार्यकर्ताओं को हिंदुत्व को बदनाम करने और सांप्रदायिक कलह और हिंसा भड़काने के लिए एक संगठित अभियान चलाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। यही नहीं एक प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने हिंदू धर्म और हिंदुत्व के बीच अंतर करने की मांग की थी। यह भी पढ़ें: दिल्ली में एक सप्ताह के लिए स्कूल बंद, सरकारी अधिकारी करेंगे वर्क फ्रॉम होम गौरतलब है कि अभी हाल ही में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में आरएसएस-भाजपा की विचारधारा से जुड़े हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी इस्लामी संगठनों के कर दी थी। इसके बाद भाजपा कांग्रेस पर अक्रामक है, विहिप ने सलमान खुर्शीद को जुबान काटने की धमकी दे दी है। वहीं बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-rahul-gandhi-target-over-pm-modi-on-manipur-attack-7171065/,"मणिपुर आतंकी हमले को लेकर पीएम मोदी पर बरसे राहुल गांधी, कहा- आप देश की रक्षा करने में असमर्थ","मणिपुर आतंकी हमले को लेकर पीएम मोदी पर बरसे राहुल गांधी, कहा- आप देश की रक्षा करने में असमर्थ मणिपुर में जवानों पर हुए हमले को लेकर कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी देश की रक्षा करने में असमर्थ हैं। नई दिल्ली Published: November 13, 2021 06:09:41 pm नई दिल्ली। मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि देश का कोई हिस्सा आज आतंकियों से सुरक्षित नहीं है, इन हमलों से साबित हो गया है कि आप देश की रक्षा करने में असमर्थ हैं। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने इस हमले में शहीद जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। congress leader rahul gandhi target over pm modi on manipur attack पीएम मोदी पर साधा निशाना कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ट्विटर पर लिखा, मणिपुर में सेना के काफिले पर आतंकवादी हमला एक बार फिर साबित करता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। शहीदों के प्रति मेरी संवेदना और उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं हैं। राष्ट्र आपके बलिदान को हमेशा याद रखेगा। राहुल गांधी के अलावा कई और कांग्रेस नेताओं ने इस हमले की निंदा की है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग भी की है। मणिपुर में सेना के क़ाफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है। शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएँ। देश आपके बलिदान को याद रखेगा। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2021 अशोक गहलोत ने की कार्रवाई की मांग राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर लिखा, मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की मैं निंदा करता हूं। इस हमले में देश के 5 बहादुर जवानों और परिवार के 2 सदस्यों की जान चली गई, शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा, यह घटना पूरी तरह से चौंकाने वाली है। उम्मीद है कि जिम्मेदार लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। Strongly condemn the cowardly attack on Assam Rifles convoy in Churachandpur, #Manipur in which 5 brave personnel and two family members lost their lives. Salute their martyrdom and extend sincere condolences to the bereaved families. — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 13, 2021 यह भी पढ़ें: Whatsapp पर ठगी के लिए हैकर्स ने निकाला नया तरीका,ऐसे करें बचाव बता दें कि मणिपुर में आतंकियों ने शनिवार सुबह हमला किया था। इस हमले में असम राइफल्स की खुगा बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे के साथ अर्धसैनिक बल के 4 जवान भी शहीद हो गए। बताया गया कि कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले को चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक के उग्रवादियों ने निशाना बनाया। ये एक उग्रवादी समूह है, जो एक अलग राज्य की मांग कर रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/jammu-kashmir-former-cm-mehbooba-mufti-target-bjp-rss-on-hindutva-issue-7170859/,"Jammu Kashmir: बीजेपी-आरएसएस पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती, कहा- हिंदुत्व को किया हाईजैक","Jammu Kashmir: बीजेपी-आरएसएस पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती, कहा- हिंदुत्व को किया हाईजैक राहुल गांधी के बाद Jammu Kashmir की पूर्व मुख्मंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भी बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीजेपी-आरएसएस ने हिंदुत्व को हाईजैक कर लिया है नई दिल्ली Published: November 13, 2021 04:07:13 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ( Mehbooba Mufti ) ने भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) और आरएसएस ( RSS )पर तीखा हमला बोला। मुफ्ती ने बीजेपी पर हिंदुत्व और हिंदू धर्म को हाइजैक करने का आरोप लगाया। पीडीपी नेता ने कहा कि, मजहब के नाम पर लोगों को लड़ाने वाले, उनका कत्ल करने वाले सांप्रदायिक संगठनों की तुलना आईएसआईएस जैसे किसी भी संगठन से कर सकते हैं। यह भी पढ़ेँः Jammu Kashmir: घाटी में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, 24 घंटे में मार गिराए इतने आतंकी, हिजबुल कमांडर भी ढेर देश में मौजूदा वक्त में हिंदुत्व और हिंदू धर्म को लेकर लगातार मामला गरमाया हुआ है। जम्मू स्थित पीडीपी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान महबूबा मुफ्ती से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की ओर से आरएसएस की तुलना ISIS और बोको हरम जैसे आतंकी संगठनों से किए जाने के सवाल पर कहा, 'हां, हम सांप्रदायिक पार्टियों की तुलना ISIS से कर सकते हैं, क्योंकि वे सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं, लिंचिंग करते हैं क्योंकि वे धर्म के नाम पर लोगों को मारते हैं।' जम्मू में पीडीपी कार्यालय में महबूबा मुफ्ती ने मीडिया से बात में कहा कि, यह हिंदुत्व के बारे में नहीं है, असली सनातन धर्म हमें सांप्रदायिकता नहीं सिखाता है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व बीजेपी और आरएसएस है, यह सही नहीं है। बीजेपी और आरएसएस ने हिंदुत्व को हाईजैक कर लिया है। बीजेपी और आरएसएस जो हमें पढ़ाना चाहते हैं वो हिंदुत्व नहीं है। यह भी पढ़ेँः Jammu Kashmir: कुलगाम के चवलगाम इलाके में मुठभेड़, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया बता दें कि हाल में महबूबा मुफ्ती ने खुद को नजरबंद किए जाने की बात कही थी। मुफ्ती ने कहा कि एक बार फिर उन्हें नजरबंद कर दिया गया है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/kangana-ranaut-comment-on-freedom-complaint-filed-against-actress-in-many-cities-bjp-also-critisised-7170560/,"कंगना रनौत के बयान के खिलाफ देश भर में बवाल, कई राज्यों में केस दर्ज, BJP नेता ने भी की आलोचना","कंगना रनौत के बयान के खिलाफ देश भर में बवाल, कई राज्यों में केस दर्ज, BJP नेता ने भी की आलोचना कंगना रनौत के भीख में आजादी वाले बयान ने तूल पकड़ लिया है। देशभर में इस बयान का ना सिर्फ विरोध हो रहा है बल्कि कंगना के पद्मश्री पुरस्कार को भी वापस लेने की मांग की जा रही है, देश के कई राज्यों में अभिनेत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है वहीं ट्विटर पर #KanganaRanautDeshdrohi ट्रेंड कर रहा है। नई दिल्ली Published: November 13, 2021 11:49:48 am नई दिल्ली। कंगना रणौत ( Kangana Ranaut ) के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। देश की आजादी का साल 2014 बताकर कंगना विवादों में घिर गई हैं। सोशल मीडिया पर फैंस उनसे पद्मश्री वापस लेने की मांग कर रहे हैं। वहीं राजनीतिक दलों ने कंगना के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। यही नहीं बीजेपी भी कंगना के इस बयान को गलत बता रही है। महाराष्ट्र के भाजपा प्रमुख ( BJP ) चंद्रकांत पाटिल ( Chandrakant Patil ) ने कंगना के बयान को पूरी तरह से गलत करार दिया है। बता दें कि कंगाना रनौत ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भारत को असल मायने में आजादी 2014 में मिली। उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के केंद्र में सरकार बनाने से था। यह भी पढ़ेंः नवाब मलिक का कंगना रनौत पर तंज, बोले- ले ली ड्रग की ओवरडोज, स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर वापस लें 'पद्म श्री' कंगना रनौत के भीख में आजादी वाले बयान ने तूल पकड़ लिया है। देशभर में इस बयान का ना सिर्फ विरोध हो रहा है बल्कि कंगना के पद्मश्री पुरस्कार को भी वापस लेने की मांग की जा रही है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी कंगना रनौत के बयान की कड़ी आलोचना की है। महाराष्ट्र बीजेपी चीफ चंद्रकांत पाटिल ने कहा है, किसी को भी आजादी की लड़ाई या फिर स्वतंत्रता सेनानियों पर नकारात्मक टिप्पणी करने का हक नहीं है। ऐसा करना सरासरगलत है। उन्होंने कहा कि आप प्रधानमंत्री के कामों की तारीफ कर सकते हैं, लेकिन स्वतंत्रता आंदोलन की आलोचना नहीं। इससे पहले महात्मा गांधी के पड़पौत्र तुषार गांधी ने अभिनेत्री को नफरत का एक एजेंट बताते हुए ट्वीट किया, 'पद्मश्री कंगना रणौत नफरत, असहिष्णुता की एजेंट है। यह हैरानी की बात नहीं है कि उन्हें लगता है कि भारत को आजादी 2014 में मिली। घृणा, असहिष्णुता, दिखावटी देशभक्ति और दमन को भारत में 2014 में आजादी मिली। यहां पर दर्ज हुई कंगना के खिलाफ शिकायत उत्तराखंड के हरिद्वार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कंगना के खिलाफ दो जगहों पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। रुड़की और ज्वालापुर में दर्ज शिकायतों में कंगना के ऊपर स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों का अपमान करने का आरोप लगा है। वहीं महिला कांग्रेस की ओर से राजस्थान के चार शहरों जोधपुर, जयपुर, उदयपुर और चूरू में फिल्म अभिनेत्री के खिलाफ इसी मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। इसके अलावा आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुंबई पुलिस को शिकायत की एक अर्जी देते हुए अभिनेत्री के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। जबकि मध्य प्रदेश के इंदौर में स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों ने कंगना का पुतला फूंका और प्रदर्शन किया। एनसीपी और शिवसेना ने की पद्मश्री वापस लेने की मांग कंगान के बयान को लेकर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी कड़ा विरोध जताया था। शुक्रवार को उन्होंने कंगना के पद्मश्री वापस लेने की मांग की। वहीं शिवसेना ने कहा है कि कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। It’s time #SCofIndia @SupremeCourtFan takes cognisance that Coveted National Decorations are being conferred on scums like #KanganaRanaut who has been spewing venom & sedition, so hatefully contagious that legal proceedings be initiated against her. #KanganaRanautDeshdrohi pic.twitter.com/FvwDKvYOlg — Pragnya Gupta (@GuptaPragnya) November 13, 2021 #KanganaRanautDeshdrohi Rule #1: Never trust a drug addict Rule #2: Follow Rule#1#kanganaranuat pic.twitter.com/DfIfYPPnDU— RaGa (@FakeerFake) November 13, 2021 Terms for receiving the award in #NewIndia 🔸Spreading Hatred 🔸Insulting Farmers 🔸Declaring the Farmers as 'Khalistani' 🔸Declare Freedom Fighters and Martyrs 'Bheekhari' Is Prime Minister endorse #KanganaRanaut ❓ #KanganaRanautDeshdrohi pic.twitter.com/11ojZ9kqbK— তন্ময় l Tanmoy l تانماي l (@tanmoyofc) November 13, 2021 ट्रेंड कर रहा #KanganaRanautDeshdrohi कंगना के बयान का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। ट्विटर पर #KanganaRanautDeshdrohi ट्रेंड कर रहा है। कई लोगों ने कंगना के बयान को लेकर अपने-अपने अंदाज में आलोचना की है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/up-assembly-elections-2022-congress-serving-issues-to-bjp-7169192/,"कांग्रेस परोस रही मुद्दे, सलमान खुर्शीद के 'बुक बम' के बाद राशिद अल्वी के 'राक्षसी' बयान पर बवाल","कांग्रेस परोस रही मुद्दे, सलमान खुर्शीद के 'बुक बम' के बाद राशिद अल्वी के 'राक्षसी' बयान पर बवाल सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी से जुड़े विवाद तब सामने आ रहे हैं जब मुस्लिम समर्थक पार्टी की छवि बदलने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मंदिर और मठों के चक्कर काट रहे हैं। नई दिल्ली Updated: November 12, 2021 05:53:16 pm देश की राजनीति में हिंदू-मुस्लिम एक ऐसा मुद्दा है जिसका कांग्रेस के लिए भाजपा से मुकाबला करना लगभग नामुमकिन सा हो गया है। एक बार फिर ये पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले हिंदू-मुस्लिम मुद्दे में उलझती नजर आ रही है। अभी सलमान खुर्शीद के विवादित किताब को लेकर विवाद थमा भी नहीं था कि राशिद अल्वी ने हिंदू-मुस्लिम मसले में अपने बयान से आग में घी डालने का काम किया है। इससे भाजपा को कांग्रेस को घेरने और हिंदुओं को लुभाने के उसके प्रयासों को शून्य करने का अवसर मिल गया है। वहीं, कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल के लिए गुलाम नबी आजाद को भी मैदान में उतार दिया है। खुर्शीद की किताब और फिर राशिद अल्वी का विवादित बयान, इन दोनों ने ही यूपी के चुनावी मुद्दों को धार्मिक मुद्दों की ओर मोड़ दिया है। राशिद अल्वी का बयान और भाजपा का हमला दरअसल, उत्तर प्रदेश के संभल के ऐचोड़ा कम्बोह में पांच दिवसीय कल्कि महोत्सव चल रहा है जिसमें कांग्रेस नेता राशिद अल्वी भी पहुंचे थे। इस महोत्सव में राशिद अल्वी ने जय श्रीराम का नारा लगाने वालों की तुलना रामायण के कालनेमी राक्षस से कर दी, जिसके बाद एक बार फिर से कांग्रेस हिन्दू विरोध के मुद्दे पर चारों तरफ से घिर गई है। राशिद अल्वी ने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोग जय श्री राम का नारा लगाकर देश के लोगों को गुमराह करते हैं, ऐसे लोगों से होशियार रहना चाहिए। आज जो जय श्री राम बोलते हैं, वे बिना नहाए बोलते हैं। आज भी बहुत लोग जय श्री राम का नारा लगाते हैं, वे सब मुनि नहीं हैं”। सलमान ख़ुर्शीद के बाद अब कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी जय श्री राम कहने वालों को निशाचर (राक्षस) बता रहे हैं। राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में कितना ज़हर घुला हुआ है। pic.twitter.com/kHG3vXSpDW — Amit Malviya (@amitmalviya) November 12, 2021 भाजपा ने तुरंत इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया। अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ""सलमान खुर्शीद के बाद अब कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी जय श्री राम कहने वालों को निशाचर (राक्षस) बता रहे हैं। राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में कितना जहर घुला हुआ है।"" इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी को कई लोगों ने आड़े हाथों लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी नें कहा कि जय श्री राम का नारा लगाने वाले मुनि नहीं, बल्कि निशिचर (राक्षस) हैं। pic.twitter.com/SEaQT2sCGB — Prashant Umrao (@ippatel) November 12, 2021 Dear Hindus, Next time when you think of voting for Congress, remember what Hinduphobic @INCIndia leader Rashid Alvi said, 'People who chant ""Jai Shri Ram"" are Not Saints But Demons...'#rashidalvi #Hindutva #JaiShriRam pic.twitter.com/6ruQC9XyR6— श्रद्धा | Shraddha 🇮🇳 (@immortalsoulin) November 12, 2021 चारों तरफ से खुद को घिरता देख राशिद अल्वी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि ‘कार्यक्रम स्थल पर कई संत मौजूद थे, जिन्होंने मेरे भाषण का स्वागत किया। मैंने ये नहीं कहा कि जय श्री राम कहने वाले 'राक्षस' हैं। मैंने कहा कि जो लोग जय श्री राम कहते हैं वो मुनि नहीं हैं। राम आस्था की बात है और राजनीतिकरण से ऊपर है। मैंने कहा है कि भारत में राम राज्य होना चाहिए जहां नफरत न हो।' कांग्रेस का डैमेज कंट्रोल इससे पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब 'Sunrize Over Ayodhya: Nationhood in Our Times' का विमोचन कर कांग्रेस के लिए एक नया विवाद खड़ा कर दिया था। इस किताब में उन्होंने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को तो सही ठहराया, परंतु हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की थी। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने डैमेज कंट्रोल के लिए गुलाम नबी आजाद को मैदान में उतार दिया जिन्होंने हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से करने को गलत ठहराया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हम एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में हिंदुत्व से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन ISIS और जिहादी इस्लाम के साथ इसकी तुलना करना तथ्यात्मक रूप से गलत है। प्रियंका गांधी की मेहनत पर फिरा पानी इस बयान से भी कांग्रेस पार्टी को कोई बड़ा फायदा होते नहीं दिखाई दे रहा, वो भी तब जब सलमान खुर्शीद यूपी चुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ काम कर रहे हैं और मैनिफेस्टो कमेटी के प्रभारी भी हैं, ऐसे में भाजपा के लिए कांग्रेस को घेरना और आसान हो गया है। सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी से जुड़े विवाद तब सामने आ रहे हैं जब मुस्लिम समर्थक पार्टी की छवि बदलने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मंदिर और मठों के चक्कर काट रहे हैं। राहुल गांधी तो खुद को जनेऊधारी हिंदू तक साबित करने के प्रयास कर चुके हैं, जबकि हाथों में तुलसी की माला और माथे पर त्रिपुंड लगा कर प्रियंका गांधी वाड्रा बनारस में 'जय माता दी' के नारे के साथ रैली करती हुई नजर आ चुकी हैं। ऐसे में प्रिंयका गांधी के किये कराये पर पानी फिर सकता है। पार्टी के नेता ही बने पार्टी के लिए मुसीबत एक तरफ राहुल गांधी और प्रिंयका गांधी खुद को हिंदू साबित करने में लगे हैं, दूसरी तरफ सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी जैसे नेता भाजपा को पार्टी को घेरने का अवसर दे देते है। हालांकि, ये कोई पहली बार नहीं है जब कांग्रेस पार्टी को अपने ही नेताओं के विवादित बयान के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। खुद राहुल गांधी ने कहा था कि लोग लड़कियां छेड़ने के लिए मंदिर जाते हैं। इसके बाद कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व की विचारधारा पर कई सवाल उठे थे।। दिग्विजय सिंह द्वारा ‘हिन्दू आतंकवाद’ शब्द गढ़ना हो या शशि थरूर का ‘हिन्दू पाकिस्तान’ कहना हो, भाजपा ने हर बार कांग्रेस के हिन्दू कार्ड को उसके अतीत में किये गए हिन्दू विरोध को जनता के सामने रख पासा पलटा है। 2019 के लोकसभा चुनावों में भी हिन्दू-मुस्लिम का मुद्दा काफी अहम माना गया था तब भी कपिल सिब्बल का अयोध्या मामला टालने का अनुरोध देश की जनता को याद था। उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी पकड़ बनाने की कोशिशों में जुटी कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए अब उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है। 👉दूर करेंगे कोरोना की आर्थिक मार परिवार को देंगे 25 हज़ार 👉20 लाख को सरकारी रोजगार — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 23, 2021 हालांकि, प्रियंका गांधी वाड्रा ने जिन सात वचन के साथ यूपी में बदलाव की तस्वीर सामने रखी थी वो अब सलमान खुर्शीद और अल्वी जैसे नेताओं के कारण विफल होते नजर आ रहे हैं। ये चुनाव ही प्रियंका गांधी की छवि को एक मजबूत नेता के तौर पर चित्रित करने का काम करेगा। ऐसे में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कैसे स्थिति को संभालती हैं ये देखना दिलचस्प होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-hateful-ideology-of-rss-and-bjp-overshadowed-the-nationalistic-ideology-of-congress-7169071/,"राहुल गांधी ने BJP-RSS पर साधा निशाना, बोले- कांग्रेस की राष्ट्रवादी सोच पर भारी पड़ गई भाजपा की नफरत वाली विचारधारा","राहुल गांधी ने BJP-RSS पर साधा निशाना, बोले- कांग्रेस की राष्ट्रवादी सोच पर भारी पड़ गई भाजपा की नफरत वाली विचारधारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्यार और भाईचारे की विचारधार पर बीजेपी-आरएसएस की नफरत फैलाने वाली विचारधार भारी पड़ गई, राहुल ने कांग्रेस विचारधार के प्रसार पर भी जोर दिया नई दिल्ली Published: November 12, 2021 03:53:37 pm नई दिल्ली। कांग्रेस ( Congress ) के पूर्व अध्यक्ष और केरल से सांसद राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने वर्धा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ट्रेनिंग प्रोग्राम को वर्चुअली संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर बीजेपी पर तीखा हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा, आरएसएस और बीजेपी की घृणित विचारधारा कांग्रेस पार्टी की प्रेम वाली और राष्ट्रवादी विचारधारा पर भारी पड़ गई है। यही नहीं उन्होंने कहा कि देश में हिंदू धर्म और हिंदुत्सव दोनों में अंतर है। राहुल ने कहा, 2014 से पहले विचारधारा की लड़ाई केंद्रित नहीं थी. लेकिन आज के हिन्दुस्तान में विचारधारा की लड़ाई सबसे महत्वपूर्ण हो गई है। यह भी पढ़ेँः नवाब मलिक का कंगना रनौत पर तंज, बोले- ले ली ड्रग की ओवरडोज, स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर वापस लें 'पद्म श्री' राहुल गांधी ने कहा, देश में दो विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस पार्टी की और एक RSS की। देश में बीजेपी और RSS ने नफरत फैला दी है और कांग्रेस कीजोड़ने और भाईचारे की विचारधारा पर भारी पड़ गई। राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में पार्टी नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर चल रहे विवाद को लेकर अपनी बात रखी। राहुल ने कहा, 'आखिर हिदू धर्म और हिंदुत्व में क्या अंतर है, क्या वे एक ही बातें हैं। अगर वे एक ही बात हैं, तो हम उनके लिए एक जैसा नाम क्यों नहीं इस्तेमाल करते? ये जाहिर तौर पर दो अलग-अलग चीजें हैं। क्या हिंदू धर्म किसी सिख या मुस्लिम को मारना है, लेकिन हिंदुत्व का यही काम है।' कांग्रेसी विचारधारा का प्रसार जरूरी कांग्रेस सांसद ने कहा, हमारी विचारधारा अभी भी जिंदा है, जीवंत है, लेकिन इसका प्रभाव कुछ कम हुआ है। राहुल ने पार्टी की विचारधारा आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि इसका प्रभाव कम इसीलिए हुआ है, क्योंकि हम इसका अपने ही लोगों के बीच ठीक से प्रसार नहीं कर पाए। यह भी पढ़ेंः West Bengal: BJP को लगा एक और झटका, अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ने पार्टी से तोड़ा नाता सभी के लिए जरूरी ट्रेनिंग राहुल ने कहा, हमारी कांग्रेस का कोई भी व्यक्ति कितना भी सीनियर हो, कितना भी जूनियर हो, उसके लिए ट्रेनिंग अहम है। चरणबद्ध तरीक से प्रशिक्षण काफी अहम है और यह हमें पूरे देश में करनी है। अगर हमने अपनी विचारधारा को अपने संगठन में गहराई से उतार लिया, तो हम आगे बढ़ सकते हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/corruption-in-maharashtra-waqf-board-properties-is-not-new-7168926/,"नवाब मलिक के अधीन वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं, जानिए कैसे और कब","नवाब मलिक के अधीन वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं, जानिए कैसे और कब महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड की कुल संपत्ति 23,566 है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड के पास 37,330 हेक्टेयर की जमीन है और एक हजार से अधिक संपत्ति पर वक्फ बोर्ड का अवैध कब्जा है। नई दिल्ली Updated: November 12, 2021 03:18:01 pm महाराष्ट्र में आर्यन से जुड़े ड्रग मामले से शुरू हुई राजनीति ने एक नया मोड़ ले लिया है जिसने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस बीच नवाब मलिक के अंतर्गत आने वाले वक्फ बोर्ड के 7 ठिकानों पर हुई छापेमारी को लेकर नवाब मलिक ने कहा है कि ये चैरिटी वाली संस्था पर छापा है और वो किसी से नहीं डरते। अब ये वक्फ बोर्ड का मामला आखिर है क्या ? और क्यों प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मारे गए छापे की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं? इसे समझने से पहले एक नजर वर्तमान मामले पर डाल लेते हैं. क्या है पूरा मामला ? दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) वक्फ बोर्ड घोटाले की जांच कर रहा है। वक्फ बोर्ड में धांधली की शिकायत मिलने के बाद गुरुवार को कुल सात जगहों पर ED ने छापेमारी की थी। बता दें कि महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड मंत्री नवाब मलिक के अधीन आता है, और अब नवाब मलिक ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। इस छापे को लेकर नवाब मलिक ने एक प्रेसवार्ता की और कहा ‘छापेमारी वक्फ बोर्ड के दफ्तरों पर नहीं हुई थी, बल्कि पुणे जिले का एक ट्रस्ट है, जिसका नाम तबुत इनाम बंदोबस्ती ट्रस्ट (Tabut Inam Endowment Trust) है, उसी के दफ्तरों पर हुई है। ये ट्रस्ट 19 मई 2009 को ये चैरिटी कमिश्नर के पास से वक्फ बोर्ड को ट्रांसफर हुआ था। वक्फ एक्ट 1995 को आघाडी सरकार बनने के बाद लागू किया गया था और जो भी संस्थाएँ चैरिटी कमिश्नर के पास रजिस्टर थी उन्हें डी रजिस्टर कर दिया था। मीडिया में खबरें चल रही हैं कि अब ईडी नवाब मलिक के घर तक पहुंच जाएगी। अगर ऐसा है तो मैं कहना चाहूंगा कि ईडी का स्वागत है।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “नवाब मालिक किसी से नहीं डरता न ED से न ही मौत से।” नवाब मलिक ने प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखते हुए बताया कि कैसे उनका मंत्रालय पहले से ही इसकी जांच कर रहा है, परंतु जिस तरह से ED जांच कर रही है उसकी टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सवाल ये कि वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार के मामले पहले से हैं तो फिर ED अचानक को जागी है ? वो भी तब जब नवाब मलिक लगातार बीजेपी पर हमले कर रहे हैं। वक्फ बोर्ड क्या है ? मुसलमानों की भलाई के लिए दी गई जमीन या संपत्ति को वक्फ कहते हैं और बोर्ड इसका हिसाब रखता है। इस बोर्ड के पास संपत्ति अधिग्रहण करने, उसे अपने पास रखने या हस्तांतरण करने का अधिकार होता है। ये बोर्ड न्यायिक व्यवस्था के दायरे में बनता है और हर राज्य के पास अपना वक्फ बोर्ड होता है जिसके अपने चेयरमैन होते हैं। वक्फ बोर्ड, वक्फ एक्ट 1995 मुताबिक काम करता है, या यूं कहें कि ये भी एक ट्रस्ट की तरह काम करता है बस अंतर इतना है कि ट्रस्ट का दायरा बड़ा होता है, जबकि वक्फ बोर्ड धार्मिक कार्यों तक सीमित है। ट्रस्ट को उसका बोर्ड चाहे तो भंग कर सकता है, परंतु वक्फ बोर्ड के साथ ऐसा नहीं है। घोटालों का पुराना रिकार्ड महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड की कुल संपत्ति 23,566 है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड के पास 37330 हेक्टेयर की जमीन है और एक हजार से अधिक संपत्ति पर वक्फ बोर्ड का अवैध कब्जा है। पहले यही संपत्ति महाराष्ट्र में लगभग 93,418 एकड़ वक्फ भूमि थी, परंतु महाराष्ट्र में वक्फ की अधिकतर जमीन या तो अवैध हस्तांतरण या अतिक्रमण के कारण खत्म हो गई। तहरिके अवकाफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शब्बीर अहमद अंसारी ने महाराष्ट्र स्टेट वक्फ बोर्ड को राज्य में हो रही वक्फ संपत्ति की बंदर बांट के संदर्भ में इसी वर्ष अक्टूबर माह में घोटालों की लिस्ट भी दी थी। वर्ष 2017 में आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने भी पूरे राज्य में वक्फ भूमि सौदे में कथित अनियमितताओं की जांच शुरू की थी। तब राज्य सीआईडी ने कहा था कि वो सरकार के आदेश के अनुसार सभी वक्फ भूमि सौदों की जांच कर रही है, परंतु कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। ऐसे ही एक और मामले में पुणे शहर पुलिस ने इम्तियाज शेख और चांद मुलानी समेत चार अन्य के खिलाफ इसी वर्ष मामला दर्ज किया था। इन आरोपियों ने वक्फ बोर्ड की जमीन को एक ट्रस्ट से संबंधित दिखाकर जिला प्रशासन से 7 करोड़ 76 लाख 98 हजार 250 रुपए का डीडी ली थी और ये पैसे अपने निजी खाते में जमा कराए थे। इसका उल्लेख नवाब मलिक ने अपनी प्रेस वार्ता में भी किया है। सस्ते किराए के नाम पर बड़ा गोरखधंधा बता दें कि वक्फ से जुड़े ट्रस्ट इस जमीन को किराए पर भी दे सकते हैं, परंतु इसमें भी गड़बड़झाले के आरोप लगते रहे हैं। उदाहरण के लिए, भुलेश्वर में एक संपत्ति इंडियन ऑयल को सालाना 2 लाख 55 लाख के किराए पर दी गई थी, जबकि इसी संपत्ति पर पहले केवल 2.5 हजार रुपये ही मिलते थे। इस मामले से सामने आया कि कैसे सस्ते किराए के नाम पर बड़ा गोरखधंधा चलाया जा रहा था। जरा सोचिए ऐसे कितेने मामले होंगे जिनके बारे में शायद अब तक पता नहीं चल पाया है। भूमि घोटाले की सरकारी जांच ठप ऐसे ही वर्ष 2017 में राज्य में 2,500 करोड़ रुपये का वक्फ भूमि घोटाला सबसे बड़ा वक्फ धोखाधड़ी के रूप में सामने आया था, जिसके खुलासे ने वर्ष 2017 में सभी चौंका दिया था। हालांकि, इस मामले की जांच पूरी नहीं हो सकी क्योंकि महाराष्ट्र प्रशासनिक न्यायाधिकरण (एमएटी) ने तब इस मामले की जांच पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इसके बाद अपने पद का दुरुपयोग करने के मामले में घिरी वक्फ़ बोर्ड की तत्कालीन सीईओ नसीम बानो पटेल को सस्पेंड कर दिया गया था। दरअसल,फरवरी 2016 में नासिक में 55 एकड़ की वक्फ संपत्ति को गैर-वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया था जिसको लेकर नसीम बानो पटेल के खिलाफ़ जांच बैठा दी गई और आखिर मे उन्हें राज्य सरकार ने दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद वर्ष 2017 ED ने अपनी जांच में पाया कि वक्फ प्रापर्टी बेचने के गोरखधंधे में कई बड़े लोग शामिल थे, जिनमें कथित तौर पर राज्य के पूर्व अल्पसंख्यक मंत्री और कांग्रेस नेता नसीम खान के अलावा मुंबई पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हिमांशु राय का भी नाम सामने आया था। उस समय नसीम खान ने इस मामले में न्यायिक जांच की मांग भी की थी। मामले तो कई सामने आए, परंतु जांच में देरी को लेकर वर्तमान सरकार पर सवाल उठते हैं कि उसने इस मामले की गंभीरता को क्यों नहीं समझा? और समझ तो जांच धीमी गति से क्यों की गई? 2,500 करोड़ रुपये का वक्फ भूमि घोटाला हुआ तो इसकी जांच अब तक पूरी क्यों नहीं कराई गई? यहाँ नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ED सवालों के घेरे में ये तो वो मामले हैं जो सामने आ सकें है, परंतु ऐसे न जाने कितने ही घोटालों के मामलों को दबा दिया गया तो कुछ पर रोक लगा दी गई।महाराष्ट्र मे वक्फ भूमि की संपत्ति में घोटालों की लिस्ट तो पहले से ही है, परंतु ED का इस तरह से ऐक्टिव होना सवाल तो खड़े करता ही है। वो भी तब जब महाराष्ट्र की राजनीति में नवाब मलिक बनाम महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की लड़ाई देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र में ड्रग्स केस पर शुरू हुई तकरार आरोप-प्रत्यारोप और जांच और मानहानि के नोटिस के धमाकों मे बदल गया। एक तरफ नवाब मलिक के दामाद समीर खान ने देवेंद्र फडणवीस को कानूनी नोटिस भेजा है, तो दूसरी तरफ अमृता फडणवीस ने नवाब मलिक को लीगल नोटिस भेज दिया है। अब ये और आगे बढ़ते हुए प्रदेश में चल रहे भ्राष्टाचार और धांधली की जांच पर आ गया है। आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/nawab-malik-says-centre-must-take-back-the-padma-shri-from-kangana-ranaut-and-arrest-her-7168842/,"नवाब मलिक का कंगना रनौत पर तंज, बोले- ले ली ड्रग की ओवरडोज, स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर वापस लें 'पद्म श्री'","नवाब मलिक का कंगना रनौत पर तंज, बोले- ले ली ड्रग की ओवरडोज, स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर वापस लें 'पद्म श्री' एनसीपी नेता और महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने अभिनेत्री कंगना रणौत के आजादी वाले बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि हम अभिनेत्री कंगना रणौत के बयान की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। केंद्र को उनसे पद्मश्री वापस ले और उन्हें गिरफ्तार करे नई दिल्ली Published: November 12, 2021 01:19:53 pm नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मंत्री और NCP नेता नवाब मलिक ( Nawab Malik ) ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शुक्रवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कंगना रनौत पर तंज कसा है। एनसीपी नेता ने कहा है कि कंगना रनौत ने ओवर डोज ले ली है। इसलिए इस तरह के बेतुके बयान दे रही हैं। दरअसल मलिक कंगना के भारत को 2014 में आजादी मिलने वाले बयान पर निशाना साध रहे थे। उन्होंने कहा है कि कंगना ने हिमाचल में बनने वाली ड्रग मलाना क्रीम का एक डोज ज्यादा ले लिया है। इसलिए वो इस तरह की बहकी हुई बातें कर रही हैं। यह भी पढ़ेँः कंगना रनौत ने वरुण गांधी को सोशल मीडिया पर धोया, बोली ‘जा और रो अब’, बढ़ रहा विवाद Mumbai | We strongly condemn actress Kangana Ranaut's statement (India got freedom in 2014). She insulted freedom fighters. Centre must take back the Padma Shri from Kangana & arrest her: Maharashtra Minister Nawab Malik pic.twitter.com/xTy2VPFohk — ANI (@ANI) November 12, 2021 कंगना रनौत ने पद्मश्री मिलने के बाद कहा था कि भारत को आजादी 2014 में मिली थी। उनके इस बयान के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। गांधी ने कहा था कि इस तरह का बयान को पागलपन या फिर देशद्रोह क्या कहूं? इस बीच कंगना रनौत के बयान की एनसपी नेता नवाब मलिक ने भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। मलिक ने केंद्र सरकार से मांग की है कि स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने पर कंगना रनौत को दिए गए पद्म श्री को वापस लिया जाए और उन्हें गिरफ्तार भी किया जाए। कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज कंगना के बयान के बाद 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य प्रीति शर्मा मेनन ने अभिनेत्री कंगना रणौत के खिलाफ मुंबई पुलिस से शिकायत कर मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मेनन ने कहा, 'कार्रवाई की उम्मीद है। कंगना पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए, 504, और 505 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।'",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/priyanka-gandhi-lobbying-for-sachin-pilot-here-is-the-reason-7167837/,"प्रियंका गांधी वाड्रा कर रही हैं सचिन पायलट की पैरवी, कारण यूपी से जुड़ा है","प्रियंका गांधी वाड्रा कर रही हैं सचिन पायलट की पैरवी, कारण यूपी से जुड़ा है प्रियंका सिंधिया की जगह पायलट को देना चाहती हैं। सचिन पायलट न केवल एक मजबूत गुर्जर चेहरा हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर उनका जुड़ाव भी है जो उन्हें उत्तर प्रदेश के चुनावों के लिए अहम बनाता है। नई दिल्ली Updated: November 11, 2021 09:09:00 pm राजस्थान में अचानक से मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा तेज होना, सचिन पायलट का राहुल और प्रियंका से मिलना कोई संयोग नहीं है। यहाँ जिस तरह की राजनीतिक उठापटक देखने का मिल रही है उसे देखकर आप यही अंदाजा लगाएंगे कि ये सब 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए किया जा रहा है, परंतु ये सब उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए किया जा रहा है। राजस्थान की समस्या के सुलझने से सचिन पायलट को यूपी चुनावों के लिए तैयार करना आसान हो जायेगा। यही कारण है कि राजस्थान के मंत्रिमंडल विस्तार जल्दी करने और पायलट गुट के समर्थकों को कैबिनेट में शामिल करने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। सचिन पायलट के लिए कैसे फायदेमंद हैं ? विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में जातिय समीकरण की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट-गुर्जर काफी अहम माने जाते हैं और यहां भाजपा की पकड़ मजबूत मानी जाती है। एक तरफ जाट वर्ग भाजपा के हाथों से छिटक रहा है तो दूसरी तरफ गुर्जर भी भाजपा से नाराज हैं। ऐसे में कांग्रेस इस मौके को अवश्य ही भुनाना चाहेगी और प्रियंका गांधी इसे अंजाम देने में लगी हैं। प्रियंका गांधी कांग्रेस की महासचिव होने के साथ ही उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी हैं और राजस्थान की राजनीति में उनकी सक्रियता से साफ है कि वो सचिन पायलट को लेकर उत्तर प्रदेश के 2022 विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बना रही हैं। दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जाट-गुर्जर बहुल क्षेत्र माना जाता है। गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, सहारनपुर, मेरठ और बुलंदशहर में गुर्जरों का दबदबा है। गौतमबुद्धनगर के दादरी शहर को गुर्जरों की राजधानी तक कहा जाता है। जब जाट वर्ग के अमित चौधरी को दादरी शहर के चेयरमैन पद का प्रत्याशी बनाया गया था तब गुर्जर वर्ग ने भाजपा का काफी विरोध किया था जिसके बाद भजपा को अपना निर्णय बदलना पड़ा था। सिंधिया की जगह पायलट जैसा कि हमने बताया पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुर्जर मतदाता कई विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं, परंतु वर्तमान में कांग्रेस के पास यूपी में कोई बड़ा और प्रभावी गुर्जर चेहरा नहीं है, जिसके चलते प्रियंका गांधी सचिन पायलट को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय करना चाहती हैं। पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां से सक्रिय थे, परंतु वो अब भाजपा के साथ हैं। अब प्रियंका सिंधिया की जगह पायलट को देना चाहती हैं। सचिन पायलट न केवल एक मजबूत गुर्जर चेहरा हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर उनका जुड़ाव भी जो उन्हें उत्तर प्रदेश के चुनावों के लिए अहम बनाता है। कांग्रेस को मिली जीत में सचिन की भूमिका ये सचिन पायलट ही थे जिन्होंने राजस्थान में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। राजस्थान में सचिन पायलट गुर्जर समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं और ये उनका ही प्रभाव था कि कांग्रेस पार्टी की जीत में करीब 70 फीसदी वोटबैंक गुर्जर समुदाय से था। इसके साथ ही ये तक कहा जाता है कि सचिन पायलट ने ही जमीनी स्तर पर कांग्रेस को मजबूत कर राजस्थान में पार्टी को जीत दिलाई थी। सचिन पायलट ने अपना ध्यान राष्ट्रीय राजनीति से हटा कर राज्य की चुनौतियों पर फोकस किया था और जमीनी स्तर पर काम कर पार्टी की जीत सुनश्चित की थी। सचिन के लिए जब एकजुट हुए गुर्जर वर्ष 2004 में दौसा सीट हो या 2009 में अजमेर सीट हो, सचिन पायलट दोनों बार जीते और सांसद बने। इसके बाद टोंक सीट से दो बार विधानसभा चुनाव भी पायलट जीत चुके हैं। इसी से आप समझ सकते हैं कि किस तरह से सचिन पायलट आम जनता से जुड़े हैं। जब अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री बने और पायलट को दरकिनार करने का प्रयास किया तो गुर्जर पायलट के समर्थन में एकजुट हो गये थे। ऐसे में प्रियंका गाँधी का सचिन पायलट को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रीय करना पार्टी के लिए चुनावी समीकरण बदल सकता है। पायलट कांग्रेस के पक्ष में गुर्जर मतदाताओं को एकजुट कर सकते हैं। नोएडा, बिजनौर, गाजियाबाद, संभल, मेरठ, सहारनपुर, कैराना जिले की करीब दो दर्जन सीटों पर गुर्जर समुदाय का प्रभाव है। हाल ही में भाजपा ने भी इन्हें साधने के लिए दादरी के मिहिर भोज पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था परंतु ये दांव भाजपा पर तब भारी पड़ गया जब राजपूत समुदाय नाराज हो गया। चाहे 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव हो या 2017 के विधानसभा चुनाव भाजपा को गुर्जरों का भरपूर समर्थन मिला था, परन्तु इस बार किसान आंदोलन के कारण भाजपा के सामने सबसे बड़ी दुविधा ये है कि वह नाराज़ चल रहे जाट, गुर्जर और राजपूत वोटरों के बीच 'संतुलन' कैसे बनाए। ये स्थिति कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, और प्रियंका गांधी वाड्रा इस तथ्य को समझती हैं कि सचिन पायलट का प्रदेश में सक्रीय होना पार्टी के लिए सकरात्मक साबित होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/ashok-gehlot-sachin-pilot-cold-war-may-end-after-cabinet-reshuffle-7167259/,क्या राजस्थान में कैबिनेट विस्तार से गहलोत-पायलट के बीच की दूरी होगी खत्म?,"क्या राजस्थान में कैबिनेट विस्तार से गहलोत-पायलट के बीच की दूरी होगी खत्म? मंत्रिमंडल विस्तार की आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। इसी के साथ माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान इस विस्तार के जरिये गहलोत और पायलट के बीच संतुलन बनाने के प्रयास करेगी। नई दिल्ली Updated: November 11, 2021 05:22:47 pm राजस्थान में लंबे समय के इंतजार के बाद आखिरकार कैबिनेट विस्तार को लेकर तारीख तय हो गई है। 15 से 20 नवंबर के बीच की तारीख को मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए तय किया गया है जिसमें सचिन पायलट के गुट के नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है। कैबिनेट विस्तार के लिए प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने मिलकर निर्णय लिया है। वहीं, सोनिया गांधी से भी इस संबंध में पहले ही चर्चा हो चुकी है। फिलहाल, इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। इसी के साथ माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान इस विस्तार के जरिये गहलोत और पायलट के बीच संतुलन बनाने के प्रयास करेगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि “राज्य में बहुप्रतीक्षित कैबिनेट फेरबदल का फैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया गया है, जो तय करेगा कि यह कब होगा। इसकी पूरी जानकारी अजय माकन के पास है। हम चाहते हैं कि राज्य में सुशासन बना रहे।” कितने पद खाली? दरअसल, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा इस समय दिल्ली में हैं और 13 नवंबर तक उनके जयपुर लौटने की संभावना है। राज्यपाल ही मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख पर आखिरी मुहर लगाएंगे। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच संतुलन बनाने के लिए पायलट गुट के 5-6 नेताओं को फिर से प्रदेश के मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। ये पायलट गुट के वही मंत्री होंगे जिन्हें पहले कैबिनेट से बाहर कर दिया गया था। इस बार कुल 30 मंत्री बनाये जा सकते हैं जिसमें पहले से ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत 21 मंत्री हैं, अर्थात 9 मंत्री पद अभी भी खाली हैं। गौरतलब है कि गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी को पहले ही अलग-अलग जिम्मेदारी दी जा चुकी है। रघु शर्मा इस समय गुजरात के प्रभारी हैं, और हरीश चौधरी पंजाब के प्रभारी हैं जबकि गोविंद सिंह डोटासरा इस समय प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री हैं। राजस्थान के मंत्रिमंडल विस्तार में एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत को अपनाया जा सकता, ऐसे में संभावनाएं हैं कि डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी कैबिनेट से बाहर हो सकते हैं। इससे कुल 12 पद खाली हो जायेंगे हैं, यदि किसी को मंत्री पद से नहीं भी हटाया गया तो भी पायलट खेमें से कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। राजनीतिक संतुलन बनाने के प्रयास अचानक से राजस्थान में राजनीतिक संतुलन बनाये जाने के पीछे पार्टी के प्रति सचिन पायलट की निष्ठ कारण हो सकती है। जिस तरह से पिछले एक साल में राजस्थान में राजनीतिक घमासान देखने को मिला है उससे सभी को उम्मीद थी कि पायलट पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं। हालांकि, सचिन पायलट ने पार्टी हाईकमान पर भरोसा जताया और सही निर्णय की प्रतीक्षा की, जिससे पार्टी हाईकमान का भरोसा जीतने में वो कहीं न कहीं सफल हुए हैं। बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी विवाद के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा था। पायलट अपने समर्थक नेताओं को फिर से वही पद वापस दिलाना चाहते थे, परंतु सरकार में कैबिनेट विस्तार को लेकर अशोक गहलोत का कहना था कि वो कैबिनेट विस्तार मंत्रियों के कामकाज और रिपोर्ट कार्ड के आधार पर ही करेंगे। इसका अर्थ स्पष्ट था कि वो केवल अपने समर्थकों को ही कैबिनेट में जगह देना चाहते थे। इसपर पार्टी हाईकमान ने भी चुप्पी साध रखी थी। सचिन पायलट ने जीता भरोसा सचिन पायलट की निष्ठा ने पहले ही पार्टी हाईकमान का भरोसा जीत लिया था, फिर उपचुनावों में जीत ने काम और आसान कर दिया है। बता दें कि राजस्थान के वल्लभनगर-धरियावद उपचुनाव में मिली जीत के बाद से कांग्रेस अब 2023 में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान के लिए गहलोत और पायलट के बीच की खाई को पाटना आवश्यक हो गया था। ये भी एक तथ्य है कि राजनीतिक खाई को पाटना इतना आसान नहीं है, इसलिए अब कांग्रेस पार्टी दोनों के बीच संतुलन बनाने के प्रयास कर रही है। अब मंत्रिमंडल विस्तार के बाद गहलोत-पायलट के बीच की दूरी कितनी कम होती है, ये देखना दिलचस्प होगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-assembly-election-2022-why-is-aam-adami-party-mum-on-cm-face-7167160/,Punjab Assembly Election 2022: पंजाब में सीएम चेहरे पर चुप क्यों है आम आदमी पार्टी?,"पंजाब में सीएम चेहरे पर चुप क्यों है आम आदमी पार्टी? पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर अब तक आम आदमी पार्टी ने सीएम चेहरे को साफ नहीं किया है। कुछ लोग इसे आप की मजबूरी बता रहा हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि यह पार्टी की चुनावी रणनीति है। नई दिल्ली Updated: November 11, 2021 04:39:27 pm नई दिल्ली। अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर चुनावी रैलियों और जनसभाओं का दौर भी शुरू हो गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब तक पंजाब के कई दौरे कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने राज्य में फ्री बिजली और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे कई बड़े चुनावी ऐलान भी किए हैं। हालांकि अभी तक पार्टी ने राज्य में सीएम के चेहरा साफ नहीं किया है। कुछ लोग इसे आम आदमी पार्टी की मजबूरी बता रहें हैं। punjab assembly election 2022 why is aam adami party mum on cm face माना जा रहा है कि आप किसी भी नेता पर इतना भरोसा नहीं करती, जिसे सीएम फेस बनया जाए। ऐसे में पार्टी फिर एक बार फिर दिल्ली सीएम के चेहरे पर मैदान में है। वहीं कुछ लोग इसे पार्टी की चुनावी रणनीति कह रहे हैं। पिछले चुनाव में आप का प्रदर्शन राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस बात को समझने के लिए हमें पंजाब में हुए पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों पर ध्यान देना होगा। 2017 में हुए पंजाब चुनाव में पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर चुनाव लड़ा था और आप को चुनावी में खासा नुकसान उठाना पड़ा। राज्य में मौजूदा अकाली दल की सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई थी, वहीं कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह के चेहरे पर मैदान में थी। आप ने जीती थीं 20 सीटें बीते चुनाव में आम आदमी पार्टी अंतिम समय तक सीएम का चेहरा साफ नहीं कर पाई, जिसके चलते पार्टी को राज्य में सिर्फ 20 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। वहीं 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में कांग्रेस ने 72 सीटें हासिल कर राज्य में सरकार बनाई। माना जा रहा है कि इस बार भी आम आदमी पार्टी पिछले चुनावों में की गई गलती दोहरा रही है। चुनाव में कुछ ही महीनों का समय बचा है, लेकिन आप बिना किसी मजबूत सीएम के चेहरे के राज्य में चुनावी मैदान में है। यह भी पढ़ें: अब नवाब मलिक के खिलाफ सड़क पर उतरी भाजपा गौरतलब है कि इस बार राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस के लिए भी चुनौती कम नहीं है। पार्टी में लंबे समय से कलह देखने को मिल रही है, वहीं राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी अलग पार्टी बना ली है। उनका कहना है कि वो राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा संग गठबंधन करने को भी तैयार हैं। वहीं आम आदमी पार्टी की राज्य में चुनावी रणनीति पिछले चुनाव की तरह ही है, अब देखना यह होगा कि इस बार पार्टी कैसा प्रदर्शन करती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/west-bengal-big-setbeck-bjp-bengali-actress-shrabanti-chatterjee-broke-ties-with-the-party-7166953/,"West Bengal: BJP को लगा एक और झटका, अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ने पार्टी से तोड़ा नाता","West Bengal: BJP को लगा एक और झटका, अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ने पार्टी से तोड़ा नाता West Bengal बंगाली अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ने विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय व दिलीप घोष सहित कई अन्य की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा था. बंगाल में इससे पहले भी कई बंगाली अभिनेता व अभिनेत्री बीजेपी में शामिल हुए थे, लेकिन चुनाव के बाद से वे लगातार पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं नई दिल्ली Published: November 11, 2021 01:58:02 pm नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में विधानसभा चुनाव के बाद से बीजेपी नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला अब तक जारी है। कई विधायक पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। इसी कड़ी में बंगाल में बीजेपी को एक और झटका लगा है। बंगाली अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ( Srabanti Chatterjee )ने पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया है। इस बात की जानकारी खुद अभिनेत्री ने दी। उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होने पार्टी पर बंगाल के प्रति बीजेपी में गंभीरता और लोगों की कल्याण करने की भावना को नहीं समझने का आरोप भी लगाया। यह भी पढ़ेः Cruise Drug Case: BJP का नवाब पर पलटवार, हाइड्रोजन बम निकला बेदम, मलिक को ऑक्सीजन की जरूरत ""Severing all ties with the BJP P..."" says Bengali actor Srabanti Chatterjee who joined Bharatiya Janata Party in March this year#WestBengal (file photo) pic.twitter.com/w7nr52MSC0 — ANI (@ANI) November 11, 2021 विधानसभा चुनाव के बाद से ही बंगाल बीजेपी में लगातार पार्टी छोड़ने की होड़ मची हुई है। कई नेताओं ने तो ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल का दामन थाम लिया है। अभी तक बंगाल के पांच विधायक और पूर्व मंत्री और सांसद बाबुल सुप्रियो सहित कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इस बीच बंगाली अभिनेत्री श्राबंती चटर्जी ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है। बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय व दिलीप घोष सहित कई अन्य की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा था। बंगाल में इससे पहले भी कई बंगाली अभिनेता व अभिनेत्री बीजेपी में शामिल हुए थे, लेकिन चुनाव के बाद से वे लगातार पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं। ज्यादातर का कहना है कि पार्टी में उनकी अनदेखी की जा रही है। दरअसल बंगाल में बीजेपी में भी अंदरुनी कलह जारी है। गुटबाजी के चलते ही चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। यह भी पढ़ेँः West Bengal Violence: पूर्व मेदिनीपुर में BJP वर्कर की पीटने के बाद चाकू मार कर की हत्या, TMC पर लगा आरोप श्राबंती चटर्जी की बात करें तो वे बांग्ला फिल्मों की मशहूर ऐक्ट्रेस हैं। 34 वर्ष की श्राबंती ने साल 1997 में बंगाली फिल्म ‘मायार बंधोन’ से डेब्यू किया था। वहीं विधानसभा चुनाव के दौरान ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा और बीजेपी जॉइन की, हालांकि ये साथ ज्यादा दिन नहीं रहा। माना जा रहा है कि श्राबंती भी टीएमसी का दामन थाम सकती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/complaint-against-salman-khurshid-for-comparing-hindutva-to-terrorist-7166773/,"अपनी किताब के कारण बुरे फंसे सलमान खुर्शीद, सुप्रीम कोर्ट के वकील ने दर्ज कराई शिकायत","अपनी किताब के कारण बुरे फंसे सलमान खुर्शीद, सुप्रीम कोर्ट के वकील ने दर्ज कराई शिकायत कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद अपनी किताब को लेकर एक नए विवाद में घिर गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने खुर्शीद के खिलाफ पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत दर्ज कराई है। नई दिल्ली Updated: November 11, 2021 01:18:35 pm कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद अपनी किताब को लेकर एक नए विवाद में घिर गए हैं, जिससे कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें यूपी चुनाव से पहले बढ़ गयी हैं। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की नई किताब 'Sunrize Over Ayodhya: Nationhood in Our Times' बुधवार को लॉन्च हुई। इस किताब के लॉन्च होते ही हिंदू धर्म पर की गई टिप्पणी को लेकर ये विवादों में आ गई। खुर्शीद पर हिंदू धर्म का अपमान करने के आरोप लगने लगे, जिसके बाद अब वो स्पष्टीकरण दे रहे हैं कि सनातन धर्म का अपमान करने का उनका कोई उद्देश्य नहीं है। किताब को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। इस बीच सलमान खुर्शीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने शिकायत दर्ज करा दी है। अगर ये विवाद ऐसे ही बढ़ता रहा तो खुर्शीद की किताब यूपी चुनावों से पहले कांग्रेस के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकती है। शिकायत दर्ज दरअसल, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब 'Sunrize Over Ayodhya: Nationhood in Our Times' में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने इस विवाद के बीच कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के खिलाफ पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत दर्ज कराई है। Second compliant against senior @INCIndia leader Salman Khurshid for comparing hinduism with terrorism in his book. Vineet Jindal filed it with @DelhiPolice @CPDelhi office @vineetJindal19 @salman7khurshid pic.twitter.com/FerOSPHIjL — Atulkrishan (@iAtulKrishan) November 11, 2021 इससे पहले विवेक गर्ग नाम के दिल्ली के वकील ने भी दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी और केस दर्ज करने के लिए अनुरोध किया है। पुलिस कमिश्नर के पास अपनी शिकायत में सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल और विवेक गर्ग ने खुर्शीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करने और सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश के लिए मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। वहीं, इस किताब को लेकर खुर्शीद की चारों तरफ आलोचना होने लगी तो उन्होंने अपनी सफाई में कहा, ""हिन्दू धर्म बहुत उच्च स्तर का धर्म है। इसके लिए गांधी जी ने जो प्रेरणा दी उससे से बढ़कर कोई प्रेरणा नहीं हो सकती है। कोई नया लेबल लगा ले तो उसे मैं क्यों मानूं? कोई हिन्दू धर्म का अपमान करे तो भी मैं बोलूंगा। मैंने ये कहा कि हिंदुत्व की राजनीति करने वाले गलत हैं और आईएसआईएस भी गलत है।"" क्या है विवाद की जड़? अपनी किताब में खुर्शीद ने लिखा है, ""हिंदुत्व का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए होता है, चुनाव प्रचार के दौरान इसका ज्यादा उल्लेख किया जाता है। हिंदू धर्म को किनारे लगाता यह हिंदुत्व का राजनीतिक रूप आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी संगठन जैसा ही है।"" किताब के 113 नंबर पेज यह बातें लिखी गई हैं जिसको लेकर सबसे अधिक विवाद देखने को मिल रहा है। वहीं, अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में लिखा है, ""अयोध्या विवाद को लेकर समाज में बंटवारे की स्थिति थी। सुप्रीम कोर्ट ने उसका समाधान निकाला। कोर्ट के फैसले ने काफी दूर तक देखने की कोशिश की है। ऐसा फैसला है जिससे ये ना लगे कि हम हारे, तुम जीते।"" इसके अलावा उन्होंने अपनी किताब में कांग्रेस के उन नेताओं की भी आलोचना की है जो हिंदुत्व से प्रभावित नजर आते हैं। भाजपा को हमला करने का मिला मौका इस किताब के सामने आते ही भाजपा को भी यूपी चुनावों से पहले सनातन धर्म के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने का अवसर मिल गया। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ""कांग्रेस के सलमान खुर्शीद ने अपनी नई किताब में लिखा है कि हिंदुत्व आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी इस्लामी समूहों के समान है। हम उस व्यक्ति से और क्या उम्मीद कर सकते हैं जिसकी पार्टी ने सिर्फ इस्लामिक जिहाद के साथ समानता लाने के लिए और मुस्लिम वोट पाने के लिए भगवा आतंकवाद शब्द गढ़ा।"" Congress’s Salman Khurshid in his new book writes that Hindutva is similar to the jihadist Islamist groups like ISIS and Biko Haram. What else can we expect from someone whose party coined the term Saffron terror just to draw equivalence with Islamic jihad, to get Muslim votes? pic.twitter.com/3OikNQJ3qt — Amit Malviya (@amitmalviya) November 10, 2021 मध्य प्रदेश के भोपाल से विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी खुर्शीद पर हमला बोला, परंतु तीखे शब्दों के कारण ये भी विवादों में आ गये हैं। रामेश्वर शर्मा ने ट्वीट कर लिखा, ""सलमान खुर्शीद, तुम्हारे अल्लाह तुम्हें लंबी उम्र सिर्फ इसलिए दें कि तुम अयोध्या की तरह काशी और मथुरा पर भी किताब लिख सको और हाँ हिंदुस्तान में हिंदुत्व है इसलिए ISIS नहीं है, और हिंदुत्व ISIS की तरह होता तो तुम इतना बोलकर जिंदा नहीं रहते।"" सलमान खुर्शीद... तुम्हारे अल्लाह तुम्हे लंबी उम्र सिर्फ इसलिए दें कि तुम अयोध्या जी की तरह काशी और मथुरा पर भी किताब लिख सको । ...और हाँ हिंदुस्तान में हिंदुत्व है इसलिए ISIS नही है, और हिंदुत्व ISIS की तरह होता तो तुम इतना बोलकर जिंदा नही रहते ।@salman7khurshid — Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) November 10, 2021 इसके अलावा सोशल मीडिया पर आम जनता ने भी कांग्रेस पार्टी और सलमान खुर्शीद दोनों को आड़े हाथों लिया, साथ ही जनता ने कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पर सवाल उठाये हैं जो पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। Congress Leader Salman Khurshid in his new book writes that Hindutva is similar to the jhadist Is|amist groups like ISIS and Boko Haram. This idiot has no right to reside in India 😎 He should be very strictly published for expressing such views.#AntiHindutvaCongress pic.twitter.com/Knu6Ln3iPW — Dr R.Tripathi(HMG) (@TripathiR20) November 10, 2021 Haram khor Salman Khurshid said ""Ho gaya toh Ho gaya hum kya kare"" a Jihadi by Practice and mentality .. Hindu Hater And Bharat Hater - see his audacity Makes drama of being Bharatiya but deep Anti-Indian by thought and Practice - Pakistani Informer ? the RAW must investigate pic.twitter.com/vz9ydzCMhT— Indraneel ইন্দ্রনীল🇮🇳 (@icbharadwaj) November 11, 2021 Anti Hindu Face of #Congress exposed yet again ! Congress s Leader Salman Khurshid Compares Hindutva To ISIS & Boko Haram In His New Book#ThursdayThought #SalmanKhurshid pic.twitter.com/SADOvbJ23u— HJS Bangalore (@HJSBangalore) November 11, 2021 बता दें कि किताब के लॉन्चिंग के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे। दिग्विजय सिंह ने इस दौरान कहा था, ""आज कहा जाता है कि हिंदू धर्म खतरे में हैं। 500 साल के मुगल और मुसलमानों के शासन में हिंदू धर्म का कुछ नहीं बिगड़ा। ईसाइयों के 150 साल के राज में कुछ नहीं बिगड़ा, तो अब हिंदू धर्म को खतरा किस बात का है।"" उन्होंने आगे कहा था, ""खतरा केवल उस मानसिकता और कुंठित सोची समझी विचारधारा को है, जो देश में ब्रिटिश हुकूमत की 'फूट डालो और राज करो' की विचारधारा थी, उसको प्रतिवादित कर अपने आप को कुर्सी पर बैठाने का जो संकल्प है, खतरा केवल उन्हें है। समाज और हिंदू धर्म को खतरा नहीं है।"" हालांकि, दिग्विजय सिंह को भी सोशल मीडिया पर इस बयान के लिए लोगों ने घेरना शुरू कर दिया। India wealth looted .. Hinduism destroyed.. richest country in the world at that time.. nalanda university destroyed.. millions of hindu killed.. thousands of temple crushed... thousands of women raped.. thousands of women did johar.. List bahot badi hai but tumhe nai dikhege — Manish Panchal (@Manish275228) November 10, 2021 ऐसे समय में जब यूपी विधानसभा चुनाव पास हैं और उत्तर प्रदेश से तीन दशक से सत्ता से दूर कांग्रेस अच्छे दिन के लिए बेताब है, ये विवाद किये कराये पर पानी फेर सकता है। गौरतलब है कि वर्तमान में यूपी के चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टा जीत के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है, प्रियंका गांधी सियासी गुगली फेंकने में एक मौका नहीं गंवा रहीं हैं, परंतु ये विवाद प्रदेश के हिंदुओं को नाराज कर सकता है। अयोध्या के मुद्दे पर कांग्रेस का रूख स्पष्ट सामने नहीं आया है, परंतु इस किताब में अयोध्या के उल्लेख और उसपर विवाद को हल्के में लेने की भूल कांग्रेस नहीं करना चाहेगी। हालांकि, इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि यदि इस मुद्दे को लेकर और विवाद बढ़ा तो ये आने वाले चुनावों में कांग्रेस पार्टी के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-demands-for-ncp-leader-nawab-malik-resignation-7166241/,"अब नवाब मलिक के खिलाफ सड़क पर उतरी भाजपा, कर रही इस्तीफे की मांग","अब नवाब मलिक के खिलाफ सड़क पर उतरी भाजपा, कर रही इस्तीफे की मांग महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब बीजेपी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इस्तीफे की मांग कर रही है। नई दिल्ली Published: November 10, 2021 11:22:25 pm नई दिल्ली। मुंबई ड्रग्स मामले के बाद से एनसीपी नेता नवाब मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब मलिक के खिलाफ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। बता दें कि अब बीजेपी सड़क पर उतर आई है और नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग कर रही है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनके अंडरवर्ल्ड से संबंध हैं इस मामले की जांच होनी चाहिए। bjp demands for ncp leader nawab malik resignation बीजेपी मांग रही इस्तीफा बता दें कि महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से संबंधों की मांग को लेकर बुधवार को मुंबई ने मलिक का पुतला फूंका। यह प्रदर्शन मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढा के नेतृत्व में हुआ। इस आंदोलन में नवाब मलिक को तत्काल मंत्री पद से हटाने की मांग की उठाई गई। मलिक ने किया राजनीतिक मर्यादाओं का उल्लंघन आंदोलन में मौजूद भाजपा नेताओं का कहना है कि पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से संबंधों को उजागर किया है। बताया गया कि मंत्री पद पर रहते हुए मलिक ने अंडरवर्ल्ड के लोगों के साथ आर्थिक व्यवहार किया। यह राजनीतिक मर्यादाओं का पूरी तरह से उल्लंघन है। ऐसे में उन्होंने सभी जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाना चाहिए। इसके साथ ही पूर्व सीएम फडणवीस द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर मलिक के खिलाफ निष्पक्ष जांच की जाए। यह भी पढ़ें: भारत बायोटेक ने बताया कब लेनी चाहिए कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक गौरतलब है कि इससे पहले मुंबई ड्रग्स मामले को लेकर एनसीबी डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर टिप्पणी करने और कई आरोप लगाने के मामले में समीर के परिवार ने मलिक के खिलाफ दो केस दर्ज कराए हैं। जानकारी के मुताबिक एक केस एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज कराया है। वहीं परिवार ने नवाब मलिक पर मानहानि का केस भी किया है। बता दें कि कल समीर वानखेड़े के परिवार ने इस मामले को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-shivpal-yadav-is-desperate-for-an-alliance-with-sp-7165580/,आखिर क्यों शिवपाल यादव सपा से गठबंधन करने के लिए बैचेन हैं?,"आखिर क्यों शिवपाल यादव सपा से गठबंधन करने के लिए बैचेन हैं? ऐसा लगता है कि अखिलेश यादव का ठंडा रवैया अब शिवपाल यादव को चुभने लगा है, वो किसी तरह से सपा को मनाना चाहते हैं, परंतु खुलकर कुछ कह नहीं पा रहे। नई दिल्ली Updated: November 10, 2021 06:27:44 pm उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ही गठबंधन को लेकर सियासी उठापटक तेज है। इस बार का अगामी चुनाव यादव परिवार के लिये खास माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि इस बार मुलायम सिंह यादव का परिवार फिर से पहले की तरह साथ आ सकता है। इन अटकलों के बीच प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) ने समाजवादी पार्टी से जल्द ही गठबंधन के लिए विचार करने को कहा है। shivpal-Akhilesh,शिवपाल यादव और अखिलेश यादव सपा पर गठबंधन का दबाव शिवपाल यादव ने अब शर्त सामने रखते हुए कहा कि ""मैंने अखिलेश यादव से कहा है कि अगर हमारे लोगों को सम्मानपूर्वक टिकट दें तब हम गठबंधन कर लेंगे। गठबंधन के मामले पर पहले हम समाजवादी पार्टी के साथ बात करेंगे फिर अन्य पार्टियों के साथ बात करेंगे।"" शिवपाल सिंह यादव का ये बयान सपा से गठबंधन करने की उनकी हताशा को दिखाता है। भले ही शिवपाल यादव ने शर्त रखने की बात कही है, परंतु यही बात वो पिछले दो साल से दोहरा रहे हैं। खुद शिवपाल यादव ने कहा, ""मैं पिछले दो साल से अखिलेश से कह रहा हूं कि गठबंधन कर लो और चाहे विलय कर लो। हमारा जो हक है उसे या तो नेता जी तय कर दें या जनता तय करे वो हम मान लेंगे। हम दो साल से अखिलेश से कह रहे हैं कि हमसे बात कर लो, आकर बैठकर बात कर लो, अभी तक बात नहीं की।"" शिवपाल यादव के बार-बार आग्रह करने के बावजूद अखिलेश यादव की तरफ से कोई खास प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिल रही है। ऐसा लगता है कि अखिलेश का ठंडा रवैया अब शिवपाल यादव को चुभने लगा है, वो किसी तरह से सपा को मनाना चाहते हैं, परंतु खुलकर कुछ कह नहीं पा रहे। अब सवाल उठते हैं कि ऐसा क्या हुआ कि शिवपाल यादव फिर से उसी पार्टी से जुड़ना चाहते हैं जिससे कभी अपमान मिलने के कारण अलग हुए थे? जब बनाई थी शिवपाल ने नई पार्टी बता दें कि वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी में दरार की खबरें सामने आने लगीं थीं। समाजवादी पार्टी तब दो खेमों में बंट गई थी। एक खेमा समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का था, और दूसरा खेमा अखिलेश यादव का था। उस समय मुलायम सिंह यादव और उनके छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव के समर्थक और कार्यकर्ता एक तरफ थे और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अखिलेश और उनके समर्थक। आलम ये था कि सार्वजनिक तौर पर राम गोपाल, आजम खान, अखिलेश बनाम मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह और अमर सिंह की लड़ाई साफ दिखाई देने लगी थी। इस कलह के कारण विधानसभा चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा था। हालांकि, इस लड़ाई में अखिलेश यादव की जीत हुई, जबकि मुलायम सिंह यादव और उनके छोटे भाई शिवपाल यादव की हार हुई। पार्टी की लड़ाई तो अखिलेश यादव जीत गए, लेकिन उत्तर प्रदेश की कुर्सी हार गये थे। इसके बाद समाजवादी पार्टी में सम्मानजनक पद न मिलने से नाराज शिवपाल यादव ने वर्ष 2018 में सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया। तब शिवपाल यादव ने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा था कि ‘वहां सिर्फ चापलूसों की चलती है। हमारी पार्टी चापलूसों और चुगलखोरों से दूर रहेगी। कोई भी कार्यकर्ता सीधे अपनी बात कह सकता है।’ शिवपाल यादव ने जब नई पार्टी का गठन किया था तब कहा जा रहा था कि वो सपा के अस्तित्व को खतरे में डाल देंगे। शिवपाल की उम्मीदों पर फिरा पानी दरअसल, ये दावें किया जा रहे थे कि शिवपाल द्वारा नई पार्टी के गठन से समाजवादी पार्टी का समर्थन आधार दो भागों विभाजित हो जायेगा और शिवपाल सिंह यादव की नई पार्टी समाजवादी पार्टी को पग-पग पर नुकसान पहुंचायेगी। ऐसा होने के पीछे एक और कारण था, वो ये कि शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के पुराने कद्दावर नेता रहे हैं और समाजवादी पार्टी में उनकी जबरदस्त पकड़ तो थी ही साथ ही जनाधार भी था, लेकिन उनके अलग होने के बाद भी समाजवादी पार्टी के जनाधार पर कोई खास प्रभाव नहीं देखने को मिला। शिवपाल यादव को लगा था कि सपा से नाराज या उपेक्षित नेता व कार्यकर्ता उनके साथ आयेंगे जिससे वो सपा को और कमजोर कर देंगे। इसके विपरीत भाजपा, बसपा और कांग्रेस से नाराज नेताओं ने सपा का दामन थामने लगे। राजनीतिक प्रसांगिकता बचाने की कोशिश लोकसभा चुनावों में शिवपाल यादव की पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई और इन्हीं चुनावों के बाद से शिवपाल के मन में अखिलेश के लिए कड़वाहट कम होती दिखाई देने लगी। अखिलेश यादव ने भी इसी वर्ष जून में कहा था कि सपा शिवपाल की पार्टी को भी साथ लेकर चलेगी और वो मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इस बयान के बाद भी आधिकारिक तौर पर चाचा-भतीजे साथ नहीं आ पाये हैं, कारण शायद शिवपाल यादव की शर्तें हैं जिसे अखिलेश कोई भाव नहीं दे रहेष आज हालात ये हैं कि शिवपाल यादव राजनीतिक प्रासंगिकता ही खो रहे हैं। अब न उनके पास मजबूत कार्यकर्ताओं का साथ है, और न ही जनाधार रह गया है। ऐसे में शिवपाल यादव बार-बार अखिलेश यादव को गठबंधन के लिए मना रहे हैं। हालांकि, इस वर्ष यूपी पंचायत चुनावों में चाचा-भतीजे की जोड़ी ने कमाल अवश्य दिखाया था। इटावा में जिला पंचायत का चुनाव समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया ने मिलकर लड़ा, जिसके चलते बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद अखिलेश यादव ने अपने चाचा से हाथ नहीं मिलाया जिससे एक बार फिर से शिवपाल की कोशिशें नाकाम हो गईं। अब जब विधानसभा चुनाव पास आ रहे तो शिवपाल यादव फिर से सपा पर गठबंधन करने का दबाव डाल रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/politics-on-chhath-puja-2021-bjp-to-defy-ddma-orders-will-celebrate-festival-on-yamuna-ghats-7165307/,"Chhath Puja 2021: दिल्ली में सियासी पारा हाई, BJP ने कहा डीडीएमए की रोक के बाद भी मनाएंगे पर्व, AAP ने भी किया पलटवार","दिल्ली में सियासी पारा हाई, BJP ने कहा डीडीएमए की रोक के बाद भी मनाएंगे पर्व, AAP ने भी किया पलटवार Chhath Puja 2021 भाजपा ने DDMA की रोक के बावजूद छठ पर्व मनाने का ऐलान किया है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने छठ पूजा के लिए घाट बनने से रोका है। इसी बीच दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (DPCC) ने यमुना से झाग हटाने के लिए 15 नाव लगाई हैं। नई दिल्ली Published: November 10, 2021 03:34:51 pm नई दिल्ली। छठ पूजा ( Chhath Puja 2021) को दिल्ली में सियासी पारा हाई है। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ( AAP )दोनों एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा ने DDMA की रोक के बावजूद छठ पर्व मनाने का ऐलान किया है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने छठ पूजा के लिए घाट बनने से रोका है। दरअसल बढ़ते प्रदूषण के चलते यमुना नदी में बड़ी मात्रा में झाग जमा है। इस प्रदूषण को लेकर भी लगातार बीजेपी आप को घेर रही है। इसी बीच दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (DPCC) ने यमुना से झाग हटाने के लिए 15 नाव लगाई हैं। यह भी पढ़ेँः कुमार विश्वास ने केजरीवाल सरकार पर कसा तंज, शेयर किया 2015 का वीडियो Entry to Yamuna ghat at Delhi's Sonia Vihar barricaded following DDMA order barring Chhath celebrations at river ghats pic.twitter.com/A1PATQ1xVc — ANI (@ANI) November 10, 2021 MCD, DDA have given permission to celebrate Chhath... Why is Delhi govt not permitting to celebrate Chhath at ITO, which is the oldest ghat in Delhi. Why are we being stopped? I urge everyone to come here, we will look after their safety: BJP West Delhi MP Parvesh Sahib Singh pic.twitter.com/tTFKaCzZbF— ANI (@ANI) November 10, 2021 बीजेपी ने यमुना घाटों पर छठ पूजा पर प्रतिबंध के बावजूद पर्व मनाने का ऐलान किया है। सांसद मनोज तिवारी ने कहा, केजरीवाल सरकार को प्रतिबंध जहरीले झाग पर लगाना था। वहीं परवेश सिंह ने कहा कि जब एमसीडी और डीडीएमए ने छूट दे दी है तो दिल्ली सरकार क्यों पर्व मनाने पर रोक लगा रही है। लेकिन उन्होंने प्रतिबंध झठ पूजा पर लगा दिया। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और मनोज तिवारी ने सोनिया विहार में शाम को छठ पर्व मनाने का ऐलान किया। कृषि के लिए उपयोगी नहीं यमुना का जल बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने यमुना में प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, जब भी उनसे यमुना में प्रदूषण के बारे में पूछा जाता है तो केजरीवाल इसके लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराते हैं, लेकिन डीपीसीबी के मुताबिक, जब यमुना हरियाणा से पल्ला में दिल्ली में प्रवेश करती है, तो बीओडी स्तर 2 होता है। और जब यमुना दिल्ली छोड़ती है, तो इसका बीओडी स्तर 50 के आसपास हो जाता है। ये पानी कृषि के लिए भी उपयोगी नहीं है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, पिछले 2 दिनों से चर्चा हो रही है कि जहां जहां अस्थायी घाट बनाए जाए रहे हैं वहां बीजेपी ने छठ घाट बनने से रोक रही है। यह भी पढ़ेँः Dengue In Delhi: डेंगू के डंक से मुश्किल में राजधानी, एक हफ्ते में आए 1171 मामले, 3 की हुई मौत अब द्वारका से विधायक मिश्रा के खिलाफ बीजेपी शासित नगर निगम ने छठ के लिए पोंड बनाने पर FIR दर्ज करवाई है। आप का आरोप है कि बीजेपी हर साल छठ का विरोध करती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cruise-drug-case-bjp-counter-nawab-malik-accusation-ashish-shelar-says-no-underworld-links-proofs-by-ncp-leader-7165172/,"Cruise Drug Case: BJP का नवाब पर पलटवार, हाइड्रोजन बम निकला बेदम, मलिक को ऑक्सीजन की जरूरत","Cruise Drug Case: BJP का नवाब पर पलटवार, हाइड्रोजन बम निकला बेदम, मलिक को ऑक्सीजन की जरूरत Cruise Drug Case नवाब मलिकों के आरोपों पर बीजेपी नेता आशीष शेलार ने पलटवार किया है, उन्होंने कहा, नवाब मलिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बदनाम कर रहे हैं। आर्यन खान तकलीफ में आया नवाब मलिक, अभी शाहरुख खान को भी तकलीफ में लाने की कोशिश मलिक कर रहे हैं नई दिल्ली Published: November 10, 2021 01:27:25 pm नई दिल्ली। मुंबई क्रूज ड्रग केस ( Cruise Drug Case ) में सियासी घमासान जारी है। नवाब मलिक ( Nawab Malik ) के आरोपों के बाद भारतीय जनता पार्टी ( BJP )ने भी पटलवार किया है। बीजेपी नेता आशीष शेलार ( Ashish Shelar ) ने बकायदा प्रेस वार्ता के जरिए नवाब मलिक के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि नवाब का हाइड्रोजन बम बेदम निकला। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने के चक्कर में नवाब मलिक का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है। अब पड़ेगी ऑक्सीजन की जरूरत। देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन ( Underworld Connection ) को लेकर नवाब मलिक कोई सबूत नहीं दे पाए। यह भी पढ़ेंः Crusie Drug Case नवाब मलिक का आरोप, फडणवीस के इशारे पर हुई महाराष्ट्र में उगाही, नकली नोटों के धंधे से भी कनेक्शन बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि नवाब मलिक ने अपने आरोपों में जिन लोगों का नाम लिया, जिन घटनाओं का जिक्र किया उसका और देवेंद्र फडणवीस का कोई संबंध नहीं है। इन सभी आरोपों को लेकर नवाब मलिक एक भी सबूत नहीं दे पाए। रियाज की तस्वीरें भी दिखाईं वहीं रियाज को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में शेलार ने कहा कि एनसीपी रियाज को गायब करने में जुटी है। उसे बचाने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि वो सामने आया तो वसूली के और भी कई मामले सामने आ जाएंगे। आशीष शेलार ने रियाज भाटी की कुछ तस्वीरें साझा की। इस फोटो में रियाज मुख्यंत्री उद्धव ठाकरे के साथ दिखाई दे रहे हैं। शेलार ने कहा कि हाजी हैदर और मुन्ना यादव हमारे कार्यकर्ता है। इन लोगों को जो भी पद मिले सभी कानूनी प्रक्रिया के तहत मिले। इन दोनों के ऊपर कोई आरोप नहीं है। मुन्ना यादव पर जो आरोप है उसकी सफाई वो खुद दे देंगे। 14 करोड़ के जाली नोटों पर वानखेड़े का जवाब इन जाली नोटों को लेकर समीर वानखेड़े ने भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि 14 करोड़ के जाली नोट का आरोप भी बेबुनियाद है। जाली नोट पकड़े गए थे, लेकिन14 करोड़ के नहीं बल्कि 10 लाख रुपए के थे। यह भी पढ़ेँः Cruise Drug Case: देवेंद्र फडणवीस का बड़ा आरोप, नवाब मलिक ने मुंबई बम धमाके के दोषियों से खरीदी जमीन मलिक की वजह से परेशानी में आया आर्यन खान नवाब मलिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बदनाम कर रहे हैं। आर्यन खान तकलीफ में आया नवाब मलिक, अभी शाहरुख खान को भी तकलीफ में लाने की कोशिश मलिक कर रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/akhilesh-yadav-launches-samajwadi-party-perfume-7164303/,"यूपी चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने लॉन्च किया 'समाजवादी परफ्यूम', लोगों ने उड़ाया मजाक","यूपी चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने लॉन्च किया 'समाजवादी परफ्यूम', लोगों ने उड़ाया मजाक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को 'समाजवादी इत्र' नाम से परफ्यूम लॉन्च किया। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अखिलेश यादव का मजाक उड़ाया। नई दिल्ली Published: November 09, 2021 09:46:16 pm समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को 'समाजवादी इत्र' नाम से परफ्यूम लॉन्च किया जिसे कन्नौज से सपा एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी ने तैयार किया है। पम्पी ने दावा किया है कि इस इत्र को तैयार करने में 2 वैज्ञानिकों को 4 महीने का समय लगा है जिसमें न्नौज की मिट्टी का भी प्रयोग किया गया है। इस परफ्यूम का इस्तेमाल करने वालों को समाजवाद की सुगंध और भाईचारा महसूस होगा, उनके मन से नफरत खत्म होगी। लाल और हरे रंग के इस परफ्यूम की बोतल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ पार्टी के चिन्ह और रंग हैं, साथ ही इसपर सपा एमएलसी ने अपना नंबर भी दिया है। इसलिए तोहफ़े में दी है सबको ‘महक’ क्योंकि न देता है ख़ुशबू ‘झूठ का फूल’ यही नारा आज का नहीं चाहिए भाजपा#झूठ_का_फूल pic.twitter.com/Kx55PLs5Xu — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 9, 2021 इस परफ्यूम के लॉन्च के समय अखिलेश यादव ने कहा, ""2022 में बदलाव होकर रहेगा और जो महकते हुए जाएंगे उन्हें समाजवादी विचारधारा याद दिलाते हुए जाएंगे।"" सपा के एमएलसी ने बताया कि 22 खुशबुओं का इसलिए मेल किया गया क्योंकि नफरत की आंधी जो फैली हुई है, उसे ये परफ्यूम खत्म करके प्रेम का माहौल बनाने का काम करेगी। इसके साथ ही सपा ने ये भी दावा किया कि पार्टी एक और प्राकृतिक परफ्यूम को बनाने की तैयारी की जा रही है, जो 2024 में लॉन्च होगा और पूरे देश में नफरत की फैली आंधी को खत्म करने का काम करेगा। वहीं, इस परफ्यूम को लेकर लोगों ने खुब चुटकी ली। एक यूजर ने लिखा, ""परफ्यूम .. राजनीति में ऐसे लोग भी हैं जो राहुल गांधी को मूर्खता करने के मामले में चुनौती दे सकते हैं!"" 😂😂perfume .. seriously there are ppl in politics who can challenge Rahul Gandhi in their act of foolishness!! @VslMl1 — Madhur Bardia (@b_micks) November 9, 2021 एक अन्य यूजर ने लिखा, ""कन्नौज .. इत्र की नगरी। जहाँ से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव 2019 का आम चुनाव हार गईं थीं।"" Kannauj ..city of perfume. From where @yadavakhilesh wife #DIMPLE lost 2019 general election. 😂😂😂😂 — ankur mishra (@ankur941168) November 9, 2021 ऐसे ही कई यूजर्स ने अखिलेश यादव को उनके इत्र के लिए ट्रोल किया। हालांकि, 2022 के चुनावी नतीजों में साफ़ हो जायेगा प्रदेश की जनता को समाजवादी इत्र कितना पसंद आया है। Akhilesh yadav after UP election. 🤣🤣 pic.twitter.com/ssLjOlm8ei — Bhrustrated 2.0 (@FunMauji) November 9, 2021 जिसने भी बनाया है तुम्हारी फितरत के हिसाब से बिल्कुल सही बनाया है pic.twitter.com/RGshbFIiCV— शुद्ध हरियाणवी (@ManoharMirror) November 9, 2021 बता दें कि उत्तर प्रदेश में पांच साल सत्ता में रही सपा वर्ष 2017 में महज 48 सीटों पर ही सिमट गई थी, जबकि पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन भी किया था। सपा-कांग्रेस गठबंधन ने प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन के कारण ही सपा को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। शायद यही कारण है कि इस बार अखिलेश यादव ने कांग्रेस से दूरी बना कर रखी है। हालांकि, वो प्रदेश की अन्य पार्टियों से गठबंधन करने की बात कई मंचों से कर चुके हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-cabinet-accepted-the-resignation-of-advocate-general-aps-deol-7163816/,"पंजाब : सिद्धू के आगे चित हुए सीएम चन्नी, एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्तीफा मंजूर","पंजाब : सिद्धू के आगे चित हुए सीएम चन्नी, एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्तीफा मंजूर लंबे समय से पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद के केंद्र में रहे एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। पंजाब के डीजीपी इकबाल सिंह सहोता को भी हटाया जाएगा। चंडीगढ़ पंजाब Updated: November 09, 2021 06:48:02 pm चंडीगढ़: आखिरकार लंबी लड़ाई के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab CM Charanjit Singh Channi) ने राज्य कांग्रेस इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के आगे हथियार डाल दिया है। उन्होंने राज्य के एडवाकेट जनरल एपीएस देओल (Advocate General APS Deol) का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। इसके इस विवाद सुलझाने के फॉर्मूले पर मुहर लग गई है। इस घटना को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच एक समझौते की तरह देखा जा रहा है। इसके साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य अध्यक्ष के रूप में अपना काम फिर से शुरू करने के लिए नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति की जो शर्त रखी थी,वह भी मान ली गई है। बता दें कि सिद्धू ने 28 सितंबर को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। दो दिन पहले उन्होंने इस्तीफा तो वापस ले लिया, लेकिन यह शर्त रखी थी कि जब तक देओल को एजी के रूप में नहीं हटाया जाता है और नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति के लिए एक पैनल का गठन नहीं किया जाता है, तब तक वह पदभार ग्रहण नहीं करेंगे। Punjab Cabinet accepted the resignation of Advocate General APS Deol: Punjab CM Charanjit Singh Channi pic.twitter.com/VCZElqM9tx — ANI (@ANI) November 9, 2021 पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि एडवोकेट जनरल देओल का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है और कल पंजाब को नया एडवोकेट जनरल मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के डीजीपी को भी हटाया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम चन्नी ने कहा कि राज्य के 36 हजार संविदाकर्मियों को परमानेंट किए जाने की भी घोषणा की। नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर साधा पंजाब सरकार पर निशाना, पूछा- कोटकपुरा पुलिस फायरिंग केस की चार्जशीट कहां है? नवजोत सिद्धू तब से देओल की नियुक्ति पर सवाल उठा रहे हैं, जब से उन्हें पंजाब के महाधिवक्ता का प्रभार दिया गया था। देओल 2015 में कोटकपुरा लिस फायरिंग की घटना में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी के वकील थे। पिछले हफ्ते ही देओल ने सिद्धू पर राज्य सरकार और उनके कार्यालय के कामकाज में बाधा डालने के साथ-साथ 'राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए गलत सूचना फैलाने' का आरोप लगाया था। देओल ने कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू सरकार और महाधिवक्ता के कार्यालय के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं। वह अपने राजनीतिक सहयोगियों पर राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए गलत सूचना फैला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि पंजाब के महाधिवक्ता के संवैधानिक कार्यालय का राजनीतिकरण कर स्वार्थी राजनीतिक लाभ के लिए पंजाब में आने वाले चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी के कामकाज को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-new-move-against-cm-channi-7163730/,"कठपुतली नहीं बने चरणजीत सिंह चन्नी, अब नवजोत सिंह सिद्धू का कुर्सी के लिए नया ड्रामा","कठपुतली नहीं बने चरणजीत सिंह चन्नी, अब नवजोत सिंह सिद्धू का कुर्सी के लिए नया ड्रामा पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नवजोत सिंह सिद्धू अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं, और वो चरणजीत सिंह चन्नी को सबसे बड़ी बाधा के रूप में देख रहे हैं। नई दिल्ली Updated: November 09, 2021 08:54:30 pm कुर्सी के लिए कोई नेता किस हद तक जा सकता है इसे समझना है तो पंजाब के राजनीतिक गणित को समझना आवश्यक है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से हटाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू कभी अपने करीबी रहे चरणजीत सिंह चन्नी को रास्ते से हटाने के लिए आये दिन कोई न कोई नया हथकंडा अपना रहे हैं। अब नवजोत सिंह सिद्धू ने चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार पर निशाना साधा है। चरणजीत सिंह चन्नी ने भी सिद्धू की हरकतों पर आपत्ति जताई है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह के बीच की कलह खुलकर सामने आयी तो इन दोनों नेताओं के बीच सुलह के लिए पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने बैठक बुलाई जो बेनतीजा साबित हुई है। चन्नी पर सिद्धू के आरोप दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू ने 2015 के बेअदबी मामले पर एक बार फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाये जाने के सवाल पर कहा, ""चन्नी को सीएम बनाने के पीछे मेरा कोई हाथ नहीं था। चन्नी को कांग्रेस हाईकमान ने सीएम बनाया है।"" हालांकि, जब सीएम बनने के बाद चन्नी अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते समय भावुक हो गये थे, तब सिद्धू उनके बगल में बैठे थे। #WATCH Punjab CM Charanjit Singh Channi gets emotional while addressing his first press conference in Chandigarh says ""Congress has made a common man the chief minister."" pic.twitter.com/4QNV990OR7 — ANI (@ANI) September 20, 2021 सिद्धू ने चन्नी सरकार को घेरते हुए आगे कहा, ""6 महीने में तीसरी SIT बनाई जा चुकी है, लेकिन अभी तक 2015 बेअदबी मामले में कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गयी है। अथॉरिटी की नैतिकता अब सवालों के घेरे में है। चन्नी सरकार ने एजी व डीजीपी पद पर ऐसे लोगों की नियुक्ति की है जिन्होंने पंजाब के साथ धोखा किया है। एक ने सुखबीर बादल को क्लीन चिट दी और दूसरे ने पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी को ब्लैंकेट बेल दिलवाई। मैं पजाब के साथ खड़ा हूं।"" सिद्धू का इस तरह से चन्नी सरकार को घेरना विपक्ष के लिए कांग्रेस को घेरने का एक और हथियार साबित हो सकता है। इससे पहले सिद्धू ने जब प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था तब इस्तीफे के एक सप्ताह बाद एक वीडियो सामने आया था जिसमें सिद्धू कह रहे थे कि चन्नी कांग्रेस की लुटिया 2022 में डूबो देंगे। इसके बाद जब चरणजीत सिंह चन्‍नी ने बिजली के दाम को लेकर बड़ा ऐलान था तब सिद्धू ने बिना नाम लिए कहा था कि 'जो लोग कह रहे हैं कि पंजाब का राजकोष खाली नहीं है, वे लोग झूठ बोल रहे हैं।' सिद्धू के इस बयान के बाद से ही चन्नी को लेकर उनके मन की खटास सभी को दिखाई देने लगी थी। क्या है बेअदबी मामला? बेअदबी मामला साढ़े पांच साल पुराना है। वर्ष 2015 में 1 जून को पंजाब के बरगाड़ी से लगभग 5 किमी दूर गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में स्थित गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूप (प्रति) चोरी हो गए थे। इसके बाद 25 सितंबर 2015 को बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहिब के पास पंजाबी भाषा में हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले थे। इस पोस्टर में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था और धमकी दी गई थी कि पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को सड़कों पर फेंक दिया जाएगा। यही नहीं श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों की चोरी में डेरा का हाथ होने की बात भी लिखी गई थी। इस घटना के 17 दिन के बाद ही 12 अक्टूबर को गुरुद्वारे में माथा टेकने गए लोगों को आसपास नालियों और सड़क पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूप के पन्ने मिले थे। इस मामले पर कोई एक्शन लिया जाता उससे पहले ही सिख संगठनों के नेताओं ने बरगाड़ी और कोटकपुरा की मुख्य चौक पर विरोध प्रदर्शन किया और बड़ी संख्या में सिखों द्वारा पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की गई। 14 अक्टूबर 2015 को कोटकपुरा चौक और कोटकपुरा बठिंडा रोड स्थित गांव बहबल कलां में प्रदर्शन कर रही भीड़ को काबू में करने के लिए पंजाब पुलिस ने फायरिंग कर दी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल हो गये थे। उस समय सुमेध सैनी पुलिस बल के प्रमुख थे जिस कारण वो कटघरे में आ गये, परंतु सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सैनी के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचे जाने की बात पर विचार किया और सैनी के संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। ये मामला पंजाब के लिए आज भी सिरदर्द बना हुआ है, और इसी मामले को हथियार बनाकर सिद्धू ने अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से हटाया और अपने वफदार चन्नी को सीएम बनाने के लिए जोर दिया। कठपुतली नहीं बने चन्नी तो चिढ़े सिद्धू नवजोत सिंह सिद्धू शुरू से ही पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ थे क्योंकि वो सत्ता में अपनी नहीं चला पाते थे। चूँकि सिद्धू कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीब थे, इसलिए उन्होंने अमरिंदर को पंजाब की सीएम की कुर्सी से हटाने के लिए खूब हाथ-पाँव मारा जिसमें चरणजीत सिंह चन्नी ने उनका पूरा साथ दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद सिद्धू राज्य के मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, परन्तु पाकिस्तान के प्रति सिद्धू के प्रेम ने सभी किये कराये पर पानी फेर दिया। अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जिस कारण कांग्रेस हाई कमान ने पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया, परन्तु सिद्धू के मन में कुछ और ही था। नाराज नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने के लिए पार्टी ने उनके करीबी चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया मुख्यमंत्री बनाया और सिद्धू को लगा कि वो चन्नी के कंधे पर बन्दुक रख अपना राजनीतिक दांव खेलेंगे। चन्नी खुद को एक बेहतर सीएम साबित करना चाहते हैं, इसलिए चन्नी ने कठपुतली बनने से इंकार कर दिया और ऐसे निर्णय लिए जो सिद्धू को रास नहीं आये। एजी और डीजीपी की नियुक्ति भी उसी का हिस्सा है जिसके बाद सिद्धू ने चन्नी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। सिद्धू की नजर कुर्सी पर नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी के निर्णय के विरोध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अब इस इस्तीफे को वापस लेते हुए सिद्धू ने अल्टीमेटम दिया है। सिद्धू ने कहा है कि जब तक शीर्ष सरकारी वकील APS देओल को हटाया नहीं जाता, तब तक वह वापस नहीं आएंगे। वास्तव में नवजोत सिंह सिद्धू इस्तीफा देकर कांग्रेस हाईकमान पर दबाव बनाना चाहते थे और चरणजीत सिंह चन्नी को अपनी ताकत दिखाना चाहते थे, परन्तु चुनावों के पास होने के कारण कांग्रेस हाईकमान ने कोई रिस्क नहीं लिया। अंततः सिद्धू को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए विवश होना पड़ा। नवजोत सिंह सिद्धू की नजर पंजाब की कुर्सी पर है, परन्तु इमरान खान से मित्रता और बाजवा से उनके लगाव ने उनके सपनों पर पानी फेरने का काम किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नवजोत सिंह सिद्धू अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं और वो चरणजीत सिंह चन्नी को सबसे बड़ी बाधा के रूप में देख रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-says-centre-should-distribute-money-raised-from-oil-7163646/,"तेल की बढ़ी कीमतों से केंद्र सरकार ने जुटाए 4 लाख करोड़ रुपये, बेहतर है इसे राज्यों में बांट दिया जाए : ममता बनर्जी","तेल की बढ़ी कीमतों से केंद्र सरकार ने जुटाए 4 लाख करोड़ रुपये, बेहतर है इसे राज्यों में बांट दिया जाए : ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि हाल के दिनों में तेल और रसोई गैस की बढ़ी हुई कीमतों से होने वाली आय राज्यों के बीच बांट देना चाहिए। कोलकाता Published: November 09, 2021 05:33:20 pm कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में वृद्धि ( Fuel Price Hike) से 4 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं,। उन्होंने मांग की है कि यह पैसा राज्यों के बीच समान रूप से वितरित किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की है। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा सत्र के दौरान केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचने से केंद्र सरकार ने लगभग 4 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए हैं। अब वे (भाजपा) चाहते हैं कि राज्य सरकारें वैट कम करें। अगर राज्य ऐसा करते हैं तो उन्हें अपना पैसा कहां से मिलेगा? केंद्र को चाहिए कि वह 4 लाख करोड़ रुपये राज्यों के बीच समान रूप से वितरित करें। सीएम ने आगे कहा कि उनका राज्य वित्तीय बाधाओं के बावजूद कई तरह की सब्सिडी प्रदान कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर चुनवी राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगते हुए कहा कि ""जब भी चुनाव नजदीक होते हैं, वे (केंद्र) कीमतें नीचे लाते हैं। चुनाव खत्म हो जाने पर, वे इसे फिर से बढ़ाते हैं। तेल की कीमतों पर हमें भाषण देने वालों को पहले जवाब देना चाहिए कि राज्य सरकार को अपना पैसा कहां से मिलेगा।"" गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की भाजपा इकाई ( West Bengal BJP Unit) ने तेल पर वैट कम नहीं करने पर आंदोलन करने की धमकी दी है। बनर्जी ने केंद्र सरकार पर राज्यों के बीच कोरोना टीकों (Covid Vaccine) के वितरण के दौरान बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ""उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को दिए गए टीकों की तुलना में हमें दिए गए टीकों की संख्या बहुत कम थी। हमने सुनिश्चित किया है कि टीके की एक भी खुराक बर्बाद न हो।""",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cruise-drug-case-ncp-leader-nawab-malik-says-will-reveal-tomorrow-devendra-fadnavis-links-with-underworld-7163411/,"Cruise Drug Case: फडणवीस के आरोपों पर नवाब मलिक का पलटवार, बोले- कल 10 बजे देवेंद्र के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर गिरेगा 'हाइड्रोज बम'","फडणवीस के आरोपों पर नवाब मलिक का पलटवार, बोले- कल 10 बजे देवेंद्र के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर गिरेगा 'हाइड्रोज बम' Cruise Drug Case नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस के आरोपों पर पलटवार, बोले- उन्होंने कहा था बम फोड़ेंगे, लेकिन उनके पटाखे भीग गए और आवाज नहीं कर पाए, अब फडणवीस के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर बुधवार सुबह 10 बजे हाईड्रोजन बम गिरेगा, किस तरह उन्होंने पूरे शहर को हॉस्टेज बनाए रखा था नई दिल्ली Published: November 09, 2021 02:41:17 pm नई दिल्ली। मुंबह क्रूज ड्रग मामले ( Cruise Durg Case ) के बीच महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) के नवाब मलिक ( Nawab Malik ) को लेकर अंडरवर्ल्ड कनेक्शन ( Under World Connection ) के आरोपों के बाद एनसीपी नेता ने पलटवार किया है। मलिक ने फडणवीस के आरोपों को पूरी तरह झूठा बताया। उन्होंने कहा कि जो भी जमीन खरीदी गई पूरी तरह कानून के हिसाब से खरीदी गई। इस जमीन का मुंबई बम धमाके के किसी भी दोषी से कोई कनेक्शन नहीं है। नवाब मलिक ने कहा कि अब अंडरवर्ल्ड को लेकर बात निकली है तो कल सुबह यानी 10 नवंबर को सुबह 10 बजे तक इंतजार कीजिए। 'मैं देवेंद्र फडणवीस के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर बड़ा खुलासा करूंगा।' मैं कल सुबह 10 बजे महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस का अंडरवर्ल्ड का क्या खेल है और उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए किस तरह से अंडरवर्ल्ड के जरिए पूरे शहर को होस्टेज बना रखा था इसकी जानकारी दूंगा: नवाब मलिक — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2021 महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने राई को पहाड़ बनाने की कोशिश की है। उनको जिसने भी जानकारी दी है वो अधूरी दी है। मेरे किसी अंडरवर्ल्ड वाले से कोई संबंध नहीं और ना ही मैंने किसी आरोपी या दोषी से कोई जमीन ली है। मलिक ने कहा, फडणवीस ने कहा था बम फोड़ूंगा, लेकिन उनके पटाखे भीग गए और आवाज नहीं कर पाए। एक माहौल खड़ा किया गया कि नवाब मलिक के बम ब्लास्ट के दोषियों से संबंध हैं। मलिक ने कहा कि हमने किसी बम धमाके के आरोपी से जमीन नहीं खरीदी है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने जमीन खरीद ली और उसमें फर्जी किरायेदार रख लिए। लेकिन ऐसा नहीं है। वहां पर सोसायटी है। उसके पीछे जो जमीन है, वहां बड़े पैमाने पर झुग्गी झोपड़ियां हैं। वहां मेरा एक गोदाम है, वह जमीन लीज पर थी। उसी में हमारी 4 दुकानें भी थीं। देंवेंद्र फडणवीस जानकारी देने वाले कच्चे खिलाड़ी हैं। 1996 में जब शिवसेना और भाजपा की सरकार थी तो 9 नवंबर के दिन ही मैं उपचुनाव जीता था। उस दौर में जश्न भी वहीं मनाया गया था। वहीं से हमने चुनाव लड़ा था। वहां पर एक सोसायटी थी, जिसने हमें ओनरशिप देने की बात कही थी और पूरी स्टांप ड्यूटी देने के बाद हमने उसे लिया था सरदार वलीखान का गोवाला कंपाउंड में आज भी घर है। 70 वर्षों से उसी जगह पर सरदार वली खान के पिता वॉचमैन की तरह काम कर रहे थे। जब हमने गोवावाला परिवार से जमीन ली। नवाब मलिक ने कहा कि बुधवार सुबह 10 बजे देवेंद्र फडणवीस के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर बड़ा खुलासा करूंगा। किस तरह देवेंद्र फडणवीस अंडरवर्ल्ड के जरिए पूरे मुंबई शहर को हॉस्टेज बनाए हुए थे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/yogi-adityanath-kairana-card-ahead-of-up-elections-2022-7163389/,2017 में किया वादा 2022 के UP चुनावों से ठीक पहले पूरा कर भाजपा ने चला बड़ा दांव,"2017 में किया वादा 2022 के UP चुनावों से ठीक पहले पूरा कर भाजपा ने चला बड़ा दांव कश्मीर से हिंदुओं के पलायन के बाद कैराना में हिंदुओं का पलायन भारत के लिए किसी शर्मनाक स्थिति से कम नहीं था। वोट बैंक की राजनीति के कारण हिंदू समुदाय ने न्याय की उम्मीद ही छोड़ दी थी। नई दिल्ली Updated: November 09, 2021 02:47:18 pm अब तो कोई डर नहीं है न? ये शब्द उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हैं, जो उन्होंने कैराना में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए एक बच्ची से पूछा था। कैराना में हिन्दुओं की वापसी हो रही है और राज्य सरकार ने किसी भी तरह के दुस्साहस के लिए अपराधियों को दो टूक में कहा है कि एक गलती और सीधे सीने में छेद कर दिया जायेगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के प्रयासों के कारण ही आज कैराना में हिन्दू सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, परन्तु योगी आदित्यनाथ के दौरे की टाइमिंग पर कई सवाल उठते हैं। सवाल ये कि भाजपा सरकार ने न्याय दिलाने में इतनी देरी क्यों की? जाहिर है, अगले वर्ष अर्थात 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और हिन्दू मतदाताओं को साधने की दिशा में कैराना की भूमिका भाजपा के लिए अहम साबित हो सकती है। डरने की आवश्यकता नहीं सरकार है साथ दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को कैराना के दौरे पर पहंचे और यहां उन पीड़ित परिवारों से मुलाकात की जो विशेष समुदाय के गुंडा राज के कारण पलायन करने को विवश हो गये थे और अब जाकर वो अपने घर वापस लौट रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने शामली के कैराना में मौजूदा कानून व्यवस्था का जायजा लिया और जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी तरह से उनके साथ है, डरने की कोई बात नहीं है। इस दौरान सीएम योगी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी में तालिबानी मानसिकता स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, ""पिछले साढ़े चार साल में हमने इस तरह का माहौल बना दिया, जिससे अपराधी सिर उठाकर चलने के लायक भी नहीं रह गया है। जिसने भी व्यापारियों या निर्दोष लोगों पर गोली चलाई उसकी छाती में गोली मारकर दूसरे लोक की यात्रा करा दी।"" योगी ने दंगाइयों को चेताते हुए कहा, ""जो भी अराजकता करने की कोशिश करेगा, दंगा करेगा, उसकी आने वाली पीढ़ियां भूल जाएंगी कि कैसे दंगा होता है।"" CM Yogi Adityanath meets Kairana residents who returned after the migration in 2016 According to reports, several families in Kairana had migrated in 2016 due to threats from another community. pic.twitter.com/nygnDsHqzV — ANI UP (@ANINewsUP) November 8, 2021 उन्होंने तालिबानी मानसिकता पर प्रहार करते हुए कहा, ""जब मुजफ्फरनगर में दंगा होता है तो कुछ लोग खुश होते हैं, कैराना से पलायन पर खुश होते हैं। तालिबान के शासन पर नारे लगाते हैं, तालिबानी मानसिकता नहीं चलने देंगे।"" इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि उनके शासनकाल में अपराधियों को हौसले पस्त हुए हैं और कानून व्यवस्था मजबूत हुई है, परंतु कैराना के दौरे को लेकर विपक्ष ने योगी सरकार पर सांप्रदायिकता की राजनीति करने के आरोप लगाये हैं। स्पष्ट है कि भाजपा कैराना में हिंदुओं के पलायन के मामले को लेकर राजनीतिक स्कोर सेट कर रही है। कैराना, जनपद शामली में... https://t.co/5i4KfWKqn4 — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 8, 2021 कैराना में पूर्ववर्ती सरकार में हिंसा के शिकार हुए परिवार अब वापस आ रहे हैं। यह लोग अपने पूर्वजों की भूमि पर रहें, यहां की विरासत को संरक्षण देने और व्यापारिक व औद्योगिक माहौल को बढ़ाने हेतु @UPGovt हर संभव सहयोग करेगी। अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति निरंतर जारी रहेगी। pic.twitter.com/6SNUcdXhSy— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 8, 2021 कैराना से क्यों करना पड़ा था हिंदुओं को पलायन? वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर इस्लामिक चरमपंथ के उन्माद से दहल उठा था, इस दंगे की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि इससे सटे कैराना से वर्ष 2016 में हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा सामने आया था। कैराना में हिन्दुओं के पलायन की बड़ी वजह जनसंख्या समीकरण को भी माना जाता है। वर्ष 2016 में हिन्दुओं के पलायन के मामले की जांच में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) की चार सदस्यों की टीम ने भी पाया था कि हिंदू परिवार वास्तव में विशेष समुदाय के कारण पलायन करने को विवश हुए थे। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कैराना से सैकड़ों हिंदू परिवार पलायन कर चुके थे और इसका कारण कैराना की आबादी के अनुपात में बदलाव है। इस रिपोर्ट में माना गया था कि कैराना में कुछ मुस्लिम युवक हिंदुओं की बहू-बेटियों के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इन युवकों के डर से कुछ पीड़ित परिवार पुलिस में शिकायत नहीं करते थे, और कुछ मामलों में तो स्थानीय पुलिस ने परिजनों की शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की। आयोग ने 20 प्वाइंट में सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में यूपी सरकार को कई सुझाव भी दिए थे, परंतु तत्कालीन सपा सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बता दें कि साल 20011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश के कैराना की कुल आबादी 89,000 थी, जिसमें 16,320 (18.34%) हिंदू थे और 71,863 (80.74%) मुसलमान थे, अब तक तो ये अंतर और बढ़ गया होगा। यही कारण है कि वर्ष 2016 में सहारनपुर के पूर्व सांसद राघव लखनपाल ने दावा किया था कि कैराना में अब 92% मुस्लिम जबकि हिन्दू केवल 8% ही रह गए हैं। कश्मीर के बाद कैराना में हिंदुओं का पलायन शर्मसार कश्मीर से हिंदुओं के पलायन के बाद कैराना का यह पलायन भारत के लिए किसी शर्मनाक स्थिति से कम नहीं था। वोट बैंक की राजनीति के कारण हिंदू समुदाय ने न्याय की उम्मीद ही छोड़ दी थी। कश्मीर के हिंदुओं ने भी राजनेताओं की सत्ता की लालसा के कारण दशकों तक अन्याय का दंश झेला था। सपा के मुस्लिम वैटबैंक के मोह ने, फिर भाजपा शासन की सुस्ती के कारण कैराना के हिंदुओं को न्याय मिलने में देरी हुई। हालांकि, अब कैराना में स्थिति बदल रही है। वैटबैंक की राजनीति पलायन पर पड़ी भारी वैसे ये भाजपा के पूर्व सांसद स्वर्गीय हुकुम सिंह ही थे जिन्होंने कैराना में हो रहे बड़े पैमाने पर हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था और वर्ष 2016 में 346 हिन्दू परिवारों के पलायन की सूची भी जारी की थी। हुकुम सिंह ने कैराना में बढ़ते अपराध और अपराधियों को दिये जा रहे राजनीतिक संरक्षण पर भी प्रकाश डाला था। उत्तर प्रदेश में तब विधानसभा चुनाव पास थे और समाजवादी पार्टी ने वोटबैंक की राजनीति के लिए इस मामले को ज्यादा महत्व नहीं दिया था। उस समय भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और सत्ता विरोधी लहरों पर सवार हो भाजपा ने यूपी के विधानसभा चुनाव 2017 में जीत दर्ज की, परंतु बीजेपी यह सीट 2017 के विधानसभा चुनाव में नहीं जीत पाई थी। शायद यही कारण है कि हिन्दुओं के पलायन की समस्या को सुलझाने में भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले का समय चुना। अब जब 2022 के विधानसभा चुनाव पास हैं तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शामली के जनपद कैराना का दौरा किया और उन परिवारों से मुलाकात की, जो सांप्रदायिक दंगों के बाद यहां से पलायन कर गए थे, परंतु अब वो सभी वापस लौट रहे हैं। यही नहीं सीएम योगी ने सोमवार को कैराना में PAC कैंप, यूपी रोडवेज बस स्टैंड सहित करोड़ों रुपये की 114 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया। स्पष्ट है भाजपा इस सीट को साधना चाहती है और अब विपक्ष ने भी योगी आदित्यनाथ के कैराना दौरे और पलायन के मुद्दे को हल करने की टाइमिंग को लेकर भाजपा पर वोटों के ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। बता दें कि कैराना पश्चिम उत्तर प्रदेश के शामली जिले की 3 विधानसभा सीटों में से एक है और हुकुम सिंह ने कैराना विधानसभा का सबसे अधिक समय तक प्रतिनिधित्व किया है। हुकुम सिंह की मृत्यु के बाद भाजपा इस सीट को जीतने में असफल रही, परन्तु इस बार भाजपा एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। हालांकि, यूपी चुनाव में भाजपा का कैराना का दांव सफल होगा या नहीं ये तो आने वाला समय ही बतायेगा, परन्तु योगी आदित्यनाथ इस सीट पर भाजपा की दावेदारी को मजबूत करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cruise-drug-case-bjp-leader-devendra-fadnavis-big-allegation-nawab-malik-bought-land-from-mumbai-bomb-blast-convicts-7163298/,"Cruise Drug Case: देवेंद्र फडणवीस का बड़ा आरोप, नवाब मलिक ने मुंबई बम धमाके के दोषियों से खरीदी जमीन","देवेंद्र फडणवीस का बड़ा आरोप, नवाब मलिक ने मुंबई बम धमाके के दोषियों से खरीदी जमीन Cruise Drug Case प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने कहा ना ये सलीम-जावेद की स्टोरी है और ना ही इंटरवेल के बाद की पिक्चर है। नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड के साथ कनेक्शन हैं, उन्होंने मुंबई बम धमाकों के गुनाहगारों से जमीन खरीदी है, ऐसी चार संपत्तियां हैं जिनमें अंडरवर्ल्ड का एंगल है नई दिल्ली Published: November 09, 2021 01:10:32 pm नई दिल्ली। मुंबई क्रूज ड्रग केस ( Cruise Drug Case ) में शुरू हुई सियासी तकरार अब भी जारी है। महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) का बड़ा आरोप लगाया। मंगलवार को प्रेस वार्ता के जरिए फडणवीस ने नवाब मलिक ( Nawab Malik ) के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन ( Under World Connection ) की बात कही। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक ने मुंबई बम धमाकों ( Mumbai Bomb Blast ) के गुनहगारों से जमीन खरीदी। फडणवीस ने बताया कि 1993 में हुए मुंबई बम धमाके के दो आरोपी सलीम पटेल और शाह वली खान से 2005 में नवाब मलिक ने जमीन खरीदी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने कहा ना ये सलीम-जावेद की स्टोरी है और ना ही इंटरवेल के बाद की पिक्चर है। जैसा 'मैंने कहा था कि ये सारे सबूत एनसीपी चीफ शरद पवार को भी दूंगा, ताकि उनको पता चले उनके मंत्रियों ने क्या गुल खिलाए हैं।' उन्होंने कहा ऐसी कुल मिलाकर पांच संपत्तियां हैं, जिनमें से चार में तो 100 फीसदी अंडरवर्ल्ड का एंगल है। ये 2005 से लेकर अब तक की हैं। यह भी पढ़ेँः मानहानि मामलाः वानखेड़े पर निजी हमले को लेकर बढ़ सकती है नवाब मलिक की मुश्किल, हाईकोर्ट ने जवाब के लिए दिया इतना वक्त Nawab Malik has dealings with people from the Underworld people convicted in '93 Mumbai bomb blasts case. He purchased land from convicts of the case on rates cheaper than market rates. Was this deal to save prime land from being forfeited under TADA law?: Devendra Fadnavis, BJP pic.twitter.com/TDe0qfMmGc — ANI (@ANI) November 9, 2021 कुर्ला के एलबीएस रोड पर 1 लाख 23 हजार स्क्वेयरफीट जगह है। इस जमीन की एक रजिस्ट्री सॉलीडस कंपनी के नाम पर है। मुंबई बम धमाकों के गुनाहगार सलीम पटेल और शाहवली खान ने ये जमीन सॉलीडस कंपनी को काफी कम दाम में बेची। ये कंपनी नवाब मलिक के परिवार के लोगों की कंपनी है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि जब ये जमीन खरीदी तब 2005 में इसका मार्केट रेट 2053 प्रति स्क्वेयरफीट था, जिसे 25 रुपए स्क्वेयर फीट से बेचा गया। लेकिन पेमेंट सिर्फ 15 रुपए स्क्वेयर फीट से हुई। इस जमीन का पैसा सीधे सलीम पटेल और शाह वली खान के खाते में गया। कुल 20 लाख रुपए इतनी बड़ी जमीन बेची और खरीदी गई। सलीम के खाते में 15 और शाह के खाते में 5 लाख रुपए गए। फडणवीस ने मलिक से पूछे 3 अहम सवाल मुंबई के गुनाहगारों से आपने जमीन क्यों खरीदी? बम विस्फोट करने वालों से आपने जमीन क्यों खरीदी? ऐसी क्या बात थी कि इतनी बड़ी जमीन आपको काफी कम दाम में दी गई? बीजेपी नेता ने बताया कि इन दोनों पर टाडा लगा था। दरअसल टाडा के आरोपियों की सारी संपत्ति सरकार जब्त करती है। यही वजह है कि इन आरोपियों को जमीन जब्त ना हो इसलिए ये जमीन इतने कम दाम पर मलिक को ट्रांसफर की गई। कौन है सरदार शाह वली खान? शाह वली खान 1993 बम धमाके का गुनाहगार है। ये उम्र कैद की सजा काट रहा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने कायम किया है। इन पर आरोप था कि टाइगर मेमन के नेतृत्व में साजिश में शामिल हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंच और मुंबई महानगर पालिका में बम कहां रखना, इसकी रेकी शाह वली खान ने की थी। टाइगर मेमन ने घर बैठक में भी मौजूद था। अल हुसैनी ब्ल्डिंग में टाइगर मेमन के घर गाड़ियों में आरडीएक्स भरने वाला भी शाह वली खान था। कौन है मो. सलीम इसाक पटेल? सलीम पटेल हसीना पारकर के ड्राइवर होने के साथ फ्रंट मेन भी थे। हसीना पारकर 2007 में गिरफ्तार हुई तब सलीम पटेल भी गिरफ्तार हुआ। मुंबई पुलिस का रिकॉर्ड चेक करें तो दाउद के फरार होने के बाद उनकी बहन के नाम से संपत्तियां जमा होती थीं। इन संपत्तियों को जमा करने वाला सलीम पटेल था। यह भी पढ़ेँः Cruise Drug Case: नवाब मलिक का समीर वानखेड़े से सवाल, क्या ड्रग रैकेट से जुड़ी है आपकी 'साली'? बता दें कि मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले ( Cruise Drugs Case) को लेकर एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई लोगों पर आरोप लगाते आ रहे हैं। दिवाली से पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य में ड्रग्स का खेल देवेंद्र फडणवीस के इशारों पर चल रहा है। इस पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि, ‘नवाब मलिक ने तो फुलझड़ियां छोड़ी है। मैं दिवाली के बाद बम फोड़ूंगा। फडणवीस का ताजा आरोप इसी कड़ी का हिस्सा है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/delhi-bjp-leader-manoj-tiwari-blames-aam-aadmi-party-for-poisonous-yamuna-river-7163144/,"Delhi: जहरीली युमना पर गर्माई सियासत, AAP और BJP आमने-सामने","Delhi: जहरीली युमना पर गर्माई सियासत, AAP और BJP आमने-सामने Delhi में जहरीली होती यमुना को लेकर सियासी पारा हाई है, बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मंगलवार को एक बार फिर ट्वीट के जरिए आम आदमी पार्टी को यमुना की इस हालत का जिम्मेदार बताया, वहीं दिल्ली जल बोर्ड अध्यक्ष राघव चड्ढा पहले ही यूपी और हरियाणा की बीजेपी सरकार पर इस प्रदूषण का ठीकरा फोड़ चुके हैं नई दिल्ली Published: November 09, 2021 11:40:47 am नई दिल्ली। छठ के महापर्व पर दिल्ली ( Delhi ) में यमुना ( Yamuna River Pollution ) की लहरों पर जहरीले केमिकल और झाग की तस्वीरें सामने आने के बाद सियासत गर्मा गई है। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने यमुना के इन हालातों को लेकर जहां आम आदमी पार्टी ( Aam Aadmi Party ) को जिम्मेदार बताया है वहीं आप ने इसका ठीकरा बीजेपी पर ही फोड़ दिया। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और आप नेता राघव चड्ढा ने यमुना में बढ़ते जहर के लिए यूपी और हरियाणी की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार बताया। तो वहीं दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार के ढुलमुल रवैये को यमुना में प्रदूषण की वजह बताया। सीबीसीबी का अलर्ट अभी बनी रहेगी 'गंभीर' स्थिति Delhi | We know that the Yamuna river water is dirty and it could be hazardous. But there is no option as prayers are offered to the Sun god while standing in flowing waters of a river, says a devotee at the Yamuna ghat near Kalindi Kunj pic.twitter.com/HNiN6qIKsy — ANI (@ANI) November 9, 2021 जहरीली होती यमुना को लेकर सियासी पारा हाई हो गया है। आप नेता राघव चड्ढा का कहना है कि यूपी और हरियाणा की सरकारों को इस बात की परवाह नहीं है कि वे यमुना में गंदा पानी छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, दिल्ली जल बोर्ड अपनी एसटीपी की क्षमता बढ़ाने पर लगातार काम कर रहा है, ताकि अनुपचारित अपशिष्ट पानी यमुना में नहीं छोड़ा जाए। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने इसको लेकर हरियाणा सरकार पर यमुना की सफाई के दावों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। जब सवाल उठे तब दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना केस प्रदूषण के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, यमुना में जहरीले रसायन की तस्वीरों को लेकर बीजेपी ने दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं। चड्ढा के मुताबिक, ओखला बैराज उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग के अधीन आता है। उसके ढुलमुल रवैये के कारण चारों तरफ जलकुंभी के पौधे उग आते हैं। ये समझने की जरूरत है कि जब ये जलकुंभी के पौधे सड़ जाते हैं, तब वे फॉस्फेट जैसे सर्फेक्टेंट छोड़ते हैं। यही पदार्थ यमुना को जहरीला बना रहा जिसकी जिम्मेदार यूपी और हरियाणा की बीजेपी सरकार है। मैली कर दी केजरीवाल ने यमुना जी और खुद घूम रहे दूसरे प्रदेश …वायु पलूशन के साथ ज़हरीली झाग में आस्था की लग रही डुबकी… हरियाणा , उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश सब जगह मन रही नदी घाट पे छठ पूजा ..लेकिन दिल्ली में नही होगी क्योंकि हर साल झूठ बोलती aap सरकार का ध्यान सिर्फ़ प्रचार पर है. pic.twitter.com/6v48cOo7n2 — Manoj Tiwari 🇮🇳 (@ManojTiwariMP) November 9, 2021 तिवारीः सिर्फ प्रचार पर 'आप' का फोकस पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस मामले में कहा कि ‘आप’ का ध्यान सिर्फ प्रचार पर है, यमुना के मैली होने को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं। यमुना नदीं की हालत पर मनोज तिवारी ने ट्वीट में लिखा कि, केजरीवाल ने यमुना जी को मैली कर दी और खुद दूसरे प्रदेशों में घूम रहे हैं। वायु प्रदूषण के साथ जहरीली झाग में आस्था की डुबकी लग रही है। उन्होंने लिखा कि हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, सब जगह नदी घाट पर छठ पूजा मनाई जा रही है। लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं है क्योंकि हर साल आप सरकार झूठ बोलती है। उसका ध्यान सिर्फ प्रचार पर है। बता दें कि छठ पूजा के दौरान यमुना नदी में स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं को मजबूरन जहरीले झाग वाले पानी में डुबकी लगानी पड़ी। यह भी पढ़ेंः Coronavirus In Delhi: राजधानी में कोरोना के मामलों में हुई बढ़ोतरी, एक हफ्ते में बढ़े 30 कंटेनमेंट जोन ऐसे आता है यमुना में झाग यमुना नदी पर तैरता हुआ खतरनाक झाग, अमोनिया के स्तर में वृद्धि और उच्च फॉस्फेट सामग्री के कारण होता है। यह झाग उन औद्योगिक कचरों से आता है जोकि यमुना नदी में छोड़े जाते हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/manipur-election-2022-6-more-mla-may-leave-congress-before-7162668/,"मणिपुर में बढ़ रही कांग्रेस की मुश्किलें, 6 और विधायक छोड़ सकते हैं पार्टी","मणिपुर में बढ़ रही कांग्रेस की मुश्किलें, 6 और विधायक छोड़ सकते हैं पार्टी मणिपुर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं। राज्य में पहले ही कई विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं। अब खबरें हैं कि 6 और विधायक कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। नई दिल्ली Updated: November 08, 2021 11:17:14 pm नई दिल्ली। अलगे साल देश के पांच राज्यों में चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं। वहीं मणिपुर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल, राज्य में एक के बाद एक विधायक भाजपा में शामिल हो रहे हैं। हाल में विधायक राजकुमार इमो सिंह और यान्थोंग हौकीप भाजपा में शामिल हो गए। अब खबरें हैं कि 6 और विधायक कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। manipur election 2022, 6 more mla may leave congress before मणिपुर में त्रिकोणीय मुकाबला राज्य के एक कांग्रेस नेता का कहना है कि मणिपुर विधानसभा चुनाव में पार्टी की मुश्किलें बढ़ रही हैं। अभी तक भाजपा की अगुआई में गठबंधन और कांग्रेस के बीच मुकाबला था। लेकिन अब तृणमूल कांग्रेस ने भी राज्य में कई सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है ऐसे में कांग्रेस की मुश्किलें थोड़ी बढ़ सकती हैं। टीएमसी की एंट्री के बाद राज्य में मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। वहीं विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरों पर कांग्रेस का कहना है कि जिन विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरें सामने आ रही हैं, इनमें से कई विधायकों की गतिविधियां पार्टी अनुशासन के खिलाफ हैं। इसलिए, चुनाव से पहले ये विधायक किसी दूसरी पार्टी में जगह तलाश सकते हैं। अगर ऐसा नहीं भी हुआ तो पार्टी खुद उन पर एक्शन लेगी। नेताओं के पास बढ़ गए विकल्प कांग्रेस नेताओं का कहना है कि टीएमसी ने राज्य में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में नेताओं के पास पार्टी बदलने का एक विकल्प और बढ़ गया है। यही वजह है कि कुछ विधायक टीएमसी और बीजेपी से मोलभाव कर रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि इस लिस्ट में कई विधायक तो ऐसे भी हैं जिनका बीजेपी की सीट पर जीत हासिल करना नामुमकिन है। गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के मणिपुर में चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि अगर पिछले चुनावों की बात करें तो टीएमसी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने सात सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन बाद में टीएमसी के विधायक कांग्रेस और भाजपा में शामिल हो गए। वहीं साल 2017 में पार्टी सिर्फ एक सीट जीत दर्ज कर पाई थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-target-over-gov-on-5-year-complete-of-demonetisation-7162580/,"नोटबंदी को राहुल गांधी ने बताया मित्र हित में चली गई चाल, कहा- देश माफ नहीं करेगा","नोटबंदी को राहुल गांधी ने बताया मित्र हित में चली गई चाल, कहा- देश माफ नहीं करेगा नोटबंदी को पांच साल पूरे होने पर राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी मित्र हित में चली गई एक चाल थी, जिसके लिए देश सरकार को कभी माफ नहीं करेगा। नई दिल्ली Published: November 08, 2021 10:33:55 pm नई दिल्ली। भाजपा सरकार द्वारा की गई नोटबंदी को आज पांच साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर विपक्ष नोटबंदी के फैसले को लेकर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मौके पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी के दौरान हमें बताया गया था कि सरकार के इस फैसले से काला धन वापस आएगा, वापस आएगा, लेकिन काला धन तो वापस नहीं आया बल्कि छोटे व्यापारी सड़क पर जरूर आ गए। rahul gandhi target over gov on 5 year complete of demonetisation नोटबंदी को बताया साजिश राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा कि नोटबंदी सरकार द्वारा अपने अरबपति मित्रों के हित में चली गई एक चाल थी, इसके लिए भाजपा सरकार को देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। राहुल गांधी का कहना है कि माफी गलती के लिए दी जाती है, लेकिन यह तो जानबूझकर रची गई एक साजिश थे। जिसके लिए पांच साल तो क्या पचास साल बाद भी देश की जनता सरकार को माफ नहीं करेगी। गलती होती तो जनता माफ़ कर देती लेकिन जान बूझकर मित्र-हित में चली गयी इस चाल की कोई माफ़ी नहीं- कितने ही साल बीत जाएँ काफ़ी नहीं। #नोटबंदी — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2021 बता दें कि नोटबंदी को पांच साल पूरे होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अगर नोटबंदी सफल थी तो भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ। कालाधन वापस क्यों नहीं आया है। अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई और न ही आतंकवाद पर चोट हुई। कश्मीर में आतंकी हर रोज लोगों की हत्या कर रहे हैं और महंगाई आसमान छू रही है। गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने रात आठ बजे देश को संबोधित करते हुए 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने की घोषणा कर दी। पीएम ने बताया कि आज रात से ही ये नोट बंद हो जाएंगे। अगर आपके पास पुराने नोट रखे हैं तो नजदीकी बैंक में जाकर इन्हें बदलवा सकते हैं। हालांकि सरकार की ओर से इसको लेकर भी कुछ शर्तें रखी गई थीं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-slams-punjab-govt-over-kotkapura-police-firing-case-7161889/,"नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर साधा पंजाब सरकार पर निशाना, पूछा- कोटकपुरा पुलिस फायरिंग केस की चार्जशीट कहां है?","नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर साधा पंजाब सरकार पर निशाना, पूछा- कोटकपुरा पुलिस फायरिंग केस की चार्जशीट कहां है? पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पंजाब सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने कोटकपुरा पुलिस फायरिंग की जांच छह महीने के भीतर पूरी करने का आदेश दिया था, लेकिन छह महीने बीतने के बाद भी इस मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं की जा सकी है। चंडीगढ़ पंजाब Published: November 08, 2021 05:19:06 pm चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu) ने सोमवार को राज्य में अपनी पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि 2015 कोटकपुरा पुलिस फायरिंग की घटना में अब तक चार्जशीट क्यों नहीं दर्ज हुई ! सिद्धू ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया था कि कोटकपुरा घटना (Kotkapura police firing case) की जांच छह महीने के भीतर पूरी कर ली जाय, लेकिन छह महीने बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है, आखिर इस मामले की चार्जशीट कहां है। सिद्धू पहले भी सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के कामकाज को लेकर नाखुशी जाहिर कर चुके हैं। सिद्धू ने पंजाब सरकार से यह भी पूछा कि गोलीबारी की घटना के आरोपी पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी (Former Punjab DGP Sumedh Singh Saini) को मिली जमानत के खिलाफ अदालत में विशेष अनुमति याचिका क्यों नहीं दायर की गई। उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से कोई भी वकील अटॉर्नी जनरल बन सकता है और कोई भी आईपीएस अधिकारी डीजीपी बन सकता है, लेकिन अगर नैतिकता के बारे में बात करते हैं तो क्या ऐसा करना सही होगा ! क्या हम ऐसे लोगों को एजी और डीजी के रूप में नियुक्त कर सकते हैं, जबकि हमने पंजाब के लोगों से वादा किया था कि हम उन्हें बेअदबी और गोलीकांड के मामलों में न्याय देंगे। उन्होंने कहा कि कोटकपुरा गोलीकांड में तीसरी एसआईटी को गठित हुए 6 महीने हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। सिद्धू ने कहा कि यह मेरा कोई व्यक्तिगत मामला नहीं है, लेकिन मैं अपने पंजाब के साथ खड़ा हूं। पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पंजाब में सत्तारूढ़ सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है, क्योंकि राज्य के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी को दी गई बेल के खिलाफ विशेष अनुमति याचिका दायर नहीं की गई जो कि फरीदकोट के बहबलकलां पुलिस फायरिंग मामले में नामजद मुख्य व्यक्तियों में से एक हैं। उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगते हुए कहा कि जिन्होंने मुख्य साजिशकर्ताओं को क्लीन चिट दी थी, क्या हम उन्हें एजी और डीजी के रूप में नियुक्त कर सकते हैं, जबकि हमने पंजाब के लोगों को इस मामले में न्याय दिलाने का वादा किया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/kejriwal-announce-rs-3000-per-month-unemployed-allowance-in-goa-7161837/,"गोवा में अरविंद केजरीवाल का ऐलान, हर महीनें देंगे 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता, बिजली होगी बिल्कुल फ्री","गोवा में अरविंद केजरीवाल का ऐलान, हर महीनें देंगे 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता, बिजली होगी बिल्कुल फ्री गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में कई बड़े ऐलान किए हैं। केजरीवाल ने कहा कि राज्य में पात्र युवाओं को हर महीनें 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देंगे। इसके साथ ही राज्य में बिजली बिल्कुल मुफ्त होगी। नई दिल्ली Published: November 08, 2021 04:42:22 pm नई दिल्ली। अलगे साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इसको लेकर सभी पार्टियों ने रैलियां और घोषणाएं शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में आज गोवा में मौजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई बड़े ऐलान कर दिए हैं। दिल्ली सीएम ने कहा कि अगर राज्य में हमारी सरकार बनी तो हर महीनें 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देंगे। इसके साथ ही राज्य में बिजली बिल्कुल मुफ्त होगी। दिल्ली की तर्ज पर होगा गोवा का विकास दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि हमारा लक्ष्य गोवा में भी दिल्ली की तर्ज पर विकास करना है। हमारी सरकार बनने पर लोगों को मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बिजली भी बिल्कुल फ्री होगी। उन्होंने आगे कहा कि अब गोवा के अंदर भी हर गांव के अंदर एक-एक स्कूल खुलवाएंगे। दिल्ली में हमने मोहल्ला क्लीनिक खोला है, गोवा के अंदर भी हर गांव के अंदर एक क्लीनिक खोलेंगे। 3 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता का ऐलान इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने रोजगार के मुद्दे पर भी बात की। दिल्ली सीएम ने कहा कि बेरोजगारी भी राज्य में बड़ी समस्या है, हम इसे जड़ से खत्म करने पर काम करेंगे। उनका मानना है कि सभी को रोजगार देने में समय लगेगा, लेकिन जब तक रोजगार नहीं देते तब तक बेरोजगारी भत्ता देंगे, राज्य के हर पात्र युवा को हर महीने 3 हजार रुपए दिए जाएंगे। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल आज एक बार फिर गोवा के दौरे पर हैं। बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ट्वीटर पर इस बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कोंकणी भाषा में ट्वीट कर लिखा था कि हमारे धार्मिक और तीर्थस्थलों का महत्व हमारे जीवन में रहे। हम इन स्थलों पर जाएं तो भगवान हमें आशीर्वाद दें हमें जीवन में नई ऊर्जा और दिशा मिले। बता दें कि गोवा में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र उन्होंने वहां की जनता से बड़े वादे किए हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-targets-on-government-over-rising-committed-suicide-case-7160993/,"कांग्रेस का सरकार पर हमला, कहा- लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही बीजेपी","कांग्रेस का सरकार पर हमला, कहा- लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही बीजेपी कांग्रेस ने एक बार फिर से भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सरकार लोगों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। नई दिल्ली Published: November 07, 2021 11:50:19 pm नई दिल्ली। महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे पर सरकार पर हमलावर रहने वाली कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी लोगों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। 2014 में जब से बीजेपी सत्ता में आई है उसके बाद से बड़ी संख्या में लोगों ने आत्महत्या की है। कांग्रेस का कहना है कि इन लोगों ने सरकार के रवैए की वजह से अपनी जान दी है। बीजेपी सरकार में 9.52 लाख लोगों ने की आत्महत्या रणदीप सुरजेवाला ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए सरकार पर ये आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि 2014 से अब तक कुल 9.52 लाख लोग आत्महत्या कर चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या में 55 प्रतिशत, ऐसे बेरोजगारों की संख्या में 58 प्रतिशत और किसानों, मजदूरों तथा दिहाड़ी मजदूरों की संख्या में 139.37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नाकामी को छिपा रही सरकार कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 2014 से 2020 के बीच पिछले सात साल के दौरान मोदी सरकार की नाकाम और संवेदनहीन नीतियों से 9,52,875 भारतीय आत्महत्या करने को मजबूर हुए थे। इसके बाद भी सरकार अपनी नाकाम जनविरोधी नीतियों को छिपाने की कोशिश में लोगों के बीच विभाजन, नकारात्मकता, निराशा को बढ़ावा दे रही है। सुरजेवाला ने कहा कि इतने खराब आंकड़ों के बावजूद सत्ता के प्रति बीजेपी की ललक बनी हुई है। हफ्तेभर में 16 रुपए प्रति लीटर सस्ता हुए पेट्रोल रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े डरावने और दिल दहला देने वाले हैं। सरकार युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है, कृषि कानूनों ने किसानों को उनकी ही जमीन में मजदूर बना दिया है। नोटबंदी और जीएसटी ने छोटे व्यापारी को बर्बाद कर दिया। यही वजह है कि लोग इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हैं। इसके लिए पूरी तरह से सरकार ही जिम्मेदार है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-mp-arvind-sharma-target-on-congress-mp-deepender-hooda-7159292/,"बीजेपी नेताओं को बंधक बनाने पर सांसद का बयान, आंख निकाल लेंगे और हाथ काट देंगे","बीजेपी नेताओं को बंधक बनाने पर सांसद का बयान, आंख निकाल लेंगे और हाथ काट देंगे रोहतक में किसानों द्वारा बीजेपी नेताओं को बंधक बनाने के मामले पर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने इसके पीछे कांग्रेस को जिम्मेदार बताते हुए सख्त चेतावनी दी है। नई दिल्ली Published: November 06, 2021 08:54:08 pm नई दिल्ली। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों द्वारा हरियाणा सरकार के पूर्व समेत बीजेपी को बंधक बनाने के मामले पर राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी के कई नेताओं ने इसे कांग्रेस की साजिश करार दिया तो वहीं कुछ बीजेपी नेताओं ने इसके लिए किसानों और कांग्रेस को सख्त चेतावनी दे डाली। बीजेपी सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा सुन लें, अगर मनीष ग्रोवर की तरफ कोई आंख उठेगी तो हम उसकी आंख निकाल लेंगे। अगर हाथ उठेगा तो उसके हाथ को काट देंगे। हम उसको छोड़ेंगे नहीं। बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हरियाणा के रोहतक में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर समेत 150 बीजेपी नेताओं को सात घंटे तक बंधक बना लिया था। अब इस घटना पर हरियाणा सहित देश की राजनीति गर्म हो गई है। रोहतक से बीजेपी सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने पूरे मामले के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा को चेतावनी भी दी है। भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस राज्य में अपनी सरकार तो बना नहीं पाई, इसलिए इस तरह के तरीके आजमा रही है। सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस नेता राज करने के लिए छटपटा रहे हैं, लेकिन उनकी इन हरकतों से बीजेपी पर कोई असर नहीं होने वाला। अगले 25 सालों तक तो भाजपा को राज्य से कोई भी हिला नहीं सकता, कांग्रेस यह बात लिखकर रख ले। इस दौरान भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने हाल ही में हुए उपचुनाव के नतीजों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाल ही में ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है, आने वाले चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी ठीक वैसे ही अपने ही क्षेत्र में पराजित होंगे। गौरतलब है कि शुक्रवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर सहित कई बीजेपी नेताओं को किसानों ने बंधक बना लिया था। इस संबंध में जानकारी मिलने पर भारी संख्‍या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और बीजेपी नेताओं को रिहा कराया गया।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-cm-charanjit-singh-channi-attack-on-navjot-singh-sidhu-7159200/,"पंजाब सीएम चन्नी का नवजोत सिंह सिद्धू पर पलटवार, कहा- गरीब हूं लेकिन कमजोर नहीं","पंजाब सीएम चन्नी का नवजोत सिंह सिद्धू पर पलटवार, कहा- गरीब हूं लेकिन कमजोर नहीं पंजाब कांग्रेस में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। अब पंजाब सीएम चन्नी और सिद्धू के बीच जुबानी जंग जारी है। ऐसे में चन्नी ने सिद्धू का नाम लिए बिना कहा कि मैं गरीब हूं, लेकिन कमजोर नहीं। नई दिल्ली Published: November 06, 2021 07:56:58 pm नई दिल्ली। मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी पंजाब कांग्रेस में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जुबानी जंग जारी है। बता दें कि हाल ही नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब सीएम पर निशाना साधा था, अब चरणजीत सिंह चन्नी ने सिद्धू के बयान पर पलटवार किया है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए चन्नी ने कहा कि मैं गरीब हूं लेकिन कमजोर नहीं हूं। punjab cm charanjit singh channi attack on navjot singh sidhu सीएम चन्नी बोले मैं कमजोर नहीं हूं दरअसल, CM चरणजीत सिंह चन्नी आज सतलुज नदी पर पुल की आधारशिला रखने के लिए रूपनगर पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने सिद्धू के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि धीरे-धीरे वे पंजाब के हर मसले को सुलझा देंगे। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम चन्नी ने कहा कि मैं गरीब हूं लेकिन कमजोर नहीं हूं। चन्नी ने दिया सिद्धू को संदेश पंजाब सीएम ने कहा कि मैं बेअदबी समेत पंजाब की जनता के सारे मुद्दे हल कर सकता हूं। अब तो पंजाब की जनता भी कहने लगी है कि घर-घर दे विच चली गल, चन्नी करदा मसले हल। बता दें कि चन्नी के इस बयान को सिद्धू को करारा जवाब माना जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उन्होंने सिद्धू को संदेश दिया है कि वे पंजाब में बिना किसी के दवाब के सरकार चलाएंगे। गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने नई सरकार में हो रही नियुक्तियों पर सवाल उठाए थे। हालांकि शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया है। इसके साथ ही पंजाब सीएम चन्नी के सामने एक शर्त भी रख दी है कि जब पंजाब में नए डीजीपी और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति हो जाएगी तभी वो अध्यक्ष के रूप में अपना काम शुरू करेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-target-gov-stop-dividing-india-on-religion-and-caste-7158064/,"राहुल गांधी का सरकार पर हमला, धर्म-जाति के नाम पर भारत को बांटना बंद करो","राहुल गांधी का सरकार पर हमला, धर्म-जाति के नाम पर भारत को बांटना बंद करो गोवर्धन पूजा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि धर्म-मज़हब-जाति के नाम पर भारत को बांटना बंद करो। नई दिल्ली Published: November 05, 2021 03:59:16 pm नई दिल्ली। देशभर में आज गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है। इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देशवासियों को गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं देते हुए सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत के नीचे सभी को सुरक्षा दी थी। ठीक वैसे ही आज देश को भी बिना भेदभाव सभी की सुरक्षा करनी होगी। धर्म-मज़हब-जाति के नाम पर भारत को बांटना बंद करो। बता दें कि राहुल गांधी अक्सर सरकार पर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहते हैं। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार में किसान, आम आदमी, छोटे व्यापारी सभी परेशान हैं। नए कृषि कानूनों से सरकार ने किसानों को उनकी ही जमीन में मजदूर बना दिया है। नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों ने छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दी है, वहीं बढ़ती महंगाई से आम आदमी परेशान हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत के नीचे सभी को सुरक्षा दी थी। आज भी बिना भेदभाव सभी की सुरक्षा करनी होगी। धर्म-मज़हब-जाति के नाम पर भारत को बाँटना बंद करो! — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 5, 2021 हाल ही में राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने एक खबर साझा कि जिसमें बताया गया था कि देश के कई शहरों में पेट्रोल 120 रुपए प्रति लीटर से भी अधिक कीमत पर बिक रहा है। राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि जेबकतरों से सावधान रहें। हालांकि दिवाली से एक दिन पहले केंद्र ने पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए उत्पाद शुल्क घटा दिया है। जेबकतरों से सावधान!#TaxExtortion pic.twitter.com/VzgpUUhy9p — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 1, 2021 इसके बाद भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। अब राज्यों में तेल की कीमत कम करने में होड़ लगी हुई हैं। वहीं कुछ लोग सरकार के इस फैसले को अगले साल पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए एक पैतरा बता रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/navjot-singh-sidhu-comment-on-captain-over-his-new-party-announcement-7156226/,"कैप्टन की नई पार्टी पर सिद्धू का बयान, पत्नी साथ नहीं देतीं तो जनता से क्या उम्मीद","कैप्टन की नई पार्टी पर सिद्धू का बयान, पत्नी साथ नहीं देतीं तो जनता से क्या उम्मीद पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया है। इसके जवाब में सिद्धू ने कहा कि जब उनकी पत्नी ही साथ नहीं हैं तो जनता से क्या उम्मीद कर रहे हैं। नई दिल्ली Published: November 03, 2021 05:47:54 pm नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही दोनों नेता एक-दूसरे पर और हमलावर नजर आ रहे हैं। बता दें कि कल कैप्टन अमरिंद सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया, इसके साथ ही उन्होंने अपनी नई पार्टी के नाम का भी ऐलान कर दिया। कैप्टन की पत्नी ने क्यों नहीं दिया इस्तीफा कैप्टन की नई पार्टी के नाम के ऐलान के बाद अब सिद्धू की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि अब इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है, जनता ने उन्हें पूरी तरह से नकार दिया है और जब कैप्टन की पत्नी ही उनका साथ नहीं देती तो वे जनता से क्या उम्मीद कर सकते हैं। सिद्धू ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उनकी पत्नी परनीत कौर इस नई पार्टी में साथ हैं तो उन्होंने अभी तक कांग्रेस से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। कैप्टन से नफरत करते हैं पंजाब के लोग बता दें कि कैप्टन ने पंजाब में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ आने की भी बात कही थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धू ने कहा कि कैप्टन जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने साफ कर दिया कि है हम कैप्टन को हाथ नहीं लगाएंगे, अगर ऐसा किया तो मिट्टी हो जाएंगे। कैप्टन का नाम लिए बगैर सिद्धू बोले वह चले हुए कारतूस हैं। जैसे-जैसे इंसान की उम्र बढ़ती है वैसे ही वह 'रौंदू' हो जाता है। अगर पंजाब की जनता की बात करें तो लोग उनसे नफरत करते हैं। गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से चल रही कलह के बाद कैप्टन ने बीते दिनों मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा वे पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे। सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा अब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया है। कल उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया, इसके साथ ही बताया कि उनकी पार्टी का नाम पंजाब लोक कांग्रेस होगा। बता दें कि अभी इस नाम को चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिली है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-gives-a-advice-to-pm-modi-over-by-election-results-7155262/,"कांग्रेस की पीएम मोदी को सलाह, अहंकार छोड़ वापस लीजिए तीनों काले कानून","कांग्रेस की पीएम मोदी को सलाह, अहंकार छोड़ वापस लीजिए तीनों काले कानून उपचुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने पीएम मोदी को कृषि कानून वापस लेने की सलाह दी है। कांग्रेस का कहना है कि अब पीएम मोदी को अहंकार छोड़ देना चाहिए। नई दिल्ली Published: November 02, 2021 10:41:29 pm नई दिल्ली। लोकसभा की तीन और विधानसभा की 29 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी है। इन चुनावी नतीजों का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि अब पीएम मोदी को अहंकार छोड़कर तीनों काले कानून वापस ले लेना चाहिए। इसके साथ ही सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लूट को तुरंत बंद कर देना चाहिए। अगर केंद्र सरकार ने अब भी अपना अहंकार नहीं छोड़ा तो जनता उन्हें अस्वीकार कर देगी। Congress gives a advice to PM Modi over by election results नतीजों से समझ आया जनता का मूड कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा कि तीन लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को दो पर हार मिली है। विधानसभा उपचुनावों में भाजपा उन अधिकतर सीटों पर हारी है जहां कांग्रेस से सीधा मुकाबला था। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और महाराष्ट्र इसके प्रमाण हैं। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट और तीनों विधानसभा सीटों पर विजय हासिल की है। अब केंद्र को समझ में आ गया होगा कि जनता क्या चाहती है। इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जनता की पीड़ा का तिरस्कार करना नुकसानदायक है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की। राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें ऐसे ही 'घृणा के खिलाफ' बिना डर के काम करते रहना है। यह कांग्रेस के लिए हर जीत हमारे कार्यकर्ताओं की जीत है। अगर चुनावी नतीजों की बात करें तो 3 लोकसभा और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान की बुधवार को मतगणना हुई, जिसमें NDA ने 15 सीटों पर कब्जा जमाया है। वहीं, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने परचम लहराया और राजस्थान-हिमाचल में कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया है। विधानसभा की आठ सीटें कांग्रेस ने जीती हैं और टीएमसी के खाते में चार सीटें गई हैं। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश की एक सीट पर वाईएसआरसीपी और हरियाणा की एक सीट पर इनेलो ने विजय पताका फहराई है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-lok-congress-amarinder-singh-announces-name-of-his-new-party-7154798/,"Punjab Lok Congress: कैप्टन ने किया अपनी पार्टी के नाम का ऐलान, सोनिया गांधी को भेजा 7 पन्नों का इस्तीफा","Punjab Lok Congress: कैप्टन ने किया अपनी पार्टी के नाम का ऐलान, सोनिया गांधी को भेजा 7 पन्नों का इस्तीफा Punjab Lok Congress. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी का नाम 'पंजाब लोक कांग्रेस' होगा, हालांकि अभी इसे चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिली है। नई दिल्ली Updated: November 02, 2021 08:02:49 pm नई दिल्ली। Punjab Lok Congress. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सात पन्नों का इस्तीफा भेज दिया है। इसके साथ ही कैप्टन ने अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान भी कर दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी का नाम 'पंजाब लोक कांग्रेस' होगा, हालांकि अभी इस नाम को चुनाव आयोग से मंजूरी मिलनी बाकी है। Punjab Lok Congress, Amarinder Singh announces name of his new party सोशल मीडिया पर दी जानकारी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह ने सोशल मीडिया पर इस संबंध में जानकारी दी है। अब देखना यह होगा कि क्या कांग्रेस में से भी कोई नेता नई पार्टी में कैप्टन के साथ आता है। बता दें कि कांग्रेस के बड़े नेताओं के कैप्टन की नई पार्टी में साथ आने की खबरें लंबे समय से सामने आ रही हैं। वहीं कैप्टन ने राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा संग हाथ मिलाने की भी बात कह दी थी। पूर्व सीएम का कहना है कि पंजाब के लोगों का हित उनके लिए सबसे पहले है, जो पंजाब के विकास की बात करेगा मैं उसके साथ हूं। I have today sent my resignation to @INCIndia President Ms Sonia Gandhi ji, listing my reasons for the resignation. ‘Punjab Lok Congress’ is the name of the new party. The registration is pending approval with the @ECISVEEP. The party symbol will be approved later. pic.twitter.com/Ha7f5HKouq — Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 2, 2021 सिद्धू पर लगाए थे कई आरोप बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ ही दिनों पहले पंजाब सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर चर्चा कर इस्तीफा दे दिया। इस दौरान उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर भी जमकर निशाना साधा था। कैप्टन ने कहा कि अगर कांग्रेस ने सिद्धू को सीएम बनाया तो मैं इसका पुरजोर विरोध करूंगा। मीडिया से बात करते हुए कैप्टन ने नवजोत सिंह सिद्धू पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, उन्होंने कहा कि सिद्धू के पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ संबंध हैं और ऐसे शख्स को पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य की जिम्मेदारी देने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rakesh-tikait-says-bjp-will-win-up-assembly-election-in-2022-7154418/,"राकेश टिकैत ने कहा, ""यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, फिर भी बीजेपी जीतेगी""","राकेश टिकैत ने कहा, ""यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, फिर भी बीजेपी जीतेगी"" किसान नेता राकेश टिकैत ने हाल ही में बयान देते हुए कहा है कि 2022 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, फिर भी बीजेपी ही जीतेगी। नई दिल्ली Published: November 02, 2021 02:16:49 pm नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पिछले 11 महीने से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान अक्सर ही केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमला करते आए है। चाहे सरकार के कृषि कानून की आलोचना करते हुए इसे वापस लेने की मांग करना हो, या समय-समय पर केंद्र सरकार, बीजेपी और पीएम मोदी के बारे में बयान देना हो, या फिर केंद्र सरकार को धमकी ही देनी हो, टिकैत इसका कोई मौका नहीं छोड़ते। हाल ही में टिकैत ने फिर से बीजेपी पर हमला किया है। टिकैत ने अपने एक इंटरव्यू में 2022 के फरवरी-मार्च में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, इसके बावजूद यूपी में बीजेपी ही जीतेगी। टिकैत के अनुसार बीजेपी की जीत के कारण टिकैत ने कहा कि यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, लेकिन जीत बीजेपी की ही होगी। टिकैत के अनुसार बीजेपी सरकारी मशीन का गलत इस्तेमाल करेगी। टिकैत ने यह भी कहा कि बीजेपी दूसरी पार्टियों के प्रत्याशियों को नॉमिनेशन दाखिल करने से भी रोकेगी और अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनका नॉमिनेशन कैंसिल करा देगी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mumbai-cruise-ship-drugs-case-nawab-malik-again-attack-on-devendra-fadnavis-and-sameer-wankhede-7154178/,"Mumbai Cruise Ship Drugs Case: नवाब मलिक का फडणवीस को चैलेंज- साबित करें मेरे अंडरवर्ल्ड कनेक्शन, 70 हजार रुपए का शर्ट पहनते हैं वानखेड़े","Mumbai Cruise Ship Drugs Case: नवाब मलिक का फडणवीस को चैलेंज- साबित करें मेरे अंडरवर्ल्ड कनेक्शन, 70 हजार रुपए का शर्ट पहनते हैं वानखेड़े Mumbai Cruise Ship Drugs Case महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार सुबह एक बार फिर से प्रेस वार्ता की। उन्होंने इस दौरान देवेंद्र फडणवीस पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमने किसी के उपर हवा में आरोप नहीं लगाया बल्कि तथ्यों के साथ इसे सामने लाया। मैं एक बार फिर कहना चाहता हूं कि समीर वानखेड़े, देवेंद्र फडणवीस के करीबी हैं नई दिल्ली Published: November 02, 2021 11:36:56 am नई दिल्ली। मुंबई ड्रग मामले ( Mumbai Cruise Ship Drugs Case ) राजनीतिक हलचल लगातार बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने समीर वानखेड़े और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाए। मलिक ने एक बार फिर मुंबई क्रूज ड्रग्‍स मामले को लेकर एनसीबी के मुंबई जोन के चीफ समीर वानखेड़े के साथ बीजेपी पर भी हमला बोला है। उन्‍होंने महाराष्‍ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस को निशाने पर लिया है। मलिक ने देवेंद्र फडणवीस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उनका अंडरवर्ल्ड से कोई संबंध नहीं है। यही नहीं उन्होंने फडणवीस को चैलेंज दिया कि वे अंडरवर्ल्ड के साथ संबंधों को साबित कर के दिखाएं। As per information available with me, as soon as Wankhede (Sameer Wankhede) joined this dept, he raised his private Army. Kiran Gosavi. Manish Bhanushali, Fletcher Patel, Adil Usmani, Sam D'Souza are all the players in that private Army: Maharashtra Minister Nawab Malik pic.twitter.com/arg622PD02 — ANI (@ANI) November 2, 2021 एनसीपी नेता नवाब मलिक ने महाराष्ट्र पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की ओर से लगाए गए अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को लेकर अपनी सफाई दी है। मंगलवार को एक प्रेसवार्ता में देवेंद्र फडणवीस को चुनौती दी कि वे उनके कनेक्शन को साबित करें। यही नहीं पूर्व सीएम की ओर से मलिक के दामाद के घर से ड्रग मिलने के आरोप पर उन्होंने जवाब दिया। नवाब मलिक ने कहा कि दामाद के घर से कोई गांजा नहीं मिला था, उसका पंचनामा भी है। नवाब मलिक ने कहा कि ”कल देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाए कि मेरे दामाद के घर से गांजा बरामद हुआ. देवेंद्र जी आपका निकटतम वानखेड़े (NCB अधिकारी समीर वानखेड़े) है, पंचनामा मंगा लीजिए। वानखेड़े की प्राइवेट आर्मी करती है ड्रग्स का कारोबार नवाब मलिक यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि, समीर वानखेड़े जब से इस विभाग में आया उसने अपनी एक प्राइवेट आर्मी खड़ी की। ये प्राइवेट आर्मी धड़ल्ले से शहर में ड्रग्स का कारोबार करती है, छोटे-छोटे मामले उजागर होते हैं। लोगों को फंसाया जाता है। वानखेड़े के जरिए हजारों करोड़ रुपए की उगाही की जाती है। वानखेड़े की एक शर्ट की कीमत 70 हजार रुपए एनसीबी के बाकी के अधिकारी को देखिए जो केवल 700 से लेकर 1000 रुपए की शर्ट पहनते हैं, लेकिन वानखेड़े 70 हजार की शर्ट पहनते हैं। वानखेड़े रोज नई शर्ट बदलकर आते हैं, उन्होंने तो पीएम मोदी को भी पीछे छोड़ दिया है। इतना ही नहीं वानखेड़े दो लाख के जूते, 25 लाख की घड़ी पहनते हैं। एक सामान्य अधिकारी के पास इतना सबकुछ कहां से आया। मलिक ने आगे कहा, 'फडणवीस जो मेरे दामाद पर आरोप लगा रहे हैं वह पूरी तरीके से गलत है. कोर्ट के आदेश का उल्लंघन मैंने किया था यह आरोप मुझ पर लगा था इसलिए मैंने पहले अपने पद से इस्तीफा दिया था मेरे पर कोई भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे। मलिक ने कहा दिवाली के बाद बम फोड़ने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। फडणवीस सरकार के 1 साल पूरे होने पर मैंने बयान दिया था कि कौन नकली फडणवीस मुंबई में घूम रहा था।'",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/by-election-result-2021-three-lok-sabha-and-29-assembly-seats-counting-result-latest-updates-7154103/,"By Election Result 2021: BJP को बड़ा झटका, हिमाचल में कांग्रेस तो बंगाल में TMC ने किया क्लीन-स्वीप, जानिए तीनों लोकसभा सीटों की स्थिति","BJP को बड़ा झटका, हिमाचल में कांग्रेस तो बंगाल में TMC ने किया क्लीन-स्वीप, जानिए तीनों लोकसभा सीटों की स्थिति By Election Result 2021 देश में 30 अक्टूबर को 3 लोकसभा और 29 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए थे। दो नवंबर को इन सभी सीटों के लिए काउंटिंग जारी है। तीनों लोकसभा क्षेत्रों में मौजूदा सदस्यों के निधन के बाद वोटिंग हुई है। नई दिल्ली Updated: November 02, 2021 04:57:39 pm नई दिल्ली। देश के 13 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश ( By election result 2021 ) की तीन लोकसभा सीटों और 29 विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव के तहत मतदान हुए थे। इसके बाद दो नवंबर मंगलवार को इन सीटों के लिए मतगणना जारी है। इसकी प्रक्रिया सुबह आठ बजे से शुरू हुई। By Election Result 2021 निर्वाचन आयोग ने असम की पांच, पश्चिम बंगाल की चार, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मेघालय की तीन-तीन, बिहार, कर्नाटक और राजस्थान की दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम और तेलंगाना की एक-एक सीट के लिए विधानसभा उपचुनाव आयोजित किया था। #HimachalPradesh by-poll | Congress wins in Fatehpur and Jubbal-Kothkai Assembly constituencies and leads in Arki. pic.twitter.com/yKUEsgTZsp — ANI (@ANI) November 2, 2021 हिमाचल में कांग्रेस ने किया क्लीन-स्वीप हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है। वहां मंडी लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस की प्रतिभा सिंह ने बीजेपी के उम्मीदवार कौशल ठाकुर को हरा दिया। हिमाचल में तीन विधानसभा सीटों पर भी चुनाव थे। उनपर भी कांग्रेस की जीत हुई। प्रतिभा सिंह 8,766 वोटों से जीती हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी ने इस सीट को 3.89 लाख वोटों से जीता था। बीजेपी सांसद राम स्वरूप के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ है। दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट के लिए बाईस राउंड की मतगणना के बाद पूर्व सांसद मोहन डेलकर की पत्नी शिवसेना उम्मीदवार कलाबेन डेलकर ने 47,447 मतों के अंतर से जीत हासिल की. उन्होंने भाजपा उम्मीदवार महेश गावित को हराया. बाईस राउंड के पूरा होने के बाद, कलाबेन डेलकर को 1,12,741 वोट मिले, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी, भाजपा उम्मीदवार महेश गावित ने 63,382 वोट हासिल किए Final #UPDATE | TMC wins all 4 seats in West Bengal by-polls Wins Dinhata with a margin of 1,64,089 votes, BJP 2nd Wins Santipur with a margin of 64,675 votes, BJP 2nd Wins Khardaha with a margin of 93,832 votes, BJP 2nd Wins Gosaba with a margin of 1,43,051 votes, BJP 2nd pic.twitter.com/X0mBvGF2ou — ANI (@ANI) November 2, 2021 This (WB by-poll result) was expected, we fought well, we're winning comfortably. The more BJP goes back, the better it is for democracy. People upset with their govt...Our party gave directions that there shouldn't be any post-poll violence. Nothing will happen: Saugata Roy, TMC pic.twitter.com/KZmH0EViyR— ANI (@ANI) November 2, 2021 बंगाल में TMC ने जीती चारों सीटें बंगाल में चारों विधानसभा सीटों पर टीएमसी ने कब्जा जमाकर बीजेपी को तगड़ झटका दिया है। शांतिपुर विधानसभा सीट 63,892 मतों के अंतर से जीती ली है। वहीं दिनहाटा सीट पर TMC ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। उपचुनाव में TMC के उदयन गुहा ने बीजेपी के अशोक मंडल को हरा दिया है। उदयन को कुल 151163 वोट मिले। सीट से पहले बीजेपी के नीतीश प्रमाणिक विधायक थे। उन्होंने बाद में इस्तीफा दे दिया था। वह सिर्फ 57 वोटों से जीते थे। इसके अलावा गोसाबा और खरदा सीट पर भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद भी बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ता और समर्थक जश्न मना रहे हैं। वहीं टीेएमसी सौगत रॉय ने रुझानों के बीच टीएमसी की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा (पश्चिम बंगाल उपचुनाव परिणाम) अपेक्षित था, हमने अच्छी लड़ाई लड़ी, हम आराम से जीत रहे हैं। बीजेपी जितनी पीछे जाएगी, लोकतंत्र के लिए उतना ही अच्छा है। हमारी पार्टी ने निर्देश दिया कि चुनाव के बाद कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए। कुछ नहीं होगा। 3 लोकसभा सीटों की स्थिति हिमाचल के मंडी हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी प्रत्याशी को हराकर शानदार जीत अर्जित की है। वहीं दादरा नगर हवेली में शिवसेना उम्मीदवार जीती हैं। जबकि मध्य प्रदेश के खंडवा में बीजेपी शुरू से ही बढ़त बनाए हुए है। कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस को 1-1 सीट पर जीत कर्नाटक में 2 विधानसभा सीटों पर नतीजे आ चुके हैं। सिंदगी विधानसभा पर बीजेपी ने 31,185 मतों के अंतर से जीत दर्ज की, जबकि हानगल विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार ने 7373 वोट से जीत अर्जित की। राजस्थान में भी बीजेपी को निराशा राजस्थान की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है इसमें से एक सीट का नतीजा आ गया है मिली जानकारी के मुताबिक, धरियावद सीट से कांग्रेस के नगराज मीणा जीत गए हैं। नगराज मीणा करीब 21 हजार वोटों से जीते हैं। वहीं वल्लभ नगर विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस 6 हजार वोटों से आगे चल रही है। बता दें कि धरियावद सीट पहले बीजेपी के खाते में थी। वहां के विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के बाद उपचुनाव हुआ। By-poll to 3 Parliamentary constituencies | BJP leading in Madhya Pradesh & Himachal Pradesh and Shiv Sena in Dadra and Nagar Haveli. pic.twitter.com/VFdvZEQP95 — ANI (@ANI) November 2, 2021 मिजोरम में एमएनएफ की जीत मिजो नेशनल फ्रंट ने मिजोरम की इकलौती विधानसभा सीट जीत ली है, जहां 30 अक्टूबर को उपचुनाव हुए थे। मिजोरम की तुइरियल सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ एमएनएफ के उम्मीदवार के लालदॉन्गलियाना ने कुल 14,561 मतों में से 39.96 प्रतिशत मत हासिल कर जीत दर्ज कर ली है। It was told to the tribals that BJP is against them. We formed schemes & presented before them. I'm happy that we have the evidence of their acceptance in the poll results. BJP has a one-sided lead in Jobat. This is the blessing of our tribal brothers & sisters: MP CM SS Chouhan pic.twitter.com/M4XAh5rzfp — ANI (@ANI) November 2, 2021 मध्य प्रदेश में दो सीट पर बीजेपी जीती मध्य प्रदेश में जोबट सीट पर BJP की सुलोचना तिवारी तो पृथ्वीपुर सीट पर शिशुपाल यादव ने जीत दर्ज की है। रैगांव सीट पर कांग्रेस की कल्पना को जीत मिली है। खंडवा लोकसभा सीट पर भी BJP जीत के करीब है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मतगणना जारी है और अब तक के नतीजे भाजपा के लिए सुखद और उत्साहजनक रहे हैं। खंडवा (संसदीय निर्वाचन क्षेत्र) में हम बहुत आगे हैं। मैं जोबट (विधानसभा क्षेत्र) के परिणामों को बहुत महत्वपूर्ण मानता हूं। विरोधियों ने आदिवासियों को बताया गया कि बीजेपी उनके खिलाफ है. हमने योजनाएं बनाईं और उनके सामने प्रस्तुत कीं। मुझे खुशी है कि हमारे पास चुनाव परिणामों में उनकी स्वीकृति के सबूत हैं। जोबाट में बीजेपी को एकतरफा बढ़त यह हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों का आशीर्वाद है बिहार की कुशेश्वरस्थान सीट JDU ने जीती बिहार में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान सीट पर जेडीयू ने कब्जा जमा लिया है। वहीं तारापुर सीट पर राष्ट्रीय जनता दल आगे चल रही है। By-election to Assembly constituencies across 14 states | BJP leading on 1 out of 3 seats in Madhya Pradesh, NPP & UDP on 1 each out of 3 seats in Meghalaya, Zoram People's Movement on 1 seat of Mizoram and Congress on 1 out of 2 seats in Rajasthan. pic.twitter.com/1hqPOfOMDQ — ANI (@ANI) November 2, 2021 यह भी पढ़ेंः By Election: लोकसभा की तीन और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी #WATCH | TMC workers celebrate outside a counting centre in Dinhata, Cooch Behar as the party leads on all 4 seats in the by-polls to the State Assembly. TMC's Udayan Guha is leading in Dinhata with 96,537 votes so far.#WestBengalBypolls pic.twitter.com/k0GyQ3XC87 — ANI (@ANI) November 2, 2021 बिहार में जेडीयू ने जीती कुशेश्वरस्थान सीट बिहार की कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर JDU के अमन हजारी ने 12 हजार 698 वोटों से जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने RJD के गणेश भारती को हराया है। आरजेडी की हार को लेकर तेज प्रताप यादव ने कहा कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव में हार के लिए जगदा नंद सिंह (बिहार राजद प्रमुख), सुनील सिंह और संजय यादव जिम्मेदार हैं। वे पार्टी को बर्बाद कर रहे हैं. वे हमें (तेज प्रताप और तेजस्वी) लड़ाना चाहते हैं. मैं उनसे पार्टी छोड़ने का अनुरोध करता हूं। हरियाणा में अभय चौटाला जीते हरियाणा में कृषि कानून के विरोध में इनेलो के नेता अभय चौटाला के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव हुए। यहां अभय चौटाला कांग्रेस उम्मीदवार पवन बेनीवाल और भाजपा-जेपी उम्मीदवार गोबिंद कांडा के खिलाफ चुनावी टक्कर थी,जिसमें इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला विजयी रहे। असम में BJP ने दो सीटें जीतीं असम की थौरा विधानसभा सीट BJP ने जीत ली है। बाकी 4 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग अभी जारी है, जिसमें BJP जीत की तरफ बढ़ रही है। असम में 4 बार विधायक रह चुके रूपज्योति कुर्मी ने मरियानी सीट जीत ली है। वे इसी साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। कुर्मी को 55338 वोट, जबकि कांग्रेस के लोहित कौर को 15, 322 वोट मिले। मेघालय में 3 विधानसभा सीटों पर नतीजे घोषित मेघालय में तीनों सीटों पर नतीजे घोषित हो गए हैं। मावरेंगकेंग में एनपीपी ने 1816 के मामूली अंतर से जीत दर्ज की है। यहां कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है। मावफलांग में UDP उम्मीदवार ने 4401 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। इस सीट पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर और एनपीपी तीसरे नंबर पर रही, जबकि राजबाला सीट पर NPP ने 1926 मतों से जीत दर्ज की है। यहां कांग्रेस दूसरे नंबर पर और यूडीपी तीसरे नंबर पर रही। ",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/cm-mamta-banerjee-slams-congress-says-cant-trust-him-7153741/,"ममता बनर्जी को कांग्रेस पर नहीं है भरोसा, बोलीं- बीजेपी से है सेटिंग","ममता बनर्जी को कांग्रेस पर नहीं है भरोसा, बोलीं- बीजेपी से है सेटिंग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें पार्टी पर बिल्कुल भरोसा नहीं है। लगता है कि उनकी भाजपा से सेटिंग है। नई दिल्ली Published: November 01, 2021 11:01:41 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी सक्रिय हो गई हैं। वहीं इन दिनों वे कांग्रेस पर हमलावर नजर आ रही हैं। आज एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पार्टी पर बिल्कुल भरोसा नहीं है। बंगाल सीएम ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस की बीजेपी से सेटिंग है। cm mamta banerjee slams congress says cant trust him कांग्रेस पर जमकर बरसीं ममता दरअसल, आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में एक पूजा उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को जमकर घेरा। ममता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है कांग्रेस ने कोई लड़ाई नहीं लड़ी। चुनाव के दौरान कांग्रेस बड़ी-बड़ी बातें करती है और अंत में चुपचाप बैठ जाती है। भाजपा संग है सेटिंग ममता बनर्जी ने कहा कि हमने विपक्ष के विरुध लड़ाई की है और यही वजह है कि हम दूसरे राज्यों में जा रहे हैं क्योंकि अब कांग्रेस पर भरोसा करने से कोई फायदा नहीं है। कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है, लेकिन आज पार्टी बिल्कुल शांत बैठी है। जब देश की जनता भाजपा सरकार से परेशान है ऐसे में कांग्रेस आगे आने की बजाए कोई भी फैसला नहीं ले रही है। ममता ने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस पर बीजेपी की आलोचना करने का दिखावा करती है, लेकिन असल में उसकी भाजपा संग सेंटिग है। गौरतलब है कि इन दिनों ममता ने कांग्रेस के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है। अभी हाल ही में ममता बनर्जी तीन दिवसीय दौरे पर गोवा गईं थीं, यहां भी उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस कोई फैसला नहीं लेती। वो बस बयानाबाजी करती है और भाजपा को देश से खत्म करने के दावे करती है, लेकिन फैसले के वक्त चुपचाप बैठ जाती है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/oil-price-rising-rahul-gandhi-says-beware-of-pickpockets-7153648/,"पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, कहा- जेबकतरों से सावधान रहें","पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, कहा- जेबकतरों से सावधान रहें देश में कई शहर ऐसे हैं जहां पेट्रोल की कीमत 120 रुपए प्रति लीटर के पार है। इसको लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जेबकतरों से सावधान रहें। नई दिल्ली Published: November 01, 2021 10:00:03 pm नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई से आम-आदमी की कमर टूट रही है। वहीं पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। बता दें कि देश के कुछ शहर तो ऐसे हैं जहां पेट्रोल की कीमत 120 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गई है। इसको लेकर जनता और विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जेबकतरों से सावधान रहने की जरूरत है। महंगाई बढ़ने से सरकार की कमाई बढ़ी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक खबर साझा करते हुए लिखा है, जेबकतरों से सावधान रहें। बता दें कि खबर में पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों से सरकार को होने वाले लाभ का जिक्र किया गया है। खबर के मुताबिक, सीजीए के अनुसार 2018-19 में कुल एक्साइज टैक्स कलेक्शन कुल 2.3 लाख करोड़ रुपए का रहा। इनमें से 35874 करोड़ रुपए राज्यों को वितरित किए गए हैं। जेबकतरों से सावधान!#TaxExtortion pic.twitter.com/VzgpUUhy9p — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 1, 2021 खबर में बताया गया कि वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में 2018-19 में एक्साइज टैक्स के कलेक्शन में इजाफा हुआ है। 2017-18 में यह कलेक्शन 2.58 लाख करोड़ रुपए था, जिसमें से राज्यों को 71759 करोड़ रुपए वितरित किए गए। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के उच्च स्तर पर रहने के बीच घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा जारी है। बता दें कि राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 109.69 रुपए प्रति लीटर और डीजल 98.42 रुपए प्रति लीटर के सर्वकालिक रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। अक्टूबर में 31 दिनों में से 24 दिन इन दोनों की कीमतों में बढोतरी हुई थी और उस दौरान पेट्रोल 7.70 रुपए प्रति लीटर और डीजल 8.30 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/meeting-between-pm-narendra-modi-and-pope-francis-can-benefit-bjp-in-upcoming-goa-and-manipur-elections-7152636/,पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का हो सकता है बीजेपी को फायदा,"पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का हो सकता है बीजेपी को फायदा पीएम नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात पर जहां कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं, वहीं कई लोग इसे सही बता रहे हैं। पर यह मुलाकात बीजेपी की नज़र से फायदेमंद हो सकती है। नई दिल्ली Published: November 01, 2021 12:32:20 pm नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने इटली दौरे के दौरान वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। इस मुलाकात के अलग-अलग मायने देखे जा रहे हैं। विपक्ष और कुछ लोग इस मुलाकात पर सवाल उठा रहे हैं। यहां तक कि बीजेपी से राज्यसभा में सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस मुलाकात पर सवाल उठाए हैं। वहीं दूसरी तरफ कई लोग इस मुलाकात को सही बता रहे हैं। पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्यौता भी दिया, जिसे पोप फ्रांसिस ने स्वीकार भी कर लिया। हालांकि पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस के बीच हुई इस मुलाकात का कोई तय एजेंडा नहीं था, पर अगर बीजेपी की नज़र से देखा जाए तो यह मुलाकात उनके लिए राजनीतिक नज़रिए से काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का राजनीतिक फायदा पीएम नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का कोई तय उद्देश्य नहीं था, फिर भी यह राजनीतिक नज़रिए से बीजेपी के लिए आने वाले समय में फायदेमंद हो सकती है। अगले साल जनवरी-फरवरी में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन 5 राज्यों में से गोवा और मणिपुर दो ऐसे राज्य हैं जहां ईसाई जनसंख्या की अधिकता है। ऐसे में पीएम मोदी की पोप फ्रांसिस से हुई मुलाकात इन दोनों राज्यों में ईसाई वोट पाने में अहम भूमिका निभा सकती है। गोवा में 27% से ज़्यादा कैथोलिक ईसाई वोट्स हैं। इसके साथ ही मणिपुर में भी काफी कैथोलिक ईसाई वोट्स हैं। ऐसे में पीएम मोदी की पोप फ्रांसिस के साथ मुलाकात से बीजेपी अपने धर्मनिरपेक्षता के संदेश का मज़बूती से प्रचार कर सकती है। गोवा में बीजेपी के कैथोलिक फेस कहे जाने वाले मौविन गोदिन्हो ने भी पीएम मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात को ऐतिहासिक बताया है। ऐसे में बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति में इसके हिसाब से ज़रूरी पक्ष और नई प्रचार नीतियों को शामिल कर सकती है। साथ ही विपक्ष के बीजेपी पर साम्प्रदायिकता से सम्बन्धित आरोप भी जनता की नज़र में भ्रामक साबित हो सकेंगे। ऐसे में इन दोनों राज्यों में बीजेपी की स्थिति और मज़बूत हो सकेगी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mumbai-cruise-ship-drugs-case-bjp-leader-devendra-fadnavis-attacks-nawab-malik-7152591/,"देवेंद्र फडणवीस का पलटवार, बोले- दिवाली बाद फूटेगा बड़ा बम, दूंगा नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के सबूत","देवेंद्र फडणवीस का पलटवार, बोले- दिवाली बाद फूटेगा बड़ा बम, दूंगा नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के सबूत Mumbai Cruise Ship Drugs Case महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा- नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड के साथ क्या कनेक्शन हैं मैं इसका सबूत दिवाली के बाद मीडिया और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को दूंगा। 'मैं कांच के घर में नहीं रहता, मैं ईंट का जवाब पत्थर से देना जानता हूं' नई दिल्ली Published: November 01, 2021 11:53:42 am नई दिल्ली। मुंबई क्रूज शिप ड्रग मामले ( Mumbai Cruise Ship Drub Case ) पर अब सियासी रंग चढ़ता जा रहा है। एक तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ( Nawab Malik ) लगातार इस मामले में बीजेपी पर आरोप लगा रहा है तो वहीं अब बीजेपी ( BJP ) ने भी नवाब मलिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल ड्रग केस विवाद के बीच नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) के ड्रग माफियाओं के साथ संबंधों को लेकर हमला बोला। इस हमले के जवाब में अब महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस का पलटवार सामने आया है। फडणवीस ने कहा है कि वे दिवाली के बाद बड़ा बम फोड़ेंगे। उन्होंने दावा किया है कि वे दिवाली के बाद नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के सबूत देंगे। Those who have relations with the Underworld should not speak about me. I will present evidence of Nawab Malik's relations with the Underworld. I am waiting for Diwali to pass: Former Maharashtra CM and BJP leader Devendra Fadnavis pic.twitter.com/bCQ0JhwUe5 — ANI (@ANI) November 1, 2021 मुंबई ड्रग केस विवाद ( Drugs Case ) पर अब महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक आमने-सामने हैं। देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर पलटवार किया है। फडणवीस ने कहा कि मलिक ने उनकी पत्नी अमृता और ड्रग्स तस्कर जयदीप राणा (Jaideep Rana) की जो तस्वीर शेयर की वह चार साल पुरानी है। उन्होंने कहा कि जयदीप राणा से उनके परिवार का कोई संबंध नहीं है। पूर्व सीएम फडणवीस ने नवाब मलिक पर गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक ने अंडरवर्ल्ड से संबंध है, जिसके सबूत वह मीडिया और NCP अध्यक्ष शरद पवार को दिवाली के बाद देंगे। वहीं फडणवीस के आरोपों पर नवाब मलिक की सफाई भी आ गई है। उन्होंने कहा कि वह फडणवीस के आरोपों पर मंगलवार को सफाई देंगे। नवाब मलिक ने कहा है कि वे फडणवीस के ड्रग माफियाओं के साथ संबंधों के सबूत देंगे। Photograph of Jaideep Rana with Ex Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/Sxo1diTalX — Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 1, 2021 Addressing the press conference. Watch full video: https://t.co/RBwo6jDmg4 pic.twitter.com/uPGZHFVGYy— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 1, 2021 यह है मामला नवाब मलिक ने सोमवार सुबह कुछ फोटोज ट्वीट किए थे। इनमें देवेंद्र फडणवीस और उनकी पत्नी अमृता फडणवीस दिख रहे हैं। अलग-अलग फोटोज में दोनों के साथ एक शख्स और खड़ा है, जिसको नवाब मलिक ने जयदीप राणा (Jaideep Rana) बताया है, जो कि ड्रग्स तस्कर है और फिलहाल जेल में है। मिली जानकारी के मुताबिक, राणा को इसी साल जून में NCB ने ही गिरफ्तार किया था। नवाब मलिक के आरोपों पर फडणवीस ने पूछा, 'फोटो चार साल पुरानी है, मलिक को आज उसकी याद क्यों आई है।' पूर्व सीएम ने आगे कहा कि वह शख्स रिवर मार्च ऑर्गेनाइजेशन के लोगों के साथ आया था और ड्रग्स केस में उसका नाम आने से पहले वह मीटिंग हुई थी। बता दें कि फडणवीस सरकार के वक्त चल चल मुंबई - नदी संरक्षण अभियान चलाया गया था, इसमें Mumbai River Anthem लॉन्च किया गया था। इस दौरान नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि जयदीप राणा इस अभियान का फाइनेंस हेड था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/kangana-ranaut-reaction-after-parag-agrawal-replaces-jack-dorsey-as-twitter-ceo-129167327.html,ट्विटर CEO के इस्तीफे पर कंगना का रिएक्शन: बोलीं- 'बाय चाचा जैक'; हेटफुल कंटेंट के लिए ट्विटर ने सस्पेंड किया था उनका अकाउंट,"ट्विटर CEO के इस्तीफे पर कंगना का रिएक्शन:बोलीं- 'बाय चाचा जैक'; हेटफुल कंटेंट के लिए ट्विटर ने सस्पेंड किया था उनका अकाउंट 6 घंटे पहले ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के CEO पद से इस्तीफा दे दिया। इस खबर से कंगना रनोट खुश हैं। दरअसल, ट्विटर ने कंगना के अकाउंट को परमानेंटली सस्पेंड कर दिया था। कंगना के साथ अनुपम खेर ने भी इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अनुपम इस सोशल मीडिया प्लेटफार्म के एक्टिव मेंबर हैं। अलविदा चाचा जैक के इस्तीफे के बाद कंगना ने इंस्टाग्राम पर अपना रिएक्शन शेयर करते हुए लिखा, ""अलविदा चाचा जैक..."" ट्विटर ने कंगना का अकाउंट परमानेंटली सस्पेंड किया था पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के रिजल्ट्स पर भड़काऊ रिएक्शन पोस्ट करने के बाद इस साल 3 मई को कंगना का अकाउंट 'परमानेंटली सस्पेंड' कर दिया था। इसपर ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा था कि 'ट्विटर नियमों के बार-बार उल्लंघन करना और हेटफुल कंटेंट के लिए उनके अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया है।' इसके बाद से कंगना अपने विचार इंस्टाग्राम और कू एप पर शेयर करती रहती हैं। अनुपम ने खुशी की जाहिर अनुपम खेर ने भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को नए CEO के रूप में स्वागत करते हुए खुशी जाहिर करते हुए हिंदी में लिखा, ट्विटर का नया CEO बना अपना हिंदुस्तानी भाई, पराग अग्रवाल! कुछ भी हो सकता है! :) श्रेया घोषाल ने दी बधाई सिंगर श्रेया घोषाल ने भी पराग अग्रवाल को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बधाई पराग, तुम पर गर्व है!! हमारे लिए ये बड़ा दिन है, इस खबर का जश्न मना रहे हैं। 2006 में हुई थी ट्विटर की स्थापना डोर्सी ने अपने तीन साथियों के साथ 21 मार्च 2006 को सैन फ्रांसिस्को में ट्विटर की स्थापना की थी। इसके बाद वे सबसे बड़े टेक्नोलॉजी इंटरप्रेन्योर्स में से एक बन गए थे। डोर्सी के पद छोड़ने की खबरें सामने आने के बाद कंपनी के शेयर्स की कीमतें 10% तक बढ़ गईं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/badal-responsible-for-sacrilege-shootings-and-drugs-thats-why-i-wont-tell-much-about-the-matter-in-court-129167752.html,"SIT रिपोर्ट से पहले CM चन्नी का दावा: बेअदबी, गोलीकांड और ड्रग्स के लिए बादल जिम्मेदार; मामला कोर्ट में इसलिए ज्यादा नहीं बताऊंगा","SIT रिपोर्ट से पहले CM चन्नी का दावा:बेअदबी, गोलीकांड और ड्रग्स के लिए बादल जिम्मेदार; मामला कोर्ट में इसलिए ज्यादा नहीं बताऊंगा चंडीगढ़एक घंटा पहले कोटकपूरा में लोगों को संबोधित करते CM चरणजीत चन्नी। पंजाब विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी, उससे जुड़े गोलीकांड और ड्रग्स का मामला गर्माने लगा है। CM बनने के बाद पहली बार कोटकपूरा पहुंचे चरणजीत चन्नी ने दावा किया कि इन सबके लिए बादल जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में है, इसलिए मैं ज्यादा नहीं बताऊंगा लेकिन इनको सजा जरूर मिलेगी। CM चन्नी की यह बात इसलिए अहम है क्योंकि बेअदबी और गोलीकांड की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जांच कर रही है। जिसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। वहीं, ड्रग्स के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की रिपोर्ट हाईकोर्ट में सीलबंद पड़ी है। कोटकपूरा में लोगों से मिलते CM चन्नी साजिश रचने वालों से मिले थे बादल CM चन्नी ने कहा कि फरीदकोट में हुई बेअदबी, उसके बाद बहबल कलां और कोटकपूरा में हुए गोलीकांड में बादल इसकी साजिश रचने वालों से मिले हुए थे। उन्होंने कहा कि यह गोलियां बेअदबी के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर नहीं बल्कि हमारे सीने पर चली थी। अकाली दल बता चुका साजिश अकाली दल पहले ही बेअदबी, गोलीकांड और ड्रग्स केस में उन्हें फंसाने की सजिश बता चुका है। उनका कहना है कि सीएम चन्नी, डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा, पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने डीजीपी इकबालप्रीत सहोता के साथ मीटिंग की। जिसमें इन दोनों मामलों में बादल परिवार और अकाली दल को फंसाने की साजिश रची गई। किसानों ने विरोध किया तो इस्तीफा दिया CM चन्नी ने बादल परिवार को कृषि सुधार कानूनों पर भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि पहले इन्होंने 2013 में पंजाब में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट बनाया। उसके बाद केंद्र सरकार से बनवाया। पहले इसके फायदे गिनाते रहे। जब किसानों ने विरोध शुरू किया तो केंद्र सरकार में मंत्री पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद BJP से गठबंधन भी तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि लोग इसे भूलेंगे नहीं और बादलों से इसका जवाब जरूर मांगेंगे। टोपी वालों से बचकर रहना सीएम चन्नी ने कहा कि आजकल पंजाब में टोपी वाले घूम रहे हैं, जो मुझे नकली बोलते हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) वाले फर्जी गारंटी और झूठ का पुलिंदा बांट रहे हैं। अरविंद केजरीवाल बहुरूपिया हैं। वह जिन स्कीमों का ऐलान कर रहे हैं, उनसे दिल्ली को कोई फायदा नहीं हुआ तो पंजाब को क्या होगा?। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 400 यूनिट फ्री बिजली चुनावी चाल है। अगर बिजली यूनिट 400 से ज्यादा होते हैं तो दिल्ली सरकार मोटा बिल लेती है। इतने यूनिट बिल तो लगभग हर घर का आ ही जाता है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/cm-channis-letter-to-pm-modi-help-farmers-in-complete-loan-waiver-sukhbir-said-tomorrow-will-also-ask-for-a-share-in-cheap-electricity-129167541.html,CM चन्नी का PM मोदी को लेटर: किसानों की पूर्ण कर्ज माफी में करें मदद; सुखबीर बोले- कल को सस्ती बिजली के लिए भी हिस्सा मांगेंगे,"CM चन्नी का PM मोदी को लेटर:किसानों की पूर्ण कर्ज माफी में करें मदद; सुखबीर बोले- कल को सस्ती बिजली के लिए भी हिस्सा मांगेंगे चंडीगढ़3 घंटे पहले कृषि सुधार कानून वापस होने के बाद भी कांग्रेस पंजाब में किसानों का मुद्दा नहीं छोड़ेगी। मंगलवार को CM चरणजीत चन्नी ने किसानों की कर्ज माफी में केंद्र को भी घसीट लिया। CM ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर लिखा है। जिसमें किसानों की पूर्ण कर्ज माफी में मदद के लिए कहा है। सीएम ने कहा कि केंद्र पहल करे, फिर राज्य भी योगदान देंगे। हालांकि CM चन्नी का यह दांव अकाली दल को रास नहीं आया। अकाली प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि कल को सस्ती बिजली में भी सीएम चन्नी केंद्र सरकार से आधा पैसा देने की मांग करेंगे। CM चन्नी को बताया 25% मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कहा कि सीएम चन्नी चाहते हैं कि केंद्र की गैर कांग्रेसी सरकार कर्ज माफी के कांग्रेस के वादे को 50% पूरा करे। उन्होंने कहा कि 25% मुख्यमंत्री 5 महीने के कार्यकाल में खुलेआम स्वीकार कर रहे हैं कि लोग उनकी बातों पर आधा ही भरोसा कर सकते हैं। सीएम चन्नी की अगली मांग उनके 3 रुपए बिजली यूनिट के वादे में 1.50 रुपए देने की होगी। कर्ज माफी का वादा कांग्रेस का या केंद्र का? सुखबीर ने पूछा कि किसानों की कर्ज माफी का वादा कांग्रेस ने किया था या केंद्र सरकार ने। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस का मेनिफेस्टो BJP द्वारा प्रायोजित है। सुखबीर ने कहा कि हम उनकी सीक्रेट डील जानते हैं लेकिन इतना बेशर्म नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ की पार्टी हैं। यहां पर CM चन्नी ने 50% स्वीकार कर लिया है। किसानों पर झगड़ा भलाई से ज्यादा वोट बैंक किसान के मुद्दे पर राजनीतिक झगड़ा भलाई से कहीं बढ़कर वोट बैंक है। पंजाब की 117 विस सीटों में से 77 पर किसानों का डॉमिनेंस है। खासकर, सबसे ज्यादा सीटों वाले मालवा क्षेत्र में सबसे ज्यादा किसान हैं। कांग्रेस अब तक कृषि कानूनों के सहारे अकाली दल और भाजपा को घेर रही थी। हालांकि अब केंद्र ने कानून वापस लेकर यह दांव फेल कर दिया है। जिसके बाद कर्ज माफी को मुद्दा बनाया जा रहा है। कुछ दिन पहले किसान संगठनों से मीटिंग में सीएम चन्नी ने इस बारे में सोचने का समय मांगा था। पढ़ें CM चन्नी का प्रधानमंत्री को लिखा लेटर ...",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/your-monkey-your-circus-i-dont-interfere-in-anybodys-show-answer-on-the-discussion-of-not-accepting-the-recommendation-of-sidhu-129167373.html,"कांग्रेस संगठन पर जाखड़ का ट्वीट: 'आपके बंदर, आपकी सर्कस', मेरा किसी के 'शो' में हस्तक्षेप नहीं; सिद्धू के सिफारिश न मानने की चर्चा पर जवाब","कांग्रेस संगठन पर जाखड़ का ट्वीट:'आपके बंदर, आपकी सर्कस', मेरा किसी के 'शो' में हस्तक्षेप नहीं; सिद्धू के सिफारिश न मानने की चर्चा पर जवाब चंडीगढ़6 घंटे पहले पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने नवजोत सिद्धू के संगठन बनाने को लेकर दिलचस्प ट्वीट किया है। जाखड़ ने कहा कि 'आपके बंदर, आपकी सर्कस', मैं इस कहावत को फॉलो करता हूं। मैंने न किसी को कुछ सुझाव दिया है और न ही दूसरे के 'शो' में हस्तक्षेप किया है। जाखड़ का यह ट्वीट उन मीडिया रिपोर्ट्स के बाद आया है, जिनमें कहा गया कि नवजोत सिद्धू ने संगठन बनाते वक्त जाखड़ की सिफारिश नहीं मानी। जाखड़ के कहने के मुताबिक प्रधान या अन्य ओहदेदार नियुक्त नहीं किए। जाखड़ ने साफ किया कि वह पंजाब कांग्रेस में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहे। उसमें क्या करना है, वह नवजोत सिद्धू ही जानें। जाखड़ का जवाब ट्वीट को लेकर चर्चा में जाखड़ जाखड़ लगातार ट्वीट को लेकर चर्चा में रहते हैं। जाखड़ ने दो दिन पहले कहा था कि पंजाब में राजनीति ड्रामा हो गई है, जो बिल्कुल क्रिप्टो करंसी की तरह है। जो बिकती खूब है, लेकिन विश्वसनीय नहीं है। उनका यह ट्वीट सिद्धू से जोड़कर देखा गया। इससे पहले वह समझौते के लिए केदारनाथ गए सिद्धू और CM चरणजीत चन्नी को राजनीतिक तीर्थयात्री बता चुके हैं। जाखड़ ज्यादातर इशारों में कांग्रेस नेताओं पर ही हमला करते रहते हैं। सिद्धू के हमले का इस तरह दिया था जवाब सिद्धू ने ट्वीट पर सवाल उठाए तो शायरी से दिया था जवाब कुछ दिन पहले नवजोत सिद्धू ने कहा कि आजकल पुराने प्रधान खूब ट्वीट करते हैं। कभी उन्होंने मेरी तरह मुद्दे उठाए हैं। जाखड़ ने सिद्धू के बयान का यह हिस्सा ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि 'बुत हमको कहे काफिर, अल्लाह की मर्जी है, सूरज में लगे धब्बा, फितरत के करिश्में हैं। बरकत जो नहीं होती, नीयत की खराबी है।' हालांकि इसके बाद सिद्धू ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया। कांग्रेस को रास नहीं आया संगठन का 'सिद्धू मॉडल':पार्टी प्रधान की भेजी कार्यकारिणी लिस्ट हाईकमान ने रोकी; विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने जताया एतराज​​​​​​​ प्रधान बनने से पहले सिद्धू कुछ इस तरह जाखड़ से मिले थे, लेकिन उसके बाद रिश्तों में खटास आ गई। कांग्रेस ने जाखड़ को नजरअंदाज किया, अब टेंशन बढ़ी कांग्रेस ने सुनील जाखड़ को हटाकर नवजोत सिद्धू को पंजाब प्रधान बना दिया। तब उनके साथ कोई विवाद नहीं था। इसके बाद उन्हें CM बनाने के लिए बुलाया गया, लेकिन अंतिम समय में सिख स्टेट में सिख सीएम का मुद्दा बन गया। इसके बाद चरणजीत चन्नी सीएम बन गए। तब से जाखड़ नाराज होकर पार्टी से दूर बैठे हैं। जाखड़ पंजाब में कांग्रेस का बड़ा हिंदू चेहरा हैं। कांग्रेस हिंदू वोट बैंक के लिए उन्हें साथ लाना चाहती है, लेकिन वह राजी नहीं। पंजाब कांग्रेस इंचार्ज को भी उनके घर से खाली हाथ लौटना पड़ा था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/congress-did-not-like-the-sidhu-model-of-the-organization-the-high-command-stopped-the-executive-list-sent-by-the-party-chief-mlas-and-senior-leaders-objected-129167300.html,कांग्रेस को रास नहीं आया संगठन का 'सिद्धू मॉडल': पार्टी प्रधान की भेजी कार्यकारिणी लिस्ट हाईकमान ने रोकी; विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने जताया एतराज,"कांग्रेस को रास नहीं आया संगठन का 'सिद्धू मॉडल':पार्टी प्रधान की भेजी कार्यकारिणी लिस्ट हाईकमान ने रोकी; विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने जताया एतराज चंडीगढ़7 घंटे पहले पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू का संगठन मॉडल कांग्रेस को पसंद नहीं आया। सिद्धू ने करीब 2 हफ्ते पहले संगठन की लिस्ट कांग्रेस हाईकमान को भेजी थी। इसे वहीं रोक लिया गया है। यह लिस्ट पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी के पास अटकी हुई है। चर्चा है कि सिद्धू ने संगठन बनाते वक्त पार्टी के MLA और वरिष्ठ नेताओं की नहीं सुनी। सिद्धू ने अपने करीबी MLA और नेताओं से चर्चा कर लिस्ट तैयार कर दी। इससे कई विधायक और नेताओं ने नाखुशी जाहिर की है। हालांकि इसे सही करने के लिए जल्द ही हरीश चौधरी और सिद्धू की मुलाकात हो सकती है। हरीश चौधरी लगातार सीएम चन्नी और सिद्धू को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं। सिद्धू ने दिया यह फार्मूला सिद्धू राज्य की तरह ही जिले में संगठन बनाना चाहते हैं। राज्य में सिद्धू प्रधान और 4 वर्किंग प्रधान हैं। जिला कमेटियों में एक प्रधान और 2 वर्किंग प्रधान बनाने का प्रपोजल दिया है। राज्य में कांग्रेस की 29 जिला कमेटी हैं। इसमें इस फॉर्मूले से 89 नेताओं को एडजस्ट किया गया है। हालांकि इसमें जिन नेताओं के नाम चुने गए हैं, सब सिद्धू या फिर उनके करीबियों के करीबी हैं। यही वजह है कि कांग्रेस हाईकमान इसको लेकर खुश नहीं है। सिद्धू पक्ष का तर्क- यह लिस्ट मेरिट पर, बाकी करीबियों को चाह रहे सिद्धू के करीबी लोगों का तर्क है कि पंजाब में कांग्रेस संगठन की लिस्ट में मेरिट के आधार पर चेहरे शामिल किए गए हैं। इसके उलट कुछ MLA और नेता अपने करीबियों को कुर्सी दिलाना चाहते हैं, जिनका कोई ज्यादा आधार या फिर पूरी तरह स्वीकार्यता नहीं है। अगर उन्हें पद दिया जाएगा तो फिर संगठन में निचले स्तर पर कोई बदलाव नहीं आ पाएगा। वर्कर भी इससे नाराज होंगे। सूत्रों की मानें तो सिद्धू संगठन से लेकर टिकट बंटवारे तक अपनी छाप छोड़ने के लिए उत्सुक हैं। CM और चौधरी ब्लॉक प्रधानों से मिले, सिद्धू गैरहाजिर CM चरणजीत चन्नी और पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी ने सोमवार को चंडीगढ़ में कांग्रेस के ब्लॉक प्रधानों की मीटिंग बुलाई। इसमें सिद्धू गैरहाजिर थे। इसको लेकर 2 तरह की चर्चाएं चल रही हैं। कुछ कह रहे हैं कि सिद्धू को बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आए, जबकि संगठन प्रधान होने के नाते उनका इस मीटिंग में शामिल होना जरूरी था। कुछ का यह भी तर्क है कि इस मीटिंग को बुलाने से लेकर सिद्धू को संदेश भेजने में कोई उत्साह नहीं था, जिससे सिद्धू नहीं आए।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/32-organizations-of-punjab-ready-to-return-home-emergency-meeting-of-skm-to-one-farmer-leader-said-there-is-no-excuse-left-now-129164487.html,"कल खत्म हो सकता है किसान आंदोलन: पंजाब के 32 संगठन वापसी को तैयार, कहा- अब कोई बहाना नहीं बचा; बुधवार को अहम मीटिंग","कल खत्म हो सकता है किसान आंदोलन:पंजाब के 32 संगठन वापसी को तैयार, कहा- अब कोई बहाना नहीं बचा; बुधवार को अहम मीटिंग चंडीगढ़ केंद्र सरकार के 3 कृषि सुधार कानूनों के विरोध में एक साल से चल रहा किसान आंदोलन बुधवार को खत्म हो सकता है। सोमवार को सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के 32 किसान संगठनों की मीटिंग हुई। इसमें घर वापसी के लिए सहमति बन गई है। हालांकि अंतिम फैसला 1 दिसंबर को होगा। फैसला लेने के लिए बनाए गए संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के 42 लोगों की कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग भी अब 1 दिसंबर को ही होगी। पहले यह 4 दिसंबर को होने वाली थी। पंजाब के किसान नेता हरमीत कादियां ने कहा- हम जीत हासिल कर चुके हैं। अब हमारे पास कोई बहाना नहीं है। घर वापसी पर संयुक्त किसान मोर्चा की मुहर लगनी बाकी है। किसान नेता हरमीत कादियां के मुताबिक किसान अब घर वापसी को तैयार हैं। कादियां ने कहा-किसानों की पूरी जीत हुई कादियां ने कहा- लोकसभा और राज्यसभा में कृषि कानून वापस ले लिए गए हैं। पराली और बिजली एक्ट से किसानों को निकाल दिया गया है। हमारी जीत पूरी हो गई है। जिन मांगों को लेकर हम आए थे, उन पर फैसला हो चुका है। MSP पर सरकार ने कमेटी बनाने की बात कही है। उसके लिए केंद्र सरकार को एक दिन का वक्त दिया है। इसमें किसानों के प्रतिनिधि लिए जाएंगे या नहीं और वो कितने वक्त में फैसला लेगी? इन बातों पर सब कुछ साफ होना चाहिए। केंद्र केस वापस करवाए, शहीद किसानों को मुआवजा दे कादियां ने आगे कहा- पहले हमारी मांगों पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और पीयूष गोयल ने ऐलान किए थे। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में उसका ऐलान कर दें। हम शहीद किसानों को मुआवजा देने की मांग भी कर रहे हैं। चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा और दूसरी जगहों पर किसानों पर दर्ज केस वापस लिए जाने चाहिए। सरकार पूरी तरह से झुकी है और हमारी मांगों पर आगे बढ़ रही है। पंजाब के 32 किसान संगठनों की मीटिंग में मौजूद किसान नेता। आंदोलन एक साल से चल रहा है। सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में सरकार ने कानून वापस ले लिए। सरकार का रवैया अच्छा देख मीटिंग पहले बुलाई दोआबा के किसान नेता मुकेश ने कहा- हम जंग जीत चुके हैं। पहले सरकार संसद को श्रद्धांजलि देकर खत्म कर देती थी। इस बार सरकार ने तेजी से बिल रद्द कर दिए। सरकार का रवैया देखते हुए हमने एक दिसंबर को ही मीटिंग बुला ली है। पहले भी हम 32 संगठन प्रपोजल बनाते थे और SKM में पास करवाते थे। सरकार का रवैया देख हमें उम्मीद है कि मंगलवार को बाकी मांगों पर भी ऐलान हो जाएगा। किसान नेता जंगवीर सिंह ने कहा- हम जीत को जीत ही कहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसलों का स्वागत करते हैं। पंजाब के संगठन टोल प्लाजा से भी धरना खत्म करने को राजी हैं। टोल खाली करने, नेताओं का विरोध भी बंद हो सकता है पंजाब में किसान संगठन टोल प्लाजा पर लगे धरने हटाने के लिए भी तैयार हो गए हैं। इसके अलावा यहां रैलियां कर रहे नेताओं का विरोध भी बंद हो सकता है। पंजाब में कॉर्पोरेट ग्रुप्स के संस्थानों के बाहर जारी धरने या उन्हें खोलने का विरोध भी छोड़ने की तैयारी है। इसको लेकर भी प्रपोजल तैयार हो चुका है। हालांकि SKM की मुहर से पहले किसान नेता इसके बारे में कुछ कह नहीं रहे हैं। पंजाब के संगठनों का फैसला इसलिए अहम है क्योंकि आंदोलन की शुरुआत उन्होंने पंजाब से ही की थी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/amarinders-big-political-claim-captain-said-will-form-government-in-punjab-in-2022-with-allies-will-go-to-delhi-and-meet-bjp-high-command-129164526.html,अमरिंदर का बड़ा सियासी दावा: कैप्टन बोले- सहयोगियों के साथ 2022 में पंजाब में सरकार बनाएंगे; दिल्ली जाकर BJP हाईकमान से मिलूंगा,"अमरिंदर का बड़ा सियासी दावा:कैप्टन बोले- सहयोगियों के साथ 2022 में पंजाब में सरकार बनाएंगे; दिल्ली जाकर BJP हाईकमान से मिलूंगा चंडीगढ़एक दिन पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को बड़ा सियासी दावा किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर प्रदेश में सरकार बनाएंगे। कैप्टन ने कहा कि पंजाब में उनकी मेंबरशिप ड्राइव तेजी से चल रही है। कैप्टन ने कहा कि पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ सीट शेयरिंग के लिए वह जल्दी ही दिल्ली जाकर BJP हाईकमान से मिलेंगे। अगर BJP हाईकमान कहेगा तो वह पार्टी के लिए उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश (UP) में प्रचार भी करेंगे। इससे पहले कैप्टन ने सोमवार को हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर से मुलाकात की। खट्‌टर से मिलने के बाद बाहर निकले कैप्टन ने मीडिया से कहा कि सही समय का इंतजार करें। हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर से मिलते कैप्टन अमरिंदर सिंह। आचार संहिता लगने के बाद कांग्रेसी आएंगे मेरे साथ कैप्टन ने दावा किया कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगते ही कांग्रेस पार्टी के बहुत सारे नेता उनकी पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी से जुड़ना शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘अगर अभी कोई आता है तो पंजाब सरकार उसके एरिया में विकास कार्य रोक देगी। इसी वजह से मैंने सबसे कहा है कि वह अपना काम करते रहे। आचार संहिता लगते ही सरकार की पावर खत्म हो जाएगी तो फिर खुलकर कांग्रेसी मेरे साथ आएंगे।’ सांसद परनीत कौर की बगावत:सोशल मीडिया पर 'कैप्टन फॉर 2022' की फोटो लगाई; अमरिंदर की पत्नी को कांग्रेस जारी कर चुकी नोटिस कैप्टन चाहते हैं कांग्रेस को सबक सिखाना अमरिंदर सिंह के इस दावे से पंजाब में सभी सियासी दलों, खासकर सत्तारूढ़ कांग्रेस की चिंता बढ़ती नजर आ रही है। दरअसल कांग्रेस हाईकमान और पार्टी का पंजाब नेतृत्व जानता है कि कैप्टन बेशक न जीतें मगर इतना तय है कि उनके मौजूदा रुख से कांग्रेस को बड़ा झटका लगने वाला है। कैप्टन भी चाहते हैं कि किसी भी सूरत में कांग्रेस को फिर से सत्ता में न आने दें, ताकि उन्हें हटाने वालों को सबक सिखाया जा सके। CM मनोहर से मिलने पहुंचे कैप्टन:पंजाब के चुनाव और किसान आंदोलन पर हुई चर्चा, अमरिंदर बोले- मैं तो कॉफी पीने आया था कांग्रेस जुटी कैप्टन की ताकत खत्म करने में दूसरी ओर कांग्रेस लगातार कैप्टन की मूवमेंट पर नजर रख रही है और पार्टी की हरसंभव कोशिश है कि उन्हें मजबूत न होने दिया जाए। पंजाब सरकार और पंजाब कांग्रेस इकाई लगातार उनकी ताकत खत्म करने में जुटी है। इसी क्रम में कैप्टन के करीबी पटियाला नगर निगम के मेयर संजीव शर्मा बिट्‌टू को सस्पेंड करने के अलावा कैप्टन की पत्नी और पटियाला की लोकसभा मेंबर महारानी परनीत कौर को शोकॉज नोटिस जारी किया जा चुका है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rajya-sabha-mps-suspended-list-update-priyanka-chaturvedi-including-12-party-members-129164557.html,"राज्यसभा से 12 सांसद सस्पेंड: मानसून सेशन में मार्शलों पर हमला करने का आरोप; कांग्रेस, शिवसेना, TMC और लेफ्ट के नेता शामिल","राज्यसभा से 12 सांसद सस्पेंड:मानसून सेशन में मार्शलों पर हमला करने का आरोप; कांग्रेस, शिवसेना, TMC और लेफ्ट के नेता शामिल नई दिल्लीएक दिन पहले वीडियो संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन (11 अगस्त को) सुरक्षा बलों से बदसलूकी के आरोप में राज्यसभा के 12 विपक्षी सांसदों को पूरे शीत सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। 110 दिन पहले हुई इस घटना पर संसद के शीत सत्र में कार्रवाई हुई है। संसद का यह सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। सोमवार को संसद की कार्रवाई शुरू हुई। कृषि कानून वापसी बिल लोकसभा-राज्यसभा में पास होने के बाद सदनों की कार्रवाई मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इधर, सूत्रों के हवाले से खबर है कि मंगलवार को निलंबित सांसद राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मिलकर माफी मांग सकते हैं। कांग्रेस के 6; TMC, शिवसेना और लेफ्ट के 6 MP राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सोमवार को निलंबित सांसदों के नाम की घोषणा की। इनमें कांग्रेस के 6 सांसद: फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं। ममता बनर्जी की पार्टी TMC से डोला सेन और शांता छेत्री को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई शामिल हैं। वहीं CPM के एलाराम करीम और CPI के बिनॉय विश्वम भी निलंबित होने वाले सांसदाें की लिस्ट में शामिल हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- कल विपक्ष की बैठक इधर, कार्रवाई को लेकर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान आया है। खड़गे ने कहा- अगर दूसरों के लिए आवाज उठाने वालों की आवाज दबाई जाती है, तो यह लोकतंत्र का गला घोटने जैसा है। हम इसकी निंदा करते हैं, सभी दल इसकी निंदा करते हैं। आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए कल हमारी बैठक होगी। क्या हुआ था 11 अगस्त को? 11 अगस्त को इंश्योरेंस बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ था। संसद के अंदर विपक्ष के महिला-पुरुष सांसदों और मार्शलों के बीच जमकर खींचातानी हुई थी। उस दिन हुए हंगामे पर राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा था, 'जो कुछ सदन में हुआ है, उसने लोकतंत्र के मंदिर को अपवित्र किया है।' उधर, विपक्ष का कहना था कि कोई भी बिल पास कराने की कोशिश की गई तो अंजाम भुगतना होगा। साथ ही विपक्ष ने महिला सांसदों के साथ बदसलूकी का भी आरोप लगाया था। इसे लेकर विपक्ष ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को ज्ञापन भी सौंपा था। विपक्ष ने सरकार पर लगाए थे ये आरोप कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमने पेगासस का मुद्दा उठाया। हमें संसद में नहीं बोलने दिया गया। राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई। राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उन्होंने अपने संसदीय जीवन में इस तरह की शर्मनाक घटना कभी नहीं देखी। सपा नेता विशंभर निषाद ने कहा कि हमारी महिला सांसदों से धक्का-मुक्की की गई। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि इंश्योरेंस बिल संसद ने नहीं पास किया, मार्शल लॉ ने पास किया है। DMK ने कहा- संसद की ऐसी तस्वीर कभी नहीं देखी। हमारी महिला सांसदों को घसीटा गया। विपक्ष को जवाब देने 8 केंद्रीय मंत्रियों ने की पीसी 11 अगस्त को दोपहर में सरकार के 8 मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और विपक्ष के हर आरोप का सिलसिलेवार ढंग से जवाब दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के अलावा मुख्तार अब्बास नकवी, धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर, अर्जुन मेघवाल और वी मुरलीधरन यानी 8 मंत्रियों ने 48 मिनट तक जवाब दिया। 48 मिनट में सरकार के विपक्ष पर 8 बड़े हमले संसद में मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के अलोकतांत्रिक और हिंसक व्यवहार ने भारतीय लोकतंत्र के काले अध्याय की कहानी लिखी। सरकार ने कई मौकों पर विपक्ष को चर्चा करने का प्रस्ताव भेजा, लेकिन हर बार हमारी अपील को सुना नहीं गया। विपक्ष का चर्चा में कोई इंट्रेस्ट नहीं था और उन्होंने पहले से ही तय कर रखा था कि संसद को बाधित करना है। विपक्षी सदस्यों का दुर्व्यवहार भारत के संसदीय इतिहास के लिए शर्मनाक है और उन्हें देश से इसके लिए माफी जरूर मांगनी चाहिए। शर्मनाक और रुकावट डालने वाले व्यवहार के लिए विपक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। पूरे देश ने संसद में विपक्ष का ड्रामा देखा है। विपक्ष ये पचा नहीं पा रहा है कि देश उनसे हार मान चुका है। माई वे या हाईवे वाली सोच की निंदा करते हैं। देश भी इस तरह की सोच की निंदा करता है। राहुल गांधी कहते हैं कि ये देश में लोकतंत्र की हत्या है। राष्ट्र देख रहा है कि उन्होंने संसद में क्या किया। अगर उन्हें अपनी जिम्मेदारी का जरा सा भी अहसास है तो उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। सभापति भी इस पर सख्त एक्शन लें ताकि इस तरह की हरकतें दोहराई न जाएं। विपक्ष ने आम जनता और टैक्स देने वालों की फिक्र नहीं की। घड़ियाली आंसू बहाने की जगह विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए। सरकार के 3 मंत्रियों के तल्ख बयान 1. संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा था- हमने विपक्ष से सहयोग की मांग की थी। बिल पास कराने के लिए भी साथ मांगा था, हम तो चाहते थे कि संसद और चले, पर ऐसा नहीं हुआ। लोकतंत्र की हत्या की बात करने वाले राहुल को देश से माफी मांगनी चाहिए। वो जानते हैं कि उन्होंने क्या किया है। टेबल पर चढ़कर सांसदों ने उपद्रव किया। महिला मार्शलों को चोट पहुंचाई गई। विपक्ष का तो एजेंडा ही यही था कि हंगामा करना है। 2. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था- विपक्ष ने सदन की गरिमा को गिरा दिया है। कोई मंत्री जवाब दे रहा है तो उसके हाथ से जवाब छीन लिया गया। जब विपक्ष से कहा कि माफी मांगिए तो उससे भी साफ इनकार कर दिया गया। वेल में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की। मार्शल बुलाए तो उनसे धक्का मुक्की की गई। शीशा तोड़ा और ये शीशा महिला मार्शल को लगा। उसे चोट पहुंची है और ये दुखद है। एक रूल बुक चेयर की तरफ फेंक दी गई। अगर चेयर पर कोई होता तो वो बुरी तरह घायल हो जाता। ये हमला था। अब विपक्ष निराधार आरोप लगा रहा है ताकि मुद्दे से भटका सके और उस पर एक्शन न हो। 3. सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था- मानसून सेशन के दौरान सड़क से संसद तक अराजकता फैलाना ही विपक्ष का एकमात्र एजेंडा रहा है। जनता इंतजार करती रही कि उनके मुद्दे संसद में उठाए जाएंगे, इसके बावजूद विपक्ष का यही अराजक रवैया जारी रहा। विपक्ष को लोगों की, टैक्स भरने वालों की फिक्र नहीं है। जो भी हुआ, वो निंदनीय है। घड़ियाली आंसू बहाने के बजाय विपक्ष को पूरे देश में माफी मांगनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने नए मंत्रियों से कहा था कि राज्यसभा जाएं और वहां पर बहस को ध्यान से सुनें। हमें नए मंत्रियों से पता चला कि मेजों पर तो डांस किया जा रहा था, वो पूछ रहे थे कि इन मेजों का दूसरा कोई इस्तेमाल भी है?",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/sisodia-said-pargat-ran-away-from-the-field-now-give-cm-channi-the-list-education-minister-said-do-not-understand-my-writing-129164580.html,"पंजाब-दिल्ली के एजुकेशन मॉडल पर घमासान: सिसोदिया बोले- मैदान छोड़ भागे परगट, अब CM चन्नी दें लिस्ट; शिक्षा मंत्री बोले- मेरा लिखा नहीं समझे","पंजाब-दिल्ली के एजुकेशन मॉडल पर घमासान:सिसोदिया बोले- मैदान छोड़ भागे परगट, अब CM चन्नी दें लिस्ट; शिक्षा मंत्री बोले- मेरा लिखा नहीं समझे चंडीगढ़एक दिन पहले विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब और दिल्ली के एजुकेशन मॉडल पर घमासान मच गया है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह मैदान छोड़ भाग गए हैं। उन्होंने अब CM चरणजीत चन्नी को कहा कि वे 250 स्कूलों की लिस्ट जारी करें ताकि दिल्ली और पंजाब के स्कूलों की तुलना कर सकें। हालांकि परगट सिंह ने कहा कि सिसोदिया उनकी चुनौती को ढंग से नहीं समझे। परगट सिंह ने ही सिसोदिया की चुनौती कबूल की थी। सिसोदिया ने 10 स्कूलों की तुलना के लिए कहा था तो परगट ने 250 की लिस्ट मांगी। रविवार को सिसोदिया ने यह लिस्ट जारी कर दी। उन्होंने परगट को कहा कि वह भी शाम तक लिस्ट जारी करें। हालांकि परगट ने कोई लिस्ट जारी नहीं की। पंजाब-दिल्ली के एजुकेशन मॉडल पर खुली बहस:शिक्षा मंत्री परगट ने नहीं दी लिस्ट; कहा- वह म्यूनिसपैलिटी चला रहे, हम राज्य; लाइफस्टाइल पर हो डिबेट परगट बोले- सिर्फ नाम नहीं, स्कूलों के बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए थी परगट सिंह ने कहा कि सिसोदिया को जवाब देने की इतनी जल्दी थी कि उन्होंने जो लिखा था, उसे समझ नहीं पाए। उन्होंने कहा था कि नेशनल परफार्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स के आधार पर करेंगे। सिसोदिया को लिस्ट में स्टूडेंट्स की गिनती, पक्के टीचर और खाली पद, दसवीं के नतीजे और प्रिंसिपल के नाम भी देने चाहिए थे। उन्हें 2013-14 से 2019-20 के आंकड़े देने चाहिए थे ताकि सारी तस्वीर स्पष्ट हो सके। परगट ने कहा कि प्रिंसिपल नहीं तो किसे ट्रेनिंग पर भेज रहे। जब नया स्कूल नहीं बनाया तो वे बुनियादी ढांचे की क्या बात कर रहे हैं। सिद्धू का केजरीवाल पर हमला:कहा- दिल्ली सरकार में महिला मंत्री क्यों नहीं; 1000 का लॉलीपॉप मत बांटो",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/parliament-session-will-be-started-with-uproar-as-farm-laws-repeal-bill-tabled-in-loksabha-129163792.html,"संसद का विंटर सेशन: कृषि कानून वापसी बिल दोनों सदनों में पास, पिछले सत्र में हंगामा करने वाले 12 राज्यसभा सांसद निलंबित","संसद का विंटर सेशन:कृषि कानून वापसी बिल दोनों सदनों में पास, पिछले सत्र में हंगामा करने वाले 12 राज्यसभा सांसद निलंबित एक दिन पहले वीडियो संसद के विंटर सेशन के पहले दिन ही कृषि कानून वापसी बिल दोनों सदनों में पास हो गया है। यह बिल अब राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में यह विधेयक पेश किया। इसके तुरंत बाद ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामे के बीच ही बिल राज्यसभा में पास हुआ। वहीं, लोकसभा कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। लोकसभा में विंटर सेशन शुरू होते ही कृषि मंत्री तोमर ने कृषि कानून वापसी का बिल पेश किया, जो पास भी हो गया। इसके बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने कानून वापसी पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्ष से कहा कि आप चर्चा चाहते हैं तो हम वो करवाने को तैयार हैं, लेकिन विपक्ष ने नारेबाजी जारी रखी। राज्यसभा से 12 सांसद निलंबित वहीं, राज्यसभा के 12 सांसद निलंबित कर दिए गए हैं। इनमें CPM के एलाराम करीम, कांग्रेस के फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, CPI सांसद बिनॉय विश्वम, TMC नेता डोला सेन और शांता छेत्री और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी व अनिल देसाई शामिल हैं। मानसून सत्र के दौरान बदसलूकी को लेकर यह कार्रवाई हुई है। राज्यसभा भी कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। राहुल बोले- कहा था कि काले कानून वापस लेने पड़ेंगे कांग्रेस के राहुल गांधी ने कहा, ""हमने कहा था कि 3 काले कानूनों को वापस लेना पड़ेगा। हमें पता था कि 3-4 बड़े पूंजीपतियों की शक्ति हिंदुस्तान के किसानों के सामने खड़ी नहीं हो सकती और वही हुआ। काले कानूनों को रद्द करना पड़ा। ये किसानों की सफलता है। देश की सफलता है।"" गलती मानी है तो नुकसान की भरपाई करें राहुल ने कहा कि ये तीन कानून किसानों और मजदूरों पर आक्रमण थे। किसानों और मजदूरों की कठिनाइयों की लिस्ट लंबी है, जो MSP और कर्ज माफी तक ही सीमित नहीं है। वे अभी भी मांग कर रहे हैं और हम उनका समर्थन करते हैं। आपने कहा- प्रधानमंत्री ने माफी मांगी, इसका मतलब प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि उनकी गलती के कारण 700 लोग मारे गए, उनकी गलती से आंदोलन हुआ। अगर उन्होंने गलती मानी है तो नुकसान की भरपाई तो करनी पड़ेगी। कांग्रेस नेता ने कहा, ""जिस तरह से संसद में बिना किसी चर्चा के कानून रद्द किए गए, ये दिखाता है कि सरकार चर्चा से डरती है। सरकार जानती है कि उसने गलत काम किया है। 700 किसानों की मृत्यु और कानूनों को लागू करने के पीछे किसकी शक्ति थी, इस पर चर्चा होनी थी, लेकिन सरकार ने नहीं होने दी।"" टिकैत ने कहा- हमारा आंदोलन जारी रहेगा इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा के लीडर राकेश टिकैत ने कहा, ""कृषि कानून वापस हो चुके हैं, लेकिन अब MSP और किसानों की समस्याओं पर चर्चा होनी चाहिए। हम 4 दिसंबर को एक बैठक करेंगे और उसमें आंदोलन की दिशा तय की जाएगी। तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।"" मोदी ने सत्र से पहले की थी शांति बनाए रखने की अपील संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक दलों से शांति और मर्यादा बनाए रखने की अपील की। PM ने कहा कि संसद में सवाल हो, लेकिन शांति भी बनी रहे। हमारी पहचान इस बात से हो कि हमने सदन में कितने घंटे काम किया, न कि इस बात से कि सदन में किसने कितना जोर लगाकर संसद को रोका। प्रधानमंत्री का इशारा विपक्ष के हंगामे की तरफ था। इधर, कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर कांग्रेस ने संसद परिसर में धरना दिया। इसमें कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल समेत पार्टी नेता शामिल हुए। कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस सांसद। कार्यवाही को लेकर मोदी के 4 संदेश 1. मोदी ने कहा, ""हमने देखा कि पिछले दिनों संविधान दिवस भी नए संकल्प के साथ संविधान की आत्मा को चरितार्थ करने के लिए सभी के दायित्व के संबंध में पूरे देश ने संकल्प किया है। इन सबको देखते हुए हम चाहेंगे, देश भी चाहेगा, हर नागरिक चाहेगा कि ये संसद सत्र और आगे आने वाला सत्र आजादी के दीवानों की भावना और अमृत महोत्सव की भावना के लिहाज से संसद भी देश हित में चर्चा करे।"" 2. प्रधानमंत्री ने कहा कि आशा करता हूं कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान किया इस तराजू पर तौला जाए। किसने कितना जोर लगाकर संसद को रोका, ये मानदंड नहीं होगा। ये मानदंड होगा कि संसद में कितने घंटे काम हुआ। सरकार हर मुद्दे पर चर्चा और सवाल का जवाब देने को तैयार है। संसद में सवाल भी हो और शांति भी हो। 3. ""सरकार के खिलाफ, नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए वो हो, लेकिन संसद की गरिमा, स्पीकर की गरिमा, चेयर की गरिमा के विषय में हम वो आचरण करें, जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए।"" 4. उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट की खबरें भी हमें और सतर्क, सजग करती हैं। मैं संसद के सभी साथियों को सतर्क रहने की प्रार्थना करता हूं। सत्र में देशहित के निर्णय तेजी से और मिलजुलकर करें। संसद के शीतकालीन सत्र में सबकी निगाहें कृषि कानूनों की वापसी के बिल पर हैं। सरकार इसे सत्र के पहले दिन ही सदन में पेश करने जा रही है। सालभर से जारी कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन तीनों कानून पिछले साल केंद्र सरकार ने पारित कराए थे, जिन्हें विपक्षी दलों से लेकर किसान संगठनों तक के अभूतपूर्व विरोध का सामना करना पड़ा। इन कानूनों की वापसी के लिए किसान संगठन पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं को घेरे बैठे हैं। लगातार विरोध के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी। इस सत्र में 25 बिल और पेश करेगी सरकार केंद्र सरकार ने कृषि कानून वापसी बिल के अलावा 25 अन्य बिल भी 23 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन संसदीय सत्र के दौरान पेश करने की तैयारी की हुई है, जिनमें सबसे अहम बिल प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने से जुड़ा हुआ है। हालांकि सरकार खुद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को डिजिटल करेंसी उतारने की इजाजत दे रही है। इसके अलावा शीतकालीन सत्र के दौरान पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल, 2019 पर संसद की जॉइंट कमेटी की रिपोर्ट भी सदन में रखी जाएगी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/omicron-coronavirus-variant-kiran-mazumdar-shaw-uday-kotak-on-india-covid-guidelines-and-restrictions-129164402.html,कोरोना पर सरकार की नीतियों से कारोबार जगत नाराज: किरण मजूमदार शॉ ने कहा 'क्या हम ऊलजुलूल नियमों को लागू होने दें?',"कोरोना पर सरकार की नीतियों से कारोबार जगत नाराज:किरण मजूमदार शॉ ने कहा 'क्या हम ऊलजुलूल नियमों को लागू होने दें?' नई दिल्लीएक दिन पहले कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' के मिलने से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। भारत ले भी एहतियात के तौर पर विदेश से आने वाले यात्रियों को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। कारोबार जगत के दिग्गजों ने सोशल मीडिया के जरिए कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर जारी नई पाबंदियों और गाइडलाइंस को लेकर चिंता जाहिर की है। कभी सामान्य न होने वाली दुनिया में आपका स्वागत है: उदय कोटक कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ एवं मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक ने सोशल मीडिया पर कहा कि 'ओमिक्रॉन वैरिएंट आज डरा रहा है। कल कुछ और डराएगा। दुनियाभर के लोग, बाजार और नीति नियंता आंकड़ों के बगैर क्राइसिस मैनेंजमेंट के लिए बिना डाटा के नियम बनाएंगे। एक 'कभी सामान्य न होने वाली' दुनिया में आपका स्वागत है, जिसमें हम रह रहे हैं'। क्या हम फालतू नियमों को लागू होने दें?: किरण मजूमदार शॉ बायोकॉन की एक्जीक्यूटिव चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ उन्होंने सवाल किया कि क्या 'जोखि‍म' वाले देशों से नेगेटिव RT-PCR टेस्ट और वैक्सीन के दोनों डोज लेने वाले विजिटर्स को 7 दिन के होम क्वारंटीन पर भेजना ज्यादा सख्त कार्रवाई नहीं है? क्या हम फालतू नियमों को लागू होने दें? ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा के मुकाबले काफी हल्के हैं। फिर से उठेंगे बाजार: आनंद महिंद्रा महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने 'ओमिक्रॉन' के कारण बाजार में मची उथल पुथल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बाजार धुन में बदलाव पर नाचेंगे और फिर से उठेंगे? भारत ने जारी की नई गाइड लाइन कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सोमवार को नई गाइडलाइन जारी की। इसके मुताबिक, 'एट रिस्क' देशों से आने वाले सभी यात्रियों को आने के साथ ही कोविड-19 टेस्ट से गुजरना होगा। टेस्टिंग की शर्त तब भी लागू होगी, जबकि आने वाले यात्री पूरी तरह वैक्सीनेटेड हों। 'एट रिस्क' वाले देशों को छोड़कर बाकी देशों के यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति होगी। उन्हें 14 दिन के लिए सेल्फ मॉनिटरिंग करनी होगी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/said-why-not-a-woman-minister-in-delhi-government-do-not-distribute-1000-lollipops-do-not-throw-stones-at-others-living-in-glass-houses-129164292.html,सिद्धू का केजरीवाल पर हमला: कहा- दिल्ली सरकार में महिला मंत्री क्यों नहीं; 1000 का लॉलीपॉप मत बांटो,"सिद्धू का केजरीवाल पर हमला:कहा- दिल्ली सरकार में महिला मंत्री क्यों नहीं; 1000 का लॉलीपॉप मत बांटो चंडीगढ़एक दिन पहले पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू एजुकेशन मॉडल पर आम आदमी पार्टी से घिरे पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह के बचाव में कूदे हैं। सिद्धू ने AAP के मेनिफेस्टो जारी करते हुए टीचरों और कॉलेजों के वादे पूरा न करने का आरोप लगाया। सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल को कहा कि जो शीशे के घरों में रहते हैं, वे दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंका करते। सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल को कहा कि आप नारी सशक्तिकरण, रोजगार और टीचर की बात करते हो लेकिन आपकी सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं है। सिद्धू ने पूछा कि दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के सरप्लस रेवेन्यू छोड़ने के बावजूद केजरीवाल ने कितनी महिलाओं को एक-एक हजार रुपए दिए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा किया गया ट्वीट एक हजार का लॉलीपॉप देना नारी सशक्तिकरण नहीं सिद्धू ने कहा कि नारी सशक्तिकरण का मतलब महिला को चुनाव प्रक्रिया के हर पड़ाव पर शामिल करना है। जैसे कांग्रेस पंजाब में कर रही है। उन्होंने कहा कि सच्चे नेता एक हजार का लॉलीपॉप नहीं देते। इसके बजाय उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्किल्ड बनाते हैं। यह सिद्धू का पंजाब मॉडल है। सिद्धू ने पंजाब मॉडल बताया सिद्धू ने पूछा- जॉब और कॉलेज कहां हैं? सिद्धू ने कहा कि 2015 के मेनिफेस्टों में अरविंद केजरीवाल ने 8 लाख नई नौकरियों और 20 नए कॉलेज का वादा किया था। सिद्धू ने पूछा कि यह जॉब और कॉलेज कहां हैं?। सिद्धू ने कहा कि आपकी फेल गारंटियों से दिल्ली में बेरोजगारी दर पिछले 5 साल में 5 गुना बढ़ चुकी है। सिद्धू ने टीचर और जॉब पर कहा कि 2015 में दिल्ली में टीचरों की 12,515 वैकेंसी थी। अब 2021 में यह जॉब वैकेंसी 19,907 पहुंच चुकी है। सिद्धू ने कहा कि आप ज्यादातर खाली पदों को गैस्ट लेक्चररों से भर रहे हो। पंजाब-दिल्ली के एजुकेशन मॉडल पर खुली बहस:शिक्षा मंत्री परगट ने नहीं दी लिस्ट; कहा- वह म्यूनिसपैलिटी चला रहे, हम राज्य; लाइफस्टाइल पर हो डिबेट खुली बहस से पीछे हट रहे परगट दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह को एजुकेशन मॉडल पर खुली बहस की चुनौती दी थी। जिसे परगट ने कबूल कर लिया। परगट ने कहा कि यह बहस 10 नहीं बल्कि 250 स्कूलों पर होगी। सिसौदिया ने उसे भी कबूल कर लिया। सिसौदिया ने 250 स्कूलों की लिस्ट भी जारी कर दी। लेकिन परगट अब पंजाब की आर्थिक हालत, बॉर्डर एरिया और स्कूलों की ज्यादा गिनती का तर्क देकर पीछे हटते नजर आ रहे हैं। सिद्धू ने AAP के मेनिफेस्टो की कॉपी भी ट्वीट की केजरीवाल कर रहे थे सिद्धू की तारीफ अरविंद केजरीवाल पंजाब दौरे में हर बार सिद्धू की तारीफ कर रहे थे। केजरीवाल ने कहा था कि सिद्धू अपनी सरकार को मुंह पर झूठा कर रहे हैं। जो बहुत हिम्मत की बात है। सिद्धू सही मुद्दे उठा रहे हैं, लेकिन पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह और अब कांग्रेस उन्हें दबा रही है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/shahjahanpur/news/tehsil-kalan-lost-contact-with-headquarters-this-bridge-was-inaugurated-in-bsp-government-129163910.html,"यूपी में विकास का पुल 12 साल में ढहा...VIDEO: 1992 में मुलायम ने नींव रखी, 2009 में मायावती ने उद्घाटन किया; 2021 योगी राज में धड़ाम","यूपी में विकास का पुल 12 साल में ढहा...VIDEO:1992 में मुलायम ने नींव रखी, 2009 में मायावती ने उद्घाटन किया; 2021 योगी राज में धड़ाम शाहजहांपुर के मिर्जापुर थाना क्षेत्र में रामगंगा और बहगुल नदी पर बना 2 किलोमीटर लंबा कोलाघाट पुल रविवार देर रात गिर गया। हादसे के समय पुल पर एक कार गुजर रही थी, जो बीच में ही फंस गई। कार में 5 लोग सवार थे, जिन्हें मामूली चोटें आई हैं। पुल के गिरने से शाहजहांपुर-बदायूं मार्ग पर आवागमन ठप हो गया है। जिले की कलान तहसील का मुख्यालय से संपर्क भी टूट गया है। बताते चलें कि, इस पुल की 1992 में सपा सरकार में मुलायम सिंह यादव ने नींव रखी थी। 17 साल बाद 2009 में मायावती ने इसका उद्घाटन किया था। 2021 में भाजपा सरकार में यह गिर गया। यानी महज 12 साल में ही यह पुल टूटकर गिर गया। ​​​​ 3 टुकड़ों में बंट कर गिरा पुल बताया जा रहा कि यह पुल कुछ वर्षों में ही जर्जर हो गया था। पिछले महीने ही बीच में से धंस गया था। इसके बाद इस पर 6 अक्टूबर से 22 नवंबर तक मरम्मत का काम भी चला था। पुल के दोनों ओर पक्की दीवार बनाई गई थी, लेकिन पुल की दोबारा जांच न करने से यह हादसा हो गया। जिस जगह पर मरम्मत की गई थी। उसी जगह के पास करीब 70 फीट का हिस्सा 3 टुकड़ों में बंट कर गिरा है। 1992 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने कोलाघाट पुल का शिलान्यास किया था। कार सवार लोग बोले- लगा अब नहीं बचेगी जान हादसे में घायल कार सवार लोगों ने बताया कि वह प्रयागराज से आ रहे थे। पुल 3 हिस्सों में बना है। एक हिस्से पर उनकी कार थी। कार अचानक नीचे की ओर जाने लगी, लगा अब उनको कोई बचाने वाला नहीं है, लेकिन गनीमत रही कि ब्रेक लगाने के बाद कार रुक गई। बाहर आकर देखा तो पुल टूट कर गिर चुका था। पुल टूटने से कलान तहसील का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। अब कलान वासियों को मुख्यालय आने के लिए 65 किलोमीटर ज्यादा सफर कर फर्रुखाबाद से राजेपुर होते हुए शाहजहांपुर आना होगा। पुल टूटने से कलान तहसील का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। 1992 में पुल का हुआ था शिलान्यास बता दें कि 1992 में सपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने कोलाघाट पुल का शिलान्यास किया था, लेकिन नेताओं ने इस पुल को लेकर राजनीति करना शुरू कर दी। इसकी वजह से पुल बनाने का काम ठंडे बस्ते में चला गया। 2003 में जब मुलायम सिंह यादव फिर से मुख्यमंत्री बने तो पुल निर्माण को लेकर लटकी फाइलें आगे बढ़ीं। 2006 में पुल का निर्माण शुरू हुआ, लेकिन 2007 में सपा की सरकार चली गई और मायावती के नेतृत्व में बसपा की सरकार बनी। हालांकि, पुल का निर्माण कार्य रुका नहीं और 3 साल में बनकर तैयार हो गया। 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ ने इसका उद्घाटन किया। हादसे के बाद शाहजहांपुर-दिल्ली हाईवे पर यातायात ठप हो गया है। शाहजहांपुर-दिल्ली हाईवे ठप, इस रूट का करें इस्तेमाल हादसे के बाद शाहजहांपुर-दिल्ली हाईवे पर यातायात ठप हो गया है। प्रशासन ने अल्लाहगंज की ओर वाहनों का डायवर्जन किया है। ऐसे में बदायूं और दिल्ली की ओर से आने वाले वाहन मिर्जापुर थाने से दो किलोमीटर आगे तारापुर तिराहा से फर्रुखाबाद रोड से अल्लाहगंज के रास्ते निकल सकते हैं। वहीं, शाहजहांपुर, जलालाबाद की ओर से आने वाले वाहन बरेली-फर्रुखाबाद रोड से राजेपुर, अमृतपुर से तारापुर तिराहा होते हुए निकल सकते हैं।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mamata-banerjee-likely-to-meet-sharad-pawar-today-22255051.html,"शरद पवार से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- यूपीए जैसा अब कुछ भी नहीं","ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता शरद पवार से मुलाकात के बाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के अस्तित्व पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि अब कोई संप्रग नहीं है। ममता बनर्जी अपने तीन दिवसीय दौरे पर इन दिनों मुंबई में हैं। मंगलवार को उन्होंने महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री एवं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे और शिवसेना सांसद संजय राउत से मुलाकात की थी। बुधवार को वह राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार से मिलने उनके घर सिल्वर ओक पहुंचीं। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें पवार के साथ लंबी मुलाकात के बाद जब पत्रकारों ने ममता से पूछा कि क्या शरद पवार संप्रग का नेतृत्व करेंगे तो ममता ने प्रतिप्रश्न किया कि कौन सा संप्रग। फिर उन्होंने खुद ही कहा कि अब कोई संप्रग नहीं है। हम लोग मिलकर निर्णय करेंगे। यानी अपने एक ही वाक्य में ममता बनर्जी ने एक ओर संप्रग के अस्तिव पर सवाल खड़े कर दिए तो दूसरी ओर कोई गैर कांग्रेसी गठबंधन बनने पर उसका नेतृत्व शरद पवार को दिए जाने के सवाल से भी कन्नी काट गईं। तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें हम क्या कर सकते हैं, जब कोई लड़ ही नहीं रहा है यह पूछे जाने पर कि क्या कोई गैर कांग्रेसी गठबंधन तैयार किया जा रहा है, इस पर ममता ने कहा कि 'शरद जी' का कहना है कि हमें एक मजबूत विकल्प तैयार करना है, जो लड़ सके। हम क्या कर सकते हैं, जब कोई लड़ ही नहीं रहा है। मेरी समझ से सबको लड़ना चाहिए। माना जा रहा है कि ममता का यह तंज कांग्रेस की ओर था। आप ज्यादा समय विदेश में रहकर राजनीति नहीं कर सकते गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा यह भी पढ़ें कांग्रेस पर ममता के तंज की बानगी उनकी मुंबई के कुछ विशिष्ट जनों से मुलाकात के दौरान भी दिखाई दी, जब उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीति में लगातार संघर्ष करना पड़ता है। आप ज्यादा समय विदेश में रहकर यह काम नहीं कर सकते। आप सड़क पर नहीं उतरेंगे, तो भाजपा आपको क्लीन बोल्ड करेगी। हालांकि, पत्रकारों ने जब उनसे यह पूछा कि क्या किसी गैर कांग्रेसी मोर्चे का नेतृत्व वह स्वयं करेंगी, ममता ने इससे भी इन्कार करते हुए कहा कि मैं तो एक छोटी कार्यकर्ता हूं। ममता का कहना था कि यदि सभी क्षेत्रीय पार्टियां एक साथ आएं तो भाजपा को हराना आसान हो सकता है। हम कहना चाहते हैं कि भाजपा हटाओ, देश बचाओ। भाजपा देश के लिए सुरक्षित विकल्प नहीं है। हमें देश को सुरक्षित रखना है। राष्ट्रीय स्तर पर समविचार वाली पार्टियों को साथ लाने का इरादा दूसरी ओर शरद पवार ने कहा कि ममता का इरादा राष्ट्रीय स्तर पर समविचार वाली पार्टियों को साथ लेकर एक संयुक्त नेतृत्व तैयार करना है। हमारा यह विचार आज के लिए नहीं है। यह चुनाव के लिए है। बाद में शरद पवार ने ट्वीट करके भी कहा कि बुधवार को अपने आवास पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलकर खुशी हुई। हमारे बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हम लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने और लोगों के भले के लिए संयुक्त प्रयास करने पर सहमत हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में शरद पवार की पार्टी राकांपा उसी महाविकास अघाड़ी सरकार में एक तिहाई की हिस्सेदार है, जिसमें कांग्रेस भी एक तिहाई की ही हिस्सेदार है। शाह रुख खान की राजनीतिक बलि दी गई, मुंबई में बोलीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह भी पढ़ें कांग्रेस के विधायकों और नेताओं को भी अपनी ओर खींच रही है तृणमूल संभवत: इसीलिए ममता बनर्जी से पवार की मुलाकात के पहले ही राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक मंगलवार को कह चुके हैं कि कांग्रेस के बगैर कोई विपक्षी मोर्चा संभव नहीं है। बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस इन दिनों कई राज्यों में कांग्रेस के विधायकों और नेताओं को भी अपनी ओर खींच रही है। इस संबंध में पूछे गए सवाल पर नवाब मलिक ने कहा था कि सभी को अपनी पार्टी को विस्तार देने का हक है, लेकिन कोई विपक्षी मोर्चा कांग्रेस के बगैर तैयार नहीं हो सकता। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-modi-and-hd-deve-gowda-meeting-heightens-buzz-around-bjp-jds-pact-in-karnataka-will-be-a-blow-for-congress-22256437.html,"कर्नाटक में कांग्रेस को झटका दे सकती है भाजपा, मोदी-देवेगौड़ा मुलाकात से अटकलें तेज","बेंगलुरु, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जद (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के बीच मंगलवार को संसद भवन में हुई मुलाकात के बाद कर्नाटक में आगामी विधान परिषद चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी व जद (एस) के बीच चुनावी समझौता होने की अटकलें तेज हो गई हैं। कई भाजपा नेताओं ने इस मुलाकात की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मस पर साझा कीं। कर्नाटक विधान परिषद के 20 स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्रों की 25 सीटों पर 10 दिसंबर को द्विवार्षिक चुनाव के लिए मतदान होगा। इन सीटों पर मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के चलते चुनाव कराए जा रहे हैं। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें भाजपा के कद्दावर नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा चुनाव में उन सीटों पर जद (एस) का खुलेआम समर्थन मांग रहे हैं, जहां वह अपने उम्मीदवार नहीं उतार रही है। इस पृष्ठभूमि में मोदी-देवेगौड़ा की मुलाकात का घटनाक्रम सामने आया है। जद (एस) ने केवल छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि भाजपा और कांग्रेस 20-20 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। पीएम से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारों से बात करते हुए गौड़ा ने कहा था कि इस मामले पर चर्चा हुई और भाजपा को इस संबंध में अंतिम फैसला करना है, जबकि जद (एस) की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी निर्णय लेंगे। गौड़ा ने कहा कि इस मामले पर फैसला लेना अंतत: भाजपा पर निर्भर करता है, क्योंकि वह सत्ता में है। कुमारस्वामी ने इस (प्रस्ताव) पर नकारात्मक बात नहीं की है। अंतिम निर्णय भाजपा पर निर्भर करता है। येदियुरप्पा की राय (जदएस का समर्थन मांगने) पर.. मैंने (प्रधानमंत्री) से कहा कि यह आप लोगों पर निर्भर है कि आप फैसला लें। तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि उन्होंने (पीएम) कहा कि वह इस मामले पर प्रह्लाद जोशी (कर्नाटक से केंद्रीय मंत्री) से चर्चा करेंगे। इस बीच, दिल्ली के घटनाक्त्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को हुबली में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि येदियुरप्पा और कुमारस्वामी संभावित समझौते पर अंतिम निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि पीएम और देवेगौड़ा के बीच बैठक के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस मामले को स्थानीय नेतृत्व पर छोड़ दिया गया है। हमारे नेता येदियुरप्पा और कुमारस्वामी इस पर अंतिम निर्णय लेंगे। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा यह भी पढ़ें कर्नाटक विधानमंडल के 75 सदस्यीय उच्च सदन में बहुमत हासिल करने के लिए भाजपा के लिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। जद (एस) के सूत्रों के अनुसार, पार्टी उन सीटों पर भाजपा का समर्थन करने के लिए तैयार है, जिन पर वह चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन भाजपा नेताओं को इस संबंध में आधिकारिक तौर पर जद (एस) नेताओं से संपर्क कर बात करनी होगी। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-no-record-of-farmers-who-died-during-agitation-question-doesnt-arise-for-compensation-says-centre-22255494.html,"कृषि कानून के खिलाफ हुए आंदोलन में हुई किसानों की मौत का नहीं कोई रिकार्ड, कांग्रेस ने कहा- सरकार ने किया अपमान","नई दिल्‍ली (एएनआई)। सरकार का कहना है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत का कोई रिकार्ड मौजूद नहीं है। ये जवाब कृषि मंत्रालय की तरफ से संसद में दिया गया है। ये बयान उस सवाल के जवाब में दिया गया है जिसमें पूछा गया था कि क्‍या सरकार इस आंदोलन में मारे किए किसानों के परिजनों को किसी तरह वित्‍तीय मदद उपलब्‍ध कराने के बारे में विचार कर रही है या नहीं। इसके जवाब में साफ कर दिया गया है आंदोलन में किसानों के मारे जाने का कोई रिकार्ड सरकार के पास नहीं है। सरकार के इस जवाब पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि सरकार ने ये बयान देकर किसानों का अपमान किया है। खड़गे ने कहा है कि कृषि कानूनों के खिलाफ हुए आंदोलन में 700 से अधिक किसान मारे गए हैं। सरकार ऐसा कैसे कह सकती है कि उनके पास इसका कोई रिकार्ड नहीं है। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सरकार से ये सवाल लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूछा था। इस बीच किसानों ने एक बार फिर से अपनी मांगें दोहराते हुए कहा है कि इस आंदोलन में मारे गए किसानों को सरकार की तरफ से मुआवजा राशि दी जानी चाहिए। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती है तब तक उनका आंदोलन बदस्तूर जारी रहेगा। उनकी ये भी मांग है कि सरकार को आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज करीब 50 हजार केस भी वापस लेने होंगे। इसके अलावा एमएसपी पर गारंटी कानून को भी बनाना होगा। जिन किसानों की इस दौरान मौत हुई है उनको मुआवजा मिलना चाहिए। किसानों का कहना है कि ये उनकी प्रमुख मांग हैं, जिसे सरकार को मानना ही होगा। तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें आपको ये भी बता दें कि सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले वर्ष शुरू हुआ था। हाल ही में इस आंदोलन को एक वर्ष पूरा हुआ है। इस दौरान सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को रद कर दिया है और संसद में भी इस पर मुहर लगाई जा चुकी है। हालांकि, किसान अब अपनी दूसरी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं। विपक्ष का ये भी कहना है कि किसानों की मांग सरकार ने यूपी समेत पांच राज्‍यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की मजबूरी के तहत मानी है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/uttar-pradesh/lucknow-city-deputy-cm-keshav-prasad-maurya-tweet-on-mathura-increased-political-heat-before-up-assembly-elections-know-its-political-meaning-jagran-special-22256961.html,"यूपी चुनाव से पहले केशव प्रसाद मौर्य के मथुरा पर ट्वीट ने बढ़ाया राजनीतिक ताप, जानिए इसके राजनीतिक मायने","लखनऊ [जितेंद्र शर्मा]। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक ट्वीट ने बुधवार को विधानसभा चुनाव की ओर बढ़ चुके उत्तर प्रदेश की राजनीति में वे लहरें पैदा कर दीं, जो कुछ ही घंटों में तूफान बन गईं। केशव प्रसाद ने लिखा- 'अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है...।' साथ ही हैशटैग किया- 'जय श्री राम, जय शिव शंभू, जय श्री राधे-कृष्ण।' यह भारतीय जनता पार्टी के भगवा एजेंडे का संकेत माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में मथुरा भी मुद्दा बन सकता है। केजीएमयू के बाद अब लोहिया संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर भी कल से हड़ताल पर, सेवाएं रहेंगी बाधित यह भी पढ़ें 'रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे...!' देश और प्रदेश की राजनीति को बड़े घटनाक्रम दिखा चुका यह संकल्प अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ सिद्धि की ओर है तो अब फिर राजनीति नए मार्ग पर कदम बढ़ाती दिख रही है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट में '...अब मथुरा की तैयारी' के यही अर्थ निकाले जा रहे हैं कि अयोध्या के ढांचा विध्वंस की बरसी (छह दिसंबर) के ऐन पहले श्रीकृष्ण जन्मस्थान मुद्दे को धार देने के प्रयास शुरू हो चुके हैं। UPPSC PCS Prelims Result 2021: 15 गुना से कम हुए सफल, प्रतियोगी बोले- आयोग ने किया धोखा यह भी पढ़ें अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है मथुरा की तैयारी है #जय_श्रीराम #जय_शिव_शम्भू #जय_श्री_राधे_कृष्ण — Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) December 1, 2021 दरअसल, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति ने भी करवट ली है। दशकों तक अयोध्या से पर्याप्त दूरी बनाए रहे और खुद को 'सेक्युलर' कहने वाले गैर भाजपाई दलों के नेताओं ने धीरे-धीरे हिंदुत्व की ओर भी सधे कदम रखे हैं। भाजपा पर भगवान राम के नाम पर राजनीति का आरोप लगाने के साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव यदा-कदा भगवान कृष्ण को अपना आराध्य बताते रहे हैं। वह मथुरा, चित्रकूट सहित कई धर्मस्थलों पर गए, वहां से राजनीतिक कार्यक्रमों की भी शुरुआत की। बहराइच में सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण करेंगे प्रधानमंत्री मोदी, डॉ. महेंद्र सिंह परखेंगे तैयारी यह भी पढ़ें इसी तरह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंदिर-मंदिर जाना शुरू किया और बसपा ने भी ब्राह्मणों को रिझाने के लिए प्रबुद्धजन सम्मेलनों की शुरुआत अयोध्या से की। पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी रामलला के दर्शन करने पहुंचे। अखिलेश के मुंह से निकला 'जिन्ना' और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 'अब्बाजान' शब्द के साथ तंज चर्चा-चटखारों में रहा है। एसजीपीजीआइ निदेशक बोले, ओमिक्रोन वैरिएंट से बचने के लिए पहले जैसी शारीरिक दूरी और मास्क जरूरी यह भी पढ़ें इस माहौल को भाजपा के रणनीतिकारों ने अपने चश्मे से देखा है। संगठन की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह पिछले दिनों मंत्र भी दे चुके हैं कि विपक्ष यदि हिंदुत्व की पिच पर खेलने के लिए खुद आ गया है तो उसे क्यों न उसी पर खिलाया जाए। अब केशव मौर्य का यह यह ट्वीट उसी पिच पर मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि ढांचा विध्वंस की बरसी के ठीक पांच दिन पहले मौर्य के इस बयान का महत्व इसलिए भी है, क्योंकि वह विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव रहे अशोक सिंहल के नेतृत्व में मंदिर आंदोलन में सक्रिय भागीदारी कर चुके हैं। वैसे यह ट्वीट उन्होंने उप मुख्यमंत्री के तौर पर किया है। इस ट्वीट के साथ ही विपक्ष की प्रतिक्रिया भी सामने आई। एक समाचार एजेंसी से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा का एजेंडा गरीबों को लूटकर अमीरों की जेब भरने का है। कोई रथयात्रा या नया मंत्र आगामी चुनाव में भाजपा की मदद नहीं कर सकता। इन दिनों सुर्खियों में है मथुरा : ढांचा विध्वंस की बरसी को लेकर मथुरा इन दिनों सुर्खियों में है। छह दिसंबर को कुछ संगठन शाही मस्जिद ईदगाह में लड्डू गोपाल का जलाभिषेक करना चाहते थे। मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने भी कहा है कि धारा 144 लागू होने के कारण उन संगठनों ने अपने कार्यक्रम रद कर दिए हैं। कुछ को पाबंद भी किया गया है। यूपी टीईटी पेपर लीक केस में योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, निलंबन के बाद पीएनपी सचिव संजय उपाध्याय गिरफ्तार यह भी पढ़ें मथुरा भी अयोध्या की तरह संवेदनशील : योगी सरकार के धार्मिक-सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे में कई धर्मस्थल शामिल हैं, लेकिन एक ही परिसर में मंदिर और मस्जिद होने की परिस्थिति से मथुरा भी अयोध्या की तरह ही संवेदनशील हो जाता है। 1832 से चल रहा है श्रीकृष्ण जन्मस्थान का विवाद : मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान का परिसर 13.37 एकड़ का है। इसी में शाही मस्जिद ईदगाह भी है। मंदिर के पक्षकार दावा करते हैं कि मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिर तोड़कर यहां मस्जिद बनवाई थी। 1832 में इस मामले में पहला मुकदमा जिला कलेक्टर की अदालत में हुआ था। हालांकि, 1968 में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ और शाही मस्जिद ईदगाह कमेटी के बीच यथास्थिति बनाए रखने का समझौता हो गया था। फिर उस समझौते को चुनौती देते हुए तमाम वाद न्यायालय में दायर किए जा चुके हैं। Edited By: Umesh Tiwari",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/delhi/new-delhi-city-read-arvind-kejriwals-latest-political-attacks-on-punjab-cm-charanjeet-singh-channi-22255490.html,"Punjab Assembly Election 2022 : केजरीवाल का चन्नी पर हमला, कहा- 'सिर्फ मंत्रियों के बेटा-बेटियों को दी जा रहीं नौकरियां'","नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर अबी से राजनीति गरमाने लगे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में सीटों के मामले पर दूसरे स्थान पर रही आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद है। अकाली दल बादल और कांग्रेस पार्टी को जोरदार टक्कर देने की तैयारी में जुटी AAP पंजाब में सत्ता में आने का सपना पाले हुए है। यही वजह है कि AAP पंजाब के दो प्रमुख राजनीतिक दलों कांगेस और अकाली दल बादल दोनों पर हमलावर है। इस बीच दिल्ली के मुख्य्मंत्री और आम आदमी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल ने ताजा राजनीतिक हमला कर पंजाब के मुख्यमंत्री चरण जीत सिंह चन्नी को घेरा है। AAP मुखिया ने ट्वीट किया है- 'आज पंजाब की कांग्रेस सरकार केवल विधायकों और मंत्रियो के बच्चों को सरकारी नौकरियां दे रही है। हमारी सरकार बनने पर सरकारी नौकरियाँ जनता के बच्चों को मिलेंगी। चन्नी सरकार की ये धांधली बंद करेंगे।' Kisan Andolan: दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोगों के लिए किसान संगठनों की ओर से आई बुरी खबर यह भी पढ़ें गौरतलब है इससे पहले मंगलवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए उन्हें ‘धोखेबाज’ बताया। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी पर केवल झूठे वादे करने और फर्जी गारंटी देने का आरोप भी लगाया। चरण जीत सिंह चन्नी ने आम आदमी पार्टी (आप) के चुनावी वादों को ‘‘झूठ का पुलिंदा’’ बताते हुए आरोप लगाया, ‘‘आप केवल झूठे वादे, नकली गारंटी की घोषणा कर रही है।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चन्नी ने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल धोखेबाज हैं और उनकी घोषणाएं और योजनाएं वास्तव में दिल्ली में भी जनता के कल्याण के लिए नहीं हैं, पंजाब की क्या बात करें।’ Air Pollution 2021: जहरीला हवा से आंखों में जलन तो कुछ ने बताया आ रही सांस लेने में दिक्कत यह भी पढ़ें बता दें कि पिछले कुछ समय से अकाली दल बादल और कांग्रेस से ज्यादा AAP और कांग्रेस के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज है। चरणजीत सिंह चन्नी तो आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को ड्रामाबाज तक बता चुके हैं। Edited By: Jp Yadav",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/uttarakhand/dehradun-city-chardham-devasthanam-board-former-cm-harish-rawat-said-decision-was-taken-due-to-fear-of-defeat-22255113.html,"Devasthanam Board: पूर्व सीएम हरीश रावत बोले, हार के डर से लिया देवस्थानम बोर्ड पर फैसला; जानें- और क्या कहा","राज्य ब्यूरो, देहरादून। Chardham Devasthanam Board कांग्रेस ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने के सरकार के फैसले को अपनी जीत की तरह लिया है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्त्ताओं ने आतिशबाजी कर मिठाई बांटी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के डर ने सरकार को देवस्थानम बोर्ड समाप्त करने के लिए विवश कर दिया। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के हाथ से फिसले ये दो बड़े मुद्दे, अब फिर जुटी नए मुद्दों की तलाश में यह भी पढ़ें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें हर मोर्चे पर विफल साबित हुई हैं। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार को भांपकर पेट्रोलियम पदार्थों में कर माफी और फिर कृषि कानूनों को वापस लिया गया। अब राज्य की भाजपा सरकार देवभूमि के तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों पर प्रहार करने वाले देवस्थानम बोर्ड को समाप्त करने को मजबूर हो गई। आने वाले चुनावों में हार के डर से भाजपा की सरकारों को अपने जन विरोधी फैसले बदलने पड़ रहे हैं। उन्होंने सरकार के फैसले को तीर्थ पुरोहितों के संघर्ष की जीत बताया। दुष्कर्म मामले में सामने आई चौंकाने वाली बात, डेढ़ माह से किशोरी की तबीयत थी खराब; कारण नहीं चला पता यह भी पढ़ें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस ने पहले दिन ही सरकार के इस फैसले को अव्यवहारिक बताया था। सदन से लेकर सड़क तक इसका विरोध करते हुए वापस लेने की मांग की जा रही थी। सत्ता के घमंड में चूर सरकार को आम जन की आवाज सुनाई नहीं दे रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नजर मंदिरों में होने वाली कमाई पर टिकी हैं। इसलिए गरीब हक-हकूकधारियों के पेट पर लात मारने का षडयंत्र किया गया। आखिरकार देवभूमि की आस्था जीत गई। यहां कूड़ा उठान के शुल्क में हुआ लाखों का गोलमाल, अधिकारियों और कंपनियों ने सांठगांठ कर ऐसे लगाया चूना यह भी पढ़ें नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार देवस्थानम बोर्ड को जब सदन में लाई थी, तब इसका पुरजोर विरोध किया गया था। कांग्रेस ने कहा था कि सरकार तीर्थ पुरोहितों, हक-हकूकधारियों और स्थानीय व्यक्तियों से संवाद करे, लेकिन सरकार हठधर्मिता दिखाते हुए सदन में बहुमत से विधेयक पारित किया। अब चुनाव में हार देखकर सरकार ने यह कदम उठाया है। केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड भंग करना सड़क से लेकर सदन तक किए गए कांग्रेस के संघर्ष की जीत है। पार्टी ने इस मामले में सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाई। कांग्रेस ने संबंधित विधेयक को प्रवर समिति को भेजने का सुझाव दिया था, लेकिन सरकार ने इसे नहीं माना। कांग्रेस इसके खिलाफ प्राइवेट मेंबर बिल भी सदन में लाई थी। Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में चोटियों पर हिमपात से बढ़ी ठंड, जानें- अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम यह भी पढ़ें यह भी पढ़ें- Devasthanam Board: उत्‍तराखंड सरकार ने भंग किया देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड, मंत्रिमंडलीय उप समिति की रिपोर्ट पर सीएम धामी ने लिया निर्णय Edited By: Raksha Panthri",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-2021-omicron-variant-lok-sabha-suspended-rajya-sabha-mps-22257943.html,"शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं","नई दिल्ली, एजेंसी। राज्यसभा से विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन से पैदा हुआ गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने रुख पर कायम हैं। विपक्ष अपने अशोभनीय आचरण के लिए माफी मांगने को तैयार नहीं है जबकि सत्ता पक्ष कह रहा है कि जब तक माफी नहीं तब तक निलंबन की वापसी नहीं। विपक्षी सांसद संसद के बाहर और भीतर दोनों ही जगहों पर एकजुट होकर निलंबर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को राहुल गांधी भी विपक्षी सांसदों के धरने में हुए शामिल हुए। Parliament Winter Session 2021 Updates: तमिलनाडु बाढ़ में मुआवजे की मांग कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने तमिलनाडु में भारी बाढ़ और अत्यधिक वर्षा के बाद हुए नुकसान पर चर्चा करने के लिए, सरकार को प्रभावित किसानों और अपनी संपत्ति खोने वाले लोगों के लिए 4,626 करोड़ रुपये के बाढ़ राहत के मुआवजे की घोषणा करने का निर्देश देने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज यह भी पढ़ें टीआरएस ने दिया स्थगन प्रस्ताव नोटिस टीआरएस सांसद नामा नागेश्वर राव ने लोकसभा में 'खाद्यान्न खरीद पर राष्ट्रीय नीति' के मुद्दे पर चर्चा और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। विपक्ष को बोलने से रोका जा रहा है: कांग्रेस वहीं, निलंबित सांसदों का साफ कहना था कि वह माफी तो नहीं मांगेंगे। कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी संसद के हंगामे को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष को बोलने से रोका जा रहा है। सरकार सदन में चर्चा की अनुमति नहीं दे रही है। विपक्षी सांसदों को भी गलत तरीके से निलंबित किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा यह भी पढ़ें अशोभनीय आचरण करने की वजह से निलंबन गौरतलब है कि संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मानसून सत्र के दौरान अशोभनीय आचरण करने की वजह से इस सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। इन सदस्यों को किया गया निलंबित जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें माकपा के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-on-the-third-day-proceedings-of-rajya-sabha-met-with-uproar-the-opposition-ignored-the-advice-of-the-chairman-22256560.html,"तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राज्यसभा में तीसरे दिन की कार्यवाही भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई। डैम सेफ्टी बिल पेश होने के बावजूद उस पर चर्चा नहीं हो सकी। सदन से निलंबित सदस्यों की बहाली की मांग पर बुधवार को भी विपक्ष अड़ा रहा। जबकि सरकार ने माफी मांग लेने और सदन को सुचारू रूप से चलने देने की सलाह दी। दोपहर बाद तीन बजे तक कई बार बाधित होने के बाद सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।सुबह सदन की बैठक शुरू होने के साथ ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने हाथों में प्लेकार्ड दिखाते हुए वेल में आकर शोर शराबा और नारेबाजी शुरू कर दी, जिसे देखते हुए सदन को पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। शीतकालीन सत्र 2021: राज्यसभा में गतिरोध कायम रहने के आसार, निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं यह भी पढ़ें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हरकतें कर रहा है विपक्ष सभापति एम. वेंकैया नायडू विपक्षी दलों को नसीहतें देते रहे, लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों ने उनकी नहीं सुनी। जबकि सभापति ने निलंबित सदस्यों के अमर्यादित आचरण का विस्तार से एक बार फिर जिक्र किया, जिन्होंने मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में जमकर धमाचौकड़ी की थी। नायडू ने हैरानी जताते हुए कहा कि जिन लोगों को अपने किए पर पछतावा होना चाहिए वे अब भी जिद पर अड़े हुए हैं। यह उचित नहीं है। सदन के वेल में आना, टेबल पर चढ़ना, कागज फेंकना, मंत्री के हाथ से कागज छीनना और चेयर को चुनौती देने जैसी हरकतें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हैं। इस पर भी उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है, इस पर हम क्या कर सकते हैं। डैम सेफ्टी बिल पेश पर केंद्रीय मंत्री शेखावत को नहीं बोलने दिया गया दोपहर बाद सदन दोबारा बैठा, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को डैम सेफ्टी बिल, 2019 पेश नहीं करने दिया। आसन पर बैठे भुवनेश्वर कलिता ने विपक्षी सदस्यों को उनकी सीट पर भेजकर केंद्रीय मंत्री शेखावत को बिल पेश करने को कहा। इसके पहले उपसभापति हरिवंश भी जल शक्ति मंत्री को बिल पेश करने को कह चुके थे। उस समय उन्होंने आंदोलित विपक्षी सदस्यों को आश्वस्त किया था कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को 12 निलंबित सदस्यों के मसले पर बोलने का मौका दिया जाएगा। इस आश्वासन पर सदस्य अपनी सीटों पर लौट गए थे। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा यह भी पढ़ें जारी रहा व‍िपक्ष का हंगामा कलिता ने विपक्षी सदस्यों के व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जो कुछ भी हो रहा है, वह अच्छा नहीं है। आपको आचार संहिता का पालन करना चाहिए, लोगों में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। लेकिन विपक्षी सदस्यों ने उनकी एक नहीं सुनी और हंगामा जारी रखा, जिससे सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद जब सदन बैठा तो उपसभापति हरिवंश ने शेखावत को विधेयक पेश करने को कहा। शरद पवार से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- यूपीए जैसा अब कुछ भी नहीं यह भी पढ़ें बिल प्रस्तुत करने के बाद जब शेखावत को भाषण देने के लिए कहा गया, ठीक उसी समय खड़गे खड़े हो गए और निलंबित सदस्यों के मुद्दे पर बोलने की अनुमति मांगी। लेकिन उपसभापति हरिवंश ने इसकी अनुमति देने के बजाय कहा कि वह चाहें तो विधेयक पर बोल सकते हैं। इस पर कुछ विपक्षी सदस्यों ने वेल में आकर और बाकी ने अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ विपक्षी सदस्यों ने मोबाइल से फोटोग्राफी शुरू कर दी, जिसे रोकने पर भी वे नहीं माने। इसके बाद सदन को तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-ncr-manjinder-singh-sirsa-joins-bjp-after-meeting-home-minister-amit-shah-will-benefit-in-punjab-elections-22256934.html,"गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा","नई दिल्‍ली, एजेंसी। शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा द‍िया। इसके कुछ घंटों बाद ही वह दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से स‍िरसा की मुलाकात को अहम माना जा रहा है। इससे अकाली दल के लिआ बड़ा झटका माना जा रहा है। माना जा रहा है क‍ि स‍िरसा के भाजपा शामिल होना पंजाब में अगले साल होने वाले चुनाव में यह भाजपा के लिए फायदेमंद हो सकता है। सि‍रसा पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन से दो बार के पूर्व विधायक रहे हैं। वह केंद्रीय मंत्रियों गजेंद्र सिंह शेखावत, धर्मेंद्र प्रधान और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। सिरसा के अलावा अकाली दल में रह चुके परमिंदर सिंह बराड़ भी भाजपा में शामिल हो गए। अकाली दल की छात्र विंग एसओआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके परमिंदर सिंह बराड़ कुछ दिन पहले ही अकाली दल छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे, मगर बुधवार को उन्होंने फिर पलटी मारते हुए भाजपा में शामिल हो गए। मनजिंदर सिंह सिरसा ने पत्रकारों से बातचीत करते कहा कि देश भर में सिख समुदाय से संबंधित कई मुद्दे हैं और इन्हें केवल सरकार ही हल कर सकती है। मैंने हमेशा इन मुद्दों को उठाया है। मैंने आज गृह मंत्री अमित शाहजी के साथ समुदाय के कुछ मुद्दों पर चर्चा की। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मंत्री ने कहा कि वह इन सभी मुद्दों को संबोधित करना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा क‍ि वह स‍िख समुदाय के कल्याण और मानवीय कार्यों को जारी रखने के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा क‍ि सिख समुदाय से संबंधित कई मुद्दे हैं जो पिछले 70 वर्षों से अनसुलझे हैं। दिल्‍ली में बाबा बंदा सिंह बहादुर जी शहीद हो गए, लेकिन हम अपने कमजोर नेतृत्व के कारण पिछले 70 वर्षों में सिख समुदाय के लिए एक भी विश्वविद्यालय नहीं प्राप्त कर सके। इस समुदाय की चिंताओं का क्या मतलब है, जो सीमाओं पर लड़ता है। उसकी वर्षों से सुनी नहीं जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा क‍ि मैं मनजिंदर सिंह सिरसा का भाजपा में स्वागत करता हूं। सिख समुदाय के कल्याण के लिए भाजपा के संकल्प में विश्वास रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वह पार्टी में शामिल हुए। मुझे विश्वास है कि उनके शामिल होने से यह संकल्प और मजबूत होगा सिरसा के भाजपा में शामिल होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार ने घटिया राजनीति करते हुए सिरसा को जबर्दस्ती भाजपा में शामिल कराया, यह एक तरह के सिखों के धार्मिक मसलों के अंदर दखलअंदाजी है। चीमा ने इसे खालसा पंथ के ऊपर बड़ा हमला बताते हुए कहा कि यह सिख धर्म को कंट्रोल करने की केंद्र की पुरानी नीति का हिस्सा है। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mamata-banerjee-mumbai-visit-says-shah-rukh-khan-victimised-22257107.html,"शाह रुख खान की राजनीतिक बलि दी गई, मुंबई में बोलीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी","राज्य ब्यूरो, मुंबई। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को मुंबई में चुनिंदा लोगों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शाह रुख खान की राजनीतिक बलि दी गई है। बता दें कि दो अक्टूबर को शाह रुख खान के पुत्र आर्यन खान को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की एक कार्रवाई में मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज कार्डेलिया से उनके कुछ साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। करीब 28 दिन बाद उन्हें जमानत मिल पाई। ममता ने उस घटना को राजनीतिक रंग देते हुए कहा कि शाह रुख की राजनीतिक बलि दी गई है। इसके लिए उन्होंने भाजपा को क्रूर एवं अलोकतांत्रिक पार्टी भी बताया। बता दें कि ममता ने शाह रुख को बंगाल का ब्रांड एंबेसडर बनाया हुआ है। वे सार्वजनिक तौर पर शाह रुख को छोटा भाई बताती हैं और उन्हें राखी भी बांधती हैं। शाह रुख आइपीएल की एक टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिकों में से एक हैं। इसके बावजूद आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद लंबे समय तक ममता का कोई बयान न आने पर कांग्रेस ने उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए थे। इस मुद्दे पर बुधवार को पहली बार ममता ने मुंह खोला है। ममता ने मुंबई के जिन चुनिंदा लोगों के बीच यह बात कही उनमें कई भाजपा विरोधी शख्सियतें भी शामिल थीं। इस कार्यक्रम में स्वरा भास्कर, महेश भट्ट, शत्रुघ्न सिन्हा, जावेद अख्तर, मेधा पाटकर, तुषार गांधी और विद्या चह्वाण के साथ आर्यन का मुकदमा लड़नेवाले वकील मुकुल रोहतगी भी शामिल रहे। शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अक्टूबर की शुरुआत में मुंबई में एक क्रूज जहाज पर छापा मारने के बाद गिरफ्तार किया था। बांबे हाई कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने से पहले आर्यन (23) ने लगभग एक महीने जेल में बिताए। हाई कोर्ट ने क्रूज पर ड्रग्स के मामले में अपने विस्तृत आदेश में कहा था कि प्रथम दृष्टया आरोपियों के खिलाफ ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे पता चलता हो कि उन्होंने अपराध करने की साजिश रची थी। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/state-narottam-mishra-slams-kamal-nath-accuses-him-of-playing-politics-during-pandemic-22255497.html,"एमपी: नरोत्तम मिश्रा का कमलनाथ पर हमला, कहा- ‘कोरोना काल में बस घर बैठकर सियासी रोटियां सेंकी’","भोपाल, एजेंंसी। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी पर जमकर पटलवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ ट्वीट तक सिमट गई है। देश इनकी राजनीति को समझ चुका है इसलिए पार्टी का यह हश्र हो रहा है। साथ ही उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर भी ट्विटर के जरिए सियासी रोटियां सेंकने का आरोप लगाया है। नरोत्तम मिश्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह ये आरोप लगाते सुने जा सकते हैं। वह मीडिया से बातचीत कर रहे थे जब उनसे राज्य सरकार पर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों के बारे में पूछा गया। बता दें कि कांग्रेस ने कहा था कि अगर शिवराज सिंह चौहान की सरकार 17 नवंबर को राज्य में कोरोना के प्रतिबंध नहीं हटाती तो आज ये स्थिति नहीं होती। कांग्रेस सिर्फ ट्वीट तक सिमट गई है। देश इनकी राजनीति को समझ चुका है इसलिए पार्टी का यह हश्र हो रहा है। पार्टी नेता कमल नाथ, उन्होंने पूरे कोरोना काल में घर बैठकर ट्वीट कर सियासी रोटियां सेंक रहे थे और आज अगर सवाल वो उठा रहे है तो उनको पहले ज़रा जमीनी हकीकत का भी पता कर लेना चाहिए। हाल ही में उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार सभी कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूलों को पचास फीसद की क्षमता के साथ खोलने के आदेश दिए हैं। इसको लेकर कहीं कोई भ्रम की स्थिति नहीं है। बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए पालकों की सहमति अनिवार्य है। यदि वे सहमति देते हैं तो ही वे स्कूल जाएंगे। आनलाइन क्लास लगातार चलती रहेगी। Koo App पूरे #Corona काल में घर बैठकर ट्वीट कर सियासी रोटियां सेंकने वाले कमलनाथ जी को कोई भी सवाल उठाने से पहले जरा जमीनी हकीकत का भी पता कर लेना चाहिए। सरकार लोगों के स्वास्थ्य और जनहित को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लेती है। View attached media content - Dr.Narottam Mishra (@drnarottammisra) 1 Dec 2021 प्रदेश में होमगार्ड SDERF के जवानों को मिलेगा निशुल्क नाश्ता इसी के साथ साथ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में नियुक्त होमगार्ड और SDERF के जवानों को अब ड्यूटी के दौरान नि:शुल्क नाश्ता और भोजन की व्यवस्था कराई जाएगी | मानवीय आधार पर लिए गए इस निर्णय के क्रियान्वयन के लिए बजट में ₹25-25 लाख की राशि का प्रावधान किया जा रहा है। Koo App प्रदेश में होमगार्ड और SDERF के जवानों को अब ड्यूटी के दौरान निशुल्क नाश्ता और भोजन मिलेगा। मानवीय आधार पर लिए गए इस निर्णय के क्रियान्वयन के लिए बजट में ₹25-25 लाख की राशि का प्रावधान किया जा रहा है। View attached media content - Dr.Narottam Mishra (@drnarottammisra) 1 Dec 2021 Edited By: Sanjeev Tiwari",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/state-jagroop-singh-said-that-rakesh-pathania-should-resign-on-the-basis-of-morality-22229272.html,सुधीर शर्मा पर टिप्पणी देने से पहले नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से त्याग दें राकेश पठानिया : जगरूप सिंह,"धर्मशाला, जागरण संवाददाता। प्रदेश वन व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया और पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा के बीच आपस के चल रहा विवाद अब सार्वजनिक हो गया है। वहीं हालिया राकेश पठानिया ने सुधीर शर्मा के खिलाफ तंज कसा है। इस पर जिला कांग्रेस कमेटी कांगड़ा प्रवक्ता जगरूप सिंह ने जारी किए ब्यान में कहा कि राकेश पठानिया की ओर से सुधीर शर्मा के खिलाफ की जा रही टिप्पणियां तथ्यहीन हैं। सुधीर शर्मा के खिलाफ कुछ भी बोलने से पूर्व राकेश पठानिया को फतेहपुर उपचुनाव में मिली करारी हार को लेकर स्पष्टीकरण प्रदेश मुख्यमंत्री के समक्ष रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी के एक नेता ने जो राकेश पठानिया के पुत्र पर आरोप लगाए हैं उसकी सच्चाई क्यों राकेश पठानिया जनता के सामने नहीं रखते। वन मंत्री की लोकप्रियता को फतेहपुर उपचुनाव में जनता से पूरी तरह से नकार दिया है तथा हिमाचल प्रदेश के सता के सेमीफाइनल में कांग्रेस को भारी बहुमत मिला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कद्दावर नेता सुधीर शर्मा के खिलाफ टिप्पणी करने से पूर्व राकेश पठानिया को अपने हल्के में अजय महाजन के खिलाफ होने बारे मुकाबले की तैयारी करनी चाहिए। अब हल्के में भी उनकी कितनी लोकप्रियता है इस बात से हर कोई परिचित है। जगरूप सिंह ने कहा कि राकेश पठानिया के पास युवा सेवाएं एवं खेल विभाग भी है। बतौर खेल मंत्री वह बताएं की युवाओं के लिए उन्होंने प्रदेश के कितने विधानसभा क्षेत्रों में अभी तक खेल स्टेडियम बनाए हैं और कितने खेल स्टेडियमों का कार्य चल रहा है।राकेश पठानिया को खेल विभाग की असल में कार्यप्रणाली का भी ज्ञान नहीं होगा। सरकार ने भी जाने कैसे विभाग थमा दिया है। उन्होंने वन मंत्री से कहा है कि वह हवाई घोषणाएं छोड़कर धरातल में आएं और जनता की सुविधा के लिए कार्य करें। Edited By: Richa Rana",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/delhi/new-delhi-city-ncr-delhi-s-slum-will-be-illuminated-on-diwali-bjp-leaders-will-light-diyas-with-children-22174215.html,"दिल्ली की झुग्गी दिवाली पर होंगी रोशन, भाजपा नेता बच्चों के साथ मिलकर जलाएंगे दीये","नई दिल्ली,राज्य ब्यूरो। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ समाज में सभी लोगों तक पहुंचाना है। इसे ध्यान में रखकर झुग्गी बस्तियों में जाकर उनकी समस्याएं सुनी जा रही है। वहां के लोगों को सम्मानित किया जा रहा है। इस बार दिल्ली भाजपा दीवाली झुग्गीवासियों के साथ मिलकर मनाएंगे। पार्टी के सभी पदाधिकारी, सांसद, विधायक, पार्षद व कार्यकर्ता झुग्गियों में जाएंगे। वहां के बच्चों के साथ दीये जलाएंगे। वह प्रदेश कार्यालय में आयोजित दीवाली मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। Kisan Andolan: दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोगों के लिए किसान संगठनों की ओर से आई बुरी खबर यह भी पढ़ें केंद्रीय राज्य मंत्री व नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पिछले 20 माह से हम सबने मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी है। उसी का नतीजा है कि हम सभी इस तरह के समारोह में इकट्ठे हो सके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में टीकाकरण का विश्व का सबसे बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। कोरोना मुक्त भारत का लक्ष्य जल्द पूरा होगा। उन्होंने सभी से स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया। इससे स्थानीय कारीगरों को रोजगार मिलेगा। Air Pollution 2021: जहरीला हवा से आंखों में जलन तो कुछ ने बताया आ रही सांस लेने में दिक्कत यह भी पढ़ें इस मौके पर सांसद रमेश बिधूड़ी व प्रवेश वर्मा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल व विजेंद्र गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा, प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा, कुलजीत सिंह चहल व दिनेश प्रताप सिंह, मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल, मीडिया सह-प्रमुख हरिहर रघुवंशी, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष योगिता सिंह, विधायक अभय वर्मा, अनिल वाजपेयी व ओम प्रकाश शर्मा सहित अन्य नेता मौजूद थे। Edited By: Pradeep Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/uttar-pradesh/meerut-city-away-from-politics-cms-khel-yogi-avatar-was-shown-in-meerut-22198216.html,CM Yogi In Meerut: सियासत से दूर मेरठ में सीएम योगी का दिखा खेलयोगी अवतार,"मेरठ, संतोष शुक्ल। चुनावी मौसम के बीच मंच से सिर्फ खेल और खिलाड़ी की बातें, यह वाकई दुर्लभ दृश्य था। गुरुवार को कृषि विश्वविद्यालय में मंच से करीब 25 मिनट के अपने संबोधन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी तरह अराजनीतिक रखते हुए मंच की गरिमा को एक नई ऊंचाई प्रदान की। खेलनगरी में सीएम योगी का खेलयोगी अवतार नजर आया। खेल उत्पादों की प्रदर्शनी को बड़ी तल्लीनता से देखा। टोक्यो पैरालिंपिक पदकवीरों को उत्साहपूर्वक सम्मानित किया, वहीं बिना संकोच उनके साथ खूब सेल्फी खिंचवाई। मेरठ में कार्यक्रम कर पश्चिमी उप्र की खेल ताकत का संदेश देशभर में दिया। उन्होंने किसी राजनीतिक दल पर कोई टीका टिप्पणी नहीं की। सहारनपुर में आज मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृह मंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें कैराना न मुजफ्फरनगर, सिर्फ खेल की बातें सीएम इन दिनों पश्चिमी उप्र को मथ रहे हैं। रामपुर एवं कैराना में जनसभा के बाद गुरुवार को मेरठ पहुंचे। विस 2022 चुनाव को देखते हुए कैराना समेत सभी जनसभाओं में योगी ने आक्रामक भाषण दिया। माना जा रहा था कि पश्चिमी उप्र की राजनीतिक राजधानी मेरठ से वो बड़ा सियासी संदेश देंगे लेकिन, मेरठ के दौरे में उनका नया रूप नजर आया। खेल और खिलाडिय़ों के बीच सीएम योगी मुस्कुराते हुए पूरी तरह सहज बने रहे। उन्होंने मेरठ की कंपनियों के खेल उत्पादों को विश्वस्तरीय बताते हुए आने वाले दिनों में और सुविधाएं देने का भरोसा दिया। इस मंच से कोई सियासी तीर नहीं चलाया गया। यूजी और पीजी में अंतिम ओपन मेरिट से प्रवेश आज से यह भी पढ़ें देश के खेल नक्शे में बढ़ाया मेरठ का कद टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में भारत के लिए पदक जीतने वालों को सीएम योगी ने न सिर्फ करोड़ों का पुरस्कार देकर सम्मानित किया, बल्कि उनके माता-पिता और कोच को भी मंच पर आमंत्रित कर राजनीति में नया आयाम खींचा। अन्य राज्यों से आए खिलाड़ी, उनके माता-पिता और कोच भी गदगद नजर आए। प्रदेश सरकार ने पदकधारियों को सम्मानित करने का कार्यक्रम मेरठ तय किया तो इससे मेरठ की विश्वस्तरीय खेल इंडस्ट्री को नया मंच मिला, वहीं पश्चिमी उप्र से लेकर हरियाणा तक खेल खिलाडिय़ों को भी मान मिला। सीएम ने प्रदेश की पहली खेल यूनिवर्सिटी मेरठ को समर्पित करते हुए साफ कर दिया कि सरकार के पिटारे में इस खेल नगरी के लिए और भी बहुत कुछ है। Edited By: Parveen Vashishta",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-proper-arrangement-is-needed-to-shut-internet-says-parliamentary-committee-22257643.html,"इंटरनेट बंद करने के निर्णय के लिए उचित व्यवस्था की जरूरत, संसदीय समिति का केंद्र पर निशाना","नई दिल्ली, प्रेट्र। इंटरनेट को किसी भी हालात या परिस्थिति में बंद करने के सरकार के फैसले पर संसदीय समिति ने आज सवाल उठाया और कहा कि ऐसा करने से पहले उचित इंतजाम होना जरूरी है। संसद की एक समिति ने किसी खास समय के दौरान इंटरनेट बंद करने के औचित्य के बारे में निर्णय करने को लेकर मानदंडों के अभाव के लिए सरकार की खिंचाई की है। उसने कहा कि सार्वजनिक आपात स्थिति और जन सुरक्षा की कोई स्पष्ट परिभाषा नहीं है। समिति ने इसके लिए एक उचित व्यवस्था की जरूरत बताई है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें संचार और सूचना प्राद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में यह भी सिफारिश की है कि सरकार को दूरसंचार और इंटरनेट सेवा बंद होने से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करने को लेकर अध्ययन कराना चाहिए। साथ ही सार्वजनिक आपात स्थिति और जन सुरक्षा से निपटने में इसका प्रभाव का पता लगाया जाना चाहिए। 'दूरसंचार सेवाओं/इंटरनेट निलंबन और उसका प्रभाव' शीर्षक से संसद में पेश में रिपोर्ट में दूरसंचार और इंटरनेट बंद किए जाने की उपयुक्तता पर निर्णय लेने के लिए जल्द- से -जल्द एक उचित तंत्र स्थापित करने की जरूरत बताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 'सार्वजनिक आपात स्थिति और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर परिभाषित मापदंडों को भी अपनाया और संहिताबद्ध किया जा सकता है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जमीनी स्तर पर निलंबन नियमों को लागू करते समय विभिन्न राज्यों में कोई अस्पष्टता न हो।' 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें समिति ने कहा कि मौजूदा स्थिति में ऐसा कोई मानदंड नहीं है, जिससे दूरसंचार/इंटरनेट बंद करने के औचित्य या उपयुक्तता के बारे में निर्णय किया जा सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे मानदंडों के नहीं होने से इंटरनेट बंद करने का आदेश जिला स्तर के अधिकारी के मूल्यांकन और जमीनी स्थितियों के आधार पर दिया जाता है और यह काफी हद तक कार्यकारी निर्णयों पर आधारित है। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-external-affairs-minister-jaishankar-book-the-india-way-strategy-for-an-uncertain-world-released-in-hindi-22256646.html,जानें- क्यों जयशंकर ने अपनी किताब में आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई की तुलना महाभारत से की,"जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। किसी देश के विदेश मंत्री की तरफ से पद पर रहते हुए किताब लिखना अपने आप में ही विलक्षण घटना है। उस पुस्तक का हिंदी संस्करण आना तो विरले ही होता है। विदेश मंत्री एस.जयशंकर की बहुचर्चित पुस्तक 'द इंडिया वे : स्ट्रेटजीज फार एन अनसर्टेन व‌र्ल्ड' का हिंदी रूपांतरण 'परिवर्तनशील विश्व में भारत की रणनीति' प्रकाशित हो कर आनलाइन व आफलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है। अंग्रेजी में लिखी पुस्तक पहले से ही विश्लेषकों, छात्रों व कूटनीतिकों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी है। विदेश मंत्री जयशंकर ने उम्मीद जताई है कि, 'हिंदी का प्रकाशन अधिक से अधिक लोगों में विदेश नीति के प्रति अभिरुचि जगाएगा।' इस किताब में जिस तरह से भारत की कूटनीतिक चुनौतियों को समृद्ध पारंपरिक ज्ञान व आध्यात्मिक संस्कृति से जोड़ कर देखा गया है उस तरह का प्रयास पहले कभी नहीं हुआ। पुस्तक का एक अध्याय 'श्रीकृष्ण का विकल्प' पाठकों के समक्ष बदलते भू-राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में भारत की आतंरिक व बाहरी चुनौतियों और इससे निपटने में राजनीतिक तौर पर जोखिम उठाने की अनिच्छा का सटीक विवरण है। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई की तुलना महाभारत के युद्ध के मैदान में अर्जुन की स्थिति से की गई है। वे लिखते हैं - 'महाभारत के युग का भारत भी बहुध्रुवीय था, जिसमें प्रमुख ताकतें एक दूसरे को संतुलित करती थीं। लेकिन एक बार जब दो प्रमुख ध्रुवों के बीच प्रतिस्पर्धा को रोका न जा सका तो दूसरों को मजबूरन किसी न किसी पक्ष का समर्थन करना पड़ा। लैंडस्केप की तरह उस समय जिन विकल्पों को चुना गया उनकी हमारे समकालीन विश्व से भी कुछ समानताएं हैं।' 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमण के 9,765 नए मामले, चार सौ से ज्यादा मरीजों की गई जान यह भी पढ़ें इन सबमें सबसे ज्यादा महत्व श्रीकृष्ण का है जिन्होंने सही राह की चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन, सामरिक उर्जा और नीतिगत प्रज्ञा उपलब्ध कराई। जो अर्जुन बंधु बांधवों से लड़ने का संकल्प नहीं जुटा पाता है उसे श्रीकृष्ण राजी करते हैं। अर्जुन का उदाहरण अक्षमता की स्थिति नहीं थी और वही स्थिति कभी कभी भारत की भी होती है। उदाहरण के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम प्राय: जोखिम उठाने के डर से मजबूर हो जाते हैं। ऐसी सोच बदलनी शुरू हो सकती है। यह तभी संभव है जब किसी राष्ट्रीय अभिजात्य वर्ग के पास अपनी बुनियादी सोच और प्रबल इच्छाशक्ति हो। कोविड महामारी के दो साल के इस सफर ने ‘दीर्घायु’ के आशीर्वाद को कर दिया बेमानी यह भी पढ़ें विदेश मंत्री की तरफ से दिया गया यह संदर्भ इसलिए ज्यादा प्रासंगिक है क्योंकि हमने छह दिन पहले ही मुंबई हमले की 13वीं बरसी मनाई गई है। कई लोगों का मानना है कि पाकिस्तानी एजेंसियों की तरफ से पोषित इस आतंकी हमले को भारत ने एक साफ्ट स्टेट की तरह लिया। इसके प्रमुख साजिशकर्ता आज भी पाकिस्तान में आजाद हैं। तीन दशकों से भारतीय कूटनीति को अंदर से देख रहे सुब्रह्मण्यम जयशंकर जब यह लिखते हैं कि, 'अगर कोई एक विशेषता, जो उभरती हुई शक्ति को अवश्य विकसित करनी चाहिए, वह है उत्तरदायित्व का निर्वहन' तो यह भरोसा होता है कि कहीं न कहीं यह देश की नीति में भी परिलक्षित होगी। वह यह भी संकेत देते हैं कि भारत को अपनी कूटनीतिक चुनौतियों के लिए अपने विकल्प सामने लाने होंगे, अपना प्रत्युत्तर स्वयं तलाशना होगा। जयशंकर के शब्दों में, 'यह निश्चित तौर पर उस इंडिया में संभव है जो अब ज्यादा भारत है।' Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-centre-says-maha-order-on-international-passengers-in-divergence-with-centre-guidelines-asks-state-to-align-22256407.html,"केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार को ल‍िखी चिट्ठी, हवाई यात्रियों के लिए गाइडलाइंस में बदलाव करने का निर्देश","नई दिल्‍ली, प्रेट्र। ओमिक्रोन वैर‍िएंट पर चिंताओं के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए क्वारंटाइन पर गाइडलाइन में संशोधन किया है। इसके बाद केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्य को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी के साथ अपने आदेश को बदलने के लिए कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार को लिखी चिट्ठी में कहा है कि राज्य सरकार ने हवाई यात्रियों के लिए जो नियम बनाए हैं, वो केंद्र की ओर से जारी गाइडलाइंस के विपरीत हैं। महाराष्‍ट्र ने जारी की संशोध‍ित गाइडलाइन महाराष्ट्र ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मंगलवार रात जारी गाइड लाइन के तहत 'जोखिम वाले' देशों से राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए सात दिन संस्थागत क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया है। ऐसे यात्रियों का आने के दूसरे, चौथे और सातवें दिन आरटी पीसीआर टेस्ट भी होगा। यदि यात्री कोव‍िड पाजिटिव पाया जाता है तो यात्री को अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यदि परीक्षण न‍िगेट‍िव है, तो भी यात्री को सात दिन के होम क्वारंटाइन से गुजरना होगा। ओमीक्रोन से अलर्ट मोड में देश, महाराष्ट्र में हवाई यात्रा के लिए गाइडलाइंस जारी; गुजरात के दस शहरों में नाइट कर्फ्यू यह भी पढ़ें केंद्र सरकार ने महाराष्‍ट्र सरकार को लिखा पत्र केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से भेजे गई चिट्ठी में ओमिक्रान वैरिएंट के खिलाफ सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से एक समान गाइडलाइंस का पालन करने को कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई चिट्ठी में महाराष्ट्र सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए जारी किए कुछ निर्देशों में संशोधन करने का निर्देश दिया गया है, जिसे 30 नवंबर को जारी किया गया था। जिन गाइडलाइंस को बदलाव करने की बात कही गई है, उसमें ये इस प्रकार महत्वपूर्ण प्वाइंट शामिल हैं। परमबीर सिंह और सच‍िन वाझे के बीच मुलाकात पर बढ़ा विवाद, द‍िए गए जांच के आदेश; जानें क्‍या है पूरा मामला यह भी पढ़ें सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को 14 दिन का अनिवार्य होम क्वारंटाइन मुंबई हवाई अड्डे पर सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का आवश्‍यक आरटी-पीसीआर टेस्ट, चाहे वह किसी भी देश के हो। सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अनिवार्य 14 दिन का होम क्वारंटाइन रहना होगा, चाहे भले ही एयरपोर्ट पहुंचने पर उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट नि‍गेटिव ही क्यों न हो। मुंबई में उतरने और वहां से कनेक्टिंग फ्लाइट लेने की योजना बना रहे यात्रियों के लिए अनिवार्य आरटी-पीसीआई टेस्ट और रिपोर्ट के अधार पर आगे की यात्रा को मंजूरी की जाए। अन्य राज्यों से महाराष्ट्र पहुंचने वाले घरेलू यात्रियों के लिए यात्रा की तारीख से 48 घंटे पहले निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट जरूरी हो। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-the-uproar-of-the-opposition-continues-in-parliament-prime-minister-took-a-meeting-22255298.html,"शीतकालीन सत्र 2021: संसद में लगातार जारी है विपक्ष का हंगामा, सत्र की रणनीति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री ने ली बैठक","नई दिल्ली, एएनआई: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन संसद में शीर्ष मंत्रियों के साथ बैठक की है। पीएम मोदी के साथ इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कानून मंत्री किरेन रिजिजू और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी मौजूद रहे। बैठक के दौरान संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र की रणनीति को लेकर चर्चा की गई। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें बैठकों का दौर जारी इससे पहले मंगलवार को भी पीएम मोदी ने रणनीति पर चर्चा के लिए मंत्रियों के साथ बैठक की थी। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में यह बैठकें ऐसे वक्त में हो रही हैं जब विपक्ष राज्यसभा के 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग कर रहा है। शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही दोनों सदनों में हंगामे का दौर जारी है और मांगों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें पहले दिन से जारी हंगामा आपको बतादें, संसद का शीतकालीन सत्र बीते सोमवार शुरू हुआ था। सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों में कृषि कानून निरस्त करने के लिए विधेयक पारित किया गया। हालांकि, विपक्षी दलों ने असहमति जताते हुए हंगामा किया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाए की, सरकार ने बिना चर्चा किए ही विधेयक को पारित कर दिया। सांसदों के निलंबन पर विरोध फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें वहीं, शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भी हंगामें की भेंट चढ़ गया, क्योंकि विपक्षी नेताओं ने 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन पर विरोध प्रदर्शन करते हुए वाकआउट कर दिया था। आपको बतादें, राज्यसभा से 12 विपक्षी सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। इन सांसदों को मॉनसून सत्र के दौरान 11 अगस्त को राज्यसभा में हंगामा करने के मामले में निलंबित किया गया है। निलंबित किए गए सांसदों में कांग्रेस, टीएमसी, सीपीआई और शिवसेना के सांसद शामिल हैं। इनमें से किसी सांसद पर कागज फाड़ने तो किसी पर टीवी स्क्रीन तोड़ने के आरोप हैं। Edited By: Amit Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-kangana-ranaut-troubles-increase-once-again-demand-for-censoring-social-media-posts-in-future-22255170.html,"कंगना रनोट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका, अभिनेत्री के सोशल मीडिया पोस्ट को सेंसर करने की मांग","नई दिल्ली, एएनआइ। अभिनेत्री कंगना रनोट आए दिन मुश्किलों में घिरी रहती हैं। कंगना के बयानों से सोशल मीडिया पर बवाल मच जाता है। यही कारण है की उन्हें ट्विटर पर बैन कर दिया गया है और अब अभिनेत्री के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उनके सभी सोशल मीडिया पोस्ट को भविष्य में सेंसर करने की मांग की गई है। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट सोशल मीडिया पोस्ट और अपने बयानों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। कंगना के पोस्ट कई बार बेहद आक्रामक होते हैं, जिससे वह खुद कई बार अपने बयानों के चलते लोगों के गुस्से और कानूनी कार्यवाही का शिकार हो जाती है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें बड़बोलेपन और बेबाकी के लिए भुगतना पड़ता है खामियाजा अभिनेत्री कंगना रनोट को उनके बड़बोलेपन और बेबाकी के लिए उन्हें हमेशा खामियाजा भुगतना पड़ता है, जिसके चलते कभी वो सोशल मीडिया पर ट्रोल की जाती हैं तो कभी उनपर केस हो जाता है। बता दें की कंगना आक्रामक बयानों के कारण पहले ही अपना अधिकारिक ट्विटर अकाउंट गवा चुकीं हैं। अभी कुछ वक्त पहले ही पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों की घोषणा होने के बाद कंगना ने कुछ आपत्तिजनक ट्वीट्स किए थे, जिसके बाद ट्विटर ने उनका ट्विटर अकाउंट बैन कर दिया गया था, जो कि अब तक बैन ही है। लेकिन कंगना अभी भी अपनी बयानबाजियों से पीछे नहीं हट रही। यही कारण है कि अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें उनके सभी सोशल मीडिया पोस्ट को भविष्य में सेंसर करने की मांग की गई है। आपको बता दें की यह कदम देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है, जिससे भविष्य में उनके द्वारा की गई किसी भी पोस्ट से को बखेड़ा ना खड़ा हो और देश में शांति बनी रहे। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें अभिनेत्री कंगना रनोट सबसे लेती रहतीं हैं पंगा बॉलीवुड की पंगा क्वीन आए दिन किसी ना किसी से पंगा लेते रहती है। कभी किसी राज्य सरकार से तो कभी प्रशासन से , यहां तक की उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट बैन होने के बाद ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी से ही पंगा ले लिया था और उनपर जमकर निशाना साधा था। यही नहीं उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए जैक के अपने सीईओ पद से इस्तीफा देने के बाद भी उनकी चुटकी ली है, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि वह अभी भी जैक के साथ पंगे के मूड में हैं। Edited By: Ashisha Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-the-voice-of-indian-ex-muslims-started-to-make-an-impact-the-youth-leaving-the-fast-growing-religious-fanaticism-22255115.html,"असर करने लगी भारतीय एक्स मुस्लिमों की आवाज, तेजी से बढ़ रहे मजहबी कट्टरता छोड़ने वाले युवा","जेएनएन, नई दिल्ली। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की ओर से ईशनिंदा का कानून बनाने की मांग ने अन्य अनेक लोगों के साथ भारत के एक्स मुस्लिम( ExMuslim) समुदाय को भी संशकित कर दिया है। खासकर उन्हें, जो अपने-अपने यूट्यूब चैनल के जरिये इस्लामी कट्टरता और कुरीतियों पर सवाल उठा रहे हैं। इनमें से कुछ किसी भी मजहब पर यकीन नहीं करते और ईश्वर, अल्लाह, जीसस यानी सभी की सत्ता को चुनौती देते हैं। उनका तर्क है कि इंसान ने मजहब को बनाया, न कि किसी ईश्वर-अल्लाह ने। कुछ यह मानते हैं कि हो सकता है कि किसी ने कायनात यानी सृष्टि बनाई हो, लेकिन वह कोई ऐसी शक्ति नहीं, जो हमारे दैनिक जीवन में दखल देती हो। उन्हें ऐसी शक्ति के होने को लेकर संशय है। इसी कारण वे खुद को एग्नास्टिक कहते हैं। सभी यह कहते हैं कि सबसे बड़ा धर्म-मजहब यदि कोई है तो वह है इंसानियत। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य मंत्री की बड़ी बैठक, एयरपोर्ट सक्रीनिंग पर राज्यों के साथ चर्चा यह भी पढ़ें भारत के साथ दुनिया के अन्य देशों और यहां तक कि कट्टर इस्लामी देश माने जाने वाले सउदी अरब, ईरान और पाकिस्तान में भी एक्स मुस्लिम( EXMUSLIMS) तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। उनकी बढ़ती संख्या से चिंतित एक मौलाना को यह कहना पड़ा कि एक्स मुस्लिम की सुनामी आने वाली है। चूंकि एक्स मुस्लिम अपनी सुरक्षा के भय से खुलकर सामने नहीं आते, इसलिए किसी भी देश में उनकी ठीक-ठीक संख्या बता पाना कठिन है। इसके बाद भी प्यू(pew) का सर्वे यही कहता है कि उनकी संख्या हर कहीं बढ़ रही है। हालांकि अमेरिका, यूरोप में एक्स मुस्लिमों के अपने संगठन हैं और वे खुले आम अपने आयोजन भी करते हैं, लेकिन अभी यह स्थिति अन्य देशों और खासकर इस्लामी देशों के साथ भारत में भी नहीं बनी। भारत में अन्य धर्मों के लोग तो आसानी से यह कह सकते हैं कि वे किसी ईश्वरीय सत्ता को नहीं मानते और उन्हें किसी मजहब पर यकीन नहीं, लेकिन मुस्लिम( MUSLIM) खुले तौर पर ऐसा नहीं कह सकते, क्योंकि उन्हें अपने समाज के उन तत्वों से खतरा रहता है, जो यह कहते-मानते हैं कि इस्लाम छोड़ने की सजा मौत है। फिर भी कुछ एक्स मुस्लिम युवा इस खतरे की परवाह नहीं कर रहे हैं। कुछ तो तसलीमा नसरीन( Taslima Nasrin) की तरह सार्वजनिक रूप से खुद को एक्स मुस्लिम कहने लगे हैं। खास बात यह है कि इनमें से कुछ एक समय जाकिर नाइक के दीवाने थे। बैंकों का बढ़ता NPA देश की बैंकिंग व्यवस्था के अस्तित्व के लिए है खतरा यह भी पढ़ें करीब एक वर्ष पहले भारत में ऐसे मुस्लिम की संख्या दो-तीन ही थी, जो एक्स मुस्लिम के रूप में अपने यू ट्यूब( you tube) चैनल चला रहे थे। इनमें प्रमुख थे शकील प्रेम(Shakeel Prem), जो तर्कशील भारत (Tarksheel Bharat) नाम से अपना यू ट्यूब चैनल चलाते हैं। इसके अलावा जफर हेरेटिक( zafar heretic) भी थे, जो इस्लामी इतिहास के साथ कुरान(Quran) और हदीस(hadith) के भी जानकार हैं। आज ऐसे एक्स मुस्लिम की संख्या एक दर्जन से अधिक हो गई है, जो अपने यू ट्यूब चैनल चला रहे हैं। इनमें सचवाला (sachawala), आजाद ग्राउंड( azad ground channel), कोहराम(kohram ex muslim), साहिल (Sahil ex muslim), एपोस्टेट इमाम(apostate imam), यास्मीन खान( yasmeen khan), फैज आलम(Faiz Alam - The Humanist Murtad) प्रमुख हैं। इनके अलावा इनके समर्थक सुलेमानी जलेबियां(sulemani jalebiya) नाम से अपना चैनल चलाते हैं। ऐसे लोगों की संख्या निरंतर बढ़ रही हैं। एक समय भारतीय एक्स मुस्लिम का पाकिस्तानी मूल के एक्स मुस्लिम हैरिस सुल्तान और गालिब कमाल से संवाद होता था, जो विदेश में रहकर अपना यू ट्यूब चैनल चला रहे हैं, लेकिन बीते कुछ समय से भारतीय और इन पाकिस्तानी एक्स मुस्लिमों के बीच मतभेद उभर आए हैं। हैरिस और गालिब अब ऐसी विचित्र दलीलें देने लग गए हैं कि जैसे इस्लाम में हलाला है, वैसे ही हिंदू धर्म में नियोग। फरीदाबाद की हवा में वायु प्रदूषण का स्‍तर है जानलेवा, दिल्‍ली के कई इलाकों में भी यही हाल यह भी पढ़ें बीते कुछ समय से भारत में करीब हर माह कोई न कोई एक्स मुस्लिम अपना यू ट्यूब चैनल ले आकर रहा है। इनमें से सभी कुरान, हदीस के जानकार हैं। इसके अलावा कुछ अरबी भाषा में भी दक्ष हैं, जैसे कि सचवाला। उनके साथी उन्हें सचगुरू (SachGuru) भी कहते हैं। वह करीब तीस साल सउदी अरब में रहे हैं। इस दौरान वहां उन्होंने एक मस्जिद(MOSQUE) में नमाज(namaz) भी पढ़ाई, लेकिन अब वह अपने यू ट्यूब चैनल के जरिये इस्लाम की उन मान्यताओं पर सवाल उठा रहे हैं, जो उनकी समझ से भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के मुसलमानों की अरबों की जहनी गुलामी का कारण हैं। उनका मकसद मुसलमानों को इस जहनी गुलामी से निकालना और भाईचारे तथा इंसानियत का संदेश देना है। यही संदेश दे रहे एक्स मुस्लिम साहिल भी एक समय दीन की दावत देते थे यानी लोगों को इस्लाम(Islam) स्वीकार करने के लिए प्रेरित करते थे, लेकिन बाद में वह एक्स मुस्लिम बन गए। अमेरिका तक पहुंचा ओमिक्रोन, दुनिया भर में बढ़ी बेचैनी, भारत में हाई रिस्क वाले देशों से आए छह यात्री निकले कोरोना संक्रमित यह भी पढ़ें अब वह अपने चैनल के जरिये मुस्लिम समाज के लोगों और खासकर आलिमों से अपने सवालों के जवाब मांगते हैं और उन्हें खुद को गलत साबित करने की चुनौती देते हैं। वह अपने चैनल पर घंटों बहस करते हैं और कुतर्क करने वालों को भी धैर्य के साथ सुनते हैं। वह अपने को धमकियां देने वालों के सवालों के भी जवाब देते हैं। एपोस्टेट इमाम भी कुरान, हदीस के अच्छे जानकार हैं। वह जाकिर नाइक( ZAKIR NAIK) के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (Islamic research foundation )में काम कर चुके हैं। फिलहाल वह लंदन में हैं। भारतीय एक्स मुस्लिमों को भारत के साथ-साथ बांग्लादेशी और पाकिस्तानी भी सुनते हैं और उनसे सवाल भी करते हैं। इन्हें अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया और सऊदी अरब में हिंदू-ऊर्दू बोलने-समझने वाले भी सुनते हैं। इनमें सभी धर्मों-समुदायों के वैसे लोग अधिक हैं, जो खुद को नास्तिकता के करीब पाते हैं या फिर किसी धर्म पर यकीन नहीं करते अथवा ईश्वरीय सत्ता पर संशय करते हैं। सहारनपुर में आज शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे गृहमंत्री अमित शाह यह भी पढ़ें बीते करीब 15 दिनों से सचवाला, साहिल आदि से चिढ़ा एक पाकिस्तानी मुहम्मद अली इनके चैनलों पर आकर इन्हें सिर तन से जुदा करने की धमकी दे रहा है। इस आधार पर कि उसका इस्लाम यही कहता है। उसकी ऐसी धमकियों से आजाद ग्राउंड और कोहराम भी दो-चार हो रहे हैं। कोहराम डिस्टोपिया टू रीजन(dystopia to reason) नाम से अपना चैनल चलाते हैं। आजाद ग्राउंड को जब ये धमकियां मिलीं कि उनके मरने के बाद उन्हें कब्रिस्तान में दफन नहीं होने दिया जाएगा तो उन्होंने अपने लिए एक अलग जगह का प्रबंध कर लिया यानी अपना खुद का कब्रिस्तान बना लिया। इन सब एक्स मुस्लिम की मांग है कि सरकार एक तो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे और यह देखे कि उनकी आवाज बंद करने की कोशिश कामयाब न होने पाए। भारतीय एक्स मुस्लिम यू ट्यूबरों की आवाज किस तरह असर कर रही है, इसका एक प्रमाण यह है कि अभी तक उनके सवालों का जवाब देने से कतरा रहे मौलाना-मुप्ती अब इसके लिए तैयार दिखने लगे हैं। बीते दिनों साहिल और उनके साथी एडम सीकर(adam seeker urdu) ने एक मुफ्ती ( Mufti Fazal Hamdard) से बात की। जल्द ही सचवाला की भी मुफ्ती यासिर (Mufti Yasir Nadeem al Wajidi) से बात हो सकती है। Edited By: Sanjeev Tiwari",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/videos/india/cant-see-congress-winning-300-seats-in-2024-ls-polls-ghulam-nabi-azad-b621/,Article 370 की वापसी के लिए गुलाम नबी आजाद ने की भविष्यवाणी,Ghulam Nabi Azad on Article 370।Article 370 की वापसी के लिए गुलाम नबी आजाद ने की भविष्यवाणी। Kashmir । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 300 सीटें मिलेंगी क्योंकि अभी हालात ऐसे नहीं है. बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक रैली को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने ये बात कही.,1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/varun-gandhi-targets-his-own-party-and-up-yogi-adityanath-govt-on-jobs-and-paper-leak-b408/,"'पेपर लीक, सरकारी नौकरी नहीं...',भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी पर फिर साधा निशाना","वरुण गांधी ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर नौकरी और पेपर लीक होने जैसे मुद्दे उठाए। यूपी में हाल में टीईटी की परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से रद्द करनी पड़ी थी। वरुण गांधी ने हालांकि, ट्वीट में टीईटी का जिक्र तो नहीं किया है लेकिन समझा जाता है पेपर लीक की बात कर उन्होंने हाल के घटनाक्रम की ओर ही इशारा किया है। विपक्ष भी टीईटी पेपर लीक को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रहा है। ",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/air-pollution-court-slams-delhi-government-for-red-light-on-car-off-campaign-b421/,"वायु प्रदूषण: न्यायालय ने 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ मुहिम को लेकर दिल्ली सरकार को फटकार लगाई","प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्य कांत की विशेष पीठ ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने पिछली सुनवाई में घर से काम करने, लॉकडाउन लागू करने और स्कूल एवं कॉलेज बंद करने जैसे कदम उठाने के आश्वासन दिए थे, लेकिन इसके बावजूद बच्चे स्कूल जा रहे हैं और वयस्क घर से काम कर रहे हैं। ",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/there-is-no-government-job-till-how-long-should-the-youth-of-the-country-be-patient-varun-gandhi-b421/,"सरकारी नौकरी ही नहीं है, कब तक सब्र करे देश का नौजवान: वरूण गांधी","उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो। रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतजार में हैं। सेना में भर्ती का भी वही हाल है। आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?’’ ",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/india-targets-ohchr-for-comments-on-jk-b421/,भारत ने जम्मू कश्मीर पर टिप्पणियों के लिए ‘ओएचसीएचआर’ पर निशाना साधा,"विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत में अधिकारी कानून के उल्लंघन के खिलाफ काम करते हैं न कि अधिकारों के वैध प्रयोग के खिलाफ। बागची की टिप्पणी जम्मू कश्मीर में कुछ खास घटनाओं पर मानवाधिकार के लिए उच्चायुक्त कार्यालय (ओएचसीएचआर) के प्रवक्ता द्वारा दिए गए एक बयान के जवाब में आई है। ",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%88%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%a2%e0%a4%bc%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%bc%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac/,ईंधन की बढ़ती क़ीमतों से बढ़ रही महँगाई,"पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा का वह ट्वीट हल्के में नहीं लिया जा सकता, जिसमें उन्होंने कहा- ‘हम मरे हुए लोगों का देश हैं। पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की क़ीमतों में इस तरह रोज़ और अनुचित वृद्धि को दुनिया में कहीं भी लोगों ने बर्दाश्त नहीं किया होगा। अगर सरकार ने सन् 2014 में कर (टैक्स) के रूप में 75,000 करोड़ रुपये हासिल किये थे, तो आज वह 3.50 लाख करोड़ रुपये जमा कर रही है। क्या यह दिन के उजाले में डकैती करने जैसा नहीं है?’ इसके एक दिन पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने ट्वीट करके कहा- ‘केंद्र ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 3.5 लाख करोड़ रुपये और राज्यों ने 2.3 लाख करोड़ रुपये और 2019-20 के दौरान केंद्र ने 3.3 लाख करोड़ रुपये और राज्यों ने 2.2 लाख करोड़ रुपये एकत्र किये। वित्त वर्ष 2020-21 में केंद्र ने ईंधन पर कर के रूप में 4.6 लाख करोड़ रुपये और राज्यों ने 2.2 लाख करोड़ रुपये एकत्र किये।’ ट्वीट में उन्होंने सवाल किया कि सन् 2014 की तुलना में क्रूड ऑयल सस्ता है। कर वृद्धि के बिना, पेट्रोल 66 रुपये और डीजल 55 रुपये में मिल सकता है। कर का पैसा आख़िर कहाँ जा रहा है? सोशल मीडिया पर हैशटैग #CutFuelTax तुरन्त वायरल हो गया। कच्चे तेल की क़ीमत ब्रेंट, ओमान और दुबई की औसत क़ीमत है। भारत अपनी ज़रूरत का क़रीब 80 फ़ीसदी कच्चा तेल विदेशों से आयात करता है। रिफाइनरियों और तेल विपणन कम्पनियों (ओएमसी) द्वारा कच्चे तेल को परिष्कृत करने की आवश्यकता है। घरेलू बाज़ार में ईंधन की क़ीमत वास्तविक आपूर्ति और माँग और अधिकतर कराधान और डीलर कमीशन के आधार पर तय होती है। ईंधन की क़ीमतों में बढ़ोतरी से सब्ज़ियों, ख़ासकर प्याज और टमाटर की क़ीमतों में तेज़ी आयी है। इसी तरह उच्च वैश्विक क़ीमतों के कारण खाद्य तेल की क़ीमतें भी महँगी बनी हुई हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार उचित क़दम नहीं उठा रही है। मौज़ूदा कमज़ोर मौसम के दौरान क़ीमतों में सम्भावित उछाल से निपटने के लिए सरकार के पास 2,00,000 टन प्याज का भण्डार है। सरकार की आशंकाएँ निराधार नहीं हैं। ख़ासकर तब जब पाँच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। पूर्व में भी चुनाव परिणामों को बदलने में प्याज ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी है। मुद्रास्फीति अतीत में भी प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक रही है। अक्टूबर के बाद प्याज की क़ीमतों में भी बढ़ोतरी की सम्भावना है। ये महीने उपभोक्ताओं के लिए कठिन होते हैं; क्योंकि क़ीमतें बढ़ती हैं। नयी फ़सल दिसंबर तक ही आने लगती है, जबकि पुराने स्टॉक ख़त्म होने लगता है। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य हैं, जो कुल उत्पादन का लगभग दो-तिहाई योगदान देते हैं। त्योहारों का मौसम पहले से ही निर्धारित है, मुद्रास्फीति मध्यम वर्ग और ग़रीबों की जश्न को ख़राब कर सकती है। दिलचस्प बात यह है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने संकट को कम करने और विकास को प्राथमिकता देने की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए बैठक की, जिसमें पाया गया कि सेंट्रल बैंक के दृष्टिकोण को मार्टिन लूथर किंग जूनियर-1 के दो उद्धरणों को एक साथ जोडक़र सबसे अच्छे तरीक़े से वर्णित किया जा सकता है। यह है; लेकिन मुझे पता है कि किसी तरह अँधेरा होने पर ही आप सितारों को देख सकते हैं। चलते रहो। कुछ भी धीमा न होने दो। आगे बढ़ो। सहिष्णुता बैंड से ऊपर के दो हालिया मुद्रास्फीति सुधारों के बीच हुई एमपीसी की इस बैठक में सन्तुष्टि ज़ाहिर की गयी। हालाँकि प्रतिकूल आपूर्ति झटकों, उच्च लॉजिस्टिक्स लागत, उच्च वैश्विक उपभोक्ता क़ीमतों और घरेलू ईंधन करों के चलते मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी ने सबको हैरान किया है। शीर्ष पंक्ति (हेडलाइन) मुद्रास्फीति ऊपरी स्तर से भी ऊपर रही। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की क़ीमतों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है; ओपेक प्लस समझौते के परिणामस्वरूप क़ीमतों में कोई भी कमी मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने में योगदान दे सकती है। आरबीआई ने कहा कि हाल में मुद्रास्फीति के दबाव ने गम्भीर चिन्ता पैदा की है। लेकिन वर्तमान आकलन यह है कि ये दबाव अस्थायी हैं और मुख्य रूप से प्रतिकूल आपूर्ति पक्ष कारकों से प्रेरित हैं। हम महामारी से उत्पन्न एक असाधारण स्थिति के बीच में हैं। जैसे ही मज़बूत और सतत विकास क्षेत्रों की सम्भावनाएँ सुनिश्चित होती हैं, एमपीसी मुद्रास्फीति की उम्मीदों को स्थिर करने के अपने जनादेश के प्रति सचेत रहती है। विकास और मुद्रास्फीति का आकलन",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%a8-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82/,पंजाब में कैप्टन बनाम कांग्रेस,"अब अमरिंदर सिंह पर कांग्रेस नेता कर रहे थे निजी हमले, सोनिया गाँधी ने रोका पंजाब में अब कांग्रेस और अभी भी पार्टी में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दो विपरीत ध्रुवों पर खड़े हो चुके हैं। अमरिंदर अपने मीडिया सलाहकार के ट्वीट के ज़रिये भविष्य में अपनी ही राजनीतिक पार्टी बनाने और आगे चलकर टीम कृषि क़ानूनों पर सम्मानजनक समझौते की सूरत में विधानसभा चुनाव में भाजपा के कन्धे से कन्धा मिलकर चलने की घोषणा कर चुके हैं। खुले रूप से भाजपा के साथ क़दमताल करने की उनकी घोषणा के बाद अब कांग्रेस के नेता उन पर हमलावर हो चुके हैं और विवादित पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम से उनके रिश्तों को लेकर जाँच तक की बात हो रही है। क़रीब 80 साल के अमरिंदर सिंह की कांग्रेस से नाराज़गी उनके घोर प्रतिद्वंद्वी नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनने से शुरू हुई थी, जो अब तल्ख़ियों में बदल चुकी है। लेकिन कैप्टन के ख़िलाफ़ अब पंजाब कांग्रेस के दूसरे नेता भी आ गये हैं। कैप्टन ने सिद्धू को पाकिस्तान परस्त बताकर एक तरह से देश के लिए ख़तरा बताया था। हालाँकि अब पंजाब सरकार में गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने अरूसा आलम के आईएसआई के साथ कथित सम्बन्धों की जाँच की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। इसके बाद सिद्धू के नज़दीकी समझे जाने वाले उनके पूर्व मुख्य रणनीतिक सलाहकार मोहम्मद मुस्तफ़ा ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता और पूर्व मुख्य सचिव विनी महाजन के साथ अरूसा आलम की एक तस्वीर साझा कर दी। हालाँकि पूर्व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव मेजर अमरदीप सिंह ने रंधावा को इलाक़े (बेल्ट) से नीचे नहीं उतरने की सलाह दी। इस विवाद के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने अरूसा की कुछ तस्वीरें जारी कीं, जिसमें वह पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफ़ा की पत्नी और बहू के साथ नज़र आ रही हैं। मामला तब और गरम हो गया, जब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू की पूर्व मंत्री पत्नी नवजोत कौर ने अमरिंदर सिंह पर सीधा हमला बोल दिया। उन्होंने कहा- ‘कैप्टन के मुख्यमंत्री रहते पंजाब में कोई तैनाती (पोस्टिंग) बिना तोहफ़े और पैसे के नहीं होती थी। यह सब अरूसा आलम को दिया जाता था। उस वक़्त अरूसा पंजाब में मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि उत्कृष्ट मुख्यमंत्री की तरह काम कर रही थीं। अमरिंदर सिंह को सलाह है कि अरूसा पंजाब का पैसा लेकर इंग्लैंड और दुबई चली गयी। वह भी वहाँ जाकर ऐश करें। ऐसा न हो कि अरूसा सारा पैसा उड़ा दे।’ नवजोत कौर सिद्धू का अमरिंदर पर यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले अमरिंदर ने उनके पति को जब चुनाव न जीतने देने वाला बयान दिया था, तब भी कौर ने अमरिंदर को अमृतसर ईस्ट में सिद्धू के ख़िलाफ़ चुनाव लडऩे की चुनौती दे डाली थी। उन्होंने तब कहा था कि उसके बाद अमरिंदर को पता चल जाएगा कि कौन अधिक लोकप्रिय है। वैसे अमरिंदर ने बी उन पर हमला करने वालों पर हमला किया। हालाँकि सोनिया गाँधी ने अमरिंदर पर हमला करने वालों को रोक दिया कि वे ऐसा न करें। याद रहे जिन अरूसा आलम के नाम पर पंजाब में राजनीति तेज़ है वह अरूसा पाकिस्तान से हैं और रक्षा पत्रकार (डिफेंस जर्नलिस्ट) हैं। दावा किया जाता रहा है कि कैप्टन से अरूसा की पहली मुलाक़ात सन् 2004 में पाकिस्तान दौरे के दौरान हुई थी और उसके बाद अरूसा कई बार भारत आयीं। उन्हें पिछले एक दशक से भी ज़यादा समय से अमरिंदर सिंह का क़रीबी माना जाता है। बता दें कुछ मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया जाता रहा है कि अरूसा आलम एक बार जब पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फ़ैज़ हामिद के साथ कथित तौर पर आपत्तिजनक स्थिति में थीं, तो उनकी पत्नी ने वहाँ पहुँचकर ख़ासा हंगामा कर दिया था। कैप्टन और भाजपा अमरिंदर सिंह तकनीकी रूप से भले अभी कांग्रेस में हैं; लेकिन वह ख़ुद एक ट्वीट में नयी पार्टी बनाने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने इस ट्वीट में जो दिलचस्प बात यह कही कि कृषि क़ानूनों पर कोई सही फ़ैसला होने पर वह भाजपा का साथ दे सकते हैं। यहाँ सवाल यही है कि अपने एक साल के आन्दोलन में क़रीब 800 साथियों की शहादत देख चुके किसान क्या तीनों क़ानूनों को वापस लेने से कम पर मानेंगे? और क्या सिर्फ़ अमरिंदर सिंह को अपने बेड़े में बैठाने के लिए भाजपा तीन कृषि क़ानूनों की बलि देने की हिम्मत जुटा पाएगी। किसान नेताओं से बातचीत में यही समझ आता है कि वे आने वाले विधानसभा चुनावों में किसी भी सूरत में भाजपा को सबक़ सिखाएँगे। और यदि अमरिंदर सिंह भाजपा के साथ गये, तो किसानों की नाराज़गी उन्हें भी भारी पड़ सकती है। पंजाब में कम-से-कम आज की तारीक़ में तो लोगों में भाजपा के प्रति बहुत तलख़ी है। पंजाब में विधानसभा चुनाव को अब ज़यादा समय नहीं बचा है। यहाँ बड़ा सवाल यही है कि अपनी पार्टी बनाते हुए अमरिंदर कांग्रेस के कितने विधायकों को तोडक़र अपने साथ ले जाएँगे? अभी तक यह तो नहीं लगता कि कैप्टन कांग्रेस सरकार गिराने की स्थिति में हैं। एक मोटे अनुमान के मुताबिक, 7 से 9 विधायक या मंत्री ही ज़यादा-से-ज़यादा अमरिंदर सिंह के साथ कांग्रेस से जा सकते हैं। लेकिन जिस तरह कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने वाला कार्ड खेला है, उससे पार्टी को उम्मीद है कि जनता उसे सत्ता में वापस लाएगी। सिद्धू के रहते कांग्रेस और ताक़तवर हो जाती है। अमरिंदर के पास निश्चित ही इस स्तर के नेता नहीं जुट पाएँगे। इसमें कोई दो-राय नहीं कि अमरिंदर सिंह कांग्रेस को नुक़सान पहुँचाने की क्षमता रखते हैं। लेकिन बहुत कुछ किसानों के रूख़ पर निर्भर करेगा। किसान यदि भाजपा से नाराज़ रहते हैं, तो भाजपा के साथ-साथ अमरिंदर सिंह भी डूबेंगे। वैसे चर्चा है कि कैप्टन दीवाली के आसपास नयी पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। कैप्टन के साथ कुछ पूर्व मंत्री और विधायकों के अलावा कुछ पार्टी नेता भी उनके साथ जा सकते हैं। मनीष तिवारी जैसे कांग्रेस में उपेक्षित नेता कैप्टन का हाथ थाम लें, तो हैरानी नहीं होगी। ख़ुद कैप्टन की पत्नी परनीत कौर सांसद हैं। हालाँकि बहुत कुछ एक-दो महीने बाद के राजनीतिक माहौल पर निर्भर करेगा। अकाली दल भी किसान आन्दोलन का सन्ताप झेल रहा है। हालाँकि अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में इस बार बहुत ज़यादा चर्चा में नहीं दिख रही। भाजपा को लेकर कहा जा रहा है कि वह पुराने साथी अकाली दल के साथ अन्दरखाने अभी भी नरम हैं; भले उसने किसान क़ानूनों पर ही उसका साथ छोड़ा था। कृषि क़ानून वापस लेने की स्थिति में अकाली दल का प्रेम फिर भाजपा पर उमड़ सकता है। अकाली दल का रूख़ आने वाले हफ़्तों में साफ़ होगा।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/100-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a1%e0%a4%bc-%e0%a4%9f%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%9a%e0%a4%ae/,100 करोड़ टीकाकरण का परचम,"The Prime Minister, Shri Narendra Modi visits the vaccination centre at Dr. Ram Manohar Lohia Hospital, in New Delhi on October 21, 2021. भारत ने कोरोना-टीके (वैक्सीन) की 100 करोड़ ख़ुराकें लगाने का महत्त्वपूर्ण पड़ाव हासिल करके विश्व का दूसरा ऐसा देश बन गया है, जो इसमें बड़े पैमाने पर सफल हुआ है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विशेष मौक़े पर कहा- ‘भारत ने इतिहास रच दिया। यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि भारतीय विज्ञान, उद्यमों और 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक भावना की जीत है। डॉक्टरों, नर्सों और यह उपलब्धि हासिल करने के लिए काम करने वाले सभी लोगों का आभार।’ ग़ौरतलब है कि इसी साल 16 जनवरी को शुरू हुए टीकाकरण के बाद यह पड़ाव पाने में देश को 279 दिन लगे। देश में वयस्कों में से 75 फ़ीसदी को पहला टीका और 31 फ़ीसदी को दोनों टीके लग चुके हैं। इस मौक़े पर भारत को बधाई विश्व भर से मिल रही है। यूनिसेफ भारत की प्रतिनिधि डॉ. यास्मीन अली हक़ ने कहा-‘यह उपलब्धि शानदार है। जब भारतीय परिवार कोरोना की हालिया विनाशकारी लहर से उबर रहे हैं। ऐसे में कई लोगों के लिए इस उपलब्धि का अर्थ उम्मीद है।’ दक्षिण-पूर्व एशिया में विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल ने कहा- ‘यह मज़बूत राजनीतिक नेतृत्व के बिना सम्भव नहीं था।’ 100 करोड़ यानी एक अरब टीकाकरण में देश के किन-किन प्रदेशों ने अच्छा प्रदर्शन किया और कौन-से राज्य पिछड़ गये? इसका विश्लेषण करना भी ज़रूरी है। अब तक केरल, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है। नौ राज्य और केंद्रशासित क्षेत्र- अंडमान-निकोबार, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, सिक्किम, उत्तराखण्ड और दादर-नागर हवेली अपनी पूरी वयस्क आबादी को टीके की पहली ख़ुराक दे चुके हैं। इन राज्यों में हिमाचल शीर्ष पर है। इस राज्य की पात्र पूरी वयस्क आबादी को पहला कोरोना टीका लग चुका है और उसमें से आधी को दोनों टीके लग चुके हैं। हिमाचल जैसे पहाड़ी इलाक़े में यह करके दिखाना आसान नहीं था। लेकिन राजनीतिक प्रतिबद्धता और स्वास्थ्य विभाग की कर्मठता ने हर बाधा का समाधान निकालकर इसे सम्भव करके दूसरों के सामने एक मिसाल क़ायम की है। केरल में इस साल के मध्य में कोरोना वायरस के मामले काफ़ी बढ़े और पूरे देश का ध्यान वहाँ चला गया था, मगर वहाँ टीकाकरण की गति बढ़ाने पर ज़ोर दिया गया। आबादी के हिसाब से टीकों का वितरण नहीं होने के चलते भी कई राज्य पीछे रह गये हैं। जैसे- उत्तर प्रदेश की आबादी 23 करोड़ से अधिक है और देश की कुल आबादी में इसकी हिस्सेदारी 17.4 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 11.9 फ़ीसदी है। पश्चिम बंगाल की कुल आबादी में हिस्सेदारी 7.3 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 6.7 फ़ीसदी है। बिहार की कुल आबादी में हिस्सेदारी 9.1 फ़ीसदी है, मगर टीके 6.2 फ़ीसदी लगे हैं। तमिलनाडु का हिस्सा कुल आबादी में 5.7 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 5.3 फ़ीसदी है। वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जिन्होंने आबादी के अनुपात से अधिक टीके लगाये हैं। दिल्ली की कुल आबादी में हिस्सेदारी 1.4 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 2.0 फ़ीसदी और केरल की कुल आबादी में भागीदारी 2.6 फ़ीसदी, मगर टीकाकरण में हिस्सेदारी 3.7 फ़ीसदी है। हरियाणा का हिस्सा कुल आबादी में 2.1 फ़ीसदी है, मगर टीकों में हिस्सेदारी 2.2 फ़ीसदी है। पंजाब की कुल आबादी में 2.2 फ़ीसदी है, मगर टीकों में 2.1 फ़ीसदी हिस्सेदारी है। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलनाडु टीकाकरण में पीछे चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश की स्थिति इस सन्दर्भ में सबसे ख़राब है, यानी देश का सबसे अधिक आबादी वाला यह प्रदेश सबसे पीछे नज़र आ रहा है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a1/,कांग्रेस का महिला कार्ड,"उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने अपने खोये हुए जनाधार को पाने के लिए जो महिला कार्ड खेला है, उससे उसके जनाधार में बदलाव आ सकता है। अभी तक राजनीतिक दल महिलाओं की राजनीति में भागीदारी को लेकर सिर्फ़ बयानबाज़ी ही करते रहे हैं। लेकिन प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 40 फ़ीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा करके देश के राजनीतिक आकाओं को साफ़ सन्देश दे दिया है कि अब कांग्रेस राजनीतिक समीकरणों में बदलाव लाना चाहती है। उत्तर प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में कांग्रेस की इस पहल को नयी राजनीति के तौर पर देखा जा रहा है। भले ही यह आधी आबादी के हित में है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस की इस पहल से देश में नये राजनीति समीकरण बनकर उभरेंगे। कांग्रेस की देखा-देखी अन्य राजनीतिक दल भी महिलाओं को टिकट देने को मजबूर हो सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि भले ही आज कांग्रेस में उठा-पटक चली रही है। कुछ कांग्रेस नेता, जो पार्टी छोड़ रहे हैं; उसे डूबता जहाज़ बता रहे हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान को इन बातों से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में जी-23 के नेताओं को साफ़ सन्देश दे चुकी हैं कि ‘कोई भ्रम में न रहे, मैं ही कांग्रेस अध्यक्ष हूँ।’ उनके इस सन्देश के बाद ही तय हो गया था कि कांग्रेस अपनी नीति के तहत राजनीति करेगी और उत्तर प्रदेश सहित पंजाब में जी-तोड़ मेहनत करके जनता के बीच जाएगी। तभी से कांग्रेस आक्रामक राजनीति कर रही है। बताते चलें कि प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश की सियासत पर लम्बे समय से पैनी नज़र रखे हुए हैं। किसान आन्दोलन से लेकर हाथरस कांड, लखीमपुर खीरी कांड और उसके बाद आगरा में वाल्मीकि समाज के व्यक्ति की थाने में मौत के बाद पीडि़तों से मिलने के लिए उन्होंने जिस तरह से सत्ताधारी भाजपा से जिस तरह से लोहा लिया, उससे लोगों का रुझान प्रियंका और कांग्रेस की तरफ़ हुआ है। उत्तर प्रदेश की सियासत तीन दशक से पूरी तरह से जाति-धर्म को केंद्र में रखकर की जाती रही है और उत्तर प्रदेश से होकर ही दिल्ली की सियासत का रास्ता निकलता है। जनता के मिजाज़ को भाँपते हुए कांग्रेस ने जो महिला कार्ड खेला है, उससे प्रदेश के चुनाव परिणाम चौंकाने वाले साबित हो सकते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81-4/,उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 सपा की सेंधमारी से भाजपा हैरान,"विधानसभा उपाध्यक्ष बने भाजपा विधायक नितिन अग्रवाल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से लगभग पाँच महीने पहले हुए विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव में भले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को उपाध्यक्ष बनने का मौक़ा मिल गया, मगर समाजवादी पार्टी (सपा) के पक्ष में गये अन्य पार्टियों के विधायकों के 11 मतों ने, जिसमें भाजपा के विधायकों के द्वारा विरोध में मतदान किये जाने की सुगबुगाहट भी है; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कान खड़े कर दिये हैं। विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर भाजपा ने नरेश अग्रवाल के बेटे और सपा के बाग़ी विधायक नितिन अग्रवाल पर दाँव लगाया। भाजपा की यह रणनीति विपक्षी दल के उम्मीदवार पर दाँव लगाने के साथ-साथ वैश्य जनाधार में सेंधमारी करने की सोच मानी जा रही है। वहीं सपा ने नरेंद्र वर्मा को उपाध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था। बता दें कि उत्तर प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में 37 साल बाद यह दूसरा विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ है। इससे पहले सन् 1984 में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनावों का सहारा लिया गया था। अन्यथा प्रदेश की राजनीतिक परम्परा रही है कि विधानसभा अध्यक्ष सत्तापक्ष की ओर से और उपाध्यक्ष मुख्य विपक्षी दल की ओर से चुने जाते रहे हैं। मगर इस बार भाजपा ने अपना उपाध्यक्ष बनाने के लिए यह चुनाव का दाँव चला, जिसमें सपा के उम्मीदवार नरेंद्र वर्मा की हार हुई। मगर सपा के पक्ष में बढक़र हुई वोटों की संख्या ने सत्तापक्ष को हैरानी-परेशानी में डाल दिया है। समाजवादी नेता और विधायक पद के टिकट के दावेदार ओमप्रकाश सेठ का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने पंचायत चुनाव में सबसे ज़्यादा सीटें जीती थीं और अब विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की ही सरकार बनेगी; क्योंकि प्रदेश की जनता मौज़ूदा सरकार की नीतियों, कार्यों और प्रदेश में हो रही अराजकता से बहुत परेशान है। जनता ही नहीं ख़ुद भाजपा के अनेक विधायक और नेता भी अपनी ही पार्टी से सन्तुष्ट नहीं हैं। अन्दरख़ाने भाजपा में बग़ावत होने लगी है। विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में यह बात साफ़ हो गयी है कि सरकार होने के बावजूद भाजपा के कई विधायकों ने अपनी पार्टी से कन्नी काट ली। वहीं भाजपा के एक समर्थक का कहना है कि भाजपा एक बार फिर प्रदेश में 300 पार का आँकड़ा पार करेगी। सपा अध्यक्ष और उनके समर्थक भी यह बात जानते हैं और उन्हें अपनी छत बचाने के लाले पड़े हैं। इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता कि अखिलेश अपना उपाध्यक्ष भी विधानसभा में नहीं बनवा सके। किसके पक्ष में कितने मत? उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में वर्तमान में कुल 395 विधायक हैं, जिनमें भाजपा के 304 और सपा के 49 विधायक हैं। वहीं भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल(एस) के पास नौ, राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार, निषाद पार्टी का एक और तीन निर्दलीय और रालोद का एक विधायक है, जो अब भाजपा में ही है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 15 विधायक, जिनमें से लगभग 10 बाग़ी हैं, कांग्रेस के सात विधायक, जिनमें में दो भाजपा के हो चुके हैं और दो असम्बद्ध सदस्य हैं। विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार नितिन अग्रवाल 244 मतों (वोटो) से जीत गये और सपा के नरेंद्र वर्मा 60 मत ही पा सके और हार गये, मगर बड़ी बात यह है कि नरेंद्र वर्मा के पक्ष में 11 वोट किसी दूसरी पार्टी के विधायकों ने डाल दिये। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सपा पक्ष में भाजपा के ही विधायकों ने वोट डाले हैं। भाजपा इस बात से इन्कार भी कर रही है और अन्दरख़ाने डरी हुई भी है। उसका डर इस बात को लेकर भी है कि प्रदेश में एक के बाद एक ऐसी घटनाएँ घट रही हैं, जिससे सरकार के माथे पर धब्बों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार एक मामले को जैसे-तैसे रफ़ा-दफ़ा करती है, वैसे ही कोई दूसरा मामला उसके ख़िलाफ़ गवाही देने को खड़ा हो जाता है। सपा में जगी उम्मीद विधानसभा उपाध्यक्ष की कुर्सी सपा के हाथ से ज़रूर निकल गयी, मगर 11 मत दूसरी पार्टी के उसके पक्ष में आने से उसे एक बार फिर उम्मीद बँधी है कि विधानसभा चुनाव में उसे बड़ी जीत हासिल होगी। वहीं भाजपा की चिन्ता बढ़ गयी है। कहने वाले तो यहाँ तक कह रहे हैं कि सत्ता पक्ष ने सपा के पक्ष में पड़े अतिरिक्त 11 मतों की अन्दरख़ाने गोपनीय पड़ताल शुरू कर दी है कि विरोधी दल के पक्ष में मतदान करने वाले विधायक कौन-कौन थे? प्रदेश में सपा ख़ुद को अग्रणी पार्टी मानती है; क्योंकि बसपा उससे कमज़ोर दिख रही है और कांग्रेस को वह अभी भी उतनी गम्भीरता से नहीं ले रही है। हालाँकि यह भी सपा की भूल ही कही जाएगी; क्योंकि कांग्रेस पहले से कहीं मज़बूत होती दिख रही है। सपा को किसान आन्दोलन से भी जीत की उम्मीद बँध रही है। यह तो तय है कि सपा का जनाधार पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा बढ़ा है, मगर यह कहना कठिन है कि सपा सरकार बना पाएगी; क्योंकि अभी भी प्रदेश में भाजपा का अपना जनाधार बहुत तगड़ा है। निर्वाचन की जगह चुनाव क्यों?",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae/,उत्तर प्रदेश के सियासी समीकरण,"उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, चुनावी गहमागहमी बढ़ती जा रही है। सत्तापक्ष और विपक्षी दल अपनी-अपनी गोटियाँ फिट करने में जुटे हैं। जातीय समीकरण बैठाये जा रहे हैं। एक के बाद एक सियासी दाँव चले जा रहे हैं। आरोपों-प्रत्यारोपों की झड़ी लगी है। सियासी दल समाज के हर वर्ग को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हैं। उत्तर प्रदेश सियासी लिहाज़ से बहुत विशेष स्थान रखता है। उत्तर प्रदेश से जो संकेत आएँगे, उसका सीधा असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई को ही अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहुँचकर 744 करोड़ योजनाओं का उद्घाटन करने के अलावा 889 करोड़ की परियोजनाओं की आधारशिला रख चुके हैं। कोरोना-काल से निपटने की उत्तर प्रदेश की तैयारियों को अभूतपूर्व बता चुके हैं। भाजपा ओबीसी जनाधार को लगातार अपने पाले में बनाये रखने में जुटी है। लेकिन ओमप्रकाश राजभर के समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ जाने के ऐलान से पूर्वांचल में सपा को फ़ायदा होने की उम्मीद जतायी जा सकती है। चुनाव से पहले जिन विधायकों को टिकट दिये जाने की सम्भावना है, उन पर इस बात का दबाव है कि वे अपना जनाधार बचाकर रखें। वहीं बाक़ी सम्भावित उम्मीदवारों को जनाधार मज़बूत करने का दबाव है। जिन्हें टिकट मिलने की उम्मीद है या जो इसकी कोशिश में लगे हैं, वो विरोधी उम्मीदवार के जनाधार में सेंधमारी की कोशिश में जुटे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी लड़कियों को प्रदेश में पार्टी की सत्ता में आने पर स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी देने, महिलाओं को 40 फ़ीसदी आरक्षण देने की घोषणा करके प्रदेश की महिलाओं को लगातार लुभाने का प्रयास कर रही हैं। इस मुद्दे पर नयी बहस छिड़ गयी है। प्रदेश की सत्ता से वह 32 साल से बाहर है और दोबारा से वापसी के लिए प्रियंका गाँधी के इस फ़ैसले को बड़ा दाँव माना जा रहा है। प्रदेश में महिला मतदाता काफ़ी अहम हैं, जिन्हें प्रियंका गाँधी राजनीति में आने का ही नहीं, बल्कि टिकट का खुला प्रस्ताव दिया है, जिससे विपक्षी दलों के माथे पर चिन्ता की लकीरें दिखने लगी हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव को प्रियंका गाँधी एक बड़े मौक़े के तौर पर देख रही हैं; क्योंकि उनके सामने पार्टी के लिए ज़मीन तैयार करना भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने महिलाओं पर दाँव लगाकर सत्ता का रास्ता तैयार करने की पूरी कोशिश की है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका अपनी रणनीति में कितनी कामयाब हो पाती हैं? कांग्रेस महासचिव महिलाओं के भरोसे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी हैं। वह नारी शक्ति के दम पर पार्टी का वर्चस्व बढ़ाना चाहती हैं। असल में प्रदेश में महिलाओं की आबादी क़रीब 11 करोड़ है, जिनमें से 6.74 फ़ीसदी महिला मतदाता हैं। इसलिए कांग्रेस ने 2022 की चुनावी जंग फ़तह करने के लिए किसानों के साथ-साथ महिलाओं को जोडऩे की रणनीति बनायी है। हालाँकि भाजपा समेत तमाम सियासी दल भी महिला मतों को अधिक-से-अधिक बटोरने के जतन कर रहे हैं। बिहार में पिछले साल ट्रंप कार्ड से एनडीए की सत्ता में वापसी हुई, जिसमें ख़ामोश (साइलेंट) मतदाता महिलाएँ ही साबित हुई थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस जीत का श्रेय भाजपा के इन्हीं ख़ामोश मतदाताओं को देते हुए बताया था कि ख़ामोश मतदाता कोई और नहीं, बल्कि महिलाएँ हैं। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति भी इन्हीं ख़ामोश मतदाताओं पर आकर ठहर गयी है। उत्तर प्रदेश में गठबन्धनों की बाढ़ आने वाली है, जैसे-जैसे गठबन्धन बढ़ेंगे, वैसे-वैसे सत्ता के समीकरण बदलेंगे। इस बार मुक़ाबला बहु कोणीय होने के साफ़ संकेत दिख रहे हैं। सपा और बसपा दोनों ने ही किसी बड़े दल से गठबन्धन न करने की घोषणा की है। नये खिलाड़ी के तौर पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में ज़ोर आजमाइश करेगी। असदुद्दीन ओवैसी की तेलंगाना की एआईएमआईएम भी बिहार की चुनावी सफलता के बाद उत्तर प्रदेश में उम्मीदवार उतारने को तत्पर है। ओवैसी अब मुसलमानों के रहनुमा बनकर उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी ज़मीन तैयार करना चाहते हैं। देखना यह है कि अब मुसलमान किस मुद्दे पर, किस दल को मतदान करते हैं? कांग्रेस ने भी प्रियंका गाँधी के बूते अकेले लडऩे की रणनीति बनायी है। वहीं भागीदारी मोर्चा व अन्य कई छोटे दल हैं, जो गठबन्धन करके उत्तर प्रदेश के चुनाव में सत्ता की मलाई चखना चाहते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a4%ac/,संसद में महिला आरक्षण कब?,"आधी आबादी। सुनने में यह शब्द अच्छा लगता है। लेकिन यदि संसद की ही बात करें, तो महिलाओं का प्रतिनिधित्व आधा तो दूर, नाम मात्र का ही है। स्थिति यह है कि भारत की लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व महज़ 14.3 फ़ीसदी है। जबकि पड़ोसी बांग्लादेश में यह 21 फ़ीसदी है। महिलाओं के प्रति भारतीय राजनीति में यह उदासीनता इस सन्दर्भ में भी महत्त्वपूर्ण है कि महिलाओं को 33 फ़ीसदी आरक्षण की बात काग़ज़ों में ही सिमटी है, अभी तक हक़ीक़त का जामा नहीं पहन पायी। ऐसे में प्रियंका गाँधी की उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देने की पहल स्वागत योग्य कही जाएगी। वैसे भारत में लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्त्व लगातार बढ़ा है। लेकिन यह संख्या अभी भी बहुत कम है। देश में महिलाओं की जैसी भागीदारी कारपोरेट या अन्य संस्थानों में बढ़ी है, उस लिहाज़ से देखें तो संसद में यह भागीदारी न के बराबर है। पहली लोकसभा में केवल 5 फ़ीसदी महिलाएँ थीं, जो अब इतने वर्षों में महज़ 14.3 फ़ीसदी हो पायी हैं। सन् 2019 के चुनाव में लोकसभा में 78 महिलाएँ चुनकर आयीं, जबकि लोकसभा के कुल सदस्यों संख्या 543 है। बहुत-से लोग कहते हैं कि महिलाओं के लोकसभा में पर्याप्त प्रतिनिधित्त्व नहीं होने का कारण निरक्षरता है। हालाँकि यह कारण सही नहीं है। संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व की बात छोड़ दें, तो लोकतंत्र के निचले संस्थानों में महिलाओं ने ख़ासा नाम किया है। पंचायतों, पंचायत समितियों और स्थानीय निकायों में चुनकर आयी महिलाओं ने जबरदस्त नेतृत्व किया है। यह सही है कि हमारे पुरुष प्रधान समाज में उन्हें काम करने नहीं दिया जाता। हालाँकि बहुत सारे मामलों में महिलाओं ने इन संस्थाओं में अपने अधिकारों का इस्तेमाल समाज की बेहतरी और विकास के कामों में किया है। इस लैंगिक असमानता के बावजूद महिला नेतृत्व कई मामलों में उभरकर आया है। यह सब तब है, जब पुरुषों की तुलना में महिलाओं को परिवारों में ज़्यादा वक़्त देना होता है। राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को लेकर तो बहुत कुछ कहा जाता है; लेकिन जब बात टिकटों की आती है, तो पुरुष बाज़ी मार ले जाते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी महासचिव प्रियंका गाँधी ने महिलाओं के प्रतिनिधित्व का मुद्दा एक बार फिर विमर्श में ला दिया है। उन्होंने कांग्रेस के 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देने का ऐलान करके दूसरे दलों पर भी दबाव बनाया है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रियंका अपने इस वादे पर खरा उतर पाती हैं? यह बार-बार कहा जाता रहा है कि राजनीतिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के बराबर होनी चाहिए। समय आ गया है, जब राज्य विधानसभा और संसदीय चुनावों में महिलाओं के लिए न्यूनतम प्रतिशतता सुनिश्चित की जाए और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल इसकी पहल करते हुए बाक़ायदा भारत के निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव (गिल फार्मूला) को लागू करें। यह भी ज़रूरी है कि देश में महिलाओं को संसद में 33 फ़ीसदी भागीदारी का क़ानून संसद में पास करके इसे अनिवार्यता के दायरे में लाया जाए, ताकि जो पार्टी इस पर अमल करने में विफल रहे, उस पर मान्यता रद्द होने की तलवार टँगी रहे। इसके लिए देश में समानता का माहौल बनाना भी आवश्यक होगा। ‘तहलका’ की जुटायी जानकारी के मुताबिक, देश में कुल 543 लोकसभा सीटों में से 48.4 फ़ीसदी में सन् 1962 के बाद कभी कोई महिला लोकसभा का चुनाव जीतकर नहीं आयी। यह सही है कि महिलाओं की रुचि कम रही है और इसका एक बड़ा कारण उत्पीडऩ का भय भी है। यह आम धारणा हमारे समाज में है कि महिलाओं के लिए राजनीति कोई सम्मानजनक पेशा नहीं। हालाँकि समय-समय पर महिलाओं ने बताया है कि उन्हें भी सम्मानजनक तरीक़े से काम करने का अधिकार है। भारत की संसद में भी महिलाओं ने कई ज्वलंत मुद्दों को उतनी की शिद्दत से उठाया है, जितना उनके समकक्ष पुरुष उठाते रहे हैं। देश में महिला आरक्षण की काफ़ी कोशिश होती रही है। सन् 1998 में पहली बार इस दिशा में बड़ी कोशिश तब हुई, जब लोकसभा में 33 फ़ीसदी महिला आरक्षण की बात हुई। यह भी कहा गया कि कुछ सीटों को चक्र क्रम में आरक्षण रूप में दिया जा सकता है। हालाँकि इसके बाद इस पर कोई ख़ास काम नहीं हुआ। लेकिन यूपीए जब सत्ता में आयी, तो ख़ासकर इसकी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने महिलाओं को आरक्षण देने के मद्दे पर बहुत दिलचस्पी दिखायी। उन्होंने इसे पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल किया। यूपीए के ही समय में सन् 2010 में महिला आरक्षण का विधेयक बाक़ायदा राज्यसभा में पेश किया गया। इसे पास भी करवा लिया गया। सोनिया गाँधी ने अपने सांसदों से कहा भी कि वे देश की जनता को भी इससे अवगत करवाएँ। बहुत दिलचस्प बात यह है कि यह मामला लटका रह गया। यूपीए के सपा, राजद जैसे घटक इस विधेयक के पक्ष में नहीं थे। पुरानी बात करें, तो सन् 1974 संसद में महिलाओं के प्रतिनिधित्व का मुद्दा देश में महिलाओं की स्थिति के आकलन सम्बन्धी समिति की रिपोर्ट में पहली बार उठाया गया था। इसमें राजनीतिक इकाइयों में महिलाओं की कम संख्या का ज़िक्र करते हुए पंचायतों और स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित करने का सुझाव दिया गया था। इसके बाद सन् 1993 में संविधान में 73वें और 74वें संशोधन के तहत पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीटों के आरक्षण का प्रावधान किया गया। इसके बाद 1996 में महिला आरक्षण विधेयक पहली बार देवगौड़ा सरकार के समय संसद में पेश किया गया। उस समय 81वें संविधान संशोधन विधेयक के रूप में इसे संसद में लाया गया था। हालाँकि बाद में देवगौड़ा सरकार अल्पमत में आ गयी और लोकसभा भंग होने के बाद यह मामला फिर लटक गया। लेकिन इस विधेयक को गीता मुखर्जी की अध्यक्षता वाली संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष भेजा गया, जिसने दिसंबर, 1996 में इस पर लोकसभा में रिपोर्ट पेश की। हालाँकि जून, 1998 में वाजयेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश किया। लेकिन पूरी सम्भावना के बावजूद यह विधेयक पास नहीं हो पाया। जब नवंबर, 1999 में एनडीए वाजपेयी के नेतृत्व में सत्ता में फिर वापस आ गयी, तो फिर महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पेश किया गया। दुर्भाग्य से सरकार फिर सफल नहीं हो पायी। सत्ता में रहते हुए वाजपेयी सरकार यह विधेयक सन् 2002 और सन् 2003 में फिर लायी; लेकिन पास नहीं हो सका। महिला आरक्षण विधेयक के पास होने की सम्भावना सोनिया गाँधी की अध्यक्षता वाले यूपीए के सत्ता में आने के बाद काफ़ी मज़बूत बनी; क्योंकि सोनिया गाँधी ख़ुद महिला आरक्षण की मुखर समर्थक रही हैं। यूपीए ने सत्ता में आते ही अपने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने को प्रमुखता से जोड़ा। यूपीए के समय पहली बार मई, 2008 में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पेश हुआ और उसे क़ानून और न्याय से सम्बन्धित स्थायी समिति के पास भेजा गया। दिसंबर, 2009 में स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश की। हालाँकि सपा, जदयू और राजद ने इसका जबरदस्त विरोध किया। अगले ही साल फरवरी में तब की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने संसद में अपने अभिभाषण में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की प्रतिबद्धता दोहरायी। फरवरी में ही मंत्रिमंडल ने महिला आरक्षण विधेयक को पास किया और मार्च, 2010 के बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पेश किया गया। लेकिन इस पर राज्यसभा में ख़ूब हंगामा हुआ। मुलायम सिंह यादव की एसपी और लालू प्रसाद यादव की राजद ने यूपीए से समर्थन वापस लेने की धमकी दे दी। लेकिन इसके बावजूद 9 मार्च, 2010 को कांग्रेस ने भाजपा, जदयू और वामपंथी दलों के सहारे राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक बड़े बहुमत से पास करवा लिया। हालाँकि इसे लोकसभा में पेश ही नहीं किया गया। इस तरह मामला लटक गया और आज तक लटका हुआ है। इसके बाद सन् 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने आग्रह किया था कि महिला आरक्षण के विधेयक पर आगे बढ़ा जाना चाहिए। हालाँकि उसके बाद इस पर काम नहीं हो पाया।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87/,उत्तर प्रदेश की सियासत में पोस्टर वार तेज,"उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी तीन महीनें से कम का समय बचा हो, पर प्रदेश की सियासत में गर्माहट तेज हो गयी है। प्रदेश में विकास के नाम पर कम, किसान आंदोलन और महगांई के नाम पर ज्यादा राजनीति हो रही है। सियासी दल एक दूसरे पर शब्दों के तो बाण चला ही रहे है। साथ ही प्रदेश में पोस्टर वार भी तेज हो गर्इ है। दिल्ली सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद और नोएडा में जमकर पोस्टर वार हो रहे है। कहीं किसानों के समर्थन में तो कहीं सत्ता के विरोध में । उत्तर प्रदेश का मतदाता फिलहाल चुप है। लेकिन राजनीतिक दलों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में राजनीति हवा का रूख कुछ और ही है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97/,क्या राहुल पर भारी पड़ेंगी प्रियंका?,"कांग्रेस जब ठंडी पड़ी थी, तब भी उसकी चर्चा थी। अब उठने की कोशिश कर रही है, तो भी उसकी चर्चा है। लेकिन कांग्रेस में सोनिया गाँधी बनाम राहुल गाँधी के दौर के बाद अब राहुल गाँधी बनाम प्रियंका गाँधी की चर्चा है। कारण, उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी की सक्रियता ने कांग्रेस के भीतर और बाहर हलचल मचा दी है। क्या प्रियंका गाँधी की सफलता राहुल गाँधी की राजनीति को अँधेरे में ले जाएगी? या क्या वह राहुल पर भारी पड़ेंगी? ऐसी ही सम्भावनाओं और सवालों पर विशेष संवाददाता राकेश रॉकी का यह विश्लेषण :- पिछले सात साल में समर्थन की बड़ी ज़मीन और संगठन के स्तर पर बहुत कुछ खोने वाली कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की क़वायद क्या फलीभूत हो पाएगी? उत्तर प्रदेश में महिलाओं को 40 फ़ीसदी टिकट देने की प्रभारी महासचिव प्रियंका गाँधी की घोषणा और अक्टूबर के मध्य में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के तेवर बता रहे हैं कि पार्टी अब संगठन और चुनाव के स्तर पर गम्भीरता से काम करना शुरू कर रही है। पार्टी की इस क़वायद के बीच यह साफ़ दिख रहा है कांग्रेस के लिए राजनीतिक रूप से उत्तर प्रदेश अब केंद्र की राजनीति में पहुँचने और पार्टी का आधार मज़बूत करने का बड़ा केंद्र बन रहा है। जिस तरह कांग्रेस ने प्रियंका गाँधी को उत्तर प्रदेश के चुनाव में आगे किया है, उससे ज़ाहिर होता है कि वह एक बड़ा राजनीतिक जोखिम लेने के लिए ख़ुद को तैयार कर चुकी है। कांग्रेस के सामने इससे भविष्य में बड़ी पेचीदा स्थिति भी आ सकती है। बड़ा सवाल यही है कि यदि प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को करिश्माई तरीक़े से ज़्यादा सीटें दिलाने में सफल हो जाती हैं, तो क्या कांग्रेस के भीतर राहुल गाँधी की राजनीतिक भूमिका पर सवाल खड़ा हो जाएगा। दो दशक से भी ज़्यादा वक़्त के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश के चुनाव पर बहुत गम्भीरता से फोकस करती दिख रही है। लेकिन प्रियंका गाँधी की इस सक्रियता की जितनी कांग्रेस से बाहर चर्चा है, उतनी ही कांग्रेस के भीतर भी है। कांग्रेस के कुछ नेताओं से ‘तहलका’ की बातचीत का सार यह निकलता है कि कांग्रेस महासचिव और कार्यकर्ता प्रियंका गाँधी की इस सक्रियता से न सिर्फ़ उत्साहित हैं, बल्कि उनमें नयी ऊर्जा भी आयी है। हालाँकि प्रियंका गाँधी बनाम राहुल गाँधी इस की इस चर्चा से कांग्रेस के भीतर बेचैनी भी है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व किसी भी सूरत में यह चर्चा नहीं चाहता है। ख़ुद प्रियंका गाँधी जब कुछ करती हैं, तो इसे राहुल गाँधी की योजना का हिस्सा बताती हैं। लेकिन इसके बावजूद उत्तर प्रदेश की सफलता कांग्रेस के भीतर प्रियंका गाँधी को एक अलग शक्ति केंद्र (पॉवर सेंटर) के रूप में उभार सकती है। ऐसे में कांग्रेस के सामने बड़ी पेचीदगी वाली स्थिति बन सकती है। कांग्रेस में राहुल गाँधी के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले नेता प्रियंका गाँधी को राष्ट्रीय स्तर का ज़िम्मा देने की माँग कर सकते हैं; भले आज की तारीख़ में कांग्रेस के भीतर राहुल गाँधी को नेतृत्व का ज़िम्मा देने वाले नेताओं की संख्या कहीं ज़्यादा है। लेकिन यदि हाल के घटनाक्रम को देखें, तो यह भी हक़ीक़त है कि जी-23 के नेताओं ने उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी की सक्रियता, ख़ासकर लखीमपुर खीरी में उनके तेवर के बाद ही पार्टी के प्रति अपना रूख़ बदला है। लखीमपुर कांड में जिस तरीक़े से कांग्रेस ने आक्रामक रूख़ अख़्तियार किया, उसे लेकर कांग्रेस के असन्तुष्ट नेताओं में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने न सिर्फ़ कांग्रेस के आक्रामक रवैये की तारीफ़ की, बल्कि उसका खुलकर समर्थन भी किया। इसी तरह लखीमपुर कांड में जब प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी राष्ट्रपति से मिलकर ज्ञापन देने गये, तो असन्तुष्ट नेताओं में शामिल रहे गुलाम नबी आज़ाद उनके साथ थे। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ भी पार्टी में नाराज़ नेताओं को मुख्यधारा में लाने की क़वायद में आलाकमान के साथ जुड़े रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जिस तरह भाजपा ने अपने सोशल मीडिया के ज़रिये राहुल गाँधी की छवि को नुक़सान पहुँचाया है, उसके कारण हाल के वर्षों में उन्हें जनता के बीच एक ऐसी अलोकप्रियता झेलनी पड़ी, जिसके वह वास्तव में हक़दार नहीं थे। राहुल गाँधी की छवि को तब ज़रूर ठेस पहुँची थी, जब सन् 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ख़राब हार के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। बहुत-से राजनीतिक जानकार मानते हैं कि उन्हें भावुकता की जगह दृढ़ता से भाजपा के ख़िलाफ़ डटे रहना चाहिए था। हालाँकि अन्य जानकारों का मानना है कि राहुल गाँधी के इस्तीफ़े की वजह अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का नकारात्मक रोल था, जिससे राहुल बहुत आहत थे। राहुल उस समय अपने प्रति भाजपा के लगातार दुष्प्रचार का भी सामना कर रहे थे और अपने नेताओं के असहयोग ने उन्हें निराश किया था। राजनीति के जानकार मानते हैं कि भाजपा के दुष्प्रचार के कारण राहुल गाँधी अपनी जबरदस्त सक्रियता के बावजूद मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अपने अभियानों में उतना प्रभाव नहीं डाल पाये, जितना हक़ीक़त में डालना चाहिए था। हालाँकि हाल के घटनाक्रमों, जिनमें कोरोना वायरस की दूसरी लहर में फैली अव्यवस्था और आसमान छू रही महँगाई के कारण केंद्र सरकार के प्रति जनता में फैल रही निराशा में राहुल गाँधी का केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ विरोध ख़ासा चर्चा में रहा है। अब प्रियंका गाँधी जो कुछ भी कर रही हैं, वह चर्चा का विषय बन रहा है। इसकी वजह उनकी आक्रामक शैली और लोगों, ख़ासकर महिलाओं से खुलकर मिलने की सोच है। वह सत्तापक्ष पर मुखर ढंग से आक्रमण भी करती हैं। प्रियंका जनता के बीच लोकप्रियता के लिए वह सब कर लेती हैं, जो राहुल गाँधी नहीं करते। राहुल गाँधी एक गम्भीर राजनेता के रूप में जनता के सामने रहते हैं, जिनका ज़्यादा फोकस मुद्दों पर रहता है। ऐसा नहीं कि प्रियंका गाँधी गम्भीर राजनेता नहीं हैं; लेकिन जनता को ऐसी चीज़ें ज़्यादा आकर्षित करती हैं, जो प्रियंका कर लेती हैं। जैसे लखीमपुर खीरी जाते हुए जेल में बन्द होने पर झाड़ू लगाना, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की इस पर की विवादित टिप्पणी को भुनाते हुए इसे वाल्मीकि समाज के ख़िलाफ़ दिखाना और वाल्मीकि मंदिर में सफ़ार्इ करना, एक दलित की पुलिस स्टेशन में मौत पर पीडि़त परिवार से मिलने आगरा जाते हुए रास्ते में एक घायल लडक़ी को अपनी गाड़ी से फस्र्ट ऐड बॉक्स निकालकर उसकी मरहम पट्टी करना जैसी चीज़ें प्रियंका को राहुल से अलग करती हैं। हालाँकि इससे राहुल गाँधी का राजनीतिक महत्त्व घट नहीं जाता। राहुल बनाम प्रियंका यह सवाल लाज़िम है कि यदि प्रियंका गाँधी को कोई बड़ी सफलता मिलती है, तो क्या राहुल गाँधी को कांग्रेस में किनारे होना पड़ेगा? कांग्रेस के भीतर भी यह सवाल है। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने नाम न छपने की शर्त पर ‘तहलका’ से बातचीत में कहा- ‘इसकी बिल्कुल भी सम्भावना नहीं। राहुल गाँधी ही कांग्रेस के स्वाभाविक नेता हैं। भाजपा के दुष्प्रचार के आधार पर आप राहुल गाँधी का क़द तय नहीं कर सकते। वह मुद्दों पर गम्भीरता से बात करने वाले नेता हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने हमेशा मोदी सरकार की मुद्दों पर आधारित आलोचना की है, भाजपा नेताओं की तरह भद्दी व्यक्तिगत टिप्पणियाँ नहीं की हैं।’ पार्टी के एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा- ‘राहुल गाँधी की भाषा लुभावनी नहीं हो सकती है। लेकिन वह चुटकुलों की भाषा वाले राजनेता कभी नहीं रहे। उन्हें चीज़ें की गहन समझ है और जो उनके प्रिय विषय हैं, वही देश के असली मुद्दे भी हैं। लेकिन भाजपा इन मुद्दों में नाकाम है। लिहाज़ा वह जनता का ध्यान इनसे हटाने के लिए राहुल गाँधी पर व्यक्तिगत आक्रमण करती है और वह भी झूठ से भरा होता है।’ हालाँकि पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष रह चुकीं अनीता वर्मा ने कहा कि प्रियंका गाँधी की छवि इंदिरा गाँधी जैसी है और वह उत्तर प्रदेश में जिस तरह पार्टी को मज़बूत कर रही हैं, उससे कांग्रेस के भीतर उन्हें लेकर बहुत उम्मीद है और राज्य में आने वाले चुनाव में पार्टी बड़ा कमाल कर सकती है। लेकिन इसे कांग्रेस के बीच किसी तरह का मुक़ाबला कहना सिर्फ़ मीडिया की उपज है। उन्होंने कहा कि राहुल और प्रियंका, दोनों कांग्रेस को मज़बूत कर रहे हैं। दलितों को लुभाने की कोशिश यह अब साफ़ है कि कांग्रेस अब अपने पुराने जनाधार- दलित और पिछड़ों को फिर अपने साथ जोडऩे के लिए पूरी ताक़त झोंक रही है। हाल के दशकों में यह वर्ग उससे छिटककर उससे दूर चला गया है। उत्तर प्रदेश के आगरा में दलित की पुलिस थाने में मौत के मसले को जिस तरह प्रियंका गाँधी ने उठाया और पीडि़त परिवार से मिलने आगरा गयीं, उससे भाजपा में बड़ी बेचैनी है। आगरा जाते हुए रास्ते में प्रियंका गाँधी ने जिस तरह अपना क़ाफ़िला रोककर एक घायल लडक़ी को ‘फस्र्ट ऐड’ दिया, उसने तो उन्हें काफ़ी चर्चा में ला दिया और कई दिन तक सोशल मीडिया में इसकी चर्चा होती रही। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि प्रियंका गाँधी तेज़ी से एक राजनेता के रूप स्थापित होने की तरफ़ बढ़ा रही हैं। ऐसे में ज़ाहिर है पार्टी के भीतर उनकी तुलना राहुल गाँधी से होगी। अब यह भी साफ़ दिख रहा है कि कांग्रेस प्रियंका गाँधी को चर्चा के केंद्र में लाना चाहती है, और दिख रहा है कि अपनी मेहनत से उन्होंने इसमें सफलता पायी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अचानक प्रियंका गाँधी की लोकप्रियता बढ़ रही है। जिस तरह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में किसान न्याय रैली की और जैसी भीड़ उसमें जुटी, उससे कांग्रेस उत्साहित है। यह अभी साफ़ नहीं है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गाँधी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में सामने लाएगी या नहीं? लेकिन यह लगभग तय है कि चुनाव उनका चेहरा आगे करके ही लड़ा जाएगा। उनकी सक्रियता से गाँवों तक में उनकी चर्चा आम लोगों में होने लगी है। उत्तर प्रदेश की राजनीति को समझने वाले कहते हैं कि ठीक है कि देश के इस सबसे बड़े राज्य में कांग्रेस संगठन के नाम पर कमज़ोर है; लेकिन प्रियंका गाँधी की लोकप्रियता जिस तरह बढ़ रही है, वो कांग्रेस को चुनाव में आश्चर्यजनक नतीजे भी दिला सकती है। उत्तर प्रदेश में संगठन और आधार वाली पार्टियाँ भाजपा, सपा और बसपा में इससे बेचैनी है। प्रियंका गाँधी की मार्फ़त उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक बड़ा राजनीतिक प्रयोग कर रही है। इसमें उनकी सफलता राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस के लिए नयी शुरुआत का रास्ता खोल सकती है। चुनाव में बेहतर नतीजे इसकी बड़ी शर्त होगी। प्रियंका योजनावद्ध तरीक़े से आगे बढ़ रही हैं। वह जातिगत समीकरणों से लेकर हर चीज़ का ख्याल रख रही हैं। आने वाले समय में प्रियंका उत्तर प्रदेश में पार्टी और ख़ुद को स्थापित करने के लिए यात्रा कार्यक्रम बनाने वाली हैं, ताकि जनता तक अधिक-से-अधिक पहुँचा जा सके। जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गाँवों पर ज़्यादा फोकस करने की तैयारी कर रही हैं। कांग्रेस में परिवर्तन लम्बे समय तक सोयी रहने के बाद कांग्रेस में परिवर्तन दिख रहा है। पार्टी अपने संगठन चुनाव से पहले भीतर की असन्तुष्ट गतिविधियों को शान्त करना चाहती है, ताकि अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध हो। सीडब्ल्यूसी में सोनिया गाँधी के तेवर के बाद गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा जैसे नेता फिर नेतृत्व के आगे हाथ बाँधे खड़े दिखने लगे हैं। यह दोनों नेता हाल के महीनों में असन्तुष्ट गतिविधियों के अगुआ की भूमिका में दिखे थे। गाँधी परिवार के लिए आज़ाद का असन्तुष्टों के साथ जाना किसी झटके से कम नहीं था; क्योंकि उन्हें हमेशा से गाँधी परिवार का क़रीबी माना जाता है। हालाँकि आज़ाद फिर से पार्टी कामों में सक्रिय दिख रहे हैं। हाल में लखीमपुर के मामले में राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी जब राष्ट्रपति को ज्ञापन देने गये थे, तो ए.के. एंटनी के साथ गुलाम नबी आज़ाद भी उनके साथ थे। कांग्रेस महसूस कर रही है कि मोदी सरकार का जलवा कम हो रहा है, देश में बढ़ रही समस्यायों से लोगों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है और निराशा की धूल झाडक़र कांग्रेस के पास अपने संगठन को खड़ा करने का यह सही समय है। अगले साल जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, कांग्रेस उन पर ज़्यादा फोकस कर रही है। कांग्रेस की कोशिश राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करके विपक्ष का नेतृत्व करने की है। राज्यों के चुनाव कांग्रेस के लिए बड़ा अवसर हैं। पार्टी का इन चुनावों में एक से ज़्यादा राज्यों में सीधे भाजपा के मुक़ाबला है; लिहाज़ा उसके लिए सम्भावनाएँ तो हैं ही। कांग्रेस जानती है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है। पिछले तीन दशक से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक कमज़ोर संगठन रहा है। ऐसा नहीं है कि प्रियंका गाँधी राज्य में रातोंरात कोई उलटफेर कर देंगी; लेकिन जिस तरह वह उत्तर प्रदेश में आकर जम गयी हैं, उससे सत्तारूढ़ भाजपा ही नहीं, विरोधी दलों सपा और बसपा में भी हलचल है। इसे प्रियंका गाँधी की सफलता माना जाएगा कि राज्य में बिना किसी मज़बूत संगठन के उन्होंने कांग्रेस को जबरदस्त चर्चा में ही नहीं ला दिया है, बल्कि अपनी चतुर रणनीति से अन्य राजनीतिक दलों के लिए धीरे-धीरे गम्भीर चुनौती बनती दिख रही हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9f%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%85%e0%a4%ad/,"टेनिस स्टार लिएंडर पेस, अभिनेत्री नफीसा अली टीएमसी में शामिल","भारत के टेनिस स्टार लिएंडर पेस शुक्रवार को टीएमसी में शामिल हो गए। टेनिस खिलाड़ी के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले पेस अब राजनीति की पारी खेलेंगे। पेस पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी में शामिल हुए। लिएंडर पेस का जन्म 1973 को कोलकाता में ही हुआ था। अभिनेत्री नफीसा अली भी आज सुबह टीएमसी में शामिल हो गईं। गोवा विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी जानी मानी हस्तियों को टीएमसी में शामिल कर रही हैं। ममता आज गोवा में ही हैं। यह माना जा रहा है कि टीएमसी गोवा का चुनाव जीतने की पूरी कोशिश कर रही है। पेस को भारत का खेल जगत में सबसे बड़ा पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 1996-1997 में प्रदान किया गया था जबकि सरकार ने उन्हें 2009 में पद्मश्री और 2014 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीन दिवसीय गोवा दौरे पर हैं जहां विधानसभा चुनाव होने हैं. शुक्रवार को टेनिस चैंपियन लिएंडर पेस गोवा में ममता बनर्जी की मौजूदगी में TMC में शामिल हो गए. लिएंडर पेस को डबल्स में सबसे महान टेनिस खिलाड़ियों में माना जाता है. उन्होंने आठ पुरुष डबल्स और दस मिक्स डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. डेविस कप में सबसे ज्यादा डबल्स जीतने का रिकॉर्ड लिएंडर पेस के पास ही है.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97/,मातम में मार्केटिंग,"उत्तराखंड की त्रासदी जहां अपनी भयावहता के लिए लोगों के जेहन में हमेशा जिंदा रहेगी तो दूसरी तरफ यह राजनीतिक वर्ग के एक हिस्से द्वारा मातम के इस मौके को भुना कर सस्ता प्रचार पाने की कोशिशों के लिए भी याद रखी जाएगी. इस तबाही के बाद से ही पूरे देश से लोग मदद के लिए आगे आए. विभिन्न राज्य सरकारों और नेताओं ने जहां शांतिपूर्वक और गरिमापूर्ण तरीके से सहायता राशि से लेकर राहत सामग्री उत्तराखंड पहुंचाई वहीं कुछ नेता ऐसे भी रहे जो इस मौके पर अपनी छवि चमकाने की कोशिश करते दिखे. टीवी कैमरों के सामने एक-दूसरे से गुत्थमगुत्था हुए आंध्र प्रदेश के टीडीपी और कांग्रेसी सांसदों की तस्वीरें यह बताने के लिए काफी थीं कि मातम के इस मौके को भुनाने की जद्दोजहद किस हद तक पहुंच गई है. हालांकि इसकी शुरुआत तो त्रासदी के साथ ही हो गई थी, लेकिन दिन गुजरने के साथ यह और गहरी होती गई. सस्ती लोकप्रियता पाने की इस राजनीति को एक अलग ऊंचाई पर ले जाने का आरोप गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी लगा. इसकी शुरुआत उस खबर से हुई जिसके मुताबिक गुजरात सरकार ने एक दिन के भीतर ही उत्तराखंड आपदा में जगह-जगह फंसे 15 हजार गुजरातियों को सुरक्षित निकालकर उनके घर पहुंचा दिया था. इस काम के लिए मोदी को ‘रैंबो’ करार देते हुए एक अखबार ने दावा किया कि गुजरातियों को देहरादून के सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए 80 टोयोटा इनोवा गाड़ियां मंगाई गईं. लोगों को बचाने और सकुशल घर तक पहुंचाने के लिए चार बोइंग विमानों के साथ 25 लग्जरी बसों की भी सहायता ली गई. मोदी को महामानव बताने वाली यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई. विरोधी दल इस दावे को असंभव और हास्यास्पद ठहराते नजर आए तो मोदी समर्थक इसे उनकी काबिलियत का एक और प्रमाण बताते. गुजरात सरकार की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. लेकिन क्या सच में ऐसा हुआ था? सूत्रों की मानें तो 15 हजार लोगों को बचाने की खबर बड़ी हद तक कोरी अफवाह थी जो मोदी की पीआर एजेंसी एपको की तरफ से फैलाई गई थी. तहलका ने उत्तराखंड में राहत कार्य का काम देख रहे गुजरात सरकार के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संदीप कुमार से बात की तो उनका कहना था, ’15 हजार का कोई आंकड़ा हमारे पास नहीं है. हां, हरिद्वार से अब तक लगभग 1,800 के करीब लोगों को गुजरात भेजा गया है. बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं जो राज्य सरकार नहीं बल्कि खुद के इंतजाम से वापस गुजरात गए हैं.’ हरिद्वार के शांति कुंज में गुजरात सरकार का सबसे बड़ा कैंप है. वहां के एक अधिकारी विष्णु पंड्या कहते हैं, ’15 हजार लोगों को निकाले जाने की बात तो हमें नहीं पता है. हां, हमारे यहां से लगभग 2000 के करीब गुजराती लोगों को गुजरात सरकार ने अब तक अपनी व्यवस्था से गुजरात भेजा है.’ हरिद्वार के अलावा देहरादून और ऋषिकेश में भी गुजरात सरकार के कैंप लगे हैं लेकिन ये कैंप हरिद्वार के कैंप से बेहद छोटे हैं. ऐसे में अगर हम बाकी दो अन्य कैंपों से भी 2000-2000 लोगों को जोड़ दें तो आंकड़ा छह हजार तक पहुंचता है, जो 15 हजार के आधे से भी कम है. ऐसी खबरें भी आईं कि गुजरात सरकार ने गुजरात के लोगों को सीधा वहीं से बचाया जहां वे फंसे थे. लेकिन गुजरात सरकार की वेबसाइट पर 21 और 22 जून को बचाए गए जिन लोगों का नाम दर्ज है उनकी आपबीती कुछ और ही बताती है. उन्हीं लोगों में से एक विट्ठलभाई पटेल कहते हैं, ‘मैं गौरीकुंड में फंसा हुआ था. काफी संघर्ष के बाद सेना की मदद से किसी तरह हरिद्वार पहुंचा. वहां गुजरात सरकार के राहत कैंप में संपर्क किया. फिर वहां से उन्होंने आगे अहमदाबाद जाने के लिए मेरी मदद की.’ यही कहानी मयूर शाह की भी है. वे जोशीमठ में फंसे थे. शाह बताते हैं,’ वहां से हरिद्वार आने के लिए 15 हजार रुपये में प्राइवेट टैक्सी की. गुजरात सरकार के कुछ अधिकारियों से हमारी फोन पर जरूर बात हुई थी लेकिन हरिद्वार तक हम अपनी व्यवस्था से ही पहुंचे थे. बाद में सरकार के राहत शिविर की तरफ से हमें अहमदाबाद भेजने की व्यवस्था की गई.’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%96%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%b0/,दिखावे का बैर!,"उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभाव रखने वाली समाजवादी पार्टी खुद को धर्मनिरपेक्ष और अल्पसंख्यकों का सबसे बड़ा हितैषी बताती है. एक समय यहां सबसे ज्यादा प्रभाव रखने वाली भारतीय जनता पार्टी को सपा धुर-सांप्रदायिक और अल्पसंख्यकों के साथ पूर्वाग्रह रखने वाली पार्टी मानती है. तहलका की खोजबीन में इस तरह के तमाम उदाहरण सामने आते हैं जो बताते हैं कि ये दोनों पार्टियां प्रदेश में कई स्तरों पर जैसे भी संभव हो एक-दूसरे का सहयोग करने को तैयार रहती हैं. यह सहयोग पार्टी की घोषित मूल विचारधारा के साथ समझौता करके भी किया जा सकता है. इस मिलीभगत का एक उदाहरण तहलका की हालिया तहकीकात में भी दिखा था. तहलका ने पिछले माह खुलासा किया था कि कैसे सपा ने भाजपा महासचिव वरुण गांधी को 2009 के लोकसभा चुनाव में दिए गए उनके भड़काऊ भाषण से संबंधित मामलों में बरी करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. खुद समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बयान देकर वरुण गांधी पर दर्ज तीनों मामले वापस लेने की बात कही थी. हालांकि ऐसा हो नहीं सका क्योंकि जिन मुसलमानों के हित की राजनीति वे करते हैं उन्हें ही यह बात रास नहीं आई. इसके बाद उनकी पार्टी के एक नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री रियाज अहमद इस काम में लग गए. तहलका की तहकीकात में कुछ महत्वपूर्ण लोगों ने बताया कि रियाज अहमद ने वरुण गांधी के खिलाफ गवाही देने वाले मुसलिम गवाहों को मुकरने के लिए तैयार किया. ऐसा नहीं है कि सिर्फ सपा ही वरुण का साथ दे रही थी. 2012 के विधानसभा चुनावों के दौरान वरुण गांधी ने भी पीलीभीत से अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार सतपाल गंगवार को हराकर सपा के इन्हीं उम्मीदवार रियाज अहमद को जिताने के निर्देश दिए थे. इसकी पुष्टि करते ऑडियो टेप तहलका ने जारी किए थे. भड़काऊ भाषण से संबंधित मामलों में वरुण गांधी की रिहाई हो गई. सरकार इस मामले में वादी थी, मामला मुसलमानों के खिलाफ घृणा फैलाने का था. इसके बावजूद खुद को मुसलमानों की हितैषी कहने वाली सपा सरकार ने आखिरी तारीख बीत जाने दी और ऊपरी अदालत में अपील नहीं की. तहलका की रिपोर्ट के बाद मचे शोर के दबाव में सरकार ने अब सेशन कोर्ट में अपील दायर की है. जीवविज्ञान का एक शब्द है सहजीवन. भिन्न-भिन्न जीव-जंतु या पेड़-पौधे अपनी जरूरतों के लिए एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं. सपा-भाजपा की आपसी निर्भरता इसी सहजीवन का आदर्श उदाहरण है. वरुण गांधी रिहाई का मामला इसे साबित करती अकेली कहानी नहीं है. तहलका की खोजबीन में इस तरह के तमाम उदाहरण सामने आए.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%86%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%b0/,आखिरी उतार,"कार्ल मार्क्स का एक चर्चित कथन है कि इतिहास खुद को दुहराता है, पहले यह त्रासदी के रूप में घटित होता है और बाद में तमाशे में तब्दील हो जाता है. यह कथन राजनीतिक आकलनों में न जाने कितनी बार इस्तेमाल हो चुका है. फिर भी पिछले हफ्ते भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने जो छोटा-सा विद्रोह किया उसका आकलन करते हुए इस कथन के इस्तेमाल से खुद को रोक पाना मुश्किल है. विद्रोह की इस कहानी का पटाक्षेप नायक की हार के रूप में हुआ. नरेंद्र मोदी को 2014 के चुनाव अभियान का चेहरा घोषित किए जाने के विरोध में आडवाणी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन पार्टी की तीखी प्रतिक्रिया के बाद 24 घंटे के भीतर उन्होंने चुपचाप अपना इस्तीफा वापस ले लिया. आडवाणी की इस आखिरी कोशिश ने सिर्फ एक बात स्थापित की कि वे भाजपा के लिए कितने महत्वहीन हो चुके हैं. आडवाणी की हैसियत में आई इस गिरावट और इस सदी की शुरुआत तक संघ में रहे उनके प्रभाव का इतना क्षरण समझने के लिए जरूरी है कि हम उस घटना की तरफ लौटें जब उन्होंने पहली बार पार्टी से अपनी नाराजगी सार्वजनिक रूप से जाहिर की थी. यह 2005 के जिन्ना प्रकरण की बात है. जो 2005 में हुआ और जो 2013 में हुआ, उसका अंतर इन सालों के दौरान भाजपा की अंदरूनी राजनीति और सत्ता समीकरण में आए बदलाव की कहानी खुद-ब-खुद बयान करता है. 2005 में आडवाणी पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे. वहां उन्होंने पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना को धर्म निरपेक्षता का प्रमाणपत्र दे दिया. जिन्ना की प्रशंसा के जरिए वे एक राजनेता के रूप में अपनी छवि बदलना चाह रहे थे. उनकी कोशिश थी कि कट्टरवादी के बजाय वे एक उदारवादी नेता के रूप में दिखें जिससे मुसलमान वोटर भी उनके करीब आएं. लेकिन यह उनके लिए बड़ी गलती साबित हुई. भाजपा के भीतर इसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई. आडवाणी के एक सहयोगी ने पाकिस्तान से उनका जिन्ना वाला बयान पार्टी की मीडिया सेल को फैक्स करके उसे जारी करने को कहा था. उस समय पार्टी कार्यालय में मौजूद प्रवक्ता ने फैक्स की प्रतियां सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और प्रमोद महाजन को भेज दीं. तीनों आडवाणी के शिष्य थे. तीनों ने इस बयान को यह कहकर खारिज कर दिया कि इसे पार्टी के आधिकारिक बयान के रूप में जारी नहीं किया जा सकता. इसके बाद तूफान खड़ा हो गया. पार्टी, कैडर, कार्यकर्ता से लेकर संघ तक कोई भी आडवाणी के साथ नहीं था. ताव खाए आडवाणी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. पार्टी की दूसरी पीढ़ी के नेताओं के लिए यह परीक्षा की घड़ी थी. उन्हें अपने उस गुरु के साथ असहमत होने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था जिसने उन्हें राजनीति का ककहरा सिखाया था. फिर भी उन्होंने कई तरीकों से गुरु का बचाव करने की कोशिश की. इसकी कई वजहें थीं और इनमें सबसे बड़ी थी आडवाणी के प्रति उनका आदर भाव. वे चाहते थे कि बात संभल जाए और आडवाणी के खिलाफ कोई निर्णायक कदम न उठाया जाए . कुछ समय तक उन्हें पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए संघ को मना लिया गया. जिन्ना प्रकरण पर आडवाणी की हर आलोचना को उनकी व्यापक भूमिका की दुहाई देकर और एक अपवाद बताकर दबा दिया गया. आडवाणी इस मामले में भी भाग्यशाली रहे कि उन्हें मीडिया के एक हिस्से का साथ मिल गया. उसने यह मान लिया कि जिन्ना की तारीफ आडवाणी की एक ईमानदार कोशिश है और वे संघ के साथ दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. भारत में दक्षिणपंथ को एक नई दिशा देने के लिए उनकी जमकर तारीफ हुई. इंडिया टुडे पत्रिका ने उन्हें ‘न्यूजमेकर ऑफ द ईयर’ का खिताब दिया और इन शब्दों में उनकी प्रशंसा की, ‘एक हिंदू राष्ट्रवादी जिसने शत्रु की प्रशंसा की हिम्मत की.’ लेकिन इस विवाद ने अंतत: आडवाणी के प्रभाव और उनकी राजनीतिक हैसियत दोनों को खत्म कर दिया था. फिर भी चूंकि पार्टी की दूसरी पांत के नेता उनके साथ कोई निर्णायक लड़ाई नहीं लड़ना चाहते थे इसलिए आडवाणी का इतना रसूख बना रहा कि इसके बूते वे वापसी कर सकें. ऐसा हुआ भी. धीरे-धीरे उन्होंने पार्टी में पुरानी धमक हासिल कर ली, यहां तक कि उन्होंने संघ को भी फिर साध लिया. इस प्रक्रिया में उन्होंने दूसरी पांत के नेताओं के मन में अपने प्रति आदर भाव को जितना हो सकता था, भुनाया. पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी जानते थे कि आडवाणी सबसे अच्छे विकल्प नहीं हैं क्योंकि उनका सर्वश्रेष्ठ दौर बीत चुका है. लेकिन 2009 में उन्हें कमान देकर उन्होंने अपनी गुरुदक्षिणा चुकाई. बीते पखवाड़े भी आडवाणी ने 2009 की यही रणनीति दोहराने की कोशिश की. मोदी के मनोनयन पर अपने विरोध को उन्होंने भाजपा में संघ की दखलअंदाजी से अपनी सैद्धांतिक असहमति के चोले में ढकने की कोशिश की. मीडिया का एक हिस्सा इस काम में उनका हथियार बन गया. आडवाणी और उनके सलाहकारों ने चुनिंदा पत्रकारों और मीडिया हाउसों को यह खबर दी. आडवाणी परिवार के सबसे पुराने अंग्रेजीभाषी स्वयंसेवक हैं और दिल्ली में मीडिया से उनका बेहद पुराना और गहरा रिश्ता हैं. वे मानकर चल रहे थे कि उनके इस्तीफे पर मीडिया तूफान खड़ा कर देगा जिससे भाजपा और संघ बचाव की मुद्रा में आ जाएंगे. उनको विश्वास था कि एक बार फिर से अपनी चिर-परिचित इमोशनल अत्याचार वाली रणनीति के जरिए दूसरी पांत के अपने शिष्यों को वैसे ही मजबूर कर देंगे. यहीं वे चूक गए. मीडिया का शोर तो हुआ लेकिन यह खाली शोर ही था. इस बात से शायद ही किसी को इनकार होगा कि भाजपा के लिए मोदी एक दमदार चुनावी उम्मीदवार और तर्कसंगत विकल्प हैं.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/afhshosh/,‘अफसोस है कि मुसलमान इस्लाम से बहुत दूर होते जा रहे...,"क्या इस्लाम की छवि एक कट्टरपंथी धर्म की बनती जा रही है जिसमें आधुनिकता और सुधारों के लिए कोई जगह नहीं ? मै सबसे पहले इस बातचीत के माध्यम से सभी लोगों से ये कह देना चाहता हूं कि क़पया वे इस्लाम को मुसलमानों के कामों से और उनकी बातों से न समझें. बहुत अफसोस की बात है कि मुसलमान इस्लाम से बहुत दूर होते जा रहे हैं. मै इस्लाम के बारे में जो भी बात करूंगा वो कुरआन और हदीस के आधार पर करूंगा. इस्लाम समाज में सुधार के लिए ही आया था, फिर ये कैसे हो सकता है कि उसमें सुधार की गुंजाइश न हो. सुधार तो हमेशा जारी रहता है और रहना चाहिए. समय आगे बढ़ता है और इसके अनुसार रीफार्म भी होता रहता है. इस्लाम में सुधार के लिए ही शरीयत में इज्तेहाद की प्रक्रिया मौजूद है. इज्तेहाद के माने ही हैं री एप्लीकेशन ऑफ शरिया. शरीयत के बारे में भी लोगों में बहुत सी ग़लतफहमियां हैं. इस्लामी शरीयत पूरी तरह व्यवस्थित है. और दो बुनियादी उसूलों पर निर्भर है. शरीयत में रीज़निंग के खिलाफ कोई बात नहीं रखी जा सकती. अगर कोई बात हमको रीज़निंग के खिलाफ दिखाई देती है तो उसे हमें शरीयत से निकाल फेंकने का अधिकार है, उस पर बहस करने का अधिकार है. इस्लाम आस्था पर नहीं, विश्वास पर आधारित है. विश्वास रीज़निंग (तर्क) के बाद ही आता है. दूसरा बुनियादी उसूल ये है कि शरीयत में अन्याय के लिए कोई जगह नहीं है. याने इस्लाम में सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अन्याय नहीं किया जा सकता. तो एक ऐसा धर्म जिसकी बुनियाद ही रीज़निंग और न्याय पर है, मुसलमानों का रवैया उससे बिल्कुल अलग जा पड़ा है. इसका हमें बहुत खेद है इसीलिए मै कहता हूं कि इस्लाम को कुरआन और हदीस की बुनियाद पर ही जाना जाए. किसी मुसलमान के कामों के आधार पर नहीं. विज्ञान और तकनीक से भी इस्लाम का टकराव आए दिन होता रहता है. इनको भी कई मुसलमान गैर-इस्लामी मानते हैं. ऐसी सोच बन गई है कि इस्लाम विज्ञान और तकनीक को तरक्की को अंगीकृत नहीं कर पाता ? ऐसा उन मुसलमानों की वजह से हुआ है जो शरीयत को बिना समझे शरीयत के बारे में बात करना शुरू कर देते हैं. बिना इस्लाम को जाने किसी चीज़ को गैर-इस्लामी करार दे देते हैं. अफसोस कि ऐसे लोगों की तादाद बहुत ज्यादा है. लेकिन इनमें से ज्यादातर लोगों को अज्ञानतावश सही तथ्य नहीं मालूम. किसी भी काम को करने का अगर साधन बदल जाए तो वह काम या साधन गैर इस्लामी कतई नहीं होता. इस्लाम ज़माने के आगे बढ़ने के साथ तकनीक और साधनों के बदलाव को स्वीकार करता है. क्योंकि विज्ञान और तकनीक से गुरेज़ करके तरक्की कैसे होगी ? अफसोस कि ज्यादातर मदरसों में भी ये चीज़ें नहीं सिखाईं पढ़ाईं जा रहीं. वहां भी एक दूसरे के खिलाफ नफरतें ही पढ़ाई जाती हैं. ज्यादातर मदरसों का अप्रोच ठीक नहीं है.उसमें आधुनिकता नाम की कोई चीज़ नहीं है. मदरसों को अपनी अप्रोच पूरी तरह बदलनी होगी. परिवार नियोजन के बारे में मुसलमानों की एक बड़ी आबादी में कई पूर्वाग्रह हैं, आप इसको किस तरह देखते हैं ? इस्लाम में परिवार नियोजन की अनुमति नहीं, ये बहुत बड़ा भ्रम है जिसका सर्वाधिक नुकसान खुद मुसलमानों को ही उठाना पड़ता है. अस्ल में इस्लाम में गर्भपात (एबॉर्शन) करवाने के लिए सख्ती से मनाही है. कुरआन में आया है कि मुफलिसी के डर से अपने बच्चे का कत्ल न करो. जब तक गर्भ में जान ही नहीं आई, वो बच्चा बना ही नहीं तो परिवार नियोजन करने से उसका कत्ल कैसे हो सकता है. इस्लाम में ये भी आता है कि विवाह अपने से अच्छी संतान छोड़कर जाने के लिए किया जाता है न कि अपने से ज्यादा संतान छोड़ कर जाने के लिए. एक ही बच्चा हो लेकिन हीरा हो. इस्लाम में क्वांटिटी पर नहीं क्वालिटी पर ज़ोर है. ईरान ने परिवार नियोजन के ज़रिए ही अपनी आबादी में वृद्धि को एकदम नियंत्रित कर दिया है. अगर इस्लाम में परिवार नियोजन की अनुमति न होती तो ईरान जैसे देश में ये कैसे हो पाता ? मुस्लिम संगठनों और धर्मगुरूओं के द्वारा जिस तरह फिल्म और साहित्य का विरोध किया जाता है उसके बाद इस्लाम में अभिव्यक्ति की आज़ादी के लिए कितनी गुंजाइश बचती है ? देखिए अगर आपका इशारा सलमान रूश्दी सेटनिक वर्सेज़ की तरफ है तो मै आपको बता दूं बहुत पहले जब मैं लंदन में था तो मैने खुद वो किताब पढ़ने की कोशिश की थी लेकिन उस किताब की भाषा इतनी अभद्र और आपत्ति जनक है कि वह मुझसे नहीं पढ़ी गई. इस किताब में उन पैगम्बरों के बारे में भी इतनी घटिया गालियों के साथ बातें की गईं हैं जो कि इस्लाम ही नहीं दूसरे धर्मों के लिए भी सम्माननीय हैं. ऐसे में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर इस हरकत को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. अभिव्यक्ति की आज़ादी ज़रूरी चीज़ है और देश का संविधान और इस्लाम दोनों इसे मानते हैं. लेकिन ये बात भी याद रखने लायक है कि आपकी स्वतंत्रता तब तक जायज है जब तक दूसरों की स्वतंत्रता में व्यवधान न पड़े. अपनी आज़ादी के नाम पर आप मेरी नाक नहीं तोड़ सकते. आप किसी समुदाय की धार्मिक भावनाओं का इस तरह अपमान नहीं कर सकते.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%9d%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%ab%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%b8-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%95%e0%a4%bf-%e0%a4%ae%e0%a5%88%e0%a4%82%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be/,‘मुझे अफसोस है कि मैंने भारत के विकास की कहानी दुनिया...,"आपने बहुत ही कम उम्र में अपने पिता की कंपनी संभाल ली थी. तब शायद आप 25-26 साल के रहे होंगे और इसके बाद आपने यूबी ग्रुप को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी कंपनी बना दिया. सबसे पहले आप उस समय की चुनौतियों के बारे में बताएं और यह भी कि कैसे इसे इतने बड़े मुकाम पर पहुंचाया? मैंने सीनियर कैंब्रिज स्कूल (ब्रिटेन) की परीक्षा दिसंबर के महीने में दी थी और उसका रिजल्ट जून में आना था. ज्यादातर बच्चे इस समय छुट्टियां मनाते हैं या मनपसंद काम करते हैं. लेकिन मुझे उसी समय से पिता जी के साथ कारोबार में हाथ बंटाना पड़ा. उनका मानना था कि जितनी जल्दी हो सके मुझे उनके साथ काम शुरू कर देना चाहिए. स्कूल के बाद मैं कलकत्ता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से बी.कॉम. करने लगा. यहां मैं सुबह साढ़े छह बजे से लेकर साढ़े दस बजे तक कॉलेज में रहता था. उसके बाद पूरे दिन पिता जी के साथ कंपनी में काम करता. मैंने बहुत कम उम्र से ही कारोबार संभालना शुरू कर दिया था. इससे बिजनेस की कुछ बुनियादी बातें मुझे पहले ही समझ में आ गईं. 1976 के आस-पास मैं अमेरिका चला गया और 1980 में वहां से लौटा. पिता जी की सेहत तब तक ज्यादा खराब रहने लगी. इस बीच उन्हें दूसरी बार हार्ट अटैक भी हो गया. इसके बाद मेरे ऊपर जिम्मेदारी बढ़ती गई. मुझे ये जिम्मेदारियां अच्छी लगती थीं और मैं काफी कुछ सीख रहा था. मैंने अमेरिका में एक दवा कंपनी के लिए काफी वक्त तक सेल्समैन का काम किया था. तब वहां मार्केटिंग रिसर्च और कंज्यूमर रिसर्च जैसे कई मार्केटिंग टूल प्रचलन में थे, जबकि भारत में ऐसा कुछ नहीं था. पिता जी की मृत्यु के बाद लोगों को लगा कि मैं अचानक निराश हो जाऊंगा. मुझे स्थिरता की जरूरत होगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. मेरे पास पहले ही अपने पैर जमाने के लिए सब कुछ था. मैं बिजनेस संभालने के लिए तैयार था. आपके पिता जी उस समय के ज्यादातर उद्योगपतियों की तरह बहुत ही शांत और तड़क-भड़क से दूर रहने वाले व्यक्ति थे पर आपकी छवि इसके उलट है. क्या यह इसलिए कि आपकी कंपनी के लिए यह छवि एक मार्केटिंग टूल है या फिर आप ऐसे ही हैं? यूनाइटेड ब्रेवरीज कंपनी ब्रिटेन की कंपनी थी. मेरे पिता जी ने सबसे पहले यही कंपनी खरीदी थी. यह पहले सिर्फ बीयर बनाती थी, 1956 में यह स्प्रिट के कारोबार में आई. उस समय कंपनी यूबी ब्रांड के तहत कई उत्पाद बेचा करती थी, लेकिन इनसे कोई उम्मीद नहीं की जा सकती थी. उस समय तक हम किंगफिशर नाम से कोई उत्पाद नहीं बनाते थे. यूबी का इतिहास देखते हुए मुझे किंगफिशर ब्रांड का पता चला. 1855 के आस-पास कंपनी इस नाम से बीयर बेचा करती थी. पहली बार में ही यह नाम देखकर मुझे लगा कि यह तो बहुत अलग है. तड़क-भड़क वाला, कलरफुल और एक्साइटिंग ब्रांड है. इसके बाद मैं अपने पिता जी के पास गया और उनसे कहा कि मैं इसे रीलॉन्च करना चाहता हूं. मैंने इसके लिए उनसे दस लाख रुपये मांगे. जाहिर है उन्होंने तुरंत ही मुझे दरवाजे का रास्ता दिखा दिया. खैर, आखिर में मुझे एक लाख रुपये मिले. इस समय कर्नाटक की आबकारी नीति कुछ ऐसी थी कि बैंगलोर में पब कल्चर आ चुका था और बहुत अच्छे से फल-फुल रहा था. इसलिए मैंने किंगफिशर बीयर वहीं लॉन्च की. फिर धीरे-धीरे हम इस ब्रांड को आगे बढ़ाते गए. इस सबमें मार्केटिंग टूल्स का बहुत महत्व रहा. मैं खुद इस दौरान शहर के कॉलेजों में गया. वहां कई युवाओं से बात की. उनमें भी जो युवा मोटरसाइकिल से कॉलेज आते थे, वे मेरे ग्राहक थे. इनसे बात करके मुझे पता चला कि युवा एक्साइटमेंट चाहते हैं. इतने सालों तक बिजनेस करते हुए मुझे यह भी समझ आया है कि हम भारतीय बहुत महत्वाकांक्षी होते हैं. हम जैसे ही सफल होते हैं, पैसा कमाना शुरू करते हैं तो यह दिखाना भी चाहते हैं. यह आपको कब समझ में आया कि हमारे देश में भी पश्चिम की तरह युवाओं की महत्वाकांक्षाओं और अपेक्षाओं का विस्तार विस्फोटक तरीके से होगा? मुझे 90 के दशक के शुरुआत में ही इसका एहसास हो गया था. इसलिए हमने फैसला किया कि यूबी के सभी उत्पाद लाइफस्टाइल से जुड़े होंगे. अपनी ब्रांड इक्विटी बढ़ाने के लिए हमने म्यूजिक, घुड़दौड़, खेलों या फैशन जैसे क्षेत्रों को चुना. उस समय की एक बड़ी चुनौती जो आज भी है कि हम शराब से जुड़े उत्पादों का मीडिया में सीधा विज्ञापन नहीं कर सकते. इसके लिए हमें सरोगेट एडवर्टाइजिंग (उत्पाद को प्रोमोट करने के बजाय सिर्फ उसके ब्रांड का छद्म तरीके से विज्ञापन करना) सहारा लेना पड़ा. किंगफिशर एयरलाइंस भी क्या सरोगेट एडवर्टाइजिंग के लिए बनाई गई थी? दुर्भाग्य से मीडिया का एक बड़ा हिस्सा ऐसा मानता है लेकिन मैं दुनिया का सबसे बड़ा बेवकूफ कहलाता यदि मैंने इस तरह की सरोगेट एडवर्टाइजिंग के लिए 5, 000 करोड़ रुपये खर्च किए होते (हंसते हुए). बड़े ब्रांड बनाने के लिए कंपनियों को ब्रांड एंबेसडर चुनने पड़ते हैं. लेकिन अपनी कंपनी के लिए मैं खुद ही ब्रांड एंबेसडर हूं. और इसमें कुछ गलत भी नहीं है. सबसे अच्छी बात है कि मैं अपनी कंपनी के लिए फ्री हूं (हंसते हुए). किंगफिशर ब्रांड के विज्ञापन में एक लाइन थी, ‘किंगफिशर किंग ऑफ गुड टाइम्स ‘. इसके चलते मीडिया ने भी मुझे ऐसे प्रचारित किया कि मैं ‘किंग ऑफ गुड टाइम’ हूं. मैंने जब कंपनी संभाली तब मेरी उम्र 26 साल थी. मैं युवा था और मेरे शौक भी वही थे. किस युवा को फेरारी चलाना, डिजाइनर कपड़े पहनना या महंगी घड़ियां पहनना पसंद नहीं है. मैं भी यह सब करता था. तब के मेरे समकालीन उद्योगपति राम प्रसाद गोयनका और धीरूभाई अंबानी जैसे लोग मुझसे दोगुनी उम्र के थे. अब आप उनसे तो मेरे जैसी जीवनशैली की उम्मीद नहीं कर सकते थे. मैं उस समय बस अपनी उम्र के हिसाब से जिंदगी जी रहा था और मीडिया ने मेरी तड़कीली-भड़कीली छवि बना दी. हालांकि आज मैं 56 साल का हुं फिर भी युवा की तरह ही जीना पसंद करता हूं. इस उम्र में मुझे 76 साल के व्यक्ति की तरह जीवन जीने की जरूरत नहीं है. बिजनेस के इतर बात करें तो आप संसद सदस्य भी रह चुके हैं. यह एक ‘ एक्सक्लूसिव क्लब ‘ सरीखी जगह है, जहां देश के भविष्य और उसकी आकांक्षा-अपेक्षाओं का निर्धारण होता है. संसद सदस्य बनने के बाद आपके नजरिये में क्या बदलाव आया? मैं 2002 में पहली बार संसद के लिए चुना गया तो मुझे लगा कि यह देश को कुछ वापस लौटाने का समय है. मैंने संसद को ऐसे मंच की तरह देखा जिसके माध्यम से मैं अपने विचार, जो मुझे लगता है देश के लिए फायदेमंद हैं, व्यक्त कर सकता था. मुझे लगता है कि इस समय देश की सबसे बड़ी संपत्ति उसकी युवा जनसंख्या है. यह बात मुझे देश के भविष्य के बारे में ज्यादा आशावान बनाती है. हां, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि उनको आगे बढ़ने के लिए माहौल मिले. जहां तक ‘एक्सक्लूसिव क्लब’ वाली बात आपने कही तो मैं कहना चाहूंगा मैं बाकी सदस्यों की तरह एक और हिप्पोक्रेट या ढोंगी सांसद बनकर नहीं रहना चाहता था. मुझे जिस दिन शपथ लेनी थी, उसके पहले मैंने अपने दोस्त रोहित बल (फैशन डिजाइनर) से कहा कि मेरे लिए सफेद लेनिन से बनी ड्रेस तैयार करना, मैं उसी में शपथ लेना चाहता हूं. मैंने ऐसा किया भी. इसमें मुझे कोई दिक्कत नहीं लगती. आखिर मैंने किसी का पैसा नहीं चुराया. किसी से रिश्वत नहीं ली. उसी समय मैंने सरकार के उत्तरदायित्व पर एक भाषण दिया था. लेकिन यह उत्तरदायित्व वाली बात मुझे आज भी कहीं नजर नहीं आती. उस समय अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे. तब संसद में जो बहस होती थी उसमें मेरी बहुत दिलचस्पी थी. उनसे मुझे देश की समस्याओं और अर्थव्यवस्था के बारे में काफी कुछ जानने का मौका मिला. लेकिन आज संसद में बहस का माहौल पूरी तरह खत्म हो चुका है.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%96%e0%a4%a4-%e0%a4%ab%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%8f-%e0%a4%a4%e0%a5%8b-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af/,दस्तखत फर्जी हुए तो राज्यसभा से इस्तीफा दे दूंगा’,"राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब अलग-अलग राजनीतिक विचार के लोगों में विरोध हो सकता है. लेकिन अपने आंतरिक मामले को दूसरे देश की सरकार के सामने ले जाना क्या बाहरी दखल को आमंत्रित करना नहीं है? हमने यह पत्र इस मकसद से नहीं लिखा. दरअसल, यह पत्र तब लिखा गया था जब गुजरात में विधानसभा चुनाव चल रहे थे. आपको याद होगा कि उस वक्त यूरोपीय संघ और अमेरिका के कुछ अधिकारी भी नरेंद्र मोदी से मिलने आए थे. इसके बाद मोदी, उनकी पीआर एजेंसी एप्को और अमेरिका ने मिलकर लोगों के बीच यह संदेश देने की कोशिश की कि अगर मोदी एक बार फिर से चुनाव जीत जाते हैं तो उन्हें अमेरिका और यूरोप का पूरा समर्थन मिलेगा. इसलिए हमने पत्र के जरिए अमेरिका से स्पष्टीकरण मांगा था कि अगर आप अपनी वीजा नीति में कोई बदलाव कर रहे हैं तो यह काम पारदर्शी तरीके से होना चाहिए. भ्रम बनाकर लोगों को ठगा नहीं जाना चाहिए. लेकिन आप लोगों ने जो पत्र लिखा है उसमें तो स्पष्ट मांग है कि अमेरिका मोदी को अमेरिकी वीजा न देने की नीति को कायम रखे. देखिए, यह उनका मामला है कि वे किसे अपने यहां आने देना चाहते हैं और किसे नहीं. हमने तो सिर्फ अपनी स्थिति स्पष्ट की है. हमने उन्हें बताया है कि 2002 दंगों के दौरान स्थितियां काफी भयावह थीं. अब भी हालात अच्छे नहीं हैं. आज नरेंद्र मोदी के 14 पुलिस अधिकारी जेल में हैं. मोदी लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से चुने गए मुख्यमंत्री हैं. बतौर सांसद आपने भी संविधान की रक्षा की शपथ ली है. ऐसे में क्या संवैधानिक तौर पर चुने गए मुख्यमंत्री के खिलाफ विदेशी मंच पर मोर्चा खोलना संविधान की भावना के खिलाफ नहीं है? संवैधानिक तौर पर चुने जाने का मतलब यह नहीं है कि कोई लोगों को बांटने और नरसंहार की राजनीति करे. नरेंद्र मोदी को अगर इस देश के संविधान का खयाल होता तो वे अपनी सभाओं में मुसलमानों को मियां मुशर्रफ कहकर नहीं चिढ़ाते. वे ऐसा कहकर हमें पाकिस्तानियों के साथ खड़ा कर देते हैं. तो क्या देश में रहने वाले सभी मुसलमानों को अपनी देशभक्ति साबित करनी होगी. संवैधानिक व्यवस्था में किसी महत्वपूर्ण पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा भारत के प्रति मुसलमानों की निष्ठा पर सवाल खड़ा किया जाना बेहद अपमानजनक है और इसका विरोध जताने का हक हमसे छीना नहीं जा सकता. कुछ जानकारों का कहना है कि अपने आंतरिक मामले को दूसरे देश के सामने ले जाने से हमारी विदेश नीति को झटका लगेगा. दुनिया में जहां भी नाइंसाफी हुई है, उसका विरोध मैंने किया है. दुनिया के अलग-अलग देशों में हो रहे अत्याचारों को लेकर मैंने संसद में कई बार बोला है. इसमें मैंने किसी खास मजहब के लोगों का खयाल नहीं रखा. ऐसे में अगर गुजरात में हुए अत्याचारों को मैं उठा रहा हूं तो इसमें गलत क्या है. मंच चाहे जो भी हो मेरी लड़ाई नाइंसाफी के खिलाफ है. नरेंद्र मोदी के बारे में खुद अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि 2002 में गुजरात में जो हुआ उसके बाद मैं दूसरे देशों में मुंह दिखाने लायक नहीं हूं. इसका मतलब तो यही हुआ न कि देश में जो होता है उसका विदेश नीति पर असर पड़ता है.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/prafulla-kumar-mahanta-assam/,महंत महिमा का अंत,"फोटो: शैलेंद्र पाण्डेय फोटो: शैलेंद्र पाण्डेय बीते जून के आखिर में जब असम में गुवाहाटी नगर निगम के नतीजे आए तो इन्होंने राज्य की राजनीति पर नजर रखने वालों को भी एकबारगी चौंका दिया. चुनावों में असम गण परिषद का सफाया हो गया था. 31 वार्डों में से वह केवल एक वार्ड जीत सकी. दो बार (1985-90 और 1996-2001) मुख्यमंत्री रहे प्रफुल्ल कुमार महंत की अगुवाई वाली यह पार्टी कभी असम में शीर्ष पर थी लेकिन पिछले एक दशक में इसका तेजी से पतन हुआ है. यही वजह है कि कभी असमिया राष्ट्रवाद के सहारे बुलंदी पर पहुंचे महंत को पार्टी अध्यक्ष से हटाने की मांग तेज हो रही है. 2001 में तरुन गोगोई की अगुवाई में कांग्रेस ने असम गण परिषद और महंत को सत्ता से बाहर कर दिया था. तब से लेकर पार्टी की लगातार दुर्गति हो रही है. 2001 के बाद हुए हर विधानसभा चुनाव में उसकी सीटों की संख्या गिरती गई है. पंचायत से लेकर नगर निकाय चुनावों तक उसे हार का मुंह देखना पड़ा है. हर हार के बाद इसके कई नेता पार्टी छोड़ते रहे हैं. नतीजा यह हुआ है कि पार्टी की जमीनी पकड़ लगातार कमजोर होती गई है. गुवाहाटी नगर निगम चुनाव के नतीजों के बाद भी ऐसा ही देखने को मिला. पार्टी की कार्यकारी समिति के नौ और इसकी गुवाहाटी शहर समिति के 15 सदस्यों ने पार्टी को अलविदा कह दिया. अब पार्टी में मांग हो रही है कि नेतृत्व में बदलाव हो. उधर, पार्टी छोड़ चुके नेताओं को मनाने में महंत जी जान से जुटे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इसका मकसद कम पार्टी को कम और अपनी कुर्सी बचाना ज्यादा है. पार्टी के ही एक नेता कहते हैं, ‘ऐसी ही आत्मकेंद्रित सोच की वजह से शायद दो बार मुख्यमंत्री रह चुके एक शख्स की यह हालत है कि वह अपने ही साथियों के लिए खलनायक जैसा हो गया है.’ वरिष्ठ नेता और पार्टी विधायक पद्म हजारिका कहते हैं, ‘इस स्थिति में बदलाव तब तक मुश्किल है जब तक हम पार्टी में नई जान नहीं फूंकते. हमें नौजवानों को इससे जोड़ना होगा.’ नेतृत्व में बदलाव की मांग के साथ हजारिका ने एलान किया है कि अगर महंत की तानाशाही जारी रही तो वे हमेशा के लिए पार्टी छोड़ देंगे. वे कहते हैं, ‘पार्टी ने उनकी वापसी के बाद उनके नेतृत्व में हर बार हार का ही मुंह देखा है.’ एक और वरिष्ठ नेता अपूर्व भट्टाचार्य ने तो पार्टी छोड़कर कांग्रेस से जुड़ने का एलान भी कर दिया है. पूर्व मंत्री और असम में बाहरी लोगों के खिलाफ 80 के दशक में चले आंदोलन के दिनों से महंत के साथी अतुल बोरा ने भी पार्टी छोड़कर भाजपा से नाता जोड़ लिया है. राज्य में भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष सर्वानंद सोनोवाल खुद एक समय असम गण परिषद के फायरब्रांड नेता रह चुके हैं. उन्होंने 2011 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की बुरी गत के बाद इसे अलविदा कह दिया था. भट्टाचार्य कहते हैं, ‘महंत और पार्टी के भीतर लॉबी बनाने वाले उनके चाटुकारों ने हमेशा पार्टी को अपने निजी हितों के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश की है. इस संस्कृति ने पार्टी को बर्बाद किया है. हम पिछले 12 साल में एक भी चुनाव नहीं जीते हैं. लेकिन नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं हुआ. असम संधि के अलावा उनके पास दिखाने के लिए कोई और उपलब्धि नहीं.’ भट्टाचार्य उस संधि की बात कर रहे हैं जो 1985 में भारत सरकार और महंत सहित कुछ अन्य नेताओं के बीच हुई थी जिसके बाद राज्य में बाहर से आए लोगों के खिलाफ छह साल तक चले आंदोलन का अंत हो गया था.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%bf/,‘मीडिया जरूरत से ज्यादा दिल्ली केंद्रित है’,"दिल्ली के विधानसभा चुनाव करीब हैं. पिछले पंद्रह साल में आपकी सफलताएं क्या रहीं और कौन-से काम करने अभी बाकी हैं? हम इस मामले में भाग्यशाली रहे हैं कि पिछले तीन चुनाव हमने जीते. हमने 15 साल यहां काम किया है, इसलिए हमें उम्मीद है कि जनता सही फैसला करेगी. इस समय हम जनता के ज्यादा से ज्यादा करीब पहुंचने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं. हम उन्हें अपने किए गए कामों की जानकारी दे रहे हैं. यह चुनाव आसान नहीं होगा लेकिन हमें अपनी जीत का विश्वास है. इन सालों में आपकी असफलता क्या रही या किस चीज में आप बदलाव देखना चाहेंगी? ईश्वर की कृपा से हमारे ऊपर किसी घोटाले का आरोप नहीं लगा है. राष्ट्रकुल खेलों के दौरान थोड़ा-बहुत हल्ला मचा था, लेकिन शुंगलू कमेटी और कैग की जांच में कुछ भी नहीं निकला. इस दौरान हमने तमाम रचनात्मक काम किए हैं. हमें घबराने की जरूरत नहीं है. हाल के सालों में दिल्ली बड़े जनांदोलनों का गवाह बनी जैसे अरविंद केजरीवाल का आंदोलन. देश के दूसरे हिस्सों में इसकी ज्यादा धमक नहीं थी. इस लिहाज से जनता का गुस्सा दिल्ली सरकार के खिलाफ ही माना जाएगा. आपके घर के सामने भी तमाम विरोध प्रदर्शन हुए. विरोध मेरे खिलाफ क्यों है? क्योंकि यहां कैमरे वाले इकट्ठा हो जाते हैं. अगर केजरीवाल के 10 लोग यहां इकट्ठा होते हैं तो 50 कैमरे वाले उनके पीछे भीड़ लगा देते हैं. यह कहने के लिए मुझे माफ कीजिएगा पर कैमरे देश के दूसरे हिस्सों में जाते ही नहीं हैं. सारे अखबार, पत्रिकाएं दिल्ली से ही प्रकाशित हो रही हैं, सारे न्यूज चैनल दिल्ली में सिमटे हैं. मीडिया दिल्ली केंद्रित होकर रह गया है. आपको बुरा लग सकता है पर यह सच है. हमंे इसकी आदत पड़ चुकी है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rahul-gandhi-vs-mamata-banerjee-war-of-words-between-rahul-mamata-full-timeline-tmc-vs-congress-ntc-1366766-2021-12-02,राहुल गांधी और ममता बनर्जी में कब-कब हुई जुबानी जंग?,"कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) में एक बार सियासी तलवारें खिंच गईं हैं, इसकी वजह है ममता बनर्जी का राहुल गांधी पर दिया गया बयान. ये बयान उन्‍होंने मुंबई में एक कार्यक्रम में दिया. हालांकि, इस दौरान ममता बनर्जी ने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष की तरफ था. पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने मुंबई में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की थी. उन्‍होंने ये भी कहा अब यूपीए खत्‍म है. ये अब यूपीए नहीं हैं. दरसअल, एक पत्रकार ने पूछा था कि क्‍या आप शरद पवार को यूपीए का नेतृत्‍व करने के लिए कहेंगी ? इसी पर उन्‍होंने ये जबाव दिया. I also met with Shri @PawarSpeaks ji, today. We discussed at length about the present state of this nation. We reiterated our interests in prioritising the well-being of our people. pic.twitter.com/J642Hhfx9W — Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 1, 2021 हालांकि, इसी साल जब 28 जुलाई को ममता बनर्जी जब सोनिया गांधी से मिलीं थी, तब उन्‍होंने कहा था कि बीजेपी को हराने के लिए सबका साथ होना बेहद जरूरी है. ऐसे में ये तय है कि अब ममता बनर्जी वह अपना राजनीतिक विस्‍तार करने में लगी हुई हैं, इसी के तहत वह मुंबई में उन्‍होंने ये बयान दिया. आखिर राहुल गांधी और ममता बनर्जी ममें कब-कब सियासी बयानबाजी हुई है, यही इस खबर में विस्‍तार से बताएंगे. वहीं कई मौके ऐसे भी आए जब दोनों ही पार्टियों के नेता भी एक दूसरे से भिड़ गए. आखिर ममता बनर्जी ने कहा क्‍या? पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री बनर्जी ने 1 दिसंबर को मुंबई में कहा, 'आधे वक्‍त विदेश रहेंगें तो राजनीति कैसे हो सकती है. हमने भी घूमने की कोशिश की थी, हम विदेश जाएंगे तो हमारे पीछे-पीछे लोग भी आएंगे. दूसरी बात ये है कि अगर कोई कुछ करता ही नहीं है. आधा टाइम आप विदेश में रहो, तो पॉलिटिक्‍स कैसे होगी? पॉलिटिक्‍स में तो आपको लगातार समय देना होगा.' वह बोलीं, संघीय ढांचा मजबूत करना होगा. साथ ही सभी क्षेत्रीय पार्टियों को एक साथ आना होगा. क्षेत्रीय पार्टी ही मिलकर राष्‍ट्रीय पार्टी बना सकती हैं. अगर सभी क्षेत्रीय पार्टी एक साथ आ गई तो आसानी से बीजेपी को सत्‍ता से उखाड़कर फेंका जा सकता है. कब-कब ममता-राहुल ने छोड़े सियासी तीर 1 नवम्‍बर 2021: कोलकाता में एक पूजा उद्घाटन समारोह के दौरान ममता बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस भरोसे लायक नहीं है. वहीं कांग्रेस और बीजेपी में सेटिंग की बात कही थी. ममता ने कहा था कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई तब से क्‍या कांग्रेस ने कोई लड़ाई लड़ी है? वह केवल ऊपर से विरोध करती है. हमनें कांग्रेस इसलिए छोड़ी क्‍योंकि वह जनता के साथ धोखेबाजी करती है. 30 अक्‍टूबर 2021: ममता बनर्जी ने पणजी में कहा था कि कांग्रेस राजनीति को गंभीरता से नहीं ले रही है. वह ये भी बोलीं थी कि कांग्रेस सही फैसले नहीं ले रही है. इसका अंजाम पूरा देश भुगता रहा है. वह पत्रकारों से बात करते हुए ये भी बोलीं थी कि पीएम मोदी और ताकतवर बनेंगे. 23 मार्च 2019: चाचल (मालदा) में राहुल गांधी ने एक रैली में कहा पीएम मोदी बड़े-बड़े वादे करते है, ममता बनर्जी ने भी कुछ ज्‍यादा काम नहीं किए हैं. मोदी जी झूठ बोलते हैं तो ममता बनर्जी केवल वादे करती रहती हैं. 7 जुलाई 2018 : इंडिया टुडे से बातचीत में ममता बनर्जी ने कहा था कि कहा था कि वह सोनिया गांधी के साथ काम करने को तैयार हैं, उनके साथ उनके बहुत अच्‍छे संबंध हैं. लेकिन राहुल गांधी काफी जूनियर हैं. 23 अप्रैल 2016 : पश्चिम बंगाल विधानसभा के दौरान तत्‍कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कोलकाता के हावड़ा में रैली ममता बनर्जी और मोदी सरकार दोनों पर हमला किया था. तब उन्‍होंने बोला था ममता जी बंगाल में झूठे वादे कर रहीं हैं वहीं उनके दोस्त मोदी जी दिल्ली में झूठे वादों की बरसात कर रहे हैं. 18 अप्रैल 2016 : मुर्शिदाबाद की चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि ममता बनर्जी ने 70 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन किसी को नौकरी नहीं मिली. राहुल गांधी तब बोले थे कांग्रेस की मदद से बंगाल में ममता बनर्जी ने सत्‍ता हासिल की लेकिन वह रातोंरात बदल गईं. अपने सारे वादे भी भूल गईं हैं. 6 जून 2015 : कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं कों संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला था, राहुल गांधी ने कहा था, 'हमारी यूपीए सरकार के दौरान प्रधानमंत्री बांग्लादेश जाना चाहते थे, हमने ममता जी से साथ चलने की विनती की थी, पर तब ममता बनर्जी ने इंकार करते हुए कहा- एकला चलो रे. अब मोदी जी आ गए हैं तो साथ जाने की बात करने लगीं. ये कैसी दोस्ती है.' दरअसल, तब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दौरे पर एक साथ गए थे. जब दोनों पार्टी के नेता एक दूसरे से भिड़े 28 अक्‍टूबर 2021: TMC के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में कहा छपा था कि कांग्रेस ने खुद को 'ट्विटर की दुनिया तक सीमित' कर लिया है. 24 अक्‍टूबर 2021: अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को पीएम मोदी का मिडिडलमैन कहा था. अधीर ने आगे बोला था कि ऐसा लग रहा है कि उन्होंने तय कर लिया है कि दिल्ली आपकी और कोलकाता हमारा. अगर ऐसा नहीं होता तो वह कांग्रेस के लिए ऐसी बेकार चीजें नहीं बोलतीं. दरअसल, एक दिन पहले अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस को वोट देना बर्बादी है. 23 अक्‍टूबर 2021: तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने साउथ 24 परगना में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस को वोट देना अपने मत को बर्बाद करने जैसा होगा, क्‍योंकि टीएमसी पिछले कई सालों से बीजेपी को हरा रही है, जबकि कांग्रेस भाजपा से लगातार चुनाव हार रही. 18 सितंबर 2021: टीएमसी के मुखपत्र में पार्टी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के हवाले से कहा गया था कि हमने यह कभी नहीं कहा कि कांग्रेस के बिना भाजपा का वैकल्पिक मोर्चा तैयार किया जा सकता है. लेकिन राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के विकल्प बनने में विफल रहे. इसलिए ममता बनर्जी को पीएम मोदी के खिलाफ विकल्प के तौर पर पेश करेंगे. मुखपत्र में ये लिखा गया था कि पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी नहीं बल्कि ममता बनर्जी विकल्‍प हैं. ममता के बयान पर कांग्रेस ने क्‍या कहा? ममता बनर्जी की मुंबई में बयानबाजी पर कांग्रेसी नेताओं ने हमला बोला है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सियासी पलटवार किया करते हुए, ' थोड़ा ज्‍यादा पागलपन शुरू कर दिया है, उनको लग रहा है कि सारा हिन्‍दुस्‍तान 'ममता-ममता' कर रहा है. ये साजिश आज की नहीं है, इसके पीछे पीएम मोदी हैं'. वहीं महाराष्‍ट्र कांग्रेस के अध्‍यक्ष नाना पटोले ने कहा, कांग्रेस के नेतृत्‍व में ही यूपीए में लड़े और जीते थे. वहीं कपिल सिब्बल ने कहा, कांग्रेस के बिना यूपीए, बिना आत्मा के शरीर की तरह होगी. यह समय एकता दिखाने का है. दिग्विजय सिंह का भी बयान आया, बोले, आज देश में कोई सड़कों पर लड़ रहा है तो वह कांग्रेस है. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, हम तमाम मुद्दों में टीएमसी को साथ लाने का प्रयास करते हैं. विपक्ष को बंटना नहीं चाहिए. हमें साथ मिलकर ये लड़ाई लड़नी होगी. दिल्‍ली आईं पीएम मोदी से मिलीं पर सोनिया से नहीं वैसे कई मौकों पर कांग्रेस और ममता बनर्जी एक दूसरे के साथ भी नजर आए हैं, लेकिन हाल में जब दिल्‍ली ममता बनर्जी आईं तो उन्‍होंने पीएम मोदी से तो मुलाकात की थी लेकिन वह कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से नहीं मिली थीं. इस पर उन्‍होंने कहा था कि मैनें पीएम मोदी से समय मांगा था, उनसे मुलाकात की. किसी और से मिलने के लिए समय नहीं मांगा था.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/up-election-pm-narendra-modi-on-up-visit-7-december-will-inaugurate-kashi-vishwanath-corridor-ntc-1366696-2021-12-02,"UP Election: 7 दिसंबर से यूपी दौरे पर पीएम मोदी, करेंगे काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का उद्घाटन","साल 2022 में होने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर से राज्य के दौरे पर होंगे. इस दौरे की शुरुआत गोरखपुर से होगी. गोरखपुर में प्रधानमंत्री HURLके खाद के कारखाने का उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा वे गोरखपुर में ही एम्स अस्पताल का भी उद्घाटन करेंगे. इस मौके पर वह जन सभा को संबोधित कर सकते हैं. इसके अलावा 13 दिसंबर की सुबह वे अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का उद्धाटन करेंगे. कॉरीडोर के उद्धाटन के बाद यहां लगातार एक माह तक 'चलो काशी' महोत्सव चलेगा. इसके तहत काशी विश्वनाथ धाम और शहर के अन्य हिस्सों में लगातार कार्यक्रम होंगे. इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर के सम्मेलनों के अलावा ओडीओपी, खेल, प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम भी चलते रहेंगे. बता दें कि काशी विश्वनाथ धाम का काम 90% से भी ज्यादा पूरा हो चुका है. गौरतलब है कि यूपी चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे - वैसे राजनीतिक दलों की तैयारियां भी तेज हो रही हैं. राज्य में सियासी पिच तैयार करने के लिए बीजेपी ऐड़ी चोटी का जोर लगाए है. इसी कड़ी में बीते दिनों लखनऊ पहुंचे केंद्रीम गृहमंत्री अमित शाह ने अयोध्या के राम मंदिर का मुद्दा उठाते हुए सपा को घेरा था और कहा था, 'अखिलेश यादव को मैं याद दिलाता हूं कि आपकी पार्टी की सरकार में निर्दोष रामभक्तों को गोलियों से भून दिया गया था. आज उसी जगह पर रामलला शान के साथ गगनचुंबी मंदिर में विराजमान होने वाले हैं.'",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/maharashtra/story/exclusive-inside-details-of-mamta-banerjee-and-sharad-pawar-meet-ntc-1366628-2021-12-02,"कांग्रेस के फेल्योर और राहुल की चर्चा, ममता-पवार मीटिंग की Inside Story","पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. इस दौरान ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी मौजूद रहे. खास बात ये है कि इस बैठक में कांग्रेस की कमजोरी, 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई. ममता बनर्जी ने इस बात पर जोर दिया कि किस तरह कांग्रेस का विकल्प बना जा सकता है. आईए जानते हैं बैठक की इनसाइड स्टोरी ममता बनर्जी और शरद पवार के बीच बैठक में अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस की 'कमजोर कड़ियों' को सामने रखा. उन्होंने बताया कि लोकसभा की ऐसी 250 सीटें हैं, जहां भाजपा की सीधी टक्कर कांग्रेस से है. इन सीटों पर भाजपा आसानी से बढ़त हासिल कर सकती है. इस पर ममता और पवार भी सहमत दिखे. ममता ने राहुल पर उठाए सवाल ममता बनर्जी ने शरद पवार से राहुल की राजनीति के तरीके की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, ''राहुल विदेश में रह कर यहां राजनीति करते हैं.'' ममता ने इस दौरान पवार के जमींदार वाले बयान की भी याद दिलाई. ममता बनर्जी ने सुझाव दिया कि यूपीए को खत्म कर दिया जाना चाहिए और उन्हें (टीएमसी और एनसीपी) एक साथ काम करना चाहिए और उन क्षेत्रों में विस्तार करने के तरीकों के बारे में सोचना चाहिए जहां कांग्रेस भाजपा का सामने करने में असमर्थ नजर आ करी है. हालांकि, पवार ने कहा, कांग्रेस अभी भी कई क्षेत्रों में अहम है. ममता ने कहा, यहां आप और शिवसेना साथ में संभाल लो, कांग्रेस के बिना. इस पर पवार कुछ नहीं बोले. वहीं, दोनों नेताओं ने लगातार मिलते रहने पर सहमति जताई. नेतृत्व के मुद्दे पर ममता ने कहा, आप मार्गदर्शन करिए, आगे कैसे करना है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/madhya-pradesh/story/tourism-minister-of-madhya-pradesh-government-gave-a-strange-statement-in-press-conference-ntc-1366786-2021-12-02,शिवराज सरकार की मंत्री का बयान- ताबीज से मिलता है स्वास्थ्य लाभ,"मध्यप्रदेश की पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहती हैं. अब उन्होंने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. उषा ठाकुर ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, टंट्या मामा के ताबीज से लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है. दरअसल, मध्यप्रदेश सरकार 4 दिसंबर को इंदौर के पातालपानी में एक बड़ा आयोजन करने जा रही है. महू में ये कार्यक्रम होना है जहां से पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर विधायक हैं. कार्यक्रम का आयोजन 4 दिसंबर को आदिवासियों के जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस के मौके पर होगा. इसी कार्यक्रम की जानकारी पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर पत्रकारों को दे रही थीं. जब उनसे मौसम खराब होने पर कार्यक्रम पर पड़ने वाले प्रभाव से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उषा ठाकुर ने कहा, 'मेरी दृढ़ आस्था और विश्वास है कि कहीं कुछ नहीं होगा और सब स्वस्थ रहेंगे. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि टंट्या मामा के जो ताबीज बंटते है उसने लोग स्वास्थ्य लाभ हासिल करते हैं और पातालपानी मे असीम आस्था है. इतने बड़े क्रांतिकारी को हम प्रणाम करने जा रहे हैं कहीं भी ना प्रकृति, ना परमात्मा किसी भी प्रकार से व्यवधान पैदा करेंगे'. अब पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के इस बयान पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने मंत्री पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया, 'मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के इस बयान के बाद शिवराज सरकार को कोरोना के तमाम प्रतिबंध और गाइडलाइन को हटा लेना चाहिये , वैक्सीनेशन की अनिवार्यता ख़त्म कर देनी चाहिए'",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/chhattisgarh/story/viral-video-chhattisgarh-blind-boy-singing-cm-bhupesh-baghel-tweet-song-chhattisgarh-ka-raj-geet-tstc-1361775-2021-11-23,"'बसपन का प्यार' के बाद नया टैलेंट लेकर आए CM बघेल, VIDEO","छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एक वीडियो ट्वीट किया जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो के साथ भूपेश बघेल ने लिखा है, ''माई सेल्फ धर्मेंद्र दास महंत""...सुनिए, ये छत्तीसगढ़ का राजगीत गा रहे हैं. मुझे लगा कि सुनता ही रहूं. खूब आशीष और प्यार.'' पांचवीं क्लास में पढ़ने वाला यह धर्मेंद्र देख नहीं सकता. अपने बारे में बताते हुए कहता कि वो जांगीर जिले के स्पेशल ब्लाइंड स्कूल में पढ़ता है. इसके बाद वह हिंदी में सभी का अभिवादन करता है, आप सबको नमस्ते... इसके बाद धर्मेंद्र छत्तीसगढ़ का राजगीत, 'अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार' गाता है. यह वीडियो तीन मिनट 48 सेकेंड का है. मुख्यमंत्री द्वारा इस वीडियो को ट्वीट करने के बाद करीब आधे घंटे के अंदर हजारों लोग देख चुके. वहीं वीडियो को कई लोगों ने लाइक भी किया है. जबकि सौ से ज्यादा बार लोगों ने रीट्वीट भी किया है. सीएम बघेल पहले भी कई वीडियो ट्वीट कर चुके हैं सीएम बघेल पहले भी ऐसे कई वीडियो ट्वीट कर चुके हैं. इससे पहले उन्होंने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के रहने वाले सहदेव का वीडियो ट्वीट किया था. बता दें, सहदेव वही बच्चा है , जिसका गाया, ‘बसपन का प्यार’ देश ही नहीं, पूरी दुनिया भर में वायरल हो गया था.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/jharkhand/story/roopa-tirkey-death-case-sahibganj-sc-st-court-order-to-register-a-case-against-mla-representative-sp-and-dsp-ntc-1366320-2021-12-01,"रूपा तिर्की मौत मामला: विधायक प्रतिनिधि, SP-DSP पर केस दर्ज करने का आदेश","झारखंड के साहिबगंज में महिला थाना प्रभारी रुपा तिर्की की मौत के मामले में अब एसटी एससी स्पेशल कोर्ट ने रांची सिटी एसपी, डीएसपी प्रमोद मिश्रा, एसटी एससी थाना प्रभारी (रांची) और बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. जानकारी के मुताबिक साहिबगंज महिला थाना की प्रभारी रही मृतक रूपा तिर्की, उसके ब्वॉयफ्रेंड शिव कुमार कनौजिया का डीएसपी प्रमोद मिश्रा और एक अन्य व्यक्ति से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें कई आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया था. इसके बाद महिला थाना की प्रभारी रही रूपा तिर्की का शव 3 मई 2021 को साहिबगंज के पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में फंदे से लटकी मिली थी. ऑडियो वायरल होने के बाद रूपा तिर्की की मां एसटीएससी थाना रांची में डीएसपी पीके मिश्रा और एक अन्य शख्स पर सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था और शिकायत दर्ज कराना चाहती थी लेकिन थाने में उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. रूपा तिर्की की मां पद्मावती ने इसके बाद एसटीएससी स्पेशल कोर्ट में मामला दर्ज कराया था. इस मामले में रांची की एसटी एससी स्पेशल कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा है कि मामला दर्ज नहीं करने और लापरवाही बरतने को लेकर रांची के सिटी एसपी, रांची के एसटीएससी थाना प्रभारी, बरहरवा के तत्कालीन डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा और बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर मामला दर्ज किया जाए. साहिबगंज महिला थाना की प्रभारी रही रूपा तिर्की का शव 3 मई 2021 को पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में मिलने के बाद इस मामले में जांच के लिए साहिबगंज पुलिस ने एसआईटी का गठन किया था. तकनीकी जांच और सबूतों के आधार पर एसआईटी की टीम ने रूपा तिर्की की मौत को आत्महत्या माना था. इस मामले में रूपा तिर्की के बैचमेट और ब्वॉयफ्रेंड सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार भी किया था. इतना ही नहीं झारखंड पुलिस शिव कुमार कनौजिया को इसी मामले में पुलिस सेवा से बर्खास्त भी कर चुकी है. हालांकि रूपा तिर्की के परिजन साहिबगंज पुलिस के एसआईटी जांच से संतुष्ट नहीं हुए. इस मामले में झारखंड हाई कोर्ट में दायर याचिका में रूपा के पिता ने बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, महिला सब इंस्पेक्टर मनीषा कुमारी, सब इंस्पेक्टर ज्योत्सना महतो को आरोपी बनाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी. झारखंड हाई कोर्ट ने इस मामले में रूपा तिर्की के पिता के तर्क को सही मानते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. इसके बाद 8 सितंबर से इस मामले की सीबीआई की जा रही है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/education/news/story/pay-commission-himachal-pradesh-government-revises-pay-scale-for-employees-revised-salary-lbse-1364215-2021-11-28,"सरकारी कर्मियों के वेतन में बढ़ोतरी, इस राज्‍य ने दिया तोहफा","Pay Commission: हिमाचल प्रदेश सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए छठे वेतन आयोग (6th Pay Commission) के अनुसार नए वेतनमान की घोषणा की है. इसके साथ ही संविदाकर्मियों के अनुबंध पूरा होने की अवधि को भी तीन साल से घटाकर दो साल कर दिया गया है. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की संयुक्त समन्वय समिति (जेसीसी) को संबोधित करते हुए राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए 1 जनवरी 2016 से नए वेतनमान की घोषणा की है. 01 जनवरी 2016 से मिलेगा संशोधित पेंशन का लाभ उन्होंने कहा कि जनवरी 2022 का वेतन, संशोधित वेतनमान के अनुसार, फरवरी 2022 में देय होगा. मुख्‍यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने कुल बजट का लगभग 43 प्रतिशत कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर खर्च कर रही है जो कि छठे वेतन आयोग के लागू होने के बाद 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पेंशनभोगियों और पारिवारिक पेंशनभोगियों को भी 01 जनवरी 2016 से संशोधित पेंशन और अन्य पेंशन लाभ दिए जाएंगे. 02 वर्ष में ही नियमित कर दिए जाएंगे संविदाकर्मी मुख्यमंत्री ने बताया कि इन नए वेतनमानों और संशोधित पेंशन से राज्य पर सालाना 6,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. उन्‍होंने कहा कि संविदाकर्मी अब 03 वर्ष की बजाय 02 वर्ष के बाद ही नियमित कर दिए जाएंगे. इसके अलावा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों, अंशकालिक श्रमिकों, जल रक्षकों और जल वाहक आदि के संबंध में नियमितीकरण/दैनिक मजदूरी परिवर्तन के लिए भी एक वर्ष कम किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने लंबित चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों को पास करने के लिए अतिरिक्त 10 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की है. उन्‍होंने कहा कि अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जाएगी. यह कमेटी कैबिनेट की अगली बैठक में अपना प्रेजेंटेशन देगी. उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी एवं संविदा कर्मचारियों को आदिवासी भत्ता देने पर भी विचार करेगी. मुख्‍यमंत्री ने कहा कि NPC कर्मचारियों को अब बेहतर रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए निवेश के लिए कोई भी पेंशन फंड चुनने की आजादी होगी. अब तक इन कर्मचारियों को सरकार द्वारा चुने गए पेंशन फंड में ही निवेश करना होता था. उन्होंने कहा कि सभी NPS कर्मचारियों को मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी लाभ प्रदान किया जा रहा है. अब सरकार ने 15 मई, 2003 से 22 सितंबर, 2017 तक इस लाभ से वंचित NPC कर्मचारियों को ग्रेच्युटी देने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि पिछले लगभग चार वर्षों के दौरान राज्य सरकार ने राज्य के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के डीए में 22 प्रतिशत की वृद्धि की है. उन्हें 1,320 करोड़ रुपये का वित्तीय लाभ प्रदान किया गया है. अपर मुख्य सचिव वित्त एवं कार्मिक प्रबोध सक्सेना ने कहा कि नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों में हिमाचल प्रदेश केरल के बाद दूसरा राज्य है. अध्यक्ष राज्य एनजीओ फेडरेशन अश्विनी ठाकुर ने कहा कि महामारी के दौरान भी, राज्य सरकार ने कई अन्य राज्यों के विपरीत यह सुनिश्चित किया कि कर्मचारियों को उनका वेतन और बकाया समय पर मिले. ",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/world/story/united-nations-asked-to-release-kashmiri-khurram-parvez-india-got-furious-released-statement-tlifw-1366646-2021-12-02,"UN ने की कश्मीरी की रिहाई की मांग, भारत ने लगाई फटकार","भारत ने गुरुवार को कश्मीर के खुर्रम परवेज की आतंकवाद के आरोप में हुई गिरफ्तारी को लेकर संयुक्त राष्ट्र के बयान पर जवाब दिया है. दरअसल, संयुक्त राष्ट्र ने खुर्रम की गिरफ्तारी पर चिंता जताते हुए उनकी रिहाई की मांग की थी. भारत ने संयुक्त राष्ट्र की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए एक बयान में कहा कि संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त के प्रवक्ता का बयान आधारहीन है. भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, ‘इस बयान से पता चलता है कि भारत सीमा पार के आतंकवाद का जिस तरह से सामना कर रहा है और उससे हमारे लोगों का मानवाधिकार जिस तरह प्रभावित हो रहा है, उसका उन्हें अंदाजा भी नहीं है.’ बयान में खुर्रम परवेज की गिरफ्तारी को जायज ठहराते हुए आगे कहा गया है, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के कानून जैसे यूएपीए को हमारी संसद ने भारत की संप्रभुता और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए बनाया है. बयान में जिस गिरफ्तारी की बात कही गई है, वो भारत के कानून के तहत हुई है. संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त मानवाधिकार कार्यालय मानवाधिकार और आतंकवाद को लेकर अपनी समझ और विकसित करे.’ खुर्रम परवेज को यूएपीए (अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) कानून) के तहत 22 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था. बुधवार को संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त मानवाधिकार कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, ‘कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज की भारतीय आतंकवाद निरोधी कानून यूएपीए के तहत गिरफ्तारी को लेकर हम बेहद चिंतित हैं.’ इन आरोपों के तहत खुर्रम परवेज पर दर्ज है मामला- अरेस्ट मेमो के अनुसार, खुर्रम परवेज पर अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) कानून (यूएपीए) के तहत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं. खुर्रम पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 120 B (आपराधिक साजिश का हिस्सा होना) और धारा 121 (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना) जैसी गंभीर धाराएं भी लगी हैं. यूएपीए के तहत किसी भी व्यक्ति को बिना किसी आरोप के 6 महीनों से अधिक समय तक जेल में बंद रखा जा सकता है. संयुक्त राष्ट्र भारत के इस आतंकवाद निरोधी कानून पर कई बार सवाल खड़े कर चुका है. संयुक्त राष्ट्र यह भी कह चुका है कि इस कानून में संशोधन कर इसे अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों के स्तर तक लाया जाए. ",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/parliament-roundup-know-about-fourth-day-of-winter-session-proceedings-651346.html,"Winter Session राउंडअप: सस्पेंड 12 सासंदों से मिले राहुल गांधी, जानें सदन में चौथे दिन क्या-क्या हुआ?","लोकसभा में कोरोना पर चर्चा शुरू लोकसभा में कोरोना पर चर्चा शुरू हो गई है। लोकसभा स्पीकर ने कहा, मैं चाहता हूं कि सदन में स्वस्थ चर्चा हो कोरोना पर सभी सांसद अपना अनुभव भी बांटे और सलाह दें। इसके बाद शिवसेना नेता विनायक राउत ने चर्चा शुरू की। राउत ने कहा, राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन राजनीति तो हुई है। पीएम केयर फंड के तहत जो वेंटिलेटर दिए गए थे उनमें से 60% आज भी काम नहीं कर रहे हैं। वो लोगों के उपयोग में नहीं आए।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/kiran-mazumdar-raised-questions-on-the-new-guidelines-of-corona-651343.html,"किरण मजूमदार ने कोरोना की नई गाइडलाइंस पर उठाए सवाल, कहा- क्यों लागू किए जा रहे हैं फालतू नियम?",बॉयोकॉन की एक्जीक्यूटिव चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ ने सरकार के नए नियमों पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या 'जोखि‍म' वाले देशों से नेगेटिव RT-PCR टेस्ट और वैक्सीन के दोनों डोज लेने वाले विजिटर्स को 7 दिन के होम क्वारंटीन पर भेजना ज्यादा सख्त कार्रवाई नहीं है? क्या हम फालतू नियमों को लागू होने दें? ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा के मुकाबले काफी हल्के हैं। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि नई गाइडलाइंस के नाम पर एयरपोर्ट पर यात्रियों को बेवजह परेशान न करें।,1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-china-14th-round-of-talks-of-corps-commanders-level-likely-in-the-second-half-of-december-651341.html,India China:सर्दियों में बर्फ पिघलाने की कोशिश! दिसंबर में 14वें दौर की बातचीत की संभावना,"जरूरत पड़ी तो 2 लाख से अधिक जवान किए जा सकते हैं तैनात हालांकि, सूत्रों के मुताबिक चीन को जवाब देने के लिए भारत ने भी पुख्ता बंदोबस्त कर रखे हैं और बेहद खराब मौसम में भी जरूरत पड़ने पर उसने 2 लाख से ज्यादा सैनिकों को वहां उताने की व्यवस्था कर रखी है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/prashant-kishor-on-opposition-leadership-not-a-divine-right-651329.html,"'विपक्ष का नेतृत्व किसी का दैवीय अधिकार नहीं', ममता के बाद अब पीके ने राहुल गांधी पर साधा निशाना",दो महीने पहले प्रशांत किशोर की राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत की खबरें सामने आई थी जिससे इस अफवाह ने जोर पकड़ा था कि किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि लखीमपुर खीरी कांड के बाद कांग्रेस नेताओं की सार्वजनिक आलोचना के बाद दोनों में दरार के संकेत नजर आने लगे थे।,1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-response-to-ohchr-statement-on-kashmiri-rights-activist-khurram-parvez-651312.html,"कश्मीर पर बयान को लेकर भारत की OHCHR को फटकार, कहा- आतंकवाद को लेकर समझ विकसित करें","ओएचसीएचआर के प्रवक्ता रूपर्ट कोलविल ने एक बयान में कहा ""हम भारतीय आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत कश्मीरी मानवाधिकार रक्षक खुर्रम परवेज की गिरफ्तारी से बहुत चिंतित हैं।""",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/after-the-challenge-of-tmc-ncp-only-3-solutions-are-left-with-congress-651310.html,TMC-NCP की चुनौती के बाद कांग्रेस के पास बच गए हैं सिर्फ 3 उपाय,"नई दिल्ली, 2 दिसंबर: एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार अबतक कहते रहे थे कि बगैर कांग्रेस के भाजपा विरोधी किसी मोर्चे की बात करना बेमानी है। लेकिन, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से मुलाकात करने के बाद उनके टोन भी बदले हुए हैं और यह एक तरह से कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फिरने जैसा है। क्योंकि, अबतक कांग्रेस मानकर चल रही थी कि बाय डिफॉल्ट वही भाजपा-विरोधी गठबंधन का नेतृत्व कर रही है। वह 10 साल तक यूपीए सरकार की अगुवाई भी कर चुकी है, लेकिन ममता ने अब उसके अस्तित्व को ही नकार दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि कांग्रेस क्या करे? उसके पास क्या विकल्प हैं? अभी भी समय है और पार्टी अगर तीन चीजों का समाधान कर ले तो वह अभी भी ममता-पवार को अपने पीछे चलने को मजबूर कर सकती है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/opposition-leaders-including-rahul-gandhi-staged-a-sit-in-for-the-suspended-12-mps-from-rajya-sabha-651286.html,"राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ संसद में विपक्ष का धरना,राहुल गांधी भी हुए शामिल","इन राज्‍य सभा सदस्‍यों को किया गया है निलंबित गौरतलब है कि राज्‍य सभा से जिन सदस्‍यों को संसद में असोभनीय आचरण के कारण निलंबित किया गया है, उनमें टीएमसी की डोला सेन, शांता छेत्री, कांग्रेस की फूलों देवी नताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, अखिलेश प्रताप सिंह और राजमणि पटेल शामिल हैं। इसके अलावा माकपा के इलामाम करीम, भाकपा के विनय विस्‍वम और शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई भी शामिल हैं। जिनका निलंबन वापस लेने की मांग के लिए ये धरना शुरू हुआ है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बैठकर गाया राष्ट्रगान, मुंबई बीजेपी के एक नेता ने दर्ज कराई FIR",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/i-don-t-see-congress-getting-300-seats-in-the-next-general-elections-ghulam-nabi-azad-651250.html,अगले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस 300 सीटें नहीं जीत पाएगी: गुलाम नबी आजाद,"आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने जम्मू में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमीन से जुड़ा हुआ नेता कहा था। आजाद ने कहा था कि 'पीएम मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन आज भी वो खुद को चाय वाले का बेटा ही कहकर संबोधित हैं, ये उनका बड़प्पन है। इंसान वो ही है, जो अपनी जड़ों और पहचान को नहीं भूलता है, इसके लिए मैं उनकी दिल से तारीफ करता हूं।'",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/india-lost-2-8-billion-dollar-due-to-internet-shutdown-say-parliamentary-panel-led-by-shashi-tharoor-651248.html,'इंटरनेट ठप होने से 2020 में देश को 2 बिलियन डॉलर का नुकसान',"अपनी रिपोर्ट में पैनल ने कहा कि इंटरनेट को बार-बार शटडाउन नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे आम नागरिकों के दैनिक जीवन से जुड़े अपरिहार्य कार्यों पर असर पड़ता है, परीक्षा, नामांक, पर्यटन और ऑनलाइन उद्योगों को इससे काफी नुकसान होता है। इंटरनेट शटडाउन को लागू करने के लिए एक समान नीति होनी चाहिए। साथ ही इंटरनेट को शटडाउन करने के लिए एक स्पष्ट परिभाषा होनी चाहिए। राज्य की सरकारें अपनी जरूरत के अनुसार इंटरनेट सेवाओं को बंद करती हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/case-filed-against-mamata-banerjee-for-disrespecting-national-anthem-651247.html,"बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बैठकर गाया राष्ट्रगान, मुंबई बीजेपी के एक नेता ने दर्ज कराई FIR","भाजपा नेता के इस ट्वीट के बाद अन्य भाजपा नेताओं ने भी ममता बनर्जी की आलोचना की। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा, राष्ट्र गान हमारी राष्ट्रीय पहचान की मजबूत अभिव्यक्ति है। सार्वजनिक पद पर बैठने वाले लोगों से कम से कम ऐसी उम्मीद नहीं थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने जो गाया वह राष्ट्रगान का विकृत संस्करण है। क्या भारत का विपक्ष इतना गर्व से रहित और देशभक्ति से रहित है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/gpp-chief-vijay-sardesai-says-formed-an-alliance-with-congress-to-save-goa-651244.html,GPP चीफ विजय सरदेसाई बोले-गोवा को बचाने के लिए किया कांग्रेस से गठबंधन,"इससे पहले सरदेसाई ने राहुल गांधी के साथ मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट थी। उन्होंने लिखा था कि, अपने साथियों के साथ आज राहुल गांधी से मुलाकात की। हमने गोवा में बीजेपी के भ्रष्ट, अक्षम और अलोकतांत्रिक शासन को खत्म करने के लिए जनता की तरफ से संकल्पित और एकजुट होकर लड़ने पर सहमति जताई है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/does-mamata-banerjee-not-know-what-upa-is-i-think-she-has-started-madness-adhir-ranjan-chowdhury-651241.html,"ममता पर कांग्रेस का पलटवार, अधीर रंजन बोले-भारत का मतलब बंगाल नहीं, उन्‍हें नहीं पता यूपीए क्‍या है","अधीर रंजन ने कहा कि, शरद पवार ने कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं कहा। वह एक वरिष्ठ नेता हैं। हम उसका बहुत सम्मान करते हैं। शरद पवार और अन्य दलों के लोगों को फंसाने और यह दिखाने के लिए कि भाजपा का एक विकल्प आ गया है, यह ममता बनर्जी की एक सोची-समझी साजिश है। इससे बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा हो रहा है। कांग्रेस हो या कोई अन्य पार्टी, बात यह है कि जो भाजपा के खिलाफ हैं, अगर वे एक साथ आएंगे, तो उनका स्वागत है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/why-akali-leader-manjinder-singh-sirsa-joined-bjp-he-himself-told-651232.html,अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा बीजेपी में क्यों हुए शामिल? जानिए,"नई दिल्ली, 1 दिसंबर: दिल्ली में शिरोमणि अकाली दल के सबसे बड़े चेहरे मनजिंदर सिंह सिरसा ने अचानक बीजेपी का कमल थामकर पंजाब से लेकर दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक की राजनीति में सुगबुगाहट ला दी है। भाजपा में शामिल होने से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। कृषि कानूनों की वापसी के बाद एक जाट सिख नेता का बीजेपी में आना सीधे पंजाब चुनावों से जोड़ा जाना स्वाभाविक है। लेकिन, इसका प्रभाव दूर तक पड़ सकता है। 48 साल के सिरसा हरियाणा के रहने वाले हैं और अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के करीबी माने जाते रहे हैं। उनके भाजपा में आने से अकाली दल को पंजाब चुनाव से पहले बहुत बड़ा झटका लगा है तो यह मौजूदा माहौल में बीजेपी-विरोधी बाकी पार्टियों के लिए भी असहज करने वाली स्थिति है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/after-article-370-there-has-been-a-decrease-in-infiltration-and-terrorist-incidents-in-j-and-k-govt-651215.html,"Article 370 हटने के बाद J&K में घुसफैठ और आतंकी घटनाओं में आई कमी, सरकार ने दिए पूरे आंकड़े","नई दिल्ली, 1 दिसंबर: केंद्र सरकार ने आंकड़े जारी करके बताया है कि जम्मू और कश्मीर में 2018 के बाद से आतंकवादी और घुसपैठ की घटनाओं में भारी कमी आई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले तीन वर्षों के पूरे आंकड़े जारी कर कहा है कि किस तरह से इस केंद्र शासित प्रदेश में इन वारदातों पर लगाम लगता जा रहा है। हालांकि, इस साल अक्टूबर में टारगेटेड किलिंग की कुछ घटनाओं ने कश्मीर घाटी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े किए थे, लेकिन कुल मिलाकर जो आंकड़ें सामने आए हैं, उससे वहां की फिजा सही मायने में बदली हुई दिख रही है। गौरतलब है कि आज ही एक रिपोर्ट आई है, जिसके मुताबिक पिछले अक्टूबर महीने में जम्मू-कश्मीर में हुई टारगेटेड किलिंग की कई वारदातों के बावजूद नवंबर में वहां पहुंचने वाले सैलानियों का सात साल का रिकॉर्ड टूट गया है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/within-just-15-days-these-big-decisions-changed-political-equations-of-bjp-in-3-states-651204.html,महज 15 दिनों के भीतर इन तीन बड़े फैसलों ने 3 राज्यों में बदल दिए BJP के चुनावी समीकरण,"नई दिल्ली, 1 दिसंबर: देश के पांच राज्यों- यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों में अब महज कुछ ही महीनों का वक्त बचा है और माना जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत में चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर देगा। इन पांच राज्यों में से केवल पंजाब को छोड़कर बाकी चारों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और भगवा खेमा अपनी सत्ता कायम रखने के लिए पूरे दमखम से जुटा हुआ है। इस बीच पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा ने चुनाव से पहले ही तीन ऐसे मास्टर स्ट्रोक चल दिए हैं, जिसके बाद बाकी दल चुनावी मैनेजमेंट में काफी पीछे नजर आ रहे हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/kerala-maharashtra-like-states-decided-to-take-action-those-still-covid-unvaccinated-651199.html,"सख्ती के मूड में सरकार, कई राज्यों ने टीका ना लगवाने पर रोकी सरकारी सुविधाएं","मध्य प्रदेश एमपी के खंडवा जिले में आबकारी कार्यालय ने घोषणा की कि शराब केवल उन्हीं को बेची जाएगी, जिन्हें कोविड -19 वैक्सीन की दोनों खुराक मिली हैं। आदेश में कहा गया है कि इस नए नियम के बारे में खंडवा के 74 शराब दुकानों को सूचित कर दिया गया है, जिससे ग्राहकों को शराब खरीदने के लिए पात्र होने के लिए पूरी तरह से टीका लगवाना होगा। आदेश में कहा गया है कि नागरिकों के बीच टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए यह उपाय किया गया था क्योंकि राज्य अपना मेगा टीकाकरण अभियान जारी रखे हुए है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/punjab-election-manjinder-singh-sirsa-joins-bjp-in-delhi-651188.html,"पंजाब चुनाव से पहले अकाली दल को झटका, मनजिंदर सिंह सिरसा ने ज्वाइन की बीजेपी","वहीं सिरसा की ज्वाइनिंग पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जब भी उत्तर भारत की राजनीति में सिखों की बात होती है, तो सिरसा का चेहरा सबके दिमाग में आता है। मैं उनका बीजेपी परिवार में स्वागत करता हूं। उनके आने से पार्टी को पंजाब चुनाव में फायदा होगा। वहीं धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि बीजेपी के लिए आज बहुत ही अच्छा दिन है। उनके आने से बीजेपी को काफी ज्यादा मजबूती मिलेगी। बीजेपी में आने से पहले वो दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की जिम्मेदारियों से मुक्त हो गए। बीजेपी चीफ और अमित शाह ने भी उनको शुभकामनाएं दी हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/parliament-roundup-know-about-third-day-of-winter-session-proceedings-651176.html,Winter Session राउंडअप: संसद में तीसरे दिन क्या-क्या हुआ? जानिए सबकुछ,लोकसभा में बीजेपी सांसद ने समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कानून लाने की मांग की। शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि 1947 में धर्म के आधार पर देश का बंटवारा होने के बाद भी भारत धर्मनिरपेक्ष देश रहा है। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एक व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि हम देश में आजादी के 75 साल बाद भी समान नागरिक संहिता लागू नहीं कर सके हैं और इसमें अदालत को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए संसद में कानून बनाया जाना चाहिए।,1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/mallikarjun-kharge-ask-if-the-death-of-farmers-is-not-known-where-did-the-figure-of-coronavirus-dead-651148.html,"मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा- किसानों की मौत का पता नहीं, तो कोरोना मृतकों का आंकड़ा कहां से आया?","कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'अगर सरकार के पास 700 लोगों का रिकॉर्ड नहीं है तो उन्होंने महामारी के दौरान लाखों लोगों का डेटा कैसे एकत्र किया था। पिछले 2 वर्षों में कोरोना वायरस महामारी के कारण 50 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई लेकिन सरकार के अनुसार, केवल 4 लाख लोग की वायरस के कारण मृत्यु हुई है।' आपको बता दें कि करीब एक साल तक चले कृषि आंदोलन में करीब 700 किसानों के मारे जाने का दावा किया जाता है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/winter-session-mha-written-reply-on-infiltration-in-jammu-and-kashmir-651146.html,"'जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कम, इस साल सिर्फ 28 घटनाएं', राज्यसभा में HM का लिखित जवाब","शून्यकाल और प्रश्नकाल में हंगामा बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। नारेबाजी बढ़ता देख उच्च सदन को स्थगित कर दिया गया। कुछ देर बाद जब दोबारा से कार्यवाही शुरू हुई, तो 5 मिनट बाद उसे दूसरी बार स्थगित करना पड़ा। उपसभापति ने प्रश्नकाल शुरू करते हुए रेवती रमन सिंह का नाम पुकारा था, लेकिन तब तक विपक्षी दलों के सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जिस वजह से शून्यकाल और प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्षी दल 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/congress-leader-srinivas-taunted-on-prashant-kishor-over-meeting-between-mamta-banerjee-and-gautam-adani/1943935/,"गौतम अडानी से मिलीं ममता बनर्जी, कांग्रेसी श्रीनिवास ने प्रशांत किशोर पर मारा ताना","गौतम अडानी से मिलीं ममता बनर्जी, कांग्रेसी श्रीनिवास ने प्रशांत किशोर पर मारा ताना ममता बनर्जी और गौतम अडानी की मुलाक़ात पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय में हुई। इस दौरान दोनों के बीच की मुलाक़ात करीब डेढ़ घंटे तक चली। मुलाक़ात के बाद गौतम अडानी ने भी इसकी पुष्टि करते हुए तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By रुंजय कुमार नई दिल्ली December 2, 2021 11:02:18 pm गुरुवार को ममता बनर्जी ने गौतम अडानी से मुलाक़ात की। (फोटो: पीटीआई) गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी से मुलाक़ात की। मुलाक़ात की तस्वीरें सामने आने पर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने ममता बनर्जी के रणनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर पर निशाना साधा। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने ममता बनर्जी और गौतम अडानी के बीच हुई मुलाक़ात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि भाई PK, कम से कम सेठ जी तो दूसरा ढूंढ लेते। दरअसल बंगाल चुनाव के बाद से ही ममता बनर्जी अलग अलग राज्यों में जाकर वहां के प्रमुख लोगों से मुलाक़ात कर रही हैं और प्रशांत किशोर को ही इन मुलाकातों का रणनीतिकार माना जा रहा है। Also Read मुझे उस दिन की याद आ रही है जब मुझे पीटते-पीटते ले जा रहे थे…परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी ने किया फेसबुक लाइव BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं JDU प्रवक्ता बोले- कांग्रेस ने दिल्ली में केजरीवाल और बंगाल में ममता को आगे किया अब गुस्सा NDA पर निकाल रहे; TMC नेता ने कहा- अभी तो असली खेला होबे अब आपका स्‍मार्टफोन बनेगा Digital Car Key! फोन से ही कर सकेंगे लॉक व अनलॉक, गूगल ने अन्‍य फीचर्स के साथ किया ऐलान मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ममता बनर्जी और गौतम अडानी की मुलाक़ात पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय में हुई। इस दौरान दोनों के बीच की मुलाक़ात करीब डेढ़ घंटे तक चली। मुलाक़ात के बाद गौतम अडानी ने भी इसकी पुष्टि करते हुए तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की और लिखा कि ममता बनर्जी के साथ पश्चिम बंगाल में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई। साथ ही उन्होंने कहा कि वे अगले साल अप्रैल में होने वाले बंगाल ग्‍लोबल बिजनेस समिट में भी शिरकत करेंगे। यह बैठक ममता बनर्जी के मुंबई दौरे के बाद हुई। बुधवार को ममता बनर्जी ने मुंबई में सिविल सोसायटी के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जावेद अख्तर, महेश भट्ट, सुधींद्र कुलकर्णी, शत्रुधन सिन्हा, स्वरा भास्कर सहित कई लोगों से भेंट की। इसके अलावा उन्होंने अपने मुंबई दौरे पर एनसीपी नेता शरद पवार से भी मुलाक़ात किया और विपक्षी एकता का आह्वान करते हुए यूपीए के अस्तित्व पर ही सवाल उठा दिया। हालांकि इस बयान के बाद कांग्रेस ममता पर हमलावर हो गई। ममता के रणनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर ने उनका बचाव करते हुए ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा। प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस जिस विचार और स्थान का प्रतिनिधित्व करती है वो एक मजबूत विपक्ष के लिए काफ़ी अहम है। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व को दैवीय अधिकार नहीं है वो भी तब जब पार्टी पिछले 10 सालों में 90 फीसदी चुनावों में हारी है। विपक्ष के नेतृत्व का फ़ैसला लोकतांत्रिक तरीके से होने दें।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/arnab-goswami-facebook-live-after-former-mumbai-top-cop-param-bir-singh-suspended/1943926/,मुझे उस दिन की याद आ रही है जब मुझे पीटते-पीटते ले जा रहे थे…परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी ने किया फेसबुक लाइव,"मुझे उस दिन की याद आ रही है जब मुझे पीटते-पीटते ले जा रहे थे…परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी ने किया फेसबुक लाइव परमबीर सिंह के निलंबन पर रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी ने फेसबुक लाइव करते हुए इसे सत्य की असत्य पर जीत बताया। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Nitesh Srivastava नई दिल्ली Updated: December 2, 2021 10:36:49 pm परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी का लुटियंस मीडिया जमकर गरजे। Source- Republic Bharat FB Page महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को निलंबित कर दिया। सिंह के निलंबन पर रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी ने फेसबुक लाइव करते हुए इसे सत्य की असत्य पर जीत बताया। इस दौरान उन्होंने अपने पुराने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मुझे आज भी वह सुबह याद है जब मुझे अलीबाग से धनोजा पीटते हुए ले जाया जा रहा था, उस दिन उन्हें (परमबीर सिंह) बहुत मजा आ रहा था। गोस्वामी ने कहा कि मुझे कई सारी चीजें याद आ रही हैं, गोस्वामी ने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा ‘सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित कतई नहीं हो सकता है’। अर्णब गोस्वामी ने कहा कि यह पिछले 13 महीनों की कठिन लड़ाई थी, जोकि व्यक्तिगत नहीं बल्कि भारत के लोगों के लिए थी। इस दौरान उन्होंने लुटियंस मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली की मीडिया ने सोचा था कि एक मीडिया नेटवर्क जोकि देश के लोगों की आवाज बन चुका है, उसे दबाने के लिए एक पुलिसकर्मी से हाथ मिला कर और साजिश रचेंगे और इस नेटवर्क को बंद कर देंगे। यहां उन्होंने एक बॉलीवुड एक्टर का भी जिक्र किया, हालांकि उन्होंने नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि एक बॉलीवुड एक्टर अपने टेलीविजन कार्यक्रम में जाकर कहता था कि बड़े ड्रग वालों पर सवाल मत पूछो नहीं तो चैनल बंद कर दूंगा। Also Read BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं JDU प्रवक्ता बोले- कांग्रेस ने दिल्ली में केजरीवाल और बंगाल में ममता को आगे किया अब गुस्सा NDA पर निकाल रहे; TMC नेता ने कहा- अभी तो असली खेला होबे अब आपका स्‍मार्टफोन बनेगा Digital Car Key! फोन से ही कर सकेंगे लॉक व अनलॉक, गूगल ने अन्‍य फीचर्स के साथ किया ऐलान Home Loan ट्रांसफर करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल, जरा सी चूक पड़ सकती है भारी वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी ने निलंबन का लेटर दिखाते हुए कहा कि आज सबको यह एहसास होना चाहिए कि कोई भी सिस्टम को मैनेज करके नहीं निकल सकता है। उन्होंने कहा कि आज से करीब एक साल पहले जब हमने सुशांत को लेकर कई सवाल उठाए थे तो हमें चैनल बंद कराने की धमकी देते हुए कहा गया था कि हमसे क्षमा मांगों नहीं तो ब्रिटिश काल के किसी कानून के तहत तुम पर केस कर दूंगा। अर्णब इस दौरान काफी भावुक दिखाई दिए। बताते चलें कि एक आपराधिक मामले में परमबीर के इशारे पर मुंबई पुलिस ने अर्नब को घर जाकर गिरफ्तार किया था। उसके बाद से वह परमबीर के साथ मीडिया के एक वर्ग पर हमलावर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि परमबीर सिंह के खिलाफ ‘‘कुछ अनियमितताओं और खामियों’’ के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिंह पिछले 6 महीने में महाराष्ट्र होमगार्ड प्रमुख नियुक्त किए जाने के बाद पेश नहीं हुए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें 29 अगस्त तक की छुट्टी दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी वह ड्यूटी पर नहीं आए। Also Read ड्रग्स पर डिबेट के बीच में परमबीर को याद कर बोले अर्नब- पता नहीं अब वह कहां हैं? पैनलिस्ट पर तंज कस कही ये बात परमबीर सिंह ने मार्च में राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के आरोप लगाए थे, जब उन्हें एंटीलिया विस्फोटक सामग्री घटना के बाद मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया था। उन्होंने देशमुख पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुंबई में रेस्तरां और बार से एक महीने में 100 करोड़ रुपये लेने के लिए कहा था। हालांकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता ने इस आरोप से इनकार किया था। इन आरोपों की जांच कर रहे आयोग ने सिंह को अपना बयान दर्ज करने के लिए पेश होने का निर्देश दिया था, लेकिन आईपीएस अधिकारी पिछले महीने ही उसके समक्ष पेश हुए थे।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/word-war-between-congress-spokesperson-and-bjp-leader-in-abp-news-tv-debate-over-rahul-gandhi/1943901/,"BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं","BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं मुंबई में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपीए के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यूपीए क्या है? कोई यूपीए नहीं है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By रुंजय कुमार नई दिल्ली December 2, 2021 10:21:05 pm ममता बनर्जी ने इशारों में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जो कुछ नहीं करते हैं और आधा समय विदेश में गुजारते हैं। (फोटो: पीटीआई) बुधवार को मुंबई में एनसीपी नेता शरद पवार से मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए यूपीए के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा कर दिया और कहा कि यूपीए है ही नहीं। इसी मुद्दे पर टीवी डिबेट के दौरान भाजपा नेता ने कहा कि जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते तो उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए हैं। इसपर कांग्रेस प्रवक्ता ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि वे ही अकेले भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं। एबीपी न्यूज पर टीवी डिबेट के दौरान एंकर रुबिका लियाकत ने भाजपा नेता शिवम त्यागी से सवाल पूछा कि क्या ममता बनर्जी को नेता माने जाने से लड़ाई मुश्किल होगी। इसपर भाजपा नेता शिवम त्यागी ने राज्यों में जोड़ तोड़ से सरकार बनाई जा सकती है। लेकिन पूरे देश में यह मुश्किल है। आगे उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि चाहे जो हो लीडर हमेशा इनके परिवार से ही आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि 2015-19 के बीच में राहुल गांधी 247 बार देश से बाहर गए हैं। इतनी बार तो आप भी नोएडा से दिल्ली नहीं गए होंगे। Also Read JDU प्रवक्ता बोले- कांग्रेस ने दिल्ली में केजरीवाल और बंगाल में ममता को आगे किया अब गुस्सा NDA पर निकाल रहे; TMC नेता ने कहा- अभी तो असली खेला होबे अब आपका स्‍मार्टफोन बनेगा Digital Car Key! फोन से ही कर सकेंगे लॉक व अनलॉक, गूगल ने अन्‍य फीचर्स के साथ किया ऐलान Home Loan ट्रांसफर करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल, जरा सी चूक पड़ सकती है भारी कांग्रेस के कन्हैया ने हिंदु बनाम हिंदुत्व पर बहस को बताया बेमतलब, एंकर ने टोका- मतलब से हो रही है राजनीति, आपकी पार्टी भी लोगों के बीच मुद्दे नहीं उठाती भाजपा नेता के इन आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गुरदीप सप्पल ने कहा कि भाजपा कई साल से राहुल गांधी पर अटैक करती है। राहुल गांधी ही हैं जो भाजपा से मुकाबला कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की यह कोशिश पहली बार नहीं है। वे 2014 में अन्ना हजारे के साथ थीं और अब प्रशांत किशोर के साथ हैं। गौरतलब है कि मुंबई में ममता बनर्जी ने इशारों इशारों में कांग्रेस और राहुल गांधी के ऊपर निशाना साधा। ममता बनर्जी ने कहा कि मैं देश में लोगों से मिल रही हूं तो इसमें समस्या क्या है। कुछ ऐसी पार्टियां और लोग हैं जो कुछ नहीं करते हैं। आधा समय तो वो विदेश में गुजारते हैं। कुछ नहीं करते। इतना ही नहीं उन्होंने मुंबई में यूपीए के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यूपीए क्या है? कोई यूपीए नहीं है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के बयान का बचाव करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों से यूपीए नहीं है। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि यदि आप यूपीए के इतिहास पर गौर करें तो पाएंगे कि 13 मई 2004 को चुनाव के नतीजे आए थे। शासन के लिए 16 या 17 मई को यूपीए का गठन हुआ था। 22 मई को डॉ मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। चुनाव बाद यूपीए का गठन करने का स्पष्ट उद्देश्य था और यह बेहतर शासन के लिए था। यह 2014 तक चला।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/bjp-and-jdu-tease-congress-over-political-rift-against-tmc-anjana-om-kashyap-aajtak-tv-debate-show/1943884/,JDU प्रवक्ता बोले- कांग्रेस ने दिल्ली में केजरीवाल और बंगाल में ममता को आगे किया अब गुस्सा NDA पर निकाल रहे; TMC नेता ने कहा- अभी तो असली खेला होबे,"JDU प्रवक्ता बोले- कांग्रेस ने दिल्ली में केजरीवाल और बंगाल में ममता को आगे किया अब गुस्सा NDA पर निकाल रहे; TMC नेता ने कहा- अभी तो असली खेला होबे ममता बनर्जी द्वारा यूपीए को खारिज किए जाने और राहुल गांधी पर निशाना साधने के बाद कांग्रेस बनाम टीएमसी की लड़ाई चर्चा का विषय बन गई है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By Nitesh Srivastava नई दिल्ली December 2, 2021 9:23:23 pm बाएं-पवन खेड़ा (फाइल/इंडियन एक्सप्रेस), दाएं संजय शर्मा (फाइल/@SSharma4U) ममता बनर्जी द्वारा यूपीए को खारिज किए जाने और राहुल गांधी पर निशाना साधने के बाद कांग्रेस बनाम टीएमसी की लड़ाई चर्चा का विषय बन गई है। टीवी डिबेट में जहां कांग्रेस और टीएमसी नेतओं के बीच इस पर जोरदार बहस देखने को मिल रही है, वहीं बीजेपी और जेडीयू इस पर चुटकी लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। समाचार चैनल आजतक के शो ‘हल्ला बोल’ में एंकर अंजना ओम कश्यप के एक सवाल पर जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि याचक का नेतृत्व कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिल्ली को बर्तन में दूध सजा कर देंगे तो बिल्ली दूध पीयेगी ही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ये काम दिल्ली में केजरीवाल के लिए किया है और पश्चिम बंगाल में ममता के लिए किया है तो अब छाती पीटने का क्या फायदा है। अजय आलोक ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि गलती आपकी है और आप अब पुराने जमीदार की तरह बर्ताव कर रहे जिसका सारा खेत चले जाने के बाद भी वह कहता है कि ये मेरा है और वो मेरा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पता नहीं क्यों इसके लिए बीजेपी और जेडीयू पर अपनी नाराजगी निकाल रही है जबकि एनडीए इस पूरी लड़ाई में कहीं है ही नहीं, यह मामला तो कांग्रेस बनाम टीएमसी का है। Also Read Indian Railway IRCTC: साइक्लोन ‘जवाद’ ने रोका रास्ता, दक्षिण पूर्व रेलवे ने 3 दिसंबर की कई ट्रेनों को किया रद्द, चेक करें लिस्ट गौतम अडानी से मिलीं ममता बनर्जी, कांग्रेसी श्रीनिवास ने प्रशांत किशोर पर मारा ताना मुझे उस दिन की याद आ रही है जब मुझे पीटते-पीटते ले जा रहे थे…परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी ने किया फेसबुक लाइव BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं उन्होंने कहा कि कल तक जो साथ थे आज वो एक दूसरे को नेता मानने को तैयार नहीं, कोई पुराना जमींदार कह दे रहा है तो कोई विदेश में भेज दे रहा है। इसी बीच एंकर ने रोकते हुए कहा कि अब तो बीजेपी इस लड़ाई में है ही नहीं इसलिए बीजेपी और जेडीयू नेताओं को हटाकर स्क्रीन पर TMC के नेताओं को लाया जाए। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता से सवाल करते हुए अंजना ओम कश्यप ने पूछा कि आपने तो खेला कर दिया। इसके जवाब में TMC प्रवक्ता संजय शर्मा ने कहा कि खेला तो हमने विधानसभा चुनाव के बाद से ही शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जो खेला होगा उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। संजय शर्मा के अनुसार, कांग्रेस के नेतृत्व में बीजेपी के खिलाफ मजबूत दावेदारी नजर नहीं आ रही थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व में जो सिंडिकेट सत्ता पर काबिज है उसे लुंज पुंज और ढीले ढाले रवैये से नहीं हटाया जा सकता है। इसके लिए दीदी जैसी नेतृत्व की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज स्थिति ये है कि नए लोग ममता बनर्जी की तरफ देखने लगे हैं। संजय शर्मा ने बताया कि ममता बनर्जी का मानना है कि अगर कांग्रेस मजबूती से केंद्र को जवाब नहीं देगी और जनता को जागरुक नहीं करेगी तो हम कब तक बैठकर इंतजार करते रहेंगे, उन्होंने कहा कि टीएमसी प्रमुख का साफ मानना है कि 2024 के चुनावों में हम मूक दर्शक बनकर तमाशा नहीं देख सकते हैं। ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवारी बनाए जाने के सवाल पर संजय शर्मा ने बचते बचाते हुए सावधानी से कहा कि हमारा काम फिलहाल केंद्र में मोदी सरकार के तानाशाही रवैये पर लगाम लगाना है और देश के सामने एक विकल्प प्रस्तुत करना है। Also Read शरद पवार से मिलीं ममता बनर्जी, कहा- तैयार कर रहे हैं BJP का अल्टरनेटिव; राहुल गांधी पर बोलीं- अक्सर विदेश रहने वालों का क्या भरोसा वहीं बहस के दौरान कांग्रेस ने ममता बनर्जी के केंद्र के प्रति नरम रवैये पर सवाल दागते हुए पूछा कि इस पर भी चर्चा होनी चाहिए कि संघ ने कितने मुकदमे ममता बनर्जी के खिलाफ किए और कितने केस राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कराए हैं। उन्होंने पूछा कि ऐसा क्या हुआ ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद एकाएक तय कर दिया कि वह गोवा में चुनाव लड़ेगी। पवन खेड़ा ने कहा कि हम दादा से भी लड़ रहे हैं अब दीदी से भी लड़ेंगे और जीतेंगे भी।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/congress-leader-kanhaiya-kumar-on-news-18-tv-channel-said-debate-on-hindu-and-hindutva-is-meaningless/1943750/,"कांग्रेस के कन्हैया ने हिंदु बनाम हिंदुत्व पर बहस को बताया बेमतलब, एंकर ने टोका- मतलब से हो रही है राजनीति, आपकी पार्टी भी लोगों के बीच मुद्दे नहीं उठाती","कांग्रेस के कन्हैया ने हिंदु बनाम हिंदुत्व पर बहस को बताया बेमतलब, एंकर ने टोका- मतलब से हो रही है राजनीति, आपकी पार्टी भी लोगों के बीच मुद्दे नहीं उठाती टीवी डिबेट में जब एंकर ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार से सवाल पूछते हुए कहा कि आपकी पार्टी के नेता का मानना है कि हिंदू और हिंदुत्व अलग अलग है। आखिर हिंदू और हिंदुत्व में क्या फर्क है। इसके जवाब में कन्हैया कुमार ने कहा कि ये बहस ही बिना मतलब का है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By रुंजय कुमार नई दिल्ली December 2, 2021 7:57:43 pm टीवी कार्यक्रम में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि आरएसएस के राम का राजनीतिक उद्देश्य है लेकिन आम लोगों के राम उनके आस्था का विषय है। (फोटो: एएनआई) अगले साल की शुरुआत में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर हिंदू और हिंदुत्व का मुद्दा सुर्ख़ियों में है। इसी मुद्दे पर चर्चा के दौरान जब कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार से हिंदुत्व को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये बहस ही बेमतलब है। इसपर एंकर ने उन्हें टोकते हुए कहा कि मतलब से ही हिंदुत्व को लेकर राजनीति हो रही है और आपकी पार्टी भी लोगों के बीच मुद्दे नहीं उठाती है। दरअसल न्यूज 18 इंडिया पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान एंकर किशोर अजवानी ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार से सवाल पूछते हुए कहा कि आपकी पार्टी के नेता का मानना है कि हिंदू और हिंदुत्व अलग अलग है। आखिर हिंदू और हिंदुत्व में क्या फर्क है। इसके जवाब में कन्हैया कुमार ने कहा कि ये बहस ही बिना मतलब का है। इसपर एंकर ने उन्हें टोकते हुए कहा कि कहा कि ये बेमतलब क्यों है। ये बहस तो वहीं से शुरू हुई जब आपकी पार्टी के कुछ नेताओं ने किताबें लिख दीं। एंकर के टोके जाने के बाद कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि उन्होंने किताबें लिखी हैं तो उसपर बहस भी हो रही है और चर्चा भी हो रही है। मैं जब यहां बात करने आया हूं तो देश के आम नागरिक की हैसियत से बैठा हूं। मैं चाहता हूं कि देश के आम लोगों की परेशानी पर बात हो। इसके बाद एंकर के यह कहे जाने पर कि क्या इस बहस से आम लोगों को कोई मतलब नहीं है तो उन्होंने कहा कि आरएसएस के राम का राजनीतिक उद्देश्य है लेकिन आम लोगों के राम उनके आस्था का विषय है। जो इसपर राजनीति नहीं चाहते हैं। #News18IndiaChaupal देश में धर्म के नाम पर राजनीति ख़तरनाक, हम लोगों के बीच में जनता के मुद्दे लेकर जाते हैं, BJP लोगों को बुनियादी सवालों से गुमराह करने का काम करती है: कन्हैया कुमार #News18Chaupal #Chaupal @kanhaiyakumar #RamKadam @BJP4India @INCIndia @KishoreAjwani pic.twitter.com/Fptx3cBeUC — News18 India (@News18India) December 2, 2021 कन्हैया कुमार के इस जवाब पर एंकर किशोर आजवानी ने कहा कि ये राजनीति बिलकुल मतलब से हो रही है। सब तरफ से मतलब से राजनीति हो रही है। इसके बाद कन्हैया कुमार ने रेलवे, बेरोजगारी और महंगाई को लेकर सवाल उठाया। इसपर एंकर ने कहा कि लेकिन इनको लेकर चुनाव नहीं लड़े जा रहे हैं। आपकी पार्टी भी बेरोजगारी या दूसरे मुद्दों को लेकर नहीं बात करती है। आप भी लोगों के बीच जाते हैं तो पहचान लेकर जाते हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के द्वारा लिखी गई किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी संगठनों से किए जाने के बाद देश में एक बार फिर से हिंदुत्व को लेकर बहस छिड़ गई। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के द्वारा लिखी गई किताब सनराइज ओवर अयोध्या के छठे चैप्टर द सैफरन स्काई में लिखा गया कि साधु संतों के सनातन धर्म और प्राचीन हिंदू धर्म को हिंदुत्व के एक नए तरीके से किनारे लगाया जा रहा है जो कि इस्लामिक जिहादी संगठन बोको हरम और आईएसआईएस की तरह है। किताब में लिखी गई इसी लाइन को लेकर विवाद खड़ा हो गया।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/motihari-mgcu-center-running-in-kitchen-store-room-without-faculty/1942726/,"पांच साल पहले शुरू हुआ केंद्रीय विश्वविद्यालय, किचेन और खाली कमरों में खोल दिए गए 26 सेंटर, शिक्षकों का अता-पता नहीं","पांच साल पहले शुरू हुआ केंद्रीय विश्वविद्यालय, किचेन और खाली कमरों में खोल दिए गए 26 सेंटर, शिक्षकों का अता-पता नहीं पांच साल पहले मोतिहारी में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय का संचालन शुरू हुआ था। आज स्थिति यह है कि इसके केंद्र का सही पता भी नहीं है। केवल वेबसाइट पर सेंटर चल रहे हैं। पता लगाने पर बोर्ड और खाली कमरा ही नज़र आता है। Written By संतोष सिंहTranslated By अंकित ओझा पटना December 2, 2021 6:03:03 pm MGCU का एक सेंटर। फोटो- संतोष सिंह @एक्सप्रेस बिहार के मोतिहारी में आज से पांच साल पहले एक केंद्रीय विश्वविद्यालय शुरू किया गया था। पिछले एक साल के दौरान यह विश्वविद्यालय इस तरह वीरान नज़र आने लगा है जैसे कि वर्षों पहले ही इसमें पठन-पाठन का कार्यक्रम बंद हो गया है। अंबेडकर और गांधी से लेकर योगा और साइबर सिक्यॉरिटी तक के पाठ्यक्रम के सेंटर अब ढूंढने से भी नहीं मिलने वाले। मोतिहारी की ‘महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी’ में कहीं गोदाम पर बोर्ड लगाकर सेंटर बना दिया गया तो कहीं किचेन के स्टोर को ही ऑफिस बता दिया गया। महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी (MGCU) की स्थापना को पार्ल्यामेंट ऐक्ट 2014 के तहत मंजूरी दी गई थी और 2016 में यह विश्वविद्यालय शुरू हुआ था। इसे 24 एकड़ के कैंपस में और चार किराए के परिसरों मे शुरू किया गया। इसमें 120 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। 1300 छात्रों का ऐडमिशन लिया गया जिसमें से 350 रिसर्च स्कॉलर थे। मुझे उस दिन की याद आ रही है जब मुझे पीटते-पीटते ले जा रहे थे…परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी ने किया फेसबुक लाइव BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं ज्यादातर सेंटर में आज भी फैकल्टी नहीं है। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ की पड़ताल में पता चला कि पांच सेंटर तो ऐसे हैं जो कि शिक्षकों के ऑफिस से ही चलते हैं। वे सेंटर कोऑर्डिनेटर के तौर पर काम करते हैं। वहीं इसी साल अक्टूबर में तीन सेंटर शुरू किए गए जिनमें मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं। यहां बैठने के लिए फर्नीचर तक का इंतजाम नहीं किया गया। सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एजुकेशन छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर बनाए गए इस सेंटर का उद्घाटन पिछले ही महीने हुआ है। इसके लिए एक खाली 10×10 के किचेन का इस्तेमाल किया गया। इसका अब तक को ई अलग से कोऑर्डिनेटर या फैकल्टी नहीं है। स्कूल ऑफ एजुकेशन के कोऑर्डिनेटर अशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यहां पर इंटर डिसिप्लिनरी रिसर्च होगी इसलिए अभी अलग से फैकल्टी की जरूरत नहीं है। जब केंद्र के लिए जगह पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं केवल शैक्षिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दे सकता हूं।’ काशी प्रसाद जैसवाल हिंदू स्टडी सेंटर इस केंद्र का उद्घाटन भी एक महीने पहले 10×10 के एक कमरे में किया गया। वेबसाइट पर इसका जिक्र किया गया है लेकिन इसके नाम पर अलॉट किया गया कमरा एकदम खाली है। इसके कोऑर्डिनेटर विश्वेस ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। कौशल विकास का भी एक सेंटर 8×10 के कमरे में शुरू किया गया था लेकिन इसके बारे में भी कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई। कमरा पूरी तरह खाली है। वहीं MMM स्कूल ऑफ कॉमर्स के कोऑर्डिनेटर ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बता दें कि ये तीनों ही सेंटर यूनिवर्सिटी के किराए वाले परिसर में हैं। इसे महात्मा बुद्ध परिसर के नाम से जाना जाता है। यह मेन कैंपस के बिल्कुल बगल स्थित है और अक्टूबर में इसे 4 लाख रुपये प्रति महीने के हिसाब से किराए पर लिया गया। तीने सेंटर ऐसे, जिनका पता ही नहीं मालूम कम से कम तीन सेंटर ऐसे हैं जिनका कोई फिजिकल ऐड्रेस नहीं है। इसमें महर्षि पतंजलि योग एवं आयुर्वेद अध्ययन केंद्र, गांधी शोध केंद्र और प्रवासी अध्ययन केंद्र शामिल हैं। इन सेंटर्स के कोऑर्डिनेटर से जब संपर्क किया गया तो या तो उन्होंने फोन उठाना ही मुनासिब नहीं समझा, या फिर टिप्पणी करने से बचते रहे। मानविकी एवं भाषा संकाय के अंतरगत बनाए गए भारत विद्या केंद्र का संचालन एक कमरे के ऑफिस से होता है जो कि किसी शिक्षक का कार्यालय है। यह कमरा भी दो अध्यापक शेयर करते हैं। इसके कोऑर्डिनेटर प्रसून दत्त सिंह ने कहा कि जल्द ही इसके लिए अलग से जगह मिल जाएगी। इन बातों को लेकर वीसी संजीव कुमार शर्मा और प्रॉक्टर प्रनवीर सिंह को दो बार मेल किया गया लेकिन उनका जवाब नहीं मिला।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/tamil-author-perumal-murugan-photo-on-jhuggi-samman-yatra-campaign-poster-by-delhi-bjp/1943555/,"BJP ने अपने पोस्टरों में तमिल लेखक को बता दिया झुग्गीवासी, ऐसे पकड़ में आया मामला","BJP ने अपने पोस्टरों में तमिल लेखक को बता दिया झुग्गीवासी, ऐसे पकड़ में आया मामला भाजपा के पोस्टरों में खुद को झुग्गीवासी के तौर पर दिखाए जाने पर तमिल लेखक पेरूमल मुरुगन ने भी प्रतिक्रिया दी। पेरूमल मुरुगन ने अपने फेसबुक अकाउंट से दिल्ली भाजपा इकाई द्वारा जारी किए गए पोस्टर को शेयर करते हुए लिखा कि मैं झुग्गियों से ताल्लुक रखता हूं। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By रुंजय कुमार नई दिल्ली December 2, 2021 5:29:36 pm भाजपा के पोस्टरों में लगी तमिल लेखक पेरूमल मुरुगन की तस्वीर (फोटो: ट्विटर) भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने पिछले दिनों झुग्गी सम्मान यात्रा का आयोजन किया। लेकिन झुग्गी सम्मान यात्रा के एक पोस्टर पर विवाद खड़ा हो गया। भाजपा की दिल्ली इकाई ने झुग्गी सम्मान यात्रा के पोस्टर में तमिल लेखक पेरूमल मुरुगन की तस्वीर लगा दी। तमिल लेखक की तस्वीर को पोस्टर में शामिल किए जाने पर तरह तरह के सवाल उठने लगे। भाजपा की दिल्ली इकाई की तरफ से झुग्गी सम्मान यात्रा को लेकर जारी किए गए पोस्टरों में पांच छह लोगों को झुग्गी वाले के तौर पर दिखाया गया। इसमें नीले रंग की शर्ट पहने पेरूमल मुरुगन की तस्वीर को बीच में लगाया गया। साथ ही इस तरह के अधिकांश पोस्टरों में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीर भी लगाई गई। इसके अलावा इन पोस्टरों में दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता के फोटो को भी शामिल किया गया था। मुझे उस दिन की याद आ रही है जब मुझे पीटते-पीटते ले जा रहे थे…परमबीर सिंह के निलंबन पर अर्णब गोस्वामी ने किया फेसबुक लाइव BJP प्रवक्ता बोले- जितनी बार लोग दिल्ली से नोएडा नहीं जाते उससे ज्यादा राहुल गांधी विदेश गए, कांग्रेस नेता बोले- अकेले राहुल भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं इन पोस्टरों को कई भाजपा नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से साझा किया। भाजपा के पोस्टरों में खुद को झुग्गीवासी के तौर पर दिखाए जाने पर तमिल लेखक पेरूमल मुरुगन ने भी प्रतिक्रिया दी। पेरूमल मुरुगन ने अपने फेसबुक अकाउंट से दिल्ली भाजपा इकाई द्वारा जारी किए गए पोस्टर को शेयर करते हुए लिखा कि मैं झुग्गियों से ताल्लुक रखता हूं। आल्ट न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली भाजपा इकाई ने पेरूमल मुरुगन की जिस तस्वीर को अपने पोस्टर में शामिल किया था। दरअसल वह फोटो न्यूयार्क टाइम्स ने साल 2018 में इस्तेमाल की थी। हालांकि पोस्टर को लेकर विवाद बढ़ने पर भाजपा की दिल्ली इकाई ने अपनी सफाई पेश की। बीते दिनों इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में भाजपा की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष राजन तिवारी ने कहा कि हम डिज़ाइन टीम के साथ इसको देखेंगे। एक भाजपा नेता ने यह भी कहा कि आमतौर पर पार्टी पदाधिकारियों की अनुमति के बाद ही पोस्टर को छापा जाता है। पोस्टर में भाजपा के कार्यक्रम का ही फोटो इस्तेमाल किया जाता है न कि किसी ऐसे फोटो का जिसके स्त्रोत की कोई जानकारी नहीं हो। गौरतलब है कि साल 2014 में तमिल लेखक की एक किताब मधुरभागम को लेकर भाजपा और संघ कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर विरोध किया था। भाजपा नेताओं में किताब में हिंदू भावना आहत करने का आरोप लगाते हुए तमिल लेखक पेरूमल मुरुगन को गिरफ्तार करने और उनकी किताब पर बैन लगाने की मांग की थी।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/division-is-not-destiny-it-is-tendency/1926364/,"खंड-खंड में बंटना नियति नहीं, प्रवृति है","खंड-खंड में बंटना नियति नहीं, प्रवृति है विश्व का शायद ही कोई देश ऐसा रहा होगा जो इतने वर्षों की गुलामी से आजाद होकर अपनी संस्कृति का निर्माण किया हो। बिंस्टन चर्चिल यही तो कहा करता था कि भारतीय नेतागण उस योग्य नहीं हैं, जो देश चला सकें। चूंकि वह अयोग्य हैं, इसलिए कुछ ही वर्षों में हिंदुस्तान के सैकड़ों टुकड़े हो जाएंगे और खंड—खंड में विभाजित हो कर स्वत: नष्ट हो जाएगा, इसलिए हिंदुस्तान को आजाद नहीं करना चाहिए। Written By जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली Updated: November 20, 2021 11:15:58 am तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फोटोः unsplash) इस बार भारतीय इतिहास और उसके जनसमूह की भावनाओं को सैकड़ों वर्षों तक किस प्रकार विदेशी आक्रांताओं ने रौंदा है, उसके ऐतिहासिक संदर्भों में कुछ जानने कोशिश करते हैं। यह मेरे मन का उद्गार नहीं है, अपितु वह कुछ है जिसे मैंने बहुत गहनता से पढ़ने के बाद कुछ समझने का प्रयास किया है। जब फतह करने वालों का यह कायदा था कि हारे हुए लोगों को या तो गुलाम बना लेते थे या उन्हें बिल्कुल मिटा देते थे, वर्ण-व्यवस्था ने एक शांतिवाला हल पेश किया और बढ़ते हुए धंधे के बंटवारे की जरूरत ने इसमें मदद पहुंचाई। समाज में दर्जे कायम हो गए। किसान जनता में से वैश्य बने, जिनमें किसान, कारीगर और व्यापारी लोग शामिल थे। क्षत्रिय हुए, जो हुकूमत करते थे या युद्ध करते थे। ब्राह्मण बने, जो पुरोहिती करते थे, विचारक थे, जिनके हाथ में नीति की बागडोर थी और जिनसे यह उम्मीद की जाती थी कि वह जाति के आदर्शों की रक्षा करेंगे। इन तीनों वर्णों के नीचे शूद्र थे, जो मजदूरी या फिर ऐसे धंधे करते थे, जिनमें खास कौशल की जरूरत नहीं होती थी और जो किसानों से अलग थे (जवाहर लाल नेहरू की पुस्तक” डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ से साभार)। इतिहासकार राम कृष्ण शर्मा के अनुसार, वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था का कोई वजूद नहीं था। वैदिक काल में सामाजिक बंटवारा धन आधारित न होकर जनजाति एवं कर्म आधारित था। वैदिक काल के बाद धर्मशास्त्र में वर्ण व्यवस्था का विस्तार से वर्णन किया गया है। उत्तर वैदिक काल के बाद वर्ण व्यवस्था कर्म आधारित न होकर जन्म आधारित हो गया। वेद और महाभारत बताते हैं कि आदिकाल में प्रमुख रूप से ये जातियां थीं- देव, दैत्य, दानव, राक्षस, यक्ष, गंधर्व, किन्नर, नाग आदि। देवताओं को सुर तो दैत्यों को असुर कहा जाता था। देवताओं की अदिति, तो दैत्यों की दिति से उत्पत्ति हुई। दानवों की दनु से तो राक्षसों की सुरसा से, गंधर्वों की उत्पत्ति अरिष्टा से हुई। इसी तरह यक्ष, किन्नर, नाग आदि की उत्पत्ति मानी गई है। प्रारंभ में सभी महाद्वीप आपस में एक-दूसरे से जुड़े थे। इस जुड़ी हुई धरती को प्राचीन काल में सात द्वीपों में बांटा गया था- जम्बू द्वीप, प्लक्ष द्वीप, शाल्मली द्वीप, कुश द्वीप, क्रौंच द्वीप, शाक द्वीप एवं पुष्कर द्वीप। इसमें से जम्बू द्वीप सभी के बीचोबीच स्थित है। जम्बू द्वीप में मानव का उत्थान और विकास हुआ। एक ही कुल और जाति का होने के बाद मानव भिन्न—भिन्न जगह पर रहकर हजारों जातियों में बंटता गया। पहले स्थानीय आधार पर जाति को संबोधित किया जाता था। फिर मुगल साम्राज्य सन् 1526 में शुरू हुआ। मुगल वंश का संस्थापक बाबर था। अधिकतर मुगल शासक तुर्क और सुन्नी मुसलमान थे। बाबर ने सन् 1526 ई से सन् 1530 ई. तक शासन किया। एक इस्लामी तुर्की-मंगोल साम्राज्य था, जो सन् 1526 में शुरू हुआ। इसने 18वीं शताब्दी की शुरुआत तक भारतीय उपमहाद्वीप में शासन किया और 19वीं शताब्दी के मध्य में समाप्त हुआ। मुग़ल सम्राट तुर्क-मंगोल पीढ़ी के तैमूरवंशी थे और इन्होंने अति परिष्कृत मिश्रित हिंद-फारसी संस्कृति को विकसित किया। सन् 1700 के आसपास, अपनी शक्ति की ऊंचाई पर, भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश भाग को नियंत्रित किया। इसका विस्तार पूर्व में वर्तमान बांग्लादेश से पश्चिम में बलूचिस्तान तक और उत्तर में कश्मीर से दक्षिण में कावेरी घाटी तक था। उस समय 44 लाख किमी (15 लाख मील) के क्षेत्र पर फैले इस साम्राज्य की जनसंख्या का अनुमान 13 और 15 करोड़ के बीच लगाया गया था। सन् 1725 के बाद इसकी शक्ति में तेज़ी से गिरावट आई। उत्तराधिकार के कलह, कृषि संकट की वजह से स्थानीय विद्रोह, धार्मिक असहिष्णुता का उत्कर्ष और ब्रिटिश उपनिवेशवाद से कमजोर हुए साम्राज्य का अंतिम सम्राट बहादुर ज़फ़र शाह था, जिसका शासन दिल्ली शहर तक सीमित रह गया था। अंग्रेजों ने उसे कैद में रखा और सन् 1857 के भारतीय विद्रोह के बाद ब्रिटिश द्वारा म्यानमार निर्वासित कर दिया। सन् 1556 में, जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर, जो महान अकबर के नाम से प्रसिद्ध हुआ, के पदग्रहण के साथ इस साम्राज्य का उत्कृष्ट काल शुरू हुआ और औरंगज़ेब के निधन के साथ समाप्त। हालांकि, यह साम्राज्य और 150 साल तक चला। इस दौरान, विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने में एक उच्च केंद्रीकृत प्रशासन निर्मित किया गया था। मुग़लों के सभी महत्वपूर्ण स्मारक, उनके ज्यादातर दृश्य विरासत, इसी अवधि के हैं। उसके बाद 24 अगस्त, 1608 को व्यापार के उद्देश्य से भारत के सूरत बंदरगाह पर अंग्रेजों का आगमन हुआ था, लेकिन सात वर्षों के बाद सर थॉमस रो (जेम्स प्रथम के राजदूत) की अगवाई में अंग्रेजों को सूरत में कारखाना स्थापित करने के लिए शाही फरमान प्राप्त हुआ। धीरे-धीरे अंग्रेजों ने अपनी कूटनीति के माध्यम से अन्य यूरोपीय व्यापारिक कंपनी को भारत से बाहर खदेड़ कर अपने व्यापारिक संस्थाओं का विस्तार किया। वह 16वीं सदी का आख़िरी साल था। दुनिया के कुल उत्पादन का एक चौथाई माल भारत में तैयार होता था। इसी वजह से इस मुल्क को सोने की चिड़िया कहा जाता था। तब दिल्ली की तख़्त पर मुग़ल बादशाह जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर की हुकूमत थी। वह दुनिया के सबसे दौलतमंद बादशाहों में से एक थे। दूसरी तरफ़ उसी दौर में ब्रिटेन गृहयुद्ध से उबर रहा था। उसकी अर्थव्यवस्था खेतीबाड़ी पर निर्भर थी और दुनिया के कुल उत्पादन का महज तीन फ़ीसद माल वहां तैयार होता था। ब्रिटेन में उस वक़्त महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम की हुकूमत थी। यूरोप की प्रमुख शक्तियां पुर्तगाल और स्पेन, व्यापार में ब्रिटेन को पीछे छोड़ चुकी थीं। व्यापारियों के रूप में ब्रिटेन के समुद्री लुटेरे पुर्तगाल और स्पेन के व्यापारिक जहाज़ों को लूटकर ही संतुष्ट हो जाते थे। उसी दौरान घुमंतू ब्रिटिश व्यापारी राल्फ़ फ़िच को हिंद महासागर, मेसोपोटामिया, फ़ारस की खाड़ी और दक्षिण पूर्व एशिया की व्यापारिक यात्राएं करते हुए भारत की समृद्धि के बारे में पता चला। इतने सारे झंझावातों, सैकड़ों वर्षों की गुलामी, विभिन्न संस्कृतियों के बीच से उभरकर भारत 15 अगस्त 1947 को अपनी संस्कृति का निर्माण करने अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त हुआ। विश्व का शायद ही कोई देश ऐसा रहा होगा जो इतने वर्षों की गुलामी से आजाद होकर अपनी संस्कृति का निर्माण किया हो। बिंस्टन चर्चिल यही तो कहा करता था कि भारतीय नेतागण उस योग्य नहीं हैं, जो देश चला सकें। चूंकि वह अयोग्य हैं, इसलिए कुछ ही वर्षों में हिंदुस्तान के सैकड़ों टुकड़े हो जाएंगे और खंड—खंड में विभाजित हो कर स्वत: नष्ट हो जाएगा, इसलिए हिंदुस्तान को आजाद नहीं करना चाहिए। आज चर्चिल जीवित होता तो संभवत: भारत के विकास और उसकी आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं सामरिक शक्ति को देखकर मानसिक संतुलन खो देता। देश तो अंत में अंग्रजों से आजाद हो गया, लेकिन उनके द्वारा फैलाई गई गंदगी अब तक हम भारतीय झेल रहे हैं। आज सूचना के किसी मध्यम पर जाएं, चाहे प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक या डिजिटल… सुबह—सुबह कुछ भी देखेंगे—सुनेंगे-पढ़ेंगे तो विचलित हो जाएंगे, क्योंकि हिंदू-मुस्लिम दंगे—फसाद की खबरों के अतिरिक्त आप यहां ज्ञानवर्धक कोई जानकारी नहीं पा सकते। हां, यह सच है कि इस प्रकार मन को विकृत करने की प्रवृति आज की देन नहीं है। दरअसल, अंग्रेजों ने ऐसी नीति यह सोचकर बनाई थी कि जब तक हिंदुस्तानियों के बीच यह विषबेल नहीं बोएंगे कि हिंदू-मुसलमान रेल की अलग—अलग पटरियां हैं जो कभी एक नहीं हो सकते, इसलिए फूट डालो और राज करो की नीति अपनाओ। इसके लिए मैकाले नामक शिक्षाविद को जिम्मा सौंपा गया। मैकाले ने यह जिम्मा उठाया था कि हम ऐसी शिक्षा नीति बनाएंगे जिससे दोनों (हिंदू-मुस्लिम) कभी एक नहीं हो पाएंगे। मैकाले की सफल नीति का ही परिणाम है कि जो विषबेल रूपी शिक्षा नीति उसने बनाई थी, वह पूरी तरह आज भी सफल है। यदि इस प्रकार हम अपने मस्तिष्क से गंदगी को दूर नहीं कर पाएंगे तो निश्चित रूप से वह दिन दूर नहीं, जब वर्षों की हमारी तपस्या खत्म हो जाएगी और हम आपस में ही लड़-कटकर समाप्त हो जाएंगे, क्योंकि तब संभलने का अवसर हमें नहीं मिलेगा। लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं और यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/hindu-muslim-in-india-what-history-says-about-inclusive-system/1916704/,"बर्तनों में खटपट ‘समावेशी’ होती है, विद्रोही नहीं","बर्तनों में खटपट ‘समावेशी’ होती है, विद्रोही नहीं कितनी सही और सहज बात है कि हिंदू-मुसलमान दोनों एक—दूसरे के धर्म का कितना सम्मान करते थे, कितना आदर देते थे। भारत में एक पुरानी कथा परंपरागत है और जो ठीक भी है, वह यह कि जब कुछ बर्तन एक साथ रखे हों तो कुछ—न—कुछ आवाज आती ही है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं हो जाता है कि हम एक—दूसरे के रक्त के प्यासे हो जाएं। Written By निशिकांत ठाकुर नई दिल्ली Updated: November 13, 2021 10:06:41 am तस्वीर लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान की है, जब चुनाव कर्मचारियों ने वोटर्स की आरती उतारी। एक्सप्रेस आर्काइव प्रसिद्ध पुर्तगाली इतिहासकार फरी सौजा ने ‘दक्षिण के हालात’ में लिखा है कि ‘हिंदू और मुसलमान एक—दूसरे की सेवा करते थे और मुसलमान राजा हिंदुओं को उच्च और सम्मानित पदों पर नियुक्त किया करते थे। यानी, इस समय हिंदुओं के विरुद्ध कोई भेदभाव नहीं था। वह बिना किसी बाधा के अपने धार्मिक कृत्य और उत्सव मनाते थे। मुसलमान हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के प्रति परम आदर प्रदर्शित किया करते थे।’ हुमायूं ने राज्य की शक्ति वृद्धि निमित्त वसीयत, जो अपने पुत्र को लिखी थी, उसके कुछ अंश को उद्धृत करना उपयुक्त होगा- ‘प्रिय पुत्र, भारत के साम्राज्य में अनेक धर्मों का पालन करने वाले निवास करते हैं। ईश्वर को धन्यवाद है कि उन्होंने ऐसा साम्राज्य तुम्हें प्रदान किया। तुम्हारा कर्तव्य है कि तुम अपने हृदय से सभी ऐसी भ्रामक धारणाओं को निकाल बाहर करो, जो तुमने विभिन्न धर्मों के प्रति बना रखी हो। प्रत्येक व्यक्ति के प्रति उनके धर्मानुकूल न्याय करो। गाय की कुर्बानी विशेषरूप से बंद कर दो, कारण तुम इसके रहते भारतीय जनता के हृदय को जीत नहीं सकते। तुम्हे ऐसा प्रयत्न करना चाहिए जिससे तुम्हारी प्रजा हृदय से राज्यभक्तं बन सके।’ सन 1857 के विद्रोह के पहले अंग्रेजों की भारतीय सेना सभी प्रकार के लोगों से बनी हुई थी। उसमें हिंदू और मुसलमान, सिख और पुरबिया सभी शामिल थे। सन 1857 वाले इसके सर्वमान्य प्रयत्न से, जो विदेशी शासकों की बढ़ती राष्ट्रीय एकता का परिणाम था, उनकी आंख खुल गई, और बाद में जो नीति अपनाई गई, उसका लक्ष्य उसी एकता को भंग करना था। डॉ. राजेंद्र प्रसाद की पुस्तक ‘खंडित भारत’ से साभार। अब आज भारत में मुसलमानों की क्या स्थिति है इस पर भी नजर डालें। ‘गेटी इमेजेस’ एजेंसी की एक सर्वेक्षण के अनुसार आज देश में 17.20 करोड़ मुस्लिम रहते हैं। यह ब्रिटेन, स्पेन और इटली की कुल जमा आबादी के बराबर है। यह दुनिया के किसी भी देश में मुसलमानों की तीसरी सबसे ज़्यादा बड़ी आबादी है और हिंदुस्तान के मुसलमानों में जितनी विविधता देखने को मिलती है, वह किसी और देश के मुसलमानों में नहीं। एक वाक़या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से जुड़ा है । फ़रवरी 2020 में तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन पाकिस्तान के दौरे पर गए तो साझा प्रेस कॉन्फ़्रेंस में इमरान ने बड़े गर्व से कहा कि ‘तुर्कों ने हिंदुस्तान पर 600 सालों तक शासन किया।’ पाकिस्तान के इतिहासकार मुबारक अली ने एक साक्षात्कार में कहा कि मध्यकालीन मुस्लिम शासकों के प्रति पाकिस्तानियों और मुसलमानों के एक तबके में दिखने वाली गर्व की भावना, परेशान करने वाली बात है। मुबारक अली कहते हैं,’जब कोई मुसलमान कहेगा कि हमने हिंदुस्तान पर एक हज़ार सालों तक राज किया तो हिंदू यही सोचेगा कि मुसलमान ख़ुद को यहां का नहीं मानते हैं। इसी ओढ़े हुए गर्व के कारण हिंदुओं के लिए मुसलमानों को बाहरी कहना और आसान हो जाता है। मुसलमानों को सोचना चाहिए कि मध्यकालीन भारत में जो मुस्लिम शासन था वह आम मुसलमानों का शासन नहीं था। वह एक सत्ता वर्ग था। आप जब कहते हैं कि मुसलमानों ने सैकड़ों सालों तक तुम पर राज किया तो इसका यही भाव होता है कि हिंदुओं को दबाकर रखा गया।’ मुसलमान विजेताओं का रुख साधारणतः हिंदुओं के प्रति सहिष्णुता का ही रहा है। उसके लिए उस काल की एक घटना का उल्लेख यहां किया जा सकता है। हिंदुओं ने जब उस पर कब्जा करने वाले मुहम्मद-बिन कासिम से पूजा आदि के विषय में स्वतंत्रता की प्रार्थना की तो उसने इराक के गवर्नर हजाज़ को इस संबंध में पत्र लिखा। उसने उत्तर दिया -‘चूंकि उन्होंने (हिंदुओं ने) अधीनता स्वीकार कर खलीफा को कर देना स्वीकार कर लिया है, इसलिए उनसे और किसी बात के लिए कुछ कहना ठीक नहीं है। वे अब हमारे संरक्षण में आ गए हैं और हम उनके जानमाल पर किसी तरह अपना हाथ नहीं बढ़ा सकते। उनको अपने देवताओं को पूजने की अनुमति दी जाती है। किसी व्यक्ति को उसके धर्माचरण से रोका या विरत नहीं जा सकता। वे अपने घरों में जैसे चाहें, रह सकते हैं।’ यह पैगंबरों के उपदेशों और उस सिद्धांतों के अनुकूल था जिसके अनुसार खलीफा लोग, जो अधीन होकर जजिया कर देना स्वीकार करने वाले गैर-मुसलमानों के साथ इस प्रकार बर्ताव करते थे, अनुशासित हुआ करते थे। कितनी सही और सहज बात है कि हिंदू-मुसलमान दोनों एक—दूसरे के धर्म का कितना सम्मान करते थे, कितना आदर देते थे। भारत में एक पुरानी कथा परंपरागत है और जो ठीक भी है, वह यह कि जब कुछ बर्तन एक साथ रखे हों तो कुछ—न—कुछ आवाज आती ही है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं हो जाता है कि हम एक—दूसरे के रक्त के प्यासे हो जाएं। राजनीतिज्ञ तो यह चाहते ही हैं कि आपसी फूट हिंदुओं और मुसलमानों के बीच बनी रहे और वह उसका लाभ उठाते रहें, सत्ता—सुख भोगते रहें। इस बात की पूरी तैयारी अंग्रेजों ने अपने समय में ही की थी कि हिंदू-मुसलमान अलग—अलग कौम हैं जो कभी आपस में उसी प्रकार नहीं मिल सकते जिस प्रकार रेल की पटरियां कभी मिल नहीं सकतीं। हां, बिना दोनों पटरियों के कोई गाड़ी चल भी नहीं सकती। इसलिए दोनों से सामान्य दूरी बनाकर रखो और उस पर अपनी शासन रूपी ट्रेन चलाते रहो। परिणाम यह हुआ कि अंग्रेज वर्षों तक अपनी फूट डालो राज करो की नीति पर भारतीयों को गुलाम बनाकर रखा और अपनी इसी नीति से हिंदुओं और मुसलमानों के मन को इतना विषाक्त कर दिया कि आज जगह—जगह हिंदू-मुसलमान के दंगे एक आम कहिए या सामान्य बात हो गई ही। अंग्रेजों की इसी घृणित नीति के कारण भारत दो हिस्सों में बांटकर हिंदुस्तान-पाकिस्तान बन गया जिसके परिणामस्वरूप लाखों हिंदू—मुसलमान काट दिए गए, सरहद पर खून की नदियां बह गईं। ऐसा नहीं है कि एक—दूसरे का रक्त बहाना अब बंद हो गया है। अब तो राजनीतिज्ञों दोनों के मध्य विवाद कराने को ही अपना धर्म समझते हैं। ‘ इसके बाद भी ऐसे राजनीतिज्ञों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होती, उल्टे उनकी पदोन्नति हो जाती है। यदि सरकार अपने मन में ठान ले कि देश में अब कोई दंगे नहीं होने देंगे तो कोई शक नहीं कि सरकार आज इतनी सक्षम है कि वह कानून बनाए और वैसे कानून हैं भी कि जो समाज में रह रहे दोनों समुदायों के बीच किसी प्रकार नफरत के बीज बोने का प्रयास करेंगे, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। फिर इस समस्या का निदान धीरे—धीरे होने लगेगा। पर, इस कार्य के निमित्त किसी को बीड़ा तो उठाना ही पड़ेगा, लेकिन उसके लिए कौन होगा जो आगे आकर कहेगा कि हम देश में सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। पर, ऐसा कौन होगा जो इसका बीड़ा उठाए और बढ़ती आपसी नफरत को दूर करने के लिए अपने को न्योछावर कर दे। हिंदू यदि गर्व से कहता है कि हिंदुस्तान उसका है, तो मुसलमान भी तो यही कहते हैं कि हिंदुस्तान उनका है, क्योंकि उनके पूर्वजों ने आजादी की लड़ाई में साथ—साथ कंधे से कंधा मिलाकर अंग्रजी हुकूमत के विरुद्ध क्रांति का बिगुल फूंका था। फिर दोनों के मन में यह घृणित भाव क्यों और कैसे आया? निश्चित रूप से यह कोई—न—कोई साजिश के ही कारण हुआ है और इसमें राजनीतिज्ञों की संलिप्तता जगजाहिर है। उनकी सोच, उनकी दूरदर्शिता एक सामान्य लोगों से अधिक होती है, क्योंकि वह जानते हैं कि जब तक समाज को खंड—खंड में बांटा नहीं जाएगा, वह अपना कल्याण नहीं कर सकते। अपनी स्वार्थ सिद्धि के मोह में सदैव वह कभी हिंदू-मुस्लिम, कभी अगड़ी-पिछड़ी, कभी ब्राह्मण—राजपूत—यादव के नाम पर समाज को बांट कर सत्ता पर काबिज होना अपनी नियति बना चुके हैं। इन सब कामों के लिए जो जितना समाज को विघटित कर सकता है, सत्ता की बुलंदियों पर उतनी जल्दी पहुंच जाता है। अभी अगले वर्ष देश के पांच राज्यों में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। उसमे आप देखते रहिए जो समाज के सीधी—सादी जनता को बरगलाएगा, वह उतनी आसानी से सत्ता पर काबिज हो जाएगा। बस थोड़ा इंतजार कीजिए। हमें नेतृत्व और समाज को दिशा—निर्देश देने वाले पहले भी और आजादी के बाद भी मन ही मन यह चाहते रहे हैं कि अंग्रेजों द्वारा बनाई गई यह नीति अच्छी है, इसलिए उसे आगे बढ़ते रहो। आजादी दिलाने वाले हमारे राजनीतिज्ञ यह जानते थे, तभी इसलिए संविधान सभा में हर किसी को प्रतिनिधित्व देने का निर्णय लिया गया। वह इसलिए कि सबको सामान्य रूप से विकसित होने का अवसर मिले। लेकिन, आजादी के बाद हुआ इसका उल्टा। उस फार्मूले का अर्थ ही गलत लगा लिया गया जिससे जातिवाद को बढ़ावा मिला। आज हम उसी का दंश भोग रहे हैं कभी हिंदू-मुसलमान के रूप में तो कभी अगड़ी और पिछड़ी जाति के रूप में। हमारा देश इस जातिगत समीकरण से आगे नहीं बढ़ेगा, बल्कि एक प्रकार से आपसी कट्टरपंथ में आकंठ डूबकर अपने विनाश का रास्ता चुन लेगा। अगर हम हिंदू-मुसलमान की कट्टरता से बाहर नहीं निकलेंगे तो एक की करनी का फल सब को अर्थात सारे देश को भुगतना पड़ेगा। इसलिए अपना फर्ज देश को आगे बढ़ाने में लगाइए, न कि हिंदू मुस्लिम कटुता को बढ़ाने में अपना समय नष्ट कीजिए। लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं और यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/lakhimpur-kheri-case-who-will-be-scapegoat-for-political-powers/1907518/,इन ‘बाहुबलियों’ के लिए कौन बनेगा ‘कटप्पा’,"इन ‘बाहुबलियों’ के लिए कौन बनेगा ‘कटप्पा’ जिसके पिता इतने दबंग हो, जो सरेआम किसानों को धमका रहा हो, उस परिवार में जन्म लेने वालों की परवरिश भी तो इसी तरह हुई होगी। जो भी हो, मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को और हत्या में शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इसकी जांच भी हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव करेंगे। Written By निशिकांत ठाकुर नई दिल्ली Updated: November 6, 2021 1:56:47 pm लखीमपुर खीरी हिंसा में 8 लोगों की जान गई थी(फोटो सोर्स: PTI)। भारतीय राजनीतिज्ञ निरीह आम जनता पर कितना और अत्याचार करेंगे। कितना झूठ बोलेंगे, उन्हें कितना गुमराह करेंगे, कितने नए जुमले रचेंगे – गढ़ेंगे । उसके बल पर कितने दिनों तक शासन चलाएंगे? जरा सोचिए और लखीमपुर खीरी प्रकरण के जीवंत वीडियो देखिए। क्या आपको लगता है कि निरपराध किसान, जो सामान्य रूप से अपने अन्य साथियों सहित जुलूस निकालकर सहज-शांत भाव से चल रहे थे, एक बड़ी गाड़ी आकर उन्हें रौंद जाती है। कुचले जाने से कई किसान घायल होकर तड़पते हैं, कई छिटककर दूर जा गिरते हैं। सोचिए-देखिए, क्या ऐसा कृत्य कोई साधारण व्यक्ति कर सकता है? इस तरह की घटना को कभी आपने अपनी आंखों से घटित होते देखा है? सच तो यह है कि ऐसा कृत्य कोई दरिंदा ही कर सकता है, जो इस बात से निश्चिंत हो कि आगे—पीछे उसका कुछ होने वाला नहीं है, क्योंकि उसे जन्मजात ‘पिताश्री का कवच’ हासिल है जिसके कारण उसका जरा भी बाल बांका नहीं होने वाला है। यह कवच उसके पिताश्री को भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त समस्त प्रशासनिक अधिकारों का स्वामी बना दिया है, जो देश का गृह राज्यमंत्री है, जिस पर देश के समस्त आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी है, जिसपर लोग आंख मूंदकर भरोसा करते हैं। वही रक्षक यदि आमजन के लिए भक्षक बन जाए तो फिर निरीह जनता की रक्षा कौन करेगा! आइए, अब छायावादी बातों से ऊपर उठकर स्पष्ट बात करें। तिथि : 3 अक्टूबर 2021 दिन : रविवार। स्थान : उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी। यहां भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंद दिया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, इसके बाद भड़की हिंसा में चार लोग और मारे गए। इस पूरे बवाल के बाद सियासत भी तेज हो गई। विपक्षी नेता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का इस्तीफा मांग रहे हैं। तीन अक्टूबर रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे। उन्हें रिसीव करने के लिए गाड़ियां जा रही थीं। ये गाड़ियां केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गईं। रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे झड़प हो गई। बाद में ऐसा आरोप लगाया गया कि आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे चार लोगों की मौत हो गई। किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई। हिंसा में भाजपा नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौत हो गई। कुल मिलाकर इस हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई। तिकुनिया की इस घटना में एक खबरिया चैनल के निघासन तहसील संवाददाता रतन कश्यप की भी कवरेज करने के दौरान मौत हो गई। गाड़ी की ज़ोरदार टक्कर से वह सड़क किनारे पानी में जा गिरे थे। कश्यप भाजपा से भी जुड़े हुए थे। मारे गए किसानों के शवों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और प्रशासन के बीच समझौता हो गया है। दरअसल, किसानों ने चार मांगें प्रशासन के आगे रखी थीं जिनमें से कुछ मांगों पर सहमति बनी है। इनमें मृतक किसानों के आश्रितों को नौकरी, आठ दिन में आरोपियों की गिरफ़्तारी, मृतक के परिजनों को 45-45 लाख रुपये और घायलों को 10-10 लाख रुपये का मुआवज़ा और घटना की न्यायिक जांच पर समझौता हो गया है। लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ने क्राइम ब्रांच के सामने सरेंडर किया। मजिस्ट्रेट के सामने 12 घंटे तक लंबी पूछताछ चली। जांच में सहयोग न करने पर पुलिस देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक़ लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे, जहाँ ज़िले के वंदन गार्डन में उन्हें सरकारी योजनाओं का शिलान्यास करना था। इस कार्यक्रम के लिए पहले वह हेलीकॉप्टर से आने वाले थे, लेकिन शनिवार सुबह प्रोटोकॉल बदला और उप मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से लखीमपुर पहुंचे। संयुक्त किसान मोर्चा ने उप मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के विरोध और काफ़िले के घेराव की कॉल दी थी जिसमें लखीमपुर और उत्तर प्रदेश के तराई इलाके के दूसरे ज़िलों से किसानों को शामिल होने का आह्वान किया गया था। लगभग एक से डेढ़ बजे के बीच में केशव प्रसाद मौर्य और अजय मिश्र लखीमपुर ज़िला मुख्यालय से योजनाओं का शिलान्यास कार्यक्रम ख़त्म करके नेपाल बॉर्डर पर टेनी के गांव बनवीरपुर के लिए रवाना हुए जो तिकुनिया से महज़ चार किलोमीटर की दूरी पर है। तिकुनिया के एक प्राइमरी स्कूल में 2 अक्टूबर को हुए दंगल के विजेताओं का पुरस्कार समारोह था। अजय मिश्र को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के सम्मान में इस बार का कार्यक्रम ज़्यादा बड़ा और भव्य था। इसीलिए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उसके मुख्य अतिथि थे, लेकिन स्थानीय किसानों ने मंत्री अजय मिश्र टेनी का विरोध करने की ठान रखी थी। घटना के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र के पिता केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा की दबंगई का एक भाषण पूरे घटनाक्रम का कारण बना। एक समारोह में मंच से गृह राज्यमंत्री कह रहे हैं, ‘मैं केवल मंत्री नहीं हूं, सांसद, विधायक भर नहीं हूं। जो विधायक और सांसद बनने से पहले मेरे विषय में जानते होंगे, उनको यह भी मालूम होगा कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं हूं।’ मिश्रा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘जिस दिन मैंने उस चुनौती को स्वीकार करके काम कर लिया उस दिन पलिया नहीं, लखीमपुर तक छोड़ना पड़ जाएगा, यह याद रहे।’ जानकारों के अनुसार मिश्रा पिछले महीने के आखिरी हफ्ते अपने संसदीय क्षेत्र में गए थे जहां कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने उन्हें काले झंडे दिखाए। इससे गृह राज्यमंत्री नाराज हो गये और उन्होंने काले झंडे दिखाने वालों को यह गंभीर चेतावनी दे दी। इसके बाद से किसान उनके खिलाफ आंदोलित थे और बनबीरपुर में उनके पैतृक गांव में आयोजित एक समारोह में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के जाने का विरोध कर रहे थे। किसान नेता गुरमीत सिंह ने खीरी के तिकोनिया में एक समाचार चैनल को बताया, ’25 तारीख को गृह राज्यमंत्री पलिया से आगे संपूर्णानगर की तरफ आए थे तो हमारी यूनियन (क्रांतिकारी किसान यूनियन) और भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने उनको काले झंडे दिखाए तो वह मंच पर चढ़े और उन्होंने बोला, ‘मैं बहुत बड़ा गुंडा हूं… मैं हिसाब बराबर कर दूंगा… मेरे बारे में जानते नहीं हो…।’ इस तरह की धमकी दी। जिसके पिता इतने दबंग हो, जो सरेआम किसानों को धमका रहा हो, उस परिवार में जन्म लेने वालों की परवरिश भी तो इसी तरह हुई होगी। जो भी हो, मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को और हत्या में शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इसकी जांच भी हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव करेंगे। रिपोर्ट दो महीने में देंगे। किसान अब भी इस बात पर अड़े हैं कि मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता गृह राज्यमंत्री इस्तीफा दें, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है और जिसके कारण देशभर में उनके काफिले को काला झंडा और अंडे फेंके जा रहे हैं। ऐसा इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि गृह राज्यमंत्री ने स्वयं घटना के बाद कहा था कि मेरा बेटा यदि इस हत्याकांड में शामिल होगा, तो वह तुरंत अपने पद से त्यागपत्र दे देंगे। आज उनका बेटा जेल में है और वह सरेआम देश में घूम रहे हैं। यह क्या हो गया हमारे देश को! किसकी नजर लग गई, जहां आदमी के जान की कोई कीमत नहीं। यदि कोई बाहुबली है तो वह कहीं भी कुछ भी कर सकता है, क्योंकि वह जानता है कि सरकार उसकी जेब में है और कानून को भी अपने वश में करने की क्षमता वह रखता है। भला हो सुप्रीम कोर्ट का, जहां से अभी भी आमजन का विश्वास जुड़ा है। इस प्रकरण में भी वही तो हुआ है। यदि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप नहीं किया होता तो अब तक यह प्रकरण समाप्त हो गया होता। अब देखना है कि न्यायिक जांच में क्या सच सामने आता है और उसका क्या असर देश की आम जनता पर पड़ता है, जिसमें गृह राज्यमंत्री बरी हो जाते हैं अथवा उन्हें अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ता है। लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं और यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/punjab-congress-without-captain-amrinder-singh/1898682/,कैसी होगी पंजाब में कैप्टन बिन कांग्रेस?,"कैसी होगी पंजाब में कैप्टन बिन कांग्रेस? पिछले दिनों एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान सूबे के पूर्व मुखमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह हमेशा सैनिक तरह लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब से सिद्धू सीन में आए हैं, कांग्रेस की लोकप्रियता में 25 प्रतिशत कमी आई है। Written By निशिकांत ठाकुर नई दिल्ली October 30, 2021 11:25:51 am कैप्टन अमरिंदर सिंह। एक्सप्रेस आर्काइव सुव्यवथित ढंग से चल रहे देश का एक महत्वपूर्ण और कर्मठ राज्य ‘मसखरों’ के चक्कर में कांग्रेस के हाथ से छिटकता नजर आ रहा है। राजनीति में पद नहीं, कद की बात की जाती हैं, लेकिन कांग्रेस सुप्रीमो की समझ में यह बात नहीं आई और एक जीते हुए राज्य के कद्दावर नेता को बहकावे में आकर उन्हें अयोग्य करार दिया। आज पंजाब में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी अलग पार्टी बनाकर राज्य की सभी 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर रहे हैं। ऐसा क्यों हुआ और किसकी साजिश से ऐसा हुआ, इस पर परिपक्व कांग्रेसियों को जमकर विचार—विमर्श करने की जिम्मेदारी बनती है। यदि धीरे—धीरे ऐसा ही होता रहा तो भाजपा का वह नारा कामयाब हो जाएगा जिसमें उसने कहा था कि देश को कांग्रेस मुक्त कराना है। यह ठीक है कि कांग्रेस की स्थापना ए. ओ. ह्यूम नामक अंग्रेज नौकरशाह अपनी नीति और दूरदर्शी सोच को बनाए रखने के लिए की थी, लेकिन धीरे—धीरे कांग्रेस एक ऐसा संगठन बन गया जिसके सदस्यों ने जमकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया। यहां कद की बात इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि आजादी की लड़ाई के जरिये अंग्रेजों से सत्ता वापस लेने में जिन्होंने बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया, वह थे मोहनदास करमचंद गांधी। उन्होंने कांग्रेस में कोई पद नहीं स्वीकार किया था, बल्कि उनका कद ही इतना बड़ा था कि उस काल के सभी पद उनके कद के सामने बौने हो गए थे। उसी तरह आज यदि पंजाब के किसी राजनीतिज्ञ के कद की बात करें तो सरदार प्रकाश सिंह बादल और दूसरे कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे नेताओं का नाम ही इस सूची में शामिल किया जाता है। ऐसे कद्दावर नेता को साजिश करके, अपमानित करके बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसका हश्र क्या होगा, यह तो चुनाव के बाद भी पता चलेगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह तीनों नए कृषि कानूनों पर बात करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह से समय लिया है। कैप्टन अपने साथ 25 कृषि विशेषज्ञों के लेकर दिल्ली आ रहे हैं। दिल्ली में यदि उनकी भेंट गृहमंत्री से हो जाती है तो निश्चित रूप से कुछ—न—कुछ हल जरूर निकलेगा। इसमें यदि वह सफल हो जाते हैं तो यह उनके कद को फिर बड़ा ही करेगा। इसी असमंजस में वर्तमान सत्तारूढ़ कांग्रेस दल में खलबली मची है। कैप्टन के इस आक्रामक रुख को देखते हुए कांग्रेसियों ने भी हमले शुरू कर दिए हैं। पंजाब के फूड एवं सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा कि कैप्टन ने अब तक इतना इंतजार क्यों किया? वह सीएम रहते कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए दिल्ली क्यों नहीं गए? उन्हें कौन रोक रहा था? तब अगर इसका हल निकलवा देते तो उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटने की जरूरत नहीं पड़ती। पंजाब कांग्रेस में इस वक्त बड़ी हलचल मची है। इस वजह से पहले विधायकों और मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया, अब अचानक मुखमंत्री चरणजीत चन्नी को भी राहुल गांधी का बुलावा आ गया। चन्नी उस वक्त रोपड़ के किसी कार्यक्रम में गए थे। वहां से वह तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस हलचल को कैप्टन अमरिंदर सिंह के सियासी दांव के साथ अरुसा आलम के विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। अरुसा विवाद को लेकर कांग्रेस हाईकमान खासा नाराज बताया जा रहा है। खासकर, इस विवाद में कैप्टन ने सोनिया गांधी को घसीट लिया जिसके बाद दिल्ली में हलचल बढ़ गई। इसी कारण से पहले डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा को दिल्ली तलब किया गया था। माना जा रहा है कि उन्हें इस मुद्दे पर कांग्रेस हाईकमान की खरी—खरी बातें सुननी पड़ीं। रंधावा ने ही अरुसा के आईएसआई कनेक्शन के जांच की बात कहकर विवाद शुरू किया था। इस पूरे प्रकरण की नींव में नवजोत सिद्धू भी बताए जा रहे हैं। पंजाब में चुनाव को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू से मीटिंग की थी जिसमें सिद्धू ने भी अरुसा विवाद को लेकर एतराज जताया। इसके अलावा डीजीपी और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति पर सवाल उठाए। सिद्धू ने हाईकमान को बताया कि पंजाब में सरकार हाईकमान के 18 सूत्रीय एजेंडे पर काम नहीं कर रही। माना जा रहा है कि इसके बाद ही संगठन की शिकायत पर सरकार को दिल्ली बुलाया गया। पिछले दिनों एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान सूबे के पूर्व मुखमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह हमेशा सैनिक तरह लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब से सिद्धू सीन में आए हैं, कांग्रेस की लोकप्रियता में 25 प्रतिशत कमी आई है। राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कैप्टन ने कहा कि वह घबवराहट में हैं, इसलिए सभी से मिल रहे हैं। पार्टी में हुए अपने अपमान से तिलमिलाए कैप्टन ने कहा कि हाईकमान उन्हें बदलने का फैसला ले चुका था। इतनी भूमिका बनाना तो केवल दिखावा है। पंजाब का भविष्य क्या होगा, इस पर विशेषज्ञ चिंतित हैं, क्योंकि अगले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के सर्वे सर्वा दिल्ली के मुख्यमंत्री सूबे पर अपना कब्जा जमाने के लिए तैयार बैठे हैं। ऐसा नहीं है कि अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल चुप रहकर सत्ता किसी और के हाथ में सहजता से जाने देंगे। फिर रही भाजपा की बात, फिलहाल तो भाजपा अकाली गठबंधन के कारण ही पंजाब में सत्तासीन रही है, लेकिन अब अकाली-भाजपा गठबंधन टूटने के बाद दोनो दलों को अपनी नीति में बदलाव करके सत्ता पर काबिज होने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाली है। फिर उस दल की बात होगी, जिसका गठन करने का एलान कैप्टन अमरिंदर सिंह कर चुके हैं और वह यह भी कह चुके हैं कि उनकी पार्टी अपना उम्मीदवार सभी सीटों पर उतारेगी। वैसे कांग्रेस वह दल है जिसमे कुछ—न—कुछ ज्वार भाटा इसके प्रारंभकाल से ही आता रहा है। कई बार इस दल से बहुत बड़े बड़े राजनीतिज्ञ अलग हुए। उनके अलग—थलग होने पर कयास लगाया जाने लगा था कि इस दल का भविष्य खतरे में है, लेकिन सब कयासों को धता बताते हुए फिर से कांग्रेस पुनर्जीवित होती रही है और कुछ देर से ही सही, देश की जनता का विश्वास जीतती रही है। यह प्राकृतिक नियम और आम मानसिकता होती है की जब कोई बुलंदियों पर रहकर सत्तारूढ़ होता है तो सामने वाले उसकी नजर में बौने हो जाते हैं। जिन्हें हम सत्ता में मदांध कह सकते हैं, लेकिन जनता हर किसी को जांचती-परखती है, लेकिन जिस दिन उन्हे उस मदांध को समझाना होता है, औकात दिखाना होता है, वह उसे सत्ताच्युत करने में देर नहीं करती। चाहे कोई कितना ही बड़ा राजनीतिज्ञ क्यों न हो। यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह सत्ताच्युत होने से पहले इन बातों को सोचा होता तो आज 79 वर्ष की उम्र में उनके लिए नई पार्टी बनाने की नौबत ही नहीं आती। जैसा कि कैप्टन का दावा है कि कई विधायक उनके संपर्क में हैं, तो सच में वह उनके समर्थक या शुभचिंतक नहीं होंगे, लेकिन ऐसे राजनीतिज्ञ होंगे जो जरूर मौकापरस्त होंगे तथा उन्हें बरगला रहे हैं। सत्ता को सभी सलाम करते हैं, क्योंकि ऐसे लोग कम होते हैं जो हर परिस्थिति में व्यक्ति विशेष का साथ दे। कहा तो यह भी जाता है कि सत्ताच्युत व्यक्ति का साथ कोई नहीं देता। देखना यह होगा कि कैप्टन किस आश्वासन पर इतना बड़ा कदम उठा रहे हैं और यदि उनका भरोसा पक्का है तो इसका परिणाम क्या होता है, यह देखने के लिए हमें इंतजार करना होगा। और अंत में कांग्रेस यदि अपने सत्तासीन राज्यों में अपने ही षड्यंत्रकारियों बहकावे में आकर अपने जमे जमाए सरकार को छेड़ती रही तो निश्चित रूप से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की यह बात सच हो जाएगी जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘राहुल गांधी मोदी को सत्ता से हटाने के भ्रम में न रहें, राजनीति में दशकों तक ताकतवर भाजपा बनी रहेगी।’ अब यदि कांग्रेस को प्रशांत किशोर की गणना को गलत साबित करना है तो उसे गंभीर आत्म मंथन जरूर करनी पड़ेगी अन्यथा इस बार यदि फिर कांग्रेस गिरती है तो उसका संभाल पाना दूर दूर तक आसान नहीं दिखाई देता है । लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं और यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/violence-in-kashmir-migrant-workers-nitish-kumar-opinion/1888579/,हत्या के बाद पलायन और नीतिश सरकार का ‘राग कश्मीरी’,"हत्या के बाद पलायन और नीतिश सरकार का ‘राग कश्मीरी’ समझ में नहीं आता कि बिहार के नेताओं के मन में मजदूरों के प्रति इतना प्रेम कैसे आज उमड़ आया है। उनके राज्य से पलायन नहीं हो, उनके यहां से पलायन रुके, इसके लिए कोई प्रयास तो किसी भी सरकार द्वारा आज तक किया नहीं गया। Written By निशिकांत ठाकुर नई दिल्ली Updated: October 23, 2021 12:25:53 pm पलायन करने के लिए जम्मू रेलवे स्टेशन की ओर जाती प्रवासी मजदूर। फोटो क्रेडिट- एपी कश्मीर से एक बार फिर मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। पलायन करने वालों की शिकायत स्थानीय लोगों से नहीं, बल्कि उनसे है जो चाहते हैं भारत हिंदू-मुस्लिम के बीच उलझा और बंटा रहे, जिससे आतंकी उनके बीच की दलाली करके अपना उल्लू सीधा करता रहे। अगर ऐसे लोग हमारे बीच के स्लीपर सेल जैसा काम कर रहे हैं तो वह वाकई देशद्रोही हैं। उन्हें अबतक ढूंढा क्यों नहीं जा सका है? यदि ढूंढा नहीं जा सका है तो यह कमी किसकी है? अब तो वह केंद्र शासित प्रदेश है, इसलिए कार्रवाई करने का पूरा अधिकार केंद्र सरकार का ही है। इतनी सशक्त होते हुए भी ऐसी क्या मजबूरी है कि इस पलायन और हत्याओं को रोकने के लिए सरकार कोई कठोर कदम क्यों नहीं उठा रही है। भारत का स्वर्ग कहलाने वाला कश्मीर आज कहां पहुंच गया! हां, यह ठीक है कि दुर्गम बॉर्डर होने के कारण और पड़ोसी पाकिस्तान के कारण यह राज्य शुरू से ही विवादित रहा है, जिसके कारण बार—बार आतंकियों का कहर इस राज्य की जनता झेलती रही है। आखिर कैसे हो इसका स्थायी इलाज, इस पर तो उच्च पद पर बैठे नीति—निर्माता राजनीतिज्ञ और नौकरशाह अपनी नीति तो बना ही रहे होंगे। इसका अंत तो होगा ही, लेकिन कब तक? यह बात किसी की समझ में नहीं आ रही है। कश्मीर में पांच अक्टूबर के बाद से पांच मजदूरों की हत्या हो चुकी है। इनमें बिहार के चार मजदूर और रेहड़ी वाले भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश का एक मुस्लिम कारपेंटर भी मृतकों में शामिल है। इससे पहले एक स्थानीय सिख और हिंदू शिक्षक की हत्या कर दी गई थी। मशहूर दवा कारोबारी कश्मीरी पंडित मक्खनलाल बिंद्रू को भी आतंकियों ने मार डाला था। लगातार हो रहे टारगेट किलिंग से वहां बाहरी लोगों और मजदूरों में डर का माहौल है। ऐसे में भारी संख्या में जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे मजदूरों के राज्य से पलायन की खबरें आ रही हैं। हालांकि, सामान्य तौर पर सैकड़ों मजदूर सर्दियां शुरू होने और दीपावली के त्योहार पर अपने घर लौटते हैं, लेकिन राज्य में हिंसा बढ़ जाने से वे पहले ही वहां से निकलने की कोशिश में हैं। जम्मू-कश्मीर में चल रहे कई विकास परियोजनाओं में करीब 90 फीसदी दूसरे राज्यों के मजदूर निर्माण कार्यों में लगे हुए हैं। सिर्फ कश्मीर घाटी में ही पांच लाख दूसरे राज्य के मजदूर हैं। अनुमान के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में बाहर से तीन से चार लाख मजदूर हर साल काम के लिए घाटी जाते हैं। उनमें से अधिकांश सर्दी की शुरुआत से पहले चले जाते हैं, जबकि कुछ साल भर वहीं रह जाते हैं। वहां के हर जिले में बिहार और यूपी के मजदूर ही कार्यरत हैं। लोगों के जेहन में इन हिंसक घटनाओं को लेकर कई सवाल उमड़—घुमड़ रहे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि क्या राज्य के हालात फिर से 90 के दशक जैसे हो रहे हैं? क्या घाटी से कश्मीरी पंडितों और राज्य के अल्पसंख्यकों का पलायन फिर शुरू हो जाएगा? जम्मू के कश्मीरी पंडितों के कैंप में रह रहे एक पीड़ित की मानें तो महज दो दिन में घाटी के कश्मीरी पंडित और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग 150 परिवारों ने जम्मू में शरण ली, क्योंकि घाटी के हालात 90 के दशक से भी ख़राब होते जा रहे हैं। वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों की आंखों में खौफ़ साफ़ झलकता है। घाटी में सिर्फ़ एक हफ़्ते के दौरान सात लोगों की हत्या कर कर दी गई। कश्मीर में हिंदू और सिख शायद वर्ष 2000 के शुरुआती दशक के बाद सबसे ज़्यादा ख़ुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, तब कम से कम दोनों समुदायों के 50 लोगों को अलग-अलग दो नरसंहारों में मार दिया गया था। हाल में कश्मीर में चार ग़ैर मुसलमानों समेत सात आम नागरिकों की हत्या हुई, जिसके बाद यह डर फैलने लगा है कि कहीं घाटी में एक बार फिर 1990 के दशक जैसी स्थिति न पैदा हो जाए। उस दौर में हज़ारों की संख्या में कश्मीरी पंडित घाटी में अपना घर-बार छोड़कर पड़ोसी राज्यों में जा बसे थे। साल 1990 में घाटी में चरमपंथ बढ़ने के बाद केवल 800 कश्मीरी पंडितों के परिवार ही ऐसे थे, जिन्होंने यहां से न जाने का फ़ैसला किया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कश्मीर से आतंक के खात्मा के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एक अलग ही मांग रख दी है। जीतन राम मांझी ने ट्वीट किया कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर को बिहार के लोगों को सौंप दें। वे लोग 15 दिनों में स्थिति सुधार देंगे। जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा बिहार के मजदूरों की हत्या को लेकर बिहार का विपक्ष राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर है। दरअसल, नीतीश सरकार ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार की बिहारवासियों पर डबल मार पड़ रही है। बिहार में नौकरी-रोजगार देंगे नहीं, बाहर जाओगे तो मार दिए जाओगे। उन्होंने आगे कहा- नीतीश कुमार जी एक बिहारी की जान की कीमत दो लाख रुपये लगाकर बिना कोई संवेदना प्रकट किए चले जाएंगे। सर्पदंश और ठनका (बज्रपात) से मौत पर बिहार सरकार चार लाख रुपये का मुआवज़ा देती है, लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी मजदूरों को आतंकियों द्वारा मार देने पर दो लाख रुपये देती है। गजब! ‘अन्याय के साथ विनाश’ ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है। तेजस्वी ने इसको लेकर पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक खुला पत्र भी लिखा था। पत्र में उन्होंने धारा-370 को लेकर मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला था। तेजस्वी ने लिखा था कि- ‘अपनी सरकार की नाकामी को छुपाने के लिए आप बड़ी बनावटी मासूमियत से” प्रवासी मजदूर ” शब्द पर आपत्ति जताते हैं, लेकिन पलायन के ज़हर को गरीब बिहारवासियों के जीवन से हटाने का कोई ईमानदार प्रयास नहीं करते। ऊपर से आपकी सरकार ने तो खूब दावा किया था कि धारा—370 हटने से आतंकवाद का घाटी से अंत हो जाएगा। खूब उछलकूद कर आपकी पार्टी ने बिना सोचे—समझे लिए गए इस कदम का देश के लिए ऐतिहासिक दिन बताकर समर्थन किया था। जब सब कुछ इतना सामान्य हो चुका था तो क्यों आपकी सरकार में बैठे लोग दबी जुबान जम्मू—कश्मीर जाकर रोजगार तलाशने के लिए श्रमिकों की ही आलोचना कर रहे हैं? संभव है कि आपकी सरकार के द्वारा ज़मीनी हकीकत से दूर किए गए दावों के प्रभाव में ही इन श्रमिकों ने जम्मू कश्मीर जाने का मन बनाया हो। इधर, तेजस्वी को जवाब देते हुए बिहार के उप मुख्‍यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के द्वारा जो कायराना हरकत की जा रही है, उसको लेकर बिहार और केंद्र सरकार गंभीर है। नीतीश कुमार और मैंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की है और सुरक्षा के सभी कदम उठाए जा रहे हैं। गैर कश्मीरियों की सुरक्षा के लिए विशेष कैंप बनाए जा रहे हैं। हम सबको मिलकर इस कायराना हरकत का जवाब देना है। उन्होंने आगे कहा— जम्मू कश्मीर में धारा—370 के समाप्त होने के बाद आतंकियों की हताशा और बौखलाहट सामने आ रही है। उन्होंने कहा, तेजस्वी यादव को धारा—370 समझने में काफी समय लगेगा। समझ में नहीं आता कि बिहार के नेताओं के मन में मजदूरों के प्रति इतना प्रेम कैसे आज उमड़ आया है। उनके राज्य से पलायन नहीं हो, उनके यहां से पलायन रुके, इसके लिए कोई प्रयास तो किसी भी सरकार द्वारा आज तक किया नहीं गया। चाहे लॉकडाउन में पलायन हो या महाराष्ट्र में अपमानित होकर वहां से भागने की बात या अभी शुरू हुए कश्मीर से पलायन… बिहार की निर्लज्ज और बेशर्म सरकार को इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। होता यह है कि ये नेतागण कुछ हादसा होने के बाद राज्य की जनता का विश्वास जीतने के लिए, उनके मन को भरोसा दिलाने या इस तरह भी कह सकते हैं कि उन्हें ठगने के लिए इस प्रकार का प्रलाप करने लगते हैं जिससे लोगों के मन में यह विश्वास जागे कि उनके लिए सरकार सजग है । लेकिन, दुर्भाग्य तो यह है वह अपने राज्य से पलायन कैसे रोकें, इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई करती नजर नहीं आती। यदि ऐसा हुआ होता हो बिहार में कई उद्योग लग गए होते और लाखों अपमानित प्रवासी अपने राज्य के विकास में योगदान दे रहे होते। लेकिन, आजादी के बाद से आज तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। बिहार में रोजगार का परिदृश्य यह है कि सरकार मजदूरों को विकल्प दे पाने में अब तक विफल रही है। पलायन सबसे गरीब लोगों को प्रभावित करता है या फिर कम—से—कम गरीबी और पूर्ण निर्भरता के दलदल को और खतरनाक बना देता है। मार्च में लॉकडाउन के बाद से यह दूसरा मौका है, जब बिहार बड़े पैमाने पर पलायन का सामना कर रहा है। सात महीने के बाद लोग बिहार से फिर एक अनिश्चितता की ओर बढ़ रहे हैं। इसका जवाब है बिहार सरकार के पास? लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं और यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/education-in-india-a-difficult-task-need-more-govt-efforts/1878462/,‘पढ़ेगा’ तभी तो आगे बढ़ेगा देश,"‘पढ़ेगा’ तभी तो आगे बढ़ेगा देश किसी भी देश का भविष्य उस देश के युवाओं पर निर्भर करता है। ऐसे में अगर आज की पीढ़ी शिक्षा से वंचित रहती है तो इसका नुकसान भविष्य में भारत को ही उठाना होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत की वयस्क साक्षरता दर 74-75 प्रतिशत है, जो दुनिया भर में औसत 86 प्रतिशत से नीचे है। Written By निशिकांत ठाकुर नई दिल्ली Updated: October 16, 2021 12:19:38 pm पिछले दिनों एक साक्षात्कार में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अशिक्षित वर्ग के लोगों को देश पर एक बोझ बताया। गृह मंत्री ने कहा, एक अनपढ़ व्यक्ति अच्छा नागरिक कभी नहीं बन सकता, क्योंकि उसे अपने मौलिक अधिकारों तक की जानकारी नहीं होती। गृह मंत्री ने बिना लाग—लपेट के यह बात कहकर देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। राजनीतिक स्तर पर विपक्षी दल इसकी कटु आलोचना कर रहे हैं। सच तो यह है उन्होंने यह सच ही कहा है, लेकिन यहां प्रश्न यह है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है? राज्य सरकार, केंद्र सरकार या वह अशिक्षित व्यक्ति, जो सरकार द्वारा प्रदत्त समस्त सुविधाएं छोड़कर अशिक्षित रहकर अपमानित जीवन जीना स्वीकार कर लिया जिसे अपने मौलिक अधिकारों तथा संविधान तक का ज्ञान नहीं है? हमारे देश में लोकतंत्र है, जहां प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि सरकार उसकी मदद करे। वह इसलिए क्योंकि हम विकसित नहीं हो सके, क्योंकि विकास का पैमाना ही शिक्षा है। सच में हमारी शिक्षा व्यवस्था उस तरह की बनाई ही नहीं की गई जिस तरह की जरूरत भारतीय समाज को थी। हम जात—पात की राजनीति में उलझे रहे, हम उलझे रहे हिंदू-मुसलमान में, हम उलझे रहे तथाकथित गरीबी हटाने में, लेकिन हमने शिक्षा के गिरते स्तर पर कभी ध्यान ही नहीं दिया। लेकिन, क्या हम इस बात का ही रोना रोते रहें कि आजादी के बाद से ही इसपर ध्यान नहीं दिया गया? क्या हम लकीर पीटते रहें कि पूर्ववर्ती सरकारों के कारण ही शिक्षा का स्तर गिरता रहा? प्रश्न यह है कि हमने या यूं कहिए कि हमारी सरकार ने उसमें सुधार के लिए क्या किया। देश की शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए, शिक्षा के लिए पलायन करने वाले छात्रों को रोकने के लिए क्या किया? प्रश्न बहुत हैं, लेकिन इन प्रश्नों से समस्या का समाधान नहीं होने वाला है। इसी प्रक्रिया में अपने देश के विभिन्न राज्यों के शिक्षा स्तर के समझने के लिए प्रयास किया और जो जानकारी मिली सच में वह चौंकाने वाली है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सर्वेक्षण के अनुसार भारत में साक्षरता के मामले में केरल एक बार फिर पहले पायदान पर रहा है, जबकि आंध्र प्रदेश सबसे निचले स्थान पर है। सर्वेक्षण के अनुसार केरल में साक्षरता दर 96.2 प्रतिशत, जबकि आंध्र प्रदेश 66.4 प्रतिशत है। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के 75वें दौर के तहत जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच ‘परिवारिक सामाजिक उपभोग : भारत में शिक्षा’ पर आधारित इस रिपोर्ट में सात साल या उससे अधिक आयु के लोगों के बीच साक्षरता दर की राज्यवार जानकारी दी गई है। सर्वेक्षण के अनुसार केरल के बाद दिल्ली 88.7 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ दूसरे स्थान पर है। उत्तराखंड 87.6 प्रतिशत के साथ तीसरे, हिमाचल प्रदेश 86.6 फीसदी के साथ चौथे और असम 85.9 प्रतिशत के साथ पांचवे स्थान पर है। दूसरी ओर राजस्थान 69.7 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ सबसे पिछड़े राज्यों में दूसरे स्थान पर है। इसके ऊपर बिहार 70.9, तेलंगाना 72.8 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 73 प्रतिशत और मध्य प्रदेश 73.7 प्रतिशत है। सर्वेक्षण के अनुसार देश की साक्षरता दर 77.7 प्रतिशत है। देश के ग्रामीण इलाकों की साक्षरता दर जहां 73.5 प्रतिशत है, वहीं शहरी इलाकों में यह दर 87.7 प्रतिशत है। राष्ट्रीय स्तर पर पुरुषों की साक्षरता दर 84.7 प्रतिशत, जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 70.3 प्रतिशत है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि सभी राज्यों में पुरुषों की साक्षरता दर महिलाओं से अधिक है। केरल में पुरुषों की साक्षरता दर 97.4 प्रतिशत, जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 95.2 प्रतिशत है। इसी प्रकार, दिल्ली में पुरुषों की साक्षरता दर 93.7 प्रतिशत, जबकि महिलाओं की यह दर 82.4 प्रतिशत है। साक्षरता दर के मामले में पिछड़े राज्यों में भी पुरुषों और महिलाओं की साक्षरता दर में अच्छा-खासा अंतर है। आंध्र प्रदेश में पुरुषों की साक्षरता दर 73.4 प्रतिशत है जबकि महिलाओं (सात साल या उससे अधिक आयु)की साक्षरता दर 59.5 प्रतिशत है। राजस्थान में पुरुषों की साक्षरता दर जहां 80.8 प्रतिशत है, वहीं महिलाओं की साक्षरता दर 57.6 प्रतिशत है। बिहार में भी पुरुषों की साक्षरता दर महिलाओं से अधिक है। बिहार में जहां 79.7 प्रतिशत पुरुष साक्षर हैं, वहीं 60 प्रतिशत महिलाएं पढ़ी-लिखी हैं। सर्वे के दौरान देशभर से 8,097 गांवों से 64,519 ग्रामीण परिवारों और 6,188 ब्लॉक से 49,238 शहरी परिवारों के सैंपल लिए गए थे। सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चार प्रतिशत ग्रामीण परिवारों और 23 प्रतिशत शहरी परिवारों के पास कंप्यूटर है। रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण इलाकों में 15 से 29 साल तक की उम्र के लगभग 24 प्रतिशत, जबकि शहरी इलाकों में 56 प्रतिशत लोग कंप्यूटर चला सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे से 30 दिन पहले 15 से 29 साल के बीच के लगभग 35 प्रतिशत लोग इंटरनेट चला रहे थे। ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की दर 25 प्रतिशत, जबकि शहरी इलाकों में 58 प्रतिशत है । किसी भी देश का भविष्य उस देश के युवाओं पर निर्भर करता है। ऐसे में अगर आज की पीढ़ी शिक्षा से वंचित रहती है तो इसका नुकसान भविष्य में भारत को ही उठाना होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत की वयस्क साक्षरता दर 74-75 प्रतिशत है, जो दुनिया भर में औसत 86 प्रतिशत से नीचे है। यह इस सवाल का संकेत देता है कि केंद्र सरकार के ‘बेटी पढाओ, बेटी बचाओ’ अभियान सहित सभी योजनाओं का क्या हुआ? वहीं, साल 2015 में भारत की कुल साक्षरता दर 71.96 प्रतिशत थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक , देश में शहरी जगहों पर अभी भी 35 मिलियन (करीब 3.5 करोड़) बच्चे हैं जो अभी भी स्कूल नहीं जाते हैं, हालांकि शिक्षा का अधिकार कानून 14 साल की उम्र तक के बच्चों को स्कूल जाने के लिए अनिवार्य बनाता है। बच्चों का स्कूल न जाने वजह स्कूल की अतिरिक्त फीस माना गया है। अच्छी शिक्षा के लिए कई छात्रों को काफी फीस देनी पड़ती है जो ज्यादातर परिवार के बजट से बाहर होती है। आंकड़े बताते हैं कि 80 से 90 मिलियन बच्चे स्कूल की फीस का भुगतान करने के लिए बाहरी वित्तीय सहायता जैसे लोन और स्कॉलरशिप पर निर्भर हैं। बच्चों को कम उम्र में ही शिक्षा प्राप्त करने के लिए कई जतन करने पड़ते हैं। ऐसे में सरकार को सोचना चाहिए कि हर घर में कितनी सुलभ तरीके से शिक्षा को पहुंचाया जा सकता है। सरकार को इस प्रश्न पर गौर करना ही चाहिए कि हम शिक्षा को कैसे सर्वसुलभ बना सकते हैं, ताकि देश का शत—प्रतिशत आमजन उसका लाभ उठा सके, क्योंकि यदि अब भी समाज का हर व्यक्ति शिक्षित नहीं होगा तो सच में वह अपने मौलिक अधिकार को कैसे समझ सकेगा और जब तक वह अपने मौलिक अधिकार को समझ नहीं सकेगा, हिंदुस्तान ‘विश्वगुरु’ की उपाधि से कैसे विभूषित हो सकेगा। इस महान उद्देश्य के लिए चुनती तो सरकार को ही स्वीकार करनी होगी, चाहे वह केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार। लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं और यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/vijay-dashmi-dussehra-condition-of-ravan-village-bisarakh/1877494/,"‘सोने की लंका’ वाले रावण के गांव में सड़क तक नहीं, दशहरे पर ग्रेटर नोएडा का बिसरख मना रहा शोक!","‘सोने की लंका’ वाले रावण के गांव में सड़क तक नहीं, दशहरे पर ग्रेटर नोएडा का बिसरख मना रहा शोक! कहा जाता है कि विश्रवा ऋषि (रावण के पिता) ने यहां मंदिर में शिवलिंग की स्थापना की थी। पूर्व में डाकू से राजनीति में आने वालीं फूलन देवी ने मंदिर में बाउंड्री आदि का काम करवाया था। Written By जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली October 15, 2021 3:50:51 pm मयंक दीक्षित यूं तो ग्रेटर नोएडा की पहचान अंग्रेजी नामों पर बनी बहुमंजिला इमारतें हैं, लेकिन यहां के बिसरख गांव का पौराणिक महत्व भी है। कहा जाता है कि इस गांव में रावण का जन्म हुआ था। माना जाता है कि रावण के पिता विश्रवा ऋषि के नाम पर ही गांव का नाम ‘बिसरख’ पड़ा। सोने की लंका में शासन करने वाले रावण की जन्मभूमि में विकास का ‘दहन’ हो चुका है! मंदिर जाने के लिए सड़क के नाम पर धूल भरी गली है, जो बरसात में नो ‘एंट्री जोन’ हो जाती है। मंदिर के महंत रामदास बताते हैं कि शायद ‘रावण की जन्मभूमि’ होने के चलते सरकार यहां काम कराने से कतराती है, जबकि ये गांव श्रीराम का भी परमभक्त है। घरों में खीर-पूड़ी और ‘शोक’ ‘शिव मंदिर’ के महंत रामदास बताते हैं कि बिसरख गांव में दशहरे के दिन सूनापन रहता है। नई पीढ़ी भले ही आगे बढ़ गई हो लेकिन यहां के पुराने लोग शोक मनाते हैं। घरों में खीर-पूड़ी का भोज किया जाता है। आम दिनों की तरह मंदिर में चहल-पहल ना के बराबर ही होती है। महंत का कहना है कि रावण इस गांव का बेटा था और है, इसलिए लोग उसका पुतला फूंकना तो दूर, ये सब देखकर भी दुखी हो जाते हैं। बिसरख का प्राचीन शिव मंदिर फूलन देवी ने संवारी थी सूरत कहा जाता है कि विश्रवा ऋषि (रावण के पिता) ने यहां मंदिर में शिवलिंग की स्थापना की थी। पूर्व में डाकू से राजनीति में आने वालीं फूलन देवी ने मंदिर में बाउंड्री आदि का काम करवाया था। महंत रामदास बताते हैं कि बिना सरकारी मदद के वे गांववालों के साथ मिलकर यहां की देखरेख करते हैं. मंदिर परिसर 2 एकड़ में फैला है। यहां गौशाला भी है, जहां 50-60 गायें रहती हैं। महंत का कहना है कि गौशाला और गायों की बेहतरी के लिए सरकार से गुहार लगाते रहे हैं। महंत रामदास ने बताया कि लोगों ने कहानियां बना दीं कि यहां जिसने भी रावण दहन किया, उसके साथ बुरा हुआ. उन्होंने कहा कि लोगों ने रावण और उसके गांव को बदनाम करने के लिए कहा कि यहां राम बोलने पर झगड़े हो जाते हैं, जो कि अफवाह है. महंत बताते हैं कि मैं करीब 35 सालों से रावण की जन्मभूमि पर हूं, यहां राम तो पूज्यनीय हैं ही, साथ ही रावण का भी सम्मान है. उनके मुताबिक, यहां 35-40 सालों से न तो रामलीला का आयोजन हुआ, न ही रावण दहन किया गया। गांववालों को ‘गर्व’ बिसरख के बड़े व्यवसायी रूप सिंह बताते हैं कि गांव में दशहरे का आयोजन भले ही दूसरी जगहों जैसा न हो लेकिन गांव में खुशहाली है। वह बताते हैं कि गांव में खाली जमीनों पर कभी किसी ने रामलीला या रावण दहन जैसे आयोजन के लिए संपर्क नहीं किया. बिसरख रावण का गांव है लेकिन यहां वैमनस्य, राम के प्रति किसी तरह का द्वेष नहीं है. यहां लोगों को मलाल है तो बस इस बात का कि सरकार इसे मान्यता के साथ-साथ पहचान दे और सोने की लंका वाले रावण के गांव में पुष्पक विमान न सही, अपने वाहन से लोग सकुशल पहुंच सकें। (लेखक मीडियाकर्मी के तौर पर कार्यरत हैं और ये उनके निजी विचार हैं)",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/blog/assassination-of-mahatma-gandhi-daily-know-reality-about-bapu/1867690/,अब तो रोज हो रही गांधी की हत्या,"अब तो रोज हो रही गांधी की हत्या 2 अक्टूबर को देश के दो महापुरुषों का जन्म हुआ था। दोनों के कृत्य भारत को गौरवान्वित करते हैं। फिर महात्मा गांधी के प्रति मन में इतना जहर क्यों और कैसे भर गया? Written By निशिकांत ठाकुर October 9, 2021 10:25:57 am महात्‍मा गांधी। फाइल फोटो। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी यदि जीवित होते तो आज 152 वर्ष के हो गए होते और 2 अक्टूबर को अपना जन्मदिन मना रहे होते। लेकिन, 30 जनवरी, 1948 को उनकी हत्या कर दी गई जिसे आज लगभग 74 वर्ष हो गए हैं। अब तक जैसा मैंने देखा कि आम लोगों के मन में गांधी जी के प्रति असीम श्रद्धा है। एक तरह से भारतीय जनमानस उन्हें पूजता है, लेकिन एक विचित्र बात पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रही है। वह यह कि समाज के कुछ प्रबुद्ध नागरिक उनके विचारों के प्रति, उनके द्वारा किए गए कार्यों के घोर आलोचक हो गए हैं। किसी के गुण-दोष पर आलोचना करना गलत नहीं है, लेकिन किसी का चरित्र हनन करना हमारी अज्ञानता को ही दिखाता है। 2 अक्टूबर को देश के दो महापुरुषों का जन्म हुआ था। दोनों के कृत्य भारत को गौरवान्वित करते हैं। फिर महात्मा गांधी के प्रति मन में इतना जहर क्यों और कैसे भर गया? देश की आजादी के लिए उनका स्वार्थ केवल इतना था कि जिस देश में उनका जन्म हुआ, वह परतंत्रता की बेड़ी से आजाद हो और यहां के नागरिक गुलामी और अपनी कुंठा से बाहर निकले। उनके बच्चे आजाद देश के नागरिक हों। गांधी जी तो दक्षिण अफ्रीका में अपनी काबिलियत का खूंटा गाड़ ही चुके थे, डंका बजा ही चुके थे, फिर भारत आकर बार—बार जेल जाकर, डंडा खाकर आजादी के लिए क्यों लड़ते रहे? आज देश में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा, जिन्होंने गांधी जी के आजादी के संघर्षकाल में उनके साथ जुड़ा रहा हो और जीवित हों तथा उनके गुण—दोषों का आंखों देखा हाल बयां कर सके। इतिहास हम पढ़ेंगे नहीं। सुनी—सुनाई बातों में नमक—मिर्च का तड़का लगाकर समाज में उनके प्रति जहर बोएंगे। ऐसे में फिर कोई कैसे कह सकता है कि गांधी की यह कमी थी? चूंकि स्वयं गांधी जी कहा करते थे कि उनका जीवन पारदर्शी है, इसलिए जो भी कार्य उनके द्वारा किया जाता है, वह सार्वजनिक है। इसलिए आलोचक जो भी कहें, इतिहास को जानने वाले उसे फिर भी आंखें बंद करके स्वीकार नहीं कर लेंगे। लेकिन हां, मन में गंदगी तो भर ही देंगे, क्योंकि उसका खंडन करने के लिए अब स्वयं गांधी जी तो आएंगे नहीं। निश्चित रूप से ऊंचाइयों पर जो पहुंचता है, उसमें कुछ विशेष गुण होते हैं, लेकिन जो आसपास के लोग उन तक नहीं पहुंच पाते, वह कुंठित हो जाते हैं और उसी प्रकार के आलोचक हो जाते हैं जिस प्रकार आज समाज में महात्मा गांधी के आलोचक कुकुरमुत्तों की तरह निकल कर अपने को समाज में स्थापित करना चाहते हैं। हम उन्हीं महात्मा गांधी की बात कर रहे हैं जिनकी चर्चा अभी हाल में हुए प्रधानमंत्री के अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस कर रहे थे। महात्मा गांधी कभी अमेरिका नहीं गए और न ही राष्ट्रपति बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मिले, लेकिन उनका नाम विश्व के मानस पटल पर इतना गहरा है कि कोई भारत का उल्लेख उनके नाम से किनारा करके नहीं कर सकता। गांधी आजाद भारत के सर्वकालिक नायक थे, हैं और रहेंगे। हां, यह ठीक है कि इसी तरह के कुंठित मानसिकता वाले समाज के नाथूराम गोडसे ने उनकी हत्या कर दी, लेकिन उससे क्या हुआ? गांधी भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में आज भी अमर हैं और आगे भी रहेंगे। नेटाल दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी की गिरफ्तारी पर गिरिराज किशोर अपनी कालजयी पुस्तक ‘पहला गिरमिटिया’ में लिखते हैं, ‘मोहनदास की गिरफ्तारी की खबर आग की तरह सब तरफ फैल गई थी। हजारों की तादात में लोग अपने अपने काम छोड़कर बाहर निकल आए थे। पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण… सब तरफ मोहनदास की गिरफ्तारी का विरोध चालू हो गया था। जेल जाते समय मोहनदास ने अपने साथियों को समझाकर एक बात कही थी, हमारा आंदोलन सही दिशा में जा रहा है। ज्यादा मजदूर जुड़ेंगे तो उनका खर्चा उठाना मुश्किल हो जाएगा। पूरे दक्षिण अफ्रीका में साठ हजार मजदूर काम कर रहे हैं। अब मजदूर काम छोड़कर चले आएंगे तो कैसे उनका परिवार रोटी खाएगा और कैसे हम उनका खर्च उठाएंगे? खानों में काफी मजदूर हैं, उनसे हमारा संपर्क भी है। अनुशासन की समस्या भी गंभीर हो सकती है। ज्यादा भीड़, यानी ज्यादा लापरवाही और ज्यादा अनुशासनहीनता।’ यह तो गांधी जी के विचारों एवं उनकी निश्छलता की बानगी भर है। महात्मा गांधी की भारत में राजनीतिक यात्रा सबसे पहले चंपारण के अंग्रेजों से नील की खेती से पीड़ित किसान राजकुमार शुक्ला के बुलाने पर शुरू हुई। इस पर महात्मा गांधी अपने ऑटोबायोग्राफी में लिखते हैं, ‘मुझे यह स्वीकार करना पड़ेगा कि इस जगह का नाम तक मुझे पता नहीं था। चंपारण की भौगोलिक स्थिति की जानकारी होना तो दूर की बात थी और मुझे नील की खेती का ज्ञान भी नहीं था। कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि चंपारण में इसका उत्पादन और खेती करने से किसानों को कितनी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता था।’ यहीं पर गांधी जी की भेंट आचार्य कृपलानी और डॉ. राजेंद्र प्रसाद से हुई थी। इस प्रकार सौ वर्षों से चली आ रही तिनकठिया प्रणाली का खात्मा हुआ और दुष्ट अंग्रेज मालिकों के राज का अंत हुआ । किसान जो अभी तक दबे हुए थे, अब वह किसी तरह से अपने पैरों पर खड़े थे और यह जो अंधविश्वास था कि नील का दाग कभी धोया या मिटाया नहीं जा सकता है, उसका भांडा फूट गया था।’ ऐसे थे महात्मा गांधी, जो किसी भी समस्या का समूल निदान करते थे। इतिहासकार रामचंद्र गुहा कहते हैं कि ‘कुछ लोग महात्मा गांधी की काफी तारीफ करते हैं, उसी तरह कुछ लोग उन्हें नापसंद भी करते हैं। उसी तरह की बात उस भीमकाय संस्था के बारे में भी की जाती है जिसे ब्रिटिश राज के नाम से जाना जाता है। आखिरकार अंग्रेजों ने अगस्त 1947 में हिंदुस्तान छोड़ दिया था, उसके महज साढ़े पांच महीने बाद ही गांधीजी कि हत्या कर दी गई। ब्रिटिश राज के खात्मे के बाद उसके सबसे मशहूर विरोधी की मृत्यु इतनी जल्दी हो गई कि इसने इतिहास लेखन पर अपना एक निश्चित प्रभाव डाला। इस बारे में निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि यदि गांधी जी ज्यादा दिनों तक जिंदा रहते तो इतिहासकारों ने आजाद भारत के इतिहास लिखने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई होती।’ विश्व के ऐसे गिने—चुने राजनेता हैं जिनके लिए दुनियाभर के इतिहासकारों ने इतना लिखा हो, लेकिन यह बात भारतीय आलोचक गांधी जी के लिए शायद नहीं जानते हों, पर यह भी हो सकता है कि प्रचार पाने की भूख मिटाने के लिए वह यह तरकीब अपनाते हों। जो भी भी हो, उन आलोचकों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। जवाहर लाल नेहरू कहते हैं, ‘भारत के भविष्य की इमारत यदि तैयार करना चाहते हैं, जो मजबूत और खूबसूरत हो तो हमें गहरी नींव खोदनी पड़ेगी, क्योंकि भारत एक संस्कृत शब्द हैं और इसके परंपरागत संस्थापक के नाम से निकला हुआ है।पंडित जवाहरलाल नेहरू आगे कहते हैं ‘ गांधी जी उस प्रवाह की तरह थे, जिसने हमारे लिए पूरी तरह से फैलना और गहरी सांस लेना संभव बनाया । वह रोशनी की उस किरण की तरह थे , जो अंधकार में पैठ गई और जिसने हमारे सामने के परदे हटा दिया । वह उस तूफान की तरह थे , जिसने बहुत सी चीजों को, खासतौर से मजदूरों के दिमाग को उलट पलट दिया। गांधी जी कहीं ऊपर से आए हुए नहीं थे , बल्कि हिंदुस्तान के करोड़ों आदमियों की आबादी से ही उपजे थे । उनकी भाषा वही थी, जो आम लोगों की थी । उनके कारण तब राजनीतिक आजादी की एक नई शक्ल सामने आई और उसमे एक नया अर्थ पैदा हुआ । ‘ यह और कोई नहीं हमारे बापू मोहन दास करमचंद गांधी अर्थात महात्मा गांधी-राष्ट्रपिता गांधी ही थे । सच तो यह है कि गांधीजी के विचारों और उनकी महानताओं के विषय पर एक लेख लिखकर खत्म नहीं किया जा सकता यह तो सूर्य को दीप दिखाने जैसा है । इसलिए बेपेंदी के आलोचकों से सावधान रहें। लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं और यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं।",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/politics/prashnt-kishor-attacks-rahul-gandhi-and-congress-over-leadership,प्रशांत किशोर का राहुल पर निशाना-कांग्रेस का नेतृत्व किसी का 'दैवीय अधिकार' नहीं,"प्रशांत किशोर का राहुल पर निशाना-कांग्रेस का नेतृत्व किसी का 'दैवीय अधिकार' नहीं प्रशांत किशोर का बयान ऐसे वक्त में आया है जब टीएमसी और कांग्रेस के बीच विपक्ष के नेतृत्व को लेकर खींचतान जारी है. क्विंट हिंदी Published: 02 Dec 2021, 3:00 PM IST पॉलिटिक्स 2 min read i शेयर शेयर शेयर शेयर शेयर टिप्पणियॉ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने एकबार फिर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर हमला बोला है. किशोर ने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि एक विशेष शख्स के पास कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व का दैवीय अधिकार नहीं है. किशोर का बयान ऐसे समय में आया है जब बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व करने को लेकर टीएमसी और कांग्रेस में खींचतान जारी है. ADVERTISEMENT विपक्ष के नेतृत्व पर लोकतांत्रिक तरीक से होने दें फैसलाः प्रशांत किशोर गुरुवार, 2 दिसंबर को किए ट्वीट में किशोर ने लिखा, ''जिस विचार और दायरे का प्रतिनिधित्व कांग्रेस करती है, वह एक मजबूत विपक्ष के लिए काफी महत्वपूर्ण है. लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व करना किसी खास शख्स का दैवीय अधिकार नहीं है. खासकर ऐसे वक्त में जब पार्टी ने पिछले 10 सालों में 90 फीसदी चुनाव हारे हों. विपक्ष के नेतृत्व पर फैसला लोकतांत्रिक तरीके से होने दीजिए''. प्रशांत किशोर का बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि क्योंकि राहुल गांधी कुछ महीनों बाद फिर से कांग्रेस की कमान संभालने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में किशोर का बयान कांग्रेस के अंदर ही राहुल के नेतृत्व को लेकर उठ रहे सवालों को और हवा दे सकता है. कुछ महीने पहले तक कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी निभाने की तैयारी कर रहे किशोर ममता बनर्जी के साथ मिलकर टीएमसी का देशभर में विस्तार कर रहे हैं. इसी कड़ी में वह कांग्रेस को लगातार झटके दे रहे हैं. लुइजिन्हो फलेरो, मकुल संगमा, कीर्ति आजाद, सुष्मिता देव समेत कांग्रेस के कई पुराने और बड़े चेहरों को वो टीएमसी में शामिल करा चुके हैं. ADVERTISEMENT कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं PK इससे पहले अक्टूबर में भी प्रशांत किशोर ने बीजेपी को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी के रवैये पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि शायद राहुल गांधी को लगता है कि यह बस समय की बात है कि लोग उन्हें (बीजेपी) बाहर कर देंगे जबकि ऐसा नहीं होने जा रहा है. मोदी शायद हार भी जाएं पर बीजेपी आने वाले कई दशकों तक भारतीय राजनीति के केंद्र में रहेगी. किशोर ने लखीमपुर खीरी घटना का जिक्र करते हुए भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि लखीमपुर खीरी के जरिए सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) के नेतृत्व में विपक्ष को फिर से खड़ा करने की कोशिश सफल नहीं होगी, क्योंकि कांग्रेस कई गहरी समस्याओं से जूझ रही है, जिसका समाधान तुरंत होना मुश्किल है. ये भी पढ़ें BJP कहीं नहीं जा रही, राहुल गांधी की समस्या कि उन्हें एहसास नहीं- प्रशांत किशोर (हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां) पूरी स्टोरी पढ़िए स्वतंत्र पत्रकारिता को ताकत दें क्योंकि सच जानना आपका हक है राशि चुनें: 500 1800 5000 क्विंट को सपोर्ट करें शेयर शेयर शेयर शेयर शेयर टिप्पणियॉ ADVERTISEMENT क्विंट हिंदी के साथ रहें अपडेट सब्स्क्राइब कीजिए हमारा डेली न्यूजलेटर और पाइए खबरें आपके इनबॉक्स में सब्सक्राइब 120,000 से अधिक ग्राहक जुड़ें! ADVERTISEMENT",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/uttarakhand-elections/uttarakhand-govt-u-turn-on-devasthanam-board-bjp-hindutva-politics-up-election-pushkar-dhami,"उत्तराखंड: देवस्थानम बोर्ड रद्द, BJP राज्य में सिर्फ चुनावी फायदा नहीं देख रही","उत्तराखंड: देवस्थानम बोर्ड रद्द, BJP राज्य में सिर्फ चुनावी फायदा नहीं देख रही उत्तराखंड चुनाव से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री बनाए गए पुष्कर सिंह धामी लगातार लोकलुभावन घोषणाओं की झड़ी लगा रहे हैं मुकेश बौड़ाई Published: 01 Dec 2021, 10:58 PM IST उत्तराखंड चुनाव 4 min read i शेयर शेयर शेयर शेयर शेयर टिप्पणियॉ उत्तराखंड (Uttarakhand) ने पिछले पांच साल में एक ही सरकार के तीन मुख्यमंत्री देख लिए हैं. बीजेपी के तीसरे मुख्यमंत्री चुनावों से पहले घोषणाओं का पिटारा खोल रहे हैं, इतना ही नहीं वो खुद इसका जोर-शोर से प्रचार भी कर रहे हैं. देवस्थानम बोर्ड (Devasthanam Board) को भंग करना भी ऐसी ही लोकलुभावन घोषणाओं में शामिल है. इसी सरकार ने इस बोर्ड का गठन किया था और इसके फायदे गिनाए थे, लेकिन अब चुनाव से ठीक पहले इसे भंग कर दिया है और हैरानी की बात ये है कि अपने ही फैसले को पलटने का क्रेडिट भी लिया जा रहा है. ADVERTISEMENT अपने ही फैसलों को पलटकर वाहवाही लूटने की कोशिश बीजेपी ने अपने बहुचर्चित फॉर्मूले के तहत उत्तराखंड में एक के बाद एक दो मुख्यमंत्रियों को कुर्सी से उतार दिया, चुनाव से ठीक पहले एंटी इनकंबेंसी को कम करने के लिए पार्टी पंडितों ने इसे रामबाण उपाय बताया. नए और युवा मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर सिंह धामी को पिक्चर में लाया गया, जिसके बाद अब ठीक वैसा ही देखने को मिल रहा है जैसे सरकार बदलने पर होता है. जब कोई सरकार बदलती है तो वो पुरानी सरकार के लिए गए 'गलत' फैसलों को ठीक करके जनता को मैसेज देते हैं कि आपने गलत लोगों को चुना था, हम अब उनकी गलतियां सुधार रहे हैं. लेकिन उत्तराखंड में पहले बीजेपी सरकार अपने ही मुख्यमंत्री बदलकर ये सब करने की कोशिश की और अब अपनी ही सरकार के फैसलों को पलटकर जनता की वाहवाही लूटने की कोशिश हो रही है. चौंकाने वाली बात ये है कि इसमें कहीं न कहीं पार्टी कामयाब भी होती नजर आ रही है. नए सीएम ने लगाई घोषणाओं की झड़ी चुनाव से ठीक पहले कुर्सी में बैठने के बाद कुछ महीनों के लिए मुख्यमंत्री बने पुष्कर सिंह धामी ने सिर्फ घोषणाएं करने का काम किया है. लोगों और अलग-अलग समुदायों को खुश करने के लिए योजनाओं की ऐसी झड़ी लगी है, जो शायद चुनावों तक भी खत्म न हो. हालांकि उनके पास इसके अलावा ज्यादा विकल्प भी नहीं बचे हैं, क्योंकि उन्हें इस चुनावी टी-20 के आखिरी ओवर में उतारा गया है. खुद सीएम धामी ने ये स्वीकार किया है कि वो अब तक 500 से ज्यादा ऐसे फैसले ले चुके हैं. उन्होंने कहा, ""मैंने 4 जुलाई 2021 से मुख्यमंत्री के तौर पर काम करना शुरू किया है, तब से लेकर अब तक पिछले 4 महीने में 400 नहीं बल्कि 500 से भी ज्यादा फैसले लिए हैं. आज यहां पर बहुत योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है."" ADVERTISEMENT देवस्थानम बोर्ड भंग होने से सरकार को कितना फायदा? अब इसमें तो दो राय नहीं है कि चुनाव नजदीक देखते हुए देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का फैसला लिया गया है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर उत्तराखंड सरकार को इससे कितना फायदा होगा? राज्य में पंडितों यानी ब्राह्मण समुदाय के वोट बैंक की अगर बात करें तो ये करीब 25 फीसदी तक है. जबकि ठाकुर वोट 35 फीसदी से ज्यादा है. ऐसे में हमेशा यहां सरकारें ठाकुर-ब्राह्मण का बैलेंस बनाकर चलती हैं. देवस्थानम बोर्ड को लेकर ब्राह्मणों का एक छोटा वर्ग विरोध कर रहा था, जिसमें मुख्य तौर पर चारों धामों के तीर्थ पुरोहित शामिल थे. ऐसे में उत्तराखंड के चुनावों में इसका बहुत बड़ा फायदा तो पार्टी को मिलता नहीं दिख रहा. लेकिन बीजेपी सरकार का ये फैसला सिर्फ राज्य के चुनाव तक ही सीमित नहीं है, इससे पूरे देशभर में हिंदुत्व समर्थक पार्टी वाला मैसेज देने की भी कोशिश की गई है. जो पार्टी हिंदुत्व के नाम पर हर बड़े चुनाव में उतरती है और मंदिरों को लेकर राजनीति करती हो, उसी के खिलाफ बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे धामों के पुरोहित प्रदर्शन कर रहे थे. ये बीजेपी की हिंदुत्ववादी इमेज के खिलाफ जा रहा था. पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले देवस्थानम बोर्ड को लेकर उनका विरोध होना पार्टी के लिए एक बड़े संकेत के तौर पर था. इसीलिए बीजेपी ने दूर की सोच रखते हुए बोर्ड को भंग करने का फैसला किया. इसे यूपी जैसे बड़े राज्य में चुनाव के परपेक्ष में भी देखा जा सकता है. ADVERTISEMENT देवस्थानम बोर्ड को लेकर पहले क्या था सरकार का रुख? अब आपको बताते हैं कि यही सरकार देवस्थानम बोर्ड को लेकर क्यों आई और इसके क्या-क्या फायदे गिनाए गए. नवंबर 2019 में उत्तराखंड सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को मंजूरी दी थी. दिसंबर 2019 में विधानसभा से विधेयक पारित किया गया. तब त्रिवेंद्र सिंह रावत बीजेपी के मुख्यमंत्री थे. त्रिवेंद्र सिंह ने इस बोर्ड को लेकर ये तक कहा था कि उत्तराखंड की स्थापना के बाद ये फैसला सबसे सुधारात्मक फैसलों में से एक है. चारों धामों के साथ कुल 51 मंदिरों को इसमें शामिल किया गया. इस बोर्ड को वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर बनाया गया था. मकसद था कि मंदिरों और चारों धामों में श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं को बेहतर किया जाए. इन तमाम मंदिरों में आने वाले करोड़ों रुपये के चढ़ावे का इस्तेमाल इन सुविधाओं के लिए किया जाए. खुद मुख्यमंत्री ने कहा था कि, ऐसे बोर्ड के गठन के बाद हर जगह सुधार देखने को मिले हैं और जिसे शक है वो इसकी स्टडी कर सकते हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि हर बड़े फैसले का विरोध होता है, इसीलिए हमें विरोध स्वीकार करना चाहिए. यानी इन तमाम दलीलों के साथ बीजेपी की सरकार ने इस बोर्ड का गठन किया और इसे लागू भी किया था. तब भी यही विरोध था और अब भी वही विरोध है. बस फर्क इतना है कि तब प्रचंड बहुमत से उत्तराखंड की सत्ता में आई बीजेपी सरकार के कानों तक ये विरोध की आवाज नहीं पहुंची और अब चुनाव से पहले जब सरकार बड़ी एंटी इनकंबेंसी का सामना कर रही है तो उसे तीर्थ पुरोहितों का हित और पारंपरिक व्यवस्था का खयाल आया है. ये भी पढ़ें उत्तराखंड से 21 साल में कैसे दूर होता चला गया पहाड़, पहले से बदतर हालात क्यों? (हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां) ADVERTISEMENT पूरी स्टोरी पढ़िए स्वतंत्र पत्रकारिता को ताकत दें क्योंकि सच जानना आपका हक है राशि चुनें: 500 1800 5000 क्विंट को सपोर्ट करें शेयर शेयर शेयर शेयर शेयर टिप्पणियॉ ADVERTISEMENT क्विंट हिंदी के साथ रहें अपडेट सब्स्क्राइब कीजिए हमारा डेली न्यूजलेटर और पाइए खबरें आपके इनबॉक्स में सब्सक्राइब 120,000 से अधिक ग्राहक जुड़ें! ADVERTISEMENT",1 https://hindi.thequint.com,https://hindi.thequint.com/news/politics/tmc-chief-mamata-banerjee-meeting-with-ncp-chief-sharad-pawar-says-no-upa-now-attacks-bjp-govt,"शरद पवार से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा - ""अभी कोई UPA नहीं है""","शरद पवार से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा - ""अभी कोई UPA नहीं है"" ममता बनर्जी तीन दिन के मुंबई दौरे पर हैं, अहम नेताओं से चल रही मुलाकात क्विंट हिंदी Updated: 01 Dec 2021, 5:07 PM IST पॉलिटिक्स 2 min read i शेयर शेयर शेयर शेयर शेयर टिप्पणियॉ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) मुंबई दौरे पर हैं. अपने दौरे के दूसरे दिन ममता ने एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने बड़ा बयान देते हुए ये कह दिया कि, अभी कोई यूपीए नहीं है. साथ ही हमेशा की तरह इस बार भी उन्होंने मोदी सरकार को जमकर घेरा. ADVERTISEMENT कांग्रेस पर ममता का वार ममता बनर्जी ने कहा कि, ""मैं महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात करने के लिए आईं थीं. आज देश में जैसा फासीवाद चल रहा है, इसके खिलाफ देश में एक मजबूत वैकल्पिक फोर्स बनाना चाहिए. इसलिए मैं शरद पवार के पास राजनीतिक चर्चा करने के लिए आईं हुईं हूं."" कांग्रेस को साथ लेने के सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा कि, जो लड़ाई नहीं करना चाहते उसे हम क्या कर सकते हैं. हम चाहते हैं कि सब साथ में फील्ड में उतरकर लड़े. अभी UPA क्या है? UPA कुछ नहीं है. हम लोग बैठकर इस पर चर्चा करेंगे. शरद पवार बोले - 2024 के लिए तैयार रहना होगा एनसीपी चीफ शरद पवार ने ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद बयान जारी कर कहा कि, ""ममता दीदी से आज मेरी और मेरे सहयोगियों की मुलाकात में विस्तार में चर्चा हुई. उनकी मंशा है कि आज की स्थिति में समविचारी शक्तियों को इकट्ठा आना जरूरी है. हमें बीजेपी के खिलाफ एक कलेक्टिव नेतृत्व मंच और मजबूत विकल्प स्थापित करना होगा. 2024 के चुनाव के लिए हमे तैयार रहना होगा. कांग्रेस हो या जो भी हो, जो बीजेपी के खिलाफ है हम सभी का स्वागत करते हैं. पश्चिम बंगाल में ममता जी की जीत तृणमूल के साथियों के मेहनत से हासिल हुई है. नेतृत्व कौन करेगा ये हमारे लिए आज महत्वपूर्ण नहीं बल्कि लोगों का विश्वास हासिल करना ये जरूरी है. हम किसके नेतृत्व में लड़ेंगे ये सेकंडरी विचार है."" ADVERTISEMENT कांग्रेस ने दिया जवाब कांग्रेस की तरफ से भी ममता बनर्जी के इस बयान के बाद जवाब आया. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, आज सभी लोग भारतीय राजनीति की सच्चाई जानते हैं. कांग्रेस के बगैर ये सोचना कि कोई बीजेपी को हरा सकता है ये एक सपने की तरह है. ये भी पढ़ें ममता बनर्जी ने आदित्य ठाकरे और संजय राउत से की मुलाकात, राजनीति पर हुई बात (हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां) Published: 01 Dec 2021, 4:37 PM IST पूरी स्टोरी पढ़िए स्वतंत्र पत्रकारिता को ताकत दें क्योंकि सच जानना आपका हक है राशि चुनें: 500 1800 5000 क्विंट को सपोर्ट करें शेयर शेयर शेयर शेयर शेयर टिप्पणियॉ ADVERTISEMENT क्विंट हिंदी के साथ रहें अपडेट सब्स्क्राइब कीजिए हमारा डेली न्यूजलेटर और पाइए खबरें आपके इनबॉक्स में सब्सक्राइब 120,000 से अधिक ग्राहक जुड़ें! ADVERTISEMENT",1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/bhopal-gas-tragedy-later-story-when-eyes-were-looking-for-loved-ones-1504282,"शवों को ढकने के लिए कम पड़ गए थे कफन, जहां नजर गई लगे थे लाशों के ढेर, हादसे के बाद की पूरी कहानी","भोपाल: विश्व की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी यानी भोपाल गैस कांड को भले ही 37 साल बीत गए लेकिन इस त्रासदी का शिकार हुए लोगों के जख्म आज भी ताजा हैं। 2-3 दिसंबर 1984 की उस काली रात के दर्द से मध्य प्रदेश आज तक उभर नहीं पाया है। सुबह का मंजर जिसने भी देखा वो देखता ही रह गया। वो चारों तरफ लाशों के बिछे ढ़ेर, अपनों को ढूंढती आंखे, चीख पुकार उस समय की ये दर्दनाक तस्वीरें जब आंखों के सामने आते ही तो बरबस ही किसी की रुह कांप जाती है। शायद ये जख्म कभी नहीं भरेंगे क्योंकि अपनो को खोने का दर्द, वो भी किसी भयानक हादसे में, कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। क्योंकि उस रात हज़ारों मासूम लोगों ने एक साथ अपनी जान गंवाई थी। वो एक ऐसी रात थी, जिसे याद करके भोपालवासी सिहर उठते हैं और पूरा देश उसे याद करके दुख मनाता है। ""ऐसे लिखी गई मौत की इबारत मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बसे जेपी नगर के ठीक सामने यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन ने 1969 में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के नाम से भारत में एक कीटनाशक फैक्ट्री खोली थी। ठीक इसके 10 सालों बाद 1979 में भोपाल में एक प्रॉडक्शन प्लांट लगाया गया। इस प्लांट में एक कीटनाशक तैयार किया जाता था जिसका नाम सेविन था। सेविन असल में कारबेरिल नाम के केमिकल का ब्रैंड नाम था। इस घटना के लिए यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के द्वारा उठाए गए शुरुआती कदम भी कम जिम्मेदार नहीं थे। उस समय जब अन्य कंपनियां कारबेरिल के उत्पादन के लिए कुछ और इस्तेमाल करती थीं जबकि यूनियन कार्बाइड ने मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) का इस्तेमाल किया।"" MIC एक जहरीली गैस थी। चूंकि MIC के इस्तेमाल से उत्पादन खर्च काफी कम पड़ता था। इसलिए कार्बाइड ने MIC को अपनाया। कंपनी इतनी बड़ी थी कि भोपाल के लोगों को लगा कि इससे सभी को रोजगार मिलेगा और परिवार चलेगा लेकिन 2-3 दिसंबर की रात जो हुआ उसके बाद न तो रोजगार बचा और ना ही किसी की जिंदगी। उस वक्त राजकुमार केसवानी नाम के पत्रकार ने 1982 से 1984 के बीच इस पर चार आर्टिकल लिखे। हर आर्टिकल में यूसीआईएल प्लांट के खतरे से चेताया। उन्होंने बताया कि नवंबर 1984 में प्लांट काफी घटिया स्थिति में था लेकिन उनकी चेतावनी को अनदेखा कर दिया गया। ""दो दिसंबर की काली रात दो दिसंबर की रात 8 बजे यूनियन कार्बाइड कारखाने की रात की शिफ्ट आ चुकी थी। जहां सुपरवाइजर और मजदूर अपना-अपना काम कर रहे थे। एक घंटे बाद ठीक 9 बजे करीब 6 कर्मचारी भूमिगत टैंक के पास पाइनलाइन की सफाई का काम करने के लिए निकल पड़ते हैं। उसके बाद ठीक रात 10 बजे कारखाने के भूमिगत टैंक में रासायनिक प्रतिक्रिया शुरू हुई। एक साइड पाइप से टैंक E610 में पानी घुस गया। पानी घुसने के कारण टैंक के अंदर जोरदार रिएक्शन होने लगा जो धीरे-धीरे काबू से बाहर हो गया। स्थिति को भयावह बनाने के लिए पाइपलाइन भी जिम्मेदार थी जिसमें जंग लग गई थी। जंग लगे आइरन के अंदर पहुंचने से टैंक का तापमान बढ़कर 200 डिग्री सेल्सियस हो गया, जबकि तापमान 4 से 5 डिग्री के बीच रहना चाहिए था। इससे टैंक के अंदर दबाव बढ़ता गया। रात 10:30 बजे टैंक से गैस पाइप में पहुंचने लगी। वाल्व ठीक से बंद नहीं होने के कारण टॉवर से गैस का रिसाव शुरू हो गया और टैंक पर इमर्जेंसी प्रेशर पड़ा और 45-60 मिनट के अंदर 40 मीट्रिक टन MIC का रिसाव हो गया। रात 12:15 बजे वहां पर मौजूद कर्मचारियों को घुटन होने लगी। वाल्व बंद करने की बहुत कोशिश की गई लेकिन तभी खतरे का सायरन बजने लगा जिसको सुनकर सभी कर्मचारी वहां से भागने लगे। इसके बाद टैंक से भारी मात्रा में निकली जहरीली गैस बादल की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई।"" जहरीली गैस के चपेट में भोपाल का पूरा दक्षिण-पूर्वी इलाका आ चुका था। रात 12 बजके 50 मिनट में गैस के संपर्क में वहां आसपास की बस्तियों में रहने वाले लोगों को घुटन, खांसी, आंखों में जलन, पेट फूलना और उल्टियां होने लगी। देखते ही देखते चारों तरफ लाशों का अंबार लग गया। कोई नहीं समझ पाया की यह कैसे हो रहा है । सुबह का सूरज निकला तो चारों तरफ सिर्फ अंधकार ही नजर आया। क्योंकि चारों तरफ जमीन के ऊपर सिर्फ लाशें ही दिख रही थीं कोई रो रहा था तो कोई चीख रहा था। उस रात को जिन लोगों ने देखा। वो आज भी खौंफ से कांप उठते हैं। ""कभी न भूलने वाला जख्म दे गई त्रासदी भोपाल में गैस लीक होने की सूचना मिलते ही जितने भी लोग बचे थे वे आस पास के क्षेत्रों में भाग गए। खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं था, क्योंकि यूनियन कार्बाइड में 3 टैंकों में मिथाइल आइसोसाइनाइड भरी थी। वो भी उम्मीद से कहीं ज्यादा जिनमें से सिर्फ एक टैंक ही से ही गैस का रिसाव हुआ था। लेकिन दो टैंकों में अभी भी गैस भरी थी और इनका भी लीक होने का खतरा बरकरार था। बची हुई गैस को खत्म करने के लिए 13 दिनों बाद एक बार फिर यूनियन कार्बाइड में काम शुरू किया गया लेकिन इस बार लोग पहले से सचेत थे और कंपनी के दोबारा शुरू होने की खबर से भोपाल के लोग वहां से दूरदराज के क्षेत्रों में भाग गए कंपनी दोबारा चालू हुई उसी खौफ के साथ लेकिन 7 दिनों के काम के बाद जब MIC खत्म हो गई तो कंपनी का काम बंद कर दिया गया और आज तक ये कंपनी छोला रोड के पास वीरान अवस्था में खड़ी है। गैस कांड के दो दिन तीन दिन बाद तक कब्रिस्तानों और श्मशानों में बड़ा ही अजीब नज़ारा था। एक एक गड्डे में कई कई लोगों को दफनाया गया। एक ही चिता पर कई कई लोगों को जलाया गया। उस वक़्त के भोपाल सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया हॉस्पिटल में मरीजों का अम्बार लगा हुआ था। हालात यह थे के मरीज़ ज्यादा और डॉक्टर काफी कम थे।""",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/omicron-corona-patients-delhi-omicron-patients-1504300,दिल्ली पहुंचा कोरोना का खतरनाक वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’! LNJP अस्पताल में भर्ती हुए 12 संदिग्ध मरीज,"नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका में पैदा हुए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ ने कल भारत में भी दस्तक दे दी थी इसके साथ ही एक और बड़ी खबर सामने आई हैं। दरअसल, राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ के 12 संदिग्ध मरीज मिले हैं, इसके साथ ही सभी को लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ""दिल्ली में शुक्रवार को ‘ओमिक्रॉन’ संदिग्धों की संख्या बढ़कर 12 हुई जानकारी के मुताबिक, दो लोगों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि, अन्य के जांच नतीजें आने बाकी है। बताया जा है कि 4 संदिग्धों ब्रिटेन, एक फ्रांस और एक नीदरलैंडस से लौटा था। बता दें कि दिल्ली में शुक्रवार को ‘ओमिक्रॉन’ संदिग्धों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। गुरुवार तक LNJP में 8 मरीज भर्ती थे, सभी मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं।"" ""राजस्थान में एक ही परिवार के 5 लोग कोरोना से संक्रमित वहीं इसके अलावा राजस्थान के जयपुर में भी शुक्रवार को एक ही परिवार को 5 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं, परिवार ने जानकारी दी है कि उनके रिश्तेदार दक्षिण अफ्रीका से भरत आए थे।"" ""कर्नाटक में 2 लोगों में पाया गया ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को जानकारी दी थी कि कर्नाटक में 2 लोगों में कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ के संभावित मामले मिले हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के सुधाकर ने जानकारी देते हुए कहा था कि 2 लोग कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट पॉजिटिव पाए गए हैं, एक व्यक्ति की उम्र करीब 66 वर्ष है और दक्षिण अफ्रीका का नागरिक है, वह वापस चला गया है, एक अन्य 46 वर्षीय डॉक्टर है, उसकी कोई भी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।""",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/gold-medalist-neeraj-chopra-will-start-this-mission-of-pm-modi-1503701,"PM मोदी के इस मिशन की शुरुआत करेंगे गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा, अहमदाबाद से होगा आगाज","नेशनल डेस्क: इस साल की शुरुआत में ‘आजादी का अमृत महोत्सव' के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई अपील का जवाब देते हुए हमारे ओलंपिक और पैरालंपिक खिलाड़ी एक विशिष्ट अभियान के माध्यम से भारत के भविष्य के चैंपियन खिलाड़ियों को सशक्त बनाने के लिए स्कूली बच्चों के साथ संतुलित आहार (संतुलित आहार), फिटनेस और खेल जैसे बेहद महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत करेंगे। टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट और अब देश के हर घर में एक जाना-पहचाना नाम बन चुके नीरज चोपड़ा इस अभियान की शुरुआत 4 दिसंबर को अहमदाबाद के संस्कारधाम स्कूल के अपने दौरे से करेंगे और वहां पूरे गुजरात के स्कूली बच्चों के साथ बातचीत करेंगे। नीरज की आगामी यात्रा और बातचीत की घोषणा केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने ट्विटर पर की। अनुराग ठाकुर ने लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे ओलंपिक और पैरालंपिक खिलाड़ियों से स्कूलों का दौरा करने और ‘संतुलित आहार‘, फिटनेस, खेल और अन्य के महत्व पर छात्रों के साथ बातचीत करने का आह्वान किया था। अभियान के बारे में नीरज ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित इस विशिष्ट पहल का हिस्सा बनकर बेहद खुश और उत्साहित हूं। यह पहल हमारे दैनिक जीवन में फिटनेस, बेहतर पोषण सेवन और शारीरिक गतिविधियों के बारे में अधिक जागरूकता के आधार पर एक खेल संस्कृति बनाने की दिशा में गति को तेज करेगी। खिलाड़ियों के रूप में हम युवाओं को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करने में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। मैं शनिवार को संस्कारधाम स्कूल के छात्रों के साथ अपनी बातचीत के लिए उत्साहित हूं।' शनिवार के कार्यक्रम में नीरज छात्रों के साथ ‘संतुलित आहार' पर बातचीत करेंगे, जो संतुलित आहार, पोषण, फिटनेस और खेल के महत्व पर जोर देता है। नीरज स्कूली बच्चों के सवालों का जवाब भी देंगे और उनके साथ फिटनेस एवं खेल गतिविधियों में भी हिस्सा लेंगे। नीरज के बाद, तरुणदीप राय (तीरंदाजी), सार्थक भांबरी (एथलेटिक्स), सुशीला देवी (जूडो), केसी गणपति और वरुण ठक्कर (नौकायन) आने वाले दो महीनों में देश के अन्य हिस्सों में स्कूलों का दौरा करेंगे। पैरालंपिक खिलाड़ियों में अवनी लेखरा (पैरा निशानेबाजी), भावना पटेल (पैरा टेबल टेनिस) और देवेंद्र झाझरिया (पैरा एथलेटिक्स) इस अभियान में शामिल होंगे। शिक्षा मंत्रालय और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किए जा रहे इस विशेष अभियान के तहत टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक के हमारे नायक दो साल की अवधि में देश भर के अधिक से अधिक स्कूलों का दौरा करेंगे। खिलाड़ी अपने स्वयं के अनुभव, जीवन के सबक, अगला बड़ा खिलाड़ी बनने के सुझाव देंगे और स्कूली बच्चों को समग्र रूप से प्रेरणादायक प्रोत्साहन देंगे।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/mamata-banerjee-prashant-kishor-congress-rahul-gandhi-1503620,"ममता बनर्जी के बाद अब प्रशांत किशोर ने किया गांधी फैमिली पर हमला- कहा, ...आपके पास दिव्य अधिकार नहीं","नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी गांधी परिवार पर हमला बोला। बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा था और इस बीच अब प्रशांत किशोर ने भी गांधी परिवार को आड़े हाथों लिया। ""गांधी फैमिली पर प्रशांत किशोर का हमला प्रशांत किशोर ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस जिस विचार और दायरे का प्रतिनिधित्व करती रही है, वह एक मजबूत विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन कांग्रेस लीडरशिप और खास किसी विशेष शख्स के पास इसका दिव्य अधिकार नहीं है। वह भी तब जब पार्टी बीते 10 सालों में 90 पर्सेंट से ज्यादा चुनाव हार चुकी है। ऐसे में विपक्ष की लीडरशिप का फैसला लोकतांत्रिक तरीके से होने देना चाहिए।"" ""ममता बनर्जी के माइंड मास्टर है प्रशांत किशोर! इस बीच सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी को विपक्ष की नेता के तौर पर प्रोजेक्ट करने के पीछे प्रशांत किशोर का ही दिमाग है। प्रशांत किशोर के कहने पर ही गोवा से लेकर हरियाणा तक बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेताओं ने टीएमसी का दामन थामा है। राहुल गांधी पर ममता का तंज बता दें कि बुधवार को ममता बनर्जी ने एनसीपी के मुखिया शरद पवार से मुलाकात की थी। सिविल सोसायटी के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि यूपीए आखिर है कहां। इतना ही नहीं ममता ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा था कि कुछ लोग आधा समय तो विदेश में ही बिताते हैं और कुछ करते नहीं है।"" ""कांग्रेस का कटाक्ष- ममता बनर्जी पूरी तरह से गलत हैं इस बीच कांग्रेस भी चुप नहीं बैठी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने ममता बनर्जी पर खुलकर हमला बोलते हुए कहा है कि वे भाजपा से मिली हुई हैं। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य बीजेपी को हराना लेकिन कुछ लोग बीजेपी को दिल्ली केंद्र में सत्ता में बने रहने में मदद कर रहे हैं। खड़गे ने कहा कि ममता बनर्जी पूरी तरह से गलत हैं कि यूपीए का अस्तित्व नहीं है।"" उन्होंने कहा कि हमने कई सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर हमने टीएमसी को साथ लाने की कोशिश की। विपक्ष को बंटना नहीं चाहिए और ना ही आपस में लड़ना चाहिए। हमें बीजेपी के खिलाफ एक साथ लड़ना है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-congress-rahul-gandhi-1503612,"सांसदों का निलंबन वापसी की मांग के बीच राहुल गांधी बोले- जो सरकार डरे, वो न्याय नहीं कर सकती","नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्यसभा के 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलम्बित किए जाने के विरोध में संसद परिसर में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन भी धरना-प्रदर्शन किया और कहा कि मोदी सरकार डरपोक है इसलिए वह किसी के साथ न्याय नहीं कर सकती। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार संसद में विपक्ष के सवालों से डरती है इसलिए वह किसी भी मुद्दे पर चर्चा कराने से भागती है। उनका कहना था कि कृषि कानून को निरस्त करने के प्रस्ताव पर सरकार ने चर्चा से बचने के लिए संसद नहीं चलने देने पर राज्यसभा में विपक्ष के 12 सांसदों को निलम्बित कर दिया। गांधी ने सरकार पर संसद में चर्चा करने से बचने का आरोप लगाते हुए कहा ट्वीट किया ‘‘सवालों से डर, सत्य से डर, साहस से डरज्जो सरकार डरे, वो अन्याय ही करे।'' संसद परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठककर श्री गांधी के नेतृत्व में धरना दे रहे अन्य सांसदों में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, के सी वेणुगोपाल, के सुरेश सहित कई सांसद मौजूद थे। ये सभी सांसद हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। इस बीच सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी सदस्यों के हंगामे के चलते राज्य सभा की कारर्वाई दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी। गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मानसून सत्र के दौरान ‘‘अशोभनीय आचरण'' करने के आरोप में वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए निलंबित कर दिया गया। राज्य सभा के सभापति ने निलंबन वापस लेने की विपक्ष की दलीलों को खारिज कर दिया है। निलंबित सदस्यों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामरम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बिनय बिस्वम शामिल हैं।",1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/corona-will-be-far-from-tantya-mama-s-amulet-usha-thakur-1503595,MP की मंत्री उषा ठाकुर का दावा ! टंट्या मामा का ताबीज बांधों कोरोना कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा,"इंदौर(गौरव कंछल): कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की दहशत के बीच जहां देश विदेश में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका के बीच मध्य प्रदेश सरकार भी अलर्ट पर हैं, लेकिन इसी बीच शिवराज की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर का एक अनोखा बयान सामने आया है। उनका दावा है कि कोरोना से कुछ नहीं होगा क्योंकि टंट्या मामा के जो ताबीज बटते हैं उनसे लोग स्वस्थ हो जाते हैं। ""मीडिया के सवालों का जबाव देते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि अभी कोरोना को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं है, कोरोना से कुछ नहीं होगा, सब स्वस्थ हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि टंट्या मामा के ताबीज बटते हैं उसे लोग स्वास्थ्य लाभ लेते हैं, असीम आस्था है। इतने बड़े क्रांतिकारी को हम प्रणाम करने जा रहे हैं। किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं होगा। दरअसल मध्य प्रदेश सरकार 4 दिसंबर को इंदौर के महू स्थित पातालपानी में टंट्या मामा की पुण्यतिथि पर बलिदान दिवस मनाने जा रही है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शिरकत करेंगे। वही आसपास के से लगभग 1 लाख से अधिक आदिवासी लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे।""",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/up-election-2022-sp-chief-akhilesh-yadav-attacks-bjp-says-congress-will-get-zero-seats-2009916,"UP Election 2022: Akhilesh Yadav बोले- Bundelkhand में BJP के लिए सारे दरवाजे बंद, चुनावों में कांग्रेस को मिलेगी जीरो सीट","Akhilesh Yadav Attacks BJP-Congress: यूपी चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. शुक्रवार को बुंदेलखंड में समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. अखिलेश यादव ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी 22 महीने में एक्सप्रेस-वे बना सकती है तो बीजेपी ने यही काम करने के लिए 4.5 साल क्यों लिए? सपा सुप्रीमो ने कहा, ऐसा इसलिए है क्योंकि वे यूपी की जनता की भलाई के लिए काम करना ही नहीं चाहते. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में जनता कांग्रेस को नकार देगी और उसे जीरो सीट मिलेगी. अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार बुंदेलखंड में बीजेपी के लिए सारे दरवाजे बंद हैं. लोग उनके झूठे वादों को मंजूर नहीं करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि बीजेपी इस बार सत्ता में ना लौटे. उन्होंने आगे कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की आय में कटौती ऐसे मुद्दे हैं, जो आगामी चुनावों में बीजेपी का भाग्य तय करेंगे. इससे पहले यादव ने गुरुवार को ललितपुर के गिन्नौट बाग में आयोजित 'समाजवादी विजय यात्रा' में कहा था कि कोविड-19 महामारी के दौरान बीजेपी सरकार ने जनता को अनाथ छोड़ दिया और उस दौरान विडंबना को दर्शाती ऐसी तस्वीरें बंटवारे के वक्त भी नहीं देखी गई होंगी. अखिलेश ने कहा था, ""वह तस्वीरें कौन भूल जाएगा... जिस समय लॉकडाउन लगा था और दूसरे प्रदेशों में काम कर रहे हमारे मजदूर भाइयों को अपने घर आना पड़ रहा था. ऐसी तस्वीरें कभी नहीं देखी होंगी किसी ने. जब हमारे देश का बंटवारा हुआ तब भी ऐसा नहीं हुआ."" यादव ने आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी की सरकार ने बैरिकेडिंग लगा दी और किसी भी मजदूर भाई को उत्तर प्रदेश में घुसने नहीं दिया. न जाने कितने दिन वे सीमा पर खड़े रहे. जहां पर गाय बांधी जाती थी, गौशाला थी, खाली मैदान था वहां हमारे मजदूर भाइयों को रख दिया. भूखे प्यासे बिना नहाए बिना पानी के हफ्ते हफ्ते हमारे मजदूर भाइयों को रहना पड़ा. अगर सरकार चाहती तो हमारे मजदूर भाइयों को पैदल नहीं चलना पड़ता."" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर उस वक्त उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार होती तो किसी भी मजदूर को पैदल नहीं जाने दिया जाता, सरकारी गाड़ियां लगवा कर मजदूरों को उनके घर पहुंचा दिया जाता. ABP C-Voter Survey: पीएम मोदी के इन दो मास्टरस्ट्रोक से क्या UP होगा फतेह? जानिए जनता का मूड UP Election: SP-BSP पर Asaduddin Owaisi की AIMIM का हमला, कहा- मुसलमानों का वोट तो चाहते हैं लेकिन सत्ता में हिस्सेदारी देना नहीं",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/farmers-protest-against-kangana-ranaut-in-bunga-sahib-ann-2009808,"किसानों ने अभिनेत्री Kangana Ranaut के काफिले को घेरा, माफी की कर रहे थे मांग, देखें वीडियो","Farmers Protest Against Kangana Ranaut: श्री कीरतपुर साहिब के बूंगा साहिब में कथित किसानों ने अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के काफिले को आज घेर लिया. इसके बाद चंडीगढ़-उना हाईवे पर जाम लग गया है. प्रदर्शनकारी लगातार कंगना रनौत से किसानों से और महिलाओं से माफी मांगने की जिद पर अड़े हुए थे. उनका कहना था कि कंगना हमारी महिलाओं से माफी मांगे. फिर यहां से उसे जाने देंगे. यहां काफी भारी तादात में किसान इकट्ठा हुए और पुलिस भी पहुंची थी. हालांकि बाद में कंगना को प्रदर्शनकारियों ने जाने दिया. ""मनाली से चंडीगढ़ आ रही थीं कंगना रोपड़ के पास बूंगा साहिब में कंगना की गाड़ी को रोका गया है. कंगना को चंडीगढ़ एयरपोर्ट से मुंबई की फ़्लाइट पकड़नी है. किसानों के साथ महिलाएं भी मौजूद हैं और कंगना से माफ़ी मांगने को कह रही हैं. किसान आंदोलन के दौरान कंगना ने बुजुर्ग महिलाओं के बारे में कहा था कि इनको 100-100रुपए में लाया जाता है. इससे किसान कंगना से नाराज़ हैं."" वहीं कंगना रनौत ने सोशल मीडिया के जरिए दावा किया कि पंजाब में 'किसानों' ने उनकी कार पर हमला किया है. उन्होंने इंस्टाग्राम के स्टोरी में वीडियो बयान जारी किया. उन्होंने कहा, ''हिमाचल से निकली हूं. पंजाब में आते ही मॉब ने मुझे घेर लिया है. खुद को किसान कह रहे हैं. गालियां दे रहे हैं, जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. इस देश में इस तरह का मॉब लिंचिंग हो रहा है. अगर हमारे साथ सुरक्षाबल नहीं हो तो क्या हालात होंगे? इनती सारी पुलिस है उसके बाद भी हमें निकलने नहीं दिया जा रहा है. क्या मैं कोई राजनीतिक व्यक्ति हूं. बहुत सारे लोग मेरे खिलाफ राजनीति कर रहे हैं. उसी का ये नतीजा है. मॉब ने मुझे घेर लिया है. पुलिस न हो तो मेरी लिंचिंग हो जाएगी.'' Omicron Latest News: क्या दिल्ली में भी दी ओमिक्रोन ने दस्तक? LNJP अस्पताल में विदेश से आए 8 लोग कोरोना पॉजिटिव",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/congress-leader-rahul-gandhi-says-modi-government-should-give-compensation-to-people-who-died-in-farmers-protest-2009827,"Rahul Gandhi बोले-किसान आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा दे मोदी सरकार, लिस्ट ना हो तो हमसे ले लें","कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग करते हुए राहुल ने कहा कि हम उन लोगों की सूची मुहैया कराएंगे, जो आंदोलन के दौरान मारे गए. सरकार उनको मुआवजा जरूर दे. राहुल ने कहा कि कितने किसानों की आंदोलन में मौत हुई है, सरकार के पास डेटा नहीं है. सरकार के पास नहीं है तो हमारे पास है, हम दे देते हैं. राहुल ने कहा, संसद में सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार किसानों को मुआवज़ा देगी ? तो कृषि मंत्रालय ने कहा कि सरकार के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है इसलिए यह सवाल ही नहीं बनता. हमने इस पर काम किया. 500 लोगों के नाम तो हमारे पास है, जिन्हें पंजाब सरकार ने मुआवज़ा और नौकरी दी है. राहुल गांधी ने कहा, हमारे पास ऐसे 403 लोगों की लिस्ट है, जिन्हें पंजाब सरकार ने 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है और 152 लोगों को नौकरी दी है. हमारे पास 100 ऐसे लोगों के नाम हैं, जो अन्य राज्यों से हैं. तीसरी ऐसी लिस्ट है, जो सार्वजनिक सूचना में हैं और आसानी से वेरिफाई हो सकते हैं. लेकिन सरकार कहती है कि ऐसी कोई सूची है ही नहीं. इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा था, 'जब प्रधानमंत्री ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी मांग ली तो वह संसद में यह भी बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे- लखीमपुर मामले के मंत्री की बर्खास्तगी कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? एमएसपी पर क़ानून कब? इसके बिना माफ़ी अधूरी!' Corona case in Jaipur: जयपुर में एक ही परिवार के पांच लोग कोरोना संक्रमित, साउथ अफ्रीका से लौटे थे रिश्तेदार Omicron: महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के संदिग्ध मरीजों की संख्या हुई 28, हाई रिस्क देशों से आए लोगों के सैंपल genome sequencing के लिए भेजे गए",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/supreme-court-pollution-hearing-cji-to-up-we-ban-pakistan-industries-ann-2009797,'तो क्या आप पाकिस्तान के उद्योग बंद करवाना चाहते हैं?' Pollution पर सुनवाई के दौरान जब CJI ने UP के वकील से कहा,"Delhi NCR Pollution: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के राज्यों को शुक्रवार को निर्देश दिए कि वे वायु प्रदूषण को काबू करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन संबंधी आयोग के आदेशों को लागू करें. चीफ जस्टिस एन वी रमणा, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्य कांत की विशेष पीठ ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती इलाकों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा उठाए कदमों का भी संज्ञान लिया और केंद्र, दिल्ली और एनसीआर के राज्यों से निर्देशों का पालन करने का आदेश दिया. आयोग ने एक हलफनामे में पीठ को बताया कि दिल्ली एवं एनसीआर में वायु प्रदूषण को काबू करने के लिए पांच सदस्यीय एक प्रवर्तन कार्य बल गठित किया गया है. हलफनामे में कहा गया है कि 17 उड़न दस्तों का गठन किया गया है, जो न्यायालय और आयोग के आदेशों के तहत विभिन्न कदमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे और 24 घंटों में इनकी संख्या बढ़ाकर 40 की जाएगी. सुनवाई के दौरान हल्का-फुल्का क्षण सुनवाई के हल्का-फुल्का क्षण तब आया जब उत्तर प्रदेश सरकार के लिए पेश वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने गजरौला, बागपत जैसे इलाकों में उद्योग चलाने की अनुमति मांगते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश हवा के बहाव के क्षेत्र में है. वहां से दिल्ली की तरफ हवा नहीं आती है. इसलिए उस तरफ से दिल्ली में प्रदूषण आने का सवाल ही नहीं उठता. यूपी के वकील ने कहा कि प्रदूषित हवा पाकिस्तान की तरफ से आ रही है. इस पर चुटकी लेते हुए चीफ जस्टिस ने कहा, ""क्या आप यह चाहते हैं कि पाकिस्तान के उद्योगों को बंद करवा दिया जाए?"" कोर्ट ने कहा कि यूपी सरकार को जो भी कहना है, कमीशन के सामने कहे. मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार, 10 दिसंबर को होगी. पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह उन निर्देशों के खिलाफ अपनी शिकायत को लेकर वायु गुणवत्ता प्रबंधन संबंधी आयोग के पास जाए, जिनमें कहा गया है कि एनसीआर में स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल नहीं करने वाले उद्योगों को एक दिन में केवल आठ घंटे चालू रखने की अनुमति दी जाएगी. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत कुमार ने कहा कि इस मौसम में गन्ने की पेराई का काम लगातार चलता है और ये निर्देश किसानों को नुकसान पहुंचाएंगे. न्यायालय ने केंद्र और दिल्ली सरकार को प्रदूषण काबू करने के लिए 24 घंटे में सुझाव देने का निर्देश देते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में खराब होती वायु गुणवत्ता को नियंत्रित करने के लिए जमीनी स्तर पर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा. शीर्ष अदालत पर्यावरण कार्यकर्ता आदित्य दुबे और कानून के छात्र अमन बांका द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिन्होंने छोटे और सीमांत किसानों को पराली हटाने की मशीन मुफ्त में उपलब्ध कराने के निर्देश देने की मांग की थी.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/congress-will-now-organise-mehangai-hatao-rally-12-december-in-jaipur-after-permission-denied-in-delhi-ann-2008603,"दिल्ली में नहीं मिली इजाजत, अब Congress जयपुर में 12 दिसंबर को करेगी महंगाई हटाओ रैली","कांग्रेस की दिल्ली के द्वारका इलाके में महंगाई के मुद्दे पर 12 दिसंबर को मेगा रैली की तैयारी थी. लेकिन बुधवार को इसकी अनुमति नहीं दी गई. अब कांग्रेस जयपुर में 12 दिसंबर को ही महंगाई हटाओ रैली करेगी. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस 12 दिसंबर को दिल्ली में एक व्यापक 'महंगाई हटाओ रैली' करने वाली थी. कांग्रेस ने इस रैली के आयोजन के लिए अनुमति मांगी. काफी मशक्कत के बाद सरकार ने द्वारका में रैली की अनुमति दी. अब जब रैली की तैयारियां ज़ोरो-शोरों पर थीं तो मोदी सरकार ने उपराज्यपाल पर दबाव बनाकर दिल्ली में होने वाली 'महंगाई हटाओ रैली' की अनुमति को खारिज करवा दिया. कांग्रेस महासचिव ने कहा, अहंकारी प्रधानमंत्री नहीं चाहते कि महंगे पेट्रोल-डीज़ल, महंगे गैस-सिलिंडर, महंगा खाने का तेल, महंगी दाल और सब्जियां, और आसमान छूती सभी चीजों की कीमतों पर जन आंदोलन हो और यह सार्वजनिक हो कि कमरतोड़ महंगाई के लिए सीधे-सीधे मोदी सरकार जिम्मेदार है. पर हम न झुकने वाले हैं, न डरने वाले हैं. अब कांग्रेस ने फैसला किया है कि 'महंगाई हटाओ रैली' 12 दिसंबर को ही राजस्थान के जयपुर में आयोजित की जाएगी. रैली की तैयारी का राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जायजा लिया. उन्होंने कू पर लिखा, ''विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंचकर AICC महासचिव (संगठन) श्री केसी वेणुगोपाल, AICC महासचिव, राजस्थान प्रभारी श्री अजय माकन, PCC प्रेसिडेंट श्री गोविंदसिंह डोटासरा के साथ, 12 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी की जयपुर में होने जा रही महंगाई हटाओ महारैली हेतु प्रस्तावित स्थान को देखा और जानकारी ली.'' गौरतलब है कि सोमवार को पार्टी के महासचिवों की बैठक हुई थी. इसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और अन्य पार्टी नेता शामिल हुए थे. इसके अलावा पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन शामिल हुए थे. इस बैठक में यूपी इंचार्ज और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी शामिल नहीं हुई थीं. बता दें कि 14 नवंबर को पार्टी ने महंगाई को लेकर दो हफ्ते का जन जागरण अभियान शुरू किया था. पार्टी ने इसे आगामी यूपी, गोवा, पंजाब, मणिपुर और उत्तराखंड चुनावों में मुद्दा बनाने की योजना बनाई है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/situation-on-northern-borders-and-covid19-have-created-two-complex-challenges-says-navy-chief-ann-2009804,"'देश में न China का खतरा कम हुआ, न COVID 19 का', Navy Day से एक दिन पहले बोले नौसेना प्रमुख","Navy Chief Press Conference: देश के नौसेना प्रमुख एडमरिल आर. हरि कुमार ने कहा है कि देश से न तो कोरोना का खतरा कम हुआ है और न ही सीमाओं पर चीन का, लेकिन पूरा देश इन दोनों चुनौतियों के खिलाफ दृढ़ता से लड़ने के लिए तैयार है. नौसेना दिवस (4 दिसम्बर) से ठीक एक दिन पहले चीफ ऑफ नेवल स्टाफ, एडमरिल आर. हरि कुमार शुक्रवार को सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि नौसेना कोरोना की तीसरी लहर और नए कोविड-वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर पूरी तरह सतर्क है. इसके साथ ही उन्होने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के युद्धपोत और पनडुब्बियों सहित सभी गतिविधियों पर भारतीय नौसेना पैनी नजर रखे हुए है. इसी हफ्ते नौसेना की कमान संभालने वाले एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि पिछले साल पूरा देश कोरोना से प्रभावित रहा. इसके साथ ही हमारे नॉर्दन-बॉर्डर (चीन सीमा) पर जो कुछ हुआ, उससे सुरक्षा-व्यवस्था काफी जटिल हो गई थी. उन्होने कहा कि ये मुश्किल भरे हालात हैं और ये दोनों ही चुनौतियां अभी भी जारी हैं. उन्होने दावा किया कि नौसेना की तैयारियों से मेरीटाइम डोमेन में प्रतिद्वंदियों के किसी भी मिस-एडवेंचर को सफल नहीं होने दिया गया है. लड़ाई में नंबर जरूरी नहीं चीन के बढ़ते जंगी बेड़े और पाकिस्तान को सप्लाई किए जा रहे वॉरशिप और पनडुब्बियों को लेकर नौसेना प्रमुख ने कहा कि जरूरी नहीं है कि लड़ाई में नंबर ही महत्वपूर्ण होते हैं. प्राचीन स्पार्टा की कहानी का जिक्र करते हुए एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि नंबर के साथ और भी बहुत कुछ जोड़ना पड़ता है. नौसेना प्रमुख ने कहा कि मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि भारतीय नौसेना एक बैलेंस फोर्स है और अपने समुद्री-हितों को सुरक्षित करना बेहतर तरीके से जानती है. चीन पर हमारी नजर नौसेनाध्यक्ष ने कहा कि चीन की PLA (नौसेना) साल 2008 से हिंद महासागर में तैनात रही है. एक समय में चीन के 3-7 जहाज हिंद महासागर में रहते हैं, लेकिन भारतीय नौसेना के टोही विमान और वॉरशिप चीन के सभी जहाजों पर नजर रखते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल जब पूर्वी लद्दाख से सटी LAC पर विवाद शुरू हुआ था तब भारतीय नौसेना ने चीन की सभी गतिविधियों को सर्विलांस पर रखा था. अब भी जब चीन का कोई वॉरशिप हमारी मेरीटाइम डोमेन में दाखिल होता है तो ये प्रक्रिया आज भी जारी रहती है. महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि नौसेना के इंटीग्रेटेड कैपेबल डेवलपमेंट प्लान्स में युद्धपोतों की संख्या 200 से घटाकर 170 नहीं की गई है. ये मिलिट्री-स्ट्रेटेजी के साथ घटती-बढ़ती रहती है. ऐसे में ये संख्या आने वाले समय में 230 भी हो सकती है. एडमिरल हरि कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में रक्षा मंत्रालय ने नौसेना के 1.96 लाख करोड़ के 77 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी, जिसमें 88 प्रतिशत स्वदेशी हैं. नौसेना प्रमुख के मुताबिक, जो नए 39 वॉरशिप और पनडुब्बियां नौसेना की तैयार हो रही हैं, उसमें से 37, देश के ही अलग-अलग शिपयार्ड में बनाए जा रहे हैं. उन्होंने नौसेना में महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि सभी वॉरशिप में महिलाओं को तैनात किया जाएगा. देश की पहली एकीकरण कमान, मेरीटाइम थियेटर कमान को लेकर नौसेना प्रमुख ने कहा कि अगले साल के मध्य तक एमटीसी बनकर तैयार हो सकती है. एडमिरल आर हरि कुमार के इंडीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) के प्रमुख (डिप्टी-सीडीएस) के तौर पर ही देश में थियेटर कमान बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. ओमिक्रोन को लेकर ये बोले नेवी चीफ ओमिक्रॉन वायरस को लेकर नौसेना प्रमुख ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के समय हमने (नौसेना ने) उसका बेहतर तरीके से सामना किया था. उसी वक्त ही नौसेना ने तीसरी वेब के लिए कमर कस ली थी. रक्षा मंत्री द्वारा उस समय नौसेना को अतिरिक्त फाइनेंशियल पावर दी गई थी. इसका नतीजा था कि नौसेना के सभी मिलिट्री हॉस्पिटल जरूरी ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन सप्लाई, क्राईजोनिकल प्लांट और बेड्स के साथ तैयार हुए. दूसरी लहर के समय जो कोविड प्रोटोकॉल तैयार किए गए थे, वे अभी भी जारी हैं. एडमिरल हरि कुमार के मुताबिक, दूसरी लहर के दौरान नौसेना के 10 वॉरशिप को विदेश से ऑक्सीजन कंटेनर लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वैश्विक स्तर पर कोरोना से लड़ने के लिए भी भारतीय नौसेना ने मित्र-देशों की सहायता की थी. इसलिए मनाया जाता है नौसेना दिवस हर साल 4 दिसम्बर को भारतीय नौसेना अपना स्थापना दिवस मनाती है. नौसेना अपना स्थापना दिवस इसलिए 4 दिसम्बर को मनाती है, क्योंकि इसी दिन 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर हमला कर पाकिस्तानी नौसेना की कमर तोड़ दी थी, जो पाकिस्तान के खिलाफ विजय में निर्णायक साबित हुआ था.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/mamata-banerjee-meets-adani-discusses-investment-prospects-in-west-bengal-2009647,"West Bengal: अडानी ने की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात, बंगाल में निवेश समेत इन मुद्दों पर हुई बात","Mamata Adani Meeting in Kolkata: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बृहस्पतिवार को राज्य सचिवालय 'नबन्ना' में अडानी समूह के अध्यक्ष एवं संस्थापक गौतम अडानी के साथ बैठक कर बंगाल में निवेश के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. इस बैठक के बाद अडानी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलकर प्रसन्नता हुई. विभिन्न निवेश परिदृश्यों और पश्चिम बंगाल की जबर्दस्त संभावनाओं पर उनके साथ चर्चा की. उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा कि मैं अप्रैल 2022 में बंगाल वैश्विक कारोबार सम्मेलन (बीजीबीएस) में भाग लेने के लिए बेहद उत्सुक हूं.’’ सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी भी इस बैठक में मौजूद रहे. अडानी ममता के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ सचिवालय पहुंचे. मुख्यमंत्री से उनकी बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली. ममता गुरुवार को अपने दो दिवसीय मुंबई दौरे से लौटीं, जहां उन्होंने राजनीतिक नेताओं और मशहूर हस्तियों से मुलाकात की. मई में तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि उनका मुख्य लक्ष्य राज्य का औद्योगीकरण करना है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ""मुख्यमंत्री ने आगामी बीजीबीएस के लिए अप्रैल, 2022 में अपना होमवर्क जल्दी शुरू कर दिया है. इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने मुंबई जाकर अडानी समूह (अधिकारियों) से मुलाकात की थी.""",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/congress-leader-rahul-gandhi-attacks-on-pm-modi-over-farm-laws-2009621,"Rahul Gandhi on Farm Laws: राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा- कृषि कानूनों पर माफी तो मांग ली, अब प्रायश्चित कैसे करेंगे?","Rahul Gandhi on Farm Laws: कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वापस हो चुके कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए तो माफ़ी मांग ली, लेकिन संसद में बताएं कि वह प्रायश्चित कैसे करेंगे? जानिए राहुल गांधी ने और क्या-क्या कहा है. लखीमपुर मामले के मंत्री की को कब करेंगे बर्खास्त- राहुल राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा है, ''जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी मांगी तो संसद में बताएं कि प्रायश्चित कैसे करेंगे? लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर क़ानून कब? इसके बिना माफ़ी अधूरी!'' किसानों को मुआवजा देने की मांग कर रहा है विपक्ष बता दें कि किसान संगठन और विपक्ष लगातार सरकार से किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवार वालों को मुआवजा देने की मांग कर रहा है. लेकिन दो दिन पहले केंद्र सरकार ने संसद में कहा है कि साल भर से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई है, इसका कोई आंकड़ा नहीं है, इसलिए मुआवजा देने का सवाल ही नहीं उठता.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/parliament-session-health-minister-mansukh-mandavia-give-statement-on-corona-and-oxygen-deaths-2009615,"Parliament Session: कोरोना पर बोले स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया- दिल्ली की सड़कों पर ऑक्सीजन टैंकर घूमते रहे, नहीं थी खाली करने की जगह","Winter Session of Parliament: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार को लोकसभा में ऑक्सीजन की किल्लत और कोरोना के मुद्दे पर बोलते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ऑक्सीजन टैंकर घूम रहे थे लेकिन उसे खाली करने की जगह ही नहीं थी. स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में बार बार कहा कि इसमें छिपाने की कोई बात नहीं है, कोरोना से जो मौत हुई है उसका डाटा दे. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर टैंकर घूमते रहे खाली करने की जगह नहीं थी. मंडाविया ने कहा कि खूब राजनीति हुई ऑक्सीजन के मुद्दे पर और मौतों के मुद्दे पर. प्रधानमंत्री लगातार यही कहते रहे की मौतों का आंकड़ा छुपाने की जरूरत नहीं है. कुछ राज्यों ने जरूरत के हिसाब से कहीं ज़्यादा ऑक्सीजन की मांग भी की. उन्होंने आगे कहा कि हमने सभी राज्यों से इसको लेकर आंकड़े के बारे में पूछा था. 19 राज्यों ने इस पर जवाब दिया लेकिन सिर्फ पंजाब ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी से उनके यहां पर संदिग्ध मौत हुई. गौरतलब है कि इससे पहले सरकार की तरफ से यह बताया गया था कि ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत का उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है. इसके बाद विपक्षी दलों ने सरकार की तरफ से दिए गए इस बयान पर निशाना साधा था. बीजेपी सांसदों ने किया प्रदर्शन संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए निलंबित किए गए 12 सांसदों ने अपने खिलाफ कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को भी संसद परिसर में अपना धरना जारी रखा. दूसरी तरफ, भाजपा के कई राज्यसभा सदस्यों ने इन निलंबित सांसदों के आचरण के खिलाफ प्रदर्शन किया. भाजपा के राज्यसभा सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर पिछले सत्र के दौरान उच्च सदन में हुए हंगामे की तस्वीर थी और इनमें से कुछ पर लिखा हुआ था, ‘‘लोकतंत्र? या गुंडागिरी?’’ सत्तारूढ़ पार्टी के महासचिव अरुण सिंह, सांसद सैयद जफर इस्लाम, राकेश सिन्हा और कई अन्य सदस्य इस प्रदर्शन में शामिल हुए. उधर, निलंबन के बाद से रोजाना प्रदर्शन कर रहे 12 निलंबित विपक्षी सांसदों ने आज भी संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/parliament-session-live-updates-parliament-winter-session-2021-news-and-updates-2009549,"Parliament Session Live Updates: कोरोना पर लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री मांडविया का जवाब- सड़कों पर घूमते रहे ऑक्सीजन टैंकर, नहीं मिली खाली करने की जगह","कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्ववीट करके एक बार फिर कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने लिखा है, ''जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी मांगी तो संसद में बताएं कि प्रायश्चित कैसे करेंगे? लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर क़ानून कब? इसके बिना माफ़ी अधूरी!'' लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कोरोना वायरस पर हुई चर्चा पर जवाब दे रहे हैं. मनसुख मांडविया ने कहा कि हमने देश में ऑक्सीजन के उत्पादन को बढ़ाया. उन्होंने कहा, ''दिल्ली की सड़कों पर ऑक्सीजन टैंकर घूमते रहे, लेकिन उनको खाली करने की जगह नहीं थी. टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा है, ''संसद में एक सवाल के जवाब में बीजेपी के मंत्री ने बताया कि अभी पूरे भारत में कहीं भी NRC लागू नहीं होगा. इन्होंने कृषि क़ानून वापस कर लिया, NRC भी वापस लेने वाले हैं. पश्चिम बंगाल की हालत के बारे में 6 महीने पहले जनता ने चुनाव में जनादेश दे दिया.'' भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों ने विपक्षी दलों के 'अनियंत्रित' व्यवहार के खिलाफ शुक्रवार को संसद में धरना दिया. उधर, विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन का विरोध किया है. सोमवार को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से दोनों सदनों के कामकाज में लगातार व्यवधान आ रहा है. कांग्रेस, RJD, CPI, CPI(M), NCP, DMK और AAP ने संयुक्त रूप से राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य निलंबन नोटिस दिया है, जिसमें त्रिपुरा में नगर निगम चुनावों में कथित धांधली पर चर्चा की मांग की गई है. चर्चा के दौरान कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार को घेरते हुए कहा कि कोविड महामारी के कारण कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाले लोगों का संपूर्ण एवं वास्तविक आंकड़ा बताया जाए और उन्हें पर्याप्त मुआवजा देने की व्यवस्था की जानी चाहिए. वहीं, सत्तारूढ़ बीजेपी ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार की नीतियों से महामारी के दौरान देश में भुखमरी से मृत्यु का एक भी मामला सामने नहीं आया और देश में कोविड रोधी टीका लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया है और अमेरिका से दोगुना टीकाकरण हो चुका है जिसकी संयुक्त राष्ट्र समेत विश्व मंचों पर प्रशंसा हो रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीय आज लोकसभा में कोरोना पर हुई बहस का जवाब देंगे. कोरोना महामारी से निपटने को लेकर नरेंद्र मोदी नीत एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए विपक्ष ने टीके के आवंटन में बीजेपी शासित राज्यों का पक्ष लेने का आरोप लगाया था और केंद्र सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की थी. विपक्ष ने पूछा था कि 18 साल से कम आयु के बच्चों को कब से टीके लगने शुरू होंगे और कोविड टीके की बूस्टर या तीसरी खुराक पर सरकार की क्या नीति है? Parliament Session Live Updates: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीय आज लोकसभा में कोरोना पर हुई बहस का जवाब देंगे. कोरोना महामारी से निपटने को लेकर नरेंद्र मोदी नीत एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए विपक्ष ने टीके के आवंटन में बीजेपी शासित राज्यों का पक्ष लेने का आरोप लगाया था और केंद्र सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की थी. विपक्ष ने पूछा था कि 18 साल से कम आयु के बच्चों को कब से टीके लगने शुरू होंगे और कोविड टीके की बूस्टर या तीसरी खुराक पर सरकार की क्या नीति है? चर्चा के दौरान कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार को घेरते हुए कहा कि कोविड महामारी के कारण कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाले लोगों का संपूर्ण एवं वास्तविक आंकड़ा बताया जाए और उन्हें पर्याप्त मुआवजा देने की व्यवस्था की जानी चाहिए. वहीं, सत्तारूढ़ बीजेपी ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार की नीतियों से महामारी के दौरान देश में भुखमरी से मृत्यु का एक भी मामला सामने नहीं आया और देश में कोविड रोधी टीका लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया है और अमेरिका से दोगुना टीकाकरण हो चुका है जिसकी संयुक्त राष्ट्र समेत विश्व मंचों पर प्रशंसा हो रही है. बता दें कि कोरोना वायरस के सबसे खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रान ने भारत में दस्तक दे दी है. देश में दो लोग ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं. चिंता की बात ये है कि जिस डेल्टा वैरिएंट ने दूसरी लहर में हजारों लोगों की जान ली थी, ये वायरस उससे भी कई गुना ज्यादा खतरनाक है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया है कि भारत में दो ओमिक्रोन के केस कर्नाटक में सामने आए हैं. दोनों संक्रमित पुरुष हैं, जिनकी उम्र 66 साल और 46 साल है. दो केसों के संपर्क में आए 5 लोग भी पॉजिटिव कर्नाटक सरकार के मुताबिक, ओमिक्रोन से संक्रमित 66 साल का विदेशी नागरिक 20 नवंबर को बेंगलुरु आया था और 27 नवंबर को दुबई लौट चुका है. 24 लोग उसके सीधे संपर्क में आए थे और 240 सेकेंडरी कॉन्टैक्ट्स थे. सभी का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है. लेकिन चिंता बेंगलुरु में ही मिले दूसरे मरीज को लेकर है जो 46 साल के स्थानीय डॉक्टर हैं और उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. ये शख्स 22 नवंबर को ओमिक्रोन पॉजिटिव पाया गया था, इसके 13 प्राइमरी कॉन्टैक्ट्स में 3 और 205 सेकेंडरी कॉन्टैक्ट्स में 2 लोग पॉजिटिव पाये गये हैं.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/punjab-election2022-channi-came-true-on-our-changi-sarkar-promises-2009357,Punjab Election 2022: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का दावा- हमारी ‘चंगी सरकार’ वादों पर खरी उतरी,"Punjab Chief Minister: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला बोलते हुये कहा कि वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो सिर्फ घोषणाएं करते हैं बल्कि वह वो हैं जो वादों को पूरा करके जनता का भरोसा जीतते हैं. चन्नी ने चंढीगढ़ में संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘कुछ लोग कहते हैं कि यह ‘चन्नी सरकार’ है, लेकिन मैं कोई नहीं हूं. मैं कहता हूं कि यह ‘चंगी सरकार’ है. इस साल सितंबर में कैप्टन अमरिंदर के स्थान पर मुख्यमंत्री बने चन्नी ने अपने कार्यकाल के दौरान किये गये विकास कार्यों एवं लोगों के हितों में उठाये गये कदमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.चन्नी ने कहा, ‘‘मैं ‘एलानजीत’ नहीं हूं (जो केवल घोषणायें करता है), मैं ‘विश्वजीत’ हूं (जिसने लोगों का भरोसा जीता है)."" पंजाब के मुख्यमंत्री का यह बयान आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ जारी शाब्दिक लड़ाई के बीच आया है, जिसकी पार्टी को उन्होंने ‘काला अंग्रेज’ करार दिया था. केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को चन्नी पर निशाना साधते हुये कहा कि वह ‘काले रंग’ के हो सकते हैं लेकिन उनकी मंशा स्पष्ट है और वह कभी झूठा वादा नहीं करते हैं.चन्नी ने जोर देकर कहा कि इतने कम समय में उनकी सरकार ने न केवल लोगों के हितों में कई घोषणायें की है बल्कि उन्हें लागू भी किया है. उन्होंने कहा,‘‘मैं यहां लोगों को अपने काम काज के बारे में रिपोर्ट कार्ड देने आया हूं, हमने लोगों की सेवा करने के लिये सरकार का गठन किया है, हम पूरी इमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं, जो मैं कहता हूं,उसे पूरा करूंगा और लोगों का भरोसा नहीं तोड़ूंगा.‘‘ ""चन्नी ने कहा,‘‘हम सभी वर्गों के लोगों के कल्याण के लिये काम करते हैं. यह सरकार सबकी है.’’ आम आदमी पार्टी (आप) को निशाना बनाते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग पंजाब के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, वे आम आदमी के बारे में उन पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जो मैं कहता हूं वह कानून बन जाता है और मैं लोगों तथा आम लोगों की जरूरतों की बात करता हूं .’’ बिजली की दरों में की गयी कटौती का उल्लेख करते हुये चन्नी ने कहा हमने बिजली को एक नवंबर से सात केबी के लोड पर तीन रुपये सस्ता कर दिया. पूरे देश में पंजाब में बिजली सबसे सस्ती है और मैं यह दावा कर रहा हूं और कोई आकर मुझे गलत साबित कर दे. चन्नी ने कहा कि केजरीवाल लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. कृषि कानूनों के लिये विपक्षी शिरोमिण अकाली दल (शिअद) पर हमला बोलते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीनों कानूनों की जननी शिअद ही है.""",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/congress-leaders-on-prashant-kishor-over-rahul-gandhi-leadership-2009355,"Prashant Kishor ने राहुल गांधी पर साधा निशाना तो भड़की कांग्रेस, जानें क्या कुछ कहा","Congress Vs TMC: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि कांग्रेस जिस विचारधारा और राजनीति का प्रतिनिधित्व करती है, वह अहम है, किंतु उसका नेतृत्व किसी ‘‘व्यक्ति का नैसर्गिक अधिकार’’ नहीं है, विशेषकर तब जब पार्टी पिछले 10 साल में 90 प्रतिशत चुनाव हार चुकी है. उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष के नेतृत्व का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होने दीजिए.’’ इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि अब कोई संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है. इसके एक दिन बाद किशोर ने विपक्ष के नेतृत्व के लिए लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव कराए जाने का आह्वान किया. ""कांग्रेस का प्रशांत किशोर पर निशाना विभिन्न दलों के राजनीतिक सलाहकार रह चुके किशोर के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हम कंसल्टेंट की बातों पर प्रतिक्रिया नहीं देते हैं. खासकर तब जब उन्होंने मोदी जी के साथ काम किया हो. ममता बनर्जी को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें तय करना होगा कि वे फासीवादी ताकतों के साथ हैं या उनके खिलाफ हैं."" कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, ‘‘यहां जिस व्यक्ति की चर्चा की जा रही है, वह (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) आरएसएस से भारतीय लोकतंत्र को बचाने और संघर्ष करने के अपने नैसर्गिक दायित्व का निर्वहन कर रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं रखने वाला एक पेशेवर राजनीतिक दलों/ व्यक्तियों को चुनाव लड़ने के बारे में सलाह देने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन वह हमारी राजनीति का एजेंडा निर्धारित नहीं कर सकता.’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस के ‘‘शासन करने के नैसर्गिक अधिकार’’ संबंधी झूठी धारणा को ध्वस्त करने की जरूरत है. राहुल गांधी ‘‘संघर्ष के नैसर्गिक दायित्व’’ की हमारी समृद्ध विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं.’’ खेड़ा ने ममता बनर्जी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उस क्षेत्रीय नेता का यह दावा बेतुका है कि संप्रग का अब कोई अस्तित्व नहीं है, जो संप्रग का हिस्सा ही नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘क्योंकि मैं अमेरिका का नागरिक नहीं हूं, तो इसका अर्थ यह नहीं हुआ कि अमेरिका का अस्तित्व ही नहीं है.’’ ""कपिल सिब्बल का बयान इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी में संगठनात्मक बदलाव के लिए पत्र लिखने वाले ‘23 नेताओं के समूह’ के सदस्य और पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी कहा कि कांग्रेस के बिना संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) एक ऐसे शरीर की तरह होगा जिसमें आत्मा नहीं हो."" उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस के बगैर संप्रग बिना आत्मा के शरीर की तरह होगा. यह समय विपक्षी एकजुटता दिखाने का है.’’ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी कहा कि कांग्रेस देश का मुख्य विपक्षी दल है तथा भाजपा को पराजित करने के किसी भी राष्ट्रीय प्रयास का मुख्य स्तंभ बनी हुई है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह समय की जरूरत है कि भाजपा का विरोध करने और पराजित करने के लिए धर्मनिरपेक्ष, प्रगतिशील और लोकतांत्रिक पार्टियों के बीच जनता के मुद्दों को लेकर व्यापक समझ एवं सहयोग हो. यह लोगों की अकांक्षाओं से भी जुड़ा है.’’ शर्मा ने कहा, ‘‘कांग्रेस देश की मुख्य विपक्षी पार्टी है और राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले सामूहिक प्रयास का प्रमुख स्तंभ बनी हुई है.’’ प्रशांत किशोर और उनकी टीम पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद से तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रही है और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के विस्तार के लिए रणनीति तैयार कर रही है. किशोर ने कुछ महीनों पहले कांग्रेस में शामिल किए जाने की संभावना को लेकर पार्टी नेतृत्व से वार्ता की थी. उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात भी की थी और पार्टी में उन्हें शामिल किए जाने को लेकर गंभीर वार्ता भी हुई थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. किशोर ने दो महीने पहले भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘‘लखीमपुर खीरी की घटना के आधार पर देश की सबसे पुरानी पार्टी की अगुवाई में विपक्ष के त्वरित और स्वाभाविक रूप से उठ खड़े होने की उम्मीद लगा रहे लोग निराश हो सकते हैं. दुर्भाग्यवश सबसे पुरानी पार्टी में लंबे समय से घर कर चुकी समस्याओं और ढांचागत कमजोरियों का कोई त्वरित समाधान नहीं है.’’ बनर्जी ने बुधवार को एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) सुप्रीमो शरद पवार से मुंबई में मुलाकात की थी और कांग्रेस नेतृत्व पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की बात कही थी. एक ओर बनर्जी ने टिप्पणी की कि ‘‘अब संप्रग जैसा कुछ नहीं है’’ और ‘ज्यादातर समय’ विदेश में रह कर कोई कुछ भी हासिल नहीं कर सकता है, वहीं, पवार ने कहा कि वर्तमान में नेतृत्व कोई मुद्दा नहीं है और बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में समान विचार रखने वाली सभी पार्टियों का स्वागत है. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस साल बनर्जी की पार्टी को मिली जीत के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है. हाल ही में मेघालय में कांग्रेस के 17 विधायकों में से 12 तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए, जिससे वह राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/up-elections-arvind-kejriwal-said-atmosphere-against-bjp-in-uttar-pradesh-akhilesh-yadav-s-government-can-be-formed-2008790,"UP Elections: अरविंद केजरीवाल बोले- उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ है माहौल, अखिलेश यादव बना सकते हैं सरकार","UP Elections: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ माहौल है और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव राज्य में सरकार बना सकते हैं. दरअसल, एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) व समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि गठबंधन के पहलू पर जो कुछ भी होगा, उसमें लोगों की मर्जी होगी. यह पूछे जाने पर कि उत्तर प्रदेश में कौन सरकार बना सकता है, केजरीवाल ने कहा कि जनता जिसे भी चुनेगी उस राज्य में वह सरकार बनाएगा. अखिलेश यादव सत्ता में आ सकते हैं- केजरीवाल केजरीवाल ने कहा, “ जनता मालिक है और जिसे भी मौका देगी वह उत्तर प्रदेश में सरकार चलाएगा. लेकिन मुझे लगता है कि उत्तर प्रदेश में माहौल मौजूदा (बीजेपी) सरकार के बिल्कुल खिलाफ है. उनके प्रतिद्वंद्वी अखिलेश (यादव सत्ता में) आ सकते हैं.” वह चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में राजनीतिक परिदृश्य को लेकर उनके आकलन के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे. पंजाब में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि पार्टी वहां चुनाव से पहले इसकी घोषणा करेगी. पंजाब में भी अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव हैं.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/vedas-and-other-ancient-texts-should-be-included-in-school-books-across-the-country-the-ministry-of-education-recommended-2008786,"संसद की स्थाई समिति ने सरकार से की सिफारिश, देशभर में स्कूली किताबों में शामिल किए जाए वेद और अन्य प्राचीन ग्रन्थ","शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने सरकार से सिफारिश की है कि स्कूली किताबों में वेदों और अन्य प्राचीन ग्रन्थों को प्रमुखता से शामिल किया जाए. सरकार से लोगों पर एक ख़ास विचारधारा नहीं थोपने की गुज़ारिश की है. शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति ने स्कूली किताबों की विषय वस्तु में सुधार को लेकर एक रिपोर्ट संसद में पेश की है. समिति ने स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव करने की सिफ़ारिश की है. समिति ने सिफ़ारिश की है कि एनसीईआरटी और एससीइआरटी को स्कूलों के पाठ्यक्रम में वेदों और अन्य प्राचीन ग्रन्थों में निहित जीवन और समाज से जुड़ी शिक्षा और ज्ञान को शामिल करना चाहिए. स्कूली पाठ्यक्रम में उचित स्थान मिलना चाहिए नालंदा , विक्रमशिला और तक्षशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों में इस्तेमाल होने वाले पाठन के तरीकों का अध्ययन किया जाए और आधुनिक ज़रूरतों के मुताबिक़ बदलाव कर उसके बारे में शिक्षकों को बताया जाए. विज्ञान, गणित और चिकित्सा जैसे विषयों में प्राचीन भारत के योगदान को भी स्कूली पाठ्यक्रम में उचित स्थान मिलना चाहिए और उसे एनसीईआरटी किताबों में आधुनिक विज्ञान से जोड़कर पेश किया जाना चाहिए. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बारे में संतुलित और न्यायपूर्ण अवधारणा तैयार करने पर बल दिया है ताकि उन स्वतंत्रता सेनानियों को भी पाठ्य पुस्तकों में जगह मिल सके जिन्हें अभी तक उचित स्थान नहीं मिल सका है. इसके लिए समिति ने देश के अग्रणी इतिहासकारों के साथ उस प्रक्रिया की समीक्षा करने की ज़रूरत बताई है जिससे भारत के अलग-अलग हिस्सों से स्वतंत्रता सेनानी पाठ्य पुस्तकों में जगह पाते हैं. किसी विचारधारा को थोपना ठीक नहीं है- कांग्रेस नेता उधर विपक्ष ने सरकार से किसी भी विचारधारा को छात्रों पर नहीं थोपने की गुज़ारिश की है. समिति के सदस्य और कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बच्चों को इतिहास पढ़ना चाहिए लेकिन किसी विचारधारा को थोपना ठीक नहीं है. उनके मुताबिक आधुनिक शिक्षा की ज़रूरत का भी ध्यान रखा जाना चाहिए.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/secularism-is-the-identity-of-india-and-in-jammu-kashmir-we-should-protect-this-ghulam-nabi-azad-in-south-kashmir-2008758,Jammu Kashmir: कश्मीर में गुलाम नबी आजाद बोले- हमारे देश की पहचान धर्म निरपेक्षता,"Jammu Kashmir: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पुंछ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि हिंदू, मुस्लिम और सिख कश्मीर में साथ रहते आए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे देश और राज्य (यूटी) की धर्म निरपेक्षता ही पहचान है. जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि इस पहचान (धर्मनिरपेक्ष) को बरकरार रखने के लिए आपने यह लड़ाई जारी रखी थी और इस क्षेत्र की रक्षा की. ""कई क्षेत्रों में सेना और जनता के बीच तनाव है लेकिन पुंछ-राजौरी में उनके बीच कभी तनाव नहीं था. पुंछ और राजौरी पाकिस्तान सीमा पर हैं जहां आतंकवादी घूमते रहते हैं क्योंकि 1947 से ही इस क्षेत्र पर पाकिस्तान की नजर है. इसलिए मैं सेना और पुंछ और राजौरी के लोगों को बधाई देता हूं कि उन्होंने अपने प्रयासों से यहां पर शांति बना कर रखी है. वहीं इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता आजाद ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के जिलों में पिछले कुछ वर्षों से उग्रवाद चरम पर है क्योंकि लोगों खासकर युवाओं का सरकार पर से विश्वास उठ गया है और राजनीतिक दलों को मतभेदों से दूर रहकर विश्वास बहाली के लिए काम करना चाहिए. पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के युवाओं का राजनीतिक दलों पर से विश्वास उठ गया है क्योंकि उन्होंने उनकी इच्छाओं और आकांक्षाओं को सिरे से नजरअंदाज कर दिया है. उन्होंने कहा कि घाटी में आतंकवाद बढ़ रहा है. दक्षिण कश्मीर में पिछले तीन वर्षों में आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं और हमें इन घटनाओं के पीछे की वजह को जानने और समझने की जरूरत है. आजाद ने कहा कि आतंकवाद प्रभावित इलाकों में सकारात्मक माहौल बनाने की जरूरत है क्योंकि ऐसे इलाकों के लोग काफी 'चिंतित और निराश हो गए हैं'. उन्होंने कहा कि इन देशों के लोगों में एक तरह की निराशा है, जबकि जम्मू, कटरा या उधमपुर में दूसरी तरह की निराशा है.""",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/congress-ghulam-nabi-azad-says-congress-not-winning-300-seats-in-next-2024-general-elections-2008809,Election 2024: अगले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस 300 सीटें नहीं जीत पाएगी- कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद,"Ghulam Nabi Azad Statement: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 300 सीटें मिलेंगी क्योंकि अभी हालात ऐसे नहीं है. बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक रैली को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने ये बात कही. धारा 370 पर अपनी चुप्पी को सही ठहराते हुए आजाद ने कहा कि केवल सुप्रीम कोर्ट जहां मामला लंबित है और केंद्र ही इसे बहाल कर सकता है. बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया है, इसलिए वह इसे बहाल नहीं करेगी. मैं आपसे कहूं कि मैं उसे वापस लाऊंगा, तो यह झूठ है. गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘मैं लोगों को खुश करने के लिए उस बारे में नहीं बोलूंगा, जो हमारे हाथ में नहीं है. मैं आपसे झूठे वादे करूं, अनुच्छेद-370 की बात करूं, ये सही नहीं है. अनुच्छेद-370 को लोकसभा में बहुमत वाली सरकार ही हटा सकती है. सरकार बनाने के लिए 300 सांसद चाहिए. मैं ये वादा नहीं कर सकता कि 2024 चुनाव में हमारे 300 नेता जीतकर संसद पहुंच जाएंगे. मुझे अभी ऐसा नहीं लगता कि हम 2024 में 300 सीट जाएंगे. मैं आपसे कोई गलत वादा नहीं करुंगा. इसलिए अनुच्छेद-370 हटाने की बात नहीं करुंगा.’ इससे पहले जम्मू प्रांत के किश्तवाड़ जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उमर अब्दुल्ला ने आजाद की उस कथित टिप्पणी पर निराशा जतायी थी, जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा था कि अनुच्छेद 370 के बारे में बोलना व्यर्थ है. इसपर आजाद ने कहा था, ' मीडिया के कुछ वर्गों ने कश्मीर में मेरे भाषण को गलत तरीके से पेश करने की कोशिश की. मैं यह स्पष्ट कर दूं कि पांच अगस्त के फैसले पर हमारा एकजुट, एकल रुख है. इस फैसले से जम्मू और कश्मीर के लोगों में व्यापक असंतोष पैदा हुआ है.’",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/mamata-banerjee-visit-mumbai-sanjay-raut-says-opposition-parties-cannot-be-imagined-without-congress-ann-2008994,"Mamata Mumbai Visit: ममता के मुंबई दौरे पर सियासी घमासान, अब संजय राउत बोले- देश में न NDA एक्टिव है न UPA एक्टिव","Mamata Banerjee Mumbai Visit: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने तीन दिन के मुंबई दौरे के दौरान एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, शिवसेना के नेताओं आदित्य ठाकरे और संजय राउत से मुलाकात की. इसके बाद से राजनीतिक माहौल गरमा गया है. ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को कहा था कि अब कोई यूपीए नहीं बचा है. अब शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि इस देश में न NDA एक्टिव है न UPA एक्टिव है. विपक्ष को और मजबूत होने की जरूरत है. राउत ने कहा, सबसे पहले सभी विपक्षी दलों को साथ आने की सर्वत्र नेतृत्व को लेकर हम लोगों के बीच में कोई झगड़ा नहीं है खुद शरद पवार इस बात को कह चुके हैं. कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का पुराना झगड़ा है. मैं इस पर ज़्यादा बात नहीं करूंगा. मुझे लगता है की कांग्रेस को और मजबूत होने की जरूरत है. कांग्रेस के बिना विपक्षी दलों की कल्पना नहीं की जा सकती. बीजेपी पर शिवसेना का निशाना बीजेपी पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा, ममता बनर्जी महाराष्ट्र के दौरे पर थी उनका मुख्य कारण था यहां के उद्योगपतियों से मुलाकात करना और इन्वेस्टमेंट को लेकर लोगों से मिलना. इसमें कोई गलत नहीं है मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है कई उद्योगपति यहां रहते हैं. लिहाजा यहां आकर मुलाकात करन देश के किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए गलत नहीं है. बीजेपी के पेट में दर्द हो रहा था जब ममता बनर्जी उद्योगपतियों से मिल रही थी और आज उनका ढोग देखिए जब गुजरात के मुख्यमंत्री यहां पर उद्योगपतियों से मिलने आए तो उस पर चुप्पी साधी हुई है इस पर बीजेपी ने जवाब देने की जरूरत है. पहले ही बीजेपी इंटरनेशनल फाइनेंस सेंटर मुंबई से बाहर ले जा चुकी है एयर इंडिया का मुख्यालय मुंबई से बाहर जा चुका है. तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के संबंध में आयी दूरी की पृष्ठभूमि में ममता बनर्जी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेताओं से मिलने मुंबई की तीन दिवसीय यात्रा पर आयीं थी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘राजनीति में निरंतर प्रयास आवश्यक है. आप हमेशा विदेश में नहीं रह सकते.’’ ममता बनर्जी के 'कोई UPA नहीं' वाले बयान पर कांग्रेस का पलटवार, खड़गे बोले- ED और CBI के डर से दे रही हैं ऐसे बयान",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/political-parties-received-over-rs-1100-crore-during-polls-this-year-spent-big-on-publicity-study/1040192,"चुनावों में इस साल सियासी दलों ने जुटाए 1100 करोड़, इस काम पर सबसे ज्यादा खर्च","नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस समेत 19 राजनीतिक दलों ने 2021 में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधान सभा चुनावों के दौरान 1,100 करोड़ रुपये से ज्यादा हासिल किए हैं. इन दलों ने 500 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा स्टार प्रचारकों के लिए विज्ञापनों और यात्रा खर्च में गया. स्टार प्रचारकों पर हुआ ज्यादा खर्च असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में विधान सभा चुनाव के दौरान बीजेपी को सबसे ज्यादा 611.69 करोड़ रुपये मिले और उसने 252 करोड़ रुपये खर्च किए. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर, बीजेपी ने मीडिया में विज्ञापन सहित प्रचार पर 85.26 करोड़ रुपये और स्टार प्रचारकों, अन्य नेताओं की यात्रा पर 61.73 करोड़ रुपये खर्च किए. कांग्रेस को 193.77 करोड़ रुपये की राशि हासिल हुई और पार्टी ने 85.62 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें प्रचार पर 31.45 करोड़ रुपये और यात्रा खर्च के लिए 20.40 रुपये शामिल हैं. तीसरे स्थान पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) रही. पार्टी को 134 करोड़ रुपये की रकम मिली. डीएमके ने कुल 114.14 करोड़ रुपये खर्च किए. पार्टी ने प्रचार पर 52.144 करोड़ रुपये और अपने स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा के लिए 2.41 करोड़ रुपये खर्च किए. पार्टियों ने खर्च किए 514 करोड़ रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव के दौरान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीबीआई) को कुल 79.24 करोड़ रुपये, टीएमसी को 56.32 करोड़ रुपये, AIADMK को 14.46 करोड़ रुपये और सीपीआई को 8.05 करोड़ रुपये मिले. रिपोर्ट में कहा गया कि असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी विधान सभा चुनावों के दौरान 2021 में 19 राजनीतिक दलों की ओर से जुटाई गई कुल रकम 1,116.81 करोड़ रुपये थी और कुल खर्च 514.30 करोड़ रुपये हुआ.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/skm-haryana-unit-leaders-met-cm-manohar-lal-khattar/1040185,"हरियाणा के CM के साथ किसानों की हुई मीटिंग, निकला ये नतीजा","चंडीगढ़: आंदोलनकारी किसान (Farmers Protest) नेताओं की हरियाणा सरकार के साथ हुई बातचीत में कोई सहमति नहीं बन पाई है. किसान नेताओं ने सरकार के सामने कई मांगें रखीं लेकिन सरकार ने उन पर कोई स्पष्ट आश्वासन देने से इनकार कर दिया. सीएम खट्टर से मिले किसान नेता किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की हरियाणा इकाई ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) से मुलाकात की. दो दौर में करीब 4 घंटे तक चली बातचीत में प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए. किसान आंदोलनकारियों पर दर्ज केस वापस लिए जाएं और मृतक किसानों की याद में स्मारक बनाने के लिए जमीन दी जाए. दोनों पक्षों में नहीं बन पाई सहमति कई घंटे चली बैठक के बाद बाहर निकले किसान नेताओं ने कहा कि दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई. गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि बातचीत में सरकार का रुख न कड़ा था और न ही नरम. कुल मिलाकर यही कहा जा सकता है कि बातचीत में कोई सहमति नहीं बन पाई है. चढूनी ने कहा कि शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बैठक होगी. वहां पर हरियाणा सरकार के साथ हुई बातचीत की पूरी डिटेल पेश की जाएगी. उसके बाद ही किसान आंदोलन (Farmers Protest) को वापस लेने या न लेने पर फैसला किया जाएगा. संगठन ने जारी किया बयान SKM ने बयान जारी कर कहा, 'भारत सरकार के साथ गतिरोध की वजह से किसान प्रदर्शन स्थल पर रहने को मजबूर हैं. सरकार ने उनकी लंबित मांगों को स्वीकार करने को लेकर अब तक कोई आधिकारिक संदेश नहीं दिया है. इसके चलते दर्जनों टोल प्लाजा और अन्य स्थानों पर सभी पक्के मोर्चा कायम हैं.' संगठन ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों से पारित कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक को अपनी स्वीकृति दे दी है. इस संबंध में एक गजट अधिसूचना जारी कर दी गई है. SKM ने कहा कि इसके साथ ही एक अहम लड़ाई औपचारिक रूप से समाप्त हो गई है. प्रदर्शनकारी किसानों ने अपनी चुनी हुई सरकार के खिलाफ पहली बड़ी जीत हासिल की. ये भी पढ़ें- राहुल गांधी ने पेश की 403 मृतक किसानों की लिस्ट, सरकार के सामने उठाई ये मांग अब नई मांगों पर अड़े हैं किसान बता दें कि करीब एक साल से जारी किसान आंदोलनकारियों (Farmers Protest) की मांग को मानते हुए केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का बिल संसद से पास करवा चुकी है. इसके बाद अब किसान एमएसपी, मुआवजा और सरकारी नौकरी जैसी नई मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखे हुए हैं. हालांकि सरकार की ओर से उनकी मांगों को पूरा करने के संबंध में अभी कोई घोषणा नहीं की गई है. जिससे किसान नेताओं में बेचैनी बढ़ती जा रही है. ",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/akhilesh-yadav-claims-congress-will-get-zero-seats-in-up-assembly-elections-2022/1040115,UP: कांग्रेस को मिलेंगी कितनी सीटें? अखिलेश यादव ने किया बड़ा दावा,"झांसी: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल पूरे दम-खम से चुनावी मैदान में उतर चुके हैं और अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव लगातार सूबे में सपा सरकार आने का दावा कर रहे हैं. लेकिन इस बार उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला बोल दिया है. कितनी सीटें जीतेगी कांग्रेस? सपा की सीटों और कांग्रेस के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें यूपी की सियासत में कांग्रेस पार्टी का रोल नहीं पता है. अखिलेश ने कहा कि जनता उन्हें नकार देगी, हो सकता है उनकी गिनती जीरो हो जाएं. अखिलेश शुक्रवार को बुंदेलखंड के झांसी में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे. पिछले विधान सभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस के साथ मिलकर विधान सभा चुनाव लड़ा था हालांकि इस चुनाव में दोनों ही दलों को काफी नुकसान हुआ था और बीजेपी बंपर सीटों से जीतकर सत्ता में आई थी. लेकिन इस बार यूपी में अखिलेश यादव छोटे दलों के साथ गठबंधन पर जोर दे रहे हैं. इस कड़ी में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी से उनकी हाल ही में मुलाकात हुई थी. साथ ही कृष्णा पटेल के अपना दल के साथ सपा का गठबंधन हो चुका है. बीजेपी पर भी साधा निशाना बुंदेलखंड के तीन दिन के दौरे पर आए यादव ने कहा कि बीजेपी के शासन में समाज का हर तबका परेशान है. उन्होंने कहा, ‘इस सरकार ने अत्याचारों के मामले में अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया है. सरकार का विरोध करने पर किसानों को वाहनों से कुचल दिया जाता है और इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. विरोध करने वालों को जेल में डाला जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि अब उत्तर प्रदेश की जनता ने बीजेपी को हटाने और सपा को सत्ता सौंपने का मन बना लिया है. अखिलेश यादव की मौजूदगी में पूर्व विधायक सतीश जटारिया और कांग्रेस नेता विजय वर्मा सपा में शामिल हो गए.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rahul-gandhi-latest-demand-to-narendra-modi-government-on-farmers-protest/1040006,"राहुल गांधी ने पेश की 403 मृतक किसानों की लिस्ट, सरकार के सामने उठाई ये मांग","नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता Rahul Gandhi ने कथित रूप से किसान आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है. राहुल ने कहा कि उनके पास 403 किसानों के नाम हैं. सरकार चाहे तो इस लिस्ट के आधार पर पीड़ित परिवारों को मुआवजा दे सकती है. 'कांग्रेस के पास 403 किसानों के नाम' राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने दिल्ली में प्रेस वार्ता करके कहा कहा कि सरकार से कुछ दिन पहले सदन में किसान आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों की संख्या के बारे में सवाल पूछा गया था. तब सरकार ने इस तरह के किसी रिकॉर्ड की जानकारी होने से इनकार किया था. इसके बाद कांग्रेस ने इस दिशा में काम किया. अब पंजाब में कांग्रेस की चन्नी सरकार के पास 403 किसानों के नाम हैं. 'चन्नी सरकार दे रही 5-5 लाख का मुआवजा' राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि चन्नी सरकार ने आंदोलन में मारे गए 403 किसानों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है. इसके साथ ही 152 लोगों को नौकरी दी और बाकी परिवारों को भी देने वाले हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार को इन 403 किसानों की सूची दे दी है. आंदोलन में मारे गए बाकी लोगों के बारे में पब्लिक से वेरिफाई करवाकर मुआवजा दिया जाना चाहिए. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार मृतक किसानों के परिवार वालों को मुआवजा नहीं देना चाहती. उन मृतक किसानों की याद में सदन में 2 मिनट का मौन भी नहीं रखा गया. इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए. 'किसानों को मिलनी चाहिए रिस्पेक्ट' राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आरोप लगाया, 'मेरा कहना है कि दो तीन उद्योगपति हैं, जो पीएम के मित्र हैं. उनके लिए ये कुछ भी कर देते हैं. जब किसानों को जरूरत होती है, तब ये कहते हैं कि ये लोग तो है ही नहीं. हम किसानो की मांगों का समर्थन करते हैं. ये मिनिमम रिस्पेक्ट की बात है. पीएम के गलत कानून की वजह से 700 लोग मारे गए. उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी.'",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/kangana-ranaut-car-was-attacked-by-farmers-in-kiratpur-of-punjab/1039996,"किसानों ने रोका कंगना का काफिला, माफी मांगने के बाद रवाना हुईं एक्ट्रेस","चंडीगढ़: अक्सर विवादों में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के काफिले का पंजाब में घेराव हुआ है. जानकारी के मुताबिक किसान प्रदर्शनकारियों ने कंगना के काफिले को रोक लिया और उनसे मांफी मांगने की मांग करने लगे. कृषि कानूनों की वापसी को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ अभिनेत्री ने बयान दिया था जिसे लेकर पंजाब के किसान काफी नाराज हैं. कंगना के बयान से नाराज किसान कंगना का काफिला रोके जाने की वजह से चंडीगढ़-उना हाइवे पर लंबा जाम लग गया. किसानों का कहना था कि कंगना ने किसानों को खालिस्तानी आतंकवादी कहा था. अभिनेत्री के काफिले को श्री कीरतपुर साहिब के बूंगा साहिब के पास रोका गया. अभिनेत्री की सुरक्षा में लगे जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी और आखिर में कंगना ने जब किसानों से माफी मांगी तब किसानों ने उन्हें जाने दिया. कंगना रनौत फिल्म की शूटिंग के लिए चंडीगढ़ जा रही थीं. अभिनेत्री को मॉब लिंचिंग का डर कंगना ने अपनी इंस्टाग्रान पोस्ट में घटना का जिक्र करते हुए बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार को चारों ओर से घेर लिया है जिसके चलते वह काफी देर तक जाम में फंसी रहीं. कंगना ने बताया कि हिमाचल से निकलने के बाद पंजाब में घुसते ही भीड़ ने मुझे घेर लिया और खुद को किसान कहने वाले लोग गालियां और जान से मारने की धमकी देने लगे. उन्होंने बताया कि अगर मेरे साथ सिक्योरिटी नहीं होती तो क्या हालात होते. कंगना ने बताया कि इतनी पुलिस होने के बाद भी मुझे निकलने नहीं दिया जा रहा था. उन्होंने कहा कि भीड़ ने मुझे घेर लिया और अगर पुलिस न होती तो मेरी मॉब लिंचिंग हो जाती. अभिनेत्री ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि वह अब सुरक्षित वहां से निकल चुकी हैं और उन्होंने हालात को संभालने के लिए पंजाब पुलिस समेत अपनी सुरक्षा में लगे CRPF जवानों का आभार जताया है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/congress-leader-salman-khurshid-attacks-prashant-kishor-says-go-back-to-school-to-learn-democratic-system/1039914,"प्रशांत किशोर पर भड़के सलमान खुर्शीद, कहा- स्कूल जाकर फिर से पढ़ें","नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) पर तीखा हमला बोला है. सलमान खुर्शीद ने कहा कि सिर्फ चुनाव जीतना ही राजनीति नहीं है. अगर पीके को लोकतांत्रिक व्यवस्था (Democratic System) समझ में नहीं आती है तो वो वापस स्कूल जा सकते हैं. सलमान खुर्शीद का ट्वीट सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने ट्वीट किया, 'पीके लोकतंत्र को लेकर जिज्ञासु हैं. वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं की लोकतांत्रिक पसंद पर सवाल उठाने के लिए देवत्व का इस्तेमाल करते हैं. ये हमें बताता है कि राजनीति के बारे में किताबी ज्ञान की नकल मानव आचरण को प्रभावित नहीं करती है. राजनीति केवल चुनाव जीतने के बारे में नहीं है. लेकिन कॉमर्स इसे कैसे जान सकता है?' PK has curious take on democracy. He uses divinity to question democratic choice of Congress workers. This tells us that copy book wisdom about politics does not factor human conduct. Politics is not ONLY about winning elections. But how does commerce know? — Salman Khurshid (@salman7khurshid) December 3, 2021 स्कूल वापस जाएं पीके- सलमान खुर्शीद सलमान खुर्शीद ने अगले ट्वीट में लिखा, 'पीके के लिए सबक: दिव्यता आस्था से जुड़ी है. लोकतंत्र विश्वास से जुड़ा है. अन्य लोग लोकतांत्रिक पसंद की पटकथा नहीं लिख सकते. अगर लोकतांत्रिक विकल्प समझ में नहीं आता है तो स्कूल वापस जाएं और नए सिरे से शुरुआत करें. शायद आस्था और आस्था में अंतर करने से बीजेपी को जवाब मिलेगा.' Lesson for PK: Divinity is about Faith. Democracy is about faith. Other people cannot write the script for democratic choice. If democratic choice not understood go back to school and begin afresh. Perhaps differentiating Faith and faith will answer BJP — Salman Khurshid (@salman7khurshid) December 3, 2021 पीके से क्यों नाराज हैं सलमान खुर्शीद? दरअसल सलमान खुर्शीद, प्रशांत किशोर से इस वजह से नाराज हैं क्योंकि पीके ने कहा कि विपक्ष के नेतृत्व का फैसला लोकतांत्रिक रूप से होना चाहिए. पीके ने कहा था कि कांग्रेस जिस विचार और स्पेस का प्रतिनिधित्व करती है, वह एक मजबूत विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है. लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 फीसदी से अधिक चुनाव हार गई हो. विपक्षी नेतृत्व को लोकतांत्रिक तरीके से तय करने दें.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/cm-arvind-kejriwal-announcement-will-install-more-one-lakh-forty-thousand-cctv-cameras-in-delhi-crime-news/1039854,दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर नजर! केजरीवाल सरकार लगवाएगी और 1 लाख 40 हजार CCTV कैमरे,"नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज (शुक्रवार को) बड़ा ऐलान किया है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि सीसीटीवी (CCTV) योजना के दूसरे चरण के तहत अब पूरी दिल्ली (Delhi) में 1 लाख 40 हजार सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे. हमारे लिए दिल्ली के नागरिकों, बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है. सीसीटीवी कैमरे लगाने का अभियान- सीएम केजरीवाल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अभी तक हमारी सरकार बनने के बाद पिछले 7 साल में 2 लाख 75 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं. सीसीटीवी के मामले में पूरी दुनिया में आज की तारीख में दिल्ली नंबर वन है. लंदन समेत किसी भी शहर में इतने ज्यादा कैमरे नहीं हैं. ये भी पढ़ें- भारत का पहला Omicron मरीज भाग गया देश से बाहर! प्रशासन को ऐसे दिया चकमा दुनिया में नंबर वन बनी दिल्ली- सीएम केजरीवाल उन्होंने आगे कहा कि एक संस्था ने सर्वे करवाया था. उसके मुताबिक, 1826 सीसीटीवी कैमरे प्रति 1 मील के दायरे में दिल्ली के अंदर लगे हुए हैं जबकि दूसरे नंबर पर लंदन आता है, जहां 1138 कैमरे प्रति मील के दायरे में लगे हुए हैं. अब सुरक्षित महसूस करती हैं महिलाएं- सीएम केजरीवाल सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम लंदन, न्यूयॉर्क और पेरिस से CCTV के मामले में बहुत आगे हैं. वहीं हमारे देश में दूसरे नंबर पर चेन्नई आता है. जब से ये कैमरे लगे हैं तब से महिलाओं की सुरक्षा में इजाफा हुआ है. महिलाएं सुरक्षित महसूस करने लगी हैं. इससे क्राइम सॉल्व करने में पुलिस को बहुत मदद मिल रही है क्योंकि सीसीटीवी कैमरा में पकड़ा जाता है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली में 1 लाख 40 हजार सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे. इसके बाद दिल्ली में 4 लाख 15 हजार सीसीटीवी कैमरे हो जाएंगे. दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने में बहुत अड़चन आई थी. एक बार तो एलजी हाउस में मुझे, मनीष सिसोदिया और गोपाल राय को धरना भी देना पड़ा था. केंद्र सरकार ने बहुत अड़चन डाली थी. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में CCTV कैमरे भारत सरकार की कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड लगा रही है. ये बहुत मॉडर्न कैमरे हैं. इसकी खासियत ये है कि अगर कैमरा खराब हुआ या काम नहीं कर रहा तो कमांड सेंटर में एक अलार्म आ जाएगा. कुछ लोगों के नंबर फीड होते हैं उनको एसएमएस आ जाता है कि कैमरा खराब है काम नहीं कर रहा है. इससे फिर कैमरे को तुरंत ठीक करने की कार्रवाई होती है. इसमें 30 दिन की रिकॉर्डिंग रहती है और अधिकृत लोगों के पास इसके पासवर्ड रहते हैं जो लाइव फीड देख सकते हैं. इसमें 4 मेगापिक्सल कैमरा है और नाइट विजन भी है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/omicron-variant-30-foreign-return-passengers-go-missing-in-andhra-pradesh/1039777,"ओमिक्रॉन के खतरे के बीच विदेश से लौटे 30 यात्री लापता, सरकार के हाथ-पांव फूले","विशाखापट्टनम: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) की भारत में एंट्री होने के साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट हो गई हैं. इस वैरिएंट को सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. इसलिए विदेशों से आने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. इस बीच, आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां विदेश से लौटे 30 यात्रियों का कुछ पता नहीं चल रहा है. परेशानी ये है कि अगर वे कोरोना संक्रमित हुए, तो कई दूसरे लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं. फोन उठाना भी किया बंद ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 दिनों में विदेशों से लगभग 60 यात्री आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) पहुंचे हैं, इनमें से तीन दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से आए हैं. 60 में से 30 यात्री विशाखापट्टनम में रुके हुए हैं, जबकि बाकी 30 राज्य के अलग-अलग जगहों के लिए रवाना हो चुके हैं और अब उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. सरकार लगातार इन 30 लोगों को ढूंढ रही है. इनमें से कइयों ने तो फोन उठाना भी बंद कर दिया है. ये भी पढ़ें -दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे 4 लोग कोरोना पॉजिटिव, संपर्क में आए 5 लोग भी हुए संक्रमित करवाना है RT-PCR टेस्ट प्रशासन को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इन 30 यात्रियों का कैसा पता लगाया जाए. ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सरकार को इन लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना है. बता दें कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में हुई थी. दक्षिण अफ्रीका में एक दिन में 11,500 नए केस दर्ज हुए हैं. यह एक दिन पहले के 8500 केस से भी ज्यादा है. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ओमिक्रॉन अब तक कम से कम 24 देशों में फैल चुका है. कर्नाटक के रास्ते भारत में एंट्री कोरोना वायरस के खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रॉन के देश में दस्तक देने के बाद से इसके तेजी से पैर पसारने का खतरा बढ़ गया है. कर्नाटक में दो मरीजों में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है. दोनों ही संक्रमित मरीज दक्षिण अफ्रीका से आए थे. जॉइंट हेल्थ सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए इन मरीजों में मामलों की पुष्टि हुई है. संक्रमित पाए गए मरीजों में से एक की उम्र 64 साल है, जबकि एक शख्स की उम्र 46 साल है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/so-you-want-to-ban-industries-in-pakistan-says-cji-to-uttar-pradesh-on-air-pollution/1039761,UP सरकार से बोले CJI- क्या आप पाकिस्तान के उद्योगों को बंद कराना चाहते हैं?,"नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके पड़ोसी इलाकों (Delhi-NCR) में प्रदूषण की समस्या को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court on Air Pollution) ने शुक्रवार को सुनवाई की. इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश वकील ने अजीब तर्क दिया और कहा कि पाकिस्तान की ओर से आ रही प्रदूषित हवा दिल्ली को प्रभावित कर रही है. यूपी की हवा नहीं जाती दिल्ली: यूपी सरकार उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने सुनवाई के दौरान कहा कि उद्योग बंद होने से गन्ना उद्योग प्रभावित हो सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने तर्क दिया है कि यूपी के उद्योगों का धुंआ दिल्ली की ओर नहीं आता और यह दूसरी ओर चला जाता है, क्योंकि हम खुद हवा के बहाव के क्षेत्र में हैं. प्रदूषित हवा पाकिस्तान की तरफ से आ रही है और इसकी वजह से दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा है. पाकिस्तान के उद्योग बंद करवाना चाहते हैं: CJI यूपी सरकार के वकील रंजीत कुमार के तर्क पर चीफ जस्टिस ने सीवी रमना (CV Ramana) ने मजाक के लहजे में कहा, तो क्या आप पाकिस्तान में उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं? ये भी पढ़ें- दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने उठाया बड़ा कदम केंद्र ने किया टास्क फोर्स का गठन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों (Delhi-NCT) में प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्कवायड का गठन किया है. केंद्र सरकार ने पांच सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया, जिन्हें विधायी शक्तियां भी दी गई हैं. इसके साथ ही 17 फ्लाइंग स्कवायड भी बनाए गए हैं, जो सीधा इंफोर्समेंट टास्क फोर्स को रिपोर्ट करेंगे. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ( CAQM) ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) में हलफनामा दाखिल कर इस बात की जानकारी दी. हलफनामे के अनुसार, 2 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए दिए गए आदेश को देखते हुए आयोग और केंद्र ने पांच सदस्यीय इंफोर्समेंट टास्क फोर्स (Enforcement Task Force) का गठन किया है. दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति दिल्ली में आज (3 दिसंबर) सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 385 रहा, जबकि नोएडा में एक्यूआई 562 और गुरुग्राम में एक्यूआई 413 दर्ज किया गया. वहीं गाजियाबाद में पीएम 2.5 का लेवल 222 दर्ज किया गया. इससे पहले गुरुवार (2 दिसंबर) को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 342 और बुधवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 357 रहा था. कब कितनी खराब मानी जाती है हवा बता दें कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शून्य से 50 के बीच रहने पर हवा को अच्छा माना जाता है, जबकि 51 और 100 के बीच एक्यूआई 'संतोषजनक' श्रीणी में माना जाता है. वहीं एक्यूआई जब 101 और 200 के बीच रहता है प्रदूषण को 'मध्यम', जबकि 201 और 300 के बीच इसे खराब माना जाता है. 301 और 400 के बीच हवा को 'बेहद खराब' माना जाता है, जबकि 401 और 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/akhilesh-yadav-jhansi-pc-attacks-cm-yogi-and-pm-modi-says-those-without-family-will-not-understand-the-pain/1039715,"'बिना परिवार वाले क्या समझेंगे परिवार का दर्द', अखिलेश यादव का CM योगी और PM पर तंज","झांसी: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बुंदेलखंड (Bundelkhand) के झांसी (Jhansi) पहुंचे. अखिलेश यादव ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) और सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को घेरने की कोशिश की. पीएम मोदी और सीएम योगी पर अखिलेश यादव का निशाना समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने बुंदेलखंड के लिए कुछ नहीं किया. यहां के लोग बहुत परेशान हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों का परिवार ही नहीं है वो किसी के परिवार का दर्द क्या समझेंगे? योगी सरकार ने बुंदेलखंड के लिए कुछ नहीं किया है - अखिलेश यादव, नेता, सपा #Akhileshyadav #SP | #UPElection2022 | #UP | @yadavakhilesh झांसे में नहीं आएंगे झांसी के लोग- अखिलेश यादव अखिलेश यादव ने कहा कि झांसी के लोग बीजेपी के झांसे में नहीं आएंगे. ये रानी लक्ष्मीबाई की धरती है. उन्होंने अंग्रेजों को नाकों चने चबवा दिए थे. बुंदेलखंड की जनता भी बीजेपी को सबक सिखाएगी. बीजेपी ने पुरानी सरकार के कामों को भी आगे नहीं बढ़ाया. याद करिए लॉकडाउन में कैसे हफ्तों तक लोग पैदल चले थे? सरकार ने कुछ नहीं किया था. ये परिवार का दर्द नहीं समझते हैं. सरकार ने गरीबों को अनाथ छोड़ दिया था- अखिलेश यादव उन्होंने आगे कहा कि जिस समय सरकार को मदद करनी चाहिए थी उस समय सरकार ने मजदूरों और गरीबों को अनाथ छोड़ दिया था. आप सबने उस खबर को सुना होगा कि उस समय एक प्रेग्नेंट महिला चलते-चलते अपने घर पहुंची थी. लेकिन ललितपुर बॉर्डर पर यूपी सरकार ने उस मां की कोई मदद नहीं की थी. प्रेग्नेंट महिला ने एक बेटी को जन्म दिया था और बाद में पैदल चलकर वो अपने घर पहुंची थी. सरकार चलाने का दावा करने वाले लोगों ने गर्भवती मां को ऐसे ही छोड़ दिया था. अखिलेश यादव ने कहा कि लॉकडाउन के समय कुछ मजदूर तो ऐसे थे जो पैदल चलकर अपने घर नहीं पहुंच पाए थे. रास्ते में उनकी मौत हो गई थी. तब बीजेपी सरकार मदद के लिए आगे नहीं आई थी. समाजवादी पार्टी के लोगों ने ही उनकी मदद की थी.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/navy-is-fully-prepared-to-deal-with-any-threat-keeping-a-close-watch-on-china-antics-in-indian-ocean-says-navy-chief-admiral-r-hari-kumar-942715.html,"किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है नेवी, हिंद महासागर में चीन की हरकतों पर रख रहे कड़ी नजर: नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार","नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार. (File Photo) नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार (Navy Chief Admiral R Hari Kumar) ने शुक्रवार को कहा कि उनका बल हिंद महासागर में चीनी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है और वो किसी भी सुरक्षा खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की उत्तरी सीमा पर स्थिति ने उस समय सुरक्षा जटिलताओं को जोड़ा है जब देश कोविड-19 से जूझ रहा था और ये अभी भी जारी है. चीन की ओर से अपनी नौसेना की संपत्ति के तेजी से विस्तार का उल्लेख करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि केवल संख्या ही मायने नहीं रखता है, उन्होंने विभिन्न खतरों से निपटने के लिए रणनीति, संचालन योजनाओं और हथियारों के महत्व पर प्रकाश डाला. समुद्री क्षेत्र में चीन से खतरे पर सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारतीय नौसेना एक संतुलित बल है और निश्चित रूप से भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम है. चीन की गतिविधियों और तैनाती पर रखी जा रही है कड़ी नजर साथ ही कहा कि चीन की गतिविधियों और तैनाती पर कड़ी नजर रखी जा रही है. हमारी अपनी योजनाएं हैं. नौसेना की 170 शिप फोर्स बनने की पहले की योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 10 साल की एकीकृत क्षमता विकास योजना (आईसीडीपी) के तहत आवश्यकता का आकलन करने के लिए एक नई वैज्ञानिक प्रक्रिया चल रही है, जिसके बाद निर्णय लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ये 230 (जहाज) हो सकता है, ये 300 हो सकता है, प्रक्रिया चालू है. ये एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है. मैं इस समय आपको एक नंबर नहीं दे सकता. हम प्रक्रिया के पूरा होने के बाद एक निर्णय पर पहुंचेंगे. नौसेना ने 2027 तक 170 शिप फोर्स बनने का लक्ष्य रखा था. वर्तमान में, नौसेना के पास लगभग 130 जहाज हैं. उन्होंने कहा कि इसमें समय लगेगा और कहा कि अमेरिकी सेना को संयुक्त कमान और नियंत्रण संरचनाओं को लागू करने के बाद लगभग 50 साल लग गए. नौसेना प्रमुख ने कहा कि मैं अपने उच्च रक्षा संगठन में सुधारों के लिए और तीनों सेनाओं के तालमेल को बढ़ाने के लिए नौसेना के पूरे समर्थन को दोहराना चाहता हूं. ये भी पढ़ें- एडमिरल हरि कुमार बने नौसेना प्रमुख, मिला गार्ड ऑफ ऑनर, कहा- समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए करेंगे हर संभव कोशिश ये भी पढ़ें- ‘समुद्री सुरक्षा के लिए नौसेना हमेशा कॉम्बैट रेडी, चीन के खतरे से निपटने के लिए तैयार’, बोले नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/european-union-special-envoy-on-afghanistan-tomas-niklasson-commends-india-for-providing-humanitarian-aid-to-kabul-942537.html,"अफगानिस्तान पर यूरोपीय संघ ने कहा- आतंकवाद के मुद्दे पर सिर्फ भारत ही चिंतित नहीं, हम भी कर रहे चर्चा","अफगानिस्तान पर यूरोपीय संघ के विशेष दूत टॉमस निकलसन. भारत के दौरे पर आए अफगानिस्तान पर यूरोपीय संघ के विशेष दूत टॉमस निकोलसन (European Union special envoy on Afghanistan Tomas Niklasson) ने शुक्रवार को कहा कि केवल भारत ही नहीं है जो अफगानिस्तान (Afghanistan) की धरती को आतंकवाद के लिए इस्तेमाल किए जाने को लेकर चिंतित है. ये उन मुद्दों में से एक है जिन पर हम चर्चा कर रहे हैं, ऐसा होने से रोकने के लिए काबुल में तालिबान की ओर से नियुक्त अंतरिम सरकार की एक स्पष्ट प्रतिबद्धता है. साथ ही कहा कि हम जमीन पर अलग-अलग घटनाक्रम भी देखते हैं. ये कुछ ऐसा है जिसे हमें संयुक्त रूप से बातचीत में जारी रखने और इस पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है. भारत का अफगानिस्तान के साथ जुड़ने का एक बहुत लंबा इतिहास रहा है. भारत का अफगानिस्तान के साथ ऐतिहासिक के साथ सांस्कृतिक संबंध हैं, भारत पूरे अफगानिस्तान में लोगों को बहुत करीब से सहायता प्रदान कर रहे हैं, उनमें से कुछ तालिबान की ओर से अधिग्रहण के साथ सुरक्षा कारणों से समाप्त हो गए. India has a very long history of engaging with Afghanistan, you have historic links, cultural links, you are providing assistance very close to people throughout the country, some of that came to an end for security reasons with a takeover by Taliban:EU’s spl envoy on Afghanistan pic.twitter.com/0KYFRkei9o — ANI (@ANI) December 3, 2021 ‘पिछले 2 दशकों से अफगान लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने का अनुभव’ यूरोपीय संघ के विशेष दूत टॉमस निकोलसन ने कहा कि मैं समझता हूं कि भारतीय समाज के कम से कम हिस्से और भारतीय निर्णय लेने वाले वास्तव में स्वागत करेंगे और उन तरीकों की तलाश करेंगे जिनसे आप अपने द्वारा किए गए निवेश पर निर्माण कर सकते हैं और मुझे लगता है कि अफगान लोग भी इसका स्वागत करेंगे. हम इसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से वितरित कर रहे हैं और हमें पिछले 2 दशकों से अफगान लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने का अनुभव है, इसलिए जबकि पैमाना अलग है. ये हमारे लिए कुछ नया नहीं है और हमारे पास निर्माण करने के लिए ठोस अनुभव है. अफगानिस्तान में सूखे और सर्दियों पर अफगानिस्तान पर यूरोपीय संघ के विशेष दूत ने कहा कि मानवीय सहायता लोगों तक पहुंचे, इसे सुनिश्चित करने के लिए हम जो कुछ भी कर सकते हैं, वो हमें चाहिए. काबुल में हमारे पास अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी हैं. हमने अपनी मानवीय सहायता को 60 मिलियन यूरो से बढ़ाकर 300 मिलियन यूरो कर दिया है. साथ ही कहा कि इस क्षेत्र के कई अभिनेता और भागीदार जो अफगान लोगों के साथ जुड़े हुए हैं, ऐसा करना जारी रखेंगे और मुझे लगता है कि भारत निश्चित रूप से उन भागीदारों में से एक है. ये भी पढ़ें- Afghanistan: क्या जिंदा है या मर गया तालिबान का सुप्रीम लीडर हिबतुल्ला अखुंदजादा? आखिरकार मिला इसका जवाब ये भी पढ़ें- अफगानिस्तान में अधिकारों के हनन पर अमेरिका ने जताई चिंता, तालिबान से जरूरी कदम उठाने को कहा",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-celebrate-maitri-day-with-bangladesh-on-december-6-with-18-foreign-nations-942402.html,"भारत-बांग्लादेश की दोस्ती के जश्न के गवाह बनेंगे दुनिया के 18 देश, छह दिसंबर को मनाया जाएगा मैत्री दिवस","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत और बांग्लादेश (India-Bangladesh Relations) की दोस्ती को छह दिसंबर 2021 को पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं. इस अवसर पर दोनों देशों ने राजनयिक रिश्तों की पचासवीं वर्षगांठ को जोरशोर से मनाने का फैसला किया है. इस दिन भारत-बांग्लादेश मैत्री दिवस मनाने वाले हैं. इसके तहत दुनिया के 18 देशों में दोनों देशों की दोस्ती का जश्न मनाया जाएगा. यह पहला मौका होगा जब भारत (India) के किसी देश के साथ राजनयिक संबंधों के गवाह दुनिया के इतने देश बनेंगे. भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार इस बार 6 दिसंबर को भारत-बांग्लादेश (India-Bangladesh) कूटनीतिक रिश्तों के 50वें वर्ष के कार्यक्रम को व्यापक तौर पर मनाया जाएगा. इस कड़ी में दोनों देश संबंधित मिशनों के माध्यम से भारत, बांग्लादेश (Bangladesh) के अलावा 18 देशों में भी समारोह आयोजन करेंगे. इसमें उन मुल्कों को तरजीह दी गई है जहां भारत और बांग्लादेश मूल के लोगों की संख्या अधिक है. इनमें 8 देशों में समारोह का नेतृत्व भारत करेगा. वहीं 10 देशों में कार्यक्रम का नेतृत्व बांग्लादेश करेगा. इन देशों का नेतृत्व करेंगे भारत-बांग्लादेश भारतीय दूतावास जिन देशों में भारत-बांग्लादेश मैत्री समारोह का आयोजन करेंगे उनमें बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंडोनेशिया, रूस, कतर, सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं. वहीं ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, स्विटजरलैंड, थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात में बांग्लादेश के मिशन कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे. बता दें कि बांग्लादेश ने नौ महीने के खूनी संघर्ष के बाद 1971 में पाकिस्तान से आजादी पाई थी और इसमें भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. एक नए और स्वतंत्र देश के रूप में भारत ने बांग्लादेश को तभी मान्यता दे दी थी. इसके बाद से दोनों देशों के संबंध बहुत मैत्रीपूर्ण हैं. कोविड संकट (Coronavirus) के दौरान भी भारत ने बांग्लादेश की बढ़चढ़कर मदद की थी. 29 सितंबर 2021 को हुई संयुक्त आयोग की बैठक के दौरान दोनों देशों ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की स्वर्ण जयंती और राजनयिक रिश्तों की पचासवीं सालगिरह को जोरशोर से मनाने का फैसला किया था. ये भी पढ़ें: कर्नाटक में ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट पर शक, राज्य सरकार ने लैब की जांच का दिया आदेश राहुल ने PM मोदी पर फिर साधा निशाना, पूछे 5 सवाल, कहा- कृषि कानून पर माफी तो मांगी लेकिन प्रायश्चित कब करेंगे",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/farmers-protest-rahul-gandhi-slams-central-government-over-death-of-700-farmers-said-government-is-lying-942313.html,"‘आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार, लिस्ट ना हो तो हमसे ले लें’, राहुल गांधी का केंद्र पर हमला","राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए किसानों का मुद्दा उठाया और किसान आंदोलन (Farmers Protest) में मारे गए किसानों को मुआवजा देने की बात से इनकार करने को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संसद में केंद्र सरकार से सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार किसानों के आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का प्रस्ताव रखती है. मंत्रालय जवाब देता है कि कृषि मंत्रालय के पास इस मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं है और इसलिए वित्तीय सहायता देने का सवाल ही नहीं उठता. राहुल गांधी बोले- 403 लोगों को 5-5 लाख दिया मुआवजा उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास 403 लोग हैं जिन्हें पंजाब सरकार ने 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है और 152 को नौकरी दी है. हमारे पास अन्य राज्यों के 100 नामों की एक सूची है और एक तीसरी सूची है जो नामों की सार्वजनिक जानकारी है जिसे आसानी से सत्यापित किया जा सकता है. लेकिन सरकार कहती है कि ऐसी कोई सूची नहीं है. उन्होंने कहा, ”हमारे पास 700 में से 500 नाम है जो लिस्ट हमने सरकार को दी. बाकी नाम हमारे पास पब्लिक रिकॉर्ड से हैं उसकी जांच कर सरकार 700 लोगों को मुआवज़ा दें.” राहुल गांधी ने कहा कि ”पीएम ने खुद कहा है कि उनसे गलती हुई है, उन्होंने देश से माफी मांगी है. उस गलती की वजह से अब तक 700 लोगों की मौत हो चुकी है. अब आप उनके नाम के बारे में झूठ बोल रहे हैं. आपके पास उन्हें वह देने की शालीनता क्यों नहीं है जो उनका हक है?” राहुल गांधी ने कहा, ” मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं. हमारे पास शहीद किसानों के नाम और नंबर हैं. अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो और मुआवज़ा दो. पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया.” मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं। अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया। #Farmers #HumanityFirst pic.twitter.com/NwPU26E794 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 संसद में सरकार की ओर से क्या कहा गया था? राहुल गांधी का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार से लोकसभा में किसान आंदोलन में मारे गए किसानों की जानकारी मांगी गई थी. इसी के साथ ये भी पूछा गया था कि क्या सरकार आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा देगी. इस पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जवाब देते हुए कहा था कि कृषि काननों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में एक भी किसान की मौत नहीं हुई. तोमर ने लिखित जवाब में कहा, कृषि मंत्रालय के पास किसान आंदोलन की वजह से किसी किसान की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है. ऐसे में किसानों के परिजनों को मुआवजा देने का सवाल ही नहीं उठता. यह भी पढ़ें: ‘बीजेपी सिर्फ नाम बदलती है, यूपी की जनता जल्द सरकार बदलेगी’, झांसी में ‘विजय रथ यात्रा’ के दौरान अखिलेश यादव का हमला कांग्रेस में शामिल हुए पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला, सीएम चन्नी और नवजोत सिद्धू की मौजूदगी में ली सदस्यता",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/congress-rahul-gandhi-attcak-on-pm-narendra-modi-apologized-on-farm-laws-but-when-will-you-atone-942263.html,"राहुल ने PM मोदी पर फिर साधा निशाना, पूछे 5 सवाल, कहा- कृषि कानून पर माफी तो मांगी लेकिन प्रायश्चित कब करेंगे","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोलने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर निशाना साधा है. प्रधानमंत्री मोदी से 5 सवाल पूछते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब करेंगे और शहीद किसानों को मुआवजा कितना तथा कब मिलेगा? कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज शुक्रवार को ट्वीट के जरिए पीएम मोदी से कई सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि जब PM ने कृषि-विरोधी कानून बनाने के लिए माफी मांगी तो संसद में बताएं कि प्रायश्चित कैसे करेंगे- लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवजा कितना-कब? सत्याग्रहियों के खिलाफ झूठे केस वापस कब? MSP पर कानून कब? इसके बिना माफी अधूरी! जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी माँगी तो संसद में बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे- लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर क़ानून कब? इसके बिना माफ़ी अधूरी! #FarmLaws — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 मोदी सरकार असंवेदनशीलः राहुल गांधी इससे पहले राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया. राहुल गांधी ने कहा कि किसानों की मौत पर नरेंद्र मोदी सरकार असंवेदनशील बनी हुई है. प्रदर्शन करने वाले किसानों की कोई लिस्ट नहीं होने की केंद्र की बात पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के पास जान गंवाने वाले 503 किसानों की सूची है, जबकि सरकार ने कहा है कि उसके पास ऐसा कोई आंकड़ा ही नहीं है. सरकार चाहे तो हमसे आंकड़ा ले सकती है और ऐसे परिवारों की मदद कर सकती है. पंजाब सरकार से मदद ले केंद्रः राहुल गांधी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आगे कहा कि कृषि कानूनों पर प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने अपनी गलती मान ली है और माफी भी मांगी है, लेकिन सरकार कह रही है कि उसके पास किसानों की मौत का आंकड़ा ही नहीं है. तो फिर पीएम ने माफी किससे मांगी है. कहा जाता है कि प्रदर्शन में करीब 700 किसानों की मौत हुई है. पंजाब सरकार के पास इसकी सूची है. पंजाब सरकार अकेले 403 किसानों को मुआवज़ा और नौकरी दे चुकी है. केंद्र सरकार चाहे तो पंजाब सरकार से मदद ले सकती है. मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं। अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया। #Farmers #HumanityFirst pic.twitter.com/NwPU26E794 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उद्योगपतियों से करीबी होने का एक बार फिर से आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं. हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं. अगर सच में माफी मांगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो. पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया. ये भी पढ़ें महंगाई को लेकर राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना, कहा- GDP बढ़ने का मतलब है गैस, डीजल और पेट्रोल के दाम में वृद्धि",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/west-bengal-bjp-mp-delegation-meet-prime-minister-narendra-modi-raised-the-issue-of-violence-against-party-workers-942209.html,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचा पश्चिम बंगाल के बीजेपी सासंदों का प्रतिनिधिमंडल, पार्टी कार्यकर्ताओं पर हो रही हिंसा का उठाया मुद्दा","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो) पश्चिम बंगाल (West Bengal) बीजेपी (BJP) के सांसदों ने आज यानी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने बंगाल को लेकर कई मुद्दे उठाए. 15 सदस्यों वाले बंगाल बीजेपी के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल (BJP MP Delegation) ने प्रधानमंत्री मोदी को बंगाल आने का आग्रह किया है. वहीं सांसदों ने पीएम मोदी को बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं (BJP Workers) और नेताओं पर हो रहे लगातार उत्पीड़न से भी अवगत कराया है. इसके अलावा सांसदों ने पश्चिम बंगाल में सीएए को जल्दी लागू करवाने की आवश्यकता का आग्रह किया. दल के सदस्यों ने केंद्रीय योजनाओं को राज्य सरकार की तरफ से लागू करने में बरते जा रहे भेदभाव से भी अवगत करवाया. पीएम मोदी ने दिया जल्दी ही पश्चिम बंगाल के दौरे पर आने का आश्वासन जानकारी के मुताबिक सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान पंचायत और ग्राम स्तर पर लागू किए जाने वाली योजनाओं में बीजेपी समर्थकों की अनदेखी की बात भी बताई. प्रधानमंत्री ने बीजेपी सांसदों के इस दल को अपनी व्यस्तता की वजह से बंगाल का कार्यक्रम नहीं बना पाने की अपनी मजबूरी को बताया लेकिन साथ ही आश्वासन दिया कि जल्दी ही राज्य में अपने कार्यक्रम की योजना बनाएंगे. ‘चुनाव बाद हिंसा में नहीं आई कोई कमी’ सांसदों के इस दल ने बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न से अवगत कराते हुए कहा कि इसमें अबतक कोई कमी नहीं आई है. इसी के साथ उन्होंने इसके रोकथाम के लिए उपाय करने की मांग की. सांसदों ने पश्चिम बंगाल को लेकर पीएम मोदी को एक ज्ञापन भी सौंपा है. इस बारे में डेलिगेशन का नेतृत्व करने वाले बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार ने कहा कि 2 को छोड़ लगभग सभी बंगाल के सांसदों ने पीएम मोदी से मुलाकात की. हमने उन्हें बताया है कि चुनाव बाद हिंसा में कोई कमी नहीं आई, हिंसा जारी है. बंगाल में भर्ती में लगातार धांधली चल रही है. साथ ही हमने मांग की कि CAA का कानून फ्रेम कर इसे राज्य में जल्द से जल्द लागू किया जाए. यह भी पढ़ें: ‘बीजेपी सिर्फ नाम बदलती है, यूपी की जनता जल्द सरकार बदलेगी’, झांसी में ‘विजय रथ यात्रा’ के दौरान अखिलेश यादव का हमला बंगाल की राजनीति की अजब कहानी, मंत्री, सांसद और विधायक भी लड़ रहे हैं पार्षद के चुनाव",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/health-minister-mansukh-mandaviya-lok-sabha-covid-19-cases-death-india-health-infrastructure-942201.html,"’10 लाख आबादी में 340 लोगों की हुई कोरोना से मौत, ये दुनिया में सबसे कम’, लोकसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया","केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने लोकसभा (Lok Sabha) में शुक्रवार को कुछ आंकड़ें पेश किए, जिनके जरिए उन्होंने कोरोनावायरस महामारी के दौरान उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई. इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी बताया कि भारत में दस लाख कोरोना की आबादी पर कोरोना केस का अनुपात दुनिया में सबसे कम रहा है. इसके अलावा, मंडाविया ने देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में मजबूत किए गए इंफ्रास्ट्रक्चर से भी सदन को अवगत कराया. गौरतलब है कि विपक्ष लंबे समय से आरोप लगाता आ रहा है कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने लापरवाही दिखाई है. स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने बताया कि भाहरत में 3.46 कोविड-19 के मामले रिपोर्ट किए गए, जबकि 4.6 लाख लोगों ने इस खतरनाक वायरस के चलते अपनी जान गंवाई. कोरोना मृतकों की संख्या रिपोर्ट किए गए कोविड मामलों का 1.36 फीसदी है. उन्होंने कहा कि भारत में प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर 5,000 मामले और 340 मौतें दर्ज की गईं. यह दुनिया में सबसे कम में से एक है. मंडाविया ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तहत कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम चल रहा है. स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की अनदेखी करने वाली पिछली सरकारों को दोष दिए बिना, सरकार ने बेहतर नतीजों के लिए काम किया है. कोविड केस आने से पहले बना ली गई थी समिति मंडाविया ने कहा कि पिछले दो सालों में पीएम मोदी के नेतृत्व में लिए गए निर्णयों से पता चलता है कि यह सरकार शक्ति के लिए नहीं, बल्कि इच्छाशक्ति के साथ काम करती है. उन्होंने कहा कि भारत में कोविड-19 (Covid-19 in India) का पहला केस 13 जनवरी 2020 को केरल (Kerala) में सामने आया. लेकिन केंद्र द्वारा गठित संयुक्त निगरानी समिति की पहली बैठक 8 जनवरी 2020 को हुई थी. इसका मतलब है कि हम सतर्क थे. उन्होंने कहा कि मामला दर्ज होने से पहले एक समिति बनाई गई थी और इसने काम करना शुरू कर दिया था. उन्होंने अपने इस बयान के साथ विपक्ष को जवाब दिया. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, एक समय था जब किसी ने वैक्सीन (Vaccine) पर रिसर्च की थी तो उसे अप्रूवल होने में 3 साल लग जाते थे. इसलिए कोई भी रिसर्च नहीं करता था. हमने उन नियमों को खत्म कर दिया और एक साल के भीतर रिसर्च के बाद देश को वैक्सीन मिल गई. इस तरह की सुविधा पीएम मोदी ने दी है. ये भी पढ़ें: Omicron Variant: दुनियाभर में तेजी से फैल रहे इस नए वेरिएंट को रोकना असंभव, डॉक्टर बोले- अब इसके इलाज पर देना होगा ध्यान",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-variant-in-india-enhancing-genome-sequence-important-only-way-to-know-behavior-of-covid-19-942060.html,आखिर क्यों जीनोम सीक्वेंस बढ़ाना है भारत के लिए बेहद जरूरी? दिखाई लापरवाही तो देगी बड़ी ‘मुसीबत’ दस्तक!,"नमूना लेता स्वास्थ्यकर्मी (File Photo) भारत को जिसका डर था, आखिर वही चीज हो गई है. कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) ने भारत में भी दस्तक दे दी है. लेकिन उससे भी बड़ा सवाल यह है कि जिन दो लोगों में यह पाया गया है उसमें एक व्यक्ति की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. ऐसे में जीनोम सीक्वेंसिंग से यह पता लग पाया कि वह ओमीक्रॉन से संक्रमित था. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सेक्रेटरी फाइनेंस डॉक्टर अनिल गोयल ने TV9 भारतवर्ष से बातचीत में बताया कि सरकार को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में वह जिनोम सीक्वेंसिंग करे. इससे कि इस वायरस के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाई जा सके. अनिल गोयल ने कहा, यदि समय रहते जीनोम सीक्वेंसिंग की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो आने वाले दिनों में परेशानी बढ़ सकती है. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में ऐसा देखा गया है कि भारत में जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार काफी कम हो गई है. इस साल जून से अगस्त के बीच ही 50 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है. देश भर में सीक्वेंसिंग के लिए 288 जगहों की पहचान की गई, लेकिन इनमें से ज्यादातर राज्यों से पर्याप्त सैंपल सीक्वेंसिंग के लिए नहीं आ रहे हैं. क्या कहते हैं आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जनवरी में 2207, फरवरी में 1321, मार्च में 7806, अप्रैल में 5713, मई में 10488, जून में 12257, जुलाई में 6990 और अगस्त में 6458 सैंपल की सीक्वेंसिंग हुई. लेकिन इसी साल सितंबर में 2100 और उसके बाद अक्टूबर में करीब 450 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पहुंचे हैं. कई राज्यों ने सैंपल नहीं भेजा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नियम के मुताबिक कुल संक्रमित मरीजों का कम से कम पांच प्रतिशत केस का जीनोम सीक्वेंस होना चाहिए. लेकिन भारत में ऐसा नहीं हो पा रहा है. राज्य सरकारों को इस साल ऐसी दिशानिर्देश जारी किया गया था कि जीनोम सीक्वेंस के लिए संक्रमित जगहों से 30 सैंपल भेजा जाए. लेकिन राज्यों की ओर से भी अगस्त महीने के बाद से इस दिशा में लापरवाही बरती गयी है. जानकारी के अनुसार भारत में 19 राज्यों ने तय लक्ष्य के अनुसार सैंपल नहीं भेजे. कितना समय लगता है जीनोम सीक्वेंस में विशेषज्ञों की राय में एक बार जीनोम सीक्वेंस करने में लगभग एक सप्ताह का समय लगता है. यह एक समय लेने वाली प्रक्रिया है. इसलिए किसी खास जगह पर जहां बहुत संक्रमण हो वहां से पांच फीसदी के आसपास सैंपल इकट्ठा किया जाता है. क्या होता है जीनोम सीक्वेंस शरीर में कोशिकाओं के अंदर के जेनेटिक मटेरियल को जीनोम कहा जाता है. कोशिका के भीतर एक जीन की तय जगह और दो जीन के बीच की दूरी और उसके आंतरिक हिस्सों के व्यवहार और उसकी दूरी को समझने के लिए कई तरीकों से जीनोम सिक्वेंसिंग की जाती है. इससे जीनोम में होने वाले बदलाव के बारे में पता चलता है. यह बदलाव पुराने वायरस से कितना अलग है यह भी बतलाता है. ये भी पढ़ें: डेल्टा के मुकाबले ओमीक्रॉन में कितने फीसदी है रि-इंफेक्शन का खतरा, कैसे चलेगा पता, अध्ययन में हुआ खुलासा",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/world/us-news/despite-the-challenges-of-covid-19-india-us-relations-reached-new-heights-ambassador-taranjit-singh-sandhu-942049.html,"कोविड-19 चुनौतियों के बावजूद भारत-अमेरिका के संबंध नए मुकाम पर पहुंचे, बोले राजदूत तरणजीत संधू","भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद भारत और अमेरिका के संबंधों ने कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं. संधू ने ‘इंडिया-यूएस फोरम’ के पांचवे संस्करण के दौरान गुरुवार को कहा, ‘ वैश्विक महामारी द्वारा पेश की गई चुनौतियों के बावजूद, कई बड़े मुकाम हासिल किए गए हैं. हमने देखा कि सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा की, (अमेरिका के) राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उनकी आमने-सामने शिखर वार्ता हुई और क्वाड नेताओं की भी आमने-सामने बैठक हुई.’ संधू ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन, संसद, उद्योग, प्रवासी और अमेरिकी लोग 2021 में भारत की मदद के लिए सामने आए, जब ग्रीष्मकाल में भारत वैश्विक महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आ गया था. राष्ट्रपति बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी से बात की और इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका, भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. साथ ही उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि पिछले साल अमेरिका में संक्रमण के मामले बढ़ने पर कैसे भारत ने अमेरिका का साथ दिया था. दूसरी लहर से पहले भारत ने 90 से ज्यादा देश को भेजे टीके संधू ने कहा, ‘ पूरे अमेरिका से हमें मिला यह समर्थन, हमारे करीबी संबंधों की गवाही देता है. भारत के दूसरी लहर की चपेट में आने से ठीक पहले, भारत ने दुनियाभर में 90 से अधिक देशों को टीके भेजे थे और यह देखना दिल को छूने वाला था कि हमारे दोस्तों तथा अमेरिका जैसे साझेदारों ने भारत की जरूरत के समय उसी तरह मदद की. ’ उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के बावजूद दोनों देश अपनी साझेदारियों को आगे बढ़ाते रहे. राष्ट्रपति बाइडन द्वारा आयोजित कई शिखर सम्मेलनों में प्रधानमंत्री मोदी ने हिस्सा लिया, जैसे अप्रैल में जलवायु पर ऑनलाइन शिखर सम्मेलन, सितंबर में कोविड-19 पर ऑनलाइन सम्मेलन , अक्टूबर में रोम में जी-20 के दौरान वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला शिखर सम्मेलन, नवंबर में ग्लासगो में सीओपी-26 के दौरान ‘बिल्ड बैक बेटर फॉर द वर्ल्ड’ शिखर सम्मेलन आदि.हाल ही में अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों का आधार आपसी विश्वास की वजह से काफी मजबूत है, जो लगातार बढ़ रहा है.कांग्रेस के वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए ‘इंडिया हाउस’ में आयोजित एक समारोह में संधू ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच केवल मजबूत रणनीतिक एवं रक्षा संबंध ही नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य और दवा के क्षेत्र में भी दोनों देश के बीच गहरा संबंध है.आज, हमारे द्विपक्षीय संबंधों का आधार बेहद मजबूत है और यह आधार विश्वास है, जो लगातार बढ़ रहा है. यह हमारी साझेदारियों के लिए बहुत आवश्यक है. ये भी पढ़ें-संसद में खत्म नहीं हो रहा गतिरोध, विपक्ष के रवैये के खिलाफ BJP सांसदों का गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/bjp-mps-protest-in-parliament-complex-unruly-opposition-behaviour-winter-session-they-protested-against-suspension-of-12-rajya-sabha-memebers-941961.html,"संसद में खत्म नहीं हो रहा गतिरोध, विपक्ष के रवैये के खिलाफ BJP सांसदों का गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन","BJP के राज्यसभा सांसदों ने संसद में किया प्रदर्शन (ANI) संसद में शीतकालीन सत्र (Winter Session) चल रहा है और 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन के मामले पर संसद परिसर में आज शुक्रवार को भी विपक्ष का धरना-प्रदर्शन जारी है. विपक्षी सांसदों की ओर से जारी ‘अनियंत्रित’ व्यवहार के खिलाफ सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों ने भी आज शुक्रवार को संसद में धरना दिया. सोमवार को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से दोनों सदनों के कामकाज में लगातार व्यवधान आ रहा है. विपक्षी सांसदों की ओर से राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन का विरोध किया जा रहा है. अब सत्तारुढ़ बीजेपी के सांसदों ने संसद के पास गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया. #WATCH | Delhi: BJP Rajya Sabha MPs protest against the protesting Opposition over the suspension of 12 Rajya Sabha MPs for the winter Parliament, near the Gandhi statue pic.twitter.com/zngQpt1guj — ANI (@ANI) December 3, 2021 विपक्ष के सांसद निलंबन के खिलाफ कर रहे प्रदर्शन संसद में एक ऐसे कदम में जिसने विपक्ष को नाराज कर दिया और दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति बन गई. राज्यसभा में विपक्षी दलों के एक दर्जन सदस्यों को सरकार द्वारा लाए गए प्रस्ताव के बाद सोमवार को पहले ही दिन शीतकालीन सत्र से उन्हें निलंबित कर दिया गया. अगस्त में भी मॉनसून सत्र के अंत में कथित रूप से अनियंत्रित आचरण के लिए विपक्ष के राज्यसभा सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था, जब सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021 के पारित होने के दौरान विपक्षी सदस्यों द्वारा सदन के वेल में हंगामा करने के बाद मार्शल को बुलाया पड़ा था. 12 में से कांग्रेस के 6 सांसद निलंबित निलंबित सांसदों में कांग्रेस से छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो, और सीपीआई तथा सीपीएम से एक-एक शामिल. निलंबित होने वाले सांसदों में राज्यसभा से कांग्रेस से फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह के अलावा डोला सेन और शांता छेत्री (तृणमूल कांग्रेस), प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई (शिवसेना), सीपीएम के एलाराम करीम और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बिनॉय विश्वम का नाम शामिल हैं. शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर को समाप्त होने की संभावना है. लोकसभा में कोरोना महामारी पर चर्चा इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज शुक्रवार को लोकसभा में कोविड-19 पर बहस का जवाब दिया है. विपक्षी टीएमसी और एनसीपी के सदस्यों ने पीएम-केयर्स फंड से पैसे के इस्तेमाल के अलावा, कोविड-19 के लिए बूस्टर डोज पर मोदी सरकार से अपना रुख जानना चाहा. लोकसभा में कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा में भाग लेते हुए, टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने राजनीतिक नेतृत्व पर महामारी से निपटने में ‘संतुष्टता’ बरतने का आरोप लगाया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में ‘ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों’ के सवाल पर कहा कि हमने सभी राज्यों को पत्र लिखकर इस पर डेटा मांगा था. लेकिन 19 राज्यों ने ही जवाब दिया, जबकि पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कारण चार ‘संदिग्ध’ मौतों की जानकारी दी थी. ये भी पढ़ें लोकसभा में CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, विपक्ष ने कहा- इससे सरकारी मशीनरी का होगा दुरुपयोग",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/national-news-chandigarh-singer-sidhu-moosewala-joins-congress-941775.html,"‘कांग्रेस में शामिल होने की एक वजह पंजाबियों की आवाज उठाना भी है,’ पार्टी में शामिल होने पर बोले पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला","कांग्रेस में शामिल हुए पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला. देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी में एक और गायक को एंट्री मिल गई. यहां पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला ने आज कांग्रेस ज्वॉइन कर ली. सिद्धू मूसेवाला को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. इस दौरान चंडीगढ़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद थे. सिद्धू मूसेवाला काफी युवा हैं. वह 28 साल के हैं. यूट्यूब पर उनके पंजाबी गाने लाखों लोग देखते-सुनते हैं. कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला ने कहा कि, मुझे पार्टी का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हो रही है. मैं सियासी तौर पर भी पंजाब की आवाज उठाना चाहता था, तो कांग्रेस में शामिल होने की एक वजह पंजाबियों की आवाज उठाना भी है. Punjabi singer Sidhu Moosewala joins the Congress party in Chandigarh, in the presence of CM Charanjit Singh Channi and State Congress Chief Navjot Singh Sidhu pic.twitter.com/ceJ0famkMa — ANI (@ANI) December 3, 2021 सिद्धू मूसेवाला पर आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं में मामला दर्ज मूसेवाला को आने वाले विधानसभा चुनाव में चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है. जानकारी के मुताबिक, सिद्धू और चन्नी ने गन कल्चर को प्रमोट करने वाले विवादित गायक सिद्दू मूसेवाला को बताया पंजाब का यूथ आईकॉन. बता दें सिद्दू मूसेवाला पर आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं में मामला भी दर्ज है.जब सिद्धू मूसेवाला के गन कल्चर प्रमोट करने को लेकर और उन पर दर्ज मामलों को लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से सवाल किए गए तो सभी ने चुप्पी साधी. दरअसल मूसेवाला कई बार विवादों में फंस चुके हैं. उनके गीत ‘बाई बाई’ में मुर्गे की लड़ाई के साथ-साथ हथियारों का प्रदर्शन कर हिंसा को बढ़ावा देने के कारण उनके खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दी गई थी. वहीं मूसेवाला के गीत ‘संजू’ में हथियारों के इस्तेमाल का महिमामंडन किया गया था. इस गाने में मूसेवाला ने खुद को संजय दत्त के मुकाबले का बताया था. वहीं सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारियों की एके-47 से फायरिंग करने का वीडियो वायरल होने के बाद भी मूसेवाला विवादों में फंस चुके हैं. इससे पहले वे एक गीत में माई भागो के संबंध में टिप्पणी करने के बाद विवादों में घिर गए थे सिद्धू मूसेवाला को प्रेस कॉन्फ्रेंस से निकाला पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मामला सब ज्यूडिशियस है और उस पर कोई भी कमेंट नहीं किया जा सकता और सिद्धू मूसे वाला सही है या गलत और कल्चर को प्रमोट करते हैं या नहीं, इसका फैसला पंजाब की जनता करेगी.बता दें आनन-फानन में प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म करके नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और सिद्धू मूसेवाला को प्रेस कॉन्फ्रेंस से निकाला. ये भी पढ़ें-Cyclone Jawad: अगले 12 घंटों में लेगा ‘चक्रवाती तूफान’ का रूप, ओडिशा-आंध्र और बंगाल के कई हिस्सों में होगी भारी बारिश",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/punjab/punjabi-singer-sidhu-moosewala-joins-congress-in-presence-of-punjab-cm-charanjit-singh-channi-navjot-singh-sidhu-941755.html,"कांग्रेस में शामिल हुए पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला, सीएम चन्नी और नवजोत सिद्धू की मौजूदगी में ली सदस्यता","कांग्रेस में शामिल हुए पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला. पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Punjabi singer Sidhu Moosewala) चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी (Congress) में शामिल हुए. कांग्रेस का दामन थामने के बाद सिद्धू मूसेवाला ने कहा, ‘कांग्रेस में शामिल होने की एक वजह पंजाबियों की आवाज को उठाना भी है.’ कांग्रेस सूत्रों की मानें तो 28 वर्षीय पंजाबी गायक और अभिनेता सिद्धू मूसेवाला आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) लड़ेंगे. पंजाब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मूसेवाला मनसा (Mansa) या मौर (Maur) से चुनाव लड़ सकते हैं. 17 जून 1993 को जन्मे शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ ​​सिद्धू मूसेवाला मनसा जिले के मूस वाला गांव के रहने वाले हैं. मूसेवाला की मां गांव की सरपंच थीं. सिद्धू ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है. उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में संगीत सीखा था और बाद में फिर वो कनाडा चले गए थे. Punjabi singer Sidhu Moosewala joins the Congress party in Chandigarh, in the presence of CM Charanjit Singh Channi and State Congress Chief Navjot Singh Sidhu pic.twitter.com/ceJ0famkMa — ANI (@ANI) December 3, 2021 विवादास्पद पंजाबी गायकों में शुमार मूसेवाला मूसेवाला के करियर की शुरुआत एक गीत ‘लाइसेंस’ के साथ हुई थी, जिसे निंजा ने गाया था. इसके बाद वो आगे बढ़ते चले गए और एक गीतकार एवं गायक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की. सिद्धू को सबसे विवादास्पद पंजाबी गायकों में से एक के रूप में भी जाना जाता है, जो खुले तौर पर बंदूक के चलन को बढ़ावा देते हैं और उत्तेजक गीतों में गैंगस्टरों का महिमामंडन करते हैं. सितंबर 2019 में रिलीज हुए उनके गीत ‘जट्‌टी जियोने मोड़ की बंदूक वरगी’ ने 18वीं शताब्दी के सिख योद्धा माई भागो के संदर्भ में एक विवाद को जन्म दे दिया था. इसके लिए उनपर कई आरोप भी लगे थे. हालांकि मूसेवाला ने बाद में माफी मांग ली थी. ये भी पढ़ें: ‘नेताओं के साथ गैंगस्टर के संबंध आम बात’, लाल किला हिंसा के आरोपी की सीएम चन्नी से मुलाकात पर बोले कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ये भी पढ़ें: ‘मेरा पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं’, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर बोले AAP के बागी विधायक कंवर संधू",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/supreme-court-clarifies-it-never-asked-delhi-government-to-shut-schools-941865.html,"‘हमने नहीं कहा दिल्ली सरकार बंद करे स्कूल’, सुप्रीम कोर्ट ने किया स्पष्ट, कहा- शीर्ष अदालत को खलनायक के रूप में किया गया पेश!","सुप्रीम कोर्ट दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने वायु प्रदूषण (Air Pollution) के बढ़ते स्तर को देखते हुए राजधानी के स्कूलों में फिजिकल क्लास को बंद कर दिया है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उसने सरकार से स्कूलों को बंद करने के लिए नहीं कहा था. भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना (NV Ramana) के नेतृत्व वाली पीठ ने कहा कि इसने केवल सरकार के रुख में बदलाव के कारणों के बारे में पूछा था. पीठ ने कहा कि यह मामले की सुनवाई जारी रखे हुए है. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली सरकार को प्रदूषण के खिलाफ कुछ ठोस कदम उठाने के लिए 24 घंटे का समय दिया. ऐसे में दिल्ली सरकार ने स्कूलों को बंद करने सहित अपने द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी दी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने अस्पतालों के निर्माण कार्यों के लिए दिल्ली सरकार को मंजूरी दे दी. पीठ ने गुरुवार को सरकार से सवाल किया कि उसने स्कूली बच्चों के लिए फिजिकल क्लास फिर से शुरू करते हुए ऑफिस जाने वाली आबादी को घर से काम करने की अनुमति क्यों दी, जबकि बच्चों को खतरनाक प्रदूषण का खतरा अधिक है. दिल्ली में बंद किए गए स्कूल वहीं, दिल्ली सरकार ने गुरुवार को अदालत को सूचित किया कि स्कूल आना स्वैच्छिक है और ऑनलाइन कक्षाएं भी चल रही हैं. इस पर अदालत ने कहा कि अगर कोई विकल्प है, तो लोग अपने बच्चों को स्कूलों में भेजेंगे ही. शीर्ष अदालत में सुनवाई के बाद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार से शुरू होने वाली क्लास को अनिश्चित काल के लिए अगली सूचना तक बंद करने का ऐलान किया. मंत्री ने यह भी कहा कि उस समय राजधानी की प्रदूषण की स्थिति के आधार पर 29 नवंबर से फिजिकल क्लास शुरू करने का फैसला किया गया था. मीडिया के कुछ वर्गों ने सुप्रीम कोर्ट को खलनायक के रूप में पेश किया: चीफ जस्टिस दूसरी ओर, शुक्रवार को दिल्ली सरकार की ओर से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में कहा कि स्कूल बंद कर दिए गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर में केवल 17 दिनों के लिए फिजिकल क्लास चली थीं. चीफ जस्टिस ने कहा कि मीडिया के कुछ वर्गों ने सुप्रीम कोर्ट को खलनायक के रूप में पेश किया है. उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि मीडिया के कुछ वर्ग यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि हम खलनायक हैं और हम स्कूलों को बंद करना चाहते हैं. आपने कहा था कि हम स्कूल बंद कर रहे हैं और घर से काम शुरू कर रहे हैं. आज का पेपर देखें.’ फ्लाइंग स्क्वाड का किया गया गठन वहीं, चीफ जस्टिस की बात को लेकर टिप्पणी करते हुए सिंघवी ने कहा कि एक न्यूजपेपर ने सुनवाई की रिपोर्ट ऐसे पब्लिश की, जैसे ये प्रशासनिक लड़ाई हो. सुप्रीम कोर्ट को बताया गया कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने प्रदूषण निर्देशों के अनुपालन की निगरानी के लिए एक इंफ्रोर्समेंट टास्क फोर्स का गठन किया है. आयोग ने अदालत को सूचित किया कि उसने उल्लंघन करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए पहले ही 17 फ्लाइंग स्क्वाड का गठन किया है और अगले 24 घंटों में यह संख्या बढ़ाकर 40 कर दी जाएगी. ये भी पढ़ें: ‘आप पाकिस्तान में उद्योगों को बैन करना चाहते हैं’, आखिर क्या हुआ कि चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने कही ये बात",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/supreme-court-up-govt-tells-air-coming-from-pakistan-cji-nv-ramana-says-you-want-to-ban-industries-in-pakistan-941793.html,"‘क्या आप पाकिस्तान में उद्योगों को बैन करना चाहते हैं?’, आखिर क्या हुआ कि चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने कही ये बात","सुप्रीम कोर्ट में पाकिस्तान का जिक्र दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण (Delhi-NCR Air Pollution) को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई हुई. इस दौरान केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से पेश हुए अधिवक्ताओं ने अपनी-अपनी दलीलें दीं. केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लांइग स्क्वाड का गठन किया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में आगे और प्रदूषण न बढ़ जाए, इसके लिए राजधानी में ट्रकों के आने पर रोक लगा दी गई है. वहीं, सुनवाई के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसे लेकर खासा चर्चा हो रही है. इस चर्चा के पीछे की वजह से ये है कि चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना (NV Ramana) ने सुनवाई के दौरान पाकिस्तान (Pakistan) का जिक्र किया. दरअसल, वायु प्रदूषण (Air Pollution) पर हो रही सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने शीर्ष अदालत को बताया कि इंडस्ट्री के बंद होने की वजह से राज्य में गन्ना और दूध इंडस्ट्री को प्रभावित होना पड़ सकता है. इस दौरान राज्य सरकार ने कहा कि यूपी में अधिकतर हवा पाकिस्तान से आती है. इस पर चीफ जस्टिस ने चुटकी लेते हुए कहा कि क्या आप पाकिस्तान में इंडस्ट्री पर बैन लगाना चाहते हैं. दिल्ली में प्रदूषण से बेहाल हुए लोग गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी को लगातार पार कर रहा है. इस वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. इसके अलावा, प्रदूषण की वजह से गंभीर श्वसन समस्याओं को झेल रहे लोगों की मुसीबत और बढ़ गई है. हालांकि, गुरुवार शाम हुई थोड़ी बहुत बूंदा-बांदी से राहत के आसार दिखाई दिए. लेकिन अभी तक प्रदूषण का स्तर पहले की तरह ही बरकरार है. इस वजह से कंस्ट्रक्शन के कार्यों पर रोक लगा दी गई है और लोगों को घरों से काम करने की सलाह दी जा रही है. वहीं, दिल्ली में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में आगामी आदेश आने तक स्कूल शुक्रवार से बंद रहेंगे. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसकी जानकारी दी है. सुप्रीम कोर्ट ने स्कूलों को फिर से खोलने के लिए दिल्ली सरकार को फटकार लगाई थी. इसके बाद दिल्ली सरकार ने ये अहम फैसला लिया है. दिल्ली में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान 13 नवंबर से बंद थे, लेकिन उन्हें सोमवार से खोल दिया गया था. हालांकि, अब फिर से इन्हें बंद करने के निर्णय लिया गया है. ये भी पढ़ें: दिल्ली-NCR में प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्क्वाड का किया गठन, 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/gangsters-relations-with-politicians-are-common-says-congress-sunil-jakhar-on-lakha-sidhana-meeting-with-charanjit-singh-channi-941689.html,"‘नेताओं के साथ गैंगस्टर के संबंध आम बात’, लाल किला हिंसा के आरोपी की सीएम चन्नी से मुलाकात पर बोले कांग्रेस नेता सुनील जाखड़","कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़. पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने इशारों-इशारों में गैंगस्टर से स्व-घोषित सामाजिक कार्यकर्ता एवं 26 जनवरी लाल किला हिंसा (Red Fort Violence) के आरोपी लक्खा सिधाना (Lakha Sidhana) और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच हुई बैठक पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आजकल राजनीतिक लोगों के साथ गैंगस्टर के संबंध आम बात हो गई है. सुनील जाखड़ ने ट्विट करते हुए लिखा, ‘गैंगस्टर कार्यकर्ता के रूप में बदल जाते हैं, फिर कुछ राजनेता उन्हें पोल-पार्टियों तक खुलेआम लेकर जाते हैं. लेकिन पंजाब वोटों के लिए ऐसे भयावह प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करने वाला है. आप (Aam Aadmi Party) ने 2017 में इसे कठिन तरीके से सीखा है. कल के बयानों से पता चलता है कि कुछ लोगों ने अभी तक इससे सबक नहीं लिया है.’ Gangsters mutate into activists,then politician-are openly courted by pol parties. But Punjab doesn’t condone such sinister attempts to barter its hard earned peace for votes.AAP learnt it the hard way in 2017 Yesterday’s utterance show that some haven’t learnt the lesson yet — Sunil Jakhar (@sunilkjakhar) December 3, 2021 ‘गैर-पंजाबी लोगों को दी गई पंजाब पुलिस में भर्ती’ चंडीगढ़ (Chandigarh) में गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने पंजाब की नौकरियां पंजाब के युवाओं को दिए जाने के मुद्दे पर लक्खा सिधाना को “जी” कहकर पुकारा था और कहा था कि लक्खा सिधाना ने कुछ दिन पहले इसी मुद्दे को लेकर उनसे मुलाकात की थी. दरअसल, लक्खा सिधाना ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात में कहा था कि लगभग 300 ऐसे लोगों को दूसरे राज्यों से लाकर पंजाब पुलिस की अलग-अलग रैंकों पर भर्ती कर दिया गया, जो पंजाबी नहीं है. पंजाबी लोगों के अधिकारों की हुई अनदेखी सिधाना ने सीएम चन्नी से कहा कि साल 2014, 2016 और 2021 में पंजाबी लोगों के अधिकारों को मारकर दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को भर्ती किया गया. लाल किला हिंसा के आरोपी सिधाना ने कहा कि इस दौरान 5 DSP, 44 इंस्पेक्टर, 21 सब-इंस्पेक्टर, 40 एएसआई, 15 हेड कांस्टेबल और 112 कांस्टेबल को दूसरे राज्यों से लाकर पंजाब पुलिस में नियुक्ति दी गई. सिधाना की बात से प्रभावित सीएम चन्नी ने कहा कि आने वाले दिनों में इसको लेकर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, पंजाबी भाषा के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि इसपर भी जल्द कानून की पेशकश होगी. ये भी पढ़ें: Omicron: कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई ने आज बुलाई हाई-लेवल मीटिंग, नए दिशानिर्देशों और वेरिएंट के प्रसार को रोकने पर होगी चर्चा",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/pm-modi-to-inaugurate-infinity-forum-on-fintech-today-941514.html,"प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे फिनटेक पर ‘इनफिनिटी फोरम’ का उद्घाटन, 70 से ज्यादा देश लेंगे हिस्सा","प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘इन्फिनिटी-फोरम’ का उद्घाटन करेंगे. जानकारी के मुताबिक, ये उद्घाटन आज सुबह 10 बजे होगा. वहीं, इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) द्वारा किया जा रहा है. गिफ्ट-सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) और ब्लूमबर्ग आयोजन में सहयोग कर रहे हैं. इस कार्यक्रम का आज और कल ओयोजित किया जाना है. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने जानकारी देते हुए कहा कि, मंच के पहले संस्करण में इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन भागीदार देश हैं. यह मंच नीति, व्यापार और प्रौद्योगिकी में दुनिया के अग्रणी लोगों को एक साथ लाएगा. मंच में इस बात पर चर्चा होगी कि कैसे समावेशी वृद्धि और बड़े पैमाने पर मानवता की सेवा के लिए फिनटेक उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाया जा सकता है. पीएमओ ने कहा कि फोरम का एजेंडा ‘बियॉन्ड’ के विषय पर केंद्रित होगा. मंच में 70 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. मुख्य साझीदारों में हैं ये नाम मुख्य वक्ताओं में मलेशिया के वित्तमंत्री श्री तेंगकू ज़फरुल-अज़ीज़, इंडोनेशिया की वित्तमंत्री सुश्री मुल्यानी इंद्रावती, इंडोनेशिया के संरचनात्मक अर्थव्यवस्था के मंत्री श्री सैनडियागा एस. ऊनो, रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री मुकेश अंबानी, सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री मासायोशी सून, आईबीएम कॉरपोरेशन के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री अरविन्द कृष्ण, कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री उदय कोटक और अन्य गणमान्य शामिल हैं. इस वर्ष के फोरम में नीति आयोग, इनवेस्ट इंडिया, फिक्की और नैसकॉम मुख्य साझीदारों में से हैं. पीएम मोदी ने इसको लेकर ट्विटर पर लिखा, ‘इन्फिनिटी मंच का एक दिलचस्प विषय है- ‘बियॉन्ड’ शुक्रवार, 3 दिसंबर को सुबह 10 बजे इन्फिनिटी मंच के शुभारंभ के अवसर पर एक बहुत ही दिलचस्प कार्यक्रम का आयोजन होगा. यह एक विचारशील नेतृत्व मंच है जो वित्त प्रौद्योगिकी संबंधित पहलुओं और समावेशी विकास के लिए इसके इस्तेमाल पर केंद्रित है.’मोदी ने युवाओं, विशेष रूप से स्टार्ट-अप, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार की दुनिया से जुड़े युवा लोगों से इन्फिनिटी मंच के बारे में अधिक जानने और कार्यक्रम में हिस्सा लेने की अपील की आईएफएससीए के बारे में वहीं, अगर बात आईएफएससीए के बारे में की जाए तो अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण का मुख्यालय गिफ्ट-सिटी, गांधीनगर, गुजरात में स्थित है. इसकी स्थापना अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण अधिनियम, 2019 के तहत की गई थी. यह संस्था भारत में वित्तीय उत्पादों, वित्तीय सेवाओं और वित्तीय संस्थानों के नियमन तथा विकास के लिये एक एकीकृत प्राधिकार के रूप में काम करती है. इस समय गिफ्ट-आईएफएससी भारत में पहला अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र है. ये भी पढ़ें-‘मेरा पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं’, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर बोले AAP के बागी विधायक कंवर संधू",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/aap-kanwar-sandhu-said-i-am-not-joining-any-political-party-no-intention-of-contesting-punjab-assembly-elections-2022-941502.html,"‘मेरा पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं’, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर बोले AAP के बागी विधायक कंवर संधू","कंवर संधू. आम आदमी पार्टी (AAP) के बागी विधायक कंवर संधू (Kanwar Sandhu) ने उन सभी दावों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि वो किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होकर 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) लड़ेंगे. संधू ने गुरुवार को साफ कहा कि वो आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं. दरअसल, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के साथ देखे जाने के बाद इन बातों को हवा मिलने लगी थी कि संधू कांग्रेस (Congress) में शामिल होने जा रहे हैं. मोहाली के खरड़ विधानसभा क्षेत्र (Kharar Assembly Constituency) के विधायक संधू को आप ने 2018 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निलंबित कर दिया था. अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में संधू ने कहा, ‘उनके पास किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होने का ऑप्शन है, लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे.’ संधू ने कहा, ‘क्या मुझे किसी अन्य पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए जैसा कि मेरे कुछ सहयोगियों ने किया है? ‘मेरी अंतरात्मा मुझे पार्टी बदलने की इजाजत नहीं देती’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह ऑप्शन मेरे पास है और इसके अलावा भी मेरे पास कई ऑप्शन हैं. मैंने इसके बारे में विस्तार से भी सोचा. हालांकि मेरी अंतरात्मा मुझे पार्टी बदलने की इजाजत नहीं देती. मैं साफ कर देता हूं कि मैं किसी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं. अगर कोई तीसरा या चौथा मोर्चा होता, तो मैं इस पर विचार कर सकता था लेकिन इसकी संभावना ही नहीं है. मैं सार्वजनिक जीवन में एक्टिव रहूंगा. लेकिन मेरा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है. मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं.’ मालूम हो कि संधू को नवंबर 2018 में आप नेतृत्व द्वारा निलंबित कर दिया गया था. उनपर आरोप लगे थे कि उन्होंने और कई अन्य विधायकों ने पार्टी की पंजाब इकाई (Punjab AAP) के लिए स्वायत्तता की मांग की थी. जिन अन्य विधायकों ने मांग रखी थी उनमें से ज्यादातर अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. संधू ने अपने वीडियो में कहा, ‘एक विपक्षी विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों के लिए कुछ भी करने में असमर्थ है क्योंकि सभी शक्तियां सत्ताधारी पार्टी के पास मौजूद हैं.’ उन्होंने कहा, ‘एक विधायक के लिए प्रशासन में भी कोई भूमिका परिभाषित नहीं होती है और न ही उसके पास कोई डेवलपमेंट फंड होता है. वह तभी कुछ कर सकता है जब उसके सत्ता पक्ष के मंत्रियों के साथ अच्छे व्यक्तिगत संबंध हों.’ ये भी पढ़ें: कर्नाटक: कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा नहीं, फिर कैसे ‘Omicron’ से संक्रमित हो गया बेंगलुरु निवासी, सोच में पड़ा स्वास्थ्य विभाग",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-winter-session-corona-virus-discussion-in-loksabha-opposition-allegation-on-central-government-941393.html,"कोरोना पर लोकसभा में तीखी बहस, विपक्ष ने केंद्र पर लगाया लापरवाही का आरोप, रात 12 बजे तक चलती रही चर्चा","कोरोना पर लोकसभा में तीखी बहस देश कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Corona Omicron Variant) को लेकर बढ़ते खौफ के बीच लोकसभा में भी कोविड को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान सासंदों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली. एक तरफ जहां विपक्ष ने केंद्र पर कोरोना को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया तो वहीं बीजेपी सासंदों ने महामारी से निपटने और टीकाकरण में बेहतरीन प्रदर्शन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार का बचाव किया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया शुक्रवार को इस चर्चा पर अपना जवाब देंगे. चर्चा की शुरुआत शिवसेना सांसद विनायक राउत ने की. उन्होंने कोरोना महामारी के बाद पहली बार संसद में इस मुद्दे पर चर्चा होने पर दुख जताया और केंद्र पर टीके की उपलब्धता को लेकर बीजेपी शासित राज्यों और गैर बीजेपी राज्यों में भेदभाव करने का आरोप लगाया. इसके अलावा पीएम केयर फंड को लेकर भी सवाल उठाया गया. सीपीआई सांसद एएम आरिफ ने कहा कि किसी को पता नहीं कि पीएम केयर फंड कितना धन जुटाया गया. उन्होंने कहा लाखों लोगों की जान महामारी में चली गई. लोगों को शमशान तक में जगह नहीं मिली. लोगों के शव नदियों में बहाय गए. #SansadUpdate:#LokSabha में कोविड-19 महामारी से जुड़ी स्थिति को लेकर नियम 193 के तहत चर्चा जारी#WinterSession2021 @LokSabhaSectt @MoHFW_INDIA@mansukhmandviya Watch now: https://t.co/cNq65IdICv pic.twitter.com/JIXdjtuiCG — SansadTV (@sansad_tv) December 2, 2021 वहीं लोकसभा में कोरोना पर चर्चा करते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर बढ़ रही चिंता को देखते हुए सरकार को सभी को पूरी तरह से वैक्सीन देने पर ध्यान देना चाहिए. इसी के साथ लक्षित आबादी का टीकाकरण करने और ओमीक्रॉन से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी सदन को जानकारी देनी चाहिए. इसी के साथ उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर से सासंदों और मंत्रियों की गैरमौजूदगी का मुद्दा उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा और गंभीर नहीं रहने का आरोप लगाया. असदुद्दीन ओवैसी ने ओमीक्रॉन वेरिएंट से लेकर बच्चों की वैक्सीन तक, उठाए कई सवाल वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कोरोना के मामले पर केंद्र सरकार पर हमला बोला और एक के बाद कई सवाल किए. कर्नाटक में सामने आए ओमीक्रॉन वेरिएंट के दो मामलों पर सरकार से पूछा कि क्या उन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज नहीं दी गई थीं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज दी गई थीं लेकिन सरकार इस बात को छिपा रही है. इसी के साथ उन्होंने सरकार से ये भी पूछा कि देश में बूस्टर डोज की शुरुआत कब की जाएगी. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि बच्चों को बचाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं है. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सवाल उठाते हुए इसे सरकार की नाकामी बताया और इसे ही देश में दूसरी लहर आने की वजह बताया. उन्होंने कहा दूसरी लहर से पहले सरकार सोती रही जिसके चलते 40 लाख लोगों की जान गई. वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, अपने गांव में जाकर पूछिए कि बेरोजगारी कम हुई या बढ़ी है. बीजेपी सांसद ने क्या कहा? इससे पहले कोरोना महामारी पर हो रही चर्चा में बीजेपी जगदंबिका पाल ने कहा था कि मोदी के नेतृत्व में भारत ने कोविड के खिलाफ प्रभावी ढंग से लड़ाई लड़ी. जगदंबिका पाल ने कहा कि भारत को पहले मेडिकल की जरूरी चीजों का आयात करना पड़ता था. भारत ने संकट को अवसर में बदल दिया और पीपीई किट के निर्यात में नंबर एक बन गया और कई देशों को टीके भी दिए. आज 60 जिलों में आरटीपीसीआर लैब तैयार हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत किसी भी चुनौती से लड़ने के लिए तैयार है. यह भी पढ़ें: देश में एंट्री लेने वाला कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन क्यों माना जा रहा है खतरनाक, यहां समझिए ओमीक्रॉन वेरिएंट के केस मिलने के बाद कर्नाटक सरकार सतर्क, CM बोम्मई बोले- जारी करेंगे नया SOP, बढ़ाएंगे यात्रियों की निगरानी",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/delhi-ncr/supreme-court-on-delhi-ncr-pollution-sc-expresses-concern-air-pollution-know-world-famous-model-for-controlling-pollution-941378.html,"दिल्ली-एनसीआर में खराब हवा पर SC ने फिर लगाई फटकार, दुनिया के इन देशों से सबक ले सकती है सरकारें","दिल्ली-एनसीआर की हवा की गुणवत्ता लगातार बेहद 'खराब' कैटेगरी में कायम अब फिक्र एक और बड़े खतरे की. अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं तो ये खतरा और भी बड़ा है क्योंकि एक तरफ कोरोना के नए वेरिएंट का खौफ है तो दूसरी तरफ यहां प्रदूषण भी चरम पर है, लेकिन सांस पर जारी इस संकट के बीच देश ने राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना है. आज का दिन इसलिए भी खास है कि 2 दिसंबर 1984 को भोपाल में यूनियन कार्बाइड कंपनी से जहरीली गैस का रिसाव हुआ. इस जहरीली गैस की चपेट में आकर हजारों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे थे. गैस त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों के सम्मान में आज प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है. इसका मकसद प्रदूषण को फैलने से रोकना है लेकिन क्या हमें आज राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाने का हक है. क्या वाकई हमने पिछले 36 सालों में प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को गंभीरता से लिया है. आज भी भारत के बड़े-बड़े शहरों में हवा की क्वालिटी बेहद खराब है. दिल्ली-एनसीआर की हालत और भी खराब है. यहां के 7 करोड़ लोग मजबूरन गैस चेंबर में जिंदगी दांव पर लगाने के लिए मजूबर हैं. ये फिक्र इतनी बड़ी है कि सुप्रीम कोर्ट ने आज एक बार फिर प्रदूषण पर सरकारों को फटकार लगाई. हवा की गुणवत्ता लगातार बेहद ‘खराब’ दिल्ली-एनसीआर की हवा की गुणवत्ता लगातार बेहद ‘खराब’ कैटेगरी में बनी हुई है. गुरुवार को दिल्ली के पूसा में AQI 505 तो मुंडका में 456 दर्ज किया गया. जबकि गाजियाबाद के लोनी में AQI 350, नोएडा के सेक्टर 62 में 483, ग्रेटर नोएडा में 310 और फरीदाबाद के न्यू इंडस्ट्रियल टाउन में ये 999 दर्ज किया गया है.. ये आंकड़े बेहद खतरनाक है. साफ है देश की राजधानी दिल्ली के साथ नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में प्रदूषण लगातार कहर ढहा रहा है और ये सिलसिला दिवाली के पहले से जारी है. नवंबर के महीने में तो पिछले कई साल के रिकॉर्ड टूट गए हैं. नवंबर में दिल्ली का औसतन एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI 377 रहा, जबकि यही 2020 में 327 था. नवंबर, 2019 में भी औसतन AQI 312 था, यानी हर साल वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा. यही नहीं इस साल नवंबर के महीने में 11 दिन ऐसे रहे, जब वायु प्रदूषण चरम पर रहा. जबकि पिछले साल ये आंकड़ा 9 दिनों का था. 2019 में 7 और साल 2018 में सिर्फ 5 दिन ही ऐसे थे जब AQI सबसे खराब श्रेणी में रहे. यही वजह रही है कि पिछले दो हफ्ते में प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान कई बार सुप्रीम कोर्ट का हंटर चला है. आज एक बार फिर जब प्रदूषण पर सुप्रीम सुनवाई हुई तो कोर्ट ने तीखी टिप्पणी की और कड़े सवाल पूछे गए. आज की सुनवाई में साफ हो गया कि जब जिंदगी पर पॉल्यूशन भारी पड़ रहा है तब सरकारें सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का इंतजार कर रही हैं. आज सुप्रीम कोर्ट के तेवर इतने तल्ख हो गए कि उसने केंद्र और राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए कहा कि हम 24 घंटे दे रहे हैं. प्रदूषण पर तुरंत कदम उठाएं. नहीं तो हम आदेश जारी करेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से बेहद सख्त लहजे में पूछा कि जब बड़े लोग घर से काम कर रहे हैं, ऐसे में बच्चे सुबह धुंध में स्कूल क्यों जा रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट के तेवर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सीजेआई एनवी रमणा ने सरकार से पूछा कि जब प्रदूषण बढ़ा है तो स्कूल क्यों खोला गया? सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि वर्क फ्रॉम होम लागू किया, स्कूल बंद किए. लेकिन ये सब दिख ही नहीं रहा. कोर्ट ने कहा कि वो शुक्रवार सुबह फिर 10 बजकर 30 मिनट पर बैठेगा. अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिले तो आदेश पारित करेगा. प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद दिल्ली में एक बार फिर कल से अगले आदेश तक सभी स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन सवाल है कि आखिर सरकारें आम आदमी की सेहत को लेकर गंभीर क्यों नहीं हैं. आखिर सरकारें क्यों सिर्फ कोर्ट के आदेश का इंतजार करती हैं. प्रदूषण सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है, लेकिन कई फ्रांस, नीदरलैंड्स जैसे कई देशों ने प्रदूषण को काबू करने में सफलता पाई. आज हमें इन देशों से भी सबक लेने की जरुरत है. सख्त फैसलों और लोगों के सहयोग से दुनिया के कई शहरों ने प्रदूषण को काबू करने में बड़ी सफलता पाई. खासतौर से बैंकॉक मॉडल को प्रदूषण कम करने में सबसे कारगर माना गया है. क्या है बैंकॉक मॉडल करीब दो करोड़ की आबादी वाले बैंकॉक में एक समय प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन गया था. 2019 में यहां के हालात दिल्ली जैसे हो गए थे. स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े थे. इतना ही नहीं फैक्ट्रियों और उद्योग धंधों पर निगरानी रखने के लिए सेना की तैनाती करनी पड़ी थी, लेकिन लगातार बिगड़ते हालात को सुधारने के लिए थाइलैंड ने कड़े कदम उठाए. पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों पर रोक लगा दी गई. इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा दिया गया. सड़कों पर ट्रैफिक कम करने के लिए नहरों में नाव चलाकर ट्रांसपोर्ट के नए विकल्प तलाशे गए. इन फैसलों से बैंकॉक में प्रदूषण का लेवल काफी घट गया. वैसे एशिया की तरह ही बढ़ते प्रदूषण से यूरोप भी अछूता नहीं रहा है. WHO की रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में प्रदूषण के कारण 2019 में 3 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. पेरिस मॉडल करीब 21 लाख की आबादी वाला पेरिस भी प्रदूषण का शिकार बना. पूरा शहर दमघोंटू हवा से घुट रहा था, लेकिन फ्रांस की सरकार ने आनन फानन में तीन सख्त फैसले लिए. सबसे पहले पेरिस में वीकेंड पर कार से ट्रैवल करने पर रोक लगा दी गई. पूरे शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री कर दिया गया. साथ ही कार और बाइक शेयरिंग को बढ़ावा दिया गया. इन फैसलों को कड़ाई से लागू करने पर पेरिस में प्रदूषण का ग्राफ तीजे से नीचे गिरा. एम्सटर्डम मॉडल यूरोपीय देश नीदरलैंड्स भी 2015 में प्रदूषण की चपेट में आया. राजजधानी एम्सटर्डम में हवा की क्वालिटी लगातार बिगड़ने लगी. इसके बाद यहां की सरकार और लोगों ने प्रदूषण से निपटने के लिए तेजी से काम किया. एम्सटर्डम में आने-जाने के लिए लोग ज्यादातर साइकिल का उपयोग करने लगे. फैसला लिया गया कि 2025 के बाद सिर्फ इलेक्ट्रिक गाड़ियां ही बिकेंगी और 2030 तक पूरे देश में पेट्रोल-डीजल से चलने वाली सभी गाड़ियों पर रोक लगा दी जाएगी. बढ़ते प्रदूषण को लेकर नीदरलैंड्स ने बेहद संवेदनशीलता दिखाई और समय से प्रदूषण को नियंत्रित करने में सफल रहा. ज्यूरिख मॉडल एम्सटर्डम की तरह ही नॉर्थ स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख शहर में भी प्रदूषण कम करने का अनोखा तरीका खोजा गया है. स्विट्जरलैंड में पार्किंग पर भारी भरकम फीस लगा दी गई. ये भी तय किया गया कि एक समय में शहर की सड़कों पर तय संख्ता में ही कारें होंगी. कई इलाकों को कार फ्री जोन घोषित कर दिया गया है. इसी तरह कोपनहेगन मॉडल के जरिएउत्तरी यूरोप में डेनमार्क के लोग भी प्रदूषण को लेकर बेहद जागरूक हैं. यहां कार की जगह सूट-बूट पहने लोग भी साइकिल चलाकर दफ्तर जाते हैं. राजधानी कोपनहेगन में लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं. इस शहर ने 2025 तक कार्बन उत्सर्जन घटाकर 0% तक ले जाने का लक्ष्य रखा है. बीते एक दशक में ही इन शहरों ने तेजी से प्रदूषण का दंश झेला और कड़े फैसले लेकर प्रदूषण नियंत्रित करने में भी सफल रहे. ऐसे में जहरीली हवा से जूझ रही दिल्ली के लिए फ्रांस समेत कई देशों के ये फैसले मॉडल हो सकते हैं. ये भी पढ़ें प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- निर्देश लागू नहीं हुए तो बनाएंगे टास्क फोर्स, सेंट्रल विस्टा निर्माण कार्य पर केंद्र से मांगा जवाब",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/congress-manish-tewari-question-centre-security-policy-in-new-book-donot-forget-pulwama-happened-after-uri-strikes-941278.html,"मनीष तिवारी की नई किताब लॉन्च, 26/11 ही नहीं केंद्र की सुरक्षा नीति पर भी उठाए सवाल","पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी (File) अपनी नई किताब को लेकर चर्चा में बने रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने आज गुरुवार को कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं हैं कि उरी हमले के बाद भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान गहरे सदमे में चला गया था. तिवारी ने अपनी किताब में देश की मौजूदा चुनौतियों के अलावा सर्जिकल स्‍ट्राइक और चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर चर्चा की है. अपनी नई किताब ’10 फ्लैशपाइंट्स्: 20 ईयर्स-नेशनल सिक्युरिटी सिचुएशंस देट इम्पैक्ट इंडिया’ के लोकार्पण के अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने यह भी कहा कि इस बात के लिए कोई सबूत नहीं हैं कि उरी हमले के बाद भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान गहरे सदमे में चला गया था. उरी हमले के बाद हमें पुलवामा हमले को नहीं भूलना चाहिए. भारत के संयम को कमजोरी समझता है पाकिस्तानः मनीष तिवारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी की नई किताब का आज गुरुवार को विमोचन किया गया. विमोचन के अवसर पर पूर्व मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अगर आप किताब में मुंबई आतंकी हमले से संबंधी पैराग्राफ को पढ़ेंगे तो समझ जाएंगे कि यूपीए सरकार सुरक्षा को लेकर सख्त या नरम थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब भी भारत ने सामरिक संयम बरता तो पाकिस्तान कठोर बनकर सामने आया है क्योंकि वह एक अर्द्ध सैन्य देश है. उन्होंने कहा कि असल में पाकिस्तान भारत के संयम को उसकी कमजोरी समझता है. जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए हमले के बाद सितंबर 2016 में केंद्र सरकार की ओर से की गई सर्जिकल स्‍ट्राइक को लेकर मनीष तिवारी ने अपनी पुस्‍तक में लिखा, ‘ऐसा लगता है कि एनडीए ने यह दुर्भाग्‍यपूर्ण आंकलन किया कि ऐसे हमलों से राजनीतिक लाभ मिलता है. कांग्रेस के जी-23 के अहम सदस्‍यों में से एक मनीष तिवारी की यह नई किताब पिछले महीने उस समय चर्चा में आई जब उन्होंने इस किताब में मनमोहन सिंह की UPA सरकार पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने मुंबई में हुए 26/11 हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लेने को यूपीए सरकार की कमजोरी करार दिया. किताब के जरिए यूपीए सरकार पर बीजेपी ने साधा था निशाना मनीष तिवारी की यूपीए सरकार की आलोचना किए जाने पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा पूर्व केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए था कि 26/11 हो या अन्य कोई मामला, देश जानता है कि समग्र स्थिति को कैसे संभाला गया. मैं मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता. मोदी सरकार की नीति आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी तत्कालीन यूपीए सरकार की नीयत को खराब करार देते हुए कहा कि तब एयरचीफ मार्शल ने कहा था कि हमारी एयरफोर्स जवाब देने के लिए तैयार थी, लेकिन कार्रवाई की अनुमति नहीं दी गई. अब कांग्रेस को इस पर जवाब देना चाहिए. भाटिया ने यह भी कहा कि कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी क्या अपनी चुप्पी तोड़ेंगे? सोनिया गांधी जी हमारा प्रश्न है कि भारत की वीर सेना को उस समय अनुमति और खुली छूट क्यों नहीं दी गई? ये भी पढ़ें अब मनीष तिवारी की किताब पर विवाद, 26/11 के बाद PAK पर एक्शन नहीं लेना मनमोहन सरकार की कमजोरी, BJP ने मांगा जवाब",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/the-status-of-relations-between-india-and-china-will-show-the-situation-on-the-border-s-jaishankar-said-on-the-ongoing-standoff-in-eastern-ladakh-941335.html,चीन के साथ गतिरोध पर विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- दोनों देशों के बीच संबंधों की स्थिति सीमा के हालात दर्शाएगी,"विदेश मंत्री एस जयशंकर. (फाइल फोटो) विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने गुरुवार को इन दावों का खंडन किया है कि भारत में सुरक्षा परिदृश्य बिगड़ रहा है. वह हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट (एचटीएलएस) में बोल रहे थे. वहीं पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों की स्थिति सीमा की स्थिति को दर्शाएगी. विदेश मंत्री ने कहा कि सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति होने पर संबंधों को जारी रखना कोई वास्तविक उम्मीद नहीं है और कहा कि ऐसा क्यों हुआ और यह क्या दर्शाता है जैसे प्रश्न पूरी तरह से वाजिब हैं. जयशंकर ने कहा, ‘‘और जैसा कि हमने स्पष्ट किया है आखिर में रिश्ते की स्थिति, सीमा की स्थिति को दर्शाएगी. आपके पास तनावपूर्ण, गतिरोध वाली सीमा और जीवन के अन्य सभी क्षेत्र में विशिष्ट संबंध नहीं हो सकते. यह उस तरह से काम नहीं करता है.’’ ‘अन्य क्षेत्रों में पहले से फैल चुका है तनाव’ उन्होंने कहा, ‘‘यह अपरिहार्य है कि यह (तनाव) एक तरह से फैल जाएगा, यह पहले से ही अन्य क्षेत्र में फैल चुका है. जब उम्मीद करते हैं हम इसे खास क्षेत्र तक रोक देंगे और शेष जीवन चलता रहेगा…मुझे लगता है यह यथार्थवादी नहीं है.’’ चीन द्वारा सीमा पर सुरक्षा बल की तैनाती का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि पड़ोसी देश ने प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया है. मंत्री ने कहा, ‘‘सीमा पर बड़े पैमाने पर बलों की तैनाती के लिए बहुत, बहुत स्पष्ट प्रतिबद्धताएं थीं और उन प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन 2020 में किया गया. अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव 2593 कई मुद्दों पर दुनिया में व्यापक चिंता की अभिव्यक्ति है. उन्होंने कहा कि उनमें से सबसे प्रमुख यह है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवादी और विदेशी लड़ाके दूसरे देशों को निशाना बनाने के लिए करेंगे. जयशंकर ने कहा इसके अलावा, अफगानिस्तान में शासन की प्रकृति, क्या यह समावेशी होगी, और महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार जैसे मुद्दे भी हैं. (भाषा से इनपुट) यह भी पढ़ें: ओमीक्रॉन वेरिएंट के केस मिलने के बाद कर्नाटक सरकार सतर्क, CM बोम्मई बोले- जारी करेंगे नया SOP, बढ़ाएंगे यात्रियों की निगरानी अमेरिका ने चीन की ‘सैन्य क्षमता’ को लेकर जताई चिंता, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ड्रैगन को बताया सबसे बड़ी चुनौती",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/the-agriculture-law-was-repealed-but-the-reconciliation-between-the-farmers-and-the-government-has-just-begun-941196.html,कृषि कानून तो रद्द हो गया लेकिन किसानों और सरकार की सुलह तो अभी शुरू हुई है,"किसानों और सरकार के बीच कब होगी सुलह? प्रशांत सक्सेना तीनों कृषि कानून 221 दिन तक प्रभावी रहे. साल भर चले प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ लगभग 48 हजार मामले दर्ज किए गए और करीब 700 से अधिक किसानों ने अपनी जान गंवाई. यह दावा हरियाणा भारतीय किसान संघ (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने किया है. हालांकि, स्वतंत्र रूप से इन मामलों और जान गंवाने वालों के आंकड़ों की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन दो बातें स्पष्ट हैं: पहला, ये कि शासन में क्या करने से बचना चाहिए, क्योंकि चुनी हुई सरकार पूरी तरह आत्मसमर्पण करते हुए नजर आ रही है. दूसरा, ये कि अब तक कोई नहीं जानता कि अगले साल सात राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार ज्यादा समझदार साबित होगी या किसान. शायद ऐसा भी हो कि दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी दलीलों को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के बाद तक खींचकर ले जाएं. इससे भी बदतर स्थिति यह हो सकती है कि दोनों पक्ष कभी सहमत ही न हों, जिससे यह पूरी प्रक्रिया वक्त और साधन की बर्बादी साबित हो. इस दौरान ऐसे लोग भी सामने आ सकते हैं, जो तमाम तर्कों के अंत में कहेंगे कि किसी भी कानून की जरूरत ही नहीं है. विश्वसनीयता पर सवाल जब कोई सरकार अपने कदम पीछे खींचती है तो उसकी विश्वसनीयता पर खतरा मंडराने लगता है. सरकार उलझे हुए तर्कों, तथ्यों और आंकड़ों के पीछे छिप सकती है, लेकिन ये बहुत मायने नहीं रखता. हालांकि, एक बुनियादी सवाल हमेशा बरकरार रहेगा कि क्या हम वास्तव में कृषि सुधार चाहते हैं? कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसान आंदोलन के भविष्य को लेकर चढ़ूनी ने अपनी बातें स्पष्ट रूप से रखी थीं. उन्होंने हाल ही में कहा था कि अगर सरकार हमारे सभी मसलों को स्पष्ट इरादे से हल करना चाहती है तो उसे MSP पर कानूनी गारंटी देने के साथ-साथ अन्य मांगों पर भी फैसला लेना चाहिए, जिससे किसान अपने घर लौट सकें. सरकार यह समझ चुकी है कि यह सफर लंबा और बेहद कठिन साबित होने वाला है. इसके चलते संयुक्त किसान मोर्चा से कहा गया है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित एक समिति में शामिल करने के लिए पांच प्रतिनिधियों के नाम तय करे. इससे जीरो बजटिंग खेती को बढ़ावा देने और एमएसपी को बेहद प्रभावी व पारदर्शी बनाने जैसे मसलों पर चर्चा की जा सके. एमएसपी पर कानून पारित करना संभव नहीं इस बीच, कृषि कानूनों (अब रद्द हो चुके) को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त किए गए पैनल के सदस्यों में से एक अनिल घनवट ने अदालत से आग्रह किया है कि वह इस मामले की रिपोर्ट जल्द से जल्द सार्वजनिक करे या इसके लिए समिति को अधिकार दे. घनवट ने कहा, ‘समिति की रिपोर्ट अब प्रासंगिक नहीं है, लेकिन किसानों के मसलों पर रिपोर्ट में ऐसे कई सुझाव दिए गए हैं, जो काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं. मेरी राय में यह रिपोर्ट एक एजुकेशनल रोल निभा सकती है, जिससे उन किसानों की गलतफहमी दूर हो सकती है, जो कई नेताओं द्वारा गुमराह किए गए. ये नेता इस बात की सराहना नहीं करते हैं कि मिनिमम रेगुलेटेड फ्री मार्केट राष्ट्रीय संसाधनों की मदद से उत्पादकता कैसे बढ़ा सकता है. बता दें कि अनिल घनवट महाराष्ट्र स्थित किसान संघ शेतकारी संगठन के वरिष्ठ नेता हैं. उन्होंने कहा कि वह कृषि क्षेत्र में सुधारों के समर्थन में किसानों को एकजुट करने के लिए देश भर में यात्रा करेंगे. अशोक गुलाटी (कृषि अर्थशास्त्री और कृषि लागत और मूल्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष) और प्रमोद कुमार जोशी (कृषि अर्थशास्त्री और अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान में दक्षिण एशिया के निदेशक) भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के दो अन्य सदस्य हैं. एबीपी लाइव को दिए एक इंटरव्यू में घनवट ने कहा कि ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून पारित करना संभव नहीं था.’ अगर देश में सभी फसलों की कीमत कानूनी रूप से तय की गई और व्यापारियों को यह फायदेमंद नहीं लगा तो फसल की खरीद नहीं होगी. उस स्थिति में किसान सरकार के पास जाएगा और सरकार के पास फसल खरीदने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है.’ घनवट ने कहा कि सरकार की महत्वकांक्षा 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की है, लेकिन यह संकल्प 3022 तक भी पूरा नहीं किया जा सकता. अभी तो सफर शुरू हुआ है… केंद्र सरकार ने कृषि के मोर्चे पर 5 जून 2020 को अपना प्रयोग शुरू किया था. उस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीन अध्यादेश जारी किए. पहला आवश्यक वस्तु (संशोधन) अध्यादेश, 2020, दूसरा कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश, 2020 और तीसरा मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अध्यादेश, 2020 पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता. सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी, 2021 को इन कानूनों के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी. वहीं, 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन कानूनों को निरस्त करने का ऐलान कर दिया. इस दौरान उन्होंने अन्नदाताओं के एक धड़े को समझा पाने में नाकाम रहने के लिए माफी भी मांगी. सरकार अब किसानों को आम सहमति की ओर बढ़ने के लिए तैयार है, लेकिन इसका कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं है. कोई नहीं जानता कि दोनों पक्षों को समान रूप से जीत हासिल करने में कितना वक्त लगेगा. लोकतंत्र में देर होती है, लेकिन अंधेर नहीं होता. हालांकि, इंतजार दर्दनाक जरूर होता है. हमें इसके साथ जीने की आदत डालनी होगी. क्या हमारे पास इसके अलावा कोई और विकल्प है? इसका जवाब किसानों से बेहतर कोई नहीं दे सकता. ये भी पढ़ें- शीतकालीन सत्रः बांधों की सुरक्षा और मेंटेनेंस करेगी केंद्र सरकार, राज्‍यसभा में लंबी चर्चा के बाद पास हुआ बिल UP Election: मंच पर फूटा CM योगी का गुस्‍सा, BJP नेता को लगाई फटकार, तेजी से वायरल हो रहा वीडियो",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/punjab/punjab-cm-charanjit-singh-channi-hits-again-arvind-kejriwal-i-am-not-ellanjeet-assembly-election-941195.html,"पंजाबः CM चन्नी ने केजरीवाल पर फिर साधा निशाना, बोले- मैं ‘एलानजीत’ नहीं ‘विश्वजीत’ हूं","पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (File) पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit singh channi) ने आज गुरुवार को अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो सिर्फ घोषणाएं करते हैं बल्कि वह वो हैं जो वादों को पूरा करके जनता का भरोसा जीतते हैं. चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री चन्नी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कुछ लोग कहते हैं कि यह ‘चन्नी सरकार’ है, लेकिन मैं कोई नहीं हूं. मैं कहता हूं कि यह ‘चंगी सरकार’ है.’ इस साल सितंबर में कैप्टन अमरिंदर सिंह के स्थान पर मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों और लोगों के हितों में उठाए गए कदमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. भरोसा जीतने वाला विश्वजीत हूं मैंः CM चन्नी सीएम चन्नी ने कहा, ‘मैं ‘एलानजीत’ नहीं हूं (जो केवल घोषणाएं करता है). मैं ‘विश्वजीत’ हूं (जिसने लोगों का भरोसा जीता है.).’ पंजाब के मुख्यमंत्री का यह बयान आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ जारी शाब्दिक लड़ाई के बीच आया है, जिसकी पार्टी को उन्होंने ‘काला अंग्रेज’ करार दिया था. पंजाब के मोगा जिले के बधनी कलां में एक सभा को संबोधित करते हुए चन्नी ने कहा था कि केजरीवाल कहते हैं कि पंजाब में अगली सरकार आप बनाएगी। उन्होंने कहा, “क्या पंजाब में लोग नहीं रहते? क्या पंजाब में युवा नहीं हैं? क्या पंजाब में पंजाबी नहीं हैं? क्या ‘काले अंग्रेज’ यहां (राज्य) आएंगे और राज करेंगे? मैं लोगों का भरोसा नहीं तोड़ूंगाः CM चन्नी केजरीवाल ने गुरुवार को चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘काले रंग’ के हो सकते हैं, लेकिन उनकी मंशा स्पष्ट है और वह कभी झूठा वादा नहीं करते हैं. चन्नी ने जोर देकर कहा कि इतने कम समय में उनकी सरकार ने न केवल लोगों के हितों में कई घोषणाएं की है बल्कि उन्हें लागू भी किया है. उन्होंने कहा, ‘मैं यहां लोगों को अपने कामकाज के बारे में रिपोर्ट कार्ड देने आया हूं. हमने लोगों की सेवा करने के लिए सरकार का गठन किया है. हम पूरी इमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं. जो मैं कहता हूं, उसे पूरा करूंगा और लोगों का भरोसा नहीं तोड़ूंगा.’ चन्नी ने कहा, ‘हम सभी वर्गों के लोगों के कल्याण के लिए काम करते हैं. यह सरकार सबकी है.’ आम आदमी पार्टी (AAP) को निशाना बनाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि जो लोग पंजाब के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, वे आम आदमी के बारे में उन पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘जो मैं कहता हूं वह कानून बन जाता है और मैं लोगों तथा आम लोगों की जरूरतों की बात करता हूं.’ बिजली की दरों में की गई कटौती का उल्लेख करते हुए चन्नी ने कहा, ‘हमने बिजली को एक नवंबर से सात केबी के लोड पर तीन रुपये सस्ता कर दिया. पूरे देश में पंजाब में बिजली सबसे सस्ती है और मैं यह दावा कर रहा हूं और कोई आकर मुझे गलत साबित कर दे.’ चन्नी ने यह भी कहा, ‘वे लोगों को भ्रमित कर रहे हैं.’ कृषि कानूनों के लिए विपक्षी शिरोमिण अकाली दल पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि इन तीनों कानूनों की जननी अकाली दल ही है. ये भी पढ़ें Electricity Amendment Bill 2021: अगर कानून बना तो आपका क्या बिगड़ेगा, जानिए बिजली से जुड़े इस बिल की 3 खास बातें",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/omicron-corona-variant-entry-in-india-doctors-said-coming-2-weeks-are-very-important-941135.html,"आने वाले 2 हफ्ते काफी अहम, दोगुनी हो सकती है कोरोना मामलों की संख्या! भारत में ओमीक्रॉन की एंट्री पर डॉक्‍टरों ने जताई चिंता","देश में ओमीक्रॉन की एंट्री के बात खतरा और बढ़ गया है (सांकेतिक तस्वीर). कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron Corona Variant) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है. कर्नाटक में ओमीक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं. दोनों मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इस बीच डॉक्टर ने घबराने के बजाय सतर्क रहने के लिए कहा है. इसी के साथ ये भी कहा गया है कि आने वाले दो हफ्ते काफी अहम होने वाले हैं. मेदांता, द मेडिसिटी के चेयरमैन-एमडी डॉ नरेश त्रेहन ने कहा है कि हम बहुत मुश्किल स्थिति में हैं क्योंकि कोरोना का नया वेरिएंट मिला है जिसमें स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक प्रकार हैं और पूरी संरचना में 50 से अधिक प्रकार हैं. उन्होंने कहा है कि वायरस के दो हिस्से चिंता का विषय हैं-संक्रमण और विषाणु. R0 फैक्टर 12-18 गुना या इससे भी अधिक हो सकता है. इसका मतलब है कि यह बहुत विनाशकारी प्रसार हो सकता है. अभी, हम इसका सटीक विवरण नहीं जानते हैं. एक दिन में दोगुनी हो सकती है मामलों की संख्या डॉ नरेंश त्रेहन ने आगे कहा, ”हम नहीं जानते कि यह कैसे व्यवहार करेगा लेकिन अगर आप दक्षिण अफ्रीका के शुरुआती आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि एक दिन में मामलों की संख्या दोगुनी हो सकती है. यह एक ऐसा सच है जो पूरी दुनिया को अलर्ट कर रहा है. हमें सतर्क रहना है लेकिन घबराना नहीं है. टीकाकरण जरूरी है. आने वाले 2 हफ्ते काफी अहम वहीं गंगाराम अस्पताल के डॉ धीरेन ने कहा कि भारत में ओमीक्रॉन मामलों के आने की उम्मीद थी. भारत में लोगों को शांत और संयमित रहने की जरूरत है लेकिन साथ ही हमें सतर्क भी रहना है. हमारी प्रारंभिक रिपोर्ट के साथ, हम कह सकते हैं कि यह अन्य वेरिएंट की तुलना में एक हल्का वायरस है. उन्होंने आगे कहा, लोगों में जागरूकता की कमी के कारण बिना लक्षण वाले मामले तेजी से फैलते हैं. टीकाकरण से हम सभी को लाभ होगा. अगले 2 हफ्ते काफी अहम होने वाले हैं. इस अवधि को पर्सनल लॉकडाउन के तौर पर लें. दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रॉन से युवा प्रभावित हुए हैं. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि WHO उन देशों की सराहना करता है नए वेरिएंट के मामलों का शीघ्रता से पता लगाने और रिपोर्ट करने में सक्षम हुए हैं. उन्होंने कहा, ओमीक्रॉन वेरिएंट में बड़ी संख्या में म्यूटेशन होते हैं, जिनमें से कुछ चिंता का विषय हैं. दुनिया भर के शोधकर्ता ओमीक्रॉन की संप्रेषण क्षमता, गंभीरता और प्रतिरक्षा से बचने की क्षमताओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए अध्ययन कर रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि भारत में सामने आए ओमीक्रॉन के दो मामले जो WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में पहले दो मामले हैं, आपस में जुड़ी दुनिया को देखते हुए अप्रत्याशित नहीं थे. यह भी पढ़ें: देश में ओमीक्रॉन की एंट्री: वायरस के स्वरूप-व्यवहार जानने का एकमात्र जरिया जीनोम सिक्वेंसिंग, बढ़ानी होगी टेस्‍ट की रफ्तार ओमीक्रॉन को लेकर विश्व समुदाय की हड़बड़ी खतरे को और बढ़ा रही है?",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/news/india-news/news-on-december-16-rahul-gandhi-will-hold-a-public-meeting-in-dehradun-news-hindi-1-498544-KKN.html,16 दिसंबर को राहुल गांधी देहरादून में करेंगे जनसभा,"नई दिल्ली। उत्तराखंड में जोर शोर से चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए, पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पहले चुनावी दौरे की तैयारी कर ली है। 16 दिसंबर को राहुल गांधी देहरादून पहुंचकर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शनिवार को देहरादून में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के इस चुनावी दौरे के कुछ दिन बाद ही राहुल गांधी का दौरा पार्टी की ओर से तय किया गया है। पार्टी के अनुसार राहुल गांधी का यह दौरा बांग्लादेश युद्ध में पाकिस्तान पर एक निर्णायक जीत के लिए विजय दिवस पर शहीदों के परिजनों के सम्मान और शहीदों को श्रद्धांजलि देने के रूप में दर्शाया जा रहा है लेकिन चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी का यह पहला दौरा होगा। पार्टी के अनुसार राहुल इस दौरान जहां देहरादून में सैनिकों को सम्मान और शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए नजर आएंगे। वहीं दूसरी तरफ वो एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। हालांकि पार्टी ने अभी तक जनसभा के लिए स्थान निर्धारित नहीं किया है। वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के अनुसार राज्य में परिवर्तन यात्रा का तीसरा चरण जल्दी ही शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि अगर उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार आती है तो कहा कि युवाओं, महिलाओं और अन्य वर्गों के लिए कई पेंशन योजनाएं शुरू की जाएंगी। युवाओं को पहले साल से ही नौकरी और बेरोजगारी भत्ता देंगे। लड़कियों-महिलाओं को भी अधिक संख्या में पुलिस में भर्ती दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में महज एक महीने का ही वक्त शेष है इसे देखते हुए सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय नेताओं का उत्तराखंड दौरा जारी है। बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चुनावी तैयारियों में जोर-शोर से जुटी है। कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव के अनुसार पार्टी कार्यकर्ता लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के उत्तराखंड दौरे की मांग कर रहे थे। इसे देखते हुए राहुल गांधी के इस चुनावी दौरे की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के देहरादून पहुंचने से ना सिर्फ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बल मिलेगा बल्कि आगामी चुनाव को कांग्रेस पार्टी एक नई दिशा दे पाएगी। उम्मीद लगाई जा रही है कि इसी माह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी उत्तराखंड में एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं। (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/madhya-pradesh/bhopal-news/news-narendra-modi-man-of-ideas-shivraj-singh-chauhan-news-hindi-1-498543-KKN.html,मोदी 'मैन ऑफ आइडियाज' : शिवराज,"भोपाल/दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैन ऑफ आइडियाज (सुझावों से परिपूर्ण व्यक्ति) बताते हुए कहा कि वे असाधारण व्यक्ति हैं, उनके विचारों और कार्यों के परिणामस्वरुप देश बदल रहा है। मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि दिल्ली में एक मीडिया समूह के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विकास और जन-कल्याण की गतिविधियों के संचालन के लिए राज्य सरकार फ्रंटफुट पर कार्य कर रही है। एक साल में 1 लाख 50 हजार करोड़ की राशि किसानों के खातों में डाली गई है, संबल योजना पुन: आरंभ की गई है। प्रदेश में जारी लाड़ली लक्ष्मी योजना सहित महिला सशक्तिकरण के लिए क्रियान्वित योजनाओं का परिणाम ही है कि लिंगानुपात 1000 पर 912 से बढ़कर 956 हुआ है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी असाधारण व्यक्ति हैं। वे मैन ऑफ आइडियाज हैं। उनके विचारों और कार्यों के परिणामस्वरूप देश बदल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आरंभ योजनाओं का आदर्श रूप से क्रियान्वयन और उसमें अग्रणी रहने के लिए राज्य सरकार सदैव प्रयासरत रहती है। प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अधोसंरचना विकास, किसानों के कल्याण और बेटियों की बेहतरी के लिए निरंतर कार्य जारी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्लासगो सम्मेलन में पर्यावरण संरक्षण के लिए विश्व को दिशा दिखाई है। पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है। मैंने प्रतिदिन पौधे लगाने का संकल्प लिया है। इस गतिविधि में सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं और व्यक्तियों को जोड़ने के उद्देश्य से मैं प्रतिदिन उनके साथ वृक्षा-रोपण करता हूं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रदेश में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कार्य हो रहा है। हमारा उद्देश्य 10 प्रतिशत तक बिजली बचाने का है, जिसे हम जन-भागीदारी से प्राप्त करेंगे। बिजली बचत का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं स्वयं व्यक्तिगत स्तर पर भी बिजली बचाने का प्रयास करता हूं और लोगों को इसके लिए निरंतर प्रेरित भी करता हूं। अपने स्तर पर यदि कोई बल्ब या ट्यूबलाइट मुझे व्यर्थ जलता दिखाई देता है तो मैं स्वयं उसे बुझाता हूं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का सामना जन-भागीदारी मॉडल के आधार पर किया जाएगा। हम संकट के मुहाने पर खड़े हैं। प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर की उपलब्धता तथा अन्य सभी आपातकालीन आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं। हमारा प्रयास होगा कि इन सबकी आवश्यकता ही न पड़े। वर्तमान में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सावधानियों का कड़ाई से पालन करने के लिए वातावरण निर्माण की प्रक्रिया को गति दी जा रही है। संभावित संकट का मुकाबला मिल-जुलकर किया जाएगा। (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-swatantra-dev-attack-on-akhilesh-said-loot-of-resources-to-increase-his-clan-news-hindi-1-498542-KKN.html,"स्वतंत्रदेव का अखिलेश पर हमला, बोले, 'अपने कुनबे को बढ़ाने के लिए हुई संसाधनों की लूट'","लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि पिछली सरकार ने संसाधनों की खुली लूट अपने कुनबे के लिए की थी। स्वतंत्रदेव ने शुक्रवार को अपने जारी बयान में कहा कि, ""बुंदेलखंड में समाजवादी पार्टी की सरकार के कारनामे याद दिलाएंगे तो सपा मुखिया अखिलेश यादव पानी पानी हो जाएंगे। कैसे पिछली सरकार ने बुंदेलखंडवासियों के हक पर डाका डाला था, कैसे बुंदेलखंड को बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसाया गया था? किस प्रकार बुन्देलखण्ड के हिस्से की खनिज संपदा लूट कर समाजवादी नेताओं ने कुनबे और अपनी जेबें भरी थी। 2017 के पहले के बुन्देलखण्ड की स्थिति को लोग भूले नहीं हैं। जनकल्याणकारी और गरीब कल्याण की दिशा में किये गए कार्यो की वजह से प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री को जनता जनार्दन का आशीर्वाद हासिल है और 2014, 2017, 2019 की तरह एक बार फिर 2022 में जनता का आशीर्वाद इस जोड़ी को जरूर मिलेगा।"" उन्होंने कहा कि यह किसी से छिपा नहीं है कि पिछली सरकार ने संसाधनों की खुली लूट अपने कुनबे के लिए की थी। ""2017 के बाद से बुन्देलखण्ड को 22 घंटे बिजली मिल रही है, सिंचाई के लिए भरपूर पानी की उपलब्धता के लिए बरसों से लंबित सिंचाई परियोजनाएं भी हमने पूरी की हैं। अब हम हर घर में पीने के पानी की भी व्यवस्था कर रहे हैं। बुन्देलखंड एक्सप्रेसवे भी लगभग बनकर तैयार हो गया है। डिफेंस कॉरिडोर की भी सौगात मोदी जी ने बुन्देलखण्ड को दी है। यह क्षेत्र अब प्रदेश को सौर ऊर्जा से बनी बिजली भी सप्लाई कर रहा है। मोदी व योगी सरकार ने रोजगार के अनगिनत अवसर दिए हैं, जिस कारण बुंदेलखंड पिछड़ेपन के दाग को धोकर आगे बढ़ रहा है। इससे सपा मुखिया को तकलीफ हो रही है।"" (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/punjab/punjab-chandigarh-news/news-kangana-car-waylaid-by-protesting-farmers-in-punjab-news-hindi-1-498541-KKN.html,कंगना के बयानों से नाराज किसानों ने बीच रास्ते अभिनेत्री की कार रोककर माफी मांगने को कहा,"चंडीगढ़ । अभिनेत्री कंगना रनौत की कार को शुक्रवार को पंजाब के कीरतपुर साहिब कस्बे में विरोध कर रहे किसानों ने रोक दिया और महिला किसानों के खिलाफ टिप्पणी के लिए उनसे माफी मांगने की मांग की। घटना चंडीगढ़ ऊना हाईवे पर बुंगा साहिब गुरुद्वारे के पास हुई। वह मुंबई के लिए फ्लाइट में सवार होने के लिए मनाली से चंडीगढ़ जा रही थीं। वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि किसान अपने संगठन के झंडे लिए हुए हैं और उन्होंने उनकी मर्सिडीज कार को घेर लिया है और उनसे माफी की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को सड़क खाली करने के लिए समझाते हुए पुलिसकर्मी भी वहां दिख रहे हैं। कंगना ने सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ""मैं अभी हिमाचल से निकली हूं, क्योंकि मेरी फ्लाइट रद्द हो गई है। जैसे ही पंजाब में कदम रखा, भीड़ ने हमला कर दिया। वे लोग कह रहे हैं कि वे किसान हैं। ये मुझे गंदी गालियां दे रहे हैं। जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। इतनी सारी पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है।"" उन्होंने कहा, ""इस देश में मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। अगर मेरे पास सुरक्षा नहीं होती तो क्या होता? स्थिति अविश्वसनीय है। अगर यहां पुलिस न हो तो खुलेआम लिंचिंग हो। धिक्कार है इन लोगों पर!"" एक अन्य वीडियो में, कंगना भीड़ में से एक महिला के साथ बातचीत करते हुए और उसका हाथ पकड़े हुए दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा, ""मैं पूरी तरह से सुरक्षित हूं और वहां से निकल गई हूं। पंजाब पुलिस और सीआरपीएफ को धन्यवाद।"" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सरकार द्वारा लाए गए तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को खत्म करने की घोषणा के बाद कंगना निराश हैं। (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/tamil-nadu/chennai-news/news-bjp-district-chief-in-tamil-nadu-arrested-for-provocative-speech-news-hindi-1-498540-KKN.html,तमिलनाडु में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में बीजेपी जिलाध्यक्ष गिरफ्तार,"चेन्नई। तमिलनाडु के अरियाल्लूर में भाजपा के जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्होंने 1 दिसंबर को जिला कलेक्टरों के कार्यालय के सामने भड़काऊ भाषण दिया था। अय्यप्पन ने 1 दिसंबर को एक सभा को संबोधित करते हुए तमिलनाडु सरकार से बिक्री कर कम करने का आह्वान किया था और सरकार ने इसे वापस नहीं लेने पर आत्मघाती हमले करने की धमकी दी थी। उनके भाषण की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हो गई थी और अरियालुर के वलजाह रोड पर ग्राम अधिकारी द्वारा औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई गई थी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उन पर आईपीसी की धारा 504 का आरोप लगाया गया था, जिसमें शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना शामिल है। इस धारा में कहा गया है कि जो कोई भी जानबूझकर अपमान करता है और इस तरह किसी भी व्यक्ति को उकसाता है, इस इरादे से या यह जानते हुए कि इस तरह के उकसावे से सार्वजनिक शांति भंग करने या कोई अन्य अपराध करने की संभावना है, उन्हें किसी भी तरह के कारावास से दंडित किया जाएगा। जिसकी अवधि दो वर्ष तक या जुर्माना या दोनों हो सकता है। भाजपा नेता के खिलाफ अन्य धाराएं धारा 153 (2), 153 ए (1) (बी), 153 बी (1) (सी), 505 (1) (बी), 505 (2), 506 ( 2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अय्यप्पन को अरियालुर मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष पेश किया गया और उन्होंने उन्हें 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया और वह अब तिरुचि जेल में बंद है। (आईएएनएस)",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-former-punjab-dgp-ss-virk-joins-bjp-news-hindi-1-498537-KKN.html,पंजाब के पूर्व डीजीपी एसएस विर्क बीजेपी में शामिल,"नई दिल्ली। पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व डीजीपी सर्बदीप सिंह विर्क, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ और अन्य प्रमुख नेता शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। विर्क, मक्कड़ और पंजाब सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह जीरा, उद्योगपति हरचरण सिंह रनौता जैसे अन्य केंद्रीय मंत्री और भाजपा पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत की उपस्थिति में यहां भगवा पार्टी में शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश भी मौजूद थे। पार्टी में नेताओं का स्वागत करते हुए शेखावत ने कहा कि पंजाब में बीजेपी को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, ""उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा है और वे राज्य में संगठन को मजबूत करेंगे। भाजपा पंजाब में आगे बढ़ रही है और एक नया इतिहास रचेगी।"" मक्कड़ ने कहा, ""मैंने कहा था कि जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी कृषि कानून वापस लेंगे, मैं भाजपा में शामिल हो जाऊंगा और आज मैंने वही किया है।"" उन्होंने दावा किया कि आने वाले दिनों में और लोग बीजेपी में शामिल होंगे। 1 दिसंबर को शिअद नेता मनजिंदर सिंह सिरसा भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा में शामिल होने से पहले सिरसा ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अगस्त में शिअद के पांच नेता भाजपा में शामिल हुए थे। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-government-will-provide-motorized-tricycles-to-100-divyangjans-in-every-district-chief-minister-yogi-adityanath-news-hindi-1-498531-KKN.html,हर जिले में 100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराएगी सरकार : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,"लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विश्व दिव्यांग दिवस पर प्रत्येक जनपद में 100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल दिये जाने की घोषणा की। कहा कि सरकार इसकी कार्रवाई युद्धस्तर पर कर रही है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि दिव्यांगजनों की प्रतिभा को निखारने और उनकी ऊर्जा को राष्ट्र के निर्माण में लगाने के लिए सरकार हर प्रकार का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है। डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्विद्यालय के अटल ऑडीटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों के लिए काम करने वाली संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार बांटे। उन्होंने यहां दिव्यांगजनों को उपकरण का वितरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों की मदद के लिए काम करने वाली संस्थाओं से पुण्य के इस काम से जुड़ते हुए मानवीय संवेदना का परिचय देने की अपील की और शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने को कहा। इससे पहले अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले दिव्यांग बच्चों को हृदय से बधाई दी और इस फील्ड में काम कर रहीं संस्थाओं का अभिनन्दन किया। योगी ने कहा कि इन संस्थाओं द्वारा एक बेहतरीन प्रयास किया जा रहा है। किन्ही परिस्थितियों में शारीरिक व मानसिक रूप से थोड़ी भी कहीं कोई कमी रह गई है तो उस कमी को इनके द्वारा प्रयास करके उनकी प्रतिभा को ऊर्जा प्रदान करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कोरोना महामारी के बावजूद देश के पैराओलंपिक खिलाड़ियों ने टोक्यो में शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने 19 मेडल प्राप्त किए। 56 खिलाड़ियों का दल पैराओलंपिक में भागीदार बना। राज्य सरकार ने सभी मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। पैराओलंपिक में सफलता इस बात को प्रदर्शित करती है कि थोड़ा भी इन्हें प्रोत्साहन दिया जाए तो वे अपनी प्रतिभा का लाभ राष्ट्र को दे सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में मोटराइजड ट्राइसाइकिल देने की कार्रवाई को हम आगे बढ़ा रहे हैं। हर जनपद में 100 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराई जाए। योगी ने कहा कि 2017 से दिव्यांगजनों की पेंशन, कृष्ठ जनों को पेंशन, कृतिम अंग, मोटराइज्ड ट्राइसाकिल, दिव्यांगजनों शादी के लिए भी सरकार धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप मुहैया कराती है। परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा की व्यवस्था, दिव्यांगजन विश्वविद्यालयों में सीटों का आरक्षण करने का भी काम सरकार ने किया है। प्रदेश सरकार ने तय किया भारत सरकार की तर्ज पर दिव्यांगता की कैटिगरी को सात से 21 तक पहुंचाने और साथ साथ उन्हें शासकीय सेवाओं में आरक्षण का लाभ मिल सके इसका दायरा बढ़ाने का काम भी सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग छात्र-छात्राओं की ओर से लगाए गये रंग-बिरंगे स्टॉलों को देखा। विशेष बच्चों ने अपनी प्रतिभा और हुनर को अपने स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शित किया। विशेष बच्चों से उन्होंने बातचीत की और उनको बधाई दी। मुख्यमंत्री ने सिर पर हाथ रखकर इन विशेष बच्चों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने दिव्यांगजनों को सहायक उपकरणों में ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर का वितरण कर विशेषजनों को स्वावलंबी बनाने के लिए एक नया कदम और आगे बढ़ाया। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-if-the-center-does-not-have-the-figures-of-farmers-killed-in-the-demonstration-then-how-to-accept-the-mistake---rahul-gandhi-news-hindi-1-498524-KKN.html,"केंद्र के पास प्रदर्शन में मारे गए किसानों का आंकड़ा नहीं, तो गलती कैसे मानी - राहुल गांधी","नई दिल्ली । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह किसानों को मुआवजा नहीं देना चाहती। केंद्र के पास प्रदर्शन में मारे गए किसानों का आंकड़ा नहीं है, तो प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी गलती कैसे स्वीकार ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि कुछ दिन पहले संसद में आंदोलन में मृत 700 किसानों को मुआवजे को लेकर सवाल पूछा गया था, जिस पर सरकार ने जवाब दिया कि जब रिकॉर्ड ही नहीं है तो फिर मुआवजा कैसा। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के पास जान गंवाने वाले 503 किसानों की सूची है, जबकि सरकार ने कहा है कि उसके पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है। सरकार चाहे तो हमसे आंकड़ा ले सकती है और ऐसे परिवारों की मदद कर सकती है। कांग्रेस सांसद ने कहा हमने इस पर कुछ काम किया और पंजाब के करीब 500 किसानों की सूची सरकार को दे दी। पंजाब में इनके परिजनों को मुआवजा भी दे दिया गया है। पंजाब में 152 मृत किसानों के परिजनों को नौकरी भी दी गई है। राहुल ने सूची दिखाते हुए कहा कि इसमें फोन नम्बर भी हैं। पीएम चाहें तो फोन कर इनके यहां बात कर सकते हैं। राहुल ने कहा, ""सरकार के पास मृत किसानों की सूची है, लेकिन मंशा नहीं। पीएम ने गलती मानी है, लेकिन उनकी इस गलती के चलते 700 किसानों की जान चली गई।"" राहुल ने कहा कि लाखों लोग कोविड से मर गए, लेकिन सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। मुआवजा देना पंजाब सरकार की जिम्मेदारी नहीं थी लेकिन पंजाब में किसानों की मृत्यु के बाद पंजाब सरकार ने किसानों के मुआवजे का ऐलान किया। राहुल गांधी ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा, ""देश में पैसे की कोई कमी नहीं है पेट्रोल-डीजल के माध्यम से केंद्र सरकार ने आम जनता से लाखों रुपए वसूले हैं। किसान, मजदूरों के लिए केंद्र सरकार के पास पैसे नहीं है लेकिन उद्योगपतियों की मदद के लिये सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है..।"" राहुल गांधी ने कहा कि मुझे लगता है कि मानवता के आधार पर केंद्र सरकार को किसानों को यह मुआवजा देना चाहिए, जिसकी वह लगातार मांग कर रहे हैं। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-in-rajasthan-the-families-of-the-late-journalists-are-not-getting-the-economic-package-of-corona-news-hindi-1-498507-KKN.html,राजस्थान में दिवगंत पत्रकारों के परिजनों को नहीं मिल रहा कोरोना का आर्थिक पैकेज - जार,"जयपुर। कोरोना महामारी की चपेट में आकर अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों के आश्रित परिजनों को आर्थिक पैकेज नहीं मिल रहा है। प्रभावित परिवार जिला कलेक्टर और सूचना व जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को चक्कर काटने को मजबूर है। छह महीने से अधिक समय के बावजूद एक भी आश्रित परिवार को आर्थिक सहायता नहीं दी गई है। जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना से दिवगंत पत्रकारों के आश्रित परिजनों को पचास लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यह राशि जिला कलेक्टर और सूचना व जनसंपर्क विभाग के माध्यम से देनी है। तमाम दस्तावेज व साक्ष्य देने के बाद भी अधिकारी सहायता दिलवाने के बजाय इस मानवीय कार्य में रोडा अटकाने में लगे हुए हैं। जार के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा व प्रदेश महासचिव संजय सैनी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि प्रदेश में कोरोना की पहली व दूसरी लहर में वरिष्ठ पत्रकार श्याम शर्मा, जनार्दन कुलश्रेष्ठ, संजय बोहरा, तनवीर अहमद, आशीष शर्मा, राजेश शर्मा,अरविन्द शर्मा, अशोक शर्मा, प्रवीण शर्मा, नरेन्द्र सिंह राठौड़, अतुल सेठी, सुरेश चन्द साद, किरीट गांधी, शंकर जोशी, रमेश अग्रवाल, जगदीश मोदी, राजेन्द्र शर्मा, नरेन्द्र दाधीच, प्रहलाद मालवीय समेत करीब पचास से अधिक अधिस्वीकृत व गैर अधिस्वीकृत पत्रकार कोरोना महामारी में पत्रकारिता करते हुए बीमार हुए और लम्बे ईलाज के बाद भी वे बच नहीं सके। मुख्यमंत्री ने कोरोना से दिवगंत पत्रकारों को पचास लाख की आर्थिक पैकेज घोषित किया। इस मानवीय पहल की देशभर में सराहना हुई, लेकिन आर्थिक सहायता की जिम्मेदारी देख रहे जिला कलेक्टर व सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारी ही इस घोषणा को मूर्तरुप दे नहीं पा रहे हैं। प्रभावित परिवारों ने तमाम दस्तावेज देने के बाद भी पूरे प्रदेश में एक भी परिवार को आर्थिक सहायता नहीं मिली है, जो प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। पत्रकारों की मौत के बाद उनके परिवार पर आर्थिक संकट बना हुआ है। बुजुर्ग माता-पिता के साथ नाबालिग बच्चों की जिम्मेदारी दिवगंत पत्रकारों की पत्नियों पर आन पड़ी है। जार ने मुख्यमंत्री से कोरोना से दिवगंत पत्रकारों के आश्रित परिजनों को पचास लाख रुपये की आर्थिक सहायता जल्द दिलवाने की मांग की है। साथ ही इस कार्य में लापरवाही बरत रहे अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-who-warns-asia-pacific-countries-omicron-be-prepared-for-increase-in-cases-news-hindi-1-498492-KKN.html,"डब्ल्यूएचओ की एशिया-प्रशांत देशों को चेतावनी, ओमिक्रॉन मामलों में बढ़ोतरी के लिए तैयार रहें","नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और अपने लोगों को टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है, क्योंकि ओमिक्रोन वेरिएंट विश्व स्तर पर फैलता जा रहा है और नए क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है। एक वर्चुअल ब्रीफिंग में, पश्चिमी प्रशांत के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक, ताकेशी कसाई ने कहा कि यह स्पष्ट है कि यह महामारी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ""मैं जानता हूं कि लोग ओमिकॉन के बारे में चिंतित हैं। मैं समझता हूं। आज आपको मेरा संदेश यह है कि हम इस वायरस को प्रबंधित करने के तरीके को ठीक कर सकते हैं ताकि भविष्य में होने वाली वृद्धि का बेहतर ढंग से सामना किया जा सके और इसकेस्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को कम किया जा सके।"" भारत, जापान, मलेशिया, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया में अब ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं और हर गुजरते घंटे के साथ नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। वर्चुअल मीडिया ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने कहा, ""लोगों को न केवल सीमा उपायों पर भरोसा करना चाहिए। संभावित उच्च संचरण क्षमता वाले इन वेरिएंट के लिए तैयार करना सबसे महत्वपूर्ण है। अब तक उपलब्ध जानकारी से पता चलता है कि हमें अपना ²ष्टिकोण बदलने की जरूरत नहीं है।"" भारत में, बेंगलुरू में ओमिक्रोन संक्रमण के पहले दो मामलों का पता लगाने के बाद, कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग अब 10 दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों के बारे में चिंतित है, जो बेंगलुरु में लापता हो गए हैं। दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) में ओमिक्रॉन कोविड वेरिएंट से संक्रमित होने के संदेह में कुल 10 व्यक्तियों को भर्ती कराया गया है। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-bsp-chief-mayawati-targets-bjp-samajwadi-party-congress-says-forget-promises-when-coming-to-power-news-hindi-1-498491-KKN.html,"BSP प्रमुख मायावती का भाजपा, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पर निशाना, बोलीं, 'सत्ता में आने पर भूल जाते हैं वादे'","लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर काफी सक्रिय हैं। इसीलिए वह ट्वीटर के माध्यम से समय-समय पर सत्तारूढ़ दल भाजपा और विपक्षी दल सपा, कांग्रेस पर निशाना साधती रहती हैं। उन्होंने कहा कि यह दल जो वादा करते हैं सत्ता आने पर भूल जाते हैं। ऐसे में इनसे सर्तक रहने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शुक्रवार को दो ट्वीट में भाजपा, सपा तथा कांग्रेस पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा, ""यूपी में खासकर भाजपा, सपा, कांग्रेस आदि के द्वारा प्रदेश की जनता को लुभाने व गुमराह करने के लिए आए दिन प्रलोभन भरे जो चुनावी वादों की झड़ी लगाई जा रही है, जिनको सत्ता में आने के बाद भुला दिया जाता है। अभी तक का इनका यही इतिहास रहा है। जनता इनसे सतर्क रहे।"" उन्होंने आगे कहा कि भाजपा व सपा जो वादे कर रहे हैं वे काम उन्होंने यहां अपनी सरकार के रहते हुए क्यों नहीं किए? कांग्रेस पार्टी भी महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट व स्कूटी आदि देने के जो वादे कर रही है वे काम इन्होंने उन राज्यों में क्यों नहीं किए जहां इनकी सरकारें हैं? यह भी सोचने की बात है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा दिया गया बयान कि अयोध्या व काशी में मन्दिर निर्माण जारी है अब मथुरा की तैयारी है, यह भाजपा के हार की आम धारणा को पुख्ता करता है। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-west-bengal-bjp-mps-meet-pm-narendra-modi---accuses-mamata-of-corruption-and-violence-news-hindi-1-498488-KKN.html,"पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों ने पीएम मोदी से की मुलाकात, ममता पर भ्रष्टाचार और हिंसा करने का लगाया आरोप","नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों ने शुक्रवार को संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सीएए कानून के नियमों को बनाकर जल्द से जल्द इस कानून को लागू करने की मांग की। इसके साथ ही भाजपा सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद लगातार जारी हिंसा के बारे में बताते हुए ममता बनर्जी सरकार पर केंद्रीय योजनाओं में गड़बड़ी करने का भी आरोप लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद आईएएनएस से बात करते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष एवं लोक सभा सांसद सुकांता मजूमदार ने कहा कि राज्य के लगभग सभी भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर चुनाव बाद लगातार जारी हिंसक घटनाओं के बारे में बताया और साथ ही उनसे अनुरोध किया कि कोर्ट के आदेश पर जो सीबीआई जांच हो रही है उसे सही तरीके से तेजी से चलाया जाए। सुकांता मजूमदार ने आईएएनएस को बताया कि भाजपा सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को राज्य में केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में और तमाम भर्तियों में किए जा रहे भ्रष्टाचार के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से लोगों की मदद और कल्याण के लिए पैसा भेज रहे हैं लेकिन राज्य सरकार इसे टीएमसी कार्यकर्ताओं में बांट रही है। उन्होंने बताया कि सांसदों ने प्रधानमंत्री से पश्चिम बंगाल का दौरा करने का भी आग्रह किया, जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए जल्द ही राज्य का दौरा करने का आश्वाशन भी दिया। ममता बनर्जी और उद्योगपति गौतम अडानी की मुलाकात पर कटाक्ष करते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि भाजपा सरकार को अंबानी-अडानी की सरकार बता कर निशाना साधने वाले तृणमूल कांग्रेस के सभी नेता और सांसद अब कहां मुंह छुपाएंगे। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-the-former-chairman-threatened-the-abusive-officers-in-the-municipality-camp-news-hindi-1-498485-KKN.html,पूर्व चेयरमैन ने पालिका शिविर में की गाली गलौज अधिकारियों को धमकाया,"गुलाबपुरा। गुलाबपुरा नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन धनराज गुर्जर ने गत दिवस पालिका कार्यालय में प्रशासन शहरों के संग चल रहे शिविर में पहुंचकर ना केवल अधिकारियों की कुर्सी पर कब्जा जमाया अपितु शिविर में मौजूद अधिकारियों को भी गाली गलौज की और रगड़ कर रख देने की सरेआम धमकी दी। इसका वीडियो भी वायरल हो गया है। गुर्जर की धमकी के बाद अधिकारियों में घबराहट है क्योंकि गुर्जर पूर्व में भी अधिकारियों को पिटवा चुके हैं तथा स्वायत्त शासन विभाग और पुलिस प्रशासन उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी शोम प्रकाश मिश्रा ए ई एन सुखदेव पटेल तथा जे ई एन मुकेश शर्मा सहित कई कर्मचारी पार्षद तथा पालिका में काम कराने आए स्थानीय निवासी उपस्थित थे। धनराज गुर्जर पालिका अधिकारियों व कर्मचारियों से अनर्गल काम कराना चाहते थे और उन पर दबाव बनाते हुए अधिकारियों को गंदी गालियां दी अपशब्द कहे, रगड़ कर रखने की ओर नोकरी खा जाने की धमकी दी। गत वर्ष हुए पालिका चुनाव में धनराज गुर्जर वार्ड नंबर 11 से भाजपा के प्रत्याशी थे उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पर उसके परिजनों को बंधक बना दबाव बनाया और रिटायर करवा निर्विरोध पार्षद बन गए परंतु पुलिस प्रशासन और सरकार उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाई। अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल में धनराज गुर्जर ने कई अनियमित कार्य किए जिनकी चर्चा पूरे गुलाबपुरा में दबी जुबान से की जाती है फर्जी पट्टा प्रकरण में उनको दोषी भी माना जा चुका है परंतु स्वायत्त शासन विभाग मामले की फाइल पर कुंडली मार कर बैठ गया है। इस मामले में धनराज गुर्जर पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला अब तक दर्ज नहीं हुआ है।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-jagdish-thakor-appointed-as-the-new-president-of-gujarat-congress-news-hindi-1-498484-KKN.html,जगदीश ठाकोर बने गुजरात कांग्रेस के नए अध्यक्ष,"नई दिल्ली। पूर्व लोकसभा सांसद जगदीश ठाकोर को कांग्रेस हाईकमान ने शुक्रवार को गुजरात प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जगदीश ठाकोर की गुजरात प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति का ऐलान किया। दरअसल कांग्रेस ने गुजरात में अपने ओबीसी मत बैंक को साधने के लिए इस बार अध्यक्ष पद की कमान पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को सौंपी है। नियुक्ति से ठीक पहले गुरुवार शाम को जगदीश ठाकोर ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से रघु शर्मा के साथ जाकर मुलाकात की और आश्वस्त किया कि वह इस जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाएंगे। गुजरात के कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा के साथ अपने विचार-विमर्श में एक वरिष्ठ नेता को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने की वकालत की थी। वहीं केंद्रीय नेतृत्व की ओर से भी (हार्दिक पटेल) एक युवा नेता को पार्टी के रूप में नियुक्त करने के सुझाव को ठुकरा दिया गया। सूत्रों के अनुसार राज्य के नेताओं के साथ विचार-विमर्श प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ये फीडबैक दिया गया था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जानने वाले नेता को शीर्ष पर नियुक्त किया जाना चाहिए। दरअसल राज्य के तमाम नेताओं ने हार्दिक पटेल को पदोन्नत करने का विरोध किया, जो पिछले कई साल से गुजरात के कार्यकारी अध्यक्ष थे। पार्टी नेताओं के अनुसार जिन नामों पर विचार किया गया। उनमें पूर्व लोकसभा सदस्य जगदीश ठाकोर का नाम सबसे पहले था उसके बाद राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल, जो पार्टी के दिल्ली प्रभारी हैं, उनको भी नियुक्त करने के लिए सुझाव मिले हैं। कहा जाता है कि दोनों नेता मध्य वर्ग के हैं और भरत सिंह सोलंकी, सिद्धार्थ पटेल और अर्जुन मोढवाडिया जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ तालमेल बैठा सकते हैं। गौरतलब है कि इसी साल फरवरी-मार्च में हुए पंचायत व पालिका चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा व नेता विपक्ष परेश धनाणी ने इस्तीफा दे दिया था। इसके कुछ दिनों के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव का निधन हो गया था। जिसके बाद गुजरात में संगठन में बदलाव का सिलसिला शुरू हुआ। करीब 1 माह पहले पार्टी हाईकमान ने गुजरात के नए प्रभारी रघु शर्मा को नियुक्त किया और जिसके बाद अब राज्य में जगदीश ठाकोर के तौर पर नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि पार्टी में 3 नए कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए जा सकते हैं। जिनमें हार्दिक पटेल के अलावा सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात के नेताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, ताकि पार्टी के पदाधिकारियों में शक्ति संतुलन के साथ जातिगत समीकरण भी साधे जा सकें। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-due-to-lack-of-oxygen-only-4-people-died-in-punjab-union-health-minister-mansukh-mandaviya-news-hindi-1-498482-KKN.html,ऑक्सीजन की कमी से सिर्फ पंजाब में 4 लोगों की मौत : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया,"नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया कि सिर्फ पंजाब में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण चार लोगों की मौत हुई है। निचले सदन में 'प्रश्नकाल' के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने 19 राज्यों को तीन बार पत्र लिखकर ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का डेटा मांगा है, लेकिन केवल पंजाब ने रिपोर्ट दी है। मंत्री ने यह भी कहा कि 'ऑक्सीजन की कमी' पर काफी राजनीति हुई थी। इस मुद्दे पर उन्होंने आगे उल्लेख किया कि देश में 1400 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के उपयोग की औसत आवश्यकता थी, लेकिन कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान, मांग बढ़कर 9000 मीट्रिक टन हो गई, जो एक असाधारण स्थिति थी। मंडाविया ने कहा, ""लेकिन जब स्थिति पैदा हुई, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने देश के कोने-कोने में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हर संभव उपाय किए।"" उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना द्वारा विदेशों से बड़े खाली कंटेनर लाए गए और भारतीय नौसेना के जहाजों द्वारा भरे हुए ऑक्सीजन कंटेनर को देश में ऑक्सीजन लाने के लिए सेवा में लगाया गया और हमने सभी अस्पतालों में पर्याप्त आपूर्ति की। मंत्री ने यह भी कहा कि राज्यों को कोविड -19 मौतों पर उचित डेटा प्रदान करने से परहेज नहीं करना चाहिए। हमने राज्यों से डेटा प्रदान करने की बार-बार अपील की है, और 19 राज्यों ने जवाब दिया कि ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है। मंत्री ने आगे कहा कि राज्यों ने अपने-अपने हाई कोर्ट को जवाब दिया कि कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन उन्होंने केंद्र सरकार से देश में मौतों की संख्या पर सवाल उठाया है। मंडाविया ने कहा, ""हमने राज्यों को आगे भी कोविड -19 लहरों के लिए तैयार रहने के लिए कहा है और आश्वासन दिया है कि इस बार ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, सभी ऑक्सीजन संयंत्र पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं।"" स्वास्थ्य मंत्री ने सदन को यह भी बताया कि केंद्र ने इस महामारी की अगली लहर के लिए खुद को तैयार करने के लिए प्रत्येक जिला अस्पताल को अतिरिक्त धन आवंटित किया है। उन्होंने यह भी बताया कि पीएमकेयर फंड के तहत स्थापित पीएसए प्लांट पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-prime-minister-narendra-modi-met-young-children-in-parliament-gave-chocolates-news-hindi-1-498477-KKN.html,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में की छोटे बच्चों से मुलाकात, चॉकलेट दिया","नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद में छोटे बच्चों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान पीएम ने इन सभी बच्चों के साथ खुलकर बात की और चॉकलेट भी दिया। बच्चों ने जय श्री राम कह कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन किया और एक छोटी लड़की ने उन्हें भक्ति गीत भी सुनाया। दरअसल, ये सभी लड़कियां केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के आश्रम में रहती हैं और लंबे समय से बार-बार प्रधानमंत्री से मिलवाने का आग्रह कर रही थी। बच्चों के प्रति हमेशा से विशेष स्नेह रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जैसे ही इनकी इच्छा के बारे में पता लगा , उन्होंने तुरंत इन बच्चों को मिलने के लिए बुला लिया। आईएएनएस से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि छोटे बच्चों में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर क्रेज है। उन्होंने कहा, ये सभी मेरे आश्रम के बच्चे हैं जो लंबे समय से प्रधानमंत्री जी से मिलने की इच्छा जता रहे थे। मैंने जैसे ही इनके बारे में उन्हें बताया, उन्होंने तुरंत इन बच्चों से मिलने की इच्छा जाहिर कर दी। प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने के बाद प्रसन्न नजर आ रहे इन बच्चों ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पीएम से मिलकर जय श्री राम कहा और पीएम ने उन सबके साथ बहुत अच्छी तरह से बात की और सबको चॉकलेट भी दिया। दिव्यांशी नाम की एक छोटी सी लड़की ने प्रधानमंत्री मोदी को भक्ति संगीत भी गाकर सुनाया। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-rss-engaged-in-giving-edge-to-agenda-hindutva-once-again-mahakumbh-on-december-15-in-chitrakoot-news-hindi-1-498472-KKN.html,"'एजेंडा हिन्दुत्व' को एक बार फिर धार देने में जुटा आरएसएस, चित्रकूट में 15 दिसंबर को महाकुंभ","लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) अपने मास्टर स्ट्रोक 'एजेंडा हिन्दुत्व' को एक बार फिर धार देने में जुट गया है। इसे आगे बढ़ाने के लिए श्रीतुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज ने 15 दिसम्बर को भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में हिन्दू एकता महाकुंभ का आयोजन कर रहे हैं। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत को मुख्य अतिथि के रूप में आमांत्रित किया गया है। इस मौके पर प्रमुख वक्ता के रूप में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। महाकुंभ में हिन्दू एकता को धार मिलेगी, जो आगामी विधानसभा चुनाव का मुख्य आधार साबित होगा। अयोध्या में श्रीराममंदिर का निर्माण पिछले एक साल से प्रदेश की सियासत को गरमाए हुए है। लगभग सभी दल के लोग वहां माथा टेक रहे हैं। कार्यक्रम के संयोजक जगदगुरू रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास महाराज ने बताया कि हिन्दुओं की अस्मिता के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकने और उनकी एकजुटता के लिए यह हिन्दू एकता महाकुंभ का आयोजन 15 दिसम्बर को किया जा रहा है। जिसमें देश भर के संतो और सांस्कृतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने वाले धुरंधरों को बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मौके पर राष्ट्रीय अस्मिता के प्रतीक श्रीराम मंदिर, हिन्दूओं के मठ मंदिरों पर शासकीय नियंत्रण के दुष्परिणाम एवं समाधान,धर्मांतरण- एक अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र ,जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता,राष्ट्रवाद एवं समान नागरिक संहिता,लव जिहाद-युवा पीढ़ी का भटकाव एवं समाधान जैसे मुददों पर मंथन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिन्दुओं को एका करने के उददेश्य से आयोजित हो रहे इस महाकुंभ संघ प्रमुख मोहन भागवत,नाथ सम्प्रदाय के प्रतिनिधि के रूप में सम्मिलित होने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अन्तर्राष्ट्रीय संत श्रीश्री रवि शंकर, चिदानंद मुनि,रामानुजाचार्य, कैलाशानंद गिरी जी महाराज, योग गुरू रामदेव, विजय कौषल, वसुदेवानंद सरस्वती, स्वामी ज्ञानानंद, साध्वी ऋतंभरा जी समेत 150 से ज्यादा संतो को आमांत्रित किया गया है। इसके अलावा कला संस्कृति जगत से प्रसिद्ध अभिनेता आशुतोष राणा, फिल्मी दुनिया से जुड़े मनोज मुंतशिर, कवि कुमार विश्वास, सुनील जोगी जैसी बड़ी हस्तियां इसमें शिरकत करेंगी। श्रीतुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज ने बताया कि अगामी 15 दिसम्बर को चित्रकूट में हिन्दु एकता महाकुंभ करने जा रहे है। उनके मुताबिक, हिन्दू विभिन्न वर्गों में बंट रहा है, उसका अस्तित्व खतरे में हैं। मंदिरों का अधिग्रहण हो रहा है। हमारी अस्मिता खतरे में है। इन सब विषम परिस्थितयों को देखते हुए यह आयोजन किया जा रहा है। इसमें विभिन्न संप्रदाय के हिन्दू भाई-बहन एकजुट होंगे। उन्होंने बताया कि 15 दिसम्बर को बहुत बड़ा आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश भर के तमाम संतों और कला संस्कृति को आगे बढ़ाने वाली हस्तियों को बुलाया गया है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो यूपी समेत देश के कई राज्यों की सत्ता में काबिज भाजपा यूपी में विधानसभा चुनाव में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी कॉरिडोर, जम्मू -कश्मीर से धारा 370, तीन तलाक आदि बड़ी उपलब्धियों को भुनाने के प्रयास में भी लगी है। हिन्दू एकता महाकुंभ जरिए इन बड़े मुद्दो की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा बनाकर भाजपा अपनी चुनावी जमीन को और मजबूत करने की कोशिश में लगी हुई है।' भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से चित्रकूट को भी प्रमुख माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ चित्रकूट के घने जंगलों में वनवास के दौरान ठहरे थे। इसी कारण हिन्दुओ में राम जन्मभूमि अयोध्या की तरह ही तपोभूमि के प्रति भी अटूट श्रद्धा और आस्था है। --आईएएनएस",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-congress-other-political-parties-get-rs-1100-crore-during-election-7205592/,"5 राज्यों के चुनाव में BJP, कांग्रेस समेत 19 दलों ने कमाए 1100 करोड़ रुपए, चुनाव प्रचार पर किया जमकर खर्च, रिपोर्ट में हुआ खुलासा","5 राज्यों के चुनाव में BJP, कांग्रेस समेत 19 दलों ने कमाए 1100 करोड़ रुपए, चुनाव प्रचार पर किया जमकर खर्च, रिपोर्ट में हुआ खुलासा भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सहित 19 राजनीतिक दलों ने साल 2021 में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनावों के दौरान 1,100 करोड़ से अधिक रुपए हासिल किए थे। वहीं इन दलों ने चुनावों में करीब 500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च भी किए हैं। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 11:37:46 pm नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सहित 19 राजनीतिक दलों ने साल 2021 में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनावों के दौरान 1,100 करोड़ से अधिक रुपए हासिल किए थे। वहीं इन दलों ने चुनावों में करीब 500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च भी किए हैं। जानकारी के मुताबिक इनमें से एक बड़ा हिस्सा स्टार प्रचारकों के लिए विज्ञापनों और यात्रा में खर्च हुआ। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को सबसे ज्यादा 611.69 करोड़ रुपए हासिल हुए थे। वहीं पार्टी ने चुनाव में 252 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर, भाजपा ने मीडिया में विज्ञापन सहित प्रचार पर 85.26 करोड़ रुपए और स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा पर 61.73 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। वहीं अगर देश की सबसे पुरानी पार्टी यानि कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस को इन चुनावों के दौरान 193.77 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई। वहीं पार्टी ने चुनाव प्रचार में 85.62 करोड़ रुपए खर्च किए। जानकारी के मुताबिक इसमें प्रचार पर 31.45 करोड़ रुपए खर्च हुए और यात्रा पर 20.40 रुपए खर्च हुए। वहीं सबसे ज्यादा पैसे हासिल करने के मामले में तीसरे नंबर पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) रही। पार्टी को 134 करोड़ रुपए की रकम मिली। जबकि द्रमुक ने कुल 114.14 करोड़ रुपए खर्च किए। इसमें प्रचार पर 52.144 करोड़ रुपए और अपने स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा के लिए 2.41 करोड़ रुपए खर्च किए। यह भी पढ़ें: स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा,ओमिक्रॉन वेरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो भारत में ला सकते हैं कोरोना की तीसरी लहर रिपोर्ट के मुताबिक अन्य पार्टियों जैसे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को कुल 79.24 करोड़ रुपए, तृणमूल कांग्रेस को 56.32 करोड़ रुपए, अन्नाद्रमुक को 14.46 करोड़ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को 8.05 करोड़ रुपए हासिल हुए। जिनमें से काफी रकम चुनाव प्रचार में खर्च की गई। रिपोर्ट की मानें तो असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों के दौरान 2021 में 19 राजनीतिक दलों द्वारा धन 1,116.81 करोड़ रुपए एकत्र किया गया था। जबकि चुनाव प्रचार में खर्च 514.30 करोड़ रुपए खर्च किया गया।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-say-we-have-list-death-farmer-gov-should-pay-compensation-7205042/,"राहुल गांधी का सरकार पर हमला, कहा- हमारे पास है मारे गए किसानों की लिस्ट, सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही शर्म","राहुल गांधी का सरकार पर हमला, कहा- हमारे पास है मारे गए किसानों की लिस्ट, सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही शर्म राहुल गांधी का कहना है कि जब पीएम मोदी ने कृषि कानून लाने को अपनी गलती मान लिया है तो शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म किस बात की है। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 07:01:20 pm नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों अब रद्द हो गए हैं। बावजूद इसके किसानों के मुद्दे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि न जाने क्यों केंद्र सरकार को शहीद अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म आ रही है। मुआवजा देने में शर्म क्यों दरअसल, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने किसानों के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कह कि जब पीएम मोदी ने कृषि कानून लाने को अपनी गलती मान लिया है तो शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म किस बात की है। पीएम के पास हैं अपने उद्योगपति दोस्तों को नंबर राहुल गांधी का कहना है कि सरकार संसद में कह रही है, उनके पास कोई डाटा नहीं है कि आंदोलन में अब तक कितने किसान मारे गए हैं। पीएम मोदी के पास सिर्फ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास आंदोलन के दौरान मारे गए हमारे पास 403 मृत किसानों की लिस्ट है, जिन्हें पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इनके परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा दिया है। यही नहीं पंजाब सरकार ने इनमें से 152 के परिजनों को नौकरी भी दी है। मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं। अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया। #Farmers #HumanityFirst pic.twitter.com/NwPU26E794 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास अन्य राज्यों के 100 नामों की एक सूची है और एक तीसरी सूची है, जिसमे नामों की सार्वजनिक जानकारी भी है। अगर सरकार कहे तो हम उन्हें यह लिस्ट सौंप देंगे और सरकार इस लिस्ट में दिए गए नामों को आसानी से सत्यापित भी कर सकेगी। लेकिन सरकार वादा करे कि इन किसानों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। बता दें कि इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इसमें सरकार किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठा रही है। कांग्रेस ने हाल ही में किसान आंदोलन में मारे गए अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी। इसके जवाब में कृषि मंत्री ने संसद में कहा कि हमारे पास इसका कोई डाटा मौजूद नहीं है, ऐसे में हम किसानों को मुआवजा नहीं दे सकते। यह भी पढ़ें: असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते गौरतलब है कि करीब एक साल से किसान कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद केंद्र सरकार ने इन कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया। सरकार ने शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन इससे संबंधी विधेयक संसद में पेश किया, जो पारित हो गया। वहीं अब राष्ट्रपति ने भी इस विधेयक पर अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/asaduddin-owaisi-says-tejashwi-yadav-could-be-bihar-cm-7204940/,"असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते","असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा खुलासा किया है। ओवैसी ने कहा कि पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अगर पार्टी उनकी बात मान लेती तो आज तेजस्वी यादव राज्य के सीएम होते। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 06:05:40 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां मैदान में हैं। इसी बीच एक कार्यक्रम के दौरान हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा खुलासा किया है। ओवैसी ने कहा कि पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अगर पार्टी उनकी बात मान लेती तो आज तेजस्वी यादव राज्य के सीएम होते। तेजस्वी यादव बन सकते थे बिहार के सीएम असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि मैंने इस संबंध में तेजस्वी की पार्टी से बात करने की काफी कोशिश की थी, पर कामयाबी नहीं हासिल हुई। इसी के चलते आज तेजस्वी यादव विपक्ष में बैठे हैं। अगर वो मेरी बात मान लेते तो आज तेजस्वी यादव विपक्ष में बैठने के बजाय राज्य के सीएम होते। हम बीजेपी के साथ नहीं बता दें कि ओवैसी की पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे थे। वहीं ओवैसी पर बिहार चुनावों में बीजेपी को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करने के आरोप भी लग रहे थे। लोगों का कहना है कि ओवैसी की पार्टी ने बिहार में चुनाव लड़कर राजद के वोट काटने का काम किया। इस पर जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा कि हमारी पार्टी ने वोट काटने का काम नहीं किया और न ही हमने बीजेपी का साथ दिया। ओवैसी ने दावा किया कि मैंने तेजस्वी यादव से संपर्क करने की कोशिश की थी। अगर तेजस्वी मेरी बात मान लेते तो आज वे विपक्ष के नेता होने के बजाय राज्य के सीएम होते। यह भी पढ़ें: बेंगलुरु: कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे के बीच दक्षिण अफ्रीकी देशों से लौटे 10 विदेशी हुए गायब, फोन भी कर लिए बंद गौरतलब है कि वंबर 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए थे। चुनाव में राजद, कांग्रेस, माकपा, भाकपा और भाकपा-माले ने महागबंधन में रहकर चुनाव लड़ा था। वहीं, असदुद्दीन की आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) ने अकेले ही मैदान में थी। अगर विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो ओवैसी की पार्टी ने बिहार चुनाव में एआइएमआइएम ने पांच सीट जीत ली। वहीं अकेले 73 सीट जीतने के बाद अन्य दलों से बेहतर सहयोग ना मिल पाने के कारण राजद को विपक्ष में ही बैठना पड़ा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/gujarat-congress-appoint-jagdish-thakor-new-president-of-party-will-replace-amit-chavda-7204734/,"Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला","Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला Gujarat जगदीश ठाकोर को कांग्रेस आलाकमान ने गुजरात अध्यक्ष की कमान सौंपी है। ठाकोर के अलावा कांग्रेस ने विधायक सुखराम रथवा को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया है। बता दें कि हाल में इन दोनों ही नेताओं ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही इनको बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 03:38:15 pm नई दिल्ली। गुजरात ( Gujarat ) में विधानसभा चुनाव ( Assembly Election ) से पहले कांग्रेस ( Congress ) एक्शन मोड में नजर आ रही है। लंबे समय से प्रदेश अध्यक्ष के खाली पड़े पद को लेकर पार्टी ने शुक्रवार को फैसला लिया। इसके तहत पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर ( Jagdish Thakor ) को गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले जगदीश ठाकरो को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। ठाकोर पर पार्टी के जनाधार के मजबूत करने के साथ पार्टी में हो रहे बिखराव को बंटोरने का बड़ा दायित्व है। दरअसल अमित चावड़ा के इस्तीफा के 9 महीने से गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष का पद खाली पड़ा था। कांग्रेस इस पद पर ऐसे शख्स की नियुक्ति चाहती थी, जो आने वाले चुनाव में पार्टी की पकड़ को मजबूत बनाने के साथ सबको साथ लेकर चल सके। Congress appoints Jagdish Thakor as President of Gujarat Pradesh Congress Committee. pic.twitter.com/1Nj5SGtq5r — ANI (@ANI) December 3, 2021 इसी वर्ष मार्च में निकाय चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अमित चावड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही पार्टी को प्रदेश में नए अध्यक्ष की तलाश थी। ये तलाश पूरे नौ महीने बाद पूरी हुई है। दरअसल अध्यक्ष पद पर नियुक्ति ना किए जाने से कांग्रेस लगातार विरोधियों के साथ-साथ अपने के भी निशाने पर थी। दरअसल कहा जा रहा था कि एक तरफ बीजेपी सीएम समेत पूरी सरकार बदलकर चुनाव की तैयारियों में जुट गई है, लेकिन कांग्रेस एक अध्यक्ष पद पर नियुक्ति नहीं कर पा रही है। हार्दिक पटेल भी रेस में थे आगे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की रेस में पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल को भी आगे माना जा रहा था, लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने जगदीश ठाकोर पर दांव लगाया है। ठाकोर उत्तर गुजरात से आते हैं। ऐसे में पार्टी ठाकरो जरिए इस क्षेत्र वोट बैंक पर नजर गढ़ाए हुए है। 64 वर्षीय जगदीश ठाकोर बनासकंठा के कंकरेज के मूल निवासी हैं। हालांकि मौजूदा समय में वे अहमदाबाद में रहते हैं। उन्होंने 2009 लोकसभा चुनाव में पाटन सीट से चुनाव जीता। इस दौरान ठाकोर ने रिकॉर्ड 2.8 लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की थी। यही नहीं ठाकोर दहेगाम सीट से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। जगदीश ने 2016 में गुजरात कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी के कार्यकर्ता बने रहेंगे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा सुखराम बने नेता विपक्ष लेकिन पार्टी ने एक बार फिर ठाकोर पर भरोसा जताते हुए उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी है। जगदीश ठाकोर के अलावा कांग्रेस आलाकमान ने विधायक सुखराम रथवा को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया है। बता दें कि हाल में इन दोनों ही नेताओं ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही इनको बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-from-lok-sabha-and-rajaya-sabha-03-12-2021-7204553/,"Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा","Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र में 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार चौथे दिन जहां विपक्ष ने निलंबित सांसदों के समर्थन में प्रदर्शन किया, वहीं शुक्रवार को विपक्ष के खिलाफ बीजेपी सांसद पर सड़क पर उतर आए। संसद के बाहर बीजेपी सांसदों ने सबको सन्मति दे भगवान...नारे के साथ प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसे जख्मों पर नमक छिड़कने वाला बताया नई दिल्ली Updated: December 03, 2021 02:37:48 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) में सांसदों का निलंबन विरोध का बड़ी वजह बनता जा रहा है। लगातार चौथे दिन भी संसद बाहर 12 निलंबित सांसदों का प्रदर्शन जारी है। खास बात यह है कि निलंबित किए गए 12 सांसदों के समर्थन में विपक्ष के प्रदर्शन के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के सांसदों ने भी बड़ा कदम उठाया। बीजेपी सांसदों ने भी विपक्ष के खिलाफ संसद ना चलने देने के विरोध में प्रदर्शन किया। बीजेपी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक विरोध मार्च निकाला। बीजेपी सांसद जफर इस्लाम ने कहा कि विपक्ष लगातार प्रदर्शन के जरिए लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। बीजेपी किसी भी कीमत पर ये बर्दाश्त नहीं करेगी। संसद को भंग करना, माफी नहीं मांगने जैसी हरकतों के जरिए विपक्ष सिर्फ लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर प्रहार कर रहा है। #SansadUpdate: Union Minister @DrJitendraSingh introduces 'The Central Vigilance Commission (Amendment) Bill, 2021' & 'The Delhi Special Police Establishment (Amendment) Bill, 2021' in #LokSabha #winterSession2021 @LokSabhaSectt pic.twitter.com/L6Bkjr7X66 — SansadTV (@sansad_tv) December 3, 2021 Winter session | The Central Vigilance Commission (Amendment) Bill, 2021 and the Delhi Special Police Establishment (Amendment) Bill, 2021 introduced in Lok Sabha.— ANI (@ANI) December 3, 2021 शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन लोकसभा में CVC, CBI निदेशक के कार्यकाल की अवधि पांच साल तक बढ़ाने वाला बिल पेश किया गया है। हालांकि बिल के पेश होने पर भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। यही नहीं विपक्ष ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि ऐसे में CBI जैसी एजेंसी का और सरकारी दुरुपयोग होगा। BJP MPs protest at Parliament over 'unruly' Opposition behaviour Read @ANI Story | https://t.co/ooW5R8poVZ#Parliamentwintersession #BJP pic.twitter.com/djKO9wPoYe — ANI Digital (@ani_digital) December 3, 2021 भजन गाकर निकाला मार्च विपक्ष के हंगामे और प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने भी शुक्रवार को प्रदर्शन शुरू कर दिया। रघुपति राघव राजाराम, सबको सन्मति दे भगवान...नारे के साथ बीजेपी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक मार्च निकाला। बीजेपी का कहना है कि विपक्ष निलंबित सांसदों के बहाने लोकतांत्रित प्रक्रिया को खत्म करने की कोशिश कर रहा है। लगातार संसद को भंग कर विपक्ष लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। 12 सांसदों के निलंबर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्ष पर भाजपा सांसदों ने निशाना साधा है। It was needlessly provocative of the BJP MPs to come here & rub salt in the wounds. If anything BJP should've shown solidarity. My colleagues were unjustly expelled by a party that has institutionalised disruption: Congress MP Shashi Tharoor,on BJP MPs' protest against Opposition pic.twitter.com/NVqQYJPvUi — ANI (@ANI) December 3, 2021 शशि थरूर बोले जख्मों पर नमक छिड़क रहे बीजेपी सांसद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी सांसदों की ओऱ से किए गए प्रदर्शन को जख्मों पर नमक छिड़कना बताया। उन्होंने कहा कि, बीजेपी सांसदों का यहां आना और जख्मों पर नमक मलना बेवजह उकसाने वाला था। कुछ भी हो तो बीजेपी को एकजुटता दिखानी चाहिए थी। मेरे सहयोगियों को एक ऐसी पार्टी ने अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया, जिसने संस्थागत व्यवधान उत्पन्न किया है। A BJP minister said yesterday in the Parliament that NRC won't be implemented throughout India. They've (Central govt) repealed the 3 farm laws & will also repeal NRC: Dola Sen, TMC MP pic.twitter.com/E6SPBt3E2u — ANI (@ANI) December 3, 2021 एनआरसी भी रद्द करेगी सरकार तृणमूल सांसद डोला सेना ने कहा कि, जलद् ही बीजेपी सरकार एनसआरी को भी रद्द कर देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक मंत्री ने गुरुवार को संसद में कहा कि एनआरसी पूरे भारत में लागू नहीं किया जाएगा। डोला सेन ने कहा कि, केंद्र सरकार ने 3 कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है और जल्द ही एनआरसी को भी निरस्त कर देंगे। We had written to all States asking for data on it. 19 States responded, only Punjab reported four 'suspected' deaths due to oxygen shortage: Union Health Minister Dr Mandaviya in Lok Sabha on the question of 'deaths due to oxygen shortage' pic.twitter.com/xrZfXVpHf1 — ANI (@ANI) December 3, 2021 यह भी पढ़ेंः कोरोना गाइडलाइन को लेकर आमने-सामने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार, जानिए क्या है पूरा मामला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मंडाविया ने लोकसभा में 'ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतों' के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि, हमने सभी राज्यों को पत्र लिखकर इस पर डेटा मांगा था। 19 राज्यों ने जवाब दिया, केवल पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कारण चार 'संदिग्ध' मौतों की सूचना दी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rabri-devi-target-on-bihar-cm-nitish-kumar-on-liquor-ban-7201894/,"राबड़ी देवी का बिहार सीएम नीतीश कुमार पर हमला, कहा- महिलाओं से पूछिए शराबबंदी की जमीनी हकीकत","राबड़ी देवी का बिहार सीएम नीतीश कुमार पर हमला, कहा- महिलाओं से पूछिए शराबबंदी की जमीनी हकीकत पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार की इस बिहार यात्रा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सीएम को राज्य की महिलाएं शराबबंदी की जमीनी हकीकत बताएंगी। नई दिल्ली Published: December 01, 2021 09:01:22 pm नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में इन दिनों शराबबंदी बड़ा मुद्दा बना हुआ है। सरकार राज्य से शराब के कारोबार को खत्म करने के दावे कर रही है। वहीं विपक्ष इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी अभियान को लेकर बिहार यात्रा कर रहे हैं, जिसको लेकर भी सियासत तेज हो गई है। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार की इस बिहार यात्रा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सीएम को राज्य की महिलाएं शराबबंदी की जमीनी हकीकत बताएंगी। rabri devi target on bihar cm nitish kumar on liquor ban महिलाएं बताएंगी शराबबंदी की असलियत राबड़ी देवी ने कहा कि सीएम बिहार भर की यात्रा कर रहे हैं, ये अच्छी बात है। लेकिन जब सीएम गांव में पहुंचे तो महिलाओं से शराबबंदी की जमीनी हकीकत जान लें। सीएम महिलाओं से जरूर पूछे कि उनके पति शराब पीते हैं या नहीं। क्योंकि महिलाएं ही बेहतर तरीके से बता सकती हैं कि बिहार में शराबबंदी की क्या स्थिति है। इस दौरान बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून व्यवस्था और बढ़ते अपराध को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की असल तस्वीर सामने आई है, लेकिन सीएम को जरा भी फर्क नहीं पड़ता। बिहार की बदहाली के लिए नीतीश सरकार ही जिम्मेदार है। यह भी पढ़ें: रद्द हो गए तीनों कृषि कानून, दोनों सदनों से हरी झंडी के बाद अब राष्ट्रपति ने भी लगाई मुहर राबड़ी देवी ने हाल ही में बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में शराबबंदी का दावा करते हैं, लेकिन विधानसभा परिसर से शराब की बोतलें मिल रही हैं। राज्य के डीजीपी बोतल खोजने में लगे हैं और बिहार सरकार सिर्फ बयान दे रही है। बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव समेत कई नेता विधानसभा परिसर में शराब मिलने का मुद्दा उठा चुके हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-says-now-upa-s-existence-is-over-in-india-7201456/,"शरद पवार से मुलाकात के बाद कांग्रेस पर बरसीं ममता बनर्जी, कहा- खत्म हो गया यूपीए का अस्तित्व","शरद पवार से मुलाकात के बाद कांग्रेस पर बरसीं ममता बनर्जी, कहा- खत्म हो गया यूपीए का अस्तित्व एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममचा बनर्जी ने आज फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने कहा कि अब देश में यूपीए का कोई अस्तित्व नहीं है। नई दिल्ली Published: December 01, 2021 05:54:43 pm नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीते कुछ दिनों से कांग्रेस पर हमलावर हैं। आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने के बाद उन्होंने फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने कहा कि अब देश में यूपीए का कोई अस्तित्व नहीं है। बता दें कि अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले ममता बनर्जी की शरद पवार से मुलाकात को लेकर राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। इन दिनों ममता बनर्जी तीन दिवसीय दौरे पर महाराष्ट्र में हैं। यहां उन्होंने कल यानि मंगलवार को महाराष्‍ट्र के सीएम और शिवसेना के नेता आदित्‍य ठाकरे और पार्टी सांसद संजय राऊत से मुलाकात की थी। ममता बनर्जी संग इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम बंगाल की सीएम का मुंबई में स्‍वागत करते हैं। हमनें कई मुद्दों पर बात की है, इससे पहले हमारी मुलाकात करीब 2-3 साल पहले हुई थी। देश में वैकल्पिक फोर्स बनाने की जरूरत वहीं आज ममता बनर्जी ने ममता ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद टीएमसी प्रमुख ने कहा कि मैं यहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात करने आई हूं। ममता बनर्जी का कहना है कि आज देश के हालात सही नहीं है, फासीवाद जैसा माहौल बना हुआ है। ऐसे में हमें देश में एक मजबूत वैकल्पिक फोर्स बनाने की जरूरत है। यह भी पढ़ें: कांग्रेस नेता राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- महंगाई के आगे जुमलों की कीमत घट गई बंगाल सीएम का कहना है कि आज की स्थिति में राष्ट्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए और सामूहिक नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प तैयार करना चाहिए। हम 2024 के आम चुनाव के बारे में भी सोच रहे हैं। इस दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि यूपीए का अब देश में कोई अस्तित्व नहीं हैं। बता दें कि बंगाल सीएम बीते काफी दिनों से कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस जरूरत के समय सही फैसला नहीं लेती। अब जब उसे आगे आने की जरूरत है तो वह कोई निर्णय नहीं ले रही बस तमाशा देख रही है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-price-of-jumlas-has-decreased-in-front-of-inflation-7201335/,"कांग्रेस नेता राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- महंगाई के आगे जुमलों की कीमत घट गई","कांग्रेस नेता राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- महंगाई के आगे जुमलों की कीमत घट गई कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश में बढ़ती महंगाई को लेकर एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई बढ़ने के साथ जुमलों की भाव गिर गए हैं। नई दिल्ली Published: December 01, 2021 04:55:54 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने देश में रसोई गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का जिक्र करते हुए कहा कि देश में महंगाई बढ़ने के साथ जुमलों की भाव गिर गए हैं। बता दें कि राहुल गांधी केंद्र को जुमलों वाली सरकार कहकर निशाना साधते हैं। जुमलों के दाम गिर गए हैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक खबर शेयर की है। खबर में बताया गया है कि भारत में एक बार फिर से गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ गई है। बताया गया कि दिसंबर के पहले ही दिन सरकार ने गैस सिलेंडर पर 101 रुपए बढ़ा दिए हैं। इस खबर को ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने कैप्शन लिखा कि जैसे-जैसे महंगाई बढ़ी, जुमलों के भाव गिर गए। जैसे-जैसे महंगाई बढ़ी, जुमलों के भाव गिर गए।#LPG #Pricehike pic.twitter.com/iuu751S8ZY — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2021 बता दें कि राहुल गांधी केंद्र सरकार पर कई बार जनता से झूठे वादे करने का आरोप लगा चुके हैं। राहुल गांधी का कहना है कि सरकार को जनहित से कोई मतलब नहीं वो सिर्फ अपने उद्योगपति दोस्तों के फायदे के लिए फैसले लेते हैं। इसके लिए राहुल गांधी नोटबंदी, कृषि कानूनों का उदाहरण देते हैं। कांग्रेस नेता का कहना है कि सत्ता में आने से पहले नरेंद्र मोदी ने रोजगार देने, किसानों की आय दोगुनी करने और महंगाई खत्म करने का वादा किया था, लेकिन वो सब जुमले निकले साबित हुए। यह भी पढ़ें: कोरोना के नए वेरिएंट के खिलाफ कितनी प्रभावी है कोविशील्ड, अदार पूनावाला ने बताया सच गौरतलब है कि इन दिनों राहुल गांधी संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार पर हमलावर हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को रद्द करने संबंधी विधेयक तो पास करा दिया, लेकिन एमएसपी और आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौतों पर चर्चा नहीं होने दी। बता दें कि सरकार ने बीते दिनों कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद भी किसान एमएसपी को लेकर कानून न बनने तक प्रदर्शन खत्म न करने की बात कह रहे हैं।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-day-three-01-12-2021-opposition-protest-against-12-mps-suspension-7200803/,"Parliament Winter Session: सांसदों के निलंबन वापसी की मांग पर अड़ा विपक्ष, राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित","Parliament Winter Session: सांसदों के निलंबन वापसी की मांग पर अड़ा विपक्ष, राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित Parliament Winter Session शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं। दूसरा दिन 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में हंगामेदार रहा। वहीं बुधवार को भी विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने जमकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं निलंबित 12 सांसद धरने पर बैठ गए नई दिल्ली Updated: December 01, 2021 04:08:37 pm नई दिल्ली। संसद के शीतलकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) का आज तीसरा दिन है। पहले दो दिन सदन में हंगामेदार रहे। 12 राज्यसभा ( Rajya Sabha ) सांसदों को निलंबन को लेकर विपक्ष नाराज है। दूसरे दिन मंगलवार को भी दिनभर सदन के अंदर और बाहर जमकर प्रदर्शन हुआ। वहीं बुधवार को भी सदन की शुरुआत से पहले ही विपक्ष का प्रदर्शन शुरू हो गया। 12 सांसदों के समर्थन में विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हाथों तख्तियां लिए विपक्षी नेता 12 सांसदों की बहाली की मांग करते दिखे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: राज्यसभा के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए हुई स्थगित Rajya Sabha adjourned for the day as the Opposition continued ruckus over the suspension of 12 Opposition members of the House. — ANI (@ANI) December 1, 2021 भारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। दरअसल विपक्ष लगातार 12 निलंबित सांसदों की वापसी की मांग पर अड़ा रहा। तीन पर राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा इसके बाद भी विपक्ष का हंगामा खत्म नहीं हुआ। विपक्ष के शोरशराबे और हंगामे के चलते कार्यवाही कल दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा में तीसरे दिन केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बांध सुरक्षा बिल आगे बढ़ाया। हालांकि, जब इस पर चर्चा नहीं हो पाई। रेल मंत्रालय ने लोकसभा में दिए आंकड़े लोकसभा में रेल मंत्रालय ने कहा है कि ट्रेन के 4934 डिब्बों में और 838 स्टेशनों पर CCTV कैमरे पहले ही लगाए जा चुके हैं। GRP की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक रेलवे के तहत अपराध की घटनाएं 2018 से 2020 के दौरान लगातार कम हुई हैं। ""If Govt doesn't have a record of 700 people then how they had collected data of lakhs of people during pandemic. Over 50 lakh people lost their lives due to #COVID19 in the last 2 years but according to govt, only 4 lakh people died due to the virus,"" Mallikarjun Kharge added — ANI (@ANI) December 1, 2021 गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में लिखित जवाब में कहा है कि भारत में इस वक्त 4557 अफगान नागरिक वीजा की अवधि बढ़वाकर रह रहे हैं। 24 नवंबर तक 200 ई-इमरजेंसी एक्स-मिस्क वीजा भी जारी किे जा चुके हैं। Winter session of Parliament | Rajya Sabha adjourned till 2 pm as Leader of Opposition Mallikarjun Kharge raised the issue of suspension of 12 MPs. pic.twitter.com/kMeJcivIom — ANI (@ANI) December 1, 2021 हंगामे के बीच राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा बुधवार को राज्यसभा में हावी नजर आया। 12 बजे तक कार्यवाही शुरू होने के साथ ही एक बार फिर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया और सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। The suspension of MPs shows the arrogance of those in the majority. When they were in opposition they also used to disrupt Parliament proceedings. We will continue our 'dharna till the time we don't get justice: Dola Sen, TMC MP who has been suspended from the Winter session pic.twitter.com/oEcwZt97WH — ANI (@ANI) December 1, 2021 TMC का आरोपी BJP भी ऐसे ही करती थी विरोध निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा की निलंबित TMC सांसद डोला सेन ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि BJP जब विपक्ष में थी तो उन्होंने कई बार सदन की कार्यवाही को बाधित किया। लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक शुरू कर दी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क एवं परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कानून मंत्री किरण रिजिजू और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी शामिल हुए। माना जा रहा है कि बैठक में कोरोना नए वैरिएंट के खतरे से लेकर अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा हो रही है। Delhi | Congress MP Rahul Gandhi among opposition MPs protesting against the suspension of 12 opposition members of Rajya Sabha pic.twitter.com/98Ssz5RJt8 — ANI (@ANI) December 1, 2021 मनीष तिवारी ने महंगाई पर दिया स्थगन प्रस्ताव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में देश में बढ़ती महंगाई और एलीपीजी गैस के दामों को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया है। ओमिक्रॉन वैरिएंट पर चर्चा सदन में बुधवार को कोरोना महामारी और ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर तैयारी पर चर्चा होनी है। वहीं कांग्रेस ने भी कोरोना से होने वाली मौतों की वास्तविक संख्या पर बहस का अनुरोध किया है। यह भी पढ़ेंः Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित कांग्रेस की मांग है कि इस महामारी से अपनों को खोने वाले गरीब परिवारों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाए। माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर सदन में जोरदार हंगामा हो सकता है। संसद के कमरा नंब 59 में लगी आग बुधवार सुबह संसद भवन के बड़ी खबर सामने आई। संसद के कमरा नंबर-59 में सुबह 8 बजे आग लग गई। दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। फिलहाल किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/liquor-bottles-found-in-bihar-assembly-tejashwi-target-on-gov-7199574/,"बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलें, तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा","बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलें, तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा बिहार विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफा मांग लिया है। नई दिल्ली Published: November 30, 2021 05:03:53 pm नई दिल्ली। बिहार में इन दिनों शराबबंदी चर्चा का विषय बना हुआ है। विधानसभा में भी विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है। इसी बीच बिहार विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जब इतनी कड़ी व्यवस्था के बाद भी शराब की बोलतें मिल रही हैं तो इससे राज्य में शराबबंदी की हालत समझी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार शराबबंदी पर पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। liquor bottles found in bihar assembly, tejashwi target on gov तेजस्वी ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा विधानसभा परिसर में शराब की बोलतें मिलने के बाद तेजस्वी यादव खुद उस स्थान पर पहुंचे, जहां बोलतें पड़ी थीं। वहीं इस मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है। उन्‍होंने कहा कि बिहार विधानसभा परिसर में कितने धड़ल्‍ले से शराब की बोतल पहुंच रही हैं। ऐसे में सीएम नीतीश कुमार को अपनी नाकामी स्वीकार कर पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह की चीजें कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। इसमें जो भी लोग शामिल हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले में जांच का आदेश देने का आग्रह किया है। सीएम ने कहा कि इस मामले की गम्भीरता से जांच होगी, जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी। यह भी पढ़ें: सांसदों के निलंबन पर बोले राहुल गांधी, जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं, कल से धरने पर बैठेंगे निलंबित सांसद गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी के कई सालों के बाद भी राज्य में अक्सर शराब की तस्करी के मामले सामने आते हैं। वहीं कई बार बिहार में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत भी हो चुकी है। दिवाली के मौके पर भी बिहार में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद से बिहार सरकार शराबबंदी को लेकर सख्त नजर आ रही है। इसके चलते राज्य में अब तक कई शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, ये अभियान अभी भी जारी है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-12-suspended-mps-will-sit-on-dharna-from-tomorrow-7199479/,"सांसदों के निलंबन पर बोले राहुल गांधी, जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं, कल से धरने पर बैठेंगे निलंबित सांसद","सांसदों के निलंबन पर बोले राहुल गांधी, जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं, कल से धरने पर बैठेंगे निलंबित सांसद कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी निलंबित सांसदों ने पक्ष में खड़े हो गए हैं। राहुल गांधी का कहना है कि संसद में जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं है। ऐसे में सांसद कतई माफी नहीं मांगेंगे। नई दिल्ली Published: November 30, 2021 04:07:39 pm नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र शुरू होते ही राज्यसभा के 12 सदस्यों को मानसून सत्र में हंगामा करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वहीं अब ये मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी निलंबित सांसदों ने पक्ष में खड़े हो गए हैं। राहुल गांधी का कहना है कि संसद में जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं है। ऐसे में सांसद कतई माफी नहीं मांगेंगे। कल धरने पर बैठेंगे सांसद इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐलान कर दिया है कि कल से सभी निलंबित सांसद धरने पर बैठेंगे। कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर लिखा कि किस बात की माफी। संसद में जनता की बात उठाने की, बिलकुल नहीं। बता दें कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा से वाकआउट किया। वहीं विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देकर अपना विरोध दर्ज किया। किस बात की माफ़ी? संसद में जनता की बात उठाने की? बिलकुल नहीं! — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 30, 2021 इस संबंध में जानकारी देते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया, हमने 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के विरोध में बचे दिन के लिए लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है। उन्होंने बताया कि आज संसद की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद हमने राज्यसभा के सभापति से पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सदन से 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने का अनुरोध भी किया है। फिलहाल सभापति को ओर से इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है। यह भी पढ़ें: अब बिहार में ड्रोन कैमरे से होगी शराब तस्करों की निगरानी गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने पर पहले ही दिन राज्यसभा से 12 सांसदों को निलंबित किया गया है। इसमें कांग्रेस, शिवसेना, टीएमसी और माकपा के सांसद शामिल हैं। इन सांसदों पर पिछले मानसून सत्र में अशोभनीय आचरण करने की वजह से निलंबित किया गया है। बता दें कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष ने किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा किया था।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-and-how-12-opposition-mps-suspended-for-entire-session-7199250/,"शीतकालीन सत्र में 'एक्‍शन' से 12 सांसद निलंबित, क्या है नियम? क्या रहा है निलंबित होने का इतिहास","शीतकालीन सत्र में 'एक्‍शन' से 12 सांसद निलंबित, क्या है नियम? क्या रहा है निलंबित होने का इतिहास राज्यसभा ने एक नोटिस जारी कर सभी 12 सांसदों को सूचित किया है कि 'मानसून सत्र के आखिरी दिन कई विपक्षी नेता ने न केवल हंगामा किया था, बल्कि सुरक्षाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया था। इसलिए सभी को नियम 256 के अनुसार इस सत्र के लिए निलंबित किया जाता है।' विपक्ष के विरोध के बावजूद सांसदों का निलंबन खारिज करने से सभापति वेंकैया नायडू ने इनकार कर दिया है नई दिल्ली Published: November 30, 2021 12:52:22 pm संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही 12 सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। इस निलंबन को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट हो विरोध कर रहा है। सांसदों का निलंबन खारिज करने से सभापति वेंकैया नायडू ने इनकार कर दिया। उन्होंने विपक्ष से कहा कि 12 सांसदों का निलंबन नियमों के मुताबिक किया गया है, ऐसे में वो चाहे तो आज चर्चा का हिस्सा बन सकते हैं या सदन से वॉकआउट कर दें।अब इस निलंबन के विरोध में लोकसभा के बाद राजसभा से भी विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया है। दरअसल, ये वही सांसद हैं जिन्होंने मानसून सत्र में किसान आंदोलन एवं अन्य कई मुद्दों को लेकर चर्चा की बजाय सदन में हंगामा किया था। इनमें कांग्रेस के छह, टीएमसी के दो, शिवसेना के दो और सीपीएम और सीपीआई के एक एक सांसद शामिल हैं, जिन्हें निलंबित किया गया है। विपक्ष ने इस निलंबन का विरोध करते हुए संयुक्त बयान जारी किया है। विपक्ष ने कहा कि यह राज्यसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों का उल्लंघन है। इसके साथ ही विपक्ष आज इसपर संयुक्त बैठक कर रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार बातचीत कर निलंबन को वापस करवाए अन्यथा वो संसद के बाहर और अंदर प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, भाजपा ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यदि विपक्ष स्पीकर से माफी मांग लें तो उनका निलंबन सभापति द्वारा वापस लिया जाएगा, परंतु विपक्ष झुकने को तैयार नहीं है। राज्यसभा ने एक नोटिस जारी कर सभी को सूचित किया है कि 'मानसून सत्र के आखिरी दिन कई विपक्षी नेता ने न केवल हंगामा किया था, बल्कि सुरक्षाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया था। इसलिए सभी को नियम 256 के अनुसार इस सत्र के लिए निलंबित किया जाता है।' किन नियमों के तहत स्पीकर करता है निलंबित ? राज्य सभा में प्रक्रिया तथा कार्य-संचालन विषयक नियम 256 में सांसद के निलंबन का प्रावधान है, जबकि नियम 255 में लघुतर सजा का प्रावधान है। वहीं, लोकसभा में नियम 373 और 374 के जरिए अध्यक्ष किसी भी सांसद को निलंबित करता है। राज्यसभा सांसद के निलंबन हेतु सभापति सदन के कार्य में बाधा डालने वाले का नाम ले सकता है, तब उसे सदन से बाहर जाना आवश्यक है। नियम 256 के तहत निलंबन इसी नियम के तहत राज्यसभा के सांसदों को निलंबित किया गया है। इस नियम के अनुसार सभापीठ के अधिकारों की उपेक्षा करने या जानबूझकर राज्यसभा के कार्य में बाधा डालने पर, नियमों का दुरुपयोग करने वाले सदस्य को सभापति चाहे तो शेष सत्र के लिए निलंबित कर सकता है। निलंबन होते ही उस सदस्य को सदन छोड़कर बाहर जाना होगा। ये निलंबन केवल उसी सत्र तक के लिए वैध रहेगा। नियम 255 के तहत निलंबन सभापति को यदि किसी भी नेता का आचरण अव्यवस्थापूर्ण लगता है तो वो उसे राज्यसभा से बाहर जाने का निर्देश दे सकता है। ये नियम केवल उसी दिन लागू रहेगा। निलंबन कैसे वापस हो सकता है? हाँ, ये निलंबन वापस लिया जा सकता है, परंतु ये राज्यसभा के सभापति पर निर्भर करता है। यदि हंगामा मचाने वाले निलंबित सांसद माफी मांग लें तो सभापति इस निलंबन को वापस ले सकते हैं। क्या सांसदों का निलंबन एक्सट्रीम कदम है? वास्तव में सांसदों के अनियंत्रित व्यवहार का समाधान दीर्घकालिक और लोकतान्त्रिक मूल्यों के अनुसार किया जाना चाहिए। हालांकि, कार्यवाही के सुचारु रूप से संचालन के लिए पीठासीन अधिकारी के सर्वोच्च अधिकार का मान रखा जाना आवश्यक है। फिर भी सदन की कार्यवाही के लिए संतुलन को बनाए रखना भी आवश्यक है। पीठासीन अधिकारी का कार्य सदन का संचालन करना है न कि उसपर शासन करने का। विपक्षी नेताओं को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाना सरकार द्वारा लाये गए प्रस्ताव को पारित करने या उसपर चर्चा करने का समय विपक्ष से छीनने जैसा है। ये भी एक तथ्य है कि संसद में अगर विपक्ष कमज़ोर होता है तो सत्ता पक्ष मनमाने तरीके से कानून लागू कर सकता है और सदन में किसी मुद्दे पर अच्छी बहस मज़बूत विपक्ष के बिना संभव नहीं है। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सरकार के सामने एक मजबूत विपक्ष का होना आवश्यक माना जाता है क्योंकि विपक्ष सरकार के कार्यों और नीतियों पर सवाल करता है, और उसे तानाशाही होने से रोकता है। गौरतलब है कि विपक्ष में रहते हुए जब भी अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और भैरो सिंह शेखावत जैसे नेता संदन में बोलते थे, सत्ता पक्ष उनकी बातों को सुनता था। पहले भी हुए हैं निलंबन हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब सांसदों का इस तरह से निलंबन किया गया हो इससे पहले भी ऐसा किया जा चुका है। सबसे बड़ा निलंबन 1989 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के शासनकाल में हुआ था। तब लोकसभा अध्यक्ष ने 63 सांसदों को निलंबित किया गया था और अन्य 4 अन्य सांसद भी इसके विरोध में सदन से बाहर चले गए थे। इसके बाद जनवरी 2019 में तत्कालीन स्पीकर सुमित्रा महाजन ने 45 सांसदों को सस्पेंड किया था। वर्ष 2014 में स्पीकर मीरा कुमार ने ही 18 सांसदों को सदन में हंगामा करने के लिए सस्पेंड किया था। बता दें कि मानसून सत्र में इनमें से विपक्ष के कुछ सांसदों ने उप सभापति हरिवंश पर कागज फेंका था, और सदन के टेबल तक पर चढ़ गए थे। पहले विपक्ष ने आरोप लगाए कि भाजपा ने बाहरी लोगों को सदन में हंगामा करने के लिए बुलाया था, परंतु वीडियो सामने आने पर कहानी विपरीत थी। #BREAKINGNEWS Events at RS Chamber on 11th Aug’21 18:40 @derekobrienmp TMC seen recording the House, Well, Marshal & others#ParliamentInsulted pic.twitter.com/iM7nQtQJH4 — Know The Nation (@knowthenation) August 12, 2021 सदन में हंगामे से जुड़े वीडियो में ये भी सामने आया था कि सदन के मार्शलस के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया था। इन घटनाओं के बाद राज्यसभा के स्पीकर एम. वेंकैया नायडू को एक्शन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। उस समय अपने निर्णय में सभापति भावुक भी नजर आए थे। तब उन्होंने कहा था कि 'विपक्ष सदन की मर्यादा भूल गया है, ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए।' पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey भारतीय जनता पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर 5 राज्यों के चुनाव में BJP, कांग्रेस समेत 19 दलों ने कमाए 1100 करोड़ रुपए, चुनाव प्रचार पर किया जमकर खर्च, रिपोर्ट में हुआ खुलासा पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-three-days-mumbai-visit-from-today-will-meet-uddhav-thackeray-and-sharad-pawar-7198962/,"Mamata Banerjee Mumbai Visit: आज से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर टीएमसी चीफ, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से करेंगी मुलाकात","Mamata Banerjee Mumbai Visit: आज से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर टीएमसी चीफ, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से करेंगी मुलाकात Mamata Banerjee Mumbai Visit टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुंबई दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। बताया जा रहा है अपने अहम दौरे के बीच दीदी एक दिसंबर यानी बुधवार को मुंबई के कुछ बड़े उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकतीं हैं नई दिल्ली Published: November 30, 2021 10:20:10 am नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee Mumbai Visit ) मंगलवार से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर रहेंगी। दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी पार्टी विस्तार में जुटी हैं। यही नहीं इसके साथ ही टीएमसी ( TMC ) चीफ विपक्षी दलों के नेतृत्व का मन भी बना रही है। यही वजह है कि उनके मुंबई ( Mumbai ) दौरे को इसी कड़ी का अहम हिस्सा माना जा रहा है। ममता बनर्जी अपने तीन दिवसीय दौरे के बीच सिद्धी विनायक मंदिर में दर्शन करने के साथ ही शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) और राष्ट्रवादी कांग्रेस चीफ शरद पवार ( Sharad Pawar ) से मुलाकात करेंगी। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्षी दलों ने बुलाई बैठक, ले सकते हैं बड़ा फैसला ममता बनर्जी 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुंबई दौरे पर हैं। इस दौरान वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। बताया जा रहा है अपने अहम दौरे के बीच दीदी एक दिसंबर यानी बुधवार को मुंबई के कुछ बड़े उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकतीं हैं। ममता बनर्जी की उद्योगपतियों से होने वाली मुलाकात का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में निवेश को बढ़ाना बताया जा रहा है। MVA में कांग्रेस से बनाई दूरी महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के गठबंधन वाली सरकार है। ममता बनर्जी अपने दौरे के बीच इस गठबंधन के तीन दलों में से दो दलों के प्रमुखों से मुलाकात करने वाली हैं। इसमें शिवसेना प्रमुख ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार शामिल है। ममता ने इस दौरे पर कांग्रेस से दूरी बनाए रखने का मन बनाया है। दरअसल इससे पहले दिल्ली दौरे पर भी ममता बनर्जी ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की थी। जब उनसे इस बारे में पूछा गया था तो दीदी ने जवाब दिया था कि ऐसे किसी संविधान में लिखा है कि दिल्ली आएं तो सोनिया गांधी से मिलना जरूरी है। यह भी पढ़ेँः फिर झुकी सरकारः कहा पराली जलाना अपराध नहीं, कृषि मंत्री ने बताया कैसे निपटेंगे किसानों के खिलाफ दर्ज मामले ममता के तेवरों से साफ है कि वो अब बंगाल में बीजेपी पर जीत के जादू को बरकरार रखते हुए इसे विपक्ष दलों का नेतृत्व करने में तब्दील करने के मूड में दिख रही हैं। ",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-is-following-bjp-strategy-in-tripura-7197868/,त्रिपुरा में ममता बनर्जी वही रणनीति अपना रहीं जो भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनाई!,"त्रिपुरा में ममता बनर्जी वही रणनीति अपना रहीं जो भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनाई! भले ही निकाय चुनावों में 334 में से 329 सीटों पर भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है, परंतु ममता बनर्जी की पार्टी का प्रदर्शन भी पहले से बेहतर दिखाई दिया है। ममता बनर्जी भी ठीक उसी तरह की रणनीति त्रिपुरा में भाजपा को हराने के लिए अपना रही हैं जो पश्चिम बंगाल में भाजपा ने अपनाई थी। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 06:01:57 pm विपक्ष एक तरफ संसद के शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति बना रहा है पर लगता है ममता बनर्जी का फोकस 2024 पर है। इसलिए वो विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं हुईं। ममता बनर्जी लगातार देश के हर राज्यों में अपनी पकड़ को मजबूत करने में जुटी हुई हैं। इसी का प्रभाव त्रिपुरा के निकाय चुनावों में देखने को मिला है। भले ही निकाय चुनावों में 334 में से 329 सीटों पर भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है, परंतु ममता बनर्जी की पार्टी का प्रदर्शन भी पहले से बेहतर दिखाई दिया है। ममता बनर्जी भी ठीक उसी तरह की रणनीति त्रिपुरा में भाजपा को हराने के लिए अपना रही हैं जो पश्चिम बंगाल में भाजपा ने अपनाई थी। हालांकि, टीएमसी को केवल एक ही सीट नसीब हुई है, परंतु 20 प्रतिशत वोट शेयर के साथ ये पार्टी राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं, मकपा को 3 सीटें मिली है वो भी 16 फीसदी वोट शेयर के साथ। इस प्रदर्शन से टीएमसी के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है, और विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी और बड़ी योजना के साथ काम कर सकती है। गौर करें तो 2019 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी का कुल वोट शेयर केवल 0.4 फीसदी ही था, जबकि 2018 के विधानसभा चुनावों में केवल 0.3 फीसदी रहा। पिछले चुनावों की तुलना में टीएमसी के प्रदर्शन में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। स्पष्ट है ममता बनर्जी की पार्टी राज्य में कई बार बुरी से तरह जनता द्वारा नकार दी गई। इसके बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा चेहरा बनने की राह में ममता बनर्जी ने हार नहीं मानी। एक बार फिर से त्रिपुरा में किस्मत आजमाई और इस बार पार्टी का प्रदर्शन पिछले दो चुनावों के मुकाबले काफी बेहतर रहा है। कुछ ऐसा ही प्रदर्शन पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच देखने को मिला था, जहां भाजपा ने साल दर साल अपने वोट शेयर बढ़ाए हैं। उदाहरण से समझिए, इसी वर्ष पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों में भले ही ममता बनर्जी आसानी से चुनाव जीत गईं, परंतु भाजपा का वोट शेयर 38.1 प्रतिशत रहा था। इसके साथ ही भाजपा को कुल 294 सीटों में से 77 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि वर्ष 2016 के चुनावों में भाजपा को केवल 3 सीटें ही मिली थीं और वोट शेयर 10 फीसदी रहा था। भाजपा ने भी शुवेंदु अधिकारी जैसे चेहरों को टीएमसी से अपनी पार्टी में शामिल कर संगठन को मजबूत किया था। ठीक ऐसा ही ममता बनर्जी भी कर रही हैं। भाजपा और कांग्रेस के असन्तुष्ट नेता टीएमसी का रुख कर रहे हैं। मुकुल रॉय के बाद भाजपा विधायक सौमेन रॉय, विश्वजीत दास, तन्मय घोष, पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो व एक अन्य विधायक टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। इसके बाद राजिब बनर्जी, आशीष दास, सुष्मिता देव समेत कई बड़े नेता टीएमसी से जुड़ रहे हैं। इसके अलावा भाजपा की तरह ही ममता ने भी त्रिपुरा में हिंसा, भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दे को हथियार बना लिया है। भाजपा पर ममता भी वही आरोप लगा रहीं हैं जो भाजपा ने बंगाल में ममता के खिलाफ लगाये थे। स्पष्ट है कि पूरे पूर्वोत्तर भारत में टीएमसी खुद को मजबूत करने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है और इसके परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं। हालांकि, वर्ष 2017 में पार्टी का आधार कमजोर हो गया था जब सुदीप रॉय बर्मन के नेतृत्व में उत्तर-पूर्वी राज्य में उसके सभी छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। अब वर्तमान में बढ़े जनाधार के साथ संगठन को मजबूत करने की दिशा में टीएमसी आगे बढ़ रही है। वर्तमान में स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि ""ये एक पार्टी की शुरुआत के लिए आसाधरण है, जहां न के बराबर उपस्थिति थी वहाँ पार्टी ने सफलतापूर्वक स्थानीय निकाय चुनाव लड़ा और 20 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल कर राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बनी है।"" उन्होंने आगे कहा, ''इस तथ्य के बावजूद कि हमने बमुश्किल 3 महीने पहले अपनी गतिविधियां शुरू कीं, जबकि भाजपा ने त्रिपुरा में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। त्रिपुरा टीएमसी के सभी बहादुर सैनिकों को उनके अनुकरणीय साहस के लिए बधाई।'' This is despite the fact that we commenced our activities barely 3 months ago and @BJP4Tripura left no stone unturned to BUTCHER DEMOCRACY in Tripura. Congratulations to all the brave soldiers of @AITC4Tripura for their exemplary courage. সবে তো শুরু এবার আসল খেলা হবে। (2/2) — Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) November 28, 2021 वहीं, भाजपा ने टीएमसी के दावों को खारिज कर दिया है और कहा है कि जनता ने विकास की सरकार को चुना है। हालांकि, इस तथ्य को अनदेखा नहीं किया जा सकता कि भाजपा के समक्ष राज्य में टीएमसी एक बड़े विकल्प के तौर पर खुद को पेश करने में जुटी है। यदि टीएमसी का प्रदर्शन ऐसे ही हर चुनावों में बेहतर होता गया तो हो सकता है 2023 के चुनावों में हमें त्रिपुरा में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिले। ",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-rahul-gandhi-target-on-gov-over-msp-7197826/,"शीतकालीन सत्र का पहला दिन, राहुल गांधी का आरोप, डरपोक सरकार ने MSP और किसानों की शहादत पर चर्चा नहीं होने दी","शीतकालीन सत्र का पहला दिन, राहुल गांधी का आरोप, डरपोक सरकार ने MSP और किसानों की शहादत पर चर्चा नहीं होने दी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उसे डरपोक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने आज MSP पर, शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर और लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी जैसे मामलों पर चर्चा नहीं होने दी। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 05:42:12 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता ने MSP और किसानों की मौत के मुद्दे पर सरकारों को घेरा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि डरपोक सरकार, MSP और किसानों की मौत के मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है। राहुल गांधी का कहना है कि सरकार हर बार की तरह इस बार भी जनता के मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है। उसे जनता के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। डरपोक है सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सरकार ने आज MSP पर, शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर और लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी जैसे मामलों पर चर्चा नहीं होने दी। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए उसे डरपोक बताया है। राहुल गांधी ने लिखा 'जो छीने संसद से चर्चा का अधिकार, फेल है, डरपोक है वो सरकार।' चर्चा नहीं होने दी- MSP पर शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्ख़ास्तगी पर… जो छीने संसद से चर्चा का अधिकार, फ़ेल है, डरपोक है वो सरकार। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 29, 2021 बता दें कि आज केंद्र सरकार ने संसद में कृषि कानूनों को रद्द करने संबंधी विधेयक पास कराया। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक नई मांग उठा दी है। कांग्रेस नेता का कहना है पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करते हुए माना था कि हमसे गलती हुई है। ऐसे में राहुल गांधी ने मांग की है कि सरकार किसान आंदोलन में मारे गए अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा दे। यह भी पढ़ें: PF Interest Deposit: 21.38 करोड़ अकाउंट में पहुंच गया है ब्याज का पैसा, यहां जानिए कैसे चेक करें अपना खाता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। देश के 3 से 4 पूंजीपतियों के आगे किसानों की शक्ति कमजोर नहीं हो सकती। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने संसद में एमएसपी पर कानून बनाने की मांग उठाई। बता दें कि कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार एमएसपी पर कानून नहीं बनाती, हम वापस नहीं जाएंगे। ",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/uddhav-thackeray-says-mva-gov-converted-disaster-into-opportunity-7196528/,"महाराष्ट्र: उद्धव सरकार को पूरे हुए 2 साल, सीएम बोले-एमवीए सरकार ने आपदा को अवसर में बदला","महाराष्ट्र: उद्धव सरकार को पूरे हुए 2 साल, सीएम बोले-एमवीए सरकार ने आपदा को अवसर में बदला शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाराष्ट्र सरकार को दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने आपदा को अवसर में बदला है। नई दिल्ली Updated: November 28, 2021 10:04:38 pm नई दिल्ली। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाराष्ट्र सरकार को दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के 2 साल के कार्यकाल का ज्यादातर हिस्सा कोविड-19 के प्रबंधन में बीता है। बावजूद इसके महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सरकार इस आपदा को अवसर में बदलने में कामयाब रही। इस दौरान सीएम ठाकरे ने राज्य के लोगों से मिले समर्थन के लिए उनका आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह जनता की सरकार है। सीएम ने कहा कि मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हम घबराए नहीं और हमारा ध्यान आम आदमी के कल्याण पर रहा। हमारी सरकार के 2 साल के कार्यकाल का ज्यादा हिस्सा कोरोना प्रबंधन में ही बीता है, हम इस संकट को अवसर में बदलने में सफल हुए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि 2 साल पहले की स्वास्थ्य, चिकित्सा सुविधाओं और अवसंरचनाओं में और अब बहुत बड़ा अंतर देखने को मिलता है। वैश्विक कोरोना महामारी से निपटते वक्त हमारी सरकार और प्रशासन में कोई नकारात्मकता नहीं थी। हमने औद्योगिक निवेश, कृषि आधारभूत संरचना, आवास, रोजगार, जलापूर्ति, सौर ऊर्जा, पर्यावरण, वन और पर्यटन क्षेत्र में सुधार के लिए कड़ी मेहनत की है। यह भी पढ़ें: राहुल गांधी का स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को समर्थन, कहा- नफरत नहीं जीतेगी- विश्वास रखिए सीएम ने बताया कि हमने जनहित को सबसे पहले रखा है। इसके चलते ही राज्य के अन्नदाताओं का 20 हजार करोड़ रुपए का कर्ज हमारी सरकार ने माफ किया है। महात्मा ज्योतिराव फुले कृषि ऋण माफी योजना के तहत हमने इसे अंजाम दिया है, जिससे आज महाराष्ट्र के किसानों के चेहरों पर खुशी है। इस दौरान सीएम ने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीते दो साल विपक्ष दिशाहीन रहा। इस दौरान सरकार को अस्थिर करने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। अब भाजपा फर्जी दावे और तारीखों की घोषणा कर रही है। यह सिर्फ लोगों को भटकाने का प्रयास है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pappu-yadav-says-former-bihar-cm-lalu-prasad-yadav-life-is-in-danger-7196201/,"पप्पू यादव बोले बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव को है जान का खतरा, हत्या की हो रही साजिश","पप्पू यादव बोले बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव को है जान का खतरा, हत्या की हो रही साजिश जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव का कहना है कि राजद सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जान को खतरा है। जाप अध्यक्ष का कहना है कि लालू यादव का परिवार ही उनकी जान लेना चाहता है। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 05:40:30 pm नई दिल्ली। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने बड़ा बयान दिया है। पप्पू यादव का कहना है कि राजद सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जान को खतरा है। जाप अध्यक्ष का कहना है कि लालू यादव का परिवार ही उनकी जान लेना चाहता है। उन्होंने कहा कि लालू यादव सच में बीमार हैं, लेकिन उनका परिवार राजद सुप्रीमों के इलाज के नाम पर राजनीति कर रहा है। बिहार की आधी आबादी है गरीब दरअसल, बिहार की राजधानी पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यह बात कही है। इस मौके पर पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर भी हमला किया। उनका कहना है कि देश में जहां भी एनडीए की सरकार है, वहीं गरीबी भी सबसे ज्यादा है। अभी नीति आयोग की रिपोर्ट में ही बिहार की बदहाली की तस्वीर सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 51.91 फीसद जनसंख्या गरीब है, जिसके लिए सरकार जिम्मेदार है। इस दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी की सरकार सिर्फ लोगों को बांटने की राजनीति करती है, इनका विकास से कोई लेना देना नहीं है। आज विकास के मानकों में बिहार सबसे गरीब राज्य है और इशके लिए राज्य के नेता जिम्मेदार हैं। इस दौरान राजद पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी का बेरोजगारी पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। आरजेडी और एनडीए के 30 साल के शासनकाल में बिहार की स्थिति बदहाल हो गई है। बिहार की गरीबी सब के लिए अभिशाप है। यह भी पढ़ें: शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए 31 दल, AAP ने किया वॉकआउट, MSP और कृषि कानूनों पर भी हुई बात गौरतलब है कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार के स्थिति को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। लालू यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके लिए सीएम जिम्मेदार हैं, उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए। वहीं बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा था। लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/jammu-kashmir-srinagar-traffic-cop-shootout-isis-takes-responsibility-129177061.html,"कश्मीर में ISIS लोन वूल्फ अटैक का VIDEO: ट्रैफिक पुलिस के जवान पर हमले की जिम्मेदारी ली, हमलावर ने खुद शूट किया था वीडियो","कश्मीर में ISIS लोन वूल्फ अटैक का VIDEO:ट्रैफिक पुलिस के जवान पर हमले की जिम्मेदारी ली, हमलावर ने खुद शूट किया था वीडियो कुख्यात आतंकी संगठन ISIS ने कश्मीर के राजौरी में दो दिन पहले ट्रैफिक पुलिस के एक जवान को गोली मारने की जिम्मेदारी ली है। जिम्मेदारी लेने के लिए ISIS ने एक खौफनाक वीडियो जारी किया है। 20 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि जवान गाड़ियों से भरी सड़क पर ट्रैफिक संभाल रहा है। इसी दौरान हाथ में पिस्टल लिए पीछे से एक आतंकी आता है और उसके सिर में गोली मार देता है। इससे जवान सड़क पर गिर जाता है। तब आतंकी दूसरा फायर करता है। फायरिंग करते हुए आतंकी धार्मिक नारे लगाता है। यह वीडियो हमलावर ने खुद ही शूट किया है। हमले के इस तरीके को लोन वूल्फ अटैक कहा जाता है। इसमें हमलावर अकेले और दबे पांव आकर अचानक हमला करता है। इसके बाद भीड़ में खो जाता है। सेना को बड़ी कामयाबी, जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 2 एनकाउंटर में 5 आतंकी ढेर फोटो में दिख रहे जवान को ही आतंकी ने निशाना बनाया था। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। यह हमला बुधवार को राजौरी के कदल एरिया हुआ था। अब ISIS ने इसकी जिम्मेदारी ली है। जवान की हालत अभी गंभीर है और श्रीनगर के SMHS हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा है। बताया जाता है कि इस हमले में जिस पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था, उसी से अक्टूबर में एक गैर कश्मीरी स्ट्रीट वेंडर की हत्या की गई थी। 2 दिन पहले सुरक्षाबलों ने जैश के टॉप कमांडर सहित 2 टेररिस्ट मार गिराए आतंकी पीछे से आया और सिर को निशाना बनाकर गोली चला दी। कश्मीर में बढ़ी आतंकी गतिविधियां, सुरक्षा बल भी मुस्तैद सुरक्षा बलों ने गुरुवार को ही जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। यहां से तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने सेना और SSB के साथ मिलकर पट्टन इलाके के वुसन में इन आतंकियों को भागते हुए पकड़ा। जम्मू-कश्मीर के बारामूला में लश्कर के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, 3 दहशतगर्द गिरफ्तार आतंकियों की पहचान पड़ोसी बांदीपोरा जिले के गुंड जहांगीर के रहने वाले आसिफ अहमद रेशी, मेहराजुद्दीन डार और फैसल हबीब लोन के रूप में हुई है। सुरक्षा बलों ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि तीनों आतंकी स्लीपर सेल के तौर पर काम करते हैं। इसी साल 17 नवंबर को पलहलान में हुए ग्रेनेड हमले में भी ये शामिल थे। इनकी निशानदेही पर दो ग्रेनेड भी बरामद किए गए हैं। आम लोगों को भी निशाना बना रहे आतंकी कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आतंकी कई आम लोगों की हत्या कर चुके हैं। इनमें श्रीनगर में एक कश्मीरी पंडित दवा कारोबारी, एक कश्मीरी पंडित टीचर, सिख समुदाय की महिला प्रिंसिपल, बिहार का एक स्ट्रीट वेंडर और बांदीपोरा का एक नागरिक शामिल है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/congress-mp-manish-tewari-said-after-2611-the-upa-government-was-weak-about-the-security-of-the-country-it-is-not-written-anywhere-129176923.html,"मनमोहन सिंह को कमजोर कहने पर सफाई: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी बोले- 26/11 के बाद UPA सरकार देश की सुरक्षा को लेकर नरम थी, ऐसा कहीं नहीं लिखा","मनमोहन सिंह को कमजोर कहने पर सफाई:कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी बोले- 26/11 के बाद UPA सरकार देश की सुरक्षा को लेकर नरम थी, ऐसा कहीं नहीं लिखा नई दिल्ली 23 नवंबर को कांग्रेस पर किताब बम फोड़ने वाले पार्टी के सांसद मनीष तिवारी ने 9 दिन बाद सफाई दी है। तिवारी ने गुरुवार को बताया कि मैंने अपनी किताब में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि देश की सुरक्षा के मसलों पर डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली UPA सरकार किसी भी मामले में नरम या कमजोर थी। तिवारी ने गुरुवार को NDTV से बातचीत में कहा कि अगर आप किताब के उस पूरे पैरा को पढ़ें तो यह कहीं नहीं लिखा गया है कि सरकार सुरक्षा के मामले में नरम या कमजोर थी। चूंकि पाकिस्तान की सरकार में सेना का दखल है, इसे देखते हुए ऐसे किसी भी मामले में भारत ने हमेशा से रणनीतिक तौर पर संयम बरता है। भारत की इसी कूटनीतिक समझ को पाकिस्तान ने हमेशा कमजोर समझा है। 26/11 के संदर्भ में मेरे किताब में लिखी गई पूरी बात भी इसी नजरिए को लेकर थी। तिवारी ने आगे बताया कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के व्यवहार में कोई बदलाव आया हो या फिर उसने अपनी कारगुजारियों पर कभी चिंता जताई हो। उरी के बाद पुलवामा में हुआ आतंकी हमला इसका उदाहरण है। पाकिस्तान पर एक्शन न लेने को बताया था कमजोरी 23 नवंबर को कांग्रेस सांसद ने अपनी किताब '10 फ्लैश पॉइंट; 20 ईयर्स - नेशनल सिक्योरिटी सिचुएशन देट इम्पैक्ट इंडिया' में मनमोहन सिंह की UPA सरकार पर सवाल खड़े किए थे। तिवारी ने मुंबई में हुए 26/11 हमले के बाद पाकिस्तान पर किसी तरह का एक्शन न लेने को तब की मनमोहन सिंह सरकार की कमजोरी बताया था। मनीष तिवारी की किताब जिसे लेकर विवाद हुआ। 26/11 के बाद पाकिस्तान पर होनी चाहिए थी कार्रवाई किताब में तिवारी ने लिखा है कि मुंबई हमले के बाद सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी। ये ऐसा समय था, जब एक्शन बिल्कुल जरूरी था। एक देश (पाकिस्तान) निर्दोष लोगों का कत्लेआम करता है और उसे इसका कोई पछतावा नहीं होता। इसके बाद भी हम संयम बरतते हैं तो यह ताकत नहीं बल्कि कमजोरी की निशानी है। तिवारी ने 26/11 हमले की तुलना अमेरिका के 9/11 हमले से की है। BJP ने कांग्रेस से जवाब मांगा भाजपा ने किताब पर विवाद होने के बाद कांग्रेस पर सवाल खड़े किए थे। BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तत्कालीन UPA सरकार की नीयत को खराब बताया। उन्होंने कहा कि उस समय के एयरचीफ मार्शल ने कहा था कि हमारी एयरफोर्स जवाब देने के लिए तैयार थी, लेकिन कार्रवाई की अनुमति नहीं दी गई। इसके लिए कांग्रेस को जवाब देना चाहिए। 26/11 हमले में क्या हुआ था? 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमलों में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमलों में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस दिन लश्कर-ए-तैयबा के 10 पाकिस्तानी आतंकी अरब सागर के रास्ते भारत में दाखिल हुए थे। उन्होंने 60 घंटे तक मुंबई को बंधक बना रखा था। उनके पास 10 एके-47, 10 पिस्टल, 80 ग्रेनेड, 2 हजार गोलियां, 24 मैगजीन, 10 मोबाइल फोन, विस्फोटक और टाइमर्स थे। रात 8 बजकर 20 मिनट पर अजमल कसाब और उसके 9 साथियों ने मुंबई में कदम रखा था। मुंबई उतरने के बाद आतंकी दो-दो के ग्रुप में बंट गए थे और शहर में कई जगह कत्लेआम मचाया था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/kangana-ranaut-car-stopped-by-punjab-farmers-video-129176766.html,"कंगना रनोट पर पंजाब में हमला: किसानों को खालिस्तानी आतंकी कहने से नाराज भीड़ ने कार घेरी, एक्ट्रेस ने बाहर निकलकर मांगी माफी","कंगना रनोट पर पंजाब में हमला:किसानों को खालिस्तानी आतंकी कहने से नाराज भीड़ ने कार घेरी, एक्ट्रेस ने बाहर निकलकर मांगी माफी चंडीगढ़ कंगना रनोट की कार को शुक्रवार को पंजाब में नाराज भीड़ ने घेर लिया। भीड़ कंगना के किसानों को खालिस्तानी आतंकी कहने और सिख विरोधी बयानों से नाराज थी। पहले यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाईवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया। भीड़ के गुस्से को देखकर कंगना गाड़ी से बाहर निकलीं और माफी मांगी। इसके बाद रोपड़ टोल प्लाजा पर भी उनके विरोध के लिए किसानों की भीड़ जमा हो गई। यहां पुलिस ने उनके काफिले को 200 मीटर पहले ही मोरिंडा के गांवों के अंदर मोड़ दिया। गांवों के अंदर से ही उनका काफिला भीड़ से आगे निकालकर दोबारा हाईवे पर लाया गया। कंगना हिमाचल प्रदेश में अपने घर मनाली से चंडीगढ़ जा रहीं थीं, जहां से उन्हें मुंबई की फ्लाइट पकड़नी थी। हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि कंगना का घेराव करने वाले किसान किस संगठन से जुड़े थे। किसानों के विरोध को देखते हुए कंगना को कार से बाहर निकलना पड़ा। कंगना ने वीडियो में कहा- मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है कंगना ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर इसे मॉब लिंचिंग करार दिया। कंगना ने सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो शेयर किया। कंगना ने लिखा है, मैं अभी हिमाचल से निकली हूं, क्योंकि मेरी फ्लाइट कैंसिल हो गई है। जैसे ही पंजाब में कदम रखा, भीड़ ने हमला कर दिया। वे लोग कह रहे हैं कि वे किसान हैं। कंगना ने कहा, ये मुझे गंदी गालियां दे रहे हैं। जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। अगर मेरे साथ सिक्योरिटी न हो तो मेरे साथ क्या होगा। यह अविश्वसनीय है। ये क्या व्यवहार है। इतनी सारी पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है। कंगना के मुताबिक, भीड़ मुझसे माफी मांगने को कह रही थी। भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। अगर यहां पुलिस न हो तो खुलेआम लिंचिंग हो। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। कुछ लोग मेरे नाम से गंदी राजनीति का खेल खेल रहे हैं। करीब एक घंटे तक भीड़ ने कंगना को घेरे रखा। कंगना के इंस्टाग्राम अकाउंट की स्टोरी पर जारी वीडियो का एक सीन। हाइवे पर पहले से जमा थे किसान, कंगना का पता लगने पर रोका काफिला कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई के लिए रवाना हुई थीं। जब कंगना के काफिले के आगे पंजाब पुलिस की दो पायलट कार सिक्योरिटी के लिए चल रही थीं। जब काफिला चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहां पहले से किसान जमा थे। उन्हें पुलिस से पता चला कि गाड़ी में कंगना रनोट बैठी हुई हैं। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली। किसानों की भीड़ के बीच फंसी कंगना की कार। भीड़ ने कहा- पंजाबियों, सिख महिलाओं से माफी मांगो जिस वक्त घेराव हुआ, कंगना की गाड़ी के आगे उनके सिक्योरिटी वाहन और इसके आगे पंजाब पुलिस की भी दो गाड़ियां लगी हुई थीं। इसके बावजूद विरोध को रोका नहीं जा सका। लोग लगातार मांग कर रहे थे कि कंगना अपनी गाड़ी से बाहर निकलें और पंजाबियों और खासकर सिखों और महिलाओं से माफी मांगें। ...तो इसलिए भीड़ ने किया घेराव कंगना ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें वे भीड़ में मौजूद महिलाओं से बात करती नजर आ रही हैं। कंगना उनसे कह रही हैं कि- मैंने आपके लिए ऐसा नहीं कहा था। ये मैंने शाहीन बाग की औरतों के लिए कहा था। गौरतलब है कि ये महिलाएं कंगना के उस बयान से खफा हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन में आईं महिलाएं 100 रुपए में लाई गईं। काफी जद्दोजहद के बाद जाने दिया कंगना को भीड़ ने काफी जद्दोजहद के बाद जाने दिया। इसके बाद कंगना ने एक और वीडियो शेयर किया, जिसमें वे यह कहती नजर आ रही हैं- मैं अपने शुभचिंतकों से कहना चाह रही हूं कि मैं वहां से निकल चुकी हूं। मैं पूरी तरह सुरक्षित हूं। उन सभी का शुक्रिया जिन्होंने मेरी मदद की। पंजाब पुलिस और सीआरपीएफ का भी शुक्रिया। कई विवादित बयान दिए हैं पिछले दिनों कंगना ने 11 नवंबर को 1947 में देश को मिली आजादी को ब्रिटेन से भीख में मिला हुआ बताया। 13 नवंबर को फिर कहा कि 1857 की लड़ाई का पता है, 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी। 19 नवंबर को कृषि कानून वापसी पर किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की। 22 नवंबर को सिख समुदाय और खालिस्तान आतंकवाद को लेकर तीखी बात कही।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rahul-gandhi-vs-narendra-modi-congress-leader-on-pm-modi-after-cancelled-farm-laws-129176788.html,"किसानों के बहाने केंद्र पर हमला: राहुल बोले- हमारे पास आंदोलन के दौरान मारे गए 500 किसानों के नाम, सरकार इनकी जांच कर मुआवजा दे","किसानों के बहाने केंद्र पर हमला:राहुल बोले- हमारे पास आंदोलन के दौरान मारे गए 500 किसानों के नाम, सरकार इनकी जांच कर मुआवजा दे कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने शुक्रवार को किसानों के बहाने फिर केंद्र सरकार को घेरा। इस बार उन्होंने आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का मुद्दा उठाया। पार्टी हेडक्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले संसद में एक सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार आंदोलन के दौरान मारे गए 700 किसानों के परिवारों को मुआवजा देगी या नहीं? इसका जवाब मिला कि उनके पास ऐसे किसानों का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है। राहुल ने कहा कि कोरोना में कितने लोग मरे और कितने किसान मरे, सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसका कारण ये हैं कि आप इन लोगों को मुआवजा नहीं देना चाहते। जब ये शहीद हुए आपने सदन में 2 मिनट का मौन व्रत तक नहीं रखा। अगर वे चाहते हैं तो हमसे लिस्ट लें और 700 परिवारों को मुआवजा दें। मरने वाले किसानों के नाम की लिस्ट संसद में रखेंगे राहुल ने कहा कि पंजाब सरकार के पास 403 नाम हैं। हमने उन्हें 5 लाख रुपए मुआवजा दिया है। 152 लोगों को हमने नौकरी दी है और बाकी लोगों को भी देंगे। हमारे पास 700 में से 500 नाम हैं, जो लिस्ट हमने सरकार को दी। 100 नाम पंजाब से बाहर के हैं। बाकी नाम हमारे पास पब्लिक रिकॉर्ड से हैं। हम इनकी लिस्ट सोमवार को संसद में रखेंगे। उसकी जांच कर सरकार 700 लोगों को मुआवजा दें। राहुल ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि सरकार किसानों की मांगों को स्वीकार करेगी। उसकी मंशा सही नहीं है। इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 5 सवाल पूछे। इनमें लखीमपुर कांड से लेकर MSP कानून तक पर जवाब मांगा। राहुल के प्रधानमंत्री से 5 सवाल जब PM ने कृषि-विरोधी कानून बनाने के लिए माफी मांगी तो संसद में बताएं कि प्रायश्चित कैसे करेंगे? लखीमपुर मामले के मंत्री की बर्खास्तगी कब? शहीद किसानों को मुआवजा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर कानून कब? ये सवाल पूछने के बाद राहुल ने आखिर में लिखा है कि इन सबका जवाब दिए बिना PM मोदी की तरफ से कृषि कानून बनाने के लिए मांगी गई माफी अधूरी है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/pakistan-vs-delhi-air-pollution-yogi-adityanath-uttar-pradesh-govt-to-supreme-court-129176479.html,पॉल्यूशन पर सुप्रीम कोर्ट में अजीब दलील: UP सरकार बोली- पाकिस्तान की हवा पॉल्यूशन की वजह; कोर्ट ने पूछा- क्या वहां इंडस्ट्री बंद कराएंगे?,"पॉल्यूशन पर सुप्रीम कोर्ट में अजीब दलील:UP सरकार बोली- पाकिस्तान की हवा पॉल्यूशन की वजह; कोर्ट ने पूछा- क्या वहां इंडस्ट्री बंद कराएंगे? नई दिल्ली11 घंटे पहले वीडियो सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को पॉल्यूशन पर हुई सुनवाई में उत्तर प्रदेश सरकार ने अजीब दलील दी। UP सरकार ने कोर्ट में कहा कि प्रदूषण की वजह पाकिस्तान से आ रही हवाए हैं। दिल्ली के पॉल्यूशन में उत्तर प्रदेश की इंडस्ट्रियों का कोई रोल नहीं है। इस पर चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा- क्या आप चाहते हैं कि पाकिस्तान में इंडस्ट्री बंद करा दी जाए। UP सरकार ने कोर्ट को समझाया पॉल्यूशन का साइंस दिल्ली-NCR में पॉल्यूशन की याचिका पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने दलील रखी। उन्होंने कहा, ""उत्तर प्रदेश में जो इंडस्ट्रीज हैं, हवा का बहाव उनकी तरफ है। पॉल्यूशन वाली हवा दिल्ली की तरफ नहीं जाती है। पाकिस्तान की ओर से आने वाली प्रदूषित हवा दिल्ली की हवा को खराब करने के लिए जिम्मेदार हैं। दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश की गन्ना और दूध इंडस्ट्री पर 8 घंटे के रिस्ट्रक्शन की वजह से असर पड़ा है।' दिल्ली में आज से स्कूल बंद सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद दिल्ली में आज से सभी स्कूल बंद रहेंगे। दिल्ली सरकार ने गुरुवार को सुवनाई के बाद यह फैसला लिया। स्कूल कब खोले जाएंगे, अभी सरकार ने यह साफ नहीं किया है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि जब कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है तो फिर बच्चों को स्कूल जाने के लिए क्यों फोर्स किया जा रहा है। गरीब बच्चे आपके प्रचार के लिए सड़क पर बैनर लेकर खड़े हैं, क्या आपको उनके स्वास्थ्य की फिक्र नहीं है? कोर्ट ने केंद्र, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों की सरकार को 24 घंटे का समय दिया। कहा था कि प्रदूषण कम करने के लिए कड़े कदम नहीं उठाए गए तो सुप्रीम कोर्ट टास्क फोर्स का गठन करेगी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/allegations-on-social-media-this-is-the-complicity-of-the-new-ceo-of-the-company-and-the-bjp-129174050.html,"ट्विटर पर मिनटों में गायब लाखों फॉलोअर्स: नाराज यूजर्स ने नए भारतीय CEO को बताया जिम्मेदार, उनके ही प्लेटफार्म पर शुरू कर दिया एंटी कैंपेन","ट्विटर पर मिनटों में गायब लाखों फॉलोअर्स:नाराज यूजर्स ने नए भारतीय CEO को बताया जिम्मेदार, उनके ही प्लेटफार्म पर शुरू कर दिया एंटी कैंपेन नई दिल्ली16 घंटे पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर गुरुवार को अचानक बहुत सारे यूजर्स के फॉलोअर्स की संख्या घट गई। इनमें आम यूजर्स के साथ ही कई बड़े सेलेब्रिटी और नेता भी शामिल रहे। कंपनी की तरफ से इसे लेकर ना तो कोई नई पॉलिसी घोषित की गई और ना ही यूजर्स की तरफ से ट्वीट्स के जरिए शिकायत करने के बावजूद फॉलोअर्स घटने का कारण ही बताया। इसके चलते यूजर्स के बीच ट्विटर पर ही इसे लेकर डिबेट शुरू हो गई। यूजर्स ने कंपनी पर आरोप लगाया है कि पराग अग्रवाल के ट्विटर का नया CEO बनने के बाद जान-बूझकर फॉलोअर्स की संख्या कम की जा रही है। विपक्षी दलों से जुड़े कई नेताओं और उनके समर्थकों ने इसे पराग अग्रवाल और भाजपा के बीच की मिलीभगत बताया। दोबारा वैरिफिकेशन का मैसेज आ रहा फाॅलोअर्स घटने वालों ने यह भी शिकायत की है कि उनका अकाउंट रिस्ट्रिक्टेड करने का मैसेज आया और दोबारा वैरिफिकेशन करने के लिए कहा गया। दावा यह भी किया गया कि अकाउंट वैरिफाई करने के बाद फॉलोअर्स की संख्या खुद ब खुद बढ़ने लगेगी। यानी आपके फॉलोअर्स के जितने अकाउंट वैरिफाई होंगे उतने ही वापस आपकी फॉलोअर्स लिस्ट में बढ़ जाएंगे। PM मोदी और अमिताभ बच्चन के भी फॉलोअर्स घटे यूजर लगातार ट्वीट कर इसकी जानकारी दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी सहित सभी बड़े नेताओं के भी फाॅलोअर्स काफी कम हुए हैं। फ‍िल्‍म अभिनेता अम‍िताभ बच्‍चन के भी फाॅलोअर्स में काफी कमी हुई है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने अपने करीब 3000 फॉलोअर घटने की शिकायत की, तो वुमन राइटर शेफाली वैद्य ने ट्वीट किया कि रात 9.37 से 10.25 के बीच उनके करीब 800 फॉलोअर घट गए। दिल्ली से कांग्रेस के चार बार के विधायक मुकेश शर्मा और कई सेलेब्रिटी ने भी इसकी शिकायत ट्वीट में की है। ट्विटर पर हैशटैग के साथ डिबेट शुरू यूजर्स ने इस कंट्रोवर्सी को लेकर ट्विटर पर ही डिबेट शुरू कर दी है। इसके लिए #ParagStopThis #फॉलोअर्सपरहमला जैसे हैशटैग के साथ कैंपेन चलाए जा रहे हैं। इन सभी कैंपेन में यूजर ट्वीट के जरिए ट्विटर से पूछ रहे हैं कि आखिरकार फॉलोअर्स पर हमला क्‍यों हो रहा है? पढ़ें, क्या कह रहे यूजर्स... सैकड़ों से हजारों फॉलोअर्स घटे, क्या ट्विटर घटा रहा है 'बोट' यूजर्स का आरोप है कि उनके सैकड़ों से लेकर हजारों तक की संख्या में उनके फॉलोअर्स कम हो गए हैं। सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहने वाले डिफेंस एक्सपर्ट आदित्य राज कौल ने ट्वीट कर यह भी कहा है कि यदि आपके फॉलोअर्स अचानक कम हो गए हैं तो आप अकेले नहीं हैं। ट्विटर फॉलोअर्स के नाम पर जुटाए बोट्स (फेक फॉलोअर्स) कम कर रहा है। पराग की तरफ से घोषित पॉलिसी में नहीं था इसका जिक्र ट्विटर की कमान संभालते ही ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल ने बुधवार को कुछ नए नियम लागू किए थे। इनके मुताबिक कोई भी यूजर्स किसी अन्य की फोटो या वीडियो उनकी सहमति के बिना शेयर नहीं कर पाएंगे। ट्विटर के अनुसार कंपनी ने यह कदम उत्पीड़न को देखते हुए बनाया है। ट्विटर का कहना है कि उत्पीड़न विरोधी नीतियों को और अधिक मजबूत बनाना है इस कारण ये कदम उठाया गया है। इस नई पॉलिसी में कहीं भी यह जिक्र नहीं था कि यूजर्स के फॉलोअर्स का भी कोई रिव्यू किया जाएगा। 6 देशों के 3465 अकाउंट हटाए, पर भारत उनमें नहीं ट्विटर ने गुरुवार को 6 देशों के 3465 अकाउंट को परमानेंट्ली डिलीट करने की घोषणा अपने ऑफिशियल सेफ्टी पॉलिसी हैंडल पर की है, लेकिन इन 6 देशों में भारत शामिल नहीं था। इन देशों में चीन, मेक्सिको, रूस, तंजानिया, युगांडा और वेनेजुएला शामिल हैं। ट्विटर पर जमकर शेयर किए जा रहे हैं फनी मीम्स भी ट्विटर पर जहां एक तरफ अचानक फॉलोअर्स घटने को लेकर यूजर्स गुस्से में दिखाई दिए, वहीं बहुत सारे यूजर्स ने इसे लेकर भी फनी मीम्स शेयर करना शुरू कर दिया। खासतौर पर कम फॉलोअर्स वालों की तरफ से ज्यादा फॉलोअर्स वालों का मजाक उड़ाए जाने वाले मीम्स जमकर शेयर किए गए। देखें किस तरह के मीम्स किए गए शेयर...",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/punjab-politics-news-shiromani-akali-dal-leader-joins-bjp-ahead-election-129176988.html,"3 अकाली नेताओं समेत 24 ने जॉइन की BJP: जालंधर कैंट के पूर्व MLA मक्कड़, अवतार जीरा और भट्‌टी के अलावा पूर्व DGP विर्क भी भाजपा के","3 अकाली नेताओं समेत 24 ने जॉइन की BJP:जालंधर कैंट के पूर्व MLA मक्कड़, अवतार जीरा और भट्‌टी के अलावा पूर्व DGP विर्क भी भाजपा के जालंधर3 घंटे पहले खेती कानून वापस होने के बाद किसान आंदोलन खत्म होने की उम्मीदों के बीच भाजपा पंजाब में अपने पुराने जोड़ीदार शिरोमणि अकाली दल को झटके पर झटका दे रही है। शुक्रवार को भाजपा ने शिरोमणि अकाली दल के 3 नेताओं को पार्टी जॉइन करवाई। इनमें जालंधर कैंट से पूर्व अकाली विधायक सरबजीत सिंह मक्कड़ और 2 बार कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रहे अकाली लीडर अवतार सिंह जीरा शामिल रहे। इन दोनों के अलावा तकरीबन 18 साल फतेहगढ़ साहिब में यूथ अकाली दल के प्रधान रहे गुरप्रीत सिंह भट्टी ने भी BJP जॉइन कर ली। किसी समय सुखबीर बादल के करीबी रहे भट्‌टी 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी में चले गए थे। इस बार विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। शुक्रवार को इन तीनों के अलावा पूर्व DGP एसएस विर्क समेत पंजाब से जुड़े 21 अन्य लोगों ने भी BJP जॉइन की। 2 दिन पहले ही वरिष्ठ अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के प्रधान पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। टिकट न मिलने से नाराज थे मक्कड़ सरबजीत सिंह मक्कड़ कई दिनों से अकाली दल से नाराज चल रहे थे क्योंकि पार्टी ने उन्हें इस बार जालंधर कैंट से टिकट नहीं दिया। मक्कड़ जालंधर कैंट विधानसभा सीट पर दावा जता रहे थे मगर अकाली दल ने कांग्रेस में जा चुके अपने ही पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़ की घर वापसी करवाते हुए उन्हें टिकट दे दिया। इस पर मक्कड़ ने एक प्रोग्राम के दौरान पार्टी प्रधान सुखबीर बादल के सामने सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जताई थी। सुखबीर ने तब मक्कड़ को भरोसा दिया था कि वह उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देंगे मगर मक्कड़ नहीं माने और भाजपा में चले गए। अकाली लहर में भी जीत नहीं पाए थे मक्कड़ अकाली दल ने सरबजीत सिंह मक्कड़ का टिकट इसलिए काटा क्योंकि वह अकाली दल की लहर के दौरान भी जालंधर कैंट सीट से जीत नहीं पाए थे। हालांकि हार के बावजूद अकाली दल ने पार्टी में मक्कड़ का पूरा सम्मान रखते हुए उन्हें जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया। मक्कड़ को पेडा और प्लानिंग बोर्ड का चेरयरमैन भी बनाया गया। अब भाजपा ने ऐन मौके पर मक्कड़ की नाराजगी का फायदा उठाते हुए उन्हें अपने पाले में कर लिया। जालंधर कैंट सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान भाजपा ने शुक्रवार को सरबजीत सिंह मक्कड़ को ऐसे समय में पार्टी जॉइन करवाई जब अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल जालंधर जिले के दौरे पर थे। नई दिल्ली में भाजपा के पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में BJP जॉइन करने के बाद मक्कड़ ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट कहा कि वह जालंधर कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा की केंद्रीय लीडरशिप से बैठक के दौरान उनकी पंजाब के कई मुद्दों पर चर्चा हई है। आने वाले दिनों में वह अकाली दल से अपने कई करीबियों को भी भाजपा में लाएंगे। ये 21 लोग भी अब भाजपा के साथ पंजाब के पूर्व DGP एसएस विर्क समेत 21 अन्य लोगों ने भी शुक्रवार को नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इनमें लुधियाना के उद्योगपति हरचरण सिंह रणौटा व मनविंदर सिंह रणौटा शामिल रहे। रणौटा बेशक लुधियाना से हैं मगर उनका पूरा परिवार करीब सौ साल पहले केन्या शिफ्ट हो गया था। रणौटा के सारे बिजनेस वहीं पर है लेकिन शुक्रवार को भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने अपनी मिट्टी की सेवा की इच्छा जताई। इनके अलावा अमृतसर साउथ सीट से पूर्व विधायक के पोते अमरजीत सिंह ने भी भाजपा जॉइन की। अमरजीत सिंह रामगढ़िया बिरादरी के प्रमुख नेता हैं। युवा खिलाड़ी मनप्रीत सिंह, बिजनेसमैन रवनीत सिंह मेडी, घनशयाम, परविंदर सिंह, कर्म सिंह रेनू, वजीर सिंह, ओंकार सिंह, सुरिंदर, नरेंद्र चोपड़ा ने भी भाजपा की सदस्यता ली। इनके अलावा ट्रांसपोर्टर सुरिंदर सिंह विरदी, उद्योगपति हरविंदर सिंह भांबड़, कमलजीत सिंह, करनैल सिंह, बलाचौर के ठेकेदार नरेंद्र कुमार, समाजसेवी जसवंत सिंह, जगरूप सिंह मलौट और रिटायर्ड आरटीओ सेक्रेटरी गुरचरण सिंह ने भी दिल्ली में भाजपा का दामन थामा।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjabi-singer-sidhu-moose-wala-controversial-singer-join-congresspunjab-congress-updates-129176341.html,"दिल्ली में राहुल गांधी से मिले सिद्धू मूसेवाला: मशहूर पंजाबी सिंगर ने सुबह चंडीगढ़ में जॉइन की थी कांग्रेस, सिद्धू, मंत्री वड़िंग और चौधरी भी पहुंचे","दिल्ली में राहुल गांधी से मिले सिद्धू मूसेवाला:मशहूर पंजाबी सिंगर ने सुबह चंडीगढ़ में जॉइन की थी कांग्रेस, सिद्धू, मंत्री वड़िंग और चौधरी भी पहुंचे चंडीगढ़5 घंटे पहले दिल्ली में राहुल गांधी के साथ सिद्धू मूसेवाला, नवजोत सिद्धू, मंत्री वड़िंग और पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी। पंजाब के विवादित सिंगर शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला पंजाब कांग्रेस में शामिल हो गए। शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में CM चरणजीत चन्नी, प्रधान नवजोत सिद्धू और मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने उन्हें पार्टी का हिस्सा बनाया। इसके बाद सिद्धू, वड़िंग और हरीश चौधरी मूसेवाला को लेकर दिल्ली पहुंचे। जहां राहुल गांधी से मूसेवाला की मुलाकात करवाई गई। राहुल गांधी ने मूसेवाला की तारीफ करते हुए कहा कि वह जब चाहें उनसे संपर्क कर सकते हैं। सिद्धू मूसेवाला की अच्छी फैन फॉलोइंग है, जिसे भुनाने के लिए ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग के जरिए मूसेवाला को कांग्रेस में लाया गया है। मूसेवाला ने बठिंडा और मानसा में कांग्रेस की चुनावी राजनीति में सक्रिय होने की दिलचस्पी दिखाई है। सिद्धू मूसेवाला का कांग्रेस में स्वागत करते नवजोत सिद्धू सिद्धू मूसेवाला पहले ही राजनीति में आने की इच्छा जता चुके हैं। वह मानसा से कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। बाकी पंजाब में कांग्रेस उनसे प्रचार कराएगी। उनकी मां चरण कौर गांव की सरपंच भी हैं। मूसेवाला की कांग्रेस से पह",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ncr-air-pollution-crisis-up-raised-the-issue-of-sugar-mills-then-the-supreme-court-asked-this-question-22262980.html,वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल,"नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। क्लीन फ्यूल से नहीं चलने वाले एनसीआर के उद्योगों को सोमवार से शुक्रवार तक सिर्फ आठ घंटे चलने की इजाजत और शनिवार-रविवार को बंद रखने के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एनसीआर में स्थित चीनी मिलों का मामला उठाया। मालूम हो कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए नए दिशानिर्देशों के तहत वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने शुक्रवार को एनसीआर में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया। चीनी मिलों का चल रहा सीजन प्रदेश सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने कहा कि अभी गन्ना पिराई और चीनी मिलों का सीजन चल रहा है। अगर क्लीन फ्यूल से नहीं चलने वाले उद्योगों को सिर्फ आठ घंटे चलने की इजाजत होगी तो चीनी मिलें कैसे चलेंगी। इन्हें लगातार चलाना पड़ता है। मिलों में बायलर ही 48 घंटे में गर्म होता है। ऐसे तो चीनी मिलें बंद हो जाएंगी। चीनी मिलें बंद होने से गन्ना किसानों को नुकसान होगा। बताइए कितनी चीनी मिलें हैं..? रंजीत कुमार की दलीलों पर पीठ ने पूछा कि एनसीआर में कितनी चीनी मिलें हैं। रंजीत कुमार ने कहा कि सही गिनती उन्हें नहीं मालूम, लेकिन गजरौला की चीनी मिल एनसीआर में आती है, इसके अलावा मेरठ, बागपत आदि भी एनसीआर में हैं। कोर्ट ने प्रदेश सरकार से कहा कि वह इस बात को आयोग के समक्ष रखे और आयोग कानून के मुताबिक उस पर विचार करेगा। ...तो क्या पाकिस्तान में उद्योगों को प्रतिबंधित कर दिया जाए अपनी दलीलों के दौरान रंजीत कुमार ने कहा कि इन दिनों उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में प्रदूषित हवाएं पाकिस्तान से आ रही हैं क्योंकि राज्य हवा की दिशा में नीचे की तरफ है। इस पर पीठ ने उनसे कहा, 'इसलिए आप चाहते हैं कि पाकिस्तान में उद्योगों को प्रतिबंधित कर दिया जाए।' दिल्ली सरकार को सात कोरोना अस्पतालों के निर्माण की मिली इजाजत दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका में पहले से तैयारी करने की बात कही और सुप्रीम कोर्ट से सात अस्पतालों का निर्माण या विस्तार करने की इजाजत मांगी। कोर्ट ने नियमों का पालन करने की शर्त पर सातों कोरोना अस्पतालों के निर्माण की इजाजत दे दी। ये अस्पताल शालीमार बाग, किरारी, सुल्तानपुरी, रघुबीर नगर, सरिता विहार, जीटीबी और चाचा नेहरू अस्पताल हैं। इनके अलावा 19 और अस्पतालों में भी विस्तार और निर्माण का काम चल रहा है। मालूम हो कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की खराब स्थिति को देखते हुए आयोग और सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी तरह की निर्माण गतिविधि पर रोक लगा लगी है, सिर्फ कुछ श्रेणियों के निर्माण की ही इजाजत है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-jagran-hitech-awards-2021-new-media-will-empower-new-india-with-credible-news-says-bharat-gupta-22263167.html,जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता,"नई दिल्ली, जेएनएन। न्यू मीडिया विश्वसनीय खबरों के साथ न्यू इंडिया को सशक्त करने को प्रतिबद्ध है। इस क्रम में जागरण हाईटेक अवा‌र्ड्स एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां पर टेक और आटो इंडस्ट्री की उन कंपनियों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने इनोवेशन के जरिये ना केवल शानदार उत्पाद बनाए हैं बल्कि भविष्य के लिए भी मानक स्थापित किए हैं। यह बात जागरण डिजिटल मीडिया के सीईओ भरत गुप्ता ने जागरण हाईटेक अवार्ड 2021 के दौरान कही। शुक्रवार को दिल्ली में इसका आयोजन जागरण समूह की डिजिटल मीडिया इकाई जागरण डाट काम द्वारा किया गया था। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें टाटा पंच को कार और टीवीएस राइडर-125 को बाइक आफ दि ईयर का खिताब पुरस्कार समारोह की मोबिलिटी कैटेगरी में टाटा पंच को कार और टीवीएस राइडर-125 को बाइक आफ दि ईयर का खिताब मिला। ह्युंडई मोटर इंडिया ने आटो मैन्यूफैक्चरर आफ दि ईयर, मारुति सुजुकी इंडिया के एमडी और सीईओ केनिची आयुकावा को लाइफटाइम आटोमोटिव इंडस्ट्री लीडर आफ दि ईयर और ह्युंडई मोटर्स इंडिया के एमडी और सीईओ सियोन सियोब किम ने ग्लोबल आटोमोटिव लीडर आफ दि ईयर का अवार्ड दिया गया। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें मोबाइल कैटेगरी में रियलमी के खाते में कुल तीन अवार्ड गए मोबाइल कैटेगरी में रियलमी के खाते में कुल तीन अवार्ड गए। रियलमी इंडिया के सीईओ, रियलमी के वाइस प्रेसिडेंट और रियलमी इंटरनेशनल बिजनेस ग्रुप के प्रेसिडेंट माधव सेठ को जागरण हाईटेक अवार्ड 2021 के ग्लोबल टेक लीडर आफ दि ईयर का पुरस्कार दिया गया। समारोह के प्रजेंटिंग स्पांसर स्काई 2437, नेटवर्किंग पार्टनर कू, अकाउंटिंग पार्टनर-टैली और पार्टनर-बेट बार्टर थे। बता दें कि जागरण हाईटेक अवार्ड समारोह का तीसरी बार आयोजन हुआ। इससे पहले साल 2019 और 2020 में इसका सफल आयोजन किया गया था। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें अवार्ड के बारे में पूरी जानकारी इस लिंक पर उपलब्ध है Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-pakistan-embassys-twitter-handle-hacked-22261430.html,"तीन महीने से नहीं मिला पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों को वेतन, परेशान कर्मचारियों का मैसेज हुआ वायरल","नई दिल्ली, एजेंसियां: सर्बिया स्थित पाकिस्तानी दूतावास के ट्विटर हैंडल से एक वीडियो (आपने घबराना नहीं है) शेयर किया गया। अब इंटरनेट मीडिया पर 'सर्बिया पाकिस्तान दूतावास' के इसी ट्वीट का स्क्रीनशाट वायरल हो रहा है, जिस पर लोग टिप्पणी कर रहे हैं और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर तंज कसते हुए मीम शेयर कर रहे हैं। सर्बिया स्थित पाकिस्तानी दूतावास के अफसरों ने अपनी तंज के अंदाज में एक वीडियो शेयर किया और उसके कैप्शन में लिखा, 'महंगाई पिछले सभी रिकार्ड तोड़ चुकी है। आखिर कब तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान उम्मीद लगाए रहेंगे कि सरकारी अधिकारी उनके लिए बिना वेतन काम करते रहेंगे। हमें बिना तनख्वाह के काम करते तीन महीनों से ज्यादा हो चुके हैं और हमारे बच्चों को स्कूल से निकाला जा चुका है क्योंकि हमारे पास फीस भरने के पैसे नहीं हैं। उन्होंने इसके साथ 'नया पाकिस्तान' हैशटैग भी इस्तेमाल किया है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें वहीं एक यूजर ने कमेंट सेक्शन में इमरान खान को टैग करते हुए लिखा, 'मुझे माफ कर देना, मेरे पास और कोई चारा नहीं बचा था। इंटरनेट मीडिया यूजर्स कयास लगा रहे हैं कि ये ट्वीट करने वाला शख्स पाकिस्तान के दूतावास में काम करने वाला कोई सरकारी अफसर है।' यह मामला वायरल होने के बाद पाकिस्तान सरकार ने अपनी इज्जत बचाने के लिए दावा किया कि 'पाकिस्तान दूतावास सर्बिया' के फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट को हैक किया गया था। जो भी संदेश पोस्ट किया गया वह सर्बिया दूतावास की ओर से नहीं था। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही इमरान खान ने स्वीकार किया था कि पाक सरकार के पास देश चलाने के लिए पैसा नहीं है, जिसके कारण उन्हें दूसरे देशों से कर्ज लेना प़़डता है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था वक्त के साथ गिरती जा रही है, जिसके कारण पाक की जनता महंगाई की मार से परेशान है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें सोशल मीडिया से दूरी के निर्देश पाक सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए बीती 25 अगस्त को निर्देश जारी किए थे कि वो सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखें। इसके पीछे आधिकारिक सूचनाओं और दस्तावेजों को लीक होने से रोकने के लिए इस कदम को जरूरी बताया गया था। लेकिन अब इमरान खान सरकार के इस कदम के पीछे कुछ और ही वजह दिख रही है। ""With inflation breaking all previous records, how long do you expect Imran Khan that we govt officials will remain silent&keep working for you without been paid for past 3months&our children been forced out of school due to non-payment of fees"": Pakistan Embassy, Serbia pic.twitter.com/hWloJP7Gb2 — ANI (@ANI) December 3, 2021 चरम पर है महंगाई पाकिस्तान की इमरान खान सरकार में वहां महंगाई अपने 70 साल के उच्चतम स्तर पर है। आलम ये है कि खाने के दाम दोगुने हो गए हैं, वहीं घी, तेल, चीनी, आटा और मांस के दाम ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच चुके हैं। लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण आवाम परेशान है, वहीं पाकिस्तानी रुपये की कीमत में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें लगातार बढ़ रहा है कर्ज पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने तीन सालों के कार्यकाल के दौरान देश को पूरी तरह से कर्ज में डुबा दिया है। आर्थिक तंगी का आलम ये है कि कर्ज उतारने की बात दूर रही, कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं हैं। पाकिस्तान ने चीन के साथ सऊदी अरब, यूएई, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक से लाखों करोड़ का कर्ज लिया हुआ है। पाकिस्तान पर 50 हजार अरब से भी ज्यादा का कर्ज हो चुका है। Edited By: Amit Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rahul-targeted-the-central-government-said-the-government-is-killing-the-rights-of-farmers-22261732.html,"राहुल गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- सरकार मार रही है किसानों का हक","नई दिल्ली, एजेंसियां: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर किसानों के मुद्दे पर देश की केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को सरकार से वित्तीय सहायता का मुद्दा उठाया। दरअसल संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा था कि कृषि मंत्रालय के पास इस मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं है इसलिए वित्तीय सहायता देने का सवाल ही नहीं उठता। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें अब तक 700 किसानों की मौत प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने बताया कि, पंजाब की प्रदेश सरकार ने कुल 403 लोगों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया है। साथ ही सरकार ने 152 लोगों को नौकरी भी दी है। उन्होंने कहा कि उनके पास अन्य राज्यों की करीब 100 नामों की लिस्ट के साथ नामों की एक तीसरी सूची भी है जिसे आसानी से सत्यापित किया जा सकता है। वहीं, किसान आंदोलन के दौरान हुआ मौतों को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी गलती तब स्वीकार की, जब सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। उनकी गलती के कारण अब तक 700 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन फिर भी सरकार नामों के रिकार्ड को लेकर झूठ बोल रहे हैं। सरकार ऐसा करके किसानों का हक मार रही है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें संसद में जारी हंगामा संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में लगातार हंगामे का दौर जारी है। संसद में इन दिनों 12 निलंबित राज्यसभा सासंदों का मुद्दा गरमाया हुआ है। इन सांसदों को मानसून सत्र के दौरान हंगामा करने के आरोप में निलंबित किया गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बीते गुरुवार निलंबित सांसदों से मिलने पहुंचे थे। उस वक्त सभी सांसद शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए सदन से निलंबन का विरोध कर रहे थे। Edited By: Amit Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-warships-and-submarines-built-for-india-make-in-india-and-atmanirbhar-bharat-22261133.html,"चीन को जवाब देने की कैसी है भारत की तैयारी, जानें- भारतीय नौसेना चीफ एडमिरल हरि की जुबानी","नई दिल्‍ली (एएनआई)। चीन की नौसेना के आधुनिकीकरण पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल हर‍ि कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि हम इस बात को जानते हैं कि चीन ने अपनी नेवी के लिए बीते कुछ वर्षों में करीब 110 युद्धपोतों को निर्माण किया है। साथ ही उन्‍होंने देश को विश्‍वास दिलाया भारतीय नौसेना अपनी देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा करने के लिए हर वक्‍त पूरी तरह से तैयार है। उन्‍होंने ये भी कहा कि भारत अपने समुद्री हितोंं की रक्षा करना बखूबी जानता है। ये बातें उन्‍होंने नेवी डे 2021 के मौके पर पत्रकारों से कही हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें उन्‍होंने ये भी कहा कि चीन को जवाब देने के लिए भारत भी अपनी तैयारी में जुटा है। भारतीय नौसेना प्रमुख के मुताबिक नौसेना के लिए करीब 39 युद्धपोत और सबमरीन का निर्माण हो रहा है। इनमें से 37 का निर्माण भारत में मेक इन इंडिया के तहत किया जा रहा है और ये आत्‍मनिर्भर भारत की तरफ हमारी खोज को दर्शाता है। एडमिरल हरि ने इस दौरान नेवी को अत्‍याधुनिक बनाने और उसकी ताकत बढ़ाने का दस वर्ष के प्‍लान की भी जानकारी साझा की। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें उन्‍होंने ये भी कि डिपार्टमेंट आफ मिलिट्री अफेयर्स का गठन आजाद भारत में अब तक का सबसे बड़ा मिलिट्री सुधार होगा। इससे पहले भारत में सीडीएस पद का गठन किया गया था, जो इसी दिशा में उठाया गया एक कदम था। इसके गठन से तेजी से फैसले लेने में मदद मिलेगी और इससे फैसले लेने में ब्‍यूरक्रेसी की प्रक्रिया को भी कम करने में मदद मिलेगी। सूचनाओं के लीक किए जाने वाले मामले पर उठे सवाल पर एडमिरल हरि ने कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है और फिलहाल जांच जारी है। इसके अलावा नेवी भी इस मामले की जांच कर रही है। इसलिए फिलहाल इस बारे में किसी तरह की टिप्‍पणी जल्‍दबाजी होगी। आपको बता दें कि एडमिरल हरि ने कुछ ही दिन पहले नौसेना प्रमुख का पदभार ग्रहण किया है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें नौसेना में महिलाओं की भूमिका पर उन्‍होंने कहा कि भारतीय नौसेना में शामिल महिलाओं को अधिक अवसर दिए जाएं इस बार आगे बढ़ा जा रहा है। भारतीय नौसेना महिलाओं को शामिल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उनकी ये भूमिका अलग-अलग होगी। पहले ही 28 महिलाओं की नियुक्ति युद्धपोत और एयरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रमादित्‍य पर की जा चुकी है। कोविड-19 की चुनौतियों को देखते हुए नेवी के अस्‍पतालों में सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। नेवी की तरफ से इस महामारी को लेकर जारी एसओपी में कोई राहत देने की योजना फिलहाल नहीं है। हमें ये भी देखना है कि हमारी आपरेशनल कैपेबिलिटी इससे प्रभावित न हो। उन्‍होंने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन पर पूछे सवाल के जवाब में कहा कि इसके खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें एडमिरल हरि ने कहा कि पूरी दुनिया में फैली कोरोना महामारी के बाद भी भारतीय नौसेना ने खुद को हर बुरे वक्‍त के लिए तैयार रखा और अपने समुद्री इलाके में कुछ गलत नहीं होने दिया। देश की उत्‍तरी सीमा पर जब तनाव बढ़ा तो कोविड-19 का सामना करते हुए भी भारतीय नौसेना हर तरह के हालात के लिए पूरी तरह से तैयार रही। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-people-of-indian-origin-occupy-the-top-position-of-the-world-leading-tech-companies-jagran-special-22261233.html,"दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों के शीर्ष पदों पर भारतीय मूल के लोग काबिज, हमारे ‘पराग’ से महकती तकनीक की दुनिया","डा. संजय वर्मा। इधर इंटरनेट मीडिया के एक प्रमुख मंच ट्विटर के सीईओ बने भारतीय मूल के पराग अग्रवाल की पूरी दुनिया में चर्चा है। महज 37 साल के पराग का इस पद पर पहुंचना विस्मित करता है। इस प्रसंग में ज्यादा उल्लेखनीय तथ्य यह है कि एक के बाद एक तमाम वैश्विक आइटी और तकनीकी कंपनियों के शीर्ष पदों पर भारतीय या भारतीय मूल के लोग काबिज हो गए हैं। यह कोई आज का बदलाव नहीं है। बीते अर्से पर नजर डालें तो पता चलता है कि तकनीक की दुनिया में भारतीय प्रतिभा ने करीब दो-ढाई दशकों से सभी को सम्मोहित कर रखा है। इस तकनीकी वृक्ष के शीर्ष पर सुंदर पिचाई (गूगल-अल्फाबेट), सत्य नडेला (माइक्रोसाफ्ट), अरविंद कृष्णा (आइबीएम), शांतनु नारायण (एडोब), रंगराजन रघुराम (क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनी वीएमवेयर) और अंजली सूद (आनलाइन वीडियो प्लेटफार्म वेमियो) जैसी भारतीय हस्तियां पहले से ही विराजमान हैं। बल्कि अब पराग की उपलब्धि के बाद लोग यह भी कहने लगे हैं कि मुमकिन है कि जल्द ही फेसबुक की कमान भी मार्क जुकरबर्ग किसी भारतीय को ही थमाएंगे। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें तकनीक और आइटी का विश्वगुरु : यह उम्मीद बेमानी भी नहीं है। अतीत में विश्वगुरु के रूप में जिस भारत देश की महिमा गाई जाती रही है, आखिर उसका कोई तो आधार था। यह आधार ज्ञान और खोज की निरंतरता से तैयार हुआ था। इसका लोहा दुनिया पहले भी मानती थी। यह एक सच जरूर है कि पिछली कुछ सदियों में हमारा देश विश्वगुरु होने की अपनी ख्याति के अनुरूप तकनीकी विकास हासिल नहीं कर सका। अंग्रेजों की दासता के दौर में हमारा देश औद्योगिक विकास की उस होड़ में पिछड़ गया, जिसने यूरोप-अमेरिका को सपनों की जमीन में बदलने का मौका दिया। लेकिन हम इसका शुक्र जरूर मना सकते हैं कि आजादी के बाद आई विभिन्न दलों की सरकारों ने विकास के काम को किसी न किसी रूप में जारी रखा। इसका एक बड़ा फायदा यह हुआ कि देश में आइआइटी, आइआइएम जैसे विश्वस्तरीय शैक्षिक संस्थान बने। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें एम्स जैसे अस्पताल बने, इसरो जैसा बेमिसाल अंतरिक्ष संगठन बना। इसे लेकर बहस हो सकती है कि यह विकास चौतरफा क्यों नहीं हुआ। आज भी आखिर क्यों हम गर्व करने लायक चंद संगठनों का नाम गिनाने के बाद खामोश हो जाते हैं। पर यह भी कोई कम उपलब्धि नहीं है कि पड़ोसी देशों को आज हमारी तकनीकी उपलब्धियां चमत्कृत करती हैं। पर यह उपलब्धि अपने पीछे कुछ सवाल भी छोड़ती है। जैसे कि ये ज्यादातर प्रतिभाएं आखिर विदेश में जाकर ही क्यों निखरती हैं। या इन्हें भारत में रहते हुए अपनी योग्यता दिखाने का अवसर क्यों नहीं मिल पाता है। ये सारे सवाल जिस एक जिज्ञासा पर जाकर संकुचित होते हैं, वह ब्रेन-ड्रेन की उस समस्या पर जाकर ठहरती है जिससे हम भारतीय पिछले दो-तीन दशकों से ज्यादा समय से जूझते रहते हैं। अक्सर ये सवाल एक विलाप में बदल जाते हैं। कहा जाने लगता है कि आखिर सरकार ऐसे प्रयास क्यों नहीं करती है कि यूरोप-अमेरिका जाकर अपना टैलेंट दिखाने वाले लोग अपने दिमाग का इस्तेमाल अपने मूल देश में करते। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें ब्रेन-ड्रेन ने चमकाया देश का नाम : यह वास्तव में एक सच है कि आज तमाम आइटी या तकनीकी कंपनियों के शीर्ष पर भारतीय मूल के लोग अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। इनकी प्रतिभा का भरपूर फायदा यूरोप-अमेरिका के विकसित देशों को हुआ है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यदि यूरोप-अमेरिका ने इन प्रतिभाओं के लिए अपने दरवाजे नहीं खोले होते, तो शायद इनके टैलेंट को कभी इतना मान-सम्मान और पहचान नहीं मिल पाती। साथ ही देश की जो ग्लोबल पहचान इन लालों-परागों से मिली है, हम उससे भी महरूम रह जाते। इसलिए यह कहना और इस नतीजे पर पहुंचना शायद सही नहीं है कि ब्रेन-ड्रेन ने भारत का नुकसान किया। इसके उलट यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि ब्रेन-ड्रेन के इस किस्से में हमें गर्व करने लायक एक मुकाम दिया है। हालांकि इस गौरवगान के साथ जो एक मलाल जुड़ा है, उसकी चर्चा अवश्य की जा सकती है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें यह मुद्दा असल में तकनीक की नई जमीनें तोड़ने और आइटी या तकनीकी कंपनियों के नौकर बनने के बजाय उनके मालिक बनने से संबंधित है। इसका सच यह है कि भारतीय आइटी और तकनीकी प्रतिभाओं की दुनिया भर में तूती भले ही बोलती हो, लेकिन आज भी हमारे पास अपना फेसबुक, ट्विटर या गूगल आदि नहीं है। करीब 150 अरब डालर की ग्लोबल और 47 से 50 अरब डालर की देसी आइटी इंडस्ट्री जिन कंपनियों के बल पर चल रही है, उनका मालिकाना हक विदेश में बैठे कारोबारियों के हाथों में है। बेशक टीसीएस, विप्रो और टेक महिंद्रा जैसी कुछ कंपनियों के नाम हम गिना सकते हैं, लेकिन उनका कारोबार वैश्विक कंपनियों के सामने बेहद छोटा है। कुछ वर्ष पहले आई पीडब्ल्यूसी ग्लोबल 100 साफ्टवेयर लीडर्स की रिपोर्ट में बताया गया था कि साफ्टवेयर से कमाई के मामले में तो हमारा पड़ोसी चीन सबसे ऊपर था। उसके बाद इजरायल, रूस, ब्राजील आदि का नाम था। भारत इस लिस्ट में था जरूर, लेकिन उसका नाम इन देशों के बाद आता रहा है। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें बादशाहत को कुंद करते सवाल : शीर्ष आइटी और तकनीकी कंपनियों के मामले में हमारे देश की स्थिति देखें तो सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ है जो भारत उस सेक्टर में अगुआ मुल्क के रूप में शामिल नहीं है जिसमें कभी उसी की बादशाहत कायम थी। इसकी एक वजह यह लगती है कि सूचना और प्रौद्योगिकी यानी आइटी के क्षेत्र में अब चीन-फिलीपींस जैसे देश भी कड़ी प्रतिस्पर्धा देने की हैसियत में आ गए हैं। ये मुल्क ऐसा इसलिए कर पाए, क्योंकि इन्होंने न केवल भारत जैसे देशों को उस क्षेत्र में कड़ी टक्कर दी, जिनका इन्हें विशेषज्ञ माना जाता था, बल्कि उन्होंने आइटी के सारे क्षेत्रों में नए अवसरों को तलाशा और उनका दोहन किया। भारत ने दुश्मन का ड्रोन मार गिराने वाला स्वदेशी सिस्टम किया तैयार, संसद में रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी यह भी पढ़ें यह भी उल्लेखनीय है कि चीन ने दुनिया के अग्रणी ब्रांडों को अपने यहां हावी नहीं होने दिया और उनके बेहतरीन देसी विकल्प पेश करके दिखा दिया कि न तो वह अपने बाजार का किसी अन्य देश या विदेशी कंपनी को दोहन करने देगा और न ही खुद होड़ में बने रहने का कोई मौका गंवाएगा। चीन अपने यहां न तो गूगल की एक चलने दे रहा है और न ही ट्विटर-फेसबुक की। इनके विकल्प उसने पेश कर दिए हैं और वे बेहद प्रचलित हैं। चीन और दूसरे मुल्कों के भारत की प्रतिस्पर्धा में आ जाने की इन्हीं चुनौतियों का नोटिस लेते हुए इंटरनेट के लिए स्वदेशी सर्च इंजन जैसी चीजों की जरूरत बताई जाती रही है। अब भारत को तकनीक और आइटी क्षेत्र में नया करने की जरूरत है, ताकि इसके बाजार और दुनिया में इससे संबंधित कंपनियां खड़ी करने से लेकर इसके रोजगारों पर हमारी पकड़ बनी रहे। इस दिशा में कुछ ठोस काम किया जा सका तो हमें खुद पर नाज करने के कई और मौके मिल सकेंगे। पानी और सीवर के ढाई-ढाई करोड़ कनेक्शन देने का लक्ष्य, सभी 4,800 शहरी निकायों को अमृत योजना में किया गया शामिल यह भी पढ़ें बात सिर्फ यह नहीं है कि हमारी अपनी देसी आइटी व तकनीकी कंपनियां दुनिया के मोर्चे पर अपना लोहा मनवाएं, बल्कि आज की कई जरूरतें ऐसी हैं, जिनमें हमें देसी गूगल या देसी फेसबुक पैदा करने का मतलब समझ में आता है। आतंकी गतिविधियों पर रोक, साइबर सुरक्षा, खोज की नई तकनीक विकसित करने और कमाई जैसे कुछ कारण हैं जिनके आधार पर देसी फेसबुक, ट्विटर और सर्च इंजन गूगल की इस जरूरत को वाजिब ठहराया जा सकता है। हमारे देश में इस आवश्यकता को परखने का एक प्रमुख नजरिया यह भी हो सकता है कि चीन की तरह भारत में इंटरनेट एक दायरे में रहकर काम करे। इसलिए बहुत से लोग इस हदबंदी के पैरोकार होंगे। उत्तराखंड में हर घर जल के तहत मल्टी विलेज स्कीम को मंजूरी, 2022 तक 15 लाख घरों को मिल जाएगा पानी का कनेक्शन यह भी पढ़ें आतंकी गतिविधियों से लेकर अश्लील सामग्रियों के प्रसार तक कई ऐसी आपत्तिजनक बातें और चीजें भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में भी इंटरनेट के लिए कुछ बंदिशों और कायदे-कानून की मांग करते हैं। पर इंटरनेट पर जैसी लगाम पड़ोसी मुल्क चीन में लगाई गई है, क्या वैसा सब कुछ भारत में मुमकिन है। चीन इंटरनेट पर ऐसी पाबंदी इसलिए लगा पा रहा है, क्योंकि वहां इन चीजों के विकल्प मौजूद हैं। वहां अगर गूगल को काम नहीं करने दिया जाए, तो उसका बेहतर विकल्प बायदुडाटकाम है। इसी तरह ट्विटर बंद कर दिया जाता है तो चीन उसके बदले वेईबो पर वही सेवा देने लगता है। चीन की सरकार इंटरनेट को संचालित करने वाले विशालकाय सर्वर भी बीजिंग में स्थापित करना चाहती है, ताकि सभी डाटा को जब चाहे रोका और खंगाला जा सके। हमने पिछले अरसे में टिकटाक समेत दर्जनों चीनी मोबाइल एप प्रतिबंधित किए हैं, लेकिन गिरेबां में झांककर देखना चाहिए कि क्या हम उनमें से किसी एक का भी वैसा ही विकल्प पेश कर पाए जिसकी धमक पूरी दुनिया में सुनाई पड़ती। देसी आइटी या इंटरनेट विकल्पों की मांग का अकेला यही औचित्य नहीं है। देसी विकल्पों की खोज का दूसरा मकसद साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाना है। अभी साइबर सिक्योरिटी का आलम यह है कि सरकारी संस्थानों की वेबसाइटों को तो जब चाहे, जो चाहे हैक कर लेता है। वहां से डाटा चुरा लेना कोई मुश्किल नहीं है। लेकिन सरकार भी जानती है कि इन चुनौतियों के मद्देनजर माइक्रोसाफ्ट जैसे एक स्वदेशी आपरेटिंग सिस्टम (ओएस) विकसित करने की जरूरत है। हालांकि बताया जा रहा है कि इस मोर्चे पर अपने देश में काम शुरू हो चुका है। डीआरडीओ यानी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के करीब 150 कंप्यूटर इंजीनियर विंडोज और लाइनेक्स जैसे विदेशी और आयातित ओएस जितना ही सक्षम-ताकतवर आपरेटिंग सिस्टम विकसित कर रहे हैं, जिसकी अगले कुछ वर्षो में चलन में आ जाने की उम्मीद की जा रही है। इंटरनेट की किसी उपयोगिता के देसी अवतार के बारे में विचार करने के साथ-साथ जरूरी यह भी है कि उसकी व्यावहारिकता के पहलू पर भी गौर किया जाए। कहीं ऐसा न हो कि सरकारी मदद से विकसित होने और चलने वाली अन्य परियोजनाओं की तरह देसी इंटरनेट-आइटी के विकास का काम सरकारी गति से ही आगे बढ़े और सिर्फ जनता से वसूले गए टैक्स की बर्बादी का सबब बन जाए। [एसोसिएट प्रोफेसर, बेनेट यूनिवर्सिटी] Edited By: Sanjay Pokhriyal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-delhi-ncr-pollution-centre-tells-supreme-court-that-flying-squads-constituted-by-the-commission-22261074.html,वायु प्रदूषण: यूपी सरकार की दलील पर CJI ने कहा- तो आप पाकिस्तान में बंद कराना चाहते हैं उद्योग,"नई दिल्ली, एजेंसी। वायु प्रदूषण के मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। यूपी सरकार ने आज सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उद्योगों के बंद होने से राज्य में गन्ना और दूध उद्योग प्रभावित हो सकते हैं। सरकार ने कहा कि हवा के दबाव को देखें तो यूपी नीचे है। यहां हवा ज्यादातर पाकिस्तान से आ रही है। यूपी सरकार की इस दलील पर मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने चुटकी लेते हुए कहा तो आप पाकिस्तान में उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। वहीं, प्रदूषण मामले में केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पांच सदस्यों की इंफोर्समेंट टास्क फोर्स गठित की गई है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें Air pollution matter | UP govt tells Supreme Court that the closure of industries may affect sugarcane and milk industries in the State & UP is in the downward wind, the air is mostly coming from Pakistan To this, CJI NV Ramana quipped, so you want to ban industries in Pakistan! pic.twitter.com/cFglsi9K3v — ANI (@ANI) December 3, 2021 दिल्ली में अस्पतालों का निर्माण कार्य जारी रहेगा दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर सुनवाई को दौरान सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को अस्पतालों की निर्माण गतिविधियों को जारी रखने की अनुमति दे दी है। मामले की सुनवाई अगली तारीख 10 दिसंबर को होगी। इससे पहले दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर राष्ट्रीय राजधानी में अस्पतालों की निर्माण गतिविधियों की अनुमति देने का आग्रह किया था। दिल्ली सरकार का कहना था कि कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए तैयारी करने और उसका मुकाबला करने के लिए अस्पतालों के बुनियादी ढांचे में सुधार का काम शुरू कर दिया गया था और 7 नए अस्पतालों का निर्माण शुरू किया गया था, लेकिन निर्माण प्रतिबंध के कारण काम बंद हो गया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें Delhi-NCR air pollution | Supreme Court permits Delhi government to continue with construction activities of hospitals, next date of hearing December 10 pic.twitter.com/bNAXlNeWOC — ANI (@ANI) December 3, 2021 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई चीफ जस्टिस ने कहा कि हमने केंद्र और एनसीटी के हलफनामे का अध्यय किया है। हमने प्रस्तावित निर्देशों को ध्यान में रखा है। हम दिल्ली और केंद्र को 2 दिसंबर के आदेशों को लागू करने का निर्देश देते हैं। हम मामले को लंबित रखते हैं और अगले शुक्रवार यानी कि 10 दिसंबर को इस पर सुनवाई करेंगे। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स का किया गठन दिल्ली-एनसीआर में जारी वायु प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर इसकी जानकारी दी है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि सरकार की तरफ से प्रदूषण से निपटने के लिए इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लांइग स्क्वाड का गठन किया गया है। ये टास्क फोर्स पांच सदस्यों वाली है और इन्हें विधायी शक्तियां भी दी गई हैं। टास्क फोर्स के पास सजा देने और प्रिवेंटिव विधायी शक्तियां भी हैं। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें बता दें कि केंद्र ने इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लाईंग स्कवाड का गठन कर दिया है। टास्क फोर्स में 5 सदस्य होंगे, जिनके पास विधायी शक्तियां हैं। इसके अलावा समूह को सजा देने की शक्तियां भी दी गई हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि अगले 24 घंटे में फ्लाइंग स्क्वाड की संख्या बढ़ा पर 40 कर दी जाएगी। इंफोर्समेंट टास्क फोर्स की अध्यक्षता एमएम कुट्टी करेंगे और CPCB के चेयरमैन तन्मय कुमार इसके सदस्य होंगे। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें बता दें कि गुरुवार को ही कोर्ट ने केंद्र से कहा था कि 24 घंटों के भीतर कोई ठोस कदम उठाएं नहीं तो हमारी तरफ से निर्देश जारी किए जाएंगे। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट की तरफ से भी टास्क फोर्स के गठन की बात कही जा चुकी थी। दिल्ली में स्कूल बंद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फटकार लगाए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने शुक्रवार से स्कूल बंद करने का फैसला किया। हालांकि, इस दौरान बोर्ड की परीक्षाएं और ऑनलाइन क्लासेज जारी रहेंगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हमने वायु गुणवत्ता में सुधार का पूर्वानुमान जताए जाने के कारण स्कूल फिर से खोल दिए थे, लेकिन वायु प्रदूषण फिर से बढ़ गया है और हमने आगामी आदेश आने तक शुक्रवार से स्कूल बंद करने का फैसला किया है। Edited By: Sanjeev Tiwari",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-pm-modi-inaugurate-infinity-forum-on-fintech-today-over-70-countries-to-participate-22261000.html,"इनफिनिटी फोरम में बोले पीएम मोदी, 'तकनीक और इनोवेशन को तेजी से अपना रहा भारत'","नई दिल्ली (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए फाइनेंशियल टेक्‍नोलाजी (फिनटेक) पर आयोजित इनफिनिटी फोरम का आज उद्घाटन किया। इस अवसर पर दिए जाने वाले संबोधन में उनका जोर फिनटेक क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के स्तर पर किए जा रहे प्रयासों पर हो सकता है। दो दिन तक चलने वाले इस फोरम में विश्‍व के 70 देश हिस्‍सा ले रहे हैं। इस मौके पर दिए अपने संबोधन में उन्‍होंने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत तकनीक और इनोवेशन को कितना तेजी से अपना रहा है। डिजीटल इंडिया ने कई दरवाजे खोल दिए हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें Live updates:- पीएम मोदी ने कहा कि अब वक्‍त आ गया है कि फिनटेक इनिशिएटिव को फिनटेक रिवोल्‍यूशन में बदल जाना चाहिए। एक ऐसी क्रांति जो देश के हर व्‍यक्ति को आर्थिक रूप से मजबूत करे। उन्‍होंने कहा कि हम इस बात में विश्‍वास रखते हैं कि अपने अनुभवों को विशेषज्ञों के बीच बांटों और उनसे सीखो। भारत के डिजीटल पब्लिक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर सोल्‍यूशन की वजह से पूरी दुनिया में रहने वाले लोगों की जिदंगी बेहतर हुई है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें पीएम ने कहा कि 'गिफ्ट' (GIFT) पर उन्‍होंने कहा कि ये भारत का प्रतिनिधित्‍व करता है। इसके अलावा ये भारत के लोतांत्रिक मूल्‍यों और हमारी मांग, हमारी भौगोलिक विविधता, हमारे विचारों, हमारे निवेश और हमारे इनोवेशन का भी प्रतिनिधित्‍व करता है। देश में पिछले वर्ष एटीएम कैश विड्रो करने से अधिक लोगों ने पैमेंट के लिए अपने मोबाइल का इस्‍तेमाल किया। पूरी तरह डिजीटल बैंक अब एक सच्‍चाई बन चुकी है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन पार्टनर देश हैं। पीएमओ की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि दो दिनों तक चलने वाले इस फोरम में इस बात पर जोर-शोर से विचार किया जाएगा कि इससे जुड़ी इंडस्‍ट्रीज को कैसे तकनीक और बिजनेस दोनों की नजरिए से मजबूत किया जा सके। इस फोरम को इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस सेंटर्स आथरिटी (IFSCA)ब्‍लूमबर्ग और भारत सरकार के सहयोग से होस्‍ट कर रहा है। चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें बता दें कि पीएम मोदी ने बुधवार को एक कार्यक्रम में युवाओं के स्‍टार्टअप शुरू करने पर उनकी हौंसला अफजाई की थी। उन्‍होंने यहां कि कहा था कि ऐसे युवाओं को इस फोरम में भी हिस्‍सा लेना चाहिए। पीएमओ की दी गई जानकारी के मुताबिक फिनटेक को सीमाओं से पार होकर आगे बढ़ना चाहिए। इस फोरम में पीएम मोदी के अलावा मलेशिया और इंडोनेशिया के वित्‍त मंत्री समेत रिलाइंस इंडस्‍ट्री के प्रमुख मुकेश अंबानी भी संबोधित करेंगे। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-after-sc-hearing-over-pollution-meetings-in-environment-ministry-continues-22260668.html,"SC की फटकार के बाद पर्यावरण मंत्रालय में ताबड़तोड़ बैठकें, प्रदूषण में कमी के लिए जरूरी उपायों पर चर्चा","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में बढ़े वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार और 24 घंटे के भीतर इससे निपटने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश के बाद केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में गुरुवार को दिनभर काफी गहमागहमी रही और बैठकों का दौर चला। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी आला अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर एक अहम बैठक की। साथ ही अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। बैठक में वायु गुणवत्ता आयोग के अधिकारी भी मौजूद थे। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें मंत्रालय में बैठकों की यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। इस बीच एक अहम बैठक मंत्रालय के आला अधिकारियों के बीच हुई। बाद में वायु गुणवत्ता आयोग के साथ अलग से भी एक बैठक हुई। इस दौरान बढ़े वायु प्रदूषण में कमी लाने के लिए सभी जरूरी उपायों पर चर्चा हुई। फिलहाल मौजूदा समय में बढ़े प्रदूषण में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उद्योग और वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुएं की है। ऐसे में माना जा रहा है कि आयोग की ओर से उद्योगों और वाहनों को लेकर कोई अहम फैसला लिया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को होने वाली सुनवाई में वायु गुणवत्ता आयोग उन तथ्यों को सामने रख सकता है, जिसकी जवाबदेही दिल्ली सरकार की थी और जो उन्होंने ठीक ढंग से नहीं किया। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें दिल्ली एनसीआर में लगातार खतरनाक स्तर पर चल रहे वायु प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने तो नाराजगी जताई ही है, संसदीय समिति ने भी सभी संबंधित राज्यों को आड़े हाथों लिया है। पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश की अध्यक्षता वाली 30 सदस्यीय इस समिति ने बुधवार को ही लोकसभा और राज्यसभा में अपनी 35 पृष्ठों की ड्राफ्ट रिपोर्ट पेश की है। इसमें प्रदूषण से जंग में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं पंजाब की लापरवाही गिनाने के साथ-साथ अनेक सिफारिशें भी की गई हैं Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-supreme-court-said-if-the-authorities-fail-to-control-pollution-then-the-court-will-take-some-extraordinary-steps-22259887.html,"सुप्रीम कोर्ट बोला, सरकार 24 घंटे में बताए कैसे काबू करेगी प्रदूषण, नहीं तो फिर कोर्ट उठाएगा कुछ असाधारण कदम","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में कमी नहीं आने पर सुप्रीम कोर्ट ने निराशा और नाराजगी जताते हुए गुरुवार को कहा कि जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हो रहा और वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा, आप कहते हैं कि बहुत से उपाय किए गए, राज्य कह रहे हैं कि उन्होंने सभी उपाय किए हैं। जब सब प्रयास हो रहे हैं तो प्रदूषण का स्तर बढ़ क्यों रहा है। 25-30 सदस्यों का आयोग बना है जो निर्देश देता है, लेकिन हो कुछ नहीं रहा। लगता है हम अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि वह 24 घंटे में बताए कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए क्या योजना और उपाय हैं। कोर्ट ने कहा कि वह ब्यूरोक्रेसी में रचनात्मकता का संचार नहीं कर सकते। अगर अथारिटीज प्रदूषण पर नियंत्रण करने में नाकाम रहती हैं तो फिर कोर्ट कुछ असाधारण कदम उठाएगा। यह कहते हुए कोर्ट ने मामले को शुक्रवार को फिर सुनवाई पर लगाने का आदेश दिया। ये आदेश प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण के मामले में सुनवाई के दौरान दिए। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें कोर्ट ने कहा कि हमने केंद्र और राज्यों की ओर से पेश किए गए दस्तावेज देखे हैं जिनमें कहा गया है कि सब कुछ हुआ है, अगर सब होता तो क्या प्रदूषण का स्तर बढ़ता। जब सब प्रयास हो रहे हैं तो प्रदूषण का स्तर क्यों बढ़ रहा है। अब तो पराली जलाना भी कम हो गया। कोर्ट ने केंद्र सरकार की ओर ओर से पेश सालिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि वह इसे देखें और गंभीरता के साथ इसका हल लेकर आएं। मेहता ने कहा कि वह कोर्ट का मंतव्य समझ रहे हैं, कोर्ट उन्हें एक दिन का समय दे, वह आकर बताएंगे। पीठ ने कहा कि 24 घंटे दे रहे हैं। सरकार को समस्या हल करने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें कोर्ट के कंधे पर रखकर न चलाएं बंदूक पीठ ने कहा कि कोर्ट के कंधे पर रखकर बंदूक न चलाएं। इतने उपाय करने के बाद भी हम प्रदूषण नियंत्रित करने में नाकाम रहे। मेहता ने कहा कि यह नहीं समझा जाना चाहिए कि कुछ नहीं हो रहा। पावर स्ट्रक्चर में बदलाव करने की जरूरत है। कोर्ट थोड़ा समय दे, वह उच्चस्तर पर बात करके बताएंगे। विकास सिंह बोले, नियमों का हो रहा उल्लंघन चक्रवाती तूफान के चलते एनडीआरएफ की टीमें तैनात, भारी बारिश का जारी हुआ अलर्ट, ट्रेनें हुईं रद व स्कूल भी बंद यह भी पढ़ें याचिकाकर्ता के वकील विकास सिह ने कहा कि अगर नियमों का कड़ाई से पालन हो तो किसी प्रतिबंध की जरूरत नहीं है। कोर्ट एक टास्क फोर्स गठित करे जो आदेशों और नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करे। अगर प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है तो इसका मतलब है कि नियमों का उल्लंघन हो रहा है। केंद्र और दिल्ली सरकार ने दिया कार्रवाई का ब्योरा सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को काबू करने के लिए किए गए उपायों और उल्लंघन करने वालों पर की गई कार्रवाई का ब्योरा दिया। केंद्र और राज्यों ने निर्देशों के पालन के बारे में विस्तृत हलफनामे भी कोर्ट में दाखिल किए। जागरण हाईटेक अवार्ड 2021: विश्वसनीय खबरों से न्यू इंडिया को सशक्त करेगा न्यू मीडिया - भरत गुप्ता यह भी पढ़ें दिल्ली में स्कूल खोलने और रेड लाइट आन गाड़ी आफ पर भी सवाल वायु प्रदूषण बढ़ा होने के बावजूद दिल्ली में स्कूल खोले जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने दिल्ली से कहा, आप कहते थे कि वर्क फ्राम होम लागू है और आप लाकडाउन लगा देंगे बशर्ते केंद्र और एनसीआर के राज्य भी लाकडाउन लगाएं। लेकिन तीन-चार साल के छोटे बच्चे स्कूल जा रहे हैं। दिल्ली के वकील अभिषेक मनु सिघवी ने कहा कि अभी हाल में ही स्कूल खुले हैं। अभिभावकों की सहमति पर ही बच्चे स्कूल जाएंगे। विकल्प दिया गया है। कमेटी की रिपोर्ट को देखते हुए स्कूल खोले गए हैं। जस्टिस रमना ने स्कूल खुलने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बड़े लोग घर से काम करेंगे और बच्चे स्कूल जाएंगे। इसके अलावा कोर्ट ने दिल्ली के चौराहों पर रेड लाइट आन गाड़ी आफ के पोस्टर लेकर खड़े युवाओं पर भी सवाल उठाया। कोर्ट ने कहा कि यह पापुलर स्लोगन के सिवाय और कुछ नहीं है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-education-ministry-sought-for-information-regarding-gujarat-riots-question-asked-in-cbse-board-12th-exam-22259859.html,"प्रश्नपत्र बनाने की सीबीएसई की प्रक्रिया सवालों के घेरे में, गुजरात दंगे को लेकर अनुचित सवाल पर शिक्षा मंत्रालय भी अचंभित","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की परीक्षा में गुजरात दंगे के समय पर पूछे गए एक अनुचित सवाल को लेकर मचा बवाल फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है। इससे सीबीएसई की कार्यप्रणाली पर जहां सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं शिक्षा मंत्रालय भी ऐसे सवाल को लेकर अचंभित है। मंत्रालय ने इसकी पड़ताल शुरू कर दी है। साथ ही पूछा है कि आखिरकार प्रश्नपत्र तैयार किसने किया? क्या इसे सीबीएसई के विशेषज्ञों ने तैयार किया या फिर किसी बाहरी एजेंसी या व्यक्ति की मदद ली गई थी? सच क्या है, अभी यह कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी। लेकिन इसके चलते सीबीएसई की प्रश्नपत्र तैयार करने की पूरी प्रक्रिया सवालों के घेरे में जरूर आ गई है। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें पाठ्यक्रम से बाहर के सवालों का मिलना समझ से परे यह सवाल इसलिए भी बड़ा है, क्योंकि सीबीएसई एक केंद्रीय शिक्षा बोर्ड है। इसका अनुसरण राज्यों के शिक्षा बोर्ड भी करते हैं। साथ ही यह लापरवाही भी 12वीं की बोर्ड परीक्षा में की गई है, जिसका अपना तय मानक है। इसमें प्रश्नपत्र भी काफी पड़ताल के बाद तैयार किए जाते हैं। ऐसे में प्रश्नपत्र में ऐसी अनुचित और पाठ्यक्रम से बाहर के सवालों का मिलना समझ से परे है। यही वजह है कि शिक्षा मंत्रालय खुद भी अचंभित है। खास बात यह है कि मौजूदा समय में शिक्षा मंत्रालय की जो स्कूली शिक्षा सचिव हैं, वह खुद भी सीबीएसई की मुखिया रही हैं। ऐसे में वह पूरी प्रक्रिया से बेहतर परिचित हैं। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें जिम्मेदारों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई मंत्रालय से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो सीबीएसई के आला अधिकारियों ने शिक्षा मंत्रालय में आकर इस पूरे मामले की जानकारी दी है। साथ ही कहा है कि जो भी इस तरह की गलती के लिए जिम्मेदार होंगे, उन सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसकी जांच कराई जा रही है। हालांकि शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान पिछले दो दिनों से दिल्ली से बाहर हैं। ऐसे में उनके आने के बाद इसको लेकर कुछ कड़े फैसले लिए जा सकते हैं। इस बीच स्कूली शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञों ने भी प्रश्नपत्र में पूछे गए इस अनुचित सवाल को लेकर सीबीएसई की पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें सीबीएसई की बड़ी लापरवाही : डा सीबी शर्मा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) के पूर्व चेयरमैन डा सीबी शर्मा के मुताबिक सीबीएसई की यह बड़ी लापरवाही है। निश्चित ही जिस तरह से गलती सामने आई है, उससे साफ है कि प्रश्नपत्र तैयार करने के तय मानकों का पालन नहीं किया गया है। गौरतलब है कि सीबीएसई ने 12वीं के समाज शास्त्र के प्रश्नपत्र में छात्रों से एक बहुविकल्पीय सवाल पूछा था। इसमें पूछा गया था कि 2002 में गुजरात में बड़े पैमाने और मुस्लिम विरोधी हिंसा किस सरकार के समय हुई थी? विकल्प के तौर पर कांग्रेस, भाजपा, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन नाम दिया गया था। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-india-slams-ohchr-for-adverse-comments-on-the-situation-in-jammu-and-kashmir-22259709.html,"कश्मीर पर अनावश्यक टिप्पणी से बाज नहीं आ रहा यूएन का मानवाधिकार उच्चायोग कार्यालय, भारत ने लगाई फटकार","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) का मानवाधिकार निकाय मानवाधिकार उच्चायोग कार्यालय (ओएचसीएचआर) रह-रहकर कश्मीर पर अनावश्यक टिप्पणी करने से बाज नहीं आ रहा है। हाल ही में उसने वहां आतंकी संगठनों के खिलाफ सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई पर काफी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। भारत ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ ओएचसीएचआर को सख्त हिदायत के साथ फटकार लगाई है बल्कि यह भी याद दिलाया है कि आतंकी संगठनों की वजह से मानवाधिकारों का जो उल्लंघन होता है उस पर भी उसे ध्यान देने की जरूरत है। ओएचसीएचआर ने पिछले दिनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा खुर्रम परवेज की गिरफ्तारी पर टिप्पणी की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि भारत के कानून और जांच एजेंसियों के खिलाफ ओएचसीएचआर ने जो टिप्पणी की है वह पूरी तरह से बेबुनियाद है। भारत सीमा पार आतंकवाद की चुनौतियों का जिस तरह से सामना कर रहा है और इसकी वजह से जम्मू-कश्मीर की जनता के आधारभूत मानवाधिकारों पर जिस तरह का असर हो रहा है, यह उसको पूरी तरह से नजरअंदाज करता है। भारत एक लोकतांत्रिक देश होने के नाते सीमा पार से आतंकवाद का सामना करने के साथ ही अपने नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए पूरी तरह दृढ़ है। आतंकी मेहरान ने की थी श्रीनगर में पिछले माह गैर-मुस्लिमों की हत्या, छानबीन में मिली हैरान करने वाली जानकारियां यह भी पढ़ें भारत ने अपनी संप्रभुता एवं अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए), 1967 बनाया है। यह कानून भारत की संसद ने तैयार किया है। ओएचसीएचआर ने जिस व्यक्ति का नाम लिया है, उसके खिलाफ इसी कानून के तहत कार्रवाई की गई है। भारत ने कहा है कि जिस तरह से ओएचसीएचआर ने आतंकी संगठनों को हथियार बंद समूह के तौर पर चिह्नित किया है, इससे उसकी सोच का पता चलता है। इसके साथ ही यह याद दिलाया है कि आतंकवाद से मानवाधिकारों पर पड़ने वाले नकारात्मक असर को लेकर उसे और बेहतर समझ विकसित करनी होगी। भारतीय एजेंसियों ने जो भी कदम उठाया है, वह पूरी तरह से कानून सम्मत है। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-indian-government-says-several-steps-are-being-taken-to-help-reduce-the-level-of-air-pollution-in-the-country-22258765.html,देश में वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं: सरकार,"नई दिल्ली, पीटीआइ। पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा है कि देश में वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं और 132 शहरों में निगरानी स्टेशन स्थापित किए गए हैं। प्रश्नकाल के दौरान प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने ईंधन उत्सर्जन के लिए वाहनों में बीएस 4 मानदंडों को बीएस 6 में बदलने के लिए कदम उठाए हैं और मेट्रो रेल स्थापित करने के लिए विभिन्न शहरों में योजनाएं विकसित कर रही हैं। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें यादव ने सदन को बताया, 'वायु प्रदूषण पर नजर रखने के लिए देश के 132 शहरों में निगरानी केंद्र स्थापित किए गए हैं और प्रदूषण कम करने के लिए सरकार की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं। वित्त आयोग ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदूषण को कम करने में मदद के लिए स्थानीय उद्योग के लिए 4400 करोड़ रुपये भी निर्धारित किए हैं।' उन्होंने सदस्यों को बताया, दिल्ली में जहां बहुत अधिक प्रदूषण है, वाहनों में ईंधन की खपत को कम करने में मदद के लिए ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि एनसीआर दिल्ली में 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें जहां तक औद्योगिक प्रदूषण का सवाल है, उन्होंने कहा कि सरकार कोयला आधारित बिजली संयंत्रों के लिए कड़े प्रदूषण मानदंड लागू कर रही है। मंत्री ने बताया कि एनसीआर के आसपास की औद्योगिक इकाइयों, विशेष रूप से ईंट भट्ठा उद्योग में प्रौद्योगिकी उन्नयन किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि सरकार औद्योगिक प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय कर रही है। अपने लिखित उत्तर में मंत्री ने कहा कि सरकार ने देश भर में वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए राष्ट्रीय स्तर की रणनीति के रूप में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) शुरू किया है। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें उन्ोनें लिखित जवाब में कहा, 'शहर विशिष्ट स्वच्छ वायु कार्य योजनाएं तैयार की गई हैं और 132 गैर-प्राप्ति और मिलियन से अधिक शहरों में कार्यान्वयन के लिए शुरू की गई हैं। एनसीएपी के तहत गैर-प्राप्ति शहरों को निगरानी नेटवर्क के विस्तार, निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं, गैर-मोटर चालित परिवहन बुनियादी ढांचे, ग्रीन बफर, मैकेनिकल स्ट्रीट स्वीपर, कंपोस्टिंग इकाइयों जैसे कार्यों को शुरू करने के लिए 375.44 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।' Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-tmc-condemns-media-ban-on-parliament-proceedings-asked-to-restore-facilities-for-journalists-22258597.html,TMC ने संसद की कार्यवाही पर मीडिया के प्रतिबंध की निंदा की; पत्रकारों को सुविधाएं बहाल करने को कहा,"नई दिल्ली, पीटीआइ। टीएमसी ने गुरुवार को संसद में मीडिया को प्रतिबंधित करने के मुद्दे पर आवाज बुलंद की। पार्टी द्वारा पत्रकार बिरादरी के साथ एकजुटता व्यक्त की गई और संसद की कार्यवाही को कवर करने के लिए मीडिया को सभी सुविधाएं तत्काल बहाल करने का आह्वान किया। पार्टी ने एक बयान में इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह का प्रतिबंध लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। पार्टी ने कहा, 'बंगाल की मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष, ममता बनर्जी, पूरे तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के साथ, संसद तक सीमित कवरिंग के मुद्दे पर पत्रकार बिरादरी के साथ हमारी पूरी एकजुटता व्यक्त करना चाहती हैं। संसद हमारे लोकतंत्र का दिल है और उस पर रिपोर्टिंग करना एक अच्छी लोकतांत्रिक परंपरा है। एक स्वतंत्र और मजबूत मीडिया संसदीय लोकतंत्र की आत्मा है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और विचार का अधिकार एक जीवंत लोकतंत्र की नींव है।' किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें पार्टी ने पत्रकारों को संसद को कवर करने के लिए सभी सुविधाओं को तत्काल बहाल करने का आह्वान किया ताकि संस्था को मजबूत किया जा सके। बता दें कि भारत विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 180 देशों में 142 वें स्थान पर है। यह और नीचे जा रहा है। कुछ साल पहले हम 136 पर थे, अब 142 पर है। पार्टी ने एक बयान में कहा गया, 'पत्रकारों के खिलाफ शारीरिक शोषण और पूर्वाग्रह जैसे पीड़ितों को लक्षित करना विश्व रैंकिंग सूचकांक में गिरावट के अन्य कारणों में से एक है। आइए यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करें कि हमारी स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में, स्वतंत्र मीडिया की स्वतंत्र भावना को किसी भी तरह से नियंत्रित नहीं किया जाता हो।' Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amrit-mahotsav-when-buddha-is-smiling-from-pokhran-with-a-code-word-india-became-nuclear-power-jagran-special-verified-22258378.html,अमृत महोत्सव: जब पोखरण से ‘बुद्धा इज स्‍माइलिंग’ एक कोड वर्ड के साथ भारत बन गया था 'न्यूक्लियर पावर',"नई दिल्‍ली, फीचर डेस्क। 18 मई, 1974 का वह दिन भारत के लिए बड़ा ऐतिहासिक था। इसी दिन भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण कर पूरी दुनिया को चकित कर दिया था। इस आपरेशन का कोड नेम था- ‘स्माइलिंग बुद्धा’। यह परीक्षण देश को परमाणु शक्ति के क्षेत्र में स्वावलंबी बनाने की राह में पहला बड़ा कदम था। हालांकि पहले परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिका ने भारत पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। पोखरण की कामयाबी ने भारत को उन देशों की कतार में ला खड़ा किया, जो परमाणु शक्ति संपन्न थे। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में अमृत महोत्सव शृंखला के तहत पढ़ें भारत ने कैसे इस क्षेत्र में खुद को स्वावलंबन की राह पर मजबूती से आगे बढ़ाया... किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें ऐसे बढ़ा देश का परमाणु कार्यक्रम: वैसे भारत के परमाणु कार्यक्रम की शुरुआत 1944 में ही हो गई थी, जब प्रख्यात विज्ञानी डा. होमी जहांगीर भाभा ने मुंबई में टाटा इंस्टीट्यूट आफ फंडामेंटल रिसर्च की स्थापना की थी। भाभा ने देश में परमाणु हथियार के डिजाइन और विकास कार्यक्रम का समन्वय किया। इसके बाद परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) की स्थापना से देश के परमाणु कार्यक्रम को सही दिशा में आगे बढ़ाना सुनिश्चित हो गया। इस क्रम में वर्ष 1962 तक शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा के विकास के लिए बड़े पैमाने पर अनुसंधान रिएक्टरों की स्थापना की गई। हालांकि भारत-चीन युद्ध ने इस प्रगति को कुछ धीमा कर दिया था, मगर वर्ष 1966 में प्रधानमंत्री बनने के बाद इंदिरा गांधी ने परमाणु कार्यक्रम में नये सिरे से दिलचस्पी दिखाई। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें पाकिस्तान से युद्ध के बाद इंदिरा गांधी ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) को परमाणु परीक्षण करने की मौखिक स्वीकृति दी। इस पूरे आपरेशन को काफी गुप्त रखा गया था, ताकि अमेरिका को अपने उपग्रहों के माध्यम से इसके बारे में पता न चल जाए। इस आपरेशन का सांकेतिक नाम ‘स्माइलिंग बुद्धा’ रखा गया था। इसका एक कारण यह भी था कि परीक्षण वाले दिन यानी 18 मई, 1974 भारत में बुद्ध पूर्णिमा (गौतम बुद्ध की जयंती) थी। खास बात यह है कि इसके बारे में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विश्वस्त करीबी सहयोगियों को ही पता था। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें पोखरण-1 परमाणु परीक्षण: राजस्थान के पोखरण में परीक्षण स्थल पर ले जाने से पहले परमाणु बम से संबंधित सभी सामग्री को ट्रांबे में इकट्ठा किया गया। 18 मई, 1974 को परमाणु टेस्ट के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। विस्फोट पर नजर रखने के लिए पांच किमी. की दूरी पर एक मचान भी बनाया गया था, जहां से आपरेशन से जुड़े विज्ञानी और सैन्य अधिकारी नजर बनाए हुए थे। सुबह 8.05 बजे सफल विस्फोट के बाद भारत परमाणु परीक्षण करने वाला दुनिया का छठा देश बन गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इतने गुप्त तरीके से देश के परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाया कि खुद उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों को भी इसकी भनक नहीं लगी थी। इस टाप सीक्रेट प्रोजेक्ट पर 75 वैज्ञानिक और इंजीनियरों की टीम ने 1967 से लेकर 1974 तक यानी सात साल तक लगातार मेहनत की। प्रोजेक्ट की कमान बार्क के तत्कालीन निदेशक डा. राजा रमन्ना के हाथ में थी। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उस जगह पर भी गईं, जहां यह सफल परीक्षण किया गया था। इस पहले सफल परमाणु परीक्षण का देश की जनता ने जश्न मनाया। विज्ञानी होमी सेठना, राजा रमन्ना और डीआरडीओ के बसंती नागचौधुरी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। अभियान में शामिल कुछ अन्य विज्ञानियों को पद्मश्री से नवाजा गया। पहले परमाणु परीक्षण में डा. एपीजे अब्दुल कलाम भी शामिल थे, जिन्होंने बाद में अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में 1998 में पोखरण-2 परमाणु परीक्षण का नेतृत्व किया था। पोखरण में दूसरे सफल परमाणु परीक्षण को ‘आपरेशन शक्ति’ नाम दिया गया। डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ncr-supreme-court-pulls-up-delhi-government-for-opening-the-schools-amid-the-rising-air-pollution-levels-in-the-city-22258215.html,"वायु प्रदूषण: दिल्ली में स्कूल खोलने पर SC ने लगाई फटकार, कहा- बड़े लोग वर्क फ्राम होम है और बच्चों को जाना पड़ता है स्कूल","नई दिल्ली, एएनआई। राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को सुनवाई कर रहा है। कोर्ट ने स्कूल खोले जाने पर दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। साथ ही अदालत ने सरकार से सीएनजी बसों को लेकर भी सवाल किया। इससे पहले हुई सुनवाई में शीर्ष अदालत ने नियमों के अनुपालन के लिए टास्क फोर्स गठित करने की बात कही थी। अदालत दिल्ली के 17 वर्षीय छात्र आदित्य दुबे की तरफ से दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार को वायु प्रदूषण नियंत्रण उपायों के कार्यान्वयन के लिए एक गंभीर योजना पर कार्य करने के लिए के लिए 24 घंटे की समय सीमा दी है। प्रदूषण नियंत्रण उपायों पर नजर रखेगा फ्लाइंग स्क्वाड, केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया- 17 गठित किए, 24 घंटे में 40 कर देंगे यह भी पढ़ें Air pollution in Delhi-NCR: Supreme Court pulls up Delhi government for opening the schools amid the rising air pollution levels in the city. SC asks Delhi government when the government implemented work from home for adults then why children are being forced to go to school pic.twitter.com/wl4Y7mhSqV — ANI (@ANI) December 2, 2021 दिल्ली सरकार की तरफ से पेश हुए वकील एएम सिंघवी से मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना ने कहा कि हम इसे आक्रामक रूप से देख रहे हैं और आपने हमें बताया था कि स्कूल बंद हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। 3 से 4 साल के बच्चों को स्कूल भेजा जा रहा है। सीजेआई ने कहा कि आज के अखबार में देखिए बच्चे स्कूल जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप आदेश चाहते हैं, तो हम किसी को नियुक्त कर सकते हैं। जस्टिस रमन्ना ने कहा कि बड़ों को घर से काम करना पड़ता है और बच्चों को स्कूल जाना पड़ता है। जस्टिस सूर्यकांत ने भी कहा कि किसी भी चीज का पालन नहीं हो रहा है। सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने युवाओं के प्रदर्शन को लेकर भी सरकार की फटकार लगाई। दरअसल, दिल्ली सरकार की ओर से कुछ युवाओं ने सड़क के किनारे खड़े होकर रेड लाइट पर 'कार का इंजन बंद' करने का संदेश दिया था। इन पोस्टर्स पर अरविंद केजरीवाल की भी फोटो थी। दिल्ली में अगले आदेश तक स्कूल बंद, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद AAP सरकार ने लिया फैसला Edited By: Sanjeev Tiwari",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-dangerous-network-of-moneylenders-spread-across-the-country-jagran-special-22258035.html,अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का खतरनाक नेटवर्क पूरे देश में फैला,"संजय मिश्र। कर्ज लेना और देना कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब यह सूदखोरी का जरिया बन जाता है तो इसका परिणाम दर्दनाक ही होता है। सूदखोर किसी को समस्या से निकालने के लिए नहीं, बल्कि अपने धन को दोगुना-तीन गुना करने के लिए कर्ज का धंधा चलाते हैं। लाभ कमाना उनका मकसद होता है इसलिए उनमें संवेदना का स्तर लगभग शून्य रहता है। यह हैरान करने वाली बात है कि अनेक कानूनी प्रविधान करने के बाद भी सूदखोरों का जाल पूरे देश में फैला है। उनका नेटवर्क इतना मजबूत हो चुका है कि अनेक क्षेत्रों में प्रशासनिक मशीनरी उन तक पहुंचने का साहस ही नहीं दिखा पाती। एक तरह से वे समानांतर व्यवस्था चला रहे हैं। मध्य प्रदेश में सूदखोरों की गैंग शहर से लेकर गांव तक फैली हुई है। कई आदिवासी क्षेत्रों में तो वे इतने सशक्त हो चुके हैं कि बिना व्यापक अभियान चलाए उन्हें नियंत्रित करना मुश्किल है। राहत की बात है कि सूदखोरी का धंधा रोकने के लिए कानूनी प्रविधान करने वाली शिवराज सरकार अब सूदखोरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने जा रही है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र हों या शहरी, साहूकारों द्वारा ब्याज पर ऋण देने की व्यवस्था लंबे समय से चली आ रही है। इसके लिए कानून में प्रविधान भी किए गए हैं कि पंजीकृत साहूकार ही ऋण देने का काम कर सकता है, लेकिन ऐसे साहूकारों की संख्या अंगुली पर गिनने लायक ही है। असली कारोबार तो गैर पंजीकृत सूदखोर ही कर रहे हैं, जो शासन के किसी भी नियम-कायदे को नहीं मानते। ऐसा भी नहीं है कि उन्हें नियंत्रित करने के लिए कोई प्रविधान नहीं है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की लापरवाही उनके लिए खाद बन जाती है। शिकायत के बाद भी अक्सर अधिकारी आंखें मूंदे रहते हैं, जिसका लाभ सूदखोर उठाते हैं। यही वजह है कि भोपाल में सूदखोरी की वजह से हंसता-खेलता जोशी परिवार बर्बाद हो गया। सूदखोरों की गैंग से आतंकित होकर परिवार के पांच सदस्यों ने जहर पी लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। उनके सुसाइड नोट पढ़कर लगता है कि सूदखोरों के कारण वे लंबे समय से तनाव में जी रहे थे। उनकी लिखी यह पंक्ति ही पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है कि ‘रोज-रोज मरने से अच्छा है एक दिन मर जाएं।’ इस प्रकरण का दुखद पहलू यह है कि जोशी परिवार ने लगभग एक सप्ताह पूर्व पुलिस से गुहार लगाई थी कि उन्हें सूदखोरों का गिरोह चलाने वाली बबली प्रताड़ित कर रही है, लेकिन किसी ने ध्यान ही नहीं दिया। देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें सच में ऐसे गिरोह जिस तरह तीन का तेरह करने के लिए लोगों को धमकाते हैं उससे रातों की नींद उड़ना स्वाभाविक ही है। हर वक्त एक ही तनाव बना रहता है कि कहीं घर के दरवाजे पर सूदखोर या उसके गुर्गे न आ जाएं। यह कोई एक मामला नहीं है, जिसने रोंगटे खड़े कर दिए, बल्कि आए दिन ऐसे वाकये होते रहते हैं। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने साहूकारी अधिनियम में संशोधन का विचार बनाया। शिवराज सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में इसकी शुरुआत उस समय की थी जब अगस्त 2017 में आलीराजपुर के तत्कालीन कलेक्टर गणोश शंकर मिश्र ने साहूकारों के लाइसेंस निरस्त करके उनके द्वारा दिए गए कर्ज को शून्य घोषित कर दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सूदखोरी के वृत्ति से जुड़ा मामला होने की वजह से राजस्व विभाग से साहूकारी अधिनियम में संशोधन का मसौदा तैयार करवाकर केंद्र सरकार को भेजवाया था, लेकिन इसे स्वीकृति मिलने से पहले ही विधानसभा चुनाव आ गया। इसके बाद केंद्र सरकार और राजस्व विभाग के बीच मामला लटका रहा। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन हो गया। कांग्रेस की सरकार आ गई और कमल नाथ मुख्यमंत्री बने। उन्होंने भी सूदखोरी को गंभीरता से लिया और नौ अगस्त, 2019 को अनुसूचित जनजाति वर्ग द्वारा गैर पंजीकृत साहूकारों से लिए गए समस्त ऋण को शून्य घोषित किए जाने की घोषणा कर दी। कैबिनेट ने इस आशय से तैयार विधेयक का प्रस्ताव भी पारित कर दिया, लेकिन क्रियान्वयन नहीं हो पाया। बाद में सितंबर 2020 में केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद विधानसभा ने साहूकारी अधिनियम में संशोधन के साथ अनुसूचित जनजाति ऋण विमुक्ति विधेयक पारित किया। इसमें प्रविधान किया गया कि कोई भी गैर पंजीकृत साहूकार ब्याज पर ऋण देने का कारोबार नहीं कर पाएगा। ओमिक्रोन वैरिएंट : टीके के प्रभाव व तीसरी लहर की आशंका समेत ऐसे कई सवालों के केंद्र ने दिए जवाब यह भी पढ़ें ऐसा करते हुए पाए जाने पर दो साल की सजा होगी और जुर्माना लगेगा। इतना ही नहीं गैर पंजीकृत साहूकारों द्वारा 15 अगस्त, 2020 तक अधिसूचित क्षेत्र (89 आदिवासी विकासखंड) में अनुसूचित जनजाति वर्ग को दिए ऋण को शून्य घोषित करते हुए इसकी वसूली पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई। यह स्पष्ट कर दिया गया कि ऋण देने के लिए जो वस्तु या दस्तावेज गिरवी रखे गए हैं वे भी लौटाने होंगे। अधिनियम के प्रभावी होने के बाद जबरन वसूली का मामला सामने आने पर जमानती अपराध दर्ज किया जाएगा। साहूकारी अधिनियम में ग्रामसभा को अधिकार दिए गए कि यदि वह तय करे कि उसके क्षेत्र में साहूकारी व्यवसाय नहीं होगा तो कलेक्टर वहां साहूकारी के लिए किसी को लाइसेंस नहीं देंगे। इतनी स्पष्टता के बाद भी सूदखोरों का प्रभावी बने रहना प्रशासनिक मशीनरी की सक्रियता पर सवाल है। उम्मीद है कि सरकार के नए अभियान से अब सूदखोरों का नेटवर्क ध्वस्त होगा। [स्थानीय संपादक, नवदुनिया, भोपाल] Edited By: Sanjay Pokhriyal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-proper-arrangement-is-needed-to-shut-internet-says-parliamentary-committee-22257643.html,"इंटरनेट बंद करने के निर्णय के लिए उचित व्यवस्था की जरूरत, संसदीय समिति का केंद्र पर निशाना","नई दिल्ली, प्रेट्र। इंटरनेट को किसी भी हालात या परिस्थिति में बंद करने के सरकार के फैसले पर संसदीय समिति ने आज सवाल उठाया और कहा कि ऐसा करने से पहले उचित इंतजाम होना जरूरी है। संसद की एक समिति ने किसी खास समय के दौरान इंटरनेट बंद करने के औचित्य के बारे में निर्णय करने को लेकर मानदंडों के अभाव के लिए सरकार की खिंचाई की है। उसने कहा कि सार्वजनिक आपात स्थिति और जन सुरक्षा की कोई स्पष्ट परिभाषा नहीं है। समिति ने इसके लिए एक उचित व्यवस्था की जरूरत बताई है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें संचार और सूचना प्राद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में यह भी सिफारिश की है कि सरकार को दूरसंचार और इंटरनेट सेवा बंद होने से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करने को लेकर अध्ययन कराना चाहिए। साथ ही सार्वजनिक आपात स्थिति और जन सुरक्षा से निपटने में इसका प्रभाव का पता लगाया जाना चाहिए। 'दूरसंचार सेवाओं/इंटरनेट निलंबन और उसका प्रभाव' शीर्षक से संसद में पेश में रिपोर्ट में दूरसंचार और इंटरनेट बंद किए जाने की उपयुक्तता पर निर्णय लेने के लिए जल्द- से -जल्द एक उचित तंत्र स्थापित करने की जरूरत बताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 'सार्वजनिक आपात स्थिति और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर परिभाषित मापदंडों को भी अपनाया और संहिताबद्ध किया जा सकता है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जमीनी स्तर पर निलंबन नियमों को लागू करते समय विभिन्न राज्यों में कोई अस्पष्टता न हो।' देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें समिति ने कहा कि मौजूदा स्थिति में ऐसा कोई मानदंड नहीं है, जिससे दूरसंचार/इंटरनेट बंद करने के औचित्य या उपयुक्तता के बारे में निर्णय किया जा सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे मानदंडों के नहीं होने से इंटरनेट बंद करने का आदेश जिला स्तर के अधिकारी के मूल्यांकन और जमीनी स्थितियों के आधार पर दिया जाता है और यह काफी हद तक कार्यकारी निर्णयों पर आधारित है। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-delhi-judge-attends-hearing-in-supreme-court-22257592.html,"सरकार के कामकाज के तरीके पर सुप्रीम कोर्ट ने जताया खेद, जानें पूरा मामला","नई दिल्ली, प्रेट्र। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को दिल्ली न्यायिक सेवा के एक जज को अपने निजी मामले की सुनवाई में शामिल होने के लिए ड्यूटी से छुट्टी लेने के लिए फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में न्यायाधीशों की पीठ ने सरकार के कामकाज के तरीके को लेकर बुधवार को खेद व्यक्त किया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की नियुक्ति के सिलसिले में होने वाली परीक्षा से जुड़ी सुनवाई में दिल्ली के एक न्यायाधीश के पास सुप्रीम कोर्ट का नोटिस पहुंच गया था। इसीलिए दिल्ली के न्यायाधीश पीठ के समक्ष पेश होने के लिए पहुंचे थे। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें न्यायिक अधिकारी को देख भड़का सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एल नागेश्वर राव और जस्टिस बीआर गवई की पीठ ने दिल्ली के न्यायिक अधिकारी को कोर्ट में देखकर पूछा- आप यहां क्या कर रहे हैं ? आपकी कोर्ट शुरू होने का क्या समय है ? इस पर दिल्ली के न्यायाधीश ने जवाब दिया-दस बजे। सरकारी व्यवस्था का बताया दोष सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने पूछा- लेकिन इस समय तो 10.50 बजे हैं, आप यहां पर हैं तो आपकी कोर्ट कैसे कार्य कर रही होगी ? तब दिल्ली के न्यायाधीश ने बताया कि वह कुछ घंटों की छुट्टी लेकर आए हैं। वह सुप्रीम कोर्ट के नोटिस पर पेश होने के लिए आए हैं। इस पर पीठ ने कहा, वह अपनी ओर से किसी योग्य अधिवक्ता को सुप्रीम कोर्ट में पेश होने के लिए भेज सकते थे और अपना कार्य करते रह सकते थे। निश्चित तौर पर यह सरकारी व्यवस्था का दोष है। यह हमारे लिए खेद का विषय है। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-external-affairs-minister-jaishankar-book-the-india-way-strategy-for-an-uncertain-world-released-in-hindi-22256646.html,जानें- क्यों जयशंकर ने अपनी किताब में आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई की तुलना महाभारत से की,"जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। किसी देश के विदेश मंत्री की तरफ से पद पर रहते हुए किताब लिखना अपने आप में ही विलक्षण घटना है। उस पुस्तक का हिंदी संस्करण आना तो विरले ही होता है। विदेश मंत्री एस.जयशंकर की बहुचर्चित पुस्तक 'द इंडिया वे : स्ट्रेटजीज फार एन अनसर्टेन व‌र्ल्ड' का हिंदी रूपांतरण 'परिवर्तनशील विश्व में भारत की रणनीति' प्रकाशित हो कर आनलाइन व आफलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है। अंग्रेजी में लिखी पुस्तक पहले से ही विश्लेषकों, छात्रों व कूटनीतिकों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी है। विदेश मंत्री जयशंकर ने उम्मीद जताई है कि, 'हिंदी का प्रकाशन अधिक से अधिक लोगों में विदेश नीति के प्रति अभिरुचि जगाएगा।' इस किताब में जिस तरह से भारत की कूटनीतिक चुनौतियों को समृद्ध पारंपरिक ज्ञान व आध्यात्मिक संस्कृति से जोड़ कर देखा गया है उस तरह का प्रयास पहले कभी नहीं हुआ। पुस्तक का एक अध्याय 'श्रीकृष्ण का विकल्प' पाठकों के समक्ष बदलते भू-राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में भारत की आतंरिक व बाहरी चुनौतियों और इससे निपटने में राजनीतिक तौर पर जोखिम उठाने की अनिच्छा का सटीक विवरण है। किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात यह भी पढ़ें आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई की तुलना महाभारत के युद्ध के मैदान में अर्जुन की स्थिति से की गई है। वे लिखते हैं - 'महाभारत के युग का भारत भी बहुध्रुवीय था, जिसमें प्रमुख ताकतें एक दूसरे को संतुलित करती थीं। लेकिन एक बार जब दो प्रमुख ध्रुवों के बीच प्रतिस्पर्धा को रोका न जा सका तो दूसरों को मजबूरन किसी न किसी पक्ष का समर्थन करना पड़ा। लैंडस्केप की तरह उस समय जिन विकल्पों को चुना गया उनकी हमारे समकालीन विश्व से भी कुछ समानताएं हैं।' देश में बढ़ने लगे कोरोना के केस, कर्नाटक ने सख्‍त की पाबंदियां, दोनों डोज लेने वालों को ही मिलेगी मॉल थिएटर में एंट्री यह भी पढ़ें इन सबमें सबसे ज्यादा महत्व श्रीकृष्ण का है जिन्होंने सही राह की चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन, सामरिक उर्जा और नीतिगत प्रज्ञा उपलब्ध कराई। जो अर्जुन बंधु बांधवों से लड़ने का संकल्प नहीं जुटा पाता है उसे श्रीकृष्ण राजी करते हैं। अर्जुन का उदाहरण अक्षमता की स्थिति नहीं थी और वही स्थिति कभी कभी भारत की भी होती है। उदाहरण के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम प्राय: जोखिम उठाने के डर से मजबूर हो जाते हैं। ऐसी सोच बदलनी शुरू हो सकती है। यह तभी संभव है जब किसी राष्ट्रीय अभिजात्य वर्ग के पास अपनी बुनियादी सोच और प्रबल इच्छाशक्ति हो। वायु प्रदूषण के मामले में यूपी सरकार ने उठाया चीनी मिलों का मुद्दा तो सुप्रीम कोर्ट ने पूछ दिया यह सवाल यह भी पढ़ें विदेश मंत्री की तरफ से दिया गया यह संदर्भ इसलिए ज्यादा प्रासंगिक है क्योंकि हमने छह दिन पहले ही मुंबई हमले की 13वीं बरसी मनाई गई है। कई लोगों का मानना है कि पाकिस्तानी एजेंसियों की तरफ से पोषित इस आतंकी हमले को भारत ने एक साफ्ट स्टेट की तरह लिया। इसके प्रमुख साजिशकर्ता आज भी पाकिस्तान में आजाद हैं। तीन दशकों से भारतीय कूटनीति को अंदर से देख रहे सुब्रह्मण्यम जयशंकर जब यह लिखते हैं कि, 'अगर कोई एक विशेषता, जो उभरती हुई शक्ति को अवश्य विकसित करनी चाहिए, वह है उत्तरदायित्व का निर्वहन' तो यह भरोसा होता है कि कहीं न कहीं यह देश की नीति में भी परिलक्षित होगी। वह यह भी संकेत देते हैं कि भारत को अपनी कूटनीतिक चुनौतियों के लिए अपने विकल्प सामने लाने होंगे, अपना प्रत्युत्तर स्वयं तलाशना होगा। जयशंकर के शब्दों में, 'यह निश्चित तौर पर उस इंडिया में संभव है जो अब ज्यादा भारत है।' Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-amrit-mahotsav-the-temple-of-mother-india-in-the-shadow-of-mahakal-read-about-this-secret-place-jagran-special-22264523.html,"अमृत महोत्सव: महाकाल की छाया में ये मंदिर भारत मां का, पढ़ें- इस गुप्त ठिकाने के बारे में","ईश्वर शर्मा। चंद्रशेखर आजाद सरीखे कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का आश्रय स्थल था उज्जैन के पंडित सूर्यनारायण व्यास का घर ‘भारती भवन’। ईश्वर शर्मा बता रहे हैं कि छद्म नामों से साहित्य रचना व प्रकाशन कर युवाओं में जोश भरने वाले पंडित जी न सिर्फ स्वयं अंग्रेजों की पकड़ से दूर रहते थे बल्कि उनको चकमा देकर क्रांतिकारियों को बचाने में भी माहिर थे ... देश को अंग्रेजों के चंगुल से स्वाधीन करने की लड़ाई लड़ने वाले क्रांतिकारियों के लिए मध्य भारत स्थित प्राचीन नगरी उज्जैन में एक गुप्त ठिकाना ऐसा था, जिसने क्रांति की ज्वाला को प्रज्ज्वलित रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान दिया था। यह महान ज्योतिर्विद, लेखक, पत्रकार और स्वाधीनता सेनानी पंडित सूर्यनारायण व्यास का घर ‘भारती भवन’ था। उज्जैन स्थित ज्योर्तिलिंग महाकाल मंदिर से एकदम सटा हुआ सफेद रंग का वह घर ऊपर से तो शांति का टापू दिखता, किंतु उसमें भीतर ही भीतर क्रांति की ज्वाला धधकती रहती थी। देशभर के क्रांतिकारी यहां-वहां अंग्रेजों पर हमले करके छुपने के लिए उज्जैन आते और भारती भवन उनका गुप्त आश्रय बनता। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें बौखला जाते थे अंग्रेज सिपाही पंडित सूर्यनारायण व्यास उज्जैन निवासी ज्योतिष विद्या के प्रकांड विद्वान महर्षि नारायण व्यास व विदुषी रेणुदेवी के घर दो मार्च, 1902 (फाल्गुन कृष्ण, अष्टमी, संवत् 1959) को जन्मे थे। युवा हुए तो संस्कृत और हिंदी के गहन अध्ययन ने उन्हें विद्वान बना दिया। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जीवनी का अनुवाद किया और इस जीवनी में लिखे देश की स्वतंत्रता के संघर्ष, आंसू और अंग्रेजों की दासता से मुक्ति के सपनों ने उन पर ऐसा असर डाला कि इसका अनुवाद करते-करते वे क्रांतिकारी बन गए। युवाओं में क्रांति की ज्वाला जगाने के लिए उन्होंने ‘प्रणवीर पुस्तकमाला’ की अनेक जब्त की जा चुकीं पुस्तकें नौजवानों को गुप्त रूप से बांटीं। वर्ष 1920-21 के काल से उन्होंने अनेक क्रांतिकारी रचनाओं का लेखन शुरू किया। अंग्रेजों को चकमा देने के लिए वे छद्म नामों से लिखते। उन्होंने खग, एक मध्य भारतीय, मालव-सुत, डा. चक्रधर शरण, डा. एकांत बिहारी, व्यासाचार्य, सूर्य-चंद्र, एक मध्य भारतीय आत्मा आदि छद्म नामों से लेख लिखे। इस रणनीति ने खूब काम किया क्योंकि कविता या लेख जिस नाम से छपते, उसकी खोज होने लगती, वास्तव में तो ऐसा लेखक होता ही नहीं था। इससे खोजबीन की प्रक्रिया में अंग्रेजों का बल और समय बर्बाद होता। इसी दौरान वर्ष 1930 में अजमेर में हुए सत्याग्रह में वे पिकेटिंग करने (पहरा देने) पहुंचे ताकि सत्याग्रही पकड़े न जा सकें। नेताजी सुभाषचंद्र बोस के आह्वान पर उन्होंने अजमेर में लगी अंग्रेज अधिकारी लार्ड मेयो की प्रतिमा तोड़ दी और उसका एक हाथ भारती भवन ले आए। इससे अंग्रेज क्रोधित हो उठे और पंडित जी को पकड़ने की कोशिशें तेज हो गईं, किंतु वे पकड़े न जा सके। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें प्रच्छन्न वेश में पहुंचे आजाद देश में चल रहे स्वातंत्र्य आंदोलन ने उन्हें इतना उद्वेलित किया कि उन्होंने क्रांतिकारियों की सहायता के लिए अपने घर भारती भवन को धर्मशाला बना दिया। महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद भी प्रच्छन्न वेश में यहां आते थे। काकोरी ट्रेन एक्शन मेंं शामिल रहे विश्वंभरदयाल शर्मा को जब अंग्रेजों ने खतरनाक व्यक्ति की सूची में रखा, तो वे गुप्त रूप से छह महीने तक भारती भवन में छुपकर रहे। इसी तरह अंग्रेजों की खुफिया पुलिस को छकाते हुए छैलबिहारी उर्फ छगनलाल भी यहां छुपे रहे। विश्वंभरदयाल व छैलबिहारी, चंद्रशेखर आजाद के भरोसेमंद थे। कई बार पंडित सूर्यनारायण व्यास स्वयं भूखे सो जाते किंतु क्रांतिकारियों को भोजन देने, क्रांति की अगली योजना समझाने व आम जनता को जागृत करने के लिए अपनी प्रिंटिंग प्रेस में रात-रातभर जागकर राष्ट्रयज्ञ कैलेंडर प्रकाशित करते। भगत सिंह की ‘मेरी कहानी’, वीर सावरकर की पुस्तक ‘अंडमान की गूंज’ सहित ‘प्रणवीर पुस्तकमाला’ का साहित्य वे क्रांतिकारियों को मुफ्त व गुप्त रूप से बांटते। इन वजहों से वे अंग्रेजों की नजर में खतरनाक राजनीतिज्ञ बन गए थे। शचींद्रनाथ सान्याल व भगत सिंह सहित असंख्य क्रांतिकारियों के मुकदमे लड़ने के लिए उन्होंने चंदा जुटाया, गुप्त रूप से पर्चे-पोस्टरों का प्रकाशन किया और बांटा। इन कारणों से वे 19 माह नजरबंद रहे और वर्ष 1942 व 1946 में इंडियन डिफेंस एक्ट के तहत जेल भेजकर उन्हें यातनाएं दी गईं। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें चकमा देने में अव्वल पंडित व्यास कितने कुशाग्र और चतुर थे, इसका एक उदाहरण श्रीकृष्ण सरल ने लिखा है। चंद्रशेखर आजाद के कहने पर क्रांतिकारी छैलबिहारी भारती भवन में छिपे थे। इसी दौरान विश्वंभरदयाल को अंग्रेजों ने पकड़ लिया तथा छैलबिहारी को पकड़ने के लिए भारती भवन को घेर लिया। तब पंडित सूर्यनारायण व्यास ने तुरंत ही छैलबिहारी को पंडे-पुजारियों द्वारा पहनी जाने वाली धोती पहनाई, गले में माला डाली, ललाट पर तिलक लगाया और घर के अंदर से महाकाल मंदिर में जाने वाली गुप्त सीढ़ियों से मंदिर में भेज दिया। इसके बाद पंडित व्यास ने घर का दरवाजा खोल दिया। पुलिस ने पूरा भारती भवन छान मारा, लेकिन छैलबिहारी नहीं मिले। अंग्रेज सैनिकों ने महाकाल मंदिर में भी खोजबीन की, लेकिन छैलबिहारी तो पूरे पंडित दिख रहे थे इसलिए अंग्रेज उन्हें पहचान नहीं पाए और खाली हाथ लौट गए। वर्ष 1942 में पंडित व्यास ने भारती भवन में 42 मीटर बैंड पर एक गुप्त रेडियो स्टेशन शुरू किया। इस स्टेशन से क्रांति के संदेश प्रसारित किए जाते और लोगों को अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया जाता। रेडियो का संचालन खर्चीला किंतु बहुत प्रभावी था क्योंकि इससे कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को क्रांति से जोड़ा जाने लगा था। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें देश को समर्पित जीवन स्वतंत्रता हासिल होने के बाद जब स्वतंत्रता सेनानियों की सूची बनी और ताम्रपत्र, पुरस्कार तथा पेंशन आदि देने की बारी आई, तो स्वाभिमानी पंडित जी ने उस सूची में अपना नाम दर्ज नहीं करवाया। उनका मानना था कि देश के लिए किए गए संघर्ष के बदले में पुरस्कार लेना देशभक्ति और स्वाभिमान का अपमान होगा। भारत के स्वाधीनता आंदोलन में क्रांति की ज्वाला प्रज्ज्वलित करने के बाद जब देश स्वतंत्र हुआ, तो पंडित सूर्यनारायण व्यास देश के गौरव निर्माण में जुट गए। उन्होंने हिंदी, हिंदू, हिंदुत्व के लिए समर्पित तमाम रचनाकर्म किए। अमेरिका जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक शख्स की मौत, उड़ान भरने के तीन घंटे बाद वापस लौटी यह भी पढ़ें देश के लिए उनके योगदान को सम्मान देते हुए वर्ष 1958 में तत्कालीन राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने पद्म भूषण अलंकरण दिया, किंतु अंग्रेजी को लगातार जारी रखने वाले विधेयक के विरोध में उन्होंने 1967 में यह सम्मान लौटा दिया। उन्होंने राजा विक्रमादित्य के नाम पर उज्जैन में विक्रम विश्वविद्यालय, विक्रम कीर्ति मंदिर व महाकवि कालिदास के नाम पर अखिल भारतीय कालिदास परिषद की स्थापना की। 22 जून, 1976 को क्रांतिकारी, संस्कृतिवेत्ता, ज्योतिर्विद, प्रखर देशभक्त और भारती भवन के लाल पंडित सूर्यनारायण व्यास का निधन हो गया। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rajnath-singh-said-promoting-indian-exports-is-the-top-priority-of-the-central-government-22264356.html,"SIDM के MSME कॉन्क्लेव में राजनाथ सिंह ने कहा, ‘भारतीय निर्यात को बढ़ावा देना केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता’","नई दिल्ली, एएनआई: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज दिल्ली में सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (SIDM) द्वारा आयोजित एमएसएमई कॉन्क्लेव को संबोधित किया। कॉन्क्लेव के दौरान उन्होंने कहा कि, भारतीय निर्यात को बढ़ावा देना केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य देश को शुद्ध आयातक के बजाय शुद्ध निर्यातक बनना है। हमने 2024-25 तक तकरीबन 35हजार करोड़ रुपये के निर्यात का लक्ष्य रखा है, जिसे हम हर संभव कोशिश कर हासिल करेंगे। मौजूदा वक्त में भारत लगभग 70 देशों में निर्यात कर रहा है और स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI), 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत निर्यात के मामले में शीर्ष 25 देशों की सूची में है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें 500 करोड़ का बजट निर्धारित SIDM द्वारा आयोजित MSME Conclave में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने अगले 5 पांच सालों के लिए 500 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। जिसकी मद्द से iDEX के लिए एक केंद्रीय योजना के तहत 2021-22 to 2025-26 तक करीब 300 स्टार्ट-अप / MSMEs और 20 पार्टनर इन्क्यूबेटरों को वित्तीय सहायता दी जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि स्टार्ट-अप्स/एमएसएमई को प्रोत्साहित करने के लिए 'मेक कैटेगरी' के तहत योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रस्ताव अनुरोध भी जारी किए जाएंगे। जहां खरीद लागत 100 करोड़ रुपये / वर्ष से अधिक नहीं है या कुल मूल्य 150 करोड़ रुपये से कम है। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें युवाओं के सपने होंगे साकार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने युवाओं के लिए एमएसएमई का महत्व बताते हुए कहा कि देश के युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने और उनके सपनों को पूरा करने में एमएसएमई बड़ी भूमिका निभा रही हैं। पूर्व में हमारी MSME’s को वह अटेंशन नहीं मिल पाया जिसकी वे हकदार थीं। देश में इतनी बड़ी संख्या में MSMEs होने के बावजूद क्लियर गवर्नमेंट पॉलिसी और स्ट्रैटजिक हैंड होल्डिंग के अभाव के कारण MSMEs की पूर्ण क्षमता का लाभ हम नहीं उठा सके। Edited By: Amit Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-pm-modi-extends-his-greetings-on-the-occasion-of-navy-day-22264085.html,"Navy Day: नौसेना के योगदान पर हमें गर्व, आपदा में लोगों को बचाने में सबसे आगे रहते हैं जवान- पीएम","नई दिल्‍ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना दिवस (NavyDay) के मौके पर देश की समुद्री सीमा की रक्षा करने वाले जवानों को बधाई दी है। अपने एक ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा है कि हमें देश सेवा में भारतीय नौसेना के अनुकरणीय योगदान पर गर्व है। हमारी नौसेना के जवान प्राकृतिक आपदाओं जैसी संकट की स्थिति को कम करने में हमेशा सबसे आगे रहे हैं। आपको बता दें कि हर वर्ष 4 दिसंबर को नौसेना दिवस का आयोजन किया जाता है। आपको बता दें कि नौसेना दिवस से एक दिन पूर्व ही भारतीय नौसेना प्रमुख के तौर पर ए‍डमिरल हरि कुमार ने पहली बार प्रेस कांफ्रेंस की थी। इस दौरान उन्‍होंने कहा था कि भारतीय नौसेना के लिए अगले दस वर्ष काफी अहम होंगे। इन दस वर्षों में भारतीय नौसेना के पास नए युद्धपोत और सबमरीन होंगी। इसके अलावा उन्‍होंने चीन की नौसेना की बढ़ती ताकत से संबंधित सवाल के जवाब में कहा था कि देश की नौसेना के लिए 39 युद्धपोत और सबमरीन का निर्माण हो रहा है। उनके मुताबिक इनका निर्माण मेक इन इंडिया के तहत किया जा रहा है जो देश को आत्‍मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ाता है। Koo App भारतीय नौसेना के पराक्रमी योद्धाओं और उनके परिजनों को नौसेना दिवस के स्वर्ण जयंती वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। आपकी विलक्षण मुस्तैदी और समर्पण ने देश की समुद्री सीमाओं को सदैव सुरक्षित रखा है। इस अथक योगदान के लिए समूचा देश आपका आभारी है। #IndianNavyDay View attached media content - Dr.Narottam Mishra (@drnarottammisra) 4 Dec 2021 Koo App देश की समुद्री सीमा के रक्षक, साहस और शौर्य के प्रतीक, भारतीय नौसेना के जवानों को #भारतीयनौसेनादिवस , #IndianNavyDay की हार्दिक शुभकामनाएं। आपकी अदम्य शक्ति को तहे-दिल से सलाम । @indiannavy View attached media content - Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) 4 Dec 2021 इस मौक पर उन्‍होंने डिपार्टमेंट आफ मिलिट्री अफेयर्स के गठन की भी बात कही। उनका कहना था कि ये देश की आजादी के बाद से अब तक का सबसे बड़ा मिलिट्री सुधार होगा। उन्‍होंने कहा कि देश में सीडीएस के पद का गठन भी इस दिशा में एक अहम कड़ी थी। इससे जहां ब्‍यूरोक्रेसी के चैनल कम होंगे वहीं फैसले अधिक तेजी के साथ लिए जा सकेंगे, जो देश के लिए काफी अहम होंगे। उन्‍होंने ये भी बताया कि गोपनीय सूचनाओं के लीक होने के मामले की जांच सीबीआई के अलावा नेवी भी कर रही है। इसलिए इस पर कमेंट करना सही नहीं होगा। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले उन्‍होंने पद भार ग्रहण किया है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-farmers-mahapanchayat-on-saturday-know-about-union-agriculture-minister-statement-22263524.html,"किसानों की महापंचायत आज, आंदोलन को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला, कृषि मंत्री ने कही यह बात","नई दिल्‍ली, जेएनएन/एजेंसियां। सिंघू बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की शनिवार को अहम बैठक होगी। इसमें किसान आंदोलन को लेकर कोई बड़ा फैसला हो सकता है। किसान नेताओं की मानें तो एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर समिति गठन के लिए केंद्र सरकार को पांच नाम भेजे जाएं या नहीं-इस पर भी फैसला लिया जा सकता है। बैठक में लंबित मांगों पर चर्चा होगी। इनमें फसलों के एमएसपी पर कानूनी गारंटी, किसानों पर दर्ज मामलों की वापसी, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजा आदि मुद्दे शामिल हैं। एसकेएम की कोर समिति के सदस्य दर्शनपाल ने बताया कि बैठक में लंबित मांगों पर चर्चा के साथ ही आंदोलन के भविष्‍य को लेकर बातचीत होगी। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें ... तभी खत्म हो सकता है आंदोलन- चंढूनी भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरूनाम सिंह चढ़ूनी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी किया। इसमें उन्होंने साफतौर पर कहा है कि कृषि कानून के बाद अब राज्य सरकारों को किसानों के खिलाफ दर्ज मामले खत्म करने होंगे। साथ ही MSP पर बात करनी होगी। शहीद किसानों के परिवारों को मुआवजा देना होगा। इसके बाद ही किसानों का आंदोलन खत्म होगा। इससे पहले एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में चढ़ूनी ने यहां तक कह दिया था कि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर किसान आंदोलन को खत्म ही नहीं करना चाहते हैं। वो किसानों के हितों की बात ही नहीं करते हैं। वर‍िष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर, कल होगा अंतिम संस्कार यह भी पढ़ें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया। उन्होंने लिखा है कि 4 दिसंबर की संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में सभी किसान संगठन सर्वसम्मति से अहम फैसला लेंगे। सरकार टेबल पर आयेगी तो हम किसानों की शहादत से जुड़े सभी तथ्य सामने रखेंगे। बार्डर पर SKM की बैठक पर मोर्चा के नेता ने दिए ये संकेत यदि कुछ अप्रत्याशित नहीं हुआ तो चार दिसंबर को बार्डर पर होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में आंदोलन खत्म करने का एलान हो सकता है। मोर्चा के नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि मोर्चा ने 21 नवंबर को छह मांगों को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। सरकार संसद में एमएसपी गारंटी कानून बनाने पर प्रतिबद्धता बताए। कमेटी गठित कर इसकी ड्राफ्टिंग क्लियर करे और समय सीमा तय करे। किसानों पर दर्ज मुकदमे रद करे, आंदोलन में मारे गए लोगों के आश्रितों को मुआवजा और उनका पुनर्वास, शहीद स्मारक बनाने को जगह दे तो फिर किसानों को इतनी भीषण ठंड में सड़कों पर बैठकर आंदोलन करने का शौक नहीं है। उनके साथ बहुत बड़ी संख्या में बुजुर्ग हैं, ठंड में सभी को परेशानी हो रही है। लेकिन, मांगें पूरी नहीं हुईं तो आगामी रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा। वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज या दोनों खुराक..? सरकार को किस पर करना चाहिए फोकस, जानें विशेषज्ञों की राय यह भी पढ़ें बंद हो गए धरनास्थल पर चल रहे सबसे बड़े लंगर कुंडली और टीकरी बार्डर के धरनास्थल पर चल रहे सबसे बड़े लंगर किसान आंदोलन खत्म होने से पहले ही बंद हो गए हैं। यह लंगर पूरे एक साल चले। अब आंदोलन खत्म होने की उम्मीद जगने पर अप्रवासी भारतीय डाक्टरों के समूह ने लंगर बंद कर दिए और सामान समेटकर धरनास्थल से चले गए। कैलिफोर्निया के डाक्टराें संगठन कुंडली और टीकरी बार्डर पर दो लंगर चला रहा था। इन लंगरों में रोजाना दस हजार लोग खाना खाते थे। सात एनआरआइ डाक्टर मिलकर कुंडली और टीकरी बार्डर पर लंगर चला रहे थे। इस संगठन में पांच डाक्टर पंजाब के, एक अंबाला और एक कैलिफोर्निया का डाक्टर शामिल था। संगठन को हार्ट स्पेशलिस्ट डा. स्वमन सिंह चला रहे थे। ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद देश में हर तीन में से एक शख्‍स बाहर निकलते समय नहीं पहन रहा मास्क यह भी पढ़ें एमएसपी पर कोई संशय नहीं : तोमर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कोई संशय नहीं है। एमएसपी पहले भी थी और आगे भी जारी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एमएसपी में और पारदर्शिता लाने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है। तोमर ने यह बात शुक्रवार रात ग्वालियर में मीडिया से चर्चा में कही। तोमर दो दिवसीय प्रवास पर अपने गृहनगर ग्वालियर आए हैं। तोमर ने कृषि कानून विरोधी आंदोलन में मृत किसानों के आश्रितों को मुआवजा देने संबंधी राहुल गांधी के बयान पर कहा कि उन्हें उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता गंभीरता से नहीं लेते हैं। मैं उनके बयान पर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहता हूं। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rahul-targeted-the-central-government-said-the-government-is-killing-the-rights-of-farmers-22261732.html,"राहुल गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- सरकार मार रही है किसानों का हक","नई दिल्ली, एजेंसियां: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर किसानों के मुद्दे पर देश की केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को सरकार से वित्तीय सहायता का मुद्दा उठाया। दरअसल संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा था कि कृषि मंत्रालय के पास इस मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं है इसलिए वित्तीय सहायता देने का सवाल ही नहीं उठता। कर्नाटक और गुजरात के बाद अब मुंबई में सामने आया ओमिक्रोन का केस, देश में अब तक चार मामले दर्ज यह भी पढ़ें अब तक 700 किसानों की मौत प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने बताया कि, पंजाब की प्रदेश सरकार ने कुल 403 लोगों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया है। साथ ही सरकार ने 152 लोगों को नौकरी भी दी है। उन्होंने कहा कि उनके पास अन्य राज्यों की करीब 100 नामों की लिस्ट के साथ नामों की एक तीसरी सूची भी है जिसे आसानी से सत्यापित किया जा सकता है। वहीं, किसान आंदोलन के दौरान हुआ मौतों को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी गलती तब स्वीकार की, जब सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। उनकी गलती के कारण अब तक 700 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन फिर भी सरकार नामों के रिकार्ड को लेकर झूठ बोल रहे हैं। सरकार ऐसा करके किसानों का हक मार रही है। ओमिक्रोन के खतरे को देख केंद्र ने छह राज्‍यों को लिखा पत्र, कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई, दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें संसद में जारी हंगामा संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में लगातार हंगामे का दौर जारी है। संसद में इन दिनों 12 निलंबित राज्यसभा सासंदों का मुद्दा गरमाया हुआ है। इन सांसदों को मानसून सत्र के दौरान हंगामा करने के आरोप में निलंबित किया गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बीते गुरुवार निलंबित सांसदों से मिलने पहुंचे थे। उस वक्त सभी सांसद शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए सदन से निलंबन का विरोध कर रहे थे। Edited By: Amit Singh",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/operation-trident-pakistan-karachi-port-squadron-to-receive-president-standard-award-129180152.html,"इंडियन नेवी का स्वर्णिम विजय वर्ष: 1971 के भारत- पाक युद्ध के 50 साल पूरे, कराची हार्बर को तबाह करने वाली किलर स्क्वाड्रन को मिलेगा प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड अवार्ड","इंडियन नेवी का स्वर्णिम विजय वर्ष:1971 के भारत- पाक युद्ध के 50 साल पूरे, कराची हार्बर को तबाह करने वाली किलर स्क्वाड्रन को मिलेगा प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड अवार्ड नई दिल्लीएक घंटा पहले वीडियो इंडियन नेवी हर साल 4 दिसंबर को अपनी बहादुरी और उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए इंडियन नेवी डे मनाती है। आज ही के दिन, 04 दिसंबर 1971 के भारत-पाक वॉर के दौरान भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन ट्राइडेंट चलाया था। करीब 5 दिन तक ये पूरा ऑपरेशन चला। इस ऑपरेशन में कराची हार्बर को काफी नुकसान पहुंचा था। इस साल 1971 वॉर की जीत के 50 साल पूरे हो रहे हैं। इसलिए नेवी इसे स्वर्णिम विजय वर्ष के तौर पर सेलिब्रेट कर रही है। वहीं, कराची हार्बर को तबाह करने वाली किलर स्क्वाड्रन को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद स्क्वाड्रन को प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड अवॉर्ड से सम्मानित करेंगे। यह सम्मान 8 दिसंबर को मुंबई के नवल डॉकयार्ड पर दिया जाएगा। कराची हार्बर को तबाह करने वाली किलर स्क्वाड्रन 22 मिसाइल स्क्वाड्रन को 1971 की जंग में बहादुरी का प्रदर्शन करने और 50 साल की देश सेवा के लिए प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड अवॉर्ड से नवाजा गया है। यह किसी भी सेना के लिए सर्वोच्च सम्मान है। 22 मिसाइल स्क्वाड्रन को किलर स्क्वाड्रन के नाम से भी जाना जाता है। इस स्क्वाड्रन के बेड़े ने कराची हार्बर को तबाह किया और 6 पाकिस्तानी वॉरशिप को डुबा दिया था। इस बेड़े में INS निर्घट, INS निपात और INS वीर शामिल थे। मिसाइल बोट आईएनएस निपात और आईएनएस वीर नेवी ने 8-9 दिसंबर की रात को ऑपरेशन पाइथन चलाया। इस ऑपरेशन में INS विनाश के साथ नेवी के दो फ्रिगेट त्रिशूल और तलवार भी शामिल थे। INS विनाश ने कराची के कीमारी तेल डिपो को निशाना बनाया और तबाह कर दिया । इन्हीं 2 सफल ऑपरेशन की वजह से इसे किलर स्क्वाड्रन के नाम दिया गया। फिलहाल इस स्क्वाड्रन में 2 प्रबल और 6 वीर क्लास जहाज शामिल हैं। हिट फर्स्ट एंड हिट हार्ड INS नाशक पर गनरी ऑफिसर के तौर पर तैनात लेफ्टिनेंट नवनीत यादव ने बताया कि किलर स्क्वाड्रन की स्थापना 1969 में हुई थी। इस स्क्वाड्रन बनाने का मकसद दुश्मनों पर सबसे पहले हमला करना है। ‘हिट फर्स्ट एंड हिट हार्ड’ ही किलर स्क्वाड्रन का मोटो है। नवनीत ने कहा- हमारा स्क्वाड्रन सिर्फ दुश्मनों पर जीत हासिल करने के लिए बना है। हम देश की मदद के लिए हमेशा तैयार हैं। 1971 की जंग में इंडियन नेवी को कोई भी नुकसान नहीं हुआ था। 1971 में कराची हमले के दौरान पाक के सारे ऑयल फील्ड्स को भी तहस- नहस कर दिया गया और उनके ट्रेडिंग रुट्स को भी ब्लॉक कर दिया गया। 1971 की जंग ही पहली ऐसी जंग थी जिसमे इंडियन नेवी को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा था। यह नेवी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी। इंडियन नेवी के इस कारनामे को कई देशों की नेवी केस स्टडी के तौर पर देखती हैं। INS प्रलय की खासियत INS प्रलय को 17 फरवरी 1976 को नेवी में कमीशन किया गया था। इसे जून 2001 में डिकमीशन कर दिया गया। 2002 में मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए वॉरशिप को भी INS प्रलय नाम दिया गया। इसे 18 दिसंबर 2002 को नेवी में फिर से कमीशन किया गया। लेफ्टिनेंट नवनीत ने कहा- 22 स्क्वाड्रन में शामिल INS प्रलय 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है। यह जहाज दिखने में काफी छोटी है। दुश्मनों की नजर से बचने के लिए इसे आकार में छोटा बनाया गया है। कोई दुश्मन इसे रडार पर देखे तो यह किसी मछुआरे की नाव जैसी दिखेगी। INS प्रलय को स्क्वाड्रन के प्रबल क्लास में कमीशन किया गया है। INS प्रलय रडार को चकमा देने में सक्षम है। इस जहाज की सबसे खतरनाक बन्दूक का नाम SRJM (सुपर रैपिड गन माउंट) है। यह एक मीडियम रेंज गन है। इसे खास तौर पर दुश्मनों के एयरक्राफ्ट्स और सरफेस क्राफ्ट्स पर हमला करने के लिए बनाया गया है। यह एक बार में 120 राउंड फायर कर सकती है। इन जहाजों में दो तरह के रडार इसमें लगाए गए हैं, इनमें सरफेस सर्विलान्स रडार और एमडीआर शामिल है। इंडियन नेवी की स्थापना ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1612 में इंडियन नेवी की स्थापना की थी। इसे बाद में रॉयल इंडियन नेवी का नाम दिया गया। आजादी के बाद 1950 से इसे इंडियन नेवी नाम दिया गया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/mathura/news/worshiped-after-visiting-banke-bihari-ji-did-not-apologize-to-the-farmers-129179778.html,"कंगना बोलीं- 2022 में राष्ट्रवादियों का चुनाव प्रचार करूंगी: बांके बिहारी के दर्शन किए, कहा- मेरे बयानों से तकलीफ सिर्फ उन्हें, जिनके दिल में चोर","कंगना बोलीं- 2022 में राष्ट्रवादियों का चुनाव प्रचार करूंगी:बांके बिहारी के दर्शन किए, कहा- मेरे बयानों से तकलीफ सिर्फ उन्हें, जिनके दिल में चोर पद्मश्री से सम्मानित अभिनेत्री कंगना रनौट शनिवार को मथुरा के बांके बिहारी मंदिर पहुंचीं। दर्शन के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कंगना ने कहा कि 2022 के चुनाव में वह राष्ट्रवादियों के लिए प्रचार करेंगी। कंगना ने कहा कि उनके बयान से तकलीफ उन लोगों को ज्यादा होती है, जिनके दिल मे चोर है। जो सच्चे हैं, जो बहादुर हैं, राष्ट्रभक्त हैं उनको उनकी बात सही लगती हैं। पंजाब में किसानों द्वारा रोके जाने पर माफी मांगने के सवाल पर कहा कि उन्होंने माफी कभी नहीं मांगी -'मैं क्यों माफी मांगू? मैं खुद चंडीगढ़ में पढ़ी हुई हूं। हिमाचल, पंजाब के लोगों में प्रेम है। आप लोग ऐसी बातें न फैलाइए। कुछ मुट्ठी भर जो असमाजिक तत्व हैं उनके कहने से कुछ नहीं होता। कुछ लोगों ने गाड़ी रोकी तो क्या हुआ? उनमें से कुछ लोग थे जो यह बोल रहे थे कि इस लड़की को क्यों परेशान कर रहे हो। अच्छे भी लोग हैं, जो बुरे लोगों पर हावी हैं'। बांके बिहारी मंदिर से बाहर आते हुए बच्चे से कंगना ने राधे-राधे का टीका भी लगवाया। पहली बार वृंदावन पहुंचीं कंगना पहली बार धर्म नगरी वृंदावन पहुंचीं कंगना यहां पूरी तरह भक्ति के रंग में रंगी नजर आईं। चेहरे पर राधाजी का तिलक लगाए और मुंह से राधे-राधे बोलती हुई कंगना बांके बिहारी मंदिर पहुंचीं। यहां सेवायत गोस्वामी आशीष ने उनको बांके बिहारी के दर्शन कराए। इस दौरान कंगना ने दीपक जलाकर पूजा की। वह बांके बिहारी मंदिर में 10 मिनट तक रहीं। मक्खन का प्रसाद पाकर खुश हुईं दर्शन के बाद मंदिर सेवायत ने जब उनको मक्खन मिश्री का प्रसाद दिया तो वह खुश हो गईं। राधे-राधे बोलकर अपनी खुशी जाहिर की। कंगना मंदिर से निकल कर सीधे अपनी कार पर पहुंचीं। करीब 200 मीटर पैदल चलकर पहुंचीं कंगना के साथ दर्शन करने आए श्रद्धालुओं में सेल्फी लेने का क्रेज नजर आया। कंगना ने बताया कि वह पहली बार वृंदावन आईं हैं। यहां मक्खन मिश्री का प्रसाद बहुत अच्छा लगा।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/aap-party-vs-charanjit-channi-raghav-chadha-on-illegal-sand-mining-in-punjab-village-129179934.html,"CM चन्नी के विस क्षेत्र में फिर घुसी AAP: अवैध रेत माइनिंग पकड़ने का दावा, चड्‌ढा बोले- फॉरेस्ट अफसर ने आवाज उठाई तो हुई ट्रांसफर","CM चन्नी के विस क्षेत्र में फिर घुसी AAP:अवैध रेत माइनिंग पकड़ने का दावा, चड्‌ढा बोले- फॉरेस्ट अफसर ने आवाज उठाई तो हुई ट्रांसफर आम आदमी पार्टी (AAP) ने स्कूलों के बाद रेत खनन को लेकर CM चरणजीत चन्नी विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब पर धावा बोल दिया। आप के सह प्रभारी राघव चड्‌ढा ने गांव जिंदापुर में अवैध रेत खनन पकड़ने का दावा किया। चड्‌ढा ने यह भी कहा कि कुछ समय पहले जब फॉरेस्ट अफसर ने जंगलात विभाग की जमीन पर रेत खनन के खिलाफ आवाज उठाई तो उसकी ट्रांसफर कर दी गई। चड्‌ढा ने कहा कि सीएम चन्नी पंजाब में रेत माफिया खत्म करने के मामले में झूठ बोल रहे हैं। गांव जिंदापुर में हो रही अवैध माइनिंग। रोजाना 800 टिप्पर रेत निकाली जा रही, मार्केट में 40 रुपए फुट बिक रही राघव चड्‌ढा ने कहा कि चन्नी जब सीएम बने तो उन्होंने कहा कि रेत माफिया मेरे पास न आएं। लेकिन यहां सरेआम रेत माफिया सीएम के संरक्षण में काम कर रहा है। यहां पर रोजाना 800 से एक हजार टिप्पर रेत भरकर ले जाए जाते हैं। एक टिप्पर में 800 फुट रेत आती है। जो मार्केट में 40 रुपए क्यूबिक फुट तक मार्केट में बिकती है। सीएम चन्नी की नाक के नीचे रेत माफिया चल रहा है। अवैध माइनिंग का आरोप लगा जारी की गईं तस्वीरें। SHO और तहसीलदार को लिखी थी चिट्‌ठी चड्ढा ने एक चिट्‌ठी भी दिखाई कि कुछ दिन पहले फॉरेस्ट अफसर ने एसएचओ और तहसीलदार को चिट्‌ठी लिखी थी। इसमें कहा कि जिंदापुर गांव में इस जगह पर अवैध रेत खनन हो रही है। यह जमीन फॉरेस्ट लैंड में है। यहां पर कोई एक्टिविटी नहीं हो सकती। जिस दिन चिट्‌ठी लिखी, उसके अगले दिन अफसर का ट्रांसफर कर दिया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/said-i-did-not-apologize-to-anyone-i-will-continue-to-speak-in-favor-of-agricultural-laws-129179643.html,"कंगना रनोट ने फिर दिखाए तेवर: बोलीं- मैंने किसी से माफी नहीं मांगी, कृषि कानूनों के हक में बोलती रहूंगी","कंगना रनोट ने फिर दिखाए तेवर:बोलीं- मैंने किसी से माफी नहीं मांगी, कृषि कानूनों के हक में बोलती रहूंगी कंगना ने सोशल मीडिया पर अपनी यह तस्वीर भी पोस्ट की है। पंजाब में विरोध झेलने के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट ने फिर तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे न किसी ने माफी मांगने को कहा और न ही मैंने किसी से माफी मांगी है। कंगना ने सोशल मीडिया पर यह लिखकर पोस्ट किया है। कंगना रनोट को शुक्रवार को कीरतपुर में विरोध झेलना पड़ा था। हिमाचल से पंजाब में प्रवेश करते ही किसानों ने कंगना को घेर लिया। उन्हें किसानों को खालिस्तानी कहने, महिलाओं के 100 रुपए को लेकर प्रदर्शन करने और किसान आंदोलन के बारे में बयानबाजी पर माफी मांगने को कहा गया था। करीब एक घंटे के विरोध के बाद कंगना का काफिला गांवों में घुसते हुए चंडीगढ़ पहुंचा था। कंगना रनोट की कार को कीरतपुर में किसानों ने घेर लिया था। मैं किसानों के समर्थन में, कोई अफवाह न फैलाएं कंगना रनोट ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मुझे किसी ने माफी मांगने को नहीं कहा और न ही मैंने माफी मांगी है। मैं माफी क्यों मांगूंगी। किस बात के लिए। क्या पंजाब के लोगों के प्रति प्यार और चिंता के लिए। मैं कभी ऐसा नहीं करूंगी। भीड़ में शामिल महिला से हुई बातचीत का पूरा वीडियो मैंने जारी किया है। यह वीडियो सभी मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध है। कंगना ने अफवाह न फैलाने को कहा। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा किसानों का समर्थन किया है। जिस वजह से मैंने कृषि कानूनों के हक में बात की थी। वह आगे भी ऐसा करती रहेंगी। कंगना रनोट की सोशल मीडिया पोस्ट। महिलाओं का दावा, माफी मांगकर गई कीरतपुर में कंगना का विरोध करने वाली महिला प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कंगना रनोट माफी मांगकर गई है। हालांकि जिस वीडियो की बात कंगना कर रही हैं, उसमें वह महिला प्रदर्शनकारी को सफाई दे रही हैं कि 100 रुपए वाली बात किसान आंदोलन के लिए नहीं, बल्कि शाहीन बाग को लेकर कही थी। प्रदर्शनकारी महिला को सफाई देती कंगना रनोट।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/arvind-kejriwal-on-navjot-singh-sidhu-over-punjab-aap-party-cm-face-129179823.html,फिर उमड़ा केजरी का 'सिद्धू प्रेम': कहा- राजनीति में कोई दुश्मन नहीं; पंजाब में AAP का CM चेहरा बनाने का सवाल हंसकर टाला,"फिर उमड़ा केजरी का 'सिद्धू प्रेम':कहा- राजनीति में कोई दुश्मन नहीं; पंजाब में AAP का CM चेहरा बनाने का सवाल हंसकर टाला आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल का पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के प्रति प्रेम फिर उमड़ा है। उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई दुश्मन या दोस्त नहीं होता। जब उनसे सिद्धू को पंजाब में AAP का CM चेहरा बनाने की बात पूछी गई तो उन्होंने हंसकर टाल दिया। दिल्ली में मीडिया से केजरीवाल ने हंसते हुए कहा कि सिद्धू AAP में नहीं आ रहे। हालांकि अगले ही पल सियासत में कोई दुश्मन न होने की बात कह उन्होंने सियासी चर्चाओं को गरमा दिया। इससे पहले भी केजरीवाल ने कहा था कि सिद्धू AAP में आना चाहते थे और वे अब भी कांग्रेस छोड़ने को तैयार बैठे हैं। सिद्धू को लेकर केजरीवाल ज्यादा बयानबाजी नहीं करते कांग्रेस सरकार छोड़े, हम महिलाओं को 1000 रुपए देंगे केजरीवाल से पूछा गया कि सिद्धू ने एक संत के वीडियो के जरिए उनसे पूछा कि फ्री की राजनीति क्यों कर रहे हो। इसके बाद सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल की मुफ्त बिजली, 26 लाख नौकरी और एक करोड़ महिलाओं को एक-एक हजार पर सालाना 1.10 लाख करोड़ रुपया खर्च होगा। पंजाब का बजट ही 72 हजार करोड़ है। इसमें से 70 हजार करोड़ सैलरी और कर्ज चुकाने में चला जाता है। इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि मैं बड़ी विनम्रता से सिद्धू साहब को कहता हूं कि वे सरकार छोड़ें, हम सब काम कर देंगे। मैं पंजाब के CM का दावेदार नहीं केजरीवाल ने इस बात से भी इनकार किया कि वह पंजाब में AAP की तरफ से CM पद के दावेदार हैं। केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली के बेटे और भाई हैं। वह दिल्ली में ही रहेंगे। दिल्ली छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। पंजाब में विरोधी दल लगातार आरोप लगा रहे हैं कि केजरीवाल खुद पंजाब का CM बनना चाहते हैं। चंडीगढ़ में सीएम चन्नी ने कहा कि वह अगले चुनाव में CM चेहरा नहीं हैं। दलित वोट के लिए चन्नी को सिर्फ 3 महीने का CM बनाया केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस ने चरणजीत चन्नी को सिर्फ 3 महीने के लिए CM बनाया। ताकि उन्हें अगले चुनाव में दलित वोट मिल सकें। चन्नी ने खुद कहा कि वह अगले चुनाव में CM के कैंडिडेट नहीं हैं। सीएम ने चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस में यह बात कही थी। चन्नी को जवाब: काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं CM चरणजीत चन्नी ने अरविंद केजरीवाल को काला अंग्रेज कहा था। इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा कि 'हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं'। केजरीवाल ने कहा कि पंजाब की माताओं और बहनों को काला बेटा और भाई पसंद है। उन्होंने फिर से सीएम चन्नी को नकली केजरीवाल कहा। जो 3 महीने बाद पंजाब में नजर नहीं आएंगे। कादियां रैली में सिद्धू ने केजरीवाल पर खूब हमला बोला था निशाना साधने को मजबूर हुए सिद्धू केजरीवाल के सियासी दांव से नवजोत सिद्धू भी दबाव में नजर आ रहे हैं। सिद्धू अभी तक AAP के खिलाफ कुछ नहीं कहते थे। हालांकि जब से शिक्षा के मुद्दे पर AAP ने सिद्धू के करीबी शिक्षा मंत्री परगट सिंह को घेरा तो सिद्धू मैदान में आए। उन्होंने CM चेहरा न मिलने पर केजरीवाल का मजाक उड़ाया कि दूल्हा मिल नहीं रहा और बारात पूरे पंजाब में नाच रही है। सिद्धू ने केजरी से यह भी पूछा था कि उनकी दिल्ली कैबिनेट में कोई महिला मंत्री क्यों नहीं है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/delhi-dehradun-economic-corridor-inaugurate-by-narendra-modi-today-129179719.html,"उत्तराखंड में मोदी की मेगा रैली: प्रधानमंत्री ने 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया, बोले- विकास की वजह से केदारनाथ में श्रद्धालु बढ़े","उत्तराखंड में मोदी की मेगा रैली:प्रधानमंत्री ने 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया, बोले- विकास की वजह से केदारनाथ में श्रद्धालु बढ़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तराखंड में 18 हजार करोड़ रुपए की 11 योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में विकास की वजह से श्रद्धालु बढ़े हैं। आज भारत आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है। इस शताब्दी की शुरुआत में, अटल जी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था। लेकिन उनके बाद 10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए, घपले हुए। इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आज भी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ये परियोजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में एक अहम भूमिका निभाएंगी। मोदी ने सवाल किया कि जो लोग पूछते हैं कि डबल इंजन की सरकार का फायदा क्या है वे लोग आज देख सकते हैं कि डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड में कैसे विकास की गंगा बहा रही है। मोदी ने कहा कि 5 सालों में केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के लिए 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाएं स्वीकृत कीं। यहां की सरकार इन्हें तेजी से जमीन पर उतार रही है। इसी को आगे बढ़ाते हुए आज 18,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है। 2.5 घंटे में तय होगा 6 घंटे का सफर प्रधानमंत्री की मेगा रैली के लिए देहरादून के परेड ग्राउंड में हजारों लोगों की भीड़ पहुंची। जिन प्रोजेक्ट्स का मोदी ने शिलान्यास किया, उसमें टूरिज्म, सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रोजेक्ट शामिल हैं। इसमें 8,300 करोड़ का दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर भी है। इससे दिल्ली और देहरादून का सफर 6 घंटे से घटकर 2.5 घंटे हो जाएगा। इसका निर्माण पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश के हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बेरूत की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। यह एशिया का सबसे लंबा (12 किलोमीटर) जंगल से गुजरने वाला कॉरिडोर होगा। इसके जरिए जानवरों को परेशान किए बिना गाड़ियां गुजर सकेंगी। कॉरिडोर में 340 मीटर लंबी टनल भी होगी। देहरादून के परेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री मोदी के आने का इंतजार करते भाजपा कार्यकर्ता। इस प्रोजेक्ट में एक ग्रीनफील्ड अलाइमेंट प्रोजेक्टर भी शामिल होगा। इसकी लागत 2000 करोड़ रुपए होगी। इसके अलावा 1600 करोड़ का हरिद्वार रिंग रोड प्रोजेक्ट भी इसके तहत पूरा किया जाएगा। देहरादून से हिमाचल के पांवटा साहिब के लिए भी 1700 करोड़ का रोड प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा। अक्षरधाम (स्टार्टिंग पॉइंट) से देहरादून तक दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर की पूरी लंबाई को चार सेक्शन में डिवाइड किया जाएगा। प्रधानमंत्री की इस रैली को लेकर उत्तराखंड भाजपा से लेकर राज्य सरकार तक सभी लोग कई दिनों से तैयारियों में जुटे हुए थे। पार्टी ने रैली में 1 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा था। सेक्शन 1 सेक्शन 1 को 6एल सर्विस रोड के साथ 6 लेन में डेवलप किया जा रहा है। इसे 2 पैकेजों में डिवाइड किया गया है। पैकेज 1 दिल्ली पोर्शन 14.75 किलोमीटर का होगा। इसमें से 6.4 किमी एलिवेटेड है। पैकेज 2 उत्तर प्रदेश पोर्शन 16.85 किमी को होगा। इसमें से 11.2 किमी एलिवेटेड है। यह सेक्शन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) के पास अक्षरधाम मंदिर से शुरू होगा और गीता कॉलोनी, खजूरीखास, मंडोला आदि से होकर गुजरेगा। सेक्शन 2 यह बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जिलों से होकर गुजरता है। डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार है। भूमि अधिग्रहण की प्रोसेस अभी जारी है। सेक्शन 3 यह सहारनपुर बाईपास से शुरू होकर गणेशपुर पर खत्म होगा। पूरी लंबाई को हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 4 लेन में पूरा किया है। 100 किमी/घंटा की न्यूनतम गति प्राप्त करने के लिए अंडरपास और सर्विस रोड की योजना बनाई जा रही है। सेक्शन 4 छह लेन का सेक्शन मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एक रिजर्व फॉरेस्ट से होकर गुजरता है। 20 किमी में से, 5 किमी ब्राउनफील्ड एक्सपेंशन है और 15 किमी रिअलाइनमेंट है जिसमें एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर (12 किमी) और एक टनल (स्ट्रक्चर 340 मीटर) शामिल है। वाइल्डलाइफ कंसर्न के कारण राइट-ऑफ-वे (ROW) 25 मीटर तक सीमित है। इस सेक्शन के लिए सभी फॉरेस्ट और वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस ले लिए गए हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/skm-meeting-at-singhu-border-farmer-protest-at-delhi-border-decision-at-farmer-protest-today-129179533.html,जारी रहेगा किसान आंदोलन: केंद्र से बातचीत के लिए 5 मेंबरी कमेटी बनाई; सरकार को 2 दिन का वक्त; 7 दिसंबर को फिर मीटिंग,"जारी रहेगा किसान आंदोलन:केंद्र से बातचीत के लिए 5 मेंबरी कमेटी बनाई; सरकार को 2 दिन का वक्त; 7 दिसंबर को फिर मीटिंग संयुक्त किसान मोर्चा मीटिंग की जानकारी देता किसान नेता अशोक धावले और राकेश टिकैत। किसानों की सभी मांगें पूरी होने तक किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा। शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर हुई संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा आगे के संघर्ष की रणनीति और केंद्र सरकार से बातचीत करने के लिए 5 मेंबरी कमेटी बना दी गई है। जिसमें बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम चढ़ूनी, युद्धवीर सिंह, शिवकुमार कक्का, अशोक धावले शामिल हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार को 2 दिन का वक्त दिया है। जिसमें वह MSP कमेटी, किसानों पर दर्ज केस वापस लेने, मुआवजे और बाकी मांगों के बारे में स्थिति स्पष्ट करें। इसके बाद 7 दिसंबर को फिर मोर्चे की मीटिंग होगी। केंद्र को 702 मृत किसानों की सूची भेजी इससे पहले किसान नेताओं ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 702 लोगों की लिस्ट संयुक्त कृषि सचिव को भेज दी है। जिनके बदले केंद्र से मुआवजा मांगा गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने संसद में कहा था कि उनके पास आंदोलन में मरने वाले लोगों के बारे में जानकारी नहीं है। कई मुद्दों पर नहीं हुआ फैसला : उगराहां मीटिंग के बाद किसान नेता जोगिंदर उगराहां ने कहा कि बिजली बिल 2020, पराली और MSP को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। इसके अलावा किसानों पर दर्ज केस के मामले में भी केंद्र ने कोई बात नहीं की। लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने का मामला भी अभी पेंडिंग है। MSP पर गारंटी कानून और केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करे सरकार : धावले किसान नेता अशोक धावले ने कहा कि किसानों को MSP की गारंटी का कानून चाहिए। इसके अलावा लखीमपुर खीरी के जिम्मेदार केंद्रीय मंत्री को भी केंद्र सरकार मंत्रिमंडल से बर्खास्त करे। राज्य सरकारों से बात करने के लिए भी यही कमेटी करेगी नाम तय : टिकैत राकेश टिकैत ने कहा कि SKM ने तय किया है कि 5 मेंबरी कमेटी भारत सरकार से बात करेगी। राज्य स्तर पर सरकार से कौन बात करेगा, यह तय करने का काम भी इसी कमेटी का होगा। कमेटी सरकार से जो भी बात होगी, उसे संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में बताएगी। टिकैत ने कहा कि 2 दिन में केंद्र सरकार आंदोलन को लेकर अपना एजेंडा स्पष्ट करे। देश भर में किसानों पर दर्ज हुए केसों को रद्द करने पर कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दे। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के पास सभी आंकड़े : कक्का किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि केंद्र राज्य सरकार को निर्देश दे कि किसान और उनको सहयोग देने वाले सभी लोगों पर दर्ज केस वापस लें। किसानों की मौतों के आंकड़ों के सवाल पर उन्होंने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो सभी मौतों का हिसाब रखती है। इसके बावजूद सरकार का इसके बारे में पता न होने की बात कहना गलत है। संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में उपस्थित किसान नेता कृषि कानून हो चुके वापस जिन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में यह आंदोलन शुरू हुआ था, केंद्र सरकार उन्हें वापस ले चुकी है। लोकसभा और राज्यसभा में पास होने के बाद इनकी वापसी पर राष्ट्रपति की मुहर भी लग चुकी है। इसकी घोषणा करते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने MSP को लेकर कमेटी बनाने की बात भी कही थी, जिसके बाद किसान नेताओं से संपर्क कर 5 नाम भेजने को कहा था, जिन्हें कमेटी में शामिल किया जा सके। मीटिंग में इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। PM को लिखे पत्र का नहीं मिला जवाब : SKM अहम मीटिंग से एक दिन पहले यानी 3 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला। हरियाणा में CM मनोहर लाल खट्‌टर से किसानों की मीटिंग हुई है। उसमें केस वापस लेने पर सहमति बन गई थी, लेकिन मुआवजे को लेकर बात नहीं बनी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjabi-singer-sidhu-moosewala-react-after-joining-congress-129179639.html,विरोधियों पर भड़के कांग्रेसी सिद्धू मूसेवाला: मैं दलाल और गद्दार तो 3 बार कांग्रेस सरकार बनाने वाले कौन हैं; पूर्व PM मनमोहन सिंह को क्या कहोगे?,"विरोधियों पर भड़के कांग्रेसी सिद्धू मूसेवाला:मैं दलाल और गद्दार तो 3 बार कांग्रेस सरकार बनाने वाले कौन हैं; पूर्व PM मनमोहन सिंह को क्या कहोगे? सिद्धू मूसेवाला। पंजाब के विवादित सिंगर शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला शनिवार को विरोधियों पर भड़क गए। कांग्रेस जॉइन करने के बाद मूसेवाला को लोग गद्दार कह रहे थे। मूसेवाला ने कहा कि कल से मुझे बहुत शाबाशी और सर्टिफिकेट मिल रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि अगर मैं गद्दार हूं तो 1984 में हुए सिख कत्लेआम के बाद 3 बार पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनाने वाले क्या गद्दार नहीं हैं? देश के प्रधानमंत्री बने डॉ. मनमोहन सिंह को क्या कहोगे? बेकार में प्रोपेगेंडा न करो। सिख कत्लेआम पर सियासत करने वाले सबसे बड़े गद्दार हैं। मूसेवाला पर आर्म्स एक्ट समेत 6 केस दर्ज हैं। सब पार्टियों से थी ऑफर, सबके लिए कुछ न कुछ कहते विरोधी मूसेवाला ने कहा कि लोग कांग्रेस को1984 सिख कत्लेआम के लिए जिम्मेदार बता रहे हैं। जो लोग पंजाब में पंथक बने बैठे हैं, वह भी कत्लेआम के लिए जिम्मेदार हैं। अगर मैं एक पार्टी (अकाली दल) में जाता तो कहते कि बेअदबी वालों के साथ चला गया। अगर दूसरी (BJP) में जाता तो कहते किसान विरोधियों के साथ मिल गया। अगर तीसरी (AAP) में जाता तो कहते कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की बी टीम में चला गया। आजाद लड़ता तो कहते कि तुम्हें कोई नहीं पूछेगा। बेकार में हमारी वोटें खराब की। पंजाब में कांग्रेस मूसेवाला की फैन को भुनाने की कोशिश कर रही है सफाई या सच्चा बनने नहीं आया सोशल मीडिया पर लाइव हुए सिद्धू मूसेवाला ने कहा कि मैं कोई सफाई देने या सच्चा बनने के लिए नहीं आया हूं। मुझे पहले से यह सब पता था। 4 साल से मैंने निगेटिविटी ही देखी है। मुझे पता था कि यह सब होगा। मैंने कांग्रेस लोगों की अच्छाई के लिए जॉइन की है। सोशल मीडिया पर सफाई देते मूसेवाला इस अंदाज में नजर आए। सिस्टम बदलने के लिए इसमें आना होगा सोशल मीडिया पर लोग सरकार को कोस रहे हैं। मैं पूछता हूं कि सरकार घटिया है तो सही कौन करेगा? सोशल मीडिया पर कहकर नहीं होगा। इसे बदलना है तो इस दलदल में उतरना होगा। विदेशों में बैठकर बात करने से कुछ नहीं होगा, सिस्टम में आकर उसे बदलने की हिम्मत रखो। मूसेवाला ने कहा कि उसका नाम बन गया लेकिन इससे काम नहीं होता। हमारे मानसा जिले को कैंसर बैल्ट कहा जाता है। पढ़ाई के लिए कोई कॉलेज नहीं है। MLA सिर्फ एक क्षेत्र का होता है और मुझे दुनिया जानती है। मैं काम करवाने के लिए यहां आया हूं। मूसेवाला ने दिल्ली में राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। सिद्धू-CM चन्नी ने जॉइन कराई कांग्रेस, राहुल गांधी से भी मिले सिद्धू मूसेवाला को शुक्रवार को नवजोत सिद्धू और CM चरणजीत चन्नी ने कांग्रेस जॉइन कराई थी। इसके बाद वह दिल्ली जाकर राहुल गांधी से भी मिले। मूसेवाला पर गन कल्चर को बढ़ावा देने और भड़काऊ गीत गाने के आरोप लगते रहे हैं। मूसेवाला पर 6 केस दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट से जुड़ा केस भी है। मूसेवाला खुद को संत जरनैल सिंह भिंडरावाला का समर्थक बताता रहा है, लेकिन अधिकांश सिख समुदाय इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस को ही 1984 में हुए सिख दंगों के लिए जिम्मेदार ठहराता है। मूसेवाला का गीत 'लीडर हकदार ने गोली दे...' की भी अब खूब चर्चा हो रही है। बरनाला पुलिस रेंज में AK47 से फायरिंग को लेकर भी मूसेवाला खूब चर्चा में आए थे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-headlines-03-dec-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-129176254.html,"भास्कर अपडेट्स: हरियाणा के CM और किसान संगठनों के बीच मीटिंग में नहीं बनी मांगों पर सहमति, अब किसान महापंचायत में फैसला","भास्कर अपडेट्स:हरियाणा के CM और किसान संगठनों के बीच मीटिंग में नहीं बनी मांगों पर सहमति, अब किसान महापंचायत में फैसला बीकेयू नेता गुरनाम सिंह चढूनी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर और किसान नेताओं के बीच चंडीगढ़ में CM हाउस मीटिंग खत्म हो गई है। बैठक में आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमों को वापस लेने को लेकर चर्चा हुई। मीटिंग में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी समेत 5 संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे। मीटिंग के बाद चढूनी ने कहा, बातचीत के बाद हमारी सहमति नहीं बनी हैं, हमें सरकार की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिला है, अगला फैसला कल संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में लिया जाएगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश पर्व के दिन तीन कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान किया था। दोनों सदनों से कानून रद्द करने वाला बिल पास होने के बाद राष्ट्रपति ने भी इस पर दस्तखत कर दिया है। हालांकि फसलों पर MSP कानून, किसानों पर दर्ज मुकदमे, मृतक किसानों को मुआवजे समेत कई मांगों को लेकर किसान अभी भी अपना आंदोलन समाप्त नहीं कर रहे है। सरकार भी 4 दिसम्बर को होने वाली किसानों की बैठक का इंतजार कर रही है। पूरी खबर 59 जान लेने वाले उपहार सिनेमा अग्निकांड के आरोपी अंसल ब्रदर्स को राहत नहीं दिल्ली में 24 साल पहले हुए उपहार सिनेमा अग्निकांड के मामले में कोर्ट ने अंसल ग्रुप के सुशील अंसल और गोपाल अंसल को राहत देने से इनकार कर दिया है। करीब 59 लोगों की मौत और 100 से ज्यादा गंभीर घायलों की मौत वाला यह अग्निकांड 1997 में हुआ था। सुशील और गोपाल को इस मामले में लंबी सुनवाई के बाद सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में 7 साल कैद की सजा सुनाई गई थी और दोनों फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। अंसल ब्रदर्स ने इसके खिलाफ अपील दाखिल कर रखी है। उन्होंने अपील पर फैसला होने तक अपनी सजा को सस्पेंड करने का आग्रह दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से किया था। शुक्रवार को सेशन जज अनिल अंतिल ने उनके आग्रह को खारिज कर दिया और अगली सुनवाई के लिए 23 फरवरी, 2022 की तारीख तय कर दी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का दुख, धनखड़ बोले- ममता सरकार के मंत्री और सचिव भी कोई जानकारी नहीं देते पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच अब भी सब ठीक नहीं है। राज्यपाल धनखड़ ने शुक्रवार को एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में यह बात जाहिर भी कर दी। उन्होंने कहा कि जब राज्य में अलग पार्टी की सरकार हो तो राज्यपाल पंचिंग बैग बन जाता है। बहुत से लोग राज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाते हैं। वे ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि राज्यपाल की शपथ के दूसरे हिस्से पर नहीं जाते, जिसमें वे राज्य के लिए निष्ठा की शपथ लेता है। धनखड़ ने कहा कि राज्य में हालत चुनौतीपूर्ण और चिंताजनक हैं। वे दो साल से ममता सरकार से जानकारी मांग रहे हैं, लेकिन एक भी जानकारी नहीं मिली। राज्यपाल मुख्यमंत्री से कोई भी जानकारी मांग सकता है। ममता सरकार के मंत्री और सचिव भी उन्हें जानकारी नहीं देते। धनखड़ ने फिर दोहराया कि विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल में हिंसा हुई थी। मुख्यमंत्री ने इस हिंसा को नजरअंदाज किया। किसान आंदोलन के दौरान हुई मौतों पर राहुल ने केंद्र को घेरा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर किसान आंदोलन के मुद्दे पर केंद्र सरकार का घेराव किया है। उन्होंने दिल्ली के अकबर रोड में स्थित कांग्रेस के राष्ट्रीय मुख्यालय में शुक्रवार शाम प्रेस कांफ्रेंस की। राहुल ने कहा कि असंवेदनशील सरकार पूंजीपतियों की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि संसद में एक प्रश्न पूछा गया था कि क्या सरकार आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को आर्थिक सहायता देगी। इस पर मंत्रालय ने कहा कि कृषि मंत्रालय के पास इस मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं है और इसलिए मुआवजे का सवाल ही नहीं उठता। इससे पहले उन्होंने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 5 सवाल पूछे हैं, जिनमें लखीमपुर कांड से लेकर MSP कानून तक पर जवाब मांगा गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... हरियाणा में प्रदूषण से हालात खराब, 4 जिलों में स्कूल बंद; 14 जिलों में निर्माण कार्य रोके हरियाणा के नई दिल्ली से लगते 4 जिलों- सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद और झज्जर में पॉल्यूशन की वजह से हालात खराब होते जा रहे हैं। ऐसे में पर्यावरण विभाग ने अगले आदेश तक इन चारों जिलों में सारे स्कूल बंद कर दिए हैं। इन जिलों में सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे। सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में आते इन चारों जिलों में 14 नवंबर को भी स्कूल बंद करवाए थे, जिन्हें 5 दिन पहले ही दोबारा खोला गया। पर्यावरण विभाग ने स्कूलों के अलावा हरियाणा के 22 में से 14 जिलों में सभी तरह के निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी है। साथ ही जनरेटर सेट भी नहीं चलाए जा सकेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें... अपराधियों को पकड़ने हरियाणा जा रहे 3 पुलिसकर्मियों सहित 5 की हादसे में मौत मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के पुलिसकर्मियों के साथ मथुरा के यमुना एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार सुबह 5 बजे बड़ा हादसा हो गया। सड़क हादसे में 3 पुलिसकर्मी सहित 5 लोगों की मौत हो गई। हादसे में घायल हुए 4 लोगों की हालत गंभीर है। पुलिसकर्मी बोलेरो से आगरा से हरियाणा के बहादुरगढ़ जा रहे थे। तेज रफ्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई थी। बोलेरो दो टुकड़ों में बंट गई। हादसे के बाद एक लेन में काफी दूर तक गाड़ी के टुकड़े बिखर गए। हादसे में मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में तैनात पुलिसकर्मी भवानी प्रसाद, महिला आरक्षक हीरा देवी, चालक जगदीश और पुलिस मित्र रवि कुमार की मौत हो गई। जबकि, कांस्टेबल कमलेंद्र यादव, कांस्टेबल रतिराम, धर्मेंद्र कुमार और प्रीति घायल हैं। घायल पुलिसकर्मियों का कहना है कि वे टीकमगढ़ जिले के थाना भूडेरा में हैं। और वहां से पुलिस की यह टीम एक अपहृत युवती को बरामद करने के लिए हरियाणा के बहादुरगढ़ दबिश देने जा रही थी। घायलों का कहना है कि हादसा इतना खतरनाक था कि हमारी गाड़ी दो टुकड़ों में बंट गई। इसी के साथ गाड़ी के परखच्चे हाईवे पर बिखर गए। प्रदर्शन के खिलाफ प्रदर्शन; राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष के धरने पर BJP का धरना संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन के अंदर और बाहर हंगामा लगातार जारी है। भाजपा के राज्यसभा सदस्यों ने शुक्रवार को विपक्ष के प्रदर्शन के खिलाफ गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन किया। विपक्ष 12 सांसदों के निलंबन पर लगातार प्रदर्शन कर रहा है। गुरुवार को ऐसे ही प्रदर्शन में समाजवादी सांसद जया बच्चन ने टॉफियां बांटी थीं। CM चन्नी के दावों पर SAD ने कहा- साढ़े 4 साल का हिसाब नहीं दिया पंजाब की कांग्रेस सरकार के CM चरणजीत चन्नी के दावों का शुक्रवार को अकाली दल ने पोस्टमॉर्टम कर दिया। उन्होंने कहा कि एक तो सीएम चन्नी का विज्ञापन भोग की तरह है। दूसरा, पिछले साढ़े 4 साल का हिसाब ही नहीं दिया। सस्ती बिजली पर भी अब झूठ बोल रहे हैं। चंडीगढ़ में SAD (B) के प्रवक्ता दलजीत चीमा ने कहा कि जैसे हम किसी के भोग पर जाते हैं तो जन्म लेने और मरने की तारीख होती है। इसी तरह सीएम चन्नी के विज्ञापन पर भी 20 सितंबर को शपथ से 2 दिसंबर 2021 तक की तारीख डाल दी। कांग्रेस के 2017 से 2022 का मेनिफेस्टो का जिक्र करना ऐलानजीत उर्फ विश्वासजीत चन्नी भूल गए। पूरी खबर यहां पढ़ें... पंजाब के गुरदासपुर में टिफिन बम और 4 ग्रेनेड मिले पंजाब के गुरदासपुर के सलीमपुर अफगाना गांव में एक टिफिन बम और 4 हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं। गुरदासपुर जिला पाकिस्तान से सटा हुआ है। विस्फोटक सामान बरामद होने के बाद इस पूरे क्षेत्र में तलाशी का अभियान तेज कर किया गया है। पॉल्यूशन पर UP सरकार ने कहा- पाकिस्तान से आ रही प्रदूषित हवा सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को पॉल्यूशन पर हुई सुनवाई में उत्तर प्रदेश सरकार ने अजीब दलील दी। UP सरकार ने कोर्ट में कहा कि प्रदूषण की वजह पाकिस्तान से आ रही हवाए हैं। दिल्ली के पॉल्यूशन में उत्तर प्रदेश की इंडस्ट्रियों का कोई रोल नहीं है। इस पर चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा- क्या आप चाहते हैं कि पाकिस्तान में इंडस्ट्री बंद करा दी जाए। गीता गोपीनाथ बनेंगी IMF की डेप्युटी MD, अब टॉप दो पद महिलाओं के जिम्मे इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ जल्द ही इसकी डेप्युटी मैनेजिंग डायरेक्टर (FDMD) बनने वाली हैं। वर्तमान FDMD जेफ्री ओकामोटा अगले साल अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। इसके बाद गीता गोपीनाथ को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। IMF ने गुरुवार को एक प्रेस रिलीज में इस बात की जानकारी दी है। IMF की MD क्रिस्टलीना जॉर्जीवा हैं और गोपीनाथ को ये जिम्मेदारी मिलने के बाद IMF के टॉप दो पद पर महिलाओं का कब्जा होगा। पढ़िए पूरी खबर.. महाराष्ट्र में लो विजिबिलिटी की वजह से 4 फ्लाइट्स को दूसरे शहरों में डाइवर्ट किया गया महाराष्ट्र के कई शहरों में पिछले दो दिनों से जारी बारिश ने मौसम के मिजाज को बदल दिया है। राज्य की सांस्कृतिक राजधानी पुणे में सुबह से ही कोहरे का घना साया देखने को मिल रहा है। भारी कोहरे के चलते पुणे एयरपोर्ट पर उतरने वाली चार फ्लाइट्स को मुंबई, हैदराबाद की ओर डाइवर्ट किया गया है। इसके अलावा कई फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं। भारी कोहरे के चलते पुणे की सड़कों पर ट्रैफिक भी कम नजर आ रहा है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने लोगों से दिन में लाइट्स जलाकर चलने की हिदायत दी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... ओडिशा, आंध्रा, बंगाल से कल टकराएगा जवाद तूफान; ओडिशा ने तैनात की 266 रेस्क्यू टीम देश के पूर्वी तटीय राज्यों ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश से कल जवाद तूफान टकराएगा। ओडिशा सरकार ने तटीय इलाकों में NDRF, स्टेट फायर सर्विस और ओडिशा डिजास्टर रिलीफ फोर्स की 266 टीमों को तैनात किया है। इसके साथ ही आज से 5 दिसंबर तक ओडिशा के मछुआरों को सभी तरह की नावों में मछली पकड़ने के लिए जाने से मना किया है। जापान के होन्शु द्वीप में 5.4 तीव्रता का भूकंप जापान के सबसे बड़े द्वीप होन्शु के दक्षिणपूर्वी हिस्से में गुरुवार रात को 5.4 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र जापानी शहर वाकायामा में धरती से 20 किमी नीचे मिला है। इसे झटके 23 जिलों में महसूस किया गया। किसी तरह की क्षति की कोई खबर नहीं है। सुनामी का अलर्ट भी जारी नहीं किया गया है। केरल में CPI(M) नेता की चाकू मारकर हत्या, पार्टी का दावा- RSS ने जान ली केरल में स्थानीय CPI(M) नेता पीबी संदीप कुमार की गुरुवार को पथनमथिट्‌टा के थिरुवल्ला इलाके में किसी ने चाकू मारकर हत्या कर दी गई। CPI(M) का दावा है कि RSS ने उनकी हत्या की। बीजेपी जिला ऑफिस ने इन आरोपों का खंड़न किया है। केरल CPI(M) नेता पीबी संदीप कुमार जिनकी हत्या की गई। PM मोदी ने ‘इनफिनिटी-फोरम’ का उद्घाटन किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 10 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इनफिनिटी फोरम का उद्घाटन किया। यह फिन-टेक पर आधारित प्लेटफॉर्म है। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) केंद्र सरकार के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन किया। इसे गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट-सिटी) और ब्लूमबर्ग सहयोग कर रहे हैं। यह कार्यक्रम 3 और 4 दिसंबर को होगा। पहले कार्यक्रम में इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन भी साझीदार देश हैं। फिन-टेक क्या है फिन-टेक, फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी का शॉर्ट फॉर्म है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो बरसों से चली आ रही आर्थिक गतिविधियों, कंपनियों और व्यापार का आधुनिक तरीके से संचालन करना ही फिन-टेक कहलाता है। इसमें डिजिटल पेमेंट, डिजिटल ऋण, बैंक टेक, इंश्योर टेक, रेगटेक शामिल हैं। खबरें और भी हैं... कोरोना देश में: ओमिक्रॉन की भारत में एंट्री, बेंगलुरु में दो संक्रमित मिले; गुजरात के जामनगर में भी जिम्बाब्वे से लौटा बुजुर्ग संदिग्ध देश जरूरत की खबर: भारत पहुंचा ओमिक्रॉन; शिकार होने पर नहीं जाती सूंघने और स्वाद की क्षमता, जानिए और क्या हैं लक्षण ज़रुरत की खबर ओमिक्रॉन पर सरकार की गाइडलाइन: कोरोना के सबसे खतरनाक वैरिएंट से डरें नहीं; अलर्ट रहें, मास्क पहनें देश कटरीना की शादी में सलमान को न्योता नहीं: शादी के दौरान 'दबंग टूर' के लिए रियाद में रहेंगे, बहन अर्पिता बोलीं- अभी तक न्योता नहीं मिला बॉलीवुड",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/punjab-politics-news-shiromani-akali-dal-leader-joins-bjp-ahead-election-129176988.html,"3 अकाली नेताओं समेत 24 ने जॉइन की BJP: जालंधर कैंट के पूर्व MLA मक्कड़, अवतार जीरा और भट्‌टी के अलावा पूर्व DGP विर्क भी भाजपा के","3 अकाली नेताओं समेत 24 ने जॉइन की BJP:जालंधर कैंट के पूर्व MLA मक्कड़, अवतार जीरा और भट्‌टी के अलावा पूर्व DGP विर्क भी भाजपा के जालंधरएक दिन पहले खेती कानून वापस होने के बाद किसान आंदोलन खत्म होने की उम्मीदों के बीच भाजपा पंजाब में अपने पुराने जोड़ीदार शिरोमणि अकाली दल को झटके पर झटका दे रही है। शुक्रवार को भाजपा ने शिरोमणि अकाली दल के 3 नेताओं को पार्टी जॉइन करवाई। इनमें जालंधर कैंट से पूर्व अकाली विधायक सरबजीत सिंह मक्कड़ और 2 बार कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रहे अकाली लीडर अवतार सिंह जीरा शामिल रहे। इन दोनों के अलावा तकरीबन 18 साल फतेहगढ़ साहिब में यूथ अकाली दल के प्रधान रहे गुरप्रीत सिंह भट्टी ने भी BJP जॉइन कर ली। किसी समय सुखबीर बादल के करीबी रहे भट्‌टी 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी में चले गए थे। इस बार विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। शुक्रवार को इन तीनों के अलावा पूर्व DGP एसएस विर्क समेत पंजाब से जुड़े 21 अन्य लोगों ने भी BJP जॉइन की। 2 दिन पहले ही वरिष्ठ अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के प्रधान पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। टिकट न मिलने से नाराज थे मक्कड़ सरबजीत सिंह मक्कड़ कई दिनों से अकाली दल से नाराज चल रहे थे क्योंकि पार्टी ने उन्हें इस बार जालंधर कैंट से टिकट नहीं दिया। मक्कड़ जालंधर कैंट विधानसभा सीट पर दावा जता रहे थे मगर अकाली दल ने कांग्रेस में जा चुके अपने ही पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़ की घर वापसी करवाते हुए उन्हें टिकट दे दिया। इस पर मक्कड़ ने एक प्रोग्राम के दौरान पार्टी प्रधान सुखबीर बादल के सामने सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जताई थी। सुखबीर ने तब मक्कड़ को भरोसा दिया था कि वह उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देंगे मगर मक्कड़ नहीं माने और भाजपा में चले गए। अकाली लहर में भी जीत नहीं पाए थे मक्कड़ अकाली दल ने सरबजीत सिंह मक्कड़ का टिकट इसलिए काटा क्योंकि वह अकाली दल की लहर के दौरान भी जालंधर कैंट सीट से जीत नहीं पाए थे। हालांकि हार के बावजूद अकाली दल ने पार्टी में मक्कड़ का पूरा सम्मान रखते हुए उन्हें जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया। मक्कड़ को पेडा और प्लानिंग बोर्ड का चेरयरमैन भी बनाया गया। अब भाजपा ने ऐन मौके पर मक्कड़ की नाराजगी का फायदा उठाते हुए उन्हें अपने पाले में कर लिया। जालंधर कैंट सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान भाजपा ने शुक्रवार को सरबजीत सिंह मक्कड़ को ऐसे समय में पार्टी जॉइन करवाई जब अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल जालंधर जिले के दौरे पर थे। नई दिल्ली में भाजपा के पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में BJP जॉइन करने के बाद मक्कड़ ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट कहा कि वह जालंधर कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा की केंद्रीय लीडरशिप से बैठक के दौरान उनकी पंजाब के कई मुद्दों पर चर्चा हई है। आने वाले दिनों में वह अकाली दल से अपने कई करीबियों को भी भाजपा में लाएंगे। ये 21 लोग भी अब भाजपा के साथ पंजाब के पूर्व DGP एसएस विर्क समेत 21 अन्य लोगों ने भी शुक्रवार को नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इनमें लुधियाना के उद्योगपति हरचरण सिंह रणौटा व मनविंदर सिंह रणौटा शामिल रहे। रणौटा बेशक लुधियाना से हैं मगर उनका पूरा परिवार करीब सौ साल पहले केन्या शिफ्ट हो गया था। रणौटा के सारे बिजनेस वहीं पर है लेकिन शुक्रवार को भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने अपनी मिट्टी की सेवा की इच्छा जताई। इनके अलावा अमृतसर साउथ सीट से पूर्व विधायक के पोते अमरजीत सिंह ने भी भाजपा जॉइन की। अमरजीत सिंह रामगढ़िया बिरादरी के प्रमुख नेता हैं। युवा खिलाड़ी मनप्रीत सिंह, बिजनेसमैन रवनीत सिंह मेडी, घनशयाम, परविंदर सिंह, कर्म सिंह रेनू, वजीर सिंह, ओंकार सिंह, सुरिंदर, नरेंद्र चोपड़ा ने भी भाजपा की सदस्यता ली। इनके अलावा ट्रांसपोर्टर सुरिंदर सिंह विरदी, उद्योगपति हरविंदर सिंह भांबड़, कमलजीत सिंह, करनैल सिंह, बलाचौर के ठेकेदार नरेंद्र कुमार, समाजसेवी जसवंत सिंह, जगरूप सिंह मलौट और रिटायर्ड आरटीओ सेक्रेटरी गुरचरण सिंह ने भी दिल्ली में भाजपा का दामन थामा।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/entertainment/bollywood/news/kangana-ranaut-car-stopped-by-punjab-farmers-video-129176766.html,"कंगना रनोट पर पंजाब में हमला: किसानों को खालिस्तानी आतंकी कहने से नाराज भीड़ ने कार घेरी, एक्ट्रेस ने बाहर निकलकर मांगी माफी","कंगना रनोट पर पंजाब में हमला:किसानों को खालिस्तानी आतंकी कहने से नाराज भीड़ ने कार घेरी, एक्ट्रेस ने बाहर निकलकर मांगी माफी कंगना रनोट की कार को शुक्रवार को पंजाब में नाराज भीड़ ने घेर लिया। भीड़ कंगना के किसानों को खालिस्तानी आतंकी कहने और सिख विरोधी बयानों से नाराज थी। पहले यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाईवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया। भीड़ के गुस्से को देखकर कंगना गाड़ी से बाहर निकलीं और माफी मांगी। इसके बाद रोपड़ टोल प्लाजा पर भी उनके विरोध के लिए किसानों की भीड़ जमा हो गई। यहां पुलिस ने उनके काफिले को 200 मीटर पहले ही मोरिंडा के गांवों के अंदर मोड़ दिया। गांवों के अंदर से ही उनका काफिला भीड़ से आगे निकालकर दोबारा हाईवे पर लाया गया। कंगना हिमाचल प्रदेश में अपने घर मनाली से चंडीगढ़ जा रहीं थीं, जहां से उन्हें मुंबई की फ्लाइट पकड़नी थी। हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि कंगना का घेराव करने वाले किसान किस संगठन से जुड़े थे। किसानों के विरोध को देखते हुए कंगना को कार से बाहर निकलना पड़ा। कंगना ने वीडियो में कहा- मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है कंगना ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर इसे मॉब लिंचिंग करार दिया। कंगना ने सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो शेयर किया। कंगना ने लिखा है, मैं अभी हिमाचल से निकली हूं, क्योंकि मेरी फ्लाइट कैंसिल हो गई है। जैसे ही पंजाब में कदम रखा, भीड़ ने हमला कर दिया। वे लोग कह रहे हैं कि वे किसान हैं। कंगना ने कहा, ये मुझे गंदी गालियां दे रहे हैं। जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। अगर मेरे साथ सिक्योरिटी न हो तो मेरे साथ क्या होगा। यह अविश्वसनीय है। ये क्या व्यवहार है। इतनी सारी पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है। कंगना के मुताबिक, भीड़ मुझसे माफी मांगने को कह रही थी। भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। अगर यहां पुलिस न हो तो खुलेआम लिंचिंग हो। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। कुछ लोग मेरे नाम से गंदी राजनीति का खेल खेल रहे हैं। करीब एक घंटे तक भीड़ ने कंगना को घेरे रखा। कंगना के इंस्टाग्राम अकाउंट की स्टोरी पर जारी वीडियो का एक सीन। हाइवे पर पहले से जमा थे किसान, कंगना का पता लगने पर रोका काफिला कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई के लिए रवाना हुई थीं। जब कंगना के काफिले के आगे पंजाब पुलिस की दो पायलट कार सिक्योरिटी के लिए चल रही थीं। जब काफिला चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहां पहले से किसान जमा थे। उन्हें पुलिस से पता चला कि गाड़ी में कंगना रनोट बैठी हुई हैं। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली। किसानों की भीड़ के बीच फंसी कंगना की कार। भीड़ ने कहा- पंजाबियों, सिख महिलाओं से माफी मांगो जिस वक्त घेराव हुआ, कंगना की गाड़ी के आगे उनके सिक्योरिटी वाहन और इसके आगे पंजाब पुलिस की भी दो गाड़ियां लगी हुई थीं। इसके बावजूद विरोध को रोका नहीं जा सका। लोग लगातार मांग कर रहे थे कि कंगना अपनी गाड़ी से बाहर निकलें और पंजाबियों और खासकर सिखों और महिलाओं से माफी मांगें। ...तो इसलिए भीड़ ने किया घेराव कंगना ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें वे भीड़ में मौजूद महिलाओं से बात करती नजर आ रही हैं। कंगना उनसे कह रही हैं कि- मैंने आपके लिए ऐसा नहीं कहा था। ये मैंने शाहीन बाग की औरतों के लिए कहा था। गौरतलब है कि ये महिलाएं कंगना के उस बयान से खफा हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन में आईं महिलाएं 100 रुपए में लाई गईं। काफी जद्दोजहद के बाद जाने दिया कंगना को भीड़ ने काफी जद्दोजहद के बाद जाने दिया। इसके बाद कंगना ने एक और वीडियो शेयर किया, जिसमें वे यह कहती नजर आ रही हैं- मैं अपने शुभचिंतकों से कहना चाह रही हूं कि मैं वहां से निकल चुकी हूं। मैं पूरी तरह सुरक्षित हूं। उन सभी का शुक्रिया जिन्होंने मेरी मदद की। पंजाब पुलिस और सीआरपीएफ का भी शुक्रिया। कई विवादित बयान दिए हैं पिछले दिनों कंगना ने 11 नवंबर को 1947 में देश को मिली आजादी को ब्रिटेन से भीख में मिला हुआ बताया। 13 नवंबर को फिर कहा कि 1857 की लड़ाई का पता है, 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी। 19 नवंबर को कृषि कानून वापसी पर किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की। 22 नवंबर को सिख समुदाय और खालिस्तान आतंकवाद को लेकर तीखी बात कही।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rahul-gandhi-vs-narendra-modi-congress-leader-on-pm-modi-after-cancelled-farm-laws-129176788.html,"किसानों के बहाने केंद्र पर हमला: राहुल बोले- हमारे पास आंदोलन के दौरान मारे गए 500 किसानों के नाम, सरकार इनकी जांच कर मुआवजा दे","किसानों के बहाने केंद्र पर हमला:राहुल बोले- हमारे पास आंदोलन के दौरान मारे गए 500 किसानों के नाम, सरकार इनकी जांच कर मुआवजा दे कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने शुक्रवार को किसानों के बहाने फिर केंद्र सरकार को घेरा। इस बार उन्होंने आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का मुद्दा उठाया। पार्टी हेडक्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले संसद में एक सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार आंदोलन के दौरान मारे गए 700 किसानों के परिवारों को मुआवजा देगी या नहीं? इसका जवाब मिला कि उनके पास ऐसे किसानों का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है। राहुल ने कहा कि कोरोना में कितने लोग मरे और कितने किसान मरे, सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसका कारण ये हैं कि आप इन लोगों को मुआवजा नहीं देना चाहते। जब ये शहीद हुए आपने सदन में 2 मिनट का मौन व्रत तक नहीं रखा। अगर वे चाहते हैं तो हमसे लिस्ट लें और 700 परिवारों को मुआवजा दें। मरने वाले किसानों के नाम की लिस्ट संसद में रखेंगे राहुल ने कहा कि पंजाब सरकार के पास 403 नाम हैं। हमने उन्हें 5 लाख रुपए मुआवजा दिया है। 152 लोगों को हमने नौकरी दी है और बाकी लोगों को भी देंगे। हमारे पास 700 में से 500 नाम हैं, जो लिस्ट हमने सरकार को दी। 100 नाम पंजाब से बाहर के हैं। बाकी नाम हमारे पास पब्लिक रिकॉर्ड से हैं। हम इनकी लिस्ट सोमवार को संसद में रखेंगे। उसकी जांच कर सरकार 700 लोगों को मुआवजा दें। राहुल ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि सरकार किसानों की मांगों को स्वीकार करेगी। उसकी मंशा सही नहीं है। इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 5 सवाल पूछे। इनमें लखीमपुर कांड से लेकर MSP कानून तक पर जवाब मांगा। राहुल के प्रधानमंत्री से 5 सवाल जब PM ने कृषि-विरोधी कानून बनाने के लिए माफी मांगी तो संसद में बताएं कि प्रायश्चित कैसे करेंगे? लखीमपुर मामले के मंत्री की बर्खास्तगी कब? शहीद किसानों को मुआवजा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर कानून कब? ये सवाल पूछने के बाद राहुल ने आखिर में लिखा है कि इन सबका जवाब दिए बिना PM मोदी की तरफ से कृषि कानून बनाने के लिए मांगी गई माफी अधूरी है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjabi-singer-sidhu-moose-wala-controversial-singer-join-congresspunjab-congress-updates-129176341.html,"दिल्ली में राहुल गांधी से मिले सिद्धू मूसेवाला: मशहूर पंजाबी सिंगर ने सुबह चंडीगढ़ में जॉइन की थी कांग्रेस, सिद्धू, मंत्री वड़िंग और चौधरी भी पहुंचे","दिल्ली में राहुल गांधी से मिले सिद्धू मूसेवाला:मशहूर पंजाबी सिंगर ने सुबह चंडीगढ़ में जॉइन की थी कांग्रेस, सिद्धू, मंत्री वड़िंग और चौधरी भी पहुंचे दिल्ली में राहुल गांधी के साथ सिद्धू मूसेवाला, नवजोत सिद्धू, मंत्री वड़िंग और पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी। पंजाब के विवादित सिंगर शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला पंजाब कांग्रेस में शामिल हो गए। शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में CM चरणजीत चन्नी, प्रधान नवजोत सिद्धू और मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने उन्हें पार्टी का हिस्सा बनाया। इसके बाद सिद्धू, वड़िंग और हरीश चौधरी मूसेवाला को लेकर दिल्ली पहुंचे। जहां राहुल गांधी से मूसेवाला की मुलाकात करवाई गई। राहुल गांधी ने मूसेवाला की तारीफ करते हुए कहा कि वह जब चाहें उनसे संपर्क कर सकते हैं। सिद्धू मूसेवाला की अच्छी फैन फॉलोइंग है, जिसे भुनाने के लिए ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग के जरिए मूसेवाला को कांग्रेस में लाया गया है। मूसेवाला ने बठिंडा और मानसा में कांग्रेस की चुनावी राजनीति में सक्रिय होने की दिलचस्पी दिखाई है। सिद्धू मूसेवाला का कांग्रेस में स्वागत करते नवजोत सिद्धू सिद्धू मूसेवाला पहले ही राजनीति में आने की इच्छा जता चुके हैं। वह मानसा से कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। बाकी पंजाब में कांग्रेस उनसे प्रचार कराएगी। उनकी मां चरण कौर गांव की सरपंच भी हैं। मूसेवाला की कांग्रेस से पहले भी नजदीकियां रही है। हालांकि उन्हें कोई सियासी तजुर्बा नहीं है​​​​, लेकिन मूसेवाला की पंजाब और खास तौर पर मालवा में अच्छी पकड़ है। विवादित सिंगर को कांग्रेसी बना घिरी पंजाब कांग्रेस:सिद्धू मूसेवाला पर चल रहे केस; CM चन्नी बिना जवाब दिए निकले; सिद्धू बोले- मामला सबज्यूडिश मूसेवाला बोले- वाहवाही और रुतबा नहीं, लोगों के काम करवाऊंगा सारी दुनिया में पंजाबियों का नाम रोशन किया। 4 साल बाद जिंदगी में नया कदम ले रहा। नई दुनिया की शुरूआत कर रहा हूं। मेरा राजनीति को लेकर कोई बड़ा रूझान नहीं रहा। लोग नाम होने पर अपनी समस्या का समाधान चाहते हैं। मानसा और बठिंडा एरिया के साथ मैं अटैच रहा हूं। मानसा कभी आगे नहीं आ सका। मैं किसी रूतबे या वाहवाही के लिए राजनीति में नहीं आया। मुझसे एक वर्ग जुड़ा है, जिसे मुझसे उम्मीद है। सिस्टम को ठीक करने के लिए उसका हिस्सा बनना बहुत जरूरी है। मैं इस पार्टी के जरिए अपनी आवाज उठाऊंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आम घरों से उठे लोग हैं। मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की तारीफ की। मैं पंजाब और दुनिया के लोगों से अपील करूंगा कि मुझे आशीर्वाद दें कि मैं आम लोगों का सहारा बन सकूं। पंजाब में कलाकारों-गायकों का चुनावी करियर पंजाब में सिंगर और कलाकार चुनावी मैदान में आते रहे हैं। मशहूर कॉमेडियन भगवंत मान आम आदमी पार्टी के सांसद है। गायक हंसराज हंस दिल्ली से भाजपा सांसद और मोहम्मद सदीक भी फरीदकोट से सांसद हैं। अनमोल गगन मान भी आप में हैं। गुरप्रीत घुग्गी भी सियासत में आए थे, लेकिन अब आम आदमी पार्टी से किनारा कर गए हैं। बॉलीवुड एक्टर विनोद खन्ना और सनी देयोल पर भी भाजपा गुरदासपुर से दांव खेल चुकी है। जस्सी जसराज, सतविंदर बिट्‌टी भी सियासत में आ चुके हैं। अब बॉलीवुड स्टार सोनू सूद पर नजर अब सबकी नजर बॉलीवुड स्टार सोनू सूद पर टिकी हुई है। सोनू सूद ने बहन मालविका सूद के मोगा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। हालांकि अभी पार्टी नहीं चुनी है। उनकी सीएम चन्नी, अरविंद केजरीवाल, सुखबीर बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात हो चुकी है। एक्शन में नजर आ रही पंजाब कांग्रेस अभी तक संगठन और सरकार के झगड़े में फंसी कांग्रेस अब एक्शन में नजर आ रही है। सीएम चन्नी लगातार दूसरे दिन कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने अपनी 70 दिन की सरकार का रिपोर्ट कार्ड दिया था। वह लगातार चुनावी रैलियां कर रहे हैं। वहीं पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू भी लगातार रैलियां कर कांग्रेस के लिए वोट मांग रहे हैं। राहुल गांधी से मीटिंग के बाद चुनावी मूड में कांग्रेस राहुल गांधी ने दो दिन पहले दिल्ली में सीएम चरणजीत चन्नी और नवजोत सिद्धू से मीटिंग की थी। पहले कांग्रेस किसान आंदोलन पर दांव खेलने की फिराक में थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक कृषि कानून वापस ले लिए। इसके बाद आंदोलन खत्म होने की संभावना जताई जा रही है। अब कांग्रेस ने संगठन को मजबूत करने और वर्करों को लामबंद करने के लिए सियासी दांव खेलने शुरू कर दिए हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/news/delhi-cbi-sp-case-accused-arrested-from-haryanas-rohtak-district-129177110.html,"दिल्ली CBI के SP से गाली-गलौज करने वाला आरोपी गिरफ्तार: कार रुकवाकर हाथापाई करने के बाद छीन लिया था आईकार्ड, पुलिस कोर्ट में करेगी पेश","दिल्ली CBI के SP से गाली-गलौज करने वाला आरोपी गिरफ्तार:कार रुकवाकर हाथापाई करने के बाद छीन लिया था आईकार्ड, पुलिस कोर्ट में करेगी पेश पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। हरियाणा के रोहतक जिले में दिल्ली CBI के SP से गाली-गलौज कर आईकार्ड छीनने वाले आरोपी को जिले की सीआईए वन पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। उससे वारदात में छीना गया एसपी का आईकार्ड बरामद कर लिया गया है। आरोपी से पुलिस आगामी पूछताछ कर रही है। पुलिस पूछताछ में आरोपी की पहचान विक्रम(40) पुत्र रामफल निवासी गांव माहरा जिला सोनीपत के रूप में हुई है। वारदात के बाद आरोपी अपनी रिश्तेदारी में गन्नौर चला गया था। पुलिस ने अहम इनपुट के आधार पर आरोपी को आज सोनीपत जिले से ही गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपी आईकार्ड का अभी कई दुरुप्रयोग नहीं कर सका था। वह फिलहाल पुलिस से छिपता हुआ जगह बदल रहा है। पुलिस रिकॉर्ड में आरोपी का पहले कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। वह एक जमींदार है। अपनी गाड़ी में लाठी-डंडा भी तलाश रहा था बदमाश आईएमटी थाना पुलिस को दी शिकायत में रवि गंभीर ने बताया कि न्यू दिल्ली 75 के रहने वाले हैं और दिल्ली CBI में SP हैं। बुधवार शाम 6 बजे जब वे अपनी कार से दिल्ली से भतीजे पराग गंभीर के साथ भाई की लड़की की शादी में रोहतक आ रहे थे। जब खरावड़ स्थित गजानिया होटल के पास पहुंचे तो एक सफेद बेलेरो बहुत तेज स्पीड से उनकी गाड़ी को क्रॉस करके आगे अचानक से रुकी। एकदम से उन्होंने अपनी कार के भी ब्रेक लगाए। SP ने बताया कि इस दौरान किसी भी गाड़ी या व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ। बोलेरो चालक अपनी गाड़ी से उतरा और उनसे गाली-गलौज करने लगा। आरोपी की गाड़ी में एक लड़का और एक बुजुर्ग महिला भी थी। उसने उनकी कार की चाबी जबरदस्ती निकाल ली। इसके बाद वह अपनी गाड़ी में लाठी-डंडा तलाशने लगा तो उसे नहीं मिला। उसने उनकी कार के बोनट पर 3-4 मुक्के मारे। बचाव में दिखाया आईकार्ड तो छीन लिया SP रवि गंभीर के अनुसार आरोपी ने उनका गिरेबान पकड़ लिया। आरोपी के साथी युवक ने बीच बचाव किया और साथ बैठी महिला ने उस युवक को कहा की कम स्पीड़ में गाड़ी चलानी चाहिए। इसके बाद उन्होंने युवक से कहा कि वो दिल्ली CBI में SP हैं। तो युवक ने आईकार्ड दिखाने को कहा। बचाव में जब उन्होंने आईकार्ड दिखाया, तो आरोपी ने छीन लिया। इसके बाद गालियां देने लगा और बोला कि मैं देखता हूं कौन सी पुलिस है, आप नहीं जानते मैं कौन हूं। उसके साथी ने कहा की इनका आईकार्ड वापस कर दो, लेकिन उसने एक नहीं सुनी और धमकाते हुए हिसार रोड की ओर चला गया। जाते समय वह कार की चाबी फेंक गया,लेकिन पहचान पत्र लेकर चला गया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/the-convoy-stopped-at-kiratpur-sahib-as-soon-as-it-entered-punjab-from-himachal-after-apologizing-the-farmers-gathered-at-the-ropar-toll-plaza-129176826.html,पंजाब में कंगना रनोट का विरोध: किसानों से बचाने के लिए पुलिस ने गांवों से निकाला अभिनेत्री का काफिला; किसान आंदोलन पर की थी बयानबाजी,"पंजाब में कंगना रनोट का विरोध:किसानों से बचाने के लिए पुलिस ने गांवों से निकाला अभिनेत्री का काफिला; किसान आंदोलन पर की थी बयानबाजी चंडीगढ़ कीरतपुर में कंगना की गाड़ी घेरकर खड़े किसान। सिखों के खिलाफ की गई टिप्पणी के विरोध में किसानों ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट काे पंजाब में घेर लिया है। पहले यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाइवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया। जिसके बाद वहां कंगना गाड़ी से बाहर निकली और माफी मांगी। इसके बाद उनका रोपड़ में टोल प्लाजा पर विरोध के लिए किसान इकट्ठा हो गए। इसका पता चलते ही पुलिस ने टोल से 200 मीटर पहले काफिले को मोरिंडा के गांवों में घुसा दिया। गांवों के रास्ते फिर उन्हें हाइवे पर लाया गया। कंगना ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर इसे मॉब लिंचिंग करार दिया। कंगना रनोट की गाड़ी घेरकर खड़े किसान कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई के लिए रवाना हुई थी। जब कंगना का काफिला चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहां पहले से किसान जमा थे। उन्होंने पुलिस से पूछा और पता चला कि गाड़ी में कंगना रनोट भी बैठी हुई है। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली। बाहर निकलकर किसानों को हाथ हिलाती कंगना रनोट पंजाब पुलिस के बताने पर चला किसानों को पता जिस वक्त घेराव हुआ, कंगना के आगे उनकी सिक्योरिटी की पायलट के साथ आगे पंजाब पुलिस की भी दो गाड़ियां लगी हुई थी। इसके बावजूद पुलिस विरोध को नहीं रोक सकी। वह लगातार मांग कर रहे हैं कि कंगना अपनी गाड़ी से बाहर निकले और पंजाबियों और खासकर सिखों और महिलाओं से माफी मांगे। किसानों के विरोध के दौरान कंगना रनोट गाड़ी में बैठी रही किसान आंदोलन की खालिस्तानी आंदोलन से की तुलना कंगना रनोट किसान आंदोलन के विरोध में रही। कुछ समय पहले उन्होंने किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से कर दी थी। उनके खिलाफ मुंबई में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस भी दर्ज हुआ था। उन्होंने किसान आंदोलन को मिले इंटरनेशनल सपोर्ट को भारत के टुकड़े करने की साजिश भी करार दिया था। कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर आरोप लगाए मेरी मॉब लिंचिंग हो रही : कंगना कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा कि खुद को किसान कहने वालों ने मुझे घेर लिया है। मुझे गाली दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है। उन्होंने कहा कि भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। महिला किसान ने कंगना को कहा कि उसने हमें 100 रुपए में प्रदर्शन करने वाली कहा है, इस पर कंगना ने कहा कि उसने यह बात शाहीन बाग के लिए कही थी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-social-media-rumors-rs-350-will-be-deduct-you-dont-vote-129176977.html,"सोशल मीडिया पर फैली अफवाह: चुनाव में वोट नहीं दिया तो कटेंगे 350 रुपए, पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर ने कहा- यह झूठ है","सोशल मीडिया पर फैली अफवाह:चुनाव में वोट नहीं दिया तो कटेंगे 350 रुपए, पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर ने कहा- यह झूठ है पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर डॉ. एस. करूणा राजू अगले चुनाव में वोट नहीं दिया तो आपके अकाउंट से 350 रुपए कट जाएंगे, यह खबर की कटिंग पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। हालांकि अब पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर ने इसका खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस खबर की उन्होंने जांच की है। जो पूरी तरह ने मनगढ़त और झूठी निकली है। आयोग ने लोगों से इस तरह की अफवाहों से सचेत रहने के लिए कहा। बिना अखबार के नाम की थी खबर असल में सोशल मीडिया पर पर वायरल इस खबर में दावा किया गया कि भारतीय चुनाव आयोग वोटर कार्ड को आधार कार्ड और बैंक अकाउंट से लिंक कर रहा है। आयोग ने सभी बैंकों को कहा है कि जो वोट नहीं देगा, उसके अकाउंट से रुपए काट लिए जाएं। इसमें आयोग के प्रवक्ता के हवाले से दावा किया गया कि मतदाताओं के न आने से उनकी तैयारियों पर किया खर्चा बेकार जाता है। इस आदेश के खिलाफ कोई कोर्ट न जाए, इसकी मंजूरी भी कोर्ट से ले ली गई है। इसमें यह भी दावा किया गया कि जिसके बैंक अकाउंट में रुपए नहीं होंगे, उसके पैसे मोबाइल रिचार्ज से काटे जाएंगे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाह आयोग की वेबसाइट से लें जानकारी पंजाब चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय चुनाव आयोग ने ऐसी कोई हिदायत नहीं दी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि चुनाव से जुड़ा ऐसा कुछ दावा वायरल होता है तो आयोग या फिर पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर के ऑफिस में जरूर सूचित करें। उन्होंने कहा कि चुनाव के बारे में सही और सटीक जानकारी के लिए http://ceopunjab.gov.in/ वेबसाइट पर ले सकते हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/congress-mp-manish-tewari-said-after-2611-the-upa-government-was-weak-about-the-security-of-the-country-it-is-not-written-anywhere-129176923.html,"मनमोहन सिंह को कमजोर कहने पर सफाई: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी बोले- 26/11 के बाद UPA सरकार देश की सुरक्षा को लेकर नरम थी, ऐसा कहीं नहीं लिखा","मनमोहन सिंह को कमजोर कहने पर सफाई:कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी बोले- 26/11 के बाद UPA सरकार देश की सुरक्षा को लेकर नरम थी, ऐसा कहीं नहीं लिखा 23 नवंबर को कांग्रेस पर किताब बम फोड़ने वाले पार्टी के सांसद मनीष तिवारी ने 9 दिन बाद सफाई दी है। तिवारी ने गुरुवार को बताया कि मैंने अपनी किताब में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि देश की सुरक्षा के मसलों पर डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली UPA सरकार किसी भी मामले में नरम या कमजोर थी। तिवारी ने गुरुवार को NDTV से बातचीत में कहा कि अगर आप किताब के उस पूरे पैरा को पढ़ें तो यह कहीं नहीं लिखा गया है कि सरकार सुरक्षा के मामले में नरम या कमजोर थी। चूंकि पाकिस्तान की सरकार में सेना का दखल है, इसे देखते हुए ऐसे किसी भी मामले में भारत ने हमेशा से रणनीतिक तौर पर संयम बरता है। भारत की इसी कूटनीतिक समझ को पाकिस्तान ने हमेशा कमजोर समझा है। 26/11 के संदर्भ में मेरे किताब में लिखी गई पूरी बात भी इसी नजरिए को लेकर थी। तिवारी ने आगे बताया कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के व्यवहार में कोई बदलाव आया हो या फिर उसने अपनी कारगुजारियों पर कभी चिंता जताई हो। उरी के बाद पुलवामा में हुआ आतंकी हमला इसका उदाहरण है। पाकिस्तान पर एक्शन न लेने को बताया था कमजोरी 23 नवंबर को कांग्रेस सांसद ने अपनी किताब '10 फ्लैश पॉइंट; 20 ईयर्स - नेशनल सिक्योरिटी सिचुएशन देट इम्पैक्ट इंडिया' में मनमोहन सिंह की UPA सरकार पर सवाल खड़े किए थे। तिवारी ने मुंबई में हुए 26/11 हमले के बाद पाकिस्तान पर किसी तरह का एक्शन न लेने को तब की मनमोहन सिंह सरकार की कमजोरी बताया था। मनीष तिवारी की किताब जिसे लेकर विवाद हुआ। 26/11 के बाद पाकिस्तान पर होनी चाहिए थी कार्रवाई किताब में तिवारी ने लिखा है कि मुंबई हमले के बाद सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी। ये ऐसा समय था, जब एक्शन बिल्कुल जरूरी था। एक देश (पाकिस्तान) निर्दोष लोगों का कत्लेआम करता है और उसे इसका कोई पछतावा नहीं होता। इसके बाद भी हम संयम बरतते हैं तो यह ताकत नहीं बल्कि कमजोरी की निशानी है। तिवारी ने 26/11 हमले की तुलना अमेरिका के 9/11 हमले से की है। BJP ने कांग्रेस से जवाब मांगा भाजपा ने किताब पर विवाद होने के बाद कांग्रेस पर सवाल खड़े किए थे। BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तत्कालीन UPA सरकार की नीयत को खराब बताया। उन्होंने कहा कि उस समय के एयरचीफ मार्शल ने कहा था कि हमारी एयरफोर्स जवाब देने के लिए तैयार थी, लेकिन कार्रवाई की अनुमति नहीं दी गई। इसके लिए कांग्रेस को जवाब देना चाहिए। 26/11 हमले में क्या हुआ था? 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमलों में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमलों में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस दिन लश्कर-ए-तैयबा के 10 पाकिस्तानी आतंकी अरब सागर के रास्ते भारत में दाखिल हुए थे। उन्होंने 60 घंटे तक मुंबई को बंधक बना रखा था। उनके पास 10 एके-47, 10 पिस्टल, 80 ग्रेनेड, 2 हजार गोलियां, 24 मैगजीन, 10 मोबाइल फोन, विस्फोटक और टाइमर्स थे। रात 8 बजकर 20 मिनट पर अजमल कसाब और उसके 9 साथियों ने मुंबई में कदम रखा था। मुंबई उतरने के बाद आतंकी दो-दो के ग्रुप में बंट गए थे और शहर में कई जगह कत्लेआम मचाया था।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/one-lakh-electricity-bill-disclosed-said-this-is-the-biggest-fraud-129176870.html,"अलका लांबा का केजरीवाल पर निशाना: कहा- दिल्ली में बिजली फ्री का वादा कर लोगों को ठगा, अब ऐसे ही ऐलान पंजाब में कर रहे","अलका लांबा का केजरीवाल पर निशाना:कहा- दिल्ली में बिजली फ्री का वादा कर लोगों को ठगा, अब ऐसे ही ऐलान पंजाब में कर रहे पंजाब पहुंचीं AICC की प्रवक्ता अलका लांबा। पंजाब के लुधियाना में पहुंची ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की प्रवक्ता अलका लांबा ने दिल्ली के सीएम एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को महाठग कहा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जो दावे पंजाब में कर रहे हैं, वैसे ही दावे उनकी ओर से दिल्ली में किए गए थे, जो अब वहां के लोग भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फ्री बिजली ही सबसे बड़ी ठगी है। वहां पर प्रत्येक व्यक्ति को 2000 रुपए माह का बिजली बिल देना ही पड़ता है। दिल्ली में हवा, पानी दूषित है और अपराध चरम पर है। यही नहीं दिल्ली में एक साल से लोकायुक्त को ही नहीं लगाया गया है। इनके ही 87 विधायकों के खिलाफ मामले सुनवाई के लिए लंबित पड़े हैं। केजरीवाल पंजाब की बहू-बेटियों को सरकार आने पर 1 हजार रुपए भत्ता देने की बात कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली में ऐसा क्यों नहीं करते हैं। पंजाब के लोगों को सवाल उठाना चाहिए कि वह पहले दिल्ली में कैबिनेट की बैठक बुलाएं और वहां की महिलाओं को जरूर 1 हजार रुपए भत्ता दें और फिर आकर यहां से वोट मांगें। पंजाब के लोग देश का पेट भरते हैं और यहां पर ऐसे ऐलान की जरूरत नहीं हैं। 12 माह के बिजली बिल लेकर आते केजरीवाल उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल कुछ दिन पहले पंजाब आए और अपने साथ 1 लाख बिजली के बिल लाए, जिनका बिल जीरो था। अलका लांबा ने कहा कि यह सबसे बड़ी ठगी है। जो बिल वह लेकर आए थे वह मात्र सर्दी के तीन माह के बिल थे। बाकी के 9 माह के बिल भी लेकर आते तो मान लेती। दिल्ली में 200 यूनिट फ्री, 201 पर आधा बिल और 401 पर 6 रुपए 50 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से पैसे लिए जाते हैं। गर्मी में हर व्यक्ति को बिल देना पड़ता है। यानि 2000 रुपए हर व्यक्ति को प्रति माह बिल देना ही पड़ता है। कहां गई स्वराज की किताब, जिसके बलबूते वोट मांगे थे अलका लांबा ने आप द्वारा जारी की गई किताब स्वराज भी दिखाई। उन्होंने कहा कि इसी किताब के सहारे ही तो दिल्ली में वोट मांगे गए थे। जो बातें इसमें लिखी हैं, वह पूरी नहीं हुई हैं और लोग वहां ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। यही नहीं अब उनके सिर पर सफेद टोपी, जिसकी एक साइड स्वराज और दूसरी तरफ लोकपाल बिल लिखा होता है वह नहीं दिख रही है। अब दोबारा आएं तो इस किताब और टोपी के बारे में सवाल जरूर होने चाहिए। मात्र पंजाब से वोट लेकर राष्ट्रीय पार्टी बनाना ही सपना अलका लांबा ने कहा कि इनका पंजाब से वोट लेकर अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का ही सपना है और कुछ भी नहीं है। वह दिल्ली के लोगों को ठगने के बद पंजाब आ रहे हैं और अब तो थोड़ी बहुत पंजाबी भी सीख ली है। वोट पंजाब के लिए नहीं बल्कि अपने लिए मांग रहा है। शायद भगवंत मान को पीछे छोड़कर खुद मुख्यमंत्री बनना चाहता है। हिम्मत है तो भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा ऐलान करें।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/rewari/news/slogans-of-jai-shri-ram-raised-in-front-of-namazis-in-sector-37-paid-prayers-amidst-police-security-129176824.html,"गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का विरोध: सेक्टर-37 में नमाजियों के सामने लगाए जय श्रीराम के नारे, पुलिस सुरक्षा के बीच अदा की नमाज","गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का विरोध:सेक्टर-37 में नमाजियों के सामने लगाए जय श्रीराम के नारे, पुलिस सुरक्षा के बीच अदा की नमाज गुरुग्रामएक दिन पहले हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का विरोध जारी है। शुक्रवार को सेक्टर-37 में नमाज पढ़ने पहुंचे मुस्लिम समुदाय के लोगों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं विरोध करने वाले लोगों ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए। इस बीच सूचना पाकर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और हंगामा होने से रोका। दरअसल, पिछले 4 माह से गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का विरोध हो रहा है। ठीक एक माह पहले प्रशासन ने 8 स्थानों पर नमाज पढ़ने को लेकर दी गई परमिशन को रद्द कर दिया था। उसके बाद भी विरोध जारी रहा। गुरुग्राम के सेक्टर-12, 17, 47 में भी विरोध हो चुका है। शुक्रवार को शहर सेक्टर-37 में खुले में नमाज पढ़ने का विरोध हुआ। दोपहर के समय बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। एक सप्ताह पहले भी हुआ था विरोध पिछले शुक्रवार यानि 26 नवंबर को भी सेक्टर-37 स्थित ट्राला पार्किंग स्थल पर नमाज पढ़ने पहुंचे लोगों का स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। स्थानीय लोगों का कहना था कि वह उन्हें यहां नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दे सकते। साथ ही यह भी कहा कि वह नमाज पढ़ने के विरोध में नहीं, बल्कि उचित स्थान पर नजाम पढ़ने के पक्षधर हैं। नमाज पढ़ने के लिए काफी मस्जिदें भी हैं। यदि मस्जिद नहीं पहुंच पाते तो घरों में भी पढ़ सकते हैं। सार्वजनिक स्थान इसके लिए किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। पुलिस सुरक्षा में पढ़ी नमाज विरोध होने के बाद बड़ी संख्या में मौके पर पुलिस के जवान पहुंचे और उन्हीं की सुरक्षा के बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज पढ़ी। हालांकि पहले के मुकाबले नमाज पढ़ने वाले लोगों की संख्या कम रही। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि शहर के जिन 20 स्थानों पर जिला प्रशासन ने नमाज पढ़ने की अनुमति दे रखी है उसे वापस लिया जाए। नमाज के लिए खुल चुके गुरुद्वारे कुछ दिन पहले ही गुरुग्राम की गुरुद्वारा सिंह सभा समिति ने खुले में नमाज पढ़ने के बढ़ते विरोध के बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों को सदर बाजार के गुरुद्वारे में नमाज पढ़ने के लिए अनुमति देने के साथ ही अलग से स्थान भी बनाया। यहां मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ने पहुंचते है, लेकिन खुले में नमाज पढ़ने का विरोध आज भी जारी है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/sunil-jakhar-hits-out-at-punjab-cm-charanjit-singh-channi-129176779.html,"मुख्यमंत्री पर जाखड़ का हमला: ​​​​​​गैंगस्टर से एक्टिविस्ट बने लाल किला हिंसा के आरोपी लक्खा को मिले थे चन्नी, अगले दिन जी कहकर लिया नाम","मुख्यमंत्री पर जाखड़ का हमला:​​​​​​गैंगस्टर से एक्टिविस्ट बने लाल किला हिंसा के आरोपी लक्खा को मिले थे चन्नी, अगले दिन जी कहकर लिया नाम सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने इशारों में अब सीएम चरणजीत चन्नी को टारगेट किया है। उन्होंने कहा कि गैंगस्टर एक्टिविस्ट में बदल जाते हैं। उसके बाद नेता उन्हें खुलेआम राजनीतिक पार्टियों में लेकर जाते हैं। जाखड़ का यह ट्वीट ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई लाल किला हिंसा के आरोपी लक्खा सिधाना से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ दिन पहले ही सीएम चरणजीत चन्नी ने लक्खा सिधाना से मुलाकात की थी। जिसके बाद पंजाब की नौकरियां पंजाबियों को देने के मुद्दे पर बोलते हुए लक्खा सिधाना के आगे 'जी' तक लगाया था। सुनील जाखड़ का बयान कल के बयान से पता चला, कुछ लोगों ने सबक नहीं सीखा सुुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब वोटों के लिए मुश्किल से आई शांति को खराब करने की ऐसी डरावनी कोशिशों को कामयाब नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) ने 2017 में इसे सीखा। जाखड़ ने कहा कि कल के बयानों से पता चलता है कि कुछ लोगों ने अभी तक कोई सबक नहीं सीखा। लक्खा सिधाना किसान आंदोलन से सक्रिय, गैर पंजाबियों का मुद्दा उठा रहा लक्खा लक्खा सिधाना रामपुरा फूल का रहने वाला है। उसके खिलाफ संगीन धाराओं के तहत कई केस दर्ज हैं। वह बतौर सोशल एक्टिविस्ट सक्रिय हो गया। हालांकि जब किसान आंदोलन हुआ तो अचानक वह सक्रिय हो गया। जिसके बाद लक्खा सिधाना ने खुद को किसान आंदोलन का नेता घोषित करना चाहा। हालांकि लाल किला में हुई हिंसा के बाद वह भी आरोपी बन गया। किसान आंदोलन की वजह से पंजाब के कुछ कट्‌टरपंथियों से लक्खा को खूब सपोर्ट मिला। जिसके बाद उसने पंजाब पुलिस में गैरपंजाबियों की भर्ती का मुद्दा उठा दिया। इसको लेकर वह सीएम चन्नी से भी मिलने पहुंच गया।",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/arvind-kejriwal-latest-visit-to-goa-goa-assembly-election-2022-aap/1040875,"'दैवीय ताकतें एकजुट हो रहीं, कुछ अच्छा होगा', केजरीवाल ने क्यों दिया ये बयान","पणजी: देशभर में पार्टी के विस्तार में जुटे आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) शनिवार को गोवा (Goa) पहुंचे. उन्होंने कहा कि सभी दैवीय ताकतें एकजुट हो रही हैं और इस बार कुछ अच्छा होगा. पार्टी नेता अमित पालेकर से मिले केजरीवाल गोवा पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पार्टी के स्थानीय नेता अमित पालेकर से मुलाकात की. अमित पालेकर पुराने गोवा (Goa) में अनधिकृत तरीके से बन रहे एक निर्माणाधीन बंगला के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे थे. विवादास्पद बंगला के खिलाफ सरकार की ओर से कार्रवाई करने की घोषणा के बाद शुक्रवार को उन्होंने अनशन समाप्त किया. 'सभी दैवीय शक्तियां एकजुट हो रही' अमित पालेकर की मौजूदगी में केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा, ‘यह गोवा के लोगों की जीत है. इस बार सभी दैवीय शक्तियां एकजुट हो रही हैं और कुछ अच्छा होने वाला है.’ उन्होंने कहा कि पार्टी को पालेकर पर गर्व है. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा, ‘AAP ईमानदार राजनीति का प्रतिनिधित्व करती है. यह लोगों के संघर्ष का प्रतिनिधत्व करती है और लोगों के मुद्दे उठाती है.’ केजरीवाल ने इन आरोपों का खंडन किया कि पालेकर ने पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा बनने के लिए यह अनशन किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के उम्मीदवार पर फैसला सही समय पर लिया जाएगा. सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही पार्टी बताते चलें कि गोवा (Goa) में बीजेपी सत्ता में है. आम आदमी पार्टी (AAP) वहां पर बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की कोशिश में जुटी है. पार्टी ने राज्य की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. गोवा में फरवरी में असेंबली के चुनाव होने वाले हैं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/congress-mla-sprinkles-ganga-jal-to-purify-odisha-assembly/1040859,"कांग्रेस नेता ने विधानसभा को 'शुद्ध' करने के लिए छिड़का 'गंगा जल', बताई ये वजह","भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस के एक वरिष्ठ विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति (Tara Prasad Bahinipati) ने शनिवार को हिंदू पुजारी के रूप में कपड़े पहने और इसे 'शुद्ध' करने के लिए विधानसभा हॉल के अंदर 'गंगा जल' और गोमूत्र छिड़का. कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया है कि MoS दिब्य शंकर मिश्रा (Dibya Shankar Mishra) पर गोबिंदा साहू के साथ कनेक्शन हैं. 'सदन को किया पवित्र' आरोपी ने सदन में अपने 'अपवित्र पैर' रख दिए हैं और लोकतंत्र का मंदिर 'अपवित्र' हो गया है. इसलिए सदन को शुद्ध करने के लिए, बाहिनीपति ने एक पुजारी की पोशाक पहनकर, अपनी पार्टी के सहयोगी द्वारा घंटी बजने के बीच विधानसभा में पूजा की और उन्होंने मंत्रों का जाप भी किया. कांग्रेस विधायक ने उठाया ऐसा कदम सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए, बाहिनीपति ने कहा, 'मंत्री मिश्रा ने लोकतंत्र के मंदिर में अपने अपवित्र कदम रखा और इसे अपवित्र किया. मैंने इसे शुद्ध करने के लिए गंगा जल, गोमूत्र और तुलसी के पत्तों को फर्श पर छिड़का.' आपको बता दें कि कांग्रेस विधायकों ने सुबह 10.30 बजे दिन के लिए विधानसभा की बैठक के तुरंत बाद ऐसा किया. सरकार के खिलाफ नारेबाजी अपने जवाब में स्पीकर एसएन पात्रो ने कहा, 'यह कोई ड्रामा हॉल नहीं है, कृपया अपनी सीट पर जाएं.' जिसके बाद पार्टी के अन्य सहयोगी भी बाहिनीपति के समर्थन में आ गए. हॉल के बाहर विधानसभा परिसर में इसी तरह की हरकत करने वाले भाजपा सदस्यों ने शनिवार को भी कांग्रेस के साथ सदन में हंगामा करना जारी रखा. तख्तियां लिए विपक्षी सदस्य दौड़ पड़े और मामले को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामा किया. लगातार चौथे दिन जारी रहा गतिरोध ओडिशा विधानसभा में प्रश्नकाल सत्र आयोजित करने में असमर्थ, अध्यक्ष ने बार-बार सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने का अनुरोध किया. जब विपक्षी सदस्यों ने उनका कोई जवाब नहीं दिया, तो सदन को शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. जब दोपहर के भोजन के बाद के सत्र में भाजपा और कांग्रेस सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा, तो सदन को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. इसी के साथ विधानसभा में शीतकालीन सत्र के लगातार चौथे दिन भी गतिरोध जारी रहा. विपक्ष ने की मंत्री की बर्खास्तगी की मांग विपक्षी भाजपा और कांग्रेस सदस्यों ने हत्या के मामले में कथित संलिप्तता के लिए मंत्री मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपना विरोध जारी रखा. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सदन में बयान दिया था कि उनकी सरकार ममीता मेहर को न्याय देने के लिए प्रतिबद्ध है. हालांकि, ऐसा लगता है कि विपक्ष तब तक पीछे हटने के मूड में नहीं है, जब तक कि उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/navjot-singh-sidhu-did-not-forget-pakistan-legacy-then-gave-a-controversial-statement-again/1040758,फिर से जागा सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम! INDO-PAK बॉर्डर को लेकर कही ये बात,"नई दिल्ली. कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू अक्सर अपनी बयानबाजी और पाकिस्तान प्रेम के चलते चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर उनका पाकिस्तान प्रेम सामने आया है. दरअसल, शनिवार को सिद्धू ने कहा कि भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को खोल देना चाहिए. उन्होंने कहा कि बॉर्डर खुलने से सबको फायदा होगा. बॉर्डर बंद होने से सबको हो रहा है नुकसान अमृतसर मे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान बॉर्डर बंद होने से सबको नुकसान हो रहा है. अगर बॉर्डर खुल जाएगा तो इससे व्यापार में मदद मिलेगी. बॉर्डर खुल जाने से कई देशों के व्यापार के रास्ते खुल जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत-पाक व्यापार 37 बिलियन अमेरिकी डॉलर हैं, इससे 34 देश व्यापार करते हैं. लेकिन बॉर्डर बंद होने से हम केवल 3 बिलियन डॉलर का ही व्यापार कर पा रहे हैं. पंजाब चुनाव में रोजगार होगा सबसे बड़ा मुद्दा उन्होंने अगली साल होने वाले चुनाव इस चुनाव में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा होने जा रहा है. मैं आपको गारंटी देता हूं कि थोड़े समय के भीतर हम आपको एक विजन देंगे. सबके पास आंखें हैं, किसी के पास विजन नहीं है. सिद्धू ने कहा कि अभी जो व्यापार हो रहा है वो अपनी क्षमता का 5% भी नहीं है. उन्होंने कहा कि पंजाब को पिछले 34 महीनों में 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस दौरान 15,000 नौकरियां चली गईं. उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी अनुरोध किया था, मैं एक बार फिर से अनुरोध कर रहा हूं कि भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार फिर से शुरू हो. इससे सभी को फायदा होगा. पहले भी दे चुके हैं ऐसे बयान बता दें, सिद्धू पहले भी ऐसे बयान दे चुके हैं.उन्होंने एक बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपना भाई कहा था. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार भी फिर से शुरू होना चाहिए. पाकिस्तान भाई जैसा देश है. दोनों के बीच दोस्ती और प्यार बराबर बना रहे. दोनों देशों के दरवाजे और खिड़कियां खुलनी चाहिए. सिद्धू के पाकिस्तान प्रेम के लिए कई बार उनकी आलोचना भी हो चुकी है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/amit-shahs-statement-on-bjps-preparations-for-punjab-and-up-assembly-elections-2022/1040720,पंजाब में अपने दम पर सरकार बनाने की तैयारी? इन 2 दलों के साथ BJP करेगी गठबंधन!,"नई दिल्ली: पंजाब में अगले साल होने वाले असेंबली चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) के लिए बीजेपी गठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतर सकती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि इसके लिए पार्टी की ओर से राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढिंढसा (Sukhdev Singh Dhindsa) के साथ बातचीत की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को कहा, ‘हम कैप्टन साहब (अमरिंदर सिंह) और ढिंढसा साहब (सुखदेव सिंह ढिंढसा) से बात कर रहे हैं. संभावना है कि हम उनके दलों से गठबंधन करें. हम सकारात्मक भाव से दोनों दलों से बातचीत कर रहे हैं.’ 'पंजाब में अब कोई मुद्दा नहीं बचा' किसानों के आंदोलन के बारे में शाह (Amit Shah) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कानूनों को निरस्त कर बड़ा दिल दिखाया है. शाह ने कहा, ‘किसानों का आंदोलन समाप्त हो इसके लिए प्रधानमंत्री ने बड़ा दिल दिखाया है. तीनों कानूनों को निरस्त कर दिया गया है. अब मैं नहीं समझता कि पंजाब में कोई और मुद्दा बचा है. चुनाव मेरिट के आधार पर लड़े जाएंगे.’ बताते चलें कि मुख्यमंत्री की कुर्सी गवांने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) कांग्रेस से अलग हो गए थे. उन्होंने पिछले दिनों पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन किया था. जबकि ढिंढसा ने शिरामणि अकाली दल से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) नाम से एक पार्टी बना ली थी. 'राज्य में बेस बढ़ाने की कोशिश' पंजाब में भाजपा लंबे समय तक शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) लड़ती रही है. हालांकि, कृषि कानूनों के मुद्दे पर दोनों दलों के बीच वर्षों पुराना गठबंधन टूट गया था. वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा सत्ता में है और वह वहां फिर से सत्ता में वापसी करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. अमित शाह (Amit Shah) ने एक समिट में कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसानों के आंदोलन का बहुत कम असर है. उन्होंने कहा कि अखिलेश के नेतृत्व में भले ही कई दल गठबंधन कर रहे हों लेकिन राजनीति फिजिक्स नहीं केमिस्ट्री है. जब दो दल हाथ मिलाते हैं तो यह जरूरी नहीं है कि दोनों के वोट भी जुड़ेंगे. जब दो केमिकल मिलते हैं तो तीसरे केमिकल का भी निर्माण होता है. 'यूपी में बीजेपी फिर सरकार बनाएगी' गृह मंत्री (Amit Shah) ने कहा, ‘हमने पहले भी देखा है, जब सपा और कांग्रेस ने हाथ मिलाया और बाद में तीनों (सपा, बसपा और कांग्रेस) एक साथ आ गए. इसके बाद भी जीत बीजेपी की हुई. लोग जागरूक हैं. वोट बैंक के आधार पर बनने वाला गठबंधन अब लोगों का मार्गदर्शन नहीं कर सकता.’ उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी असेंबली का चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. उन्होंने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश गया था. विश्वास के साथ मैं कह सकता हूं कि बीजेपी वहां भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.’",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/big-decision-regarding-msp-these-5-leaders-will-be-in-the-committee-on-behalf-of-farmers/1040660,"सरकार से बातचीत के लिए किसानों ने बनाई कमेटी, तय किए इन 5 लोगों के नाम","नई दिल्ली: किसान कानूनों के वापस होने के बाद MSP का मुद्दा कई दिनों से चर्चा में है. ऐसे में केंद्र सरकार ने कई मुद्दों पर बातचीत के लिए किसानों की ओर से एक कमेटी का गठन हुआ है. इसके लिए जो 5 नाम मांगे थे उसमें किसान संगठनों की तरफ से किसान नेता अशोक धवले, गुरनाम चढ़ूनी, युद्धवीर सिंह, शिव कुमार शर्मा उर्फ कक्का और बलबीर सिंह राजेवाल का नाम तय हुआ है. पंजाब से यह नेता संभालेंगे कमान जी न्यूज के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने बताया कि पंजाब की तरफ से कमेटी के लिए बलबीर सिंह राजेवाल का नाम फाइनल हुआ है. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक धावले ने कहा कि ये किसानों की जीत है. इस दौरान किसान नेताओं ने अपनी मांगों को फिर से दोहराया और कहा कि बिजली बिल बढ़ाने का नियम वापस लिया जाना चाहिए और सभी किसानों पर हुए मुकदमे वापस लिए जाने चाहिए. सिंघु बॉर्डर पर बने स्मारक किसान नेता ने कहा कि आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की याद में सिंघु बॉर्डर पर एक स्मारक बनना चाहिए. साथ ही यह भी बताया कि अगली बैठक 7 दिसंबर को होगी. 'मंत्रीमंडल से बाहर हों अजय टैनी' गौरतलब है कि किसान नेताओं ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री अजय टैनी को मंत्रीमंडल से बाहर करने की अपील की. अजय टैनी पर कथित रूप से लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या करने का आरोप है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/navjot-singh-sidhu-shared-photo-with-rahul-gandhi-and-sidhu-moose-wala-with-caption-bhai-ke-sath/1040598,"नवजोत सिंह सिद्धू ने शेयर की राहुल गांधी के साथ तस्वीर, जानिए साथ में क्या लिखा?","नई दिल्ली: पंजाब (Punjab) प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने ट्विटर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, 'भाई के साथ'. इसके बाद सियासी गलियारों में एक बार फिर चर्चाओं और अटकलों का दौर तेज हो गया है. फोटो सेशन का दौर आपको बता दें कि कि पंजाबी गायक शुभदीप सिंह यानी सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala ) कल शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए थे. इसके बाद दिल्ली में राहुल गांधी से ये मुलाकात की गई. सिद्धू ने पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की दो तस्वीरें पोस्ट कीं. पहली में वो खुद राहुल गांधी के साथ अकेले दिखे जिसका कैप्शन था- 'भाई के साथ' वहीं दूसरी तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, 'Brothers in arms with Boss'. इस तस्वीर में राहुल गांधी, नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला, कांग्रेस विधायक अमरिंदर सिंह राजा और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी नजर आ रहे हैं. सिद्धू का बयान इस मुलाकात से पहले सिद्धू ने मूसेवाला को युवा प्रतीक और एक 'इंटरनेशनल हस्ती' बताया. उन्होंने कहा, 'सिद्धू मूसेवाला हमारे परिवार में शामिल हो रहे हैं. मैं कांग्रेस में उनका स्वागत करता हूं.' वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने बुधवार को भी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की थी.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/pm-modi-address-in-uttarakhand-foundation-stone-of-eighteen-thousand-crore-project/1040557,"PM ने उत्तराखंड को दी 18 हजार करोड़ की सौगात, 'विकास के लिए डबल इंजन की सरकार जरूरी'","देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज (शनिवार को) उत्तराखंड (Uttarakhand) के दौरे पर हैं. पीएम मोदी (PM Modi) ने उत्तराखंड में 18 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की. पीएम मोदी ने इस मौके पर एक जनसभा को भी संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते करीब साढ़े चार साल के कार्यकाल में उत्तराखंड के विकास के लिए 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई. आज भी 18 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है. इन परियोजनाओं में दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा भी शामिल है. पीएम ने उत्तराखंड को दिया तोहफा पीएम मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र का विकास हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. ये परियोजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाएंगी. उत्तराखंड का विकास तेजी से होगा. आज 18 से ज्यादा परियोजनाओं का शिलान्यास या लोकार्पण हुआ. डबल इंजन की सरकार से तेजी से हुआ विकास- पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग पूछते हैं कि डबल इंजन की सरकार क्या फायदा है, वो आज देख सकते हैं कि तेजी से विकास हुआ है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था लेकिन उनके बाद दस साल ऐसी सरकार रही जिसने देश का समय व्यर्थ कर दिया. इंफ्रास्ट्रक्चर के घोटाले और घपले हुए. इसके नुकसान की भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की. पहाड़ हमारी सुरक्षा के किले- पीएम मोदी पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पहाड़, हमारी संस्कृति और आस्था के गढ़ तो हैं ही, ये हमारे देश की सुरक्षा के भी किले हैं. पहाड़ों में रहने वालों का जीवन सुगम बनाना देश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. दुर्भाग्य से दशकों तक जो सरकार में रहे, उनकी नीति-रणनीति में दूर-दूर तक ये चिंतन कहीं था ही नहीं. केदारनाथ त्रासदी से पहले, 2012 में 5 लाख 70 हजार लोगों ने दर्शन किया था. ये उस समय एक रिकॉर्ड था. जबकि कोरोना काल शुरू होने से पहले, 2019 में 10 लाख से ज्यादा लोग केदारनाथ जी के दर्शन करने पहुंचे थे. यानी केदार धाम के पुनर्निर्माण ने ना सिर्फ श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई बल्कि वहां के लोगों को रोजगार-स्वरोजगार के भी अनेकों अवसर उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने कहा कि साल 2007 से 2014 के बीच जो केंद्र की सरकार थी, उसने सात साल में उत्तराखंड में केवल 288 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए. जबकि हमारी सरकार ने अपने सात साल में उत्तराखंड में 2 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई के नेशनल हाईवे का निर्माण किया है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/exclusive-interview-of-swatantra-dev-singh-up-bjp-claims-to-win-three-hundred-seats-in-assembly-elections/1040543,UP विधान सभा चुनाव में BJP जीतेगी कितनी सीटें? प्रदेश अध्यक्ष ने किया बड़ा दावा,"लखनऊ: उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विधान सभा चुनाव 2022 को लेकर ज़ी न्यूज़ से खास बातचीत की है. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बीजेपी यूपी में दोबारा वापसी करेगी. विरोधियों का हारना तय है. बीजेपी सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है. जनता का समर्थन बीजेपी को है. यूपी में कितनी विधान सभा सीटें जीतेगी बीजेपी? यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बीजेपी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. बीजेपी यूपी में 300 से ज्यादा विधान सभा सीटें जीतेगी. राष्ट्रवाद, विकास और कानून व्यवस्था चुनाव का मुद्दा होगा. जातिवाद, वंशवाद और परिवारवाद नहीं चलेगा. यूपी में राष्ट्रवाद चलेगा. भारी बहुमत के साथ बनेगी सरकार- स्वतंत्र देव सिंह स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यूपी में 6 यात्राएं निकालेंगे. बड़ी रैली लखनऊ में होगी. बीजेपी फिर भारी बहुमत से उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी. स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव पर बोला हमला यूपी बीजेपी के अध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी के चीफ और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि अखिलेश की सरकार में कानून व्यवस्था खराब थी, वो जिन्ना का नाम ले रहे हैं. सपा की सरकार नहीं आएगी. सीएम योगी विधान सभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं? स्वतंत्र देव सिंह ने कहा योगी आदित्यनाथ, केशव मौर्य, दिनेश शर्मा और स्वतंत्र देव सिंह के विधान सभा चुनाव लड़ने का फैसला संसदीय बोर्ड करेगा. संसदीय बोर्ड जो भी तय करेगा वो सभी को मान्य होगा. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जा रहा है. बीजेपी को बड़ी जीत मिलेगी. टिकट का बंटवारा संसदीय बोर्ड ही करेगा. उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर एक बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसका उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे. अब विपक्ष के नेता भी मंदिर जाने लगे हैं. हर मोर्चे पर बीजेपी का संगठन चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/shivsena-big-blow-to-tmc-sanjay-raut-says-bjp-will-be-stronger-by-forming-a-separate-front-without-upa/1040464,"शिवसेना ने ममता बनर्जी को दिया बड़ा झटका, बीजेपी के खिलाफ फ्रंट पर रुख किया साफ","मुंबई: शिवसेना (Shivsena) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को बड़ा झटका दिया है. शिवसेना ने यूपीए (UPA) के बिना अलग मोर्चा बनाने से इनकार कर दिया है. सीएम ममता बनर्जी चाहती हैं कि बीजेपी के खिलाफ यूपीए से अलग बाकी क्षेत्रीय पार्टियों का मोर्चा बने. संजय राउत ने क्या कहा? शिवसेना के मुखपत्र के एग्जीक्यूटिव एडिटर और राज्य सभा सांसद संजय राउत ने कहा कि बिना कांग्रेस पार्टी के कोई मोर्चा नहीं बन सकता है. तीसरा-चौथा मोर्चा किसी काम का नहीं है. वोटों का बंटवारा ही होगा. यूपीए को मजबूत करने की जरूरत है. सब मिल बैठकर बात करेंगे. यूपीए के चेयरपर्सन सोनिया गांधी और उनके नेतृत्व पर किसी ने सवाल नहीं उठाया. सामना में ममता बनर्जी पर साधा गया निशाना इसके अलावा शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी इशारों ही इशारों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा गया है. सामना में लिखा गया कि ममता की राजनीति काग्रेंस उन्मुख नहीं है. पश्चिम बंगाल से उन्होंने कांग्रेस, वामपंथी और बीजेपी का सफाया कर दिया. ये सत्य है फिर भी कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से दूर रखकर सियासत करना यानी मौजूदा ‘फासिस्ट’ राज की प्रवृत्ति को बल देने जैसा है. कांग्रेस खत्म करने की सोच गंभीर खतरा- शिवसेना सामना में लिखा है कि कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो, ऐसा मोदी और उनकी बीजेपी को लगना समझा जा सकता है. ये उनके कार्यक्रम का एजेंडा है. लेकिन मोदी और उनकी प्रवृत्ति के विरुद्ध लड़ने वालों को भी कांग्रेस खत्म हो, ऐसा लगना सबसे गंभीर खतरा है. इतनी ही नहीं सामना ने यूपीए को लेकर भी अपनी बात रखी और लिखा कि बीजेपी की रणनीति कांग्रेस को रोकना है, लेकिन यही रणनीति मोदी या बीजेपी के विरुद्ध मसाल जलाने वालों ने भी रखी तो कैसे होगा? देश में कांग्रेस की नेतृत्व वाली ‘यूपीए’ कहां है? ये सवाल मुंबई में आकर ममता बनर्जी ने पूछा. ये प्रश्न मौजूदा स्थिति में अनमोल है. यूपीए अस्तित्व में नहीं है, उसी तरह एनडीए भी नहीं है. मोदी की पार्टी को आज एनडीए की जरूरत नहीं. लेकिन विपक्षियों को यूपीए की जरूरत है. यूपीए के समानांतर दूसरा गठबंधन बनाना ये बीजेपी के हाथ मजबूत करने जैसा है. सामना में आगे लिखा है कि वर्तमान में जिन्हें दिल्ली की राजनीतिक व्यवस्था सही में नहीं चाहिए उनका यूपीए का सशक्तिकरण ही लक्ष्य होना चाहिए. कांग्रेस से जिनका मतभेद है, वह रखकर भी यूपीए की गाड़ी आगे बढ़ाई जा सकती है. कई राज्यों में आज भी कांग्रेस है. गोवा और पूर्वोत्तर राज्यों में तृणमूल ने कांग्रेस को तोड़ा लेकिन इससे केवल तृणमूल का दो-चार सांसदों का बल बढ़ा. ‘आप’ का भी वही है. कांग्रेस को दबाना और खुद ऊपर चढ़ना यही मौजूदा विपक्षियों की राजनीतिक चाणक्य नीति है. कांग्रेस को विरोधी पक्षों का नेतृत्व करने का दैवीय अधिकार नहीं मिला हुआ है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rakesh-tikait-challenges-modi-govt-skm-meeting-today-msp-farm-laws-farmers-protest/1040378,"राकेश टिकैत ने सरकार के सामने रखीं 3 मांगें, कहा- बिना इसके नहीं जाएंगे वापस","नई दिल्ली: तीनों कृषि कानूनों के रद्द होने के बाद भी किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. केंद्र सरकार चाहती है कि किसान धरना छोड़कर वापस अपने घर चले जाएं. वहीं किसान MSP, मुआवजे और अपने ऊपर लगे केस वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. सयुंक्त किसान मोर्चा ने आज (शनिवार को) किसानों की बैठक बुलाई है, जिनमें इन सब मुद्दों और किसानों की घर वापसी पर चर्चा होगी. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि एमएसपी (MSP) कानून बनने तक किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा. राकेश टिकैत ने क्या कहा? राकेश टिकैत ने कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है. सरकार से बातचीत शुरू हुई है. बातचीत से ही समाधान निकलेगा. सयुंक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में आज आगे की रणनीति तय होगी. मुकदमे वापस लेने पर भी बात हो रही है. हरियाणा सरकार से बात हुई है. किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने होंगे. किसानों को मुआवजा देना होगा और एमएसपी पर कानून बनाना ही होगा. SKM की बैठक में इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसानों के बीच जारी खींचतान के बीच आज संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी, जिसमें आंदोलन की आगे की रणनीति और किसानों की घर वापसी जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी. हरियाणा सरकार के साथ बैठक रही बेनतीजा गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और किसानों के बीच शुक्रवार को कई घंटे तक चली बैठक बेनतीजा रही. बैठक में किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मामलों समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला. बैठक के बाद हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सरकार के साथ बैठक संतोषजनक नहीं रही. संयुक्त किसान मोर्चा की आज की बैठक में आगे की रणनीति पर फैसला होगा. कृषि कानून वापस लेने के बाद सरकार चाह रही है कि किसान धरना छोड़कर वापस अपने घर चले जाएं. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत MSP के मुद्दे पर अड़े हैं. राकेश टिकैत का कहना है कि किसानों को मुआवजा, MSP और किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों की वापसी जैसे मुद्दे अभी सुलझने बाकी हैं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/aimim-mla-akhtarul-iman-refuses-to-sing-vande-mataram-in-bihar-legislative-assembly-bjp-advise-leave-india/1040284,"AIMIM विधायक ने वंदे मातरम गाने से किया इनकार, छिड़ा बवाल; दी गई देश छोड़ने की सलाह","पटना: बिहार विधान सभा (Bihar Legislative Assembly) के शीतकालीन सत्र का अखिरी दिन विवाद के साथ खत्म हुआ. सत्र के समापन के दौरान AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान (Akhtarul Iman) ने राष्ट्रगीत यानी वंदे मातरम (Vande Mataram) गाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद बिहार बीजेपी के नेता अख्तरुल इमान (Akhtarul Iman) पर हमलावर हो गए और उन्हें देश छोड़ने की सलाह तक दे डाली. विधान सभा में राष्ट्रगीत को लेकर हंगामा! बिहार विधान सभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन राष्ट्रगीत को लेकर जमकर हंगामा हुआ. सदन के अंदर तब विवाद खड़ा हो गया जब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायक ने राष्ट्रगीत गाने से इनकार कर दिया. AIMIM विधायक अख्तरुल इमान ने सदन में वंदे मातरम गाने को लेकर सवाल खड़े किए. विवाद पर बिहार विधान सभा अध्यक्ष ने क्या कहा? वहीं बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सदन की शुरुआत राष्ट्रगान और समापन राष्ट्रगीत से होना अच्छी परंपरा है. इससे गर्व महसूस होता है. AIMIM पहले भी कर चुकी है वंदे मातरम का विरोध गौरतलब है कि अख्तरुल इमान, AIMIM के पहले विधायक नहीं हैं जिन्होंने वंदे मातरम गाने से इनकार किया है. अख्तरुल इमान अपनी पार्टी का एजेंडा ही आगे बढ़ा रहे हैं. इससे पहले उनकी पार्टी के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी भी राष्ट्रगान और वंदे मातरम गाने को लेकर सवाल खड़ा कर चुके हैं. बीजेपी का AIMIM विधायक पर तीखा हमला सदन में वंदे मातरम नहीं गाने पर बीजेपी ने AIMIM विधायक अख्तरुल इमान पर जमकर हमला बोला. बिहार बीजेपी के विधायक संजय सिंह ने कहा कि जिन लोगों को सदन में राष्ट्रगीत गाने पर ऐतराज है वो देश से प्यार नहीं करते और उन्हें राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ाए जाने की जरूरत है. संजय सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों को देश में रहने की जरूरत नहीं है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/many-changes-in-the-indian-ocean-region-america-strategy-changed-says-external-affairs-minister-dr-s-jaishankar-at-the-indian-ocean-conference-2021-in-abu-dhabi-944109.html,"‘हिंद महासागर क्षेत्र में हुए कई बदलाव, अमेरिका की रणनीति बदली’, अबू धाबी में इंडियन ओशन कॉन्फ्रेंस 2021 में बोले विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर","अबू धाबी में इंडियन ओशन कॉन्फ्रेंस 2021 में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर. अबू धाबी में इंडियन ओशन कॉन्फ्रेंस 2021 में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (External Affairs Minister Dr S Jaishankar) ने शनिवार को कहा कि हम कोरोना की वजह से हम थोड़े अंतराल के बाद मिल रहे हैं. उस समय में कई ऐसे डेवलपमेंट हुए हैं, जिनका हिंद महासागर क्षेत्र पर सीधा अच्छा प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा कि 2008 से हमने यूएस पावर प्रोजेक्शन में अधिक सावधानी देखी है और इसके ओवर एक्सटेंशन को ठीक करने का प्रयास किया है. विदेश मंत्री ने कहा कि चीन की बढ़ती क्षमताओं के परिणाम विशेष रूप से गहरे हैं, क्योंकि इसकी घरेलू सहजता को बाहर की दुनिया के लिए एक्सट्रपलेशन किया गया है. परिणामस्वरूप चाहे वो संपर्क हो, टेक्नोलॉजी हो या व्यापार, अब सत्ता और प्रभाव की परिवर्तित प्रकृति पर बहस चल रही है. ये इसे रूढ़िवादी निर्माणों से परे एक अधिक सक्रिय भागीदार बनाता है. ये देखते हुए कि हिंद महासागर पर इसका प्रभाव कितना मजबूत है, इसके निहितार्थ नहीं हो सकते हैं. हम कोरोना की वजह से हम थोड़े अंतराल के बाद मिल रहे हैं। उस समय में कई ऐसे विकास हुए हैं जिनका हिंद महासागर क्षेत्र पर सीधा अच्छा प्रभाव पड़ा है: अबू धाबी में इंडियन ओशन कॉन्फ्रेंस 2021 में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर pic.twitter.com/IuhYyALbTo — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 4, 2021 साथ ही कहा कि हमें अमेरिकी राजनीति की विशिष्टता और खुद को फिर से आविष्कार करने की क्षमता को भी ध्यान में रखना चाहिए. दूसरी प्रमुख प्रवृत्ति चीन का उदय है. अन्यथा वैश्विक स्तर पर सत्ता का उदय असाधारण हो रहा है. ये एक अलग तरह की राजनीति है जो परिवर्तन की भावना को बढ़ाती है. यूएसएसआर में कुछ समानताएं हो सकती हैं, लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए कभी भी केंद्रीयता नहीं थी जो आज चीन के पास है. 2nd major trend is rise of China.Even otherwise, emergence of power at global level is extraordinary happening.That it’s a different kind of polity enhances sense of change. USSR may have borne some similarities but never had centrality to global economy that China has today: EAM pic.twitter.com/xqYnOSJfsW — ANI (@ANI) December 4, 2021 विदेश मंत्री ने कहा कि हो सकता है कि ये अलग-अलग रूप ले चुका हो और बहुत अलग तरीकों से व्यक्त किया गया हो, लेकिन 3 एडमिन्स में बड़ी स्थिरता है जिसे वो स्वयं आसानी से नहीं पहचान सकते हैं. ये पदचिन्ह और मुद्रा, जुड़ाव की शर्तों, भागीदारी की सीमा और पहल की प्रकृति में व्यक्त किया जाता है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/central-government-approves-production-of-more-than-five-lakh-ak-203-rifles-in-amethi-944130.html,"PM मोदी UP को देंगे बड़ी सौगात, पुतिन संग तय करेंगे 5 लाख AK-203 राइफल के उत्पादन का रास्‍ता! दुश्‍मन को मिलेगा करारा जवाब","केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के अमेठी के कोरवा में 5,000 करोड़ रुपये की लागत वाले पांच लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल के विनिर्माण समझौते को अपनी अंतिम मंजूरी दे दी है. आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस बड़े सौदे की औपचारिक घोषणा सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर सम्मेलन में होने की उम्मीद है. सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने बुधवाputर को इस सौदे को मंजूरी प्रदान कर दी. इससे कुछ दिन पहले इसे रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने हरी झंडी दिखाई थी. इस संबंध में एक सूत्र ने कहा, ‘भारत में रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के प्रयास में, सरकार ने अमेठी के कोरवा में पांच लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफलों के उत्पादन की योजना को मंजूरी दी है. ‘ रूस और भारत दोनों ने सौदे के लिए दी मंजूरी पिछले साल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मॉस्को यात्रा के दौरान रूस और भारत दोनों ने सौदे के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी थी. सूत्रों ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का रक्षा विनिर्माण केंद्र बनने के मार्ग पर है. एक सूत्र ने कहा, ‘‘यह रक्षा अधिग्रहण में खरीद (वैश्विक) से मेक इन इंडिया तक के सफर में लगातार होते बड़े परिवर्तन को दर्शाता है. यह प्रयास रूस के साथ साझेदारी में किया जाएगा और यह रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच गहरी होती साझेदारी को दर्शाता है. ’’ उन्होंने कहा कि यह परियोजना विभिन्न सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और अन्य रक्षा उद्योगों को कच्चे माल तथा घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. ये 7.62 X 39एमएम कैलिबर एके-203 (असॉल्ट कालाश्निकोव-203) राइफल तीन दशक पहले शामिल सेवा में जारी इंसास राइफल की जगह लेंगी. सूत्रों ने बताया कि एके-203 असॉल्ट राइफल, 300 मीटर की प्रभावी रेंज के साथ, हल्की, मजबूत और प्रमाणित तकनीक के साथ आसानी से उपयोग में लाई जा सकने वाली आधुनिक असॉल्ट राइफल हैं. ये वर्तमान और परिकल्पित अभियान संबंधी चुनौतियों का पर्याप्त रूप से सामना करने के लिए सैनिकों की युद्ध क्षमता को बढ़ाएंगी. ये आतंकवाद और उग्रवाद रोधी अभियानों में भारतीय सेना की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएंगी. उन्होंने बताया कि यह परियोजना इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) नामक एक विशेष प्रयोजन के संयुक्त उद्यम द्वारा कार्यान्वित की जाएगी. यह भारत के तत्कालीन ओएफबी-आयुध निर्माणी बोर्ड (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआईएल) और म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) तथा रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (आरओई) एवं कालाश्निकोव के साथ बनाया गया है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/india-russia-expected-to-sign-agreements-in-defence-trade-energy-during-annual-summit-944076.html,"कई मायनों में महत्‍वपूर्ण है व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा, दोनों देशों के बीच रक्षा-व्यापार जैसे समझौतों पर हस्ताक्षर की उम्मीद","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (File Photo) रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के भारत दौरे से पहले नई दिल्ली (New Delhi) और मॉस्को (Moscow) रक्षा, व्यापार, अंतरिक्ष, टेक्नोलॉजी और ऊर्जा में समझौतों को अंतिम रूप दे रहे हैं. छह दिसंबर को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और राष्ट्रपति पुतिन के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान इस पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. पुतिन की यात्रा से ठीक पहले भारत सरकार ने रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए रूस के साथ 500,000 से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलों के संयुक्त उत्पादन की योजना को मंजूरी दी. भारत और रूस के बीच ये वार्षिक शिखर सम्मेलन 2000 से आयोजित किया जा रहा है. वहीं, दोनों नेताओं की बैठक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु (Sergey Shoigu) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) के बीच बैठके होंगी. इस दौरान रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच 2+2 डायलॉग होगा. इसमें दोनों पक्षों के अफगानिस्तान में स्थिति और लश्कर-ए-तैयबा तथा जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों समेत आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर भी बातचीत करने की संभावना है. व्यापार, अंतरिक्ष, टेक्नोलॉजी, ऊर्जा जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाएंगे दोनों पक्ष नाम न छापने की शर्त पर शिखर सम्मेलन की योजना से परिचित लोगों ने बताया कि दोनों पक्ष व्यापार, कनेक्टिविटी और ऊर्जा में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के तरीकों को लेकर बात करेंगे. इसके अलावा भारत और रूस के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं जैसे अफगानिस्तान की स्थिति तक के मुद्दों पर भी बातचीत होगी. इन लोगों ने बताया कि शिखर सम्मेलन के दौरान रक्षा, व्यापार, अंतरिक्ष, टेक्नोलॉजी, ऊर्जा और संस्कृति में सहयोग को बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. दोनों पक्षों द्वारा 2021-31 के लिए अपनी सैन्य-तकनीकी सहयोग व्यवस्था को रिन्यू करने की उम्मीद है. रक्षा क्षेत्र में इस समझौते पर हस्ताक्षर की उम्मीद एक प्रमुख समझौता जिस पर हस्ताक्षर किया जा सकता है, वह है रिसीप्रोकल एक्सचेंज ऑफ लॉजिस्टिक्स एग्रीमेंट (RELOS). ये समझौता दोनों देशों की सेनाओं को एक-दूसरे के ठिकानों पर लॉजिस्टिक्स और सपोर्ट सुविधाओं के इस्तेमाल करने की अनुमति देगा. मामले से परिचित लोगों ने कहा कि शिखर सम्मेलन के बाद जारी किया जाने वाला संयुक्त बयान सीमा पार आतंकवाद और अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के नतीजों पर भारत की चिंताओं को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि मोदी और पुतिन ने अगस्त में अफगानिस्तान पर करीबी विचार-विमर्श करने का फैसला किया था. 2025 तक 50 अरब डॉलर के निवेश का लक्ष्य वहीं, पीटीआई की रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देकर बताया गया कि दोनों पक्ष सैन्य उपकरण और मंचों के सह-उत्पादन और सह-विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे. निवेश संबंधों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि 2018 में 30 अरब डॉलर का लक्ष्य पहले ही पूरा कर लिया गया और अब 2025 तक 50 अरब डॉलर का लक्ष्य है. सूत्रों ने बताया कि भारत रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र के साथ व्यापार संबंध बढ़ाने का भी इच्छुक है और इस क्षेत्र के 11 गवर्नर्स को आगामी वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है. आखिरी भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता सितंबर 2019 में हुई थी, जब मोदी व्लादिवोस्तोक गए थे.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/under-the-leadership-of-pm-modi-the-country-completed-one-crore-vaccinations-said-health-minister-mansukh-mandaviya-944040.html,"पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने आज पूरा किया एक करोड़ टीकाकरण, बोले स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया","केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (फाइल फोटो) भारत ने आज 1 करोड़ COVID19 टीकाकरण हासिल कर लिया है. इसके मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर कहा, हर घर दस्तक अभियान के साथ, दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई ऊंचाइयों को छू रहा है और नई उपलब्धि हासिल कर रहा है. बिहार में महज 21 दिनों में कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत टीके की कुल खुराकें सात करोड़ से आठ करोड़ पर पहुंच गई. कोरोना टीकाकरण की सात करोड़ संख्या सात नवंबर को पूरी हुई थी जबकि 28 नवंबर को यह संख्या आठ करोड़ पर पहुंच गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कोरोना महामारी से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सभी जिलों में 16 जनवरी 2021 से कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी थी. India achieves another 1 crore #COVID19 vaccinations today! With the Har Ghar Dastak campaign in full swing, the world’s Largest Vaccination Drive is touching new heights & accomplishing new feats under PM Narendra Modi’s leadership: Union Health Minister Mansukh Mandaviya pic.twitter.com/BfRQ0nrrvf — ANI (@ANI) December 4, 2021 पहले एक करोड़ टीके की खुराकें देने में 130 दिन लगे थे जानकारी के अनुसार, बिहार में टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद पहले एक करोड़ टीके की खुराकें देने में 130 दिन लगे थे. जबकि दो करोड़ टीकाकरण होने में 50 दिन, दो से तीन करोड़ होने में 29 दिन और तीन से चार करोड़ होने में 23 दिन लगे थे. मात्र 13 दिनों में चार से पांच करोड़ पर पहुंचा आकड़ा स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के सहयोग से टीकाकरण अभियान को गति दी गयी और मात्र 13 दिनों में ही 6 सितंबर से 19 सितंबर के बीच चार से पांच करोड़ टीके की संख्या पहुंच गयी. इस दौरान एक करोड़ टीके रिकॉर्ड समय में दिए गए. कोरोना के मामले 700 प्रतिशत तक बढ़े वहीं कोरोना का नया स्ट्रेन ओमिक्रोन दुनियाभर के लिए चिंता का सबब बनता जा रहा है. WHO के मुताबिक अब यह वायरस 38 देशों में पहुंच चुका है. अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में अब लोकल ट्रांसमिशन वाले केस भी मिलने लगे हैं. वैक्सीन के असर को लेकर भी अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है. हालांकि WHO ने कहा कि अब तक इस स्ट्रेन से किसी की मौत नहीं हुई है. भारत की बात करें तो यहां ओमिक्रोन के चार कन्फर्म केस के साथ कई संदिग्ध मरीज हैं जिनकी जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. राजधानी दिल्ली में ऐसे 12 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. कर्नाटक में दो और गुजरात में एक और मुम्बई में ओमिक्रोन का एक मामला सामने आया है. देश में कई जिलों में 700 प्रतिशत तक कोरोना के मामले हाल के दिनों में बढ़े हैं. इस वृद्धि ने चिंतित सरकार ने संबंधित राज्यों को पत्र लिखकर सतर्कता बरतने के लिए कहा.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/punjab-bathinda-news-punjab-finance-minister-manpreet-singh-badal-protest-by-contractor-in-today-943913.html,"वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का विरोध कर रहे थे कर्मचारी, पंजाब पुलिस ने जबरन उठाकर गाड़ियों में बैठाया","पंजाब के बठिंडा में शनिवार को ठेका मुलाजिमों ने जमकर हंगामा किया. वे वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए थे. पुलिस ने उनको पकड़ कर जबरन बसों में बैठाना पड़ा. पुलिस के साथ हुई धक्कामुक्की में कई मुलाजिमों की पगड़ियां तक उतर गई. वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल बठिंडा में भागू रोड स्थित एक पार्क का उद्घाटन करने के लिए आ रहे थे. ठेका मुलाजिमों को जब इसकी सूचना मिली तो वे बड़ी संख्या मे मौके पर पहुंच गए. इसके बाद वित्तमंत्री के आने से पहले ही हंगामा हो गया. मुलाजिमों ने समागम वाली जगह पर धरना लगाया गया तो पुलिस भी हरकत में आ गई. पुलिस मुलाजिमों को धरना हटाने के लिए मनाने लगी, लेकिन वे उठने को राजी नहीं हुए. ठेका मुलाजिम बोले कि उनको वित्तमंत्री से यह सवाल पूछना है कि उनको कब पक्का किया जाएगा. इसके बाद पुलिस ने उनको जबरदस्ती वहां से हटाना शुरू कर दिया. थाना सिविल लाइन के एसएचओ रविंद्र सिंह की अगुआई में हटाना शुरू किया. इस दौरान ठेका मुलाजिमों की पुलिस के साथ काफी धक्का मुक्की भी हुई. कई मुलाजिमों की पगड़ियां भी उतर गई. #WATCH | Punjab Police remove contractual employees from the spot while they were going to gherao state’s finance minister Manpreet Singh Badal in Bathinda pic.twitter.com/Vv54Xnj2aA — ANI (@ANI) December 4, 2021 पुलिस ने थर्मल थाने में किया नजरबंद पुलिस की ओर से ठेका मुलाजिमों को पकड़ गर थर्मल थाने में नजरबंद किया गया. मुलाजिमों ने आरोप लगाया कि वे पक्का करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन सरकार द्वारा उनकी किसी भी मांग को आज तक पूरा नहीं किया गया.यूनियन के राज्य प्रधान वरिंदर सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार ने 2017 के चुनावों से पहले मुलाजिमों से वादा किया था कि उनको पक्का कर दिया जाएगा. सरकार जिन 36 हजार मुलाजिमों को पक्का करने की बात कर रही है वे उनकी किसी भी कैटेगरी में नहीं आते. विधायक कांगड़ का भी किया विरोध ठेका मुलाजिमों ने गांव लहरा मोहब्बत में रामपुरा के विधायक गुरप्रीत सिंह कांगड़ का भी विरोध किया गया. कांगड़ किसी काम के लिए जा रहे थे तो मुलाजिमों ने गांव लहरा मोहब्बत के थर्मल प्लांट के गेट पर बठिंडा चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर धरना लगाकर सड़क को बंद कर दिया.इस दौरान ठेका मुलाजिमों ने विधायक कांगड़ के साथ कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने को लेकर बातचीत भी की, लेकिन वह उनका कोई जवाब नहीं दे सके. जिसके बाद वह मुलाजिमों के विरोध को देखते हुए वापस लौट गए.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/congress-demanded-compensation-for-the-families-of-those-who-lost-their-lives-from-corona-launched-a-social-media-campaign-943695.html,"‘भारत सरकार सो रही उसे जगाते हैं,’ कांग्रेस ने की सोशल मीडिया अभियान चलाकर COVID-19 मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग","कांग्रेस ने कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार के लिए 4 लाख रुपये के मुआवजे की मांग करते हुए शनिवार को सोशल मीडिया पर अभियान चलाया. पार्टी की ओर से ‘स्पीकअप फॉर कोविड न्याय’ हैशटैग से चलाए गए अभियान के तहत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘जब लोगों के दर्द और नुकसान की बात आती है तो भारत सरकार सो रही होती है. चलिए उसे जगाते हैं.’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ‘बीजेपी सरकार ने अब तक न तो कोरोना से हुई मौतों के सही आंकड़े जारी किए हैं और न ही मृतकों के परिजनों को किसी तरह का मुआवजा दिया है.’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘नरेंद्र मोदी जी, करोड़ों भारतीयों की पीड़ा और संवेदना को संवेदनहीनता के बूटों तले कुचलिए मत. मृतकों के परिजनों को मुआवजा दीजिए. ‘झूठे नंबर बना रही मोदी सरकार’ कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेरा ने कहा, ‘अगर सरकार के पास कोविड की मौतों का डेटा नहीं है, तो पूरा देश इसे सरकार के साथ साझा करने को तैयार है. फंड की कोई कमी नहीं है. असली मुद्दा यह है कि सरकार कोविड मृतकों के परिजनों की मदद करने के इरादे में कमी कर रही है. उन्होंने आगे कहा,हम महामारी से मरने वालों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये की मांग करते हैं.’ पार्टी ने कहा, ‘झूठे नंबर बनाकर, मोदी सरकार न केवल लाखों परिवारों के मुआवजे को रोक रही है, बल्कि यह केवल महामारी के प्रबंधन और नियंत्रण में अपनी विफलता को छिपाने की कोशिश कर रही है.’ कांग्रेस ने कहा कि आपदा प्रबंधन दिशानिर्देशों के तहत, सरकार को COVID-19 पीड़ितों के परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा देना आवश्यक है. पार्टी ने संसद में भी यह मांग उठाई कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘मोदी सरकार ने उचित राशि की भरपाई के लिए सावधानी से अपना रास्ता निकालने की कोशिश की है और 50,000 रुपये की मामूली राशि के मुआवजे के लिए समझौता करने की कोशिश कर रही है.’देश भर में कई राज्य कांग्रेस इकाइयों और नेताओं ने ऑनलाइन अभियान के समर्थन में और कोविड​​​​-19 मृतक के परिवारों को प्रत्येक को 4 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान करने के लिए सरकार पर दबाव डालने के लिए वीडियो डाला. पार्टी ने संसद में भी यह मांग उठाई है. वहीं जिम्बाब्वे से लौटने के बाद गुजरात के जामनगर शहर में 72 वर्षीय व्यक्ति कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाया गया है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी. गुरुवार को कोविड-19 टेस्ट के बाद बुजुर्ग व्यक्ति का नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/bjp-in-talks-with-amarinder-singh-akali-leader-sukhdev-singh-dhindsa-for-alliance-in-punjab-assembly-elections-says-amit-shah-943783.html,पंजाब चुनाव में गठबंधन के लिए अमरिंदर सिंह और अकाली नेता सुखदेव ढींडसा से बात कर रही बीजेपी: अमित शाह,"केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह (फाइल फोटो) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) और पूर्व अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा (Sukhdev Singh Dhindsa) की पार्टियों के साथ मिलकर पंजाब का आगामी विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) लड़ सकती है. अमित शाह ने एक मीडिया समिट में इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘हम कैप्टन (अमरिंदर सिंह) साहब और (पूर्व अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह) ढींडसा साहब से गठबंधन को लेकर बात कर रहे हैं.’ अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने ताल ठोककर कहा, ‘यह संभव है कि हमारा गठबंधन होगा. लेकिन जहां तक ​​किसानों के विरोध प्रदर्शन का सवाल है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बड़े दिल से विरोध प्रदर्शन (Farmer Protest) को खत्म करने के लिए कहा है. ठीक है अगर आपको लगता है कि कृषि कानून (Three Farm Laws) आपके फायदे के लिए नहीं था, लेकिन अब उन्हें वापस ले लिया गया है. मुझे नहीं लगता कि पंजाब (Punjab) में अब कोई मुद्दा बचा है.’ जम्मू-कश्मीर में चुनाव के बाद ही बहाल होगा राज्य का दर्जा- शाह वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बोलते हुए गृह मंत्री ने कहा कि राज्य का दर्जा चुनाव के बाद ही बहाल किया जाएगा और जो लोग इसकी मांग कर रहे थे वो केवल एक राजनीतिक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे थे. शाह ने कहा, ‘राजनीतिक दलों की मांग है कि पहले जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल किया जाए और फिर चुनाव कराए जाएं. संसद ने क्षेत्र में परिसीमन के लिए एक कानून पारित किया है. इसलिए पहले परिसीमन होगा, फिर चुनाव होंगे और इसके बाद राज्य का दर्जा बहाल करने की प्रक्रिया शुरू होगी. मैंने यह कई बार कहा है, लेकिन वे (विपक्ष) केवल राजनीतिक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.’ 75 साल तक अनुच्छेद 370 था, शांति क्यों नहीं थी?- शाह शाह ने पूछा कि दशकों से अनुच्छेद 370 लागू था. लेकिन क्या तब जम्मू-कश्मीर में शांति थी? उन्होंने कहा कि 2019 में संविधान के इस अनुच्छेद के प्रावधान निरस्त होने के बाद घाटी में शांति, व्यवसाय के लिए अच्छा निवेश और पर्यटकों की आमद हुई है. गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि जब तक अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं किया जाता तब तक सरकार केंद्र शासित क्षेत्र में शांति कायम नहीं कर सकती. शाह ने कहा, ‘पिछले 75 साल से अनुच्छेद 370 था. शांति क्यों नहीं थी? अगर शांति और अनुच्छेद 370 के बीच संबंध है तो क्या वह अनुच्छेद 1990 में नहीं था? वह 1990 में था तब शांति क्यों नहीं थी? अगर हम निशाना बनाकर की गई हत्याओं के आंकड़े भी शामिल करें तो यह 10 प्रतिशत के करीब भी नहीं हैं. इसका मतलब है कि वहां शांति है.’",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/skm-formed-five-member-committee-to-talk-to-central-government-says-rakesh-tikait-943681.html,"केंद्र से बात करेगा संयुक्त किसान मोर्चा, MSP और केस वापसी पर सरकार से चर्चा के लिए SKM ने तय किए 5 नाम","BKU नेता राकेश टिकैत (फाइल फोटो) संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) ने भारत सरकार (Government of India) से बात करने के लिए 5 सदस्यीय कमेटी (Five Member Committee) का गठन किया है. यह समिति केंद्र सरकार (Central Government) से बात करने के लिए एक अधिकृत निकाय होगी. इस कमेटी में जिन पांच किसानों को सदस्य बनाया गया है, उनमें बलबीर सिंह राजेवाल, शिव कुमार कक्का, गुरनाम सिंह चारुनी, युद्धवीर सिंह और अशोक धवले के नाम शामिल हैं. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बताया कि एसकेएम की अगली बैठक अब 7 दिसंबर को होगी. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर किसानों के आंदोलन (Farmer Protest) के भविष्य को लेकर चर्चा करने के लिए शनिवार को एक बैठक की थी. यह बैठक दोपहर बाद खत्म हुई, जिसमें सरकार के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बातचीत करने के लिए 5 सदस्यीय समिति का गठन किया गया. इससे पहले आज, भारतीय किसान संघ (Bharatiya Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘हम तय करेंगे कि आंदोलन कैसे आगे बढ़ेगा और सरकारों के साथ बातचीत कैसे आगे जानी चाहिए.’ SKM has formed a 5-member committee to talk to the Govt of India. It’ll be the authorised body to talk to the Govt. The committee will have Balbir Singh Rajewal, Shiv Kumar Kakka, Gurnam Singh Charuni, Yudhvir Singh & Ashok Dhawale. Next meeting of SKM on 7th Dec: Rakesh Tikait pic.twitter.com/h6LKfrHywl — ANI (@ANI) December 4, 2021 बैठक में किसानों की मांगों पर भी हुआ विचार दरअसल, इस बैठक में प्रदर्शनकारी किसानों की लंबित पड़ी मांगों पर भी विचार किया गया. इनमें फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी, किसानों के खिलाफ मामले वापस लेना, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को मुआवजा देना शामिल हैं. वहीं, SKM कोर कमेटी के सदस्य दर्शन पाल ने बैठक से पहले कहा था, ‘केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई औपचारिक आश्वासन नहीं मिलने के कारण किसान अपनी लंबित मांगों के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं.’ पाल ने आगे कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी को लिखे अपने पत्र में आंदोलन को वापस लेने के लिए 6 प्रमुख मांगें उठाई गईं थीं मगर सरकार की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. ऐसे में किसानों को आंदोलन जारी रखने के लिए मजबूर किया जा रहा है.’ इससे पहले, BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत कहा था कि दिल्ली-NCR के चारों बार्डर (सिंघु, शाहजहांपुर, टीकरी और गाजीपुर) पर एक साल से चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन अभी खत्म नहीं होगा.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/babri-masjid-know-details-of-shocking-incident-in-mega-show-of-babri-truth-behind-demolition-tonight-at-8-pm-943529.html,"बाबरी चश्मदीदों की रोंगटे खड़े कर देने वाली गवाही, आज रात 8 बजे ‘BAबरी Truth Behind Demolition’ मेगा शो में देखें झकझोर देने वाली घटना का मिनट-टू-मिनट ब्योरा","बाबरी विध्वंस की फाइल फोटो. बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) से जुड़ी न जाने कितनी ही बातें और कितनी खबरें आपने देखी और पढ़ी होंगी. लेकिन आप ये नहीं जानते होंगे कि 6 दिसंबर 1992 की सुबह 11.30 से शाम 5.30 बजे के बीच क्या घटना घटी थी, जिससे बाबरी जमींदोज हो गई. लोग सिर्फ राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) पर दिए गए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के बारे में जानते हैं, लेकिन शायद उन अहम किरदारों, गवाहों और बयानों के बारे में नहीं जानते, जिन्होंने इस मसले को समाधान तक पहुंचाने में बहुत जरूरी भूमिका निभाई थी. 6 दिसंबर 1992 की घटना के कुछ चश्मदीदों ने टीवी9 भारतवर्ष को बताया कि कैसे उन्होंने अपनी आंखों के सामने 465 साल पुराने ढांचे को जमींदोज होते देखा था. चश्मदीदों ने बताया कि विवादित ढांचे के विध्वंस से पहले कई योजनाएं बनाई गईं थीं. उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि जो कार सेवक शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए अयोध्या में जुटे थे, उन लाखों कार सेवकों को कौन कंट्रोल कर रहा था? और वो किसके इशारे पर इतना हिंसक हो गए कि बाबरी मस्जिद को जमींदोज करने पर आमादा हो गए? आखिर कैसे बरी हो गए केस के अहम आरोपी? इस तरह के न जाने कितने ही सवाल हैं, जिनका जवाब गवाहों ने टीवी9 भारतवर्ष के कैमरे के सामने दिया है. अयोध्या के राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र खुद ने बताया कि कैसे 6 दिसंबर को अयोध्या में लाखों की भीड़ बेकाबू हो गई और बाबरी कांड के सबसे अहम किरदारों में शुमार उमा भारती और विनय कटियार जैसे नेताओं की क्या भूमिका रही थी? अदालत में इन चश्मदीदों ने आखिर ऐसा क्या-क्या बयां किया, जिसकी बुनियाद पर केस के अहम आरोपी बरी हो गए. रात 8 बजे प्रसारित होने वाले मेगा शो ‘BAबरी’ में 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में मौजूद करीब-करीब हर किरदार आपके सामने इतिहास के पन्ने पलटेगा. जिस समय कारसेवा शुरू हुई वहां कई संत-महात्मा, नेता और पत्रकार मौजूद थे. इन लोगों ने अयोध्या में क्या देखा, आज इसकी गवाही होगी. सच सुन हैरत में पड़ जाएंगे आप वरिष्ठ पत्रकार हेमंत शर्मा ‘युद्ध में अयोध्या’ नाम से एक किताब लिख चुके हैं. 6 दिसंबर 1992 को 6 घंटे के अंदर कैसे पल-पल अयोध्या का पारा गर्म हुआ? कैसे सब कुछ बदल गया? ये सब जब आप उनकी जुबानी सुनेंगे तो हैरत में पड़ जाएंगे. क्योंकि उन्होंने BAबरी का वो पहलू करीब से देखा है, जो शायद हम और आप आज तक नहीं जानते होंगे. ऐसे ही न जाने और कितने चश्मदीद गवाह हैं जिन्होंने आज तक अदालतों के बाहर कैमरे पर गवाही नहीं दी है. ऐसे अनदेखे-अनजाने किरदार आज आपके सामने होंगे. अयोध्या कांड के अहम किरदारों से होगी मुलाकात रात 8 बजे टीवी9 भारतवर्ष पर मेगा शो ‘BAबरी’ में अयोध्या कांड के अहम किरदारों से आपकी मुलाकात होगी. ये शो टीवी न्यूज इतिहास का सबसे अनोखा और मौलिक प्रयास है. ये प्रयास है 29 साल पहले की एक ऐतिहासिक घटना को उसी के किरदारों के जरिए नई पीढ़ी तक पहुंचाने का. तो आप भी BAबरी के नए पहलू से रुबरू होने के लिए रात 8 बजे का इंतजार कीजिए. जरूर देखिए 6 दिसंबर की कश्मकश- BAबरी",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/jagadguru-swami-rambhadracharya-says-uniform-civil-code-of-conduct-bill-should-be-brought-in-parliament-before-2024-943366.html,"स्वामी रामभद्राचार्य ने उठाया समान नागरिक संहिता का मुद्दा, बोले- खतरे में है हिंदुओं का अस्तित्व, तेजी से घट रही आबादी","जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 15 दिसंबर को ‘हिंदू एकता महाकुंभ’ (Hindu Ekta Mahakumbh) का आयोजन हो रहा है. इसमें देशभर के नामी साधु संत हिस्सा लेने वाले हैं. इसके अलावा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ पदाधिकारी भी कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे. संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) मुख्य अतिथि होंगे. इसी बीच, हिंदू एकता महाकुंभ के अध्यक्ष जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य (Jadguru Swami Rambhadracharya) TV9 भारतवर्ष पर बातचीत करते हुए बड़ा बयान दिया है. जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि देश में हिंदुओं की आबादी घट रही है. देश में हो रहे धर्मांतरण की वजह से तेजी से हिंदुओं की आबादी में गिरावट देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि इस वजह से हिंदुओं का अस्तित्व खतरे में है. इधर दो बच्चे पैदा हो रहे हैं, उधर 20-25 बच्चे पैदा किए जा रहे हैं. रामभद्राचार्य ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के समक्ष समान नागरिक आचार संहिता का मुद्दा उठाया जाएगा. मैं संतों का अध्यक्ष हूं और वह संघ के अध्यक्ष हैं. इसलिए उनके आगे ये बात रखी जाएगी. इसलिए ही उन्हें कार्यक्रम में बुलाया गया है. राजनेताओं समेत बॉलीवुड से जुड़ी हस्तियां भी कार्यक्रम में लेंगी हिस्सा रामभद्राचार्य ने कहा कि 2024 से पहले संसद में समान नागरिक आचार संहिता बिल (Uniform Civil Code) को लाया जाए. 100 करोड़ हिंदू एक साथ आवाज उठाएंगे तो संसद भी सुनेगी. बता दें कि ‘हिंदू एकता महाकुंभ’ में साधु-संतों, राजनेताओं समेत बॉलीवुड से जुड़ी हस्तियां भी हिस्सा लेने वाली हैं. उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में चुनाव से पहले बीजेपी भी RSS के एजेंडें को आगे बढ़ाने का प्रयास करेगी. बीजेपी नेताओं ने लंबे समय से समान नागरिक आचार लागू करने की मांग की है. इन मुद्दों पर की जाएगी चर्चा पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य की अध्यक्षता में 15 दिसंबर को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम के लिए श्रीराम तपोभूमि में देशभर से पांच लाख हिंदू आने वाले हैं. तुलसीपीठ के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास (जय महाराज) ने बताया कि हिन्दू महाकुंभ में मठ-मंदिरों, अखाड़ों के धर्माचार्यों, संत, महात्मा भी शामिल हो रहे हैं. कार्यक्रम को लेकर शहर से लेकर गांवों तक लोगों को आमंत्रण भेजा गया है. इसमें लव जिहाद, जनसंख्या नियंत्रण कानून समेत हिन्दुत्व की रक्षा से जुड़े 12 मुद्दों पर मंथन किया जाएगा.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/home-minister-amit-shah-on-omar-abdullah-jammu-kashmir-article-370-comment-943202.html,उमर अब्दुल्ला के धारा 370 को बहाल करने की मांग पर बोले अमित शाह- 75 सालों से यही धारा लागू थी फिर शांति क्यों नहीं हुई,"गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के धारा 370 पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि धारा 370 तो पिछले 75 सालों से कश्मीर में लागू थी, फिर क्यों शांति नहीं थी. अगर शांति और धारा 370 का कोई संबंध है तो 1990 में क्या धारा 370 लागू नहीं थी. गृह मंत्री ने कहा कि हमारे खिलाफ बातें होती थीं कि लंबे समय तक कर्फ्यू लगा रहा और इंटरनेट बंद रहा. लेकिन मैं जम्मू-कश्मीर गया था और वहां के युवाओं से पूछा कि हम कर्फ्यू खोल देते तो कौन मरता? जवाब मिला हम मरते यानी युवा मरते. युवाओं ने मुझसे कहा कि सरकार ने कर्फ्यू लगाकर हमें बचाया है. एक कार्यक्रम में शामिल हुए गृह मंत्री ने कहा, जम्मू कश्मीर में जिस प्रकार का विकास इस समय हो रहा है, जिस प्रकार की कानून व्यवस्था वहां अब बनी है, इससे वहां पर्यटन भी बढ़ा है (Amit Shah on Article 370). जन कल्याण की योजनाओं का लाभ वहां के लोगों तक पहुंचाने में जम्मू कश्मीर आज अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. बता दें कुछ दिन पहले उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि 370 के निरस्त होने के बाद कहा गया अंबानी, टाटा और अडानी निवेश लाएंगे, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे, लेकिन कुछ नहीं हुआ. स्थानीय लोगों को परियोजनाओं से भी रोजगार नहीं मिल रहा. हालात खराब करने का आरोप लगाया उमर अबदुल्ला ने कहा था कि उनके शासन के समय जिन इलाकों से आतंकवाद का सफाया हुआ था, वहां अब फिर से आतंकवाद बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि ये आतंकी बाहर से नहीं आए, बल्कि कश्मीर के ही नौजवान हैं, जो गुस्से और अन्य कारणों से हथियार उठा लेते हैं (Omar Abdullah Comment on Article 370). उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर के हालात फिर से खराब कर दिए हैं. उमर अब्दुल्ला ने इतना तक कहा कि अगर कांग्रेस तैयार नहीं है, तो नेशनल कॉन्फ्रेंस अनुच्छेद 370 की बहाली की लड़ाई खुद लड़ेगी. पंजाब चुनाव पर क्या बोले गृह मंत्री? गृह मंत्री ने पंजाब चुनाव (Punjab Elections) पर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए बहुत बड़ा दिल दिखाकर तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया. पंजाब में चुनाव विकास के आधार पर होगा. जिसका अच्छा प्रदर्शन होगा, उसकी सरकार बनेगी. अमित शाह ने आगे कहा, गठबंधनों से वोटों के गणित का आंकलन करना उचित नहीं है. पहले सपा और कांग्रेस के गठबंधन के बाद कहा जाता था कि अब क्या होगा, उसके बाद जब तीनों पार्टियां एक साथ हुईं तब भी ऐसे सवाल किए जाते थे. लेकिन दोनों बार बीजेपी जीती है. जनता अब जागरूक है. यूपी में बहुमत से सरकार बनाने पर बोले उन्होंने कहा कि मैं पूरे विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हम प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने वाले हैं. गृह मंत्री ने कहा, भारत की अर्थव्यवस्था अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के कारण हमारी अर्थव्यवस्था कोविड-19 (Economy in Covid-19) के प्रभाव से जल्द बाहर आ गई. मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए पिछले 2 साल में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं इसलिए कोरोना के बाद हम पर वैश्विक मंदी का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा. भारत के अर्थतंत्र को उभरने में उतना समय नहीं लगा, जितना दुनिया के अन्य देशों को लगा है. विशेषज्ञों से आंकड़ों का अध्ययन करने को कहा अमित शाह ने कहा, कांग्रेस की सरकारें देश में कई वर्षों तक रहीं, समाजवादी विचारधारा के लोगों की सरकारें भी कई जगह रहीं, कम्युनिस्टों की सरकारें कई जगह रहीं. एनडीए (NDA) की सरकारें भी कई राज्यों और केंद्र में रही हैं. देश के विशेषज्ञों से मेरा निवेदन है कि आंकड़ों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर देश की जनता के सामने रखें कि किस सरकार के आने पर देश में ज्यादा विकास होता है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/indian-government-approved-production-of-five-lakh-ak203-assault-rifles-at-korwa-amethi-uttar-pradesh-943138.html,"अमेठी में तैयार होगा दुश्मन के खात्मे का हथियार, बनेंगे 5 लाख असॉल्ट राइफल, केंद्र ने प्लान को दिखाई हरी झंडी!","AK-203 असॉल्ट राइफल. भारतीय सेना (Indian Army) की युद्ध क्षमता को मजबूती देने के लिए रक्षा मंत्रालय लगातार प्रयास कर रहा है. एक के बाद एक किए गए प्रयासों से भारत के डिफेंस सेक्टर को अतुलनीय मजबूती मिली है. इसी क्रम में, एक बार फिर देश के डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग (Defence Manufacturing) में आत्मनिर्भरता को एक बड़ा बढ़ावा मिलने जा रहा है. दरअसल, भारत सरकार (Indian Government) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कोरवा (अमेठी) में पांच लाख से ज्यादा AK-203 असॉल्ट राइफलों के निर्माण (Production of Five Lakh AK-203 Assault Rifles) की योजना को मंजूरी दे दी है. भारत सरकार सूत्रों का कहना है कि ये प्रोजेक्ट एक खास उद्देश्य से ज्वाइंट वेंचर इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित की जाएगी. सरकार के सूत्रों ने बताया कि 7.62 X 39mm कैलिबर AK-203 राइफल (AK-203 Assault Rifles) 3 दशक से ज्यादा समय पहले शामिल की गई इन-सर्विस INSAS राइफल को रिप्लेस करेगी. AK-203 राइफलें हल्के वजन वालीं और इजी टू यूज (Easy To Use) मॉर्डन असॉल्ट राइफल्स हैं, जो सैनिकों की युद्ध क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करेंगी. 7.62 X 39mm caliber AK-203 Rifles to replace in-service INSAS Rifle inducted over 3 decades back. AK-203 Assault Rifles,with an effective range of 300 mtrs,are light weight&easy to use Modern Assault Rifles with proven tech that will enhance soldiers’ combat potential:GoI sources — ANI (@ANI) December 4, 2021 5000 करोड़ रुपये की डील को मंजूरी रक्षा मंत्रालय ने एके-203 असॉल्ट राइफल की करीब 5000 करोड़ रुपये की डील को मंजूरी दी है. मंत्रालय ने उस समय इस डील को फाइनल किया है, जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर आने वाले हैं. वैसे इस डील पर कुछ साल पहले रूस और भारत के बीच सहमति बनी थी और अब इसको मंजूरी मिल चुकी है. दरअसल, खास बात ये है कि लंबी लागत के साथ ये राइफल भारत में ही निर्मित की जाएंगी. डीआरडीओ की ओर निर्मित भारत की इंसास राइफल (INSAS Rifle) को एके-203 से ही रिप्लेस किया जा रहा है. कई सालों से इंसास में कई इश्यू आ रहे थे, लेकिन अब सरकार ने रूस के साथ ये डील की है. AK-203 का बिना मैगजीन वजन 3.8 किलो इस डील के जरिए भारतीय सेना को बंदूक के मामले में काफी सपोर्ट मिलने वाला है. एके-203, इंसास के मामले में काफी हल्की, छोटी और मॉर्डन राइफल है. इंसास का मैगजीन लगाए बिना वजन 4.15 किलो है. जबकि एके-203 का बिना मैगजीन वजन 3.8 किलो है. इंसास की लेंथ 960 MM है, जबकि एके-203 की 705 MM है, जिसमें भी फोल्डिंग स्टॉक शामिल है. इसलिए यह हल्की, छोटी और खतरनाक राइफल है. एके 203 में 7.62 X 39mm की गोली का इस्तेमाल होता है. जबकि इंसास में यह 5.56×45mm ही है यानी कैलिबर के मामले में भी यह गन काफी खतरनाक है. सैनिकों की युद्ध क्षमता को मिलेगा बढ़ावा सूत्रों ने बताया कि एके-203 असॉल्ट राइफलें, 300 मीटर की प्रभावी रेंज के साथ, हल्की, मजबूत और प्रमाणित तकनीक के साथ आसानी से उपयोग में लाई जा सकने वाली आधुनिक असॉल्ट राइफल हैं. ये वर्तमान और परिकल्पित अभियान संबंधी चुनौतियों का पर्याप्त रूप से सामना करने के लिए सैनिकों की युद्ध क्षमता को बढ़ाएंगी. ये आतंकवाद और उग्रवाद विरोधी अभियानों में भारतीय सेना की परिचालन प्रभावशीलता को भी बढ़ाएंगी.",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-russia-annual-summit-pm-modi-raise-issue-of-pakistan-based-terror-group-and-expose-china-in-front-of-vladimir-putin,"भारत-रूस समिट: आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरने की तैयारी, चीन का भी बेनकाब होगा चेहरा","विस्तार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के भारत आगमन से पहले भारत ने पाकिस्तान को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय अधिकारी रूस के साथ मिलकर इस पर रणनीति भी तैयार कर रहे हैं और पाकिस्तान द्वारा संचालित आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने के लिए ठोस रणनीति बनाने की तैयारी में हैँ। इसके तहत भारत केंद्रित आतंकी संगठनों को पूरी तरह खत्म करने का मसौदा तैयार किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि रूस हमेशा से ही भारत में आंतकी घटनाओं के प्रति चिंतित रहा है। इसलिए दोनों देश इस पर कोई नई रणनीति तैयार कर सकते हैं। पीएम मोदी के होगी मुलाकात कार्यक्रम के अनुसार पुतिन करीब छह घंटे भारत में रुकेंगे। सोमवार सुबह उनकी मुलाकात पीएम मोदी से होगी। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अपने समकक्षों से शाम को मुलाकात करेंगे। व्लादिमिर पुतिन के इस दौरे को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कोरोना संक्रमण के बाद वे सिर्फ दो बार ही रूस से बाहर गए हैं। इस दौरान 10 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद की जा रही है। अफगानिस्तान और चीन पर होगी चर्चा आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पुतिन और नरेंद्र मोदी के बीच होने जा रही इस मुलाकात में चीन और अफगानिस्तान के मुद्दे पर भी बातचीत संभव है। हालांकि, चीन, रूस और भारत के बीच हुई वर्चुअल बैठक के बाद जो बयान जारी किया गया था, उसमें पाकिस्तान स्थित लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों का जिक्र नहीं किया गया था, जबकि भारत ने इस मुद्दे को उठाया था। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित इन आतंकी संगठनों को तत्काल खत्म करने की आवश्यकता पर जोर दिया था। चीन पर खुल कर बोल चुका है भारत आतंकवाद के मुद्दे पर भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में खुलकर बोल चुका है। सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करते हुए भारत ने चीन पर आरोप लगाया था कि वह आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए दोहरे मापदंड अपना रहा है। भारत का कहना है कि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए पाकिस्तान के आतंकी संगठनों पर लगाम लगाना बहुत ही जरूरी है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/azadi-ke-amrit-mahotsav-pm-modi-will-read-the-story-of-the-unsung-heroes-of-the-freedom-struggle,आजादी के अमृत महोत्सव: प्रधानमंत्री पढ़ेंगे स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों की कहानी,"आजादी के अमृत महोत्सव के तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) छात्रों के लिए पोस्ट कार्ड लेखन अभियान का आयोजन करेगा। इसके तहत सर्वश्रेष्ठ पोस्ट कार्ड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा। छात्र पोस्ट कार्ड के जरिये आजादी के गुमनाम नायकों व भविष्य के भारत को लेकर लिखे गए अपने विचारों को प्रधानमंत्री तक पहुंचा सकेंगे। वहीं, प्रत्येक स्कूल को 10 बेहतरीन पोस्ट कार्ड को सीबीएसई के पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा। सीबीएसई के मुताबिक, संचार मंत्रालय का डाक विभाग आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्कूलों के साथ मिलकर 75 लाख पोस्ट कार्ड अभियान आयोजित कर रहा है। स्कूल स्थानीय स्तर पर डाक विभाग के कार्यालय से 50 पैसे का भुगतान कर पोस्ट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। डाक विभाग की ओर से पोस्ट कार्ड पर प्रधानमंत्री कार्यालय की मुहर लगाकर कार्ड को दिया जाएगा। 20 दिसंबर तक करना होगा लेखन अभियान का आयोजन सीबीएसई की ओर से स्कूलों को कहा गया है कि प्रत्येक स्कूल को 20 दिसंबर तक पोस्ट कार्ड लेखन का आयोजन करना है। छात्रों द्वारा 10 सर्वश्रेष्ठ कार्डों को सीबीएसई के पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा। वहीं, शेष कार्डों को एक विशेष बैग के जरिये निर्माण भवन भेजना होगा। पोस्ट कार्ड में छात्र आजादी के नायकों, आजादी का संघर्ष व भविष्य के भारत को लेकर अपने विचारों को लिख सकेंगे। दो स्तर पर पोस्ट कार्डों का किया जाएगा चयन : डाक विभाग की ओर से दो चरणों में सर्वश्रेष्ठ कार्ड का चयन किया जाएगा। पहले चरण के तहत सीबीएसई के स्कूलों से प्राप्त व अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश से मिले कार्डों में से 320 कार्डों का चयन किया जाएगा। दूसरे चरण के तहत जनवरी के तीसरे-चौथे सप्ताह में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम में 75 सर्वश्रेष्ठ पोस्ट कार्डों का चयन होगा। इन्हें प्रधानमंत्री के पास भेजा जाएगा। ऐसे में स्कूलों को अधिक से अधिक छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/home-minister-amit-shah-says-peace-and-development-gained-momentum-in-jammu-and-kashmir-that-after-the-abrogation-of-article-370-investment-increased,"केंद्र सरकार : गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 रद्द होने के बाद शांति और विकास की गति तेज, निवेश बढ़ा","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा, मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद से वहां शांति है और विकास की गति तेज हुई। केंद्र शासित राज्य में निवेश बढ़ रहा है और पर्यटकों की आमद भी बढ़ी है। शाह ने साथ ही कहा, पीएम मोदी ने देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से सफलतापूर्वक निपटने के लिए संसाधनों का उचित इस्तेमाल सुनिश्चित किया। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मोदी सरकार की नीतियों ने बदले हालात मीडिया समूह के एक आयोजन में शाह ने कहा, किसी को विश्वास नहीं था कि अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाया जा सकता है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में यह कर दिखाया। मैं कह सकता हूं कि अब कश्मीर में शांति है, निवेश हो रहा है और पर्यटक आ रहे हैं। धीरे-धीरे कश्मीर में हालत सामान्य हो रहे हैं और वह देश के साथ एक होकर खड़ा है। शाह ने कहा, हमने 2014 में राजनीतिक स्थायित्व पाया क्योंकि उससे पहले देश में लंबे समय तक गठबंधन की सरकारों का दौर था। पाकिस्तान सीमा के पास गृह मंत्री ने गुजारी रात सीमा सुरक्षा बल के जवानों की बहादुरी की तारीफ करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी समस्याएं समझने के लिए पाकिस्तान सीमा के पास रात गुजारी। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा इंतजाम करने जा रही है कि जवान साल में सौ दिन अपने परिवार के साथ गुजार सकें। सीमावर्ती रोहिताश बॉर्डर पर सैनिक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि अपने जीवन का स्वर्णिम समय देश के नाम करने वाले जवानों का ख्याल रखना सरकार की जिम्मेदारी और प्राथमिकता है। मोदी सरकार ने दूर की ‘नीतिगत पंगुता’ शाह ने कहा, मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले के 10 साल में देश में ‘नीतिगत पंगुता’ की स्थिति थी, पीएमओ की कोई भूमिका नहीं होती थी। दुनिया में भारत के प्रति सम्मान कम हुआ था। कोविड-19 के बारे में हाल की चुनौतियों पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी की प्रभावी नीतियों के कारण महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था शीघ्र उबरने में कामयाब हुई है। भारतीय अर्थव्यवस्था अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है। सीमापार से आतंकवादियों का मुंहतोड़ जवाब शाह ने कहा, देश ने पाकिस्तान की ओर से किये जा रहे सीमा पार आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दिया है। सशस्त्र बलों ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये पाकिस्तान के घर में घुसकर दहशतगर्दों का सफाया किया। मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया कि हमारी सीमाओं में घुसना आसान नहीं है। आज का भारत मुंहतोड़ जवाब देना जानता है। अब तक इस काम के लिए इस्राइल व अमेरिका का ही नाम लिया जाता था लेकिन अब भारत भी उस सूची में शामिल हो गया है। सीमाओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता शाह ने कहा, हम सबके साथ शांति चाहते हैं। सीमाओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हमने इस संदर्भ में एक स्पष्ट संदेश दिया है। इसके कारण भारत को अब दुनियाभर में एक अलग तरह की स्वीकार्यता भी मिली है। मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए शाह ने कहा, ऐसा पहली बार हुआ जब भारत की सुरक्षा नीति उसकी विदेश नीति की छाया से बाहर आई। पंजाब में अमरिंदर, ढींढसा से गठबंधन पर बातचीत जारी शाह ने बताया कि पंजाब के विधानसभा चुनाव के लिए पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह और पूर्व शिअद नेता सुखदेव सिंह ढींढसा के साथ बातचीत जारी है और उम्मीद है कि दोनों के साथ बात बन जाएगी। साथ ही उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि किसान आंदोलन का असर यूपी और पंजाब के चुनावों पर पड़ेगा। क्योंकि कृषि कानूनों की वापसी के बाद अब कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। शाह ने दावा किया कि भाजपा यूपी में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। राजनीति फिजिक्स नहीं केमेस्ट्री है शाह ने कहा, राजनीति कोई फिजिक्स नहीं बल्कि केमेस्ट्री है। यहां जब दो पार्टियां हाथ मिलाती हैं तो उनके वोट दोगुने नहीं होते। यह धारणा बिलकुल गलत है, बल्कि यहां केमेस्ट्री का सूत्र लगता है। दो केमिकलों के मिलने से तीसरा केमिकल बनता है। शाह ने यूपी में सपा, कांग्रेस और बसपा गठबंधन का उदाहरण देते हुए बताया कि वोटबैंक के आधार पर किया गया गठबंधन कभी काम नहीं करता। यूपी में सपा, बसपा व कांग्रेस के साथ आने का सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को हुआ और उसकी सरकार बनी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/chief-justice-nv-raman-said-that-the-option-of-mediation-and-arbitration-should-be-given-priority-for-resolution,"दृष्टिकोण: सीजेआई रमण ने कहा- कोर्ट जाना आखिरी विकल्प होना चाहिए, मिडिएशन एवं आर्बिट्रेशन पर दिया जोर","भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने शनिवार को कहा, अदालत का रुख करना पक्षकारों के लिए अंतिम विकल्प होना चाहिए। 40 वर्षों से अधिक समय से कानूनी पेशे में रहने के बाद मेरी सलाह है कि विवाद समाधान के लिए मिडिएशन एवं आर्बिट्रेशन के विकल्प को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। हैदराबाद के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रमण ने कहा, मिडिएशन एवं आर्बिट्रेशन रिश्ते को बहाल करने का एक प्रयास है। किसी भी विवाद के समाधान के पीछे सबसे महत्वपूर्ण कारक सही रवैया है। सही दृष्टिकोण से मेरा मतलब है कि हमें अपने अहंकार, भावनाओं, अधीरता को त्याग देना चाहिए। लेकिन एक बार जब ये संघर्ष अदालत में प्रवेश कर जाते हैं तो इस प्रक्रिया में बहुत कुछ खो जाता है। यह देखते हुए कि कोई भी संघर्षों के बिना दुनिया की कल्पना नहीं कर सकता है उन्होंने कहा, मिडिएशन एवं आर्बिट्रेशन जैसे तंत्र आजकल विवाद समाधान के पसंदीदा तरीके हैं। इससे कई गुना लाभ होता है जैसे कम देरी, कम खर्चीला, प्रक्रिया में पक्षकारों की अधिक भागीदारी, अधिक नियंत्रण, अधिक आरामदायक व सौहार्दपूर्ण वातावरण। उन्होंने कहा, भारत में कुछ मध्यस्थता केंद्रों की मौजूदगी के बावजूद, भारतीय पक्षकार अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता के लिए भारत के बाहर पेरिस, सिंगापुर, हांगकांग, लंदन, न्यूयार्क और स्टॉकहोम जैसे मध्यस्थता केंद्र का विकल्प चुनते हैं, जिसमें भारी खर्च होता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि हैदराबाद में अंतरराष्ट्रीय मिडिएशन एवं आर्बिट्रेशन केंद्र की स्थापना से भारत में यह प्रवृत्ति बदल जाएगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/president-ram-nath-kovind-said-in-a-democracy-parliament-is-a-symbol-of-the-wishes-of-the-people,"राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा: लोकतंत्र में संसद लोगों की इच्छाओं का प्रतीक, लोक लेखा समिति के सौ वर्ष होने पर समारोह का आगाज","संसद भवन के सेंट्रल हॉल में लोक लेखा समिति के दो दिवसीय शताब्दी समारोह का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा, लोकतंत्र में संसद लोगों की इच्छाओं का प्रतीक होती है और संसदीय समितियां इसके विस्तार के रूप में काम करते हुए इसे कार्यकुशल बनाती हैं। इसमें विशेष रूप से लोक लेखा समिति, विधायिका के प्रति कार्यपालिका की प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करती है। कोविंद ने कहा, चूंकि संसद ही कार्यपालिका को धनराशि जुटाने और खर्च करने की अनुमति देती है, इसलिए यह आकलन करना भी इसका कर्तव्य है कि निर्धारित उद्देश्यों के अनुसार धन जुटाया और खर्च किया गया या नहीं। उन्होंने लोक लेखा समिति के रिकॉर्ड को सराहनीय और उल्लेखनीय बताते हुए उम्मीद जताई कि इस समिति का यह शताब्दी समारोह कार्यपालिका को अधिक जवाबदेह बनाने और इस प्रकार जनकल्याण में सुधार करने के तरीकों पर चर्चा के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा। दो दिवसीय शताब्दी समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति वेंकैया नायडू, संसद की लोक लेखा समिति के सभापति अधीर रंजन चौधरी के अलावा कई केंद्रीय मंत्री, सांसद, राज्यों के विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारी, राज्यों की लोक लेखा समितियों के अध्यक्ष और अन्य विशिष्ट व्यक्ति भी शामिल हुए। वर्ष में सौ दिन चलनी चाहिए सदन की कार्यवाही: नायडू उपराष्ट्रपति तथा राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस दौरान कहा, सरकारों द्वारा मुफ्त में दी जाने वाली सुविधाओं की पृष्ठभूमि में कल्याण और विकास के उद्देश्यों के बीच तालमेल बिठाने पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) से इस पहलू पर विचार करने का अनुरोध किया ताकि व्यापक चर्चा का मार्ग प्रशस्त हो सके। साथ ही यह भी कहा कि संसद को हर साल कम से कम 100 दिन और राज्य विधानसभाओं को कम से कम 90 दिन बैठक करनी चाहिए। जरूरतमंद लोगों के कल्याण और सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना सरकारों का एक सबसे बड़ा दायित्व है। इसलिए इस मुद्दे पर व्यापक बहस होनी चाहिए। यह आत्मनिरीक्षण कावक्त नायडू कहा, संसदीय समितियों की बैठक में सांसदों ने शामिल होना छोड़ दिया है। इसलिए यह आत्मनिरीक्षण का समय है। उन्होंने फिजूलखर्च रोकने और संसाधनों का दुरुपयोग न करने पर भी जोर दिया। राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा, उन्होंने कहा था कि एक रुपये में महज 16 पैसे ही जनता के पास पहुंचते हैं। यह किसी पर आरोप नहीं था, बल्कि व्यवस्था पर उठाया गया सवाल था। संसद व राज्य विधानमंडलों की लोक लेखा समितियों का एक साझा मंच बने: बिरला लोक लेखा समिति के सौ वर्ष पूरे होने के मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, संसद और सभी राज्यों के विधानमंडलों की लोक लेखा समितियों का एक साझा मंच होना चाहिए। चूंकि दोनों के बीच साझे हित के अनेक मुद्दे हैं, इसलिए इनके बीच समन्वय बढ़ाने, अधिक पारदर्शिता व कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए साझा मंच होना चाहिए। उन्होंने कहा, लोकतांत्रिक संस्थाओं का मुख्य दायित्व शासन को जनता के प्रति जवाबदेह, जिम्मेदार व पारदर्शी बनाना है और संसदीय समितियों ने अपने काम से इसे संभव बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/west-bengal-bjp-chief-sukant-majumdar-says-tmc-is-only-interested-in-giving-relief-to-alcoholics-instead-it-should-reduce-vat-on-fuel,"बंगाल : भाजपा प्रमुख मजूमदार ने कहा- टीएमसी शराबियों को राहत देने में रखती है दिलचस्पी, जबकि उसे ईंधन पर घटाना चाहिए वैट","पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले मूल्य वर्धित टैक्स को तुरंत कम करना चाहिए जैसा कि कई राज्यों ने किया है। इनमें से कुछ राज्यों में विपक्षी कांग्रेस शासन कर रही है। . बांकुड़ा जिले में एक बैठक को संबोधित कर रहे मजूमदार ने कहा कि टीएमसी सरकार केवल शराब की कीमत कम करके शराबियों को राहत देने में रुचि रखती है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने एक महीने पहले पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क घटा दिया था, लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार इसका पालन करने में विफल रही। उन्होंने कहा, कुछ राज्यों में केंद्र सरकार ने ईंधन की कीमत में 12 रुपये की कमी की। कई कांग्रेस शासित राज्यों ने भी वैट में कमी की है। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार इस मामले पर चुप है, इस प्रकार आम आदमी को कोई राहत नहीं दे रही है। सुकांत मजूमदार ने कहा, यह राज्य सरकार केवल शराबियों को राहत देने में दिलचस्पी रखती है। आश्चर्य है कि सितंबर में ईंधन की कीमतों में वृद्धि पर एनडीए के विरोध के दौरान कोलकाता की सड़कों पर बैलगाड़ी की सवारी करने वाले टीएमसी विधायक मदन मित्रा अब क्यों नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, टीएमसी सरकार का नारा आदर्श रूप से 'डूर मोड' (दरवाजे पर शराब) होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य ने राज्य ने वित्त पोषित योजनाओं का लाभ के लिए रजिस्टर शराब की कंपनियों को सस्ती शराब बनाने की अनुमति देकर अपनी प्राथमिकताएं दिखाई हैं। मजूमदार ने कहा कि यह शराब के कारण होने वाले अपराधों की जांच के बारे में चिंतित नहीं है। भारत में बनी विदेशी शराब की कीमतों में हाल ही में बंगाल में गिरावट आई है। भाजपा नेता ने आगे कहा कि टीएमसी सरकार को अपने पोर्टल का नाम 'एगिये बांग्ला' रखने के बजाय, इसे लोज्जर बांग्ला (बंगाल की शर्म) नाम देना चाहिए क्योंकि बंगाल की हाल की स्थिति ने हम सबका सिर शर्म से झुका दिया है। उन्होंने आगे कहा कि बंगाल में पिछले 10 सालों में एसएससी की नियुक्तियां सिर्फ दो बार हुई है। इसके साथ ही एक के बाद एक मामले अदालत में दायर किए गए। बहुत सारी अनियमितताएं सामने आई हैं। क्या यह शर्म की बात नहीं है?",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-police-seized-21-thousand-kg-beef-from-the-casa-area-of-palghar-two-persons-arrested-in-the-case,"महाराष्ट्र : पालघर में 21 हजार किलो से अधिक गोमांस बरामद, दो आरोपी गिरफ्तार","महाराष्ट्र पुलिस ने पालघर के कासा इलाके से 21,018 किलोग्राम गोमांस जब्त किया है। साथ ही इस मामले में तमिलनाडु के दो व्यक्तियों (राजेंद्र और रंजीत कुमार) को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी कथित तौर पर इस गोमांस को एक कंटेनर ट्रक में तमिलनाडु से ठाणे ले जा रहे थे। पालघर पुलिस द्वारा पकड़े गए बीफ की कीमत 20.6 लाख रुपये है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। वरिष्ठ निरीक्षक अजय वसावे ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर, जिला ग्रामीण पुलिस ने पालघर में मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर घोल गांव में जाल बिछाया और एक कंटेनर ट्रक को रोका। निरीक्षण करने पर पुलिस ने पाया कि तमिलनाडु से गोमांस राज्य में ले जाया जा रहा था। अधिकारी ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों ने खेप के बारे में फर्जी बयान दिया था और भागने की कोशिश की थी, लेकिन वे पकड़े गए। उन्होंने कहा कि वाहन से 20 लाख रुपये मूल्य का कुल 21,018 किलोग्राम गोमांस जब्त किया गया, उन्होंने कहा कि अवैध खेप तलोजा में पहुंचाई जानी थी। अधिकारी ने बताया कि आरोपी कोलिनचिनाथ राजेंद्र वनियार (37) और रंजीत कुमार गणेशन (36) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। दोनों तमिलनाडु के अरियालुर के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कंटेनर ट्रक के मालिक और अपराध से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी, महाराष्ट्र पशु संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bjp-said-that-rajasthan-government-is-worried-about-the-marriage-of-katrina-kaif-vicky-kaushal-not-the-unemployed-and-the-farmers,राजस्थान: भाजपा कार्यसमिति में छाई कैटरीना कैफ विकी कौशल की शादी,"भाजपा की राजस्थान कार्यसमिति ने शनिवार को अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की कानून-व्यवस्था और कृषि ऋण माफी सहित विभिन्न मुद्दों पर आलोचना करते हुए एक प्रस्ताव पेश किया और आरोप लगाया कि राज्य में आर्थिक आपातकाल जैसा माहौल है। हालांकि, मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रस्ताव को झूठ का बंडल बताया और दावा किया कि भाजपा झूठे बयान दे रही है। राजस्थान में भाजपा कार्यसमिति की बैठक में कैटरीना कैफ विकी कौशल की शादी की खूब चर्चा हुई। भाजपा नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार को सवाई माधोपुर में होने वाली कैटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी की चिंता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार को आम आदमी की चिंता नहीं है। सारी सरकार कैटरीना कैफ की चिंता करने में लगी है। आगे गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान अब नेश्नल क्राईम ब्यूरो पर दुष्कर्म में एक नम्बर है, भ्रष्टाचार में नम्बर वन, बच्चों की तस्करी पर एक नम्बर पर, बेरोजगारी में 2 नम्बर पर है। इन सारी बातों को लेकर यह संकल्प लिया है, इन आधार पर हम ब्लेक पेपर जारी कर रहे है। कार्यसमिति में भाजपा नेताओं ने कहा कि ब्लेक पेपर के बाद मुददों को लेकर हम कढ़ा जनसंघर्ष करेंगे, ईट से ईट बजाएंगे और हम मजबूर करेंगे कि वो राजस्थान के गरीब किसान की चिंता करें, बेरोजगारी की चिंता करें। एक प्रेस वार्ता में, भाजपा नेता राजेंद्र ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राजकोषीय घाटा बढ़ गया है और कर्ज 4.57 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने तीन बजट पेश किए। राज्य सरकार ने हर बजट में वार्षिक योजना कम करने का काम किया, सरकार आज आर्थिक संकट में है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pakistani-hackers-are-targeting-indian-and-afghan-establishments,"रिपोर्ट: भारतीय, अफगान सरकार के सैन्य अधिकारियों को निशाना बना रहे पाकिस्तानी हैकर","पाकिस्तानी हैकर भारतीय और अफगान सरकारों, विशेष रूप से सैन्य अधिकारियों को अपना निशाना बना रहे हैं। ‘द हैकरन्यूज’ वेबसाइट के मुताबिक, पाकिस्तानी हैकर ट्विटर और फेसबुक आईडी हैक करके सरकारी अधिकारियों से जुड़ी जानकारियां खंगाल रहे हैं। वेबसाइट के मुताबिक, साइडकॉपी एपीटी के इस्तेमाल से सभी सरकारी कामकाजी फाइलों का डाटा इकट्ठा किया जा रहा है। इसके बाद सभी को एक जगह एम्बेड किया जाता है। जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया यूजर्स को धोखे से मैलवेयर प्रोग्राम इंस्टॉल करवाए जाते हैं। इसके बाद साइडकॉपी से लोगों को ट्रोजनाइज्ड चैट ऐप्स (मैलवेयर भरे प्रोग्राम) को इंस्टॉल करने के लिए कहा जाता है। इसमें वाइबर और सिग्नल के रूप में प्रीजेंट करने वाले मैसेंजर या कस्टम-निर्मित एंड्रॉएड एप भी शामिल हैं। इस तरह के कई एप का इस्तेमाल डिवाइस तक पहुंच बनाने के लिए बड़ी चालाकी से मैलवेयर शामिल किए गए थे। हैकर्स के ग्रुप ने इसके लिए महिलाओं के नाम पर अकाउंट बनाए। रोमांटिक तरीके के लालच देते हुए हैकर्स ने यूजर्स को फंसाने वाली बातें की। यह ग्रुप चैट ऐप्स डाउनलोड करने में भी शामिल रहा। साइडकॉपी के नाम से जाना जाने वाला ग्रुप, काबुल में पिछली अफगान सरकार, सेना और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से जुड़े लोगों को टारगेट कर रहा था। इससे पहले भी फेसबुक ने ऐसे ही पाकिस्तानी हैकर्स का पता चलने पर कई अकाउंट्स को डिएक्टिवेट कर उनके डोमेन को हमारे प्लेटफॉर्म पर पोस्ट होने से रोक दिया था। पाकिस्तानी हैकरों के निशाने पर फिलहाल भारत और अफगानिस्तान मालवेयरबाइट्स के ताजा शोध में पता चला है कि हैकर भारतीय प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए नए तरीके खोज रहे हैं। पता चला है पाकिस्तानी हैकर साइडकापी एआरटी नाम के तरीके को उपयोग कर रहे हैं। मालवेयरबाइट्स शोधकर्ता हुसैन जाजी ने बताया कि पाकिस्तानी हैकरों के निशाने पर फिलहाल भारत और अफगानिस्तान हैं। यहां करें शिकायत साइबर क्राइम से पीड़ित टोल फ्री नंबर 155260 पर शिकायत कर सकते हैं। ये भी हैं साइबर क्राइम सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट, ई-मेल, चैट व डिजिटल उपकरण के जरिये किसी को अश्लील या धमकाने वाले संदेश भेजना और किसी भी रुप में परेशान करना साइबर क्राइम के दायरे में आता है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/congress-launches-online-campaign-to-press-for-rs-4-lakh-compensation-for-kin-of-corona-deceased-latest-news-update,"कोरोना से जान गंवाने वालों के लिए कांग्रेस का अभियान शुरू, राहुल गांधी ने उठाई थी आश्रितों को चार लाख रुपये मुआवजा देने की मांग","कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को कोविड से जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को चार लाख मुआवजे की मांग का ऑनलाइन अभियान लांच किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोग गम से घिरे हैं और केंद्र सरकार सो रही है। अभियान लांच करने के बाद एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि ‘स्पीकअपफॉरकोविडन्याय’ अभियान से मांग है कि केंद्र सरकार देश में कोरोना से जान गंवाने वालों का वास्तविक आंकड़ा बताए और उनके आश्रितों को चार लाख रुपये का मुआवजा दे। हमें सरकार को जगाना होगा। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार महामारी से निपटने में नाकामी को छिपाने की कोशिश के तहत मृतकों की संख्या छिपा रही है। सरकार को हकीकत बताने के लिए मजबूर करना होगा। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सरकार के पास कोविड से मौतों के आंकड़े नहीं हैं तो देशभर के लोग इन्हें उसके साथ साझा करने के लिए तैयार हैं। पैसे की कमी नहीं है। मुद्दा है कि सरकार कोविड से पीड़ित परिवारों की मदद करने की इच्छा नहीं दिखा रही। मोदी सरकार ने लाखों परिवारों का मुआवजा तो रोका ही है, महामारी से निपटने में अपनी नाकामी पर भी पर्दा डाल रही है। आपदा प्रबंधन के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, सरकार को प्रत्येक पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये की मदद देनी चाहिए। मोदी सरकार मुआवजे की रकम को 50 हजार पर समेटने में जुटी है। उधर, विभिन्न राज्यों की कांग्रेस इकाइयों ने वीडियो भेजकर इस अभियान का समर्थन शुरू कर दिया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/is-trinamool-changing-warning-to-party-candidates-of-kolkata-municipal-corporation-elections-dont-use-muscle-power,"क्या तृणमूल बदल रही है : कोलकाता नगर निगम चुनाव के पार्टी प्रत्याशियों को चेतावनी, हिंसा की तो निकाल देंगे","कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के चुनाव को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपनी ही पार्टी के प्रत्याशियों को चेतावनी दी है। पार्टी ने कहा कि चुनाव में हिंसा का सहारा लेने वाले प्रत्याशियों को पार्टी से बाहर निकाल दिया जाएगा। नगर निगम के 144 वार्डों के लिए मतदान होगा। बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल के कोलकाता निगम चुनाव में उतरे सभी 144 प्रत्याशियों की शनिवार को बैठक हुई। इसमें पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने साफतौर पर कहा कि यदि इन चुनावों में किसी पार्टी प्रत्याशी ने बाहुबल या हिंसा का सहारा लिया तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तृणमूल प्रत्याशी तारक सिंह ने कहा कि बैठक में अभिषेक बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पार्टी केएमसी चुनावों के दौरान बाहुबल या हिंसा के इस्तेमाल को बर्दाश्त नहीं करेगी। यदि कोई पार्टी के आदेश का उल्लंघन करता है, तो शीर्ष नेतृत्व से उसकी नजदीकी और उसके कद की परवाह किए बिना उसे पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा। बंगाल में चुनावी हिंसा का मामला बहुत पुराना है। अप्रैल मई में हुए विधानसभा चुनाव व उसके बाद राज्य में भारी हिंसा हुई थी। यह मामला अदालतों से होता हुआ सीबीआई तक पहुंच चुका है। नतीजे आने के बाद भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। इन मामलों में सत्तारूढ पार्टी के कार्यकर्ता घेरे में हैं। जानकारों का कहना है कि तृणमूल विधानसभा चुनाव के बाद बनी स्थिति से बचना चाहती है। वह नहीं चाहती कि कोलकाता नगर निगम चुनाव में भी हिंसक स्थिति बने, इसलिए वह खासतौर से सावधानी बरत रही है। एक अन्य दलील यह दी जा रही है कि चूंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम पद की दावेदारी के लिए ममता बनर्जी कदम बढ़ा रही हैं, इसलिए भी वह अपनी पार्टी का चरित्र बदलने जा रही है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/chargesheet-filed-by-nia-in-bomb-blast-case-outside-bjp-mps-residence-in-bengal,पश्चिम बंगाल: भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के घर के बाहर बम धमाका मामले में तीन के खिलाफ चार्जशीट पेश,"पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह आवास के बाहर सितंबर में हुए बम धमाकों के मामले में एनआईए ने शनिवार को तीन के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर दिया। आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि सांसद अर्जुन सिंह के आवास के बाहर हुए बम विस्फोट मामले में आरोपपत्र दाखिल किया है। गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों के नाम इसमें शामिल हैं। अभी इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं देंगे। बंगाल के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अर्जुन सिंह ने मामले की जांच कर रहे एनआईए अधिक",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilwara-news/anjana-talked-about-changing-the-law-but-jat-left-the-post-ofchairman-7207419/,"आंजना ने कानून बदलने की बात कही, लेकिन जाट ने छोड़ा डेयरी चेयरमैन का पद","आंजना ने कानून बदलने की बात कही, लेकिन जाट ने छोड़ा डेयरी चेयरमैन का पद दोपहर सहकारिता मंत्री बोले-मंत्री को डेयरी चेयरमैन बनाए रखने की जरूरत शाम को नियम का हवाला देकर राजस्व मंत्री जाट ने दिया चेयरमैन पद से इस्तीफा भीलवाड़ा Published: December 05, 2021 09:44:38 am भीलवाड़ा। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना की मानें तो राज्य सरकार कानून में बदलाव करेगी, जिससे कोई शख्स मंत्री पद के साथ डेयरी चेयरमैन भी रह सके। भीलवाड़ा सरस डेयरी में पशुपालक जागरूकता कार्यक्रम के बाद शनिवार को मीडिया से चर्चा में आंजना ने कहा कि गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में कानून लाया जाएगा ताकि मंत्री पद के साथ डेयरी चेयरमैन भी रहा जा सके। इससे पहले राजस्थान इकलौता प्रदेश है, जहां विधायक को डेयरी चेयरमैन बने रहने का अधिकार मिला। आंजना ने कानून बदलने की बात कही, लेकिन जाट ने छोड़ा डेयरी चेयरमैन का पद केंद्र पर निशाना आंजना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहते हैं लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित करने में हिचक रहे हैं। मोदी सरकार को एेसा कानून बनाना चाहिए कि जिसमें तय मूल्य से नीचे बाजार में किसी भी जिंस को बेचा या खरीदा न जा सके। तभी किसानों की आय दुगनी हो सकती है। एमएसपी पर ७ से १२ प्रतिशत तक ही माल खरीदा जाता है। जबकि शतप्रतिशत माल खरीदना चाहिए। ऑर्गेनिक व सामान्य माल की एसएसपी अलग-अलग होनी चाहिए क्योकि ऑर्गेनिक में मेहनत ज्यादा लगती है। मंत्री बने तो छोडऩा पड़ा पद इधर, शनिवार शाम राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया। जाट ने डेयरी के प्रबन्ध संचालक विपिन शर्मा को इस्तीफा सौंपा। जाट ने लिखा, मंत्री परिषद का सदस्य होने के कारण राजस्थान सहकारी सोसायटी अधिनियमानुसार ४ दिसम्बर को भीलवाड़ा डेयरी के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे रहा हूं। शर्मा ने कहा कि एक माह में संचालक मंडल की बैठक बुलाई जाएगी। उसमें इस्तीफा स्वीकार कर सहकारिता विभाग को भेजा जाएगा।ऐसे में ३ जनवरी से पहले बैठक होगी। उसके बाद नए अध्यक्ष का चुनाव कार्यक्रम तय होगा। जाट के इस्तीफे के बाद संचालक मंडल के ११ सदस्य रह गए। जाट डेयरी संचालक मंडल के सदस्य नहीं रह सकेंगे, लेकिन प्रतापपुरा दुग्ध समिति के अध्यक्ष बने रहेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilwara-news/due-to-corona-people-s-work-has-become-amber-anjana-7207407/,कोरोना के कारण लोगों के काम के अम्बर लग गए है-आंजना,"कोरोना के कारण लोगों के काम के अम्बर लग गए है-आंजना भीलवाड़ा डेयरी में पशुपालक जागरूकता कार्यक्रम भीलवाड़ा Published: December 05, 2021 09:33:29 am भीलवाड़ा। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि प्रशासन गांवों के संग व शहरों के संग शिविर में आमजन के लंबित कार्य पूर्ण हो रहे हैं। लेकिन इनका समय बढ़ाया जाना चाहिए। कोरोना के कारण लोगों के काम का अम्बार लग गया है। ऐसे राजस्व विभाग इसका समय भी बढ़ा सकता है। डेयरी में सभी को लाभ पहुंचा सकते है तो फिर राजस्थान के किसान आपकी ओर देख रहा है। डेयरी का चुनाव सहकारिता विभाग कराता है। चित्तौडग़ढ़ के बद्रीलाल जाट की सराहना करते हुए कहा कि बद्रीलाल आज से रामलाल जी को गुरु मानकर काम करेंगे, तो तुम्हारी दुकानदारी भी ऐसी ही चलती रहेगी। रामलाल जी तो विधायक व मंत्री बन गए अब बद्री को प्रयास करना होगा की विधायक व मंत्री बने। डेयरी इसका रास्ता है। खाद बिज की कमी आ रही है। डीएपी भारत में नहीं बनता है। आयात करने पड़ता है। यूरिया व एसएसपी मिलाकर डीएपी खाद की कमी को दूर कर रहे है। यह कमी केन्द्र सरकार के कारण हो रही है। कोरोना के कारण लोगों के काम के अम्बर लग गए है-आंजना जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने सैक्स सोरटेड सीमेन, बायो सीएनजी संयंत्र की जानकारी दी गई। कार्यक्रम को विधायक गायत्री देवी, जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू, पूर्व विधायक हगामीलाल मेवाडा, अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम के दौरान बेहतर कार्य करने वाले पशुपालकों को प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया। भीलवाड़ा डेयरी के प्रबंध संचालक विपिन शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। पशुपालक जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता विवेक धाकड़, गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक अक्षय त्रिपाठी, ओमप्रकाश नाराणीवाल, जिला परिषद सीईओ रामचंद्र बैरवा, सीसीबी एमडी अनिल काबरा, अरविन्द ओझा आदि उपस्थित थे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaisalmer-news/camps-are-proving-to-be-a-boon-for-villagers-minister-7207406/,ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहे शिविर : मंत्री,"ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहे शिविर : मंत्री - लंबित कार्यों को पूर्ण करने के लिए अधिकारियों को किया निर्देशित जैसलमेर Published: December 05, 2021 09:33:25 am नाचना. राजस्थान सरकार के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री व पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा कि ग्रामीणों की लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार की ओर से प्रशासन गांवों के संग अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर शिविर लगाए जा रहे है। मंत्री शाले मोहम्मद ने नाचना पंचायत समिति के अवाय ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर का निरीक्षण कर संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेशभर में आयोजित किए जा रहे शिविर ग्रामीणों के लिए वरदान सिद्ध हो रहे है। कई ग्रामीणों की वर्षों व पीढिय़ों से चल रही समस्याओं का निस्तारण हो रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर आवेदन करने और लाभ उठाने का आह्वान किया। साथ ही अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं के निस्तारण के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कुछ विभागों की ओर से तैयारी शिविर में कार्य नहीं किए जाने पर अधिकारियों व कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए तैयारी शिविरों में ग्रामीणों से आवेदन लेने तथा उनके कार्य निपटाने के लिए कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूर्व तैयारी शिविर इसीलिए होते है, ताकि ग्रामीणों के कार्य निपटाकर मुख्य शिविर में उन्हें प्रमाण पत्र सुपुर्द किया जा सके। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों व कर्मचारियोंं को कड़ी हिदायत दी और पूरी निष्ठा, लगन के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। शिविर का किया निरीक्षण कार्यक्रम में प्रधान अर्जुनराम मेघवाल ने संबोधित किया और शिविर के दौरान किए जाने वाले कार्यों की जानकारी दी। इस मौके पर उपनिवेशन उपायुक्त नरेन्द्रपालसिंह शेखावत, तहसीलदार बंटी राजपूत, विकास अधिकारी गणपतराम सुथार, अजयपालसिंह अवाय, शिवकरण चांडक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। मंत्री शाले मोहम्मद ने शिविर के दौरान प्रत्येक विभाग की ओर से लगाई गई स्टॉल पर जाकर अधिकारियों व कर्मचारियों से उनकी ओर से किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहे शिविर : मंत्री",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaisalmer-news/justice-vyas-participated-in-sankalp-siddhi-yagya-7207405/,न्यायाधिपति व्यास ने संकल्प सिद्धि यज्ञ में की शिरकत,"न्यायाधिपति व्यास ने संकल्प सिद्धि यज्ञ में की शिरकत - पोकरण पहुंचने पर किया स्वागत व अभिनंदन जैसलमेर Published: December 05, 2021 09:33:16 am पोकरण. राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति मदनगोपाल व्यास का पोकरण पहुंचने पर सालमसागर तालाब पर कस्बेवासियोंं की ओर से उनका स्वागत व अभिनंदन किया गया। न्यायाधिपति व्यास शनिवार को दोपहर बाद कस्बे के सालमसागर तालाब के पास स्थित एक आवास पर गत डेढ़ वर्ष से चल रहे संकल्प सिद्धि यज्ञ की पूर्णाहुति व आरती में शिरकत की। गौरतलब है कि मां त्रिपुरा सुंदरी, बाल त्रिपुरा सुंदरी व बगुलामुखी के आह्वान के साथ गत डेढ़ वर्ष से कस्बे के पंडित राधाकिशन व्यास के आवास पर उनके पुत्र कैलाश व्यास की ओर से संकल्प सिद्धि यज्ञ का आयोजन किया जा रहा था। जिसकी शनिवार को पूर्णाहुति की गई। इस मौके पर न्यायाधिपति व्यास, उपनिवेशन अतिरिक्त आयुक्त दुर्गेश बिस्सा, वाणिज्य एवं कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त स्टेट जीएसटी दिनेश रंगा, ग्राम न्यायालय सांकड़ा के न्यायाधिकारी किशन सांदू ने यज्ञ में आहुतियां दी तथा आरती व प्रसादी में शिरकत की। इस मौके पर न्यायाधिपति व्यास सहित अतिथियों का यज्ञ में शरीक होने पर पंडित राधाकिशन व्यास, अतिरिक्त आयुक्त दुर्गेश बिस्सा, कांग्रेस नेता आनंदीलाल गुचिया, नारायणसिंह चंपावत, एसीबीईओ विष्णुकुमार छंगाणी, प्रधानाचार्य हेमशंकर जोशी, अल्लाबक्श, ओम शर्मा, नारायणदास शर्मा, नवनारायण व्यास, अशोक छंगाणी, विजय व्यास, हेमंत छंगाणी, किशन शर्मा, पुखराज पणिया, कन्हैया पुरोहित, अशोक गुचिया, रामस्वरूप गुचिया, कमलेश सुथार, प्रशांत दुबे सहित लोगों की ओर से उनका स्वागत व अभिनंदन किया गया। न्यायाधिपति व्यास ने पोकरण कस्बे में जगह-जगह आयोजित स्वागत व अभिनंदन के लिए आभार जताया। इससे पूर्व उन्होंने आशापुरा माता मंदिर व जाज्वला माता मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। यहां पुखराज बिस्सा, पन्नालाल पुरोहित, बद्रीनारायण, जुगलकिशोर पुरोहित आदि ने उनका मालाएं पहनाकर अभिनंदन किया। न्यायाधिपति व्यास ने संकल्प सिद्धि यज्ञ में की शिरकत",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaisalmer-news/take-advantage-of-government-schemes-minister-7207404/,सरकारी योजनाओं का लें लाभ : मंत्री,"सरकारी योजनाओं का लें लाभ : मंत्री - गांवों में किया स्वागत, मंत्री ने की जनसुनवाई जैसलमेर Published: December 05, 2021 09:33:07 am पोकरण. राजस्थान सरकार के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास व जल उपयोगिता मंत्री एवं पोकरण विधायक शाले मोहम्मद शनिवार को पोकरण विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहे। मंत्री शाले मोहम्मद शनिवार को सुबह 11 बजे पोकरण पहुंचे। यहां उन्होंने शिवपुरा में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत की। इसके बाद उन्होंने अपने निवास फतेह मंजिल पर जनसुनवाई की। मंत्री शाले मोहम्मद ने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि राज्य सरकार की ओर से आमजन के हित के लिए कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने इन योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर उनका लाभ अर्जित करने का आह्वान किया। उन्होंने विशेष रूप से प्रशासन गांवों व शहरों के संग अभियान के तहत आयोजित हो रहे शिविरों में नियमों में दी गई शिथिलताओं की जानकारी दी तथा शिविरों का लाभ उठाने की बात कही। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मनसा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को सरकार की योजना का लाभ मिले और उसकी समस्या का निराकरण हो। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित कर त्रि-स्तरीय जनसुनवाई की व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को जनसुनवाई में प्राप्त होने वाली परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए पाबंद किया गया इस मौके पर कांग्रे्रस नेता अब्दुला फकीर, कारी मोहम्मद अमीन, पुलिस उपाधीक्षक मोटाराम गोदारा, तहसीलदार बंटी राजपूत सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। पोकरण (आंचलिक). अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने शनिवार को ग्रामीण क्षेत्रोंं का दौरा किया। मंत्री शाले मोहम्मद ने नाचना, अजासर, अवाय आदि गांवों का दौरा किया। इस दौरान रास्ते में कायमदीन कोटवाल ने शॉल ओढ़ाकर मंत्री का स्वागत व अभिनंदन किया। इसके बाद नाचना फांटा पर प्रधान अर्जुनराम मेघवाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों की ओर से स्वागत व अभिनंदन किया गया। गांवों में स्वागत के दौरान मंत्री ने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी तथा समस्याओं के निराकरण के लिए निर्देशित किया। सरकारी योजनाओं का लें लाभ : मंत्री",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/lucknow-news/bjp-organise-six-rally-with-pm-narendra-modi-in-up-due-to-up-election-7207399/,"यूपी में भाजपा की ताबड़तोड़ रैलियां, मोदी सहित मैदान में उतरेंगे ये दिग्गज नेता, चुनाव के पहले मोदी का अहम रोल","यूपी में भाजपा की ताबड़तोड़ रैलियां, मोदी सहित मैदान में उतरेंगे ये दिग्गज नेता, चुनाव के पहले मोदी का अहम रोल अगले सप्ताह से उत्तर प्रदेश में 6 रैलियों का आयोजन किया जाएगा। रैलियां उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड, वाराणसी और लखनऊ में आयोजित की जाएंगी। रैलियों व आयोजनों के माध्यम से पूरे उत्तर प्रदेश को शामिल करने का प्रयास होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर में सात दिसंबर को खाद कारखाने का उद्घाटन भी करेंगे। यहां पर एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों का कहना है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जनसभा में चार लाख लोगों को इकट्ठा करने की योजना है। लखनऊ Published: December 05, 2021 09:26:35 am लखनऊ. विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अगले सप्ताह से यूपी के विभिन्न हिस्सों में ताबड़तोड़ रैलियां करने जा रही है। इन रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अहम भूमिका होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा के कई दिग्गज नेता रैलियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल बनाएंगे। ,, छह रैलियों का होगा आयोजन अगले सप्ताह से उत्तर प्रदेश में 6 रैलियों का आयोजन किया जाएगा। रैलियां उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड, वाराणसी और लखनऊ में आयोजित की जाएंगी। रैलियों व आयोजनों के माध्यम से पूरे उत्तर प्रदेश को शामिल करने का प्रयास होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर में सात दिसंबर को खाद कारखाने का उद्घाटन भी करेंगे। यहां पर एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों का कहना है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जनसभा में चार लाख लोगों को इकट्ठा करने की योजना है। नरेन्द्र मोदी की चुनाव से पहले अहम भूमिका विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा अभी से अपनी ताकत दिखा रही है। जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में सक्रिय हैं ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की अहम भूमिका हो सकती है। अब तक उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दौरे हो चुके हैं वहीं आने वाले दिनों में गोरखपुर, वाराणसी व लखनऊ में कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। पार्टी अध्यक्ष भी होंगे शामिल मोदी के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा रैलियों व कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। आगामी चुनाव से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी सक्रिय किया जाएगा। पूरे उत्तर प्रदेश में भाजपा के पक्ष में जनता को लाने के लिए पार्टी ने प्लान तैयार किया है। जिसमें बड़े नेताओं को शामिल कर कार्यक्रम को प्रभावी बनाने का काम किया जाएगा।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilwara-news/modi-is-not-announcing-ssp-7207389/,"मोदी ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करूंगा, लेकिन एसएसपी की घोषणा नहीं कर रहे","मोदी ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करूंगा, लेकिन एसएसपी की घोषणा नहीं कर रहे भीलवाड़ा सरस डेयरी में आयोजित पशुपालक जागरूकता कार्यक्रम समारोह में की थी शिरकत सरकार बनाएगी नया कानून ताकि मंत्री भी डेयरी चेयरमेन रह सके भीलवाड़ा Updated: December 05, 2021 09:20:39 am भीलवाड़ा। सहकारिता विभाग के मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते है कि किसानों की आय दोगुनी करूंगा। वही एमएसपी की घोषणा करने में हिचक रहे है। इसकी जल्द घोषणा होनी चाहिए। वह भी ऐसी हो कि जो समर्थन मूल्य हो उससे नीचे बाजार में कोई भी जिन्स बीके ही नहीं। एक दाना भी कहीं बिकता है तो सरकार को खरीदना चाहिए। तभी किसानों की आय दुगनी हो सकती है। एमएसपी पर ७ से १२ प्रतिशत तक ही माल खरीदा जाता है। जबकि शतप्रतिशत माल खरीदना चाहिए। ओर्गेनिक व सामान्य माल की एसएसपी दर अलग-अलग होनी चाहिए क्योकि ओर्गेनिक में मेहनत ज्यादा लगती है। तभी किसान ओर्गेनिक की ओर बढेंगे। और लोगों को अच्छे उत्पाद भी मिल सकेंगे। आंजना शनिवार को भीलवाड़ा सरस डेयरी में आयोजित पशुपालक जागरूकता कार्यक्रम समारोह में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। मोदी ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करूंगा, लेकिन एसएसपी की घोषणा नहीं कर रहे मंत्री मंडल की बैठक में मुरारीलाल ने कहा था कि पुरानी बातों को छोड़ों विकास पर ध्यान दो ताकि प्रदेश का विकास हो सके। के सवाल पर आंजना ने कहा कि जब सब दोस्त लोग बैठते है तो आपस में पुरानी बातें करते है। इससे ज्यादा कुछ भी नहीं था। राजस्थान में डीएपी खाद की कमी आंजना ने माना कि राजस्थान में डीएपी खाद की कमी से किसान परेशान है। यह खाद केन्द्र सरकार की ओर से सप्लाई की जाती है। माल आयात करना पड़ता है। देश में इसकी कोई फैक्ट्री तक नहीं है। इससे काफी परेशानी रही है। हालांकि किसानों को ज्यादा परेशानी न हो इसके लिए एसएसपी खाद को काम में लेने का आव्हान किया गया है। कानून में करेंगे संशोधन गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में भी कानून लाया जाएगा कि मंत्री पद के साथ डेयरी चेयरमेन भी रह सके। यह कानून में संशोधन होता है तो राजस्व मंत्री रामलाल जाट डेयरी चेयरमेन भी रह सकते है। जाट ने इस संस्था का अपनी मेहनत से २५ साल में खड़ा किया है। इससे पहले राजस्थान एक मात्र प्रदेश है जिसने विधायक को डेयरी चेयरमेन बने रहने का अधिकार भी दिया है। आंजना ने राजस्व मंत्री रामलाल जाट से प्रशासन गांवो के संग अभियान का समय बढ़ाने की पेरवी की है ताकि ग्रामीणों का काम हो सकेगा। वही सरकार को राजस्व भी मिलेगा। जयपुर रैली में आएंगे २ लाख कार्यकर्ता महंगाई से हर व्यक्ति त्रस्त है। इसे लेकर जयपुर में होने वाली रैली में हर जिले से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता भाग लेंगे। सोनियां गांधी ने इस महंगाई को लेकर ही यह रैली जयपुर में करने का निर्णय किया है। हर कार्यकर्ता रैली में जाने को उत्सुक है। ऐसे तो यह हिन्दुस्तान की रैली है। लेकिन इसमें राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात से भी कार्यकर्ता आएंगे। रैली में लगभग २ लाख लोगों के आने की संभावना है।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaisalmer-news/head-can-be-chopped-off-not-bowed-this-is-that-earth-home-minister-7207382/,"सिर कटा सकते है, झुका नहीं .... ये वो धरती है: गृहमंत्री","सिर कटा सकते है, झुका नहीं .... ये वो धरती है: गृहमंत्री केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बॉर्डर की रोहितांश चौकी पर बड़े खाने से पहले सैनिकों में जोश भरते हुए कहा कि यह वो धरती है जहां सिर नहीं झुकने का सिलसिला रहा है। जैसलमेर Updated: December 05, 2021 09:35:45 am केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को बॉर्डर की रोहितांश चौकी पर बड़े खाने से पहले सैनिकों में जोश भरते हुए कहा कि यह वो धरती है जहां सिर नहीं झुकने का सिलसिला रहा है। यहां सिर कटा सकते है, झुका नहीं सकते। राजस्थान वो वीरों की धरती है और आपको फक्र होना चाहिए कि आप यहां ड्युटी पर हों। शाह ने कहा कि तीन युद्धों में इस जमीन ने दुश्मन के दांत खट्टे किए है, चाहे सैनिक कम रहे हों। उन्होंने सीमा रक्षकों की हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि मैने खुद ने यहां की कठिनाइयों को देखा है, दरकते धोरों पर चला हूं। यहां देखा है कि हवाएं इतनी तेज चलती है कि आंधियों में फेसिंग दब जाती है। इन कठिन परिस्थितियों में आपकी ड्युटी की वजह से ही 130 करोड़ भारतीय और देश का गृहमंत्री आराम की नींद सोता है। बॉर्डर पर बीएसएफ और सीआरसीएफ के जवानों की यह मुश्तैदी का यह जज्बा आम आदमी में है। इस दौरान उन्होंने सीसुब के जवानों को मेडिकल कार्ड भी दिए और फरवकेन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय जैसलमेर दौरे पर शनिवार को जैसलमेर पहुंचे। उन्होंने सरहद की निगेहबान मानी जाने वाली तनोट माता के दर्शन किए और सरहदी चौकी रोहिताश जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंंने सुरक्षा प्रहरियों की पीठ थपथपाकर हौसला बढ़ाया और उनके साथ फोटो भी खिंचवाए। विशेष विमान से पहुंचे गृह मंत्री शाह जैसलमेर से सीधे हेलीकॉप्टर से तनोट माता के मंदिर दर्शन करने को रवाना हुए। तनोट पहुंचने पर सीमा सुरक्षा बल के सुरक्षा प्रहरियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। तनोट क्षेत्र में शाह ने वीर जवानों की स्मृति में विजय स्तंभ पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शाह के साथ केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत व बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह व अतिरिक्त महानिदेशक निदेशक एसएन जामवाल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। सफेद कुर्ते पायजामे व हॉफ जेकेट पहने शाह ने बीएसएफ की टोपी भी पहन रखी थी। वे मंदिर में कुछ देर रुके और करीब दस मिनट तक विधिवत पूजा अर्चना की। तनोट क्षेत्र से शाह सीमा चौकी रोहिताश पहुंचे और सरहद की सुरक्षा के लिए इंतजामों की जानकारी ली। रविवार को वे जैसलमेर के पूनम स्टेडियम में बीएसएफ के 57 वें स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/jaisalmer-news/union-home-minister-saw-the-security-system-encouraged-the-security-g-7207381/,"केन्द्रीय गृह मंत्री ने देखी सुरक्षा व्यवस्था, सुरक्षा प्रहरियों का बढ़ाया हौसला","केन्द्रीय गृह मंत्री ने देखी सुरक्षा व्यवस्था, सुरक्षा प्रहरियों का बढ़ाया हौसला -तनोट मंदिर में की पूजा-अर्चना, सीसुब के स्थापना दिवस कार्यक्रम में आज करेेंगे शिरकत जैसलमेर Updated: December 05, 2021 09:38:34 am दो दिवसीय दौरे पर जैसलमेर पहुंचे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को सरहदी क्षेत्र के दौरे पर रहे। उन्होंने सरहद की निगेहबान मानी जाने वाली तनोट माता के दर्शन किए और सरहदी चौकी रोहिताश जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंंने सुरक्षा प्रहरियों की पीठ थपथपाकर हौसला बढ़ाया और उनके साथ फोटो भी खिंचवाए। केन्द्रीय गृह मंत्री शाह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दोपहर करीब ढाई बजे जैसलमेर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे। यहां उनकी भाजपा नेताओं ने अगवानी की। विशेष विमान से पहुंचे गृह मंत्री शाह यहां से सीधे हेलीकॉप्टर से तनोट माता के मंदिर दर्शन करने को रवाना हुए। केन्द्रीय गृह मंत्री ने देखी सुरक्षा व्यवस्था, सुरक्षा प्रहरियों का बढ़ाया हौसला तनोट पहुंचने पर सीमा सुरक्षा बल के सुरक्षा प्रहरियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। गौरतलब है कि पाक सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर जिले में आने से पूर्व उन्होंने ट्वीट किया था कि अपने दो दिवसीय प्रवास पर वीरभूमि राजस्थान में रहूंगा, जिसमें आज जैसलमेर में बीएसएफ के बॉर्डर आउट पोस्ट पर बहादुर जवानों से मुलाकात करुंगा। तनोट क्षेत्र में शाह ने वीर जवानों की स्मृति में विजय स्तंभ पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शाह के साथ केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत व बीएसएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे। सफेद कुर्ते पायजामे व हॉफ जेकेट पहने शाह ने बीएसएफ की टोपी भी पहन रखी थी। वे मंदिर में कुछ देर रुके और करीब दस मिनट तक विधिवत पूजा अर्चना की। उन्होंने सुरक्षा प्रहरियों के साथ फोटो भी खिंचवाई और हौसला अफजाई की। गृह मंत्री के सरहदी जिले में दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर है। उनके आगमन व ठहराव को देखते हुए तनोट क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंध कड़े किए गए और निगरानी तंत्र को बढ़ाया गया। तनोट क्षेत्र से शाह सीमा चौकी रोहिताश पहुंचे और सरहद की सुरक्षा के लिए इंतजामों की जानकारी ली। यहां सैनिक सम्मेलन में उन्होंने सुरक्षा प्रहरियों को संबोधित करते हुए विकट परिस्थितियों में उनके धैर्य, ताकत व बुलंद हौसलों की सरहना की। यहां कमांडेंट एसएन पांडे ने उन्हें पाक से सटे जैसलमेर बॉर्डर पर सीसुब की ताकत व तकनीक से संबंधित संसाधनों व नफरी की जानकारी दी। रोहिताश चौकी क्षेत्र से उन्होंने धोरों के बीच सूर्यास्त के नजारे को निहारा। यहां से वे बड़े खाने में शरीक हुए। इस दौरान लोक संस्कृतिक व देशभक्ति गीतों से सराबोर सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया। रोहिताश में ही उन्होंने रात्रि विश्राम किया। शाह के साथ केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत व बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह व अतिरिक्त महानिदेशक निदेशक एसएन जामवाल, सीसुुब महानिरीक्षक पंकज घूमर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। — शाह का सरहदी क्षेत्र में पहला दिन -दोपहर 2:30 बजे पहुंचे जैसलमेर एयरपोर्ट स्टेशन -दोपहर 3:30 बजे तनोट में विशेष हेलीकॉप्टर से पहुंचे -10 मिनट तक तनोट मंदिर में की पूजा- अर्चना -शाम 5:45 बजे सीमा चौकी रोहिताश पहुंचे। -20 मिनट तक रोहिताश चौकी की ओपी पाइंट पर रुके। -10 मिनट तक रोहिताश चौकी क्षेत्र में सीसुब अधिकारी ने सरहद की सुरक्षा व्यवस्था को ब्रीफ किया। -रात 8 बजे बड़े खाने में सुरक्षा प्रहरियों के साथ बातचीत करते हुए शामिल हुए। इस दौरान सांस्कृतिक संध्या भी हुई। — आज स्वर्णनगरी में केन्द्रीय गृह मंत्री रविवार को वे जैसलमेर के पूनम स्टेडियम में बीएसएफ के 57 वें स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। यहां 156 बटालियन की ओर से सुबह करीब सवा नौ बजे शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आयोजित होने वाले राइजिंग डे परेड में वे शिरकत करेंगे। यहां से वे विमान से जयपुर प्रस्थान कर जाएंगे। — कलाकारों ने कहा- पधारो म्हारे देश सरहदी क्षेत्र में केन्द्रीय गृह मंत्री शाह के स्वागत में रात्रि में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी हुआ। इसका आगाज लोक कलाकारों की ओर से पधारो म्हारे देश से किया गया। लोक कलाकारों के अलावा सीसुब के जवानों ने भी देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियां दी। — जवानों को दिए मेडिकल कार्ड सरहदी दौरे पर आए केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने सीसुब जवानों को मेडिकल कार्ड भी दिए। इस कार्ड से सीसुब सहित केन्द्रीय पुलिस सेवा से जुड़े परिवारों को उपचार संबंधी सहायता मिल सकेगी।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bhilai-news/mandal-president-of-bjp-mahila-morcha-resigned-in-risali-7207364/,"निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिला तो भाजपा महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, मैडम सांसद पर लगाए गंभीर आरोप","निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिला तो भाजपा महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, मैडम सांसद पर लगाए गंभीर आरोप Chhattisgarh Municipal Election 2021 : निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा रिसाली मंडल की महिला मोर्चा अध्यक्ष कंचन सिंह ने इस्तीफा दे दिया। कंचन सिंह ने वार्ड 26 से टिकट मांगा था भिलाई Updated: December 05, 2021 08:55:31 am भिलाई. निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा रिसाली मंडल की महिला मोर्चा अध्यक्ष कंचन सिंह ने इस्तीफा दे दिया। कंचन सिंह ने वार्ड 26 से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने यहां से भरतनाट्यम की नृत्यांगना एस ममता राव को टिकट दे दिया। कंचन का कहना है कि भाजपा ने वार्ड में पैराशूट प्रत्याशी उतारा है। यहां जिसे टिकट दिया गया है, वे 6 महीने पहले ही वार्ड में रहने आई है। महिलाओं की मानें तो इस उम्मीदवार को लोग न तो जानते हैं, न ही पहचानते हैं, लेकिन केवल सरोज पांडेय और उनके परिवार से करीब होने के कारण उन्हें टिकट दे दिया गया। इधर शनिवार की सुबह ही महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष अपनी साथियों के साथ भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र साहू के घर पहुंची और उन्हें लिखित में इस्तीफा सौंप दिया। हालांकि मानमनौव्वल चलती रही, लेकिन अब चुनाव मैदान में कंचन सिंह भाजपा का कितना साथ देंगी यह तो बाद में पता चलेगा। निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिला तो भाजपा महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, मैडम सांसद पर लगाए गंभीर आरोप कांग्रेस और भाजपा के रूठों को मनाने की रणनीति पर हो रहा काम कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के वे दावेदार जिनको पार्टी से टिकट नहीं मिली है वे अब दावेदारी वापस लेने के लिए बहाना तलाश रहे हैं। भाजपा के दावेदारों का कहना है कि बड़े नेताओं ने अब तक फोन नहीं किया है, इस वजह से अभी चुनावी मैदान हैं। वहीं कांग्रेस के दावेदार कह रहे हैं कि टिकट स्थानीय जनप्रतिनिधि ने काटी है, अब सीएम भूपेश बघेल के सामने मौका मिलेगा तो अपनी बात रखेंगे। दोनों ही स्थिति में बहुत से दावेदार चुनावी दंगल से पीछे हटने तैयार नजर आ रहे हैं। नया क्षेत्र जुडऩे से निर्दलीय हो रहे परेशान कांग्रेस और भाजपा से चुनाव एक से अधिक बार जीतकर आने वाले जिन दावेदारों को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है, वे निर्दलीय चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं। उनके सामने दिक्कत नया क्षेत्र जुडऩे से आ रही है। यही वजह है कि अभी 48 घंटे इंतजार कर रहे हैं। अगर पार्टी मना लेती है तो जल्द ही मान जाएंगे। वर्ना पार्टी से बगावत कर चुनाव लडऩे गलियों में आ जाएंगे। एल्डरमेन बनने की चाह दुर्ग जिले में कांग्रेस के कुछ दावेदार उम्मीद कर रहे हैं कि एल्डरमेन बनाने का वादा कर दिया जाता है तो वे दावा छोड़ देंगे। पार्टी के कुछ नेता ऐसा दावा करने को तैयार नहीं है। इधर कुछ दावेदार पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं अब जिसको टिकट दिया है। उसको हराने की रणनीति बना रहे हैं। पति-पत्नी दोनों को नहीं मिली टिकट कांग्रेस से पार्षद चुनाव जीतने वालों में लावेश मदनकर ने वार्ड आरक्षण होने पर पत्नी के लिए टिकट मांगा। वहीं उनके वार्ड का हिस्सा दूसरे वार्ड में जुड़ा था, वहां से खुद चुनाव लडऩे टिकट मांगे। दोनों को टिकट नहीं मिली। नामांकन दाखिल किए हैं और अब तक दावेदारी वापस नहीं लिए हैं। फैक्ट फाइल :- नगर पालिक निगम, भिलाई-चरोदा में भाजपा और कांग्रेस से नामांकन दाखिल करने वाले दावेदारों की संख्या - वार्ड -- भाजपा -- कांग्रेस वार्ड-1, -- 2 -- 1 वार्ड-2, -- 1 -- 3 वार्ड-3, -- 2 -- 1 वार्ड-4, -- 1 -- 1 वार्ड-5, -- 2 -- 2 वार्ड-6, -- 1 -- 1 वार्ड-7, -- 1 -- 1 वार्ड-8 , -- 1 -- 1 वार्ड-9, -- 2 -- 2 वार्ड-10, -- 1 -- 2 वार्ड-11, -- 1 -- 1 वार्ड-12, -- 1 -- 1 वार्ड-13, -- 1 -- 3 वार्ड-14, -- 1 -- 1 वार्ड-15, -- 1 -- 2 वार्ड-16, -- 3 -- 1 वार्ड-17, -- 1 -- 2 वार्ड-18, -- 1 -- 2 वार्ड-19, -- 2 -- 2 वार्ड-20, -- 1 -- 1 वार्ड-21, -- 1 -- 1 वार्ड-22, -- 1 -- 1 वार्ड- 23, -- 4 -- 1 वार्ड- 24, -- 2 -- 1 वार्ड- 25, -- 1 -- 2 वार्ड- 26, -- 1 -- 2 वार्ड- 27, -- 2 -- 2 वार्ड- 28, -- 1 -- 1 वार्ड- 29, -- 1 -- 1 वार्ड- 30, -- 1 -- 3 वार्ड- 31, -- 1 -- 1 वार्ड- 32, -- 1 -- 5 वार्ड- 33, -- 2 -- 2 वार्ड- 34, -- 1 -- 3 वार्ड- 35, -- 2 -- 2 वार्ड- 36 -- 1 -- 1 वार्ड- 37 -- 2 -- 1 वार्ड- 38 -- 1 -- 1 वार्ड- 39 -- 1 -- 1 वार्ड- 40 -- 1 -- 1",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/bangalore-news/religious-education-should-also-be-evaluated-7207312/,धार्मिक शिक्षा का भी हो मूल्यांकन,"धार्मिक शिक्षा का भी हो मूल्यांकन आचार्य महेन्द्र सागर बोले धर्मसभा में बैंगलोर Published: December 05, 2021 07:35:06 am बेंगलूरु. महावीर स्वामी जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ त्यागराज नगर में विराजित आचार्य महेंद्रसागर सूरी ने कहा कि दर्दी को अस्पताल में दाखिल करने के बाद दिन में 2-5 बार पूछताछ करते रहते हैं कि दर्दी को कितनी राहत है और अब कितने दिन और रहना पड़ेगा। बालक को स्कूल कॉलेज में दाखिल करने के बाद प्रारंभिक दिनों में पूछताछ होती है। परंतु धार्मिक पाठशाला में पढ़ रहे विद्यार्थी के संबंध में ऐसी देखभाल करनेे में बड़ी अपेक्षा उपेक्षा की जाती है। कितने माता-पिता यह घर के वडील धार्मिक अध्यापक को ऐसा पूछते हैं कि हमारा बेटा या बेटी कितना पढ़े हैं। महिने पहले वह फलां सूत्र पढ़ रहा था। वह पूरा हुआ या नहीं। उसने जो सूत्र कंठस्थ किए थे। वह सब ठीक ठीक से याद हंै या नहीं। ऐसा ध्यान रखा जाए तो आज की धार्मिक पाठशाला का प्रभाव कुछ अलग ही देखने को मिल सकता है। धार्मिक शिक्षा का भी हो मूल्यांकन रेल व्हील फैक्ट्री को गोल्डन पिकॉक इको इनोवेशन अवार्ड बेंगलूरु. रेल व्हील फैक्ट्री (आरडब्ल्यूएफ) को गोल्डन पिकॉक अवार्ड कमेटी के निदेशक संस्थान द्वारा गठित प्रतिष्ठित गोल्डन पिकॉक इको इनोवेशन अवार्ड (जीपीईआईए) 2021 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार जल संरक्षण और जल निकायों के निर्माण/बहाली पर आरडब्ल्यूएफ के कार्यों के लिए दिया गया। वार्षिक गोल्डन पिकॉक अवार्ड्स के लिए 472 से अधिक प्रविष्टियों में से, 294 आवेदनों को 3 स्तरीय मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से अंतिम चयन के लिए चुना गया था। शॉर्टलिस्टेड प्रविष्टियों की गुणवत्ता उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने की प्रतिबद्धता और विश्व स्तरीय स्थिति प्राप्त करने के लिए उच्च स्तर की गुणवत्ता बनाए रखने की इच्छा का प्रमाण देती है। पर्यावरण, स्वास्थ्य और सुरक्षा, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञों से युक्त विशेषज्ञों के एक समूह ने अनुप्रयोगों का मूल्यांकन किया। प्रत्येक आवेदन की स्वतंत्र रूप से मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा समीक्षा की गई, और बाद में सामूहिक रूप से मूल्यांकन किया गया।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/kolkata-news/west-bengal-ward-election-news-7207303/,WEST BENGAL KMC ELECTION---2 प्रवासी राजस्थानियों के बीच कड़ी टक्कर,"WEST BENGAL KMC ELECTION---2 प्रवासी राजस्थानियों के बीच कड़ी टक्कर गंदगी-अतिक्रमण के मकडज़ाल में उलझा वार्ड 22, बतौर ट्रांसपोर्टर वृहत्तर बड़ाबाजार की खास पहचान, बरसात में तालाब सा नजारा, सूरत-ए-हाल-वार्ड 22, पत्रिका ग्राउंड रपट कोलकाता Published: December 05, 2021 07:01:10 am KMC ELECTION2021--कोलकाता। बतौर ट्रांसपोर्टर क्षेत्र के तौर पर खास पहचान बनाने वाले वृहत्तर बड़ाबाजार के वार्ड 22 के प्रत्याशियों ने निगम चुनाव की तारीख नजदीक आते ही पूरा दमखम लगा दिया है। यहां मुख्य रूप से 2 प्रवासी राजस्थानी उम्मीदवारों (भाजपा की मीनादेवी पुरोहित और तृणमूल कांग्रेस के स्वयम प्रकाश पुरोहित) के बीच कड़ी टक्कर है। जबकि कांग्रेस के नागेश सिंह भी मैदान में हैं। माहेश्वरी भवन से लेकर राजस्थान ब्राह्मण संघ के कार्यालय क्षेत्र वाला यह वार्ड आज जगह-जगह गंदगी, अतिक्रमण, जलजमाव, पार्किंग समस्याओं के मकडज़ाल में उलझा है। पत्रिका ने शनिवार को जब वार्ड 22 का सूरत-ए-हाल-जानने इलाके की पड़ताल की, तो क्षेत्र के निवासियों ने अपने मन की पीड़ा कुछ इस तरह बयां की। उन्हें अब इस बार के निगम चुनाव में जीतने वाले जनप्रतिनिधि से समस्याओं से निजात मिलने की उम्मीद है। बरसों से यहां व्यापार कर रहे बीकानेर के मूल निवासी हेमंत मूंधड़ा ने कहा कि झंडा भले ही अलग-अलग हो लेकिन लोग सब एक ही हैं। आलूपोस्ता से राजाकटरा तक मुख्य रूप से हिंदी भाषी बहुल इस वार्ड क्षेत्र में आलू, प्याज, अदरक, लहसुन की थोक मंडी है जिसे आलूपोस्ता के नाम से जाना जाता है। मालापाड़ा मोड़ इस वार्ड का मुख्य केंद्र है। गणेश टाकीज, शोभाराम बैशाख स्ट्रीट, नलिनी सेठ रोड, माहेश्वरी भवन, मोटा गणेश मंदिर, राजाकटरा स्थित पंचमुखी हनुमान मन्दिर, शनिमंदिर, सीआईटी पार्क, कोठारी पार्क इस क्षेत्र की खास पहचान है।कलाकार स्ट्रीट के एक भाग के अलावा शोभाराम बैसाख स्ट्रीट, निम्बूतल्ला, नलिनी सेठ रोड, राजाकटरा आदि को मिलाकर यह वार्ड बना है। WEST BENGAL KMC ELECTION---2 प्रवासी राजस्थानियों के बीच कड़ी टक्कर ये हैं मुख्य उम्मीदवार इस वार्ड से मीनादेवी पुरोहित 1995 से लगातार जीत दर्ज करती आ रही। भाजपा ने इस बार भी 5 बार की विजेता मीनादेवी पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने इस वार्ड से नागेश सिंह वहीं तृणमूल कांग्रेस ने स्वयम प्रकाश पुरोहित को को उम्मीदवार बनाया है।तृणमूल कांग्रेस ने इस वार्ड में ब्राह्मण चेहरे को मैदान में उतार कर मुकाबला कड़ा करने की कोशिश की है। मीनादेवी ने 2015 के निगम चुनाव में पूर्व विधायक और तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश बजाज हरा कर जीत दर्ज की थी। मीनादेवी और स्वयम प्रकाश पुरोहित दोनों ही उम्मीदवार प्रवासी राजस्थानी हैं।मुख्य रूप से बीकानेर की मूल निवासी डिप्टी मेयर रह चुकी मीनादेवी पुरोहित की प्राथमिकता वार्ड के स्वास्थ्य केंद्र की मूलभूत कमियों को दूर कर और विकसित करना है। उनका कहना है कि इसका मकसद यह है कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सके। इसके साथ ही हरित वार्ड बनाने पर उनका जोर देना है। बनारस के मूल निवासी कांग्रेस के नागेश सिंह ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि उनका मकसद सबका साथ, सबकी मदद करना है। उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता वार्ड की गंदगी दूर कर अवैध पार्किंग से निजात दिलाना है। डबल इंजन सरकार चाहिए उधर टीएमसी के स्वयम प्रकाश पुरोहित का कहना है कि इस वार्ड में विकास के लिए यहां डबल इंजन वाली सरकार जरूरी है। वार्ड में चिकित्सा केंद्र , साफ-सफाई के साथ छात्रों के लिए केएमसी की ओर से फ्री वाई-फाई सुविधा बहाल करना ही उनका मकसद है। पुरोहित ने कहा कि वार्ड में जगह-जगह गंदगी से मलेरिया-डेंगू के डंक ने लोगों को चपेट में ले लिया है। जलजमाव से निजात दिलाने के साथ वे इस वार्ड को सुंदर और सर्वोच्च बनाएंगे।....",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/ghulam-nabi-azad-says-no-intention-to-launch-new-party-but-no-one-knows-future-in-politics-b408/,गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर में करेंगे अलग पार्टी लॉन्च? कहा- 'ऐसा कोई इरादा नहीं लेकिन राजनीति में....',"जम्मू-कश्मीर में गुलाम नबी आजाद की बढ़ी सक्रियता के बाद लग रही हैं अटकलें।आजाद ने कहा- नई पार्टी शुरू करने का इरादा नहीं पर राजनीति में आगे क्या होगा ये कोई नहीं जानता है।गुलाम नबी आजाद ने साथ ही कहा कि कांग्रेस में आज आलोचना की जगह नहीं रह गई है। श्रीनगर: कांग्रेस के जी-23 गुट में शामिल और मौजूदा कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर कई बार सवाल उठा चुके गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि उनका जम्मू-कश्मीर में कोई नई पार्टी शुरू करने का इरादा नहीं है। साथ ही वे ये कहने से भी नहीं चूके कि राजनीति में आगे क्या हो सकता है, इस बारे में कोई नहीं जानता है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्य सभा सांसद गुलाम नबी आजाद को लेकर हाल में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। आजाद ने जिस तरह जम्मू-कश्मीर में कई बैठकें की और अलग-अलग लोगों से मिले, उसके बाद से नई पार्टी लॉन्च करने को अटकलें जारी हैं। ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस में उनके 20 विश्वसनीय इस्तीफा दे सकते हैं। बहरहाल, आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मौजूदा रैलियां उन राजनीतिक गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के लिए हैं जो राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा छीन लिए जाने के बाद रूक गई थीं। 'कांग्रेस में आज आलोचना की जगह नहीं' पिछले चार दशकों से कांग्रेस में कई प्रमुख पदों पर रहे आजाद ने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय के विपरीत आज पार्टी में आलोचना के लिए कोई जगह नहीं है। एनडीटीवी के अनुसार एक रैली को संबोधित करने के बाद आजाद ने टीवी चैनल से कहा, 'कोई भी नेतृत्व को चुनौती नहीं दे रहा है। संभवत: इंदिरा गांधी और राजीव जी ने मुझे सवाल करने के लिए बहुत अधिक स्वतंत्रता दी थी जब चीजें गलत हो रही थीं। वे आलोचना से कभी असहज नहीं होते थे। वे इसे गलत नजर के तौर पर नहीं देखते थे। आज नेतृत्व को यह ठीक नहीं लगता है।' गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि वह राजनीति को छोड़ना चाहते थे पर 'लाखों समर्थकों' के लिए उन्होंने इसे जारी रखने का फैसला किया। कांग्रेस में इस्तीफे और अपनी बैठकों में जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर की अनुपस्थिति पर आजाद ने कहा कि शायद वह उनकी स्पीड और स्टैमीना से मेल नहीं खाते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%85%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%b5-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%b2%e0%a5%9c%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87-%e0%a4%9a/,"अखिलेश यादव नहीं लड़ेंगे चुनाव, चाचा शिवपाल से गठबंधन पर इंकार...","अखिलेश यादव नहीं लड़ेंगे चुनाव, चाचा शिवपाल से गठबंधन पर इंकार नहीं By तहलका ब्यूरो November 1, 2021 धीरे-धीरे दिलचस्प बनते जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी इस बार खुद को मजबूत मानकर चल रही है। अब पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ऐलान किया है कि वे खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे। यादव इस समय लोकसभा के सदस्य हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव में प्रियंका गांधी की सक्रियता और भाजपा के पूरी ताकत झोंक देने से अखिलेश समाजवादी पार्टी के प्रचार में पूरा वक्त देना चाहते हैं। पिछली बार जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने थे तब भी वे विधानसभा के सदस्य नहीं थे। उनके पार्टी सदस्यों की मान्यता है कि इस बार यदि पार्टी की सरकार बनती है तो वे विधान परिषद से ही चुने जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चाचा शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने पर उन्होंने सकारात्मक रुख दिखाया। यादव ने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से गठबंधन मुश्किल नहीं है। बता दें, अखिलेश यादव आजकल ‘विजय रथ यात्रा’ निकाल रहे हैं। पार्टी के कार्यकर्ता मान कर चल रहे हैं कि अगली सरकार पार्टी की ही बन रही है। सपा नेता कह रहे हैं कि भाजपा से सिर्फ सपा की टक्कर है और कोई मैदान में नहीं है। हालांकि, जानकार मान रहे हैं कि इस बार उत्तर प्रदेश का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। भाजपा ने अभी से पूरी ताकत मैदान में झोंक दी है, जबकि प्रियंका गांधी की सक्रियता प्रदेश में जिस तरीके से दिख रही है और जनता के बीच जैसी उनकी चर्चा चल रही है वह चुनाव को दिलचस्प बनाने के सम्भावना दिखा रही है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%a8-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82/,पंजाब में कैप्टन बनाम कांग्रेस,"पंजाब में कैप्टन बनाम कांग्रेस By तहलका ब्यूरो November 1, 2021 अब अमरिंदर सिंह पर कांग्रेस नेता कर रहे थे निजी हमले, सोनिया गाँधी ने रोका पंजाब में अब कांग्रेस और अभी भी पार्टी में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दो विपरीत ध्रुवों पर खड़े हो चुके हैं। अमरिंदर अपने मीडिया सलाहकार के ट्वीट के ज़रिये भविष्य में अपनी ही राजनीतिक पार्टी बनाने और आगे चलकर टीम कृषि क़ानूनों पर सम्मानजनक समझौते की सूरत में विधानसभा चुनाव में भाजपा के कन्धे से कन्धा मिलकर चलने की घोषणा कर चुके हैं। खुले रूप से भाजपा के साथ क़दमताल करने की उनकी घोषणा के बाद अब कांग्रेस के नेता उन पर हमलावर हो चुके हैं और विवादित पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम से उनके रिश्तों को लेकर जाँच तक की बात हो रही है। क़रीब 80 साल के अमरिंदर सिंह की कांग्रेस से नाराज़गी उनके घोर प्रतिद्वंद्वी नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनने से शुरू हुई थी, जो अब तल्ख़ियों में बदल चुकी है। लेकिन कैप्टन के ख़िलाफ़ अब पंजाब कांग्रेस के दूसरे नेता भी आ गये हैं। कैप्टन ने सिद्धू को पाकिस्तान परस्त बताकर एक तरह से देश के लिए ख़तरा बताया था। हालाँकि अब पंजाब सरकार में गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने अरूसा आलम के आईएसआई के साथ कथित सम्बन्धों की जाँच की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। इसके बाद सिद्धू के नज़दीकी समझे जाने वाले उनके पूर्व मुख्य रणनीतिक सलाहकार मोहम्मद मुस्तफ़ा ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता और पूर्व मुख्य सचिव विनी महाजन के साथ अरूसा आलम की एक तस्वीर साझा कर दी। हालाँकि पूर्व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव मेजर अमरदीप सिंह ने रंधावा को इलाक़े (बेल्ट) से नीचे नहीं उतरने की सलाह दी। इस विवाद के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने अरूसा की कुछ तस्वीरें जारी कीं, जिसमें वह पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफ़ा की पत्नी और बहू के साथ नज़र आ रही हैं। मामला तब और गरम हो गया, जब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू की पूर्व मंत्री पत्नी नवजोत कौर ने अमरिंदर सिंह पर सीधा हमला बोल दिया। उन्होंने कहा- ‘कैप्टन के मुख्यमंत्री रहते पंजाब में कोई तैनाती (पोस्टिंग) बिना तोहफ़े और पैसे के नहीं होती थी। यह सब अरूसा आलम को दिया जाता था। उस वक़्त अरूसा पंजाब में मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि उत्कृष्ट मुख्यमंत्री की तरह काम कर रही थीं। अमरिंदर सिंह को सलाह है कि अरूसा पंजाब का पैसा लेकर इंग्लैंड और दुबई चली गयी। वह भी वहाँ जाकर ऐश करें। ऐसा न हो कि अरूसा सारा पैसा उड़ा दे।’ नवजोत कौर सिद्धू का अमरिंदर पर यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले अमरिंदर ने उनके पति को जब चुनाव न जीतने देने वाला बयान दिया था, तब भी कौर ने अमरिंदर को अमृतसर ईस्ट में सिद्धू के ख़िलाफ़ चुनाव लडऩे की चुनौती दे डाली थी। उन्होंने तब कहा था कि उसके बाद अमरिंदर को पता चल जाएगा कि कौन अधिक लोकप्रिय है। वैसे अमरिंदर ने बी उन पर हमला करने वालों पर हमला किया। हालाँकि सोनिया गाँधी ने अमरिंदर पर हमला करने वालों को रोक दिया कि वे ऐसा न करें। याद रहे जिन अरूसा आलम के नाम पर पंजाब में राजनीति तेज़ है वह अरूसा पाकिस्तान से हैं और रक्षा पत्रकार (डिफेंस जर्नलिस्ट) हैं। दावा किया जाता रहा है कि कैप्टन से अरूसा की पहली मुलाक़ात सन् 2004 में पाकिस्तान दौरे के दौरान हुई थी और उसके बाद अरूसा कई बार भारत आयीं। उन्हें पिछले एक दशक से भी ज़यादा समय से अमरिंदर सिंह का क़रीबी माना जाता है। बता दें कुछ मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया जाता रहा है कि अरूसा आलम एक बार जब पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फ़ैज़ हामिद के साथ कथित तौर पर आपत्तिजनक स्थिति में थीं, तो उनकी पत्नी ने वहाँ पहुँचकर ख़ासा हंगामा कर दिया था। कैप्टन और भाजपा अमरिंदर सिंह तकनीकी रूप से भले अभी कांग्रेस में हैं; लेकिन वह ख़ुद एक ट्वीट में नयी पार्टी बनाने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने इस ट्वीट में जो दिलचस्प बात यह कही कि कृषि क़ानूनों पर कोई सही फ़ैसला होने पर वह भाजपा का साथ दे सकते हैं। यहाँ सवाल यही है कि अपने एक साल के आन्दोलन में क़रीब 800 साथियों की शहादत देख चुके किसान क्या तीनों क़ानूनों को वापस लेने से कम पर मानेंगे? और क्या सिर्फ़ अमरिंदर सिंह को अपने बेड़े में बैठाने के लिए भाजपा तीन कृषि क़ानूनों की बलि देने की हिम्मत जुटा पाएगी। किसान नेताओं से बातचीत में यही समझ आता है कि वे आने वाले विधानसभा चुनावों में किसी भी सूरत में भाजपा को सबक़ सिखाएँगे। और यदि अमरिंदर सिंह भाजपा के साथ गये, तो किसानों की नाराज़गी उन्हें भी भारी पड़ सकती है। पंजाब में कम-से-कम आज की तारीक़ में तो लोगों में भाजपा के प्रति बहुत तलख़ी है। पंजाब में विधानसभा चुनाव को अब ज़यादा समय नहीं बचा है। यहाँ बड़ा सवाल यही है कि अपनी पार्टी बनाते हुए अमरिंदर कांग्रेस के कितने विधायकों को तोडक़र अपने साथ ले जाएँगे? अभी तक यह तो नहीं लगता कि कैप्टन कांग्रेस सरकार गिराने की स्थिति में हैं। एक मोटे अनुमान के मुताबिक, 7 से 9 विधायक या मंत्री ही ज़यादा-से-ज़यादा अमरिंदर सिंह के साथ कांग्रेस से जा सकते हैं। लेकिन जिस तरह कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने वाला कार्ड खेला है, उससे पार्टी को उम्मीद है कि जनता उसे सत्ता में वापस लाएगी। सिद्धू के रहते कांग्रेस और ताक़तवर हो जाती है। अमरिंदर के पास निश्चित ही इस स्तर के नेता नहीं जुट पाएँगे। इसमें कोई दो-राय नहीं कि अमरिंदर सिंह कांग्रेस को नुक़सान पहुँचाने की क्षमता रखते हैं। लेकिन बहुत कुछ किसानों के रूख़ पर निर्भर करेगा। किसान यदि भाजपा से नाराज़ रहते हैं, तो भाजपा के साथ-साथ अमरिंदर सिंह भी डूबेंगे। वैसे चर्चा है कि कैप्टन दीवाली के आसपास नयी पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। कैप्टन के साथ कुछ पूर्व मंत्री और विधायकों के अलावा कुछ पार्टी नेता भी उनके साथ जा सकते हैं। मनीष तिवारी जैसे कांग्रेस में उपेक्षित नेता कैप्टन का हाथ थाम लें, तो हैरानी नहीं होगी। ख़ुद कैप्टन की पत्नी परनीत कौर सांसद हैं। हालाँकि बहुत कुछ एक-दो महीने बाद के राजनीतिक माहौल पर निर्भर करेगा। अकाली दल भी किसान आन्दोलन का सन्ताप झेल रहा है। हालाँकि अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में इस बार बहुत ज़यादा चर्चा में नहीं दिख रही। भाजपा को लेकर कहा जा रहा है कि वह पुराने साथी अकाली दल के साथ अन्दरखाने अभी भी नरम हैं; भले उसने किसान क़ानूनों पर ही उसका साथ छोड़ा था। कृषि क़ानून वापस लेने की स्थिति में अकाली दल का प्रेम फिर भाजपा पर उमड़ सकता है। अकाली दल का रूख़ आने वाले हफ़्तों में साफ़ होगा।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a1/,कांग्रेस का महिला कार्ड,"कांग्रेस का महिला कार्ड By राजीव दुबे November 1, 2021 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने अपने खोये हुए जनाधार को पाने के लिए जो महिला कार्ड खेला है, उससे उसके जनाधार में बदलाव आ सकता है। अभी तक राजनीतिक दल महिलाओं की राजनीति में भागीदारी को लेकर सिर्फ़ बयानबाज़ी ही करते रहे हैं। लेकिन प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 40 फ़ीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा करके देश के राजनीतिक आकाओं को साफ़ सन्देश दे दिया है कि अब कांग्रेस राजनीतिक समीकरणों में बदलाव लाना चाहती है। उत्तर प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में कांग्रेस की इस पहल को नयी राजनीति के तौर पर देखा जा रहा है। भले ही यह आधी आबादी के हित में है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस की इस पहल से देश में नये राजनीति समीकरण बनकर उभरेंगे। कांग्रेस की देखा-देखी अन्य राजनीतिक दल भी महिलाओं को टिकट देने को मजबूर हो सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि भले ही आज कांग्रेस में उठा-पटक चली रही है। कुछ कांग्रेस नेता, जो पार्टी छोड़ रहे हैं; उसे डूबता जहाज़ बता रहे हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान को इन बातों से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में जी-23 के नेताओं को साफ़ सन्देश दे चुकी हैं कि ‘कोई भ्रम में न रहे, मैं ही कांग्रेस अध्यक्ष हूँ।’ उनके इस सन्देश के बाद ही तय हो गया था कि कांग्रेस अपनी नीति के तहत राजनीति करेगी और उत्तर प्रदेश सहित पंजाब में जी-तोड़ मेहनत करके जनता के बीच जाएगी। तभी से कांग्रेस आक्रामक राजनीति कर रही है। बताते चलें कि प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश की सियासत पर लम्बे समय से पैनी नज़र रखे हुए हैं। किसान आन्दोलन से लेकर हाथरस कांड, लखीमपुर खीरी कांड और उसके बाद आगरा में वाल्मीकि समाज के व्यक्ति की थाने में मौत के बाद पीडि़तों से मिलने के लिए उन्होंने जिस तरह से सत्ताधारी भाजपा से जिस तरह से लोहा लिया, उससे लोगों का रुझान प्रियंका और कांग्रेस की तरफ़ हुआ है। उत्तर प्रदेश की सियासत तीन दशक से पूरी तरह से जाति-धर्म को केंद्र में रखकर की जाती रही है और उत्तर प्रदेश से होकर ही दिल्ली की सियासत का रास्ता निकलता है। जनता के मिजाज़ को भाँपते हुए कांग्रेस ने जो महिला कार्ड खेला है, उससे प्रदेश के चुनाव परिणाम चौंकाने वाले साबित हो सकते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%81-4/,उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 सपा की सेंधमारी से भाजपा हैरान,"उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 सपा की सेंधमारी से भाजपा हैरान By सुनील कुमार November 1, 2021 विधानसभा उपाध्यक्ष बने भाजपा विधायक नितिन अग्रवाल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से लगभग पाँच महीने पहले हुए विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव में भले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को उपाध्यक्ष बनने का मौक़ा मिल गया, मगर समाजवादी पार्टी (सपा) के पक्ष में गये अन्य पार्टियों के विधायकों के 11 मतों ने, जिसमें भाजपा के विधायकों के द्वारा विरोध में मतदान किये जाने की सुगबुगाहट भी है; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कान खड़े कर दिये हैं। विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर भाजपा ने नरेश अग्रवाल के बेटे और सपा के बाग़ी विधायक नितिन अग्रवाल पर दाँव लगाया। भाजपा की यह रणनीति विपक्षी दल के उम्मीदवार पर दाँव लगाने के साथ-साथ वैश्य जनाधार में सेंधमारी करने की सोच मानी जा रही है। वहीं सपा ने नरेंद्र वर्मा को उपाध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था। बता दें कि उत्तर प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में 37 साल बाद यह दूसरा विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ है। इससे पहले सन् 1984 में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनावों का सहारा लिया गया था। अन्यथा प्रदेश की राजनीतिक परम्परा रही है कि विधानसभा अध्यक्ष सत्तापक्ष की ओर से और उपाध्यक्ष मुख्य विपक्षी दल की ओर से चुने जाते रहे हैं। मगर इस बार भाजपा ने अपना उपाध्यक्ष बनाने के लिए यह चुनाव का दाँव चला, जिसमें सपा के उम्मीदवार नरेंद्र वर्मा की हार हुई। मगर सपा के पक्ष में बढक़र हुई वोटों की संख्या ने सत्तापक्ष को हैरानी-परेशानी में डाल दिया है। समाजवादी नेता और विधायक पद के टिकट के दावेदार ओमप्रकाश सेठ का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने पंचायत चुनाव में सबसे ज़्यादा सीटें जीती थीं और अब विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की ही सरकार बनेगी; क्योंकि प्रदेश की जनता मौज़ूदा सरकार की नीतियों, कार्यों और प्रदेश में हो रही अराजकता से बहुत परेशान है। जनता ही नहीं ख़ुद भाजपा के अनेक विधायक और नेता भी अपनी ही पार्टी से सन्तुष्ट नहीं हैं। अन्दरख़ाने भाजपा में बग़ावत होने लगी है। विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में यह बात साफ़ हो गयी है कि सरकार होने के बावजूद भाजपा के कई विधायकों ने अपनी पार्टी से कन्नी काट ली। वहीं भाजपा के एक समर्थक का कहना है कि भाजपा एक बार फिर प्रदेश में 300 पार का आँकड़ा पार करेगी। सपा अध्यक्ष और उनके समर्थक भी यह बात जानते हैं और उन्हें अपनी छत बचाने के लाले पड़े हैं। इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता कि अखिलेश अपना उपाध्यक्ष भी विधानसभा में नहीं बनवा सके। किसके पक्ष में कितने मत? उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में वर्तमान में कुल 395 विधायक हैं, जिनमें भाजपा के 304 और सपा के 49 विधायक हैं। वहीं भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल(एस) के पास नौ, राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार, निषाद पार्टी का एक और तीन निर्दलीय और रालोद का एक विधायक है, जो अब भाजपा में ही है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 15 विधायक, जिनमें से लगभग 10 बाग़ी हैं, कांग्रेस के सात विधायक, जिनमें में दो भाजपा के हो चुके हैं और दो असम्बद्ध सदस्य हैं। विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार नितिन अग्रवाल 244 मतों (वोटो) से जीत गये और सपा के नरेंद्र वर्मा 60 मत ही पा सके और हार गये, मगर बड़ी बात यह है कि नरेंद्र वर्मा के पक्ष में 11 वोट किसी दूसरी पार्टी के विधायकों ने डाल दिये। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सपा पक्ष में भाजपा के ही विधायकों ने वोट डाले हैं। भाजपा इस बात से इन्कार भी कर रही है और अन्दरख़ाने डरी हुई भी है। उसका डर इस बात को लेकर भी है कि प्रदेश में एक के बाद एक ऐसी घटनाएँ घट रही हैं, जिससे सरकार के माथे पर धब्बों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार एक मामले को जैसे-तैसे रफ़ा-दफ़ा करती है, वैसे ही कोई दूसरा मामला उसके ख़िलाफ़ गवाही देने को खड़ा हो जाता है। सपा में जगी उम्मीद विधानसभा उपाध्यक्ष की कुर्सी सपा के हाथ से ज़रूर निकल गयी, मगर 11 मत दूसरी पार्टी के उसके पक्ष में आने से उसे एक बार फिर उम्मीद बँधी है कि विधानसभा चुनाव में उसे बड़ी जीत हासिल होगी। वहीं भाजपा की चिन्ता बढ़ गयी है। कहने वाले तो यहाँ तक कह रहे हैं कि सत्ता पक्ष ने सपा के पक्ष में पड़े अतिरिक्त 11 मतों की अन्दरख़ाने गोपनीय पड़ताल शुरू कर दी है कि विरोधी दल के पक्ष में मतदान करने वाले विधायक कौन-कौन थे? प्रदेश में सपा ख़ुद को अग्रणी पार्टी मानती है; क्योंकि बसपा उससे कमज़ोर दिख रही है और कांग्रेस को वह अभी भी उतनी गम्भीरता से नहीं ले रही है। हालाँकि यह भी सपा की भूल ही कही जाएगी; क्योंकि कांग्रेस पहले से कहीं मज़बूत होती दिख रही है। सपा को किसान आन्दोलन से भी जीत की उम्मीद बँध रही है। यह तो तय है कि सपा का जनाधार पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा बढ़ा है, मगर यह कहना कठिन है कि सपा सरकार बना पाएगी; क्योंकि अभी भी प्रदेश में भाजपा का अपना जनाधार बहुत तगड़ा है। निर्वाचन की जगह चुनाव क्यों?",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae/,उत्तर प्रदेश के सियासी समीकरण,"उत्तर प्रदेश के सियासी समीकरण By तहलका ब्यूरो November 1, 2021 उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, चुनावी गहमागहमी बढ़ती जा रही है। सत्तापक्ष और विपक्षी दल अपनी-अपनी गोटियाँ फिट करने में जुटे हैं। जातीय समीकरण बैठाये जा रहे हैं। एक के बाद एक सियासी दाँव चले जा रहे हैं। आरोपों-प्रत्यारोपों की झड़ी लगी है। सियासी दल समाज के हर वर्ग को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हैं। उत्तर प्रदेश सियासी लिहाज़ से बहुत विशेष स्थान रखता है। उत्तर प्रदेश से जो संकेत आएँगे, उसका सीधा असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई को ही अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहुँचकर 744 करोड़ योजनाओं का उद्घाटन करने के अलावा 889 करोड़ की परियोजनाओं की आधारशिला रख चुके हैं। कोरोना-काल से निपटने की उत्तर प्रदेश की तैयारियों को अभूतपूर्व बता चुके हैं। भाजपा ओबीसी जनाधार को लगातार अपने पाले में बनाये रखने में जुटी है। लेकिन ओमप्रकाश राजभर के समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ जाने के ऐलान से पूर्वांचल में सपा को फ़ायदा होने की उम्मीद जतायी जा सकती है। चुनाव से पहले जिन विधायकों को टिकट दिये जाने की सम्भावना है, उन पर इस बात का दबाव है कि वे अपना जनाधार बचाकर रखें। वहीं बाक़ी सम्भावित उम्मीदवारों को जनाधार मज़बूत करने का दबाव है। जिन्हें टिकट मिलने की उम्मीद है या जो इसकी कोशिश में लगे हैं, वो विरोधी उम्मीदवार के जनाधार में सेंधमारी की कोशिश में जुटे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी लड़कियों को प्रदेश में पार्टी की सत्ता में आने पर स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी देने, महिलाओं को 40 फ़ीसदी आरक्षण देने की घोषणा करके प्रदेश की महिलाओं को लगातार लुभाने का प्रयास कर रही हैं। इस मुद्दे पर नयी बहस छिड़ गयी है। प्रदेश की सत्ता से वह 32 साल से बाहर है और दोबारा से वापसी के लिए प्रियंका गाँधी के इस फ़ैसले को बड़ा दाँव माना जा रहा है। प्रदेश में महिला मतदाता काफ़ी अहम हैं, जिन्हें प्रियंका गाँधी राजनीति में आने का ही नहीं, बल्कि टिकट का खुला प्रस्ताव दिया है, जिससे विपक्षी दलों के माथे पर चिन्ता की लकीरें दिखने लगी हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव को प्रियंका गाँधी एक बड़े मौक़े के तौर पर देख रही हैं; क्योंकि उनके सामने पार्टी के लिए ज़मीन तैयार करना भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने महिलाओं पर दाँव लगाकर सत्ता का रास्ता तैयार करने की पूरी कोशिश की है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका अपनी रणनीति में कितनी कामयाब हो पाती हैं? कांग्रेस महासचिव महिलाओं के भरोसे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी हैं। वह नारी शक्ति के दम पर पार्टी का वर्चस्व बढ़ाना चाहती हैं। असल में प्रदेश में महिलाओं की आबादी क़रीब 11 करोड़ है, जिनमें से 6.74 फ़ीसदी महिला मतदाता हैं। इसलिए कांग्रेस ने 2022 की चुनावी जंग फ़तह करने के लिए किसानों के साथ-साथ महिलाओं को जोडऩे की रणनीति बनायी है। हालाँकि भाजपा समेत तमाम सियासी दल भी महिला मतों को अधिक-से-अधिक बटोरने के जतन कर रहे हैं। बिहार में पिछले साल ट्रंप कार्ड से एनडीए की सत्ता में वापसी हुई, जिसमें ख़ामोश (साइलेंट) मतदाता महिलाएँ ही साबित हुई थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस जीत का श्रेय भाजपा के इन्हीं ख़ामोश मतदाताओं को देते हुए बताया था कि ख़ामोश मतदाता कोई और नहीं, बल्कि महिलाएँ हैं। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति भी इन्हीं ख़ामोश मतदाताओं पर आकर ठहर गयी है। उत्तर प्रदेश में गठबन्धनों की बाढ़ आने वाली है, जैसे-जैसे गठबन्धन बढ़ेंगे, वैसे-वैसे सत्ता के समीकरण बदलेंगे। इस बार मुक़ाबला बहु कोणीय होने के साफ़ संकेत दिख रहे हैं। सपा और बसपा दोनों ने ही किसी बड़े दल से गठबन्धन न करने की घोषणा की है। नये खिलाड़ी के तौर पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में ज़ोर आजमाइश करेगी। असदुद्दीन ओवैसी की तेलंगाना की एआईएमआईएम भी बिहार की चुनावी सफलता के बाद उत्तर प्रदेश में उम्मीदवार उतारने को तत्पर है। ओवैसी अब मुसलमानों के रहनुमा बनकर उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी ज़मीन तैयार करना चाहते हैं। देखना यह है कि अब मुसलमान किस मुद्दे पर, किस दल को मतदान करते हैं? कांग्रेस ने भी प्रियंका गाँधी के बूते अकेले लडऩे की रणनीति बनायी है। वहीं भागीदारी मोर्चा व अन्य कई छोटे दल हैं, जो गठबन्धन करके उत्तर प्रदेश के चुनाव में सत्ता की मलाई चखना चाहते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87/,उत्तर प्रदेश की सियासत में पोस्टर वार तेज,"उत्तर प्रदेश की सियासत में पोस्टर वार तेज By तहलका ब्यूरो November 1, 2021 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी तीन महीनें से कम का समय बचा हो, पर प्रदेश की सियासत में गर्माहट तेज हो गयी है। प्रदेश में विकास के नाम पर कम, किसान आंदोलन और महगांई के नाम पर ज्यादा राजनीति हो रही है। सियासी दल एक दूसरे पर शब्दों के तो बाण चला ही रहे है। साथ ही प्रदेश में पोस्टर वार भी तेज हो गर्इ है। दिल्ली सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद और नोएडा में जमकर पोस्टर वार हो रहे है। कहीं किसानों के समर्थन में तो कहीं सत्ता के विरोध में । उत्तर प्रदेश का मतदाता फिलहाल चुप है। लेकिन राजनीतिक दलों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में राजनीति हवा का रूख कुछ और ही है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97/,क्या राहुल पर भारी पड़ेंगी प्रियंका?,"क्या राहुल पर भारी पड़ेंगी प्रियंका? By राकेश रॉकी November 1, 2021 कांग्रेस जब ठंडी पड़ी थी, तब भी उसकी चर्चा थी। अब उठने की कोशिश कर रही है, तो भी उसकी चर्चा है। लेकिन कांग्रेस में सोनिया गाँधी बनाम राहुल गाँधी के दौर के बाद अब राहुल गाँधी बनाम प्रियंका गाँधी की चर्चा है। कारण, उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी की सक्रियता ने कांग्रेस के भीतर और बाहर हलचल मचा दी है। क्या प्रियंका गाँधी की सफलता राहुल गाँधी की राजनीति को अँधेरे में ले जाएगी? या क्या वह राहुल पर भारी पड़ेंगी? ऐसी ही सम्भावनाओं और सवालों पर विशेष संवाददाता राकेश रॉकी का यह विश्लेषण :- पिछले सात साल में समर्थन की बड़ी ज़मीन और संगठन के स्तर पर बहुत कुछ खोने वाली कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की क़वायद क्या फलीभूत हो पाएगी? उत्तर प्रदेश में महिलाओं को 40 फ़ीसदी टिकट देने की प्रभारी महासचिव प्रियंका गाँधी की घोषणा और अक्टूबर के मध्य में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के तेवर बता रहे हैं कि पार्टी अब संगठन और चुनाव के स्तर पर गम्भीरता से काम करना शुरू कर रही है। पार्टी की इस क़वायद के बीच यह साफ़ दिख रहा है कांग्रेस के लिए राजनीतिक रूप से उत्तर प्रदेश अब केंद्र की राजनीति में पहुँचने और पार्टी का आधार मज़बूत करने का बड़ा केंद्र बन रहा है। जिस तरह कांग्रेस ने प्रियंका गाँधी को उत्तर प्रदेश के चुनाव में आगे किया है, उससे ज़ाहिर होता है कि वह एक बड़ा राजनीतिक जोखिम लेने के लिए ख़ुद को तैयार कर चुकी है। कांग्रेस के सामने इससे भविष्य में बड़ी पेचीदा स्थिति भी आ सकती है। बड़ा सवाल यही है कि यदि प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को करिश्माई तरीक़े से ज़्यादा सीटें दिलाने में सफल हो जाती हैं, तो क्या कांग्रेस के भीतर राहुल गाँधी की राजनीतिक भूमिका पर सवाल खड़ा हो जाएगा। दो दशक से भी ज़्यादा वक़्त के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश के चुनाव पर बहुत गम्भीरता से फोकस करती दिख रही है। लेकिन प्रियंका गाँधी की इस सक्रियता की जितनी कांग्रेस से बाहर चर्चा है, उतनी ही कांग्रेस के भीतर भी है। कांग्रेस के कुछ नेताओं से ‘तहलका’ की बातचीत का सार यह निकलता है कि कांग्रेस महासचिव और कार्यकर्ता प्रियंका गाँधी की इस सक्रियता से न सिर्फ़ उत्साहित हैं, बल्कि उनमें नयी ऊर्जा भी आयी है। हालाँकि प्रियंका गाँधी बनाम राहुल गाँधी इस की इस चर्चा से कांग्रेस के भीतर बेचैनी भी है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व किसी भी सूरत में यह चर्चा नहीं चाहता है। ख़ुद प्रियंका गाँधी जब कुछ करती हैं, तो इसे राहुल गाँधी की योजना का हिस्सा बताती हैं। लेकिन इसके बावजूद उत्तर प्रदेश की सफलता कांग्रेस के भीतर प्रियंका गाँधी को एक अलग शक्ति केंद्र (पॉवर सेंटर) के रूप में उभार सकती है। ऐसे में कांग्रेस के सामने बड़ी पेचीदगी वाली स्थिति बन सकती है। कांग्रेस में राहुल गाँधी के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले नेता प्रियंका गाँधी को राष्ट्रीय स्तर का ज़िम्मा देने की माँग कर सकते हैं; भले आज की तारीख़ में कांग्रेस के भीतर राहुल गाँधी को नेतृत्व का ज़िम्मा देने वाले नेताओं की संख्या कहीं ज़्यादा है। लेकिन यदि हाल के घटनाक्रम को देखें, तो यह भी हक़ीक़त है कि जी-23 के नेताओं ने उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी की सक्रियता, ख़ासकर लखीमपुर खीरी में उनके तेवर के बाद ही पार्टी के प्रति अपना रूख़ बदला है। लखीमपुर कांड में जिस तरीक़े से कांग्रेस ने आक्रामक रूख़ अख़्तियार किया, उसे लेकर कांग्रेस के असन्तुष्ट नेताओं में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने न सिर्फ़ कांग्रेस के आक्रामक रवैये की तारीफ़ की, बल्कि उसका खुलकर समर्थन भी किया। इसी तरह लखीमपुर कांड में जब प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी राष्ट्रपति से मिलकर ज्ञापन देने गये, तो असन्तुष्ट नेताओं में शामिल रहे गुलाम नबी आज़ाद उनके साथ थे। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ भी पार्टी में नाराज़ नेताओं को मुख्यधारा में लाने की क़वायद में आलाकमान के साथ जुड़े रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जिस तरह भाजपा ने अपने सोशल मीडिया के ज़रिये राहुल गाँधी की छवि को नुक़सान पहुँचाया है, उसके कारण हाल के वर्षों में उन्हें जनता के बीच एक ऐसी अलोकप्रियता झेलनी पड़ी, जिसके वह वास्तव में हक़दार नहीं थे। राहुल गाँधी की छवि को तब ज़रूर ठेस पहुँची थी, जब सन् 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ख़राब हार के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। बहुत-से राजनीतिक जानकार मानते हैं कि उन्हें भावुकता की जगह दृढ़ता से भाजपा के ख़िलाफ़ डटे रहना चाहिए था। हालाँकि अन्य जानकारों का मानना है कि राहुल गाँधी के इस्तीफ़े की वजह अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का नकारात्मक रोल था, जिससे राहुल बहुत आहत थे। राहुल उस समय अपने प्रति भाजपा के लगातार दुष्प्रचार का भी सामना कर रहे थे और अपने नेताओं के असहयोग ने उन्हें निराश किया था। राजनीति के जानकार मानते हैं कि भाजपा के दुष्प्रचार के कारण राहुल गाँधी अपनी जबरदस्त सक्रियता के बावजूद मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अपने अभियानों में उतना प्रभाव नहीं डाल पाये, जितना हक़ीक़त में डालना चाहिए था। हालाँकि हाल के घटनाक्रमों, जिनमें कोरोना वायरस की दूसरी लहर में फैली अव्यवस्था और आसमान छू रही महँगाई के कारण केंद्र सरकार के प्रति जनता में फैल रही निराशा में राहुल गाँधी का केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ विरोध ख़ासा चर्चा में रहा है। अब प्रियंका गाँधी जो कुछ भी कर रही हैं, वह चर्चा का विषय बन रहा है। इसकी वजह उनकी आक्रामक शैली और लोगों, ख़ासकर महिलाओं से खुलकर मिलने की सोच है। वह सत्तापक्ष पर मुखर ढंग से आक्रमण भी करती हैं। प्रियंका जनता के बीच लोकप्रियता के लिए वह सब कर लेती हैं, जो राहुल गाँधी नहीं करते। राहुल गाँधी एक गम्भीर राजनेता के रूप में जनता के सामने रहते हैं, जिनका ज़्यादा फोकस मुद्दों पर रहता है। ऐसा नहीं कि प्रियंका गाँधी गम्भीर राजनेता नहीं हैं; लेकिन जनता को ऐसी चीज़ें ज़्यादा आकर्षित करती हैं, जो प्रियंका कर लेती हैं। जैसे लखीमपुर खीरी जाते हुए जेल में बन्द होने पर झाड़ू लगाना, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की इस पर की विवादित टिप्पणी को भुनाते हुए इसे वाल्मीकि समाज के ख़िलाफ़ दिखाना और वाल्मीकि मंदिर में सफ़ार्इ करना, एक दलित की पुलिस स्टेशन में मौत पर पीडि़त परिवार से मिलने आगरा जाते हुए रास्ते में एक घायल लडक़ी को अपनी गाड़ी से फस्र्ट ऐड बॉक्स निकालकर उसकी मरहम पट्टी करना जैसी चीज़ें प्रियंका को राहुल से अलग करती हैं। हालाँकि इससे राहुल गाँधी का राजनीतिक महत्त्व घट नहीं जाता। राहुल बनाम प्रियंका यह सवाल लाज़िम है कि यदि प्रियंका गाँधी को कोई बड़ी सफलता मिलती है, तो क्या राहुल गाँधी को कांग्रेस में किनारे होना पड़ेगा? कांग्रेस के भीतर भी यह सवाल है। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने नाम न छपने की शर्त पर ‘तहलका’ से बातचीत में कहा- ‘इसकी बिल्कुल भी सम्भावना नहीं। राहुल गाँधी ही कांग्रेस के स्वाभाविक नेता हैं। भाजपा के दुष्प्रचार के आधार पर आप राहुल गाँधी का क़द तय नहीं कर सकते। वह मुद्दों पर गम्भीरता से बात करने वाले नेता हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने हमेशा मोदी सरकार की मुद्दों पर आधारित आलोचना की है, भाजपा नेताओं की तरह भद्दी व्यक्तिगत टिप्पणियाँ नहीं की हैं।’ पार्टी के एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा- ‘राहुल गाँधी की भाषा लुभावनी नहीं हो सकती है। लेकिन वह चुटकुलों की भाषा वाले राजनेता कभी नहीं रहे। उन्हें चीज़ें की गहन समझ है और जो उनके प्रिय विषय हैं, वही देश के असली मुद्दे भी हैं। लेकिन भाजपा इन मुद्दों में नाकाम है। लिहाज़ा वह जनता का ध्यान इनसे हटाने के लिए राहुल गाँधी पर व्यक्तिगत आक्रमण करती है और वह भी झूठ से भरा होता है।’ हालाँकि पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष रह चुकीं अनीता वर्मा ने कहा कि प्रियंका गाँधी की छवि इंदिरा गाँधी जैसी है और वह उत्तर प्रदेश में जिस तरह पार्टी को मज़बूत कर रही हैं, उससे कांग्रेस के भीतर उन्हें लेकर बहुत उम्मीद है और राज्य में आने वाले चुनाव में पार्टी बड़ा कमाल कर सकती है। लेकिन इसे कांग्रेस के बीच किसी तरह का मुक़ाबला कहना सिर्फ़ मीडिया की उपज है। उन्होंने कहा कि राहुल और प्रियंका, दोनों कांग्रेस को मज़बूत कर रहे हैं। दलितों को लुभाने की कोशिश यह अब साफ़ है कि कांग्रेस अब अपने पुराने जनाधार- दलित और पिछड़ों को फिर अपने साथ जोडऩे के लिए पूरी ताक़त झोंक रही है। हाल के दशकों में यह वर्ग उससे छिटककर उससे दूर चला गया है। उत्तर प्रदेश के आगरा में दलित की पुलिस थाने में मौत के मसले को जिस तरह प्रियंका गाँधी ने उठाया और पीडि़त परिवार से मिलने आगरा गयीं, उससे भाजपा में बड़ी बेचैनी है। आगरा जाते हुए रास्ते में प्रियंका गाँधी ने जिस तरह अपना क़ाफ़िला रोककर एक घायल लडक़ी को ‘फस्र्ट ऐड’ दिया, उसने तो उन्हें काफ़ी चर्चा में ला दिया और कई दिन तक सोशल मीडिया में इसकी चर्चा होती रही। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि प्रियंका गाँधी तेज़ी से एक राजनेता के रूप स्थापित होने की तरफ़ बढ़ा रही हैं। ऐसे में ज़ाहिर है पार्टी के भीतर उनकी तुलना राहुल गाँधी से होगी। अब यह भी साफ़ दिख रहा है कि कांग्रेस प्रियंका गाँधी को चर्चा के केंद्र में लाना चाहती है, और दिख रहा है कि अपनी मेहनत से उन्होंने इसमें सफलता पायी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अचानक प्रियंका गाँधी की लोकप्रियता बढ़ रही है। जिस तरह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में किसान न्याय रैली की और जैसी भीड़ उसमें जुटी, उससे कांग्रेस उत्साहित है। यह अभी साफ़ नहीं है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गाँधी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में सामने लाएगी या नहीं? लेकिन यह लगभग तय है कि चुनाव उनका चेहरा आगे करके ही लड़ा जाएगा। उनकी सक्रियता से गाँवों तक में उनकी चर्चा आम लोगों में होने लगी है। उत्तर प्रदेश की राजनीति को समझने वाले कहते हैं कि ठीक है कि देश के इस सबसे बड़े राज्य में कांग्रेस संगठन के नाम पर कमज़ोर है; लेकिन प्रियंका गाँधी की लोकप्रियता जिस तरह बढ़ रही है, वो कांग्रेस को चुनाव में आश्चर्यजनक नतीजे भी दिला सकती है। उत्तर प्रदेश में संगठन और आधार वाली पार्टियाँ भाजपा, सपा और बसपा में इससे बेचैनी है। प्रियंका गाँधी की मार्फ़त उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक बड़ा राजनीतिक प्रयोग कर रही है। इसमें उनकी सफलता राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस के लिए नयी शुरुआत का रास्ता खोल सकती है। चुनाव में बेहतर नतीजे इसकी बड़ी शर्त होगी। प्रियंका योजनावद्ध तरीक़े से आगे बढ़ रही हैं। वह जातिगत समीकरणों से लेकर हर चीज़ का ख्याल रख रही हैं। आने वाले समय में प्रियंका उत्तर प्रदेश में पार्टी और ख़ुद को स्थापित करने के लिए यात्रा कार्यक्रम बनाने वाली हैं, ताकि जनता तक अधिक-से-अधिक पहुँचा जा सके। जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गाँवों पर ज़्यादा फोकस करने की तैयारी कर रही हैं। कांग्रेस में परिवर्तन लम्बे समय तक सोयी रहने के बाद कांग्रेस में परिवर्तन दिख रहा है। पार्टी अपने संगठन चुनाव से पहले भीतर की असन्तुष्ट गतिविधियों को शान्त करना चाहती है, ताकि अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध हो। सीडब्ल्यूसी में सोनिया गाँधी के तेवर के बाद गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा जैसे नेता फिर नेतृत्व के आगे हाथ बाँधे खड़े दिखने लगे हैं। यह दोनों नेता हाल के महीनों में असन्तुष्ट गतिविधियों के अगुआ की भूमिका में दिखे थे। गाँधी परिवार के लिए आज़ाद का असन्तुष्टों के साथ जाना किसी झटके से कम नहीं था; क्योंकि उन्हें हमेशा से गाँधी परिवार का क़रीबी माना जाता है। हालाँकि आज़ाद फिर से पार्टी कामों में सक्रिय दिख रहे हैं। हाल में लखीमपुर के मामले में राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी जब राष्ट्रपति को ज्ञापन देने गये थे, तो ए.के. एंटनी के साथ गुलाम नबी आज़ाद भी उनके साथ थे। कांग्रेस महसूस कर रही है कि मोदी सरकार का जलवा कम हो रहा है, देश में बढ़ रही समस्यायों से लोगों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है और निराशा की धूल झाडक़र कांग्रेस के पास अपने संगठन को खड़ा करने का यह सही समय है। अगले साल जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, कांग्रेस उन पर ज़्यादा फोकस कर रही है। कांग्रेस की कोशिश राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करके विपक्ष का नेतृत्व करने की है। राज्यों के चुनाव कांग्रेस के लिए बड़ा अवसर हैं। पार्टी का इन चुनावों में एक से ज़्यादा राज्यों में सीधे भाजपा के मुक़ाबला है; लिहाज़ा उसके लिए सम्भावनाएँ तो हैं ही। कांग्रेस जानती है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है। पिछले तीन दशक से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक कमज़ोर संगठन रहा है। ऐसा नहीं है कि प्रियंका गाँधी राज्य में रातोंरात कोई उलटफेर कर देंगी; लेकिन जिस तरह वह उत्तर प्रदेश में आकर जम गयी हैं, उससे सत्तारूढ़ भाजपा ही नहीं, विरोधी दलों सपा और बसपा में भी हलचल है। इसे प्रियंका गाँधी की सफलता माना जाएगा कि राज्य में बिना किसी मज़बूत संगठन के उन्होंने कांग्रेस को जबरदस्त चर्चा में ही नहीं ला दिया है, बल्कि अपनी चतुर रणनीति से अन्य राजनीतिक दलों के लिए धीरे-धीरे गम्भीर चुनौती बनती दिख रही हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9f%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%85%e0%a4%ad/,"टेनिस स्टार लिएंडर पेस, अभिनेत्री नफीसा अली टीएमसी में शामिल","टेनिस स्टार लिएंडर पेस, अभिनेत्री नफीसा अली टीएमसी में शामिल By तहलका ब्यूरो October 29, 2021 भारत के टेनिस स्टार लिएंडर पेस शुक्रवार को टीएमसी में शामिल हो गए। टेनिस खिलाड़ी के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले पेस अब राजनीति की पारी खेलेंगे। पेस पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी में शामिल हुए। लिएंडर पेस का जन्म 1973 को कोलकाता में ही हुआ था। अभिनेत्री नफीसा अली भी आज सुबह टीएमसी में शामिल हो गईं। गोवा विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी जानी मानी हस्तियों को टीएमसी में शामिल कर रही हैं। ममता आज गोवा में ही हैं। यह माना जा रहा है कि टीएमसी गोवा का चुनाव जीतने की पूरी कोशिश कर रही है। पेस को भारत का खेल जगत में सबसे बड़ा पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 1996-1997 में प्रदान किया गया था जबकि सरकार ने उन्हें 2009 में पद्मश्री और 2014 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीन दिवसीय गोवा दौरे पर हैं जहां विधानसभा चुनाव होने हैं. शुक्रवार को टेनिस चैंपियन लिएंडर पेस गोवा में ममता बनर्जी की मौजूदगी में TMC में शामिल हो गए. लिएंडर पेस को डबल्स में सबसे महान टेनिस खिलाड़ियों में माना जाता है. उन्होंने आठ पुरुष डबल्स और दस मिक्स डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. डेविस कप में सबसे ज्यादा डबल्स जीतने का रिकॉर्ड लिएंडर पेस के पास ही है.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a4%be/,केजरीवाल ने आयोध्या में राम जन्म भूमि में पूजा अर्चना की,"केजरीवाल ने आयोध्या में राम जन्म भूमि में पूजा अर्चना की By तहलका ब्यूरो October 26, 2021 दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार सुबह अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा करने के बाद केजरीवाल राम जन्मभूमि स्थल पहुंचे और भगवान राम की पूजा-अर्चना की। बाद में मीडिया के लोगों से बातचीत में केजरीवाल ने कहा – ‘मुझे आज भगवान राम के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। चाहता हूं कि यह सौभाग्य हर भारतवासी को मिले। मैं बहुत छोटा सा आदमी हूं लेकिन भगवान ने मुझे बहुत कुछ दिया। मेरे पास जो क्षमता और साधन हैं, उनका मैं यहां ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दर्शन कराने में इस्तेमाल करूंगा। यदि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो हम सभी राज्य वासियों को अयोध्या में रामजी के दर्शन कराने के लिए मुफ़्त व्यवस्था करेंगे, जैसी हम दिल्ली में कर चुके हैं।’ केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल की विशेष बैठक होगी जिसमें सरकार ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ में अयोध्या को भी जोड़ दिया जाएगा और अब दिल्ली के लोग अयोध्या में राम जन्मभूमि आकर यहां के दर्शन भी कर पाएंगे। बता दें केजरीवाल दो दिवसीय दौरे पर सोमवार दोपहर ही अयोध्या पहुंच गए थे। उन्होंने सोमवार शाम सरयू तट पर मां सरयू का अभिषेक पूजन कर महाआरती उतारी। वे करीब 40 मिनट पूजन-अर्चन में रहे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c/,"बिहार में कांग्रेस का राजद से टूटा गठबंधन, लोकसभा चुनाव 2024...","बिहार में कांग्रेस का राजद से टूटा गठबंधन, लोकसभा चुनाव 2024 में सभी 40 सीटों लड़ेगी पार्टी By तहलका ब्यूरो October 22, 2021 बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है | असल में राज्य में कांग्रेस ने अपने सहयोगी और महागठबंधन के सबसे बड़ा घटक दल राजद से नाता तोड़ लिया है | वहीं कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अकेले लड़ने का ऐलान किया है | असल में राज्य में दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस और राजद ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं | जबकि कांग्रेस एक सीट की मांग कर रही थी | लेकिन राजद ने कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दी। जिसके बाद दोनों ही दलों के बीच रिश्ते खराब हो गए थे | वहीं अब कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरणदास ने यह घोषणा की है कि राज्य में अब कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी | उन्होंने महागठबंधन के टूटने पर लालू यादव की पार्टी आरजेडी को दोषी ठहराया | असल में लोकसभा चुनाव से पहले और बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस, राजद और वाम दलों ने महागठबंधन बनाया था | लेकिन ये गठबंधन लोकसभा चुनाव में महज एक ही सीट जीत सका | जबकि विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में सरकार बनाने में विफल रहा | असल में राजद और कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था | क्योंकि प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए राजद ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था | जबकि कांग्रेस एक सीट मांग रही थी | लेकिन राजद ने एक भी सीट कांग्रेस को नहीं दी | वहीं कांग्रेस ने राजद के खिलाफ अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया | दरअसल, तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं | बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरणदास ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के साथ हुए समझौते के कारण राजद ने कांग्रेस छोड़ी है और उपचुनाव के बाद राजद और बीजेपीहाथ मिला सकते हैं | वहीं राजद ने कहा था कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को बिहार की राजनीति की जमीनी समझ नहीं है | बिहार की दोनों सीटों के उपचुनाव में जदयू को भाजपा और पशुपति पारस राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का समर्थन हासिल है | जबकि महागठबंधन में राजद और कांग्रेस दोनों चुनाव लड़ रहे हैं | वहीं माना जा रहा है कि कांग्रेस और राजद के अलग होने से राज्य की सत्ताधारी जदयू और बीजेपी को फायदा मिलेगा |",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%96-%e0%a4%ac%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%8f/,पश्चिम बंगाल में शाख बचाएगी भाजपा,"पश्चिम बंगाल में शाख बचाएगी भाजपा By तहलका ब्यूरो October 22, 2021 भाजपा की केंद्रीय कार्यकारिणी बैठक में बंगाल भाजपा को लेकर बड़ी चर्चा हुई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बंगाल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से जानना चाहा कैसे बंगाल में भाजपा के काम काज आगे बढ़ाया जाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद दिलीप घोष से कहा की, वो पश्चिम बंगाल में हर महीने में चार दिन बिताएंगे और बंगाल भाजपा को और टूटने से बचाना चाहते हैं। दिलीप घोष से जेपी नड्डा ने अनुरोध किया कि वह पार्टी के नया प्रदेश अध्यक्ष सांसद सुकान्तो मजूमदार को अपना बैटन सँभालने में गाइड करें। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद दिलीप घोष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कहा- “बंगाल में जनता को समझने वाले, काम करने वाले कोई कार्य प्रभारी की नियुक्ति करें। नड्डा ने कहा वो ज़रूर इस बात पर गहराई से सोचेंगे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के आदेश अनुसार अभी नया प्रदेश अध्यक्ष सांसद सुकान्तो मजूमदार को लेकर हर ज़िले में ‘सम्बर्धना सभा’ का आयोजन करूँगा और भाजपा के लोगों से उनकी खास मुलाक़ात करवाऊँगा। उसके बाद नड्डा जी चाहते हैं कि बंगाल में हर महीने चार दिन रहेंगे और भाजपा के जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता के मनोबल बढ़ाएंगे।” दिलीप घोष ने कहा की भाजपा एक संगठित दल है, हमारे संगठन में ऐसा ही परंपरा रहा। प्रदेश अध्यक्ष से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद यह था दिलीप घोष का पहला राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक। उन्होंने कहा- “पहले क्या हुआ वह सोब भूलकर आगे बढ़ना चाहिए, भविष्य में क्या होना है उसके तैयारी करना है। पहले हमारे पास राज्यों में कोई शक्ति नहीं था लेकिन अब बंगाल में भाजपा के पास 18 लोकसभा वो 77 विधानसभा सदस्यों है।” उन्होंने कहा कि अभी बंगाल में भाजपा को और सींचना है, भाजपा कार्यकर्ता के साथ खड़ा होने की ज़रूरत है ताकि कार्यकर्ताओं का मनोबल न टूटे। आज से ज़िलों में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का दौरा शुरू हुआ।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%ae%e0%a5%89%e0%a4%a1%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97/,"एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी का भी निर्माण करेगी सरकार, देखरेख...","एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी का भी निर्माण करेगी सरकार, देखरेख करेगा वाणिज्य मंत्रालय By तहलका ब्यूरो October 21, 2021 केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा क‍ि एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी निर्माण किया जाएगा और इसका कोऑर्डिनेशन वाणिज्य मंत्रालय करेगा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है | केंद्रीय कैबिनेट ने आज डीए 3 प्रतिशत बढ़ाकर 18 से 21 प्रतिशत कर दिया गया है | इसके साथ ही गतिशक्ति योजना पर भी कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है | केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा क‍ि एक मॉडल नेटवर्क प्लानिंग बॉडी का निर्माण किया जाएगा और इसका कोऑर्डिनेशन वाणिज्य मंत्रालय करेगा | कैबिनेट बैठक में केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते को 3 फीसदी बढ़ाने की मंजूरी दे दी गई है | इससे केंद्र के 47.14 लाख कर्मचारियों और 68.62 लाख से ज्यादा पेंशनर्स को फायदा होगा | इस फैसले से सरकार पर 9488 करोड़ रुपये का अतिरिक्‍त बोझ पड़ेगा। नया दर 1 जुलाई 2021 से लागू होगा। अनुराग ठाकुर ने कहा कि महंगाई भत्ता मौजूदा बेसिक पे/पेंशन के 28 फीसदी की मौजूदा दर से 3 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है | केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम गति शक्ति –आर्थिक क्षेत्रों के लिए मल्टी- मॉडल कनेक्टिविटी के लिए नेशनल मास्टर प्लान को मंजूरी दी है | इस मास्टर प्लान की थ्री-टियर सिस्टम में मॉनिटरिंग होगी और कैबिनेट सचिव स्‍तर के अधिकारी इसकी अध्यक्षता करेंगे | एक सचिवों एमपावर ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बनेगा, इस एमपावर ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज में 18 मंत्रालयों के सचिव और हेड ऑफ लॉजिस्टिक डिवीजन के मेंबर कन्वेयर के रूप में काम करेंगे | विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के नेटवर्क योजना प्रभाग के प्रमुखों के प्रतिनिधि के साथ एक मल्टी मॉडल नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप का गठन किया जाएगा | इस टीएसयू में एवियशन, मैरीन टाइम, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, रेल, रोड एंड हाइवेज, पोर्ट, इन सब विभागों के डोमेन एक्सपर्ट रहेंगे | साथ ही सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट्स अर्बन एंड ट्रांसपोर्ट प्लानिंग, स्ट्रक्टचर्स जोकि रोड, ब्रिज और बिल्डिंग्स के, पावर, पाइपलाइन, जीआईएस, आईसीटी, फाइनेंस मार्केट, पीपीपी, लॉजिस्टिक्स, डेटा लॉजिस्क्टिक्स द्वारा उनके सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट्स भी हिस्सा रहेंगे | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक क्षेत्रों से बहुस्तरीय संपर्क के लिए लगभग एक हफ्ते पहले ‘प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना’ की शुरुआत की थी | प्रधानमंत्री गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान रेल और सड़क सहित 16 मंत्रालयों को जोड़ने वाला एक डिजिटल मंच है | इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ हम, अगले 25 वर्षों के भारत की बुनियाद रच रहे हैं | पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, भारत के इसी आत्मबल को, आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के संकल्प तक ले जाने वाला है | उन्होंने कहा कि ये नेशनल मास्टरप्लान, 21वीं सदी के भारत को गतिशक्ति देगा | गतिशक्ति के इस महाअभियान के केंद्र में हैं भारत के लोग, भारत की इंडस्ट्री, भारत का व्यापार जगत, भारत के मैन्यूफैक्चरर्स, भारत के किसान. ये भारत की वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को 21वीं सदी के भारत के निर्माण के लिए नई ऊर्जा देगा, उनके रास्ते के रुकावट को समाप्त करेगा |",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%80-40-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2/,कांग्रेस की 40 प्रतिशत महिलाओं के टिकट की घोषणा से उत्तर...,"कांग्रेस की 40 प्रतिशत महिलाओं के टिकट की घोषणा से उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज By राजीव दुबे October 20, 2021 जैसे –जैसे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है। वैसे-वैसे उत्तर प्रदेश की सियासत में नये–नये समीकरण बनकर ऊभर रहे है। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने की घोषणा की है। प्रदेश में महिलाओं के टिकट को लेकर अन्य राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गर्इ है। बतातें चलें, प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने के लिये पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने रात-दिन एक किया हुआ है। इसी के तहत प्रियंका गांधी ने लखनऊ में जैसे ही घोषणा कि वह महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देंगी । ताकि महिलाओं की राजनीति में भागीदारी के साथ-साथ अहम् भूमिका हो सकें। उत्तर प्रदेश कांग्रेस नेताओं का कहना है कि, कांग्रेस ने प्रदेश में लम्बे समय तक सत्ता चलायी है। उसी के आधार पर यहां की जनता आज मान रही है कि जो शासन कांग्रेस ने चलाया है। वो अन्य राजनीतिक दलों ने नहीं चलाया है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%93%e0%a4%82/,"बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमला, मानवता पर हमला: दिलीप घोष","बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमला, मानवता पर हमला: दिलीप घोष By तहलका ब्यूरो October 19, 2021 बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं पर हमले के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज बड़ी संख्या में हिन्दुओं ने प्रदर्शन किया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा – “जिस तरह से सुनियोजित तरीके से बांग्लादेश में हिन्दुओं के मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, लोगों की जानें ली जा रही है और उनकी संपत्ति को लूटा जा रहा है, वो मानवता पर हमला है।” उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी देश का नागरिक बिना किसी भय के साथ रहता रहा है । बांग्लादेश और भारत के संबंधों के बारे में चर्चा करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि दुनिया के कुछ देश नहीं चाहते है कि बांग्लादेश और भारत देश के बीच मधुर संबंध रहे है। इसलिये दोनों देशों के बीच जानबूझकर तनाव पैदा किया जा रहा है। बंगला देश में माँ- बहनों पर हमला लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को इस मामले में सकारात्मक कदम शीघ्र उठना चाहिये। ताकि वहां पर रहे हिन्दुओं पर हमलें ना हो सकें। उन्होंने सवाल किया कि जिस तरह सुनियोजित तरीके से जो हमले मंदिरों में हो रहे है वह बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है? क्योंकि ऐसे हमलों से हिन्दुओं के बीच डर है वो आज सहमे हुये है। दिलीप घोष के अनुसार भारत सरकार वहां रह रहे हिन्दुओं को हर संभव सहायता देना को तैयार है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं की जान-माल को खतरा है लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक भी शब्द नहीं बोला है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के समय भी हिन्दुओं पर हमले हो रहे था। लेकिन जब से शेख हसीना प्रधानमंत्री बनी है तब से हिन्दुओं पर हमले भी कुछ कम हुआ है और हालात में सुधार है। अब अचानक जो हिन्दुओं पर जो हमले हो रहे है ये बड़ी साजिश का हिस्सा है। विश्व हिंदू परिषद ने इन हिंसक घटनाओं के खिलाफ 20 अक्टूबर को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है साथ ही इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालयों पर इस्लामिक आतंकवाद का पुतला दहन करेंगे। साथ ही इस तरह की हिंसक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे और इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए विश्व हिंदू परिषद ने अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील की है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95/,"किसानों का रेल रोको जारी; कई जगह ट्रेन रोकी गईं, रेलवे...","किसानों का रेल रोको जारी; कई जगह ट्रेन रोकी गईं, रेलवे ने कई रद्द भी कीं By तहलका ब्यूरो October 18, 2021 संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन का आम जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। किसान लखीमपुर खीरी घटना के मद्देनजर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा , जिनका बेटा आशीष मिश्रा किसानों को कार के नीचे कुचलकर मार देने का मुख्य आरोपी है, के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बता दें किसान आज देश भर में 6 घंटे तक ‘रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं जो सुबह 10 बजे शुरू हो गया। यह शाम 4 बजे तक चलेगा। इसके तहत जगह-जगह ट्रेन रोकने का ऐलान किया गया है। आंदोलन का व्यापक असर दिख रहा है। रेल रोको को देखते हुए रेलवे ने कई ट्रेन रद्द करने का फैसला किया है। कुछ के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। रोहतक में किसान नेता गुरमान सिंह चढूनी ने कहा कि सभी किसान भाई स्टेशनों के पास जाकर ट्रेनें रोकेंगे। किसान मोर्चा ने आज सुबह एक बयान जारी कर कहा है कि रेल रोको पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा और रेल संपत्ति को कोई क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी। एसकेएम ने अपने सभी घटकों से दिशानिर्देश को सख्ती से पालन करने की अपील भी की है। रेलवे की दी जानकारी के मुताबिक, बरेली से रोहतक जाने वाली नई दिल्ली तक आने वाली (02715) गाड़ी रद्द कर दी गई है जबकि नांदेड़ श्रीगंगानगर तिलकब्रिज पर रोक कर रखी गई है। फिरोजपुर-फाजिल्का सेक्शन का फिरोजपुर सिटी यार्ड भी प्रभावित हुआ है। जिन और ट्रेन को रद्द किया गया है उनमें बहराईच से चलने वाली 05361 बहराईच-मैलानी स्पेशल, मैलानी-बहराईच स्पेशल गाड़ी, 05357 बहराईच-नानपारा और 05358 नानपारा-बहराईच स्पेशल गाड़ी शामिल है। उधर पंजाब में किसान अमृतसर के देवी दासपुरा गांव में रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए हैं। दिल्ली-कालका शताब्दी अम्बाला कैंट में रोक लिया गया। रेल रोको अभियान के चलते कई ट्रेनें प्रभावित रहेंगी, उत्तर पूर्वी रेलवे ने दिल्ली-यूपी रूट की कुछ ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया है। रेल रोको के कारण हाईवे जाम होने से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम के अलावा कई जगहों पर भारी जाम लग गया।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%a0%e0%a4%a8-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-%e0%a4%95/,"कांग्रेस के संगठन चुनाव की तैयारी, आज हो सकती है सीडब्ल्यूसी...","कांग्रेस के संगठन चुनाव की तैयारी, आज हो सकती है सीडब्ल्यूसी में घोषणा By राकेश रॉकी October 16, 2021 आखिर कांग्रेस ने संगठन और अध्यक्ष का चुनाव करवाने की तैयारी कर ली है। दिल्ली में चल रही कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसका ऐलान किया है। चुनाव की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है और इसका काम इसी पहली नवंबर से शुरू हो जाएगा जो करीब एक साल तक चल सकता है। संभावना है कि पार्टी का नया अध्यक्ष जब चुना जाएगा तब तक अगले साल देश में होने वाले कुछ विधानसभाओं के चुनावों के नतीजे आ चुके होंगे। आज की बैठक में सोनिया गांधी ने सख्त लफ्जों का इस्तेमाल करते हुए असंतुष्टों को मीडिया के बजाए अपनी बात पार्टी मंचों पर रखने की हिदायत दी है। सोनिया गांधी ने कहा कि युवा निचले स्तर पर पार्टी का जिम्मा संभाल रहे हैं। आज की बैठक में सोनिया गांधी ने बिना किसी का नाम लिए ‘ड्राइंग रूम’ की राजनीति करने वाले नेताओं को साफ़ कर दिया है कि ऐसा नहीं चलेगा और उन्हें सही तरीके से चलना पड़ेगा। सोनिया गांधी के जी-23 के नेताओं की हाल की मांग कि पार्टी में पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया जाए, का जिक्र किये बिना साफ़ तौर पर कहा कि वे पूर्णकालिक अध्यक्ष ही हैं। आज की बैठक में सोनिया गांधी के भाषण से साफ़ जाहिर हो गया है कि अनुशासन से बाहर जाकर सार्वजनिक मंचों से पार्टी और नेतृत्व को कोसने वालों को अब सीमा में रहना होगा, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है। हाल के दिनों में कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, गुलाम नबी आज़ाद आदि नेताओं ने विरोध के स्वर उठाए थे। आज बाद में संगठन चुनाव की विधिवत जानकारी (तारीख आदि) पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल देंगे। पार्टी के चुनाव की भी तैयारी कर ली गयी है। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक पहली नवंबर से संगठन चुनाव का काम शुरू हो जाएगा और लगभग एक साल तक चलेगा। ऐसे में पार्टी को अगले साल अक्टूबर के आखिर या नवंबर के शुरू में नया अध्यक्ष मिल जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि उस चुनाव में क्या पार्टी के बीच आम सहमति से अध्यक्ष चुना जाएगा या गांधी परिवार को चुनौती दी जाएगी। वैसे पार्टी के 95 फीसदी कार्यकर्ता और नेता राहुल गांधी या उनके इंकार करने की स्थिति में प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में हैं। सोनिया गांधी ने आज की बैठक में मोदी सरकार और भाजपा पर भी जमकर हमला किया। महंगाई पर सोनिया ने कहा कि जनता का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने लखीमपुर-खीरी की घटना को चौंकाने वाली घटना बताया और कहा कि यह घटना भाजपा की मानसिकता को दिखाती है कि वह किस तरह किसान आंदोलन को देखती है। उन्होंने कहा – ‘ये दिखाती है कि भाजपा किसानों के अपने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए इस मजबूत संघर्ष से कैसे निपट रही है।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7/,"राहुल गांधी से मिले सिद्धू, वापस लिया अध्यक्ष पद से...","राहुल गांधी से मिले सिद्धू, वापस लिया अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा By तहलका ब्यूरो October 16, 2021 पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा नवजोत सिंह सिद्धू ने वापस ले लिया है। वे देर शाम दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले जिसके बाद पार्टी के राज्य प्रभारी महासचिव और वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर काम करते रहेंगे। उधर सिद्धू ने कहा कि वे राहुल गांधी से मिले हैं और उन्हें भरोसा है कि तमाम चीजें सुलझा ली जाएंगी। इस तरह, लगता है, पंजाब में कांग्रेस ने अपना झगड़ा सुलझा लिया है। सिद्धू की राहुल गांधी से बैठक के बाद हरीश रावत ने कहा – ‘सिद्धू अपना इस्तीफा इस्तीफा वापस ले रहे हैं। उन्होंने कुछ चीजें उठाई हैं जिनपर गौर किया जाएगा। सिद्धू की बातों का ध्यान रखा जाएगा।’ प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू पंजाब में पार्टी संगठन को मजबूत करेंगे। माना जाता है कि सिद्धू ने पंजाब में नई सरकार बनने के बाद हुई कुछ नियुक्तियों पर निराशा जाहिर की थी और कहा था कि यह जनता से किये वादों के खिलाफ हैं। इनमें प्रदेश के उच्च पदों पर हुईं दो नियुक्तियां शामिल हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0/,चुनाव से पहले ही कार्यकारी अध्यक्ष बनने को राजी हो सकते...,"चुनाव से पहले ही कार्यकारी अध्यक्ष बनने को राजी हो सकते हैं राहुल गांधी ! By राकेश रॉकी October 16, 2021 राहुल गांधी को आज दिल्ली में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में एक सुर से अध्यक्ष बनाने की मांग हुई। संगठन चुनाव का भी ऐलान कर दिया गया है जिसका काम पहली नवंबर से शुरू हो जाएगा। लेकिन आज की सीडब्ल्यूसी की सबसे बड़ी खबर यह है कि पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव, जिनके अगले साल अक्टूबर तक पूरा होने की सम्भावना है, से पहले ही राहुल गांधी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक आज की सीडब्ल्यूसी की बैठक में जिस तरह राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग हुई, उससे जाहिर हो गया है कि कथित असंतुष्ट (जी-23) खेमा अकेले पड़ चुका है। रही सही कसर आज अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूरी कर दी जिन्होंने पार्टी के बीच अनुशासन पर सख्ती से जोर दिया। सोनिया ने साफ़ कहा जिन्हें जो कहना है सीधे मुझ से बात करे, मीडिया के जरिये नहीं। बैठक में जी-23 के तमाम नेता भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के समर्थन में दिखे। बैठक के बाद वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ल ने बताया – ‘जिन्हें आप जी-23 कहते हैं, वो भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए सहमत हैं। सब ने मिलकर एक दम से पार्टी को अगले चुनावों से पहले पूरी तरह क्रियाशील करने का संकल्प किया है।’ बैठक के बीच में जब राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की बात हुई तो इसपर सभी ने समर्थन किया। उनसे कुछ नेताओं ने संगठन को और गति देने के लिए चुनाव से पहले कार्यकारी अध्यक्ष का जिम्मा सँभालने का आग्रह किया। इसपर राहुल ने कहा -‘मैं इसपर विचार करूंगा।’ बैठक में उपस्थित नेताओं ने बताया कि राहुल की शारीरिक भाषा विशवास से भरी थी और वे इस आग्रह पर बहुत सकारात्मक दिख रहे थे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि वे ‘कार्यकारी अध्यक्ष’ बनने को तैयार हो सकते हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%b2/,राहुल का दल,"राहुल का दल By राकेश रॉकी - October 15, 2021 कांग्रेस को भाजपा से लड़ सकने वाला संगठन बनाने में जुटे हैं राहुल गाँधी हाल के महीनों में कांग्रेस में लीक से हटकर नियुक्तियाँ करके नये और युवा चेहरे पार्टी में लाये गये हैं। लाये जा रहे नेताओं को देखने से लगता है कि पार्टी में भविष्य की योजना के साथ कुछ हो रहा है। निश्चित ही इसके पीछे राहुल गाँधी हैं, जो अपना एक दल (टीम) तैयार कर रहे हैं। प्रक्रिया थोड़ी धीमी है। लेकिन साफ़ झलकता है कि बदलाव ठोस तैयारी के साथ किये जा रहे हैं, जिनमें जाति, क्षेत्र, युवा प्रतिनिधित्व के अलावा आरएसएस-भाजपा विचारधारा पर आक्रमण कर सकने की कुव्वत वाला प्रतिबद्ध संगठन तैयार करने की कोशिश झलकती है। राहुल की इस कोशिश से वरिष्ठ नेता ख़ुद को उपेक्षित महसूस करते हुए बाग़ी तेवर अपनाये हुए हैं। लेकिन तय है कि राहुल इससे बेपरवाह हैं। कांग्रेस में ऐसा नेतृत्व राज्यों में उभारा जा रहा है, उसके बाद राष्ट्रीय स्तर की बारी है। राहुल गाँधी की इस कोशिश को इसलिए साहसपूर्ण कहा जाएगा; क्योंकि वह यह सब विपक्ष में रहते हुए कर रहे हैं। लखीमपुर में किसानों की हत्या के तुरन्त बाद राहुल गाँधी का प्रियंका गाँधी को वहाँ भेजना और उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रोके जाने पर पीडि़तों से मिलने जाने की ज़िद करना और माँग न माने जाने पर वापसी के बजाय गिरफ़्तारी देकर जेल में रहना दर्शाता है कि कांग्रेस एक नये तेवर के साथ सामने आने की कोशिश में जुटी है। राहुल गाँधी ने ख़ुद यही किया। जब लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरने के बाद जब उन्हें निजी वाहन से लखीमपुर खीरी जाने देने की उत्तर प्रदेश सरकार ने इजाज़त देने से इन्कार किया, तो वह हवाई अड्डे ही धरने पर बैठ गये। आख़िरकार सरकार को झुकना पड़ा और उन्हें उनके निजी वाहन से जाने की मंज़ूरी देनी पड़ी। राहुल का यह तरीक़ा अन्याय के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना भर नहीं है, बल्कि वह आम समाज और आरएसएस-भाजपा की विचारधारा के बीच एक लकीर खींचने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल यह बताना चाह रहे हैं कि आरएसएस-भाजपा की यह विचारधारा देश के भविष्य के लिए अच्छी नहीं है। वह तात्कालिक चुनावी लाभ वाली कांग्रेस नहीं, वैचारिक प्रतिबद्धता वाली कांग्रेस बनाना चाह रहे हैं। वैसे ही, जैसे आरएसएस वैचारिक रूप से एक प्रतिबद्ध संगठन है। हाँ, राहुल गाँधी वैचारिक भिन्नता के साथ अपने काम में जुटे हैं। ऐसा संगठन बनाने के लिए राहुल गाँधी नेताओं को खोने का जोखिम भी ले रहे हैं। क्योंकि इन दिनों राजनीति में वैचारिकता पर सत्ता हावी है, और जो जा रहे हैं, वो सत्ता न पा सकने की टीस से भरे हैं। यही वजह है कि वैचारिकता उनके लिए गौण हो गयी है। भाजपा के बड़े नेताओं के बयान देखिए, वे जब भी कांग्रेस और राहुल गाँधी को निशाने लेते हैं, तो चुनाव जीतने-हारने की बात करते हैं। वे एक तरह से कांग्रेस के नेताओं पर चुनावों में पार्टी की हार का मानसिक दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। ऐसा करके वे कांग्रेस नेताओं में एक तरह की कुंठा और निराशा पैदा करके उनके मन में यह भरने की कोशिश करते हैं कि कांग्रेस में उनका राजनीतिक भविष्य सुरक्षित नहीं है। यानी कह सकते हैं किऐसा करके वे उन्हें बिना कहे पार्टी छोडऩे के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं। राहुल सत्ता की इस कुंठा से प्रभावित न होने वाला दल (टीम) बनाना चाहते हैं। भले ही इसके पीछे उनकी यह भी सच हो कि राजनीति की मूल लड़ाई तो सत्ता के लिए ही होती है। राहुल गाँधी नयी कांग्रेस में आरएसएस-भाजपा की विचारधारा को चुनौती दे सकने वाला दल तैयार कर रहे हैं। भाजपा चाहे जो कहे, किन्तु सच यही है कि उसका थिंक टैंक मानता है कि एक संगठन के तौर पर भाजपा और आरएसएस को चुनौती दे सकने वाली विचारधारा वाला राजनीतिक दल कांग्रेस ही है, जो भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से ज़्यादा गम्भीर चुनौती वाला साबित हो सकता है। आरएसएस से जुड़े एक वरिष्ठ पत्रकार व विचारक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा- ‘वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा के सामने बिना किसी प्रतिबद्ध राजनीतिक विचारधारा के दल हैं। इसलिए उसके सामने की चुनौती कमज़ोर है। हाँ, यह महसूस किया जा सकता है कि कांग्रेस में उसके नेता (राहुल गाँधी) सीधे इस (आरएसएस) विचारधारा को प्रतिबद्ध चुनौती देने वाला संगठन खड़ा करना चाहते हैं। यह आसान नहीं है। लेकिन कर पाये तो बड़ी चुनौती बनेंगे। आपने देखा होगा कि वह (राहुल) कमोवेश हरेक बयान, हर पत्रकार वार्ता में आरएसएस के विरोध वाला बयान ज़रूर देते हैं।‘ याद कीजिए, इसी साल जुलाई में कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के वॉलंटियर्स सम्मलेन में राहुल गाँधी ने बिना नाम लिये उनके मित्र रहे और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गये ज्योतिरादित्य सिंधिया को सुनाते हुए क्या कहा था- ‘जिन्हें डर लग रहा है, वो पार्टी से जा सकते हैं। कई निडर लोग हैं, जो कांग्रेस में नहीं हैं। ऐसे लोगों को कांग्रेस में आना चाहिए। और वैसे कांग्रेसी, जो भाजपा से डरे हुए हैं; उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए। हमें ऐसे लोगों की ज़रूरत नहीं है, जो आरएसएस की सोच में विश्वास रखते हैं या उससे डरते हैं। हमें निडर लोगों की ज़रूरत है। यह हमारी विचारधारा है।‘ सवाल यही है कि क्या राहुल गाँधी अपनी इस विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध एक ऐसी कांग्रेस बना पाएँगे, जो आरएसएस और भाजपा की विचारधारा को चुनौती देते हुए परास्त कर सके? हाल के वर्षों में कांग्रेस में यह नये तरीक़े का तेवर है। कन्हैया कुमार जैसे युवा नेता का कांग्रेस में आना और जिग्नेश मेवाणी का कांग्रेस के साथ आना राहुल की सोच का बड़ा उदाहरण है। दलित, पिछड़े, वामपंथी, मुस्लिम और सवर्ण समुदायों में भी अपनी और पार्टी की स्वीकार्यता मज़बूत करके आरएसएस और सत्ता के विरोध के लिए युवाओं का यह राजनीतिक सम्मिश्रण राहुल गाँधी के राजनीतिक प्रयोग का बड़ा उदाहरण है। दलित किसी समय कांग्रेस का वोट बैंक रहे हैं। राहुल उसे पार्टी में वापस लाना चाहते हैं। पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाना इसका उदाहरण है। हालाँकि इसके बावजूद राहुल गाँधी की यह कोशिश महज़ पुरानी पीढ़ी की जगह नयी पीढ़ी को पार्टी की कमान देने भर की नहीं है। वह नेताओं का चयन बहुत सोच-समझकर कर रहे हैं। उनका ज़्यादा ज़ोर कांग्रेस को ऐसे नेताओं का संगठन बनाने की लगती है, जो संगठन के प्रति तो प्रतिबद्ध हों ही, समाज के बँटवारे की सोच के भी ख़िलाफ़ हों और गाँधी की अहिंसा और सबको साथ लेकर चलने की सोच में भरोसा रखते हों। चूँकि राहुल तोडऩे की सोच को आरएसएस-भाजपा की विचारधारा कहते हैं, लिहाज़ा माना जा सकता है कि वह कांग्रेस की गाँधीवादी विचारधारा को मज़बूती से आधार रूप में सामने लाना चाहते हैं। यहाँ महत्त्वपूर्ण यह है कि राहुल गाँधी जो फ़ैसले कर रहे हैं, वह तुरन्त नतीजे देने वाले नहीं हैं। रणनीतिक रूप से सही होते हुए भी इनके नतीजे देर से मिलेंगे। हालाँकि राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वह नतीजे स्थायी साबित हो सकते हैं। राहुल वामपंथ की ढलान को देखकर उसका वोट बैंक कांग्रेस में लाना चाहते हैं। वह दलित और पिछड़ा वर्ग का कांग्रेस का पुराना वोट बैंक वापस लाना चाहते हैं और मज़बूत क्षेत्रीय दलों में चले गये मुस्लिमों को साथ लाना चाहते हैं। राहुल पिछले दो लोकसभा चुनावों में भाजपा के साथ चले गये उस मतदाता को कांग्रेस में लाना चाहते हैं, जो भाजपा की विचारधारा से तो नहीं जुड़ा है; लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर भाजपा को मतदान करने लगा है। राहुल गाँधी समझते हैं कि देश की वर्तमान स्थिति में इनमें से बड़ा वर्ग भाजपा से छिटक रहा है। यही कारण है कि वह मोदी सरकार पर हर उस मुद्दे को लेकर प्रहार करते हैं, जो इस बड़े मतदाता वर्ग को प्रभावित करता है। इसमें महँगाई से लेकर बेरोज़गारी, कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ऑक्सीजन से हुई मौतों और कालाबाज़ारी, अर्थ-व्यवस्था का कमज़ोर होने जैसे मुद्दे शामिल हैं। हाल के महीनों में राहुल गाँधी कांग्रेस में ऐसे लोगों को लाये हैं, जिन्होंने विभिन्न मंचों पर अलग तरह से काम किया। इनमें एक शिमोगा के युवा श्रीनिवास बी.वी. भी हैं, जो थे तो क्रिकेटर; लेकिन उन्होंने कोरोना मरीज़ों के लिए आपातकाल सेवा में उल्लेखनीय योगदान देकर नाम कमा लिया। बता दें कि राहुल गाँधी ने श्रीनिवास को युवा कांग्रेस का ज़िम्मा सौंप दिया है। भाजपा सहित दूसरे दलों में ऐसे प्रयोग देखने को नहीं मिले हैं। ज़मीनी स्तर पर समाज सेवा और कार्यों में नाम कमाने वाले व्यक्ति को किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की युवा विंग का मुखिया बना देने का ऐसा उदाहरण देश की राजनीति में कम ही देखने को मिलता है। यदि हाल की ही बात करें, तो राहुल गाँधी अभिजात (एलीट) परिवारों की जगह ग़रीब या आम पृष्ठभूमि वाले नेताओं को साथ जोड़ रहे हैं। कन्हैया कुमार की ही बात करें, तो वह एक आँगनबाड़ी कार्यकत्री के पुत्र हैं। हालाँकि भाजपा के नेता उन्हें टुकड़े-टुकड़े गैंग का अगुआ बताते रहे हैं। लेकिन छात्र मुद्दों को पुरज़ोर तरीक़े से उभारने वाले कन्हैया कुमार को छात्र राजनीति का ‘पोस्टर ब्यॉय’ भी कहा जाता रहा है। लेकिन राहुल गाँधी ने उनका चयन एक और बड़े कारण से किया है, वह यह कि कन्हैया कुमार आरएसएस की सोच के कट्टर विरोधी हैं। ऐसे ही जिग्नेश मेवाणी हैं। दलित नेता के तौर पर उनकी पहचान है। उन्हें भी वामपंथ के क़रीब माना जाता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात से ताल्लुक़ रखने वाले मेवाणी दलितों में अच्छा असर रखते हैं। कांग्रेस को समर्थन देने के बाद मेवाणी ने कहा कि वह अगला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ेंगे। मेवाणी को भी आन्दोलनकारी तबीयत का नेता माना जाता है और वह भी आरएसएस-भाजपा के सख्त विरोधी हैं। कांग्रेस को समर्थन देने के बाद मेवाणी ने कहा भी कि हम राज्य की जनता के बीच जाएँगे और उससे बात करेंगे। हमारा उद्देश्य राज्यों में एक जन-आन्दोलन छेडऩा है, जो देश को भाजपा शासन से हो रही तबाही से मुक्ति दिलाने में मदद देगा। हम पानी, स्वास्थ्य, सफ़ार्इ, शिक्षा और मानवाधिकारों के मुद्दों पर बात करेंगे। मूलत: राहुल गाँधी की कोशिश कांग्रेस को राज्यों में खड़ा करने की है। इसमें क्षेत्रीय दल उनके लिए रुकावटें डाल सकते हैं। यह दल नहीं चाहते कि राज्यों में कांग्रेस मज़बूत हो। ऐसा होता है, तो इसका सबसे बड़ा नुक़सान इन क्षेत्रीय दलों को ही उठाना पड़ेगा। इसलिए ये सभी दल कांग्रेस का समर्थन करते हुए बहुत सावधानी बरतते हैं। हालाँकि वो भाजपा के बराबर ही कांग्रेस की भी निंदा करते हैं। 1 2 Single Page Facebook Twitter Google+ Pinterest WhatsApp Previous articleउत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2021 Next articleपिछले अंक का शेष… चमक गँवाता हीरा राकेश रॉकी http://tehelkahindi.com/ RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR आमने-सामने लोकतंत्र की जीत पंजाब में उलझे राजनीति के तार",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%a7%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a7-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a5%88%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%82/,सियासी धुन्ध में तैरते पंजाब कांग्रेस के कई सवाल,"सियासी धुन्ध में तैरते पंजाब कांग्रेस के कई सवाल By भारत हितैषी October 15, 2021 कृपया, कोई अटकलबाज़ी नहीं। -पंजाब में सियासी उथल-पुथल के बीच पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के ट्वीट का यह एक हिस्सा है। इसी ट्वीट में बाद में जाखड़ ने लिखा- ‘क्या अब सब कुछ ठीक है और युद्धविराम हो गया है? या यह केवल एक अस्थायी युद्धविराम है?’ पंजाब कांग्रेस में कुर्सी के अन्तहीन खेल के बीच सुनील जाखड़ के कटाक्ष से भरे इस ट्वीट का अर्थ हर कोई समझने के कोशिश कर रहा था। संक्षिप्त ट्वीट सन्देश तब और भी महत्त्वपूर्ण बन गया, जब देश भर में 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों को कथित तौर पर वाहन के नीचे रौंद देने की घटना पर चर्चा हो रही थी, और पंजाब कांग्रेस महीनों से उथल-पुथल के दौर के बाद अपने घर को व्यवस्थित करने के कोशिश में विफल दिख रही थी; जबकि कुछ ही समय में वहाँ चुनाव हैं। जैसा कि हम जानते हैं कि सोशल मीडिया आपको अपने लक्षित पाठकों तक पहुँचने, आपकी बात को पोषित करने और उनसे जुडऩे की अनुमति देता है। लेकिन साथ ही यह एक दोधारी तलवार भी साबित हो सकता है। ऐसा तब हुआ, जब पंजाब के बड़े राजनीतिक नेता जाखड़ ने कुछ सन्देश भेजकर लोगों को हैरान कर दिया। जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था, तब सुनील जाखड़ हाल ही में एक छुपे रुस्तम के रूप में मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में उभरे थे। अगर ऐसा होता, तो वह शायद सन् 1966 में राज्य के पुनर्गठन के बाद से पंजाब के पहले हिन्दू मुख्यमंत्री होते। वह पहले पंजाब में विपक्ष के नेता और इसी जुलाई तक चार साल पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ को सन् 1980 से सन् 1989 तक दो बार लोकसभा अध्यक्ष रहने का गौरव प्राप्त था। सुनील जाखड़ ने ट्वीट के ज़रिये यह निशाना तब साधा, जब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच बैठक ख़त्म हुई और जब पंजाब पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता की नियुक्तियों पर विरोध जताते हुए पार्टी प्रमुख सिद्धू ने इस्तीफ़े की घोषणा की। इसी साल 19 जुलाई को पीसीसी अध्यक्ष बनाये गये सिद्धू ने सहोता को पंजाब पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का अतिरिक्त प्रभार देने के लिए अपनी ही पार्टी की सरकार का विरोध करते हुए दावा किया कि जब सन् 2015 में श्री गुरुग्रन्थ साहिब की बेअदबी हुई थी, तो उनके (सहोता के) नेतृत्व वाली एसआईटी ने दो सिखों को आरोपित किया था और बादलों को क्लीन चिट (दोषमुक्ति की पर्ची) दे दी थी। सिद्धू द्वारा ट्वीट किये जाने के कुछ घंटे बाद उनकी टिप्पणी आयी कि डीजीपी इक़बाल प्रीत सिंह सहोता और महाधिवक्ता (एजी) अमर प्रीत सिंह देओल को प्रतिस्थापित किया जाना चाहिए; क्योंकि इनकी नियुक्तियाँ बेअदबी के पीडि़तों के घावों पर नमक छिड़कने जैसी हैं। जाखड़ को एक विनम्र राजनीतिक नेता माना जाता है, जो अपना कार्य अच्छी तरह से करते हैं। इसमें कोई शक नहीं कि विपक्षी नेता भी उनकी बात ध्यान से सुनते हैं। सिद्धू ने ट्वीट किया था कि डीजीपी और महाधिवक्ता को नहीं बदलने से कांग्रेस कैसे अपना चेहरा दिखाएगी? उन्होंने कहा कि सन् 2017 में हमारी पार्टी सत्ता में आयी ही जनता से बेअदबी के मामलों में न्याय देने और नशीली दवाओं के व्यापार के मुख्य दोषियों की गिरफ़्तारी के वादे पर थी। इसी नाकामी के कारण पिछले मुख्यमंत्री को हटाया गया। ऐसे में एजी / डीजी पद पर से इन्हें बदला जाना चाहिए। अन्यथा हम जनता के सामने चेहरा दिखाने लायक नहीं रहेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को लिखे एक पत्र, जिसे सिद्धू ने सोशल मीडिया पर भी साझा किया; में कहा- ‘नैतिकता से समझौता करने पर एक आदमी के चरित्र का पतन होता है। मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे (नीति) से कभी समझौता नहीं कर सकता। इसलिए मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देता हूँ। मैं कांग्रेस की सेवा करता रहूँगा।‘ एडवोकेट जनरल एपीएस देओल पर सिद्धू की आपत्ति यह है कि उन्होंने कथित तौर पर पंजाब के पूर्व पुलिस प्रमुख सुमेध सिंह सैनी का बचाव किया, जो सन् 2015 के बहबल कलां पुलिस फायरिंग मामले में एक आरोपी थे। सहोता ने तब सिद्धू की नाराज़गी मोल ले ली, जब एक विशेष जाँच दल के प्रमुख के रूप में उन्होंने बेअदबी के मुद्दे पर कथित तौर पर बादलों को दोषमुक्ति की पर्ची दी थी। सुनील जाखड़ का नाम मुख्यमंत्री के लिए सबसे आगे था। लेकिन कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में एक सिख को मुख्यमंत्री बनाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। इसमें कोई शक नहीं कि इसके बाद जाखड़ का नाम दौड़ से अचानक बाहर हो गया। ज़ाहिर है सिद्धू ख़ुद को पंजाब के भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे थे और जब उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अपने बूते बदलाव करते और एक अलग छवि बनाते हुए देखा, तो उन्होंने पीसीसी अध्यक्ष के पद से इस्तीफ़ा दे दिया। हालाँकि उनका इस्तीफ़ा अभी स्वीकार नहीं हुआ है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a5%8c%e0%a4%95%e0%a4%bc%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%ae/,हरियाणा सरकार के शौक़ीन मंत्री!,"हरियाणा सरकार के शौक़ीन मंत्री! By महेंद्र सिंह राठौड़ October 15, 2021 मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने और मंत्रियों के लिए ख़रीदीं फाच्र्यूनर और मर्सिडीज बैंज जैसी महँगी गाडिय़ाँ सरकारी ख़र्चों में कटौती के दावे के विपरीत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी और मंत्रियों की निजी सुविधाओं में कोई कोताही नहीं करते। उनके क़ाफ़िले में पहले ही लग्जरी गाडिय़ों की कमी नहीं; लेकिन बावजूद इसके चार नयी फाच्र्यूनर और जोड़ लीं। उनका कारवाँ अब पहले से बड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बड़े लाव-लश्कर से आम लोगों को क़ाफ़ी दिक़्क़तें झेलनी पड़ती है। क़ाफ़िले में वाहनों की संख्या में कमी होनी चाहिए; लेकिन विडम्बना यह कि यह संख्या बढ़ती जा रही है। नयी-से-नयी लग्जरी गाडिय़ों को सरकार अपना वाहन बना रही है। नये लग्जरी वाहनों की ज़रूरत कृत्रिम तौर पर पैदा की जाती है और बाद में ऐसी स्थिति पेश की जाती है कि बिना उनके सरकारी दौरों पर निकलना ही मुश्किल है। फाइलें तैयार होती हैं और बिना किसी देरी के प्रस्ताव को मज़दूरी मिल जाती है। राज्य सरकार ने इसी वर्ष सात करोड़ रुपये से ज़्यादा के 17 लग्जरी वाहनों की ख़रीद की गयी। इसमें 15 फाच्र्यूनर, एक मर्सीडीज बैंज ई-200 और एक मारुति इरटिगा है। फाच्र्यूनर की क़ीमत 36,30,657 रुपये, मर्सीडीज बैंज ई-200 बैंज की क़ीमत 65,75,000 रुपये है और मारुति इरटिगा 8,60,265 रुपये है। इनमें चार फाच्र्यूनर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के क़ाफ़िले में जोड़ी गयी हैं। मर्सीडीज बैंच ई-200 गृहमंत्री अनिल विज के लश्कर में रहेगी। फाच्र्यूनर पाने वालों में विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा, मंत्री कँवर पाल, मूलचंद शर्मा रणजीत सिंह, जयप्रकाश दलाल, वनवारी लाल के अलावा राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव, कमलेश ढांढा और अनूप धानक हैं। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी फाच्र्यूनर दी गयी है। मुख्यमंत्री के ओएसडी सतीश सैनी को मारुति इरटिगा मिली है। ख़र्च अगर ज़रूरत के हिसाब से हो, तो उचित होता है; वरना तो उसे फ़िज़ूलख़र्ची ही कहा जाएगा। वाहन ख़रीद से ही सरकार पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता, बल्कि ईंधन और उसके चालक आदि से भी क़ाफ़ी फ़र्क़ पड़ता है। बढ़ती महँगाई से ख़र्च में कटौती सरकार की ठोस नीति होनी चाहिए; लेकिन यह सब काग़ज़ों और भाषणों में नज़र आता है। लोगों की गाढ़ी कमायी का हिस्सा जनप्रतिनिधियों की सुख सुविधाओं के लिए नहीं, बल्कि जनकल्याण पर ख़र्च होना चाहिए। सरकारी नुमाइंदों को तो सरकार सुविधाओं का कम-से-कम इस्तेमाल करके मिसाल पेश करनी चाहिए। लेकिन वे तो ज़्यादा-से-ज़्यादा सरकारी सुख-सुविधाएँ चाहते हैं। संकट में ख़रीदीं गाडिय़ाँ इस वर्ष 17 लग्जरी वाहनों की ख़रीद उस दौरान की गयी, जब देश में कोरोना की दूसरी लहर चरम पर थी। दवाइयों और ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे थे। लगभग चार माह राज्य में लॉकडाउन जैसी स्थिति रही। सामान्य जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा था। रात में कफ्र्यू और दिन में लॉकडाउन, लगभग सब कुछ बन्द जैसी हालत में था। ऐसे में लग्जरी वाहनों की ख़रीद प्रक्रिया ज़रा भी प्रभावित नहीं हुई। इसी वर्ष जनवरी से जुलाई तक सात माह के दौरान मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और विभिन्न मंत्रियों की गाडिय़ाँ ख़ूब दौड़ीं। मोटा ख़र्च नारनौल से भाजपा विधायक और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ओमप्रकाश यादव के क़ाफ़िले की गाडिय़ों ने तो सात माह (लगभग 210 दिन) में 56,000 किलोमीटर की दूरी नाप दी। अकेले मार्च माह के दौरान इनकी गाडिय़ों ने 21,000 किलोमीटर की दूरी तय कर ली। इस माह औसत तौर पर उनकी गाड़ी प्रतिदिन 700 किलोमीटर चली। सात माह में उनके क़ाफ़िले के वाहनों का ईंधन ख़र्च 11,56,000 से भी ज़्यादा रहा। सात माह के दौरान उनकी सक्रियता मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री या किसी अन्य मंत्री से कहीं ज़्यादा रही। इस दौरान मुख्यमंत्री खट्टर 21,000 से कम और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला 27,000 किलोमीटर से कुछ ज़्यादा पर ही सिमट गये।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a5%82-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%95/,"सिद्धू बने रहेंगे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष, कल होगी बड़ी...","सिद्धू बने रहेंगे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष, कल होगी बड़ी घोषणा ! By राकेश रॉकी October 14, 2021 पंजाब कांग्रेस के बीच चल रहा संकट ख़त्म होने की खबर है। नवजोत सिंह सिद्धू का पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा पार्टी आलाकमान ने फिलहाल नामंजूर कर दिया है। वे अध्यक्ष बने रहेंगे। कल कांग्रेस आलाकमान पंजाब कांग्रेस से जुड़ा कोई बड़ा फैसला कर सकती है। सिद्धू ने आज शाम पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रभारी महासचिव हरीश रावत से मुलाकात की, जिसके बाद यह जानकारी सामने आई है। पार्टी ने हाल में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह को मनाने की कोशिश की थी और कल उनसे जुड़ी कोई बड़ी घोषणा हो सकती है। सिद्धू ने बैठक के बाद कहा है कि वे आलाकमान की हर बात मानेंगे और उनका कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर पूरा भरोसा है। सिद्धू ने कांग्रेस आलाकमान पर पूरा भरोसा जताया है। उधर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह से परिवार सहित मुलाकात की। हाल में चन्नी के बेटे की शादी हुई है। याद रहें रहे सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और आज की बैठक इसी सिलसिले में थी। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक पंजाब से जुड़े मसलों पर विवाद सुलझा लिया गया है। आलाकमान की तरफ से शुक्रवार को पंजाब को लेकर कोई बड़ा फैसला किया जा सकता है। आज शाम सिद्धू ने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी हरीश रावत से करीब 45 मिनट गुफ्तगू की। समझा जाता है कि पार्टी अलाकमान अमरिंदर सिंह को मनाने की कोशिश कर रही थी और कल कोई बड़ी घोषणा उनसे जुड़ी हो सकती है। अमरिंदर की पत्नी परनीत कौर कांग्रेस की सांसद हैं और माना जाता है कि वे कांग्रेस छोड़ने के पक्ष में नहीं हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%b0/,"उत्तर प्रदेश के चुनावी परिणाम चौकाने वाले साबित हो सकते है,...","उत्तर प्रदेश के चुनावी परिणाम चौकाने वाले साबित हो सकते है, यदि विपक्ष एकजुटता रखें तो By राजीव दुबे October 14, 2021 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर 6 महीनें से कम का समय बचा है पर, सियासत का बाज़ार गर्म है। किसानों को लखीमपुर में रौंदें जाने के बाद से उत्तर प्रदेश में नये समीकरण बनकर ऊभरें है। मौजूदा दौर में विपक्ष एकता की तो बात कर रहा है। परंतु एकजुटता के अभाव के कारण राजनीतिक समीकरण बनते–बनते बिगड़ने लगते है। यदि समाजवादी पार्टी विजय यात्रा निकाल रही है। तो कांग्रेस मौन व्रत करके प्रदेश सरकार का विरोध कर रही है। बसपा के विरोध को मौजूदा सियासत में कोई विशेष महत्व नहीं दिया जा रहा है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-12-%e0%a4%95/,संयुक्त किसान मोर्चा की 12 को तिकुनिया में शहीद किसानों...,"संयुक्त किसान मोर्चा की 12 को तिकुनिया में शहीद किसानों के लिए होगी अंतिम अरदास By तहलका ब्यूरो October 9, 2021 संयुक्त किसान मोर्चा ने 12 अक्टूबर को तिकुनिया में शहीद किसानों की अंतिम अरदास करने और 5 शहीदों की अस्थि कलश यात्रा देश भर में ले जाने का ऐलान किया है। इसके अलावा 15 अक्टूबर को दशहरा पर मोदी और शाह का पुतला दहन करने और 18 अक्टूबर को देशव्यापी रेल रोको की भी घोषणा की है। किसान मोर्चा 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत करेगा। एक साझी प्रेस कांफ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने इसकी घोषणा की है। किसान मोर्चा के ऐलान के बाद अब उत्तर प्रदेश और देश भर में लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में किसानों की मौत का मामला गरमा गया है। किसान संगठनों के नेताओं ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी और अजय मिश्रा को केबिनेट से हटाने की मांग की है। मोर्चा ने कहा कि 12 अक्टूबर को देशभर के किसान लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे और लखनऊ में 26 को महापंचायत भी की जाएगी। किसान नेता दर्शनपाल ने शनिवार को कहा कि घटना में किसान शहीद हुए हैं और किसान मोर्चा अंत तक लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने गृह राज्य मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा – ‘उन्होंने (अजय मिश्रा) आतंक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं और लखीमपुर में पंजाबी किसानों की जान को गंभीर खतरा है। किसान नेता योगेंद्र यादव ने भी इस मौके पर कहा – ‘पहले कार्यक्रम के तहत 12 को को शहद किसानों और पत्रकार के लिए हम लखीमपुर के तिकोनिया में अंतिम अरदास करेंगे। देशभर के किसान 12 तारीख़ को लखीमपुर पहुंचेंगे। लखीमपुर की घटना जलियांवाला बाग से कम नहीं है। हम देश के तमाम नागरिक संगठनों से आग्रह करते हैं कि वो अपने शहरों में कैंडल मार्च निकालें। हम पूरे देश के नागरिकों से अपील करते हैं कि शाम 8 बजे अपने घरों पर मोमबत्ती जलाएं।’ यादव ने कहा कि 12 को लखीमपुर से अस्थि कलश यात्रा यूपी में शुरू होकर हर राज्य में जाएगी और अस्थि विसर्जन किया जाएगा। कहा कि 15 अक्टूबर को दशहरा है सभी किसान प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का पुतला दहन करेंगे जबकि 18 को रेल रोकेंगे और 26 को लखनऊ में बहुत बड़ी महापंचायत की जाएगी। किसान नेता जोगिंदर उग्राहां ने इस मौके पर कहा – ‘हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा है। हमें खालिस्तानी कहा गया, आतंकवादी कहा गया, लेकिन 3 महीने से भाजपा सरकार हिंसा पर उतर आई है। उनके सीएम खट्टर का बयान सुनिए। करनाल में किसानों पर लाठियां बरसाई गईं। लेकिन हम कतई हिंसा नहीं करेंगे। हम सहेंगे और संघर्ष करते रहेंगे।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%98%e0%a4%9f%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%aa%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%b6%e0%a5%80/,लखीमपुर घटना के आरोपी आशीष मिश्रा के पेश होने के बाद...,"लखीमपुर घटना के आरोपी आशीष मिश्रा के पेश होने के बाद सिद्धू ने ख़त्म किया अपना अनशन By तहलका ब्यूरो October 9, 2021 पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को दो दिन पुराना अपना अनशन तब ख़त्म कर दिया जब लखीमपुर खीरी हिंसा मामल के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा आज सुबह लखीमपुर में क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के सामने पूछताछ के लिए हाजिर हो गए। बता दें आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सिद्धू ने 3 अक्टूबर की हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के लखीमपुर आवास पर शुक्रवार को मौन धारण कर लिया था। सिद्धू ने घटना के मुख्य आरोपी गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी तक मौन धारण कर अनशन की घोषणा कर दी थी। सिद्धू के साथ पंजाब कांग्रेस के अलावा दूसरे राज्यों के पार्टी नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित हैं। सिद्धू कल टिन शेड के नीचे तख्त पर लेते रहे। सिद्धू को मनाने की अफसरों की कोशिश भी नाकाम रही। इससे पहले सिद्धू, पंजाब के लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला, विधायकों राजकुमार चब्बेवाल, कुलजीत सिंह नागरा, रविंदर सिंह और मदनलाल जलालपुर के अलावा कांग्रेस नेताओं गुरदीप सिंह, गौरव संधू और ओएसडी सुमित सिंह के साथ रमन कश्यप के घर पहुंचे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0/,सुप्रीम कोर्ट की लखीमपुर ममले में यूपी सरकार को कड़ी फटकार,"सुप्रीम कोर्ट की लखीमपुर ममले में यूपी सरकार को कड़ी फटकार By तहलका ब्यूरो October 8, 2021 सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को लखीमपुर खीरी हत्याकांड पर उत्तर प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि आरोप 302 का है तो गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। कोर्ट ने सरकार से कहा कि आप उसे भी वैसे ही ट्रीट करें जैसे बाकी मर्डर केस में आरोपी के साथ किया जाता है। बता दें इस मामले में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा है जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है लेकिन उसकी गिरफ्तारी आज तक नहीं हुई है। इस मामले पर अगली सुनवाई अब 20 अक्टूबर को होगी। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर आज सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस के सामने आरोपी के पेश होने पर दो टूक कहा कि 302 के आरोप में ये नहीं होता कि प्लीज आ जाएं। नोटिस किया गया है कि प्लीज आइए। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि ‘मौके पर चश्मदीद गवाह हैं। हमारा मत है कि जहां 302 का आरोप है वह गंभीर मामला है और आरोपी के साथ वैसा ही व्यवहार होना चाहिए जैसे बाकी मामलों में ऐसे आरोपी के साथ होता है। क्या बाकी केस में आरोपी को नोटिस जारी किया जाता है कि आप प्लीज आ जाइए?’ यूपी सरकार के वकील साल्वे ने कहा कि आरोप लगाया गया था कि गोली मारी गई है लेकिन गोली की बात पोस्टमॉर्टम में नहीं है। चीफ जस्टिस ने कहा कि क्या ये ग्राउंड है कि आरोपी को न पकड़ा जाए? साल्वे बोले कि नहीं केस गंभीर है। प्रधान न्यायाधीश ने इस पर कहा कि ‘गंभीर केस है, लेकिन केस को वैसे नहीं देखा जा रहा है। हम समझते हैं कि इस तरह से कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। कथनी और करनी में फर्क नजर आ रहा है।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%9c%e0%a4%be-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a5%82-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%8d/,"लखीमपुर जा रहे सिद्धू, अन्य कांग्रेस नेताओं को यूपी की पुलिस...","लखीमपुर जा रहे सिद्धू, अन्य कांग्रेस नेताओं को यूपी की पुलिस ने हिरासत में लिया By तहलका ब्यूरो October 7, 2021 उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसान हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर कांग्रेस लगातार दबाव बढ़ाती जा रही है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्‍व में कांग्रेस नेताओं का काफिला सहारनपुर में रोक दिया गया है और सिद्धू को हिरासत में ले लिया है। उनके साथ आये कांग्रेस के कई नेताओं और पंजाब के मंत्रियों को भी यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इससे पहले जब यूपी पुलिस ने सिद्धू के काफिले को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी तो पुलिस के लगाए गए बेरिकेट्स को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने सिद्धू, पंजाब के मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और परगट सिंह सहित अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि लखीमपुर में धारा 144 लागू है और ऐसे में केवल पांच लोगों को आगे जाने की अनुमति है। लेकिन कांग्रेस नेता सिद्धू बड़े काफिले के साथ जाने पर अड़ हुए थे। इसी दौरान काफिले में शामिल नेताओं की पुलिस अधिकारियों से जबरदस्त बहस हुई। सिद्धू और अन्य नेताओं को पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a5%80%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80/,लखीमपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट...,"लखीमपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट माँगी By तहलका ब्यूरो October 7, 2021 लखीमपुर खेरी हत्याकांड के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार को एक दिन के भीतर मामले की स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। आज इस मामले में सर्वोच्च अदालत ने कहा कि मामले पर शुक्रवार को ही सुनवाई की जाएगी। अदालत ने राज्य सरकार को घटना के दौरान जान गंवाने वाले किसान लवप्रीत सिंह की मां के उचित इलाज का भी निर्देश दिया है। सर्वोच्च अदालत ने आज यूपी सरकार से कहा कि इस मामले में विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की जाए, जिसमें जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है, उनके नाम और पीड़ित कौन हैं उनके नाम भी शामिल होने चाहिए। इसके अलावा अब तक क्या कदम उठाया गया है और जांच की स्थिति क्या है, यह सब कुछ रिपोर्ट में बताया जाए। याद रहे पहले यह रिपोर्ट्स आई थीं कि सर्वोच्च अदालत ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है, हालांकि, आज की सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि हमने रजिस्ट्री से कहा था कि वकीलों के पत्र को पीआईएल के तौर पर ट्रीट किया जाए। पत्र लिखने वाले वकीलों को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई में जोड़ने का निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि दो वकीलों शिवकुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा ने लखीमपुर मुद्दे पर पत्र लिखा था, वो भी अपना पक्ष रखें। आज यूपी सरकार कि ओर से वकील गरिमा प्रसाद पेश हुईं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%9a%e0%a4%b2%e0%a4%95/,देश में लोकतंत्र को कुचलकर तानाशाही थोप दी है : राहुल,"देश में लोकतंत्र को कुचलकर तानाशाही थोप दी है : राहुल By तहलका ब्यूरो October 6, 2021 कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र को कुचलकर तानाशाही चल रही है। लखीमपुर खेरी में किसानों के साथ हुई घटना की कड़ी निंदा करते हुए राहुल ने घोषणा की है कि वे पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ आज लखीमपुर जा रहे हैं। उधर उत्तर प्रदेश प्रशासन ने राहुल को राज्य में आने की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। उधर किसानों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने पिछले 48 घंटे से जेल में बंद हुआ है। राहुल ने सवाल किया कि कोई उन्हें नहीं बता रहा कि उन्हें किसानों से मिलने जाने से क्यों रोका जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जिन्होंने मर्डर किया वे भाग कर निकल रहे हैं और जो किसानों की पीड़ा साझा करना चाहते हैं उन्हें रोका और गिरफ्तार किया जा रहा है। राहुल ने इसके लिए प्रियंका गांधी का नाम लिया और कहा कि कांग्रेस महासचिव बहुत बहादुरी से वहां हैं। कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि भाजपा ने मंत्री और उनके बेटे के खिलाफ तो कुछ नहीं किया है, दूसरे लोगों को जेल में बंद कर रही है। किसानों से मिलने जाने से भी सिर्फ हमें ही रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे आज लखीमपुर खेरी किसानों से मिलने जा रहे हैं और उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बधेल भी होंगे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%85%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%95-%e0%a4%af%e0%a5%82/,गिरफ्तारी के बाद अचानक यूपी की राजनीति के ‘केंद्र’ में पहुँची...,"गिरफ्तारी के बाद अचानक यूपी की राजनीति के ‘केंद्र’ में पहुँची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी By राकेश रॉकी October 5, 2021 उत्तर प्रदेश में पहले ही ब्राह्मणों की नाराजगी झेल रही भाजपा लखीमपुर खेरी में अपने केंद्रीय मंत्री के बेटे के किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलकर मार देने से पैदा हुए देश भर के गुस्से को देखकर भी अपने ब्राह्मण राज्‍य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को सरकार से हटाने और उनके आरोपी बेटे को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं दिखाकर देश भर में अपनी बड़ी फजीहत करवा रही है। भाजपा की योगी सरकार, जिसे कुछ महीने में ही विधानसभा के चुनाव झेलने हैं, की पुलिस ने आरोपी आशीष मिश्रा को नहीं बल्कि उन प्रियंका गांधी को जेल में डाल दिया है, जो पीड़ित किसानों के परिजनों से मिलने खेरी लखीमपुर जा रही थीं। प्रियंका को लखीमपुर जाकर पीड़ित परिवारों से मिलने के राजनीतिक लाभ को रोकने के लिए योगी की भाजपा सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर और जेल में डालकर अनजाने में ही उत्तर प्रदेश में उससे भी बड़ा राजनीतिक लाभ दे दिया है। अपनी दादी इंदिरा गांधी की ही तरह के हाव-भाव वाली उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पिछले दो दिन से लगातार टीवी चैनलों पर छाई हुई हैं और उन्हें एक बड़ा ‘राजनीतिक स्पेस’ मिल गया है। उत्तर प्रदेश में खुद को भाजपा का विकल्प बताने वाले सपा के अखिलेश यादव और भाजपा से नजदीकियों के आरोप झेल रहीं मायावती कहीं नहीं दिख रहे हैं। इन दो दिनों में ही प्रियंका गांधी ने अपनी हिरासत और बाद में गिरफ्तारी को जिस तरह जनता के सामने पेश किया है उससे उनकी छवि एक निर्भीक राजनेता की बन गयी है और अचानक उत्तर प्रदेश में वे सपा और बसपा से भी आगे दिखने लगी हैं। प्रियंका ने एक मझे राजनीतिक नेता की तरह जिस तरह हिरासत के दौरान जेल के भीतर झाड़ू से सफाई की और जिस तरह 33 घंटे हिरासत में रखने के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई उसे उन्होंने जेल के भीतर से वीडियोज के जरिये जनता तक पहुंचाकर उतना जनसमर्थन हासिल कर लिया, जो बहुत मेहनत से मिल पाता है। यहाँ एक रोचक संयोग भी है। आज से 44 साल पहले 4 अक्टूबर, 1977 को आपातकाल के बाद बनी मोरारजी देसाई सरकार ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद देश में ऐसा माहौल बना कि कुछ ही महीनों के बाद इंदिरा गांधी फिर जबरदस्त बहुमत से सत्ता में आ गईं। प्रियंका भी 4 अक्टूबर को ही जेल में डाली गयी हैं। जेल से आज उन्होंने एक वीडियो के जरिये सीधे प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देकर पूछा है कि अब तक आशीष की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%9a%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95/,किसानों को कुचलकर मारने के आरोपी केंद्रीय मंत्री के बेटे पर...,"किसानों को कुचलकर मारने के आरोपी केंद्रीय मंत्री के बेटे पर एफआईआर; लखीमपुर जा रही प्रियंका, कई नेता हिरासत में By तहलका ब्यूरो October 4, 2021 उत्तर प्रदेश पुलिस ने आखिर भारी दबाव के बाद किसानों को गाड़ी से कुचलकर मार देने के आरोपी केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्‍या, आपराधिक साजिश और दंगा करने समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। इस घटना में 8 लोगों की मौत हुई है। उधर लखीमपुर के तिकुनिया में कथित तौर पर मंत्री के बेटे की गाड़ी के नीचे कुचलकर शहीद हुए किसानों के परिजनों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं और वहां धारा 144 लगा दी गयी है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत लखीमपुर पहुँच गए हैं और इलाके में जबरदस्त तनाव बना हुआ है। लखनऊ में धरने पर बैठे सपा नेता अखिलेश यादव को भी हिरासत में लिया गया है। यादव ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग की है। लखीमपुर में किसानों की इस तरह हत्या की घटना के बाद देश भर में गुस्सा पैदा हो गया है। केंद्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर बहराइच नानपारा के जगजीत सिंह की तहरीर पर दर्ज की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक लखीमपुर में हिंसक झड़प के दौरान किसानों की मौत को लेकर केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री अजय मिश्रा के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्‍या, आपराधिक साजिश और गंगा सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। लखीमपुर के तिकुनिया थाने में यह एफआईआर दर्ज हुई है। उधर राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने सफाई दी है कि उपद्रवी तत्वों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया, लाठी-डंडों और तलवारों से पीटा जिसके वीडियो उनके पास हैं। तत्वों ने गाड़ियों में आग लगाई जबकि उनका बेटा कार्यक्रम स्थल पर था। मंत्री के दावे के मुताबिक उनके तीन कार्यकर्ताओं और ड्राइवर की मौत हुई है जिसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। इस बीच किसानों से मिलने के लिए सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी पहुंचने वाली कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को हरगांव के पास ही हिरासत में ले लिया गया। प्रियंका गांधी आधी रात एक बजे वहां के लिए रवाना हुई थीं। प्रियंका गांधी को हरगांव से हिरासत में लेकर सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया गया। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रियंका गांधी से पुलिसकर्मियों ने जोर जबरदस्ती की।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-%e0%a4%ae/,"पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में ममता बनर्जी की बड़ी बढ़त, टीएमसी...","पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में ममता बनर्जी की बड़ी बढ़त, टीएमसी आगे By तहलका ब्यूरो October 3, 2021 बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुरू में ही उपचुनाव के लिए पड़े वोटों की गिनती में अच्छी बढ़त बना ली है, जिससे संकेत मिलता है कि वे बड़े अंतर से जीत की तरफ बढ़ रही हैं। दस राउंड की गिनती के बाद अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल से करीब 32000 मतों की बड़ी बढ़त बनाये हुयी हैं। ममता के लिए यह चुनाव जीतना इसलिए जरूरी है क्योंकि मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें छह महीने के भीतर विधानसभा (या विधान परिषद्) का सदस्य बनना जरूरी है। बंगाल की बाकी दो सीटों पर भी टीएमसी ही आगे चल रही है। उधर ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजेडी एकमात्र सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक 29 सितंबर को उपचुनाव के लिए हुए मतदान के बाद आज सुबह सभी सीटों पर वोटों की गिनती चल रही है। बंगाल की भवानीपुर सीट, जहाँ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मैदान में हैं, में शुरुआती रुझानों के मुताबिक बनर्जी दस राउंड की गिनती के बाद अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल से करीब 32000 मतों की बड़ी बढ़त बनाये हुयी हैं। भवानीपुर में ममता की बड़ी बढ़त को देखते हुए लोग उनके आवास पर अभी से भीड़ जुटनी शुरू हो गयी है और उनकी पार्टी के नेता और समर्थक बड़ी संख्या में वहां उनकी जय के नारे लगा रहे हैं। हाथों में टीएमसी का झंडा लिए यह समर्थक अभी से जश्न के मूड में हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ac%e0%a4%a6%e0%a4%b2%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%87/,बदलते मोहरे,"बदलते मोहरे By राकेश रॉकी October 1, 2021 लचर प्रदर्शन के कारण मुख्यमंत्री बदलने को मजबूर भाजपा भाजपा अब तक कांग्रेस की सरकारों को गिराकर अपनी सरकारें बना रही थी। अब अपनी ही सरकारों में मुख्यमंत्रियों को ताश के पत्तों की तरह फेंट रही है। विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा की इस कसरत ने कांग्रेस, टीएमसी और बाक़ी विपक्ष को यह अवसर दे दिया है कि वह भाजपा के मुख्यमंत्रियों को बदले जाने की वजह उनकी नाकामी को बताये। उधर भाजपा के भीतर नेताओं में अपने भविष्य को लेकर अस्थिरता की भावना पैदा हो चुकी है। वरिष्ठ नेताओं को लगने लगा है कि उन्हें भी आडवाणी, जोशी और अन्य की तरह मार्गदर्शक मण्डल में बैठा दिया जाएगा। भाजपा में अब ऐसे नेताओं का दायरा बढ़ता जा रहा है, जो यह महसूस करने लगे हैं कि उनकी हैसियत सिर्फ़ मोहरों की रह गयी है। भाजपा में इस उठा-पटक का क्या असर है? यह केंद्रीय मंत्री और आरएसएस के नज़दीकी नितिन गडकरी के जयपुर वाले बयान से सहज ही समझा जा सकता है, जिसमें उन्होंने कहा- ‘आज के हालात में हर कोई दु:खी है। कोई मंत्री न बनने से दु:खी है, तो मुख्यमंत्री। वे इसलिए दु:खी हैं कि पता नहीं कब हटा दिये जाएँगे।’ बात मज़ाक़ में कही गयी थी। लेकिन राजनीतिक तंज़ ऐसे ही मुहावरे बनाकर कसे जाते हैं। इसी साल में अब तक भाजपा अपने चार मुख्यमंत्रियों को ठिकाने लगा चुकी है। जनता में सन्देश जा रहा है कि यह मुख्यमंत्री नाकाम हो चुके थे और पार्टी को चुनाव जिताने की स्थिति में नहीं थे, लिहाज़ा उन्हें बदल दिया गया। मुख्यमंत्रियों में अपनी कुर्सी बचाने की चिन्ता है। भाजपा अपने मुख्यमंत्रियों को किस तत्परता से फेंट रही है? इसका बड़ा उदहारण उत्तराखण्ड है, जहाँ पार्टी ने तीन महीने में ही दो मुख्यमंत्री बदल दिये। इससे भाजपा शासित राज्यों में विकास के कामों पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है और पार्टी के बीच ही अस्थिरता जैसी स्थिति बन चुकी है। कर्नाटक में जुलाई में ताक़तवर लिंगायत नेता बी.एस. येदियुरप्पा को कुर्सी छोडऩी पड़ी। अपना नाम ज़ाहिर न करने की शर्त पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने ‘तहलका’ से बातचीत में कहा कि इन फ़ैसलों से पार्टी को नुक़सान उठाना पड़ सकता है। उनके मुताबिक, ऐसा करने से पार्टी नेतृत्व अपनी असुरक्षा की भावना को उजागर कर रहा है, जो उसके लिए घातक भी साबित हो सकता है। उधर इस विषय पर ‘तहलका’ से बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा- ‘यह साफ़ हो गया है कि राज्यों में भाजपा की सरकारें फ्लॉप (नाकाम) हैं। लोगों में उनकी नाकामी से निराशा है। लेकिन इसमें एक और बात भी है। केंद्र की भाजपा सरकार अपनी नाकामियाँ छिपाने का ठीकरा भी अपने मुख्यमंत्रियों पर ही फोड़ रही है, ताकि लोगों का उनसे ध्यान हटाया जा सके। केंद्रीय मंत्रिमण्डल के हाल के फेरबदल में भी यही किया गया था। यह सन्देश देने की कोशिश की गयी कि ख़राब प्रदर्शन वाले मंत्री हटा दिये गये। जबकि कोविड, महँगाई और अन्य मोर्चों पर सरकार की नाकामी की सीधी ज़िम्मेदारी तो प्रधानमंत्री (पीएमओ) की है, जहाँ से सब कुछ संचालित होता है।’ गुजरात में भाजपा ने जिस तरह भूपेंद्र यादव की नयी सरकार के गठन में विजय रूपाणी के मंत्रिमण्डल के सभी मंत्रियों की छुट्टी करने जैसा प्रयोग किया, उससे ज़ाहिर होता है कि मोदी-शाह के गृह राज्य में लोगों की पिछली सरकार और मंत्रियों से कितनी नाराज़गी रही होगी। अन्यथा ऐसा कभी नहीं होता कि नये मुख्यमंत्री को नया मंत्रिमण्डल देते हुए पुराने सभी मंत्रियों को बाहर कर दिया जाए। इससे तो यही संकेत जाता है कि इन सभी मंत्रियों का प्रदर्शन ख़राब रहा। लेकिन प्रदेशों में मुख्यमंत्री बदलने के पीछे भाजपा आलाकमान का एक और सन्देश भी अपने संगठन के लोगों को है। वह यह कि ‘पार्टी में नरेंद्र मोदी और अमित शाह ही सर्वशक्तिमान हैं।’ मुख्यमंत्री बदलने का संकेत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए भी है। बंगाल के विधानसभा चुनाव में मिली हार के तुरन्त बाद हुए उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में भाजपा की हार के बाद सर्वशक्तिमान नेतृत्व ने जिस मुख्यमंत्री को सबसे पहले बदलने की क़वायद की थी, वह योगी ही थे। यह क़वायद सफल होती, उससे पहले ही आरएसएस (संघ) का बयान आ गया कि उत्तर प्रदेश के अगले चुनाव भाजपा योगी के ही नेतृत्व में लड़ेगी। इस दौरान योगी भी दिल्ली में तलब किये गये या कहें कि ख़ुद चले गये थे और शीर्ष नेतृत्व से मिले। बहुत-से लोग कहते हैं कि यह कोई बहुत सम्मानजनक मुलाक़ातें नहीं थीं। लगभग उन्हीं दिनों में अपने प्रदेश के कुछ विकास विज्ञापनों और होर्डिंग्स में योगी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाने से परहेज़ किया था। बहुतों को योगी सरकार का यह फ़ैसला दिलचस्प और कुछ को हैरानी भरा लगा था। कहते हैं भाजपा शीर्ष नेतृत्व में इसे लेकर भी योगी के प्रति बहुत नाराज़गी थी। योगी को बहुत सारे राजनीतिक जानकार नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री की कुर्सी को चुनौती मानते हैं; भले योगी एक प्रधानमंत्री और पार्टी के सर्वोच्च नेता के रूप में मोदी के प्रति पूरा सम्मान दिखाते हैं। राजनीतिक गलियारों में यह कहा जाने लगा है कि योगी की पार्टी के भीतर ही बहुत-सी दुश्वारियाँ हैं। बहुत दिलचस्प बात तो यह है कि भाजपा के कट्टर हिन्दुत्व समर्थकों वाली टोलियों के बीच योगी भी मोदी की तरह ही लोकप्रिय हैं। कई लोग तो उन्हें मोदी से भी ज़्यादा पसन्द करते हैं। पार्टी के बीच योगी का एक अलग समर्थक वर्ग बन चुका है, जो उनके भाषणों के तरीक़े और धर्म आधारित कटाक्षों का दीवाना है। यह वही वर्ग है, जो सोशल मीडिया पर अपने सन्देशों में जमकर धर्म आधारित ज़हर उगलता है और योगी को भावी प्रधानमंत्री के रूप में प्रचारित करता है। इसमें एक सन्देश यह भी है- ‘देश का अगला प्रधानमंत्री मर्यादा पुरषोतम श्रीराम की जन्मभूमि से।’ ज़ाहिर है योगी के यह समर्थक प्रधानमंत्री के उत्तर प्रदेश के वाराणसी से चुनाव जीतकर सांसद बनने के बावजूद उन्हें राज्य का नहीं मानते। दिलचस्प बात यह भी है कि सोशल मीडिया का ही एक वर्ग योगी को भी बाहरी बताता है। इस वर्ग के सन्देश कहते हैं कि योगी तो उत्तराखण्ड के हैं। अब सोशल मीडिया के इस वर्ग के प्रचार के पीछे कौन है? यह तो राम ही जानें। लेकिन यह तय है कि दोनों की ही तरफ़दारी करने वाले भाजपा के ही लोग हैं। बीच में इसी सोशल मीडिया पर यह चर्चा भी ख़ूब चली कि केंद्र उत्तर प्रदेश को चार राज्यों में विभाजित करना चाहता है। कहा जाता है कि यह प्रचार योगी को दबाव में लाने के लिए था। लब्बोलुआब यह है कि भाजपा के भीतर ही सौ लड़ाइयाँ और दाँव-पेच हैं। बाहर से भले कुछ भी दिखे, मगर भाजपा के भीतर भी एक छद्म युद्ध लड़ा जा रहा है, जिसका औज़ार में सोशल मीडिया है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b8/,पंजाब में कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक,"पंजाब में कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक By राकेश रॉकी October 1, 2021 क्या चन्नी के दम पर भीतरी लड़ाई के नुक़सान की भरपाई कर पाएगी पार्टी? यह 18 सितंबर की सुबह 8:00 बजे के आसपास की बात है। उस समय पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की फोन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से बात हो रही थी। सोनिया गाँधी ने कहा- ‘आई एम सॉरी अमरिंदर!’ (मुझे अफ़सोस है अमरिंदर!)। कैप्टन की कुर्सी का फ़ैसला हो चुका था। इसके कुछ घंटे बाद निराश और कुछ हद तक क्रोधित अमरिंदर जब चंडीगढ़ स्थित पंजाब राजभवन में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफ़ा सौंप रहे थे, लगभग उसी समय शहर में स्थित कांग्रेस भवन में पार्टी के 80 में से 78 विधायक नये मुख्यमंत्री के नाम पर फ़ैसला करने के लिए जुट रहे थे। अमरिंदर उसी पंजाब कांग्रेस में अकेले पड़ चुके थे, जिसके वह वर्षों कैप्टन रहे थे। इसके क़रीब 24 घंटे बाद चंडीगढ़ में चरणजीत सिंह चन्नी का नाम जब नये मुख्यमंत्री के रूप में घोषित हुआ, तो क़रीब 19 किलोमीटर दूर सिसवां स्थित अपने फार्म हाउस में वर्षों से राजनीतिक हलचल में घिरे रहने वाले सांसद पत्नी परनीत कौर के साथ कैप्टन कमोवेश अकेले से बैठे थे। अमरिंदर को आख़िर अपनी कुर्सी क्यों गँवानी पड़ी? ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक, उनके ही एक पूर्व राजनीतिक सलाहकार का उन्हें लेकर राहुल गाँधी को दिया गया सुझाव उनके ख़िलाफ़ गया। पी.के. (चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर), जिन्होंने दो महीने पहले ही कैप्टन के राजनीतिक सलाहकार के पद से इस्तीफ़ा दिया था; के इस सुझाव में कहा गया था कि अमरिंदर सिंह के ख़िलाफ़ ज़मीन पर जनता और विधायकों में भी नाराज़गी है और भाजपा से उनकी नज़दीकियों की ख़बरें भी कांग्रेस को नुक़सान पहुँचा रही हैं। पी.के. से इस बैठक के दौरान राहुल गाँधी जानना चाहते थे कि यदि किसी अनुसूचित जाति (सिख या ग़ैर-सिख) को मुख्यमंत्री बना दिया जाए, तो कैसा रहेगा? इसके कुछ घंटे के भीतर राहुल गाँधी चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब की बाग़डोर सौंपने का फ़ैसला कर चुके थे। यह भी फ़ैसला किया गया कि मज़बूत सन्देश देने के लिए राहुल गाँधी चन्नी के शपथ ग्रहण में शामिल रहेंगे। पत्रकार 19 सितंबर को जब वरिष्ठ नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा को भावी मुख्यमंत्री मानकर उनसे बधाई वाले अंदाज़ में बात कर रहे थे, तब भी रंधावा कह रहे थे कि ‘मेरी शपथ हो या किसी और की।’ लेकिन पत्रकार इतने बड़े इशारे को नहीं समझ पाये। सोनी सोनिया गाँधी की पसन्द थीं। लेकिन ख़ूद उन्होंने सिख को मुख्यमंत्री बनाने के समर्थन के समर्थन वाला बयान दिया, जो सोची-समझी रणनीति थी। दिखावे के लिए चंडीगढ़ में विधायकों की राय लेने की क़वायद की गयी। ख़ूद चन्नी को उनको लेकर किये गये राहुल गाँधी के इस फ़ैसले की जानकारी नहीं थी। चन्नी का राज्यपाल को दिया गया सरकार बनाने के दावे वाला पत्र भी पहले ही तैयार कर लिया गया था और यह प्रभारी हरीश रावत के पास था, जिन्होंने सारे कयास ख़त्म करते हुए करते हुए ट्वीट करके चन्नी को विधायक दल का नेता चुने जाने की जानकारी दी। अमरिंदर सिंह पंजाब में कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा और मज़बूत चेहरा थे, इसमें कोई सवाल ही नहीं था। लेकिन अमरिंदर पिछले चुनाव के वादों, ख़ासकर गुरुग्रन्थ साहिब की बेअदबी के मामले में आरोपियों को सज़ा देने के वादे पर खरे नहीं उतरे थे। दो महीने पहले आलाकमान ने उन्हें अवसर दिया था कि वह इन वादों को पूरा करने के लिए तत्काल ठोस काम शुरू कर दें। लेकिन कैप्टन हाथ-पर-हाथ धरे बैठे रहे। इस दौरान भाजपा से उनकी नज़दीकी बढऩे की अपुष्ट ख़बरें आने लगीं, जिनका कैप्टन ने कोई प्रतिवाद नहीं किया; जिससे उनके प्रति शक की भावना बढ़ी। बादल परिवार से उनकी नज़दीकियों पर तो पहले ही कांग्रेस के विधायक आगबबूला हुए बैठे थे। इस तरह अमरिंदर सत्ता से बाहर हो गये। इतनी जल्दी कि उन्हें कुछ करने का अवसर ही नहीं मिल पाया। कांग्रेस या कह लीजिए राहुल गाँधी ने अनुसूचित जाति के चन्नी का मुख्यमंत्री के रूप में चयन करके एक तीर से कई शिकार कर लिये हैं। अमरिंदर सिंह से लेकर अकाली दल-बसपा गठबन्धन, आम आदमी पार्टी और भाजपा सब इस चयन से भौचक हैं। बसपा प्रमुख मायावती भी परेशान हुईं। वह जानती हैं कि इसका असर पंजाब से बाहर उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी पड़ेगा। इसलिए उन्होंने परेशानी में ही सही, मगर कहा कि कांग्रेस ने चन्नी को नाम का ही मुख्यमंत्री बनाया है; क्योंकि असली ताक़त किसी और के पास रहेगी। ज़ाहिर है मायावती का मक़सद एक दलित मुख्यमंत्री बनाने से कांग्रेस को मिलने वाले सम्भावित चुनावी लाभ से रोकना रहा होगा। पंजाब में अकाली दल और भाजपा ने दो महीने पहले ही उनकी सरकार बनने की स्थिति में उप मुख्यमंत्री का पद अनुसूचित जाति के विधायक को देने का वादा जनता से किया था। अब कांग्रेस ने इस समुदाय से मुख्यमंत्री ही बना दिया है। क्योंकि चन्नी सिख हैं। इसलिए कांग्रेस के लिए एक सिख राज्य में राजनीतिक लिहाज़ से यह और बेहतर फ़ैसला है। कांग्रेस का चयन एक सिख नहीं होता, तो अकाली दल आदि इस पर बहुत हो-हल्ला करते। लेकिन कांग्रेस ने उनके हाथ से यह हथियार भी छीन लिया। इसके अलावा चन्नी युवा हैं। उनके सामने लम्बा राजनीतिक करियर है। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि आगामी साल 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद क्या राजनीतिक स्थिति बनेगी? यदि कांग्रेस सत्ता में लौटती है, तब भी कौन मुख्यमंत्री चुना जाएगा? यह उस समय की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। अमरिंदर के जाने के बाद दो उप मुख्यमंत्रियों के रूप में कांग्रेस ने एक जट्ट सिख और एक हिन्दू सवर्ण को चुना है, जिससे वह एक सम्पूर्ण राजनीतिक पैकेज देने में सफल रही है। सिद्धू : हंगामा है क्यों बरपा? नवजोत सिंह सिद्धू तबीयत से बाग़ी हैं। जब कुछ ग़लत लगता है, तो वह विद्रोह करने में देर नहीं लगाते। भारतीय क्रिकेट टीम का सन् 1996 का इंग्लैंड दौरा इसका सुबूत है। कप्तान मोहम्मद अज़हरूद्दीन से किसी मसले पर उनके खटपट हो गयी। नाराज़ सिद्धू इंग्लैंड दौरा छोडक़र ही भारत लौट आ गये। पंजाब में कांग्रेस की कप्तानी हासिल करने से लेकर अध्यक्ष पद छोडऩे तक की उनकी लड़ाई उनके उस तेवर को ही दर्शाती है। विरोधी भले ही कुछ भी कहें; लेकिन सिद्धू अपनी ही तबीयत के मालिक हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%8f%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%bf/,पीएम मोदी से मिले चन्नी; किसानों और करतारपुर कॉरिडोर फिर से...,"पीएम मोदी से मिले चन्नी; किसानों और करतारपुर कॉरिडोर फिर से खोलने जैसे मुद्दे उठाए By तहलका ब्यूरो October 1, 2021 पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राज्य के मुद्दों के अलावा किसानों- तीन कृषि कानूनों और करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने को लेकर भी उनसे चर्चा की। चन्नी अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से भी मुलाकात करेंगे। सम्भावना है कि उनकी नवजोत सिंह सिद्धू के मसले पर भी वरिष्ठ नेताओं से बात होगी। पीएम से मिलने के बाद मुख्यमंत्री चन्नी ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह बातचीत करीब एक घंटे तक चली। चन्नी ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष तीन मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि मुलाकात के दौरान उन्होंने धान की सरकारी खरीद का मसला पीएम के सामने रखा। उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर से ही धान की खरीद होनी चाहिए न कि 11 अक्टूबर को। सीएम ने इस दौरान कहा कि किसान खुशहाल रहेगा तो पंजाब आगे बढ़ेगा। चन्नी ने कहा – ‘पंजाब ने हमेशा देश के विकास योगदान दिया है।’ पत्रकारों के सवाल पर चन्नी ने इसे एक ‘कर्ट्सी कॉल’ बताया। चन्नी ने कहा – ‘मैने 3 बातें उनके सामने रखी हैं। कोई एजेंडा नहीं था, एक कर्ट्सी कॉल थी। एक मौजूदा मुद्दा है कि पंजाब में धान खरीद सीजन शुरू हो रहा है। पहले ऐसा होता था कि पहली अक्टूबर से खरीद शुरू होती थी लेकिन इस बार सरकार ने 11 अक्तूबर से शुरू की है।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%85%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%86%e0%a4%a8%e0%a5%8d/,कहीं अकाली दल का किसान आन्दोलन सियासी तो नहीं!,"कहीं अकाली दल का किसान आन्दोलन सियासी तो नहीं! By राजीव दुबे October 1, 2021 कहते हैं कि सियासत में हर क्षण समीकरण बनते-बिगड़ते रहते हैं। कब, कौन, किसके साथ हो जाए और कौन, कब, किसकी सींची हुई ज़मीन पर अपनी सियासी फ़सल पका ले? कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसा ही हाल पंजाब की सियासत को लेकर भी है। बताते चलें कृषि क़ानूनों के विरोध में देश भर में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा चलाये जा रहे किसान आन्दोलन को लेकर केंद्र सरकार भी डरी हुई है। केंद्र सरकार से लेकर भाजपा शासित राज्य सरकारें तक किसान आन्दोलन को समाप्त करने के लिए कोई-न-कोई बीच का रास्ता निकालने में लगी हुई हैं। लेकिन अभी तक कोई समाधान न निकलने से सरकार सकते में है कि कहीं किसान आन्दोलन और उग्र रूप न ले ले। किसान आन्दोलन में सबसे ज़्यादा किसान पंजाब से भाग ले रहे हैं। इस लिहाज़ा से पंजाब की सियासत में पंजाब के किसानों की भूमिका अहम है। किसान आन्दोलन के चलते दिल्ली की सीमाओं पर लगभग एक साल से हलचल तेज़ है। आये दिन किसानों के प्रदर्शन के चलते पुलिस द्वारा लाठीचार्ज जैसी घटनाएँ होती हैं, जिसमें किसानों की मौतें भी हुई हैं और कई घायल भी हुए हैं। पंजाब के चुनाव को अभी छ: महीने से कम समय बचा है। इस लिहाज़ा से पंजाब में राजनीतिक ताना-बाना बनता-बिगड़ता रहा है। शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने 17 सितंबर को किसानों के अधिकारों के ख़ातिर और कृषि क़ानूनों के विरोध में जो केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया है, उसके सियासी मायने किसानों के बीच ही नहीं, बल्कि पंजाब की सियासत में बख़ूबी अलग ही निकाले जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि अकाली दल ने किसानों के समर्थन में जो दिल्ली की सीमाओं पर जो प्रदर्शन किया है, उससे एक साथ कई निशाने साधे गये हैं। एक तो यह कि वो किसानों के सच्चे हितैषी हैं और केंद्र सरकार के विरोध में हैं। साथ ही केंद्र सरकार और पंजाब की सियासत में यह बताया कि उनकी राजनीतिक ज़मीन को कोई भी कम न आँके। शिरोमणि अकाली दल (बादल) का मानना है कि भले ही आज किसान आन्दोलन को लेकर विपक्ष कृषि क़ानून की बात कर रहा है; लेकिन सबसे पहले अगर किसी ने किसानों के पक्ष में आवाज़ उठायी, तो वो है अकाली दल। किसानों के अधिकारों की ख़ातिर अकाली दल की हरसिमरन कौर ने केंद्रीय मंत्री पद इस्तीफ़ा दिया था, जबकि अकाली दल सालोंसाल से भाजपा की राजनीतिक सहयोगी पार्टी भी रही है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ac%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%88%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0/,"कुर्सी ही सबका ईमान, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2021","कुर्सी ही सबका ईमान, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2021 By सुनील कुमार October 1, 2021 उत्तर प्रदेश में सियासी पैंतरेबाज़ी का हाल यह है कि अब बस कुर्सी ही सभी का ईमान बनकर रह गयी है। इस कुर्सी पाने की लालसा के पीछे समाजसेवा और देशभक्ति कितनी है? यह बात बुद्धिजीवी और सियासी लोग भले ही बख़ूबी समझते हों, मगर आम आदमी की समझ में ये बातें आसानी से नहीं आतीं। आम आदमी जब परेशान हो जाता है, तो ज़ुबान चलाकर अपनी भड़ास ज़रूर निकाल लेता है, मगर सियासी दाँवपेंच उसकी समझ में नहीं आते। कुछ भी कहो, परन्तु इन दिनों उत्तर प्रदेश के सियासी हालात कुछ ठीक नहीं लगते। इस बार 9वीं सदी के शासक मिहिरभोज की प्रतिमा का उद्घाटन करने की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना से ग़ुस्साये राजपूत उनके ख़िलाफ़ हो गये हैं। जिन राजपूतों के वे नेता हैं, उन्हीं राजपूतों ने उन्हें आन्दोलन की चेतावनी दे डाली है। मिहिरभोज की प्रतिमा के अनावरण को राजपूतों ने तुष्टिकरण की राजनीति क़रार दिया है और साफ़ कर दिया है कि अगर योगी आदित्यनाथ इस तरह की सियासत करेंगे, तो इसका परिणाम उन्हें ही भोगना होगा। दरअसल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजा मिहिरभोज को गुर्जर समुदाय का शासक कहकर गुर्जर समुदाय को साधने के लिए उनकी प्रतिमा का अनावरण करने की तारीख़ तय कर चुके हैं, जबकि राजपूतों का कहना है कि मिहिरभोज क्षत्रिय राजपूत समुदाय से थे। बड़ी बात यह है कि किसान आन्दोलन के चलते किसान योगी सरकार से ख़फ़ा हैं। मज़दूर रोटी-रोटी को लेकर ख़फ़ा हैं। युवा रोज़गार को लेकर ख़फ़ा हैं। इस परेशानी से योगी राममन्दिर निर्माण की चाशनी चटाकर पार पा भी लें, परन्तु यहाँ तो योगी के गले में और भी कई फाँसें फँसी हुई हैं। कोरोना महामारी की दो लहरों में हुए मौत के तांडव के बाद अब उत्तर प्रदेश में डेंगू और वायरल बुख़ार का कहर बरस रहा है। लोगों में अब यह चर्चा आम है कि योगी सरकार लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए नहीं, बल्कि बीमारों को इलाज न दे पाने में अव्वल है। बड़ी बात यह है कि दोनों ही बीमारियाँ कोरोना महामारी की तरह ही गाँवों में फैल चुकी हैं, जिससे निपटने के लिए सरकार को ज़िला स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक के अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना होगा। पूरे प्रदेश में इन दिनों कोई भी ऐसा अस्पताल नज़र नहीं आ रहा है, जहाँ मरीज़ों को बेड मिलने की भी सहूलियत हो। इस बारे में डॉ. विकास ने कहा कि इन दिनों बुख़ार के बहुत मामले प्रदेश भर में आ रहे हैं, ऐसी स्थिति में अगर कोरोना वायरस की तीसरी लहर भी आ गयी, तो हालात बहुत ख़राब हो जाएँगे, जो सँभाले नहीं सँभलेंगे। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह वायरल बुख़ार और डेंगू पर क़ाबू पाने के लिए सार्थक क़दम जल्द से जल्द उठाये। सपा की चुनौतियाँ होंगी कम? वहीं अगर समाजवादी पार्टी (सपा) की बात करें, तो वह बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस के प्रमुख मुस्लिम नेताओं के अपनी तरफ़ आने से मज़बूत हो सकती है। क्या उसकी चुनौतियाँ कम होंगी? यह बात तब उठ रही है, जब असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम वोट काटने के लिए उत्तर प्रदेश में डेरा डाल दिया है। क्योंकि ऐसा माना जा रहा है ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिसे-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के चुनाव में उतरने से समाजवादी पार्टी के वोटबैंक के लिए सबसे ज़्यादा नुक़सानदायक साबित होगी। लेकिन सपा में कांग्रेस के सलीम इकबाल शेरवानी के शामिल होने से अखिलेश का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। क्योंकि सलीम मुस्लिमों का पसन्दीदा चेहरा हैं और पाँच बार सांसद रह चुके हैं। राजीव गाँधी से भी उनके दोस्ताना रिश्ते रहे हैं। 68 वर्षीय शेरवानी बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद कांग्रेस छोडक़र समाजवादी पार्टी में चले गये थे। लेकिन सन् 2009 में मुलायम सिंह ने उनकी मनचाही सीट से अपने भतीजे धर्मेंद्र यादव को टिकट दे दिया था, जिससे नाराज़ होकर सलीम फिर कांग्रेस में चले गये थे और अब एक बार फिर वो समाजवादी पार्टी में आ गये हैं। अलीगढ़ में हुई किसान महापंचायत और सपा के कई कार्यक्रमों में सलीम शामिल रहे हैं। इससे यह भी माना जा रहा है कि उन्हें आजम ख़ान की जगह की भरपाई के लिए पार्टी में लाया गया है। सलीम के अलावा अंसारी भाइयों में सबसे बड़े और ग़ाज़ीपुर के मोहम्मदाबाद से बसपा के पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी, बसपा सांसद अफ़जल अंसारी और मुख़्तार अंसारी जैसे चेहरे सपा में आ चुके हैं। बता दें कि मुस्लिम वोट समाजवादी पार्टी में जाने की इस वजह से भी ज़्यादा उम्मीदें हैं। क्योंकि किसी और पार्टी के पास उन्हें अपने हित नहीं सुरक्षित नहीं दिखते। भाजपा की सरकार में असुरक्षा की भावना से भरे मुस्लिमों को यह भी लगता है कि अगर वे आपस में इस बार बँटे, तो उनके वोट डालने का कोई फ़ायदा नहीं होगा। अखिलेश यादव मुस्लिमानों के उनकी तरफ़ झुकाव से इतने आत्मविश्वास से भर गये हैं कि उन्होंने योगी सरकार को इशारों-इशारों में समझा दिया है कि इस बार प्रदेश की सत्ता समाजवादी पार्टी ही सँभालेगी। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है और इसलिए आगामी चुनाव लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और भाईचारे को बहाल करने के लिए महत्त्वपूर्ण है। अखिलेश का यह कटाक्ष भाजपा की भेदभाव वाली सियासत को लेकर था। पत्रकारिता और प्रचार तंत्र का इस्तेमाल अपने पक्ष में करने वाली योगी सरकार से उन्होंने यह भी कहा कि आज मीडिया के समक्ष समाचारों के प्रकाशन एवं प्रसारण में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाये रखना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने यह बात ही पीटीआई कर्मचारियों के अखिल भारतीय महासंघ की वार्षिक आम सभा की बैठक में कही। कांग्रेस की आँख-मिचौली",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%8f%e0%a4%ae%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%a1%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b5-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%89%e0%a4%a0-%e0%a4%b8%e0%a4%95/,एमसीडी चुनाव में फिर उठ सकता है अनधिकृत कॉलोनियों का मुद्दा,"एमसीडी चुनाव में फिर उठ सकता है अनधिकृत कॉलोनियों का मुद्दा By राजीव दुबे October 1, 2021 दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव को लेकर छ: महीने से कम का समय बचा है, जिससे दिल्ली की सियासत में हलचल तेज़ हो गयी है। दिल्ली में चाहे विधानसभा का चुनाव हो या फिर एमसीडी चुनाव हो, दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों का मामला ज़ोर-शोर से उठता रहा है। इस बार भी एमसीडी चुनाव में अनधिकृत कॉलोनी और अधिकृत कॉलोनी का मामला ज़ोर-शोर से उठ सकता है। वजह साफ़ है कि जो अनधिकृत कॉलोनी से अधिकृत कॉलोनी हुई हैं, उसमें अभी भी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। लोग बिजली-पानी की क़िल्लत से जूझ रहे हैं। बताते चलें कि दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों के नाम पर भाजपा और कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी ने जमकर सियासी रोटियाँ सेंकी हैं और लोगों को गुमराह किया है। दिल्ली में जब भी कोई चुनाव होता है, बिना अनधिकृत कॉलोनियों के नाम के सम्भव नहीं होता। दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनी के नाम एक समय कांग्रेस ने पक्की कॉलोनी होने के पक्के सुबूत के रूप में प्रमाण-पत्र तक भी वितरित किये हैं। इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस पर अनधिकृत कॉलोनियों के नाम पर जनता को गुमराह करने वाले आरोप लगाये। जब सन् 2015 में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था। उस घोषणा पत्र के मुताबिक, केंद्र सरकार के साथ मिलकर 1,797 कॉलोनियों को तमाम अड़चनों को दरकिनार कर पक्का कर दिया था, जिसमें सरकारी ज़मीन, खेती वाली ज़मीन और निजी (प्राइवेट) ज़मीन के अलग-अलग चार्ज लगाकर जनता से पक्की कॉलोनी करने को कहा था, ताकि लोग अपने मकान की पक्की रजिस्ट्री करवा सकें। इसका लोगों को लाभ मिला और वे अनधिकृत कॉलोनी से अधिकृत कॉलोनी में आ गये। आम आदमी पार्टी के नेता अमित का कहना है कि जो काम भाजपा और कांग्रेस नहीं कर पायी, वह काम आम आदमी पार्टी ने कर दिया है। आम आदमी पार्टी का मानना है कि संगम बिहार बुराड़ी और सुल्तानपुरी सहित दिल्ली में जो भी अनधिकृत कॉलोनियाँ बची हैं, उन पर काम चल रहा है, ताकि लोगों को जल्द-से-जल्द मालिकाना हक़ मिल सके। बुराड़ी निवासी राम अवतार त्यागी का कहना है कि अनधिकृत कॉलोनी को पक्का कराने का काम तो किया जा रहा है, लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्री होने पर तमाम तरह से लोगों को दिक़्क़त आ रही है। आज भी दिल्ली सरकार की लापरवाही के चलते यहाँ पर पानी-बिजली की समस्या विकराल रूप धारण किये हुए है। उनका कहना है कि अभी दिल्ली में 1,453 अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत होना है। सन् 2014 के बाद से ज़रूर दिल्ली में अनधिकृत कालोनियों को लेकर काम हुआ है, लेकिन सरकारी पार्कों में अनधिकृत कॉलोनियाँ भी बसी हैं, जिन पर केंद्र और दिल्ली सरकार, दोनों चुप्पी साधे हैं। वजह साफ़ है कि सत्ता से जुड़े लोग ही पार्कों में क़ब्ज़ा करके कॉलोनी को बसाने में लगे हैं और जमकर लाभ कमा रहे हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%aa%e0%a4%be-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%80%e0%a4%9a-%e0%a4%9c/,भाजपा और कांग्रेस के बीच जगह तलाशती आम आदमी पार्टी,"भाजपा और कांग्रेस के बीच जगह तलाशती आम आदमी पार्टी By नरेंद्र एस सेठी October 1, 2021 दोनों पुरानी पार्टियाँ उत्तराखण्ड की सत्ता में वापसी को बेचैन पिछले कुछ समय से प्राकृतिक आपदाओं की ज़द में आये उत्तराखण्ड राज्य की जनता भी वर्तमान में राजनीतिक अस्थिरता के घनघोर बादलों से गिरी हुई है। राज्य के पर्वतीय अंचलों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से राजनीतिक दल और नेता भी अछूते नहीं रहे और जैसे-जैसे 2022 के विधानसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे अवसरवादी और दलबदलू नेताओं के चेहरे भी बेनक़ाब हो रहे हैं। कई दशकों से उत्तराखण्ड के विकास में लगातार बाधक रहीं यहाँ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों से मुक़ाबला करने के लिए लम्बे आन्दोलन के बाद बना पृथक राज्य आज राजनीतिक अस्थिरता और भ्रष्टाचार का चारागाह बनकर रह गया है। अपने आँचल में चार धामों, हेमकुण्ड साहिब, पिरान कलियर सहित विश्व स्तरीय पर्यटन स्थलों को सँजोये देवभूमि उत्तराखण्ड की जनता स्वयं को इस वजह से ठगा-सा महसूस कर रही है। राज्य आन्दोलनकारी और शहीदों के परिजन भी लाचार और बेबस होकर नेताओं की करतूतों के सामने मूकदर्शक बने रहने को मजबूर हैं। राजनीतिक अस्थिरता का इससे बड़ा और क्या मख़ौल होगा कि 21 वर्षों में 13 मुख्यमंत्री और 8 राज्यपाल राज्य को मिल चुके हैं। छ: माह बाद राज्य का 14वाँ मुख्यमंत्री शपथ लेगा। क़ायदें से देखा जाए, तो महज़ 16 वर्षों में राज्य को 12 मुख्यमंत्री मिले हैं; क्योंकि पाँच साल का कार्यकाल पूर्ण करने का गौरव भी केवल कांग्रेस के दिग्गज नेता स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी को ही हासिल रहा। उत्तराखण्ड की पहाड़ी वादियों के राजनीतिक हवा के झोंके ही कुछ ऐसे रहे कि इन 21 वर्षों में प्रमुख राजनीतिक दलों, कांग्रेस और भाजपा, दोनों को ही बराबर-बराबर शासन करने का समय मिला। नये राज्य में भ्रष्टाचार के उपजाऊ अवसरों और महत्त्वाकांक्षाओं से न तो भगवा ही अछूते रहे और न ही खादी यानी कांग्रेसी। जिसको जैसे और जहाँ लूट-खसोट करने का मौक़ा मिला, वह चुका नहीं; चाहे वह विधायक रहा हो या मंत्री। और नौकरशाही से लेकर हर क्षेत्र में दलालों ने भ्रष्टाचार के कीचड़ से तो देवभूमि को कलंकित करके रख ही दिया। 70 सदस्यीय उत्तराखण्ड की विधानसभा में 36 विधायकों वाली पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश कर देती है। सन् 2017 से पूर्व किसी भी दल के पास ऐसा प्रचण्ड बहुमत नहीं था, जैसा इस मर्तबा 57 विधायकों का बहुमत भाजपा को मिला था। अब इसे राज्य का दुर्भाग्य कहा जाए या जनता द्वारा दिये गये जनादेश का अनादर कि ख़ुद उत्तराखण्ड राज्य बनाने वाली भाजपा, 57 विधायकों के बहुमत के बावजूद राज्य को स्थायित्व वाली सरकार देने में नाकाम रही और पाँच साल के अन्दर उसने मुख्यमंत्री ऐसे बदले, जैसे किसी ड्राइंग रूम के परदे। भाजपा ने चार साल में तीन मुख्यमंत्री बदल डाले। त्रिवेंद्र सिंह रावत को विधानसभा के बजट सत्र के बीच से बुलाकर इस्तीफ़ा ले लिया गया और सांसद तीर्थ सिंह रावत को बाग़डोर सौंप दी गयी। सांसद तीर्थ सिंह के साथ तो पार्टी ने ऐसा किया, जैसे राशन की लम्बी लाइन में थोड़ी देर के लिए पड़ोस के बच्चे को खड़ा कर देते हैं। चार माह से कम समय में तीर्थ सिंह रावत को भी पार्टी हाईकमान ने पूर्व मुख्यमंत्रियों की क़तार में खड़ा कर दिया और कुर्सी पर बिठा दिया युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को, जो पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी के शिष्य हैं। राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का सबसे बड़ा विस्फोट तब हुआ जब मार्च, 2016 में कांग्रेस से बग़ावत करके 10 विधायक तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत को छोडक़र भाजपा के पाले में कूद गये। लेकिन आज हालात ये हैं कि इन 10 कांग्रेसी गौत्र के भाजपा विधायकों का स्वयं भाजपा में भी दम घुट रहा है और इनमें से जो कांग्रेस में वापसी का मन बना रहे हैं, उन्हें वहाँ भी पहले वाली इज़्जत मिलना मुश्किल है। राज्य में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काऊ खुले तौर पर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर भी कर चुके हैं। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 60 पार जाने का दम भर रही है। लेकिन भाजपा में जो 10 विधायक कांग्रेस गोत्र के हैं, उनकी वजह से पार्टी को असहजता तो महसूस हो ही रही है, साथ ही अपने वास्तविक और मूल कार्यकर्ताओं को भी अनजाने में भाजपा कहीं-न-कहीं नाराज़ कर रही है। हालाँकि इस पूरे क्षति नियंत्रण के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखण्ड में अपना चेहरा युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ही घोषित किया है। वर्तमान हालात में कांग्रेस को देखा जाए, तो उनके पास खोने को कम है। सदन में उनकी संख्या वैसे ही 11 विधायकों की थी और इंदिरा हृदयेश के देहांत के बाद कांग्रेसी 10 की संख्या में ही हैं। एक तो सदन में वैसे ही संख्या कम और ऊपर से कांग्रेस का परम्परागत अंतर्कलह; इन हालात में राजनीतिक विश्लेषक भी अगली विधानसभा में कांग्रेस के बारे में कोई स्पष्ट तस्वीर प्रस्तुत करने से कतरा रहे हैं। दिल्ली में लगातार तीन मर्तबा से सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भी उत्तराखण्ड में अपनी ज़मीन तलाशने को इसलिए मैदान में कूद पड़ी है; क्योंकि दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखण्ड में भी 70 सीटों की विधानसभा है और पार्टी को उम्मीद है कि दिल्ली के फार्मूले पर सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक की बदौलत उत्तराखण्ड में सत्ता के गलियारों में प्रवेश पाया जा सकता है। पार्टी ने कर्नल अजय कोठियाल को पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है। स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दो-दो बार उत्तराखण्ड का दौरा करके वहाँ की जनता और युवाओं की नब्ज़ टटोलने की कोशिश कर चुके हैं। सत्ता में आने पर उत्तराखण्ड को देश की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का वादा करने के साथ-साथ प्रत्येक परिवार को 200 यूनिट मुफ़्त बिजली और पलायन रोकने का वादा आम आदमी पार्टी ने किया है। हालाँकि सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस आम आदमी पार्टी की इन घोषणाओं को कोरे शिगूफ़े क़रार दे रही हैं। लेकिन यह भी सच है कि मतदाता की नब्ज़ टटोलने में माहिर अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में दिवंगत पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा की प्रतिमा का अनावरण करके उनको जो श्रद्धांजलि दी है, उससे कांग्रेस और भाजपा, दोनों पहाड़ में नि:शब्द हैं। बहरहाल आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच आम आदमी पार्टी ने कूदकर समीकरण तो निस्संदेह प्रभावित कर दिये हैं। इधर कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी के अनुसार, कांग्रेस पार्टी जनता के जीवन में परिवर्तन लाना चाहती है। जिस तरह से उत्तराखण्ड राज्य को बने हुए 21 साल हो जाने के बावजूद प्रदेश में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। बेरोज़गारी महँगाई अपने चरम पर है। इन सबसे कांग्रेस प्रदेश की जनता को निजात दिलाना चाहती हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%82%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82/,"कांग्रेस में रहूंगा नहीं, भाजपा में जाऊंगा नहीं : अमरिंदर","कांग्रेस में रहूंगा नहीं, भाजपा में जाऊंगा नहीं : अमरिंदर By तहलका ब्यूरो September 30, 2021 पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आज भाजपा की उम्मीदों को झटका देते हुए कहा कि वह कांग्रेस में तो रहेंगे नहीं, लेकिन भाजपा में भी नहीं जायेंगे। भाजपा के लोग पिछले काफी समय से यह प्रचार कर रहे थे कि अमरिंदर भाजपा में शामिल हो रहे हैं और उन्हें कृषि मंत्री बनाया जा रहा है जिससे किसान आंदोलन ख़त्म करने को को लेकर कोई रास्ता निकाला जा सके। हालांकि, आज खुद अमरिंदर सिंह इन अफवाहों की हवा निकाल दी। अमरिंदर सिंह ने कहा कि वे जल्द ही सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि वे और अपमान सहन नहीं कर सकते लिहाजा कांग्रेस से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि, उन्होंने साफ़ तौर पर भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर विराम लगा दिया। कैप्टन ने कहा – ‘नहीं, मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं होने जा रहा हूँ। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में वरिष्ठ नेता ने कहा – ‘मैं भाजपा में शामिल नहीं हो रहा हूं लेकिन कांग्रेस जल्द ही छोड़ूंगा। मुझे और अधिक अपमान सहन नहीं हो रहा है।’ कैप्टेन ने यह भी कहा कि ‘पंजाब में कांग्रेस का पतन हो रहा है और नवजोत सिंह सिद्धू बचकाना हरकत कर रहा है, जिसे पार्टी ने सदस्यता दी थी’।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a5%82-%e0%a4%9a%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%80%e0%a4%9a-%e0%a4%86%e0%a4%9c-3-%e0%a4%ac%e0%a4%9c%e0%a5%87/,"सिद्धू-चन्नी के बीच आज 3 बजे बैठक, एकाध विवादित नियुक्ति पलटने...","सिद्धू-चन्नी के बीच आज 3 बजे बैठक, एकाध विवादित नियुक्ति पलटने पर हो सकती है सहमति By राकेश रॉकी September 30, 2021 पंजाब कांग्रेस में चल रहे घमासान के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू आज शाम पंजाब भवन में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मिलेंगे। खुद सिद्धू ने एक ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। माना जाता है कि यदि सिद्धू की तरफ से विरोध वाली एकाध नियुक्ति पर यदि फैसला हो जाता है, तो सिद्धू इस्तीफा वापस ले सकते हैं। अपने ट्वीट में सिद्धू ने लिखा है कि मुख्यमंत्री चन्नी ने उन्हें शाम तीन बजे बातचीत के लिए बुलाया है। सिद्धू ने कहा कि वे इस बैठक में शामिल होंगे। सिद्धू ने कहा – उनका (सीएम) का बातचीत के लिए स्वागत है। बता दें मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने अचानक पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद पंजाब कांग्रेस में तूफ़ान उठ खड़ा हुआ था। उधर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह दिल्ली में जिस तरह कल भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह और आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल से मिले हैं, उसके बाद से यह चर्चा है कि वे पंजाब कांग्रेस में ही अपने राजनीतिक विरोधी नवजोत सिद्धू को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं अमरिंदर सिंह कांग्रेस के बागी नेताओं, जिन्हें जी-23 कहा जाता है, के साथ मिलकर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ उनकी आवाज से आवाज मिला सकते हैं। अमरिंदर सिंह को लेकर भले भाजपा में जाने की बातें भी मीडिया में चल रही हैं, अभी तय नहीं है कि वे ऐसा करेंगे, या कब करेंगे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b9-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%b0-%e0%a4%aa/,अमित शाह से मिले अमरिंदर; पीएम और कांग्रेस के असंतुष्टों...,"अमित शाह से मिले अमरिंदर; पीएम और कांग्रेस के असंतुष्टों से भी मिलेंगे! By राकेश रॉकी September 29, 2021 अमित शाह से करीब एक घंटे की मुलाकात के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से नाराज चल रहे कैप्टेन अमरिंदर सिंह कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के खेमे (जी-23) से भी मिल सकते हैं। चर्चा यह भी है कि सीमावर्ती राज्य पंजाब की सुरक्षा और किसानों की मांगों के मसले पर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल से भी मिल सकते हैं, हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। उधर पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर अभी भी जंग चली हुई है और कोई हल नहीं निकल पाया है। कैप्टेन अमरिंदर सिंह, जिन्होंने कल दिल्ली पहुँचने पर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से कहा था कि वे किसी भी राजनीतिक नेता से नहीं मिलेंगे, ने 24 घंटे के भीतर आज शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। समझा जाता है कि उन्होंने नवजोत सिद्धू पर ‘देश की सुरक्षा के लिए खतरा’ वाले जो आरोप लगाए थे, उसी सिलसिले में वे शाह से मिले हैं। इसके अलावा किसानों के मसले पर भी चर्चा होने के कयास हैं। उनकी मुलाकात एक घंटे तक चली। अभी यह साफ़ नहीं है कि क्या उन्होंने अपने आरोपों के पक्ष में कोई दस्तावेज भी गृह मंत्री को दिए हैं या नहीं। यह दिलचस्प है कि खुद अमरिंदर सिंह को उनके विरोधी पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा से कथित रिश्ते के कारण घेरते रहे हैं। यह लोग आरोप लगाते रहे हैं कि पाकिस्तानी पत्रकार से तब पंजाब के मुख्यमंत्री से मिलना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है। चर्चा है कि सीमावर्ती राज्य पंजाब की सुरक्षा के मसले पर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल से भी मिल सकते हैं, हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। अभी यह साफ़ नहीं है कि क्या कैप्टेन भाजपा में जाने की सोच रहे हैं या उनका इरादा सिद्धू को घेरने का ही है। इसका कारण यह भी है कि आज दिन में कांग्रेस के असंतुष्ट खेमे के नेता अचानक काफी सक्रिय दिखे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8/,सिद्धू का पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा,"सिद्धू का पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा By तहलका ब्यूरो September 28, 2021 पंजाब की राजनीति पल-पल बदल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के दिल्ली जाने और भाजपा में शामिल होने की चर्चा के बीच प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धू ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे में सिद्धू ने कहा कि वे पंजाब के भविष्य से समझौता नहीं कर सकते न ही अपने मूल्यों से। सिद्धू दो महीने पहले ही पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बनाये गए थे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%8f/,राहुल की उपस्थिति में कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में...,"राहुल की उपस्थिति में कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल हुए By राकेश रॉकी September 28, 2021 राहुल गांधी की राज्यों में युवा नेताओं, खासकर भाजपा-आरएसएस विचारधारा के कट्टर विरोधी नेताओं की टीम तैयार करने की योजना के तहत दो युवा नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी आज कांग्रेस में शामिल हो गए। दोनों ने राहुल गांधी की उपस्थिति पार्टी की सदस्यता का फ़ार्म भरा। कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने कहा वे देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में शामिल हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस है तो ही देश में लोकतंत्र बचेगा। उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व की भी सराहना की और कांग्रेस को बड़ा जहाज बताया। कन्हैया कुमार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रहे हैं, जबकि मेवाणी पिछड़े वर्ग के नेता हैं। राहुल गांधी दोनों को कांग्रेस में लेकर आये हैं। दोनों आंदोलन से जुड़े रहे हैं लिहाजा संभावना यही है कि राहुल गांधी के मोदी सरकार के खिलाफ शीघ्र प्रस्तावित देशव्यापी आंदोलन का दोनों अहम हिस्सा हो सकते हैं। यह माना जाता है कि जाने माने रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी कांग्रेस की भविष्य की योजनाओं को लेकर राहुल गांधी का सहयोग कर रहे हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने कहा वे देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में शामिल हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस है तो देश में लोकतंत्र बचेगा। कहा कि कांग्रेस वह पार्टी है जो गांधी परम्परा को जीवित रखे हुए हैं। कहा – ‘जो कह रहे हैं विपक्ष कमजोर हो गया है तो वे सही कह रहे हैं क्योंकि जब विपक्ष कमजोर हो जाता है तो सत्ता तानाशाह हो जाती है।’ कहा यह वैचारिक संघर्ष है और कांग्रेस ही इसे गति दे सकती है। दोनों को कांग्रेस में शामिल करने के लिए पार्टी ने खासतौर पर शहीद भगत सिंह की जयंती को चुना। कन्हैया कुमार अभी तक भाकपा में थे और बिहार में पार्टी टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी दलित नेता हैं और उनके कुछ सहयोगी भी कांग्रेस में आए हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-15-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a4%aa/,"पंजाब में 15 मंत्रियों ने शपथ ली, इनमें सात नए, दो...","पंजाब में 15 मंत्रियों ने शपथ ली, इनमें सात नए, दो महिलाएं भी By तहलका ब्यूरो September 26, 2021 पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में बनी सरकार का रविवार शाम विस्तार किया गया जिसमें 15 मंत्रियों ने राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से शपथ ग्रहण की। इसमें दो महिलाओं को भी जगह दी गयी है। कैप्टन मंत्रिमंडल के मंत्रियों बलबीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढी, गुरप्रीत सिंह कांगड़, साधु सिंह धर्मसोत और सुंदर शाम अरोड़ा को बाहर कर दिया गया है। मुख्यमंत्री सहित पंजाब में अब मंत्रियों की संख्या 18 हो गयी है। सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने मुख्यमंत्री चन्नी के साथ पहले ही शपथ ले ली थी। अब सरकार में चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री, सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी (दोनों उपमुख्यमंत्री) के अलावा ब्रह्म मोहिंदरा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, मनप्रीत सिंह बादल, विजय इंदर सिंगला, अरुणा चौधरी, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, रजिया सुल्ताना, भारत भूषण आशु पहले भी मंत्री रहे हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf/,"योगी मंत्रिमंडल में जितिन प्रसाद सहित सात नए मंत्री, चार लोगों...","योगी मंत्रिमंडल में जितिन प्रसाद सहित सात नए मंत्री, चार लोगों का विधान परिषद के लिए चयन By तहलका ब्यूरो September 26, 2021 उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का रविवार को दूसरी बार विस्तार किया गया। आज 7 नए मंत्रियों ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से राजभवन में हुए समारोह में शपथ ली। कांग्रेस से दलबदल कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद ने सबसे पहले शपथ ली जिन्हें केबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। अन्य 6 राज्यमंत्री होंगे, जिनमें 3 ओबीसी, दो दलित, एक अनुसूचित जनजाति से हैं। इस बीच भाजपा ने जितिन प्रसाद, संजय निषाद, गोपाल अंजान और वीरेंद्र गुर्जर को विधान परिषद् के लिए पार्टी उम्मीदवार बनाया है, जिनका चुना जाना निश्चित है। जिन मंत्रियों ने शपथ ली उनमें जितिन प्रसाद पूर्व कांग्रेस नेता हैं। वह केबिनेट मंत्री बने हैं और ब्राह्मण हैं। तीन महीने पहले ही कांग्रेस से दलबदल कर भाजपा में आए हैं। पिछले दो लोकसभा और एक विधानसभा चुनाव वे हार गए थे। कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार में वे दो बार राज्यमंत्री बनाए गए थे। उनके आलावा छत्रपाल गंगवार कुर्मी है और ये बरेली के बहेड़ी से विधायक हैं। पलटू राम दलित हैं और बलरामपुर से पहली बार जीते हैं। संगीता बिंद ओबीसी हैं और पहली बार विधानसभा पहुँची हैं। गाजीपुर सदर सीट से वे जीती थीं। संजीव कुमार अनुसूचित जाति से हैं और सोनभद्र के ओबरा सीट से विधायक हैं। अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9c%e0%a5%8b-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%86%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%95%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%94%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%a4/,"जो देश आतंकवाद को औजार की तरह इस्तेमाल कर रहे, कल...","जो देश आतंकवाद को औजार की तरह इस्तेमाल कर रहे, कल यह उन पर भी भारी पड़ सकता है: यूएनजीए में मोदी By तहलका ब्यूरो September 25, 2021 संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना किसी देश का नाम लिए (पाकिस्तान और चीन) चेतावनी दी कि जो देश आज आतंकवाद को एक औजार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, कल को यह उन पर भी भारी पड़ सकता है। पीएम ने कहा कि हमें सतर्क रहना होगा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल कोई देश अपने हितों के लिए न कर सके। मोदी ने इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर कहा कि इसे खुद में सुधार करना होगा क्योंकि कई सवाल खड़े हो रहे हैं। मोदी, जो आज ही अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी से न्यूयॉर्क पहुंचे, ने यूएनजीए में अपने भाषण की शुरुआत में ही कहा – ‘अध्यक्ष पद संभालने के लिए अब्दुल्ला जी को बधाई। यह विकासशील देशों के लिए गौरव की बात है। पिछले डेढ़ साल से हम 100 साल बाद आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहे हैं। ऐसी महामारी में जीवन गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देता हूं।’ पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को लेकर कहा कि भारत के महान दार्शनिक चाणक्य ने सदियों पहले कहा था कि जब सही समय पर सही काम नहीं किया जाता तो समय ही उस काम की सफलता को नाकाम कर देता है। पीएम ने कहा – ‘इसलिए, संयुक्त राष्ट्र को खुद में सुधार करना होगा। कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सवालों को कोविड, आतंकवाद और अफगान संकट ने और गहरा कर दिया है।’ इस मौके पर मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उसपर निशाना साधा। उन्होंने कहा – ‘आतंकवाद को टूल की तरह इस्तेमाल करने वाले देशों पर यह भारी पड़ सकता है। हमें सतर्क रहना होगा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल कोई देश अपने हितों के लिए न कर सके। वहां की महिलाओं और बच्चों को संभालना है। हमें अपना दायित्व निभाना होगा।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%85%e0%a4%ac-%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%b0%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%9f/,"अमरिंदर की अब रिटायरमेंट की उम्र, वे युवा नेताओं का मार्गदर्शन...","अमरिंदर की अब रिटायरमेंट की उम्र, वे युवा नेताओं का मार्गदर्शन करें : बिट्टू; चन्नी को सीएम बनाना सही : जाखड़ By तहलका ब्यूरो September 25, 2021 पंजाब में अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री पद गंवाने के बाद अकेले पड़ रहे हैं। खासकर अमरिंदर सिंह के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ ब्यान के बाद उनके अपने करीबी भी उनके कन्नी काटने लगे हैं। उनके करीबी रहे लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्‌टू ने शनिवार को कैप्टन पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि अमरिंदर सिंह अब 80 साल के हो चुके हैं और रिटायरमेंट की इस उम्र में उन्हें युवा नेताओं का मार्गदर्शन करना चाहिए। उधर वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़, जिन्हें नाराज बताया जा रहा था उन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले को सही करार दिया है। जाखड़ चंडीगढ़ से राहुल-प्रियंका गांधी के साथ ही विमान से दिल्ली गए थे। सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने तो अमरिंदर सिंह को एक तरह से राजनीति से संन्यास लेने जैसी ही सलाह दे दी है। भले कैप्टन के बागी तेवर बरकरार हैं और उनके भाजपा में जाने के कयास भी लग रहे हैं, आलाकमान के उनके बनने से उनके सहयोगी भी उनसे कटने लगे हैं। इनमें बिट्टू भी एक हैं, जिन्हें खुद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में माना जाता रहा है। बिट्टू ने शनिवार को कहा – ‘अमरिंदर अब 80 साल के हो चुके हैं। रिटायरमेंट की उम्र में उन्हें अब हमारे जैसा नेताओं का मार्गदर्शन करना चाहिए। कैप्टन जब पार्टी के प्रधान और मुख्यमंत्री बने थे तो राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष और प्रियंका गांधी महासचिव थीं। उन्होंने ही कैप्टन को यह अवसर दिए।’ बिट्टू ने कहा कि 45 साल तक कैप्टेन गांधी परिवार के नेतृत्व में ही कांग्रेस में रहे। उन्हें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बारे में ऐसे बात नहीं कहनी चाहिए।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%b8-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%82%e0%a4%b8%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%be/,पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन...,"पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन करने को तैयार : सुप्रीम कोर्ट By तहलका ब्यूरो September 23, 2021 सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमणा ने गुरुवार को कहा कि पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए अदालत एक विशेषज्ञ समिति का गठन करने के लिए तैयार है। सर्वोच्च अदालत अगले हफ्ते इसे लेकर आदेश जारी हो सकता है। सर्वोच्च अदालत के इस फैसले को केंद्र सरकार को झटका माना जा रहा है। इस मामले की सुनवाई के दौरान गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसने जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाने का फैसला किया है। प्रधान न्‍यायाधीश एनवी रमना ने खुली अदालत में कहा कि इस संबंध में अगले हफ्ते आदेश जारी हो सकता है। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि कुछ विशेषज्ञों ने निजी कारणों से समिति का हिस्‍सा बन पाने में असमर्थता जताई है, जिसके कारण आदेश जारी करने में विलम्ब हुआ। आज प्रधान न्यायाधीश ने वरिष्ठ वकील सीयू सिंह को ओपन कोर्ट में बताया कि सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते पेगासस मामले में एक आदेश पारित करेगा। कहा कि सर्वोच्च अदालत पेगासस स्नूपगेट की जांच के लिए एक समिति के गठन को तैयार है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अदालत पेगासस जासूसी मामले में विशेषज्ञों की एक समिति बनाने पर विचार कर रही है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a4%97-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b9-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82-%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82/,"अलग राह पर हैं अमरिंदर सिंह; किसके साथ जाएंगे, यही सवाल","अलग राह पर हैं अमरिंदर सिंह; किसके साथ जाएंगे, यही सवाल By राकेश रॉकी September 23, 2021 नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ विधानसभा चुनाव में मजबूत उम्मीदवार उतारने की बात सार्वजनिक रूप से कहकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर बेआबरू हुए कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने साफ़ कर दिया है कि उनकी राह अब कांग्रेस से अलग होगी। अब बड़ा सवाल यही है कि वे जाएंगे किसके साथ और कब जाएंगे? कांग्रेस अपनी तरफ से उन्हें पार्टी से बाहर शायद न करे। संभावनाएं कई हैं, लेकिन अमरिंदर सिंह ‘सेफ’ खेलना चाहते हैं। उनके निशाने पर कांग्रेस से भी ज्यादा नवजोत सिंह सिद्धू हैं। कैप्टेन जानते हैं कि सिद्धू न होते तो वे आज भी मुख्यमंत्री होते। राहुल-प्रियंका गांधी को ‘अपने बच्चों जैसा’, लेकिन ‘राजनीतिक रूप से अपरिपक्व’ बताकर कैप्टेन ने भाजपा की भाषा बोली है, हालांकि यह पक्का नहीं कि वे करेंगे क्या। पंजाब के किसानों की भाजपा के प्रति बड़ी नाराजगी के बीच एक ही रास्ता है कि कैप्टेन भाजपा के साथ चले जाएँ – यह कि मोदी सरकार विवादित तीन कृषि कानूनों को वापस ले ले या ठन्डे बस्ते में डाल दे। किसान इसे स्वीकार करेंगे या नहीं, यह बाद की बात है। लेकिन एक और पक्ष भी है। पंजाब की जनता में इस बात को लेकर कोई गुस्सा नहीं है कि अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया है। चुनाव के वादे पूरे न करने और श्री गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी पर कार्रवाई न होने के कारण जनता में पहले से ही कैप्टेन के प्रति गुस्सा है। कांग्रेस की आंतरिक रिपोर्ट भी यही कहती है कि अमरिंदर उसे अगला चुनाव नहीं जिता सकते थे। दूसरी बात यह है कि उनके अपने प्रभाव क्षेत्र के लोग ही कह रहे हैं कि अमरिंदर ने तो खुद ही 2017 के विधानसभा चुनाव में उसे अपना आखिरी चुनाव बताया था। सबसे अहम बात यह है कि जिन नवजोत सिद्धू से वे टक्कर ले रहे हैं, वे भी उनकी ही तरह जट्ट सिख हैं। और तो और अमरिंदर सिंह खुद भी सिद्धू ही हैं। लिहाजा जट्ट सिख भी इसे अच्छा नहीं मान रहे कि अपने ही समुदाय के एक ऐसे युवा नेता की वे मुखालफत कर रहे हैं, जिसमें काफी आगे जाने की क्षमता है और जिसमें जोश और जज़्बा है। अमरिंदर के सिद्धू के खिलाफ वाले अभी तक के बयानों का सिद्धू को नहीं, खुद अमरिंदर को नुक्सान हुआ है। यही नहीं एक और कद्दावर जट्ट सिख नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा, जिन्हें अब उप मुख्यमंत्री बना दिया गया है और सरकार में जिनकी नंबर दो की हैसियत है, भी सिद्धू के साथ खड़े हैं।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%80%e0%a4%aa-%e0%a4%98%e0%a5%8b%e0%a4%b7-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9b%e0%a5%81%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6/,"दिलीप घोष की छुट्टी, सांसद सुकांता मजूमदार बंगाल भाजपा अध्यक्ष बने","दिलीप घोष की छुट्टी, सांसद सुकांता मजूमदार बंगाल भाजपा अध्यक्ष बने By तहलका ब्यूरो September 21, 2021 बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी से मिली करारी हार के बाद जिस तरह पार्टी के विधायक और सांसद धड़ाधड़ भाजपा को छोड़ रहे हैं उससे पार पाने का भाजपा को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। हालांकि, उसने इस भगदड़ के बीच संगठन में उलटफेर करते हुए प्रदेश अध्यक्ष पद से दिलीप घोष की छुट्टी कर दी है। उनकी जगह बलूरघाट से सांसद सुकांता मजूमदार को प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। चार दिन पहले ही पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भाजपा को अंगूठा दिखाते हुए टीएमसी का दामन थाम लिया था और पार्टी में शामिल होते ही भाजपा पर हमला करते हुए ममता बनर्जी की जमकर तारीफ़ कर दी थी। बंगाल विधानसभा चुनाव में हार के बाद से भाजपा में भगदड़ मची हुई है और नेता टीएमसी में ही भविष्य देखते हुए उसमें जाने को लालायित दिख रहे हैं। मुकुल रॉय और बाबुल सुप्रियो समेत कई बड़े नेताओं के टीएमसी में जाने से भाजपा के सामने आने वाले समय में अपनी ज़मीन बचाए रखने का संकट पैदा होने जैसी स्थिति बन गयी है। पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के बाद नाराजगी दूर करने के लिए दिलीप घोष को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर दिल्ली भेज दिया है। अब जबकि पार्टी को तीन सीटों भवानीपुर, समसेरगंज और जंगीपुर में उपचुनाव की सत्तारूढ़ टीएमसी से बड़ी चुनौती है, बड़े नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से भाजपा नेतृत्व परेशान है। इन उपचुनावों में सीएम ममता बनर्जी भी मैदान में हैं और भाजपा की उन्हें हारने की हसरत किसी भी सूरत में पूरी होती नहीं दिख रही।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%9a%e0%a4%b0%e0%a4%a3%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%b9-%e0%a4%9a%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%95/,"चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री होंगे, कांग्रेस विधायक...","चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री होंगे, कांग्रेस विधायक दल का फैसला By राकेश रॉकी September 19, 2021 यह घड़ी की उस सुई जैसा था जिसे जुए में इस्तेमाल किया जाता है। जिस नंबर पर रुकी, उसी को इनाम। दलित सिख चरणजीत सिंह चन्नी के बारे में यही कहा जा सकता है। अंबिका सोनी, सुनील जाखड़ और नवजोत सिद्धू के नामों के आगे से निकलते हुए सुई चन्नी के नाम के आगे जा रुकी। साल 2015 में विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे चन्नी अब पंजाब के नए मुख्यमंत्री होंगे, भले कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव तक। उधर पंजाब के विधायकों के फैसले के बाद राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले हैं। राहुल पंजाब में विधायकों से बातचीत की लगातार अपडेट ले रहे थे। चन्नी भी अमरिंदर सिंह विरोधी माने जाते हैं। चन्नी ने जल्द ही राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए समय माँगा है। चन्नी के मुख्यमंत्री के रूप में चुनाव की खुशी में लड्डू बंटने की तस्वीरें शायद अमरिंदर को अब और निराश करेंगी ! दो अप्रैल, 1973 में जन्मे चन्नी वरिष्ठ नेता हैं और कांग्रेस के विधायकों ने आज शाम उनका नाम सर्वसम्मति से तय कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अंतिम फैसले के लिए भेजा था। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत और महासचिव अजय माकन ने एक-एक विधायक से बात की और जिस नाम पर सर्वसम्मति बनी वे चन्नी थे। रावत ने ट्ववीट करके इसकी जानकारी दी है। दो उप मुख्यमंत्री भी पंजाब में होंगे। इसके लिए नाम की घोषणा अभी नहीं की गयी है। चन्नी किसान आंदोलन के दौरान किसानों के संगठनों से सरकार की तरफ से बातचीत करते रहे हैं। खुद भी किसान हैं और खेती की खासी समझ रखते हैं। कांग्रेस आलाकमान के वफादार चन्नी के ऊपर चुनाव तक के इन कुछ महीनों में पार्टी के बीच चली जंग से बिगड़ी छवि को संवारने और चुनाव के बचे वादों को पूरा करने की बड़ी चुनौती है। सीमा की बेल्ट से निकलकर इस पद तक पहुंचे चन्नी को अच्छा प्रशासक माना जाता है। चन्नी ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपना नाम सामने आने के बाद कहा – ‘ पंजाब की खुशहाली, शान्ति और तरक्की के लिए काम करना है। पार्टी एकजुट है। चार महीने तो बहुत होते हैं, काम करने वाला हो तो चार दिन भी बहुत होते हैं। हम (कांग्रेस) मजबूत है।’ एक दलित सिख को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने मास्टर स्ट्रोक चला है और इस से भाजपा सहित अकाली दल के लिए भी। ‘आप’ भी इस मामले में कांग्रेस से मार खा बैठी है। कल रात से मुख्यमंत्री पद के लिए वरिष्ठ नेता अम्बिका सोनी का नाम लगभग तय कर लिया गया था लेकिन खुद सोनी ने राहुल गांधी के साथ बैठक में नम्रता से पद की दौड़ से खुद को अलग करते हुए किसी सिख को मुख्यमंत्री बनाने पर जोर दिया। सिद्धू का नाम तो दौड़ में था लेकिन पार्टी के रणनीतिकारों का मानना था कि सिद्धू को चुनाव के बाद ही जिम्मेदारी देना बेहतर होगा, क्योंकि यदि अगला चुनाव नतीजा पक्ष में न रहा तो सिद्धू के करियर को धक्का लग सकता है। चन्नी भले सिद्धू के कट्टर समर्थक न हों, लेकिन उन्हें भी बादल परिवार का विरोधी माना जाता है। चन्नी बेअदबी मामले में भी बहुत मुखर रहे हैं। ऐसे में चन्नी का मुख्यमंत्री बनना बादलों के लिए भी अच्छा नहीं कहा जा सकता, हालांकि, उनका मुख्य विरोध अमरिंदर सिंह तरह सिद्धू के प्रति था। चन्नी सीएम हो जाएंगे, यह शायद बादलों को भी आभास नहीं रहा होगा।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%ab%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%bf/,"अमरिंदर ने इस्तीफा दिया, कहा समर्थकों के साथ बात के बाद...","अमरिंदर ने इस्तीफा दिया, कहा समर्थकों के साथ बात के बाद अगले कदम का फैसला करेंगे By राकेश रॉकी September 18, 2021 पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायक दल की 5 बजे बुलाई गयी बैठक से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ पूरे मंत्रिमंडल ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद अमरिंदर ने जो कहा है उससे लगता है वे नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि वे समर्थकों के साथ अगले कदम का फैसला करेंगे। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक उनके साथ 4 मंत्री और 7 विधायक ही हैं। यह पूछने पर कि कांग्रेस अगला मुख्यमंत्री किसे बनाएगी, उन्होंने कहा – ‘औ जिस मर्जी नूं बणाण (वो मर्जी को बनाएं)।’ पत्रकारों से बातचीत में उनके चेहरे से गुस्सा साफ़ झलक रहा था। हालांकि, इतने कम विधायकों के साथ अमरिंदर क्या कर पाएंगे, यह देखने वाली बात होगी। अमरिंदर ने कहा कि वे 4.30 बजे तक कांग्रेस के सीएम थे और अब कांग्रेस में सदस्य हैं। भविष्य का फैसला समर्थकों से बातचीत के बाद करेंगे। कैप्टेन सिसवां स्थित अपने फ़ार्म हाउस में कुछ मंत्रियों और विधायकों के साथ हैं और संभावना है कि वे कुछ देर बाद वहां से निकलकर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलकर अपना इस्तीफा दे सकते हैं। कांग्रेस विधायक दल एक बैठक कर अपना नया नेता चुन सकता है या एक लाइन का प्रस्ताव पास करके इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ सकता है। वैसे मुख्यमंत्री के रूप में जो नाम चर्चा में चल रहे उनमें सुनील झाखड़, अम्बिका सोनी, नवजोत सिंह सिद्धू आदि के नाम चर्चा में हैं। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक कैप्टेन आलाकमान के फैसले के बाद बहुत मजबूत नहीं रह गए हैं क्योंकि बहुमत में कांग्रेस के विधायक उनको बदलने के पक्ष में हैं। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अमरिंदर सिंह को कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा ओहदा दे सकती है। मीडिया में कैप्टेन के ‘विद्रोह’ की ख़बरें ज़रूर आई हैं, लेकिन ऐसा कुछ होता नहीं दिख रहा। कैप्टेन को हमेशा से सोनिया गांधी का करीबी माना जाता रहा है। पंजाब में विधानसभा की कुल 117 सीटें हैं, जिसमें पिछले विधानसभा चुनाव में अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने 77 जीती थीं जबकि उसके बाद कुछ विधायक और उससे जुड़ गए थे। कहा जाता है कि आलाकमान ने कैप्टन को कहा है कि वह पद छोड़ दें। अमरिंदर के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया सीएम बनाए जाने को लेकर तीन नामों पर चर्चा तेज हो गई है और इनमें सुनील जाखड़ का नाम सबसे मजबूत बताया जा रहा है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को सूबे के नए सीएम के तौर पर सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि जाखड़ ने शनिवार दोपहर बाद एक ट्वीट में कहा – ‘वाह राहुल गांधी, आपने बेहद उलझी हुई गुत्थी के पंजाबी संस्करण के समाधान का रास्ता निकाला है। आश्चर्यजनक ढंग से नेतृत्व के इस साहसिक फैसले ने न सिर्फ पंजाब कांग्रेस के झंझट को खत्म किया है, बल्कि इसने कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है और अकालियों की बुनियाद हिला दी है।’",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%a8/,कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में अकाली दल का प्रदर्शन; कई...,"कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में अकाली दल का प्रदर्शन; कई जगह जाम, बादल हिरासत में By तहलका ब्यूरो September 17, 2021 तीन कृषि कानूनों के लागू होने के एक साल के अवसर पर पंजाब की राजनीतिक पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने केंद्र सरकार के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन किया। शिरोमणि अकाली दल तीन कृषि कानूनों के अधिनियमन के एक वर्ष पूरा होने पर आज काला दिवस मना रहा है। दिल्ली में आज अकाली आंदोलन के कारण कई जगह लम्बे जाम लगे हैं। इस बीच प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सुखबीर सिंह बादल और उनकी पूर्व केंद्रीय मंत्री पत्नी हरसिमरत कौर बदल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। राजधानी दिल्ली में अकाली कार्यकर्ता तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ आज संसद तक विरोध मार्च निकाल रहे हैं। प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गयी है। दिल्ली में जगह-जगह पुलिस अकाली कार्यकर्ताओं को रोक रहे हैं, हालांकि संसद मार्ग की तरफ बढ़ रहे हैं। अकाली दल का विरोध मार्च गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब से संसद भवन तक निकाला जा रहा है। इसका नेतृत्व शिअद प्रमुख सुखबीर बादल और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल कर रहे हैं। तीन कृषि कानून 17 सितंबर, 2020 को संसद में पारित हुए थे और सुखबीर सिंह की पत्नी हरसिमरत कौर ने पंजाब में इनके विरोध को देखते हुए केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b-2/,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर हिमाचल को केंद्रीय मंत्री अनुराग...,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर हिमाचल को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी 15 मोबाइल मेडिकल यूनिट की सौगात By कंचन September 16, 2021 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपना 71वां जन्मदिन मनाएंगे। और इस विशेष अवसर को चिह्नित करने के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा 15 मोबाइल मेडिकल यूनिट हिमाचल भेजी जा रही है। जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हरी झंडी दिखाकर हिमाचल के लिए रवाना किया। पहाड़ों पर दूर बसे गांवों में लोगों को मुफ़्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के 5 जिलों, 17 विधानसभाओं, 800 पंचायतों के करीब 5000 गांवों में अपनी सेवा उपलब्ध कराएगी। मोबाइल स्वास्थ्य सेवा के लाभार्थियों में 65 प्रतिशत महिलाएं व बुजुर्ग शामिल है। व सभी मोबाइल मेडिकल यूनिट अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित है जो कि हिमाचल प्रदेश में लोगों के घर-घर जाकर उन्हें निशुल्क जांच, उपचार और दवाएं उपलब्ध कराएगी।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/samyukta-kisan-morcha-farmers-won-t-budge-from-delhi-border-until-cases-withdrawn-651706.html,संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा- केस वापसी तक नहीं खाली करेंगे प्रदर्शन स्थल,"संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा- केस वापसी तक नहीं खाली करेंगे प्रदर्शन स्थल By Ashutosh Tiwari| Updated: Saturday, December 4, 2021, 22:04 [IST] नई दिल्ली, 4 दिसंबर: मोदी सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही तीनों नए कृषि कानूनों को वापस ले लिया था। जिसके बाद से उम्मीद जताई जा रही थी कि दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों का आंदोलन खत्म हो जाएगा, लेकिन किसान संगठनों की योजना कुछ और है। शनिवार को मीडिया से बात करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने घोषणा की कि जब तक केंद्र सरकार आंदोलन के दौरान दर्ज केस को वापस नहीं लेती, तब तक वो प्रदर्शन स्थलों से नहीं हटेंगे। ये फैसला हरियाणा और दिल्ली के बीच सिंघु सीमा पर हुई एक बैठक के बाद लिया गया। मामले में किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि सभी किसान संगठनों के नेताओं ने फैसला किया है कि जब तक किसानों के खिलाफ मामले वापस नहीं लिए जाते, तब तक वे वापस नहीं जाएंगे। उन्होंने इस संबंध में सरकार को स्पष्ट रूप से बता दिया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के मुताबिक संयुक्त किसान मोर्चा अब 7 दिसंबर को सुबह 11 बजे बैठक करेगा, जिसमें आंदोलन के भविष्य पर चर्चा की जाएगी। वहीं किसानों की सबसे बड़ी मांग एमएसपी की गारंटी थी, जिस पर केंद्र सरकार ने एक समिति का गठन कर दिया था। जिसमें किसानों के 5 प्रतिनिधि शामिल होंगे। शनिवार को किसान संगठनों ने लबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम चढ़ूनी, युद्धवीर सिंह, शिवकुमार कक्का, अशोक धावले का नाम केंद्र को भेजा, लेकिन किसान अभी भी मारे गए किसानों के मुआवजे की मांग पर अड़े हैं। मामले में किसान नेता अशोक धावले ने कहा कि बैठक में मृतकों के परिजनों के मुआवजा, लखीमपुर बवाल, दर्ज मामले वापस लेने को लेकर चर्चा हुई। जब सरकार के साथ बैठक होगी, तो वो अपनी मांगें उन्हें बता देंगे। 1 टन प्याज बेचने के बावजूद किसान को हुआ महज 13 रुपए का फायदा, जानिए कहां का है ये मामला 'अभी आंदोलन खत्म नहीं' वहीं राकेश टिकैत ने कहा कि अभी तक सरकार ने आधिकारिक तौर पर बातचीत के लिए नहीं बुलाया है। अगर बातचीत के लिए बुलाया जाता है, तो यही 5 लोग (ऊपर दिए नाम) बातचीत के लिए जाएंगे। राकेश टिकैत ने एक बार फिर साफ कर दिया कि अभी किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ है और ना ही वो कहीं जा रहे हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/big-shock-to-congress-in-funding-from-prudent-electoral-trust-93-percent-drop-in-donations-651664.html,"प्रूडेंट ट्रस्ट से मिलने वाले फंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, डोनेशन में 93% की आई कमी","प्रूडेंट ट्रस्ट से मिलने वाले फंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, डोनेशन में 93% की आई कमी By Akarsh Shukla| Published: Saturday, December 4, 2021, 17:40 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर। अगले साल यानी 2022 में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां इलेक्शन की तैयारियों में जुट गई हैं। इस बीच चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है, उसे मिलने वाले डोनेशन में 93 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है, जबकि केंद्र में सत्ताधारी दल बीजेपी के खजाने में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। चुनाव आयोग को सौंपे गए प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट के विश्लेषण से इन आंकड़ों का पता चलता है। दरअसल, इस साल प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले योगदान में 9 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। इस वित्त वर्ष कुल 245.7 करोड़ रुपए का डोनेशन मिला है। जबकि इससे पहले वित्त वर्ष 2019-20 में प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट की तरफ से कुल 271 करोड़ रुपए की डोनेशन दी गई थी। कांग्रेस पार्टी को सबसे बड़ा झटका लगा है, क्योंकि इस वित्त वर्ष डोनेशन में पार्टी का हिस्सा 93 से अधिक गिर गया। कांग्रेस को पिछले साल 31 करोड़ रुपए का डोनेशन मिला था जो इस वर्ष सिर्फ 2 करोड़ है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/skm-has-formed-a-5-member-committee-to-talk-to-the-govt-of-india-over-msp-651653.html,"संयुक्त किसान मोर्चे ने MSP कमेटी के लिए दिए ये 5 नाम, अगली मीटिंग 7 को","संयुक्त किसान मोर्चे ने MSP कमेटी के लिए दिए ये 5 नाम, अगली मीटिंग 7 को By Rahul Kumar| Updated: Saturday, December 4, 2021, 17:10 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर: दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं की अहम बैठक हुई। मीटिंग में केंद्र सरकार की एमएसपी कमेटी के लिए 5 नामों पर सहमति बनी है। मोर्चे द्वारा तय किए गए नामों में किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम चढ़ूनी, युद्धवीर सिंह, शिवकुमार कक्का, अशोक धावले शामिल हैं। ये सभी सदस्य सरकार की एमएसपी को लेकर बनना वाली समिति का हिस्सा होंगे। Farmers Protest: Rakesh Tikait ने दिए संकेत, अभी जारी रहेगा आंदोलन | वनइंडिया हिंदी बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी पर सरकार से बातचीत के लिए बनाई जाने वाली कमेटी के लिए शिव कुमार कक्का, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, युद्धवीर सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल और अशोक धावले के नाम तय कर दिए हैं। राकेश टिकैत ने कहा, यह संयुक्त किसान मोर्चा की हेड कमेटी होगी। जो सभी महत्वपूर्ण फैसले लेगी। एमएसपी पर गठित कमेटी सरकार से हर मसले पर बात करेगी। टिकैत ने आगे कहा कि, अभी तक सरकार ने आधिकारिक तौर पर बातचीत के लिए नहीं बुलाया है।अगर बातचीत के लिए बुलाया जाता है, तो यही 5 लोग बातचीत के लिए जाएंगे। राकेश टिकैत ने एक बार फिर साफ कर दिया कि अभी किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। राकेश टिकैत ने आगे कहा, हम कहीं नहीं जा रहे हैं। किसान मोर्चा की अगली बैठक 7 दिसंबर को होगी। जिसमें अहम फैसले लिए जाएंगे।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/delhi-chief-minister-pilgrimage-scheme-p-chidambaram-say-aap-will-become-a-clone-of-bjp-651642.html,कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने क्‍यों कहा- 'आप' बीजेपी का क्लोन बन जाएगी,"कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने क्‍यों कहा- 'आप' बीजेपी का क्लोन बन जाएगी By Bhavna Pandey| Published: Saturday, December 4, 2021, 16:20 [IST] नई दिल्ली, 4 नवंबर। उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राज्‍य में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी चुनावी तैयारी शुरू कर दी हैं। शुक्रवार को दिल्‍ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने अयोध्‍या जाने वाले तीर्थयात्रियों की ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। केजरीवाल के इस कदम पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने आम आदमी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी का क्लोन बताया। बता दें मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना 12 जुलाई, 2019 को अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना के तहत, दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी दिल्‍ली से वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थयात्रा के लिए मुफ्त यात्रा पैकेज प्रदान करती है! पी चिदंबरम का पीएम मोदी पर कटाक्ष, 'अचानक क्यों पूर्व बीजेपी सरकारों को दोष देने लगे प्रधानमंत्री?' चिदंबरम ने यह बयान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी से उत्तर प्रदेश के अयोध्या के लिए 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा कार्यक्रम' की पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद दिया। चिंदंबरम ने कहा ""आप जितनी अधिक भाजपा की नकल करेगी, वह उतनी ही कम प्रासंगिक होगी। जल्द ही 'आप' भाजपा का क्लोन बन जाएगी।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/punjab-cm-charanjit-singh-channi-performs-bhangra-video-viral-on-social-media-651617.html,"VIdeo: ढोल की आवाज के आगे पैर नहीं रोक पाए पंजाब के सीएम चन्नी, न्यूज एंकर से कहकर किया भांगड़ा","VIdeo: ढोल की आवाज के आगे पैर नहीं रोक पाए पंजाब के सीएम चन्नी, न्यूज एंकर से कहकर किया भांगड़ा By Kapil Tiwari| Published: Saturday, December 4, 2021, 14:09 [IST] नई दिल्ली, दिसंबर 04। पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने बिंदास अंदाज के लिए काफी फेमस होते जा रहे हैं। चन्नी 'भांगड़ा लवर' हैं, ये हमने उनके सीएम बनने के कुछ ही दिन बाद देख लिया था, जब वो कपूरथला में एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उस मंच पर चन्नी ने सीएम बनने के बाद पहली बार भांगड़ा किया था। वो तो एक मंच था यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम का, लेकिन अब चन्नी ने नेशनल टीवी पर भांगड़ा किया है और उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर धमाल मचा रहा है। एंकर की गुजारिश पर चन्नी ने किया जबरदस्त भांगड़ा दरअसल, चरणजीत सिंह चन्नी शुक्रवार को इंडिया टुडे ग्रुप के कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने न्यूज एंकर के एकबार के कहने पर बिंदाज अंदाज में भांगड़ा किया। दरअसल, जब चरणजीत सिंह चन्नी को इंटरव्यू के लिए मंच पर बुलाया गया तो न्यूज चैनल के एंकर ने सीएम से भांगड़ा करने की गुजारिश की। जवाब में चन्नी ने कहा कि ये ढोल वाले कब से बजाए जा रहे हैं, मैं तो सोच रहा था कि ये अकेले ही नाच रहे हैं, मैं क्यों नहीं नाच रहा। उसके बाद तो चन्नी ने जो भांगड़ा किया, पूरा हॉल देखता ही रह गया। चन्नी ने केजरीवाल को बताया बाहरी भांगड़ा का कार्यक्रम होने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने इंटरव्यू के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जबरदस्त निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाहरी लोग दिल्ली से पंजाब पर कब्जा करने का लक्ष्य सेट कर रहे हैं, जो पंजाब के लोग होने नहीं देंगे। चन्नी ने इस दौरान केजरीवाल के उस आरोप का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में इन दिनों 'नकली केजरीवाल' घूम रहा है। इसके जवाब में चन्नी ने कहा कि क्या आप केजरीवाल को भांगड़ा करने के लिए लेकर आए? नहीं ना, क्योंकि आप जानते हैं कि वो पंजाबी नहीं हैं तो ये बात लोग भी जानते हैं। कैप्टन के इस्तीफे के बाद सीएम बने थे चन्नी चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल पंजाब को समझने के लिए दिल्ली से यहां आ रहे हैं, मैं एक पंजाबी हूं और यहीं रहता हूं, मैं जानता हूं कि पंजाब के बारे में और यहां की समस्याओं के बारे में, आप पंजाब को हमारे ऊपर छोड़ दें, हम इसे अच्छी तरह से संभाल रहे हैं और संभाल लेंगे। आपको बता दें कि पंजाब में कांग्रेस के अंदर मची कलह के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद चन्नी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/goa-election-2022-luizinho-faleiro-lashes-out-at-the-congress-gfp-alliance-651596.html,"गोवा विधानसभा चुनाव : किसने कहा ? “कांग्रेस, भाजपा की बोतल में पुरानी शराब जैसी”","गोवा विधानसभा चुनाव : किसने कहा ? “कांग्रेस, भाजपा की बोतल में पुरानी शराब जैसी” By Ashok Kumar Sharma| Updated: Saturday, December 4, 2021, 12:33 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर। ""कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी का तालमेल एक अपवित्र गठबंधन है। कांग्रेस, भाजपा की बोतल में एक पुरानी शराब जैसी है। यह गठबंधन एक विश्वासघात है। इसने गोवा को भाजपा के हाथों बेचने के लिए चुनावी समझौता किया है।"" तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री फेलेरियो लुइजिन्हो ने कांग्रेस के नये गठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) ने ही 2017 में भाजपा की सरकार बनवायी थी। लेकिन अप्रैल 2021 में वह भाजपा गठबंधन से अलग हो गयी थी। अब जीएफपी ने 2022 में कांग्रेस के साथ जाने का फैसला किया है। तृणमूल ने कांग्रेस के इस गठबंधन को अवसरवादी करार दिया है। गोवा में तृणमूल की धमक बढ़ी गोवा विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की धमक बढ़ती जा रही है। ममता बनर्जी 13 दिसम्बर को फिर गोवा के चुनावी दौरे पर आने वाली हैं। गोवा में चर्चित हस्तियों को जोड़ कर तृणमूल को मजबूत करने की प्रक्रिया उन्होंने शुरू कर दी है। कई विधायक टूट कर तृणमूल में शामिल हो रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री फेलेरियो लुइजिन्हो भी पहले कांग्रेस के ही विधायक थे। तीन महीना पहले वे कांग्रेस से इस्तीफा दे कर तृणमूल में आये थे। ममता बनर्जी ने पहले उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया। फिर पिछले महीने उन्हें पश्चिम बंगाल से राज्यसभा भेजा। जिस जीएफपी ने कांग्रेस से समझौता किया है उसके कार्यकारी अध्यक्ष रहे किरण कांडोलकर भी तृणमूल में आ चुके हैं। टीएमसी नेता बने लिएंडर पेस के पिता गोवा के रहने वाले हैं। उनकी भी राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गयी हैं। हाल ही में जब कोलकाता में तृणमूल कार्यसमिति की बैठक हुई थी तब उसमें लिएंडर पेस भी शामिल हुए थे। तृणमूल, पेस को गोवा में अहम जिम्मेदारी देने की तैयारी में है। कांग्रेस की जगह तृणमूल को खड़ा करने की कोशिश ममता बनर्जी कांग्रेस के विध्वंस पर अपनी राजनीतिक इमरात खड़ा करना चाहती हैं। राष्ट्रीय राजनीति हो या राज्यों की राजनीति, वे कांग्रेस को धाराशायी कर खुद उस जगह को पाना चाहती हैं। कांग्रेस गोवा में कभी सबसे मजबूत पार्टी रही है। सत्ता पर अधिकतर उसका ही कब्जा रहा है। लेकिन अन्य राज्यों की तरह गोवा में भी कांग्रेस अब कमजोर पड़ चुकी है। 2017 में कांग्रेस के 17 विधायक जीते थे और वह सबसे बड़ी पार्टी थी। कम (13) सीटें जीतने के बाद भी भाजपा ने सरकार बना ली थी। 2019 में कांग्रेस में 15 विधायक ही बचे थे। इसी दौरान भाजपा ने कांग्रेस में जोरदार सेंध लगा दी। कांग्रेस के 15 में से 10 विधायक भाजपा में शामिल हो गये। 40 सदस्यों वाले सदन में भाजपा के विधायकों की संख्या 27 पर पहुंच गयी। दिसम्बर 2022 में स्थिति ये है कि अब कांग्रेस के पास सिर्फ चार विधायक बचे हैं। करीब पांच साल में कांग्रेस टूट फूट कर पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। ममता बनर्जी कमजोर कांग्रेस को रिप्लेस कर उसकी जगह तृणमूल को खड़ा करना चाहती हैं। कांग्रेस, भाजपा की बोतल में पुरानी शराब तृणमूल सांसद फेलेरियो लुइजिन्हो गोवा के लोगों को भरोसा दिला रहे हैं अब केवल उनकी पार्टी ही भाजपा को रोक सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जीएफपी का गठबंधन अवसरवादी है और यह गोवा में स्थायी सरकार नहीं दे सकता। 2017 में जीएफपी ने गोवा की जनता से बहुत बड़ा विश्वासघात किया था। उसने जनादेश का अपमान कर भाजपा की सरकार बना दी थी। चार साल तक सरकार में रह कर अपने हितों की पूर्ति की। अब वह भाजपा सरकार की आलोचना कर रही है। कांग्रेस के आधे से अधिक विधायक भाजपायी हो चुके हैं। कांग्रेस अब भाजपा की बोतल में पुरानी शराब की तरह हो गयी है। दोनों पार्टियां विश्वसनीय नहीं हैं। क्या गारंटी है कि दोनों दल आगे ऐसा नहीं करेंगे ? तृणमूल जनमत का सम्मान करने वाली पार्टी है। अपने फायदे के लिए वह अपने विचार नहीं बदलती। इसलिए गोवा में अगर भाजपा की जोड़तोड़ वाली सरकार को हटाना है तो तृणमूल सबसे बेहतर विकल्प है। “कांग्रेस ने भाजपा को हराने के लिए कुछ नहीं किया” गोवा में तृणमूल के संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी सांसद महुआ मोइत्रा को सौंपी गयी है। वे विदेश में पढ़ी हैं और एक इनवेस्टमेंट बैंकर रही हैं। आर्थिक मामलों की जानकार हैं। वे तृणमूल की इंटेलेक्चुअल फेस हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए गोवा में डेरा डाल रखा है। प्रशांत किशोर की टीम उनकी मदद कर रही है। उन्होंने ने भी कांगेरेस को ही निशाने पर ले रखा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि गोवा में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस ने कुछ नहीं किया। कांग्रेस राजनीति को गंभीरता से नहीं ले रही जिसकी वजह से भाजपा मजबूत हो रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम एक दिन के लिए गोवा आये और रैली कर चले गये। भाजपा को हराने और हटाने के लिए लगातार संघर्ष करना होगा। मैं यहां हर दिन मौजूद हूं। हमारा एजेंडा जैसे- तैसे सत्ता की प्राप्ति नहीं बल्कि गोवा की समस्या का समाधान खोजना है। तृणमूल 2022 के विधानसभा चुनाव को एक बड़े अवसर के रूप में देख रही है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/sambit-patra-and-kanhaiya-kumar-tv-debate-video-viral-on-itdc-chairman-651572.html,"Video: टीवी पर संबित पात्रा और कन्हैया में तूतू-मैंमैं, BJP नेता बोले- मैं डॉक्टर हूं, सोनिया ने क्या पढ़ाई की","Video: टीवी पर संबित पात्रा और कन्हैया में तूतू-मैंमैं, BJP नेता बोले- मैं डॉक्टर हूं, सोनिया ने क्या पढ़ाई की By Pallavi Kumari| Updated: Saturday, December 4, 2021, 9:36 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर: उत्तर प्रदेश और पंजाब 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता एक्टिव हो गए हैं। हर रोज टीवी न्यूज चैनल पर इसको लेकर डिबेट हो रहे हैं। इसी टीवी डिबेट का एक वीडियो ट्विटर पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें बीजेपी के फायर ब्रांड नेता संबित पात्रा और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार दिखाई दे रहे हैं। ट्वि्टर पर कन्हैया कुमार और संबित पात्रा अपनी इस तूतू-मैंमैं को लेकर ट्रेंड भी कर रहे हैं। असल में टीवी डिबेट में संबित पात्रा को भारतीय पर्यटन विकास निगम (ITDC) का अध्यक्ष बनाने के मुद्दे पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने निशाना साधा है। जिसके बाद संबित पात्रा अपनी डिग्री बताने लगे और बोले, मैं तो एक डॉक्टर हूं... सोनिया गांधी ने क्या पढ़ाई की है कि वो पीएम बनने की योग्य हैं। 'कोहिनूर हैं क्या जो ITDC का चेयरमैन बनाया गया' वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार कहते हैं, ''पता नहीं कि पात्रा (संबित पात्रा) में ऐसा कौन सा कोहिनूर है जो उन्हें आईटीडीसी का चेयरमैन बना दिया गया है। कन्हैया कुमार ने कहा, इनकी तो रोजी-रोटी यही है। रोज मुर्गे की तरह लड़ते हैं इसलिए शायद इन्हें चेयरमैन बनाया गया।'' कन्हैया कुमार ने कहा, स्टूडियो में बैठकर पार्टी का पक्ष रखते हैं और हुआ-हुआ करते हैं।' कन्हैया कुमार के इस बयान पर संबित पात्रा भड़क गए और अपनी डिग्री के बारे में बताने लगे। संबित पात्रा बोले- UPA के शासन में देशभर में 19वां रैंक लाया था संबित पात्रा ने कन्हैया कुमार के सवालों का जवाब देते हुए कहा, हम हम पढ़े-लिखे लोग हैं और हमें अपने व्यवहार से परिचय हम देते हैं। मुझे अपनी योग्यता से ये पद मिला है। मेरे से पहले आईटीडीसी के चेयरमैन शंकर सिंह वाघेला थे। मैंने एमबीबीएस, एमएस, एमआरसीएस की पढ़ाई की है। 2000 में यूपीएससी की परीक्षा में देशभर में 19वां रैंक हासिल किया था। उस वक्त यूपीए का शासन काल था, बीजेपी ने मुझे यूपीएससी में नहीं घुसा दिया था।'' कन्हैया बोले- डॉक्टर हैं तो बताइए, क्लीनिक कहां है? संबित पात्रा ने कहा, ''मैं एक डॉक्टर हूं...आप लोग डॉक्टरों की ऐसे अपमान क्यों करते रहते हैं। मैं तो एक डॉक्टर हूं... और अगर ये आपके लिए योग्यता नहीं है तो बताइए सोनिया गांधी ने क्या पढ़ाई की है, जो वो पीएम बनने के योग्य हैं।'' संबित पात्रा के डॉक्टर वाले दावे को सुन कन्हैया बोले, डॉक्टर हैं तो बताइए, क्लीनिक कहां है? संबित पात्रा ने जवाब दिया, ये सब मत पूछिए कि क्लीनिक कहां है? बता दें कि संबित पात्रा को भारतीय पर्यटन विकास निगम का चेयरमैन और पार्ट टाइम नॉन एग्जिक्युटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। वह 3 साल तक पद पर रहेंगे। B 'सरकार के पैसे से 50-50 साल तक थीसिस लिखिए...' संबित पात्रा ने कन्हैया कुमार पर तंज करते हुए कहा, ''कुछ लोग तो सरकार के पैसे से 50-50 साल तक थीसिस लिखते रहते हैं। लेकिन ज्ञान अधिक देते हैं।'' संबित पात्रा ने कन्हैया कुमार को राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भी जमकर सुनाया है। संबित ने कहा, ''अगर संविधान में राष्ट्रवाद नहीं है तो क्या भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे देना ठीक है। बाहर से पांच लाख मुसलमान आकर नॉर्थ-ईस्ट को टुकड़े करने की बात करेंगे तो उनको जेल ही जाना होगा। अगर देश तोड़ने की बात शरजील इमाम करेगा तो जेल ही जाएगा।''",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/arvind-kejriwal-says-aap-is-winning-in-punjab-election-but-i-wont-leave-delhi-651568.html,"अरविंद केजरीवाल बोले, 'AAP पंजाब जीत रही है लेकिन मैं दिल्ली नहीं छोड़ूंगा'","अरविंद केजरीवाल बोले, 'AAP पंजाब जीत रही है लेकिन मैं दिल्ली नहीं छोड़ूंगा' By Pallavi Kumari| Updated: Saturday, December 4, 2021, 6:16 [IST] नई दिल्ली, 04 दिसंबर: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव जीतेगी। लेकिन वह किसी भी कीमत पर दिल्ली नहीं छोड़ने वाले हैं। केजरीवाल ने कहा कि हमें किसी भी चुनाव में जीत के लिए आशीर्वाद की जरूरत नहीं है। हमें देश के लिए, सभी की शांति और समृद्धि के लिए, एक कोविड-मुक्त दुनिया के लिए आशीर्वाद चाहिए। Delhi CCTV Cameras: Arvind Kejriwal से जानें Delhi में 7 साल में कितने CCTV लगे | वनइंडिया हिंदी पंजाब के लोग हमसे बहुत प्यार करते हैं: केजरीवाल आज तक के एजेंडे में अरविंद केजरीवाल ने कहा, भले ही हम पंजाब में अपनी सरकार नहीं बना पाएं। लेकिन पंजाब आज भी हमारा है। हम अपनी सरकार नहीं बना सके, लेकिन पंजाब के लोग हमसे बहुत प्यार करते हैं। राजनीति में तो आप कहीं शुरू कीजिए, पूरा देश हमारा है। राजनीति तो है, लेकिन पूरा देश हमारा है। हमें पूरे देश के लिए सोचने की जरूरत है।'' ''इंसान का इंसान से है भाईचारा, यही है पैगम हमारा'' अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''पंजाब में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हमारा एक ही मंत्रा है, ''इंसान का इंसान से है भाईचारा, यही है पैगम हमारा'' केजरीवाल ने कहा, ''पंजाब में विकास की अपार संभावनाएं हैं, खासकर कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों में। पंजाब में कोई युवा नहीं है। उनमें से बहुत से लोग विदेश चले गए, और बाकी ड्रग्स में शामिल हो गए। स्वच्छ और ईमानदार राजनीति होने पर पंजाब का विकास हो सकता है।'' कांग्रेस ने बड़े-बड़े वादे किए लेकिन कुछ नहीं हुआ: केजरीवाल अरविंद केजरीवाल ने कहा,''हमने पिछली बार कोशिश की थी, हम इस बार कोशिश करेंगे, अगली बार, हम और भी अधिक प्रयास करेंगे। इस बार ही हमें सफलता मिलेगी, आप देखेंगे।''",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/tmc-leader-madan-mitra-mamata-banerjee-character-is-not-to-break-congress-651546.html,"TMC नेता मदन मित्रा बोले- विपक्ष में दूसरी पार्टी को नहीं उभरने दे रही कांग्रेस, CM ममता निभा रहीं जिम्मेदारी","TMC नेता मदन मित्रा बोले- विपक्ष में दूसरी पार्टी को नहीं उभरने दे रही कांग्रेस, CM ममता निभा रहीं जिम्मेदारी By Ashutosh Tiwari| Updated: Friday, December 3, 2021, 22:07 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसंबर: पश्चिम बंगाल की बंपर जीत के बाद अब टीएमसी की नजर अन्य राज्यों पर है। साथ ही उसने गोवा विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने की पूरी तैयारी भी कर ली, लेकिन कांग्रेस को ये बात पसंद नहीं आ रही। जिस वजह से वो टीएमसी को बीजेपी का मददगार बता रही। साथ ही उस पर कांग्रेस का वोट काटने का भी आरोप लगाया। ऐसे में टीएमसी नेता भी कांग्रेस पर लगातार हमला कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा कि अगर ये लोग (कांग्रेस) सोचते हैं कि वे बीजेपी को गिरा सकते हैं, तो कोई बात नहीं उन्हें ऐसा करने दें। अगर ममता बनर्जी को कोई फर्क नहीं पड़ता, तो इसमें क्या हर्ज है? उन्हें जो अच्छा लगे वो करने दें। ममता बनर्जी का चरित्र कांग्रेस को तोड़ना नहीं है, वो खुद कांग्रेस से निकली हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम लंबे वक्त से देख रहे हैं कि कांग्रेस किसी दूसरे विपक्ष को उभरने नहीं दे रही, ताकि बीजेपी प्रभावित ना हो। ऐसे में विपक्ष की पूरी जिम्मेदारी ममता बनर्जी द्वारा वहन की जाएगी क्योंकि वो विपक्ष का चेहरा हैं। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बैठकर गाया राष्ट्रगान, मुंबई बीजेपी के एक नेता ने दर्ज कराई FIR ममता पर कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी हाल ही में ममता बनर्जी ने कहा था कि अब कोई यूपीए नहीं है, ऐसे में सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा? इसके बाद कांग्रेस नेता टीएमसी सुप्रीमो पर भड़क गए। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि क्या ममता बनर्जी नहीं जानती कि यूपीए क्या है? मुझे लगता है कि उन्होंने पागलपन शुरू कर दिया है, उनको लग रहा कि देश का हर शख्स ममता-ममता चिल्ला रहा, लेकिन वो ये भूल गईं कि बंगाल का मतलब भारत नहीं है। वो लंबे वक्त से यूपीए को तोड़ना चाहती थीं और अब उन्होंने फिर से साजिश शुरू कर दी है। वहीं कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस बिना यूपीए का मतलब है आत्मा के बिना शरीर। ये वक्त एकता दिखाने का है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/why-is-delhi-far-for-mamata-banerjee-for-now-651529.html,ममता बनर्जी के लिए अभी 'दिल्ली दूर' क्यों है ?,"ममता बनर्जी के लिए अभी 'दिल्ली दूर' क्यों है ? By Anjan Kumar Chaudhary| Published: Friday, December 3, 2021, 19:22 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसंबर: ममता बनर्जी के मुंबई मिशन के बाद से कांग्रेस और टीएमसी के बीच में जुबानी जंग छिड़ चुकी है। बंगाल की मुख्यमंत्री की पार्टी कांग्रेस नेतृत्व को नकारा बता रही है तो सबसे पुराने दल होने का दम भरने वाली पार्टी उनका पुराना सियासी इतिहास सामने लाकर उन्हें बैकफुट पर धकलने की कोशिश कर रही है। लेकिन, मूल बात ये है कि 2024 में खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुकाबले विपक्ष का मुख्य चेहरा बनाने के लिए तृणमूल सुप्रीमो जितनी उतावली हैं, उसकी वजह क्या है? क्या उन्होंने इसके लिए जमीनी राजनीति का कोई हिसाब-किताब किया है या फिर सिर्फ अपने सलाहकार के कहने पर चल रही हैं, जो आरोप कांग्रेस उनपर लगा रही है। ममता खुद को पीएम इन वेटिंग क्यों पेश करना चाहती हैं ? बंगाल में लगातार तीसरी जीत और वह भी लोकसभा चुनावों में भाजपा से कड़ी टक्कर के बाद, ममता बनर्जी का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंचा रखा है। उन्होंने जब एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की मौजूदगी में कहा है कि 'अब कोई यूपीए नहीं है' तो उनकी इस लाइन में उनके हौसले की बुलंदी झलकती है। उनका इतना आत्मविश्वास बेवजह भी नहीं है। वह लगातार तीसरी बार बंगाल में भारी बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब हुई हैं। 2011 में उन्होंने वहां से लेफ्ट फ्रंट का साढ़े तीन दशक पुराना राज मटियामेट कर दिया था तो इस बार उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की राज्य में उभरती ताकत को सख्ती से रोकने का काम किया है। वह सात बार सांसद रह चुकी हैं और केंद्र में रेल मंत्री जैसा भारी-भरकम पद भी संभाल चुकी हैं। दूसरी तरफ सत्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे लोकप्रिय वैश्विक शख्सियत हैं, लेकिन विपक्ष में उनके मुकाबले चारों ओर सन्नाटा ही नजर आता है। इस कमी को पूरा करने के लिए वह अपनी राजनीतिक प्रोफाइल को इस समय पूरा फिट मान रही हैं। कहां कांग्रेस और सहयोगियों को तोड़ना मुश्किल है? नवंबर में हुए उपचुनावों से पहले बिहार में कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन टूट गया था। दो सीटों पर चुनाव हुए। इनमें से तारापुर का परिणाम देखने के बाद दोनों पार्टियों को अपने फैसले पर फिर से मंथन करना होगा। यहां अगर ये साथ मिलकर लड़ते तो सत्ताधारी जदयू उम्मीदवार की राह मुश्किल कर सकते थे। खैर बिहार में तो दोनों दल डेढ़ दशक से ज्यादा सत्ता से दूर हैं। तेजस्वी यादव भले ही बंगाल में जाकर ममता से आशीर्वाद ले आए हों, लेकिन वह कांग्रेस की जगह टीएमसी के साथ गठबंधन के लिए तैयार होंगे, ऐसा मानने का अभी कोई कारण नहीं लगता। महाराष्ट्र में तो पिछले साल चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस के किस्मत का ताला खुल गया था। यहां भले ही पार्टी शिवेसना और एनसीपी की जूनियर पार्टनर हो, लेकिन सत्ता का स्वाद तो चख रही है। शरद पवार भले ही ममता बनर्जी को राष्ट्रीय स्तर पर पावर दे रहे हों, लेकिन उन्होंने टीएमसी नेता को पहले ही महाराष्ट्र से दूर रहने को कह दिया है। कांग्रेस जूनियर पार्टनर बनकर ही सही, झारखंड और तमिलनाडू में भी सत्ता में है। क्या वहां भी बंगाल की दीदी के कहने पर हेमंत सोरेन और स्टालिन अपनी सरकारों को किसी तरह परेशानी में डालने का ेजोखिम लेंगे? गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेस पार्टियों को कैसे साथ में लाएंगी ? आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी पार्टियों की सरकारें हैं। लेकिन, वाईएसआर कांग्रेस, टीआरएस और बीजेडी ने कई अहम मुद्दों पर संसद में बीजेपी सरकार का साथ दिया है। यह बात अलग है कि अभी टीआरएस ने लोकसभा में सरकार की नीतियों के खिलाफ खूब बवाल काटा है, लेकिन वह किसी भी तरह से बाकी विपक्षी दलों के साथ पूरी तरह से एकजुट नहीं दिखी है। लोकसभा चुनावों में अभी कम से कम ढाई साल हैं। कोई वजह नहीं है कि वो अभी से किसी नए मोर्चे में शामिल होकर केंद्र से मिलने वाले सहायताओं में बेवजह की राजनीति पनपने देना चाहेंगे। आंध्र के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू भी पिछले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से खुन्नस निकालने की कोशिश कर चुके हैं। लेकिन, क्या ममता अभी टीडीपी के साथ गठबंधन में फायदे का सौदा देखेंगी ? यूपी में विधानसभा चुनावों से पहले क्या हो रहा है? ममता बनर्जी डंके की चोट पर कह रही हैं कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में जहां कांग्रेस कमजोर है, वहां उनकी पार्टी भाजपा को टक्कर देने वाली समाजवादी पार्टी के साथ है। लेकिन, यह एक धारणा बनाने वाली ही बात है। ममता बंगाल से बाहर जहां भी टीएमसी की जमीन तलाशने में लगी हैं, वहां वह कांग्रेस की राजनीति पर हाथ साफ कर रही हैं। गोवा, त्रिपुरा, मेघालय से लेकर असम तक में उन्होंने जिन नेताओं को अपने साथ जोड़ा है, उन सबका किसी ना किसी वजह से अपनी पार्टी से मोहभंग हुआ था। बाकी बिहार, हरियाणा और झारखंड में उनके साथ आए नेताओं का राजनीतिक वजूद इतना नहीं है कि वह ममता के मंसूबे को आगे बढ़ाने में कोई खास योगदान दे पाएं। यूपी में तो टीएमसी का कोई जनाधार ही नहीं है। यहां अखिलेश ने इसबार इसलिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से तोबा किया है कि वह फिर से 2017 की तरह मोदी बनाम राहुल करने का जोखिम नहीं ले सकते थे। यूपी ही नहीं किसी भी हिंदी हार्टलैंड में ममता के लिए पांव पसारना बहुत ही मुश्किल है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/why-not-compensation-for-farmers-protest-rahul-gandhi-to-center-651506.html,"'किसान आंदोलन में मारे गए लोगों को मुआवजा क्यों नहीं'?, केंद्र के रुख पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल","किसान आंदोलन में मारे गए लोगों को मुआवजा क्यों नहीं'?, केंद्र के रुख पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल By Ashutosh Tiwari| Updated: Friday, December 3, 2021, 18:15 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसंबर: मोदी सरकार ने तीनों नए कृषि कानूनों को वापस ले लिया है, लेकिन अभी किसानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ। शुक्रवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी फिर से उनके समर्थन में उतरे और मारे गए किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि संसद में एक प्रश्न पूछा गया था कि क्या सरकार किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवजा देगी। इस पर मंत्रालय ने जवाब दिया कि उनके पास इससे संबंधित कोई रिकॉर्ड ही नहीं है, इसलिए मुआवजे का सवाल ही नहीं उठता है। Farmer Protest: Rahul Gandhi बोले- Punjab में किसानों को Compensation और नौकरी दी | वनइंडिया हिंदी कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि हमारे पास 403 लोग हैं, जिन्हें पंजाब सरकार ने 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है। इसके अलावा 152 को नौकरी दी गई। हमारे पास अन्य राज्यों के 100 नामों की एक सूची है। उसमें शामिल नामों को आसानी से सत्यापित किया जा सकता है लेकिन सरकार कहती है कि ऐसी कोई सूची है ही नहीं। राहुल गांधी के मुताबिक पीएम ने खुद कहा है कि उनसे गलती हुई है, उन्होंने देश से माफी मांगी है। उस गलती की वजह से अब तक 700 लोगों की मौत हो चुकी है। अब आप उनके नाम के बारे में झूठ बोल रहे हैं। आपके पास उन्हें वो देने की शालीनता क्यों नहीं है, जो उनका हक है? राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी अपने 3-4 उद्योगपति दोस्तों के लिए कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन वो किसानों के लिए कुछ नहीं करेंगे। कांग्रेस पार्टी किसानों के लिए करोड़ों रुपये नहीं मांग रही, वो बस चाहती है कि जो किसान मारे गए हैं, उनके परिजनों को सही मुआवजा मिल जाए। किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को भी दे सकती है टिकट, जानिए कितनी सीटों पर लड़ेगी रालोद केंद्र ने अब तक उठाए हैं ये कदम आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान किया था। इसके बाद शीतकालीन सत्र के पहले दिन उसे वापस ले लिया गया। साथ ही एमएसपी की गारंटी के लिए एक समिति भी बनी, जिसमें किसान नेता भी शामिल होंगे। वहीं पराली जलाना अब गैर कानूनी अपराध नहीं है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वो किसानों पर दर्ज केस को रद्द करने पर विचार करें।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/kangana-ranaut-alleges-her-car-was-ambush-by-farmers-in-punjab-watch-video-651491.html,"Video: कंगना की कार पर पंजाब में किसानों ने किया हमला, घबरा कर एक्ट्रेस बोलीं- जान से मारने की दे रहे हैं धमकी","Video: कंगना की कार पर पंजाब में किसानों ने किया हमला, घबरा कर एक्ट्रेस बोलीं- जान से मारने की दे रहे हैं धमकी By Pallavi Kumari| Updated: Friday, December 3, 2021, 17:32 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के काफिले पर पंजाब में शुक्रवार (03 दिसंबर) को हमला किया गया है। कंगना रनौत ने खुद ये बाद इंस्टाग्राम पर वीडियो जारी कर बताई है। कंगना रनौत ने कहा है कि वह पंजाब से जा रही थीं, जब उनके कार को किसानों से चारों ओर से घेर लिया है और हमला कर रहे हैं। कंगना रनौत ने वीडियो में कहा, ''मैं इस वक्त पंजाब में हूं और खुद को किसान बताने वाली भीड़ ने मेरी गाड़ी को चारों ओर से घेर लिया है। मुझपर अटैक कर रहे हैं, गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं। जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मॉब लिचिंग की बात कर रहे हैं। अगर मेरे पास सुरक्षा ना हो तो हाल सोचो मेरा क्या होगा।'' कंगना के लिए किसानों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे कंगना रनौत ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें सुना जा सकता है कि कंगना रनौत कार के अंदर बैठी हैं और बाहर से लोग मुर्दाबाद, मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। कंगना वीडियो के शुरुआत में कहती है, ''आप सभी को हैलो, मैं अभी हिमाचल से निकली हूं...क्योंकि मेरी फ्लाइट कैंसिल हो गई है। और यहां पंजाब में आते ही, एक मॉब (भीड़) ने मुझे घेर लिया है। वो खुद को किसान बता रहे हैं। मुझेपर अटैक कर रहे हैं, गंदी गालियां दे रहे हैं. जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।'' कंगना बोलीं- 'अगर मेरी सिक्योरिटी ना हो तो सोचो क्या होगा...' कंगना वीडियो में आगे कहती हैं, '' इस देश में सरेआम मॉब लिचिंग हो रही है। अगर मेरी सिक्योरिटी यहां ना हो तो सोचा यहां मेरा क्या हाल होगा। किस तरह से चीजें होगीं। ये जो हो रहा है, उसपर विश्वास नहीं किया जा सकता है। जो यहां हालात है, वो देख हैरत में हूं।'' Punjab के Kiratpur में Farmers ने रोकी Kangana Ranaut की कार, बोले- माफी मांगों | वनइंडिया हिंदी 'बहुत सारे लोग मेरे नाम पर राजनीति कर रहे हैं...' कंगना रनौत ने आगे कहा, ''बहुत सारे लोग मेरे नाम पर राजनीति कर रहे हैं और उसी राजनीति का ये नतीजा है, जो आज ये हो रहा है। ये देखिए (कार के बाहर का वीडियो दिखाते हुए) हर तरह से भीड़ ने मेरी गाड़ी को घेर लिया है। अगर यहां पर पुलिस ना हो तो यहां पर खुलेआम लिचिंग होगी। शर्म आती है मुझे इन लोगों पर।'' ये भी पढ़ें-'खुद हेडलाइन बन जाती हूं...', क्या कंगना रनौत सुर्खियों में बने रहने के लिए देती हैं विवादित बयान कंगना किसान आंदोलन पर दे चुकी हैं विवादित हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली कंगना रनौत ने किसान आंदोलन को लेकर कई बार विवादित बयान दिया है। कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे किसानों को कंगना ने भाड़े पर आए हुए लोग कहा था। इसी बात को लेकर पंजाब के सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ संग भी कंगना रनौत की बहस हो गई थी। महिलाओं के समझाते हुए कंगना बोलीं-'मैंने शाहीन बाग की औरतों के लिए कहा था...' कंगना रनौत ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें दिख रहा है कि वह गाड़ी के बाहर भीड़ में खड़ी महिलाओं को समझा रही हैं। कंगना रनौत कहती हैं, 'मैंने आप लोगों के लिए कभी ऐसा नहीं कहा था। ये सब मैंने शाहीन बाग की औरतों के लिए कहा था।'' असल में ये महिलाएं कंगना रनौत के उस बयान से नाराज थीं, जिसमें कंगना रनौत ने कहा था कि किसान आंदोलन में आई महिलाएं 100 रुपए में लाई गईं हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/parliament-roundup-know-about-fifth-day-of-winter-session-proceedings-651490.html,"Winter Session राउंडअप: कोरोना से देश में 4.6 लाख लोगों की मौत, जानें सदन में पांचवें दिन क्या-क्या हुआ?","Winter Session राउंडअप: कोरोना से देश में 4.6 लाख लोगों की मौत, जानें सदन में पांचवें दिन क्या-क्या हुआ? By Rahul Kumar| Updated: Saturday, December 4, 2021, 0:10 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर: संसद का 25 दिवसीय शीतकालीन सत्र का आज पांचवां दिन है। 12 सांसदों के निलंबन पर, विपक्ष आज भी संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहा है। गांधी प्रतिमा के पास विपक्षी सांसद धरने पर बैठे हुए हैं। सुबह बीजेपी के कुछ सांसदों ने विपक्ष के इस धरने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था। आज लोकसभा और राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंत्रियों ने जवाब दिए। लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया कोरोना पर सांसदों के सवालों के जवाब दिए। कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने दिए जवाब लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना पर जवाब देते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से ऑक्सीज़न पर राजनीति हो रही है।देश में हर दिन 900-1000 मीट्रिक टन की जरूरत हुआ करती थी, दूसरी लहर में सरकार ने ऑक्सीज़न को उपलब्धता को 2500 मीट्रिक टन तक कर दिया था। जब ऑक्सीजन की जरूरत 1400 मीट्रिक टन बढ़ी तो सरकार ने उसे भी अलग-अलग माध्यमों से उपलब्ध कराया गया। कोरोना से हुई मौतों पर, सभी राज्यों से रिपोर्ट मांगी गई थी। इसपर 19 राज्यों ने रिपोर्ट दीं। केवल पंजाब ने कहा कि ऑक्सीज़न की कमी से 4 सस्पेक्टेड मौतें हुईं हैं। भारत सकार ने 58,000 वेंटिलेटर का ऑर्डर दिया था, 50200 वेंटिलेटर राज्यों को दिए Rahul Gandhi का PM Modi पर हमला, कहा- संसद में बताएं प्रायश्चित कैसे करेंगे | वनइंडिया हिंदी लोकसभा में कोविड पर सवालों के जवाब देते हुए, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश में वेंटिलेटर की स्थिति की जानकारी दी। उन्हाहोंने कहा कि दो साल पहले तक देश में 16 हजार वेंटिलेटर थे। कोविड के समय पर इनकी डिमांड बढ़ गई। एक्सपर्ट कमेटी ने ओपीनियन दिया कि देश को और 75 हजार की ज़रूरत है। इसके आधार पर सरकार ने 58 हजार वेंटिलेटर का ऑर्डर दिया। 97% ऑर्डर भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटिड और बाकी दूसरी सरकारी कंपनी को दिया गया। 50,200 वेटिलेटर राज्यों को दिए गए। इसमें से 48000 वेंटिलेटर इंस्टॉल किए गए। 12 निलंबित सांसद माफी मांगने को तैयार नहीं विपक्ष के 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन पर जारी गतिरोध के बीच सदन के नेता पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि जब ये सदस्य पिछले सत्र में अपने अभद्र व्यवहार के लिए माफी मांगने को तैयार नहीं हैं तो सुलह कैसे हो सकती है। यह मुद्दा सदन में तब उठा जब राजद नेता मनोज कुमार झा ने राज्यसभा में कहा कि बीजेपी के सांसदों को यहां क्यों आना था।मैं मानता हूं इन्होंने तय कर लिया है कि एक लोकतंत्र की व्यवस्था इस देश में न रहे, एक व्यक्ति के हाथ में ही व्यवस्था रहे। राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन पर शशि थरूर ने कहा- बीजेपी सांसदों द्वारा महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास आकर प्रोटेस्ट करना उकसावे की कार्रवाई है और यह जख्मों पर नमक छिड़कने की तरह है। अगर बीजेपी कुछ कर सकती है, तो हमारे साथ सॉलिडेरिटी दिखाइए। हमारे साथियों के साथ अन्याय हुआ है। लोकसभा में दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक 2021 पेश लोकसभा में दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक 2021 और केंद्रीय सतर्कता आयोग संशोधन बिल 2021 पेश किया गया। केंद्रीय मंत्री डॉ. जीतेंद्र सिंह ने बिल पेश किया। फिलहाल बिल पर चर्चा की जा रही है। देश में कोरोना से हुईं 4.6 लाख लोगों की मौत- स्वास्थ्य मंत्री लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत में कोरोना के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं और 4.6 लाख लोगों की मौत हुई है। यह कुल मामलों का 1.36% है। भारत में प्रति मिलियन जनसंख्या पर 25,000 मामले और 340 मौतें दर्ज की गईं। यह दुनिया में सबसे कम है। ऑक्सीजन की कमी पर संसद में बोले स्वास्थ्य मंत्री- 'सिर्फ पंजाब ने दी थी 4 मौतों की सूचना' देश में 46.38 करोड़ से ज़्याद लोग पूरी तरह से वैक्सिनेटेड लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन ड्राइव चला रहा है। आज भारत में 125 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। 79 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ दी जा चुकी है, जबकि 46.38 करोड़ से अधिक पूरी तरह से वैक्सिनेटेड हैं। उन्होंने गौरव गोगोई से कहा कि अपने क्षेत्र में 100 प्रतिशत वैक्सिनेशन करवा लीजिए, तो पूरे देश में 100 प्रतिशत वैक्सिनेशन हो जाएगा। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? भारत मैट्रिमोनी पर - निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे!",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/health-minister-in-parliament-only-punjab-report-casualty-lack-of-oxygen-651489.html,ऑक्सीजन की कमी पर संसद में बोले स्वास्थ्य मंत्री- 'सिर्फ पंजाब ने दी थी 4 मौतों की सूचना',"ऑक्सीजन की कमी पर संसद में बोले स्वास्थ्य मंत्री- 'सिर्फ पंजाब ने दी थी 4 मौतों की सूचना' By Ashutosh Tiwari| Published: Friday, December 3, 2021, 16:49 [IST] नई दिल्ली, 3 नवंबर: संसद में शुक्रवार को कोरोना वायरस और ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा उठा, जहां पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने विस्तार से जवाब दिया। उन्होंने बताया कि मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को पत्र लिखा गया था, जिसमें ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत का डेटा मांगा गया। इस पर 19 राज्यों ने जवाब दिया, जिसमें केवल पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कार चार संदिग्ध मौतों की सूचना दी। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि देश में कोरोना के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं, जिसमें से अब तक 4.6 लाख मरीजों की मौत हुई। इसके अलावा भारत में प्रति मिलियन जनसंख्या पर 25,000 मामले और 340 मौतें दर्ज की गईं, जो दुनिया में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम कर रही है। पिछली सरकारों ने बुनियादी ढांचे की अनदेखी की, जिसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ा। पिछले 2 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में निर्णय दिखाता है कि यह सरकार इच्छाशक्ति के साथ काम करती है। Oxygen की कमी से मौत पर स्वास्थ्य मंत्री Mansukh Mandaviya ने दिया गजब बयान! | वनइंडिया हिंदी कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने टूरिज्म सेक्टर को दिया झटका, 20 प्रतिशत तक बढ़ा कैंसिलेशन 'सरकार पहले से थी सतर्क' मांडविया ने आगे कहा कि भारत में पहला कोविड केस 13 जनवरी 2020 को केरल में सामने आया, लेकिन केंद्र द्वारा गठित संयुक्त निगरानी समिति की पहली बैठक 8 जनवरी 2020 को हुई थी। इसका मतलब है कि हम सतर्क थे, मामला दर्ज होने से पहले एक समिति बनाई गई थी और इसने काम करना शुरू कर दिया था। वैक्सीन पर उन्होंने कहा कि एक वक्त ऐसा था जब किसी टीके पर रिसर्च होता था, तो उसके अप्रूवल में 3 साल लग जाते थे, इस वजह से कोई शोध नहीं करना था। हमारी सरकार ने उस नियम को ही खत्म कर दिया, इसका नतीजा ये रहा कि एक साल के अंदर रिसर्च के बाद देश को वैक्सीन मिल गई।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/jyotiraditya-scindia-told-difference-between-manmohan-singh-and-narendra-modi-working-style-651474.html,"ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया मनमोहन सिंह और मोदी में फर्क, कहा- जमीन-आसमान का अंतर","ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया मनमोहन सिंह और मोदी में फर्क, कहा- जमीन-आसमान का अंतर By Vivek Singh| Updated: Friday, December 3, 2021, 15:31 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसम्बर। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह के कामकाज के स्टाइल की चर्चा गाहे-बगाहे हो ही जाती है। जब चर्चा होती है तो ये सवाल भी जरूर उठता है कि दोनों के काम करने का अंदाज कितना अलग है। ऐसी ही एक चर्चा के दौरान कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल पूछ लिया गया तो उन्होंने जो जवाब दिया वह जानने लायक है। सिंधिया बोले- तुलना नहीं की जा सकती प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के काम करने के अंदाज किस तरह से है इस बारे में वही बता सकता है जिसने दोनों के साथ काम किया हो। ज्योतिरादित्य सिंधिया ऐसे नेता हैं जो दोनों के साथ काम कर चुके हैं। इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल पूछा गया तो उन्होंने नरेंद्र मोदी को रिजल्ट उन्मुख और गतिशील नेता बताया। कार्यक्रम में ज्योतिरादित्या सिंधिया ने जोर देते हुए कहा कि दोनों के बीच तुलना नहीं की जा सकती। 'जमीन-आसमान का अंतर' नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया से जब प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी की कार्यशैली में अंतर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा ""मेरा मानना ​​है कि दोनों के बीच तुलना करना मुश्किल है। दोनों नेताओं के बीच जमीन आसमान का अंतर है। पीएम मोदी रिजल्ट ओरिएंटेड और डायनिमिक निर्णय लेने वाले हैं।"" उन्होंने आगे ""पिछले चार महीनों का मेरा अनुभव कहता है कि एक परिणाम-उन्मुख उत्पादकता-संचालित प्रणाली है, जो मेरे जैसे लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो बैंकिंग पृष्ठभूमि जैसे क्षेत्र से राजनीति में आए हैं। Jyotiraditya Scindia ने बताया Manmohan Singh और PM Modi में क्या है बड़ा फर्क ? | वनइंडिया हिंदी दोनों की कैबिनेट में कर चुके काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में हाई प्रोफाइल मंत्रियों में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया ऐसे नेता हैं जिनकी गैर बीजेपी वाली पृष्ठभूमि रही है। कभी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबियों में शुमार होने वाले सिंधिया मनमोहन सिंह की कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। बाद में नरेंद्र मोदी सरकार में उन्होंने कैबिनेट मंत्री बनाया गया और वह नागरिक उड्डयन विभाग संभाल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी छोड़ने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जहां पर कोई एंट्री या एग्जिट इंटरव्यू नहीं आयोजित होता है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/meet-ips-officer-amit-lodha-whose-personality-attract-a-girl-beauty-kumari-in-bihar-651464.html,"मिलिए आईपीएस अमित लोढ़ा से, जिनकी पर्सनालिटी पर फ़िदा हो गई थी 'ब्यूटी कुमारी'","मिलिए आईपीएस अमित लोढ़ा से, जिनकी पर्सनालिटी पर फ़िदा हो गई थी 'ब्यूटी कुमारी' By Kapil Tiwari| Updated: Friday, December 3, 2021, 14:22 [IST] नई दिल्ली, दिसंबर 03। 1988 बैच के आईपीएस ऑफिसर अमित लोढ़ा इंडियन पुलिस सर्विस के वो अधिकारी हैं, जिन्होंने कई कुख्यात अपराधियों को एक शानदार स्ट्रैटजी के जरिए पकड़ा है। बिहार के 'सुपर कॉप' कहे जाने वाले अमित लोढ़ा ने जिला शेखपुरा के खतरनाक अपराधी विजय सम्राट को कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा था, जिसके बाद उन्हें गैलंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। अमित लोढ़ा ना सिर्फ एक बेहतरीन पुलिस अफसर हैं बल्कि एक अच्छे लेखक भी हैं और अपनी इस कला को उन्होंने साबित किया था अपनी पहली किताब 'बिहार डायरी' से, जो मुख्यतौर पर विजय सम्राट की गिरफ्तारी पर ही आधारित थी, लेकिन उन्होंने इस किताब में बड़ा ही रोचक किस्सा बताया है, जो आज हम आपको बता रहे है। बिहार के सुपर कॉप की फैन हो गई थी 'ब्यूटी कुमारी' अमित लोढ़ा ने एक इंटरव्यू में बताया है कि जब वो शेखपुरा में पोस्टेड थे तो एक लड़की उनकी फैन हो गई थी, जिसका नाम था ब्यूटी कुमारी। वो अक्सर अमित लोढ़ा को फोन किया करती थी और कहती थी कि वो उन्हें बहुत पसंद करती है। अमित लोढ़ा ने बताया, ""एक लड़की मुझे लगातार फोन करती थी और कहती थी कि आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो, उस लड़की का नाम ब्यूटी कुमारी थी। उस लड़की ने मुझसे कहा कि वो मिलना चाहती है और एक दिन वो अपने पिता को लेकर मेरे ऑफिस आ गई। मैंने जब उस लड़की को देखा तो वो अपने नाम के एकदम उलट थी। वो लड़की अपने पिता के साथ अमित लोढ़ा के ऑफिस पहुंची थी।"" ऑफिस में घुसकर पकड़ लिया था हाथ अमित लोढ़ा ने आगे बताया है, ""मेरे ऑफिस आने के बाद उस लड़की ने अपने पिता को बाहर भेज दिया तो मैं ये सुनकर थोड़ा चौंका और डर भी गया था। उसके बाद वो लड़की एकदम से टेबल पर कूद गई और मेरा हाथ पकड़ा लिया और कहा कि मैं आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो और मैं शादी करना चाहती हूं, मैं दीदी (अमित लोढ़ा की पत्नी) से बात कर लूंगी। इसके बाद मैंने तुरंत अपने सिक्योरिटी को बुलाया और उस लड़की को बहुत ही प्यार से मैडम-मैडम करते हुए बाहर भेजा।"" अमित लोढ़ा बताते हैं कि वो इस घटना से इतना घबरा गए थे कि उस वक्त वो पसीना-पसीना हो गए थे। उन्होंने इस घटना की जानकारी अपनी पत्नी को भी दी थी। कौन हैं अमित लोढ़ा? 1988 बैच के आईपीएस अफसर अमित लोढ़ा राजस्थान के रहने वाले हैं। बहुत यंग ऐज में अमित लोढ़ा ने प्रशासनिक सेवा ज्वॉइन की। इसके अलावा वो अपनी पर्सनालिटी को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं। हालांकि अपराधियों के वो एक बहादुर पुलिस अफसर हैं। वर्तमान में अमित लोढ़ा पुलिस महानिरिक्षक के पद पर तैनात हैं। उन्हें मेधावी सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। उन्होंने आंतरिक सुरक्षा पदक भी जीता है। अमित लोढ़ा ने IIT परीक्षा को क्रैक किया था, लेकिन उन्होंने बाद में प्रशासनिक सेवा में जाने का फैसला किया। अमित लोढ़ा ने सबसे अधिक सेवा बिहार पुलिस सर्विस में दी है। वो जैसलमेर में बीएसएफ के डीजी भी रहे हैं।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/did-prashant-kishor-steal-the-idea-of-divine-right-651453.html,क्या प्रशांत किशोर ने 'दैवीय अधिकार' वाला आइडिया चुराया ?,"क्या प्रशांत किशोर ने 'दैवीय अधिकार' वाला आइडिया चुराया ? By Anjan Kumar Chaudhary| Published: Friday, December 3, 2021, 13:18 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसंबर: चुनावी रणनीतिकार और तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रहे प्रशांत किशोर ने गुरुवार को एक ट्वीट करके कांग्रेस को तिलमिला दिया है। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिखा, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधने की कोशिश की है। उससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद उनके विदेश जाते रहने को लेकर उनपर इशारों में तंज कस चुकी हैं। प्रशांत किशोर ने कहा था कि कांग्रेस का नेतृत्व करना किसी व्यक्ति का 'दैवीय अधिकार' नहीं है। एक वरिष्ठ पत्रकार ने दावा किया है कि लगता है कि पीके ने यह आइडिया उन्हीं के एक ट्वीट से उठाया है। प्रशांत किशोर ने 'दैवीय अधिकार' शब्द कहां से उठाया ? वरिष्ठ पत्रकार सागरिका घोष ने एक ट्वीट करके कहा है कि लगता है कि प्रशांत किशोर ने 'दैवीय अधिकार' वाला ट्वीट उनके ट्वीट से ही उठाया है। दरअसल, गुरुवार को सागरिका ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने उसी विषय पर 'दैवीय जन्मसिद्ध अधिकार' जैसे शब्द का प्रयोग किया था, जो बाद में पीके ने भी किया। घोष के ट्वीट के करीब तीन घंटे बाद ही पीके ने वह ट्वीट मारा, जिसने कांग्रेस नेताओं को तिलमिला दिया है। कांग्रेस के संचार प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने तो इसके बाद ममता के खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया। उन्होंने कहा कि 'अगस्त में उन्होंने (ममता ने) कहा कि बीजेपी से लड़ने के लिए सबको साथ आना चाहिए। उन्हें आत्ममंथन करने की जरूरत है कि वह एक सलाहकार (प्रशांत किशोर) के कहने पर कांग्रेस से लड़ रही हैं या बीजेपी से। ' पत्रकार ने लिखा था- 'दैवीय जन्मसिद्ध अधिकार' दरअसल, टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को जो ट्वीट किया था वह इसक तरह से है- 'कांग्रेस जिस विचार और स्थान का प्रतिनिधित्व करती है, वह मजबूत विपक्ष के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। लेकिन, कांग्रेस का नेतृत्व किसी का 'दैवीय अधिकार' नहीं है, विशेष रूप से एक व्यक्ति का, जबकि पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90% से ज्यादा चुनाव हार चुकी हो। विपक्ष का नेतृत्व लोकतांत्रिक तरीके से तय होने दें।' शुक्रवार को पीके से करीब तीन घंटे पहले सागरिका घोष ने ममता बनर्जी की ओर से उठाए गए इसी मसले को लेकर ही एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, 'ममता बनर्जी बिल्कुल सही हैं, न तो संयुक्त है, न प्रगतिशील और ना ही गठबंधन: पुराना यूपीए खत्म हो चुका है। भारत के विपक्ष के लिए यह एक नया सांचा खोजने का समय है, जहां किसी भी पार्टी / व्यक्ति के पास नेतृत्व करने का 'दैवीय जन्मसिद्ध अधिकार' नहीं है।' क्या प्रशांत किशोर ने 'दैवीय अधिकार' वाला आइडिया चुराया ? शुक्रवार को घोष ने एक और ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने गुरुवार वाला अपना और प्रशांत किशोर दोनों का ट्वीट भी लगाया है और यह बताने की कोशिश की है कि पीके ने 'दैवीय अधिकार' वाला आइडिया उन्हीं से लिया है। उन्होंने लिखा है, 'क्या मेरा ट्वीट उधार लेना चुनावी रणनीतिकारों का ""दैवीय अधिकार"" है? मैंने ""दैवीय जन्मसिद्ध अधिकार"" वाला ट्वीट कल सुबह 9.54 पर किया और प्रशांत किशोर ने दोपहर बाद 12.46 पर। कोई सवाल नहीं है कि पीके ने ""दैवीय अधिकार"" मुझसे उधार लिया। क्या मैं सही हूं? .......' इसे भी पढ़ें- TMC-NCP की चुनौती के बाद कांग्रेस के पास बच गए हैं सिर्फ 3 उपाय ममता और उनके सलाहकार के तंज से तिलमिलाई है कांग्रेस बता दें कि पहले ममता बनर्जी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी की राजनीति की गंभीरता पर यह कहते हुए सवाल उठाया कि जो आधे समय विदेशों में रहेगा, वह सियासत क्या करेगा। फिर उन्होंने यूपीए के अस्तित्व को ही नकार दिया कि वह है ही नहीं। इसपर टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने सफाई दी कि यूपीए तो सिर्फ सरकार चलाने के लिए 2004 से 2014 तक ही था। उसके बाद दूसरा गठबंधन सत्ता में आ गया। इसलिए ममता ने कुछ भी गलत नहीं कहा। लेकिन, उसके बाद पीके ने जो कांग्रेस आलाकमान की क्षमता पर सीधा हमला किया, उसने कांग्रेस और टीएमसी को फिलहाल के लिए राजनीतिक तौर पर बहुत दूर कर दिया है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/vasundhara-raje-putting-pressure-on-the-bjp-leadership-ahead-of-amit-shah-s-visit-651446.html,वसुंधरा राजे क्या अमित शाह के दौरे से पहले बीजेपी नेतृत्व पर दबाव बना रही हैं?,"वसुंधरा राजे क्या अमित शाह के दौरे से पहले बीजेपी नेतृत्व पर दबाव बना रही हैं? By BBC News हिन्दी Updated: Friday, December 3, 2021, 13:47 [IST] राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया लंबे समय बाद राज्य में सक्रिय दिख रही हैं. पिछले महीने वसुंधरा राजे ने 23 से 25 नवंबर तक छह ज़िलों में एक यात्रा निकाली. जिसे 'देवदर्शन यात्रा' का नाम दिया और इसे निजी यात्रा बताया. हालांकि, इस यात्रा को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के लिए एक संदेश यात्रा की तरह देखा जा रहा है. पूर्व में जब उन्होंने राज्य की दो बार सत्ता संभाली थी, तब उन्होंने मेवाड़ से ही शुरुआत की और इस बार भी मेवाड़ में चित्तौड़गढ़ से 'देवदर्शन यात्रा' की शुरुआत की है. वसुंधरा राजे और उनकी इस सक्रियता को लेकर राज्य बीजेपी के पदाधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं और इसे सिर्फ़ धार्मिक यात्रा करार दे रहे हैं. लेकिन, बताया जा रहा है कि वसुंधरा की सक्रियता से राज्य से लेकर दिल्ली बीजेपी तक में सुगबुगाहट शुरू हो गई है. अचानक से पांच दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का जयपुर में कार्यक्रम और कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने को भी इससे जोड़ कर ही देखा जा रहा है. केंद्रीय नेतृत्व को संदेश देना चाहती हैं? वसुंधरा राजे की छह ज़िलों की यात्रा में भाजपा पदाधिकारियों ने भले ही दूरी बनाई हो लेकिन, इस यात्रा में बड़ी संख्या में वसुंधरा समर्थक और विधायक शामिल हुए. उपचुनाव में बीजेपी से बाग़ी होकर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी वसुंधरा के साथ नज़र आए. राज्य में हुए आठ विधानसभा उपचुनाव से वसुंधरा राजे ने दूरी बनाए रखी और इन उपचुनाव में बीजेपी को सात सीटों पर हार मिली. जबकि धरियावद में पार्टी तीसरे और वल्लभनगर में चौथे स्थान पर रही. राज्य में जहां भी वसुंधरा राजे हावी हैं, वहां बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का विरोध भी दिखा है. ऐसे में वसुंधरा राजे अपनी सक्रियता से संदेश देना चाहती हैं कि उनके बिना राज्य में बीजेपी का सरकार बनाना आसान नहीं होगा. https://twitter.com/VasundharaBJP/status/1463837380754894854 वरिष्ठ पत्रकार अवधेश अकोदिया कहते हैं, ""निकाय चुनाव और उपचुनाव को वसुंधरा राजे मौक़े की तरह देख रही हैं. वह पार्टी नेतृत्व को जताना चाहती हैं कि यहां बिना चेहरे के जाना ख़तरे से खाली नहीं है."" वह कहते हैं, ""आने वाले समय में वसुंधरा राजे और सक्रिय होंगी और चाहेंगी कि इस तरह के हालात बनें कि जिन पर नेतृत्व भरोसा कर रहा है वो काबिल नहीं हैं."" वसुंधरा की यात्रा को लेकर बीजेपी प्रवक्ता एवं विधायक राम लाल शर्मा ने कहा, ""राजनीति से धर्म को निकाल देंगे तो कुछ बचेगा भी नहीं. यह उनकी धार्मिक यात्रा थी, उन्होंने पहले भी कहा कि यह मेरी धार्मिक यात्रा है."" राज्य में 'टीम वसुंधरा' और 'वसुंधरा समर्थक मंच' इतना ही नहीं वसुंधरा राजे अपने समर्थकों की दो टीमें भी तैयार कर चुकी हैं, जो लंबे समय से राज्य के सभी 33 ज़िलों और 200 विधानसभा सीटों पर कार्य कर रही है. एक है 'टीम वसुंधरा' और दूसरी है 'वसुंधरा समर्थक मंच'. यह दोनों टीमें सभी क्षेत्रों में वसुंधरा राजे के प्रचार और उनके लिए अभी से चुनाव कार्यों में जुट गई है. इन टीमों में महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, किसान मोर्चा, ओबीसी मोर्चा समेत सभी स्तर पर मोर्चा बनाए जा चुके हैं. टीम वसुंधरा के प्रदेशाध्यक्ष गौरव जिंगड़ कहते हैं, ""सभी 33 ज़िलों और सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में वसुंधरा राजे समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. लोगों को तैयार कर रहे हैं, हम वसुंधरा राजे को अपना आदर्श मानते हैं."" जबकि, वसुंधरा समर्थक मंच के प्रदेशाध्यक्ष विजय भारद्वाज बताते हैं, ""वसुंधरा राजे पहली महिला मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने भाजपा की पूर्ण रूप से सरकार बना कर राजस्थान में दी है. हम उनके कार्यकाल की योजनाएं, नीतियां और उपलब्धियां जनता के बीच ले जा रहे हैं."" भारद्वाज कहते हैं, ""हर वर्ग यही चाहता है कि 2023 में वसुंधरा राजे ही राजस्थान की सत्ता संभालें."" इन टीमों के गठन और कार्यों से बीजेपी में मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल कई नेताओं को ख़ासी आपत्ति भी है कि भाजपा संगठन के साथ ही कैसे वसुंधरा राजे समर्थन में अलग से संगठन काम कर रहे हैं. क्या अलग रास्ता ले सकती हैं? राजस्थान में बीजेपी के मुख्यमंत्री का चेहरा भैरों सिंह शेखवात के बाद वसुंधरा राजे ही रही हैं. राजस्थान की राजनीति पर नज़र रखने वालों की माने तो केंद्र में नरेंद्र मोदी और अमित शाह के आने के बाद स्थितियां बदलती हुई नज़र आई हैं. अब चर्चा तेज़ है कि वसुंधरा राजे नई पार्टी बना कर आगामी विधानसभा चुनाव में उतर सकती हैं. वरिष्ठ पत्रकार अवधेश अकोदिया कहते हैं, ""नहीं, वह पार्टी तो नहीं बनाएंगी और न ही वह पार्टी छोड़ कर जाएंगी."" सचिन पायलट को 'महत्वाकांक्षा की उड़ान' कहाँ लेकर जाएगी राजस्थान: क्या ख़त्म हो जाएगी अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट की कलह? अकोदिया आगे कहते हैं, ""वह पार्टी को विश्वास दिलाएंगी कि बिना चेहरे के चुनाव नहीं जीत सकते हैं. यदि पार्टी फिर भी तैयार नहीं हुई तो वह चाहेंगी कि उनके समर्थकों को ज़्यादा से ज़्यादा टिकट मिले."" राजस्थान भाजपा के एक पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा, ""वसुंधरा राजे ख़ुद पार्टी नहीं बनाएंगी, वह भाजपा में ही रहेंगी. हां, वह अपने समर्थकों से पार्टी ज़रूर बनवा कर सेंट्रल लीडरशिप पर दबाव डाल सकती हैं."" वसुंधरा राजे क्या नई पार्टी बनाने पर विचार कर रही हैं. क्या वह सीएम का चेहरा नहीं बनाए जाने पर बग़ावत कर सकती हैं? इस सवाल पर वसुंधरा राजे की पूर्व सरकारों में मंत्री रहे और उनके समर्थक यूनुस ख़ान कहते हैं, ""जिनकी मां ने पार्टी को खड़ा करने में मदद की. जिन्होंने राजस्थान में पार्टी को खड़ा किया. वह इस मुकाम और इस जगह आकर ऐसा क्यों सोचेंगी."" वह कहते हैं, ""मैडम के साथ हमने पार्टी के लिए पहले भी काम किया था और आगे भी करेंगे. नेतृत्व जिसको भी चेहरा बनाएगा उसको हमारा समर्थन रहेगा."" वसुंधरा दबाव की राजनीति कर रही हैं? ""हमारी मुख्यमंत्री कैसी हों! वसुंधरा राजे जैसी हो."" यह नारे अजमेर में वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा के मंच पर लग रहे थे. इसी दिन अजमेर में ही एक विज्ञापन छपा था, ""पूनिया को भगाना है, भाजपा को बचाना है."" चर्चाएं हैं कि यह नारे और विज्ञापन जान-बूझकर लगवाए और छपवाए गये थे. वरिष्ठ पत्रकार अवधेश अकोदिया कहते हैं, ""वसुंधरा राजे अपने को पॉलिटिकली एक्टिव भी दिखाना चाहती हैं और कोई पॉलिटिकल प्रोग्राम भी नहीं करना चाहती हैं. इसलिए अन्य तरीका उन्होंने ढूंढ लिया है."" अकोदिया यह भी मानते हैं कि वसुंधरा राजे पर ख़ुद के ही खेमे का भी दबाव है. यदि बस चुपचाप रहेंगी तो उनके समर्थक अपना कोई अन्य ठिकाना ढूंढ लेंगे. अमित शाह की बैठक होगी महत्वपूर्ण राजस्थान बीजेपी के लिए पांच दिसंबर को अमित शाह का दौरा बेहद मायने रखता है. समझा जाता है कि वह 2018 के बाद मुख्य रूप से पार्टी नेताओं का मन टटोलने के लिए आ रहे हैं. उनको जैसलमेर बीएसएफ के कार्यक्रम में जाना था. लेकिन, इसके साथ ही उन्होंने राज्य में भाजपा कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने कार्यक्रम बनाया है. वह, जयपुर में रोड शो के बाद प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल होंगे. इसमें, प्रधान, प्रमुख, विधायक, पूर्व विधायक, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक प्रत्याशी, पार्टी पदाधिकारी समेत दस जनप्रतिनिधि शामिल होंगे. माना जा रहा है कि वह आपसी गुटबाजी और पार्टी लाइन से इतर कार्य करने वालों को कड़ा संदेश दे कर जाएंगे. विशेष रूप से उनका जयपुर आ कर बैठक में शमिल होना कहीं न कहीं वसुंधरा राजे की सक्रियता पर चर्चा को लेकर भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. https://www.youtube.com/watch?v=xKmFYxjMNV4 उत्तर प्रदेश चुनाव तय करेंगे राजस्थान में रणनीति राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में हैं. लेकिन, उससे पहले उत्तर प्रदेश में चुनाव होने हैं. उत्तर प्रदेश चुनाव के परिणाम राजस्थान में भाजपा और वसुंधरा राजे की रणनीति ज़रूर तय करेंगे. माना जा रहा है कि यदि उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा को बहुमत से जीत मिलती है तो राजस्थान में बिना चेहरे के भाजपा चुनावी मैदान में उतर सकती है. या जिसे भी पार्टी चाहेगी चेहरा बना सकती है. वहीं यदि उत्तर प्रदेश में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा तो निश्चित रूप से राजस्थान में वसुंधरा राजे ज़्यादा मज़बूत हो जाएंगी.",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/winter-session-bjp-mps-protest-at-parliament-over-unruly-opposition-651441.html,शीतकालीन सत्र: 12 निलंबित सांसदों के धरने के विरोध में अब भाजपा सांसदों ने निकाला मार्च,"शीतकालीन सत्र: 12 निलंबित सांसदों के धरने के विरोध में अब भाजपा सांसदों ने निकाला मार्च By Pallavi Kumari| Updated: Friday, December 3, 2021, 12:26 [IST] नई दिल्ली, 3 दिसंबर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने विपक्षी दलों के 'अनियंत्रित' व्यवहार के खिलाफ शुक्रवार (03 दिसंबर) को संसद में विरोध प्रदर्शन किया। वहीं विपक्षी सांसदों ने भी राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन में विरोध किया। 29 नवंबर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था, उसके बाद से ही दोनों सदनों के कामकाज में लगातार व्यवधान आ रहा है। असल में शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा में विपक्षी दलों के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद से विपक्षी नेता लगभग हर गिन सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं। Winter Session: 12 निलंबित सांसदों के धरने के विरोध में BJP MPs ने किया प्रदर्शन | वनइंडिया हिंदी निलंबित सांसदों में कांग्रेस से छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो, और सीपीआई और सीपीएम से एक-एक सांसद हैं। निलंबित कांग्रेस सांसद हैं, फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह। तृणमूल कांग्रेस की दो सांसद डोला सेन और शांता छेत्री हैं। शिवसेना के प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई हैं। वहीं सीपीएम के एलाराम करीम और सीपीआई के बिनॉय विश्वम निलंबित किए गए हैं। टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा, संसद में एक सवाल के जवाब में भाजपा के मंत्री ने बताया कि अभी पूरे भारत में कहीं भी एनआरली लागू नहीं होगा। इन्होंने कृषि कानून वापस कर लिया है और एनआरसी भी वापस लेने वाले हैं। पश्चिम बंगाल की हालत के बारे में 6 महीने पहले जनता ने चुनाव में जनादेश दे दिया है। वहीं कांग्रेस नेता अधीरंजन चौधरी ने कहा, ''भाजपा के पास क्या किया जाना चाहिए, क्या नहीं किया जाना चाहिए, इसकी समझ ही नहीं है। वे सिर्फ भाजपा पार्टी में अथॉरिटी के आदेश का पालन करते हैं। महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने प्रदर्शन करने के अधिकार का भी भाजपा ने खंडन किया, ये और कुछ नहीं तानाशाही है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/logic-of-the-up-government-on-pollution-sc-asked-you-want-to-shut-down-the-industries-of-pakistan-651436.html,"'पाकिस्तान से आ रहा पॉल्यूशन': UP सरकार के इस तर्क पर SC भी हैरान, कहा- तो वहां लगवाना है बैन?","पाकिस्तान से आ रहा पॉल्यूशन': UP सरकार के इस तर्क पर SC भी हैरान, कहा- तो वहां लगवाना है बैन? By Akarsh Shukla| Updated: Friday, December 3, 2021, 11:50 [IST] नई दिल्ली, 03 दिसंबर। 'गैस चैंबर' बनी दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिलने वाली है। शुक्रवार को भी यहां बुरा हाल रहा, दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 471 के पास दर्ज किया गया। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर एयर पॉल्यूशन पर अपनी पिछली सुनवाई को आज भी जारी रखा। सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के अपने निर्देशों के अनुपालन की निगरानी के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने फ्लाइंग स्कॉड का गठन किया है। सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई गौरतलब है कि दिल्ली के अलावा एनसीआर समेत उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण के चलते लोगों को दिक्कतों का समना करना पड़ा रहा है। वहीं दिल्ली सरकार का कहना है कि राजधानी में प्रदूषण यूपी की तरफ से आता है। यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि ज्यादातर प्रदूषण पाकिस्तान की तरफ से आ रहा है। यूपी सरकार ने अपने तर्क में कहा, प्रदेश में उद्योगों के बंद होने से राज्य में गन्ना और दूध उद्योग प्रभावित हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश की भौगोलिक स्थिति नीचे की ओर हैं। Pollution पर UP Govt की Supreme Court में गजब दलील पर क्या बोले CJI Ramana ? | वनइंडिया हिंदी तो पाकिस्तान की इंडस्ट्री बंद करा दें! उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश वकील रंजीत कुमार ने कहा, 'हम खुद हवा के बहाव के क्षेत्र में हैं, ऐसे में हमारी तरफ से दिल्ली में हवा जाना संभव ही नहीं है। हवा पाकिस्तान की तरफ से आ रही है।' रंजीत कुमार के इस तर्क पर चुटकी लेते हुए चीफ जस्टिस ने सीवी रमन्ना ने कहा, 'तो आप पाकिस्तान के उद्योग बंद करवाना चाहते हैं?' बता दें कि आज की कोर्ट की सुनवाई पूरी हो चुकी है। अब सुप्रीम कोर्ट 10 दिसंबर को इस मामले पर सुनवाई करेगा। दिल्ली में निर्माण कार्य की अनुमति मांगी उधर, दिल्ली में निर्माण कार्य पर रोक को बहाल करने का आग्रह करते हुए दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में अस्पतालों की निर्माण गतिविधियों की अनुमति दी जाए। दिल्ली सरकार का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए तैयारी करने और उसका मुकाबला करने के लिए अस्पतालों के बुनियादी ढांचे में सुधार का काम शुरू कर दिया गया था और 7 नए अस्पतालों का निर्माण शुरू किया गया था, लेकिन निर्माण प्रतिबंध के कारण काम बंद हो गया है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/50-years-of-1971-war-know-how-the-indo-pak-war-began-50-years-ago-on-this-day-651435.html,"1971 युद्ध के 50 साल: आज ही के दिन पाक ने शुरू किए थे हमले, लॉन्च किया था- ऑपरेशन चंगेज खान","1971 युद्ध के 50 साल: आज ही के दिन पाक ने शुरू किए थे हमले, लॉन्च किया था- ऑपरेशन चंगेज खान By Vijay| Published: Friday, December 3, 2021, 11:29 [IST] मुंबई। आज है 3 दिसंबर 2021। अब से 50 बरस पहले, इसी दिन हमारा ही हिस्सा रहे एक नवगठित मुल्क (पाकिस्तान) ने हवाई हमला कर हिंदुस्तान के खिलाफ 1971 की जंग छेड़ी थी। तब हिंदुस्तान के दोनों ओर पाकिस्तान थे। मुख्यभूमि- पश्चिमी पाकिस्तान था और दूसरा बंगाल से सटा- पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश)। असल में पश्चिमी पाकिस्तान ने पूर्वी पाकिस्तान में दमनकारी ​नीतियों का सहारा लिया। वहां भारी नरसंहार हुआ और महिलाओं को हवस का शिकार बनाया गया। लोकतंत्र के बजाए जबरन सैन्य-सत्ता थोपी जा रही थी। तरह-तरह के अत्याचारों से बचने के लिए हजारों बंगाली भागकर हिंदुस्तान में शरण लेने लगे। उस दौरान मुख्य पाकिस्तान की हुकूमत को लगा कि भारत उनके साथ है। ऐसे में उन्होंने हिंदुस्तान के खिलाफ ऐलान-ए-जंग छेड़ दी, 3 दिसंबर 1971 को। आज यहां हम आपको उसी के बारे में बताने जा रहे हैं.. 1971 युद्ध के 50 साल: India के सामने घुटनों पर आ गया था Pakistan, दुनिया हैरान थी | वनइंडिया हिंदी पाक ने लॉन्च किया था- 'ऑपरेशन चंगेज खान' ढाका के आस-पास पुरजोर विरोध होने पर पाकिस्तानी हुकूमत ने हजारों सैनिक प्रदर्शनकारियों को कुचलने भेजे। ऐसे में हिंदुस्तान ने ऐतराज जताया। पाकिस्तान ने फिर हिंदुस्तान के खिलाफ अपना एक नापाक मिशन, जिसे- 'ऑपरेशन चंगेज खान' नाम दिया। उसे लॉन्च कर दिया। तब समय था- शाम 5:30 बजे, जब पाकिस्तानी हुकूमत ने हमले का हुक्म जारी किया। फिर उनके लड़ाकू विमानों का पहला हमला 5:45 बजे अमृतसर युद्धक ठिकाने पर, दूसरा शाम 5:50 बजे पठानकोट, श्रीनगर और अवंतीपुर पर हुआ। उसके ठीक 3 मिनट बाद शाम 5:53 बजे फरीदकोट पर भी बम गिराए गए। हालांकि, उनके उस हमले में हमारे पी-35 राडार ही नष्ट हो सके। उस दिन कलकत्ता में जनसभा संबोधित कर रही थीं इंदिरा तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उस दिन की शाम को कलकत्ता में एक जनसभा संबोधित कर रही थीं। उनका भाषण चल ही रहा था, कि कुछ अधिकारी तेजी से दौड़ते हुए पास पहुंचे। उन्होंने झट से एक पर्ची इंदिरा को थमाई और उनके कान में कुछ बोला। उसके बाद इंदिरा जनसभा को बीच में छोड़कर वापस दिल्‍ली रवाना हुईं। हालांकि, जब तक उनका विमान दिल्‍ली पहुंचता, तब-तक राजधानी दिल्‍ली में पूरी तरह से ब्‍लैक आउट हो चुका था। यूं तो इंदिरा को शत्रु के इरादों की पहले ही भनक लग गई थी और उन्होंने सैम मानेकशॉ (फर्स्ट फील्ड मार्शल) से तैयारियां करने के कहा था। तब सैम बोले- तैयारियां में कुछ वक्त लगेगा। रात 9 बजे हुआ हिंदुस्तानी वायुसेना का जवाबी हमला इंदिरा से आदेश मिलते ही पाकिस्तान पर पहला जवाबी हमला 3 दिसंबर की रात को ही किया गया। तब रात के 9 बज रहे थे, जब हिंदुस्तानी वायुसेना के विमानों ने पाकिस्‍तान का रूख किया। उसके 7 एयरबेस तबाह किए गए। उसके अगले कुछ ही दिनों में दुश्मन के खिलाफ जंग तेज होती चली गई। यह जंग 13 दिन चली थी। 16 दिसंबर 1971 के दिन दुनिया का सबसे बड़ा सरेंडर कराया गया। और, जीत का स्वर्णिम इतिहास लिख गया। उस दिन पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी ने 93 हजार से ज्यादा सैनिकों के साथ सरेंडर के दस्तावेज पर हिंदुस्तानी लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष साइन किए। पाकिस्तान की कैद से आजाद हुए 20 भारतीय मछुआरे, एक ने कहा- 4 साल बाद छूटा हूं, पानी के रास्ते गलती हुई थी इंदिरा ने कहा- ढाका अब एक आजाद देश की राजधानी जनरल नियाजी ने 16 दिसंबर की शाम करीब 5 बजे सरेंडर के वक्त अपने बिल्ले उतार दिए थे और रिवॉल्वर भी सामने रख दी थी। उसी समय हिंदुस्तान के जनरल सैम मानिक्शॉ ने इंदिरा गांधी को फोन कर पाकिस्तान पर फतेह हासिल कर लेने की सूचना दी। जिसके बाद हिंदुस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ऐलान किया- ""ढाका अब एक आजाद देश की राजधानी है।"" पाकिस्तान से चीन जा रहे जहाज में भरा था रेडियोएक्टिव मटेरियल, गुजरात में जब्‍त हुआ ऐसे हैं हमारे वीरों के शौर्य, बहादुरी, मुल्कों की विजय-पराजय, नेकी-बलात्कार, शत्रुता-मित्रता के ढेरों किस्से। सच्चे किस्से। अब तक जन-मन में हैं। उन 13 दिनों की, हम सब ने भी अब तक न जाने कितनी कहानियां बड़ों से सुनीं, कहां-कब पढ़ीं और रिटायर्ड आॅफिसर-सोल्जर्स से जानीं। ये कुछ ऐसे ही समय में याद आती हैं..जब युद्ध की बरसी आती है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/why-america-trouble-with-china-s-hypersonic-missiles-651406.html,चीन की हाइपरसोनिक मिसाइलों से अमेरिका को क्यों है परेशानी?,"चीन की हाइपरसोनिक मिसाइलों से अमेरिका को क्यों है परेशानी? By BBC News हिन्दी Updated: Friday, December 3, 2021, 13:20 [IST] 2019 में बीजिंग में एक परेड के दौरान हाइपरसोनिक मिसाइल अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉएड ऑस्टिन ने गुरुवार को कहा कि हाइपरसोनिक हथियारों के पीछे चीन की दौड़ से क्षेत्र में तनाव पैदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि चीन की तरफ़ से आने वाले किसी भी संभावित ख़तरे से निपटने के लिए अमेरिका तैयार रहेगा. दक्षिण कोरिया के साथ सुरक्षा को लेकर होने वाली सालाना चर्चा में हिस्सा लेने के लिए ऑस्टिन सियोल पहुंचे थे. इस दौरान दोनों देशों में दक्षिण कोरिया के दो पड़ोसी मुल्कों चीन और उत्तर कोरिया के कारण पैदा हुई चिंताओं पर चर्चा हुई. चीन और उत्तर कोरिया दोनों ही अधिक ताक़तवर हथियार बनाने की कोशिश में लगे हैं. उत्तर कोरिया बार-बार मिसाइल टेस्ट करता रहा है. वहीं चीनी सेना ने पिछले कुछ समय में दो बार ऐसे रॉकेट लॉन्च किए हैं जिसने पूरी धरती का चक्कर काटने के बाद अपने टार्गेट को निशाना बनाया. माना जा रहा है कि अमेरिका इस टेस्ट को लेकर परेशान है. इसी साल जुलाई में चीन ने एक परीक्षण किया था जिसके बारे में जानकारों का कहना था कि ये हाइपरसोनिक मिसाइल का टेस्ट था. हालांकि चीन का कहना था कि ये पुराने अंतरिक्ष यान को फिर से इस्तेमाल करने से जुड़ा टेस्ट था. चीन का 'हाइपरसोनिक टेस्ट' क्या हथियारों की नई रेस की शुरुआत है? अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉएड ऑस्टिन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई उन जुलाई में चीन के टेस्ट के बारे में चर्चा करते हुए लॉएड ऑस्टिन ने कहा, ""चीन जिस सैन्य क्षमता का विकास कर रहा है उसे लेकर हमें चिंता है, क्योंकि इससे क्षेत्र में तनाव पैदा हो रहा है."" उन्होंने सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए नए हथियार बनाने की चीन की कोशिशों की ज़िक्र किया. उन्होंने कहा, ""हम अपनी और अपने सहयोगियों की रक्षा के लिए अपनी क्षमता बढ़ाना जारी रखेंगे और चीन की तरफ़ से आने वाले किसी भी ख़तरे से निपटने के लिए तैयार रहेंगे."" हाइपरसोनिक मिसाइल क्या हैं, जिन्हें लेकर चीन-अमेरिका कर रहे हैं दावे अमेरिका भी बना रहा है हाइपरसोनिक हथियार बीते महीने अमेरिकी सेना के जॉइंट चीफ़्स ऑफ़ स्टाफ़ जनरल मार्क मिले ने कहा था कि अमेरिका भी हाइपरसोनिक हथियार बनाने पर काम कर रहा है. उन्होंने इन हथियारों के बारे में अधिक जानकारी देने से मना कर दिया, हालांकि बताया कि इन हथियारों का रास्ता, उनकी तेज़ गति, हवा में अपनी चाल को नियंत्रित कर पाने की क्षमता मिसाइल को डिटेक्ट करने वाले सिस्टम से बच कर निकलने में इनकी मदद करेगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह का हाइपरसोनिक मिसाइल टेस्ट चीन ने किया है, अब तक उस तरह का टेस्ट अमेरिका नहीं कर सका है. वहीं सोमवार को रूस ने दावा किया था कि उसकी नौसेना ने सफलतापूर्वक एक हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का परीक्षण किया है. इस टेस्ट के बारे में रूस का कहना था कि ये ज़िरकॉन क्रूज़ मिसाइल थी जिसने अभ्यास के दौरान 400 किलोमीटर दूर मौजूद अपने लक्ष्य को भेदा. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि ज़िरकॉन सिरीज़ की मिसाइलें आवाज़ की गति से नौ गुना तेज़ी से मार कर सकती हैं और एक हज़ार किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य भी भेद सकती हैं. रूसी सेना जल्द ही इस सिरीज़ की मिसाइलों को सेना में शामिल करने वाली है. हाइपरसोनिक मिसाइलें ख़तरनाक क्यों होती हैं? पढ़िए पूरी कहानी चीन की बैलेस्टिक मिसाइल से भारत को कितना ख़तरा? https://twitter.com/mod_russia/status/1465280157028077571 जानकार मानते हैं कि अमेरिका इस बात को लेकर चिंता में है कि हथियारों में रेस में वो कहीं रूस और चीन से पिछड़ न जाए. इस साल सितंबर में अमेरिका ने हाइपरसोनिक मिसाइलों का सफलतापूर्वक टेस्ट करने का दावा किया था. हाइपरसोनिक मिसाइलें माक 5 या उससे अधिक गति (आवाज़ की गति से 5 गुना या उससे अधिक की स्पीड) से जा सकती हैं और अपनी स्पीड और गति नियंत्रित करने की क्षमता के कारण मिसाइल डिफेन्स सिस्टम को चकमा देकर लक्ष्य को भेद सकती हैं. हालांकि कुछ जानकारों का कहना है कि संभावित तनाव की स्थिति को टालने या जारी हथियारों की दौड़ को रोकने में हाइपरसोनिक मिसाइलों का शायद की कोई योगदान होगा. उत्तर कोरिया ने 2018 में अपने परमाणु संयंत्र क्या सच में नष्ट कर दिए थे? उत्तर कोरिया की सैन्य परेड 'उत्तर कोरिया के साथ कूटनीतिक रास्ता अपनाने को तैयार' उत्तर कोरिया के बारे में लॉएड ऑस्टिन ने कहा कि उन्होंने इस बारे में दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री सू वूक के विस्तृत चर्चा की है और द्विपक्षीय साझेदारी पर भी बात की है. उन्होंने कहा कि मिसाइल बनाने की उत्तर कोरिया की कोशिशों से क्षेत्रीय सुरक्षा में अस्थिरता पैदा हो रही है. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उत्तर कोरिया के मामले में अमेरिका और दक्षिण कोरिया दोनों कूटनीतिक बातचीत का रास्ता अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इधर दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री सू वूक ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप पर स्थाई शांति स्थापित हो सके इसके लिए ज़रूरी है कि उसके सहयोगी को दक्षिण कोरिया-उत्तर कोरिया और उत्तर कोरिया-अमेरिका के बीच प्रतिबद्धताओं की समझ हो. गंभीर आर्थिक संकट और कोरोना महामारी के कारण पैदा हुई विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उत्तर कोरिया बातचीत शुरू करने की अमेरिकी पेशकश को ठुकराता रहा है. उत्तर कोरिया का कहना है कि अमेरिका पहले उत्तर कोरिया को लेकर अपना रवैय्या बदले और उस पर लगे प्रतिबंध हटाए. दूसरी तरफ बाइडन प्रशासन का कहना है कि उत्तर कोरिया पर लगाए गए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध तब तक हटाए नहीं जाएंगे जब तक वो परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर प्रभावी कदम न उठाए. इस सप्ताह की शुरुआत में पेंटागन ने एक वैश्विक समीक्षा रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया था कि चीनी सेना के आक्रामक रवैय्ये और उत्तर कोरिया की तरफ़ से संभावित ख़तरे से निपटने के लिए अमेरिका को अपने सहयोगी मुल्कों के साथ साझेदारी बढ़ानी चाहिए.",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/twitter-users-lost-twitter-followers-in-the-last-couple-of-hours-651398.html,"ट्विटर पर लोगों के अचानक से कम हुए फॉलोअर्स, CEO पराग को टैग कर यूजर्स ने की शिकायत","ट्विटर पर लोगों के अचानक से कम हुए फॉलोअर्स, CEO पराग को टैग कर यूजर्स ने की शिकायत By Rahul Kumar| Published: Thursday, December 2, 2021, 22:21 [IST] नई दिल्ली, 02 दिसंबर: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गुरुवार को अचानक उस समय हलचल बढ़ गई, जब यूर्जस अपने फॉलोअर्स करने की शिकायत करने लगे। क्या आपके भी अकाउंट पर ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या में गिरावट हुई है? अगर हां, तो चिंता न करें, आप अकेले नहीं हैं। भारत में कई ट्विटर यूजर्स ने गुरुवार देर रात प्लेटफॉर्म पर अपने फॉलोअर्स की संख्या में अचानक गिरावट को लेकर ट्विट किए हैं। लोग ट्विटर के सीईओ को पराग अग्रवाल को टैग करके ट्विट कर रहे हैं। गुरुवार को अचानक से लाखों ट्विटर यूजर्स ने फॉलोअर्स की संख्या घटने की शिकायत की है। कई वैरीफाइड यूजर्स से ब्लू टिक भी ट्विटर ने वापस ले लिया। अचानक से ट्विटर पर इस बदलाव से यूजर्स परेशान हो गए हैं। लोगों ने ट्विटर हेल्प डेस्क और सीईओ पराग अग्रवाल को टैग करके इसकी शिकायत कर रहे हैं। अचानक से फॉलोअर्स कम होने से जहां, एक तरफ लोग परेशान हैं। माना जा रहा है कि, ट्विटर ने फेक अकाउंट पर कार्रवाई की है। जिसके चलते फॉलोअर्स कम हुए हैं। ट्विटर ने 1 दिसंबर को निजी सूचना सुरक्षा नीति की पॉलिसी को अपडेट कर दिया। इसके बाद गुरुवार (2 नवंबर) को अचानक से लाखों ट्विटर यूजर्स ने फॉलोअर्स की संख्या घटने की शिकायत शुरू की है। ट्विटर ने निजी सूचना सुरक्षा नीति को अपडेट किया है। इससे निजी व्यक्तियों की सहमति के बिना उनकी तस्वीरों या वीडियो को साझा करने की अनुमति किसी अन्य को नहीं दिया जा सकेगा। अभी तक ट्विटर की तरफ से ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर अचानक से फॉलोअर्स की संख्या घटने का क्या कारण है? लोगों ने ट्विटर हेल्प डेस्क और सीईओ पराग अग्रवाल को टैग करके इसकी शिकायत की है। क्या ओमिक्रोन आने से कम होगा वैक्सीन डोज के बीच का गैप? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया जवाब",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/jaishankar-flags-territorial-issues-across-asia-amidst-china-s-rise-1505540,IOC में बोले जयशंकर- US की बदलती रणनीति और चीन के बढ़ते का हिंद महासागर पर पड़ा गहरा प्रभाव,"दुबईः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि चीन के उदय और उसकी बढ़ती क्षमताओं के परिणाम ‘‘विशेष तौर पर गहरे'' हैं। अबू धाबी में पांचवें 'हिंद महासागर शिखर सम्मेलन' (IOC) 2021 में बोलते हुए जयशंकर ने यह भी कहा कि वैश्विकृत दुनिया में यह महत्वपूर्ण है कि नौवहन और वायु क्षेत्र में उड़ान भरने की आजादी तथा बिना बाधा व्यापार का सम्मान किया जाए। उन्होंने कहा कि कई घटनाएं ऐसी हुई हैं जिनका हिंद महासागर क्षेत्र पर सीधा असर हो रहा है। दो घटनाक्रम - अमेरिका की बदलती रणनीति और चीन के उदय यानि चीन की बढ़ती ताकत ने हाल के वर्षों में हिंद महासागर के विकास को प्रभावित किया है। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘2008 से हमने अमेरिका के शक्ति प्रदर्शन में बड़ी सावधानी और इसके अति विस्तार में सुधार करने की कोशिश देखी है।'' उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर अमेरिका अपने और दुनिया दोनों के बारे में वृहद वास्तविकता की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी बड़ी प्रवृत्ति चीन का उदय है। चीन की बढ़ती क्षमताओं के परिणाम खासतौर से गहरे हैं। इसके परिणामस्वरूप चाहे कनेक्टिविटी हो, प्रौद्योगिकी या व्यापार अब सत्ता तथा प्रभाव की बदली प्रकृति पर बहस चल रही है। इसके अलावा हम एशिया में क्षेत्रीय मुद्दो पर तनाव बढ़ते हुए देख रहे हैं। पूर्व में किए गए समझौतों और समझ पर अब कुछ सवालिया निशान खड़े होते दिखते हैं। समय के साथ इसके जवाब मिलेंगे।'' उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर पिछले साल मई से पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध का हवाला दिया। जयशंकर ने कहा कि मुश्किल वक्त में मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का समूह क्वाड हिंद महासागर के एक छोर पर इसका अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा, ‘‘दो घटनाक्रम ने उन अनिश्चितताओं को बढ़ा दिया है जिस पर हिंद महासागर के देश विचार कर रहे हैं। पहला अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी है। हम सभी किसी न किसी तरीके से इससे प्रभावित हैं।'' विदेश मंत्री ने कहा कि दूसरा इस क्षेत्र पर कोरोना वायरस का असर है जो खासतौर से स्वास्थ्य और आर्थिक दबाव के लिहाज से कमजोर है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के मौजूदा मुद्दे पर हिंद महासागर के देशों पर अधिक दांव लगा है। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, मालदीव के उपराष्ट्रपति और फिजी के प्रधानमंत्री ने भी शनिवार को इस सम्मेलन को संबोधित किया।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/nagaland-security-forces-opened-fire-assuming-militants-12-people-died-1505512,"नगालैंड: उग्रवादी समझकर सुरक्षाबलों ने की फायरिंग, 12 लोगों की मौत...एक जवान शहीद","नेशनल डेस्क: भारत के पूर्वोत्तर राज्य नगालैंड में बड़ी गटना सामने आई है। नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों ने ग्रामीणों को उग्रवादी समझकर उन पर गोलियां चला दीं, जिसमें कम से कम 12 ग्रामीणों की मौत हो गई। ये सभी ग्रामीण म्यांमार से सटे गांव ओटिंग के थे। रिपोर्ट के अनुसार घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों में आग लगा दी। इस घटना में एक सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया जबकि एक अन्य के घायल होने की खबर है। घटना के बाद मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच भी कराई जाएगी। इस घटना में एक सुरक्षा बल के जवान की भी मौत की खबर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। अमित शाह ने ट्वीट किया कि नगालैंड के ओटिंग की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से काफी व्यथित हूं, जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय SIT इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिले। बताया जा रहा है कि हमले में मारे गए लोग एक पिकअप मिनी ट्रक से वापस लौट रहे थे। वहीं जब काफी देर तक ये लोग अपने घर वापिस नहीं लौटे तो गांव वाले उनको ढूंढने निकले तो उन्हें रास्ते में उनकी शव पड़े दिखाई दिए। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/rahul-gandhi-will-be-on-a-visit-to-prayagraj-today-1505474,"आज प्रयागराज के दौरे पर रहेंगे राहुल गांधी, शादी समारोह में होंगे शामिल","नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक हैं ऐसे में प्रदेश मे नेताओं के दौरे का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि यूपी चुनाव में अब राहुल गांधी की भी एंट्री हो गई है। राहुल गांधी आज अपने पुरखों के शहर प्रयागराज आ रहे हैं। राहुल गांधी का प्रयागराज में 24 घंटे तक रुकने का कार्यक्रम हैं। हालांकि राहुल यहां एक निजी समारोह में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। राहुल गांधी रविवार सुबह 11 बजे चार्टर्ड प्लेन से प्रयागराज पहुंचेंगे उनका नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक आवास स्वराज भवन में रुकने का कार्यक्रम है। इसके बाद वह स्वराज भवन में ही रात्रि विश्राम करेंगे। बता दें कि राहुल गांधी को यहां एक निजी समारोह में शामिल होना है। दरअसल राहुल गांधी प्रयागराज में कमला नेहरू ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पताल की सीईओ डॉ मधु चंद्रा के यहां होने वाले वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। इस दौरान वह स्वराज भवन में कांग्रेसी नेताओं के साथ मुलाकात भी करेंगे। इसी के साथ पैतृक आवास स्वराज भवन से पार्टी नेताओं को विधानसभा चुनाव में जीत का मंत्र भी दे सकते हैं। यहां से सोमवार सुबह उनका वापस जाने का कार्यक्रम है। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद को छोड़ने के बाद से राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में कम है सक्रिय है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/vajpayee-would-have-done-thousand--balakot--if-he-wanted-1505366,"वाजपेयी चाहते तो हजार 'बालाकोट' कर देते, लेकिन उन्होंने राजधर्म निभायाः महबूबा मुफ्ती","नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नजरिए की शनिवार को तारीफ की और कहा कि वाजपेयी कश्मीर को दिल की नजरों से देखते थे। महबूबा मुफ्ती ने इस मुद्दे पर केंद्र की वर्तमान भाजपा सरकार की तीव्र आलोचना की और कहा कि केंद्र को जम्मू-कश्मीर के विशेषाधिकार लौटाने पड़ेंगे। उन्होंने एक निजी टीवी चैनल द्वारा राजनीतिज्ञों और समाज के अन्य क्षेत्रों की हस्तियों के साथ परिचर्चा के एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि वाजपेयी प्रधानमंत्री के रूप में पाकिस्तान गए और जम्मू कश्मीर हुरिर्यत कांफ्रेस से बात की। पीपुल्स डेमॉक्रेटिक पार्टी की नेता मुफ्ती ने कहा कि संसद के हमले के बाद वाजपेयी ने मार्चे पर सेना भेजी पर उनके बारे में कहा गया-‘‘एक भी गोले दागे बिना चला आया।शायद उनको इसी वजह से (चुनाव में) हार मिली।'' उन्होंने कहा,‘‘ वाजपेयी भले ही चुनाव हार गए हों पर हम उन्हें सलाम करते हैं।'' उन्होंने कहा कि वह चाहते तो हजार बालाकोट कर देते पर उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने राजधर्म निभाया। वर्तमान सरकार के निर्णयों पर तल्खी जताते हुए मुफ्ती ने कहा कि वर्तमान सरकार गोडसे का कश्मीर बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि कि केंद्र को जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार लौटाने पड़ेंगे।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/congress-leader-targeted-aap-said-soon-bjp-will-become--clone-1505360,"कांग्रेस नेता ने साधा AAP पर निशाना, कहा- जल्द ही भाजपा की बन जाएगी ‘क्लोन’","नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी बहुत जल्द भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का ‘क्लोन' (प्रतिरूप) बन जाएगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘किसी की नकल करना चापलूसी का सबसे उच्च स्वरूप है। आप जितना ही भाजपा की नकल करती है, उतना ही कम प्रासंगिक होती जाती है। बहुत जल्द आप, भाजपा का क्लोन बन जाएगी।'' चिदंबरम ने उत्तराखंड में कुछ महीनों के भीतर तीन मुख्यमंत्री बदलने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि चुनाव से तीन महीने पहले विकास कार्य की शुरुआत करने का मतलब यह होगा कि अब राज्य में विकास कार्य नहीं दिखेगा, बल्कि सिर्फ भाजपा सरकार के शिलान्यास के पत्थर और पट्टिकाएं नजर आएंगी।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/bihar-bjp-mla-said-party-is-leaderless-in-state-preparation-are-on-going-to-send-modi-in-margdarshak-mandal/1946981/,"बिहार में बीजेपी विधायक बोले- मोदी को मार्गदर्शक मंडल में भेजने की तैयारी, भाजपा बेलगाम, नेतृत्वविहीन पार्टी","बिहार में बीजेपी विधायक अपनी ही पार्टी पर जमकर बरसे और उन्होंने भाजपा को बेलगाम और नेतृत्वविहीन पार्टी तक बता दिया। साथ ही भाजपा विधायक ने कहा कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को मार्गदर्शक मंडल में भेजने की तैयारी चल रही है। बिहार के बाढ़ से भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र ज्ञानू ने अपनी ही पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी की बिहार इकाई में दो ही नेता हुए एक कैलाशपति मिश्र और दूसरे सुशील मोदी। लेकिन आज सुशील मोदी को अपमानित किया जा रहा है। उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों में भी तवज्जो नहीं दी जाती है और वे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मंच के नीचे बैठते हैं। उनको लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की तरह मार्गदर्शक मंडल में भेजने की तैयारी चल रही है। ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने यह भी कहा कि सुशील मोदी के बाद पार्टी में कोई नेता नहीं है और यह नेतृत्वविहीन हो गया है। अब बिहार में भाजपा के पास कोई नेतृत्व नहीं है। बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल हों या कोई अन्य नेता किसी का भी पार्टी पर कोई नियंत्रण नहीं है। यहां के नेताओं से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की बात भी नहीं होती है। बता दें कि पिछले साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव के बाद सुशील कुमार मोदी की जगह रेणु देवी और तारकिशोर प्रसाद को उपमुख्यमंत्री की जिम्म्मेदारी दी गई। इससे पहले सुशील मोदी को तीन बार उपमुख्यमंत्री बनाया गया। बाद में उन्हें रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई सीट से राज्यसभा लाया गया। पिछले दिनों हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में उनके भी शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन बाद में उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/trinamool-congress-chief-mamata-banerjee-delhi-visit-abhishek-banerjee-and-prashant-kishor-sat-in-meeting/1946864/,अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर ने हाईजैक किया ममता का दिल्ली दौरा! मिलने पहुंचे तृणमूल एमपी तक की ली गई तलाशी,"ममता बनर्जी पिछले दिनों दिल्ली के दौरे पर थीं। इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक दिग्गजों और अलग अलग क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों के साथ मुलाक़ात की। लेकिन ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनके रणनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर ने उनका दिल्ली दौरा हाईजैक कर लिया। इस दौरान ममता बनर्जी से मुलाक़ात करने पहुंचे तृणमूल सांसद तक की तलाशी ली गई। द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कूमी कपूर के कॉलम इनसाइड ट्रैक के अनुसार ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के दौरान गांधी परिवार से नाराज राजनेताओं और बुद्धिजीवियों तक पहुंचने की उनकी कोशिश एवं भाजपा के खिलाफ एक विकल्प बनाने की तलाश उतनी सफल नहीं रही, जितनी उन्होंने उम्मीद की थी। ममता बनर्जी से मुलाक़ात के लिए पहुंचे कई लोग मीटिंग के दौरान अभिषेक बनर्जी, प्रशांत किशोर और डेरेक ओ ब्रायन के मौजूद रहने के कारण काफी असहज हो गए। तीनों की मौजूदगी ने ममता बनर्जी और अन्य लोगों की बातचीत को काफी असहज बना दिया और खुलकर बातचीत नहीं हो पाई। क्योंकि ममता बनर्जी से मुलाक़ात करने पहुंचे कई लोगों को डर लगा कि कहीं उनकी बात लीक न हो जाए। इतना ही नहीं कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के समूह जी-23 के एक सदस्य भी ममता बनर्जी से मुलाक़ात करना चाहते थे लेकिन उन्होंने बैठक के दौरान तीनों के मौजूद रहने की बात पता चलने के कारण इस मुलाक़ात को ही रद्द कर दिया। इसके अलावा सुरक्षाकर्मियों द्वारा काफी ज्यादा तलाशी लेने के कारण तो एक तृणमूल नेता ने खुद को अपमानित भी महसूस किया। ममता बनर्जी ने अपने लोगों से दिल्ली दौरे को लेकर शिकायत भी की और कहा कि इस दौरे पर उनकी बैठक उचित ढ़ंग से आयोजित नहीं की गई। दिल्ली दौरे के बाद वे मुंबई दौरे पर गईं जहां उन्होंने सिविल सोसायटी के लोगों के साथ मुलाक़ात की। अपने दिल्ली दौरे के दौरान ममता बनर्जी ने कई नेताओं को टीएमसी की सदस्यता दिलाई। उन्होंने हरियाणा के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व सांसद कीर्ति आजाद को टीएमसी में शामिल कराया। इसके अलावा उन्होंने जेडीयू नेता पवन वर्मा को भी टीएमसी की सदस्यता दिलाई। अपने दिल्ली दौरे पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाक़ात की। इसके अलावा ममता बनर्जी भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी से भी मिलीं।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/why-uddhav-thackeray-did-not-meet-mamata-banarjee-this-is-real-reason/1946876/,तो इस वजह से ममता बनर्जी से नहीं मिले उद्धव ठाकरे? बेटे आदित्य को सौंपी थी जिम्मेदारी,"बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुंबई पहुंची थीं। वह शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलना चाहती थीं लेकिन उनसे मुलाकात संभव नहीं हो सकी। उनकी जगह पर कैबिनेट में मंत्री आदित्य ठाकरे ने ममता बनर्जी से भेंट की। इसके बाद कई तरह की बातें सामने आ रही थीं। लोग कयास लगा रहे थे कि शायद ममता बनर्जी को बड़े चेहरे के रूप में शिवसेना नहीं देखना चाहती है। बाद में शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर बताया कि स्वास्थ्य कारणों से उद्धव ठाकरे सीएम ममता बनर्जी से नहीं मिल सके। बाद में टीएमसी चीफ ने भी कहा था कि हाल ही में उद्धव का ऑपरेशन हुआ है इसलिए उनसे मुलाकात नहीं हो सकेगी। दरअसल 61 वर्षीय उद्धव ठाकरे को 10 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी स्पाइन सर्जरी हुई थी। 22 दिन बाद दो दिसंबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली। इस दौरान उन्होंने कैबिनेट की बैठक भी अस्पताल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। उनके घऱ में भी किसी भी इमर्जेंसी की लिए तैयारी की गई है। डॉक्टरों ने ठाकरे को कंप्लीट बेड रेस्ट की सलाह दी है। 17 नवंबर को पिता बाल ठाकरे की पुण्य तिथि के कार्यक्रम में भी उद्धव शामिल नहीं हो सके थे। उनकी जगह पर बेटे आदित्य ने ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। उनके स्वास्थ्य की वजह से ही महाराष्ट्र का विधानसभा सत्र 10 दिसंबर से पोस्टपोन करके 22 दिसंबर को कर दिया गया है। इस बार शीत सत्र मुंबई में ही होगा। इससे पहले नागपुर में इसका आयोजन किया जाता था। कांग्रेस पर भी साधा था निशाना बता दें कि इस समय ममता बनर्जी कांग्रेस को लेकर आक्रामक नजर आ रही हैं। आदित्य ठाकरे के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ममता ने यह भी कहा कि यूपीए कोई गठबंधन नहीं रहा। यह खत्म हो चुका है। सिविल सोसाइटी के सदस्यों से मुलाकात के दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साध दिया। ममता ने कहा कि अगर कोई कुछ करता नहीं है, विदेश में रहता है तो कैसे काम चलेगा। इसिलिए मुझे दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/du-admission-related-panel-recommended-undergraduate-admission-should-be-carried-through-entrance-test/1946759/,"अब मेरिट पर नहीं होगा दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन? पैनल ने CET का किया समर्थन, यह है बड़ी वजह","सुकृता बरुआ. दिल्ली विश्वविद्यालय अब मेरिट के आधार पर एडमिशन देने के बजाय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन देने पर विचार कर रही है। एडमिशन की प्रक्रिया में संभावित बदलाव को लेकर बनाई गई कमेटी ने इसकी सिफारिश की है। इसके पीछे की बड़ी वजह अधिक नंबर देने वाले कुछ बोर्डों के विद्यार्थियों को बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय में प्रवेश मिलना है। ESIC के इन सदस्यों का अब फ्री में होगा सालाना हेल्थ चेक-अप, केंद्र ने चालू की परियोजना अलग अलग बोर्डों के छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान मिलने वाले असमान अवसरों को चिन्हित करते हुए एडमिशन संबंधी मुद्दों की जांच के गठित पैनल ने कहा कि विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (CET) आयोजित की जाए। इस परीक्षा को विश्वविद्यालय की आंतरिक व्यवस्था या किसी बाहरी एजेंसी के माध्यम से आयोजित किया जा सकता है। इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय में मेरिट के आधार पर हुए एडमिशन के दौरान दूसरी सूची जारी होने तक सीबीएसई, केरल बोर्ड, हरियाणा बोर्ड, आईसीएसई और राजस्थान बोर्ड के बच्चों को सबसे ज्यादा एडमिशन मिला। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले केरल बोर्ड के विद्यार्थियों में से करीब 39.18% को प्रवेश मिला। वहीं राजस्थान बोर्ड के लिए यह आंकड़ा 27.75%, हरियाणा बोर्ड के लिए 18.39%, आईसीएसई के लिए 16.63% और सीबीएसई के लिए 16.47% रहा। इन पांचों बोर्डों में भी काफी असमानता देखने को मिली। प्रवेश पाने वाले छात्रों के औसत प्रतिशत में भी काफी अंतर रहा। केरल बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए औसत प्रतिशत 98.43% रहा। जबकि राजस्थान और हरियाणा बोर्ड के लिए 94.68% और 92.69% रहा। वहीं सीबीएसई के लिए औसत प्रतिशत 91.3% और आईसीएसई के लिए 92.33% रहा है। इन्हीं असमानताओं को देखते हुए एडमिशन संबंधी मुद्दों को लेकर बनाई गई कमेटी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय को एक केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के नाते एडमिशन के दौरान सभी बोर्डों के विद्यार्थियों को उचित और बराबर अवसर देना उसकी जिम्मेदारी है। डीन डीएस रावत की अध्यक्षता में बनाई गई नौ सदस्यीय कमेटी ने ही यह सिफारिश की है। इस कमेटी का गठन अक्टूबर में किया गया था और स्नातक एडमिशन के लिए वैकल्पिक रणनीति का सुझाव देने के लिए कहा गया था। समिति ने सिफारिश की है कि सभी कॉलेजों और विभागों में प्रवेश के लिए योग्य उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद एक एडमिशन टेस्ट आयोजित किया जाए। साथ ही समिति ने यह भी कहा कि इससे सभी को एक न्यायसंगत अवसर मिलेगा।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/union-home-minister-amit-shah-will-talk-to-farmers-to-end-ongoing-protest-skm-announced-five-member-panel/1946724/,"किसानों से बात करेंगे अमित शाह, SKM ने बनाई कमिटी, आंदोलन पर कही यह बात","दिल्ली की सीमा पर जारी किसान आंदोलन को ख़त्म कराने के लिए अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत करेंगे। सरकार से बातचीत करने के लिए पांच किसान नेताओं की एक कमेटी बनाई गई है। साथ ही शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर किसान संगठनों के बीच हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि एमएसपी सहित अन्य मांगों पर यह आंदोलन जारी रहेगा। एमएसपी सहित अन्य मुद्दों को लेकर सरकार से बात करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से पांच लोगों की कमेटी बनाई गई है। इसमें बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढूनी, युद्धवीर सिंह, शिवकुमार कक्का और अशोक धावले का नाम शामिल है। पांच सदस्यीय कमेटी में शामिल युद्धवीर सिंह ने समाचार चैनल एनडीटीवी से बातचीत करते हुए कहा कि अमित शाह ने हमें कल रात को फोन किया और कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया गया है। सरकार चल रहे आंदोलन का भी समाधान खोजने को तैयार है। अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर ने हाईजैक किया ममता का दिल्ली दौरा! मिलने पहुंचे तृणमूल एमपी तक की ली गई तलाशी Cryptocurrency में ऊंचा जोखिम! इधर ओमीक्रॉन के चलते बड़ी गिरावट, उधर हैकर्स ने चुराए टोकन; FM बोलीं- हम लोगों को आगाह कर रहे ESIC के इन सदस्यों का अब फ्री में होगा सालाना हेल्थ चेक-अप, केंद्र ने चालू की परियोजना इसके अलावा युद्धवीर सिंह ने कहा कि बातचीत के लिए वो एक कमेटी चाहते थे इसलिए हमने एक समिति बनाई है। उन्होंने यह भी कहा कि 7 दिसंबर को सरकार और किसानों नेताओं के बीच हुई मीटिंग को लेकर चर्चा की जाएगी। अगर इससे कोई सकारात्मक परिणाम निकलता है तो किसान अपने घर जा सकते हैं। वहीँ संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल योगेंद्र यादव ने भी कहा कि सरकार की ओर से सकारात्मक संकेत मिले हैं इसलिए 7 दिसंबर को कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। शनिवार को किसान नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की 5 सदस्यीय कमेटी केंद्र सरकार से बात करेगी। राज्य सरकारों से बात करने के लिए भी कमेटी बनाई जाएगी। कमेटी और सरकार के बीच जो भी बातचीत होगी उसे संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में बताया जाएगा। गौरतलब है कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद भी प्रदर्शनकारी किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी, आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवारजनों को मुआवजा, किसानों पर दर्ज मुक़दमे वापस लेने और लखीमपुर खीरी मामले में आरोपी के पिता व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी को लेकर अड़े हुए हैं। किसान संगठनों ने साफ़ कर दिया है कि जबतक इन मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं हो जाता है तब तक किसान वापस नहीं हटेंगे।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/film-on-babri-masjid-demolition-screened-in-jnu-even-after-not-getting-permission/1946716/,"जेएनयू में दिखायी गई बाबरी मस्जिद से जुड़ी फिल्म, प्रशासन की नहीं मिली थी अनुमति","जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शनिवार को बाबरी मस्जिद डेमोलिशन से जुड़ी राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त डॉक्युमेंट्र ‘राम के नाम’ की स्क्रीनिंग की गई। रजिस्ट्रार की चेतावनी के बावजूद छात्रों ने फिल्म की स्क्रीनिंग की। शनिवार की रात को आनंद पटवर्धन की इस फिल्म की स्क्रीनिंग हुई। देर रात तक किसी तरह की घटना की खबर नहीं थी। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि इस फिल्म की स्क्रीनिंग से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। अगर इसे कैंपस में दिखाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। जेएनयू के रजिस्ट्रार रविकेश की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया, ‘जानकारी में आया है कि JNUSU की तरफ से ‘राम के नाम’ डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग के लिए पोस्टर जारी किया गया है। इस इवेंट की पहले से कोई अनुमति नहीं ली गई है। ऐसी गतिविधियों से विश्वविद्यालय की शांति भंग हो सकती है।’ अब मेरिट पर नहीं होगा दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन? पैनल ने CET का किया समर्थन, यह है बड़ी वजह किसानों से बात करेंगे अमित शाह, SKM ने बनाई कमिटी, आंदोलन पर कही यह बात सोनिया गांधी पर बरसे गुलाम नबी आजाद, बोले- अब कोई नहीं सुनना चाहता आलोचना, बोलने पर दरकिनार कर दिया जाता है टिस में आगे कहा गया था, ‘छात्रों और अन्य लोगों को सलाह दी जाती है कि यह कार्यक्रम तत्काल रोक दिया जाए। ऐसा न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जो पोस्टर लगाए गए हैं वे आधिकारिक नहीं हैं और इससे किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए।’ JNUSU की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि साल 2019 में यही फिल्म बिना किसी रोकटोक के प्रदर्शित की गई थी।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/congress-leader-ghulam-nabi-azad-said-today-no-one-want-to-listen-criticism-in-party/1946711/,"सोनिया गांधी पर बरसे गुलाम नबी आजाद, बोले- अब कोई नहीं सुनना चाहता आलोचना, बोलने पर दरकिनार कर दिया जाता है","कांग्रेस नेताओं के असंतुष्ट ग्रुप जी-23 समूह के सदस्य गुलाम नबी आजाद आजकल जम्मू कश्मीर में लगातार रैली कर रहे हैं। उनकी सभाओं में अच्छी खासी भीड़ भी जमा हो रही है। रैली में काफी अच्छी संख्या में लोगों के आने से उत्साहित गुलाम नबी आजाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर खूब बरसे। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अब कोई आलोचना नहीं सुनना चाहता है और बोलने पर दरकिनार कर दिया जाता है। जम्मू कश्मीर के रामबन में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद समाचार चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोई भी नेतृत्व को चुनौती नहीं दे रहा है। जब चीजें सही नहीं थी तब शायद इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने मुझे बहुत अधिक स्वतंत्रता दी थी। वे आलोचनाओं का कभी बुरा नहीं मानते। वे इसे आक्रामक रूप में भी नहीं देखते लेकिन आज का नेतृत्व इसे आक्रामक रवैये के रूप में देखता है। अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर ने हाईजैक किया ममता का दिल्ली दौरा! मिलने पहुंचे तृणमूल एमपी तक की ली गई तलाशी Cryptocurrency में ऊंचा जोखिम! इधर ओमीक्रॉन के चलते बड़ी गिरावट, उधर हैकर्स ने चुराए टोकन; FM बोलीं- हम लोगों को आगाह कर रहे ESIC के इन सदस्यों का अब फ्री में होगा सालाना हेल्थ चेक-अप, केंद्र ने चालू की परियोजना कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि एक बार इंदिरा गांधी ने दो लोगों को यूथ कांग्रेस के महासचिव के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की थी और उन्होंने इससे मना कर दिया था। इसपर इंदिरा गांधी ने उनकी हौसला अफजाई की थी। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जब राजीव गांधी राजनीति में आए तो इंदिरा गांधी ने हम दोनों को बुलाया और राजीव गांधी से कहा कि गुलाम नबी मुझे भी ना कह सकते हैं। लेकिन इनके ना का मतलब अवहेलना या अपमान नहीं है। बल्कि पार्टी की भलाई के लिए है। लेकिन आज कोई ना सुनने के लिए तैयार नहीं है, ना कहने पर पार्टी से दरकिनार कर दिया जाता है। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने के सवाल पर कहा कि वह अपनी पार्टी नहीं बना रहे हैं। गुलाम नबी ने कहा कि राजनीति में कोई यह नहीं कह सकता है कि आगे क्या होगा, यह ठीक वैसे ही है जैसे कोई यह नहीं जानता है कि कब उसकी मौत होगी। राजनीति में कोई आगे की भविष्यवाणी नहीं कर सकता है लेकिन मेरे पास पार्टी बनाने का कोई इरादा नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह राजनीति छोड़ना चाहते थे लेकिन लाखों समर्थकों के जुनून को देखते हुए उन्होंने इसे जारी रखने का फैसला किया।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/parliamentary-committee-said-more-research-needed-for-booster-dose-insufficient-preparedness-to-deal-with-epidemic/1946686/,"संसदीय समिति ने कहा- बूस्टर खुराक के लिए अधिक अनुसंधान की जरूरत, महामारी से निपटने की तैयारी अपर्याप्त","देश-विदेश में कोविड-19 के नए बहुरूप ‘ओमीक्रान’ पर बढ़ती चिंताओं के बीच संसदीय समिति ने टीकों के मूल्यांकन, कोरोना के नए बहुरूप, बूस्टर खुराक के लिए अधिक अनुसंधान की जरूरत पर बल दिया है। स्वास्थ्य पर संसदीय स्थायी समिति ने शुक्रवार को पेश अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि ‘इम्यूनोस्केप’ तंत्र विकसित कर रहे नए बहुरूप से गंभीरता से निपटा जाना चाहिए। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान हुई जानमाल की क्षति के मद्देनजर समिति ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सार्स-कोव-2 के प्रसार को रोकने के लिए किए उपाय पूरी तरह से अपर्याप्त साबित हुए हैं। 31 दिसंबर तक न भरा ITR तो लग सकता है 10 हजार रुपए जुर्माना, जानें- क्या हैं टाइम पर Income Tax Return भरने के फायदे? तो इस वजह से ममता बनर्जी से नहीं मिले उद्धव ठाकरे? बेटे आदित्य को सौंपी थी जिम्मेदारी अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर ने हाईजैक किया ममता का दिल्ली दौरा! मिलने पहुंचे तृणमूल एमपी तक की ली गई तलाशी समिति ने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा आक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने व ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। समिति का कहना है कि तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर सरकार को इस समय का इस्तेमाल सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में करना चाहिए। समिति ने पाया कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में परीक्षण सुविधाओं में सुधार की सख्त आवश्यकता है। समिति की ओर से राज्यों में वीआरडीएल के साथ पीएचसी/सीएचसी के बीच समन्वय स्थापित करने की भी सिफारिश की है। पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘समिति का मानना है कि महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए संभावित संक्रामक लोगों का समय पर पता लगाना और उन्हें अलग-थलग करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए निदान संबंधी परीक्षण के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।’ इसके अलावा समिति ने अपनी अन्य सिफारिशों में सरकार को अधिक टीकों को मंजूरी देना, वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाना, वितरण क्षमता बढ़ाने और टीकाकरण दर में वृद्धि के साथ इस कार्यक्रम को आक्रामक रूप से आगे बढ़ाने की बात कही है। समिति ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर के चरम के लगभग छह महीने बाद आई, लेकिन भारत का जांच संबधी बुनियादी ढांचा ‘बेहद कमजोर और अत्यधिक अपर्याप्त’ रहा। समिति ने महामारी की तैयारियों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए आवंटित 64,179.55 करोड़ रुपए के इस्तेमाल के संबंध में कार्य योजना से भी अवगत कराने की मांग की है।",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/priyanka-chaturvedi-shiv-sena-mp-resigns-as-anchor-of-sansad-tv-show-meri-kahani-after-winter-session-suspension-944802.html,"शीतकालीन सत्र से निलंबित किए जाने के बाद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद टीवी के एंकर का पद छोड़ा, वेंकैया नायडू को लिखा लेटर","राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी. Priyanka Chaturvedi Resigns From Anchor Post: शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को संसद टीवी के एक शो के एंकर के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने ये कदम राज्यसभा में संसद के पूरे शीत सत्र से निलंबित किए जाने के बाद उठाया. उच्च सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) को लिखे खत में शिवसेना सांसद ने कहा है, ‘बहुत दुख के साथ मैं संसद टीवी के शो मेरी कहानी के एंकर का पद छोड़ रही हूं. जब संविधान की मेरी प्राथमिक शपथ से मुझे वंचित किया जा रहा है तो मैं संसद टीवी पर बने रहने के लिए तैयार नहीं हूं.’ उन्होंने कहा कि आगे के मौजूदा सत्र से 12 सांसदों को निलंबित करना ‘संसद के इतिहास में कभी नहीं हुआ’ है (MP’s Suspension From Winter Session). उन्होंने खत में लिखा है, ‘मेरा मानना ​​है कि यह मेरा कर्तव्य बनता है कि जब आज राज्यसभा के इतिहास में सबसे ज्यादा महिला सांसदों को इस देश के लोगों हेतु बोलने के लिए पूरे सत्र से निलंबित कर दिया गया है, तब मुझे उनके लिए बोलने और एकजुटता से खड़े होने की जरूरत है. यह भी कभी नहीं भूलना चाहिए कि पिछले सत्र के बलबूते पर 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाना संसद के इतिहास में कभी नहीं हुआ है.’ नायडू और बिड़ला को धन्यवाद कहा चतुर्वेदी ने नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को इस जिम्मेदारी के योग्य समझने और अवसर देने के लिए धन्यवाद भी कहा है. अगस्त में पिछले सत्र में अपने ‘अशांत’ आचरण के लिए संसद के पूरे शीतकालीन सत्र से 12 विपक्षी सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है (Priyanka Chaturvedi News). विपक्ष ने निलंबन को उच्च सदन के ‘अलोकतांत्रिक और प्रक्रिया के सभी नियमों का उल्लंघन’ करार दिया है. निलंबित सांसदों में कांग्रेस के छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो और सीपीआई और सीपीआई (एम) के एक-एक सांसद शामिल हैं. विरोध प्रदर्शन कर रहे सांसद ये संसद परिसर के अंदर महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की प्रतिमा के सामने दिनभर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने निलंबन रद्द होने तक हर दिन ऐसा करना जारी रखने का फैसला किया है. प्रियंका चतुर्वेदी ने इससे पहले केंद्र को ‘कमजोर’ करार दिया था और उस नियम 256 का हवाला दिया था, जो राज्यसभा के एक सदस्य को संसद के शेष सत्र के लिए निलंबित करने की अनुमति नहीं देता है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/rahul-gandhi-seeks-reply-over-nagaland-civilian-killings-what-exactly-is-the-home-ministry-doing-944738.html,"नागालैंड: 11 आम लोगों और जवान की मौत पर राहुल गांधी ने पूछा- देश में जनता और जवान दोनों असुरक्षित, क्या कर रहा गृह मंत्रालय?","कांग्रेस नेता राहुल गांधी (फाइल फोटो) नागालैंड में फायरिंग की घटना में 11 नागरिकों और एक जवान की मौत पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं. नागालैंड के मोन जिले में शनिवार को एक उग्रवाद रोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों द्वारा कथित रूप से की गई फायरिंग में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद इलाके में स्थिति तनाव पैदा हो गया. राहुल गांधी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, “यह बहुत ही दुखद है. भारत सरकार को सच्चाई के साथ जवाब देना चाहिए. जब अपने ही घर में ना आम लोग और न ही सुरक्षाबल सुरक्षित हैं, तो आखिरकार गृह मंत्रालय क्या कर रहा है?” भारतीय सेना ने रविवार को आम लोगों की मौत होने के मामले की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का आदेश दिया और इस घटना पर गहरा खेद जताया. सेना ने एक बयान में कहा, “लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी. कई सुरक्षाकर्मी अभियान में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है.” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर दुखी जताते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठिक एसआईटी मामले की जांच करेगी. उन्होंने ट्वीट किया, “नागालैंड के मोन के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं. मैं जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय एसआईटी टीम इस घटना की जांच करेगी. ताकि दुखी परिवारों को न्याय दिलाई जा सके.” नागालैंड के मुख्यमंत्री ने की शांति बनाए रखने की अपील आम लोगों की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों की कुछ गाड़ियों में शनिवार को आग लगा दिया. घटना में कई घायल भी हुए हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई. वहीं नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने लोगों से शांति की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘‘मोन के ओटिंग में आम लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है. मैं दुखी परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. मामले की एसआईटी (विशेष जांच दल) से उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और कानून के अनुसार न्याय किया जाएगा. मैं सभी वर्गों से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं.’’",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/goa-assembly-election-arvind-kejriwal-aap-announces-huge-guarantee-for-women-of-goa-944732.html,"Goa Election: ‘करप्शन का पैसा बचाकर महिलाओं को देंगे 1-1 हजार रुपये की सौगात’, गोवा में अरविंद केजरीवाल ने की कई बड़ी घोषणाएं","दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल. आगामी विधानसभा चुनावों (Assembly Election 2022) के लिए आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने भी अपनी कमर कस ली है. पार्टी जनता को लुभाने के लिए अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ रही. राजनीतिक दलों में एक दूसरे से आगे रहने की होड़ मची हुई है. इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गोवा (Goa) की सभी महिलाओं के लिए कई खास घोषणाएं की हैं. केजरीवाल ने अपनी घोषणा में कहा, ‘जिन महिलाओं को गृह आधार योजना नहीं मिलती, उनके खाते में हर महीने 1000 रुपये डालें जाएंगे.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी गोवा के विकास के लिए प्लान तैयार कर रही कि जब हमारी सरकार बनेगी तो हम क्या-क्या करेंगे. किसी और पार्टी को आपसे मतलब नहीं है, उन्हें केवल गोवा को लूटने से मतलब है.’ AAP के राष्ट्रीय संयोजक ने आगे कहा, ‘हमारी सरकार बनेगी तो हम गृह आधार योजना में अभी जो डेढ़ हजार मिल रहा है उसे बढ़ाकर ढाई हजार महीना करेंगे.’ ‘करप्शन का पैसा बचाकर महिलाओं को 1-1 हजार रुपये देंगे’ इतना ही नहीं, केजरीवाल ने यह भी कहा कि 18 साल से ज्यादा उम्र की सभी महिलाओं को 1000 रुपये हर महीने गृह आधार योजना के तहत दिए जाएंगे. वहीं, बजट को लेकर उन्होंने कहा, ‘हर महिला को 1-1 हजार देने के लिए 500 करोड़ रुपये चाहिए. गोवा का बजट 22000 करोड़ रुपये हैं. लेकिन जब कोई फ्लाईओवर बनता है, या किसी सड़क का निर्माण होता है तो 22000 करोड़ का 20 प्रतिशत यानी लगभग 4400 करोड़ रुपये करप्शन में चले जाते हैं. हम इसी 4400 करोड़ को बचाएंगे और सभी महिलाओं को 1-1 हजार रुपये देंगे.’ From where will the money come for: 🔹₹1000/month to every woman 🔹Unemployment allowance 🔹FREE Electricity 🔹FREE Tirth Yatra 🔸Goa’s Budget: 22,000 Cr 🔸20% Corruption: 4400 Cr 🔸Total Cost of Kejriwal’s Guarantee: Less than 1000 Cr – CM @ArvindKejriwal #EkChanceKejriwalak pic.twitter.com/imtWZDcSFf — AAP (@AamAadmiParty) December 5, 2021 ‘जो नेताओं को मिल रहा है वह Freebie है’ केजरीवाल ने आगे कहा, ‘मैंने गोवा के लिए फ्री बिजली की घोषणा की, बेरोजगारी भत्ते की घोषणा की. तीर्थयात्रा का ऐलान किया और महिलाओं को 1-1 हजार देने का वादा किया, यह सारा खर्चा अगर मिला दिया जाए, तो 1 हजार करोड़ रुपये बैठेगा.’ वहीं, विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘ये लोग कहते हैं कि केजरीवाल फ्रीबीज (Freebies) दे रहा है. हम इस देश की हवा बदल रहे हैं. अभी तक सारी फ्रीबीज नेताओं को मिलती थी, मंत्रियों को 4000 हजार यूनिट बिजली मुफ्त मिलती है. तो क्या जनता को 300 यूनिट बिजली मुफ्त नहीं मिलनी चाहिए? हम जनता को फ्री बिजली देते हैं, तो वो (विपक्ष) कहते हैं कि केजरीवाल फ्रीबी दे रहा है.’ केजरीवाल ने कहा, ‘जो नेताओं को मिल रहा है वह Freebie है, जो जनता को मिल रहा है वह उनका हक है!’",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-winter-session-rajya-sabha-has-lost-52-percent-of-the-scheduled-sitting-time-during-the-first-week-944674.html,"हंगामे की भेंट चढ़ा राज्यसभा के सत्र का 52 प्रतिशत समय, थमता नहीं दिख रहा सांसदों के निलंबन का मामला","राज्यसभा (फाइल फोटो) संसद के शीतकालीन सत्र के पहले हफ्ते में राज्यसभा (Rajya Sabha) की कार्यवाही के लिए तय समय का सिर्फ 47.70 फीसदी ही इस्तेमाल हो पाया. 12 सांसदों के निलंबन और अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के प्रदर्शन के कारण सदन की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा था. हालांकि हफ्ते के आखिरी दो दिनों में सदन की प्रोडक्टिविटी अच्छी रही है, जिससे सोमवार से सदन के सामान्य तरीके से चलने की संभावना है. शुक्रवार को राज्यसभा में कामकाज 100 फीसदी हुआ और इससे पहले गुरुवार को 95 फीसदी प्रोडक्टिविटी रही. राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को कुछ विपक्षी नेताओं और मंत्रियों से मुलाकात की और 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की विपक्ष की मांग पर दोनों पक्षों से चर्चा करने का अनुरोध किया. विपक्षी सांसद निलंबन के मुद्दे पर लगातार सदन के भीतर और संसद परिसर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. पहले हफ्ते सदन से कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने पर विधेयक और बांध सुरक्षा विधेयक पारित किए गए. 67 सूचीबद्ध तारांकित प्रश्नों में से 23 का जवाब मौखिक रूप से दिया है. वहीं 8 सूचीबद्ध प्रश्नों को हटा दिया गया, क्योंकि वे प्रश्न निलंबित सांसदों द्वारा पूछे गए थे. गुरुवार को राज्यसभा की कार्यवाही तय समय से 33 मिनट ज्यादा चली थी, जिसके कारण ओवरऑल प्रोडक्टिविटी सुधरकर 49.70 फीसदी हो गया. शुक्रवार को राज्यसभा में 22 प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया गया, जिसमें एक पर चर्चा हुई. इनमें से संविधान की प्रस्तावना में संशोधन की मांग वाले एक विधेयक को रोक दिया गया. जिन 12 सांसदों को निलंबित किया गया है, उनमें तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के विनय विस्वम शामिल हैं. मानसून सत्र में सिर्फ 28 प्रतिशत हुआ था कामकाज इससे पहले संसद के मानसून सत्र में सिर्फ 28 प्रतिशत कामकाज हुआ था. इस दौरान सदन में 28 घंटे 21 मिनट कामकाज हुआ और हंगामे के कारण 76 घंटे 26 मिनट का कामकाज बाधित हुआ था. यह 2014 में राज्यसभा के 231वें सत्र के बाद व्यवधानों और स्थगनों के चलते 4 घंटे 30 मिनट के साथ प्रतिदिन औसतन सबसे ज्यादा समय का नुकसान था. सरकार ने एक बयान में कहा था, ‘‘साल 2014 के बाद सर्वाधिक व्यवधान के बावजूद राज्यसभा में प्रतिदिन 1.1 विधेयक पारित किया गया. यह वर्ष 2014 के बाद राज्यसभा में पारित किए गए विधेयकों का दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/coronavirus-omicron-variant-spreading-faster-than-delta-variant-take-these-measures-to-protect-944664.html,"ओमीक्रॉन वेरिएंट से मची खलबली, एक्सपर्ट बोले- ‘डेल्टा’ से ज्यादा तेजी से फैल रहा ये वेरिएंट, बचाव के लिए करें ये उपाय","ओमीक्रॉन वेरिएंट. कोराना वायरस (Coronavirus) के ‘अत्यंत संक्रामक’ बताए जा रहे नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ (Coronavirus Variant Omicron) को लेकर जहां अफ्रीका और यूरोप के कई देशों में खलबली मची है, वहीं इसने भारत में भी दस्तक देकर सरकार और प्रशासन के साथ ही आमजन की चिंता बढ़ा दी है. इसकी संक्रामक प्रवृत्ति और स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को लेकर देश में तमाम तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं. इन्हीं सब मुद्दों पर पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के हृदय रोग विज्ञान (कार्डियोलॉजी) विभाग के पूर्व प्रोफेसर के. श्रीनाथ रेड्डी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत की. सवाल: ओमीक्रोन ने भारत में दस्तक दे दी है और इसे लेकर दहशत का माहौल है क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे बेहद संक्रामक बताते हुए चिंता जताई है. इस बारे में आपका क्या कहना है? जवाब: जहां तक इसकी संक्रामक क्षमता का सवाल है तो यह सही है कि यह ज्यादा संक्रामक है. दक्षिण अफ्रीका और यूरोप के देशों में जिस गति से यह फैला है, वह इसका सबूत भी है. वायरस का यह वेरिएंट गंभीर रूप से बीमार करता है, अभी तक इसका कोई संकेत नहीं है. बल्कि अभी तक जो भी चीजें सामने आई हैं, उससे पता चलता है कि कि संक्रमित लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराने की बहुत ज्यादा आवश्यकता नहीं पड़ी और इससे लोगों की जान नहीं जा रही है, जैसा कि हमें वायरस के डेल्टा वेरिएंट में देखने को मिला था. रही बात टीकों के प्रभाव की तो यह संभावना ज्यादा है कि टीकों का असर कम हो जाए. क्योंकि टीकों से बनने वाले एंटीबॉडी का स्तर कुछ समय बाद कम हो जाता है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि टीके वायरस से पूरी तरह हार जाएंगे. सवाल: इससे पहले कि ओमीक्रोन खतरनाक रूप धारण करे, सरकार को तत्काल क्या कदम उठाने चाहिए. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी प्रतिबंध की बात उठ रही है? जवाब: सबसे पहले तो हमें इसके फैलने की गति को धीमा करना होगा. इसलिए मास्क पहनकर चलें ताकि वायरस हमारे शरीर में प्रवेश नहीं कर सके. भीड़-भाड़ वाले जो कार्यक्रम हैं, उन पर प्रतिबंध लगना चाहिए. टीकाकरण की गति बढ़नी चाहिए. स्वास्थ्य पर इसके असर की लगातार निगरानी करते रहनी होगी. संक्रमण भले ही फैले लेकिन अगर यह लोगों को गंभीर रूप से बीमार नहीं कर रहा है तो घर में ही इलाज का प्रबंध किया जाना चाहिए. बीमारी तीव्र हो तो जरूर अस्पतालों का भी प्रबंध किया जाना चाहिए. रही बात अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने कि तो मेरा मानना है इससे कुछ फायदा नहीं होने वाला है. चीन में जब यह महामारी आई तो कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया था, ब्रिटेन में अल्फा वेरिएंट आया तब भी हमने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया और डेल्टा वेरिएंट के मामले में भी यही किया लेकिन इसके बावजूद हम इसे फैलने से नहीं रोक सके. लेकिन इसकी गति को हम थोड़ा कम कर सकते हैं, उड़ानों पर प्रतिबंध लगाकर. प्रतिबंध लगाने की बजाय जो यात्री विदेशों से आ रहे हैं, उनकी जांच की जाए और उनमें रोगों के लक्षण का पता लगाया जाए. उनके संपर्कों का पता किया जाना चाहिए. सवाल: जब भी वायरस का कोई नया वेरिएंट सामने आता है, देश में यह बहस छिड़ जाती है कि टीके इसके खिलाफ कारगर हैं या नहीं. अगर हैं तो कौन सा टीका अत्यधिक प्रभावी है? बूस्टर खुराक की भी चर्चा होने लगती है. आप क्या कहेंगे? जवाब: मैं पिछले अप्रैल महीने से ही कह रहा हूं कि ये जो टीके बने हैं या फिर जिनका हम दुनिया भर में इस्तेमाल कर रहे हैं, वे गंभीर बीमारी को रोक सकते हैं लेकिन वायरस का संक्रमण फैलने से नहीं रोक सकते. संक्रमण को फैलने से रोकने का काम मास्क ही कर सकता है और टीका हमें सुरक्षा प्रदान करता है. इसलिए हमें टीके भी लगवाने हैं और मास्क भी पहनना है. रही बात बूस्टर खुराक की तो यह टीकों के प्रभाव पर निर्भर करता है. कुछ टीके हैं जो तेजी से एंटीबॉडीज बढ़ा देते हैं. कुछ हैं कि जिनमें एंटीबॉडी का स्तर कुछ महीनों के बाद खत्म भी हो जाता है. टीके-टीके में फर्क है और व्यक्ति-व्यक्ति में भी फर्क है. बूस्टर खुराक देने से पहले यह देखना जरूरी होगा कि ओमीक्रोन कितने गंभीर रूप से बीमार कर रहा है. सवाल: देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक टीकों की 126.53 करोड़ से अधिक खुराक लगाई गई हैं. इनमें से दोनों खुराक सिर्फ 46,88,15,845 लोगों को ही दी गई हैं जबकि 79,56,76, 342 लोगों ने पहली खुराक ली है. इस बारे में आपकी राय? जवाब: हमें जल्दी से जल्दी टीकों की दोनों खुराक देनी होंगी. टीकाकरण कार्यक्रम को जल्द से जल्द पूरा किया जाना आवश्यक है. अगर यह साबित होता है कि ओमीक्रोन से स्वास्थ्य को गंभीर खतरा पैदा हो रहा है, तो बूस्टर खुराक शुरू कर सकते हैं. इसमें भी 60 साल से अधिक उम्र या गंभीर बीमारी वालों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. सवाल: लोगों के मन में बार-बार यह सवाल उठ रहा है कि क्या हर साल कोरोना वायरस का कोई न कोई वेरिएंट आता रहेगा और हम इसी प्रकार भय के साये में जीने को मजबूर रहेंगे? जवाब: हमारे बीच में रहने के लिए वायरस अपने वेरिएंट में परिवर्तन करेगा. अलग वेरिएंट भी आ सकता है. हमें इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि हम इस वायरस को मिटा देंगे या खत्म कर देंगे. इसके खतरे को हम जरूर कम कर सकते हैं और उसे संकेत दे सकते हैं कि तुम्हें हमारे बीच में रहना है तो बीमारी ज्यादा मत फैलाओ, फिलहाल, घबराने वाली बात नहीं है क्योंकि ओमीक्रोन से अभी तक स्वास्थ्य पर बहुत गंभीर असर नहीं देखा गया है. यह हमारे लिए अच्छा संकेत है. इसलिए मास्क पहनें, भीड़-भाड़ से दूर रहें और टीका लगवाएं.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/trade-related-talks-with-pakistan-is-useless-futile-says-congress-manish-tewari-on-navjot-singh-sidhu-statement-944602.html,"सिद्धू के बयान पर मनीष तिवारी का पलटवार- ‘पाकिस्तान जब तक आतंकियों को भेजना बंद नहीं करता, व्यापार की बात करना बेकार’","कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू. पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान के साथ व्यापार वाले बयान पर उन्ही की पार्टी के नेता मनीष तिवारी की प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने अपने बयान में कहा, ‘जब तक पाकिस्तान भारत में आतंकवादियों को भेजना बंद नहीं करता और ड्रोन के माध्यम से हमारे क्षेत्रों में ड्रग्स और हथियार गिराना बंद नहीं करता, तब तक पाकिस्तान के साथ व्यापार (Trade With Pakistan) से संबंधित कोई भी बातचीत करना बेकार और व्यर्थ है. मनीष तिवारी का यह बयान नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘अगर पाकिस्तान से हमारी मित्रता बढ़ती है तो हमारा कारोबार भी बढ़ेगा.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले भी गुजारिश की थी और मैं एक बार फिर से गुजारिश कर रहा हूं कि व्यापार को फिर से शुरू किया जाए. इससे सभी को फायदा होगा.’ Until Pakistan stops sending terrorists to India & dropping drugs and weapons in our areas via drones, it is useless and futile to hold any trade-related talks with Pakistan: Congress MP Manish Tewari on Navjot Singh Sidhu’s statement on trade with Pakistan pic.twitter.com/no6SFzrNfm — ANI (@ANI) December 5, 2021 पाकिस्तान के साथ व्यापार फिर से शुरू करने की गुजारिश वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की योजना की प्रशंसा करते हुए सिद्धू ने कहा, ‘मैं हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की उस योजना की प्रशंसा करता हूं, जिसके तहत उन्होंने भारत से पाकिस्तान के लिए अमन इमान बस सेवा शुरू की थी.’ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष ने आगे कहा कि भारत-पाकिस्तान व्यापार (India-Pakistan Trade) और अन्य 34 देशों का दायरा 37 बिलियन अमेरिकी डॉलर हैं. अभी हम केवल तीन बिलियन डॉलर का व्यापार कर रहे हैं, जो क्षमता का पांच फीसदी भी नहीं है. उन्होंने कहा कि पंजाब को पिछले 34 महीनों में चार हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस दौरान 15 हजार नौकरियां चली गई हैं. भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) व्यापार को लेकर सिद्धू ने कहा कि मैंने पहले भी गुजारिश की थी और मैं एक बार फिर से गुजारिश कर रहा हूं कि व्यापार को फिर से शुरू किया जाए. इससे सभी को फायदा होगा. बता दें सिद्धू कई बार पाकिस्तान के पक्ष में बयान दे चुके हैं. इससे पहले उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना ‘‘बड़ा भाई’’ बताया था, जिसके लिए उनकी जमकर आलोचना हुई थी.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/amit-shah-says-centre-committed-in-providing-world-class-technologies-to-bsf-for-border-security-944591.html,"2014 से सीमाओं की सुरक्षा को सरकार ने गंभीरता से लिया, BSF को दुनिया की बेहतरीन तकनीक मिलेगी- अमित शाह","जैसलमेर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार ने देश की सीमाओं पर किसी भी घुसपैठ पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की है. सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 57वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर राजस्थान के जैसलमेर में शाह ने कहा कि बीएसएफ को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीक मुहैया कराना सरकार की प्रतिबद्धता है. उन्होंने कहा कि भारत एंटी ड्रोन तकनीक विकसित कर रहा है और इसे जल्द ही सुरक्षाबलों को मुहैया कराया जाएगा. शाह जैसलमेर के दो दिनों के दौरे पर हैं. उन्होंने कार्यक्रम में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार स्थापना दिवस दिल्ली से बाहर मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस वहीं होना चाहिए, जहां फोर्स के लोग हैं और ये परंपरा बननी चाहिए. गृह मंत्री ने कहा, “आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. आजादी का शताब्दी वर्ष मनेगा तो अगले 25 साल के इस कालखंड को भारत के लोग याद रखेंगे. इस दौरान बीएसएफ को सीमा को सुरक्षित करने के नए तौर तरीके अपनाने और उसका लक्ष्य निर्धारण करना चाहिए.” शाह ने कहा कि देश भर के पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल और सीएपीएफ के 35 हजार से ज्यादा जवानों ने अब तक अपनी शहादत दी है. उन्होंने कहा, “मुझे कहते हुए गर्व है कि बीएसएफ इसमें सबसे आगे है, क्योंकि वे सबसे कठिन इलाकों में तैनात हैं. बीएसएफ सीमाओं की सुरक्षा करने वाले आज दुनिया का सबसे बड़ा बल है. चाहे पहाड़ हो, रेगिस्तान हो या जंगलों में सीमाएं हों, बीएसएफ ने ना ही -43 डिग्री सेल्सियस और ना ही 50 डिग्री सेल्सियस तापमान की परवाह की है. हर भौगोलिक परिवेश में उन्होंने अपना उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए देश की सीमा की सुरक्षा की है.” गृह मंत्री ने कहा कि 2014 से देश की सीमाओं की सुरक्षा को गंभीरता से भारत सरकार ने लिया है. जहां-जहां भी सीमा पर अतिक्रमण करने का प्रयास हुआ, हमने तुरंत जवाबी कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि हमारी सीमा को और हमारे जवानों को कोई हल्के में नहीं ले सकता, ये संदेश भारत ने दिया है. बल में 50,000 जवानों की भर्ती का काम पूरा हुआ- शाह उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री सीमाओं के प्रहरियों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे हैं. हमारी सीमाएं जितनी सुरक्षित होंगी, सीमावर्ती क्षेत्र भी उतना ही सुरक्षित होगा मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों के परिवारजनों को पूर्ण स्वास्थ्य कवर प्रदान किया गया है, जिसके तहत एक कार्ड के द्वारा परिजन आसानी से इसका लाभ ले सकते हैं.” शाह ने कहा, “विश्व में उपलब्ध आधुनिक से आधुनिक तकनीक आपको और सीमा सुरक्षा बल को उपलब्ध कराई जाएगी. केंद्र सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है. बल में 50,000 जवानों की भर्ती का काम पूरा हो गया है. भर्तियों की संख्या और बढ़ाने के लिए हम निश्चित प्रयास करेंगे.” बीएसएफ, दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है जो पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगती भारत की 6386.36 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा करता है. वर्तमान में इसके तहत 186 बटालियन और करीब 2.65 लाख कर्मी हैं. बल में लगभग 7,500 महिला कर्मी हैं, जिनमें से 139 अधिकारी हैं.",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/indian-corona-vaccines-effective-against-coronavirus-omicron-variant-know-what-former-csir-chief-says-about-hybrid-immunity-944463.html,"‘भारत में इस्तेमाल हो रहीं कोरोना की सभी वैक्सीन ओमीक्रोन वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी’, बोले CSIR के पूर्व चीफ","भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (New Coronavirus Variant Omicron) ने दहशत बढ़ा दी है. देश भर से इस वेरिएंट के अब तक चार मामले सामने आ चुके हैं. जिसके मद्देनजर सभी राज्यों ने अपने-अपने स्तर पर एहतियाति उपाय करना शुरू कर दिया है. वहीं, कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की प्रभावकारिता को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या वैक्सीन कोविड के इस ‘चिंताजनक’ वेरिएंट पर कारगर है या नहीं. एक हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, भारत में इस्तेमाल हो रहीं कोरोना की वैक्सीन्स ओमीक्रोन वेरिएंट के खिलाफ देश की लड़ाई में प्रभावी हैं. टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के डायरेक्ट डॉ. राकेश मिश्रा (Former CSIR Chief Rakesh Mishra) ने हाइब्रिड इम्युनिटी (Hybrid Immunity) की प्रभावशीलता के बारे में बात करते हुए कहा, ‘परिणाम बताते हैं कि हाइब्रिड इम्युनिटी नए वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी है. इन बातों का वैज्ञानिक सत्यापन हो रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘वायरस के खिलाफ तीन तरह की इम्युनिटी है संक्रमण से आने वाली प्राकृतिक इम्युनिटी (Natural Immunity), वैक्सीन से आने वाली वैक्सीन इम्युनिटी (Vaccine Immunity) और हाइब्रिड इम्युनिटी, जिसमें पहले से संक्रमित व्यक्ति को भी वैक्सीन लग जाती है. भारत में ओमीक्रोन मामलों का आना “वेकअप” कॉल? डॉ मिश्रा ने आगे वैक्सीनेटेड आबादी पर हाइब्रिड इम्युनिटी के प्रभाव के बारे में बताया और कहा कि इससे लोगों को सुरक्षा मिलने की संभावना है. उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना ​​है कि यह तब होगा जब लोग प्राकृतिक रूप से संक्रमित होंगे और फिर उनका वैक्सीनेशन होगा. कुछ लोग ऐसे भी रहे हैं, जो कोरोना से संक्रमित तो हुए, मगर लक्षण नहीं दिखने की वजह से उन्हें इस बारे में पता नहीं चल पाया. यह एक बड़ी संख्या में हाइब्रिड इम्युनिटी होगी.’ भारत में ओमीक्रोन मामलों का आना “वेकअप” कॉल है? इसका जवाब देते हुए मिश्रा ने कहा, ‘यह इस बात के लिए ‘वेकअप कॉल’ है कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और सभी सावधानियां बरतने की जरूरत है.’ वहीं, ओमीक्रोन वेरिएंट के लक्षणों के बारे में बात करते हुए एक्सपर्ट ने कहा कि अधिकांश लोग ऐसे हो सकते हैं, जिनमें इसके लक्षण दिखाई न दें. जबकि कुछ लोगों में कम गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं. इसलिए ओमीक्रोन को सामान्य सर्दी समझने की गलती न करें.’ डॉ मिश्रा ने आगे कहा कि इस साल की शुरुआत में भारत में दूसरी लहर लाने वाले डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) की तुलना में ओमीक्रोन ज्यादा संक्रामक हो सकता है.",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/union-minister-bharati-pravin-pawar-told-rajya-sabha-scientific-evidence-on-longevity-of-covid-antibodies-still-evolving-booster-dose,"केंद्रीय मंत्री ने बताया: कोरोना के खिलाफ टीके से मिलने वाली सुरक्षा पर हो रहे हैं अध्ययन, बूस्टर खुराक को लेकर कही ये बात","विस्तार केंद्र सरकार ने कहा है कि शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी कितरे समय तक रहती है यह समझने के लिए भारत और विदेशों में कई स्वतंत्र जांचकर्ताओं और टीका निर्माताओं ने अध्ययन किए हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि इस मामले में वैज्ञानिक सबूत अभी भी विकसित हो रहे रहे हैं और नई जानकारियां भी सामने आ रही हैं। यह बात संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक सवाल के जवाब में कही। संसद के उच्च सदन में एक सवाल के लिखित जवाब में पवार ने कहा कि टीकाकरण से एंटीबॉडी के साथ-साथ अन्य प्रतिरक्षा तंत्र जैसे कोशिकीय या टी कोशिका आधारित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और मेमोरी बी कोशिकाएं बनती हैं। ये शरीर को संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती हैं। उन्होंने यह बात इस सवाल के जवाब में कही कि क्या सरकार यह जानने के लिए कोई अध्ययन कर रही है कि क्या बुजुर्ग आबादी में टीकाकरण से मिलने वाली प्रतिरक्षा कम होने का कोई मामला सामने आया है। कोविड-19 टीके की बूस्टर खुराक देने के सवाल पर कही ये बात वहीं, इस सवाल पर कि क्या सरकार इम्युनिटी बढ़ाने के लिए टीके की बूस्टर खुराक देने पर विचार कर रही है, पवार ने कहा कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) और टीकाकरण पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (नेगवैक) इस पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बूस्टर खुराक की जरूरत और कोविड टीकों की निर्धारिक खुराकों से संबंधित वैज्ञानिक सबूतों पर विचार किया जा रहा है और इसे लेकर उसी आधार पर ही कोई फैसला लिया जाएगा। तीसरी लहर से बचने के लिए जांच, निगरानी और इलाज पर ध्यान उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने जीनोम सीक्वेंसिंग और सार्स-कोव-2 के विभिन्न नए वैरिएंट के पर नजर रखने के लिए भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक निगरानी कंसोर्टियम (इंसाकॉग) की भी स्थापना की है। पवार ने बताया कि केंद्र सरकार कोरोना वायरस महामारी पर नियंत्रण और तीसरी संभावित लहर से बचने के लिए जांच, निगरानी और इलाज (टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट) व्यवस्ता के साथ-साथ कोविड अनुरूप व्यवहार और टीकाकरण की रणनीति का सख्ती के साथ पालन कर रही है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmers-protest-hearing-on-petition-against-farmers-sitting-on-delhi-borders-adjourned-till-january,Farmers protest: दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों के खिलाफ याचिका पर सुनवाई जनवरी तक के लिए टली,"विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को किसानों द्वारा बाधित दिल्ली-एनसीआर सीमा के खिलाफ नोएडा निवासी मोनिका अग्रवाल की याचिका पर सुनवाई जनवरी तक के लिए टाल दिया। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने जस्टिस संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ से कहा कि बदली परिस्थितियों को देखते हुए उन्हें निर्देश लाने के लिए कुछ समय दिया जाए। मेहता ने पीठ से मामले की सुनवाई स्थगित करने की गुहार लगाई। पीठ ने सॉलिसिटर जनरल के अनुरोध को स्वीकार करते हुए सुनवाई को जनवरी के दूसरे हफ्ते तक के लिए टाल दिया। मालूम हो कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले करीब एक वर्ष से दिल्ली की सीमाओं पर सड़क पर बैठे हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने अब तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। मोनिका अग्रवाल ने अपनी याचिका में कहा है कि लगातार सड़क अवरुद्ध होने और विरोध प्रदर्शन के कारण उसे नोएडा से दिल्ली की यात्रा करने में 20 मिनट के बजाय लगभग दो घंटे लग रहे हैं। एक आईटी कंपनी में काम करने वाली मोनिका ने अपनी याचिका में कहा है कि उन्हें काम के लिए दिल्ली और नोएडा के बीच आने-जाने की जरूरत है लेकिन यात्रा का समय उनके लिए एक बुरा सपना बन गया है। गत 30 सितंबर को शीर्ष अदालत ने कहा था कि सड़कों पर हमेशा के लिए कब्जा नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था कि वह राष्ट्रीय राजधानी में तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों द्वारा सड़क की नाकेबंदी को हटाने के लिए क्या कर रही है?",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cds-general-rawats-warning-corona-pandemic-may-turn-into-biological-war-all-countries-should-be-ready,"सीडीएस जनरल रावत की चेतावनी: जैविक युद्ध में बदल सकती है कोरोना महामारी, सभी देश तैयार रहें","विस्तार कोरोना महामारी व उसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने चेतावनी दी कि यह महामारी जैविक युद्ध में बदल सकती है। जनरल रावत ने कहा कि ऐसे हालात में विश्व के सभी देशों को इसका मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए। बिम्सटेक के सदस्य देशों से जुड़े आपदा प्रबंधन अभ्यास के शुभारंभ के मौके पर सीडीएस ने यह बात कही। कार्यक्रम में भारत, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, थाईलैंड, श्रीलंका आदि देश भाग ले रहे हैं। सीडीएस रावत ने 'पैनेक्स-21' में कहा, 'मैं एक और मुद्दा उठाना चाहूंगा। वह यह है कि क्या यह महामारी एक नए प्रकार के युद्ध का स्वरूप ले रही है। हम लोगों को खुद को मजबूत कर इससे निपटना होगा ताकि ये वायरस और बीमारियां हमारे देश को प्रभावित न कर सकें।' उन्होंने कहा कि अब कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट सामने आया है। अगर यह अन्य रूपों में बदलता है तो हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। बुद्धि व विवेक से एक दूसरे का साथ दें सीडीएस रावत ने कहा, 'हम सभी के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपनी बुद्धि व विवेक से एक-दूसरे का साथ दें। विश्व भर के सशस्त्र बलों को इन विपत्तियों से निपटने के लिए विशेष तैयारी करनी पड़ती है।' नागरिकों की मदद में सेना का इस्तेमाल कोरोना महामारी काल में यह देखा गया कि हर देश ने अपने रक्षा बलों का इस्तेमाल नागरिकों की मदद करने के लिए किया। कार्यक्रम में रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने भी भाग लिया। उन्होंने सदस्य देशों को प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से लड़ने के लिए मिलकर काम करने के लिए कहा। कार्यक्रम में थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भी इस मौके पर कोरोना के नए वैरिएंट के उभरने और संक्रमण बढ़ने को लेकर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-session-12-hours-time-to-debate-on-corona-issue-like-nagaland-yet-the-opposition-could-not-surround-the-government-strongly,"संसद सत्र: कोरोना पर 12 घंटे का वक्त, नगालैंड जैसा मुद्दा, फिर भी सरकार को पुरजोर तरीके से नहीं घेर पाया विपक्ष","विस्तार संसद का शीतकालीन सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। आम जनता के मुद्दों पर अब तक विपक्ष का रवैया कुछ खास देखने को नहीं मिला। इसके दो बड़े उदाहरण हैं। पहला- कोरोना और दूसरा- नगालैंड में सेना की गोली से मारे गए ग्रामीणों का। इन दोनों ही मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए विपक्ष के पास काफी मौका था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कम से कम आंकड़े और तथ्य तो यही बयां कर रहे हैं। कोरोना पर संसद में क्या हुआ? कोरोना महामारी पर तीन दिसंबर को लोकसभा में चर्चा हुई। इसके लिए 12 घंटे का समय तय किया गया था। ये सदन में होने वाली सबसे लंबी चर्चाओं में से एक था। सरकार ने विपक्ष को मुद्दे उठाने के लिए पर्याप्त मौका भी दिया। नतीजा ये रहा कि कोरोना महामारी जैसे गंभीर विषय पर केवल 96 सांसदों ने अपनी बात रखी। हालांकि, इनमें भी विपक्ष के सवाल कमजोर रहे तो सत्ता पक्ष के सांसद केवल सरकार का गुणगान ही करते नजर आए। किस सांसद ने क्या कहा? लोकसभा में बोलते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी। - फोटो : अमर उजाला 1. अधीर रंजन चौधरी : कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का आरओ वैल्यू 1.64 था। अब वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन के लिए चेतावनी दी है कि इसमें ज्यादा सावधानी बरतनी है। इसके फैलने की रफ्तार 2.0 से भी अधिक है। अब तक कोरोना के मिले किसी भी वैरिएंट से ज्यादा। वैश्विक पैमाने पर अगर देखें तो शोध के क्षेत्र में हमारा निवेश काफी कम है। किसी ने हाल ही में कहा है कि भारतीय अच्छे ट्रेडर्स हो सकते हैं लेकिन इंवेटर्स नहीं। सरकार ने हेल्थ रिसर्च और वैक्सीन उत्पादन पर काफी कम खर्च किया। इसका नतीजा सबके सामने है। 2. महुआ मोइत्रा : तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा ने कहा, ' ये समय वास्तव में एक परिवर्तन का है। महामारी की शुरुआत हमारे यहां एक उत्सव के रूप में हुई। जब सरकार को टीकों का ऑर्डर देना था तब प्रधानमंत्री ने हम सभी को बाहर इकट्ठा होकर थाली, ताली बजाने और मोमबत्ती जलाने के लिए प्रोत्साहित किया।' 3. प्रो. सौगत रॉय : तृणमूल कांग्रेस के सांसद प्रो. रॉय ने 1962 भारत-चीन युद्ध से अपनी बात शुरू की। कहा कि हम तब भी युद्ध के मैदान में बिना तैयारी के चलते गए थे और आज भी वही स्थिति है। 4. कल्याण बनर्जी : तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने वैक्सीनेशन के आंकड़ों पर सवाल उठाया। कहा कि यहां बैठे कुछ लोग कहते हैं कि देश में 110 करोड़ वैक्सीनेशन हो गया, कुछ कहते हैं कि 115 करोड़ वैक्सीनेशन हो गया है और मेरा मोबाइल कॉलर ट्यून कहता है कि 100 करोड़ से ज्यादा वैक्सीनेशन हो चुका है। हमारे देश में 135 करोड़ की आबादी है। इसमें 95 करोड़ ही ऐसे हैं जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है। ऐसे में यह कैसे संभव है कि 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका लग गया हो? (नोट : 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को नहीं, बल्कि 100 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। हर एक इंसान को वैक्सीन की दो डोज लगनी है। केंद्र सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में 50% लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है।) 5. डॉ. डीएनवी सेंथिलकुमार एस : डीएमके के सांसद डॉ. डीएनवी ने कोरोना महामारी में चर्चा के दौरान प्रवासी मजदूरों का मुद्दा उठाया। कहा, भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद ये पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में मजदूरों का पलायन हुआ हो। सरकार ने सबको सड़कों पर अकेला छोड़ दिया। कई दर्दनाक कहानी सामने आ चुकी है। 6. विनायक राउत : शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने निजीकरण का मुद्दा उठाया। कहा कि कोरोना का निगेटिव असर रेलवे, एलआई और 26 सरकारी कंपनियों पर भी हो चुका है। सरकार ने इन सभी का निजीकरण कर दिया। अगर देश को बचाना है तो वापस इन कंपनियों को सरकारी करना होगा। 7. एएम आरिफ : सीपीआई (एम) के सांसद एएम आरिफ ने कहा, 'सरकार ने प्रधानमंत्री की फोटो के साथ लोगों को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिया है। हकीकत में इस सर्टिफिकेट पर सुप्रीम कोर्ट की फोटो होनी चाहिए। बिना कोर्ट ये संभव नहीं हो पाता। सरकार ने तो आम लोगों को लूटने के लिए फार्मा कंपनियों को खुली छूट दे रखी थी।' भाजपा के सांसदों ने क्या कहा? तेजस्वी सूर्या - फोटो : अमर उजाला 1. तेजस्वी सूर्या : भाजपा के सांसद तेजस्वी सूर्या ने आंकड़ों के जरिए सरकार की तारीफ की और कांग्रेस पर तंज कसा। कहा हिमाचल प्रदेश में 100% लोगों को वैक्सीन का पहला टीका और 91% लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। गोवा, गुजरात में भी काफी तेजी से वैक्सीनेशन हुआ, लेकिन कांग्रेस शासित एक भी राज्य ऐसा नहीं है जहां 90% से अधिक लोगों को वैक्सीन की एक डोज लग पाई हो। 2. डॉ. कीर्ति सोलंकी : भाजपा की सांसद डॉ. कीर्ति ने कहा कि प्रधानमंत्री ने टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट को आधार बनाकर लोगों को कोरोना से बचाया। आंकड़ों के जरिए सरकार की तारीफ की। ( भाजपा की प्रो. रीता बहुगुणा जोशी और रतन लाल कटारिया ने भी वैक्सीनेशन और टेस्टिंग के आंकड़ों के जरिए सरकार की तारीफ की।) नगालैंड के मुद्दे पर केवल हंगामा हुआ राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन की वापसी और किसानों के लिए एमएसपी की गारंटी सहित कई मांगों को लेकर शुरुआत से ही सदन में केवल हंगामा हो रहा है। नगालैंड के मुद्दे पर भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। सेना की गलती से मारे गए 12 ग्रामीणों के मसले पर सदन में सोमवार को चर्चा हुई। विपक्ष ने शुरू में ही हंगामा कर दिया। कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी, टीएमसी के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय समेत विपक्ष के कई सांसद सदन में गृहमंत्री के बयान की मांग करते रहे। इसके चलते दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित हुई। तीन बजे गृहमंत्री अमित शाह ने पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा में पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। इसके तुरंत बाद दोनों सदनों में विपक्ष की नारेबाजी शुरू हो गई। हंगामा बढ़ता देख सभापति ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bhima-koregaon-case-supreme-court-dismisses-nia-s-plea-on-sudha-bhardwaj-bail,"भीमा कोरेगांव मामला: में जमानत पर सुधा को सुप्रीम राहत, एनआईए की याचिका खारिज","विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में वकील-कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज को जमानत देने के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की याचिका को मंगलवार को खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के डिफॉल्ट जमानत देने के फैसले पर मुहर लगाते हुए कहा कि इस मामले में दखल देने की कोई वजह दिखाई नहीं देती। लिहाजा एनआईए की ये याचिका खारिज की जाती है। जस्टिस यू यू ललित, जस्टिस एस रवींद्र भट और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने एनआईए द्वारा दी गई दलीलों पर विचार करने से इनकार करते हुए कहा, हमें हाईकोर्ट के आदेश में हस्तक्षेप करने का कोई नजर नहीं आता। बता दें कि हाईकोर्ट के एक दिसंबर के आदेश के खिलाफ एनआईए ने शीर्ष अदालत का रुख किया था। भारद्वाज को अगस्त 2018 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के प्रावधानों के तहत एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, 2018 भीमा कोरेगांव-एल्गार परिषद जाति हिंसा मामले में जेल में बंद सुधा को बॉम्बे हाईकोर्ट ने 1 दिसंबर को डिफॉल्ट जमानत दे दी थी। हाईकोर्ट के इस फैसले को एनआईए ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/shiv-sena-mp-sanjay-raut-says-there-can-be-no-opposition-front-without-congress-after-meeting-rahul-gandhi,"संजय राउत बोले: कांग्रेस के बिना विपक्ष का मोर्चा संभव नहीं, तीन-तीन मोर्चों की जरूरत आखिर किसलिए","विस्तार महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। बैठक के बाद राउत ने कहा कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का मोर्चा संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई नया गठबंधन बनता भी हो तो वह कांग्रेस ने नेतृत्व में काम करेगा। 'तीसरे मोर्चे की कोई आवश्यकता नहीं है, कांग्रेस के साथ कई पार्टियां हैं' इसके साथ ही राउत ने यह कहते हुए तीसरे मोर्चे की आवश्यकता को खारिज कर दिया कि कांग्रेस के साथ कई पार्टियां हैं। उन्होंने सवाल उठाया, 'तीन-तीन मोर्चों की जरूरत आखिर किसलिए है? इतने मोर्चों का क्या किया जाएगा? इस तरह से हम जनता के सामने भाजपा का विकल्प नहीं दे पाएंगे।' शिवसेना के यूपीए में शामिल होने की संभावना के सवाल पर कही ये बात इस सवाल पर कि क्या शिवसेना यूपीए में शामिल होगी, राउत ने कहा कि यह एक लंबी बैठक थी, मैं पहले उद्धव ठाकरे से मिलूंगा और फिर हम इस बारे में बात करेंगे। उन्होंने कहा,विपक्षी दलों की एक बैठक करने की कोशिश हो रही है। मैंने राहुल गांधी से इसे लेकर पहल करने का अनुरोध किया है। आज राहुल गांधी से मिले संजय राउत कल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं। कुछ दिन पहले एनसीपी प्रमुख से मिली थीं ममता बनर्जी महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की गठबंधन सरकार है। राहुल गांधी और संजय राउत की यह बैठक बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी और एनसीपी के प्रमुख शरद पवार की मुंबई में हुई मुलाकात के कुछ दिन बात हुई है। इस बैठक में ममता बनर्जी की एक टिप्पणी पर खासा विवाद हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में कोई यूपीए नहीं बची है। उनके इस बयान ने इन अटकलों को खूब हवा दी कि ममता बनर्जी देश में ऐसा विपक्ष तैयार करने की कोशिश कर रही हैं जिसमें कांग्रेस पार्टी की कोई भूमिका नहीं होगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-assembly-election-2022-pm-modi-targeted-akhilesh-yadav-says-red-alert-to-red-cap-once-samajwadi-party-called-it-alarm-bell-for-bjp-what-is-the-story-of-this-red-cap,"सिर पर टोपी लाल: कभी सपा ने इसे भाजपा के लिए अलार्म की घंटी बताया था, क्या है इस लाल टोपी की कहानी?","विस्तार मार्च 2018 का एक वाकया याद आता है। संसद भवन के अंदर समाजवादी पार्टी के सांसद लाल टोपी पहन कर आए थे। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपनी टोपी लहराते हुए इसे भाजपा के लिए ""रेड सिग्नल"" और ""अलार्म बेल"" बताया। पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव से जब यह पूछा गया कि वह और उनकी पार्टी के सदस्यों ने लाल टोपी क्यों पहनी है तो जवाब में उन्होंने कहा कि यह लाल टोपी भाजपा के लिए खतरे की घंटी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में एक बार फिर इस लाल टोपी का जिक्र किया। वे यहां एम्स और खाद कारखाने का उद्घाटन करने आए थे। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी की जमकर आलोचना की। उन्होंने सपा की लाल टोपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती चाहिए, ये यूपी के लिए रेड अलर्ट है। सियासी लड़ाई नई बात नहीं सपा और भाजपा के बीच लाल टोपी को लेकर यह सियासी लड़ाई कोई नई बात नहीं है। 2018 में ही वामपंथियों के गढ़ त्रिपुरा में जब भाजपा ने अपनी सरकार बनाई तो इसके तुरंत बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने विरोधियों से कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में ""लाल झंडा"" को नीचे लाने के बाद उनकी पार्टी ""लाल टोपी"" को भी नीचे लाएगी। कहा जाता है कि योगी आदित्यनाथ ने यह बयान यूपी विधानसभा में लाल टोपी पहने विधायकों को देखकर दिया था। योगी ने कहा था, ‘लाल टोपी अब काम नहीं करेगी। भगवा का समय आ गया है। भगवा विकास और उदारता का प्रतीक है’।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sc-expresses-displeasure-over-encroachment-on-railways-land-ask-authorities-to-find-solution,"अतिक्रमण: रेलवे की जमीन पर कब्जे से प्रोजेक्ट में विलंब, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- करदाताओं का पैसा हो रहा बर्बाद","विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे की जमीनों पर अतिक्रमण व कब्जे को लेकर मंगलवार को नाराजगी जताई है। इसके कारण सार्वजनिक परियोजनाओं पर अमल में देरी हो रही है और वो अटक रही हैं। शीर्ष कोर्ट ने अधिकारियों से कहा कि उनकी राजनीतिक विवशता हो सकती है, लेकिन यह करदाताओं का पैसा है, जो बर्बाद हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने दो अलग-अलग याचिकाओं की सुनवाई करते हुए यह बात कही। इन याचिकाओं में गुजरात व हरियाणा में रेलवे की जमीनों पर से अतिक्रमण हटाने की मांग की गई है। शीर्ष कोर्ट ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे इस समस्या का हल निकालें। जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि नगर निगम, राज्य सरकार और रेलवे का इन मामलों में समान रुख नहीं है। चूंकि ये जनहित के मामले हैं, इसलिए परियोजनाओं पर काम को तुरंत आगे बढ़ाना चाहिए। पीठ ने कहा, 'आप इस समस्या से कैसे उबरेंगे? हम चाहते हैं कि आप हमें यह बताएं। बिना किसी राजनीतिक बयान के हम कह रहे हैं कि तीनों स्तरों पर सरकार एक ट्रिपल इंजन की तरह है। रेलवे का इंजन इसमें काम नहीं कर सकता है।' पीठ ने यह बात केंद्र, राज्य सरकारें व नगर निगमों के संर्दभ में कही। पीठ में जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और सी टी रविकुमार भी शामिल हैं। इस पर मेहता ने पीठ से कहा कि वह सभी स्तरों पर बात करेंगे और रेल मंत्री से भी चर्चा करेंगे, क्योंकि सार्वजनिक परियोजनाओं का काम रोका नहीं जा सकता। बहानेबाजी नहीं चलेगी, 15 दिन में काम शुरू करें सुप्रीम कोर्ट ने मेहता से कहा कि इस मामले को आपको जल्द से जल्द और 15 दिन में निपटाना चाहिए और प्रोजेक्ट का काम शुरू हो, यह सुनिश्चित करें। जो भी प्रबंध हो, उन्हें युद्ध स्तर पर किया जाए। हम केंद्र सरकार, राज्य सरकार या नगर निगम की ओर से कोई बहानेबाजी नहीं चाहते है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmers-protest-samyukt-kisan-morcha-would-meet-again-on-wednesday-a-final-announcement-will-be-made-after-that,"किसान आंदोलन: सरकार को दी विश्वासघात न करने की चेतावनी, बुधवार को इस 'सौगंध' के साथ लौट सकते हैं घर!","विस्तार दिल्ली की सीमाओं से किसान आंदोलन का मोर्चा उठाने को लेकर मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चे 'एसकेएम' की मैराथन बैठक हुई। कहा जा रहा था कि सब कुछ फाइनल हो गया है, अब आंदोलन खत्म करने की औपचारिक घोषणा बाकी है। शाम को मोर्चे की तरफ से कहा गया कि बुधवार दोपहर को एसकेएम की दोबारा से बैठक होगी। उसके बाद निर्णायक घोषणा की जाएगी। मंगलवार को हुई एसकेएम की बैठक में मौजूद एक बड़े किसान नेता ने बताया, बुधवार को सभी लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। केंद्र सरकार ने पांच मांगों पर जो सहमति पत्र भेजा है, उस पर जमकर चर्चा हुई है। एसकेएम ने केंद्र सरकार को यह चेतावनी दे दी है कि अगर उनकी मांगों को लेकर 'विश्वासघात' हुआ तो वे दोबारा से एक घंटे में दिल्ली की सीमा पर वापस आ जाएंगे। भावुक हो उठे किसान नेता बैठक में किसान नेता उस वक्त भावुक हो उठे, जब पुलिस केस में फंसे किसानों की बात हो रही थी। चूंकि हरियाणा के युवाओं पर पुलिस केस ज्यादा हैं, इसलिए पंजाब के किसान संगठनों ने कहा, चिंता न करें। अगर सरकार, अपनी किसी भी मांग से पीछे हटती है तो वे दोबारा से 'दिल्ली' पहुंच जाएंगे। बुधवार को एसकेएम ने टोल प्लाजा पर बैठे किसानों को बुलाया है। उनसे बातचीत के बाद किसान आंदोलन का मोर्चा उठाने की घोषणा कर दी जाएगी। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यवान का कहना है, एसकेएम की मैराथन बैठक में सभी मांगों पर खुलकर चर्चा हुई है। पांच सदस्यीय कमेटी के सभी सदस्यों ने अपनी राय रखी। क्या सरकार भविष्य में मुकर सकती है, इस बात पर खासतौर से गौर किया गया। बैठक में सबसे ज्यादा चिंता उन लोगों की रही, जिनके खिलाफ पुलिस केस हैं। चूंकि इनमें हरियाणा के युवा अधिक हैं। पंजाब और यूपी के किसान भी हैं। पंजाब सरकार, केस वापस लेने और मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए तैयार है। हरियाणा सरकार के साथ बातचीत चल रही है। उत्तर प्रदेश सरकार भी राजी हो गई है। केंद्र सरकार के प्रस्ताव में यह भी बात सामने आई है कि वह राज्य सरकारों से केस वापसी का आग्रह करेगी। शहीद किसानों का स्मारक बनाने की मांग किसानों को एमएसपी की लड़ाई अभी लड़नी पड़ेगी। सरकार की तरफ से जो आश्वासन मिल रहा है, वह ज्यादा उत्साहवर्धक नहीं है। इस मामले में किसानों को सचेत रहना होगा। किसान नेता सत्यवान के मुताबिक, सरकार ने जो कमेटी बनाई है, उसमें ऐसे प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं, जिन्हें खेती किसानी की जानकारी ही न हो। वे सरकार के पक्षकार हो सकते हैं। जो लोग अब तक किसान आंदोलन को नहीं समझ पाए, अगर वही कल को एमएसपी की बैठक में आते हैं तो बात नहीं बनेगी। ऐसी संभावनाओं पर एसकेएम विचार कर रहा है। शहीद किसानों के स्मारक को लेकर केंद्र की तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिला। किसान संगठनों का कहना था कि अगर केंद्र, उत्तर प्रदेश व हरियाणा सरकार से कहे तो स्मारक के लिए जमीन मिल सकती है। पराली को लेकर खत्म होंगी सख्त धाराएं जो किसान मारे गए हैं, उनके परिजनों को मुआवजा मिलेगा, इस पर भी सहमति बन गई है। बिजली बिलों को लेकर केंद्र सरकार बैठक बुलाएगी। इसमें एसकेएम के अलावा विभिन्न हितधारक भी शामिल होंगे। पराली को लेकर सरकार ने सख्त धाराओं को खत्म करने की बात कही है। पांच मांगों में से अभी चिंता की बात केवल पुलिस केस की वापसी है। इसके लिए एसकेएम को सक्रियता दिखानी होगी। हालांकि बैठक में मौजूद सभी किसान संगठन इस पर सहमत थे कि वे आखिरी केस वापस होने तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। किसी को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। सत्यवान ने कहा, किसान आंदोलन का बुधवार को मोर्चा उठेगा, लेकिन बिना किसी शर्त के।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sonia-gandhi-to-address-congress-parliamentary-party-meeting-on-8-december-rahul-gandhi-will-also-be-there,"कांग्रेस: बुधवार को होगी संसदीय दल की बैठक, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी संबोधित","विस्तार कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक बुधवार को संसद में आयोजित होगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी इस बैठक को संबोधित करेंगी। बैठक की शुरुआत संसद के सेंट्रल हॉल में सुबह 9.30 बजे शुरू होगी। इसमें कांग्रेस पार्टी के सभी लोकसभा और राज्यसभा के सांसद हिस्सा लेंगे। सूत्रों ने बताया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल 12 सांसदों को संसद के वर्तमान में चल रहे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित करने के आदेश को रद्द करने की मांग कर रही है। इन सांसदों पर अनुशासनहीनता के लिए कार्रवाई की गई है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmers-movement-end-soon-signs-of-united-farmers-front-center-sent-five-proposals-for-agreement,"किसान आंदोलन: केंद्र ने भेजे समझौते के पांच प्रस्ताव, संयुक्त किसान मोर्चा ने उठाए कुछ सवाल, कल फिर मंथन","विस्तार दिल्ली बॉर्डर पर पिछले एक साल से जारी किसान आंदोलन को समाप्त कराने के लिए केंद्र ने नए सिरे से पहल की है। मंगलवार को केंद्र ने संयुक्त किसान मोर्चा के समक्ष पांच प्रस्ताव भेजे। इसके बाद मोर्चे ने बैठक कर इन पर विचार किया। केंद्र की कुछ शर्तों पर मोर्चे ने सवाल उठाए हैं। मोर्चा बुधवार को केंद्र के प्रस्ताव पर मंथन कर अंतिम फैसला लेगा। सरकार के प्रस्ताव पर हुई चर्चा मोर्चे ने मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर बैठक के बाद कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। गृह मंत्रालय से हमारे पास प्रस्ताव आया है। सरकार का लिखित प्रस्ताव देना अच्छा है। एमएसपी पर कमेटी को लेकर कुछ आपत्ति है। आंदोलन वापसी की शर्त पर भी एतराज है। आंदोलन वापसी पर ही केस वापस लेने की बात की गई है। हम सरकार की शर्त मानने को तैयार नहीं हैं। कमेटी को लेकर भी हमारे कुछ सवाल हैं। आंदोलन की वापसी पर किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि इस बारे में बुधवार को दोपहर दो बजे होने वाली बैठक में फैसला लिया जाएगा। केंद्र की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव के मसौदे पर पूरी तरह सहमति नहीं बनी है। केस वापसी तत्काल शुरू हो मोर्चे ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रस्ताव में कहा गया है कि जब हम आंदोलन खत्म करेंगे तभी किसानों पर केस वापसी होगी। इसे लेकर हमें आशंका है। सरकार को तत्काल केस वापस लेना शुरू करना चाहिए। टिकैत बोले, हमें कुछ आशंकाएं, कल फिर होगी बैठक राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने प्रस्ताव दिया कि वे हमारी मांगों पर सहमत होने के बाद हमें अपना विरोध समाप्त करना होगा, लेकिन प्रस्ताव स्पष्ट नहीं है। हमें कुछ आशंकाएं हैं जिन पर कल दोपहर दो बजे चर्चा होगी। हमारा आंदोलन कहीं नहीं जा रहा है, यहीं रहेगा। 700 मृत किसानों के आश्रितों को दें 5-5 लाख रुपये व नौकरी भारतीय किसान यूनियन के गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आंदोलन के दौरान मृत 700 से ज्यादा किसानों के आश्रितों को केंद्र की ओर से 5-5 लाख रुपये मुआवजा और सरकार नौकरी दी जाना चाहिए, जैसी की घोषणा पंजाब सरकार ने की है। पंजाब की तरह केंद्र को भी ऐसा ही मुआवजा देना चाहिए। केंद्र ने प्रस्ताव में यह कहा केंद्र सरकार के समझौते के मसौदे के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा के पांच सदस्य एमएसपी पर बनने वाली कमेटी में शामिल किए जाएंगे। वहीं, सरकार ने एक साल के भीतर किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को भी वापस लेने का प्रस्ताव रखा है। इसके अलावा इस मसौदे में पंजाब मॉडल पर मुआवजा देने की बात भी है। खबरों के मुताबिक केस वापसी पर हरियाणा, यूपी राजी हैं। वहीं बिजली बिल को लेकर भी सरकार का रुख लचीला है। पराली जलाने पर आपराधिक धाराएं खत्म करने का प्रस्ताव किया गया है। किसानों की ये हैं मांगें एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाए। आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा मिले किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं बिजली बिल और पराली बिल को निरस्त किया जाए लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी आशीष मिश्रा के पिता और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/drama-in-odisha-assembly-the-bell-rang-and-gangajal-was-also-sprinkled-know-why-there-is-ruckus,"ओडिशा विधानसभा में ड्रामा: घंटा भी गूंजा और गंगाजल भी छिड़का गया, जानिए हंगामा है क्यों बरपा?","विस्तार ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को विपक्षी भाजपा व सत्तारूढ़ बीजद ने अनूठे ढंग से विरोध और हंगामा किया। भाजपा विधायकों ने जहां घंटे बजाते नजर आए तो सत्तारूढ़ बीजद विधायकों ने उन पर गंगाजल छिड़क कर शुद्धिकरण किया। बीते पांच दिनों से ओडिशा विधानसभा में हंगामा चल रहा है। भाजपा व कांग्रेस के विधायक मंत्री दिव्य शंकर मिश्र को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। मंगलवार को भी विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी भाजपा एवं कांग्रेस के विधायकों ने गर्भगृह में आकर मंत्री मिश्र को हटाने की मांग करते हुए शोरशराबा किया। इसी दौरान भाजपा विधायक सदन में घंटे घड़ियाल बजाते दिखे। कांग्रेस के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की। जवाब में बीजद विधायकों ने विरोधी दलों के विधायकों पर गंगा जल छिड़का। शोर-शराबा के चलते विधानसभा स्पीकर सूर्य नारायण पात्रा ने कार्यवाही स्थगित कर दी। सीएम पटनायक को जगाने के लिए बजाया घंटा : सेठी भाजपा विधायक दल के उपनेता विष्ण सेठी ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक विधानसभा में नहीं आ रहे हैं। उन्हें नींद से जगाने के लिए हमारे विधायकों ने घंटनाद किया। महाप्रभु जगन्नाथ जी पटनायक को सद्बबुद्धि दें, इसलिए महाप्रभु की मूर्ति रखकर प्रसाद वितरित किया। सेठी ने बताया कि ममिता मेहेर को न्याय दिलाने के लिए मंत्री मिश्र को बर्खास्त करने व सीबीआई से मामले की जांच कराने का मांग की गई। घंटनाद से सदन गूंज उठा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nps-vs-ops-government-may-take-decision-to-exclude-of-those-employees-from-nps-those-recruitment-the-advertisement-was-issued-on-or-before-january-1-2004,"एनपीएस बनाम ओपीएस: 'पेंशन' की मांग को लेकर हजारों कर्मचारी पहुंचे कोर्ट, वित्त विभाग की हरी झंडी, कानून मंत्रालय चुप","विस्तार केंद्र सरकार के कर्मचारी, राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) से बाहर निकलकर पुरानी पेंशन व्यवस्था (ओपीएस) के दायरे में आने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हजारों कर्मचारी इस मुद्दे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में पहुंच चुके हैं। केंद्र सरकार ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन बात नहीं बन सकी। सर्वोच्च अदालत ने केंद्र सरकार की अधिकांश 'विशेष अनुमति याचिका' (एसएलपी) और समीक्षा याचिकाओं को खारिज कर दिया है। अब केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के निर्णयों के मद्देनजर वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) और विधि और न्याय मंत्रालय से सुझाव मांगा है। वित्त विभाग ने अपनी ओर से हरी झंडी दे दी है, जबकि विधि और न्याय मंत्रालय अभी चुप है। दूसरी तरफ, केंद्र सरकार में अनेक ऐसे कर्मी, जिनकी भर्ती प्रक्रिया एक जनवरी 2004 के बाद पूरी हुई थी और वे एनपीएस के दायरे में आ गए थे, अब उन्हें दोबारा से 'पुरानी पेंशन व्यवस्था' में शामिल किया जा रहा है। एनपीएस और पुरानी पेंशन को लेकर संघर्ष जारी है विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में कार्यरत कर्मियों द्वारा पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कराने के लिए लगातार आवाज उठाई जा रही है। केंद्र सरकार के कार्मिकों के प्रतिनिधि समूह 'नेशनल काउंसिल ऑफ जेसीएम' ने डीओपीटी और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कई बार इस मुद्दे को संजीदगी से उठाया है। इसके अलावा विभिन्न कर्मचारी संगठन एवं एसोसिएशन भी समय समय पर इस मसले को लेकर आवाज बुलंद करती रही हैं। अर्धसैनिक बलों के लिए 'कॉन्फेडरेशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वेलफेयर एसोसिएशन' इस मांग को पूरे जोर-शोर से उठा रही है। संसद के मौजूदा सत्र में यह भी मुद्दा कई बार उठ चुका है। सांसद चौधरी सुखराम सिंह यादव, विशंभर प्रसाद निषाद और नीरज शेखर ने पुरानी पेंशन को लेकर सवाल पूछा है। नीरज शेखर से पूछा, क्या पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीएंडपीडब्ल्यू) ने सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के विभिन्न निर्णयों को ध्यान में रखते हुए वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) एवं विधि और न्याय मंत्रालय से उन कर्मचारियों को एनपीएस से बाहर करने व उन्हें पुरानी पेंशन योजना में शामिल करने के लिए विचार मांगे थे, जिनकी भर्ती का विज्ञापन 31 दिसंबर को या उससे पहले जारी हुआ था। संबंधित मंत्रालय एवं विभाग ने इस बाबत केंद्र सरकार को क्या सलाह दी है। ऐसे कर्मियों को मिल सकती है 'पेंशन': वित्त विभाग कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय में 'एमओएस' डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया, वित्तीय सेवा विभाग ने पुरानी पेंशन बाबत अपनी रिपोर्ट दे दी है। पेंशन ओर पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीएंडपीडब्लू) उन कर्मचारियों, जिनकी भर्ती के लिए विज्ञापन दिनांक एक जनवरी 2004 को या उससे पहले जारी किया गया था, को 'एनपीएस' के दायरे से बाहर करने के संबंध में उचित निर्णय ले सकता है। मतलब ऐसे कर्मियों को 'पुरानी पेंशन व्यवस्था' का लाभ मिल सकता है। दूसरी तरफ, विधि कार्य विभाग से अभी तक इस मसले पर कोई टिप्पणी प्राप्त नहीं हुई है। सदन में सुखराम सिंह यादव और विशंभर प्रसाद निषाद ने पूछा कि क्या सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2021 के दौरान विभिन्न एसएलपी और समीक्षा याचिकाओं को खारिज कर दिया है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस सवाल के जवाब में कहा, सर्वोच्च न्यायालय ने वर्ष 2021 के दौरान, उन सरकारी कर्मचारियों को, जिनकी चयन प्रक्रिया एक जनवरी 2004 के बाद पूरी हुई थी, पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने की अनुमति देने वाले दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेशों के विरुद्ध भारत संघ द्वारा दायर कुछ एसएलपी को खारिज कर दिया है। 22 दिसंबर 2003 को जारी की थी अधिसूचना बता दें कि वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग द्वारा 22 दिसंबर 2003 को एक अधिसूचना जारी की गई थी। इसके तहत सरकारी विभागों में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) को लागू किया गया था। एक जनवरी 2004 के बाद केंद्र सरकार में हुई सभी नई भर्तियों (सशस्त्र बलों को छोड़कर) के लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) अनिवार्य तौर पर लागू कर दी गई। 22 दिसंबर 2003 की अधिसूचना के विशिष्ट उपबंधों को ध्यान में रखते हुए, पुरानी पेंशन योजना या राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत कवर किए जाने के संबंध में पात्रता निर्धारित करने के लिए रिक्तियों के विज्ञापन की तारीख को प्रासंगिक नहीं माना जाता है। अब सुप्रीम कोर्ट ने उन सरकारी कर्मचारियों को, जिनकी चयन प्रक्रिया एक जनवरी 2004 के बाद पूरी हुई थी, पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने की अनुमति देने वाले दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेशों के विरुद्ध केंद्र सरकार द्वारा दायर कुछ एसएलपी को खारिज कर दिया है। सांसद नीरज शेखर ने पूछा, क्या उच्चतम न्यायालय द्वारा सुनवाई किए बिना एसएलपी और समीक्षा याचिकाओं को प्रवेश स्तर पर खारिज करने के बाद भी सरकार के अधिकारी प्रत्येक मामले में अपने ही अधिकारियों को परेशान कर उन्हें जान बूझकर झूठे मुकदमेबाजी की सलाह दे रहे हैं। क्या ये सब केंद्र सरकार की जन-समर्थक छवि को धूमिल करने का प्रयास है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/centre-formed-a-countering-of-financing-of-terrorism-cft-cell-in-home-ministry-and-terror-funding-and-fake-currency-cell-in-nia,"टेरर फंडिंग से मुकाबला: केंद्र सरकार ने बनाई सीएफटी सेल, नकली करेंसी को लेकर भी रुख सख्त","विस्तार भारत सरकार ने आतंकी वित्तपोषण (टेरर फंडिंग) की समस्या से निपटने में समन्वय के लिए गृह मंत्रालय में सीएफटी सेल (आतंकी वित्तपोषण से मुकाबले के लिए प्रकोष्ठ) का गठन किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि इसके साथ ही आतंकी वित्तपोषण और नकली करेंसी के मामलों की जांच के लिए एक टेरर फंडिंग एंड फेक करेंसी सेल भी बनाई गई है। उधर, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले तीन वर्षों में आतंकी वित्त पोषण के कितने मामलों को जांच के लिए एनआईए को सौंपे हैं। उन्होंने बताया कि साल 2018 में एनआईए को ऐसे 18 मामले सौंपे गए। वहीं साल 2019 में ऐसे मामलों की संख्या 14 रही। इसके बाद एजेंसी को 2020 में 23 मामले दिए गए और नवंबर 2021 तक नौ मामले दिए जा चुके हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bombay-high-court-issued-notice-to-maharashtra-minister-nawab-malik-asked-him-to-file-an-affidavit-in-regard-to-statements-against-dnyandev-wankhede-and-family,"संकट में नवाब मलिक: बॉम्बे हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस, वानखेड़े परिवार के खिलाफ बयानों का मामला","विस्तार बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को एक नोटिस जारी किया। इसके साथ ही अदालत ने मलिक को निर्देश दिया है कि वह एक शपथपत्र दाखिल करके बताएं कि ज्ञानदेव वानखेड़े और उनके परिवार के खिलाफ बयानों के संबंध में अदालत के पूर्व के आदेशों का जानबूझ कर उल्लंघन करने पर कार्रवाई क्यों न की जाए। अदालत ने कहा कि जबकि इसके लिए आपने (नवाब मलिक) ने अदालत से कहा था कि आप ऐसा नहीं करेंगे। ज्ञानदेव वानखेड़े नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े के पिता हैं। मलिक आरोप लगाते रहे हैं कि समीर वानखेड़े मुस्लिम के रूप में पैदा हुए हैं, लेकिन उन्होंने अनुसूचित जाति का होने का दावा करते हुए केंद्र सरकार की नौकरी हासिल की है। उधर, वानखेड़े मलिक के इस आरोप का खंडन कर रहे हैं। एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) नेता नवाब मलिक पिछले माह मुंबई में क्रूज पर ड्रग पार्टी को लेकर एनसीबी द्वारा मारे गए छापे व आर्यन खान समेत 20 लोगों की गिरफ्तारी के बाद से वानखेड़े पर लगातार आरोप लगा रहे हैं। आर्यन व कुछ अन्य को बाद में जमानत पर रिहा किया जा चुका है। कुछ दिनों पहले मलिक ने फिर एक आरोप लगाया था। समीर वानखेड़े की मां के मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर उठाए थे सवाल मलिक ने कहा था कि वानखेड़े और उनके परिवार ने उनकी मां की 2015 में मृत्यु के बाद दो मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाए थे। एक प्रमाण पत्र में उनकी मां को हिंदू तो दूसरे में मुस्लिम बताया गया। वानखेड़े की मां जाहिदा का निधन 16 अप्रैल 2015 को हुआ था। उन्हें मुंबई के ओशिवारा कब्रिस्तान में दफनाए जाने का एक सर्टिफिकेट जारी हुआ, जिसमें उन्हें मुस्लिम बताया गया। इसके अगले दिन जाहिदा के परिवारजनों ने एक और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया, जिसमें उन्हें हिंदू धर्म की बताया गया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/tmc-leader-mrinalini-mondal-maity-poses-with-gun-inside-govt-office-in-purported-photo-triggers-row,"बंगाल: सरकारी दफ्तर में पिस्टल दिखाती नजर आईं टीएमसी नेता, फोटो वायरल होने के बाद बवाल","विस्तार पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी को लेकर नया विवाद सामने आया है। राज्य के मालदा जिले के एक सरकारी दफ्तर में बैठीं टीएमसी नेता मृणालिनी मंडल मैती का एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें वह हाथ में पिस्टल लिए कुर्सी पर बैठी नजर आ रही हैं। इससे सियासी विवाद पैदा हो गया है। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस फोटो की अमर उजाला डॉटकॉम पुष्टि नहीं करता है। इसमें मृणालिनी मंडल अपनी सरकारी कुर्सी पर हाथ में पिस्टल लिए बैठी दिखाई दे रही हैं। वह ओल्ड मालदा पंचायत समिति की अध्यक्ष हैं। मैती टीएमसी की जिला महिला इकाई की अध्यक्ष भी हैं। बंगाल को विस्फोटक का गोदाम बनाया : भाजपा इसे लेकर भाजपा ने टीएमसी पर हमला बोला है। भाजपा का कहना है कि सत्तारूढ़ दल ने राज्य को विस्फोटकों को गोदाम बनाकर कर रख दिया है। यदि मंडल की तलाशी ली जाएगी तो पुलिस को बम व राइफल्स भी मिल जाएंगे। भाजपा के मालदा जिला अध्यक्ष गोविंद चंद्र मंडल ने कहा कि पुलिस नौकरी जाने के भय से अपना दायित्व नहीं निभा रही है। पुलिस जांच करेगी पिस्टल असली है या नकली: टीएमसी उधर, टीएमसी ने कहा है कि पुलिस इस मामले को देखेगी। बंगाल में सत्तारूढ़ दल के राज्य महासचिव कृष्णेंदु नारायण चौधरी ने कहा कि सरकारी कुर्सी पर बैठते वक्त कोई भी बंदूक से नहीं खेल सकता। पुलिस मामले की जांच करेगी और देखेगी कि यह असली पिस्टल है या खिलौना पिस्टल। पीटीआई ने मृणालिनी मंडल मैती से इस बारे में प्रतिक्रिया जानना चाही, लेकिन बार बार प्रयास के बाद भी उनसे संपर्क नहीं हो सका। यह पहला मौका नहीं है, जब मंडल का नाम विवादों में आया है। इससे पहले उनके पति पर क्षेत्र के क्षेत्र के विकास खंड अधिकारी को उनके कक्ष में मारने का आरोप लगा था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/parliament-winter-session2021-live-news-updates-lok-sabha-rajya-sabha-bjp-congress-bsp-tmc-opposition,"शीतकालीन सत्र: खड़गे बोले- राज्यसभा स्थगन के लिए सरकार खुद जिम्मेदार, नियमों की अनदेखी कर 12 सांसदों को किया गया निलंबित","खास बातें Parliament Winter Session 2021: 12 सांसदों के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अगर वे अभी भी माफी मांग लेंगे, तो हम निलंबन वापस लेने के लिए तैयार हैं। उधर, गांधी प्रतिमा पर विपक्ष का प्रदर्शन जारी है। लाइव अपडेट 03:34 PM, 07-Dec-2021 राज्यसभा 8 दिसंबर तक स्थगित हंगामे के बीच राज्यसभा 8 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित 02:10 PM, 07-Dec-2021 राज्यसभा स्थगन के लिए सरकार खुद जिम्मेदार- खड़गे राज्यसभा में हंगामे के बाद दो बजे तक स्थगित हुई राज्यसभा के संबंध में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राज्यसभा को चलाने में आ रही रुकावटों के लिए सरकार खुद जिम्मेदार है। हमने कामकाज को सुविधाजनक बनाने का पूरा प्रयास किया। हम सिर्फ यह बताना चाहते हैं कि मानसून सत्र की बात को शीतकालीन सत्र में लाकर जिन 12 सांसदों का निलंबन किया गया है, वह गलत है। सांसदों को नियम 256 के अनुसार ही निलंबित किया जा सकता है, लेकिन उन्होंने नियमों की अनदेखी की। 12:31 PM, 07-Dec-2021 शरद पवार व जया बच्चन ने भी किया निलंबन का विरोध 12 सांसदों के निलंबन का विरोध कर रहे सांसदों का मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सपा सांसद जया बच्चन ने भी समर्थन किया। गांधी प्रतिमा के पास चल रहे धरने में दोनों नेता शामिल हुए। 12:09 PM, 07-Dec-2021 मेरे पास सभी मृत किसानों के नाम, उन्हें हक मिले- राहुल गांधी शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि किसान आंदोलन में करीब 700 किसानों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री ने किसानों और देश से माफी मांगी, उन्होंने स्वीकार किया कि उनसे गलती हुई है। इसके बाद भी आपकी सरकार कहती है कि उनके पास मृतक किसानों का कोई आंकड़ा नहीं है। पंजाब सरकार ने लगभग 400 किसानों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा दिया है। इसमें 152 लोगों को रोजगार भी दिया गया है। हमने हरियाणा के 70 किसानों की सूची तैयार की है। आपकी सरकार कहती है कि आपके पास उनके नाम नहीं हैं, लेकिन हमारे पास सभी के नाम उपलब्ध हैं। 11:16 AM, 07-Dec-2021 दो बजे तक राज्यसभा स्थगित विपक्षी पार्टियों के 12 सांसदों का निलंबन का मुद्दा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर से विपक्षी दलों ने निलंबन वापस लिए जाने की मांग को लेकर राज्यसभा में हंगामा किया, जिसके बाद सदन की कार्रवाई को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया है। 11:08 AM, 07-Dec-2021 पद्म पुरस्कार विजेताओं के साथ लाइव कार्यक्रम करेंगे पीएम केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि अच्छा काम करने वाले लोगों को पद्म पुरस्कार से नवाजा गया है। वे जल्द ही सभी के साथ लाइव कार्यक्रम करेंगे। 11:02 AM, 07-Dec-2021 संसद में जो हुआ वो पूरे देश ने देखा- प्रह्लाद जोशी केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री ने 12 सांसदों के निलंबन पर कहा कि जो कुछ संसद में हुआ, वो पूरे देश ने देखा है। हमनें उन्हें समझाया कि उन्हें निलंबित क्यों करना पड़ा। सब कुछ ऑन रिकॉर्ड है। अगर वे आज भी माफी मांगते हैं, तो हम निलंबन वापस ले लेंगे। 10:30 AM, 07-Dec-2021 टीआरएस सांसद ने दिया स्थगन प्रस्ताव नोटिस टीआरएस सांसद केवल राव ने राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा है। उन्होंने केंद्र सरकार की भेदभावपूर्ण फसल खरीद नीति और तेलंगाना से फसलों की खरीद न करने पर संसद में चर्चा कराए जाने की मांग की है। 10:23 AM, 07-Dec-2021 टीआरएस करेगी पूरी सत्र का बहिष्कार तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) ने संसद के पूरे सत्र का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। मंगलवार को गांधी प्रतिमा के बाद एक प्रदर्शन के बाद समिति की ओर से इसकी घोषणा की जाएगी। समिति की ओर से यह फैसला 12 सांसदों के निलंबन, धान खरीद व तेलंगाना के मुद्दों को लेकर किया गया है। 10:10 AM, 07-Dec-2021 शीतकालीन सत्र: खड़गे बोले- राज्यसभा स्थगन के लिए सरकार खुद जिम्मेदार, नियमों की अनदेखी कर 12 सांसदों को किया गया निलंबित भाजपा के संसदीय दल की बैठक शुरू हो चुकी है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई केंद्रीय मंत्री भी हिस्सा ले रहे हैं। बैठक से पहले 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री का सम्मान भी किया गया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/in-the-last-one-month-pm-narendra-modi-gave-gift-of-about-68-thousand-crores-to-up-laid-many-foundation-stone,"UP Election 2022: बीते एक महीने में पीएम ने यूपी को दी करीब 68 हजार करोड़ की सौगात, शिलान्यास-उद्घाटन की लगाई झड़ी","विस्तार अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गोरखपुर को करीब 9 हजार 650 करोड़ की लागत की कई परियोनाओं की सौगात दी। मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट खाद कारखाना, एम्स और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक हालिया बयान के अनुसार, करीब 8,603 करोड़ रुपये के गोरखपुर उर्वरक संयंत्र से हर साल 12.7 लाख मीट्रिक टन नीम-लेपित यूरिया का उत्पादन होगा। इस परियोजना से न केवल किसानों के जीवन में समृद्धि आने की उम्मीद है, बल्कि युवाओं के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 20,000 रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। पिछले कुछ हफ्तों से, भाजपा सरकार चुनावों से पहले पूरे उत्तर प्रदेश में विकास परियोजनाओं की घोषणाओं और उद्घाटनों की एक झड़ी लगा दी है। इसके जरिए पार्टी राज्य में विकास करने वाली सरकार की अपनी छवि को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे 16 नवंबर को, पीएम मोदी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की आधारशिला पीएम नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2018 में रखी थी। 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ेगा। पीएम मोदी ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया - फोटो : ANI बुंदेलखंड में विकास परियोजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर को महोबा और झांसी जिले में थे। वहां उन्होंने करीब 6250 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। परियोजनाओं में अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली वियर परियोजना, भौनी बांध परियोजना और मझगांव-मिर्च छिड़काव परियोजना शामिल रहा। इन परियोजनाओं से क्षेत्र के लोगों को पीने का पानी भी उपलब्ध होगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 25 नवंबर को पीएम ने जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। एयरपोर्ट के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी 2021 में 2,000 करोड़ रुपए के बजट का एलान किया था। इसे पूरा होने में लगभग 29 हजार 650 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है। यह उत्तर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई होगा। कहा जा रहा है कि भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य। - फोटो : अमर उजाला भाजपा के लिए यूपी अहम वैसे तो अगले साल पांच राज्यों में चुनाव होने हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश को भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां विधानसभा की 403 सीटें हैं और इस का असर 2024 के आम चुनावों के परिणामों पर भी पड़ता है। 2019 के संसदीय चुनावों में भाजपा ने यूपी में लगभग 50 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था। हालांकि इस चुनाव में भाजपा को सपा से जबरदस्त टक्कर मिल रही है इसलिए भगवा खेमे के सामने कई चुनौतियां खड़ी हैं। इसलिए पीएम का गोरखपुर दौरा भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में सत्ता में वापसी पर नजर गड़ाए हुए है। 2017 के विधानसभा चुनावों में पार्टी राज्य के इस पूर्वी क्षेत्र की गोरखपुर, बस्ती और वाराणसी संभागों सहित 115 सीटें जीतने में सफल रही थी। इसलिए माना जा रहा है कि चुनावों की घोषणा होने और आचार संहिता लागू होने से पहले पीएम मोदी अपने विकास के एजेंडे को जारी रखेंगे और पांचों राज्यों में कई परियोजनाओं की घोषणा करेंगे। बीते शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड में थे और विजय संकल्प रैली में उन्होंने 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maharashtra-women-commission-seeks-a-report-on-objectionable-remark-by-bjp-leader-ashish-shelar-on-kishori-pednekar,"महाराष्ट्र: मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर पर भाजपा नेता की टिप्पणी का मामला, महिला आयोग ने पुलिस कमिश्नर से मांगी रिपोर्ट","विस्तार मुंबई के वर्ली इलाके में हाल ही में हुए सिलेंडर विस्फोट के बाद मेयर किशोरी पेडनेकर पर भाजपा नेता आशीष शेलार की टिप्प्णी मामले में महिला आयोग ने आपत्ति जताई है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने एक ट्वीट में कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मामले में उन्होंने मुंबई पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर मामले की रिपोर्ट तलब की है। वर्ली इलाके में एक घर में हुए सिलेंडर विस्फोट में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/mea-statement-on-proceedings-against-aung-sang-suu-kyi-and-others-in-myanmar,"दिल्ली: नोबेल विजेता आंग सान सू को जेल होने पर भारत ने जताई निराशा, बताया- परेशान करने वाला फैसला","विस्तार नोबेल विजेता और म्यांमार की नागरिक आंग सान सू (Aung San Suu Kyi ) को जेल होने पर भारत सरकार ने निराशा जताई है। सरकार ने कहा कि हम हाल के फैसलों से परेशान हैं। एक पड़ोसी लोकतंत्र के रूप में, भारत म्यांमार में लोकतांत्रिक परिवर्तन का लगातार समर्थन करता रहा है। हम मानते हैं कि कानून के शासन और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बरकरार रखा जाना चाहिए। सोमवार को म्यांमार की एक अदालत ने सू की को सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोविड नियमों के उल्लंघन के मामले में उन्हें सजा सुनाई। सैन्य तख्तापलट ने उनकी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी की सरकार को अपना पांच साल का दूसरा कार्यकाल शुरू करने से रोक दिया था। उनके विरुद्ध एक अन्य मामले में फैसला अगले सप्ताह आ सकता है। सू का संघर्ष सू की ने लोकतंत्र के लिए अपने लंबे संघर्ष में 1989 से शुरू करते हुए अब तक 15 साल तक नजरबंदी में बिताए हैं। उनपर लोगों को उकसाने का मामला, पार्टी के फेसबुक पेज पर पोस्ट बयान से जुड़ा हुआ है। जबकि कोरोना वायरस प्रतिबंध उल्लंघन का आरोप पिछले साल नवंबर में चुनाव से पहले एक अभियान में उनकी मौजूदगी से जुड़ा था। म्यांमार में विरोध सजा के ऐलान के बाद लोगों ने इस फैसले के खिलाफ विरोध भी जाहिर किया। वहीं म्यांमार में मानवाधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की एक पूर्व विशेष अधिकारी ने आरोपों के साथ-साथ फैसले को गलत बताया। उधर एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसे म्यांमार में स्वतंत्रता का दम घोंटने के लिए सेना के मकसद का ताजा उदाहरण बताया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bengal-municipal-polls-bjp-reached-supreme-court-against-tmc-over-political-violence-ahead-of-polls,"पश्चिम बंगाल: निकाय चुनाव से पहले सुप्रीम कोर्ट पहुंची भाजपा, हिंसा रोकने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग","विस्तार पश्चिम बंगाल में चुनाव को लेकर सत्ताधारी दल टीएमसी और विपक्षी पार्टी भाजपा एक बार फिर आमने-सामने है। 19 दिसंबर को राज्य में होने वाले नगर निकाय चुनाव के दौरान हिंसा को लेकर भाजपा सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। पार्टी ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी लगाकर चुनावों के पहले केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है। यह याचिका भाजपा सांसद और पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने दाखिल की है। वकील मेनका गुरुस्वामी ने मुख्य न्यायाधीश एन वी रमणा से दायर याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई की मांग की है। याचिका में कहा है कि 19 दिसंबर से नगर निगम के चुनाव शुरू होने हैं। विपक्षी पार्टी के सदस्यों को पीटा जा रहा है और धमकाया जा रहा है। हम केंद्रीय बलों की तैनाती चाहते हैं। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने बताया कि ये सभी चुनावी मुद्दे हैं, इसके लिए जमीन पर लड़ाई लड़ने की जरूरत है। वैसे कोर्ट जल्द ही इसे अपने नजर से देखेगा टीएमसी ने त्रिपुरा में केंद्रीय बलों की मांग की वहीं, दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा शासित राज्य त्रिपुरा में निकाय चुनावों के दौरान राजनीतिक हिंसा को लेकर शीर्ष अदालत में याचिका दायर की है। टीएमसी ने याचिका में त्रिपुरा में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/central-government-in-lok-sabha-says-extension-in-territorial-jurisdiction-of-bsf-in-some-states-is-aimed-at-empowering-bsf-to-discharge-border-guarding-duties-more-effectively,"विवाद पर सफाई: क्यों बढ़ाया गया सीमाई क्षेत्रों में बीएसएफ का दायरा, सरकार ने लोकसभा में बताईं ये अहम वजहें","विस्तार कुछ राज्यों में बीएसएफ का क्षेत्रीय अधिकार बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार ने लोकसभा में मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। सरकार ने कहा कि बीएसएफ के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में विस्तार का उद्देश्य हथियारों, नशीले पदार्थों और जाली नोटों की तस्करी पर रोक लगाना है। सरकार ने कहा कि राष्ट्र-विरोधी बलों द्वारा ड्रोन, मानव रहित हवाई वाहन, आदि जैसी तकनीक के उपयोग को नाकाम करने के लिए यह विस्तार जरूरी था। हमारे इस कदम से बीएसएफ के जवान और सशक्त होंगे। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले दिनों एक नए आदेश जारी कर पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में बीएसएफ द्वारा तलाशी और गिरफ्तारी करने के अधिकार क्षेत्र को बढ़ा दिया गया था। जहां पहले बीएसएफ के यह अधिकार राज्यों की सीमा के अंदर 15 किलोमीटर तक सीमित थे, वहीं अब इन्हें बढ़ा कर 50 किलोमीटर तक लागू कर दिया गया है। दो दिसंबर को राज्यसभा में भी सरकार ने दी थी जानकारी दो दिसंबर को राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा था कि बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के विस्तार का उद्देश्य राज्य पुलिस के साथ मिलकर और उनके सहयोग से सीमा पर के अपराधों पर बेहतर और अधिक प्रभावशाली नियंत्रण हो सकेगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nagaland-killing-konyak-union-announced-seven-day-mourning-hornbill-festival-2021-cancelled,"नगालैंड हिंसा: 14 ग्रामीणों की हत्या के विरोध कोनयाक यूनियन मनाएगा सात दिन का शोक, राज्य सरकार ने रद्द किया हार्नबिल महोत्सव","विस्तार नगालैंड में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 14 ग्रामीणों की मौत का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। अब राज्य के सबसे बड़े जनजाति समूह कोनयाक यूनियन ने मोन जिले में एक दिन का बंद बुलाया है। इसके अलावा बुधवार से सात दिन तक ग्रामीणों की मौत का शोक भी मनाया जाएगा। इसके साथ कोनयाक यूनियन ने सुरक्षा बलों को चेतावनी दी है कि शोक की अवधि में कोनयाक क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गश्त नहीं की जाएगी। इसके बाद भी गश्त की जाती है तो किसी भी प्रकार की घटना के लिए वे ही जिम्मेदार होंगे। असम राइफल्स को हटाए जाने की मांग कोनयान यूनियन की ओर से मांग की गई है कि असम राइफल्स को मोन जिले की सुरक्षा से तुरंत हटा दिया जाए क्योंकि सुरक्षाकर्मी यहां के नागरिकों की रक्षा करने में नाकामियाब साबित हुए हैं। इसके अलावा मांग की गई है कि पूरे पूर्वोत्तर से सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम को हटा दिया जाए। एसआईटी में होंगे नगालैंड पीपुल्स के दो सदस्य उधर, मामले की जांच के लिए केंद्र की ओर से राष्ट्रपति को पत्र लिखकर विशेष जांच दल(एसआईटी) गठित किए जाने की मांग की है। इस एसआईटी में नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन के भी दो सदस्य शामिल होंगे। केंद्र ने इस एक महीने के भीतर इस जांच को पूरी करने को कहा है। हार्नबिल महोत्सव रद्द नगालैंड में 14 ग्रामीणों की मौत के बाद राज्य सरकार ने हार्नबिल महोत्सव को रद्द कर दिया है। राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि मृतक लोगों के सम्मान और उनके परिवार के शोक में एकजुट होने के लिए हार्नबिल महोत्सव को रद्द किया जाता है। यह महोत्सव दस दिन तक चलता है, जिसमें सभी जनजातियां एक मंच पर आकर नगालैंड की संस्कृति का प्रदर्शन करती हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/rahul-gandhi-in-lok-sabha-modi-government-says-that-they-don-t-have-names-of-died-farmers-during-protest-i-have-the-list,"लोकसभा में राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना: आपकी सरकार के पास किसानों की मौत का आंकड़ा नहीं, हमारे पास सभी के नाम","विस्तार आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे विपक्ष की ओर से राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधा। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि सरकार कह रही है कि उनके पास किसानों की मौत का कोई आंकड़ा नहीं है, लेकिन हमारे पास सभी के नाम हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर लोकसभा में चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस भी दिया था। 700 किसानों की हुई मौत राहुल गांधी ने लोकसभा में सवाल किया कि सरकार किसानों को मुआवजा दिए जाने के संबंध में क्या कर रही है? इस पर सरकार की ओर से कहा गया कि उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि किसान आंदोलन में करीब 700 किसानों की मौत हुई है। प्रधानमंत्री ने किसानों और देश से माफी मांगी, उन्होंने स्वीकार किया कि उनसे गलती हुई है। इसके बाद भी आपकी सरकार कहती है कि उनके पास मृतक किसानों का कोई आंकड़ा नहीं है। पंजाब सरकार ने लगभग 400 किसानों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा दिया है। इसमें 152 लोगों को रोजगार भी दिया गया है। हमारे पास सभी के नाम राहुल गांधी ने कहा कि हमने हरियाणा के 70 किसानों की सूची तैयार की है, इस सूची को भी मैं सरकार को उपलब्ध कराने के लिए तैयार हूं। आपके पास किसानों के नाम नहीं हैं, लेकिन हमारे पास सभी के नाम हैं। किसानों की सभी मांगे पूरी होने चाहिए, मृतक किसानों के परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए, उन्हें रोजगार और उनका हक भी मिलना चाहिए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/goa-assembly-election-2022-ravi-naik-resigns-as-cong-mla-party-strength-in-house-reduces-to-31,"गोवा में कांग्रेस को बड़ा झटका: पूर्व सीएम रवि नाइक ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, भाजपा में हो सकते हैं शामिल","विस्तार गोवा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका देते हुए, पार्टी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ने मंगलवार को राज्य विधानसभा से अपना इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के हवाले से जानकारी आ रही है कि वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, नाइक ने अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। गौरतलब है कि इसी साल अक्तूबर में, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो ने कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था और बाद में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। गोवा विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर तीन हुई नाइक के इस्तीफे के साथ, 40 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर तीन हो गई है। गोवा में पोंडा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले नाइक ने विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर को अपना इस्तीफा सौंपा। उनके साथ उनके दो बेटे भी थे, जो पिछले साल सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुए थे। नाइक ने अभी नहीं खोला अपना पत्ता वहीं नाइक ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि मैं आपको बताऊंगा कि आगे की योजना क्या है। सूत्रों के मुताबिक, नाइक के पार्टी के गोवा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की उम्मीद है। जानिए गोवा में कैसे कांग्रेस 17 विधायकों से घटकर तीन हो गई 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि, 13 सीटें जीतने वाली भाजपा ने तटीय राज्य में सरकार बनाने के लिए कुछ क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन कर लिया। 2017 के चुनावों के बाद, वालपोई विधायक विश्वजीत राणे कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पहले व्यक्ति थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और इस सीट से उपचुनाव जीत लिया। राणे वर्तमान में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं। राणे के बाहर निकलने के तुरंत बाद, कांग्रेस के दो और विधायक - सुभाष शिरोडकर (जिन्होंने शिरोडा सीट का प्रतिनिधित्व किया) और दयानंद सोपटे (मंदरेम) ने भाजपा में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी। इन दोनों ने बाद में मई 2019 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की। गोवा कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका जुलाई 2019 में लगा, जब उसके 10 विधायकों के एक समूह ने तत्कालीन विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में पार्टी छोड़ दी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/bjp-parliamentary-party-meet-prime-minister-narendra-modi-instructions-to-mps-and-ministers,"भाजपा संसदीय दल की बैठक: पीएम मोदी की सांसदों को फटकार, परिवर्तन लाइए...वरना खुद-ब-खुद परिवर्तन हो जाएगा","विस्तार संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक हुई। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने संसद में सांसदों की गैरहाजिरी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने अनुपस्थित रहने वाले सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर बच्चों को कोई बात बार-बार कही जाए तो वे भी ऐसा नहीं करते हैं। कृपया कर परिवर्तन लाइए, वरना परिवर्तन खुद-ब-खुद हो जाएगा। बैठक के दौरान 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री का सम्मान भी किया गया। जिला व मंडल अध्यक्षों की बुलाई बैठक केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 दिसंबर को भाजपा के जिला अध्यक्षों व मंडल अध्यक्षों की बैठक बुलाई है। यह बैठक काशी में होगी। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कई दिशानिर्देश जारी किए। पद्म पुरस्कार विजेताओं के साथ लाइव कार्यक्रम करेंगे पीएम केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि अच्छा काम करने वाले लोगों को पद्म पुरस्कार से नवाजा गया है। वे जल्द ही सभी के साथ लाइव कार्यक्रम करेंगे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nagaland-violence-case-people-of-oting-village-demanding-action-against-the-military-officers-in-lieu-of-compensation,"नगालैंड हिंसा: जहां हुई शादी, चार दिन बाद वहीं हो गया दफन; उस काली रात से सिहर रहा ओटिंग गांव","विस्तार नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 14 ग्रामीणों की मौत के बाद जब उनके शव ओटिंग गांव लौटे तो हर कोई सिहर उठा। इन शवों में एक शव 38वर्षीय होकुप का भी था, जिसकी शादी बीते सोमवार को ओटिंग गांव में ही हुई थी। मौत के बाद होकुप को उसी परिसर में दफना दिया गया, जहां उसकी शादी हुई थी। गांव के रहने वाले टी नहवांग बताते हैं कि होकुप की शादी में पूरा गांव शामिल हुआ था। किसी ने सोचा भी नहीं था कि एक सप्ताह बाद उसे यहीं पर दफन करना पड़ेगा। गांव वालों का कहना है कि इन मौतों के बदले सरकार हमें मुआवजा दे रही है। लेकिन उस पैसे से हमें न्याय नहीं मिलेगा। ग्रामीणों की मौत के बदले जिम्मेदार अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए। वे कहते हैं कि हम पुलिस, सेना या गांव को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहे, लेकिन लापरवाही की सजा अधिकारियों को मिलनी ही चाहिए, यही हमारे साथ न्याय होगा। शादी में शामिल दो जुड़वा भाईयों की भी हुई मौत होकुप की शादी में दो जुड़वा भाई लैंगवांग और थापवांग भी शामिल हुए थे। 25वर्षीय दोनों भाई शादी के बाद गांव से छह किलोमीटर दूर कोयले की खदान में काम करने के लिए रवाना हो गए। एक स्थानीय नागरिक के मुताबिक, यह खदान करीब 15 वर्षों से काम कर रही है और ओटिंग गांव के लिए आय का मुख्य स्रोत भी यही खदान है। दोनों जुड़वा भाई पिछले तीन साल से इसी खदान में काम कर रहे थे। पूरे सप्ताह इस खदान में काम करने के बाद शनिवार की रात चर्च सेवा के लिए वे अन्य साथियों के साथ गांव लौट रहे थे। उनकी यही यात्रा अंतिम यात्रा साबित हुई और वे कभी घर वापस नहीं लौट पाए। पूरा गांव कर रहा विरोध सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद भड़की हिंसा के बाद अब ओटिंग गांव शांत है। लेकिन यहां के हर एक घर में इस कार्रवाई का विरेाध हो रहा है। महिलाओं ने काले झंडे बनाए हैं, जिन्हें कारों व बाइकों में लगाया गया है। गलत पहचान के कारण हुई थी मौत मोन जिले में बीते शनिवार की रात सुरक्षा बलों ने गलती से ग्रामीणों को उग्रवादी समझ लिया और उन पर गोलियां बरसा दीं। इस कार्रवाई में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। असम राइफल्स का कहना है कि उन्हें उग्रवादियों को लेकर खुफिया जानकारी हाथ लगी थी, इसीलिए सुरक्षाबलों की ओर से घेराव किया गया था, लेकिन इसी दौरान वहां ग्रामीण आ गए, जिन्हें गलती से उग्रवादी समझ लिया गया। इस मामले में सरकार की ओर से एसआईटी का गठन किया गया है तो असम राइफल्स ने भी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बिठा दी है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/question-and-answer-in-the-houses-more-than-2-point-13-lakh-atms-in-the-country-47-percent-in-villages-know-what-is-white-label-atm,"सदनों में सवाल-जवाब : देश में 2.13 लाख से ज्यादा एटीएम, 47 फीसदी गांवों में.. जानें क्या है व्हाइट लेबल एटीएम","विस्तार देश में फिलहाल 2.13 लाख से ज्यादा एटीएम हैं। वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। रिजर्व बैंक के सितंबर के आंकड़ों के आधार पर उन्होंने बताया कि देश के कुल 2,13,145 एटीएम में से करीब 47 फीसदी एटीएम ग्रामीण व अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में लगे हैं। इनके अलावा 27,837 व्हाइट लेबल एटीएम भी हैं। सवाल में पूछा गया था कि 2022 तक देश में कितने एटीएम होंगे। क्या है व्हाइट लेबल एटीएम व्हाइट लेबल एटीएम (डबल्यूएलए) गैर बैंकिंग निकायों द्वारा स्थापित किए जाते हैं। यह गैर-बैंक एटीएम परिचालक भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के अंतर्गत भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्राधिकृत होते हैं। देश में प्रति वर्ष डबल्यूएलए ऑपरेटरों को एक हजार एटीएम लगाने होते हैं, जिन्हें 1:2:3 के अनुपात मे मेट्रो शहर, शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित करना होता है। एजेंसी 55 फीसदी से ज्यादा जनधन खाता धारक हैं महिलाएं वित्त मंत्रालय ने संसद को बताया कि देश में करीब 44 करोड़ जनधन खाता धारक हैं और उनमें से 55 फीसदी से ज्यादा महिलाएं हैं। वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने बताया कि ये प्रधानमंत्री जनधन लाभार्थियों के ये आंकड़े 17 नवंबर, 2021 तक के हैं। बैंकों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर मंत्री ने बताया कि इनमें से 24.60 करोड़ महिलाएं हैं। सरकार ने 15 अगस्त, 2014 को इस योजना की घोषणा की थी। प्रतिभा पलायन रोकने के लिए सरकार प्रतिबद्ध सरकार ने लोकसभा को बताया कि वह न केवल देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से पास होने वाली प्रतिभा को बाहर जाने से रोकने, बल्कि अप्रवासी भारतीयों को वापस लाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रतिभा पलायन के मूल कारणों का पता लगाने के लिए अध्ययन कर रही है। एयर इंडिया पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का 2350 करोड़ बकाया सरकार ने राज्यसभा को बताया कि विमानपत्तन प्राधिकरण का एयर इंडिया पर 2350 करोड़ जबकि स्पाइसजेट पर 185 करोड़ रुपये बकाया है। नागरिक विमानन राज्यमंत्री वीके सिंह ने बताया, कोविड के कारण एयरलाइंस और एयरपोर्ट को 2020-21 में 19,564 करोड़ रुपये और 5116 करोड़ का नुकसान हुआ। सिंह ने बताया, कोविड के कारण नियमित उड़ानंे 25 मार्च से 24 मई 2020 तक बंद रहीं। प्रोजेक्ट में देर, 14,960 करोड़ का नुकसान... सरकार ने सदन को बताया कि 144 केंद्रीय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में इस साल देरी से सरकारी खजाने पर 14,960 करोड़ रुपये से ज्यादा का अतिरिक्त बोझ बढ़ा है। सांख्यिकी मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, इस साल देरी वाली परियोजनाओं की सूची अनुलग्नक-1 में दी गई है। उन्होंने कहा कि इन 144 परियोजनाओं की अनुमानित मूल लागत 167493.82 करोड़ रुपये थी जो अब बढ़कर 182453.84 करोड़ रुपये हो गई है। चार माह में 80 लाख उज्ज्वला कनेक्शन नई दिल्ली। उज्ज्वला योजना 2.0 के तहत अतिरिक्त एक करोड़ कनेक्शन में से पिछले चार माह में 80 लाख कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसके पहले चरण में आठ करोड़ कनेक्शन दिए जा चुके हैं। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में बताया, एक करोड़ अतिरिक्त कनेक्शन वाली योजना में भी अब केवल बीस लाख कनेक्शन ही शेष हैं। सरकार पांच किलो के छोटे सिलिंडर लाने की योजना पर भी विचार कर रही है। सदस्यों के सवालों के जवाब सदन में ही दें मंत्री : लोकसभा अध्यक्ष लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को मंत्रियों को सलाह दी कि वे सदस्यों के सवालों का जवाब सदन में ही दें। उन्होंने यह सुझाव तब दिया, जब वित्त राज्यमंत्री भगवत कराड ने मुद्रा ऋण लाभार्थियों के बारे में एक सवाल पर कहा कि वे जानकारी एकत्र कर साझा कर देंगे। प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के भीलवाड़ा के सांसद सुभाष चंद्र बहेरिया ने उन लोगों के बारे में विवरण मांगा था, जिन्होंने बैंक से मिले पहले ऋण का सफलतापूर्वक उपयोग करने के बाद मुद्रा योजना के तहत दूसरे ऋण के लिए आवेदन किया है। मंत्री कहा, मैं पूरी जानकारी एकत्र करूंगा और उसे साझा करूंगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-winter-session-uproar-over-suspension-withdrawal-rajya-sabha-proceedings-adjourned-for-the-day-read-every-update,"संसद सत्र : निलंबन वापसी पर हंगामा, राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित, पढ़ें हर अपडेट","राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों को लेकर विपक्ष का हंगामा अब भी जारी है। निलंबन वापसी को लेकर हंगामे और तख्तियां लेकर वेल में पहुंचने के कारण सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही पांच बार स्थगित करनी पड़ी। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को फिर कहा कि निलंबित सांसदों को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए। हंगामे के कारण सरोगेसी से जुड़ा सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (नियमन) विधेयक-2021 सदन में पेश नहीं हो पाया। कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने सदस्यों के निलंबन वापसी को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने फिर हंगामा शुरू कर दिया। करीब 20 मिनट बाद कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई। कार्यवाही शुरू हुई तो उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने को कहा। उन्होंने कहा, प्रश्नकाल देश के लिए महत्वपूर्ण होता है। हंगामा करने वाले सदस्य अन्य सदस्यों से उनका हक छीन रहे हैं। दोपहर बाद तीन बजे वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण महंगाई के मुद्दे पर बोलना चाह रही थीं। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, वह चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन पहले निलंबित सदस्यों को सदन के अंदर बुलाएं। उपसभापति ने कहा कि नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष आपस में बैठकर कोई हल निकालें। गोयल ने आरोप लगाया, कांग्रेस दोहरा मापदंड अपना रही है। वह महंगाई पर सरकार से जवाब भी चाहती है और सरकार जवाब देने के लिए तैयार है तो शोर शराबे के लिए सदस्यों को भड़का रही है। चार बजे कार्यवाही फिर शुरू हुई तो हंगामे के बीच हरिवंश ने कहा कि नगालैंड की घटना पर गृहमंत्री अमित शाह सदन में जवाब देना चाहते हैं। गृहमंत्री ने हंगामे के बीच बयान पढ़ा। उपसभापति ने राजद सांसद मनोज झा का नाम पुकारा लेकिन वेल में हंगाम के कारण कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। नगालैंड गोलीबारी मुद्दे पर भी जमकर हंगामा नगालैंड हिंसा मामले में भी विपक्ष ने उच्च सदन में हंगामा किया। राजद के मनोज झा, सुखेंदु शेखर राय ने इस मामले पर चर्चा की मांग करते हुए कार्य स्थगन का नोटिस दिया। विपक्षी सदस्यों ने सरकार से इस मुद्दे पर सदन में बयान देने की मांगी की। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा वह मांग करते हैं कि मामले में गृहमंत्री अमित शाह जवाब दें। यह घटना कैसे हुई, केंद्र को स्पष्ट करना चाहिए। इस पर सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि वह इसे लेकर स्वयं संवेदनशील हैं। उनकी बात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह से हुई है। शाह इस पर बयान देंगे। गांधी प्रतिमा के नीचे जुटे विपक्षी दल राज्यसभा के 12 निलंबित सदस्यों के साथ विपक्षी दलों ने सोमवार को भी संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के नीचे धरना दिया। मल्लिकार्जुन खरगे, शशि थरूर, शिवसेना सांसद संजय राउत आदि ने निलंबित सांसदों को अपना समर्थन देने के लिए वहां पहुंचे। देश में कोयले की कमी नहीं : जोशी केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है। कोयला मंत्री ने कहा कि कुछ बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी दरअसल बारिश के कारण आपूर्ति में बाधा, बिजली की मांग बढ़ने और कम उत्पादन से उत्पन्न हुई थी। उन्होंने कहा कि अक्तूबर में बिजली संयंत्रों में 72 लाख टन कमी आई थी, लेकिन आपूर्ति बढ़ने के साथ कोयले का भंडार बढ़ना शुरू हो गया और अब नौ दिनों के लिए पर्याप्त भंडार है। पांच सालों में सेना की 286 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण सरकार ने कहा है कि पांच साल में रक्षा क्षेत्र से जुड़ी 286 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण हुआ। रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को राज्यसभा को बताया कि छावनी बोर्ड की सभी संपत्तियों पर जीओ टैग लगा हुआ है और उन्हें भूमि प्रबंधन प्रणाली से जोड़ा गया है। सेना में 7476 और नौसेना में 1265 अधिकारियों के पद खाली रक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि सेना में 7476 पद, नौसेना में 1265 और वायुसेना में 621 अधिकारियों के पद खाली हैं। साथ ही एयरमैन, नाविक और जूनियर अधिकारी सहित अन्य 97,177 पद रिक्त हैं। 11,166 पद नौसेना और वायुसेना में जूनियर स्तर पर 4850 पद खाली हैं। एजेंसी बैंकों ने 58,524 करोड़ के ऋण को नया रूप दिया सरकारी बैंकों ने कोरोना से प्रभावित एमएसएमई के 9.8 लाख खातों के 58,524 करोड़ रुपये के लोन को नया रूप (रीकंस्ट्रक्ट) दिया है। सरकार ने सोमवार को लोकसभा को बताया कि ये आंकड़े 26 नवंबर तक के हैं। वित्त मंत्री ने लिखित प्रश्न के जवाब में कहा, 8.5 लाख निजी खातों के 60,000 करोड़ रुपये के ऋण को भी रीकंस्ट्रक्ट किया है। साइबर डोमेन के दृष्टिकोण से ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए, सीतारमण ने कहा कि सभी संबंधित संस्थानों द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। सेबी, एनएसई और बीएसई ने आश्वासन दिया है कि वे सभी प्रकार की सावधानी बरत रहे हैं। हर बार कड़ी समीक्षा की जाती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि यह डिजिटल रूप से सुरक्षित रहे। आईपीओ से 52,759 करोड़ जुटाए वित्तमंत्री ने बताया, मौजूदा वित्त वर्ष में अक्तूबर तक देश की 61 कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 52,759 करोड़ रुपये जुटाए हैं। सीतामरण ने यह भी बताया कि अक्टूबर महीने तक जो 61 कंपनियां आईपीओ लेकर आईं, उनमें 34 एमएसएमई थीं। उन्होंने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में 56 कंपनियों ने आईपीओ से 31,060 करोड़ रुपये जुटाए और इनमें से 27 कंपनियां एमएसएमई थीं। इस वर्ष आईपीओ लाने वाली 61 कंपनियों में 35 कंपनियों के आईपीओ 100 करोड़ रुपये से कम थे। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में वित्त मंत्री ने ‘वन 97 कम्युनिकेशंस’ के आईपीओ को लेकर कहा कि कंपनी को उम्मीद से अधिक रकम प्राप्त हुई है। 10 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंजों के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, वन97 कम्युनिकेशंस के आईपीओ को 4.83 करोड़ शेयरों के प्रस्ताव के मुकाबले 9.14 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। मूल्य बैंड 2,080-2,150 रुपये प्रति शेयर पर तय किया गया था। स्कूलों के 93% शिक्षकों का टीकाकरण सरकार ने लोकसभा को बताया कि देश के 93 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों और 87 फीसदी गैर शिक्षण कर्मचारियों का पूर्ण या आंशिक टीकाकरण हो चुका है। चार राज्यों ने सौ फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक प्रश्न के जवाब में बताया, दिल्ली ने 98 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों और गैर शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का टीकाकरण कर लिया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nagaland-firing-northeast-states-came-together-against-afspa-law-many-mp-along-with-the-cm-of-nagaland-and-meghalaya-demands-to-revoke-it,"Nagaland Firing: अफ्स्पा हटाने की मांग पर एकजुट हुए पूर्वोत्तर के राज्य, जानें अब तक का पूरा अपडेट","विस्तार नगालैंड में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में नागरिकों की मौत के बाद अफस्पा (आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट) हटाने की मांग को लेकर पूर्वोत्तर के राज्य एकजुट होते नजर आ रहे हैं। सोमवार को नगालैंड और मेघालय के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से अफस्पा हटाने की मांग की वहीं, संसद में भी केंद्र पर अफस्पा को हटाने को लेकर दबाव बढ़ रहा है। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने कहा, मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से बात की है, वह मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। हम केंद्र सरकार से नागालैंड से अफस्पा हटाने की मांग कर रहे हैं। इस कानून ने देश की छवि खराब की है। केंद्र ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 11 लाख रुपये और राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी है। इसके साथ ही रियो ने बताया कि उन्होंने रविवार को ही घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश देते हुए एक विषेष जांच दल गठित कर दिया है। वहीं, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड के संगमा ने सोमवार को कहा कि अब वक्त आ गया है कि पूर्वोत्तर से अफस्पा को हटा दिया जाए। भाजपा के साथ गठबंधन सरकार चला रहे संगमा ने ट्वीट कर कहा कि पूर्वोत्तर से अफस्पा को हटाया जाना चाहिए। वहीं, मेघालय में विपक्ष के नेताओं ने भी इस मांग का समर्थन किया और कहा कि इस नागरिक समाज, कार्यकर्ता और राजनैतिक दल सभी वर्षों से पूर्वोत्तर से अफस्पा हटाने की मांग करते आ रहे हैं। कांग्रेस विधायक अम्परिन लिंगदोह ने संगमा के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि हमें अपने लोगों पर इस कठोर उत्पीड़न को तत्काल निरस्त करने की मांग करने के लिए साथ आना चाहिए। कृपया जल्द से जल्द एक परामर्श बैठक बुलाएं। वहीं, लोकसभा में नगालैंड से नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के सांसद टी येप्थोमी ने सोमवार को गोलीबारी की घटना की जांच की मांग करते हुए कहा कि अफस्पा से सुरक्षा बलों को बिना सोच विचार के नागरिकों पर गोली चलाने का अधिकार नहीं मिलता है। खासी छात्र संघ (केएसयू) ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार को राक्षसी अफ्सपा को तुरंत रद्द करना चाहिए और इसके बजाय पूर्वोत्तर भारत के मूल निवासियों के अधिकारों और अस्तित्व की रक्षा और सुरक्षा के लिए कानून बनाना चाहिए।ऽ केएसयू अध्यक्ष लम्बोक मारंगर ने कहा कि सरकार को मोन में नागरिकों की मौत के लिए जिम्मेदारों को सख्त सजा देनी चाहिए। ओवैसी ने रखा स्थगन प्रस्ताव एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नगालैंड की घटना पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव रखा। ओवैसी ने अपने प्रस्ताव में कहा वे नगालैंड की घटना पर चर्चा करने के लिए सदन के कार्य को स्थगित करने का प्रस्ताव रखते हैं, यह तत्काल सार्वजनिक महत्व का मामला है, क्योंकि सीधे भारतीय नागरिकों की स्वतंत्रता से जुड़ा है। ओवैसी के अलावा विपक्ष के कई अन्य सदस्यों ने भी संसद के दोनों सदनों में इस घटना पर चर्चा का प्रस्ताव रखा। डीएमके सांसद टीआर बालू, जेडीयू के राजीव सिंह रंजन, एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने भी संसद में घटना पर रोष जताया और गृह मंत्री से जवाब मांगा। इन्होंने भी उठाई आवाज 1. सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के देश से भावनात्मक तौर पर जुड़े रहना जरूरी है। घटना की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के नेतृत्व में निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए। दोषियों को अफ्सपा के तहत राहत नहीं दी जानी चाहिए। - मनीष तिवारी, कांग्रेस, सांसद 2. सुरक्षा बलों के हाथों से भारतीयों की मौत की जितनी निंदा की जाए उतना कम है। आखिर निहत्थे लोगों को उग्रवादी कैसे समझा जा सकता है। - गौरव गोगोई, कांग्रेस सांसद 3. नगालैंड में अफ्सपा के कार्यान्वयन पर एक निगरानी तंत्र की बनाया जाना चाहिए। घटना में शामिल सभी दोषियों की गिरफ्तार की जाए। - प्रद्युत बोरदोलोई, कांग्रेस सांसद 4. नागालैंड में स्थिति को और खराब नहीं होनी चाहिए। मृतकों के परिजनों को अधिकत अनुग्रह राशि दी जाए। - सुदीप बंद्योपाध्याय, टीएमसी सांसद 5. यह आश्चर्यजनक है, आखिर खुफिया एजेंसियां इस तरह गलत जानकारियां कैसे दे सकती हैं। - विनायक राउत, शिव सेना सांसद 6. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, लेकिन ध्यान रखें कि सशस्त्र बलों का मनोबल भी कम नही हो। -पीवी मिधुन रेड्डी, वाईएससीआरपी सांसद क्या है अफस्पा? यह एक कानून है, जो भारतीय सुरक्षा बलों को देश में युद्ध जैसी स्थिति बनने पर अशांत क्षेत्रों में शांति व कानून-व्यवस्था बहान करने के लिए विशेष शक्तियां देता है। इसे 1958 में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अध्यादेश के तौर पर पेश किया गया था, बाद में इसी वर्ष संसद ने कानून के तौर पर पारित कर दिया था। कब होता है लागू? जब किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश का राज्यपाल केंद्र सरकार को क्षेत्र में शांति व स्थिरता बहाल करने के लिए सेना भेजने की मांग करता है। असल में अफस्पा अधिनियम की धारा तीन के तहत राज्यपालों को यह शक्ति दी गई है कि वे भारत सरकार को राजपत्र पर आधिकारिक अधिसूचना जारी राज्य के असैन्य क्षेत्रों में सशस्त्र बलों को भेजने की सिफारिश कर सकते हैं। अशांति की घोषणा राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर जब केंद्र सरकार मान ले कि किसी राज्य में आतंकवाद, हिंसा, अलगाववाद जैसे कारणों से स्थानीय पुलिस व अर्द्धसैनिक बल शांति व स्थिरता बनाए रखने में असमर्थ है, तो उस उस राज्य या क्षेत्र को अशांत क्षेत्र (विशेष न्यायालय) अधिनियम, 1976 के मुताबिक अशांत घोषित कर दिया जाता है। इसके बाद न्यूनतम तीन माह के लिए यथास्थिति बनाए रखनी होगी। सशस्त्र बलों को मिलती हैं ये शक्तियां 1. संदेह के आधार पर बिना वारंट के तलाशी लेना 2. खतरा होने पर किसी स्थान को नष्ट करना 3. कानून तोड़ने वाले पर गोली चलाना 4. बिना वारंट के गिरफ्तार करना 5. वाहनों को तलाशी लेना कब-कब कहां लागू हुआ? 1958 - मणिपुर और असम 1972 - असम, मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और नगालैंड 1983- पंजाब एवं चंडीगढ़ 1990- जम्मू-कश्मीर फिलहाल यहां लागू हैं अफस्पा पूर्वोत्तर में असम, नगालैंड, मणिपुर (इंफाल नगर परिषद क्षेत्र को छोड़कर), अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग, लोंगडिंग, तिरप जिलों और असम सीमा पर मौजूद आठ पुलिस थाना क्षेत्रों में अफस्पा लागू है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने केंद्र सरकार से मांगा जवाब नगालैंड फायरिंग मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने केंद्रीय रक्षा सचिव, केंद्रीय गृह सचिव, नगालैंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक नोटिस जारी कर 6 हफ्ते के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में एसआईटी द्वारा की जा रही जांच की स्थिति, मृतक के परिजनों को दी गई राहत, घायलों को दिए जा रहे चिकित्सा उपचार की स्थिति और घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों व अधिकारियों के खिलाफ दर्ज मामले शामिल होंगे। फायरिंग पर कांग्रेस ने कमेटी बनाई घटना को लेकर कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है जो पीड़ित लोगों से मिलकर रिपोर्ट तैयार करेगा। प्रतिनिधि मंडल रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेगी। नगालैंड में शोक, हॉर्नबिल फेस्टिवल एक दिन के लिए बंद नगालैंड के विश्व प्रसिद्ध हॉर्नबिल उत्सव के बीच नगा विरासत गांव किसामा में सोमवार को सन्नाटा पसरा रहा। राज्य सरकार ने मोन जिले में नागरिकों की हत्या पर संवेदना दर्शाते हुए हॉर्नबिल उत्सव को एक दिन के लिए रद्द कर दिया। पूर्वी नागालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) के तहत छह जनजातियों और कुछ अन्य जनजातियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ना लेने का फैसला किया। यही नहीं, घटना में कोन्याक जनजाति के मारे गए नागरिक के कारण कोन्याक संघ, ने भी उत्सव में भाग लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद, लगभग सभी आदिवासी निकायों ने उत्सव में भाग नहीं लेने का फैसला कर लिया। हॉर्नबिल फेस्टिवल हॉर्नबिल नगा जनजातियों का एक दस दिवसीय पारंपरिक उत्सव है। इसमें राज्य की विभिन्न जनजातियां अपनी परंपराओं का प्रदर्शन करती हैं। इस साल यह उत्सव 1 दिसंबर से शुरू हुआ है। यह उत्सव चार जिलों में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख कार्यक्रमों में हॉर्नबिल म्यूजिक फेस्टिवल, नगालैंड फिल्म फेस्टिवल, माउंटेन बाइकिंग, नगालैंड लिटरेचर फेस्टिवल और और हॉर्नबिल बैम्बू फेस्टिवल शामिल हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/former-madras-high-court-judge-krishnaswamy-chandru-said-that-bills-getting-passed-without-debate-parliament-may-soon-become-rubber-stamp,"केंद्र पर निशाना: पूर्व जज चंद्रू बोले- बिना किसी चर्चा के पारित हो रहे विधेयक, संसद एक दिन रबर स्टांप बन जाएगी","विस्तार मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जज और जय भीम मूवी से भी सुर्खियां बटोरने वाले कृष्णास्वामी चंद्रू ने केंद्र सरकार की नीतियों पर चिंता जाहिर की। पूर्व जज ने कहा कि संसद में जिस तरह से बिना किसी बहस के बिल पारित हो रहे हैं, उससे लगता है कि जल्द ही देश की संसद केवल सरकार की एक रबर स्टांप बनकर रह जाएगी। पूर्व जज चंद्रू स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) द्वारा आयोजित किए गए एक चर्चा में हिस्सा ले रहे थे। इस चर्चा का आयोजन बाबरी मस्जिद के के गिराए जाने के 29 वर्ष पूरे होने पर किया गया था। चंद्रू ने कहा कि सरकार ने कृषि कानूनों को बिना किसी चर्चा के संसद में पास कराया और किसानों के विरोध के बाद फिर से बिना किसी चर्चा के ही वापस से लिया। संसद में जनता के मुद्दों पर कोई भी चर्चा नहीं हो रही है। जिस तरह से यह सब हो रहा है, जल्द ही संसद सरकार की एक रबर स्टांप बनकर रह जाएगी। संसद नागपुर से चलेगी चंद्रू ने बिना किसी का नाम लिए ईशारों में यह भी कहा कि एक दिन संसद नागपुर से चलेगी। उन्होंने कहा कि समाजवाद अब केवल किताबी शब्द बनकर रह गया है। सरकार जो आर्थिक नीतियां ला रही है, वह देश के गरीब लोगों के लिए हानिकारक है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो भारत एक दिन दिवालिया हो जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार पर बहुसंख्यकवादी राजनीति करने का भी आरोप लगाया। राम मंदिर पर भी की बात चंद्रू ने रामजन्मभूमि फैसले पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इस फैसले में बहुसंख्यक आबादी की श्रद्धा को वरीयता दी गई। संविधान में सभी को अपनी श्रद्धा मानने की आजादी दी गई है और इस आजादी पर दिल्ली, गुजरात या नागपुर से अंकुश नही लगाया जा सकता। उन्होंने आगे कहा कि सीएए समेत कई बड़े मामले अब भी कोर्ट के समक्ष लंबित पड़े हैं। जय भीम पर भी दिया बयान पूर्व जज चंद्रू ने हाल ही में आई फिल्म जय भीम पर भी बात की। उन्होंने कहा कि फिल्म इस बात को बताती है कि शिक्षा लोगों को स्वतंत्र बनाती है। जय भीम ने लोगों को दिखाया कि भारत एक है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/india-russia-2-2-dialogue-defence-minister-rajnath-singh-said-that-the-assemblage-on-the-border-is-a-new-challenge-for-india-during-two-plus-two-meeting-between-india-and-russia,"India Russia 2+2 Dialogue: सीमा पर जमावड़ा भारत के लिए नई चुनौती, भारत-रूस के बीच बैठक में राजनाथ सिंह ने उठाया मुद्दा","विस्तार भारत और रूस के बीच टू प्लस टू वार्ता में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि उत्तरी सीमा पर अभूतपूर्व फौजी जमाव और बिना उकसावे के आक्रामकता भारत के लिए नई चुनौती है। उन्होंने कहा कि भारत ने मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और जनता की अंदरूनी ताकत के बल पर इन चुनौतियों का बखूबी सामना किया है। इससे पहले रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोएगु के साथ ‘सैन्य एवं सैन्य-तकनीक सहयोग के क्षेत्र में भारत-रूस अंतर सरकारी आयोग’ (आईआरआईजीसी-एमएंडएमटीसी) की बैठक में राजनाथ सिंह ने रूस को भारत का पुराना, खास और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। उन्होंने भारत के मजबूत सहयोग के लिए रूस की सराहना की और कहा कि हमारे करीबी संबंध किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं हैं। आईआरआईजीसी-एमएंडएमटीसी को उन्होंने पिछले दो दशक में सुस्थापित मैकेनिज्म करार दिया। जनरल शोइगु ने इस मौके पर विश्वास जताया कि भारत और रूस की दोस्ती पूरे क्षेत्र में स्थिरता के लिए अहम है। पिछले कई दशकों में इस दोस्ती और साझेदारी ने कई नए आयाम हासिल किए हैं। एस-400 पर भारत से अपना ‘आदेश’ मनवाना चाहता था अमेरिका: लावरोव रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सोमवार को कहा कि अमेरिका रूस के साथ एस-400 मिसाइल रक्षा खरीद सौद को लेकर भारत से अपना आदेश मनवाना चाहता था और इस सौदे को रद्द करवाना चाहता था। लेकिन भारत ने उन्हें बता दिया कि उसने अपनी रक्षा जरूरतों के अनुरूप एक स्वायत्त देश के रूप में ये फैसला लिया है और इसे बदला नहीं जाएगा। अमेरिका ने क्रीमिया में 2014 में रूसी दखल और 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कथित रूप से रूस के हस्तक्षेप के बाद एक कानून बनाया जिसके तहत रूस से बड़े हथियार समझौते करने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता था। इसकी कानून के तहत भारत को भी एस-400 सिस्टम खरीदने पर प्रतिबंध की चेतावनी दी गई थी। भारत-रूस साझेदारी से बहुध्रुवीय विश्व को मिलेगा संतुलन: जयशंकर भारत रूस टू प्लस टू बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच कई अहम मुद्दों पर बात हुई। इस मौके पर जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान के हालात मध्य एशिया क्षेत्र समेत पूरी विश्व पर असर डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बैठक आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद समेत कई अन्य चुनौतियों का समाना करने की दिशा में अहम कदम साबित होगा। बहुध्रुवीय विश्व को नया संतुलन देने में भारत रूस की कूटनीतिक और सामरिक साझेदारी अहम है। सुबह से शुरू हुआ मुलाकातों का दौर सोमवार को सबसे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोएगु के बीच बैठक हुई। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच वार्ता हुई। अंत में दोनों देशों के बीच रक्षा और विदेश मंत्रियों की उपस्थिति में टू प्लस टू बातचीत हुई। रक्षा मंत्रियों की बैठक के बाद रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/odisha-bjd-party-told-bjp-leaders-take-care-of-your-language-and-cross-the-boundaries-while-speaking-against-chief-minister-naveen-patnaik,ओडिशा : बीजद ने भाजपा नेताओं से कहा- अपनी भाषा का ध्यान रखें और मुख्यमंत्री पटनायक के खिलाफ बोलते समय सीमा न लांघें,"विस्तार सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने सोमवार को भाजपा सांसदों से कहा कि वे अपनी भाषा का ध्यान रखें और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खिलाफ शब्दों का इस्तेमाल करते समय सीमा नहीं लांघें। बीजद की यह कड़ी प्रतिक्रिया तब की जब भाजपा विधायकों ने कालाहांडी महिला शिक्षक के अपहरण और हत्या से संबंधित मुद्दों पर पटनायक को एक पत्र पोस्ट किया। मुख्यमंत्री को लिखे खुले पत्र में भाजपा पार्टी के सांसदों ने पटनायक पर कालाहांडी मामले में दोहरा मापदंड बनाए रखने का आरोप लगाया। पत्र में भाजपा ने लिखा है, आपने (सीएम) 1999 में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जे बी पटनायक को नैतिकता का पाठ पढ़ाया था। आपने अतीत में भी नैतिकता के नाम पर मंत्रियों और नेताओं को बर्खास्त किया है। कालाहांडी मामले में आपकी नैतिकता कहां है। इसके अलावा भाजपा विधायकों ने भी पटनायक की कड़ी निंदा की कि उन्होंने कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से एक बार भी विधानसभा में भाग नहीं लिया, जबकि उन्होंने विभिन्न जिलों का दौरा किया था। भाजपा के पत्र में पूछा गया, विधानसभा में आने के बजाय आप कहां छिपे हैं। पटनायक के खिलाफ भाजपा के शब्दों और कार्यों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए पार्टी सांसदों प्रमिला मलिक और अतनु एस नायक ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भगवा पार्टी का व्यवहार उड़िया संस्कृति के खिलाफ है। सरकार की वरिष्ठ बीजद नेता प्रमिला मलिक ने कहा, आपको (भाजपा) मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने के लिए भारी कीमत चुकानी होगी। हम इसकी निंदा करते हैं। यह कहते हुए कि राजनीति में यह कोई नई बात नहीं है कि विपक्षी दल सत्ताधारी दल की आलोचना करते हैं और यहां तक कि सरकार के खिलाफ भी विरोध करते हैं। मलिक ने कहा, विपक्ष ने पहले कभी भी लोकतांत्रिक मूल्यों और पदों की गरिमा का त्याग नहीं किया। सरकार का विरोध करने के लिए भाजपा बहुत नीचे चली गई है। नेता मल्लिक ने एक उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपुर में उपचुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री को निशाना बनाते हुए बोतलें और चप्पलें फेंकी थीं। उन्होंने कहा, इसी तरह,भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के काफिले पर अंडे से हमला किया। मुख्यमंत्री को भाजपा का पत्र भगवा पार्टी के विधायकों को संस्कृति की कमी दिखाता है। बीजद नेता ने कहा कि ओडिशा के लोग जिन्होंने नवीन पटनायक को लगातार पांच बार सत्ता में वोट दिया है, वे मुख्यमंत्री के प्रति अपने व्यवहार के लिए भाजपा को कभी माफ नहीं करेंगे। कालाहांडी महिला शिक्षिका अपहरण और हत्या मामले के मुख्य आरोपी को पनाह देने का आरोप लगाते हुए विपक्षी भाजपा और कांग्रेस गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को हटाने की मांग कर रही है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nagpur-praveen-togadia-said-ram-temple-is-being-built-but-no-ram-rajya-in-country-he-demands-bharat-ratna-for-bal-thackeray-ashok-singhal-for-their-role-in-ayodhya-agitation,"नागपुर : प्रवीण तोगड़िया ने फिर कहा- भले ही राम मंदिर बन रहा है, पर देश में रामराज्य नहीं","विस्तार हिंदूवादी नेता प्रवीण तोगड़िया ने सोमवार को शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे और विहिप प्रमुख अशोक सिंघल को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारत रत्न देने की मांग की। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए तोगड़िया ने महंत रामचंद्र परमहंस और महंत अविद्यानाथ के लिए सर्वोच्च नागरिक सम्मान की भी मांग की। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष तोगड़िया ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे, विहिप के दिवंगत अध्यक्ष अशोक सिंघल, महंत रामचंद्र परमहंस और महंत अविद्यानाथ ने राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। इसलिए सरकार को इन चारों को भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए। उन्होंने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान जान गंवाने वाले 700 किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की भी मांग की। किसानों ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर चुनिंदा व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए इन कानूनों (अब निरस्त) को लागू करने का आरोप लगाया था। तोगड़िया ने भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ठीक है कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है, लेकिन देश में ऐसा कोई रामराज्य नहीं है, जहां एक करोड़ लोग बेघर हैं और 19 करोड़ लोग भूखे पेट हैं। मथुरा में भगवान कृष्ण की जन्मस्थली और वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद के मालिकाना हक के विवाद और फिर से कब्जे की मांग के बारे में पूछे जाने पर तोगड़िया ने कहा कि भाजपा को इस संबंध में आवश्यक कानून बनाना चाहिए, क्योंकि उसे संसद में पूर्ण बहुमत हासिल है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-pulls-up-railways-for-not-protecting-its-property-acting-against-encroachers-latest-news-update,सुप्रीम कोर्ट की रेलवे को फटकार: कहा- अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई आपका वैधानिक दायित्व,"विस्तार सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को गुजरात में अपनी संपत्ति की रक्षा न करने के लिए रेलवे फटकार लगाई और कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई आपका वैधानिक दायित्व है। शीर्ष अदालत ने कहा, गुजरात में एक नई रेलवेलाइन की शुरुआत होनी है पर रेलवे अपनी संपत्ति की रक्षा नहीं कर रहा। शीर्ष अदालत गुजरात और हरियाणा में रेलवे की जमीनों से अतिक्रमण हटाने की मांग वाली अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। जस्टिस एम खानविलकर और सीटी रविकुमार की पीठ ने कहा, रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ रेलवे को कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि सार्वजनिक परियोजना पर काम हर हाल में चलना चाहिए। आप अपनी योजनाओं और बजटीय व्यवस्था का मजाक उड़ा रहे हैं। जिन्होंने अतिक्रमण किया है उन्हें हटाएं और इसके लिए कानून है। आप उसका प्रयोग नहीं कर रहे। पीठ ने रेलवे की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज से कहा, आपकी संपत्ति पर अतिक्रमण हो रहा है और आप उसकी रक्षा नहीं कर रहे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-unhappy-with-state-governments-over-delay-in-payment-of-corona-compensation-said-that-government-should-be-a-human-latest-news-update,"सुप्रीम कोर्ट: कोरोना मुआवजे के भुगतान में देरी पर राज्य सरकारों से नाखुश कोर्ट, कहा- सरकार 'इंसान' बनें","विस्तार कोविड के कारण हुई मौतों के लिए मुआवजे के भुगतान में देरी से नाखुश सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को राज्य सरकारों से कहा है कि वह इस मामले में इंसानियत दिखाएं। शीर्ष अदालत ने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और राजस्थान सहित कुछ अन्य राज्यों को फटकार लगाई है। राजस्थान सरकार के रवैये से नाखुश शीर्ष अदालत ने कहा कि सरकार 'इंसान' बनें। सुप्रीम कोर्ट ने चार अक्टूबर को कोविड -19 से मरने वाले लोगों के परिवारों को अनुग्रह राशि के तौर पर 50 हजार रुपए देने के अलावा कई अन्य निर्देश जारी किए थे। जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा दायर हकफनामे पर नाखुशी जताई। पीठ ने महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश वकील से कहा, 'हम महाराष्ट्र सरकार द्वारा दायर हलफनामे से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। महाराष्ट्र में एक लाख से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं लेकिन केवल 37 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। अभी तक एक भी व्यक्ति को मुआवजा नहीं दिया गया है।' जस्टिस शाह ने कहा कि यह 'हास्यास्पद' था और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। जब महाराष्ट्र सरकार के वकील सचिन पाटिल ने मुआवजे का भुगतान शुरू करने के लिए और समय मांगा और कहा कि हम जल्द ही अनुपालन पर एक हलफनामा दायर करेंगे, जस्टिस शाह ने उन्हें चेतावनी दी कि अदालत राज्य सरकार के खिलाफ सख्ती करेगी। जस्टिस शाह ने वकील से कहा, 'आप इसे (हलफनामा) अपनी जेब में रखें और अपने मुख्यमंत्री को दें।' सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को तुरंत मुआवजे का भुगतान शुरू करने का आदेश दिया। पश्चिम बंगाल के मामले में अदालत ने कहा कि 19000 से अधिक कोविड की मौत हुई है, लेकिन केवल 467 आवेदन प्राप्त हुए हैं। उनमें से केवल 110 को ही अब तक मुआवजा दिया गया है। कोर्ट ने कहा कि ज्यादातर राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद तीन दिसंबर के बाद ऑनलाइन पोर्टल्स स्थापित किया है।'' इसके बाद राजस्थान की ओर रुख करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्य में लगभग 9000 कोविड की मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से अब तक केवल 595 आवेदन प्राप्त हुए हैं और अभी तक किसी को मुआवजे का भुगतान नहीं दिया गया है। जस्टिस शाह ने राज्य सरकार के वकील पर निशाना साधते हुए कहा, 'अपनी सरकार से कहिए कि वे इंसान बने।' शीर्ष अदालत ने इन राज्य सरकारों को मुआवजा योजना के बारे में समाचार पत्रों, टेलीविजन और रेडियो के माध्यम से व्यापक प्रचार सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया ताकि अधिक लोग आगे आ सकें। मामले की अगली सुनवाई 10 दिसंबर को होगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/parliament-winter-session-live-news-updates-bjp-congress-bsp-tmc-lok-sabha-rajya-sabha,"Parliament Session: लोकसभा और राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित, शाह ने नगालैंड मामले पर दोनों सदनों में दिया बयान","खास बातें Parliament Winter Session Live Update News: विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा व राज्यसभा में कार्रवाई तीन बजे तक स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नगालैंड हिंसा पर लोकसभा और राज्यसभा में बयान दिया। लाइव अपडेट 09:16 PM, 06-Dec-2021 विरोध के बीच एनडीपीएस विधेयक लोकसभा में पेश विपक्षी दलों के तीव्र विरोध के बीच सोमवार को लोकसभा में एनडीपीएस बिल पेश किया गया। विधेयक पेश करते हुए वित्त राज्य मंत्री डा भागवत कराड ने कहा कि संशोधन बिल में कोई नया प्रावधान शामिल नहीं है। त्रिपुरा हाईकोर्ट के आदेशों के अनुरूप संशोधन अधिनियम की विसंगति को दूर किया गया है। बिल का विरोध करते हुए आरपीआई के एनके प्रेमचंद्रन ने कहा कि संशोधन बिल का मसौदा तैयार करने में कई त्रुटियां हुई हैं। इसके कारण बिल अपने उद्देश्यों को हासिल नहीं कर पाएगा। उन्होंने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने और विपक्ष की राय को अनसुना करने का आरोप लगाया। वहीं बीजद के भर्तृहरि महताब ने कहा कि इस कानून में अब तक तीन बार संशोधन किया जा चुका है। अब सरकार एक और संशोधन करना चाहती है। सरकार का कहना है कि मसौदा तैयार करने में हुई गलतियों को दुरुस्त करने के लिए यह बिल लाया गया है। जब 2014 में इस कानून में संशोधन किया गया था, तब भी सरकार ने इसका व्यापक परीक्षण नहीं किया था। 09:15 PM, 06-Dec-2021 स्कूलों के 93 फीसदी शिक्षकों का टीकाकरण सरकार ने लोकसभा को बताया कि देशभर के 93 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों और 87 फीसदी गैर शिक्षण कर्मचारियों का पूर्ण या आंशिक टीकाकरण हो चुका है। इसके साथ ही चार राज्यों ने सौ फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यवार डाटा जारी करते हुए एक प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली ने 98 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों का शिक्षण और गैर शिक्षणेतर कर्मचारियों का टीकाकरण पूर कर लिया है। 08:37 PM, 06-Dec-2021 लोकसभा: भाजपा सांसद ने उठाई क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध की मांग भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में शून्य काल के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी डार्क नेट टेक्नोलॉजी पर आधारिक हैं और इनका इस्तेमाल ड्रग्स, वेश्यावृत्ति और आतंकवाद में किया जाएगा। 08:28 PM, 06-Dec-2021 सशस्त्र बलों में 1.22 लाख से अधिक पद खाली केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट ने लोकसभा में बताया कि सशस्त्र बलों में एक लाख 22 हजार 555 पद रिक्त हैं। इनमें 9362 पद अधिकारी स्तर के हैं। उन्होंने कहा कि थल सेना में अधिकारियों के 7476 और 97,177 अन्य पद रिक्त हैं। वायु सेना में अधिकारी स्तर के 621 और 4859 अन्य पद खाली हैं। नौसेना में अधिकारी स्तर के 1265 और 11,166 अन्य पद खाली हैं। 06:57 PM, 06-Dec-2021 लोकसभा कल तक के लिए स्थगित राज्यसभा के बाद लोकसभा को भी कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 06:56 PM, 06-Dec-2021 राष्ट्रीय औषधि शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक पास लोकसभा में राष्ट्रीय औषधि शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2021 पारित किया गया। यह विधेयक अहमदाबाद, गुवाहाटी, हाजीपुर, हैदराबाद, कोलकाता और रायबरेली में छह संस्थानों को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा देने का प्रावधान करता है। 06:48 PM, 06-Dec-2021 2020-21 में भारतीय एयरलाइंस को हुआ 19564 करोड़ का नुकसान केंद्रीय राज्य नागरिक उड्डयन मंत्री वीके सिंह ने राज्यसभा को बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में कोविड महामारी के चलते देश की एयरलाइंस को 19,564 करोड़ और हवाई अड्डों को 5116 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। महामारी के चलते भारत में घरेलू उड़ानों का संचालन लंबे समय तक निलंबित रहा था। सिंह ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि एविएशन सेक्टर पर कोरोना महामारी का गंभीर असर पड़ा है। 06:42 PM, 06-Dec-2021 नगालैंड पर शाह के बयान पर खड़गे ने उठाए सवाल नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में हुई नागरिकों की मौत पर सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में बयान दिया। इसे लेकर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम पीड़ित परिवारों को मुआवजे के बारे में सवाल पूछना चाहते थे। लेकिन हमें सवाल पूछने का मौका ही नहीं दिया गया। उन्होंने (अमित शाह) केवल बोलते रहे और अंत में कह दिया कि सरकार को खेद है। इसका क्या मतलब है? इसका यह मतलब है कि आपने गलती की है। खड़गे ने कहा कि आपका खुफिया विभाग क्या कर रहा था? आपके खबरी क्या कर रहे थे? क्या उन्हें (अमित शाह को) यह सब नहीं पता होना चाहिए? हम उनसे ये सवाल पूछने वाले थे लेकिन उनके बयान के तुरंत बाद सदन को स्थगित कर दिया गया। 06:33 PM, 06-Dec-2021 एयरपोर्ट प्राधिकरण: एयर इंडिया पर 2350 तो स्पाइसजेट पर 185 करोड़ बकाया केंद्रीय राज्य नागरिक उड्डयन मंत्री वीके सिंह ने राज्यसभा में बताया कि सितंबर तक एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) पर एयर इंडिया के 2350 करोड़ रुपये और स्पाइसजेट के 185 करोड़ रुपये बकाया हैं। एक सवाल के लिखित जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ एयरलाइनों ने अपनी बकाया राशि की निकासी में चूक की है। एएआई अपनी क्रेडिट नीति के अनुसार बकाया की वसूली के लिए एयरलाइनों के साथ नियमित रूप से अनुवर्ती कार्रवाई करता है। 06:25 PM, 06-Dec-2021 विश्वविद्यालयों के परिसरों को विदेशों में बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं: शिक्षा मंत्री केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में बताया कि सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है जिसमें सार्वजनिक वित्तपोषित विश्वविद्यालयों के परिसरों को विदेश में स्थापित करने की योजना हो। प्रधान ने इस सवाल पर कि क्या दिल्ली विश्वविद्यालय और ऐसे ही अन्य सार्वजनित वित्तपोषित विश्वविद्यालयों के परिसरों को विदेशों में बनाने का प्रस्ताव है, के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। 06:14 PM, 06-Dec-2021 आईआईटी के नाम बदलने की कोई योजना नहीं: केंद्र केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने लोकसभा में बताया कि भारतीय प्रौद्योगिक संस्थानों (आईआईटी) के नामों को बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि सरकार के पास आईआईटी के नाम उन राज्यों के महापुरुषों के नाम पर बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है जिन राज्यों में ये संस्थान स्थित हैं। 06:04 PM, 06-Dec-2021 सांसदों का निलंबन समाप्त हो तो हम करेंगे सहयोग: खड़गे खड़गे ने कहा कि हमने चेयरमैन से कहा कि अगर आप हमारा उत्पीड़न करना चाहते हैं तो यह आप पर निर्भर करता है। हम केवल उनसे अनुरोध कर सकते हैं कि अपने फैसले पर फिर से विचार करें। राज्यसभा लगातार स्थगित हो रही है, सभी दों ने मांग उठाई है कि सांसदों का निलंबन समाप्त किया जाए। मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि वह निलंबन का फैसला वापन नहीं लेना चाहते थे। आप कब तक लोकतंत्र में विपक्ष को बाहर रखेंगे? सदन का चलना उनके हाथ में है। हम सहयोग के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्हें हमारी शर्तें माननी होंगी। 05:53 PM, 06-Dec-2021 राज्यसभा: सांसदों के निलंबन को लेकर चेयरमैन से मिले खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने चेयरमैन से मुलाकात की है और उनसे 12 सांसदों ने निलंबन के आदेश को रद्द करने की मांग की ताकि वो भी चर्चाओं का हिस्सा बन सकें और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चल सके। हमने उनसे कहा कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा और बहस करेंगे और एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। लेकिन बातचीत का कोई परिणाम नहीं निकला, एक सलाह दी गई कि सभी निलंबित सांसद माफी मांगें या फिर कम से कम विपक्ष के नेता बताएं कि जो हुआ वह ठीक वहीं था। हमने कहा कि यह ठीक नहीं है और ऐसा नहीं होगा क्योंकि उन्हें गैरकानूनी तरीके से निलंबित किया गया है। 03:40 AM, 06-Dec-2021 डीआरडीओ ने 931 ऑक्सीजन पीएसए प्लांट लगाए रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा को बताया कि डीआरडीओ ने कोरोना महामारी के दौरान देशभर में 931 ऑक्सीजन प्रेशर स्विंग एब्सार्पशन (PSA) प्लांट लगाए हैं। पीएम केयर्स फंड के तहत ये 869 स्थानों पर लगाए गए हैं। एक प्रश्न के लिखित उत्तर में उन्होंने बताया कि यूपी में सर्वाधिक 103, तमिलनाडु में 62, मप्र में 56, पश्चिम बंगाल में 49 और राजस्थान में 48 प्लांट्स लगाए गए। 03:34 AM, 06-Dec-2021 तेलंगाना: धान खरीदी में हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप भाजपा सांसद अरविंद धरमपुरी ने सोमवार को लोकसभा के शून्यकाल में तेलंगाना में धान खरीदी का मामला उठाया। उन्होंने तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव और उनके पुत्र केटी रामा राव पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि इस खरीदी में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उन्होंने केंद्र सरकार से इसकी जांच कराने व आवश्यक कार्रवाई का आग्रह किया। धरमपुरी ने कहा कि राज्य के किसान बदहाल स्थिति में हैं। वर्ष 2014 से 2020 के बीच सिद्दीपेठ में 416 किसान खुदकुशी कर चुके हैं। यह मुख्यमंत्री राव के अलावा गृह, स्वास्थ्य व वित्त मंत्रियों का भी गृह जिला है। Load More",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-nia-demands-urgent-hearing-against-sudha-default-bail-know-the-whole-matter,"सुप्रीम कोर्ट: सुधा की डिफॉल्ट जमानत के खिलाफ एनआईए ने की तत्काल सुनवाई की मांग, जानिए पूरा मामला","विस्तार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से भीमा कोरेगांव मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा वकील व कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज को दी गई डिफॉल्ट जमानत के खिलाफ उसकी याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग की। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सीजेआई एनवी रमण की तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष कहा, हाईकोर्ट का आदेश आठ दिसंबर को लागू होगा। याचिका पर तत्काल सुनवाई की दरकार है। या तो हम सफल होंगे या विफल होंगे। पीठ ने कहा, वह इस पर विचार करेंगे। एनआईए ने बॉम्बे हाईकोर्ट के एक दिसंबर के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। हाईकोर्ट ने भारद्वाज को 2018 के भीमा कोरेगांव-एल्गर परिषद मामले में डिफॉल्ट जमानत दी थी। भारद्वाज को 27 अक्तूबर, 2018 को पुणे पुलिस ने हिरासत में लिया था। भारद्वाज ने इस आधार पर जमानत मांगी थी कि जिस जज ने चार्जशीट दाखिल करने के लिए 90 दिन की अवधि बढ़ाई थी, उसे केंद्र सरकार द्वारा नामित नहीं किया गया था। आरोप पत्र 21 फरवरी 2019 को दाखिल हुआ था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/why-fire-was-opened-at-innocent-civilians-and-why-a-soldier-had-to-lose-his-life-congress-mp-adhir-ranjan-chowdhury-on-nagaland-issue,"नगालैंड फायरिंग: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मांगा जवाब, ग्रामीणों ने निकाला कैंडल मार्च","विस्तार नगालैंड में हुई नागरिकों की मौत के मामले में संसद में गृह मंत्री अमित शाह के बयान से कांग्रेस संतुष्ट नहीं है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि गृह मंत्री के बयान में दम नहीं है। उनके बयान का नागालैंड से आ रही परेशान करने वाली खबरों से कोई संबंध नहीं है। हम पूछ रहे हैं कि निर्दोष नागरिकों पर गोलियां क्यों चलाई गईं और एक सैनिक को अपनी जान क्यों गंवानी पड़ी। चौधरी ने कहा, कुछ दिन पहले मणिपुर में भी कुछ ऐसा ही हुआ था जब एक कर्नल और उनके परिवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उत्तर-पूर्व में ऐसा क्यों हो रहा है? राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मांगा जवाब नगालैंड फायरिंग मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने केंद्रीय रक्षा सचिव, केंद्रीय गृह सचिव, नगालैंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक नोटिस जारी कर 6 सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में एसआईटी द्वारा की जा रही जांच की स्थिति, मृतक के परिजनों को दी गई राहत, घायलों को दिए जा रहे चिकित्सा उपचार की स्थिति और घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों व अधिकारियों के खिलाफ दर्ज मामले शामिल होंगे। वहीं, नगालैंड के मोन जिले में उग्रवाद विरोधी अभियान में नागरिकों की मौत पर नगालैंड के मानवाधिकार और छात्र समूहों ने दिल्ली के नगालैंड हाउस में मोमबत्ती जलाने का कार्यक्रम किया। Human rights & student groups from Nagaland hold a candlelight vigil at Nagaland House in Delhi over the death of civilians in an anti-insurgency operation that went awry in Mon district of Nagaland pic.twitter.com/fwVULJ7HKE — ANI (@ANI) December 6, 2021 कैंडल मार्च निकाला मोन जिले के तिजित गांव में सैकड़ों लोगों ने सुरक्षाबलों के अभियान में आम नागरिकों के मारे जाने के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला। इस बीच कांग्रेस का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नागालैंड का दौरा करेगा। प्रतिनिधिमंडल राज्य के मोन जिले में नागरिकों और हिंसा की हालिया घटनाओं से संबंधित मामलों पर रिपोर्ट करेगा। प्रतिनिधिमंडल एक सप्ताह के भीतर पार्टी प्रमुख को रिपोर्ट सौंपेगा। खड़गे ने भी उठाए सवाल नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में हुई नागरिकों की मौत पर सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में बयान दिया। इसे लेकर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम पीड़ित परिवारों को मुआवजे के बारे में सवाल पूछना चाहते थे। लेकिन हमें सवाल पूछने का मौका ही नहीं दिया गया। उन्होंने (अमित शाह) केवल बोलते रहे और अंत में कह दिया कि सरकार को खेद है। इसका क्या मतलब है? इसका यह मतलब है कि आपने गलती की है। खड़गे ने कहा कि आपका खुफिया विभाग क्या कर रहा था? आपके खबरी क्या कर रहे थे? क्या उन्हें (अमित शाह को) यह सब नहीं पता होना चाहिए? हम उनसे ये सवाल पूछने वाले थे लेकिन उनके बयान के तुरंत बाद सदन को स्थगित कर दिया गया। नगालैंड के सीएम रियो ने अफ्स्पा हटाने की मांग की नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने सोमवार को सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफ्स्पा) को राज्य से हटाने की मांग की। 14 निर्दोष दिहाड़ी मजदूरों के अंतिम संस्कार के मौके पर रियो ने कहा कि राज्य के पास भी विशेषाधिकार है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, नगा लोग हमेशा से अफ्स्पा का विरोध करते आ रहे हैं। निर्दोष लोगों के बलिदान के भुलाया नहीं जाएगा। अफ्स्पा कानून को लेकर मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड सांग्मा ने भी रियो के बयान का समर्थन करते हुए ट्वीट किया, अफ्स्पा हटाया जाना चाहिए। 21 के पैरा स्पेशल फोर्सेज के खिलाफ मामला दर्ज मामले में सोमवार को 21 पैरा स्पेशल फोर्सेज (एसएफ) के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसमें कहा गया है कि सुरक्षाबलों की मंशा नागरिकों की हत्या करना और उन्हें घायल करना था। यह मामला तिजिट पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। हालात को देखते हुए मोन जिले में धारा 144 लगा दिया गया। मृतकों के परिजनों को सोमवार को पांच-पांच लाख हुए की सहायता राशि दी गई।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/gujarat-election-2022-congress-promise-if-it-comes-to-power-farm-loan-waived-rs-4-lakh-compensation-to-the-covid-19-deceased,"कांग्रेस का वादा- गुजरात में सत्ता में आए तो कृषि कर्ज माफ, कोविड मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा","विस्तार अगले साल होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को बड़ा वादा किया। गुजरात कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा कि सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में सारे कृषि कर्ज माफ करने का फैसला किया जाएगा कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने वादा किया कि यदि चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो कोरोना से मृत करीब तीन लाख लोगों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। सोमवार को अहमदाबाद में आयोजित एक समारोह में नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने पदभार संभाला। कांग्रेस ने पांच बार के विधायक सुखराम राठवा को राज्य विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया है। दोनों ने आज ही औपचारिक रूप से पदभार संभाला। भाजपा से तंग आए व्यापारी अपने पूर्ववर्ती अध्यक्ष अमित चावड़ा से पदभार ग्रहण करने के बाद ठाकोर ने उक्त वादे किए। गुजरात में 1995 से भाजपा सत्ता में है। राज्य में दिसंबर 2022 यानी करीब एक साल बाद चुनाव होने हैं। ठाकोर ने कहा कि मेरी प्राथमिकता किसान और 50 लाख बेरोजगार युवक हैं। व्यापारी व दुकानदार भाजपा सरकार से तंग आ चुके हैं, वे चाहते हैं कि कांग्रेस सत्ता में आए। सुखराम राठवा को परेश पाटीदार के स्थान पर विपक्ष का नेता बनाया गया है। राठवा एक आदिवासी नेता हैं। उन्होंने पार्टी कैडर से कहा कि वे जमीनी नेता बनें, बजाए कागजी नेता बनने के। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी जातियों को साथ लेकर गुजरात से भाजपा को उखाड़ फेकेंगे। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा ने कहा कि 2022 के चुनाव में यदि पार्टी सत्ता में आई तो वह कोरोना से मृत करीब तीन लोगों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस फैसले से खजाने पर 12 हजार करोड़ का बोझ आएगा, फिर भी पार्टी पहली कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लेगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/madras-hc-directs-it-dept-to-bring-in-legal-heirs-of-jaya-in-wealth-case,मद्रास हाई कोर्ट का निर्देश: दिवंगत सीएम जयललिता के कानूनी वारिसों के नाम रिकॉर्ड में लाए आयकर विभाग,"विस्तार मद्रास हाई कोर्ट ने सोमवार को आयकर विभाग को दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के कानूनी वारिस जे दीपा और जे दीपक के नाम उनके खिलाफ लंबित संपत्ति और आयकर मामलों से संबंधित रिकॉर्ड में लाने के लिए आवेदन दायर करने का निर्देश दिया। जस्टिस आर महादेवन और मोहम्मद शफीक ने यह निर्देश तब दिया जब आईटी विभाग की अपील आज सुनवाई के लिए आई। पीठ ने आईटी विभाग के वकील कार्तिक रंगनाथन को दो दशकों से अधिक समय से लंबित मामलों में जयललिता के भतीजे दीपा, भतीजी और दीपक के नाम रिकॉर्ड में लाने के लिए दो सप्ताह का समय दिया। रंगनाथन के अनुसार, जयललिता पर 1990-91 से 2011-12 तक संपत्ति कर बकाया के रूप में 10.12 करोड़ रुपये और आयकर विभाग पर 2005-06 से 2011-12 तक आयकर बकाया के रूप में 6.63 करोड़ रुपये बकाया हैं। चेन्नई पोएस गार्डन और हैदराबाद की संपत्तियों को विभाग ने कुर्क कर लिया था। विभाग ने 1997 में करों का भुगतान न करने के लिए उनके खिलाफ मामले भी दर्ज किए थे। इसके खिलाफ जयललिता ने आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण का रुख किया, जिसने उनके पक्ष में एक आदेश पारित किया। इसे चुनौती देते हुए आईटी विभाग ने हाईकोर्ट में 18 अपीलें दाखिल कीं।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-report-claims-jawans-did-not-attempt-to-verify-identity-before-killing-22274471.html,"नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया","कोहिमा, प्रेट्र। नगालैंड के मोन जिले में शनिवार को उग्रवादियों के धोखे में नागरिकों को गोली मारने के मामले में राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टी.जान लांगकुमेर और कमिश्नर रोविलातुओ मोर की संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि जवानों ने घटना को अंजाम देने से पहले इन नागरिकों की पहचान की पुष्टि करने का प्रयास नहीं किया। राज्य के दोनों शीर्ष अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से दावा किया कि सेना के जवानों ने घटना के बाद मारे गए नागरिकों के शव छुपाने की भी कोशिश की। राज्य सरकार को रविवार को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार चार दिसंबर को शाम करीब चार बजे एक पिकअप ट्रक से आठ कोयला खनिक तिरु से अपने घर लौट रहे थे। रास्ते में 21 पैरा स्पेशल फोर्स के जवानों ने उन्हें घेर लिया। बताया जा रहा है कि जवानों ने पहचान की पुष्टि किए बिना उग्रवादी समझ कर उन्हें गोली मार दी। इनमें से छह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि दो बुरी तरह घायल हो गए। जब गांव वाले मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि जवान शवों को तिरपाल में लपेट कर ट्रक में लाद रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार जवान शव बेस कैंप ले जाने की तैयारी में थे। यह देख ग्रामीणों और जवानों में संघर्ष शुरू हो गया। जवानों ने फिर फायरिंग की जिसमें सात और की जान चली गई। रिपोर्ट के अनुसार इस घटना में शनिवार को कुल 13 नागरिक मारे गए। ये सभी कोन्याक जाति के थे। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें मेजर जनरल रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में होगी जांच भारतीय सेना ने नागालैंड गोलीबारी की घटना में मेजर जनरल रैंक के एक अधिकारी की अध्यक्षता में कोर्ट आफ इंक्वायरी का आदेश दिया है। सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि मेजर जनरल रैंक का एक अधिकारी 21 पैरा स्पेशल फोर्सेज के आपरेशन की जांच के लिए कोर्ट आफ इंक्वायरी का नेतृत्व करेगा। हार्नबिल फेस्टिवल रद, कैबिनेट ने अफस्पा हटाने की मांग की इस बीच नगालैंड मंत्रिमंडल की बैठक हुई और केंद्र को पत्र लिखकर सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) रद करने की मांग की गई। यह कानून अशांत राज्यों में सुरक्षा बलों को अतिरिक्त अधिकार देता है। राज्य के मंत्रियों नीबा क्रोनू और तेमजेन इम्ना अलांग ने बताया कि मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के नेतृत्व में मंगलवार को कैबिनेट की आपात बैठक में इस घटना के विरोध में चल रहे हार्नबिल फेस्टिवल को रद कर दिया गया। कोहिमा के पास किसामा गांव में आयोजित 10 दिवसीय हार्नबिल फेस्टिवल 10 दिसंबर को समाप्त होने वाला था। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-not-only-religious-varanasi-will-also-become-an-ideological-center-22274168.html,"धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। काशी विश्वनाथ धाम के नए स्वरूप में सामने आने के बाद वाराणसी धर्म के साथ-साथ राष्ट्रीय सम्मेलनों का केंद्र भी बनेगा। इसकी शुरुआत 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम को प्रधानमंत्री के लोकार्पण के साथ ही हो जाएगी। काशी की गरिमा के अनुसार आयोजन भव्य होगा और इसमें प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के मंत्रियों के अलावा सभी मुख्यमंत्रियों को भी परिवार के साथ आने का न्यौता दिया गया है। दूसरे ही दिन वाराणसी में भाजपा के सभी मुख्यमंत्रियों व उप मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होगा। जबकि तीन दिन बाद देश के सभी मेयरों का अगले सप्ताह उन्नतिशील किसानों का सम्मेलन भी होने जा रहा है। इसके बाद जनवरी में स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर युवा सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। 14 दिसंबर को भाजपा के मुख्यमंत्रियों का होगा सम्मेलन सरकार की कोशिश वाराणसी की धार्मिक गरिमा को स्थापित करने के साथ-साथ उसे एक अत्याधुनिक वैचारिक केंद्र के रूप में उभारने की है। दरअसल प्राचीन काल से ही वाराणसी सिर्फ धार्मिक आस्था का ही नहीं, बल्कि वैचारिक विमर्श भी केंद्र रहा है। लोकार्पण के अगले दिन 14 दिसंबर को भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होगा। तीन दिन बाद यानी 17 दिसंबर को अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन का आयोजन तय है। मेयर सम्मेलन के एक हफ्ते बाद ही देश के उन्नतिशील किसानों का सम्मेलन भी वाराणसी में ही बुलाया गया है। इसी तरह 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। एक महीने तक चलने वाले आयोजनों की हो जाएगी शुरुआत बता दें कि काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर का 13 दिसंबर को लोकार्पण पीएम मोदी करेंगे। इसी के साथ काशी में एक महीने तक चलने वाले आयोजनों की शुरुआत हो जाएगी। इसमें भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन, देश के सभी महापौरों की सम्मेलन के अलावा हर दिन अलग-अलग आयोजन होने हैं। काशी चलो अभियान के तहत पूरे देश से वाराणसी के लिए ट्रेनें चलाई जाएंगी। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-teesta-setalvad-wants-to-keep-2002-riots-case-alive-in-the-name-of-zakia-jafri-22274449.html,"जकिया जाफरी के नाम पर 2002 दंगा मामले को जिंदा रखना चाहती हैं तीस्ता सीतलवाड़, गुजरात सरकार ने SC में कहा","नई दिल्ली, प्रेट्र। गुजरात सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि जकिया जाफरी के नाम पर सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ 2002 के दंगा मामले को जिंदा रखना चाहती हैं। यह न्याय का उपहास होगा और शीर्ष अदालत को ऐसी याचिकाओं को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। जकिया जाफरी कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की पत्नी हैं जिनकी 28 फरवरी, 2002 को दंगे के दौरान अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसाइटी में हत्या कर दी गई थी। एहसान जाफरी हत्या मामले में आरोपितों को एसआइटी की क्लीन चिट को दी गई है चुनौती इस मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआइटी) ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत 64 लोगों को क्लीन चिट दे दी है, जिसे जकिया जाफरी ने चुनौती दी है। जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष गुजरात सरकार की तरफ से पेश सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि चूंकि याचिका में जकिया जाफरी के साथ सीतलवाड़ याचिकाकर्ता नंबर दो हैं, इसलिए यह कार्यवाही को 'प्रक्रिया का दुरुपयोग' बनाता है। पीठ ने जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस सीटी रविकुमार भी शामिल थे। सूरत कोर्ट ने मासूम से दुष्कर्म व हत्या के दोषी को सुनाई फांसी की सजा, 29 दिनों में अदालत ने पूरी की कार्यवाही यह भी पढ़ें गुजरात सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, न्याय का उपहास उड़ाने वाली याचिकाओं को न मिले बढ़ावा मेहता ने कहा कि यह किसी का मामला नहीं है कि 2002 के दंगों में दोषियों को सजा नहीं मिली है क्योंकि सुनवाई हुई है और साक्ष्यों के आधार पर आरोपितों को या तो दोषी ठहराया गया है या बरी कर दिया गया है। मेहता ने कहा कि जकिया के नाम पर याचिकाकर्ता नंबर दो सीतलवाड़ यह कहकर इस मामले को बनाए रखना चाहती हैं और इसमें कुछ करो, जांच को निर्देशित करो या कुछ और निर्देश दो। वह सम्मान के साथ यह कहना चाहते हैं कि यह न्याय का उपहास है। याचिका में कहा गया है कि गोधरा में ट्रेन जलाने के बाद भड़के दंगे को रोकने के लिए राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया था। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-ed-complains-about-non-heard-in-anil-deshmukh-case-bombay-high-court-will-hear-22274230.html,"ईडी ने अनिल देशमुख मामले में पक्ष न सुने जाने की शिकायत की, बांबे हाईकोर्ट करेगा सुनवाई","राज्य ब्यूरो, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बांबे हाई कोर्ट से शिकायत की है कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की संपत्ति जब्त करने के मामले में सोमवार को निर्णय सुनाने से पहले उसका पक्ष नहीं सुना गया। ईडी की इस शिकायत के बाद हाई कोर्ट ने कहा कि इस मामले में ईडी का पक्ष 10 दिसंबर को सुना जाएगा। अनिल देशमुख की पत्नी आरती देशमुख की याचिका पर सुनवाई करते हुए सोमवार को हाई कोर्ट ने देशमुख की संपत्ति जब्ती मामले में एडजुडिकेटिंग अथारिटी (ईडी) द्वारा अंतिम आदेश पारित करने पर रोक लगा दी थी। ओमिक्रोन से संक्रमित बेंगलुरु के डाक्टर की कोरोना रिपोर्ट फिर पाजिटिव, महाराष्ट्र में नए वैरिएंट के 10 और मामले यह भी पढ़ें संपत्ति जब्ती मामले में 10 दिसंबर को ईडी का पक्ष सुनेगा हाई कोर्ट मंगलवार को ईडी का पक्ष रखते हुए अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल सिंह ने कहा कि उक्त आदेश देने से पहले हाई कोर्ट ने ईडी का पक्ष नहीं सुना। इस पर जस्टिस जीएस पटेल की खंडपीठ ने कहा कि ईडी 10 दिसंबर को इस मामले में अपना पक्ष रख सकता है।दरअसल अनिल देशमुख की पत्‍‌नी आरती देशमुख द्वारा उनकी संपत्तियों की जब्ती पर रोक लगाने के लिए बांबे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। आरती के वकील विक्रम चौधरी ने जस्टिस गौतम पटेल और जस्टिस माधव जामदार की पीठ को बताया कि संपत्ति जब्ती मामले में ईडी द्वारा बनाया गया न्यायिक अधिकरण नौ दिसंबर, 2021 को आदेश पारित कर सकता है। आरती की याचिका पर हाई कोर्ट का फैसला आने तक इस आदेश पर रोक लगाई जानी चाहिए। अनिल देशमुख के परिवार की करीब चार करोड़ से अधिक की की संपत्तियां जब्त की चौधरी ने ईडी द्वारा गठित न्यायिक अधिकरण के स्वरूप पर भी सवाल उठाए। उनके अनुसार अधिकरण में अध्यक्ष सहित तीन सदस्य होने चाहिए। जिसमें अध्यक्ष की पृष्ठभूमि न्यायिक क्षेत्र से होनी चाहिए। जबकि ईडी ने सिर्फ एक सदस्यीय अधिकरण गठित किया है। उसकी पृष्ठभूमि भी न्यायिक नहीं है। चौधरी ने कहा था कि यदि अधिकरण पीएमएलए कानून के तहत नियमानुसार इस मामले में सुनवाई करता है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। लेकिन हाई कोर्ट में चल रही सुनवाई का फैसला आने तक अधिकरण को अंतिम आदेश देने से रोका जाए। बता दें कि भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के परिवार की करीब चार करोड़, 20 लाख मूल्य की संपत्तियां ईडी ने अस्थायी रूप से जब्त कर ली हैं। इस जब्ती को स्थायित्व देने के लिए ही ईडी अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ा रहा है। ईडी के सामने हाजिर हुए कुंटे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव और वर्तमान में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख सलाहकार सीताराम कुंटे मंगलवार को पूछताछ के लिए ईडी के सामने हाजिर हुए। ईडी उनसे अनिल देशमुख पर ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में लगे भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ करना चाहती थी। देशमुख पर ये आरोप भी मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने ही लगाए थे। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-supreme-court-angry-over-encroachment-on-railway-land-know-what-instructions-were-given-22274212.html,"रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर सुप्रीम कोर्ट हुआ नाराज, जानें क्‍या दिया निर्देश","नई दिल्ली, प्रेट्र। सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर मंगलवार को नाराजगी जताई जिसके चलते सरकारी परियोजनाएं अटक रही हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि अधिकारियों की राजनीतिक मजबूरियां हो सकती हैं लेकिन यह करदाताओं का पैसा हो जो नाली में जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था जिसमें हरियाणा और गुजरात में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने का मुद्दा उठाया गया है। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें हरियाणा और गुजरात से संबंधित मामलों में अधिकारियों को दिया समाधान तलाशने का निर्देश अदालत ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को इस समस्या का तत्काल समाधान तलाशना चाहिए। जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने सालिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि नगर निगम, राज्य सरकार और रेलवे के बीच इन मामलों में तालमेल नहीं नजर आ रहा। चूंकि यह सार्वजनिक हित का मामला है इसलिए परियोजना तुरंत आगे बढ़नी चाहिए। पीठ ने कहा, 'आप इस समस्या से कैसे पार पाएंगे? हम आपसे जानना चाहते हैं। कोई राजनीतिक बयान देने की मंशा के बिना, इन तीनों स्तरों पर सरकार ट्रिपल इंजन है और रेलवे इसमें अपना इंजन चला नहीं पा रहा।' पीठ में जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस टी. रविकुमार भी शामिल थे। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें जो कुछ भी व्यवस्था करनी है युद्ध स्तर पर करें मेहता ने कहा कि वह सभी स्तरों पर इस मामले पर चर्चा करेंगे और रेल मंत्री से भी बात करेंगे क्योंकि सरकारी परियोजना को अटकाया नहीं जा सकता है। पीठ ने कहा, 'यह मामला आपको जल्द से जल्द सुलझाना है। यह सुनिश्चित करें कि 15 दिन के भीतर यह परियोजना शुरू होनी चाहिए। जो कुछ भी व्यवस्था करनी है युद्ध स्तर पर करें। हम केंद्र, राज्य या निगम की तरफ से कोई बहाना नहीं सुनना चाहते।' इस मामले में अब 14 दिसंबर को सुनवाई होगी। गुजरात में एक रेलवे लाइन बिछाई जानी है, जिसकी जमीन पर अवैध कब्जा है। वहीं, हरियाणा के फरीदाबाद में रेल पटरी के किनारे बनी झुग्गियों को हटाया जाना है। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-after-burning-the-sri-lankan-manager-alive-many-pakistanis-do-not-consider-themselves-to-be-worthy-to-show-their-faces-know-how-the-reaction-is-happening-jagran-special-22274103.html,"श्रीलंकाई मैनेजर को जिंदा जलाने के बाद खुद को मुंह दिखाने लायक नहीं मान रहे कई पाकिस्तानी, जानें कैसे हो रही है प्रतिक्र‍िया","नई दिल्ली, जेएनएन। स्यालकोट की बर्बर घटना के बाद जहां पाकिस्तान में ऐसा कहने वाले सामने आ रहे हैं कि यह बर्बरियत मौलाना-मौलवियों को मजहब को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की छूट देने का नतीजा है, वहीं विदेश में रहने वाले कई पाकिस्तान यह कहने को मजबूर हैं कि श्रीलंकाई मैनेजर प्रियांथा कुमारा की पीट-पीटकर हत्या के बाद उसका शव जलाने की वहशी वारदात के बाद वे खुद को मुंह दिखाने लायक नहीं मान रहे हैं। ऐसे कई पाकिस्तानी, जो विदेश में रहकर अपना यू ट्यूब चैनल चलाते हैं या फिर उन पर आकर अपने विचार रखते हैं, यह भी मान रहे हैं कि स्यालकोट की दिल दहलाने वाली घटना के लिए उन्मादी भीड़ के साथ सरकार और सेना भी बराबर की दोषी है, जिसने पिछले दिनों तहरीके लब्बैक पाकिस्तान नामक संगठन के साथ समझौता कर उसके समर्थकों का दुस्साहस बढ़ाया। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें इस कट्टरपंथी संगठन ने फ्रांस के खिलाफ अपने उग्र प्रदर्शन के दौरान आठ पुलिस वालों की हत्या कर दी थी, लेकिन सरकार ने उससे सुलह करना बेहतर समझा। इस सुलहनामे के तहत हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोग छोड़ दिए गए। कहा जा रहा है कि जिन लोगों ने स्यालकोट की एक फैक्ट्री में श्रीलंकाई मैनेजर प्रियांथा कुमारा को गुस्ताखे ए रसूल करार देकर पीट-पीटकर मार दिया था, उनमें तहरीके लब्बैक समर्थक वे लोग भी थे, जिन्हें हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें सभी हत्यारों का खुलकर समर्थन करता है तहरीके लब्बैक पाकिस्तान तहरीके लब्बैक पाकिस्तान उन संगठनों में से सबसे प्रमुख है, जो ईशनिंदा के आरोपियों को मौत की सजा देने की वकालत करने के साथ ऐसे सभी हत्यारों का खुलकर समर्थन करता है, जिन्होंने ईशनिंदा के किसी न किसी आरोपित को मौत के घाट उतारा- भले ही हत्या फर्जी तोहमत लगाकर की गई हो। इनमें वह मुमताज कादरी भी था, जिसने पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर को गोलियों से भून दिया था। इसी संगठन ने मुहम्मद साहब के कार्टूनों को लेकर फ्रांस को सबक सिखाने के लिए इमरान सरकार को उसके खिलाफ परमाणु बम का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। पाकिस्तान के रक्षामंत्री का बेहूदा बयान स्यालकोट की खौफनाक घटना के बाद जहां पाकिस्तान रक्षामंत्री ने इस तरह का बेहूदा बयान दिया कि लड़कों से जोश-जज्बात में गलती हो गई, वहीं वाशिंगटन में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के वकील एवं उद्योगपति सज्जाद तरार ने कहा कि पाकिस्तान ने तो बर्बररियत में तालिबान को भी पछाड़ दिया। राजनीतिक टिप्पणीकार कमर चीमा के चैनल पर सज्जाद ने स्यालकोट की घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि इतनी बड़ी घटना घट गई, लेकिन किसी ने इस्तीफा नहीं दिया। उनके मुताबिक इस घटना ने पूरी दुनिया में पाकिस्तान को नीचा दिखाया है। जकिया जाफरी के नाम पर 2002 दंगा मामले को जिंदा रखना चाहती हैं तीस्ता सीतलवाड़, गुजरात सरकार ने SC में कहा यह भी पढ़ें घटनाओं की जड़ में ईशनिंदा का जाली कानून कुछ ऐसे ही विचार राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर इश्तियाक अहमद ने व्यक्त किए हैं। लाहौर में जन्में अहमद नार्वे में पढ़ाते हैं। उन्होंने भारत विभाजन और जिन्ना पर किताबें लिखीं हैं, जो भारत में भी चर्चित हुईं। उन्होंने स्यालकोट की घटना पर कहा कि पागल जहन वाले पाकिस्तानी बेलगाम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई मैनेजर तो हमारा गेस्ट था। उसे न तो ऊर्दू आती होगी और न ही अरबी। उसे बेदर्दी से मारना बर्बरियत है। उनके मुताबिक ऐसा तो ईरान और सऊदी अरब में भी नहीं होता। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं की जड़ में ईशनिंदा का जाली कानून है। उनका मानना है कि इस्लामोफोबिया की फर्जी बातें उन लोगों को उकसाती हैं, जिन्होंने श्रीलंकाई मैनेजर को मारा। रूस के सुदूर पूर्व में भारतीयों को मिल सकते हैं रोजगार, पुतिन की भारत यात्रा से खुलीं कई अवसरों की संभावनाएं यह भी पढ़ें दुनिया भर में बदनाम हो गया पाक‍िस्‍तान कनाडा में रहकर टैग टीवी चैनल में एकंरिग करने वाले पाकिस्तान के ताहिर गोरा का कहना है कि स्यालकोट की वारदात नई नहीं है। 2000 के बाद से कम से कम 75 लोग इसी तरह एक्स्ट्रा जुडिशियल किलिंग के शिकार बनाए गए हैं। टैग टीवी पर उनके शो 'बिलातकल्लुफ' में इसी घटना पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पाकिस्तानी पत्रकार आलिया शाह ने कहा कि मुल्क की पूरी कौन एक हुजूम में बदल दी गई है। यू ट्यूबर रुस्तम शाह ने स्यालकोट में श्रीलंकाई मैनेजर की खौफनाक तरीके से हत्या पर कहा कि यह पाकिस्तान को दुनिया भर में बदनाम करने और उसकी मुश्किलें बढ़ाने वाली है। देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक देश एक नीति जरूरी, संसदीय समिति ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव यह भी पढ़ें इसी चैनल पर अमेरिका में रह रहे पाकिस्तानी मूल के डाक्टर फारूख नसीम ने कहा कि मजहब के बेजा इस्तेमाल ने पाकिस्तानी अवाम को जोंबी में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्ताना में इसी तरह की घटनाओं के कारण हम लोग खुद को पाकिस्तानी के बजाय हिंदुस्तानी बताना पसंद करते हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर हम कैसे कहें कि हम पाकिस्तानी हैं? उनके मुताबिक इस पर हैरत नहीं कि पाकिस्तानी नेता और मुल्ला-मौलवी स्यालकोट की घटना पर लीपापोती ही करते दिख रहे हैं। नि:संतान हिंदू विधवा की संपत्ति के उत्तराधिकार में गैर बराबरी का पेच, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा उसका नजरिया यह भी पढ़ें उत्तर कोरिया बनता जा रहा है पाक‍िस्‍तान यू ट्यूबर गालिब कमाल का कहना है कि स्यालकोट की घटना ने हमें कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहा। उनके मुताबिक पाकिस्तान उत्तर कोरिया बनने जा रहा है। यही बात एक अन्य यू ट्यूबर सुल्तान सलातीन ने काफी तल्ख शब्दों में कही। इसके अलावा पत्रकार आरजू काजमी ने भी स्याल कोट की घटना को कौम की शर्मिंदगी का सबब माना है। इन सभी पाकिस्तानियों को इसमें संदेह है कि प्रिंयथा को मारने वालों का कुछ बिगड़ेगा। ऐसे कुछ लोग पाकिस्तान को अफगानिस्तान के रास्ते पर भी जाते हुए देख रहे हैं। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-the-matter-of-road-closure-due-to-the-farmers-dharna-the-hearing-on-the-request-of-the-center-and-the-farmers-adjourned-till-january11-22274117.html,"किसानों के धरने के कारण सड़क बंद होने का मामला, केंद्र और किसानों के अनुरोध पर सुनवाई 11 जनवरी तक टली","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। किसानों के धरना प्रदर्शन के कारण बंद सड़क खुलवाने के मामले की सुनवाई 11 जनवरी तक के लिए टल गई। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र सरकार और किसानों के वकील के अनुरोध पर मामले को जनवरी के दूसरे सप्ताह में सुनवाई पर लगाने का आदेश दिया। ये आदेश जस्टिस संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने नोएडा निवासी मोनिका अग्रवाल की याचिका पर सुनवाई के दौरान दिए। मंगलवार को जैसे ही मामला सुनवाई के लिए आया केंद्र सरकार की ओर से पेश सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ से कहा कि मामले पर अगले सप्ताह सुनवाई की जाए। मेहता ने कहा कि बदली परिस्थितियों में उन्हें निर्देश लेना होगा। कोर्ट जब मामले की सुनवाई स्थगित करने लगा तभी किसानों की ओर से पेश वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि मामले को जनवरी में सुनवाई के लिए लगाया जाए। पीठ ने दोनों की मांगें स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई 11 जनवरी तक के लिए टाल दी। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें किसानों ने तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले एक वर्ष से दिल्ली को जोड़ने वाले उत्तर प्रदेश और हरियाणा के रास्ते ठप कर रखे हैं। हालांकि किसानों ने जिन तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में धरना देते हुए मार्ग अवरुद्ध किये थे वे तीनों कानून वर्तमान संसद सत्र में निरस्त हो चुके हैं। लेकिन किसान अभी भी अपनी कुछ मांगों को लेकर अड़े हैं और उन्होंने रास्ता खाली नहीं किया है। नोएडा की रहने वाली मोनिका अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट में रास्ता बंद होने के कारण नोएडा से दिल्ली पहुंचने में आधे घंटे की जगह दो घंटे का समय लगने की शिकायत करते हुए रास्ता खुलवाने की मांग की है। इससे पहले हुई सुनवाई पर कोर्ट ने कहा था अनिश्चितकाल के लिए रास्ता बंद नहीं किया जा सकता। Edited By: Ramesh Mishra",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-rahul-gandhi-demanded-compensation-for-the-farmers-who-lost-their-lives-congress-dmk-and-ncp-staged-a-walkout-from-the-house-22273825.html,"जान गंवाने वाले किसानों के लिए राहुल गांधी ने की मुआवजे की मांग, कांग्रेस, द्रमुक और एनसीपी ने सदन से किया वाकआउट","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। संसद में किसानों के मुद्दे पर बहस का दबाव बनाने की कांग्रेस की कोशिशों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की मांग उठाई। मृतक किसानों का कोई आंकड़ा नहीं होने के केंद्र सरकार के रुख पर पलटवार करते हुए राहुल ने पंजाब और हरियाणा के 450 से अधिक उन किसानों का ब्यौरा सदन के पटल पर रखा जिन्होंने आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाई। कांग्रेस समेत विपक्ष के सदस्यों ने इस मसले पर सरकार से जवाब की मांग की और सरकार से कोई उत्तर नहीं मिलने पर सदन से वाकआउट किया। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें लोकसभा में शून्यकाल के दौरान राहुल गांधी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि 30 नवंबर को संसद में कृषि मंत्री से सवाल पूछा गया था कि किसान आंदोलन में कितने किसान शहीद हुए हैं। कृषि मंत्री ने जवाब दिया कि उनके पास इसका कोई आंकड़ा नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि कृषि मंत्री के जवाब के बाद हमने पता लगाया और तथ्य यह है कि पंजाब की सरकार ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले तकरीबन 400 किसानों को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया है। इनमें से 152 किसानों के परिवार को रोजगार भी दिया है। राहुल ने पंजाब के इन किसानों की लिस्ट दिखाते हुए उसे सदन के पटल पर रिकार्ड के लिए रख दिया। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें इसके अलावा कांग्रेस ने एक दूसरी लिस्ट भी बनाई है जिसमें हरियाणा के 70 किसानों के नाम हैं। उन्होंने हरियाणा के इन किसानों की सूची भी सदन के पटल पर रखने की घोषणा की। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीन कृषि कानूनों को लाने की गलती मानते हुए देश के किसानों से माफी मांगी है और सरकार को अब किसानों के स्वजन की सुध लेनी चाहिए। बाद में राहुल ने कहा कि सरकार कह रही है कि जान गंवाने वाले किसानों के नाम आपके पास नहीं हैं। ये नाम इस सूची में हैं और इसे देख लीजिए। किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। उनको मुआवजा तथा रोजगार मिलना चाहिए। राहुल के इस मामले को उठाए जाने के बाद कांग्रेस के साथ द्रमुक और एनसीपी के सदस्यों ने सरकार से जवाब मांगा और उत्तर नहीं मिलने पर विरोध में लोकसभा की कार्यवाही से वाकआउट किया। Edited By: Ramesh Mishra",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-parliament-winter-session-no-infiltration-on-china-bhutan-border-from-three-years-tells-ministry-of-home-affairs-22274052.html,"चीन-भूटान सीमा पर तीन साल से नहीं हुई कोई घुसपैठ, गृह मंत्रालय ने दी लोकसभा में जानकारी","नई दिल्ली, एएनआइ। सीमाओं पर घुसपैठ के सवाल पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निशीथ प्रमाणिक ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि पिछले तीन साल में चीन और भूटान सीमा पर घुसपैठ की कोई घटना नहीं हुई है। सांसद चिराग पासवान ने पिछले तीन साल के दौरान सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ के विभिन्न मामलों और इस संबंध में सरकार की ओर से की गई कार्रवाई के बारे में सवाल किया था। लिखित जवाब में प्रमाणिक ने बताया, 'पाकिस्तान से लगती सीमा पर घुसपैठ की 128 घटनाएं, बांग्लादेश से लगती सीमा पर 1,787 घटनाएं, नेपाल से लगती सीमा पर 25 घटनाएं, म्यांमार से लगती सीमा पर 133 घटनाएं और चीन एवं भूटान सीमा पर कोई घटना नहीं हुई।' उन्होंने आगे कहा, 'इन घटनाओं से सीमा की सुरक्षा में लगे बल राज्य सरकार समेत अन्य सरकारी एजेंसियों से करीबी समन्वय बनाकर निपटते हैं।' नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें जनसंख्या अनुपात में तेजी से वृद्धि के मद्देनजर खासकर सीमावर्ती इलाकों में, क्या सरकार ने घुसपैठ की निगरानी और रोकथाम के लिए विशेष निगरानी दल गठित करने का प्रस्ताव किया है, इस सवाल पर प्रमाणिक ने कहा कि सीमा की सुरक्षा करने वाले बल घुसपैठ की निगरानी कर रहे हैं और उसकी रोकथाम के लिए कदम उठा रहे हैं। ऐसे इलाकों में जनसंख्या असंतुलन से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में पूछे जाने पर प्रमाणिक ने कहा कि सरकार ने सीमा पार से घुसपैठ रोकने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया है जिनमें अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सीमा की सुरक्षा करने वाले बलों की तैनाती, सीमा पर बाड़ व फ्लडलाइटें लगाना, गश्त के जरिये सीमाओं पर प्रभावी प्रभुत्व स्थापित करना, सीमाओं पर निगरानी चौकियों में जवानों की तैनाती, संवेदनशील बार्डर आउट पोस्ट की मैपिंग, हैंड हेल्ड थर्मल इमेजर व नाइट विजन डिवाइस जैसे विशेष निगरानी उपकरणों व वाहनों की तैनाती शामिल हैं। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें यह भी पढ़ें : एनआइए ने 2018 से अब तक टेरर फंडिंग के 64 मामलों का खुलासा किया, केंद्र ने संसद में दी जानकारी Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-general-bipin-rawat-warned-said-corona-epidemic-can-turn-into-biological-war-22273945.html,"जनरल बिपिन रावत ने दी चेतावनी, कहा- जैविक युद्ध में बदल सकती है कोरोना महामारी","नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना के कहर के बीच चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को चेतावनी दी कि यह महामारी जैविक युद्ध में बदल सकती है। ऐसी स्थिति में सभी देशों को इसका मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए। बिम्सटेक सदस्य देशों से जुड़े आपदा प्रबंधन अभ्यास के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में, भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भी कोरोना के नए वैरिएंट के उभरने और संक्रमण के मामलों में उछाल आने बारे में चेतावनी दी। इससे पता चलता है कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें बिम्सेटक देशों के कार्यक्रम में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ ने चेताया इस कार्यक्रम में भारत सहित बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, थाईलैंड, श्रीलंका आदि देश भाग ले रहे हैं। सीडीएस रावत ने कर्टेन रेजर कार्यक्रम पैनेक्स-21 में कहा कि मैं एक और मुद्दा उठाना चाहूंगा। वह यह है कि क्या यह एक नए प्रकार के युद्ध का स्वरूप ले रहा है। हम लोगों को खुद को मजबूत कर इससे निपटना होगा ताकि ये वायरस और बीमारियां हमारे देश को प्रभावित न कर सकें। उन्होंने कहा कि अब कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट सामने आया है। अगर यह अन्य रूपों में बदलता है तो हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें जनरल रावत ने कहा कि हम सभी के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने बुद्धि कौशल से एक-दूसरे का साथ दें। सीडीएस ने यह भी बताया कि दुनिया के सशस्त्र बलों को आपदाओं का मुकाबला करने के लिए विशेष तैयारी करनी पड़ती है। कोरोना के दौरान, यह देखा गया कि हर देश द्वारा रक्षा बलों का इस्तेमाल अपनी नागरिक आबादी तक पहुंचने और उनकी मदद करने के लिए किया जाता था। इस कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी भाग लिया। उन्होंने सदस्य देशों को प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से लड़ने के लिए संयुक्त रूप से काम करने के लिए कहा। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-parliament-winter-session-2021-nia-disclosed-64-cases-of-terror-funding-from-2018-says-home-ministry-22273813.html,"एनआइए ने 2018 से अब तक टेरर फंडिंग के 64 मामलों का खुलासा किया, केंद्र ने संसद में दी जानकारी","नई दिल्ली , एएनआइ। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा को बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2018 से अब तक टेरर फंडिंग के 64 मामलों का खुलासा किया है। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस की सांसद सजदा अहमद के सवाल पर गृह राज्य मंत्री ने लोकसभा को बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले 3 साल में आतंकवाद के वित्त पोषण के 64 मामले राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपे हैं। प्रिवेंशन आफ मनी लान्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जुर्माने की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय संपत्ति की कुर्की के विवरण और जांच एजेंसियों द्वारा दायर आरोप पत्र पर गृह राज्य मंत्री ने निचले सदन को बताया कि पीएमएलए के प्रावधानों के तहत मनी लान्ड्रिंग मामलों की जांच और अभियोजन के लिए नोडल प्राधिकरण प्रवर्तन निदेशालय है। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें प्रवर्तन निदेशालय ने लगभग 250 चल और अचल संपत्तियों को कुर्क किया है, जिनकी बुक वैल्यू लगभग 881 करोड़ रुपये है। इसमें भारत में लगभग 677.73 करोड़ रुपये की संपत्ति और विदेश में लगभग 203.27 करोड़ रुपये की संपत्ति शामिल हैं। नित्यानंद राय ने लोकसभा को आगे बताया कि पीएमएलए के तहत कुल 24 आरोप-पत्र दायर की गई हैं। भारत सरकार ने एक अलग सेल काउंटरिंग ऑफ फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म (CFT) का गठन किया है। टेरर फंडिंग और नकली मुद्रा के मामलों की एक केंद्रित जांच करने के लिए एनआइए में एक टेरर फंडिंग और नकली मुद्रा (TFFC) सेल का गठन किया गया है। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें नित्यानंद राय ने आगे बताया कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 को मजबूत किया गया है और इसका दायरा बढ़ाया गया है। उच्च गुणवत्ता वाली नकली भारतीय मुद्रा के उत्पादन या तस्करी या प्रचलन को आतंकवादी कृत्य के तौर पर अपराध घोषित कर दिया गया है। इसमें आतंकवाद के लिए उपयोग की जाने वाली कोई संपत्ति भी शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत पहले से ही 25 जून, 2010 से फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) का सदस्य है। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-bombay-high-court-issues-notice-against-nawab-malik-seeks-reply-for-violating-court-orders-22273543.html,"बाम्बे हाईकोर्ट ने नवाब मलिक के खिलाफ जारी किया नोटिस, अदालत के आदेशों का उल्लंघन करने पर मांगा जवाब","मुंबई, एएनआई: बाम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के बड़बोलेपन पर सख्ती दिखाई है। कोर्ट से जारी एक नोटिस में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को निर्देश दिए गए हैं कि वो एक हलफनामा दायर कर बताएं कि ज्ञानदेव वानखेड़े और उनके परिवार के खिलाफ बयानों के संबंध कोर्ट के आदेशों का ""जानबूझकर उल्लंघन"" करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। आपको बतादें, नवाब मलिक ने पूर्व में कोर्ट को आश्वासन दिया था कि वो ऐसा नहीं करेंगे। नगालैंड का मोन कांड : रिपोर्ट का दावा, जवानों ने मारने से पहले पहचान की पुष्टि का प्रयास नहीं किया यह भी पढ़ें क्या है मामला नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने बाम्बे हाईकोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दायर किया है। उन्होंने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ अदालत की अवमानना के आरोप लगाए हैं। हलफनामा में उन्होंने कहा है कि अदालत में वचन देने के बावजूद मलिक ने उनके परिवार के खिलाफ बयान बाजी जारी रखी है। जबकी उन्होंने कहा था कि वो ऐसा नहीं करेंगे। नवंबर में नवाब मलिक ने बाम्बे हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के सामने एक अंडरटेकिंग दी थी कि वो समीर वानखेड़े के खिलाफ तब तक ट्वीट नहीं करेंगे जब तक कि अदालत मामले की अगली सुनवाई नहीं कर लेती। धार्मिक ही नहीं, वैचारिक केंद्र भी बनेगा वाराणसी, लोकार्पण के अगले दिन होगा भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन यह भी पढ़ें आपको बतादें, कोर्ट पहले भी नवाब मलिक को जाति जांच समिति से संपर्क नहीं करने की जगह मीडिया में वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र के बारे में आरोप लगाने के लिए फटकार लगाई थी। उन्होंने समीर वानखेड़े की मां का मृत्यु प्रमाण पत्र साझा करते हुए आरोप लगाए थे कि एनसीबी अधिकारी ने फर्जी दस्तावेज बनाए थे। आरोपों के मुताबिक जाहिदा दाऊद वानखेड़े के दो मृत्यु प्रमाण पत्र हैं, दोनों में अलग अलग धर्मों का उल्लेख किया गया है। मलिक ने दोनों मृत्यु प्रमाण पत्रों को ट्विटर पर साझा भी किया था। गौरतलब है कि क्रूज ड्रग्स मामले में आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से ही महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक, समीर वानखेड़े पर लगातार हमलावर हैं। Edited By: Amit Singh",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/kisan-andolan-delhi-border-update-farmers-protest-likely-to-be-called-off-tomorrow-129188663.html,"आंदोलन वापसी के ऐलान में देरी की इनसाइड स्टोरी: जाट आंदोलन-मंदसौर गोलीकांड में वादाखिलाफी से किसान आशंकित, केस वापसी पर सरकार की शर्त से बिगड़ी बात","आंदोलन वापसी के ऐलान में देरी की इनसाइड स्टोरी:जाट आंदोलन-मंदसौर गोलीकांड में वादाखिलाफी से किसान आशंकित, केस वापसी पर सरकार की शर्त से बिगड़ी बात चंडीगढ़36 मिनट पहलेलेखक: मनीष शर्मा दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को मंगलवार को खत्म करने की सारी तैयारी हो चुकी थी, मगर ऐन समय पर केंद्र सरकार के लिखित प्रस्ताव में शामिल एक शर्त से बात बिगड़ गई। किसान आंदोलन के 375वें दिन केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया कि आंदोलन वापसी के तुरंत बाद यूपी और हरियाणा में किसानों पर दर्ज सारे केस वापस ले लिए जाएंगे। यहीं से किसान संगठन बिफर गए। हरियाणा के जाट आंदोलन और मध्यप्रदेश के मंदसौर गोलीकांड में हुए कड़वे अनुभव का हवाला देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार से दो टूक कह दिया कि यह शर्त मंजूर नहीं है। हरियाणा के जाट आंदोलन और मध्यप्रदेश के मंदसौर गोलीकांड में कई किसानों पर केस दर्ज हुए। तब दोनों राज्यों की सरकारों ने ये केस वापस लेने का ऐलान किया था। इसके बाद किसानों ने अपने आंदोलन खत्म कर दिए। मगर हुआ उल्टा। एक भी केस वापस नहीं हुआ और किसान आज भी तारीखें भुगत रहे हैं। दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों की मंगलवार को घर वापसी में भी सबसे बड़ा पेंच केस वापसी का ही फंसा। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की मीटिंग पर इस पर घंटों मंथन हुआ। आखिर में केंद्र सरकार को अपने प्रस्ताव में संशोधन के लिए 24 घंटे का समय देते हुए आंदोलन वापसी की घोषणा को बुधवार दोपहर तक के लिए टाल दिया गया। किसान नेताओं ने कहा कि पुलिस केस वापसी के लिए सरकार समय सीमा तय करे। सिर्फ सैद्धांतिक मंजूरी से बात नहीं बनेगी। इसी मांग पर प्रस्ताव पर केंद्रीय गृह मंत्रालय से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जाट आंदोलन के बाद लड़ रहे देशद्रोह के मुकदमे हरियाणा में 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन हुआ। रोहतक में तोड़फोड़ और आगजनी हुई। इसके बाद कई लोगों पर देशद्रोह के मुकदमे दर्ज हो गए। इनमें से 70 केस CBI के पास चल रहे हैं, जबकि कई केस जिला कोर्ट में पेंडिंग हैं। कई लोगों की तो जमानत तक नहीं हुई। हरियाणा सरकार की ओर से बनाई एक कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में जाट आंदोलन के दौरान दर्ज तकरीबन 3 हजार केस पेंडिंग है। सरकार के केस वापस लेने की घोषणा के बावजूद लोग तारीखें भुगत रहे हैं। हरियाणा के किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी साफ कहते हैं कि अभी केस वापस नहीं हुए तो जाट आंदोलन की तरह बाद में भुगतना पड़ेगा। तब तो सरकार भी सुनवाई नहीं करती। मंदसौर गोलीकांड: मुआवजा और सरकारी नौकरी मिली लेकिन केस आज भी लड़ रहे मध्यप्रदेश के मंदसौर में जून 2019 में गोलीकांड हुआ। पुलिस की फायरिंग में 6 किसानों की मौत हो गई। मध्यप्रदेश से ही ताल्लुक रखने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि मंदसौर गोलीकांड में 12 किसानों को गोली लगी। उनमें से 6 शहीद हो गए। सरकार ने 7 दिन के अंदर एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया। परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और घायलों को 25-25 हजार रुपए दिए। उस समय मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार थी। मध्यप्रदेश विधानसभा के अंदर तत्कालीन गृहमंत्री ने घोषणा की कि सरकार सभी केस वापस लेती है, मगर उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की बदौलत वहां तख्तापलट हो गया और भाजपा की सरकार बन गई। किसान आज भी केस भुगत रहे हैं। आंदोलन खत्म होने के बाद सरकार का रवैया बदल जाता है। मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग के बाद किसान नेता। यह चाहते हैं किसान किसानों पर दर्ज केस वापस हों। केंद्र सरकार इसका ठोस आश्वासन दे। केंद्र राज्यों को लिखित हिदायत और केंद्रशासित प्रदेशों को आदेश दे। MSP पर बनने वाली कमेटी में कृषि कानूनों का समर्थन कर चुके संगठनों के प्रतिनिधि शामिल न हों। आंदोलन में जान गंवाने वाले 700 से ज्यादा मृतक किसानों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके लिए पंजाब मॉडल अडॉप्ट किया जाए। सिंघु बॉर्डर पर मंगलवार को हुई मीटिंग में तय हुआ कि आंदोलन पर अंतिम फैसला बुधवार दोपहर 2 बजे होगा। केस वापसी के मुद्दे पर पंजाब के किसान संगठन भी एक राय किसान आंदोलन में शामिल पंजाब के 32 में से ज्यादातर संगठन चाहते थे कि तीन खेती कानूनों की वापसी के बाद आंदोलन खत्म किया जाए। इसे लेकर तैयारी भी शुरू हो गई। दिल्ली बॉर्डर से कुछ किसान लौट भी आए और ज्यादातर इसकी तैयारी में बैठे हैं। मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में हरियाणा के संगठनों का कहना था कि राज्य में 48 हजार किसानों पर केस दर्ज हैं। अगर आंदोलन सिर्फ भरोसे पर खत्म किया गया तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी। मीटिंग में जब केस वापसी पर केंद्र सरकार का सशर्त वाला प्रस्ताव पहुंचा तो पंजाब के किसान संगठनों ने भी कह दिया कि केस वापसी के ठोस आश्वासन के बगैर उठना ठीक नहीं होगा। खबरें और भी हैं... कल खत्म हो सकता है किसान आंदोलन: आज होना था फैसला, पर केस वापसी पर पेंच फंसा; किसान सरकार से आश्वासन चाहते हैं चंडीगढ़ गोरखपुर में PM का सपा पर तंज: लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब, ये UP के लिए खतरे की घंटी गोरखपुर भास्कर LIVE अपडेट्स: राहुल गांधी से मिले शिवसेना सांसद संजय राउत, कहा- विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए देश मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी: PM ने कहा- बदल जाइए, वर्ना बदल दिए जाएंगे; बच्चों जैसा बर्ताव न करें देश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-headlines-07-dec-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-129187659.html,"भास्कर LIVE अपडेट्स: राहुल गांधी से मिले शिवसेना सांसद संजय राउत, कहा- विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए","भास्कर LIVE अपडेट्स:राहुल गांधी से मिले शिवसेना सांसद संजय राउत, कहा- विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए यूपीए के अस्तित्व को लेकर खड़े हुए सवालों के बीच शिवसेना के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता संजय राउत मंगलवार शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली स्थित उनके घर पर मिले। तकरीबन एक घंटे चली इस मीटिंग के बाद बाहर निकले संजय राउत ने कहा, 'विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए।' शिवसेना इससे पहले कह चुकी है कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का कोई गठबंधन नहीं हो सकता। संजय राउत यह भी कह चुके हैं कि महाराष्ट्र में चल रहा तीन दलों का गठबंधन भी मिनी यूपीए की तरह है। पढ़ें पूरी खबर... आज के अन्य प्रमुख अपडेट्स... चांद पर जाएंगे भारतवंशी अनिल मेनन, नासा ने मून मिशन के लिए चुना अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अपने मून मिशन के लिए 10 अंतरिक्ष यात्रियों का चुनाव किया है। इनमें भारतीय मूल के भारतवंशी अनिल मेनन भी शामिल हैं। मेनन अमेरिकी एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट कर्नल और स्पेसएक्स के पहले फ्लाइट सर्जन रह चुके हैं। मिनेसोटा के मिनीपोलिस में जन्में मेनन 2018 में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का हिस्सा बने और स्पेसएक्स के पहले मानव मिशन में मदद की। पढ़ें पूरी खबर... महबूबा बोलीं- गांधी का भारत गोडसे के भारत में बदल रहा है, पहले भारत-पाकिस्तान के लोग एक दूसरे के लिए खुश होते थे पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि महात्मा गांधी का भारत गोडसे का भारत बन रहा है। इस दौरान उन्होंने हाल में हुई कुछ घटनाओं का जिक्र किया, जिनमें भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। मुफ्ती ने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के वक्त दोनों देशों के लोग एक-दूसरे के लिए खुश होते थे। महबूबा इस बात से नाराज हैं कि वर्ल्ड कप मैच के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने पर कुछ युवाओं पर कार्रवाई की गई।- फाइल फोटो महबूबा ने कहा कि मुझे वाजपेयी जी के दौर में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच याद है। वहां पाकिस्तान के लोग भारत के समर्थन में नारे लगा रहे थे और भारतीय पाकिस्तान के लिए। तब पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे परवेज मुशर्रफ ने भारतीय टीम के कप्तान एमएस धोनी की तारीफ की थी। कुछ दिन पहले आगरा में कुछ युवाओं ने भारत के साथ मैच के दौरान पाकिस्तानी टीम के लिए नारे लगाए तो कोई वकील उनका केस लेने को तैयार नहीं हुआ। इसलिए ऐसा लगता है कि गांधी का भारत गोडसे के भारत में बदल रहा है। होम मिनिस्ट्री ने टेरर फंडिंग रोकने के लिए CFT सेल का गठन किया भारत सरकार ने आतंकी संगठनों की टेरर फंडिंग फंडिंग रोकने के लिए काउंटरिंग सेल (CFT सेल) का गठन किया है। होम मिनिस्ट्री के अंदर बनाए गए इस सेल आतंकी घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। टेरर फंडिंग और नकली करेंसी के मामलों की जांच के लिए जांच एजेंसी NIA में एक टेरर फंडिंग और फेक करेंसी सेल भी बनाया गया है। किसान आंदोलन खत्म करने पर कल होगा फैसला दिल्ली बॉर्डर पर चल रहा किसान आंदोलन कल यानी बुधवार को खत्म हो सकता है। संयुक्त किसान मोर्चा की मंगलवार को हुई बैठक में इस पर फैसला नहीं हो पाया। यह बैठक दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर हुई। कल फिर मीटिंग बुलाई गई है। बताया जाता है कि सरकार कृषि कानून वापस ले चुकी है इसलिए ज्यादातर किसान आंदोलन वापस लेने के पक्ष में हैं। नेताओं का दावा है कि केंद्र सरकार ने किसानों पर दर्ज केस रद्द करने पर भी सहमति दे दी है। मुआवजे पर भी बात बनती नजर आ रही है। सरकार ने इस बारे में भी प्रस्ताव भेजा है। संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में देश भर के संगठनों के नेता शामिल हुए। कांग्रेस की रैली पर रोक की याचिका हाईकोर्ट में खारिज जयपुर में 12 दिसंबर को महंगाई के खिलाफ होने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय रैली को चुनौती देती याचिका को राजस्थान हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। चीफ जस्टिस अकील कुरैशी और जस्टिस उमाशंकर व्यास की डिवीजन बेंच ने राजेश मूथा की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया। इसके बाद कांग्रेस ने अपनी रैली की तैयारियां तेज कर दी हैं। उधर, हेल्थ सेक्रेट्री वैभव गालरिया ने कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए विभाग को तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें.. टी-20 के बाद वन-डे में भी कप्तानी करेंगे रोहित भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) टी-20 के बाद वन-डे की कप्तानी भी रोहित शर्मा को सौंपने जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वन-डे सीरीज में रोहित शर्मा ही कप्तान होंगे। इसका आधिकारिक ऐलान भी दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा के दौरान ही किया जा सकता है। न्यूज 18 ने BCCI के सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया कि रोहित को वनडे की कप्तानी सौंपने की तैयारियां की जा रही हैं। भारतीय टीम को इसी महीने दक्षिण अफ्रीका जाना है, जहां टीम 3 टेस्ट, 3 वन-डे मैच खेलेगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... राहुल गांधी आज शाम शिवसेना लीडर संजय राउत से मिलेंगे कांग्रेस लीडर राहुल गांधी मंगलवार शाम शिवसेना लीडर संजय राउत से मुलाकात करेंगे। शिवसेना के सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को लेकर राहुल अक्सर ऐसी मुलाकात करते रहते हैं, लेकिन उनकी इस मीटिंग को बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी के 5 दिन पहले दिए गए बयान से जोड़ा जा रहा है। दरअसल, ममता बनर्जी भी महाराष्ट्र दौरे पर थीं और यहां उन्होंने राकांपा चीफ शरद पवार से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि UPA कोई गठबंधन नहीं है। यह खत्म हो चुका है। उन्होंने राहुल पर भी नाम लिए बिना तंज कसा था। कहा था कि कोई कुछ करता नहीं है, विदेश में रहता है तो कैसे चलेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... संजय राउत के साथ राहुल गांधी का फाइल फोटो। भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए साउथ अफ्रीका ने टीम का ऐलान किया साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू हो रहे टेस्ट सीरीज के लिए अपनी टीम का ऐलान कर दिया है। उन्होंने 21 प्लेयर्स की टीम चुनी है। इस टीम में डीन एल्गर (कप्तान), तेम्बा बावुमा, क्विंटन डी कॉक, कगिसो रबाडा, सरेल इरवी, ब्यूरन हेंड्रिक्स, जॉर्ज लिंडे, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, एडेन मार्कराम, वियान मुल्डर, एनरिक नॉर्ट्या, कीगन पीटरसन, रासी वैन डेर डूसन, काइल वेरेने, मार्को जेन्सन, ग्लेंटन स्टुरमैन, प्रेनेलन सुब्रायन, सिसांडा मगला, रयान रिकेलटन, डुआने ओलिवियर शामिल हैं। भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में PM मोदी ने सांसदों को दी नसीहत भारतीय जनता पार्टी की पार्लियामेंटरी पार्टी मीटिंग दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई। मीटिंग में PM मोदी ने अपने सभी सांसदों को चेतावनी दी कि वे सदन में मौजूद रहें और लोगों के हित में काम करें। अगर वे नहीं बदले तो उन्हें बदल दिया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... भाजपा संसदीय समित की बैठक में PM मोदी का सम्मान करते पार्टी सांसद। लोकसभा में राहुल का सरकार पर तंज- PM आंदोलन में मरे किसानों की संख्या नहीं जानते कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने किसानों से माफी मांगी और यह माना कि उनसे गलती हुई थी। 30 नवंबर को कृषि मंत्री से पूछा गया कि आंदोलन में कितने किसानों की मौत हुई तो उन्होंने कहा कि उनके पास डेटा नहीं है। राहुल ने कहा कि पंजाब सरकार ने करीब 400 किसानों को 5 लाख रुपए मुआवजा दिया है और 152 के परिजनों को नौकरी दी है। मेरे पास पूरी लिस्ट है। हमने हरियाणा के भी 70 किसानों की लिस्ट बनाई है, लेकिन आपकी सरकार कहती है कि आपके पास उनके नाम नहीं हैं। 1984 के सिख विरोधी दंगे मामले में सज्जन कुमार पर आरोप तय, 16 दिसंबर को अगली सुनवाई होगी 1984 के सिख विरोधी दंगे के मामले में दिल्ली कोर्ट ने कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार पर आरोप तय किए हैं। सज्जन पर दंगा, हत्या और डकैती के आरोप तय हुए हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 16 दिसंबर को होगी। नगालैंड से दर्दनाक तस्वीरें, एक साथ दफनाए गए 12 शव नगालैंड में शनिवार और रविवार को सेना के ऑपरेशन में मारे गए 14 लोगों में से 12 के शवों को सोमवार रात एक साथ दफनाया गया। दफनाए जाने के दौरान की दर्दनाक तस्वीरें सामने आई हैं। मृतकों के ताबूत के पास परिजन बेतहाशा रोते नजर आ रहे हैं। सभी 12 मृतक नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव के थे। 14 लोगों में से 12 के शवों को सोमवार रात एक साथ दफनाया गया। सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से लोग परेशान दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। इस दौरान आपातकालीन सेवाएं बाधित होने से इलाज के लिए आए लोग परेशान हो रहे हैं। एक महिला ने बताया- 'मैं अपने बच्चे के इलाज के लिए आई थीं। डॉक्टर कह रहे हैं कि पर्ची नहीं बनेगी। क्या करें? अब हम घर जाएंगे।' 623 पॉइंट्स बढ़त के साथ सेंसेक्स 57,347 पर, निफ्टी भी 17 हजार के पार निकला कल की भारी गिरावट के बाद आज बाजार में तेजी रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स सुबह के समय 623 पॉइंट्स की बढ़त के साथ 57,347 पर कारोबार कर रहा था। वहीं 10.20 बजे निफ्टी ने भी 17 हजार के पार निकलकर 17,088 पर कारोबार किया। सेंसेक्स के 30 शेयर्स में 7 शेयर्स गिरावट में रहे, जबकि 23 शेयर्स ने बढ़त में कारोबार किया। बढ़ने वाले स्टॉक में टाटा स्टील, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक और मारुति 2-2% के ऊपर कारोबार कर रहे थे। सन फार्मा, बजाज ऑटो भी तेजी में रहे। पूरी खबर यहां पढ़ें... सेंसेक्स के 30 शेयर्स में 7 शेयर्स गिरावट में हैं। 23 शेयर्स बढ़त में कारोबार कर रहे हैं। राहुल गांधी का लोकसभा में काम रोको प्रस्ताव कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। कृषि कानूनों के विरोध प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा देने के मुद्दे पर यह यह स्थगन नोटिस दिया गया। कांग्रेस के ही सांसद मनीष तिवारी ने अरुणाचल प्रदेश और डोकलाम में चीन की तरफ से गांव बसाने के मुद्दे पर लोक सभा स्थगन का नोटिस दिया। 'बॉर्डर' के कारण सरहद पार नहीं जा पाया परिवार अटारी बॉर्डर पर ढाई महीने से फंसे पाकिस्तान के 99 लोगों में से 93 नागरिकों को सरहद पार भेज दिया गया है, लेकिन नवजन्मे बच्चे 'बॉर्डर' के कारण उसका पूरा परिवार सरहद पार नहीं जा पाया। दरअसल, बॉर्डर नवजन्मा है और उसका अभी तक पासपोर्ट नहीं बना। जैसे ही बॉर्डर का पाकिस्तानी पासपोर्ट बन जाएगा, उसे स्पेशल परमिशन के बाद परिवार सहित पाकिस्तान भेज दिया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... अमरिंदर सिंह आज BJP के पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री शेखावत से मिलेंगे पंजाब लोक कांग्रेस का ऑफिस खोलते ही पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सियासी सरगर्मियां तेज कर दी हैं। मंगलवार को वह भाजपा के पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत से मिलेंगे। इस बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा होगी। शेखावत चुनावी तैयारियों को लेकर लगातार चंडीगढ़ का दौरा कर रहे हैं। इसके बाद अमरिंदर राष्ट्रीय प्रधान जेपी नड्‌डा से मुलाकात करेंगे। उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी होनी है। हालांकि शाह अभी व्यस्त हैं, इसलिए अमरिंदर का दिल्ली दौरा टल रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... नगालैंड हिंसा पर आदिवासियों की 5 मांगें संसद में गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से नगालैंड हादसे पर बयान दिए जाने के बाद नगा आदिवासी संगठन ने पांच मांगें रखी हैं। इस संगठन ने हादसे के आरोपी सैन्य अधिकारियों के खिलाफ तुरंत और कड़ा एक्शन लेने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्य में सेना और सुरक्षा बलों काे मिली विशेष ताकतों को भी वापस लिया जाए। सेना के ऑपरेशन में मारे गए 14 लोगों में से अधितकर लोग इसी आदिवासी जनजाति से थे। नगालैंड के मोन जिले में कोनयक नगा आदिवासी जनजाति की प्रमुख संस्था कोनयक यूनियन ने सरकार को एक मेमोरैंडम भेजा है। पहली मांग यह है कि एक मजबूत जांच एजेंसी के अंतर्गत स्वतंत्र जांच कमेटी गठित की जाए। इसके साथ ही सरकार ने जो स्पेशल इन्वेस्टिगेशन कमेटी बनाने का ऐलान किया है, उसमें दो सदस्य नगा सिविल सोसायटी के होने चाहिए। दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब कैटेगरी में दिल्ली-NCR में मंगलवार को हवा की गुणवत्ता बहुत खराब कैटेगरी में है। सिस्टम ऑफ एयर क्ववालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक आज सुबह इस क्षेत्र का ओवरऑल AQI 314 रहा। सफर के मुताबिक, पीएम 10 लेवल 150 रिकॉर्ड किया गया और पीएम 2.5 लेवल 81 दर्ज किया गया। दोनों ही सामान्य श्रेणी में आते हैं। MP के विदिशा में हिंदू संगठन का मिशनरी स्कूल पर हमला; 8 बच्चों के धर्म परिवर्तन का आरोप मध्यप्रदेश के विदिशा में हिंदू संगठन बजरंग दल और स्थानीय लोगों ने एक मिशनरी स्कूल पर हमला किया। गंज बासोदा के सेंट जोसेफ स्कूल पर कथित तौर से 8 बच्चों के धर्म परिवर्तन का आरोप लगा है। मामले से गुस्साई भीड़ ने स्कूल पर पथराव किया। हमले के दौरान कक्षा 12 के छात्र गणित का एक्जाम दे रहे थे। मोबाइल फोन पर मौजूद घटना के फुटेज के मुताबिक, स्कूल के बाहर भीड़ ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को हटाया। स्कूल ने धर्म परिवर्तन की बात को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश सेक्रेटरी एचवी श्रिंगला 7-8 दिसंबर को बांग्लादेश दौरे पर जाएंगे विदेश सचिव एचवी श्रिंगला 7 और 8 दिसंबर को बांग्लादेश दौरे पर जा रहे हैं। वे वहां बांग्लादेश के विदेश सचिव एम्बेसेडर मसूद बिन मोमेन से मिलेंगे और फॉरेन मिनिस्टर एके अब्दुल मोमेन और रोड ट्रांसपोर्ट और ब्रिज मंत्री ओबैदुल कादिर से बात करेंगे। बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी उनकी मुलाकात तय की गई है। खबरें और भी हैं... जानिए पुतिन-मोदी मुलाकात अहम क्यों: भारत-रूस इकोनॉमी को मिलेगा 6 लाख करोड़ रु. का बूस्टर डोज, 28 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए बिजनेस बिहार में होगी जातीय जनगणना: नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान; कहा- इसका पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी, जल्द सभी दलों की बैठक बुलाएंगे पटना ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर का दावा: कोरोना से भी ज्यादा घातक हो सकती हैं भविष्य में आने वाली महामारियां, अभी से तैयारी जरूरी ओमिक्रॉन A to Z नगालैंड से भास्कर एक्सक्लूसिव: सेना के जवानों ने मजदूरों के शव छुपाए, बॉडी को बैग से ढका, पिकअप पर तिरपाल ओढ़ा दी; खून के निशान तक मिटाए DB ओरिजिनल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/farmer-leaders-can-announce-tough-stand-against-center-including-mission-up-129187830.html,"किसान संगठनों की कमेटी गृह मंत्रालय से करेगी बात: सरकार से भेजे ड्रॉफ्ट को सही करने की मांग करेंगे, केस वापसी पर चाहते हैं ठोस आश्वासन","किसान संगठनों की कमेटी गृह मंत्रालय से करेगी बात:सरकार से भेजे ड्रॉफ्ट को सही करने की मांग करेंगे, केस वापसी पर चाहते हैं ठोस आश्वासन लुधियाना4 घंटे पहले सिंघु बॉर्डर पर पत्रकारवार्ता के दौरान SKM की 5 सदस्य कमेटी के सदस्य। केंद्र सरकार के साथ संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अभी सहमति नहीं बन पाई है। केंद्र की तरफ से भेजे गए मांगें मानने के ड्राफ्ट पर किसान संगठनों को आशंकाएं हैं। इसको लेकर बुधवार को दोपहर 2 बजे की मीटिंग से पहले पांच सदस्य कमेटी गृह मंत्रालय से वार्तालाप करेगी। SKM नेताओं ने साफ कर दिया है कि MSP गारंटी बिल की कमेटी कैसे बनेगी इसकी पारदर्शिता के साथ-साथ पूरे देश में दर्ज आपराधिक मामलों को रद्द करने के लिए सरकार समय निश्चित करे। इसके बाद SKM की तरफ से आंदोलन को खत्म करने का फैसला लिया जाएगा। पांच घंटे तक चली बैठक के बाद पांच सदस्य कमेटी में शामिल बलवीर सिंह राजेवाल, शिव कुमार कक्का, अशोक धावले, युद्धवीर सिंह और गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने अपना रुख सरकार के समक्ष साफ कर दिया है। बहरहाल SKM की तरफ से सरकार के खिलाफ किए गए सभी ऐलान उसी तरह रहेंगे। केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए ड्राफ्ट पर विचार विमर्श करते हुए किसान संगठनों के नेता। पांच घंटे सरकार के ड्राफ्ट पर हुई चर्चा SKM की तरफ से सिंघु बार्डर पर सभी संगठनों की बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान सरकार द्वारा पांच मांगें मानने का भेजे गए ड्राफ्ट पर चर्चा हुई है। MSP गारंटी बिल की ड्राफ्ट कमेटी में केंद्र व राज्य सरकार, SKM के सदस्यों को लेने के साथ-साथ अन्य किसान संगठनों को लेने की बात कही गई है। जिसे मोर्चा ने नामंजूर किया है। अशोक धावले ने कहा कि किसान नेताओं को लग रहा है कि उन संगठनों के नेताओं को इस कमेटी में लिया जा सकता है जो पहले ही कृषि कानूनों के पक्ष में और MSP के विरोध में बोल रहे थे। इस पर पारदर्शिता की मांग की गई है। दूसरी मांग में सरकार ने कहा था कि सभी केस वापस ले लिए जाएंगे, लेकिन पहले आंदोलन समाप्त करना होगा। इस पर SKM ने फैसला लिया है कि यह सही नहीं है, सरकार पहले यह बताए कि वह कितने समय के भीतर मामले रद्द करेगी और इसका मापदंड क्या होगा। इसके अलावा केंद्र सरकार संवैधानिकक तौर पर मुआवजा देने की बात कह रही है, जबकि वह मांग रख रहे हैं कि पंजाब सरकार की तर्ज पर पांच लाख रुपए और परिवार को सरकारी नौकरी दी जाए। इन सभी बातों को लेकर वह बुधवार को गृह मंत्रालय से बात करेंगे। इसके बाद वार्तालाप पर बुधवार को दोपहर 2 बजे मीटिंग बुलाई गई है। मंदसौर गोलीकांड का उदाहरण देकर कहा- केस वापस होने तक संघर्ष जारी रहेगा किसान नेता शिव कुमार ने 2018 में हुए मंदसौर गोलीकांड का हवाला देते हुए कहा कि इस हादसे के दौरान 12 किसानों को गोली लगी थी। छह किसानों की मौत हुई थी। इस दौरान हुए संघर्ष में आपराधिक मामले दर्ज हुए थे। सरकार ने विधानसभा में ऐलान किया था कि सभी केस वापस लिए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जब सरकार विधानसभा में दिए बयान को पूरा नहीं कर पा रही तो इस तरह लिखकर देने भर से कैसे मान सकते हैं। इसके अलावा जाट आंदोलन जैसे कई मामले हैं, जो अभी भी लटक रहे है। ऐसे में वह इस तरह आंदोलन वापस नहीं ले सकते हैं। कल भी आंदोलन वापस लेने की गारंटी नहीं पत्रकारवर्ता के दौरान गुरनाम चढ़ूनी ने साफ कर दिया है कि बिना वजह अफवाहें उड़ाई जा रही हैं कि आंदोलन समाप्त हो रहा है। बुधवार की बैठक में भी साफ नहीं है कि आंदोलन समाप्त हो रहा है। अभी तो पांच सदस्य कमेटी की सरकार से वार्तालाप शुरू हुई है। हमारा लंबा तजुर्बा है। सरकार से सभी बातें सही ढंग से मनवा लेने के बाद आंदोलन को समाप्त करने पर फैसला लिया जाएगा। खबरें और भी हैं... CM की मिमिक्री करके फंसा पंजाबी गीतकार: गीतकार मट्ट शेरों वाला ने वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, लुधियाना के एक्टिविस्ट ने दी धमकी लुधियाना पंजाब में सरकारी बसों का चक्का जाम: पक्की नौकरी को लेकर हड़ताल पर गए PRTC व पनबस के कच्चे मुलाजिम, कल करेंगे CM आवास का घेराव लुधियाना SKM में सरकार के रवैये से नाराजगी: वार्ता का न्यौता नहीं मिलने पर 5 मेंबरी कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग, कल दिल्ली कूच पर फैसला लुधियाना तिरंगे की रोशनी से जगमगाएगा लुधियाना: जगराओं पुल पर लहराएगा 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज, लाइटों से रोशन होंगी स्वतंत्रता सैनानियों की प्रतिमाएं लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/kisan-andolan-delhi-border-update-samyukta-morcha-skm-meeting-tomorrow-129188309.html,"कल खत्म हो सकता है किसान आंदोलन: आज होना था फैसला, पर केस वापसी पर पेंच फंसा; किसान सरकार से आश्वासन चाहते हैं","कल खत्म हो सकता है किसान आंदोलन:आज होना था फैसला, पर केस वापसी पर पेंच फंसा; किसान सरकार से आश्वासन चाहते हैं चंडीगढ़5 घंटे पहले वीडियो दिल्ली बॉर्डर पर चल रहा किसान आंदोलन कल यानी बुधवार को खत्म हो सकता है। सिंघु बॉर्डर पर मंगलवार को हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक भी इसी मुद्दे पर हुई थी। अब केस वापसी को लेकर एक पेंच फंस गया है। सरकार का कहना है कि आंदोलन खत्म करने के बाद केस वापसी का ऐलान करेंगे। दूसरी ओर, किसान चाहते हैं कि सरकार अभी इस पर ठोस आश्वासन दे। किसान नेता हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि किसान आंदोलन पर आज ही घोषणा की तैयारी थी, लेकिन सरकार ने बीच में पेंच फंसा दिया। अगर सरकार संशोधित प्रस्ताव भेजेगी तो आंदोलन पर फैसला हो जाएगा। किन मुद्दों पर किसानों को सरकार के प्रस्ताव पर ऐतराज केस वापसी: हरियाणा के 26 संगठनों ने कहा कि अगर बिना केस वापसी के किसान आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया तो वे जाट आंदोलन की तरह फंस जाएंगे। जाट आंदोलन को भी सरकार ने इसी तरह खत्म कराया था, लेकिन किसान अभी भी केस भुगत रहे हैं। ऐसे में हरियाणा के किसान संगठन अभी केस वापसी पर ऐलान की मांग कर रहे हैं। पंजाब के 32 संगठन भी इस मांग में उनके साथ हैं। किसान नेता अशोक धावले ने कहा कि केस वापस होने को लेकर किसानों में संदेह है। हमारा कहना है कि यह विश्वास की बात है। अकेले हरियाणा में 48 हजार किसानों पर केस दर्ज हैं। यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान और मध्यप्रदेश में केस दर्ज हैं। देश भर में रेलवे ने भी सैकड़ों केस दर्ज किए हैं। इसके लिए कोई समय-सीमा होनी चाहिए। इसके लिए सरकार तुरंत शुरुआत करे। किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले आंदोलन खत्म करने की बात कही, लेकिन सरकार इसे टाइम बाउंड करे। किसानों को सरकार की नीयत पर शक न रहे। किसानों को संदेह है कि सरकार कहीं बात से बदल न जाए। MSP: किसान नेता बलबीर राजेवाल ने कहा कि सरकार ने MSP के मामले में कमेटी की बात की है। जिसमें दूसरे संस्थानों, राज्य और अफसरों के साथ किसानों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। हमें इस पर ऐतराज है। ऐसे लोग कमेटी में नहीं होने चाहिए, जो सरकार के साथ कानून बनाने में शामिल रहे। अशोक धावले ने कहा कि MSP कमेटी में किसान संगठनों और संयुक्त किसान मोर्चा का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। एक साल से हमने आंदोलन लड़ा। जो किसान संगठन कृषि कानून के हक में थे, उन्हें भी कमेटी में रखा जा सकता है। गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि MSP कमेटी को लेकर यह शक है कि कहीं सरकार कृषि कानून के समर्थन वालों को न रख ले। हम नहीं चाहते कि वे लोग इसमें शामिल हों। इसलिए सबकी राय है कि किसान प्रतिनिधि के तौर पर संयुक्त किसान मोर्चा से ही मेंबर लिए जाएं। मुआवजा: किसान लीडर्स ने कहा कि इस पर सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी दी है, लेकिन हमारी मांग है कि केंद्र सरकार पंजाब मॉडल की तरह मुआवजे की मांग को माने, जिसमें 5 लाख का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी का जिक्र है। इससे पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा। बिजली बिल और पराली: किसान नेताओं का कहना है कि यह बिल संसद में न लाया जाए। इससे किसानों की मुश्किल बढ़ेगी और उन्हें ज्यादा बिल देना पड़ेगा। पराली के बारे में सरकार ने कहा कि किसानों पर केस नहीं होगा। सरकार ने मार्च महीने में जरूर कुछ चीजें हटाईं, लेकिन उसमें एक सेक्शन डालने से फिर से किसानों को दिक्कत हो सकती है। किसान नेताओं ने इस सेक्शन को भी हटाने की मांग की है। 8 दिन लगेंगे घर वापसी में : टिकैत किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कह रही है कि केस हम वापस ले लेंगे, आप आंदोलन खत्म कर दो। इस तरह हम भरोसा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि किसानों के कई ट्रैक्टर दिल्ली के थानों में खड़े हैं। बाद में कौन वहां घुसेगा। इसलिए सरकार इस पर स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट करे। हमें यहां से वापस जाने में भी कम से कम 8 दिन का समय लगेगा। क्या कल हो जाएगा आंदोलन पर फैसला? किसान नेता बलवंत सिंह बहिरामके ने कहा है कि सरकार की ओर से जो ड्राफ्ट भेजा गया था, उसमें कुछ पॉइंट्स बहुत स्पष्ट नहीं थे। इस पर कई घंटे तक चर्चा हुई है। कुछ प्रस्तावों पर हमें केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण की जरूरत है। उन्हें सरकार को वापस भेजा जाएगा। हमें उम्मीद है कि कल हमें सरकार से जवाब मिल जाएगा। सरकार से जो भी ऑफर आएगा, उस पर चर्चा कर आगे की कार्रवाई होगी। कैसे निकलेगा इसका रास्ता? केस वापसी और मुआवजे के मुद्दे पर केंद्र से बातचीत के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने 5 मेंबर्स की कमेटी बनाई है। जिसमें पंजाब से बलबीर राजेवाल, उत्तर प्रदेश से युद्धवीर सिंह, मध्यप्रदेश से शिव कुमार कक्का, महाराष्ट्र से अशोक धावले और हरियाणा से गुरनाम चढ़ूनी शामिल हैं। इनकी गृह मंत्रालय के साथ अंतिम मीटिंग हो सकती है। 3 कृषि कानून वापसी के बाद आंदोलन खत्म करने का दबाव केंद्र सरकार वह तीनों कृषि कानून वापस ले चुकी है, जिसकी वजह से यह आंदोलन शुरू हुआ था। जिस पर लोकसभा, राज्यसभा के बाद राष्ट्रपति की मुहर लग चुकी है। इसके बाद से ही दिल्ली बॉर्डर से किसान वापस लौटना शुरू कर चुके थे। किसान संगठनों पर भी दबाव बन गया था कि वह आंदोलन खत्म करें। खबरें और भी हैं... CM चन्नी पर बरसे केजरी: ​​​​​​​SC भाईचारे के नाम पर राजनीति कर रहे मुख्यमंत्री, मैं हर बच्चे को शिक्षित करूंगा, होशियारपुर में दी 5 गारंटी चंडीगढ़ अमरिंदर से मिलने पहुंचे शेखावत: सिसवां फार्म हाउस में हो रही मुलाकात; पंजाब चुनाव में सीट शेयरिंग पर बातचीत चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग की मनमानी: अकाली नेता का आरोप; HC के आदेश के बाद भी नहीं छोड़ी बसें, 5 जिलों के RTA सेक्रेटरी पर प्रेशर चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस में बढ़ा दिल्ली का दबदबा: सिद्धू नहीं होंगे 'वन मैन आर्मी'; चुनाव के लिए 22 जिला को-ओर्डिनेटर लगाए, जिला प्रधानों की नियुक्ति लटकाई चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/narendra-modi-to-mps-on-bjp-parliamentary-party-meeting-129188046.html,"मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी: PM ने कहा- बदल जाइए, वर्ना बदल दिए जाएंगे; बच्चों जैसा बर्ताव न करें","मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी:PM ने कहा- बदल जाइए, वर्ना बदल दिए जाएंगे; बच्चों जैसा बर्ताव न करें भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पार्लियामेंट्री पार्टी मीटिंग में मंगलवार को PM नरेंद्र मोदी ने अपने सभी सांसदों को दो-टूक नसीहत दी। सदन से गायब रहने वाले सांसदों से उन्होंने कहा कि आप खुद को बदलिए नहीं तो हम बदलाव करेंगे। कड़े शब्दों में PM ने कहा कि अनुशासन में रहें, समय से आएं और अपनी बारी होने पर ही बोलें। साथ ही यह भी कहा कि बच्चों की तरह बर्ताव न करें। मैं आपको बच्चों की तरह ट्रीट करूं, ये मेरे लिए अच्छा नहीं मोदी ने कहा कि संसद की कार्यवाही और बैठकों में नियमित रहें और लोगों के हित में काम करें। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए अच्छा नहीं है कि मैं आपकी अनुशासनहीनता को लेकर परेशान रहूं और आपको बच्चों की तरह ट्रीट करूं। बच्चों को भी एक ही बात कई बार कही जाए तो उन्हें पसंद नहीं आती है। भाजपा संसदीय दल की बैठक में जनजातीय गौरव दिवस मनाने का ऐलान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान किया गया। सूर्य नमस्कार करने की सलाह दी PM मोदी ने सांसदों काे सूर्य नमस्कार करने की सलाह देते हुए कहा कि आप सभी सूर्य नमस्कार करें और संसद में अटेंडेंस की प्रतियोगिता में भाग लें। इससे आप सभी स्वस्थ रहेंगे। इससे पहले बैठक शुरू होने पर पीएम मोदी का सम्मान किया गया। यह सम्मान उन्हें 15 नवंबर (बिरसा मुंडा का जन्मदिन) को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का ऐलान करने के लिए मिला। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और संसदीय कामकाज के मंत्री प्रह्लाद जोशी मौजूद थे। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ली थी मंत्रियों की क्लास प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के सबसे बड़े मंत्रिमंडल विस्तार के अगले दिन अपने मंत्रियों से बात की थी। इस दौरान मोदी ने उन्हें कुछ सबक दिए और बताया कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। PM ने मंत्रियों को मीडिया में बेवजह बयानबाजी न करने की सलाह भी दी थी। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि आपका काम चमकना चाहिए, न की आपका चेहरा। अपनी सारी ऊर्जा विभागीय काम में लगाएं। उन्होंने मंत्रियों से पूरी तैयारी के साथ संसद आने को कहा था। वहीं, सभी मंत्रियों को सुबह 9:30 बजे दफ्तर आने की सलाह भी दी थी। मोदी सर की क्लास में क्या हुआ था, जानने के लिए यहां क्लिक करें.. खबरें और भी हैं... लोकसभा में राहुल का सरकार पर तंज: PM किसानों से माफी मांगते हैं, लेकिन आंदोलन में मरे किसानों की संख्या नहीं जानते देश पुतिन-मोदी मुलाकात: रूसी राष्ट्रपति बोले- भारत महान शक्ति और भरोसेमंद दोस्त; मोदी ने कहा- हमारा विजन बड़ा विदेश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/rahul-gandhi-parliament-update-congress-leader-on-compensation-and-jobs-over-kisan-andolan-129188015.html,"लोकसभा में राहुल का सरकार पर तंज: PM किसानों से माफी मांगते हैं, लेकिन आंदोलन में मरे किसानों की संख्या नहीं जानते","लोकसभा में राहुल का सरकार पर तंज:PM किसानों से माफी मांगते हैं, लेकिन आंदोलन में मरे किसानों की संख्या नहीं जानते नई दिल्ली कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि PM मोदी ने किसानों से माफी मांगी और यह माना कि उनसे गलती हुई थी। 30 नवंबर को कृषि मंत्री से पूछा गया कि आंदोलन में कितने किसानों की मौत हुई तो उन्होंने कहा कि उनके पास डेटा नहीं है। राहुल ने कहा कि पंजाब सरकार ने करीब 400 किसानों को 5 लाख रुपए मुआवजा दिया है और 152 के परिजनों को नौकरी दी है। मेरे पास पूरी लिस्ट है। हमने हरियाणा के भी 70 किसानों की लिस्ट बनाई है, लेकिन आपकी सरकार कहती है कि आपके पास उनके नाम नहीं हैं। वहीं, राहुल गांधी ने प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा देने के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव भी पेश किया था। किसानों को मुआवजा नहीं दे रही सरकार राहुल ने पिछले दिनों कहा कि कोरोना में कितने लोग मरे और कितने किसान मरे, सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। सरकार के पास किसानों, मजदूरों और गरीबों के लिए पैसे नहीं हैं। जब ये शहीद हुए आपने सदन में 2 मिनट का मौन व्रत तक नहीं रखा। अगर वे चाहते हैं तो हमसे लिस्ट लें और 700 परिवारों को मुआवजा दें। हमारे पास 700 में से 500 नाम हैं, जो लिस्ट हमने सरकार को दी। 100 नाम पंजाब से बाहर के हैं। बाकी नाम हमारे पास पब्लिक रिकॉर्ड से हैं। सरकार ने कहा- हमारे पास मरे किसानों का नहीं है आंकड़ा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर( फाइल फोटो) सरकार ने 30 नवंबर को बताया था कि कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मरे किसानों का आंकड़ा कृषि मंत्रालय के पास नहीं है। लोकसभा में सवाल के लिखित जवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह जानकारी दी थी। तोमर ने बताया था कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास इस संबंध में कोई आंकड़ा नहीं है। किसान मोर्चा का आंदोलन जारी वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने शनिवार को कहा कि किसानों के अलग- अलग मुद्दों पर केंद्र सरकार से कोई जवाब न मिलने तक किसानों का विरोध जारी रहेगा। SKM ने अपनी अगली बैठक आज के लिए तय की है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और 23 दिसंबर तक चलेगा। निलंबन वापसी को लेकर सांसदो का प्रदर्शन संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करते विपक्षी सांसद राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन जारी है। सांसदो ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' और 'लोकतंत्र बचाओ मोदी हटाओ' के नारे लगाए। निलंबित सांसद पिछले बुधवार से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन में मंगलवार को NCP चीफ शरद पवार, सपा MP जया बच्चन सहित कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए। खबरें और भी हैं... शादी के जोड़े में बैठी रह गई Ph.D. पास दुल्हन: फॉर्च्यूनर-कैश की डिमांड पर ससुरालियों ने सारी रात रोके फेरे, दूल्हे समेत 3 पर केस करनाल खबर का असर: विरोध के बाद फिर गेरुआ से सफेद की जा रही मस्जिद, बनारस में मोदी के दौरे से पहले इमारतें एक रंग में रंगी गई थीं वाराणसी सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़ अरविंद केजरीवाल का पंजाब दौरा LIVE: करतारपुर में बोले- यह कैप्टन का नहीं मेरा कार्ड, वादा पूरा करूंगा; होशियारपुर में SC भाईचारे को देंगे गारंटी चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/muhammad-was-not-a-messenger-of-allah-he-was-arrogant-129187803.html,"इस्लाम पर रिजवी के तीखे बोल: हिंदू बनने के बाद कहा- इस्लाम में किसी का सिर काटना सही है, लेकिन यह इंसानियत के खिलाफ","इस्लाम पर रिजवी के तीखे बोल:हिंदू बनने के बाद कहा- इस्लाम में किसी का सिर काटना सही है, लेकिन यह इंसानियत के खिलाफ नई दिल्ली उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी ने सोमवार को अचानक गाजियाबाद में इस्लाम छोड़ सनातन धर्म कबूल कर लिया। उन्होंने अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रख लिया है। सनातन धर्म स्वीकार करने के 5 घंटे बाद वसीम रिजवी (अब जितेंद्र नारायण सिंह) त्यागी ने दैनिक भास्कर से हर मुद्दे पर खुलकर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस्लाम में किसी का सिर कलम करना जायज है, लेकिन हकीकत में यह इंसानियत के खिलाफ है। आइए जानते हैं कि उन्होंने और क्या कहा... सवाल: आखिर इस्लाम धर्म में आपको किस तरह की बुराइयां दिखीं? जवाब: इस्लाम में कोई अच्छाई है ही नहीं। अब तो उसको बदलना पड़ेगा। हाल ही में पाकिस्तान में श्रीलंका के एक अधिकारी को बीच सड़क पर मारा गया और वहां एक मजहब के लोग उसके जलते शरीर के साथ फोटो खिंचवा रहे थे। ये इंसानियत के लिए बेहद शर्मनाक बात है। मजहब केवल प्यार सिखाता है। दुनिया का सबसे पहला धर्म सनातन ही है। अब सनातन मेरा धर्म है। इसके लिए त्याग करना ही मकसद है और मैं मानव सेवा के लिए ये करता रहूंगा। सवाल: धर्म परिवर्तन का ख्याल क्यों आया? इस्लाम से क्या दिक्कत थी? जवाब: मैंने इस्लाम धर्म को छोड़ा नहीं है। मुझे तो वहां से निकाला गया है। हम तो इस्लाम को बदलना चाहते थे। जो इस्लाम को मानने वाले हैं, जो कुरान को अल्लाह की किताब कह रहे हैं, वे गलत हैं। कुरान के अनुसार, एक व्यक्ति दूसरे का सिर काटता है तो वह धर्म के आधार पर सही है, लेकिन इंसानियत के खिलाफ है। मुझे इस्लाम से निकाला गया, क्योंकि मैंने राम जन्मभूमि पर बोला। मोहम्मद के बारे में मैंने कहा कि वे अल्लाह के मैसेंजर नहीं हैं, वे एक अहंकारी व्यक्ति थे। आज दुनिया में इस्लाम आतंक के नाम से पहचाना जाता है। इस्लाम का दूसरा नाम ही आतंक है। इस आतंक की शुरुआत 1400 साल पहले मोहम्मद ने अरब के रेगिस्तान में की थी। अब मैं सनातन धर्म में आ गया हूं और अब यही रहूंगा और मरूंगा भी यहीं। सवाल: हिंदू धर्म में कई वर्ग और जातियां होती हैं, आप खुद को किस वर्ग का मानते हैं? जवाब: आज मैं सनातन धर्म में आया हूं। त्यागी परिवार ने पिता को एक औलाद दी है। भाई को एक भाई दिया है। सवाल: क्या आपने पूरे परिवार के साथ धर्म परिवर्तन किया है? जवाब: कोई तैयार हो या न हो मैं अपने फैसले खुद लेता हूं। उसमें कोई पंचायत नहीं करता। मैंने फैसला लिया है कि जब हमें बार-बार इस्लाम से निकाला जा रहा है तो मैं अपना धर्म चुन लेता हूं। और मैंने अब वही किया है। सवाल: क्या आपने सनातन धर्म अपनाने से पहले अपने परिवार को बताया था? जवाब: मैंने अभी अपने परिवार को इस बारे में नहीं बताया है। अगर वे मेरे साथ सनातन धर्म में आते हैं तो धर्म के मामले में मेरे उनके अच्छे संबंध रहेंगे। उनको भी इस्लाम छोड़ देना चाहिए। अगर वो इस्लाम नहीं छोड़ते हैं तो मैं उनका त्याग करने को तैयार हूं। सवाल: क्या आप मानते हैं कि बाबरी मस्जिद मंदिर तोड़कर बनाई गई थी ? जवाब: मैं अकेला ऐसा मुसलमान हूं, जिसने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा था कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। मैं यही चाहता था कि वह हिंदुओं की जगह है और हिंदुओं को दी जाए और वहां राम मंदिर बनाया जाए। सवाल: क्या आपको अपनी जान का खतरा है? जवाब: मुझे तो तब भी डर था जब मैं मुसलमान था और वे आए दिन मुझे धर्म से निकालते थे। वे तो मेरे पहले भी दुश्मन थे और आज भी दुश्मन हैं। मेरा एक ही सिर है, जिसे वे काटने पर तुले हुए हैं। महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि ने वसीम रिजवी को सनातन धर्म में प्रवेश दिलाया। इसको लेकर दैनिक भास्कर ने नरसिंहानंद गिरि से भी बातचीत की। पढ़िए उन्होंने रिजवी के सनातन धर्म अपनाने को लेकर क्या कहा... सवाल: आपकी वसीम रिजवी से पहली बार कब और क्या बात हुई थी? जवाब: रिजवी ने मुझे 2 नवंबर को फोन किया था। वे मोहम्मद पर लिखी अपनी किताब का मुझसे विमोचन करवाना चाहते थे। मैंने इसे खुशी से स्वीकार किया और अपने आश्रम में इस किताब का विमोचन किया। इसके बाद 12 नवंबर को हरिद्वार के प्रेस क्लब में इस किताब का विमोचन किया। उनके साथ जो वक्त मैंने बिताया, उससे मुझे महसूस हुआ कि उन जैसा सच्चा और दिलेर आदमी देश में नहीं है। तब से मैं उनका सम्मान करने लगा हूं। आज वे हमारे परिवार में शामिल हुए हैं। यह मेरे लिए गर्व की बात है। सवाल: आपको रिजवी की सुरक्षा को लेकर कोई डर है? जवाब: हम इस मामले में यूपी के मुख्यमंत्री से जल्द बात करेंगे। इस बारे में खुद योगीजी को मैं पत्र लिखूंगा। हमारे और साथी इस बारे में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। जो आतंकवादी और जिहादी लोग हैं, वे इनकी जान के पीछे पहले भी पड़े थे और अब तो और भी खतरा बढ़ गया है। हमारे समाज के लिए इनका सुरक्षित रहना बेहद जरूरी है। इसके लिए हम पूरा प्रयास करेंगे। सवाल: अब रिजवी सनातन धर्म में शामिल हो गए हैं, आगे क्या रूपरेखा रहेगी? जवाब: इस बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी। मैं यही कहूंगा कि यहां लगभग 95% आबादी मुसलमानों की है, वे कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए पूरा प्रशासन अलर्ट है। आगे क्या होगा देखेंगे, लेकिन हम प्रयास करेंगे कि किसी प्रकार का अन्याय उनके (रिजवी) साथ न हो। हमारी तो बस यही सोच है कि वह सनातन धर्म में अपना जीवन मानवता की सेवा में लगाएं और मानव कल्याण के कार्य करें। खबरें और भी हैं...",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/navjot-sing-sidhu-attack-on-captain-amarinder-singh-in-drugs-case-129188239.html,"ड्रग्स केस में सिद्धू का कैप्टन पर हमला: STF की रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई; अब ले एक्शन सरकार","ड्रग्स केस में सिद्धू का कैप्टन पर हमला:STF की रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई; अब ले एक्शन सरकार चंडीगढ़ नवजोत सिद्धू पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने ड्रग्स केस में पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला किया है। सिद्धू ने कहा कि हाईकोर्ट में सीलबंद जमा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की रिपोर्ट खोलने पर कोई रोक नहीं थी। इसके बावजूद कैप्टन और तत्कालीन एडवोकेट जनरल अतुल नंदा ने कोई एक्शन नहीं लिया। दोनों ने आरोपियों को बचाने के लिए देरी की, इस पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए थी। सिद्धू ने नई सरकार को नसीहत दी कि वह इस पर कार्रवाई करे ताकि लोगों का भरोसा फिर से सरकार पर कायम किया जा सके। हाईकोर्ट में नए AG ने किया था दावा सोमवार को हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में नए एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया ने कहा था कि STF रिपोर्ट खोलने पर कोई रोक नहीं है। इसको लेकर पंजाब सरकार को फटकार भी लगी कि HC ने उन्हें नहीं रोका तो सरकार ने कार्रवाई क्यों नहीं की। इस मामले की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होनी है। पंजाब कांग्रेस में बढ़ा दिल्ली का दबदबा:सिद्धू नहीं होंगे 'वन मैन आर्मी'; चुनाव के लिए 22 जिला को-ओर्डिनेटर लगाए, जिला प्रधानों की नियुक्ति लटकाई सिद्धू लगातार उठाते रहे मामला सिद्धू लगातार ड्रग्स का मुद्दा उठाते रहे हैं। इसको लेकर वह कई बार सरकार से टकराते रहे। सिद्धू बार-बार कहते रहे कि रिपोर्ट खोलकर कार्रवाई करो। हालांकि चन्नी सरकार मामला HC में होने का तर्क देती रही। इसके बाद सिद्धू ने मरणव्रत पर बैठने तक की धमकी दे दी। हालांकि अब हाईकोर्ट में यह बात कबूलने के बाद चन्नी सरकार पर चुनाव आचार संहिता लगने से पहले रिपोर्ट खोलकर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। खबरें और भी हैं... CM चन्नी पर बरसे केजरी: ​​​​​​​SC भाईचारे के नाम पर राजनीति कर रहे मुख्यमंत्री, मैं हर बच्चे को शिक्षित करूंगा, होशियारपुर में दी 5 गारंटी चंडीगढ़ अमरिंदर से मिलने पहुंचे शेखावत: सिसवां फार्म हाउस में हो रही मुलाकात; पंजाब चुनाव में सीट शेयरिंग पर बातचीत चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग की मनमानी: अकाली नेता का आरोप; HC के आदेश के बाद भी नहीं छोड़ी बसें, 5 जिलों के RTA सेक्रेटरी पर प्रेशर चंडीगढ़ सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/sanjay-raut-rahul-gandhi-meeting-over-maharashtra-congress-shiv-sena-alliance-129188124.html,यूपीए के अस्तित्व के सवाल के बीच: राहुल गांधी से मिलने के बाद संजय राउत ने कहा- विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए,"यूपीए के अस्तित्व के सवाल के बीच:राहुल गांधी से मिलने के बाद संजय राउत ने कहा- विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए मुंबई इस मुलाकात से पहले राउत ने रविवार को दावा किया था कि बनर्जी, कांग्रेस के बिना गठबंधन पर विचार कर रही हैं। यूपीए के अस्तित्व को लेकर खड़े हुए सवालों के बीच शिवसेना के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता संजय राउत मंगलवार शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली स्थित उनके घर पर मिले। तकरीबन एक घंटे चली इस मीटिंग के बाद बाहर निकले संजय राउत ने कहा, 'विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए।' शिवसेना इससे पहले कह चुकी है कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का कोई गठबंधन नहीं हो सकता.संजय राउत यह भी कह चुके हैं कि महाराष्ट्र में चल रहा तीन दलों का गठबंधन भी मिनी यूपीए की तरह है। मीटिंग के बाद राउत ने कहा,'राहुल गांधी से लंबी बातचीत राजनीतिक बातचीत हुई है। संदेश यही है कि सब कुछ ठीक है। जो बातचीत हुई है सबसे पहले उद्धव जी को बताऊंगा। विपक्ष की एकजुटता पर चर्चा हुई। हमने यह पहले से कहा है अगर कोई एक मोर्चा बनता है विपक्ष का तो कांग्रेस के बिना संभव नहीं है। उस बारे में चर्चा हुई है। राहुल गांधी जल्द मुंबई में आने वाले हैं और उनका लगता है कि ज्यादा बात करना उचित नहीं है। राहुल गांधी को यूपीए को लीड करना चाहिए राउत ने आगे कहा, 'मैंने राहुल जी को कहा है आपको लीड लेना चाहिए, आपको इस बारे में खुलकर काम करना चाहिए। कोई इस प्रकार से फ्रंट बनाएगा। बहुत सारे राजनीतिक दल आज भी कांग्रेस के साथ हैं तो अलग-अलग फ्रंट बना कर क्या करेंगे। शिवसेना सांसद ने कहा, मैंने कब कहा कि कोई नेता लीड करना चाहिए। विपक्ष का एक फ्रंट होना चाहिए राउत ने आगे कहा,""मैं इतना कहता हूं विपक्ष का एक ही फ्रंट होना चाहिए। लीडरशिप के बारे में एक साथ बैठकर आप चर्चा कर सकते हो। लेकिन एक ही फ्रंट होगा और एक ही फ्रंट बनना चाहिए। क्या शिवसेना कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच मतभेदों को खत्म करने का प्रयास कर रही है, इस सवाल पर संजय राउत ने कहा, शरद पवार साहब हैं। पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में भी चर्चा हुई है। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते संजय राउत। गलतफहमी दूर करने का शिवसेना का प्रयास इससे पहले शिवसेना भले ही इसे 'रूटीन' मुलाकात बता रही है, लेकिन पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के महाराष्ट्र दौरे के दौरान यूपीए को लेकर पैदा हुई गलतफहमी को दूर करने का शिवसेना का एक प्रयास है। इस बैठा के माध्यम से शिवसेना यह मैसेज भी देना चाहती है कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी यानी शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के अलायंस में कोई दिक्कत नहीं चल रही है। साथ ही यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि शिवसेना लगातार कांग्रेस के संपर्क में है और अपने मुद्दों को लेकर दोनों दलों के बीच समन्वय स्थापित है। ममता ने कहा था-यूपीए नहीं है कोई गठबंधन दरअसल, ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र दौरे के दौरान राकांपा चीफ शरद पवार से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि UPA कोई गठबंधन नहीं है। यह खत्म हो चुका है। उन्होंने राहुल पर भी नाम लिए बिना तंज कसा था। कहा था कि कोई कुछ करता नहीं है, विदेश में रहता है तो कैसे चलेगा। राउत ने कहा था-कांग्रेस के बिना कोई मोर्चा नहीं इस मुलाकात से पहले राउत ने रविवार को दावा किया था कि बनर्जी, कांग्रेस के बिना गठबंधन पर विचार कर रही हैं। राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने साप्ताहिक स्तंभ ‘रोखठोक’ में यह भी दावा किया था कि बनर्जी ने कहा है कि उनकी पार्टी TMC महाराष्ट्र में सियासी आजमाइश नहीं करेगी। गौरतलब है कि TMC नेतृत्व ने बीते दिनों कहा था कि वह एक वैकल्पिक मोर्चा बनाना जारी रखेगी क्योंकि कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ ‘लड़ाई का नेतृत्व करने में विफल’ रही है। बनर्जी ने अपनी हालिया मुंबई यात्रा के दौरान कहा था कि ‘अब कोई संप्रग (यूपीए) नहीं है।’ राउत ने आगे कहा था कि ‘ऐसा लगता है कि बनर्जी कांग्रेस को बाहर रखकर कुछ नया करने पर विचार कर रही हैं।’ उन्होंने यह भी दावा किया था कि कुछ दिन पहले यहां शिवसेना नेता एवं राज्य मंत्री आदित्य ठाकरे से मुलाकात के दौरान बनर्जी ने कहा था कि ‘हम यहां नहीं आएंगे क्योंकि शिवसेना और NCP मजबूत हैं।’ खबरें और भी हैं... नई कमेटी में नहीं मिली जगह तो छोड़ दी कांग्रेस: प्रयागराज में पांच दिसंबर को आए थे राहुल, जाने के बाद कांग्रेसियों में मचा घमासान प्रयागराज (इलाहाबाद) वाराणसी से दिल्ली रवाना हुए राहुल गांधी: बाबतपुर एयरपोर्ट पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का स्वागत हुआ, कार्यकर्ताओं ने हर-हर महादेव का उद्घोष किया वाराणसी चुनाव नजदीक फिर भी पर्दे के पीछे राहुल?: प्रयागराज आगमन पर लोगों से बनाए रखे दूरी, राजनीतिक मुद्दों से परहेज प्रयागराज (इलाहाबाद) बाराती बनकर पुरखों के शहर पहुंचे राहुल गांधी: प्रयागराज में बमरौली एयरपोर्ट पर कांग्रेसियों ने किया स्वागत, शादी समारोह में करेंगे शिरकत प्रयागराज (इलाहाबाद)",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-assembly-election-amarinder-singh-on-congress-after-appoints-ajay-maken-as-screening-chief-129188509.html,"अमरिंदर का कांग्रेस हाईकमान पर हमला: ​​​सिख विरोधी दंगों के मुख्य आरोपी के भतीजे हैं अजय माकन, स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन बना पंजाबियों के जख्म पर नमक छिड़का","अमरिंदर का कांग्रेस हाईकमान पर हमला:​​​सिख विरोधी दंगों के मुख्य आरोपी के भतीजे हैं अजय माकन, स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन बना पंजाबियों के जख्म पर नमक छिड़का चंडीगढ़ कैप्टन अमरिंदर सिंह कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस हाईकमान पर बड़ा हमला किया है। कैप्टन ने अजय माकन को पंजाब चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाने पर सवाल खड़े किए। कैप्टन ने कहा अजय माकन कि 1984 में दिल्ली में हुए सिख विरोधी दंगों के मुख्य आरोपी ललित माकन का भतीजा है। कांग्रेस हाईकमान ने सोमवार को ही माकन को पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कैंडिडेट्स के चयन के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन लगाया है। कैप्टन को पंजाब के CM पद से हटाने के लिए भेजे ऑब्जर्वरों में माकन भी शामिल थे। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन नियुक्त किए गए अजय माकन पंजाबियों के जख्म पर नमक छिड़का कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस माकन से बुरा आदमी नहीं चुन सकती थी। केंद्र सरकार दंगों के आरोपी सज्जन कुमार को सजा दिलाने के लिए आगे बढ़ रही है। वहीं कांग्रेस माकन को पंजाब में अहम जिम्मेदारी देकर पंजाबियों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है। सोनी और जाखड़ को लीड करने लायक नहीं उन्होंने कहा कि माकन इतना क्वालीफाइड भी नहीं है कि वह अंबिका सोनी और सुनील जाखड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं का प्रमुख बन सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव में माकन की अगुवाई में कांग्रेस को लगातार 2 बार करारी हार मिली है। उन्होंने कहा कि जिसने दिल्ली में पार्टी का सफाया किया हो, उसे पंजाब में जिम्मेदारी देकर कांग्रेस अपने अंजाम को तय कर चुकी है, जिसे कोई भी समझ सकता है। जमानत जब्त करा चुके माकन कैप्टन ने कहा कि दिल्ली चुनाव में 2014 और 2019 में कांग्रेस को जीरो सीट मिली। उन्होंने कहा कि इससे लगता है कि पंजाब में कांग्रेस ने पहले ही हार मान ली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने फेल नेता को पंजाब में लगा दिया है, जो विधानसभा में अपनी जमानत तक जब्त करवा चुका है। खबरें और भी हैं... ड्रग्स केस में सिद्धू का कैप्टन पर हमला: STF की रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई; अब ले एक्शन सरकार चंडीगढ़ CM चन्नी पर बरसे केजरी: ​​​​​​​SC भाईचारे के नाम पर राजनीति कर रहे मुख्यमंत्री, मैं हर बच्चे को शिक्षित करूंगा, होशियारपुर में दी 5 गारंटी चंडीगढ़ सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस में बढ़ा दिल्ली का दबदबा: सिद्धू नहीं होंगे 'वन मैन आर्मी'; चुनाव के लिए 22 जिला को-ओर्डिनेटर लगाए, जिला प्रधानों की नियुक्ति लटकाई चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/bhagwant-mann-said-without-women-there-is-no-life-raghav-chadha-said-congress-with-double-standard-129188266.html,घर चलाने वाली सरकार भी चला सकती हैं: भगवंत मान बोले- महिलाओं के बिना तो जिंदगी नहीं; राघव चड्ढा ने कहा- कांग्रेस डबल स्टैंडर्ड वाली,"घर चलाने वाली सरकार भी चला सकती हैं:भगवंत मान बोले- महिलाओं के बिना तो जिंदगी नहीं; राघव चड्ढा ने कहा- कांग्रेस डबल स्टैंडर्ड वाली जालंधर महिलाओं के लिए मुहिम की शुरुआत करने जालंधर पहुंचे केजरीवाल। घर चलाने वाली तख्ता पलटने का दम भी रखती है। आज की महिलाओं को कम न आंकों। आज वे दबी कुचली नहीं, बल्कि मेहनती और जागरूक हैं। अच्छे बुरे का भेद जानती हैं। महिलाओं को आर्थिक लाभ मिलने पर भिखारी कहकर प्रतिक्रिया व्यक्त करने वाले नेताओं को वे सबक जरूर सिखाएंगी। यह महिला वर्ग की हुंकार है, जिनके बारे में सत्ताधारियों द्वारा बेहूदा बयान दिया गया, यह कहते हुए कि एक हजार रुपए महीना मिलने पर वे भिखारी और आलसी बन जाएंगी। आम आदमी पार्टी के संय़ोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में महिला सशक्तिकरण की मुहिम शुरू करने पहुंचे। इसके लिए वे मंगलवार को जालंधर के करतारपुर एरिया के गांव सराय खास पहुंचे। गांव पहुंचते ही केजरीवाल गुरुघर में नतमस्तक हुए। उनके साथ पार्टी के पंजाब प्रधान भगवंत मान, नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा, दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष राघव चड्ढा भी मौजूद रहे। इसके बाद केजरीवाल ने मुहिम की शुरुआत की। केजरीवाल ने महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए देने की गारंटी वाली अपनी घोषणा के अनुसार, खुद गारंटी फॉर्म भरकर एक महिला को देकर मुहिम की शुरुआत की। केजरीवाल के संबोधन के दौरान कुछ महिलाओं ने कहा कि सत्ताधारी दल के नेता कह रहे हैं कि एक-एक हजार रुपया मिलने पर महिलाएं भिखारी बन जाएंगी और आलसी हो जाएंगी, लेकिन वे तो करोड़ों अरबों रुपए डकार कर भी भिखारी नहीं बने और न ही आलसी हुए। महिलाओं ने पलटवार करते हुए ऐसे आक्रामक तेवर दिखाए। खुद गारंटी फॉर्म भरकर महिला को सौंपते हुए अरविंद केजरीवाल। महिलाओं ने कहा कि जो औरत घर को मैनेज कर सकती है, वह सरकार का तख्ता पलट करने का भी दम रखती है। महिलाओं ने कहा कि जब भी केजरीवाल पंजाब आते हैं और गारंटी देते हैं तो सत्ताधारी दल के नेता बौखला जाते हैं और ऐसा व्यवहार करते हैं, जैसे कोई भूचाल आ गया हो। यदि महिलाओं को हर माह एक-एक हजार रुपया मिलेगा तो वह धीरे-धीरे अपने पैरों पर खड़ी होंगी। आज की महिला दबी कुचली नहीं, बल्कि मेहनती और जागरूक है। अच्छे बुरे का भेद बाखूबी जानती है। महिलाएं सरकार भी चला सकती हैं पार्टी के पंजाब प्रधान भगवंत मान कहा कि रैलियों में महिलाएं बहुत कम संख्या में जाती हैं, लेकिन यहां पर महिलाओं की भारी संख्या देखकर उन्हें खुशी हो रही है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वह ऐसी रैली और मीटिंगों में जरूर आएं, क्योंकि जो महिलाएं घर चला सकती हैं, वह सरकार को भी चला सकती हैं। यदि महिलाओं के बिना घर नहीं चल सकता तो महिलाओं के बिना मुल्क भी नहीं चल सकता है। अब वो पुराना जमाना चला गया, जब किसी बड़े के कह देने पर सारा परिवार चुनाव में एक ही तरफ वोट डाल देता था। अब लोग जागरूक हैं और अपने वोट के अधिकार का प्रयोग अपनी मर्जी से करने का दम रखते हैं। महिलाएं जानती हैं महंगाई और बेरोजगारी का दर्द भगवंत मान ने कहा कि देश और प्रदेश में महंगाई कितनी है, यह महिलाओं से ज्यादा कोई नहीं जानता। लेकिन हमारे लीडर आसमान में हेलिकॉप्टर में उड़ रहे हैं और महलों में आराम की जिंदगी जी रहे हैं। जबकि हमारे बच्चे डिग्रियां लेकर बेरोजगारों की लाइन में खड़े हुए हैं। डिग्री होल्डर बेटे को मां सुबह चीनी वाला दही खिलाकर घर से नौकरी के लिए विदा करती है, लेकिन शाम को जब लौटता है तो उसकी पगड़ी हाथ में होती है और शरीर लहूलुहान। जब मां पूछती है तो बेटा बताता है कि वहां पर लाठीचार्ज हो गया और उसे चोेटें लगी हैं। ऐसे हालात देखकर मां के मुंह से सिर्फ बद्दुआ ही निकलती है। मां की बद्दुआ से इन्हें कोई नहीं बचा सकता । महिला को गारंटी फॉर्म भरकर सौंपते हुए अरविंद केजरीवाल। नेता इसलिए पढ़ने नहीं देते गरीब के बच्चों को भगवंत मान ने कहा कि जो लीडर कहते हैं कि मैं आपकी गरीबी दूर कर दूंगा, समझ लीजिए वह सबसे बड़ा झूठ बोल रहा है। क्योंकि कोई किसी की गरीबी दूर नहीं कर सकता। गरीबी सिर्फ शिक्षा से दूर हो सकती है। इसलिए लीडर गरीबों के बच्चों को पढ़ने नहीं देते। उन्हें पता है कि यदि गरीब का बच्चा पढ़ लिख गया तो वह बड़ा अफसर बन जाएगा और घर की गरीबी दूर कर देगा। यदि घर की गरीबी दूर हो गई तो उनके महलनुमा घरों के बाहर हाथ में एप्लीकेशन लेकर कौन खड़ा होगा। पंजाब में स्कूलों की हालत किसी से छिपी नहीं है। दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने स्कूलों को इतना बढ़िया बना दिया है कि अब स्कूल में गरीब और अमीर के बच्चे इकट्ठे एक ही बेंच पर बैठकर पढ़ाई करते हैं। केजरीवाल ने महिलाओं को एक-एक हजार रुपया देने की घोषणा की है तो सत्ताधारी दल के नेताओं की नींद उड़ गई है। अब कह रहे हैं कि पैसे कहां से आएंगे। उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल इनकम टैक्स विभाग से आए हैं, उन्हें पता है कि पैसा कहां से आएगा। खुद करोड़ों डकार गए, महिलाओं को दे रहे हैं तो दिक्कत है दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष और पंजाब आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गांरटी से सत्ताधारी दल में खतरे की घंटी बज गई है। तिलमिलाहट एेसी है कि खुद करोड़ों खाकर भी डकार नहीं लेते और महिलाओं को एक-एक हजार रुपए की गारंटी देने पर उन्हें दिक्कत हो रही है। कहते हैं कि एक-एक हजार रुपए देने से महिलाएं भिखारी बन जाएंगी, उनमें आलसीपन आ जाएगा। विधायकों-मंत्रियों को चार हजार यूनिट मुफ्त मिलती है। लोगों को जब मुफ्त बिजली की घोषणा की जाती है तो इनके पेट में आग लग जाती है। कांग्रेस पार्टी के डबल स्टैंडर्ड हैं, जो इनकी प्रतिक्रियाओं में नजर आते हैं। गारंटी योजना के रिस्पॉन्स के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पंजाब में इसे बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। सिद्धू की गांरटियों पर सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते, वैसे भी वह गंभीर किस्म के इंसान नहीं हैं। दिल्ली में महिलाओं के लिए एेसी घोषणाएं न करने बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पहले इसकी शुरुआत पंजाब से करेंगे। दिल्ली में भी इसे लागू करेंगे। दिल्ली में वैसे भी महिलाओं को बसों में निशुल्क यात्रा, पैंशन और शादी में सरकार वित्तीय मदद देती है। खबरें और भी हैं... पंजाब में NRHM वर्करों ने रोके कई रास्ते: एसोसिएशन का आरोप-पक्का करने की बजाय सरकार ने नौकरी से निकालने की धमकी दी, हड़ताल जारी रहेगी जालंधर आज से शहर में कूड़ा लिफ्टिंग शुरु: सीएम की दखल अंदाजी के बाद निगम सफाई कर्मियों ने हड़ताल की खत्म, मुश्किलें होंगी हल अमृतसर ड्रग्स केस में सिद्धू का कैप्टन पर हमला: STF की रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई; अब ले एक्शन सरकार चंडीगढ़ UP से 10000 में खरीदा देसी कट्टा और की वारदात: दुकानदार की पत्नी को गोली मार लूटे मोबाइल, 5 लाख रुपए, कबाड़ी समेत पांच काबू लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/gorakhpur/news/will-give-gift-of-3-projects-worth-10-thousand-crores-modi-to-inaugurate-aiims-fertilizer-and-rmrc-labs-129187122.html,"गोरखपुर में PM का सपा पर तंज: लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब, ये UP के लिए खतरे की घंटी","गोरखपुर में PM का सपा पर तंज:लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब, ये UP के लिए खतरे की घंटी गोरखपुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गोरखपुर पहुंचे। मौका तो था 10 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स के उद्धाटन का, लेकिन प्रधानमंत्री ने मंच का इस्तेमाल विरोधियों पर तंज कसने के लिए किया। समाजवादी पार्टी का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा, 'आज पूरा यूपी भलीभांति जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है। इन्हें आपके दुख-तकलीफों से कोई मतलब नहीं है।' प्रधानमंत्री बोले, 'लाल टोपी वालों को घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए सत्ता चाहिए। लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए। याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं, यानी खतरे की घंटी।' एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने PM मोदी का स्वागत गमछा पहनाकर किया। 10 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स का उद्धाटन किया मोदी ने मंगलवार को गोरखपुर में 10 हजार करोड़ से बने खाद कारखाना, एम्स और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (RMRC) का उद्घाटन किया। PM ने कहा कि पहले की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षण देकर UP का नाम बदनाम कर दिया था। आज माफिया जेल में हैं और निवेशक दिल खोल कर UP में निवेश कर रहे हैं। यही डबल इंजन का डबल विकास है। इसलिए डबल इंजन की सरकार पर UP को विश्वास है। PM ने और क्या कहा? सब जानते थे कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी, लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने एम्स के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने बनाए। सब जानते थे कि गोरखपुर का फर्टिलाइजर प्लांट, इस पूरे क्षेत्र के किसानों के लिए, यहां रोजगार के लिए कितना जरूरी था, लेकिन पहले की सरकारों ने इसे शुरू करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। आजादी के बाद से इस सदी की शुरुआत तक देश में सिर्फ 1 एम्स था। अटल जी ने 6 और एम्स स्वीकृत किए थे। बीते 7 वर्षों में 16 नए एम्स बनाने पर देशभर में काम चल रहा है। हमारा लक्ष्य ये है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो। आज गोरखपुर और बस्ती डिवीजन के 7 जिलों में दिमागी बुखार के मामले करीब 90% तक कम हो गए हैं। जब सोच ईमानदार हो तो कोई भी रुकावट बाधा नहीं डाल सकती। जब मैंने एम्स का शिलान्यास किया था, तो मैंने कहा था कि हम दिमागी बुखार से इस क्षेत्र को राहत दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। हमने दिमागी बुखार फैलाने की वजह को दूर करने पर भी काम किया और इसका उपचार भी किया। गोरखपुर में एम्स और ICMR रिसर्च सेंटर बनने से अब इंसेफेलाइटिस से मुक्ति के अभियान को और मजबूती मिलेगी। इससे दूसरी संक्रामक बीमारियां, महामारियों के बीच उसके बचाव में भी UP को बहुत मदद मिलेगी। गन्ना किसानों के लिए लाभकारी मूल्य, हाल में साढ़े 300 रुपए तक बढ़ाया गया है। पहले की 2 सरकारों ने 10 साल में जितना भुगतान गन्ना किसानों को किया था, लगभग उतना योगी जी की सरकार ने अपने साढ़े 4 साल में किया है। हमारी सरकार आने से पहले UP से सिर्फ 20 करोड़ लीटर इथेनॉल तेल कंपनियों को भेजा था। आज करीब 100 करोड़ लीटर इथेनॉल उत्तर प्रदेश के किसान तेल कंपनियों को भेज रहे हैं। योगी सरकार ने गन्ना किसानों के लिए बीते वर्षों में अभूतपूर्व काम किया है। गोरखपुर खाद कारखाने की बहुत बड़ी भूमिका देश को यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में भी होगी। देश के अलग-अलग हिस्सों में बन रहे 5 फर्टिलाजर प्लांट शुरू होने के बाद 60 लाख टन अतिरिक्त यूरिया देश को मिलेगा। यानी भारत को हजारों करोड़ रुपए विदेश नहीं भेजने होंगे, भारत का पैसा भारत में ही लगेगा। PM ने भोजपुरी में अपनी बात शुरू की पीएम मोदी, सीएम योगी के साथ प्रोजेक्ट का मॉडल देखते हुए PM मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में की। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के देवतुल्य लोगों को हम प्रणाम करत बानी। कहा कि गोरखपुर में एम्स का शुरू होना अनेक संदेश दे रहा। पहले खाड़ी का तेल आता था, अब जाड़ी का तेल आता है। लंबे समय से गोरखपुर सहित ये बहुत बड़ा क्षेत्र एक मेडिकल कॉलेज के सहारे था, यहां के लोगों को इलाज के लखनऊ, वाराणसी जाना पड़ता था। 5 साल पहले क्या हालात थे आप जानते हैं। गोरखपुर में पीएम मोदी जनसभा में लगी भीड़। पूर्वांचल में UP की 33 फीसदी सीटें, इसी पर BJP की नजर दरअसल, पूर्वांचल की जंग फतह करने के बाद ही UP की सत्ता पर कोई पार्टी काबिज हो सकती है, क्योंकि सूबे की 33 फीसदी सीटें इसी इलाके की हैं। UP के 28 जिले पूर्वांचल में आते हैं, जिनमें कुल 164 विधानसभा सीटें हैं। 2017 के चुनाव में पूर्वांचल की 164 में से BJP ने 115 सीट पर कब्जा जमाया था, जबकि सपा को 17, बसपा को 14, कांग्रेस को 2 और अन्य को 16 सीटें मिली थीं। गोरखपुर खाद कारखाने के निर्माण में करीब 8603 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। हर साल 12.7 लाख मीट्रिक टन खाद बनाएगा गोरखपुर का कारखाना गोरखपुर के खाद कारखाने की स्थापना और संचालन की जिम्मेदारी हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (HURL) ने निभाई है। HURL एक संयुक्त उपक्रम है, जिसमें कोल इंडिया लिमिटेड, NTPC, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लीड प्रमोटर्स हैं। जबकि इसमें फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की भी साझेदारी है। इस संयुक्त उपक्रम के अधीन गोरखपुर खाद कारखाने के निर्माण में करीब 8603 करोड़ रुपए की लागत आई है। HURL के इस खाद कारखाने की उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 3850 मीट्रिक टन और प्रतिवर्ष 12.7 लाख मीट्रिक टन है। HURL के प्रिलिंग टॉवर की ऊंचाई 149.2 मीटर है, जबकि कुतुब मीनार की ऊंचाई 72.5 मीटर है। कुतुब मीनार से दोगुना ऊंचा है प्रिलिंग टॉवर HURL के प्रिलिंग टॉवर की ऊंचाई कुतुब मीनार से दोगुनी है। यह विश्व में खाद कारखाने का सबसे ऊंचा प्रिलिंग टॉवर है। करीब 600 एकड़ में खाद कारखाना बनकर तैयार है। इसकी ऊंचाई 149.2 मीटर है, जबकि कुतुब मीनार की ऊंचाई 72.5 मीटर है। खबरें और भी हैं... PM मोदी 7 को आएंगे गोरखपुर: 5 लाख की भीड़ जुटने के लिए लगाई गई 3 हजार बसें, खाद कारखाने औार एम्स का लोकार्पण करेंगे गोरखपुर PM मोदी के लिए तैयार हुई 5 लेयर सुरक्षा: किले में तब्दील हुआ गोरखपुर, नेपाल व बिहार की सीमा सील; विपक्ष के नेताओं को दी गई नोटिस- 8000 फोर्स तैनात गोरखपुर गोरखपुर... अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मी सम्मानित: लापता मासूमों को घरवालों से मिलाने वाले पुलिसकर्मी को मिला सम्मान, ADG ने दिया प्रशस्ति पत्र गोरखपुर गोरखपुर...CM के जनता दर्शन में पहुंचा अनोखा मामला: फरियादी बोला- महाराज जी...मुझे चपरासी की नौकरी दे दीजिए, मेरी शादी नहीं हो रही गोरखपुर",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/arvind-kejriwal-delhi-cm-on-punjab-visit-new-guaranty-to-sc-community-129187758.html,"CM चन्नी पर बरसे केजरी: ​​​​​​​SC भाईचारे के नाम पर राजनीति कर रहे मुख्यमंत्री, मैं हर बच्चे को शिक्षित करूंगा, होशियारपुर में दी 5 गारंटी","CM चन्नी पर बरसे केजरी:​​​​​​​SC भाईचारे के नाम पर राजनीति कर रहे मुख्यमंत्री, मैं हर बच्चे को शिक्षित करूंगा, होशियारपुर में दी 5 गारंटी चंडीगढ़ पंजाब दौरे पर पहुंचे आप संयोजक और दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने होशियारपुर में सीएम चरणजीत चन्नी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीएम चन्नी खुद को SC भाईचारे से बता वोट मांगकर राजनीति कर रहे हैं। मैं SC भाईचारे से नहीं हूं लेकिन आपका बेटा-भाई हूं। पंजाब में एससी भाईचारे को केजरी ने 5 गारंटी देते हुए कहा कि पंजाब सरकार स्कूलों को नहीं सुधारना चाहती। कांग्रेस सत्ता में आई तो यह स्कूल ऐसे ही बर्बाद रहेंगे। लेकिन वे हर बच्चे को शिक्षित करेंगे। सीएम ने 5-5 मरले प्लॉट के फार्म भरवाए लेकिन किसी को नहीं दिए। चन्नी चुनाव से पहले प्लॉट दें वरना हमारी सरकार देगी। SC भाईचारे को केजरी की 5 गारंटी केजरीवाल ने कहा कि एससी भाईचारे के बच्चों को अच्छी और फ्री शिक्षा देंगे। अगर कोई कोचिंग लेना चाहता है तो उसकी फीस पंजाब सरकार देगी। ऐसा वह दिल्ली में कर चुके हैं। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुऐशन का खर्चा सरकार देगी। परिवार में कोई भी बीमार पड़ा, यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारी का इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। इसके अलावा हर महिला को एक-एक हजार रुपए प्रति महीने देंगे। ​​​​करतारपुर में बोले- यह कैप्टन का नहीं मेरा कार्ड, वादा पूरा करूंगा इससे पहले एक दिन के पंजाब दौरे पर अरविंद केजरीवाल जालंधर के करतारपुर पहुंचे। वहां केजरीवाल ने महिलाओं को एक-एक हजार रुपए देने के गारंटी कार्ड भरवाने की शुरूआत करते हुए कहा कि यह कैप्टन अमरिंदर सिंह का घर-घर रोजगार वाला कार्ड नहीं, बल्कि केजरीवाल का गारंटी कार्ड है। केजरीवाल जो बोलता है, वह जरूर पूरा करता है। केजरीवाल झूठ नहीं बोलता। करतारपुर में महिला को एक हजार रुपए का गारंटी कार्ड देते केजरीवाल उन्होंने कहा कि जब से मैंने महिलाओं को एक हजार रुपए देने का वादा किया है, मुझे गालियां दी जा रही हैं। उन्होंने महिलाओं को कहा कि पहले एक हजार रुपए से सब बहनें सूट खरीदें और चन्नी को बताएं कि यह सूट उनके काले भाई यानी केजरीवाल के दिए पैसों से खरीदा है। केजरीवाल ने कहा कि अवैध रेत माइनिंग से नेता 20 हजार करोड़ कमा रहे हैं। उसी में से 10 हजार करोड़ से वह पंजाब की महिलाओं को एक-एक हजार रुपए देंगे। अमृतसर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते अरविंद केजरीवाल। CM चन्नी अवैध रेत खनन के मालिक या पार्टनरशिप; पंजाब को सच्चाई बताएं इससे पहले अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मैं देख रहा हूं कि पंजाब के CM चरणजीत चन्नी के अपने क्षेत्र चमकौर साहिब में अवैध रेत माइनिंग हो रही है। जाहिर है कि सीएम के अपने हलके में माइनिंग हो रही है तो यह सोचना मुश्किल है कि उन्हें पता नहीं होगा। उनके ऊपर रेत चोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। पंजाब की जनता जानना चाहती है कि जो अवैध खनन उनके क्षेत्र में हो रहा है। वह उनके मालिक हैं, उनकी पार्टनरशिप हैं या उनका संरक्षण है। उन्होंने कहा कि सच्चाई का पता चलना चाहिए। कुछ दिन पहले कैप्टन ने भी कहा था कि बहुत से मंत्री और MLA भी रेत खनन करते हैं या उन्हें संरक्षण देते हैं। अमृतसर एयरपोर्ट से बाहर आते अरविंद केजरीवाल पंजाब में अगर रेत खनन के आरोप सीएम और मंत्रियों पर लगेंगे तो जनता कहां जाएगी। पंजाब में 20 हजार करोड़ रुपए का अवैध रेत खनन हो रहा है। हमारी सरकार इसे बंद करेगी। अवैध खनन से जो पैसा नेताओं की जेब में जा रहा है, वह महिलाओं के पास जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में FIR दर्ज कर इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। नवजोत सिद्धू सिद्धू के बहाने चन्नी पर केजरी का हमला पंजाब दौरे से पहले केजरीवाल ने सीएम चरणजीत चन्नी पर सियासी हमले तेज कर दिए हैं। उन्होंने सिद्धू का बयान ट्वीट किया। जिसमें सिद्धू कह रहे हैं कि हमें ऐसा सिस्टम बनाना होगा कि 24 घंटे बिजली दे सकें। घरेलू उपभोक्ता को 3 रुपए यूनिट और दूसरे कंज्यमर को 5 रुपए यूनिट बिजली दे सकें। उन्होंने केजरीवाल को झूठा कहा। सिद्धू ने कहा कि केजरी लॉलीपॉप दे रहा है। अमीरों को टैक्स लगा गरीबों को बांट रहा है। इस पर केजरीवाल ने कहा कि सिद्धू ने सीएम चन्नी की पोल खोल दी कि कांग्रेस फ्री बिजली के खिलाफ है। वह न बिजली फ्री दे रही है और न ही देगी। केजरी ने कहा कि अगर 24 घंटे और फ्री बिजली चाहिए तो आप को वोट दें। महंगी बिजली और पावर कट के लिए कांग्रेस को वोट दें। खबरें और भी हैं... अमरिंदर से मिलने पहुंचे शेखावत: सिसवां फार्म हाउस में हो रही मुलाकात; पंजाब चुनाव में सीट शेयरिंग पर बातचीत चंडीगढ़ सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग की मनमानी: अकाली नेता का आरोप; HC के आदेश के बाद भी नहीं छोड़ी बसें, 5 जिलों के RTA सेक्रेटरी पर प्रेशर चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस में बढ़ा दिल्ली का दबदबा: सिद्धू नहीं होंगे 'वन मैन आर्मी'; चुनाव के लिए 22 जिला को-ओर्डिनेटर लगाए, जिला प्रधानों की नियुक्ति लटकाई चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/captain-amarinder-singh-amarinder-singh-alliance-with-bjp-meeting-with-union-minister-gajendra-shekhawat-129187694.html,अमरिंदर से मिलने पहुंचे शेखावत: सिसवां फार्म हाउस में हो रही मुलाकात; पंजाब चुनाव में सीट शेयरिंग पर बातचीत,"अमरिंदर से मिलने पहुंचे शेखावत:सिसवां फार्म हाउस में हो रही मुलाकात; पंजाब चुनाव में सीट शेयरिंग पर बातचीत चंडीगढ़ कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मुलाकात करते केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत। भाजपा के पंजाब चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने सिसवां फार्म हाउस पहुंच गए हैं। यहां दोनों नेताओं के बीच पंजाब चुनाव को लेकर चर्चा हो रही है। सबसे अहम सीट शेयरिंग की बातचीत है। पंजाब चुनाव को लेकर शुरूआती चर्चा के बाद इसकी रिपोर्ट भाजपा के राष्ट्रीय प्रधान जेपी नड्‌डा को दी जाएगी। जिसके बाद अमरिंदर और नड्‌डा की मुलाकात हो सकती है। कैप्टन की मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी होनी है। हालांकि शाह अभी व्यस्त हैं, इसलिए अमरिंदर का दिल्ली दौरा टल रहा है। गठजोड़ नहीं सीट शेयरिंग का फॉर्मूला पंजाब में 117 विधानसभा सीटें हैं। जहां कैप्टन भाजपा और शिअद (संयुक्त) के साथ मिलकर चुनावी रण में होंगे। हालांकि इन पार्टियों के बीच पारंपरिक गठबंधन नहीं होगा। पहले ही सीटों का कोटा तय कर दिया जाता है। इसमें सीट शेयरिंग होगी। जिस सीट पर तीनों में से जिसके पास मजबूत कैंडिडेट होगा, उसकी पार्टी को टिकट मिलेगा। बाकी दोनों जीत में उनकी मदद करेंगे। हर सीट पर यही फॉर्मूला लागू होगा। कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने पर अडिग कैप्टन कैप्टन अमरिंदर सिंह का पूरा जोर कांग्रेस को पंजाब की सत्ता से बाहर करना है। वह पंजाब में सियासी दबदबा दिखाने से ज्यादा कांग्रेस हाईकमान को गलत साबित करना चाहते हैं। जिन्होंने अचानक नवजोत सिद्धू को पंजाब कांग्रेस प्रधान बनाकर कैप्टन को सीएम की कुर्सी से हटा दिया। सियासी माहिर भी मानते हैं कि कैप्टन और उनके कैंडिडेट्स की हार-जीत से अधिक इसका कांग्रेस को नुकसान होना तय है। कैप्टन जितने मजबूत होंगे, कांग्रेस उतना ही पिछड़ती जाएगी। खबरें और भी हैं... पंजाब में सरकारी बसों का चक्का जाम: पक्की नौकरी को लेकर हड़ताल पर गए PRTC व पनबस के कच्चे मुलाजिम, कल करेंगे CM आवास का घेराव लुधियाना पंजाब चुनाव की तैयारियां तेज: इस बार 2.09 करोड़ वोटर; 24,689 बूथ; कोविड मरीज भी करेंगे वोटिंग; सुरक्षा के लिए 700 कंपनियों की जरूरत चंडीगढ़ ड्रग्स केस में HC की फटकार: हाईकोर्ट ने पूछा - जब रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं की; 9 दिसंबर को अगली सुनवाई चंडीगढ़ किसान आंदोलन के लिए इतना जुनून: एक साल से नंगे पांव चल रहा; पांव में कांच भी लगा, बहन की शादी में सूट पहना बूट नहीं चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-private-bus-mafia-akali-leader-on-minister-amarinder-singh-raja-warring-129188062.html,"ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग की मनमानी: अकाली नेता का आरोप; HC के आदेश के बाद भी नहीं छोड़ी बसें, 5 जिलों के RTA सेक्रेटरी पर प्रेशर","ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग की मनमानी:अकाली नेता का आरोप; HC के आदेश के बाद भी नहीं छोड़ी बसें, 5 जिलों के RTA सेक्रेटरी पर प्रेशर चंडीगढ़ न्यू दीप बस के मालिक अकाली नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों। प्राइवेट बस माफिया पर कार्रवाई का दम भरने वाले ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग विवादों में घिर गए हैं। पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने मंत्री को झटका दिया। अब अकाली नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लो ने कहा कि मंत्री ने HC के आदेश के बाद भी हमारी पूरी बसें नहीं छोड़ी। बठिंडा, फरीदकोट, फिरोजपुर, गुरदासपुर और अमृतसर के रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (RTA) के सेक्रेटरी पर मंत्री का प्रेशर है, इसलिए वे बसें नहीं छोड़ रहे। अगर उनकी बसें नहीं छोड़ी गई तो फिर हाईकोर्ट में कंटैप्ट ऑफ कोर्ट की पिटीशन दायर करेंगे। पंजाब के ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सरकार की इज्जत बचाने एडवोकेट जनरल को आना पड़ा चंडीगढ़ में अकाली नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लो ने कहा कि ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सारे कानून दरकिनार कर हमारे 87 परमिट रद्द कर दिए। हाईकोर्ट में सरकार को बुरी तरह फटकार लगी। यहां तक कि सरकार की इज्जत बचाने के लिए एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया को आना पड़ा। इसके बावजूद राजनीतिक बदलाखोरी की कार्रवाई में सरकार की दलीलें कोर्ट में नहीं टिकी। हाईकोर्ट ने मंत्री के ऑर्डर गलत बता सारे परमिट बहाल कर तत्काल बसें छोड़ने को कहा। 11 बजे ऑर्डर आए, रात 11 बजे छोड़ी कुछ बसें डिंपी ढिल्लों ने कहा कि HC से हमें सोमवार को सुबह 11 बजे ऑर्डर मिल गए थे। इसके बाद हम उन जिलों के आरटीए सेक्रेटरी से मिले, जहां बसें बंद की गई हैं। हमने पूरा टैक्स चुकाया। NOC भी ले ली, लेकिन मंत्री के प्रेशर में आरटीए सेक्रेटरी बहानेबाजी करते रहे। फिर रात 72 में से सिर्फ 24 बसें छोड़ी गई। बाकी के लिए सेक्रेटरी कह रहे हैं कि मंत्री ने मना किया है। हमारी तरह 600 बसों के परमिट एक्सपायर ​​​​​​​डिंपी ढिल्लों ने कहा कि हमारी बाकी बसें परमिट एक्सपायर होने की बात कहकर नहीं छोड़ी जा रही। पूरे पंजाब में 600 बसों के परमिट एक्सपायर हो रखे हैं। हमारे 20 से 30 साल पुराने परमिट हैं। रिन्यू करने के लिए परमिट फीस भरी हुई है। अब आरटीए को इन्हें रिन्यू करना है तो इसमें हमारा क्या कसूर है। बाकी बसें तो टैक्स डिफाल्टर भी हैं, इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। राजा वड़िंग 'अनकाँपिटेंट मंत्री' अकाली नेता ने कहा कि राजा वड़िंग 'अनकाँपिटेंट मंत्री' हैं जो पूरी सरकार को जलील करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वड़िंग ने उनके खिलाफ चुनाव लड़ना है तो वह सीधे चुनाव मैदान में आएं। इस तरह से उनका कारोबार तबाह कर उनके कर्मचारियों का रोजगार न छीनें। खबरें और भी हैं... सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस में बढ़ा दिल्ली का दबदबा: सिद्धू नहीं होंगे 'वन मैन आर्मी'; चुनाव के लिए 22 जिला को-ओर्डिनेटर लगाए, जिला प्रधानों की नियुक्ति लटकाई चंडीगढ़ सेवामुक्ति के बाद नौकरी पर सरकार का यू-टर्न: 3 नई शर्तें बनाकर बरकरार रखी नौकरी; पहले सभी कर्मचारियों को हटाने का किया था दावा चंडीगढ़ अरविंद केजरीवाल का पंजाब दौरा LIVE: करतारपुर में बोले- यह कैप्टन का नहीं मेरा कार्ड, वादा पूरा करूंगा; होशियारपुर में SC भाईचारे को देंगे गारंटी चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/panipat/news/haryana-hpsc-recruitment-scam-hcs-officer-anil-nagar-sacked-129188072.html,"HPSC नौकरी भर्ती कांड में नागर बर्खास्त: गवर्नर ने कहा-2016 के HCS नागर भविष्य में नौकरी के लायक नहीं, विजिलेंस ने बरामद किए 3.50 करोड़","HPSC नौकरी भर्ती कांड में नागर बर्खास्त:गवर्नर ने कहा-2016 के HCS नागर भविष्य में नौकरी के लायक नहीं, विजिलेंस ने बरामद किए 3.50 करोड़ पानीपतहरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) की भर्तियों में लाखों रुपए लेकर लोगों को सिलेक्ट करवाने के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हरियाणा सिविल सर्विस (HCS) के अधिकारी अनिल नागर को बर्खास्त कर दिया गया है। 2016 बैच के HCS अधिकारी अनिल नागर की बर्खास्तगी के आदेश मंगलवार-7 दिसंबर को हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल ने जारी किए। विजिलेंस ब्यूरो ने 18 नवंबर को HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर को 90 लाख रुपए कैश के साथ उनके दफ्तर से गिरफ्तार किया था। नागर ने ऑफिस में लिए थे लाखों बर्खास्तगी वाले पत्र में खुलासा हो गया है कि नागर ने रिश्वत की रकम अपने कार्यालय में ही ली थी। CM हरियाणा पहले दिन से ही HPSC ऑफिस में लाखों रुपए लेने के आरोपों से पल्ला झाड़ते रहे हैं। बर्खास्तगी के आदेशों में दर्ज है कि नागर ने 18 नवंबर को अपने कार्यालय में नकद राशि प्राप्त की थी। भर्ती कांड में कुल 3 करोड़ 50 लाख रुपए बरामद किए जा चुके हैं। ये इस सजा के लायक आदेशों में गर्वनर ने कहा है कि अनिल नागर, एचसीएस (निलंबन के तहत) संविधान के अनुच्छेद 311 (2) (बी) के आधार पर सरकारी सेवा में भविष्य में रोजगार के लिए अयोग्य है। सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद, नागर की ""सेवा से बर्खास्तगी जो आमतौर पर सरकार के तहत भविष्य के रोजगार के लिए अयोग्यता होगी"" की सजा देने का फैसला किया है। सरकार ने कहा है कि मामले की समग्र परिस्थितियों और भर्ती मामले में आरोपी/दोषी के गंभीर कदाचार और अनुशासनहीनता को ध्यान में रखते हुए यह स्पष्ट है कि अनिल नागर राज्य की सिविल सेवाओं के सदस्य के रूप में आगे काम करने योग्य नहीं है। संपर्क में आए 17 में से 13 हुए पास मंगलवार को बर्खास्तगी को लेकर मुख्य सचिव संजीव कौशल की ओर से जारी आदेशों में बताया गया कि भर्ती कांड में गिरफ्तार नागर और इसके सहयोगियों से 30-32 उम्मीदवारों से संपर्क की बात सामने आई है। इसमें एचसीएस के 15 उम्मीदवार थे, जिनमें से 5 पास हुए। डेंटल सर्जन के 17 उम्मीदवार इनके संपर्क में थे, जिनमें से 13 पास हुए हैं। अनिल नागर और अश्विनी ने डेंटल सर्जन और एचसीएस प्रारंभिक परीक्षा की ओएमआर शीट में हेराफेरी की थी। नागर ने रची थी साजिश विजिलेंस जांच में आरोपी से पूछताछ से संकेत मिलता है कि अनिल ने भर्ती में हेराफेरी और करोड़ों वसूलने के पूरे प्लान की कल्पना की थी। उन्होंने अश्वनी को स्कैनिन, 2/5 ओएमआर शीट के लिए काम पर रखा था और उन्हें योजना के बारे में बताया था। अश्विनी ने फिर नवी से संपर्क किया, उम्मीदवारों से संपर्क किया। उम्मीदवारों से एकत्र किया गया पूरा पैसा नागर को सौंप दिया गया। नागर का काम निंदनीय हरियाणा सरकार ने बताया कि अनिल नागर को 1 जनवरी 2015 से निलंबित किया गया है। 18 नवंबर 2021 यानी उनकी गिरफ्तारी की तारीख है। सरकार का कहना है कि इसमें जरा भी संदेह नहीं है कि सेफॉल्टर ने सबसे निंदनीय तरीके से काम किया है। HCS से इस प्रकार की उम्मीद नहीं की जाती है। सरकार की छवि धुमिल हुई नागर ने गंभीर कदाचार का प्रदर्शन किया है। जिससे आम जनता की नजर में राज्य सरकार की छवि धूमिल हो हुई। इसके अलावा, इस तरह की अनैतिक गतिविधियों से राज्य सरकार को गंभीर बदनामी होती है। उनका सेवा में बने रहना जनहित और विभाग के अनुशासन के लिए हानिकारक होगा। अनिल नागर ने गवाहों को डराने, जबरदस्ती करने और सबूत मिटाने की कोशिश कर राज्य सरकार की छवि खराब की है। अनिल नागर की अपनी भर्ती पर चल रहा कोर्ट केस अनिल नागर जिस भर्ती के जरिये HCS बने, वह भी विवादों में है। चौटाला सरकार के दौरान वर्ष 2004 में हुई भर्ती प्रक्रिया में चयनित अभ्यर्थियों को पूर्व हुड्डा सरकार ने नियुक्ति नहीं दी थी। इसके बाद 2016 में भाजपा सरकार ने 102 उम्मीदवारों में से 38 को ज्वाइन करवाया। इनकी नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। जिन 38 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए गए, उनमें HCS कार्यकारी शाखा के 23 चयनित उम्मीदवार शामिल थे। उनमें से 19 ने ही ज्वाइन किया। याचिकाकर्ताओं की मांग है कि 38 अभ्यर्थियों की तर्ज पर ही उन्हें भी HCS कार्यकारी शाखा में 2016 से नियुक्ति दी जाए। अदालत इस मामले में प्रदेश सरकार से जवाब मांग चुकी है। खबरें और भी हैं... शादी के जोड़े में बैठी रह गई Ph.D. पास दुल्हन: फॉर्च्यूनर-कैश की डिमांड पर ससुरालियों ने सारी रात रोके फेरे, दूल्हे समेत 3 पर केस करनाल सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़ सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार पर आरोप तय: कांग्रेस नेता के खिलाफ 2 सिखों की हत्या से जुड़े केस की सुनवाई 16 को, एक केस में हो चुकी उम्रकैद लुधियाना जींद में 30 लाख की चरस के साथ काबू: सीआई ने ढ़ाकल में ट्रैप लगा दबोचा, दो जिलों मे नशा सप्लाई करने आया था तस्कर जींद",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/sajjan-kumar-1984-sikh-riots-case-bjp-sad-party-on-congress-and-ahead-election-2022-129188026.html,"सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार पर आरोप तय: कांग्रेस नेता के खिलाफ 2 सिखों की हत्या से जुड़े केस की सुनवाई 16 को, एक केस में हो चुकी उम्रकैद","सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार पर आरोप तय:कांग्रेस नेता के खिलाफ 2 सिखों की हत्या से जुड़े केस की सुनवाई 16 को, एक केस में हो चुकी उम्रकैद लुधियाना लेखक: दिलबाग दानिश कांग्रेस नेता सज्जन कुमार। 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में दिल्ली कोर्ट ने कांग्रेस नेता और पूर्व पार्टी सांसद सज्जन कुमार पर आरोप तय कर दिए हैं। इस मामले में सज्जन कुमार पर दंगा, हत्या और डकैती के आरोप तय किए गए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 16 दिसंबर को होगी। सज्जन कुमार पहले ही सिख दंगों से जुड़े एक केस में उम्रकैद की सजा काट रहा है। जानकारी के अनुसार, सज्जन कुमार के खिलाफ दिल्ली के राजनगर में दो सिखों सरदार जसवंत सिंह और सरदार तरुणदीप सिंह की हत्या को लेकर दिल्ली के ही सरस्वती विहार थाने में केस दर्ज किया गया था। इसमें दंगा, हत्या और डकैती का आरोप लगाते हुए सज्जन कुमार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 147, 149, 148, 302, 308, 323, 395, 397, 427, 436, 440 के तहत केस दर्ज किया गया। मंगलवार को रोज एवेन्यू कोर्ट के विशेष जज एम.के नागपाल की अदालत की सुनवाई के दौरान सज्जन कुमार पर आरोप तय कर दिए गए। अगली सुनवाई 16 दिसंबर को होगी। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की ओर से डाली गई पोस्ट। सज्जन कुमार के खिलाफ दंगों से जुड़े इस मामले के बाद पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। शिरोमणि अकाली दल, भाजपा और आम आदमी पार्टी हमेशा से कांग्रेस को सिख विरोधी बताती आई हैं और कांग्रेस पार्टी पर दंगों के आरोपी नेताओं को बचाने के आरोप लगते रहे हैं। सिरसा का आरोप- सज्जन को बचाती रही कांग्रेस कुछ दिन पहले ही शिरोमणि अकाली दल छोड़कर भाजपा जॉइन करने वाले मनजिंदर सिंह सिरसा ने सज्जन कुमार पर आरोप तय होते ही कांग्रेस पर हमला बोल दिया। सिरसा ने कहा कि कांग्रेस वर्ष 2014 तक सिख दंगों के आरोपी सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और कमलनाथ को बचाती रही क्योंकि इन तीनों की गिरफ्तारी से 1984 के नरसंहार में गांधी परिवार की भूमिका का खुलासा हो सकता था। 2014 के बाद केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद सही मायने में सिखों को न्याय दिलाने की लड़ाई शुरू हुई जो अब सिरे चढ़ती नजर आ रही है। कालका बोले- अब दूसरे नेताओं की बारी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के महासचिव हरमीत सिंह कालका ने कहा कि 1984 के सिख दंगों के 37 साल बीत जाने के बावजूद पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है। अब सज्जन कुमार पर जो आरोप तय हुए हैं, वह DSGMC और शिरोमणि अकाली दल के प्रयासों का नतीजा है। 37 साल तक इन केसों को दबाने के प्रयास चलते रहे। अकाली दल के दबाव के कारण ही मौजूदा केन्द्र सरकार ने दंगों की जांच के लिए नई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई। इसके बाद सज्जन कुमार जैसे लोग सलाखों के पीछे पहुंचे हैं। सज्जन कुमार के बाद जल्दी ही जगदीश टाइटलर और कमलनाथ की भी बारी आएगी। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के थे दंगे ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद अक्टूबर-1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके ही दो बॉडीगार्ड्स ने हत्या कर दी थी। उसके बाद पूरे देश में सिखों का कत्लेआम हुआ। शिरोमणि अकाली दल इन दंगों में कांग्रेस नेताओं की भूमिका बताते हुए इसे उठाता रहा है। खबरें और भी हैं... पंजाब में सरकारी बसों का चक्का जाम: पक्की नौकरी को लेकर हड़ताल पर गए PRTC व पनबस के कच्चे मुलाजिम, कल करेंगे CM आवास का घेराव लुधियाना CM की मिमिक्री करके फंसा पंजाबी गीतकार: गीतकार मट्ट शेरों वाला ने वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, लुधियाना के एक्टिविस्ट ने दी धमकी लुधियाना SKM में सरकार के रवैये से नाराजगी: वार्ता का न्यौता नहीं मिलने पर 5 मेंबरी कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग, कल दिल्ली कूच पर फैसला लुधियाना तिरंगे की रोशनी से जगमगाएगा लुधियाना: जगराओं पुल पर लहराएगा 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज, लाइटों से रोशन होंगी स्वतंत्रता सैनानियों की प्रतिमाएं लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-sacrilege-case-dera-sacha-sauda-sirsa-punjab-police-visit-dera-headquarter-129187712.html,सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में: सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT,"सख्ती देख डेरा प्रबंधक HC की शरण में:सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन डॉ. नैन पहुंचे हाईकोर्ट; पूछताछ से पहले नोटिस दे पंजाब पुलिस की SIT चंडीगढ़ IG एसपीएस परमार की अगुवाई में पंजाब पुलिस की एसआईटी डेरा सच्चा सौदा सिरसा गई थी। फरीदकोट बेअदबी केस की जांच कर रही पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) डेरा प्रबंधकों के रवैये से नाराज है। एसआईटी सोमवार को डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर सिरसा गई थी। वहां उन्हें डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां और सीनियर वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन नहीं मिले। इसे देखते हुए अब डेरे के सीनियर वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं। नैन ने पिटीशन दायर कर कहा कि SIT उनसे किसी तरह की पूछताछ से पहले नोटिस जारी करे। सोमवार को SIT सीधे डेरा सच्चा सौदा पहुंच गई थी। भगौड़े प्रेमियों की तलाश में खंगाला डेरा, डॉक्यूमेंट जब्त किए हालांकि इस केस में भगौड़े 3 डेरा प्रेमियों की तलाश में एसआईटी ने करीब एक घंटे तक डेरे को खंगाला, लेकिन कोई हाथ नहीं आया। टीम ने वहां से कुछ दस्तावेज जरूर इकट्‌ठा किए हैं। अब विपासना और नैन खुद पेश नहीं हुए तो फिर एसआईटी कानूनी तरीके से उन पर सख्ती बढ़ाएगी। इसमें उनकी गिरफ्तारी का कदम भी उठाया जा सकता है, जिसके लिए तैयारी भी शुरू की जा रही है। इन दोनों से एसआईटी को पूछताछ करनी है फिट नहीं तो बाहर कैसे? एसआईटी ने 3 बार पहले भी विपासना और नैन को सम्मन भेजे थे, लेकिन वह नहीं आए। इसके बाद एसआईटी खुद डेरा सिरसा पहुंच गई। लेकिन दोनों ही वहां नहीं मिले। टीम में IG एसपीएस परमार, SSP मुखविंदर सिंह भुल्लर, DSP लखबीर सिंह और इंस्पेक्टर दलबीर सिंह शामिल थे। एसआईटी के चीफ IG एसपीएस परमार ने सवाल उठाया कि अगर वह मेडिकली फिट नहीं हैं तो फिर डेरे से बाहर कैसे हैं? एसआईटी का मानना है कि यह सिर्फ बहानेबाजी हो रही है। वर्ना वह डेरे में ही बैड पर होते। IG परमार ने कहा कि अगले 4-5 दिन में दोनों खुद पेश होंगे। अगर नहीं हुए तो फिर लीगल टीम से चर्चा कर आगे की कार्रवाई होगी। इन तीन की पुलिस को तलाश बेअदबी केस में अब तक पांच डेरा प्रेमियों रणदीप सिंह उर्फ नीला, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, निशान सिंह और नरिंदर कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया, जो अब जमानत पर चल रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के 3 सदस्य संदीप बरेटा, प्रदीप कलेर और हर्ष धूरी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए। इन तीनों का आज तक कोई सुराग नहीं लगा। कोर्ट इन्हें भगौड़ा करार दे चुकी है। इनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हो चुका है। इन तीनों को एसआईटी 2015 में हुए बेअदबी केस से जोड़कर देख रही है। डेरा प्रबंधकों से पूछताछ इसलिए अहम कुछ दिन पहले एसआईटी ने रोहतक की सुनारिया जेल जाकर बाबा राम रहीम से पूछताछ की थी। जिसमें राम रहीम ने कहा कि उनका काम सिर्फ सत्संग करना था। डेरे की कमाई, प्रॉपर्टी से लेकर हर तरह के बारे में डेरा प्रबंधकों को ही पता होगा। एसआईटी यही स्पष्ट करना चाहती है कि फरीदकोट में हुए बेअदबी केस में डेरा प्रबंधकों की कोई भूमिका तो नहीं। हालांकि राम रहीम समेत डेरे के तमाम लोग बेअदबी की घटना में हाथ होने से इन्कार कर चुके हैं। खबरें और भी हैं... कैप्टन की सियासी सरगर्मियां तेज: आज BJP के पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री शेखावत से मिलेंगे अमरिंदर सिंह; सीट शेयरिंग पर चर्चा चंडीगढ़ 'बॉर्डर' के कारण सरहद पार नहीं जा पाया परिवार: 93 लोगों को परमिशन मिलने के बाद भेजा पाकिस्तान, नवजन्मे बच्चे के कारण 6 सदस्य यहीं रुके अमृतसर CM की मिमिक्री करके फंसा पंजाबी गीतकार: गीतकार मट्ट शेरों वाला ने वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, लुधियाना के एक्टिविस्ट ने दी धमकी लुधियाना पंजाब में सरकारी बसों का चक्का जाम: पक्की नौकरी को लेकर हड़ताल पर गए PRTC व पनबस के कच्चे मुलाजिम, कल करेंगे CM आवास का घेराव लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/varanasi/news/before-the-inauguration-of-shrikashi-vishwanath-dham-in-varanasi-the-color-was-changed-from-white-to-ocher-the-administration-said-129187789.html,"खबर का असर: विरोध के बाद फिर गेरुआ से सफेद की जा रही मस्जिद, बनारस में मोदी के दौरे से पहले इमारतें एक रंग में रंगी गई थीं","खबर का असर:विरोध के बाद फिर गेरुआ से सफेद की जा रही मस्जिद, बनारस में मोदी के दौरे से पहले इमारतें एक रंग में रंगी गई थीं वाराणसी वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पहले नया विवाद खड़ा हो गया है। बुलानाला में सड़क किनारे बनी एक मस्जिद को सोमवार की रात गेरुआ रंग से रंग दिया गया। मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि बगैर पूछे VDA (वाराणसी विकास प्राधिकरण) ने मनमानी की। मस्जिद का रंग सफेद से गेरुआ कर दिया गया। इससे माहौल बिगड़ सकता है। फिलहाल विरोध को देखते हुए मस्जिद के रंग को फिर से सफेद किया जा रहा है। लेबर पुताई में जुटे हुए हैं। दूसरी तरफ वाराणसी के प्रशासन का कहना है कि किसी धार्मिक भावना से प्रभावित होकर नहीं किया गया, बल्कि एकरूपता के लिए सड़क किनारे की सभी बिल्डिंग्स की एक कलर से पुताई कराई गई है। मस्जिद को वापस पुराने रंग से पेंट कराया जा रहा है। VDA के सचिव सुनील वर्मा ने कहा कि फिलहाल हमारे पास कोई लिखित आपत्ति नहीं आई है। ये पूरी तरह से गलत है अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटी सैयद मोहम्मद यासीन ने बताया कि बगैर पूछे मस्जिद का रंग बदलना पूरी तरह से गलत है। ऐसी मनमानी और नासमझी से स्थिति बिगड़ सकती है। मस्जिद का रंग अधिकांश सफेद या हरा होता है। हमने इसे लेकर जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। हमें आश्वासन मिला है कि मस्जिद जिस रंग में थी, उसे वापस वैसे ही कर दिया जाएगा। इस पर अमल शुरू हो गया है। जो जैसा था वैसा ही करा देंगे श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी और VDA के सचिव सुनील वर्मा ने कहा कि फिलहाल हमारे पास कोई लिखित आपत्ति नहीं आई है। गेरुआ या भगवा रंग से मस्जिद को नहीं रंगा गया है। मैदागिन से गोदौलिया तक जो नॉर्मल कलर सभी बिल्डिंग पर किया गया है वहां भी कर दिया गया है। जो जैसा था वैसा ही करा रहे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी और VDA के सचिव सुनील वर्मा ने कहा कि फिलहाल हमारे पास कोई लिखित आपत्ति नहीं आई सुनील वर्मा ने कहा कि VDA की ओर से सड़क के दोनों किनारे पर स्थित बिल्डिंग की खूबसूरती के लिए कलर कराया जा रहा है। वास्तविकता में चुनार का जो रेड स्टोन है उसी के तरह से आकर्षक लुक के लिए कलर कराया जा रहा है। किसी की धार्मिक भावना को आहत करने के लिए कलर नहीं कराया गया है। मस्जिद के रंग से जुड़े प्रकरण को हल कराया जा रहा है। 13 दिसंबर को आएंगे PM मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के लिए 13 दिसंबर को वाराणसी आना है। धाम के लोकार्पण के मद्देनजर इन दिनों तैयारियों जोरों पर हैं। खासतौर से काशी विश्वनाथ धाम जाने वाले मार्ग पर विशेष ध्यान देकर उसे सजाया और संवारा जा रहा है। इसके तहत इन दिनों मैदागिन से चौक तक सड़क के दोनों किनारे स्थित बिल्डिंग्स को एक रंग में रंगा जा रहा है। रंगाई-पुताई के क्रम में बुलानाला स्थित मस्जिद का रंग भी सफेद से गेरुआ कर दिया गया। खबरें और भी हैं... यूपी में 3.25 करोड़ लोगों पर ओमिक्रॉन का बड़ा खतरा: नहीं लगवाई है वैक्सीन, BHU के वायरोलॉजिस्ट बोले- 5 महीने पहले वैक्सीनेटेड लोगों को लगे बूस्टर डोज वाराणसी वाराणसी की हवा में 27 अंक का सुधार: AQI 120 पर आया तो काशीवासियों ने प्रदूषण से ली राहत की सांस; बादलों ने घटाई ठंड वाराणसी छात्रवृत्ति के लिए 15 दिसंबर तक करें आवेदन: प्री-मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक के लिए नवीन आनलाइन आवेदन में 50 फीसद अंक की अनिवार्यता समाप्त प्रयागराज (इलाहाबाद) आज की पॉजिटिव खबर: मेरठ के देवाशीष ने स्थानीय और छोटे दुकानदारों के लिए ऐप लॉन्च किया, पहले ही साल 2 करोड़ का बिजनेस DB ओरिजिनल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/navjot-singh-sidhu-will-no-longer-be-one-man-army-in-punjab-congress-129187915.html,"पंजाब कांग्रेस में बढ़ा दिल्ली का दबदबा: सिद्धू नहीं होंगे 'वन मैन आर्मी'; चुनाव के लिए 22 जिला को-ओर्डिनेटर लगाए, जिला प्रधानों की नियुक्ति लटकाई","पंजाब कांग्रेस में बढ़ा दिल्ली का दबदबा:सिद्धू नहीं होंगे 'वन मैन आर्मी'; चुनाव के लिए 22 जिला को-ओर्डिनेटर लगाए, जिला प्रधानों की नियुक्ति लटकाई चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू। पंजाब कांग्रेस में अब नवजोत सिद्धू 'वन मैन आर्मी' नहीं रहेंगे। इसकी जगह चुनाव में दिल्ली का भी दबदबा रहेगा। कांग्रेस ने सिद्धू की सिफारिश पर अभी तक पंजाब में जिला स्तर पर प्रधान नियुक्त नहीं किए। इसके बजाय कांग्रेस ने 22 जिला को-ओर्डिनेटरों की नियुक्ति कर दी है। पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी ने यह नियुक्ति करते हुए सूची जारी कर दी। इसमें कहा गया कि इन को-ओर्डिनेटरों को पंजाब चुनाव के लिए नियुक्त किया गया है। इससे पहले खुद हरीश चौधरी भी पंजाब में डटे हुए हैं। वह राजस्थान सरकार में मंत्री पद भी छोड़ चुके हैं। पंजाब में जीत के लिए कांग्रेस हर तरह के सियासी दांव-पेंच खेलने में जुटी है। AICC द्वारा नियुक्ति किए कोआर्डिनेटर सिद्धू-कांग्रेसियों के विवाद में फंसी लिस्ट पंजाब में जनवरी 2020 से कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग है। इसके बाद पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने कांग्रेस हाईकमान को लिस्ट भेजी, लेकिन उसे मंजूरी नहीं मिली। इसके बाद अब मौजूदा कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने हर जिले में एक प्रधान और 2 वर्किंग प्रधान की लिस्ट भेजी। उसको लेकर भी कांग्रेसी MLA और सीनियर नेताओं ने ऐतराज जता दिया। जिस वजह से हाईकमान ने यह लिस्ट रोक ली। इसको लेकर राहुल गांधी ने भी दिल्ली में मीटिंग की लेकिन अभी तक इसकी घोषणा नहीं की गई है। कांग्रेस ने कल यह नियुक्तियां की थी। अब टकसाली कांग्रेसी भी आए याद पंजाब में अब कांग्रेस को टकसाली कांग्रेसी भी याद आने लगे हैं। अभी तक कांग्रेस सिद्धू की हर जिद पूरी कर रही थी। पहले उन्हें प्रधान बनाया। फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से हटा दिया। हालांकि चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस को इसके 'साइड इफेक्ट' नजर आने लगे हैं। इस वजह से अब सुनील जाखड़ को इलेक्शन कैंपेन कमेटी और प्रताप सिंह बाजवा को मेनिफेस्टो कमेटी का चेयरमैन लगा दिया गया है। जाखड़ टिकट वितरण के लिए नाम शॉर्टलिस्ट करने वाली स्क्रीनिंग कमेटी में भी रहेंगे, जहां सिद्धू और सीएम चरणजीत चन्नी भी मेंबर हैं। खबरें और भी हैं... सेवामुक्ति के बाद नौकरी पर सरकार का यू-टर्न: 3 नई शर्तें बनाकर बरकरार रखी नौकरी; पहले सभी कर्मचारियों को हटाने का किया था दावा चंडीगढ़ अरविंद केजरीवाल का पंजाब दौरा LIVE: करतारपुर में बोले- यह कैप्टन का नहीं मेरा कार्ड, वादा पूरा करूंगा; होशियारपुर में SC भाईचारे को देंगे गारंटी चंडीगढ़ कैप्टन की सियासी सरगर्मियां तेज: आज BJP के पंजाब प्रभारी केंद्रीय मंत्री शेखावत से मिलेंगे अमरिंदर सिंह; सीट शेयरिंग पर चर्चा चंडीगढ़ डेरा प्रबंधकों के रवैये से नाराज SIT: विपासना और नैन ने दिया गच्चा; अब बढ़ेगी सख्ती; भगौड़ों की तलाश में डेरा सच्चा सौदा भी खंगाला चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/db-original/news/dainik-bhaskar-interview-of-syed-waseem-rizvi-after-joining-hinduism-129185736.html,"धर्म परिवर्तन के बाद रिजवी बोले: इस्लाम का दूसरा नाम ही आतंक है, जिसकी शुरुआत 1400 साल पहले अरब के रेगिस्तान में हुई","धर्म परिवर्तन के बाद रिजवी बोले:इस्लाम का दूसरा नाम ही आतंक है, जिसकी शुरुआत 1400 साल पहले अरब के रेगिस्तान में हुई नई दिल्ली लेखक: रवि यादव वीडियो उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी ने सोमवार को अचानक गाजियाबाद में इस्लाम छोड़ सनातन धर्म कबूल कर लिया। उन्होंने अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रख लिया है। सनातन धर्म स्वीकार करने के 5 घंटे बाद वसीम रिजवी ऊर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने दैनिक भास्कर से हर मुद्दे पर खुलकर बातचीत की। इस दौरान त्यागी ने कहा कि इस्लाम का दूसरा नाम ही आतंक है, जिसकी शुरुआत 1400 साल पहले अरब के रेगिस्तान में हुई थी। पढ़िए पूरी बातचीत... सवाल: आपने धर्म परिवर्तन क्यों किया, इस्लाम से क्या दिक्कत थी? जवाब: मैंने इस्लाम को छोड़ा नहीं है। मुझे तो वहां से निकाला गया है। हम तो इस्लाम को बदलना चाहते थे। जो इस्लाम को मानने वाले हैं, जो कुरान को अल्लाह की किताब कह रहे हैं, वे गलत हैं। कुरान के अनुसार, एक व्यक्ति दूसरे का सिर काटता है तो वह धर्म के आधार पर सही है, लेकिन इंसानियत के खिलाफ है। मुझे इस्लाम से निकाला गया, क्योंकि मैंने राम जन्मभूमि पर बोला। मोहम्मद के बारे में मैंने कहा कि वे अल्लाह के मैसेंजर नहीं हैं, वे एक अहंकारी व्यक्ति थे। आज दुनिया में इस्लाम आतंक के नाम से पहचाना जाता है। इस्लाम का दूसरा नाम ही आतंक है। इस आतंक की शुरुआत 1400 साल पहले मोहम्मद ने अरब के रेगिस्तान में की थी। अब मैं सनातन धर्म में आ गया हूं और अब यही रहूंगा और मरुंगा भी यहीं। सवाल: इस्लाम धर्म में आपको क्या बुराइयां दिखीं? जवाब: इस्लाम में कोई अच्छाई है ही नहीं। अब तो उसको बदलना पड़ेगा। हाल ही में पाकिस्तान में श्रीलंका के एक अधिकारी को बीच सड़क पर मारा गया और वहां एक मजहब के लोग उसके जलते शरीर के साथ फोटो खिंचवा रहे थे। ये इंसानियत के लिए बेहद शर्मनाक बात है। मजहब केवल प्यार सिखाता है। दुनिया का सबसे पहला धर्म सनातन ही है। मेरा अब सनातन धर्म के लिए त्याग करना ही मकसद है और मैं मानव सेवा के लिए ये सब करता रहूंगा। सवाल: हिंदू धर्म में कई वर्ग और जातियां होती हैं, आप खुद को किस वर्ग का मानते हैं? जवाब: आज मैं सनातन धर्म में आया हूं। त्यागी परिवार ने पिता को एक औलाद दी है। भाई को एक भाई दिया है। सवाल: क्या आपने पूरे परिवार के साथ धर्म परिवर्तन किया है? जवाब: कोई तैयार हो या ना हो मैं अपने फैसले खुद लेता हूं। उसमें कोई पंचायत नहीं करता। मैंने फैसला लिया है कि जब हमें बार-बार इस्लाम से निकाला जा रहा है तो मैं अपना धर्म चुन लेता हूं और मैंने अब वही किया है। सवाल: क्या आपने सनातन धर्म अपनाने से पहले अपने परिवार को बताया था? जवाब: मैंने अभी अपने परिवार को इस बारे में नहीं बताया है। अगर वे मेरे साथ सनातन धर्म में आते हैं तो धर्म के मामले में मेरे उनके अच्छे संबंध रहेंगे। उनको भी इस्लाम छोड़ देना चाहिए। अगर वो इस्लाम नहीं छोड़ते हैं तो मैं उनका त्याग करने को तैयार हूं। सवाल: क्या आप मानते हैं कि बाबरी मस्जिद मंदिर तोड़कर बनाई गई थी ? जवाब: मैं अकेला ऐसा मुसलमान हूं, जिसने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा था कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। मैं यही चाहता था कि वह हिंदुओं की जगह है और हिंदुओं को दी जाए और वहां राम मंदिर बनाया जाए। सवाल: क्या आपको अपनी जान का खतरा है? जवाब: मुझे तो तब भी डर था जब मैं मुसलमान था और वे आए दिन मुझे धर्म से निकालते थे। वे तो मेरे पहले भी दुश्मन थे और आज भी दुश्मन हैं। मेरा एक ही सिर है, जिसे वे काटने पर तुले हुए हैं। महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि ने वसीम रिजवी को सनातन धर्म में प्रवेश दिलाया। इसको लेकर दैनिक भास्कर ने नरसिंहानंद गिरि से भी बातचीत की। पढ़िए उन्होंने रिजवी के सनातन धर्म अपनाने को लेकर क्या कहा... सवाल: आपकी वसीम रिजवी से पहली बार कब और क्या बात हुई थी? जवाब: रिजवी ने मुझे 2 नवंबर को फोन किया था। वे मोहम्मद पर लिखी अपनी किताब का मुझसे विमोचन करवाना चाहते थे। मैंने इसे खुशी से स्वीकार किया और अपने आश्रम में इस किताब का विमोचन किया। इसके बाद 12 नवंबर को हरिद्वार के प्रेस क्लब में इस किताब का विमोचन किया। उनके साथ जो वक्त मैंने बिताया, उससे मुझे महसूस हुआ रिजवी से सच्चा और दिलेर आदमी देश में नहीं है। तब से मैं उनका सम्मान करने लगा हूं। आज वे हमारे परिवार में शामिल हुए हैं। यह मेरे लिए गर्व की बात है। सवाल: आपको रिजवी की सुरक्षा को लेकर कोई डर है? जवाब: हम इस मामले में UP के मुख्यमंत्री जल्द ही बात करेंगे। इस बारे में खुद योगी जी को मैं पत्र लिखूंगा। हमारे और साथी इस बारे में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। जो आतंकवादी और जिहादी लोग हैं, वो इनकी जान के पीछे पहले भी पड़े थे और अब तो और भी खतरा बढ़ गया है। हमारे समाज के लिए इनका सुरक्षित रहना बेहद जरूरी है। इसके लिए हम पूरा प्रयास करेंगे। सवाल: अब रिजवी सनातन धर्म में शामिल हो गए हैं, आगे क्या रूपरेखा रहेगी? जवाब: इस बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी। मैं यही कहूंगा कि यहां अच्छी संख्या में मुसलमान हैं, वो कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए पूरा प्रशासन अलर्ट है। आगे क्या होगा देखेंगे, लेकिन हम प्रयास करेंगे कि किसी प्रकार का अन्याय उनके साथ न हो। हमारी तो बस यही सोच है कि वह सनातन धर्म में अपना जीवन मानवता की सेवा में लगाएं और मानव कल्याण के कार्य करें। खबरें और भी हैं... वसीम रिजवी हिंदू बने: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन ने अपना नाम जितेंद्र नारायण किया, बोले- मुझे इस्लाम से निकाला गया गाजियाबाद बिहार में होगी जातीय जनगणना: नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान; कहा- इसका पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी, जल्द सभी दलों की बैठक बुलाएंगे पटना महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के दो और केस: दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका से मुंबई लौटे लोगों में नए वैरिएंट की पुष्टि; देश में कुल मामले 24 हुए ओमिक्रॉन A to Z पुतिन-मोदी मुलाकात: रूसी राष्ट्रपति बोले- भारत महान शक्ति और भरोसेमंद दोस्त; मोदी ने कहा- हमारा विजन बड़ा विदेश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/bihar-cm-nitish-kumar-will-conduct-caste-census-in-state-129185582.html,"बिहार में होगी जातीय जनगणना: नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान; कहा- इसका पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी, जल्द सभी दलों की बैठक बुलाएंगे","बिहार में होगी जातीय जनगणना:नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान; कहा- इसका पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी, जल्द सभी दलों की बैठक बुलाएंगे पटना जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार से इतर बिहार सरकार ने अपना निर्णय ले लिया है। राज्य सरकार अपने खर्च पर जातीय जनगणना कराएगी। इसका ऐलान सोमवार को CM नीतीश कुमार ने किया। जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, तैयारी हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बिहार सरकार पारदर्शी तरीके से जनगणना कराएगी। किसी भी प्रकार की चूक नहीं की जाएगी। तमाम सियासी पार्टियों की सहमति हो गई है। हम जल्द सर्वदलीय बैठक करने जा रहे हैं। डिप्टी सीएम और अपनी पार्टी के सभी लोगों से बात कर चुके हैं। जल्द एक तारीख तय कर सर्वदलीय बैठक की जाएगी। बता दें, इससे पहले कर्नाटक अपने स्तर से जातीय जनगणना करा चुका है। अब जातीय जनगणना कराने वाला बिहार देश का दूसरा राज्य होगा। कोई चीज मिस नहीं होगी: नीतीश CM नीतीश ने कहा, 'इसमें सब लोगों की राय जरूरी है। जातीय जनगणना कैसे करानी है, कब करानी है, किस माध्यम से कराएंगे, यह सब मीटिंग में सबसे राय लेकर तय किया जाएगा। सबकी सहमति से जो बात निकलेगी उसी आधार पर आगे बढ़ेंगे। यह बहुत बेहतर ढंग से कराया जाएगा ताकि कोई चीज मिस न हो।' तेजस्वी यादव ने दोबारा की थी मांग शीतकालीन सत्र में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने CM नीतीश कुमार से मिलकर जातीय जनगणना कराने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने तेजस्वी को भरोसा दिया था कि जल्द जातीय जनगणना को लेकर ऑल पार्टी मीटिंग कर अंतिम रूप दिया जाएगा। सोमवार के बयान के बाद अब यह साफ हो गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना को लेकर अपना रुख तय कर लिया है। PM मोदी से मिले थे 10 पार्टी के नेता इस मसले पर अगस्त में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित बिहार की 10 पार्टियों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इन नेताओं ने 2021 की जनगणना में जातिगत गणना की मांग को लेकर प्रधानमंत्री से चर्चा की थी। बिहार में भाजपा को छोड़कर बाकी सभी दल जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं। हालांकि, केंद्र की मोदी सरकार पहले ही इससे इनकार कर चुकी है। आखिरी बार कब हुई थी जातिगत जनगणना? देश में पहली बार 1881 में जनगणना हुई थी। पहली बार हुई जनगणना में भी जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी हुए थे। तब से हर 10 साल पर जनगणना होती है। 1931 तक की जनगणना में जातिवार आंकड़े भी जारी होते थे। 1941 की जनगणना में जातिवार आंकड़े जुटाए गए थे, लेकिन इन्हें जारी नहीं किया गया। आजादी के बाद सरकार ने सिर्फ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की आबादी का डेटा जारी करने का फैसला किया। इसके बाद से बाकी जातियों के जातिवार आंकड़े कभी पब्लिश नहीं हुए। खबरें और भी हैं... CM नीतीश के नेतृत्व में चल रहा तालिबानी शासन- RJD: पूर्व मंत्री अर्जुन राय ने सीतामढ़ी पुलिस पर कार्रवाई की मांग को लेकर IG से मिले मुजफ्फरपुर बिहार पंचायत चुनाव का दसवां चरण: प्रचार का थम गया आज शोर, 8 दिसंबर को 34 जिलों के 53 प्रखंडों में होगी वोटिंग पटना कैमूर में संदेहास्पद स्थिति में व्यक्ति का मिला शव: मृतक के पास मिले पर्स से हुई पहचान, पुलिस दोस्त से कर रही पुछताछ कैमूर बिहार में एक बोतल शराब के लिए 9 गिरफ्तार: बारात से लौटते वक्त UP से खरीदी थी शराब, शाम को पार्टी का था प्लान बगहा",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-election-2022-preparation-update-2-09-crore-voters-will-vote-in-117-assembly-seats-129185580.html,"पंजाब चुनाव की तैयारियां तेज: इस बार 2.09 करोड़ वोटर; 24,689 बूथ; कोविड मरीज भी करेंगे वोटिंग; सुरक्षा के लिए 700 कंपनियों की जरूरत","पंजाब चुनाव की तैयारियां तेज:इस बार 2.09 करोड़ वोटर; 24,689 बूथ; कोविड मरीज भी करेंगे वोटिंग; सुरक्षा के लिए 700 कंपनियों की जरूरत चंडीगढ़ पंजाब में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बार 117 विधानसभा सीटों पर 2.09 करोड़ वोटर मतदान करेंगे। जिनमें 99 लाख महिला वोटर हैं। इस बार 24,689 बूथ बनाए गए हैं। पिछली बार के मुकाबले करीब 1400 बूथ बढ़ाए गए हैं ताकि कोविड के खतरे को देखते हुए एक बूथ पर 1200 मतदाता वोट कर सकेंगे। कोविड पॉजिटिव मरीज भी मतदान कर सकेंगे। उन्हें बैलेट पेपर उपलब्ध कराया जाएगा। उनका वोट लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम PPE किट पहनकर उनके घर जाएगी। सोमवार को पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर डॉ. एस. करूणा राजू ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फिलहाल पंजाब में 700 कंपनियों की रिक्वायरमेंट आई है, जिस पर दोबारा विचार हो रहा है। पंजाब चुनाव ऑफिस 8 जनवरी को अंतिम वोटर सूची जारी करेगा किसान आंदोलन चलता तो 1054 कंपनियों की थी मांग पंजाब में चुनाव के दौरान सख्त सुरक्षा रहेगी। जब किसान आंदोलन चल रहा था तो पंजाब से पैरामिलिट्री फोर्स के लिए 1,054 कंपनियों की मांग की गई थी। हालांकि अब आंदोलन खत्म हो गया, इसलिए नए सिरे से 700 कंपनियों की मांग हुई है। हालांकि मुख्य चुनाव अफसर से इसे चुनाव आयोग को भेजा जाना बाकी है। डॉ. राजू ने कहा कि इस बारे में लॉ एंड ऑर्डर के नोडल अफसर से मीटिंग कर अंतिम फैसला लिया जाएगा। पंजाब में 3.08 लाख हथियार पंजाब में 3 लाख 8 हजार लाइसेंसी हथियार हैं। डॉ. राजू ने कहा कि इसमें से करीब 95% हथियार जमा कराया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बाकी 5% सिक्योरिटी स्टाफ और जरूरी काम की वजह से जमा नहीं हो पाते। हालांकि इस पर अंतिम फैसला जिला स्तर पर DC की अगुवाई में बनी कमेटी लेगी। पड़ोसी राज्यों के बॉर्डर पर होगी सख्ती डॉ. राजू ने कहा कि पड़ोसी राज्यों के बॉर्डर पर सख्ती की जाएगी। बॉर्डर से शराब और क्रिमिनल के आने-जाने की संभावना बनी रहती है। इसलिए हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर जिलों से इस बारे में मीटिंग होगी। पंजाब के डिविजनल कमिश्नरों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैंक ट्रांजैक्शन पर रहेगी नजर इस दौरान बैंक की ट्रांजैक्शन पर नजर रहेगी। डॉ. राजू ने कहा कि जिसके अकाउंट में पिछले कुछ सालों में ज्यादा लेन-देन नहीं हुआ लेकिन अचानक यह बढ़ा तो उसकी जांच की जाएगी। इसके लिए इनकम टैक्स, एक्साइज, जीएसटी, बैंक और NCB के साथ इनकम टैक्स का इंटेलिजेंस विंग भी काम करेगा। पोलिंग स्टाफ को वैक्सीन की डबल डोज लगेगी चुनाव के दौरान अगर किसी मतदाता का तापमान ज्यादा आया तो उन्हें आइसोलेशन रूम में रखा जाएगा। हालांकि वह अंत में वोट डाल सकेंगे। इसके अलावा पोलिंग स्टाफ को वैक्सीन की डबल डोज लगाई जाएगी। काफी स्टाफ को लगी हुई है, जो बचे हैं उनके लिए स्पेशल कैंप लगाए जाएंगे। इसके अलावा कोविड बढ़ने या ओमिक्रॉन का खतरा हुआ तो राजनीतिक दलों को रैलियों में चुनाव आयोग के नियम का पालन करना पड़ेगा। खबरें और भी हैं... पंजाब कांग्रेस में सिद्धू का विरोध शुरू: पार्टी प्रवक्ता बलियावाल ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा, बोले- नॉनसेंस को डिफेंड नहीं कर सकता चंडीगढ़ पार्टी ऑफिस खोल अमरिंदर ने दिखाए तेवर: बोले- 14 दिन में डेढ़ लाख वोटों से जीत चुका चुनाव; पंजाब में मैं ही नंबर वन नेता चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस में भाइयों की जंग!: सांसद प्रताप बाजवा बोले- मैं कादियां सीट से 2022 चुनाव लड़ूंगा; अभी भाई फतेहजंग बाजवा हैं MLA चंडीगढ़ सिद्धू के चहेते ट्रांसपोर्ट मंत्री को HC का झटका: ऑर्बिट के बाद न्यू दीप बस परमिट रद्द करने का फैसला खारिज; राजा वड़िंग ने की थी कार्रवाई चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-multi-crore-drug-case-punjab-drug-case-hearing-in-highcourt-today-129184935.html,ड्रग्स केस में HC की फटकार: हाईकोर्ट ने पूछा - जब रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं की; 9 दिसंबर को अगली सुनवाई,"ड्रग्स केस में HC की फटकार:हाईकोर्ट ने पूछा - जब रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं की; 9 दिसंबर को अगली सुनवाई चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट। पंजाब के 6 हजार करोड़ के ड्रग्स केस में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट में पंजाब सरकार के वकीलों ने कहा कि हाईकोर्ट में STF की सीलबंद रिपोर्ट पड़ी है, जिसे खोलने पर कोई रोक नहीं है। इस पर हाईकोर्ट ने सख्त रूख दिखाते हुए पूछा कि फिर उन्होंने अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की?। हालांकि सरकार इस मामले में हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार कर रही है। हाईकोर्ट ने यह भी पूछा कि इस मामले में हाईकोर्ट की तरफ से कोई रोक नहीं है तो फिर सरकार अब तक एक्शन क्यों नहीं लिया गया। मामले की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होगी। उसी दिन एसटीएफ की सीलबंद रिपोर्ट को खोलने पर फैसला आ सकता है। एडवोकेट नवकिरन सिंह के मुताबिक पिछले एडवोकेट जनरल का कहना था कि हमें हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार करना चाहिए। वहीं, नए एजी और दिल्ली से आए वकीलों ने कहा कि इस पर कोई रोक नहीं है। जिसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार पर ही सवाल उठाए। पूर्व अकाली मंत्री मजीठिया का कहना है कि कांग्रेस उन्हें फंसाना चाहती है। मजीठिया इसलिए पहुंचे हाईकोर्ट पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने इस केस में उन्हें पार्टी बनाने के लिए कहा है। मजीठिया का कहना है कि एसटीएफ की जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट में सीलबंद है। इसके बावजूद विरोधी और खासकर पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू इसमें उनका नाम होने का दावा कर रहे हैं। मजीठिया ने पूछा कि सिद्धू को कैसे पता कि उसमें मेरा नाम है। इसलिए उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। उन्होंने वकील के जरिए मांग की कि किसी तरह की कार्रवाई से पहले उनका भी पक्ष सुना जाए। हालांकि कोर्ट में उनके वकीलों की दलीलें नहीं टिकी। STF रिपोर्ट न खोलने पर सिद्धू मरणव्रत तक की धमकी दे चुके हैं। सिद्धू अब तक उठाते रहे मुद्दा नवजोत सिद्धू लगातार STF रिपोर्ट का मुद्दा उठाते रहे हैं। सिद्धू का कहना है कि उसमें ड्रग्स तस्करों के साथ मजीठिया की साठगांठ का जिक्र है। सिद्धू इस मामले में मरणव्रत पर बैठने तक की चेतावनी दे चुके हैं। हालांकि पिछले दिनों दिल्ली में राहुल गांधी के साथ हुई मीटिंग के बाद सिद्धू के सुर बदले हैं। वह सरकार से टकराने की बजाय अब विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक मोर्चा खोलकर बैठे हैं। खबरें और भी हैं... पंजाब में कोविड ने पकड़ी रफ्तार: 6 दिन में 36 एक्टिव मरीज; राज्य में ओमिक्रॉन वैरिएंट का केस नहीं; चुनावी रैलियों से खतरा बढ़ा चंडीगढ़ लापता बच्ची का शव मिला: रेत के ढेर में दबा था; 5 दिन से गायब थी; गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के लिए गई थी अमृतसर तिरंगे की रोशनी से जगमगाएगा लुधियाना: जगराओं पुल पर लहराएगा 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज, लाइटों से रोशन होंगी स्वतंत्रता सैनानियों की प्रतिमाएं लुधियाना सीमा पर बच्चा पैदा हुआ तो नाम रखा बॉर्डर: अटारी बॉर्डर पर ढाई महीने से फंसे हैं पाकिस्तान के 99 हिंदू, अपने हालात देखकर रखा ऐसा अजीब नाम अमृतसर",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/maharashtra/news/maharashtra-local-body-election-obc-reservation-stays-by-supreme-court-129185543.html,"महाराष्ट्र सरकार को बड़ा झटका: सुप्रीम कोर्ट ने स्थानीय निकाय चुनाव में 27% आरक्षण के फैसले को रद्द किया, सितंबर में सरकार ने दी थी मंजूरी","महाराष्ट्र सरकार को बड़ा झटका:सुप्रीम कोर्ट ने स्थानीय निकाय चुनाव में 27% आरक्षण के फैसले को रद्द किया, सितंबर में सरकार ने दी थी मंजूरी मुंबई सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को एक बड़ा झटका देता हुए स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को 27 फीसदी आरक्षण देने के फैसले पर रोक लगा दी है। 23 सितंबर 2021 को महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण देने के अध्यादेश के मसौदे में बदलाव के प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट ने मंजूर कर लिया था। इसके बाद राज्य सरकार ने अध्यादेश का मसौदा मंजूरी के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास भेजा था। कोश्यारी ने अध्यादेश के कुछ हिस्से पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद उसमें बदलाव करने का प्रस्ताव कैबिनेट बैठक में पेश किया गया था। कोर्ट ने महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को इस संबंध में निर्देश भी जारी किए हैं। अदालत ने कहा है कि ट्रिपल टेस्ट का पालन किए बिना OBC आरक्षण के लिए अध्यादेश लाने के राज्य सरकार के फैसले को स्वीकार नहीं किया जा सकता जो अनिवार्य है। जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस सीटी रविकुमार की बेंच ने सरकार के अध्यादेश पर रोक लगाते हुए कहा कि 27% OBC कोटा आयोग की स्थापना के बिना और स्थानीय सरकार के अनुसार प्रतिनिधित्व की अपर्याप्तता के बारे में डेटा एकत्र किए बिना लागू नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने कहा कि सामान्य वर्ग सहित अन्य आरक्षित सीटों के लिए शेष चुनाव कार्यक्रम आगे बढ़ सकता है। मार्च में कुछ स्थानीय निकाय में अदालत ने लगाई थी रोक सुप्रीम कोर्ट ने इस साल मार्च में राज्य के कुछ स्थानीय निकायों में ओबीसी आरक्षण को इस आधार पर रोक दिया था कि आरक्षण प्रतिशत को उचित ठहराए जाने के लिए ठोस आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा था कि कुल आरक्षण 50 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए। अब तक ओबीसी को नगर निकायों और जिला परिषदों के निर्वाचन में 27 फीसदी आरक्षण मिलता रहा है। आंध्रप्रदेश और तेलांगना की तर्ज पर सरकार ने दी थी मंजूरी इसके बावजूद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की तर्ज पर अध्यादेश के जरिये ओबीसी आरक्षण लागू करने का निर्णय लिया था। हालांकि राज्य के विधि व न्याय विभाग ने अध्यादेश के जरिये ओबीसी का निर्वाचन कोटा तय करने के निर्णय को कानूनी तौर पर गैरमुनासिब बताया था और राज्य सरकार को मामले के विचाराधीन होने के कारण पहले सुप्रीम कोर्ट से इजाजत लेने की सलाह दी थी। खबरें और भी हैं... परमबीर को बड़ी राहत: अगले आदेश तक सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर लगाई रोक, सस्पेंड होने के बाद लटक रही थी गिरफ्तारी की तलवार महाराष्ट्र श्रीराम मंदिर निर्माण का श्रेय लेना चाहती है BJP: प्रयागराज में बोले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी- सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बन रहा अयोध्या में राम मंदिर प्रयागराज (इलाहाबाद) नान के आरोपी अफसरों की बढ़ सकती है मुश्किलें: ED की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को दिया नोटिस;10 दिन में मांगा जवाब रायपुर न्यायमूर्ति का अभिनंदन समारोह आज: सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति माहेश्वरी का अभिनंदन समारोह; सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट के जज होंगे शामिल ग्वालियर",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-sacrilege-case-punjab-police-sit-interrogate-dera-sacha-sauda-managers-129184969.html,डेरा सच्चा सौदा से खाली हाथ लौटी SIT: चेयरपर्सन विपासना और वाइस चेयरमैन पीआर नैन नहीं मिले; कमेटी ने दिया खुद पेश होने का भरोसा,"डेरा सच्चा सौदा से खाली हाथ लौटी SIT:चेयरपर्सन विपासना और वाइस चेयरमैन पीआर नैन नहीं मिले; कमेटी ने दिया खुद पेश होने का भरोसा चंडीगढ़ सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के अंदर जाती एसआईटी। पंजाब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के केस की जांच कर रही पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा से खाली हाथ लौट आई है। एसआईटी को वहां डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां और सीनियर वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन नहीं मिले। हालांकि मैनेजमेंट कमेटी के बाकी सदस्यों ने भरोसा दिया कि अगले कुछ दिनों में दोनों खुद एसआईटी के आगे पेश हाेंगे। पंजाब पुलिस के IG एसपीएस परमार की अगुवाई में एसएसपी मुखविंदर सिंह भुल्लर और 2 अन्य अफसरों वाली टीम वहां पूछताछ करने गई थी। पंजाब पुलिस की टीम के साथ सिरसा के एसपी अर्पित जैन भी लोकल पुलिस को साथ लेकर गए थे। डेरे की तरफ से भी वकीलों की अगुवाई में पैनल डेरे में मौजूद रहा। पूछताछ के लिए डेरा सच्चा सौदा पहुंची SIT के हेड IG एसपीएस परमार इससे पहले इन दोनों को SIT ने पूछताछ के लिए लुधियाना बुलाया था, लेकिन वह सेहत कारणों का हवाला देकर नहीं आए। एसआईटी 3 बार उन्हें समन कर चुकी है। राम रहीम ने प्रबंधकों पर डाली थी जिम्मेदारी फरीदकोट के गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में हुए बेअदबी मामले में कुछ दिन पहले SIT ने रोहतक की सुनारिया जेल जाकर बाबा राम रहीम से पूछताछ की थी। राम रहीम से 114 सवाल पूछे गए थे। इनमें डेरे की कमाई, प्रॉपर्टी, नोटबंदी के दौरान पुरानी करेंसी बदलवाने समेत पूरे कामकाज के बारे में राम रहीम ने जिम्मेदारी मैनेजमेंट कमेटी पर डाली थी। राम रहीम ने कहा था कि वह सिर्फ सत्संग करने तक सीमित है। बाकी डेरे की देखरेख से लेकर हर तरह का हिसाब मैनेजमेंट कमेटी देखती है। इसके बाद SIT ने पूछताछ के लिए डेरा प्रबंधकों को बुलाया था। पहले बेअदबी आई सामने बुर्ज जवाहर सिंह वाला से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की चोरी का मामला 1 जुलाई 2015 का है। फरीदकोट जिले में बरगाड़ी से 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बुर्ज जवाहर सिंहवाला के गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हो गया था। इसके बाद 24 सितंबर 2015 को बरगाड़ी में गुरुद्वारे के पास हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले। आरोप है कि पंजाबी भाषा में लिखे इन पोस्टरों में अभद्र भाषा इस्तेमाल की गई और पावन स्वरूपों की चोरी में डेरा सच्चा सौदा का हाथ होने की बात भी लिखी गई। 12 अक्टूबर 2015 को बुर्ज जवाहर सिंहवाला की गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले। फिर फायरिंग में 2 लोगों की मौत हुई इसके बाद 14 अक्टूबर को फरीदकोट के गांव बहबलकलां में धरना दे रही संगत को हटाने के दौरान पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। उसी दिन कोटकपूरा में भी धरना लगाकर बैठे सिख समुदाय के लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और फायरिंग की। CBI समेत 3 SIT कर चुकी जांच साल 2015 में बेअदबी का मामला गरमा गया और 2017 के पंजाब विधानसभा के चुनाव में यह सबसे बड़ा मुद्दा बना। अब तक इस मामले की जांच CBI के अलावा पंजाब पुलिस की दो SIT और एक कमीशन कर चुका है, लेकिन बेअदबी करने वाले असली दोषियों के नाम सामने नहीं आ पाए हैं। अब पंजाब सरकार की SIT ने इस मामले में पहली बार पूछताछ के लिए राम रहीम का प्रोडक्शन वारंट मांगा था, लेकिन हाईकोर्ट ने उन्हें जेल में जाकर पूछताछ के आदेश दिए। खबरें और भी हैं... ड्रग्स केस में HC की फटकार: हाईकोर्ट ने पूछा - जब रिपोर्ट खोलने पर रोक नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं की; 9 दिसंबर को अगली सुनवाई चंडीगढ़ पंजाब में कोविड ने पकड़ी रफ्तार: 6 दिन में 36 एक्टिव मरीज; राज्य में ओमिक्रॉन वैरिएंट का केस नहीं; चुनावी रैलियों से खतरा बढ़ा चंडीगढ़ सिद्धू के चहेते ट्रांसपोर्ट मंत्री को HC का झटका: ऑर्बिट के बाद न्यू दीप बस परमिट रद्द करने का फैसला खारिज; राजा वड़िंग ने की थी कार्रवाई चंडीगढ़ पार्टी ऑफिस खोल अमरिंदर ने दिखाए तेवर: बोले- 14 दिन में डेढ़ लाख वोटों से जीत चुका चुनाव; पंजाब में मैं ही नंबर वन नेता चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/skm-convenes-an-important-meeting-to-intensify-the-struggle-a-decision-will-be-taken-on-implementing-the-programme-129185838.html,"SKM में सरकार के रवैये से नाराजगी: वार्ता का न्यौता नहीं मिलने पर 5 मेंबरी कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग, कल दिल्ली कूच पर फैसला","SKM में सरकार के रवैये से नाराजगी:वार्ता का न्यौता नहीं मिलने पर 5 मेंबरी कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग, कल दिल्ली कूच पर फैसला लुधियाना कुंडली बार्डर पर पत्रकारवार्ता करते किसान नेता। किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने केंद्र सरकार पर उसकी अनदेखी करने का आरोप लगाया है। खेती कानून वापस होने के बाद SKM ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सहित दूसरे मुद्दों पर वार्ता के लिए जो 5 मेंबरी कमेटी बनाई थी। जिसे केंद्र सरकार की तरफ से बातचीत का कोई निमंत्रण नहीं मिला। ऐसे में कमेटी मेंबरों ने सोमवार को कुंडली बॉर्डर पर इमरजेंसी मीटिंग कर आंदोलन को तेज करने का फैसला लिया है। कमेटी ने चेतावनी दी कि अगर सरकार का यही रवैया रहा तो किसान दिल्ली कूच का फैसला ले सकते हैं। कानून वापस लिए जाने के बाद MSP, किसानों पर दर्ज केस, जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के मुआवजे सहित दूसरे पेंडिंग मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकारों से बातचीत के लिए SKM ने 4 दिसंबर को बैठक करके 5 मेंबरी कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने दो दिन सरकार के निमंत्रण का इंतजार किया लेकिन सरकार ने कोई प्रतिक्रिया ही नहीं दी। ऐसे में इस कमेटी ने सोमवार को कुंडली बॉर्डर पर आगे की रणनीति बनाने के लिए SKM की पहले से गठित 9 मेंबरी कमेटी के साथ मीटिंग भी की। कुंडली बॉर्डर पर जानकारी देते हुए SKM के नेता। मंगलवार की मीटिंग बेहद अहम मीटिंग के बाद कमेटी मेंबर युद्धवीर सिंह, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, शिवकुमार कक्का और अशोक धवले ने सरकार के रवैये को शर्मनाक बताते हुए कहा कि उनके पास सरकार से बातचीत का कोई निमंत्रण नहीं आया। इसलिए मंगलवार-7 दिसंबर- को कुंडली बॉर्डर पर होने वाली SKM की बैठक बेहद अहम रहेगी। इस बैठक में सभी किसान संगठनों के बीच सहमति बनी तो दिल्ली कूच का फैसला लिया जा सकता है। सरकार ही चाहती थी छोटी कमेटी कक्का ने कहा कि केंद्र सरकार की शुरू से मंशा रही कि SKM की छोटी कमेटी बातचीत के लिए आए। इसी मंशा के तहत SKM ने 5 मेंबरी कमेटी बना दी। चूंकि सरकार ने फिलहाल कोई संदेश नहीं भेजा इसलिए किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। धवले ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि कमेटी गठन के बाद बाकी मसलों को लेकर बातचीत आगे बढ़ेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जारी रहेंगे SKM के पहले से तय कार्यक्रम कमेटी मेंबर युद्धवीर सिंह ने कहा कि यह भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है कि किसानों की मांग पूरी हो गई है। मगर किसान स्पष्ट करना चाहते हैं कि उनकी पेंडिंग मांगों में से कोई भी ऐसी नहीं है जो किसान संगठनों के शुरुआती मांगपत्र से बाहर की हो। बचे हुए विषयों पर सरकार ने जो उदासीनता दिखाई है, वह निराशाजनक है। यदि सरकार उनकी बाकी मांगों का निराकरण नहीं करती तो SKM के पहले से तय कार्यक्रम जारी रहेंगे। इनमें दिल्ली कूच भी शामिल है। युद्धवीर सिंह ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा का मिशन यूपी कार्यक्रम जारी है। सरकार किसानों की कमेटी की अनदेखी कर रही है इसलिए अब आंदोलन तेज किया जाएगा ताकि किसानों की बात सरकार के कानों तक पहुंचाई जा सके। खबरें और भी हैं... तिरंगे की रोशनी से जगमगाएगा लुधियाना: जगराओं पुल पर लहराएगा 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज, लाइटों से रोशन होंगी स्वतंत्रता सैनानियों की प्रतिमाएं लुधियाना ओमिक्रॉन के खतरे के बीच लोग लापरवाह: लुधियाना में महज 43% ने ली वैक्सीन की दूसरी डोज; कोरोना केस बढ़ने शुरू, नवंबर में आए 50 मरीज लुधियाना डेराप्रेमी की हत्या के बाद पंजाब में हाईअलर्ट: बेअदबी मामलों में नामजद डेरा अनुयायियों की सुरक्षा बढ़ाई, नामचर्चा घरों के बाहर पुलिस तैनात लुधियाना कारसवार की लापरवाही ने ली महिला की जान: लुधियाना में गाड़ी का दरवाजा अचानक खोल देने से स्कूटी सवार महिला सड़क पर गिरी, बाइक ने कुचला लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/declare-absconding-if-fraud-less-than-rs-100-crore-a-section-of-the-extradition-treaty-is-not-notified-129187496.html,"संसद समिति की रिपोर्ट: 100 करोड़ रुपए से कम घपला हो तो फरार घोषित हों, प्रत्यर्पण संधि की एक धारा अधिसूचित नहीं है","संसद समिति की रिपोर्ट:100 करोड़ रुपए से कम घपला हो तो फरार घोषित हों, प्रत्यर्पण संधि की एक धारा अधिसूचित नहीं है नई दिल्ली लेखक: मुकेश कौशिक रिपोर्ट में एक अधिकारी ने बताया कि यदि सरकार भ्रष्टाचार के बारे में संयुक्त राष्ट्र(यूएन)संधि की एक धारा को मान ले तो आर्थिक अपराधियों की वापसी आसान हो सकती है। आर्थिक अपराध कर देश से अरबों रुपए बटोर विदेश भाग चुके अपराधियों की वापसी में आने वाली बाधाओं के बारे में कई खुलासे हुए हैं। विदेश मंत्रालय से संबद्ध संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि 100 करोड़ रुपए से कम के आर्थिक अपराध के आरोपी को फरार घोषित नहीं किए जाने के वर्तमान कानून को तुरंत खत्म किया जाए। रिपोर्ट में एक अधिकारी ने बताया कि यदि सरकार भ्रष्टाचार के बारे में संयुक्त राष्ट्र(यूएन)संधि की एक धारा को मान ले तो आर्थिक अपराधियों की वापसी आसान हो सकती है। संधि की धारा 44 और 46 को ही अभी तक सरकार ने अधिसूचित किया है, इसमें प्रत्यर्पण की व्यवस्था नहीं है। प्रत्यर्पण के बारे में धारा 43 अभी अधिसूचित नहीं है। इसे अधिसूचित कर लागू करने पर सीबीआई और ईडी उन देशों से अपराधियों को ला सकेंगे जो यूएन की इस संधि पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। चार्जशीट नहीं गैर जमानती वारंट काफी रिपोर्ट के अनुसार भारत ने अभी तक जो संधियां की हैं उसके अनुसार किसी अभियुक्त का ही प्रत्यर्पण हो सकता है। यानी प्रत्यर्पण के लिए चार्जशीट जरूरी है। जबकि दिल्ली हाई कोर्ट सुझाव दे चुका है कि अभियुक्त का मतलब यह भी है कि उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है। यदि विदेश मंत्रालय गैर जमानती वारंट के अनुसार प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करे तो वापसी आसान हो सकती है। 4 साल में 21 के लिए अर्जी, 2 आए: रिपोर्ट ब्लैकमनी संबंधी 2015 के कानून के बाद 13,900 करोड़ की अघोषित विदेशी सम्पत्ति के 439 केस दर्ज हुए हैं। 2017 से 21 अपराधियों की वापस की पहल, अभी तक 2 अपराधी ही वापस आ पाए। एक केस में 11 फरार वांछितों के लिए अर्जियां लगाईं एक की मंजूर, एक अन्य केस में 358 करोड़ की सम्पत्ति कुर्क हुई। खबरें और भी हैं... सर्द राह- गुलमर्ग: पहाड़ों पर जमी बर्फ, फिसलकर अब मैदानों को कंपकंपाएगी, 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है तापमान देश ड्रग्स के बदले जिस्म का सौदा: अहमदाबाद में बड़े घरों की 48 लड़कियां ड्रग्स के चक्रव्यूह से छुड़ाई गईं, पैसे नहीं दे पाईं तो पैडलर्स होटलों में भेजने लगे थे देश भास्कर अपडेट्स: कोरोना से उबरने के बाद इकोनॉमी में तेज रिकवरी, 22 इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में से 19 में बढ़त देश विक-कैट वेडिंग: देर रात सिक्स सेंसेस फोर्ट होटल पहुंचे विक्की और कटरीना; आज से शुरू होंगीं शादी की रस्में बॉलीवुड",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-election-vs-congress-sunil-jakhar-campaign-committee-chairman-and-bajwa-manifesto-129185539.html,पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस का बड़ा ऐलान: सुनील जाखड़ इलेक्शन कैंपेन कमेटी और सांसद बाजवा मेनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन बने,"पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस का बड़ा ऐलान:सुनील जाखड़ इलेक्शन कैंपेन कमेटी और सांसद बाजवा मेनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन बने चंडीगढ़ पंजाब में कांग्रेस ने चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। पंजाब में पार्टी से नाराज चल रहे सुनील जाखड़ को इलेक्शन कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बना दिया गया है। उन्हें टिकट वितरण के लिए बनाई स्क्रीनिंग कमेटी में भी जगह दी गई है। वहीं, राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा को मेनिफेस्टो कमेटी का चेयरमैन बना दिया गया है। इसके अलावा अंबिका सोनी को इलेक्शन कोऑर्डिनेशन कमेटी और अजय माकन स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया है। जाखड़ को खुश करने की कोशिश पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने पंजाब में पार्टी से दूरी बना रखी है। पहले उन्हें कुर्सी से हटा नवजोत सिद्धू को प्रधान बना दिया गया। इसके बाद उन्हें CM बनाने के लिए बुलाया गया लेकिन चरणजीत चन्नी मुख्यमंत्री बन गए। इसके बाद जाखड़ ने पार्टी से दूरी बना ली और ट्वीट के जरिए निशाने साधने लगे। कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने दिल्ली में जाखड़ से मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्हें यह अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। जाखड़ भले ही पंजाब में पार्टी से नाराज रहे हों लेकिन हाईकमान के साथ लगातार तालमेल में रहे। इस वजह से उन्हें कैंपेन कमेटी के साथ स्क्रीनिंग कमेटी में भी जगह दी गई है। हिंदू वोट बैंक के लिए जरूरी थे जाखड़ पंजाब में करीब 33% हिंदू वोट बैंक है। कांग्रेस में हमेशा सीएम पद पर सिख तो पार्टी प्रधान पद पर हिंदू चेहरा रहा। यह पहली बार था कि दलित सिख चरणजीत चन्नी को सीएम और जट्‌टसिख नवजोत सिद्धू को प्रधान बना दिया। इससे कांग्रेस ने 32% दलित वोट और 19% जट्‌टसिख वोट तो साध लिए लेकिन हिंदू वोट बैंक नजरअंदाज हो गया। हिंदू वोट बैंक को लेकर कांग्रेस इसीलिए जाखड़ को अहम भूमिका में लाई है। जाखड़ के साथ अंबिका सोनी को भी वर्षों बाद पंजाब की सियासत में सक्रिय करने को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। बाजवा भी चल रहे थे नाराज राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा भी पार्टी से नाराज चल रहे थे। उनका कहना था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का सबसे पहले उन्होंने विरोध किया था। इसके बावजूद पार्टी प्रधान से लेकर मुख्यमंत्री तक उन्हें ही बनाया गया। इसके बाद जब कैप्टन को सीएम पद से हटाया गया तो भी उन्हें कोई तरजीह नहीं दी गई। इसके अलावा मेनिफेस्टो को लेकर भी बाजवा मुखर रहे कि उसमें जो वादे करते हैं, वह पूरे होने चाहिए। इसलिए अब कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे दी। ​​​​अंबिका सोनी को भी अहम जिम्मा अंबिका सोनी को भी इलेक्शन कोऑर्डिनेशन कमेटी का जिम्मा सौंपा गया है। अंबिका सोनी वही नेता हैं, इनकी वजह से जाखड़ के हाथ से सीएम की कुर्सी निकल गई। सोनी ने कहा था कि पंजाब में सीएम सिख चेहरा होना चाहिए। जिसके बाद इशारों में जाखड़ भी कई बार उन पर निशाना साधते रहे। माकन पर बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस नेता अजय माकन पर भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। स्क्रीनिंग कमेटी टिकट के दावेदारों को शॉर्टलिस्ट कर दिल्ली भेजेगी। जहां सेंट्रल इलेक्शन कमेटी इन पर अंतिम फैसला लेगी। सेंट्रल कमेटी में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के बड़े नेता शामिल हैं। माकन के साथ इस कमेटी में सीएम चरणजीत चन्नी, हरीश चौधरी, नवजोत सिद्धू को भी इस कमेटी में रखा गया है। माकन के साथ चंदन यादव और कृष्णा अलावुरु को इसमें मेंबर लिया गया है। खबरें और भी हैं... पंजाब कांग्रेस में सिद्धू का विरोध शुरू: पार्टी प्रवक्ता बलियावाल ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा, बोले- नॉनसेंस को डिफेंड नहीं कर सकता चंडीगढ़ डेरा सच्चा सौदा से खाली हाथ लौटी SIT: चेयरपर्सन विपासना और वाइस चेयरमैन पीआर नैन नहीं मिले; कमेटी ने दिया खुद पेश होने का भरोसा चंडीगढ़ पार्टी ऑफिस खोल अमरिंदर ने दिखाए तेवर: बोले- 14 दिन में डेढ़ लाख वोटों से जीत चुका चुनाव; पंजाब में मैं ही नंबर वन नेता चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस में भाइयों की जंग!: सांसद प्रताप बाजवा बोले- मैं कादियां सीट से 2022 चुनाव लड़ूंगा; अभी भाई फतेहजंग बाजवा हैं MLA चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/db-original/news/army-soldiers-covered-the-body-with-a-bag-covered-the-pickup-with-a-tarpaulin-erasing-the-traces-of-blood-129185501.html,"नगालैंड से भास्कर एक्सक्लूसिव: सेना के जवानों ने मजदूरों के शव छुपाए, बॉडी को बैग से ढका, पिकअप पर तिरपाल ओढ़ा दी; खून के निशान तक मिटाए","नगालैंड से भास्कर एक्सक्लूसिव:सेना के जवानों ने मजदूरों के शव छुपाए, बॉडी को बैग से ढका, पिकअप पर तिरपाल ओढ़ा दी; खून के निशान तक मिटाए मोन नगालैंड में रविवार को सेना की गोलीबारी से जिन 14 मजदूरों की मौत हुई, उनकी लाशों को सिक्योरिटी फोर्सेज के जवानों ने बैग से ढक दिया था। जिस पिकअप ट्रक से वे आ रहे थे, उस पर तिरपाल डाल दिया गया था। तभी मौके पर पहुंचे गांव वालों ने देखा कि, जवान जमीन पर पड़े खून के निशान रेत से मिटाने की कोशिश कर रहे थे। वे पूरा मामला दबाना चाहते थे, लेकिन सच सामने आ गया। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें यह दिख रहा है कि, घटना के बाद कैसे पिकअप ट्रक में मजदूरों की बॉडी को छुपा दिया गया था। सोमवार को जब मजदूरों का अंतिम संस्कार हो रहा था, तब हर किसी की आंखें नम थीं। मारे गए मजदूरों में से 12 ओटिंग गांव के, जबकि बाकी दो ची और जकफांग गांव के थे। ओटिंग गांव से जब 12 अर्थियां एकसाथ उठीं तो हर किसी की आंखें भर आईं। आम लोगों में सेना के खिलाफ गुस्सा था तो मजूदरों के परिजन के लिए दुख। जो मजदूर मारे गए वे रोज कमाने-खाने वाले थे। उनके परिजन सरकार से अब पूछ रहे हैं कि, बेसहारा हुए बच्चों को अब कौन पालेगा? अंतिम संस्कार में नगालैंड के सीएम और डिप्टी सीएम भी शामिल हुए। यहां भीड़ की एक ही मांग थी कि, राज्य से आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट (AFSPA)को तुरंत हटाया जाए। क्योंकि यही वो एक्ट है, जिसके जरिए सिक्योरिटी फोर्सेज को बिना किसी जांच पड़ताल के सीधे गोली चलाने का हक मिल जाता है। बिना सर्च वारंट के छानबीन सहित तमाम अधिकार मिलते हैं। वहीं मोन जिले में हालात अब भी बेहद तनावपूर्ण हैं। यहां धारा 144 लागू है और प्रदर्शन हो रहे हैं। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने कोनयाक यूनियन के कार्यालय में तोड़फोड़ की थी और असम राइफल्स पोस्ट में भी पत्थरबाजी की थी। जिन मजदूरों को उग्रवादी समझकर मारा गया है, वे कोल माइंस में काम करते थे। ओटिंग गांव से कुछ ही दूरी पर हुई इस घटना में 6 मजदूर ऑन द स्पॉट मारे गए थे। 9 लोगों की बाद में मौत हुई, जिसमें सेना का एक जवान भी शामिल है। यह सोमवार सुबह की फोटो है। हिंसा में मारे गए मजदूरों के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। जिन्होंने गोली चलाई, उन्हें सजा देने की मांग जो मजदूर मारे गए हैं, उनके परिजन की दो सबसे बड़ी मांग हैं। पहली- इस ऑपरेशन में सेना के जो जवान शामिल थे, उन्हें तुरंत सजा दी जाए। साथ ही जिन कमांडिंग ऑफिसर के आदेश पर यह सब हुआ, उनका नाम भी बताया जाए और उन्हें क्या सजा दी जा रही है, यह बताया जाए। दूसरी मांग- AFSPA हटाया जाए। लोगों का कहना है कि इस एक्ट के चलते हम असुरक्षित महसूस करते हैं। इन दिनों तक सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन शनिवार को हुई घटना के बाद हर कोई डरा हुआ है। 1980 के दशक में रेप होते थे इस घटना के बाद साल 1980 के दशक की यादें ताजा हो गई हैं। तब सिक्योरिटी फोर्सेज और उग्रवादी संगठनों के बीच आए दिन गोलीबारी होती थी। इसमें आम नागरिकों को भी निशाना बनाया जाता था। कई बेगुनाह नगा मार दिए गए। महिलाओं के साथ रेप किया गया। हालांकि, बाद में अलग-अलग गुटों और सरकार के बीच सीजफायर एग्रीमेंट होने के बाद सब शांत हो गया था। अंडर ग्राउंड ग्रुप और सेना के बीच मुठभेड़ होती है, लेकिन आम लोगों का इससे इत्तेफाक नहीं होता। लेकिन शनिवार को जो हुआ है, उसके बाद आम नागरिकों में खौफ है और लगभग बुझ चुकी आग फिर तेज हो चुकी है। सरकार ने बड़ा कदम नहीं उठाया तो कुछ बड़ी घटना घट सकती है। जैसा सारा ने दैनिक भास्कर के सीनियर करस्पोंडेंट अक्षय बाजपेयी को बताया खबरें और भी हैं... असम में मुठभेड़: सुरक्षाबलों ने 7 उग्रवादियों को मार गिराया, असम राइफल्स और पुलिस ने नगालैंड की सीमा पर चलाया ज्वॉइंट ऑपरेशन देश CBI के पूर्व चीफ ने खुदकुशी की: हिमाचल के पूर्व डीजीपी और नगालैंड-मणिपुर के पूर्व राज्यपाल अश्विनी कुमार ने घर में फांसी लगाई, डिप्रेशन से जूझ रहे थे देश शराबबंदी पर रस्साकशी: अब बिहार, गुजरात, नगालैंड, मिजोरम और लक्ष्यद्वीप के शराबबंदी मॉडल का अध्ययन कराएगी सरकार, शराबबंदी पर राजनीतिक समिति की बैठक में हुआ मंथन रायपुर",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-narendra-modi-pulls-up-bjp-mps-for-skipping-parliament-7211524/,"पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज","पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पीएम मोदी ने कहा है, 'अगर बच्चों को भी किसी चीज के लिए बार-बार कहा जाए तो वो ऐसा नहीं करते हैं। कृप्या कर परिवर्तन लाइए,,,वरना परिवर्तन तो हो जाता है, मुझे बार-बार ये कहना पसंद नहीं।' नई दिल्ली Published: December 07, 2021 07:32:26 pm प्रधानमंत्री ने अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में भाजपा की संसदीय दल की बैठक में सभी सांसदों को फटकार लगाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में पार्टी के सांसदों की उपस्थिति पर जोर देते हुए कहा कि अगर वे खुद को नहीं बदलेंगे तो समय के साथ बदलाव किया जायेगा। इससे आने वाले समय में उन सासंदों पर गाज गिर सकती है जो अपने कर्तव्य का पालन करने से बचते हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार संसदीय बैठकों में सभी सांसदों को उपस्थित रहने और अपने क्षेत्र के कार्यों की चर्चा में भी शामिल होने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि केवल वही सांसद बैठक से बाहर रह सकते हैं जो अपने क्षेत्र के कार्यक्रम में व्यस्त हैं। इसके बावजूद कुछ सासंद इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अब ये कौन से सांसद हैं जो पीएम मोदी के रडार पर हो सकते हैं? 1 जून 2019 से 11 अगस्त 2021 की अवधि के आंकड़ों को जब हमने देखा तो पाया कि कई बड़े नाम हैं जो सांसद तो बन गए, परंतु उपस्थिति के नाम पर इनके नंबर छोटे हैं। सबसे पहले तो गुरदासपुर से सांसद सनी देओल की बात करते हैं जिनकी सदन में उपस्थिति केवल 31 फीसदी है। ये अपने संसदीय क्षेत्र से भी गायब रहते हैं। इनके गायब रहने के पोस्टर तक पंजाब में देखने को मिलते हैं। मथुरा से हेमा मालिनी की उपस्थिति भी केवल 53% है और ये भी अपने संसदीय क्षेत्र से गायब ही रहती हैं। उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद हंस राज हंस की उपस्थिति 49% है। पूर्वी दिल्ली से गौतम गंभीर की उपस्थिति 66% है। चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर की उपस्थिति 58% है। इसी तरह कर्नाटक के चित्रदुर्ग से लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री ए. नारायणस्वामी की उपस्थिति 61% है कर्नाटक के चिकबलपुर सीट से बीजेपी सांसद बी. एन. बाचे गौड़ा की उपस्थिति 42% है। यूपी से राज्यसभा सांसद अरुण शौरी की सदन में उपस्थिति 61% और गुजरात से राज्यसभा सांसद भरतसिंह प्रभातसिंह परमार की उपस्थिति 66% है। ये तो कुछ नाम हैं जिनके बारे में हम आपको जानकारी दे रहे हैं। अनुपस्थिति के नंबर पर अगर आप लिस्ट बनाने बैठे तो विपक्षी नेताओं के आंकड़े कुछ खास अच्छे नहीं हैं। हालांकि नैनीताल-उधमसिंहनगर सांसद और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट जैसे नाम भी हैं जो सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं। क्या कहा था पीएम मोदी ने? पीएम मोदी ने मानसून सत्र के दौरान भी सांसदों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई थी और उनकी लिस्ट भी मांगी थी। इस बार उन्होंने संसदीय दल की बैठक में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है, 'अगर बच्चों को भी किसी चीज के लिए बार-बार कहा जाए तो वो ऐसा नहीं करते हैं। कृप्या कर परिवर्तन लाइए,,,वरना परिवर्तन तो हो जाता है, मुझे बार-बार ये कहना पसंद नहीं।' इस दौरान प्रधानमंत्री ने किसी सांसद का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि समय का पाबंद होना और लोगों के कल्याण के लिए काम करना महत्वपूर्ण है। इस दौरान पीएम मोदी ने आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल की सराहना की जिन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सफलतापूर्वक खेल आयोजन करवाया। बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सभी सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र के बाद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाने और जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों के साथ चाय पर चर्चा करने को कहा। अब पीएम मोदी की बात कितने सांसद गंभीरता से लेते हैं जल्द ही सभी के सामने होगा, परंतु इतना तो तय है कि लापरवाही करने वालों के खिलाफ एक्शन कभी भी लिया जा सकता है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey नरेन्द्र मोदी Home / Political अगली खबर Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/delhi-pdp-chief-mehbooba-mufti-says-i-will-not-contest-election-till-article-370-is-not-restored-in-jammu-kashmir-7211474/,"Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव","Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव Delhi जम्मू-कश्मीरी की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि गांधी का भारत गोडसे का भारत बन गया है। इसके लिए क्रिकेट मैच का सहारा भी लिया और पूर्व पीएम वाजपेयी का जिक्र भी किया। नई दिल्ली Published: December 07, 2021 07:12:20 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir )की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ( Mehbooba Mufti ) चुनाव से पहले एक्शन मोड में नजर आ रही हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों से वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही है। इस बीच मंगलवार को महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान सामने आया। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि तब तक चुनाव नहीं लडेंगी जब तक घाटी में धारा 370 ( Article 370 ) दोबार बहाल नहीं हो जाती। यही नहीं पीडीपी चीफ मुफ्ती ने कहा कि बेशक, हम चुनाव लड़ने जा रहे रहैं, हम उन्हें कोई जगह नहीं देंगे, लेकिन मैं तब तक चुनाव नहीं लड़ूंगी, जब तक कि कश्मीर में फिर से घारा-370 बहाल नहीं कर दिया जाता। इसको लेकर जब तक लड़ना पड़ेगा लड़ूंगी। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर नहीं थम रहा बवाल, कल राज्यसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष Delhi | Of course, we are going to fight elections, we will not cede any space to them, I won’t be fighting elections till Article 370 is restored: PDP chief Mehbooba Mufti pic.twitter.com/UJtMVY9yNL — ANI (@ANI) December 7, 2021 महबूबा मुफ्ती लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोल रही है। इससे पहले पीडीपी चीफ ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, 'ऐसा लगता है कि गांधी का भारत गोडसे का भारत बन गया है।' इसके लिए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल और मौजूदा शासनकाल की तुलना की। क्रिकेट मैच के बहाने कसा तंज मुफ्ती ने अपनी दलील को साबित करने के लिए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का सहारा भी लिया। मुफ्ती ने कहा, 'मुझे वाजपेयी जी के दौर में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच याद है, जहां पाक के नागरिक भारत के लिए जयकार कर रहे थे और भारत के नागरिक पाकिस्तान के लिए जयकार कर रहे थे। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी की तत्कालीन भारतीय कप्तान एमएस धोनी की तारीफ की थी।' लेकिन बीते दिनों जब आगरा में भारत के साथ मैच के दौरान कुछ युवाओं ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जय-जयकार की तो एक भी वकील उनका पक्ष लेने को तैयार नहीं हुआ। इसलिए अब लगता है कि गांधी का भारत अब गोडसे का भारत बनता जा रहा है। यह भी पढ़ेंः कांग्रेस को बड़ा झटका, अब दिग्गज ने पार्टी से दिया इस्तीफा, जल्द बीजेपी जॉइन करने की लगी अटकलें चुनाव ना लड़ने की पहले भी कर चुकी घोषणा ऐसा पहली बार नहीं है जब महबूबा मुफ्ती ने चुनाव ना लड़ने की बात कही हो। इससे पहले इसी साल जून में केंद्र सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के अगले ही दिन उन्होंने घोषणा की थी कि अनुच्छेद 370 की बहाली तक वे कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-opposition-will-bycott-rajya-sabha-tomorrow-for-12-mps-suspension-7211209/,"Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर नहीं थम रहा बवाल, कल राज्यसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष","Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर नहीं थम रहा बवाल, कल राज्यसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र में 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा लगातार गर्माया हुआ है। विपक्ष रोजोना गांधी प्रतिमा के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही लगातार बाधित होती है, वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि बुधवार को विपक्ष की समाज विचारधारा वाले दल राज्यसभा का बहिष्कार करेंगे नई दिल्ली Published: December 07, 2021 05:21:55 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) में विपक्षा का हंगामा लगातार जारी है। खास तौर पर 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्ष ( Opposition Parties ) का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को भी विपक्षी दलों ने निलंबित सांसदों के समर्थन में जोरदार हंगामा किया। राज्यसभा की कार्यवाही का छठा दिन भी शोर और विरोध की भेंट चढ़ गया। 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का हंगामा छठे दिन भी जारी रहा जिसके चलते सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी। ऐसे में राज्यसभा की कार्यवाही को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। हालांकि विपक्ष का कहना है कि जबतक सांसदों का निलंबन रद्द नहीं कर दिया जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा। वहीं सत्ता पक्ष ने सांसदों के निलंबन को सही ठहराते हुए उनकी गलती पर माफी मांगने की बात कही। बता दें कि मानसून सत्र में अनुशासनहीनता के चलते शीतकालीन सत्र में 12 सांसदों को निलंबित किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा 6 सांसद कांग्रेस के हैं। यह भी पढ़ेँः कांग्रेस को बड़ा झटका, गोवा के पूर्व सीएम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज कल होगा बहिष्कार निलंबित सांसदों की बहाली को लेकर विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि 12 सांसदों को जबरदस्त नियम के विरुद्ध जाकर निलंबित किया गया है। ऐसे में विपक्ष के समाच विचारधारा वाले दल इसके विरोध में बुधवार को राज्यसभा का बहिष्कार करेंगे। इससे पहले हंगामे के बीच राज्यसभा दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित हुई थी। राज्यसभा के संबंध में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राज्यसभा को चलाने में आ रही रुकावटों के लिए सरकार खुद जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कामकाज को सुविधाजनक बनाने का पूरा प्रयास किया। हम सिर्फ यह बताना चाहते हैं कि मानसून सत्र की बात को शीतकालीन सत्र में लाकर जिन 12 सांसदों का निलंबन किया गया है, वह गलत है। सांसदों को नियम 256 के अनुसार ही निलंबित किया जा सकता है, लेकिन उन्होंने नियमों की अनदेखी की। सरकार की मंशा संसद चलाने की नहीं है। यह भी पढ़ेंः प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त जय बच्चन ने भी गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन में लिया हिस्सा सांसदों के निलंबन के समर्थन में सपा सांसद जया बच्चन भी नजर आईं। मंगलवार को उन्होंने गांधी प्रतिमा पर चल रहे विपक्ष के प्रदर्शन में हिस्सा भी लिया। जया बच्चन के अलावा एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/farmer-protest-news-rahul-gandhi-raised-issues-of-farmers-lok-sabha-7211002/,"Farmer Protest News: 'पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसान मरे', लिस्ट दिखा सरकार पर बरसे राहुल गांधी","Farmer Protest News: 'पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसान मरे', लिस्ट दिखा सरकार पर बरसे राहुल गांधी Farmer Protest News: राहुल गांधी ने कहा,'पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में मारे गए हैं। मैं ये लिस्ट सदन में पेश कर रहा हूं। सरकार कह रही है कि कोई नहीं मरा है, उसे किसानों से माफी मांगनी चाहिए।' नई दिल्ली Published: December 07, 2021 03:03:14 pm राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में किसान आंदोलन के दौरान मारे गये किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। इस दौरान उन्होंने मृत किसानों की सूची भी सदन में पेश कर सरकार को जमकर घेरा। Rahul Gandhi सरकार पर बरसे राहुल गांधी राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,'कृषि मंत्री ने 30 नवंबर को एक सवाल के जवाब में कहा था कि उनके पास किसान आंदोलन (Farmer Protest) में मारे गए किसानों का कोई डाटा नहीं है। मैं ये डाटा आपको देना चाहता हूं और यही चाहता हूं कि किसानों को हक मिले और उनके परिजनों को मुआवजा मिले।' राुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, 'पंजाब सरकार ने अब तक 400 किसानों को पांच लाख रूपए का मुआवजा दिया है। जबकि 152 किसानों को सरकारी नौकरी दी है।' राहुल गांधी ने कहा,'हरियाणा के 70 किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में मारे गए हैं। मैं ये लिस्ट सदन में पेश कर रहा हूं। सरकार कह रही है कि कोई नहीं मरा है, उसे किसानों से माफी मांगनी चाहिए।' राहुल गांधी ने आगे कहा, 'पिछले 12 महीनों से दिल्ली सीमा पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें 700 किसानों ने अपनी जान दी है। हम किसानों को न्याय दिलाना चाहते हैं और अन्य मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं।' इस दौरान कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान की मांग भी की। इसके बाद सरकार के विरोध में NCP और DMK सदन से वॉकआउट कर गये। क्या कहा था सरकार ने? बता दें कि सरकार से लोकसभा में पूछा गया था कि क्या सरकार के पास कोई डाटा है कि आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई है। तब इसके जवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि कृषि मंत्रालय के पास ऐसा कोई डाटा नहीं है कि किसान आंदोलन में कितने किसान मारे गए। ऐसे में किसी भी तरह के मुआवजे का सवाल ही नहीं बनता। तब भी विपक्ष ने सरकार के इस बयान का विरोध किया था। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/goa-assembly-election-2022-congress-senior-leader-and-former-cm-ravi-naik-resigns-as-party-mla-7210979/,"कांग्रेस को बड़ा झटका, गोवा के पूर्व सीएम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज","कांग्रेस को बड़ा झटका, गोवा के पूर्व सीएम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज गोवा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम रवि नाइक ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। नाइक के इस्तीफे के बाद गोवा विधानसभा में कांग्रेस के महज 3 विधायक रह गए हैं। हालांकि अब तक नाइक ने आगे की रणनीतिक को लेकर खुलासा नहीं किया है, राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। नई दिल्ली Published: December 07, 2021 02:44:44 pm नई दिल्ली। अगले वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस ( Congress )की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। खास तौर पर गोवा ( Goa ) में पार्टी के लिए अच्छी खबरें सामने नहीं आ रही हैं। कांग्रेस के एक और कद्दावर नेता ने पार्टी को बड़ा झटका दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ( Ravi Naik ) ने मंगलवार को राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। रवि नाइक का जाना कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। नाइक के पार्टी के पुराने और जमीन से जुड़े नेताओं में गिने जाते थे। आगामी चुनाव से पहले उनका जाना कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकता है। राजनीतिक गलियारों में राम नाइक के कांग्रेस से जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी में जाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही वे बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। यह भी पढ़ेंः Punjab: कैप्टन अमरिंदर ने चंडीगढ़ में खोला पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस ' का पहला दफ्तर, BJP के साथ चुनाव लड़ने का किया एलान गोवा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए एक और खराब खबर सामने आई है। पार्टी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ने राज्य विधानसभा से अपना इस्तीफा दे दिया। हालांकि नाइक ने अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। बता दें कि इसी वर्ष अक्टूबर में, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेरियो ने कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था और बाद में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद ये कांग्रेस के लिए दूसरा बड़ा झटका है। हालांकि देखते ही देखते कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी से किनारा कर लिया है। गोवा विधानसभा में बचे कांग्रेस 3 MLA गोवा विधानसभा में कांग्रेस का कद लगातार घटता जा रहा है। रवि नाइक के इस्तीफे के बाद 40 सदस्यीय विधानसभा में अब कांग्रेस के महज 3 एमएलए यानी विधायक बचे हैं। नाइक के दोनों बेटे पहले से बीजेपी में रवि नाइक के दोनों बेटे पहले से ही भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं। यही वजह है कि अब राम नाइक के भी बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि नाइक बीजेपी के गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामेंगे। अभी सस्पेंस बरकरार नाइक की ओर से अब तक ना तो इस्तीफे को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि की गई है और ना उन्होंने आगामी रणनीतिक को लेकर कोई खुलासा किया है। नाइक ने अपने अगले कदम को लेकर अभी पत्ते खोले नहीं हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में इतना जरूर कहा कि, 'मैं आपको जल्द बताऊंगा कि आगे की योजना क्या है।' बता दें कि नाइक पोंडा सीट से कांग्रेस के विधायक थे। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर को सौंपा। 17 से 3 पर पहुंची कांग्रेस गोवा में हुए 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन समय के साथ पार्टी को दुर्दशा किसी ने छिपी नहीं है। अगले चुनाव से पहले पार्टी के विधायक 17 से घटकर 3 रह गए हैं। यह भी पढ़ेँः नागालैंड में बढ़ी नाराजगी, मुख्यमंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि देने के साथ की AFSPA हटाने की मांग 2017 के चुनावों के बाद, वालपोई विधायक विश्वजीत राणे कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पहले व्यक्ति थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और इस सीट से उपचुनाव जीत लिया। राणे वर्तमान में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं। राणे के बाहर निकलने के तुरंत बाद, कांग्रेस के दो और विधायक - सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे ने बीजेपी में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी। इन दोनों ने बाद में मई 2019 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की। गोवा कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका जुलाई 2019 में लगा, जब उसके 10 विधायकों के एक समूह ने तत्कालीन विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में पार्टी छोड़ दी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/jyotiraditya-scindia-hit-back-at-digvijaya-singh-over-traitor-remark-7209694/,"'मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता', दिग्विजय सिंह के 'गद्दार' वाले बयान पर सिंधिया का पलटवार","'मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता', दिग्विजय सिंह के 'गद्दार' वाले बयान पर सिंधिया का पलटवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार करते हुए कहा, ""मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता जो 'ओसामा को 'ओसामा जी' कहते हैं ।"" नई दिल्ली Published: December 06, 2021 05:51:46 pm केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के 'गद्दार' वाली टिप्पणी पर करारा जवाब दिया है। मध्य प्रदेश के अशोक नगर में सिंधियाँ ने एक रिपोर्टर से कहा, ""मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता जो 'ओसामा को 'ओसामा जी' कहते हैं और कहते हैं कि सत्ता में आते ही अनुच्छेद 370 फिर से बहाल करेंगे।"" सिंधिया ने आगे कहा, ""वो जो कहते हैं वो उनकी मानसिक स्थिति को दर्शाता है। ये जनता तय करेगी कौन गद्दार है और कौन नहीं।"" I don't want to fall to that level... Ppl who called Osama as 'Osama Ji' & say that they’ll restore Art 370 when they come to power…public will decide as to who is a traitor, who isn’t: Jyotiraditya Scindia over reports of Congress leader Digvijaya Singh calling him a “traitor” pic.twitter.com/yfuGNIa4uz — ANI (@ANI) December 6, 2021 दरअसल, दिग्विजय सिंह ने 4 मई 2011 को अपने एक बयान में आतंकी ओसामा बिन लादेन को 'ओसामा जी' कहकर संबोधित किया था। तब भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का अवसर मिल गया था। अब सिंधिया ने अपने इस एक बयान से दिग्विजय सिंह को सांकेतिक शब्दों में देश का 'गद्दार' बता दिया है जो एक आतंकी को 'जी' कहकर सम्बोधित करता है। सिंधिया का करारा जवाब तब सामने आया है जब रविवार को मध्य प्रदेश के विदिशा में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान दिग्विजय सिंह ने सिंधिया पर हमला बोल था। उन्होंने तब कहा था कि “सिंधिया महाराज ने कांग्रेस से सभी प्रकार के लाभ लिए और फिर भाजपा को में शामिल हो गए। इतिहास कभी गद्दार को माफ़ नहीं करता। यदि सिंधिया महाराज ने धोखा नहीं दिया होता, तो कमलनाथ की सरकार बनी रहती!” Scindia (Jyotiraditya) Maharaj took every benefit from Congress and then joined BJP. History never forgets a traitor. Kamal Nath ji’s govt would have been intact if Scindia Maharaj had not betrayed Congress: Congress leader Digvijaya Singh in Vidisha, MP yesterday pic.twitter.com/VpLeU37u2h — ANI (@ANI) December 6, 2021 इससे पहले शनिवार को दिग्विजय सिंह ने सिंधिया को 'गद्दार' कहा था जिसने पार्टी को धोखा दिया और भाजपा में शामिल हो गए। बता दें कि सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब भी दिग्विजय सिंह और उनकी नहीं बनती थी। कमलनाथ जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच गुटबाजी देखने को मिली थी। ये गुटबाजी इतनी बढ़ गई कि सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey Jyotiraditya Scindia Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-captain-amarinder-singh-inaugurates-his-party-office-in-chandigargh-7209560/,"Punjab: कैप्टन अमरिंदर ने चंडीगढ़ में खोला पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस ' का पहला दफ्तर, BJP के साथ चुनाव लड़ने का किया एलान","Punjab: कैप्टन अमरिंदर ने चंडीगढ़ में खोला पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस ' का पहला दफ्तर, BJP के साथ चुनाव लड़ने का किया एलान Punjab कैप्टन अमरिंदर सिंह विधानसभा चुनाव से पहले अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के पहले कार्यालय का उद्घाटन किया। चंडीगढ़ के सेक्टर 9 में कैप्टन ने ऑफिस की शुरुआत की। हालांकि इस दौरान उनके साथ कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आया। लेकिन इस दौरन कैप्टन ने बीजेपी और ढींढसा की पार्टी संयुक्त अकालीदल के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया नई दिल्ली Published: December 06, 2021 04:44:54 pm नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव ( Punjab Assembly Election 2022 ) से पहले प्रदेश में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। कांग्रेस ( Congress ) छोड़ने के बाद अपनी नई राजनीतिक पार्टी शुरू करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ( Amrinder Singh ) ने सोमवार को एक और कदम बढ़ाया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ में अपनी पार्टी ( पंजाब लोक कांग्रेस ) के कार्यालय का उद्घाटन किया। पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही कैप्टन ने भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया। चंडीगढ़ के सेक्टर 9 डी में स्थित दफ्तर का उद्धाटन करने कैप्टन खुद पहुंचे। बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने को लेकर अमरिंदर ने कहा कि उन्होंने इस बारे में अमित शाह से बात की है। हालांकि, सीटों पर समझौता होना बाकी है। यह भी पढ़ेंः Parliament Winter Session: नागलैंड फायरिंग पर लोकसभा में बोले अमित शाह, जांच के लिए SIT की टीम गठित, एक महीने में सौंपेगी रिपोर्ट Punjab polls 2022: Amarinder says seat adjustment with BJP , Sukhdev Singh Dhindsa's party soon Read @ANI Story | https://t.co/dseugyfS6F#PunjabAssemblyPolls pic.twitter.com/H5O2NVB9QP — ANI Digital (@ani_digital) December 6, 2021 पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीतिक गर्मा गई है। कांग्रेस का साथ छोड़ने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को चंडीगढ़ में पहले पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ बीजेपी बल्कि ढींढसा की पार्टी संयुक्त अकाली दल के साथ चुनाव लड़ने की घोषणा भी की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना ही उनका अहम लक्ष्य है। उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी के साथ ये चुनाव लड़ा जाएगा, इसको लेकर अमित शाह से बात भी हुई है, लेकिन अभी सीटों के बंटवारे पर बात होना बाकी है। प्रेसवार्ता में कैप्टन ने कहा कि चुनाव में जीत हासिल करना लक्ष्य है लिहाजा पार्टी जिताऊ या मजबूत उम्मीदवारों को ही टिकट देगी। टिकटों को लेकर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के साथ विस्तार से चर्चा होना बाकी है। यह भी पढ़ेँः प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त बता दें कि शनिवार को अमित शाह ने भी कैप्टन की पार्टी के साथ पंजाब में चुनाव लड़ने को लेकर संकेत दिए थे। ऐसा पहली बार है बीजेपी की ओर से इस तरह का कोई बयान सामने आया। अब तक इशारों में ही वे इस बारे में बात करते आए हैं। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने से पहले वाहेगुरु का आशीर्वाद लिया। कैप्टन ने ट्वीट किया कि 'पंजाब की समृद्धि और सुरक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की, क्योंकि मैं अपने राज्य और इसके लोगों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखने का संकल्प लेता हूं।' पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/after-priyanka-chaturvedi-shahi-tharoor-also-left-sansad-tv-show-till-suspension-of-12-members-of-rajya-sabha-7209306/,"प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त","प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर विरोध करते नजर आ रहे हैं। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के बाद शशि थरूर ने भी बड़ा फैसला लेते हुए सोमवार को संसद टीवी के प्रमुख कार्यक्रम 'टू दि पॉइंट' की एकरिंग नहीं करने का फैसला लिया है। नई दिल्ली Published: December 06, 2021 01:09:57 pm नई दिल्ली। राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा थमता नजर नहीं आ रहा है। पहले सदनों में विपक्ष का विरोध, फिर प्रदर्शन और अब सांसदों ने इस निलंबन के खिलाफ अलग ही रुख अख्तियार कर लिया है। एक दिन पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद टीवी से इस्तीफा दे दिया तो अब उनके बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी बड़ा फैसला लिया है। शशि थरूर ने भी संसद टीवी के शो की होस्टिंग करने से इनकार कर दिया है। दरअसल मानसून सत्र से 12 सांसदों के निलंबन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी संसद टीवी से शो की होस्टिंग छोड़ दी है। उन्होंने कहा कि जब तक निलंबन रद्द नहीं हो जाता वे संसद टीवी के किसी भी शो की एंकरिंग नहीं करेंगे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: नागालैंड में गोलीबारी की घटना पर सरकार तोड़ेगी चुप्पी, दोनों सदनों में बयान देंगे अमित शाह pic.twitter.com/WzXu8B3Rrm — Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 6, 2021 तिरुवनंतपुरम कांग्रेस सांसद शशि थरूर लंबे समय से संसद टीवी के शो 'टू द पॉइंट' को होस्ट करते आ रहे हैं, लेकिन अब वे इस शो की होस्टिंग करते नहीं दिखाई देंगे। दरअसल शशि थरूर ने इस शो की एकरिंग से खुद को अलग कर लिया है। इसको लेकर बकायदा शशि थरूर ने एक ट्विट भी किया। इस ट्वीट में उन्होंने वो लेटर साझा किया गया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द होने और संसद की कार्यवाही में द्विदलीय भावना प्रतिबिंबित होने तक वह ‘संसद टीवी’ पर कार्यक्रम की मेजबानी नहीं करेंगे। कांग्रेस सांसद ने कहा कि, 'मेरा मानना था कि एक शो की मेजबानी के लिए संसद टीवी के निमंत्रण को स्वीकार करना भारत के संसदीय लोकतंत्र की सर्वोत्तम परंपराओं में था। ये इस सिद्धांत की पुष्टि करता है कि हमारे राजनीतिक मतभेद हमें संसद सदस्यों के रूप में विभिन्न संसदीय संस्थानों में पूरी तरह से भाग लेने से नहीं रोकते हैं।' यह भी पढ़ेँः ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने दिया झटका, सामना में बताया- विपक्ष के लिए UPA जरूरी प्रियंका चतुर्वेदी भी दे चुकी इस्तीफा थरूर से पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी संसद टीवी के कार्यक्रमों से खुद को अलग कर लिया। प्रियंका चतुर्वेदी संसद टीवी के कार्यक्रम 'मेरी कहानी' की एंकरिंग कर रही थी, जिससे उन्होंने इस्तीफा दे दिया। दरअसल चतुर्वेदी राज्यसभा के उन 12 सदस्यों में शामिल हैं, जिन्हें सदन में अनुशासन हीनता और अशोभनीय आचरण के चलते सत्र की शेष अवधि के लिए 29 नवंबर को निलंबित कर दिया गया था। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-today-06-12-2021-amit-shah-share-statement-on-nagaland-firing-7209110/,"Parliament Winter Session: नागालैंड फायरिंग पर लोकसभा में बोले अमित शाह, जांच के लिए SIT की टीम गठित, एक महीने में सौंपेगी रिपोर्ट","Parliament Winter Session: नागालैंड फायरिंग पर लोकसभा में बोले अमित शाह, जांच के लिए SIT की टीम गठित, एक महीने में सौंपेगी रिपोर्ट Parliament Winter Session नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में शनिवार को सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। यही नहीं सेना के मुताबिक इस दौरान एक सैन्यकर्मी की भी शहीद हो गया था, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद से ही विपक्ष सरकार को घेर रही थी। अब सरकार इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ रही है। खुद गृहमंत्री इस घटना के बाद सरकार के कदमों को लेकर अपना बयान साझा करेंगे। नई दिल्ली Updated: December 06, 2021 04:37:10 pm नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) जारी है। सरकार इस सत्र में विपक्ष को तमाम सवालों और वार पर पलटवार कर रही है। फिर चाहे वो किसान से जुड़ा मुद्दा हो या फिर महंगाई। विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे आरोपों और दागे जा रहे सवालों का जवाब दिया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) नागालैंड ( Nagaland ) में हुई गोलीबारी की घटना पर अपना बयान दिया। गृहमंत्री अमित शाह ने नागालैंड फायरिंग को लेकर लोकसभा में कहा कि, मौजूदा समय में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि, भीड़ के हिंसा करने पर सुरक्षाबलों को फायरिंग करनी पड़ी। एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो 1 माह में जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी। दरअसल, नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में शनिवार को सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। यही नहीं सेना के मुताबिक इस दौरान एक सैन्यकर्मी की भी शहीद हो गया था, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद से ही विपक्ष सरकार को घेर रही थी। अब सरकार इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ रही है। खुद गृहमंत्री इस घटना के बाद सरकार के कदमों को लेकर अपना बयान साझा करेंगे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस, TMC समेत 6 पार्टियों ने राज्यसभा से किया वॉकआउट As a result, one jawan of the security forces died; many other jawans injured. Security forces had to resort to firing for self-defence & to disperse crowd. This caused death of 7 more civilians, some others injured. Local admn-Police tried to bring the situation to normalcy: HM pic.twitter.com/BauwQn2MXl — ANI (@ANI) December 6, 2021 गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- 250लोगों की उज्जवलित भीड़ ने मोन जिले में तोड़फोड़ करने के साथ आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इसके जवाब में सुरक्षाबलों को भीड़ को तितर बितर करने के लिए गोली चलानी पड़ी। पूरी घटना पर सेना ने दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि सेना ने संदिग्ध समझकर गोलियां चलाई थीं। इस फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई थी। शाह ने कहा कि 21 पैरा कमांडो को सूचना मिली थी कि मोन जिले के तिरु इलाके में संदिग्ध विद्रोहियों की आवाजाही हो सकती है, इसी आधार पर 21 कमांडो ने संदिग्ध इलाके में घात लगाकर हमला किया। शनिवार शाम को जब एक वाहन वहां पहुंचा, तो उसे रुकने का इशारा किया गया लेकिन उसने रुकने के बजाय भागने की कोशिश की। ऐसे में सेना ने संदिग्ध होने की आशंका में फायरिंग की जिसमें 6 लोग मारे गए। गृहमंत्री ने कहा कि, इलाकों को पूरे दिन मॉनिटर किया गया। गृहमंत्रालय की ओर से तत्कार संज्ञान लेते हुए हर मोमेंट पर नजर रखी जा रही है। सरकार स्थिति पर सूक्षमता से नजर रख रही है। अमित शाह ने किया मैंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री बातचीत की है। भविष्य में किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो, इसको लेकर अतिरिक्त सुरक्षा बल मुहैया करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि, भारत सरकार नागालैंड में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अत्यंत खेद व्यक्त करती है। लोकसभा में केजरीवाल सरकार की शराब नीति का मसला उठा। इसको लेकर बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की योजना है कि वो शराब के ठेकों से 10 हजार करोड़ की एक्साइज ड्यूटी वसूल करेगी। उन्होंने कहा, केजरीवाल ने कहा है कि वो पंजाब में नशाबंदी करेंगे और दिल्ली में खुद ही नशे को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि इससे घरेलू हिंसा नहीं बढ़ेगी। संसद में लहराया शराब का डिब्बा प्रवेश वर्मा लोकसभा में ब्लैकलेवेल शराब का डब्बा लेकर पहुंचे और प्रश्नकाल में उन्होंने संसद के अन्दर उसको लहराते हुए दिल्ली सरकार पर शराब को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। बीजेपी सांसद ने कहा कि, राजधाना में 824 नए शराब दुकान खोले जा रहे। शराब खरीदने और पीने की आयु 25 से घटाकर 21 कर दी, महिलाओं के लिए पिंक बार खुलवा रहे हैं। अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए केजरीवाल सरकार दिल्ली का भविष्य बर्बाद करना चाहती है। Winter session: Amit Shah to give statement on Nagaland firing incident in both Houses of Parliament Read @ANI Story | https://t.co/laddJsqmm6#Parliament #NagalandFiring pic.twitter.com/FsUjXWzdUD — ANI Digital (@ani_digital) December 6, 2021 संसद के शीतलकालीन सत्र के दौरान सोमवार का दिन काफी अहम है। इस दिन गृहमंत्री अमित शाह संसद को दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में नागालैंड हिंसा को लेकर अपना बयान देंगे। अमित शाह ये बयान दोपहर 3 बजे देंगे। लोकसभा में नागालैंड फायरिंग का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, सरकार इतनी बड़ी घटना पर चुप्पी साधकर बैठी है। इस मसले पर सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिे। नागालैंड घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि मोन जिले में सुरक्षा बलों ने शनिवार शाम को एक कोयला खदान में काम करने के बाद घर लौट रहे कम से कम 14 दिहाड़ी मजदूरों पर गोलियां चला दी। प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट के उग्रवादियों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सेना के जवानों ने एक पिकअप ट्रक पर गोलियां चलाईं, जिसमें मजदूर यात्रा कर रहे थे। वहीं नगालैंड सीएम नेफ्यू रियो ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने का आश्वासन दिया है और समाज के सभी वर्गों के लोगों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया है। यह भी पढ़ेँः भारत में तेजी से पैर पसार रहा Omicron, 4 दिन में पांच राज्यों से 21 मामले आए सामने, दोनों डोज लेने वाले भी संक्रमित उधर..सैन्य गोलीबारी की घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ प्रदर्शन करने के लिए टीएमसी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को प्रदेश का दौरा करेगा। TRS सांसद की मांग,MSP पर हो चर्चा लोकसभा में तेलंगाना राष्ट्र समिति( TRS ) सांसद नामा नागेश्वर राव ने स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा है। इस नोटिस के जरिए टीआरएस सांसद ने न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP ) के लिए खाद्यान्न खरीद और कानूनी गारंटी पर राष्ट्रीय नीति पर चर्चा कराए जाने की मांग की है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-rahul-gandhi-target-over-gov-on-nagaland-incident-7208175/,"नगालैंड हिंसा को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल, लोग सुरक्षित क्यों नहीं हैं?","नगालैंड हिंसा को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल, लोग सुरक्षित क्यों नहीं हैं? नगालैंड हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने पूछा कि आखिर आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित क्यों नहीं हैं, गृह मंत्रालय क्या कर रहा है। नई दिल्ली Published: December 05, 2021 06:55:41 pm नई दिल्ली। नगालैंड हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए पूछा कि आखिर क्या वजह है कि आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित क्यों नहीं हैं। सरकार को इस बारे में जवाब देना चाहिए, आखिर गृह मंत्रालय क्या कर रहा है। congress leader rahul gandhi target over gov on nagaland incident इसके साथ ही राहुल गांधी ने तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी और एआईएमआईएम नेता असदउद्दीन ओवैसी ने भी सवाल उठाए हैं। जानकारी के मुताबिक बीती रात नगालैंड में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई आम लोगों के मारे गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगालैंड पुलिस ने बताया कि राज्य के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस बारे में ज्यादा जानकारी जल्द ही सामने आ जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस घटना की जांच जारी है, जिससे यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है। इस घटना के बाद हुई हिंसा में एक सैनिक की भी मौत हो गई थी। वहीं इस घटना को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताते हुए केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि यह घटना दिल दुखाने वाली है। देश में आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी सुरक्षित क्यों नहीं है। राहुल गांधी ने इस संबंध में सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को सही-सही जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है, जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं। This is heart wrenching. GOI must give a real reply. What exactly is the home ministry doing when neither civilians nor security personnel are safe in our own land?#Nagaland pic.twitter.com/h7uS1LegzJ — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2021 यह भी पढ़ें: दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन मरीज की कैसी है तबीयत, डॉक्टरों ने बताए लक्षण, ऑक्सीजन लेवल कांग्रेस इस घटना को लेकर सरकार पर हमलावर है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा नगालैंड से आई दुखद खबर बेहद परेशान करने वाली है। उत्तर पूर्व में बार-बार हिंसा की घटनाएं कानून-व्यवस्था बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने में मोदी सरकार की विफलता का संकेत हैं। कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार हमारे नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ क्यों है। गौरतलब है कि बीती रात गश्त लगा रही सेना की एक टुकड़ी ने काम ख़त्म कर घर लौट रहे लोगों पर लोगों पर गोलियां चलाईं। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद घटना से नाराज स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हुई। इस झड़प में 7 अन्य आम नागरिकों सहित सेना के एक जवान की मौत हो गई। बता दें कि नगालैंड में सेना बीते कई सालों से उग्रवाद की समस्या से जूझ रही है। यहां लोग सेना पर अपने अभियानों में स्थानीय लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाते रहे हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mehbooba-mufti-praises-atal-bihari-vajpayee-on-article-370-and-balakot-7206792/,"महबूबा मुफ्ती ने की अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ, कहा- उन्होंने राजधर्म निभाया, चाहते तो हजार 'बालाकोट' कर देते","महबूबा मुफ्ती ने की अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ, कहा- उन्होंने राजधर्म निभाया, चाहते तो हजार 'बालाकोट' कर देते महबूबा मुफ्ती ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा। पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी एक महान नेता थे। अगर वो चाहते तो हजार बालाकोट कर देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। नई दिल्ली Updated: December 04, 2021 09:22:53 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा। पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी एक महान नेता थे। अगर वो चाहते तो हजार बालाकोट कर देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। Mehbooba Mufti praises Atal Bihari Vajpayee on article 370 and balakot महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा नहीं किया और उन्होंने राजधर्म निभाया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर को दिल की नजरों से देखा, लेकिन मौजूदा सरकार गोडसे का कश्मीर बनाना चाहती है। जो कश्मीर के लोगों को कतई स्वीकार नहीं है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेयी पाकिस्तान गए, उन्होंने वहां की हूर्रियत से बात की। वाजपेयी जी ने परवेज मुशर्रफ को बुलाया। संसद चली, बात हुई। इसको लेकर अटल बिहारी वाजपेयी की काफी अलोचना भी हुई। लोगों ने कहा कि वो पाक से एक भी गोली दागे बिना चला आया। शायद यही वजह रही कि अगले चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यह भी पढ़ें: कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का सवाल- मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस या बोको ***** वाले थे? पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भले चुनाव हार गए, हम उन्हें सलाम करते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी का सीना 56 इंच का नहीं, 67 इंच का है। वाजपेयी जी ने अनुच्छेद 370 और 35 ए का मुद्दा भी उठाया और ये भरोसा भी दिया कि जम्मू कश्मीर को ये विशेषाधिकार लौटाने पड़ेंगे। गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद स्थिति और भी खराब हो गई है। हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया गया है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-salman-khurshid-ask-who-set-fire-in-my-house-7206543/,कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का सवाल- मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे?,"कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का सवाल- मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे? कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने एक बार फिर से अपनी किताब को लेकर हुए विवाद का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे। नई दिल्ली Published: December 04, 2021 06:20:41 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने एक बार फिर से अपनी किताब को लेकर हुए विवाद का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि एक किताब को लेकर कुछ लोगों ने मुझे जान से मारने की धमकियां दीं। यहां तक की मेरे घर में पत्थरबाजी और आगजनी की। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे। congress leader salman khurshid ask who set fire in my house दरअसल, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद आज एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उनसे उनकी किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या' को लेकर सवाल पूछा गया। सलमान खुर्शीद से पूछा गया कि जब आपने यह किताब लिखी थी तो आपको अंदाजा भी था कि इस किताब को लेकर आग लग जाएगी। आग बुझाने के लिए लिखी थी किताब इसके जवाब में सलमान खुर्शीद ने कहा कि देश में आग तो पहले से ही लगी हुई है, जिसे बुझाना बहुत जरूरी हो गया है। इस किताब को लिखने का मकसद आग को बुझाना है। इसलिए किताब लिखी है, अगर लोगों को नहीं मालूम की सूर्योदय क्या होता है तो मुझे बहुत बहुत कष्ट होगा। मैंने किताब का टाइटल सनसेट नहीं किया, मैंने अपनी किताब में अंधकार की बात नहीं की। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने अपनी किताब में एक उम्मीद की बात कही। अगर उनमान ये है- लिफाफे पर क्या लिखा है तो ये समझ लीजिए तो बात समझ में आ जाएगी। इस दौरान कांग्रेस नेता ने हिंदुत्व पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व एक वे ऑफ लाइफ है। एक जीने की पद्धति है, लेकिन धर्म में परिवर्तन करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि वे ऑफ लाइफ में परिवर्तन हुए हैं और हो सकता है। यही नहीं देश में और विश्व में भी परिवर्तन हुए हैं, इस्लाम में हुए हैं, क्रिश्चनिटी में हुए हैं, हिंदुत्व में भी लोग परिवर्तन कर रहे हैं, ये अच्छी बात नहीं है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमने किताब में समान नहीं कहा सिमिलर कहा है। किस बात में परिवर्तन हो रहा है वो इस बात में हो रहा है कि उन्होंने भी किया है और इन्होंने भी किया है। यह भी पढ़ें: Omicron वेरिएंट को लेकर महाराष्ट्र में खास तैयारी, हर दिन चेकअप, 7वें दिन RT-PCR, BMC ने जारी की नई गाइडलाइन इस दौरान कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि मेरा इस किताब का लक्ष्य जोड़ने का है आपस में दूरी कम का है। उन्होंने सवाल किया मेरे घर में आग जिसने लगाई क्या वो आईएस वाला था, वो बोको ***** वाला था। कांग्रेस नेता ने पूछा अगर वो हिंदुत्व का नहीं था तो मेरा घर किसने जलाया ये जवाब दे दें। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता ने बीते दिनों एक किताब लिखा है। जिसको लेकर खूब विवाद हुआ, सलमान खुर्शीद को धमकियां मिलीं। इसके साथ ही कुछ संगठनों ने उनके घर में पत्थरबाजी और आगजनी भी की। हिंदु संगठनों का आरोप है कि सलमान ने अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठनों से की है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-open-for-an-alliance-with-amarinder-for-punjab-polls-amit-shah-7206424/,"पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भाजपा बना रही बड़ी रणनीति, अमित शाह ने दिये संकेत","पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भाजपा बना रही बड़ी रणनीति, अमित शाह ने दिये संकेत गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'हम कैप्टन साब (अमरिंदर सिंह) के साथ-साथ (पूर्व अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा) ढींडसा साहब से बात कर रहे हैं। संभव है कि हमारा दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन हो। हम दोनों पक्षों से सकारात्मक सोच के साथ बात कर रहे हैं।' नई दिल्ली Published: December 04, 2021 06:14:17 pm पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा कैप्टन अमरिंदर सिंह और अकाली दल से अलग हुए सुखदेव सिंह ढींढसा के साथ आने के लिए तैयार है। गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं इसके संकेत दिए हैं कि वो पहले ही दोनों नेताओं के संपर्क में है, और गठबंधन को लेकर रणनीति बना रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पंजाब चुनाव पर कहा, 'हम कैप्टन साब (अमरिंदर सिंह) के साथ-साथ (पूर्व अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा) ढींडसा साहब से बात कर रहे हैं। संभव है कि हमारा दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन हो। हम दोनों पक्षों से सकारात्मक सोच के साथ बात कर रहे हैं।' स्पष्ट है भाजपा पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए बड़ी रणनीति पर काम कर रही है। अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह के साथ आने से भाजपा को बढ़त मिली है। पहले ही अमरिंदर सिंह पंजाब में एक लोकप्रिय चेहरा हैं और अब सुखदेव सिंह के साथ आने से अकाली दल के वोट बैंक में भी भाजपा सेंध लगा सकती है। हालांकि, अमित शाह ने इशारों-इशारों में साफ कर दिया है कि इस बार अकाली दल के साथ कोई गठबंधन नहीं किया जाएगा। शाह ने ये भी कहा कि 'पंजाब में मेरिट और विकास के आधार पर चुनाव लड़ा जाएगा।' कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भी जारी किसान आंदोलन पर शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने बड़ा दिल दिखाया है। उन्होंने कहा, ""मुझे नहीं लगता कि किसानों का आंदोलन अभी भी वहां कोई बड़ा मुद्दा है..प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मांग को मान कर अपना बड़ा दिल दिखाया है और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की है।"" गौरतलब है कि पंजाब में सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस अभी आंतरिक कलह से जूझ रही है। अमरिंदर सिंह पार्टी से अलग हो चुके हैं और उन्होंने कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भाजपा से हाथ मिलाने के संकेत दिए थे। अकाली दल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पहले ही पंजाब चुनावों के लिए नए-नए दांव चल रहे हैं। अब भाजपा का अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह के साथ जाना चुनावी समीकरण पर कितना प्रभाव डालेगा देखना दिलचस्प होगा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey अमित शाह Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/odisha-assembly-speaker-sn-patra-adjourns-house-7206270/,"ममिता मेहर हत्याकांड को लेकर चौथे दिन भी हंगामा, ओडिशा विधानसभा कार्यवाही स्थगित","ममिता मेहर हत्याकांड को लेकर चौथे दिन भी हंगामा, ओडिशा विधानसभा कार्यवाही स्थगित ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र जबसे शुरू हुआ है हंगामा देखने को मिल रहा है। आज प्रश्नकाल के दौरान भी विरोधी दलों ने मेहर हत्याकांड का मुद्दा उठाया और हंगामा किया। नई दिल्ली Published: December 04, 2021 03:38:49 pm ओडिशा विधानसभा में इन दिनों ममिता मेहर हत्याकांड के कारण कार्यवाही मुश्किल हो गई है। इस हंगामे के कारण आज लगातार चौथे दिन भी विधानसभा की कार्यवाही 4 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। #Watch | Odisha Assembly Speaker SN Patra adjourns House till 4PM after ruckus over Mamita Meher murder case. Congress MLAs protest against State Home Min, demand his resignation. Congress's Tara Bahinipati dons priest avatar & conducts symbolic rituals (Source: Odisha Assembly) pic.twitter.com/ymTqwjXunI — ANI (@ANI) December 4, 2021 दरअसल, ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र जबसे शुरू हुआ है हंगामा ही देखने को मिल रहा है। आज प्रश्नकाल के दौरान भी विरोधी दलों ने मेहर हत्याकांड का मुद्दा उठाया और हंगामा किया। कई तो विधानसभा अध्यक्ष के पोडियम के पास आकर घंटा बजाने लगे और नारेबाजी के साथ पोस्टर दिखाने लगे। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सभी से कई बार शांत होने का अनुरोध किया, परंतु किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। हंगामे को बढ़त देख अध्यक्ष ने कार्यवाही को अपराह्न 4 बजे तक के लिए टाल दिया है और कहा कि विधानसभा में नाटक के लिए कोई स्थान नहीं है। इस हंगामे पर कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने कहा है कि शिक्षिका ममिता मेहर हत्याकांड में जिस दिव्य शंकर मिश्रा का कनेक्शन सामने आया है, वो विधानसभा में आ रहे हैं, और हम ऐसा नहीं होने देंगे। कांग्रेस और भाजपा के विरोध को बीजद विधायिका स्नेहांगिनी छुरिया ड्रामा करार दिया है। बता दें कि ममिता मेहर की हत्या में गृह राज्य मंत्री दिव्य शंकर मिश्रा के कनेक्शन को लेकर विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। ओडिशा के कालाहांडी जिले के महालिंग सनसाइन पब्लिक स्कूल की शिक्षिका ममिता मेहेर की हत्या का आरोप स्कूल के अध्यक्ष गोविन्द साहू पर लगा है। जांच में सामने आया है कि साहू और मिश्रा के बीच घनिष्ठ संबंध हैं। ऐसे में मिश्रा को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग तेज हो गई है। वहीं बीजद का कहना हो कि वो मामले की जांच कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी को भी न बख्शा जाए। Odisha saw a huge rise in crimes against women in the past dozen years due to its ruling party's criminality. Now another minister implicated, in the murder of a woman teacher of a school where girls were allegedly being exploited Will national media cover this?#JusticeForMamita pic.twitter.com/7mWTWuenka — Baijayant Jay Panda (@PandaJay) October 19, 2021 पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-modi-inaugurate-and-lay-foundation-stone-of-18-thousand-crore-schemes-uttarakhand-addressed-rally-7206197/,"PM Modi ने उत्तराखंड को दी 18 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं की सौगात, बोले- विकास की गंगा बहा रही डबल इंजन की सरकार","PM Modi ने उत्तराखंड को दी 18 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं की सौगात, बोले- विकास की गंगा बहा रही डबल इंजन की सरकार PM Modi ने Uttarakhand में 18 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान परेड ग्राउंड पर रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने डबल इंजन वाली सरकार के फायदे गिनाए। उन्होंने कहा अटल सरकार के दौरान देश में कनेक्टिविटी का महायज्ञ शुरू हुआ, लेकिन उनके बाद 10 वर्षों तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर सिर्फ घपले और घोटाले हुए अब डबल इंजन के साथ दोगुना गति से विकास हो रहा है। नई दिल्ली Published: December 04, 2021 02:35:44 pm नई दिल्ली। तीन महीने में तीसरी बार उत्तराखंड ( Uttarakhand ) पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने परेड ग्राउंड में रैली के संबोधित करते हुए कहा कि, इस क्षेत्र का विकास भव्य स्वरूप ले ये डबल इंजन की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी भावना से बीते 5 वर्षों में उत्तराखंड के विकास के लिए केंद्र सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक परियोजनाएं स्वीकृत की हैं। यहां की सरकार इन योजनाओं को तेजी से जमीन पर उतार रही है। इसी को आगे बढ़ाते हुए आज 18 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने कहा कि, इनमें कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, संस्कृति, तीर्थाटन, बिजली और बच्चों के लिए विशेष तौर पर बना चाइल्ड फ्रैंडली सिटी प्रोजेक्ट प्रमुख रूप से शामिल हैं। यह भी पढ़ेंः संतों की मांगों के आगे झुकी उत्तराखंड सरकार, सीएम धामी ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने का किया ऐलानपीएम मोदी बोले- मैंने केदारनाथ की पवित्र धरती से कहा था, फिर दोहरा रहा हूं..ये परियोजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी। जो लोग पूछते हैं डबल इंजन की सरकार का फायदा क्या है, वो देख सकते हैं कि ये सरकार उत्तराखंड में विकास की गंगा बहा रही है। इस शताब्दी की शुरुआत में पूर्व पीएम अटल बिहारी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था, लेकिन उनके बाद 10 साल ऐसी सरकार रही, जिसने देश का उत्तराखंड का बहुमूल्य समय व्यर्थ कर दिया। 10 वर्षों तक इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले और घपले हुए। इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आगे भी करेंगे। भारत 100 लाख करोड़ रुपए के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है। बिना तैयारी के फीता काटने वाले तौर तरीकों को पीछे छोड़कर भारत आगे बढ़ रहा है। 21वीं सदी में भारत में कनेक्टिविटी का महायज्ञ चल रहा है। इस देवभूमि में श्रद्धालु भी आते हैं, उद्यमी भी आते हैं, प्रकृति प्रेमी सैलानी भी आते हैं। चारधाम और फेदर रोड परियोजना के तहत देव प्रयास से श्रीकोट और ब्रह्मपुरी से कोडियाला की परियोजना का शिलान्यास किया गया है। क्या बोले सीएम पुष्कर धामी? इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, उत्तराखंड विकास के रास्ते पर अग्रसर है। ' मुझे भरोसा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हम जल्द देश के सर्वश्रेष्ठ राज्य बनेंगे' सीएम धामी ने काह कि बीते 5 वर्ष में प्रदेश में 1 करोड़ लाख रुपए से भी ज्यादा लागत से कई परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। जो विकासपथ पर आगे बढ़ने में बड़ी भूमिकाएं निभाएंगी। उन्होंने कहा सेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा हुआ है। अब गोली का जवाब गोली से दिया जाता है। यह भी पढ़ेँः Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला इन योजनाओं को हरी झंडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड दौरे पर जिन योजनाओं को हरी झंडी दिखाई उनमें... - केदारनाथ पुननिर्माण और चारधाम को जोड़ने वाली ऑल वेदर रोड उनके ड्रीम प्रोजेक्ट भी शामिल हैं। - उत्तराखंड को एक और मेडिकल कॉलेज की सौगात देंगे। 538 करोड़ रुपए की लागत से कुंभनगरी हरिद्वार में आधुनिक मेडिकल कॉलेज बनेगा। - बताया जा रहा है कि इस योजना से युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी। - दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास। इसके बनने के बाद दिल्ली से देहरादून तक की दूरी 2 घंटे में पूरी होगी - 1695 करोड़ रुपए की लागत से पौंटा साहिब से बल्लूपुर चौक तक सड़क बनेगी। - 50 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के निर्माण से हिमाचल प्रदेश से देहरादून तक का सफर सरल और सुविधायुक्त होगा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा नरेन्द्र मोदी Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/shiv-sena-big-setback-to-mamata-banerjee-says-in-saamana-opposition-nee-upa-7206062/,"ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने दिया झटका, सामना में बताया- विपक्ष के लिए UPA जरूरी","ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने दिया झटका, सामना में बताया- विपक्ष के लिए UPA जरूरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने बड़ा झटका दिया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना मोदी और उनकी प्रवृत्ति की सोच वाले दलों को लेकर तो समझ आती है लेकिन बीजेपी विरोधी प्रवृत्ति दल भी ऐसी सोच रखें ये सही नहीं है। विपक्ष को UPA की जरूरत है नई दिल्ली Published: December 04, 2021 12:52:50 pm नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस ( Trinamool Congress ) प्रमुख और पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) पिछले कुछ दिनों से एक खास मिशन पर है। इस मिशन के तहत ममता बनर्जा विपक्षी दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर रही थी। इस मुलाकात के पीछे ममता की मंशा विपक्ष का चेहरा बनने की थी। लेकिन ममता की इस मंशा को जोर का झकटा लगा है और ये झटका दिया है शिवसेना ने। शिवसेना ( Shivsena ) ने अपने मुखपत्र सामना ( Saamana ) में लिखा है कि, विपक्ष को यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस यानी UPA की जरूरत है। दरअसल ममता बनर्जी हाल में मुंबई के दौरे पर थी। इस दौरे पर ममता ने शिवसेना और राष्ट्रवाती कांग्रेस पार्टी के प्रमुखों से मुलाकात की। इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं थी कि ममता बनर्जी 2024 में होने वाला आम चुनाव में विपक्ष का चेहरा बनने की तैयारी कर रही हैं। यह भी पढ़ेँः Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त देने के बाद से ही ममता बनर्जी के हौसले बुलंद है। यही नहीं अब वे विपक्ष का चेहरा बनने का सपना भी संजो रही हैं। यही वजह है कि ममता लगातार इस मिशन जमीनी और मुलाकातों के जरिए अंजाम देने में जुटी है। एक तरफ ममता बनर्जी कांग्रेस समेत अन्य दलों को नेताओं को पार्टी में शामिल कर टीएमसी के विस्तार में जुटी है वहीं दूसरी तरफ वे विपक्ष दलों के प्रमुखों से मुलाकात अपने पक्ष में माहौल बनाने की भी कोशिशें कर रही हैं। इसी कड़ी में हाल में ममता बनर्जी मुंबई पहुंची और शिवसेना एवं रांकपा प्रमुखों से मुलाकात की। लेकिन इनकी इस कोशिश को शिवसेना ने बड़ा झटका दिया है। शिवसेना ने मुखपत्र ‘सामना’ (Saamana) में एक लेख में लिखा है ममता बनर्जी के मुंबई (Mumbai) दौरे के कारण विपक्षी दलों (Opposition) की हलचलों में गति आई है। कम-से-कम शब्दों के हवा के बाण तो छूट रहे हैं। अपने-अपने राज्य और टूटे-फूटे किले संभालने के एक साथ इस पर तो कम-से-कम एकमत होना जरूरी है। इस एकता का नेतृत्व कौन करे यह आगे का मसला है। सामना में लिखा- पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बाघिन की तरह लड़ीं और जीतीं। ममता ने मुंबई में आकर राजनैतिक मुलाकात की। ममता की राजनीति काग्रेंस उन्मुख नहीं है। बंगाल से उन्होंने कांग्रेस, वामपंथी और बीजेपी का सफाया कर दिया। यह सच है फिर भी कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से दूर रखकर सियासत करना यानी मौजूदा ‘फासिस्ट’ राज की प्रवृत्ति को बल देने जैसा है। सामना ने एक तरफ ममता को झटका दिया तो दूसरी तरफ कांग्रेस को भी राहत दी। शिवसेना ने सामने में लिखा कि कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो, ऐसा मोदी और उनकी पार्टी को लगना तो समझ में आता है, लेकिन मोदी और उनकी प्रवृत्ति के विरुद्ध लड़नेवालों को भी कांग्रेस खत्म हो, ऐसा लगना यह सबसे गंभीर खतरा है। पिछले दस वर्षों में कांग्रेस पार्टी का पिछड़ना चिंता का कारण है। फिर भी उतर रही गाड़ी को ऊपर चढ़ने नहीं देना है और कांग्रेस की जगह हमें लेना है यह मंसूबा घातक है। यह भी पढ़ेँः लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा कांग्रेस को अपनों से ज्यादा खतरा सामना में आगे लिखा कि, कांग्रेस को दूसरों के साथ-साथ अपनों से ज्यादा खतरा है। उनके अपने लोग भी उनका गला दबा रहे हैं। इसमें उन्होंने अमरिंदर और गुलाम नबी आजाद जैसे दिग्गज नेताओं का भी जिक्र किया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-congress-other-political-parties-get-rs-1100-crore-during-election-7205592/,"5 राज्यों के चुनाव में BJP, कांग्रेस समेत 19 दलों ने कमाए 1100 करोड़ रुपए, चुनाव प्रचार पर किया जमकर खर्च, रिपोर्ट में हुआ खुलासा","5 राज्यों के चुनाव में BJP, कांग्रेस समेत 19 दलों ने कमाए 1100 करोड़ रुपए, चुनाव प्रचार पर किया जमकर खर्च, रिपोर्ट में हुआ खुलासा भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सहित 19 राजनीतिक दलों ने साल 2021 में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनावों के दौरान 1,100 करोड़ से अधिक रुपए हासिल किए थे। वहीं इन दलों ने चुनावों में करीब 500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च भी किए हैं। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 11:37:46 pm नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सहित 19 राजनीतिक दलों ने साल 2021 में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनावों के दौरान 1,100 करोड़ से अधिक रुपए हासिल किए थे। वहीं इन दलों ने चुनावों में करीब 500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च भी किए हैं। जानकारी के मुताबिक इनमें से एक बड़ा हिस्सा स्टार प्रचारकों के लिए विज्ञापनों और यात्रा में खर्च हुआ। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। bjp congress other political parties get rs 1100 crore during election रिपोर्ट के मुताबिक असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को सबसे ज्यादा 611.69 करोड़ रुपए हासिल हुए थे। वहीं पार्टी ने चुनाव में 252 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर, भाजपा ने मीडिया में विज्ञापन सहित प्रचार पर 85.26 करोड़ रुपए और स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा पर 61.73 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। वहीं अगर देश की सबसे पुरानी पार्टी यानि कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस को इन चुनावों के दौरान 193.77 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई। वहीं पार्टी ने चुनाव प्रचार में 85.62 करोड़ रुपए खर्च किए। जानकारी के मुताबिक इसमें प्रचार पर 31.45 करोड़ रुपए खर्च हुए और यात्रा पर 20.40 रुपए खर्च हुए। वहीं सबसे ज्यादा पैसे हासिल करने के मामले में तीसरे नंबर पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) रही। पार्टी को 134 करोड़ रुपए की रकम मिली। जबकि द्रमुक ने कुल 114.14 करोड़ रुपए खर्च किए। इसमें प्रचार पर 52.144 करोड़ रुपए और अपने स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा के लिए 2.41 करोड़ रुपए खर्च किए। यह भी पढ़ें: स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा,ओमिक्रॉन वेरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो भारत में ला सकते हैं कोरोना की तीसरी लहर रिपोर्ट के मुताबिक अन्य पार्टियों जैसे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को कुल 79.24 करोड़ रुपए, तृणमूल कांग्रेस को 56.32 करोड़ रुपए, अन्नाद्रमुक को 14.46 करोड़ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को 8.05 करोड़ रुपए हासिल हुए। जिनमें से काफी रकम चुनाव प्रचार में खर्च की गई। रिपोर्ट की मानें तो असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों के दौरान 2021 में 19 राजनीतिक दलों द्वारा धन 1,116.81 करोड़ रुपए एकत्र किया गया था। जबकि चुनाव प्रचार में खर्च 514.30 करोड़ रुपए खर्च किया गया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय जनता पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-say-we-have-list-death-farmer-gov-should-pay-compensation-7205042/,"राहुल गांधी का सरकार पर हमला, कहा- हमारे पास है मारे गए किसानों की लिस्ट, सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही शर्म","राहुल गांधी का सरकार पर हमला, कहा- हमारे पास है मारे गए किसानों की लिस्ट, सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही शर्म राहुल गांधी का कहना है कि जब पीएम मोदी ने कृषि कानून लाने को अपनी गलती मान लिया है तो शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म किस बात की है। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 07:01:20 pm नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों अब रद्द हो गए हैं। बावजूद इसके किसानों के मुद्दे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि न जाने क्यों केंद्र सरकार को शहीद अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म आ रही है। rahul gandhi say we have list death farmer gov should pay compensation मुआवजा देने में शर्म क्यों दरअसल, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने किसानों के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कह कि जब पीएम मोदी ने कृषि कानून लाने को अपनी गलती मान लिया है तो शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म किस बात की है। पीएम के पास हैं अपने उद्योगपति दोस्तों को नंबर राहुल गांधी का कहना है कि सरकार संसद में कह रही है, उनके पास कोई डाटा नहीं है कि आंदोलन में अब तक कितने किसान मारे गए हैं। पीएम मोदी के पास सिर्फ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास आंदोलन के दौरान मारे गए हमारे पास 403 मृत किसानों की लिस्ट है, जिन्हें पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इनके परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा दिया है। यही नहीं पंजाब सरकार ने इनमें से 152 के परिजनों को नौकरी भी दी है। मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं। अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया। #Farmers #HumanityFirst pic.twitter.com/NwPU26E794 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास अन्य राज्यों के 100 नामों की एक सूची है और एक तीसरी सूची है, जिसमे नामों की सार्वजनिक जानकारी भी है। अगर सरकार कहे तो हम उन्हें यह लिस्ट सौंप देंगे और सरकार इस लिस्ट में दिए गए नामों को आसानी से सत्यापित भी कर सकेगी। लेकिन सरकार वादा करे कि इन किसानों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। बता दें कि इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इसमें सरकार किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठा रही है। कांग्रेस ने हाल ही में किसान आंदोलन में मारे गए अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी। इसके जवाब में कृषि मंत्री ने संसद में कहा कि हमारे पास इसका कोई डाटा मौजूद नहीं है, ऐसे में हम किसानों को मुआवजा नहीं दे सकते। यह भी पढ़ें: असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते गौरतलब है कि करीब एक साल से किसान कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद केंद्र सरकार ने इन कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया। सरकार ने शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन इससे संबंधी विधेयक संसद में पेश किया, जो पारित हो गया। वहीं अब राष्ट्रपति ने भी इस विधेयक पर अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/asaduddin-owaisi-says-tejashwi-yadav-could-be-bihar-cm-7204940/,"असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते","असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा खुलासा किया है। ओवैसी ने कहा कि पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अगर पार्टी उनकी बात मान लेती तो आज तेजस्वी यादव राज्य के सीएम होते। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 06:05:40 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां मैदान में हैं। इसी बीच एक कार्यक्रम के दौरान हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा खुलासा किया है। ओवैसी ने कहा कि पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अगर पार्टी उनकी बात मान लेती तो आज तेजस्वी यादव राज्य के सीएम होते। asaduddin owaisi says tejashwi yadav could be bihar cm तेजस्वी यादव बन सकते थे बिहार के सीएम असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि मैंने इस संबंध में तेजस्वी की पार्टी से बात करने की काफी कोशिश की थी, पर कामयाबी नहीं हासिल हुई। इसी के चलते आज तेजस्वी यादव विपक्ष में बैठे हैं। अगर वो मेरी बात मान लेते तो आज तेजस्वी यादव विपक्ष में बैठने के बजाय राज्य के सीएम होते। हम बीजेपी के साथ नहीं बता दें कि ओवैसी की पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे थे। वहीं ओवैसी पर बिहार चुनावों में बीजेपी को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करने के आरोप भी लग रहे थे। लोगों का कहना है कि ओवैसी की पार्टी ने बिहार में चुनाव लड़कर राजद के वोट काटने का काम किया। इस पर जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा कि हमारी पार्टी ने वोट काटने का काम नहीं किया और न ही हमने बीजेपी का साथ दिया। ओवैसी ने दावा किया कि मैंने तेजस्वी यादव से संपर्क करने की कोशिश की थी। अगर तेजस्वी मेरी बात मान लेते तो आज वे विपक्ष के नेता होने के बजाय राज्य के सीएम होते। यह भी पढ़ें: बेंगलुरु: कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे के बीच दक्षिण अफ्रीकी देशों से लौटे 10 विदेशी हुए गायब, फोन भी कर लिए बंद गौरतलब है कि वंबर 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए थे। चुनाव में राजद, कांग्रेस, माकपा, भाकपा और भाकपा-माले ने महागबंधन में रहकर चुनाव लड़ा था। वहीं, असदुद्दीन की आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) ने अकेले ही मैदान में थी। अगर विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो ओवैसी की पार्टी ने बिहार चुनाव में एआइएमआइएम ने पांच सीट जीत ली। वहीं अकेले 73 सीट जीतने के बाद अन्य दलों से बेहतर सहयोग ना मिल पाने के कारण राजद को विपक्ष में ही बैठना पड़ा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/gujarat-congress-appoint-jagdish-thakor-new-president-of-party-will-replace-amit-chavda-7204734/,"Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला","Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला Gujarat जगदीश ठाकोर को कांग्रेस आलाकमान ने गुजरात अध्यक्ष की कमान सौंपी है। ठाकोर के अलावा कांग्रेस ने विधायक सुखराम रथवा को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया है। बता दें कि हाल में इन दोनों ही नेताओं ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही इनको बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 03:38:15 pm नई दिल्ली। गुजरात ( Gujarat ) में विधानसभा चुनाव ( Assembly Election ) से पहले कांग्रेस ( Congress ) एक्शन मोड में नजर आ रही है। लंबे समय से प्रदेश अध्यक्ष के खाली पड़े पद को लेकर पार्टी ने शुक्रवार को फैसला लिया। इसके तहत पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर ( Jagdish Thakor ) को गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले जगदीश ठाकरो को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। ठाकोर पर पार्टी के जनाधार के मजबूत करने के साथ पार्टी में हो रहे बिखराव को बंटोरने का बड़ा दायित्व है। दरअसल अमित चावड़ा के इस्तीफा के 9 महीने से गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष का पद खाली पड़ा था। कांग्रेस इस पद पर ऐसे शख्स की नियुक्ति चाहती थी, जो आने वाले चुनाव में पार्टी की पकड़ को मजबूत बनाने के साथ सबको साथ लेकर चल सके। यह भी पढ़ेँः कांग्रेस बोली आंदोलन में शहीद किसानों को मिले 5 करोड़, सरकार ने कहा- ऐसे किसानों का कोई रिकॉर्ड नहीं, मुआवजे का सवाल ही नहीं Congress appoints Jagdish Thakor as President of Gujarat Pradesh Congress Committee. pic.twitter.com/1Nj5SGtq5r — ANI (@ANI) December 3, 2021 इसी वर्ष मार्च में निकाय चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अमित चावड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही पार्टी को प्रदेश में नए अध्यक्ष की तलाश थी। ये तलाश पूरे नौ महीने बाद पूरी हुई है। दरअसल अध्यक्ष पद पर नियुक्ति ना किए जाने से कांग्रेस लगातार विरोधियों के साथ-साथ अपने के भी निशाने पर थी। दरअसल कहा जा रहा था कि एक तरफ बीजेपी सीएम समेत पूरी सरकार बदलकर चुनाव की तैयारियों में जुट गई है, लेकिन कांग्रेस एक अध्यक्ष पद पर नियुक्ति नहीं कर पा रही है। हार्दिक पटेल भी रेस में थे आगे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की रेस में पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल को भी आगे माना जा रहा था, लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने जगदीश ठाकोर पर दांव लगाया है। ठाकोर उत्तर गुजरात से आते हैं। ऐसे में पार्टी ठाकरो जरिए इस क्षेत्र वोट बैंक पर नजर गढ़ाए हुए है। 64 वर्षीय जगदीश ठाकोर बनासकंठा के कंकरेज के मूल निवासी हैं। हालांकि मौजूदा समय में वे अहमदाबाद में रहते हैं। उन्होंने 2009 लोकसभा चुनाव में पाटन सीट से चुनाव जीता। इस दौरान ठाकोर ने रिकॉर्ड 2.8 लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की थी। यही नहीं ठाकोर दहेगाम सीट से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। जगदीश ने 2016 में गुजरात कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी के कार्यकर्ता बने रहेंगे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा सुखराम बने नेता विपक्ष लेकिन पार्टी ने एक बार फिर ठाकोर पर भरोसा जताते हुए उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी है। जगदीश ठाकोर के अलावा कांग्रेस आलाकमान ने विधायक सुखराम रथवा को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया है। बता दें कि हाल में इन दोनों ही नेताओं ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही इनको बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-from-lok-sabha-and-rajaya-sabha-03-12-2021-7204553/,"Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा","Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र में 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार चौथे दिन जहां विपक्ष ने निलंबित सांसदों के समर्थन में प्रदर्शन किया, वहीं शुक्रवार को विपक्ष के खिलाफ बीजेपी सांसद पर सड़क पर उतर आए। संसद के बाहर बीजेपी सांसदों ने सबको सन्मति दे भगवान...नारे के साथ प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसे जख्मों पर नमक छिड़कने वाला बताया नई दिल्ली Updated: December 03, 2021 02:37:48 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) में सांसदों का निलंबन विरोध का बड़ी वजह बनता जा रहा है। लगातार चौथे दिन भी संसद बाहर 12 निलंबित सांसदों का प्रदर्शन जारी है। खास बात यह है कि निलंबित किए गए 12 सांसदों के समर्थन में विपक्ष के प्रदर्शन के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के सांसदों ने भी बड़ा कदम उठाया। बीजेपी सांसदों ने भी विपक्ष के खिलाफ संसद ना चलने देने के विरोध में प्रदर्शन किया। बीजेपी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक विरोध मार्च निकाला। बीजेपी सांसद जफर इस्लाम ने कहा कि विपक्ष लगातार प्रदर्शन के जरिए लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। बीजेपी किसी भी कीमत पर ये बर्दाश्त नहीं करेगी। संसद को भंग करना, माफी नहीं मांगने जैसी हरकतों के जरिए विपक्ष सिर्फ लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर प्रहार कर रहा है। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस, TMC समेत 6 पार्टियों ने राज्यसभा से किया वॉकआउट #SansadUpdate: Union Minister @DrJitendraSingh introduces 'The Central Vigilance Commission (Amendment) Bill, 2021' & 'The Delhi Special Police Establishment (Amendment) Bill, 2021' in #LokSabha #winterSession2021 @LokSabhaSectt pic.twitter.com/L6Bkjr7X66 — SansadTV (@sansad_tv) December 3, 2021 Winter session | The Central Vigilance Commission (Amendment) Bill, 2021 and the Delhi Special Police Establishment (Amendment) Bill, 2021 introduced in Lok Sabha.— ANI (@ANI) December 3, 2021 शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन लोकसभा में CVC, CBI निदेशक के कार्यकाल की अवधि पांच साल तक बढ़ाने वाला बिल पेश किया गया है। हालांकि बिल के पेश होने पर भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। यही नहीं विपक्ष ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि ऐसे में CBI जैसी एजेंसी का और सरकारी दुरुपयोग होगा। BJP MPs protest at Parliament over 'unruly' Opposition behaviour Read @ANI Story | https://t.co/ooW5R8poVZ#Parliamentwintersession #BJP pic.twitter.com/djKO9wPoYe — ANI Digital (@ani_digital) December 3, 2021 भजन गाकर निकाला मार्च विपक्ष के हंगामे और प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने भी शुक्रवार को प्रदर्शन शुरू कर दिया। रघुपति राघव राजाराम, सबको सन्मति दे भगवान...नारे के साथ बीजेपी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक मार्च निकाला। बीजेपी का कहना है कि विपक्ष निलंबित सांसदों के बहाने लोकतांत्रित प्रक्रिया को खत्म करने की कोशिश कर रहा है। लगातार संसद को भंग कर विपक्ष लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। 12 सांसदों के निलंबर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्ष पर भाजपा सांसदों ने निशाना साधा है। It was needlessly provocative of the BJP MPs to come here & rub salt in the wounds. If anything BJP should've shown solidarity. My colleagues were unjustly expelled by a party that has institutionalised disruption: Congress MP Shashi Tharoor,on BJP MPs' protest against Opposition pic.twitter.com/NVqQYJPvUi — ANI (@ANI) December 3, 2021 शशि थरूर बोले जख्मों पर नमक छिड़क रहे बीजेपी सांसद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी सांसदों की ओऱ से किए गए प्रदर्शन को जख्मों पर नमक छिड़कना बताया। उन्होंने कहा कि, बीजेपी सांसदों का यहां आना और जख्मों पर नमक मलना बेवजह उकसाने वाला था। कुछ भी हो तो बीजेपी को एकजुटता दिखानी चाहिए थी। मेरे सहयोगियों को एक ऐसी पार्टी ने अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया, जिसने संस्थागत व्यवधान उत्पन्न किया है। A BJP minister said yesterday in the Parliament that NRC won't be implemented throughout India. They've (Central govt) repealed the 3 farm laws & will also repeal NRC: Dola Sen, TMC MP pic.twitter.com/E6SPBt3E2u — ANI (@ANI) December 3, 2021 एनआरसी भी रद्द करेगी सरकार तृणमूल सांसद डोला सेना ने कहा कि, जलद् ही बीजेपी सरकार एनसआरी को भी रद्द कर देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक मंत्री ने गुरुवार को संसद में कहा कि एनआरसी पूरे भारत में लागू नहीं किया जाएगा। डोला सेन ने कहा कि, केंद्र सरकार ने 3 कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है और जल्द ही एनआरसी को भी निरस्त कर देंगे। We had written to all States asking for data on it. 19 States responded, only Punjab reported four 'suspected' deaths due to oxygen shortage: Union Health Minister Dr Mandaviya in Lok Sabha on the question of 'deaths due to oxygen shortage' pic.twitter.com/xrZfXVpHf1 — ANI (@ANI) December 3, 2021 यह भी पढ़ेंः कोरोना गाइडलाइन को लेकर आमने-सामने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार, जानिए क्या है पूरा मामला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मंडाविया ने लोकसभा में 'ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतों' के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि, हमने सभी राज्यों को पत्र लिखकर इस पर डेटा मांगा था। 19 राज्यों ने जवाब दिया, केवल पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कारण चार 'संदिग्ध' मौतों की सूचना दी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rabri-devi-target-on-bihar-cm-nitish-kumar-on-liquor-ban-7201894/,"राबड़ी देवी का बिहार सीएम नीतीश कुमार पर हमला, कहा- महिलाओं से पूछिए शराबबंदी की जमीनी हकीकत","राबड़ी देवी का बिहार सीएम नीतीश कुमार पर हमला, कहा- महिलाओं से पूछिए शराबबंदी की जमीनी हकीकत पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार की इस बिहार यात्रा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सीएम को राज्य की महिलाएं शराबबंदी की जमीनी हकीकत बताएंगी। नई दिल्ली Published: December 01, 2021 09:01:22 pm नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में इन दिनों शराबबंदी बड़ा मुद्दा बना हुआ है। सरकार राज्य से शराब के कारोबार को खत्म करने के दावे कर रही है। वहीं विपक्ष इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी अभियान को लेकर बिहार यात्रा कर रहे हैं, जिसको लेकर भी सियासत तेज हो गई है। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार की इस बिहार यात्रा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सीएम को राज्य की महिलाएं शराबबंदी की जमीनी हकीकत बताएंगी। rabri devi target on bihar cm nitish kumar on liquor ban महिलाएं बताएंगी शराबबंदी की असलियत राबड़ी देवी ने कहा कि सीएम बिहार भर की यात्रा कर रहे हैं, ये अच्छी बात है। लेकिन जब सीएम गांव में पहुंचे तो महिलाओं से शराबबंदी की जमीनी हकीकत जान लें। सीएम महिलाओं से जरूर पूछे कि उनके पति शराब पीते हैं या नहीं। क्योंकि महिलाएं ही बेहतर तरीके से बता सकती हैं कि बिहार में शराबबंदी की क्या स्थिति है। इस दौरान बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून व्यवस्था और बढ़ते अपराध को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की असल तस्वीर सामने आई है, लेकिन सीएम को जरा भी फर्क नहीं पड़ता। बिहार की बदहाली के लिए नीतीश सरकार ही जिम्मेदार है। यह भी पढ़ें: रद्द हो गए तीनों कृषि कानून, दोनों सदनों से हरी झंडी के बाद अब राष्ट्रपति ने भी लगाई मुहर राबड़ी देवी ने हाल ही में बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में शराबबंदी का दावा करते हैं, लेकिन विधानसभा परिसर से शराब की बोतलें मिल रही हैं। राज्य के डीजीपी बोतल खोजने में लगे हैं और बिहार सरकार सिर्फ बयान दे रही है। बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव समेत कई नेता विधानसभा परिसर में शराब मिलने का मुद्दा उठा चुके हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-says-now-upa-s-existence-is-over-in-india-7201456/,"शरद पवार से मुलाकात के बाद कांग्रेस पर बरसीं ममता बनर्जी, कहा- खत्म हो गया यूपीए का अस्तित्व","शरद पवार से मुलाकात के बाद कांग्रेस पर बरसीं ममता बनर्जी, कहा- खत्म हो गया यूपीए का अस्तित्व एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममचा बनर्जी ने आज फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने कहा कि अब देश में यूपीए का कोई अस्तित्व नहीं है। नई दिल्ली Published: December 01, 2021 05:54:43 pm नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीते कुछ दिनों से कांग्रेस पर हमलावर हैं। आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने के बाद उन्होंने फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने कहा कि अब देश में यूपीए का कोई अस्तित्व नहीं है। बता दें कि अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले ममता बनर्जी की शरद पवार से मुलाकात को लेकर राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। mamata banerjee says now UPA's existence is over in india इन दिनों ममता बनर्जी तीन दिवसीय दौरे पर महाराष्ट्र में हैं। यहां उन्होंने कल यानि मंगलवार को महाराष्‍ट्र के सीएम और शिवसेना के नेता आदित्‍य ठाकरे और पार्टी सांसद संजय राऊत से मुलाकात की थी। ममता बनर्जी संग इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम बंगाल की सीएम का मुंबई में स्‍वागत करते हैं। हमनें कई मुद्दों पर बात की है, इससे पहले हमारी मुलाकात करीब 2-3 साल पहले हुई थी। देश में वैकल्पिक फोर्स बनाने की जरूरत वहीं आज ममता बनर्जी ने ममता ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद टीएमसी प्रमुख ने कहा कि मैं यहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात करने आई हूं। ममता बनर्जी का कहना है कि आज देश के हालात सही नहीं है, फासीवाद जैसा माहौल बना हुआ है। ऐसे में हमें देश में एक मजबूत वैकल्पिक फोर्स बनाने की जरूरत है। यह भी पढ़ें: कांग्रेस नेता राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- महंगाई के आगे जुमलों की कीमत घट गई बंगाल सीएम का कहना है कि आज की स्थिति में राष्ट्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए और सामूहिक नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प तैयार करना चाहिए। हम 2024 के आम चुनाव के बारे में भी सोच रहे हैं। इस दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि यूपीए का अब देश में कोई अस्तित्व नहीं हैं। बता दें कि बंगाल सीएम बीते काफी दिनों से कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस जरूरत के समय सही फैसला नहीं लेती। अब जब उसे आगे आने की जरूरत है तो वह कोई निर्णय नहीं ले रही बस तमाशा देख रही है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-price-of-jumlas-has-decreased-in-front-of-inflation-7201335/,"कांग्रेस नेता राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- महंगाई के आगे जुमलों की कीमत घट गई","कांग्रेस नेता राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- महंगाई के आगे जुमलों की कीमत घट गई कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश में बढ़ती महंगाई को लेकर एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई बढ़ने के साथ जुमलों की भाव गिर गए हैं। नई दिल्ली Published: December 01, 2021 04:55:54 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने देश में रसोई गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का जिक्र करते हुए कहा कि देश में महंगाई बढ़ने के साथ जुमलों की भाव गिर गए हैं। बता दें कि राहुल गांधी केंद्र को जुमलों वाली सरकार कहकर निशाना साधते हैं। Rahul Gandhi says price of jumlas has decreased in front of inflation जुमलों के दाम गिर गए हैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक खबर शेयर की है। खबर में बताया गया है कि भारत में एक बार फिर से गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ गई है। बताया गया कि दिसंबर के पहले ही दिन सरकार ने गैस सिलेंडर पर 101 रुपए बढ़ा दिए हैं। इस खबर को ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने कैप्शन लिखा कि जैसे-जैसे महंगाई बढ़ी, जुमलों के भाव गिर गए। जैसे-जैसे महंगाई बढ़ी, जुमलों के भाव गिर गए।#LPG #Pricehike pic.twitter.com/iuu751S8ZY — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2021 बता दें कि राहुल गांधी केंद्र सरकार पर कई बार जनता से झूठे वादे करने का आरोप लगा चुके हैं। राहुल गांधी का कहना है कि सरकार को जनहित से कोई मतलब नहीं वो सिर्फ अपने उद्योगपति दोस्तों के फायदे के लिए फैसले लेते हैं। इसके लिए राहुल गांधी नोटबंदी, कृषि कानूनों का उदाहरण देते हैं। कांग्रेस नेता का कहना है कि सत्ता में आने से पहले नरेंद्र मोदी ने रोजगार देने, किसानों की आय दोगुनी करने और महंगाई खत्म करने का वादा किया था, लेकिन वो सब जुमले निकले साबित हुए। यह भी पढ़ें: कोरोना के नए वेरिएंट के खिलाफ कितनी प्रभावी है कोविशील्ड, अदार पूनावाला ने बताया सच गौरतलब है कि इन दिनों राहुल गांधी संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार पर हमलावर हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों को रद्द करने संबंधी विधेयक तो पास करा दिया, लेकिन एमएसपी और आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौतों पर चर्चा नहीं होने दी। बता दें कि सरकार ने बीते दिनों कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद भी किसान एमएसपी को लेकर कानून न बनने तक प्रदर्शन खत्म न करने की बात कह रहे हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-day-three-01-12-2021-opposition-protest-against-12-mps-suspension-7200803/,"Parliament Winter Session: सांसदों के निलंबन वापसी की मांग पर अड़ा विपक्ष, राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित","Parliament Winter Session: सांसदों के निलंबन वापसी की मांग पर अड़ा विपक्ष, राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित Parliament Winter Session शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं। दूसरा दिन 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में हंगामेदार रहा। वहीं बुधवार को भी विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने जमकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं निलंबित 12 सांसद धरने पर बैठ गए नई दिल्ली Updated: December 01, 2021 04:08:37 pm नई दिल्ली। संसद के शीतलकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) का आज तीसरा दिन है। पहले दो दिन सदन में हंगामेदार रहे। 12 राज्यसभा ( Rajya Sabha ) सांसदों को निलंबन को लेकर विपक्ष नाराज है। दूसरे दिन मंगलवार को भी दिनभर सदन के अंदर और बाहर जमकर प्रदर्शन हुआ। वहीं बुधवार को भी सदन की शुरुआत से पहले ही विपक्ष का प्रदर्शन शुरू हो गया। 12 सांसदों के समर्थन में विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हाथों तख्तियां लिए विपक्षी नेता 12 सांसदों की बहाली की मांग करते दिखे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: राज्यसभा के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए हुई स्थगित Rajya Sabha adjourned for the day as the Opposition continued ruckus over the suspension of 12 Opposition members of the House. — ANI (@ANI) December 1, 2021 भारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। दरअसल विपक्ष लगातार 12 निलंबित सांसदों की वापसी की मांग पर अड़ा रहा। तीन पर राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा इसके बाद भी विपक्ष का हंगामा खत्म नहीं हुआ। विपक्ष के शोरशराबे और हंगामे के चलते कार्यवाही कल दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा में तीसरे दिन केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बांध सुरक्षा बिल आगे बढ़ाया। हालांकि, जब इस पर चर्चा नहीं हो पाई। रेल मंत्रालय ने लोकसभा में दिए आंकड़े लोकसभा में रेल मंत्रालय ने कहा है कि ट्रेन के 4934 डिब्बों में और 838 स्टेशनों पर CCTV कैमरे पहले ही लगाए जा चुके हैं। GRP की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक रेलवे के तहत अपराध की घटनाएं 2018 से 2020 के दौरान लगातार कम हुई हैं। ""If Govt doesn't have a record of 700 people then how they had collected data of lakhs of people during pandemic. Over 50 lakh people lost their lives due to #COVID19 in the last 2 years but according to govt, only 4 lakh people died due to the virus,"" Mallikarjun Kharge added — ANI (@ANI) December 1, 2021 गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में लिखित जवाब में कहा है कि भारत में इस वक्त 4557 अफगान नागरिक वीजा की अवधि बढ़वाकर रह रहे हैं। 24 नवंबर तक 200 ई-इमरजेंसी एक्स-मिस्क वीजा भी जारी किे जा चुके हैं। Winter session of Parliament | Rajya Sabha adjourned till 2 pm as Leader of Opposition Mallikarjun Kharge raised the issue of suspension of 12 MPs. pic.twitter.com/kMeJcivIom — ANI (@ANI) December 1, 2021 हंगामे के बीच राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा बुधवार को राज्यसभा में हावी नजर आया। 12 बजे तक कार्यवाही शुरू होने के साथ ही एक बार फिर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया और सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। The suspension of MPs shows the arrogance of those in the majority. When they were in opposition they also used to disrupt Parliament proceedings. We will continue our 'dharna till the time we don't get justice: Dola Sen, TMC MP who has been suspended from the Winter session pic.twitter.com/oEcwZt97WH — ANI (@ANI) December 1, 2021 TMC का आरोपी BJP भी ऐसे ही करती थी विरोध निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा की निलंबित TMC सांसद डोला सेन ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि BJP जब विपक्ष में थी तो उन्होंने कई बार सदन की कार्यवाही को बाधित किया। लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक शुरू कर दी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क एवं परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कानून मंत्री किरण रिजिजू और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी शामिल हुए। माना जा रहा है कि बैठक में कोरोना नए वैरिएंट के खतरे से लेकर अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा हो रही है। Delhi | Congress MP Rahul Gandhi among opposition MPs protesting against the suspension of 12 opposition members of Rajya Sabha pic.twitter.com/98Ssz5RJt8 — ANI (@ANI) December 1, 2021 मनीष तिवारी ने महंगाई पर दिया स्थगन प्रस्ताव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में देश में बढ़ती महंगाई और एलीपीजी गैस के दामों को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया है। ओमिक्रॉन वैरिएंट पर चर्चा सदन में बुधवार को कोरोना महामारी और ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर तैयारी पर चर्चा होनी है। वहीं कांग्रेस ने भी कोरोना से होने वाली मौतों की वास्तविक संख्या पर बहस का अनुरोध किया है। यह भी पढ़ेंः Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित कांग्रेस की मांग है कि इस महामारी से अपनों को खोने वाले गरीब परिवारों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाए। माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर सदन में जोरदार हंगामा हो सकता है। संसद के कमरा नंब 59 में लगी आग बुधवार सुबह संसद भवन के बड़ी खबर सामने आई। संसद के कमरा नंबर-59 में सुबह 8 बजे आग लग गई। दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। फिलहाल किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/liquor-bottles-found-in-bihar-assembly-tejashwi-target-on-gov-7199574/,"बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलें, तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा","बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलें, तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा बिहार विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफा मांग लिया है। नई दिल्ली Published: November 30, 2021 05:03:53 pm नई दिल्ली। बिहार में इन दिनों शराबबंदी चर्चा का विषय बना हुआ है। विधानसभा में भी विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है। इसी बीच बिहार विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जब इतनी कड़ी व्यवस्था के बाद भी शराब की बोलतें मिल रही हैं तो इससे राज्य में शराबबंदी की हालत समझी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार शराबबंदी पर पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। liquor bottles found in bihar assembly, tejashwi target on gov तेजस्वी ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा विधानसभा परिसर में शराब की बोलतें मिलने के बाद तेजस्वी यादव खुद उस स्थान पर पहुंचे, जहां बोलतें पड़ी थीं। वहीं इस मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है। उन्‍होंने कहा कि बिहार विधानसभा परिसर में कितने धड़ल्‍ले से शराब की बोतल पहुंच रही हैं। ऐसे में सीएम नीतीश कुमार को अपनी नाकामी स्वीकार कर पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह की चीजें कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। इसमें जो भी लोग शामिल हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले में जांच का आदेश देने का आग्रह किया है। सीएम ने कहा कि इस मामले की गम्भीरता से जांच होगी, जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी। यह भी पढ़ें: सांसदों के निलंबन पर बोले राहुल गांधी, जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं, कल से धरने पर बैठेंगे निलंबित सांसद गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी के कई सालों के बाद भी राज्य में अक्सर शराब की तस्करी के मामले सामने आते हैं। वहीं कई बार बिहार में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत भी हो चुकी है। दिवाली के मौके पर भी बिहार में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद से बिहार सरकार शराबबंदी को लेकर सख्त नजर आ रही है। इसके चलते राज्य में अब तक कई शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, ये अभियान अभी भी जारी है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-says-12-suspended-mps-will-sit-on-dharna-from-tomorrow-7199479/,"सांसदों के निलंबन पर बोले राहुल गांधी, जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं, कल से धरने पर बैठेंगे निलंबित सांसद","सांसदों के निलंबन पर बोले राहुल गांधी, जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं, कल से धरने पर बैठेंगे निलंबित सांसद कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी निलंबित सांसदों ने पक्ष में खड़े हो गए हैं। राहुल गांधी का कहना है कि संसद में जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं है। ऐसे में सांसद कतई माफी नहीं मांगेंगे। नई दिल्ली Published: November 30, 2021 04:07:39 pm नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र शुरू होते ही राज्यसभा के 12 सदस्यों को मानसून सत्र में हंगामा करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वहीं अब ये मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी निलंबित सांसदों ने पक्ष में खड़े हो गए हैं। राहुल गांधी का कहना है कि संसद में जनता के मुद्दे उठाना अपराध नहीं है। ऐसे में सांसद कतई माफी नहीं मांगेंगे। rahul gandhi says 12 Suspended MPs will sit on dharna from tomorrow कल धरने पर बैठेंगे सांसद इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐलान कर दिया है कि कल से सभी निलंबित सांसद धरने पर बैठेंगे। कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर लिखा कि किस बात की माफी। संसद में जनता की बात उठाने की, बिलकुल नहीं। बता दें कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा से वाकआउट किया। वहीं विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देकर अपना विरोध दर्ज किया। किस बात की माफ़ी? संसद में जनता की बात उठाने की? बिलकुल नहीं! — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 30, 2021 इस संबंध में जानकारी देते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया, हमने 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के विरोध में बचे दिन के लिए लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया है। उन्होंने बताया कि आज संसद की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद हमने राज्यसभा के सभापति से पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सदन से 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने का अनुरोध भी किया है। फिलहाल सभापति को ओर से इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है। यह भी पढ़ें: अब बिहार में ड्रोन कैमरे से होगी शराब तस्करों की निगरानी गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने पर पहले ही दिन राज्यसभा से 12 सांसदों को निलंबित किया गया है। इसमें कांग्रेस, शिवसेना, टीएमसी और माकपा के सांसद शामिल हैं। इन सांसदों पर पिछले मानसून सत्र में अशोभनीय आचरण करने की वजह से निलंबित किया गया है। बता दें कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष ने किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर जमकर हंगामा किया था। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/why-and-how-12-opposition-mps-suspended-for-entire-session-7199250/,"शीतकालीन सत्र में 'एक्‍शन' से 12 सांसद निलंबित, क्या है नियम? क्या रहा है निलंबित होने का इतिहास","शीतकालीन सत्र में 'एक्‍शन' से 12 सांसद निलंबित, क्या है नियम? क्या रहा है निलंबित होने का इतिहास राज्यसभा ने एक नोटिस जारी कर सभी 12 सांसदों को सूचित किया है कि 'मानसून सत्र के आखिरी दिन कई विपक्षी नेता ने न केवल हंगामा किया था, बल्कि सुरक्षाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया था। इसलिए सभी को नियम 256 के अनुसार इस सत्र के लिए निलंबित किया जाता है।' विपक्ष के विरोध के बावजूद सांसदों का निलंबन खारिज करने से सभापति वेंकैया नायडू ने इनकार कर दिया है नई दिल्ली Published: November 30, 2021 12:52:22 pm संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही 12 सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। इस निलंबन को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट हो विरोध कर रहा है। सांसदों का निलंबन खारिज करने से सभापति वेंकैया नायडू ने इनकार कर दिया। उन्होंने विपक्ष से कहा कि 12 सांसदों का निलंबन नियमों के मुताबिक किया गया है, ऐसे में वो चाहे तो आज चर्चा का हिस्सा बन सकते हैं या सदन से वॉकआउट कर दें।अब इस निलंबन के विरोध में लोकसभा के बाद राजसभा से भी विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया है। दरअसल, ये वही सांसद हैं जिन्होंने मानसून सत्र में किसान आंदोलन एवं अन्य कई मुद्दों को लेकर चर्चा की बजाय सदन में हंगामा किया था। इनमें कांग्रेस के छह, टीएमसी के दो, शिवसेना के दो और सीपीएम और सीपीआई के एक एक सांसद शामिल हैं, जिन्हें निलंबित किया गया है। विपक्ष ने इस निलंबन का विरोध करते हुए संयुक्त बयान जारी किया है। विपक्ष ने कहा कि यह राज्यसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों का उल्लंघन है। इसके साथ ही विपक्ष आज इसपर संयुक्त बैठक कर रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार बातचीत कर निलंबन को वापस करवाए अन्यथा वो संसद के बाहर और अंदर प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, भाजपा ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यदि विपक्ष स्पीकर से माफी मांग लें तो उनका निलंबन सभापति द्वारा वापस लिया जाएगा, परंतु विपक्ष झुकने को तैयार नहीं है। राज्यसभा ने एक नोटिस जारी कर सभी को सूचित किया है कि 'मानसून सत्र के आखिरी दिन कई विपक्षी नेता ने न केवल हंगामा किया था, बल्कि सुरक्षाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया था। इसलिए सभी को नियम 256 के अनुसार इस सत्र के लिए निलंबित किया जाता है।' किन नियमों के तहत स्पीकर करता है निलंबित ? राज्य सभा में प्रक्रिया तथा कार्य-संचालन विषयक नियम 256 में सांसद के निलंबन का प्रावधान है, जबकि नियम 255 में लघुतर सजा का प्रावधान है। वहीं, लोकसभा में नियम 373 और 374 के जरिए अध्यक्ष किसी भी सांसद को निलंबित करता है। राज्यसभा सांसद के निलंबन हेतु सभापति सदन के कार्य में बाधा डालने वाले का नाम ले सकता है, तब उसे सदन से बाहर जाना आवश्यक है। नियम 256 के तहत निलंबन इसी नियम के तहत राज्यसभा के सांसदों को निलंबित किया गया है। इस नियम के अनुसार सभापीठ के अधिकारों की उपेक्षा करने या जानबूझकर राज्यसभा के कार्य में बाधा डालने पर, नियमों का दुरुपयोग करने वाले सदस्य को सभापति चाहे तो शेष सत्र के लिए निलंबित कर सकता है। निलंबन होते ही उस सदस्य को सदन छोड़कर बाहर जाना होगा। ये निलंबन केवल उसी सत्र तक के लिए वैध रहेगा। नियम 255 के तहत निलंबन सभापति को यदि किसी भी नेता का आचरण अव्यवस्थापूर्ण लगता है तो वो उसे राज्यसभा से बाहर जाने का निर्देश दे सकता है। ये नियम केवल उसी दिन लागू रहेगा। निलंबन कैसे वापस हो सकता है? हाँ, ये निलंबन वापस लिया जा सकता है, परंतु ये राज्यसभा के सभापति पर निर्भर करता है। यदि हंगामा मचाने वाले निलंबित सांसद माफी मांग लें तो सभापति इस निलंबन को वापस ले सकते हैं। क्या सांसदों का निलंबन एक्सट्रीम कदम है? वास्तव में सांसदों के अनियंत्रित व्यवहार का समाधान दीर्घकालिक और लोकतान्त्रिक मूल्यों के अनुसार किया जाना चाहिए। हालांकि, कार्यवाही के सुचारु रूप से संचालन के लिए पीठासीन अधिकारी के सर्वोच्च अधिकार का मान रखा जाना आवश्यक है। फिर भी सदन की कार्यवाही के लिए संतुलन को बनाए रखना भी आवश्यक है। पीठासीन अधिकारी का कार्य सदन का संचालन करना है न कि उसपर शासन करने का। विपक्षी नेताओं को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाना सरकार द्वारा लाये गए प्रस्ताव को पारित करने या उसपर चर्चा करने का समय विपक्ष से छीनने जैसा है। ये भी एक तथ्य है कि संसद में अगर विपक्ष कमज़ोर होता है तो सत्ता पक्ष मनमाने तरीके से कानून लागू कर सकता है और सदन में किसी मुद्दे पर अच्छी बहस मज़बूत विपक्ष के बिना संभव नहीं है। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सरकार के सामने एक मजबूत विपक्ष का होना आवश्यक माना जाता है क्योंकि विपक्ष सरकार के कार्यों और नीतियों पर सवाल करता है, और उसे तानाशाही होने से रोकता है। गौरतलब है कि विपक्ष में रहते हुए जब भी अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और भैरो सिंह शेखावत जैसे नेता संदन में बोलते थे, सत्ता पक्ष उनकी बातों को सुनता था। पहले भी हुए हैं निलंबन हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब सांसदों का इस तरह से निलंबन किया गया हो इससे पहले भी ऐसा किया जा चुका है। सबसे बड़ा निलंबन 1989 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के शासनकाल में हुआ था। तब लोकसभा अध्यक्ष ने 63 सांसदों को निलंबित किया गया था और अन्य 4 अन्य सांसद भी इसके विरोध में सदन से बाहर चले गए थे। इसके बाद जनवरी 2019 में तत्कालीन स्पीकर सुमित्रा महाजन ने 45 सांसदों को सस्पेंड किया था। वर्ष 2014 में स्पीकर मीरा कुमार ने ही 18 सांसदों को सदन में हंगामा करने के लिए सस्पेंड किया था। बता दें कि मानसून सत्र में इनमें से विपक्ष के कुछ सांसदों ने उप सभापति हरिवंश पर कागज फेंका था, और सदन के टेबल तक पर चढ़ गए थे। पहले विपक्ष ने आरोप लगाए कि भाजपा ने बाहरी लोगों को सदन में हंगामा करने के लिए बुलाया था, परंतु वीडियो सामने आने पर कहानी विपरीत थी। #BREAKINGNEWS Events at RS Chamber on 11th Aug’21 18:40 @derekobrienmp TMC seen recording the House, Well, Marshal & others#ParliamentInsulted pic.twitter.com/iM7nQtQJH4 — Know The Nation (@knowthenation) August 12, 2021 सदन में हंगामे से जुड़े वीडियो में ये भी सामने आया था कि सदन के मार्शलस के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया था। इन घटनाओं के बाद राज्यसभा के स्पीकर एम. वेंकैया नायडू को एक्शन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। उस समय अपने निर्णय में सभापति भावुक भी नजर आए थे। तब उन्होंने कहा था कि 'विपक्ष सदन की मर्यादा भूल गया है, ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए।' पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey भारतीय जनता पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-three-days-mumbai-visit-from-today-will-meet-uddhav-thackeray-and-sharad-pawar-7198962/,"Mamata Banerjee Mumbai Visit: आज से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर टीएमसी चीफ, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से करेंगी मुलाकात","Mamata Banerjee Mumbai Visit: आज से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर टीएमसी चीफ, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से करेंगी मुलाकात Mamata Banerjee Mumbai Visit टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुंबई दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। बताया जा रहा है अपने अहम दौरे के बीच दीदी एक दिसंबर यानी बुधवार को मुंबई के कुछ बड़े उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकतीं हैं नई दिल्ली Published: November 30, 2021 10:20:10 am नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee Mumbai Visit ) मंगलवार से तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर रहेंगी। दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी पार्टी विस्तार में जुटी हैं। यही नहीं इसके साथ ही टीएमसी ( TMC ) चीफ विपक्षी दलों के नेतृत्व का मन भी बना रही है। यही वजह है कि उनके मुंबई ( Mumbai ) दौरे को इसी कड़ी का अहम हिस्सा माना जा रहा है। ममता बनर्जी अपने तीन दिवसीय दौरे के बीच सिद्धी विनायक मंदिर में दर्शन करने के साथ ही शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) और राष्ट्रवादी कांग्रेस चीफ शरद पवार ( Sharad Pawar ) से मुलाकात करेंगी। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्षी दलों ने बुलाई बैठक, ले सकते हैं बड़ा फैसला ममता बनर्जी 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुंबई दौरे पर हैं। इस दौरान वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। बताया जा रहा है अपने अहम दौरे के बीच दीदी एक दिसंबर यानी बुधवार को मुंबई के कुछ बड़े उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकतीं हैं। ममता बनर्जी की उद्योगपतियों से होने वाली मुलाकात का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में निवेश को बढ़ाना बताया जा रहा है। MVA में कांग्रेस से बनाई दूरी महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के गठबंधन वाली सरकार है। ममता बनर्जी अपने दौरे के बीच इस गठबंधन के तीन दलों में से दो दलों के प्रमुखों से मुलाकात करने वाली हैं। इसमें शिवसेना प्रमुख ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार शामिल है। ममता ने इस दौरे पर कांग्रेस से दूरी बनाए रखने का मन बनाया है। दरअसल इससे पहले दिल्ली दौरे पर भी ममता बनर्जी ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की थी। जब उनसे इस बारे में पूछा गया था तो दीदी ने जवाब दिया था कि ऐसे किसी संविधान में लिखा है कि दिल्ली आएं तो सोनिया गांधी से मिलना जरूरी है। यह भी पढ़ेँः फिर झुकी सरकारः कहा पराली जलाना अपराध नहीं, कृषि मंत्री ने बताया कैसे निपटेंगे किसानों के खिलाफ दर्ज मामले ममता के तेवरों से साफ है कि वो अब बंगाल में बीजेपी पर जीत के जादू को बरकरार रखते हुए इसे विपक्ष दलों का नेतृत्व करने में तब्दील करने के मूड में दिख रही हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-30-11-2021-opposition-parties-meeting-on-the-suspension-of-12-mps-7198876/,Parliament Winter Session: राज्यसभा के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए हुई स्थगित,"Parliament Winter Session: राज्यसभा के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए हुई स्थगित Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र पहले दिन की कार्यवाही में एक तरफ तो तीनों कृषि कानून वापसी बिल बिना किसी चर्चा के दोनों सदनों से पास हो गए वहीं दूसरी ओर मानसून सत्र में अनुशासनहीनता मामले में 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। इन दोनों की कार्यवाही से विपक्ष नाराज दिखा। यही वजह है कि विपक्ष ने मंगलवार को दूसरे दिन की कार्यवाही से पहले अहम बैठक बुलाई। नई दिल्ली Updated: November 30, 2021 03:38:47 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) के पहले दिन संसद के दोनों सदनों से बिना बहस के तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले बिल को पास कराने और राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दल नाराज हैं। यही वजह है कि कांग्रेस और 13 अन्य दल संसद के शीतकालीन सत्र का बहिष्कार करने पर विचार कर सकते हैं। दरअसल विपक्षी एकजुटता में दरार दिखने के बाद कांग्रेस ( Congress ) की अगुवाई में विपक्ष ( Opposition Party Meeting )अब अलग रणनीति बनाने में जुटा है। इसको लेकर मंगलवार को कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों की बैठक होगी। इस बैठक में सरकार को घेरने को लेकर आगे की रणनीति तैयार होगी। हालांकि विपक्ष की इस बैठक में टीएमसी शामिल नहीं होगा। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित Lok Sabha Speaker Om Birla today chaired a meeting of Floor Leaders of all parties to discuss and end the deadlock. (Earlier visuals) pic.twitter.com/1Lrb3v4O1u — ANI (@ANI) November 30, 2021 Lok Sabha adjourned till tomorrow, 1st December.— ANI (@ANI) November 30, 2021 संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। 12 सांसदों के निलंबन पर दिनभर विरोध हुआ। राज्यसभा सभापति ने जहां निलंबन वापस लेने के लिए माफी मांगने को कहा, वहीं विपक्ष ने साफ इनकार कर दिया। जोरदार हंगामे के बदा राज्यसभा को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं लोकसभा की कार्यवाही भी 1 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई। बताया जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद गतिरोध खत्म हो गया है। इस बैठक में अधीर रंजन चौधरी, टी आर बालू, सौगत रॉय, कल्याण बनर्जी, सुप्रिया सुले, पीवी मिधुन रेड्डी, नमा नागेश्वर राव, अनुभव मोहंती, पिनाकी मिश्रा, जयदेव गल्ला और अन्य नेता मौजूद थे। Rajya Sabha adjourned till 11 am, 1st December. — ANI (@ANI) November 30, 2021 राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू 12 सांसदों के निलंबन को बहाल करने के लिए माफी पर अड़ें हैं, जबकि सांसद किसी भी कीमत पर माफी मांगने को तैयार नहीं है। यही वजह है कि हंगामे के बीच राज्यसभा बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बताया जा रहा है कि निलंबित विपक्षी सांसद राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को अपने निलंबन को निरस्त करने के लिए पत्र लिखेंगे। साथ ही निलंबित सांसद कल संसद में गांधी प्रतिमा के सामने धरना भी देंगे। सदन की मर्यादा की रक्षा के लिए कार्रवाई सही 12 राज्यसभा सांसद के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, कुछ विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया, सीटी बजाई, हूटिंग की, एक सांसद ने एलईडी स्क्रीन को तोड़ने की कोशिश की, पिछले मानसून सत्र में कुछ सांसदों ने महिला मार्शल पर हमला किया। सदन की मर्यादा की रक्षा के लिए कार्रवाई की जरूरत थी। No case of COVID19 variant #Omicron reported in India so far: Health Minister Dr Mansukh Mandaviya said in Rajya Sabha during Question Hour Source: Sansad TV pic.twitter.com/89sFr7uij1 — ANI (@ANI) November 30, 2021 अब तक नहीं मिला Omicron Variant का एक भी केस कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर देशभर में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में सरकार ने बड़ी जानकारी दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बताया है कि भारत में अब तक कोरोनावायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। माफी पर राहुल गांधी का ट्वीट केरल से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 12 सांसदों के निलंबन को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने निलंबन वापसी के लिए सांसदों की ओर से माफी मांगे जाने की अटकलों पर विराम लगाया। उन्होंने लिखा- ""किस बात की माफ़ी? संसद में जनता की बात उठाने की? बिलकुल नहीं!"" #WATCH Opposition leaders protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament premises demanding revocation of suspension of 12 Opposition MPs of Rajya Sabha pic.twitter.com/iuqVtc5q5R — ANI (@ANI) November 30, 2021 Delhi | Opposition leaders protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament premises over suspension of 12 MPs. Opposition MPs staged walkout from Lok Sabha and Rajya Sabha after Rajya Sabha Chairman M Venkaiah Naidu rejected revocation of the suspension of 12 Opposition MPs. pic.twitter.com/t8T7XmDFKY— ANI (@ANI) November 30, 2021 विपक्ष ने किया किया वॉकआउट, गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्ष के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की अपील को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि सभापति को कार्रवाई करने का अधिकार है और वह कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र का अनुभव काफी कड़वा रहा। वहीं नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सांसदों पर की कई कार्रवाई का मुद्दा पिछले सत्र का है, तो इस पर अब निर्णय कैसे लिया जा सकता है। इसके बाद विपक्ष ने सदन का वॉकआउट कर दिया। वहीं विपक्ष गांधी प्रतिमा पर 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। Opposition parties are meeting today to discuss future course of action. The question of offering an apology doesn't arise.MPs were suspended against rules of the House. This action is like strangulating the voice of opposition LoP in RS,Mallikarjun Kharge on suspension of 12 MPs pic.twitter.com/dRr1Y2hIHg — ANI (@ANI) November 30, 2021 विपक्ष की आवाज दबा रही सरकार शीतकालीन सत्र के दौरान 12 सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। कांग्रेस नेता व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों की बैठक शुरू होने से पहले बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रही है। खड़गे ने कहा कि सदन में माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। दरअसल, सदन की ओर से कहा गया था कि अगर सांसद सार्वजनिक तौर पर माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबन वापस लेने पर विचार किया जा सकता है। Congress MP Manickam Tagore gives adjournment motion notice in Lok Sabha 'to discuss reasons for the increase in prices of essential commodities across the country &to direct the Govt to take appropriate steps to reduce the Excise duty on petrol, diesel, LPG to the level of 2013' — ANI (@ANI) November 30, 2021 कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने संसद में स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का रिकॉर्ड बनाने और उन्हें मुआवजा देने पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भेजा है। वहीं सांसद मणिकम टैगोर ने एक स्थगन प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल-डीजल,एलपीजी कीमतों को 2013 के स्तर पर लाने को लेकर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भेजा है। संसद के शीतकालीन सत्र से 12 सांसदों के निलंबन के बाद विपक्षी दलों में खासी नाराजगी दिखी। राजनीतिक दलों का कहना है कि किसी भी सांसद का पक्ष जाने बगैर उन्हें निलंबित कर दिया गया। वहीं इस मामले को लेकर मंगलवार को सुबह 10 बजे बैठक बुलाई गई है। आशंका जताई जा रही है कि विपक्ष पूरे सत्र से दूरी बना सकता है। कांग्रेस की अगुवाई में हो रही इस बैठक में 13 विपक्षी दल हिस्सा लेंगे। हालांकि बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस इस बैठक में शामिल नहीं होगी। पार्टी की ओर से अलग से बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगामी शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन ने बताया कि 12 निलंबित सांसदों में से दो सांसद टीएमसी के भी हैं, ऐसे में पार्टी की अगली रणनीति क्या होगी इस पर अलग बैठक में विचार होगा। टीएमसी के इस कदम से ये आशंका जताई जा रही है कि तृणमूल विपक्षी खेमे का नेतृत्व करना चाहती है। यानी पहले से कमजोर विपक्ष अब और बिखरता नजर आ रहा है। इन पार्टियों के सांसद निलंबित मौजूदा शीतकालीन सत्र के लिए जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें कांग्रेस के 6, टीएमसी और शिवसेना के 2-2 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और सीपीआई (एम) से एक-एक शामिल हैं। Parliament Winter session: Bill on regulation of reproductive technology to be tabled in Lok Sabha today Read @ANI Story | https://t.co/HmluJWcRgc pic.twitter.com/D9U7wgOtJ1 — ANI Digital (@ani_digital) November 30, 2021 पेश होंगे अहम बिल मंगलवार को सदन में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ( Mansukh Mandaviya ) सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी बिल, 2020 ( Reproductive Technology Bill ) पेश कर सकते हैं। संसद में पारित हो जाने एवं इस विधेयक के कानून का रूप लेने के बाद केन्‍द्र सरकार इस अधिनियम पर अमल की तिथि को अधिसूचित करेगी। इसके बाद राष्‍ट्रीय बोर्ड का गठन किया जाएगा। यह भी पढ़ेँः कोरोना से जान गंवाने वालों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए बनेगा पोर्टल, Supreme Court को केंद्र सरकार ने दी जानकारी इसके अलावा राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक भी पेश हो सकता है। इस बिल को जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पेश कर सकते हैं। इस बिल के जरिए राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एकरूप बांध सुरक्षा प्रक्रियाओं को अपनाने में मदद मिलेगी, जिससे बांधों की सुरक्षा सुनिश्‍चित होगी और इन बांधों से होने वाले लाभ सुरक्षित रहेंगे। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-leader-told-when-will-statehood-be-restored-in-jammu-kashmir-7198226/,भाजपा नेता ने बताया जम्मू-कश्मीर में कब बहाल होगा राज्य का दर्जा,"भाजपा नेता ने बताया जम्मू-कश्मीर में कब बहाल होगा राज्य का दर्जा भाजपा नेता ने कहा कि एक बार कश्मीर में लोगों की हत्या बंद हो जाएं। घाटी में आम आदमी स्वतंत्र होकर घूमने लगे उसके बाद घाटी को फिर से राज्य घोषित कर दिया जाएगा। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 08:18:10 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से विपक्षी नेता लगातार इसे बहाल करने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच बीजेपी के एक नेता ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल, भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई ने सोमवार को कहा कि एक बार कश्मीर में लोगों की हत्या बंद हो जाएं। घाटी में आम आदमी स्वतंत्र होकर घूमने लगे उसके बाद घाटी को फिर से राज्य घोषित कर दिया जाएगा। भाजपा के संगठन महासचिव अशोक कौल का कहना है कि कश्मीर में लोगों की टारगेट किलिंग हो रही थी, इसके चलते ही केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है। bjp leader told when will statehood be restored in jammu kashmir भाजपा नेता का कहना है कि घाटी में पार्टी नेताओं की चुन-चुनकर हत्या की जा रही थी। इस तरह की हत्याओं को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के पक्ष में हैं। दोनों नेताओं ने संसद में भी यह बात कही थी। अशोक कौल ने हाल ही में हुए अमित शाह के कश्मीर दौरे का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने अपने दौरे में भी साफ किया था कि मोदी सरकार कश्‍मीर का खास ध्‍यान रखेगी। अमित शाह ने कहा था कि केंद्र सरकार का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करना है। जिससे आम नागरिक घाटी में चैन की सांस ले सकें। अब कश्मीर में सुधार देखने को भी मिल रहा है, पहले लोग कश्मीर में निवेश करने से डरते थे, लेकिन अब जम्मू-कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश आ चुका है। वहीं सरकार 2022 के अंत तक कुल 51 हजार करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। यह भी पढ़ें: 'ओमीक्रोन' वेरिएंट को लेकर सरकार सख्त, 2 हफ्तों में भारत लेगा वैक्सीन के बूस्टर डोज पर फैसला गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अक्सर कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग उठाती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने एक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर का फैसला गांधी के भारत में हुआ था और हम गांधी के ही भारत में रहना चाहते हैं। कश्मीर के लोग गोडसे के भारत में कतई नहीं रह सकते। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mamata-banerjee-is-following-bjp-strategy-in-tripura-7197868/,त्रिपुरा में ममता बनर्जी वही रणनीति अपना रहीं जो भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनाई!,"त्रिपुरा में ममता बनर्जी वही रणनीति अपना रहीं जो भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनाई! भले ही निकाय चुनावों में 334 में से 329 सीटों पर भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है, परंतु ममता बनर्जी की पार्टी का प्रदर्शन भी पहले से बेहतर दिखाई दिया है। ममता बनर्जी भी ठीक उसी तरह की रणनीति त्रिपुरा में भाजपा को हराने के लिए अपना रही हैं जो पश्चिम बंगाल में भाजपा ने अपनाई थी। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 06:01:57 pm विपक्ष एक तरफ संसद के शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति बना रहा है पर लगता है ममता बनर्जी का फोकस 2024 पर है। इसलिए वो विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं हुईं। ममता बनर्जी लगातार देश के हर राज्यों में अपनी पकड़ को मजबूत करने में जुटी हुई हैं। इसी का प्रभाव त्रिपुरा के निकाय चुनावों में देखने को मिला है। भले ही निकाय चुनावों में 334 में से 329 सीटों पर भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है, परंतु ममता बनर्जी की पार्टी का प्रदर्शन भी पहले से बेहतर दिखाई दिया है। ममता बनर्जी भी ठीक उसी तरह की रणनीति त्रिपुरा में भाजपा को हराने के लिए अपना रही हैं जो पश्चिम बंगाल में भाजपा ने अपनाई थी। हालांकि, टीएमसी को केवल एक ही सीट नसीब हुई है, परंतु 20 प्रतिशत वोट शेयर के साथ ये पार्टी राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं, मकपा को 3 सीटें मिली है वो भी 16 फीसदी वोट शेयर के साथ। इस प्रदर्शन से टीएमसी के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है, और विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी और बड़ी योजना के साथ काम कर सकती है। गौर करें तो 2019 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी का कुल वोट शेयर केवल 0.4 फीसदी ही था, जबकि 2018 के विधानसभा चुनावों में केवल 0.3 फीसदी रहा। पिछले चुनावों की तुलना में टीएमसी के प्रदर्शन में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। स्पष्ट है ममता बनर्जी की पार्टी राज्य में कई बार बुरी से तरह जनता द्वारा नकार दी गई। इसके बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा चेहरा बनने की राह में ममता बनर्जी ने हार नहीं मानी। एक बार फिर से त्रिपुरा में किस्मत आजमाई और इस बार पार्टी का प्रदर्शन पिछले दो चुनावों के मुकाबले काफी बेहतर रहा है। कुछ ऐसा ही प्रदर्शन पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच देखने को मिला था, जहां भाजपा ने साल दर साल अपने वोट शेयर बढ़ाए हैं। उदाहरण से समझिए, इसी वर्ष पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों में भले ही ममता बनर्जी आसानी से चुनाव जीत गईं, परंतु भाजपा का वोट शेयर 38.1 प्रतिशत रहा था। इसके साथ ही भाजपा को कुल 294 सीटों में से 77 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि वर्ष 2016 के चुनावों में भाजपा को केवल 3 सीटें ही मिली थीं और वोट शेयर 10 फीसदी रहा था। भाजपा ने भी शुवेंदु अधिकारी जैसे चेहरों को टीएमसी से अपनी पार्टी में शामिल कर संगठन को मजबूत किया था। ठीक ऐसा ही ममता बनर्जी भी कर रही हैं। भाजपा और कांग्रेस के असन्तुष्ट नेता टीएमसी का रुख कर रहे हैं। मुकुल रॉय के बाद भाजपा विधायक सौमेन रॉय, विश्वजीत दास, तन्मय घोष, पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो व एक अन्य विधायक टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। इसके बाद राजिब बनर्जी, आशीष दास, सुष्मिता देव समेत कई बड़े नेता टीएमसी से जुड़ रहे हैं। इसके अलावा भाजपा की तरह ही ममता ने भी त्रिपुरा में हिंसा, भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दे को हथियार बना लिया है। भाजपा पर ममता भी वही आरोप लगा रहीं हैं जो भाजपा ने बंगाल में ममता के खिलाफ लगाये थे। स्पष्ट है कि पूरे पूर्वोत्तर भारत में टीएमसी खुद को मजबूत करने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है और इसके परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं। हालांकि, वर्ष 2017 में पार्टी का आधार कमजोर हो गया था जब सुदीप रॉय बर्मन के नेतृत्व में उत्तर-पूर्वी राज्य में उसके सभी छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। अब वर्तमान में बढ़े जनाधार के साथ संगठन को मजबूत करने की दिशा में टीएमसी आगे बढ़ रही है। वर्तमान में स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि ""ये एक पार्टी की शुरुआत के लिए आसाधरण है, जहां न के बराबर उपस्थिति थी वहाँ पार्टी ने सफलतापूर्वक स्थानीय निकाय चुनाव लड़ा और 20 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल कर राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बनी है।"" उन्होंने आगे कहा, ''इस तथ्य के बावजूद कि हमने बमुश्किल 3 महीने पहले अपनी गतिविधियां शुरू कीं, जबकि भाजपा ने त्रिपुरा में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। त्रिपुरा टीएमसी के सभी बहादुर सैनिकों को उनके अनुकरणीय साहस के लिए बधाई।'' This is despite the fact that we commenced our activities barely 3 months ago and @BJP4Tripura left no stone unturned to BUTCHER DEMOCRACY in Tripura. Congratulations to all the brave soldiers of @AITC4Tripura for their exemplary courage. সবে তো শুরু এবার আসল খেলা হবে। (2/2) — Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) November 28, 2021 वहीं, भाजपा ने टीएमसी के दावों को खारिज कर दिया है और कहा है कि जनता ने विकास की सरकार को चुना है। हालांकि, इस तथ्य को अनदेखा नहीं किया जा सकता कि भाजपा के समक्ष राज्य में टीएमसी एक बड़े विकल्प के तौर पर खुद को पेश करने में जुटी है। यदि टीएमसी का प्रदर्शन ऐसे ही हर चुनावों में बेहतर होता गया तो हो सकता है 2023 के चुनावों में हमें त्रिपुरा में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिले। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-rahul-gandhi-target-on-gov-over-msp-7197826/,"शीतकालीन सत्र का पहला दिन, राहुल गांधी का आरोप, डरपोक सरकार ने MSP और किसानों की शहादत पर चर्चा नहीं होने दी","शीतकालीन सत्र का पहला दिन, राहुल गांधी का आरोप, डरपोक सरकार ने MSP और किसानों की शहादत पर चर्चा नहीं होने दी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उसे डरपोक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने आज MSP पर, शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर और लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी जैसे मामलों पर चर्चा नहीं होने दी। नई दिल्ली Published: November 29, 2021 05:42:12 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता ने MSP और किसानों की मौत के मुद्दे पर सरकारों को घेरा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि डरपोक सरकार, MSP और किसानों की मौत के मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है। राहुल गांधी का कहना है कि सरकार हर बार की तरह इस बार भी जनता के मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है। उसे जनता के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। Parliament Winter Session, rahul gandhi target on gov over msp डरपोक है सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सरकार ने आज MSP पर, शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर और लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी जैसे मामलों पर चर्चा नहीं होने दी। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए उसे डरपोक बताया है। राहुल गांधी ने लिखा 'जो छीने संसद से चर्चा का अधिकार, फेल है, डरपोक है वो सरकार।' चर्चा नहीं होने दी- MSP पर शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्ख़ास्तगी पर… जो छीने संसद से चर्चा का अधिकार, फ़ेल है, डरपोक है वो सरकार। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 29, 2021 बता दें कि आज केंद्र सरकार ने संसद में कृषि कानूनों को रद्द करने संबंधी विधेयक पास कराया। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक नई मांग उठा दी है। कांग्रेस नेता का कहना है पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करते हुए माना था कि हमसे गलती हुई है। ऐसे में राहुल गांधी ने मांग की है कि सरकार किसान आंदोलन में मारे गए अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा दे। यह भी पढ़ें: PF Interest Deposit: 21.38 करोड़ अकाउंट में पहुंच गया है ब्याज का पैसा, यहां जानिए कैसे चेक करें अपना खाता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। देश के 3 से 4 पूंजीपतियों के आगे किसानों की शक्ति कमजोर नहीं हो सकती। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने संसद में एमएसपी पर कानून बनाने की मांग उठाई। बता दें कि कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार एमएसपी पर कानून नहीं बनाती, हम वापस नहीं जाएंगे। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-today-pm-narendra-modi-says-its-an-important-session-7197253/,"Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित","Parliament Winter Session: मानसून सत्र में हंगामे के मामले में कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित Parliament Winter Session संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ये सत्र और आने वाले सत्र आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें। देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजें, उपाए खोजें और इसके लिए ये सत्र बहुत ही विचारों की समृद्धि वाला, सकारात्म निर्णयों वाला बने। 'मैं आशा करता हूं, कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया? कितनी अच्छी भागीदारी की, उस तराजू पर तौला जाए ना कि किसने कितना संसाधन लगाकर उसे रोक दिया।' नई दिल्ली Updated: November 29, 2021 04:01:55 pm नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) के पहले दिन सदन के दोनों सदनों में कृषि कानून वापसी बिल पास कर दिया गया है। इसके बाद अब राष्ट्रपति के पास इसे भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और स्वीकृति के बाद ये कानून रद्द हो जाएगा। वहीं शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन 11 अगस्त को मानसून सत्र के दौरान अभद्र व्यवहार करने वाले 12 राज्यसभा सासंदों पर भी बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही राज्यसभा 30 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई। कानून वपसी पर चर्चा से डरती है सरकार वहीं कृषि कानून वापसी बिल बिना चर्चा के दोनों सदनों में पास कराए जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को जमकर घेरा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, सरकार कानून वापसी पर बहस से डरती है। चर्चा होती है तो पता चलता कि किसके दबाव में कानून बने। राहुल गांधी ने कहा कि माफी मांग कर पीएम मोदी ने ये कुबुल किया कि उनसे गलती हुई। तीन कृषि कानून मजदूर और किसान पर सरकार का आक्रमण था। यह भी पढ़ेँः पीएम मोदी ने विलुप्त नून नदी के पुनर्जीवित करने के लिए जालौनवासियों की जमकर सराहना की Earlier, we had said that the govt will have to withdraw the farm laws, and today these laws were repealed. It is unfortunate that the farm laws were repealed without discussion. This government is scared of holding a discussion: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/omuigbn1Tg — ANI (@ANI) November 29, 2021 The 12 Rajya Sabha MPs have been suspended for indiscipline in the last session of the House. The House has been adjourned till tomorrow, 30th November— ANI (@ANI) November 29, 2021 From Dist Court to Supreme Court, an accused is heard even there, lawyers are provided for them too, sometimes Govt officials are sent to take their version. Here our version wasn't taken: Shiv Sena MP Priyanka Chaturvedi - one of the 12 Rajya Sabha MPs suspended for this session pic.twitter.com/S9z7hVskpJ— ANI (@ANI) November 29, 2021 पूरे सत्र के लिए 12 सांसद सस्पेंड मॉनसूत्र सत्र में हुए हंगामे का शीतकालीन सत्र में बड़ा एक्शन देखने को मिला। शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के सांसद शामिल हैं। इस एक्शन को लेकर सांसद छाया वर्मा ने कहा कि, पिछले सत्र में हुए व्यवहार को लेकर इस सत्र में क्यों एक्शन लिया जा रहा है। बता दें कि पूरे सत्र के दौरान निलंबित सभी सांसद राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाएंगे। तानाशाही फैसला निलंबित किे जाने पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, एक आरोपी को वहां भी सुना जाता है, उनके लिए वकील भी उपलब्ध कराए जाते हैं, कभी-कभी सरकारी अधिकारियों को उनका पक्ष लेने के लिए भेजा जाता है। यहां हमें सस्पेंड करने से पहले हमारा पक्ष जानने की कोशिश तक नहीं की गई। ये तानाशाही रवैया। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सरकार ने कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा में पेश किया। लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया और कुछ देर बाद ही इसे पास कर दिया गया। लोकसभा से पास होने के बाद इसे राज्यसभा में भी पेश किया गया। यहां भी ध्वनि मत के साथ कृषि कानून वापसी बिल पास कर दिया गया। हालांकि इससे पहले कांग्रेस ने कहा कि तीन कृषि बिल किसानों को हित में नहीं। इससे पूरे देश में किसानों के खिलाफ माहौल बना। कांग्रेस ने नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 13 महीने से ज्यादा वक्त तक सरकार सोती रही, लेकिन चुनाव में नुकसान को भांप कर सरकार ने वापसी का फैसला लिया। Amid ruckus in Upper House, the Farm Laws Repeal Bill 2021 passed in Rajya Sabha pic.twitter.com/m4JqZPeOCi — ANI (@ANI) November 29, 2021 हालांकि, विपक्ष कृषि कानूनों पर बहस की मांग पर अड़ गया है। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि सरकार कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। सरकार का कहना है कि जब प्रधानमंत्री मोदी खुद माफी मांग चुके हैं तो फिर चर्चा किस बात की। The Farm Laws Repeal Bill, 2021 passed by Lok Sabha amid ruckus by Opposition MPs Leader of Congress Party in Lok Sabha Adhir Ranjan Chowdhury demands discussion on the Bill in the House pic.twitter.com/2QAyOAVGq1 — ANI (@ANI) November 29, 2021 इससे पहले शीतकालीनी सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने मीडिया को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि संसद का ये सत्र बहुत अहम है। ऐसे में सत्र के दौरान विपक्ष इसकी गरीमा को बनाए रखे। हर मुद्दे पर चर्चा हो, सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है। पीएम मोदी ने कहा- आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को पूरा करने के लिए सामान्य नागरिक भी अपना दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है। We all should stay alert in view of the new variant of #COVID19: PM Modi (Source: PM Modi's Twitter handle ) pic.twitter.com/WqGOe521Bs — ANI (@ANI) November 29, 2021 Our Government is ready to answer all questions during the Winter Session of the Parliament. We should debate in the Parliament, and maintain the decorum of the proceedings: PM Modi pic.twitter.com/1ihNcHlfpz— ANI (@ANI) November 29, 2021 पीएम मोदी ने कहा- पिछले दिनों हमने देखा, संविधान दिवस भी नए संकल्प के साथ मनाया गया। भारत का संसद का ये और आने वाले सत्र आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल संसद देशहित में चर्चाएं करें। देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजे, उपाए खोजे और इसके लिए ये सत्र बहुत ही विचारों की समृद्धि वाला, सकारात्म निर्णयों वाला बने। 'मैं आशा करता हूं, कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया? कितनी अच्छी भागीदारी की, उस तराजू पर तौला जाए ना कि किसने कितना संसाधन लगाकर उसे रोक दिया।' प्रधानमंत्री ने कहा कि, मापदंड ये हो कि संसद में कितने घंटे काम हुआ। सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार, खुली चर्चा के लिए तैयार। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। आजादी के अमृतमहोत्सव में हम चाहेंगे कि संसद में सवाल भी हो, शांति भी हो। संसद में सरकार के खिलाफ, नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए हो, लेकिन संसद की गरीमा, स्पीकर की गरीमा भी बनी रहे। ऐसा आचरण करें जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ियों को काम आए। यह भी पढ़ेँः Omicron Variant: दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र पहुंचा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप नया वैरिएंट हमें और सतर्क करता है पिछले सत्र के बाद कोरोना की विकट परिस्थिति में भी देश ने 100 करोड़ से ज्यादा लॉजिक्स, कोरोना वैक्सीन अब हम 150 करोड़ की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नए वैरिएंट की खबरें हमें और सतर्क करती हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से अनाज मुफ्त देने की योजना चल रही है। इसे मार्च 2022 तक आगे बढ़ा दिया गया है। 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपए की राशि के सहयोग से योजना चल रही है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-clean-sweep-in-tripura-municipal-elections-win-217-seats-7196817/,"Tripura Municipal Election Results 2021: त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने किया क्लीन स्वीप, 334 में से 329 सीटें पर जीत हासिल","Tripura Municipal Election Results 2021: त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने किया क्लीन स्वीप, 334 में से 329 सीटें पर जीत हासिल त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने क्लीन स्वीप कर दिया है। दरअसल, त्रिपुरा में अगरतला निगर निगम और 13 नगर निकाय की 334 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें से बीजेपी ने 329 सीटों पर जीत दर्ज की है। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 09:59:56 pm नई दिल्ली। त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। दरअसल, त्रिपुरा में अगरतला निगर निगम और 13 नगर निकाय की 334 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें से बीजेपी ने 329 सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव में भाजपा के शानदार प्रदर्शन से पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। पार्टी की इस बड़ी कामयाबी पर बीजेपी उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने भी लोगों को धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि ये जनता का बीजेपी पर भरोसा है। bjp clean sweep in tripura municipal elections, win 217 seats टीएमसी पर नहीं है जनता को भरोसा इस दौरान दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव के नतीजों ने पूर्वोत्तर राज्यों में पैठ जमाने का टीएमसी के खोखले दावों को उजागर कर दिया है। इससे साबित हो गया है कि राज्य के लोग टीएमसी के बारे में क्या सोचते हैं और उनपर कितना भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी नतीजे जनता का बीजेपी पर विश्वास का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि टीएमसी राज्य में सरकार बनाने के दावे कर रही है, लेकिन निकाय चुनाव के नतीजों ने टीएमसी के इस सपने को पानी-पानी कर दिया है। साबित हो गया है कि राज्य में टीएमसी का खाता खुलने का भी कोई आसार नहीं है। दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी के लोग राज्य में सिर्फ शोर मचा रहे हैं, उनका यहां कोई अस्तित्व नहीं है। बीजेपी उपाध्यक्ष यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि बंगाल से आए कुछ भाड़े के लोग राज्य में टीएमसी का आधार बनाने में पूरी तरह से नाकाम हुए हैं। यह भी पढ़ें: Omicron: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखी चिठ्ठी, प्रभावित देशों से उड़ानें रद्द करने की मांग गौरतलब है कि त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया है। अगरतला सहित 14 निकायों में भाजपा ने कुल 334 वार्ड्स में से भाजपा ने 329 पर कब्जा जमा लिया है। बता दें कि कुल 334 सीटों में से 222 पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था। वहीं इनमें से 217 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है, जबकि 112 पर उसके प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय जनता पार्टी Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/uddhav-thackeray-says-mva-gov-converted-disaster-into-opportunity-7196528/,"महाराष्ट्र: उद्धव सरकार को पूरे हुए 2 साल, सीएम बोले-एमवीए सरकार ने आपदा को अवसर में बदला","महाराष्ट्र: उद्धव सरकार को पूरे हुए 2 साल, सीएम बोले-एमवीए सरकार ने आपदा को अवसर में बदला शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाराष्ट्र सरकार को दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने आपदा को अवसर में बदला है। नई दिल्ली Updated: November 28, 2021 10:04:38 pm नई दिल्ली। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाराष्ट्र सरकार को दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के 2 साल के कार्यकाल का ज्यादातर हिस्सा कोविड-19 के प्रबंधन में बीता है। बावजूद इसके महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सरकार इस आपदा को अवसर में बदलने में कामयाब रही। uddhav Thackeray says mva gov converted disaster into opportunity इस दौरान सीएम ठाकरे ने राज्य के लोगों से मिले समर्थन के लिए उनका आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह जनता की सरकार है। सीएम ने कहा कि मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हम घबराए नहीं और हमारा ध्यान आम आदमी के कल्याण पर रहा। हमारी सरकार के 2 साल के कार्यकाल का ज्यादा हिस्सा कोरोना प्रबंधन में ही बीता है, हम इस संकट को अवसर में बदलने में सफल हुए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि 2 साल पहले की स्वास्थ्य, चिकित्सा सुविधाओं और अवसंरचनाओं में और अब बहुत बड़ा अंतर देखने को मिलता है। वैश्विक कोरोना महामारी से निपटते वक्त हमारी सरकार और प्रशासन में कोई नकारात्मकता नहीं थी। हमने औद्योगिक निवेश, कृषि आधारभूत संरचना, आवास, रोजगार, जलापूर्ति, सौर ऊर्जा, पर्यावरण, वन और पर्यटन क्षेत्र में सुधार के लिए कड़ी मेहनत की है। यह भी पढ़ें: राहुल गांधी का स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को समर्थन, कहा- नफरत नहीं जीतेगी- विश्वास रखिए सीएम ने बताया कि हमने जनहित को सबसे पहले रखा है। इसके चलते ही राज्य के अन्नदाताओं का 20 हजार करोड़ रुपए का कर्ज हमारी सरकार ने माफ किया है। महात्मा ज्योतिराव फुले कृषि ऋण माफी योजना के तहत हमने इसे अंजाम दिया है, जिससे आज महाराष्ट्र के किसानों के चेहरों पर खुशी है। इस दौरान सीएम ने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीते दो साल विपक्ष दिशाहीन रहा। इस दौरान सरकार को अस्थिर करने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। अब भाजपा फर्जी दावे और तारीखों की घोषणा कर रही है। यह सिर्फ लोगों को भटकाने का प्रयास है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Omicron Variant: महाराष्ट्र में मिले ओमिक्रॉन के 7 नए मामले, देश में अब तक मिले हैं 12 केस पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pappu-yadav-says-former-bihar-cm-lalu-prasad-yadav-life-is-in-danger-7196201/,"पप्पू यादव बोले बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव को है जान का खतरा, हत्या की हो रही साजिश","पप्पू यादव बोले बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव को है जान का खतरा, हत्या की हो रही साजिश जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव का कहना है कि राजद सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जान को खतरा है। जाप अध्यक्ष का कहना है कि लालू यादव का परिवार ही उनकी जान लेना चाहता है। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 05:40:30 pm नई दिल्ली। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने बड़ा बयान दिया है। पप्पू यादव का कहना है कि राजद सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जान को खतरा है। जाप अध्यक्ष का कहना है कि लालू यादव का परिवार ही उनकी जान लेना चाहता है। उन्होंने कहा कि लालू यादव सच में बीमार हैं, लेकिन उनका परिवार राजद सुप्रीमों के इलाज के नाम पर राजनीति कर रहा है। pappu yadav says former bihar cm lalu prasad yadav life is in danger बिहार की आधी आबादी है गरीब दरअसल, बिहार की राजधानी पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यह बात कही है। इस मौके पर पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर भी हमला किया। उनका कहना है कि देश में जहां भी एनडीए की सरकार है, वहीं गरीबी भी सबसे ज्यादा है। अभी नीति आयोग की रिपोर्ट में ही बिहार की बदहाली की तस्वीर सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 51.91 फीसद जनसंख्या गरीब है, जिसके लिए सरकार जिम्मेदार है। इस दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी की सरकार सिर्फ लोगों को बांटने की राजनीति करती है, इनका विकास से कोई लेना देना नहीं है। आज विकास के मानकों में बिहार सबसे गरीब राज्य है और इशके लिए राज्य के नेता जिम्मेदार हैं। इस दौरान राजद पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी का बेरोजगारी पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। आरजेडी और एनडीए के 30 साल के शासनकाल में बिहार की स्थिति बदहाल हो गई है। बिहार की गरीबी सब के लिए अभिशाप है। यह भी पढ़ें: शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए 31 दल, AAP ने किया वॉकआउट, MSP और कृषि कानूनों पर भी हुई बात गौरतलब है कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार के स्थिति को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। लालू यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके लिए सीएम जिम्मेदार हैं, उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए। वहीं बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा था। लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/31-party-attend-all-party-meeting-parliament-session-aap-walkout-7196105/,"शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए 31 दल, AAP ने किया वॉकआउट, MSP और कृषि कानूनों पर भी हुई बात","शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए 31 दल, AAP ने किया वॉकआउट, MSP और कृषि कानूनों पर भी हुई बात आज हुई सर्वदलीय बैठक में 31 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, इसके साथ ही विपक्षी नेताओं ने भी संसद सत्र के लिए कई सुझाव भी दिए। इस दौरान कृषि कानूनों और एमएसपी पर भी चर्चा हुई, हालांकि पीएम मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। नई दिल्ली Published: November 28, 2021 04:58:22 pm नई दिल्ली। कल यानि 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इससे पहले आज सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में 31 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, इसके साथ ही विपक्षी नेताओं ने भी संसद सत्र के लिए कई सुझाव भी दिए। इस दौरान कृषि कानूनों और एमएसपी पर भी चर्चा हुई, हालांकि पीएम मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। 31 party attend all party meeting parliament session aap walkout सत्र में जनता के मुद्दों पर होगी चर्चा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक के संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आज हुई सर्वदलीय बैठक में 31 पार्टियों ने भाग लिया है, इस दौरान कई पार्टियों ने संसद सत्र के लिए कई अहम सुझाव दिए हैं। नियमों के अनुसार इस सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि हमें उम्मीद है कि शीतकालीन सत्र में जनता के मुद्दों पर चर्चा होगी। आज हुई बैठक में पीएम मोदी शामिल नहीं हुए थे। इस बारे में पूछने पर संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री ही बैठक में आते थे। किसी कारणवश आज पीएम इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए। बैठक के बाद कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जन खड़गे ने कहा कि आज बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस ने एमएसपी पर कानून बनाने और आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों का मुद्दा भी उठाया, मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने पर भी चर्चा हुई। हमनें सोचा था कि पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल होंगे तो हम उनसे कृषि कानूनों पर उनकी राय पूछते। यह भी पढ़ें: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर महाराष्ट्र सरकार सख्त, अब कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगा 50 हजार तक का जुर्माना खास बात यह है कि इस बैठक से आम आदमी पार्टी ने वॉकआउट कर दिया। पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि सरकार के मंत्री किसी को बोलने ही नहीं देते। जब हमें बैठक में अपनी बात रखने का मौका ही नहीं मिलता तो यहां शामिल होने से क्या फायदा। हमनें संसद सत्र में एमएसपी पर कानून बनाने की मांग की है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/tejashwi-yadav-said-bihar-government-should-evaluate-his-work-7195023/,"तेजस्वी यादव की बिहार सीएम नीतीश कुमार को सलाह, अहंकार छोडकर अपने काम का मूल्यांकन करें","तेजस्वी यादव की बिहार सीएम नीतीश कुमार को सलाह, अहंकार छोडकर अपने काम का मूल्यांकन करें नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सरकार अहंकार छोड़कर आत्ममंथन करे। नई दिल्ली Published: November 27, 2021 09:10:48 pm नई दिल्ली। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की स्थिति को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हैं। अब बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि आज देश-विदेश की मानक रेटिंग संस्थाएं बिहार की बदहाली की चर्चा कर रही हैं। इसके बाद भी सरकार इसे स्वीकार करने के बजाय अपनी धुन में मस्त है। tejashwi yadav said bihar government should evaluate his work विफलता स्वीकार करने को तैयार नहीं है सरकार तेजस्वी यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि ये संस्थाएं 16 वर्षों के कागजी विकास को आइना दिखा रही हैं, लेकिन बिहार की सरकार अहंकार में डूबी हुई है। यही वजह है कि सरकार अपनी विफलताओं को स्वीकार करने को कतई तैयार नहीं है। सरकार क्यों नहीं मान लेती कि ये विपक्ष नहीं बल्कि उनकी ही सरकार के आंकड़े हैं। अगर सरकार अपनी गलतियां ही स्वीकार नहीं करेगी तो खामियों को कैसे दूर किया जाएगा। पत्रकार- सर नीति आयोग, नीति आयोग रिपोर्ट, नीति आयोग, नई रिपोर्ट आई है सर नीति आयोग की..नीति आयोग…नीति…नीति…नीति आयोग.. नीतीश कुमारः- क्या, क्या सुनाई नहीं दिया? क्या? पत्रकारः- सर नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार सबसे फिसड्डी है? नीतीश कुमार- हमने देखा नहीं है। pic.twitter.com/VHU17Ve7Qf — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 27, 2021 बिहार नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 30-40 वर्ष के भूतकाल में डूबे रहने वाली सरकार को वर्तमान के आंकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान और अपने भूत के 16 वर्षों का आकलन अवश्य करना चाहिए। उन्हें विचार करना चाहिए कि उदारीकरण के बाद भी बिहार विकास के मानकों पर इतना पीछे क्यों है। मौजूदा सरकार और सीएम नीतीश कुमार को आत्ममंथन की जरूरत है। यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: नारायण राणे की भविष्यवाणी को नवाब मलिक ने बताया फर्जी, कहा- ये BJP आईटी सेल के दिमाग की उपज है तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि देश-विदेश के प्रतिष्ठि‍त मूल्‍यांकन व मानक संस्‍थानों, नीति आयोग, एनसीआरबी, एनएचआरएम, विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने बिहार की शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, कानून व्‍यवस्‍था, गरीबी, बेरोजगारी, पलायन आदि से संबंधित शोधपूर्ण रिपोर्ट पेश की है। वहीं राज्य के सीएम इसे झूठ बता रहे हैं, शायद वो अपने महल से बाह नहीं निकलते हैं। बता दें कि इससे पहले राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव और लोजपा सांसद चिराग पासवान ने भी इस मुद्दे पर नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/nawab-malik-says-narayan-rane-prediction-about-uddhay-gov-is-fraud-7194933/,"महाराष्ट्र: नारायण राणे की भविष्यवाणी को नवाब मलिक ने बताया फर्जी, कहा- ये BJP आईटी सेल के दिमाग की उपज है","महाराष्ट्र: नारायण राणे की भविष्यवाणी को नवाब मलिक ने बताया फर्जी, कहा- ये BJP आईटी सेल के दिमाग की उपज है भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की भविष्यवाणी को एनसीपी नेता नवाब मलिक ने फर्जी बताया है। नवाब मलिक ने उनके दावे फर्जी हैं। नई दिल्ली Published: November 27, 2021 08:18:31 pm नई दिल्ली। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की भविष्यवाणी को एनसीपी नेता नवाब मलिक ने फर्जी बताया है। नवाब मलिक ने नारायण राणे पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके दावे में कोई दम नहीं है वे फर्जी बातें कर रहे हैं। ये सब बीजेपी की आईटी सेल के दिमाग की उपज है। नवाब मलिक ने सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें शेयर की हैं। मलिक ने पूछा कि क्या आईटी सेल द्वारा की गई इन फोटोशॉप्ड तस्वीरों के बल पर नारायण राणे मार्च तक महाराष्ट्र में भाजपा सरकार का दावा कर रहे हैं। nawab malik says narayan rane prediction about uddhay gov is fraud फर्जी दावे कर रहे हैं नवाब मलिक दरअसल, नवाब मलिक ने सोशल मीडिया पर शरद पवार और महाराष्ट्र भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एक साथ मुलाकात की एक तस्वीर साझा की है। उन्होंने ये तस्वीरें बीजेपी की आईटी सेल द्वारा फोटोशॉप की गई हैं और नारायण राणे इन तस्वीरों के आधार पर फर्जी दावें कर रहे हैं। उनके दावों में बिल्कुल दम नहीं है। बता दें कि बीते दिन बीजेपी नेता नारायण राणे ने दावा किया था कि जल्द ही महाराष्ट्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, जिसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी। उन्होंने दावा किया कि अगले साल मार्च में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार गिर जाएगी। इसके बाद बीजेपी राज्य में सरकार बनाएगी। नारायण राणे के इस दावे के बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है। यह भी पढ़ें: शीतकालीन सत्र से पहले कल सुबह 11 बजे सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, शाम 4 बजे एनडीए की मीटिंग इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि सीएम ठाकरे अभी बीमार हैं, उनके बारे में बोलना ठीक नहीं। हालांकि मैं यह बात दावे के साथ कह सकता हूं कि राज्य में गठबंधन की सरकार के पास अब ज्यादा समय नहीं है। जल्द ही महाराष्ट्र की कुर्सी पर बीजेपी का कब्जा होगा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Political अगली खबर पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/complaint-against-karnataka-home-minister-araga-jnanendra-for-calling-police-dogs-people-want-action-b394/,"कर्नाटक में गृहमंत्री ने पुलिस की तुलना 'कुत्ते' से की, बोले- वेतन से नहीं चल रहा काम, रिश्वत चाहते हो; बयान पर भड़के लोग","Highlights संगठन के शिकायती पत्र पर अभी तक स्थानीय पुलिस ने मंत्री के खिलाफ रिपोर्ट नहीं दर्ज की है। मंत्री ने बाद में स्पष्ट किया कि वह सभी केलिए ऐसा नहीं बोले हैं, बल्कि एक वर्ग को ऐसा कहा है। यह भी कहा कि चिक्कमगलुरु और शिवमोग्गा जिलों में मवेशियों की तस्करी बेरोकटोक जारी है। भारत:कर्नाटक में किसान संगठन रायता संघ और हसीरू सेने ने राज्य के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनके खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई है। गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने अपने बयान में पुलिस की तुलना कथित तौर पर कुत्तों से की थी। उन्होंने कहा था कि ""पुलिस पशु तस्करी को रोकने के बजाय 'कुत्ते की तरह सोती है' और तस्करों से रिश्वत लेती है।"" किसान संगठन ने सौंपी शिकायती पत्र इस बात को लेकर किसान संगठन ने राज्य के चिक्कमगलुरु जिले के कोप्पा पुलिस स्टेशन में शिकायती पत्र सौंपी है, हालांकि वहां के पुलिस अधीक्षक हाके अक्षय मचिंद्रा ने कहा कि उन्हें पत्र मिला है, लेकिन अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। मंत्री ने बाद में स्पष्ट किया कि वह सभी के लिए ऐसा नहीं बोले हैं, बल्कि केवल पुलिस अधिकारियों के एक वर्ग को ऐसा कहा है। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ संगठन ने जारी की वीडियो क्लिप संगठन ने एक वीडियो क्लिप जारी की है, जिसमें गृहमंत्री की बातें साफ सुनी जा सकती हैं। संगठनों के सदस्यों ने गृह मंत्री की टिप्पणी की निंदा की और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। मंत्री अफसरों के लिए क्या बोले वीडियो क्लिप में वे एक पुलिस अफसर पर फोन पर चिल्लाते हुए कह रहे हैं कि ""जो लोग मवेशियों का परिवहन कर रहे हैं वे आदतन अपराधी हैं। आपके अधिकारी इसे अच्छी तरह जानते हैं लेकिन वे रिश्वत लेते हैं और कुत्तों की तरह सोते हैं। आपकी पुलिस को स्वाभिमान की जरूरत है...। आज पूरा पुलिस बल सड़ा हुआ है। हम तनख्वाह दे रहे हैं, लेकिन सिर्फ तनख्वाह पर कोई नहीं रहना चाहता। वे रिश्वत पर जीना चाहते हैं।"" वीडियो क्लिप में मंत्री यह भी कह रहे हैं कि चिक्कमगलुरु और शिवमोग्गा जिलों में मवेशियों की तस्करी बेरोकटोक चल रही है। Web Title: Complaint against karnataka home minister Araga Jnanendra for calling police dogs people want action भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/journalists-protest-in-silchar-against-the-registration-of-a-case-of-sedition-on-the-editor-of-the-b421/,समाचार पोर्टल के संपादक पर राजद्रोह का मामला दर्ज होने के खिलाफ सिलचर में पत्रकारों ने किया प्रदर्शन,"सिलचर/हैलाकांदी, सात दिसंबर असम में बराक घाटी के पत्रकारों ने एक स्थानीय समाचार पोर्टल पर लिखे गए संपादकीय को लेकर उसके संपादक के विरुद्ध लगाए गए राजद्रोह के आरोप तत्काल वापस लेने की मंगलवार को मांग की। समाचार पोर्टल के संपादक अनिर्बन रॉय चौधरी के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने की मांग को लेकर सिलचर प्रेस क्लब की अगुवाई में प्रदर्शन किया गया। संपादक पर आरोप है कि उन्होंने बराक घाटी में असमी और बंगाली भाषी लोगों के बीच विभाजन पैदा करने के उद्देश्य से संपादकीय लिखा। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ इस संबंध में शुक्रवार को रॉय चौधरी पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सिलचर प्रेस क्लब के सचिव शंकर डे ने कहा, “जब तक उनके (रॉय चौधरी) विरुद्ध दर्ज राजद्रोह का मामला वापस नहीं लिया जाता, तब तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Journalists protest in Silchar against the registration of a case of sedition on the editor of the news portal भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/red-cap-people-danger-bells-want-power-to-free-terrorists-from-jail-modi-b421/,"लाल टोपी वाले लोग 'खतरे की घंटी', आतंकवादियों को जेल से छुड़ाने के लिए चाहते हैं सत्ता : मोदी","गोरखपुर/लखनऊ (उत्तर प्रदेश), सात दिसंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) पर करारा हमला करते हुए कहा कि लाल टोपी वाले उत्तर प्रदेश के लिए 'खतरे की घंटी' हैं और वे आतंकवादियों को जेल से छुड़ाने के लिए सत्ता हासिल करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में एम्स, खाद कारखाने और आईसीएमआर के क्षेत्रीय केंद्र का लोकार्पण करने के बाद अपने संबोधन में सपा पर जोरदार हमला किया। इसके फौरन बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा की लाल टोपी भाजपा के लिए 'रेड अलर्ट' है और यही उसे सत्ता से बाहर करेगी। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ मोदी ने कहा, ‘‘लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए। घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जे के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए। लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए। इसलिए याद रखिये कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं। यानी खतरे की घंटी हैं।’’ गौरतलब है कि लाल टोपी समाजवादी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की पहचान है। इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर पलटवार किया और कहा कि यही लाल टोपी भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी। अखिलेश ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भाजपा के लिए ‘रेड एलर्ट’ है महंगाई का, बेरोज़गारी-बेकारी का, किसान-मज़दूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का, बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का और ‘लाल टोपी’ का क्योंकि वो ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी।’’ उन्होंने इसी ट्वीट में कहा, ‘‘लाल का इंक़लाब होगा। बाइस में बदलाव होगा।’’ मोदी ने आरोप लगाया, ‘‘उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान नहीं भूल सकते कि प्रदेश में भाजपा सरकार पहले की जो सरकार थी उसने कैसे गन्ना किसानों को पैसे के भुगतान में रुला दिया था। किस्तों में जो पैसा मिलता था उसमें भी महीनों का अंतर होता था। उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों को लेकर कैसे-कैसे खेल होते थे। क्या-क्या घोटाले किए थे। इससे पूरे उत्तर प्रदेश के लोग अच्छी तरह परिचित हैं।’’ प्रधानमंत्री ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ नीत सरकार की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘हमारी डबल इंजन की सरकार आपकी सेवा में जुटी है। पहले की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षण देकर उत्तर प्रदेश का नाम बदनाम कर दिया था। आज माफिया जेल में हैं और निवेशक दिल खोलकर उत्तर प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। यही डबल इंजन का डबल विकास है। इस पर जनता को विश्वास है और हमें उम्मीद है कि आपका आशीर्वाद आगे भी मिलता रहेगा।’’ मोदी ने इससे पहले 600 एकड़ क्षेत्र में 8603 करोड़ रुपए की लागत से बने हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड के खाद कारखाने, 112 एकड़ क्षेत्र में 1011 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित एम्स और गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में स्थित आईसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे उन्होंने एम्स के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने किए। जब बात आर या पार की हो गई तब बहुत बेमन से मजबूरी में उस वक्त की सरकार ने एम्स के लिए जमीन आवंटित की थी। मोदी ने कहा, ‘जब ऐसी परियोजनाएं पूरी होती हैं तो उनके पीछे बरसों की मेहनत होती है। यह लोग कभी इस बात को नहीं समझेंगे कि कोविड-19 महामारी के इस संकट काल में डबल इंजन की सरकार विकास में जुटी रही और काम रुकने नहीं दिया।’’ प्रधानमंत्री ने दावा किया कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से गोरखपुर और बस्ती मंडलों के सात जिलों में दिमागी बुखार के मामले लगभग 90% तक कम हो चुके हैं। योगी सरकार ने इस क्षेत्र में जो काम किया है उसकी चर्चा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही है। उन्होंने कहा कि एम्स और आईसीएमआर रिसर्च सेंटर (अनुसंधान केन्द्र) बनने से अब इंसेफलाइटिस से मुक्ति के अभियान को और मजबूती मिलेगी। साथ ही दूसरी संक्रामक बीमारियों और महामारियों से बचाव में भी प्रदेश को बहुत मदद मिलेगी। मोदी ने कहा, ‘‘जब 2014 में आपने मुझे सेवा का अवसर दिया था उस समय देश में उर्वरक क्षेत्र बहुत बुरी स्थिति में था। देश के कई बड़े-बड़े खाद कारखाने बरसों से बंद पड़े थे और विदेशों से आयात लगातार बढ़ता जा रहा था। किसानों को खाद के लिए लाठी-गोली तक खानी पड़ती थी। हमने यूरिया का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया बंद पड़े उर्वरक संयंत्रों को फिर से खोलने पर ताकत लगाई। इसी अभियान के तहत गोरखपुर के इस खाद कारखाने समेत देश के चार और बड़े खाद कारखाने हमने चुने। आज उनमें से एक की शुरुआत हो गई है बाकी भी अगले वर्षों में शुरू हो जाएंगे।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘खाद के मामले में आत्मनिर्भरता क्यों जरूरी है, यह हमने कोविड-19 के संकट काल में भी देखा है। कोविड-19 से दुनिया भर में लॉकडाउन लगा। एक देश से दूसरे देश में आवाजाही रुक गई। आपूर्ति श्रृंखला टूट गई, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद की कीमतें बहुत ज्यादा बढ़ गई लेकिन किसानों के लिए समर्पित और संवेदनशील हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि दुनिया में उर्वरक के दाम भले बढ़े लेकिन वह बोझ हम किसानों पर नहीं जाने देंगे।’’ उन्होंने कहा कि इसी साल एनपीके उर्वरक के लिए दुनिया में दाम बढ़ने के कारण किसानों को 43 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा सब्सिडी दी। इसके अलावा यूरिया के लिए भी सब्सिडी में हमारी सरकार ने 33 हजार करोड़ रुपए की वृद्धि की, ताकि बढ़े हुए दामों का बोझ हमारे किसानों के कंधों पर न पड़े। प्रधानमंत्री ने कहा कि खाने के तेल को आयात करने के लिए भी भारत हर साल हजारों करोड़ रुपए विदेश भेजता है। इस स्थिति को बदलने के लिए देश में ही पर्याप्त खाद्य तेल के उत्पादन के लिए राष्ट्रीय मिशन शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के लिए कच्चे तेल पर भी भारत हर वर्ष पांच-सात लाख करोड़ रुपए खर्च करता है। इस आयात को भी हम इथेनॉल और बायोफ्यूल पर बल देकर कम करने में जुटे हैं। इथेनॉल गन्ना किसानों के लिए चीनी के अतिरिक्त कमाई का एक बहुत बेहतर साधन बन रहा है। हमारी सरकार आने से पहले उत्तर प्रदेश से सिर्फ 20 करोड़ लीटर एथेनॉल तेल कंपनियों को बेचा जाता था। आज करीब 100 करोड़ लीटर एथेनॉल उत्तर प्रदेश के किसान भारत की तेल कंपनियों को बेच रहे हैं। पहले खाड़ी का तेल आता था अब जाड़ी का भी तेल आने लगा है। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Red cap people 'danger bells', want power to free terrorists from jail: Modi भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/trinamool-delegation-will-meet-union-home-minister-amit-shah-on-wednesday-b421/,केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बुधवार को मिलेगा तृणमूल का शिष्टमंडल,"नयी दिल्ली, सात दिसंबर तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल की मंगलवार को हुई एक बैठक में पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सभी सांसदों से कहा कि पार्टी कांग्रेस समेत किसी के अधीन काम नहीं करेगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी। बनर्जी ने पार्टी के सांसदों से मुलाकात की और उन मुद्दों पर चर्चा की, जिन्हें संसद में उठाया जाना है। इसमें नगालैंड में हुई त्रासदी शामिल है, जिसमें सुरक्षाबलों द्वारा की गई गोलीबारी में 13 नागरिकों की मौत हो गई थी। सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अपराह्न पौने चार बजे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा और उन्हें एक ज्ञापन सौंपेगा। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ ज्ञापन के माध्यम से पार्टी नगालैंड में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग करेगी। इसके साथ ही सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम को वापस लेने की मांग की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि बनर्जी ने अन्य राज्यों में तृणमूल के विस्तार पर भी चर्चा की। पार्टी ने सांसद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती को संसदीय दल की बैठक में अनुपस्थित रहने के लिये कारण बताओ नोटिस भी जारी किया। बैठक के दौरान पार्टी ने इस बात पर भी चर्चा की कि वह संसद के भीतर तथा बाहर सभी मुद्दों पर कांग्रेस समेत विपक्ष के साथ रहेगी लेकिन भाजपा से लड़ने के लिये उनकी रणनीतियां अलग होंगी। पार्टी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘हम भले ही अलग-अलग डिब्बों में होंगे लेकिन हमारी मंजिल एक ही होगी। भाजपा को हटाना। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Trinamool delegation will meet Union Home Minister Amit Shah on Wednesday भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%ac%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82/,बयान के विरोध में किसानों ने हिसार में भाजपा सांसद को...,"केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच शुक्रवार को हरियाणा के हिसार में शुक्रवार को भाजपा के सांसद रामचंद्र जांगड़ा को तब किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा जब वे एक धर्मशाला के शिलान्यास के लिए वहां पहुंचे थे। जांगड़ा ने कुछ समय पहले किसानों के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था जिससे वे बहुत खफा थे। उधर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जब सांसद की गाड़ी पर हमला कर उसका शीशा तोड़ दिया तो सांसद के सुरक्षा कर्मियों ने बल का प्रयोग किया और कुछ किसानों को हिरासत में ले लिया। किसानों का आरोप में सुरक्षा कर्मियों की कार्रवाई में कुछ किसान घायल हुए हैं। किसानों ने सांसद को काले झंडे भी दिखाए।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%82%e0%a4%9a%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80/,केदारनाथ धाम पहुंचे मोदी ; बोले उत्तराखंड में तेजी से किया...,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केदारनाथ यात्रा पर हैं। सुबह करीब 8 बजे मोदी केदारनाथ धाम में पहुंचे और उन्होंने पूजा-अर्चना और जलाभिषेक किया। बाद में मोदी ने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की मूर्ति का लोकार्पण किया। इस मौके पर मोदी ने कहा कि उत्तराखंड का तेजी से विकास हो रहा है जिसके फलस्वरूप चारधाम यात्रा में पहुँचने वाले भक्तों की संख्या लगातार बढ़ी है। मोदी पिछले साल भी केदारनाथ आये थे। आज मोदी ने कहा कि दो दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन पूरी दुनिया ने देखा। मोदी ने कहा – ”भारत का प्राचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा, हम आज इसकी कल्पना ही कर सकते हैं। काशी का भी कायाकल्प हो रहा है जबकि विश्वनाथ धाम का काम बहुत तेजी से पूरा होने की तरफ है। सदियों बाद देश अपना गौरव वापस पा रहा है। देश बड़े लक्ष्य तय कर रहा है। समय के दायरे में बंधकर भयभीत होना अब भारत को मंजूर नहीं है।” उत्तराखंड, जहाँ कुछ ही महीने में विधानसभा के चुनाव होने हैं, का अपने भाषण में मोदी ने ख़ास जोर रखा। पीएम – ”यदि कोविड नहीं होता तो यहाँ और ज्यादा विकास हुआ होता। उत्तराखंड के लोगों ने कोरोना संक्रमण में बड़ा साहस दिखाया। टीकाकरण की पहली डोज में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जो उत्तराखंड की ताकत को दर्शाता है।”",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a5%8d/,"संस्कृति संसद का आयोजन, प्रधानमंत्री मोदी हो सकते है शामिल","पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में संस्कृति संसद होने जा रहा है। संस्कृति संसद की आयोजन समिति के अध्यक्ष बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने कहा, ” पीएम नरेंद्र मोदी के अपनी संसदीय क्षेत्र वाराणसी होने के कारण संस्कृति संसद में उनका शामिल होने की संभावना है। हमने आयोजकों के नाते संस्कृति संसद का पहला निमंत्रण काशी विश्वनाथ और मां गंगा को दिया है और तीसरा निमंत्रण पीएम नरेंद्र मोदी को दिया है। साथ ही इस संसद में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री अमित शाह के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे है”। संस्कृति संसद का आयोजन 12, 13 और 14 को वाराणसी मे किया जाएगा। इस संस्कृति संसद में देश और विदेशों के तमाम उन हस्तियों को भी आमंत्रित किया गया है, जो हिंदू धर्म और हिंदुत्व से जुड़े होने के लिए जाने जाते है। इस संस्कृति संसद में उन तमाम महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे, जिन्हें राजनीतिक मुद्दों के तौर पर देखा जाता है। संस्कृति संसद में जिन मुद्दों पर खास तौर पर चर्चा होगी, उनमें समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण और घर वापसी के मुद्दे के साथ-साथ काशी विश्वनाथ और मथुरा की मुक्ति के मुद्दे शामिल हैं। मंदिरों को सरकारी अधिग्रहण से मुक्ति जैसे मुद्दों के साथ ही भारतीय इतिहास (मुख्य तौर पर मध्यकालीन इतिहास) पर विशेष चर्चा होगी। दलितों और महिलाओं को धार्मिक अधिकार दिए जाने को लेकर धर्म आदेश पारित किए जाने पर भी चर्चा होगी। संस्कृति संसद के आयोजन को राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है लेकिन इसके आयोजक इस बात से इनकार करते हैं। आयोजकों का कहना है कि, हमेशा कोई न कोई चुनाव होते रहता है और ऐसे में सभी मुद्दों को चुनाव से जोड़कर देखना ठीक नहीं है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%95/,अमरिंदर ने सोनिया गांधी को भेजा कांग्रेस से इस्तीफा; पार्टी...,"पंजाब के पूर्व मुख्य्मंत्री अमरिंदर सिंह ने आज कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे सात पन्ने के अपने इस्तीफे में उन कारणों का जिक्र किया है जिसके कारण वे कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं। उधर अमरिंदर सिंह ने आज ही अपनी नई पार्टी के नाम भी ऐलान कर दिया। इसका नाम उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस रखा है। कैप्टेन का कांग्रेस से इस्तीफा तब सामने आया है जब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू एक साथ केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। उनके बीच झगड़े की ख़बरें इससे गलत साबित हो रही हैं। अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को आज शाम ही इस्तीफा भेजा है। इसमें उन्होंने उन कारणों का जिक्र किया है जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया है। बता दें अमरिंदर पहले ही चुनाव क समय या बाद में, यदि केंद्र किसान कानूनों पर कोई उचित फैसला करती है तो, भाजपा के साथ जाने या गठबंधन करने का ऐलान किया है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%9a%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a4%aa%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%82%e0%a4%aa%e0%a5%9c%e0%a4%be/,"हिमाचल में भाजपा का सूपड़ा साफ़, सीएम जयराम को लगा उपचुनावों...","हिमाचल में एक लोक सभा सीट और तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी सभी सीटों पर बुरी तरह हार गयी है। चारों सीटों पर मुख्य विपक्षी कांग्रेस को बड़ी जीत मिली है। प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने पार्टी की इस जीत को भाजपा की जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ जनता के गुस्से का नतीजा बताया है। इन नतीजों को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि मंडी लोकसभा सीट उनका गृह इलाका है। मंडी लोकसभा सीट पर दिवंगत मुख्य्मंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने तीसरी बार जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा के खुशहाल चाँद ठाकुर को हरा दिया। यह सीट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह इलाका है, लिहाजा यहाँ भाजपा की हार उनके लिए संकट ला सकती है। मुख्य्मंत्री ने खुद यहाँ जमकर पसीना बहाया था।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9a%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ac-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%be/,"सिद्धू की चली, पंजाब के महाधिवक्ता देओल ने दिया पद से...","पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की मांग को वजन मिलना शुरू हो गया है। इस्तीफा देने की घोषणा के बाद हाल में वे दिल्ली में राहुल गांधी से मिले थे। प्रदेश में कुछ नियुक्तियों को लेकर उनका विरोध था। इसी सिलसिले में पंजाब के महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) एपीएस देओल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। याद रहे देओल को पिछले महीने ही चरणजीत सिंह चन्नी सरकार ने महाधिवक्ता नियुक्त किया था। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू उनकी नियुक्ति से नाराज थे। माना जा रहा है कि सिद्धू की नाराज़गी के कारण ही देओल को कुर्सी छोड़नी पड़ी। सिद्धू ने हाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखकर अपनी बातें उन्हें बताई थीं। फिलहाल सिद्धू कोपभवन में बैठे दिख रहे हैं और कांग्रेस के कार्यक्रमों में सक्रिय नहीं दिख रहे। हालांकि, अब उनके मैदान में लौटने की सम्भावना है। सिद्धू डीजीपी के नियुक्ति का भी विरोध कर रहे हैं। बता दें डीजीपी आईपीएस सहोता का मामला यूपीएससी के पास लंबित है। यूपीएस की सिफारिश पर नए पैनल से एक नाम डीजीपी के लिए तय होगा।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%87/,उत्तर प्रदेश की सियासत में पोस्टर वार तेज,"उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी तीन महीनें से कम का समय बचा हो, पर प्रदेश की सियासत में गर्माहट तेज हो गयी है। प्रदेश में विकास के नाम पर कम, किसान आंदोलन और महगांई के नाम पर ज्यादा राजनीति हो रही है। सियासी दल एक दूसरे पर शब्दों के तो बाण चला ही रहे है। साथ ही प्रदेश में पोस्टर वार भी तेज हो गर्इ है। दिल्ली सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद और नोएडा में जमकर पोस्टर वार हो रहे है। कहीं किसानों के समर्थन में तो कहीं सत्ता के विरोध में । उत्तर प्रदेश का मतदाता फिलहाल चुप है। लेकिन राजनीतिक दलों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में राजनीति हवा का रूख कुछ और ही है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a5%8b%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e0%a4%9a-%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%97/,सर्वोच्च न्यायालय की पेगासस पर कड़ी टिप्पणी; पूर्व जज रविंद्रन के...,"देश में व्यापक चर्चा में रहे पेगासस जासूसी मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को इसकी जांच के आदेश दिए हैं। सर्वोच्च अदालत ने साथ ही एक विशेषज्ञ समिति का भी गठन किया है, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जज जस्टिस आरवी रविंद्रन को अध्यक्ष बनाया गया है जबकि आईपीएस अधिकारी रॉ के पूर्व प्रमुख आलोक जोशी को भी इसमें शामिल किया गया। आज मामले में फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को कटघरे में खड़ा किया। सर्वोच्च अदालत ने अपने फैसले में सख्त टिप्पणी की कि अदालत मूकदर्शक बनी नहीं रह सकती। अदालत ने सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व जज जस्टिस आरवी रविंद्रन कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है जबकि इसमें रॉ के पूर्व प्रमुख आईपीएस अधिकारी आलोक जोशी और संदीप ओबेराय को शामिल किया है। इनके अलावा तीन तकनीकी सदस्यों का बी पैनल भी गठित किया गया है। इनमें राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, गांधीनगर के साइबर सुरक्षा और डिजिटल फोरेंसिक विभाग के प्रोफेसर और डीन नवीन कुमार चौधरी के अलावा अमृता विश्व विद्यापीठम, अमृतापुरी, केरल के इंजीनियरिंग स्कूल के प्रोफेसर डॉ प्रबहारन पी और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे के कंप्यूटर विज्ञान इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अश्विन अनिल गुमस्ते शामिल किये गए हैं। अदालत ने कहा कि केंद्र को यहां अपने रुख को सही ठहराना चाहिए था। केंद्र को बार-बार मौके देने के बावजूद उन्होंने सीमित हलफनामा दिया जो स्पष्ट नहीं था। यदि उन्होंने स्पष्ट किया होता तो हम पर बोझ कम होता। कोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा का अतिक्रमण नहीं करेगा, लेकिन इससे न्यायालय मूकदर्शक नहीं बनेगा . विदेशी एजेंसियों के शामिल होने के आरोप हैं, जांच होनी चाहिए.",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a4%be/,केजरीवाल ने आयोध्या में राम जन्म भूमि में पूजा अर्चना की,"दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार सुबह अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा करने के बाद केजरीवाल राम जन्मभूमि स्थल पहुंचे और भगवान राम की पूजा-अर्चना की। बाद में मीडिया के लोगों से बातचीत में केजरीवाल ने कहा – ‘मुझे आज भगवान राम के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। चाहता हूं कि यह सौभाग्य हर भारतवासी को मिले। मैं बहुत छोटा सा आदमी हूं लेकिन भगवान ने मुझे बहुत कुछ दिया। मेरे पास जो क्षमता और साधन हैं, उनका मैं यहां ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दर्शन कराने में इस्तेमाल करूंगा। यदि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो हम सभी राज्य वासियों को अयोध्या में रामजी के दर्शन कराने के लिए मुफ़्त व्यवस्था करेंगे, जैसी हम दिल्ली में कर चुके हैं।’ केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल की विशेष बैठक होगी जिसमें सरकार ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ में अयोध्या को भी जोड़ दिया जाएगा और अब दिल्ली के लोग अयोध्या में राम जन्मभूमि आकर यहां के दर्शन भी कर पाएंगे। बता दें केजरीवाल दो दिवसीय दौरे पर सोमवार दोपहर ही अयोध्या पहुंच गए थे। उन्होंने सोमवार शाम सरयू तट पर मां सरयू का अभिषेक पूजन कर महाआरती उतारी। वे करीब 40 मिनट पूजन-अर्चन में रहे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%a4/,लोकतंत्र की जीत,"दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के आन्दोलन के एक साल पूरा होने से कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आश्चर्यजनक फ़ैसले में तीन विवादास्पद कृषि क़ानूनों को वापस लेने की घोषणा की। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कृषि क़ानून वापसी विधेयक-2021 (द फार्म लॉ रिपील बिल-2021) के साथ तीनों कृषि क़ानूनों को वापस ले लिया। निश्चित ही इन क़ानूनों को निरस्त करने का निर्णय लोकतंत्र की जीत है। इस फ़ैसले से यह भी संकेत मिलता है कि राज्य आन्दोलनकारी किसानों की एकता और दृढ़ता को तोडऩे में विफल रहा, जिन्होंने पूरे एक साल से शान्तिपूर्ण तरीक़े से विरोध-प्रदर्शन जारी रखा है। बेहद कठिन मौसम, एक जानलेवा महामारी, सत्ता की ताक़त और क़रीब 750 शहादत देने वाले किसानों के पास विजयी होने का एक कारण है। हालाँकि उनके न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी जैसे कई मुद्दे अभी अनसुलझे हैं। जब कोई सरकार विपक्ष के मज़बूत विरोध के बावजूद नीतिगत फ़ैसलों को पलटने को राज़ी नहीं होती, तो इसके गहरे राजनीतिक निहितार्थ होते हैं। ज़ाहिर तौर पर ख़ुफ़िया रिपोर्ट से पता चलता है कि कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर तराई की पट्टी तक फैल रहा था। इस प्रकार किसान आन्दोलन के उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड और पंजाब में चुनावी सम्भावनाओं को प्रभावित करने से सत्तारूढ़ दल विचलित हो गया था। हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में उपचुनाव के नतीजों का मतलब है कि सत्ता में बैठी पार्टी के रूप में भाजपा लगातार कमज़ोर होती जा रही है। कृषि क़ानूनों के विरोध में हो रहे आन्दोलन से प्रभावित कई गाँवों में लोगों ने पार्टी नेताओं के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए साइन बोर्ड लगा दिये। पार्टी जानती है कि अगर वह उत्तर प्रदेश में पश्चिम हिस्से को खो देती है, तो वह राज्य खो सकती है; क्योंकि उत्तर प्रदेश और दिल्ली का रास्ता पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ही जाता है। प्रधानमंत्री ने अपनी घोषणा के लिए गुरु पर्व को चुना और किसानों को समझाने में नाकाम रहने के लिए माफ़ी माँगी। इसने उनका न केवल सिखों, किसानों और राष्ट्र के प्रति सम्मान उजागर हुआ, बल्कि उनके लोकतांत्रिक दृष्टिकोण और राजनेता के रूप में उनकी स्थिति को स्थापित किया। प्रधानमंत्री के सम्बोधन से उनकी चतुर व्यावहारिकता प्रदर्शित हुई। क्योंकि उत्तर प्रदेश, जहाँ किसानों के आन्दोलन ने सत्तारूढ़ पार्टी की सम्भावनाओं को धुँधला किया है; भाजपा के 2024 के लोकसभा चुनाव में तीसरे कार्यकाल के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण तत्त्व है।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7%e0%a5%82-%e0%a4%9a%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b6%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a7/,सिद्धू-चन्नी का शीतयुद्ध ख़त्म,"पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद नियुक्तियों को लेकर हो रही थी खींचतान, दोनों के रिश्ते पटरी पर आने से आलाकमान को हुई तसल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब की राजनीति दिलचस्प मोड़ ले रही है। माँगें माने जाने के बाद पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पद पर दोबारा काम करना शुरू कर दिया दिया है, जिससे आलाकमान की जान-में-जान आ गयी है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पहले ही अपने मंत्रिमंडल के ज़रिये लोगों को रियायतें देने की कई घोषणाएँ कर चुके हैं। इस तरह पंजाब में आख़िर सत्तारूढ़ दल के दोनों बड़े नेताओं- मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच क़रीब दो महीने से चल रहा शीतयुद्ध ख़त्म हो गया है। कांग्रेस अब मान कर चल रही है कि चन्नी और सिद्धू की जोड़ी मिलकर राजनीतिक रूप से पंजाब में कांग्रेस को दोबारा सत्ता में ले आएगी। पार्टी को यह भी महसूस हो रहा है कि बतौर मुख्यमंत्री दो महीने के कम समय में भी जनहित में काम करके चन्नी अपनी अलग छवि बनाने में सफल दिख रहे हैं। चन्नी-सिद्धू के बीच जंग ख़त्म होने से कांग्रेस को लग रहा है कि सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष के रूप से अब काम सँभाल लेने से अब संगठन की सक्रियता में तेज़ी आएगी; जबकि चन्नी सरकार पहले से ही सक्रिय है। अब तक चन्नी सरकार ने कई बड़े फ़ैसले लिये हैं। कांग्रेस महसूस कर रही है कि चुनाव से पहले दोनों में तनाव ख़त्म होना पार्टी के लिए सुकून वाली ख़बर है। चन्नी सरकार बनने के बाद हुए कुछ फ़ैसलों से सिद्धू नाराज़ थे। इसका कारण यह था कि जो वादे पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने किये थे, उनमें से कई पर कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के समय में अमल नहीं हुआ। कुछ ऐसे फ़ैसले या नियुक्तियाँ भी थीं, जिनसे सिद्धू इसलिए असहमत थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि इससे जनता में ग़लत संकेत जाएगा। यहाँ यह बताना भी ज़रूरी है कि बतौर मुख्यमंत्री चन्नी ने अपने फ़ैसलों पर दृढ़ता दिखायी और कभी नहीं लगा कि वे किसी के दबाव में काम कर रहे हैं। इसकी उनकी छवि एक प्रशासक के रूप में भी मज़बूत बनी है। भले डीजीपी के बाद अब अधिवक्ता जनरल एपीएस देओल का इस्तीफ़ा मंज़ूर कर लिया गया है; पर इसे पार्टी हित में किया फ़ैसला माना जा सकता है, न कि किसी दबाव में। हालाँकि इन फ़ैसलों से यह अवश्य ज़ाहिर हुआ है कि चन्नी के राहुल गाँधी के काफ़ी क़रीब होने के बावजूद सिद्धू भी दोनों युवा गाँधी नेताओं के क़रीब हैं और उनकी बात सुनी जाती है। चन्नी और सिद्धू विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़े दावेदार हैं। सिद्धू को लेकर तो पंजाब कांग्रेस के पिछले प्रभारी हरीश रावत ने चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह तक कह दिया था कि उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस अगला चुनाव लड़ेगी। हालाँकि यह भी सच है कि चन्नी पिछले क़रीब दो महीने में अपनी अलग छवि गढऩे में सफल रहे हैं, जिससे उनका राजनीतिक कौशल झलकता है। तनातनी के दो बड़े मुद्दों- एडवोकेट जनरल और डीजीपी की नियुक्तियाँ तनाव का बड़ा कारण बनी हुई थीं। डीजीपी के पद पर इकबाल प्रीत सिंह सहोता को हटाने की सिद्धू की माँग को स्वीकार करते हुए चन्नी ने पहले ही यूपीएससी से पैनल मिलते ही नये डीजीपी की नियुक्ति की बात कह दी थी। इस तरह ये मसले अब हल हो गये हैं। मुख्यमंत्री चन्नी और सिद्धू के बीच लगातार दो सुलह बैठकों के सकारात्मक नतीजे सामने आये; मुख्यमंत्री चन्नी ने बताया कि अटॉर्नी जनरल देओल का इस्तीफ़ा मंज़ूर कर लिया गया है, पंजाब पुलिस के नये डीजीपी की नियुक्ति भी यूपीएससी पैनल के मिलते ही हो जाएगी। नरम हुए सिद्धू पंजाब विधानसभा में तीन कृषि क़ानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास करने को लेकर काफ़ी हंगामा हुआ। इस दौरान पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू के सुर बदले हुए नज़र आये। सिद्धू ने तीन कृषि क़ानूनों के लिए अकाली दल को ज़िम्मेदार ठहराया। साथ ही सिद्धू का कहना था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के लिए अच्छा काम किया। सदन की कार्रवाई के दौरान सिद्धू ने अकाली दल पर जमकर हमला बोला। पंजाब विधानसभा में सन् 2013 के कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग एक्ट के ख़िलाफ़ भी नया क़ानून लाया गया है। सिद्धू ने कहा- ‘तीन कृषि क़ानूनों को लाने के लिए अकाली दल ज़िम्मेदार है। अकाली सरकार सन् 2013 में कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग को लेकर क़ानून लायी। भाजपा की केंद्र में सरकार भी वैसा ही क़ानून लायी है।’ सिद्धू ने इस दौरान दावा किया कि कांग्रेस किसानों के लिए काम करती है। मनमोहन सरकार ने किसानों का 72,000 करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ किया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब का मुख्यमंत्री रहते हुए किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया। अमरिंदर सिंह ने कई अच्छे काम भी किये। पंजाब में पानी को लेकर क़ानून लाया गया। यह पहला मौक़ा था, जब सिद्धू इस तरह से कैप्टन अमरिंदर सिंह की तारीफ़ करते नज़र आये। इससे पहले सिद्धू ने अमरिंदर सिंह पर बेअदबी के मामले में कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाये थे और भाजपा के साथ मिले होने के आरोप भी लगा दिये थे। सिद्धू के साथ तकरार के चलते ही अमरिंदर सिंह को सितंबर में मुख्यमंत्री की कुर्सी गँवानी पड़ी।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%95%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a0%e0%a4%ad%e0%a5%87%e0%a5%9c-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%be/,कश्मीर मुठभेड़ में व्यापारियों की मौत की जांच होगी : एलजी,"जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कश्मीर के हैदरपोरा में हुई एक मुठभेड़ में दो व्यापारियों को मारे जाने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। सुरक्षा बलों ने उन्हें आतंकियों का सहयोगी बताया था जबकि परिजनों ने इसे गलत बताते हुए इसके खिलाफ प्रदर्शन किया था। इन लोगों के शव भी दूर जाकर दफनाए गए थे, जिसका विरोध हुआ था। इस घटना में चार लोग मारे गए थे जिनमें यह दो व्यापारी भी शामिल। पुलिस ने इन दोनों दो आतंकियों का सहयोगी बताया था। इस बीच कश्मीर के राजनीतिक गुपकार गठबंधन ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने पूरी घटना की जांच की मांग की है। हालांकि, अब एलजी ने अब इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच कश्मीर में पिछले 48 घंटे के दौरान पांच आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। घाटी के कुलगाम जिले में अलग-अलग मुठभेड़ों में यह आतंकी मारे गए। इसके अलावा सुरक्षा बलों ने पिछली रात जम्मू के सिधड़ा में तीन लोगों को 43 लाख रूपये की नकदी के साथ गिरफ्तार किया है। यह लोग आतंकियों के सहायक बताये गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक कश्मीर के कुलगाम जिले में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने पांच आतंकियों को ढेर कर दिया। उधर सुरक्षा बलों ने जम्मू के कश्मीर की तरफ जाने वाले सिधड़ा पुल के पास 43 लाख की नकदी के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि तीनों लोग आतंकियों के सहायक थे और यह पैसा आतंकियों तक पहुँचाया जाना था। पुलिस के मुताबिक यह लोग पैसा पंजाब से लेकर दक्षिण कश्मीर जा रहे थे।",1 http://tehelkahindi.com,http://tehelkahindi.com/%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a4%a3-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%82%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a5%83%e0%a4%a4/,पर्यावरण और पंचामृत,"जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के सदस्यों के सम्मेलन (कॉप26) के लिए ग्लासगो में एकत्र हुए विश्व नेताओं को पंचामृत की पेशकश की, तो यह स्पष्ट था कि भारत ने अमीर देशों पर हमला किया था। भारत ने वन वर्ल्ड – लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट (पर्यावरण के लिए एक विश्व जीवन शैली) का मूल आधार बनने के लिए एक शब्द लाइफ (जीवन) इस अभियान को दिया। चुनौती से निपटने के लिए पाँच अमृत तत्त्व ‘पंचामृत’ की बात की। इसके तहत साल 2030 तक भारत अपनी ग़ैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता को 500 गीगावॉट तक ले जाएगा। अक्षय ऊर्जा से अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 फ़ीसदी तक पूरा करेगा। कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन को एक अरब टन से कम करेगा। अपनी अर्थ-व्यवस्था की कार्बन तीव्रता को 45 फ़ीसदी से कम करके भारत अन्त में साल 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तैयार है। भारत का अभियान मानव जाति के ग्रह (पृथ्वी) को बचाने के लिए पर्यावरण के प्रति अपने शोषणकारी दृष्टिकोण को सुधारने का एक अवसर है। जलवायु परिवर्तन के कारण चरम तक ख़राब होते मौसम ने जीवन पर भारी असर डाला है। पूरी दुनिया को उत्सर्जन में कटौती की ज़रूरत है। वर्तमान में विकसित और विकासशील देशों के बीच विश्वास की कमी है। अमीर देश पर्यावरण के क्षरण के लिए ग़रीब देशों को दोषी ठहराने में लगे हैं।",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/nagaland-firing-case-congress-team-to-meet-victims-family-on-saturday-while-tmc-seeks-amit-shah-appointment-stand-for-afspa-948648.html,"Nagaland Firing: पीड़ितों के परिजनों से मिलेगी कांग्रेस टीम, TMC ने गृह मंत्री अमित शाह से मांगा वक्त","नागालैंड में गोलीबारी के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है (फाइल) Nagaland Firing Case: कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले हफ्ते शनिवार को नागालैंड के मोन जिले (Mon district) में सशस्त्र बलों की ओर से की गई फायरिंग में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने के लिए शनिवार को राज्य का दौरा करेगा. टीएमसी ने अमित शाह से बुधवार को मिलने के लिए वक्त मांगा है. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की ओर से यह जानकारी साझा की गई. पहले यह जानकारी आई थी कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नागालैंड का दौरा करने और नागरिकों की मौत पर एक सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट देने के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया था. गोगोई के अलावा, टीम में पार्टी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह, अजय कुमार और एंटो एंटनी शामिल होंगे. AFSPA पर रुख साफ करे केंद्रः TMC इस बीच, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस पार्टी बुधवार को संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर पीड़ितों के परिवारों को मुआवजे की मांग वाला एक ज्ञापन सौंपेगी. बंगाल में सत्तारुढ़ टीएमसी ने केंद्र से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) पर अपना रुख स्पष्ट करने को भी कहा है. इससे पहले आज दिन में, नेफ्यू रियो की अगुवाई में नागालैंड कैबिनेट ने विवादास्पद अधिनियम को निरस्त करने की मांग करने का फैसला किया, जो सशस्त्र बलों को दंड से मुक्ति के साथ काम करने की अनुमति देता है. खदान मजदूरों को समझ लिया विद्रोही घटना की शुरुआत में सेना की ओर से हुई फायरिंग में 6 आम नागरिक तब मारे गए, जब सेना के जवानों ने शनिवार शाम को एक पिकअप वैन में घर लौट रहे कोयला खदानकर्मियों को प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट से संबंधित विद्रोही समझ लिया. इस बीच जब ये मजदूर अपने घरों तक नहीं पहुंचे तो स्थानीय ग्रामीण उनकी तलाश में निकल पड़े और सेना के वाहनों को घेर लिया. इसके बाद दोनों के बीच हुए संघर्ष में एक सैनिक की मौत हो गई और लोगों की ओर से सेना के गाड़ियों में आग लगा दी गई. सैनिकों का कहना है कि उन्होंने आत्मरक्षा में गोलीबारी की जिसमें 7 अन्य नागरिकों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा था कि हिंसा रविवार दोपहर तक फैल गई जब गुस्साई भीड़ ने क्षेत्र में कोन्याक यूनियन (Konyak Union) और असम राइफल्स कैंप (Assam Rifles camp) के ऑफिसों में तोड़फोड़ की, तथा कैंप के कुछ हिस्सों में आग लगा दी. ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न होः अमित शाह हिंसक झड़प में कम से कम एक और व्यक्ति की मौत हो गई, क्योंकि सुरक्षा बलों ने हमलावरों पर गोलीबारी की. नागालैंड पुलिस ने सेना के 21वें पैरा स्पेशल फोर्स के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की है. सेना ने नागालैंड की घटना में मेजर जनरल रैंक के एक अधिकारी की अगुवाई में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है. नागालैंड गोलीबारी की घटना पर खेद व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि एसआईटी द्वारा जांच एक महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी और यह भी कहा कि सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करते समय ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. ये भी पढ़ें Nagaland Firing: हत्याकांड के बाद आदिवासी संघ का आज दिनभर का बंद, कल से 7 दिन के शोक की घोषणा",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/karnataka-cm-basavaraj-bommai-slams-congress-ahead-of-legislative-council-elections-948658.html,"Karnataka: प्रचार के दौरान इस्तेमाल की जा रही अभद्र भाषा से झलक रही कांग्रेस की हताशा, विधान परिषद चुनाव से पहले बोले सीएम बसवराज बोम्मई","कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई. (File Photo) आगामी विधान परिषद चुनाव से पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavaraj Bommai) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है और प्रचार के दौरान अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस नेताओं की हताशा उनके प्रचार में इस्तेमाल की जाने वाली अभद्र भाषा में झलकती है. जब वे सत्ता में थे तब वे अपनी विफलता को छिपाने के लिए कहानी बदलने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि, ”हमें ऐसी भाषा का प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं है और न ही हमें कांग्रेस नेताओं से किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता है. बेलगावी के लोग हमें सर्टिफिकेट देंगे. भाजपा सुसंगठित है.” इससे पहले उन्होंने कहा था कि कांग्रेस (Congress) ने लोगों का समर्थन खो दिया है और विधान परिषद चुनाव (Legislative Council elections) जीतने के लिए धनबल का इस्तेमाल कर रही है. अत्तिबेले में बीजेपी की ओर से आयोजित ‘विजय संकल्प’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए बोम्मई ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी में भ्रष्टता की गहराई बहुत स्पष्ट है. लोगों को कांग्रेस को सबक सिखाना चाहिए क्योंकि वो पैसे के बड़े पैमाने पर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है. जेडीएस के साथ गठबंधन पर सीएम ने क्या कहा था? इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री बसवराज एस. बोम्मई ने कहा था कि राज्य विधान परिषद के लिए 10 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जद (एस) के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन बनाने पर ‘‘अलग-अलग विचार’’ हैं, लेकिन दोनों दलों के शीर्ष नेताओं द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘अलग-अलग विचार हैं. हालांकि, हमारे वरिष्ठ पार्टी नेता बी.एस. येदियुरप्पा और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच.डी. कुमारस्वामी द्वारा अंतिम फैसला किया जाएगा.’’ बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक के कई जिलों में इस मुद्दे पर अलग-अलग राय है. उन्होंने कहा कि इन विचारों को ध्यान में रखते हुए और केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा के बाद येदियुरप्पा अंतिम निर्णय लेंगे. जद (एस) के प्रमुख एच. डी. देवेगौड़ा ने 30 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी और विधान परिषद (एमएलसी) चुनावों पर चर्चा की थी. देवेगौड़ा ने मोदी से कहा था कि गठबंधन बनाने पर फैसला दोनों पार्टियों के नेताओं को करना है. येदियुरप्पा ने हाल में उन सीटों पर जद (एस) का समर्थन मांगा था जहां वह चुनाव नहीं लड़ रही है. राज्य में 25 एमएलसी सीटों के लिए चुनाव 10 दिसंबर को होगा और परिणाम 14 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. इन सीटों के लिए कार्यकाल पांच जनवरी, 2022 को समाप्त हो रहा है. (भाषा से इनपुट) यह भी पढ़ें: छात्रों के बीच कोविड-19 के मामले बढ़ने पर कर्नाटक के शिक्षा मंत्री ने कहा, जरूरत पड़ने पर बंद करेंगे स्कूल ‘कर्नाटक में ईसाई समुदाय के खिलाफ बढ़े हमले, सितंबर तक देश भर से ऐसे 305 मामले आए’, फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट में दावा",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/jammu-kashmir-pok-nikhiyal-village-lashkar-hizbul-militant-collect-condolence-meeting-of-terrorist-haji-arif-mohammad-948590.html,"PoK: निखियाल गांव जहां लगा था लश्कर-हिजबुल के आतंकियों का जमावड़ा, सुरक्षाबलों को करना होगा खात्मा","सांकेतिक तस्वीर अब फिक्र आतंक की. भारत के वीर जवान जान पर खेल कर आतंक का मुकाबला करते हैं. एक-एक आतंकी का चुन-चुनकर सफाया करते हैं. लेकिन इन एक-एक आतंकियों के पीछे कितनी बड़ी फौज होती है. इसका सबूत शायद ही आपने कभी देखा होगा. पहले आपको बता दें कि हमने 26 नवंबर को बताया था कि भारतीय सुरक्षाबलों ने बॉर्डर पर एक पाकिस्तानी आतंकी को ढेर कर दिया था. बात पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी PoK के निखियाल गांव की है, जहां करीब 36 घंटे पहले 6 दिसंबर को PoK के निखियाल गांव में लश्कर और हिजबुल के आतंकियों का भारी जमावड़ा लगा था. यहां मंच पर आतंकी संगठनों के कई कमांडर बड़े आराम से बैठे हैं. ये सभी आतंकी हाजी आरिफ मोहम्मद की शोकसभा में शामिल हुए थे. आतंकी हाजी आरिफ मोहम्मद को 25 नवंबर की रात भारतीय सैनिकों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भींबर गली में मार गिराया था. इसके अलावा इसी मंच पर जब PoK में आतंकी की शोकसभा चल रही थी तो लश्कर और हिजबुल के आंतकी मंच पर जमे हुए थे. हम आपको आगे बताएंगे कि इस मंच पर जितने भी आतंकी उपस्थित थे. उनके नाम क्या हैं. आतंकी हाजी आरिफ की शोकसभा ऐसी ही एक और खास बात आतंकी हाजी आरिफ की उसी शोकसभा की है जिसमें मंच पर मौजूद लश्कर और हिजबुल के कमांडर बारी-बारी से वहां मौजूद लोगों को आतंक का संदेश दे रहे हैं. यही नहीं इसी मंच पर मौजूद आतंकी संगठनों के कई टॉप कमांडर्स भी दिखाई दिए थे. एक और बात यह कि आतंकी कमांडरों के भड़काऊ भाषण को सुनने के लिए नीचे बड़ी संख्या में लोग बैठे हुए हैं. ये तस्वीर भी 6 दिसंबर की ही है. टीवी9 भारतवर्ष को सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस शोकसभा में POk के तारकुंडी गांव से 150 से ज्यादा लोग लाए गए थे. इस शोक सभा में मंच पर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी बिलाल अशफाक बरवाल, अब्दुल रहमान, मोहम्मद उमर खालिद और मोहम्मद शमशेर खान मौजूद थे. इसके साथ ही हिज्बुल के मोहम्मद नसीर को भी मंच से तकरीर करते सुना गया. आतंकी की मौत पर बुलाई गई थी शोकसभा ये आतंकिस्तान बन चुके पाकिस्तान का explosive खुलासा है. पाकिस्तान में आतंक की फैक्ट्री को लेकर पक्का सबूत है. ये वो सबूत हैं जिससे साबित होता है कि PoK आतंकियों का गढ़ है और पाकिस्तान की सरपरस्ती में यहां आतंकी संगठन खुलेआम शोकसभा करते हैं. आप जानकर चौंक जाएंगे कि ये शोकसभा जिस आतंकी आरिफ की मौत पर बुलाई गई थी. उसी आतंकी आरिफ के दम पर पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में साजिश रची थी, लेकिन 25 नवंबर की रात भारतीय सैनिकों ने उसे लाइन ऑफ कंट्रोल पर मार गिराया था. टीवी9 भारतवर्ष ने सबसे पहले आपको आतंकी हाजी आरिफ के बारे में बताया था. ये भी बताया था कि आरिफ का बैग लेकर पाकिस्तानी आर्मी के जवान और आतंकी भाग रहे थे और सबूत मिटाने की कोशिश कर रहे थे. इतना ही नहीं, उन्होंने आतंकी की लाश को खींचकर उस पार ले जाने की भी कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सैनिकों की फायरिंग के बाद वो आतंकी का शव छोड़कर भाग निकले. सीमापार आतंकियों के खात्मे की तैयारी में सुरक्षाबल मारे गए आतंकी की पूरी कुंडली देखकर आप ये समझ जाएंगे कि क्यों एक आतंकी के लिए Pok में लश्कर और हिजबुल के आंसू निकल रहे हैं. दरअसल, सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि हाजी आरिफ मोहम्मद पाकिस्तानी सेना में हवलदार था. और पाकिस्तान आर्मी के SSG यूनिट में तैनात था. वो 2018 में नौशेरा सेक्टर में हुए BAT के एक्शन में भी शामिल था. सेना से रिटायर होने के बाद वो धारकुंडी-खुरैटा में लश्कर के लॉन्चिंग पैड का कमांडर बन गया. और आतंकी संगठन और सेना के बीच कड़ी का काम करने लगा था. इसको खासतौर पर आतंकियों की ट्रेनिंग देने वाला और घुसपैठ का मास्टर तक कहा जाता था. ये कश्मीर के राजौरी और पुंछ में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा था. जिसे भारतीय जवानों ने ढेर कर दिया, लेकिन अब सीमा के उस पार आतंकियों की जो फौज खड़ी है. उसके सफाए की जरूरत है. ये भी पढ़ें ‘कांग्रेस नहीं तो BJP के खिलाफ किसी फ्रंट का मतलब नहीं’, राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बोले संजय राउत",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/knowledge/7-december-top-five-news-pm-narendra-modi-in-gorakhpur-bjp-sp-clash-farmer-protest-corona-variant-omicron-nagaland-status-948600.html,"7 दिसंबर: पीएम मोदी ने UP को दी सौगात, ओमीक्रॉन पर ताजा हालात, किसानों संग सरकार की बात… पढ़ें 5 बड़ी खबरें","रंगों की राजनीति और राजनीति के रंग (TV9 Gfx/ Nilesh) देश और दुनिया में हर दिन कई ऐसी घटनाएं होती हैं, जो दिनभर की सुर्खियां बनती हैं. टीवी से लेकर इंटरनेट तक… दिनभर चल रही खबरों की भीड़ में कई ऐसी अहम खबरें होती हैं, जो हमसे मिस (Miss) हो जाती हैं और हम कई बार महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में नहीं जान पाते. Today Top 5 में यहां हम एक साथ बता रहे हैं दिनभर की ऐसी ही पांच अहम खबरें, जिनके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है. खबरों के नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर आप पूरी खबर भी पढ़ सकते हैं. PM मोदी का सपा पर तंज, कहा- लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब, यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं ये लोग मंगलवार को एम्स, फर्टिलाइजर कारखाने और आईसीएमआर के जांच केंद्र का उद्घाटन करने गोरखपुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब है. उत्तर प्रदेश के लिए ये लोग रेड अलर्ट हैं. उन्होंने कहा कि लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए और आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए. और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी. क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर केंद्र-किसान संगठनों के बीच MSP और मृत किसानों के मुआवजे पर बनी सहमति! टिकैत हैं ​कि मानते ही नहीं किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) अब बहुत जल्द खत्म हो सकता है. बताया जा रहा है कि सरकार ने किसानों की लगभग सभी मांगों को मान लिया है जिसके बाद अब किसान आंदोलन खत्म करने की तैयारी कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कल यानी बुधवार दोपहर 2 बजे दोबारा संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी जिसमें आदोलन को लेकर फैसला लिया जाएगा. वहीं दूसरी ओर किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि प्रस्ताव में ऐसी कई चीजें हैं जो साफ नहीं है. टिकैत ने कहा है कि सरकार ने प्रस्ताव दिया कि वे हमारी मांगों पर सहमत होंगे और हमें विरोध समाप्त कर देना चाहिए. लेकिन प्रस्ताव स्पष्ट नहीं है. हमें अपनी आशंका है जिस पर कल दोपहर 2 बजे चर्चा होगी. क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर देश में बढ़ रही ओमीक्रॉन मामलों की संख्या, क्या वर्तमान में मौजूद वैक्सीन होगी वेरिएंट पर कारगर? महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सोमवार को कोरोनावायरस (Coronavirus) के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के दो नए मामले रिपोर्ट किए गए. इस तरह भारत में इस नए वेरिएंट के सामने आए कुल मामलों की संख्या 23 हो गई है. ओमीक्रॉन वेरिएंट के पहले दो केस कर्नाटक में रिपोर्ट किए गए, इसके बाद एक केस गुजरात और एक मामला महाराष्ट्र में सामने आया. वहीं, रविवार को महाराष्ट्र के पुणे में सात मामले रिपोर्ट किए गए, जिसमें से छह केस एक ही परिवार के थे. इसके बाद जयपुर में ओमीक्रॉन वेरिएंट के एक साथ नौ मामले सामने आए. क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर नगालैंड से AFSPA खत्म करने की मांग, एक्ट को हटाने के लिए केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखेगी राज्य कैबिनेट नागालैंड (Nagaland) में हुई गोलीबारी की घटना (Firing in Nagaland) को लेकर सोमवार को राज्य की कैबिनेट ने बैठक की. इस बैठक में ‘सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम’ (AFSPA) को हटाने को लेकर सहमति बनी है. कैबिनेट ने इस मुद्दे पर भारत सरकार (Indian Government) को पत्र लिखने का फैसला किया है. पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड के मोन जिले में सेना के जवानों द्वारा की ‘गलती’ से की गई गोलीबारी की दो घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई थी. इस गोलीबारी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार की आलोचना की थी. इसके अलावा, विपक्ष के नेताओं ने भी घटना की निंदा की है. क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर राहुल गांधी ने लोकसभा में सौंपी शहीद किसानों की लिस्ट, सरकार से कहा- अब इन्हें मुआवजा और नौकरी दें किसानों के मुद्दे पर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के मुद्दे को लगातार उठा रही है. मंगलवार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे को उठाते हुए शहीद किसानों की लिस्ट सदन को सौंपा. इस दौरान राहुल गांधी ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ महीनों से चलते आ रहे आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले शहीद किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे और नौकरी की मांग की. क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/up-elections-2022-pm-modi-red-cap-comment-for-samajwadi-party-and-akhilesh-yadav-948597.html,"यूपी का सियासी पारा आसमान पर पहुंचा, क्या लाल टोपी को टारगेट करके पीएम मोदी ने मोड़ दी चुनाव की हवा?","गोरखपुर में बोलते पीएम नरेंद्र मोदी. उत्तर प्रदेश में कुछ ही महीनों में चुनाव होने हैं, लेकिन देश के सबसे बड़े प्रदेश में चुनावी सरगर्मी चरम पर है. खास बात ये है कि आज से इस चुनाव में टोपी की भी एंट्री हो गई है. आपको आगे बताएंगे कि इस टोपी की एंट्री का यूपी के चुनाव पर क्या असर पड़ेगा, लेकिन सबसे पहले आपको वहां पर ले चलते हैं. जहां से टोपी की सियासत शुरू हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल को करीब दस हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स की सौगात दी. पीएम मोदी ने गोरखपुर में AIIMS, खाद कारखाना और ICMR जैसे वर्ल्ड क्लास जांच केंद्र का उद्धाटन किया और कहा कि ये मेगा प्रोजेक्ट्स बड़ा संदेश दे रहे हैं. खाद कारखाना रोजगार और स्वरोजगार के अवसर देगा और AIIMS करीब सात करोड़ लोगों की सेहत का ख्याल रखेगा. गोरखपुर के मंच से पीएम मोदी ने पिछली सरकारों पर भी जमकर हमला बोला– लाल टोपी वालों यानी समाजवादी पार्टी को खतरे की घंटी बताया. पीएम मोदी के इस बयान के बाद यूपी का सियासी पारा आसमान पर पहुंच गया है क्योंकि इस सियासत के बीच से उठते कई सवालों को समझना जरूरी है. सवाल ये कि क्या लाल टोपी को टारगेट करके मोदी ने चुनाव की हवा मोड़ दी? क्या टोपी अटैक के बाद अब यूपी चुनाव बीजेपी वर्सेज समाजवादी पार्टी हो गया है? क्या अब ये तय हो गया कि यूपी का चुनाव ध्रुवीकरण पर शिफ्ट हो गया है? सवाल ये भी कि क्या यूपी चुनाव में टीका और टोपी का मुद्दा ही गेमचेंजर बनेगा? ये सवाल इसलिए कि 2022 में होने वाले पांच राज्यों के चुनाव में सबसे बड़ा रणक्षेत्र यूपी है और इस लड़ाई में बीजेपी के साथ-साथ समाजवादी पार्टी ने भी पूरी ताकत झोंक रखी है. करीब डेढ़ महीने में प्रधानमंत्री 8 बार यूपी जा चुके हैं, तो अखिलेश यादव ने भी ताबड़तोड़ गठबंधन करके बीजेपी के सामने कड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. बीजेपी के गढ़ गोरखपुर से पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी पर कुछ इस अंदाज में निशाना साधा. जिस समाजवादी पार्टी की पहचान है लाल टोपी, जो लाल टोपी समाजवादियों के सिर पर शान से सजी रहती है. आज उसी पर अटैक करके पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश चुनाव की हवा मोड़ दी. अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर किया पलटवार जब प्रधानमंत्री गोरखपुर से समाजवादी पार्टी पर निशाना साध रहे थे, तब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पश्चिम उत्तर प्रदेश में रैली कर रहे थे. आरएलडी से हुए गठजोड़ के बाद पार्टी के मुखिया जयंत चौधरी के साथ मिलकर अपनी ताकत दिखा रहे थे. इस रैली से अखिलेश ने भी बीजेपी पर पलटवार किया और जिस टोपी को मोदी ने निशाना बनाया. उसे बीजेपी के लिए रेड अलर्ट करार दिया. चुनाव से पहले सियासी रैलियों में जैसे ही टोपी उछली, तो सवालों की एक फेहरिश्त खड़ी हो गई. सवाल इसलिए भी कि पीएम मोदी से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी सपा के झंडे को लेकर टिप्पणी कर चुके हैं. योगी ने बाकायदा नारा दे दिया-जिस गाड़ी में सपा का झंडा, उसके अंदर बैठा गुंडा!! बात सिर्फ सीएम तक ही नहीं रुकती, बल्कि ये डिप्टी सीएम तक भी जाती है. कभी जालीदार टोपी, कभी सपा का झंडा, तो कभी लाल टोपी. यूपी की सियासत में टोपी की एंट्री से सियासी पंडितों के लिए ये समझना मुश्किल नहीं है कि अब धारा टोपी और टीके की ओर जा रही है. मतलब यूपी में जिन्ना, माफिया के बाद अब टोपी वाले बयान ने सियासी तापमान को और गरमा दिया है. इसीलिए ये सवाल उठने लगा है कि क्या ध्रुवीकरण पर ही यूपी का चुनाव लड़ा जाएगा? वैसे भी टोपी की सियासत नई नहीं है. टोपी की सियासत को सबसे पुख्ता पहचान दी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने. जब दिल्ली चुनाव में- मैं भी अन्ना से निकली टोपी. मैं भी केजरीवाल बनकर सिर-सिर पर सजने लगी थी, लेकिन अब टोपी की नई सियासत क्या रंग दिखाएगी. ये चुनाव के बाद ही पता चलेगा. गोरखपुर को पूर्वांचल का गन्ना बेल्ट भी कहा जाता है दरअसल, दिमागी बुखार को पूर्वांचल का अभिशाप कहा जाता है. पूर्वांचल में लगभग चार दशक तक जून से नवंबर महीनों के बीच दिमागी बुखार यानी इंसेफेलाइटिस का कहर मचता रहा. जानकारी के मुताबिक 1977-78 से 2016 तक हर साल 1200 से 1500 बच्चे इंसेफेलाइटिस की चपेट में आने से दम तोड़ देते थे, लेकिन 2017 में योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री बने.तो स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया.इसके अलावा घर-घर शौचालय बनने से खुले में शौच से निजात मिली क्योंकि खुले में शौच को इंसेफेलाइटिस का प्रमुख कारण माना जाता था. बताया जाता है कि योगी सरकार के इन कोशिशों की बदौलत दिमागी बुखार के मरीजों की संख्या कम हुई और इससे होने वाली मौत में भी 95 फीसदी तक की कमी आई, जिसकी पुष्टि ये आंकड़े कर रहे हैं. यहां ये भी बता दें कि इस साल इंसेफेलाइटिस के एक और रूप यानी जापानी इंसेफेलाइटिस के सिर्फ 9 केस सामने आए हैं और एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. गोरखपुर को पूर्वांचल का गन्ना बेल्ट भी कहा जाता है. लिहाजा चुनावी मौसम में पीएम मोदी ने गन्ने को लेकर भी सीएम योगी की तारीफ की. कहा- गन्ना किसानों के लिए पिछली दो सरकारों ने मिलकर जितना किया, योगी सरकार ने सिर्फ साढ़े चार साल में ही गन्ना किसानों को उतना भुगतान कर दिया. जाहिर है यूपी चुनाव में ना सिर्फ ध्रुवीकरण की पॉलिटिक्स हो रही है, लेकिन प्रधानमंत्री के बयान के साथ-साथ आपको ग्राउंड की हकीकत भी जाननी चाहिए. इसलिए अब आपको पश्चिम यूपी के एक गन्ना किसान की बात सुनाते हैं, जिसका पूरा परिवार आज राहत की सांस ले रहा है. कुल मिलाकर आज यूपी में आज पूरब से पश्चिम तक की सियासत हुई. पूर्वांचल में पीएम मोदी की रैली हुई, तो पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन ने रैली की. आज पहली बार अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने मेरठ में साझा चुनावी रैली की. इस रैली में अखिलेश ने किसानों का जिक्र किया. टिकैत की तारीफ की और बीजेपी को किसान विरोधी करार दिया. वहीं जयंत चौधरी ने कहा कि 2022 में यूपी में समाजवादी पार्टी और आरएलडी की डबल इंजन वाली सरकार बनेगी. दरअसल 2017 के चुनाव में पूर्वांचल की ही तरह पश्चिमी यूपी में भी बीजेपी ने विरोधियों का सफाया कर दिया था. यहां की कुल 136 सीट में से 109 पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया था. यानी 80 फीसदी से ज्यादा सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं. समाजवादी पार्टी को महज 23 सीटें मिली थीं, जिसे इस बार आरएलडी के साथ मिलकर बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. जानिए क्या है पूर्वांचल की सियासत पीएम मोदी ने समाजवादियों के सिर पर सजने वाली लाल टोपी को खतरा बताया. उनके टोपी वाले बयान के बाद समाजवादी पार्टी भी हमलावर हुई. इसकी डिटेल हम आपको आगे बताएंगे. उससे पहले बताते हैं पूर्वांचल की सियासत के बारे में. कहा जाता है कि जो पूर्वांचल की जंग फतह कर लेता है, वो यूपी की सत्ता पर काबिज हो जाता है और इसकी अहमियत इसी से समझ आ जाती कि महज़ 47 दिनों में प्रधानमंत्री मोदी चौथी बार पूर्वांचल के दौरे पर पहुंचे. आपको बता दें कि यूपी के 28 जिले पूर्वांचल में आते हैं, जिनमें कुल 164 विधानसभा सीटें हैं यानी करीब एक तिहाई सीट. 2017 के चुनाव में पूर्वांचल में बीजेपी ने 115 सीट पर कब्जा जमाया था, जबकि समाजवादी पार्टी को 17, BSP को 14. कांग्रेस को 2 और अन्य को 16 सीटें मिली थीं. पिछले चुनाव में अगर बीजेपी के साथ सहयोगियों को भी जोड़ दें तो पूर्वांचल में बीजेपी गठबंधन को 124 सीटें मिली थीं. मतलब बीजेपी ने यहां क्लीन स्विप कर दिया था. इसीलिए इस बार यहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. पिछले दिनों यहां प्रियंका गांधी ने प्रतिज्ञा रैली की थी और अखिलेश यादव की रथ यात्रा में भी भीड़ उमड़ी थी. इसलिए बीजेपी दोबारा पूर्वांचल फतह करने के लिए पूरे दमखम से मैदान में उतरी है. ये भी पढ़ें: संसद के शीतकालीन सत्र का छठा दिन रहा हंगामेदार, अधीर रंजन चौधरी बोले- मारे गए किसानों की पहचान करने में मैं करूंगा सरकार की मदद ये भी पढ़ें- UP Assembly Election: PM मोदी ने सपा को बताया रेड अलर्ट, कहा- लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/center-government-allocated-6-crore-for-journalist-welfare-fund-financial-year-three-times-more-than-last-year-ib-ministry-948408.html,"इस साल पत्रकार कल्याण कोष को जारी किए 6 करोड़, पिछले साल से 3 गुना ज्यादा, सरकार ने संसद को दी जानकारी","सांकेतिक तस्वीर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आज मंगलवार को कहा कि सरकार ने जारी वित्तीय वर्ष में पत्रकार कल्याण कोष (Journalist’s Welfare Fund) के लिए 6.06 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले साल के बंटवारे की राशि से लगभग तीन गुना अधिक है. मंत्रालय ने लोकसभा को बताया कि प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) को प्राप्त आवेदनों और पत्रकार कल्याण योजना (जेडब्ल्यूएस) के तहत निर्धारित मानदंडों को पूरा करने वाले आवेदनों के आधार पर, COVID-19 के कारण मरने वाले 123 पत्रकारों के परिवारों को प्रति परिवार 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता के लिए 2021-22 के दौरान 6.06 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, “पिछले 3 सालों में योजना के आवंटन में बढ़ोतरी हुई है.” यूपी में सबसे ज्यादा पत्रकारों की मौत आंकड़ों के अनुसार साल 2019-20 में योजना के तहत 1.5 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी, जबकि 2020-21 में यह 2.6 करोड़ रुपये हो गई और इस साल 2021-22 में यह लगभग तीन गुना बढ़कर 6.06 करोड़ रुपये हो गई. एक अन्य प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह योजना पत्रकारों को रोजगार संबंधी सहायता प्रदान नहीं करती है. कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले 123 पत्रकारों में से 28 उत्तर प्रदेश के, 12 महाराष्ट्र के और 11-11 दिल्ली और राजस्थान के थे. शेष 15 अन्य राज्यों से आने वाले पत्रकार के परिजन थे. राहुल गांधी ने लगाया 2 सवालों को हटाने का आरोप दूसरी ओर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि प्रश्नकाल के लिए उनकी ओर से किसानों से जुड़े मुद्दों पर भेजे गए एक अतारांकित प्रश्न के तहत पूछे गए 2 सवालों को हटा दिया गया. राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘कृषि-अन्याय पर मैंने संसद में सवाल किए- क्या शहीद किसानों को मुआवजा मिलेगा? क्या सरकार एमएसपी पर विचार कर रही है? कोरोना वायरस से किसानी पर क्या असर पड़ा?’ इस बीच कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने लोकसभा में प्रश्नकाल में राहुल गांधी के नाम से आतारांकित प्रश्नों की तस्वीर और सवालों की एक अन्य सूची की तस्वीर जारी कर सवाल किया, ‘मोदी सरकार किसानों को मुआवजा और एमएसपी पर जवाब तथा चर्चा पर इतना डरती क्यों हैं? राहुल गांधी ने बस यह सवाल पूछा था कि 700 किसानों को मुआवजा कब देंगे व एमएसपी कब देंगे?’ उन्होंने यह भी दावा किया, ‘मोदी सरकार और लोकसभा सचिवालय ने मनमर्ज़ी से सवाल ही काट दिया. किसानों से न्याय करना होगा, वरना मोदी सरकार झोला उठा लें.’ ये भी पढ़ें ‘कांग्रेस नहीं तो BJP के खिलाफ किसी फ्रंट का मतलब नहीं’, राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बोले संजय राउत",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/former-cm-amarinder-singh-slams-congress-on-the-appointment-of-ajay-maken-as-the-chairman-of-the-screening-committee-948496.html,"‘पंजाबियों के घावों पर नमक छिड़क रही कांग्रेस’, अजय माकन को स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त करने पर बोले पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह","कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस (Congress) ने पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है. स्क्रीनिंग कमेटी का गठन अजय माकन की अध्यक्षता में किया गया. इस पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने अजय माकन को स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने पर कांग्रेस की आलोचना की है और कहा है कि उनके चाचा 1984 के सिख विरोधी दंगों में शामिल थे. उन्होंने माकन को ‘असफल राजनेता’ करार देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पार्टी दिल्ली में लगातार दो विधानसभा चुनाव हार गई. उन्होंने कहा, ”माकन ललित माकन के भतीजे हैं, जो दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगों के मुख्य दोषियों में से एक थे. कांग्रेस इस पद के लिए माकन से बदतर व्यक्ति को नामित नहीं कर सकती थी.” ”पंजाबियों के घावों पर नमक छिड़क रही कांग्रेस” अमरिंदर सिंह ने कहा कि जहां केंद्र “एक और अपराधी सज्जन कुमार के खिलाफ मुकदमा चला रहा है, वहीं कांग्रेस माकनों को पुरस्कृत कर रही है और वह भी पंजाब में, इस तरह पंजाबियों के घावों पर नमक छिड़क रही है.” अमरिंदर सिंह ने कहा, “कांग्रेस पार्टी को माकन जैसे किसी का नाम लेने से बचना चाहिए था क्योंकि सिख विरोधी दंगों में उनके दिवंगत चाचा की संलिप्तता के लिए पंजाब में नाम ही उपहास और घृणा पैदा करता है, जहां निर्दोष पीड़ितों को जिंदा जला दिया गया था.” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबिका सोनी और सुनील जाखड़ जैसे दिग्गज नेताओं को उनके अधीन रखने के साथ माकन स्क्रीनिंग कमेटी का नेतृत्व करने के लिए पर्याप्त योग्य नहीं थे. अमरिंदर सिंह ने कहा, “यह सुनिश्चित करने के बाद कि 2014 और 2019 में दिल्ली में लगातार दो चुनावों में कांग्रेस को शून्य सीटें मिलीं, उन्हें अब यह सुनिश्चित करने के लिए भेजा गया है कि पंजाब में भी यही उपलब्धि हासिल की जाए.” पूर्व सीएम ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि पार्टी ने “एक असफल राजनेता” को नियुक्त करके चुनाव से पहले हार मान ली है, जो 2014 और 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव हार गए, यहां तक ​​कि विधानसभा में अपनी जमानत भी खो दी. यह भी पढ़ें: Punjab Assembly Election: अजय माकन की अध्यक्षता में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी का गठन, चुनाव समन्वय समिति की अध्यक्ष बनीं अंबिका सोनी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बुधवार को करेंगी संसदीय दल की बैठक को संबोधित, सरकार को घेरने की बनाएंगी रणनीति!",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/indian-army-death-cds-bipinrawat-choppercrash-cds-bipin-rawat-1507712,CDS बिपिन रावत के सख्त रवैये से दुश्मन देशों को भी होती थी तकलीफ- चीन को बताया था भारत का दुश्मन नंबर 1,"नेशनल डेस्क: CDS प्रमुख जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 सेना अधिकारियों की आज मृत्यु हो गई है। बता दें कि सभी भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर MI-17V5 में सवार थे। पहाड़ी नीलगिरी जिले में कुन्नूर के पास कटेरी-नंचप्पनचत्रम इलाके में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे वायुसेना में सवाल सभी लोग मारे गए। जानकारी के मुताबिक, घने कोहरे के बाद कम दृश्यता के कारण कथित तौर पर वन क्षेत्र में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलूर से वेलिंगटन के डिफेंस स्टाफ कॉलेज की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के साथ एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे। जानकारी के लिए बता दें कि जनरल रावत पहली जनवरी 2020 को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किए गए थे जनरल रावत CDS बनने से पहले सेना प्रमुख के अलावा कई अन्य अहम पदों पर रह चुके है। चीन को भारत का दुश्मन नंबर 1 कहते थे जनरल रावत बता दें कि जनरल रावत चीन को भारत का दुश्मन नंबर 1 कहते थे और पाकिस्तान को दुष्ट राष्ट्र। चीन को लेकर अकसर रावत का बयान सामने आता रहता था। पिछले महीने ही उन्होनें एक ऐसा बयान दिया था जिससे चीन काफी बौखला गया था। दरअसल, 13 नवंबर 2021 को CDS बिपिन रावत ने अपने एक बयान में कहा था कि भारत की सिक्योरिटी के लिए चीन सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। पिछले साल चीन से लगे सीमावर्ती इलाकों में लाखों जवानों और हथियारों की तैनाती की गई थी। उनका जल्द बेस की तरफ लौटना मुश्किल लगता है। भारत और चीन के बीच 13 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन आपसी भरोसे की कमी की वजह से सीमा विवाद सुलझ नहीं पा रहा है। वहीं रावत के इस बायन को चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने इसे उकसावे भरा, गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक बताया था। उन्होंने कहा था कि ऐसे बयानों से जियो-पॉलिटिकल टकराव को बढ़ावा मिल सकता है। भारतीय अधिकारी बिना किसी कारण के चीनी खतरे पर अटकलें लगाते रहते हैं, जो दोनों देशों की ऑफिशियल पॉलिसी के खिलाफ है। आईए डालते है बिपिन रावत के मुख्य बयान पर एक नज़र- -15 अप्रैल 2021 को CDS बिपिन रावत ने रायसीना डायलॉग में कहा था कि चीन चाहता है 'माय वे ऑर नो वे'। भारत उसके सामने मजबूती से खड़ा है। हमने साबित किया है कि किसी भी तरह का दबाव डालकर हमें पीछे नहीं धकेला जा सकता। -जनवरी 2018 में सेना प्रमुख रहते हुए जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि चीन अगर मजबूत है, तो भारत भी अब कमजोर नहीं रहा। भारत अपनी सीमा पर किसी भी देश को अतिक्रमण नहीं करने देगा। अब हालात 1962 जैसे नहीं हैं। हर क्षेत्र में भारतीय सेना की ताकत बढ़ी है। - डोकलाम स्टैंड ऑफ के एक हफ्ते बाद सितंबर 2017 में सेना प्रमुख रहते हुए जनरल बिपिन रावत ने अपने एक बयान में कहा था कि भारत को चीन और पाकिस्तान के साथ दो मोर्चों पर युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। Indian army death CDS BipinRawat choppercrash CDS Bipin Rawat हेलीकॉप्टर हादसे में बची सिर्फ ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह की जान NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/cds-rawat-on-kashmir-issue-1507696,"कश्मीर पर सीडीएस बिपिन रावत के इस बयान से मच गया था तहलका, लगा था भड़काने का आरोप","जम्मू: सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनके साथ सेना के 12 अधिकारियों की मौत पर पूरा देश सन्न है। जनरल रावत अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जानते जाते रहे हैं। कश्मीर और आतंकवाद पर उनके कड़े रूख से हर कोई वाकिफ है। रावत ने नवंबर 2021 में आतंकवादियों की लिचिंग चाले बयान को लेकर काफी सुर्खियां बटोरीं थीं। उन्होंने टाम्स नाउ के एक सम्मेलन में कहा था कि कश्मीर के लोग कह रहे हैं िक वे खुद आतंकवादियों की लिचिंग करेंगे और यह एक सकारात्मक इशारा है। हांलाकि जनरल रावत को उनके इस बयान पर काफी विवाद का सामना करना पड़ा था। उन पर आरोप लगा था िक वे लोगों को भड़का रहे हैं। #TimesNowSummit | J&K locals are saying that they will lynch terrorists which is a positive sign. If they are terrorists, there’s no harm in lynching them: Gen. Bipin Rawat, Chief of Defence Staff, tells Rahul Shivshankar on INDIA UPFRONT. | #TimesNowSummit2021 #TNSummit2021 pic.twitter.com/sYq9TiS9Jx — TIMES NOW (@TimesNow) November 11, 2021 12 नवंबर 2021 को दिये इस बयान पर उन्होंने कहा था कि जो भी आतंकी हमला करेगा उसे 48 घंटों के भीतर ही खत्म कर दिया जाएगा। देेश के पहले सीडीएस की मौत पर पूरा देश दुख और शोक में हैं। सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलिदेने की जैसे बाढ़ सी आ गई है। रावत और उनकी पत्नी सहित कुल 13 लोग आज हैलीकाप्टर क्रैश में शहीद हो गये। CDS Bipin Rawat Kashmir Terrorist Lynch Army Chopper Crash ब्रेकअप, ब्लैकमेलिंग और सुसाइड! प्यार के कारण नाबालिग बच्ची ने खुद को दी दर्दनाक मौत NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/96-civilians-killed-after-abrogation-of-article-370-in-kashmir-1507686,"कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद 96 आम नागरिकों की हत्या, 366 आतंकी मारे गए","नयी दिल्ली : जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद 96 आम नागरिकों की हत्या हुई है जबकि सुरक्षा बलों ने इस दौरान 366 आतंकवादियों को मार गिराया। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद कोई भी कश्मीरी पंडित या हिन्दू घाटी से विस्थापित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ""थापि हाल ही में कश्मीर में रह चुके कुछ कश्मीरी पंडित परिवार, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं, जम्मू क्षेत्र में चले गए हैं। ये परिवार सरकारी कर्मचारियों के हैं। जिनमें से कई परिवार कर्मचारियों की आवाजाही के भाग के रूप में और शैक्षणिक संस्थानों में शीतकालीन अवकाश के चलते सर्दियों में जम्मू चले जाते हैं।"" ज्ञात हो कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था। राय ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि 376 हटाए जाने के बाद कश्मीर में कुल 96 आम नागरिकों की हत्या हुई है जबकि इस दौरान 366 आतंकवादियों को मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि इस अवधि में 81 सुरक्षा बलों की शहादत हुई। Article 370 Civil Killings jammu Kashmir Terrorist Killed India UT Abrogation article 370 तानाशाही से आजिज आ चुके जम्मू कश्मीर को लोकप्रिय सरकार की जरूरत : फारुक अब्दुल्ला NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/tired-of-dictatorship-j-k-needs-a-popular-government--abdullah-1507683,तानाशाही से आजिज आ चुके जम्मू कश्मीर को लोकप्रिय सरकार की जरूरत : फारुक अब्दुल्ला,"जम्मू: भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर अगले साल मार्च तक जम्मू-कश्मीर में परिसीमन की कवायद को पूरा करने के अपने वादे से मुकर जाने का आरोप लगाते हुए नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि लोग काफी तानाशाही देख चुके हैं और उन्हें लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार की सख्त जरूरत है जो उनके मुद्दों का समाधान कर सके। प्रेस को सरकार के खिलाफ लिखने की आजादी नहीं होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने संसद में एक कानून बनाए जाने की मांग की जिससे यह सुनिश्चित हो कि मीडिया घराने बिना डर के काम कर सकें। अब्दुल्ला ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहा, ""हमें (विधानसभा) चुनावों के बाद परिसीमन का वादा किया गया है और आयोग को 6 मार्च तक सकारात्मक रूप से कवायद पूरा करने के लिए कहा गया था ... अब, उन्होंने संसद को बताया है कि इस कवायद को पूरा करने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। हो सकता है, वे चाहते हैं कि यह छह साल तक जारी रहे।"" उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद यद्यपि परिसीमन की कवायद का हिस्सा हैं,""हमें अब तक बैठक के लिये नहीं बुलाया गया है और न ही कोई रिपोर्ट दिखाई गई है और हमें नहीं पता कि वे क्या कर रहे हैं।"" जनता के मुद्दों का लोकप्रिय सरकार द्वारा ही समाधान होने पर जोर देते हुए अब्दुल्ला ने कहा, च्च्लोग ज्यादा समय तक सब्र नहीं रख सकते क्योंकि हमनें काफी तानाशाही, नौकरशाही और उपराज्यपाल का शासन देख लिया।"" पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर जम्मू कश्मीर की स्थिति के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एक तरफ लोग मर रहे हैं, दूसरी तरफ भाजपा शांति और पर्यटन के पुनरुद्धार का दावा कर रही है जबकि जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा स्थिति इतनी खराब है कि अगर फारूक अब्दुल्ला सरकार सत्ता में होती, तो भाजपा मीडिया को 'हमारे खिलाफ लिखने' के लिए आमंत्रित करती, लेकिन ""आज कोई भी उनके खिलाफ लिखने की हिम्मत नहीं कर सकता। वे उनके प्रतिष्ठान बंद कर देंगे और उन पर केस कर देंगे ताकि वे बाहर (जेल से) न आएं।"" उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी यद्यपि मीडिया को डरा रही है लेकिन ""सच्चाई अन्य माध्यमों से सामने आ रही है।"" उन्होंने कहा, ""नेशनल कॉन्फ्रेंस हमेशा से प्रेस की स्वतंत्रता में विश्वास करती रही है क्योंकि सरकार के सही दिशा में काम करने के लिए आलोचना जरूरी है..."" अब्दुल्ला ने राज्य का दर्जा बहाल करने और अनुच्छेद 370 और 35ए के तहत संवैधानिक प्रावधानों के लिए शांतिपूर्ण संघर्ष का आह्वान किया। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा, ""चुनौतियां होंगी लेकिन हमें दृढ़ रहना होगा और अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठानी होगी। आपको जम्मू-कश्मीर को फिर से समृद्ध बनाने में भूमिका निभानी होगी।"" National Confrence Farooq Abdullah Jammu Kashmir Political News Political Party टेरर फंडिंग मामले में हिजबुल मुजाहिद्दीन प्रमुख सलाहुद्दीन को कोर्ट ने भेजा समन NEXT STORY",1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/the-sikh-muslim-was-placed-in-the-category-of-terrorists-by-the-sp-1507646,आतंकियों की श्रेणी में मुस्लिम और सिख! कटनी पुलिस अधीक्षक के लेटर पर मचा बवाल,"कटनी(संजीव वर्मा): मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के कटनी आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कटनी एसपी सुनील जैन का एक पत्र चर्चा में आया है । दरअसल कटनी पुलिस अधीक्षक सुनील जैन ने इस पत्र में सुरक्षा के लिए निर्देश जारी किए थे। पत्र में जारी निर्देशों के बीच कॉलम नंबर 6 में लिखा गया है कि ' सिख, मुसलमान, जेकेएलएफ, उल्फा, सिमी, एलटीटीई आतंकवादियों पर सख्त जाए।' पत्र में लिखी इबारत सिख व मुसलमान को आतंकवादियों की श्रेणी में रखने के बाद बवाल शुरू हो गया है । दरअसल, मंगलवार को राज्यपाल मंगूभाई पटेल का कटनी में अल्प प्रवास था । राज्यपाल के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस महकमे को कटनी एसपी सुनील जैन के द्वारा सोमवार को पत्र जारी कर निर्देश जारी किए गए थे । आतंकवादियों पर कड़ी नजर रखने के साथ ही पत्र में दो समुदायों का भी उल्लेख कर आतंकवादियों की श्रेणी में रखा गया। पत्र में जारी निर्देशों के बीच कॉलम नंबर 6 में लिखा गया है कि सिख, मुसलमान, जेकेएलएफ, उल्फा, सिमी, एलटीटीई आतंकवादियों पर सख्त नजर रखी जाए। जो चर्चा का विषय बन गया। पत्र को लेकर मचे बवाल के बाद एडिशनल एसपी मनोज केडिया ने कहा कि इसमें संबंधित धर्म के अलग- अलग ग्रुप से आशय था। गल्ती से ग्रुप शब्द नहीं आया होगा साथ ही उन्होंने यह भी कहा इस पत्र के लिए पुलिस प्रशासन खेद व्यक्त करता है और आगे ऐसा नहीं होगा। Madhya Pradesh Hindi News Katni News SP Sunil Jain Terrorist Sikh Muslim Transcript mistake मेडिकल की छात्रों ने 'जुगनू' गाने पर किया जबरदस्त डांस करके मचाया धमाल, वीडियो वायरल NEXT STORY",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/sambit-patra-trolled-again-by-congress-leader-on-his-upsc-topper-remark-remember-atal-bihari-vajpayee/1951811/,"संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात","भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में अपनी योग्यताओं को बताते हुए खुद को डॉक्टर के अलावा यूपीएससी का रैंक होल्डर भी बताया था। उनके इस बयान पर छिड़ा विवाद लगभग एक हफ्ते बाद भी शांत नहीं हो पाया है। अब उनके दावे पर कांग्रेस नेता ने एक बार फिर घेराव किया है। इंडियन यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्विटर पर इस विवाद की ठंडी होती आंच को एक बार फिर हवा देते हुए पूरे वीडियो का एक छोटा सा हिस्सा साझा किया, जहां पात्रा खुद को UPSC का टॉपर बताने के साथ साथ यह भी कह रहे हैं कि 2000 में यूपीए की सरकार थी। इस हिस्से को साझा करते हुए श्रीनिवास ने लिखा तथाकथित UPSC के 2000 batch के Topper के अनुसार सन 2000 में UPA की सरकार थी। यहां उन्होंने पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए लिखा कि स्व अटल बिहारी वाजपेयी जी हम शर्मिंदा हैं। आजतक के एजेंडा कार्यक्रम में संबित पात्रा ने कांग्रेस के कन्हैया के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि UPSC के 2000 बैच का 19th रैंक होल्डर हूं। उस समय यूपीए की सरकार की थी, कोई बीजेपी की सरकार नहीं थी जो मुझे किसी ने ऐसे ही यूपीएससी में घुसा दिया हो। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग 50-50 साल तक थिसिस करते हैं, हमारे पैसे पर पलते हैं, वो यूपीएससी से पूछेंगे कि तुम्हारी क्वालिफिकेशन क्या है। Also Read जनरल रावत की मौत से गम में डूबा भारत, देश-विदेश के नेताओं ने जताया शोक, पीएम बोले- दुखी हूं, सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी जन्मदिन हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती अब इस बार उन्हें ट्रोल किए जाने का कारण उनकी जुबान से निकला वाक्य ‘साल 2000 में यूपीए की सरकार थी’ है। जबकि यूपीए का कार्यकाल 2004 से शुरू हुआ, 1999 से 2004 तक सत्ता पर भारतीय जनता पार्टी काबिज थी और प्रधानमंत्री पद पर भाजपा के सर्वोच्च नेता अटल बिहारी वाजपेयी विराजमान थे। यह पहला मौका नहीं है जब संबित पात्रा को उनके इस बयान को लेकर ट्रोल किया जा रहा हो। इससे पहले भी उन्हें उनकी रैंक को लेकर निशाने पर लिया गया था। जिस पर बीजेपी नेता ने सफाई भी दी थी। Also Read टीवी डिबेट से मशहूर संबित पात्रा की शैक्षिक योग्यता जानकर रह जाएंगे हैरान संबित पात्रा ने अपने दावे का बचाव करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “सीएसई के अलावा यूपीएससी सीएमएस परीक्षा का भी आयोजन करता है। मुझे लगता था कि ‘पढ़े लिखे’ इसे जानते होंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ इस तथ्य से बेखबर हैं।”",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/skm-accepts-centre-proposal-on-farmers-demands-says-will-meet-at-12-noon-tomorrow/1951662/,"लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक","संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को कहा कि सरकार के नए प्रस्ताव पर सहमति बन गई है, अब केंद्र की तरफ से औपचारिक संचार का इंतजार है। मोर्चे की बैठक के बाद किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि गेंद सरकार के पाले में, अंतिम फैसला कल होगा। सरकार के साथ संवाद के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति ने बुधवार को कहा कि उसे केंद्र से एक नया मसौदा प्रस्ताव मिला है और उसे एक समाधान की उम्मीद है। हालांकि किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि आंदोलन खत्म करने पर अभी कोई फैसला नहीं, कल (नौ दिसंबर को) एक और बैठक होगी। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता सरकार से ‘लेटरहेड’ पर औपचारिक संवाद की मांग कर रहे हैं। किसान नेता और एसकेएम कोर समिति के सदस्य गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि लंबित मांगों के संबंध में केन्द्र सरकार की ओर से पहले प्राप्त हुआ प्रस्ताव का मसौदा स्वीकार करने योग्य नहीं था, जिसके बाद केन्द्र ने बुधवार को नये सिरे से प्रस्ताव का मसौदा भेजा है। Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात जनरल रावत की मौत से गम में डूबा भारत, देश-विदेश के नेताओं ने जताया शोक, पीएम बोले- दुखी हूं, सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी जन्मदिन हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती एसकेएम कोर समिति की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में चढूनी ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर हम सरकार से सहमत हैं। कल की बैठक के बाद हम आंदोलन को स्थगित करने पर फैसला लेंगे। आंदोलन वापस लेने के संबंध में अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। एसकेएम की कल (बृहस्पतिवार) दोपहर 12 बजे और एक बैठक होगी।’’ किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे एसकेएम ने एक बयान में कहा कि किसानों की मांग के संबंध में केन्द्र सरकार के मसौदे पर आमसहमति बन गई है। Also Read चुनाव से पहले हर हाल में किसान आंदोलन खत्म करवाना चाहती है सरकार? मान लीं किसान संगठनों की ज्यादातर मांगें एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘सरकार के ताजा प्रस्ताव पर आम सहमति बन गई है। अब सरकार के लेटरहेड पर औपचारिक संवाद का इंतजार है। एसकेएम की कल दोपहर 12 बजे फिर से सिंघू बॉर्डर पर बैठक होगी, उसके बाद मोर्चा उठाने के संबंध में औपचारिक फैसला लिया जाएगा।’’",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/congress-leader-rashid-khan-statement-on-wasim-rizvi-jitendra-narayan-singh-tyagi/1951036/,"वसीम रिजवी ने अपनाया हिंदू धर्म तो कांग्रेस नेता के बिगड़े बोल, कहा- सिर कलम करने वाले को दूंगा इनाम","यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। ऐसे में कांग्रेस नेता राशिद खान ने ऐलान किया है कि जो भी शख्स जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी का गला काटकर लायेगा, उसे 25 लाख रुपये इनाम के तौर पर मिलेगा। उनका यह बयान सुर्खियों में हैं। हालांकि उन्होंने एक ट्वीट कर कहा है कि वो अपने इनाम देने वाले अपने पुराने बयान पर कायम हैं। राशिद खान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भाजपा प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी का गला काटने वाले को कांग्रेस देगी 25 लाख, कांग्रेस विधायक राशिद खान ने दी है ये जानकारी !!” Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक Indian Railway IRCTC के यात्रियों के लिए खुशखबरी! इस तारीख से ट्रेन टिकटों के दाम में हो जाएगी कटौती जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी का गला काटने वाले को कांग्रेस देगी 25 लाख, कांग्रेस विधायक राशिद खान ने दी है ये जानकारी !! pic.twitter.com/1Aqo8YatKo — Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) December 8, 2021 कहा- “सबक सिखाना जरूरी”: बता दें कि राशिद खान ने कहा है कि हिंदुस्तान के हर मजहब का वो सम्मान करते हैं। अपने बयान को लेकर हो रही उनकी आलोचना पर उन्होंने सवाल किया कि अगर कोई भगवान राम के लिए ऐसा बयान दे तो क्या आप सहते? कांग्रेस नेता ने कहा कि मजहब के नाम पर रिजवी जैसे लोग जहर निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष को सबक सिखाना जरूरी है। Also Read यूपी में प्रियंका गांधी ने जारी किया महिलाओं के लिए घोषणापत्र, फ्री स्कूटी, स्मार्टफोन के साथ कई बड़े वादे डासना के मंदिर में बदला धर्म: बता दें कि 6 दिसंबर को रिजवी ने यूपी के गाजियाबाद जिले में डासना के देवी मंदिर में हिंदू धर्म धारण कर लिया। इस मौके पर मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें नया नाम दिया। Also Read JNU में उठी बाबरी मस्जिद बनाने की मांग, भाजपा नेता बोले- कोई ‘बाबर पुत्र’ यूपी की तरफ मंडराता दिखे तो तत्काल इलाज के लिए सूचित करें बता दें कि रिजवी को अब जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के नाम से जाना जाएगा। धर्म परिवर्तन के बाद उन्होंने कहा कि सनातन धर्म दुनिया में सबसे अच्छा है। गौरतलब है कि रिजवी इससे पहले भी अपने बयानों के चलते सुर्खियों में आ चुके हैं। इसी साल उन्होंने कुरान से 26 आयत हटाने का अनुरोध किया था। इसको लेकर उन्होंने हाईकोर्ट का भी रुख किया था।",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/up-yogi-govt-claims-giving-more-employment-but-this-is-reality-of-data/1950949/,"यूपी में रोज़गार की तस्वीर: योगी राज में काम करने वालों की संख्या बढ़ी 184 लाख, काम मिला एक लाख को","उत्तर प्रदेश में नौकरी की मांग को लेकर युवा आए दिन प्रदर्शन करते हैं। अकसर पुलिस युवाओं पर लाठी भी भांजती है। वहीं सरकार लगातार दावे करती रही है कि भाजपा सरकार आने के बाद बेरोजगारी में कमी आई है। सरकारी दस्तावेजों में दर्ज आंकड़ों की बात करें तो योगी आदित्यनाथ का दावा भी बिल्कुल सही है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (CMIE) के आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में बेरोजगारी दर 16.82 फीसदी थी जो कि साल 2021 के मई-अगस्त में घटकर 5.41 फीसदी हो गई। Also Read भारत में गरीबी और असमानता बढ़ी, केवल 10 फीसदी लोगों के पास 57% इनकम, बाकी जीविका के लिए कर रहे संघर्षः रिपोर्ट इस हिसाब से पिछले पांच साल में यूपी में बेरोजगारी दर में 17 फीसदी की कमी आई है। हालांकि ये आंकड़े पूरी तस्वीर नहीं साफ करते हैं। सीएम योगी जिस आंकड़े की बात करते हुए रोजगार देने की बात कह रहे हैं उसी डेटा को अगर दूसरी तरह से देखें तो इसमें कमी भी नज़र आती है। योगी सरकार पांच साल पहले और आज के आंकड़े की तुलना कर रही है। लेकिन मार्च 2017 में यूपी की बेरोजगारी दर कम होकर 3.75 हो गई थी। यह बात भी CMIE के आंकड़ों में ही दर्ज है। साल 2017 में यूपी में भाजपा की सरकार बनी थी। इस हिसाब से देखें तो सत्ता संभालने के बाद रोजगार की स्थिति ठीक नहीं हुई बल्कि खराब हो गई है। वहीं योगी राज में काम करने वालों की संख्या भले ही 184 लाख हो गई है लेकिन काम सिर्फ 1 लाख को मिला है। Also Read संबित पात्रा ने खुद को बताया था ‘2000 बैच का UPSC टॉपर जब थी UPA सरकार’, कांग्रेस नेता ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कही ये बात जनरल रावत की मौत से गम में डूबा भारत, देश-विदेश के नेताओं ने जताया शोक, पीएम बोले- दुखी हूं, सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी जन्मदिन हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 लोगों की हो गई मौत, IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, हाल ही में मिला था शौर्य चक्र लंबे इंतजार के बाद मान गए किसान, स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव, कल फिर होगी बैठक कैसे हुआ आंकड़ों से खेल! दरअसल ये आंकड़े निकालने के लिए लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR) की जरूरत होती है। ऐसे लोग जो 15 साल या उससे ज्यादा के हैं उनको दो कैटिगरी में बांटा जाता है। पहले वर्ग में ऐसे लोग होते हैं जिनके पास रोजगार है और दूसरे वर्ग में वे होते हैं जिनके पास रोजगार नहीं है और वे काम करना चाहते हैं। इन दोनों को एलएफपीआर में रखा जाता है। इसके बाद जिनके पास रोजगार नहीं है उनका रोजगार वालों के साथ अनुपात निकाला जाता है। इसी को बेरोजगारी दर (UER) नाम दिया जाता है। क्या है इसका मतलब अगर मई 2016 और अप्रैल 2017 के बीच देखें तो रोजगार की मांग में तेजी से कमी आई थी। दरअसल ज्यादातर उन लोगों को बेरोजगार के रूप में गिना गया था जिन्होंने नौकरी की मांग करनी बंद कर दी थी। इसके बाद एलएफपीआर कम हो गया। इसी वजह से बेरोजगारी दर भी कम हो गई। सीधा-सीधा यूं कह सकते हैं कि यह बेरोजगारी दर इसलिए नहीं घटी क्योंकि ज्यादा लोगों को नौकरियां दी गईं बल्कि इसलिए घट गई क्योंकि लोगों ने नौकरी की मांग कम कर दी। नोटबंदी भी थी बड़ी वजह जब साल 2016 में नोटबंदी हु थी तब बेरोजगारी तेजी से बढ़ी थी। दिसंबर 2016 और अप्रैल 2017 के बीच एलएफपीआर 46 फीसदी से गिरकर 38 फीसदी हो गया था। इसी वजह से बेरोजगारी दर 16 फीसदी से घटकर 4 फीसदी पर आ गई थी। इसी तरह कोविड महामारी के दौरान भी लोग अपने-अपने गांव पहुंच गए और रोजगार की मांग कम कर दी।",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/congress-leader-mallikarjun-kharge-demands-to-revoke-the-suspension-of-12-mps-1370239-2021-12-08,मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन के 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग दोहराई,"राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन के 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग दोहराई. इस बीच उन्होंने कहा कि कोई भी मुद्दा न उठाना कहां तक सही है? फिर ये महंगाई हो, किसान आंदोलन हो या पेगासस का हो. वो नहीं चाहते कि ये चीजें सदन में आए. हम बार-बार कोशिश करते हैं लेकिन वो अपनी बातों पर अड़े हुए हैं. इसीलिए आज हमने फिर वही मुद्दा उठाया लेकिन अब वो मांफी की मांग कर रहे हैं लेकिन क्या हमने रूल्स के खिलाफ जाकर कोई काम किया?' देखें इस वीडियो में आगे क्या बोले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/shiv-sena-sanjay-raut-rahul-gandhi-mamata-banerjee-ambition-opposition-unity-face-upa-alliance-ntc-1369957-2021-12-08,"कभी कांग्रेस की धुर विरोधी थी शिवसेना, आज TMC की आंधी से बचाने के लिए बनी ढाल",प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अभी से विपक्ष का चेहरा बनने के लिए कांग्रेस और टीएमसी में शह-मात का खेल शुरू हो गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों विपक्षी दलों के नेताओं के संग मेल-मिलाप करने के साथ-साथ कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए के अस्तित्व और राहुल गांधी की सक्रियता पर सवाल खड़े कर रही हैं. टीएमसी के इस मुहिम के बीच कांग्रेस के लिए शिवसेना अब ढाल बनकर सामने खड़ी हो गई है. साथ ही राहुल गांधी से विपक्ष को लीड करने की बात कह कर ममता को तगड़ा झटका दिया है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/video/priyanka-gandhi-released-congress-manifesto-for-women-ahead-of-up-assembly-election-1369982-2021-12-08,"नौकरियों में आरक्षण- मुफ्त इलाज, प्रियंका ने जारी किया महिलाओं के लिए घोषणा पत्र","उत्तर प्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को महिलाओं के लिए घोषणा पत्र जारी किया. इस दौरान प्रियंका गांधी ने बताया कि महिलाओं को सरकारी नौकरी में 40 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा. प्रियंका गांधी ने महिला घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा, ''मेरी आशा है कि ये पहला महिला घोषणा पत्र नहीं होगा, इससे दूसरे राजनीतिक दलों पर भी दबाव होगा कि महिलाओं की भागीदारी को सीरियसली लिया जाए.'' देखें घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए और क्या-क्या वादे.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/sonia-gandhi-launches-attack-modi-government-farmers-protest-news-in-hindi-1369893-2021-12-08,"सोनिया का किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर हमला, देखें क्या कहा",कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने किसानों के मुद्दे पर बात करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है. सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने सरकार पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया. सोनिया गांधी ने कहा कि आंदोलन के दौरान जान गवाने वाले किसानों का सम्मान होना चाहिए. इस दौरान सोनिया गांधी ने मंहगाई को लेकर भी सरकार पर हमला बोला. वहीं 12 सांसदों के निलंबन पर गांधी ने कहा कि यह अस्वीकार्य है. हम निलंबित सांसदों के साथ खड़े हैं. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/bjp-knocked-on-court-door-regarding-violence-in-the-municipal-elections-to-be-held-on-december-19-in-west-bengal-ntc-1369767-2021-12-08,पश्चिम बंगाल में फिर चुनावी सुरक्षा का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर!,"पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी बनाम तृणमूल कांग्रेस का अगला भाग सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. लेकिन अबकी बार शिकायत लेकर टीएमसी नहीं बल्कि बीजेपी पहुंची है. बीजेपी ने राज्य में स्थानीय चुनावों को लेकर अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा का मुद्दा बनाया है. 19 दिसंबर को होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में हिंसा को लेकर भाजपा सांसद और पश्चिम बंगाल में पार्टी के अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि 19 दिसंबर से होने वाले स्थानीय निकायों के चुनाव में बीजेपी के सदस्यों के साथ चुनाव प्रचार के दौरान हिंसा की जा रही है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए BJP ने केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/video/up-mosque-color-changed-before-pm-visit-to-kashi-painted-white-again-1369764-2021-12-07,"पीएम के काशी दौरे से पहले मस्जिद का बदला रंग, दोबारा सफेद किया","जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज होता जा रहा है, मगर यूपी के चुनाव में मंदिर मस्जिद वाली पॉलिटिक्स भी अपने परवान पर है, 13 दिसंबर को पीएम मोदी काशी में बाबा विश्वनाथ कॉरीडोर का उद्घाटन करेंगे, तब भव्य आयोजन होगा, मगर उसके पहले वाराणसी में एक मस्जिद को लेकर विवाद हो गया, मस्जिद को गेरुआ और हल्के गुलाबी रंग में पोत दिया गया, विवाद बढ़ा तो मंदिर का रंग दोबारा से सफेद किया गया. अब सब वाराणसी में खुश हैं. मगर यूपी के मंत्री महोदय नहीं खुश हैं. वो कह रहे हैं काशी छोड़ो मथुरा की बात करो, मथुरा में बनी मस्जिद शूल बनकर चुभ रही है, देखें ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/video/rld-leader-jayant-chaudhary-over-sp-rld-alliance-ahead-of-up-elections-exclusive-interview-1369677-2021-12-07,यूपी के सिंघासन तक पहुंचाएगा SP-RJD का गठबंधन? देखें क्या बोले जयंत चौधरी,"यूपी चुनाव के लिहाज आज का दिन काफी अहम माना गया. मेरठ में आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने साझा रैली निकाली. मेरठ के दबथुआ में इस परिवर्तन संदेश रैली को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि आज हमारे गठबंधन का ऐलान हो रहा है, अखिलेश जी और हम मिलकर डबल इंजन की सरकार देंगे. आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने आजतक से खास बातचीत में इस गठबंधन पर बात की. जयंत चौधरी ने कहा कि हमने पहले भी साथ काम किया है और हमारा एक पुराना रिशता है. दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं में मेल है इसलिए हमने सोचा कि व्यवहारिक गठबंधन होगा. अखिलेश यादव का जो अनुभव है और मैं भी ये मानता हूं कि विपक्ष में रहकर हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है. हमने सोचा कि साथ मिलकर चलेंगे तो ताकत बढ़ेगी. क्या यूपी के सिंघासन तक पहुंचाएगा SP-RJD का गठबंधन? देखें इस पर क्या बोले आरएलडी नेता जयंत चौधरी.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/arvind-kejriwal-punjab-election-promise-in-jalandhar-1000-rs-per-month-to-women-above-18-years-ntc-1369582-2021-12-07,"केजरीवाल का चुनावी वादा, AAP जीती तो हर महिला को मिलेंगे महीने के 1000 रुपये",पंजाब में विधानसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान होना बाकी है लेकिन नेताओं ने अभी से चुनावी वादों की झड़ी लगा दी है. चुनावी वादे कुछ इस तरह से गढ़े गए हैं कि मतदाता ना चाहते हुए भी उनके जाल में फंसे बिना नहीं रह पाएंगे. पंजाब की लगभग हर राजनीतिक पार्टी लोगों को लुभाने में लगी हुई है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/varun-gandhi-ask-bsf-border-extension-issue-in-parliament-mha-says-threat-of-drones-uavs-reason-to-increase-jurisdiction-of-bsf-ntc-1369515-2021-12-07,BSF के अधिकार क्षेत्र को क्‍यों बढ़ाया गया? वरुण गांधी के सवाल का MHA ने दिया जवाब,BSF border extension: गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने मंगलवार को संसद में जानकारी दी कि ड्रोन और यूएवी (Unmanned Aerial Vehicle: UAVs) के खतरे को देखते हुए बीएसएफ (BSF) का अधिकार क्षेत्र बढ़ा दिया गया है. पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) के एक सवाल पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी सदन में दी.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/aiudf-mla-controversial-statement-aurangzeb-donated-land-kamakhya-temple-ntc-1369608-2021-12-07,AIUDF विधायक बोले- औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए दान की थी जमीन!,AIUDF विधायक ने अमीनुल इस्लाम ने दावा किया कि मां कामाख्या मंदिर (Kamakhya Temple) के लिए औरंगजेब (Aurangzeb) ने भूमि दान की थी. विधायक के इस बयान को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि एक विधायक जेल में है. अगर इस तरह का बयान फिर से कोई देगा तो वह भी जेल भेज दिया जाएगा.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/sanjay-raut-rahul-gandhi-meeting-lead-he-talk-mumbai-ntc-1369590-2021-12-07,संजय राउत बोले- बिना कांग्रेस के विपक्ष का कोई भी फ्रंट बनना संभव नहीं,"शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) मंगलवार को राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे और उनसे बातचीत की. इस बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से लंबी राजनीतिक चर्चा हुई है. संजय राउत ने कहा कि संदेश यही है कि सबकुछ ठीक है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से जो बात हुई, वो सीएम उद्धव को बताऊंगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/up-election-congress-priyanka-gandhi-launch-women-manifesto-important-issues-employment-security-respect-ntc-1369507-2021-12-07,UP: प्रियंका गांधी कल लांच करेंगी कांग्रेस का महिला मेनिफेस्टो,"उत्तर प्रदेश में कांग्रेस (UP Congress) महिला मेनिफेस्टो (Women's manifesto) लांच करेगी. प्रियंका गांधी 8 दिसंबर को कांग्रेस का महिला घोषणापत्र जारी करेंगी. इस मामले को लेकर दोपहर 12 बजे लखनऊ कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस वार्ता होगी. महिला मेनिफेस्टो (Women's manifesto) में रोजगार, सुरक्षा और सम्मान के अहम मुद्दे शामिल होंगे. इन मामलों पर फोकस करते हुए कांग्रेस महिलाओं को रिझाने का प्रयास किया जा रहा है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/video/akhilesh-yadav-jayant-rally-in-meerut-sp-chief-said-bjp-will-be-wiped-out-in-2022-1369514-2021-12-07,"'जो पैदा करे खाई, वही है भाजपाई', मेरठ में बीजेपी पर अखिलेश का निशाना","एक तरफ पीएम मोदी गोरखपुर में करोड़ों रुपये की सौगात देने पहुंचे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ मेरठ में आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने साझा रैली की है. मेरठ के दबथुआ में इस परिवर्तन संदेश रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इतनी भीड़ के लिए मैं सभी नेताओं का धन्यवाद करता हूं और किसानों का भी धन्यवाद करता हूं. मेरठ के लोगों को नमन करते हुए अखिलेश ने चौधरी चरण सिंह और महेंद्र सिंह टिकैत को भी याद किया. अखिलेश यादव ने कहा जब गठबंधन का पहला कार्यक्रम हुआ था, उसी दिन ऐलान हो गया था कि अब यूपी से बीजेपी का सफाया होगा. आज का ये जनसैलाब और जोश बता रहा है कि इस बार पश्चिम में भारतीय जनता पार्टी का सूरज डूब जाएगा और हमेशा के लिए डूबेगा. इस बार किसानों का इंकलाब होगा और 22 में बदलाव होगा. सपा प्रमुख बोलते दिखे कि जो पैदा करे खाई, वही है भाजपाई. यूपी में बीजेपी ठोको राज चला रही है. देखें आगे क्या बोले सपा प्रमुख.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/video/parliament-winter-session-opposition-stage-protest-over-12-mps-suspension-in-front-of-gandhi-statue-1369423-2021-12-07,"संसद में गांधी प्रतिमा के पास विपक्ष का प्रदर्शन, शरद पवार और जया बच्चन भी शामिल","संसद के शीतकालीन सत्र के सातवें दिन 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का धरना जारी रहा. टीआरएस ने आज से पूरे संसद सत्र का बहिष्कार कर दिया है. लोकसभा में राहुल गांधी ने किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के नामों की लिस्ट पेश की. कार्य मंत्रणा समिति के 26वें प्रतिवेदन से सदन की सहमति का प्रस्ताव पेश हुआ . वहीं संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर 12 निलंबित राज्यसभा सांसदों के धरने में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया. इस धरने में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सपा सांसद जया बच्चन भी शामिल हुए. देखें ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/parliament-winter-session-rahul-gandhi-in-lok-sabha-farmers-should-be-given-compensation-job-1369338-2021-12-07,"'मेरे पास मृत किसानों के नाम', संसद में बोले राहुल गांधी","कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. लोकसभा में राहुल गांधी ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए मांग की है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवजा दिया जाए. राहुल गांधी ने कहा, आपकी सरकार कह रही है कि कोई किसान शहीद नहीं हुआ है. या आपके पास किसानों के नाम नहीं है. तो ये डेटा मैं आपको देना चाहता हूं. राहुल गांधी ने कहा, मैं चाहता हूं इन किसानों को उनका हक मिले. उनके परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rajya-sabha-suspension-protest-opposition-strategy-ntc-1369294-2021-12-07,"उलझता जा रहा सांसदों का निलंबन विवाद, नई रणनीति के साथ उतरेगा विपक्ष",राज्यसभा सासंदों के निलंबन का मामला बढ़ता जा रहा है. ना सरकार झुकने को तैयार है और ना ही विपक्ष के नेता अपने प्रदर्शन को शांत कर रहे हैं. अब इस बीच विपक्ष अपने प्रदर्शन को और तेज कर सकता है. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में सरकार को घेरने के लिए एक रणनीति पर काम किया जा रहा है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/madhya-pradesh/story/childrens-congress-membership-form-asking-caste-bjp-vishwas-sarang-rahul-gandhi-pc-sharma-ntc-1369145-2021-12-07,"MP: बाल सदस्यता के फॉर्म में कांग्रेस ने पूछी 'जाति', BJP ने राहुल को घेरा","मध्यप्रदेश में कांग्रेस और भाजपा इन दिनों बच्चों की जाति को लेकर आमने-सामने हैं. दरअसल, युवाओं को कांग्रेस की विचारधारा के साथ जोड़ने के लिए जिस बाल कांग्रेस का गठन किया गया है उसकी सदस्यता फॉर्म में बच्चों की जाति पूछी जा रही है जिसपर अब सियासत शुरू हो गई है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/bjp-leader-sambit-patra-tweet-on-moradabad-samajwadi-party-mp-st-hasan-appeal-to-muslim-before-up-election-ntc-1369020-2021-12-06,"'...तो बवाल काट देते', सपा सांसद के बोल पर BJP का तीखा पलटवार","उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन के बयान पर बीजेपी ने तीखा पलटवार किया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सपा सांसद ने लोगों से कहा है कि बहुत जल्दी कॉमन सिविल कोड आने वाला है और इस कानून से मुसलमानों के पर्सनल लॉ खत्म हो जाएंगे, इसलिए बंट मत जाना. हमारा मकसद बीजेपी को हराना है. सांसद हसन के इस बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने तीखा हमला बोला है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/rajasthan/story/rajasthan-election-2023-amit-shah-in-jaipur-tells-bjp-cm-face-ashok-gehlot-ntc-1368877-2021-12-06,राजस्‍थान में बीजेपी का CM फेस कौन? शाह ने खत्म किया सस्पेंस,"जयपुर में जनप्रतिनिधि संकल्प महासम्मेलन को संबोधित किया। आप सभी का उत्साह, उमंग और जोश देखकर मैं विश्वास से कह सकता हूँ कि भ्रष्ट गहलोत सरकार की उलटी गिनती शरू हो गई है और 2023 में दो तिहाई बहुमत के साथ राजस्थान में मोदी जी के नेतृत्व में निश्चित रूप से भाजपा की सरकार बनेगी। pic.twitter.com/Klsyh9KqYY",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/video/video-shia-central-waqf-board-former-chairman-waseem-rizvi-adopts-hindu-religion-rdsv-1368959-2021-12-06,Video: शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी हुए 'सनातनी',"शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने सनातन धर्म अपना लिया है. इसके साथ ही उनका नाम भी बदल गया है. वसीम रिजवी का नया नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी होगा. इस्लाम छोड़कर हिन्दू बनने के बाद जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) ने कहा कि धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात नहीं है, जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया तो फिर मेरी मर्जी है कि मैं कौन सा धर्म स्वीकार करूं. सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं, और किसी धर्म में नहीं है. इस्लाम को हम धर्म ही नहीं समझते. हर जुमे की नमाज के बाद हमारा सिर काटने के लिए फतवे दिए जाते हैं तो ऐसी परिस्थिति में हमको कोई मुसलमान कहे, इससे हमको खुद शर्म आती है. देखें ये रिपोर्ट.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/deputy-chief-minister-uttar-pradesh-keshav-prasad-maurya-statement-meeting-pm-modi-delhi-ntc-1368844-2021-12-06,"दिल्ली में PM मोदी से मिले केशव प्रसाद मौर्य, आखिर क्या हुई बात?",उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का गरीब कल्याण का एजेंडा है. गांव के विकास का एजेंडा है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/nagaland-firing-incident-may-cause-tiff-between-amit-shah-and-neiphu-rio-ntc-1368801-2021-12-06,"नगालैंड में फायरिंग के बाद सियासी उबाल, क्या बचेगी CM रियो की कुर्सी?","नगालैंड के मोन जिले में शनिवार को सशस्त्र बलों द्वारा की गई फायरिंग में 14 नागरिकों की मौत के बाद से इस मामले पर राजनीति शुरू होने की संभावना बढ़ गई है. वहीं, यह घटना नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के लिए परेशानी का सबब बन सकती है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/nagaland-firing-amit-shah-home-minister-staement-in-lok-sabha-rajya-sabha-ntc-1368825-2021-12-06,नगालैंड फायरिंग पर संसद में शाह बोले- गलत पहचान की वजह से चली गोली,नगालैंड फायरिंग पर गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बयान दिया है. अमित शाह ने कहा है कि ये गलत पहचान का मामला है. सेना ने संदिग्ध समझकर फायरिंग की थी. इस फायरिंग में 6 लोग मारे गए. लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि सेना के 21 पैरा कमांडों को जानकारी मिली थी कि मोन जिले के तिरु इलाके में संदिग्ध विद्रोहियों की आवाजाही हो सकती है. इसके बाद सेना ने वहां पर जाल बिछाया. शनिवार को शाम जब वहां से एक गाड़ी गुजर रही थी तो सेना ने इस वाहन को रुकने को कहा. लेकिन ये गाड़ी रुकने के बजाय वहां से तेजी से गुजरने लगी. इसके बाद सेना ने गाड़ी में संदिग्धों के होने की आशंका में गोलियां चलाई. इस वाहन में 8 लोग सवार थे. फायरिंग में 6 लोग मारे गए. अमित शाह ने कहा कि बाद में ये गलत पहचान का मामला साबित हुआ.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/elections/up-assembly-elections/video/up-cm-yogi-adityanath-jibes-at-congress-and-sp-during-inauguration-of-developmental-works-1368805-2021-12-06,"विकास कार्यों के शिलान्यास में योगी का कांग्रेस-सपा पर प्रहार, देखें क्या बोले यूपी सीएम",उत्तर प्रदेश में विकास कार्यों के लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम में सीएम योगी ने कांग्रेस और सपा पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस क्या कर रही थी पिछले 55 वर्षों तक. सपा-बसपा बिना मांगे ही यूपीए सरकार को समर्थन देने में जुटी थी. सीएम योगी ने कहा कि क्यों नहीं बन पाए तब गरीबों के मकान? क्यों गरीबों को विद्युत का कनेक्शन दिया गया. गांव में रसोई गैस का कनेक्शन क्यों नहीं मिल पाया. बीजेपी सरकार ने 2020 में 8 महीनें तक मुफत में गरीबों को राशन दिया और अब 2021 में मई से लेकर के होली तक फ्री में सबको दो-दो बार राशन मिलेगा. 15 कोरड़ लोग उत्तर प्रदेश में लाभान्वित होंगे. देखें आगे क्या बोले सीएम योगी आदित्यनाथ.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/nagaland-firing-incident-mehbooba-mufti-protest-here-is-what-she-said-news-in-hindi-1368759-2021-12-06,"नागालैंड गोली कांड: हाथ में पोस्टर लेकर मुफ्ती का प्रदर्शन, देखें क्या कहा","नगालैंड में ओटिंग के मोन इलाके में गोली कांड के बाद अब सियासी बवाल मचा हुआ है. एक जवान समेत 14 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिये 5-5 लाख के मुआवजे का एलान किया है. मुख्यंत्री नेफियू रियो आज प्रभावित इलाके का दौरा करने वाले हैं. शनिवार शाम 4 बजे तक कुछ कोयला खदान में काम करने वाले 6 युवक घर नहीं लौटे तो गांव के लोग उन्हे ढूंढने गए. लोगों ने देखा एक पिक अप वैन में 6 युवकों के शव पड़े हुए थे. इस घटना को लेकर लोगों का गुस्सा भड़क उठा. बड़ी संख्या में गांव वाले वहां जमा हो गए, भीड़ ने सुरक्षा बलों की गाड़ियों में आग लगा दी. इधर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने सरकार पर हमला बोला है. महबूबा मुफ्ती ने AFSPA हटाने की मांग की है. देखें क्या बोलीं महबूबा मुफ्ती.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/sidhu-joins-protesting-teachers-outside-kejriwal-residence-over-permanent-job-allotment-1368753-2021-12-06,केजरीवाल के दरवाजे पर सिद्धू का संग्राम! कहा-'AAP की सम्मोहिनी माया नहीं चलेगी',"पंजाब की चुनावी जंग अब दिल्ली तक पहुंच गई है. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरना दिया. केजरीवाल के घर के बाहर संविदा शिक्षक प्रदर्शन कर रहे थे, इसी दौरान सिद्धू भी वहां पहुंच गए. इस दौरान सिद्धू ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि पंजाब में जाकर केजरीवाल बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं और दिल्ली में उसे लागू नहीं कर रहे हैं. केजरीवाल के चुनावी वादों को सिद्धू ने मायाजाल बताया और कहा कि वो केजरीवाल को पंजाब में कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने केजरीवाल से पूछा आखिर 8 लाख नौकरियों के वादों का क्या हुआ? बता दें कि इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पंजाब के मोहाली में वहां के संविदा शिक्षकों का मुद्दा उठाये थे और पंजाब के संविदा शिक्षकों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. ज्यादा जानकारी के लिए देखिए ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rakesh-tikait-and-modi-government-on-bank-privatisation-bku-farmer-leader-call-nationwide-movement-ntc-1368615-2021-12-06,"टिकैत ने उठाई बैंकों की बात तो बोले मंत्री- आप किसानों की बात करो, बाकी...",Rakesh Tikait Vs Modi government on Bank Privatisation: केंद्र सरकार तीन कृषि कानून (3 Farm law) वापस लेकर बैकफुट पर पहुंच गई है. लेकिन किसान नेता इस बात पर अब भी लामबंद हैं कि न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (MSP) पर सरकार कानून बनाए.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/jdu-leader-kc-tyagi-son-amrish-tyagi-joined-bjp-in-lucknow-ntc-1368355-2021-12-05,"JDU नेता केसी त्यागी के बेटे BJP में शामिल, ट्रंप के लिए कर चुके हैं काम",जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने लखनऊ में उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई. अमरीश त्यागी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमेरिका के राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव मैनेजमेंट संभाल चुके हैं. बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा त्यागी ने कहा कि उनके परिवार में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और वह कोई भी पार्टी से जुड़ने को स्वतंत्र हैं.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/sidhu-joins-protesting-teachers-outside-kejriwal-residence-against-unemployment-1368348-2021-12-05,"प्रदर्शनकारी शिक्षकों के साथ सिद्धू का केजरीवाल के घर के बाहर धरना, देखें वीडियो","पंजाब की लड़ाई अब दिल्ली तक आ गई है. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने प्रदर्शन पर उतरे गेस्ट टीचरों के साथ केजरीवाल के घर पर हल्लाबोल दिया. गेस्ट टीचर परमानेंट नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. आज सिद्धू भी इस जंग में कूध पड़े. सिद्धू दिल्ली सरकार के गेस्ट शिक्षकों के धरने में शामिल हुए और शिक्षक, सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने केजरीवाल से पूछा आखिर 8 लाख नौकरियों के वादों का क्या हुआ? बता दें कि इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पंजाब के मोहाली में वहां के संविदा शिक्षकों का मुद्दा उठाये थे और पंजाब के संविदा शिक्षकों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. ज्यादा जानकारी के लिए देखिए ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/video/dilli-ke-paar-khulenge-dwaar-cm-arvind-kejriwal-briefs-meaning-of-hindutva-politics-agenda-aajtak-2021-1367536-2021-12-05,"VIDEO: केजरीवाल बोले-न लाइट, न हार्ड...हम असली हिंदुत्ववादी","आजतक के कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' के सत्र 'दिल्ली के पार, खुलेंगे द्वार' में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए. इस दौरान कई राज्यों में आगामी चुनाव को लेकर भी सीएम केजरीवाल ने मंच पर चर्चा की. पंजाब को लेकर केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस ने जितने भी वादे किये उन्हें पूरा नहीं किया. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानूनों को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला. इतना ही नहीं, इस दौरान हिंदुत्व के मुद्दे पर चर्चा पर केजरीवाल ने खुद को असली हिंदुत्ववादी बता दिया. देखिए ये वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/crime/news/story/krishna-mandir-and-eidgah-row-security-beefed-up-in-mathura-ahead-of-babri-mosque-demolition-anniversary-on-6-december-ntc-1368262-2021-12-05,"मथुरा: मस्जिद में जलाभिषेक के ऐलान से गरमाया माहौल, चप्पे-चप्पे पर फोर्स","यूपी के मथुरा में 6 दिसंबर को शाही ईदगाह मस्जिद में जलाभिषेक के ऐलान से माहौल गर्मा गया है. इस जानकारी के बाद शहर में प्रशासन ने धारा-144 लगा दी है. मस्जिद और उसके आसपास उत्तर प्रदेश पुलिस, पीएसी के जवान और आरएएफ के जवान तैनात किए गए हैं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/jp-nadda-bjp-pm-narendra-modi-mission-five-state-session-agenda-aaj-tak-2021-ntc-1368071-2021-12-04,"कुछ भी तय करने से पहले कैसे और किनसे मंत्रणा करते हैं पीएम मोदी, जेपी नड्डा ने बताया",भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को आजतक के कार्यक्रम एजेंडा आजतक के मिशन फाइव स्टेट सेशन में पार्टी की चुनावी रणनीति को लेकर सवालों के बेबाकी से जवाब दिए. जेपी नड्डा ने ये भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ भी तय करने से पहले कैसे और किनसे मंत्रणा करते हैं. जेपी नड्डा ने एजेंडा आजतक के मंच से इस सवाल का भी खुलकर जवाब दिया.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/video/dharam-yudh-congress-salman-khurshid-vs-bjp-mukhtar-abbas-naqvi-debate-ram-mandir-bhoomi-pujan-ayodhya-rahul-gandhi-narendra-modi-hindutva-aaj-tak-agenda-2021-1367851-2021-12-04,राम मंदिर के भूमि पूजन में राहुल गांधी को साथ क्यों नहीं ले गए पीएम मोदी? खुर्शीद का सवाल,आजतक के कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' के सत्र 'धर्म युद्ध' में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हुए. मुख्तार अब्बास नकवी बोले- अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सैकड़ों साल से विवाद चल रहा था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी ने स्वीकार किया. फैसले को लेकर न जश्न मनाया गया और न हार का हाहाकार मचा. सलमान बोले- मैं लोगों को जोड़ना चाहता हूं इसलिए अयोध्या पर सूर्योदय: हमारे समय में राष्ट्रवाद किताब लिखी. राम मंदिर का फैसला आस्था को देखकर नहीं. ब्लकि कानूनी सिद्धांत पर आधारित है. सलमान ने पूछा- केंद्र ने राहुल गांधी को राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए क्यों नहीं आमंत्रित किया गया. देखें वीडियो.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/video/rjd-leader-tejashwi-yadav-in-bihar-mein-kitni-bahar-agenda-aaj-tak-2021-1367780-2021-12-04,'ब‍िहार में कितनी बहार' और क‍ितना अंधकार है? तेजस्वी यादव की नजर से जान‍िए,"'एजेंडा आजतक' के नौवें संस्करण के सत्र 'ब‍िहार में कितनी बहार' में आमंत्र‍ित रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और ब‍िहार में नेता प्रत‍िपक्ष तेजस्वी यादव. इस सत्र की मॉडरेटर रहीं चित्रा त्रिपाठी ने तेजस्वी यादव से ब‍िहार की राजनीत‍ि के मौजूदा हालात पर चर्चा की. क्या रहे सवाल और क्या रहे जवाब और क्या रहा इस सत्र में खास, जानने के ल‍िए देखें ये वीड‍ियो. बता दें क‍ि राजनीत‍ि, बॉलीवुड समेत कुछ और अलग क्षेत्रों की हस्त‍ियां 3 और 4 दिसंबर को आयोजित आजतक के मंच 'एजेंडा आजतक' के महामंच पर आमंत्र‍ित रहीं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/delhi/story/arvind-kejriwal-starts-mukhyamantri-tirth-yatra-yojana-first-train-for-ayodhya-bjp-attack-ntc-1367572-2021-12-04,"ओमिक्रॉन के खौफ के बीच केजरीवाल ने शुरू की 'तीर्थ यात्रा योजना', BJP ने घेरा","एक तरफ़ तो #OmicronVarient का ख़तरा मंडरा रहा है,दूसरी तरफ़ @ArvindKejriwal जी हज़ारों बुजुर्गों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए आज एक ट्रेन अयोध्या जी भेज रहे है। आप भेजे अच्छी बात लेकिन चुनावी हिंदू केजरीवाल जी करोना को देखते हुए क्या इसको 3-4 महीने टाला नहीं जा सकता था ? pic.twitter.com/dSmxmXCAFv",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/cm-bhupesh-baghel-wants-to-see-rahul-gandhi-as-congress-president-again-at-agenda-2021-ntc-1367513-2021-12-03,"'मैं सबसे बड़ा वकील हूं, पहले दिन से हूं...' राहुल गांधी से जुड़े सवाल पर बोले CM बघेल",'मैं राहुल गांधी का पार्टी में सबसे बड़ा वकील हूं. पहले दिन से ही उन्हें अध्यक्ष बनाने की वकालत कर रहा हूं. मैंने राहुल जी को अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देने से भी मना किया था.' शुक्रवार को एजेंडा आजतक (Agenda Aajtak) के सत्र 'सिंहासन छत्तीसी' को संबोध‍ित करते हुए कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कही.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/bhupesh-baghel-rahul-gandhi-priyanka-gandhi-at-agenda-2021-ntc-1367455-2021-12-03,भूपेश बघेल बोले- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बीच कोई झगड़ा नहीं है,"छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को एजेंडा आजतक के मंच से केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी से जुड़े मसलों पर भी अपनी बात रखी. एजेंडा आजतक के सिंहासन छत्तीसी नामक सेशन में भूपेश बघेल ने साफ कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, दोनों भाई-बहन के बीच कोई झगड़ा नहीं है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/chhattisgarh-cm-bhupesh-baghel-raised-questions-about-name-of-pm-awas-yojana-at-agenda-2021-ntc-1367449-2021-12-03,बघेल का सवाल- जब आवास योजना का 40% पैसा राज्यों का तो नाम PM का क्यों?,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम को लेकर केंद्र पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब 40 फीसदी पैसा राज्य सरकार देती है तो प्रधानमंत्री के नाम से यह योजना क्यों है? शुक्रवार को नई दिल्ली में 'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुखिया ने यह बात कही.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/chhattisgarh-cm-bhupesh-baghel-formula-agenda-aaj-tak-2021-ntc-1367130-2021-12-03,छत्तीसगढ़ में था ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का फॉर्मूला? भूपेश बघेल ने दिया ये जवाब,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को एजेंडा आज तक कार्यक्रम के सेशन सिंघासन छत्तीसी में शिरकत की. भूपेश बघेल ने एजेंडा आज तक के मंच से अपनी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की साथ ही सियासी मसलों पर भी खुलकर बात की. भूपेश बघेल ने ढाई-ढाई साल के सीएम के फॉर्मूले को लेकर भी खुलकर अपनी बात रखी.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/cm-bhupesh-baghel-targeted-central-government-for-stopping-share-of-chhattisgarh-money-at-agenda-2021-ntc-1367389-2021-12-03,'क्योंकि मैं कांग्रेस का मुख्यमंत्री हूं' भूपेश बघेल का केंद्र पर पैसा रोकने का आरोप,"Agenda Aajtak 2021: 'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम में शामिल हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश (Bhupesh Baghel) बघेल ने केंद्र सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी. सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ का हिस्सा देने में केंद्र अड़ंगेबाजी कर रहा है. केंद्र सरकार ने हमारा सेंट्रल एक्साइज और कोयला पेनाल्टी का हिस्सा रोक रखा है, जो कि 20-22 हजार करोड़ के आसपास है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rahul-gandhi-pc-on-farmers-crisis-farmers-compensation-kisan-death-pm-modi-farmers-death-list-1367382-2021-12-03,"राहुल गांधी का PM मोदी पर हमला, 403 मृत किसानों की लिस्‍ट के साथ आए सामने","Rahul Gandhi PC on Farmers Crisis: कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की, इस दौरान वह 403 मृत किसानों लिस्‍ट (Rahul Gandhi on Farmers compensation) के साथ आए. बोले- हमने मुआवजा भी दिया और नौकरी भी दी है. सरकार के सामने इस लिस्‍ट को सोमवार को संसद के अंदर रखा जाएगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/bjp-mp-rajkumar-chahar-raise-question-to-rakesh-tikait-on-farmers-issue-at-agenda-2021-ntc-1367352-2021-12-03,"'6% किसानों की चिंता, लेकिन बाकी देश की चिंता कौन करेगा?'","Agenda Aajtak 2021: 'एजेंडा आजतक' के कार्यक्रम में शुक्रवार को शामिल हुए किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर (Rajkumar Chahar) के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुए. बीजेपी नेता का कहना है कि देश के सिर्फ 6 फीसदी किसान अपनी 23 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल (MSP) पर बेचते हैं जबकि बाकी बचे 94% किसानों की चिंता कौन करेगा, जो कि फल, फूल, सब्जी इत्यादि की खेती करते हैं. राकेश टिकैत के एमएसपी पर गारंटी कानून की मांग पर उन्होंने यह जवाब दिया.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/rakesh-tikait-compared-2020-indian-agriculture-acts-with-a-disease-like-corona-and-demands-msp-guarantee-at-agenda-2021-ntc-1367266-2021-12-03,"राकेश टिकैत बोले- कृषि कानून कोरोना की तरह थे, किसानों की दूसरी 'बीमारी' का भी इलाज हो","Agenda Aajtak 2021: किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर (Rajkumar Chahar) शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित 'एजेंडा आजतक' के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान टिकैत ने कृषि कानूनों की तुलना कोरोना जैसी बीमारी से की. उन्होंने कहा कि कोविड की भांति कानून का इलाज मिल गया, लेकिन अब किसानों की दूसरी बीमारियों के उपचार की भी जरूरत है. यानी अब किसानों की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी चाहिए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/jagdeep-dhankhar-west-bengal-governor-tmc-cm-mamata-banerjee-at-agenda-2021-ntc-1367314-2021-12-03,जब राज्य में अलग पार्टी की सरकार हो तो राज्यपाल पंचिंग बैग बन जाता है: धनखड़,पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने एजेंडा आजतक कार्यक्रम में राज्य की ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर लिया. 'संविधान की शपथ' सत्र में राज्यपाल धनखड़ ने बताया कि बंगाल में हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/congress-mp-manish-tewari-targeted-the-government-on-demonetisation-at-agenda-2021-ntc-1367191-2021-12-03,"'आज मार्केट में पहले से ज्यादा कैश है', नोटबंदी पर मनीष तिवारी ने सरकार को घेरा","Agenda Aajtak 2021: 'एजेंडा आजतक' के कार्यक्रम में शुक्रवार को शामिल हुए कांग्रेस प्रवक्ता और श्री आनंदपुर साहिब से लोकसभा सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने देश के लिए बिगड़ती अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी को जिम्मेदार ठहराया. तिवारी ने कहा कि 2016 में नोटबंदी, फिर जीएसटी और उसके बाद कोविड से देश की अर्थव्यवस्था गर्त में चली गई. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से पहले की अपेक्षा आज मार्केट में ज्यादा कैश है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/asaduddin-owaisi-tejashwi-yadav-could-be-bihar-cm-alliance-politics-at-agenda-2021-ntc-1367256-2021-12-03,तेजस्वी अगर हमारी बात मान लेते तो आज बिहार के सीएम होते: ओवैसी,"""बिहार में अगर RJD हमारी बात मान लेती तो आज तेजस्वी मुख्यमंत्री होते,"" @asadowaisi (अध्यक्ष, AIMIM)#AgendaAajTak21 | @anjanaomkashyap देखें लाइव: https://t.co/tbfI8ddTvw pic.twitter.com/xWDwQIUIaW",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/aimim-asaduddin-owaisi-up-election-jinnah-bjp-yogi-samajwadi-akhilesh-at-agenda-2021-ntc-1367208-2021-12-03,"यूपी को जिन्ना की जरूरत नहीं, गन्ने की कीमत की जरूरतः असदुद्दीन ओवैसी",ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एजेंडा आजतक 2021 में शिरकत की. इस दौरान ओवैसी ने यूपी विधानसभा चुनाव से लेकर अपने ऊपर लगने वाले कई आरोपों पर जवाब दिए.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/pm-modi-result-oriented-fortunate-to-work-no-comparison-with-upa-jyotiraditya-scindia-at-aajtak-2021-tutk-1367131-2021-12-03,"मोदी सरकार में काम करना ‘सौभाग्य’, यूपीए से तुलना संभव नहीं: सिंधिया",नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में अपने काम करने के अनुभव को 9वें एजेंडा आजतक में साझा किया. उन्होंने कहा कि दोनों के कामकाज की तुलना करना मुश्किल है. दोनों के कामकाज करने के तौर-तरीकों में जमीन-आसमान का अंतर है.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/randeep-surjewala-rakesh-tikait-congress-relations-farmers-protest-at-agenda-2021-ntc-1367119-2021-12-03,राकेश टिकैत से कांग्रेस का क्या रिश्ता है? सुरजेवाला ने किया 'खुलासा',एजेंडा आजतक 2021 में 'किसान बहान मोदी निशाना' सत्र में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने किसान नेता राकेश टिकैत से रिश्तों पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि हां टिकैत से हमारा रिश्ता है और मैं आज इसका खुलासा करूंगा.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/kisan-bahana-modi-nishana-bjp-parshottam-rupala-congress-randeep-surjewala-farm-laws-at-agenda-2021-ntc-1367068-2021-12-03,केंद्रीय मंत्री ने क्यों कहा- किसानों के कंधों पर बंदूक रखने का आरोप साबित हो गया?,"एजेंडा आजतक 2021 (Agenda Aajtak 2021) के सत्र 'किसान बहाना मोदी निशाना' में केंद्रीय डेयरी, पशुपालन एवं मत्स्यपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हुए. आजतक की सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप ने इस सेशन को मॉडरेट किया.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/bjp-protest-at-parliament-over-unruly-opposition-behaviour-opposition-mps-protested-against-suspension-1367079-2021-12-03,"विपक्ष के धरने के बीच BJP का भी प्रदर्शन, देखें पक्ष-विपक्ष का आमना-सामना","राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ संसद में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला आज भी जारी है. आज विपक्षी सांसदों के विरोध में बीजेपी सांसद विरोध पर उतरे हैं. दोनों पक्ष बापू की प्रतिमा के आगे धरने पर बैठ गए. बीजेपी का ये प्रदर्शन संसद में लगातार हो रहे गतिरोध के खिलाफ है. बता दें कि राज्यसभा से 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. ये निलंबन एक या दो दिन के लिए नहीं, बल्कि पूरे सत्र के लिए लगाया गया है. इसका मतलब हुआ कि ये सांसद शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में नहीं रह सकते. इन सांसदों को मॉनसून सत्र के दौरान 11 अगस्त को राज्यसभा में हंगामा करने के आरोप में निलंबित किया गया था. देखें",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/omicron-entry-in-india-two-cases-found-in-karnataka-politics-of-congress-vs-mamata-banerjee-prime-time-1367023-2021-12-03,"भारत में ओमिक्रॉन और दीदी बनाम कांग्रेस, देखें 7 मिनट में पूरा प्राइम टाइम","भारत में भी ओमिक्रॉन के 2 मामलों की पुष्टि हो गई है. ये दोनों मरीज कर्नाटक में हैं. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि ओमिक्रॉन के दोनों मरीजों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग यानी उनके संपर्कों में आए लोगों की पहचान हो गई है और उन लोगों की टेस्टिंग हो रही है. सरकार का दावा है ओमिक्रॉन के खतरे वाले देशों से आ रहे हवाई यात्रियों को लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है लेकिन क्या ये तैयारी पूरी है? वहीं, पिछले चार दिनों से पूरा विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुटता का संदेश दे रहा है- लेकिन दिलचस्प ये कि विपक्ष की दो बड़ी और कद्दावर पार्टियां आपस में खींचतान कर रही हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शरद पवार से मुलाकात की और उनके सामने ही यूपीए के वजूद पर सवाल खड़े कर दिए. इस पर देखें प्राइम टाइम.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/programmes/shankh-naad/video/who-is-opposition-in-front-of-modi-nda-government-upa-or-third-front-politics-news-in-hindi-1366813-2021-12-02,"शंखनाद: एनडीए के खिलाफ चेहरा कौन, यूपीए या तीसरा मोर्चा?","ओमिक्रॉन की दहशत का साया पूरे देश पर छाया हुआ है. मगर इस संकट के इतर भारत की राजनीति अपने शबाब पर है. पश्चिम बंगाल की मुखिया ममता बनर्जी इन दिनों घूम-घूम कर भारत भ्रमण कर रही हैं. और पूरी कोशिश में हैं कि विपक्ष का वो सबसे बड़ा चेहरा बन सकें. ममता बनर्जी खुद को विपक्ष का चेहरा साबित करने के लिए कांग्रेस को खारिज कर रही हैं. ममता ने कांग्रेस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया. भले ही पिछले कुछ वक्त से कांग्रेस में दरार नजर आ रही हो. लेकिन, इस बार कांग्रेस के सारे दिग्गज नेता दीदी के खिलाफ मैदान पर डटे हैं. देखें वीडियो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rahul-gandhi-vs-mamata-banerjee-war-of-words-between-rahul-mamata-full-timeline-tmc-vs-congress-ntc-1366766-2021-12-02,राहुल गांधी और ममता बनर्जी में कब-कब हुई जुबानी जंग?,"I also met with Shri @PawarSpeaks ji, today. We discussed at length about the present state of this nation. We reiterated our interests in prioritising the well-being of our people. pic.twitter.com/J642Hhfx9W",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/video/what-aimim-owaisi-said-on-withdrawal-of-farm-laws-without-discussion-rdsv-1365059-2021-12-02,बिना चर्चा के कानून वापसी पर बोले ओवैसी- ये संसद दिल्ली के बादशाह का महल नहीं,Asaduddin Owaisi on Farm Laws Withdrawal: किसानों पर राजनीति खत्म नहीं हो रही है. असदुद्दीन ओवैसी लगातार बिना चर्चा के कानून वापसी पर सरकार पर अपना निशाना साध रहे हैं. संसद के दोनों सदनों (लोकसभा/राज्यसभा) से कृषि कानून वापसी के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि चुनावों को ध्यान में रखकर कानून वापस किए गए हैं. इस बीच उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जिस तरीके से किसान कानून वापिस लिए गए उसी तरह CAA को भी वापिस लिया जाना चाहिए. इसीपर देखें आजतक संवाददाता से क्या बोले असदुद्दीन ओवैसी.,1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-sanjay-raut-hints-at-pre-poll-alliance-with-congress-in-up-goa-ahead-of-2022-assembly-polls-5279549.html,"यूपी और गोवा में कांग्रेस-शिवसेना साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद संजय राउत का इशारा","कांग्रेस और शिवसेना का गठबंधन अब महाराष्ट्र के बाहर दूसरे राज्यों में भी दिख सकता है। राजधानी दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद शिवसेना सांसद सजंय राउत ने संकेत दिया कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ उत्तर प्रदेश और गोवा में भी गठबंधन कर सकती है। दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं। राउत ने कहा कि दोनों दल इन राज्यों में अगले साल होने जा रहे चुनाव में साथ काम करने पर विचार कर रहे हैं। . सोनिया गांधी के आवास पर प्रियंका गांधी से करीब एक घंटे तक चली मुलाकात बाद बाहर निकले राउत ने यह बयान दिया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम फैसला महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बातचीत के बाद लिया जाएगा। एएनआई से बात करते हुए राउत ने कहा, ''यह सकारात्मक बैठक थी। हम उत्तर प्रदेश और गोवा में साथ काम करने की सोच रहे हैं। देश की राजनीति के साथ उत्तर प्रदेश और गोवा में होने जा रहे विधानसभा चुनाव पर बात हुई। यदि संभव हुआ तो शिव सेना और कांग्रेस उत्तर प्रदेश और गोवा में साथ चुनाव लड़ेगी। हम कांग्रेस के साथ काम करना चाहते हैं और देखते हैं क्या होता है।'' इससे पहले मंगलवार को शिवसेना सांसद ने कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बिना विपक्षी मोर्चा नहीं हो सकता है और विपक्ष के चेहरे पर बाद में चर्चा हो सकती है। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। उत्तर प्रदेश, गोवा सहित 5 राज्यों में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने जा रहे हैं। देश से और पढ़ें CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत हेलिकॉप्टर हादसे में CDS रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें लिस्ट US, रूस और इजरायल ने कहा- बिपिन रावत की मौत से हमने सच्चा दोस्त खोया",1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-cds-general-bipin-rawat-acadmic-career-5278411.html,"पाक पर सर्जिकल स्ट्राइक, डोकलाम में चीन को पीछे धकेला; CDS बिपिन रावत के लिए हर मुश्किल राह थी आसान","देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना के चॉपर विमान हादसे में दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके अलावा इस दुखद हादसे रावत की पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्य अधिकारी नहीं रहे। गोरखा रेजिमेंट के चौथे अधिकारी जो देश के सेनाध्याक्ष बनें। सेना की कमान संभालने के दौरान पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक, डोकलाम में चीनी सेना को पीछे धकेलना और जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगने के बाद माहौल को संभालने समेत कई कारनामों से मशहूर जनरल बिपिन रावत की शख्सियत कितनी बड़ी थी, आइए जानते हैं। जनरल बिपिन रावत 2019 में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पद संभालने वाले भारतीय सशस्त्र बलों के पहले अधिकारी बने। यह पद वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत के सशस्त्र बलों के पुनर्गठन के सरकार के प्रयासों के हिस्से के रूप में बनाया गया था। जनरल बिपिन रावत के कार्यों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकार ने सेना प्रमुख पद से उनकी सेवानिवृत्ति से ठीक पहले सीडीएस के लिए नामित कर दिया। सीडीएस में उनका कार्यकाल 2022 में खत्म होना था, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने दुनिया छोड़ दी। एनडीए से आईएमए तक का सफर जनरल बिपिन रावत महाराष्ट्र के खड़कवासला में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में शामिल होने से पहले शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल के पूर्व छात्र थे। उन्होंने उत्तराखंड के देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षण लिया। जनरल बिपिन रावत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ एक पैदल सेना बटालियन की कमान संभाली, जो पूर्वी क्षेत्र में भारत की स्थिति को चीनियों से अलग करती है। उन्होंने कश्मीर घाटी में एक पैदल सेना डिवीजन और पूर्वोत्तर में एक कोर की भी कमान संभाली। देश से और पढ़ें UP में कांग्रेस और शिवसेना साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका से मिल बोले राउत NDA से हुई एंट्री और फिर सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे जनरल बिपिन रावत CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी का शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार हेलिकॉप्टर हादसे में CDS रावत के संग इन अफसरों की मौत, देखें लिस्ट गोरखा रेजिमेंट से सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत गोरखा रेजीमेंट के अधिकारी थे। जनरल रावत गोरखा रेजीमेंट के चौथे ऐसे अधिकारी थे जो सेनाध्यक्ष बने थे। सीडीएस के रूप में जनरल रावत सेना से संबंधित मामलों पर सरकार के एकल-बिंदु सलाहकार थे। इस भूमिका में जनरल रावत ने सशस्त्र बलों के तीन विंग भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के बीच बेहतर तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया। जनरल रावत को 31 दिसंबर 2016 को सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। एक चार सितारा सैन्य अधिकारी, जनरल रावत को 30 दिसंबर 2019 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया था। बेदाग सैन्य करियर जनरल रावत ने एक ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-सी) दक्षिणी कमान, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड -2, कर्नल सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव की सेवा में चार दशक बिताए। जनरल रावत जूनियर कमांड विंग में सैन्य सचिव की शाखा और वरिष्ठ प्रशिक्षक के पद पर भी रहे। वह संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (यूएनपीएफ) का भी हिस्सा थे और उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली थी। सर्जिकल स्ट्राइक से उड़ाई पाक की नींद अपने बेहद सफल करियर में जनरल बिपिन रावत के नाम कई उपलब्धियां हैं। जनरल रावत ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद को नियंत्रित करने, म्यांमार में 2015 सीमा पार ऑपरेशन की निगरानी और 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डोकलाम में चीन को धकेला 2017 में डोकलाम में भारतीय और चीनी सेनाएं आमने-सामने थी। चीन डोकलाम के एक हिस्से में सड़क बना रहा था लेकिन भारतीय सेना के कड़े विरोध के बाद दोनों सेनाओं के बीच युद्ध जैसी स्थिति आ गई थी। 70 से ज्यादा दिनों तक ये विवाद चला, लेकिन सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की अगुआई में भारतीय सेना ने चीनी सेना का डटकर सामना किया और चीन को पीछे होने पर मजबूर किया। कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की तरफ से फैलाए जा रहे आतंक ने पिछले कुछ दशकों से अपनी जड़ें जमा ली हैं. बिपिन रावत के कमान संभालने के बाद 2017 में भारतीय सेना की तरफ से ऑपरेशन ऑलआउट लॉन्च किया गया। इस ऑपरेशन के जरिए जम्मू कश्मीर में कई आतंकी संगठनों को ठिकाने लगाया गया। अनुच्छेद 370 हटने के बाद संभाला मोर्चा केंद्र सरकार ने 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद को हटा दिया था। इस दौरान मोदी सरकार के सामने घाटी में शांति की कड़ी चुनौती थी। ऐसे में सरकार ने बड़ी संख्या में सेना के जवान कश्मीर में तैनात किए। तब प्रमुख बिपिन रावत ने ही पूरी जिम्मेदारी संभाली और कश्मीर में मोर्चा संभाला था। जनरल रावत की उपलब्धियों पर एक नजर 2015 में भारतीय सेना ने नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (NSCN-K) के उग्रवादियों द्वारा किए गए घात का सफलतापूर्वक जवाब दिया। जनरल रावत ने उस मिशन की निगरानी की थी जिसे III-कोर आयोजित किया गया था। 2016 में जनरल रावत भारतीय सेना के उरी बेस कैंप पर आतंकवादी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक की योजना का हिस्सा थे। भारतीय सेना की एक टीम ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में प्रवेश किया। जनरल रावत ने नई दिल्ली में साउथ ब्लॉक से घटनाक्रम की निगरानी की थी। परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल और सेना मेडल से अलंकृत जनरल बिपिन रावत ने भारतीय सेना में विशिष्ट सेवा की थी।",1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-sonia-gandhi-not-to-celebrate-birthday-due-to-bipin-rawat-death-5278314.html,सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मृत्यु के चलते जन्मदिन नहीं मनाएंगी सोनिया गांधी,"कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्य हो जाने की वजह से बृहस्पतिवार को अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगी। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से यह अपील भी की है कि वे किसी भी तरह के जश्न से पूरी तरह दूर रहें। सोनिया गांधी गुरुवार को वह 75 साल की हो जाएंगी। वेणुगोपल ने ट्वीट किया, ''आदरणीय कांग्रेस अध्यक्ष ने नौ दिसंबर को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से आग्रह किया है कि वे किसी भी तरह जश्न से बचें।'' गौरतलब है कि तमिलनाडु में कुन्नूर के समीप बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई।",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/bjp-leader-subramanian-swamy-met-trinamool-congress-chief-mamata-banerjee-on-wednesday/,भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से बुधवार को की मुलाकात,"Khaskhabar/सुर्खियों के पर्याय माने जाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से बुधवार को मुलाकात कर सियासी गलियारों में न केवल हलचल बढ़ा दी बल्कि दीदी की शख्सियत की तुलना मोराराजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर और पीवी नरसिंह राव जैसे पूर्व प्रधानमंत्रियों से कर देर-सबेर बंगाल की मुख्यमंत्री की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को हवा देने के अभियान का हिस्सा होने का संकेत भी दे दिया। Posted by khaskhabar दिल्ली आयीं ममता से मुलाकात के बाद स्वामी की यह तारीफें स्वाभाविक रूप दीदी की प्रशंसा करते हुए स्वामी ने कहा कि वे ऐसी नेता हैं कि जो कहती हैं वही करती हैं।तृणमूल कांग्रेस के विस्तार अभियान को गति देने दिल्ली आयीं ममता से मुलाकात के बाद स्वामी की यह तारीफें स्वाभाविक रूप से टीएमसी को सुकून देने वाली हैं। दूसरी पारी में भी कोई बड़ी भूमिका नहीं मिलने से नाखुश स्वामी एनडीए सरकार की दूसरी पारी में भी कोई बड़ी भूमिका नहीं मिलने से नाखुश स्वामी कुछ समय से सरकार के फैसलों की भी खुली आलोचना करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विहिप के साथ बेहद मधुर रिश्ते रखने वाले स्वामी की दीदी से मुलाकात से भले कोई सियासी उथल-पुथल नहीं मचेगा मगर ममता की 2024 के लिए शुरू की गई पहल को टीएमसी अपने राजनीतिक हलचल के लिए इस्तेमाल जरूर करेगी। दोनों की ओर से इस मुलाकात से जुड़ी तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा की गईं ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के राजधानी स्थित आवास पर स्वामी और दीदी की मुलाकात व बातचीत हुई। टीएमसी और स्वामी दोनों की ओर से इस मुलाकात से जुड़ी तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा की गईं।स्वामी ने दीदी की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, ‘अब तक जिन राजनीतिज्ञों के साथ उनकी मुलाकातें हुई या उन्होंने जिनके साथ काम किया है उनमें ममता बनर्जी को जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर, पीवी नरसिंह राव की श्रेणी में रखते हैं। राज्यसभा का कार्यकाल अगले साल खत्म हो रहा जिनके लिए अपने कहे शब्दों के मायने थे। उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं था। भारतीय राजनीति में यह गुण दुर्लभ है।’दिलचस्प यह भी है कि अपने आदर्श नेताओं की सूची में उन्होंने भाजपा के किसी दिग्गज नेता का नाम भी नहीं लिया। स्वामी का राज्यसभा का कार्यकाल अगले साल खत्म हो रहा है और अभी पिछले महीने ही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। पूर्व ममता को पोप से मुलाकात के लिए इटली जाने की अनुमति नहीं हालांकि स्वामी का दीदी के प्रति यह स्नेह तात्कालिक नहीं है बल्कि कुछ समय पूर्व ममता को पोप से मुलाकात के लिए इटली जाने की अनुमति नहीं देने के केंद्र सरकार के फैसले की भी उन्होंने आलोचना की थी और फैसला वापस लेने की मांग की थी। यह भी पढ़े —Cryptocurrency को लेकर मोदी सरकार अपनाने वाली है क्‍या सख्‍त रवैया,जानिए यहां इस रिपोर्ट में पूर्व स्वामी ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के अभियान का समर्थन किया पिछले साल भी जब बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच सियासी जंग उफान पर था तब स्वामी ने ममता को सच्चा हिंदू और दुर्गा भक्त भी करार दिया था। 2014 के चुनाव से पूर्व स्वामी ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के अभियान का समर्थन किया और अभी तक वे चाहे सरकार की आलोचना करें मगर पीएम मोदी पर टीका-टिप्पणी नहीं की है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/before-the-up-elections-the-state-government-is-going-to-increase-the-financial-and-administrative-powers-of-the-princes/,यूपी चुनाव से पहले राज्य सरकार प्रधानों के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार बढ़ाने जा रही,"Khaskhabar/उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य के 58,189 ग्राम प्रधानों की मांग को पूरा करते हुए बड़ा उपहार देने जा रही है। राज्य सरकार प्रधानों के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार बढ़ाने जा रही है। इसके तहत वे गांवों के विकास के लिए फंड जारी करा सकेंगे। पिछले दिनों गांव के मुखिया का मानदेय व वित्तीय अधिकार बढ़ाने के साथ ही पंचायत प्रतिनिधि कल्याण कोष बनाने सहित छह मुद्दों पर अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास व ग्राम प्रधानों के बीच सहमति बन गई थी। Posted by khaskhabar ग्राम पंचायतों में ‘स्थानीय सरकार’ का कामकाज शुरू हो रहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच दिसंबर को राजधानी में ग्राम प्रधान सम्मेलन में इस संबंध में ऐलान कर सकते हैं।ग्राम पंचायतों में ‘स्थानीय सरकार’ का कामकाज शुरू हो रहा है। प्रधानों को दो चरणों में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सरकार ग्राम प्रधानों की वर्षों से लंबित समस्याओं व मांगों का निस्तारण करा रही है। पिछली बैठक में आठ बिंदुओं पर चर्चा हुई राष्ट्रीय पंचायतीराज ग्राम प्रधान संगठन व अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह के बीच अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में तीन बार बैठक हो चुकी है। पिछली बैठक में आठ बिंदुओं पर चर्चा हुई। संगठन का दावा है कि छह बिंदुओं पर सहमति बन गई है।संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ललित शर्मा ने बताया कि गांवों में पंचायत प्रतिनिधि कल्याण कोष का गठन करने पर सहमति बनी है। राज्य वित्त के धन में कटौती करके यह कोष बना सकते हैं इसमें ग्राम प्रधान या सदस्य आदि की किसी हादसे में निधन होता है तो कोष से उनके आश्रितों की मदद की जाएगी। प्रधानों ने सुझाव दिया कि सरकार चाहे तो राज्य वित्त के धन में कटौती करके यह कोष बना सकते हैं लेकिन, अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार इसके लिए अलग से बजट का प्रविधान करेगी। प्रधानों के प्रशासनिक अधिकार भी बढ़ेंगे पंचायतों में ग्राम प्रधान को अभी तक दो लाख रुपये की स्वीकृति देने का अधिकार है इसे दो लाख रुपये और बढ़ाने की तैयारी है। इसी तरह से प्रधानों के प्रशासनिक अधिकार भी बढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि जिला योजना में प्रधानों को सदस्य के रूप में प्रतिनिधित्व मिल सकता है। यह भी पढ़े —फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कैसटेक्स हुए कोरोना संक्रमित, देश में हालात चिंताजनक गांवों में विकास कार्य कराने के लिए स्वतंत्र तकनीकी विशेषज्ञ की सेवा लेने की छूट ग्राम प्रधानों को अब तक 3500 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिल रहा है इसे बढ़ाने की तैयारी है।प्रधानों का कहना है कि रोजगार सेवक को 10 हजार रुपये प्रतिमाह मिलते हैं उसे देखते हुए बढ़ोतरी की जाए। गांवों में विकास कार्य कराने के लिए स्वतंत्र तकनीकी विशेषज्ञ की सेवा लेने की छूट मिल सकती है। अभी तक ब्लाक स्तर का तकनीकी अधिकारी ही सभी गांवों का कामकाज देखता है।मनरेगा के तहत मैटेरियल आपूर्ति ग्राम पंचायत को देने व प्रधानों को मनरेगा के भुगतान का अधिकार देने पर भी सहमति बनी है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/sidhu-was-warmly-welcomed-when-he-reached-kartarpur-in-pakistan-bjp-said-it-is-a-matter-of-concern-for-indians/,"पाकिस्तान के करतारपुर पहुंचे सिद्धू का गर्मजोशी से हुआ स्वागत,BJP ने कहा- ये हिंदुस्तानियों के लिए चिंता का विषय","Khaskhabar/पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने के लिए गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक स्थित करतारपुर कारिडोर के एकीकृत चेक पोस्ट पर पहुंचे। करतारपुर पहुंचे सिद्धू का गर्मजोशी से स्वागत हुआ। उनपर पुष्प वर्षा हुई। हालांकि, इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसा कहा, जिससे माहौल गर्म हो गया है। Posted by khaskhabar श्रीकरतारपुर साहिब गुरुद्वारा पहुंचकर दर्शन किए दरअसल, सिद्धू ने उनके स्वागत में आए लोगों से बातचीत के दौरान पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को अपना बड़ा भाई बता दिया।नवजोत सिंह सिद्धू ने श्रीकरतारपुर साहिब गुरुद्वारा पहुंचकर दर्शन किए। वहीं, उनका एक वीडियो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना ‘बड़ा भाई’ कहा इसमें वे इमरान खान के बारे में हो रही बात के बाद यह कहते हुए दिख रहे हैं, ‘मेरा बड़ा भाई है और उसने मुझे बहुत प्यार दिया है।’ इसपर भाजपा हमलावर है और सिद्धू को अब के व पिछले पाकिस्तान के दौरे को लेकर घेर रही है।मालवीय कहते हैं, ‘राहुल गांधी के चहेते नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना ‘बड़ा भाई’ कहते हैं। यह भी पढ़े —कृषि कानून वापसी के फैसले के बाद खेती बाड़ी पुरानी पटरी पर चलेगी,आढ़तियों का हस्तक्षेप रहेगा जारी गांधी भाई-बहनों ने अनुभवी अमरिंदर सिंह को छोड़ सिद्धू को चुना पिछली बार उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल बाजवा को गले लगाया था, उनकी जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि क्या यह कोई आश्चर्य की बात है कि गांधी भाई-बहनों ने अनुभवी अमरिंदर सिंह को छोड़ सिद्धू को चुना, जो पाकिस्तान से प्यार करता है?वहीं, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कान्फ्रेंस कर नवजोत सिंह सिद्धू के मसले पर कांग्रेस को घेरा है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/union-minister-of-state-dr-bhagwat-karad-set-an-example-of-humanity-saved-the-life-of-a-passenger-pm-praised/,"केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. Bhagwat Karad ने पेश की मानवता की मिसाल,बचाई यात्री की जान,पीएम ने की तारीफ","Khaskhabar/कहते हैं धरती पर डाक्टर के रूप में भगवान बसते हैं… इसे वाकई में सच साबित कर दिखाया केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डाक्टर भागवत कराड ने। दरअसल सोमवार को डाक्टर भागवत कराड दिल्ली से मुंबई जाने वाली इंडिगो की उड़ान में थे और उनके पीछे की सीट पर सफर करने वाले एक यात्री की तबियत अचानक खराब हो गई। Posted by khaskhabar मोदी ने भी केंद्रीय मंत्री डाक्टर कराड के इस काम की सराहना की क्रू मेंबर्स ने मदद की अपील की जिसे सुनते ही केंद्रीय मंत्री डाक्टर कराड ने एक पल का समय गंवाए बिना उक्त यात्री को प्राथमिक उपचार दिया और जान बचा ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी केंद्रीय मंत्री डाक्टर कराड के इस काम की सराहना की है। इंडिगो एयरलाइंस ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री कराड की तारीफ की और ट्वीट कर आभार व्यक्त किया है। एयरलाइंस ने ट्वीट में लिखा, ‘हम आपका हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। एक साथी यात्री की मदद करने के लिए आपका स्वैच्छिक समर्थन काफी प्रेरणादायक अपने कर्तव्य के प्रति आप हमेशा जागरूक रहे, इसके लिए केंद्रीय मंत्री की हम पूरी ईमानदारी के साथ प्रशंसा करते हैं। डाक्टर भागवत कराड एक साथी यात्री की मदद करने के लिए आपका स्वैच्छिक समर्थन काफी प्रेरणादायक है।’इसके लिए केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है और कहा कि आपकी ही दिखाई राह ‘सेवा और समर्पण’ के जरिए देश और जनता की सेवा का अनुसरण कर रहा हूं। अपने अनुभव को डाक्टर कराड ने अपने फेसबुक पोस्ट पर साझा किया यह भी पढ़े —भारत में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार देखते हुए अमेरिका ने यात्रा को अब बताया सुरक्षित यात्री की मदद के लिए डाक्टर कराड को केंद्रीय मंत्री होने का प्रोटोकाल भी तोड़ना पड़ा लेकिन उनकी इस प्रतिक्रिया ने वहां मौजूद सभी लोगों के दिल को छू लिया। सभी के मन में उनके प्रति आदर की भावना ने जन्म ले लिया। इस पूरी घटना और अपने अनुभव को डाक्टर कराड ने अपने फेसबुक पोस्ट पर साझा किया। बता दें कि डाक्टर भागवत कराड महाराष्ट्र से सांसद हैं और जुलाई 2021 में वित्त राज्य मंत्री के रूप में मोदी सरकार में शामिल हुए थे। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/the-heat-of-violence-that-happened-last-month-has-now-reached-maharashtra-three-cities-of-the-state-in-the-heat/,"पिछले महीने हुई त्रिपुरा हिंसा की आंच अब पहुंच गई महाराष्‍ट्र,आंच में राज्‍य के तीन शहर","Khaskhabar/पिछले महीने त्रिपुरा में हुई हिंसा की आंच अब महाराष्‍ट्र तक पहुंच गई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को इस हिंसा की आंच में राज्‍य के तीन शहर अमरावती, नांदेड़ और नासिक झुलस गए। नांदेड़ में बंद और विरोध प्रदर्शन के आह्वान ने शुक्रवार को हिंसक मोड़ ले लिया। Posted by khaskhabar उपद्रवी तत्‍वों की ओर से जबरदस्ती दुकानें बंद कराने की कोशिशें हुईं जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम पर पथराव किया गया। इस घटना की वजह से शिवाजीनगर इलाके में कुछ देर के लिए तनाव का माहौल बन गया। जैयाब चौराहे पर शरारती तत्‍वों द्वारा दुकानों पर पथराव प्रदर्शन के दौरान कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने दुकानों पर पथराव किया जिससे माहौल तनावग्रस्‍त हो गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जैयाब चौराहे पर शरारती तत्‍वों द्वारा दुकानों पर पथराव किया गया। घटना के बाद दुकानदारों की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।महाराष्ट्र के अमरावती में भी शुक्रवार को पत्‍थरबाजी हुई जिसके बाद इलाके के कई हिस्‍सों में तनाव फैल गया। त्रिपुरा में हालिया हिंसा के विरोध में उपद्रवी तत्‍वों की भीड़ समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ कुछ संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था।पुलिस ने बताया कि त्रिपुरा में हालिया हिंसा के विरोध में उपद्रवी तत्‍वों की भीड़ ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के नासिक, अमरावती और नांदेड़ जिलों में पथराव किया। नांदेड़ में हुई इस हिंसा में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। भाग लेने वाले युवाओं ने पुलिस पर किया पथराव नांदेड़ के एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि रजा अकादमी की तरफ से नांदेड़ में एक धरना आयोजित किया गया था जिसमें भाग लेने वाले युवाओं ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने उचित बल का प्रयोग करते हुए उन्हें भगा दिया। शहर में तीन से चार जगहों पर हिंसा हुई है। मामला दर्ज किया जा रहा है। फिलहाल नांदेड़ में शांति है। यह भी पढ़े —WHO द्वारा कोवैक्सीन को स्वीकृति देने से कई भारतीयों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा हो जाएगी आसान मालेगांव में शुक्रवार को दोपहर में विरोध मार्च के दौरान पत्‍थरबाजी की घटना शुक्रवार की शाम को तीन से चार दुकानों पर कुछ लोगों ने पथराव किया। उपद्रवियों की ओर से की गई पत्‍थरबाजी को लेकर पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है। लोगों से गुजारिश है कि किसी भी तरह की कोई गलत सूचना ना फैलाएं। ऐसा करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक नासिक जिले के संवेदनशील शहर मालेगांव में शुक्रवार को दोपहर में विरोध मार्च के दौरान पत्‍थरबाजी की घटना हुई। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक नासिक के एसपी सचिन पाटिल ने बताया कि मालेगांव में अब शांति है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को 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जाएंगे। सरकार अभिभावकों के खातों में लगभग 1800 करोड़ रुपये की रकम भेजेगी। बच्चों के अभिभावकों के बैंक एकाउंट की फीडिंग का काम लगभग पूरा हो चुका इस धन से बच्चों को दो जोड़ी यूनिफार्म के लिए 600 रुपये, एक स्वेटर 200 रुपये, एक जोड़ी जूता व दो जोड़ी मोजे के लिए 125 रुपये और एक स्कूल बैग के लिए 175 रुपये दिए जाएंगे। बच्चों के अभिभावकों के बैंक एकाउंट की फीडिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है। शनिवार को उद्घाटन के बाद खातों में धनराशि ट्रांसफर शुरू हो जाएगा। अभिभावकों का आधार कार्ड के साथ डाटा इसमें शामिल किया गया बेसिक शिक्षा विभाग ने निशुल्क यूनिफार्म, जूते-मोजे, स्वेटर व स्कूल बैग की धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजने के लिए प्रेरणा डीबीटी ऐप सिंतबर में लांच किया था। सभी अभिभावकों का आधार कार्ड के साथ डाटा इसमें शामिल किया गया है। अब धनराशि सीधे बैंक खातों में भेजे जाने पर भ्रष्टाचार पर अंकुश तो लगेगा ही, अभिभावक अपनी संतुष्टि के अनुसार यह चीजें खरीद सकेंगे। साथ ही कक्षा के अनुसार दक्षता प्राप्त करने के लिए अधिक अवसर मिल सकेगा। यह भी पढ़े —आर्यन खान केस की अब जांच नहीं करेंगे समीर वानखेड़े, दिल्ली एनसीबी की टीम देखेगी मामला भ्रष्टाचार के अलावा इन सामानों की गुणवत्ता को लेकर मिलती थीं शिकायतें बता दें कि अभी तक बच्चों को हर सत्र में यह चीजें विभाग की ओर से मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती थीं। इनके लिए अलग-अलग प्रक्रिया अपनाई जाती थी। इसमें भ्रष्टाचार के अलावा इन सामानों की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिलती थीं। इन चीजों को समय से उपलब्ध कराने की भी चुनौती रहती थी।सभी अभिभावकों से सहमति पत्र लेते समय उन्हें सूचित किया जाए कि यदि उनके बैंक खाते निष्क्रिय हैं तो उन्हें यथाशीघ्र सक्रिय करा लिया जाए और उसकी आधार सीडिंग अनिवार्य होगी। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/narendra-modi-once-again-reached-kedarnath-dham-also-wished-to-become-prime-minister-for-the-next-five-years/,"नरेन्द्र मोदी एक बार फिर पहुंचे केदारनाथ धाम,अगले पांच साल प्रधानमंत्री बनने की भी की कामना","Khaskhabar/प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर केदारनाथ धाम पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर में पहुंच बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। गर्भगृह में प्रधानमंत्री ने लगभग 18 मिनट तक की पूजा। 8 बजकर 42 मिनट पर पूजा शुरू हुई, जो नौ बजे तक चली। इसके बाद पीएम मोदी ने स्वयंभू शिवलिंग की परिक्रमा भी की। पूजा के दौरान पुरोहितों ने पीएम मोदी के अगले पांच साल प्रधानमंत्री बनने की भी कामना की। Posted by khaskhabar शंकराचार्य की मूर्ति के अनावरण समेत करीब 320 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास इसके बाद पीएम मोदी ने आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एकबार फिर बाबा केदार का आशीर्वाद लेने पहुंचे। वे केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की मूर्ति के अनावरण समेत करीब 320 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। पीएम करीब साढ़े तीन घंटे यहां केदारनाथ में रहेंगे। उत्तराखंड दौरे को लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पुलिस अलर्ट मोड पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचने पर राज्यपाल ले.ज.(सेनि) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और अन्य महानुभावों ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को लेकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पुलिस अलर्ट मोड पर रही। एयरपोर्ट के चारों ओर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही। यह भी पढ़े —सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी पांच रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर घटाई मोदी के स्वागत के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मौजूद रहे राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी,केबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के अलावा कई विधायक और मंत्री पीएम मोदी के स्वागत के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधायक सहसपुर सहदेव पुंडीर, विधायक राजपुर खजादास, विधायक हरबंस कपूर, विधायक उमेश शर्मा, विधायक विनोद चमोली, अनिल गोयल भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/anil-deshmukh-questioned-for-12-hours-in-money-laundering-case-ed-took-action/,"मनी लांड्रिंग मामले में अनिल देशमुख से की 12 घंटे पूछताछ,ED ने की कार्रवाई","Khaskhabar/मनी लांड्रिंग के आरोपों में घिरे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। देशमुख सोमवार को अपने वकील के साथ दिन में ही 11.50 बजे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पहुंचे और उनसे आधी रात के बाद तक पूछताछ का क्रम चला। Posted by khaskhabar पुलिस अधिकारियों के माध्यम से 100 करोड़ रुपये हर महीने वसूली की शिकायत देशमुख के वकील इंद्रपाल सिंह ने कहा, ‘हमने मामले से जुड़े मामले की जांच में सहयोग किया। आज कोर्ट में जब उन्हें पेश किया जाएगा तब हम उनके रिमांड का विरोध करेंगे।’बता दें कि सोमवार सुबह करीब नौ बजे प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक सत्यव्रत कुमार को कुछ अन्य अधिकारियों के साथ दफ्तर जाते देखा गया था। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के विरुद्ध पुलिस अधिकारियों के माध्यम से 100 करोड़ रुपये हर महीने वसूली की शिकायत किए जाने के बाद बांबे हाई कोर्ट ने उनके विरुद्ध सीबीआइ जांच के निर्देश दिए थे। देशमुख को पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन भेज चुकी यह आदेश आने के बाद ही सीबीआइ ने अनिल देशमुख के विरुद्ध प्राथमिक जांच शुरू कर दी थी और उन्हें महाराष्ट्र के गृह मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।ईडी अब तक पांच बार देशमुख को पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन भेज चुकी है। पिछले सप्ताह बांबे हाई कोर्ट ने उनको राहत देने से इन्कार कर दिया था। संवैधानिक अधिकार के तहत विशेष अदालत में जाने की स्वतंत्रता दी सोमवार को ईडी के सामने पेश होने से पहले देशमुख ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो और पत्र जारी करके कहा कि हालांकि उच्च न्यायालय ने मुझे संवैधानिक अधिकार के तहत विशेष अदालत में जाने की स्वतंत्रता दी है। लेकिन फिर भी मैं आज ईडी कार्यालय जाऊंगा और जांच में सहयोग करूंगा। पिछले शुक्रवार को ही उच्च न्यायालय उनकी उस याचिका को खारिज कर चुका हालांकि, अदालत ने उन्हें थोड़ी राहत देते हुए कहा था कि यदि देशमुख को अपनी गिरफ्तारी की आशंका है तो इससे बचने के लिए वे आम आदमी की तरह उचित अदालत में जा सकते हैं।बता दें कि पिछले शुक्रवार को ही उच्च न्यायालय उनकी उस याचिका को खारिज कर चुका है, जिसमें उन्होंने ईडी द्वारा भेजे जा रहे समन को रद करने की मांग की थी। यह भी पढ़े —मोदी की रैली में ब्लास्ट मामले में कोर्ट ने सुनाई आतंकियों को सुनाई फांसी की सजा ईडी को उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने से रोकने के आदेश न्यायमूर्ति नितिन जमादार एवं सारंग कोतवाल की खंडपीठ ने साफ कर दिया था कि देशमुख की याचिका सीबीआइ और ईडी को उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने से रोकने के आदेश के योग्य नहीं है।ईडी के सामने हाजिर होने से पहले अनिल देशमुख ने यह सवाल भी उठाया कि परमबीर सिंह की शिकायत पर उनकी जांच हो रही है। वह इसमें सहयोग करने के लिए ईडी के सामने पेश हो रहे हैं। लेकिन शिकायत करनेवाले परमबीर सिंह कहां हैं? सुनने में आ रहा है कि वे तो विदेश भाग चुके हैं। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/in-modis-rally-the-court-sentenced-the-terrorists-to-death-in-the-blast-case/,मोदी की रैली में ब्लास्ट मामले में कोर्ट ने सुनाई आतंकियों को सुनाई फांसी की सजा,"Khaskhabar/सोमवार को पटना के गांधी मैदान में 27 अक्टूबर 2013 को हुए सीरियल ब्लास्ट के मामले में अभियुक्तों को सजा पर सुनवाई करते हुए एनआइए के विशेष न्यायाधीश गुरविंदर सिंह मल्होत्रा की अदालत ने चार आतंकियों इम्तियाज अंसारी, हैदर अली, नुमान अंसारी और मोजीबुल्लाह अंसारी को फांसी की सजा सुनाई। अदालत ने इन पर आर्थिक जुर्माना भी लगाया है। Posted by khaskhabar अंसारी पर 90 हजार रुपये आर्थिक जुर्माना लगाया अदालत ने घटना को रेयर आफ द रेयरेस्ट माना है। फैसले में कहा है कि इन चारों आतंकवादियों को फांसी पर तब तक लटकाये रखा जाए जब तक इनकी मौत न हो जाए। अदालत ने इम्तियाज अंसारी पर 80 हजार रुपये व हैदर अली, नुमान अंसारी और मोजीबुल्लाह अंसारी पर 90 हजार रुपये आर्थिक जुर्माना लगाया है। सोमवार की सुबह 11:40 बजे एनआइए न्यायाधीश कोर्ट में आए। इसके बाद सभी आतंकियों को कोर्ट में पेश किया गया। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने अपनी दलील पेश करते हुए आतंकवादियों की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति का हवाला देते हुए कम से कम सजा देने की मांग की। इसके बाद एनआइए के अधिवक्ता ललन प्रसाद सिन्हा ने अपनी दलीलों में कहा कि घटना रेयर आफ द रेयरेस्ट है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कई निर्णयों का हवाला देकर अधिकतम सजा की मांग की। अदालत ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद तीन बजे सजा सुनाने की बात कही। 3:40 बजे सजा सुनाई जाने लगी।जुर्माना राशि अदा नहीं करने पर एक माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। इनके अलावा आतंकी उमेर सिद्दीकी और अजहरुद्दीन कुरैशी को आजीवन कारावास तथा 60 हजार रुपये आर्थिक जुर्माना लगाया गया है। आलम को सात साल की सजा और 10 हजार रुपये आर्थिक दंड अन्य अभियुक्त अहमद हुसैन को 10 साल की सजा और 10 हजार रुपये आर्थिक जुर्माना, फिरोज असलम को 10 साल की सजा और इश्तेखार आलम को सात साल की सजा और 10 हजार रुपये आर्थिक दंड लगाया गया है। जुर्माना नहीं देने पर एक-एक माह अतिरिक्त जेल में रहना होगा। विभिन्न धाराओं के अलावा कई अन्य आपराधिक धाराओं में दोषी करार दिया विदित हो कि 27 अक्टूबर को एनआइए अदालत ने नौ अभियुक्तों छत्तीसगढ़ के रायपुर के राजा तालाब निवासी उमर सिद्दीकी और अजहरूद्दीन कुरैशी, झारखंड के लोहरदगा निवासी हैदर अली, रांची के ओरमांझी के मो. मोजिबुल्लाह अंसारी, रांची के धूर्वा निवासी इम्तियाज अंसारी उर्फ आलम, यूपी के मिर्जापुर जिले के कतरा कोतवाली के अहमद हुसैन, रांची के फिरोज आलम उर्फ पप्पू, रांची के धूर्वा के नुमान अंसारी व रांची के ही इश्तेखार आलम को आइपीसी और एक्सप्लोसिव एक्ट की विभिन्न धाराओं के अलावा कई अन्य आपराधिक धाराओं में दोषी करार दिया था। बिंदु पर सुनवाई की तिथि एक नवंबर को मुकर्रर की दसवें अभियुक्त यूपी के मिर्जापुर के फकरुद्दीन को साक्ष्य के अभाव में रिहा कर दिया गया था। अदालत ने सजा के बिंदु पर सुनवाई की तिथि एक नवंबर को मुकर्रर की थी।27 अक्टूबर 2013 की वह अशुभ तारीख और दिल दहलाने वाली घटना पटनावासियों के जेहन में आज भी ताजा है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए पटना आए थे। गांधी मैदान में बीजेपी ने हुंकार रैली का आयोजन किया था। वे रैली को संबोधित कर रहे थे। विस्फोटों में छह लोगों की मौत हुई थी और 89 लोग घायल हुए उसी समय पटना जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 10 स्थित सुलभ शौचालय के पास पहला बम ब्लास्ट हुआ था। इसके बाद गांधी मैदान में और आसपास छह स्थानों पर सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे। विस्फोटों में छह लोगों की मौत हुई थी और 89 लोग घायल हुए थे। एनआइए ने इस मामले में 2014 में सभी आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। मामले में 187 लोगों की कोर्ट में गवाही कराई गई। यह भी पढ़े —कंपनियों के उत्पादन बढ़ाने और सुधार की उम्मीद में कच्चे माल की खरीदारी तेज पांचों को आजीवन करावास हुआ जिन नौ आतंकियों को गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट में सजा दी गई है उनमें पांच इम्तियाज अंसारी, हैदर, मोबीबुल्लाह अंसारी, उमेर सिद्दिकी और अजहरूद्दीन कुरैशी बोधगया सीरियल बम ब्लास्ट मामले में पहले ही दोषी करार दिए जा चुके हैं। पांचों को आजीवन करावास हुआ है। सभी सिमी के सदस्य हैं, जो प्रतिबंध के बाद इंडियन मुजाहिदीन में तब्दील हो गया था। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/india-will-raise-issues-like-cross-border-terrorism-terrorist-funding-with-member-countries-in-g20-meeting/,"भारत जी-20 की बैठक में सदस्य देशों के साथ सीमा पार आतंकवाद, आतंकी फंडिंग जैसे मुद्दों को उठाएगा","khaskhabar/भारत जी-20 शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के साथ सीमा पार आतंकवाद, आतंकी फंडिंग और आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों से संबंधित मुद्दों को उठाएगा। विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने गुरुवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अक्टूबर से दो नवंबर तक रोम और ग्लासगो के दौरे पर रहेंगे। Posted by khaskhabar उन्‍होंने कहा कि मौजूदा वक्‍त में आतंकी फंडिंग और आतंकवाद की गतिविधियों का दुनिया पर प्रभाव पड़ रहा है जिसकी ओर भारत वैश्विक नेताओं का ध्‍यान आकर्षित कर सकता है। रोम में आयोजित हो रहे 16वें G-20 सम्‍मेलन में लूंगा भाग दौरे पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- मैं रोम में आयोजित हो रहे 16वें G-20 सम्‍मेलन में भाग लूंगा। मैं G-20 नेताओं के साथ महामारी, सतत विकास और जलवायु परिवर्तन से वैश्विक आर्थिक और स्वास्थ्य सुधार पर होने वाली चर्चा में शामिल होऊंगा। मैं 29 से 31 अक्टूबर के दौरान रोम और वेटिकन सिटी का दौरा करूंगा। वैश्विक स्वास्थ्य ढांचा और आर्थिक सुधार जैसे मुद्दों पर भी होगी चर्चा इसके बाद मैं प्रधानमंत्री बोरिस जानसन के निमंत्रण पर पहली से दो नवंबर तक ग्लासगो की यात्रा पर रहूंगा।विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने बताया कि जी-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक स्वास्थ्य ढांचा और आर्थिक सुधार जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। सम्‍मेलन से कोविड-19 महामारी से मुकाबले समेत दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों को लेकर ठोस नतीजे निकल सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि जी-20 का मंच भारत के लिए दुनिया की महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं के साथ सम्पर्क करने का महत्वपूर्ण मंच है। यह भी पढ़े —SAIL के कर्मचारियों को शानदार तोहफा,10 हजार रुपए तक बढ़कर आएगी इन कर्मचारियों की सैलरी जी-20 में उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं की बना रहेगा आवाज विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने यह भी कहा कि भारत विकासशील देशों के आम नागरिकों और जी-20 में उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं की आवाज बना रहेगा। इस सम्‍मेलन में भारत सदस्य देशों के साथ कोरोना महामारी समेत कई मुद्दों पर भी चर्चा करेगा। उन्‍होंने कहा कि भविष्य में कोरोना जैसी किसी महामारी आने और इससे निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं गठजोड़ को बल देने के लिए जी-20 किसी ढांचा के गठन के मसले पर भी चर्चा कर सकता है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/yogi-government-on-the-way-to-open-medical-colleges-in-all-75-districts-of-uttar-pradesh/,उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की राह पर योगी सरकार,"Khaskhabar/उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का प्रयास प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का है। मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का संकल्प कई बार दोहरा चुके हैं। उनका यह संकल्प तेजी से पूरा होता दिखाई भी दे रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी सोमवार को इस अभियान को गति देंगे। Posted by khaskhabar फतेहपुर और जौनपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिद्धार्थनगर से सिद्धार्थनगर, देवरिया, एटा, हरदोई, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर और जौनपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे। प्रदेश में 59 जिलों में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं या बन रहे हैं या प्रक्रियाधीन हैं। शेष 16 जिलों के लिए पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेजों की प्रक्रिया पर भी काम चल रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को देश में सिरमौर बनाने में जुटे सीएम योगी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में उत्तर प्रदेश देश के अन्य राज्यों के लिए मिसाल बन गया है। मेडिकल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को देश में सिरमौर बनाने में जुटे सीएम योगी आदित्यनाथ के इस क्रांतिकारी प्रयास से एक ही दिन में एमबीबीएस की 900 सीटों की सौगात मिलने जा रही है। 14 जिलों में मेडिकल कालेज शुरू करने पर काम शुरू प्रदेश में 2017 से पहले प्रदेश में गिनती में दर्जन भर मेडिकल कॉलेज थे और सिर्फ साढ़े चार सालों में नए मेडिकल कॉलेजों से यूपी नया रिकॉर्ड बनाने की राह पर है।14 जिलों में मेडिकल कालेज शुरू करने पर काम शुरू पिछड़े जिलों में गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराने के लिए कानपुर देहात, कौशांबी, चंदौली, बुलंदशहर, जालौन, कुशीनगर, गोंडा, पीलीभीत, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, ललितपुर, सोनभद्र सहित 14 जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का काम शुरू हो गया। कोरोना संक्रमण काल में जिस तरह से पीएम मोदी और सीएम योगी ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का काम किया, यह उसी का नतीजा है। जिन जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज की शुरुआत होगी वहां आने वाले दिनों में इसका बड़े पैमाने पर लाभ लोगों को मिलेगा। कॉलेजों में इसी सत्र से नीट के जरिये एमबीबीएस की सौ-सौ सीटों पर प्रवेश भी शुरू प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिद्धार्थनगर जिले में बीएसए ग्राउंड में बने पंडाल से सिद्धार्थनगर समेत नौ मेडिकल कॉलेजों का वर्चुअल उदघाटन करेंगे। सभी मेडिकल कॉलेजों में इसी सत्र से नीट के जरिये एमबीबीएस की सौ-सौ सीटों पर प्रवेश भी शुरू हो जाएगा। एक दिन में शायद ऐसा करने वाला उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य होगा। नरेन्द्र मोदी के हाथों सिद्धार्थनगर समेत नौ नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन होने जा रहा भगवान महात्मा बुद्ध की क्रीड़ास्थली सिद्धार्थनगर से योगी आदित्यनाथ सरकार सोमवार को नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रही है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सिद्धार्थनगर समेत नौ नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन होने जा रहा है।उत्तर प्रदेश आने वाले समय में मेडिकल एजुकेशन के साथ टूरिज्म के मामले में अव्वल बन सकता है। राज्य में लगातार स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। नए मेडिकल खुलने के साथ ही राज्य में डॉक्टर बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए अवसर भी बढ़ेंगे। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 2,928 सीटें 25 अक्टूबर को पीएम नरेन्द्र मोदी प्रदेश के नौ मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे। इनमें एमबीबीएस के 900 सीटों में इजाफा होगा। वर्तमान में प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 2,928 सीटें हैं और इन कॉलेजों की 900 सीटों के शामिल होके बाद राज्य में अब एमबीबीएस की 3,828 सीटें हो जाएंगी। इन सभी कॉलेजों में अगले सत्र से एडमिशन शुरू हो जाएंगे। सिद्धार्थनगर में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की सीएम योगी आदित्यनाथ ने 16 अक्टूबर को नवनिर्मित माधव प्रसाद त्रिपाठी राजकीय स्वायत मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था। इससे पहले 2019 में, उन्होंने सिद्धार्थनगर में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की थी। 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत निर्मित, मेडिकल कॉलेज का नाम माधव प्रसाद त्रिपाठी उर्फ माधव बाबू के नाम पर रखा गया है, जो एक लोकप्रिय सेनानी, राजनेता और उत्तर प्रदेश भाजपा के पहले अध्यक्ष थे। यह भी पढ़े —अमित शाह जम्मू के नगरोटा स्थित आइआइटी नगरोटा में ब्लाक का करेंगे उद्घाटन मेडिकल कॉलेज का नाम बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज और सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज के नाम पर सरकार के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बिजनौर में मेडिकल कॉलेज का नाम महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज, फतेहपुर मेडिकल कॉलेज के नाम अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह मेडिकल कॉलेज, चंदौली मेडिकल कॉलेज का नाम बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज और सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज के नाम पर माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज रखा है। भाजपा ने जनसंघ की स्थापना के समय से जुड़े थे। सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज से बलरामपुर, महराजगंज और यहां तक कि नेपाल के पड़ोसी जिलों जैसे जिलों के लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/amit-shah-will-inaugurate-the-block-at-iit-nagrota-nagrota-jammu/,अमित शाह जम्मू के नगरोटा स्थित आइआइटी नगरोटा में ब्लाक का करेंगे उद्घाटन,"Khaskhabar/केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू के नगरोटा स्थित आइआइटी नगरोटा में ब्लाक का कुछ ही समय उपरांत उद्घाटन करने वाले हैं। इसके उपरांत वह जम्मू के भगवती नगर इलाके में रैली को संबोधित करेंगे। हालांकि इससे पहले प्रशासन की ओर से बारिश को मद्देनजर रखते हुए जम्मू यूनिवर्सिटी के जनरल जोरावर सिंह आडिटोरियम में कार्यक्रम आयोजन की वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी लेकिन शनिवार देर रात को प्रशासन ने रैली स्थल का दौरा किया और अब भगवती नगर में अमित शाह लोगों को संबोधित करेंगे। Posted by khaskhabar नेताओं और कार्यकर्ताओं में अमित शाह की रैली के लिए काफी उत्साह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी भेंट करेंगे। कार्यक्रम के अनुसार वह डिग्यिाना स्थित गुरुद्वारे में भी जाएंगे। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में अमित शाह की रैली के लिए काफी उत्साह है। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद अमित शाह की यह पहली रैली है। यह भी पढ़े —उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीनों के बेहतर उपयोग के लिए बड़ा निर्णय भगवती नगर में आयोजित की जाने वाली रैली के स्थान में बदलाव किया गया जम्मू-कश्मीर भाजपा की ओर से रैली में एक लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पिछले कई दिनों से प्रदेश भाजपा की तैयारियां जारी हैं। शनिवार तड़के से जारी बारिश के कारण भगवती नगर में आयोजित की जाने वाली रैली के स्थान में बदलाव किया गया था लेकिन अब एक बार फिर से अमित शाह की रैली भगवती नगर में ही करवाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।अमित शाह आइआइटी नगरोटा के अलावा हंदवाड़ा व ऊधमपुर में मेडिकल कॉलेज का ई नींव पत्थर भी रखेंगे। शाह के दौरे को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/big-decision-for-better-use-of-lands-freed-from-mafia-and-criminals-in-uttar-pradesh/,उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीनों के बेहतर उपयोग के लिए बड़ा निर्णय,"Khaskhabar/उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया और अपराधियों के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीनों के बेहतर उपयोग के लिए बड़ा निर्णय किया है। इन जमीनों पर अब सरकार गरीबों के छत के सपने को पूरा करने की नींव रखेगी। सीएम योगी ने कब्जा मुक्त कराई गई भूमि पर गरीबों के लिए मकान बनाने का निर्देश दिया है। Posted by khaskhabar आवास विभाग विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को सौंपेगा कब्जा मुक्त जमीनों पर सरकारी आवास बनाकर उनका लाभ सूमह ‘ग’ व ‘घ’ के कर्मचारियों, अधिवक्ताओं और पत्रकारों को भी दिए जाने का विचार है। आवास विभाग विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को सौंपेगा।इनमें लखनऊ, प्रयागराज, आजमगढ़, मऊ, वाराणसी समेत अन्य शहरों में माफिया के कब्जे से कई जमीनों को मुक्त कराया गया है। कई बड़े अवैध निर्माण भी ध्वस्त कराए गए हैं। इनमें कई बड़ी जमीनें भी हैं, जिन पर वर्षाें से माफिया का कब्जा था। 25 चिन्हित माफिया तथा कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध अभियान के तहत कार्रवाई सुनिश्चित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जीरो टालरेंस की नीति के तहत बीते साढ़े चार वर्षों में मुख्तार अंसारी व अतीक अहमद समेत 25 चिन्हित माफिया तथा कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध अभियान के तहत कार्रवाई सुनिश्चित कराई है। पुलिस व प्रशासन ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत अब तक माफिया व अपराधियों की 1500 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं। पत्रकारों के आवास के लिए भी इन जमीनों के उपयोग किया जा सकता यह भी पढ़े —जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में बढ़ी आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए ,आगरा सेंट्रल जेल में 26 कैदी शिफ्ट योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम नाइन की बैठक में माफिया और अपराधियों के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीनों पर गरीबों के लिए मकान बनाने का निर्देश दिया। समूह ‘ग’ व ‘घ’ के सरकारी कर्मचारियों, अधिवक्ताओं और पत्रकारों के आवास के लिए भी इन जमीनों के उपयोग किया जा सकता है। आवास विभाग को इन जमीनों पर मकानों के निर्माण को लेकर विस्तृत योजना बनाकर जल्द उसे शासन को सौंंपने का निर्देश दिया गया है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://khaskhabar.online,https://khaskhabar.online/taliban-promises-land-and-money-to-families-of-attackers-who-attacked-american-and-afghan-soldiers/,तालिबान ने अमेरिकी और अफगान सैनिकों पर हमला करने वाले हमलावरों के परिजनों को जमीन और पैसा देने का किया वादा,"Khaskhabar/तालिबान (Taliban) ने अमेरिकी और अफगान सैनिकों पर हमला करने वाले अपने आत्मघाती हमलावरों के परिजनों को जमीन और पैसा देने का वादा किया है। तालिबान का यह फैसला साफ तौर पर आतं क को बढ़ावा देने के साथ इसे उकसाने वाला है। बता दें कि तालिबान ने यह घोषणा ऐसे वक्त की है, जब वह अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की जी तोड़ कोशिश कर रहा है। Posted by khaskhabar लड़ाकों का जिक्र करते हुए उन्हें शहीदों की तरह याद किया आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खोस्ती ने मंगलवार को ट्वीट किया, हक्कानी ने सोमवार शाम सभा को संबोधित करते हुए आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के दौरान मारे गए लड़ाकों का जिक्र करते हुए उन्हें शहीदों की तरह याद किया। हक्कानी ने इन आत्मघाती हमलावरों को इस्लाम और देश का नायक बताया। आत्मघाती हमलावरों के परिजनों से मुलाकात के दौरान इनाम देने की रखी पेशकश तालिबान के कार्यवाहक आंतरिक मामलों के मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने काबुल के एक होटल में एकत्रित हुए आत्मघाती हमलावरों के परिजनों से मुलाकात के दौरान इनाम देने की यह पेशकश रखी।प्रवक्ता के मुताबिक, सभा के अंत में हक्कानी ने मारे गए हर आत्मघाती हमलावर के परिवार को 10 हजार अफगानी (करीब 112 डालर) और जमीन देने का वादा किया। प्रवक्ता ने खचाखच भरे होटल के आडिटोरियम की तस्वीर भी शेयर की, जिसमें हक्कानी के चेहरे को ब्लर किया गया है। यह भी पढ़े — प्रदूषण को देखते हुए रेलवे स्टेशनों के परिसर में जल्द ही पेट्रोल वाहनों के प्रवेश पर लगने वाली है रोक अंतराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कर रहा कोशिश ऐसे में उसकी अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की कोशिश को झटका लग सकता है।उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने के बाद सितंबर में तालिबान ने अपने अंतरिम सरकार का गठन किया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय समर्थन के बगैर यह अलग-थलग पड़ा है ।तालिबान ने यह घोषणा ऐसे वक्त की है, जब वह खुद अंतराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है। अफगान सैनिकों आत्मघाती बम धमाकों के लिए पुरस्कार का वादा तालिबान नेतृत्व के भीतर परस्पर विरोधी दृष्टिकोणों का संकेत देता है। और ज्यादा खबरे पढ़ने और जानने के लिए ,अब आप हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है – ट्विटर पर फॉलो करने के लिए टाइप करे – @khas_khabar एवं न्यूज़ पढ़ने के लिए #khas_khabar फेसबुक पर फॉलो करने के लाइव आप हमारे पेज @socialkhabarlive को फॉलो कर सकते है| Share Tweet Share",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/katni-sp-letter-created-ruckus-police-expressed-regret/1043568,"राज्यपाल की सिक्योरिटी के लिए SP ने लिखा ऐसा पत्र, मच गया बवाल; मांगनी पड़ी माफी","कटनी: मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के कटनी प्रवास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसपी सुनील जैन की ओर से जारी एक पत्र ने बखेड़ा खड़ा कर दिया, क्योंकि इस पत्र के एक कॉलम में मुस्लिम, सिख को आतंकवादियों के साथ जोड़ा गया था. मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने इस पर खेद जताया है. by Taboola Sponsored Links You May Like 1 Kilo Whole Bean www.redbaycoffee.com Undo Margin Calls and How You Can Avoid Them tradinggappers.com Read More Undo क्या लिखा पत्र में दरअसल कटनी पुलिस अधीक्षक सुनील जैन ने राज्यपाल के प्रवास के दौरान इस पत्र के जरिए सुरक्षा के लिए निर्देश जारी किए थे. पत्र में जारी निर्देशों के बीच कॉलम नंबर छह में लिखा गया कि 'सिख, मुसलमान, जेकेएलएफ, उल्फा, सिमी, एलटीटीई आतंकवादियों पर सख्त नजर रखी जाए.' पत्र में लिखी इबारत सिख व मुसलमान को आतंकवादियों की श्रेणी में रखने वाली प्रतीत हो रही है, इसी को लेकर बवाल मचा हुआ है. मांगनी पड़ी माफी राज्यपाल मंगूभाई पटेल को मंगलवार को अल्प प्रवास पर कटनी आना था. राज्यपाल के आगमन पर सुरक्षा के लिए पुलिस महकमे को कटनी एसपी सुनील जैन के द्वारा सोमवार को पत्र जारी किया गया था. पत्र को लेकर मचे बवाल के बाद ASP मनोज केडिया ने कहा कि, अति महत्वपूर्ण व्यक्ति के प्रवास को लेकर सुरक्षा के मद्देनजर विभागीय स्तर पर गोपनीय पत्र जारी किया गया था, जिसमें टाइपिंग की गलती हो गई. विभाग की मंशा किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं है. इस गलती के लिए दोषी कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. पुलिस प्रशासन इस मामले में खेद व्यक्त करता है और आगे ऐसा नहीं होगा. यह भी पढ़ें; 'औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए दान की थी जमीन', AIUDF MLA का दावा; CM ने दी ये चेतावनी कांग्रेस ने साधा निशाना पुलिस अधीक्षक के इस पत्र को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने प्रदेश सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार में क्या सिखों को आतंकवादी की श्रेणी में रखा गया है एक देशभक्त कौम के प्रति प्रदेश की पुलिस का यह रवैया बेहद दुखदाई है. सरकार कटनी एसपी पर इस मामले में कार्रवाई करे अन्यथा यह समझा जाएगा कि यही भाजपा सरकार की भी सोच है. LIVE TV",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/aiudf-mla-claims-aurangzeb-donated-lands-for-kamakhya-temple/1043541,"'औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए दान की थी जमीन', MLA का दावा; CM ने दी ये चेतावनी","गुवाहाटी: असम की ढ़िंग विधान सभा क्षेत्र से एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम (Aminul Islam) ने दावा किया है कि मां कामाख्या मंदिर के लिए औरंगजेब ने जमीन दान की थी. विधायक के इस बयान को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने नाराजगी जताई है. सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक विधायक पहले से जेल में है अगर इस तरह का बयान फिर से कोई देगा तो वह भी जेल भेज दिया जाएगा. विधायक के विवादित बोल एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम (Aminul Islam) ने कहा कि औरंगजेब ने भारत में कई मंदिरों के लिए जमीन दान की थी, उसने वाराणसी में जंगमवाड़ी मंदिर को भी 178 हेक्टेयर जमीन दान की थी. कामाख्या मंदिर के लिए औरंगजेब का भूमि अनुदान अभी भी ब्रिटिश संग्रहालय में प्रदर्शित है. यह भी पढ़ें: हेलीकॉप्‍टर क्रैश: 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच पाए, इलाज जारी सीएम हिमंता ने दी चेतावनी एआईयूडीएफ विधायक की विवादित टिप्पणी पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी सरकार में इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी तरह के बयान के चलते विधायक शर्मन अली जेल में हैं, अगर अमीनुल भी दोबारा इस तरह के बयान देता है तो उसे भी जेल जाना पड़ेगा. मेरी सरकार में हमारी सभ्यता और संस्कृति के खिलाफ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर वह बाहर रहना चाहता है, तो वह अर्थशास्त्र की बात कर सकता है और हमारी आलोचना भी कर सकता है. कामाख्या, शंकरदेव, बुद्ध, महावीर जैन और यहां तक कि पैगंबर मोहम्मद को भी किसी को घसीटना नहीं चाहिए. LIVE TV",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/tejashwi-yadav-marriage-non-yadav-member-will-have-entry-in-lalu-family-know-who-is-bride-of-tejashwi-yadav/1043267,"लालू परिवार में गैर यादव सदस्य की होगी एंट्री, जानें तेजस्वी किससे कर रहे हैं शादी","नई दिल्ली: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav Marriage) जल्द ही शादी करने वाले है और इससे पहले गुरुवार (9 दिसंबर) को दिल्ली में सगाई होने वाली है. तेजस्वी की सगाई की तैयारियां तेजी से चल रही है और मीसा भारती के पंडारा रोड स्थित आवास पर पूरा परिवार पहुंचने लगा है. कौन हैं तेजस्वी यादव की दुल्हनियां? सगाई की खबरों के बीच चर्चा तेज हो गई है कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की दुल्हनियां कौन हैं. अब तक इस बारे में जो खबर आ रही है, उसके मुताबिक लालू परिवार (Lalu Family) में गैर यादव सदस्य की एंट्री हो रही है. यानी तेजस्वी यादव जिससे शादी करने जा रहे है वह दूसरी जाति से हैं. बताया जा रहा है वह तेजस्वी यादव की बहुत पुरानी दोस्त हैं. सगाई में शामिल होंगे 50-60 मेहमान तेजस्वी यादव की सगाई (Tejashwi Yadav Engagement) में उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के साथ सभी बहनें और बहनोई शामिल होंगे. आरजेडी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के महरौली में तेजस्वी यादव की सगाई होगी और कार्यक्रम में करीब 50 से 60 मेहमानों को आने की अनुमति है. पूरा कार्यक्रम गोपनीय तरीके से रखा गया है. सगाई के एक हफ्ते बाद होगी शादी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में 9 दिसंबर को सगाई के एक हफ्ते के बाद तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav Marriage) शादी होगी. हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि शादी कहां और कब होगी. तेजस्वी को माना जाता है लालू का वारिस तेजस्वी, लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे हैं और उन्हें लालू का राजनीतिक वारिस माना जाता है. लालू यादव की गैर-मौजूदगी में सारे फैसले तेजस्वी ही लेते हैं. इसके अलावा 2020 का चुनाव पार्टी ने तेजस्वी की अगुवाई में ही लड़ा था. इस समय वे बिहार में नेता विपक्ष भी हैं. राघोपुर विधान सभा सीट से विधायक तेजस्वी यादव 2015 से लेकर 2017 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं. इससे पहले उन्होंने क्रिकेट की पिच पर भी हाथ आजमाया था. आईपीएल में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के लिए मैच खेला था. वो झारखंड क्रिकेट टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं. VIDEO-",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/helicopter-carrying-cds-bipin-rawat-wife-crashes-in-tamil-nadu-political-leaders-wish-for-speedy-recovery/1043254,"शिवराज सिंह चौहान से लेकर राहुल गांधी तक, हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद किसने क्या कहा","नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए एक बड़े हादसे में भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (IAF Helicopter Crashes) हो गया. हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) समेत सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारी सवार थे. भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने ट्वीट कर इस हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की जानकारी दी. वहीं हादसे की खबर के बाद देशभर के राजनेताओं ने उनके सकुशल होने की कामना की है. शुभकामना संदेशों का सिलसिला जारी इस हेलीकॉप्टर में क्रू मेंबर्स समेत कुल 14 लोग सवार थे. वहीं हादसे की खबर मिलने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीडीएस के स्वस्थ्य और सकुशल होने की कामना की है. कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी ट्वीट करके CDS रावत, उनकी पत्नी और चॉपर में सवार लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की है. इसबीच पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata ) ने भी ट्वीट कर सीडीएस रावत और उनके परिवार की स्पीडी रिकवरी के लिए शुभकामनाएं दी हैं. गोवा (Goa) के सीएम प्रमोद सावंत (Dr. Pramod Sawant) ने भी इस हादसे को लेकर CDS रावत और अन्य लोगों के स्वास्थ्य लाभ की कामना की है. VIDEO-",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/modi-government-removed-396-lakh-companies-from-government/cid5980366.htm,मोदी सरकार ने पांच साल में सरकारी रिकॉर्ड से 3.96 लाख कंपनियों को हटाया,"कंपनी कानून के तहत उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद पिछले पांच वित्त वर्षों में 3.96 लाख से अधिक कंपनियों को सरकारी रिकॉर्ड से हटा दिया गया। सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। कंपनी अधिनियम, 2013 को लागू करने वाले कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने पिछले वित्त वर्ष में सरकारी रिकॉर्ड से 12,892 कंपनियों को हटाया, जबकि 2019-20 में यह संख्या 2,933 थी। कॉरपोरेट मामलों के राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह द्वारा मंगलवार को एक लिखित उत्तर में राज्यसभा को उपलब्ध कराए गए आंकड़े बताते हैं कि पिछले पांच वित्त वर्षों में कुल 3,96,585 कंपनियों को कंपनी पंजीयक से हटाया गया है। वर्ष 2016-17 में कुल 7,943 कंपनियों को रजिस्टर से हटाया गया, जबकि वर्ष 2017-18 में यह संख्या 2,34,371 और वर्ष 2018-19 में 1,38,446 थी। यह पूछे जाने पर कि क्या अनुपालन में कमी के कारण कई कंपनियों को बंद कर दिया गया, मंत्री ने 'हां' में जवाब दिया। एक अलग लिखित जवाब में सिंह ने कहा कि सीएसआर (कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व) ढांचा प्रकटीकरण-आधारित है और सीएसआर के तहत आने वाली कंपनियों को सालाना आधार पर ऐसी गतिविधियों का ब्योरा एमसीए21 रजिस्ट्री में दाखिल करना होता है। महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को 12 कंपनियों के साथ 5,051 करोड़ रुपये के सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि इन एमओयू से 9,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, देसाई ने कहा कि महाराष्ट्र ने 'मैग्नेटिक महाराष्ट्र 2.0' पहल के तहत कुल 1.88 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है। इससे 3.34 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ है। बयान में कहा गया है कि इन एमओयू से सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष शोध, जैव ईंधन, इलेक्ट्रिक वाहन, एथनॉल उत्पादन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों को प्रोत्साहन मिलेगा।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/hate-speech-against-rohingya-muslims-community-files-case/cid5980359.htm,"रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हेट स्पीच, समुदाय ने फेसबुक पर दर्ज किया मुकदमा; 150 अरब डॉलर हर्जाने की मांग","रोहिंग्या शरणार्थियों ने अपने समुदाय के खिलाफ नफरत वाली सामग्री को फैलाने में बढ़ावा देने का आरोप लगाकर फेसबुक (नया नाम मेटा) से 150 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हर्जाने की मांग की है। अमेरिका और ब्रिटेन में रह रहे रोहिंग्या समुदाय की ओर से सान फ्रांसिस्को की कोर्ट में मामला दर्ज कराया गया है। सोशल मीडिया कंपनी पर आरोप है कि इसने नफरत वाली सामग्री के प्रसार पर रोक लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जिससे म्यांमार में वर्ष 2017 के दौरान हिंसा और नरसंहार को बढ़ावा मिला। इसी तरह ब्रिटेन में रोहिंग्या शरणार्थियों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक ब्रिटिश कानूनी फर्म ने फेसबुक को पत्र लिखाकर गंभीर आरोप लगाए हैं। जीवन का सौदा करने का आरोप अमेरिकी अदालत में दायर मामले में रोहिंग्या समुदाय के वकील ने आरोप लगाया कि कंपनी एक छोटे से देश के बाजार में बेहतर पहुंच के लिए रोहिंग्या लोगों के जीवन का सौदा करने के लिए तैयार है। वकील ने कई पुरानी आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट का भी हवाला दिया है। गौरतलब है कि म्यांमार में फेसबुक के दो करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। कई लोगों के लिए फेसबुक समाचार प्राप्त करने और साझा करने का मुख्य या एकमात्र माध्यम है। चार प्रमुख आरोप 1 फेसबुक के एलॉगरिदम ने रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ नफरत वाले भाषणों के प्रसार को बढ़ावा दिया 2 कंपनी ने म्यांमार की राजनीतिक स्थिति से अवगत तटस्थ लोगों और तथ्य की जांच करने पर निवेश नहीं किया 3 रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाली पोस्ट और अकाउंट को हटाने में कंपनी नाकाम रही 4 मीडिया और कल्याणकारी संगठनों की ओर से मिली चेतावनी के बावजूद कंपनी ने समय पर उचित कार्रवाई नहीं की फेसबुक के खिलाफ नफरत वाले भाषण फैलाने का यह कोई पहला आरोप नहीं है। वर्ष 2018 में संयुक्त राष्ट्र ने फेसबुक पर आरोप लगाया कि उसका रवैया ऑनलाइन नफरत फैलाने पर अंकुश लगाने में धीमा और अप्रभावी रहा। फेसबुक का पक्ष ताजा आरोपों को लेकर मुकदमा दर्ज कराने पर कंपनी की अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। लेकिन वर्ष 2018 में खुद फेसबुक ने माना था कि रोहिंग्या के खिलाफ नफरत फैलाने वाली सामग्री पर रोक लगाने के लिए उसने पर्याप्त कदम नहीं उठाए। नए मुकदमे से क्या फर्क पड़ेगा अमेरिकी कानून के तहत उपयोगकर्ताओं द्वारा पोस्ट की गई सामग्री को लेकर फेसबुक को जवाबदेही से छूट मिली हुई है। लेकिन नये मुकदमे में म्यांमार के कानून को आधार बनाया गया है, जिसके तहत फेसबुक को ऐसी कोई सुरक्षा नहीं मिलती। वकीलों के मुताबिक इस मामले में कानून फेसबुक के खिलाफ प्रबल साबित हो सकता है। अमेरिकी कोर्ट विदेशी कानून के आधार पर सुनवाई कर सकती है। रोहिंग्या का पलायन बौद्ध धर्म बहुल म्यांमार में लोग रोहिंग्या समुदाय को अवैध प्रवासी मानते हैं। वर्ष 2017 में रोहिंग्या समुदाय के कुछ लोगों द्वारा पुलिस चौकियों पर घातक हमला करने के बाद से म्यांमार की सेना ने हिंसक अभियान चलाया। एक अनुमान के अनुसार इस अभियान में करीब 10,000 रोहिंग्या समुदाय के लोग मारे गए थे। तब से लेकर अब तक लाखों रोहिंग्या म्यांमार छोड़ चुके हैं। 7,00,000 से अधिक रोहिंग्या पड़ोसी बांग्लादेश में शरण लिए हुए हैं।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/how-much-did-modi-government-spend-on-advertisements-in/cid5980353.htm,"तीन साल में विज्ञापनों पर मोदी सरकार ने कितना खर्च किया, संसद में बताया","केंद्र सरकार ने मंगलवार को संसद में यह बताया है कि उसने साल 2018 से 2021 के बीच प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को दिए विज्ञापनों पर 1700 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) सांसद बदरुदीन अजमल के सवाल का जवाब देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी जानकारी दी। ठाकुर ने लिखित जवाब में बताया, 'सरकार द्वारा दिए गए विज्ञापनों का प्रमुख मकसद सरकारी नीतियों और योजनाओं के बारे में उसके लक्षित लाभार्थियों को जागरूक करना है।' मंत्रालय की ओर से साझा किए गए डेटा के मुताबिक, सरकार अखबारों को दिए विज्ञापन पर कुल 826.5 करोड़ रुपये खर्च किए। मंत्रालय ने बताया कि 2020-21 के बीच 6 हजार 85 अलग-अलग अखबारों में 118.59 करोड़ रुपये का विज्ञापन दिया गया। वहीं, 2019-2020 के बीच 5365 अखबारों में 200 करोड़ रुपये और 2018-19 के बीच 6119 अखबारों में 507.9 करोड़ रुपये के विज्ञापन दिए गए। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को बीते तीन साल में विज्ञापन के लिए 193.52 करोड़ रुपये दिए गए। इससे पहले भी अनुराग ठाकुर संसद में बता चुके हैं कि सरकार ने टेंडर या नौकरी की भर्तियों वाले गैर-संचार विज्ञापनों पर खर्च कम कर दिया है।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/we-joined-gandhis-india-not-godse-said-former-jammu-and/cid5980310.htm,"‘हम गांधी के भारत में शामिल हुए गोडसे के नहीं’, बोले जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम","जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाने साधते हुए कहा है कि हम गांधी के भारत में शामिल हुए थे ना कि गोडसे के भारत में। फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू में कहा है कि अगर वो नेहरू खानदान में पैदा होते तो ब्राह्मण होते और इंदिरा गांधी मुस्लिम। एक सभा के दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'हमारा गांधी के भारत के साथ विलय हुआ ना कि गोडसे…हम हिंदू, मुस्लिम और सिखों के बीच कभी भेदभाव नहीं करते हैं। अगर मेरा जन्म नेहरू परिवार में होता तो आज मैं एक ब्राह्मण होता और इंदिरा गांधी एक मुस्लिम होती और वो मेरे पिता के घर जन्म लेतीं तो।' फारूक अब्दुल्ला ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा, 'हमने भारत के खिलाफ कभी कोई नारा नहीं लगाया। हमें पाकिस्तानी कहा गया। यहां तक कि मुझे खालिस्तानी कहा गया।..हम महात्मा गांधी के मार्ग पर चलते हैं और गांधी के भारत को वापस लाना चाहते हैं।' इससे पहले, मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक दिवसीय सम्मेलन में फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि भाजपा लोगों से झूठ बोलती है। चुनावों में नफरत और धर्म-जाति के नाम पर वोट मांगती है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में 750 किसानों ने शहादत दी है। खुद जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसानों का समर्थन करते हुए भाजपा को आगामी चुनाव में हार के संकेत दिए थे। पांच राज्यों में हार को देखते हुए मोदी सरकार ने कृषि कानून रद्द कर दिए। फारुक अब्दुल्ला ने इससे पहले कहा था, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमसे 'दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी' हटाने का वादा किया था। न तो दिल जुड़े न ही जम्मू कश्मीर और दिल्ली के बीच की दूरी मिटी। अगर कुछ बदला है तो उन्हें लोगों को यह बताना चाहिए।' उनका इशारा संभवत: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिए बगैर उनके उस बयान की ओर था जिसमें उन्होंने कहा था कि अनुच्छेद 370 के रद्द होने के बाद जम्मू कश्मीर में स्थिति में सुधार हुआ है। फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि झूठे दावे किए जा रहे हैं जबकि जमीनी स्तर पर स्थिति गंभीर है।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/efforts-are-on-to-bring-mamta-banerjee-into-upa-said-ncp/cid5980293.htm,"ममता बनर्जी को UPA में लाने की कोशिश जारी, बोले NCP नेता नवाब मलिक; कोई थर्ड फ्रंट नहीं होगा","राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकंपा)के नेता नवाब मलिक ने देश में तीसरा मोर्चा बनाए जाने की संभावनाओं से इनकार किया है। नवाब मलिक ने कहा कि राकंपा प्रमुख शरद पवार सभी गैर-बीजेपी पार्टियों को एक साथ लाने के लिए काम करेंगे। जिसके तहत ममता बनर्जी को भी यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस यानी यूपीए के अंदर लाने की कोशिशें शामिल हैं। दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद नवाब मलिक पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी से शरद पवार की मुलाकात के कुछ ही दिनों बाद पार्टी की यह अहम बैठक हुई है। बैठक के बाद ही नवाब मलिक ने थर्ड फ्रंट और यूपीए को लेकर यह बात कही है। इससे पहले ममता बनर्जी ने यूपीए के अस्तित्व पर सवाल उठाया था और कहा था कि कोई यूपीए नहीं है। ममता बनर्जी ने केंद्र की सत्ता से बीजेपी को बेदखल करने के लिए मजबूत विकल्प बनाने की बात भी कही थी। ममता बनर्जी ने कहा था, 'कोई भी इस काम को अकेला नहीं कर सकता है। हमें मजबूत विकल्प की जरुरत है और अगर कोई लड़ने के लिए तैयार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं।' ममता बनर्जी के इस बयान के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष की आलोचना भी की थी और आरोप लगाया था कि वो निजी हित की वजह से ऐसा बोल रही है। महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी के साथ गठबंधन का हिस्सा है और एनसीपी ने खुद को ममता बनर्जी के इन बयानों से अलग कर लिया था। नवाब मलिक ने कहा, 'शरद पवार में इतनी ताकत है कि वो महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस को एक-साथ लाकर सरकार बना सकते हैं, तब वो गैर-बीजेपी पार्टियों को भी पूरे देश में एक प्लेटफॉर्म पर लाकर खड़ा कर सकते हैं। एक मजबूत विपक्ष बीजेपी को हरा सकती है। जब नवाब मलिक से पूछा गया कि क्या भविष्य में ममता बनर्जी, यूपीए का हिस्सा होंगी? इसपर जवाब देते हुए एनसीपी नेता ने कहा कि यूपीए में लाने के लिए ममता बनर्जी से बातचीत होगी। उन्होंने कहा, 'अगर महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस एक साथ आ सकते हैं, एनसीपी इसका हिस्सा बन सकती है तो फिर ममता बनर्जी से बातचीत भी की जा सकती है। नवाब मलिक ने कहा कि थर्ड फ्रंट नहीं होगा, सिर्फ सत्तारुढ़ पार्टी और विपक्ष ही होगा। एनसीपी उन सभी को साथ लाने की कोशिश करेगा जो बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं। बता दें कि कभी तृणमूल कांग्रेस भी यूपीए का हिस्सा रह चुकी है। इस बार पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद ममता बनर्जी ने मजबूत विपक्ष खड़ा करने की बात कही है।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/airforce-chief-said-that-we-are-also-in-danger-of-blackout/cid5980264.htm,एयरफोर्स चीफ बोले- दुश्मन से है हमें ब्लैकआउट का भी खतरा,"चीन और पाकिस्तान मौजूदा समय में ही भारत के लिए चुनौती नहीं हैं, बल्कि आने वाले कई सालों तक ये दोनों देश अपनी रणनीति यही रखने वाले हैं। दोनों देश मिलकर अपनी सैन्य क्षमताओं में लगातार इजाफा करते जा रहे हैं और आने वाले दिनों में भारत को इन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपनी तैयारी भी पूरी रखनी होगी। एयरचीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने चीन और पाकिस्तान की हरकतों के मद्देनजर बताया कि कैसे भारत को हर वक्त किसी अप्रत्याशित हमले के लिए तैयार रहना चाहिए और अपनी रणनीति पर भविष्य को ध्यान में रखते हुए बदलना चाहिए। एयरचीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने बताया कि भारत को भविष्य में, सभी मोर्चों पर हमला झेलना पड़ सकता है। ये हमला आर्थिक पाबंदियों से लेकर राजनयिक अलगाव और सैन्य गतिरोध से लेकर इनफर्मेशन ब्लैकआउट तक किसी भी रूप में हो सकते हैं। एयरचीफ मार्शल ने कहा कि भारत को अब पूरी तरह से तैयार होने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, 'चीन भारत के रणनीतिक लक्ष्यों के लिए एक अहम और दीर्घकालिक चुनौती बना हुआ है। चीनी और पाकिस्तानी वायुसेना दोनों ने उपकरण और बुनियादी ढांचे में अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाया है। ऐसे में भारतीय वायुसेना को भी तेजी से आधुनिकीकरण करने, अपने बेड़े में विस्तार करने और स्वदेशी विनिर्माण क्षमताओं में सुधार करने की जरूरत है।' उन्होंने आगे कहा, 'पाकिस्तान शायद ही अपनी कश्मीर केंद्रित नीति को कभी बदले। वह आतंकवाद को पनाह देना जारी रखेगा। पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने युद्ध-लड़ाई के लिए नई नीति अपनाई है और खुद को नई-नई तकनीक, विमान से लैस किया है। साथ ही, अपनी रक्षा क्षमताओं को भी पहले से बेहतर बनाया है।' एयरचीफ मार्शल ने यह भी कहा कि भारत को अपनी रणनीतिक प्राथमिकताओं के साथ ही अपने ऐक्शन पर फिर से विचार करना चाहिए, ताकि हम पीछे न रहें। उन्होंने कहा कि हमराी सीमाएं अस्थिर पड़ोसियों से प्रभावित हैं, जो भविष्य में फ्लैशपॉइंट (चरम) बन सकती है।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/nirmala-sitharaman-indias-most-powerful-woman-forbes/cid5980238.htm,"निर्मला सीतारमण भारत की सबसे ताकतवर महिला, फोब्स ने जारी की सौ शक्तिशाली महिलाओं की सूची","दुनिया की सबसे लोकप्रिय मैगजीन फोर्ब्स ने दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची जारी की है। इस सूची में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम भी शामिल हैं। देश की वित्तमंत्री इस सूची में 37वें स्थान पर हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि निर्मला सीतारमण को फोर्ब्स में लगातार तीसरी बार दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में स्थान दिया गया है। इतना ही नहीं निर्मला सीतारमण ने इस बार इस लिस्ट में काफी अच्छा प्रदर्शन करते हुए अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन को पीछे छोड़ दिया। आपको बता दें कि फोर्ब्स ने नायका की संस्थापक और सीईओ फाल्गुनी नायर को भी दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक के रूप में नामित किया है। वह सूची में 88वें स्थान पर हैं। फाल्गुनी नायर अब भारत की 7वीं महिला अरबपति हैं और शेयर बाजार में अपनी कंपनी की शानदार शुरुआत के बाद सबसे अमीर स्व-निर्मित अरबपति हैं। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और फाल्गुनी नायर के अलावा, फोर्ब्स ने एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन रोशनी नादर को 52वां स्थान दिया है। रोशनी नादर देश में किसी आईटी कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। फोर्ब्स ने बायोकॉन की संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार को भी अपनी सूची में शामिल किया है। वह 72वें स्थान पर हैं। गौरतलब है कि फोर्ब्स ने दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में मनकेजी स्कॉट को पहला स्थान दिया है। मनकेजी स्कॉट दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी जेफ बेजोस (अमेजन ग्रुप के मालिक) की पूर्व पत्नी हैं। 2019 में दोनों का तलाक हो गया। सूची में दूसरे स्थान पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस हैं।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/sonia-gandhi-surrounded-the-government-on-inflation/cid5980192.htm,"सोनिया गांधी ने महंगाई, निलंबन, नगालैंड की घटना पर सरकार को घेरा, सीमा की स्थिति पर की चर्चा की मांग","कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी, राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन, टीकाकरण और नगालैंड की घटना को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सीमा पर वर्तमान स्थिति एवं पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों पर संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में पूर्ण चर्चा की जानी चाहिए। संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में हुई कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन संविधान और संसदीय नियमों का उल्लंघन है तथा सरकार का यह कदम अप्रत्याशित एवं अस्वीकार्य है। सीपीपी की बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कई अन्य सांसद शामिल हुए। कांग्रेस अध्यक्ष ने नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 लोगों के मारे जाने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस घटना पर सरकार का केवल अफसोस जता देना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि आगे ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए उसे ठोस कदम उठाने चाहिए।उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने आखिरकार तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है। इस सरकार की, कामकाज की सामान्य शैली के अनुसार, इन कानूनों को भी अलोकतांत्रिक ढंग से निरस्त किया गया जैसे पिछले साल इन्हें बिना चर्चा के पारित करा दिया गया था।’’ उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन और कांग्रेस की ओर से पुरजोर ढंग से आवाज उठाने के बाद एक ‘अहंकारी सरकार’’ झुकने को विवश हुई। सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘किसानों की इस बड़ी उपलब्धि को हम सलाम करते हैं। हमें याद करना चाहिए कि पिछले एक साल में 700 से अधिक किसान शहीद हो गए और हम उनके बलिदान का सम्मान करते हैं। हम एमएसपी की कानूनी गारंटी और जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग के संदर्भ में किसानों के साथ खड़े हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस जरूरी वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी का मुद्दा उठाती रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘मैं समझ नहीं पा रही हूं कि मोदी सरकार क्यों और कैसे इतनी असंवेदनशील है और समस्या की गंभीरता से इनकार करती आ रही है। ऐसा लगता है कि सरकार पर लोगों की पीड़ा का कोई असर नहीं है।’’ उनके मुताबिक, सरकार ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें घटाने के लिए जो कदम उठाए वह पूरी तरह अपर्याप्त हैं तथा उसने हर बार की तरह इस बार भी राज्यों पर जिम्मेदारी डाल दी जो पहले से ही वित्तीय बोझ का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘मोदी सरकार बैंकों, बीमा कंपनियों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, रेल और हवाई अड्डों जैसी राष्ट्रीय संपत्तियों को बेच रही है। पहले प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के जरिये अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया और वह सरकारी संपत्तियों को बेचने के विध्वंसक रास्ते पर चल रहे हैं।’’ उन्होंने सवाल किया कि अगर यही स्थिति रही तो फिर अनुसूचित जाति, जनजति के लोगों और दूसरे बेरोजगार नौजवानों के रोजगार का क्या होगा ? सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘पिछले कुछ समय से सरकार के प्रवक्ता यह दावा करते रहे हैं कि अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर आ रही है। लेकिन यह किसके लिए हो रहा है? असली सवाल यह है। इसके उन करोड़ों लोगों के लिए कोई मायने नहीं हैं जिन्होंने न सिर्फ कोविड महामारी के चलते बल्कि नोटबंदी और त्रुटिपूर्ण जीएसटी के कारण अपनी आजीविका गंवा दी।’’ उन्होंने कहा कि शेयर बाजार के बढ़ने या कुछ बड़ी कंपनियों के मुनाफा कमाने का यह मतलब नहीं है कि अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है। कांग्रेस की शीर्ष नेता ने आरोप लगाया कि सीमा पर खड़ी चुनौतियों पर संसद में चर्चा के लिए कोई मौका नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की चर्चा से हमें अपने सामूहिक संकल्प को प्रकट करने का अवसर मिलता। सरकार भले ही कठिन सवालों का जवाब नहीं देना चाहती हो, लेकिन स्पष्टीकरण मांगना विपक्ष का कर्तव्य है। मोदी सरकार चर्चा के लिए समय आवंटित करने से इनकार करती है। मैं फिर से आग्रह करती हूं कि सीमा पर हालात और अपने पड़ोसियों के साथ रिश्तों पर संसद में पूर्ण चर्चा की जाए।’’ कोविड-19 रोधी टीकाकरण का उल्लेख करते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि देश की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी को टीकों की दोनों खुराक देने के लिए प्रयास तेज होने चाहिए। सोनिया गांधी ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ का उल्लेख किया और उम्मीद जताई कि सरकार कोविड महामारी की, पहले की दो लहरों के दौरान मिले अनुभवों से सबक लेगी और वायरस के इस नये स्वरूप से प्रभावी ढंग से निपटने की तैयारी करेगी।उन्होंने संसद के शीतकालीन सत्र में किसानों से जुड़े मुद्दों और जनहित के अन्य विषयों पर चर्चा किए जाने पर भी जोर दिया।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/rahul-gandhi-said-the-reason-for-the-inflation-unemployment/cid5980172.htm,"राहुल गांधी बोले- महंगाई, बेरोज़गारी, कृषि संकट की वजह है सरकार की विफलता","कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि देश में महंगाई, बेरोज़गारी, कृषि संकट और ‘चीन के कब्जे’ की वजह केंद्र सरकार की विफलता है। उन्होंने ट्वीट किया, ”महंगाई, बेरोज़गारी, कृषि संकट, चीन के क़ब्ज़े – सबकी जड़ एक ही है- मोदी सरकार का अहंकार, मित्र-प्रेम व विफलता।” राहुल गांधी ने दावा किया, ”अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने के साथ ही, हम कांग्रेस शासित राज्यों में जनता के मुद्दों को सुलझा रहे हैं- जन के मन की बात सुन रहे हैं।”",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/the-world-is-looking-to-india-for-technologyenabled/cid5980150.htm,"पीएम मोदी बोले- प्रौद्योगिकी सक्षम किफायती, भरोसेमंद समाधानों के लिए भारत की ओर देख रही है दुनिया","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि दुनिया 5जी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और रोबोटिक्स सहित सभी उभरते क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी आधारित किफायती और भरोसेमंद समाधानों के लिए भारत की ओर देख रही है। उन्होंने इंडियन मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) के लिये एक संदेश में इस बात पर जोर दिया कि यह देखना महत्वपूर्ण है कि देश के नवाचार और प्रयास लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में कैसे अधिक योगदान करते हैं। मोदी ने कहा, “5जी प्रौद्योगिकी से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और रोबोटिक्स तक, दुनिया प्रौद्योगिकी सक्षम किफायती और भरोसेमंद समाधान प्रदान करने के लिए उम्मीद भरी नजरों से भारत की ओर देख रही है।” उन्होंने कहा कि देश का डिजिटल आकार बहुत बड़ा है और डिजिटल क्षमता असाधारण है। प्रधानमंत्री ने कहा, “चूंकि भविष्य में तेज तकनीकी प्रगति की बड़ी संभावनाएं हैं, इसलिए यह सोचना और योजना बनाना महत्वपूर्ण है कि कैसे हमारे नवाचार और प्रयास लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सुधार लाने में अधिक योगदान करते हैं।” प्रधानमंत्री का यह संदेश बुधवार को शुरू हुए आईएमसी कार्यक्रम में पढ़ा गया।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/kharge-said-that-the-government-does-not-want-to-allow-the/cid5980094.htm,खड़गे बोले- सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती ताकि विपक्ष महंगाई और दूसरे प्रमुख मुद्दे नहीं उठाए,"राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन के 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग दोहराते हुए बुधवार को कहा कि सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती ताकि विपक्ष महंगाई, नगालैंड में गोलीबारी, पेगासस और दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दे नहीं उठा सके। खड़गे ने यह भी बताया कि कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने आज उच्च सदन की कार्यवाही का दिन भर के लिए बहिष्कार किया और निलंबित सांसदों के साथ धरने पर बैठे। उन्होंने संसद भवन के बाहर विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘सदस्यों के निलंबन को रद्द करने के लिए हम सदन में अपनी बात रख रहे हैं और सभापति से आग्रह भी किया है। यह निलंबन नियमों और संविधान के खिलाफ है। फिर भी वो (सरकार) अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं। वो नहीं चाहते हैं कि सदन ऐसे चले।’’ खड़गे के मुताबिक, कांग्रेस और दूसरे सहयोगी दल चाहते है कि निलंबन रद्द हो ताकि वो सदन में महंगाई, पेगासस जासूसी मामला, नगालैंड में गोलीबारी, सीमा पर चीन के अतिक्रमण तथा कई अन्य मुद्दे उठा सकें। उन्होंने कहा, ‘‘आज फिर हमने वही मुद्दा उठाया और कहा कि निलंबन रद्द किया जाए। वो कह रहे हैं कि माफी मांगनी चाहिए। किस चीज की माफी? हमने नियमों और संविधान के खिलाफ कोई काम किया? नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन 12 सदस्यों में कौन सदस्य मेज पर चढ़ा था, फाइल फाड़ी थी? बिना नामित किए हुए सदस्यों को निलंबित किया गया है।’’ खड़गे ने जोर देकर कहा, ‘‘ हम सदन चलाने के लिए तैयार हैं। हम सभी मुद्दों को उठाना चाहते हैं, लेकिन सरकार मौका नहीं दे रही है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अधिनायकवादी ढंग से काम कर रही है। पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/congress-will-stand-firm-on-farmers-issue-sonia/cid5978248.htm,किसानों के मुद्दे पर अडिग होकर खड़ी रहेगी कांग्रेस : सोनिया,"कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार किसानों के मुद्दे पर गंभीर नहीं है लेकिन कांग्रेस किसानों के हर मुद्दे पर उनके साथ खड़ी है और किसानों कि मांग को लेकर सड़क से संसद तक संघर्ष करेगी। श्रीमती गांधी ने बुधवार को यहां संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने अलोकतांत्रिक तरीके से कृषि संबंधी तीनों कानून को वापस लिया है। उनका कहना था कि किसान पिछले 13 महीने से अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार ने उनकी बातों पर ध्यान दिए बिना और उनके पक्ष को सुने बिना कृषि संबंधी तीनों कानों को वापस लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से ज्यादा समय से चल रहे आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसान मारे गए हैं। उनकी पार्टी मृतक किसानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करती है लेकिन सरकार किसानों के लिए असंवेदनशील बनी हुई है और उनकी किसी भी बात को नहीं सुन रही है। अध्यक्ष ने कहा के किसानों के अधिकारों के लिए उनकी पार्टी अडिग होकर खड़ी है और उनके न्यूनतम समर्थन मूल्य-,एमएसपी उन्हें फसलों के उचित दाम देने तथा अन्य मुद्दों पर उनकी लड़ाई लड़ते रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संसद में मानसून सत्र के साथ ही इस बार भी किसानों के मुद्दे को उठाया है और जब से संसद सत्र शुरू हुआ पार्टी लगातार किसानों के हित में आवाज उठा रही है लेकिन सरकार गूंगी ब हर बनी है और उस पर ध्यान नहीं दे रही है।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/government-running-away-from-discussion-on-important-issues/cid5978148.htm,संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है सरकार : सोनिया,"कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार के पास जनता से जुड़े मुद्दों पर सवालों का जवाब नहीं है इसलिए संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराने से बच रही है। श्रीमती गांधी ने आज यहां संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस संसदीय पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी संसद में हर विषय पर चर्चा कराना चाहती है लेकिन मोदी सरकार चर्चा से भाग रही है। उनका कहना था कि देश की सीमाओं की स्थिति, किसानों के मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी, कोरोना जैसे मुद्दों पर संसद में चर्चा होनी चाहिए लेकिन सरकार इसके लिए समय नहीं दे रही है और चर्चा कराने से भाग रही है। विपक्ष के 12 सदस्यों के साथ ही पार्टी के छह सदस्यों के राज्यसभा से निलंबन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार ने गलत तरीके से इन सभी सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया है और अब सभी निलंबित सदस्य संसद भवन परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं। उनका कहना था कि उनकी पार्टी पूरी तरह से अपने निलंबित इन सदस्यों के साथ खड़ी है और सरकार को तत्काल उनका निलंबन वापस लेकर संसद में जनहित के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए। श्रीमती गांधी ने नागालैंड में निर्दोष लोगों के साथ ही सुरक्षाबलों के जवानों की मारे जाने पर भी गहरा दुख जताया और कहा कि सरकार ने इस घटना पर खेद जताया है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है और उसे ऐसी घटनाएं रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कोविड-19 महामारी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि सरकार को दूसरी लहर के कहर से सबक लेना चाहिए और जो नया खतरा कोरोना के नए वारियंट के रूप में सामने आ रहा है उससे निपटने की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/demand-to-withdraw-privilege-law-in-rajya-sabha/cid5978027.htm,राज्यसभा में विशेषाधिकार कानून वापस लेने की मांग,"राज्यसभा में नागालैंड पीपुल्स फ्रंट के सदस्य के जी केन्ये ने पूर्वोत्तर से सुरक्षाबलों को विशेष अधिकार देने वाले सशस्त्र सेना विशेषाधिकार कानून को आज वापस लेने की मांग की। श्री केन्ये ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि इसमें कुछ भी अच्छा नहीं है। इससे वैमनस्यतापूर्ण कार्य होता है और देश की एकता अखंडता पर बुरा असर होता है। उन्होंने कहा कि इस कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है और निर्दोष लोगो को नुकसान हो रहा है। इससे पहले विपक्षी दलों के जो सदस्य निलम्बित सदस्यों के मामले को लेकर सदन के बीच में आ कर हंगामा कर रहे थे वे श्री केन्ये के बोलने के दौरान शांत हो गये और अपनी अपनी सीट पर चले गये। उनके बयान के बाद वे फिर हंगामा करने लगे।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/bill-to-extend-the-tenure-of-cbi-ed-chief-will-be-presented/cid5974673.htm,"लोकसभा में आज पेश होंगे CBI-ED चीफ का कार्यकाल बढ़ाने संबंधी विधेयक, हंगामे के आसार","राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन और किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर संसद के दोनों संदनों में हंगामा जारी है। मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में मृतक किसानों का मुद्दा उठाया और सरकार से मांग की, कि इन किसानों को मुआवजा दिया जाए। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन से गैरहाजिर रहने वाले सांसदों को लेकर चिंता जताई। जानिए संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन आज क्या क्या होगा? लोकसभा में आज क्या-क्या होगा? केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने पिछले हफ्ते लोकसभा में दो विधेयक- केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक 2021 और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना (संशोधन) विधेयक 2021 पेश किए थे, जिन्हें आज लोकसभा में पारित किया जा सकता है। इन विधेयकों में सीबीआई और ईडी प्रमुख का कार्यकाल बढ़ाकर 5 साल करने का प्रावधान है। हालांकि विपक्ष ने इन दोनों विधेयकों को अलोकतांत्रिक बताया है और कहा है कि सरकार इन्हें गलत इरादे से लेकर आई है। कांग्रेस और टीएमसी लोकसभा में आज इन विधेयकों का विरोध करेंगे। इससे पहले कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला इन विधेयकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। हालांकि लोकसभा में सरकार के पास पर्याप्त संख्या है और विपक्ष की असहमति के बावजूद ये विधेयक आसानी से सदन में पारित हो जाएंगे। इन दोनों विधेयकों को लेकर लोकसभा में आज भारी हंगामे के आसार हैं। राज्यसभा में आज क्या क्या होगा? बात अगर राज्यसभा की करें, तो यहां 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्ष संयुक्त तौर पर विरोध कर रहा है और बुधवार को भी संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विपक्षी सांसद धरने पर बैठंगे। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि कल विपक्ष के सभी राज्यसभा सांसद 12 सांसदों के समर्थन में धरना देंगे। वहीं, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने साफ तौर पर कहा है कि सभी 12 निलंबित सांसदों को संसद में अपने खराब व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए।",1 https://bebakpost.com,https://bebakpost.com/national/india-a-country-with-poverty-and-inequalities-report-claims/cid5974563.htm,"भारत गरीबी और असमानताओं वाला देश, रिपोर्ट में दावा- शीर्ष 10 फीसदी आबादी के पास राष्ट्रीय आय का 57 फीसदी हिस्सा","विश्व असानता रिपोर्ट 2022 में भारत को बड़ा झटका लगा है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत एक गरीब और असमानताओं से भरा देश है। भारत को लेकर इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यह एक ऐसा देश है जहां कि शीर्ष 10 प्रतिशत आबादी के पास राष्ट्रीय आय का 57 फीसदी हिस्सा है। जबकि 50 फीसदी निचले तबके के पास सिर्फ 13 फीसदी हिस्सा है। यह रिपोर्ट वर्ष 2021 पर आधारित है। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि साल 2020 में देश की ग्लोबल इंकम भी काफी निचले स्तर पर पहुंच गया है। 'विश्व असमानता रिपोर्ट 2022' शीर्षक वाली रिपोर्ट के लेखक लुकास चांसल हैं जोक 'वर्ल्ड इनइक्यूलैटी लैब' के सह-निदेशक हैं। इस रिपोर्ट को तैयार करने में फ्रांस के अर्थशास्त्री थॉमस पिकेट्टी समेत कई विशेषज्ञों ने सहयोग दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अब दुनिया के सर्वाधिक असमानता वाले देशों की सूची में शामिल हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत की वयस्क आबादी की औसत राष्ट्रीय आय 2,04,200 रुपये है जबकि निचले तबके की आबादी (50 प्रतिशत) की आय 53,610 रुपये है और शीर्ष 10 फीसदी आबादी की आय इससे करीब 20 गुना (11,66,520 रुपये) अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की शीर्ष 10 फीसदी आबादी के पास कुल राष्ट्रीय आय का 57 फीसदी, जबकि एक फीसदी आबादी के पास 22 फीसदी है। वहीं, नीचे से 50 फीसदी आबादी की इसमें हिससेदारी मात्र 13 फीसदी है। इसके मुताबिक, भारत में औसत घरेलू संपत्ति 9,83,010 रुपये है। इसमें कहा गया है, ''भारत एक गरीब और काफी असमानता वाला देश है जहां कुलीन वर्ग के लोग भरे पड़े हैं।'' रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत में लैंगिक असमानता बहुत अधिक है। इसमें कहा गया है, ''महिला श्रमिक की आय की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत है। यह एशिया के औसत (21 प्रतिशत, चीन को छोड़ कर) से कम है।",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59581201,सोनिया गांधीः इटली से आकर भारत की शीर्ष नेता बनने की कहानी,"सोनिया गांधीः इटली से आकर भारत की शीर्ष नेता बनने की कहानी सोनिया गांधीः इटली से आकर भारत की शीर्ष नेता बनने की कहानी 5 घंटे पहले किस तरह इटली के मध्यम वर्ग परिवार से उठ कर सोनिया भारत की शीर्ष नेता बनीं. देखिए ऐसा कैसे हुआ की यह कड़ी रेहान फ़ज़ल के साथ. उनके साथ हैं सूर्यांशी पांडे्य. कैमराः दीपक जसरोटिया (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59571092,COVER STORY: चीन-अमेरिका तनाव के भारत के लिए क्या है मायने,"COVER STORY: चीन-अमेरिका तनाव के भारत के लिए क्या है मायने COVER STORY: चीन-अमेरिका तनाव के भारत के लिए क्या है मायने 8 दिसंबर 2021, 11:00 IST ट्रेड वॉर से लेकर ताइवान तक चीन और अमेरिका के बीच कई मुद्दों पर तनाव लगातार बना हुआ है. इससे चीन और अमेरिका दोनों की मंशा पर भी सवाल उठते हैं. पूरे घटनाक्रम पर भारत की भी पैनी नज़र रही है. इस बात को समझना भी ज़रूरी है कि ये पूरा घटनाक्रम भारत के लिए क्या मायने रखता है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59561680,मुस्लिम चूड़ीवाले की पिटाई के बाद परिवार पर क्या बीती?,"मुस्लिम चूड़ीवाले तसलीम अली की पिटाई के बाद परिवार पर क्या-क्या बीती? मुस्लिम चूड़ीवाले तसलीम अली की पिटाई के बाद परिवार पर क्या-क्या बीती? 7 दिसंबर 2021 चूड़ी बेचने वाले तसलीम उत्तर प्रदेश के बिराइचमऊ गांव के रहने वाले हैं. अगस्त में इंदौर में कई लोगों ने तसलीम की पिटाई कर दी थी. बाद में पुलिस ने तसलीम पर पॉक्सो सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया था. तसलीम ने सभी आरोपों से इनकार किया है. तीन महीने से ज़्यादा की हिरासत के बाद तसलीम को अदालत ने ज़मानत दे दी. गुज़रा वक़्त परिवार के लिए बेहद मुश्किल में बीता. रिपोर्ट: विनीत खरे शूट-एडिट: मनीष जालुई (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59555786,पुतिन-मोदी की दिल्ली मुलाक़ात के मायने,"पुतिन-मोदी की दिल्ली मुलाक़ात के मायने पुतिन-मोदी की दिल्ली मुलाक़ात के मायने 7 दिसंबर 2021 रूस के राष्ट्रपति पुतिन सोमवार को भारत आए थे और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की. पुतिन सिर्फ़ छह घंटे ही भारत में रहे, लेकिन उनकी इस यात्रा को दोनों देशों के संबंधों के लिहाज से ख़ास माना जा रहा है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-tejashwi-yadav-wedding-lalu-prasad-yadav-son-marriage-know-who-is-the-bride-7166821,"लालू यादव के घर बजने वाली है शहनाई, तेजस्वी कल दिल्ली में लेंगे 7 फेरे, जानें कौन होगी दुल्हन",Tejashwi Yadav Wedding: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के घर शहनाई बजने वाली है। उनके बेटे तेजस्वी यादव कल यानी गुरुवार को सात फेरे लेंगे। तेजस्वी की होने वाली पत्नी का नाम राजश्री है। वह हरियाणा के रेवाड़ी जिले की रहने वाली हैं। वहीं तेजस्वी और राजश्री के विवाग समारोह को गोपनीय रखा गया है। साथ ही दिल्ली में हो रही शादी में मेहमानों की संख्या भी सीमित है। बताया जा रहा है कि निकट व खास मेहमान गुरुवार सुबह तक राजधानी पहुंच जाएंगे। बता दें राजश्री और तेजस्वी दोनों एक दूसरे को काफी पहले से जानते हैं। शादी के लिए कई महीनों से बातचीत चल रही थीं। आखिरकार दिसंबर में जाकर फाइनल हुई।,1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-up-assembly-elections-congress-released-women-manifesto-priyanka-vadra-said-40-percent-women-will-be-given-tickets-7166745,"उप्र विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने जारी किया महिला घोषणा पत्र, प्रियंका बोली- 40 फीसदी महिलाओं को देंगे टिकट","लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की लिए कांग्रेस ने महिलाओं को ध्यान में रखते हुए आज अपना महिला घोषणा पत्र जारी कर दिया है। लखनऊ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र महिलाओं पर केंद्रित रखा है। उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसा महिला घोषणा पत्र बनाया है, जिसमें हम ये कहना चाहते हैं कि हम महिलाओं को सचमुच सशक्त बनाना चाहते हैं और इसके लिए हमें एक ऐसा वातावरण बनाना ​पड़ेगा जहां महिलाओं की अभिव्यक्ति बंधनों को तोड़ सके।",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/article/sanjay-raut-met-priyanka-gandhi-after-meeting-rahul-gandhi/376364,राहुल गांधी से मुलाक़ात के बाद प्रियंका से मिले संजय राउत,"राहुल गांधी से मुलाक़ात के बाद प्रियंका गांधी से मिले संजय राउत नयी दिल्ली: शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक करने के एक दिन बाद बुधवार पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा से मुलाकात की।प्रियंका से मुलाकात के बाद राउत ने कहा कि कांग्रेस नेता के साथ उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों के बारे चर्चा हुई। माना जा रहा कि शिवसेना उत्तर प्रदेश और गोवा में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात की थी और कहा था कि देश में विपक्ष का एक ही मोर्चा होना चाहिए तथा कांग्रेस के बिना कोई भी विपक्षी गठबंधन नहीं बन सकता। महाराष्ट्र में दोनों पार्टियां सत्तारूढ महा विकास आघाड़ी का हिस्सा हैं। राउत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार शाम को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की और बाद में कहा कि कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी मोर्चा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का मोर्चा संभव नहीं है। विपक्षी मोर्चे का चेहरा चर्चा का विषय हो सकता है। राहुल गांधी जल्द ही मुंबई जाएंगे। विपक्ष का एक ही मोर्चा होना चाहिए। जब संजय राउत से जब पूछा गया कि क्या शिवसेना यूपीए में शामिल होगी? तो उन्होंने कहा कि यह एक लंबी मुलाकात थी (कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ), मैं पहले उद्धव ठाकरे से मिलूंगा और फिर हम इसके बारे में बात करेंगे। 'भाजपा के खिलाफ केवल एक विपक्षी मोर्चा होना चाहिए' शिवसेना सांसद ने कहा कि भाजपा के खिलाफ केवल एक विपक्षी मोर्चा होना चाहिए। कांग्रेस के बिना विपक्षी मोर्चा संभव नहीं है। दो-तीन मोर्चों का क्या मतलब है? इससे बीजेपी को फायदा होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्षी दलों को 2024 के आम चुनाव के लिए रणनीति बनाने के लिए एक साथ बैठना चाहिए तो राउत ने कहा कि मैंने राहुल गांधी को उस पर नेतृत्व करने के लिए कहा है। उन्होंने आगे कहा कि कौन मोर्चे का नेतृत्व करता है, यह सभी पार्टियों को एक साथ बैठकर फैसला करना है। संबंधित खबरें नरेंद्र मोदी सरकार सभी मोर्चों पर नाकाम, कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी का हल्ला बोल यूपी चुनाव के लिए प्रियंका गांधी ने जारी किया 'महिला घोषणापत्र', बोलीं-आधी आबादी को सशक्त बनाना लक्ष्य राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बोले संजय राउत- कांग्रेस के बिना विपक्ष संभव नहीं, BJP के खिलाफ एक ही मोर्चा होना चाहिए",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/article/farooq-abdullah-says-there-has-been-a-lot-of-dictatorship-in-jammu-and-kashmir-peoples-rule-should-come/376360,"'J&K में बहुत तानाशाही हो गई, लोगों की हुकूमत आनी चाहिए'","नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला जम्मू: जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि यहां के लोग बहुत भुगत चुके हैं। बहुत तानाशाही हो गई है, बहुत अफसरशाही हो गई है, बहुत उपराज्यपाल की हुकूमत हो गई है। अब लोगों की हुकूमत आनी चाहिए। लोगों की ही हुकूमत से लोगों के मसले हल हो सकते हैं, इस तानाशाही से नहीं। अब्दुल्ला ने पार्टी कन्वेंशन प्रोग्राम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें वादा किया गया था कि परिसीमन होगा और उसके बाद चुनाव होंगे। केंद्र को बताया गया था कि उन्हें 6 मार्च की समय सीमा दी गई थी जिसे बढ़ाया नहीं जाएगा। लेकिन आज तक, हमें नहीं बुलाया गया है। हमें कोई रिपोर्ट नहीं दिखाया गया है। हमें नहीं पता कि क्या हो रहा है। लोग अब और पीड़ित नहीं हो सकते हैं। उपराज्यपाल के शासन के लिए पर्याप्त तानाशाही है। जनता का शासन आना चाहिए क्योंकि केवल यह उनके मुद्दों को हल कर सकता है। उन्होंने कहा कि वे (बीजेपी) बहुत झूठ बोलते हैं। केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को लेकर बहुत प्रचार किया गया है लेकिन जमीन पर कुछ नहीं हो रहा है। लोग मर रहे हैं लेकिन कहते रहते हैं कि शांति है। अगर यह मेरा शासन होता, वे पत्रकारों से मेरे खिलाफ लिखने को कहते लेकिन अब जो हो रहा है उसके बारे में लिखने की हिम्मत भी नहीं करते। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में प्रेस की स्वतंत्रता पर कथित रूप से अंकुश लगाने के लिए बीजेपी पर हमला किया और कहा कि अगर सत्ता में आए तो उनकी पार्टी मीडिया की स्वतंत्रता पर अंकुश नहीं लगाएगी।उन्होंने कहा कि वे जो चाहें लिख सकते हैं। यह वे हैं जो हमें सुधारते हैं और हमें हमारी नींद से जगाते हैं। मीडिया अभी चुप है इसका कारण यह है कि इसे चलाने वाले लोग गरीब हैं, सरकारी विज्ञापनों पर जीवित हैं। यदि विज्ञापन बंद हो जाएंगे, तो कागज बंद हो जाएगा। इस बीच, यह कहते हुए कि जम्मू और कश्मीर के विधानसभा और संसदीय क्षेत्रों का परिसीमन जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को कहा कि परिसीमन आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श किया। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में विधानसभा और संसदीय क्षेत्रों के परिसीमन के उद्देश्य से सरकार ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में एक परिसीमन आयोग का गठन किया है। अधिवेशन के दौरान, अब्दुल्ला ने ओबीसी के लिए नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण के लिए भी अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि जब मैं सत्ता आऊंगा। आपके साथ हुए अन्याय को सही करूंगा। आप (ओबीसी) के 28 उपजातियों रहे हैं। वे डॉक्टर, इंजीनियर, मुख्य सचिवों क्यों नहीं बन सकते हैं?",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/article/will-kisan-andolan-end-on-09-december-sanyukta-kisan-morchas-leaders-said-these/376354,किसान आंदोलन आज खत्म होगा जाएगा? SKM नेता ने कही ये बात,"किसान आंदोलन समाप्ति की कगार पर | तस्वीर साभार: ANI मुख्य बातें किसान नेता ने कहा कि सरकार की तरफ से जो ड्राफ्ट आया है, उस पर हमारी सहमति बनी है। किसान आंदोलन पर अंतिम फैसला गुरुवार हो जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा इस पर बैठक करेगा। नई दिल्ली : तीन कृषि कानून के निरस्त करने को लेकर चल रहा आंदोलन समाप्ति की कगार पर पहुंच गया है। ऐसी उम्मीद है कि गुरुवार (09 दिसंबर) को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह फैसला ले लिया जाएगा क्योंकि संयुक्त किसान मोर्चा ने आज (आठ दिसंबर) कहा कि सरकार के नए प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। केंद्र की तरफ से औपचारिक संचार का इंतजार है। प्रदर्शनकारी किसानों की बाकी मांगों पर सरकार के साथ संवाद के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा गठित 5 सदस्यीय कमिटी ने बुधवार को कहा कि उसे केंद्र से एक नया मसौदा प्रस्ताव मिला है और उसे एक समाधान की उम्मीद है। कमिटी ने सरकार के नए प्रस्ताव पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बैठक की। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि आंदोलन खत्म करने पर अभी कोई फैसला नहीं, कल (नौ दिसंबर को) एक और बैठक होगी। मोर्चे की बैठक के बाद किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि गेंद सरकार के पाले में, अंतिम फैसला कल होगा। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज सरकार की तरफ से जो ड्राफ्ट आया है, उसपर हमारी सहमति बनी है। सरकार के इस ड्राफ्ट का अधिकृत चिट्ठी में बदलना अभी बाकी है। अधिकृत चिट्ठी/ ड्राफ्ट आने के बाद कल बैठक होगी, इस बैठक में आंदोलन को स्थगित करने को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा। कमिटी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने केंद्र से मिले एक नए प्रस्ताव पर चर्चा की है। सिंह ने कहा कि आज, 5 सदस्यीय कमिटी ने एक बैठक की। यह कल की बैठक को लेकर थी। हमने सरकार से कुछ प्रश्न पूछे थे। आज हमें सरकार से एक संशोधित मसौदा मिला है। हमने नए प्रस्ताव पर विचार किया। यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र के साथ चर्चा में लखीमपुर खीरी कांड का मुद्दा भी एजेंडे में है। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस मामले पर चर्चा चल रही है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की अहम बैठक से पहले किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा था कि वे तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू किए गए एक साल से अधिक समय से चलने वाले आंदोलन में निर्णायक मोड़ पर पहुंच गए हैं। एसकेएम के सदस्य यादव ने सिंघू बॉर्डर पर कहा कि हम इस ऐतिहासिक आंदोलन के निर्णायक मोड़ पर पहुंच गए हैं। लंबी सुरंग के अंत में उम्मीद की किरण निकली है। एसकेएम 40 किसान संघों का एक संठगन है और यह तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहा है। इन कानूनों को केंद्र सरकार ने निरस्त कर दिया है।",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/elections/article/many-leaders-of-samajwadi-party-and-rld-are-anxious-for-their-ticket-due-to-alliance/376346,"पश्चिमी यूपी: सपा-आरएलडी में नया खेला,क्यों नेता परेशान","सपा और आरएलडी ने किया गठबंधन मुख्य बातें आरएलडी 40 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। उसे इस बार अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने की सबसे ज्यादा उम्मीद है। कई नेताओं को इस बात का डर है कि कहीं गठबंधन के कारण उनकी सीट दूसरे दल के खाते में नहीं चली जाय। 2014 से भाजपा पश्चिमी यूपी में लगातार एकतरफा जीत हासिल कर रही है। नई दिल्ली: बीते मंगलवार को मेरठ की रैली में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने अपने गठबंधन का ऐलान कर दिया है। इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि पश्चिम में बीजेपी का सूरज डूबेगा। वहीं गठबंधन के दूसरे साथी जयंत चौधरी ने कहा कि दोनों दल मिलकर डबल इंजन सरकार देंगे। दोनों नेता इसके पहले एक ट्वीट के जरिए भविष्य की रणनीति का संकेत दे चुके थे। हालांकि पहले की तरह मेरठ रैली में भी सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान नहीं हुआ। जाहिर है सीटों को लेकर अभी बात पूरी तरह से फाइनल नहीं हो पाई है। 40 सीटों का तैयार होगा फॉर्मूला सूत्रों के अनुसार सपा और आरएलडी में 40 सीटों को साझा करने का फॉर्मूला तैयार हुआ है। इसके तहत समाजवादी पार्टी, आरएलडी को 40 सीटें देगी। जिसमें 30-35 सीटों पर सीधे आरएलडी के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। बल्कि 5-10 सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आरएलडी की सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि आरएलडी की 50 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग थी। लेकिन फाइनल समझौता 40 सीटों के आस-पास हो सकता है। कई नेताओं की बढ़ी चिंता आरएलडी पर करीब से नजर रखने वाले एक सूत्र के अनुसार किसान आंदोलन के बाद राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं की उम्मीदें बढ़ गई हैं। उन्हें लगता है कि 2014 के बाद पहली बार ऐसे समीकरण बने हैं, जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के किले को ध्वस्त किया जा सकता है। इसे देखते हुए पिछले 7-8 महीनों से कई स्थानीय नेताओं ने अपनी उम्मीदवारी मजबूत करने के लिए ग्राउंड लेवल पर काम शुरू कर दिया था। लेकिन जिस तरह से सपा और आरएलडी के बीच गठबंधन हुआ है। उसकी वजह से कई नेताओं की चिंताएं बढ़ गई हैं। नेताओं को इस बात का डर सता रहा है कि अगर उनकी सीट, दूसरे दल के खाते में चली गई तो फिर उनकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसे देखते हुए नेताओं ने लॉबिंग भी शुरू कर दी है। यही नहीं कई नेता इस बात की भी संभावना तलाश रहे हैं कि वह जिस दल के खाते में सीट जाएं, उसमें शामिल होकर टिकट हासिल कर लें। हालांकि दोनों दलों के प्रमुखों में इस बात को लेकर भी सहमति बनी है कि वह एक-दूसरे के नेताओं को नहीं तोड़ेंगे। ऐसे में देखना है कि आने वाले समय में अखिलेश यादव और जयंत चौधरी किस तरह सीटों का बंटवारा करते हैं। हालांकि दोनों दल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े थे। लेकिन उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। पश्चिमी यूपी में 7 साल से भाजपा का फहरा रहा है परचम पश्चिमी यूपी एक समय आरएलडी और बसपा का मजबूत गढ़ हुआ करता था। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनावों से समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने जहां एक तरफा जीत हासिल की, वहीं 2017 में भाजपा क्षेत्र की करीब 80 फीसदी सीटें हथिया ली। किसानों में प्रमुख पैठ रखने वाली आरएलडी को तो पश्चिमी यूपी में केवल एक सीट मिली। बाद में उसका विधायक भाजपा में शामिल हो गया था। पश्चिमी यूपी में अखिलेश और जयंत सबसे ज्यादा किसान उसमें भी जाट मतदाता और मुसलमान मतदाताओं से उम्मीद लगाए हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के बाद बदले समीकरण का जो खामियाजा उठाना पड़ा था, उसे किसान आंदोलन ने बदल दिया है। और उसका उन्हें 2022 के चुनावों में फायदा मिलेगा। संबंधित खबरें 'लाल टोपी' पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव गरम, क्या यूपी चुनाव में बनेगा मुद्दा तय हुआ समाजवादी पार्टी-RLD का गठबंधन! अखिलेश यादव-जयंत चौधरी ने शेयर की मुलाकात की तस्वीर अखिलेश-जयंत का भाजपा ने निकाल लिया है तोड़ ! पश्चिमी यूपी में ये रणनीति आएगी काम",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/video/news-ki-pathshala-rakesh-tikait-interview-on-farmers-protest-skm-meeting/376185,"आंदोलन के भविष्य को लेकर राकेश टिकैत से खास बातचीत, VIDEO","सरकार ने किसान संगठनों के सामने प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव पर मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई। सरकार के प्रस्ताव पर किसानों को कुछ आपत्तियां हैं। अब बुधवार को फिर बैठक होगी, जिसके बाद आंदोलन पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इस मसल पर न्यूज की पाठशाला में किसान नेता राकेश टिकैत से खास बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा इकट्ठा था, इकट्ठा है, जो हार जीत होगी वो सबकी एक साथ होगी। राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के समाप्त होने को लेकर कहा कि आंदोलन तब खत्म होगा, जब भारत सरकार ऑन टेबल बैठ जाएगी।",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/elections/video/punjab-polls-2022-amarinder-says-seat-adjustment-with-bjp-sukhdev-singh-dhindsas-party-soon/375928,BJP-ढींडसा के साथ मिलकर लड़ेंगे पंजाब चुनाव : अमरिंदर सिंह,"चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य पंजाब का चुनाव जीतना है। चुनाव की रणनीति तैयार की जा रही है। कांग्रेस से अलग होने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस के नाम से अपनी पार्टी बनाने वाले कैप्टन ने कहा कि आगामी चुनाव के लिए उनकी पार्टी का गठबंधन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं सुखदेव सिंह ढींडसा की पार्टी से होगा। पूर्व सीएम ने कहा कि सीट बंटवारे पर घोषणा शीघ्र की जाएगी। पंजाब चुनाव जीतना हमारा लक्ष्य-कैप्टन चंडीगढ़ में पत्रकारों के साथ बातचीत में अमरिंदर सिंह ने कहा, 'गठबंधन के बारे में सिद्धांतत: फैसला हो गया है अब केवल सीट बंटवारे पर निर्णय किया जाना है। हम ढींडसा साहब की पार्टी (एसएडी संयुक्त) के साथ भी गठबंधन करेंगे। मैं दोनों पार्टी से आग्रह करूंगा कि वे विजेताओं उम्मीदवारों का चयन करें।' कैप्टन ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी विस चुनाव में जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा, 'हमारा लक्ष्य पंजाब विधानसभा चुनाव जीतना है और हम इसे जीतेंगे।' भाजपा को मिला नया सहयोगी कैप्टन ने बताया कि 10 दिन पहले पार्टी की सदस्यता अभियान की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए जिला स्तर पर समिति भी बनाई गई है। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के साथ लंबे समय तक चले विवाद के बाद कैप्टन ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। राज्य में भाजपा की पुरानी सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) कृषि कानूनों के मुद्दे पर उसका साथ छोड़ चुकी है। भाजपा को इस राज्य में अपने लिए एक नए साथी की तलाश थी। विस चुनाव के लिए शिअद ने बसपा के साथ गठजोड़ किया है। पंजाब में आम आदमी पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है।",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/video/nagaland-firing-cm-neiphiu-rio-demands-removal-of-afspa-army-to-probe-firing-accident/375912,Nagaland firing : CM नेफियू रियो ने की AFSPA हटाने की मांग,"मुख्य बातें नागालैंड के मोन जिले में शनिवार को हुई गोलीबारी की घटना सेना ने उग्रवादी समझ की थी फायरिंग, बाद में पता चला वे स्थानीय लोग थे सीएम नेफियू रियो ने राज्य से अफस्पा हटाए जाने की मांग की है कोहिमा : नागालैंड के मोन जिले में सेना की गोलीबारी में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (AFSPA) को हटाने की मांग की। सीएम ने कहा कि वह लंबे समय से अफस्पा को हटाए जाने की मांग करते रहे हैं। अब चूंकि राज्य में उग्रवाद की समस्या नहीं है इसलिए इस अधिनियम को जारी रखने का कोई औचित्य नहीं है। इस बीच, दीमापुर स्थित सेना के तीन कोर ने इस फायरिंग की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। इस जांच की अगुवाई मेजर जनरल रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि गोलीबारी किस वजह से हुई इस तथ्य की जांच की जाएगी। शनिवार को हुई गोलीबारी की घटना शनिवार को नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों ने आम नागरिकों को उग्रवादी समझकर उन पर गोलीबारी कर दी। सेना को खुफिया जानकारी मिली थी कि एक वाहन में उग्रवादी जा रहे हैं। सेना ने इस वाहन को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की लेकिन बाद में पता चला कि वाहन में उग्रवादी नहीं बल्कि स्थानीय नागरिक थे। गोलीबारी की इस घटना के बाद स्थानीय लोग नाराज हो गए। इसके बाद उन्होंने सेना के कैंप का घेराव किया। इस दौरान भीड़ ने कैंप में उपद्रव करते हुए तोड़फोड़ की। हिंसा में 14 लोगों की मौत हुई। कैंप को स्थानीय लोगों से मुक्त कराने के लिए सेना को बल का प्रयोग करना पड़ा। मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए का मुआवजा सीएम ने कहा कि उनकी इस पूरे मामले को लेकर उनकी गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है। सरकार मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देगी। नागालैंड की फायरिंग की घटना को सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री ने उन्हें स्थिति की पूरी जानकारी दी।",1 https://www.timesnowhindi.com,https://www.timesnowhindi.com/india/video/children-meet-pm-modi-in-parliament/375477,संसद भवन में PM मोदी से मिले 3 बच्चे,"नई दिल्ली : संसद भवन में शुक्रवार को तीन बच्चे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। ये तीन बच्चे कई दिनों से प्रधानमंत्री से मिलने का अनुरोध कर रहे थे। बच्चों की इस मुराद को केंद्रीय साध्वी निरंजन ज्योति ने पूरी कराई। वह इन बच्चों को लेकर संसद भवन पहुंची जहां इनकी प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई। बच्चों ने पीएम मोदी को गीत गाकर सुनाया। बच्चों का संगीत सुनकर पीएम मोदी काफी खुश हुए और उन्हें खाने के लिए चॉकलेट दिया। मुलाकात के समय पीएम ने बच्चों से खुलकर बातचीत भी की। 'बच्चों में पीएम मोदी का क्रेज काफी ज्यादा है' दरअसल, ये सभी लड़कियां केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के आश्रम में रहती हैं और लंबे समय से बार-बार प्रधानमंत्री से मिलने की जिद कर रही थीं। साध्वी निरंजन ज्योति ने बताया कि बच्चों के प्रति हमेशा से विशेष स्नेह रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जैसे ही बच्चों की इच्छा के बारे में पता लगा तो वह बच्चों से मिलने के लिए राजी हो गए। इस मुलाकात पर साध्वी ने कहा कि 'छोटे बच्चों में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर क्रेज है। उन्होंने कहा, ये सभी मेरे आश्रम के बच्चे हैं जो लंबे समय से प्रधानमंत्री जी से मिलने की इच्छा जता रहे थे। मैंने जैसे ही इनके बारे में उन्हें बताया, उन्होंने तुरंत इन बच्चों से मिलने की इच्छा जाहिर कर दी।'",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmer-protest-called-off-governments-bet-could-have-reversed-the-winning-bet-but-the-farmer-did-not-back-down-latest-update,"किसान को '302/307' पर अड़ना पड़ा: जीती हुई बाजी पलट सकता था सरकार का यह दांव, मगर पीछे नहीं हटे किसान","विस्तार दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के चलते लगाए गए मोर्चे उठाने के लिए किसान संगठन राजी हो गए हैं। केंद्र सरकार ने गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चे 'एसकेएम' को पत्र लिखकर उनकी अधिकांश मांगों पर अपनी सहमति दे दी है। इससे पहले सरकार और किसानों के मध्य सहमति नहीं बनने की एक बड़ी वजह, किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए पुलिस केसों की वापसी रही है। आंदोलन में शामिल किसान संगठन जानते थे कि यही एक बात ऐसी है जो 'जीती हुई बाजी' को हार में बदल सकती है। अगर किसानों पर दर्ज पुलिस केस वापस नहीं होते और आंदोलन खत्म हो जाता तो बड़ी मुश्किल पैदा हो सकती थी। इस मुद्दे पर हरियाणा, पंजाब और यूपी के किसान संगठनों के बीच काफी तर्क वितर्क हुआ था। बाद में इन सबके बीच यह सहमति बनी कि जब तक केंद्र सरकार, आंदोलन के दौरान दर्ज पुलिस केस वापस लेने की घोषणा नहीं करती, तब तक मोर्चा नहीं हटाया जाएगा। पूर्व पुलिस अफसरों का कहना है कि किसी भी आंदोलन में दर्ज हुए केस, संबंधित सरकार के लिए 'चाबी' की तरह होते हैं। सरकार चाहे तो ये केस एक सप्ताह में खत्म हो सकते हैं। अगर सरकार की इच्छाशक्ति नहीं है तो इस तरह के पुलिस केस वर्षों तक चलते रहते हैं। खासतौर पर 302 और 307 जैसे गंभीर अपराध वाले केसों में तो सजा भी ज्यादा होती है। दिल्ली पुलिस के पूर्व डीसीपी एलएन राव, जो स्पेशल सेल जैसी महत्वपूर्ण इकाई में 14 साल तक तैनात रहे हैं, का कहना है कि इस तरह के आंदोलनों में दर्ज हुए केस सप्ताह से पहले भी खत्म हो सकते हैं। ये सब, सरकार की इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। सरकार, केस वापसी का ग्राउंड तैयार करती है। उसके बाद वह फाइल एलजी के पास जाती है। जैसे ही एलजी उस फाइल पर साइन करते हैं, आंदोलन में दर्ज हुए केस वापस हो जाते हैं। यानी केस रद्द कर दिए जाते हैं। हर राज्य में यही प्रक्रिया होती है। दिल्ली से बाहर का केस है तो उस मामले में राज्यपाल के पास फाइल भेजी जाती है। हालांकि केस वापसी की अंतिम प्रक्रिया अदालत में पूरी होती है। सरकार ने केस वापस ले लिए हैं, इस बाबत अदालत में रिपोर्ट जमा करानी पड़ती है। दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी केजी त्यागी का कहना है, किसान आंदोलन में 99 फीसदी केस कोर्ट की सहमति से वापस हो सकते हैं। इस तरह के केसों में शिकायतकर्ता, पुलिस होती है। जब केस वापसी की सहमति बनती है तो राज्य सरकार, कोर्ट में आवेदन देती है। कुछ मामलों में केस उठाने के लिए दो तीन माह का समय लग सकता है। अगर 302 और 307 जैसे गंभीर अपराध के मामले यदि अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हैं तो वे जल्द ही खत्म हो सकते हैं। सरकार, अदालत को लिखित में दे सकती है कि ये केस वापस लिए जाते हैं। कई मामलों में एफआर रिपोर्ट लगानी पड़ती है कि फलां केस में पर्याप्त सबूत नहीं मिला। केंद्र सरकार ने किसानों को भेजे अपने पत्र में कहा है, जहां तक किसान आंदोलन में दर्ज हुए केसों का सवाल है तो उस बाबत यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और हरियाणा सरकार ने इसके लिए पूर्ण सहमति दे दी है कि तत्काल प्रभाव से आंदोलन संबंधित सभी केसों को वापस ले लिया जाएगा। किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार के संबंधित विभाग, एजेंसियों तथा दिल्ली सहित सभी संघ शासित क्षेत्र में आंदोलनकारियों और समर्थकों पर बनाए गए आंदोलन संबंधित केस भी तत्काल प्रभाव से वापस लेने की सहमति है। भारत सरकार अन्य राज्यों से अपील करेगी कि इस किसान आंदोलन से संबंधित केसों को अन्य राज्य भी वापस लेने की कार्रवाई करें।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-elections-not-jinnah-and-krishna-employment-is-the-biggest-issue-for-youth,"UP Elections 2022: जिन्ना और कृष्ण नहीं, युवाओं के लिए रोजगार ही सबसे बड़ा मुद्दा","विस्तार किसी भी चुनाव में युवा मतदाता राजनीतिक दलों की एक बड़ी प्राथमिकता में शामिल होते हैं। खूब जोर-शोर से मतदान करने को उत्सुक युवा मतदाता किसी भी दल की ओर मुड़ जाएं तो उसकी जीत तय हो जाती है। यही कारण है कि सभी राजनीतिक दल इन्हें अपने से जोड़ने के लिए तरह-तरह की लुभावनी घोषणाएं करते रहते हैं। लेकिन युवाओं से बात करने पर पता चलता है कि अब वे पहले से कहीं ज्यादा सूचना संपन्न और अपने अधिकारों के लिए जागरूक हैं। अब युवाओं ने मन बनाया है कि जो सचमुच रोज़गार देगा, वोट उसी को देंगे। सियासी दल उठाने लगे जिन्ना और कृष्ण का मुद्दा प्रयागराज के तेलियरगंज निवासी आदर्श शर्मा ने अमर उजाला से कहा कि इस चुनाव में राजनीतिक दल एक बार फिर जिन्ना और कृष्ण की बात उठाने लगे हैं। उन्हें लगता है कि युवाओं को इन्हीं मुद्दों से बरगलाया जा सकता है। लेकिन राजनीतिक दलों को समझना चाहिए कि युवाओं के लिए रोजगार ही सबसे बड़ा धर्म होता है। जब तक सभी युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता, विकास का कोई भी दावा पूरा नहीं हो सकता। अर्थशास्त्र के शोध छात्र आदर्श शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार हो या यूपी सरकार, पिछले पांच सालों में प्रदेश में विकास के कई बड़े काम किये गए हैं। बड़े-बड़े एक्सप्रेस हाईवे, एयरपोर्ट और स्वास्थ्य सुविधाओं का निर्माण करने के लिए सरकार की प्रशंसा की जा सकती है। लेकिन इनके निर्माण के समय रोजगार के जितने बड़े दावे किये जाते हैं, अक्सर वे पूरे नहीं होते। आज भी अस्पतालों में डॉक्टर-नर्स या अन्य सपोर्टिंग स्टाफ नहीं होते। लोगों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। सरकार को बड़ी घोषणाएं करने की बजाय उनको अच्छी तरह से लागू करने पर जोर देना चाहिए। एयरपोर्ट और एक्सप्रेस हाईवे से कम रोजगार पैदा हो रहे आजमगढ़ के रहने वाले विशाल यादव प्रयागराज में रहकर यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी ताकत के साथ यह घोषणा करती है कि यूपी में देश में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थापित किये जा रहे हैं। सरकार का दावा है कि इससे बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा होंगे। लेकिन इसी मामले की असलियत यह है कि हजारों करोड़ की लागत से बनने वाले इन एयरपोर्ट और एक्सप्रेस हाईवे से अपेक्षाकृत कम रोजगार पैदा होते हैं। जिन किसानों की जमीन इनके निर्माण में ली जाती है, वे शायद ही कभी इन एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार परिवहन के लिए इनका निर्माण तो अवश्य करे, लेकिन वह कृषि और उत्पादन आधारित योजनाओं को बढ़ाने का काम करे जिससे भारी से भारी संख्या में रोजगार पैदा हो और युवाओं में अपने भविष्य के प्रति असुरक्षा का भाव न पैदा हो। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में उनके जैसे सभी साथी रोजगार के मुद्दे पर ही मतदान करेंगे। जो भी राजनीतिक दल युवाओं के लिए बेहतर योजनाएं पेश करेगा, युवा उनकी ओर मुड़ सकते हैं। चुनाव के बाद नहीं मिलता रोजगार हंडिया निवासी जमील अहमद ने बताया कि सरकारें चुनाव के समय बहुत रोजगार देने की बात कहती हैं, लेकिन चुनाव के बाद रोजगार नहीं मिलते। जो परीक्षाएं आयोजित होती हैं उनके नतीजे वक्त पर नहीं आते। परीक्षाओं में पास होने के बाद भी नौकरी मिलने की गारंटी नहीं रहती। उन्होंने कहा कि एक कानून के तहत किसी भी राजनीतिक दल या सरकार को नौकरियों की घोषणा को निश्चित समय सीमा में पूरा करने के लिए जिम्मेदार बनाया जाना चहिये। युवा वोटर 27 फीसदी से ज्यादा वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान 29 वर्ष तक की आयु के युवा वोटरों की संख्या लगभग 27 प्रतिशत थी। उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी 17 लाख नए मतदाता जुड़े थे जिन्होंने चुनाव में पहली बार वोट किया था। अनुमान है कि पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं की संख्या इस चुनाव में भी काफी अधिक रहने वाली है जो किसी भी राजनीतिक दल के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/calcutta-high-court-quashes-fir-against-actor-bjp-leader-mithun-chakraborty-over-his-controversial-speech,"बंगाल: कलकत्ता हाई कोर्ट से मिथुन चक्रवर्ती को बड़ी राहत, विवादित भाषण मामले में एफआईआर रद्द","विस्तार कलकत्ता हाई कोर्ट की ओर से आज अभिनेता व भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती को बड़ी राहत मिली। जस्टिस कौशिक चंदा की बेंच ने विधानसभा चुनाव के दौरान विवादित बयान को लेकर मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही इस मामले में आगे की जांच को भी रोकने का आदेश दिया है। विवादित बयान देने पर हुई थी एफआईआर दर्ज बता दें कि 7 मार्च 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मिथुन चक्रवर्ती ने भाजपा का दामन थामा था। भाजपा में शामिल होने के बाद मिथुन चक्रवर्ती ने ममता के खिलाफ एक के बाद एक बयान देकर राज्य की राजनीति गरमा दी थी। उनकी टिप्पणी पर टीएमसी ने थाने में भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई थी। विवादित भाषण से संबंधित मामले में मिथुन के खिलाफ मानिकलता पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था। एफआईआर रद्द करने की मांग को लेकर मिथुन ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। मामले में हाईकोर्ट ने पुलिस को मिथुन से पूछताछ करने का निर्देश दिया था। इसी सिलसिले में 16 जून को पुलिस ने उनसे वर्चुअली पूछताछ की थी। मिथुन ने दिया था ये विवादित बयान भाजपा में शामिल होते ही मिथुन चक्रवर्ती ने ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए थे। चुनावी मंच से उन्होंने कहा था, मैं एक नंबर का कोबरा हूं.. डसूंगा तो तुम फोटो बन जाओगे। उन्होंने कहा कि मैं गरीबों की लड़ाई लड़ना चाहता हूं। मैं राजनीति नहीं, मनुष्य नीति करता हूं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sit-tells-supreme-court-that-nobody-raised-finger-in-our-investigation-of-2002-gujarat-riots-except-petition-by-zakia-jafri,"सुप्रीम कोर्ट: गुजरात दंगों पर एसआईटी ने कहा, हमारी जांच पर जकिया जाफरी के अलावा किसी ने उंगली नहीं उठाई","विस्तार साल 2002 में गुजरात में हुए दंगों की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हमारी जांच पर किसी ने उंगली नहीं उठाई सिवाय उस याचिका के जो जाकिया जाफरी ने दायर की है। जाफरी ने अपनी याचिका में राज्य में हुई इस हिंसा में बड़ी साजिश होने का आरोप लगाया है। गुजरात दंगों में एसआईटी की ओर से तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 64 लोगों को क्लीन चिट दी गई है। एसआईटी के इस कदम को जकिया जाफरी ने चुनौती दी है। जकिया के पति और कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की 28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसायटी में हिंसा के दौरान मौत हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुरक्षित रखा फैसला न्यायाधीश एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने जकिया जाफरी की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। एसआईटी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ से कहा कि मामले में शीर्ष अदालत को निचली अदालत और गुजरात हाईकोर्ट के फैसलों के अनुरूप ही निर्णय लेना चाहिए। रोहतगी ने कहा कि अन्यथा यह मामला सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के कुछ उद्देश्यों की वजह से अंतहीन अभ्यास की तरह यूं ही चलता रहेगा। तीस्ता सीतलवाड़ इस मामले में दूसरी याचिकाकर्ता हैं। सुप्रीम कोर्ट की इस पीठ में न्यायाधीश खानविलकर के अलावा दिनेश माहेश्वरी और सीटी रविकुमार भी थे। पूर्व की सुनवाई में एसआईटी ने कही थी ये बात इस याचिका पर पूर्व में हुई सुनवाई के दौरान रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि जकिया जाफरी ने लगभग 12 हजार पन्नों की विरोध याचिका दायर की है और इसे शिकायत मानने के लिए कहा है। रोहतगी ने कहा था कि ऐसा करके जकिया इस मामले को गर्म रखना चाहती हैं और यह एक दुर्भावनापूर्ण संकेत है। रोहतगी ने पीठ से कहा कि यही कारण है कि इन दंगों में राज्य सरकार का हाथ होने की बात कही जा रही है। इस पर पीठ ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा कि यह राज्य की ओर से प्रायोजित दंगा था। इसके बाद इस मामले की अगली सुनवाई गुरुवार के लिए स्थगित कर दी गई।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmers-protest-called-off-demand-farm-laws-prime-minister-narendra-modi-government-political-analysis,"किसान आंदोलन: कहां फंसा था पेंच, किन मांगों पर सरकार झुकी और कहां किसानों ने भी नरम रुख अपनाया?","विस्तार किसान आंदोलन की जब शुरुआत हुई थी, तब तीन बड़े मुद्दों कानून वापसी, एमएसपी और पराली जलाने के मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ था। एक साल बीतते-बीतते किसानों के उठाए मुख्य मुद्दों की संख्या बढ़कर सात हो गई। इनमें से छह मांगों पर सरकार की तरफ से लिखित प्रस्ताव मिलने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया है। 11 दिसंबर से किसानों की दिल्ली की सरहदों से वापसी शुरू होगी। हालांकि, 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की समीक्षा बैठक होगी, जिसमें किसान नेता आगे की रणनीति तय करेंगे। जानते हैं कि किन मुद्दों पर पेंच फंसा था और किन मांगों पर सरकार झुकी या किसानों ने नरम रुख अपनाया... आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/gujarat-riots-nobody-has-raised-finger-on-us-except-this-petition-sit-tells-sc,"गुजरात दंगा: एसआईटी ने सुप्रीम कोर्ट में बताया- जांच पर किसी ने नहीं उठाई अंगुली, सिर्फ जाकिया जाफरी ने दायर की याचिका","विस्तार गुजरात दंगे पर गुरुवार को भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 2002 के गुजरात दंगों में की गई जांच पर किसी ने उनके खिलाफ अंगुली नहीं उठाई, एक मात्र जाकिया जाफिरी ने इसके खिलाफ याचिका दायर की थी। 28 फरवरी, 2002 को अहमदाबाद में गुलबर्ग सोसाइटी में हिंसा के दौरान मारे गए कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी ने एसआईटी की क्लीन चिट पर सवाल खड़े किए थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 64 लोगों के खिलाफ कोर्ट में याचिका चुनौती दी गई थी। न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने एसआईटी के फैसले के खिलाफ उनकी याचिका को खारिज करने के गुजरात उच्च न्यायालय के 5 अक्तूबर, 2017 के आदेश के खिलाफ जकिया जाफरी की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया। एसआईटी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ से कहा कि शीर्ष अदालत को जाफरी की याचिका पर निचली अदालत और गुजरात उच्च न्यायालय ने जो किया है उसका समर्थन करना चाहिए अन्यथा यह एक अंतहीन कवायद है जो सामाजिक कार्यकर्ता के कुछ उद्देश्यों के कारण चलती रहेगी। याचिका में याचिकाकर्ता नंबर दो तीस्ता सीतलवाड़ हैं। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सीतलवाड़ के संगठनों द्वारा किए गए कार्यों का हवाला दिया और कहा कि हमें किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में चित्रित करना जो गुजरात विरोधी है, गुजरात को बदनाम करना अनुचित है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/kisan-andolan-farmer-protest-end-news-update-today-samyukta-kisan-morcha-leader-rakesh-tikait-punjab-what-impact-on-politics-change,"किसान आंदोलन स्थगित: क्या बदल जाएगी पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत, क्या-क्या और बदलाव होंगे","विस्तार पिछले एक साल से चल रहा किसान आंदोलन स्थगित हो गया। सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार को हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक इस मुद्दे पर हुई और उसके बाद आंदोलन को स्थगित करने का एलान कर दिया गया। किसानों को केस वापसी समेत दूसरी सभी मांगें मंजूर होने का सरकार की तरफ से उन्हें आधिकारिक पत्र भी मिल गया। हालांकि किसानों ने आंदोलन को खत्म करने के बजाए इसे स्थगित रखने का फैसला किया है।किसान आंदोलन स्थगित करने की सहमति बनने की बात सुनते ही सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने सुबह से ही टेंट उखाड़ने शुरू कर दिए थे। अब किसानों ने घर वापसी की तैयारी शुरू कर दी गई है। हालांकि वे 11 दिसंबर से बॉर्डर से हटेंगे और उस दिन विजय दिवस मनाएंगे। किसान नेता योगेंद्र यावद ने कहा कि एमएसपी का मुद्दा अभी बाकी हैं और हमें आगे भी संघर्ष करना है। किसानों में इस बात की खुशी है कि पिछली बार की तरह इस बार भी कड़ाके की ठंड में उन्हें टेंटों में रातें नहीं गुजारनी पड़ेगी। किसान आंदोलन का स्थगित होना एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार के लिए बेहद राहत की बात है, वहीं चुनाव से ठीक पहले विपक्ष के हाथ से एक बड़ा मुद्दा छिन गया। किसान आंदोलन के स्थगित होने से आने वाले दिनों में सियासत में क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं, इसकी पड़ताल करने वाली यह विस्तृत रिपोर्ट पढ़िए..... भाजपा ने अपनी गिरती लोकप्रियता संभाल ली सेंटर फॉर स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (सीएडीएस) में प्रोफेसर और राजनीतिक टिप्पणीकार संजय कुमार कहते हैं अब भाजपा की चुनावों पर पकड़ मजबूत होगी। उनके मुताबिक गोवा में न तो इसका कोई असर पहले था और न अब है। उत्तराखंड के वोटरों पर भी किसान आंदोलन का कोई असर नहीं था। इसका सबस ज्यादा यूपी और पंजाब के चुनाव पर असर पड़ने वाला था, लेकिन यह आंदोलन स्थगित होने से एक बड़ा मुद्दा खत्म हो गया है। इसलिए भाजपा की स्थिति में सुधार दिखाई देता है और भाजपा ने अपनी गिरती लोकप्रियता को संभाल लिया है। आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/subramanian-swamy-says-sanskrit-should-be-made-official-language-of-india,"बयान: तमिल मूल के सुब्रमण्यम स्वामी ने की संस्कृत की वकालत, बोले- इसे बनाया जाए देश की आधिकारिक भाषा","विस्तार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार से संस्कृत को भारत की आधिकारिक भाषा बनाने की मांग रखी है। तमिलनाडु से आने वाले स्वामी ने बुधवार को कर्नाटक के उडुपी स्थित श्रीकृष्ण मठ में एक लेक्चर के दौरान कहा कि सरकार को सभी स्कूलों में संस्कृत में शिक्षा देना अनिवार्य करना चाहिए। इससे बच्चों का मानसिक विकास बेहतर ढंग से होता है। स्वामी ने आगे कहा, ""हिंदी, उर्दू, मराठी और नेपाली भाषाएं देवनागरी लिपी के इस्तेमाल से बनी हैं और इन सभी भाषाओं की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है। योग से जुड़ा सारा साहित्य भी संस्कृत में ही लिखा गया है।"" उन्होंने कहा, ""संस्कृत भाषा का विकास हिंदुओं को जोड़ने और उनमें एक जैसा होने का भाव भी पैदा करेगा।"" स्वामी के साथ इस कार्यक्रम में अदमार मठ के गुरु स्वामी इशाप्रैया भी मौजूद थे। कार्यक्रम में इदानीर मठ के प्रमुख स्वामी सच्चिदानंद भारती तीर्थ ने भी संबोधन दिया। यह पहली बार नहीं है, जब स्वामी ने संस्कृत को अनिवार्य करने की मांग उठाई है। वे इससे पहले भी कई मौकों पर केंद्र से ऐसी ही मांग कर चुके हैं। स्वामी ने कुछ समय पहले बताया था कि संविधान में कहा गया है कि हिन्दी में संस्कृत के शब्दों का प्रयोग होना चाहिए। संस्कृत कंप्यूटर के लिए सबसे अनुकूल भाषा है। यह बात नासा ने भी मानी है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/up-election-2022-which-party-nishad-community-will-support-bjp-hopes-from-alliance-and-congress-has-trust-on-priyanka,"उत्तर प्रदेश चुनाव: निषाद समाज किसकी नैया लगाएगा पार, भाजपा को गठबंधन से, तो कांग्रेस को प्रियंका से उम्मीद","विस्तार उत्तर प्रदेश की राजनीति में पिछड़ा वर्ग समुदाय की भूमिका सबसे अहम होती है जिसकी आबादी लगभग 40 फीसदी तक मानी जाती है। निषाद समुदाय के लोगों का दावा है कि पिछड़ी आबादी में उनका हिस्सा 18 फीसदी के लगभग है। पूर्वांचल की अलग-अलग विधानसभा सीटों पर निषाद समुदाय (निषाद, केवट, मल्लाह और बिंद) 10 हजार से 40 हजार वोटों तक की भागीदारी रखते हैं। इसी अनुमानित संख्या के आधार पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद भाजपा से अपने लिए दो दर्जन से ज्यादा सीटें देने का दबाव बना रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी निषादों की मांगों को लगातार उठा रही हैं और धीरे-धीरे समाज में पैठ बनाने की कोशिश कर रही हैं। आगामी चुनाव में यह वर्ग किसकी नैया पार लगाएगा, यह देखने वाली बात होगी। निषाद समुदाय के वोटरों पर भाजपा अपने समीकरणों के कारण सबसे मजबूत दावेदारी कर रही है। पिछड़े समुदाय को दिए जाने वाले आरक्षण को तीन भागों में बांटने की उसकी नीति इस वर्ग के युवाओं पर काफी प्रभावशाली साबित हुई है। इस वर्ग के लोगों को लगता है कि ओबीसी आरक्षण का सबसे ज्यादा लाभ यादव समुदाय उठाता है, जबकि उससे दोगुनी से ज्यादा आबादी होने के बावजूद निषाद युवा ओबीसी आरक्षण का पर्याप्त लाभ नहीं उठा पाते हैं। भाजपा की यह रणनीति इस वर्ग को उसके साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। वहीं, निषाद पार्टी के साथ उसका गठबंधन उसकी इस दावेदारी को और मजबूत करता है। संजय निषाद का दावा है कि यदि उन्हें पर्याप्त भागीदारी दी गई तो इस समाज का 90 फीसदी वोट भाजपा और निषाद पार्टी के गठबंधन की तरफ आ सकता है। लगातार अभियान चला रही हैं प्रियंका उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष विश्व विजय सिंह ने अमर उजाला को बताया कि प्रियंका गांधी निषाद समुदाय के अधिकारों को लेकर लगातार आंदोलन चला रही हैं। गंगा किनारे खनन के अधिकार को लेकर वे निषादों को पट्टा देने के लिए आंदोलन चला चुकी हैं, तो गोरखपुर में गुरु गोरखनाथ के गुरु मत्स्येंद्रनाथ के नाम पर एक विश्वविद्यालय स्थापित करने का वचन दे चुकी हैं। वे केवल बड़े बड़े मुद्दों को ही नहीं उठा रही हैं, बल्कि आम निषाद समुदाय के लोगों से सीधा संपर्क भी स्थापित कर रही हैं। प्रयागराज के बसवार गांव से निषादों के उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज उठाते हुए उन्होंने पदयात्रा शुरू की जो गाजीपुर, चंदौली, बलिया में खत्म हुई। गोरखपुर में एक निषाद समुदाय के व्यक्ति की बेटी की शादी में न्योता भेज कर उन्होंने ये बताने की कोशिश की है कि वे उस परिवार के काफी करीब हैं। प्रियंका की ऐसी कोशिशें निषाद समुदाय के लोगों को पार्टी से जोड़ रहा है। सपा फूलनदेवी की विरासत के सहारे समाजवादी पार्टी इस समुदाय के लोगों के वोट के लिए अभी भी फूलन देवी के नाम पर की गई राजनीति पर आश्रित है। पार्टी अभी भी समुदाय के लोगों को यह कहकर अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रही है कि सबसे पहले उसी ने फूलन देवी को सम्मान देने का प्रयास किया था। पार्टी की इस रणनीति को तब और बल मिल गया जब एक भाजपा नेता ने फूलन देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। समाजवादी पार्टी का दावा है कि इस समाज का बहुतायत वोटर अब उसके साथ जुड़ा हुआ है। राजनीतिक दलों के इन दावों के बीच विधानसभा चुनाव में यह समाज किसके साथ जाएगा, और किसकी नाव पर लगाएगा, इस पर सबकी नजर रहेगी। रोजगार के अवसर अब भी हैं सीमित फाफामऊ के अनिल निषाद ने अमर उजाला को बताया कि आज भी उनके समुदाय का सबसे प्रमुख रोजगार का साधन गंगा नदी के किनारे होने वाली खेती पर ही निर्भर करता है। मछली बेचना, गंगा के किनारे खेती करना और नाव चलाना उनके रोजगार के सबसे प्रमुख साधन हैं। समाज में शिक्षा अभी भी बहुत कम है जिसके कारण युवाओं की बड़ी संख्या स्थानीय स्तर के रोजगार पर ही निर्भर है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/up-election-2022-inflation-and-employment-issues-in-state-people-are-not-happy-with-expensive-petrol-and-diesel,"उत्तर प्रदेश चुनाव: कहीं महंगाई मुद्दा तो कहीं रोजगार की बात, कोई बताता है महंगे पेट्रोल से निजात के उपाय","विस्तार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एकदम सटा हुआ जिला बाराबंकी है। लखनऊ में बड़ी मात्रा में सब्जियां बाराबंकी जिले से आती हैं। जब आप जिले की अंदरूनी सड़कों से होते हुए कस्बों और गांवों की ओर चलेंगे तो सड़कों पर सजी हुई सब्जी मंडियों से लेकर गांव तक में चुनाव का माहौल दिख जाएगा। उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव की राजनीतिक चर्चाएं इन जगहों पर अब आम हो चुकी हैं। अमर उजाला अपनी उत्तर प्रदेश की चुनावी यात्रा के दौरान लखनऊ से 19 किलोमीटर दूर बाराबंकी जिले के अमरसंडा गांव पहुंचा। गांव में ही मिलें रोजगार के अवसर गांव में सब्जी लगाने वाले लकी मौर्या महज 18 साल के हैं। अब तक उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। लकी कहते हैं कि उन्हें अपनी सब्जी की दुकान से रोजी-रोटी चलाने की फुर्सत नहीं मिलती तो वह वोट कैसे बनवाएं। लेकिन उनका कहना है कि अगर रोजगार के ढंग के अवसर उन्हें अपने गांव में ही मिल जाएं तो शायद उनकी जिंदगी बदल जाती। दरअसल लकी के खेत सड़क के किनारे ही हैं और वह उसी खेत में उगाई गई सब्जियों को सड़क के किनारे लगने वाली सब्जी मंडी में बेचते हैं। लकी का कहना है उन्हें उतनी कीमत नहीं मिलती, जितनी कि लखनऊ के बाजारों में या अन्य शहरों के बाजारों में सब्जी बेचने पर मिलती है। सब्जियों के दामों में इतना फर्क क्यों बगल में ही सब्जी ले रहे दिलीप का कहना है कि चुनाव तो आ चुका है, लेकिन वोट किसे देंगे इसे लेकर उन्होंने अभी तय नहीं किया है। हालांकि दिलीप कहते हैं कि उन्होंने सोच तो रखा है कि वोट किसे दिया जाएगा। शहरों में महंगी बिक रही सब्जियां और गांव में कम कीमत पर मिलने वाली सब्जियों को लेकर उनकी नाराजगी भी है। दिलीप कहते हैं कि बेहतर है कि सब्जियों के रेट एक जैसे हों। और अगर कुछ अंतर भी हो तो महज माल भाड़े का किराया जोड़कर थोड़ी सी कीमत बढ़ सकती है। लेकिन गांव और शहर में बिकने वाली सब्जियों का भारी अंतर ठीक नहीं है। वे कहते हैं सरकार को यह सिस्टम बदलना चाहिए ताकि कीमतों में इतना अंतर ना हो। इसी बाजार में सब्जी खरीद रहे बाराबंकी जिले के टिकैतगंज निवासी ओमप्रकाश सब्जियों की कीमत को लेकर कहते हैं कि गांवों में बिकने वाली सब्जियां सस्ती ही होंगी क्योंकि इन्हें माल भाड़ा नहीं देना पड़ता है। लेकिन वह इस बात से बिल्कुल इत्तेफाक रखते हैं कि शहरों में बिकने वाली सब्जियों की कीमत आसमान पर नहीं होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में चुनाव को लेकर उनका मत बिल्कुल स्पष्ट है। वह कहते हैं भाजपा की सरकार में बहुत चीजें सुधरी हैं। पेट्रोल की बढ़ी कीमतों पर हाय तौबा क्यों, पैदल चलें इसी बाजार में मिले बबलू बाल कहते हैं कि भाजपा सरकार में दंगे नहीं हो रहे हैं उन्हें वह इसको सरकार का प्लस प्वाइंट बताते हैं। हालांकि वह मानते हैं महंगाई है लेकिन उनका तर्क है कि जिस तरीके की सरकार उत्तर प्रदेश में चल रही है उसके ऊपर महंगाई का विशेष असर नहीं होने वाला। पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों पर बबलू अपना अलग तर्क देते हैं। वे कहते हैं पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों पर लोग बेवजह हायतौबा मचा रहे हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दे डाली कि ज्यादा गाड़ियां चलाओगे तो पेट्रोल महंगा ही लगेगा। बबलू ने बताया कि जहां तक आप पैदल चल सकते हैं, वहां भी अगर आप गाड़ी का इस्तेमाल करेंगे तो निश्चित तौर पर बढ़ा हुआ पेट्रोल आपकी जेब को ढीला ही करेगा। बेहतर है आप जहां पर अन्य साधनों जिसमें पैदल और साइकिल का इस्तेमाल कर सकते हों करें, तो पेट्रोल की कीमत आपका कुछ नहीं बिगाड़ेगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/will-shiv-sena-join-upa-speculation-intensifies-over-sanjay-raut-statement,करवट लेती राजनीति: क्या 'यूपीए' में शामिल होगी शिवसेना? संजय राउत के बयान से अटकलें तेज,"विस्तार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यूपीए को कमजोर बताने के बाद शिवसेना कांग्रेस के घाव भरने का काम कर रही है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक निजी चैनल के इंटरव्यू में यूपीए को लेकर बड़ा बयान दिया था। राउत ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि उन्होंने एक बैठक में राहुल गांधी से बात की थी और कहा था कि उन्हें संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी यूपीए को कांग्रेस के नेतृत्व में पुनर्जीवित करना चाहिए। संजय राउत ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी से कहा था कि वे एक कदम और आगे बढ़ें और यूपीए को पुनर्जीवित करें। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि शिवसेना इसमें शामिल हो सकती है। शिवसेना फिलहाल तीन सदस्यीय गठबंधन सरकार का हिस्सा है। राहुल गांधी आमंत्रित करते हैं तब शिवसेना यूपीए में शामिल होने पर करेगी विचार क्या शिवसेना यूपीए में शामिल होगी इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने राहुल गांधी से कहा - सभी को आमंत्रित करें। लोग आकर शामिल नहीं होंगे। शादी या समारोह में भी हमें निमंत्रण भेजना होता है। उन्होंने कहा कि आमंत्रण आने दीजिए, उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे। मैंने यह बात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बता दी है। राउत ने की राहुल की प्रशंसा शिवसेना नेता ने राहुल गांधी की भी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग राहुल के बारे में सोचते हैं वह सही नहीं है। वह भी अच्छा सोचते हैं। उनकी पार्टी में कुछ कमियां जरूर है लेकिन वे अच्छे हैं। वह उन मुद्दों को हल करना चाहते हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/study-says-indoor-air-pollution-levels-in-delhi-homes-is-more-than-20-times-the-who-standards-limit,"संकट: दिल्ली में घर के अंदर भी वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, डब्ल्यूएचओ के मानकों से 20 गुना अधिक","विस्तार दिल्ली में घर के बाहर ही नहीं अंदर भी वायु प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। शिकागो विश्वविद्यालय में ऊर्जा नीति संस्थान के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि दिल्ली में घर के अंदर का वायु प्रदूषण का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानकों से 20 गुना अधिक है। अध्ययन में इस बात को भी बताया गया है कि पीएम 2.5 (2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कण) का स्तर निकटतम बाहरी सरकारी मॉनिटरों द्वारा बताए गए स्तरों से काफी अधिक था। बुधवार को जारी किए गए अध्ययन से यह भी पता चला है कि कम आय वाले घरों की तुलना में उच्च आय वाले घरों में एयर प्यूरीफायर रखने की संभावना 13 गुना अधिक थी, लेकिन इनडोर वायु प्रदूषण पर इसका प्रभाव केवल 10 फीसदी के आसपास था। एयर प्यूरीफायर वाले घर में स्थिति थोड़ी अच्छी अध्ययन में आगे बताया गया है कि आमतौर पर एयर प्यूरीफायर के साथ वाले घरों में इनडोर PM2.5 के स्तर में 8.6 फीसदी की गिरावट देखी गई। अध्ययन में कहा गया कि लोगों द्वारा सस्ती रक्षात्मक प्रथाओं और वेंटिलेशन व्यवहार में मामूली बदलाव करने की संभावना थी। अमीर हो या गरीब किसी को भी स्वच्छ हवा में सांस लेने को नहीं मिलता दिल्ली में मुख्य बात यह है कि चाहे कोई अमीर हो या गरीब, किसी को भी स्वच्छ हवा में सांस लेने को नहीं मिलता है। अध्ययन के प्रमुख लेखक केनेथ ली ने कहा। उन्होंने कहा कि यह एक जटिल दुष्चक्र है। जब आप अपने घरों के अंदर प्रदूषण के स्तर के बारे में नहीं जानते हैं, तो आप इसके बारे में चिंता नहीं करते हैं, और इसलिए आपके सुधारात्मक कार्रवाई करने की संभावना कम होती है। जागरुकता बढ़ने से ही स्वच्छ हवा की मांग में तेजी आ सकती है। घर में खाना पकाने समय बढ़ जाता है प्रदूषण अध्ययन ने 2018 और 2020 के बीच अलग-अलग सामाजिक आर्थिक तबके के हजारों दिल्ली के घरों का सर्वेक्षण किया और पाया कि घर के अंदर पीएम2.5 का स्तर सुबह और शाम में बढ़ जाता है जब घरों में खाना पकाने की सबसे अधिक संभावना होती है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-session-uproar-again-in-rajya-sabha-over-suspension-of-mps-proceedings-adjourned-art-and-surrogacy-regulation-bill-passed-naidu-said-you-are-not-allowing-the-house-to-function-for-ten-days,"संसद सत्र : सांसदों के निलंबन पर राज्यसभा में फिर हंगामा, सभापति बोले- आप दस दिन से सदन नहीं चलने दे रहे","विस्तार राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष ने बुधवार को फिर से हंगामा किया। विपक्ष सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहा है। इससे पहले, भारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि सरकार हठधर्मी, असांविधानिक, गैरकानूनी व संविधान तोड़कर लोकतंत्र के तहत नहीं चल रही है। वहीं, सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) विधेयक 2020 और सरोगेसी (विनियमन) विधेयक 2020 राज्यसभा में पारित हो गए। सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (एआरटी) विनियमन विधेयक के जरिए देश में प्रजनन क्लीनिक और शुक्राणु बैंकों के लिए मानक और आचार संहिता निर्धारित की जाएगी। आप दस दिन से सदन नहीं चलने दे रहे : सभापति राज्यसभा में 12 सदस्यों के निलंबन वापसी की मांग को लेकर हंगामा करने वाले विपक्ष पर सभापति एम वैंकेया नायडू ने कड़ी टिप्पणी की। सभापति ने कहा कि सदन में कागज-फाइल फेंकना, माइक तोड़ना, लोगों को टेबल पर चढ़ना, चेयरमैन के कमरे की निकासी को रोकना, मार्शलों पर हमला करने को आप कह रहे हैं कि सही है और निलंबन की कार्रवाई को गलत ठहरा रहे हैं। सभापति ने कहा कि आप लोग दस दिन से सदन नहीं चलने दे रहे हैं और अन्य सदस्यों को बोलने नहीं दे रहे हैं। ये गलत है मैंने पहले भी सुझाव दिया है कि इस मुद्दे पर विपक्ष के नेता और अन्य नेता संसदीय कार्यमंत्री, नेता सदन के साथ चर्चा करके समाधान निकालें ताकि सदन सामान्य ढंग से चले। शून्यकाल के दौरान हंगामा और नारेबाजी कर रहे विपक्ष के सांसदों पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि कुछ सदस्य नहीं चाहते हैं कि सदन शून्यकाल में चले और अन्य सदस्य जनता से जुड़े मुद्दे उठाएं। ब्यूरो केंद्रीय विद्यालयों की 7,880 सीटों का सांसद कोटा हटाएं यह चुनाव हरवाता है : सुशील भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में मांग रखी कि केंद्रीय विद्यालयों में सांसदों का 7,880 सीटों का कोटा तत्काल खत्म किया जाए। उन्होंने शून्य काल में इसे लोकतंत्र की भावना के खिलाफ करार दिया। मोदी ने कहा कि एक सांसद अधिकतम 10 सीटों पर बच्चों के एडमिशन देने की सिफारिश कर सकता है, लेकिन इसके लिए उनसे हजारों लोग संपर्क करते हैं। देश में कुल 788 सांसद हैं। उन्होंने कहा कि सांसद चूंकि 10 ही बच्चों की सिफारिश करते हैं, इससे बाकी लोगों में उनके प्रति गुस्सा बढ़ जाता है। सांसद चुनाव हार रहे हैं तो इसकी बड़ी वजह यह एडमिशन भी है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/question-and-answer-in-parliament-consideration-of-strict-law-for-ott-know-why-law-minister-kiren-rijiju-said-friendship-will-remain-outside-the-house,"सदनों में सवाल-जवाब : ओटीटी के लिए सख्त कानून पर विचार, कानून मंत्री बोले- सदन के बाहर ही रहेगी दोस्ती","विस्तार केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक 96 नागरिक, 81 सुरक्षाबल और 366 आतंकी मारे गए हैं। यह जानकारी राज्यसभा में बुधवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दी। उन्होंने बताया कि इस अवधि में किसी कश्मीरी हिंदू या पंडित ने घाटी नहीं छोड़ी। कुछ परिवार कश्मीर से निकल कर जम्मू क्षेत्र चले आए हैं। इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। बहुत से परिवार सरकारी कर्मचारियों के हैं। अधिकतर मूवमेंट दरअसल सरकारी कार्यालयों के शीतकाल में जम्मू जाने व स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियों की वजह से हुआ। 31,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव सांसद नारायण दास गुप्ता के सवाल के जवाब में राय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार को अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक 31,000 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। सरकार ने 19 फरवरी 2021 को जम्मू-कश्मीर के लिए केंद्र की औद्योगिक विकास योजना जारी की थी। राज्य की औद्योगिक नीति, निजी उद्योग क्षेत्र विकास नीति और भू आवंटन नीति भी बनाई गई हैं। इनके जरिए निवेश आना शुरू हुआ है। ओटीटी : सख्त कानून पर चल रहा विचार केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि देश में ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाली फिल्मों व टीवी शो पर नियंत्रण के लिए गहन मंत्रणा चल रही है। उन्होंने कहा कि ओटीटी की सामग्री से देश के विभिन्न समुदायों व धर्मों के बीच वैमनस्य बढ़ाने की चिंता बनी हुई है। यह साइबर क्राइम का भी विषय है और यह बच्चों पर असर डाल रहा है। सदन में नहीं, अब बाहर ही रहेगी दोस्ती लोकसभा में कानून मंत्री किरेन रिजिजू और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बीच हुई नोंकझोंक चर्चा का विषय बनी। बनर्जी के टोका-टोकी से नाराज रिजिजू ने उनकी सदन में इज्जत न करने की घोषणा की। जब बनर्जी ने पूछा कि सदन के बाहर भी नहीं? तो कानून मंत्री का जवाब था वहां आप मेरी इज्जत करते हैं इसलिए मैं भी आपकी इज्जत करुंगा। उस दौरान कानून मंत्री जजों के वेतन और सेवा शर्तों से जुड़े बिल पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे। हफ्ते में पूछ सकेंगे एक ही पूरक प्रश्न लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान संसद सदस्य एक सप्ताह में बस एक ही पूरक प्रश्न पूछ सकेंगे। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सभी सदस्यों को मौका देने के लिए वह ऐसा करना चाहते हैं। बुधवार को टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को पूरक प्रश्न पूछने का मौका नहीं मिला। आपत्ति जताने पर स्पीकर ने कहा कि उन्हें मंगलवार को मौका दिया गया था। स्पीकर ने कहा कि उन्होंने पूरक प्रश्न पूछने के मामले में विपक्ष को वरीयता दी है। आपत्तिजनक टिप्पणी पर वर्मा को फटकार शून्यकाल के दौरान स्पीकर की भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा को दिल्ली के सीएम के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी पर फटकार के बाद खेद व्यक्त करना पड़ा। विवाद शुरू होने के बाद बयान को कार्यवाही से बाहर कर दिया गया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-winter-session-law-minister-kiren-rijiju-said-justice-is-not-only-available-from-court-independence-of-legislature-and-executive-is-also-necessary,"संसद सत्र : कानून मंत्री रिजिजू बोले- महज अदालत से ही नहीं मिलता न्याय, विधायिका-कार्यपालिका की स्वतंत्रता भी जरूरी","विस्तार कॉलेजियम द्वारा जजों की नियुक्ति की सिफारिशों को तीन से चार हफ्ते में निपटाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने गहरी नाराजगी जताई है। निर्देश को अनुचित बताते हुए कानून मंत्री ने कहा कि बेहतर व्यवस्था निर्माण और न्याय उपलब्ध कराने के लिए महज न्यायपालिका ही नहीं कार्यपालिका और विधायिका की स्वतंत्रता भी जरूरी है। कानून मंत्री ने यह भी कहा कि संविधान के मुताबिक न्यायाधीशों की नियुक्ति का अधिकार सरकार का है। इसमें सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों की भूमिका महज सलाहकार तक ही सीमित है। लोकसभा में उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय न्यायाधीश वेतन और सेवा शर्त संशोधन विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कानून मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया को समय सीमा में बांधे जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि देश का संविधान यह कहता है कि जजों की नियुक्ति का अधिकार सरकार के पास है। अगर न्यायपालिका इस तरह का निर्देश देगी तो सरकार को भी संविधान का सहारा लेना पड़ेगा। विधेयक को मंजूरी लोकसभा ने बुधवार को उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय न्यायाधीश वेतन और सेवा शर्तें संशोधन बिल 2021 को ध्वनि मत से मंजूरी दे दी। इस विधेयक में उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के वर्तमान और सेवानिवृत्त जजों के वेतन और पेंशन को नए सिरे से परिभाषित किया गया है। इस बिल पर चर्चा के दौरान सभी पक्षों ने कॉलेजियम व्यवस्था को खत्म करने और राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग बिल को दोबारा लाने की मांग की। सभी स्तंभ सांविधानिक सीमाओं में ही रहें तो अच्छा रिजिजू ने कहा कि सरकार न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करती। कॉलेजियम की सिफारिश को कभी भी बिना उचित कारण के लटकाया नहीं है। सिफारिशों पर निर्णय लेने से पहले सरकार को कई प्रक्रियाओं से गुजरना होता है। उन्होंने कहा कि संविधान ने सबके अधिकार क्षेत्र तय किए हैं। जितनी न्यायपालिका की स्वतंत्रता जरूरी है, उतनी ही स्वतंत्रता विधायिका और न्यायपालिका की भी जरूरी है। सिर्फ अदालत के जरिए ही न्याय नहीं होता। न्याय उपलब्ध कराने के मामले में लोकतंत्र के तीनों स्तंभ अपने-अपने तरीके से काम करते हैं। पद रिक्तियां स्वाभाविक... इस दौरान कानून मंत्री ने न्यायिक क्षेत्र में खाली पदों को स्वाभाविक बताया। उन्होंने कहा कि हमें नहीं भूलना चाहिए कि नए जज की नियुक्ति के साथ पुराने जज रिटायर भी होते हैं। नियुक्ति और सेवानिवृत्ति का यह सिलसिला समान रूप से आगे बढ़ता है। ऐसे में इन रिक्तियों को पूर्ण रूप से कभी नहीं भरा जा सकता। न्यायिक आयोग गठन पर फिर मुखर हो सकती है सरकार हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग के गठन के मामले में सरकार नए सिरे से मुखर हो सकती है। लोकसभा में कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने इस आशय का स्पष्ट संकेत दिया। उन्होंने कहा कि जजों की नियुक्ति के लिए वर्तमान कॉलेजियम व्यवस्था के खिलाफ सभी क्षेत्रों में आवाज उठ रही है। यहां तक कि खुद न्यायिक क्षेत्र से भी आयोग के गठन के समर्थन में आवाज उठ रही है। कॉलेजियम व्यवस्था को खत्म करने की मांग को लेकर दे रहे जवाब में कानून मंत्री ने कहा कि इस आशय की राय महज संसद की नहीं है। विभिन्न क्षेत्रों से ऐसी ही आवाज उठ रही हैं। कई सेवानिवृत्त जज, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन भी कह रहा है कि जजों की नियुक्ति के लिए वर्तमान कॉलेजियम व्यवस्था सही नहीं है। यह पारदर्शी नहीं है और संदेह से मुक्त नहीं है। फिर सवाल न्यायिक क्षेत्र में सभी वर्गों के प्रतिनिधित्व का भी है। कानून मंत्री ने इसे संवेदनशील मामला बताया और कहा कि नए सिरे से बातचीत की जाएगी। कमजोर वर्ग के नाम भेजने का अनुरोध रिजिजू ने कहा कि उन्होंने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों को पत्र लिखा है। उनसे अनुरोध किया गया है कि कॉलेजियम की ओर से की गई सिफारिशों में समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के भी नाम हों। रिजिजू ने कहा कि सरकार का इरादा न्यायिक क्षेत्र में हस्तक्षेप का नहीं है। मगर सरकार को सभी वर्गों के साथ न्याय का ख्याल भी रखना है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/central-law-and-justice-ministry-told-in-supreme-court-that-there-is-no-proposal-under-consideration-to-make-law-commission-a-statutory-body,सुप्रीम कोर्ट: केंद्र ने अदालत में कहा - विधि आयोग को वैधानिक निकाय बनाने के लिए कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं,"विस्तार कानून एवं न्याय मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि विधि आयोग को वैधानिक निकाय बनाने के लिए कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। अधिवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय द्वारा दायर एक याचिका में भारतीय विधि आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों को नियुक्त करने और इसे एक वैधानिक निकाय बनाने का केंद्र को निर्देश देने की मांग की गई थी। मंत्रालय ने जनहित याचिका के जवाब में दाखिल हलफनामे में यह जानकारी दी है। उपाध्याय ने अपनी याचिका में विधि आयोग को ‘वैधानिक निकाय’ घोषित करने और इसके अध्यक्ष एवं सदस्य नियुक्त करने का निर्देश देने का केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है। मंत्रालय ने हलफनामे में कहा है कि उपाध्याय द्वारा दायर याचिका तुच्छ है और यह सुनवाई योग्य नहीं है। मंत्रालय ने कहा, याचिकाकर्ता की नीयत साफ नहीं है और उन्होंने जो, मुद्दा उठाया है, वह स्पष्ट रूप से शक्तियों के पृथक्करण के सिद्धांत से इतर है और वर्तमान में विधि आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति का मामला सरकार के पास है। शीर्ष अदालत ने पहले उपाध्याय की याचिका पर केंद्र को नोटिस जारी किया था, जिसमें गृह मंत्रालय, कानून एवं न्याय मंत्रालयों के साथ-साथ भारत के विधि आयोग को भी पक्षकार बनाया था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/fir-registered-against-bjp-leader-and-mla-ashish-shelar-over-comment-about-mumbai-mayor-kishori-pednekar-in-marine-drive-police-station,महाराष्ट्र: मुंबई मेयर पर विवादित बयान देने वाले बीजेपी विधायक आशीष शेलार पर एफआईआर,"विस्तार महाराष्ट्र में बीजेपी विधायक आशीष शेलार के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस के अनुसार विधायक शेलार पर मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। शिवसेना की नेता पेडनेकर ने शेलार के खिलाफ दक्षिणी मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस के अनुसार किशोरी पेडनेकर ने बीजेपी विधायक शेलार के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 अ (4) और धारा 509 के तहत मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच करेगी। दरअसल बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने वर्ली क्षेत्र में हुए सिलेंडर विस्फोट में बीएमसी की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े किए थे, इसी दौरान उनपर विवादित बयान देने के आरोप लगे हैं। महाराष्ट्र: मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने बीजेपी विधायक आशीष शेलार के ख़िलाफ आईपीसी की धारा 354 ए (4) और 509 के तहत मामला दर्ज़ किया है। किशोरी पेडनेकर का आरोप है कि आशीष शेलार ने वर्ली आग कांड में उनके ख़िलाफ विवादित टिप्पणी की थी — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 8, 2021",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/will-sack-any-minister-if-complaint-of-sexual-exploitation-is-filed-against-him-goa-cm-latest-news-update,"गोवा: सीएम सावंत बोले- किसी भी मंत्री के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज हुई, तो उसे हटा दूंगा","विस्तार गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर उनके मंत्रिमंडल के किसी भी सदस्य के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे, तो उस व्यक्ति को पद से हटा दिया जाएगा। उन्होने कहा कि अगर शिकायत भी दर्ज कराई जाती है, तो वह उसे पद से हटान से पीछे नहीं हटेंगे। दरअसल, पिछले सप्ताह कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गिरीश चोडानकर ने आरोप लगाया था कि गोवा के एक मंत्री ने एक महिला का यौन उत्पीड़न किया था। सावंत ने यहां प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि मैं इस मामले में गहन जांच करूंगा, लेकिन कम से कम पीड़िता को एक शिकायत तो दर्ज कराने दीजिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ऐसे आरोप लगाकर सस्ती लोकप्रियता पाना चाहते हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cbi-opposes-bail-plea-of-christian-michel-james-in-agustawestland-case-in-hc,AgustaWestland case: सीबीआई ने दिल्ली हाई कोर्ट में क्रिश्चियन मिशेल की जमानत याचिका का किया विरोध,"विस्तार सीबीआई ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के सिलसिले में कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल जेम्स की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी करीबी संलिप्तता दिखाने के लिए सबूत हैं। एजेंसी ने जस्टिस मनोज कुमार ओहरी को बताया कि मिशेल ने घोटाले से संबंधित कुछ अनुबंधों के अनुसार 42 मिलियन यूरो प्राप्त किए और दावा किया कि यदि ट्रायल कोर्ट द्वारा रोजाना की कार्यवाही का आदेश दिया जाता है तो मुकदमा छह महीने में समाप्त हो जाएगा। 3,600 करोड़ रुपये का कथित घोटाला अगस्ता वेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की खरीद से संबंधित है। सीबीआई की ओर से पेश हुए विशेष लोक अभियोजक डीपी सिंह ने कहा कि दिसंबर 2018 में दुबई से मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद जांच में पर्याप्त प्रगति हुई थी। उन्होंने तर्क दिया कि मिशेल का दावा है कि उसे दुबई के शाही परिवार के एक सदस्य की वापसी के बदले भारत में प्रत्यर्पित किया गया था, आपत्तिजनक और उसकी कल्पना की उपज थे। सिंह ने कहा कि यह भारत सरकार को बदनाम करने का एक हास्यास्पद दावा है। उन्होंने आगे मिशेल की इस दलील का खंडन किया कि यदि दोषी पाया जाता है, तो उसे संबंधित अदालत द्वारा अधिकतम पांच साल की सजा दी जाएगी। साथ ही बताया कि मामले में दो आरोपपत्रों में उस पर जिन अपराधों का आरोप लगाया गया था, उसमें आजीवन कारावास भी हो सकता है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/jago-bangla-congress-war-weary-torn-apart-by-infighting-trinamool-calls-itself-real-congress,"'जागो बांग्ला': कांग्रेस 'युद्ध से थकी', अंदरूनी कलह से टूटी हुई पार्टी, तृणमूल ने खुद को बताया 'असली कांग्रेस'","विस्तार सोनिया गांधी नीत कांग्रेस व ममता बनर्जी नीत तृणूल कांग्रेस के बीच सियासी जंग व वर्चस्व की लड़ाई तेज होती जा रही है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को अपने मुख पत्र 'जागो बांग्ला' में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। तृणमूल ने कहा कि वह अब 'असली कांग्रेस' है। 'युद्ध से थकी' भव्य पुरानी पार्टी (कांग्रेस) मुख्य विपक्षी दल के रूप में अपनी भूमिका निभाने में विफल रही है। विपक्ष के नेतृत्व के मुद्दे को लेकर इन दिनों ममता बनर्जी नीत टीएमसी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी है। तृणमूल ने अपने मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में दोहराया कि वह भाजपा से लड़ने के लिए वचनबद्ध है। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की नई दिल्ली में पार्टी के सांसदों के साथ बैठक का विवरण साझा करते हुए लेख में कहा गया. ' कांग्रेस प्रमुख विपक्ष के झंडे को आगे बढ़ाने में असमर्थ है। कांग्रेस को भाजपा के रथ को रोकना था। वह केंद्र में मुख्य विपक्षी दल है, लेकिन उदासीन, 'युद्ध से थकी, बोझिल, अंदरूनी कलह और गुटबाजी से टूटी हुई है। समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता है। किसी को तो आगे आना होगा। तृणमूल कांग्रेस यह जिम्मेदारी निभाएगी। वह ही असली कांग्रेस है।' ममता ने कहा- बंगाल में सरकारी नौकरियों के लिए स्थानीय भाषा का ज्ञान जरूरी दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार की नौकरियों में भर्ती के दौरान स्थानीय लोगों और स्थानीय भाषा जानने वालों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। बनर्जी ने कहा कि यह चलन प्रशासनिक कार्य को सुचारू बनाएगा। मुख्यमंत्री ने यहां प्रशासनिक समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि यह मैं सभी राज्यों को कह रही हूं। पश्चिम बंगाल में, अगर कोई व्यक्ति राज्य से है, तो उसे राज्य सरकार की नौकरियों में भर्ती के दौरान प्राथमिकता मिलनी चाहिए, भले ही उसकी मातृभाषा बंगाली न हो। मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/former-cji-ranjan-gogoi-launched-his-autobiography-justice-for-the-judge-said-i-should-not-have-been-part-of-bench-in-hearing-case-on-sexual-harassment-allegations,Ranjan Gogoi: पूर्व सीजेआई गोगोई बोले- यौन उत्पीड़न मामले से निपटने वाली पीठ में न होता तो बेहतर होता,"विस्तार यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना करने वाले भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने बुधवार को स्वीकार किया कि उन्हें इस मामले से निपटने वाली पीठ का हिस्सा नहीं होना चाहिए था। जस्टिस गोगई ने कहा, 'मुझे उस पीठ का जज नहीं होना चाहिए था। अगर मैं पीठ का हिस्सा नहीं होता तो बेहतर होता। हम सभी गलतियां करते हैं। इसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है।' जस्टिस गोगोई ने अपनी आत्मकथा 'जस्टिस फॉर जज' के विमोचन के दौरान सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि उनकी प्रतिष्ठा पर सवाल उठाया जा रहा था। अप्रैल 2019 में सुप्रीम कोर्ट की एक महिला कर्मचारी ने तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जस्टिस गोगोई ने स्वत: संज्ञान लेकर मामला दर्ज करने के बाद इस मुद्दे से निपटने के लिए तीन न्यायाधीशों की पीठ की अध्यक्षता की थी। एक आंतरिक समिति द्वारा उन्हें बाद में क्लीन चिट के संबंध में जस्टिस गोगई ने कहा, 'यह केवल 'फुल कोर्ट' के विवेक पर है। सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन सभी जजों की सहमति पर समिति का गठन किया गया था। यह एक फैसले द्वारा निर्धारित किया गया है। आंतरिक कार्यवाही दांतहीन नहीं है। दोषी पाए जाने पर न्यायाधीश को पद छोड़ना होता है और राष्ट्रपति महाभियोग को मंजूरी देते हैं। जस्टिस गोगई ने कहा कि उनके उत्तराधिकारी जस्टिस एसए बोबडे, जो आंतरिक समिति का नेतृत्व कर रहे थे, उनके खिलाफ फैसला कर सकते थे और आसानी से सीजेआई के रूप में अतिरिक्त सात महीने पा सकते थे। महिला कर्मचारी की बाद में बहाली के बारे में जस्टिस गोगोई ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान हुआ था। महिला ने मानवीय आधार पर उसके मामले पर विचार करने के लिए जस्टिस बोबडे को एक आवेदन दिया था। जस्टिस बोबडे ने उस महिला के साथ-साथ कथित तौर पर अनिल अंबानी का पक्ष लेने के लिए अदालत के आदेश को बदलने पर बर्खास्त किए गए दो अन्य कर्मचारियों को भी बहाल कर दिया था। अपने राज्यसभा नामांकन के सवाल पर जस्टिस गोगोई ने कहा, 'मुझे क्या स्वीकार करना चाहिए था राज्यपाल या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष। आर्थिक रूप से तब मैं बेहतर होता। मैंने राज्यसभा से एक पैसा भी नहीं लिया है। जस्टिस गोगोई 17 नवंबर, 2019 को भारत के मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वह उत्तर-पूर्वी राज्य असम के पहले मुख्य न्यायाधीश थे। जस्टिस गोगई ने अयोध्या विवाद का फैसला करने वाली पांच-न्यायाधीशों की पीठ की अध्यक्षता की थी। उन्होंने उस पीठ की भी अध्यक्षता की थी जिसने राफेल सौदे की जांच की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था। अयोध्या फैसले को लेकर लगे आरोपों का किया खंडन उत्तर-पूर्वी राज्यों से आने वाले देश के पहले मुख्य न्यायाधीश ने यहां अन्य कई मुद्दों पर भी बात की। इनमें देश के 46वें मुख्य न्यायाधीश पर अपने कार्यकाल के दौरान विवादों का कारण बनने वाले मामले भी शामिल रहे। इसके साथ ही उन्होंने उस आरोप का जोरदार खंडन किया कि अयोध्या का फैसला उन्होंने राज्यसभा में नामांकन के एवज में दिया था। असम के डिब्रूगढ़ से आने वाले गोगोई तीन अक्तूबर 2018 को सीजेआई बनाए गए थे और 17 नवंबर 2019 को पदमुक्त हुए थे। गोगोई ने किताब में कई विवादित मुद्दों पर भी की बात इस किताब में गोगोई ने अपने जीवन और करियर के दौरान हुए नाटकीय घटनाक्रमों का वर्णन किया है। इसमें उनके सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनने से पहले के 'कुख्यात' संवाददाता सम्मेलन, यौन उत्पीड़न के आरोप और टैब्लॉयड पत्रकारिता के असर से जुड़ी घटनाएं भी शामिल हैं। इसमें उन्होंने सीजेआई बनने के सफर, ऐतिहासिक मामलों और न्यायिक महत्वाकांक्षाओं के बारे में बात की है और देश की कानून व्यवस्था के बारे में जो सबक सीखे, इसके बारे में भी बात की गई है। 'अयोध्या पर फैसला एक जिम्मेदारी थी जो मैंने निभाई' गोगोई ने अपनी इस आत्मकथा में कई अहम बैठकों, वार्ताओं और व्यक्तिगत लड़ाइयों का भी जिक्र किया है। इसमें उन्होंने राफेल लड़ाकू विमान, राहुल गांधी के खिलाफ शुरू की गई अवमानना की कार्यवाही, सबरीमाला, एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) और अयोध्या के फैसले को लेकर भी बात की है। अयोध्या फैसले पर उन्होंने कहा कि यह एक जिम्मेदारी थी जो मेरे पूर्ववर्ती ने मुझे दी थी और एक तारीख तय की थी। मेरे पास भागने या लड़ने के दो विकल्प थे, मैंने लड़ना चुना।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/2002-gujarat-riots-didn-t-try-to-implicate-ex-chief-minister-zakia-jafri-tells-sc,"गुजरात दंगा: जकिया जाफरी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा, तत्कालीन सीएम मोदी को फंसाने की कोशिश नहीं की","विस्तार 2002 के गुजरात दंगों में बड़ी साजिश का आरोप लगाने वाली जकिया जाफरी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्होंने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री को किसी भी स्तर पर फंसाने की कोशिश नहीं की थी और उन्होंने अब भी इस पर बहस नहीं की है। 28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद में गुलबर्ग सोसाइटी में हुई हिंसा के दौरान मारे गए मारे गए कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी ने एसआईटी द्वारा नरेंद्र मोदी सहित 64 लोगों को क्लीन चिट दिए जाने को चुनौती दी है। मोदी दंगों के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री थे। कपिल सिब्बल ने रखी दलील जकिया जाफरी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ से कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री की किसी भी कथित संलिप्तता के बारे में बिल्कुल भी तर्क नहीं दिया है। हमारा जोर इस बात पर है कि साजिश के बड़े मुद्दे हैं जिनकी विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा जांच नहीं की गई थी। बेंच में जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और सीटी रविकुमार भी शामिल थे, जिन्होंने पाया कि एसआईटी द्वारा उच्चतम स्तर पर उन लोगों की संलिप्तता के आरोपों की जांच की गई थी और सामग्री एकत्र की गई थी, जिसके आधार पर जांच अधिकारी ने एक राय बनाते हुए रिपोर्ट पेश की थी। पीठ ने कहा कि टेप में उस दावे के संबंध में एसआईटी ने समकालीन आधिकारिक रिकॉर्ड की ओर इशारा किया है कि राज्य ने किस तरह की प्रतिक्रिया दी, क्या कार्रवाई की और कैसे कदम उठाए। अब यह उस बात को झुठलाता है और जांच अधिकारी की भी यही राय है। इसे देखने का यही तरीका है। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि बिना किसी ठोस सबूत के किसी भी व्यक्ति के खिलाफ आरोप पत्र दायर नहीं किया जा सकता है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/parliament-winter-session-2021-live-news-updates-today-in-hindi-congress-president-sonia-gandhi,"Parliament Winter Session: लोकसभा में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीशों की पेंशन से जुड़ा बिल पारित, कश्मीर में रिपोर्टिंग पर रोक नहीं","खास बातें Parliament Winter Session 2021 Live: केंद्र ने एक सवाल के जवाब में बताया कि धारा 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर से एक भी हिंदू या कश्मीरी पंडित को घाटी से विस्थापित नहीं किया गया है। लाइव अपडेट 05:41 AM, 08-Dec-2021 बांधों की सुरक्षा के लिए बनेगा अलग ढांचा बुधवार को संसद ने देश के खास बांधों की सुरक्षा के लिए एक संस्थागत ढांचा तैयार करने के विधेयक को पारित कर दिया। राज्यसभा ने दो दिसंबर को डेम सेफ्टी बिल को मामूली सुधारों के साथ मंजूरी दे दी थी। विधेयक के शीर्षक में वर्ष 2019 की जगह 2021 भी किया गया। जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में इन संशोधनों को पेश किया, जिन्हें ध्वनि मत से मंजूरी दे दी गई। विधेयक में विशेष बांधों की निगरानी, निरीक्षण, संचालन व रखरखाव के उपायों के प्रावधान हैं, ताकि भविष्य में बांध फूटने जैसी त्रासदियों से बचा जा सके। 05:32 AM, 08-Dec-2021 जम्मू-कश्मीर में पत्रकारों को रिपोर्टिंग पर रोक नहीं केंद्र ने बुधवार को संसद को यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है, जिससे राज्य में पत्रकारों को रिपोर्टिंग से रोका जा सके। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित जम्मू कश्मीर सरकार ने केंद्र को बताया है कि उसने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है। 05:26 AM, 08-Dec-2021 अंतरिक्ष का मलबा हटाने के लिए इसरो ने शुरू किया शोध पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा को बताया कि इसरो ने अंतरिक्ष में विभिन्न मिशनों द्वारा छोड़े गए मलबे को हटाने का शोध शुरू कर दिया है। इसके लिए वह संयुक्त राष्ट्र और विभिन्न अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा तय प्रक्रिया का पालन करेगा। 05:05 PM, 08-Dec-2021 कल खड़गे करेंगे बैठक सदन के लिए रणनीति तय करने के लिए कल संसद में एलओपी राज्यसभा मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में विपक्षी नेताओं की बैठक होगी। 05:00 PM, 08-Dec-2021 राज्यसभा से पारित हुए एआरटी और सरोगेसी विनियमन विधेयक राज्यसभा में बुधवार को सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) विधेयक 2020 और सरोगेसी (विनियमन) विधेयक 2020 पारित हो गए। सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (एआरटी) विनियमन विधेयक के जरिए देश में प्रजनन क्लीनिक और शुक्राणु बैंकों के लिए मानक और आचार संहिता निर्धारित की जाएगी। 04:51 PM, 08-Dec-2021 लोकसभा में उठा बीएसएनएल की 4जी, 5जी सेवाओं का मुद्दा द्रमुक सांसद दयानिधि मारन ने बुधवार को लोकसभा में बीएसएनल की 4जी और 5जी सेवाओं का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह निजी टेलीकॉम ऑपरेटरों को तरजीह दे रही है। इस दौरान मारन और भाजपा सांसदों के बीच बहस भी हुई। मारन ने कहा कि जब पूर्व दूरसंचार मंत्री ने यह आश्वासन दिया था कि बीएसएनएल और एमटीएनएल को को 4जी और 5जी सेवाएं जी जाएंगी। अभी तक 4जी सेवाओं की शुरुआत का कोई संकेत नहीं दिखा है। दोनों के ग्राहक जियो की ओर रुख कर रहे हैं जिसका सरकार समर्थन करती है। 04:39 PM, 08-Dec-2021 राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित राज्यसभा की कार्यवाही नौ दिसंबर की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। 03:33 PM, 08-Dec-2021 लोकसभा में रिटायर जजों की पेंशन से जुड़ा विधेयक पारित लोकसभा में आज उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक, 2021 पारित हो गया। यह विधेयक सेवानिवृत्त न्यायाधीश को पेंशन की अतिरिक्त मात्रा की पात्रता की तिथि को स्पष्ट करता है। 01:08 PM, 08-Dec-2021 धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में मारे गए 366 आतंकवादी राज्य सभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्र ने बताया कि वर्ष 2018 से 2020 के बीच हुए दंगों में 101 लोगों ने अपनी गंवाई जान गंवा दी। वहीं इन दंगों में 3,366 लोग घायल भी हुए। केंद्र ने बताया कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के बाद से वहां पर 366 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। वहीं इस कार्रवाई में 96 आम नागरिक और 81 सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हुई है। ये आंकड़े पांच अगस्त 2019 से 30 नवंबर 2021 के बीच के हैं। केंद्र ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद किसी भी हिंदू या कश्मीरी पंडित ने घाटी से विस्थापित नहीं किया गया है। 12:31 PM, 08-Dec-2021 विपक्ष ने किया बहिष्कार विपक्ष के हंगामे के बाद स्थगित की गई राज्यसभा की कार्रवाई एक बार फिर से शुरू हो गई है। लेकिन टीडीपी को छोड़कर पूरे विपक्ष ने सदन का बहिष्कार कर दिया है। 12:06 PM, 08-Dec-2021 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का प्रदर्शन जारी 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का प्रदर्शन जारी है। एक बार फिर से विपक्षी पार्टी के सांसद गांधी प्रतिमा के नीचे निलंबन वापस लिए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। विपक्ष के इस धरने में सपा सांसद जया बच्चन, कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम और टीएमसी सांसद सुष्मिता देव भी मौजूद हैं। 12:01 PM, 08-Dec-2021 माफी मांगने पर ही होगा निलंबन वापस संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हमनें पहले ही कहा था कि सांसदों का निलंबन तभी वापस होगा, जब तक वे माफी नहीं मांग लेते। मैं फिर से उनसे निवेदन करता हूं कि उन्होंने जो किया था, उसकी माफी मांग लें। 11:43 AM, 08-Dec-2021 राज्यसभा 12 बजे तक स्थगित 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष ने एक बार फिर से राज्यसभा में हंगामा काटा। विपक्ष सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहा है। भारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्रवाई को 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। 10:50 AM, 08-Dec-2021 पीएम मोदी की बैठक शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, प्रह्लाद जोशी मौजूद हैं। 10:18 AM, 08-Dec-2021 12 सांसदों के मुद्दे पर कांग्रेस एकजुट संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस सीमा मुद्दों पर ससंद में चर्चा कराए जाने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि 12 सांसदों का निलंबन अस्वीकार्य और नियम विरुद्ध है। कांग्रेस इस मसले पर एकजुटता के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों और आम लोगों के प्रति असंवेदनशील है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि से हर परिवार का मासिक बजट बिगड़ गया है। Load More",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/maha-govt-to-file-affidavit-in-sc-for-allowing-polling-on-all-seats-in-local-bodies-on-dec-21-bhujbal,आरक्षण मामला: निकाय चुनाव में सभी सीटों पर मतदान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देगी महाराष्ट्र सरकार,"विस्तार महाराष्ट्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर 21 दिसंबर को स्थानीय निकायों की सभी सीटों पर मतदान की अनुमति देने या इसे पूरी तरह से स्थगित करने का अनुरोध करेगी। राज्य के कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने बुधवार को यह जानकारी दी। शीर्ष अदालत ने उन सीटों पर मतदान रोकने के आदेश दिए थे जहां ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण लागू है। भुजबल ने कहा कि सरकार शीर्ष अदालत से सभी सीटों पर चुनाव की अनुमति देने का अनुरोध करेगी और अगले छह-आठ महीनों में अदालत को इससे जुड़ा डाटा प्रस्तुत किया जाएगा। शीर्ष अदालत ने सोमवार को अपने आदेश में स्पष्ट किया था कि अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीटों को छोड़कर अन्य सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया जारी रहेगी। शीर्ष अदालत ने दो याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए आदेश पारित किया था। खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री भुजबल ने कहा कि राज्य सरकार फिर से सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दायर करेगी, जिसमें अनुरोध किया जाएगा कि चुनाव टुकड़े-टुकड़े में नहीं होने चाहिए। हम सभी सीटों पर चुनाव कराने या उन्हें स्थगित करने का अनुरोध करेंगे और डाटा देंगे। स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण पर रोक सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी। जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस सीटी रविकुमार की पीठ ने यह आदेश उस रिट याचिका पर दिया जिसमें स्थानीय निकाय चुनावों में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने वाले महाराष्ट्र सरकार के अध्यादेश और अध्यादेश को प्रभावी करने के लिए राज्य चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई अधिसूचना को चुनौती दी गई थी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/congress-delegation-that-was-going-to-nagaland-stage-a-sit-in-protest-at-jorhat-airport-in-assam,"नगालैंड मामला: कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को मोन जाने से रोका गया, जोरहाट एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठे","विस्तार नगालैंड फायरिंग हादसे को लेकर सियासी तनातनी जारी है। आज नगालैंड के मोन जिले जाते समय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को असम के जोरहाट हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया। इसके बाद कांग्रेस नेता यहीं पर धरने पर बैठ गए। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को जोरहाट के जिलाधिकारी द्वारा धारा 144 लागू किए जाने के कारण रोका गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में गौरव गोगोई, जितेंद्र सिंह जैसे कांग्रेस नेता शामिल हैं। टीएमसी सांसदों ने की शाह से मुलाकात इस बीच लोकसभा टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि नगालैंड में 14 नागरिकों की मौत पर टीएमसी के 7 सदस्य गृह मंत्री से मिलने गए थे। शाह ने आश्वासन दिया कि प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा। नागालैंड सरकार ने पहले ही उनके परिवारों के सदस्य को रोजगार देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि हमें आश्वासन दिया गया है कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और उनके खिलाफ उचित आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी। हम जल्द से जल्द नगालैंड जाने की उम्मीद करते हैं। सुरक्षाबलों की गोलीबारी में 14 लोगों की मौत नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में 14 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से यहां हालात तनावपूर्ण हैं। इस घटना में मरने वालों के लिए पांच दिनों के शोक का आह्वान किया गया है। यह आह्वान यहां के विभिन्न नगा संस्थाओं ने किया है। अधिकारियों ने बताया कि नगालैंड और मोन में स्थिति नियंत्रण में है। मगर अब लगभग सभी नगा जनजातियां सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (अफस्पा) को हटाने की मांग को लेकर एकजुट हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने भी अफस्पा हटाने की मांग की है।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73874,संयुक्त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों और संबंधित मुद्दों पर आंदोलन स्थगित किया,"Dec 09, 2021 , 8:14PM संयुक्त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों और संबंधित मुद्दों पर आंदोलन स्थगित किया sanyukatkishanmorcha@Noa संयुक्‍त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों और संबंधित मुद्दों को लेकर जारी अपना आंदोलन स्‍थगित करने की घोषणा की है। नई दिल्‍ली में संवाददाता सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि यह फैसला किसान नेताओं की बैठक में किया गया है। उन्‍होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान शनिवार से प्रदर्शन स्‍थल छोडना शुरू कर देंगे। उन्‍होंने कहा कि किसान नेता अगले महीने की 15 तारीख को समीक्षा बैठक करेंगे और यदि सरकार अपने वायदे पूरे नहीं करेगी, तो वे फिर से आंदोलन शुरू कर देंगे। किसान करीब एक वर्ष से दिल्‍ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। संसद ने मौजूदा शीतकालीन सत्र के पहले दिन तीनों कृषि कानून निरस्‍त कर दिए थे। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने पिछले महीने की 19 तारीख को 2019 में बनाये गये नये कृषि कानून रद्द करने की घोषणा की थी। श्री मोदी ने किसानों से अपील की थी कि वे आंदोलन समाप्‍त कर अपने घरों को लौट जाएं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि कृषि संबं‍धी सभी पहलुओं पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a4%b2-12-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%a7-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87--%e0%a4%ae%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a5%81%e0%a4%a8-%e0%a4%96%e0%a4%a1%e0%a4%97%e0%a5%87&id=73835,विपक्षी दल 12 सदस्‍यों के निलंबन के मुद्दे पर सदन में विरोध नहीं करेंगे- मल्लिकार्जुन खडगे,"Dec 09, 2021 , 2:02PM विपक्षी दल 12 सदस्‍यों के निलंबन के मुद्दे पर सदन में विरोध नहीं करेंगे- मल्लिकार्जुन खडगे AIR Pics राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा है कि विपक्षी दल राज्‍यसभा से 12 सदस्‍यों के निलंबन के मुद्दे पर सदन में विरोध नहीं करेंगे। आज संसद भवन से बाहर पत्रकारों से बातचीत में श्री खडगे ने कहा कि ऐसा प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्‍य से किया जा रहा है। श्री रावत की कल हैलीकॉप्‍टर दुर्घटना में मृत्‍यु हो गई थी।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%90%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%a0%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%b9%e0%a5%81%e0%a4%8f-%e0%a4%86%e0%a4%9c-75-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%b9%e0%a5%8b-%e0%a4%97%e0%a4%8f&id=73826,संविधान सभा की ऐतिहासिक बैठक को हुए आज 75 साल हो गए,"Dec 09, 2021 , 12:54PM संविधान सभा की ऐतिहासिक बैठक को हुए आज 75 साल हो गए @narendramodi संविधान सभा की ऐतिहासिक बैठक को हुए आज 75 साल हो गए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से इस महान सभा की कार्यवाही और इसमें शामिल होने वाले प्रख्यात हस्तियों के बारे में जानने का आग्रह किया है। ट्वीट संदेश में श्री मोदी ने कहा कि ऐसा करने से उन्‍हें बहुत कुछ जानने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि संविधान सभा की पहली बैठक की अध्यक्षता संविधान सभा के वरिष्‍ठतम सदस्‍य डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा ने की और कार्यवाही का संचालन आचार्य कृपलानी ने किया था। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा कि 75 साल पहले, हमारी संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग पृष्ठभूमि और विचारधाराओं के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए, जिनका उद्देश्य देश के लोगों को एक समृद्ध संविधान देना था। श्री मोदी ने इन महान लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%85%e0%a4%a7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7-%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%ae-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%ad%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%8f%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%80&id=73829,प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को जन्‍म दिन पर शुभकामनाएं दी,"Dec 09, 2021 , 12:05PM प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को जन्‍म दिन पर शुभकामनाएं दी Tweeted by @narendramodi प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कांग्रेस अध्‍यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को उनके जन्‍म दिन पर शुभकामनाएं दी हैं। श्री मोदी ने उनकी दीघार्यु और अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य की कामना की है।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8-%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%a3-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a-2024-%e0%a4%a4%e0%a4%95-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%96%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a8-%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%a4%e0%a4%b5%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%95-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%80&id=73807,केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल की प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण को मार्च 2024 तक जारी रखने और केन-बेतवा नदी सम्‍पर्क परियोजना को मंजूरी,"Dec 09, 2021 , 9:49AM केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल की प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण को मार्च 2024 तक जारी रखने और केन-बेतवा नदी सम्‍पर्क परियोजना को मंजूरी PIB India केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण मार्च 2024 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। नई दिल्‍ली में आज मीडिया को जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण इलाकों में सभी के लिए आवास सुनिश्चित करेगी। उन्‍होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत शेष एक सौ 55 लाख से अधिक आवासों के निर्माण में सहायता प्रदान करेगी और दो करोड़ 95 लाख सुविधायुक्‍त पक्‍के आवास निर्माण का लक्ष्‍य पूरा करेगी। श्री ठाकुर ने कहा कि मत्रिमंडल ने केन-बेतवा नदियों को जोड़ने की परियोजना को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना पानी की किल्‍लत झेल रहे बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी की उपलब्‍धता स‍ुनिश्चित करेगी। श्री ठाकुर ने कहा कि बढ़ी हुई पानी की उपलब्‍धता कृषि कार्यों को बढ़ावा देगी और पिछड़े बुंदेलखंड क्षेत्र में साम‍ाजिक-आर्थिक समृद्धि को बढ़ाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अब तक दो करोड़ 95 लाख आवास के कुल लक्ष्‍य में से एक करोड़ 65 लाख आवास का निर्माण किया जा चुका है और अगले वर्ष 15 अगस्‍त तक दो करोड़ से अधिक आवास का निर्माण कर लिया जाएगा। शेष एक सौ 55 लाख 75 हजार आवास के निर्माण पर कुल दो लाख 17 हजार दो सौ 57 करोड़ रुपये की लागत आएगी। केन-बेतवा नदियों को जोड़े जाने की परियोजना पर 44 हजार 605 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इस कार्य को आठ वर्ष में पूरा किया जाएगा। यह परियोजना सूखा संभावित मध्‍य प्रदेश के छत्‍तरपुर, पन्‍ना और टीकमगढ़ तथा उत्‍तर प्रदेश के बांदा, महोबा और झांसी क्षेत्रों में एक लाख 26 हजार हेक्‍टेयर जमीन के लिए सिंचाई सुविधा सुनिश्चित करेगी। 62 लाख लोगों के लिए पेयजल सुविधा प्रदान करने के लिए नहरों को जोड़ा जाएगा। परियोजना के अंतर्गत एक सौ तीन मेगावॉट जल विद्युत और 27 मेगावॉट सौर ऊर्जा का उत्‍पादन होगा। मध्‍यप्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज चौहान ने केन-बेतवा सम्‍पर्क परियोजना को मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, केन्‍द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और केन्‍द्रीय मंत्रिमण्‍डल का आभार व्‍यक्‍त किया है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास के लिए वरदान साबित होगी।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/tejashwi-yadav-to-tie-knot-with-lover-today-in-delhi-129194199.html,"रेचल के हुए तेजस्वी यादव: पहले सगाई फिर लिए अग्नि के 7 फेरे, लालू, राबड़ी सहित यूपी के पूर्व CM अखिलेश पत्नी के साथ शामिल हुए","रेचल के हुए तेजस्वी यादव:पहले सगाई फिर लिए अग्नि के 7 फेरे, लालू, राबड़ी सहित यूपी के पूर्व CM अखिलेश पत्नी के साथ शामिल हुए पटना तेजस्वी-रेचल के जयमाला के बाद ये तस्वीर ली गई है। इसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव भी दिख रही हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव-रेचल के साथ परिणय सूत्र में बंध गए। गुरुवार को दिल्ली के साकेत स्थित मीसा भारती के सैनिक फार्म हाउस पर समारोह संपन्न हुआ। पहले दोनों की सगाई हुई। उसके बाद परिवार के समक्ष तेजस्वी-रेचल ने अग्नि के सात फेरे लिए। कार्यक्रम में पिता लालू प्रसाद यादव, मां राबड़ी देवी, बहन मीसा भारती, भाई तेजप्रताप यादव और UP के पूर्व CM अखिलेश यादव भी पत्नी डिंपल के साथ शामिल हुए। तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी रेचल बचपन के दोस्त हैं करीब 7 साल पहले वो एक-दूसरे के करीब आए। रेचल चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं। तेजस्वी यादव व रेचल की सगाई का फोटो। लालू ने करीबियों को भी शादी का नहीं दिया था न्योता शादी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थीं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि लालू यादव खुद इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। शायद इसी वजह से उन्होंने अपने कई करीबियों को भी शादी में शरीक होने का न्योता तक नहीं दिया था। शादी इतनी गोपनीय तरीके से हो रही है कि बुधवार तक किसी को शादी की खबर तक नहीं थी। शादी समारोह में रस्म निभाते दिखे तेजस्वी और रेचल। हालांकि, इस बात की भी चर्चा है कि होने वाली लालू की बहू हिंदू नहीं हैं इसलिए वे नाराज थे। बुधवार को बहन रोहिणी आचार्या ने ट्वीट कर लिखा था, 'भाई के सिर पर सेहरा है सजने वाला खुशियों से गुलजार घर का आँगन है होने वाला', है। रोहिणी आज कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाईं। हालांकि, उन्होंने ट्वीट कर तेजस्वी-रेचल को बधाई जरूर दी। तेजस्वी यादव और रेचल जयमाला के बाद एकसाथ दिखे। तेजस्वी और उनकी प्रेमिका की बचपन की है दोस्ती तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी रेचल की दोस्ती बचपन की है। दोनों साथ में DPS, आरके पुरम में पढ़ते थे। वहीं, 2014 से करीब आ गए थे। दोस्ती प्यार में बदली और गुरुवार को दोनों एक-दूसरे के हो गए। तेजस्वी लालू-राबड़ी के सबसे छोटे संतान हैं। इसलिए दुलारे भी हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उन्हें माता-पिता को शादी के लिए मनाने में काफी समय लग गया। यहां तस्वीरों में देखिए तेजस्वी-रेचल की शादी... तेजस्वी यादव अपनी दुल्हन रेचल का हाथ मांगते दिखे। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से आशीर्वाद लेतीं बहू रेचल। पिता लालू प्रसाद यादव के साथ बैठे तेजप्रताप यादव साथ में यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव। छोटे भाई दूल्हा तेजस्वी यादव व दुल्हन रेचल के साथ तेजप्रताप यादव। शादी के दौरान लावा छिंटाई की रस्म अदा करते तेजस्वी-रेचल। शादी के दौरान रस्म अदा करते तेजस्वी यादव और रेचल। जयमाला के बाद दूल्हा तेजस्वी और दुल्हन रेचल के पास खड़े अखिलेश यादव व डिंपल यादव। साथ ही मां राबड़ी देवी और पिता लालू प्रसाद यादव भी स्टेज पर दिख रहे हैं। खबरें और भी हैं... डंके की चोट पर शादी करेंगे चिराग, तेजस्वी जैसी नहीं: नेता प्रतिपक्ष की गुपचुप शादी पर कहा- उन्हें मेरी शुभकामनाएं...मैं ऐसा नहीं करूंगा बिहार तेजस्वी को शादी के लिए लालू-राबड़ी को मनाना पड़ा!: चंडीगढ़ की रहने वाली हैं प्रेमिका, दिल्ली के आरके पुरम में साथ पढ़ते थे दोनों बिहार चिराग और निशांत से पहले तेजस्वी की शादी क्यों?: RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा- बहुत चीजों का इंतजार नहीं कर सकते पटना साढ़े तीन साल बाद लालू के घर में शहनाई: बिहार से दूर तेजस्वी की दिल्ली में शादी आज, तेज के विवाह में शामिल हुए थे 25 हजार पटना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/navjot-singh-sidhu-no-tweet-after-bipin-rawats-death-in-helicopter-crash-129194510.html,"ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम","ट्विटर पर घिरे सिद्धू:CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़ हर मुद्दे पर ट्वीट करने वाले पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू ट्विटर पर ही घिर गए। उनके फॉलोअर्स ने सिद्धू को हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए CDS बिपिन रावत और दूसरे सैनिकों को श्रद्धांजलि न देने के मामले पर घेरा। हेलिकॉप्टर क्रैश में एक सैनिक तरनतारन का भी था। फॉलोअर्स ने इसे सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम तक बता दिया। इसकी शुरूआत तब हुई, जब सिद्धू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को जन्मदिन की बधाई दी। सिद्धू ने सोनिया गांधी के साथ अपनी फोटो ट्वीट की। इसमें लिखा कि आपको आपकी तरह ही इस विशेष दिन की बधाई। इसके बाद फॉलोअर्स ने सिद्धू की खिंचाई शुरू कर दी। सिद्धू ने सोनिया गांधी को जन्मदिन की बधाई का ट्वीट किया लोगों का तंज, इमरान-बाजवा ने मना किया होगा सिद्धू के सोनिया को बर्थडे विश के ट्वीट के नीचे फॉलोवर्स ने ताबड़तोड़ ट्वीट शुरू कर दिए। उन्होंने लिखा कि CDS बिपिन रावत की अकस्मात मृत्यु पर कुछ नहीं बोला या फिर बड़े भाई इमरान और बाजवा ने मना किया है। अंकुर सिंह नाम के फॉलोवर ने लिखा कि इमरान खान के छोटे भाई सिद्धू देश ने आभूषण खोया है लेकिन आपने संवेदना तक व्यक्त नहीं की। एक फॉलोवर ने यहां तक लिया कि इमरान खान का जन्मदिन होता तो अब तक पार्टी चल रही होती। सिद्धू के ट्वीट के नीचे फालोवर्स के सवाल सिद्धू पर पाक प्रेम के हमेशा लगे आरोप पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू पर अक्सर पाकिस्तान प्रेम के आरोप लगते रहे हैं। सिद्धू को लेकर ताजा बवाल तब हुआ, जब उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर से जाते वक्त इमरान खान को अपना बड़ा भाई बता दिया था। इससे पहले भी वह पाक आर्मी चीफ कमर बाजवा के गले लगने से विवादों में आए थे। पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सिद्धू के पाकिस्तानी रिश्तों को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। सिद्धू अब भी पाकिस्तान के साथ व्यापार खोलने की वकालत कर रहे हैं। खबरें और भी हैं... CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव: सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव चंडीगढ़ 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ शहीद गुरसेवक के परिवार का हाल: पत्नी बोली- दिन में कई फोन करते थे; 48 घंटे से एक कॉल नहीं आया, बच्चों से क्या कहूं अमृतसर पंचकूला में एलएस लिद्दड़ के घर पर सन्नाटा: CDS रावत के साथ शहादत के बाद सेक्टर 12 में मकान के बाहर शोक जताने पहुंचे लोग, राजवर्धन राठौड़ के बैचमेट थे एलएस लिद्दड़ चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/rajasthan/jaipur/sawai-madhopur/news/vicky-kaushal-will-become-a-groom-at-hotel-six-seasons-barwara-fort-on-thursday-will-take-seven-rounds-with-katrina-kaif-at-6-pm-129193965.html,"विक-कैट ने लिए फेरे: कटरीना-विक्की ने शेयर की शादी की PHOTOS, लिखा- आप सबका प्यार और आशीर्वाद चाहिए","विक-कैट ने लिए फेरे:कटरीना-विक्की ने शेयर की शादी की PHOTOS, लिखा- आप सबका प्यार और आशीर्वाद चाहिए सवाई माधोपुर शादी के जोड़े में विक्की के साथ नजर आईं कटरीना कैफ। विक्की-कटरीना ने गुरुवार की शाम सात फेरे ले लिए। कटरीना कैफ और विक्की कौशल ने शादी के बाद अपने फोटोज भी शेयर किया। इसके साथ कटरीना ने लिखा, 'हमारे दिलों में बसा एक दूसरे के लिए प्यार और सम्मान आज यहां तक ले आया। हमारी नई जिंदगी के लिए आप लोगों का प्यार और आशीर्वाद की जरूरत है।' इससे पहले दो दिन तक उनका प्री-वेडिंग फंक्शन चला। राजस्थान के सवाई माधोपुर के बरवाड़ा फोर्ट में मंडप सजाया गया था। गुरुवार सुबह दिल्ली से फूल मंगाए गए थे। शादी के बाद विक्की-कटरीना ने फोर्ट के बाहर मौजूद अपने फैंस के लिए मिठाइयां और केक भेजा। बाहर मौजूद ग्रामीणों ने शादी की बधाई दी। विक्की-कटरीना की कुछ फोटो भी सामने आई हैं। इसमें कटरीना लाल जोड़े में नजर आ रही हैं। कटरीना ने लाल जोड़े में विक्की कौशल को पहनाई वरमाला। फेरों के बाद दोनों ने फोटोशूट भी करवाया। विक्की कटरीना ने लिए साथ फेरे। सफेद शेरवानी में नजर आए विक्की कौशल। शादी के लाल जोड़े में नजर आईं कटरीना। विक्की-कटरीना की एक झलक देखने के लिए सुबह से ग्रामीण इंतजार कर रहे थे। शाम को फेरे के बाद कपल की ओर से गांव वालों को मिठाई भेजी गई। दिल्ली के गाजीपुर से फूल लाने वाले ट्रक ड्राइवर ने बताया कि अलग-अलग वैराइटी के साढ़े पांच टन फूल लाए गए हैं। सेहराबंदी से लेकर डिनर के लिए भी अलग-अलग फूलों का डेकोरेशन किया गया। ऐसे टोटल 3 ट्रक यहां पहुंचे हैं। होटल मैनेजमेंट के लोग शाम को फैंस के लिए केक और मिठाई लेकर पहुंचे। ग्रामीणों का जब मुंह मीठा करवाया गया तो उन्होंने भी कपल को ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। कटरीना-विक्की की शादी को लेकर ये तस्वीर सामने आ रही है। ये फोटो विक-कैट की शादी का बताया जा रहा है। मर्दाना महल के पीछे बने इस चौक में विक्की-कैट फेरे लिए। सजावट के लिए दिल्ली से फूल मंगाए गए हैं। कपल की शादी में आने वाले स्पेशल गेस्ट के लिए गुरुवार को सुबह 10:30 बजे तक कोर्टिल रेस्टोरेंट में ब्रेकफास्ट रखा गया था। इस बीच, एक छोटी पार्टी हुई। दोपहर 1 बजे सेहराबंदी और 3 बजे मंडप का कार्यक्रम हुआ। मंडप के कार्यक्रम के बाद शाम 6 बजे गोधूलि बेला में कपल ने सात फेरे लिए। 8 बजे से डिनर कार्यक्रम शुरू होगा, जो यह रात 1 बजे तक चलेगा। इसी के साथ वेडिंग सेरेमनी होगी। फेरे मर्दाना महल के पीछे के अपार्टमेंट में होंगे। सीताराम मन्दिर के चौक में डिनर कार्यक्रम रखा गया है। 80 कारीगरों ने सजाया मंडप फूलों से भरा ट्रक गुरुवार सुबह बरवाड़ा फोर्ट पहुंचा। ड्राइवर ने बताया कि दो ट्रक पहले आ चुके हैं। इसमें गुलाब के करीब 5 से 7 किस्म के फूल हैं। मंडप सजाने के लिए आर्किड, गेंदा चमेली के साथ ही दुनिया के सबसे खूबसूरत फूल के ऑर्डर दिए गए। मंडप और होटल को सजाने के लिए करीब 80 कारीगर लगे। ये फोटो भी फोर्ट का है। दावा किया जा रहा है कि यहां गेस्ट के लिए इसे इस तरह से डेकोरेट किया गया है। खबरें और भी हैं... 10 साल पहले खंडहर था विक-कैट का वेडिंग वेन्यू: रेनोवेशन के बाद पहला इवेंट; 14 PHOTOS में देखें कैसे बदल गया चौथ का बरवाड़ा किला राजस्थान VDO परीक्षा में 'इतिहास और कला-संस्कृति' की तैयारी: 6 पार्ट में डिवाइड है सब्जेक्ट, पूछे जाएंगे 20 प्रश्न, आर्ट एंड कल्चर पर रखें फोकस राजस्थान सालों से लम्बित मामलों में तुरन्त मिलेगा न्याय: राष्ट्रीय लोक अदालत 11 को; राजीनामे से होगा मामलों का निपटारा, हेल्प लाइन नम्बर पर करें कॉन्टेक्ट अजमेर खतरे में बेटियों की सुरक्षा: 1 साल में सरकारी स्कूलों में दुष्कर्म के 13 केस, 6 मामले पिछले दो माह में, सजा एक में भी नहीं जयपुर",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/db-original/news/subramanian-swamy-said-supreme-court-justice-should-investigate-the-helicopter-crash-otherwise-the-facts-will-be-suppressed-129194515.html,"सुब्रमण्यम स्वामी का इंटरव्यू: भाजपा सांसद स्वामी को CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में साजिश का शक, कहा- सरकार के अधीन न हो जांच","सुब्रमण्यम स्वामी का इंटरव्यू:भाजपा सांसद स्वामी को CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में साजिश का शक, कहा- सरकार के अधीन न हो जांच नई दिल्ली3 घंटे पहलेलेखक: रवि यादव CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच के लिए केंद्र सरकार ने हाई लेवल कमेटी बनाई है। सेना के पूर्व अफसर और कई नेताओं ने भी दुर्घटना को लेकर सवाल खड़े किए हैं। सीनियर BJP लीडर और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को इस हादसे को लेकर शक है। उन्होंने जांच पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करानी चाहिए। तभी सच सामने आ सकेगा। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर रवि यादव ने इसे लेकर सुब्रमण्यम स्वामी से बात की। पढ़ें स्वामी ने क्या कहा... सवाल : रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच को लेकर आप सवाल क्यों खड़ा कर रहे हैं? जवाब : मैं कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। मेरा कहना है कि सेना के एक बड़े अफसर की मौत हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई है और वो भी तब जब घटना अपने ही देश में हुई है। रावत एक सरकारी कार्यक्रम में जा रहे थे। उस हेलिकॉप्टर को चलाने वाला स्टाफ मिलिट्री का ही था। इसलिए मेरा कहना है कि मिलिट्री पर कोई दबाव नहीं आना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि जो तथ्य हैं उन्हें दबा दिया जाए या जो आधार हैं, उन पर अंकुश लगा दिया जाए। इस जांच के लिए ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो सेना से नहीं हो और सरकार के अधीन भी न हो, वह केवल सुप्रीम कोर्ट का जज ही हो सकता है। जब अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की हत्या हुई थी तो वहां के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। उसे वॉरन कमीशन कहा गया था। मेरा कहना है कि जांच के लिए ऐसे लोग होने चाहिए, जिन पर किसी तरह का दबाव न हो। मैं मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में ज्यादातर जज ऐसे ही हैं, जिन्हें कोई नहीं हिला सकता। सवाल : क्या आपको लगता है कि सरकार आपकी बात मानेगी? जवाब : मैं इस बात की चिंता नहीं करता कि सरकार मेरी बात मानेगी या नहीं। मेरी तो यही राय है कि ये सब जनता को जानना चाहिए और पब्लिक इसके लिए इंतजार कर रही है। सवाल : क्या सरकार से जांच के लिए पैरवी करेंगे? जवाब : इसमें पैरवी करने की बात नहीं है। कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद अगर लोग उसे मान लेते हैं तो फिर बोलने का कोई मतलब नहीं रह जाता। अगर लोग नहीं मानते हैं तब मुझे याद किया जाएगा कि सुब्रमण्यम स्वामी ने ये बात कही थी। सवाल: ब्लैक बॉक्स मिल चुका है। क्या इससे सच सामने आ सकेगा? जवाब : ब्लैक बॉक्स मिल गया है। उसमें सारी जानकारी तो होती है, लेकिन वो तो सिर्फ मेकेनिकल बात होगी जो मेकेनिकल कमी देखेंगे उस पर बड़ी जांच होगी। सवाल: क्या सरकार को ब्लैक बॉक्स की जानकारी को सार्वजनिक करना चाहिए? जवाब : सरकार रिपोर्ट को सार्वजनिक न करे, लेकिन जांच के बाद जो निर्णय आएगा, वो तो सबको बताना पड़ेगा कि उसमें कोई साजिश नहीं है। अगर ये बात सुप्रीम कोर्ट का जज बोल दे तो फिर कोई सवाल नहीं उठा सकता। सवाल: रक्षा मंत्रालय ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू कर दी है, आपकी क्या राय है? जवाब : वो तो सब ठीक है, लेकिन उनकी तरफ से कमेटी के अध्यक्ष का नाम नहीं बताया गया है जो कि बेहद जरूरी है। खबरें और भी हैं... हादसा या साजिश: रिटायर्ड ब्रिगेडियर सावंत को शक- CDS हेलिकॉप्टर क्रैश LTTE-ISI की साजिश, ये प्लान्ड अटैक भी हो सकता है DB ओरिजिनल भास्कर एक्सप्लेनर: CDS के हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद; क्या ये बताएगा हादसे की वजह? कैसे होगी पूरी जांच? एक्सप्लेनर अलविदा बीरा: उन्होंने कहा, ‘अब जो मैं बता रहा हूं वह छापने के लिए नहीं है…।’ उनकी वह शर्त उनके जाने के बाद भी कायम है… DB ओरिजिनल CDS का हेलिकॉप्टर क्रैश: एक दिन भी खाली नहीं रह सकता है रावत का पद, नई नियुक्ति तक वाइस CDS ने संभाली कमान DB ओरिजिनल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-coronavirus-vaccine-129193870.html,भास्कर LIVE अपडेट्स: भीमा कोरेगांव केस; 3 साल से जेल में बंद एक्टिविस्ट सुधा भारद्वाज को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा किया,"भास्कर LIVE अपडेट्स:भीमा कोरेगांव केस; 3 साल से जेल में बंद एक्टिविस्ट सुधा भारद्वाज को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा किया भीमा कोरेगांव केस में सजा काट रहीं एक्टिविस्ट और वकील सुधा भारद्वाज 3 साल बाद गुरुवार को रिहा हो गईं। बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें 1 दिसंबर को डिफॉल्ट जमानत दी थी। इसके बाद नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जांच एजेंसी की याचिका खारिज कर दी। उन्हें 28 अगस्त 2018 को 16 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। गुरुवा को जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एसआर भट और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने उनकी रिहाई को मंजूर कर लिया। आज की अन्य बड़ी खबरें... कोल स्मगलिंग केस में CBI ने TMC नेता के भाई को हिरासत में लिया, अस्पताल से की गई गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को दौरान बेहद चर्चा में रहे कोल स्मगलिंग केस में CBI ने बिकास मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। बिकास को एक निजी अस्पताल से गुरुवार को हिरासत में लिया गया, जहां वह अपना इलाज कराने के लिए भर्ती था। बिकास राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की यूथ विंग के नेता बिनय मिश्रा का भाई है और कोल स्मगलिंग केस के आरोपियों में से एक है। इस मामले में TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे अभिजीत की पत्नी को भी CBI ने संदेह के दायरे में रखा हुआ है। इंटरनेशनल शूटर खुशसीरत ने की खुदकुशी: परिजन बोले- परफॉर्म नहीं करने से तनाव में थी पंजाब के फरीदकोट जिले में इंटरनेशनल शूटर खुशसीरत कौर ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। घर में ही अपने कमरे में 17 वर्षीय खुशसीरत ने खुद को गोली मारी। परिजनों को गोली चलने की आवाज से घटना का पता चला तो पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। कमरे में तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन परिजनों के अनुसार, खुशसीरत तनाव में थी, शायद इसलिए उसने यह कदम उठाया। खुशसीरत 12वीं में नॉन मेडिकल (विज्ञान संकाय) की स्टूडेंट थी। बताया जा रहा है कि खुशसीरत पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में थी। डिप्रेशन की वजह खेल में अच्छा परफॉर्म न कर पाना था। खुशसीरत का एक छोटा भाई है तथा माता-पिता दोनों सरकारी नौकरी करते हैं, इसलिए घर से आर्थिक रूप से उन्हें कोई दिक्कत नहीं थी। खुशसीरत के सुसाइड करने की खबर के बाद प्रशासन और कोचिंग सेंटर के अधिकारी उनके घर पर पहुंचे। पूरी खबर यहां पढ़ें... केंद्र सरकार का विज्ञापनों पर फोकस, तीन सालों में 1,700 करोड़ रु. खर्च हुआ केंद्र सरकार ने तीन सालों में विज्ञापनों पर 1,700 करोड़ रुपए खर्च कर दिया है। यह विज्ञापन अखबारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दिए गए हैं। यह जानकारी सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने दी है। लोकसभा में एक सवाल के जवाब में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में 1,698.98 करोड़ रुपए खर्च किए गए। संसद में लिखित जवाब में मंत्री ने कहा कि इन विज्ञापनों का प्रमुख उद्देश्य सरकार की नीतियों और योजनाओं के बारे में लोगों को जागरुक करना था। पूरी खबर यहां पढ़ें... बेमौसमी बारिश से सातारा जिले में स्ट्रॉबेरी की सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद महाराष्ट्र के पुणे और सातारा में पिछले 4 दिनों के दौरान हुई बेमौसमी बारिश ने स्ट्रॉबेरी की फसल को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। अचानक आई बारिश से जावली तालुका के भुतेकर पंचगनी, भिलार, महाबलेश्वर क्षेत्र में सैंकड़ों हेक्टेयर स्ट्रॉबेरी की फसल बर्बाद हो गई है। खेतों में पानी भर जाने के कारण फसल सड़ने लगी है, जिसके बाद अब किसानों के पास इन्हें फेंकने के अलावा अब दूसरा कोई चारा नहीं बचा है। यहां के किसानों का कहना है कि हमारी फसलों को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन अभी तक नुकसान की भरपाई के लिए इसका पंचनामा भी सरकार की ओर से नहीं करवाया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में धमाका, एक व्यक्ति घायल NSF और डॉग स्क्वायड की टीमें धमाके के बाद रोहिणी कोर्ट पहुंची हैं। दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में आज सुबह करीब 10.30 बजे धमाका हुआ। DCP प्रणव तायल ने बताया कि कोर्ट में संदिग्ध विस्फोट एक लैपटॉप बैग में हुआ। धमाके में एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके की वजह से कोर्ट में फ्लोर पर गड्ढा हो गया। धमाका होते ही कोर्ट में अफरातफरी मच गई और अदालत की कार्यवाही रोकनी पड़ी। दिल्ली पुलिस, NSG और फारेंसिक टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। ब्लास्ट की जांच की जा रही है। फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां भी मौके पर भेजी गई हैं। एसएस राजामौली की एक्शन थ्रिलर RRR का ट्रेलर रिलीज एसएस राजामौली की एक्शन थ्रिलर RRR- राइज रोर रिवॉल्ट का ट्रेलर रिलीज हो गया है। 3.15 मिनट के ट्रेलर में जबरदस्त एक्शन सीन दिखाए गए हैं। फिल्म की कहानी तेलुगु फ्रीडम फाइटर्स अल्लूरी सीताराम राज और कोमाराम भीम पर आधारित है। ट्रेलर में दोनों की दोस्ती को दिखाया गया है। फिल्म 7 जनवरी को रिलीज होने वाली है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 10 दिसंबर से गोवा में प्रचार शुरू करेंगी प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा असम विधानसभा चुनावों के लिए 10 दिसंबर से प्रचार शुरू करेंगी। इस दौरान प्रियंका पार्टी के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य में कुछ खदानों को नीलाम करने की योजना बनाई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस खदानों को चालू कराने को चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है। बिहार में लॉकडाउन अभी नहीं, लेकिन नियम होंगे सख्त देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते केस को लेकर बिहार सरकार खासा चिंतित है। CM नीतीश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और तमाम अधिकारी इससे निपटने की तैयारी में जुटे हैं। मुख्यमंत्री स्तर पर इस बात की समीक्षा की जा रही है कि किस तरह से लोगों को कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से बचाया जा सके। सरकार की तरफ से फिलहाल लॉकडाउन तो नहीं लगाया जाएगा और ना ही कोई कर्फ्यू लगाया जाएगा, बल्कि कोरोना गाइडलाइन को और सख्त किया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... दिल्ली में कार पर पलटा ट्रक; पेरेंट्स की मौत, 6 साल की बच्ची घायल दिल्ली के आरके पुरम में बुधवार रात एक ट्रक कार पर पलट गया। कार में तीन लोग सवार थे, जिनमें 2 की मौत हो गई है। हादसे के चलते घटनास्थल पर आग भी लग गई थी। भीकाईजी कामा फायर स्टेशन से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। कार में फंसे तीनों को बाहर निकाला गया और आग बुझा दी गई। दिल्ली पुलिस ने बताया कि हादसे में घायल पेरेंट्स ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि उनकी 6 साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल है। सेंसेक्स 300 पॉइंट्स गिरकर 58,371 पर पहुंचा शेयर बाजार में सुबह की जारी तेजी गायब हो चुकी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 300 पॉइंट्स गिर कर 58,371 पर पहुंच गया है। बैंकिंग सेक्टर के शेयर्स में भारी गिरावट है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.5 पर्सेंट ऊपर है। सेंसेक्स आज सुबह 182 पॉइंट्स ऊपर 58,831 पर खुला था। दिन में इसने 58,889 का ऊपरी स्तर और 58,341 का निचला स्तर बनाया। सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 6 शेयर्स बढ़त में कारोबार कर रहे हैं और 24 गिरावट में हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... PM मोदी ने संविधान सभा की पहली बैठक को याद किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान सभा की पहली बैठक को याद है। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ""आज से 75 साल पहले हमारी संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। भारत के अलग-अलग हिस्सों, अलग-अलग बैकग्राउंड और यहां तक ​​कि अलग-अलग विचारधाराओं के लोग एक लक्ष्य को लेकर साथ आए- भारत के लोगों को एक योग्य संविधान देना है। इन महानुभावों को नमन।"" अकेले पड़ता देख टिकैत को झुकना पड़ा किसान नेता राकेश टिकैत इस बार भी आंदोलन को खत्म नहीं करना चाहते हैं। उनके नजरिए से अभी 5-6 मांगें और मानी जानी बाकी हैं। बुधवार को केंद्र द्वारा गठित कमेटी के तरफ से आए सरकारी प्रस्ताव को पंजाब-हरियाणा के किसानों ने मंजूरी दी। विरोध हुआ तो टिकैत खेमे का, जो संख्या में कम रहा। अब ऐसे में खेमा और टिकैत साहब ज्यादा नहीं टिक पाए। अकेले पड़ता देख मजबूरन राकेश टिकैत को भी झुकना पड़ा और सरकार की तरफ से आए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। साथ ही किसानों के बीच कहा कि सरकार अपनी बातों से मुकरी तो दोबारा आंदोलन शुरू कर लेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें... दिल्ली-NCR की एयर क्वालिटी आज 'खराब' कैटेगरी में दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता में कुछ सुधार आया है। यहां की एयर क्वालिटी 'बहुत खराब' से आज 'खराब' कैटेगरी में आ गई है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) आज 208 (खराब श्रेणी में) है। हवा खराब होने की वजह से धुंध है। खबरें और भी हैं... आज का कार्टून: जमीन की एक और लौ अनायास बुझ गई, अब वो आसमां में सितारों के साथ है देश भास्कर एक्सप्लेनर: चीन-अमेरिका जैसे 17 देश बना चुके जैविक हथियारों का जखीरा, भारत इनसे दूर देश कोरोना देश में: कर्नाटक में ओमिक्रॉन पर कैबिनेट की बैठक, CM बसवराज बोम्मई बोले- चिंता की बात नहीं ओमिक्रॉन A to Z CDS हेलिकॉप्टर क्रैश क्यों हुआ: खराब मौसम, कम विजिबिलिटी बनी हादसे की वजह, घने जंगल से क्रैश लैंडिंग भी फेल रही देश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/farmers-protest-kisan-andolan-delhi-singhu-border-latest-update-rakesh-tikait-punjab-haryana-news-129193883.html,378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म,"378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म:दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ दिल्ली बॉर्डर पर 378 दिन से चल रहा किसान आंदोलन खत्म हो गया है। किसान नेता बलबीर राजेवाल ने गुरुवार को कहा कि अहंकारी सरकार को झुकाकर जा रहे हैं। हालांकि यह मोर्चे का अंत नहीं है। हमने इसे स्थगित किया है। 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की फिर मीटिंग होगी, जिसमें आंदोलन की समीक्षा करेंगे। सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट उखाड़ने शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा वापसी की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। वहीं, आंदोलन की अगुआई करने वाले पंजाब के 32 किसान संगठनों ने अपना कार्यक्रम भी बना लिया है, जिसमें 11 दिसंबर को दिल्ली से पंजाब के लिए फतेह मार्च होगा। सिंघु और टिकरी बॉर्डर से किसान एक साथ पंजाब के लिए वापस रवाना होंगे। 13 दिसंबर को पंजाब के 32 संगठनों के नेता अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब में मत्था टेकेंगे। उसके बाद 15 दिसंबर को पंजाब में करीब 113 जगहों पर लगे मोर्चे खत्म कर दिए जाएंगे। हरियाणा के 28 किसान संगठन भी अलग से रणनीति बना चुके हैं। सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट उखाड़ने शुरू कर दिए हैं। घर वापसी की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इन मुद्दों पर बनी सहमति MSP : केंद्र सरकार कमेटी बनाएगी, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि लिए जाएंगे। अभी जिन फसलों पर MSP मिल रही है, वह जारी रहेगी। MSP पर जितनी खरीद होती है, उसे भी कम नहीं किया जाएगा। केस वापसी : हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार केस वापसी पर सहमत हो गई हैं। दिल्ली और अन्य केंद्रशासित प्रदेशों के साथ रेलवे द्वारा दर्ज केस भी तत्काल वापस होंगे। मुआवजा : मुआवजे पर भी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में सहमति बन गई है। पंजाब सरकार की तरह ही यहां भी 5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा। किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसानों की मौत हुई है। बिजली बिल : बिजली संशोधन बिल को सरकार सीधे संसद में नहीं ले जाएगी। पहले उस पर किसानों के अलावा सभी संबंधित पक्षों से चर्चा होगी। प्रदूषण कानून : प्रदूषण कानून को लेकर किसानों को सेक्शन 15 से आपत्ति थी, जिसमें किसानों को कैद नहीं, जुर्माने का प्रावधान है। इसे केंद्र सरकार हटाएगी। किसानों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। किसान इसे अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं। ऐसे बनी सहमति केंद्र सरकार ने इस बार सीधे संयुक्त किसान मोर्चा की 5 मेंबर्स हाईपावर कमेटी से मीटिंग की। हाईपावर कमेटी के मेंबर बलबीर राजेवाल, गुरनाम चढ़ूनी, अशोक धावले, युद्धवीर सिंह और शिवकुमार कक्का नई दिल्ली स्थित ऑल इंडिया किसान सभा के ऑफिस पहुंचे, जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के अफसर भी जुड़े। सबसे बड़ा पेंच केस पर फंसा था, जिसे तत्काल वापस लेने पर केंद्र राजी हो गया। किसानों की केंद्र सरकार से मांग मंजूर करने वाला आधिकारिक लेटर पंजाब से शुरू हुआ था आंदोलन : किसान आंदोलन की चिंगारी पंजाब से ही सुलगी थी। 5 जून 2020 को केंद्र ने कृषि सुधार बिल संसद में रखे थे। इसके बाद 17 सितंबर को इन्हें पारित कर दिया गया। इसके बाद पंजाब में सबसे पहले इसका विरोध शुरू हुआ। 24 सितंबर को पंजाब से आंदोलन की शुरुआत हुई। इसके 3 दिन बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के साथ यह कानून बन गए। फिर 25 नवंबर को किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया। हरियाणा में रोका, लेकिन बैरिकेड तोड़ आगे बढ़े किसान : इसका ऐलान होते ही हरियाणा ने बॉर्डर सील कर दिए। जहां किसानों पर लाठीचार्ज हुआ। पानी की बौछारें छोड़ी गईं। किसान बैरिकेड तोड़कर हरियाणा में घुस गए। अगले दिन हरियाणा सरकार को भी पीछे हटना पड़ा। किसानों ने दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन शुरू कर दिया। सिंघु और टिकरी बॉर्डर से किसान एक साथ पंजाब के लिए वापस रवाना होंगे। इससे पहले आंदोलन की जीत पर किसान जश्न मना रहे हैं। 11 दौर की वार्ता रही बेनतीजा: इसके बाद केंद्र सरकार के साथ 11 दौर की वार्ता हुई, लेकिन किसान कानून वापस लेने के लिए यस या नो की शर्त पर अड़ गए। जिसके बाद काफी समय बातचीत बंद रही। 26 जनवरी 2021 का वह दिन भी आया, जब ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में कुछ प्रदर्शनकारी लाल किले तक पहुंच गए। दिल्ली में हिंसा हुई। किसान आंदोलन पर कई तरह के आरोप लगे, लेकिन किसान डटे रहे। पीएम ने की कानून वापसी की घोषणा : 19 नवंबर को गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर दी। 29 नवंबर को इससे संबंधित बिल को लोकसभा और राज्यसभा से पास कर दिया गया। इसके बाद किसानों ने MSP पर गारंटी कानून की मांग की। हालांकि अब इस पर सहमति बनी है कि केंद्र की कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चे के मेंबर भी शामिल होंगे। इसके अलावा केस वापसी पर भी केंद्र ने लिखित में दे दिया है। जिसके बाद 378 दिन बाद किसान आंदोलन गुरुवार को खत्म हो गया। आंदोलन शांतिपूर्ण, लेकिन 700 जानें गईं : एक साल से ज्यादा वक्त तक चला किसान आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। इसके बावजूद इसमें 700 से अधिक किसानों की मौत हुई। किसान दिल्ली बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड, भीषण गर्मी और बारिश के अलावा आंधी में भी डटे रहे। इस दौरान कई किसानों की मौत हुई, जिन्हें संयुक्त किसान मोर्चा ने शहीद का दर्जा दिया है। खबरें और भी हैं... CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव: सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव चंडीगढ़ पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़ पंजाब कैबिनेट का फैसला: 4,587 सफाई कर्मचारी और सीवरमैन पक्के होंगे; एक नवंबर से मिलेगा सस्ती बिजली का लाभ चंडीगढ़ SKM की एकमात्र महिला सदस्य का इंटरव्यू: रविंद्रपाल बोलीं- किसान के लिए जमीन छिनने से बड़ा धक्का दूसरा नहीं, आंदोलन के बाद मृतकों के घर जाउंगी करनाल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/captains-claim-i-spoke-to-the-center-to-get-the-agriculture-law-repealed-129194617.html,"किसान आंदोलन पर क्रेडिट-वॉर शुरू: कैप्टन बोले- कानून रद्द करने के लिए मैंने मनाया केंद्र को, चन्नी का जवाब- यह किसानों के संघर्ष की जीत","किसान आंदोलन पर क्रेडिट-वॉर शुरू:कैप्टन बोले- कानून रद्द करने के लिए मैंने मनाया केंद्र को, चन्नी का जवाब- यह किसानों के संघर्ष की जीत लुधियाना किसान आंदोलन खत्म होते ही इसका क्रेडिट लेने की होड़ शुरू हो गई है। दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों की वापसी अगले दो-तीन दिनों में होनी है मगर पंजाब के नेता उससे पहले ही आमने-सामने हो गए हैं। इनमें सबसे आगे हैं पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह और मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी। कांग्रेस छोड़ने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) बना चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि तीनों कृषि कानून वापस लेने के लिए उन्होंने केंद्र सरकार से लगातार बात की। पंजाब में सर्वदलीय बैठक बुलाई और अब उन्हीं के प्रयासों से किसान वापस लौट रहे हैं। उन्होंने ही मुख्यमंत्री रहते हुए आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की शुरुआत की। कैप्टन के इस दावे के बाद लुधियाना जिले के पायल में आयोजित सभा में मौजूदा CM चरणजीत सिंह चन्नी ने उन पर पलटवार किया। चन्नी ने आरोप लगाया कि महाराजा ने साढ़े चार साल कुछ नहीं किया। यह किसानों और उनके संघर्ष की जीत है। 700 लोगों की शहादत के बाद मोदी सरकार झुकी है। इसमें महाराजा को श्रेय देने की जरूरत नहीं है। किसान आंदोलन खत्म होने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की पोस्ट डाली जा रही हैं जिनमें इसका क्रेडिट उन्हें दिया जा रहा है। अमरिंदर सिंह का दावा- किसानों की हर तरह से मदद की पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने पिछले 18 महीने में अलग-अलग लेवल पर किसान यूनियनों के अलावा केंद्र सरकार के साथ व्यक्तिगत रूप से बात की। उन्हें खुशी है कि किसानों की लड़ाई अंजाम तक पहुंच गई। पंजाब में उनकी सरकार ने जो फैसले लिए थे, अब यूपी और हरियाणा सरकारें उसका पालन करने को सहमत हो गई हैं। अब आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा मिल जाएगा। कैप्टन के अनुसार, उन्होंने पंजाब का मुख्यमंत्री रहते हुए दिसंबर-2020 और जनवरी-2021 में आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद और उनके परिवारों के एक-एक मेंबर को नौकरी देने की घोषणा की थी। इसे अब यूपी और हरियाणा सरकार भी लागू करने जा रही है। किसानों के कल्याण के लिए काम करता रहूंगा- कैप्टन किसानों के प्रति अपनी पार्टी के समर्थन पर जोर देते हुए कैप्टन ने कहा कि वह हमेशा की तरह किसानों के हितों की रक्षा और उनके कल्याण के लिए हरसंभव कोशिश करते रहेंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में भी उन्होंने कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए किसानों की लड़ाई का समर्थन किया। जून-2020 में उन्होंने ही सबसे पहले तीनों कानून रद्द करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। उनकी अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने तीनों कानूनों को खारिज करने का प्रस्ताव पंजाब विधानसभा में पारित कराया। लुधियाना जिले के पायल विधानसभा हलके में गुरुवार को आयोजित कांग्रेस पार्टी की रैली में पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के किसान हितैषी होने के सारे दावों को खारिज कर दिया। चन्नी बोले- साढ़े 4 साल कुछ नहीं किया कैप्टन के इस दावे के बाद बारी पंजाब के मौजूदा CM चरणजीत सिंह चन्नी की थी। लुधियाना के पायल विधानसभा हलके में आयोजित कांग्रेस पार्टी की सभा में चन्नी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को बार-बार ‘महाराजा’ कहकर संबोधित किया। चन्नी ने कहा कि महाराजा ने साढ़े चार साल कुछ नहीं किया। पूरे समय सिर्फ ऐश परस्ती की। और अब कृषि कानून रद्द होने पर दोबारा मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं। कहा- कैप्टन भाजपा से मिले हुए जो पंजाब की दुश्मन चन्नी ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी किसानों के संघर्ष की जीत है। जिस भाजपा के साथ कैप्टन हाथ मिलाने जा रहे हैं, वह पंजाब की दुश्मन है। भाजपा की वजह से ही पंजाब के किसान एक साल तक बॉर्डर पर परेशान हुए। इससे पंजाब का आर्थिक नुकसान हुआ। किसानों की यह जीत 700 साथियों की शहादत के बाद आई है इसलिए इसका श्रेय किसी को नहीं दिया जा सकता। चन्नी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह, अकाली दल और और भाजपा के साथ मिले हुए हैं और पंजाब का नुकसान करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। खबरें और भी हैं... बिजली चोरी के कारण कटा मीटर, CM लगवाएंगे: बिल माफ करने पर बोल रहे थे चन्नी, पंडाल से बोली महिला- 5 साल से मेरे घर पर अंधेरा लुधियाना बेअदबी के आरोपी पर हमले का प्रयास: लुधियाना कोर्ट में पेशी के दौरान अनिल अरोड़ा को जूता मारने जा रहे युवक को पुलिसवालों ने रोका लुधियाना बेअदबी मामले की कोर्ट में सुनवाई: आज ​​​​​​​फरीदकोट की अदालत में पेश होंगे जमानत पर चल रहे डेरा प्रेमी, 6 साल पुराना है मामला लुधियाना कल की कैबिनेट की बैठक पर कर्मियों की आंख: दूसरे दिन भी जारी रही हड़ताल, कैबिनेट की बैठक में हल नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री ओर परिवहन मंत्री के हलके में प्रदर्शन लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/panipat/news/journey-of-farmers-movement-in-13-pictures-129194687.html,किसान आंदोलन का सफर 13 तस्वीरों में: खाई खोदने से दिल्ली जमावड़े और 26 जनवरी की हिंसा से टिकैत के आंसुओं तक देखें पूरा घटनाक्रम,"किसान आंदोलन का सफर 13 तस्वीरों में:खाई खोदने से दिल्ली जमावड़े और 26 जनवरी की हिंसा से टिकैत के आंसुओं तक देखें पूरा घटनाक्रम पानीपत दिल्ली सीमा पर किसान आंदोलन के दौरान कुछ ऐसे मुद्दे भी रहे जिनकी या तो वीडियो या फिर तस्वीर ने हलचल पैदा की। यह तस्वीरें और वीडियो मुख्यधारा के मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक छाए रहे। इसके साथ किसान आंदोलन पर भी कई बार कुछ सवाल उठे। कभी आंदोलन को खालिस्तानियों से जोड़ा गया और कभी इसका हिंसात्मक रूप सामने आया। इन विवादों पर एक नजर.... खबरें और भी हैं... 11 दिसंबर से टोल देने को हो जाएं तैयार: हरियाणा-पंजाब में 2 दर्जन टोल प्लाजा पर सालभर से धरने, कंपनियां बोली- किसानों के उठते ही वसूली शुरू जालंधर किसान संघर्ष पर चन्नी-कैप्टन आमने सामने: कैप्टन का दावा मैने कृषि कानून रद्द करवाने को केंद्र से बातचीत की, चन्नी का जवाब किसान संघर्ष किसानों की जीत महाराजा ने एश की लुधियाना पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़ ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-drug-case-hearing-updates-in-punjab-and-haryana-highcourt-129194022.html,पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा,"पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली:तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़ पंजाब सरकार जल्द सुनवाई की एप्लीकेशन दे सकती है। पंजाब के बहुचर्चित ड्रग्स केस की पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में गुरुवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अब इसकी अगली तारीख 11 जनवरी 2022 तय कर दी गई है। अब उससे पहले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में पंजाब सरकार पर खुद रिपोर्ट खोलकर कार्रवाई करने का दबाव है। इसके अलावा सरकार हाईकोर्ट में एप्लीकेशन दायर कर इसकी जल्द सुनवाई की भी मांग कर सकती है हालांकि हाईकोर्ट में पंजाब के एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया ने अपील की थी कि दिसंबर महीने में ही इसकी सुनवाई कर ली जाए। हालांकि HC इससे सहमत नहीं हुई। इस मामले में सरकार की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट से पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगी थी। हाईकोर्ट में पंजाब के नए एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया ने कहा था कि रिपोर्ट खोलने पर HC की रोक नहीं है। इस पर हाईकोर्ट ने सरकार को कहा कि उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की, जिसके बाद पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने कहा कि उनकी बात सच साबित हुई। अपराध और बर्बादी से ज्यादा सियासी मुद्दा पंजाब में नशे का मुद्दा किसी अपराध और बर्बादी से ज्यादा सियासी मुद्दा बन चुका है, जिसे सबसे ज्यादा कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू भुना रहे हैं। सिद्धू कई बार दावा कर चुके हैं कि इसमें अकाली नेताओं के नाम हैं। रिपोर्ट खोलने की मांग को लेकर सिद्धू मरणव्रत तक की चेतावनी दे चुके हैं। इसके विरोध में पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया भी पार्टी बनने कोर्ट पहुंचे थे। लेकिन हाईकोर्ट से इसकी मंजूरी नहीं मिली। सिद्धू ने इस मामले में सरकार से फिर कार्रवाई की मांग की है। सिद्धू इस मुद्दे पर लगातार सरकार से टकराते रहे हैं। पिछले AG ने हाईकोर्ट की मंजूरी का दिया था तर्क इससे पहले पंजाब सरकार के पिछले एडवोकेट जनरल का कहना था कि एसटीएफ की रिपोर्ट हाईकोर्ट में सीलबंद जमा की गई है। ऐसे में सरकार का उसे खोलना उचित नहीं है। इस बारे में हाईकोर्ट से मंजूरी मिल जाए तो फिर उसे खोलकर आगे की कार्रवाई की जा सकती है। कैप्टन सरकार ने भी नहीं की थी कार्रवाई कैप्टन अमरिंदर सिंह जब CM थे, तब भी इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई। उस वक्त भी यही तर्क दिया जाता था कि मामला हाईकोर्ट में है। ऐसे में राज्य सरकार सबज्यूडिश मामले में कार्रवाई नहीं कर सकती, जिसको लेकर कैप्टन पर अकालियों से साठगांठ के सवाल उठते रहे। आप मांग चुकी मजीठिया से माफी आम आदमी पार्टी ने 2017 के पंजाब विस चुनाव में इस मुद्दे को खूब भुनाया था। उन्होंने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर नशा तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगाए थे। इसके पोस्टर भी पूरे पंजाब में लगवा दिए थे। विरोधस्वरूप मजीठिया ने अमृतसर कोर्ट में मानहानि का केस कर दिया, जिसके बाद मजीठिया ने ही बताया कि अरविंद केजरीवाल ने उनसे लिखित माफी मांगी है। हालांकि आप पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्‌ढा ने बुधवार को फिर कहा कि कांग्रेस और अकाली मिलकर कोई खेल खेल रहे हैं, जिसमें मजीठिया को एक दिन के लिए गिरफ्तार किया जाएगा। उसमें भी इसी मुद्दे की तरफ इशारा किया गया था। खबरें और भी हैं... पंजाब पुलिस को झटका: HC का फैसला; डेरा सच्चा सौदा वाइस चेयरमैन से डेरे में होगी पूछताछ; सम्मन भेजकर नहीं बुलाएगी SIT चंडीगढ़ ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़ 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ सबसे ज्यादा फायदे में अमरिंदर: शुरू से आंदोलन के पक्ष में डटे रहे कैप्टन; किसानों को दिल्ली कूच से नहीं रोका, मुआवजा मॉडल उन्हीं का चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/kisan-andolan-vs-politics-amarinder-singh-benefited-ahead-punjab-assembly-election-129194370.html,"सबसे ज्यादा फायदे में अमरिंदर: शुरू से आंदोलन के पक्ष में डटे रहे कैप्टन; किसानों को दिल्ली कूच से नहीं रोका, मुआवजा मॉडल उन्हीं का","सबसे ज्यादा फायदे में अमरिंदर:शुरू से आंदोलन के पक्ष में डटे रहे कैप्टन; किसानों को दिल्ली कूच से नहीं रोका, मुआवजा मॉडल उन्हीं का चंडीगढ़ दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन खत्म होने के बाद सबकी नजर पंजाब की सियासत पर है। पंजाब से ही यह आंदोलन शुरू हुआ था। अब पंजाब में 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। किसान वोट बैंक को बटोरने की कोशिश सभी दलों ने की लेकिन पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह सबसे फायदे में नजर आ रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ही वह शख्स हैं, जिन्होंने आंदोलन को न केवल पंजाब में खड़ा करने में मदद की बल्कि दिल्ली बॉर्डर तक पहुंचा दिया। इसके बाद भी कैप्टन डटकर किसानों के साथ खड़े रहे। आंदोलन खत्म होने से लेकर केस वापसी में भी अमरिंदर भूमिका निभा रहे हैं। 5 महीने पंजाब में चला आंदोलन किसान आंदोलन की शुरूआत जून महीने में हुई थी। उस वक्त कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में मुख्यमंत्री थे। नवंबर महीने तक किसानों ने पंजाब में टोल बंद किए। रेलवे ट्रैक जाम किए। पंजाब में जगह-जगह सड़कों पर धरने लगे लेकिन कैप्टन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसकी जगह कैप्टन भी कानून के विरोध में रहे। उन्होंने विधानसभा में संशोधित कानून तक पास कर गवर्नर को भेज दिया। पंजाब में 5 महीने तक आंदोलन चला। कैप्टन से मीटिंग के बाद दिल्ली कूच पंजाब में किसानों के प्रदर्शन के बाद भी केंद्र ने कानून वापसी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद चंडीगढ़ में कैप्टन की किसान नेताओं से मीटिंग हुई। जिसके बाद नवंबर महीने के आखिरी हफ्ते में किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया। कैप्टन ने सीएम रहते हुए भी किसानों को दिल्ली कूच करते वक्त पंजाब के बॉर्डर पर नहीं रोका। कैप्टन ने बाद में कहा भी था कि केंद्र सरकार ने उन्हें किसानों को रोकने को कहा था लेकिन उन्होंने नहीं रोका। हरियाणा में लाठीचार्ज हुआ तो भड़के कैप्टन जब किसान दिल्ली जाने के लिए हरियाणा पहुंचे तो अंबाला और करनाल में पुलिस ने किसानों को रोक लिया। वहां पर लाठीचार्ज हुआ। किसानों पर पानी की बौछार मारी गई। बैरिकेडिंग कर उन्हें रोका गया। यह देख कैप्टन अमरिंदर भड़के उठे और सीधे हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्‌टर से ट्विटर पर भिड़ गए। कैप्टन ने कांग्रेस को भी पंजाब में चिंता में डाल रखा है मुआवजे का पंजाब मॉडल कैप्टन का ही आंदोलन में मरे 700 से ज्यादा किसानों के लिए संयुक्त किसान मोर्चा मुआवजे का जो पंजाब मॉडल बता रहा है, वह कैप्टन का ही है। अमरिंदर ने सीएम रहते मृत किसानों के परिवार को 5 लाख की वित्तीय मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी का वादा किया। हालांकि इसे शुरू करने से पहले कुर्सी चली गई। इसके बावजूद किसान नेता इस बात को जानते हैं कि यह कैप्टन की ही देन है। कुर्सी गई तो आंदोलन से जोड़ा भविष्य जब कैप्टन अमरिंदर सिंह की CM की कुर्सी चली गई तो कैप्टन ने फिर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। कैप्टन ने भाजपा से मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही लेकिन कहा कि किसान आंदोलन की समाप्ति के बाद ही वह बातचीत करेंगे। इसके बाद बैक डोर से कैप्टन केंद्र सरकार और पंजाब के किसान संगठनों से अनौपचारिक तौर पर बातचीत करते रहे। हरियाणा के CM खट्‌टर से मिलते अमरिंदर सिंह। कॉफी नहीं खट्‌टर से किसानों पर मुलाकात कुछ दिन पहले कैप्टन हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर से मिलने पहुंचे। तब उन्होंने कहा कि कॉपी पर गए थे लेकिन असल सच्चाई यह थी कि किसानों के मुद्दे पर ही कैप्टन वहां पहुंचे थे। कैप्टन पंजाब की सियासी स्थिति बताने के साथ केस वापस लेने पर उसके राजनीतिक फायदे के बारे में बताने गए थे। जिसका बाद में असर भी नजर आया। कैप्टन ने गन्ने के रेट बढ़ाए तो आंदोलन के दौरान ही किसानों ने उनका मुंह मीठा कराया जबकि किसानों ने राजनीतिक दलों और नेताओं का बहिष्कार कर रखा था। कैप्टन के साथ किसान नेताओं की अच्छी ट्यूनिंग कैप्टन के साथ किसान नेताओं की अच्छी पटती है। यह तस्वीर तब भी सामने आई थी जब कैप्टन ने गन्ना किसानों के आंदोलन पर गन्ने का रेट बढ़ाया तो लड्‌डू खिला कैप्टन का मुंह मीठा कराया गया। यह तस्वीर भी काफी चर्चा में रही। कैप्टन के पंजाब के किसान नेताओं से अच्छे संबंध हैं। आंदोलन खत्म होने के बाद अंदरख़ाने उन्हें इसका सियासी फायदा मिल सकता है। कैप्टन मंगलवार को पंजाब में BJP के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत इस तरह से सिसवां फार्म हाउस में मिले थे। पंजाब में कैप्टन-BJP का कामयाब गठजोड़ अगर कैप्टन को किसान आंदोलन का फायदा मिला तो फिर पंजाब चुनाव में उनका BJP से गठजोड़ कामयाब हो सकता है। पंजाब में 77 सीटों पर किसान चुनावी हार-जीत का फैसला करते हैं। ग्रामीण सीटों में किसानों का दबदबा है। यहां से कैप्टन मजबूत होकर बाहर आ सकते हैं। शहरी क्षेत्र में हिंदू वोट बैंक पर भाजपा की अच्छी पकड़ है। कांग्रेस में सीएम और प्रधान सिख चेहरे होने से हिंदू छिटक सकते हैं। अकाली दल पर पहले ही सिखों की पंथक पार्टी का ठप्पा है। ऐसे में शहरी क्षेत्र में भाजपा चौंका सकती है। ऐसे में कैप्टन को इसका बड़ा सियासी फायदा मिल सकता है। खबरें और भी हैं... ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़ 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव: सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव चंडीगढ़ पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/women/news/lalus-younger-sons-bride-was-seen-in-a-red-couple-made-childhood-love-humdum-129194471.html,"तेजस्वी की शादी की पहली तस्वीर: लाल जोड़े में दिखी लालू के छोटे बेटे की दुल्हन, बचपन के प्यार को बनाया हमदम","तेजस्वी की शादी की पहली तस्वीर:लाल जोड़े में दिखी लालू के छोटे बेटे की दुल्हन, बचपन के प्यार को बनाया हमदम नई दिल्ली आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की शादी की पहली तस्वीर, लाल जोड़े में दिखी दुल्हनिया। आरजेडी के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के छोटे बेटे व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आज दिल्ली में शादी है। बहन रोहिणी आचार्य ने शादी की तस्वीर ट्वीट कर अपने भाई को शुभकामनाएं दीं। तेजस्वी यादव की शादी के समारोह को ​बेहद गुप्त रखा गया है। बता दें कि तस्वीर में तेजस्वी यादव गोल्डन रंग की शेरवानी और उनकी दुल्हन लाल रंग के खूबसूरत जोड़े में नजर आ रहीं हैं। तेजस्वी और रेचल के साथ स्टेज पर मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती भी दिख रही हैं। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पूरा परिवार दिल्ली में है। तेजस्वी की शादी में परिवार के सदस्य और कुछ खास मेहमान ही शामिल होंगे। पार्टी के नेताओं और परिवार से बाहर के सदस्यों को नहीं बुलाया गया है। शादी को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं। बताया जा रहा है कि लालू यादव खुद इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। शायद इसी वजह से उन्होंने अपने कई करीबियों को भी शादी में शरीक होने का न्योता नहीं दिया। शादी इतनी गोपनीय तरीके से हो रही है कि बुधवार तक किसी को शादी की खबर तक नहीं थी। बहन ने ट्वीट कर दी थी जानकारी तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने बुधवार को ट्वीट किया, ''भाई के सिर पर सेहरा है सजने वाला खुशियों से गुलजार घर का आँगन है होने वाला।'' रोहिणी आचार्य ने भी दुल्हन की जानकारी नहीं दी थी। कहा जा रहा है कि लालू की होने वाली बहू हिंदू नहीं है। बचपन की दोस्त है तेजस्वी की दुल्हनिया सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी यादव की होने वाली दुल्हनिया का नाम रेचल है। तेजस्वी यादव और उनकी होने वाली दुल्हन रेचल की दोस्ती बचपन की है। दोनों साथ में डीपीएस, आरके पुरम में पढ़ते थे। साल 2014 में दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। दोस्ती प्यार में बदली और आज शादी हो रही है। वह चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं। खबरें और भी हैं... दिमाग तेज करने वाले 'मंत्र': ​दावा-वैदिक मंत्रोच्चार से गुस्सा और तनाव कम, बीपी-दिल की धड़कनें रहती काबू में, रिसर्च में महिलाएं भी शामिल वुमन फिजूल बातों पर तलाक: जज साहब..मेरी बीवी काली-मोटी और झगड़ालू है, प्लीज मुझे डिवोर्स दिला दीजिए रिलेशनशिप World AIDS Day: देश में हर घंटे 8 लोग हो रहे HIV+, 'अय्याशों की बीमारी' के ठप्पे से लेकर सस्ती दवाओं तक ऐसे बदले हालात वुमन मैटरनिटी लीव: गोद लेने वाली और जन्म देने वाली मां के बीच 'सरकारी' भेदभाव, कानून के खिलाफ हजारों महिलाओं ने उठाई आवाज वुमन",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/farmers-protest-kisan-andolan-timeline-of-punjab-haryana-farmer-allegations-and-controversies-129194418.html,"किसान आंदोलन में बड़े विवाद: लाल किला घटना, निहंगों के हत्या करने और रेप के मामलों ने संघर्ष के चले कई पड़ावों में बटोरीं सुर्खियां","किसान आंदोलन में बड़े विवाद:लाल किला घटना, निहंगों के हत्या करने और रेप के मामलों ने संघर्ष के चले कई पड़ावों में बटोरीं सुर्खियां जालंधर किसान आंदोलन ने दिल्ली के बॉर्डरों पर कई पड़ाव पार किए हैं। कुछ विवाद भी उठे। 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में लालकिला पर जो हुआ, उससे तो आंदोलन ही टूटता दिखाई दिया। किसान आंदोलन हर विवाद के बाद संभला और अब मुकाम पर पहुंचा है। सिंघु बॉर्डर पर दशहरे की सुबह तरनतारन पंजाब के चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह की निर्ममता से हत्या और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में पश्चिम बंगाल की युवती से हुए रेप की वारदात ने आंदोलन पर लांछन लगाए। आंदोलन की पवित्रता पर ही सवाल खड़े हुए। टिकरी बॉर्डर पर खराब पीने दौरान विवाद में एक को जिंदा जलाने का मामला भी सुर्खियों में रहा। हरियाणा के करनाल के एक संत बाबा राम सिंह ने किसानों की दशा चिंतित होकर खुद को गोली मार ली। किसान आंदोलन मे विवाद तो कोई न कोई हर रेाज ही खड़ा हुआ, 5-6 घटनाएं किसान आंदोलन की सफलता के बाद भी जन मानस को टीस देती रहेंगी। लखबीर मर्डर केस पंजाब के तरनतारन के गांव चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह दिल्ली के सिंघु बार्डर पर गया था। 15 अक्टूबर को दशहरे के दिन गुरुसाहिब की बेअदबी के आरोप में निहंग सिंहों ने उसके हाथ-पांव काट कर उसे मरने तक उलटा लटका दिया था। चार निहंगों ने मर्डर की बात स्वीकारी और वे अब जेल में है। वारदात ने लखबीर के परिजनों को तो टीस दी ही, साथ में जेल में बंद निहंगों के परिवार भी दुखी हैं। कुंडली पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी निहंग नारायण सिंह को अमृतसर के जंडियाला गुरु से हिरासत में लिया। वहीं सरबजीत सिंह, गोविंद प्रीत सिंह और निहंग भगवंत सिंह ने खुद अपराध कबूलते हुए आत्मसमर्पण किया था। टिकरी बार्डर पर रेप टिकरी बॉर्डर पर पश्चिम बंगाल की आंदोलनकारी 25 साल की युवती के साथ हुए दुष्कर्म की वारदात ने आंदोलन की साख पर बट्‌टा लगाया। युवती की 30 अप्रैल,2021 को मौत हो गई थी। इसी बीच खुलासा हुआ कि किसान आर्मी के तीन नेताओं ने उससे दुष्कर्म किया था। यहां सवाल उठे किसान आंदोलन की दशा और दिशा आखिर है क्या। मामला टिकरी बार्डर पर बैठे बड़े किसान नेताओं के संज्ञान में आया तो तीनों आरोपी लड़की को टिकरी बार्डर पर छोड़कर फरार हो गए। किसान नेताओं ने लड़की को शहीद करार दिया और जीप में डेडबॉडी रखकर शवयात्रा निकाली गई। मरहूम के पिता की शिकायत पर तीनों के खिलाफ रेप अपहरण और ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज किया गया। भिवानी के झोझू कलां निवासी अनिल मलिक इसमें मुख्यारोपी था। मामूली विवाद में जिंदा जलाया झज्जर जिले में बहादुरगढ़ के कसरा गांव निवासी मुकेश (42) किसान आन्दोलन में भाग लेने के लिए टिकरी बॉर्डर पर थे। 18 जून को हरियाणा के कुछ साथियों के साथ खाते-पीते वक्त उसकी कहासुनी हो गई। इसके बाद जींद के कुछ युवकों ने मुकेश पर पेट्रोल छिड़क कर उसे जिंदा जला दिया। मुकेश की वहीं पर मौत हो गई। पुलिस ने इस विभत्स कृत्य को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के वक्त चारों आरोपी नशे में पूरी तरह से धुत्त थे। 26 जनवरी को दिल्ली में बवाल किसान आंदोलन ने 26 जनवरी, 202़ को ट्रैक्टर मार्च के दौरान जो बवाल हुआ, उससे एक बार तो किसान आंदोलन ही खत्म होते दिखा। 26 जनवरी को सिंघु और टिकरी बार्डर से कुछ युवक ट्रैक्टर लेकर बैरिकेड तोड़ते हुए दिल्ली में घुस गए। भीड़ लाल किले में घुस गई और तोडफोड़ किया। लालकिले पर तिरंगे के बराबर निशान साहिब को फहरा दिया गया। सरकार इसको लेकर आक्रामक रही। पुलिस ने दीप सिद्धू समेत कई लोगों पर मामले दर्ज किए। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने हाथ पीछे खिंच लिए। आरोप लगाए कि ये केंद्र सरकार की साजिश का परिणाम था। सरकार आन्दोलन को बदनाम करना चाहती है। किसानों ने इसको भी झेला और आंदोलन को बचा ले गए। टूलकिट मामला गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी की हिंसा के तत्काल बाद जलवायु कार्यकर्ता थनबर्ग और पॉप स्टार रिहाना के साथ-साथ अमेरिका की पार्न स्टार मियां खलीफा ने आन्दोलन का समर्थन किया। भारत ने विदेशी हस्तियों और अन्य लोगों की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। थनबर्ग ने ""उन लोगों के लिए एक टूलकिट"" भी साझा किया था, जो ""मदद करना चाहते थे।’’ जल्द ही ""टूलकिट"" मुद्दा बड़े पैमाने पर विवाद में बदल गया और दिल्ली पुलिस ने भारत की छवि खराब करने की कोशिश करने के आरोप में कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इसी दौरान जलवायु सरंक्षण कार्यकर्ता दिशा रवि को किसानों के आंदोलन से जुड़े ‘टूलकिट’ को सोशल मीडिया पर साझा करने में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। खबरें और भी हैं... 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ शहीद गुरसेवक के परिवार का हाल: पत्नी बोली- दिन में कई फोन करते थे; 48 घंटे से एक कॉल नहीं आया, बच्चों से क्या कहूं अमृतसर सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर उखड़ने लगे किसानों के टेंट: झोपड़ियां हटाने में जुटे; दोनों बॉर्डर पर किसानों ने डाला भंगड़ा, रवानगी पर हेलिकॉप्टर से बरसाएंगे फूल रेवाड़ी दो लाख का इनामी आरोपी चंडीगढ़ से पकड़ा: बाबा नानक और उनके पिता के बारे में अपशब्द कहने के बाद दो माह से फरार था अनिल लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/rohtak/rewari/news/farmers-removed-hut-tents-under-the-metro-station-flowers-will-rain-from-helicopter-before-returning-home-129194220.html,"सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर उखड़ने लगे किसानों के टेंट: झोपड़ियां हटाने में जुटे; दोनों बॉर्डर पर किसानों ने डाला भंगड़ा, रवानगी पर हेलिकॉप्टर से बरसाएंगे फूल","सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर उखड़ने लगे किसानों के टेंट:झोपड़ियां हटाने में जुटे; दोनों बॉर्डर पर किसानों ने डाला भंगड़ा, रवानगी पर हेलिकॉप्टर से बरसाएंगे फूल बहादुरगढ़/सोनीपत आ गई वो घड़ी जिसका सबकों इंतजार था...? एक साल 14 दिन तक चले अब तक के सबसे बड़े आंदोलन में शुमार किसान आंदोलन गुरुवार को समाप्त हो गया। दिल्ली की सीमा पर चल रहे आंदोलन को खत्म करने का ऐलान संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से होते ही टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर जश्न शुरू हो गया है। दोनों ही बॉर्डर पर किसान खुशी में जमकर डांस कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर किसानों ने टेंट और झोपड़ी सड़क से उखाड़कर सामान समेटना शुरू कर दिया है। किसान अपना सामान ट्रैक्टर और अन्य वाहनों में लाद रहे हैं, ताकि शुक्रवार सुबह से घर वापसी की जा सके। खास बात यह है कि घर रवानगी से पहले टिकरी बॉर्डर आंदोलन स्थल पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए जाएंगे। दिल्ली सीमा पर हाईवे को पूरी तरह साफ होने में अभी 4 से 5 दिन का समय लग सकता है। 15 किमी तक किसानों के टेंट और झोपड़ियां बनी हुई हैं। इनमें बहुत सी पक्की झोपड़ियां भी शामिल हैं। सिंघु बॉर्डर पर किसानों में जीत की खुशी बनी हुई है। पहले से ज्यादा भीड़ जमा है। किसानों ने खुशी-खुशी वापसी के लिए तैयारी शुरू कर दी। किसानों ने आज ही अपने साधन और साथियों को बुला लिया है। जो जीत का जश्न मना रहे हैं। इनमें से कुछ अपने तंबुओं को समेटने में लग गए हैं। वहीं टीकरी बॉर्डर पर रोजाना होने वाली सभा गुरुवार को आखिरी होगी। शुक्रवार सुबह से किसान घरों की तरफ रवानगी कर देंगे। खासकर पंजाब के किसानों ने अपना सामान पैक कर लिया है। सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर किसानों ने टेंट और झोपड़ी सड़क से उखाड़कर सामान समेटना शुरू कर दिया है। बता दें कि 3 नए कृषि कानूनों की वापसी सहित कुछ अन्य मांगों को लेकर पिछले साल 26 नवंबर को सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन शुरु हुआ था। एक साल से भी ज्यादा समय तक चले इस आंदोलन में किसानों ने एक तरह से बॉर्डर ही अपने घर बसा लिए थे। तमाम सुविधाओं से लैस झोपड़ी और टेंटों में रहकर किसानों ने लंबा संघर्ष किया और अब कृषि कानूनों की वापसी होने के साथ ही किसानों की अन्य मांगों पर संयुक्त किसान मोर्चा और सरकार के बीच सहमति बन चुकी है। किसानों की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा के घर वापसी करने की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है। एक साथ घर वापसी संभव नहीं किसानों की तरफ से सामान समेटना शुरु किया गया है। हालांकि अभी किसानों की एक साथ घर वापसी संभव नहीं है, क्योंकि पक्‍के तंबू और टेंटों को हटाने में अभी 4 से 5 दिन का समय लग सकता है। गुरुवार को बहादुरगढ़ के श्रीराम शर्मा मेट्रो स्टेशन के नीचे किसानों ने अपने टेंट और झोपड़ी हटानी शुरु कर दी है। इसके अलावा भी कुछ अन्य जगह किसान झोपड़ी और टेंट हटाकर सामान ट्रैक्टर में डाल रहे हैं। दूसरी तरफ महिलाओं की संख्‍या बॉर्डर पर बहुत कम हो गई है। रोजाना होने वाली सभा और मंच गुरुवार को तो सजा, लेकिन शुक्रवार को बॉर्डर पर सभा नहीं होगी। किसानों का कहना है कि कृषि कानूनों की वापसी के बाद एमएसपी पर कमेटी बनाने और एक साल में दर्ज हुए मुकदमों पर लिखित आश्वासन पर सहमति बन गई है। हालांकि संगीन धाराओं में दर्ज मुकदमों का पेंच अभी भी फंसा हुआ है। 35 किसान ग्रुप पैक कर रहे हैं सामान सिंघु बॉर्डर पर करीब 3 दर्जन किसान ग्रुपों ने अपने सामान को पैक करना शुरू कर दिया है। जो आज ही जाने की तैयारी कर रहे हैं। ये किसान यहां पर शाम तक के जश्न में शामिल रहेंगे। इनमें 8 हरियाणा और 28 के करीब पंजाब के लोग शामिल हैं। सामान समेटकर ट्रॉली में डालते हुए। हेलिकॉप्टर से बरसाएंगे फूल किसानों ने बताया कि घर वापसी से पहले हेलिकॉप्टर से टिकरी बॉर्डर स्थित आंदोलन स्‍थल पर फूल बरसाए जाएंगे। घर जाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए एंबुलेंस की व्‍यवस्‍था भी गई है, जो किसानों के जत्थे के साथ-साथ चलेगी। आज टिकरी बॉर्डर पर आखिरी सभा हो रही है, कल से सभा भी बंद हो जाएगी। इतना ही नहीं पंजाब के किसान बोहा मंडी में रुकेंगे, फिर यहां से अपने-अपने जिलों में पहुंचेंगे। देर रात किसानों ने मनाया जश्न बुधवार रात संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में सहमति बनने के बाद किसानों को भी पता चल गया है कि किसी समय घर वापसी का ऐलान हो सकता है। यही कारण है कि बैठक के तुरंत बाद देर रात टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने जश्न मनाया। काफी किसान ऐसे हैं, जो एक साल में एक बार भी घर नहीं गए। ऐसे किसानों का फूल-मालाओं से सम्मान किया गया। इतना ही नहीं किसान एकता के नारे लगाते हुए जमकर डांस भी किया। आंदोलनकारियों का कहना है कि यह उनकी बहुत बड़ी जीत है। जो संकल्प लेकर घर से निकले थे वो अब पूरा हो गया है। यह किसानों की ताकत ही है कि सरकार को उनके आगे झुकना पड़ा। सिंघु बॉर्डर पर करीब 3 दर्जन किसान ग्रुपों ने अपने सामान को पैक करना शुरू कर दिया है। बॉर्डर खुलने से मिलेगी राहत एक साल से टिकरी बॉर्डर बंद होने से स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि बहादुरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा। रास्तों को खुलवाने के लिए उद्योगपतियों को मानव अधिकार आयोग से लेकर कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाना पड़ा, लेकिन अब आंदोलन खत्म हो रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ-साथ औद्योगपतियों को भी फिर से काम पटरी पर लौटने की उम्मीद है। हालांकि पूरी तरह रास्ता साफ होने में अभी कुछ दिन और लग सकते हैं। किसानों की तरफ से कहा गया है कि वह सड़क को पूरी तरह साफ करके ही घर लौटेंगे। गांव रुड़की जिला जालंधर निवासी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गुरनाम चढ़ूनी ने बताया कि हमारी मांगें मानने के बाद मोर्चा खत्म किया गया है। जरूरत पड़ी तो दोबारा से शुरू करेंगे। पिछले एक साल से यहां पर 8-8 बंदे रहकर चला रहे थे। आज बच्चों और अन्य साथियों को बुलाया है। वो अपने सामान समेट रहे हैं। आज पूरा पैक हो जाएगा। कल जाएंगे या आज सभी साथी फैसला लेंगे। खबरें और भी हैं... चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: दोपहर 12 बजे तक तीन उम्मीदवारों ने लिया नामांकन वापस, मैदान में कुल 214 प्रत्याशी चंडीगढ़ पंचकूला में एलएस लिद्दड़ के घर पर सन्नाटा: CDS रावत के साथ शहादत के बाद सेक्टर 12 में मकान के बाहर शोक जताने पहुंचे लोग, राजवर्धन राठौड़ के बैचमेट थे एलएस लिद्दड़ चंडीगढ़ गश्त कर रही राइडर पर हमला: शराब का सेवन कर रहे 4 बदमाशों ने 2 पुलिस मुलाजिमों से मारपीट करने के बाद फाड़ी वर्दी, काबू अम्बाला 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-polls-update-cm-charanjit-channi-brother-will-contest-punjab-election-2022-129193945.html,CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव: सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव,"CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव:सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव चंडीगढ़ पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह भी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ेंगे। डॉ. मनोहर ने सीनियर मेडिकल अफसर पद से इस्तीफा दे दिया है। वह खरड़ सिविल अस्पताल में तैनात थे। अब वह फतेहगढ़ साहिब के बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। डॉ. मनोहर ने लोगों से मिलना भी शुरू कर चुके हैं। उन्होंने बस्सी पठाना में अपना ऑफिस भी खोल लिया है। डॉ. मनोहर ने इसकी पुष्टि भी की कि अगर कांग्रेस हाईकमान ने मंजूरी दी तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि यह विधानसभा क्षेत्र SC वर्ग के लिए रिजर्व है। CM चरणजीत सिंह चन्नी। यहां से अभी भी कांग्रेस के MLA बस्सी पठाना से इस वक्त कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह जीपी MLA हैं। वह भी लगातार दूसरी बार टिकट के दावेदार हैं। गुरप्रीत सिंह जीपी का कहना है कि उन्हें भरोसा मिला है कि क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों की बदौलत उन्हें दोबारा टिकट मिलेगी। उन्होंने सवाल भी उठाए कि एक ही परिवार में 2 सदस्यों को टिकट कैसे मिल सकती है। पिछले साल ही शुरू कर दी थी गतिविधियां डॉ. मनोहर ने पिछले साल ही कोरोना महामारी के दौरान बस्सी पठाना में गतिविधियां शुरू कर दी थीं। नंदपुर कलौर के प्राइमरी हेल्थ सेंटर में तैनाती के वक्त वह लोगों के बीच खूब फेमस हो रहे थे। इसे देखते हुए वहां से मौजूदा कांग्रेसी विधायक गुरप्रीत जीपी ने उनका तबादला करवा दिया था। डॉ. मनोहर एनेस्थिसिया में पोस्ट ग्रेजुएट होने के साथ जर्नलिज्म में MA और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से लॉ ग्रेजुएट भी हैं। खबरें और भी हैं... किसान आंदोलन पर फैसला आज: संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्र सरकार के बीच बनी सहमति; 12 बजे सिंघु बॉर्डर पर अहम मीटिंग चंडीगढ़ सुच्चा सिंह छोटेपुर शिअद में होंगे शामिल?: चंडीगढ़ पार्टी कार्यालय में आज समारोह संभावित, काफी समय से चल रही सुखबीर बादल से बातचीत लुधियाना कैप्टन ने सिद्धू के हलके में मारी सेंध: पूर्व वाइस चेयरमैन लीगल सेल एडवोकेट संदीप गौरसी ने की पंजाब लोक कांग्रेस जॉइन अमृतसर CM चन्नी की चुनावी यात्रा आज: पायल विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगे मुख्यमंत्री; कई संगठन कर सकते हैं विरोध लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/tejashwi-yadavs-engagement-may-happen-before-kharmas-discussion-intensifies-129191031.html,लालू परिवार में आएगी क्रिश्चियन दुल्हन: तेजस्वी यादव आज दिल्ली में सगाई करेंगे; परिवार और पार्टी के चुनिंदा लोगों को ही न्योता,"लालू परिवार में आएगी क्रिश्चियन दुल्हन:तेजस्वी यादव आज दिल्ली में सगाई करेंगे; परिवार और पार्टी के चुनिंदा लोगों को ही न्योता पटना लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की शादी पक्की हो गई है। आज यानी गुरुवार को वह दिल्ली में सगाई करेंगे। यह कार्यक्रम दिल्ली में होगा और इसमें परिवार और पार्टी के चुनिंदा लोग ही शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तेजस्वी यादव की शादी हरियाणा की राजश्री से हो रही है। दो साल पहले राजश्री ने ईसाई धर्म स्वीकार किया था। लालू प्रसाद लगातार अस्वस्थ चल रहे हैं। वे चाहते हैं कि तेजस्वी के हाथ जल्द से जल्द पीले हों। लालू परिवार के ज्यादातर सदस्य दिल्ली में हैं। परिवार खरमास शुरू होने से पहले सगाई करना चाहता था। खरमास 15 दिसंबर से शुरू होगा और 14 जनवरी तक चलेगा। सगाई की रस्म दिल्ली में ही निभाई जाएगी। यह शादी तेजस्वी यादव की पसंद पर हो रही है। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है। बता दें कि तेजस्वी की सगाई पर RJD से कोई भी अभी बोलने को तैयार नहीं। तेजस्वी की शादी को लालू परिवार ने गोपनीय बना रखा है। 9 भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं तेजस्वी तेजस्वी यादव अपने 9 भाई- बहन में सबसे छोटे हैं। उनकी उम्र 32 साल हो चुकी है। बाकी सभी की शादी लालू ने कर दी है। अब तेजस्वी की ही बारी है। पहले बिहार में तारापुर और कुशेश्वर स्थानी उपचुनाव का इंतजार किया जा रहा था कि ये सीटें RJD जीतती है तो सरकार बनाने की कवायद RJD तेज करती। हालांकि, दोनों सीटें हारने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुख्यमंत्री की कुर्सी फिर दूर चली गई है, इसलिए अब लालू प्रसाद चाहते हैं कि तेजस्वी की शादी जल्द से जल्द हो जाए। खबरें और भी हैं... कटिहार के इन इलाकों में 5 घंटे रहेगी बत्ती गुल: 33 केवीए हाईटेंशन तार की मरम्मती के कारण बाधित रहेगी आपूर्ति, जानिए अपने क्षेत्र की स्थिति कटिहार अब देवघर और पटना एम्स की कमान एक हाथ में: देवघर AIIMS के निदेशक डॉ. सौरभ वार्ष्णेय को पटना AIIMS का प्रभार पटना शराब ने डॉक्टर-इंजीनियर को पहुंचाया हवालात: दुबई का इंजीनियर पटना में शराब के साथ पकड़ा; कंकड़बाग में आर्मी के रिटायर्ड डॉक्टर गिरफ्तार बिहार 10वें चरण का मतदान संपन्न: मुजफ्फरपुर, नवादा, आरा और औरंगाबाद में बूथ के बाहर झड़प; गया में नशे में धुत दो मतदानकर्मी गिरफ्तार बिहार",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/17-countries-like-china-usa-have-made-a-stock-of-biological-weapons-india-is-away-from-them-129190676.html,"भास्कर एक्सप्लेनर: चीन-अमेरिका जैसे 17 देश बना चुके जैविक हथियारों का जखीरा, भारत इनसे दूर","भास्कर एक्सप्लेनर:चीन-अमेरिका जैसे 17 देश बना चुके जैविक हथियारों का जखीरा, भारत इनसे दूर वायरस से लड़े जाने वाला युद्ध जैविक या बायोलॉजिकल वॉर कहलाता है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने बिम्सटेक देशों को जैविक युद्ध के प्रति आगाह करते हुए इसके खिलाफ तैयार होने की अपील की है। सीडीएस ने जिस जैविक युद्ध की तरफ इशारा किया वह सदियों पुराना है। जानते हैं युद्ध व हथियार कितने खतरनाक हैं... जैविक युद्ध क्या है? वायरस से लड़े जाने वाला युद्ध जैविक या बायोलॉजिकल वॉर कहलाता है। जैविक हथियार कम समय में बहुत बड़े क्षेत्र में तबाही मचा सकते हैं। इन हथियारों से आशय उन कारकों से है, जो लोगों में बीमारियां पैदा कर दें। शिकार हुए लोग मरने लगें। अपंग या मनोरोगी हो जाएंं। जैविक हथियारों का इस्तेमाल कब, कहां हुआ? जैविक हथियारों का पहला इस्तेमाल 1347 में हुआ था। तब मंगोल सेना ने प्लेग से संक्रमित शव काफा (अब यूक्रेन के फ्यूडोसिया) के ब्लैक सी के तट पर फेंके थे। जहाजों से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित होकर तब इटली लौटे। ब्लैक डेथ महामारी फैली। 4 साल में यूरोप में 2.5 करोड़ लोग मृत। 1710 में स्वीडन सेना से लड़ रही रूसी फौज ने एस्टोनिया के तालिन में घेरकर उन पर प्लेग संक्रमित शव फेंके थे। 1763 में ब्रिटिश सेना ने पिट्सबर्ग में डेलावेयर इंडियन को घेरकर चेचक वायरस से संक्रमित कंबल फेंके थे। विश्वयुद्ध में प्रयोग हुआ? हां, जर्मनी ने पहले विश्वयुद्ध में एन्थ्रेक्स नामक जैव का इस्तेमाल किया था। उसने दुश्मनों के घोड़ों व मवेशियों को संक्रमित करने के लिए गुप्त कार्यक्रम चलाया। सेंट पीटर्सबर्ग में प्लेग फैलाने की कोशिश की। जापान ने टाइफाइड वाले वाइरस को सोवियत की जल आपूर्ति वाले पाइपों में मिला दिया था। ये पहला युद्ध था, जब दोनों पक्षों ने जैव हथियार प्रयोग किए। जैविक युद्ध रोकने के लिए दुनिया ने क्या प्रयास किए? विश्व युद्ध में जैविक हथियारों के इस्तेमाल के बाद अधिकांश देशों इन पर रोक लगाने के लिए जिनेवा प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए। 1972 में बायोलॉजिकल वेपंस कन्वेंशन हुआ। ये 1975 में लागू हो गया। क्या भारत ने ऐसे जैविक हथियार विकसित किए? नहीं, भारत ने ऐसे किसी भी प्रकार के हथियार नहीं बनाए हैं। इन्हें विकसित करने वालों में जर्मनी, अमेरिका, रूस, चीन जैसे 17 देश शामिल हैं। क्या कोरोना भी वैसा ही जैविक हथियार है? कोरोना फैलने के साथ ही चीन पर बीते साल से ही आरोप लग रहे हैं कि उसने इस वायरस को जैविक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। हालांकि इसकी आज तक पुष्टि नहीं हो सकी। पेंटागन रिपोर्ट में क्या था? अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की हाल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार अपना बायोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। उसके सैन्य संस्थान भी अलग-अलग तरह के टॉक्सिन पर काम कर रहे हैं जिनका दोहरा इस्तेमाल करता है। अमेरिका दोहरे इस्तेमाल को जैविक- खतरा मानता है। खबरें और भी हैं... कोरोना देश में: ब्रिटेन और कनाडा से भोपाल लौटे दो लोग कोरोना पॉजिटिव मिले, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा सैंपल ओमिक्रॉन A to Z भास्कर अपडेट्स: राहुल गांधी से मिले शिवसेना सांसद संजय राउत, कहा- विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए देश आज खत्म हो सकता है किसान आंदोलन: केस वापसी पर फंसा पेंच; किसान इस पर केंद्र सरकार से ठोस आश्वासन चाहते हैं चंडीगढ़ विश्व असमानता रिपोर्ट: दुनिया के 100 जाने-माने अर्थशास्त्रियों की रिपोर्ट; भारत में 50% आबादी की कमाई इस साल 13% घटी, सालाना औसत आय सिर्फ 53,610 रुपए देश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/international/news/pakistan-media-reaction-indian-army-helicopter-with-bipin-rawat-in-tamil-nadu-129191547.html,"PAK मीडिया में छाया जनरल रावत का क्रैश: पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट्स ने भी बनाया हादसे को टॉप खबर, CDS रावत को मोदी सरकार का सबसे करीबी अफसर बताया","PAK मीडिया में छाया जनरल रावत का क्रैश:पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट्स ने भी बनाया हादसे को टॉप खबर, CDS रावत को मोदी सरकार का सबसे करीबी अफसर बताया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का MI-17 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर जिले के जंगल में क्रैश हो गया। इस एक्सीडेंट पर पाकिस्तान की मीडिया भी पैनी नजर रख रही है। वहां की तमाम वेबसाइट्स पर यह खबर टॉप न्यूज बनी हुई है। इस बारे में अपडेट्स दिए जा रहे हैं। हेलिकॉप्टर में क्रैश होते ही आग लग गई थी। दावा- PM मोदी के करीबी, इसलिए बिना नंबर के बने सेना प्रमुख तकरीबन सभी पाकिस्तानी अखबारों में हादसे की कवरेज के साथ ही जनरल रावत का प्रोफाइल भी बताया गया है। इसमें उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी बताया गया है। साथ ही इस बात को भी बेहद प्रमुखता दी गई है कि PM मोदी का करीबी होने के कारण ही जनरल रावत को सेना प्रमुख के पद से रिटायरमेंट के दिन ही देश का पहला CDS बनने का मौका मिलने का दावा किया गया। पाकिस्तानी अखबारों ने इस बात को भी बेहद प्रमुखता से लिखा है कि जनरल रावत को मोदी से नजदीकी के कारण ही 2015 में बिना नंबर के सेना प्रमुख बनने का मौका मिला था। 'डान' अखबार ने अपनी खबर में यह भी दावा किया कि जनरल रावत को इसी नजदीकी के कारण दो अधिकारियों के उनसे ज्यादा वरिष्ठ होने के बावजूद सीधे सेना प्रमुख बनाया गया। हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। सभी अखबारों ने कश्मीर और चीन सीमा पर तैनाती का किया जिक्र पाकिस्तानी अखबारों ने जनरल रावत के कश्मीर और चीन सीमा से जुड़े अनुभव का भी जिक्र किया। सभी ने लिखा है कि जनरल रावत ने अपने 40 साल से ज्यादा लंबे करियर में लंबा समय कश्मीर में सैन्य अभियानों का नेतृत्व करने और चीन से जुड़ी सीमा पर भारतीय सेना की अगुआई करने में बिताया है। हादसे की जगह पर कुछ लोग बुरी तरह घायल हालत में मिले। किस अखबार ने हादसे पर क्या लिखा 'डान' अखबार ने भारतीय वायुसेना के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर पोस्ट मैसेज और भारतीय न्यूज एजेंसियों की तरफ से दी जा रही जानकारी से एक्सीडेंट की खबर को कवर किया है। अखबार की रिपोर्ट में विस्तार से एक्सीडेंट का ब्योरा दिया गया है। साथ ही MI-17 हेलिकॉप्टर से हाल में हुए हादसों का भी ब्योरा दिया गया है। 'ट्रिब्यून' अखबार में भी जनरल रावत के एक्सीडेंट को सबसे टॉप न्यूज के तौर पर तवज्जो दी गई। भारतीय मीडिया में आ रही जानकारियों पर आधारित रिपोर्ट में हादसे की विस्तार से जानकारी दी गई। बचाव कर्मियों को जंगल के कठिन हालात में बहुत मुश्किल उठानी पड़ी। 'डेली पाकिस्तान' अखबार ने भारतीय मीडिया में जारी की गई वीडियो फुटेज का इस्तेमाल करते हुए हादसे को कवर किया गया है। अखबार ने यह भी बताया है कि जनरल रावत की मौत को लेकर अभी तक किसी के पास पुख्ता जानकारी नहीं है। उर्दू अखबार 'जंग' ने हादसे में 11 लोगों की मौत की खबर भारतीय मीडिया के हवाले से दी है। साथ ही इस बात को भी प्रमुखता से बताया गया कि हादसे में सभी शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी पहचान करना भी मुश्किल है। एक अन्य उर्दू अखबार 'एक्सप्रेस' ने भी इस खबर को जनरल रावत के फोटो के साथ बेहद प्रमुखता से कवर किया है। खबरें और भी हैं... नहीं रहे देश के पहले CDS: जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत देश भास्कर एक्सप्लेनर: तीनों सेनाओं के एक साथ ऑपरेशन से लेकर स्वदेशी हथियारों की खरीद तक; बिपिन रावत के अंडर में थे ये बड़े प्रोजेक्ट एक्सप्लेनर भास्कर एक्सप्लेनर: रावत का जो Mi-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, उसमें PM मोदी भी करते हैं सफर, जानिए सबसे एडवांस हेलिकॉप्टर की खासियत एक्सप्लेनर CDS के निधन पर शोक में डूबा देश: PM मोदी, राष्ट्रपति कोविंद ने दी श्रद्धांजलि; पाकिस्तानी सेना ने भी जताया शोक देश",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-army-chief-general-manoj-mukund-naravane-leads-the-race-for-new-cds-know-the-process-of-appointment-22280071.html,"क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया","नई दिल्ली, पीटीआइ। जनरल बिपिन रावत की हेलीकाप्टर दुर्घटना में मृत्यु के बाद रिक्त हुए चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद को भरने के लिए सरकार जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करेगी। इस पद पर नियुक्ति के लिए थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे का नाम सबसे आगे चल रहा है। कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों ने भी कहा है कि अप्रैल में सेवानिवृत्त हो रहे जनरल नरवणे की इस पद पर नियुक्ति समझदारी भरा कदम होगा। जानें क्‍या बन रहे समीकरण, क्‍या है इस पद के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया... यह है नियुक्ति की प्रक्रिया इस घटनाक्रम के जानकार लोगों ने गुरुवार को बताया कि सरकार थलसेना, वायुसेना और नौसेना के वरिष्ठ कमांडरों के नामों का एक पैनल बनाएगी। अगले दो-तीन दिनों में तीनों सेनाओं की सिफारिशों के आधार पर इस पैनल को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इसके बाद इसे स्वीकृति के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजा जाएगा। उनकी स्वीकृति के बाद ये नाम विचार के लिए नियुक्ति संबंधी कैबिनेट समिति के पास भेजे जाएंगे जो देश के अगले सीडीएस पर अंतिम निर्णय लेगी। अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें 31 जनवरी तक रहेंगी निलंबित, डीजीसीए से स्वीकृति प्राप्त मालवाहक उड़ानों पर लागू नहीं होगा निलंबन यह भी पढ़ें क्‍या बन रहे समीकरण... जानकारों के मुताबिक, सीडीएस की नियुक्ति में भी सरकार उसी प्रोटोकाल का पालन करेगी जो तीनों सेनाओं के प्रमुखों की नियुक्ति के लिए निर्धारित है। सीडीएस शक्तिशाली चीफ आफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) का चेयरमैन होता है जिसमें तीनों सेना प्रमुख शामिल होते हैं। लद्दाख में गतिरोध से निपटने समेत समग्र प्रदर्शन के आधार पर सीडीएस के रूप में जनरल नरवणे की नियुक्ति की संभावना अधिक है। इसके अलावा वह तीनों सेना प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ हैं। थलसेना से ही होगा सीडीएस जनरल नरवणे ने 31 दिसंबर, 2019 को जनरल रावत से यह पद संभाला था। जबकि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने इसी साल क्रमश: 30 सितंबर और 30 नवंबर को पदभार संभाला था। साथ ही सैन्य योजनाकारों के एक प्रभावशाली वर्ग का मानना रहा है कि सीडीएस थलसेना से ही होना चाहिए, कम से कम जब तक महत्वाकांक्षी रक्षा सुधारों के तहत थियेटर कमानों की निर्माण प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती। देश में फर्टिलाइजर की कोई कमी नहीं, महंगे आयात का बोझ सरकार ने उठाया, सब्सिडी 1.30 लाख करोड़ पर पहुंची यह भी पढ़ें मार्च 2023 तक था कार्यकाल उल्लेखनीय है सीडीएस के रूप में जनरल रावत का कार्यकाल मार्च, 2023 तक था। सीडीएस की सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष है जबकि सेना प्रमुखों का कार्यकाल 62 वर्ष की उम्र तक या तीन वर्ष के लिए (जो पहले हो) होता है। ले. जन. मोहंती बन सकते हैं सेना प्रमुख जनरल नरवणे को अगर सीडीएस नियुक्त किया जाता है तो सरकार को साथ ही साथ उनकी जगह भी भरनी होगी। ऐसी स्थिति में सेना उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती और उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी सेना प्रमुख पद की दौड़ में सबसे आगे होंगे। दोनों अधिकारी एक ही बैच के हैं और जनरल नरवणे के बाद वरिष्ठतम हैं। हालांकि लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर काम करने का लंबा अनुभव है इसलिए जनरल नरवणे के सीडीएस बनने पर उनके सेना प्रमुख बनने की अधिक संभावना है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-union-govt-does-not-want-to-leave-any-negligence-on-omicron-preparations-22279989.html,"ओमिक्रोन पर तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती सरकार, संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का खाका तैयार","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। ओमिक्रोन वैरिएंट की संक्रामकता को देखते हुए केंद्र सरकार इससे निपटने के लिए की जा रही तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती है। बुधवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिवों को पत्र लिखने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को उनके साथ बैठक की। इसके पहले खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उच्च स्तरीय बैठक कर चुके हैं। साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया इसके लिए राज्यों के हालात की समीक्षा कर चुके हैं। वहीं केंद्रीय गृह सचिव कोरोना दिशा-निर्देशों के पालन के लिए राज्यों को पत्र भी लिख चुके हैं। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें गुरुवार की बैठक में राज्यों की ओर से ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों पर रिपोर्ट पेश की गई। राज्यों ने कोरोना के इलाज के लिए जिलेवार तैयार बिस्तरों की संख्या, जरूरी दवाओं के स्टाक, आक्सीजन प्लांटों और वेंटीलेटर की स्थिति की जानकारी दी। राजेश भूषण ने राज्यों को इनकी उच्च स्तर पर निगरानी की जरूरत बताई। साथ ही वेंटीलेटर व आक्सीजन प्लांटों की चालू स्थिति में जांच करने को कहा। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें ध्यान देने की बात है कि दूसरी लहर के दौरान देश में आक्सीजन और वेंटीलेटर की भारी कमी देखी गई थी। इसके बाद देशभर में 3,000 से अधिक आक्सीजन प्लांट लगाने का फैसला किया गया था। इनमें से अधिकांश पीएम केयर फंड से लगाए गए हैं। जाहिर है सरकार यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि ओमिक्रोन के कारण यदि तीसरी लहर आती भी है तो दूसरी लहर की तरह देश के किसी हिस्से में दवाइयों और आक्सीजन की कमी नहीं हो। राजेश भूषण ने राज्यों को कोरोना के क्लस्टर में सभी पाजिटिव नमूनों को जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने को कहा कि ताकि ओमिक्रोन वैरिएंट का तत्काल पता लगाया जा सके। राजेश भूषण का कहना था कि सर्दी बढ़ने के कारण देश में सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। कोरोना और सामान्य सर्दी-जुकाम के लक्षण एक समान होने के कारण सभी सर्दी-जुकाम वाले मरीजों पर नजर रखने और उनमें कुछ की कोरोना टेस्टिंग की जरूरत बताई। इसके अलावा राजेश भूषण ने राज्यों को बचे हुए लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण पूरा करने पर जोर दिया। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-gujarat-riots-sit-tells-supreme-court-nobody-has-raised-finger-on-us-except-this-petition-22279435.html,एसआइटी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- गुजरात दंगे की जांच में इस याचिका के अलावा किसी ने भी हम पर अंगुली नहीं उठाई,"नई दिल्ली, पीटीआइ। गुजरात में 2002 के दंगों की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआइटी) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि जकिया जाफरी द्वारा दायर याचिका के अलावा अन्य किसी ने भी उसकी जांच पर अंगुली नहीं उठाई। जकिया ने याचिका में राज्य में हिंसा के दौरान बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित 64 लोगों को एसआइटी की क्लीन चिट को चुनौती दी है। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें न्यायमूर्ति एएम खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्र्वरी और न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार की पीठ ने गुजरात हाई कोर्ट के पांच अक्टूबर, 2017 के आदेश के खिलाफ जकिया जाफरी की याचिका पर गुरुवार को सुनवाई पूरी कर ली और कहा कि इस पर फैसला बाद में सुनाया जाएगा। हाई कोर्ट ने एसआइटी के निर्णय के खिलाफ जकिया की याचिका खारिज कर दी थी एसआइटी की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि शीर्ष कोर्ट को जकिया जाफरी की याचिका पर निचली अदालत और हाई कोर्ट के फैसले की पुष्टि करनी चाहिए अन्यथा यह एक 'अंतहीन कवायद' है जो सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ की 'कुछ मंशाओं' के कारण चलती रहेगी। इस मामले में जकिया के साथ ही तीस्ता सीतलवाड़ दूसरे नंबर की याचिकाकर्ता हैं। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सीतलवाड़ की संस्थाओं के कार्यों का उल्लेख किया और कहा कि हमें 'गुजरात विरोधी और गुजरात को बदनाम करने वाले' के रूप में पेश करना गलत है। सिब्बल ने कहा कि मेरी दिलचस्पी किसी को निशाना बनाने की नहीं है। रोहतगी ने कहा कि एसआइटी को शीर्ष कोर्ट ने जिम्मेदारी सौंपी थी और इसने अपेक्षा से कहीं ज्यादा अच्छा किया। रोहतगी ने कहा कि इस याचिकाकर्ता के अलावा किसी ने भी एसआइटी जांच पर अंगुली नहीं उठाई। उन्होंने कहा कि सीतलवाड़ पिछले दस साल से इस मामले को खींच रही हैं। अब करीब 20 साल बाद वह चाहती हैं कि इस मामले में कोर्ट आगे जांच का आदेश दे। उनका अप्रत्यक्ष मकसद किसी न किसी तरह इस मामले को गरम रखना है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-number-of-jailed-journalists-reached-globally-in-2021-24-lost-their-lives-during-coverage-22278751.html,"जेल में बंद पत्रकारों की संख्या 2021 में वैश्विक स्तर पर पहुंची, कवरेज के दौरान 24 ने गवाई जान","एजेंसी: साल 2021 के दौरान जेल में बंद पत्रकारों की संख्या में बड़ा इजाफा दर्ज किया गया है। पूरे विश्व में सलाखों के पीछे कैद पत्रकारों की संख्या वैश्विक स्तर पर पहुंच गई। पत्रकारों के हितों के लिए काम करने वाली एक संस्था के मुताबिक मौजूदा साल में 1दिसंबर तक कुल 293 पत्रकारों को कैद किया गया, वहीं 24 ऐसे पत्रकार भी हैं जिन्हें कवरेज के दौरान अपनी जान गवानी पड़ी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि साल 2021 के दौरान 18 पत्रकारों की मौत परिस्थितियों में हुई है, जिनमें यह निर्धारित करना बहुत मुश्किल हो गया कि क्या उन्हें उनके काम के कारण निशाना बनाया गया। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें खबरों को कैद करने पर जोर गौरतलब है कि पत्रकारों को जेल भेजने के कारण अलग-अलग देशों में भिन्न हैं, लेकिन आंकड़े यह बताते हैं कि दुनिया भर में राजनीतिक उथल-पुथल ने स्वतंत्र रिपोर्टिंग के खिलाफ मुश्किलें खड़ी की हैं। पत्रकारों के हितों के लिए काम करने वाली संस्था सीपीजे के कार्यकारी निदेशक जोएल साइमन ने एक बयान में कहा कि ""यह लगातार छठा साल है जब सीपीजे ने दुनिया भर में कैद पत्रकारों की रिकार्ड संख्या का दस्तावेजीकरण किया है। जेल में बंद पत्रकारों की संख्या यह बताती है कि पूरे विश्व में सरकारें सूचनाओं को नियंत्रित करने और प्रबंधित करने की कोशिशे कर रही हैं और वे ऐसा करने के अपने प्रयासों को तेजी से बढ़ा रही हैं।"" क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें लाइन आफ ड्यूटी में मौत साल 2021 के दौरान मारे गए पत्रकारों की लिस्ट में रॉयटर्स के फोटोग्राफर दानिश सिद्दीकी और मैक्सिको में मारे गए गुस्तावो सांचेज कैबरेरा भी शामिल हैं। अफगानिस्तान में कवरेज के दौरान तालिबान के हमले में फोटो जर्नलिस्ट दानिश की मौत हो गई थी और गुस्तावो सांचेज कैबरेरा की मैक्सिको में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। पूरे विश्व में सबसे ज्यादा चीन ने 50 पत्रकारों को कैद किया है, जो किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे बड़ा आंकड़ा है। अन्य देशों में दूसरे स्थान पर म्यांमार आता है, जहां 26 पत्रकार कैद में हैं। तीसरे स्थान पर मिस्र (25), चौथे पर वियतनाम (23) और पांचवे स्थान पर बेलारूस (19) आता है। मेक्सिको सबसे असुरक्षित सीपीजे की लिस्ट में पहली बार हांगकांग में कैद पत्रकार शामिल हैं। हांगकांग में साल 2020 में पारित किए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत तोड़फोड़, अलगाव, आतंकवाद या विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत करने पर सजा का प्रावधान तय किया गया है। साथ ही रिपोर्ट में मेक्सिको को पत्रकारों के लिए सबसे असुरक्षित देश बताया गया है। Edited By: Amit Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-hydrogen-sulphide-gas-helps-to-prevent-hiv-says-new-report-22278493.html,"एचआइवी की रोकथाम में हाइड्रोजन सल्फाइड गैस मददगार, नए शोध में आया सामने","बेंगलुरु, आइएएनएस। ह्यूमन इम्यूनो डिफिशंसी वायरस (एचआइवी) संक्रमण की रोकथाम की दिशा में एक नई थेरेपी का मार्ग प्रशस्त होते दिख रहा है। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस (आइआइएससी) के शोधकर्ताओं ने पाया है कि हाइड्रोजन सल्फाइड (एच2एस) गैस एचआइवी की रोकथाम में प्रभावी है। इसका एचआइवी संक्रमित इम्यून सेल पर सीधा प्रभाव पड़ता है और उसके बढ़ने की दर को कम करता है। यह निष्कर्ष एचआइवी के इलाज में ज्यादा असरकारक एंटीवायरल थेरेपी खोजने में मददगार साबित हो सकता है। यह खोज आइआइएससी में माइक्रोबायोलाजी एंड सेल बायोलाजी (एमसीबी) तथा सेंटर फार इंफेक्शियस रिसर्च (सीआइडीआर) के शोधकर्ताओं ने बेंगलुरु मेडिकल कालेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर की है। यह शोध निष्कर्ष ई-लाइफ जर्नल में प्रकाशित हुआ है। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें इस समय एचआइवी संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा कंबाइंड एंटीवायरल थेरेपी (सीएआरटी) से बीमारी पूरी तरह ठीक नहीं होती है। यह सिर्फ वायरस को सुसुप्त बनाने का काम करता है, जिससे यह दबा रहता है। रोगियों के जीवन भर संयम और परहेज करने पर भी सीएआरटी पूरी तरह रोग से छुटकारा दिलाने में सफल नहीं है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक सीएआरटी लेने का नकारात्मक असर भी होता है। इसके परिणाम स्वरूप टाक्सिक मालीक्यूल बढ़ता है और ‘आक्सीडेटिव स्ट्रेस’ की स्थिति पैदा होती है। कोशिकाओं का पावर हाउस कहे जाने वाले माइटोकांड्रिया का कामकाज भी प्रभावित होता है। इसके कारण सूजन बढ़ती है और विभिन्न अंगों को नुकसान होता है। लेकिन समस्या यह है कि सीएआरटी रोकना भी समाधान नहीं है, क्योंकि उससे वायरस पुन: सक्रिय हो जाता है। क्‍या जनरल नरवणे बन सकते हैं नए सीडीएस, जानें क्‍या बन रहे हैं समीकरण, क्‍या है नियुक्ति की प्रक्रिया यह भी पढ़ें एमसीबी/ सीआइडीआर में एसोसिएट प्रोफेसर और इस शोध के लेखक अमित सिंह बताया कि इन स्थितियों के मद्देनजर विज्ञानियों एचआइवी संक्रमित कोशिकाओं में आक्सीडेटिव स्ट्रेस और माइटोकांडिया के शिथिल पड़ने के मामले में एच2एस की मौजूदगी से पड़ने वाले सकारात्मक असर का अध्ययन किया। इसके पहले सिंह की लैब ने एचआइवी संक्रमित कोशिकाओं में आक्सीडेटिव स्ट्रेस को मापने का टूल विकसित किया था। उन्होंने बताया कि उस दौरान हमने पाया था कि केमिकल एजेंट एन-एसीटाइलसिस्टिन एचआइवी संक्रमित सेल्स को पुन: सक्रिय होने से रोकता है। इस लैब ने पहले भी एचआइवी संक्रमण के दौरान एंटीआक्सीडेंट नैनोजाइम का आक्सीडेटिव स्ट्रेस से मुकाबले में उसके असर का अध्ययन किया था। एक अन्य शोधकर्ता वीरेंद्र कुमार पाल ने बताया कि चूंकि एच2एस एंटीआक्सीडेंट मालीक्यूल की तरह भी काम करता है, इसलिए हमने अपने पहले के अध्ययन के आधार पर यह जानने की कोशिश की कि क्या एच2एस एचआइवी संक्रमण में भी आक्सीडेटिव स्ट्रेस को प्रभावित कर सकता है। चूंकि इसके पहले एचआइवी के मामले में एच2एस की भूमिका का अध्ययन नहीं किया गया था, इसलिए हमने इससे प्रयोग किया। गैस मालीक्यूल का असर देखने और नए माडल की पुष्टि में यह अध्ययन काफी मददगार रहा। उन्होंने बताया कि हमने एचआइवी संक्रमित रोगियों द्वारा डोनेट किए गए एचआइवी सेल पर 2019 में प्रयोग शुरू किया था। सेल में एच2एस गैस का पता लगाना भी आसान नहीं था, क्योंकि यह काम पारंपरिक बायोकेमिकल तकनीक से नहीं किया जा सकता था। इसलिए कैलोरीमेटिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया। शोधकर्ताओं ने एचआइवी संक्रमित सेल में प्राकृतिक तौर पर उत्पादित एच2एस के असर का अध्ययन करने के साथ ही केमिकल डोनर के जरिये भी उसकी उपलब्धता का प्रभाव देखा। ओमिक्रोन पर तैयारियों को ढीला नहीं छोड़ना चाहती सरकार, संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियों का खाका तैयार यह भी पढ़ें क्या रहा परिणाम : शोधकर्ताओं के मुताबिक, पाया गया कि एच2एस का सीधा असर पड़ा, जिससे एचआइवी के पुन: सक्रिय और उसकी वृद्धि को रोकने में सफल होने के साथ ही अन्य लाभकारी फायदे भी दिखे। माइटोकांडिया के भी स्वास्थ्य में सुधार हुआ। उन्होंने बताया कि हमारे शोध के इस निष्कर्ष से यह स्पष्ट तौर पर जाहिर हुआ कि एच2एस का स्तर संक्रमित कोशिकाओं की पुन: सक्रिय नहीं होने से सीधे तौर पर जुड़ा है। देश में फर्टिलाइजर की कोई कमी नहीं, महंगे आयात का बोझ सरकार ने उठाया, सब्सिडी 1.30 लाख करोड़ पर पहुंची यह भी पढ़ें 4हाइड्रोजन सल्फाइड गैस को पाया गया वायरस की वृद्धि रोकने में कारगर इलाज होगा आसान। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/news/national-nagaland-firing-sit-urges-people-to-share-information-22278614.html,"नगालैंड फायरिंग : SIT ने स्थानीय लोगों से किया अनुरोध, कहा- घटना से जुड़ी हर जानकारी करें साझा","कोहिमा, एएनआइ। नगालैंड फायरिंग की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआइटी) ने गुरुवार को स्थानीय लोगों से अनुरोध किया है कि अगर उन्हें घटना से जुड़ी कोई भी जानकारी, फोटो या वीडियो मिलता है, तो उसकी सूचना दें। चार दिसंबर को नगालैंड के मोन जिले में उग्रवादियों के धोखे में नागरिकों पर फायरिंग कर दी गई थी, जिसमें 13 नागरिकों की मौत हो गई थी। विशेष जांच दल ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से जुड़ी कोई भी जानकारी अगर किसी के पास हो तो एसआइटी से संपर्क करें। घटना से संबंधित अगर कोई फोटो, वीडियो के बारे में पता चलता है तो उसकी भी जानकारी टीम को दें। नगालैंड पुलिस ने एक ट्वीट कर नागरिकों से यह आग्रह किया है। हेलीकाप्टर दुर्घटना की ट्राई सर्विस जांच शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया- किस तरह हुआ यह पूरा हादसा यह भी पढ़ें नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने रविवार को इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, सेना ने भी घटना पर खेद जताया है और कहा है कि इसकी उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है। फायरिंग से पहले पहचान की पुष्टि का नहीं किया प्रयास राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टी.जान लांगकुमेर और कमिश्नर रोविलातुओ मोर ने एक संयुक्त रिपोर्ट पेश की है। इसमें कहा गया है कि जवानों ने घटना को अंजाम देने से पहले इन नागरिकों की पहचान की पुष्टि करने का प्रयास नहीं किया था। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से रिपोर्ट में यह दावा किया कि जवानों ने घटना के बाद मारे गए नागरिकों के शव छुपाने की भी कोशिश की थी। रविवार को राज्य सरकार को यह रिपोर्ट सौंपी गई थी। इसके अनुसार चार दिसंबर को शाम करीब चार बजे एक पिकअप ट्रक से आठ कोयला खनिक तिरु से अपने घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में 21 पैरा स्पेशल फोर्स के जवानों ने उन्हें घेर लिया। बताया जा रहा है कि जवानों ने उन लोगों की पहचान की पुष्टि किए बिना ही उग्रवादी समझ कर उन्हें गोली मार दी। इसके बाद छह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि दो बुरी तरह जख्मी हो गए। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/videos/india/sanjay-raut-on-chopper-crash-b621/,'देश का सेनापति सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टर में है फिर भी हादसा हो जाता है',"'देश का सेनापति सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टर में है फिर भी हादसा हो जाता है' By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 9, 2021 07:13 PM Sanjay Raut on chopper crash- देश का सेनापति सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टर में है फिर भी हादसा हो जाता है. शिवसेना नेता संजय राउत ने सीडीएस को ले जा रहे हादसे पर उठाए सवाल. संजय राउत ने कहा,‘रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण के दावों के बीच,सेनापति की हवाई हादसे में मौत समझ से परे, सरकार भी इस सदमे से बाहर नहीं आई होगी अब तक’.",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/success-of-agricultural-movement-will-inspire-people-for-rights-protesters-b421/,कृषि आंदोलन की सफलता लोगों को अधिकारों के लिए प्रेरित करेगी: प्रदर्शनकारी,"नयी दिल्ली, नौ दिसंबर बिहार के रहने वाले और एम.टेक कर चुके रौशाल आलम का कहना है कि वह अपने गांव वापस जाकर किसानों के आंदोलन की ‘‘सफलता की कहानी’’ सुनाएंगे ताकि लोगों को उनके अधिकारों के लिए लड़ने के लिए ‘‘प्रेरित’’ किया जा सके। केंद्र द्वारा किसानों की लंबित मांगों को स्वीकार किए जाने के साथ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन बृहस्पतिवार को स्थगित कर दिया गया। प्रदर्शन में शामिल 40 से ज्यादा किसान संगठनों का नेतृत्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि किसान 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं वाले विरोध स्थलों से घर लौट जाएंगे। एसकेएम को केंद्र सरकार द्वारा हस्ताक्षरित पत्र मिलने के बाद यह घोषणा हुई है। पत्र में किसानों के खिलाफ मामलों को वापस लेने सहित लंबित मांगों पर विचार करने के लिए सहमति व्यक्त की गई। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ पिछले साल दिसंबर में बिहार के चंपारण निवासी आलम इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कतर जाने वाली अपनी बहन को विदा करने के लिए दिल्ली आए थे लेकिन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के प्रमुख स्थल गाजीपुर सीमा पर विरोध करने वाले किसानों के बीच कुछ दिनों के लिए रुकने का फैसला किया। आलम ने कहा, ‘‘दो-तीन दिन रहने के बजाय मैंने यहां एक पूरा साल बिताया। किसानों के आंदोलन की सफलता ने उम्मीद जगाई है कि हम अन्य जगहों पर भी इसी तरह की सफलता हासिल कर सकते हैं।’’ आलम ने गाजीपुर सीमा पर प्रदर्शन से जुड़ी गतिविधियों और रसद के समन्वय में भी मदद की। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसानों ने केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल नवंबर में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच गाजीपुर सीमा पर प्रदर्शन शुरू किया था। किसानों के विरोध ने आलम जैसे कई युवाओं को भी आकर्षित किया जो बी.टेक के बाद एम.टेक कर चुके हैं। आलम ने कहा, ‘‘2015 में भोपाल से एमटेक करने के बाद मैंने एक कंपनी शुरू की, जो मध्य प्रदेश में बिजली के बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में काम करती थी। हालांकि, 2020 की शुरुआत में कोरोना वायरस के फैलने से ठीक पहले मैं बीमार पड़ गया।’’ फिर वह अपने गांव वापस चले गए और खेती शुरू कर दी। आलम ने कहा, ‘‘खेती करने के अनुभव ने मुझे हमारे देश में किसानों के सामने आने वाली समस्याओं से अवगत कराया। मैंने अपनी जमीन को दाखिल-खारिज करवाने के लिए संघर्ष किया क्योंकि मैं रिश्वत देने के लिए तैयार नहीं था। सरकारी एजेंसी से अच्छी गुणवत्ता के बीज प्राप्त करने की कोशिश की, तब रिश्वत, भ्रष्टाचार से सामना हुआ।’’ आलम ने कहा कि दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शन उनके लिए प्रशिक्षण था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं अब चंपारण में अपने साथी ग्रामीणों को यह बताने की स्थिति में हूं कि सरकारी तंत्र के खिलाफ कैसे लड़ें और सफलता हासिल करें। मैं घर वापस जाने पर इस संदेश को फैलाना चाहता हूं। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Success of agricultural movement will inspire people for rights: Protesters भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/governor-passes-order-on-ecs-opinion-regarding-disqualification-of-12-mlas-b421/,राज्यपाल ने 12 विधायकों की अयोग्यता के संबंध में ईसी की राय पर आदेश पारित किया,"नयी दिल्ली, नौ दिसंबर उच्चतम न्यायालय को बृहस्पतिवार को सूचित किया गया कि मणिपुर के राज्यपाल ने ‘‘लाभ का पद रखने’’ के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 विधायकों को अयोग्य ठहराये जाने के संबंध में निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा दी गई राय पर निर्णय ले लिया है। राज्यपाल की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ को यह जानकारी दी गई। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर, न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना की पीठ ने भी इस दलील पर गौर किया और कहा, ‘‘हमें सूचित किया गया है कि मणिपुर के राज्यपाल ने आदेश पारित किया है।’’ मणिपुर के राज्यपाल ला. गणेशन ने कांग्रेस के एक विधायक द्वारा दायर वह शिकायत बुधवार को खारिज कर दी थी, जिसमें लाभ का पद रखने को लेकर राज्य के 12 विधायकों की सदस्यता रद्द करने का अनुरोध किया गया था। उच्चतम न्यायालय करोंग से विधायक डी. डी. थैसी और अन्य द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें 12 विधायकों को इस आधार पर अयोग्य ठहराये जाने का अनुरोध किया गया था कि वे संसदीय सचिवों के पदों पर हैं, जो ""लाभ के पद"" के बराबर है। रिपोर्टों में कहा गया है कि निर्वाचन आयोग ने पाया कि विधायकों द्वारा कोई भी उल्लंघन नहीं किया गया क्योंकि उन्होंने राज्य में संसदीय सचिवों के पदों पर दो कानूनों द्वारा दी गई छूट के तहत कार्य किया था। बाद में उच्च न्यायालय ने कानूनों को रद्द कर दिया था। अदालत द्वारा कानूनों को अमान्य घोषित करने के बाद, कांग्रेस की मणिपुर इकाई ने तत्कालीन राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से संपर्क किया था, जिसमें संसदीय सचिवों के पदों पर रहने के कारण 12 भाजपा विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई थी। उसके बाद राज्यपाल ने पिछले साल अक्टूबर में इस मामले पर निर्वाचन आयोग की राय मांगी थी। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: Governor passes order on EC's opinion regarding disqualification of 12 MLAs भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/high-court-quashes-case-linking-mithun-chakrabortys-dialogue-with-electoral-violence-b421/,उच्च न्यायालय ने मिथुन चक्रवर्ती के संवाद को चुनावी हिंसा से जोड़ने वाले मामले को रद्द किया,"कोलकाता, नौ दिसंबर कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पुलिस में दर्ज एक मामले को बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के एक जनसभा में अपनी फिल्मों के संवाद बोलने के कारण पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा हुई। चक्रवर्ती ने इस साल सात मार्च को आयोजित जनसभा में अपनी लोकप्रिय बंगाली फिल्मों के संवाद दोहराते हुए कहा था- ‘‘मारबो खाने, लाश पोरबे शोशाने’’ (मैं तुम्हें यहां मारूंगा और तुम्हारा शरीर श्मशान में गिरेगा) और ‘‘एक छोबोले छोबी’’(एक बार सांप काटेगा और तुम तस्वीर बन जाओगे)। उसी दिन मिथुन चक्रवर्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। ‒‒:‒‒/‒‒:‒‒ अदालत ने कहा कि चूंकि चक्रवर्ती ने इस बात से इनकार नहीं किया कि उन्होंने उक्त संवाद कहे थे, इसलिए वर्तमान मामले की कोई और पुलिस जांच अनावश्यक और परेशान करने वाली कवायद होगी। न्यायमूर्ति कौशिक चंदा ने सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता द्वारा फिल्म अभिनेता के खिलाफ यहां मानिकतला थाने में दर्ज और सियालदह में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में लंबित मामले को खारिज कर दिया। याचिकाकर्ता को लोकप्रिय कलाकार बताते हुए न्यायाधीश ने कहा कि देश में राजनीति में फिल्मी सितारों की भागीदारी कोई नयी बात नहीं है। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘यह भी जगजाहिर है कि फिल्मी सितारे राजनीतिक रैलियों में सिनेमा के संवाद बोलकर मतदाताओं का मनोरंजन करने और उन्हें आकर्षित करने की कोशिश करते हैं। यह मामला कोई अपवाद नहीं है।’’ चक्रवर्ती ने जून में उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर मामले को रद्द करने का अनुरोध किया था। Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है। Web Title: High Court quashes case linking Mithun Chakraborty's dialogue with electoral violence भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/the-first-pic-of-tejashwis-engagement-came-in-front-she-is-the-new-bride-of-lalu-family/1044039,"तेजस्वी की सगाई की पहली PIC आई सामने, ये हैं लालू परिवार की नई दुल्हन","नई दिल्ली: आरजेडी (RJD) के नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे Tejashwi Yadav गुरुवार को नए जीवन की शुरुआत करने जा रहे हैं. तेजस्वी यादव की आज दिल्ली में सगाई हो गई है और सगाई की पहली तस्वीर भी सामने आ गई है. आपको बता दें कि दिल्ली में मीसा भारती के सैनिक फॉर्म हाउस में तेजस्वी की सगाई का कार्यक्रम हुआ है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शादी का कार्यक्रम भी गुरुवार देर रात तक होगा. खास मेहमान ही हुए शामिल तेजस्‍वी यादव की सगाई व शादी में परिवार के सदस्‍य और कुछ खास मेहमान ही शामिल हो रहे हैं. मेहमानों की संख्‍या को सीमित रखे जाने की भी चर्चा है. बिहार से कुछ चुनिंदा लोग ही इस शादी में शामिल हो पाएंगे. आपको बता दें कि लालू का खुद का परिवार ही बहुत बड़ा है. तेजस्‍वी यादव की होने वाली दुल्‍हन का नाम रिचल है. तेजस्वी की होने वाली पत्नी मूलत: हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाली हैं, लेकिन परिवार फिलहाल दिल्‍ली में रहता है. यह भी पढ़ें: निकाय चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी हैं CM ममता बनर्जी की भाभी, ये रहा संपत्ति का ब्योरा by Taboola Sponsored Links You May Like Seniors With Hearing Loss in Illinois Regret Not Knowing This Sooner hear.com Undo Top Doc: Simple Trick To Help Boost Energy Levels At Home Gundry MD Undo देर रात को होगा शादी का कार्यक्रम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार देर रात तक शादी का कार्यक्रम भी पूरा हो जाएगा. कार्यक्रम दो जगहों पर रखा गया है एक फॉर्म हाउस में सगाई और दिल्ली के बड़े होटल में शादी हो सकती है. हालांकि शादी को लेकर कोई कन्फर्मेशन दोनों में से किसी पक्ष की तरफ से नहीं किया गया है. कौन हैं तेजस्वी यादव की होने वाली दुल्हनियां? ऐसे में सभी को यह जानने की इच्छा है कि लालू प्रसाद यादव के घर में आने वाली नई दुल्हन कौन है? सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी की होने वाली दुल्हन ईसाई समाज से आती हैं. बताया जा रहा है कि उनकी होने वाली पत्नी तेजस्वी यादव की बहुत पुरानी दोस्त हैं. 'स्कूल के दोस्त' सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेजस्वी की होने वाली पत्नी उनकी पुरानी क्लासमेट हैं. आपको बता दें कि तेजस्वी की स्कूलिंग दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS Delhi) से ही हुई है और वहीं इन दोनों की दोस्ती हुई थी. डिप्टी सीएम रह चुके हैं तेजस्वी लालू यादव के सबसे छोटे बेटे तेजस्वी यादव वर्तमान में बिहार में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. वे राघोपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. 2015 से 2017 तक वे बिहार के उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. राजनीति में आने से पहले वह क्रिकेट खिलाड़ी हुआ करते थे. आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम से खेल चुके हैं. इसके अलावा झारखंड टीम का भी हिस्सा रहे हैं. LIVE TV",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/mamata-banerjee-sister-in-law-kajari-banerjee-is-crorepati-one-of-the-richest-candidates-in-civic-polls/1044005,"निकाय चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी हैं CM ममता की भाभी, ये रहा संपत्ति का ब्योरा","कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) अक्सर ये दावा करती है कि उनके पास कुछ भी नहीं है. लेकिन शायद उनके परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ऐसा नहीं है. उनकी भाभी, कजरी बनर्जी के एक हालिया ऐसान से पता चलता है कि उनके और उनके पति समीर बनर्जी के पास करीब पांच करोड़ रुपये की संपत्ति है. भाई-भाभी के पास पांच करोड़ की संपत्ति आपको बता दें कि यहां कोलकाता नगर निगम के चुनाव होने हैं. जहां सीएम बनर्जी खुद भी रहती हैं और यह वार्ड उसी भबानीपुर विधानसभा क्षेत्र में है, जहां से मुख्यमंत्री उपचुनाव जीतकर एमएलए भी बनी हैं. वहीं शहर के वार्ड नंबर 73 से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार कजरी बनर्जी ने अपने हलफनामे में घोषणा करते हुए कहा कि उनके पास 2.45 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति और 1.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. वहीं मुख्यमंत्री के भाई समीर बनर्जी के पास करीब 29 लाख रुपये की चल संपत्ति और 70 लाख रुपये की अचल संपत्ति है, जो कुल मिलाकर करीब 5 करोड़ रुपये है. सोशल वर्कर के पास 9 भूखंड और 400 ग्राम गोल्ड के गहने संपत्ति का विवरण देते हुए कजरी बनर्जी ने अपने हलफनामे में उल्लेख किया है कि वह बीरभूम, कोलकाता और यहां तक कि ओडिशा के पुरी और तालचेर में भूखंडों सहित नौ भूखंडों की मालिक हैं. कजरी ही नहीं उनके पति भी कालीघाट में एक आवासीय भवन सहित पांच संपत्तियों के मालिक हैं. उसके पास करीब 20 लाख रुपये के करीब 400 ग्राम सोने के गहने भी हैं. 53 वर्षीय कजरी और उनके पति, जिन्होंने खुद को सामाजिक कार्यकर्ता घोषित किया है, दोनों की सालाना इनकम 25.7 लाख रुपये और 17.8 लाख रुपये है. VIDEO- ये भी पढ़ें- हेलीकॉप्टर क्रैश से सहमी सरकार का बड़ा फैसला, महाराष्ट्र में अब करना होगा इन नियमों का पालन 'ममता बनर्जी की संपत्ति में गिरावट' दिलचस्प बात यह है कि पिछले 5 वर्षों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की कुल संपत्ति में गिरावट आई है. चुनाव आयोग के समक्ष दायर अपने एफिडेविट में, ममता ने घोषणा करते हुए कहा था कि उनकी कुल संपत्ति 16.72 लाख रुपये है जो उनकी 2016 की संपत्ति की तुलना में 48% कम है. जबकि साल 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले 66 वर्षीय सीएम ममता बनर्जी की कुल चल संपत्ति 30.45 लाख रुपये थी. तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो के पास कोई वाहन या संपत्ति नहीं है. वर्ष 2019-20 में उनकी आय 10,34,370 रुपये थी. (इनपुट IANS से) LIVE TV",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/all-borders-of-delhi-will-be-empty-from-december-11-kisan-andolan-postponed/1043965,"11 दिसबंर से खाली हो जाएंगे दिल्ली के सभी बॉर्डर, किसान आंदोलन हुआ स्थगित","नई दिल्ली. एक साल से ज्यादा समय से चल रहा किसान आंदोलन फिलहाल स्थगित हो चुका है. जानकारी के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है. 11 दिसबंर बॉर्डर से किसान हट जाएंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसका ऐलान किया. किसानों के बलिदान की हुई जीत संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि किसानों ने एक साल संघर्ष किया. हम बड़ी जीत लेकर जा रहे हैं. किसान नेताओं ने कहा कि 13 दिसबंर को स्वर्ण मंदिर जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसानों के बलिदान की जीत हुई. किसान आगे की रणनीति जल्द ही तैयार करेंगे. ये भी पढ़ें: असली में ऑरेंज कलर का होता है विमान का ब्‍लैक बॉक्‍स, जानें क्या है इसकी वजह 15 जनवरी को आगे की रणनीति के लिए होगी बैठक ये आजादी के बाद का सबसे बड़ा सम्मेलन रहा. इस आंदोलन के से किसानों की ताकत और हिम्मत बढ़ी है. किसान नेता किसान नेता बलवीर राजेवाल ने कहा कि हम सरकार को झुका कर आंदोलन को स्थगित कर रहे हैं. लेकिन 15 जनवरी को SKM आगे की रणनीति के लिए बैठक करेगा. किसान आंदोलन के वापसी के बाद किसान घर वापसी करेंगे. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को फिलहाल स्थगित किया गया है और हर महीने SKM की बैठक होगी. अगर सरकार दाएं-बाएं होती हैं तो फिर से आंदोलन करने का फैसला लिया जा सकता है. VIDEO- ये भी पढ़ें: हादसे से ठीक पहले के वीडियो में देखिए किस प्रकार हेलीकॉप्टर का संतुलन बिगड़ा सिंघु बॉर्डर से टैंट हटना शुरू बताया जा रहा है कि देर शाम से बॉर्डर पर मौजूद किसान अपना सामान पैक करना शुरू कर देंगे. 10 दिसंबर को सभी किसान अपना सामान पैक करने के बाद 11 दिसंबर को एक साथ दिल्ली के बॉर्डर छोड़ना शुरू कर देंगे. दरअसल केंद्र की ओर से दोबारा भेजे गए मसौदा प्रस्ताव पर किसानों ने अपनी सहमति जाहिर कर दी थी, उसी प्रस्ताव पर सरकार ने किसानों को लिखित में दे दिया है. अब उम्मीद है कि किसान आंदोलन पर अंतिम फैसला लेंगे. इस बीच, सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट हटाना शुरू कर दिया है और आपस मे किसान मिठाइयां भी बांट रहे हैं. LIVE TV",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/lalu-yadav-son-tejashwi-will-be-married-in-a-delhi-hotel-today-only-56-to-60-people-will-be-involved/1043839,"लालू के बेटे तेजस्वी को मिलने जा रहा 'बसपन का प्यार', दिल्ली में आज ही होगी शादी","नई दिल्ली. आरजेडी (RJD) सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi) आज से नए जीवन में प्रवेश करेंगे. तेजस्वी यादव की आज दिल्ली में सगाई होने जा रही है. सगाई की तैयारियां जोरो शोरों से चल रही हैं. बता दें कि दिल्ली में मीसा भारती के सैनिक फॉर्म हाउस में तेजस्वी की सगाई का कार्यक्रम होगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शादी का कार्यक्रम भी देर रात तक होगा. केवल 50 से 60 लोगों को दिया गया है निमंत्रण जानकारी के मुताबिक, सगाई कार्यक्रम को बहुत गुप्त तरीके से किया जा रहा है. पूरे प्रोग्राम को लेकर 3 स्तरों पर जांच की जा रही है. सगाई कार्यक्रम में केवल उन्हीं लोगों को एंट्री जी जा रही है, जिनको निमंत्रण मिला है. प्रोग्राम में केवल 50 से 60 लोगों को निमंत्रण दिया गया है. कार्यक्रम को लेकर तमाम तरह की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. ये भी पढ़ें: चॉपर क्रैश के बाद जीवित थे CDS रावत, बताया अपना नाम; बचावकर्मी ने सुनाई आंखों देखी VIDEO- कार्यक्रम इतना रखा गया है गुप्त दिल्ली में तेजस्वी यादव की सगाई के साथ आज अन्य कार्यक्रम भी हो सकते हैं. सगाई का कार्यक्रम महरौली में मीसा भारती के फॉर्म हाउस पर होगा, जबकि एक कार्यक्रम दिल्ली के एक बड़े पांच सितारा होटल होगा. हालांकि, ये पहली बार होगा जब लालू यादव के परिवार का कार्यक्रम इतना गुप्त रखा गया है. खासबात ये है कि कल यानी 10 दिसंबर को लालू की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती की शादी की सालगिरह है. ऐसे में लालू परिवार के लिए ये दोहरी खुशी है. वहीं, कल दिन भर कयासों के बाजार गर्म थे लेकिन दोपहर तक लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर शादी की पुष्टि कर दी. by Taboola Sponsored Links You May Like Surgeon Says Carbs Are Not The Problem (This Is) Gundry MD Active Advantage Undo 41 Most Iconic Dresses in Film Harpers Bazaar Undo देर रात को होगा शादी का कार्यक्रम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, देर रात शादी का कार्यक्रम भी संपन्न होगा. कार्यक्रम दो जगहों पर रखा गया है एक फॉर्म हाउस में सगाई और दिल्ली के बड़े होटल में शादी हो सकती है. हालांकि शादी को लेकर कोई कन्फर्मेशन दोनों में से किसी पक्ष की तरफ से नहीं किया गया है. ये भी पढ़ें: सर्जिकल स्ट्राइक के चाणक्य थे बिपिन रावत, आतंकियों के लिए काल बना था ये एक फैसला कौन हैं तेजस्वी यादव की होने वाली दुल्हनियां? सगाई की खबरों के बीच ये चर्चा तेज हो गई है कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की शादी किससे हो रही है. अब तक इस बारे में जो खबर आ रही है, उसके मुताबिक तेजस्वी की होने वाली दुल्हन गैर यादव हैं. यानी तेजस्वी यादव जिससे शादी करने जा रहे है वह दूसरी जाति से हैं. बताया जा रहा है कि उनकी होने वाली पत्नी तेजस्वी यादव की बहुत पुरानी दोस्त हैं. LIVE TV",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/katni-sp-letter-created-ruckus-police-expressed-regret/1043568,"राज्यपाल की सिक्योरिटी के लिए SP ने लिखा ऐसा पत्र, मच गया बवाल; मांगनी पड़ी माफी","कटनी: मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के कटनी प्रवास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसपी सुनील जैन की ओर से जारी एक पत्र ने बखेड़ा खड़ा कर दिया, क्योंकि इस पत्र के एक कॉलम में मुस्लिम, सिख को आतंकवादियों के साथ जोड़ा गया था. मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने इस पर खेद जताया है. by Taboola Sponsored Links You May Like Surgeon Says Carbs Are Not The Problem (This Is) Gundry MD Active Advantage Undo Elk Grove Village: Unsold Alaska Cruise Cabins Are Almost Being Given Away Alaska Cruise Deals | sponsored searches Undo क्या लिखा पत्र में दरअसल कटनी पुलिस अधीक्षक सुनील जैन ने राज्यपाल के प्रवास के दौरान इस पत्र के जरिए सुरक्षा के लिए निर्देश जारी किए थे. पत्र में जारी निर्देशों के बीच कॉलम नंबर छह में लिखा गया कि 'सिख, मुसलमान, जेकेएलएफ, उल्फा, सिमी, एलटीटीई आतंकवादियों पर सख्त नजर रखी जाए.' पत्र में लिखी इबारत सिख व मुसलमान को आतंकवादियों की श्रेणी में रखने वाली प्रतीत हो रही है, इसी को लेकर बवाल मचा हुआ है. मांगनी पड़ी माफी राज्यपाल मंगूभाई पटेल को मंगलवार को अल्प प्रवास पर कटनी आना था. राज्यपाल के आगमन पर सुरक्षा के लिए पुलिस महकमे को कटनी एसपी सुनील जैन के द्वारा सोमवार को पत्र जारी किया गया था. पत्र को लेकर मचे बवाल के बाद ASP मनोज केडिया ने कहा कि, अति महत्वपूर्ण व्यक्ति के प्रवास को लेकर सुरक्षा के मद्देनजर विभागीय स्तर पर गोपनीय पत्र जारी किया गया था, जिसमें टाइपिंग की गलती हो गई. विभाग की मंशा किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं है. इस गलती के लिए दोषी कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. पुलिस प्रशासन इस मामले में खेद व्यक्त करता है और आगे ऐसा नहीं होगा. यह भी पढ़ें; 'औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए दान की थी जमीन', AIUDF MLA का दावा; CM ने दी ये चेतावनी कांग्रेस ने साधा निशाना पुलिस अधीक्षक के इस पत्र को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने प्रदेश सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार में क्या सिखों को आतंकवादी की श्रेणी में रखा गया है एक देशभक्त कौम के प्रति प्रदेश की पुलिस का यह रवैया बेहद दुखदाई है. सरकार कटनी एसपी पर इस मामले में कार्रवाई करे अन्यथा यह समझा जाएगा कि यही भाजपा सरकार की भी सोच है. LIVE TV",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/aiudf-mla-claims-aurangzeb-donated-lands-for-kamakhya-temple/1043541,"'औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए दान की थी जमीन', MLA का दावा; CM ने दी ये चेतावनी","गुवाहाटी: असम की ढ़िंग विधान सभा क्षेत्र से एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम (Aminul Islam) ने दावा किया है कि मां कामाख्या मंदिर के लिए औरंगजेब ने जमीन दान की थी. विधायक के इस बयान को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने नाराजगी जताई है. सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक विधायक पहले से जेल में है अगर इस तरह का बयान फिर से कोई देगा तो वह भी जेल भेज दिया जाएगा. विधायक के विवादित बोल एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम (Aminul Islam) ने कहा कि औरंगजेब ने भारत में कई मंदिरों के लिए जमीन दान की थी, उसने वाराणसी में जंगमवाड़ी मंदिर को भी 178 हेक्टेयर जमीन दान की थी. कामाख्या मंदिर के लिए औरंगजेब का भूमि अनुदान अभी भी ब्रिटिश संग्रहालय में प्रदर्शित है. यह भी पढ़ें: हेलीकॉप्‍टर क्रैश: 14 लोगों में से केवल ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह ही बच पाए, इलाज जारी सीएम हिमंता ने दी चेतावनी एआईयूडीएफ विधायक की विवादित टिप्पणी पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी सरकार में इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी तरह के बयान के चलते विधायक शर्मन अली जेल में हैं, अगर अमीनुल भी दोबारा इस तरह के बयान देता है तो उसे भी जेल जाना पड़ेगा. मेरी सरकार में हमारी सभ्यता और संस्कृति के खिलाफ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर वह बाहर रहना चाहता है, तो वह अर्थशास्त्र की बात कर सकता है और हमारी आलोचना भी कर सकता है. कामाख्या, शंकरदेव, बुद्ध, महावीर जैन और यहां तक कि पैगंबर मोहम्मद को भी किसी को घसीटना नहीं चाहिए. LIVE TV",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/youtuber-maridhas-detained-in-controversial-tweet-on-cds-chopper-crash-madurai-652453.html,"तमिलनाडु में यूट्यूबर मारीदास गिरफ्तार, CDS के निधन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप","मदुरै, 9 दिसंबर: भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में क्रैश हो गया। जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हुई। जिसके बाद से देश में गम का माहौल है। इस बीच बहुत से अराजक तत्वों ने सीडीएस के निधन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसी तरह के एक मामले में यूट्यूबर मारीदास को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन्होंने हेलीकॉप्टर क्रैश के संबंध में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। दरअसल मारीदास ने ट्वीट कर पूछा था कि क्या डीएमके शासन के तहत तमिलनाडु कश्मीर में बदल रहा है। उन्होंने बुधवार की घटना में साजिश की आशंका जताते हुए कहा था कि देश के प्रति वफादार लोगों को एक साथ आना होगा और अलगाववादी ताकतों को रोकना होगा। हालांकि बाद में यूट्यूबर ने ये ट्वीट डिलीट कर दिया। इसके बाद कुछ लोगों ने उनकी शिकायत की और मदुरै पुलिस उनके सूर्य नगर स्थित घर पहुंची, लेकिन बीजेपी नेताओं के विरोध की वजह से उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। कुछ देर बाद बड़ी मुश्किल से पुलिस उन्हें पुदुर पुलिस स्टेशन लेकर गई, जहां पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डिप्टी कमिश्नर टीके राजशेखरन और थंगादुरई भी मौके पर मौजूद रहे। पुलिस के मुताबिक उन्होंने यूट्यूबर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (ए), 504, 505 (ii), 505 (i) (बी) के तहत मामला दर्ज किया है। सूत्रों ने बताया कि मारीदास ने एक अलग ट्वीट भी किया था। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि डीएमके और डीके समर्थकों ने रावत के निधन का मजाक उड़ाया था। इसी वजह से उन्होंने डीएमके को अलगाववादी ताकतों की पहली पसंद बताया। हालांकि मारीदास ने पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद रामनाथपुरम के मणिकंदन की मौत के संबंध में राज्य सरकार के खिलाफ एक विवादास्पद वीडियो भी पोस्ट किया।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/delhi-court-rejects-plea-to-restore-temples-in-qutub-minar-complex-652438.html,कुतुबमीनार परिसर में मंदिरों को फिर से बनाने की याचिका को दिल्ली की अदालत ने किया खारिज,"नई दिल्ली,9 दिसंबर। दिल्ली की एक अदालत ने महरौली में कुतुब मीनार परिसर में 27 हिंदू और जैन मंदिरों के जीर्णोद्धार की मांग करने वाले दीवानी मुकदमे को खारिज कर दिया है। ""मंदिरों को तोड़कर किया गया था मस्जिद का निर्माण जैन देवता तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव और हिंदू देवता भगवान विष्णु की ओर से अधिवक्ता हरि शंकर जैन, रंजना अग्निहोत्री और जितेंद्र सिंह विशन द्वारा दायर मुकदमे में दावा किया गया था कि कुतुबदीन ऐबक ने 27 मंदिरों को आंशिक रूप से ध्वस्त कर उनकी सामग्री का दोबारा इस्तेमाल कर परिसर के अंदर कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद का निर्माण कराया था। अदालत ने इस याचिका को खारिज करते हुए कहा कि वर्तमान और भविष्य में शांति भंग करने के लिए पिछली गलतियों को आधार नहीं बनाया जा सकता है।"" ""वर्तमान और भविष्य की शांति को भंग नहीं कर सकते सिविल जज नेहा शर्मा ने 29 नवंबर को आदेश पारित करते हुए कहा, 'किसी ने भी इस बात से इनकार नहीं किया है कि अतीत में गलतियां की गई थीं, लेकिन इस तरह की गलतियां हमारे वर्तमान और भविष्य की शांति को भंग करने का आधार नहीं हो सकती हैं।' उन्होंने कहा कि हमारे देश का एक समृद्ध इतिहास रहा है और इसने चुनौतीपूर्ण समय देखा है। फिर भी, इतिहास को समग्र रूप से स्वीकार करना होगा। क्या हमारे इतिहास से अच्छे हिस्से को बरकरार रखा जा सकता है और बुरे हिस्से को मिटाया जा सकता है?"" अधिवक्ता विष्णु एस जैन के इस वाद में ट्रस्ट अधिनियम 1882 के अनुसार केंद्र सरकार को एक ट्रस्ट बनाने और कुतुब क्षेत्र में स्थित मंदिर परिसर का प्रबंधन और प्रशासन उसे सौंपने के लिए अनिवार्य निषेधाज्ञा जारी करने का अनुरोध किया गया था।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/lalu-yadav-not-agree-for-alexis-tejashwi-wedding-all-you-need-to-know-652398.html,"Tejashwi Wedding: एलेक्सिस और तेजस्वी के रिश्ते पर लालू को था ऐतराज, ये थी वो बड़ी वजह","नई दिल्ली, 9 दिसंबर: देश के मोस्ट एलिजिबल बैचलर और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंध गए हैं। उन्होंने गुरुवार को एयरहोस्टेस रहीं एलेक्सिस के साथ सात फेरे लिए। इससे पहले बुधवार को उनकी रिंग सेरेमनी हुई थी। वैसे तेजस्वी हर बार शादी की बात आते ही माता-पिता की ओर इशारा कर देते थे, लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि एलेक्सिस से उनकी दोस्ती 6 साल पुरानी है। अब कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तेजस्वी के पिता लालू यादव इस शादी से खुश नहीं थे। रोहिणी आचार्या ने तेजस्वी यादव की शादी को लेकर किया ट्वीट तो ट्रोलर्स ने कहा- भाभी की भी कुछ डिटेल शेयर करिये",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/farmers-movement-end-but-real-picture-of-protest-will-be-clear-after-january-15-652392.html,"Farmers Protest: एक साल से चल रहा किसान आंदोलन आखिरकार खत्म, आने वाली जनवरी साफ करेगी असल तस्वीर","नई दिल्ली, 09 दिसंबर: केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल के ज्यादा वक्त से चल रहा किसान आंदोलन आखिरकार समाप्त हो गया है। कृषि कानूनों को केंद्र सरकार के वापस लेने के बाद भी कुछ और मांगों पर किसान की सरकार से सहमति नहीं बन रही थी, लेकिन गुरुवार को सरकार की ओर से भेजे गए प्रस्ताव के बाद लंबे समय से चला आ रहा गतिरोध आखिकार खत्म हो गया। किसानों ने आंदोलन से उठने का ऐलान कर दिया। मीडिया से बात करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा करते हुए बताया कि संगठन ने फैसला किया है कि 11 दिसंबर को हमारे किसान आंदोलन स्थल से उठेंगे। हालांकि किसानों ने आंदोलन खत्म करने का तो फैसला कर लिया है, लेकिन आंदोलन की असल तस्वीर 15 जनवरी के बाद साफ होगी। प्रदर्शनकारी किसान 11 दिसंबर को खाली करेंगे धरना स्थल",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/finally-rjd-chief-lalu-yadav-s-son-tejashwi-yadav-engaged-with-christian-girl-first-picture-out-652385.html,"Tejashwi Yadav Wedding : तेजस्वी यादव ने 'क्रिस्चियन गर्ल' से रचाई शादी, सामने आई पहली तस्वीर","नई दिल्ली, 09 दिसंबर। आखिरकार इंतजार हुआ खत्म और राजद सुप्रीमो लालू यादव के छोटे लाल तेजस्वी यादव ने आज दिल्ली में शादी कर ली है और सारे कयासों पर विराम लगा दिया। आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने ईसाई धर्म की लड़की से शादी की है। उनका नाम 'एलेक्सिस' है और वो एयरहोस्टेस रह चुकी हैं। तेजस्वी और एलेक्सिस दोनों एक-दूसरे को पिछले 6 साल से जानते हैं। तेजस्वी ने पहले अपनी होने वाली दुल्हन के साथ सगाई की और बाद में परिवार वालों की मौजूदगी में एक दूसरे को बरमाला पहना दी। शादी की सारी रस्में तेजस्वी की बहन मीसा भारती के 'सैनिक फार्म हाउस' में संपन्न हुई हैं। इस वक्त वहां बहुत कड़ी सुरक्षा है। कहा जा रहा था कि तेजस्वी के पिता लालू यादव इस शादी से खुश नहीं थे लेकिन बाद में उन्हें अपने बेटे की पसंद को ही 'ओके' बोलना पड़ा।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/protesting-farmers-will-vacate-the-protest-sites-on-december-11-652368.html,प्रदर्शनकारी किसान 11 दिसंबर को खाली करेंगे धरना स्थल,"इसी के साथ उन्होंने आगे कहा कि अगर केंद्र सरकार अपने वादों से पीछे हटती है तो आंदोलन फिर से शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एसकेएम समीक्षा बैठक करेगा और उसके अनुसार आगे कदम बढ़ाएगा। किसान संगठनों को केंद्र सरकार की चिट्ठी, MSP पर समिति बनाने और केस तुरंत वापस लेने का किया वादा किसानों से सरकार का वादा वहीं किसान संगठन को केंद्र सरकार की ओर से एक प्रस्ताव के रूप में पत्र भेजा गया था, जिसमें विरोध करने वाले किसानों को एमएसपी पर एक समिति बनाने और उनके खिलाफ केस तुरंत वापस लेने का वादा किया गया था। चिट्ठी में लिखा था कि जहां तक मुआवजे की बात है तो यूपी और हरियाणा ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/farmers-receive-letter-from-government-with-promises-of-forming-committee-on-msp-and-withdrawing-cas-652365.html,"किसान संगठनों को केंद्र सरकार की चिट्ठी, MSP पर समिति बनाने और केस तुरंत वापस लेने का किया वादा","नई दिल्ली, 09 दिसंबर: केंद्र सरकार की ओर से कृषि कानूनों की वापसी के बाद आंदोलन खत्म करने को लेकर किसान संगठनों को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें सरकार की ओर से उनकी मांगों का प्रस्ताव दिया। गुरुवार को सरकार की ओर से लिखी गई चिट्ठी में एमएसपी पर एक समिति बनाने और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे तुरंत वापस लेने का वादा किया गया है। पत्र में लिखा गया है कि जहां तक मुआवजे की बात है तो यूपी और हरियाणा सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। किसानों को सरकार का पत्र केंद्र सरकार की ओर से आधिकारिक चिट्ठी में लिखा है कि एमएसपी पर प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री की ओर से एक कमेटी बनाने की घोषणा की है, जिस कमेटी में केंद्र सरकार, राज्य सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ कृषि वैज्ञानिक शामिल होंगे। साथ ही बताया कि किसान प्रतिनिधि में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। एमएसपी पर किया कमेटी बनाने का वादा पत्र में बताया गया कि कमेटी का एक मैनडेट यह होगा कि देश के किसानों को एमएसपी मिलना किस तरह से सुनिश्चित किया जाए। सरकार वार्ता के दौरान पहले ही भरोसा दे चुकी है कि देश में एमएसपी पर खरीद की अभी भी स्थिति को जारी रखा जाएगा। वहीं आगे लिखा कि जहां तक किसानों के आंदोलन के केसों का सवाल हैं, यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा सरकार ने इसके लिए पूर्ण सहमति दी है कि तत्काल प्रभाव से आंदोलन संबंधित सभी मामलों को वापस लिया जाएगा। सभी दर्ज मुकदमे तत्काल प्रभाव से वापस सरकार ने अपने प्रस्ताव में किसानों को बताया कि आंदोलन के दौरान भारत सरकार के संबंधित विभाग और एजेंसियों व दिल्ली सहित राज्यों में आंदोलनकारियों और समर्थकों पर बनाए गए प्रदर्शन से जुड़े सभी केस तत्काल प्रभाव से वापस लेने की सहमति दी है। भारत सरकार अन्य राज्यों से अपील करेगी कि इस किसान आंदोलन से जुड़े सभी मामलों को अन्य राज्य भी वापस लेने की कार्रवाई करें। प्रदर्शनकारी किसान 11 दिसंबर को खाली करेंगे धरना स्थल मुआवजे पर सरकार का वादा वहीं मुआवजे पर केंद्र सरकार ने बताया कि इसके लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। पंजाब सरकार ने भी इस संबंध में सार्वजनिक घोषणा की है। साथ ही बिजली बिल में किसान पर असर पड़ने वाले प्रावधानों पर पहले सभी स्टेकहोल्डर्स/ संयुक्त किसान मोर्चा से चर्चा होगी। चर्चा के बाद ही बिल संसद में पेश किया जाएगा। जहां तक पराली के मुद्दे के सवाल पर सरकार ने कहा कि जो कानून पारित किया है। उसकी धारा 14 और 15 में क्रिमिनल लाइबिलिटी से किसान को मुक्ति मिलेगी। अपने पत्र के अंत में सरकार ने लिखा कि इस प्रस्ताव से लंबित मांगों का समाधान हो जाता है तो अब किसान आंदोलन को जारी करने का कोई औचित्य नहीं रहता है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/farmers-protest-end-today-farmer-unions-skm-meeting-all-you-need-to-know-652303.html,आज खत्म होगा किसान आंदोलन? भविष्य की कार्रवाई के लिए सिंघू सीमा पर संयुक्त किसान मोर्चा की अहम बैठक,"नई दिल्ली, 09 दिसंबर: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने किसानों के लंबित मुद्दों को संबोधित करने वाले केंद्र सरकार के मसौदा प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। उम्मीद है कि आज किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बुधवार (08 दिसंबर) को घोषणा की कि उनका 14 महीने का आंदोलन गुरुवार (09 दिसंबर) को दोपहर 12 बजे बंद कर दिया जाएगा, लेकिन केंद्र सरकार के संशोधित प्रस्ताव की अंतिम प्रति प्राप्त करने के बाद ही। गुरुवार दोपहर 12 बजे दिल्ली की सिंघू सीमा पर संयुक्त किसान मोर्चा अहम बैठक है। इस बैठक में ही किसान आंदोलन खत्म करने की अधिकारिक घोषणा की जाएगी। सरकार के साथ विचार-विमर्श करने वाली समिति के पांच सदस्यों में से एक अशोक धावले ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से एक संशोधित मसौदा प्रस्ताव मिला है, जिसमें उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया गया है।अशोक धावले ने कहा, ''हमें गुरुवार को दोपहर 12 बजे मसौदा प्रस्ताव की अंतिम प्रति प्राप्त होगी। सिंघू सीमा पर एसकेएम नेताओं की बैठक के बाद, हम औपचारिक रूप से विरोध की तीव्रता को कम करने के लिए एक ऐलान करेंगे।'' केंद्र सरकार ने मंगलवार (07 दिसंबर) को संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय समिति की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत मसौदा भेजा था। किसान संगठन के सूत्रों के मुताबिक जब किसान यूनियनों को केंद्र से सहमत नए मसौदा प्रस्ताव पर औपचारिक संचार प्राप्त होगा तो किसान आंदोलन जल्द ही समाप्त हो जाएगा। बता दें कि किसान आंदोलन 26 नवंबर 2020 से दिल्ली की सिंघू, गाजीपुर और टिकरी सीमा पर शुरू हुआ था। किसानों के लंबित मुद्दों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जमानत, बिजली संशोधन विधेयक, 2020/2021 के मसौदे को वापस लेना, किसानों के खिलाफ आपराधिक मामले वापस लेना और साल भर के विरोध के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजा शामिल हैं। ये भी पढ़ें- टाइमलाइन: सितंबर 2020 में शुरू हुआ था किसान आंदोलन, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ? एसकेएम ने बुधवार को अपनी कोर कमेटी की बैठक के बाद एक बयान में कहा, ''सरकार के नए प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। अब सरकार के लेटरहेड पर हस्ताक्षर किए गए एक औपचारिक संचार की प्रतीक्षा है। एसकेएम गुरुवार को दोपहर 12 बजे सिंघू सीमा पर फिर से बैठक करेगा, इसके बाद औपचारिक निर्णय लेगा।''",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/subramanian-swamy-fears-cyber-warfare-about-cds-bipin-rawat-s-helicopter-crash-listen-what-he-said-652264.html,"सुब्रमण्यम स्वामी ने सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर पर लेजर हमले की जताई आशंका, सुनिए क्या बोले","नई दिल्ली,8 दिसंबर: भारतीय वायुसेना ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों की तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मौत की पुष्टि कर दी है। लेकिन, इस दुखद खबर की घोषणा होने से पहले ही राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस घटना के पीछे बहुत बड़ी विदेशी साजिश की आशंका जता दी है। उन्होंने एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि जनरल रावत चीन को लेकर बहुत ही स्पष्टता से अपनी बात रखते थे। उन्होंने यह भी आशंका जताई है कि शायद भारत अभी तक चीन को बहुत हल्के में ले रहा है।",1 https://hindi.oneindia.com,https://hindi.oneindia.com/news/india/sanjay-raut-and-priyanka-gandhi-meeting-alliance-in-up-and-goa-election-652292.html,"यूपी और गोवा में भी हो सकता है शिवसेना-कांग्रेस में गठबंधन, प्रियंका से मिले संजय राउत","नई दिल्ली, 8 नवंबर: यूपी और गोवा में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बीच दिल्ली में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इस बैठक को राउत ने सकारात्मक बताया। साथ ही उम्मीद जताई कि आगामी यूपी और गोवा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। अभी महाराष्ट्र में शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार चला रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राउत ने कहा कि ये एक सकारात्मक बैठक थी। हम उत्तर प्रदेश और गोवा में एक साथ काम करने की सोच रहे हैं। वहीं एक दिन पहले उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। उस दौरान उन्होंने साफतौर पर ये कहा था कि कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी मोर्चा नहीं हो सकता है। इन दो मुलाकातों के बाद से महाराष्ट्र के सियासत में तरह-तरह की बातें हो रही हैं। ""ममता से हुई थी मुलाकात वहीं पश्चिम बंगाल की बंपर जीत के बाद ममता बनर्जी की नजर दिल्ली पर है। कुछ दिनों पहले वो महाराष्ट्र के दौरे पर गई थीं। उस दौरान उन्होंने आदित्य ठाकरे और संजय राउत से मुलाकात की। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक ममता का मन एक विपक्षी गठबंधन तैयार करने का है, जो बिना कांग्रेस के हो। इसी वजह से कांग्रेस नेता लगातार ममता पर निशाना साध रहे हैं।"" 'लैंबॉर्गिनी चलाई जाने ओ' गाने पर एक साथ नाचे सांसद संजय राउत और सुप्रिया सुले, Video देख लोग बोले-संजू भाऊ... ""सामना में लिखी थी ये बात हाल ही में सामना में राउत ने लिखा था कि अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीएमसी) की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने पर विचार कर रही हैं। उन्होंने मुंबई में आदित्य ठाकरे, शरद पवार आदि से मुलाकात की। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो महाराष्ट्र में टीएमसी विस्तार की योजना बना रहीं, लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि वहां पर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी के खिलाफ मजबूती से खड़ा हुआ है।""",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/mallikarjun-kharge-alleges-center---we-were-not-given-time-to-pay-tribute-to-cds-rawat/,मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया,"Home देश मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया Kaushik Sharma Updated Thu, 09th Dec 2021 03:46 PM IST राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि उच्च सदन में सरकार और आसन ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजर्लि अर्पित करने के लिए विपक्षी नेताओं को समय नहीं दिया। हम भी दो-दो मिनट या एक-एक मिनट अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें... उन्होंने संसद भवन के बाहर विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज बहुत दुखद दिन है। हम जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने दुर्घटना में जान गंवाई है।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘सदन में सरकार की ओर से बयान हुआ और श्रद्धांजलि दी गयी। उप सभापति की ओर से भी श्रद्धांजलि दी गई। विपक्षी दलों के सदन के नेताओं का कहना था कि हम भी दो-दो मिनट या एक-एक मिनट अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करें। लेकिन सरकार और आसन ने हमें अनुमति नहीं दी।’’ भगवान ऐसी सरकार को सद्बुद्धि दे उन्होंने कहा, ‘‘बाकी विषय राजनीति हैं, लेकिन यह राष्ट्रीय विषय है और सीडीएस जैसे व्यक्ति को श्रद्धांजलि देना था। इसके लिए भी समय नहीं मिलता है तो फिर यह सदन कैसे चलाया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसकी निंदा करते हैं...भगवान ऐसी सरकार को सद्बुद्धि दे।’’ हम जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं खड़गे ने यह भी कहा, ‘‘हम जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं और घायल अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’ राज्यसभा ने बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 11 सैन्यकर्मियों की मौत पर बृहस्पतिवार को शोक जताया और कहा कि राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर : श्रीनगर के CRPF कैंप में भीषण आग लगने से बड़ी मात्रा में संपत्ति को नुकसान पहुंचा bipin rawat coonoor helicopter accident mallikarjun kharge rajya sabha top news कुन्नूर बिपिन रावत मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा हेलीकॉप्टर हादसा इसे देखें 10 Extremely Gorgeous Asian Actresses Brainberries Brainberries Go On A Juice Cleanse To Detox Your System: Pros & Cons Herbeauty Herbeauty We List The Top Airlines With The Most Attractive Air Hostess Brainberries Brainberries The More You Talk About Your Ex, The More You Invite Him Back Brainberries Brainberries 6 Most Breathtaking Bridges In The World Brainberries Brainberries Small Traits The Happiest Couples Have In Common Herbeauty Herbeauty बड़ी खबर PM मोदी ने पालम एयरबेस में दी CDS रावत समेत सभी शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कल होगा अंतिम संस्कार ओमिक्रोन के खतरे के बीच DGCA का बड़ा फैसला, सभी कमर्शियल फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक बढ़ाया प्रतिबंध सभी रीति रिवाज के साथ तेजस्वी यादव ने रचाई शादी,जानें कौन-कौन हुआ शामिल किसानों की मांगें पूरी और आंदोलन वापस, सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं : कांग्रेस पच्छिम बंगाल: कोलकाता HC से मिथुन चक्रवर्ती को मिली बड़ी राहत, जानें क्या है पूरा मामला ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी ने बेटी को दिया जन्म किसान आंदोलन की समाप्ति पर बालियान ने जताई खुशी, कहा- चुनावों के लिए नहीं किसानों के लिए बदला फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट Advertisement",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/-the-farmers-movement-ended-with-the-government-s-seal-on-the-demands-of-the-farmers-/,किसानों की मांगों पर सरकार की मुहर के साथ किसान आंदोलन हुआ समाप्त,"Home देश किसानों की मांगों पर सरकार की मुहर के साथ किसान आंदोलन हुआ समाप्त किसानों की मांगों पर सरकार की मुहर के साथ किसान आंदोलन हुआ समाप्त Ishika Gupta Updated Thu, 09th Dec 2021 03:46 PM IST एक साल से ज्यादा समय से किसान आंदोलन चलता आ रहा है और हालही में मोदी सरकार द्वारा 3 कृषि कानूनों को वापिस ले लिया गया था और अब किसानों द्वारा भी आंदोलन खत्म करने का निर्णय ले लिया गया है। किसान नेता बलवीर राजेवाल ने कहा कि हम सरकार को झुकाकर वापस जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को किसान मोर्चा की फिर बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। किसान वापसी के ऐलान के बाद 11 दिसंबर से दिल्ली बॉर्डर से किसान लौटेंगे। जानकारी के अनुसार, दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने भी घर वापसी की तैयारी शुरू कर दी है। सिंघु बॉर्डर पर पिछले एक साल से डटे किसान अब लौट रहे हैं। किसानों ने बॉर्डर पर बनाए अपने टेंट को उखाड़ना शुरू कर दिया है। देखा जाए तो किसानों द्वारा दूसरी तरफ कहा जा रहा है की सरकार द्वारा उनकी बात मान ली गई है। इसी के कारण अब किसान अपना आंदोलन वापस लेने को तैयार है। साथ ही साथ ये भी कहा जा रहा है की पंजाब के किसान 11 दिसम्बर से घर वापसी की शुरुआत करेंगे । देखा जाए तो आखिरी में केवल यही मायने रखता है की किसान को उसका हक और इतने लम्बे वक़्त से चलता आ रहा किसान आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से खत्म किया जा सके। farmer protest india kisan pm modi किसान किसान आंदोलन पीएम मोदी भारत सिंघु बॉर्डर इसे देखें Holly Luyah Didn’t Just Get Famous From Instagram - What Else? Herbeauty Herbeauty This Guy Photoshopped Himself Into Celeb Pics And It's Hysterical Brainberries Brainberries 7 Netflix Shows Cancelled Because They Don’t Get The Ratings Brainberries Brainberries Jen's Behavior Is A Clear Indicator That She’s Not Approachable Brainberries Brainberries A Dark Side Of Beauty Salons Not Many People Know About Herbeauty Herbeauty 9 Hollywood Divas Who Fell In Love With Women Herbeauty Herbeauty",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/there-was-a-retaliation-between-tharoor-dubey-over-the-remarks-in-the-lok-sabha/,"लोकसभा में टिप्पणी को लेकर थरूर-दुबे के बीच वार-पलटवार, कांग्रेस नेता ने दिया करारा जवाब, जानें मामला","Home देश लोकसभा में टिप्पणी को लेकर थरूर-दुबे के बीच वार-पलटवार, कांग्रेस नेता ने दिया करारा जवाब, जानें मामला लोकसभा में टिप्पणी को लेकर थरूर-दुबे के बीच वार-पलटवार, कांग्रेस नेता ने दिया करारा जवाब, जानें मामला Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 03:37 PM IST लोकसभा में न्यायाधीशों के वेतन एवं सेवा शर्त से संबंधित विधेयक पर चर्चा के दौरान पिछले दिनों की गई एक टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच गुरुवार को सदन में वार-पलटवार देखने को मिला, हालांकि दोनों सांसदों ने एक-दूसरे का नाम नहीं लिया। जजों के वेतन संबंधी बिल पर थरूर और दुबे की जुबानी जंग संसद के निचले सदन में मंगलवार को ‘उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय (वेतन एवं सेवा शर्त) संशोधन विधेयक’ पर चर्चा में भाग लेते हुए थरूर ने कुछ विषयों का उल्लेख किया था जिस पर दुबे ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि अदालतों में लंबित विषयों को यहां नहीं उठाना चाहिए। दुबे ने थरूर के संदर्भ में एक टिप्पणी भी की थी जिसे कांग्रेस सांसद ने व्यक्तिगत आरोप करार दिया और यह विषय गुरुवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया। थरूर ने सदन में उठाया ये सवाल थरूर ने दुबे का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘न्यायाधीशों को वेतन से संबंधित विधेयक पर चर्चा करने के दौरान एक टिप्पणी की गई...यह कहा गया कि इनके खिलाफ मामला लंबित है तो इन्हें भी चर्चा में भाग नहीं लेना चाहिए। मेरे खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है। लेकिन अगर मेरे या किसी अन्य सदस्य के खिलाफ मामला लंबित हो तो भी चर्चा में भाग लेने से कैसे रोका जा सकता है।’’ उन्होंने आसन से आग्रह किया, ‘‘यह सुनिश्चित किया जाए कि आगे से ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए।’’ बाद में शून्यकाल के दौरान ही दुबे ने थरूर का नाम लिए बिना कहा, ‘‘अध्यक्ष जी, आपने नियम बनाया है कि विधेयक से इतर नहीं बोला जाए...जो चीजें अदालत के विचाराधीन हैं उनको लेकर यहां आरोप नहीं लगाना चाहिए।’’ अगर आप एक अंगुलि उठाएंगे तो आप पर चार उठेंगी : थरूर उन्होंने विपक्ष की ओर मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘अगर आप एक अंगुलि उठाएंगे तो आप पर चार अंगुलि उठेंगी।’’ इसके तत्काल बाद ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के लिए स्थगित कर दी। केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी bjp congress lok sabha nishikant dubey shashi tharoor कांग्रेस निशिकांत दुबे भाजपा लोकसभा शशि थरूर इसे देखें 9 Gorgeous Looks That Have Been Classic Go-tos For Decades Herbeauty Herbeauty Donald And Melania Trump Test Positive For COVID-19 Brainberries Brainberries 6 Unforgettable Shows From The 90s That Need To Make A Comeback Brainberries Brainberries 8 Most Beautiful Modern Chinese Actresses Brainberries Brainberries These Are India's 7 Most Stunning Models Brainberries Brainberries 10 Most Influential Women In History Herbeauty Herbeauty",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/center-concedes-defeat-announced-the-end-of-the-farmers-movement/,"केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी","Home देश केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 03:20 PM IST राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसानों ने आखिरकार अपने सालभर से जारी आंदोलन को समाप्त करने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही 14 महीनों से सीमाओं पर दते हुए किसान शाम से अपने घरों की तरफ जाना शुरू कर सकते हैं। दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार की ओर से मिले नए प्रस्ताव पर किसान संगठनों में सहमति बन गई थी, लेकिन गुरुवार दोपहर को इस पर लंबी चर्चा के बाद फैसला हुआ। किसानों की होगी घर वापसी इसके साथ ही सिंघु बॉर्डर का दृश्य किसानों की घर वापसी का संकेत दे रहा है, सभी लोग रहने के लिए लगाए गए टेंट हटाने लगे हैं और लंगर आदि का सामान गाड़ियों में रखा जाने लगा है। जानकारी के मुताबिक किसान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अरदास करेंगे और अपने घरों को लौट जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, 15 जनवरी को एक समीक्षा बैठक होगी। 15 जनवरी को होगी समीक्षा बैठक राजेवाल ने कहा कि 15 जनवरी को होने वाली समीक्षा बैठक में इस बात पर विचार किया जाएगा कि 14 महीने तक चले इस आंदोलन से हमने क्या पाया है और केंद्र सरकार ने कितनी मांगों को मान लिया है। उन्होंने साथ ही कहा कि 11 दिसंबर से किसान लौटना शुरू कर देंगे और 15 दिसंबर तक पंजाब में भी सभी मोर्चे खत्म हो जाएंगे। राजेवाल ने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने हमारी इस लंबी लड़ाई में हमारा साथ दिया है। बिजली संशोधन विधेयक को लेकर सरकार ने दया यह आश्वासन केंद्र सरकार द्वारा कृषि आंदोलन के दौरान और पराली जलाने के लिए दर्ज सभी मामलों को वापस लेने के लिए सहमत होने के बाद किसानों के विरोध को वापस लेने पर सहमति बनी थी। विरोध कर रहे किसानों के अनुसार सरकार ने यह भी आश्वासन दिया है कि वह एसकेएम या संबंधित किसान संघों के साथ परामर्श के बाद ही बिजली संशोधन विधेयक पेश करेगी। मृतक किसानों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा इसके अलावा, पंजाब की तर्ज पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों ने भी मृतक किसानों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा और नौकरी देने पर सहमति जताई है। अंत में, केवल एसकेएम नेताओं को एमएसपी समिति में शामिल करने की मांग - राज्यों, केंद्र के अधिकारियों और कृषि विशेषज्ञों के अलावा - को भी पूरा किया गया है। इससे पहले, किसान यह भी मांग कर रहे थे कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा, जिनके बेटे आशीष पर लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी है उन्हें बर्खास्त किया जाए। हालांकि, केंद्र को भेजे गए अंतिम मांग प्रस्ताव को देखते हुए, एसकेएम के पांच सदस्यीय पैनल ने उस बिंदु को हटा दिया था। केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट agriculture law central government farmer protest singhu border skm top news एसकेएम किसान आंदोलन कृषि कानून केंद्र सरकार सिंघु बॉर्डर इसे देखें 6 Lies You Should Stop Telling Yourself Right Now Herbeauty Herbeauty Fans Don't Know What She Looks Like Now Brainberries Brainberries 10 Most Influential Women In History Herbeauty Herbeauty How Owen Wilson Became More Successful Than His Brother Brainberries Brainberries Albino Animals: A Rare Kind Of Ultimate Beauty Brainberries Brainberries Women Who Make A Lot Of Money By Playing Competitive Gaming Brainberries Brainberries",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/subramanian-swamy-demands-probe-into-coonoor-helicopter-accident-to-be-headed-by-sc-judge/,"सुब्रमण्यम स्वामी की मांग, SC के जज की अध्यक्षता में हो कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे की जांच","Home देश सुब्रमण्यम स्वामी की मांग, SC के जज की अध्यक्षता में हो कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे की जांच सुब्रमण्यम स्वामी की मांग, SC के जज की अध्यक्षता में हो कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे की जांच Pinki Nayak Updated Thu, 09th Dec 2021 02:51 PM IST तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने घटना पर सवाल खड़े करते हुए मामले की सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच की मांग की है। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करके इस मांग को उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, सीडीएस, उनकी पत्नी और कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की मृत्यु कैसे हुई, इस बारे में संदेह पैदा होता है। इसलिए सरकार को किसी बाहरी व्यक्ति जैसे एससी जज द्वारा सरकारी जांच का नेतृत्व कराना चाहिए। वहीं एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह सार्वजनिक मामला है। उन्होंने कहा कि हमारे दुश्मन, लोगों को गुमराह करने के लिए कई तरह के दुष्प्रचार कर रहे हैं, इसलिए इसकी वास्तविकता को सामने लाने के लिए मेरी यह मांग है कि इस दुर्घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में होनी चाहिए। इसके साथ ही बीजेपी संसद ने कहा, सेना से जुड़े अधिकारी जांच के लिए एक्सपर्ट के तौर पर कमेटी में होने चाहिए। स्वामी ने कहा कि कमेटी की जांच रिपोर्ट को सर्वमान्य बनाने के लिए यह जरूरी है क्योंकि देश के लोगों को आज भी सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है। bjp cds bipin rawat coonoor helicopter accident subramanian swamy supreme court कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसा बीजेपी सीडीएस बिपिन रावत सुप्रीम कोर्ट सुब्रमण्यम स्वामी इसे देखें 9 Of The Best Family Friendly Dog Breeds Herbeauty Herbeauty The Story Of The Small Italy Windows In The Walls Is Rather Grim Brainberries Brainberries Celebrities Who Are BFF With Their Moms Brainberries Brainberries We List The Top Airlines With The Most Attractive Air Hostess Brainberries Brainberries 7 Mysterious Discoveries From All Around The World Brainberries Brainberries It's All About The Eyes: 6 Things Women Notice About Men Brainberries Brainberries",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/the-issue-of-china-big-dams-on-the-brahmaputra-river-raised-in-the-rajya-sabha/,"Winter Session: राज्यसभा में उठा ब्रह्मपुत्र नदी पर बने चीन के बड़े बांधों का मुद्दा, घाटी की सभ्यता को खतरा","Home देश Winter Session: राज्यसभा में उठा ब्रह्मपुत्र नदी पर बने चीन के बड़े बांधों का मुद्दा, घाटी की सभ्यता को खतरा Winter Session: राज्यसभा में उठा ब्रह्मपुत्र नदी पर बने चीन के बड़े बांधों का मुद्दा, घाटी की सभ्यता को खतरा Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 02:42 PM IST असम गण परिषद (अगप) के सदस्य और वरिष्ठ नेता वीरेंद्र प्रसाद वैश्य ने गुरुवार को कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा बड़े-बड़े बांधों का निर्माण करने से इस नदी में जल प्रवाह बाधित हुआ है और इससे ब्रह्मपुत्र घाटी सभ्यता को खतरा पैदा हो गया है। राज्यसभा में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने भारत सरकार से अनुरोध किया कि वह इस मुद्दे पर चीन से तत्काल बात करे और मेकांग नदी जल समझौते की तर्ज पर कोई समझौता करे। उन्होंने कहा, ‘‘ब्रह्मपुत्र घाटी सभ्यता देश की प्राचीन सभ्यता है लेकिन इसे चीन की तरफ से बहुत गंभीर चुनौती पैदा हो गई है। ब्रह्मपुत्र हमारी जीवनरेखा है। 50 प्रतिशत से अधिक पानी हमें ब्रह्मपुत्र नदी से मिलता है। ब्रह्मपुत्र नदी का स्रोत चीन में है। चीन ने इस स्रोत के पास बहुत बड़े-बड़े बांधों का निर्माण किया है और पानी को दूसरी ओर प्रवाहित कर रहा है।’’ उन्होंने कहा कि इन बड़े बांधों के निर्माण के चलते ब्रह्मपुत्र नदी में पानी का प्रवाह कम हो गया है और इस वजह से ब्रह्मपुत्र घाटी सभ्यता को खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मेकांग नदी का पानी छह विभिन्न देशों द्वारा साझा किया जाता है। उनके बीच पानी साझा करने को लेकर एक समझौता है। आपके माध्यम से मैं संबंधित मंत्रालय से आग्रह करता हूं कि वह कोई समझौता करें ओर चीन को ब्रह्मपुत्र नदी के जल को दूसरी ओर प्रवाहित करने से रोके। नहीं तो ब्रह्मपुत्र घाटी सभ्यता नहीं बचेगी। यह बहुत दुर्भायपूर्ण होगा।’’ वैश्य ने कहा, ‘‘इसलिए चीन के साथ इस मुद्दे को तत्काल उठाइए और ब्रह्मपुत्र घाटी सभ्यता को बचाइए।’’ बता दें कि ब्रह्मपुत्र को भारत के पूर्वोत्‍तर राज्‍यों और बांग्‍लादेश के लिए जीवन का आधार माना जाता है और लाखों लोग अपनी आजीविका के लिए इस पर निर्भर हैं। मेकांग नदी को दक्षिण पूर्व एशिया की गंगा कहा जाता है। यह नदी चीन से निकलकर म्यांमार, लाओस, थाईलैंड, कंबोडिया और वियतनाम तक बहती है। brahmaputra china rajya sabha virendra prasad vaish winter session चीन ब्रह्मपुत्र नदी राज्यसभा वीरेंद्र प्रसाद वैश्य शीतकालीन सत्र इसे देखें 6 Reasons Sharks Are Afraid Of Dolphins Brainberries Brainberries What Effect Does Spicy Food Have On The Body? Brainberries Brainberries Install These Measures To Keep Your Household Safe From Covid19 Herbeauty Herbeauty 7 Interesting Facts About GoT Star Maisie Williams Brainberries Brainberries Deepika Padukone's Most Iconic Looks Brainberries Brainberries A Little Cafe For Animal Lovers That You Will Never Want To Leave Brainberries Brainberries",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/farmers-protest-the-farmers-got-the-written-document-from-the-central-govt/,"केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट","Home देश केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट Pinki Nayak Updated Thu, 09th Dec 2021 02:12 PM IST कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन को वापस लेने पर आज फैसला होना है। किसानों की मांग पर केंद्र सरकार की ओर से आंदोलनकारी किसानों को आधिकारिक पत्र मिल गया है। इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की बैठक शुरू हो गई है। इस बीच, सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट हटाना शुरू कर दिये हैं। कृषि मंत्रालय की ओर से पत्र मिलने के बाद एसकेएम की पांच सदस्यीय समिति के सदस्य अशोक धवले ने कहा कि बैठक में आज सरकार से प्राप्त नए मसौदा प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। उसके बाद आंदोलन वापस लेने पर एसकेएम निर्णय लेगा। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की ओर से जो चिट्ठी मिली है उसे पहले हम सही से पढे़ंगे। उसका अर्थ क्या है वो समझ कर हमारे 5 लोग हैं वो आपको जवाब देंगे। अगर हेरा फेरी होगी तो फिर हम यहीं हैं, कोई कहीं नहीं जाएगा।दरअसल केंद्र की ओर से दोबारा भेजे गए मसौदा प्रस्ताव पर किसानों ने अपनी सहमति जाहिर कर दी थी, उसी प्रस्ताव पर सरकार ने किसानों को लिखित में दे दिया है। अब उम्मीद है कि किसान आंदोलन पर अंतिम फैसला लेंगे। इस बीच, सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट हटाना शुरू कर दिये हैं और आपस मे किसान मिठाई भी बाट रहें है। इसे देखते हुए अब यह लगभग तय हो गया है कि किसान आज अपना इस आंदोलन पर अंतिम फैसला ले सकते हैं। agriculture law central government farmer farmers protest skm top news एसकेएम किसान किसान आंदोलन कृषि कानून केंद्र सरकार इसे देखें Holly Luyah Didn’t Just Get Famous From Instagram - What Else? Herbeauty Herbeauty Fans Don't Know What She Looks Like Now Brainberries Brainberries These Guys Are Turning 50 This Year. Feeling Old Yet? Brainberries Brainberries 9 Heroes Of Popular Memes Then And Now Brainberries Brainberries These TV Characters Proved That Any 2 People Can Bury The Hatchet Brainberries Brainberries 20 Completely Unexpected Facts About 'The Big Bang Theory' Brainberries Brainberries",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/in-the-lok-sabha-the-opposition-raised-the-issue-of-stopping-the-congress-delegation-going-to-nagaland/,"लोकसभा में विपक्ष ने उठाया नगालैंड जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को रोके जाने का मुद्दा, सरकार पर लगाया ये आरोप","Home देश लोकसभा में विपक्ष ने उठाया नगालैंड जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को रोके जाने का मुद्दा, सरकार पर लगाया ये आरोप लोकसभा में विपक्ष ने उठाया नगालैंड जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को रोके जाने का मुद्दा, सरकार पर लगाया ये आरोप Kaushik Sharma Updated Thu, 09th Dec 2021 01:33 PM IST लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने नगालैंड जा रहे अपनी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को असम में कथित तौर पर रोके जाने का विषय बृहस्पतिवार को निचले सदन में उठाया और आरोप लगाया कि सरकार हमेशा कांग्रेस के नेताओं को ही पीड़ित लोगों से मिलने से रोकती है। प्रतिनिधिमंडल में सदन के सदस्य गौरव गोगोई और एंटो एंटनी शामिल थे उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाते हुए कहा, ‘‘नगालैंड में निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद सोनिया गांधी जी के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल का गठन किया गया था। इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को असम में हिरासत में लिया गया। इस प्रतिनिधिमंडल में सदन के सदस्य गौरव गोगोई और एंटो एंटनी शामिल थे।’’ चौधरी ने नगालैंड की घटना के संबंध में सदन में गृह मंत्री अमित शाह के बयान का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘‘गृह मंत्री ने सदन को गुमराह करने वाला बयान दिया। यह सरकार पूर्वोत्तर की स्थिति को बिगाड़ती जा रही है उन्होंने कहा कि लोगों को रुकने के लिए कहा गया और जब वे नहीं रुके तब गोली चलाई गई। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि सीधे गोली मारी गई... यह सरकार पूर्वोत्तर की स्थिति को बिगाड़ती जा रही है।’’कांग्रेस नेता ने कहा कि हर जगह बाकी सबको जाने दिया जाता है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं और सांसदों को रोका जाता है। लखीमपुर खीरी में भी यही देखा गया था। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि यह राज्य का विषय है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कहा कि यह राज्य का विषय है। गोलीबारी में 14 लोगों की मौत हो गई थी गौरतलब है कि नगालैंड के मोन जिले में गत सप्ताहांत में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई थी।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर खेद प्रकट करते हुए सोमवार को कहा था कि इसकी विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है तथा सभी एजेंसियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। शून्यकाल के दौरान तेलुगू देसम पार्टी के सांसद राममोहन नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत किए गए वादों को पूरा किया जाए।बसपा के मलूक नागर ने कहा कि ओबीसी से संबंधित क्रीमीलेयर की सीमा को आठ लाख रुपये से बढ़ाकर 60 लाख रुपये किया जाए। दोनों सदनों ने दी CDS रावत को श्रद्धांजलि, साथ ही की देश की सुरक्षा में उनके अहम योगदाम की सराहना adhir ranjan chowdhury amit shah congress lok sabha nagaland nagaland firing top news अधीर रंजन चौधरी अमित शाह कांग्रेस नगालैंड गोलीबारी लोकसभा इसे देखें These Are India's 7 Most Stunning Models Brainberries Brainberries 10 Of The Strongest Women In The World Brainberries Brainberries Get Into The Thanksgiving Mood With These Cool Friends Episodes Brainberries Brainberries Tips From A Professional Stylist On How To Look Stunning In 2020 Herbeauty Herbeauty 7 Games You Love That Got Bad Reviews Brainberries Brainberries The Infamous Magic Carpet In The Sketch, Which Ended With A Kiss Brainberries Brainberries बड़ी खबर PM मोदी ने पालम एयरबेस में दी CDS रावत समेत सभी शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कल होगा अंतिम संस्कार ओमिक्रोन के खतरे के बीच DGCA का बड़ा फैसला, सभी कमर्शियल फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक बढ़ाया प्रतिबंध सभी रीति रिवाज के साथ तेजस्वी यादव ने रचाई शादी,जानें कौन-कौन हुआ शामिल किसानों की मांगें पूरी और आंदोलन वापस, सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं : कांग्रेस पच्छिम बंगाल: कोलकाता HC से मिथुन चक्रवर्ती को मिली बड़ी राहत, जानें क्या है पूरा मामला ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी ने बेटी को दिया जन्म किसान आंदोलन की समाप्ति पर बालियान ने जताई खुशी, कहा- चुनावों के लिए नहीं किसानों के लिए बदला फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट Advertisement",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/modi-vaccination-picture-became-the-government-most-retweeted-tweet/,"देश में मोदी की वैक्सीनेशन वाली फोटो बनी सरकार का 'Most Retweeted' ट्वीट, कोहली के ट्वीट को Most 'likes'","Home देश देश में मोदी की वैक्सीनेशन वाली फोटो बनी सरकार का 'Most Retweeted' ट्वीट, कोहली के ट्वीट को Most 'likes' देश में मोदी की वैक्सीनेशन वाली फोटो बनी सरकार का 'Most Retweeted' ट्वीट, कोहली के ट्वीट को Most 'likes' Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 01:26 PM IST ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर पैट कमिंस द्वारा भारत में कोविड-19 राहत प्रयासों के लिए दान की घोषणा संबंधी ट्वीट को ‘‘इस साल सबसे अधिक रिट्वीट’’ किया गया, जबकि विराट कोहली के बेटी के जन्म की जानकारी देने वाले ट्वीट को भारत में सबसे अधिक ‘‘लाइक’’ मिले। ट्विटर की ‘ओनली ऑन ट्विटर’: गोल्डन ट्वीट्स ऑफ 2021’ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘ हैशटैग ‘कोविड-19’, ‘किसान प्रदर्शन’, ‘टीम इंडिया’, ‘तोक्या2020’ ‘आईपीएल2021’, ‘इंडिया बनाम इंग्लैंड’, ‘मास्टर’ (फिल्म), ‘बिटकॉइन’ और ‘परमिशन टू डांस’ (दक्षिण कोरिया बैंड बीटीएस का गीत) का सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया।’’ इस रिपोर्ट में एक जनवरी से लेकर 15 नवंबर 2021 के बीच भारत में ट्विटर पर इस्तेमाल किए गए ‘रिट्वीट’ और ‘लाइक’ के विकल्प का विश्लेषण किया गया है। ट्विटर ने कहा, ‘‘भारत के कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में आने के बाद दुनियाभर के लोग देश की मदद को सामने आए। इनमें से ही एक थे, ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर पैट कमिंस, जिन्होंने कोविड-19 से निपटने के वास्ते भारत के लिए एक राशि दान की थी और ट्विटर पर बाकी लोगों से भी ऐसा करने की अपील की थी। उनकी उदारता को देश के लोगों ने बहुत सराहा और वह भारत में 2021 का सबसे अधिक ‘रिट्वीटेड ट्वीट’ बन गया।’’ रिपोर्ट के अनुसार, इस ट्वीट को 15 नवंबर तक 1,14,000 बार ‘रिट्वीट’ किया गया और साथ ही वह इस साल सबसे अधिक 21,900 बार ‘कोट’ किए जाने वाला ट्वीट भी बना। इस साल की शुरुआत में अपनी पहली संतान का स्वागत करने वाले क्रिकेटर विराट कोहली ने ट्विटर पर बेटी के जन्म की जानकारी दी थी, जो कि 2021 का सबसे अधिक 538,200 बार ‘लाइक’ किया गया ट्वीट है। विराट कोहली के पिछले साल उनकी पत्नी एवं अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के गर्भवती होने की जानकारी देने वाले ट्वीट को भी 2020 में सबसे अधिक ‘लाइक’ मिले थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक लेने की जानकारी देते हुए साझा की गई तस्वीर, इस साल सरकार का सबसे अधिक ‘रिट्वीटेड ट्वीट’ यानी ‘मोस्ट रिट्वीटेड ट्वीट इन गवर्नमेंट’ बना। इसे 45,100 बार ‘‘रिट्वीट’ किया गया था और 2,25,800 ‘लाइक’ मिले थे। खेल श्रेणी में, महेंद्र सिंह धोनी को ‘इंडियन प्रीमियर लीग’ (आईपीएल) में शानदार पारी खेलने के लिए शुभकामनाएं देने वाले विराट कोहली के ट्वीट को सबसे अधिक 91,600 बार ‘रिट्वीट’ किया गया। 2021 में खेल श्रेणी में सबसे अधिक 529,500 ‘लाइक’ पाने वाला ट्वीट भी यही था। coronavirus india narendra modi pat cummins virat kohli कोरोना वायरस नरेंद्र मोदी पैट कमिंस भारत विराट कोहली इसे देखें Albino Animals: A Rare Kind Of Ultimate Beauty Brainberries Brainberries Which Country Is The Most Romantic In The World? Brainberries Brainberries Ever Wonder What The Biggest Fish Ever Caught Looked Like? Brainberries Brainberries 6 Of The Best 90s Shows That Need To Come Back ASAP Brainberries Brainberries Plus-Size Babes Who Will Make Your Heart Race Brainberries Brainberries 9 Astonishing Wonders Hidden Deep In Sea Brainberries Brainberries",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/tibetan-spiritual-guru-dalai-lama-expressed-grief-over-the-coonoor-accident-saluted-the-general-s-contribution-in-the-service-of-the-country/,"कुन्नूर हादसे पर तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने जताया शोक, देश सेवा में जनरल के योगदान को किया सलाम","Home देश कुन्नूर हादसे पर तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने जताया शोक, देश सेवा में जनरल के योगदान को किया सलाम कुन्नूर हादसे पर तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने जताया शोक, देश सेवा में जनरल के योगदान को किया सलाम Bharat Verma Updated Thu, 09th Dec 2021 01:14 PM IST तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हादसे में भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और अन्य जवानों के निधन पर तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने गुरुवार को शोक व्यक्त किया है। गौरतलब है कि बुधवार को कुन्नूर में वायु सेना का एमआई-वी17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारण क्रैश हो गया था जिसमें जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत अन्य 11 जवानों की मौत हो गई। इस हादसे में एक कैप्टन की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज जारी है। देश सेवा में जनरल रावत के योगदान को किया सलाम दलाई लामा ने कहा, मैं जनरल और उनके साथियों के लिए प्रार्थना करता हूं। मैं इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में मारे गए सभी लोगों के परिजन के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा, मैं देश की सेवा में जनरल रावत के दीर्घकालिक योगदान को सलाम करता हूं। इस हादसे में दलाई लामा के अलावा कई देशों समेत पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भी शोक व्यक्त किया है। coonnoor dalai lama general bipin rawat india tamilnadu कुन्नूर जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु दलाई लामा भारत इसे देखें 10 Extremely Gorgeous Asian Actresses Brainberries Brainberries 8 Pop Culture Fashion Icons Who Seriously Inspired Us Herbeauty Herbeauty Deepika Padukone’s Most Memorable Looks Brainberries Brainberries The Hollywood Casting Process Has Always Been Flawed (The Proof) Brainberries Brainberries Albino Animals: A Rare Kind Of Ultimate Beauty Brainberries Brainberries 7 Thailand’s Most Exquisite Architectural Wonders Brainberries Brainberries",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/bjp-member-raised-in-rajya-sabha-demanding-to-abolish-the-place-of-worship-act-1991/,"भाजपा सदस्य ने राज्यसभा में उठाया पूजा स्थल कानून, 1991 को समाप्त करने की मांग की","Home देश भाजपा सदस्य ने राज्यसभा में उठाया पूजा स्थल कानून, 1991 को समाप्त करने की मांग की भाजपा सदस्य ने राज्यसभा में उठाया पूजा स्थल कानून, 1991 को समाप्त करने की मांग की Kaushik Sharma Updated Thu, 09th Dec 2021 01:01 PM IST भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सदस्य हरनाथ सिंह यादव ने गुरुवार को राज्यसभा में केंद्र सरकार के पूजा स्थल कानून के मुद्दे को उठाया। इस दौरान उन्होंने 1991 को अतार्किक और असंवैधानिक बताते हुए इस समाप्त करने की मांग की।शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए भाजपा के हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि यह कानून भगवान राम और भगवान कृष्ण में भेदभाव पैदा करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पूजा स्थल कानून, 1991 में ‘‘मनमाने और असंवैधानिक’’ प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें प्रावधान किया गया है कि पूजा स्थलों की जो स्थिति 15 अगस्त 1947 को थी, उसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इस कानून में अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि को अलग रखा गया है। यह प्रावधान संविधान में प्रदत्त समानता और जीवन के अधिकार का ना सिर्फ उल्लंघन करते हैं बल्कि धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का भी उल्लंघन करते हैं।’’ उन्होंने इसे संविधान की प्रस्तावना और मूल संरचना के विपरीत करार दिया और कहा कि इस कानून में कहा गया है कि श्रीराम जन्मभूमि मुकदमे के अतिरिक्त अदालतों में लंबित सभी ऐसे मुकदमे समाप्त माने जाएंगे। यादव ने कहा, ‘‘आश्चर्य का विषय है कि इस कानून में प्रावधान किया गया है कि इस कानून के खिलाफ कोई नागरिक अदालत में भी नहीं जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि इस कानून का स्पष्ट अर्थ है कि ‘‘विदेशी आक्रांताओं और द्वारा तलवार की नोंक पर श्रीकृष्ण की जन्मभूमि सहित अन्य स्थलों पर जो बलात कब्जा किया गया, उसे तत्कालीन सरकार ने कानूनी रूप दे दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस अतार्किक और असंवैधानिक कानून के द्वारा हिंदू, जैन, सिख और बौद्ध लोगों के धर्म पालन और प्रचार के अधिकार से वंचित किया गया है। यह कानून राम और कृष्ण के बीच भेदभाव पैदा करता है जबकि दोनों ही भगवान विष्णु के अवतार हैं।’’ यादव ने कहा कि ‘‘समान कृत्य और सामान परिस्थितियों’’ के लिए दो कानून नहीं हो सकते और कोई भी सरकार न्यायालयों के दरवाजे अपने नागरिकों के लिए बंद नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, ‘‘यह कानून पूर्णतया अतार्किक और असंवैधानिक है। यह हिंदू सिख, जैन और बौद्ध धर्म लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ क्रूरता है। इस कानून को अविलंब समाप्त किया जाना चाहिए।’’ उल्लेखनीय है कि श्री राम जन्मभूमि विवाद सुलझने के बाद से अब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का विवाद गरमाने लगा है और इसको लेकर मथुरा की अदालत में कई मामले दर्ज हैं। पिछले दिनों एक नया मामला भी दर्ज कराया गया है। यूपी : सीएम योगी आदित्यनाथ ने की कुन्नूर हादसे में घायल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना bjp central government harnath singh yadav place of worship law rajya sabha केंद्र सरकार पूजा स्थल कानून भाजपा राज्यसभा हरनाथ सिंह यादव इसे देखें Macaulay Culkin's Own Version Of The New ‘Home Alone’ Brainberries Brainberries 9 Heroes Of Popular Memes Then And Now Brainberries Brainberries 11 Signs Your Perfectionism Has Gotten Out Of Control Herbeauty Herbeauty Such A Sweet Life Story Of The Youngest Queen In The World Brainberries Brainberries Top 10 Nations That Are Most Difficult To Invade Brainberries Brainberries Michael B. Jordan Is Dating Lori Harvey, Steve Harvey's Daughter Herbeauty Herbeauty बड़ी खबर PM मोदी ने पालम एयरबेस में दी CDS रावत समेत सभी शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कल होगा अंतिम संस्कार ओमिक्रोन के खतरे के बीच DGCA का बड़ा फैसला, सभी कमर्शियल फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक बढ़ाया प्रतिबंध सभी रीति रिवाज के साथ तेजस्वी यादव ने रचाई शादी,जानें कौन-कौन हुआ शामिल किसानों की मांगें पूरी और आंदोलन वापस, सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं : कांग्रेस पच्छिम बंगाल: कोलकाता HC से मिथुन चक्रवर्ती को मिली बड़ी राहत, जानें क्या है पूरा मामला ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी ने बेटी को दिया जन्म किसान आंदोलन की समाप्ति पर बालियान ने जताई खुशी, कहा- चुनावों के लिए नहीं किसानों के लिए बदला फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट Advertisement",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/mukhtar-abbas-naqvi-said-in-lok-sabha-hajj-subsidy-was-political-deceit/,राजनीतिक छल थी देश में वर्षों तक लागू रही हज 'सब्सिडी' : नकवी,"Home देश राजनीतिक छल थी देश में वर्षों तक लागू रही हज 'सब्सिडी' : नकवी राजनीतिक छल थी देश में वर्षों तक लागू रही हज 'सब्सिडी' : नकवी Pinki Nayak Updated Thu, 09th Dec 2021 12:43 PM IST केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने देश में वर्षों तक लागू रही हज सब्सिडी को एक राजनीतिक छल करार दिया। लोकसभा में बीएसपी सांसद कुंवर दानिश अली और कांग्रेस सदस्य अब्दुल खालिक के पूरक प्रश्नों के जा लिखत में जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने यह टिप्पणी की। लोकसभा में बोलते हुए नकवी ने कहा, ‘‘हज सब्सिडी एक राजनीति छल थी जो बहुत लंबे समय से चली आ रही थी। सब्सिडी रहने के समय जब कोई व्यक्ति श्रीनगर से हज यात्रा पर जाता था तो उसे 1.97 लाख रुपये देना पड़ता था, लेकिन सब्सिडी खत्म करने के बाद हज यात्री को अब 86 हजार रुपये देना पड़ता है। इसी तरह दूसरे शहरों से जाने में भी भी किराये और दूसरे खर्चों में कमी आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की नेकनीयत का नतीजा है।’’ CDS बिपिन रावत को विपक्ष की श्रंद्धाजलि, निलंबन के खिलाफ आज नहीं होगा धरना प्रदर्शन उन्होंने सदन को बताया कि हज सब्सिडी खत्म करने से किराया बढ़ा नहीं, बल्कि घटा है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले दो साल से हज यात्रा नहीं हुई है। इस बार भी सऊदी अरब सरकार के प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देश के मुताबिक कोई कदम उठाया जाएगा।’’ नकवी ने हज यात्रियों के ‘प्रस्थान स्थलों’ (इम्बार्केशन प्वाइंट्स) की संख्या बढ़ाने के सवाल पर कहा कि सऊदी अरब के साथ द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक ही आगे कोई कदम उठाया जाएगा। भारतीय हज समिति के पुनर्गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे जुड़ा विषय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए वह फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। bsp hajj kunwar danish ali lok sabha mukhtar abbas naqvi कुंवर दानिश अली बीएसपी मुख्तार अब्बास नकवी लोकसभा हज इसे देखें Greatest Movies In History Since 1982 Brainberries Brainberries These Are India's 7 Most Stunning Models Brainberries Brainberries 11 Signs Your Perfectionism Has Gotten Out Of Control Herbeauty Herbeauty Interesting Facts About Two-Sport Athlete Lolo Jones Brainberries Brainberries 10 Awesome TV Series That Got Cancelled Way Too Soon Brainberries Brainberries Kim And Pete Felt Some Sparks During A Sketch They Did Together Brainberries Brainberries",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/the-further-strategy-regarding-the-movement-will-be-considered-only-when-something-comes-in-writing-from-the-government-tikait/,आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर तभी विचार होगा जब सरकार की तरफ से लिखित में कुछ आएगा : टिकैत,"Home देश आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर तभी विचार होगा जब सरकार की तरफ से लिखित में कुछ आएगा : टिकैत आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर तभी विचार होगा जब सरकार की तरफ से लिखित में कुछ आएगा : टिकैत Kaushik Sharma Updated Thu, 09th Dec 2021 12:07 PM IST कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन पर गुरुवार को एक बड़ा फैसला आने की उम्मीद है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, सरकार के साथ किसानों की सहमति नहीं हुई है, बल्कि कुछ मांगों पर समझौता हुआ है। सिंघु बॉर्डर पर एसकेएम को मांगों पर सरकार से लिखित पत्र के आने का इंतजार है। ऐसे में किसानों ने आज बैठक रखी है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। आंदोलन पर तभी आगे विचार होगा जब सरकार की तरफ से लिखित में कुछ आएगा राकेश टिकैत ने बताया, आंदोलन पर तभी आगे विचार होगा जब सरकार की तरफ से लिखित में कुछ आएगा। सरकार से अभी हमारी सहमति नहीं बनी है, बल्कि समझौता हुआ है। सहमति पूर्ण रूप से करना और समझौता होना दोनों में फर्क है। साथ ही सरकार के साथ जो हमारे 5 सदस्यों ने समझौता किया, उसे हम पूर्ण रूप से मान रहे हैं। अभी बहुत बातें रह रहीं है, उनपर बातचीत होती रहेगी प्रस्ताव में लखीमपुर खीरी का मामला शामिल नहीं था ? इस सवाल पर टिकैत ने कहा, अभी बहुत बातें रह रहीं है, उनपर बातचीत होती रहेगी, आंदोलन पर कुछ मांगे वापस भी हुई हैं। कुछ महीनों में उत्तरप्रदेश चुनाव होने है क्या किसानों का मिशन यूपी जारी है? इस सवाल पर उन्होंने कहा, फिलहाल कुछ तय नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, उत्तरप्रदेश में बिजली बहुत महंगी है। यूपी के लेवल पर हमारी कोई बात नहीं हुई, हम जल्द ही अपनी कुछ मांगों पर यूपी सरकार और मुख्यमंत्री से बैठक करेंगे। हमने एक साल से सरकार के साथ कोई बैठक नहीं की है। अभी लखीमपुर खीरी मामले में मुआवजा नहीं मिला है क्या उत्तरप्रदेश सरकार के साथ कोई बातचीत हुई, बीते चुनाव में आपने बीजेपी को सहयोग दिया था, इसबार कोई पहल ? इस सवाल पर टिकैत बोले, अभी लखीमपुर खीरी मामले में मुआवजा नहीं मिला है, जबकि मुआवजा हमारे समझौते में था। गन्ने का रेट और भुगतान एक बड़ा मामला है। साथ ही बिजली के रेट वहां पर सबसे महंगे है, बहुत से सवाल है जिनपर सरकार के साथ बात करनी है। सिंघु बॉर्डर पर हुई बैठक में अलग अलग राज्यों के किसानों को समझाया जा रहा था, किसान नेताओं द्वारा क्या कोई मतभेद था ? इस सवाल पर टिकैत ने बताया, बहुत सारी बातों पर ऐतराज रहता है। जब बड़े लेवल पर समझौता होता है तो कुछ मांगों को छोड़ना पड़ता है, हरियाणा राज्य के किसानों के भी कुछ मसले हैं। वहीं उत्तरप्रदेश सरकार के बाद हरियाणा सरकार के साथ मिलकर उनका समाधान किया जाएगा। क्या किसान शक्ति प्रदर्शन कर दिल्ली की सीमाओं से जाएंगे या शांतिपूर्ण तरह से ? इस सवाल पर टिकैत ने कहा, हम शांतिपूर्ण तरह से बॉर्डर से वापस जाएंगे, इसमें न कोई जश्न की जरूरत नहीं है। आर्थिक रूप से भी हमने बहुत नुकसान झेला है, वहीं कई किसान शहीद भी हुए हैं। CM ममता की भाभी कजरी बनर्जी के पास करोड़ों की संपत्ति, इतने करोड़ की है मालकिन central government singhu border किसान आंदोलन किसान यूनियन सिंघु बॉर्डर agriculture law farmers union kisan andolan rakesh tikait top news कृषि कानून केंद्र सरकार राकेश टिकैत इसे देखें Kim To File For Divorce From Kanye West After 6 Years Of Marriage Herbeauty Herbeauty Tiger Woods Is 'Different Man' 10 Years After Scandal Herbeauty Herbeauty 6 Secret Origin Stories Of Modern Mouth-Watering Meal Brainberries Brainberries Install These Measures To Keep Your Household Safe From Covid19 Herbeauty Herbeauty Everyone Was Stunned To See How Little Anakin Looks Today Brainberries Brainberries Tips From A Professional Stylist On How To Look Stunning In 2020 Herbeauty Herbeauty बड़ी खबर PM मोदी ने पालम एयरबेस में दी CDS रावत समेत सभी शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कल होगा अंतिम संस्कार ओमिक्रोन के खतरे के बीच DGCA का बड़ा फैसला, सभी कमर्शियल फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक बढ़ाया प्रतिबंध सभी रीति रिवाज के साथ तेजस्वी यादव ने रचाई शादी,जानें कौन-कौन हुआ शामिल किसानों की मांगें पूरी और आंदोलन वापस, सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं : कांग्रेस पच्छिम बंगाल: कोलकाता HC से मिथुन चक्रवर्ती को मिली बड़ी राहत, जानें क्या है पूरा मामला ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी ने बेटी को दिया जन्म किसान आंदोलन की समाप्ति पर बालियान ने जताई खुशी, कहा- चुनावों के लिए नहीं किसानों के लिए बदला फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर लगाया आरोप- हमें CDS रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया केंद्र ने मानी हार, किसान आंदोलन की समाप्ति का हुआ ऐलान, 11 दिसंबर से अन्नदाताओं की होगी घर वापसी केंद्र से किसानों को मिला लिखित दस्तावेज, सिंघु बॉर्डर से हटने लगे टेंट Advertisement",1 https://punjabkesari.com,https://punjabkesari.com/india-news/shiv-sena-is-becoming-the-support-of-congress-amid-tmc-storm/,"TMC की आंधी के बीच शिवसेना बन रही कांग्रेस का सहारा, UPA में शामिल होने के दिए संकेत","Home देश TMC की आंधी के बीच शिवसेना बन रही कांग्रेस का सहारा, UPA में शामिल होने के दिए संकेत TMC की आंधी के बीच शिवसेना बन रही कांग्रेस का सहारा, UPA में शामिल होने के दिए संकेत Harsha Singh Updated Thu, 09th Dec 2021 10:53 AM IST भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सामने विपक्ष का चेहरा बनने और नेतृत्व करने की दौड़ में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच खेला की शुरुआत हो गयी है। ममता बनर्जी लगतार विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रही हैं, साथ ही यूपीए के अस्तित्व और कांग्रेस पर सवाल उठा रही हैं। वहीं टीएमसी की मंशा पर शिवसेना ने ढाल बनकर कांग्रेस का बचाव करना शुरू कर दिया है। संजय राउत ने की प्रियंका गांधी से मुलाकात शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार देर शाम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से 10 जनपथ पहुंचकर मुलाकात की। शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश और गोवा में शिवसेना और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर विचार किया जा रहा है। इससे पहले ठीक पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी गोवा और उत्तराखंड में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से अलग कांग्रेस पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है। कांग्रेस के बिना विपक्षी मोर्चा बनना संभव नहीं शिवसेना सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कांग्रेस पूर्वाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने के बाद यह स्पष्ट कर दिया था कि कांग्रेस के बिना विपक्षी एकता नहीं हो सकती है। राउत ने कहा था कि राहुल गांधी के साथ विपक्ष की एकजुटता पर राजनीतिक चर्चा हुई है। हम पहले ही कह चुके हैं अगर कोई विपक्षी मोर्चा बनता है तो वह कांग्रेस के बिना बिलकुल संभव नहीं है। साथ ही राउत ने कहा, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी यूपीए को कांग्रेस के नेतृत्व में पुनर्जीवित करना चाहिए। तेजस्वी यादव के सिर पर सजेगा सेहरा, दिल्ली में आज होगी रिंग सेरेमनी, केवल खास रिश्तेदार रहेंगे मौजूद bjp congress sanjay raut shiv sena tmc top news कांग्रेस टीएमसी बीजेपी शिवसेना संजय राउत इसे देखें The Woman The Whole Muslim World Is Proud Of Brainberries Brainberries Stop Following Your Former Love Interest Brainberries Brainberries 6 Strong Female TV Characters Who Deserve To Have A Spinoff Herbeauty Herbeauty Who Falls In Love Faster? It Triggers The Romantic System Faster Brainberries Brainberries Take A Look At The Top 14 Bond Cars Brainberries Brainberries Jen's Behavior Is A Clear Indicator That She’s Not Approachable Brainberries Brainberries",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/issues/big-meeting-of-farmers-today-at-singhu-border-will-decide-on-the-strategy-ahead-63780,"खट्टर से मीटिंग में नहीं बनी बात, सिंघु बॉर्डर पर आज किसानों की बड़ी बैठक, होगा आगे की रणनीति पर फैसला","किसान नेताओं द्वारा शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के घर पर हुई लंबी बैठक में किसी प्रकार का नतीजा नहीं निकला। इसके बाद किसान आंदोलन की कार्ययोजना तय करने के लिए सिंघु बार्डर पर संयुक्त किसान मार्चा ने आज यानी शनिवार को अहम बैठक का आयोजन किया है। इसमें किसान आंदोलन को लेकर कई बड़े फैसले हो सकते हैं। आज संयुक्त किसान मोर्चा की होने वाली बैठक पर राकेश टिकैत ने कहा कि आज की बैठक में एमएसपी, अजय मिश्रा टेनी, किसानों पर मुकदमें और किसानों का मुआवज़ा ये सभी मुद्दे शामिल हैं। भारत सरकार जब तक चाहेगी तब तक ये आंदोलन चलता रहेगा। बीकेयू नेता ने कहा कि कल हरियाणा के मुख्यमंत्री और किसानों के बीच बातचीत बेनतीजा रही, हालांकि वे किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने के लिए सहमत हो गए हैं। पंजाब की तरह, हमें किसानों की मौत और रोजगार के लिए राज्यवार मुआवजे की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि एमएसपी की हमारी मांग भारत सरकार से है। बातचीत अभी शुरू हुई है, हम देखेंगे कि यह कैसे चलता है। हम आज कोई रणनीति विकसित नहीं करेंगे, हम केवल चर्चा करेंगे कि आंदोलन कैसे आगे बढ़ता है। बता दें कि शुक्रवार देर रात तक चली लंबी बैठक में इस पर कोई सहमति नहीं बन सकी। इस मीटिंग को लेकर हरिणाया के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि इतनी लंबी बैठक के बाद भी कोई सहमति नहीं बनी। सरकार ने न तो नर्मी दिखाई न ही गर्मी।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/country/kashmir-ghulam-nabi-azad-emerges-as-key-player-in-jk-with-or-without-congress-63781,"कश्मीर: घाटी में इस दिग्गज नेता की सक्रियता बढ़ी, अब क्या करेगी कांग्रेस","पीर पांचाल और चिनाब घाटी के मुस्लिम बहुल जिलों में रैली के ऊपर रैली करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद राज्य में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। संयोग से, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अहमद मीर गुलाम नबी की पूर्व की किसी भी रैलियों में मौजूद नहीं दिखे। बड़ी संख्या में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पहले ही राज्य कांग्रेस में विभिन्न पदों से इस्तीफा दे चुके हैं क्योंकि वे खुले तौर पर कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से वर्तमान गुलाम अहमद मीर के स्थान पर आजाद को पीसीसी प्रमुख के रूप में नियुक्त करने के लिए कह रहे हैं। मीर पिछले सात वर्षों से जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। कांग्रेस के विभिन्न पदों से इस्तीफा देने वालों को आजाद का वफादार माना जाता है, हालांकि उनका कहना है कि उन्होंने स्वतंत्र रूप से निर्णय लिया है। उनका तर्क है कि मीर के नेतृत्व में, कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में सिकुड़ गई है और केवल आजाद ही इसे जम्मू-कश्मीर में एक ताकत में बदल सकते हैं और इसे सत्ता में ला सकते हैं। अपनी पार्टी के दृष्टिकोण के अलग, आज़ाद जम्मू-कश्मीर के राज्य की तत्काल बहाली की मांग करते हुए बड़े पैमाने पर रैलियां कर रहे हैं। आजाद ने पुंछ के सुरनकोट इलाके में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ""यदि आप जम्मू-कश्मीर में कोई बदलाव लाना चाहते हैं, तो यह जम्मू-कश्मीर की विधानसभा द्वारा किया जाना चाहिए, न कि संसद द्वारा। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर राज्य के विभाजन के बाद से वर्तमान सरकार के साथ हमारी लड़ाई यह है कि उसने इन संवैधानिक परिवर्तनों को लाने के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा की सहमति नहीं ली थी।"" कांग्रेस नेता ने इस बात पर भी जोर दिया कि 5 अगस्त, 2019 को संसद और राज्यपाल शासन के माध्यम से लाए गए संवैधानिक परिवर्तन कानूनी और राजनीतिक रूप से गलत थे। आजाद ने कहा, ""केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों और जम्मू-कश्मीर विधानसभा को ही इस तरह के बदलाव लाने का अधिकार है। केवल जम्मू-कश्मीर विधानसभा को अनुच्छेद 370 में संशोधन करने का अधिकार है।"" अनुच्छेद 370 पर अपनी चुप्पी के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की आलोचना का जवाब देते हुए, आजाद ने कहा, ""पिछले तीन वर्षों से मैं अकेले संसद में अनुच्छेद 370 के बारे में बात कर रहा हूं। वहां कोई और इसके बारे में बात नहीं कर रहा है।"" हालांकि आजाद ने दोहराया कि अनुच्छेद 370 का मामला अब कोर्ट में है। उन्होंने कहा, ""मैं अनुच्छेद 370 के बारे में बात नहीं करता क्योंकि यह सर्वोच्च न्यायालय में है। वर्तमान सरकार धारा 370 को बहाल नहीं कर सकती क्योंकि उसने इसे निरस्त कर दिया है और और हमारे पास इसे बहाल करने के लिए 300 संसद सदस्य नहीं हैं और 2024 तक कांग्रेस के पास 300 सीटें होने की कोई संभावना नहीं है।"" फिर भी, आजाद ने राज्य के दर्जे की बहाली पर जोर दिया क्योंकि प्रधान मंत्री और गृह मंत्री दोनों ने इसका वादा किया था। उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें आजाद ने सबसे पहले बात की। आजाद ने कहा, ""मैंने कहा था कि राज्य का दर्जा बहाल करने के बाद परिसीमन और चुनाव होना चाहिए और मैंने जमीन और भर्ती के बारे में गारंटी भी मांगी।"" आजाद जमीन की सुरक्षा और राज्य सरकार में सरकारी नौकरियों में भर्ती पर धारा (क्लाज) जोड़ने पर जोर दे रहे हैं। हालांकि चौधरी कहते हैं कि अब तक पूरे जम्मू-कश्मीर में आजाद की बड़ी रैलियां कांग्रेस के झंडे के नीचे हो रही हैं। उनके अनुसार, ""इस तरह के शो का उद्देश्य लोगों तक पहुँचने के उद्देश्य से हो सकता है, जबकि साथ ही कांग्रेस को जम्मू-कश्मीर को आज़ाद को सौंपने या बीच का रास्ता निकालने के लिए मजबूर भी कर सकता है। अगर कांग्रेस नहीं सुनती है, तो कोई भी आजाद के जम्मू-कश्मीर में दूसरी पार्टी बना लेने से इंकार नहीं कर सकता है।"" आजाद के कई आलोचक उन्हें प्रधानमंत्री का करीबी मानते हैं और मानते हैं कि उनकी राजनीति जम्मू-कश्मीर में भाजपा के खिलाफ नहीं जाएगी। ऐसा कहा जाता है कि जब आजाद का राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल समाप्त हुआ तो प्रधानमंत्री ने आंसू भी बहाए। हालांकि, आजाद जम्मू और कश्मीर में वर्तमान सरकार के सबसे बड़े आलोचकों में से एक के रूप में उभरे हैं, जो कथित फर्जी मुठभेड़ों और सरकार को बर्खास्त करने के मुद्दों को उठा रहे हैं। आज़ाद संभावित मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर में किए गए विकास कार्यों पर भी बैंकिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ""न केवल जम्मू कश्मीर के प्रशासन ने रोजगार देना बंद कर दिया है, लेकिन अब लोगों को अपनी नौकरियों से बाहर निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। ऐसा लगता है कि इस सरकार का काम नौकरियां नहीं देना है, बल्कि लोगों को नौकरियों से बाहर निकालना है। "" आने वाले हफ्तों में जम्मू कश्मीर की राजनीति, मीर के बारे में कांग्रेस के फैसले और आजाद की व्यक्तिगत राजनीति किस ओर जाती है इसपर निर्भर करेगा।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/at-least-11-civilians-gunned-down-by-security-forces-in-nagalands-mon-district-cm-neiphiu-rio-promises-63796,"नगालैंड : सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 11 नागरिकों की मौत, अमित शाह बोले- एसआईटी करेगी जांच","भारत के पूर्वोत्तर राज्य नगालैंड में शनिवार को सुरक्षा बलों की फायरिंग में 11 नागरिकों के मारे जाने की खबर है। मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। यह घटना नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग की है। इस घटना की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने जांच का वादा कर शांति की अपील की है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर एसआईटी द्वारा जांच के निर्देश दिए हैं। इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त किया है । उन्होंने कहा कि नागालैंड के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से व्यथित हूं। घटना में जिन्होंने अपनी जान गंवाई मैं उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस घटना की गहन जांच करेगी। वहीं, इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने आज सुबह ट्वीट किया, 'मोन के ओटिंग में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है। पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करता हूं। घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करना करता हूं। उच्चस्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और कानून के अनुसार न्याय होगा। सभी वर्गों से शांति की अपील करता हूं।' इस घटना की जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतकों की सही संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है क्योंकि 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य ने पड़ोसी राज्य असम के अस्पतालों में दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि यह घटना ओटिंग और तिरु गांवों के बीच हुई, जब कुछ दिहाड़ी मजदूर शनिवार शाम कोयला खदान से पिकअप वैन में घर लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट के उग्रवादियों की गतिविधियों के बारे में सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान चला रहे सैन्य कर्मियों ने वाहन पर कथित तौर पर गोलीबारी की। अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि क्या घटना गलत पहचान का मामला है। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस मौके पर जा कर जांच कर रही है।हालांकि सेना ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन असम राइफल्स ने इस घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। इस घटना पर उपमुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन ने वादा किया कि न्याय दिया जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया, ""ओटिंग (सोम) परेशान करने वाली और दुखद घटना जिसमें नागरिक मारे गए थे, की गहन जांच की जाएगी और न्याय किया जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना। त्रासदी के मद्देनजर, मैं सभी से शांति की अपील करता हूं!""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/uttar-pradesh-security-tightened-in-mathura-ahead-of-babri-mosque-demolition-anniversary-63794,"बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी से पहले मथुरा में सुरक्षा सख्त, दक्षिणपंथी समूहों के कार्यक्रमों को नहीं मिली अनुमति","अयोध्या की बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर (छह दिसंबर को) किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मथुरा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चार दक्षिणपंथी समूहों, अखिल भारत हिंदू महासभा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास, नारायणी सेना और श्रीकृष्ण मुक्ति दल ने पहले इस दिन गैर-पारंपरिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। अखिल भारत हिंदू महासभा ने देवता के ""वास्तविक जन्मस्थान"" पर कृष्ण की मूर्ति स्थापित करने की अनुमति मांगी थी, उनका दावा है कि यह स्थान यहां एक प्रमुख मंदिर के पास एक मस्जिद में है। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने उन्हें यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि शांति भंग करने वाले किसी भी कार्यक्रम को अनुमति देने का सवाल ही नहीं उठता। समूहों में से एक ने कहा था कि वह जगह को ""शुद्ध"" करने के लिए ""महा जलाभिषेक"" के बाद शाही ईदगाह में मूर्ति स्थापित करेगा। इन्हें देखते हुए मथुरा को सुरक्षा की दृष्टि से तीन जोन में बांटा गया है, अधिकारियों ने बताया कि कटरा केशव देव मंदिर और शाही ईदगाह जिस क्षेत्र में पड़ता है, उसे रेड जोन के रूप में सीमांकित किया गया है, जहां भारी तादाद सुरक्षा कर्मियों की तैनाती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने कहा, ""मथुरा के हर प्रवेश द्वार पर भी पर्याप्त बल तैनात किया गया है।"" उन्होंने कहा कि इन प्रवेश बिंदुओं पर जांच तेज कर दी गई है। मथुरा में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा पहले से ही लागू है। धारा एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाती है। शाही ईदगाह के अंदर अनुष्ठान करने की धमकी ऐसे समय में आई है जब स्थानीय अदालतें 17 वीं शताब्दी की मस्जिद को ""हटाने"" की मांग वाली याचिकाओं की एक श्रृंखला पर सुनवाई कर रही हैं। शाही ईदगाह समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर जेड हसन ने हालांकि कहा कि वह 50 वर्षों से अधिक समय से मथुरा में रह रहे हैं और उन्होंने हमेशा पर्यावरण को सौहार्दपूर्ण और स्नेही पाया है। मस्जिद के समिति के सदस्यों ने कहा कि मस्जिद को स्थानांतरित करने की मांग करने वाले मुकदमे अदालतों में लंबित हैं, और उनके फैसले का सम्मान किया जाएगा।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/shia-waqf-board-president-wasim-rizvi-adopted-hinduism-got-a-new-name-63821,"शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे वसीम रिजवी ने अपनाया हिंदू धर्म, मिला नया नाम, अब इस बिरादरी से जुड़ेंगे","शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने आज इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें हिंदू धर्म ग्रहण कराया। इस दौरान कई प्रकार के अनुष्ठान भी किए गए। धर्म परिवर्तन के बाद रिजवी अब त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डासना देवी मंदिर में सोमवार को पूरे विधि-विधान से रिजवी को हिंदू धर्म ग्रहण कराया गया। अब उनका नया नाम हरबीर नारायण सिंह त्यागी होगा। धर्म परिवर्तन से पहले रिजवी ने स्वयं कहा था कि नरसिंहानंद गिरि महराज ही उनका नया नाम तय करेंगे। धर्म बदलने के बाद वसीम रिजवी ने कहा कि आज से वह केवल हिंदुत्व के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मुसलमानों का वोट किसी भी सियासी पार्टी को नहीं जाता है। मुसलमान सिर्फ हिंदुत्व के खिलाफ और हिंदुओं को हराने के लिए वोट करते हैं। बता दें कि पिछले ही दिनों वसीम रिजवी ने अपनी वसीयत सार्वजनिक की थी। इसमें उन्होंने ऐलान किया था कि मरने के बाद उन्हें दफनाया न जाए, बल्कि हिंदू रीति रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया जाए और उनके शरीर को जलाया जाए। वसीम रिजवी ने कहा था कि यति नरसिम्हानंद उनकी चिता को अग्नि दें।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/jnusu-vice-president-saket-moon-demands-reconstruction-of-babri-masjid-63842,जेएनयूएसयू उपाध्यक्ष ने की बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की मांग,"जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के उपाध्यक्ष साकेत मून ने छात्रों के एक विरोध प्रदर्शन के दौरान बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की मांग उठाई है। हालांकि, जेएनयूएसयू के एक पदाधिकारी ने मून की टिप्पणियों से दूरी बनाए रखी। जेएनयूएसयू ने सोमवार रात बाबरी मस्जिद विध्वंस और बी आर अंबेडकर की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में एक सद्भाव मार्च का आयोजन किया था। एक कथित वीडियो में, मून को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ""...मुआवजा देना होगा। यह स्वीकार करना होगा कि बाबरी मस्जिद का विध्वंस गलत था और इसका पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए।"" जेएनयूएसयू के महासचिव सतीश चंद्र यादव ने कहा, ""जेएनयूएसयू ने मांग नहीं उठाई थी। उन्होंने इस बारे में बात की थी कि अदालत ने कैसे स्वीकार किया है कि बाबरी मस्जिद का विध्वंस गलत था और कहा था कि इसे फिर से बनाया जाना चाहिए।"" विश्वविद्यालय की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। जेएनयूएसयू ने शनिवार रात विश्वविद्यालय प्रशासन की आशंकाओं के बावजूद कि ""इस तरह की अनधिकृत गतिविधि सांप्रदायिक सद्भाव और शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ सकती है"" उसके बावजूद जेएनयूएसयू ने शनिवार रात को 'राम के नाम' डॉक्यूमेंट्री दिखाया था।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/india/nagaland-mourns-civilian-killings-hornbill-festival-stopped-for-a-day-nhrc-notice-to-centre-nagaland-63834,"नगालैंड फायरिंग: लोगों में रोष, हॉर्नबिल उत्सव एक दिन के लिए रुका, एनएचआरसी ने दिया केंद्र और राज्य को नोटिस","नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों द्वारा की गई कथित गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की मौत ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। नागालैंड के प्रतिष्ठित हॉर्नबिल उत्सव के मुख्य स्थल किसामा में सुरम्य नगा विरासत गांव में सोमवार को वीराना पसरा रहा क्योंकि सरकार ने मोन जिले में आम नागरिकों को मार डाले जाने के खिलाफ एकजुटता दर्शाने के लिए निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया। वहीं इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने सोमवार को केंद्र और नगालैंड को नोटिस जारी किया। आयोग ने एक बयान में कहा कि एनएचआरसी ने उन मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है, जिनमें बताया गया है कि मोन जिले में शनिवार शाम कुछ कोयला खदानकर्मी एक पिकअप वैन में सवार होकर लौट रहे थे और इसी दौरान सेना के जवानों की गोलीबारी में कई आम नागरिकों की मौत हो गई। आयोग ने कहा कि खबरों में बताया गया कि सुरक्षा बल ने उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने पर कार्रवाई की और इसी गलतफहमी में इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की। बयान के मुताबिक, आयोग ने रक्षा सचिव, केंद्रीय गृह सचिव, नगालैंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर छह सप्ताह के भीतर इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसके मुताबिक, रिपोर्ट में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही जांच की स्थिति, मृतकों के आश्रितों को उपलब्ध कराई गई राहत, घायलों के उपचार की स्थिति समेत मामले में दर्ज मुकदमों का विवरण मुहैया कराने की उम्मीद की गई है। वहीं लोगों हॉर्नबिल उत्सव भी एक दिन के लिए रुक गया।बता दें कि वार्षिक दस-दिवसीय हॉर्नबिल उत्सव एक दिसंबर से शुरू हुआ जिसमें राज्य की विभिन्न जनजातियां अपनी परंपराओं का प्रदर्शन करती हैं। उत्सव में देश-विदेश से हजारों की संख्या में पर्यटक भाग ले रहे हैं। इसमें अमेरिका, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों के राजनयिकों ने भी हिस्सा लिया है। मोन में आम नागरिकों की हत्या पर गुस्सा व्यक्त करते हुए, पूर्वी नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) के तहत छह जनजातियों और कुछ अन्य जनजातियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया। कोन्यक जनजाति का शीर्ष संगठन, कोन्यक यूनियन ने भी त्योहार से कदम पीछे हटाने का फैसला किया। मारे गए लोग इसी जनजाति से थे। इसके बाद, लगभग सभी आदिवासी निकायों ने अगली सूचना तक उत्सव में भाग नहीं लेने का फैसला किया। बाद में, राज्य सरकार ने अधिसूचित किया कि कार्यक्रम सोमवार को नहीं होंगे। किसामा के आसपास का पूरा इलाका वीरान नजर आया और सिर्फ पुलिस कर्मी मौजूद रहे।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/india/farmers-call-off-stir-to-vacate-delhi-borders-on-dec-11-63885,"11 दिसंबर को खत्म होगा किसान आंदोलन, संयुक्त किसान मोर्चा ने किया ऐलान","पिछले एक साल से चल रहा किसान आंदोलन अब खत्म हो गया है। संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा है कि हमने फैसला किया है कि 11 दिसंबर को हमारे किसान आंदोलन स्थल से उठेंगे। इससे पहले मोर्चा ने लंबी बैठक की, जिसके बाद घर वापसी का फैसला लिया गया। संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि दिल्ली बॉर्डर से किसान 11 दिसंबर से हटने शुरू होंगे। उसके बाद 13 दिसंबर को अमृतसर में हरमिंदर साहिब पर मत्था टेकेंगे। वहीं 15 दिसंबर से पंजाब के टोल प्लाजा पर डटे हुए किसान भी हट जाएंगे। दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद किसान नेता गुरनाम सिंह चारुनी ने कहा कि हमने अपना आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया है। हम 15 जनवरी को एक समीक्षा बैठक करेंगे। अगर सरकार अपने वादे पूरे नहीं करती है, तो हम अपना आंदोलन फिर से शुरू कर सकते हैं। इस फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि किसान एक साल से आंदोलन पर हैं ये किसी को भी अच्छा नहीं लग रहा था। सबकी यही राय थी कि आंदोलन समाप्त होना चाहिए और अब आंदोलन समाप्त हो रहा है। किसान भी यही चाहते थे। किसानों के साथ बातचीत लगातार जारी रहेगी, जो मुद्दें है उसे हल करने का प्रयास होगा। कानून को रद्द करने के बाद, केंद्र एक प्रस्ताव लेकर आया था जिसे किसानों ने स्वीकार कर लिया था। उनकी मांग के आधार पर, केंद्र ने लिखित रूप में ऐसा ही किया है। इस बीच सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अपने टेंट हटाने शुरू कर दिए हैं और एक दूसरे को मिठाईयां बांट रहे हैं।",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59600769,जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा?,"जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? दिलनवाज़ पाशा बीबीसी संवाददाता 10 दिसंबर 2021, 07:03 IST अपडेटेड 3 घंटे पहले इमेज स्रोत, HINDUSTAN TIMES इमेज कैप्शन, जनरल रावत चीन को भारत के लिए सबसे बड़ा ख़तरा मानते थे भारतीय सेना के चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल विपिन रावत का बुधवार को हुए एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया. इस हादसे में जनरल रावत की पत्नी समेत कुल 13 लोगों की मौत हुई है. जनरल रावत की मौत भारतीय सेना के लिए एक बड़ा झटका है और विश्लेषक मानते हैं कि इसकी भरपाई बहुत आसान नहीं होगी. भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल रावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पद के लिए चुना था. मोदी सरकार ने ही उन्हें दो अधिकारियों पर तरजीह देकर 2016 में देश का सेना प्रमुख बनाया था. जनरल रावत ने चीन की आक्रामक नीति के ख़िलाफ़ भारत की प्रतिक्रिया का नेतृत्व किया और 2017 में डोकलाम में और 2020 में गलवान में चीनी आक्रामकता का मुक़ाबला किया. भारत के रक्षा विश्लेषक ब्रह्म चेलानी ने उनकी मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर कहा, ""भारत के चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल रावत की मौत ऐसे मुश्किल समय में हुई है जब सीमा पर बीस महीनों से चले आ रहे चीन के आक्रामक रवैये ने हिमालय के मोर्चे पर युद्ध जैसे हालात पैदा किए हैं."" एक और ट्वीट में चेलानी ने कहा, ""स्पष्टवादी और साफ़ नज़रिए वाले जनरल रावत चीन की आक्रामकता के ख़िलाफ़ भारत का चेहरा थे. जहां राजनीतिक नेतृत्व की ज़बान से 'चीन' शब्द नहीं निकल रहा था, तब जनरल रावत साफ़-साफ़ नाम ले रहे थे."" छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किया गया- प्रेस रिव्यू जनरल बिपिन रावत के बाद कौन बनेगा अगला सीडीएस? जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? जनरल बिपिन रावतः देश के पहले सीडीएस जो अपने बयानों से चर्चा में रहे समाप्त जून 2017 में अरुणाचल प्रदेश के डोकलाम पठार पर भारत और चीन की सेना आमने-सामने आ गई थी. वहीं जून 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच हुए सीधे संघर्ष में बीस भारतीय सैनिकों की मौत हो गई थी जबकि कई चीनी सैनिक भी मारे गए थे. इमेज स्रोत, Getty Images इन घटनाओं के बाद से ही भारत और चीन के बीच सैन्य तनाव बढ़ा हुआ है. बीते कई दशकों में चीन सैन्य रूप से शक्तिशाली हुआ है और चीन ने भारतीय सीमा के नज़दीक सैन्य मौजूदगी भी बढ़ाई है. इसके जवाब में भारत ने भी हिमालय के ऊंचे इलाक़े में भारी तादाद में सैनिक तैनात किए हैं और चीन सीमा तक भी मौसम में चालू रहने वाली सड़कें बनाई हैं. जनरल बिपिन रावत चीन की आक्रामकता के जवाब में भारतीय सेना की प्रतिक्रिया और तैयारी का नेतृत्व कर रहे थे. आशंका ज़ाहिर की जा रही है कि उनकी मौत का चीन को लेकर भारत की रणनीति पर असर पड़ सकता है. जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ? जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? जनरल रावत की पत्नी मधुलिका की भी हेलिकॉप्टर हादसे में मौत, क्या थी शख़्सियत लेकिन कुछ विश्लेषक ऐसा नहीं मानते. रक्षा विश्लेषक उदय भास्कर कहते हैं, ""मुझे नहीं लगता कि जनरल रावत की मौत से भारत की चीन को लेकर नीति पर कोई खास प्रभाव पड़ेगा. एक अधिकारी की मौत से स्ट्रेटेजी पर तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा. वो अपनी जगह रहेगी लेकिन अहम बात ये है कि भारत अपने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों से कैसे निबटता है क्योंकि भारत अभी बदलाव के दौर में है. कोई भी संस्था जब बदलाव के दौर में होती है कहीं ना कहीं कुछ कमजोर तो होती ही है."" वीडियो कैप्शन, गलवान घाटी को लेकर तनाव क्यों है? छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त वहीं भारत के रक्षा मंत्रालय के अधीन मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिफ़ेंस स्टजीज़ एंड एनेलिसिस के रिसर्च स्कॉलर कमल मदीशेट्टी मानते हैं कि जनरल रावत की मौत भारतीय सेना के लिए एक अभूतपूर्व क्षति है लेकिन इसका सेना की चीन को लेकर नीति या तैयारी पर कोई असर नहीं होगा. कमल मदीशेट्टी कहते हैं, ""जनरल रावत के कार्यकाल में चीन को लेकर एक रणनीतिक स्पष्टता आई थी कि चीन भारत की सुरक्षा के लिए खतरा है. बीते दो सालों में ये और अधिक स्पष्ट हो रहा था. जनरल रावत अपने पीछे एक विरासत छोड़ कर जा रहे हैं और उनके बाद अब जो भी चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ बनेगा वो उन्हीं की नीति को आगे बढ़ाएगा. इसमें कोई बदलाव होगा ऐसा अभी हमें नज़र नहीं आ रहा है."" मदिशेट्टी कहते हैं, ""नई दिल्ली के रणनीतिकारों में इस बात को लेकर कोई शक नहीं है कि चीन भारत की सुरक्षा के लिए ख़तरा है और ये ख़तरा समय के साथ और गंभीर होता जा रहा है. भारतीय सेना का एक कमांड सिस्टम है और मुझे लगता है कि जनरल रावत के जाने के बाद भी उसमें कोई बदलाव नहीं होगा. चीन को लेकर जो भारत की नीति है वो जारी रहेगी."" वीडियो कैप्शन, सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश से एक दिन पहले का भाषण जनरल रावत की मौत को भारतीय सेना के लिए बड़ा झटका बताते हुए कमल मदीशेट्टी कहते हैं, ""जनरल रावत की मौत भारतीय सेना और देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. देश की सुरक्षा नीति निर्धारित करने वाली मशीनरी के लिए भी ये एक बड़ा झटका है. वो भारत के सुरक्षा प्रतिष्ठान में बदलाव और सुधार ला रहे थे. निश्चित तौर पर उनके नेतृत्व की कमी भारत को खलेगी. लेकिन भारतीय सेना का कमांड स्ट्रक्चर ऐसा है कि उनकी अनुपस्थिती में प्रभार संभालने के लिए नेतृत्व मौजूद है."" कई विश्लेषक ये मान रहे हैं कि जनरल रावत की मौत ऐसे समय हुई है जब भारत के सामने चीन का ख़तरा बढ़ रहा है. पश्चिमी पड़ोसी पाकिस्तान सुरक्षा के लिए चुनौती बना हुआ और अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के ताक़तवर होने ने क्षेत्र के सुरक्षा समीकरण प्रभावित किए हैं. वीडियो कैप्शन, गलवान: एक साल में भारत-चीन के बीच क्या हुआ? मदीशेट्टी कहते हैं, ""ये बात सही है कि बीता एक साल भारत के लिए बहुत ही चनौतीपूर्ण रहा है. भारत कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. सबसे बड़ी चुनौती चीन से है. लाइन आफ़ एक्चुअल कंट्रोल पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. अफ़ग़ानिस्तान के सुरक्षा हालातों से भी भारत की चिंता बढ़ी है. लेकिन इस सबके बावजूद जनरल रावत की मौत का कोई बड़ा नुकसान भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिए नहीं होगा क्योंकि भारतीय सेना के पास सक्षम नेतृत्व है जो चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है."" जनरल रावत भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ थे. इस भूमिका में उनका सबसे बड़ा काम सेना के तीनो अंगों ( आर्मी, एयर फ़ोर्स और नेवी) में समन्वय स्थापित करना और सेना से जुड़े नीतिगत फैसले लेना था. वो भारत के सुरक्षा सौदों में भी अहम भूमिका निभाते थे और भारतीय सेना के आधुनिकीकरण भी कर रहे थे. सीडीएस की भूमिका समझाते हुए उदय भास्कर कहते हैं, ""भारत में चीफ़ आफ़ डिफेंस स्टाफ़ का पद सेना प्रमुख के पद जैसा नहीं है क्योंकि ये ऑपरेशनल कमांड का नेतृत्व नहीं करता है बल्कि सेना के अलग-अलग हिस्सों में समन्वय बनाता है. दरअसल सीडीएस भारत सरकार के सचिव है. सीडीएस के पास कमांड एंट कंट्रोल की सीधी जिम्मेदारी नहीं थी, ऐसे में उनकी मौत से भारतीय सेना की क्षमता या तैयारी पर असर नहीं होगा."" जनरल रावत के नेतृत्व में ही भारत ने रूस के साथ एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम का समझौता किया और भारत को अब इसकी डिलीवरी भी हो रही है. वीडियो कैप्शन, पौड़ी गढ़वाल से निकलकर सीडीएस बनने वाले जनरल बिपिन रावत की कहानी क्या जनरल रावत की मौत का असर भारत के सुरक्षा समझौतों पर भी हो सकता है? इस सवाल पर मदीशेट्टी कहते हैं, ""जनरल रावत भारत की सेना के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका निभा रहे थे. उनके जाने से इस प्रक्रिया में कुछ अस्थाई देरी तो होगी लेकिन इसका भारत के रक्षा सौदे पर कोई असर नहीं होगा. भारत सरकार का पिछले कुछ सालों से रक्षा उपकरणों की खरीद में सुधार का एजेंडा चल रहा है. ये चलता रहेगा."" उदय भास्कर कहते हैं, ""जनरल रावत की मौत का झटका भारत को ऐसे समय में लगा है जब चीन की तरफ़ से स्पष्ट ख़तरा नज़र आ रहा है. मुझे लगता है कि जनरल रावत की मौत का असर भारत की रणनीति पर तो नहीं होगा लेकिन रक्षा मामलों के प्रबंधन पर जरूर होगा."" वीडियो कैप्शन, सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत कौन थीं? जनरल रावत भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ थे. अभी भारत में सेना की कमांड का ये स्ट्रक्चर विकसित ही हो रहा है. उदय भास्कर मानते हैं कि अभी इसमें समय लगेगा. भास्कर कहते हैं, ""ये पहली बार था जब भारत ने सीडीएस की नियुक्ति की थी. अभी भारत इस सिस्टम को विकसित करने की प्रक्रिया में ही है. जब तक सरकार नए सीडीएस की नियुक्ति नहीं करती है जो दूसरे नंबर के नेता हैं वो अपने आप प्रभारी बन गए हैं. इस सिस्टम को अभी और भी विकसित होना है."" भारत सरकार ने कहा है कि अगले एक सप्ताह के भीतर नए चीफ़ आफ़ डिफेंस स्टाफ़ की घोषणा कर दी जाएगी. रक्षा विश्लेषक उदय भास्कर को लगता है कि यदि सरकार ने जल्द ही नए सीडीएस की घोषणा नहीं की तो इससे असमंजस की स्थिति हो सकती है. उदय भास्कर कहते हैं, ""भारत की सेना और सैनिक अभी जनरल की मौत के दुख में हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि उनका हौसला गिरा हुआ है. हां अगर सरकार अगले एक सप्ताह में भी नए सीडीएस की नियुक्ति नहीं कर पाती है तो जरूर इसका नकारात्मक संदेश जाएगा."" (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे भारत-चीन सीमा पर तनाव चीन भारत भारतीय सेना संबंधित समाचार जनरल बिपिन रावत का रूस में बना हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ?- प्रेस रिव्यू 9 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे? 9 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत की भी हेलिकॉप्टर हादसे में मौत, क्या थी शख़्सियत 8 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटना में मारे गए ये 11 फ़ौजी 9 दिसंबर 2021 भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन 8 दिसंबर 2021 जनरल बिपिन रावत की मौत पर क्या बोले पाकिस्तान के लोग और सरकार 9 दिसंबर 2021 3:56 वीडियो, सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश से एक दिन पहले का भाषण , अवधि 3,56 9 दिसंबर 2021 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएं: देश में कब-कब हुए बड़े हवाई हादसे? 8 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 5 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - 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रिपोर्टः प्रेस रिव्यू केंद्र के प्रस्ताव पर किसानों की और स्पष्टीकरण की मांग, आंदोलन के भविष्य पर बैठक जारी किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में क्या-क्या हुआ समाप्त किसान आंदोलन के अहम पड़ाव- क़ानून बनने से वापसी के एलान तक किसान आंदोलन: 6 महीने की कहानी 6 यादगार तस्वीरों में देखिए इमेज स्रोत, ANI किसान नेताओं ने क्या कहा इस दौरान योगेंद्र यादव ने कहा, ""11 दिसंबर से पूरे देश में जहां कहीं भी किसान धरने पर बैठे हैं वो उठा लिया जाएगा."" उन्होंने कहा, ""किसान ने अपना खोया हुआ आत्मसम्मान हासिल किया है, किसानों ने एकता बनाई है, किसानों ने राजनैतिक ताक़त का एहसास किया है."" इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी इस मौके पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, ""हर माह समीक्षा होगी. अगर सरकार अपने वादे से मुकरी तो फिर आंदोलन शुरू करेंगे."" किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि, ""11 दिसंबर से किसान अपने घर लौटना शुरू कर देंगे."" वहीं किसान नेता बलबीर राजेवाल ने कहा कि ""अहंकारी सरकार को झुकाकर जा रहे हैं. लेकिन यह मोर्चे का अंत नहीं है. हमने इसे स्थगित किया है. 15 जनवरी को फिर संयुक्त किसान मोर्चा की फिर मीटिंग होगी जिसमें आंदोलन की समीक्षा करेंगे."" इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, किसान नेता शिवकुमार शर्मा 'कक्का जी' किसान नेता शिव कुमार शर्मा ने कहा, ""अभी फ़सल बीमा जैसे कई सवाल है. संयुक्त किसान मोर्चा कायम रहेगा, इसे और ज़्यादा ताक़तवर हम मिलकर बनाएंगे. 15 जनवरी को दिल्ली में इसकी बैठक आयोजित की जाएगी."" उन्होंने कहा, ""किसान आंदोलन में साढ़े पांच सौ से ज़्यादा संगठन एकजुट होकर साथ आए हैं. ये एक ज़बरदस्त मिसाल है. हमारी मेहनतकश जनता में एक विश्वास आया है कि अगर हम अपनी मांगों के लिए एकजुट होकर लड़े तो हमारी जीत होगी."" इमेज स्रोत, SKM इमेज कैप्शन, संयुक्त किसान मोर्चा को उनकी मांगों को लेकर भारत सरकार से मिला आधिकारिक पत्र किन पांच मांगों पर किसानों की सरकार से बनी सहमति किसान नेताओं ने बताया कि कृषि सचिव संजय अग्रवाल की तरफ से उन्हें चिट्टी आई है जिसमें उनकी कई मांगों पर सहमति बन गई है. ये पांच मांगें हैं - एमएसपी- केंद्र सरकार इसे लेकर एक किसान कमेटी बनाएगी जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि लिए जाएंगे. जिन फललों पर अभी एमएसपी मिल रहा है वो जारी रहेगा. किसानों से केस वापसी- हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड सरकार केस वापसी पर सहमत हो गई है. दिल्ली, अन्य प्रदेश और रेलवे भी तत्काल केस वापसी करेंगे. मुआवज़ा- यूपी और हरियाणा में सहमति बन गई है. पंजाब की तर्ज पर यहां भी पांच लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा. बिजली बिल- किसानों पर असर डालने वाले प्रावधानों पर पहले सभी पक्षों के साथ चर्चा होगी. किसान मोर्चा से चर्चा होने के बाद ही बिल संसद में पेश किया जाएगा. पराली- भारत सरकार ने जो क़ानून पारित किए हैं उसकी धारा 14 और 15 में क्रिमिनल लाइबिलिटी से किसानों को मुक्त किया गया है. इमेज स्रोत, Getty Images सालभर से अधिक दिल्ली के बॉर्डर पर डटे रहे किसान बीते एक साल से भी अधिक समय से पंजाब, हरियाणा के हज़ारों किसानों ने राजधानी दिल्ली से सटी सीमाओं पर जुट कर विवादास्पद तीन कृषि क़ानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन किया. उन्हें देश भर के किसानों, ख़ास कर यूपी के, किसानों का भारी समर्थन मिला. हालांकि इस वर्ष प्रकाश पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से माफ़ी मांगते हुए तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की घोषणा की और संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस ले लिया. लेकिन कृषि उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को क़ानूनी रूप से लागू करने और किसानों पर दर्ज सभी मुक़दमों (धारा 302 और 307 के केस छोड़कर) को वापस लेने की मांग पर किसानों ने दिल्ली की सीमा पर डटे रहने का फ़ैसला किया. इस दौरान सरकार के साथ सभी कृषि मुद्दों को लेकर बातचीत के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने पांच सदस्यीय समिति का एलान किया. इस समिति में बलबीर सिंह राजेवाल, शिव कुमार शर्मा, अशोक भावले, युद्धवीर सिंह और गुरुनाम सिंह चढ़ूनी शामिल हैं. इमेज स्रोत, ANI इमेज कैप्शन, संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय समिति के सदस्य छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त इसके बाद लगातार सरकार के साथ बातचीत चलती रही और किसान नेता एमएसपी की गारंटी, किसानों पर दर्ज मुक़दमे (धारा 302 और 307 के केस छोड़कर) की वापसी और जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को मुआवज़ा दिए जाने की मांग के अलावा बिजली बिल 2020 को रद्द किए जाने और पराली जलाने पर होने वाली कार्रवाई को रोकने की मांग पर अड़े रहे. आखिरकार गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि सभी बड़ी मांगों पर सरकार के साथ सहमति बन गई है. इसके साथ ही गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन को 11 दिसंबर से स्थगित करने की घोषणा की है और कहा कि इसकी समीक्षा बैठक 15 जनवरी को दिल्ली में होगी और किसानों की मांगों को लेकर सरकार के रुख के अनुसार आगे का फ़ैसला लिया जाएगा. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे कृषि भारत टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 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सीतापुर में कांग्रेस नेता शमीना शफ़ीक़ रहीमाबाद गांव में एक बैठक में मौजूद महिलाओं के बीच ज़ोर से कहती हैं, ""लड़की हूँ"", जवाब आता है, ""लड़ सकती हूँ"". कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में 'महिला सशक्तिकरण अभियान' बहुत धूमधाम से शुरू किया है. शमीना शफ़ीक़ विधानसभा चुनावों में गांवों में जाकर पार्टी के 'महिला सशक्तिकरण अभियान' को आगे बढ़ा रही हैं. बुधवार को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने लखनऊ में 'महिला घोषणापत्र' या 'वीमन्स मेनिफेस्टो' जारी करते हुए कहा कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता महिलाएं होंगी. उन्होंने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में महिला सशक्तीकरण के लिए जो वादे किये वो 15 पन्नों पर थे. लेकिन ख़ास वादे ये थे: छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें यूपी में अखिलेश यादव की सपा और जयंत चौधरी की आरएलडी का हो पाएगा गठबंधन? प्रियंका गांधी का यूपी में महिलाओं को 40% टिकट देने का दाँव कितना दमदार उत्तर प्रदेश में कब होने वाले हैं चुनाव यूपी चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी कितना दम दिखा पाएगी समाप्त 40 प्रतिशत सीटों में महिला उम्मीदवार होंगी नए सरकारी पदों में आरक्षण प्रावधानों के अनुसार 40 फीसदी महिलाओं की नियुक्ति 50 फीसदी महिलाओं को नौकरी देने वाले व्यवसायों को कर में छूट और सहायता 10+2 में प्रत्येक लड़की को स्मार्टफ़ोन राज्य भर में महिलाओं के लिए सरकारी बसों में मुफ़्त यात्रा उत्तर प्रदेश की 'ग़रीबी' की चर्चा चुनाव में क्यों नहीं हो रही? उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बोले-मथुरा की तैयारी, छिड़ी बहस 40 प्रतिशत सीटों पर महिलाओं को टिकट राज्य में पहले से ही चर्चा इस बात पर हो रही है कि पार्टी की तरफ़ से अगले विधानसभा चुनावों में 40 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को चुनावों में उतारा जायेगा. प्रियंका गांधी ने बुधवार को घोषणा की कि यूपी में लिए पार्टी के पहले 100 उम्मीदवारों में से 60 महिला हैं. शमीना शफ़ीक़ उन सैकड़ों महिलाओं में हैं जो पार्टी की उम्मीदवार बनना चाहती हैं. वो कहती हैं इस फ़ैसले से पार्टी के अंदर और बाहर 'मर्दों में खलबली मची है'. वो कहती हैं, ""खलबली तो सब जगह मची है. बाहर ही नहीं हमारे अंदर संगठन में भी. पार्टी में पुरुष कह रहे हैं कि अब तो आपको 40 प्रतिशत सीटें मिल रही हैं. आप लोग आवेदन पर आवेदन भेज रही हैं. ये बात कभी तंज़ में हो सकती है, कभी मज़ाक़ में और कभी एक ईमानदाराना विचार भी हो सकता है. मगर उसके जवाब में फिर हम वही कहते हैं कि आप पुरुष अभी भी 60 प्रतिशत हैं. हमें तो 50 प्रतिशत पर आना है."" पार्टी द्वारा महिलाओं को स्कूटी, गैस सिलेंडर और स्मार्टफ़ोन इत्यादि देने के वादे किए जा रहे हैं. यूपी में जींस पहनने को लेकर दलित लड़की की हत्या का पूरा मामला इमेज कैप्शन, शमीना शफ़ीक़ (दाएं) कांग्रेस के लिए चिंता की बात ये है कि कई राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने इसे चुनाव से पहले ही ख़ारिज कर दिया है और उनका कहना है कि इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सीधा मुक़ाबला समाजवादी पार्टी से होगा. उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस 32 सालों से सत्ता से बाहर है और राज्य में अपना जनाधार खो चुकी है. एक जानकार ने कहा, ""मुसलमान और यादव समाजवादी पार्टी का वोट बैंक माना जाता है जबकि बहुजन समाज पार्टी के वोट बैंक दलित माने जाते हैं. लेकिन कांग्रेस का अपना वोट बैंक नहीं रहा."" तो क्या पार्टी महिलाओं के बीच अपना जनाधार बनाना चाहती है? शमीना, जो महिला कांग्रेस की एक अहम नेता भी हैं, कहती हैं, ""कांग्रेस जानती है कि महिलाएं अपने आप में एक शक्ति हैं और वो जातिवाद से उठ कर, जात-बिरादरी से उठ कर एक कंसोलिडेटेड वोट बैंक हैं. और महिलाएं वोट करेंगी गुड गवर्नेंस के लिए."" सरकार में चल रहे संकट के बीच यूपी में विपक्षी दल क्या कर रहे हैं? यूपी चुनाव में आम आदमी पार्टी क्या करिश्मा दिखा पाएगी क्या ये दांव आएगा काम? छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त पार्टी के एक सीनियर नेता सचिन नाइक कहते हैं 40 प्रतिशत महलाओं को टिकट देना एक ऐतिहासिक फ़ैसला है. वो कहते हैं, ""निश्चित तौर पर हर दल की कोशिश होती है कि उसका जनाधार बढे. पार्टी ये एक ऐतिहासिक काम कर रही है कि 40 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण दे रही है. इससे देश की राजनीति में एक अहम बदलाव आएगा. महिलाओं की भागीदारी देश की सियासत में बढ़ेगी. इसमें हमें कठिनाई होगी लेकिन निश्चित रूप से समय के साथ इसमें हमें कामयाबी मिलेगी."" पार्टी ने इस बार यूपी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फ़ैसला किया है और सभी 403 सीटों पर अपने उमीदवार उतारने का भी निर्णय लिया है. लेकिन राजनीतिक पर्यवेक्षक कहते हैं इन कोशिशों के बावजूद पार्टी चुनाव में पिछली बार से बेहतर नहीं करेगी. 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को केवल सात सीटें हासिल हुई थीं. तो क्या पार्टी का ये क़दम सही है? रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के एक स्थानीय नेता आशीष द्विवेदी इसका जवाब यूँ देते हैं, ""जो पूर्व के हमारे अनुभव हैं और जो हमारे सीनियर लीडर हैं, वॉलंटियर्स हैं उनके अनुभवों और विचारों के आधार पर हम लोगों ने कहीं न कहीं फ़ैसला किया है कि अगर हम पार्टी वर्कर को ही लड़ाते हैं तो बेहतर है."" द्विवेदी आगे कहते हैं, ""हम जब गठबंधन करते हैं तो हमारा वोट शिफ़्ट होता है. जब भी हम दूसरे के साथ गठबंधन में होते हैं तो वहां का वर्कर शिफ़्ट होता है. और ऐसे में हमें अपनी ज़मीन और अपने जनाधार को वापस पाना है तो हमें गठबंधन से दूर हटना चाहिए. ख़ुद हर मुद्दे पर, हर मोर्चे पर, हर विधानसभा पर स्वयं लड़ते हुए दिखना पड़ेगा और वही हम करने जा रहे हैं."" प्रियंका गांधी स्वयं लोगों से जुड़ने के लिए प्रतिज्ञा यात्राएं कर रही हैं. पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए सदस्यता अभियान राज्य भर में जारी है. सचिन नाइक कहते हैं कि कांग्रेस ने राज्य भर में एक करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. वो कहते हैं, ""हमें जनता के बीच रिस्पांस अच्छा मिल रहा है. लाखों की संख्या में लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं."" लेकिन राजनीतिक पर्यवेक्षक कहते हैं इन कोशिशों के बावजूद पार्टी चुनाव में पिछली बार से बेहतर करेगी, इसकी उम्मीद बेहद कम है. योगी सरकार के नए जनसंख्या प्रस्ताव को मुसलमानों से जोड़ना कितना सही? यूपी में छेड़छाड़ की शिकायत करने वाले पीड़िता के पिता की हत्या पार्टी छोड़ रही हैं महिला नेता लखनऊ में वरिष्ठ पत्रकार रतन मणि के अनुसार गांधी परिवार के अलावा पार्टी में कोई ऐसा चेहरा नहीं है जो पार्टी के पैग़ाम को आम लोगों तक पहुंचा सके. वो कहते हैं, ""अफ़सोस की बात ये है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के अतिरिक्त कोई ऐसा चेहरा नहीं लगता जो पूरे प्रदेश भर में चुनाव प्रचार करके लोगों की भीड़ जुटा पाए और उनसे एक मज़बूती से अपनी बात कह सके. ""प्रियंका सामने आई हैं. उन्होंने ये ज़िम्मेदारी उठायी है. प्रतिज्ञा यात्रा के सहारे वो कई जगह पहुँचने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन बहुत लंबे समय तक प्रयास करना हो और बहुत बड़े क्षेत्र में अपने आप को फैलाना हो, तो किसी भी एक व्यक्ति से इससे बहुत एक लंबे दौर तक फ़ायदा नहीं पहुँचता है."" हालांकि वो मानते हैं कि पार्टी को सदस्यता अभियान से फ़ायदा हो सकता है. वो कहते हैं, ""इसमें कोई शक़ नहीं कि सभी सीटों पर लड़ने का जो फ़ायदा होता है कि सभी 403 चुनावी क्षेत्रों में उम्मीदवार का अपना एक दफ़्तर और वहां के आसपास के लोगों में पार्टी की चर्चा होती है. लोगों को पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी भी चुनाव में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है."" ""उत्तर प्रदेश के दूर दराज़ के ज़िलों के लोग ये अब मनाने लगे थे और शायद अभी भी मानते हों कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में वो ताक़त नहीं है कि सभी सीटों पर चुनाव लड़े. तो अब अगर पार्टी सभी सीटों पर लड़ती है तो तो निश्चित तौर पर ये संकेत तो जाएगा कि पार्टी हर ज़िले में अपनी उपस्थिति को मज़बूत करना चाहती है."" लेकिन एक तरफ़ कांग्रेस महिला सशक्तीकरण का नारा लगा रही है, महिलाओं को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने की बात कर रही है तो दूसरी तरफ़ कुछ महिला नेता पार्टी छोड़ कर जा रही हैं. अगस्त में महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव पार्टी छोड़ कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं और रायबरेली सदर चुनावी छेत्र की विधायक अदिति सिंह पिछले महीने बीजेपी में शामिल हो गईं. वो एक ऐसे क्षेत्र से विधायक हैं जहाँ की सांसद सोनिया गाँधी हैं. यूपी में अखिलेश की सपा और जयंत की आरएलडी क्या मिला पाएँगे हाथ? मोदी सरकार के 'समर्थन' पर चीनी अख़बार हुआ फिदा अदिति सिंह उन सात कांग्रेस विधायकों में से हैं जिन्होंने 2017 विधानसभा चुनावों में मोदी लहर का मुक़ाबला कर मैदान जीता था. वो कहती हैं, ""वाक़ई आपको लगता है कि जनता ऐसी चीज़ों पर विश्वास करेगी? ये जो सारी चीज़ें मुफ़्त बाटने की बात कर रहे हैं महिलाओं को - स्कूटी, गैस सिलेंडर और स्मार्टफ़ोन - अगर वाक़ई ये इन सब चीज़ों को लेकर गंभीर होते तो ये सब चीज़ें इन्होंने छत्तीसगढ़, राजस्थान या मध्यप्रदेश में भी शुरू में इनकी सरकार बनी थी या पंजाब में क्यों नहीं लागू कीं."" कांग्रेस के लोग इसे एक ऐतिहासिक क़दम ज़रूर मान रहे हैं लेकिन सियासी विश्लेषक इसे बहुत क्रांतिकारी क़दम नहीं मानते. कांग्रेस में महिलाओं के हौसले बुलंद हैं लेकिन शायद पार्टी में बहुत सीटें जीतने की उम्मीद नहीं नज़र आती. पार्टी के अंदर एक सोच ये भी है कि विधानसभा चुनाव में अगर इसका ख़ास फ़ायदा ना हुआ तो साल 2024 के आम चुनाव में फ़ायदा ज़रूर होगा. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे महिलाएँ उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी भारत उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 संबंधित समाचार यूपी में योगी सरकार में चल रहे संकट के बीच सपा-कांग्रेस के दावे और लापता बसपा 9 जून 2021 यूपी चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी कितना दम दिखा पाएगी 11 सितंबर 2021 टॉप स्टोरी जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 3 घंटे पहले लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 घंटे पहले लाइव ताइवान से रिश्ता तोड़ने के तुरंत बाद चीन पहुँचे इस देश के वित्त मंत्री ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59574554,"किसान आंदोलनः सरकार के ड्राफ़्ट पर किसानों की सहमति, गुरुवार को फिर होगी बैठक","किसान आंदोलनः सरकार के ड्राफ़्ट पर किसानों की सहमति, आधिकारिक पत्र का इंतज़ार, गुरुवार को फिर होगी बैठक 8 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, ANI संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार की बैठक के बाद बताया कि किसान आंदोलन पर फ़ैसला गुरुवार को होगा. बैठक के बाद एसकेएम के नेताओं ने बताया, ""सरकार की ओर से जो ड्राफ़्ट आया था उसे हमने कुछ सुधारों की मांग के साथ उन्हें वापस लौटा दिया था. आज फिर ड्राफ़्ट आया है, उस पर हमारी तरफ़ से सहमति बन गई है. हमने एसकेएम की तरफ़ से उस पर सहमति जता दी है. एक बार सरकार की तरफ़ से आधिकारिक पत्र आ जाए तो हम कल इस पर फ़ैसला लेंगे."" किसान नेताओं ने ज़ोर देकर कहा कि ""आज जो ड्राफ़्ट आया है उस पर हमारी तरफ़ से सहमति बन गई है. हमने एसकेएम की तरफ़ से उस पर सहमति जता दी है."" इससे पहले बुधवार की सुबह संयुक्त किसान मोर्चा की पाँच सदस्यीय कमिटी के सदस्य अशोक धावले ने कहा कि केंद्र ने किसानों को जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें कुछ कमियां हैं, जिन्हें सुझावों के साथ सरकार को वापस भेजा गया है. उन्होंने मांग की है कि केंद्र सरकार पंजाब सरकार की तरह आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को मुआवज़ा दे. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें भारत में अमीर-ग़रीब के बीच बढ़ रही है खाई, 10% अमीरों के हाथ में 57% कमाई - रिपोर्टः प्रेस रिव्यू केंद्र के प्रस्ताव पर किसानों की और स्पष्टीकरण की मांग, आंदोलन के भविष्य पर बैठक जारी किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में क्या-क्या हुआ किसान आंदोलन स्थगित, नेताओं ने कहा - सरकार वादे से मुकरी तो फिर होगा आंदोलन समाप्त धावले ने कहा, ""सरकार हमसे बातचीत करने को तैयार है, ये सराहनीय है. वह हमें लिखित में दे रही है, जो अच्छी बात है. लेकिन सरकार ने जो हमें प्रस्ताव भेजा था, उसमें कुछ ख़ामियाँ थीं, इसलिए मंगलवार रात, हमने इसे कुछ संशोधनों के साथ वापस भेज दिया और अब उनकी प्रतिक्रिया का इंतज़ार है."" ""किसान संघ के सदस्यों के साथ एमएसपी पर केंद्रित समिति के गठन की ज़रूरत है. सरकार ने यह भी कहा कि आंदोलन ख़त्म करने के बाद किसानों के ख़िलाफ़ दर्ज मामले वापस ले लिए जाएंगे. ये ग़लत है क्योंकि हम यहां अपनी पसंद से ठंड में नहीं बैठे हैं."" मंगलवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर बैठे किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने लंबी बैठक की थी. मीटिंग के बाद किसान नेताओं ने कहा था कि वे बुधवार को दो बजे फिर से बैठक करेंगे. केंद्र के प्रस्ताव पर किसानों की और स्पष्टीकरण की मांग, आंदोलन के भविष्य पर बैठक जारी किसान आंदोलन के अहम पड़ाव- क़ानून बनने से वापसी के एलान तक इमेज स्रोत, Getty Images एमएसपी का पेच छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त कुछ किसानों ने कहा था कि गृह मंत्रालय के प्रस्ताव की भाषा को ठीक कर दिया जाए तो वे आंदोलन ख़त्म करने को तैयार हैं. भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को किसान नेताओं के सामने वार्ता के लिए बैठना चाहिए. एमएसपी गारंटी को क़ानूनी कवच देना, टिकैत के समर्थकों के लिए अब भी एक बड़ा मुद्दा है. देश के दूसरे हिस्सों में हरियाणा और पंजाब की तरह मौजूदा एमसएपी सिस्टम प्रभावी नहीं है. दूसरी तरफ़ गृह मंत्रालय ने अपने प्रस्ताव में एमएसपी गारंटी को लेकर महज़ कमिटी बनाने की बात कही है और इस कमिटी में संयुक्त किसान मोर्चा के लोगों को भी शामिल किया जा सकता है. इस कमिटी में एमएसपी के साथ अन्य मुद्दों पर भी बात होगी. किसानों की मांग है कि आंदोलन ख़त्म होने से पहले किसानों पर लगे मुक़दमे वापस हो जाने चाहिए. ये मुक़दमे उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली पुलिस के हैं. पंजाब में भारतीय किसान यूनियन के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, ""आंदोलन तभी ख़त्म होगा जब मुक़दमे वापस होंगे और इसमें कोई शर्त नहीं होनी चाहिए."" बीकेयू के दूसरे धड़े का नेतृत्व करने वाले हरियाणा के किसान नेता गुरुनाम सिंह चढूनी ने कहा कि समय सीमा के भीतर किसानों पर दर्ज मुक़दमे वापस होने चाहिए और जिन आंदोलनकारी किसानों की मौत हुई है, उनके परिजनों को आर्थिक मुआवजा भी दिया जाना चाहए. गुरुनाम सिंह ने कहा कि सभी राज्य पंजाब की तर्ज़ पर मुआवज़ा दें. पंजाब ने मृतक किसानों के परिजनों को पाँच-पाँच लाख रुपये का मुआवज़ा दिया है. इमेज स्रोत, Getty Images तीनों कृषि क़ानून वापस कृषि क़ानूनों के रद्द होने के बाद भी किसान आंदोलन जारी है. प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी बाक़ी मांगें नहीं मान लेती, आंदोलन जारी रहेगा. किसान अब भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी का क़ानून और आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवज़े की मांग कर रहे हैं. किसान संगठन किसानों पर लगे पुलिस केसों को वापस लिए जाने की भी मांग कर रहे हैं. इमेज स्रोत, FB/YOGENDRA YADAV सालभर से अधिक दिल्ली के बॉर्डर पर डटे रहे किसान बीते एक साल से भी अधिक समय से पंजाब, हरियाणा के हज़ारों किसान राजधानी दिल्ली से सटी सीमाओं पर विवादास्पद तीन कृषि क़ानूनों को वापस लेने की मांग पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें देश भर के किसानों, ख़ास कर यूपी के किसानों का भारी समर्थन मिला. हालांकि इस वर्ष प्रकाश पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से माफ़ी मांगते हुए तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की घोषणा की और संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस ले लिया. लेकिन कृषि उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को क़ानूनी रूप से लागू करने और किसानों पर दर्ज सभी मुक़दमों (धारा 302 और 307 के केस छोड़कर) को वापस लेने की मांग पर किसानों ने दिल्ली की सीमा पर डटे रहने का फ़ैसला किया. इसी संदर्भ में और आंदोलन की आगे की रणनीति तय करने के मक़सद से संयुक्त किसान मोर्चा ने चार दिसंबर को सिंघु बॉर्डर पर बैठक की. सिंघु बॉर्डर पर हुई इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने एक कमिटी का एलान किया था. किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया था कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से एक पाँच सदस्यीय कमिटी बनाई गई है. उन्होंने कहा, ""इस समिति में बलबीर सिंह राजेवाल, शिव कुमार काका, अशोक भावले, युद्धवीर सिंह और गुरुनाम सिंह चढ़ूनी शामिल होंगे."" इमेज स्रोत, Getty Images इसी कमिटी के सदस्य अशोक भावले ने बुधवार सुबह मीडिया से बात की थी. इस कमिटी को तमाम अधिकार दिए गए हैं और यही समिति सरकार के पास जाने वाले लोगों के नाम तय करेगी. चार दिसंबर की बैठक में किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा था कि वे सरकार से अपनी बाक़ी बची मांगों पर लिखित आश्वासन चाहते हैं. मीटिंग में किसान नेताओं ने तीन कृषि क़ानूनों को वापस लिए जाने को देश भर के किसानों और मज़दूरों की जीत बताया था और उनके सहयोग के लिए धन्यवाद कहा था. एमएसपी की गारंटी, किसानों पर दर्ज मुक़दमे (धारा 302 और 307 के केस छोड़कर) की वापसी और जान गंवाले वाले किसानों के परिवार को मुआवज़ा दिए जाने की मांग के अलावा बिजली बिल 2020 को रद्द किए जाने और पराली जलाने पर होने वाली कार्रवाई को रोकने की मांग भी किसानों ने की है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे पंजाब अमित शाह कृषि हरियाणा भारत दिल्ली नरेंद्र मोदी संबंधित समाचार केंद्र के प्रस्ताव पर किसानों की और स्पष्टीकरण की मांग, आंदोलन के भविष्य पर बैठक जारी 7 दिसंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 5 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 जनरल बिपिन रावत का गांव: 'जब भी यहां आते तो गढ़वाली में बात करते'",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59565822,"केंद्र के प्रस्ताव पर किसानों की और स्पष्टीकरण की मांग, आंदोलन के भविष्य पर बैठक जारी","केंद्र के प्रस्ताव पर किसानों की और स्पष्टीकरण की मांग, आंदोलन के भविष्य पर बैठक जारी 7 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, ANI संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को एक बैठक के बाद यह जानकारी दी कि सरकार की ओर से उन्हें उनकी मांगों को लेकर एक प्रस्ताव दिया गया है. मोर्चे ने इस पर चर्चा की और बताया कि सरकार के प्रस्ताव पर फ़िलहाल कोई सहमति नहीं बनी है और यह बैठक अभी बुधवार को जारी रहेगी. पिछले 15 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि उसे सरकार के प्रस्ताव पर और स्पष्टीकरण की आवश्यकता है. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि इस संबंध में सरकार को पत्र भेजा जाएगा और फिर उनके जवाब पर बुधवार को चर्चा होगी. किसान नेताओं ने कहा कि पहली बार सरकार ने लिखित प्रस्ताव भेजा है. संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी बैठक के बाद कहा, ""सरकार ने हमें एक प्रस्ताव भेजा है, हमारी पांच सदस्यीय समिति ने उस पर विचार किया. सरकार के प्रस्ताव पर पूरी तरह से सहमति नहीं बनने पर हमारी बैठक बुधवार को फिर होगी."" किसानों की आपत्तियां संयुक्त किसान मोर्चा के नेता युद्धवीर सिंह ने बताया, ""पाँच सदस्यीय कमेटी की एक बहुत महत्वपूर्ण बैठक हुई. उसमें सरकार की तरफ़ से प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा हुई. उस प्रस्ताव पर संयुक्त किसान मोर्चा के साथियों के साथ बैठक हुई, चर्चा हुई. कुछ साथियों को प्रस्ताव पर स्पष्टीकरण चाहिए था."" छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें किसान आंदोलन स्थगित, नेताओं ने कहा - सरकार वादे से मुकरी तो फिर होगा आंदोलन किसान आंदोलनः सरकार के ड्राफ़्ट पर किसानों की सहमति, आधिकारिक पत्र का इंतज़ार, गुरुवार को फिर होगी बैठक भारत में अमीर-ग़रीब के बीच बढ़ रही है खाई, 10% अमीरों के हाथ में 57% कमाई - रिपोर्टः प्रेस रिव्यू किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में क्या-क्या हुआ समाप्त केंद्र सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों को उनकी मांगों को लेकर लिखित आश्वासन दिया है. इन आश्वासनों में एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के लिए क़ानूनी गारंटी भी शामिल है. केंद्र सरकार ने किसान संगठनों से कहा है कि वो एमएसपी के मुद्दे पर एक समिति का गठन करेगी. इस कमेटी में केंद्र और राज्यों के अधिकारी रहेंगे. साथ ही विशेषज्ञों और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा. हालाँकि किसान नेताओं को लगता है कि सरकार उन संगठनों को भी इस कमेटी में शामिल करेगी, जो कृषि क़ानून को सही मानते थे. एमएसपी पर कमेटी के बारे में यह कहा गया है कि ""उसमें किसान संगठन और संयुक्त किसान मोर्चे के नुमाइंदे भी होंगे. इस पर हमें आपत्ति है. एक साल तक आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा ने लड़ा है. हमारी आपत्ति ये है कि उन किसान संगठनों को भी शामिल किया जाएगा जो इसका हिस्सा नहीं थे."" किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर हुई संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में क्या-क्या हुआ कृषि क़ानूनों को वापस लिए जाने के फ़ैसले पर बोले किसान, अब राम और राष्ट्र के नाम पर नहीं बटेंगे... इमेज स्रोत, AFP VIA GETTY IMAGES इसके अलावा हरियाणा और यूपी में सुरक्षाबलों के साथ हिंसक संघर्ष का मामला भी है. केंद्र सरकार किसानों के ख़िलाफ़ सभी पुलिस केस को वापस लेने पर भी सहमत हो गई है. लेकिन सरकार ने कहा है कि आंदोलन वापस लेने के बाद ही वे केस वापस लेंगे. किसान नेताओं को इस पर आपत्ति है. संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक के बाद कहा कि, ""इस पर कई साथियों को संदेह है कि यह प्रक्रिया कब होगी. अकेले हरियाणा में 48,000 केस चल रहे हैं, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश में भी मुक़दमे दर्ज हैं. देश भर में रेल विभाग के सैकड़ों मुक़दमे हैं. समयबद्ध तरीक़े से इसे वापस लिया जाना चाहिए."" ""वहीं मुआवज़े के बारे में सरकार ने सैद्धांतिक रूप से कहा है कि मुआवज़ा मंज़ूर है. हम चाहते हैं कि पंजाब सरकार ने जो मॉडल दिया है कि हर किसान के परिवार को पांच लाख का मुआवज़ा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी, वो देनी चाहिए."" इसके अलावा पराली जलाने से जुड़ा मामला भी है. इन्हीं सब मुद्दों पर किसान नेताओं ने केंद्र से स्पष्टीकरण मांगा है. इमेज स्रोत, FB/YOGENDRA YADAV एक साल से दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हैं किसान बीते एक साल से भी अधिक समय से पंजाब, हरियाणा के हज़ारों किसान राजधानी दिल्ली से सटी सीमाओं पर विवादास्पद तीन कृषि क़ानूनों को वापस लेने की मांग पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें देश भर के किसानों, ख़ास कर यूपी के किसानों का भारी समर्थन मिला. हालांकि इस वर्ष प्रकाश पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से माफ़ी मांगते हुए तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की घोषणा की और संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस ले लिया. लेकिन कृषि उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को क़ानूनी रूप से लागू करने और किसानों पर दर्ज सभी मुक़दमों (धारा 302 और 307 के केस छोड़कर) को वापस लेने की मांग पर किसानों ने दिल्ली की सीमा पर डटे रहने का फ़ैसला किया. इस दौरान दो दिन पहले ही किसानों ने एक पांच सदस्यीय समिति भी बनाई है जो सरकार के साथ उनके किसी भी मुद्दे पर बात करेगी. क्या है किसानों की मांग? छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त तीन कृषि क़ानूनों को वापस लिए जाने का स्वागत करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली की सीमा से वापस लौटने को लेकर कहा था कि उनकी कुछ और मांगे हैं उसे पूरा किए जाने के बाद ही किसान अपने अपने घर लौटेंगे. जिन मांगों पर किसान अब भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं उनमें सबसे अहम एमएसपी की गारंटी की मांग है. इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों पर दिल्ली, यूपी और हरियाणा में मुक़दमे दर्ज किए गए हैं, (धारा 302 और 307 के केस छोड़कर) उन्हें भी वापस लेने की मांग की गई है. साथ ही आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवज़ा दिए जाने की मांग भी है. इसके अलावा बिजली बिल 2020 को रद्द किए जाने की मांग और पराली जलाने पर होने वाली कार्रवाई को रोकने की मांग भी की गई है. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे पंजाब कृषि हरियाणा भारत दिल्ली टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 5 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 जनरल बिपिन रावत का गांव: 'जब भी यहां आते तो गढ़वाली में बात करते'",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59549536,नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास?,"नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? सुबीर भौमिक कोलकाता 7 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Getty Images भारतीय सेना की गोलियों से 14 नागरिकों की मौत के बाद, देश के अशांत उत्तर-पूर्वी राज्य नगालैंड में तनाव बना हुआ है. प्रशासन ने इंटरनेट पर रोक लगा दी है और व्यापक विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए कर्फ़्यू भी लगाया गया है. हिंसा की ये घटना शनिवार को हुई. राज्य के मोन ज़िले में सेना के एक गश्ती दल ने मज़दूरों के एक समूह को चरमपंथी समझकर उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसमें छह लोग मारे गए. सेना ने इसे ""ग़लत पहचान का मामला"" बताया, लेकिन स्थानीय लोगों ने सेना के इस दावे को ख़ारिज कर दिया. इतना ही नहीं, उस घटना के बाद इलाक़े में तैनात सैनिकों के साथ स्थानीय लोगों की गुस्साई भीड़ की झड़प भी हो गई. उस झड़प में भारतीय सेना के एक जवान के अलावा सात और लोगों की मौत हो गई. रविवार की दोपहर में प्रदर्शनकारियों ने सेना के एक शिविर पर हमला कर दिया. इसमें भी एक ना​गरिक की मौत हो गई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर ""गहरा दुख"" व्यक्त किया है. वहीं नगालैंड की राज्य सरकार ने मामले की विशेष जांच दल (एसआईटी) से उच्च स्तरीय जांच का वादा किया है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें नगालैंड हिंसा: सुरक्षाबलों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर, हत्या की धाराएं लगाई गईं रिश्तों में तनाव के बीच पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा भारत? - प्रेस रिव्यू नगालैंड हिंसा: 14 लोगों का अंतिम संस्कार, दिखा ग़म और गुस्सा असमः शांति समझौतों के बाद भी समूचा असम 'अशांत क्षेत्र' कैसे? समाप्त नगालैंड हिंसा: सुरक्षाबलों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर, हत्या की धाराएं लगाई गईं नगालैंड हिंसा: 14 लोगों का अंतिम संस्कार, दिखा ग़म और गुस्सा इमेज स्रोत, Caissi Mao हाल की सबसे बड़ी हिंसक घटना हिंसा की ये घटना नगालैंड में हाल के सालों में हुई सबसे घातक वारदातों में से एक है. मालूम हो कि नगालैंड लंबे समय से उग्रवाद और जातीय हिंसा से पीड़ित रहा है. ये पहली बार नहीं है जब भारतीय सुरक्षा बलों पर वहां के निर्दोष लोगों को ग़लत तरीक़े से निशाना बनाने के आरोप लगे. शनिवार की ये घटना म्यांमार से लगती सीमा पर तब घटी, जब भारतीय सेना के सहयोगी अर्द्धसैनिक बल असम राइफ़ल्स के सैनिक चरमपंथियों के ख़िलाफ़ एक अभियान चला रहे थे. भारतीय सेना के अनुसार, इलाक़े में अलगाववादी छापामारों के होने की ""विश्वसनीय ख़ुफ़िया जानकारी"" मिलने के बाद सैनिक कार्रवाई कर रहे थे. उसके मुताबिक़ सुरक्षा बलों पर हमला करने के बाद ये छापामार अक्सर म्यांमार में घुस जाते हैं. हर हफ़्ते छुट्टियां बिताने अपने घर जाने वाले कोयला खान के मज़दूरों को ले जा रहे एक ट्रक पर सैनिकों ने गोलियां दाग दीं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये गोलीबारी बिना उकसावे के की गई थी. हालांकि सैनिकों का दावा है कि मज़दूरों ने जब ""सहयोग करने से इनकार किया"" तो उन्हें उनके विद्रोही होने का शक हुआ, तब गोलियां चलाई गईं. शांति समझौते के बावजूद क्यों ख़फ़ा हैं नागालैंड के विद्रोही संगठन असम-मिज़ोरम संघर्ष: 'यह दो देशों के बीच जंग जैसा था' इमेज स्रोत, Getty Images 'ग़लत पहचान का मामला' छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त सेना का कहना है कि ये जो गड़बड़ी हुई है, वो ""ग़लत पहचान का मामला"" है. इस बारे में सुरक्षा विश्लेषक जयदीप सैकिया कहते हैं, ""ये वाक़ई में ग़लत पहचान का मामला है. इसलिए रविवार को जब स्थानीय लोगों की गुस्साई भीड़ ने सेना के एक शिविर में आग लगा दी, तो सैनिकों ने काफ़ी संयम बरता और गोली नहीं चलाई."" हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि ""ग़लत पहचान"" की बात ""भरोसेमंद ख़ुफ़िया जानकारी"" की कमी के बारे में बताती है. साथ ही चरमपंथ विरोधी अभियानों के बारे में सवाल भी खड़े करती है. नगालैंड पुलिस ने सुरक्षा बलों के ख़िलाफ़ दर्ज शिकायत में कहा कि ""साफ़"" है कि उनका ""इरादा"" ""नागरिकों की हत्या और उन्हें घायल करना"" था. पूर्वोत्तर भारत पर लिखने और टिप्पणी करने वाले संजय हज़ारिका ने बताया, ""ये भयानक और अपमानजनक है."" उनका मानना है कि आफ़्स्पा (AFPSA) क़ानून के तहत ""सुरक्षा बलों को मिली सर्वव्यापी सुरक्षा"" इस अशांत इलाक़े के लिए ""न्याय की राह की प्रमुख बाधा"" है. असल में, आफ़्स्पा यानी सशस्त्र बल विशेषाधिकार क़ानून एक विवादास्पद क़ानून है जो विद्रोहियों के ख़िलाफ़ सुरक्षा बलों को तलाशी और ज़ब्ती का अधिकार देता है. ये क़ानून किसी कार्रवाई के दौरान ग़लती से या ज़रूरी हालात में किसी नागरिक को मार देने वाले सैनिकों को भी बचाता है. आलोचक इस क़ानून को ""फर्जी हत्याओं"" के लिए दोषी ठहराते हैं और कहते हैं कि अक्सर इसका दुरुपयोग होता है. एनआरसी के डर से मूल निवासियों का रजिस्टर बना रहा है नगालैंड? 'ईसाइयों को ख़तरा तो भाजपा का साथ छोड़ देंगे' इमेज स्रोत, Caissi Mao आज़ादी के साथ शुरू हुई ये लड़ाई नगालैंड में 1950 के दशक से सशस्त्र संघर्ष चल रहा है. इस आंदोलन की मांग है कि नगा लोगों का अपना संप्रभु क्षेत्र हो. इसमें नगालैंड के अलावा उसके पड़ोसी राज्यों असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश के साथ-साथ म्यांमार के नगा-आबादी वाले सभी इलाक़े भी शामिल हों. 1975 में एक समझौते के बाद सबसे बड़े नगा विद्रोही गुट 'नगा नेशनल काउंसिल' ने आत्मसमर्पण कर दिया था. लेकिन एक दूसरे गुट 'नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन) ने उस समझौते की निंदा करते हुए लड़ते रहने का फ़ैसला किया. एनएससीएन में चीन से प्रशिक्षण और हथियार पाने वाले लड़ाके शामिल थे. हालांकि 1997 में टी. मुइवा के नेतृत्व वाले एनएससीएन के मुख्य गुट ने युद्धविराम पर सहमत होकर केंद्र सरकार के साथ बातचीत करनी शुरू कर दी थी. 2015 में दोनों पक्षों के दस्तख़त के बाद एक समझौते के ढांचे पर सहमति बनी, जिसने अंतिम समझौते का आधार रखा. हालांकि अलग झंडे और अलग संविधान की मांग के चलते ये बातचीत अभी अटकी हुई है, क्योंकि भारत सरकार इन मांगों को मानने को तैयार नहीं है. शनिवार को जो वारदात हुई वो असल में भारतीय सैनिकों के एनएससीएन के दूसरे गुट के लड़ाकों की तलाश के दौरान घटी. यह गुट केंद्र सरकार के साथ मुइवा गुट की बातचीत का विरोध करता है. और म्यांमार के सागिंग में बने अपने ठिकानों से हमले को अंजाम देता है. असम-मिज़ोरम ही नहीं, इन राज्यों के बीच हैं कुल 7 सीमा विवाद नगालैंड: भाजपा के लिए मुसीबत बना चर्च का एक ख़त इमेज स्रोत, AFP म्यांमार की सीमा पर कई विद्रोही गुट सक्रिय भारत और म्यांमार के बीच 1,643 कि.मी. लंबी सीमा लगती है. इनमें से अधिकांश इलाक़े पहाड़ी हैं, जिसके दोनों तरफ़ कई अलगाववादी विद्रोही संगठनों के ठिकाने हैं. ऐसे ही संगठनों में से एक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी है, जो पड़ोसी राज्य मणिपुर में सक्रिय है. पीएलए ने पिछले महीने असम राइफ़ल्स के काफ़िले पर हमला किया था. उस हमले में सेना के एक कर्नल, उनकी पत्नी और नाबालिग बेटे सहित चार सैनिक मारे गए. कुछ लोगों का कहना है कि सेना के जवान अपने कमांडर की हत्या का बदला लेने के लिए बेताब थे. वहीं कइयों का मानना है कि सेना की विद्रोहियों से निपटने की रणनीति अब पुरानी हो चुकी है. ताक़त के ज़रिए ""इलाक़े पर वर्चस्व"" बनाने की कोशिश करना बहुत हद तक ग़लत है. ऐसे लोगों का मानना है कि सेना को ""भरोसेमंद ख़ुफ़िया जानकारी"" जुटाने की ख़ातिर वहां के लोगों का ""दिल और दिमाग़"" जीतने की ज़रूरत है. वीडियो कैप्शन, नगालैंड की राजनीति में क्यों पिछड़ी हुई हैं महिलाएं? (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे नगालैंड जातीय संघर्ष भारत भारतीय सेना दक्षिण एशिया संबंधित समाचार नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी है क्या? 16 दिसंबर 2019 नगालैंड में हिंसक प्रदर्शन, कई सरकारी भवन आग के हवाले 3 फ़रवरी 2017 नगालैंड में महिला आरक्षण पर बवाल 7 फ़रवरी 2017 नगालैंड असेंबली में हो पाएगी महिलाओं की एंट्री? 19 फ़रवरी 2018 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59549670,"वसीम रिज़वी अब हैं जितेंद्र त्यागी, इस्लाम छोड़ने के बाद बोले-मंदिर से मिली ऊर्जा","उत्तर प्रदेश: वसीम रिज़वी अब हैं जितेंद्र त्यागी, इस्लाम छोड़ने के बाद बोले-मंदिर से मिली ऊर्जा शहबाज़ अनवर बीबीसी हिंदी के लिए 6 दिसंबर 2021 अपडेटेड 7 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, Yogendra Sagar उत्तर प्रदेश शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी ने सोमवार को इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया. उन्हें अब जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के नाम से जाना जाएगा. उन्होंने कहा, ""हमें यति नरसिंहानंद गिरी जी ने जो नाम दिया, उस नाम से हमें ऊर्जा मिली है. आज मैं इस मंदिर में हूं, इस मंदिर के पवित्र स्थान से हमें ऊर्जा मिली है."" वसीम रिज़वी ने सोमवार सुबह ग़ाज़ियाबाद के डासना देवी मंदिर में सनातन धर्म अपनाया. उन्होंने मंदिर में शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक किया. साथ ही वैदिक मंत्रोच्चार और अनुष्ठानों के बाद विधिवत रूप से सनातन धर्म को स्वीकार कर लिया. योगी सरकारः अवैध धर्मांतरण को रोकने वाला क़ानून क्या है, क्या बदलेगा मौलाना कलीम सिद्दीक़ी कौन हैं जिन्हें यूपी एटीएस ने गिरफ़्तार किया है इमेज स्रोत, Yogendra Sagar 'सनातन धर्म को चुना क्योंकि...' जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी बने वसीम रिज़वी ने मीडिया से भी बात की. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें अखिलेश यादव और जयंत सिंह का 'यूपी बदलो' का नारा मोदी-योगी के ख़िलाफ़ कितना कामयाब होगा तहरीक-ए-लब्बैकः पाकिस्तान में कैसे खड़ी हुई एक इस्लामी पार्टी जिसने देश को हिला रखा है अयोध्या पर सलमान ख़ुर्शीद की नई किताब को लेकर क्यों मचा है बवाल? राजा महेंद्र प्रताप सिंह की पूरी कहानी, पीएम मोदी ने जिनके नाम पर यूनिवर्सिटी का किया शिलान्यास समाप्त उन्होंने कहा, "" जो इस्लाम बार-बार उन्हें निकालता था, हर बात पर निकाला करता था, जब निकाल ही दिया तो अब हम स्वतंत्र हैं, कहीं भी जाएं, जहां मोहब्बत मिलेगी, जहां इंसानियत मिलेगी हम वहां जाएंगे. हमने सनातन धर्म को इसलिए चुना कि यह दुनिया का सबसे पुराना धर्म है. हिंदू समाज के साथ ज़ुल्म होता रहा है. मुस्लिम समाज के लोग करते रहे. आज भी घर जलाने के ख़्वाब देखे जा रहे हैं."" उन्होंने आगे कहा, ""आईएसआईएस जैसे संगठन हिंदुओं का क़त्ल-ए-आम करना चाहते हैं, फिर भी हिंदू बेफ़िक्र हैं. उनको अपने कामकाज से छुट्टी नहीं है. उनको बताना है कि तुम किसी से डरो मत, हम नहीं कहते कि तुम किसी से लड़ो पर अपनी रक्षा के लिए उन्हें तैयार रहना चाहिए. तुमको यह तैयार रहना चाहिए कि कौन पड़ोसी तुम्हारा घर जलाने की कोशिश कर रहा है. हम हिंदुओं को जागरूक करेंगे, हम फ़साद करना नहीं चाहते हैं लेकिन कोई हमको मारे यह भी बर्दाश्त नहीं करेंगे."" मुज़फ़्फ़रनगर से ग्राउंड रिपोर्टः क्या दंगों से आगे बढ़ गया है पश्चिम उत्तर प्रदेश का ये इलाक़ा? बीजेपी का पश्चिमी यूपी के लिए क्या है 'गेमप्लान'? इमेज स्रोत, Yogendra Sagar 6 दिसंबर को क्यों चुना? इस सवाल के जवाब में वसीम रिज़वी कहते हैं, ""आज का दिन इसलिए विशेष है क्योंकि बाबर ने भगवान श्रीराम को अपमानित करते हुए मस्जिद बनवाई थी. आज का दिन वह दिन है जब हिंदुत्व ने अपना हल्का बल प्रयोग करते हुए अवैध क़ब्ज़े को वहां से धकेल दिया था, इसलिए हिंदुत्व के लिए यह गर्व का दिन है और आज हमने सनातन धर्म स्वीकार भी इसलिए किया है क्योंकि हमारी कहानी भी भगवान श्रीराम के मंदिर के संघर्ष से शुरू हुई थी."" उन्होंने आगे कहा, ""जब मुझको पहली बार इस्लाम से निकाला गया था, हर जुमे की नमाज़ के बाद हमारे और यतीश जी के सिर काटने पर इनाम बढ़ाया जाता था, पुतले जलाए जाते थे, यह कौन सा धर्म है. तुम किसी को ज़िंदा जला रहे हो, किसी का सिर काटने पर इनाम रख रहे हो. तुम इंसान हो या भेड़िए."" मथुरा में बाबरी विध्वंस की बरसी पर कड़ी सुरक्षा, धारा 144 लागू कल्याण सिंह को बाबरी मस्जिद गिराने की योजना की जानकारी क्या पहले से थी? इमेज स्रोत, Yogendra Sagar परिवार और राजनीति के सवाल पर क्या बोले परिवार के सवाल पर उन्होंने कहा, ""परिवार का जो व्यक्ति मेरे साथ है वह मेरे साथ आएगा और क़ुबूल करेगा. जो मेरे साथ नहीं है वह चाहे परिवार हो, चाहे दोस्त हो, हम धार्मिक हिसाब से उनका त्याग कर देंगे."" राजनीति के सवाल पर कहा, ""जो मुसलमानों के वोटों की राजनीति कर रहे हैं, वह इस चीज़ को अपने हिसाब से देख रहे हैं. लेकिन हम जानते हैं और भगवान महादेव जानते हैं कि इसको राजनीति से अलग रख कर्म किया है. राजनीति के गोशे में जब काम करना होगा तो करेंगे, राजनीति एक ताक़त है."" विवाद से नाता वसीम रिज़वी पिछले काफ़ी समय से इस्लाम धर्म को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं. इसे लेकर उनके ख़िलाफ जगह-जगह प्रदर्शन भी हुए और मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने ग़ुस्से का इज़हार भी किया. वसीम रिज़वी कभी मदरसों को बंद करने की बात कह कर चर्चाओं में आए तो कभी मदरसों में आतंकवादी पैदा होने जैसे विवादित दावे किए. पैगंबर मोहम्मद साहब की ज़िंदगी पर किताब को लेकर भी वह विवादों में घिरे. वहीं क़ुरआन से 26 आयतों को हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका के बाद भी उनके ख़िलाफ़ काफ़ी नाराज़गी देखी गई थी. इमेज स्रोत, Yogendra Sagar जापान-अमेरिका में कर चुके हैं नौकरी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार वसीम रिज़वी सामान्य परिवार से ताल्लुक़ रखते है. उन्होंने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. भाई बहनों में वह सबसे बड़े हैं. उनके पिता रेलवे कर्मचारी रह चुके हैं जिनका देहांत तभी हो गया था जब रिज़वी कक्षा 6 में थे. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़ वसीम रिज़वी ने सऊदी अरब में एक होटल में काम किया. उन्होंने जापान और अमेरिका में भी नौकरी की है. बाद में भारत आकर वक़्फ़ बोर्ड के सदस्य बने और फिर उत्तर प्रदेश शिया वक्फ़ बोर्ड के चेयरमैन पद तक पहुंचे. 'भावनाओं के खिलवाड़ किया तो...' वसीम रिज़वी के इस्लाम धर्म से सनातन धर्म को स्वीकार करने के बाद ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी यासूब अब्बास ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बीबीसी से कहा,""वसीम रिज़वी अब हिंदू हो गया है, मगर उसको यह हक़ नहीं कि हिंदू होने के बाद भी क़ुरआन पर उंगली उठाए या रसूले इस्लाम पर उंगली उठाये. वह किसी भी मज़हब में जाए, उसको इख़्तियार है."" वो आगे कहते हैं, ""आज़ादी का मतलब यह नहीं कि वह हमारी धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करे, अगर उसने हमारी भावनाओं से खिलवाड़ किया तो हम मुसलसल इस लड़ाई को उसके ख़िलाफ़ जारी रखेंगे."" ये भी पढ़ें:- कैराना: पलायन के बाद घर वापसी पर योगी सरकार का दावा कितना सही विभाजन से ना भारत सुखी, ना इस्लाम के नाम पर माँगने वाले- आरएसएस प्रमुख छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे हिंदू मुसलमान उत्तर प्रदेश भारत इस्लाम टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 5 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 जनरल बिपिन रावत का गांव: 'जब भी यहां आते तो गढ़वाली में बात करते'",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59537276,"नगालैंड हिंसा: सुरक्षाबलों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर, हत्या की धाराएं लगाई गईं","नगालैंड हिंसा: सुरक्षाबलों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर, हत्या की धाराएं लगाई गईं 5 दिसंबर 2021 अपडेटेड 6 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, ANI नगालैंड में शनिवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई आम लोगों के मारे जाने के मामले में मोन ज़िले के तिज़ित पुलिस थाने में स्वत: संज्ञान लेते हुए 21वीं पैरा मिलिट्री फ़ोर्स के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है. एफ़आईआर में कहा गया है कि ''चार दिसंबर को कोयले की खदानों में काम करने वाले मज़दूर एक गाड़ी में तिरु से अपने गांव ओटिंग लौट रहे थे. तिरु और ओटिंग गांव के बीच में लॉन्गखाओ में पहुंचने पर सुरक्षा बलों ने बिना किसी उकसावे के गाड़ी पर गोलियां चला दीं जिससे ओटिंग गांव के कई लोग मारे गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए.''एफ़आईआर में ये भी कहा है कि ""घटना के दौरान कोई पुलिस गाइड नहीं था और ना ही सुरक्षा बलों के इस अभियान में पुलिस गाइड देने के लिए पुलिस थाने से मांग की गई थी. इससे ये साफ़ है कि सुरक्षा बलों का इरादा आम लोगों को मारना और घायल करना था."" नगालैंड के मोन ज़िले के तिरु इलाक़े में शनिवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है. ये इलाक़ा म्यांमार की सीमा के नज़दीक है. इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, प्रतीकात्मक तस्वीर आधिकारिक रूप से अभी तक ये नहीं बताया गया है कि कितने लोगों की मौत हुई है लेकिन समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कम से कम 11 आम लोगों की मौत हुई है. वहीं, नगा पीपल्स फ्रंट पार्टी के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री टी.आर. ज़ेलियांग के अनुसार, 13 लोगों की मौत हुई है. राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति बनाई है और जांच के लिए एक महीने का समय दिया गया है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें नगालैंड फ़ायरिंग: भारतीय सेना पर क्या बोला चीनी मीडिया और किसने बताया इसे ‘मानव हत्या’ नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? नगालैंड हिंसा: 14 लोगों का अंतिम संस्कार, दिखा ग़म और गुस्सा असम राइफ़ल्स के काफ़िले पर हमला, ममता ने कहा- देश इंसाफ़ का इंतज़ार कर रहा है समाप्त इमेज स्रोत, Getty Images क्या है मामला? शनिवार रात गश्त लगा रही सेना की एक टुकड़ी ने काम ख़त्म कर घर लौट रहे लोगों पर गोलियां चलाईं. इस घटना में छह लोगों की मौत हो गई. इसके बाद इस घटना से नाराज़ स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हुई जिसमें सात और आम नागरिकों और सेना के एक जवान की मौत हो गई. नगालैंड में सेना बीते कई सालों से उग्रवाद की समस्या से जूझ रही है. यहां लोग सेना पर अपने अभियानों में स्थानीय लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाते रहे हैं. जांच के लिए बनाई गयी समिति बीबीसी हिंदी के सहयोगी पत्रकार पिनाकी दास के मुताबिक़, इस मामले की जांच के लिए एक पांच सदस्यीय विशेष जांच समिति बनाई है. नगालैंड के चीफ़ सेक्रेटरी ने बताया है कि यह समिति एक एडीजीपी संदीप तामगाडगे की देखरेख में इस मामले की जांच करेगी और एक महीने के अंदर अपनी जांच पूरी करेगी. इस समिति में आईपीएस एल जमीर, आईपीएस रूपा एम., आईपीएस मनोज कुमार, एनपीएस किलांग वालिंग और एनपीएस रेलो आए शामिल हैं. कई जगहों पर शांति मार्च नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 11 आम नागरिकों की मौत के बाद रविवार रात कई जगह मोमबत्तियां जलाकर शांति मार्च निकाले गए हैं. स्थानीय पत्रकार एचए होंगनाओ कोनयाक के मुताबिक़ घटना के बाद से लोगों में गुस्सा है और राजधानी कोहिमा समेत कई जगह मोमबत्तियां जलाकर शांति मार्च निकाले गए हैं. राजधानी कोहिमा में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इमेज स्रोत, H.A.Hongnao Konyak इमेज कैप्शन, कोहिमा में कैंडिल मार्च उन्होंने बताया है कि हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और मोन ज़िले में प्रशासन ने धारा 144 लगा दी है और चार लोगों से अधिक के इकट्ठा होने पर रोक है. यहां सुरक्षा व्यवस्था के सख़्त इंतेज़ाम किए गए हैं. शवों को अभी भी मोन के ज़िला अस्पताल में रखा गया है. कोनयाक का कहना है कि प्रदेश के दूसरे हिस्सों से मोन की तरफ अतिरिक्त पुलिसबल भेजे गए हैं. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री समेत बड़े अधिकारी सोमवार को घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं. इमेज स्रोत, Ben Anderson इमेज कैप्शन, दीमापुर में कैंडिल मार्च मामले पर डिफेंस विंग कोहिमा का बयान इससे पहले रविवार को इस पूरे मामले पर डिफेंस विंग कोहिमा की तरफ़ से एक प्रेस रिलीज़ जारी की गई थी. इस प्रेस रिलीज में बताया गया था, ''उग्रवादियों की संभावित गतिविधि के बारे में विश्वस्त ख़ुफ़िया सूचना मिली थी. इसी के आधार पर नगालैंड के मोन ज़िले के तिरु इलाक़े में एक ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी. जो घटना हुई है, उसे लेकर गहरा खेद है. आम लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की वजह की उच्च स्तरीय जाँच की जा रही है. क़ानून के हिसाब से इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.'' छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त वहीं, राज्य के होम कमिश्नर अभिजीत सिन्हा ने शनिवार रात को ही मोन ज़िले में मोबाइल इंटरनेट, डेटा सर्विस और बल्क एसएमएस पर पाबंदी लगा दी थी. गृह विभाग द्वारा जारी प्रेस रिलीज़ में बताया गया है कि अफ़वाहों के कारण क़ानून-व्यवस्था न बिगड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. इस घटना पर देश के गृह मंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री ट्वीट करके दुख जता चुके हैं और एक उच्च स्तरीय जांच कमिटी के गठन की बात कही गई है. राज्य के मुख्यमंत्री नेफ़ियू रियो ने ट्वीट करके बताया था कि मोन ज़िले के 'ओटिंग में आम लोगों का मारा जाना बेहद दुखद है और वो इसकी निंदा करते हैं.' मोन क्षेत्र को नगा समूह एनएससीएन(के) और उल्फा का गढ़ माना जाता है. ये घटना राज्य में मनाए जाने वाले लोकप्रिय पर्व ""हॉर्नबिल फ़ेस्टिवल"" से ठीक पहले हुई है. इस पर्व में हिस्सा लेने के लिए कई राजनयिक पहले से ही राज्य में मौजूद हैं. नगा पीपल्स फ्रंट पार्टी के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री टी.आर. ज़ेलियांग ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है और मामले की जांच के लिए आयोग के गठन की मांग की है. उन्होंने लिखा, ""मैं ओटिंग, मोन में हुई बेगुनाहों की हत्याओं की कड़ी निंदा करता हूँ. इस नरसंहार के लिए किसी तरह का कोई बहाना नहीं हो सकता. रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक जाँच आयोग तुरंत गठित किया जाए और इसमें शामिल सुरक्षाकर्मियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए."" अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा है, ""एक सभ्य समाज, जहाँ हम सभी शांति और अमन से रहना चाहते हैं, वहां सुरक्षाबलों की ओर से हुई ये क्रूरता दुर्भाग्यपूर्ण है. इस घटना में मारे गए 13 लोगों के शोकाकुल परिवार के प्रति मैं सहानूभूति व्यक़्त करता हूँ और मेरी प्रार्थना है कि घायलों के स्वास्थ्य में जल्द से जल्द सुधार हो."" ईस्टर्न नगालैंड पीपल्स ऑर्गेनाइज़ेशन के अध्यक्ष केकोंगचिम यिमयुंगर ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, ""अभी हमें इस घटना में 14 लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली है और कई लोग घायल हैं. कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. हम सही सूचना का इंतज़ार कर रहे हैं."" केकोंगचिम के मुताबिक घटनास्थल के पास संपर्क नहीं हो पा रहा है. वहाँ इंटरनेट और एसएमएस सेवा बंद कर दी गई है. ईएनपीओ ने इस घटना की आलोचना की है. बीबीसी से बात करते हुए केकोंगचिम ने कहा कि पूरी जानकारी मिलने के बाद ही हम तय करेंगे की आगे क्या करना है. समाचार एजेंसी एएनआई ने असम राइफ़ल्स के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि इस घटना में एक सुरक्षाबल की भी मौत हुई है और कई जवान घायल हुए हैं. इमेज स्रोत, Getty Images इमेज कैप्शन, नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ़ियू रियो इधर घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने मोन में मौजूद असम राइफ़ल्स के पोस्ट पर हमला किया. बीबीसी के सहयोगी पत्रकार सुचित्र मोहन्ती के अनुसार असम राइफ़ल्स के प्रवक्ता ने बयान जारी कर मृतकों के प्रति संवेदना जताई और कहा है कि इस दुर्भाग्यजनक घटना के बाद जो हिंसा हुई उससे वो चिंतित हैं. बयान में कहा गया है कि घटना के बाद क़रीब 300 लोगों की भीड़ ने मोन में असम राइफ़ल्स की पोस्ट पर हमला किया. असम राइफ़ल्स के जवानों ने संयम बरतते हुए भीड़ को तितरबितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं. बयान में कहा गया है, ""हमले में असम राइफ़स्ल के कुछ जवान घायल हुए हैं और संपत्ति को नुक़सान पहुंचा है."" असम राइफ़ल्स ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि हालात और न बिगड़ें इसके लिए लोगों को धैर्य बनाए रखना होगा. इमेज कैप्शन, कांग्रेस नेता राहुल गांधी राहुल गांधी ने उठाया सवाल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को नगालैंड के मोन ज़िले में उग्रवादियों के ख़िलाफ़ चलाए गए अभियान में आम लोगों की मौत होने पर केंद्र सरकार को घेरा है. राहुल गांधी ने ट्वीट करके सवाल उठाया है कि ""ये हृदय विदारक घटना है. सरकार को सही मायनों में इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि जब अपनी ही ज़मीन पर आम लोगों के साथ - साथ सुरक्षाकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं तो गृह मंत्रालय क्या कर रहा है."" कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना की है. इसके साथ ही टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, ""नगालैंड से चिंताजनक ख़बर आ रही है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं. हमें घटना की गहन जांच सुनिश्चित करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी पीड़ितों को न्याय मिले!"" एआईएमआईएम नेता असदउद्दीन ओवैसी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है और कहा है कि गृह मंत्री को बर्ख़ास्त किया जाना चाहिए. एक ट्वीट कर उन्होंने कहा है, ""अमित शाह को बर्ख़ास्त किया जाना चाहिए. उग्रवादियों के साथ उन्होंने समझौता करने की बात धोख़ा थी. नवंबर में मणिपुर में सात अफ़सरों को उग्रवादियों ने मार दिया था. उत्तरपूर्व में शांति नहीं है, केवल हिंसा है. "" नगालैंड के मुख्यमंत्री और अमित शाह ने क्या कहा मुख्यमंत्री रियो ने कहा है कि वो मारे गए लोगों के शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हैं और घायलों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करते हैं. जाँच के लिए उच्च स्तरीय एसआईटी का गठन कर दिया गया है और क़ानून के अनुसार, न्याय किया जाएगा, सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील है. वहीं, इस घटना पर देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट करके दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय एसआईटी टीम का गठन कर दिया गया है जो शोकाकुल परिवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी. समाचार एजेंसी एएनआई ने असम राइफ़ल्स के अधिकारियों के हवाले से बताया है कि 'मोन ज़िले के तिरु में उग्रवादियों की उन्हें पुख़्ता ख़ुफ़िया जानकारी मिली थी जिसके बाद अभियान शुरू किया गया. जानों के नुक़सान के कारण की जाँच कोर्ट ऑफ़ इन्क्वायरी करेगी और उचित कार्रवाई की जाएगी.' (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे पूर्वोत्तर भारत भारत संबंधित समाचार विप्लव त्रिपाठी: असम राइफ़ल्स के काफिले पर हुए हमले में मारे गए कर्नल की कहानी 14 नवंबर 2021 असम राइफ़ल्स के काफ़िले पर हमला, ममता ने कहा- देश इंसाफ़ का इंतज़ार कर रहा है 13 नवंबर 2021 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले लाइव चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों पर फ़्रांस की राय अमेरिका से अलग, मैक्रों ने बताई वजह जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत? 6 दिसंबर 2021 सऊदी अरब ने मुश्किल में फँसे पाकिस्तान के लिए उठाया बड़ा क़दम 6 दिसंबर 2021 कोरोना के इलाज के नाम पर भारत के लोग कितना क़र्ज़ में डूबे? 28 नवंबर 2021 समुद्र में समाने की तैयारी कर रहा एक ख़ूबसूरत देश 2 दिसंबर 2021 अफ़ग़ानिस्तानः 22 देशों ने मिलकर तालिबान को दी चेतावनी 6 दिसंबर 2021 पुतिन का भारत दौरा: कौन-कौन से अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा 6 दिसंबर 2021 सबसे अधिक पढ़ी गईं 1 लालू के बेटे तेजस्वी की दिल्ली में हुई शादी, जानिए कौन हैं उनकी पत्नी 2 पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई 3 बायजू की बुलंदी के पीछे का वो 'सच' जिससे कई ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं 4 गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद 5 जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 6 हेलीकॉप्टर हादसा: बेंगलुरु एयरलिफ़्ट किए गए वरुण सिंह, कैसी है हालत? - प्रेस रिव्यू 7 शादी के मंडप तक कैसे पहुंचते हैं सितारे, शादी के बाद कैसे बढ़ जाता है ब्रांड 8 पृथ्वी के अलावा कहीं और भी है जीवन, क्या एलियन्स वाकई हैं? 9 छुटनी महतो: डायन प्रथा से लड़ने वाली झारखंड की महिला को पद्मश्री सम्मान अंतिम अपडेट: 26 जनवरी 2021 10 कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/india-59544289,पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा है भारत?,"रिश्तों में तनाव के बीच पाकिस्तानी अधिकारियों की मेज़बानी क्यों कर रहा भारत? - प्रेस रिव्यू 6 दिसंबर 2021 इमेज स्रोत, पाकिस्तान से रिश्तों में तनाव के बीच शंघाई सहयोग संगठन के तहत भारत और पाकिस्तान बातचीत जारी रखेंगे. इसके तहत पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल भारत भी पहुंचा है. अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया की ख़बर के मुताबिक शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) देशों के साइबर सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को भारत पहुंचा है. 'भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश एक देश बन जाएं तो' - वुसअत का ब्लॉग पाकिस्तान ने पूछा- भारत का नाम क्यों नहीं है? भारत सात दिसंबर को एससीओ की बैठक की मेज़बानी कर रहा है. इससे पहले अक्टूबर में आतंकवाद-रोधी एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान गया था. इस बैठक का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना था. इस बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अध्यक्षता में अफ़ग़ानिस्तान की स्थिति को लेकर सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की एससीओ की बैठक हुई थी. इस बैठक में पाकिस्तान और चीन के अलावा सभी सदस्य देशों ने हिस्सा लिया था. सरकार का कहना था कि अफ़ग़ानिस्तान को लेकर हुई बैठक क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के बढ़े मसलों पर क्षेत्रीय सहमति को दर्शाती है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें चीन को लेकर मोदी सरकार इस मामले में अमेरिका के साथ क्यों नहीं आ रही? नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? नगालैंड हिंसा: सुरक्षाबलों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर, हत्या की धाराएं लगाई गईं पंजाब की उथल-पुथल के बाद कांग्रेस का संकट गहराया, नेतृत्व को मिल रही चुनौती - प्रेस रिव्यू समाप्त अख़बार ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से लिखा है कि एससीओ चार्टर को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान को न्योता दिया गया है. सुरक्षा ख़तरों और चुनौतियों से निपटने के लिए एससीओ देश कज़ाकिस्तान में एक एससीओ सूचना सुरक्षा केंद्र बनाने पर विचार कर रहे हैं. इमेज स्रोत, Getty Images नगालैंड की घटना से शांति वार्ता पर असर नगालैंड के मोन ज़िले के तिरु इलाक़े में शनिवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में आम लोगों की मौत होने से नगा शांति वार्ता को झटका लग सकता है. अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सरकार से बात कर रहे समूह को लोगों के गुस्से के दबाव में बातचीत रोकनी पड़ सकती है. एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने अख़बार को बताया, ""ये नागालैंड पुलिस का अभियान नहीं था जिसमें लोगों द्वारा चुनी गई सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया जा सके और जिसमें स्थानीय पुलिसकर्मी शामिल होते हैं. ये भारतीय सेना का अभियान था जो बुरी तरह ग़लत हो गया.'' ""ये भारत बनाम नगा की लंबे समय से चली आ रही धारणा को बदल देगा. इससे अस्थायी तौर पर ही सही लेकिन विद्रोही समूहों को मज़बूती मिलेगी. इस मामले में केंद्र सरकार को कुशलता के साथ ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ तुरंत और प्रकट तौर पर कार्रवाई करनी होगी."" इमेज स्रोत, H.A.HONGNAO KONYAK छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें पॉडकास्ट विवेचना नई रिलीज़ हुई फ़िल्मों की समीक्षा करता साप्ताहिक कार्यक्रम एपिसोड्स समाप्त केंद्र सरकार लंबे समय से नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ़ नगालैंड (एनएससीएन) के अलग-अलग धड़ों को राज़ी करने में जुटी हुई थी. पिछले कुछ वर्षों में सरकार वार्ता का विरोध करने वाले कुछ समूहों को बातचीत की मेज़ पर लाने में कामयाब रही है. इसमें कांगो कॉन्याक और निकी सुमी के समूह शामिल हैं जो पहले एनएससीएन के वार्ता विरोधी धड़े एनएससीएन-के का हिस्सा था. निकी सुमी एनएससीएन-के के सैन्य कमांडर थे जिसका नगालैंड-म्यांमार सीमा से लगे ज़िलों में खासा प्रभाव है. सूत्रों के मुताबिक इस घटना से भारत समर्थक समूहों पर भी लोगों की भावनाओं के अनुरूप चलने का दबाव होगा. अब तक केवल एनएससीएन-आईएम ही नगा शांति वार्ता में बाधा बनती आई है. दूसरे नगा समूह चाहते हैं कि वार्ता को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाए. लेकिन, अब ये घटना एनएससीएन-आईएम को वार्ता में भारत पर दबाव बनाने और अन्य समर्थक समूहों को अपनी आवाज़ उठाने के लिए दबाव बनाने में मदद करेगी. हालांकि, केंद्र सरकार में एक सूत्र ने कहा, ""अगर सरकार कुशलता के साथ इस मामले को संभालती है तो इसका बहुत अधिक प्रभाव नहीं होगा. तनाव वाले इलाक़ों में ऐसी हिंसा बहुत बड़ा झटका नहीं है भले ही वो कई सालों से ना हुई हो. कुछ आवाज़ें उठाई जाएंगी लेकिन अधिकतर समूह जानते हैं कि वो क्या चाहते हैं और बातचीत उसी पर होगी."" नगालैंड हिंसा: जांच के लिए बनाई गई एसआईटी, मिला एक महीने का वक्त शांति समझौते के बावजूद क्यों ख़फ़ा हैं नागालैंड के विद्रोही संगठन इमेज स्रोत, Ani टीएमसी का प्रतिनिधिमंडल करेगा नगालैंड का दौरा अंग्रेज़ी अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के अनुसार तृणमूल कांग्रेस का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज नगालैंड में सेना के अभियान में मारे गए लोगों के परिवार से मुलाक़ात करेगा. इस प्रतिनिधिमंडल में सांसद प्रसून बनर्जी, सुष्मिता देव, अपारूपा पोड्डार, सांतनु सेन और पार्टी प्रवक्ता बिस्वजीत देब शामिल होंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को पीड़ित परिवारों के साथ अपने संवेदनाएं ज़ाहिर की थीं और मामले में तुरंत जांच की मांग की थी. इमेज स्रोत, MINISTRY OF LAW 'प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष शब्द जोड़ने से सीमित हुई भारत की आध्यात्मिक छवि' जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के प्रमुख न्यायाधीश पंकज मित्तल ने भारत को प्राचीन काल से एक आध्यात्मिक देश बताते हुए कहा कि संविधान की प्रस्तावना में पहले से ही मौजूद 'संप्रभु, लोकतांत्रिक, गणतंत्र' जैसे शब्दों के बावजूद 1976 में 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्दों को जोड़े जाने से भारत की आध्यात्मिक छवि की विशालता सीमित हुई है. इंडियन एक्सप्रेस में ख़बर है कि न्यायाधीश पंकज मित्तल ने रविवार को ये बातें एक कार्यक्रम में 'धर्म और भारतीय संविधान: पारस्परिक प्रभाव' पर लेक्चर के दौरान कहीं. ये कार्यक्रम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की अधिवक्ता परिषद ने आयोजित किया था. उन्होंने कहा कि भारत अपने नागरिकों का ख़याल रखने में सक्षम है और उसमें समाजवादी प्रवृति पहले से ही निहित है. पांडवों से लेकर मौर्य, गुप्त, मुगलों और अंग्रेज़ों ने भारत पर शासन किया लेकिन भारत को कभी भी मुस्लिम, ईसाई या हिंदू राष्ट्र के रूप में धर्म के आधार पर परिभाषित नहीं किया गया क्योंकि इसे एक आध्यात्मिक देश के तौर पर स्वीकार किया गया था. उन्होंने कहा कि 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द जोड़कर, हमने आध्यात्मिक उपस्थिति की अपनी विशालता को संकुचित कर दिया है..., ""उन्होंने कहा कि ""इसे एक संकीर्ण सोच कहा जा सकता है"". वरना, भारत अनादि काल से एक आध्यात्मिक देश रहा है और इसका नाम ""भारतीय आध्यात्मिक गणराज्य"" होना चाहिए था. (बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूबपर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.) मिलते-जुलते मुद्दे पाकिस्तान ममता बनर्जी भारत संबंधित समाचार वीडियो, ‘भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश एक देश बन जाएं तो’ - वुसअत का ब्लॉग 28 नवंबर 2021 पाकिस्तान ने पूछा- भारत का नाम क्यों नहीं है? 19 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: सुरक्षाबलों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर, हत्या की धाराएं लगाई गईं 6 दिसंबर 2021 शांति समझौते के बावजूद क्यों ख़फ़ा हैं नागालैंड के विद्रोही संगठन 20 अगस्त 2020 टॉप स्टोरी पाकिस्तान ने अमेरिका को किया इनकार, चीन ने कहा- असली भाई एक घंटा पहले जनरल रावत की अचानक मौत का भारत की चीन नीति पर असर होगा? 4 घंटे पहले गावस्कर से कोहली तक, कप्तानों की विदाई पर क्यों खड़ा होता रहा है विवाद एक घंटा पहले ज़रूर पढ़ें जोसेफ़िन बेकर: एक डांसर और जासूस की असाधारण कहानी 30 नवंबर 2021 नगालैंड हिंसा: क्या है 70 साल से चल रहे सशस्त्र आंदोलन का इतिहास? 7 दिसंबर 2021 चीन के भूटान में इमारत बनाने से क्या भारत को परेशान होना चाहिए? 27 नवंबर 2021 पाकिस्तानी अधिकारियों 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कैटरीना-विक्की संग-संग, कहा 'दिल में सिर्फ़ मोहब्बत', देखिए तस्वीरें 10 बांग्लादेश को मान्यता देने पर कैसे मजबूर हुआ था पाकिस्तान?",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/bihar/chief-minister-nitish-kumar-congratulated-tejashwi-yadav-on-his-marriage-r3vj8x,"Tejashwi Yadav ने नहीं दिया शादी का न्योता, चाचा Nitish Kumar ने कुछ यूं दी बधाई","Tejashwi Yadav ने नहीं दिया शादी का न्योता, चाचा Nitish Kumar ने कुछ यूं दी बधाई तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को चाचा कहकर संबोधित करते हैं, लेकिन जब मौका शादी में न्योता देने का था तो भूल गए। शादी का न्योता नहीं मिलने के बाद भी नीतीश ने तेजस्वी यादव को बधाई दी। Patna, First Published Dec 10, 2021, 6:11 AM IST पटना। राजद प्रमुख लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव परिणय सूत्र में बंध गए। दिल्ली में अचानक शादी हुई। शादी में सिर्फ पारिवारिक मित्रों, रिश्तेदारों और खास लोगों को बुलाया गया। विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चाचा कहकर संबोधित करते हैं, लेकिन जब मौका शादी का न्योता देने का था तो भूल गए। शादी का न्योता नहीं मिलने के बाद भी नीतीश ने तेजस्वी यादव को बधाई दी। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय के जनसंपर्क कोषांग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया। प्रेस रिलीज के माध्यम से नीतीश ने तेजस्वी को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि समाचारों के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के दिल्ली में परिणय सूत्र में बंधने की सूचना मिली है। तेजस्वी यादव को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। इससे पहले मुंगेर में नीतीश से जब तेजस्वी की शादी में जाने को लेकर सवाल किया गया तो वह मुस्कुरा कर चले गए थे। उन्होंने तब कोई जवाब नहीं दिया था। बता दें कि गुरुवार शाम को तेजस्वी यादव और रेचल एलेक्सिस परिणय सूत्र में बंध गए। हिंदू-रिवाजों के मुताबिक शादी संपन्न हुई। यादव परिवार ने अपनी नई बहू को नया नाम भी दिया है। रेचल अब राजेश्वरी यादव के नाम से जानी जाएंगी। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रेचल ईसाई धर्म से संबंध रखती हैं। पहली बार गैर-यादव परिवार से यह रिश्ता हुआ है। इसलिए लालू की फैमिली ने अपनी नई बहू को राजेश्वरी यादव नाम दिया है। शादी के खिलाफ थे लालू यादव शादी के लिए लालू यादव राजी नहीं थे। रेचल के ईसाई होने के चलते वह इस रिश्ते के खिलाफ थे। तेजस्वी विवाह करने की जिद कर बैठे थे। ऐसे में लालू अपने बेटे की खुशी की खातिर झुक गए और शादी की इजाजत दे दी। तेजस्वी यादव और राजश्री की दोस्ती 7 साल पुरानी है। वह चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं। वह एयरहोस्टेस की नौकरी भी कर चुकी हैं। हालांकि कुछ सालों पहले उन्होंने इसे छोड़ दिया था। दोनों दिल्ली के आरके पुरम में साथ में दिल्ली पब्लिक स्‍कूल (DPS) पढ़ते थे। वहीं, 2014 से करीब आ गए थे।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/gallery/bihar/tejashwi-yadav-wedding-with-lover-today-present-lalu-yadav-family-in-delhi-kpr-r3up88,"Tejashwi Yadav Wedding: लाल जोड़े में दुल्हन, गोल्डन शेरवानी में तेजस्वी, अखिलेश यादव पत्नी के साथ पहुंचे","लाल जोड़े में दुल्हन, गोल्डन शेरवानी में तेजस्वी, अखिलेश यादव पत्नी के साथ पहुंचे First Published Dec 9, 2021, 7:22 PM IST नई दिल्ली/पटना. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दूल्हा बन गए हैं, उनके सिर सेहरा सज गया है। गरुवार दोपहर को सगाई हुई और अब शाम होते होते तेजस्वी ने शादी रचा ली है। यह शादी सीमित मेहमानों में और हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई। इस विवाह में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव के साथ पहुंचे। सगाई से लेकर शादी तक की देखिए तस्वीरें... दरअसल, लालू यादव के छोटे बेटे की यह शादी उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती के दिल्‍ली के साकेत स्थित के सैनिक फार्म में संपन्न हुई। जिसमें दोनों के परिवारों के सदस्‍य और करीबी रिश्‍तेदार शामिल हैं। इस विवाह की तारीख एक दिन पहले यानि कल बुधवार को पता चली थी। जिसे काफी गोपनीय रखा गया था। शादी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि लालू यादव खुद इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। वहीं इस बात की भी चर्चा है कि होने वाली लालू की बहू हिंदू नहीं हैं। तेजस्वी यादव और उनकी होने वाली दुल्हन राजश्री की दोस्ती 7 साल पुरानी है। वह चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं। दोनों दिल्ली के आरके पुरम में साथ में दिल्ली पब्लिक स्‍कूल (DPS) पढ़ते थे। वहीं, 2014 से करीब आ गए थे। दोस्ती प्यार में बदली और आज शादी हो रही है। तेजस्वी लालू-राबड़ी के सबसे छोटे बेटे हैं। इसलिए दुलारे भी हैं। जानकारी के अनुसार, उन्हें माता-पिता को शादी के लिए मनाने में काफी समय लग गया। हालांकि, अब सब ठीक है। लालू का पूरा परिवार इस समारोह के लिए दिल्ली पहुंच गया है बता दें कि इस शादी को इतना गोपनीय रखा गया है कि हर मेहमान को अंदर मैन एंट्री के लिए तीन लेयर की सिक्योरिटी चेकअप से गुजरना पड़ा। इनता ही नहीं बाउंसर्स ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी मीडियाकर्मी वेन्यू के आसपास नहीं दिखाई देना चाहिए। हर एक गाड़ी पर और आने-जाने पर बारीकी से ध्यान दिया गया। इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि शादी के दौरान लावा छिंटाई की रस्म अदा करते दूल्हा तेजस्वी यादव और दुल्हन रेचल। दोनों ने एक-एक करके शादी की सारी रस्में निभाईं। तेजस्वी ने गहरे रंग की शेरवानी पहन रखी है जबकि उनकी दुल्हनिया ने गोल्डेन बॉर्डर वाला सुर्ख लाल जोड़ा पहन रखा है। दोनों ही मंद-मंद मुस्कुरा रहे हैं। वहीं, बड़े भाई तेजप्रताप रिंग सेरेमनी में शामिल नहीं हो पाए। तेजस्वी की सगाई के बाद जयमाला हो गई, लेकिन इन सबके बीच दू्ल्हे के बड़े भाई यानि तेजप्रताप सगाई में ट्रैफिक में फंसे होने के चलते समय से पहुंच सके। वहीं जब पत्रकारों ने उनसे तेजस्वी की दुल्हन का नाम पूछा तो वह भड़क गए। कहने लगे कि में तेजस्वी से बड़ा हूं और इस हिसाब से जेठ हूं, आखिर मैं अपनी छोटी बहू का नाम कैसे ले सकता हूं।''",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/extend-the-tenure-of-directors-of-cbi-ed-the-opposition-said-attempt-to-get-the-officers-to-work-according-to-their-mind-r3uldm,"CBI, ED के डायरेक्टरों का कार्यकाल बढ़ाने पर विपक्ष का विरोध, कहा- यह अफसरों से मन मुताबिक काम कराने का प्रयास","CBI, ED के डायरेक्टरों का कार्यकाल बढ़ाने पर विपक्ष का विरोध, कहा- यह अफसरों से मन मुताबिक काम कराने का प्रयास लोकसभा में आरएसपी (RSP) के प्रेमचंद्रन ने आरोप लगाया कि अपनी पसंद के अधिकारी का कार्यकाल बढ़ाने के लिए सरकार ये कदम उठा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) से कुछ दिन पहले 14 नवंबर को ही अध्यादेशों को लागू करने की जरूरत क्या थी! Asianet News Hindi New Delhi, First Published Dec 9, 2021, 5:59 PM IST नई दिल्ली। संसद (Parliament) में गुरुवार को इन्फोर्समेंट डायरेक्टर (ED) और सीबीआई (CBI) डायरेक्टर का कार्यकाल दो साल से बढ़ाकर 5 साल तक करने वाले विधेयकों का विरोध हुआ। लोकसभा में इन दोनों विधेयकों को संस्थाओं की स्वतंत्रता को प्रभावित करने वाला बताया और विधेयक वापस लेने की मांग की। वहीं, भाजपा (BJP) सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर कहा कि मोदी सरकार यथास्थिति बरकरार रखने नहीं आई है, बल्कि बदलाव के लिए आई है। बड़े अपराधों को रोकने और देश को मजबूत बनाने के लिए प्रभावी व्यवस्था बनाने की दिशा में दोनों विधेयक महत्वपूर्ण हैं। भाजपा ने कहा- विधेयक की भावना देखें आरएसपी (RSP)के एन के प्रेमचंद्रन और कांग्रेस के मनीष तिवारी ने सदन में ‘केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021' और ‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक, 2021' पेश किए जाने का विरोध किया। दोनों नेताओं ने इनसे संबंधित अध्यादेशों को नामंजूर करने वाले सांविधिक संकल्प भी सदन में पेश किए। विधेयकों सदन में रखते हुए कार्मिक और लोक शिकायत राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सदन में विधेयकों को पेश करते समय भी स्पष्ट किया गया था कि इस संशोधन को लेकर जितना बड़ा विवाद खड़ा किया जा रहा है, उतना बड़ा विषय नहीं है। सदस्य इसकी भावना को देखें और इस पर चर्चा करें। मनीष तिवारी बोले- मनमाने तरीके से लाए गए विधेयक आरएसपी के प्रेमचंद्रन ने आरोप लगाया कि अपनी पसंद के अधिकारी का कार्यकाल बढ़ाने के लिए सरकार ये कदम उठा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) से कुछ दिन पहले 14 नवंबर को ही अध्यादेशों को लागू करने की जरूरत क्या थी! आरएसपी सांसद ने आरोप लगाया कि सरकार संसद की अनदेखी कर उसकी सर्वोच्चता को चुनौती दे रही है, जो अनुच्छेद 123 के उल्लंघन का उदाहरण है। कांग्रेस के मनीष तिवारी ने भी विधेयकों का विरोध करते हुए कहा कि ये विधेयक मनमाने तरीके से लाए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का ईडी और सीबीआई निदेशकों के कार्यकाल दो साल से बढ़ाकर एक-एक साल करके 5 साल करने का कदम अधिकारियों से अपने अनुरूप काम कराने का प्रयास है। यह भी पढ़ें 378 दिनों बाद किसानों ने किया आंदोलन स्थगित करने का ऐलान, 11 दिसंबर से दिल्ली बॉर्डर से होने लगेगी घर वापसी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में सुनवाई के दौरान लैपटॉप बैग में धमाका, पुलिसकर्मी घायल, खाली कराया गया कोर्ट Last Updated Dec 9, 2021, 5:59 PM IST ParliamentBJPED DirectorCBI Follow Us: Download App:",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/bihar/tejashwi-yadav-wedding-and-engagement-in-delhi-lalu-yadav-eldest-son-tej-pratap-got-stuck-in-traffic-r3ujn7,"ट्रैफिक जाम में फंसे तेजप्रताप, उधर Tejashwi Yadav ने पहना दी सगाई वाली अंगूठी, बीच सड़क गुस्सा हो गए बड़े भाई","ट्रैफिक जाम में फंसे तेजप्रताप, उधर Tejashwi Yadav ने पहना दी सगाई वाली अंगूठी, बीच सड़क गुस्सा हो गए बड़े भाई आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दूल्हा बन गए हैं, उनकी आज शादी है। दोपहर को उन्होंने अपनी दुल्हन राजश्री को अंगूठी पहना कर अपना हमसफर चुन लिया है। Patna, First Published Dec 9, 2021, 5:22 PM IST नई दिल्ली/पटना. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दूल्हा बन गए हैं, उनकी आज शादी है। दोपहर को उन्होंने अपनी दुल्हन रेचल को अंगूठी पहना कर अपना हमसफर चुन लिया है। इस मौके पर इक्के-दुक्के बाहरी लोगों के अलावा परिवार मौजूद रहा। लेकिन दूल्हे यानि तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप संयोग बस इस समारोह में नहीं पहुंच पाए। जब वह दिल्ली की सड़कों पर दिखे तो मीडिया ने उनसे दुल्हन के बारे में पूछा तो वह चिल्लाते हुए गु्स्सा करने लगे। इस वजह से भाई के सगाई में नहीं पहुंच पाए तेजप्रताप दरअसल, दिल्‍ली के साकेत स्थित के मीसा भारती के सैनिक फार्म में यह भव्य शादी हो रही है। जिसमें दोनों के परिवारों के सदस्‍य और करीबी रिश्‍तेदार शामिल हैं। रिंग सेरेमनी के दौरान लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप नहीं पहुंच सके। क्योंकि वह दिल्ली की सड़कों पर लगे लंबे जाम में फंस गए। इसी बीच छोटे भाई ने अपनी दुल्हनिया को रिंग पहना दी। वहीं पत्रकारों से बात करते हुए तेजप्रताप ने अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि जाम में फंसे रहने के दौरान मुझे तेजस्वी के सगाई कर लेने की खबर मिली। तेजप्रताप ने कहा कि दूल्हा-दुल्हन का दांपत्य जीवन बेहतर रहे यही मेरा आशीर्वाद है। जब मीडिया के सवाल पर भड़क उठे तेजप्रताप टीवी चैनल के पत्रकारों ने जब उनकी होने वाली बहू यानि तेजस्वी की दुल्हन के बारे में पूछा तो वह भड़क गए। चिल्लाते हुए कहने लगे कि बिहार में और भी बहुत कुछ हो रहा है, उन खबरों को दिखाइए। सिर्फ लालू परिवार की शादी को ही क्यों फोकस किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने इस बीच उन्होंने मीडिया पर परिवार के सदस्यों के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया। बचपन की दोस्ती प्यार में बदली और बने हमसफर तेजस्वी यादव और उनकी होने वाली दुल्हन रेचल की दोस्ती 7 साल पुरानी है। वह चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं। दोनों दिल्ली के आरके पुरम में साथ में दिल्ली पब्लिक स्‍कूल (DPS) पढ़ते थे। वहीं, 2014 से करीब आ गए थे। दोस्ती प्यार में बदली और आज शादी हो रही है। तेजस्वी लालू-राबड़ी के सबसे छोटे बेटे हैं। इसलिए दुलारे भी हैं। जानकारी के अनुसार, उन्हें माता-पिता को शादी के लिए मनाने में काफी समय लग गया। हालांकि, अब सब ठीक है। लालू का पूरा परिवार इस समारोह के लिए दिल्ली पहुंच गया है। तेजस्वी ने 44 हजार रिश्ते ठुकराए, क्योंकि हरियाणा की छोरी पर अटका रहा दिल..जानिए दोनों की लव केमिस्ट्री.. लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की शादी पक्की, कल दिल्ली में सगाई, जानें कौन है दुल्हनियां तेजस्वी यादव बनने जा रहे दूल्हा, जानें लालू की सभी बेटियों का किनसे हुआ है ब्याह, कोई पायलट तो कोई है राजनेता सामने आई तेजस्वी की होने वाली दुल्हनिया की तस्वीर, लालू यादव के दोस्त की भतीजी बनने जा रही उनकी बहू!",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/chief-of-defence-staff-general-bipin-rawat-helicopter-crash-in-tamil-nadu-new-cds-vva-r3t85j,"जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS: PM मोदी ने की CCS की बैठक, बिपिन रावत के उत्तराधिकारी पर हुई चर्चा","जनरल नरवणे हो सकते हैं नए CDS: PM मोदी ने की CCS की बैठक, बिपिन रावत के उत्तराधिकारी पर हुई चर्चा CDS के लिए सीनियॉरिटी के हिसाब से जनरल एमएम नरवणे की दावेदारी सबसे मजबूत दिख रही है। रक्षा मामलों के जानकारों के अनुसार इन्हें बिपिन रावत के उत्तराधिकारी के रूप में चुना जा सकता है। New Delhi, First Published Dec 9, 2021, 12:16 AM IST नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter crash in Tamil Nadu) में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत हो गई। बिपिन रावत के निधन के बाद बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास, लोक कल्याण मार्ग पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति (CCS) की बैठक हुई। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में बिपिन रावत के उत्तराधिकारी पर चर्चा हुई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर मौजूद रहे। बैठक के बाद पीएम मोदी और अमित शाह के बीच अलग से लंबी बातचीत हुई। एमएम नरवणे बन सकते हैं नए CDS CDS के लिए सीनियॉरिटी के हिसाब से जनरल एमएम नरवणे की दावेदारी सबसे मजबूत दिख रही है। रक्षा मामलों के जानकारों के अनुसार इन्हें बिपिन रावत के उत्तराधिकारी के रूप में चुना जा सकता है। जनरल बिपिन रावत 31 दिसंबर 2019 को रिटायर हुए थे। जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने उनकी जगह सेना प्रमुख का पद संभाला था। वह देश के 28वें सेना प्रमुख हैं। 2019 में बना था CDS का पद बता दें कि कारगिल समीक्षा समिति (1999) की रिपोर्ट के अध्ययन के बाद मंत्रियों के एक समूह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद सृजित करने की सिफारिश की थी। इस पद को बनाने का मकसद है कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सही तरीके से और इफेक्टिव कोऑर्डिनेशन किया जा सके। सेना के तीनों अंगों में समन्वय बनाने और एक आदेश पर तीनों को सक्रिय करने के लिए यह पद बनाया गया है। देश के सभी सुरक्षा एजेंसियों, संगठनों तथा साइबर कार्यों की कमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के हाथों में होती है। भारतीय सेना के प्रमुख बिपिन रावत 30 दिसंबर 2019 को देश के पहले सीडीएस बनाए गए थे। सेना के तीनों अंगों के मामले में रक्षा मंत्री के प्रमुख सलाहकार के रूप में सीडीएस काम करते हैं। सीडीएस रक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की अध्यक्षता वाली रक्षा नियोजन समिति के सदस्य और परमाणु कमान प्राधिकरण के सैन्य सलाहकार भी होते हैं।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/civilians-81-security-personnel-lost-their-lives-in-kashmir-between-aug-5-2019-and-nov-30-rajya-sabha-kpa-r3se3r,"Parliament session: धारा 370 हटने के बाद J&K में 366 आतंकवादी मारे गए, मुंद्रा पोर्ट के बारे में कही ये बात","धारा 370 हटने के बाद J&K में 366 आतंकवादी मारे गए, मुंद्रा पोर्ट के बारे में कही ये बात संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के दौरान राज्यसभा में गृहमंत्रालय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370(Article 370) हटने के बाद से अब नवंबर तक 366 आतंकवादी मारे गए हैं। इस बीच गुजरात के मुद्रा पोर्ट पर मिली ड्रग्स को लेकर भी एक जानकारी दी गई। New Delhi, First Published Dec 8, 2021, 1:27 PM IST नई दिल्ली.संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के दौरान राज्यसभा में गृहमंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर को लेकर जानकारी दी। गृहमंत्रालय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370(Article 370) हटने के बाद से 5 अगस्त, 2019 (अनुच्छेद 370 को निरस्त करना) और 30 नवंबर, 2021 के बीच कश्मीर में 366 आतंकवादी मारे गए। इसके अलावा 96 नागरिक और 81 सुरक्षाकर्मियों की भी जान गई। वहीं, यह भी बताया गया कि धारा 370 के निरस्त होने के बाद घाटी से कोई भी कश्मीरी पंडित/हिंदू विस्थापित नहीं हुआ है। एक और आतंकवादी ढेर इस बीच खबर है कि शोपियां मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया है। कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन अभी चल रहा है। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को बुधवार सुबह सूचना मिली थी कि शोपिया जिले के चक ए चौलाद इलाके में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी)-द रेजिस्टेंस फ्रंट ( टीआरएफ ) के तीन आतंकी छिपे हुए हैं। पुलिस और सेना ने इलाके को घेरकर ऑपरेशन शुरू किया। जब आतंकवादियों को सरेंडर करने को कहा गया, तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया। उप राज्यपाल मानते हैं कि घाटी से आतंकवाद खत्म होने की स्थिति में नवंबर में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा(Lt Governor Manoj Sinha) का एक बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में अगले दो साल में आतंकवाद खत्म हो जाएगा। सिन्हा ने कहा था कि स्थितियां बदल गई हैं। कुछ तत्व स्थितियां बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस दिशा में सकारात्मक काम कर रही है। मुंद्रा पोर्ट के बारे में दी गई ये जानकारी राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनसीबी रिकॉर्ड के आधार पर बताया कि 2988.21 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती से पहले गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से कोई ड्रग्स जब्त नहीं किया गया था। बता दें अक्टूबर में गुजरात (Gujrat) के कच्छ में स्थित मुंद्रा पोर्ट पर हेरोइन की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। इस ड्रग्स की कीमत करीब 9000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। दो कंटेनर्स में करीब 3000 किलो हेराइन मिली थी। बीते 20 सितंबर को इस अवैध ड्रग्स के साथ दो लोगों को भी अरेस्ट किया गया था। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) और कस्टम के ऑपरेशन में हेरोइन की बरामदगी की थी।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/decision-on-the-farmers-movement-today-meeting-of-united-farmers-front-in-sanghu-border-r3qw7u,"Farmers Protest : राकेश टिकैत बोले टाइम बताओ, किसानों के मुकदमे कब वापस होंगे, आंदोलन खत्म करने का फैसला कल","राकेश टिकैत बोले टाइम बताओ, किसानों के मुकदमे कब वापस होंगे, आंदोलन खत्म करने का फैसला कल संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बैठक में बताया गया कि सरकार को सवाल भेजे गए हैं। कल तक जो उत्तर आएगा उसपर चर्चा की जाएगी। आंदोलन वापसी पर क्या निर्णय हुआ, इस सवाल पर किसान नेता कुलवंत सिंह संधू का कहना है कि इसका फैसला बुधवार को लिया जाएगा। New Delhi, First Published Dec 7, 2021, 6:03 PM IST नई दिल्ली। पिछले एक साल से जारी किसान आंदोलन (Kisan Andolan) खत्म करने और अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की एक बैठक हुई। किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि 5 सदस्यीय कमेटी की हत्वपूर्ण बैठक में सरकार की तरफ से प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा हुई। कुछ साथियों को प्रस्ताव पर स्पष्टीकरण चाहिए था। उनके मुद्दों को सरकार के पास भेजा जाएगा। उम्मीद है कि कल तक सरकार की तरफ से जवाब मिल जाएगा। उसपर कल 2 बजे फिर से बैठक होगी। सरकार की तरफ से जो भी उत्तर आएगा उसपर चर्चा की जाएगी। आंदोलन वापसी पर क्या निर्णय हुआ, इस सवाल पर किसान नेता कुलवंत सिंह संधू का कहना है कि इसका फैसला बुधवार को लिया जाएगा। केंद्र की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव के मसौदे पर अभी पूरी तरह सहमति नहीं बनी है। समिति सिंघु बॉर्डर पर चल रही बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के पूर्ण निकाय के साथ मसौदा साझा कर रही है। उधर, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने प्रस्ताव दिया था कि सारी बातें मान ली जाएंगी, आप उठ जाइए। MSP पर कमेटी बनाएंगे। लेकिन अब तक कुछ स्पष्ट नहीं है। कल 2 बजे फिर से चर्चा होगी। केस वापसी को लेकर प्रस्ताव है कि केस वापस ले लिए जाएंगे, आप उठ जाइए। लेकिन चिट्ठी पर कौन विश्वास करेगा? टाइम बताएं कि मांगें कब मानी जाएंगी। सरकार ने कहा- पहले आंदोलन खत्म करें तब हटाएंगे मुकदमे संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में नेताओं ने कहा कि केस वापस लेने की बात पर सरकार की तरफ से कहा गया है कि आंदोलन वापस लेने के बाद केस वापस लेने की शुरुआत होगी। हरियाणा में 48,000 लोगों पर मामले दर्ज हैं। देशभर में और भी मामले दर्ज हैं। सरकार को तुरंत मामले वापस लेने की शुरुआत करनी चाहिए। अजय मिश्रा टेनी को हटाने पर अभी संशय गौरतलब है कि किसान सरकार से एक साल के भीतर किसानों पर दर्ज किए गए मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा, इस मसौदे में पंजाब मॉडल पर मुआवजा देने की बात भी है। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के आरोपी आशीष मिश्रा और उसके पिता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को पद से हटाने के अलावा बिजली बिल को लेकर कोई सकारात्मक बात नहीं हुई है। हालांकि, किसानों के मुकदमे पर गृह मंत्रालय गंभीर है। उसने पहले ही राज्यों को इस संबंध में पत्र भेजे हैं। सरकार ने मांगे थे पांच नाम तीन कृषि कानून निरस्त करने के बाद सरकार ने किसानों से बातचीत के लिए पांच नाम मांगे थे। इसके बाद मानासंयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने पांच लोगों की कमेटी बनाई। किसान संगठनों का कहना है कि सरकार बातचीत के लिए बुलाती है तो किसान संगठनों की ओर से यही 5 सदस्य जाएंगे। इस समिति में इसमें उत्तर प्रदेश के युद्धवीर सिंह के अलावा मध्य प्रदेश से शिव कुमार कक्का, पंजाब से बलवीर राजेवाल, महाराष्ट्र से अशोक धावले और हरियाणा से गुरनाम सिंह चढ़ूनी का नाम शामिल है। किसानों की प्रमुख मांगें - MSP की गारंटी का कानून बनाया जाए। - किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए। - बिजली बिल और पराली बिल को निरस्त किया जाए। - लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी आशीष मिश्रा के पिता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए। - आंदोलन के दौरान शहीद किसानों के परिवारों को मुआवजा मिले।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/nagaland-firing-tribals-warning-to-the-army-do-not-patrol-the-area-for-the-next-seven-days-otherwise-you-will-be-responsible-vsa-r3qlgx,"Nagaland Firing : आदिवासियों की सेना को चेतावनी- अगले 7 दिन क्षेत्र में न करें गश्त, वर्ना खुद होंगे जिम्मेदार","आदिवासियों की सेना को चेतावनी- अगले 7 दिन क्षेत्र में न करें गश्त, वर्ना खुद होंगे जिम्मेदार सुरक्षाबलों (Security Forces) की फायरिंग (Nagaland Firing) में 14 मजदूरों की मौत के बाद आदिवासी यूनियन (Tribal Union) ने मांग की है कि 27 असम राइफल्स तुरंत मोन (MON) को खाली कर दे, क्योंकि वह नागरिक सुरक्षा करने में असफल रहे हैं। आदिवासी निकाय ने सशस्त्र बल (AFSPA) कानून को पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र से हटाने की भी मांग की है। Kohima, First Published Dec 7, 2021, 2:11 PM IST कोहिमा। नगालैंड (Nagaland) के आदिवासी निकाय कोन्याक यूनियन (KU) ने सेना की कार्रवाई में 14 आम नागरिकों की मौत के विरोध में मंगलवार को मोन जिले में दिन भर बंद रखा। घटना के विरोध में यहां अगले सात दिनों तक का शोक रखा गया है। KU ने सुरक्षा बलों से कहा है कि अगले सात दिनों तक शोक की अवधि में इस इलाके में गश्त नहीं करें। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि सुरक्षाबल हमारे शोक का सम्मान नहीं करते हैं और गश्त करने आते हैं तो किसी भी अप्रिय घटना के लिए वे खुद जिम्मेदार होंगे। राष्ट्रपति से SIT गठित करने की मांग केयू ने सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र भेजा। इसमें उसने राष्ट्रपति से घटना को लेकर एक विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की अपील की है। उन्होंने मांग की है कि इस एसआईटी में ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ENPO) के दो सदस्य भी शामिल हों। केयू की मांग है कि घटना में शामिल सैनिकों की पहचान करें और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई, 30 दिन में इसकी जानकारी दी जाए। 27 असम रायफल को मोन जिले से हटाएं केयू ने मांग की है कि 27 असम राइफल्स तुरंत मोन को खाली कर दे, क्योंकि वह नागरिक सुरक्षा करने में असफल रहे हैं। आदिवासी निकाय ने सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) कानून को पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र से हटाने की भी मांग की है। मोन जिले में दिन भर का शांतिपूर्ण बंद केयू के अध्यक्ष होइंग कोन्याक ने कहा - हमने मंगलवार को मोन जिले में एक दिन का बंद रखा है। यह शांतिपूवर्क चल रहा है। हमने बुधवार से 7 दिनों के शोक की भी घोषणा की है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर कोन्याक ने कहा- हम उनके बयान को स्वीकार करने या खारिज करने की स्थिति में नहीं हैं। हम अपने लोगों की नृशंस हत्या से दुखी हैं। असम में इलाज करा रहे दो लोगों के होश में आने के बाद ही पता लगेगा कि वास्तव में क्या हुआ। हॉर्निबल उत्सव नहीं करेगी सरकार नगालैंड कैबिनेट ने 14 नागरिकों के मारे जाने की घटना को लेकर हॉर्नबिल उत्सव नहीं करने का फैसला लिया है। कैबिनेट में यह भी फैसला हुआ कि राज्य ‘सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून' (APSPA) को रद्द करने की मांग करते हुए केंद्र को पत्र लिखेगा।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/technology/up-free-smartphone-tablets-yojna-registration-and-distribution-eligibility-criteria-news-anp-r3qi4t,UP Free Smartphone Tablets Yojna: यहां जानिए रजिस्ट्रेशन से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन तक की पूरी डिटेल,"यहां जानिए रजिस्ट्रेशन से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन तक की पूरी डिटेल यूपी सरकार जल्द ही डीजी शक्ति पोर्टल लॉन्च करने की योजना बना रही है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। New Delhi, First Published Dec 7, 2021, 12:59 PM IST टेक डेस्क. उत्तर प्रदेश सरकार अपने छात्रों को मुफ्त लैपटॉप (Laptop) और स्मार्टफोन (Smartphone) देने की योजना बना रही है। पिछले हफ्ते, राज्य सरकार ने घोषणा की कि वह दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक योग्य छात्रों को गैजेट देना शुरू कर देगी। यूपी सरकार छात्रों को आवश्यक हार्डवेयर तक पहुंच प्रदान करके एक डिजिटल क्रांति लाने की योजना बना रही है। इस पहल के तहत लगभग 20 लाख छात्रों को शामिल करने की योजना है। शुरुआत में सरकार की योजना बारहवीं कक्षा के उन छात्रों को मुफ्त लैपटॉप और स्मार्टफोन देने की है जो 65 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने में सफल रहे हैं। मुफ्त गैजेट्स के वितरण के लिए केवल यूपी के छात्र ही पात्र होंगे। 20 लाख छात्रों के लक्ष्य के तहत, सरकार यूपी बोर्ड में दसवीं कक्षा के छात्रों को डिजिटल पुश देने की भी योजना बना रही है। लैपटॉप टैबलेट का वितरण कैसे होगा यूपी सरकार जल्द ही डीजी शक्ति पोर्टल (DG Shakti Portal) लॉन्च करने की योजना बना रही है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। सरकारी अनुमानों के मुताबिक, इस सप्ताह पोर्टल शुरू होने की उम्मीद है। एक बार पोर्टल चालू हो जाने के बाद छात्रों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर (Mobile Number) और ईमेल आईडी (Email ID) के माध्यम से जानकारी प्रदान की जाएगी। पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी तरह से नि:शुल्क होगी। सरकार पहले ही पात्र स्मार्टफोन, लैपटॉप निर्माताओं के लिए 4,700 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर चुकी है। पात्र छात्रों की सूची तक सरकार की पहुंच कैसे होगी योजना के लिए डेटा स्कूल और कॉलेजों से उनके विश्वविद्यालय में स्थानांतरित किया जाएगा और सरकार की योजना वहां से डेटा निकालने की है। पिछले सप्ताह तक, सरकार ने घोषणा की थी कि लगभग 27 लाख छात्रों का डेटा डीजी शक्ति पोर्टल पर अपलोड किया गया था और सरकार की योजना इस प्रक्रिया में और तेजी लाने की है। सरकार द्वारा डीजी शक्ति पोर्टल लॉन्च करने के बाद छात्रों को अपने लैपटॉप और स्मार्टफोन के बारे में सूचना मिलना शुरू हो सकती है।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/bjp-parliamentary-party-meeting-pm-narendra-modi-honored-kpa-r3q9hq,BJP Parliamentary Party meeting: संसद से रफूचक्कर होने वाले MPs को PM की समझाइश-बच्चों की तरह बर्ताव न करें,"BJP Parliamentary Party meeting: संसद से रफूचक्कर होने वाले MPs को PM की समझाइश-बच्चों की तरह बर्ताव न करें बीजेपी संसदीय दल की बैठक(BJP Parliamentary Party meeting) अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई। इसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही 15 नवंबर(बिरसा मुंडा के जन्मदिन) का जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान किया गया। New Delhi, First Published Dec 7, 2021, 9:52 AM IST नई दिल्ली. बीजेपी संसदीय दल की बैठक(BJP Parliamentary Party meeting) 7 दिसंबर को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई। पहले यह बैठक संसद भवन परिसर में प्रस्तावित थी। ऑडिटोरियम में इस समय मरम्मत का कार्य चल रहा है। इसलिए बैठक स्थल बदलना पड़ा। जिस जगह यह बैठक हुई, उसका अपना महत्व है। यह केंद्र बीआर अंबेडकर के नाम पर है, जिनकी 6 दिसंबर को पुण्यतिथि थी। संसद सत्र के दौरान आमतौर पर हर मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक होती है। लेकिन पिछले हफ्ते यह नहीं हो सकी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 15 नवंबर (बिरसा मुंडा के जन्मदिन) को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा के लिए भाजपा संसदीय दल की बैठक में सम्मानित किया। PM मोदी ने दी नसीहत मीटिंग में PM मोदी ने भाजपा सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि वे सदन में मौजूद रहें। मोदी ने कहा कि वे लोगों के हित में काम करें। मोदी ने संसद से गायब रहने वाले सांसदों को फटकार भी लगाई। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया-पीएम मोदी ने आज की बैठक में संसद खेल स्पर्धा, तंदरुस्त बाल स्पर्धा और सूर्यानमस्कार स्पर्धा आयोजन करने के लिए आवाहन दिया है। इसके साथ ही जिन्हें पद्म अवार्ड मिला है उनके साथ एक लाइव कार्यक्रम करने का आह्वान भी किया है। मोदी ने कहा कि अनुशासन में रहें, समय से आएं और अपनी बारी होने पर ही बोलें। बच्चों की तरह बर्ताव न करें। pic.twitter.com/fd5GObWgbM कांग्रेस की 8 दिसंबर को होगी मीटिंग कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 8 दिसंबर को कांग्रेस संसदीय दल की सामान्य सभा की बैठक बुलाई है। यह बैठक सुबह 9.30 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में होगी। बैठक में सोनिया गांधी अगली राजनीति रणनीति पर चर्चा करेंगी। अंबेडकर केंद्र इसलिए महत्वपूर्ण है 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के प्रमुख स्मरणोत्सव के हिस्से के रूप में पूरे देश के साथ भारत सरकार ने 6 दिसम्‍बर, 2021 को महापरिनिर्वाण दिवस मनाया। डॉ. बी.आर. अम्‍बेडकर की 66वीं पुण्यतिथि के अवसर पर राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री ने मंत्रियों और विभिन्न मंत्रालयों के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के साथ संसद भवन में बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद बौद्ध भिक्षुओं द्वारा धम्म पूजा की गई। तत्पश्चात सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के गीत एवं नाटक प्रभाग ने डॉ. अम्बेडकर की स्मृति में विशेष गीत प्रस्तुत किए। केन्‍द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक, नई दिल्ली का दौरा किया और डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, जहां बौद्ध भिक्षुओं ने धम्म पूजा की। डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन ने भी इस अवसर पर डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली परिसर में एक पूरे दिन का कार्यक्रम आयोजित किया। केन्‍द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे और केन्‍द्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर विशिष्ट अतिथि थे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में सचिव आर. सुब्रमण्यम, सचिव और यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. डी.पी. सिंह भी अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित थे। अगले 5 वर्षों में, मंत्रालय ने लगभग 300 करोड़ रुपये की मदद से अनुसूचित जाति के 24800 मेधावी छात्रों को सहायता देने का निर्णय लिया है, जिससे शैक्षिक रूप से पिछड़े जिलों और राष्ट्रीय औसत पर अनुसूचित जाति समुदाय की आबादी वाले जिलों में नीति आयोग द्वारा चिन्हित आकांक्षी जिलों के प्रतिष्ठित निजी आवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक गुणवत्तापूर्ण आवासीय शिक्षा प्रदान की जाएगी।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/uttar-pradesh/pm-narendra-modi-unveil-aiims-gorakhpur-people-of-purvanchal-will-get-treatment-facility-r3pxcs,"आज गोरखपुर AIIMS का उद्घाटन करेंगे PM Modi, पूर्वांचलवालों को इलाज के लिए नहीं जाना होगा दिल्ली","आज गोरखपुर AIIMS का उद्घाटन करेंगे PM Modi, पूर्वांचलवालों को इलाज के लिए नहीं जाना होगा दिल्ली गोरखपुर एम्स से पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार, झारखंड और नेपाल तक के लोगों को फायदा मिलेगा। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली नहीं जाना होगा। एम्स की कुल लागत 1011 करोड़ है। 112 एकड़ में तैयार हुए इस अस्पताल में वर्तमान में 300 बेड हैं। Gorakhpur, First Published Dec 7, 2021, 5:30 AM IST गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज गोरखपुर में एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) का उद्घाटन करेंगे। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार, झारखंड और नेपाल तक के लोगों को फायदा मिलेगा। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली नहीं जाना होगा। एक अनुमान के मुताबिक करीब सात करोड़ की आबादी के लिए विश्व स्तरीय विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा के किए यह एम्स सबसे बड़ा केंद्र बना है। गोरखपुर एम्स (Gorakhpur AIIMS) की कुल लागत 1011 करोड़ रुपए है। 112 एकड़ में तैयार हुए इस अस्पताल में वर्तमान में 300 बेड हैं। जनवरी महीने में 450 बेड और उसके बाद पूरी तरह से 750 बेड का अस्पताल बन जाएगा। यहां 14 मॉडुलर ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं। सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड जैसी आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं भी मौजूद हैं। रोज होगा 5 हजार मरीज का इलाज वर्तमान में गोरखपुर एम्स में रोज 1,800-2,000 मरीज का इलाज हो रहा है। उद्घाटन के बाद रोज 5000 से अधिक मरीजों के इलाज की उम्मीद है। पूर्वांचल क्षेत्र के लोगों की चिकित्सा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए जल्द ही अन्य 16 सुपर स्पेशियलिटी विभाग खोले जाएंगे। एम्स गोरखपुर में ऑन्कोलॉजी विभाग पहले से ही काम कर रहा है। यहां कैंसर के रोगियों को रेडियोथेरेपी दी जाती है। विभाग को जल्द ही 18 करोड़ रुपए की लागत से दोहरी ऊर्जा वाली रेडियोथेरेपी मशीन मिलेगी। एम्स में 83 नई फैकेल्टी जॉइन कर चुकी है, जिसमें से 50 जूनियर और 50 सीनियर डॉक्टर्स हैं। 165 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती हो चुकी है और अभी भी लगातार भर्ती प्रक्रिया चल रही है। यहां पर पढ़ाई की भी शुरुआत हो चुकी है। 2019 के पहले बैच में MBBS के 50 छात्र 2020 में MBBS 125 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, साथ ही आने वाले दिनों में यहां पर MD और DM सहित अन्य स्पेशलिस्ट कोर्स की भी शुरुआत होगी। पीएम मोदी ने 22 जुलाई 2016 को किया था शिलान्यास गोरखपुर में एम्स की स्थापना की मांग करीब डेढ़ दशक पुरानी है। पीएम मोदी जब भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, तब 2014 के चुनावों में उन्होंने पूर्वांचल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का वादा किया था। इसके बाद जब वे प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने गोरखपुर में एम्स खोलने की बात कही थी। लेकिन तत्कालीन सपा सरकार ने जमीन को लेकर मामला उलझा दिया था। किसी तरह बात बनी और कूड़ाघाट स्थित गन्ना संस्थान को दूसरी जगह शिफ्ट कर 120 एकड़ में गोरखपुर एम्स बनाने का निर्णय लिया गया। पीएम मोदी ने 22 जुलाई 2016 को गोरखपुर एम्स का शिलान्यास किया था। एम्स गोरखपुर एक नजर में शिलान्यास: 22 जुलाई 2016 को ओपीडी की शुरुआत: 24 फरवरी 2019 सामान्य मरीजों के छोटे ऑपरेशन: 14 जून से परियोजना लागत: 1011 करोड़ रुपए परिसर क्षेत्रफल: 112 एकड़ अस्पताल क्षमता: 750 बेड शिक्षा सेवा: एमबीबीएस सेकेंड बैच",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/regional-team/people-have-become-aware-of-reality-of-bjp-angry-with-policies-of-government-will-give-a-befitting-reply-akhilesh-yadav-63887,"बीजेपी की हकीकत से वाकिफ हो गए हैं लोग, सरकार की नीतियों से नाराज 2022 में देंगे मुंहतोड़ जवाब: अखिलेश यादव","समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को दावा किया कि लोग भाजपा सरकार की नीतियों से नाराज हैं और 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार विज्ञापन जारी करने में नंबर एक है और शासन में 'शून्य' है। सपा अध्यक्ष ने कहा, ""यह (भाजपा सरकार) झूठे वादे करने में माहिर है, लेकिन अब जनता सच्चाई से अच्छी तरह परिचित हो गई है और भाजपा और समाजवादी सरकार के बीच का अंतर जानती है।"" यादव ने दावा किया कि जनता के गुस्से से भाजपा दहशत में है। उन्होंने कहा, ""लोग भाजपा सरकार की नीतियों से नाराज हैं और 2022 (यूपी विधानसभा) चुनाव में इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।"" भाजपा ने केवल लोगों के जीवन और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। बीजेपी सरकार में महंगाई बढ़ी है और आमदनी घटी है. उन्होंने कहा कि इसने समाज के एक बड़े वर्ग के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर यादव ने कहा कि लोग अब भाजपा के झूठ को स्वीकार करने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ""भाजपा नेता चाहे जो भी दावा करें, सच्चाई यह है कि उनके शासन में कोई भी सुरक्षित नहीं है। प्रशासन पूरी तरह से पंगु है, महिलाओं को अपमानित किया जाता है और पुलिस हिरासत में फर्जी मुठभेड़ और मौतें जारी हैं।"" भाजपा शासन में किसान, मजदूर और युवा सबसे अधिक प्रताड़ित और प्रताड़ित हैं। यादव ने दावा किया कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात तो दूर एमएसपी पर धान भी नहीं खरीद रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी नहीं दी गई है और सरकारी भर्ती में भ्रष्टाचार के कारण उनका जीवन अंधकारमय है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/national-team/rahul-gandhi-said-on-announcement-of-return-of-farmers-from-the-borders-of-delhi-victory-of-truth-our-country-is-great-63886,"किसानों की दिल्ली की सीमाओं से वापसी के एलान पर बोले राहुल गांधी- यह सत्य की जीत, अपना देश महान है..","किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर अपना आंदोलन स्थगित करने का एलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने मोदी सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद कहा कि 11 दिसंबर को विरोध स्थलों से घर लौट जाएंगे। इस पर राहुल गांधी ने खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, ''अपना देश महान है, यहां सत्याग्रही किसान है! सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं।'' केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने किसानों के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे बीजेपी को केंद्र और राज्य दोनों में पार्टी की सरकारों द्वारा किए गए कामों को लेकर यूपी विधानसभा चुनावों के लिए अपना एजेंडा तय करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी की स्थिति में सुधार आएगा क्योंकि ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाए कदमों से संतुष्ट होकर ’किसान घर लौट रहे हैं। आंदोलन स्थगित करने पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि इस सरकार ने टकराव का रास्ता नहीं टॉक का रास्ता अपनाया है। है. सरकार की नीति और नियत अन्नदाताओं, कृषि के पक्ष में है। किसान नेताओं ने कहा कि वे 15 जनवरी को यह देखने के लिए फिर बैठक करेंगे कि क्या सरकार ने उनकी मांगों को पूरा किया है। मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान पिछले साल 26 नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। संयुक्त किसान मोर्चा को केंद्र सरकार द्वारा हस्ताक्षरित पत्र मिलने के बाद आंदोलन स्थिगत करने की घोषणा हुई है। पत्र में किसानों के खिलाफ मामलों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर एक समिति बनाने सहित उनकी लंबित मांगों पर विचार करने के लिए सहमति जताई गई है।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/nagaland-firing-cm-mamata-asks-police-to-keep-tab-on-bsf-activities-in-bengal-63849,"नगालैंड फायरिंग: फिर गहरा सकता है ममता बनाम बीएसएफ विवाद, टीएमसी और भाजपा में ठनी","पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को सुरक्षा बलों द्वारा नगालैंड में 14 नागरिकों की हत्या के मद्देनजर पड़ोसी देशों के साथ सीमा साझा करने वाले जिलों में पुलिस से बीएसएफ की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा। ""उन्होंने पुलिस को सीमा सुरक्षा बल को उसके निर्धारित अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन नहीं करने देने का भी निर्देश दिया और कहा कि कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है। उन्होंने कहा, """"मुझे पता है कि यह समस्या है ... बीएसएफ के जवान हमारे गांवों में प्रवेश करते हैं और फिर हमें उत्पीड़न की शिकायत मिलती है। वे कई जगहों पर जाते हैं जो पुलिस को सूचित किए बिना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं। उन्होंने यहां कर्णजोरा में आयोजित उत्तर दिनाजपुर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों की प्रशासनिक समीक्षा बैठक में कहा कि बंगाल के सीतलकुची में विधानसभा चुनाव के दौरान और हाल ही में कूचबिहार में, जहां गोलीबारी में तीन लोग मारे गए थे, सभी ने देखा है कि नागालैंड में क्या हुआ ... मैं ब्लॉक विकास अधिकारियों और प्रभारी निरीक्षकों को सतर्क रहने के लिए कहूंगी। बनर्जी 4 और 5 दिसंबर को नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों द्वारा 14 नागरिकों की हत्या का जिक्र कर रही थीं। मुख्यमंत्री बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र का विस्तार करने के केंद्र के फैसले का भी विरोध कर रही हैं, उन्होंने इस कदम को देश के संघीय ढांचे में हस्तक्षेप करने का प्रयास करार दिया। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से पहले की 15 किलोमीटर की सीमा से 50 किलोमीटर के दायरे में तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी के लिए बल को अधिकृत करने के लिए बीएसएफ अधिनियम में संशोधन किया है। बनर्जी ने कहा, """"सीमावर्ती इलाकों में हमें कोई समस्या नहीं है और (पड़ोसी देशों के साथ) बहुत सौहार्दपूर्ण संबंध हैं। इस भ्रम को पैदा करने की कोई जरूरत नहीं है। कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है।"""""" पश्चिम बंगाल बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। इस बीच, भाजपा ने बीएसएफ की आलोचना करने और उसके अधिकार क्षेत्र पर सवाल उठाने के लिए बनर्जी की आलोचना की। पार्टी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ""सीएम संघवाद की बात करती हैं, और फिर सुरक्षा बलों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करती हैं। वह बीएसएफ और उसके अधिकार क्षेत्र के अधिकारों पर सवाल उठाती हैं। अगर सरकार के निर्वाचित प्रमुख इस तरह से बोलते हैं, तो उनकी पार्टी के नेता स्वाभाविक रूप से उसी स्वर में बोलेंगे। यह संविधान की भावना का उल्लंघन है।"" उन्होंने कहा कि दक्षिण बंगाल की सीमा 1,300 किमी लंबी है और कई जल निकायों और वनस्पतियों से युक्त है, सीमा प्रहरियों के लिए ऑपरेशन का 15 किमी क्षेत्र बहुत कम था, और इसे बढ़ाने का निर्णय उचित था। बनर्जी की घोषणा पर कि 112 नगर निकायों के चुनाव, जहां मतदान एक वर्ष से अधिक समय से लंबित था, 19 दिसंबर केएमसी चुनावों के तुरंत बाद होंगे, भट्टाचार्य ने कहा, ""जब मामला उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित है, तो ऐसा बयान दिखाता है कि टीएमसी कैसे निरंकुश तरीके से फैसले लेती है।” उन्होंने कहा, ""राज्य चुनाव आयोग टीएमसी के राजनीतिक सेवक की तरह काम कर रहा है।""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/priyanka-gandhi-vadra-released-womens-manifesto-ahead-of-up-assembly-elections-63856,"यूपी : प्रियंका गांधी ने जारी किया महिला घोषणा पत्र, जानें कौन-कौन से किए वादे","उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने महिला घोषणा पत्र जारी कर दिया है। बुधवार को लखनऊ में घोषणा पत्र जारी करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने कहा कि महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 40 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने 10 लाख रुपये तक फ्री में इलाज की भी सुविधा देने की बात कही। घोषणा पत्र जारी करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकारी पदों में महिलाओं की लगभग 9 प्रतिशत भागीदारी है, जिसे हम 40 प्रतिशत करेंगे। महिला द्वारा संचालित छोटे व्यापारों में टैक्स में छूट मिलेगी। मनरेगा में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। दुकानों का संचालन भी महिलाएं ही करेंगी। इसके अलावा 10+2 में लड़कियों को स्मार्ट फोन भी दिया जाएगा। प्रदेश में संध्या विद्यालय भी होंगे, जिससे गांव में भी लड़कियां पढ़ सकेंगी। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'सक्षमता, शक्ति व दृढ़निश्चय महिलाओं के सहज गुण हैं। महिलाएं साहस, करुणा एवं आशा की प्रतीक हैं। महिलाओं के सच्चे सशक्तिकरण के लिए आवश्यक है कि उनके लिए एक ऐसा वातावरण बनाया जाए जिसमें उनकी अभिव्यक्ति को बंधन मुक्त व असीमित आकाश मिले। हमारे महिला घोषणा पत्र की मूल भावना यही है।' प्रियंका का महिला घोषणा पत्र ""-महिलाओं की ओर से संचालित छोटे व्यापारों में टैक्स से छूट मिलेगी -स्नातक पास लड़कियों को स्कूटी दी जाएगी -उनके लिए बस फ्री होगी -विधवा को 500 रुपये पेंशन दी जाएगी -गरीब महिलाओं को फ्री इंटरनेट सेवा -पुलिस बल में 25 % महिलाओं को नौकरी -आवासीय खेल अकादमी बनवाई जाएंगी -रेप जैसी शिकायत में नियमों का पालन न करने पर अधिकारी का निलंबन -सभी जिले में महिलाओं के लिए मुफ्त कानूनी मदद -किसी भी बीमारी का 10 लाख रुपये तक फ्री में इलाज -मासिक धर्म से संबंधित दवाओं की मुफ्त आपूर्ति की जाएगी -सभी सीएचसी में स्वस्थ शिक्षा केंद्र होगा और डॉक्टर भी महिलाएं ही होंगी"" बता दें कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रियंका गांधी प्रतिज्ञा यात्राएं निकाल रही हैं। उन्होंने बाराबंकी से कांग्रेस की 7 प्रतिज्ञाओं का ऐलान किया था।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/national-team/cpp-meet-sonia-gandhi-slams-govt-on-farmers-issue-condemns-suspension-of-rs-mps-63855,"सीपीपी बैठक: सोनिया गांधी ने किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा, राज्यसभा सांसदों के निलंबन पर भी की खिंचाई","कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कीमतों में वृद्धि, किसानों की मांगों और सीमाओं पर तनाव के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उनकी पार्टी कृषि क्षेत्र और सीमा की स्थिति के सामने आने वाली चुनौतियों पर संसद में चर्चा पर जोर देगी। कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए, गांधी ने नागालैंड में 14 नागरिकों की हत्या पर भी गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि परिवारों के लिए न्याय जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने इस कदम को ""अपमानजनक"" बताते हुए 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यह अभूतपूर्व है कि उन्हें शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ""यह संविधान और राज्यों की परिषद में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों दोनों का उल्लंघन करता है, जैसा कि मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने राज्यसभा के सभापति को लिखे अपने पत्र में समझाया है।"" उन्होंने कहा कि वे सभी उनके साथ एकजुटता से खड़े हैं। संसद के सेंट्रल हॉल में बैठक के दौरान संसद के दोनों सदनों के कांग्रेस सांसद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह असाधारण है कि संसद को अब तक अपनी सीमाओं पर देश के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करने का अवसर नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, ""इस तरह की चर्चा सामूहिक इच्छाशक्ति और संकल्प को प्रदर्शित करने का एक अवसर भी होता। सरकार मुश्किल सवालों का जवाब नहीं देना चाहती, लेकिन स्पष्टीकरण और स्पष्टीकरण मांगना विपक्ष का अधिकार और कर्तव्य है।"" गांधी ने बैठक में कहा, ""मोदी सरकार बहस के लिए समय आवंटित करने से दृढ़ता से इनकार करती है। मैं एक बार फिर सीमा की स्थिति और हमारे पड़ोसियों के साथ संबंधों पर पूर्ण चर्चा का आग्रह करती हूं।"" कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि सरकार ने आखिरकार तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है, यहां तक कि यह ""अलोकतांत्रिक रूप से किया गया था जैसे पिछले साल उनके पारित होने को बिना चर्चा के आगे बढ़ाया गया था""। उन्होंने कहा कि यह किसानों की एकजुटता और तप, उनके अनुशासन और समर्पण ने एक ""अभिमानी सरकार"" को झुकने के लिए मजबूर किया है। किसानों को उनकी उपलब्धि के लिए सलाम करते हुए, गांधी ने पिछले 12 महीनों में 700 से अधिक किसानों के बलिदान को याद किया और उनके बलिदान का सम्मान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ""हम कानूनी रूप से गारंटीकृत एमएसपी, खेती की लागत को पूरा करने वाले लाभकारी मूल्य, और शोक संतप्त परिवारों को मुआवजे की मांग में किसानों के साथ खड़े होने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ हैं।"" महंगाई का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, ""मैं समझ नहीं पा रही हूं कि मोदी सरकार इतनी संवेदनहीन कैसे और क्यों है और समस्या की गंभीरता को नकारती रहती है। यह लोगों की पीड़ा के लिए अभेद्य लगती है।"" उन्होंने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों को कम करने के लिए उठाए गए कदमों को पूरी तरह से अपर्याप्त और नाकाफी करार दिया और कहा कि सरकार ने इसके बजाय आर्थिक रूप से तंग राज्य सरकारों को शुल्क में कटौती की जिम्मेदारी सौंपी है। सेंट्रल विस्टा परियोजना का परोक्ष संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, ""और इस सब के बीच, केंद्र व्यर्थ शानदार परियोजनाओं पर भारी सार्वजनिक व्यय कर रहा है।"" उन्होंने मोदी सरकार पर बैंकों, बीमा कंपनियों, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों, रेलवे और हवाई अड्डों जैसी कीमती राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ""पहले प्रधानमंत्री ने नवंबर 2016 के अपने विमुद्रीकरण कदम के साथ अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया। वह उस विनाशकारी रास्ते पर जारी है, लेकिन इसे मुद्रीकरण कहा जा रहा है। अब, वह पिछले सत्तर वर्षों में सामाजिक उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए बनाए गए सार्वजनिक क्षेत्र को रणनीतिक, आर्थिक और के साथ नष्ट कर रहे हैं।"" आर्थिक सुधार का दावा करने के लिए सरकार पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, ""वसूली किसके लिए असली सवाल है? इसका मतलब उन लाखों लोगों के लिए कुछ भी नहीं है जिन्होंने अपनी आजीविका खो दी है, और उन एमएसएमई के लिए जिनके व्यवसाय न केवल कोविड-19 से अपंग हो गए हैं। बल्कि 'नोटबंदी' के संयुक्त प्रभावों और एक त्रुटिपूर्ण जीएसटी के जल्दबाजी में कार्यान्वयन से भी इन्हें धक्का पहुंचा है।"" उन्होंने कहा कि कुछ बड़ी कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं या शेयर बाजार नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है इसका मतलब यह नहीं है कि अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। उन्होंने पूछा, ""और अगर लाभ श्रम बहाकर कमाया जा रहा है, तो इन लाभों का सामाजिक मूल्य क्या है।"" उन्होंने कहा कि कोविड की स्थिति पर दुखद वास्तविकता यह है कि देश सरकार द्वारा वर्ष के अंत के लिए घोषित दोहरे खुराक वाले टीकाकरण के स्तर तक पहुंचने के करीब नहीं है। प्रयासों को स्पष्ट रूप से तेज किया जाना चाहिए और दैनिक टीकाकरण खुराक को चार गुना बढ़ाना होगा ताकि 60 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराक मिल सके, उन्होंने कहा, उम्मीद है कि सरकार ने कोविड की पिछली लहरों से सबक सीखा है और खुद को तैयार कर रही है नए संस्करण के साथ प्रभावी ढंग से निपटने के लिए। उन्होंने कहा, ""ऐसे कई अन्य मुद्दे हैं जिन्हें हम उठाना चाहते हैं। उनमें से महत्वपूर्ण हैं, भारतीय कृषि के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा और उन परिवारों को प्रत्यक्ष आय सहायता की तत्काल आवश्यकता है जिन्होंने अपनी आजीविका खो दी है। हमें इस पर जोर देना चाहिए।"" नागालैंड गोलीबारी की घटना पर उन्होंने कहा, ""सरकार खेद व्यक्त करना ही काफी नहीं है! पीड़ितों के परिवारों के लिए न्याय जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इस तरह की भयावह त्रासदियों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए विश्वसनीय कदम उठाए जाने चाहिए।""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/national-team/we-joined-gandhis-india-not-godse-said-farooq-abdullah-targeting-the-center-63857,"फारूक अब्दुल्ला का केंद्र पर निशाना- हम गोडसे के नहीं, गांधी के भारत में हुए शामिल","लोकसभा सदस्य और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि उनकी नेशनल कांफ्रेंस महात्मा गांधी के भारत को वापस लाना चाहती है और विश्वास जताया कि वह इस संघर्ष में सफल होगी। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ""हमने कभी भारत के खिलाफ कोई नारा नहीं लगाया। मुझे पाकिस्तानी कहा जाता था। मुझे खालिस्तानी भी कहा जाता था, लेकिन हम महात्मा गांधी के रास्ते पर चलते हैं और गांधी के भारत को वापस लाना चाहते हैं।"" उन्होंने आगे कहा, ""हम गोडसे के नहीं, गांधी के भारत में शामिल हुए। हमने कभी हिंदुओं, मुसलमानों और सिखों में भेदभाव नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि अगर मैं नेहरू परिवार में जन्म लिया होता तो मैं आज ब्राह्मण होता और अगर इंदिरा मेरे पिता के घर में पैदा होती तो वो मुस्लिम होती।"" अपने संबोधन में उन्होंने नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सरकार को भी निशाना बनाया। अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ""दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी"" (जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के बीच की दूरी और दिलों के बीच की दूरी) को हटाने का वादा किया था, लेकिन जमीन पर कुछ भी ठोस नहीं किया गया है। अब्दुल्ला ने कहा कि 700 से अधिक किसानों की कुर्बानी और पांच राज्यों के चुनाव में हार की आशंका के बाद केंद्र ने कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को स्वीकार कर लिया है। केंद्र केवल चुनाव जीतने के लिए काम करता है, राष्ट्र की समृद्धि के लिए नहीं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे नफरत की इस राजनीति को रोकें अन्यथा भारत नहीं टिकेगा। उन्हें धर्म के बजाय कर्मों पर ध्यान देना चाहिए ताकि राष्ट्र को गिरने से बचाया जा सके।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/regional-team/pdp-leader-mehbooba-mufti-reiterated-i-will-not-contest-elections-in-kashmir-until-article-370-is-restored-63846,"पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने फिर दोहराया- कश्मीर में जब तक धारा-370 बहाल नहीं हो जाती, मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी","जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि बेशक, हम चुनाव लड़ने जा रहे हैं, हम उन्हें कोई जगह नहें देंगे, लेकिन मैं तब तक चुनाव नहीं लड़ूंगी, जब तक कश्मीर में फिर से घारा-370 बहाल नहीं हो जाती है। इससे पहले उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल और मौजूदा शासनकाल की तुलना करते हुए कहा कि देश में आज ये हालात हैं कि गांधी (महात्मा गांधी) का भारत गोडसे (नाथूराम गोडसे) के भारत में बदल रहा है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, ''मुझे वाजपेयी जी के दौर में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच याद है, जहां पाक के नागरिक भारत के लिए जयकार कर रहे थे और भारत के नागरिक पाकिस्तान के लिए जयकार कर रहे थे। पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी की तत्कालीन भारतीय कप्तान एमएस धोनी की तारीफ की थी।'' उन्होंने कहा, ''कुछ दिन पहले आगरा में जब भारत के साथ मैच के दौरान कुछ युवाओं ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जय-जयकार की तो एक भी वकील उनका पक्ष लेने को तैयार नहीं हुआ। इसलिए अब लगता है कि गांधी का भारत अब गोडसे का भारत बनता जा रहा है।'' इसी साल जून में केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के अगले ही दिन महबूबा ने घोषणा की थी कि अनुच्छेद 370 की बहाली तक वे कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी। यहां तक कि चुनाव में उनकी पार्टी जीतती है तो वे मुख्यमंत्री तक नहीं बनेंगी।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/preparing-for-caste-census-final-decision-at-all-party-meet-nitish-kumar-63835,"अब नीतीश कुमार देंगे मोदी सरकार को बड़ा झटका, किया ये ऐलान","बिहार में काफी समय से जातिगत जनगणना को लेकर सियासत जारी है। इस बीच अब यह लगभग तय हो चुका है कि राज्य में जातिगत जनगणना जल्द होगी। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार के बाद मीडिया से बात करते हुए इस ओर संकेत दिया कि राज्य सरकार अपने स्तर से प्रदेश में जातिगत जनगणना कराने की तैयारी में लग चुकी है। नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में जातिगत जनगणना कराने को लेकर जल्द ही वह सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे, जिसके बाद प्रदेश में जातिगत जनगणना की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। नीतीश ने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर अंतिम निर्णय राज्य सरकार सर्वदलीय बैठक के बाद ही लेगी। नीतीश कुमार ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में सरकार की तैयारी के बारे में बताया जाएगा। फिर जो सबकी राय होगी, वही फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम लोग जातिगत जनगणना कराने के पक्ष में हैं और इससे बहुत फायदा होगा। गौरतलब है कि पिछले कुछ वक्त से जातिगत जनगणना कराने के मुद्दे पर बिहार में जमकर सियासत हो रही है। इस मसले पर नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के सर्वदलीय शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी, लेकिन कुछ समय के बाद केंद्र सरकार की ओर से साफ हो गया है कि देश में जातिगत जनगणना कराने के पक्ष में वह नहीं है। इसके बाद अब लगभग तय हो चुका है कि केंद्र सरकार की इच्छा के विपरीत नीतीश कुमार सरकार राज्य स्तर पर जातिगत जनगणना करवाएगी।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/analysis/article-370-can-farooq-abdullah-save-his-father-sheikh-abdullahs-political-legacy-in-jammu-and-kashmir-63836,अनुच्छेद 370: क्या फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में अपने पिता शेख अब्दुल्ला की राजनीतिक विरासत को बचा सकते हैं?,"नेशनल कांफ्रेंस के सैकड़ों कार्यकर्ता रविवार को डल झील के किनारे हजरतबल में शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के बेहद सुरक्षित मकबरे पर पहुंचे। इस विषादपूर्ण मौके पर उनके बेटे डॉ फारूक अब्दुल्ला एक ही समय में नाराज और दुखी दोनों दिखाई दिए। अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को दैनिक प्रार्थना करने की सलाह देते हुए, अब्दुल्ला ने उन्हें आगे अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35A की बहाली के लिए संघर्ष शुरू करने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा, ""700 किसानों के बलिदान के बाद केंद्र ने कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया। केंद्र द्वारा हमसे छीने गए अधिकारों को वापस पाने के लिए हमें भी इसी तरह का बलिदान देना पड़ सकता है।"" कश्मीर विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर गुल वानी के अनुसार, ""अनुच्छेद 370 और 35A को निरस्त करने और कृषि कानूनों के बीच समानताएं खींचने का प्रयास नेकां नेता द्वारा एक जानबूझकर लिया गया कदम है।"" वानी ने आउटलुक को बताया, ""डॉ फारूक अब्दुल्ला किसानों के संघर्ष और अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए संघर्ष के बीच एक समानांतर खींचने की कोशिश कर रहे हैं ताकि केंद्र को यह बताया जा सके कि उनकी राजनीतिक लड़ाई शांतिपूर्ण और भारतीय संविधान के दायरे में होगी।"" वानी ने आगे विस्तार से बताया कि अब्दुल्ला के अनुच्छेद 370 पर ध्यान केंद्रित करने का कारण यह है कि यह उनके पिता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम शेख अब्दुल्ला और 1974 के इंदिरा-शेख समझौता के बाद की उनकी राजनीतिक विचारधारा का प्रतीक है। वे कहते हैं, ""अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, नेशनल कांफ्रेंस एक राजनीतिक ताकत के रूप में कार्य करना जारी रखना चाहता है, लेकिन इसने अपना वैचारिक आधार खो दिया है।"" नेशनल कांफ्रेंस कहती रही है कि जम्मू-कश्मीर में अतुलनीय भूमि सुधार (लैंड रिफॉर्म) जम्मू और कश्मीर में असंभव होता अगर अनुच्छेद 370 नहीं होता। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने वर्षों से शेख की भूमिका को सही ठहराया है। 1947-48 में जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय और बाद में एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र होने के कारण जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35A के तहत अलग पहचान मिली। नेकां के अनुसार, ऐसी पहचान, ""थियोक्रेटिक पाकिस्तान"" में संभव नहीं होती। अनुच्छेद 370 और नेशनल कांफ्रेंस अनुच्छेद 370 के तहत, लद्दाख सहित जम्मू और कश्मीर का एक अलग संविधान था जिसे जम्मू और कश्मीर का संविधान कहा जाता था और साथ ही अनुच्छेद 35A जम्मू और कश्मीर में बाहर से लोगों को संपत्ति खरीदने से रोक रहा था और निवासियों के लिए नौकरी में आरक्षण सुनिश्चित कर रहा था। अनुच्छेद 35ए जम्मू-कश्मीर सरकार को तत्कालीन राज्य के ""स्थायी निवासी"" के रूप में व्यक्तियों के एक वर्ग को परिभाषित करने का अधिकार देता था। साथ ही, यह सरकार को राज्य में सार्वजनिक रोजगार और अचल संपत्ति के अधिग्रहण के मामलों के संबंध में इन व्यक्तियों के विशेष अधिकार और विशेषाधिकार प्रदान करने की अनुमति देता है। 5 अगस्त, 2019 को, केंद्र ने लगभग 8,000 लोगों की घेराबंदी, तालाबंदी और गिरफ्तारी के बीच, संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35A को निरस्त कर, जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर डाउनग्रेड कर दिया। सरकार ने राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को भी हिरासत में लिया। प्रोफेसर वानी कहते हैं, ""नेशनल कांफ्रेंस ने अपने पूरे इतिहास में अपनी सार्वजनिक पहुंच और सबसे बढ़कर अपनी राजनीतिक विचारधारा को समायोजित करने का प्रयास किया है। इसका सबसे प्रमुख उदाहरण 1972 है। उस वर्ष नेशनल कांफ्रेंस ने पंचायत चुनावों में भाग लेने का फैसला किया। यह अलग सवाल है कि उसके उम्मीदवारों के नामांकन पत्र स्वीकार नहीं किए गए। 1974 के इंदिरा-शेख समझौते के बाद उन्हें सत्ता की गतिशीलता के कारण इसकी राजनीति को फिर से समायोजित करना पड़ा, जिसमें 1971 में पाकिस्तान का विभाजन भी शामिल है।"" 1990 में जब एक सशस्त्र विद्रोह छिड़ गया और सरकार ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया, तो इसने राज्य की राजनीति में गंभीर सेंध लगा दी। वे कहते हैं, ""फारूक अब्दुल्ला को 1996 में छह साल बाद वापस आने के लिए लंदन जाना पड़ा, जब उन्हें स्वायत्तता या इससे कम का वादा किया गया था।"" उसी वर्ष, तत्कालीन प्रधान मंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने बुर्किना फासो में औगाडौगौ को यह दोहराने के लिए चुना कि जहां तक कश्मीर की स्वायत्तता का संबंध है, ""आकाश सीमा है""। लेकिन कुछ भी बहाल नहीं किया गया और फारूक अब्दुल्ला सरकार द्वारा 2000 में पारित स्वायत्तता प्रस्ताव को प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने खारिज कर दिया। बाद वाले ने कहा कि घड़ी को वापस नहीं किया जा सकता है। इंदिरा गांधी ने भी 1970 के दशक की शुरुआत में शेख अब्दुल्ला की जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता की बहाली की मांग के लिए यही शब्द कहे थे। प्रोफेसर वानी कहते हैं, ""अब अनुच्छेद 370 को निरस्त करना जम्मू और कश्मीर में राजनीतिक दलों के लिए एक गंभीर स्थिति है, खासकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए। शेख अब्दुल्ला की पूरी वैचारिक परियोजना में, यहां तक कि उनकी पार्टी की राजनीतिक परियोजना में अनुच्छेद 370 ही एकमात्र कड़ी थी, भले ही वह सबसे कमजोर रूप में थी। अब इसे निरस्त कर दिया गया है। जम्मू और कश्मीर जो ब्रिटिश राज के तहत सबसे बड़ी रियासत थी, अब अलग-अलग कर केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया गया है। कुछ भी नहीं रहता है।"" प्रोफेसर वानी आउटलुक को बताते हैं, ""शेख अब्दुल्ला के जवाहरलाल नेहरू या गांधी के साथ मतभेद थे लेकिन वे उनके साथी वैचारिक यात्री थे। अब हम भारत में नेहरूवादी परियोजना का पूरी तरह से विघटन देख रहे हैं और कश्मीर में भी इसका असर तब पड़ा जब धारा 370 को खत्म कर दिया गया। जाहिर है, फारूक अब्दुल्ला खुद को एक वैचारिक और राजनीतिक शून्य में पा रहे होंगे और अब उन्हें महसूस हो रहा होगा कि उनके पैर न हवा में हैं न जमीन पर।"" दूसरों का कहना है कि ""शेख राजनीतिक परियोजना"" 1953 में ही प्रासंगिकता खो चुकी थी। प्रो ने कहा, “शेख अब्दुल्ला को प्रधान मंत्री चुना गया था, जिसमें अधिकांश सदस्यों ने उन्हें वोट दिया था। कुछ लोग कहते हैं कि 9 अगस्त, 1953 को गिरफ्तार किए जाने पर हजारों लोग मारे गए। फिर 1974 में लंबी कैद के बाद, उन्होंने इंदिरा-शेख समझौते को स्वीकार कर लिया और इस प्रकार प्रमाणित किया कि 1953 में जम्मू और कश्मीर के साथ क्या किया गया था।"" एक राजनीतिक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर आउटलुक को बताया कि ""लेकिन 5 अगस्त, 2019, शेख अब्दुल्ला और नेकां की राजनीतिक परियोजना का पूर्ण विनाश है।"" जम्मू-कश्मीर के नेता कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अब दो दल हैं- एक जिन्होंने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद हार मान ली है, और अन्य जो लड़ रहे हैं ताकि कम से कम कुछ हासिल किया जा सके। लेकिन यहां पर्यवेक्षकों का एक समझौता है कि 9 अगस्त, 2019 को शेख की राजनीतिक विचारधारा के लिए आखिरी झटका था। इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के पूर्व कुलपति प्रो सिद्दीक वाहिद कहते हैं कि हालांकि, इतिहास में कुछ भी अप्रासंगिक नहीं है, क्योंकि जो कुछ भी हुआ है वह हमारे वर्तमान के लिए सबूत है। चाहे आप उससे सहमत हों या नहीं हो शेख अब्दुल्ला कश्मीर और जम्मू के पूरी इतिहास का एक हिस्सा है। उसे दूर करने की कोशिश करने के लिए कश्मीर में, और वास्तव में, दक्षिण एशिया में घटनाओं की सच्चाई को नकारना है; संक्षेप में, इतिहास को नकारना हमेशा विनाशकारी होता है।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/national-team/on-centres-no-data-on-farmers-deaths-due-to-protest-rahul-gandhis-strong-retort-in-loksabha-63839,"आंदोलन में मारे गए किसानों की लिस्ट सदन में दिखाकर बरसे राहुल, कहा- मोदी सरकार दे मुआवजा","कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में केंद्र से किसान आंदोलन में मारे गए किसानों को मुआवजा देने की मांग की। राहुल गांधी ने कहा, सदन में कृषि मंत्री ने कहा कि उनके पास किसान आंदोलन में मारे गए किसानों का कोई डेटा नहीं है। हमने इसके बारे में पता लगाया। उन्होंने कहा, ""किसान आंदोलन में लगभग 700 किसान शहीद हुए, प्रधानमंत्री ने देश और किसानों से माफी मांगी। 30 नवंबर को कृषि मंत्री से सवाल पूछा गया था कि किसान आंदोलन में कितने किसान शहीद हुए। कृषि मंत्री ने कहा कि उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है।"" लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि हमने पता लगाया कि पंजाब की सरकार ने लगभग 400 किसानों को 5 लाख रुपए का मुआवज़ा दिया और उनमें से 152 किसानों को रोज़गार दिया। हमने हरियाणा के 70 किसानों की भी सूची बनाई है। मैं चाहता हूं कि इनका हक पूरा होना चाहिए और उनको मुआवज़ा और रोज़गार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, ""मैं चाहता हूं कि किसानों को उनका हक दिया जाए, उन्हें मुआवजा भी दिया जाए और नौकरी भी दी जाए।"" वहीं राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ""सत्याग्रही शहीद किसानों के नाम पर मुआवज़ा ना देना, नौकरी ना देना और अन्नदाताओं के ख़िलाफ़ पुलिस केस वापस ना लेना बहुत बड़ी गलती होंगी।आख़िर पीएम कितनी बार माफ़ी माँगेंगे?""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/national-team/after-meeting-rahul-gandhi-sanjay-raut-said-a-separate-front-is-not-possible-without-congress-mamta-banerjee-raised-a-question-about-upa-63847,"राहुल गांधी से मुलाकात के बाद संजय राउत बोले- कांग्रेस के बिना अलग फ्रंट संभव नही, यूपीए को लेकर ममता बनर्जी ने खड़ा किया था सवाल","शिवसेना के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता संजय राउत मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली स्थित उनके घर पर मिले। करीब एक घंटे चली इस मीटिंग के बाद संजय राउत ने कहा, 'विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए।' हमने यह पहले से कहा है कि विपक्ष का अगर कोई एक फ्रंट बनता है तो कांग्रेस के बिना संभव नहीं है, उस बारे में जरूर चर्चा हुई है। यूपीए के अस्तित्व को लेकर खड़े हुए सवालों के बीच शिवसेना की यह मुलाकात अहम मानी जा रही है। संजय राउत यह भी कह चुके हैं कि महाराष्ट्र में चल रहा तीन दलों का गठबंधन भी मिनी यूपीए की तरह है। संजय राउत ने कहा कि मैंने राहुल गांधी को कहा है कि आपको लीड लेना चाहिए. आपको इस बारे में खुलकर काम करना चाहिए। कोई इस प्रकार से फ्रंट बनाएगा, बहुत सारे राजनीतिक दल आज भी कांग्रेस के साथ हैं, तो अलग-अलग फ्रंट बनाकर क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने कब कहा है कि कोई नेता लीड करना चाहिए। मैं इतना कहता हूं विपक्ष का एक ही फ्रंट होना चाहिए. लीडरशिप के बारे में एक साथ बैठकर आप चर्चा कर सकते हो। उन्होंने कहा कि एक ही फ्रंट बनेगा। एक ही फ्रंट बनना चाहिए। राउत ने कहा, ""राहुल गांधी जी से लंबी बात हुई है, जो बातचीत हुई वो स्वभाविक तौर पर राजनीतिक है. सब कुछ ठीक है लेकिन जो भी चर्चा हुई, उसके बारे में पहले पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे जी को बताएंगे। उसके बाद ही मीडिया में कुछ कह सकते हैं लेकिन इतना ज़रूर है कि शिवसेना यह मानती है एकजुट विपक्ष होना चाहिए।"" उन्होंने बताया, ""राहुल गांधी मुंबई आने वाले हैं। एक कार्यक्रम में ये तय हो रहा है ( 27-28 दिसंबर को )। उस दौरान अगर उद्धव ठाकरे कामकाज पर लौटे, तो मुलाकात हो सकती है।"" संजय राउत ने कहा कि टीएमसी और कांग्रेस को साथ लाने की कोशिश के लिए शरद पवार जी जैसे वरिष्ठ नेता काफी हैं।"" उन्होने बताया कि कल प्रियंका गांधी से भी वो मुलाकात करेंगे। बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुंबई में यूपीए को लेकर बयान दिया था, जिसके बाद संजय राउत ने कहा था कि कांग्रेस के बिना यूपीए की कल्पना नहीं की जा सकती।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/nagaland-firing-incident-tmc-delegation-to-visit-nagaland-to-stand-by-victims-of-firing-63816,"नगालैंड मामले से मोदी सरकार को घेरने की कवायद, ममता करेंगी ये काम","पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी इन दिनों राष्ट्रीय स्तर की नेता बनकर उभरने की कोशिशों में लगी हुई हैं। इस बीच अब नगालैंड के मोन जिले में गोलीबारी की घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ खड़े होने के लिए टीएमसी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को नागालैंड का दौरा करेगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने नागालैंड में सुरक्षा बलों द्वारा नागरिकों की हत्या की गहन जांच की मांग की है। पार्टी ने एक बयान में कहा, ""यह सभी को सूचित किया जाता है कि पांच सदस्यीय एआईटीसी प्रतिनिधिमंडल नागालैंड का दौरा करेगा और ओटिंग, सोम में दिल दहला देने वाली घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ खड़ा होगा।"" प्रतिनिधिमंडल में चार सांसद- प्रसून बनर्जी, सुष्मिता देव, अपरूपा पोद्दार और शांतनु सेन- और पार्टी प्रवक्ता बिस्वजीत देब शामिल होंगे। पुलिस ने रविवार को कहा कि नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों की गोलीबारी की लगातार तीन घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हुए, जिनमें से पहला संभवतः गलत पहचान का मामला था। इसके बाद हुई दंगों में एक सैनिक की भी मौत हो गई। पहली गोलीबारी जिसमें छह नागरिक मारे गए थे तब हुई जब सेना के जवानों ने शनिवार शाम को एक पिकअप वैन में घर लौट रहे कोयला खदान कर्मियों को प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट से संबंधित विद्रोही समझ लिया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि श्रमिक अपने घरों तक नहीं पहुंच पाए तो स्थानीय युवक और ग्रामीण उनकी तलाश में निकल पड़े और सेना के वाहनों को घेर लिया। हाथापाई में एक सैनिक मारा गया और सेना के वाहनों को जला दिया गया। आत्मरक्षा में फायरिंग करने वाले सैनिकों ने सात नागरिकों को मार डाला। सुरक्षा बलों ने इलाके में असम राइफल्स के शिविर पर हमला करने वाले लोगों के एक समूह पर गोलीबारी की, यहां कम से कम एक और व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। लोकसभा सदस्यों ने सोमवार को नगालैंड में सुरक्षा बलों द्वारा उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान नागरिकों की हत्या की निंदा की और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। सदस्यों ने नगालैंड में लागू सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (अफ्सपा) को निरस्त करने का भी आह्वान किया। यह कानून सुरक्षा कर्मियों को कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के मामले में उचित चेतावनी के बाद बल का उपयोग करने और यहां तक कि गोलियां चलाने की अनुमति देता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने देश की एकता और अखंडता के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का भावनात्मक एकीकरण अत्यंत महत्वपूर्ण होने पर जोर देते हुए मांग की कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्च न्यायालय के एक मौजूदा न्यायाधीश द्वारा निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए।उन्होंने सरकार से यह भी आग्रह किया कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ अफ्सपा के तहत छूट नहीं दी जाए। ""लोकसभा में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के सदस्य तोखेहो येप्थोमी ने कहा, “घटना की जांच होनी चाहिए। राज्य सरकार ने मृतकों के लिए पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। लेकिन नागरिक केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए थे, इसलिए मुआवजे का भुगतान केंद्र द्वारा किया जाना चाहिए।"""" येप्थोमी ने 4 दिसंबर को नागालैंड में उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान 14 नागरिकों के मारे जाने का जिक्र करते हुए कहा, """"अफ्सपा ने सुरक्षा बलों को अंधाधुंध लोगों को मारने का अधिकार नहीं दिया है।"""""" कांग्रेस सदस्य गौरव गोगोई ने कहा कि सुरक्षा बलों के हाथों भारतीयों की मौत बेहद निंदनीय है। गोगोई ने कहा, ""निहत्थे नागरिकों के एक समूह को आतंकवादी के रूप में कैसे गलत पहचान किया जा सकता है।"" गोगोई ने उत्तर-पूर्व की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की। सुदीप बंद्योपाध्याय (तृणमूल) ने कहा कि नागालैंड में स्थिति को और खराब नहीं होने दिया जाना चाहिए और घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को अधिकतम मुआवजा देने की मांग की। सदस्यों ने कहा कि ऐसे समय में जब केंद्र राज्य में विभिन्न समूहों के साथ शांति वार्ता कर रहा है, नागालैंड को ""अनिश्चितता में नहीं डाला जाना चाहिए""। शिवसेना के विनायक राउत ने आश्चर्य जताया कि खुफिया एजेंसियां सुरक्षा बलों को इस तरह के भ्रामक इनपुट कैसे दे सकती हैं। उन्होंने खुफिया एजेंसियों के कामकाज की जांच की भी मांग की। पी वी मिधुन रेड्डी (वाईएससीआरपी) ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, लेकिन कहा कि सशस्त्र बलों का मनोबल कम न हो, इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। टी आर बालू (डीएमके), राजीव सिंह रंजन (जेडीयू) और सुप्रिया सुले (एनसीपी) ने हत्याओं पर गहरा दुख व्यक्त किया और संसद में गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की। रितेश पांडे (बसपा) ने कहा कि सशस्त्र बलों द्वारा ""गलतियों"" या प्रोटोकॉल का पालन करने में विफलता ने सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं और घटना की निष्पक्ष जांच का आह्वान किया है। असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम) चाहते थे कि सरकार लोकसभा को बताए कि वह राज्य में अफ्सपा को कब रद्द करेगी। ओवैसी यह भी चाहते थे कि सरकार सदन को बताए कि क्या क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना चीन से जुड़े एक मुखबिर से मिली थी। प्रद्युत बोरदोलोई (कांग्रेस) ने नागालैंड में अफ्सपा के कार्यान्वयन पर एक निगरानी तंत्र की मांग की और मांग की कि अपराध के अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए। बता दें कि रविवार को सेना ने नागालैंड के मोन जिले में हुई घटना पर गहरा खेद जताया और कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए। नागालैंड की राजधानी कोहिमा में पुलिस ने कहा था कि वह इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह घटना गलत पहचान का मामला है। नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में हुई नागरिकों की मौत मामले में गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में कहा है कि उग्रवादियों की आशंका में वहां फायरिंग हुई। लोकसभा में उन्होंने कहा, ""सेना को ओटिंग, सोम में चरमपंथियों की गतिविधि की सूचना मिली थी। इसी आधार पर 21 कमांडो ने संदिग्ध इलाके में घात लगाकर हमला किया। एक वाहन वहां पहुंचा, उसे रुकने का इशारा किया लेकिन उसने भागने की कोशिश की। चरमपंथियों को ले जा रहे वाहन के संदेह में, उस पर गोली चलाई गई।"" उन्होंने आगे कहा, ""वाहन में सवार 8 लोगों में से 6 की मौत हो गई। बाद में पता चला कि यह गलत पहचान का मामला है। घायल हुए 2 अन्य लोगों को सेना द्वारा निकटतम स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। इसकी खबर मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने सेना इकाई को घेर लिया, 2 वाहनों में आग लगा दी और उन पर हमला कर दिया।"" गृहमंत्री ने बताया , ""परिणामस्वरूप, सुरक्षा बलों का एक जवान शहीद हो गया; कई अन्य जवान घायल सुरक्षा बलों को आत्मरक्षा के लिए और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग का सहारा लेना पड़ा। इससे 7 और नागरिकों की मौत हो गई, कुछ अन्य घायल हो गए। स्थानीय प्रशासन-पुलिस ने स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की।"" शाह ने बताया कि घटना के बाद 5 दिसंबर की शाम, लगभग 250 लोगों की उत्तेजित भीड़ ने मोन शहर में असम राइफल्स के कंपनी ऑपरेटिंग बेस (सीओबी) में तोड़फोड़ की और सीओबी बिल्डिंग में आग लगा दी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए असम राइफल्स को गोलियां चलानी पड़ीं। इससे एक और नागरिक की मौत हुई। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है। 5 दिसंबर को नागालैंड के डीजीपी और कमिश्नर ने साइट का दौरा किया। प्राथमिकी दर्ज कर गंभीरता को ध्यान में रखते हुए राज्य अपराध पुलिस थाने को सौंप दी गई है। एसआईटी गठित की गई है, एक माह में जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है। सदन को उन्होंने जानकारी दी कि प्रभावित क्षेत्र में किसी और घटना को टालने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है। सेना के तृतीय कोर मुख्यालय द्वारा एक प्रेस बयान जारी किया गया है जहां निर्दोष नागरिकों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की घटना पर खेद व्यक्त किया गया है। उन्होंने कहा, ""सेना ने इस घटना के कारणों की उच्चतम स्तर पर जांच शुरू कर दी है, कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। घटना की खबर मिलते ही मैंने तुरंत राज्य के राज्यपाल और सीएम से संपर्क किया। गृहमंत्रालय ने मुख्य सचिव और डीजीपी से भी संपर्क किया।"" गृहमंत्री ने कहा, ""कल स्थिति पर नजर रखी गई थी। गृह मंत्रालय ने तत्काल पूर्वोत्तर के प्रभारी अतिरिक्त सचिव को कोहिमा भेजा जहां उन्होंने आज मुख्य सचिव, अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई।"" अपने बयान में शाह ने सदन को बताया, ""यह निर्णय लिया गया है कि सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह के अभियान चलाते समय भविष्य में इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं दोबारा न हों। सरकार घटना की बारीकी से निगरानी कर रही है और क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/congress-in-deep-freezer-oppn-forces-want-mamata-to-lead-says-tmc-mouthpiece-63773,"टीएमसी मुखपत्र का दावा- कांग्रेस 'डीप फ्रीजर' में, विपक्षी ताकतें चाहती हैं ममता नेतृत्व करें","तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी खेमे ने शुक्रवार को देश की सबसे पुरानी पार्टी पर फिर से हमला करते हुए कहा कि वह ‘डीप फ्रीजर' में चली गई है। विपक्षी ताकतें अब खालीपन को भरने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर देख रही हैं। असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में शामिल करने की जुगत में लगी टीएमसी ने अपने मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में दोहराया कि वह भाजपा से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। ""कांग्रेस के खिलाफ प्रशांत किशोर के ताजा ट्वीट का जिक्र करते हुए लेख में कहा गया है कि यह सिर्फ चुनावी रणनीतिकार ही नहीं बल्कि खुद कांग्रेसी नेता भी हैं जो पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं। 'कांग्रेस इन डीप फ्रीजर' शीर्षक वाले लेख में कहा गया है कि यूपीए का अस्तित्व नहीं है। लेख में लिखा गया है, """"टीएमसी लंबे समय से यह कह रही है कि कांग्रेस एक खर्च की गई ताकत है। उनमें भाजपा से लड़ने का जोश नहीं है। पार्टी अंदरूनी कलह में इतनी फंस गई है कि उसके पास विपक्ष बनाने के लिए शायद ही समय या ऊर्जा है।"""""" ""लेख के अनुसार, """"देश को वर्तमान में एक वैकल्पिक मोर्चे की जरूरत है और विपक्षी दलों ने ममता बनर्जी को वह जिम्मेदारी दी है। वे शून्य को भरने के लिए उनकी ओर देख रहे हैं। वह वर्तमान में देश में सबसे लोकप्रिय विपक्षी चेहरा हैं।"""" प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए, गुरुवार को ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का """"दिव्य अधिकार"""" नहीं है, खासकर जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार गई है।"" ""बनर्जी ने अपनी हालिया मुंबई यात्रा के दौरान कहा था कि """"यूपीए का अब कोई अस्तित्व नहीं है।"""" पश्चिम बंगाल का सत्तारूढ़ खेमा, जो राष्ट्रीय स्तर पर अपने पदचिह्न का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है, भाजपा का मुकाबला करने में उनकी कथित विफलता को लेकर कांग्रेस के खिलाफ खड़ा हो गया है। हाल ही में पिछले हफ्ते, मेघालय में, विपक्षी कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए वहाँ के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में उसके 17 में से 12 विधायक टीएमसी में शामिल हो गए।"" टीएमसी, त्रिपुरा के राजनीतिक क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रवेश करने के लिए, हाल ही में वहां के नगरपालिका चुनावों के दौरान भाजपा के साथ एक तीखी लड़ाई में लगी हुई थी। टीएमसी गोवा में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भी कमर कस रही है, ताकि बनर्जी को भाजपा विरोधी सबसे प्रमुख विपक्षी आवाज के रूप में पेश किया जा सके। इससे पहले, टीएमसी ने अपने मुखपत्र में, कांग्रेस को ""अक्षम और अयोग्य"" पार्टी करार दिया था और कहा था कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले खेमे में कांग्रेसी नेताओं के शामिल होने के लिए उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। कांग्रेस और टीएमसी के बीच संबंध तब और तनावपूर्ण हो गए जब 'जागो बांग्ला' ने हाल ही में दावा किया कि पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष के चेहरे के रूप में उभरी हैं, न कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/parliament/only-punjab-reported-four-suspected-deaths-due-to-oxygen-shortage-union-health-minister-dr-mandaviya-in-lok-sabha-63770,लोकसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री- ऑक्सीजन की कमी से सिर्फ पंजाब में हुई थी 4 लोगों की मौत,"कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत और बड़ी संख्या में मौतों की खबरें सामने आई थीं। लेकिन लोकसभा में इससे जुड़े एक प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि केवल पंजाब में ही ऑक्सीजन की कमी से 4 मौतें दर्ज की गई हैं। वहीं अब स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान को लेकर आने वाले दिनों में विपक्ष हमलावर हो सकता है। मांडविया ने कहा, 'हमने सभी प्रदेशों को डेटा मांगने के लिए लिखा था। इसका 19 राज्यों की ओर से उत्तर मिला था। इनमें से केवल पंजाब ने ऑक्सजीन की कमी से मौतों की बात कही थी।' बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान देश भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत देखी गई थी और बड़ी तादाद में मौतों की भी खबरें आई थीं। वहीं शुक्रवार को भी शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा जारी रहा। लोकसभा में प्रश्न काल के दौरान प्रदर्शन कर रहे विपक्षी सांसदों को लोकसभा स्पीकर ने फटकार भी लगाई। महिला सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसद पोस्टर लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह शर्मनाक है कि इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा के दौरान भी आप लोग हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप लोग संसद के सम्मानित सदस्य हैं और आपको गंभीरता के साथ बर्ताव करना चाहिए।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/analysis/politics-mamata-banerjee-in-mumbai-tmc-is-on-warpath-to-rob-congress-of-its-allies-63769,"मुंबई में ममता: अब कांग्रेस के सहयोगी दलों को साधने की कवायद, पुरानी पार्टी को टीएमसी की चुनौती","पिछले कुछ महीनों में 23 वर्ष पहले गठित तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार के खिलाफ विपक्षी गठबंधन के नेता के रूप में 136 वर्षीय कांग्रेस की जगह लेना चाहती है। कुछ दिनों पहले टीएमसी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के अस्तित्व को खारिज कर दिया था, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य विपक्षी गठबंधन माना जा रहा है। ऐसा कर उसने अपने एजेंडा को पूर्ण रूप से औपचारिक बना दिया है। सबसे पहले बुधवार को टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र में कहा, ""क्या यूपीए? अब यूपीए नहीं है। हम इस पर एक साथ फैसला करेंगे।"" उनका यह बयान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के साथ उनके मुंबई आवास पर मुलाकात के तुरंत बाद आया था। उनका यह बयान इस सवाल के जवाब के रूप में आया है कि क्या पवार यूपीए का नेतृत्व करेंगे। राकांपा न केवल राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की सहयोगी है, बल्कि कांग्रेस और शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में सरकार चलाने वाले महा विकास अघाड़ी गठबंधन में भी भागीदार है। बनर्जी ने पिछले महीने नई दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान जानबूझकर कांग्रेस नेतृत्व से मिलने से बचते हुए, न केवल मुंबई में पवार से मुलाकात की, बल्कि शिवसेना सुप्रीमो और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे, आदित्य और शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत से भी मुलाकात की। राकांपा नेतृत्व के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, उन्होंने राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से चुटकी ली। हालांकि उनका नाम लिए बिना उन्होंने कहा, ""आप ज्यादातर समय विदेश में नहीं रह सकते।"" वहीं, गुरुवार को नई दिल्ली में टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन, सुष्मिता देव और शांता छेत्री द्वारा संबोधित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, पार्टी ने विस्तार से बताया कि बनर्जी का क्या मतलब है। ओ ब्रायन ने कहा, ""बेहतर शासन के लिए 2004 में यूपीए का गठन किया गया था और यह 2014 तक जारी रहा। हालांकि, पिछले कुछ सालों से यूपीए नहीं रहा है। तब संसद में कांग्रेस के लगभग 150 सांसद थे, अब उनके पास 50 हैं। उस समय वाम मोर्चे के पास 62 सीटें थीं और अब उनके पास केवल 6 सीटें हैं। राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के पास 25 सीटें थीं, अब उनके पास 0 हैं। गतिशीलता बदल गई है।"" रणनीतिकार प्रशांत किशोर, जो टीएमसी के सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं और टीएमसी की राष्ट्रीय आकांक्षाओं के प्रमुख वास्तुकारों में से एक माने जा रहे हैं ने गुरुवार को एक ट्वीट में टीएमसी की स्थिति को स्पष्ट किया: ""आइडिया और स्पेस जो कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करती है वो विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार गई हो। विपक्षी नेतृत्व को लोकतांत्रिक तरीके से तय करने दें।"" हालांकि, ये लड़ाई कांग्रेस को बाहर करने की नहीं है, बल्कि संभावित विपक्षी गठबंधन में उसे नेतृत्व के पद से हटाने की है। कांग्रेस ने टीएमसी पर पलटवार किया। पार्टी के लोकसभा सांसद और बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने बनर्जी को ""मोदी का मुखबिर"" कहा। कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया कि कांग्रेस के बिना यूपीए बिना आत्मा का शरीर होगा। यब विपक्षी एकता दिखाने का समय है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस के बिना भाजपा को हराना दिवास्वप्न के समान है। लेकिन कांग्रेस को सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि जिस पार्टी के साथ वह काम कर रही है, उनमें से कोई भी कांग्रेस को कमजोर करने के आक्रामक मिशन के लिए टीएमसी की आलोचना नहीं कर रही है। उदाहरण के लिए, बुधवार को मीडिया को दिए गए पवार के बयान को ही लें। यह कहते हुए कि किसी को बाहर करने का कोई सवाल ही नहीं है, उन्होंने भी एक साझा मंच बनाने की बात कही। उन्होंने कहा, ""हमने मौजूदा स्थिति और सभी समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आने और भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विकल्प प्रदान करने की आवश्यकता पर चर्चा की। हमें एक सामूहिक नेतृत्व, मंच और भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विकल्प प्रदान करना है। वर्तमान में नेतृत्व कोई मुद्दा नहीं है। एनसीपी और शिवसेना जैसी पार्टियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना और दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाना यह दिखाता है कि टीएमसी स्पष्ट रूप से कांग्रेस की सहयोगियों को अपने पाले में शामिल करने की मिशन पर चल रही है। यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि भले ही टीएमसी गोवा में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) से चुनाव लड़ रही हो और उसने हरियाणा में विस्तार करने की अपनी योजना की भी घोषणा की हो, जहाँ आप भी संभावनाओं को तलाश रही है। लेकिन टीएमसी ने इतने लंबे समय बाद भी केजरीवाल पर निशाना साधने से परहेज किया है। इस संदर्भ में, लोकसभा में अच्छी संख्या में सदस्यों को भेजने में सक्षम होने के लिए; यह देखना दिलचस्प होगा कि कर्नाटक स्तिथ जनता दल (सेक्युलर) और तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी एमके स्टालिन के नेतृत्व वाले द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) जैसे कांग्रेस के सहयोगियों से टीएमसी कैसे संपर्क करती है, जिसे अभी अच्छी स्थिति में माना जा रहा है। इन पार्टियों में से किसी ने भी अब तक कम से कम सार्वजनिक रूप से, कांग्रेस पर टीएमसी के अथक हमले पर आपत्ति नहीं जताई है, यहां तक कि कांग्रेस यह आरोप लगाती रहती है कि इन प्रयासों से विपक्षी दलों की बहुप्रतीक्षित एकता कमजोर होगी। ""टीएमसी के एक राज्यसभा सांसद ने नाम न छापने की शर्त पर आउटलुक से बात करते हुए समझाया कि हम कांग्रेस के फॉर्मूले से परे एक अलग तरह के गठबंधन के बारे में सोच रहे हैं। कांग्रेस, वाईएसआर कांग्रेस जैसी पार्टियों को गठबंधन में नहीं ला सकती है। लेकिन हम कोशिश कर सकते हैं। नेतृत्व के संकट से जूझ रही कांग्रेस के लिए यह स्थिति समय बर्बाद करने के लिए नहीं है।""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/modi-government-should-give-compensation-to-the-families-of-farmers-who-lost-their-lives-during-the-agitation-rahul-gandhi-63774,"राहुल गांधी बोले-आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा दें मोदी सरकार, पेश की मृतकों की लिस्ट","कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का ‘रिकॉर्ड नहीं होने’ को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों की सूची मुहैया कराएंगे, जो आंदोलन के दौरान मारे गए। सरकार को दिखाते हुए इन किसानों के परिवारों को उचित मुआवजा देना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 500 से अधिक किसानों की एक सूची’ भी सार्वजनिक की। उन्होंने कहा कि वह यह सूची सोमवार को लोकसभा के पटल पर रखेंगे। कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘संसद में सवाल किया गया था कि क्या किसान आंदोलन में 700 किसानों की मौत हुई? सरकार ने जवाब दिया कि उसके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। हम 503 नाम जारी कर रहे हैं। बाकी नामों का सत्यापन करने के बाद हम सूची जारी कर देंगे।’’ राहुल गांधी ने दावा किया कि सरकार कोरोना महामारी में मारे गए लोगों और किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा नहीं देना चाहती है, जिससे वह मौत के आंकड़े स्वीकार नहीं कर रही है। राहुल गांधी ने कहा, हमारे पास ऐसे 403 लोगों की लिस्ट है, जिन्हें पंजाब सरकार ने 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है और 152 लोगों को नौकरी दी है। हमारे पास 100 ऐसे लोगों के नाम हैं, जो अन्य राज्यों से हैं. तीसरी ऐसी लिस्ट है, जो सार्वजनिक सूचना में हैं और आसानी से वेरिफाई हो सकते हैं। लेकिन सरकार कहती है कि ऐसी कोई सूची है ही नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब की सरकार ने ऐसे किसानों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया है। हमारी कोई गलती नहीं है। प्रधानमंत्री की गलती से लोगों की जान गई है।’’ कांग्रेस नेता ने सवाल किया, ‘‘जब प्रधानमंत्री ने अपनी गलती स्वीकार कर ली, माफी मांग ली तो फिर मुआवजा देने में क्या परेशानी है?’’ गत 30 नवंबर को सरकार ने बताया था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के आसपास कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मृत किसानों की संख्या संबंधी आंकड़ा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास नहीं है। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह जानकारी दी थी। तोमर ने बताया था, ‘‘कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास इस संबंध में कोई आंकड़ा नहीं है।’’ राजीव रंजन सिंह, टी आर प्रतापन, एन के प्रेमचंद्रन, ए एम आरिफ, डीन कुरियाकोस, प्रो. सौगत राय और अब्दुल खालीक ने पूछा था कि तीन कृषि कानून के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी के आसपास आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/how-long-should-the-youth-of-india-be-patient-varun-gandhis-question-on-job-and-paper-leak-case-63751,"'आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?', नौकरी और पेपर लीक मामले पर वरुण गांधी का सवाल","पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर से अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावती रुख दिखाए हैं। लगातार किसानों के मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेर रहे वरुण गांधी ने इस बार नौकरी और पेपर लीक मामले पर अवाज उठाई है। उन्होंने सरकार से सवाल किया है कि आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान? वरुण गांधी ने ट्वीट किया, 'पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो। रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतज़ार में हैं। सेना में भर्ती का भी वही हाल है। आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान??' बता दें कि हालही में यूपीटीईटी परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। इसे लेकर उन्होंने ट्वीट किया था, यूपीटीईटी परीक्षा पेपर लीक होना लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। इस दलदल की छोटी मछलियों पर कार्यवाही से काम नहीं चलेगा, उनके राजनैतिक संरक्षक शिक्षा माफियाओं पर कठोर कार्यवाही करे सरकार। क्योंकि अधिकांश शिक्षण संस्थानों के मालिक राजनैतिक रसूख दार हैं, इनपर कार्यवाही कब होगी??",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/amit-shah-lays-stone-for-university-in-saharanpur-63756,"सहारनपुर दौरे में गरजे अमित शाह, कहा- माफिया राज का खात्मा करके आया है कानून राज, इन मुद्दों पर उठाई आवाज","केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 'मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय' का शिलान्यास करने पहुंचे। इस दौरान गृह मंत्री ने सपा, सहित सभी विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। इस बीच उन्होंने पलायन का भी मुद्दा उठाया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'मैं 2017 चुनाव से पहले यहां आया था। उस समय लोगों ने पलायन का मुद्दा उठाया था। पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुंडे और माफियों का शासन था उससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मुक्त करवा कर उसका सम्मान लौटाने का काम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है।' उन्होंने कहा कि यहां एक समय था जब यहां न केवल दंगे होते थे बल्कि हमारी बेटियों को भी पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में भेजना पड़ता था क्योंकि यहां कोई सुरक्षा नहीं थी। आज पश्चिमी यूपी में किसी भी बेटी को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। कोई भी उनके साथ दुर्व्यवहार करने की हिम्मत नहीं करता। शाह ने कहा, 'मैं टीवी पर अखिलेश यादव का भाषण सुन रहा था, उनका कहना है कि अपराध बढ़े हैं। अखिलेश जी, चश्मा कहां से लाए हो? आप कौन से चश्मे का इस्तेमाल करते हैं? मैं योगी जी और आपके 5 साल के बीच की 5 साल का हिसाब लेकर आया हूं।' उन्होंने कहा कि सीएम योगी की सरकार में डकैती की घटनाओं में 70 % की कमी आई है, हथियारों के इस्तेमाल से लूटपाट की घटनाओं में 69 फीसदी की कमी आई है। हत्याओं में 30% की कमी आई है। दहेज के कारण होने वाली मौतों में 22.5% की कमी आई है। अखिलेश जी घर जाकर डाटा चेक करें। आपके शासन काल में यूपी में माफिया का राज था, आज यूपी में कानून का राज है। इस अवसर पर गृह मंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/mandate/how-much-is-the-benefit-of-agricultural-laws-withdrawal-63748,जनादेश 2022/उत्तर प्रदेश: कानून वापसी का लाभ कितना,"“पिछली बार 77 फीसदी सीटें जीतने वाली भाजपा के लिए पश्चिम में सपा-रालोद और पूरब में अखिलेश-राजभर की जुगलबंदी बड़ी चुनौती” इस सियासी कयास को शायद ही कोई बेदम माने कि कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा की बड़ी वजह चुनावी हो सकती है। केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा जानती है कि 2024 का आम चुनाव जीतने के लिए 2022 में यूपी जीतना जरूरी है। प्रदेश में 2017 के चुनाव में पार्टी को 403 में से 312 सीटें मिली थीं। लेकिन हाल के जनमत सर्वेक्षणों में उसकी करीब सौ सीटें घटती और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की इतनी ही सीटें बढ़ती दिख रही हैं। खास यह कि एक के बाद एक सर्वेक्षणों में यह आंकड़ा बढ़ रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 15 फीसदी और 2017 में 40 फीसदी वोट मिले थे। 2019 के संसदीय चुनाव में पार्टी का वोट प्रतिशत 50 फीसदी पहुंच गया और 80 में से 62 सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन ढाई वर्षों में राजनीतिक परिदृश्य काफी बदला है। किसानों में असंतोष के अलावा महंगाई, बेरोजगारी और कोविड-19 के चलते हुई मौत जैसे मुद्दे उठ रहे हैं। मतदाताओं को प्रभावित करने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खाप फिलहाल बंटे हुए लग रहे हैं। चौबीस खाप और गढ़वाला खाप ने आंदोलन खत्म करने की बात कही है। लेकिन पंवार, देश, धनकड़, चौगामा और डांगी खाप ने एमएसपी गारंटी कानून बनने तक घर वापसी नहीं करने के संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले का समर्थन किया है। कुछ खाप नेता प्रदेश में ‘बदलाव के मूड’ की भी बात कर रहे हैं। ऐसे में कानून वापसी का भाजपा को कितना फायदा मिलेगा, कहना मुश्किल है। पार्टी के नेताओं की ही शिकायत थी कि लोग उन्हें गांवों में घुसने तक नहीं दे रहे हैं। हालांकि आउटलुक से बातचीत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “कृषि कानूनों की वापसी से भाजपा को कुछ तो फायदा होगा।” जानकारों के अनुसार भाजपा चुनावों से पहले हर हाल में आंदोलन खत्म करना चाहती है। पिछले चुनावों में पार्टी को 2013 के सांप्रदायिक दंगों का भी फायदा मिला था, लेकिन किसान आंदोलन ने जाटों और मुसलमानों को करीब ला दिया है। कृषि कानून खत्म होने के बाद पार्टी चुनाव अभियान राष्ट्रवाद और सांप्रदायिकता पर केंद्रित कर सकती है। पार्टी के नेता ध्रुवीकरण के लिए सभाओं में ‘अब्बाजान’ और ‘भाईजान’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि धार्मिक ध्रुवीकरण इस बार भाजपा को फायदा नहीं पहुंचाएगा, क्योंकि लोग इससे ऊब गए लगते हैं। उनके लिए बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून-व्यवस्था ज्यादा बड़े मुद्दे हैं। हालांकि जेवर हवाई अड्डे का शिलान्यास करके विकास का भरोसा दिलाने की भी कोशिश की गई है। कानून वापस लेने की घोषणा से पार्टी और प्रधानमंत्री की इमेज को भी नुकसान हो सकता है। इससे स्‍थानीय भाजपा नेताओं की मुश्किलें घटने के बजाए बढ़ सकती हैं। बिल वापसी से भाजपा को मिलने वाले संभावित फायदे की काट करते हुए अखिलेश ने कहा है, “साफ नहीं है इनका दिल, चुनाव के बाद फिर ले आएंगे बिल।” रालोद नेता जयंत चौधरी और सपा प्रमुख अखिलेश अखिलेश ने राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ गठबंधन किया है। कृषि कानूनों का ज्यादा विरोध पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रहा था जहां चौधरी की रैलियों में भारी भीड़ जुट रही है। अखिलेश और जयंत मंगलवार को लखनऊ में फिर मिले। दोनों दलों ने 2017 में अलग चुनाव लड़ा था, लेकिन 2019 में रालोद, सपा-बसपा गठबंधन के साथ थी। माना जा रहा है कि सपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा जिलों में 30-40 सीटें रालोद के लिए छोड़ सकती है। 2017 में रालोद 277 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन जीत सिर्फ छपरौली में मिली। पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा ने बढ़िया प्रदर्शन किया था। यहां 14 जिलों की 71 सीटों में से पार्टी को 51 और सपा को 16 सीटें मिली थीं। इस बार सपा और रालोद के हाथ मिलाने का असर दिख सकता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 29 फीसदी मुस्लिम हैं, इनका बड़ा वर्ग सपा-रालोद के साथ जा सकता है। सपा पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी भाजपा को घेरने की कोशिश में लगी है। पार्टी ने ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से समझौता करके फिजा बदलने की कोशिश की है। सपा का आम आदमी पार्टी से भी समझौता हो रहा है। कई गठजोड़ योजना में हैं। फिर भी भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नुकसान की भरपाई पूर्वांचल में करने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री हाल ही तीन बार वहां का दौरा कर चुके हैं। वे पहले कुशीनगर और सिद्धार्थनगर गए और फिर 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस का उद्घाटन किया। गृह मंत्री अमित शाह भी वहां कई सरकारी योजनाओं की घोषणा कर चुके हैं। पूर्वांचल के 28 जिलों में 164 सीटें हैं। पीएम मोदी का चुनाव क्षेत्र वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर भी इसी में आता है। भाजपा ने 2017 में यहां 115, समाजवादी पार्टी ने 17, बसपा ने 15, कांग्रेस ने दो और अन्य ने 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पूर्वांचल के बाद पार्टी बुंदेलखंड पर भी फोकस कर रही है, जहां 2017 के विधानसभा चुनाव में उसने सभी 19 सीटें जीती थीं। हालांकि मोदी के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के अगले दिन अखिलेश ने राजभर के साथ ‘समाजवादी विजय यात्रा’ निकाली। यह एक्सप्रेसवे लखनऊ से गाजीपुर तक नौ जिलों से गुजरता है, जिनमें 55 विधानसभा सीटें हैं। 2012 में यहां सपा को 46 और भाजपा को दो सीटें मिली थीं। 2017 में भाजपा की सीटें 36 हो गईं और सपा को 11 सीटें मिली थीं। तब भाजपा ने ओमप्रकाश राजभर के साथ समझौता किया था, इस बार राजभर अखिलेश के साथ हैं। अखिलेश ने गोरखपुर में भी बड़ी रैली की। प्रदेश में जाटव 10 फीसदी हैं जो पहले बहुजन समाज पार्टी के साथ थे। मायावती के कमजोर होने के बाद भाजपा इस वोट बैंक को भी अपने पाले में लाने की कोशिश में है। पार्टी ने उत्तराखंड के पूर्व गवर्नर बेबी रानी मौर्य को जाटव चेहरे के रूप में उतारा है। वे प्रदेश के हर जिले का दौरा कर रही हैं। बसपा प्रमुख मायावती प्रदेश की 86 आरक्षित सीटों पर विशेष ध्यान दे रही हैं। इनमें 84 अनुसूचित जाति और दो जनजाति के लिए आरक्षित हैं। मायावती यहां अनुसूचित जाति-जनजाति और ब्राह्मणों के बीच भाईचारे की बात कह रही हैं। पार्टी का ब्राह्मण चेहरा और राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने ब्राह्मणों के साथ कई बैठकें की हैं। प्रदेश में 13 फीसदी ब्राह्मण और 23 फीसदी दलित मतदाता हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का फिलहाल फोकस महिला वोटरों पर है। उन्होंने बुंदेलखंड के चित्रकूट में सिर्फ महिलाओं की सभा की। उन्होंने उनसे साथ आने और ‘राजनीति में अपना अधिकार’ मांगने की अपील की। प्रियंका 40 फीसदी टिकट महिला उम्मीदवारों को देने की घोषणा पहले ही कर चुकी हैं। चित्रकूट में उन्होंने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ नारा दोहराया। उधर, लखनऊ महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के पंजाब के नेता जगजीत सिंह दलेवाल ने लोगों से अपील की कि ‘आने वाले चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगियों को सबक सिखाएं।’ अब देखना है कि उत्तर प्रदेश के लोगों का रुख किस ओर मुड़ता है।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/on-the-suspension-of-mps-rahul-gandhi-targeted-the-center-said-afraid-of-questions-afraid-of-truth-afraid-of-courage-63758,"सांसदों के निलंबन पर राहुल गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, बोले-‘‘सवालों से डर, सत्य से डर, साहस से डर…’’","राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे को लेकर सदन में चल रहे गतिरोध के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार सवालों से डरती है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सवालों से डर, सत्य से डर, साहस से डर…जो सरकार डरे, वो अन्याय ही करे।’’ गुरुवार को भी राज्यसभा सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोधी दलों ने संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास धरना दिया। विरोधी दलों ने काली पट्टी और काला मास्क लगाकर अपना विरोध जताया। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी विरोधी दलों के इस प्रदर्शन में शामिल हुए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि निलंबन वापसी तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। माफी मांगने से साफ तौर पर इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि आखिर इन 12 सांसदों की गलती क्या है? ये तो लोगों की आवाज उठा रहे थे। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 5 राज्यों में आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सरकार संसद को जानबूझकर चलने नहीं देना चाहती है, ताकि जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा न हो सके। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की बाकी अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/priyanka-gandhi-said-in-moradabad-rally-congress-will-fight-elections-on-basis-of-developmenttargeted-sp-bsp11-63759,"मुरादाबाद की रैली में बोलीं प्रियंका गांधी- कांग्रेस पार्टी विकास के दम पर लड़ेगी चुनाव, सपा-बसपा पर भी साधा निशाना","यूपी के मुरादाबाद शहर में गुरुवार को एक रैली को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने संबोधित किया। कांग्रेस विकास के दम पर चुनाव लड़ेगी। 20 लाख रोजगार देंगे। हर जिले में मैन्युफैक्चरिंग हब खुलेंगे। प्रधानमंत्री ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में मारे गए किसानों को कोई सम्मान नहीं दिया। प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिकता पर आधारित राजनीति होती है.उन्हें पता है कि चुनाव आएगा धर्म के नाम पर वोट मांगेगे और जीत के निकल जाएंगे। मैं कहती हूं कि विकास की बात नहीं होगी तब तक माफ़िया चलता रहेगा।यहां हर चीज़ में माफ़िया है। ये हालात आप बदलोगे कैसे? नेता मंच पर खड़े होकर फिज़ूल बातें करेगा क्योंकि उन्हें पता है कि उनकी जवाबदेही नहीं है।इस चुनाव को कांग्रेस पार्टी विकास के नाम पर लड़ेगी। हम अपनी प्रतिज्ञाएं पूरी करेंगे।' प्रियंका गांधी ने कहा कि आप सबका मेरे ससुराल में स्वागत है। ससुराल वालों मैं माफ़ी मांगती हूं कि मैं बहुत दिनों बाद आई हूं। आप लोगों ने मेरे परिवार का बहुत साथ दिया.मेरे ससुर बंटवारे के बाद यहां आए और अपना और अपने परिवार का भविष्य बनाया। मुरादाबाद को पीतल के लिए जाना जाता था। पहले इस शहर को विकसित करने की बात होती थी। पहले यहां लोन मिलता था, टैक्स माफ़ होता था। आज हालात कहां हैं। पहले 8000 करोड़ का निर्यात होता था वो घट गया है। 3 लाख लोगों का रोज़गार चला गया। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि बीजेपी सरकार की नीतियों के कारण व्यापारी बर्बाद हो गए। पहले नोटबंदी की आपसे बोला काला धन वापस आएगा। फिर जीएसटी लगाई गई। कारीगर की दिहाड़ी आधी हुई , डीज़ल महंगा हुआ। बिजली-डीजल और कच्चा माल महंगा हो गया. ब्याज पर सब्सिडी कम कर दी गई। यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा कि टीईटी का पेपर आउट हुआ. ये पहली बार नहीं हुआ। 12 बार पेपर आउट हो चुका है। योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि नौकरी योग्य लोग नहीं हैं। हर तरफ नौजवान बेरोजगारी का शिकार हैं। जहां जाइए यही सवाल उठ रहा है। सीएम योगी से व्यापारी मिलना चाहते हैं, उनके पास समय नहीं है। प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिकता पर आधारित राजनीति होती है.उन्हें पता है कि चुनाव आएगा धर्म के नाम पर वोट मांगेगे और जीत के निकल जाएंगे। मैं कहती हूं कि विकास की बात नहीं होगी तब तक माफ़िया चलता रहेगा।यहां हर चीज़ में माफ़िया है। ये हालात आप बदलोगे कैसे? नेता मंच पर खड़े होकर फिज़ूल बातें करेगा क्योंकि उन्हें पता है कि उनकी जवाबदेही नहीं है।इस चुनाव को कांग्रेस पार्टी विकास के नाम पर लड़ेगी। हम अपनी प्रतिज्ञाएं पूरी करेंगे।' उन्होंने कहा कि 700 किसान शहीद हो गए. लेकिन पीएम मोदी ने दो मिनट भी उनके बारे में नहीं कहा। लखीमपुर में किसानों को कुचलकर मारा गया। किसान कह रहे हैं कि गृहराज्यमंत्री को हटाओ लेकिन वो लगातार मंच पर मिलते हैं। गन्ना किसानों का चार हजार करोड़ रुपये बकाया है पर पीएम मोदी ने आठ हजार करोड़ का जहाज खरीद लिया। 20 हजार करोड़ संसद के सुंदरीकरण के लिए खर्च किया जा रहा है, पर आपके लिए कुछ नहीं। प्रियंका गांधी ने कहाकि लोग महंगाई से तड़प रहे हैं। महिलाओं का शोषण हो रहा है। उन्हें कुचला जा रहा है। प्रियंका गांधी ने चुनावी वादों का तीर भी लोगों की ओर छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो किसानों का कर्ज माफ करेंगे और बिजली बिल हाफ होंगे। कोरोना काल का बकाया साफ किया जाएगा। हमारी सरकार आएगी तो कोई भी बीमारी हो दस लाख तक का इलाज सरकार मुफ्त में कराएगी। वृद्धा एवं विधवा पेंशन में हजार रुपये देंगे। आरक्षण नियमों को लागू करते हुए 40 फीसदी नौकरी महिलाओं को मिलेंगी। प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव और बसपा चीफ मायावती पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, जनता ने सपा सरकार में जातिवाद और गुंडई, बसपा में लूट देखी। नया नारा है- आ रहे हैं अखिलेश। मैं पूछना चाहती हूं कि बिजनौर में नौजवान अनस और सुलेमान के मामले में क्या अखिलेश आए? लखीमपुर खीरी में नरसंहार के बाद अखिलेश यादव आए? सीएए-एनआरसी के समय क्या अखिलेश आए, तो चुनाव के समय अखिलेश यादव क्यों आए? पांच साल में कहां थे। उन्होंने कहा कि दलितों पर हाथरस के फाफामऊ में दलितों की हत्या और बलात्कार हुआ, बसपा के नेता कहां थे? उन्होंने आवाज़ क्यों नहीं उठाई? क्योंकि सब सोचते हैं कि आपकी पीड़ा का उनकी राजनीति से कोई मतलब नहीं है। सब सोचते हैं कि जाति और संप्रदाय के नाम पर आपसे वोट ले लेंगे। ये सोच आपको बदलवानी है।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/all-is-not-well-in-gupkar-alliance-says-farooq-abdullah-i-told-mufti-saab-that-i-am-not-greedy-for-power-63738,गुपकार गठबंधन में सब कुछ सही नहीं ? इसलिए लग रही हैं ये अटकलें,"ऐसा लग रहा है कि गुपकार गठबंधन में सब कुछ सही नहीं चल रहा है और अब अंदरखाने की मदभेद पिछले कई दिनों से खुलकर सामने भी आ रही है। कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के सांसद फारुख अब्दुल्ला ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ""मैंने मुफ्ती साहब से कहा था कि मुझे सत्ता का लालच नहीं है। मैंने पहले ही एक सीएम के रूप में 6 साल तक सेवा की थी और मैंने उनसे कहा था कि हम अपने किसी भी विधायक और एमएलसी को सरकार में मंत्री के रूप में नहीं चाहते हैं। मैंने उनसे कहा कि हम बिना शर्त समर्थन करेंगे, लेकिन कृपया उन्हें (भाजपा) यहां (जम्मू-कश्मीर) न लाएं।"" उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा, ""हालांकि, उस समय उनकी (मुफ्ती मोहम्मद सईद) कुछ मजबूरियां रही होंगी। 'लम्हों ने खता की, सदियों ने सज़ा पाई'। अब हम नहीं जानते कि हमें उस एक फैसले के लिए कब तक दंडित किया जाएगा।"" फारूक अब्दुल्ला के इस बयान के बहुत मायने निकाले जा रहे हैं। जाहिर हो कि, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा है और ये पहला मौका नहीं है जब उनके बीच चल रहे मतभेद खुलकर सामने आए हैं। इससे पहले उमर अब्दुल्ला ने एक रैली में अप्रत्यक्ष रूप से पीडीपी पर हमला करते कहा था कि कश्मीर के स्पेशल स्टेटस के खत्म होने के पीछे भाजपा और पीडीपी गठबंधन जिम्मेदार है। जिसपर पीडीपी ने कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया था। हालांकि बाद में डैमेज कंट्रोल करते हुए पीडीपी नेता नईम अख्तर ने कहा कि यह उन लोगों के हाथों में खेलने का समय नहीं है, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को शक्तिहीन किया है। हम चाहते हैं कि सभी दल एकजुट होकर लोगों के अधिकारों की बहाली के लिए खड़े हों।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/manjinder-singh-sirsa-resigns-from-akali-dal-before-punjab-elections-joins-bjp-63744,"अकाली दल को बड़ा झटका, मनजिंदर सिंह सिरसा ने थामा भाजपा का दामन","पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भाजपा को बड़ी सफलता मिली है। अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के प्रेसिडेंट रहे मनजिंदर सिंह सिरसा ने भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लिया है। बुधवार को उन्होंने गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी से इस्तीफा दिया था, उसके बाद अकाली दल छोड़ने का निर्णय लिया था। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में बुधवार को शिरोमणि अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा भाजपा में शामिल हुए। भाजपा में शामिल होने से पहले सिरसा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। सिरसा दो बार दिल्ली से विधायक रह चुके हैं। सिरसा ने सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी का पद छोड़ते हुए लिखा था, 'कुछ निजी कारणों के चलते मैं दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के प्रेसिडेंट के पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं।'",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/analysis/mandate-2022-punjab-clear-way-for-amarinder-to-join-hands-with-bjp-63720,"जनादेश 2022/ पंजाब: मजबूत होती मोर्चेबंदी, अमरिंदर के भाजपा से हाथ मिलाने का रास्ता साफ","कृषि कानूनों के रद्द होने के ऐलान के साथ पंजाब विधानसभा चुनाव की मोर्चेबंदी अब बहुत हद तक साफ हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस घोषणा ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए भाजपा से हाथ मिलाना आसान कर दिया है। एनडीए से अलग हुआ शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बसपा ने पहले ही साथ लड़ने की घोषणा की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी ऑटोरिक्शा में बैठकर और कार्यकर्ता के घर खाना खाकर ‘आम आदमी’ दिखने की कोशिश कर रहे हैं। इन सबको जवाब देने के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस वामदलों को साथ लेने के प्रयास में है। कांग्रेस में चार दशक से भी अधिक समय गुजारने वाले कैप्टन अमरिंदर 79 की उम्र में अपनी नई पार्टी के साथ नई पारी शुरू करेंगे। उन्होंने भाजपा से अपनी पार्टी ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ के गठबंधन के लिए कृषि कानून रद्द करने की शर्त रखी थी। कानून वापसी की घोषणा के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ के पुल बांध दिए। कहा, “प्रधानमंत्री ने एक बार फिर साबित किया है कि वे जनमत की सुनते हैं। कोई और भी यह घोषणा कर सकता था, लेकिन बिना राजनीतिक नफा-नुकसान सोचे प्रधानमंत्री ने स्वयं इसका ऐलान किया।” उन्होंने कहा, “भाजपा के साथ समझौता 110 फीसदी होगा।” अमरिंदर के समक्ष चुनौती यह है कि चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री के ऐलान का किसानों पर सकारात्मक होता है या नहीं, क्योंकि किसान अभी तक आंदोलन से पीछे नहीं हटे हैं। लेकिन अमरिंदर के साथ भाजपा के गठजोड़ को सुखदेव सिंह ढींढसा, रणजीत ब्रहमपुरा जैसे टकसाली अकाली और कांग्रेस के बगावती नेताओं का साथ मिलने पर यह चौथा मोर्चा कांग्रेस को टक्कर दे सकता है। किसानों के भारी विरोध के चलते सालभर से घरों में दुबके पंजाब के भाजपा नेता भी अब सक्रिय हो गए हैं। मोदी के ऐलान को मास्टर स्ट्रोक बताने वाले पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने आउटलुक से कहा, “भाजपा किसान हितैषी पार्टी है। किसानों को कृषि कानून हितकर नहीं लगा तो प्रधानमंत्री ने उन्हें रद्द करने का सही फैसला किया है।” लेकिन आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान का कहना है, “सालभर सड़कों पर कड़ाके की ठंड, आंधी, बारिश, गर्मी झेलते 700 किसानों की शहादत पर भी प्रधानमंत्री का दिल नहीं पसीजा। अब पंजाब और यूपी विधानसभा चुनाव से तीन महीने पहले कृषि कानून रद्द करने का ऐलान किया है। भाजपा ने अपनी चुनावी राह आसान करने की कोशिश की है।” मोदी के ऐलान को सियासी स्टंट बताने वाले कई किसान नेताओं का कहना है कि इससे किसानों की जिंदगी में कोई बड़ा बदलाव आने वाला नहीं हैं। जब तक केंद्र सरकार सभी फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं देती, तब तक किसानों की आय में वृद्धि नहीं होगी। भारतीय किसान यूनियन उगरांह के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा, “कृषि कानून रद्द होने से कृषि क्षेत्र कॉरपोरेट के हाथों से बचा है, पर मसला किसानों पर भारी कर्ज और आय बढ़ोतरी का भी है।” उन्होंने कहा कि धान और गेहूं की खेती करने वाले पंजाब के किसानों पर 90,000 करोड़ रुपये से अधिक का बोझ है। कांग्रेस सरकार का किसानों को कर्ज मुक्त करने का चुनावी वादा पूरा नहीं हुआ है। उनका पांच फीसदी कर्ज भी माफ नहीं हुआ है। उगरांह के अनुसार जब तक पंजाब के किसान पूरी तरह कर्ज मुक्त नहीं हो जाते तब आंदोलन जारी रहेगा। पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने को कांग्रेस मास्टर स्ट्रोक मान रही है। अमरिंदर के बारे में कहा जाता था कि वे अपने विधायकों की पहुंच से भी दूर हैं। बतौर सीएम 50 दिन में चन्नी ने बिजली तीन रुपये यूनिट सस्ती करने जैसे कई लोकलुभावन कदमों के साथ अधिक से अधिक समय आम लोगों के बीच रह आम आदमी के मुख्यमंत्री के तौर पर स्थापित होने के प्रयास किए हैं। इसका चुनावी फायदा दोआबा और माझा क्षेत्र में मिल सकता है। कांग्रेस वाम दलों को साथ लेने की कोशिश कर रही है। चन्नी पिछले दिनों भाकपा के प्रदेश सचिव बंत सिंह बरार और माकपा प्रदेश सचिव सुखविंदर सिंह सेखों से मिले। हालांकि 2017 के विधानसभा चुनाव में पंजाब में भाकपा और माकपा को एक भी सीट नहीं मिली थी। चुनावी मोर्चेबंदी का क्या असर होगा, अभी यह कहना मुश्किल है। प्रदेश में भाजपा हाशिए पर रही है। अमरिंदर के साथ का उसे कितना फायदा मिलेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता। कांग्रेस की आपसी खींचतान भी अभी शांत पड़ती नहीं दिख रही है, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की महत्वाकांक्षाएं भी कम नहीं हैं। कुल मिलकर देखा जाए तो चुनाव के स्पष्ट संकेत मिलने में अभी थोड़ा वक्त लगेगा।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/ruckus-in-parliament-over-suspension-of-rajya-sabha-mps-rahul-gandhi-said-what-is-the-apology-for-63728,"राज्यसभा सांसदों के निलंबन पर संसद में हंगामा, राहुल गांधी ने कहा- माफी किस बात की","राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन की वजह से मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा देखने को मिला। विपक्षी दलों ने सांसदों के निलंबन की वापसी की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि अगर अपने बर्ताव के लिए सांसद माफी मांगें तो निलंबन वापसी पर विचार हो सकता है तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंलगवार को कहा कि संसद में जनता की बात को उठाने के लिए माफी बिल्कुल नहीं मांगी जा सकती है। वहीं, निलंबन के फैसले के खिलाफ बुधवार से निलंबित सांसद धरने पर बैठेंगे। कांग्रेस के वायनाड से सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने निलंबित सांसदों से माफी की मांग को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि आखिर किस बात की माफी? बिल्कुल नहीं! जिन 12 सांसदों को निलंबित किया गया है उसमें कांग्रेस, शिवसेना, टीएमसी और माकपा के सांसद शामिल हैं। सभी सांसदों को पिछले मानसून सत्र में 'अशोभनीय आचरण' करने की वजह से निलंबित किया गया है। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा के सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि निलंबन की कार्रवाई गलत तरीके से की गई है. तो वहीं दूसरी तरफ नेता अधीर रंजन चौधरी ने केन्द्र पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार का डराने का नया तरीका है। उन्होंने कहा कि जबदरस्ती क्यों माफी मंगना चाहते हैं। सरकार का ऐसा रवैया पहली बार देखा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद के शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों को ‘दुर्व्यवहार’ के लिए उच्च सदन के भीतर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ये सदस्य सभापति और सदन से माफी मांग लेते हैं तो फिर सरकार उनके प्रस्ताव (निलंबन रद्द करने के) पर सकारात्मक रूप से विचार करने के लिए तैयार है। सोमवार को संसद के शुरु हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मॉनसून सत्र के दौरान ‘‘अशोभनीय आचरण’’ करने की वजह से, वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। उच्च सदन में उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कल इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा, जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे द।. जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/captain-amarinder-singh-arrives-to-meet-haryana-chief-minister-manohar-lal-63711,"भाजपा के साथ गठबंधन के लिए अमरिंदर तैयार, खट्टर से हुई मुलाकात","पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं। इस बात की पुष्टि उन्होंने खुद की है। उन्होंने इच्छा है कि भाजपा के साथ सीटों पर सामंजस्य करके सरकार बनाएंगे। वहीं उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात की।हालांकि कैप्टन से जुड़े लोग इसे औपचारिक मुकालात बता रहे हैं, लेकिन जिस प्रकार से भाजपा को लेकर उनका रूख है ऐसे में यह मुलाकात अहम मानी जा रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह एक साधारण शिष्टाचार भेंट थी। कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। वहीं अपनी नई पार्टी के बारे में बात करते हुए कैप्टन ने बताया कि हमारी सदस्यता ड्राइव बहुत अच्छी चल रही है। भगवान ने चाहा तो हम अपने सहयोगियों के साथ मिलकर भाजपा के साथ सीटों पर सामंजस्य करके सरकार बनाएंगे। बता दें कि पंजाब में 2022 की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में कैप्टन अपनी नई पार्टी की मजबूती की दिशा में काम कर रहे हैं। कैप्टन भाजपा से गठबंधन की संभावनाएं तलाश रहे हैं। इसके लिए वे भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर रणनीतिक चर्चाओं में जुटे हुए हैं। इसके चलते आज की भेंट भी उनके लिए भाजपा से गठबंधन की उम्मीदों के चलते अहम मानी जा रही है।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/shashi-tharoor-again-caught-in-controversies-posted-photo-on-twitter-with-6-women-mps-again-apologized-know-what-is-the-whole-matter-63712,"विवादों में फिर फंसे शशि थरूर, ट्विटर पर 6 महिला सांसदों संग डाली फोटो, फिर मांगी माफी, जानिए क्या है पूरा मामला","25 दिवसीय संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। इस बार संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर तिरुवंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर हर जगह छा गए। कांग्रेस सांसद का एक ट्वीट वायरल हो चुका है। उन्होंने सुबह करीब पौने 12 बजे एक फोटो ट्वीट की, जिसमें उनके साथ छह महिला सांसद नजर आ रही हैं। फोटो में उनके साथ तृणमूल कांग्रेस की नुसरत जहां, कांग्रेस की प्रिनीत कौर और ज्‍योतिमणि, डीएमके की सुमति और एनसीपी की सुप्रिया सुले नजर आ रही हैं। 'उन्होंने फ़ोटो ट्वीट कर लिखा, ""कौन कहता है कि लोकसभा काम करने की एक आकर्षक जगह नहीं है? आज सुबह अपने छह साथी सांसदों के साथ.."" थरूर की इस फोटो पर लिखे कैप्शन को लोग महिलाओं के खिलाफ और आपत्तिजनक मान रहे हैं। कई लोग सोशल मीडिया पर इसके खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। राष्‍ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने थरूर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ""आप संसद और राजनीति में उनके (महिला सांसद) योगदान को आकर्षण की वस्तु बताकर नीचा दिखा रहे हैं। संसद में महिलाओं को ऑब्जेक्टिफाई करना बंद करें।"" इस मुद्दे पर एक ट्विटर यूजर रूपलेखा ने लिखा है, ""क्या आप सिर्फ महिलाओं की ओर आकर्षित हो रहे हैं? क्या आपको नहीं लगता कि आपके निर्वाचन क्षेत्र के प्रति आपकी जिम्मेदारी आपके कार्यस्थल को आकर्षक बनाती है?"" तो वहीं एक और यूजर विकास रैना ने लिखा है कि आप उन लोगों के लिए काम करने के लिए संसद में हैं जिन्होंने आपको चुना है..आकर्षण खोजने के लिए नहीं। कुछ काम कीजिये और करदाताओं के पैसे का सदुपयोग कीजिये। हालांकि, ट्विटर पर ट्रोल किए जाने के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने माफी मांग ली है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, ""सेल्फी (महिला सांसदों के साथ) का मकसद सिर्फ हास्य था। उन्होंने ही मुझे उसी भावना से ट्वीट करने के लिए कहा था, मुझे खेद है कि कुछ लोगों को बुरा लगा। लेकिन मुझे इस सौहार्द पूर्ण माहौल में काम करना पसंद हैं।"" वैसे इस मुद्दे पर टीएमसी सांसद महुवा मोइत्रा का शशि थरूर को समर्थन मिला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ""यह आश्चर्य की बात नहीं है कि कुछ ट्रोल के समूह, इस अनाकर्षक सरकार के कृषि अधिनियम को निरस्त करने पर चर्चा की अनुमति नहीं देने के फैसले से ध्यान हटाने के लिए, एक गैर-ज़रूरी मुद्दे को लेकर शशि थरूर पर हमला कर रहे है।"" महुआ मोइत्रा के इस समर्थन के बाद उन्हें शुक्रिया अदा करते हुए थरूर ने एक और ट्वीट किया कि साथ देने के शुक्रिया।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/parliament/winter-session-modi-government-to-bring-bill-to-repeal-farm-laws-oppn-demands-legal-backing-for-msp-63696,शीतकालीन सत्र: कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए आज विधेयक लाएगी सरकार; विपक्ष ने एमएसपी के लिए की कानून बनाने की मांग,"संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को भारी हलचल के साथ शुरू होने के लिए तैयार है, सरकार ने पहले दिन ही तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए एक विधेयक सूचीबद्ध किया है, जबकि विपक्ष की योजना कृषि उत्पाद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर एक कानून पर जोर देने की है। कृषि कानून निरसन विधेयक सोमवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा। हजारों किसान पिछले एक साल से तीन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्हें रद्द करने की मांग कर रहे हैं। कई किसान संघों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर एक कानून के लिए दबाव डाला है। विभिन्न विपक्षी दलों ने रविवार को सत्र से पहले सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में एमएसपी के लिए कानूनी समर्थन का मुद्दा उठाया। विपक्ष ने कानूनों के खिलाफ साल भर के विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों के परिवार के सदस्यों के लिए मुआवजे का मुद्दा भी उठाया। कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों के लिए शोक प्रस्ताव की मांग की है। वहीं बैठक में विपक्षी नेताओं ने सत्र में पेगासस जासूसी विवाद, ईंधन की कीमतों और बेरोजगारी पर भी चर्चा की मांग की। जबकि सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद नहीं थे, रक्षा मंत्री और लोकसभा के उपनेता राजनाथ सिंह ने सदन के उत्पादक और सुचारू कामकाज के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि सरकार लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति द्वारा अनुमत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। पत्रकारों से बात करते हुए, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नेता प्रधानमंत्री से कृषि कानूनों के बारे में अधिक पूछना चाहते हैं क्योंकि कुछ आशंकाएं थीं कि ये कानून फिर से किसी अन्य रूप में आ सकते हैं। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री के शामिल होने की कोई परंपरा नहीं है। कुछ विपक्षी नेताओं ने पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्यों में बीएसएफ के विस्तारित अधिकार क्षेत्र का मुद्दा उठाया। टीएमसी नेताओं सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन ने एमएसपी पर कानून लाने और लाभकारी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के विनिवेश का मुद्दा उठाया। हालांकि, आप नेता संजय सिंह ने यह दावा करते हुए बैठक से वॉकआउट कर दिया कि उन्हें किसानों से संबंधित मुद्दों, खासकर एमएसपी पर बोलने और उठाने की अनुमति नहीं है। कई दलों ने मांग की कि महिला आरक्षण विधेयक को सत्र में लाया जाए। ""सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अपने सांसदों को सत्र के दौरान अधिक संख्या में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। कांग्रेस ने सोमवार को विभिन्न विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाई है, जिसमें टीएमसी और राकांपा नेता शरद पवार के शामिल होने की संभावना है। खड़गे के अनुसार, जहां टीएमसी सांसद कोलकाता में एक पार्टी कार्यक्रम में व्यस्त होंगे, वहीं पवार को एक शादी में शामिल होना है। भाजपा ने रविवार को अपनी संसदीय दल की बैठक में अपने सांसदों की अधिक उपस्थिति पर जोर दिया और उन्हें विपक्ष से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा। रविवार को हुई एनडीए की बैठक में भी, सहयोगियों ने सत्तारूढ़ गठबंधन के भागीदारों के बीच बेहतर समन्वय का आह्वान किया, जबकि कुछ सहयोगियों ने भी कृषि कानूनों को निरस्त करने के फैसले के लिए सरकार को धन्यवाद दिया। बीजेपी और एनडीए की इन बैठकों में आमतौर पर शामिल होने वाले प्रधानमंत्री मोदी इनमें से किसी में भी मौजूद नहीं थे। एनडीए की बैठक में अपना दल (एस) नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश में 69,000 शिक्षक रिक्तियों का मुद्दा उठाया। एनपीपी नेता अगाथा संगमा ने सरकार से उत्तर-पूर्व के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए कृषि कानूनों को निरस्त करने के निर्णय की तर्ज पर नागरिकता संशोधन अधिनियम को निरस्त करने का आग्रह किया।"" ""विभिन्न दलों के लगभग 40 नेताओं ने रविवार को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू के आवास पर भी मुलाकात की और सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की। कुछ ने संसद और अन्य विधायिकाओं के कामकाज और उनके द्वारा कानून बनाने के तरीके पर सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त की। नायडू ने कहा, """"मैं आपकी चिंताओं को समझ सकता हूं। लेकिन इस तरह की टिप्पणियों को विधानसभाओं के कामकाज के संदर्भ में देखा जाना चाहिए, जिसमें लगातार व्यवधान, अनियंत्रित व्यवहार और हिंसक कार्रवाई होती है, जिसका हानिकारक प्रभाव पड़ता है।"""" सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा,""""उनका मुकाबला करने का सबसे अच्छा तरीका सदन की गरिमा और मर्यादा सुनिश्चित करके विधायिकाओं के उचित कामकाज को सुनिश्चित करना है, क्योंकि इस तरह की टिप्पणियां जनता के साथ विधायिकाओं के कामकाज के बारे में जो देखती हैं, उससे प्रतिध्वनित हो रही हैं।"""""" ""निरसन विधेयक के अलावा, सरकार ने सत्र के लिए 25 मसौदा विधानों को सूचीबद्ध किया है, जिसमें आरबीआई द्वारा आधिकारिक डिजिटल मुद्रा की अनुमति देते हुए कुछ निजी क्रिप्टोकरेंसी को छोड़कर सभी पर प्रतिबंध लगाना शामिल है। व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक, 2019 पर संसद की एक संयुक्त समिति की रिपोर्ट भी सत्र के दौरान दोनों सदनों में पेश की जाएगी। विधेयक 2019 में संसद में लाया गया था और विपक्षी सदस्यों की मांग पर आगे की जांच के लिए समिति को भेजा गया था। विपक्षी सदस्यों की मुख्य आपत्ति ईडी और सीबीआई सहित अपनी किसी भी जांच एजेंसी को पूरे अधिनियम के दायरे से छूट देने के लिए केंद्र सरकार को """"बेलगाम अधिकार"""" देना था। सरकार की विधायी व्यापार सूची के अनुसार, तीन विधेयकों को भी कई अध्यादेशों को बदलने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। ये हैं नारकोटिक्स ड्रग एंड साइकोटिक सब्सटेंस बिल, एक ही नाम के एक्ट में संशोधन के लिए सेंट्रल विजिलेंस कमीशन (संशोधन) बिल और दिल्ली स्पेशल पुलिस एस्टैब्लिशमेंट (संशोधन) बिल। केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना (संशोधन) विधेयक में सीवीसी और सीबीआई के निदेशकों का कार्यकाल बढ़ाने का प्रस्ताव है। राज्य की एससी और एसटी सूची में संशोधन के लिए विशेष रूप से चुनावी उत्तर प्रदेश, संविधान (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) विधेयक के लिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण विधेयक भी है। इसी तरह, त्रिपुरा की अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति सूची में संशोधन के लिए एक और विधेयक है। फिर, उच्च न्यायपालिका के न्यायाधीशों के वेतन अधिनियम में संशोधन करने के लिए उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक, 2021 है।"" सोमवार से शुरू हो रहे सत्र का समापन 23 दिसंबर को होगा।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/parliament/the-farm-laws-repeal-bill-2021-passed-by-lok-sabha-amid-ruckus-by-opposition-mps-63706,"लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल पारित, नहीं हुई चर्चा, विपक्ष ने उठाए सवाल","तीन कृषि कानूनों की वापसी के लिए लाया गया कृषि कानून वापसी विधेयक, 2021 लोकसभा में पास हो गया है। किसानों के भारी विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने गुरु पर्व के मौके पर देश के नाम संबोधन में इन कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान किया था। सोमवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने हंगामे के बीच लोकसभा में यह बिल पेश किया था। वहीं विपक्ष बिल पर चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है। बता दें कि लोकसभा ने विपक्ष के हंगामे के बीच तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को बिना चर्चा के ही मंजूरी प्रदान कर दी। निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने सभा पटल पर जरूरी कागजात रखवाए। इसके बाद कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 पेश किया। हालांकि इसके फौरन बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने विधेयक पर चर्चा कराने की मांग शुरू कर दी। लेकिन अध्यक्ष ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं है। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। संसद की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई थी, मगर विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। वहीं किसानों से जुड़े मसले पर कांग्रेस ने सोमवार को संसद के बाहर भी प्रदर्शन किया। इस मौके पर पार्टी की कार्यकारी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी विशेष रूप से उपस्थित रहे। गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को संसद में पेश किए जाने से पहले, सोमवार को ट्वीट किया, ‘‘आज संसद में अन्नदाता के नाम का सूरज उगाना है। ' दरअसल कांग्रेस समेत विपक्षी दल एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि जितना इन कानूनों को पास करना अलोकतांत्रिक था, उससे ज्यादा इनके वापसी का तरीका है।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/12-rajya-sabha-mps-of-congress-shiv-sena-tmc-cpi-and-cpm-suspended-from-the-current-winter-session-63713,"कांग्रेस, शिवसेना, TMC, CPI और CPM के 12 राज्यसभा सांसद मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित, मानसून सत्र में किया था हंगामा","संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र से विपक्षी दलों के 12 सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन उनके मानसून सत्र में हंगामे के चलते की गई है। इन सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया है, यानि ये सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकेंगे। जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के सांसद शामिल हैं। सांसदों पर आरोप है कि उन्होंने 11 अगस्त को पिछले मानसून सत्र में राज्यसभा में हंगामा किया है जिस पर यह एक्शन लिया गया है। जिन सांसदों निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं। उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे दी। राज्यसभा से निलंबित किए जाने पर शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि हमारा पक्ष जाने बिना कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखें तो यह पता चल जाएगा कि पुरुष मार्शल महिला सांसदों को पीट रहे हैं। एक तरफ ये सब है और दूसरी तरफ आपका फैसला? यह कैसा असंसदीय व्यवहार है? प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, एक आरोपी को वहां भी सुना जाता है, उनके लिए वकील भी उपलब्ध कराए जाते हैं, कभी-कभी सरकारी अधिकारियों को उनका पक्ष लेने के लिए भेजा जाता है। यहां हमारा पक्ष नहीं लिया गया। कांग्रेस की सांसद छाया वर्मा ने कहा कि यह निलंबन अनुचित और अन्यायपूर्ण है। अन्य दलों के कई सदस्यों ने भी हंगामा किया था लेकिन अध्यक्ष ने मुझे निलंबित कर दिया। पीएम मोदी जैसा चाहते हैं वैसा ही कर रहे हैं क्योंकि उनके पास भारी बहुमत है। कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने कहा कि हां, हमने पिछले सत्र में विरोध किया था। हमने किसानों, गरीब लोगों के लिए विरोध किया था और सांसदों के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम उत्पीड़ित, वंचितों की आवाज उठाएं। संसद में आवाज नहीं उठाएंगे तो कहां करेंगे ? उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है; लोकतंत्र और संविधान की हत्या है। हमें सुनवाई का अवसर नहीं दिया गया है। यह एकतरफा, पक्षपाती, प्रतिशोधी निर्णय है। विपक्षी दलों से सलाह नहीं ली गई। मॉनसून सत्र में राज्यसभा में हंगामे के दौरान धक्का-मुक्की करने और सदन की मर्यादा का कथित तौर पर उल्लंघन करने के आरोपों के बाद राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की जिसकी सिफारिशों के आधार पर इन सांसदों के खिलाफ आज कार्रवाई की गई। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हुआ है और यह 23 दिसंबर तक प्रस्तावित है। बता दें कि 11 अगस्त को इंश्योरेंस बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ था। संसद के अंदर खींचातानी भी होने लगी थी। मामले को शांत कराने के लिए मार्शलों को बुलाना पड़ गया था। उस दिन हुए हंगामे पर राज्यसभा के सभापति औ और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा था कि 'जो कुछ सदन में हुआ है, उसने लोकतंत्र के मंदिर को अपवित्र किया है।'",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/opposition-strict-on-suspension-of-12-mps-from-rajya-sabha-said-it-is-like-strangling-democracy-11-63715,"राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष सख्त, कहा- यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा, आगामी रणनीति के लिए आज बुलाई बैठक","संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा के 12 सासंदों पर को मौजूदा सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। इनमें शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और तृणमूल सांसद डोला सेन भी मौजूद हैं। निलंबन के बाद कई सांसदों ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है। विपक्षी पार्टियों ने कल इस फैसले को लेकर एक बैठक बुलाई है, जिसमें आगे क्या कदम उठाना है उसको लेकर चर्चा की जाएगी। विपक्ष का कहना है कि निलंबन का फैसला लेकर विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की गई है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि अगर दूसरों के लिए आवाज उठाने वालों की आवाज दबाई जाती है, तो यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। हम इसकी निंदा करते हैं। विपक्ष का कहना है कि 12 सांसदों का निलंबन नियमों के खिलाफ है। नियम 256 के अनुसार सदस्य को सत्र के बाकी बचे समय के लिए निलंबित किया जाता है। मानसून सत्र 11 अगस्त को ही समाप्त हो चुका है। ऐसे में इस सत्र में सदस्यों का निलंबन गलत है। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र और संविधान की हत्या करार दिया है। यह लोकतंत्र विरोधी कदम है। इस निरंकुश सरकार ने सांसदों में डर पैदा करने के लिए ऐसा किया है। 12 सांसदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव लाना पूरी तरह से अवैध, गलत और नियमों के खिलाफ है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ""कोई आरोपी है तो जिला जज से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उनकी सुनवाई होती है। उनके लिए वकील भी मुहैया कराए जाते हैं।. कभी कभी तो आरोपी का पक्ष जानने के लिए सरकारी अधिकारी भेजे जाते हैं.।यहां हमारे पक्ष को सुना ही नहीं गया।"" उन्होने कहा कि अगर आप सीसीटीवी फुटेज देखेंगे तो पता चलेगा की कैसे पुरुष मार्शल महिला सांसदों के साथ धक्का-मुक्की कर रहे थे। ये सब एक तरफ और आपका फैसला एक तरफ? ये किस तरह का असंसदीय व्यवहार है? कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने कहा, ""हां हमने विरोध प्रदर्शन किया था। हमने किसानों, गरीबों के लिए प्रदर्शन किया था और एक सांसद होने के नाते ये हमारा कर्तव्य है कि हम उत्पीड़ित और वंचित लोगों की आवाज़ उठाएं। अगर हम संसद में आवाज़ नहीं उठाएंगे तो कहां उठाएंगे?"" उन्होंने कहा, ""ये पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है, ये लोकतंत्र और संविधान की हत्या है।"" 12 सांसदों पर ये कार्रवाई मानसून सत्र में अनुशासनहीनता को लेकर की गई है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम को मौजूदा सत्र से निलंबित किया गया है। सांसदों के निलंबन नोटिस में कहा गया है कि 11 अगस्त को मानसून सत्र के आखिरी दिन सांसदों ने हिंसक व्यवहार से और सुरक्षाकर्मियों पर जानबूझकर किए गए हमलों से सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई। संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन यानी 11 अगस्त को राज्यसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था। विपक्षी सांसदों ने दावा किया कि उन पर उन मार्शलों ने हमला किया जो संसद की सुरक्षा का हिस्सा भी नहीं थे।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/sidhu-targets-kejriwal-said-thousands-of-teachers-posts-are-vacant-in-delhi-but-only-on-guest-lecturer-recruitment-63717,"सिद्धू का केजरीवाल पर निशाना, कहा- दिल्ली में शिक्षकों के हजारों पद खाली, लेकिन सिर्फ गेस्ट लेक्चरर भर्ती पर जोर","पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। अब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए दिल्ली में शिक्षकों की समस्या का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षकों के हजारों पद खाली पड़े हुए हैं, लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से सिर्फ गेस्ट लेक्चरर के पद भरे जा रहे हैं। इसके अलावा बीते पांच साल में दिल्ली में बेरोजगारी की दर लगभग 5 गुना बढ़ी है। कांग्रेस नेता सिद्धू ने कहा कि शिक्षकों और नौकरियों की बात करते हैं। 2015 में दिल्ली में शिक्षकों की 12515 रिक्तियां थीं और 2021 में दिल्ली में शिक्षकों की ऐसी 19907 रिक्तियां है और आप ज्यादातर रिक्त पदों को सिर्फ गेस्ट लेक्चरर द्वारा भर रहे हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को ट्विटर पर टैग करते हुए कहा, ''आप महिला सशक्तिकरण, नौकरी और शिक्षकों की बात करते हैं। हालांकि, आपके मंत्रिमंडल में एक भी महिला मंत्री नहीं है। शीला दीक्षित जी द्वारा छोड़े गए राजस्व अधिशेष के बावजूद दिल्ली में कितनी महिलाओं को 1000 रुपये मिलते हैं!!'' उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ''महिला सशक्तिकरण का अर्थ है चुनावी प्रक्रिया के हर चरण में महिलाओं को अनिवार्य रूप से शामिल करना, जैसा कांग्रेस पंजाब में कर रही है। सच्चा नेतृत्व 1000 रुपये का लॉलीपॉप देने में नहीं है, बल्कि स्वरोजगार और महिला उद्यमियों को कौशल प्रदान करके उनके भविष्य में निवेश करना है पंजाब मॉडल'' सिद्धू ने कहा कि अपने 2015 के घोषणापत्र में आपने (अरविंद केजरीवाल) दिल्ली में 8 लाख नई नौकरियों और 20 नए कॉलेजों का वादा किया था, नौकरियां और कॉलेज कहां हैं? आपकी असफल गारंटियों के विपरीत, पिछले 5 वर्षों में दिल्ली की बेरोजगारी दर लगभग 5 गुना बढ़ गई है!! दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हाल ही में चुनाव प्रचार के सिलसिले में पंजाब गए थे। इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि अगर राज्य में आप सत्ता में आती है, तो उसकी सरकार राज्य की प्रत्येक महिला के खाते में 1,000 रुपये प्रति माह डालेगी। केजरीवाल 27 नवंबर को मोहाली में शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कहा कि आम आदमी पार्टी की विजय होती है तो शिक्षकों की नौकरी स्थायी कर दी जाएगी।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/on-the-controversy-over-throwing-eggs-congress-leader-said-this-is-a-way-of-protest-not-a-crime-in-odisha-63681,"ओडिशा में 'अंडे फेंकने' पर रार, दिग्गज कांग्रेस नेता ने कहा- यह विरोध का तरीका है, कोई अपराध नहीं","ओडिशा में राजनीतिक दलों द्वारा अपने प्रतिद्वंदियों पर विरोध स्वरूप अंडा फेकना आम बात हो गई है। कांग्रेस के दिग्गज और सीएलपी नेता नरसिंह मिश्रा ने इस मामले का बचाव करते हुए सड़क जाम करना और काले झंडे दिखाने की तरह ही इसको विरोध का एक तरीका बताया। नरसिंह मिश्रा का यह बयान ऐसे वक्त आया जब दो कांग्रेसी को पुलिस द्वारा ओडिशा के वाणिज्य और परिवहन मंत्री के काफिले पर अंडे फेंकने के आरोप में हिरासत में लिया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई को नरसिंह मिश्रा ने बताया, ""हर नागरिक को, हर दल को विरोध करने का अधिकार है। सत्ता दल, विपक्षी दल दोनों विभिन्न मुद्दों पर अपना विरोध प्रदर्शन करते हैं, विरोध प्रदर्शन में अंडा फेंकना मौलिक अधिकार है। अपनी बातों को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि अंडे फेंकने से किसी को कोई नुकसान नहीं होता है। सड़क जाम करना काले झंडे दिखाने जैसे विरोध के कई तरीके हैं, तो अंडे द्वारा विरोध करने में गलत क्या है?"" उन्होंने कहा कि मंत्री के गुंडे द्वारा प्रदर्शनकारियों को पीटा गया लेकिन उनके ऊपर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। मगर अंडे फेकने के जुर्म में प्रदर्शकारियों पर हत्या का प्रयास के तहत धारा 307 लगाया जाता है। हालांकि उनके बयान पर ओपीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा- राजनीतिक विरोधियों पर नाराजगी के कारण अंडे फेके जाते है लेकिन इससे कोई समाधान नहीं है। 2019 के आम चुनाव से पहले 2018 में राज्य में विरोध का यह रूप आम हो गया था। वहीं कालाहांडी महिला शिक्षक अपहरण और हत्या मामले में मुख्य आरोपी के साथ कथित संबंधों के लिए विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को मंत्रिपरिषद से हटाने की मांग शुरू करने के बाद से यह फिर से राज्य में लौट आया है। बुधवार को पूरी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को इस तरह का विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा जब भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनके काफिले को निशाना बनाकर खाद्य सामग्री फेंकी गई। शनिवार को ओडिशा के दो मंत्री एन के दास और टी के बेहरा को भी इसी तरह के विरोध का सामना करना पड़ा जब वे स्वास्थ्य कार्ड वितरण समारोह में जा रहे थे। भाजपा जो हमेशा अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर अंडे फेंकती रही उसे खुद भी इसका सामना करना पड़ा। बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी पर बीजेडी कार्यकर्ताओं द्वारा गैस की बढ़ती क़ीमतों के विरोध में अंडे फेके गए। कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र सरकार पर गरीब और मध्यम वर्ग पर बोझ डालने का आरोप लगाया। हालांकि अपराजिता सारंगी ने इस मामले को नजरअंदाज करते हुए कहा उन्हें विरोध का अधिकार है, लोगो ने रसोई गैस की वृद्धि के तरफ मेरा ध्यान आकर्षित किया है । लेकिन मैं इसे विरोध नही एक समस्या मानती हूं।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/politics-intensifies-after-uptet-paper-leak-congress-sp-targets-yogi-government-63687,"यूपीटीईटी पेपर लीक होने पर राजनीति तेज, कांग्रेस-सपा ने साधा निशाना","उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का पेपर लीक होने के बाद रविवार को होने वाले एग्जाम को रद्द कर दिया गया है। इसके खिलाफ एक ओर जहां एसटीएफ द्वारा दर्जनों जगहों पर छापेमारी कर गिरफ्तारियां की जा रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसपर राजनीति भी तेज हो गई है। पेपर लीक की खबरे आने के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर युवा विरोधी होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने पेपर लीक के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया। हर बार पेपर आउट होने पर योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है। कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के यूपीटीईटी 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है। उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है। बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा! कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि भाजपा ने 70 लाख नौकरियों के वादा किया था, लेकिन 19 मार्च 2017 जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार का गठन हुआ सिर्फ और सिर्फ भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र आउट होते रहे, लीक होते रहे।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/parliaments-winter-session-all-party-meeting-31-party-leaders-attended-63688,"शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, शामिल हुए 31 राजनीतिक दल, आप ने किया वॉकआउट, हुई इन मुद्दों पर चर्चा","संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में 31 दलों के नेता शामिल हुए हैं। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी इसमें शामिल नहीं हो पाए। आम आदमी पार्टी ने इस बैठक से वॉकआउट कर दिया। सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आज सर्वदलीय बैठक में 31 राजनीतिक दलों समेत 40 नेताओं ने भाग लिया। बैठक में विस्तार से चर्चा हुई है। नियमों के साथ सरकार सदन में चर्चा के लिए तैयार है। सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में कम से कम 15-20 विषयों पर चर्चा हुई। सभी पार्टियों ने केंद्र सरकार से एमएसपी और इलेक्ट्रिक बिल पर तुरंत कार्यवाही करने की मांग की। एमएसपी पर कानून भी बनना चाहिए। आम आदमी पार्टी ने सर्वदलीय बैठक से वॉकआउट कर दिया है। इसके बारे में पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि सरकार किसी को बोलने नहीं देती और अपनी बात रखने नहीं देती। संसद के इसी सत्र में मैंने एमएसपी गारंटी कानून बनाने की मांग की। किसान कह रहे हैं कि विद्युत संशोधन नहीं आना चाहिए, लेकिन सरकार की ओर से इसे लिस्ट किया गया है। बता दें कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी 29 नवंबर को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है, जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी शमिल होंगे।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/mandate/big-victory-for-bjp-in-tripura-civic-polls-329-wards-won-all-51-seats-in-agartala-occupied-tmc-and-cpi-not-open-account-63691,"त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत; 329 वार्ड जीते, अगरतला की सभी 51 सीटों पर कब्जा, TMC और CPI का नहीं खुला खाता","त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा ने घोषित 334 वार्डों में से 329 वार्ड जीते। इस चुनाव में विपक्ष को सिर्फ 5 सीटों पर जीत मिली है। भाजपा ने 14 नगर निगमों में से 11 में जीत हासिल की। पानीसागर नगर पंचायत में, भाजपा 13 में से 12 सीटों पर विजयी हुई और अंबासा की 12 सीटें हासिल की हैं। भाजपा ने 51 सदस्यीय अगरतला नगर निगम (एएमसी) की सभी सीटों पर जीत हासिल की है। विपक्षी टीएमसी और सीपीआई (एम) एएमसी में खाता खोलने में विफल रही। भाजपा ने अगरतला नगर निगम की सभी 334 सीटों, 13 नगर निकायों और राज्य की छह नगर पंचायतों के लिए उम्मीदवार खड़े किए थे। भाजपा के उम्मीदवारों ने 112 सीटों पर तो निर्विरोध जीत हासिल की थी। बाकी 222 सीटों पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था। 222 सीटों पर हुई वोटों की गिनती के बाद बीजेपी ने 217 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि CPIM को 3 सीट, टीएमसी को 1 सीट और टिपरा मोथा को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा है। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, राज्य भाजपा अध्यक्ष और सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को इस ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है। चुनावों में टीएमसी ने वोटों की धांधली और भाजपा पर लोगों को डरा-धमकाकर अपने पक्ष में वोट देने का आरोप लगाया है। वहीं, माकपा ने पांच नगर निकायों में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की है। दोनों पार्टियों ने दावा किया कि भाजपा समर्थकों ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला किया और चुनावों में धांधली की लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी रही। हालांकि भाजपा खेमे ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से त्रिपुरा में सत्तारूढ़ भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनैतिक लड़ाई चरम पर चल रही थी। एक तरफ भाजपा अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही थी तो टीएमसी त्रिपुरा में सेंध लगाने की जुगत में थी। इससे पहले 2018 में सीपीआई (एम) को उखाड़कर बिप्लब कुमार देब की सरकार सत्ता में आई थी। वहीं, इस बार टीएमसी की घुसपैठ को बिप्लब कुमार देव की सरकार नाकाम करने में कामयाब रही है।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/tripura-elections-bjp-gets-majority-in-municipal-elections-according-to-early-trends-bjp-is-leading-in-municipal-corporation-as-well-63686,"त्रिपुरा: नगर निकाय के चुनाव में बीजेपी को बहुमत, नगर निगम में भी पार्टी को बढ़त","त्रिपुरा से भारतीय जनता पार्टी के लिए एक अच्छी खबर आ रही है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, सत्तारूढ़ भाजपा ने अगरतला नगर निगम में 51 में से 29 वार्डों में बहुमत हासिल किया है। अगरतला नगर निगम समेत कई नगर निकायों की 200 से ज्यादा सीटों के चुनाव के लिए आज सुबह से मतगणना जारी है। त्रिपुरा के नगर निगम के चुनाव में आज कुल 785 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला होने वाला है। मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के बीच में है। शरूवाती रुझानों में नगर निकाय के वोटों की गिनती में भी बीजेपी आगे नजर आ रही है। जाहिर हो, 2018 में त्रिपुरा में सत्ता में आने के बाद भाजपा ने पहला निकाय चुनाव लड़ा था। चुनाव आयोग के आकड़ें के अनुसार, त्रिपुरा निकाय चुनावों में 81 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया था। चुनावों के दौरान कथित हिंसा की छिटपुट घटनाएं, दर्जनों गिरफ्तारियां, दिल्ली में धरना प्रदर्शन और सुप्रीम कोर्ट द्वारा अधिकारियों को शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाने के बाद यह चुनाव चर्चा का विषय बन गया था। पार्टियों ने चुनाव में धांधली होने का भी आरोप लगाया है। धांधली के आरोपों के बीच मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मतगणना केंद्रों से सटे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था के अलावा त्रिपुरा स्टेट राइफल्स और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है। सत्तारूढ़ भाजपा, टीएमसी और सीपीआई (एम) के अलावा अन्य मुख्य दावेदारों ने दावा किया है कि मतदान प्रक्रिया में धांधली की गई थी और मांग की थी कि त्रिपुरा निकाय चुनाव को रद्द किया जाए। वहीं चुनावी नतीजा के बीच भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा है कि नगर निकाय चुनाव के परिणाम उम्मीद के अनुसार आए हैं। तृणमूल का त्रिपुरा में खाता खुलने का कोई आसार नहीं है। उन्होंने केवल शोर मचाया। यह फैसला दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल से आए किराए के लोग ऐसे राज्य में किसी पार्टी को अपना आधार बनाने में मदद नहीं कर सकते, जिसका भाजपा पर भरोसा है। भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने अपने कार्यकर्ताओं को समझाते हुए कहा है कि कार्यकर्ता अनुशासन बनाए रखें। भट्टाचार्य ने एक बयान में कहा, ""पार्टी ने परिणामों की घोषणा के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठनात्मक परंपरा का पालन करने के लिए कहा है।""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/national-team/nda-meeting-beforeparliament-session-allies-raised-demand-for-caa-withdrawal-63693,"संसद सत्र से पहले NDA की बैठक में सहोयगी दल ने उठाई CAA वापसी की मांग, कहा- सरकार लोगों की भावनाओं का रखे ख्याल","संसद के शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को बुलाई गई एनडीए की बैठक में सहयोगी दल नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को रद्द करने की मांग की। एनपीपी की नेता अगाथा संगमा ने बैठक के बाद कहा कि उनकी बात को सुना गया। विपक्ष सीएए के खिलाफ लगातार आवाज़ उठाता आया है, लेकिन ये पहली बार है जब एनडीए के किसी सहयोगी दल ने इस कानून को वापस लेने की मांग की है। अगाथा संगमा ने कहा, “चूंकि कृषि कानून निरस्त कर दिए गए हैं और यह खासकर लोगों के हितों को ध्यान में रखकर किया गया था, इसलिए मैंने सरकार से पूर्वोत्तर के लोगों की उसी तरह की भावनाओं को ध्यान में रखकर सीएए को निरस्त करने का आग्रह किया।” उन्होंने कहा, “मैंने यह मांग अपनी पार्टी और पूर्वोत्तर के लोगों की तरफ से की है।” संगमा ने कहा कि सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन उसने मांग पर गौर किया है। तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद ऐसी मांग उठ रही थी कि केंद्र सीएए को भी वापस ले। हाल ही में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था, ""370 और नागरिकता क़ानून वापस लेने की अब मांग उठ रही है। जो लोग यह मांग कर रहे हैं, वे जानते हैं कि सीएए नागरिकता छीनने का नहीं, बल्कि नागरिकता देने का कानून है।""",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/politics/politics/nitish-kumars-power-is-being-supported-by-lalus-lantern-jdu-president-lalan-singh-took-a-jibe-63666,"लालू की लालटेन को मिला नीतीश की बिजली का सहारा, जेडीयू अध्यक्ष ने कसा तंज","बिहार की राजधानी पटना स्थित आरजेडी प्रदेश कार्यालय में छह टन का लालटेन लगाया गया है। यह लालू यादव के बाहर आने और पार्टी के 25 साल पूरे होने की खुशी में लगाया गया है। यह लालटेन अब पार्टी नेताओं और आरजेडी परिवार पर भारी पड़ता दिखाई दे रही है। इसे लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को आरजेडी कार्यालय में लगे लालटेन के अंदर रौशनी के लिए लगे बिजली के बल्ब का वीडियो ट्वीट कर शेयर किया है। इस पर ललन सिंह ने लिखा है कि नीतीश कुमार की बिजली का प्लग लगाए बिना बनावटी लालटेन भी जलना नामुमकिन है। आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के सुशासन की चकाचौंध बिजली में जंगलराज के लालटेन की धीमी लौ भी बुझ ही चुकी है। नीतीश कुमार जी के बिजली का प्लग लगाये बिना अब बनावटी लालटेन भी जलना नामुमकिन है। बता दें कि आरजेडी कार्यालय में लालटेन लगाए जाने को लेकर काफी विवाद हुआ है। लालू यादव के पटना आने से पहले लालटेन स्थापित करने को लेकर सत्ता पक्ष के नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और आरजेडी को घेरा था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449278/aap-mp-raises-issue-of-schoolgirl-s-molestation-in-rajya-sabha.html,आप सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में स्कूली छात्रा से छेड़खानी का उठाया मुद्दा,"शून्य काल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए सिंह ने कहा, ""त्वरित न्याय के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए।"" यह मामला मेरठ का है जहां एक स्कूल की 17 छात्राओं को प्रैक्टिकल क्लास के बहाने कहीं दूर ले जाकर नशीला पदार्थ डालकर खाना खिलाया गया। इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता को घटना का खुलासा करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी, लेकिन लड़कियों में से एक ने अपने माता-पिता से बात की जिसके बाद मामला सामने आया। यह आरोप लगाते हुए कि पुलिस ने शुरू में शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, सिंह ने कहा कि एसएसपी को मामले से अवगत कराने के बाद ही कार्रवाई शुरू की गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना 20 नवंबर की है और 4 दिसंबर को एक व्हाट्सएप मैसेज के जरिए सामने आई। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि लड़कियों को प्रैक्टिकल कक्षाओं के लिए स्कूल में बुलाया गया और उन्हें प्रैक्टिकल पूरा करने के लिए रात भर रुकने को कहा गया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449276/second-day-opposition-party-not-protest-in-parliament.html,लगातार दूसरे दिन विपक्षी दलों ने संसद में विरोध प्रदर्शन न करने का ऐलान किया,"पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक से राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, चूंकि आज दोपहर जनरल रावत और अन्य का अंतिम संस्कार किया जा रहा है, इसलिए विपक्ष आज राज्यसभा में भी 12 विपक्षी सांसदों के असंवैधानिक और अवैध निलंबन के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन से दूर रहेगा। इससे पहले गुरुवार को भी विपक्षी दलों ने ये फैसला किया था कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों का धरना एक दिन के लिए रद्द किया जाएगा, जिसे शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रखा गया है। इसके साथ ही विपक्षी दल शुक्रवार को सदन के अंदर भी गतिरोध या विरोध प्रदर्शन नहीं करेंगे। 12 निलंबित सांसद लगातार सदन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे हुए थे। गौरतलब है कि लगातार विपक्षी दल केंद्र पर आरोप लगाते हुए ये कह रहे हैं कि राज्यसभा में जो अड़चनें पैदा हो रही हैं उसके लिए सरकार जिम्मेवार है। सरकार ने नियम को तोड़ते हुए हमारे 12 सदस्यों को निलंबित किया है। निलंबन वापस नहीं लिया तो, विपक्षी दल निलंबित सांसदों के साथ अनशन पर बैठेंगे। दरअसल पिछले सप्ताह सोमवार यानी 29 नवंबर को शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही राज्यसभा में कांग्रेस, शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस सांसद फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन व शांता छेत्री, वहीं शिव सेना सांसद प्रियंका चतुवेर्दी और अनिल देसाई व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449265/together-in-the-lok-sabha-between-tharoor-and-dubey.html,थरूर और दुबे के बीच लोकसभा में नोक-झोंक,"थरूर ने शून्यकाल में दुबे की ओर से की गई एक टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि श्री दुबे ने उनपर व्यक्तिगत आरोप लगाए हैं, जो निंदनीय है। थरूर ने कहा, न्यायाधीशों को वेतन से संबंधित विधेयक पर चर्चा करने के दौरान एक टिप्पणी की गई।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449242/end-of-farmers-movement-paves-the-way-for-constructive-atmosphere-amarinder.html,किसान आंदोलन खत्म होने से रचनात्मक माहौल बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा : अमरिंदर,"आंदोलन का नेतृत्व करने वाले किसान संघों के छत्र निकाय संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने गुरुवार को कहा कि उसने अपनी मांगों पर सरकार से सकारात्मक आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन को स्थगित कर दिया है। शनिवार तक दिल्ली की सीमाएं साफ कर दी जाएंगी। एसकेएम ने यह भी कहा कि वह 15 जनवरी को समीक्षा बैठक करेगा। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह खुश हैं कि किसानों की लड़ाई अपने तार्किक निष्कर्ष पर पहुंच गई है और उत्तर प्रदेश व हरियाणा की सरकारें सैद्धांतिक रूप से उनका पालन करने के लिए सहमत हैं। उन्होंने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा देने के पंजाब में अपनी पूर्ववर्ती सरकार के फैसले की याद दिलाई। अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में क्रमश: 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और मृत किसानों के परिवार में से एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि आंदोलनकारी किसान, खेतिहर मजदूर और उनके परिवार पिछले साल नवंबर से ही दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए थे, वे अब वापस अपने घर आ जाएंगे। अमरिंदर सिंह ने उम्मीद जताई कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लंबित मुद्दा, जिसके लिए केंद्र ने अब एक समिति का गठन किया है, किसानों की संतुष्टि के लिए जल्द ही हल किया जाएगा। उन्होंने आगे आशा व्यक्त की कि किसान समुदाय से संबंधित सभी भविष्य के कानून पर निर्णय सभी हितधारकों के साथ उचित परामर्श के बाद आपसी सहमति से लिए जाएंगे। अमरिंदर सिंह ने किसानों के प्रति अपनी पार्टी के समर्थन पर जोर देते हुए कहा कि वह पहले की तरह उनके हितों की रक्षा और उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए अपनी शक्ति के दायरे में काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने न केवल तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए किसानों की लड़ाई का समर्थन किया था, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया था कि किसान जब भी विरोध में बैठे हों, उन्हें किसी भी तरह से परेशान न किया जाए।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449225/samyukt-kisan-morcha-farmers-protest-ends.html,"संयुक्त किसान मोर्चा ने किया आंदोलन खत्म करने का एलान, 11 दिसंबर को दिल्ली बॉर्डर से होगी घर वापसी","किसानों ने कहा है कि वे शनिवार को दिल्ली की सीमाएं खाली करेंगे और 15 जनवरी को बैठक करेंगे। कानून को रद्द करने के बाद, केंद्र सरकार एक प्रस्ताव लेकर आई थी, जिसे किसानों ने स्वीकार कर लिया था। उनकी मांग के आधार पर, केंद्र ने लिखित रूप में भी ऐसा ही किया।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449222/ram-temple-ayodhya-visit-bjp-ruled-state-cm.html,रामलला के दर्शन करेंगे भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री!,"उनके साथ उनकी पत्नियां भी मौजूद रहेंगी। यह कार्यक्रम 14 दिसम्बर को रखा गया है। सरकार की कोशिश वाराणसी की धार्मिक गरिमा को स्थापित करने के साथ-साथ उसे एक अत्याधुनिक वैचारिक केंद्र के रूप में उभारने की है। कॉरिडोर के लोकार्पण के अगले दिन 14 दिसंबर को भाजपा के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस कार्यक्रम में विशेष रूप से लगने को कहा है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि काशी के कार्यक्रम के बाद अयोध्या में भाजपा शासित मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री रामलला के दर्शन करेंगे। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की वर्चुअल बैठक की गयी है। भाजपा के महामंत्री और दिव्य और भव्य काशी के संयोजक तरूण चुग भी उसमें मौजूद थे। इसमें तय किया गया है भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री और उनकी पत्नियों को रामलला के दर्षन करा कर एक बड़ा संदेश दिया जाए। वैसे भी अयोध्या में श्रीराममंदिर का निर्माण पिछले एक साल से प्रदेश की सियासत को गरमाए हुए है और लगभग सभी दल के लोग वहां माथा टेक रहे हैं। लेकिन भाजपा इसमें बढ़त बनाएं रखना चाहती है, इसीलिए ऐसे कार्यक्रमों को करने जा रही है। वाराणसी में 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों श्री काशी विश्वनाथ के दरबार को भक्तों को समर्पित करने के दौरान 18 राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री सामाजिक समरसता, अखंडता और एकता का संदेश देंगे। काशी की सांस्कृतिक विरासत में भागीदार बनने के बाद 14 को काशी विश्वनाथ धाम में सभी मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होगा। काशी की उत्सवधर्मिता में सहभागी बनने के लिए हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, असम, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, गुजरात, हरियाणा, गोवा, सिक्किम, मेघालय, मिजोरम, कर्नाटक, पुदुचेरी की सरकारों की ओर से 13 दिसंबर के कार्यक्रम में शामिल होने की प्राथमिक सूचना शासन को भेज दी गई है। दरअसल, काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के अगले दिन 14 दिसंबर को मंदिर चौक पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होना है। इसमें भाजपा के साथ ही गठबंधन वाले दलों को आमंत्रण भेजा गया है। इसमें 13 दिसंबर को महादेव के भव्य दरबार के लोकार्पण में शामिल होने का बुलावा भेजा जा रहा है। ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्री 13 दिसंबर को ही काशी पहुंच रहे हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडार के लोकार्पण के बहाने यूपी सरकार और भाजपा एक माह तक आस्था का उत्सव मनाएगी। चुनाव के मुहाने पर खड़ी भाजपा इस आयोजन के जरिए सरकार की उपलब्धि घर-घर पहुंचाने जा रही है। भाजपा सेक्टर के लिहाज से राज्य में 27700 सेक्टर बनाएं गये हैं। इन्हें शक्ति केन्द्र का नाम दिया गया है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449218/union-minister-mukhtar-abbas-naqvi-spoke-in-lok-sabha-on-haj-subsidy.html,लोकसभा में बोले केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी- देश में वर्षों तक लागू रही हज सब्सिडी एक राजनीतिक छल थी,"उन्होंने लोकसभा में बसपा सांसद कुंवर दानिश अली और कांग्रेस सदस्य अब्दुल खालिक के पूरक प्रश्नों के लिखित उत्तर में यह टिप्पणी की। नकवी ने कहा, ‘‘हज सब्सिडी एक राजनीति छल था जो बहुत लंबे समय से चली आ रही थी। सब्सिडी रहने के समय जब कोई व्यक्ति श्रीनगर से हज यात्रा पर जाता था तो उसे 1.97 लाख रुपये देना पड़ता था, लेकिन सब्सिडी खत्म करने के बाद हज यात्री को अब 86 हजार रुपये देना पड़ता है। इसी तरह दूसरे शहरों से जाने में भी भी किराये और दूसरे खर्चों में कमी आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की नेकनीयत का नतीजा है।’’ उन्होंने सदन को बताया कि हज सब्सिडी खत्म करने से किराया बढ़ा नहीं, बल्कि घटा है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले दो साल से हज यात्रा नहीं हुई है। इस बार भी सऊदी अरब सरकार के प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देश के मुताबिक कोई कदम उठाया जाएगा।’’ मंत्री ने हज यात्रियों के ‘प्रस्थान स्थलों’ (इम्बार्केशन प्वाइंट्स) की संख्या बढ़ाने के सवाल पर कहा कि सऊदी अरब के साथ द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक ही आगे कोई कदम उठाया जाएगा। भारतीय हज समिति के पुनर्गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे जुड़ा विषय उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए वह फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449214/opposition-decided-not-to-protest-against-the-suspension-of-12-rajya-sabha-mps-today-in-honour-of-who-died-in-the-chopper-crash.html,CDS रावत के निधन पर 12 निलंबित सांसदों का धरना एक दिन के लिए रद्द,"12 निलंबित सांसद पिछले 8 दिन से सदन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ रहे थे। गौरतलब है कि लगातार विपक्षी दल केंद्र पर आरोप लगाते हुए ये कह रहे हैं कि राज्यसभा में जो अड़चनें पैदा हो रही हैं, उसके लिए सरकार जिम्मेवार है। सरकार ने नियम को तोड़ते हुए हमारे 12 सदस्यों को निलंबित किया है। निलंबन वापस नहीं लिया तो, विपक्षी दल निलंबित सांसदों के साथ अनशन पर बैठेंगे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेसवार्ता कर कहा, हम बार-बार सदन के नेता, सभापति से मिलते रहे और अपनी बात रखी कि नियम 256 के तहत जब आप निलंबित कर रहे हैं, तो उस नियम के मुताबिक ही निलंबित कर सकते हैं। इसके बावजूद, उन्होंने उन नियमों की अनदेखी करते हुए गलत तरीके से मानसून सत्र में घटी घटना को शीत सत्र में लाकर 12 सदस्यों को निलंबित कर दिया। खड़गे ने कहा कि हमने अब ये तय किया है कि जब तक सांसदों का निलंबन वापस नहीं लिया जाता, हम अपना विरोध जारी रखेंगे। निलंबन वापस नहीं हुआ तो बैठे हुए सांसदों के साथ हम भी एक दिन बैठकर उपवास करेंगे। दरअसल पिछले सप्ताह सोमवार यानी 29 नवंबर को शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही राज्यसभा में कांग्रेस, शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस सांसद फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन व शांता छेत्री। वहीं शिव सेना सांसद प्रियंका चतुवेर्दी और अनिल देसाई व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449213/latest-statement-of-rakesh-tikaits-and-know-can-farmers-movement-can-end-anytime.html,"सरकार के साथ किसानों की सहमति नहीं, कुछ मांगों पर हुआ समझौता: राकेश टिकैत","सिंघु बॉर्डर पर एसकेएम को मांगों पर सरकार से लिखित पत्र के आने का इंतजार है। ऐसे में किसानों ने आज बैठक रखी है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। राकेश टिकैत ने आईएएनएस से खास बातचीत कर बताया, आंदोलन पर तभी आगे विचार होगा जब सरकार की तरफ से लिखित में कुछ आएगा। सरकार से अभी हमारी सहमति नहीं बनी है, बल्कि समझौता हुआ है। सहमति पूर्ण रूप से करना और समझौता होना दोनों में फर्क है। साथ ही सरकार के साथ जो हमारे 5 सदस्यों ने समझौता किया, उसे हम पूर्ण रूप से मान रहे हैं। प्रस्ताव में लखीमपुर खीरी का मामला शामिल नहीं था ? इस सवाल पर टिकैत ने कहा, अभी बहुत बातें रह रहीं है, उनपर बातचीत होती रहेगी, आंदोलन पर कुछ मांगे वापस भी हुई हैं। कुछ महीनों में उत्तरप्रदेश चुनाव होने है क्या किसानों का मिशन यूपी जारी है? इस सवाल पर उन्होंने कहा, फिलहाल कुछ तय नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, उत्तरप्रदेश में बिजली बहुत महंगी है। यूपी के लेवल पर हमारी कोई बात नहीं हुई, हम जल्द ही अपनी कुछ मांगों पर यूपी सरकार और मुख्यमंत्री से बैठक करेंगे। हमने एक साल से सरकार के साथ कोई बैठक नहीं की है। क्या उत्तरप्रदेश सरकार के साथ कोई बातचीत हुई, बीते चुनाव में आपने बीजेपी को सहयोग दिया था, इसबार कोई पहल ? इस सवाल पर टिकैत बोले, अभी लखीमपुर खीरी मामले में मुआवजा नहीं मिला है, जबकि मुआवजा हमारे समझौते में था। गन्ने का रेट और भुगतान एक बड़ा मामला है। साथ ही बिजली के रेट वहां पर सबसे महंगे है, बहुत से सवाल है जिनपर सरकार के साथ बात करनी है। सिंघु बॉर्डर पर हुई बैठक में अलग अलग राज्यों के किसानों को समझाया जा रहा था, किसान नेताओं द्वारा क्या कोई मतभेद था ? इस सवाल पर टिकैत ने बताया, बहुत सारी बातों पर ऐतराज रहता है। जब बड़े लेवल पर समझौता होता है तो कुछ मांगों को छोड़ना पड़ता है, हरियाणा राज्य के किसानों के भी कुछ मसले हैं। वहीं उत्तरप्रदेश सरकार के बाद हरियाणा सरकार के साथ मिलकर उनका समाधान किया जाएगा। क्या किसान शक्ति प्रदर्शन कर दिल्ली की सीमाओं से जाएंगे या शांतिपूर्ण तरह से ? इस सवाल पर टिकैत ने कहा, हम शांतिपूर्ण तरह से बॉर्डर से वापस जाएंगे, इसमें न कोई जश्न की जरूरत नहीं है। आर्थिक रूप से भी हमने बहुत नुकसान झेला है, वहीं कई किसान शहीद भी हुए हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449182/government-doesnt-want-to-allow-house-to-function-so-that-opposition-doesnt-raise-inflation-and-other-major-issues-kharge.html,सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती ताकि विपक्ष महंगाई और दूसरे प्रमुख मुद्दे नहीं उठाए: खड़गे,"खड़गे ने यह भी बताया कि कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने आज उच्च सदन की कार्यवाही का दिन भर के लिए बहिष्कार किया और निलंबित सांसदों के साथ धरने पर बैठे। उन्होंने संसद भवन के बाहर विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘सदस्यों के निलंबन को रद्द करने के लिए हम सदन में अपनी बात रख रहे हैं और सभापति से आग्रह भी किया है। यह निलंबन नियमों और संविधान के खिलाफ है। फिर भी वो (सरकार) अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं। वो नहीं चाहते हैं कि सदन ऐसे चले।’’ खड़गे के मुताबिक, कांग्रेस और दूसरे सहयोगी दल चाहते है कि निलंबन रद्द हो ताकि वो सदन में महंगाई, पेगासस जासूसी मामला, नगालैंड में गोलीबारी, सीमा पर चीन के अतिक्रमण तथा कई अन्य मुद्दे उठा सकें। उन्होंने कहा, ‘‘आज फिर हमने वही मुद्दा उठाया और कहा कि निलंबन रद्द किया जाए। वो कह रहे हैं कि माफी मांगनी चाहिए। किस चीज की माफी? हमने नियमों और संविधान के खिलाफ कोई काम किया? नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन 12 सदस्यों में कौन सदस्य मेज पर चढ़ा था, फाइल फाड़ी थी? बिना नामित किए हुए सदस्यों को निलंबित किया गया है।’’ खड़गे ने जोर देकर कहा, ‘‘हम सदन चलाने के लिए तैयार हैं। हम सभी मुद्दों को उठाना चाहते हैं, लेकिन सरकार मौका नहीं दे रही है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अधिनायकवादी ढंग से काम कर रही है। पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448760/chinese-hackers-trying-to-break-into-defense-preparedness.html,चीनी हैकर्स रक्षा तैयारियों में सेंध लगाने की फिराक में,अब ड्रैगन की नई साजिश को भारतीय खुफिया एजेंसी ने ऐन वक्त पर पर्दाफाश कर दिया है। एजेंसी ने भारत सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीनी हैकर्स भारत की रक्षा तैयारियों की जानकारी हासिल करने के लिए देश के डिफेंस सेक्टर पर साइबर अटैक करने की कोशिश कर रहे हैं।,1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448757/central-vista-case-supreme-court-seeks-response-from-center.html,सेंट्रल विस्टा : सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से मांगा जवाब,याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह लगातार सेन्ट्रल विस्टा परियोजना पर कथित निर्माण को लेकर जोर देते रहे तो सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि केन्द्र को वस्तुस्थिति से अवगत कराने के लिए कहा गया है।,1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448748/congress-calls-parambir-s-meeting-with-sachin-waje-a-conspiracy-demands-probe.html,"परमबीर की सचिन वाजे के साथ 'बैठक' को कांग्रेस ने बताया साजिश, जांच की मांग","पार्टी के अनुसार, दोनों कई राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कई मामलों में आरोपी हैं। दोनों ने आज दोपहर में एक बैठक की। इससे कुछ देर पहले पहले वे न्यायमूर्ति के.यू. चांदीवाल की अध्यक्षता में महाराष्ट्र सरकार द्वारा गठित जांच आयोग के सामने पेश हुए थे। राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंधे ने एक बयान में कहा कि सिंह-वाजे बैठक नियम का उल्लंघन करती है। नियम में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि किसी भी जांच आयोग के सामने पेश होने वाले किसी भी दो आरोपी व्यक्तियों को इस तरह से मिलने की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने सवाल उठाया, ""वे दोनों क्यों मिले हैं? इस बैठक की अनुमति किसने दी और इसका उद्देश्य क्या था? उन्होंने क्या चर्चा की, क्योंकि वे दोनों विभिन्न एजेंसियों द्वारा कई मामलों में आरोपी हैं।"" सिंह और वाजे दोनों पर अलग-अलग एजेंसियों, जैसे एनआईए, सीबीआई, ईडी और मुंबई पुलिस द्वारा जबरन वसूली, भ्रष्टाचार, साजिश, हत्या, आतंक आदि से संबंधित विभिन्न मामलों की जांच चल रही है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448742/parliament-s-standing-committee-not-satisfied-with-facebook-s-reply.html,"फेसबुक के जवाब से संतुष्ट नहीं हुई संसद की स्थायी समिति, एफबी अधिकारियों को दोबारा किया जाएगा तलब","सूत्रों के मुताबिक सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति की सोमवार को हुई बैठक में फेसबुक के व्हिसलब्लोअर द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर भी चर्चा हुई। संसदीय समिति द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए फेसबुक अधिकारियों ने व्हिसलब्लोअर के आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि उनके पास काम करने के लिए एक पूरी टीम है और इस तरह के आरोपों में कोई सत्यता नहीं है। सूत्रों के मुताबिक समिति ने फेसबुक अधिकारियों से यह भी पूछा कि भारत में इतनी सारी भाषाएं हैं और इसे देखते हुए फेसबुक ने हेट स्पीच और असंसदीय शब्दों की पहचान करने और हटाने को लेकर किस तरह का मैकेनिज्म बना रखा है, कौन सा सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करती है। समिति की बैठक में फेसबुक पर आरोप लगाने वाली व्हिसलब्लोअर सोफी झांग को भी समिति के सामने बुलाने पर चर्चा हुई, हालांकि इस संबंध में अंतिम फैसला लोक सभा अध्यक्ष करेंगे। सूत्रों के मुताबिक शशि थरूर की अध्यक्षता वाली इस समिति की अगली बैठक में भी फेसबुक के अधिकारियों को तलब किया जाएगा और इसके साथ ही इस पूरे मसले पर सरकार का पक्ष जानने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों को भी अगली बैठक में बुलाया जाएगा। दरअसल, फेसबुक की पूर्व डेटा एनालिस्ट और व्हिसलब्लोअर सोफी झांग ने फेसबुक पर पूर्वाग्रह से काम करने और भारत के संदर्भ में उचित कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया था। सोफी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भी फेसबुक पर गंभीर आरोप लगाए थे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448740/amarinder-met-khattar-calling-it-a-courtesy-call.html,"अमरिंदर मिले खट्टर से, इसे शिष्टाचार भेंट बताया","बैठक के बाद अमरिंदर सिंह ने मीडिया से कहा कि उनकी पार्टी भाजपा और अलग हो चुके अकाली गुट के साथ मिलकर पंजाब में अगली सरकार बनाएगी। अमरिंदर ने कहा, ""कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई। यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। मैंने मुख्यमंत्री के साथ एक कप अच्छी कॉफी पी।"" पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपने पूर्व पार्टी सहयोगियों के पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल होने पर अमरिंदर ने कहा, ""समय की प्रतीक्षा करें। सब कुछ ठीक चल रहा है। लोग बहुत उत्साहित हैं और हमारा सदस्यता अभियान तेज हो रहा है।"" उन्होंने कहा, ""भाजपा के साथ और (सुखदेव सिंह) ढींडसा पार्टी के साथ अपनी सीट के समायोजन से हम सरकार बनाएंगे।"" अमरिंदर सिंह ने पहले कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ उनके द्वारा की गई कोई भी सीट साझा करने की व्यवस्था किसानों के हित में, उनके मुद्दों के समाधान के लिए होगी। अमरिंदर सिंह ने 2 नवंबर को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सात पन्नों का पत्र भेजा था। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम पंजाब लोक कांग्रेस रखा है। अमरिंदर सिंह ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बाद सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448739/controversy-arose-over-dilip-ghosh-s-remarks-on-mamata.html,ममता पर दिलीप घोष की टिप्पणी को लेकर उठा विवाद,"दिलीप घोष ने आगे कहा, ""उन्हें तय करने दें कि कौन किसके साथ रहेगा। बीजेपी को इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। यह विपक्ष का नाटक है।"" घोष ने कहा, ""बैठक कौन बुलाएगा - कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस? मुख्य पार्टी कौन सी है - किसी भी निर्णय पर आने से पहले सत्र समाप्त हो जाएगा।"" घोष की इस टिप्पणी को कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस दोनों की ओर से गंभीर आलोचना का सामना करना पड़ा। वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने कहा, ""कोलकाता में हमारी एक महत्वपूर्ण बैठक थी और इसलिए हमें वापस आना पड़ा। हमें वहीं रहना होगा। दिलीप घोष के बयान पर कोई टिप्पणी करना महत्वहीन है। अनावश्यक चीजों पर समय बर्बाद किए बिना उन्हें विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बारे में सोचने दें।"" कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा, ""इन लोगों के साथ समस्या यह है कि वे भारतीय संसदीय राजनीति का इतिहास नहीं जानते। जब भाजपा विपक्ष में थी तो उन्होंने विपक्ष की बैठक भी बुलाई थी। अब कांग्रेस ने बुलाया है, यह संसदीय प्रोटोकॉल है। मगर वह इसे नजरअंदाज करने की कोशिश कर रहे हैं।"" इस बीच लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, ""कुछ विपक्षी दल हैं जो विपक्ष होने का ढोंग करते हैं, लेकिन वास्तव में वे सत्ताधारी पार्टी के साथ हैं। जब भी सरकार के साथ टकराव होता है तो वे पीछे हट जाते हैं। कांग्रेस कभी भी इस तरह का व्यवहार नहीं करती है।"" चौधरी पर पलटवार करते हुए डेरेक ओ'ब्रायन ने अपने ट्वीट में लिखा, ""हां, संसद में विपक्षी एकता होगी। आम मुद्दे विपक्ष को एकजुट करेंगे। राजद, डीएमके, सीपीएम सभी कांग्रेस के चुनावी सहयोगी हैं। राकांपा, शिवसेना और झामुमो उनके साथ सरकार चलाती है। कांग्रेस हमारी चुनावी सहयोगी नहीं है और न ही हम उनके साथ सरकार चला रहे हैं। यही अंतर है।""",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448738/elections-in-j-k-will-be-held-soon-after-delimitation-bjp.html,जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद जल्द होंगे चुनाव : भाजपा,"जम्मू-कश्मीर के महासचिव अशोक कौल ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए एक राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा, जब एक आम कश्मीरी बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ेगा। भाजपा नेता ने कहा, एक बार जब जम्मू और कश्मीर में स्थिति में सुधार हो जाता है और चुनिंदा हत्याएं समाप्त हो जाती हैं और जब एक आम कश्मीरी स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ता है, तो राज्य का दर्जा बहाल हो जाएगा। कौल ने कहा, हमारे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी आश्वासन दिया है कि जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा, जबकि भाजपा भी इस मांग के समर्थन में है। परिसीमन प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आयोग जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगा जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद चुनाव होंगे। नागरिकों की हत्याओं के बारे में उन्होंने कहा कि चुनिंदा हत्याओं में गैर-मुसलमानों के अलावा भाजपा नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, हम इसके खिलाफ हैं क्योंकि कोई भी धर्म इसकी अनुमति नहीं देता है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448733/nawab-malik-gets-bail-in-defamation-case.html,भाजपा कार्यकर्ता की ओर से दायर मानहानि मामले में नवाब मलिक को मिली जमानत,"महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक, जिन्होंने तीन सप्ताह पहले मझगांव मजिस्ट्रेट कोर्ट द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब दिया था, को 15,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है। अदालत ने मामले को 30 दिसंबर को आगे की सुनवाई के लिए पोस्ट निर्धारित किया है। पिछले महीने, भाजपा के पदाधिकारी ने एनसीपी नेता के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया था, जिसमें खुलासा किया गया था कि उनके बहनोई ऋषभ सचदेव 2 अक्टूबर को कार्डेलिया क्रूज पर छापा मारने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा हिरासत में लिए गए व्यक्तियों में से थे, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया। दरअसल अदालत ने इस महीने की शुरूआत में भारतीय की ओर से दाखिल की गई आपराधिक मानहानि की शिकायत पर नवाब मलिक को एक नोटिस जारी किया था। भारतीय ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि एनसीपी नेता ने पिछले महीने हुई कार्डेलिया क्रूज शिप पर एनसीबी की छापेमारी के बाद उन्हें और उनके बहनोई को बदनाम किया। तब अदालत ने कहा था कि प्रथम ²ष्ट्या मलिक के बयानों ने शिकायतकर्ता की छवि को नुकसान पहुंचाया। मलिक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 500 (मानहानि) के तहत अपराध का मामला दर्ज किया गया था। एनसीबी ने पिछले महीने कार्डेलिया क्रूज जहाज पर छापेमारी की थी और जहाज से ड्रग्स बरामद करने का दावा किया था। भारतीय ने तर्क दिया कि मंत्री ने कथित तौर पर अपनी शक्ति और स्थिति का इस्तेमाल संदेह पैदा करने और उनके बहनोई के बारे में अफवाह फैलाने के लिए किया, जिससे उनकी छवि और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची। भारतीय द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूतों की जांच करने के बाद, मजिस्ट्रेट ने फैसला सुनाया कि प्रथम ²ष्टया, 9 और 11 अक्टूबर को मीडिया ब्रीफिंग में मलिक के बयान मानहानि की ओर इशारा करते हैं। मीडिया से बातचीत करते हुए मलिक ने कहा था कि उन्होंने अदालत के नोटिस का सम्मान किया है और भारतीय द्वारा दायर मानहानि के मुकदमे में मजिस्ट्रेट के सामने पेश हुए हैं, लेकिन उन्होंने शिकायतकर्ता की सभी दलीलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, हमने यह भी रिकॉर्ड में लाया है कि कैसे भारतीय खुद एक धोखेबाज व्यक्ति है, जो 1,100 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल है और उस पर केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा छापेमारी की गई है। जब घोटाला सामने आने लगा, तो उसने अपना नाम कंबोज से बदलकर भारतीय कर लिया। हमने सभी सबूत अदालत को सौंप दिए हैं और बाद में और सबूत मुहैया कराएंगे। मंत्री के खुलासे के तुरंत बाद, भारतीय ने उन्हें कुछ कानूनी नोटिस भेजे थे और जब आरोप जारी रहे, तो उन्होंने मझगांव मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष मलिक के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448731/owaisi-said-the-government-withdrew-the-law-due-to-fear-of-defeat-in-the-elections.html,ओवैसी बोले - चुनाव में हार के डर से वापस लिया सरकार ने कानून,"कृषि कानून निरसन विधेयक-2021 को बिना चर्चा पारित करवाने के लिए पहले से ही सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं। वहीं एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर हार के डर से कृषि कानूनों की वापसी का आरोप लगाते हुए सीएए कानून को भी वापस लेने की मांग कर दी है। एआईएमआईएम मुखिया के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री प्रो एस पी सिंह बघेल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े हृदय का परिचय देते हुए अच्छी भावना के साथ कुछ किसानों की मांग को मानते हुए इन कानूनों को वापस लेने का वादा किया था, जिसे सरकार ने निभाया है। उन्होंने कहा कि जहां तक ओवैसी साहब के बयान का सवाल है उत्तर प्रदेश में कोई भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेता है। दरअसल, उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में होने जा रहे विधान सभा चुनावों के मद्देनजर विपक्ष फिलहाल किसानों से जुड़े मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहता है। असदुद्दीन ओवैसी भी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में पूरे दम-खम के साथ उतरने की तैयारी कर रहे हैं, इसलिए वो कृषि कानूनों की वापसी के बहाने सीएए का मुद्दा उठाकर अल्पसंख्यक वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले सोमवार को ही हंगामे के बीच सरकार ने लोक सभा और राज्य सभा दोनों सदनों से ही कृषि कानूनों की वापसी का बिल पारित करवा लिया। बिना चर्चा के बिल पारित करवाने को लेकर विरोधी दलों ने एक सुर में सरकार पर निशाना साधा, लेकिन पलटवार करते हुए सरकार ने यह तर्क दिया कि किसान संगठन और विपक्षी दल भी जब तीनों कानूनों की वापसी की मांग कर रहे थे और सरकार इन मांगों को मानते हुए ही वापसी का यह विधेयक लेकर आई है तो फिर ये दल हंगामा क्यों कर रहे हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448727/rs-suspends-12-oppn-mps-for-monsoon-session-ruckus.html,मानसून सत्र के दौरान हंगामा करने वाले 12 विपक्षी सांसद पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित,"निलंबित सांसद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा, माकपा और शिवसेना से हैं। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्ष के 12 सांसदों को राज्यसभा से निलंबित किया गया है। अब ये 12 सांसद संपूर्ण सत्र के दौरान सदन नहीं आ पाएंगे। उन्होंने जिन सांसदों पर कड़ी कार्रवाई की है, उनमें अकेले कांग्रेस के छह सांसद शामिल हैं। इनमें सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा और राजमणि पटेल शामिल हैं। कांग्रेस के इन सांसदों के अलावा शिवसेना की प्रियंका चतुवेर्दी और अनिल देसाई, माकपा के एलमरम करीम, भाकपा के विनय विश्वम, टीएमसी के शांता छेत्री और डोला सेन को भी राज्यसभा की कार्रवाई से पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया गया है। बता दें कि पिछले सत्र के दौरान हुए हंगामे पर यह कार्रवाई की गई है। ये वही सांसद हैं, जिन्होंने पिछले सत्र में किसान आंदोलन एवं अन्य कई मुद्दों को लेकर संसद के उच्च सदन में खूब हंगामा किया था। इन सांसदों पर कार्रवाई की मांग की गई थी जिस पर राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को फैसला लेना था। सोमवार से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में सदस्यों का निलंबन विपक्षी सदस्यों और सरकार के बीच एक नया फ्लैश प्वाइंट हो सकता है। सुबह राज्यसभा के सभापति ने संकेत दिया कि वह पिछले सत्र में सदन के मामलों से नाखुश हैं। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि पिछले मानसून सत्र के दौरान कुछ सदस्यों के व्यवधान और अनियंत्रित आचरण ने सभी को परेशान किया है। उन्होंने सदस्यों से इससे सही सबक लेने का आग्रह किया। नायडू ने पिछले मानसून सत्र के समापन क्षणों के दौरान हुई घटनाओं का उल्लेख किया। पिछले चार वर्षों में उनकी अध्यक्षता में पिछले 11 सत्रों के दौरान देखे गए उतार-चढ़ाव का उल्लेख करते हुए, राज्यसभा के सभापति ने सदस्यों से सदन में लोकतांत्रिक और संसदीय मयार्दा बनाने का आग्रह किया, ताकि सभी मुद्दों को उठाया जा सके।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448725/rahul-gandhi-says-modi-government-is-scared-of-holding-a-discussion-on-three-farm-laws-repeal-bill.html,"राहुल गांधी का केद्र पर वार, बोले- कृषि कानून वापसी पर चर्चा से डरती है सरकार","राहुल गांधी ने सोमवार को दोनों सदनों से कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ""केंद्र सरकार चर्चा से भाग रही है। सरकार इस विधेयक पर चर्चा क्यों करना चाहती है? हमें पहले से पता था कि कृषि कानून वापस होंगे। ये जो तीन कानून थे, ये किसानों पर आक्रमण था। सरकार खुद भ्रमित है। मोदी सरकार को लगता था कि वह किसानों और गरीबों की आवाज को दबा सकती है लेकिन अब यह संभव नहीं है। हमें पता था कि 3-4 बड़े पूंजीपतियों की शक्ति हिंदुस्तान के किसानों के सामने खड़ी नहीं हो सकती। वही हुआ काले कानूनों को रद्द करना पड़ा। ये किसानों की सफलता है, देश की सफलता है।"" कृषि कानून निरस्त किये जाने पर दोनों सदनों में चर्चा न कराने को लेकर राहुल गांधी ने सवाल किया कि ये जो निर्णय केंद्र सरकार की तरफ से लिया गया और केंद्र सरकार अगर ये कहती है कि इस पर चर्चा की क्या जरूरत है, प्रधानमंत्री ने माफी मांग ली है तो संसद सत्र की भी क्या जरूरत थी ? वहीं किसानों को मुआवजा दिए जाने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने गलती मान ली है तो मुआवजा भी देना चाहिए। किसानों के प्रदर्शन में पिछले एक साल में 700 किसान मारे गए। ये किसकी गलती है। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार कहती है कि उन्होंने किसानों के खिलाफ कुछ नहीं किया। तो ये किसान सड़क पर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं, कानून वापस लेने की जरूरत क्या पड़ी। उन्होंने कहा कि अब भी किसानों की कई और मांगें हैं। हम किसानों की मांगों समर्थन करते हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में गुरुनानक जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा की गई थी और किसानों से प्रदर्शन खत्म करने की मांग की गई थी। हालांकि किसानों ने कहा कि संसद से तीन काले कानूनों को निरस्त करने के बाद और एमएसपी सम्बंधी अन्य मांगों को स्वीकार किये जाने के बाद ही वे प्रदर्शन बंद करेंगे। जिसके बाद सोमवार को केंद्र सरकार ने संसद में इस संबंध में विधेयक पेश कर दोनों सदनों से पारित करा लिया। वहीं विपक्षी दल कृषि कानून निरस्त होने का बाद भी प्रदर्शन के दौरान मारे गए 700 किसानों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। साथ ही सभी मुख्य फसलों पर एमएसपी लागू किये जाने की मांग कर रहे हैं। विपक्षी दल इस मुद्दे पर शीतकालीन सत्र में उठाने का ऐलान कर चुके हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448712/bengal-government-gave-financial-assistance-to-the-families-of-river-accident-victims.html,बंगाल सरकार ने नदिया दुर्घटना पीड़ितों के परिवारों को दी आर्थिक सहायता,"मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ""नादिया में सड़क दुर्घटना के बारे में सुनकर दिल टूट गया। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।"" मुख्यमंत्री ने कहा, ""भगवान उन्हें इस कठिन समय से उबरने की शक्ति दें। पश्चिम बंगाल सरकार पीड़ितों के परिजनों को हर आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। हम इस दुख की घड़ी में आपके साथ हैं।"" इससे पहले, राज्य के वन मामलों के मंत्री और गैर-पारंपरिक और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मौके पर पहुंचे और पीड़ितों के परिवारों को 2 लाख रुपये के चेक सौंपे। मीडिया से बात करते हुए मल्लिक ने कहा, ""यह हम सभी के लिए बहुत बुरा दिन है। राज्य सरकार ने परिवारों के साथ खड़े होने का आश्वासन दिया है। आज हमने मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए हैं। लेकिन यह अंत नहीं है। हम उन परिवारों के साथ खड़े होंगे जिन्होंने अपनों को खो दिया है।"" शनिवार की रात नदिया के हासखली में स्टेट हाईवे पर हुए एक बड़े हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हादसा तड़के करीब 3 बजे हुआ जब एक शव ले जा रहे भीड़भाड़ वाले मैटाडोर ने नियंत्रण खो दिया और सड़क के किनारे खड़े एक स्टोन-चिप से भरे ट्रक को टक्कर मार दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ""कम से कम 30 यात्रियों और एक शव के साथ मैटाडोर नबद्वीप की ओर जा रहा था जब उसने नियंत्रण खो दिया और सड़क के किनारे खड़े ट्रक को टक्कर मार दी। अब तक हमें पता चला कि शव उत्तर 24 परगना जिले के बगदा से आ रहा था और श्मशान जा रहा था।"" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे में मारे गए परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448708/closer-to-create-independent-task-force-sc-seeks-states-response-on-worsening-delhi-air-pollution.html,"अगर राज्य प्रदूषण पर दिशा-निर्देश नहीं मानेंगे, तो हम टास्क फोर्स का गठन करेंगे : सुप्रीम कोर्ट","मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमणा की अध्यक्षता वाली और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और सूर्यकांत की पीठ ने कहा, ""एक स्वतंत्र टास्क फोर्स बनाने के करीब (वायु प्रदूषण को रोकने के उपाय के रूप में) .. अगर राज्य कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।"" शीर्ष अदालत ने जोर देकर कहा कि निर्देश जारी किए गए हैं और अधिकारियों को उम्मीद है कि सब अच्छा होगा। पीठ ने कहा, ""लेकिन, जमीन पर परिणाम शून्य हैं।"" सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों - दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा को दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया और उनसे अनुपालन रिपोर्ट मांगी। अगली सुनवाई गुरुवार को होगी। शीर्ष अदालत ने राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण के संबंध में गहरी चिंता व्यक्त की। मुख्य न्यायाधीश ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा, ""केंद्र का कहना है कि वह कदम उठा रहा है, फिर भी राजधानी में प्रदूषण का स्तर दिन-ब-दिन खराब होता जा रहा है और कोरोनावायरस का भी खतरा मंडरा रहा है। मुख्य न्यायाधीश ने इसपर कहा, ""क्या करना है?"" याचिकाकर्ता नाबालिग आदित्य दुबे की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने दलील दी कि सेंट्रल विस्टा परियोजना के संबंध में चल रही निर्माण गतिविधि भी दिल्ली में वायु प्रदूषण को बढ़ा रही है और अदालत से इसे रोकने के लिए निर्देश जारी करने का आग्रह किया। पीठ ने मेहता से एक हलफनामा दायर कर यह बताने को कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं। पीठ ने मेहता से पूछा कि एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक की निगरानी के लिए बनाया गया आयोग क्या कर रहा है? ""यह सिर्फ राज्यों को निर्देश (शीर्ष अदालत द्वारा जारी) पारित कर रहा है।"" पीठ ने मेहता से निर्देशों को लागू करने के लिए राज्य सरकारों द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी पूछा। पीठ ने कहा, ""हमें बताएं कि कौन से राज्य निदर्ेेशों का पालन नहीं कर रहे हैं। हम स्पष्टीकरण मांगेंगे।"" पीठ ने कहा कि उसे केंद्र, शीर्ष अदालत और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जारी किए गए उपायों का कड़ाई से पालन करने की जरूरत है। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकारों से वायु प्रदूषण के खतरे के संबंध में किए गए उपायों की व्याख्या करने के लिए कहा और मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को निर्धारित की।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448701/winter-session-rahul-gandhi-tweets-in-support-of-farmers.html,आज संसद में अन्नदाता के नाम का सूरज उगाना है: राहुल गांधी,"गौरतलब है कि सत्र के पहले दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कहा है कि देश के सामने ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर गंभीर चर्चा की जरूरत है। लोकसभा में सोमवार को तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की प्रक्रिया के तहत केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विधेयक पेश करेंगे। 'कानून निरसन विधेयक-2021' को लोकसभा में सोमवार के लिए सूचीबद्ध किया गया है। दरअसल विपक्ष का दबाव झेल रही सरकार सोमवार को ही बिल पास करना चाहती है। इसी को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को संसद में पेश किए जाने से पहले, सोमवार को कहा कि आज संसद में अन्नदाता के नाम का सूरज उगाना है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448700/-discussions-should-be-held-in-the-parliament-in-the-interest-of-the-country-the-government-is-ready-to-answer-every-question-prime-minister.html,"PM मोदी ने भरा दम, कहा- संसद में देश हित में चर्चा हो, सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में देश हित में चर्चा हो और राष्ट्र की प्रगति के लिए रास्ते खोजे जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है, बशर्ते सदन में चर्चा हो।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448507/terrorists-using-special-app-to-infiltrate-kashmir.html,कश्मीर में घुसपैठ के लिए खास ऐप का इस्तेमाल कर रहे आतंकी,"लिहाजा जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ वक्त से सुरक्षाबलों ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब आतंकियों के सफाये पर तो जोर दिया ही जा रहा है, इसके अलावा उन ओवर ग्राउंड वर्कर्स को भी पकड़ा जा रहा है जो घाटी में रहकर इन आतंकियों की मदद कर रहे हैं। अब उन्हीं ओवर ग्राउंड वर्कर्स ने एनआईए के सामने बड़े खुलासे कर दिए हैं। सूत्रों से जानकारी मिली है कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसने के नए तरीके तलाश रहे हैं। इस काम को भी मोबाइल ऐप्स की मदद से किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया है कि आतंकी अपने फोन में ऐसे ऐप रखते हैं जिसके जरिए उन्हें लगातार अलग-अलग रास्ते बताए जाते हैं, वो रास्ते जहां पर सुरक्षाबलों का पहरा कम है। वहीं उन्हीं आतंकियों को घुसपैठ करवाने की जिम्मेदारी ये ओवर ग्राउंड वर्कर ले लेते हैं। एनआईए सूत्रों के मुताबिक अब गिरफ्तार किए गए 27 ओवर ग्राउंड वर्कर या आतंकियों ने 5 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ के नए रूट के बारे में जानकारी दी है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448495/congress-does-not-like-mission-mamta-at-the-cost-of-its-leaders.html,अपने नेताओं की कीमत पर ‘मिशन ममता’ रास नहीं आ रहा कांग्रेस को,राष्ट्रीय राजनीति में अपने को स्थापित करने की रणनीति के तहत उनका अपने संगठन के विस्तार और मजबूती का कार्यक्रम चल रहा है। लेकिन इसमें निशाने पर कांग्रेश है। मिशन ममता के तहत अपने नेताओं कीमत पर तृणमूल कांग्रेस की मजबूती कांग्रेस आलाकमान को रास नहीं आ रही है।,1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448492/mamta-banerjee-meets-the-prime-minister.html,ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री से की मुलाकात,वहीं भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी से ममता बनर्जी की मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में गर्मी बढ़ा दी। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले वैश्विक उद्योग सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया।,1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448486/free-ration-will-continue-to-be-available-pradhan-mantri-garib-kalyan-yojana-was-extended.html,"PM Garib Kalyan Anna Yojana: अब मार्च 2022 तक इन लोगों को मिलता रहेगा फ्री राशन!, कैबिनेट में लिया फैसला","पीएमजीकेएवाई के तहत 80 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति प्रति माह पांच किलो खाद्यान्न मुफ्त प्रदान दिया जाता है। कोविड-19 महामारी के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन के बीच गरीबों को राहत प्रदान करने के लिए यह योजना अप्रैल, 2020 में तीन महीने के लिए शुरू की गई थी। तब से इसे कई बार बढ़ाया जा चुका है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत सामान्य कोटे से अधिक पांच किलो खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘पीएमजीकेएवाई को मार्च, 2022 तक चार महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि इससे राजकोष पर अतिरिक्त 53,344 करोड़ रुपये का बोझ आयेगा। उन्होंने कहा कि पीएमजीकेएवाई की कुल लागत इस विस्तार को मिलाकर लगभग 2.6 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। पीएमजीकेएवाई को कोविड-19 महामारी के कारण पैदा हुए संकट के दौरान तीन महीने (अप्रैल-जून 2020) के लिए शुरू किया गया था। हालांकि, संकट जारी रहने के साथ, कार्यक्रम को और पांच महीने (जुलाई-नवंबर, 2020) के लिए बढ़ा दिया गया था। महामारी की दूसरी लहर की शुरुआत के बाद, पीएमजीकेएवाई को एक बार फिर दो महीने (मई-जून, 2021) के लिए शुरू किया गया था और इसे आगे पांच महीने (जुलाई-नवंबर, 2021) के लिए बढ़ा दिया गया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448480/cabinet-approves-bill-to-repeal-three-agricultural-laws-sources.html,मोदी कैबिनेट ने तीन कृषि कानून को निरस्त करने संबंधी विधेयक को मंजूरी दी : सूत्र,"अब इस बिल को संसद में पेश किया जाएगा। जहां बिल पर फिर बहस होगी। वहीं वोटिंग के बाद बिल रद्द हो जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इन तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले करीब एक वर्ष से दिल्ली की सीमा पर लगभग 40 किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ ही दिन पहले राष्ट्र के नाम संबोधन में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले की घोषणा की थी। इसी पृष्ठभूमि में कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक 2021 को मंजूरी दी गई है। लोकसभा सचिवालय के बुलेटिन के अनुसार, 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने से संबंधित विधेयक पेश किये जाने के लिये सूचीबद्ध है। गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर महीने में केंद्र सरकार विपक्षी दलों के भारी विरोध के बीच कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) कानून, कृषि (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून और आवश्यक वस्तु संशोधन कानून, 2020 लाई थी। इनके विरोध में करीब एक साल से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों की मुख्य मांग इन तीनों कानूनों को रद्द करना है। सरकार ने जहां इन कानूनों को किसानों की आय बढ़ाने वाला महत्वपूर्ण कदम बताया था वहीं किसानों ने कहा कि ये कानून उन्हें कॉरपोरेट घरानों के आश्रित कर देंगे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448477/this-is-national-capital-sc-says-won-t-close-the-case-on-air-pollution-in-delhi.html,"दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट के कड़े तेवर, कहा- पॉल्यूशन रोकने के लिए वैज्ञानिक तरीके अपनाना चाहिए","कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को दिल्ली में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करना चाहिए और वैज्ञानिक तरीकों को अपनाना चाहिए। मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमण की अध्यक्षता वाली और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और सूर्य कांत ने कहा कि अदालत दिल्ली में वायु प्रदूषण के महत्वपूर्ण स्तरों के बारे में बहुत चिंतित है। कोर्ट के मुताबिक वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से अधिक है, जो बेहद खतरनाक है। पीठ ने कहा, ""हम इस मामले को बंद नहीं करने जा रहे हैं। हम मामले को जारी रखेंगे, लगभग हर दिन या वैकल्पिक दिन।"" पीठ ने अपनी मंशा स्पष्ट करते हुए कहा कि अदालत इस वायु प्रदूषण के खतरे से निपटने के लिए कदमों के प्रभावी क्रियान्वयन देखना चाहती है। पीठ ने कहा कि वह राज्यों का सूक्ष्म प्रबंधन नहीं कर सकती और उन्हें यह नहीं बता सकती कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय राजधानी है और गंभीर वायु प्रदूषण का स्तर दुनिया भर में अच्छे संकेत नहीं भेजता है। उन्होंने केंद्र से कहा कि तदर्थ व्यवस्थाओं- मशीनों के माध्यम से सड़कों की सफाई, एंटी-स्मॉग गन, धूल प्रबंधन आदि पर ध्यान केंद्रित न करें, बल्कि वायु गुणवत्ता आयोग को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ वैज्ञानिक अध्ययन करना चाहिए। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने जोर देकर कहा कि अधिकारियों को यह अनुमान लगाना चाहिए कि भविष्य में हवा की गुणवत्ता खराब होगी और फिर उसके अनुसार उपाय विकसित करें। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के प्रमुख कारकों की पहचान करने के लिए सांख्यिकीय मॉडलों की जांच की जानी चाहिए और फिर उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। केंद्र का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने हवा की गुणवत्ता खराब होने पर अधिकारियों द्वारा अपनाई गई श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने उदाहरण के लिए वायु प्रदूषण के लिए मौसमी मॉडलिंग जनवरी से मार्च, जुलाई से सितंबर और नवंबर से जनवरी तक का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, ""आपके पास दिल्ली के लिए अलग-अलग मौसमों के लिए मॉडल होने चाहिए, पिछले 5 वर्षों के आंकड़ों को देखें।"" दिल्ली में 381 एक्यूआई की ओर इशारा करते हुए, बेंच ने केंद्र से वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 2-3 दिनों में कदम उठाने के लिए कहा और मामले को सोमवार को आगे की सुनवाई के लिए निर्धारित किया। शीर्ष अदालत एक नाबालिग आदित्य दुबे की याचिका पर सुनवाई कर रही है, जिसमें हर साल दिल्ली में पराली जलाने के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448473/bjp-mp-gambhir-receives-death-threat-from-isis-kashmir.html,बीजेपी सांसद गौतम गंभीर को ISIS-कश्मीर से मिली जान से मारने की धमकी,"गंभीर के निजी सचिव द्वारा दायर शिकायत में कहा गया, ""हमें 23 नवंबर को रात 9.32 बजे सांसद गौतम गंभीर की आधिकारिक आईडी पर आईएसआईएस-कश्मीर से एक ईमेल प्राप्त हुआ है।"" इस मामले में आईएएनएस ने जिस मेल को हासिल किया है उसमें लिखा गया है, ""हम आपको और आपके परिवार को मारने जा रहे हैं।"" पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दिल्ली सांसद के आवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। विशेष रूप से, 40 वर्षीय क्रिकेटर से राजनेता बने, एक कट्टर राष्ट्रवादी, कश्मीर में आतंकवाद के मुद्दे पर बेहद मुखर रहे हैं। इससे पहले दिसंबर 2019 में भी, गंभीर ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया था और आरोप लगाया था कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्होंने तब पुलिस से मामला दर्ज करने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया था।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448472/west-bengal-chief-minister-mamata-banerjee-is-scheduled-to-meet-pm-narendra-modi-at-5-pm-today-and-also-meets-subramanian-swamy-today.html,आज शाम पांच बजे पीएम मोदी से मिलेंगी ममता बनर्जी,"मुख्यमंत्री सीमा सुरक्षा बल के क्षेत्रीय क्षेत्र के विस्तार, त्रिपुरा में हालिया राजनीतिक हिंसा और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगी। बनर्जी ने इससे पहले तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा करने के लिए त्रिपुरा में केंद्र और भाजपा सरकार की आलोचना की थी और कहा था कि वह इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से बात करेंगी। सोमवार शाम को दिल्ली जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि मैं बीएसएफ द्वारा अधिकार क्षेत्र के विस्तार पर उनसे बात करूंगी। वे सहकारी संघवाद के नाम पर राज्यों पर बुलडोजर चलवा रहे हैं। मैं इस बारे में प्रधानमंत्री से बात करूंगी। उन्होंने निकाय चुनावों से ठीक पहले त्रिपुरा में हाल ही में हुई हिंसा पर नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने पूछा था कि अब मानवाधिकार आयोग कहाँ गया? त्रिपुरा में लोकतंत्र की हत्या को पूरा देश देख चुका है। ऐसे में बीजेपी शासित राज्य में लोगों का दम घुट रहा है। त्रिपुरा में हमारे मामले में मानवाधिकार आयोग और अनुच्छेद 355 के बारे में कोई चर्चा क्यों नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि त्रिपुरा सरकार को केंद्रीय गृह मंत्रालय से कितने पत्र भेजे गए हैं। वे हमें नियमित रूप से पत्र भेजते थे। हमारे राज्य में भी चुनाव था। इतने सारे नेता नियमित रूप से वहां आते थे। हमने किसी को नहीं रोका, त्रिपुरा में ऐसा क्यों हो रहा है? 25 नवंबर को दिल्ली गई बनर्जी के गुरुवार को कोलकाता लौटने की संभावना है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448462/jp-nadda-will-go-to-goa-on-wednesday-on-a-2-day-tour-to-brainstorm-on-the-assembly-elections.html,जेपी नड्डा विधानसभा चुनाव पर मंथन के लिए 2 दिवसीय दौरे पर बुधवार को गोवा जाएंगे,"पार्टी सूत्रों के मुताबिक, गोवा दौरे के दौरान नड्डा प्रबुद्ध वर्ग के साथ संवाद की मुहिम के तहत डॉक्टरों के एक सम्मेलन को संबोधित करने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा बुधवार को देर शाम गोवा पहुंचेंगे। प्रबुद्ध वर्ग के साथ संवाद करने की पार्टी की रणनीति के मुताबिक नड्डा बुधवार रात को ही राज्य के डॉक्टरों के साथ संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम में एलोपैथिक, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लगभग 300 डॉक्टर शामिल होंगे। गोवा दौरे के दूसरे दिन गुरुवार को नड्डा चुनावी मुहिम में लगे कार्यकर्ताओं के साथ कार्यकर्ता सम्मेलन करेंगे। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के इस दौरे को गोवा विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान नड्डा चुनाव प्रभारी, राज्य प्रभारी, मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश के आला नेताओं के साथ बैठक कर राज्य की चुनावी परिस्थितियों पर विचार-विमर्श करेंगे और साथ ही पार्टी की चुनावी रणनीति और चुनाव से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में नंबर के मामले में कांग्रेस से पिछड़ने वाली भाजपा इस बार अपने दम पर प्रचंड बहुमत के साथ राज्य में सरकार बनाने के लक्ष्य को लेकर चुनावी मैदान में उतरने जा रही है। कांग्रेस और राज्य के अन्य पुराने क्षेत्रीय दल तो पहले से ही चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। वहीं तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतरकर गोवा की चुनावी जंग को काफी दिलचस्प बना दिया है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448443/mamta-and-prashant-kishor-trying-to-break-into-congress.html,ममता और प्रशांत किशोर कांग्रेस में सेंध लगाने की कोशिश में,"ममता बनर्जी के दिल्ली आने से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है और पुरानी पार्टी अनुमान लगा रही है कि अगला कौन हो सकता है? कीर्ति आजाद, अशोक तंवर और पवन वर्मा तीनों विविध पृष्ठभूमि वाले पूर्व सांसद हैं, जो मंगलवार को तृणमूल में शामिल हो गए। आजाद, पूर्व क्रिकेटर और पूर्व भाजपा सांसद हैं, जो कांग्रेस में चले गए थे, अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्य हैं। आजाद कांग्रेस में अलग-थलग महसूस कर रहे थे और इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके। वह पहले भाजपा के साथ थे, लेकिन नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद उसे छोड़ दिया। आजाद की पत्नी भी दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं। हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी छोड़ दी और अब टीएमसी में शामिल हो गए हैं, जबकि पूर्व नौकरशाह और जदयू के पूर्व सांसद पवन वर्मा भी अब ममता बनर्जी के साथ हैं। सूत्रों ने कहा है कि कांग्रेस के नेता जो पार्टी नेतृत्व से खुश नहीं हैं, वे तृणमूल में शरण ले रहे हैं, क्योंकि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर नए लोगों को तृणमूल में शामिल होने के लिए एक सूत्रधार की भूमिका निभा रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि किशोर वास्तव में नेताओं से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर रहे हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448440/amarinder-colluding-with-akali-dal-and-bjp-channi.html,अकाली दल और भाजपा से सांठगांठ कर रहे अमरिंदर : चन्नी,"बांगा कस्बे में एक जनसभा को संबोधित करते हुए चन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अमरिंदर सिंह ने पंजाब के हितों को खतरे में डालकर बादल परिवार और नरेंद्र मोदी के हितों की रक्षा की थी। उन्होंने कहा कि इस वजह से कांग्रेस विधायकों ने एकजुट होकर उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से बेदखल कर दिया। चन्नी ने कहा कि अमरिंदर सिंह द्वारा बनाई गई नई पार्टी का उद्देश्य अकालियों और भाजपा को लाभ पहुंचाना है, जिससे राज्य बर्बादी की कगार पर होगा। अकालियों पर अनुसूचित जातियों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अकालियों ने बसपा के साथ अपवित्र गठबंधन किया है और जानबूझकर उन्हें कमजोर सीटें आवंटित की हैं। चन्नी ने कहा कि इन सीटों पर अकाली दल जीतने के लिए बीजेपी को फायदा पहुंचाना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक मकसद यह सुनिश्चित करना है कि अनुसूचित जाति समुदाय के हितों को नुकसान पहुंचे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें 'अफवाह फैलाने वाला' बताया, जिन्हें राज्य की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल केवल खोखले वादे कर रहे हैं, जबकि उनकी सरकार लोगों को सुशासन और स्वच्छ प्रशासन दे रही है। चन्नी ने लोगों से कहा कि वे केजरीवाल एंड कंपनी के लंबे-चौड़े दावों से गुमराह न हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी लाइन से हटकर राजनेताओं के एक कुलीन और अपवित्र गठजोड़ ने पंजाब को लूटने के लिए आम आदमी को सत्ता से बाहर करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इस कुलीन वर्ग के सदस्यों का राज्य को लूटने के लिए अपने निहित स्वार्थों के रूप में एक साझा समझौता है। चन्नी ने कहा कि हालांकि अब यह गठजोड़ टूट गया है और सत्ता आम आदमी के पास है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448245/public-hearing-on-human-rights-violations-in-north-eastern-states.html,एनएचआरसी 5 पूर्वोत्तर राज्यों में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर करेगा जन सुनवाई,"इंफाल में अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि आयोग 15 और 16 दिसंबर को दो दिवसीय जनसुनवाई करेगा और इसके रजिस्ट्रार ने लोगों से 20 नवंबर तक आयोग में अपनी शिकायत दर्ज कराने को कहा है। जनसुनवाई के स्थान के बारे में जल्द ही सूचित किया जाएगा। दिल्ली के एक वकील आरिफ जवादर द्वारा दायर एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एनएचआरसी ने हाल ही में असम के पुलिस महानिदेशक से इस साल मई से राज्य में कथित फर्जी मुठभेड़ों पर चार सप्ताह के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। मई की शुरूआत से 24 से अधिक आरोपी मारे गए हैं और लगभग 40 अन्य घायल हो गए, यह उस वक्त हुअ जब 'अभियुक्तों ने कथित तौर पर हिरासत से या ऑपरेशन के दौरान भागने की कोशिश की' इस दौरान पुलिस ने उन पर गोलियां चलाईं। वकील जवादर ने पहले एनएचआरसी में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ""पुलिस ने मुठभेड़ों के नाम पर मई से कई आरोपी व्यक्तियों को मार डाला।""",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448241/tikait-hails-delhi-court-s-verdict-on-sedition.html,"कृषि कानून की वापसी के एलान पर बोले किसान नेता- कानूनों को संसद से किया जाए रद्द, दूसरे मुद्दों पर भी हो बात","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश पर्व के मौके पर देश को संबोधन के दौरान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान किया है। इस एलान के बाद किसानों ने कहा है कि, यह तो अभी अधूरी घोषणा है। एमएसपी पर कानून आदि मांगे माननी होगी। पिछले एक साल से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार एमएसपी के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें। भारतीय किसान यूनियन के उत्तरप्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बताया , यह बात आदि अधूरी है। टीवी के माध्यम से घोषणा की है, शीतकालीन सत्र बुलाकर जिस तरह कानून लाए थे, उसी प्रकार वापस लें। जादौन ने कहा, निर्दोष किसानों पर हुए मुकदमे वापस हो, एमएसपी पर कानून बनाये जाएं। अब आगे की घोषणा संयुक्त किसान मोर्चा करेगा। हमने अभी तक जो कायक्र्रम बनाये हैं उसपर आगे का निर्णय एसकेएम लेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान उन्होंने किसानों को लेकर कहा कि, पहले के मुकाबले कृषि बजट 5 गुना बढ़ाया गया है। इस एलान के बाद दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के चहरे पर मुस्कान तो लौट आई है। हालांकि उन्हें अभी इस बात का इंतजार है कि सरकार तुरन्त संसद में जाकर इन्हें वापस ले।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448239/reactions-of-leaders-and-others-after-pm-modi-withdraws-three-farm-laws.html,"तीनों कृषि कानून वापस लेने के फैसले का विपक्ष ने किया स्वागत, कहा- किसानों की बड़ी जीत",प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला करती है। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया को शुरू करेंगे।,1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448238/modi-announces-repeal-of-all-three-agriculture-laws-formation-of-committee-on-msp.html,"PM मोदी ने तीनों कृषि कानून निरस्त करने, MSP पर समिति बनाने की घोषणा की","पिछले करीब एक साल से केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए विवादास्पद तीन कृषि कानूनों को लेकर देश में एक बड़ा मुद्दा बना हुआ था। हालांकि अब केंद्र सरकार ने इस मुद्दे को हल करते हुए किसानों को बड़ी राहत दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि केंद्र ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने का फैसला किया है। गुरु नानक जयंती के शुभ अवसर पर, मोदी ने यह भी घोषणा की कि 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में कानूनों को निरस्त करने की संवैधानिक प्रक्रिया को लिया जाएगा और आंदोलनकारी किसानों से अपना आंदोलन वापस लेने और वापस उनके घर लौट जाने की अपील की। पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में माफी मांगते हुए कहा, ""ऐसा लगता है कि कुछ किसान अभी भी हमारे ईमानदार प्रयासों से आश्वस्त नहीं हैं। हमने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है। इन कानूनों को निरस्त करने की संवैधानिक प्रक्रिया संसद सत्र के दौरान पूरी हो जाएगी जो इस महीने के अंत में शुरू होगी। मोदी ने केंद्र, राज्य सरकारों, किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और कृषि अर्थशास्त्रियों के प्रतिनिधियों की एक समिति बनाने की भी घोषणा की, जो इस बात पर चर्चा करेगी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है। कैसे शून्य बजट खेती को बढ़ावा दिया जा सकता है और फसल पैटर्न को कैसे वैज्ञानिक तरीके से बदला जा सकता है। संसद के मानसून सत्र में पारित होने के बाद, राष्ट्रपति ने 27 सितंबर, 2020 को तीन कृषि विधेयकों को अपनी सहमति दी थी। तीन विधेयक- किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा विधेयक, 2020 पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020 थे। इनके कानून बनने से पहले और इसके तुरंत बाद, प्लेटफार्मों पर किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया था, उनमें से कुछ शांतिपूर्ण थे, कुछ ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, जिसमें इस साल की शुरूआत में 26 जनवरी को लाल किले पर आंदोलन ने दंगे का रूप ले लिया था। वहीं किसानों का दावा है कि आंदोलन के दौरान विभिन्न स्थानों पर 600 से अधिक किसानों की मौत भी हुई है। इनमें से सैकड़ों किसान जिनमें से अधिकांश पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा से संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हैं दिल्ली के विभिन्न प्रवेश बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं। वे केंद्र के इस तर्क को नहीं मान रहे थे कि तीन कृषि कानून कृषि क्षेत्र में सुधार लाएंगे और मूल रूप से बिचौलियों को हटा देंगे, जिससे छोटे किसानों को लाभ होगा। किसानों का आंदोलन शुरू होने के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले जनवरी 2021 में तीन कृषि कानूनों पर रोक लगा दी थी और एक समिति नियुक्त की थी, जिसने अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसे अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448228/preparations-for-the-elimination-of-hybrid-terrorists-in-the-valley.html,घाटी में हाइब्रिड आतंकियों के सफाए की तैयारी,"हालांकि घाटी में मौजूद सुरक्षा बल आतंकवाद की सफाई के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। फिर भी जिस प्रकार घाटी के विभिन्न इलाकों से कम उम्र के पढ़े-लिखे युवा घरों से लगातार गायब हो रहे हैं, उससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंताएं लगातार बढ़ी हुई हैं। घाटी में गैर-कश्मीरी तथा अल्पसंख्यक समुदाय की टारगेट किलिंग पर रोक लगा पाना सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448227/pm-modi-s-strong-message-to-fugitive-economic-offenders-return-to-the-country-no-other-choice.html,"पीएम मोदी का भगोड़े आर्थिक अपराधियों को कड़ा संदेश, देश लौटें, कोई और चारा नहीं","प्रधानमंत्री ने ऋण प्रवाह और आर्थिक वृद्धि पर एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए कहा, भगोड़े आर्थिक अपराधियों को वापस लाने के लिए हम नीतियों एवं कानून पर निर्भर रहे और कूटनीतिक माध्यमों का भी इस्तेमाल किया। संदेश एकदम साफ है-अपने देश लौट आओ। हम इसके लिए अपने प्रयास जारी रखे हुए हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में किसी आर्थिक अपराधी का नाम नहीं लिया। लेकिन उनकी सरकार ने पिछले कुछ समय में विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण की कोशिशें तेज कर दी हैं।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448216/surjewala-moves-supreme-court-against-ordinances-extending-tenure-of-cbi-ed-chiefs.html,"सुरजेवाला सीबीआई, ईडी प्रमुखों का कार्यकाल बढ़ाने वाले अध्यादेशों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे","ये अध्यादेश केंद्र सरकार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रमुखों के कार्यकाल का पांच साल तक विस्तार करने की अनुमति देते हैं। याचिका में संसद का सत्र शुरू होने से 15 दिन पहले अध्यादेश लाने की वजह पर सवाल उठाया गया है। सुरजेवाला ने याचिका में तर्क दिया कि कार्यकाल का विस्तार वास्तव में जांच एजेंसियों पर कार्यपालिका के नियंत्रण की पुष्टि करता है और स्वतंत्र रूप से कामकाज करने के उनके दायित्व के खिलाफ है। अधिवक्ता अभिषेक जेबराज के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है, ""सरकारी अधिकारियों के स्वतंत्र कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए कार्यकाल की निश्चितता को बार-बार एक आवश्यक तत्व माना गया है। एक टुकड़ा विस्तार प्रणाली, जैसा कि लागू अध्यादेशों और अधिसूचना द्वारा परिकल्पित है, अधिकारियों के लिए केंद्र को खुश करने वाली सेवा करने के लिए एक विकृत प्रोत्साहन है।"" सीबीआई और ईडी के निदेशकों को दो साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया जाता है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448210/india-is-now-being-called-the-pharmacy-of-the-world-modi.html,भारत को अब 'दुनिया की फार्मेसी' कहा जा रहा है: मोदी,"प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ""हमने महामारी के शुरूआती चरण के दौरान 150 से अधिक देशों को जीवन रक्षक दवाओं और चिकित्सा उपकरणों का निर्यात किया है। हमने इस साल लगभग 100 देशों को कोविड के टीकों की 6.5 करोड़ से अधिक खुराक का निर्यात भी किया है।"" उन्होंने गुरुवार को फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र के पहले ग्लोबल इनोवेशन समिट का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया भी मौजूद रहे। सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि महामारी ने फार्मास्युटिकल क्षेत्र को तेजी से फोकस में ला दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ""चाहे जीवनशैली हो, दवाएं हों, चिकित्सा तकनीक हो या टीके हों, स्वास्थ्य सेवा के हर पहलू पर पिछले दो वर्षों में वैश्विक ध्यान गया है।"" उन्होंने कहा कि भारतीय दवा उद्योग भी चुनौती के लिए तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री ने नवाचार के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की भी कल्पना की, जो भारत को दवा की खोज और नए चिकित्सा उपकरणों में अग्रणी बनाएगा। उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के आधार पर नीतिगत हस्तक्षेप किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों का एक बड़ा पूल है, जिसमें उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता है। उन्होंने कहा, ""इस ताकत को 'डिस्कवर एंड मेक इन इंडिया' के लिए इस्तेमाल करने की जरूरत है।"" मोदी ने कहा, ""आज, जब भारत के 1.3 अरब लोगों ने भारत को 'आत्मनिर्भर' बनाने के लिए इसे अपने ऊपर ले लिया है। हमें टीकों और दवाओं के लिए प्रमुख सामग्री के घरेलू निर्माण में तेजी लाने के बारे में सोचना चाहिए। यह एक ऐसी सीमा है, जिसे भारत को जीतना है।"" प्रधानमंत्री ने हितधारकों को आइडिया इन इंडिया, इनोवेट इन इंडिया, मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वल्र्ड के लिए आमंत्रित किया है।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448205/country-s-first-skill-university-proved-to-be-a-boon-haryana-cm.html,वरदान साबित हो रहा देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय: हरियाणा सीएम,"राज्य के कौशल विकास मंत्री मूलचंद शर्मा सहित अन्य लोग वहां मौजूद थे। खट्टर ने विश्वविद्यालय में चल रहे कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौशल से संबंधित शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य के साथ विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी। यह विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक, विश्वविद्यालय से हर साल कम से कम 12,000 कुशल युवा स्नातक होंगे। वर्तमान में, हर साल 4,000 कौशल प्रदान किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय एक उद्योग-एकीकृत 'अर्न व्हाइल लर्न' मॉडल के साथ काम कर रहा हैं, जो छात्रों को पढ़ने के साथ-साथ कमाने के अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह छात्रों को वास्तविक रोजगार की दुनिया से अवगत कराकर उन्हें एक्सपोजर प्रदान करेगा, ताकि उन्हें भविष्य में बेहतर रोजगार मिल सके। कौशल विकास मंत्री शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय मारुति इंडिया लिमिटेड, रिलायंस, हेल्थियंस और आनंद समूह के साथ समझौता कर रहा है, ताकि उद्योगों के कर्मचारियों के लिए अनुकूलित कार्यक्रम विकसित करने और उत्कृष्टता केंद्र के माध्यम से कौशल उन्नयन कार्यक्रम आयोजित करने की संभावना तलाशी जा सके।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448016/karnataka-cm-gets-bjp-s-support-in-bitcoin-scam.html,बिटकॉइन घोटाले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री को मिला भाजपा आलाकमान का समर्थन,"पार्टी सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को कर्नाटक में भाजपा नेताओं को शामिल करने और उन पर लगाम लगाने का निर्देश दिया है, जो राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में भ्रम पैदा करने के लिए अफवाहें फैलाने में लिप्त हैं। बोम्मई ने अमित शाह को दो कैबिनेट मंत्रियों के बारे में जानकारी दी थी जो बिटकॉइन घोटाले पर अफवाहें फैला रहे हैं और कांग्रेस पार्टी के नेताओं को जानकारी लीक कर रहे हैं। बोम्मई ने सरकार में अनिश्चितता लाने की कोशिश कर रहे इन मंत्रियों की गतिविधियों पर लगाम लगाने का अनुरोध किया था। सूत्र के अनुसार, अमित शाह ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया था कि पार्टी इन नेताओं का ख्याल रखेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें काबू में किया जाए और उन्हें चेतावनी दी जाए। तदनुसार, जेपी नड्डा ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए बिटकॉइन घोटाले पर अफवाहें फैलाने में लिप्त नेताओं को आड़े हाथों लिया और उन्हें एकता में विपक्ष का सामना करने के लिए फटकार लगाई। जब से भाजपा आलाकमान ने उन्हें उनके समर्थन का आश्वासन दिया है तब से बोम्मई आत्मविश्वास से कांग्रेस का मुकाबला कर रहे हैं। कर्नाटक पुलिस विभाग ने कांग्रेस महासचिव प्रभारी कर्नाटक प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और राज्य कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे द्वारा लगाए गए आरोपों का बिंदुवार खंडन किया था। आलाकमान के निर्देश पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस नेताओं का मजाक उड़ाते हुए खंडन जारी करना शुरू कर दिया है। बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने कांग्रेस के एक नेता को फटकार लगाई कि उनका नाम 'बेहद स्त्रैण' है। उन्होंने उपहास उड़ाते हुए कहा, ""आपने दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बेटी का नाम रखा।"" पुलिस विभाग के प्रेस नोट ने दावा किया कि उनकी जांच ट्विटर हैंडल द्वारा निर्देशित नहीं की जा सकती थी, लेकिन उन्हें बिटकॉइन घोटाले की जांच के संबंध में कानून के अनुसार उचित प्रक्रिया करनी होगी। बोम्मई और राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने खुले तौर पर विपक्ष को इस घोटाले पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दस्तावेज जमा करने की चुनौती दी। पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा भी आरोपों को लेकर अपने आश्रित बोम्मई का बचाव करने के लिए आगे आए। हालाँकि, जबकि भाजपा क्षति नियंत्रण मोड में है, कांग्रेस नेता जश्न मना रहे हैं क्योंकि वे राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को शर्मिदा करने और नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाने में सक्षम थे। कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि कर्नाटक भाजपा के भीतर की अंदरूनी कलह अभी तक शांत नहीं हुई है। सूत्रों ने कहा कि भाजपा नेता, जो नहीं चाहते कि अगले आम चुनाव के दौरान बोम्मई पार्टी का चेहरा बने, बिटकॉइन घोटाले के संबंध में दस्तावेजों के साथ सामने आते रहेंगे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/448014/stone-pelting-and-arson-at-salman-khurshids-house-in-nainital.html,'सनराइज ओवर अयोध्या' पर विवाद के बाद खुर्शीद के घर आगजनी-पत्थरबाजी,"दरअसल सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी आईएसआईएस और बोको हरम जैसे संगठनों से करने के बाद से खुर्शीद हिंदुत्ववादी संगठनों के निशाने पर हैं। दरअसल हिंदूधर्म और हिंदुत्व की व्याख्या राजनीतिक पार्टियां अपने हिसाब से ही करती आई हैं। हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब सनराइज ओवर अयोध्या में हिंदुत्व की तुलना एक कट्टरपंथी आतंकी संगठन से की है। उन्होंने आतंकी संगठन बोको हरम नरसंहार और उसकी क्रूरता को हिंदुत्व से जोड़ा है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हिंदुत्व और हिंदुत्व के बीच अंतर करार दिया है। उन्होंने कहा था, हिंदू धर्म और हिंदुत्व में फर्क है, क्योंकि अगर फर्क नहीं होता तो नाम एक ही होता। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने सोमवार को कहा, ""हिंदू धर्म और हिंदुत्व में अंतर है। मैं उसके साथ ये जोड़ना चाहता हूं कि वो जो हिंदू धर्म पर भरोसा करते हैं हम सौ फीसदी भारतीय हैं। हम सारे, जो इस देश के बाशिंदे हैं उन्हें भारतीय समझते हैं। लेकिन कुछ लोग हमारे बीच में हैं, जोकि आज के दिन सत्ता में हैं। अस्सी फीसदी भारतीय जो कि हिंदू धर्म को मानते हैं वही असली भारतीय हैं और जो बाकी लोग जो हैं वे गैर-भारतीय हैं।""",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/447978/northeast-was-neglected-seen-through-political-lens-modi.html,"पूर्वोत्तर की उपेक्षा की गई, राजनीतिक चश्मे से देखा गया: मोदी","पूर्वोत्तर क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही उपेक्षा का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि पहले देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों से हमारी नदियां पूर्व की ओर आती थीं, लेकिन विकास की गंगा यहां (पूर्वोत्तर) पहुंचने से पहले रुक जाती थीं। उन्होंने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण और कनेक्टिविटी में सुधार करके इस क्षेत्र की विशाल क्षमता को उजागर किया जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि क्षेत्र में किए जा रहे कार्य देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मोदी ने दिल्ली से अपने वर्चुअल भाषण के दौरान प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत घरों के निर्माण के लिए त्रिपुरा के कुल 1.47 लाख लाभार्थियों के सीधे बैंक खाते में पहली किस्त के रूप में 709 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के बाद कहा कि आज, देश के विकास को 'एक भारत (एकजुट भारत)' की भावना के साथ देखा जाता है। पिछली त्रिपुरा सरकारों का नाम लिए बिना, प्रधान मंत्री ने पहले की प्रणाली की आलोचना की, जिसमें लाभार्थियों को बिना रिश्वत दिए कोई लाभ नहीं मिल पाता था। उन्होंने कहा: आज देश का विकास 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना से देखा जाता है। विकास को अब देश की एकता-अखंडता का पर्याय माना जाता है। कुछ प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थियों - अनीता कुकी देबबर्मा, सोमा मजूमदार, कादर बिया और समीरन नाथ के साथ बातचीत के बाद, मोदी ने कहा कि जब से उनकी सरकार सत्ता में आई है, गरीब और आदिवासी वर्ग का कल्याण उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य लाभार्थियों को बिना किसी परेशानी या बिचौलिए के योजना का लाभ दिलाना है। त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा के अनुसार, प्रधान मंत्री के हस्तक्षेप के बाद, त्रिपुरा की अनूठी भू-जलवायु स्थिति को ध्यान में रखते हुए, राज्य के लिए विशेष रूप से 'कच्चा' घर की परिभाषा बदल दी गई है, जिससे इतनी बड़ी संख्या में लाभार्थियों को सक्षम किया गया है। पक्का मकान बनाने में सहायता पाने के लिए कच्चे मकानों में रह रहे हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की प्रशंसा करते हुए, मोदी ने कहा: राज्य में बिप्लब देब की सरकार और केंद्र में सरकार राज्य की प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधान मंत्री ने कहा कि जो सोच त्रिपुरा को गरीब रखती है, लोगों को रखती है सुख-सुविधाओं से दूर त्रिपुरा का आज त्रिपुरा में कोई स्थान नहीं है। प्रधान मंत्री ने कहा, अब डबल इंजन सरकार पूरी ताकत और ईमानदारी से राज्य के विकास में लगी हुई है। प्रधान मंत्री ने देश के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए भारत की आत्मविश्वासी 'नारी शक्ति' का जिक्र किया। मोदी ने कहा, इस नारी शक्ति के एक प्रमुख प्रतीक के रूप में, हमारे पास महिला स्वयं सहायता समूह भी हैं। इन एसएचजी को जन धन खातों से जोड़ा गया है। ऐसे समूहों के लिए उपलब्ध संपाश्र्विक मुक्त ऋण को दोगुना कर 20 लाख रुपये कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश हर साल 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को 'आदिवासी गौरव दिवस' के रूप में मनाएगा। केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य रेबती त्रिपुरा भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/447976/demand-to-reopen-kartarpur-corridor-from-modi.html,"मोदी से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल, करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने की मांग","भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग और दुष्यंत गौतम, पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह और युवा विंग के राष्ट्रीय सचिव तजिंदर पाल सिंह बग्गा और पंजाब के अन्य नेता इसमें शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह ने किया। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने करतारपुर साहिब गलियारे को फिर से खोलने का अनुरोध करते हुए प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन दिया, जो पिछले साल मार्च से कोविड से संबंधित प्रतिबंधों के कारण बंद कर दिया गया था। ज्ञापन में गलियारे के निर्माण को सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रयास की सराहना की गई, जिसकी कांग्रेस और अन्य दलों ने उपेक्षा की। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि लोग कॉरिडोर के फिर से खुलने की उम्मीद कर रहे थे, जबकि देश 110 करोड़ पात्र आबादी का टीकाकरण करके अनलॉक प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ रहा है और जब सक्रिय मामले लगभग 1.35 लाख हैं। इसमें कहा गया है, ""19 नवंबर को गुरु नानक देव महाराज के 'प्रकाश पर्व' के अवसर पर, हम आपसे करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने का आदेश देने का अनुरोध करते हैं। हमें विश्वास है कि आप तुरंत कार्रवाई करेंगे।"" बैठक के बाद बग्गा ने कहा कि सिख नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलना सुनिश्चित करने का अनुरोध किया, जो पिछले साल से कोविड के कारण बंद है। इससे पहले एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर और पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने की मांग की थी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/447975/mamata-should-not-bring-culture-of-violence-in-state-goa-cm.html,ममता बनर्जी को राज्य में हिंसा की संस्कृति नहीं लानी चाहिए : गोवा के सीएम प्रमोद सावंत,"गोवा में आगामी चुनाव लड़ने के लिए बनर्जी की घोषणा के बारे में बात करते हुए, सावंत ने आईएएनएस को एक विशेष साक्षात्कार में बताया कि इस साल की शुरूआत में हुए राज्य विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल में जो हुआ वह सभी को पता है। उन्होंने कहा कि गोवा में चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से होते हैं और हिंसा की संस्कृति तटीय राज्य का हिस्सा नहीं है। साथ ही अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए सावंत ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय राजधानी के प्रदूषित वातावरण से बचने के लिए अक्सर गोवा आते हैं। सावंत ने कहा कि गोवा में भाजपा सरकार फरवरी 2022 के चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है और दावा किया कि कोविड महामारी के कारण गंभीर वित्तीय संकट का सामना करने के बावजूद, पार्टी ने किसी भी सामाजिक कल्याण योजनाओं को नहीं रोका है, बल्कि लोगों की मदद के लिए अतिरिक्त योजनाएं शुरू की हैं। इंटरव्यू के कुछ अंश, प्रश्न: 2022 के चुनावों की तैयारियां कैसी चल रही हैं? सावंत: गोवा विधानसभा चुनाव चार अन्य राज्यों के साथ फरवरी 2022 में होंगे। हम सरकार और संगठन दोनों स्तरों पर पूरी तरह से तैयार हैं। सरकारी मोर्चे पर, हमने पूरी तैयारी कर ली है, सभी विभाग अपनी योजनाओं के साथ तैयार हैं और मौजूदा योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कर रहे हैं। देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' और पुर्तगाली शासन से राज्य की 60वीं मुक्ति की सालगिरह मनाने के लिए 'गोवा एट द रेट 60' के लिए कई नए कार्यक्रम और योजनाएं तैयार की गई हैं। कई कार्यक्रमों के दौरान, हम लोगों के साथ बातचीत कर रहे हैं और उन्हें सरकार की कई सामाजिक कल्याण योजनाओं और सभी क्षेत्रों में और समाज के सभी वर्गों के लिए अन्य कार्यों के बारे में बता रहे हैं। भाजपा संगठन भी चुनाव के लिए तैयार है और मैदानी स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। प्रश्न: आपकी राय में, जनता को तीसरी बार भाजपा सरकार क्यों चुननी चाहिए? सावंत: अपने कार्यकाल के पिछले ढाई वर्षों में, मैंने अच्छा प्रशासन सुनिश्चित किया और यह राज्य में कोविद महामारी, चक्रवात तौके, बाढ़ के प्रबंधन के दौरान दिखाई दे रहा था। इस कठिन समय में भीषण आर्थिक तंगी का सामना करने के बावजूद, सामाजिक क्षेत्र की कोई भी योजना बंद नहीं की गई और मेरी सरकार ने अतिरिक्त नई योजनाएं शुरू कीं। धन उपलब्ध कराया गया और यह भी सुनिश्चित किया गया कि लाभ लाभार्थियों तक समय पर पहुंचें। 'स्वयंपूर्णा गोवा' और 'सरकार तुमच्या दारी' (सरकार के दरवाजे पर) योजनाओं के माध्यम से हम लोगों तक पहुंच रहे हैं और हमने 'लाडली लक्ष्मी योजना', 'गृह आधार योजना' जैसी कई योजनाएं भी शुरू की हैं। प्रश्न: उन अन्य राजनीतिक दलों के बारे में क्या जिन्होंने अगले साल राज्य के चुनाव लड़ने की अपनी मंशा की घोषणा की है? सावंत : राज्य में कई स्थानीय पार्टियां हैं और कई लोग विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए आ रहे हैं. गोवा को सभी पसंद करते हैं और हम उनका स्वागत करते हैं। गोवा एक पर्यटन स्थल है और वे राजनीतिक पर्यटन के लिए आ रहे हैं और कुछ नहीं। हम 'अतिथि देवो भव' (अतिथि भगवान हैं) की परंपरा में विश्वास करते हैं। प्रश्न: ममता बनर्जी ने अगले साल गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने की अपनी मंशा की भी घोषणा की है सावंत: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए स्वागत है और मैं कहता हूं कि उन्हें इसे मजबूती से लड़ना चाहिए। लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है और मैंने पहले ही कहा है कि गोवा एक पर्यटन राज्य है और अतिथि देवो भव में विश्वास करता है, हम ममता बनर्जी और उनके कार्यकतार्ओं का स्वागत करते हैं। लेकिन उसे गोवा की संस्कृति को बनाए रखना और उसका सम्मान करना चाहिए और पश्चिम बंगाल की संस्कृति को नहीं लाना चाहिए प्रश्न: 'पश्चिम बंगाल की संस्कृति' से आपका क्या मतलब है? सावंत: देश में हर कोई जानता है कि विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में क्या हुआ। सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों पर हमला किया गया और उन पर हमला किया गया, मार डाला गया और बलात्कार किया गया। हर कोई इसके बारे में जानता है और मैं पश्चिम बंगाल की इस संस्कृति के बारे में बात कर रहा हूं, उसे इस संस्कृति को गोवा में नहीं लाना चाहिए क्योंकि यहां चुनाव शांतिपूर्वक होते हैं और चुनाव के बाद हिंसा या दंगे का कोई मामला कभी सामने नहीं आया है। प्रश्न: अरविंद केजरीवाल ने मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्त उपहार देने की घोषणा की, आप इसके बारे में क्या कहेंगे? सावंत: गोवा की अपनी हर यात्रा में, केजरीवाल नए वादे कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि वह सत्ता में नहीं आ रहे हैं और वादों को पूरा करने के लिए कोई दायित्व नहीं होगा। झूठे वादे करने के बजाय केजरीवाल को दिल्ली को बेहतर और प्रदूषण मुक्त बनाने पर ध्यान देना चाहिए। गंभीर प्रदूषण के कारण और गोवा की हवा और पानी साफ होने के कारण, केजरीवाल अक्सर राज्य का दौरा करते हैं। वह आते हैं, आराम करते हैं और वापस चले जाते हैं। हमारे लिए यह 'अतिथि देवो भव' है और वह और उनके कार्यकर्ता हमारे पर्यटन उद्योग की मदद कर रहे हैं और मैं उन सभी का उनके राजनीतिक पर्यटन पर स्वागत करता हूं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/nitish-kumar-made-a-big-announcement/,"नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान, बिहार में होगी जातीय जनगणना...","नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान, बिहार में होगी जातीय जनगणना : राज्य सरकार उठाएगी खर्च By admin - December 7, 2021 पटना (एजेंसी)। जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार से इतर बिहार सरकार ने अपना निर्णय ले लिया है। राज्य सरकार अपने खर्च पर जातीय जनगणना कराएगी। इसका ऐलान सोमवार को ष्टरू नीतीश कुमार ने किया। जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, तैयारी हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बिहार सरकार पारदर्शी तरीके से जनगणना कराएगी। किसी भी प्रकार की चूक नहीं की जाएगी। तमाम सियासी पार्टियों की सहमति हो गई है। हम जल्द सर्वदलीय बैठक करने जा रहे हैं। डिप्टी सीएम और अपनी पार्टी के सभी लोगों से बात कर चुके हैं। जल्द एक तारीख तय कर सर्वदलीय बैठक की जाएगी। बता दें, इससे पहले कर्नाटक अपने स्तर से जातीय जनगणना करा चुका है। अब जातीय जनगणना कराने वाला बिहार देश का दूसरा राज्य होगा। कोई चीज मिस नहीं होगी : सीएम नीतीश ने कहा, इसमें सब लोगों की राय जरूरी है। जातीय जनगणना कैसे करानी है, कब करानी है, किस माध्यम से कराएंगे, यह सब मीटिंग में सबसे राय लेकर तय किया जाएगा। सबकी सहमति से जो बात निकलेगी उसी आधार पर आगे बढ़ेंगे। यह बहुत बेहतर ढंग से कराया जाएगा ताकि कोई चीज मिस न हो। तेजस्वी यादव ने दोबारा की थी मांग शीतकालीन सत्र में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से मिलकर जातीय जनगणना कराने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने तेजस्वी को भरोसा दिया था कि जल्द जातीय जनगणना को लेकर ऑल पार्टी मीटिंग कर अंतिम रूप दिया जाएगा। सोमवार के बयान के बाद अब यह साफ हो गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना को लेकर अपना रूख तय कर लिया है। आखिरी बार कब हुई थी जातिगत जनगणना ? देश में पहली बार 1881 में जनगणना हुई थी। पहली बार हुई जनगणना में भी जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी हुए थे। तब से हर 10 साल पर जनगणना होती है। 1931 तक की जनगणना में जातिवार आंकड़े भी जारी होते थे। 1941 की जनगणना में जातिवार आंकड़े जुटाए गए थे, लेकिन इन्हें जारी नहीं किया गया। आजादी के बाद सरकार ने सिर्फ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की आबादी का डेटा जारी करने का फैसला किया। इसके बाद से बाकी जातियों के जातिवार आंकड़े कभी पब्लिश नहीं हुए।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/shock-to-maharashtra-government/,"महाराष्ट्र सरकार को झटका, निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण पर ‘सुप्रीम’...","महाराष्ट्र सरकार को झटका, निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण पर ‘सुप्रीम’ रोक By admin - December 7, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। महाराष्ट्र के लोकल बॉडी चुनावों में ओबीसी को 27 फीसदी रिजर्वेशन देने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले पर अगले आदेश तक के लिए स्टे कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ओबीसी कोटा के लिए एक कमिशन का गठन किए बिना और अपर्याप्त प्रतिनिधित्व का डाटा एकत्र किए बिना ओबीसी रिजर्वेशन लागू नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर महाराष्ट्र सरकार के उस अध्यादेश को चुनौती दी गई है जिसके तहत राज्य सरकार ने लोकल बॉडी चुनाव में 27 फीसदी ओबीसी रिजर्वेशन के लिए ऑर्डिनेंस जारी किए हैं। इस अध्यादेश को प्रभावी करने के लिए राज्य चुनाव आयोग के नोटिफिकेशन को भी चुनौती दी गई है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एएम खानविलकर की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि 27 फीसदी ओबीसी रिजर्वेशन को इसके लिए कमीशन के गठन और राज्य सरकार द्वारा अपर्याप्त प्रतिनिधित्व के डेटा को एकत्र किए बिना लागू नहीं किया जा सकता है।डेटा एकत्र करने के लिए कमीशन का गठन जरूरी है इसके बिना कोटा लागू नही हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी रिजर्वेशन पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी है। अपर्याप्त डेटा और कमिशन के बिना नहीं हो सकता फैसले पर अमल : सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि रिजर्वेशन पर अमल तब तक नहीं हो सकता है जब तक कि पर्याप्त प्रतिनिधित्व का डेटा और कमीशन का गठन न हो। सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऑर्डर में यह भी कहा है कि राज्य चुनाव आयोग को ओबीसी रिजर्वेशन के संबंधित नोटिफिकेशन के सात चुनाव कार्यक्रम में आगे बढऩे की इजाजत नहीं हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जनरल कैटेगरी और अन्य रिजर्व सीटों के लिए चुनावी प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी निर्देश जारी किया है कि राज्य चुनाव आयोग किसी मिड टर्म पोल या अन्य आम चुनाव में ओबीसी रिजर्वेशन को लेकर नोटिफिकेशन अगले आदेश तक जारी नहीं करेगा। याचिकाकर्ता की ओर से सीनियर एडवोकेट विकास सिंह ने अर्जी दाखिल कर अधिसूचना को चुनौती दी थी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/no-law-and-order-in-rajasthan-take-and-order-government/,"राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर नहीं, ‘लो और ऑर्डर करो’ सरकार","राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर नहीं, ‘लो और ऑर्डर करो’ सरकार By admin - December 6, 2021 जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को जनप्रतिनिधि संकल्प महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 2023 के चुनावों में निकम्मी और भ्रष्टाचारी गहलोत सरकार को उखाड़कर फेंक देना है और भाजपा की कमल निशान वाली सरकार बनानी है। उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, पूरे राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर की व्याख्या ही बदल गई है। लॉ एंड ऑर्डर का मतलब होता है- ‘कानून और व्यवस्था’। गहलोत सरकार के लॉ एंड ऑर्डर का मतलब है, ‘लो और ऑर्डर करो’। राजस्थान की गहलोत सरकार पूरी भ्रष्ट सरकार है। पेट्रोल-डीजल के दाम घटा दो, वरना जनता राह देख रही पेट्रेाल-डीजल की सबसे ज्यादा कीमत राजस्थान में होने को लेकर उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पूरे देश में पेट्रोल व डीजल के टैक्स घटाए, लेकिन राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जहां के सीएम को तिजोरी बहुत पसंद है। मैं गहलोत जी से विनती करता हूं कि पेट्रोल के दाम घटा दो, वरना जनता राह देख रही है। गहलोत गरीबों को किसी तरह की सुविधा नहीं दे रही है। वसुंधरा सरकार के कई कल्याणकारी योजनाओं को तोड़-मरोड़ दिया है। आज राजस्थान में हर व्यक्ति के ऊपर 65 हजार रूपए का कर्ज है। राहुल गांधी कम से कम ट्वीट तो करते हैं साथ ही शाह ने राहुल गांधी पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कोई काम करते हों या न करते हों, कम से कम ट्वीट तो करते ही हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सत्तर के दशक में गरीबी हटाओ का नारा दिया था, जब मोदी जी आए तब भी करोड़ों घरों में बिजली नहीं थी, चूल्हा जलता नहीं था, शौचालय की व्यवस्था नहीं थी। वे सुन लें कि कांग्रेस ने गरीबी हटाने का नहीं, गरीब ही हटाने का काम किया। मोदी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा चुनाव इससे पहले, अमित शाह ने कार्यसमिति में सभी राजस्थान भाजपा नेताओं को साफ कह दिया है कि अगले चुनाव राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही होंगे। उन्होंने कहा मिशन 2023 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव के लिए सभी एकजुट होकर तैयारियां शुरू करें। वसुंधरा बोलीं- गहलोत सरकार अदृश्य है, सरकार बचाने में लगे हैं वसुंधरा राजे ने कहा कि गहलोत जी की सरकार अदृश्य है। कानून व्यवस्था और सरकार दोनों गायब है। 3 साल हो गए, गहलोत सरकार बचाने में लगे हैं। 2 साल निकल गए, कभी गिर रही है, कभी खड़ी हो रही है। अभी कैबिनेट रिसफल हुआ उसमें भी यह देखा गया कि कोई इधर उधर जाने वाला तो नहीं है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने भाजपा राज की योजनाओं को या तो बंद कर दिया या उन्हें बन्द ही कर दिया। अन्नपूर्णा योजना को बंद कर दिया। अन्नपूर्णा रसोई को बंद तो नहीं किया लेकिन उसका नाम इंदिरा गांधी के नाम कर दिया। नाम बदल दो वह भी कोई बात नहीं लेकिन उसमे कैसा घटिया खाना दे रहे हैं। जनता सरकार बदलने को तैयार बैठी है, 2023 दूर नहीं है। वसुंधरा राजे ने अपने भाषण का आधे समय अमित शाह और प्र.म. मोदी की तारीफ में लगाया। राजे ने अमित शाह को भाई साहब कहकर संबोधित किया। केंद्र सरकार के कामकाज की जमकर तारीफ की।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/shiv-sena-also-said-big-thing-about-upa/,"शिवसेना ने भी यूपीए को लेकर कह दी बड़ी बात, ममता...","शिवसेना ने भी यूपीए को लेकर कह दी बड़ी बात, ममता को समर्थन, कांग्रेस को नसीहत By admin - December 5, 2021 मुंबई (कार्यालय संवाददाता)। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के द्वारा कांग्रेस को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना के मुखपत्र सामना ने शनिवार को कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का नेता कौन होगा, यह तय करने से पहले विपक्ष को भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। शिवसेना का यह बयान तब आया है जब प्रशांत किशोर ने यह कहकर कांग्रेस पर निशाना साधा कि उसका नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं होता है। उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार गई है। संपादकीय में विपक्षी दलों से सत्ता में आने के लिए कांग्रेस के पीछे नहीं जाने का आग्रह किया गया। सामना ने कहा, कांग्रेस अभी भी कई राज्यों में है। गोवा और पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस नेता तृणमूल में शामिल हो गए हैं और आप के साथ भी ऐसा ही है। संपादकीय में यह भी कहा गया है कि यूपीए जैसा गठबंधन बनाने से भाजपा को ही मजबूती मिलेगी। सामना ने सुझाव दिया, कांग्रेस के नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नेतृत्व करना चाहिए और यूपीए को मजबूत करने के लिए आगे आना चाहिए। शिवसेना ने भी लखीमपुर खीरी कांड के दौरान प्रियंका गांधी के प्रयासों की सराहना की और कहा, अगर प्रियंका लखीमपुर खीरी नहीं जातीं तो मामला खारिज हो जाता। उन्होंने एक विपक्षी नेता के रूप में अपनी भूमिका निभाई। इसमें कहा गया है, संप्रग का नेतृत्व करने की दैवीय शक्ति किसके पास है, यह गौण है, पहले हमें लोगों को विकल्प देने की जरूरत है। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के साथ एक बैठक के बाद ममता की ‘कोई यूपीए नहीं है’ टिप्पणी, कई विपक्षी नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। मुंबई में एक कार्यक्रम में, टीएमसी प्रमुख ने कहा कि अगर सभी क्षेत्रीय दल एक साथ आते हैं तो भाजपा को हराना बहुत आसान होगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-modi-said-in-devbhoomi/,देवभूमि में बोले प्र.म. मोदी- ‘कुछ राजनीतिक दलों को एक तबके...,"देवभूमि में बोले प्र.म. मोदी- ‘कुछ राजनीतिक दलों को एक तबके में दिखता है वोटबैंक, हम सबके लिए बनाते हैं योजनाएं’ By admin - December 5, 2021 देहरादून (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को देहरादून पहुंचे। उन्होंने परेड ग्राउंड से राज्य को 18 हजार करोड़ रूपए की परियोजनाएं की सौगात दी। इसके बाद स्थानीय भाषा में अपने संबोधन की शुरूआत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड पूरी देश की आस्था ही नहीं, बल्कि कर्म और कठोरता की भी भूमि है। आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है वे इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि आज की सरकार किसी देश के दबाव में काम नहीं करती। 10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए। हम दिन रात मेहनत करके आज भी उनकी भरपाई करने में जुटे हुए हैं। पिछली सरकार ने देश का, उत्तराखंड का समय बर्बाद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे पहाड़, हमारी संस्कृति, आस्था के गढ़ तो हैं ही, ये हमारे देश की सुरक्षा के भी किले हैं। पिछली सरकारों ने वन रैंक, वन पेंशन की अनदेखी की। बॉर्डर के पास सड़कें और पुल बनें, इस ओर पिछली सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। सेना को निराश करने का काम किया। आज सेना गोली का जवाब, गोली से देती है। उन्होंने कहा कि आज मैं यह कह सकता हूं कि उत्तराखंड का पानी और जवानी यहीं के काम आएंगे। इसके अलावा प्र.म. ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल भेद करके एक तबके के लिए वोटबैंक की राजनीति करते हैं जबकि हम सभी के लिए योजनाएं बनाते हैं। हमारा मार्ग कठिन जरूर है लेकिन हम देशहित में काम करते हैं। पहले की सरकारों ने सोची समझी रणनीति के तहत जनता को ताकतवर नहीं बनने दिया। हमने इस अप्रोच से अलग रास्ता चुना है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है जो उत्तराखंड हासिल नहीं कर सकता। ऐसा कोई संकल्प नहीं है जो यहां सिद्ध नहीं हो सकता। कविता की पंक्तियों से किया संबोधन खत्म : अपने संबोधन को खत्म करते हुए प्र.म. मोदी ने ये पंक्तियां कहीं- जहां पवन बहे संकल्प लिए, जहां पर्वत गर्व सिखाते हैं, जहां ऊंचे-नीचे सब रस्ते, बस भक्ति के सुर में गाते हैं, उस देवभूमि के ध्यान से ही, उस देव भूमि के ध्यान से ही, मैं सदा धन्य हो जाता हूं, है भाग्य मेरा, सौभाग्य मेरा, मैं तुमको शीश नवाता हूं। ऐसा कोई संकल्प नहीं जो ये देवभूमि सिद्ध नहीं कर सकती : प्र.म. मोदी ने कहा कि साढ़े सात लाख घरों में नल से जल पहुंचा। उत्तराखंड में अब होम-स्टे लगभग हर गांव में पहुंच चुके हैं। लोग बहुत सफलता से यहां होम-स्टे चला रहे हैं। आने वाले पांच साल उत्तराखंड को रजत जयंती की ओर ले जाने वाले हैं। ऐसा कोई काम नहीं जो उत्तराखंड नहीं कर सकता। ऐसा कोई संकल्प नहीं जो ये देवभूमि सिद्ध नहीं कर सकती। देशभर में जो बिखर रहे हैं वो उत्तराखंड को निखार नहीं सकते हैं। आपके आशीर्वाद से ये डबल इंजन उत्तराखंड का विकास करता रहेगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/then-awakened-sidhus-love-for-pakistan/,"फिर जागा सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम, भारत-पाकिस्तान व्यापार शुरू करने की...","फिर जागा सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम, भारत-पाकिस्तान व्यापार शुरू करने की वकालत By admin - December 5, 2021 अमृतसर (एजेंसी)। कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम सामने आया है। अब नवजोत सिंह सिद्धू ने भारत-पाकिस्तान के बीच ट्रेड शुरू किया जाना चाहिए। अमृतसर में सिद्धू ने कहा, मैंने पहले भी आग्रह किया था, मैं एक बार फिर से आग्रह करना चाह रहा हूं कि बाजार शुरू होना चाहिए। यह हम सभी को फायदा पहुंचाएगा। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान बॉर्डर बंद होने से सबको नुकसान हो रहा है। अगर बॉर्डर खुल जाएगा तो इससे व्यापार में मदद मिलेगी। बॉर्डर खुल जाने से कई देशों के व्यापार के रास्ते खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत-पाक व्यापार 37 बिलियन अमेरिकी डॉलर हैं, इससे 34 देश व्यापार करते हैं, लेकिन बॉर्डर बंद होने से हम केवल 3 बिलियन डॉलर का ही व्यापार कर पा रहे हैं। सिद्धू ने कहा कि भारत-पाक बॉर्डर बंद होने से पंजाब को काफी नुकसान हो रहा है। बॉर्डर बंद होने से करोड़ों का नुकसान हुआ है। इससे पंजाब को करीब 4 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि इस चुनाव में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा होने जा रहा है.",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/shah-will-take-class-of-bjp-leaders-in-jaipur-today/,"शाह आज जयपुर में लेंगे भाजपा नेताओं की क्लास, 3 बार...","शाह आज जयपुर में लेंगे भाजपा नेताओं की क्लास, 3 बार करेंगे 10 टॉप नेताओं के साथ मुलाकात, गुटबाजी दूर करने पर फोकस By admin - December 5, 2021 जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को जयपुर में भाजपा के टॉप 10 नेताओं की क्लास लेंगे। शाह 3 बार प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। एयरपोर्ट पर करीब आधा घंटे चर्चा होगी। शाम को वन-टू-वन बातचीत करेंगे। राजस्थान में भाजपा संगठन को मजबूती देने, गुटबाजी दूर करने के लिहाज से अमित शाह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। जेईसीसी कन्वेंशन सेंटर, सीतापुरा में ही कार्यसमिति और जन प्रतिनिधि सम्मेलन के बाद करीब 6 बजे अमित शाह की राजस्थान के टॉप लीडर्स से एक-एक कर बंद कमरे में मुलाकात होगी। इससे पहले दोपहर करीब पौने 3 बजे अमित शाह इन नेताओं के साथ लंच भी करेंगे। संगठन के नेताओं से अलग से चर्चा के बाद अमित शाह शाम करीब 7 बजे जयपुर से दिल्ली रवाना होंगे। इन भाजपा नेताओं की क्लास अमित शाह मिशन 2023-24 के तहत राजस्थान और केन्द्र में भाजपा की सरकार बनाने के लिए जरूरी टिप्स राजस्थान भाजपा के 10 टॉप नेताओं को देंगे। शाह ने प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां,प्रभारी अरूण सिंह, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया,उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, चारों केन्द्रीय मंत्री- गजेन्द्र सिंह शेखावत,अर्जुनराम मेघवाल,कैलाश चौधरी,भूपेन्द्र यादव,पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और सांसद ओमप्रकाश माथुर से अलग से वन-टू-वन मुलाकात रखी है। जनप्रतिनिधि सम्मेलन के बाद शाम करीब 6 बजे यह मुलाकात होगी। (शेष पेज 8 पर) सुबह 11.30 बजे आएंगे शाह,12 बजे से रोड शो : अमित शाह सुबह करीब 11.30 बजे जयपुर एयरपोर्ट आएंगे। जहां एयरपोर्ट के अंदर 10 टॉप नेता उन्हें रिसीव करने जाएंगे। इसके बाद शाह का स्वागत-सत्कार और रोड शो शुरू हो जाएगा। जो करीब 9 किलोमीटर तक चलेगा। इस दौरान अमित शाह पर फूलों की बरसात पूरे रास्ते होगी। बुलेट प्रुफ गाड़ी में शाह सनरूफ से लोगों का अभिवादन हाथ हिलाकर स्वीकार करेंगे। करीब पौने दो घंटे के रोड शो के दौरान शाह रास्ते में कहीं भी रूकेंगे नहीं। उनकी गाड़ी और काफिले की स्पीड बहुत कम रहेगी। जिससे जगह-जगह उनका स्वागत होता रहेगा। 1.45 बजे जेईसीसी कन्वेंशन सेंटर में भाजपा कार्यसमिति : रोड शो के बाद अमित शाह जेईसीसी कन्वेंशन सेंटर में दोपहर 1.45 बजे भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के समापन सेशन को सम्बोधित करेंगे। 4 दिसम्बर दोपहर 2 बजे से शुरू हो रही प्रदेश कार्यसमिति की दो दिन की बैठक में 6 अलग-अलग सेशन रखे गए हैं। जिसमें राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित होगा। कांग्रेस की दमनकारी नीति, मिस मैनेजमेंट, किसान कर्जामाफी,बेरोजगारी और पेंडिंग भर्तियां, जन आक्रोश,दलित और महिलाओं पर अत्याचार,अपराध के पॉइंट्स पर सेशन में चर्चा होगी। शाह राजस्थान भाजपा को अगले दो सालों तक प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ अलग-अलग आंदोलन छेडऩे और जनता के बीच जाने के भी निर्देश दे सकते हैं। करीब 1 घंटे तक प्रदेश कार्यसमिति चलेगी। जिसके बाद अमित शाह प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ लन्च पर ग्रुप में चर्चा करेंगे। 3.45 बजे से जनप्रतिनिधि सम्मेलन, सहकारिता पर फोकस : प्रदेश कार्यसमिति के बाद कल जेईसीसी कन्वेंशन सेंटर में ही 3.45 बजे से जनप्रतिनिधि सम्मेलन को अमित शाह सम्बोधित करेंगे, जिसमें 10 हजार जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। केन्द्रीय गृहमंत्री के साथ सहकारिता मंत्री भी अमित शाह हैं। ऐसे में जनप्रतिनिधि सम्मेलन में सरकारिता से जुड़े जनप्रतिनिधियों को प्रदेशभर से बुलाया गया है। शाह का फोकस है कि सहकारिता से जुड़े जनप्रतिनिधियों को ज्यादा से ज्यादा भाजपा के साथ जोड़ा जाए। सभी जिलों से लोगों को शाह के प्रोग्राम में बुलाया गया है। इसके अलावा सांसद,विधायक,नगरीय निकाय,जिला परिषदों से भी जनप्रतिनिधि आएंगे। करीब पौने 6 बजे तक यह सम्मेलन चलेगा। इसके बाद अमित शाह राजस्थान भाजपा के टॉप 10 नेताओं से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। शाम 7 बजे जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना होने का कार्यक्रम है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/jagdish-thakor-gujarat-congress-president/,जगदीश ठाकोर गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष,"जगदीश ठाकोर गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष By admin - December 4, 2021 चावड़ा के इस्तीफे के 9 महीने बाद हुआ चुनाव अहमदाबाद (एजेंसी)। जगदीश ठाकोर को गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से एक साल पहले यह बदलाव किया गया है। इसी साल मार्च में निकाय चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अमित चावड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही पार्टी को प्रदेश में नए अध्यक्ष की तलाश थी, जो अब जाकर पूरी हुई है। इसे लेकर पार्टी पर निशाना भी साधा जा रहा था कि एक तरफ भाजपा सीएम समेत पूरी सरकार बदल देती है तो वहीं कांग्रेस अपना अध्यक्ष तक नहीं चुन पा रही है। इसी साल 2 मार्च को गुजरात के निकाय चुनावों के नतीजे आए थे। इसमें भाजपा को 2,000 से ज्यादा सीटें हासिल हुई थीं, जबकि कांग्रेस महज 600 सीट पर ही जीत हासिल कर पाई थी। इस करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए अमित चावड़ा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके अलावा विधानसभा में कांग्रेस के नेता परेश धनानी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही पार्टी को प्रदेश में एक नए अध्यक्ष की तलाश थी। इस रेस में पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल को भी माना जा रहा था, लेकिन लीडरशिप ने जगदीश ठाकोर पर दांव लगाया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/sarma-called-hindus-trapped-outside-under-caa/,"सरमा ने बाहर फंसे हिंदुओं को सीएए के तहत बुलाया, ‘बाबर...","सरमा ने बाहर फंसे हिंदुओं को सीएए के तहत बुलाया, ‘बाबर युग से पहले भारत में हर व्यक्ति हिंदू था’ By admin - December 3, 2021 गुवाहाटी (एजेंसी)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरूवार को कहा कि भारत के बाहर संकट में फंसे हिंदुओं का देश में स्वागत है क्योंकि भारत एक हिंदू-बहुल राष्ट्र है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत में बाबर युग से पहले हर व्यक्ति हिंदू था। सीएए से संबंधित एक सवाल पर सरमा ने कहा, भारत एक हिंदू बहुल देश है। अगर भारत के बाहर किसी हिंदू को परेशानी हो रही है तो देश में आपका स्वागत है। भारत हर हिंदू की जड़ है। बाबर युग से पहले हर कोई हिंदू था। उन्होंने आगे पूछा कि मंदिरों के निर्माण के बारे में बात करने वालों को सांप्रदायिक के रूप में क्यों देखा जाता है। सरमा ने कहा, केवल मंदिर ही क्यों? अगर पुराने मंदिरों का पुनर्निर्माण और पुनर्विकास किया गया तो क्या गलत है। हम हिंदू हैं, हम हिंदू होंगे। एक हिंदू के रूप में मैं अधिक धर्मनिरपेक्ष हूं। सरमा ने इससे पहले जुलाई में जोर देकर कहा था कि हिंदुत्व जीवन का एक तरीका है और दावा किया कि अधिकांश धर्मों के अनुयायी हिंदुओं के वंशज हैं। हिंदुत्व की शुरूआत 5,000 साल पहले हुई थी और इसे रोका नहीं जा सकता। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने राज्य में अपनी सरकार के दूसरे महीने के पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। सरमा ने कहा, हिंदुत्व जीवन का एक तरीका है। मैं या कोई इसे कैसे रोक सकता है? यह युगों से प्रवाहित होता आया है। हम में से लगभग सभी हिन्दुओं के वंशज हैं। एक ईसाई या मुसलमान भी कभी न कभी हिंदुओं से निकला है। ‘लव जिहाद’ के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर, मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को भी एक महिला को धोखा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, सरकार किसी भी महिला के साथ धोखा नहीं करेगी, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम। हमारी बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/after-mamta-now-prashant-kishors-attack-on-congress/,ममता के बाद अब प्रशांत किशोर का कांग्रेस पर हमला,"ममता के बाद अब प्रशांत किशोर का कांग्रेस पर हमला By admin - December 3, 2021 ’10 साल में 90′ चुनावों में हार, नेतृत्व किसी एक व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं… नई दिल्ली (एजेंसी)। ममता बनर्जी के बाद अब उनके खास सिपहसालार और पेशेवर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। 2024 के लिए ‘मोदी बनाम ममता’ का नैरेटिव सेट करने की कोशिश के तहत पीके ने पिछले 10 सालों में कांग्रेस को मिलीं चुनावी शिकस्तों का जिक्र करते हुए कहा है कि विपक्ष को लोकतांत्रिक तरीके से अपने नेतृत्व का फैसला करने देना चाहिए। प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, कांग्रेस जिस विचारधारा का प्रतिनिधित्व करती है और जो उसका स्थान है, वह एक मजबूत विपक्ष के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी एक शख्स का दिव्य अधिकार नहीं है खासकर तब जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से ज्यादा चुनाव हार चुकी हो। विपक्ष को लोकतांत्रिक तरीके से अपने नेतृत्व का फैसला करने देना चाहिए। समझा जाता है कि उनके निशाने पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी हैं। दिलचस्प बात यह है कि कुछ महीने पहले तक प्रशांत किशोर के कांग्रेस में जाने की अटकलें लग रही थीं। यहां तक कि कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी जैसे युवा नेताओं को कांग्रेस के साथ जोडऩे के पीछे भी उनका ही दिमाग माना जा रहा था। लेकिन पीके के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर तब विराम लग गया जब उन्होंने सीधे-सीधे कांग्रेस नेतृत्व पर हमले शुरू कर दिए। प्रशांत किशोर पहले भी राहुल गांधी पर हमला बोल चुके हैं। अक्टूबर में उन्होंने गोवा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भाजपा कई दशकों तक कहीं जाने वाली नहीं है लेकिन राहुल गांधी हैं कि समझते ही नहीं। तब एक क्वेश्चन-आंसर सेशन के दौरान उन्होंने कहा था, भाजपा भारतीय राजनीति का केंद्र बनने जा रही है…वह भले जीते या हार जाए, लेकिन अब वह वैसी ही है जैसे कांग्रेस आजादी के बाद अपने शुरूआती 40 सालों में थी। भाजपा कहीं नहीं जा रही हैं। एक बार आप राष्ट्रीय स्तर पर 30 प्रतिशत+ वोट हासिल कर लेते हैं तो आप इतनी जल्दी नहीं जाते। पीके ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता यह समझते ही नहीं हैं। पीके ने कहा था, आप कभी भी इस वहम में न रहें कि लोग नाराज हो रहे हैं और वे मोदी को उखाड़ फेंकेंगे। हो सकता है कि वे मोदी को उखाड़ फेंके लेकिन भाजपा कहीं नहीं जा रही। वह यही रहेगी…अगले कई दशकों तक रहेगी…। दरअसल दिक्कत शायद राहुल गांधी के ही साथ है। वह सोचते हैं कि बस कुछ वक्त की बात है, लोग उन्हें (नरेंद्र मोदी) उखाड़ फेंकेंगे। यह नहीं होने वाला है। जब तक आप उनकी (प्र.म. मोदी) ताकत को समझेंगे नहीं, मानेंगे नहीं तब तक आप उन्हें काउंटर नहीं कर सकते, कभी पराजित नहीं कर सकते। एक दिन पहले खुद ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। बुधवार को मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में राहुल गांधी पर बेहद तल्ख टिप्पणी की। ममता ने कहा कि ‘आधा समय विदेश में और आधा समय देश में रहने वाले नेता भाजयपा को टक्कर नहीं दे सकते। वे लडऩा ही नहीं जानते। इतना ही नहीं, दीदी ने कांग्रेस के अगुआई वाले गठबंधन के वजूद को ही नकार दिया। उन्होंने कहा कि यूपीए क्या है? अब यूपीए नहीं है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/uddhav-and-mamta-did-not-meet/,"उद्धव और ममता के बीच नहीं हुई मुलाकात, आदित्य ठाकरे समेत...","उद्धव और ममता के बीच नहीं हुई मुलाकात, आदित्य ठाकरे समेत संजय राउत से की राजनीति पर बात By admin - December 2, 2021 मुंबई (कार्यालय संवाददाता)। अपने तीन दिवसीय दौरे पर ममता बनर्जी मुंबई पहुंची। यहां शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से उनकी मुलाकात होनी थी लेकिन दोनों के बीच यह मुलाकात नहीं हो सकी। इसको लेकर शिवसेना राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि स्वास्थ्य कारणों से दोनों नेताओं की मुलाकात नहीं हो पाई। वैसे ममता बनर्जी की उद्धव ठाकरे से भले ही मुलाकात नहीं हो पाई हो लेकिन उन्होंने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे और संजय राउत से मुंबई में मुलाकात की। इस दौरान दोनों दलों के नेताओं के बीच राजनीति पर बात हुई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने उनका मुंबई और महाराष्ट्र में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हम(ममता बनर्जी से) 2-3 साल पहले भी मिले थे जब वे मुंबई आई थीं। इस मुलाकात में हमारी कई मुद्दों पर चर्चा हुई। संजय राउत ने ममता से मुलाकात के बाद कहा कि, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के साथ (शेष पेज 8 पर) आज मैं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मिला। इस मौके पर हमारी राजनीति और बंगाल-महाराष्ट्र संबंधों पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी ने सिद्धिनायक मंदिर जाकर उद्धव ठाकरे के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की। संजय राउत ने कहा कि बंगाल और महाराष्ट्र झुकने वालों में नहीं बल्कि लडऩे वाले राज्यों में हैं। बता दें कि मुंबई पहुंचने के बाद ममता बनर्जी ने सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा करने के बाद मुंबई हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसको लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू पर जानकारी दी कि ममता बनर्जी ने सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा कर लोगों के लिए दुआएं मांगी। माना जा रहा है कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ अलग मोर्चा खड़ी करने में जी तोड़ मेहनत कर रही हैं। इसमें कांग्रेस से अलग, कई दलों के नेताओं से वो मुलाकात कर रही हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/mamta-said-after-meeting-pawar/,पवार से मुलाकात के बाद बोलीं ममता- ‘अब यूपीए का कोई...,"पवार से मुलाकात के बाद बोलीं ममता- ‘अब यूपीए का कोई अस्तित्व नहीं’ By admin - December 2, 2021 Mumbai, Dec 01 (ANI): West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee meets NCP Chief Sharad Pawar, in Mumbai on Wednesday. (ANI Photo) मुंबई (कार्यालय संवाददाता)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। बैठक के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि अब कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का अस्तित्व नहीं है। ममता बनर्जी ने कहा, देश में जारी फासीवाद के खिलाफ लड़ाई के रूप में एक मजबूत वैकल्पिक रास्ता बनाया जाना चाहिए क्योंकि कोई भी इसके खिलाफ नहीं लड़ रहा है। बनर्जी ने कहा, शरद जी सबसे वरिष्ठ नेता हैं और मैं अपने राजनीतिक दलों के बारे में चर्चा करने आई हूं। शरद जी ने जो भी कहा मैं उससे सहमत हूं। ममता ने कहा, अब यूपीए नहीं है। वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ममता संग बैठक के बाद कहा, संजय राउत और आदित्य ठाकरे ने उनसे मुलाकात की थी। आज, मैंने और मेरे साथियों ने उनसे लंबी बातचीत की। पवार ने कहा, उनका इरादा है, आज की स्थिति में समान विचारधारा वाली ताकतों को राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ आना होगा और सामूहिक नेतृत्व स्थापित करना होगा। पवार ने कहा, हमें नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प देना होगा। हमारी सोच आज के लिए नहीं चुनाव के लिए है। इसे स्थापित करना होगा और इसी मंशा के साथ उन्होंने दौरा किया है और हम सभी ने बहुत सकारात्मक चर्चा की है। ममता बनर्जी के साथ मजबूत विकल्प तैयार करने और कांग्रेस के इसमें शामिल होने के सवाल पर एनसीपी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस हो या कोई अन्य पार्टी, बात यह है कि जो भाजपा के खिलाफ हैं, अगर वे एक साथ आएंगे, तो उनका स्वागत है। कांग्रेस ने ममता के दावे को बताया सपना : इससे पहले मुंबई में नागरिक समाज के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर सभी क्षेत्रीय पार्टियां एक साथ आ जाएं तो भारतीय जनता पार्टी को हराना आसान होगा। जिस पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, भारतीय राजनीति की हकीकत सभी जानते हैं। यह सोचना कि कांग्रेस के बिना कोई भी भाजपा को हरा नहीं सकता, केवल एक सपना है। बता दें तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के संबंध में आई दूरी की पृष्ठभूमि में बनर्जी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं से मिलने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर मुंबई पहुंची।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/mamtas-big-attack-on-rahul-gandhi/,"ममता का राहुल गांधी पर बड़ा हमला, बोलीं- ‘कोई कुछ...","ममता का राहुल गांधी पर बड़ा हमला, बोलीं- ‘कोई कुछ करेगा नहीं…सिर्फ विदेश में रहेगा तो कैसे काम चलेगा?’ By admin - December 2, 2021 मुंबई (कार्यालय संवाददाता)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस के खिलाफ अपने तल्ख तेवर जारी रखते हुए राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति कुछ ना करे और सिर्फ विदेश में ही रहे तो काम कैसे चलेगा? दीदी ने इशारों ही इशारों में कहा कि अगर आप फील्ड में नहीं रहेंगे तो भाजपा आप को बोल्ड कर देगी। अगर आप फील्ड में रहेंगे तो भाजपा हार जाएगी। ममता बनर्जी से जब यह पूछा गया कि आखिर आप कांग्रेस से क्यों लड़ रही हैं? तब उन्होंने जवाब दिया कि अगर कांग्रेस और लेफ्ट हमारे खिलाफ बंगाल में चुनाव लड़ सकते हैं तो हम भी उनके खिलाफ जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए हमें यह लड़ाई लडऩी ही पड़ेगी। ममता ने कहा कि बंगाल बहुत ही शांतिप्रिय राज्य है लेकिन यहां रोज एक वीडियो सर्कुलेट किए जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मैं ग्रास रूट लेवल से आती हूं। जब तक जिंदा हैं तब तक लड़ते रहेंगे। महाराष्ट्र में नहीं लड़ेंगे चुनाव ममता बनर्जी ने कहा कि हम महाराष्ट्र में नहीं आ रहे हैं। जहां पर भी रीजनल पार्टियां अच्छा काम कर रही हैं। वहां हम नहीं जाएंगे बल्कि अपने क्षेत्रीय साथियों का हौसला बढ़ाएंगे और उनके साथ रहेंगे। ममता ने कहा कि हमारे बंगाल में सब कुछ ठीक है लेकिन हमें बंगाल से बाहर निकलना पड़ेगा हमारे आने से कंपटीशन भी बढ़ेगा। कांग्रेस पर नाराज कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हमने कांग्रेस से यह मांग की थी कि एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जाए। जो हमें गाइड करें और यह बताए कि क्या करना है। लेकिन कांग्रेस ने हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया। हम चाहते हैं कि पूरे हिंदुस्तान में एक सिविल सोसायटी बनाई जाए। ममता बनर्जी ने कहा कि अगर सभी रीजनल पार्टी एक साथ आ जाएं तो भाजपा को जाना ही होगा। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि यह पार्टी जाते-जाते सब कुछ बेच देगी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/big-success-before-punjab-elections/,"पंजाब चुनाव से पहले बड़ी सफलता, अकाली दल नेता सिरसा भाजपा...","पंजाब चुनाव से पहले बड़ी सफलता, अकाली दल नेता सिरसा भाजपा में हुए शामिल By admin - December 2, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। पंजाब चुनाव के ठीक पहले भाजपा को बड़ी सफलता मिली है। अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के प्रेसिडेंट रहे मनजिंदर सिंह सिरसा ने भाजपा का दामन थाम लिया है। बुधवार को ही उन्होंने गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमिटी से इस्तीफा दिया था और फिर अकाली दल छोडऩे का फैसला लिया था। उनके भाजपा में जाने से भगवा दल को पंजाब चुनाव में खुद को सिखों की हितैषी पार्टी बताने में मदद मिलेगी। सिरसा गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के मुखिया रहे हैं और उनकी सिखों के बीच अच्छी पकड़ मानी जाती है। ऐसे में भाजपा को उन्हें पंजाब में एक चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट करने में मदद मिलेगी। पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को साधने के बाद राज्य में भाजपा के लिए यह बड़ी कामयाबी है। दिल्ली में मनजिंदर सिंह सिरसा की अच्छी पैठ मानी जाती रही है और राजधानी में अकाली दल का जो भी जनाधार रहा है, उसमें उनकी अहम भूमिका रही है। ऐसे में सिरसा का छोडऩा अकाली दल के लिए पंजाब से लेकर दिल्ली तक अकाली दल के लिए बड़ा झटका है। सिरसा के सिख समुदाय पर प्रभाव को इस बात से समझा जा सकता है कि 2012 में जब वह गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के महासचिव बने थे तो अकाली दल को पंजाब में सत्ता मिली थी। परमजीत सिंह सरना को मात देकर अकालियों ने गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमिटी में पकड़ बनाई थी। ऐसे में अब सिरसा का भाजपा में जाना सिख समुदाय के बीच पार्टी को पैठ बढ़ाने में मदद कर सकता है। किसान आंदोलन के बाद से ही भाजपा सिख विरोधी दल होने की धारणा का शिकार रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद अब सिरसा की एंट्री के बाद पार्टी को बड़ी मदद मिल सकेगी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/rar-of-punjab-congress/,पंजाब कांग्रेस की रार- हाईकमान ने चन्नी जाखड़ सिद्धू को दिल्ली...,"पंजाब कांग्रेस की रार- हाईकमान ने चन्नी जाखड़ सिद्धू को दिल्ली तलब किया By admin - December 2, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब कांग्रेस में विवाद नहीं थम रहा है। नया विवाद पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के जिला प्रधानों के नाम खुद ही तय करने से जुड़ा है। इससे कुछ वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी को देखकर कांग्रेस हाईकमान ने सीएम चरणजीत चन्नी, पार्टी प्रधान नवजोत सिद्धू और पूर्व पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ को दिल्ली तलब कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में पार्टी के विवाद पर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से तैयार की गई जिला कांग्रेस समितियों के अध्यक्षों की सूची पार्टी हाईकमान के पास अटक गई है। माना जा रहा है कि हाईकमान सिद्धू की तैयार की गई सूची और कार्यकारिणी के मॉडल को लेकर सहमत नहीं है। इस बीच, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी सिद्धू का नाम लिए बिना ट्वीट के जरिए एक कटाक्ष किया कि ‘आपके बंदर, आपकी सर्कस’ मैं इस कहावत पर अमल करता हूं, मैंने न किसी को कोई सुझाव दिया है और न ही दूसरे के ‘शो’ में हस्तक्षेप किया है। जाखड़ के इस ट्वीट को सिद्धू द्वारा तैयार जिला प्रधानों और कार्यकारिणी के मॉडल से जोड़कर देखा जा रहा है। जाखड़ इससे पहले भी कई बार सिद्धू पर कटाक्ष कर चुके हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार सिद्धू ने जिला प्रधानों की जो सूची तैयार की है, उसमें शामिल किए कई नामों पर हाईकमान को एतराज है। इसके अलावा सिद्धू ने सूची के लिए न तो मुख्यमंत्री की सुनी है और न किसी विधायक या पूर्व प्रधान की सिफारिश को स्वीकार किया है। हाईकमान तक यह शिकायत भी पहुंची है कि सिद्धू ने अपने चहेतों को ही सूची में शामिल किया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/bjp-gave-a-setback-to-sp-bsp/,भाजपा ने सपा-बसपा को दिया झटका : पूर्व विधायक समेत कई...,"भाजपा ने सपा-बसपा को दिया झटका : पूर्व विधायक समेत कई पार्टी में शामिल By admin - December 1, 2021 लखनऊ (एजेंसी)। यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे नेताओं का पाला बदल तेज हो रहा है। भाजपा ने मंगलवार को एक बार फिर सपा-बसपा को झटका देते हुए कई नेताओं को पार्टी में शामिल किया है। इनमें सबसे बड़ा नाम चार बार के पूर्व विधायक बसपा नेता जगपाल सिंह का नाम शामिल है। भाजपा ने पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक के कई नेताओं को पार्टी में शामिल किया है। पूर्वांचल के बलिया, मऊ, गाजीपुर से लगभग एक दर्जन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। 8 बीएसपी नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है। पूर्व विधायक जगपाल सिंह के अलावा बलिया के बसपा नेता छट्ठू प्रसाद, अजय कुमार, देवरिया के अमरेश कुमार सिंह, सपा नेता राना दिनेश प्रताप सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। इससे पहले रविवार को सपा सरकार में मंत्री रहे गाजीपुर के पूर्व मंत्री विजय मिश्रा सहित कई नेताओं ने भाजपा का दामन थामा था। जो लोग भाजपा में शामिल हुए उनमें पूर्व मंत्री जय नारायण तिवारी सुल्तानपुर सपा से, मनोज दिवाकर बसपा नेता कानपुर से, जगदेव बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष, अशोक कुमार सिंह पूर्व आईएएस, राम शिरोमणि शुक्ला कांग्रेस के पूर्व विधायक, धर्मेंद्र पांडेय उन्नाव से बसपा नेता, मदन गौतम पूर्व विधायक ओरैया से बसपा से, कुंवर अभिमन्यु सिंह अयोध्या से समाजसेवी शामिल हुए थे। बसपा का गढ़ कहे जाने वाले जनपद सहारनपुर में बसपा को झटके पर झटके लग रहे हैं। हरौड़ा (वर्तमान में सहारनपुर देहात) से तीन बार विधायक चुने गए जगपाल सिंह भाजपा में शामिल हो गए। हरौड़ा विधानसभा सीट से वर्ष 1997 का चुनाव जीतकर मायावती गठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री बनी थीं। सरकार गिर जाने के कारण जब मायावती ने इस सीट से इस्तीफा दिया तो उनके प्रतिनिधि के रूप में जगपाल सिंह पहली बार बसपा के टिकट पर उप चुनाव लड़कर विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2002 में हुए चुनाव में भी इस सीट से बसपा सुप्रीमों मायावती चुनाव लड़ी और प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी थी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/government-soft-on-msp/,"एमएसपी पर नरम पड़ी सरकार, चर्चा के लिए संयुक्त किसान मोर्चा...","एमएसपी पर नरम पड़ी सरकार, चर्चा के लिए संयुक्त किसान मोर्चा से मांगे 5 नाम By admin - December 1, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्र सरकार की ओर से तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भी किसानों का आंदोलन जारी है। एक साल से भी अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसान अब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग पर अड़ गए हैं। कृषि कानून वापस लेने के बाद सरकार अब किसानों की इस मांग को लेकर भी नरम पड़ती नजर आ रही है। सरकार ने एमएसपी से संबंधित मसले पर बात करने के लिए पांच प्रतिनिधियों के नाम मांगे हैं। सरकार की ओर से की गई इस पहल के बाद पंजाब के 32 किसान संगठन अपनी तरफ से दो नाम का सुझाव दे सकते हैं। जानकारी के मुताबिक सरकार और एसकेएम के बीच 19 नवंबर से ही बैक चैनल के जरिए वार्ता शुरू हो गई थी। सरकार ने मंगलवार को एसकेएम से पांच सदस्यों के नाम मांगे हैं जिन्हें एमएसपी को लेकर बनने वाली कमेटी में शामिल किया जा सके। माना जा रहा है कि एसकेएम की ओर से ये नाम दो दिन के अंदर भेज दिए जाएंगे। अटकलें लगाई जा रही हैं कि पंजाब के किसान संगठन कमेटी के लिए दो नाम आगे कर सकते हैं। दूसरी तरफ, सोनीपत-कुंडली बॉर्डर पर किसानों की 32 जत्थेबंदियों की बैठक हुई। इस बैठक में किसान नेता सतनाम सिंह ने आंदोलन खत्म करने के संकेत दिए। किसान नेता सतनाम सिंह ने दावा किया कि सरकार ने हमारी हर मांग मान लिया है। 4 दिसंबर को आंदोलन वापस लिए जाने का ऐलान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने हर प्रदेश के मुख्यमंत्री को मुकदमे वापस लेने का प्रस्ताव भेज दिया है। हरियाणा के किसान नेता 1 दिसंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठक करेंगे। सतनाम सिंह के मुताबिक मनोहर लाल खट्टर के साथ मुलाकात में आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाने को लेकर चर्चा होगी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/cant-wait-for-mallyas-sentence/,माल्या की सजा पर अब इंतजार नहीं : सुप्रीम कोर्ट,"माल्या की सजा पर अब इंतजार नहीं : सुप्रीम कोर्ट By admin - December 1, 2021 नयी दिल्ली (एजेंसी)। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि अदालत की अवमानना के दोषी भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या की सजा तय करने के मामले में अब वह और अधिक इंतजार नहीं करेगा। शीष अदालत ने कहा कि वह माल्या के खिलाफ सजा पर अगले साल 18 जनवरी को सुनवाई करेगी। न्यायमूर्ति यू.यू. ललित, न्यायमूर्ति रविंद्र भट्ट और न्यायमूर्ति बेला त्रिवेदी पीठ ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अदालती अवमानना के दोषी माल्या को केवल सजा देने के मामले की सुनवायी चार वर्षों से लंबित है। उसे 2017 में दोषी करार दिया गया था और तभी से यह मामला लंबित है। केंद्र सरकार को बार-बार आदेश दिये जाने बावजूद दोषी को पेश नहीं किये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए पीठ ने कहा, हम अब अधिक इंतजार नहीं कर सकते। माल्या पर निर्भर करता है कि उसे खुद या वकील के माध्यम से पेश होना है। शीर्ष अदालत ने 14 जुलाई 2017 को माल्या को दोषी करार दिया था। माल्या को अपने बच्चों के बैंक खातों में 40 मिलियन अमेरिकी डालर के हस्तांतरण का खुलासा नहीं करने का दोषी पाया गया था। बैंकों के 9000 करोड़ रूपये अधिक की देनदारी के विभिन्न मामलों में उसे बिना अदालती आदेश के अपने बैंक खाते से लेन-देन करने पर रोक लगाई गई थी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-himself-pulled-the-chair-former-pm-deve-gowda-seated/,"खुद कुर्सी खींची, पूर्व प्र.म. देवगौड़ा को बैठाया…और प्र.म. मोदी ने...","खुद कुर्सी खींची, पूर्व प्र.म. देवगौड़ा को बैठाया…और प्र.म. मोदी ने दे दिया झटके में बड़ा संदेश By admin - December 1, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा 19 नवंबर की थी। उसके बाद भी दिल्ली की सीमाओं पर सालभर से डटे आंदोलनकारी किसानों का जत्था घर वापसी को राजी नहीं हुआ। स्वाभाविक है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले किसान संगठनों की तरफ से दी जा रही चुनौती से निपटने का दबाव प्र.म. मोदी अब भी महसूस कर रहे होंगे जिसे दूर करने की तरकीब भी वो ढूंढ भी रहे होंगे। इसी क्रम में उन्होंने किसान नेता की छवि वाले पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से न केवल मुलाकात की बल्कि इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर भी कीं। देवगौड़ा ने कृषि कानूनों की वापसी का किया था स्वागत प्र.म. मोदी ने पूर्व प्र.म. देवगौड़ा के साथ मीटिंग की चार तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि संसद में उनकी पूर्व प्र.म. के साथ हुई मीटिंग काफी अच्छी रही। देवगौड़ा ने कृषि कानूनों की वापसी का स्वागत किया था। उन्होंने 19 नवंबर को प्र.म. की घोषणा के बाद ट्वीट किया और कहा, मैं तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का स्वागत करता हूं। इन कानूनों के खिलाफ लोकतांत्रिक रूप से विरोध करने वाले सभी किसानों को मेरा सलाम। तब प्र.म. ने संसद में की थी देवगौड़ा की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 फरवरी 2021 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए देवगौड़ा की तारीफ की थी। मोदी ने तब नए कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कृषि कानूनों पर चर्चा को गंभीरता प्रदान की है। प्र.म. ने कहा कि देवगौड़ा ने सरकार के अच्छे प्रयासों की तारीफ की है और सुझाव भी दिए हैं। मोदी ने तब देवगौड़ा को किसानों का बड़ा नेता बताया था। उन्होंने कहा था, वो खुद (देवगौड़ा) आजीवन किसानों के प्रति समर्पित रहे हैं। मैं उनका दिल से आभार व्यक्त करता हूं। देवगौड़ा ने कृषि कानूनों का विरोध तो किया था, लेकिन… उससे पहले, देवगौड़ा ने कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों में माहौल खराब करने वाले तत्वों की ओर इशारा किया था। उन्होंने इसी वर्ष 4 फरवरी को कहा था कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आंदोलन खत्म करवाने की कोशिश भी की और आंदोलनकारी किसानों से गतिरोध खत्म करने को लेकर 11 बार बात भी की। किसान आंदोलन में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो माहौल खराब करना चाहते हैं। देवगौड़ा ने गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली के लाल किले पर मची उत्पात पर भी रोष प्रकट किया था। उन्होंने कहा, 26 जनवरी की जो घटना हुई उसे माहौल खराब करने वालों ने अंजाम दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। प्रतीकों की राजनीति के प्रतीक पुरूष मोदी : राजनीति में प्रतीकों का अपना महत्व होता है। प्रधानमंत्री मोदी प्रतीकों की इस राजनीति में माहिर माने जाते हैं। हाल ही में उनकी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ की एक तस्वीर काफी वायरल हुई थी। उस तस्वीर में प्र.म. मोदी ने सीएम योगी के कंधों पर हाथ रखा हुआ था और ऐसा लग रहा था कि जैसे चलते-चलते वो योगी को कुछ बता रहे हों। लोगों ने इस तमाम तरह की अटकलें लगाई थीं कि मोदी ने योगी को क्या कहा होगा। इस चर्चा के दौरान इस बात की पुष्टि हो गई कि मोदी और योगी के बीच कुछ खटपट नहीं है जैसा कि मीडिया का एक वर्ग दावा करता है और वक्त-बेवक्त सोशल मीडिया पर भी अटकलें लगने लगती हैं। तस्वीरों से बड़ा संदेश दे जाते हैं मोदी : प्रधानमंत्री ने प्रतीकों की राजनीति को आगे बढ़ाकर ही आज अपने पूर्ववर्ती के सम्मान में खुद कुर्सी खींची, उन्हें वहां बिठाया और बातें कीं। योगी उम्र और ओहदे में छोटे हैं तो मोदी का हाथ उनके कंधे पर था, देवगौड़ा, मोदी से उम्र में बड़े हैं और संसद में सीनियर भी तो उनके हाथ कुर्सी पर चले गए। भारतीय जनमानस को समझने वाला कोई मंझा हुआ नेता ही प्रतीकों के ऐसे महीन धागों को अलग-अलग छोर से पकड़ सकता है। एक किसान नेता और बुजुर्ग के लिए खुद कुर्सी खींचने का संदेश क्या होगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छी तरह जानते हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/after-becoming-the-minister-of-cabinet-minister-malviya-for-the-first-time-a-meeting-was-held-regarding-the-preparation-of-arrival/,केबिनेट मंत्री मालवीया के मंत्री बनने के बाद पहली बार आगमन...,"केबिनेट मंत्री मालवीया के मंत्री बनने के बाद पहली बार आगमन की तैयारी को लेकर हुई बैठक By admin - December 1, 2021 सागवाड़ा (प्रात:काल संवाददाता)। केबिनेट मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया,नवनिर्वाचित वगभनगर विधायक प्रीति शक्तावत एवं धरियावद विधायक नगराज मीणा का बुधवार को मालवीया के मंत्री बनने के बाद क्षैत्र में पहली बार आगमन पर नागरिक अभिनन्दन एवं स्वागत करने को लेकर बैठक हुई। पूर्व तैयारियों को लेकर मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक सुरभि बाजार स्थित कांग्रेस कार्यालय में कांगे्रस जिलाध्यक्ष दिनेश खोडनिया की अध्यक्षता में बैठक हुई। कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश खोड़निया ने कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए भव्य एवं ऐतिहासिक स्वागत का आह्वान किया। खोडनिया ने कहा है कि 1965 के बाद यह पहला मौका है कि सिंचाई मंत्रालय वागड़ के हाथ में आया है और वागड़ को इसका भरपूर लाभ मिलेगा। जल एवं सिंचाई संसाधनों का विकास होगा और कार्यकर्ताओं के मंशा के अनुरूप विकास के कार्य होंगे। बैठक में न.पा.उपाध्यक्ष मोहम्मद इस्माईल घासी,पूर्व ब्लाक अध्यक्ष देवीलाल फलोत, सुरेश पाटीदार, हीरालाल पटेल, ध्यानीलाल कंसारा, नानूलाल मकवाणा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश रोत, विजयराम भावसार, ललित पंचाल विचार रखे। इस अवसर पर उप प्रधान नरेश पाटीदार, किशोर भावसार, अजित सिंह वरदा, सुरेश जोशी, भरत भट्ट, गोमतीप्रसाद, प्रभाशंकर पुरोहित, हरीश अहारी, गुलाबजी यादव, हरीश गमोट, पन्नालाल सहित कई पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/gehlot-admits-paper-leak-affects-credibility/,गहलोत ने माना- पेपर लीक से क्रेडिबिलिटी प्रभावित,"गहलोत ने माना- पेपर लीक से क्रेडिबिलिटी प्रभावित By admin - November 30, 2021 राजस्थान में हर प्रतियोगी परीक्षा पर सवालिया निशान लगने लग गया, चाहे वह सही ही क्यों न हो : सीएम जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने माना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक होने से सरकार और राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) की विश्वसनीयता पर असर पड़ा है। सीएम अशोक गहलोत ने आरपीएससी के नए भवन के ब्लॉक के वर्चुअल लोकार्पण समारोह में कहा- पेपर लीक होना बड़ी चुनौती बन गया है। कल यूपी में भी पेपर लीक हो गया। राजस्थान में हर परीक्षा पर सवालिया निशान लगने लगा है, चाहे वह सही ही क्यों न हो। परीक्षा में कोई कमी रह गई है तो एक अवसर मिल जाता है। मीडिया ट्रायल शुरू हो जाता है। हमें परीक्षा प्रणाली में परफेक्शन लाना होगा। परफेक्शन ऐसा हो कि किसी को सवाल उठाने की नौबत न आए। परीक्षा पर डाउट होना ही बहुत बड़ी बात है। बच्चों की जिंदगी का सवाल होता है। उन्हें लगता है कि उनके साथ अन्याय हो रहा है और पेपर लीक होने से मेरा अब क्या होगा। गहलोत ने कहा- प्रतियोगी परीक्षा देने वाले बच्चों को भी लगता है कि उसका क्या होगा? ये सवाल उठते हैं इन पर सोचना होगा। परीक्षाओं का काम बहुत गोपनीय तरीके से करना होगा। आरपीएससी अध्यक्ष और मेंबर जितनी ज्यादा बारीकी से ध्यान रखेंगे उतने ही सही रिजल्ट आएंगे और उससे उतना ही जनता का विश्वास भी कायम होगा। आरपीएससी और सरकार की क्रेडिबिलिटी का सवाल है। लोगों में धारणा है कि सलेक्शन में यह हालत क्यों पैदा हो रही है? लोगों में धारणा है कि जहां सलेक्शन होते हैं वहां यह स्थति क्यों पैदा हो रही है? इस स्थिति को बदलने के लिए काम करना होगा। गहलोत ने कहा- यूपीएससी की तर्ज पर आरपीएससी में भी नियमित रूप से भर्तियों का कैलैंडर तैयार हो। पहले इसके प्रयास हुए थे। कार्मिक विभाग को भी चाहिए कि वह समय पर नई भर्तियां निकालने की रिक्वेस्ट आरपीएससी को भेज दे। समय पर भर्ती की सूचना दें। परीक्षाओं में इंटरव्यू के बारे में भी सोचें कि किस हद तक इन्हें रखा जाए? जितना ज्यादा भर्तियों में इंटरएक्शन कम होगा उतना ही ज्यादा ठीक रहेगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/sidhu-became-a-poet-in-the-battle-of-punjab/,"पंजाब की लड़ाई में शायर हुए सिद्धू, केजरीवाल को कहा- ...","Politics पंजाब की लड़ाई में शायर हुए सिद्धू, केजरीवाल को कहा- ‘शीशे के घरों में रहने वालों को…’ By admin - November 30, 2021 Share नई दिल्ली (एजेंसी)। पंजाब चुनाव को लेकर इन दिनों आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच तगड़ी ठनी है। दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। अब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा है कि दिल्ली में कितनी महिलाओं को एक हजार रूपये महीना दिया जा रहा है। सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि शीशे के घरों में रहने वालों को दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। उन्होंने केजरीवाल से सवाल करते हुए कहा कि आप महिला सशक्तिकरण, नौकरी और शिक्षकों की बात करते हैं। हालांकि आपके मंत्रिमंडल में एक भी महिला मंत्री नहीं है। शीला दीक्षित द्वारा छोड़े गए राजस्व अधिशेष के बावजूद दिल्ली में कितनी महिलाओं को 1000 रू. मिलते हैं! सिद्धू ने आगे लिखा कि महिला सशक्तिकरण का अर्थ है कि चुनावी प्रक्रिया के हर चरण में महिलाओं को अनिवार्य रूप से शामिल करना। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस पंजाब में कर रही है, वैसे ही महिला सशक्तिकरण पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चा नेतृत्व 1000 रूपये का लॉलीपॉप देने में नहीं है, बल्कि स्वरोजगार देने में है। महिला उद्यमियों को कौशल सिखाने में है। उनके भविष्य को बेहतर बनाने में है। सिद्धू ने कहा कि पंजाब मॉडल में ये सब शामिल है। पंजाब में जनहितैषी कार्य किए जा रहे हैं। Share Previous article सीएम खट्टर से मिले अमरिंदर, कहा- ‘इंतजार कीजिए, पंजाब में हमारा गठबंधन ही बनाएगा सरकार’ Next article नीट पीजी काउसलिंग को लेकर रेजिडेंट उतरे हड़ताल पर admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National संसद में राहुल ने प्र.म. मोदी के लिए चुना नया ‘शब्दबाण’ Politics प्र.म. मोदी का अखिलेश पर हमला, बोले- ‘खतरे की घंटी हैं लाल टोपी वाले’ Politics मुख्यमंत्री गहलोत का आरोप- शाह के दफ्तर में रची थी सरकार गिराने की साजिश",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/amarinder-met-cm-khattar/,"सीएम खट्टर से मिले अमरिंदर, कहा- ‘इंतजार कीजिए, पंजाब में...","सीएम खट्टर से मिले अमरिंदर, कहा- ‘इंतजार कीजिए, पंजाब में हमारा गठबंधन ही बनाएगा सरकार’ By admin - November 30, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी पार्टी बनाने का ऐलान किया है। कांग्रेस से अलग होने के बाद वह लगातार गठबंधन के साथ चुनाव लडऩे और अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। सोमवार को उन्होंने चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से उनके आवास पर मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा है कि यह शिष्टाचार मुलाकात थी। मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, सदस्यता अभियान काफी अच्छा चल रहा है। इंतजार कीजिए हमारा गठबंधन ही पंजाब में सरकार बनाएगा। बता दें कि इससे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने घोषणा की थी कि वह 2022 के विधानसभा चुनाव में पटियाला सीट से मैदान में उतरेंगे। अमरिंदर ने अपने फेसबुक पेज ‘पंजाब दा कैप्टन’ पर लिखा था, मैं पटियाला से ही चुनाव लडूंगा। पटियाला पिछले 400 साल से हमारे साथ रहा है। मैं इसे (नवजोत) सिद्धू का नहीं होने दूंगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/chairman-suspended-from-entire-session/,"कांग्रेस के 6 समेत 12 सांसदों पर गिरी गाज, सभापति ने...","कांग्रेस के 6 समेत 12 सांसदों पर गिरी गाज, सभापति ने पूरे सत्र से किया निलंबित By admin - November 30, 2021 पिछले सत्र में किया था शोर-शराबा नई दिल्ली (एजेंसी)। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्ष के 12 सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया। ये 12 सांसद पूरे सत्र में सदन लौट नहीं पाएंगे। इनमें कांग्रेस के 6, टीएमसी और शिवसेना के 2-2 जबकि सीपीएम और सीपीआई के 1-1 सांसद हैं। पिछले सत्र के दौरान हुए हंगामे पर हुई कार्रवाई ये वही सांसद हैं जिन्होंने पिछले सत्र में किसान आंदोलन एवं अन्य कई मुद्दों के बहाने संसद के उच्च सदन में खूब हंगाम मचाया था। उस दौरान इन सांसदों ने उप-सभापति हरिवंश पर कागज फेंका था और सदन के कर्मचारियों के सामने रखी टेबल पर चढ़ गए थे। इन सांसदों पर कार्रवाई की मांग की गई थी जिस पर राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को फैसला लेना था। सोमवार को जब संसद सत्र फिर से शुरू हुआ तो सभापति एम. वेंकैया नायडू ने अपना फैसला सुना दिया। ध्यान रहे कि राज्यसभा में इन विपक्षी सांसदों का बेहद अमर्यादित व्यवहार का जिक्र करते हुए सभापति भावुक हो गए थे। इसलिए उम्मीद की जा रही थी कि सभापति इस संबंध में कोई कड़ा और बड़ा फैसला लेंगे। कांग्रेस के 6 सांसदों का निलंबन उन्होंने जिन सांसदों पर कड़ी कार्रवाई की है, उनमें अकेले कांग्रेस के छह सांसद शामिल हैं। जो कांग्रेसी सांसद इस सत्र में राज्यसभा लौट नहीं पाएंगे, वो हैं- फुलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रताप सिंह। कांग्रेस के इन सांसदों के अलावा सीपीएम के एलमरम करीम, सीपीआई के विनय विश्वम, टीएमसी के शांता छेत्री और डोला सेन जबकि शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई को भी राज्यसभा की कार्रवाई से पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/on-the-very-first-day-of-the-winter-session-mr-modis-promise-fulfilled/,शीत सत्र के पहले ही दिन प्र.म. मोदी का वादा पूरा,"शीत सत्र के पहले ही दिन प्र.म. मोदी का वादा पूरा By admin - November 30, 2021 संसद के दोनों सदनों में पारित हुआ कृषि कानून वापसी बिल नई दिल्ली (एजेंसी)। कृषि कानूनों की वापसी को लेकर प्र.म. नरेंद्र मोदी का वादा शीत सत्र के पहले ही दिन पूरा हो गया है। लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी कृषि कानूनों की वापसी का विधेयक पारित हो गया है। विपक्ष के हंगामे के बीच इस बिल को मंजूरी मिली है। अब राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही कानूनों की वापसी की औपचारिकता पूरी हो जाएगी। इन कानूनों की वापसी के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या किसान आंदोलनकारी अब घरों को लौट जाएंगे या फिर अब भी डटे रहेंगे। हालांकि राकेश टिकैत समेत कई किसान नेताओं ने तत्काल वापसी की बात से इनकार किया है। राकेश टिकैत ने कहा कि हमारी मुख्य मांग एमएसपी कानून है। उस पर सरकार कोई कार्यवाही या बातचीत करती नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि इस पर और कुछ अन्य मुद्दों पर सरकार आगे बढ़े तो फिर हम आंदोलन की वापसी पर विचार कर सकते हैं। लोकसभा से भी पास हो चुका है बिल इससे पहले तीनों विवादित कृषि कानूनों की वापसी से संबंधित विधेयक को सोमवार को लोकसभा में पेश किया गया। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्ष के हगामे के बीच इसे सदन के पटल पर रखा। विपक्ष के हंगामे के बीच यह बिल लोकसभा से पास हो गया। लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस विधेयक पर सदन में चर्चा की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश को संबोधित करते हुए इन कानूनों की वापसी की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि हम कहीं न कहीं कुछ किसानों को इसके फायदे समझाने में सफल नहीं हो पाए। कृषि कानूनों पर कांग्रेस का संसद भवन परिसर में प्रदर्शन इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के सांसदों ने विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। परिसर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष एकत्रित कांग्रेसी सदस्य एक बड़ा बैनर फैलाए हुए थे जिसमें अंग्रेजी में लिखा था -हम काले कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/congresss-rally-in-delhi-on-12th-december-against-inflation-and-unemployment/,महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ 12 दिसम्बर को दिल्ली में कांग्रेस...,"महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ 12 दिसम्बर को दिल्ली में कांग्रेस की महारैली By admin - November 29, 2021 जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। देश में महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी 12 दिसम्बर को दिल्ली में बड़ी रैली करने जा रही है। जिसे महारैली का नाम दिया है। राजस्थान से कांग्रेस ने 40 से 50 हजार कार्यकर्ताओं को दिल्ली चलो का नारा दिया है।प्रदेश कांग्रेस कमेटी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री गहलोत ने 3 मांगें केन्द्र सरकार से रखी हैं। जिनमें पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटाने,राज्यों का एक्साइज ड्यूटी में हिस्सा बढ़ाने, जीएसटी के पैसों की रिफिलिंग जल्द करने,जीएसटी रिफिलिंग का पैसा राज्यों को 2022 की बजाय 2027 तक बढ़ाने, केन्द्र और राज्यों के जॉइंट प्रोजेक्ट्स में केन्द्र की फंडिंग बढ़ाकर पुराने पैटर्न पर करने की मांगें इनमें शामिल हैं। 12 को राजस्थान से दिल्ली जाएंगे कार्यकर्ता मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा महंगाई और बेरोजगारी आज दो बड़ी समस्याएं हैं। जिनकी बातें केन्द्र सरकार नहीं कर रही है।इसलिए दिल्ली में 12 दिसम्बर को कांग्रेस केन्द्र की नीतियों के खिलाफ रैली करने जा रही है। यह पब्लिक इंट्रेस्ट का इश्यू है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा कांग्रेस नेताओं,कार्यकर्ताओं और जनता को दिल्ली रैली में पहुंचने की अपील की। गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार की जो स्कीमें बनती हैं, उसमें केन्द्र और राज्य के बीच फंडिंग के पैटर्न में भारत सरकार ने बड़ा बदलाव किया है। कर्जे लेकर राज्य सरकारें देशभर में अपने खर्चे चला रही हैं, यह नहीं होना चाहिए। जो स्कीमें बनती हैं, उन्हें राज्य ही इम्प्लीमेंट करते हैं। इसलिए केन्द्र सरकार राज्यों को मजबूत करेगी तो यह नौबत नहीं आएगी। 5 राज्यों में चुनाव के कारण पेट्रोलियम की बढ़ती रेट रोकीं गहलोत ने कहा पेट्रोल-डीजल की रेट बढऩे से महंगाई बढ़ रही है। 5 राज्यों में चुनाव हैं। इसलिए केन्द्र सरकार ने फिलहाल पेट्रोलियम की रोजाना बढऩे वाली रेट्स पर रोक लगाई है। जब चुनाव के दौरान केन्द्र सरकार रोक लगा सकती है, तो पेट्रोलियम कम्पनियों को अनुदान देकर परमानेंट कीमतों में बढ़ोतरी पर रोक क्यों नहीं लगा सकती है। उन्होंने आरोप लगाया भारत सरकार ने एक्साइज ड्यूटी के केन्द्र और राज्य के बीच बंटवारे को कमजोर कर दिया। अब राज्य को बहुत कम पैसा केन्द्र से मिल रहा है। गहलोत ने कहा कि मजबूरी में 3 कृषि कानून देश से माफी मांगते हुए केन्द्र सरकार को वापस लेने पड़े। केन्द्र के लोग पब्लिक का मूड देखकर घबराए हुए हैं। राजस्थान समेत कई राज्यों में हुए उप चुनाव में हार और जमानतें जब्त होने से बीजेपी घबराई हुई है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के राज्य हिमाचल में ही 4 सीटें पार्टी हार गई। राजस्थान में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार हुई और पार्टी कैंडिडेट तीसरे-चौथे नम्बर पर चले गए। पूरे देश में यही चर्चा है। भगवान करे कि केन्द्र सरकार के लोग जनता के भले के लिए घबराए हुए ही रहें। डोटासरा बोले 40-50 हजार कार्यकर्ता जाएंगे दिल्ली राजस्थान पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी ने 12 दिसम्बर को दिल्ली में केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ महारैली का आह्वान किया है। जिसमें राजस्थान से 40 से 50 हजार कार्यकर्ता जाएंगे। यह देश का बड़ा मुद्दा है। महंगाई और बेरोजगारी से आम आदमी परेशान है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/mamata-does-not-approve-of-congresss-leadership-in-parliament/,संसद में कांग्रेस की अगुवाई ममता को नहीं मंजूर,"संसद में कांग्रेस की अगुवाई ममता को नहीं मंजूर By admin - November 29, 2021 खडग़े की बुलाई मीटिंग से टीएमसी हुई दूर नई दिल्ली (एजेंसी)। संसद के मानसून सत्र में पेगासस और किसान आंदोलन जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए एक साथ आने वाली कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस की राहें सोमवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में जुदा रहने वाली हैं। पहले खुद टीएमसी चीफ ममता बनर्जी दिल्ली दौरे पर सोनिया गांधी से न मिलकर यह संकेत दे चुकी हैं और अब सोमवार को कांग्रेस की तरफ से संसद की रणनीति बनाने को लेकर बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में भी तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं होगी। हालांकि, टीएमसी ने रविवार को प्र.म. मोदी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया। इससे एक बार फिर से यह स्पष्ट है कि ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ऐसा एक भी संकेत नहीं देना चाहती, जिससे यह लगे कि उसे कांग्रेस की अगुवाई मंजूर है। एक टीएमसी नेता ने कहा, लीडर ऑफ अपोजिशन मल्लिकार्जुन खडग़े की बुलाई विपक्षी दलों की बैठक में टीएमसी शामिल नहीं होगी, लेकिन प्र.म. मोदी और राज्यसभा चेयरमैन की बुलाई दोनों बैठकों में पार्टी हिस्सा लेगी। टीएमसी नेता ने कहा कि पार्टी आगामी सत्र में निश्चित रूप से कई मुद्दे सामने लाएगी। इससे पहले ममता बनर्जी से उनके दिल्ली दौरे पर जब यह सवाल किया गया था कि वह सोनिया गांधी से क्यों नहीं मिलीं तो उन्होंने जवाब दिया था कि इसकी कोई योजना नहीं है, क्योंकि वे पंजाब चुनाव में व्यस्त हैं। बाद में, उन्होंने कहा, हमें हर बार सोनिया से क्यों मिलना चाहिए? यह संवैधानिक रूप से अनिवार्य नहीं है। उनकी टिप्पणी उनकी पार्टी के एक बड़े विस्तार की होड़ के बीच आई। बता दें कि टीएमसी जॉइन करने वाले अधिकांश नेता कांग्रेस के ही हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/tikait-threatened-msp/,एमएसपी पर टिकैत ने दी धमकी,"एमएसपी पर टिकैत ने दी धमकी By admin - November 29, 2021 दिमाग ठीक कर ले भारत सरकार, 26 जनवरी दूर नहीं मुंबई (कार्यालय संवाददाता)। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर मोदी सरकार को 26 जनवरी पर ट्रैक्टर रैली निकालने की चेतावनी दी है। तीनों कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद अब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून की मांग करते हुए टिकैत ने सख्त लहजे में कहा, सरकार अपना दिमाग ठीक कर ले नहीं तो 26 जनवरी दूर नहीं है और 4 लाख ट्रैक्टर तैयार हैं। पिछले साल 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान राजधानी दिल्ली में हिंसा हुई थी और बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लाल किले में दाखिल हो गए थे। मुंबई में रविवार को टिकैत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, वे अपना दिमाग ठीक कर ले भारत सरकार, जो गुंडागर्दी करना चाहते हैं, वह गुंडागर्दी उनकी नहीं चलेगी। बहुत झेल लिया किसान ने एक साल… अपना दिमाग ठीक करके एमएसपी पर गारंटी कानून बना दे, नहीं तो 26 जनवरी दूर नहीं है। 26 जनवरी भी यहीं है और देश का 4 लाख ट्रैक्टर भी यही हैं और देश का किसान भी यहीं है। अपना दिमाग ठीक करके बात कर ले। टिकैत ने मोदी सरकार को यह अल्टिमेटम ऐसे समय पर दिया है जब सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है और पहले ही दिन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए विधेयक पेश किया जाएगा। पिछले दिनों प्र.म. मोदी ने तीनों विवादित कानूनों को वापस लेने का ऐलान करते हुए एमएसपी पर विचार के लिए कमिटी गठन का वादा किया था।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/bjp-played-in-tripura-civic-polls/,त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा का ‘खेला’,"त्रिपुरा निकाय चुनाव में भाजपा का ‘खेला’ By admin - November 29, 2021 अगरतला में टीएमसी और सीपीआई का खाता भी नहीं खुला नई दिल्ली (एजेंसी)। त्रिपुरा की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने रविवार को ममता बनर्जी की टीएमसी और वामपंथियों को निकाय चुनाव में पछाड़ दिया। भाजपा ने अगरतला नगर निगम और 13 अन्य नगर निकायों पर आसानी से कब्जा कर लिया। भाजपा ने निकाय चुनाव में 334 सीटों में से 329 सीटें जीती। टीएमसी के खाते में एक सीट आई। जबकि सीपीआई माले को तीन सीट पर जीत मिली। जबकि एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में रही। 2018 में पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में सत्ता में आने के बाद अपना पहला निकाय चुनाव लड़ते हुए भाजपा ने सांप्रदायिक तनाव, झड़पों और अदालती लड़ाइयों के बीच विपक्ष की कमजोर चुनौती को कड़ी टक्कर दी और आसानी से जीत हासिल की। 51 सदस्यीय अगरतला नगर निगम के किसी भी वार्ड से टीएमसी और सीपीआई माले एक भी सीट नहीं जीत पाई। यहां सभी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। निकाय चुनाव का परिणाम राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि भाजपा का दबदबा इतना अधिक था कि उसने 15 सदस्यीय खोवाई नगर परिषद, 17 सदस्यीय बेलोनिया नगर परिषद, 15 सदस्यीय कुमारघाट नगर परिषद और नौ सदस्यीय सबरूम नगर पंचायत के सभी वार्डों पर कब्जा किया। उन्होंने बताया कि पार्टी ने 25 वार्ड धर्मनगर नगर परिषद, 15 सदस्यीय तेलियामुरा नगर परिषद और 13 सदस्यीय अमरपुर नगर पंचायत में क्लीन स्वीप किया। वहीं, सोनमुरा नगर पंचायत और मेलाघर नगर पंचायत बिना किसी विरोध के भाजपा ने सभी 13 सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा ने 11 सदस्यीय जिरानिया नगर पंचायत में भी जीत हासिल की। सीएम बिप्लब देव ने जताई खुशी मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने राज्य में सांप्रदायिक हिंसा पर विपक्ष की आग में जीत को ‘ऐतिहासिकÓ करार दिया और कहा कि त्रिपुरा के लोगों ने भाजपा का विरोध करने वालों को करारा जवाब दिया है। देब ने कहा, जिन लोगों ने त्रिपुरा को बदनाम करने की कोशिश की, उन्हें देखना चाहिए कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों ने मिलकर विकास के पक्ष में मतदान किया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/kisan-morcha-agreed-but-kisan-union-did-not-postpone-parliament-tractor-march/,किसान मोर्चा माना लेकिन किसान यूनियन ने नहीं टाला संसद ट्रैक्टर...,"किसान मोर्चा माना लेकिन किसान यूनियन ने नहीं टाला संसद ट्रैक्टर मार्च By admin - November 28, 2021 टिकैत ने रोजाना 500 लोगों को गाजीपुर बॉर्डर बुलाया मेरठ (एजेंसी)। केन्द्र सरकार की ओर से कृषि कानून वापसी के बाद भी किसानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। 29 नवंबर को संसद में प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को संयुक्त किसान मोर्चा ने फिलहाल टाल दिया है, लेकिन भाकियू अभी भी संसद में ट्रैक्टर मार्च निकालने पर अड़ी है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान किसानों और समर्थकों से रोजाना 30 ट्रैक्टर और 500 लोगों को गाजीपुर सीमा पर भेजने का आह्वान किया है। ये किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदने की गारंटी सहित किसानों की मांगों को उठाने के लिए संसद में प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च में शामिल होंगे। टिकैत ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला था और इसलिए उन्होंने संघ के पदाधिकारियों और किसानों को संसद तक मार्च में भाग लेने के लिए हर दिन 30 ट्रैक्टर और 500 लोगों को गाजीपुर सीमा पर भेजने को कहा है। वहीं दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा के ऐलान किया है कि 29 नवंर को संसद में प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली नहीं की जाएगी लेकिन बगैर एमएसपी के हम पीछे नहीं हटेंगे। 4 दिंसबर को फिर किसान बैठक करेंगे। शनिवार को दिल्ली में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि किसानों ने बैठक के बाद ये फैसला लिया है कि संयुक्त किसान मोर्चा 29 नवंबर को संसद में प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली नहीं करेगा। हालांकि किसानों ने चेतावनी दी, बगैर एमएसपी के मोर्चा वापस नहीं जाएगा। इसके अलावा किसान शहीद हुए हैं, लखीमपुर खीरी मामले में किसान जेल भेजे जा रहे हैं। आज जो सरकार ने घोषणाएं की हम उससे सहमत नहीं है। सरकार हमारे साथ मंच साझा कर मामले पर वार्ता करे। लेकिन अगर 4 दिसंबर तक कोई फैसला नहीं हुआ तो हम आगे की रणनीति तय करेंगे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/vasundharas-religious-visit-created-a-stir-in-bjp/,वसुंधरा की धार्मिक यात्रा ने भाजपा में मचाई हलचल,"वसुंधरा की धार्मिक यात्रा ने भाजपा में मचाई हलचल By admin - November 28, 2021 ‘क्लास लेने आ रहे शाह ? जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। राजस्थान में हाल ही में हुए उपचुनाव में भाजपा को दोनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद यहां पर भाजपा फिर से अपनी राजनीतिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया राजनीतिक यात्रा शुरू कर चुकी हैं। हालांकि अंदरखाने भाजपा वसुंधरा राजे सिंधिया की इस यात्रा से खुश नहीं है। वैसे खुद वसुंधरा राजे कह चुकी हैं कि उनकी यह यात्रा राजनीतिक यात्रा नहीं है।लेकिन उनकी यात्रा के दौरान हुए आयोजन कुछ और ही इशारा कर रहे हैं। अब पार्टी कार्यकर्ताओं की अनुशासन की क्लास लेने खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहुंच रहे हैं। 5 दिसंबर को जयपुर में शाह 10 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। धार्मिक यात्रा में राजे ने जुटाया जनसमर्थन वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे अपनी धार्मिक यात्रा के लिए आज अजमेर जिले के किशनगढ़ में सलेमाबाद पहुंचीं। वसुंधरा राजे ने सलेमाबाद में निम्बार्काचार्य पीठ के दर्शन कर श्रीजी महाराज श्यामदेवाशरण जी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। सलेमाबाद यात्रा के साथ ही राजे की धार्मिक यात्रा पूरी हो गई। उल्लेखनीय है कि राजे को उनकी धार्मिक एवं सांत्वना यात्रा के दौरान व्यापक जनसमर्थन मिला है। वे अपने ऐतिहासिक शानदार स्वागत से गदगद हैं। वहीं कहा जा रहा है कि इस यात्रा के जरिए राजे खुद को सीएम फेस के तौर पर सबसे आगे दिखाना चाहती हैं। इस बात ने पार्टी के अंदर गुटबाजी को बढ़ावा दिया है। आंतरिक तौर पर पार्टी नेताओं में राजे की इस यात्रा को लेकर काफी रोष है। अब माना जा रहा है कि अमित शाह अपने संबोधन के दोरान पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की कोशिश करेंगे। शुरू हो गई है तैयारी अमित शाह के दौरे को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां एवं प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने आज पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक की एवं दिशा-निर्देश दिए। डॉ. पूनियां ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अमित शाह का व्यक्तत्वि इतना विराट है कि उनको देखने-सुनने के लिए देशभर में बड़ी संख्या में लोग आते हैं। इसी तरह जयपुर में भी भारी संख्या में कार्यकर्ताओं एवं आमजन का जनसैलाब उमड़ेगा। सांसद-विधायक भी होंगे शामिल पूनियां ने कहाकि यह कार्यक्रम भव्य और विशाल होगा जिसको लेकर सभी कार्यकर्ता उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि, अमित शाह के जयपुर दौरे व उनके ओजस्वी सम्बोधन से कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और नई ऊर्जा का संचार होगा। गौरतलब है कि अमित शाह पांच दिसंबर को जयपुर में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति बैठक को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह 10 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसमें सांसद, विधायक, पंचायत समिति सदस्य, प्रधान, उपप्रधान, जिला प्रमुख, उप जिला प्रमुख इत्यादि जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/only-74-airports-built-in-70-years-modi-government-built-62-in-7-years/,"70 साल में बने सिर्फ 74 एयरपोर्ट्स, मोदी सरकार ने 7...","70 साल में बने सिर्फ 74 एयरपोर्ट्स, मोदी सरकार ने 7 साल में बनाए 62 By admin - November 26, 2021 सिंधिया का दावा नोएडा (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट की आधारशिला रखी। यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बन रहा है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट राष्ट्र के विकास में मदद करेगा। इससे एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही सिंधिया नहीं यह भी दावा किया कि एक दशक में हवाई यात्रा क्षेत्र में भारत शीर्ष पर पहुंचने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार विमानन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। हवाई उड़ान क्षेत्र में सरकार के फोकस को बताते हुए सिंधिया ने दावा किया कि पिछले 7 सालों में मोदी सरकार ने देश में 62 और नए हवाई अड्डे बनाए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 70 वर्ष में सिर्फ 74 हवाई आते ही बने थे। अब देश में कुल 136 एयरपोर्ट हो गए हैं। इस क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए सरकार ने रोडमैप तैयार कर लिया है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि 2025 तक देश में कुल 220 एयरपोर्ट हो जाएं जिसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। उद्योग निकाय की वार्षिक आमसभा (एजीएम) में उन्होंने कहा कि देश के महानगरों के हवाईअड्डों पर यात्रियों का दबाव बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 7.5 करोड़ यात्री, तो मुंबई में करीब 5 करोड़, बेंगलुरू में 4 करोड़ और हैदराबाद में ढाई करोड़ यात्रियों का दबाव होता है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pm-modi-said-on-the-foundation-stone-laying-of-jewar-airport/,जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास पर बोले प्रधानमंत्री मोदी,"जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास पर बोले प्रधानमंत्री मोदी By admin - November 26, 2021 ‘यूपी ने खूब सुने थे ताने, अब लोग भरेंगे इंटरनेशनल उड़ानें जेवर (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास कर दिया है। इस मौके पर उन्होंने सीएम योगी को कर्मयोगी बताते हुए राज्य में हुए विकास के कार्यों को गिनाया तो वहीं विपक्षी दलों पर भी जमकर तीर चलाए। प्र.म. मोदी ने कहा कि इस एयरपोर्ट के बनने से आगरा का पेठा हो या फिर सहारनपुर का फर्नीचर या मुरादाबाद का बर्तन कारोबार सभी को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि दशकों तक यूपी को ताने सुनने के लिए मजबूर कर दिया गया था। कभी गरीबी तो कभी भ्रष्टाचार के ताने सुनने को मिलते थे। यूपी के सामथ्र्यवान लोगों का यही सवाल था कि क्या प्रदेश की छवि बेहतर हो पाएगी या नहीं। पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को अंधकार में बनाए रखा, वही राज्य आज दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहा है। आज यूपी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थान बन रहे हैं। इंटरनेशनल लेवल की रेल कनेक्टिविटी और दुनिया की कंपनियों के निवेश का सेंटर है। यह सब कुछ आज हमारे यूपी में हो रहा है। इसीलिए देश और दुनिया के निवेशक कहते हैं कि उत्तर प्रदेश यानी उत्तम सुविधा और निरंतर निवेश। प्र.म.नरेंद्र मोदी ने कहा कि दाऊजी के मेले के लिए मशहूर जेवर अब इंटरनेशनल मैप में जगह पा गया है। इससे दिल्ली एनसीआर समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों के लोगों को फायदा होगा। 21वीं सदी का भारत एक से एक आधुनिक सुविधाओं का निर्माण कर रहा है। एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट और अच्छे रेलवे स्टेशन सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स नहीं होते हैं बल्कि ये सबके जीवन को बदल देते हैं। मजदूरों से लेकर कारोबारियों और किसानों तक हर किसी को इसका लाभ मिलता है। ऐसे प्रोजेक्ट्स को और ताकत मिलती है, जब उनके साथ सीमलेस कनेक्टिविटी हो। यह कनेक्टिविटी के लिहाज से भी एक बेहतरीन मॉडल बनेगा। कहीं से भी होगी नोएडा एक्सप्रेसवे तक आने की सुविधा यहां आने जाने के लिए टैक्सी, मेट्रो से लेकर रेल तक की सुविधा होगी। एयरपोर्ट से निकलते ही आप सीधे यमुना एक्सप्रेसवे पर आ सकते हैं। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे जा सकते हैं। इसके अलावा यूपी, दिल्ली और हरियाणा के किसी भी इलाके में जाने के लिए पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकते हैं। यही नहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भी तैयार होने वाला है। इसकी उससे भी सीधी कनेक्टिविटी होगी। बताया कैसे हर साल बचेंगे 15,000 करोड़ प्र.म. नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां विमानों की रिपेयरिंग भी हो सकेगी। फिलहाल हर साल 15,000 करोड़ रू. की लागत रिपेयरिंग में आती है और इस एयरपोर्ट की कुल लागत ही 30 हजार करोड़ रू. होगी। इस तरह यह हवाई अड्डा विकास के साथ ही बचत भी कराएगा। यूपी की इसी अंतरराष्ट्रीय पहचान को इंटरनेशनल कनेक्टिविटी नए आयाम दे रही है। दो से तीन सालों में यह एयरपोर्ट जब काम करना शुरू करेगा तो यूपी 5 इंटरनेशनल हवाई अड्डों वाला राज्य बन जाएगा। दो दशक पहले भाजपा सरकार ने ही देखा था सपना इससे पहले यूपी और केंद्र की जो सरकारें रहीं, उन्होंने कैसे पश्चिम यूपी को नजरअंदाज किया, उसका उदाहरण यह जेवर एयरपोर्ट भी है। दो दशक पहले भाजपा की सरकार ने इसका सपना देखा था, लेकिन फिर यह यूपी और केंद्र की सरकारों की खींचतान में उलझा रहा। यूपी की पहले की सरकार ने तो चिठ्ठी लिखकर कह दिया था कि इसे बंद कर दिया जाए। आज डबल इंजन वाली सरकार के प्रयासों से हम उसी एयरपोर्ट के साक्षी बन रहे हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/there-will-be-no-ruckus-in-parliament-congress-will-debate-changed-strategy-for-winter-session/,"संसद में अब हंगामा नहीं, बहस करेगी कांग्रेस – शीतकालीन सत्र...","संसद में अब हंगामा नहीं, बहस करेगी कांग्रेस – शीतकालीन सत्र के लिए बदली रणनीति By admin - November 24, 2021 कानपुर (एजेंसी)। न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी गुरूवार को पहले टेस्ट मैच में उप कप्तान के रूप में खेलने वाले चेतेश्वर पुजारा ने अपने फॉर्म को लेकर कहा कि उन्हें शतक की ङ्क्षचता नहीं है। उनका काम टीम के लिए अच्छी बल्लेबाजी करना है और वह ऐसा कर रहे हैं। लय में वापस आना केवल एक पारी की बात है। पुजारा ने मंगलवार को वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, जहां तक मेरे शतक की बात है तो यह जब आएगा तब आएगा। मेरा काम टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना है। ऐसा नहीं है कि मैं रन नहीं बना रहा हूं। मैं 50, 80 और 90 रनों की पारी खेल रहा हूं। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं और टीम के लिए योगदान दे रहा हूं। मुझे अपने शतक की परवाह नहीं है। यह एक पारी की बात है। 33 वर्षीय पुजारा ने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि निडर होकर बल्लेबाजी करने से उनकी लय लौटी है और वह अब खुद पर गैरजरूरी दबाव नहीं डालेंगे। उन्होंने इंग्लैंड में पिछली टेस्ट सीरीज में आक्रामक बल्लेबाजी पर कहा,जब प्रदर्शन की बात आती है तो मुझे लगता है कि मानसिकता थोड़ी अलग थी, लेकिन जब तकनीक की बात आती है तो मुझे नहीं लगता कि कोई बड़ा बदलाव आया है। यह सिर्फ दृष्टिकोण की बात थी और मैं थोड़ा निडर था, जिससे मुझे मदद मिली। आपको खुद पर बहुत अधिक दबाव डालने की जरूरत नहीं है और जो कुछ हो रहा है उसके बारे में बहुत अधिक ङ्क्षचता करने के बजाय केवल कोशिश करें कि वहां जाएं और खेल का आनंद लें। इंग्लैंड सीरीज के दौरान मेरी यही मानसिकता थी। अब तक तैयारी अच्छी रही है और भारतीय परिस्थितियों में खेलने के अनुभव से अगले कुछ टेस्ट मैचों में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि पुजारा ने जनवरी 2019 के बाद से टेस्ट शतक नहीं लगाया है, लेकिन उनके लिए यह कोई समस्या नहीं है। टेस्ट में पुजारा का आखिरी शतक जनवरी 2019 में आया था, जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था। उन्होंने अपनी आखिरी छह टेस्ट पारियों में केवल 133 रन बनाए हैं। वहीं कानपुर टेस्ट में टीम की कमान संभालने वाले अङ्क्षजक्या रहाणे भी कुछ समय से बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं, लेकिन पुजारा का मानना है कि वह बड़े स्को नई दिल्ली (एजेंसी)। कृषि कानूनों के वापस लेने के ऐलान के बाद कांग्रेस अपनी रणनीति में बदलाव कर रही है। संसद के शीतकालीन सत्र में पार्टी हंगामा करने के बजाए सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेगी। पार्टी की कोशिश है कृषि कानून वापस लेने वाले बिल पर बहस के दौरान वह अपनी बात रखे। ताकि, पांच राज्यों के चुनाव से पहले सदन के जरिए लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा सके। संसद सत्र में पार्टी की रणनीति तय करने के लिए कल रणनीतिक समूह को बैठक होगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खडग़े और अधीर रंजन चौधरी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। बैठक में सत्र के दौरान विपक्षी एकता पर भी चर्चा होगी। महंगाई को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस ने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि आवश्यक विषयों से ध्यान भटकाने के लिए सत्ता पक्ष तरह-तरह के मुद्दे ला रहा है। महंगाई के मुद्दे पर पार्टी दिसंबर के पहले सप्ताह में राजधानी दिल्ली में बड़ी रैली करने की भी तैयारी कर रही है। 2024 में कांग्रेस को बदलाव की उम्मीद वर्ष 2024 के चुनाव में बदलाव की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा कि जनता सरकार की नीतियों से परेशान आ चुकी है। पिछले सात साल के दौरान जनता लगातार सरकार की गलतियों का खामियाजा भुगत रही है। कृषि कानूनों का जिक्र किए बिना पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी गलती का अहसास एक साल बाद होता है। वह उस गलती को ढकने के लिए फिर गलती करते हैं। उन्होंने कहा कि उपचुनावों में सरकार को कुछ-कुछ समझ में आ गया है, आने वाले चुनावों में पूरी तरह समझ में आ जाएगा।र से सिर्फ एक पारी दूर हैं। पुजारा ने कहा,अङ्क्षजक्या एक महान खिलाड़ी हैं, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब खिलाड़ी मुश्किल समय से गुजरता है और यह खेल का हिस्सा है। उतार-चढ़ाव आएंगे, लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि वह बड़ा स्कोर हासिल करने से सिर्फ एक पारी दूर हैं। शतक या बड़ी पारी के साथ ही वह लय हासिल कर लेंगे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/division-of-departments-education-to-kalla-phed-to-joshi-water-resources-to-malviya/,"विभागों का बंटवारा : कल्ला को शिक्षा, जोशी को पीएचईडी, मालवीय...","विभागों का बंटवारा : कल्ला को शिक्षा, जोशी को पीएचईडी, मालवीय को जल संसाधन By admin - November 23, 2021 जयपुर (कार्यालय संवाददाता)। राजस्थान में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद सोमवार दोपहर मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। गोविंद सिंह डोटासरा के पास रहा शिक्षा विभाग बीडी कल्ला को दिया गया है। रघु शर्मा के पास रहा स्वास्थ्य विभाग परसादीलाल मीणा को दिया है। शांति धारीवाल के पास यूडीएच, ससंदीय कार्य, लीगल सहित सभी विभाग पहले की तरह बरकरार रखे गए हैं। महेंद्रजीतसिंह मालवीय को जल संसाधन, इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्रालय सौंपा गया है। विभाग बंटवारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले की तरह ही अपने पास 10 विभाग रखे हैं। पुराने 5 कैबिनेट मंत्रियों का विभाग बरकरार पुराने 5 कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्री से प्रमोट होकर कैबिनेट मंत्री बनी ममता भूपेश और 2 राज्य मंत्रियों के विभाग बरकरार रखे हैं। शांति धारीवाल के पास यूडीएच, ससंदीय कार्य, लालचंद कटारिया के पास कृषि, प्रमोद जैन भाया के पास खान गोपालन, उदयलाल आंजना के पास सहकारिता, शाले मोहम्मद के पास अल्वसंख्यक कल्याण विभाग बरकरार रखा है। राज्य मंत्री से प्रमोट होकर कैबिनेट मंत्री बनीं ममता भूपेश के पास महिला बाल विकास विभाग पहले के ही तरह हैं। राज्य मंत्री अशोक चांदना के पास खेल, युवा मामले पूर्ववत हैं। सूचना जनसंपर्क विभाग नया जोड़ा है। सुभाष गर्ग के पास तकनीकी शिक्षा, आयुर्वेद बरकरार रखकर दो विभाग नए जोड़े हैं। 5 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्रियों के विभाग बदले तीन पुराने कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्री से कैबिनेट प्रमोट हुए दो मंत्रियों को मिलाकर 5 कैबिनेट मंत्रियों के विभाग बदले हैं। बीडी कल्ला से ऊर्जा, पीएचईडी लेकर उसकी जगह शिक्षा, प्रतापसिंह खाचरियावास को परिवहन की जगह खाद्य विभाग, परसादीलाल मीणा को उद्योग की जगह स्वास्थ्य विभाग दिया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/naddas-attack-without-taking-akhileshs-name-modi-vaccine-had-to-be-installed-red-cap-is-also-going-to-be-saffron/,अखिलेश का नाम लिए बिना नड्डा का वार- ‘लगवानी पड़ी मोदी...,"अखिलेश का नाम लिए बिना नड्डा का वार- ‘लगवानी पड़ी मोदी वैक्सीन, लाल टोपी भी होने वाली है केसरिया’ By admin - November 23, 2021 गोरखपुर (एजेंसी)। गोरखपुर में सोमवार बूथ प्रेसिडेंट सम्मेलन का आयोजन किया गया। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का स्वागत किया। योगी ने कहा कि आने वाले चुनाव काफी रोचक होंगे, तो वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बताया। कार्यक्रम में दोनों ने पिछले सालों में भाजपा की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा, साथ ही आने वाले चुनावों की रणनीति पर चर्चा की। सम्मेलन में जुटी भीड़ को देखकर जेपी नड्डा ने कहा कि यहां पहुंचे कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखकर मुझे यकीन है कि आने वाले विधानसभा में जीत भाजपा की ही होगी। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में जब सभी राजनीतिक पार्टियां आइसोलेट हो गई थीं, तब भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ता अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा में लगे थे। कोरोनाकाल में निडर होकर डटे रहने के लिए उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया। ‘लाल टोपी भी केसरिया होने वाली है’ अखिलेश यादव का नाम लिए बिना नड्डा ने उनपर निशाना साधते हुए कहा कि जब मोदी जी कह रहे थे कि सब लोग वैक्सीन लगवा लें तो कुछ लोग कह रहे थे कि ये मोदी जी की वैक्सीन है, ये भाजपा की वैक्सीन है। अब किसकी वैक्सीन लगवा कर घूम रहे हैं, मोदी जी की ही वैक्सीन लगवानी पड़ी है। कुछ दिन बाद लाल टोपी भी केसरिया होने वाली है। ‘बूथ जीता तो चुनाव जीता’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव दुनिया के आकर्षण का केंद्र बन रहा है। यह चुनाव बड़ा रोचक होगा। भाजपा ने 2014, 2017 तथा 2019 में जो कहा, वह करके दिखाया। मोदीजी ने एक साफ और पारदर्शी सरकार देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए बूथ स्तर पर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि मोदी जी का मानना है कि ‘बूथ जीता तो चुनाव जीताÓ, कार्यकर्ताओं को इसे साकार करना होगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/i-will-not-leave-because-of-sidhu-captains-announcement-to-contest-from-patiala/,सिद्धू के चलते नहीं छोडूंगा……- कैप्टन का पटियाला से चुनाव लडऩे...,"सिद्धू के चलते नहीं छोडूंगा……- कैप्टन का पटियाला से चुनाव लडऩे का ऐलान By admin - November 22, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने गढ़ पटियाला से ही विधानसभा चुनाव में उतरेंगे। कैप्टन ने अपने फेसबुक पेज पर भी इसकी जानकारी दी है। कैप्टन ने लिखा, मैं पटियाला से चुनाव लडूंगा। बीते 400 सालों से पटियाला हमारे साथ रहा है और मैं इसे सिद्धू की वजह से छोडऩे वाला नहीं हूं। पटियाला हमेशा से ही कैप्टन फैमिली का गढ़ रहा है। वह खुद इस सीट से 4 बार चुनाव जीत चुके हैं। इसके अलावा उनकी पत्नी परनीत कौर भी यहीं से 2017 का चुनाव जीती थीं। इसी साल अप्रैल में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला से समर में उतरने की चुनौती दी थी। उसके बाद से ही दोनों नेताओं के बीच रार बढ़ती चली गई और अंत में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से ही इस्तीफा देना पड़ा। पद से इस्तीफे के बाद भी कैप्टन अमरिंदर सिंह कई बार नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा चुके हैं। एक बार फिर से उन्होंने पटियाला से चुनाव लडऩे का ऐलान करते हुए सिद्धू पर हमला बोला है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के चुनाव लडऩे के ऐलान के साथ ही पंजाब में सियासी माहौल गर्मा गया है। कैप्टन ने सीएम पद से इस्तीफा देने के साथ ही कांग्रेस का भी साथ छोड़ दिया है और अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का गठन कर दिया है। यही नहीं भाजपा के साथ मिलकर काम करने की बात कहकर उन्होंने भगवा दल के साथ जाने के भी संकेत दिए हैं। राज्य में कैप्टन अमरिंदर सिंह की एंट्री से राज्य के चुनाव में एक तरह से चौथा मोर्चा उभर गया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/sidhu-said-as-soon-as-he-crossed-the-kartarpur-corridor-imrans-elder-brother-bjp-became-aggressive/,सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर लांघते ही बोले- इमरान बड़े भाई – भाजपा...,"सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर लांघते ही बोले- इमरान बड़े भाई – भाजपा हुई आक्रमक By admin - November 21, 2021 डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर) (एजेंसी)। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत ङ्क्षसह सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘बड़ा भाईÓ बता कर एक बार फिर विवादों में घिर गये हैं। वहीं पाकिस्तान के प्रति छलके इस प्रेम पर भारतीय जनता पार्टी बिफर गई और उसने इसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इशारे पर दिया गया बयान बताया है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने नई दिल्ली में मीडिया को सम्बोधित करते हुये राहुल और और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुये कहा कि जिसका डर था वही हुआ..। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने यह बयान इत्तेफाक ही नहीं दिया है बल्कि राहुल गांधी के कहने पर दिया है। संबित पात्रा का कांग्रेस पर हमला यहीं नहीं रूका और कहा कि कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और मणिशंकर अय्यर को तो ङ्क्षहदुत्व में बोको हरम और आईएसआईएस दिखता है। उन्होंने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुये कि वह सिद्धू को अपना बड़ा भाई बताती हैं और सिद्धू इमरान खान को बड़ा भाई बताते हैं। उन्होंने नसीहत दी कि सीमावर्ती राज्यों के नेताओं को परिपक्वता से बयान देना चाहिये। वहीं गुरूद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिये यहां पहुंचे और औपचारिकताएं पूरी कर करतारपुर कॉरिडोर लांघ कर गुरूद्वारा करतारपुर साहिब के लिये रवाना हुये इस दौरान प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से उनके एक प्रतिनिधि ने सीमा चौकी पर उनका स्वागत किया। इस दौरान सिद्धू ने इमरान खान को बड़ा भाई बताया और कहा कि उन्हें यहां आकर हमेशा ही बड़ा प्यार मिला है। कॉरिडोर प्रवेश करने से पहले मीडिया से बातचीत में सिद्धू ने कहा, कॉरिडोर खुल गया है और असंख्य सम्भावनाएं भी खुली हैं। वह वहां पंजाब की ‘तरक्की की नई राह’ पर बात करूंगा। उन्होंने कॉरिडोर खोलने और कृषि कानून वापिस लेने के केंद्र सरकार के फैसलों का स्वागत किया।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/priyanka-said-on-alliance-in-2022-elections-we-will-fight-on-all-seats-and-will-fight-alone/,2022 के चुनाव में गठबंधन पर बोली प्रियंका- ‘हम सभी सीटों...,"2022 के चुनाव में गठबंधन पर बोली प्रियंका- ‘हम सभी सीटों पर लड़ेंगे और अकेले लड़ेंगे’ By admin - November 15, 2021 बुलंदशहर (एजेंसी)। कांग्रेस की छवि सुधारने में जुटीं प्रियंका गांधी ने रविवार को बुलंदशहर से प्रतिज्ञा सम्मेलन लक्ष्य की शुरूआत की। प्रियंका गांधी ने कहा, कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुझसे आगामी विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करने के लिए कहा है। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम सभी सीटों पर लड़ेंगे और अकेले लड़ेंगे। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी रविवार को छोटीकाशी अनूपशहर में वेस्ट यूपी के 14 जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने की प्रतिज्ञा कराने पहुंची थीं। गंगा किनारे दुर्गा प्रसाद बलजीत सिंह महाविद्यालय में आयोजित लक्ष्य 2022 पदाधिकारी प्रतिज्ञा सम्मेलन को प्रियंका गांधी ने बोलना शुरू किया तो कार्यकर्ताओं ने तालियों से उनके (शेष पेज 8 पर)",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/punjab-another-revolt-in-aap-is-expected-many-mlas-did-not-reach-channis-protest-program/,पंजाब : ‘आप’ में एक और ‘बगावत’ के आसार- चन्नी के...,"पंजाब : ‘आप’ में एक और ‘बगावत’ के आसार- चन्नी के विरोध कार्यक्रम में नहीं पहुंचे कई विधायक By admin - November 15, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब में आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर अंतर्विरोध तेज होता जा रहा है। भगवंत सिंह मान को अब तक मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित न करने से नाराज पार्टी विधायक रूपिंदर कौर रूबी के पार्टी छोडऩे के बाद आप में एक और बगावत होने की संभावना साफ नजर आ रही है। इसका इशारा शनिवार को तब दिखाई पड़ा जब पार्टी की ओर से बुलाए गए मुख्यमंत्री के घेराव कार्यक्रम में पार्टी के ही कई विधायक नहीं पहुंचे। माना जा रहा है कि अगर पार्टी ने जल्द ही मुख्यमंत्री के मुद्दे पर अपना रूख साफ नहीं किया तो पार्टी के कुछ और विधायक केजरीवाल का साथ छोड़ सकते हैं। दरअसल, आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने शनिवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का विरोध करने का कार्यक्रम रखा था। इस कार्यक्रम के अंतर्गत पार्टी विधायकों को अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री चन्नी के चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास का घेराव करना था। पार्टी की तरफ से इसे बेहद महत्वपूर्ण कार्यक्रम के रूप में प्रचारित किया गया था। लेकिन इसी कार्यक्रम में पार्टी के ही कई विधायक नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं, पार्टी के विधायकों के समर्थक तक इस कार्यक्रम में नहीं देखे गए जिससे अंतर्कलह की कहानी सतह पर आती दिख रही है। माना जा रहा है कि रूबी प्रकरण से सीख लेते हुए ही पार्टी आलाकमान ने सभी मौजूदा विधायकों को पार्टी की ओर से उम्मीदवार घोषित कर दिया था। लेकिन इसके बाद भी अंतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। अगला एक हफ्ता इस दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकता है। घेराव कार्यक्रम में पार्टी के केवल 7 विधायक ही पहुंचे थे। अमन अरोड़ा, बलजिंदर कौर, बुधराम और अमरजीत इस कार्यक्रम से दूर ही रहे। उनके समर्थकों तक को इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखते हुए देखा गया। ये विधायक भी भगवंत सिंह मान के करीबी बताए जाते हैं। भगवंत मान की ये कोशिश माना जा रहा है कि भगवंत सिंह मान अपने समर्थकों के माध्यम से पार्टी आलाकमान पर खुद को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कराने के लिए प्रयासरत हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनकी यह महत्वाकांक्षा सामने आई थी, लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल इसके लिए सहमत नहीं हुए। अब इस बार भी अब तक उन्हें पार्टी का चेहरा न घोषित कर पार्टी ने अपनी तरफ से इशारा दे दिया है। माना जा रहा है कि इसी कारण से भगवंत सिंह मान अंदरखाने अपनी राजनीति तेज कर चुके हैं। माना जा रहा है कि पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान उनका यह रूख पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। कांग्रेस ने ली इस पर चुटकी वहीं, पंजाब कांग्रेस के नेता राजा बरार ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को जमीन का एहसास हो चुका है। उन्हें पता चल चुका है कि पंजाब में कांग्रेस ही दोबारा सत्ता में वापस आ रही है, यही कारण है कि आम आदमी पार्टी में अरविंद केजरीवाल से नाराज विधायक कांग्रेस के साथ जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को पंजाब जीतने का सपना नहीं देखना चाहिए। लोगों ने दिल्ली में उनके ‘दिल्ली मॉडल’ की कलई उतरते देख लिया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/tribal-convention-in-bhopal-tomorrow-prime-minister-will-wear-turban/,"भोपाल में जनजातीय सम्मेलन कल, प्रधानमंत्री पहनेंगे पगड़ी","भोपाल में जनजातीय सम्मेलन कल, प्रधानमंत्री पहनेंगे पगड़ी By admin - November 14, 2021 भोपाल। जंबूरी मैदान पर 15 नवंबर को होने वाले जनजातीय सम्मेलन में आदिवासी जननायकों की वीरगाथा की कहानियां दिखाई देगी। पूरे पंडाल में जननायकों की वीर गाथा और जीवनी के पोस्टर-बैनर लगाए गए हैं। वहीं, आदिवासी अपनी जनजातीय वेशभूषा में पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पारंपरिक आदिवासी पगड़ी भी पहनेंगे। जंबूरी मैदान में 6 डोम और कई बड़े पंडाल बनाए गए हैं। एक डोम में प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज समेत चुनिंदा नेता ही मौजूद रहेंगे। इन जननायकों की दिखेगी झलक – बिरसा मुंडा, टंट्या भील, रानी दुर्गावती, सीताराम कंवर, टुरिया शहीद मुड्डे बाई, मंशु ओझा, राजा शंकर शाह, खाज्या नायक आदि आदिवासी जननायकों के पोस्टर लगे हैं। वहीं, मंच पर भी जननायकों की झलक देखने को मिलेगी। गोंड पेंटिंग भी दिखाई देगी – जंबूरी मैदान के आसपास गोंड पेंटिंग भी दिखाई देगी। तरह-तरह की आकर्षक पेंटिंग के फ्लेक्स चारों ओर लगाए गए हैं। इसके अलावा बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी की बाउंड्रीवॉल पर भी गोंड पेंटिंग बनाई गई है। मुख्य गेट पर भी तस्वीरें – जंबूरी मैदान से करीब 500 मीटर दूर मुख्य गेट बनाया गया है। जहां से आदिवासी समुदाय समेत अन्य लोगों की इंट्री होगी। यही पर बड़ा गेट बना है। जिस पर भी आदिवासी जननायकों की तस्वीरें हैं। इन वेशभूषा में रहेंगे आदिवासी – आदिवासी समूह में ढोल और मांदल पर थिरकते हुए नजर आएंगे। इनमें पुरुष धोती-कुर्ता, पगड़ी और महिलाएं चोला-लहंगे, ओधनी एवं परंपरागत जेवरों में रहेंगी। मंच पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पारंपरिक आदिवासी पगड़ी पहनाई जाएगी। हबीबगंज अब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन – भोपाल में स्थित देश का पहला वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन हबीबगंज नए रूप में बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को इसका लोकार्पण करेंगे। इससे पहले स्टेशन का नाम भी बदल दिया गया है। हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम अब रानी कमलापति स्टेशन हो गया है। रानी कमलापति भोपाल की अंतिम गोंड आदिवासी शासक थीं। नए बने इस रेलवे स्टेशन पर अब यात्रियों को शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल, मॉल, स्मार्ट पार्किंग, हाई सिक्योरिटी समेत कई आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस आनंद के प्रकटीकरण का अवसर है। अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती अर्थात 15 नवंबर का दिन जनजातीय भाई-बहनों का जीवन बदलने का दिन सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनजातियों के विकास और कल्याण के लिए आरंभ किए जा रहे कार्यक्रमों का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की सभा में सम्मिलित होने प्रदेश के विभिन्न जिलों से आ रहे जनजातीय भाई-बहन हमारे अतिथि हैं। राजधानी आ रहे भाई-बहनों का भोपाल की समृद्ध परंपरा के अनुसार सम्मान और सत्कार के साथ स्वागत होगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/clashes-between-sidhu-akali-leaders-in-vis-a-scuffle-ensued/,विस में सिद्धू-अकाली नेताओं में झड़प – आई हाथापाई की नौबत,"विस में सिद्धू-अकाली नेताओं में झड़प – आई हाथापाई की नौबत By admin - November 14, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री चन्नी की स्पीच के दौरान हंगामा हुआ है। हंगामा इतना बढ़ गया कि नवजोत सिंह सिद्धू और अकाली दल नेताओं में झड़प हो गई। वहां बात हाथापाई तक पहुंच गई थी। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू ने कहा, विपक्ष डरा हुआ है, इसलिए जानबूझकर ऐसा (झड़प) किया गया। चन्नी सरकार, पंजाब कांग्रेस यहां के लोगों के लिए काम कर रही है। जो भी योजनाएं बनीं, ऐलान हुए वह अगले पांच साल को ध्यान में रखकर किए गए हैं। अगले दो-तीन महीने को ध्यान में रखकर नहीं। सिद्धू बोले – आ सकती है गृहयुद्ध की स्थिति सिद्धू ने आरोप लगाया कि अकाली दल सरकार के कामों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है। सिद्धू ने राज्य के ऊपर जो कर्ज है उस पर भी चिंता जताई, यहां तक कहा गया कि अगर हालात नहीं सुधरे तो सिविल वॉर (गृहयुद्ध) की स्थिति पैदा हो सकती है। सिद्धू ने कहा कि राज्य की जो आमदनी है उसका 24 फीसदी हिस्सा कर्ज का ब्याज देने में जा रहा है। पंजाब प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि पंजाब में कृषि में विविधता लाने के लिए नीतियों की कमी है। उन्होंने कहा कि किसानों का जान देना और प्रदर्शन करना दोनों इस बात की निशानी हैं कि कृषि सेक्टर संकट में है। चन्नी ने भी अकाली दल को घेरा विधानसभा की कार्यवाही के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने अकाली दल पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि शिरोमणि अकाली दल हर मुद्दे को राजनीतिक रंग से देखती है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। बता दें कि फिलहाल 15वीं पंजाब विधानसभा का 16वां सेशन चल रहा है। इस दौरान चन्नी ने यह भी आरोप लगाया कि अकाली की वजह से संघ के लिए पंजाब के रास्ते खुले। कहा गया कि संघ हमेशा पंजाब के हितों के खिलाफ काम करता है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/amrita-fadnavis-takes-a-jibe-at-nawab-malik/,‘बचाना है जमाई और काली कमाई…अब अमृता फडणवीस ने कसा नवाब...,"‘बचाना है जमाई और काली कमाई…अब अमृता फडणवीस ने कसा नवाब मलिक पर तंज By admin - November 11, 2021 मुंबई (कार्यालय संवाददाता)। ड्रग्स केस को लेकर नवाब मलिक की ओर से जारी निजी हमलों का महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी ने ट्विटर पर तंज कसते हुए जवाब दिया है। अमृता फडणवीस ने नवाब मलिक पर तंज कसते हुए कहा कि उनका लक्ष्य सिर्फ जमाई और काली कमाई को बचाने का है। अमृता ने ट्वीट किया, ‘बिगड़े नवाब ने- प्रेस कॉन्फ्रेन्स पर प्रेस कॉन्फ्रेंस, प्रेस कॉन्फ्रेंस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। लेकिन हर बार झूठ और मक्कारी की ही बातें हमें सुनाई। लक्ष्य इनका एक ही है, मेरे भई- बचाना है इन्हें अपना जमाई और काली कमाई!Ó इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने भी नवाब मलिक को लेकर कहा था कि वह अपने दामाद के फंसने पर बेचैन हैं और उसके चलते ही आरोप लगा रहे हैं। यही नहीं उन्होंने दावा किया था कि नवाब मलिक के दामाद के पास से गांजा भी बरामद हुआ है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/why-are-akhilesh-and-his-companions-awakening-jinnahs-genie-strategy-or-getting-trapped-in-bjps-trap/,जिन्ना का जिन्न क्यों जगा रहे अखिलेश और उनके साथी ?-...,"जिन्ना का जिन्न क्यों जगा रहे अखिलेश और उनके साथी ?- रणनीति या फंस रहे भाजपा के जाल में By admin - November 11, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के नाम का जिन्न एक बार फिर निकल आया है। पिछले दिनों सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने मोहम्मद अली जिन्ना का नाम पटेल, नेहरू और गांधी के साथ लिया था। उन्होंने कहा था कि इन सभी ने एक ही कॉलेज से बैरिस्टरी की और देश को आजाद कराने में योगदान दिया था। उनके इस बयान के बाद से विवाद छिड़ गया था और जिन्ना का नाम लिए जाने पर भड़की भाजपा ने उनकी मानसिकता को तालिबानी बता दिया था। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर हमला बोलते हुए कहा था कि भारत में जिन्ना वाली सोच नहीं चलेगी। जिन्ना को लेकर दिए बयान पर अखिलेश यादव के घिरने के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का कहना था कि ऐसा करके उन्होंने भाजपा के हाथों में धु्रवीकरण के लिए एक मुद्दा दे दिया है। लेकिन बुधवार को अखिलेश यादव के सहयोगी ओमप्रकाश राजभर ने भी जिन्ना की तारीफ करते हुए कहा कि वह यदि देश के पहले प्र.म. बन गए होते तो बंटवारा नहीं होता। उन्होंने अखिलेश के बयान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही। अब सवाल उठ रहा है कि क्या बार-बार जिन्ना का जिक्र किया जाना अखिलेश यादव और उनके साथियों की चूक है या फिर वोट बटोरने की रणनीति है? काउंटर पोलराइजेशन से सपा को है फायदे की उम्मीद? दरअसल जिन्ना का नाम लेने से भाजपा को लाभ मिलने की बात की जा रही है, लेकिन धु्रवीकरण की स्थिति में सपा भी शायद पीछे न रहे। इसकी वजह यह है कि भले ही जिन्ना के नाम से भारतीय मुस्लिमों को कोई मतलब न हो, लेकिन उनके नाम पर यदि धु्रवीकरण होता दिखता है तो उसका असर काउंटर पोलराइजेशन के तौर पर जरूर दिख सकता है। ऐसे में कहा यह भी जा रहा है कि शायद मुस्लिमों का ज्यादा से ज्यादा वोट हासिल करने के लिए समाजवादी पार्टी ने यह रणनीति बनाई है। दरअसल प्रदेश की करीब 100 सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिमों मतों का हेरफेर पूरी चुनावी सियासत की दिशा तय कर सकता है। यही वजह है कि जिन्ना पर अखिलेश यादव के बयान को भाजपा के ट्रैप में फंसने की बजाय रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। बयान पर सफाई देने से इनकार ने और बढ़ाए कयास अखिलेश यादव से बीते सप्ताह जब यह पूछा गया कि क्या वह जिन्ना वाले बयान पर सफाई देंगे तो उन्होंने कहा कि मैं ऐसा क्यों करूं। अखिलेश ने कहा था, मुझे संदर्भ क्यों साफ करना चाहिए? मैं चाहता हूं कि लोग फिर से किताबें पढ़ें। अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव को जिक्र करते हुए कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ को 2022 में विधानसभा चुनाव नहीं लडऩा चाहिए क्योंकि वह इस बार हारने वाले हैं। उनके इस बयान से साफ था कि जिन्ना वाले अपने बयान को वह दूर तलक जाने देना चाहते हैं ताकि धु्रवीकरण की स्थिति बने तो वह एकमुश्त मुस्लिम वोट हासिल कर सकें। बसपा और कांग्रेस भी इस वोट बैंक के दावेदार रहे हैं। ऐसे में यदि मुस्लिमों वोटों का बड़ा हिस्सा सपा की ओर जाता है तो वह निश्चित ही भाजपा को टक्कर देने की स्थिति में सबसे आगे होगी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/beniwal-excited-by-the-votes-received-by-rlp-in-vallabhnagar-by-election-udayalal-will-become-hanuman-of-rlp-in-mewar/,वल्लभनगर उपचुनाव में आरएलपी को मिले वोटों से उत्साहित बेनीवाल- मेवाड़...,"वल्लभनगर उपचुनाव में आरएलपी को मिले वोटों से उत्साहित बेनीवाल- मेवाड़ में आरएलपी के हनुमान बनेंगे उदयलाल By admin - November 11, 2021 उदयपुर. नगर संवाददाता & मेवाड़ की राजनीति में धमाकेदार एंट्री करने वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पाटी (आरएलपी) के सुप्रीमों अब मेवाड़ में अपने विस्तार को लेकर खासे उत्साहित है। इसके लिए आरएलपी सुप्रीमों ने वल्लभनगर उपचुनाव में दूसरे नम्बर पर रहे उदयलाल डांगी को फ्री हैंड करते हुए पूरी छूट दे दी है वे आरएलपी का विस्तार करे और यहां पर संगठन को मजबूत करें। आरएलपी के इस निर्णय से भाजपा को तो नुकसान होना तय है लेकिन इससे कांग्रेस भी अछूती नहीं रहेगी और दोनों दलों से कई नेता इस दल में अच्छे पद के लिए जा सकते है और आने वाले चुनावों में यह संगठन मेवाड़ की राजनीति में दोनों ही दलों के लिए चुनौती का काम करेगा। देखा जाए तो विधानसभा उपचुनाव से पहले मेवाड़ में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पाटी (आरएलपी) का नाम लेने वाला कोई नहीं था और मेवाड़ के कई लोगों ने इस पार्टी का नाम तक नहीं सुना था, लेकिन विधानसभा के इस उपचुनाव ने वल्लभनगर ही नहीं मेवाड़ के लोगों की जुबां पर एक बार तो आरएलपी नाम चढ़ा ही दिया। भाजपा से बगावत करने के बाद जब उदयलाल डांगी किसी बड़े नेता की ओर देख रहे थे तभी इसे अच्छा मौका पाकर नागौर सांसद और आरएलपी सुप्रीमोंहनुमान बेनीवाल ने उदयलाल डांगी को हाथों-हाथ लिया और डांगी को आरएलपी का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया। उदयलाल डांगी पिछले कई वर्षों से भाजपा में सक्रिय रहे और वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव में 47 हजार वोट लाने के बाद से ही उदयलाल जमकर मेहनत कर रहे थे, लेकिन ऐन वक्त पर टिकट कटने से सहानुभूति भी मिली और इस सहानुभूति को भुनाने के लिए हनुमान बेनीवाल ने भी पूरा जोर लगा दिया। स्वयं हनुमान बेनीवाल करीब 15 दिन तक वल्लभनगर रहे और जमकर प्रचार किया और इसका परिणाम रहा कि उदयलाल डांगी उपचुनाव मेें दूसरे स्थान पर रहे और 45101 वोट प्राप्त किए। चुनाव से मात्र 22 दिन पहले आरएलपी ने मेवाड़ में प्रवेश किया और मात्र 22 दिन के प्रचार में आरएलपी दूसरे स्थान पर रही तो यह आरएलपी नेताओं के लिए धमाकेदार एंट्री से कम नहीं रहा। इस धमाकेदार एंट्री के बाद आरएलपी सुप्रीमों हनुमान बेनीवाल बड़े ही उत्साहित है और उन्होंने उदयलाल डांगी को आरएलपी का प्रदेश महामंत्री बना दिया और साथ ही मेवाड़ का प्रभारी भी बना दिया गया। साथ ही डांगी को मेवाड़ में संगठन का विस्तार कर कार्यकारिणी बनाने और उसका विस्तार करने की जिम्मेदारी दी। इसके साथ ही वर्ष 2023 के चुनावों पर भी फोकस करने के लिए कहा ताकी मेवाड़ की सभी सीटों पर आरएलपी चुनाव लड़ सकें। इसके लिए उदयलाल डांगी ने प्रयास भी शुरू कर चुके है। चुनाव में दूसरे नम्बर पर रहने के बाद उदयलाल डांगी ओर से एक सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें सारी रूपरेखा बनाई गई और अब इसी तरह से काम होगा। कौन-कौन संगठन से नाराज, पता है उदयलाल को सबसे बडी बात यह है कि उदयलाल डांगी खुद राजनीति में लम्बे समय से सक्रिय है और लगातार संगठन के कार्यक्रमों में जाते रहतें थे। ऐसे में उन्हें पता है कि भाजपा में कौन-कौन संगठन से नाराज है और क्यूं नाराज है। जरूरत है केवल उस पर हाथ रखने की और उसकी जरूरतों को पूरा करने की। क्योंकि भाजपा में ऐसे कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता, जिन्होंने लम्बे समय तक संगठन में काम किया है, लेकिन वे कार्यकर्ता ही बनकर रह गए। जब कुछ मिलने का समय आया तो पैराशूट से दूसरा आ गया। इससे कई कार्यकर्ता खासे नाराज है और वे उदयलाल के साथ जा सकतें है। कांग्रेस में भी कुछ ऐसी ही स्थिति इधर कांग्रेस की स्थिति भी इससे अलग नहीं है। कांग्रेस में तो ज्यादा बिखराव है और आए दिन कोई ना कोई पदाधिकारी खुलकर अपनी ही पार्टी के विरोध में आ जाता है। ऐसे में जो नया-नया कांग्रेस में जाता है वह यह राजनीति देखकर घबरा जाता है ऐसे में उसके लिए आरएलपी नया ऑप्शन है। विधानसभा चुनाव 2023 पर फोकस सबसे बड़ी बात यह है कि 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले है और हर बार की तरह सीटों पर कई दावेदार है। ऐसे में टिकट मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है। भाजपा और कांग्रेस में जिसकी उपर अच्छी पहचान वह टिकट ले आता है और जिसे कोई जानने वाला नहीं है वह रह जाता है। ऐसे में आरएलपी की नजर मुख्य रूप से वल्लभनगर, मावली और उदयपुर शहर पर है। मावली से भी भाजपा में टिकट की खासी लिस्ट है और एक पूर्व विधायक तो जी जान से जुटे है। वहां पर भी आरएलपी को फायदा है। उदयपुर शहर में यदि संगठन बदलाव करता है तो ऐसे में यहां पर भी आरएलपी को अच्छा फायदा होगा। ऐसी की ऐसी स्थितियां कांग्रेस में भी हैँ।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/priyanka-will-conduct-ceasefire-in-gehlot-pilot-long-meeting-with-gehlot-at-rahuls-house/,प्रियंका कराएंगी गहलोत-पायलट में सीजफायर!- राहुल के घर पर गहलोत से...,"प्रियंका कराएंगी गहलोत-पायलट में सीजफायर!- राहुल के घर पर गहलोत से की लंबी बैठक By admin - November 11, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। राजस्थान की राजनीति में बुधवार का दिन हलचल भरा रहा। एक तरफ दिल्ली में राहुल गांधी के आवास पर प्रियंका गांधी की अशोक गहलोत से करीब तीन घंटे तक मीटिंग चली तो वहीं राजस्थान में कई तरह के कयास लगते रहे। इस मीटिंग को लेकर माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के खेमों को साधने के लिए किसी फॉर्म्युले पर पहुंचने के लिए चर्चा की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के साथ लंबी बैठक हुई। इस मीटिंग में मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों और राज्य की राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी के आवास 12 तुगलक लेन पर करीब तीन घंटे चली बैठक के बाद अब राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर जल्द ही आखिरी फैसला होने की उम्मीद है। गहलोत की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक से कुछ घंटे पहले उनके प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की वेणुगोपाल के साथ बैठक हुई। इस बैठक के बाद पायलट ने दो टूक कहा कि कांग्रेस की सरकार बनाने वाले कार्यकर्ताओं को भागीदारी मिलनी चाहिए और यह काम जल्द होना चाहिए। नेता भाषण देकर आ जाते हैं, बूथ पर तो कार्यकर्ता ही लड़ते हैं : पायलट उन्होंने कहा, हम सब नेता लोग तो भाषण देकर आते हैं। लेकिन वे लोग तो बूथ पर खड़े होकर कांग्रेस का झंडा उठाकर उनके लिए लड़ाई लड़ते हैं, उन लोगों को उचित मान सम्मान देने की लड़ाई और संघर्ष की बात मैंने शुरू में रखी थी। मैं आज भी इस पर कायम हूं चाहे राजनीतिक नियुक्तियां हो या भागीदारी की बात हो। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा, जिन्होंने समर्पित भाव से भाजपा की सरकार को हराने का काम किया है। इतने सारे कार्यकर्ताओं को लगना चाहिए कि सरकार में उनकी भागीदारी है और यह सुनिश्चित करने के लिये इसी बात को प्रदेश अध्यक्ष भी कहते हैं और मैं भी कहता हूं और मुझे लगता है कि बहुत जल्द यह करना चाहिए क्योंकि राजस्थान में चुनाव सिर्फ 22-23 महीने दूर रह गए हैं। इस बात पर चर्चा हुई और मुझे लगता है बहुत जल्द अच्छे निर्णय लिये जाएंगे। पायलट ने जोर देकर कहा, मुझे लगता है कि अब समय आ गया है इस पर आगे बढ़कर काम करना चाहिए। माकन बोले- 2023 में कैसे जीतेंगे, इस पर भी हुई है बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्री गहलोत के बीच बैठक के बाद कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने कहा, हमने राजस्थान के राजनीतिक हालात पर विस्तार से चर्चा की। सिर्फ मंत्रिमंडल की ही नहीं, 2023 में हम लोग कैसे जीतकर वापस आएंगे, इस बारे में भी चर्चा हुई। उधर, राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों पर पायलट ने कहा कि मैं फिर दोहरा रहा हूं कि अब लगभग तीन साल हो गये हैं। जो कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने कांग्रेस के लिये सब कुछ कुर्बान किया, जिन्होंने सरकार बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें लगना चाहिए कि सरकार में उनकी भागीदारी है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/kumar-vishwas-calls-kejriwal-little-boy-lustful/,कुमार विश्वास ने केजरीवाल को कहा ‘लघुकाय- लंपट’,"कुमार विश्वास ने केजरीवाल को कहा ‘लघुकाय- लंपट’ By admin - November 11, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। आम आदमी पार्टी के पूर्व सदस्य रहे कवि कुमार विश्वास ने पार्टी अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है। छठ पूजन के लिए यमुना के झाग में खड़े व्रतियों की तस्वीर पोस्ट कर उन्होंने मजाकिया अंदाज में केजरीवाल की तुलना गंगा नदी को धरती पर लाने वाले भगीरथ से की। इसके साथ ही उन्होंने आगामी पंजाब चुनाव को लेकर भी केजरीवाल पर निशाना साधा। कुमार विश्वास ने लिखा- भगीरथ जी स्वर्ग से गंगा को बादलों के जिस मार्ग से उतार कर लाए थे, ‘लघुकाय-लंपटÓ जी, यमुना जी को उसी रास्ते दिल्ली ले आएं हैं, और वो भी ‘मुफ्तÓ। और हां, इस बार वायु-प्रदूषण की जिम्मेदारी हरियाणा के किसानों पर रहेगी, पंजाब वालों पर नहीं, क्योंकि वहां कुछ महीनों में चुनाव हैं। हर साल यमुना के जहरीले पानी में पूजा करते हैं व्रती दरअसल यमुना के पानी में जहरीला झाग बना ही रहता है। इसी में खड़े होकर व्रतियों को पूजन करना पड़ता है। केजरीवाल दिल्ली चुनावों से पहले यमुना को साफ करने का मुद्दा उठाते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार के छह साल के बाद भी दिल्ली में यमुना साफ नहीं हो पाई है। इसी बात पर कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर तंज कसा है। आप सरकार ने यूपी और हरियाणा सरकार को ठहराया जिम्मेदार वहीं, दिल्ली सरकार के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि यमुना में जो झाग है वह ओखला बैरेज इलाके में है, जो उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग के अंतर्गत आता है। इसलिए यह यूपी सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन हर साल की तरह इस साल भी योगी सरकार नाकाम रही है। यह प्रदूषित पानी दिल्ली का नहीं है, यह यूपी और हरियाणा से दिल्ली को मिलने वाला तोहफा है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/channi-lays-arms-in-front-of-sidhu-ags-resignation-accepted-preparing-to-change-dgp-too/,"सिद्धू के आगे चन्नी ने डाले हथियार- एजी का इस्तीफा मंजूर,...","सिद्धू के आगे चन्नी ने डाले हथियार- एजी का इस्तीफा मंजूर, डीजीपी भी बदलने की तैयारी By admin - November 10, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार ने राज्य के महाधिवक्ता अमर प्रीत सिंह देओल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। महाधिवक्ता के इस्तीफे के बाद अब पुलिस महानिदेशक को भी बदलने की तैयारी शुरू हो गई है। बता दें कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने देओल की नियुक्ति का पुरजोर तरीके से विरोध किया था। जिसके देओल ने 1 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था, जिसे अब मंजूरी किया गया है। पंजाब सरकार ने 27 सितंबर को देओल को राज्य का महाधिवक्ता नियुक्त किया था। सरकारी नियुक्तियों को लेकर पंजाब पीसीसी चीफ नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच शुरू से ही तनातनी चल रही है। कई बार सार्वजनिक तौर सिद्धू प्रदेश सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। यही विवाद कांग्रेस पार्टी के लिए सिरदर्द बना हुआ है। सिद्धू अपनी सरकार और पार्टी को निशाने पर लेने का कोई मौका नहीं छोड़ते। इस बीच सोमवार को पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने सोमवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बैठक की थी। यह बैठक ठीक उस वक्त बुलाई गई थी जब कुछ घंटे पहले 2015 कोटकपूरा पुलिस फायरिंग की घटना की जांच को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी और प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए थे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/badaun-district-will-be-renamed-as-vedamau-cm-yogi-gave-indications/,बदायूं जिले का नाम बदलकर होगा वेदामऊ? – सीएम योगी ने...,"बदायूं जिले का नाम बदलकर होगा वेदामऊ? – सीएम योगी ने दिए संकेत By admin - November 10, 2021 बदायूं (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश में अब तक कई शहरों और रेलवे स्टेशनों के नाम तब्दील किए जा चुके हैं। अब शायद पश्चिम यूपी के बदायूं जिले का नाम सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से बदला जा सकता है। मंगलवार को बदायूं में ही एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बात के संकेत दे दिए। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में बदायूं को वेदामऊ नाम से जाना जाता था और यहां वेदों का अध्ययन हुआ करता था। उन्होंने कहा कि यदि आजादी के बाद से अब तक यूपी की सरकारों ने संसाधनों का सही इस्तेमाल किया होता तो खेती फायदे का सौदा होती तो और किसानों की स्थिति अच्छी होती। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ करने की बजाय सरकारों ने किसानों का पूरा दोहन किया और उन्हें किस्मत के भरोसे ही छोड़ दिया। योगी ने कहा, एक दौर में बदायूं को वेदामऊ नाम से जाना जाता था। यह स्थान वेदों के अध्ययन का केंद्र हुआ करता था। यह भी कहा जाता है कि गंगा को धरती पर लाने वाले महाराज भगीरथ ने भी इसी धरती पर तपस्या की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा हजारों साल से हमें उर्वरक जमीन प्रदान कर रही है। गंगा और यमुना के किनारे की धरती को दुनिया के सबसे उपजाऊ इलाकों में से एक माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक भगीरथ की तपस्या के चलते ही गंगा धरती पर स्वर्ग से उतरी थीं। सीएम योगी ने कहा कि यदि अब तक बनी सरकारों ने संसाधनों का सही इस्तेमाल किया होता तो प्रदेश का किसान पूरे भारत ही नहीं बल्कि दुनिया ता पेट भरने की स्थिति में होता। उन्होंने कहा कि ऐसा सरकारों ने नहीं किया। उन्होंने किसानों का उत्पीडऩ किया और उन्हें भाग्य के भरोसे छोड़ दिया। किसानों की जमीन को अपराधियों ने कब्जा लिया। बिगड़े हालातों के चलते यूपी में किसानी घाटे का धंधा बनकर रह गई थी। इन स्थानों के नाम बदल चुकी है योगी सरकार गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जा चुका है। इसके अलावा फैजाबाद जिले का नाम अब अयोध्या हो गया है। यही नहीं पूर्वी यूपी के मुगलसराय के रेलवे स्टेशन का नाम अब जनसंघ के संस्थापक रहे पंडित दीनदयाल उपाध्यायन के नाम पर कर दिया है। इसके अलावा भी कई गांवों का नाम बदला जा चुका है। ऐसे में अब सीएम योगी के बयान से इस बात के भी कयास लग रहे हैं कि क्या नाम बदलने के क्रम में अगला नंबर बदायूं का है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/mayawati-compared-herself-to-cm-yogi-said-i-dont-even-have-my-own-family/,"मायावती ने सीएम योगी से की खुद की तुलना, कहा- ‘मेरा...","मायावती ने सीएम योगी से की खुद की तुलना, कहा- ‘मेरा भी अपना खुद का परिवार नहीं’ By admin - November 10, 2021 लखनऊ (एजेंसी)। बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों ही पार्टियों की राजनीति हमेशा एक दूसरे की पूरक रही है। मायावती ने खुद की तुलना सीएम योगी से करते हुए कहा कि योगी जी को मैं बता देना चाहती हूं कि आप की तरह मेरा अपना परिवार खुद का नहीं है, उन्होंने दिखावा करने के लिए संन्यासी होने का चोला पहन लिया है लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया, हमने अपनी सरकार में सभी धर्म के लोगों को ज्यादा ध्यान दिया है, योगी जी ने एक धर्म के लोगों के कुछ विशेष जातियों का ध्यान रखा है। लखनऊ में आयोजित पत्रकार वार्ता में मायावती ने कहा कि अभी मैं पार्टी में काम करने के लिए स्वस्थ हूं। समय आएगा तब उत्तराधिकारी कौन होगा। इसका जवाब भी मिल जाएगा। अभी लोग चाहते हैं,कि पांचवीं बार वो मुझे मुख्यमंत्री बनाये। मायावती ने आरोप लगाया कि भाजपा खासकर उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार की घोर विफलताओं पर पर्दा डालने और ध्यान बंटाने के लिए सपा से अंदरूनी मिलीभगत और सांठगांठ करके जिन्ना और अयोध्या पुलिस गोलीबारी जैसे अनेक अन्य नए-नए गढ़े हुए सांप्रदायिक और धार्मिक मुद्दों को उठाने का पूरा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसा इसलिए कर रही है ताकि विधानसभा चुनाव हिंदू—मुस्लिम के मुद्दे पर केंद्रित हो जाए। सपा की वजह से भाजपा मजबूत उन्होंने कहा, यह इन दोनों पार्टियों का अंदर-अंदर प्रयास चल रहा है जो स्वाभाविक तौर पर सपा और भाजपा की स्वार्थ की राजनीति को पुन: उजागर करता है। यह सही है कि सपा और भाजपा की राजनीति हमेशा एक दूसरे की पूरक रही है और इन दोनों पार्टियों की सोच जातिवादी एवं सांप्रदायिक होने के कारण इनका अस्तित्व एक दूसरे पर ही आधारित रहा है। इसी कारण जब सपा सत्ता में होती है तो भाजपा मजबूत होती है और जब बसपा सत्ता में रहती है तो भाजपा कमजोर होती है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि जनता अब सपा और भाजपा से काफी सजग भी है। उन्होंने कहा कि बसपा को यह पूरी उम्मीद भी है कि अब प्रदेश की जनता इनके इस प्रकार के किसी भी षड्यंत्र का शिकार होने वाली नहीं है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/congressmen-clashed-with-each-other-as-bsfs-coverage-increased-in-punjab-manish-tiwaris-attack-on-channi-sarkar/,पंजाब में बीएसएफ का दायरा बढऩे पर आपस में ही भिड़े...,"पंजाब में बीएसएफ का दायरा बढऩे पर आपस में ही भिड़े कांग्रेसी -मनीष तिवारी का चन्नी सरकार पर हमला By admin - November 9, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पंजाब में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकार क्षेत्र 50 किलोमीटर तक बढ़ाने के केंद्र के फैसले की पृष्ठभूमि में सोमवार को राज्य की अपनी ही पार्टी की सरकार को निशाने पर लिया और सवाल किया कि अब तक केंद्र की अधिसूचना को उच्चतम न्यायालय में चुनौती क्यों नहीं दी गई? लोकसभा सांसद तिवारी ने यह भी पूछा कि क्या केंद्र की अधिसूचना का विरोध करना एक दिखावा मात्र है? उन्होंने ट्वीट किया, पंजाब में बीएसएफ को सीमा से 50 किलोमीटर के दायरे में मिले अधिकार क्षेत्र से जुड़ी केंद्र की अधिसूचना को करीब एक महीने हो गए। पंजाब सरकार की ओर से अनुच्छेद 131 के तहत उच्चतम न्यायालय में इस अधिसूचना को चुनौती क्यों नहीं दी गई? क्या विरोध सिर्फ एक दिखावा मात्र है? गौरतलब है कि केंद्र ने बीएसएफ को अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किमी के भीतर क्षेत्र में तलाशी लेने, संदिग्धों को गिरफ्तार करने और जब्ती करने का अधिकार दिया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/we-will-bite-your-tongue-telangana-cm-threatens-state-bjp-president/,‘हम तुम्हारी जुबान काट लेंगे….’- तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा...,"‘हम तुम्हारी जुबान काट लेंगे….’- तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को दी धमकी By admin - November 9, 2021 हैदराबाद (एजेंसी)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य में पार्टी के अध्यक्ष बंदी संजय को हल्की बातों को लेकर चेताते हुए कहा कि ‘हम तुम्हारी जुबान काट लेंगे।’ केसीआर ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि संजय किसानों को बरगला रहे हैं और उनसे धान की खेती करने को कह रहे हैं। उन्हें झूठी उम्मीदें दे रहे हैं कि भाजपा किसानों की उपज की खरीद सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, केंद्र सरकार ने कहा है कि वे धान की खरीद नहीं करेंगे। यही वजह है कि कृषि मंत्री किसानों से दूसरी फसलों की खेती करने को कह रहे हैं, ताकि उनका नुकसान ना हो। केंद्र की सरकार गैर जिम्मेदार तरीके से व्यवहार कर रही है। उन्होंने आगे कहा, मैंने केंद्रीय मंत्री से सीधे तौर पर मुलाकात की और उनसे खरीदे हुए उबले चावल लेने को कहा। उन्होंने कहा कि वे इस बारे में फैसला करेंगे और बाद में सूचित कर दिया जाएगा। लेकिन अभी तक मुझे कोई जवाब नहीं मिला है। तेलंगाना के पास पिछले साल से ही 5 लाख टन धान बचा हुआ है। केंद्र सरकार इसे नहीं खरीद रही है। तेलंगाना के भाजपा अध्यक्ष पर बरसते हुए केसीआर ने कहा, केंद्र सरकार कह रही है कि हम धान नहीं खरीदेंगे और राज्य भाजपा कह रही है कि हम खरीदेंगे। हल्की बातों से बचिए। अगर आपने हमारे बारे में अनाप शनाप बोला तो आपकी जुबान काट लेंगे। केसीआर ने कहा, संजय कहता है कि वह मुझे जेल भेजेगा, मैं उसे चैंलेज करता हूं कि वह मुझे छू कर दिखाए। उन्होंने कहा, अरूणाचल प्रदेश में चीन हम पर हमला कर रहा है, लेकिन केंद्र सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया है। अब तक हम खामोश बैठे थे। सोच रहे थे कि छोड़ो कुत्ते को भौंकने दो। लेकिन अब हम चुप नहीं बैठेंगे और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/bjp-national-executive-meeting-modi-gave-the-mantra-of-victory-told-the-service-to-be-the-biggest-worship-targeted-the-opposition/,भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक : मोदी ने दिया जीत का मंत्र...,"भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक : मोदी ने दिया जीत का मंत्र – सेवा को बताया सबसे बड़ी पूजा- विपक्ष पर साधा निशाना By admin - November 8, 2021 बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन संबोधन में प्रधानमंत्री ने आने वाले समय में भाजपा की कार्यनीति को बनाने के लिए एक बड़ा मंत्र सभी कार्यकर्ताओं को दिया। प्र.म. ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को सामान्य आदमी के मन के विश्वास का सेतु बनना चाहिए। हम मेहनत व जनता की सेवा से आगे बढ़े हैं। दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हुई बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ने आज केंद्र में जो स्थान पाया है, उसका बहुत बड़ा कारण है कि वह हमेशा आम आदमी से जुड़ी रही है। नमो ऐप में खिलेंगे ‘कमल पुष्प’ यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों से भाजपा की निस्वार्थ सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं के जीवन को ‘नमो ऐप’ में ‘कमल पुष्प’ फीचर के जरिए पेशकर दुनिया के सामने लाया जाए। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि दूसरे सत्र में गोवा, उत्तराखंड, मणिपुर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों के द्वारा आने वाले समय में भाजपा चुनाव के संबंध में पूरा विषय रखा गया। बैठक में महंगाई व तेल के दामों पर भी चर्चा हुई। ज्ञान सिर्फ किताबों से नहीं मिलता केंद्रीय मंत्री यादव ने बताया कि प्र.म. ने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से कहा कि ज्ञान सिर्फ किताबों से नहीं मिलता। आप को लोगों से मिलना होगा, उनके अनुभव को लेना होगा। आपको आम लोगों से जुडऩा होगा, तब आपको अनुभव व तजुर्बे होंगे। प्र.म. मोदी ने कहा कि आने वाले समय में सभी कार्यकर्ताओं को विश्वास व अपनत्व को लेकर चलना होगा। कोरोना काल का जिक्र करते हुए प्र.म. ने कहा कि 19 माह में पार्टी ने महामारी के दौर में बेहतरीन सेवा कार्य किया। कार्यकर्ताओं ने सेवा की नई संस्कृति पैदा की है। दुनिया ने माना भारत का लोहा यादव ने बताया कि प्र.म. ने बैठक में कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने महामारी के दौर में सबका सहयोग किया। दुनिया के लोगों ने भारत का लोहा माना। भाजपा ने अपने लोकतांत्रिक मूल्यों से इसमें योगदान दिया है। पंजाब में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी भाजपा पंजाब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विन शर्मा ने बैठक में कहा कि आने वाले समय में भाजपा सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। केंद्रीय मंत्री यादव ने बताया कि इस तैयारी के साथ बैठक में सारे विषयों को रखा गया।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/bjp-blew-the-bugle-of-the-election-pm-in-the-next-15-days-k-will-have-3-tours-in-up/,भाजपा ने फूंका चुनाव का बिगुल – अगले 15 दिन में...,"भाजपा ने फूंका चुनाव का बिगुल – अगले 15 दिन में प्र.म. के यूपी में होंगे 3 दौरे By admin - November 8, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के आगाज के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव अभियान का बिगुल फूंक दिया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर चर्चा और रोडमैप बनाया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आगामी दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी राज्यों में दौरे तेज करने जा रहे हैं। अगर बात करें उत्तर प्रदेश की तो आगामी 15 दिन में प्रधानमंत्री 3 दौरे करने जा रहे हैं, जहां वो कई योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह के भी 2 दौरे प्रस्तावित हैं। चुनाव के लिहाज से ये बड़े महत्वपूर्ण दौरे होने जा रहे हैं। इनमें प्रधानमंत्री जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे। प्र.म. मोदी 19 नवंबर को झांसी जाएंगे। झांसी के किले में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्र.म. झांसी दौरे पर बुंदेलखंड को कई सौगात भी देंगे। मोदी 16 नवंबर को सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का औपचारिक रूप से लोकार्पण करेंगे। इसके बाद एक्सप्रेस्वे की हवाई पट्टी पर ही जनसभा को संबोधित करेंगे। करीब 340 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस्वे से पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बीच यात्रा में लगने वाले समय में काफी कमी आएगी। इसके साथ-साथ 20 से 22 नवंबर तक लखनऊ में डीजीपी कांफ्रेंस कार्यक्रम का आयोजन होगा। 20 नवंबर को प्र.म. मोदी डीजीपी कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। डीजीपी कांफ्रेंस में विभिन्न राज्यों के डीजीपी और पुलिस मुखिया के अलावा सभी अर्धसैनिक बल के मुखिया भाग लेंगे। वहीं गृहमंत्री अमित शाह के भी उत्तर प्रदेश के 2 दौरे प्रस्तावित हैं। 14 नवंबर को अमित शाह वाराणसी जाएंगे। वहां गृह मंत्रालय के कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके अलावा 22 नवंबर को लखनऊ में डीजीपी कॉन्फ्रेंस में भी अमित शाह शामिल होंगे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/where-the-election-is-the-same-pressure-now-punjab-has-also-reduced-the-rates-of-petrol-and-diesel-denial-elsewhere/,जहां चुनाव वहीं दबाव – अब पंजाब ने भी घटाए पेट्रोल-डीजल...,"जहां चुनाव वहीं दबाव – अब पंजाब ने भी घटाए पेट्रोल-डीजल के रेट, बाकी जगह इनकार By admin - November 8, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब में कांग्रेस की चरणजीत सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर वैट में बड़ी कटौती की है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार को इसका ऐलान करते हुए कहा कि पेट्रोल 10 रू. प्रति लीटर सस्ता होगा तो डीजल पर 5 रू. की कटौती की गई है। नई दरें रविवार आधी रात से लागू हो गई। पंजाब सरकार के इस कदम को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार की ओर से एक्साइज ड्यूटी घटाए जाने के बाद जहां भाजपा सरकारों ने वैट घटा दिया था तो कांग्रेस शासित राज्यों ने इससे इनकार कर दिया है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रू. और डीजल पर 10 रू. प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी कटौती की थी। मोदी सरकार के कदम के ठीक बाद भाजपा शासित राज्यों ने भी वैट घटाकर ग्राहकों को राहत दी थी, लेकिन अधिकतर गैर-एनडीए शासित राज्यों ने केंद्र सरकार से और अधिक एक्साइज ड्यूटी घटाने की मांग करते हुए वैट घटाने से इनकार कर दिया था। राजस्थान जैसे कांग्रेस शासित राज्य टैक्स कटौती से इनकार कर चुके हैं, जहां पेट्रोल-डीजल की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार कर चुकी इनकार राजस्थान की कांग्रेस सरकार वैट घटाने से साफ तौर पर इनकार कर चुकी है। सीएम अशोक गहलोत कह चुके हैं कि राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों पर वैट कम नहीं करेगी। उन्होंने केंद्र सरकार को ही और अधिक टैक्स कटौती की नसीहत दी। गहलोत ने कहा, मेरा सुझाव है कि पेट्रोल, डीजल और गैस से एडिशनल एक्साइज ड्यूटी, स्पेशल एक्साइज ड्यूटी और सेस के रूप में जो राजस्व केंद्र सरकार इक_ा कर रही है, उस पर राज्य सरकारें वैट लगाती हैं। महंगाई को देखते हुए केंद्र सरकार को इसमें और अधिक कमी करनी चाहिए। इससे राज्यों का वैट अपने आप ही कम हो जाएगा। ड्डवैट घटाने से कांग्रेस शासित राज्यों के इनकार के बीच पंजाब में वैट कटौती के फैसले को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। पंजाब में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चरणजीत सरकार को डर था कि पेट्रोल-डीजल पर टैक्स नहीं घटाने से जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। मिडिल क्लास को खुश करने के लिए सरकार ने पेट्रोल पर अधिक टैक्स कटौती की है, डीजल पर पहले ही केंद्र सरकार 10 रू. घटा चुका है। अब राज्य सरकार की ओर से 5 रू. की कटौती की गई है। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दी गई राहत को मिला दें तो दिवाली से अब तक पेट्रोल 15 रू. सस्ता हो गया है और डीजल पर भी 15 रू. की कटौती हो गई है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/tharoor-again-praised-the-prime-minister-modi-is-also-a-smart-politician-like-sardar-patel/,थरूर ने फिर की प्रधानमंत्री की तारीफ- ‘सरदार पटेल की तरह...,"थरूर ने फिर की प्रधानमंत्री की तारीफ- ‘सरदार पटेल की तरह मोदी भी चतुर राजनेता’ By admin - November 8, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। शशि थरूर का मानना है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल एक राष्ट्रीय अपील और गुजरातियों का प्रतिनिधित्व करते थे और नरेंद्र मोदी भी वैसे ही हैं। थरूर ने प्र.म. मोदी को एक चतुर राजनेता बताया है। शशि थरूर ने ये बातें अपनी किताब ‘प्राइड, प्रीज्यूडिश एंड पुण्डिट्री : द असेनशियल शशि थरूरÓ में कहीं हैं। थरूर ने अपनी किताब में लिखा है कि नरेंद्र मोदी एक चतुर राजनेता हैं जिन्होंने बाकी गुजरातियों खासतौर से महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल से अलग खुद की चमक बिखेरी है। उन्होंने लिखा कि इसकी शुरूआत 2014 में उसी वक्त शुरू हो गई थी, जब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की विरासत पर आक्रामक रूप से दावा किया था। थरूर ने लिखा कि अपनी पार्टी लाइन से अलग जाते हुए मोदी ने 600 फुट ऊंची सरदार पटेल की मूर्ति के लिए देशभर के किसानों से लोहा दान देने की अपील की थी। ये मूर्ति दुनिया में सबसे ऊंची है जिसने स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को भी बौना कर दिया है। थरूर ने लिखा कि 2002 के दंगों के बाद मोदी की छवि धूमिल हुई थी, लेकिन बाद में उन्होंने खुद को पटेल की तरह ही कठोर और निर्णायक कार्रवाई करने वाले नेता की तौर पर पेश किया। उन्होंने लिखा, सरदार पटेल एक राष्ट्रीय अपील और गुजराती मूल के व्यक्ति दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो मोदी के अनुकूल है और गुजरातियों में ‘पटेल के बाद मोदी जैसाÓ संदेश भी गूंजता है। हालांकि, आगे उन्होंने ये भी लिखा कि ये विडंबना है कि मोदी जैसे स्वघोषित ‘हिंदू राष्ट्रवादी’ खुद को गांधीवादी नेता का दावा भी करते हैं जिन्होंने कभी अपने भारतीय राष्ट्रवाद को धार्मिक लेबल के साथ नहीं दिखाया। उन्होंने लिखा कि सरदार पटेल धर्म और जाति से हटकर सभी के लिए समान अधिकारों में विश्वास रखते थे। इस किताब में थरूर ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के बारे में जो बोला था, उसका जिक्र भी किया है। उन्होंने लिखा, वाजपेयी ने राष्ट्र को नेहरू के आदर्शों के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का आह्वान किया था। उन्होंने नेहरू के लिए ‘एकता, अनुशासन और आत्मविश्वासÓ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था जो मोदी कभी नहीं कर सकते थे।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/bjps-national-executive-meeting-5-big-messages-given-by-the-party-for-the-upcoming-vis-elections/,भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक – आगामी विस चुनावों के...,"भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक – आगामी विस चुनावों के लिए पार्टी ने दिए 5 बड़े संदेश By admin - November 8, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रविवार को संपन्न हो गई। भाजपा के लिए यह बैठक कई मायनों बेहद अहम रही। आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं ने पार्टी सदस्यों और कार्यकर्ताओं को कई बड़े मंत्र दिए। इनमे से पांच संदेश ऐसे रहे जो सबसे ज्यादा खास थे। यह बैठक ऐसे समय पर हुई जब हाल ही में हुए उपचुनावों में पार्टी का प्रदर्शन मिला जुला रहा और आगामी कई राज्यों में कड़ी अग्नि परीक्षा होने वाली है। 2022 में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उनमें चार राज्य ऐसे हैं जहां पार्टी सत्ता में है और यही वह राज्य हैं जहां सत्ता की वापसी पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। पंजाब में एक ऐसा राज्य है जहां भाजपा की सरकार नहीं है और पार्टी ने रविवार को ऐलान कर दिया है कि पंजाब की सभी सीटों में भाजपा अपना उम्मीदवार उतारेगी। विधानसभा चुनावों में भाजपा सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश पर ध्यान लगा रही है यही कारण है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सबसे पहले राजनीतिक प्रस्ताव रखने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को चुना गया। बैठक के दौरान एक बड़ा संदेश यह दिया गया कि मतदाताओं के सामने सरकार की उपलब्धियों को ठीक से पहुंचाना और पार्टी संगठन का और विस्तार करना। आम जनता के बीच बनाए विश्वास का पुल राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के एजेंडे में सबसे ऊपर था जीत के लिए संकल्प और आगामी पांच राज्यों में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करना। इन पांच राज्यों में से चार भाजपा के मुख्यमंत्रियों और पांच राज्यों के पार्टी अध्यक्षों ने पीएम और भाजपा के शीर्ष अधिकारियों को जानकारी दी। पीएम ने राज्य की जानकारियों और तैयारियों की सराहना की और कहा कि उम्मीद करते हैं कि जनता भाजपा में अपना विश्वास बनाए रखेगी।भाजपा के लिए सबसे बड़ी मुश्किल पंजाब में है। यह एक ऐसा राज्य है जहां पार्टी की मदद के लिए कोई सहयोगी नहीं है। पार्टी को अब यह भी लगने लगा है कि पंजाब में अब कृषि कानून नहीं बल्कि अब सिख पहचान ही वहां एक मुख्य मुद्दा है। कार्यकारिणी में जोर देकर कहा गया कि भाजपा ने सिखों के लिए करतारपुर गलियारा खोलने समेत कई अहम काम किए हैं। पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें आम जनता के बीच विश्वास का पुल बनाना होगा और फिर भाजपा के दायरे का विस्तार करना होगा। वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पार्टी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और ओडिशा जैसे क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने के अपने प्रयासों को जारी रखेगी। जम्मू कश्मीर की कहानी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जम्मू कश्मीर पर भी चर्चा हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर अब दो साल पहले अनुच्छेद 365 के निरस्त होने के बाद से आतंकवाद को पीछे छोड़ते हुए विकास के रास्ते पर है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में जम्मू कश्मीर में पर्यटन और निवेश दोनों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से नागरिकों की हत्याओं में भारी गिरावट आई है। बैठक में जम्मू कश्मीर के लिए 28,400 करोड़ रूपये के उद्योग प्रोत्साहन योजना का भी जिक्र किया गया। पश्चिम बंगाल में चुनाव का सकारात्मक बिंदु कार्यकारिणी की बैठक में पश्चिम बंगाल चुनावों पर भी बात की गई। पार्टी के आला नेताओं ने कहा कि पार्टी राज्य में हर एक कार्यकर्ता के पीछे खड़ी है और उनके साथ हुए अन्याय के लिए लड़ेगी। पार्टी ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनावों का सबसे सकारात्म बिंदु यह रहा ही पार्टी राज्य में काफी आगे तक बढ़ चुकी है। पांच साल पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा शून्य पर थी लेकिन अब इस साल 38 प्रतिशत तक आगे बढ़ गई है जो कि अभूतपूर्व था। सरकार की तीन उपलब्धियां दिखाएं राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने एकतरफा संदेश यह भी दिया कि पार्टी को कोरोना संकट के दौर में तमाम चुनौतियों के बावजूद 100 करोड़ से अधिक टीकाकरण और 80 करोड़ लोगों के लिए मुफ्त राशन योजना को बड़ी उपलब्धि के रूप में जनता के सामने प्रदर्शित करना चाहिए और यह आगामी चुनावों में काफी बड़ा मुद्दा हो सकता है। इसके साथ ही पार्टी ने पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से लाखों किसानों को आर्थिक मदद दी है इससे विधानसभा चुनावों में किसानों का पार्टी पर भरोसा बनेगा। विपक्ष के पाखंड को जनता के सामने लाना कार्यकारिणी की बैठक में सबसे अंत में कार्यकर्ताओं को विपक्ष का पाखंड जनता के सामने लाने का संदेश दिया गया। पार्टी ने कहा कि विपक्ष शासित राज्यों ने अभी तक ईंधन पर वैट कम नहीं किया, विपक्ष ने टीकाकरण अभियान के बारे में अफवाह फैलाई, सरकार की आलोचना की और महामारी के दौरान पूरा विपक्ष गंदी राजनीति करने में व्यस्त रहा। पार्टी ने कहा कि विपक्ष इतना गिर गई कि टीकाकरण कार्यक्रम में संदेह पैदा करने लिए वैक्सीन को भाजपा की वैक्सीन, मोदी की वैक्सीन का नाम दिया गया। पार्टी ने कहा कि विपक्ष की क्षुद्र मानसिकता को जनता के सामने लाना जरूरी है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/big-blow-to-congress-in-punjab-captain-resigned-from-the-party-formed-punjab-lok-congress-party/,पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका – कैप्टन ने पार्टी से...,"पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका – कैप्टन ने पार्टी से दिया इस्तीफा, बनाई पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी By admin - November 3, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री व सीनियर कांग्रेसी नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस प्रकार एक माह तक बगावती तेवर अपनाने के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजकर कांग्रेस से किनारा कर लिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले ही अलग पार्टी बनाकर विधानसभा चुनाव लडऩे की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के सुर बगावती थे। हालांकि, पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद पर नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी ने उन्हें खासा नाराज किया था। इसके बाद सिद्धू व कैप्टन अमरिंदर के बीच लगातार तलवार खिंची दिखी। बाद में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। अब उन्होंने पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है। अमरिंदर ने की अपनी पार्टी के नाम की घोषणा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी की भी घोषणा कर दी। पहले ही उन्होंने साफ कर दिया था कि विधानसभा चुनाव 2022 में वे अपनी पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम पंजाब लोक कांग्रेस रखा है। पंजाब लोक कांग्रेस प्रदेश की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। कैप्टन अमरिंदर ने पहले ही इसके संकेत दिए थे। सिद्धू पर साधा निशाना पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए इस्तीफा में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सिद्धू को अध्यक्ष बनाए जाने का खामियाजा पार्टी भुगतेगी। कैप्टन के तेवर से कांग्रेस को प्रदेश के चुनाव तैयारियों में झटका लग सकता है। मंगलवार को दिन में सिद्धू व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ-साथ केदारनाथ धाम पहुंचने के बाद स्थिति सुधरने के संकेत मिल रहे थे। वहीं, शाम होते-होते कैप्टन अमरिंदर ने बड़ा झटका दे दिया। आपने मेरे चरित्र को सही तरीके से नहीं समझा सोनिया गांधी को भेजे गए पत्र में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि 52 वर्षों के लंबे राजनीतिक जीवन में आपने मुझे या मेरे चरित्र को ठीक से नहीं समझा। मैं इतने वर्षों से कांग्रेस की सेवा कर रहा हूं और आपने मुझे अलग-थलग करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि न तो मैं टायर हुआ हूं और न ही रिटायर। मुझे लगता है कि पंजाब को देने के लिए मेरे पास अभी भी बहुत कुछ है। मैं एक सैनिक की तरह आगे बढऩा चाहता हूं और मैं पीछे नहीं हट सकता। राज्य व देश की सुरक्षा सर्वोपरि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मेरे लिए राज्य व देश की सुरक्षा सर्वोपरि रही है। परोक्ष रूप से सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उन अनुभवहीन नेताओं को लेकर काफी चिंतित हूं, जिन्हें आपने मेरा राज्य सौंप दिया है। मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि ये अनुभवहीन लोग संवेदनशील राज्य की सुरक्षा की स्थिति को कैसे संभालेंगे। यहां विस्फोटक व नशीले पदार्थों की भारी आमद हो रही है। ऐसे में अब इस स्थिति से बाहर निकलने की जरूरत है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/rjd-felt-the-arrow-of-defeat-in-both-the-seats-jdu-got-a-big-victory/,राजद को लगा दोनों सीटों पर हार का ‘तीर’ – जदयू...,"राजद को लगा दोनों सीटों पर हार का ‘तीर’ – जदयू को मिली बड़ी जीत By admin - November 3, 2021 पटना (एजेंसी)। बिहार में नीतीश कुमार ने अपने विरोधियों को करारा जवाब दे दिया है। नीतीश की पार्टी जदयू ने बिहार की दोनों सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर ली है। दरभंगा की कुशेश्वरस्थान और मुंगेर की तारापुर सीट पर राजद प्रत्याशियों को हराकर जदयू ने यह जीत दर्ज की है। चुनाव से ठीक पहले लालू यादव के बिहार आने और प्रचार में उतरने से चुनाव नीतीश के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। जदयू ने कुशेश्वरस्थान सीट 12 हजार से ज्यादा वोटों से जीती है। पिछली बार के मुकाबले यह दोगुना है। तारापुर सीट करीब 4000 वोटों से जदयू ने जीती है। कुशेश्वरस्थान से जदयू के अमन भूषण जीते कुशेश्वरस्थान से जदयू प्रत्याशी अमन भूषण हजारी ने 12698 वोटों से जीत हासिल की है। अमन कुशेश्वरस्थान के जदयू के पूर्व विधायक स्व. शशिभूषण हजारी के पुत्र हैं। शशिभूषण हजारी के असामयिक निधन के बाद कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव हुआ था। यहां चौथे राउंड तक राजद प्रत्याशी गणेश भारती आगे रहे। पांचवें राउंड से जदयू प्रत्याशी अमन भूषण हजारी ने बढ़त बनानी शुरू की जो अंत तक जारी रही। कुल 23 राउंड की गिनती हुई। जदयू प्रत्याशी अमन भूषण हजारी को 59882 मत मिले। दूसरे स्थान पर रहे राजद प्रत्याशी गणेश भारती को 47184 मत मिले। लोजपा की अंजू देवी 5623 मतों के साथ तीसरे और कांग्रेस के अतिरेक कुमार 5603 मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे। तारापुर में अंतिम समय तक चली टक्कर तारापुर में अंतिम समय तक कांटे की टक्कर चलती रही। अंतत: जदयू के राजीव कुमार ने राजद के अरूण कुमार साह को 4000 वोटों से हरा दिया। यह सीट लगातार तीन बार से जदयू के पास थी। जदयू ने इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत भी झोंक दी थी। नीतीश कुमार ने यहां तीन सभाएं की थीं। उनके अलावा कई मंत्रियों ने यहां कैंप किया हुआ था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इलाके में होने के कारण उनके लिए भी यह जीत महत्वपूर्ण थी।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/congress-leader-kharge-said-if-you-want-to-fight-bjp-then-everyone-will-have-to-unite/,कांग्रेस नेता खडग़े बोले- ‘अगर भाजपा से लडऩा है तो सबको...,"कांग्रेस नेता खडग़े बोले- ‘अगर भाजपा से लडऩा है तो सबको एकजुट होना होगा’ By admin - November 1, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला बोला। उन्होंने पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने ममता बनर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह के बयानों से सिर्फ भाजपा ताकतवर होगी। खडग़े ने कहा कि भाजपा और आरएसएस से असल लड़ाई राहुल गांधी दे रहे हैं। भाजपा और आरएसएस के एजेंडे को हराने के लिए हमें एकजुट होना होगा। दिनोंदिन बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों का लेकर उन्होंने सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों के साथ जीएसटी साझा नहीं किया जाता। उन्होंने सवाल किया कि मनरेगा के फंड भी अब तक क्यों नहीं जारी किए जा रहे हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/lalu-prasads-big-statement-nitish-will-topple-the-government-as-soon-as-we-get-victory-in-tarapur-kusheshwarsthan/,लालू प्रसाद का बड़ा बयान- ‘तारापुर-कुशेश्वरस्थान में जीत मिलते ही नीतीश...,"लालू प्रसाद का बड़ा बयान- ‘तारापुर-कुशेश्वरस्थान में जीत मिलते ही नीतीश सरकार को गिरा देंगे’ By admin - October 30, 2021 पटना (एजेंसी)। बिहार की सियासत से बड़ी खबर है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक न्यूज चैनल को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद बिहार की नीतीश सरकार को गिरा दिया जाएगा। प्रदेश में सरकार गिराने का फॉर्मूला भी तैयार कर लिया गया है। चुनाव परिणाम आते ही सरकार में भगदड़ मचा दिया जाएगा। फॉर्मूला पूछने पर लालू यादव ने कहा कि ये बाते टीवी पर नहीं बताई जाती। राजद दोनों सीट पर जीत हासिल करेगी। लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार फ्रस्टेशन में चले गये हैं इसलिए कुछ-कुछ बोल रहे हैं। जेडीयू थेथरई कर रही है और इससे जीत नहीं मिलती है। कांग्रेस से गठबंधन टूटने के सवाल पर लालू यादव ने कहा कि गठबंधन टूटने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/congress-has-confined-itself-to-the-world-of-twitter-doesnt-care-about-strong-opposition-alliance-trinamool/,कांग्रेस ने खुद को ट्विटर की दुनिया तक सीमित किया –...,"कांग्रेस ने खुद को ट्विटर की दुनिया तक सीमित किया – मजबूत विपक्षी गठबंधन की परवाह नहीं : तृणमूल By admin - October 30, 2021 नई दिल्ली (एजेंसी)। तृणमूल कांग्रेस ने गुरूवार को कांग्रेस पर फिर प्रहार किया और उस पर भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन को एकजुट करने के बजाय ‘अपने आप को बस ट्विटर की दुनिया तक सीमित’ कर लेने का आरोप लगाया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा गोवा की तीन दिवसीय यात्रा शुरू करने के बीच पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में दोहराया कि अपने जनाधार का विस्तार करने के लिए वह (पार्टी) अन्य राज्यों में जाएगी तथा भाजपा को कड़ा मुकाबला देगी। इस मुखपत्र के संपादकीय में कहा गया है, हम चाहते हैं कि भाजपा के खिलाफ एक गठबंधन बने। हमने यह बात कांग्रेस से भी कही है। लेकिन उसे इसकी परवाह नही है और उसका बड़ा ढीला-ढाला रवैया नजर आता है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से 20 अगस्त को आयोजित की गई विपक्षी दलों की बैठक के दौरान बनर्जी द्वारा रखे गए संयुक्त संचालन समिति के गठन के प्रस्ताव का हवाला देते हुए संपादकीय में कहा गया है कि तब से इस दिशा में कुछ नहीं किया गया। मुखपत्र ने कहा, कांग्रेस ट्विटर की दुनिया तक सिमट गई है। पार्टी ने विपक्षी गठबंधन बनाने के लिए कोई पहल नहीं की। 2014 और 2019 में भी कांग्रेस ने ऐसा ही किया था। संपादकीय में स्पष्ट किया गया है कि तृणमूल कांग्रेस अपनी ताकत बढ़ाती रहेगी लेकिन कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए दरवाजे खुले रखेगी। ‘जागो बांग्ला’ ने कहा, हमने कभी नहीं कहा है कि बिना कांग्रेस के गठबंधन बनेगा। लेकिन हम फालतू बैठकर उनके लिए अपना समय नहीं गंवाएंगे। इस महीने की शुरूआत भी ममता बनर्जी की पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी की हार को लेकर कटाक्ष किया था और कहा था कि क्या कांग्रेस ट्विटर रूख के जरिए झटके से निजात पाएगी। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच संबंधों में तब खटास आ गया जब बंगाल के सत्तारूढ़ल दल ने अपने मुखपत्र में दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी नहीं, बल्कि उनकी सुप्रीमो ममता बनर्जी विपक्ष के चेहरे के रूप में उभरकर सामने आई हैं।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/nawan-punjab-bjp-de-nal-bjp-in-election-mode-announced-to-field-candidates-on-117-assembly-seats/,नवां पंजाब-भाजपा दे नाल : चुनावी मोड में आई भाजपा –...,"नवां पंजाब-भाजपा दे नाल : चुनावी मोड में आई भाजपा – 117 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का किया एलान By admin - October 29, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और पंजाब में भाजपा के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पूरी तरह तैयार है। ‘नवा पंजाब- भाजपा दे नाल’ के नारे के साथ पार्टी के कार्यकर्ता जनता तक पहुंचेंगे। भाजपा नशा, माफिया और भ्रष्टाचार से मुक्त खुशहाल पंजाब बनाने के संकल्प के साथ चुनाव में उतरेगी। पंजाब के हर वर्ग को उसकी आबादी के अनुपात में राजनीतिक हिस्सेदारी दी जाएगी। वीरवार को चंडीगढ़ में भाजपा मुख्यालय में पंजाब चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि पंजाब की जनता कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी से निराश है। लोग उम्मीद से भाजपा की ओर देख रही है। मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार ने पिछले सात सालों में पंजाब और पंजाबियों के लिए ऐतिहासिक काम किए हैं। केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के लिए किए कार्यों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि 1984 के दंगाइयों को एसआईटी बनाकर सजा दिलवाना, श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाना, काली सूची को खत्म करना, लंगर को जीएसटी से बाहर करना, श्री हरमंदिर साहिब को एफसीआरए देना, बठिंडा में एम्स, अमृतसर में आईआईएम, संगरूर और फिरोजपुर में पीजीआई के सैटलाइट सेंटर, दो नए एयरपोर्ट, टूरिज्म के नए सर्किट, इन्फ्रास्ट्रक्चर के बड़े प्रोजेक्ट जैसे कई काम हैं, जिस कारण पंजाब की जनता के मन में भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ा है। शेखावत ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि भाजपा पंजाब में सभी 117 सीटों पर चुनाव के लिए तैयार है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/pilot-should-leave-congress-and-we-are-winning-vallabhnagar-beniwal/,पायलेट को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए और वल्लभनगर हम जीत रहे...,"पायलेट को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए और वल्लभनगर हम जीत रहे हैं : बेनीवाल By admin - October 29, 2021 उदयपुर. नगर संवाददाता & राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमों हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलेट को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए क्योंकि कांग्रेस में उनका अपमान हो रहा है और यदि उन्हें अभी सीएम नहीं बनाया तो कांग्रेस फिर कभी नहीं बनाएंगी। इसके साथ ही कहा कि भाजपा में वसुन्धरा समाप्त हो चुकी है और भाजपा प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के लिए 13 से 14 नेता दौड़ में है। इसके साथ ही बेनीवाल ने दावा कि वे वल्लभनगर सीट जीत रहे है और यह 2023 का सेमीफाईनल र्है। वल्लभनगर विधानसभा में आरएलपी सुप्रीमों हनुमान बेनीवाल ने अपनी पार्टी से उदयलाल डांगी को प्रत्याशी बनाया है। इसी को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता में हनुमान बेनीवाल ने भाजपा और कांग्रेस पर कई आरोप लगाए। बेनीवाल ने कहा कि हम वल्लभनगर को जीत रहे है और इसे सेमीफाईनल के रूप में देखा जाए। बेनीवाल ने कहा कि वल्लभनगर में जनता ने आरएलपी को जमकर समर्थन दिया है और ग्रामीण भाजपा-कांग्रेस दोनों से परेशान हो गए है। बेनीवाल ने कहा कि भाजपा की वसुन्धरा और कांग्रेस के अशोक गहलोत के बीच में एक पैक्ट हुआ है, इसी कारण एक बार अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनते है तो एक बार वसुन्धरा राजे। बेनीवाल ने सचिन पायलेट को लेकर कहा कि सचिन पायलेट को अब कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए, कांग्रेस में उनका अपमान हो रहा है। यदि पायलेट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है और दो-तीन को मंत्री बना दिया जाता है तो यह उनकी हार होगी। बेनीवाल ने कहा कि पायलेट को कांग्रेस छोड़कर अपनी नई पार्टी बनानी चाहिए और पूरे दम-खम से राजस्थान में उतरना चाहिए क्योंकि कांग्रेस यदि अभी मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी तो फिर कभी नहीं बनाएंगी। बेनीवाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने पुत्र वैभव को सेट करने में लगे है वे चाहते है कि उनके पुत्र का कैरियर सेट हो जाए, इसी कारण जोड़-तोड़कर वैभव को आरसीए चैयरमेन बना दिया गया और यह देखकर सचिन पायलेट अंदर ही अंदर घुट रहे है, उन्हें अब खुलकर मैदान में आना चाहिए। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि भाजपा में वसुन्धरा की कोई पूछ नहीं हो रही है। साथ ही आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा में प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए 13-14 दूल्हे है और इसमें से एक तो उदयपुर से भी है। इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा कि आत्म सम्मान के लिए मैंने एनडीए से खुद को अलग कियाए जबकि मुझे केंद्र में किसी बड़े पद पर भेजा जा सकता था। बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में लगातार महिला एवं बाल अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। कांग्रेस सरकार पूरी तरह से नाकाम है। भाजपा और कांग्रेस दोनों मिले हुए हैंए ऐसे में इस मिली जुली सरकार के गठबंधन के चलते भाजपा भी विपक्ष की भूमिका ठीक ढंग से अदा नहीं करती है। बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश को एक विकल्प चाहिए। इसके लिए हम लड़ रहे है और व्यवस्था परिवर्तन करके ही रहेंर्गे। बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में बदलाव के लिए समय लगेगा और प्रदेश की जनता दोनों राजनीतिक पार्र्टियों के घपलों को समझेगी और बदलाव होगा।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/beginning-of-vikas-deepotsav-yogi-said-governments-were-afraid-to-go-to-ayodhya-ministers-did-not-take-the-name-of-ram-krishna/,"विकास दीपोत्सव का शुभारम्भ योगी बोले-अयोध्या जाने से डरती थीं सरकारें,...","विकास दीपोत्सव का शुभारम्भ योगी बोले-अयोध्या जाने से डरती थीं सरकारें, मंत्री नहीं लेते थे राम-कृष्ण का नाम By admin - October 29, 2021 लखनऊ (एजेंसी)। पहले की सरकारें अयोध्या जाने से डरती थीं। प्रभू श्रीराम व कृष्ण का नाम लेने से बचती थीं। पर, अब ऐसा नहीं है। अयोध्या में दीपोत्सव हो रहे हैं। वृंदावन में रंगोत्सव मनाए जा रहे हैं। वाराणसी में देव दीपावली तथा प्रयागराज में भव्य कुम्भ हो रहे हैं। पहले बहन-बेटियां स्कूल जाने से डरती थीं। अब गुंडों की हिम्मत नहीं है। हालात पूरी तरह बदल गए हैं। यह कहना है प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का। वह गुरूवार को झूलेलाल वाटिका में नगर निगम व जिला प्रशासन की ओर से शुरू हुए विकास दीपोत्सव के शुभारम्भ के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। आयोजन तीन नवम्बर तक चलेगा। इससे पूर्व उन्होंने आदिगंगा मां गोमती की आरती की तथा लेजर शो में रामायण की कथा का वर्णन देखा। इस मौके पर स्ट्रीट वेंडरों को सम्मानित भी किया गया। 50 स्ट्रीट वेंडरों को कार्ट तथा हजार को कैनोपी दी गई। कोरोना वारियरों को भी अलंकृत किया गया। वहीं कैबिनेट मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी विपक्ष पर निशाना साधा। कहाकि उत्तर प्रदेश आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहाकि विपक्ष की सोच संकीर्ण थी, जिसे योगी सरकार ने बदला है। पहले त्यौहारों पर कफ्र्यू लगता था। जुलूस निकलने पर लाठीचार्ज होता था। दंगे होते थे। लेकिन अब नया माहौल है। मंत्री मंदिर जाने से कतराते थे, लेकिन कुम्भ में पूरे मंत्रिमंडल ने एक साथ डुबकी लगाई।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/in-tarapur-rally-lalu-replied-to-nitish-why-we-will-shoot-you-you-will-die-yourself/,तारापुर की रैली में लालू ने दिया नीतीश को जवाब- ‘हम...,"तारापुर की रैली में लालू ने दिया नीतीश को जवाब- ‘हम क्यों तुम्हें गोली मारेंगे, तुम खुद मर जाओगे’ By admin - October 28, 2021 मुंगेर (एजेंसी)। बिहार की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बुधवार को राज्य चुनाव प्रचार अभियान में उतरे। इस दौरान लालू यादव ने राज्य और केंद्र सरकार पर अपने अंदाज में निशाना साधा। उन्होंने तारापुर विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री बना दिया था, लेकिन धोखे से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए। ‘बेईमानी से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए’ तारापुर के गाजीपुर ईदगाह मैदान में अपने बेटे तेजस्वी यादव के साथ चुनावी सभा को सम्बोधित करने पहुंचे लालू प्रसाद याद आज अपने पुराने तेवर में दिखे। तारापुर में करीब छह साल बाद पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने तो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना दिया था, लेकिन धोखे से, बेईमानी से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए। उन्होंने यह भी कहा कि उस वक्त मैं जेल में था, अगर बाहर रहता, तो ऐसा नहीं होता। नीतीश कुमार किसी का सगा नहीं हो सकता : लालू नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए लालू यादव ने कहा नीतीश कुमार किसी का सगा नहीं हो सकता है। इसलिए हमने इसका नाम पलटू राम रखा है। नीतीश के ‘गोली मरवाने’ पर लालू यादव ने कहा, हमने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार का विसर्जन हो रहा है तो नीतीश बोलते हैं कि हमें गोली मार दें। हम क्यों तुम्हें गोली मारेंगे तुम खुद मर जाओगे। आरएसएस की गोद में खेल रहे हैं नीतीश कुमार : तेजस्वी राजद सुप्रीमो ने कहा कि हमने कभी संप्रदायिकता से समझौता नहीं किया। लेकिन नीतीश कुमार आरएसएस की गोद में खेल रहे हैं। नीतीश कुमार की हमने कई बार मदद की, लेकिन वो किसी के नहीं हैं। हम चाहते तो 2015 में ज्यादा सीटें आने पर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना देते लेकिन हमने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/captain-amarinder-announces-new-party-said-many-congress-leaders-in-contact/,कैप्टन अमरिंदर ने किया नई पार्टी का ऐलान – कहा- संपर्क...,"कैप्टन अमरिंदर ने किया नई पार्टी का ऐलान – कहा- संपर्क में बहुत सारे कांग्रेस नेता By admin - October 28, 2021 चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को बड़ा ऐलान कर दिया। अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह नई राजनीतिक पार्टी का गठन करने जा रहे हैं, जिसका नाम जल्द बताया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमरिंदर सिंह ने सबसे पहले अपने कार्यकाल में हुए कामों की जानकारी दी। हालांकि, अभी अमरिंदर सिंह ने यह साफ नहीं किया है कि वह पंजाब चुनाव 2022 में भाजपा या किसी और दल संग गठबंधन करेंगे या नहीं। उन्होंने कहा- हां, मैं एक पार्टी बना रहा हूं। अब सवाल ये है कि पार्टी का नाम क्या है, ये मैं आपको नहीं बता सकता क्योंकि ये मैं खुद नहीं जानता। जब चुनाव आयोग पार्टी के नाम और चिन्ह को मंजूर करता है, मैं आपको बता दूंगा। हम सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को भी घेरा। वह बोले कि मेरे समर्थकों को लोग धमका रहे हैं। हम वहां ये चुनाव लड़ेंगे जहां से सिद्धू खड़े होंगे। अमरिंदर ने दावा किया कि सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस की लोकप्रियता 25 फीसदी घटी है। अमरिंदर बोले- मैं 10 साल सेना में रहा सीएम रहने के दौरान अमरिंदर पर जो सवाल उठे, उन्होंने उसपर भी जवाब दिया। वह बोले कि सुरक्षा उपायों को लेकर जो मेरा मखौल उड़ाते हैं, जान लें कि मैं 10 साल सेना में रहा हूं। दूसरी तरफ मैं 9.5 साल पंजाब का गृह मंत्री रहा और संवेदनशील मुद्दे मेरे अधीन थे। जो एक महीने गृह मंत्री रहा वो कहता है कि वो मुझसे ज्यादा जानता है। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पांच साल पुराना कांग्रेस का घोषणा पत्र भी दिखाया। कैप्टन ने बताया कि उनके कार्यकाल में कितना काम हुआ है। उन्होंने कहा कि पंजाब में काफी काम किया गया है। दावा किया गया कि मेनिफेस्टो का 92′ काम पूरा किया गया है, वहीं कुछ काम ऐसे थे जो पूरे नहीं हो सकते थे। कैप्टन अमरिंदर ने कांग्रेस हाईकमान को भी जवाब दिया। 18 पॉइंट प्रोग्राम पर उन्होंने कहा कि हमने सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खडग़े के साथ बैठक कर बता दिया था कि क्या काम किया है।",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/lalu-showed-status-to-congress-asked-give-the-seat-to-lose/,लालू ने कांग्रेस को दिखाई ‘हैसियत’- पूछा- हारने के लिए दे...,"लालू ने कांग्रेस को दिखाई ‘हैसियत’- पूछा- हारने के लिए दे दें सीट By admin - October 25, 2021 पटना (एजेंसी)। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरणदास पर बड़ा हमला बोला है। पटना आने से पहले दिल्ली में लालू यादव एक बार अपने पुराने अंदाज में दिखे और उन्होंने कांग्रेस के बिहार के प्रभारी को भकचोनहर बता दिया। लालू यादव से जब भक्त चरण दास के उस बयान पर सवाल किया गया जिसमें उन्होंने आरजेडी के अंदर खाने भाजपा से मिलने की बात कही थी तो लालू यादव बिफर पड़े। लालू यादव ने अपने अंदाज में भक्त चरण दास पर निशाना साधा। लालू यादव ने लंबे वक्त तक पुरानी साथी रही कांग्रेस पार्टी पर भी कड़ा हमला बोला। लालू यादव ने कहा कि गठबंधन क्या होता है ? क्या कांग्रेस को जमानत जब्त कराने के लिए हम सीट दे देते ? क्या कांग्रेस को हारने के लिए हम सीट दे देते ? उन्होंने कहा कि दोनों सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव में जाने कि हम कोशिश करेंगे। लालू यादव ने दोनों सीटों पर आरजेडी प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने का संकेत दिया। लालू यादव ने कहा कि डॉक्टर ने 1 महीने की छुट्टी दी है और दवा भी दी है, इसके बाद हम पटना जा रहे हैं। गौरतलब है भाजपा की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि हेल्थ ग्राउंड पर लालू यादव को जमानत मिली है ऐसे में वह राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकते हैं खासतौर से 2 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रचार में शिरकत नहीं कर सकते।इस पर लालू यादव ने कहा कि हमको कोई हेल्थ ग्राउंड पर जमानत नहीं मिली है ।भाजपा के लोग गलत बोल रहे हैं। परिवार में नाराजगी के सवाल पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि तेजस्वी और तेज प्रताप दोनों हमारे बेटे हैं परिवार में कोई नाराजगी नहीं है। ",1 https://pratahkal.com,https://pratahkal.com/shahs-direct-attack-on-congress-mehbooba-and-farooq-now-the-grandfather-of-three-families-will-not-work/,"कांग्रेस, महबूबा और फारूक पर शाह का सीधा वार – ‘अब...","Politics कांग्रेस, महबूबा और फारूक पर शाह का सीधा वार – ‘अब नहीं चलेगी तीन परिवारों की दादागिरी’ By admin - October 25, 2021 Share जम्मू (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर दौरे के दूसरे दिन जम्मू में गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा में कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास युग शुरू हो गया है। मैं जम्मू कश्मीर को आज ये कहने आया हूं कि जम्मू कश्मीर वालों के साथ अन्याय का समय खत्म हो चुका है। अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता। अब जम्मू कश्मीर का विकास होगा और ये प्रदेश, देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगा। ‘प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म किया’ अमित शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म किया। इससे जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों को अपने अधिकार प्राप्त हुए। अब भारतीय संविधान के सभी अधिकार यहां के सभी लोगों को मिल रहे हैं। ‘पहले जम्मू में सिखों, खत्रियों, महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था’ गृह मंत्री ने कहा कि पहले जम्मू में सिखों, खत्रियों, महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था। जो शरणार्थी वहां से यहां आए थे, उनके अधिकार नहीं थे, वाल्मीकि, गुर्जर भाइयों के अधिकार नहीं थे। भारत के संविधान के सभी अधिकार अब मेरे इन भाइयों को मिलने वाले हैं। ‘जम्मू-कश्मीर में अब 7 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हो चुकी’ शाह ने कहा कि एक जमाना था कि जम्मू-कश्मीर में कहने को पांच मगर चार ही मेडिकल कॉलेज थे। आज मैं आपको बताने आया हूं कि जम्मू-कश्मीर में अब सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हो चुकी है। पहले 500 विद्यार्थी यहां से एमबीबीएस कर सकते थे, अब लगभग 2000 विद्यार्थी यहां एमबीबीएस कर पाएंगे। ‘कल ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे?’ गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शनिवार को ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे? भाई मैं तो हिसाब लेकर आया हूं कि क्या देकर जाऊंगा। मगर 70 साल तीन परिवार वालों ने जम्मू-कश्मीर में राज किया, आपने क्या दिया इसका हिसाब लेकर आओ। आज जम्मू-कश्मीर हिसाब मांग रहा है। जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए 55,000 करोड़ का पैकेज दिया अमित शाह ने कहा कि मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए 55,000 करोड़ रूपये का पैकेज दिया था। आज 55,000 करोड़ रूपये के पैकेज में से 33,000 करोड़ रूपये खर्च हो चुका है, विकास की 21 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं। ‘अब यहां 3 परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी’ जम्मू कश्मीर में आज हर गांव में ग्राम पंचायत बनी है, हर तहसील के अंदर तहसील पंचायत बनी है, हर जिले के अंदर जिला पंचायत है। अब यहां 3 परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी। यहां का पंच-सरपंच भी अब आगे चलकर भारत सरकार में मंत्री बन सकता है, जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री बन सकता है। मोदी सरकार के आने के बाद ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान हुआ पूरा: शाह केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि बारिश के चलते जम्मू के लोगों से नहीं मिलने की चिंता थी लेकिन वैष्णो माता की कृपा से संभाग के लोगों से मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान पूरा हुआ। जम्मू वाले विकास के साथ खड़े हैं। इस दौरान उन्होंने उज्ज्वला योजना, घर-घर बिजली पहुंचाने और नल से जल योजना का जिक्र किया। Share Previous article हार का स्वीकार जीत की बधाई- पहली बार वल्र्ड कप में पाक से नहीं जीत पाया भारत Next article आर्यन खान ड्रग्स केस में नया मोड़! – गवाह बोला- 18 करोड़ में हुई डील, एनसीबी ने नकारा admin RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR National संसद में राहुल ने प्र.म. मोदी के लिए चुना नया ‘शब्दबाण’ Politics प्र.म. मोदी का अखिलेश पर हमला, बोले- ‘खतरे की घंटी हैं लाल टोपी वाले’ Politics मुख्यमंत्री गहलोत का आरोप- शाह के दफ्तर में रची थी सरकार गिराने की साजिश",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/how-can-you-stop-people-from-eating-what-you-like-75981,लोगों को अपनी पसंद का खाने से आप कैसे रोक सकते हैं?,"प्रतीकात्मक फोटो अहमदाबाद, 10 दिसंबर (एजेंसी) रेहड़ियों पर मांसाहारी भोजन बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ अहमदाबाद नगर निगम के अभियान को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए गुजरात हाईकोर्ट ने सवाल किया कि आखिर आप लोगों को घर से बाहर ‘उनकी पसंद का खाना खाने' से कैसे रोक सकते हैं? अदालत ने करीब 20 रेहड़ी-पटरी वालों की ओर से दायर याचिकाओं का निपटारा करते हुए बृहस्पतिवार को उक्त टिप्पणी की। याचिका में दावा किया गया कि शहरी निकाय अपने अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मांसाहारी भोजन बेचने वाले ठेलों का निशाना बना रहा है, हालांकि निकाय ने इस बात से इनकार किया है। याचिका पर सुनवाई कर रहे जस्टिस बिरेन वैष्णव एक वक्त पर कुछ नाराज हो गए और अहमदाबाद नगर निगम से सवाल किया, ‘आपकी समस्या क्या है? आप कैसे तय कर सकते हैं कि मैं अपने घर के बाहर क्या खाऊं? आप लोगों को उनकी पसंद का खाने से कैसे रोक सकते हैं? सिर्फ इसलिए क्योंकि सत्ता में बैठा व्यक्ति अचानक सोचता है कि वह क्या करना चाहता है?' मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस आदेश का स्वागत किया है। उनका कहना है कि किसी को दूसरों की निजी स्वतंत्रता में हस्तेक्षेप करने या उसका उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है। याचिका के माध्यम से अहमदाबाद के रेहड़ी-पटरी वालों ने आरोप लगाया था कि राजकोट में एक निर्वाचित प्रतिनिधि द्वारा ठेलों पर ऐसा भोजन बेचे जाने के खिलाफ टिप्पणी किए जाने के बाद अहमदाबाद में सड़क किनारे ठेले पर अंडे और मांसाहारी भोजन बेचने वालों के खिलाफ कथित रूप से अभियान चलाया जा रहा है। इन रेहड़ी-पटरी वालों के ठेले भाजपा शासित अहमदाबाद नगर निगम ने जब्त कर लिए हैं। ठेले वालों की ओर से अधिवक्ता रॉनित जॉय ने निकाय के एक कदम को ‘कट्टरता' करार देते हुए दावा किया कि स्थानीय निकाय ने स्वच्छत नहीं बनाए रखने के आधार पर मांसाहारी भोजन बेचने वाले ठेलों को हटा दिया है। जॉय ने कहा कि मांसाहारी भोजन बेचने वाले दुकानदारों को चुन-चुन कर शाकाहारी भोजन नहीं बेचने के आधार पर हटाया गया। सभी बातें सुनने के बाद इससे नाराज जस्टिस वैष्णव ने कहा कि क्या नगर निगम आयुक्त फैसला करेंगे कि मैं क्या खाऊं? कल वे लोग कहेंगे कि मुझे गन्ने का रस नहीं पीना चाहिए क्योंकि उससे मधुमेह हो सकता है। या कहेंगे कि कॉफी सेहत के लिए खराब है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/india-ready-to-strengthen-democratic-values-at-global-level-modi-75969,वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करने के लिए भारत तैयार : मोदी,"नरेंद्र मोदी फाइल फोटो नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत बहुपक्षीय मंचों सहित वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने साझेदारों के साथ काम करने को तैयार है। प्रधानमंत्री ने यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा लोकतंत्र पर आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेने के एक दिन बाद कही। उन्होंने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति बाइडेन के आमंत्रण पर लोकतंत्र पर आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेकर खुशी हुई। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करने के लिए भारत बहुपक्षीय मंचों सहित विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने भागीदारों के साथ काम करने को तत्पर है।' दो दिवसीय डिजिटल शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी कंपनियों को लोकतांत्रिक समाज को संरक्षित करने में योगदान देना चाहिए क्योंकि प्रौद्योगिकी में लोकतंत्र को ""सकारात्मक या नकारात्मक"" रूप से प्रभावित करने की क्षमता है। इस शिखर सम्मेलन की मेज़बानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन कर रहे हैं और 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि इसमें शिरकत कर रहे हैं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 8 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/haj-subsidy-was-a-political-hoax-naqvi-75859,एक राजनीतिक छल था हज सब्सिडी : नकवी,"नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसी) केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में कहा कि देश में वर्षों तक लागू रही हज सब्सिडी एक राजनीतिक छल था, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार में इस सब्सिडी को खत्म करने के बावजूद हजयात्रियों को कम हवाई किराया अदा करना पड़ रहा है। उन्होंने लोकसभा में बसपा सांसद कुंवर दानिश अली और कांग्रेस सदस्य अब्दुल खालिक के पूरक प्रश्नों के लिखित उत्तर में यह टिप्पणी की। नकवी ने कहा, ‘सब्सिडी रहने के समय जब कोई व्यक्ति श्रीनगर से हज यात्रा पर जाता था तो उसे 1.97 लाख रुपये देना पड़ता था, लेकिन सब्सिडी खत्म करने के बाद हज यात्री को अब 86 हजार रुपये देना पड़ता है। इसी तरह दूसरे शहरों से जाने में भी किराये और दूसरे खर्चों में कमी आई है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की नेकनीयत का नतीजा है।' उन्होंने सदन को बताया कि हज सब्सिडी खत्म करने से किराया बढ़ा नहीं, बल्कि घटा है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/movement-postponed-farmers-will-leave-delhi-border-tomorrow-75847,"आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान","आंदोलन स्थगित किये जाने के ऐलान के बाद बृहस्पतिवार को सिंघु बॉर्डर पर सामान समेटते किसान। -प्रेट्र हरेंद्र रापड़िया/ निस सोनीपत, 9 दिसंबर दिल्ली की सीमाओं पर 378 दिन से जारी किसान आंदोलन स्थगित कर दिया गया है। किसानों की लंबित मांगों पर बृहस्पतिवार को सरकार की ओर से सहमति का आधिकारिक पत्र भेजे जाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने इसका ऐलान किया। एसकेएम ने कहा कि वर्तमान आंदोलन को फिलहाल स्थगित किया गया है, लड़ाई जीत ली गयी है, किसानों के अधिकार सुनिश्चित करने और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का कानूनी अधिकार सुरक्षित करने के लिए संघर्ष जारी रहेगा। एसकेएम की घोषणा से धरनास्थल जीत के नारों से गूंज उठा। किसान नेताओं ने कहा कि 11 दिसंबर को विजय रैलियां निकालकर घर रवाना हो जाएंगे। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे थे। गत 29 नवंबर को संसद ने इन कानूनों को रद्द करने पर मुहर लगा दी थी, हालांकि इसके बाद भी कुछ मांगों को लेकर आंदोलन जारी था। एसकेएम ने कहा कि संघर्ष की शानदार और ऐतिहासिक जीत वह लखीमपुर खीरी सहित आंदोलन के करीब 715 शहीदों को समर्पित करता है। मोर्चा ने कृषि कानूनों का विरोध कर रहे सभी किसानों, नागरिकों व अपने समर्थकों का आभार जताया। सिंघु बॉर्डर पर बृहस्पतिवार को आंदोलन स्थगित करने की घोषणा के अवसर पर िवजय िचन्ह बनाते किसान नेता। -प्रेट्र एमएसपी कमेटी, केस वापसी पर बनी बात कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से एसकेएम को भेजे गये पत्र में सरकार ने कहा है कि एमएसपी पर प्रस्तावित कमेटी में एसकेएम के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। कमेटी का एक मैन्डेट यह होगा कि किसानों को एमएसपी मिलना किस तरह सुनिश्चित किया जाए। अांदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस लेने का आश्वासन भी दिया गया है। पत्र में लिखा गया है कि मुआवजे के मुद्दे पर हरियाणा और यूपी सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि बिजली बिल में किसान पर असर डालने वाले प्रावधानों पर पहले सभी स्टेकहोल्डर्स/संयुक्त किसान मोर्चा से चर्चा होगी। उससे पहले इसे संसद में पेश नहीं किया जाएगा। पराली के मुद्दे पर कानून में क्रिमिनल लाइबिलिटी से किसानों को मुक्ति दी गयी है। 15 को दिल्ली में बैठक एसकेएम समन्वय समिति के सदस्य डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि एसकेएम की अगली बैठक 15 जनवरी को दिल्ली में होगी और सरकार द्वारा की गयी प्रतिबद्धताओं की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा भविष्य की कार्यवाही का खाका तैयार किया जाएगा। जश्न एक दिन टाला एसकेएम ने कहा कि देश सीडीएस बिपिन रावत और उनके सहकर्मियों के निधन पर शोक मना रहा है। ऐसे में किसानों की जीत के संबंध में आज सभी समारोहों को स्थगित करने का फैसला किया गया है। जश्न की रैलियां अब 11 दिसंबर को निकाली जाएंगी। असुविधा के लिए लोगों से मांगी माफी एसकेएम ने लंबे आंदोलन के दौरान धैर्य और समर्थन के लिए मोर्चा स्थलों के स्थानीय निवासियों का आभार जताया और उन्हें हुई असुविधाओं के लिए माफी मांगी। आंदोलन में किसानों के साथ संघर्ष करने वाले श्रम संगठनों, महिला संगठनों, युवा/छात्र संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, वकीलों, चिकित्सकों, मानवाधिकार संगठनों, राजमार्ग के ढाबा मालिकों, स्वयंसेवकों, एनआरआई शुभचिंतकों व अन्य वर्गों का विशेष धन्यवाद किया। अहंकार की हार, प्रजातंत्र की जीत हुई : कांग्रेस कांग्रेस ने कहा कि आंदोलन में मोदी सरकार के अहंकार की हार हुई और प्रजातंत्र की जीत हुई। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि संघर्ष की शुरुआत भर है और आगे एमएसपी, जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे, किसानों की आय दोगुनी करने के सरकार के वादे और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी को लेकर लड़ाई जारी रखनी है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘अपना देश महान है, यहां सत्याग्रही किसान है! सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं।' खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/bjp-master-of-false-promises-akhilesh-75870,भाजपा झूठे वादों की महारथी : अखिलेश,"लखनऊ, 9 दिसंबर (एजेंसी) समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जानता पार्टी (भाजपा) को झूठे वादों की महारथी करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित हार से डरी भाजपा बौखला गई है। यादव ने यहां एक बयान में कहा 'भाजपा सरकार विज्ञापन में नम्बर वन और शासन में शून्य है। उसे झूठे वादों में महारत हासिल है। मगर अब जनता सच्चाई से भलीभांति परिचित हो गई है।' उन्होंने कहा कि जनता को भाजपा और समाजवादी सरकारों के बीच फर्क भी मालूम है। यादव ने कहा कि 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता के आक्रोश और अपनी हार से डरी भाजपा में बौखलाहट की स्थिति हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर कानून-व्यवस्था को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा ‘इसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।’ खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 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के बाद सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने इस सम्बंध में अधिसूचना जारी की है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, 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कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/end-of-farmers39-movement-delhi-jaipur-highway-will-be-operational-after-a-year-farmers-start-packing-goods-will-celebrate-victory-tomorrow-75845,"किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न","बृहस्पतिवार को रेवाड़ी के जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर के निकट वाहनों में सामान लोड करते किसान। -अस तरुण जैन रेवाड़ी, 9 दिसंबर केंद्र सरकार से मिले प्रस्तावों के उपरांत संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बृहस्पतिवार को आंदोलन समाप्ति की जैसे ही घोषणा की गई, वैसे ही दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर के निकट पिछले एक साल से धरनारत किसानों ने भी अपना सामान समेटना शुरू कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव रामकिशन महलावत ने कहा कि एसकेएम की आंदोलन समाप्ति की घोषणा के बाद यहां बॉर्डर पर बैठे किसानों ने अपने घर लौटने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके साथ ही पिछले एक साल से बंद पड़ा दिल्ली-जयपुर हाइवे भी खाली कर दिया जाएगा। यहां अस्थायी टेंटों में रह रहे किसानों ने अपना सामान बांधना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को किसान ढोल-बाजे व गुलाल के साथ जश्न भी मनायेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों ने संघर्ष के दम पर सरकार से अपनी मांगें मनवा कर जीत हासिल की है। बृहस्पतिवार को रेवाड़ी के जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर के निकट टीनशेड को हटाते किसान। -अस इधर, आंदोलन के दौरान जिले के गांव गंगायचा स्थित टोल प्लाजा को फ्री कर दिया गया था। आंदोलन समाप्ति की घोषणा के बाद बृहस्पतिवार को टोल प्लाजा पर किसानों की एक बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता जोगिंदर सिंह ने की। मोर्चा के जिलाध्यक्ष कामरेड राजेन्द्र सिंह एडवोकेट ने कहा कि किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत पर 11 दिसंबर को टोल प्लाजा पर जीत समारोह का आयोजन किया जाएगा। साथ ही टोल प्लाजा को भी आंदोलनकारी किसानों से मुक्त कर दिया जायेगा। इस मौके पर सतपाल चौधरी, विजय कुमार, रामकुमार निमोठ, समय सिंह, भजनलाल, राजेश खन्ना, राजेंद्र लाठर, तस्वीर पूनिया आदि मौजूद थे। बृहस्पतिवार को रेवाड़ी के जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर के निकट सीडीएस बिपिन राव व अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि देते किसान। -अस खबर शेयर करें Share to 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जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/elgar-parishad-case-lawyer-and-social-activist-sudha-bharadwaj-released-from-jail-75839,एल्गार परिषद मामला : वकील एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज जेल से रिहा,"फोटो।-प्रेट्र मुंबई, 9 दिसंबर (एजेंसी) एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में आरोपी वकील एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज तीन साल कैद में बिताने के बाद बृहस्पतिवार को जमानत पर जेल से रिहा हो गईं। भारद्वाज को एक दिसंबर को बंबई हाईकोर्ट ने जमानत दी थी और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की विशेष अदालत को उन पर लगाई जाने वाली पाबंदियां तय करने का निर्देश दिया था। एनआईए अदालत ने भारद्वाज को 50 हजार रुपये के मुचलके पर रिहा करने का बुधवार को निर्देश दिया। इसके बाद कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं और बृहस्पतिवार दोपहर भायखला महिला कारागार से उन्हें रिहा कर दिया गया। अपनी कार में बैठते हुए भारद्वाज ने जेल के बाहर मौजूद मीडिया कर्मियों की ओर हाथ भी हिलाया। भारद्वाज को अगस्त 2018 में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया गया था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/farmers-announced-to-end-the-agitation-return-home-from-december-11-75838,"किसानों ने किया आंदोलन ख़त्म करने का ऐलान, 11 दिसंबर से घर वापसी","प्रतीकात्मक चित्र चंडीगढ़/नयीदिल्ली, 9 दिसंबर (एजेंसियां) केंद्र सरकार से प्रस्ताव मिलने के बाद आज सिंघु बार्डर पर किसान संगठनों की बैठक में आंदोलन ख़त्म करने का ऐलान कर दिया गया। किसान नेताओं का कहना था कि उनकी अधिकतर मांगें मान ली गयी हैं और अब आंदोलनकारी किसान 11 दिसंबर से घर लौटेंगे। नेताओं ने यह भी घोषणा की है कि 13 दिसंबर को किसान अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में जाकर माथा टेकेंगे। इस अवसर पर किसानों ने शहीद किसानों को भी याद किया। हालांकि किसान नेताओं ने यह भी कहा कि 15 जनवरी को किसान संगठनों की फिर बैठक होगी जिसमें देखा जायेगा कि सरकार ने जो वादे किये वह पूरे किये या नहीं। खबर शेयर करें अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/aap-leader-sucha-singh-joins-chhotepur-shiromani-akali-dal-may-get-ticket-from-batala-75833,"आप नेता सुच्चा सिंह छोटेपुर शिरोमणि अकाली दल में शामिल, बटाला से मिल सकती है टिकट!","चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुच्चा सिंह छोटेपुर सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गये।-प्रेट्र ट्रिब्यून न्यूज सर्विस चंडीगढ़, 9 दिसंबर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुच्चा सिंह छोटेपुर बृहस्पतिवार को पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गये। उनके बटाला से पार्टी के उम्मीदवार होने की संभावना है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/suspended-mps-adjourn-their-dharna-for-a-day-in-honor-of-general-rawat-and-other-army-personnel-75830,निलंबित सांसदों ने जनरल रावत और अन्य सैन्यकर्मियों के सम्मान में अपना धरना एक दिन के लिए स्थगित किया,"प्रतीकात्मक चित्र नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (भाषा) संसद के मॉनसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘‘अशोभनीय आचरण'' को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सदस्यों ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों की मृत्य के मद्देनजर उनके सम्मान में बृहस्पतिवार को अपना धरना एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। गत 29 नवंबर को निलंबन के बाद से ये सांसद यहां संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दे रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठेंगे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने बृहस्पतिवार को बैठक की जिसमें यह फैसला लिया कि जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों के सम्मान में यह धरना एक दिन के लिए निलंबित किया जाएगा। इसके बाद इन नेताओं ने कुछ देर के लिए मौन भी रखा। इनमें समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और कुछ अन्य विपक्षी सांसद में शामिल थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खड़गे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक की। जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों का दुखद निधन हुआ है। हम गहरा दुख प्रकट करते हैं। देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।'' उन्होंने कहा, ‘‘सभी पार्टियां देश हित में काम करती हैं। देश के लिए कुर्बानी देने वाले जवानों को हम एक होकर श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तय किया है कि संसद परिसर में 12 निलंबित सांसदों का धरना आज नहीं होगा।'' पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/tejashwi-will-tie-the-knot-75740,शादी के बंधन में बंधेंगे तेजस्वी,"पटना, 8 दिसंबर (एजेंसी) बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव के शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री (32) तेजस्वी बृहस्पतिवार को दिल्ली में सगाई करने वाले हैं। तेजस्वी की सगाई किसके साथ हो रही हैं, इसकी अभी तक अधिकारिक तौर पर इसका खुलासा नहीं किया गया है पर राजद सुप्रीमो के परिवार के सभी सदस्य सगाई के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। राज्य के पार्टी मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा, ‘हम उत्साहित हैं। लालू-राबड़ी के 9 बच्चों में से केवल तेजस्वी ही बचे हैं शादी के लिए ।’ खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 23 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/government-does-not-want-to-allow-the-house-to-function-kharge-75738,सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती : खड़गे,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) राज्यसभा के 12 सदस्यों को निलंबित किये जाने के विरोध में बुधवार को भी कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने उच्च सदन की कार्यवाही का दिन भर के लिए बहिष्कार किया और निलंबित सांसदों के साथ धरने पर बैठे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निलंबन रद्द करने की मांग दोहराते हुए कहा कि सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती, ताकि विपक्ष महंगाई, नगालैंड में गोलीबारी के मुद्दे नहीं उठा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अधिनायकवादी ढंग से काम कर रही है। खड़गे ने संसद भवन के बाहर विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, ‘यह निलंबन नियमों और संविधान के खिलाफ है। फिर भी वो (सरकार) अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं। वो कह रहे हैं कि माफी मांगनी चाहिए। किस चीज की माफी? हमने नियमों और संविधान के खिलाफ कोई काम किया? नहीं किया। इन 12 सदस्यों में कौन सदस्य मेज पर चढ़ा था, फाइल फाड़ी थी? खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/yogi-and-hemant-soren-were-also-vaccinated-in-bihar-75733,बिहार में लग गये योगी और हेमंत सोरेन को भी टीके !,"गया, 8 दिसंबर (एजेंसी) बिहार और दूसरे राज्यों के नेताओं के राज्य (बिहार) के दूरस्थ गांवों में कोरोना रोधी टीके लगवाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बिहार के गया जिले के टेकारी प्रखंड के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झारखंड के उनके समकक्ष हेमंत सोरेन, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नाम वहां टीकाकरण कराने वालों में शामिल हैं। इससे पूर्व गया के पड़ोसी जिले अरवल से इसी तरह की गड़बड़ी सामने आयी थी जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बॉलीवुड हस्ती प्रियंका चोपड़ा और अक्षय कुमार के नाम लाभार्थियों की सूची में शामिल थे। अरवल में जिला प्रशासन ने संबंधित दो डेटा ऑपरेटर को बर्खास्त करने के साथ उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। गया के सिविल सर्जन कमल किशोर राय ने बताया, ‘हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। यह साइबर अपराध का मामला प्रतीत होता है।’ गया जिला प्रशासन यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है इसके लिए कौन जिम्मेवार है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to 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किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/modi-on-the-subversive-path-of-selling-government-assets-75718,सरकारी संपत्तियां बेचने के विध्वंसक रास्ते पर मोदी,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी, राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन, टीकाकरण और नगालैंड की घटना को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में हुई कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले नोटबंदी के जरिये अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया और इसके बाद वह सरकारी संपत्तियों को बेचने के विध्वंसक रास्ते पर चल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया कि अगर यही स्थिति रही तो फिर अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों और दूसरे बेरोजगार नौजवानों के रोजगार का क्या होगा? सीमा के हालात एवं पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों पर संसद में पूर्ण चर्चा किये जाने पर जोर देते हुए सोनिया ने आरोप लगाया कि सीमा पर खड़ी चुनौतियों पर संसद में चर्चा के लिए कोई मौका नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन संविधान और संसदीय नियमों का उल्लंघन है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/new-proposal-received-from-the-government-hope-for-solution-farmer-leaders-said-after-skm-panel-meeting-75717,"सरकार से मिला नया प्रस्ताव, समाधान की उम्मीद... एसकेएम पैनल की बैठक के बाद बोले किसान नेता","संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बुधवार को नयी दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर भविष्य की कार्रवाई तय करने के लिए एक बैठक करते हुए।-प्रेट्र नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसियां) संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा विरोध कर रहे किसानों की लंबित मांगों पर सरकार के साथ बातचीत के लिए गठित पांच सदस्यीय समिति ने बुधवार को कहा कि उसे केंद्र से एक नया मसौदा प्रस्ताव मिला है और उसे समाधान की उम्मीद है। पैनल ने सरकार के नए प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक की। समिति की बैठक के बाद यहां पत्रकारों से बात करते हुए किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने केंद्र से प्राप्त एक नए प्रस्ताव पर चर्चा की। उन्होंने कहा,‘आज, 5 सदस्यीय समिति ने एक बैठक की। यह कल की बैठक के क्रम में था। हमने सरकार से कुछ सवाल पूछे थे। आज हमें सरकार की ओर से संशोधित मसौदा मिला है। हमने नए प्रस्ताव पर विचार किया।’उन्होंने कहा कि पैनल में हुई चर्चा और निष्कर्ष की जानकारी बुधवार शाम को हुई एसकेएम की बैठक में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर एसकेएम ने मंजूरी दी, तो हम आगे बढ़ेंगे। अगर एसकेएम की बैठक में कोई समझौता नहीं होता है तो हम आगे की चर्चा करेंगे। सरकार के संशोधित मसौदा प्रस्ताव की सामग्री के बारे में पूछे जाने पर, सिंह ने कहा,‘इस समय हमारे पास कहने के लिए बहुत कुछ नहीं है। जब तक हम एसकेएम की बैठक में इस मामले पर चर्चा नहीं कर लेते, तब तक हम आपको कुछ नहीं बताएंगे। उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि सरकार के प्रतिनिधि के साथ सीधी बैठक क्यों नहीं हुई।’ खबर शेयर करें Share to Facebook 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साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/delhi-riots-court-frames-charge-of-39attempt-to-murder39-man-who-pointed-gun-at-policeman-75713,दिल्ली दंगा : अदालत ने पुलिसकर्मी पर बंदूक तानने वाले व्यक्ति पर ‘हत्या के प्रयास' का आरोप तय किया,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली में 2020 के दंगे के दौरान पुलिस अधिकारी पर कथित तौर पर बंदूक तानने वाले शाहरुख पठान का अनुरोध अस्वीकार करते हुए उसके खिलाफ दंगा करने और हत्या के प्रयास के आरोप तय किए हैं। दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर बंदूक तानने की पठान की तस्वीर पिछले साल सांप्रदायिक दंगे के दौरान सोशल मीडिया पर नजर आई थी। उसे तीन मार्च, 2020 को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद है। आरोपों को तय करने के दौरान अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत ने कहा कि यह बेहद स्पष्ट है कि पठान ने दंगाइयों के एक समूह का नेतृत्व किया और 24 फरवरी, 2020 को दहिया के जीवन को खतरे में डाला और एक सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा पहुंचाई और आपराधिक शक्ति का इस्तेमाल किया। न्यायाधीश ने पठान पर भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा करने के लिए सजा), 148 (दंगे में घातक हथियार के साथ होना), 186 (सरकारी कर्मचारी को कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा पहुंचाना) और 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) के तहत आरोप तय किये। वहीं आईपीसी की धारा 353 (हमला), 307 (हत्या के प्रयास) के साथ पठित धारा 149 (सामान्य अपराध के लिए गैर कानूनी जमावड़े का हिस्सा) समेत शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप तय किए गए। इस पर पठान ने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया और कहा कि वह मुकदमे का सामना करेगा। पठान ने इस आधार पर धारा 307 और 188 वापस लेने का आग्रह किया कि उसका पुलिसकर्मी की हत्या करने का कोई इरादा नहीं था और उसे सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के बारे में जानकारी नहीं थी। राहत देने से इनकार करते हुए एएसजे रावत ने कहा कि ‘हत्या का इरादा' दहिया के बयान से स्पष्ट है कि पठान ने उनके सिर पर बंदूक तान दी और गोली चलाई लेकिन वह बचने में सफल रहे। न्यायाधीश ने आगे कहा कि आरोपी के वकील की यह दलील कि पठान ने पुलिसकर्मी को मारने की कोशिश नहीं कि बल्कि हवा में गोली चलाकर डराने की कोशिश की, यह दहिया के बयान और वीडियो फुटेज के मद्देनजर धारा हटाने का आधार नहीं हो सकता है। पठान के अलावा न्यायाधीश ने इस मामले में चार और आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए। दिल्ली में फरवरी, 2020 में दंगे के दौरान कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और 700 से ज्यादा घायल हुए थे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/government-does-not-want-to-allow-the-house-to-function-so-that-the-opposition-does-not-raise-inflation-and-other-major-issues-kharge-75711,सदन नहीं चलने देना चाहती सरकार ताकि विपक्ष महंगाई और दूसरे प्रमुख मुद्दे न उठाये : खड़गे,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन के 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग दोहराते हुए बुधवार को कहा कि सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती ताकि विपक्ष महंगाई, नगालैंड में गोलीबारी, पेगासस और दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दे नहीं उठा सके। खड़गे ने यह भी बताया कि कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने आज उच्च सदन की कार्यवाही का दिन भर के लिए बहिष्कार किया और निलंबित सांसदों के साथ धरने पर बैठे। उन्होंने संसद भवन के बाहर विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘सदस्यों के निलंबन को रद्द करने के लिए हम सदन में अपनी बात रख रहे हैं और सभापति से आग्रह भी किया है। यह निलंबन नियमों और संविधान के खिलाफ है। फिर भी वो (सरकार) अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं। वो नहीं चाहते हैं कि सदन ऐसे चले।'' खड़गे के मुताबिक, कांग्रेस और दूसरे सहयोगी दल चाहते है कि निलंबन रद्द हो ताकि वो सदन में महंगाई, पेगासस जासूसी मामला, नगालैंड में गोलीबारी, सीमा पर चीन के अतिक्रमण तथा कई अन्य मुद्दे उठा सकें। उन्होंने कहा, ‘‘आज फिर हमने वही मुद्दा उठाया और कहा कि निलंबन रद्द किया जाए। वो कह रहे हैं कि माफी मांगनी चाहिए। किस चीज की माफी? हमने नियमों और संविधान के खिलाफ कोई काम किया? नहीं किया।'' उन्होंने कहा, ‘‘इन 12 सदस्यों में कौन सदस्य मेज पर चढ़ा था, फाइल फाड़ी थी? बिना नामित किए हुए सदस्यों को निलंबित किया गया है।'' खड़गे ने जोर देकर कहा, ‘‘ हम सदन चलाने के लिए तैयार हैं। हम सभी मुद्दों को उठाना चाहते हैं, लेकिन सरकार मौका नहीं दे रही है।'' उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अधिनायकवादी ढंग से काम कर रही है। पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, 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को कहा कि वकील-कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज को 50,000 रुपये के मुचलके पर जेल से रिहा किया जा सकता है। भारद्वाज को एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में बंबई हाईकोर्ट से तकनीकी खामी के आधार पर जमानत मिली है। अदालत ने भारद्वाज को नकद मुचलका जमा कराने की अनुमति दी, जिससे वह बुधवार या बृहस्पतिवार को जेल से बाहर आ सकेंगी। वह अभी मुंबई की भायखला जेल में बंद हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत द्वारा उनकी रिहाई के लिए लगायी अन्य शर्तों में उनका अदालत के न्यायाधिकार क्षेत्र के भीतर रहना और उसकी अनुमति के बिना मुंबई छोड़कर नहीं जाना शामिल हैं। बंबई हाईकोर्ट ने एक दिसंबर को भारद्वाज को तकनीकी खामी के आधार पर जमानत प्रदान कर दी थी और विशेष एनआईए अदालत को उनकी जमानत की शर्तों और रिहाई की तारीख पर फैसला लेने का निर्देश दिया था। इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता को बुधवार को विशेष न्यायाधीश डी ई कोठलिकर के समक्ष पेश किया गया। भारद्वाज को गैरकानूी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के प्रावधानों के तहत अगस्त 2018 में एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में गिरफ्तार किया गया था। शीर्ष अदालत ने हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली एनआईए की याचिका मंगलवार को खारिज कर दी थी। भारद्वाज मामले में उन 16 कार्यकर्ताओं और विद्वानों में पहली आरोपी हैं जिन्हें तकनीकी खामी के आधार पर जमानत दी गयी है। यह मामला 31 दिसंबर 2017 को पुणे के शनिवारवाड़ा में एल्गार परिषद की संगोष्ठी में भड़काऊ भाषण देने से जुडा है। पुलिस का दावा है कि इसके अगले दिन पुणे के बाहरी इलाके कोरेगांव-भीमा में भाषण की वजह से हिंसा भड़की। पुलिस का यह भी दावा है कि इस संगोष्ठी को माओवादियों का समर्थन हासिल था। बाद में इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु 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का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/the-current-situation-on-the-border-and-relations-with-neighboring-countries-should-be-fully-discussed-in-the-current-winter-session-of-parliament-sonia-gandhi-75704,सीमा पर वर्तमान स्थिति और पड़ोसी देशों से रिश्तों पर संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में हो पूर्ण चर्चा : सोनिया गा‍ंधी,"नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी, राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन, टीकाकरण और नगालैंड की घटना को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सीमा पर वर्तमान स्थिति एवं पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों पर संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में पूर्ण चर्चा की जानी चाहिए। संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में हुई कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन संविधान और संसदीय नियमों का उल्लंघन है तथा सरकार का यह कदम अप्रत्याशित एवं अस्वीकार्य है। सीपीपी की बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कई अन्य सांसद शामिल हुए। कांग्रेस अध्यक्ष ने नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 लोगों के मारे जाने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस घटना पर सरकार का केवल अफसोस जता देना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि आगे ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए उसे ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने आखिरकार तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है। इस सरकार की, कामकाज की सामान्य शैली के अनुसार, इन कानूनों को भी अलोकतांत्रिक ढंग से निरस्त किया गया जैसे पिछले साल इन्हें बिना चर्चा के पारित करा दिया गया था।'' उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन और कांग्रेस की ओर से पुरजोर ढंग से आवाज उठाने के बाद एक ‘अहंकारी सरकार'' झुकने को विवश हुई। सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘किसानों की इस बड़ी उपलब्धि को हम सलाम करते हैं। हमें याद करना चाहिए कि पिछले एक साल में 700 से अधिक किसान शहीद हो गए और हम उनके बलिदान का सम्मान करते हैं। हम एमएसपी की कानूनी गारंटी और जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग के संदर्भ में किसानों के साथ खड़े हैं।'' उन्होंने कहा कि इस सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस जरूरी वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी का मुद्दा उठाती रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘मैं समझ नहीं पा रही हूं कि मोदी सरकार क्यों और कैसे इतनी असंवेदनशील है और समस्या की गंभीरता से इनकार करती आ रही है। ऐसा लगता है कि सरकार पर लोगों की पीड़ा का कोई असर नहीं है।'' उनके मुताबिक, सरकार ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें घटाने के लिए जो कदम उठाए वह पूरी तरह अपर्याप्त हैं तथा उसने हर बार की तरह इस बार भी राज्यों पर जिम्मेदारी डाल दी जो पहले से ही वित्तीय बोझ का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘मोदी सरकार बैंकों, बीमा कंपनियों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, रेल और हवाई अड्डों जैसी राष्ट्रीय संपत्तियों को बेच रही है। पहले प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के जरिये अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया और वह सरकारी संपत्तियों को बेचने के विध्वंसक रास्ते पर चल रहे हैं।''उन्होंने सवाल किया कि अगर यही स्थिति रही तो फिर अनुसूचित जाति, जनजति के लोगों और दूसरे बेरोजगार नौजवानों के रोजगार का क्या होगा? सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘पिछले कुछ समय से सरकार के प्रवक्ता यह दावा करते रहे हैं कि अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर आ रही है। लेकिन यह किसके लिए हो रहा है? असली सवाल यह है। इसके उन करोड़ों लोगों के लिए कोई मायने नहीं हैं जिन्होंने न सिर्फ कोविड महामारी के चलते बल्कि नोटबंदी और त्रुटिपूर्ण जीएसटी के कारण अपनी आजीविका गंवा दी।'' उन्होंने कहा कि शेयर बाजार के बढ़ने या कुछ बड़ी कंपनियों के मुनाफा कमाने का यह मतलब नहीं है कि अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है। कांग्रेस की शीर्ष नेता ने आरोप लगाया कि सीमा पर खड़ी चुनौतियों पर संसद में चर्चा के लिए कोई मौका नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की चर्चा से हमें अपने सामूहिक संकल्प को प्रकट करने का अवसर मिलता। सरकार भले ही कठिन सवालों का जवाब नहीं देना चाहती हो, लेकिन स्पष्टीकरण मांगना विपक्ष का कर्तव्य है। मोदी सरकार चर्चा के लिए समय आवंटित करने से इनकार करती है। मैं फिर से आग्रह करती हूं कि सीमा पर हालात और अपने पड़ोसियों के साथ रिश्तों पर संसद में पूर्ण चर्चा की जाए।'' कोविड-19 रोधी टीकाकरण का उल्लेख करते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि देश की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी को टीकों की दोनों खुराक देने के लिए प्रयास तेज होने चाहिए। सोनिया गांधी ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन' का उल्लेख किया और उम्मीद जताई कि सरकार कोविड महामारी की, पहले की दो लहरों के दौरान मिले अनुभवों से सबक लेगी और वायरस के इस नये स्वरूप से प्रभावी ढंग से निपटने की तैयारी करेगी। उन्होंने संसद के शीतकालीन सत्र में किसानों से जुड़े मुद्दों और जनहित के अन्य विषयों पर चर्चा किए जाने पर भी जोर दिया। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/farmers-movement-united-kisan-morcha-committee-may-meet-amit-shah-and-tomar-today-75702,किसान आंदोलन : संयुक्त किसान मोर्चा समिति की आज हो सकती है अमित शाह और तोमर से मुलाकात,"प्रतीकात्मक चित्र नयी दिल्ली, 8 दिसंबर (एजेंसी) संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की पांच सदस्यीय समिति बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर से अलग-अलग मुलाकात कर कृषि संबंधी अपने लंबित मुद्दों पर चर्चा कर सकती है। एक किसान नेता ने यह जानकारी दी। दोनों मंत्रियों के साथ संभावित चर्चा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे एसकेएम की दोपहर की निर्धारित बैठक से कुछ घंटे पहले होगी। प्रदर्शन कर रहे 40 किसान संगठनों के शीर्ष संगठन एसकेएम के सदस्यों ने आंदोलन के भविष्य का फैसला करने के लिए बुधवार को सिंघू बॉर्डर पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। पहचान जाहिर नहीं करने का अनुरोध करते हुए एक वरिष्ठ किसान नेता ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘एसकेएम की पांच सदस्यीय समिति की आज सुबह एक आंतरिक बैठक होगी और फिर वे किसानों के मुद्दों और लंबित मांगों पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने वाले हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘समिति के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलने की संभावना है। इसके बाद, एसकेएम की दोपहर दो बजे की बैठक के बाद फैसला होने की संभावना है।'' किसान नेता ने कहा कि किसानों की मांगों पर विचार करने में सरकार का रवैया हाल में ‘‘सकारात्मक'' रहा है और उन्होंने किसान आंदोलन के भविष्य के संबंध में सकारात्मक निर्णय की ओर इशारा किया। संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को कहा कि उसने आंदोलन को समाप्त करने का अनुरोध करने वाले सरकार के प्रस्ताव का जवाब दिया है, जिसमें कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसमें किसानों पर दर्ज ‘‘फर्जी'' मामले वापस लेने के लिये पूर्व शर्त पर भी स्पष्टीकरण मांगा है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/tmc-leader-sitting-with-gun-on-government-chair-75598,सरकारी कुर्सी पर बंदूक लिए बैठीं टीएमसी नेता !,"इंग्लिश बाज़ार (पश्चिम बंगाल), 7 दिसंबर (एजेंसी) पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक सरकारी कार्यालय में टीएमसी की एक नेता की बंदूक के साथ पोज देने की एक कथित तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिससे मंगलवार को राजनीतिक विवाद पैदा हो गया। ओल्ड मालदा पंचायत समिति की अध्यक्ष मृणालिनी मंडल मैती फोटो में एक आधिकारिक कुर्सी पर बैठी हैं और उनके एक हाथ में बंदूक है। मैती टीएमसी महिला इकाई की जिला इकाई की अध्यक्ष हैं। टीएमसी पर निशाना साधते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष गोबिंद चंद्र मंडल ने कहा, ‘यही टीएमसी की संस्कृति है। पुलिस नौकरी जाने के डर से कुछ नहीं कर रही है। टीएमसी ने कहा कि पुलिस मामले को देखेगी। ऐसी घटना से पार्टी की छवि धूमिल हुई है।’ खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/39don39t-force-the-bill-to-be-passed-in-the-noise39-75596,‘शोरगुल में बिल पास कराने को मजबूर न करें ’,"संसद परिसर में मंगलवार को निलंबित सांसदों के धरने की तरफ कुर्सी लेकर जातीं राज्यसभा सदस्य जया बच्चन। -मानस रंजन भुई नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन 12 विपक्षी सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलंबित करने पर राज्यसभा में जारी गतिरोध दूसरे सप्ताह मंगलवार को भी बना रहा। सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने रुख से पीछे हटने को तैयार नहीं दिखे। हंगामा नहीं थमने पर सरकार ने उच्च सदन में विपक्ष से कहा कि उसे शोरगुल में विधेयक पारित कराने को मजबूर न करें। सरकार ने दोहराया कि निलंबित सदस्य माफी मांग लें तो निलंबन खत्म हो सकता है। वहीं, विपक्ष ने माफी मांगने से साफ इनकार करते हुए कहा कि इन 12 सदस्यों का निलंबन सरकार को वापस लेना चाहिए। ..तो सभी सदस्य सारा दिन धरना देंगे : खड़गे विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि अगर निलंबन जल्द रद्द नहीं हुआ । खड़गे ने आरोप लगाया, ‘राज्यसभा में जो गतिरोध पैदा हो रहा है, उसके लिए सरकार जिम्मेदार है। हमने बहुत कोशिश की है कि सदन चले। हमने सदन के नेता (पीयूष गोयल) और सभापति (वेंकैया नायडू) से बार-बार यही कहा कि आप नियम के तहत ही निलंबित कर सकते हैं, लेकिन आपने नियम को छोड़ दिया और मानसून सत्र की घटनाओं के लिए हमारे 12 सदस्यों को गलत तरीके से निलंबित किया।' उनके मुताबिक, निलंबित करने से पहले सदस्यों को नामित किया जाना चाहिए। इसके बाद प्रस्ताव आता और फिर निलंबन होना चाहिए। यह भी उसी दिन यानी 11 अगस्त, 2021 को होना चाहिए था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/india-expresses-concern-over-suu-kyi39s-sentence-75593,सू ची को सुनाई गई सजा पर भारत ने जतायी चिंता,"नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत ने मंगलवार को कहा कि वह म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू ची और अन्य से संबंधित हालिया फैसलों से ‘परेशान' है। साथ ही, कहा कि कानून का शासन और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बरकरार रखा जाना चाहिए। कोर्ट ने कल असंतोष भड़काने का दोषी ठहराते हुए सू ची को 4 साल की जेल की सजा सुनाई थी। बाद में इसे घटाकर 2 साल कर दिया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘... पड़ोसी लोकतंत्र के रूप में भारत म्यांमार में लोकतांत्रिक परिवर्तन का लगातार समर्थन करता रहा है।' खबर शेयर करें 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आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/reservation-ends-on-conversion-75590,धर्मांतरण करने पर खत्म हो आरक्षण,"नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) लोक सभा में धर्मांतरण का मुद्दा उठाते हुए मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के दो सदस्यों ने मांग की कि दूसरा धर्म अपनाने वाले लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। साथ ही सदन में शून्यकाल के दौरान ही बीजू जनता दल के एक सांसद ने समान नागरिक संहिता को लागू करने की भी मांग उठाई। भाजपा के निशिकांत दुबे ने झारखंड में धर्मांतरण के विषय को उठाते हुए कहा कि प्रलोभन देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने का चलन बढ़ता जा रहा है। संविधान के अनुच्छेद 341 में कहा गया है कि अनुसूचित जाति (एससी) के लोग यदि धर्म परिवर्तन करेंगे तो उनका आरक्षण समाप्त हो जाएगा, इस कारण से एससी वर्ग धर्मांतरण से बचा हुआ है। दुबे ने कहा कि लेकिन अनुसूचित जनजाति (एसटी) की एक अलग प्रकृति है, इसलिए अनुच्छेद 342 में अनुच्छेद 341 की तरह व्यवस्था नहीं है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि अनुच्छेद 342 को अनुच्छेद 341 की तरह ही लागू किया जाए और धर्मांतरित होने वाले अनुसूचित जनजाति के लोगों का आरक्षण का लाभ समाप्त किया जाना चाहिए जिससे यह प्रवृत्ति रुकेगी। भाजपा के ही ढाल सिंह बिसेन ने मध्य प्रदेश में धर्मांतरण के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि धर्मांतरण पर रोक लगनी चाहिए और धर्म बदलने वालों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। बीजद के भर्तृहरि महताब ने देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग करते हुए कहा कि संविधान तैयार करते समय ही इस संबंध में विचार किया गया था। उन्होंने कहा कि देश की आजादी का 75वां वर्ष चल रहा है और समय आ गया है कि हमें इस विषय पर चर्चा करनी चाहिए। कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू ने भी इसी विषय को उठाया व केंद्र के आदेश को वापस लिये जाने की मांग की। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/akhilesh-jayant-make-formal-announcement-in-meerut-75588,"मेरठ में अखिलेश, जयंत ने की औपचारिक घोषणा","मेरठ में मंगलवार को एक रैली के दौरान सपा नेता अिखलेश यादव और रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी। -निस मेरठ, 7 दिसंबर (एजेंसी) उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर दबथुआ गांव में मंगलवार को हुई रैली में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन की औपचारिक घोषणा की। अखिलेश यादव ने रैली में जमा भीड़ की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘इस समय का उत्साह बता रहा है कि वर्ष 2022 में बदलाव होगा। इस बार पश्चिम (उत्तर प्रदेश) में भाजपा का सूरज नहीं उगेगा। किसानों और युवाओं ने मिलकर भाजपा को भगाने का फैसला लिया कर लिया है।' सपा प्रमुख ने कहा,‘उनका गठबंधन चाहता है कि किसानों को उनका हक मिले और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर ठोस फैसला हो। लेकिन भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती है।' अखिलेश यादव ने दावा किया कि गठबंधन, किसानों को उनका हक दिलाएगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया है। मान छीना है, भाजपा को जाना होगा।' अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपा के पास मुद्दे नहीं हैं। वे बस हमारे बीच खाई पैदा करते हैं।' उन्होंने इसके साथ ही लोगों से चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजीत सिंह की विरासत को बचाने के लिए एकजुट होकर मतदान करने की अपील की। वहीं, जयंत चौधरी ने गठबंधन के बारे में कहा, ‘अखिलेश जी और मैं एक साथ इस संबंध की घोषणा कर रहे हैं। हमारी डबल इंजन की सरकार का पहला काम शहीद किसानों का स्मारक बनाना होगा, जो चौधरी चरण सिंह की इस जमीन पर प्रदर्शन करने के दौरान मारे गए।' उन्होंने आरोप लगाया, ‘योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) औरंगजेब से शुरुआत करते हैं या जाते हैं कैराना। नौजवान मजदूर बनने को पलायन करता है। यह उन्हें दिखाई नहीं देता। बिजनौर में उद्घाटन करने के दौरान ही सड़क टूट गई।' खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/change-yourself-otherwise-change-happens-anyway-75587,"खुद को बदलें, नहीं तो परिवर्तन वैसे भी हो जाता है","नयी िदल्ली में मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करते केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और अन्य सांसद। -प्रेट्र नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी के सभी सांसदों को संसद में उपस्थिति को लेकर सख्त निर्देश दिया। सूत्रों के अनुसार, संसद में भाजपा सदस्यों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बच्चों को बार-बार टोका जाए तो उन्हें भी अच्छा नहीं लगता है... अपने आप में परिवर्तन लाइए, नहीं तो परिवर्तन वैसे ही हो जाता है।' प्रधानमंत्री ने अपने सभी सांसदों से कहा कि सदन में उन्हें अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज करानी चाहिए, भले ही महत्वपूर्ण विधेयक सूचिबद्ध हों या ना हों, क्योंकि लोगों ने अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए उन्हें चुनकर संसद में भेजा है। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री इससे पहले भी संसद की कार्यवाही के दौरान सदस्यों की अनुपस्थिति पर चिंता जता चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल की ओर से अपने संसदीय क्षेत्र में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किए जाने के लिए उनकी सराहना की और सभी सांसदों से ऐसे आयोजन करने और उससे बच्चों व युवाओं को जोड़ने को कहा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य नेता बैठक में उपस्थित थे। नड्डा ने इस अवसर पर सांसदों से अपने क्षेत्रों के जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों को चाय पर बुलाकर उनसे संवाद करने को कहा। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा के लिए बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित अन्य आदिवासी सांसदों ने प्रधानमंत्री का अभिनंदन भी किया। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/government-sent-proposal-stuck-on-3-points-75586,"सरकार ने भेजा प्रस्ताव, 3 बिंदुओं पर फंसा पेच","सिंघु बॉर्डर पर मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मीडिया से बातचीत करते हुए। -प्रेट्र हरेंद्र रापड़िया/निस सोनीपत, 7 दिसंबर आंदोलन खत्म करने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्र सरकार के बीच बात बनती नजर आ रही है। मंगलवार को मोर्चा की अहम बैठक से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 6 सूत्रीय प्रस्ताव भेजा। किसान नेताओं ने इस प्रस्ताव में एमएसपी, मुकदमे वापसी और मुआवजे पर सरकार की शर्तों का विरोध किया, जबकि अन्य बिंदुओं पर सहमति जताई। किसान नेताओं ने प्रस्ताव के 3 बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगते हुए तय किया कि बुधवार तक सरकार के जवाब का इंतजार किया जाएगा और दोपहर 2 बजे मोर्चा की बैठक कर अगला निर्णय किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी के सभी 5 सदस्यों ने सोमवार को आपात बैठक के बाद सरकार पर नजरंदाज किए जाने का आरोप लगाते हुए कड़े तेवर दिखाए थे। मंगलवार को कुंडली बार्डर पर किसान मोर्चा की बैठक शुरू होते ही अचानक कमेटी के सदस्यों के पास बातचीत का प्रस्ताव आया। कमेटी के सदस्य चुपचाप वहां से निकल गये। उन्होंने सरकारी नुमाइंदों के साथ किसी गुप्त स्थान पर बैठक की और करीब एक घंटे बाद वापस मोर्चा की बैठक में पहुंचकर वह प्रस्ताव रखा। कमेटी के सदस्य बलबीर सिंह राजेवाल, युद्धवीर सिंह, अशोक धवले, शिवकुमार कक्का और गुरनाम चढ़ूनी ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर स्पष्ट किया कि जिन 3 मुद्दों पर पेच फंसा है, उन पर सहमति के बाद ही किसान आंदोलन वापस लेने के बारे में विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने अच्छी पहल की है, अब लगता है कि जल्द ही सभी मुद्दों पर सहमति बनाने का प्रयास करेगी। कमेटी सदस्यों ने कहा कि पुराने आंदोलनों में किसानों का अनुभव अच्छा नहीं रहा, ऐसे में सभी बिंदुओं को स्पष्ट करना चाहते हैं। इन मुद्दों पर मांगा जवाब : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एमएसपी गारंटी कानून को लेकर प्रस्तावित कमेटी में राज्यों, कृषि विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों के साथ संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल करने की बात कही है। संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि इस कमेटी में अन्य किसान संगठनों को शामिल न किया जाये। मोर्चा का कहना है कि कुछ संगठन पहले से ही कृषि कानूनों का समर्थन करते चले आ रहे हैं, ऐसे में वे सरकार का ही पक्ष लेकर बात बिगाड़ सकते हैं। केंद्र ने कहा है कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में किसानों के खिलाफ सभी मामले वापस लिए जाएंगे, लेकिन पहले आंदोलन समाप्त करें। इस पर मोर्चा का कहना है कि आंदोलन खत्म करने की शर्त न रखी जाए। पहले ही केस वापस ले लिए जाएं। मोर्चा के अनुसार, मध्यप्रदेश के मंदसौर में सरकार के आश्वासन पर किसानों ने आंदोलन वापस ले लिया था, बाद में सरकार वादे से मुकर गयी। सरकार सैद्धांतिक तौर पर मुआवजा देने को तैयार है। किसानों का कहना है कि पंजाब की तर्ज पर मुआवजा, नौकरी दी जाए। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/full-statehood-of-jammu-and-kashmir-should-be-restored-75585,बहाल हो जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा,"नेकां ने प्रस्ताव पारित किया 370 और 35-ए की वापसी की भी मांग जम्मू, 7 दिसंबर (एजेंसी) नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पार्टी अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में यहां मंगलवार को हुई बैठक में जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा, संविधान के अनुच्छेद 370 और 35-ए को बहाल करने की मांग समेत कुल सात प्रस्ताव पारित किए। बैठक में, ‘दरबार स्थानांतरण’ प्रथा बहाल करने, पर्यटन उद्योग के लिए विशेष पैकेज, युवाओं के लिए रोजगार, जम्मू-कश्मीर में मंडल आयोग की अनुशंसाएं लागू करने, फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी जैसी मांग भी की गईं। नेकां का केंद्रीय जोन का एक दिवसीय सम्मेलन यहां शेर-ए-कश्मीर भवन में हुआ, जिसमें ये प्रस्ताव पारित किए गए। पार्टी ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने से यहां का सामाजिक ताना-बाना गड़बड़ा गया, अखंडता और मिश्रित संस्कृति भी प्रभावित हुई। नेकां ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा और संविधान के अनुच्छेद 370 और 35-ए को बहाल करने संबंधी प्रस्ताव यहां के लोगों के ‘व्यापक हित’ में है। ‘नौकरियां और जम्मू-कश्मीर के लोगों की भूमि को जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए ही सुरक्षित रखना आवश्यक है। यह 5 अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति को बहाल करने के जरिए ही संभव है।’ खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/7-days-mourning-in-mon-demand-for-removal-of-afspa-75584,"मोन में 7 दिन शोक, आफ्सपा हटाने की मांग","सुरक्षा बलों की गोलीबारी में हुई मौतों के विरोध में किये गये नगालैंड बंद के दौरान मोन में छायी वीरानी। -प्रेट्र कोहिमा, 7 दिसंबर (एजेंसी) नगालैंड के शीर्ष आदिवासी निकाय कोन्याक यूनियन (केयू) ने सेना की कार्रवाई में 14 आम नागरिकों की मौत के विरोध में मंगलवार को मोन जिले में दिन भर के बंद का आह्वान किया और बुधवार से 7 दिनों के शोक की घोषणा की। केयू ने सुरक्षा बलों से शोक की अवधि के दौरान क्षेत्र में गश्त नहीं करने की चेतावनी दी। यूनियन ने सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (अाफ्सपा) हटाने की मांग भी उठाई। केयू ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का अनुरोध भी किया, जिसमें ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) के 2 सदस्य भी शामिल हों। इसके साथ ही केयू ने घटना में शामिल सैनिकों की पहचान करने और उनके खिलाफ की गयी कार्रवाई 30 दिनों के भीतर सार्वजनिक करने का आग्रह किया है। यूनियन ने कहा है कि नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहने के कारण 27 असम राइफल्स तुरंत मोन को खाली कर दे और अाफ्सपा को पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र से हटाया जाए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर केयू के अध्यक्ष होइंग कोन्याक ने कहा, ‘अभी हम उनके बयान को स्वीकार करने या खारिज करने की स्थिति में नहीं हैं। हम अपने लोगों की नृशंस हत्या से दुखी हैं। असम में इलाज करा रहे 2 लोगों के होश में आने के बाद ही पता लगेगा कि वास्तव में क्या हुआ।’इस बीच, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो के मंत्रिमंडल ने मंगलवार को हॉर्नबिल उत्सव समाप्त करने का फैसला लिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने अाफ्सपा रद्द करने की मांग करते हुए केंद्र को पत्र लिखने का भी फैसला किया है। मेजर जनरल स्तर के अफसर के नेतृत्व में ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ नयी दिल्ली (एजेंसी) : सेना ने नगालैंड गोलीबारी की घटना में मेजर जनरल रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जांच संबंधित ‘खुफिया’ जानकारी और ‘परिस्थितियों’ पर केंद्रित होगी, जिन पर शनिवार का अभियान आधारित था। गोलीबारी से पहले पहचान की कोशिश नहीं की : रिपोर्ट नगालैंड के मोन जिले में शनिवार को पिकअप ट्रक पर गोलीबारी करने से पहले सेना ने उसमें सवार लोगों की पहचान करने की कोई कोशिश नहीं की थी। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टीजॉन लोंगकुमेर और आयुक्त रोविलातुओ मोर की संयुक्त रिपोर्ट में यह बात कही गयी है। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने चश्मदीदों के हवाले से रिपोर्ट में बताया कि घटना के बाद गोलियाें की आवाज सुन कर ग्रामीण मौक पर पहुंचे। ‘उन्होंने एक पिकअप ट्रक देखा और विशेष बल के कर्मी 6 शवों को लपेटकर उन्हें ट्रक में चढ़ा रहे थे, वे जाहिर तौर पर शवों को अपने आधार शिविर ले जाने के इरादे से ऐसा कर रहे थे।’ रिपोर्ट में कहा गया, ‘शवों को तिरपाल में लिपटा देख गांववालों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हो गयी। सुरक्षा बलों ने फिर गांववालों पर गोलियां चलाईं, जिससे 7 और ग्रामीण मारे गए। चश्मदीदों ने पुष्टि की है कि विशेष बलों के जवानों ने घटनास्थल से असम की ओर भागते हुए अंधाधुंध गोलियां चलाईं और यहां तक कि रास्ते में कोयला खदान की झोपड़ियों पर भी उन्होंने गोलीबारी की।’ खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/trs-mps-to-boycott-winter-session-of-parliament-over-farmers39-issues-75573,टीआरएस सांसद किसानों के मुद्दों को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र का बहिष्कार करेंगे,"नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने केंद्र सरकार पर ""किसान विरोधी"" होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को घोषणा की कि उसके सांसद, संसद के मौजूदा सत्र के शेष समय दोनों सदनों की कार्यवाही का बहिष्कार करेंगे। टीआरएस सदस्यों ने सरकार के खिलाफ और किसानों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए लोकसभा और राज्यसभा से वाकआउट किया। सभी सांसद काले रंग के कपड़े पहने हुए थे। पार्टी नेता केशव राव ने आरोप लगाया कि किसानों की मांगों के प्रति सरकार असंवेदनशील है और ""किसान विरोधी’ है। लोकसभा में पार्टी के नेता नमा नागेश्वर राव ने कहा कि उनकी पार्टी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा तेलंगाना से धान की खरीद का मुद्दा उठाती रही है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह राज्य में धान की खरीद करे और किसानों को उनके बकाए का भुगतान करे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए एक विधेयक लाने की मांग कर रही है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/rahul-gandhi-made-a-demand-in-lok-sabha-compensation-should-be-given-to-the-families-of-farmers-who-lost-their-lives-in-the-farmers39-movement-75571,राहुल गांधी ने लोकसभा में रखी मांग-किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को दिया जाये मुआवजा,"फोटो।-प्रेट्र नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग मंगलवार को लोकसभा में उठाई और कहा कि सरकार को इन किसान परिवारों को उनका अधिकार देना चाहिए। राहुल गांधी ने सदन में शून्यकाल के दौरान इस विषय को उठाया और लोकसभा के पटल पर करीब 500 किसानों की एक सूची भी रखी और दावा किया कि इन लोगों ने किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाई। उन्होंने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि किसान आंदोलन में करीब 700 किसान शहीद हुए। प्रधानमंत्री जी ने देश और किसानों से माफी मांगी। प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि उन्होंने गलती की है। 30 नवंबर को कृषि मंत्री से सवाल (लोकसभा में लिखित प्रश्न) पूछा गया था कि कितने किसानों की मौत हुई। उन्होंने जवाब दिया कि उनके पास कोई डेटा नहीं है।' कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘हमने इन किसानों के बारे में पता लगाया। पंजाब की सरकार ने राज्य के करीब 400 किसानों को मुआवजा दिया है। मैं इन किसानों की सूची और प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले हरियाणा के कुछ किसानों की एक सूची सदन के पटल पर रख रहा हूं।'कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ये नाम यहां हैं। मैं चाहता हूं कि इन किसानों को हक मिलना चाहिए। उनके परिवारों को मुआवजा मिलना चाहिए।' गौरतलब है कि सरकार ने गत 30 नवंबर को कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के आसपास कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मृत किसानों की संख्या संबंधी आंकड़ा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास नहीं है। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह जानकारी दी थी। राजीव रंजन सिंह, टी आर प्रतापन, एन के प्रेमचंद्रन, ए एम आरिफ, डीन कुरियाकोस, प्रो. सौगत राय और अब्दुल खालीक ने पूछा था कि तीन कृषि कानून के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी के आसपास आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई। तोमर ने कहा, ‘‘कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास इस मामले में कोई आंकड़ा नहीं है।' खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/the-central-government-again-made-contact-with-the-farmer-leaders-can-give-written-assurance-regarding-the-demands-75570,"केंद्र से मिला आश्वासन पत्र, बुधवार को खत्म हो सकता है किसान आंदोलन; किसान नेताओं ने कहा-लगभग सभी मांगों को पूरा किया गया","फाइल फोटो नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसियां) किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने मंगलवार को कहा कि प्रदर्शनकारी किसान संघ आंदोलन के भविष्य पर आम सहमति पर पहुंच गए हैं क्योंकि उनकी लगभग सभी मांगों को पूरा कर लिया गया है, लेकिन निर्णय की औपचारिक घोषणा बुधवार को की जाएगी। संधू ने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की एक बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हमारे द्वारा उठाई गई लगभग सभी मांगों को पूरा कर लिया गया है ... पत्र (सरकार से किसानों की मांगों पर आश्वासन के साथ) प्राप्त हुआ है। एक आम सहमति बन गई है, अंतिम निर्णय की घोषणा कल की जाएगी।” एसकेएम 40 से अधिक किसान संघों का एक संयुक्त संगठन है। एक अन्य किसान नेता और एसकेएम के सदस्य ने कहा कि बुधवार को आंदोलन समाप्त होने की संभावना है क्योंकि किसानों की मांगों पर सरकार की ओर से कुछ सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। आंदोलन की अगुवाई कर रहे एसकेएम ने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी, किसानों को मुआवजा देने सहित प्रदर्शनकारी किसानों की लंबित मांगों पर सरकार के साथ बातचीत करने के लिए शनिवार को 5 सदस्यीय पैनल का गठन किया। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजन और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमे वापस लिए गए। उल्लेखनीय है कि अगले साल यूपी, उत्तराखंड और पंजाब समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और सरकार नहीं चाहती कि खमियाजा बीजेपी को भुगतना पड़े। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/gorakhpur-pm-modi-dedicated-aiims-fertilizer-factory-and-regional-medical-research-center-to-the-nation-75569,"गोरखपुर : प्रधानमंत्री मोदी ने एम्स, खाद कारखाने और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर किया राष्ट्र को समर्पित","गोरखपुर, 7 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। एम्स, खाद कारखाने और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर राष्ट्र को समर्पित किए। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब 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सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/elgar-parishad-case-supreme-court-dismisses-nia39s-plea-against-bail-of-lawyer-and-activist-sudha-bharadwaj-75568,एल्गार परिषद मामला : सुप्रीमकोर्ट ने वकील एवं कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज की जमानत के खिलाफ एनआईए की याचिका की खारिज,"फाइल फोटो नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी) सुप्रीमकोर्ट ने एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में वकील-कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज को जमानत देने के बंबई हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की अपील मंगलवार को खारिज कर दी। जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एस. रवींद्र भट और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने एनआईए की दलीलों पर विचार करने से इनकार करते हुए कहा, ‘हमें हाईकोर्ट के आदेश में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं दिखता है।' एनआईए ने भारद्वाज को जमानत देने के हाईकोर्ट के एक दिसंबर के आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत में अपील दायर की थी। भारद्वाज को अगस्त, 2018 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के प्रावधानों के तहत एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में गिरफ्तार किया गया था। शीर्ष अदालत भारद्वाज को डिफ़ॉल्ट जमानत (जमानत पर रिहा होने का हकदार है आरोपी) देने के बंबई ‍हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली एनआईए की याचिका पर तत्काल सुनवाई करने के लिए सोमवार को सहमत हो गई थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रचने की आरोपी कार्यकर्ता-वकील जमानत की हकदार हैं और इससे इनकार करना उनके जीवन के मौलिक अधिकार और संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत दी गई व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन होगा। इसने निर्देश दिया था कि भायखला महिला जेल में बंद भारद्वाज को 8 दिसंबर को मुंबई की विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाए, और उसकी जमानत की शर्तें और रिहाई की तारीख तय की जाए। मामले में गिरफ्तार किए गए 16 कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों में भारद्वाज पहली व्यक्ति हैं जिन्हें डिफ़ॉल्ट जमानत दी गई है। कवि-कार्यकर्ता वरवर राव फिलहाल चिकित्सीय आधार पर मिली जमानत पर हैं। रोमन कैथलिक समाज के सदस्य-पादरी स्टेन स्वामी का इस साल पांच जुलाई को यहां एक निजी अस्पताल में मेडिकल जमानत का इंतजार करते हुए निधन हो गया था। अन्य विचाराधीन कैदियों के रूप में हिरासत में हैं। मामला 31 दिसंबर, 2017 को पुणे के शनिवारवाड़ा में आयोजित एल्गार परिषद सम्मेलन में दिए गए कथित भड़काऊ भाषणों से संबंधित है। पुलिस ने दावा किया था कि इस सम्मेलन के कारण शहर के बाहरी इलाके में कोरेगांव-भीमा युद्ध स्मारक के पास अगले दिन हिंसा हुई थी। पुणे पुलिस ने दावा किया था कि सम्मेलन को माओवादियों का समर्थन प्राप्त था। मामले की जांच बाद में एनआईए को सौंप दी गई थी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/bribery-case-haryana-government-sacks-hcs-officer-anil-nagar-order-issued-75567,"रिश्वत प्रकरण : हरियाणा सरकार ने एचसीएस अधिकारी अनिल नागर को किया बर्खास्त, आदेश जारी","फाइल फोटो ट्रिब्यून न्यूज सर्विस चंडीगढ़, 6 दिसंबर हरियाणा लोकसेवा आयोग के उपसचिव रहे एचसीएस (हरियाणा प्रशासनिक सेवा) अधिकारी अनिल नागर को सरकार ने बर्खास्त (टर्मिनेट) कर दिया है। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो द्वारा नकद रुपयों के साथ गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही नागर सस्पेंड (निलंबित) चल रहे थे। पूरे घटनाक्रम को लेकर हो रही फजीहत और विपक्ष के हमलों के बीच मंगलवार को नागर को बर्खास्त करने के आदेश जारी किए। इस पूरे मामले को 17 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र से भी जोड़कर देखा जा रहा है। 'कैश फॉर जॉब' प्रकरण को लेकर विपक्ष द्वारा शीतकालीन सत्र में 'काम रोको प्रस्ताव' लाने का भी मन बनाया हुआ है। ऐसे में सरकार ने सदन में जवाब देने से पहले ही यह कार्रवाई कर दी है। मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा जारी किए गए चार पेज के बर्खास्तगी आदेशों में इस पूरे मामले का भी हवाला दिया गया है। नागर को सरकारी सेवाओं से टर्मिनेट करने से पहले सरकार ने हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) से भी रिपोर्ट ली। टर्मिनेट करने के आदेशों में यह भी कहा गया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और पूरे घटनाक्रम को लेकर और तथ्य जुटाने के लिए नागर को हटाया जाना जरूरी था। चूंकि वे एचपीएससी में पावरफुल पद पर रहे हैं, ऐसे में उनके अधीनस्थ काम करने वाला स्टॉफ भी कोई जानकारी देने को तैयार नहीं था। आमतौर पर कर्मचारियों में अधिकारी के प्रति डर का भी माहौल रहता है। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने अनिल नागर के अलावा भिवानी के नवीन तथा झज्जर के अश्विनी शर्मा को भी इस पूरे मामले में गिरफ्तार किया है। तीनों ने पूछताछ में यह स्वीकार किया है कि उन्होंने नौकरियों के लिए पैसे लिए। डेंटल सर्जन की भर्ती के लिए कई उम्मीदवारों ने सैटिंग की गई। एचसीएस प्री-एग्जाम को पास करवाने के लिए भी सौदा हुआ। तीनों के कब्जे से विजिलेंस ब्यूरो ने 3 करोड़ 5 लाख रुपये नकद भी बरामद किए हैं। पदों के हिसाब ने इन लोगों ने रेट तय किए हुए थे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश 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घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/nagaland-massacre-konyak-union-calls-for-a-day-long-bandh-in-mon-announces-7-days-of-mourning-75565,"नगालैंड हत्याकांड : कोन्याक यूनियन ने मोन में दिन भर के बंद का किया आह्वान, 7 दिन के शोक की घोषणा","सेना की गोलीबारी में मारे गये लोगों को दफन करते परिजन एवं अन्य लोग।-प्रेट्र कोहिमा, 7 दिसंबर (एजेंसी) नगालैंड के शीर्ष आदिवासी निकाय कोन्याक यूनियन (केयू) ने सेना की कार्रवाई में 14 आम नागरिकों की मौत के विरोध में मंगलवार को मोन जिले में दिन भर के बंद का आह्वान किया और अगले दिन से 7 दिनों के शोक की घोषणा की। केयू ने सुरक्षा बलों से सात दिनों के शोक की अवधि में कोन्याक क्षेत्र में गश्त नहीं करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही संगठन ने चेतावनी दी कि यदि कानून का प्रवर्तन करने इसका पालन नहीं करते हैं, तो वे ""किसी भी अप्रिय घटना के लिए जिम्मेदार होंगे।' केयू ने सोमवार को भेजे गए एक पत्र में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का अनुरोध किया जिसमें ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) के दो सदस्य भी शामिल हों। इसके साथ ही केयू ने घटना में शामिल सैनिकों की पहचान करने तथा उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को 30 दिनों के भीतर सार्वजनिक करने का आग्रह किया है। केयू ने मांग की कि नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहने के कारण 27 असम राइफल्स तुरंत मोन को खाली कर दे तथा सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) कानून को पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र से हटाया जाए। केयू के अध्यक्ष होइंग कोन्याक ने कहा, ‘हमने मंगलवार को मोन जिले में एक दिन का बंद रखा है। यह शांतिपूवर्क चल रहा है। हमने बुधवार से सात दिनों के शोक की भी घोषणा की है।’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर कोन्याक ने कहा, ''इस क्षण में, हम उनके बयान को स्वीकार करने या खारिज करने की स्थिति में नहीं हैं। हम अपने लोगों की नृशंस हत्या से दुखी हैं। असम में इलाज करा रहे दो लोगों के होश में आने के बाद ही पता लगेगा कि वास्तव में क्या हुआ।' खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/goa-congress-mla-and-former-chief-minister-ravi-naik-resigns-the-number-of-party-members-in-the-house-has-come-down-to-three-speculations-about-going-to-bjp-75564,"गोवा : कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का इस्तीफा, सदन में पार्टी सदस्यों की संख्या घटकर 3 हुई, भाजपा में जाने की अटकलें","प्रतीकात्मक चित्र पणजी, 7 दिसंबर (एजेंसी) गोवा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका देते हुए, पार्टी विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ने राज्य विधानसभा से अपना इस्तीफा दे दिया। इस साल अक्तूबर में, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो ने कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था और बाद में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। नाइक के इस्तीफे के साथ, 40 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस का संख्याबल घटकर 3 हो गया है। गोवा में पोंडा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले नाइक ने विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर को अपना इस्तीफा सौंपा। उनके साथ उनके दो बेटे भी थे, जो पिछले साल सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुए थे। नाइक ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, “मैंने इस्तीफा दे दिया। मैं आपको बता दूंगा कि आगे क्या योजना है।” सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गोवा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में दिन में नाइक के भाजपा में शामिल होने की उम्मीद है। रवि नाइक के छोटे बेटे रॉय नाइक ने कहा कि उन्होंने अपने पिता से भाजपा में शामिल होने का अनुरोध किया है। राज्य के 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि, 13 सीटें जीतने वाली भाजपा ने तटीय राज्य में सरकार बनाने के लिए कुछ क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन किया। तब से कांग्रेस के कई विधायक पार्टी छोड़ कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/army-made-no-effort-to-identify-civilians-before-firing-in-nagaland-episode-tried-to-39hide39-dead-bodies-report-75563,"नगालैंड प्रकरण में सेना ने गोलीबारी से पहले नागरिकों की पहचान करने की कोई कोशिश नहीं की, शवों को 'छिपाने' का किया प्रयास : रिपोर्ट","स्थानीय लोगों ने सोमवार को सेना की गोलीबारी में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। -पीटीआई कोहिमा, 7 दिसम्बर (एजेंसियां) राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टी जॉन लोंगकुमर और आयुक्त रोविलातुओ की एक संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार सेना ने शनिवार को नागालैंड के मोन जिले में एक पिकअप ट्रक पर काम से लौट रहे नागरिकों की पहचान का पता लगाने का कोई प्रयास नहीं किया। चश्मदीदों का हवाला देते हुए 2 शीर्ष अधिकारियों ने कहा है कि ग्रामीणों ने पाया कि सेना के विशेष बल 6 लोगों के शवों को उनके आधार शिविर में ले जाने के इरादे से एक पिकअप वैन में लोड करके ‘छिपाने’ की कोशिश कर रहे थे। राज्य सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि 4 दिसंबर की शाम लगभग 4 :10 बजे, जब ग्रामीण तिरु में कोयला खनन कार्य के बाद एक पिकअप ट्रक से घर लौट रहे थे तो सुरक्षा बलों (कथित तौर पर, असम में स्थित 21 वीं पैरा स्पेशल फोर्स) द्वारा घात लगाकर हमला किया गया और उन्हें मार डाला गया, जाहिर तौर पर पहचान के किसी भी प्रयास के बिना। अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित सभी कोयला खदानों में काम करने वाले निहत्थे नागरिक थे। इनमें से 6 की मौके पर ही मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि पिक-अप ट्रक और विशेष बलों के कर्मियों को 6 ग्रामीणों के शवों को छिपाने की कोशिश कर रहे थे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/tharoor-will-not-host-on-39parliament-tv39-75481,‘संसद टीवी’ पर मेजबानी नहीं करेंगे थरूर,"फाइल फोटो नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द होने और संसद की कार्यवाही में द्विदलीय भावना प्रतिबिंबित होने तक वह ‘संसद टीवी' पर कार्यक्रम की मेजबानी नहीं करेंगे। थरूर ‘संसद टीवी' पर ‘टू द प्वाइंट' नामक शो की मेजबानी करते हैं। ‘मेरा मानना है कि भारत के संसदीय लोकतंत्र की सर्वश्रेष्ठ परंपरा के तहत मैंने संसद टीवी पर कार्यक्रम की मेजबानी करने का निमंत्रण स्वीकार किया और उस सिद्धांत को पुन: रेखांकित किया कि हमारे राजनीतिक मतभेद हमें संसदीय संस्थाओं में एक संसद सदस्य के तौर पर भागीदारी करने से नहीं रोकते।' लोकसभा सदस्य ने यह भी कहा, ‘‘बहरहाल, पिछले सत्र में, आचरण के लिए राज्यसभा सदस्यों को जिस मनमाने ढंग से निलंबित किया गया है, वह संसद की कार्रवाई से जुड़ी द्विदलीय भावना पर सवाल खड़े करता है।' इससे पहले, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को कहा कि उन्होंने संसद टीवी के कार्यक्रम 'मेरी कहानी' की एंकरिंग नहीं करने का फैसला किया है। चतुर्वेदी राज्यसभा के उन 12 सदस्यों में शामिल हैं, जिन्हें सदन में ‘अशोभनीय आचरण' के कारण सत्र की शेष अवधि के लिए 29 नवंबर को निलंबित कर दिया गया था। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/mehbooba39s-protest-at-jantar-mantar-75464,महबूबा का जंतर मंतर पर धरना,"नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया और मांग की कि केंद्र शासित प्रदेश में लोगों को कथित रूप से दबाना और बेगुनाह नागरिकों की हत्या फौरन बंद की जाए। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में धरना देने का फैसला इसलिए किया, क्योंकि उन्हें कभी भी कश्मीर में विरोध दर्ज कराने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि वह जब भी विरोध प्रदर्शन करना चाहती थीं, तो या उन्हें घर में नज़रबंद कर दिया जाता था या पुलिस उन्हें ले जाती थी। जंतर मंतर पर धरने में पीडीपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया, ‘कश्मीर एक ऐसी जेल बन गई है, जहां लोगों को अपनी राय रखने की इजाजत नहीं है। अगस्त 2019 से उनका (लोगों का) दमन किया जा रहा है और मुझे हैरानी है कि सरकार कुछ पेड (पैसा लेने वाले) मीडिया की मदद से घाटी में सब कुछ ठीक-ठाक दिखाने में मसरूफ है।’ अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित कर दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस आरोप से इनकार किया कि वह पुलिस की हर कार्रवाई पर सवाल उठाती हैं। उन्होंने कहा, ‘जब भी मुठभेड़ होती है और कोई आतंकवादी मारा जाता है, तो कोई सवाल नहीं उठाता है, लेकिन जब एक आम नागरिक मारा जाता है, तो लोग सड़कों पर आते हैं और सवाल करना शुरू करते हैं।’ उनके हाथ में तख्ती थी, जिसमें लिखा था, ‘कश्मीर दर्द में है।’ मुफ्ती ने कहा, ‘आपने देखा कि नगालैंड में क्या हुआ है, जहां 14 आम नागरिकों को मार गिराया गया। फौरन प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। कश्मीर में भी ऐसा ही क्यों नहीं होता है? हालांकि मुझे इस बात की ज्यादा उम्मीद नहीं है कि इन जांचों से कुछ निकलेगा, लेकिन फिर भी सरकार कार्रवाई करती नजर आ रही है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार चरम पर है, निवासियों को नौकरियों से वंचित किया जा रहा है और बेगुनाहों का खून बहाया जा रहा है। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 23 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/murder-case-against-army-75460,सेना के खिलाफ हत्या का केस,"कोहिमा, 6 दिसंबर (एजेंसी) सेना की कथित गोलीबारी से 14 लोगों की मौत की घटना पर नगालैंड पुलिस ने सोमवार को सेना की 21वीं पैरा स्पेशल फोर्स के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। प्राथमिकी स्वत: संज्ञान लेते हुए दर्ज की गयी है। शिकायत में जिले के तिजिट पुलिस थाने ने कहा है कि घटना के समय कोई पुलिस गाइड नहीं था और न ही सुरक्षा बलों ने गाइड की मांग की थी, इसलिए यह स्पष्ट है कि सुरक्षा बलों का इरादा नागरिकों की हत्या करना और उन्हें घायल करना था। शिकायत के अनुसार, ‘4 दिसंबर को करीब साढ़े 3 बजे कोयला खदान के मजदूर एक वाहन से तिरु से अपने पैतृक गांव ओटिंग लौट रहे थे। ऊपरी तिरु और ओटिंग के बीच लोंगखाओ पहुंचने पर, सुरक्षा बलों ने बिना किसी उकसावे के वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप कई ग्रामीणों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।’ अधिकारियों ने बताया कि 28 घायलों में से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस बीच, आदिवासी संगठनों, नागरिक संस्थाओं और छात्र संगठनों ने सोमवार को राज्य में बंद आहूत किया। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो गोलीबारी में मारे गये 14 लोगों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्होंने सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (आफस्पा) को निरस्त करने की मांग की। उत्तराखंड का था शहीद जवान नयी टिहरी (एजेंसी) : नगालैंड में मजदूरों पर गलत पहचान की वजह से शनिवार को सुरक्षाबलों द्वारा की गयी कथित गोलीबारी के बाद भड़की हिंसा में शहीद हुआ सैनिक उत्तराखंड का रहने वाला था। टिहरी जिले के नौली गांव के निवासी गौतम लाल पैराट्रूपर थे। पांच भाइयों में सबसे छोटे गौतम 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। उनके पिता रमेश लाल और भाई सुरेश ने बताया कि सेना ने रविवार को उनके घायल होने की सूचना दी थी। सरकार ने संसद में जताया खेद नयी दिल्ली (एजेंसी) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नगालैंड की घटना पर सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में बयान दिया। शाह ने कहा कि भारत सरकार नगालैंड की घटना पर अत्यंत खेद प्रकट करती है और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताती है। उन्होंने कहा कि इस घटना की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसे एक महीने के अंदर जांच पूरी करनी है। सेना द्वारा भी उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार समुचित कार्रवाई की जाएगी। एहतियात के तौर पर राज्य के अधिकारियों ने इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की है। गृह मंत्री ने कहा, ‘सभी एजेंसियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि भविष्य में विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते समय इस तरह की किसी घटना की दुर्भाग्यपूर्ण पुनरावृत्ति नहीं हो।’ गृह मंत्री के बयान से असंतोष जताते हुए कांग्रेस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने लोकसभा से वॉकआउट किया, वहीं राज्यसभा में उनके बयान के दौरान विपक्षी सदस्य 12 निलंबित सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर हंगामा करते रहे। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप 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उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। दोनों पक्षों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी प्रगाढ़ हो रही है। रणनीतिक महत्व के मुद्दों पर व्यापक चर्चा करने के लक्ष्य से भारत और रूस के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों की पहली ‘टू प्लस टू’ वार्ता के कुछ घंटों बाद मोदी और पुतिन की शिखर वार्ता हुई। पुतिन ने कहा कि दोनों पक्ष वैश्विक मुद्दों पर सहयोग जारी रखे हुए हैं। कई मुद्दों पर दोनों पक्षों के रुख में समानताएं हैं। रूसी नेता ने पर्यावरण, व्यापार और निवेश तथा उच्च प्रौद्योगिकी सहित अन्य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग का भी उल्लेख किया। पुतिन ने कहा, ‘अभी, परस्पर निवेश करीब 38 अरब डॉलर का है। और अधिक निवेश रूस से आ रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि वह मित्र देश भारत की यात्रा कर बहुत खुश हैं। मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में, विश्व ने कई मूलभूत परिवर्तन और विभिन्न प्रकार के भू-राजनीतिक बदलाव देखे हैं, लेकिन भारत एवं रूस की मित्रता पहले जैसी बनी रही है। रक्षा मंत्री ने चीनी आक्रामकता का किया उल्लेख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत-रूस ‘टू प्लस टू’ वार्ता में चीन की आक्रामकता का उल्लेख किया। उन्होंने चीन का नाम लिए बिना कहा कि महामारी, हमारे पड़ोस में असाधारण सैन्यीकरण, आयुधों का विस्तार और उत्तरी सीमा पर बिना उकसावे की आक्रामकता से कई चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं। उन्होंने कहा कि भारत अपने लोगों की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और अंतर्निहित क्षमता के साथ इन चुनौतियों से पार पाने को लेकर आश्वस्त है। ‘टू प्लस टू’ विदेश और रक्षा वार्ता में राजनाथ सिंह के अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर, उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव और रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू ने भाग लिया। मंत्रियों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘भारत की विकास आवश्यकताएं विशाल हैं तथा उसकी रक्षा चुनौतियां वैध, वास्तविक और फौरी हैं। भारत को ऐसे भागीदारों की आवश्यकता है जो देश की आकांक्षाओं एवं आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील हों और प्रतिक्रिया दे सकें।’ सिंह ने यह भी आशा व्यक्त की कि रूस इन बदलती परिस्थितियों में भारत के लिए एक प्रमुख भागीदार बना रहेगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत एवं रूस के संबंध बदल रहे विश्व में ‘बहुत करीबी एवं समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं।’ विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति का मध्य एशिया सहित सभी के लिए व्यापक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 महामारी ने विश्व के समक्ष कई सवाल खड़े किए हैं। लेकिन लंबे समय से चली आ रही चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं और यहां तक कि नयी चुनौतियां भी उभरी हैं जिनमें आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद और कट्टरता प्रमुख हैं।’ 28 समझौतों पर हस्ताक्षर, अमेठी में बनेंगी एके-203 असाल्ट राइफलें भारत और रूस ने आपसी साझेदारी विस्तारित करने के लिए सोमवार को 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। साथ ही, आतंकवाद से खतरा एवं अफगानिस्तान में उभरती स्थिति जैसी बड़ी चुनौतियों से निपटने में सहयोग व समन्वय बढ़ाने का संकल्प लिया। दाेनों देशों के बीच 4 रक्षा सौदे किए गये। इनमें सबसे अहम इंडिया-रशिया राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (आईआरपीएल) के माध्यम से उत्तर प्रदेश के अमेठी में 6 लाख से अधिक एके-203 असाल्ट राइफलों के निर्माण को लेकर है। भारतीय सशस्त्र बलों के लिए इन राइफलों का निर्माण करीब 5000 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग समझौता 10 साल (2021-31) के लिए बढ़ाने का भी करार किया गया है। इन रक्षा समझौतों पर भारत-रूस अंतर सरकारी सैन्य एवं सैन्य तकनीक संबंधी आयोग की 20वीं बैठक के दौरान हस्ताक्षर किए गये। बैठक की सह अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके रूसी समकक्ष जनरल सर्गेइ शोइगु ने की। बैठक में सैन्य उपकरणों के संयुक्त उत्पादन को बढ़ाने सहित सामरिक सहयोग में वृद्धि करने के तरीकों को लेकर चर्चा की गयी। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 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दिनों की तरह सामान्य ही थी, लेकिन भगवान राम की जन्मस्थली पर मंदिर निर्माण के लिए सांकेतिक नींव रखने के इरादे से अयोध्या पहुंचे हजारों लोगों ने अचानक बाबरी मस्जिद के गुंबद गिराकर इस दिन को इतिहास में दर्ज करवा दिया। देश-दुनिया के इतिहास में 6 दिसंबर की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं:- *1732 : वारेन हेस्टिंग्स का जन्म। ब्रिटेन के आक्सफर्डशायर में जन्मे वारेन का नाम इतिहास में भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के पहले गवर्नर जनरल के तौर पर दर्ज है। *1907 : स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी लूट की पहली घटना चिंगरीपोटा रेलवे स्टेशन पर हुई। यह स्थान अब बांग्लादेश में है। *1917 : फिनलैंड ने खुद को रूस से स्वतंत्र घोषित किया। *1921 : ब्रिटिश सरकार और आयरिश नेताओं के बीच हुई एक संधि के बाद आयरलैंड को एक स्वतंत्र राष्ट्र और ब्रिटिश राष्ट्रमंडल का स्वतंत्र सदस्य घोषित किया गया। *1946 : भारत में होमगार्ड की स्थापना। *1956 : भारतीय राजनीति के मर्मज्ञ, विद्वान शिक्षाविद् और संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का निधन। *1978 : स्पेन में 40 साल के तानाशाही शासन के बाद देश के नागरिकों ने लोकतंत्र की स्थापना के लिए मतदान किया। यह जनमत संग्रह संविधान की स्वीकृति के लिए कराया गया। *1992 : अयोध्या में रामजन्मभूमि स्थल पर मंदिर की नींव रखने के लिए उमड़ी भीड़ ने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया, जिसके बाद देश के कई शहरों में दंगे भड़क उठे। *2007 : आस्ट्रेलिया के स्कूलों में सिख छात्रों को अपने साथ कृपाण ले जाने और मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने की इजाजत मिली। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश हादसे की जांच शुरू, ब्लैक बाॅक्स मिला 9 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/won39t-host-program-on-39parliament-tv39-till-suspension-of-12-rajya-sabha-members-is-revoked-tharoor-75443,राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द होने तक ‘संसद टीवी' पर कार्यक्रम की मेजबानी नहीं करूंगा : थरूर,"फाइल फोटो नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द होने और संसद की कार्यवाही में द्विदलीय भावना प्रतिबिंबित होने तक वह ‘संसद टीवी' पर कार्यक्रम की मेजबानी नहीं करेंगे। थरूर ‘संसद टीवी' पर ‘टू द प्वाइंट' नामक शो की मेजबानी करते हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भारत के संसदीय लोकतंत्र की सर्वश्रेष्ठ परंपरा के तहत मैंने संसद टीवी पर कार्यक्रम की मेजबानी करने का निमंत्रण स्वीकार किया और उस सिद्धांत को पुन: रेखांकित किया कि हमारे राजनीतिक मतभेद हमें संसदीय संस्थाओं में एक संसद सदस्य के तौर पर भागीदारी करने से नहीं रोकते।'' लोकसभा सदस्य ने यह भी कहा, ‘‘बहरहाल, पिछले सत्र में, आचरण के लिए राज्यसभा सदस्यों को जिस मनमाने ढंग से निलंबित किया गया है, वह संसद की कार्रवाई से जुड़ी द्विदलीय भावना पर सवाल खड़े करता है।'' इससे पहले, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को कहा कि उन्होंने संसद टीवी के कार्यक्रम 'मेरी कहानी' की एंकरिंग नहीं करने का फैसला किया है। चतुर्वेदी राज्यसभा के उन 12 सदस्यों में शामिल हैं, जिन्हें सदन में ‘‘अशोभनीय आचरण'' के कारण सत्र की शेष अवधि के लिए 29 नवंबर को निलंबित कर दिया गया था। गौरतलब है कि संसद के, 29 नवंबर को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मॉनसून सत्र के दौरान ‘‘अशोभनीय आचरण'' करने की वजह से, वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/standoff-continues-on-the-issue-of-suspension-of-12-members-in-rajya-sabha-action-interrupted-repeatedly-75441,"राज्यसभा में 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे पर गतिरोध जारी, कार्यवाही बार-बार बाधित","नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) अशोभनीय आचरण के कारण निलंबित 12 सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को दो बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजकर करीब पांच मिनट पर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने कुछ आवश्यक दस्तावेज रखवाने के बाद नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने का अवसर दिया। खड़गे ने कहा कि जिन 12 विपक्षी सदस्यों को निलंबित किया गया है, उन्हें सदन में आने की अनुमति दी जाए ताकि वे चर्चा और सदन की कार्यवाही में भाग ले सकें। इस पर हरिवंश ने कहा कि इस मुद्दे पर सभापति ने नेता सदन और विपक्ष के नेताओं के बीच बातचीत कर कोई रास्ता निकालने के लिए पहले ही कह दिया है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सदन में मूल्यवृद्धि के मुद्दे पर हो रही अल्पकालिक चर्चा में भाग लेना चाहिए। हरिवंश ने कहा कि अल्पकालिक चर्चा महत्वपूर्ण विषय पर हो रही है इसलिए विपक्ष सहित सभी दलों के सदस्यों को इसमें भाग लेना चाहिए। किंतु उप सभापति की इस अपील का कोई असर नहीं हुआ और इसके विपरीत कुछ विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गये। सदन में हंगामा होते देख हरिवंश ने बैठक को अपराह्न तीन बजे तक स्थगित कर दिया। इससे पहले एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कुछ सदस्य आसन के समीप भी आ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं। सदन में शोरगुल के बीच ही मंत्रियों ने कुछ पूरक सवालों के जवाब दिए। हंगामे के बीच ही सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्षी सदस्य लोकतंत्र की बात कर रहे हैं लेकिन यहां हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में यहां अशोभनीय घटना हुयी और आसन, अधिकारियों तथा महिला मार्शलों के साथ अशोभनीय आचरण किया गया। सदन में शोरगुल नहीं थमता देख उपसभापति ने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी। इससे पहले सुबह, विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक शुरू होने के दस मिनट बाद ही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/nagaland-tribal-organization-claims-17-people-killed-in-firing-police-stick-to-their-figures-75440,"नगालैंड : आदिवासी संगठन ने गोलीबारी में 17 लोगों की मौत का किया दावा, पुलिस अपने आंकड़ों पर अड़ी","नगालैंड : घटना के बाद मरने वालों की याद में मोन में कैंडल मार्च करते स्थानीय लोग।-प्रेट्र नगालैंड, 6 दिसंबर (एजेंसी) नगालैंड में सोमवार को भी माहौल तनावपूर्ण बना रहा जहां एक शीर्ष आदिवासी संगठन ने दावा किया कि मोन जिले में असैन्य नागरिकों पर सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई, जबकि पुलिस के मुताबिक 14 लोग ही मारे गए हैं। पहली गोलीबारी की घटना जिसमें छह नागरिक मारे गए थे, तब हुई जब सेना के जवानों ने शनिवार शाम को एक पिकअप वैन में घर लौट रहे कोयला खदान कर्मियों को प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट से संबंधित उग्रवादी समझ लिया। जब मजदूर अपने घरों को नहीं लौटे, स्थानीय युवक और ग्रामीण उनकी तलाश में गए और सेना के वाहनों को घेर लिया। इसके बाद हुई झड़प में एक सैनिक की मौत हो गई और कई वाहन जला दिए गए। आदिवासी निकाय कोन्याक यूनियन के सदस्यों ने दावा किया कि आत्मरक्षा में सरक्षाबलों ने गोलीबारी की जिसमें नौ अन्य आम लोगों की मौत हो गई। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सात असैन्य नागरिकों की ही मौत हुई। दंगा रविवार दोपहर तक खिंच गया जब गुस्साई भीड़ ने संघ के कार्यालयों और इलाके में असम राइफल्स के शिविर में तोड़फोड़ की, और इसके कुछ हिस्सों में आग लगा दी। यूनियन के सदस्यों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने हमलावरों पर जवाबी गोलीबारी की, जिसमें कम से कम दो और लोग मारे गए, लेकिन पुलिस के मुताबिक इस घटना में एक ही व्यक्ति की मौत हुई। आदिवासी निकायों, नागरिक समाजों और छात्र संगठनों ने अचानक एक कदम उठाते हुए सोमवार को राज्य भर में छह से 12 घंटे तक की विभिन्न अवधियों के लिए बंद बुला लिया। प्रभावशाली नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने पांच दिनों के शोक की घोषणा की है, साथ ही आदिवासियों से इस अवधि के दौरान किसी भी उत्सव में भाग नहीं लेने के लिए कहा है। अधिकारियों ने कहा कि घायलों में से छह की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो और उपमुख्यमंत्री वाई पैटन रविवार को वापस लौट आए हैं और अब स्थिति का जायजा लेने के लिए मोन के लिए रवाना हो गए हैं। खबर शेयर करें अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/union-home-minister-amit-shah-will-give-statement-in-both-the-houses-of-parliament-on-the-firing-incident-in-nagaland-75437,"नगालैंड गोलीबारी मामले की जांच करेगी एसआईटी, एक महीने में सौंपेगी रिपोर्ट; सदन में बोले गृहमंत्री अमित शाह","नगालैंड घटना का फाइल फोटो। नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नगालैंड में गोलीबारी की घटना पर लोकसभा और राज्यसभा में कहा कि यह घटना गलत पहचान होने के कारण हुई थी। सेना ने गलती से लोगों को आतंकी समझ लिया था। उन्होंने बताया कि घटना की पूरी जांच के लिये एसआईटी बनायी गयी है जो एक महीन के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। सदन में अमित शाह ने कहा कि अभी नगालैंड में स्थिति तनावपूर्ण है मगर नियंत्रण में है। आगे से इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटना न हो, उसके लिये समुचित कदम उठाने के निर्देश दिये गये हैं। शाह ने घटना का ब्यौरा देते हुए कहा कि 4 दिसंबर को नगालैंड के मौन जिले में भारतीय सेना को उग्रवादियों की आवाजाही की सूचना मिली और उसके 21वें पैरा कमांडो ने इनका इंतजार किया। उन्होंने कहा कि शाम को एक वाहन उस स्थान पर पहुंचा और सशस्त्र बलों ने उसे रोकने का संकेत दिया लेकिन वह नहीं रूका और आगे निकलने लगा। शाह ने कहा कि इस वाहन में उग्रवादियों के होने के संदेह में इस पर गोलियां चलायी गयीं जिसमें वाहन पर सवार 8 में से छह लोग मारे गए। शाह ने कहा कि बाद में इसे गलत पहचान का मामला पाया गया। सेना इस घटना में घायल दो लोगों को पास के चिकित्सा केंद्र ले गई। गृह मंत्री ने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की बटालियन को घेर लिया, दो वाहनों में आग लगा दी गयी और उन पर हमला किया जिसमें एक सैनिक की जान चली गई और कुछ अन्य घायल हो गए। उन्होंने कहा कि अपनी सुरक्षा एवं भीड़ को तितर-बितर करने के लिये बलों ने गोलियां चलाईं और इसमें 7 अन्य लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर को 250 लोगों की भीड़ ने असम राइफल्स के भवन पर हमला किया और इस दौरान संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गई। गृह मंत्री ने कहा कि सेना ने भी एक विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि उन्हें इस घटना पर काफी दुख है और ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सेना द्वारा उच्च स्तरीय जांच की जा रही है। शाह ने कहा कि उन्होंने राज्य के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की है और सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। लोकसभा में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी), कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, जदयू, राकांपा और बसपा सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने नगालैंड में सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 14 आम लोगों के मारे जाने का मुद्दा उठाया तथा इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने, मृतकों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा देने तथा गृह मंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। खबर शेयर करें अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 9 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 9 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/like-farmers-people-of-jampk-will-also-have-to-make-39sacrifice39-75334,"किसानों की तरह, जम्मू कश्मीर के लोगों को भी ‘बलिदान’ देना होगा","श्रीनगर में कार्यक्रम के दौरान मंत्रणा करते फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला। -एजेंसी श्रीनगर, 5 दिसंबर (एजेंसी) नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि जैसे नए कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों ने ‘बलिदान' दिया उसी तरह अपने राज्य और विशेष दर्जे को बहाल करने के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी ‘बलिदान' करना पड़ सकता है। पार्टी के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की 116वीं जयंती के अवसर पर यहां नसीमबाग में उनके मकबरे पर नेकां की युवा शाखा के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र को तीन कृषि बिलों को रद्द करना पड़ा जब किसानों ने बलिदान दिया। हमें अपने अधिकार वापस पाने के लिए वैसा बलिदान भी करना पड़ सकता है। 'यह याद रखें, हमने (अनुच्छेद) 370, 35-ए और राज्य का दर्जा वापस पाने का वादा किया है और हम कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं।' नेकां हालांकि भाईचारे के खिलाफ नहीं है और हिंसा का समर्थन नहीं करती है। केंद्र ने तत्कालीन जम्मू कश्मीर राज्य के विशेष दर्जे को रद्द कर दिया था और पांच अगस्त, 2019 को इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटन में वृद्धि होने संबंधी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी का उल्लेख करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि जब केंद्र शासित प्रदेश की बात आती है तो जैसे पर्यटन ही सब कुछ है। आपने 50,000 नौकरियों का वादा किया था, वे कहां हैं? बल्कि आप हमारे लोगों की नौकरियां समाप्त कर रहे हैं…। खबर शेयर करें अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.dainiktribuneonline.com,https://www.dainiktribuneonline.com/news/nation/delhi-riots-high-court-grants-bail-to-20-year-old-student-75332,दिल्ली दंगे हाईकोर्ट ने दी 20 वर्षीय छात्र को जमानत,"नयी दिल्ली, 5 दिसंबर (एजेंसी) दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली दंगों से जुड़े एक मामले में अप्रैल, 2020 से हिरासत में रखे गये 20 वर्षीय एक छात्र को यह कहते हुए जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया कि रिहाई के बाद सबूतों से छेड़छाड़ की आशंका दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है। शिकायत के अनुसार, गोकलपुरी का रहने वाला याचिकाकर्ता आरोपी उन तीन लोगों में शामिल था, जो 25 फरवरी, 2020 को कथित तौर पर एक घर में आग लगाने और सामान लूटने वाली भीड़ का हिस्सा थे। अभियोजन पक्ष ने इस आधार पर उसकी जमानत का विरोध किया कि याचिकाकर्ता पर दंगा भड़काने का आरोप है और अगर उसे जमानत पर रिहा किया जाता है, तो उसके सबूतों से छेड़छाड़ करने और गवाहों को धमकाने की पूरी संभावना है। जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि मामले में आरोप पत्र दायर किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने याचिकाकर्ता को 20,000 रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि का एक जमानतदार पेश करने की शर्त पर रिहा करने का निर्देश दिया। खबर शेयर करें Share to Facebook Facebook Share to Twitter Twitter Share to Reddit Reddit Share to मेल Email Share to Print Print Share to WhatsApp WhatsApp अ - अ + आप इस समाचार के बारे में क्या विचार रखते हैं? पसंद नापसंद सब से अधिक पढ़ी गई खबरें 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले 6 टिप्पणी दरअसल जीत गये किसान, क्या भाजपा भी जीतेगी 8 घंटे पहले 7 देश नये सीडीएस की दौड़ में जन. नरवणे सबसे आगे 9 घंटे पहले 8 संपादकीय अपूरणीय क्षति 8 घंटे पहले 9 देश हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु अस्पताल में किया जा रहा शिफ्ट, पिता कर्नल (रि.) केपी सिंह ने दी जानकारी 24 घंटे पहले 10 देश परिवार की आंखें नम, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और खट्टर ने ब्रिगेडियर लिड्डर को दी अंतिम श्रद्धांजलि 4 घंटे पहले 1 देश मुंबई से 2 नमूनों में मिला ओमीक्रोन स्वरूप 10 घंटे पहले 2 पंजाब अकाली दल, भाजपा और अमरेंद्र सिंह एक साथ हैं : चन्नी 9 घंटे पहले 3 देश हेलीकाप्टर दुर्घटना : मारे गए लोगों के शव ले जा रही पुलिस की गाड़ी का टूटा एक्सल, दीवार से टकरायी; काफिले की दूसरी गाड़ी भी हुई हादसे का शिकार! 24 घंटे पहले 4 हरियाणा आंदोलन स्थगित, कल दिल्ली बॉर्डर छोड़ेंगे किसान 10 घंटे पहले 5 हरियाणा किसान आंदोलन की समाप्ति : एक साल बाद चालू हो जाएगा दिल्ली-जयपुर हाइवे, किसानों ने सामान समेटना किया शुरू, कल मनायेंगे जीत का जश्न 22 घंटे पहले ज़रूर पढ़ें फीचर खानपान सुपर फूड : रामदाना से बनाएं चटपटे व्यंजन 27 दिन पहले फीचर सज्जा सजावट करें ऐसी कि घर लगे बड़ा-बड़ा 27 दिन पहले फीचर सेहत ... जब सुबह-सुबह चेहरे पर दिखे सूजन 27 दिन पहले फीचर घर-संसार/ बाल दिवस बच्चों को देखिए, बच्चे बन जाइए 27 दिन पहले आस्था प्रयागराज के शक्तिधाम अलोपी देवी, ललिता देवी, कल्याणी देवी 1 महीना पहले आस्था शुभ संयोग : रोहिणी नक्षत्र में उदय होंगे चंद्रमा 1 महीना पहले आस्था करवा चौथ आज निष्ठा और समर्पण का धार्मिक सामंजस्य 1 महीना पहले फीचर सातवें साल ने थामी चाल 1 महीना पहले फीचर सेहत प्रेगनेंसी में व्रत सोच-समझकर ही करें 1 महीना पहले फीचर ... ताकि आप निखर-निखर जाएं 1 महीना पहले",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/madhya-pradesh/beef-served-to-children-at-sevadham-ashram-in-sagar-madhya-pradesh-ncpcr-sent-notice-to-police-5133058/,"मध्य प्रदेश: सेवाधाम आश्रम में बच्चों को गाय का मांस खिलाये जाने का आरोप, NCPCR ने पुलिस को नोटिस भेजा","भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर जिले के फ्रांसिस सेवाधाम आश्रम (Sevadham Ashram) में बच्चों को गाय का मांस खिलाने का मामला सामने आया है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने इस मामले में जिला पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि नाबालिग बच्चों को गाय का मांस खाने तथा बाइबिल (Bible) पढ़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है.Also Read - Love Marriage करने वाली लड़की का रसोई में सिर काटा, मां-बेटे ने सेल्फी ली, फिर...",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/no-complaint-about-procurement-of-paddy-below-msp-says-modi-govt-5133053/,क्या MSP से कम पर खरीदी जा रही धान की फसल? जानिए क्या बोली केंद्र सरकार,"नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को संसद को बताया कि निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम पर पर धान की खरीद किए जाने के संबंध में हरियाणा सहित किसी अन्य स्थान से कोई शिकायत नहीं मिली है. ग्रामीण विकास तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. हरियाणा से कांग्रेस के सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने जानना चाहा था कि क्या सरकार को एमएसपी से कम मूल्य पर धान की खरीद किए जाने के संबंध में किसानों, विशेषकर हरियाणा के किसानों द्वारा शिकायत किए जाने की जानकारी है.Also Read - Kisan Andolan: वादे पूरे न होने पर फिर आंदोलन की धमकी के साथ किसान आंदोलन स्थगित, दो दिन में खाली होंगे प्रदर्शन स्थल",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/viral/kanpur-dehat-kotwali-daroga-vk-mishra-beat-up-a-man-with-child-5132527/,"Uttar Pradesh Police ने गोद में बच्चा लिए प्रदर्शनकारी पर बरसाई लाठियां, Video Goes Viral","कानपुर : उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की कार्यशैली को लेकर अक्सर विपक्ष यहां की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार को कटघरे में खड़ा करता रहा है. कभी राज्य में होने वाले एनकाउंटरों को लेकर तो कभी राज्य की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पुलिस पर उंगलियां उठती रहती हैं. एक बार फिर उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में है. दरअसल इस बार उत्तर प्रदेश पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Video goes Viral on Social Media) हो रहा है, जिसमें एक पुलिसकर्मी एक व्यक्ति को बेरहमी से पीटता हुआ देखा जा सकता है. इस वीडियो की खास बात यह है कि जिस शख्स पर पुलिस लाठियां बरसा रही है, उसके गोद में एक बच्चा है और वह जोर-जोर से चिल्ला रहा है कि गोद में बच्चा है. वीडियो को ध्यान से सुनें तो युवक कह रहा – साहब… मत मारिए, बच्चे को लग जाएगा.Also Read - Haryana: जींद में किसानों नेताओं की घोषणा, अब BJP-JJP नेताओं का बहिष्कार नहीं करेंगे",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/karnataka-legislative-council-election-2021-update-voting-for-karnataka-legislative-councils-25-seats-began-5132373/,"Karnataka Legislative Council Election 2021: कर्नाटक में विधान परिषद की 25 सीटों पर मतदान शुरू, 14 दिसंबर को आएंगे नतीजे","Karnataka Legislative Council Election 2021 Update: कर्नाटक में आज शुक्रवार (10 दिसंबर, 2021) को विधान परिषद की 25 सीटों के लिए मतदान शुरू हो चुका है. वोटिंग सुबह आठ बजे से शुरू हो चुकी है जो शाम तक चलेगी. चुनाव आयोग 14 दिसंबर को नतीजों की घोषणा करेगा. मालूम हो कि कर्नाटक विधान परिषद में कुल 75 सीटें हैं, जिसमें हर दो साल में एक तिहाई यानी 25 सीटों के लिए मतदान होता है.Also Read - Azgar Aur Mendhak Ka Video: अचानक अजगर की पीठ पर बैठ गया मेंढक, फिर जो हुआ हिल जाएंगे | देखिए वीडियो",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/calcutta-high-court-junks-fir-against-mithun-chakraborty-over-his-controversial-speech-during-bengal-polls-5132042/,"Mithun Chakraborty को कलकत्ता हाईकोर्ट से मिली राहत, कोर्ट ने इस मामले को किया रद्द","चुनावी हिंसा से जुड़े एक मामले से कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) ने अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को गुरुवार को राहत दे दी. आरोप लगाया गया था कि अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के एक जनसभा में अपनी फिल्मों के संवाद बोलने के कारण पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा हुई. चक्रवर्ती ने इस साल 7 मार्च को आयोजित जनसभा में अपनी लोकप्रिय बंगाली फिल्मों के संवाद दोहराते हुए कहा था- ‘मारबो खाने, लाश पोरबे शोशाने’ (मैं तुम्हें यहां मारूंगा और तुम्हारा शरीर श्मशान में गिरेगा) और ‘एक छोबोले छोबी'(एक बार सांप काटेगा और तुम तस्वीर बन जाओगे). उसी दिन मिथुन चक्रवर्ती भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए थे.Also Read - पश्चिम बंगाल के स्कूलों में 'ग्रुप डी' कर्मियों की भर्ती की CBI जांच के आदेश पर कलकत्ता हाईकोर्ट की रोक",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/punjab/farmers-will-be-warmly-welcomed-in-punjab-who-returning-from-kisan-andolan-5132024/,"आंदोलन से लौटने वाले किसानों का होगा जोरदार स्वागत, गांवों में चल रही जोरदार तैयारी","Kisan Andolan: किसान नेताओं ने आज आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया. 11 दिसंबर तक सभी किसान घर लौट जाएंगे. दिल्ली की सीमाओं पर बने आंदोलन स्थल खत्म हो जाएंगे. सरकार को कृषि कानून वापस (Farm Laws Repealed) लेने को मजबूर होना पड़ा. किसान एक साल लंबे आंदोलन के बाद घर लौटेंगे, ऐसे में उनका स्वागत किया जाएगा. गाँवों में किसानों का स्वागत करने की तैयारियां चल रही हैं. पंजाब के कई गांव उन किसानों का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक साल से आंदोलन करने के बाद अपने घर लौट रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) द्वारा आंदोलन समाप्त करने की घोषणा किये जाने के बाद घर लौटने वाले किसानों के सम्मान की तैयारी की जा रही है.Also Read - Haryana: जींद में किसानों नेताओं की घोषणा, अब BJP-JJP नेताओं का बहिष्कार नहीं करेंगे",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/lok-sabha-approves-bills-to-extend-the-tenure-of-directors-of-cbi-and-ed-5131905/,"ED, CBI के निदेशकों के कार्यकाल को बढ़ाने वाले विधेयकों को लोकसभा ने दी मंजूरी","नई दिल्ली: लोकसभा ने केंद्रीय सतर्कता आयोग संशोधन विधेयक (The Central Vigilance Commission (Amendment) Bill, 2021) और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन संशोधन विधेयक (The Delhi Police Special Police Establishment (Amendment) Bill, 2021) को आज गुरुवार को मंजूरी प्रदान कर दी, जिसमें सार्वजनिक हित में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के निदेशकों के कार्यकाल को एक बार में एक वर्ष बढ़ाने और पांच वर्ष की अवधि तक उसे विस्तार दिये जाने का प्रावधान है. अभी तक इनके कार्यकाल की सीमा दो वर्ष थी. बता दें कि सीबीआई के निदेशक का चयन प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्यायाधीश और लोकसभा में विपक्ष के नेता की एक समिति की सिफारिश के आधार पर होता है.Also Read - Jacqueline Fernandez लगातार दूसरे दिन ED के सामने हुईं पेश, सुकेश चंद्रशेखर की सहयोगी गिरफ्तार",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/west-bengal/mamata-banerjee-says-to-police-bsf-should-not-enter-the-villages-without-permission-5131858/,"ममता बनर्जी ने पुलिस से कहा- BSF बिना अनुमति के गांवों में न घुसे, ऐसा हो तो रोकें",कृष्णनगर (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने पुलिस से कहा है कि BSF को अधिकार सीमा क्षेत्र का उलंघन करने से रोका जाए. ममता बनर्जी ने कहा कि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है और बांग्लादेश की सीमा से लगते नादिया जिले की पुलिस को निर्देश दिया कि BSF को उसके अधिकार क्षेत्र के बाहर के इलाकों में प्रवेश करने से रोकें. उन्होंने यहां हुए एक प्रशासनिक बैठक में जिले के पुलिस अधिकारियों से कहा कि ‘नाका जांच’ करें और अतिरिक्त निगरानी बरतें.Also Read - क्‍या शिवसेना कांग्रेस के नेतृत्‍व वाले UPA में होगी शामिल? संजय राउत ने दिया ये जवाब,1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/haryana/farmers-leaders-announced-in-jind-now-bjp-jjp-leaders-will-not-boycott-5131783/,"Haryana: जींद में किसानों नेताओं की घोषणा, अब BJP-JJP नेताओं का बहिष्कार नहीं करेंगे","जींद (हरियाणा): आज किसान आंदोलन (Kisan Andolan) खत्म करने की घोषणा कर दी गई है. अब हरियाणा में जींद के किसान नेताओं ने घोषणा की कि अब वे भाजपा-जजपा नेताओं का बहिष्कार नहीं करेंगे और दोनों दलों के नेता गांवों में आकर जनसभा कर सकते हैं. आंदोलन करने वाले 40 किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) ने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ एक साल से अधिक समय से जारी प्रदर्शन को स्थगित करने का फैसला किया और घोषणा की है कि किसान 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं वाले विरोध स्थलों से घर लौट जाएंगे.Also Read - Uttar Pradesh Police ने गोद में बच्चा लिए प्रदर्शनकारी पर बरसाई लाठियां, Video Goes Viral",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/kisan-andolan-skm-meeting-live-updates-5130418/,"Kisan Andolan: वादे पूरे न होने पर फिर आंदोलन की धमकी के साथ किसान आंदोलन स्थगित, दो दिन में खाली होंगे प्रदर्शन स्थल","Kisan Andolan: तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस ले चुकी है (Farm Laws Replead) और संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session of Parliament) में दोनों सदनों से भी इस मुहर लग चुकी है. किसान पिछले एक साल से इन्ही तीन कृषि कानूनों (Three Farm Laws) को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की विभिन्न बॉर्डरों पर डटे हुए थे. इसके बाद किसानों ने एमएसपी पर गारंटी (Guarantee on MSP) और आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के लिए मुआवजे की मांग रखी. सरकार ने मंगलवार को किसानों की घर वापसी को लेकर एक लिखित प्रस्ताव दिया था, जिस पर किसान राजी नहीं हुए और उसे वापस लौटा दिया था. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) ने बुधवार को कहा कि उनकी लंबित मांगों पर केंद्र द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के ताजा मसौदे पर किसानों में आम सहमति बन गई है. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आंदोलन के भविष्य की रणनीति तय करने के लिए गुरुवार को बैठक होगी. किसान संयुक्त मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने गुरुवार को बताया कि किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित करने का फैसला ले लिया है. गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि अब हम 15 जनवरी को समीक्षा बैठक करेंगे. अगर सरकार अपने वादे पूरे नहीं करती है तो हम फिर से अपना आंदोलन शुरू कर सकते हैं.Also Read - आंदोलन से लौटने वाले किसानों का होगा जोरदार स्वागत, गांवों में चल रही जोरदार तैयारी",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/youtuber-maridhas-arrested-for-tweet-tamilnadu-turning-into-kashmir-after-bipin-rawats-helicopter-crashed-5131656/,"YouTuber Maridhas Arrested: बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश होने पर लिखा 'नया कश्मीर बन रहा तमिलनाडु', अरेस्ट","YouTuber Maridhas Arrested: तमिलनाडु के कुन्नूर में CDS Bipin Rawat का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इसमें बिपिन रावत Bipin Rawat सहित कई अन्य सैन्य अफसरों का निधन हो गया. हेलिकॉप्टर क्रैश होने की घटना में बिपिन रावत के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है. बिपिन रावत की पत्नी का भी इस घटना में निधन हो गया. पीएम मोदी सहित देश की सभी प्रमुख हस्तियों ने शोक ज़ाहिर किया. वहीं, यूट्यूबर मरिधास ने इस घटना को लेकर इस तरह की टिप्पणी की, जिसके बाद उसे अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया.Also Read - पालम एयरबेस पर जनरल Bipin Rawat व अन्य को PM मोदी, रक्षा मंत्री ने दी श्रद्धांजलि",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/viral/tejashwi-yadav-marriage-pic-tejashwi-yadav-tied-the-knot-today-after-engagement-see-photos-5131518/,"Tejashwi Yadav Marriage Pic: सगाई के बाद आज ही शादी के बंधन में बंधे तेजस्वी यादव, देखें तस्वीरें...","Tejashwi Yadav Marriage Pic: राजद प्रमुख लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) गुरुवार को शादी के बंधन में बंध गए. इससे पहले आज ही उनकी सगाई भी हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजस्वी यादव की शादी एयरहोस्टेस रहीं एलेक्सिस से हुई है जो हरियाणा की रहने वाली हैं. दोनों एक दूसरे को पिछले कई सालों से जानते हैं और अच्छे दोस्त भी हैं. एलेक्सिस इसाई धर्म को मानने वाली हैं. शादी समरोह से राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav), उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की भी तस्वीरें सामने आई हैं.Also Read - Tejashwi Yadav Marriage: कौन हैं रचेल जिनके संग शादी के बंधन में बंधे हैं तेजस्वी यादव? देखें जयमाल से लेकर फेरे तक की तस्वीरें",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/we-were-not-given-time-in-rajya-sabha-to-pay-tribute-to-general-bipin-rawat-says-congress-mp-mallikarjun-kharge-5131404/,"राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बड़ा आरोप, बोले- हमें जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय नहीं दिया गया","नई दिल्ली: राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि उच्च सदन में सरकार और आसन ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजर्लि अर्पित करने के लिए विपक्षी नेताओं को समय नहीं दिया. उन्होंने संसद भवन के बाहर विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज बहुत दुखद दिन है. हम जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने दुर्घटना में जान गंवाई है.’’Also Read - IAF Helicopter Crash: Amul ने CDS जनरल बिपिन रावत को दी अनोखी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीर",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/kisan-andolan-khatm-farmers-will-start-returning-home-from-december-11-important-meeting-of-skm-on-15th-know-all-the-updates-in-10-point-5131357/,"आंदोलन खत्म, 11 दिसंबर से घर लौटना शुरू करेंगे किसान; 15 को SKM की अहम बैठक- 10 प्वाइंट में जानें अब तक के सभी अपडेट्स","kisan Andolan End: दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर एक साल से ज्यादा समय से चल रहे किसानों का आंदोलन ‘खत्म’ (Farmers protest End) हो गया है. 11 तारीख से किसान सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) समेत तमाम जगहों से घर लौटना शुरू कर देंगे. किसानों ने कहा है कि यह आंदोलन खत्म नहीं हुआ है, बल्कि स्थगित हुआ है. सरकार की तरफ मिले आश्वासन के बाद किसानों ने आंदोलन को स्थगित करने का फैसला किया है. सरकार की तरफ से किसानों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि MSP की गारंटी पर समिति बनाई, जिसमें SKM से किसान नेता शामिल रहेंगे. इसके साथ-साथ देश भर में हुए किसानों पर हुए मुकदमे वापस लिये जाएंगे. खत में आगे कहा गया है कि सरकार मृत किसानों को मुआवजा देगी. साथ ही साथ बिजली बिल को सरकार SKM से चर्चा करने के बाद संसद में लाएगी. वहीं, पराली जलाने पर भी किसानों पर कार्रवाई नहीं होगी. हालांकि किसान यहां से हटने के बाद 13 दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अरदास करेंगे और अपने घरों को लौटेंगे.Also Read - आंदोलन से लौटने वाले किसानों का होगा जोरदार स्वागत, गांवों में चल रही जोरदार तैयारी",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/tejashwi-yadav-marriage-update-rjd-laeaer-tejashwi-yadavs-engagement-picture-went-viral-on-social-media-marriage-can-be-happen-tonight-5131203/,"Tejashwi Yadav Marriage Update: तेजस्वी यादव की सगाई वाली तस्वीर आई सामने, आज रात को हो सकती है शादी",Tejashwi Yadav Marriage Update: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (RJD Chief Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आज गुरुवार को सगाई कर ली है. सगाई के समय की उनकी तस्वीर भी सामने आई है. इसमें वो अपनी होने वाली पत्नी के साथ स्टेज पर खड़े हैं. देख सकते हैं कि लाल जोड़े में मंगेतर और शेरवानी में खुद तेजस्वी खूब सुंदर लग रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक शादी एयरहोस्टेस रहीं एलेक्सिस से हुई है जो हरियाणा की रहने वाली है. दोनों एक दूसरे को पिछले कई सालों से जानते हैं और अच्छे दोस्त भी हैं. एलेक्सिस इसाई धर्म को मानने वाली हैं.Also Read - Tejashwi Yadav Marriage: कौन हैं रचेल जिनके संग शादी के बंधन में बंधे हैं तेजस्वी यादव? देखें जयमाल से लेकर फेरे तक की तस्वीरें,1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/noida-delhi-border-news-when-will-the-ghazipur-and-singhu-borders-open-after-the-end-of-the-farmers-protest-this-is-the-latest-update-5131161/,Delhi-Noida Border News: किसान आंदोलन खत्म होने के बाद कब से खुल जाएंगे बॉर्डर? यह है ताजा अपडेट,"Delhi-Noida Border News: दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर एक साल से अधिक समय से चल रहे किसानों का आंदोलन ‘खत्म’ (Farmers Protest End) हो गया है. 11 तारीख से किसान सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) समेत तमाम जगहों से घर लौटना शुरू कर देंगे. इसका मतलब यह हुआ कि नोएडा से दिल्ली जाने वाले (Noida-Delhi Border News) और दिल्ली से नोएडा (Delhi-Noida Border Update) आने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. हालांकि किसानों ने कहा है कि यह आंदोलन खत्म नहीं हुआ है, बल्कि स्थगित हुआ है. किसान यहां से हटने के बाद 13 दिसंबर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अरदास करेंगे और अपने घरों को लौटेंगे.Also Read - आंदोलन से लौटने वाले किसानों का होगा जोरदार स्वागत, गांवों में चल रही जोरदार तैयारी",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/will-protest-end-tomorrow-farmers-accept-the-new-proposal-of-the-government-decision-possible-in-skm-meeting-on-thursday-5130171/,क्या अब खत्म हो जाएगा आंदोलन? सरकार का नया प्रस्ताव किसानों को मंजूर! आज SKM की बैठक में फैसला संभव,"Kisan Andolan: तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लिये जाने के बाद भी किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. हालांकि जल्द ही किसान अपना आंदोलन खत्म करने का ऐलान कर सकते हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को कहा कि उनकी लंबित मांगों पर केंद्र के प्रस्ताव के ताजा मसौदे पर आम सहमति बन गई है. SKM की तरफ से बताया गया कि आंदोलन के लिए भविष्य की रणनीति तय करने को लेकर गुरुवार को बैठक होनी है. हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता सरकार से ‘लेटरहेड’ पर औपचारिक संवाद की मांग कर रहे हैं. किसान नेता और SKM कोर समिति के सदस्य गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि लंबित मांगों के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से पहले प्राप्त हुआ प्रस्ताव का मसौदा स्वीकार करने योग्य नहीं था, जिसके बाद केंद्र ने बुधवार को नए सिरे से प्रस्ताव का मसौदा भेजा है.Also Read - आंदोलन से लौटने वाले किसानों का होगा जोरदार स्वागत, गांवों में चल रही जोरदार तैयारी",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/pm-awas-yojana-latest-update-what-government-decided-regarding-the-prime-ministers-awas-yojana-this-is-the-latest-update-5130096/,"PM Awas Yojana: प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर जानें सरकार ने क्या लिया फैसला, यह है ताजा अपडेट","PM Awas Yojana Latest Update: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (Pradhan Mantri Awas Yojana-Gramin) को जारी रखने को बुधवार को मंजूरी दे दी. इसके तहत इसे मार्च 2021 से मार्च 2024 तक बढ़ाने की बात कही गई है. कैबिनेट बैठक के बाद सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई जिसके तहत ग्रामीण इलाकों में सभी को आवास सुनिश्चित किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में ग्रामीण क्षेत्रों में सभी को आवास के संबंध में आकलन किया गया था कि 2.95 करोड़ लोगों के पक्के मकान की जरूरत होगी. इसमें बड़ी संख्या में परिवारों को आवास प्रदान किये गए हैं.Also Read - PM Awas Yojana: तीन साल के लिए बढ़ाई गई पीएम आवास योजना की अवधि, यहां जानें किस तरह से करें आवेदन?",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/who-is-tejashwi-yadav-bride-lalu-family-creates-suspense-sister-rohini-acharya-tweets-5129388/,"Bihar News: तो ये बनेंगी तेजस्वी की दुल्हन? कल होगी सगाई, बहन रोहिणी ने किया ट्वीट-भाई के सिर पर सेहरा...","Bihar News: बिहार के नेता प्रतिपक्ष और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव कल की कल सगाई होगी, मीडिया में इसे लेकर काफी हलचल है, लेकिन लालू परिवार की तरफ से इस संबंध में अभी तक पुष्टि नहीं हो पा रही थी. लेकिन, लालू की बेटी और तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्या के ट्वीट ने लगभग इसकी पुष्टि कर दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि- “भाई के सिर पर सेहरा है सजने वाला, खुशियों से गुलजार घर का आँगन है होने वाला.” बता दें कि बुधवार की सुबह से इसकी खबर तमाम जगहों से मिलने लगी थी लेकिन शादी कब है और दुल्हन कौन है, इसे लेकर लालू परिवार अबतक खामोश है.Also Read - Tejashwi Yadav Marriage: कौन हैं रचेल जिनके संग शादी के बंधन में बंधे हैं तेजस्वी यादव? देखें जयमाल से लेकर फेरे तक की तस्वीरें",1 https://www.india.com,https://www.india.com/hindi-news/bihar/bihar-panchayat-election-2021-live-10th-phase-voting-continue-from-7am-5128592/,"Bihar Panchayat Election 2021: गांव की सरकार बनाने के लिए 10th Phase की Voting जारी, जानिए लेटेस्ट अपडेट","Bihar Panchayat Election 2021: बिहार पंचायत चुनाव के 10वें चरण के लिए आज सुबह सात बजे से मतदान जारी है जो शाम के पांच बजे तक चलेगा. दसवे चरण के लि आज 34 जिलों के 53 प्रखंडों में मतदान हो रहा है. मतदान के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं, वजह ये है कि इस चरण में ज्यादातर नक्सल प्रभावित इलाके शामिल हैं जहां मतदान अभी शांतिपूर्ण चल रहा है. मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल मौजूद हैं. सीसीटीवी कैमरों के जरिए मतदान केंद्रों की निगरानी की जा रही है. लेकिन आज सुबह ठंड के बावजूद वोटर्स बड़ी संख्या में गांव की सरकार चुनने के लिए लाइनों में खड़े दिख रहे हैं.Also Read - Bihar Panchayat Election 2021: कल होगा 10वें चरण का मतदान, नहीं है पहचान पत्र तब भी दीजिए वोट, जानिए कैसे",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/farmers--movement-postponed--farmers-will-return-home-from-december-11--skm-announced-to-end-farmers--agitation.html,"किसान आंदोलन स्थगित, 11दिसंबर से किसान करेंगे घर वापसी, SKM ने किया किसान आंदोलन खत्म करने का ऐलान","भारत किसान आंदोलन स्थगित, 11दिसंबर से किसान करेंगे घर वापसी, SKM ने किया किसान आंदोलन खत्म करने का ऐलान Thursday, December 09, 2021 15:10 PM facebook instagram twitter google+ धरना स्थल से पंड़ाल खोलते किसान। नई दिल्ली। दिनांक 09 दिसंबर 2021 किसानों की डायरी में स्वर्णीम दिन के रूप में लिखा जाएगा। वजह है किसानों की बड़ी जीत। दरअसस SKM ने किसान आंदोलन खत्म करने का ऐलान कर दिया है। किसान धरना स्थल से (11 दिसंबर) परसों से घर वापसी करेंगे। 378 दिनों बाद किसानों की घर वापसी होगी। संयुक्त किसान मोर्चा की गुरूवार को हुई बैठक में किसान आंदोलन को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। किसान संगठनों ने सरकार को चिठ्ठी लिखी है। किसान नेताओं का कहना है कि हम बड़ी जीत लेकर जा रहे है। शुक्रवार को (10 दिसंबर) को किसान CDS बिपिन रावत सहित शहीद हुए सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि देंगे। शनिवार (11 दिसंबर) को विजय दिवस मनाएंगे। 15 जनवरी को फिर से बैठक होगी। साथ ही हर महीने अपनी मांगों को लेकर समीक्षा करेंगे। साथ ही सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि सरकार वादे पूरा नहीं करेंगी तो हम फिर आंदोलन करेंगे। उल्लेखनिय है कि किसानों ने करीब 1 साल तक 3 कृषि कानूनों को रद्द करवाने और समर्थन मूल्य सहित अन्य मांगों को लेकर संघर्ष किया। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: देश में कोरोना मरीजों की संख्या हुई 6.48 लाख देश में कोरोना संक्रमण के पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 22,771 नये मामले सामने आये है, जिससे संक्रमितों की संख्या 6.48 लाख से अधिक हो गई है। 04/07/2020 sdsdv sdvsdv 10/11/2016 दिल्ली विधानसभा चुनाव : करीब 60 फीसदी मतदाताओं ने डाला वोट विदेश मंत्री एस जयशंकर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल, मुख्य सचिव विजय कुमार देव, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के अलावा कई अन्य नेताओं ने मतदान किया। 08/02/2020 पत्रकारों की गिरफ्तारी पर भड़के राहुल-प्रियंका गांधी, कहा- सच बोलने वालों से डरती है भाजपा सरकार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसान आंदोलन को कवर कर रहे पत्रकारों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सरकार पर तीखा हमला करते हुए रविवार को कहा कि वह सच बोलने वालों से डरती है, इसलिए उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। 31/01/2021 भ्रष्टाचार से मुक्त पंजाब बनाने के संकल्प के साथ चुनाव लड़ेगी भाजपा : शेखावत नशा, माफिया और भ्रष्टाचार से मुक्त पंजाब बनाने के संकल्प के साथ भाजपा चुनाव लड़ेगी। पंजाब के हर वर्ग को राजनीतिक भागीदारी दी जाएगी। 28/10/2021 समय के साथ बढ़ी लोकसभा की औसत आयु देश में युवाओं की संख्या में भले ही लगातार वृद्धि हुई है लेकिन विभिन्न लोकसभाओं में सदस्यों की औसत आयु कम होने की बजाय बढ़ी है और यह 46 से बढ़कर 55 वर्ष हो गयी है। 26/04/2019 राहुल गांधी के श्वेत पत्र पर बीजेपी का पलटवार, कहा- देश में जब भी कुछ अच्छा होता है, कांग्रेस को चिढ़ होती है भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कोरोना पर श्वेत पत्र जारी करने पर पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जब भी हिंदुस्तान में कुछ अच्छा होता है और देश अच्छा प्रदर्शन करता है, तो कहीं न कहीं कांग्रेसियों को उससे चिढ़ होती है। राहुल गांधी से रुका नहीं जाता और वो उस पूरे विषय पर एक प्रश्नचिन्ह लगाने का काम करते हैं। 22/06/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/farmer-s-movement-may-end-today--farmers--organizations-agree-on-the-proposal-of-the-government--the-government-agreed-even-after-withdrawing-the-cases-registered-against-the-farmers.html,आज खत्म हो सकता है किसान आंदोलन : सरकार के प्रस्ताव पर किसान संगठनों में सहमति,"भारत आज खत्म हो सकता है किसान आंदोलन : सरकार के प्रस्ताव पर किसान संगठनों में सहमति Thursday, December 09, 2021 11:40 AM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए संशोधित प्रस्ताव पर किसान संगठनों में सहमति बन गई है। अब सरकार की तरफ से इसे मानने के लिए अधिकारिक चिट्ठी भेज दी जाएगी, तो गुरुवार दोपहर 12 बजे फिर मोर्चे की बैठक बुलाकर किसानों की घर वापसी का ऐलान हो जाएगा। मोदी सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान अलग-अलग राज्यों में हुई एफआईआर को तुरंत प्रभाव से रद्द करने की बात मान ली है। एमएसपी पर कमेटी में रहेंगे संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि मोदी सरकार और किसान संगठनों के बीच एमएसपी पर बनने वाली कमेटी में भी संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों के ही रहने की बात पर भी सहमति बन गई है। वहीं इलेक्ट्रीसिटी बिल पर भी संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों से बात के बाद ही सरकार आगे बढ़ेगी। साथ ही मुआवजे पर भी हरियाणा और यूपी तैयार हैं, लेकिन किसानों की मांग है कि पंजाब की तर्ज पर मुआवजा मिले। केंद्र सरकार दिल्ली में हुए मुकदमों को भी वापस लेने को भी तैयार है। मुआवजा और केस वापसी राज्य सरकार के जिम्मे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने जो ड्राफ्ट भेजा था, उसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया है। इस ड्राफ्ट के अनुसार मृतकों को 5 लाख का मुआवजा राज्य सरकार देगी। वहीं, राज्य सरकार ही किसानों पर केस वापस लेगी, अब इसे सरकार को वापस भेजा गया है। नए ड्राफ्ट पर बनी सहमति हरियाणा के किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि कल सरकार की तरफ से जो ड्राफ्ट आया था, उस पर हमारी सहमति नहीं बनी थी, हमने उसमें कुछ सुधारों की मांग कर लौटा दिया था, अब सरकार दो कदम और आगे बढ़ी है। उन्होंने कहा कि आज जो ड्राफ्ट आया है, उसको लेकर हमारी सहमति बन गई है, अब सरकार उस ड्राफ्ट पर हमें अधिकारिक चिट्ठी भेजे, इसी पर सबकी सहमति है, जैसी चिट्ठी आएगी, उस पर कल मीटिंग कर फैसला लेंगे, इसके लिए 12 बजे मीटिंग बुला ली गई है, जिसमें अंतिम फैसला लिया जाएगा। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार का बयान, कहा- राज्य में एनआरसी लागू करने का सवाल ही नहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा। नीतीश ने विधानसभा के विशेष सत्र में कहा कि सदन के अंदर हर मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एनपीआर पर राज्य ने सहमति दी है लेकिन बीच में कुछ नया जोड़ा गया है तो इस पर भी सदन में चर्चा हो सकती है। 13/01/2020 पहले स्वदेशी युद्धपोत 'विक्रांत' के कम्प्यूटर्स से इलेक्ट्रिक पुर्जे चोरी, जांच में जुटी NIA केरल के कोच्चि शिपयार्ड से पहले स्वदेशी युद्धपोत 'विक्रांत' के चार सर्वाधिक परिष्कृत कम्प्यूटर्स के इलेक्ट्रिक पुर्जे चोरी हो गए हैं। देश के सर्वाधिक सुरक्षित स्थानों में शुमार इस क्षेत्र में सेंध सुरक्षा में भारी चूक माना जा रहा है। 18/09/2019 शांतिपूर्ण तरीके से कानून का विरोध कर रहे लोग देशद्रोही नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट हाईकोर्ट ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन पर कहा कि यह लोग देशद्रोही नहीं है। 15/02/2020 संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष ने सुषमा के निधन पर जताया शोक अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई सहित कई देशों के नेताओं और राजनयिकों ने भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है। 07/08/2019 हमें नाली साफ करने के लिए नहीं बनाया गया है सांसद : साध्वी भोपाल से भारतीय जनता पार्टी सांसद साध्वी प्रज्ञा अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं। एक बार फिर से वह चर्चा में हैं। 22/07/2019 राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पत्नी सविता कोविंद के साथ किया मतदान दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के बीच आज सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया और शाम छह बजे तक चलेगा। मतगणना 11 फरवरी को होगी। 08/02/2020 यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का प्रियंका पर निशाना, बताया झूठ बोलने की मशीन उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को ट्विटर वाड्रा बताया और कहा कि वो पुलिस पर बदसलूकी का झूठा आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि प्रियंका झूठ बोलने की मशीन है। यह उनका ड्रामा है। 29/12/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-called-lal-topi-a-red-alert-for-uttar-pradesh--then-akhilesh-took-a-jibe-at-bjp-and-called-inflation-a-red-alert.html,"मोदी ने 'लाल टोपी' को UP के लिए बताया रेड अलर्ट, तो अखिलेश ने बीजेपी पर तंज कसते हुए 'महंगाई' को बताया रेड अलर्ट","भारत मोदी ने 'लाल टोपी' को UP के लिए बताया रेड अलर्ट, तो अखिलेश ने बीजेपी पर तंज कसते हुए 'महंगाई' को बताया रेड अलर्ट Tuesday, December 07, 2021 18:30 PM facebook instagram twitter google+ सियासी वार-पलटवार। गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में गोरखपुर की जनसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बिना जमकर हमला बोला लेकिन इस बार निशाने पर सपाईयों की 'लाल टोपी' रही। मोदी ने गोरखपुर में एम्स और उर्वरक कारखाने के लोकार्पण समारोह में 2017 से पहले तक उत्तर प्रदेश की बदहाली का ठीकरा विपक्षी दल सपा पर फोड़ा। उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य एवं अन्य नागरिक सेवाओं को उन्नत करने में पिछली सरकारों के ढुलमुल रवैये का जिक्र करते हुये कहा कि सब जानते थे कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी। लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने एम्स के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने बनाए। सब जानते थे कि गोरखपुर का उर्वरक कारखाना, इस पूरे क्षेत्र के किसानों के लिए, यहां रोजगार के लिए कितना जरूरी था। लेकिन पहले की सरकारों ने इसे शुरू करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 तक सपा की सरकार थी। मोदी ने सपा का नाम लिये बिना ही प्रदेश में अराजकता के लिये अखिलेश सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधने के लिये उनकी 'लाल टोपी' का ही जिक्र किया। उन्होंने अखिलेश की सत्ता में आने की चाहत की वजह बताते हुये कहा, ''लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए। और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी। मोदी के वार पर अखिलेश का पलटवार हालांकि मोदी के वार पर अखिलेश ने भी तुरंत पलटवार किया। मेरठ में रालोद अध्यक्ष के साथ गठबंधन की पहली संयुक्त रैली को संबोधित करने के बाद अखिलेश ने मोदी के तंज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि भाजपा के लिये लाल टोपी नहीं मंहगाई और बेरोजगारी रेड अलर्ट है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के लिए 'रेड एलर्ट' है महंगाई का, बेरोजगारी-बेकारी का, किसान-मजदूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीडऩ का, बर्बाद शिक्षा, व्यापार और स्वास्थ्य का। अखिलेश ने सपा की लाल टोपी को ही सत्ता से भाजपा को बाहर करने वाला बतोत हुए कहा कि 'लाल टोपी' ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। लाल का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा। उधर, मोदी ने रैली में सियासी हमले की जद में सपा को ही केन्द्रित करते हुये कहा कि आज पूरा यूपी भली-भांति जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं। लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: लक्षण के बिना मरीज सामने आना चिंताजनक, लॉकडाउन में नहीं दी जाएगी छूट : केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस के बिना लक्षण वाले मरीजों के सामने आने को चिंताजनक बताते हुए रविवार को कहा कि फिलहाल पूर्णबंदी में किसी तरह की छूट नहीं दी जायेगी। 19/04/2020 औरंगाबाद में जय श्री राम नहीं बोलने पर युवक की पिटाई महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अज्ञात लोगों के एक समूह ने एक व्यक्ति की कथित तौर पर पिटाई कर दी। वह उसकी जय श्री राम ना बोलने पर पिटाई कर रहे थे। इमरान होटल में काम करता है और काम कर घर लौट रहा था। 20/07/2019 देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए 8392 कोरोना मरीज, संक्रमितों का आंकड़ा 1.90 लाख के पार देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में दिनों-दिन हो रही वृद्धि से संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1.90 लाख को पार कर गया है और भारत सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में फ्रांस और जर्मनी को पीछे छोड़कर 7वें स्थान पर पहुंच गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 8392 नए मामले सामने आए हैं। 01/06/2020 सीमा विवाद: आगाह करने के बाद भी नेपाल नहीं माना, संशोधन के लिए नया नक्शा पेश नेपाल की केपी शर्मा ओली सरकार ने देश का नया नक्शा संसद में संशोधन के लिए पेश कर दिया है। इस नक्शे में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को शामिल किया गया है। नए नक्शे का को 27 मई को सरकार ने इसे संसद में पेश करने रोक दिया था। 01/06/2020 रामेश्‍वर ने 11 सैकेंड में पूरी की दौड़ मध्य प्रदेश के रामेश्‍वर गुर्जर ने 11 सेकेंड में 100 मीटर की दौड़ पूरी कर ली। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 18/08/2019 भारत में 'स्पूतनिक वी' का ट्रायल कर रही फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज पर साइबर अटैक, सभी डाटा सेंटर किए बंद दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज ने साइबर हमले के बाद दुनिया भर में फैले अपने कई कारखानों में काम रोक दिया है और अपने डाटा सेंटर की सेवाएं पृथक कर दी हैं। कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि उसने ऐहतियातन यह काम किया है। 22/10/2020 महाराष्ट्र: विरार में कोविड अस्पताल के ICU वार्ड में आग से 14 मरीजों की मौत, CM ने दिए जांच के आदेश महाराष्ट्र में पालघर जिले के विरार में एक अस्पताल के आईसीयू वार्ड में शुक्रवार तड़के आग लग जाने से 14 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार तड़के करीब 3.15 बजे विरार स्थित विजय वल्लभ अस्पताल में आईसीयू वार्ड में एयरकंडीशनर में शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गई। 23/04/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/the-matter-of-getting-the-conversion-done-by-luring-the-money-in-the-house--demand-raised-in-the-lok-sabha-to-ban-the-conversion.html,सदन में गुंजा पैसे का लालच देकर धर्मांतरण करवाने का मामला : लोकसभा में धर्मांतरण पर रोक लगाने की उठी मांग,"भारत सदन में गुंजा पैसे का लालच देकर धर्मांतरण करवाने का मामला : लोकसभा में धर्मांतरण पर रोक लगाने की उठी मांग Tuesday, December 07, 2021 17:00 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को धर्मांतरण का मुद्दा उठाते हुए मांग की गई कि ग्रामीण क्षेत्रों में पैसे का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है और धर्म परिवर्तन के बाद व्यक्ति नाम नहीं बदलता है और दूसरा धर्म स्वीकार करने पर भी पहले धर्म की व्यवस्था का लाभ लेता है। भारतीय जनता पार्टी के ढालसिंह बिसेन ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से धर्मांतरण हो रहा है और पैसे का लालच देकर लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। उनका कहना था कि बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग धर्मांतरण पैसे के लिए कर रहे हैं इसलिए सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और धर्मांतरण कराने वालों को दंडित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग धर्मांतरण कर लेते हैं उनका नाम नहीं बदला जाता है। नाम नहीं बदलने पर वे पहले वाले धर्म की व्यवस्था के तहत लाभ अर्जित करते हैं जबकि उन्हें यह लाभ नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो सुविधा उन्हें पहले मिलती थी वही सुविधा धर्म परिवर्तन के बाद भी मिल रही है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: बाबरी विध्वंस केस ने रोकी महंत नृत्य गोपाल दास की राह, ट्रस्ट में शामिल करने का मामला अंतिम समय में अटका अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल राय को शामिल करने का मामला अंतिम समय में अटक गया। 07/02/2020 महाराष्ट्र में धार्मिक-राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक, उद्धव बोले- हालात नहीं सुधरे, तो फिर से लॉकडाउन लगाएंगे कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार से भीड़-भाड़ वाले सारे राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रम पर पाबंदी लगाने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य की जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगर यहीं स्थिति रही तो फिर से राज्य में लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है। 21/02/2021 नक्सली मुठभेड़ में दो जवान शहीद, एक घायल छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुयी मुठभेड़ में केन्द्रीय सुरक्षा बल के दो जवान शहीद हो गये, वहीं एक जवान घायल हो गया। 28/06/2019 MNS प्रमुख राज ठाकरे को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया राज ठाकरे अपने काफिले के साथ ईडी के दफ्तर पहुंचे हैं, उनका बेटा और बेटी भी साथ में हैं। विरोध करने पर कई एमएनएस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। 22/08/2019 मायावती ने पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना बसपा प्रमुख मायावती ने पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा कि यह चुनाव के लिए किया गया है। 20/09/2021 निर्मला सीतारमण ने अस्पताल में जाना शशि थरूर का हाल रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मंगलवार को सिर में चोट लगने के कारण अस्पताल में भर्ती कांग्रेसी नेता और तिरुवनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार शशि थरूर से भेंट कर उनका हाल चाल जाना। 16/04/2019 दिल्ली हिंसा: शिव विहार में पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी मामले में एक युवक गिरफ्तार उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शिव विहार इलाके में हिंसा के दौरान पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी में मामले में पुलिस ने एक शख्स मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शानू (27) को गिरफ्तार किया है। वह शिव विहार का ही रहने वाला है। 07/03/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/issue-of-job-and-compensation-to-gunja-farmers-in-the-house--rahul-gandhi-gave-the-list-of-martyr-farmers-to-the-government-in-parliament--demanding-compensation-and-job.html,"सदन में गुंजा किसानों को नौकरी और मुआवजे का मुद्दा : राहुल गांधी ने संसद में सरकार को दी शहीद किसानों की सूची, मुआवजा और नौकरी देने की मांग","भारत सदन में गुंजा किसानों को नौकरी और मुआवजे का मुद्दा : राहुल गांधी ने संसद में सरकार को दी शहीद किसानों की सूची, मुआवजा और नौकरी देने की मांग Tuesday, December 07, 2021 17:35 PM facebook instagram twitter google+ तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की सूची लोकसभा में दिखाते हुए राहुल गांधी। नई दिल्ली। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने देश में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की सूची मंगलवार को लोकसभा में पेश की और केन्द्र सरकार से मांग की कि हरियाणा एवं पंजाब के इन 'शहीद' किसानों के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दी जाये। लोकसभा में शून्यकाल शुरु होते ही अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल का नाम पुकारा। जिसके बाद गांधी ने सर्वप्रथम उन्हें बोलने का अवसर देने के लिए अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया और कहा कि जैसा कि पूरा देश जानता है कि किसान आंदोलन में तकरीबन सात सौ किसानों ने शहादत दी है। प्रधानमंत्री ने स्वयं देश के किसानों से माफी मांगी है और अपनी गलती स्वीकार की है। बतौर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि गत 30 नवंबर को कृषि मंत्री से जब पूछा गया कि किसान आंदोलन में कितनी मौतें हुईं हैं तो उन्होंने कहा था कि उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि वह यह सूची लेकर आये हैं और इसे सदन के पटल पर रखना चाहते हैं। पंजाब सरकार ने ऐसे चार सौ किसानों को पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया है और 152 को नौकरी दी है। एक सूची हरियाणा के 70 किसानों की भी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने माफी मांगी है और कितने शहीद हुए हैं, ये उनको नहीं पता है। ये नाम हमारे पास हैं। मैं चाहता हूं कि जो हक इनको मिलना चाहिए, वह हक पूरा मिलना चाहिए। इन किसानों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी मिलनी चाहिए। राहुल गांधी इतना कह कर बैठ गये। इसके बाद विपक्ष और सत्ता पक्ष में कुछ नोंकझोंक भी हुई। बाद में विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर किसानों के हक मारने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और सदन से बहिर्गमन किया। इन विपक्षी दलों में कांग्रेस, वामदल एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम शामिल हैं। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: हाथरस केस के आरोपियों ने एसपी को लिखा पत्र, कहा- हम निर्दोष, पीड़िता को उसकी मां और भाई ने पीटा उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। मामले में आरोपियों ने हाथरस के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर खुद को निर्दोष बताया है और कहा है कि लड़की से उसकी दोस्ती थी और उसके परिवार वालों को यह पसंद नहीं था। पत्र में कहा गया है कि वो निर्दोष हैं और उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। 08/10/2020 सुप्रीम कोर्ट ने आरओ कंपनियों को सरकार के पास अपना पक्ष रखने का दिया निर्देश सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में पानी की शुद्धता के मामले में आरओ निर्माता कंपनियों की याचिका पर राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के आदेश में किसी तरह का हस्तक्षेप करने से शुक्रवार को मना कर दिया। 22/11/2019 निधन से पहले सुषमा ने वकील हरीश साल्वे से की थी बात, कहा- कल आकर ले जाना 1 रुपए फीस सुषमा स्वराज ने निधन से एक घंटे पहले कुलभूषण जाधव मामले में भारत की तरफ से वकील हरीश साल्वे से बात की थी और उन्हें उनकी 1 रुपये की फीस देने के लिए बुलाया था. 07/08/2019 देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 7 लाख 66 हजार के पार, 24 घंटे में आए 8635 नए मरीज देश में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार कोरोना संक्रमण के 10 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं और इस बीमारी से होने वाली दैनिक मौतों की संख्या भी 100 से नीचे आई है। कोरोना को मात देने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी से सक्रिय मामलों की दर 1.50 फीसदी के करीब पहुंच गई है। इस बीच देश में अब तक 39 लाख 50 हजार 156 लोगों का कोविड-19 टीकाकरण किया जा चुका है। 02/02/2021 भारतीय रेल ने पुराने डिब्बों का किया रचनात्मक इस्तेमाल, मैसूर में खोले क्लास रूम भारतीय रेल ने पुराने और बेकार पड़े डिब्बों का रचनात्मक तरीके से इस्तेमाल किया है। भारतीय रेल ने शिक्षा को बढ़ावा देने और स्कूल के प्रति बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए रेलवे के पुराने डिब्बों को कचरा बनाने की बजाय उसमें नए क्लासरूम खोले हैं। 21/02/2020 जानिए देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन 'तेजस एक्सप्रेस' में मिलने वाली बेहद खास सुविधाएं देश को तेजस एक्‍सप्रेस के रूप में पहली कॉरपोरेट ट्रेन मिल गई है। लखनऊ से नई दिल्ली के बीच चलने वाली इस ट्रेन में बेहद खास सुविधाएं हैं। तेजस एक्‍सप्रेस में यात्रियों को सीट के ऊपर फ्लैश लाइट, ऑटोमेटिक डोर, अटेंडेंट बटन, गैंगवे पर हाई डेफिनेशन कैमरे जैसी सुविधाएं दी गई हैं। 05/10/2019 दिल्ली की 6 सीटों पर कांग्रेस ने घोषित किए उम्मीदवार, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से लडे़ंगी शीला दीक्षित कांग्रेस दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 6 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। 22/04/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/opposition-demands-proper-compensation-on-nagaland-incident--home-minister-s-statement-in-parliament--shah-expresses-grief--orders-probe-by-sit.html,"विपक्ष ने की नागालैंड की घटना पर उचित मुआवजे की मांग : संसद में गृहमंत्री का बयान, शाह ने जताया दुख, SIT देगी 1महिने में रिपोर्ट","भारत विपक्ष ने की नागालैंड की घटना पर उचित मुआवजे की मांग : संसद में गृहमंत्री का बयान, शाह ने जताया दुख, SIT देगी 1महिने में रिपोर्ट Monday, December 06, 2021 17:55 PM facebook instagram twitter google+ संसद में नागालैंड फायरिंग के मामले पर गृहमंत्री का बयान, अमित शाह ने जताया दुख, SIT 1 महिने में देगी मामले पर रिपोर्ट। नई दिल्ली। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने लोकसभा में सोमवार को शून्यकाल शुरू होने से पहले नागालैंड की घटना को दुखद करार देते हुए पीड़ित परिवारों को समुचित मुआवजा देने और जांच की अपील के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सदन में इस मुद्दे पर विस्तृत बयान देने की मांग की। नागालैंड की राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक प्रगतिशील पार्टी (एनडीपीपी) के तोखेहो येपथोमी में नागालैंड की घटना पर दु:ख जताते हुए कहा उचित मुआवजा देने की माँग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच की जाय तथा दोषियों को सख्त सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि सशत्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम ( एएफएसपीए) सुरक्षा बालों को आम नागरिकों को मारने का अधिकार नहीं देता है। कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा की चार और पांच दिसम्बर को जो घटना हुई है वह नागालैंड और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए काला दिन है। उन्होंने इस घटना की ङ्क्षनदा करते हुए इलाक़े में शांति क़ायम करने की अपील की। वहां जिस प्रकार आम नागरिकों की हत्या की गई वह खुफिया तंत्र की विफलता है। पूर्वोत्तर राज्यों लगातार क़ानून व्यवस्था में गिरावट आ रही है। इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह को सदन में वक्तव्य देना चाहिए। द्रमुक नेता टी आर बालू ने कहा कि नागालैंड की घटना को निंदनीय करार देते हुए कहा की इसकी जांच होनी चाहिए था यह सुनिश्चित हो कि ऐसी घटना दोबारा ना हो। तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने नागालैंड ने जो हुआ वह बहुत गम्भीर है। इसने देश को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने मारे के लोगों के परिजनों को अधिकतम मुआवजा देने की मांग की। शिव सेना के विनायक रावत ने कहा कि शनिवार को नागालैंड में जिस तरह की घटना हुई है वह बहुत दुखद है। आखिर खुफिया विभाग को ऐसी ग़लत जानकारी कैसे मिली जिससे यह दुखद घटना हुई। उन्होंने पीड़ति के परिवार को 25-25 लाख मुआवजा देने की मांग की। जदयू के राजीव रंजन ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में जब शांति की पहल की जा रही है ऐसे में इस प्रकार की घटना बहुत दुखद है। गलत पहचान की वजह से आम लोगों के मारे जाने से लोगों में अविश्वास पैदा होगा। इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह को सदन में वक्तव्य देना चाहिए। एनसीपी की सुप्रिया सुले ने इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सदन में वक्तव्य देने का आग्रह करते हुए प्रत्येक पीड़ति के परिजन को 60 लाख मुआवजा देने की मांग की। इसी प्रकार वाईएसआर कांग्रेस के मिथुन रेड्डी, बसपा के रीतेश पाठक, कांग्रेस के प्रद्युत बारदोली, एआईएमआईएम के असदउद्दीन ओवैसी और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के बदरूद्दीन अजमल ने भी इस घटना को दुखद करार दिया और मुआवजे की मांग की। संसद में नागालैंड फायरिंग के मामले पर गृहमंत्री का बयान, अमित शाह ने जताया दुख, SIT 1 महिने में देगी मामले पर रिपोर्ट गृहमंत्री अमित शाह ने नागालैंड में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंंत्रण में बताते हुए सोमावार को इस घटना पर खेद जताया और कहा कि उनकी सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। शाह ने सोमवार को लोकसभा में इस बारे में वक्तव्य देते हुए कहा कि सरकार वहां हालात नियंत्रित कर माहौल को शांत करने का प्रयास कर रही है और इसके लिए वह खुद बराबर राज्य सरकार के संपर्क में हैं। केंद्र सरकार के पूर्वोत्तर मामलों के वरिष्ठ अधिकारी को घटना स्थल पर भेजा गया है। इसके साथ ही इस घटना की जांच के आदेश दिये गये हैं और एक माह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। घटना के बारे में विस्तृत विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि सेना को एक वाहन से उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिली थी इसलिए उसके कमांडो संदिग्ध जगह पर पहुंचे और वाहनों की चेङ्क्षकग करने लगे। वहां से गुजर रहे एक वाहन को जब रुकने का इशारा किया गया तो वाहन को रोकने की बजाय चालक उसे भगाने की कोशिश करने लगा। उन्होंने कहा कि इस वाहन में उग्रवादियों के होने के संदेह के कारण सुरक्षा बल के जवानों ने वाहन पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस वाहन में आठ लोग सवार थे। गोलाबारी की घटना में आठ में से दो लोग घायह हो गये। बाद में वाहन में उग्रवादियों के होने की आशंका गलत पाई गई तो सेना के जवानों ने घायल लोगों को अस्पताल में पहुंचाया और उनका इलाज कराना शुरु किया। गृहमंत्री ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही कुछ स्थानीय लोग वहां एकत्र हो गये और सुरक्षा बल के वाहनों को क्षति पहुंचाने लगे। उन्होंने वहां आगजनी भी की और जवानों पर हमले किये जिसमें कई जवानों घायल हो गये। सुरक्षा बल के जवानों ने अपने बचाव में तथा भीड़ को तितर बितर करने के लिए गोली चलाई जिसमें सात और नागरिकों की मृत्यु हो गई तथा कुछ अन्य घायल हो गये। उन्होंने बताया कि राज्य के पुलिस महानिदेशक तथा आयुक्त ने घटना स्थल का दौरा किया। घटना को लेकर प्राथमिकी भी दर्ज कर दी गई। इसकी जांच के लिए एक विशेष जांच दल-एसआईटी का गठन किया गया है और उसे एक माह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। शाह ने कहा कि उपरोक्त घटना के बाद रविवार को मोन शहर में असम राइफल के कार्यालय में एक भीड़ ने तोडफ़ोड की और आग लगाई जिसके जवाब में जवानों को गोली चलानी पडी जिसमें एक और व्यक्ति की मृत्यु हो गई तथा एक अन्य घायल हो गया। गृहमंत्री ने कहा कि सेना ने एक वक्तव्य में इस घटना में निर्दोष नागरिकों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। शाह ने कहा कि वह खुद घटना को लेकर प्रदेश सरकार के संपर्क में है और उन्होंने राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री से बात की है। गृहमंत्रालय ने भी राज्य के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक से बात की है। गृहमंत्रालय ने राज्य के पूर्वोत्तर मामलों के अपर सचिव को कोहिमा भेजा है जहां उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और सामान्य स्थिति बहाल करने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नागालैंड की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और शांति तथा सौहार्द बनाए रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा ''केंद्र सरकार ने इस घटना पर खेद व्यक्त करती है और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है।'' इससे पहले सुबह प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों ने यह मामला उठाया और गृहमंत्री से इस संबंध में वक्तव्य देने की मांग की थी। नागालैंड गोलीबारी की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हुई नागालैंड में मोन जिले के ओटिंग में शनिवार को हुयी गोलीबारी में मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गयी है। ओटिंग में शनिवार की घटना के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुयी है। इस घटना में दो और लोगों की मौत हो गयी, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी भी शामिल है। रक्षा विभाग ने बताया कि विद्रोहियों के संभावित आंदोलन की विश्वस्त खुफिया जानकारी के आधार पर यह अभियान चलाया गया था। नागालैंड में मोन के तिरु में एक विशेष ऑपरेशन चलाने की योजना थी। उन्होंने कहा कि इस घटना के परिणाम पर खेद है। इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है, जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने जानकारी दी कि इस घटना में सुरक्षा बल भी गंभीर रूप से जख्मी हैं जिनमें एक सैनिक की मौत हुयी है। इस घटना के बाद गुस्साये लोगों ने मोन शहर में इकट्ठा होकर भीड़ ने असम राइफल्स के शिविर पर हमला कर दिया, जिसमें शिविर के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके बाद असम राइफल्स ने अपनी सुरक्षा के लिये गोलीबारी की, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गयी और कई लोग घायल बताये जा रहे हैं। इस दौरान इलाके में धारा 144 लागू कर दी गयी है। जिला प्रशासन सभी गतिविधियों पर नजर रख रही है और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। राज्य प्राधिकरण ने एहतियात के तौर पर राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट का केंद्र, हरियाणा, दिल्ली और यूपी को आदेश, प्रवासी मजदूरों की भोजन की गारंटी सुनिश्चित की जाए सुप्रीम कोर्ट ने देश में कोरोना की दूसरी लहर के कारण शुरू किए गए लॉकडाउन के मद्देनजर अपने गृहराज्य जाने के इच्छुक प्रवासियों को राशन और भोजन की गारंटी सुनिश्चित करने का केंद्र सरकार और दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों को गुरुवार को अंतरिम निर्देश दिया। 14/05/2021 कर्नाटक विधानपरिषद के डिप्टी स्पीकर धर्मेगौड़ा का रेलवे ट्रैक पर मिला शव, सुसाइड नोट बरामद कर्नाटक में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में जेडीएस के वरिष्ठ नेता एवं विधानपरिषद के उपाध्यक्ष एस एल धर्मेगौड़ा ने आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक गौड़ा सोमवार को शाम अपनी निजी कार से सखारयापत्तना स्थित फार्महाउस से घर के लिए निकले थे। रास्ते में उन्होंने अपने चालक से कहा कि वह किसी से बात करने जा रहे हैं। मंगलवार तड़के उनका शव रेलवे ट्रैक के पास पाया गया। 29/12/2020 डोभाल ने गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य बनाए जाने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। 20/08/2019 MP में खुलेंगे स्कूल: CM शिवराज बोले- 50% क्षमता से 26 जुलाई से खोले जाएंगे स्कूल, पहले फेज में 11वीं-12वीं की कक्षाएं प्रदेश में पचास प्रतिशत क्षमता के साथ 26 जुलाई से स्कूल खोले जाएंगे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पहले चरण में 11 वीं एवं 12 वीं की कक्षाएं प्रारंभ की जाएगी। 14/07/2021 सिद्धू ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धू ने ट्विटर पर अपना त्याग पत्र पोस्ट करते हुए यह जानकारी दी है। 14/07/2019 राहुल गांधी का केंद्र पर वार: पेगासस राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला, गंभीर मुद्दे पर संसद में जवाब दे सरकार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेगासस तथा किसानों के मुद्दे पर संसद में चल रहे हंगामे को सही ठहराते हुए कहा कि उनकी पार्टी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने पेगासस को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। सरकार को पेगासस जैसे गंभीर मामले में संसद में जवाब देना चाहिए। 28/07/2021 मोदी ने गोखले को दी श्रद्धांजलि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी गोपाल कृष्ण गोखले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने ने ट्विट किया कि गोपाल कृष्ण गोखले का उनकी जयंती पर स्मरण कर रहा हूं। 09/05/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/wasim-rizvi-s-name-will-now-be-jitendra-narayan-singh-tyagi--wasim-rizvi-adopted-sanatan-dharma.html,वसीम रिजवी का नाम अब होगा जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी : वसीम रिजवी ने अपनाया सनातन धर्म,"भारत वसीम रिजवी का नाम अब होगा जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी : वसीम रिजवी ने अपनाया सनातन धर्म Monday, December 06, 2021 17:25 PM facebook instagram twitter google+ शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सोमवार को सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। लखनऊ। अपने विवादित बयानो को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सोमवार को सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। रिजवी ने यह जानकारी खुद एक वीडियो जारी कर दी। गाजियाबाद स्थित डासना में एक मंदिर में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें विधिवत सनातन धर्म स्वीकार कराया। रिजवी ने कहा कि धर्म परिवर्तन की यहां पर कोई बात नहीं है, जब मुझको इस्लाम से निकाल दिया गया, तब यह मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है और इतनी उसमें अच्छाइयां हैं जो किसी दूसरे धर्म में नहीं है। इस्लाम को मैने कभी धर्म नहीं माना। हर शुक्रवार को जुमे की नमाज में मेरे और यति निरसिंहानंद के सर पर ईनाम की राशि बढ़ा दी जाती है। इसलिए मै अपनी मर्जी से आज सनातन धर्म अपना रहा हूं। इस मौके पर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि वसीम रिजवी त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे। रिजवी का नाम अब जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी होगा। गौरतलब है कि रिजवी अक्सर इस्लाम को लेकर विवादित बयानबाजी करते रहे हैं। उन्होने कई बार खुद पर जानलेवा हमला किये जाने की आशंका जतायी है। रिजवी का कहना है कि उन्होने कुरान की 26 आयतों को न्यायालय में चुनौती दी है। जिसके चलते मुस्लिम कट्टरपंथी उनकी हत्या करना चाहते हैं। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: पैदायशी मुसलमान हूं और रहूंगी, हर धर्म का सम्मान करती हूं: नुसरत जहां सीएम ममता बनर्जी ने इस्कॉन मंदिर में पूजा-अर्चना की। उनके साथ सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां भी मौजूद रही। 04/07/2019 आरटीआई के दायरे में आएंगे सरकारी मदद लेने वाले एनजीओ, स्कूल-कॉलेज सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसले में कहा कि ऐसे गैर सरकारी संगठन आरटीआई एक्ट के दायरे में आएंगे, जिन्हें सरकार से भारी आर्थिक मदद मिलती है। 19/09/2019 देश में कोरोना: पिछले 24 घंटे में आए 18599 नए संक्रमित, सक्रिय मामले 4224 बढ़कर 1.89 लाख के करीब देश के कुछ राज्यों में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण में पिछले कुछ समय से अचानक फिर से आई तेजी और स्वस्थ लोगों की संख्या में आई गिरावट के बीच सक्रिय मामलों में लगातार वृद्धि जारी है, लेकिन पिछले 24 घंटे के दौरान इस महामारी से मरने वालों की संख्या फिर 100 से कम दर्ज की गई है। इस अवधि में कोरोना मुक्त होने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कम रहने से सक्रिय मामले 4224 और बढ़ गए हैं। 08/03/2021 शाहीन बाग मामला : दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सुनवाई सोमवार तक स्थगित सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में शनिवार को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शाहीनबाग मामलों की सुनवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी है। कोर्ट ने कहा कि वह इस मामले की सुनवाई उस दिन ज्यादा बेहतर तरीके से कर सकेगी। 07/02/2020 भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 5 लाख 27 हजार के पार, 24 घंटे में आए 15590 नए मरीज देश में कोरोना संक्रमण की धीमी पड़ती रफ्तार के बीच इस बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी से सक्रिय मामलों में गिरावट आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 15,590 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 5 लाख 27 हजार 683 हो गई है। 15/01/2021 168 यात्रियों को लेकर आ गया वायुसेना का विमान अफगानिस्तान के काबुल से निकाले गए 107 भारतीयों सहित 168 यात्रियों को लेकर वायुसेना का विमान भारत वापस आ गया है। 22/08/2021 सुमित अंतिल ने भाला फेंक में जीता गोल्ड मेडल भारत के सुमित अंतिल ने टोक्यो पैरालंपिक में भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीता है। सुमित ने फाइनल में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 68.55 मीटर का थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता। 30/08/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/chief-minister-ashok-gehlot-s-osd-lokesh-sharma-appeared-before-delhi-crime-branch--the-difficulties-will-not-be-less.html,CM गहलोत के OSD लोकेश शर्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच के सामने पेश : मुश्किलें नहीं होगी कम!,"भारत CM गहलोत के OSD लोकेश शर्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच के सामने पेश : मुश्किलें नहीं होगी कम! Monday, December 06, 2021 16:25 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। फोने टेपिंग मामले में लंबी जदोजहद के बाद आखिर सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी (OSD) लोकेश शर्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश हुए। लोकेश शर्मा क्राइम ब्रांच के रोहिणी स्थित दफ्तर पहुंचे थे। फोन टेपिंग मामले में लोकेश शर्मा से करीब तीन घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ हुई। पूछताछ के दौरान लोकेश ने क्राइम ब्रांच के सामने अपना पक्ष रखा। लोकेश शर्मा क्राइम ब्रांच के समक्ष चौथी बार नोटिस भेजे जाने पर पैश हुए है। इससे पहले तीन बार लोकेश ने व्यक्तिगत कारणों से क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश होने में असमर्थता जताई थी और अपना लिखित में जवाब भेजा था। हालांकि आगे भी पूछताछ के लिए लोकेश शर्मा को क्राइम ब्रांच के समक्ष पूछताछ के लिेए कोर्ट के निर्देशानुसार पेश होना होगा। दिल्ली हाईकोर्ट ने फिलहाल किसी भी तरह की कार्रवाई पर रोक लगा रखी है। हालांकि शर्मा को जांच में सहयोग करने के भी निर्देश दिए गए थे। ऐसे में क्राइम ब्रांच की आगामी नोटिस पर भी लोकेश शर्मा को दिल्ली तलब होना पड़ सकता है। उल्लेखनिय है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने तुगलक रोड थाने में फोने टेपिंग मामले में शिकायत दर्ज करवाई थी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष ने सुषमा के निधन पर जताया शोक अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई सहित कई देशों के नेताओं और राजनयिकों ने भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है। 07/08/2019 1949 में मूर्तियों का प्रकट होना कोई दैवीय चमत्कार नहीं : सुन्नी अयोध्या के राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद जमीन विवाद की उच्चतम न्यायालय में 18वें दिन की हुई सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्षकार ने कहा कि मस्जिद के भीतर 1949 में मूर्तियों का प्रकट होना कोई दैवीय चमत्कार नहीं, बल्कि वह एक योजनाबद्ध आक्रमण था। 04/09/2019 देश में कोरोना मरीजों की संख्या हुई 4.73 लाख देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के नये मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 24 घंटों में सर्वाधिक 16,922 नये मरीज सामने आने से संक्रमितों की संख्या 4.73 लाख के अधिक हो गई। 25/06/2020 उत्तर प्रदेश: बदायूं में महिला से गैंगरेप और हत्या, 2 आरोपी गिरफ्तार, लापरवाही बरतने पर थानाध्यक्ष निलंबित उत्तर प्रदेश में बदायूं के उघैती क्षेत्र में एक महिला के साथ गैंगरेप और दरिंदगी के साथ की गई हत्या के मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण की तलाश की जा रही है। मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसटीएफ को आदेशित किया है। जिला पुलिस के साथ एसटीएफ भी मामले की जांच करेगी। 06/01/2021 देश में कोरोना: 24 घंटे में आए 40715 नए मरीज, सक्रिय मामलों की दर बढ़कर हुई 2.96 फीसदी देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना मरीजों के नए आंकड़ों के मामले में कई राज्यों में पिछले साल के पीक टाइम का रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो गया है। देश में एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच राज्यों ने कड़े प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है। कोरोना के मामलों के फिर तेजी से बढ़ने के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 41 हजार नए मामले सामने आए हैं और 199 लोगों की मौत हुई है। 23/03/2021 कोविड अस्पतालों में इस माह उपलब्ध कराए जाए 1 लाख बेड: योगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड अस्पतालों में इस माह के अन्त तक 1 लाख बेड उपलब्ध कराए जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। 11/05/2020 जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को राज्यसभा की मंजूरी राज्यसभा ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने के सांविधिक संकल्प और राज्य को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित करने से संबंधित जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को मंजूरी दे दी। 06/08/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/list-of-names-of-a-dozen-district-heads-ready--now-in-rajasthan--an-exercise-to-strengthen-congress-organization--dotasara-meets-maken-and-pilot.html,एक दर्जन जिलाध्यक्षों के नामों की सूची तैयार : राजस्थान में अब कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की कवायद,"भारत एक दर्जन जिलाध्यक्षों के नामों की सूची तैयार : राजस्थान में अब कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की कवायद Thursday, November 25, 2021 12:15 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो नई दिल्ली। कांग्रेस आलाकमान प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल पुनर्गठन की कवायद पूरी करने के बाद अब संगठन को मजबूत करने को लेकर गंभीर हो गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा इसके लिए तीन दिन तक दिल्ली में कसरत करते रहे। उन्होंने बुधवार को प्रदेश के प्रभारी महासचिव अजय माकन एवं पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से संगठन विस्तार एवं इसके पुनर्गठन पर लंबी मंत्रणा की। एक दर्जन जिलाध्यक्षों के नामों की सूची तैयार मुलाकातों के बाद गोविन्द सिंह डोटसरा ने बताया कि अब उनका पूरा फोकस संगठन की मजबूती पर रहेगा। इसीलिए उन्होंने पायलट से मिलकर संगठन के मसलों पर लंबी बातचीत की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पायलट को संगठन के मामले में लंबा अनुभव है। पार्टी संगठन में जो भी जरुरी रद्दोबदल किया जाना है। उसमें पायलट साहब के सुझाव काफी महत्वपूर्ण हैं। इससे पहले डोटसरा ने अजय माकन से मुलाकात करके जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) अध्यक्षों के नामों को लेकर चर्चा की। साथ ही पीसीसी में शामिल किए जाने वाले संभावित नामों पर भी विचार-विमर्श किया। माना जा रहा रहा है कि करीब एक दर्जन जिला अध्यक्षों के नामों की सूची तैयार है। जल्द ही इनके नामों की घोषणा हो सकती है। गौरतलब है कि मंगलवार को डोटासरा ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिल चुके हैं। इस बीच, सचिन पायलट ने दोहराया कि सरकार एवं पार्टी संगठन की पूरी कोशिश रहेगी कि साल 2023 में कांग्रेस राजस्थान में फिर से वापसी करे। इसके लिए राजस्थान में सरकार और संगठन मिलकर काम करेंगे। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: रेलवे की बीमार, बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं से गैर जरूरी यात्रा से बचने की अपील भारतीय रेलवे ने 1 जून से शुरू होने वाली स्पेशल रेल सेवाओं से पहले उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग आदि बीमारियों से ग्रसित लोगों, गर्भवती महिलाओं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और बुजुर्गों को बहुत जरूरी ना होने पर श्रमिक स्पेशल एवं अन्य विशेष ट्रेनों में यात्रा से बचने की अपील की है। 29/05/2020 गर्भवती महिला ने भारत लौटने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका दुबई में इंजीनियर के तौर पर कार्यरत भारतीय महिला ने प्रसव के लिए स्वदेश आने की अनुमति को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। 22/04/2020 डेंगू के खिलाफ केजरीवाल का 'दस सप्ताह, दस बजे, दस मिनट' का अभियान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डेंगू तथा चिकनगुनिया के खिलाफ रविवार को 'दस सप्ताह, दस बजे, दस मिनट अभियान' की शुरुआत की। 01/09/2019 पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने के आसार! डीजल को जीएसटी में लाने पर बैठक में किया जा सकता है विचार 15/09/2021 एनआरसी को लेकर केजरीवाल और तिवारी में जुबानी जंग दिल्ली में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के बीच जुबानी जंग जोरों से शुरू हो गई है। 25/09/2019 निर्यात को बढ़ावा देने लिए प्रौद्योगिकी का हो इस्तेमाल : गडकरी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने कारोबार बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने पर बल देते हुए कहा है कि इससे आयात घटाने तथा निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। 20/12/2019 कोरोना अपडेट: देश में 23452 पहुंचा संक्रमित मरीजों का आंकड़ा, अबतक 723 की मौत भारत में विदेशी नागरिकों सहित कोरोना वायरस महामारी से संक्रमित होने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 23452 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देश में कोविड-19 संक्रमण के चलते 723 मौतें हुई हैं और वर्तमान में कुल 17915 एक्टिव केस हैं। देश में अबतक कुल 4814 (1 माइग्रेटेड) मरीज इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। 24/04/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/govind-dotasara-meet-to-gandhi.html,सोनिया-डोटासरा की मुलाकात के मायनें.....,"भारत सोनिया-डोटासरा की मुलाकात के मायनें..... Tuesday, November 23, 2021 16:15 PM facebook instagram twitter google+ डोटासरा ने गांधी से मुलाकात की। नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। डोटासरा ने गांधी ने संगठन मामलों पर विस्तार से चर्चा की। चर्चा के दौरान निष्कर्ष निकला की सत्र के दौरान मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस रैली करेगी। उल्लेखनिय है कि प्रदेश में पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है। डोटासरा ने पार्टी के संगठन विस्तार और मजबूत करने पर भी विस्तार से चर्चा की। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डोटासरा ने कहा कि यह शिष्टाचार भेंट थी। उन्होंने कहा कि राज्य में जनजागरण अभियान चल रहा है। सत्ता और संगठन में तालमेल कर के सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों को देंगे। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: तृणमूल के गुंडों ने तोड़ी विद्यासागर की मूर्ति : शाह कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा हुई, जिसमें मशहूर शिक्षा शास्त्री ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति टूट गई। 15/05/2019 सुप्रीम कोर्ट ने कहा, जम्मू-कश्मीर में रातों-रात हालात सामान्य नहीं हो सकते न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा, न्यायमूर्ति एम आर शाह और न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी की अगुवाई वाली पीठ कांग्रेस कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। 13/08/2019 विश्व भारती यूनिवर्सिटी में पीएम मोदी का संबोधन, कहा- देश के युवा में भविष्य को बदलने की शक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस मौके पर बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे। 19/02/2021 कोरोना वायरस के कारण पहली बार सभी ट्रेनें बंद, यात्री टिकट रद्द कराकर वापस ले सकेंगे पैसा कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से बचने के लिए रेलवे ने इतिहास में पहली बार अभूतपूर्व कदम उठाते हुए 31 मार्च की अर्धरात्रि तक देश में हर प्रकार की सभी यात्री गाड़ियों के परिचालन को पूरी तरह से बंद करने की घोषणा की है। 22/03/2020 कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाने वालों पर नकवी ने साधा निशाना, कहा- यह पिटे पॉलिटिकल प्लेयर्स का पागलपन केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन पर सवाल उठाकर वही लोग देशवासियों को भ्रमित कर रहे हैं, जिन्होंने संकट के समय सरकार की जनकल्याणकारी कार्यों पर प्रश्न उठाए थे। नकवी ने कहा कि 'सेहत की वैक्सीन' पर 'सियासत की रैक्सीन', 'पिटे पॉलिटिकल प्लेयर्स का पागलपन' है। 05/01/2021 देश में कोरोना: 24 घंटे में आए रिकॉर्ड 2.73 लाख से ज्यादा नए संक्रमित, 1619 लोगों ने गंवाई जान देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और दिन प्रतिदिन विकराल रूप लेता जा रहा है। एक सप्ताह में देश में कोरोना के 15.34 लाख से अधिक मामले समाने आ चुके हैं। देश में पिछले सोमवार को संक्रमितों की संख्या 1.35 करोड़ से ज्यादा थी, जो आज सुबह तक 1.50 करोड़ के पार पहुंच गई है 19/04/2021 महाराष्ट्र में तबाही मचाकर गुजरात पहुंचा ताऊ ते तूफान, तेज हवाओं के साथ बारिश, कई जगहों पर पेड़ उखड़े अरब सागर में उठा समुद्री तूफान ताऊ ते सोमवार रात करीब 9 बजे गुजरात के तट से टकराया। इसके बाद तूफान गिर-सोमनाथ के ऊना पहुंचा और धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। इसके असर से 4 जिलों में तेज हवा और बारिश हो रही है। नवसारी जिले के कई इलाकों में तेज बारिश हुई है। एहतियात के तौर पर कांठा संभाग के 16 गांवों में बिजली काट दी गई है। ऊना में तेज हवा से करीब 200 पेड़ उखड़ गए हैं, इससे बिजली सप्लाई पर असर पड़ा है। 18/05/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/supreme-court-dismissed-petition-for-scheme.html,सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए बदलाव की याचिका की खारिज,"भारत सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए बदलाव की याचिका की खारिज Tuesday, November 23, 2021 15:15 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत उपराष्ट्रपति आवासीय एवं अन्य भवनों प्रस्तावित निर्माण के लिए भूमि के प्रयोग के लिए किए गए आवश्यक कानूनी बदलाव को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने दलीलों पर विचार के बाद याचिका खारिज कर दी। पीठ ने केंद्र सरकार की इस दलील पर सहमति व्यक्त कि है कि परियोजना के तहत भूमि के उस भाग को उपराष्ट्रपति आवासीय क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव सरकार का एक नीतिगत फैसला है। शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता के इस तर्क को अस्वीकार कर दिया कि परियोजना के तहत आने वाला भूमि का वह भाग मैदान के तौर पर दिखाया गया था और इसीलिए उसे यथावत रखना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वकांक्षी योजना के तहत प्रयोग संबंधी कानूनी बदलाव को राजीव सूरी ने चुनौती दी थी। शीर्ष अदालत हजारों करोड़ रुपए की इस महत्वकांक्षी परियोजना से जुड़ी एक अन्य याचिका को इससे पहले खारिज कर चुकी है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: तृणमूल ने की मोदी की धार्मिक यात्राओं की शिकायत तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा के दौरान हुए भाषण और उसके टीवी कवरेज को आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। 19/05/2019 शाहीन बाग प्रदर्शकारियों में मतभेद, एक गुट ने रास्ता खोला, दूसरे ने दोबारा किया बंद दिल्ली के शाहीन बाग में शनिवार शाम को करीब दो महीने बाद नोएडा-फरीदाबाद को जोड़ने वाली सड़क खुल गई, लेकिन कुछ देर बाद ही यह दोबारा बंद हो गई। हालांकि एक अन्य समूह ने बैरिकेटिंग का एक छोटा हिस्सा खोल दिया। 23/02/2020 कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद: अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान, राजस्थान में बंद का मिला जुला असर केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठनों का भारत बंद है। किसान आंदोलन के 4 महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 12 घंटे के भारत बंद का ऐलान किया गया है। किसानों की ओर से प्रदर्शन को शांतिपूर्ण रखने की अपील की गई है। भारत बंद का सबसे ज्यादा असर हरियाणा और पंजाब में देखने को मिल रहा है। 26/03/2021 IIT खड़गपुर के दीक्षांत समारोह में मोदी ने छात्रों को दिया सेल्फ थ्री का मंत्र, बोले- आत्मविश्वास से आगे बढ़ें पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आईआईटी खड़गपुर के 66वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे। इन सवालों का उत्तर है सेल्फ थ्री। इनमें सेल्फ अवेयरनेस, सेल्फ कॉन्फिडेंस और सेल्फलेसनेस है। आप अपने सामर्थ्य को पहचानकर आगे बढ़ें, पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़ें, निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें। 23/02/2021 बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए कर दी स्थगित पेगासस जासूसी मामले, किसानों के मुद्दे और महंगाई को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच संसद के मानसून सत्र में जारी गतिरोध समाप्त नहीं हो सका। 11/08/2021 BSP विधायकों के कांग्रेस में विलय का मामला, बसपा MLA पहुंचे सुप्रीम कोर्ट राजस्थान में कांग्रेस में शामिल हो चुके 6 बसपा विधायक ने सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए है। इन विधायकों ने कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट में हमारे खिलाफ चल रहे केस को सुप्रीम कोर्ट सुने। 09/08/2020 बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान कर किया जाता है दान-पुण्य बुद्ध पूर्णिमा पर प्रातः नदियों एवं पवित्र सरोवरों में स्नान के बाद दान-पुण्य करना चाहिए। यह पुराणों में वर्णित हैं। 18/05/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/manish-tiwari-criticism-of-congress-govt--says-bjp.html,मनीष तिवारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर की कांग्रेस सरकार की आलोचना : भाजपा,"भारत मनीष तिवारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर की कांग्रेस सरकार की आलोचना : भाजपा Tuesday, November 23, 2021 15:05 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर पूर्ववर्ती कांग्रेस नेतृत्व की सरकार की आलोचना की है, जो कांग्रेस की विफलता को स्वीकार करना है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता भाटिया ने कहा कि तिवारी ने मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर कार्रवाई नहीं करने के लिए अपनी ही पार्टी की तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने किताब में कहा कि मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं कर के सरकार ने अपनी कमजोरी को दर्शाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बात को स्वीकार नहीं करेगी, लेकिन भारत के लोग कभी नहीं भूलेंगे कि कैसे कांग्रेस की निष्क्रियता ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। भाटिया ने कहा कि हमले के समय तत्कालीन वायु सेना प्रमुख ने तत्कालीन प्रधानमंत्री सिंह से कार्यवाई की अनुमति मांगी थी, जो उन्हें नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सरकार है, जिसने बालाकोट एयरस्ट्राइक की छूट दी। यह दोनों सरकारों में अंतर है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और सिंह की सरकार ने उन्हें छूट नहीं दी। उल्लेखनीय है कि तिवारी ने किताब टेन फ्लैश पॉइंट्स, ट्वेंटी में कांग्रेस पार्टी की पूर्व सरकार की आलोचना करते हुए लिखा कि मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमले के बाद सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: नासा ने जारी की फोनी तूफान की तस्वीरें, दिखाए पहले और बाद के हालात फानी तूफान से ओडिशा में लाखों लोग प्रभावित हुए थे। लोगों को दूसरी जगहों पर भेजा गया था। इस तूफान से 40 लोगों की मौत हो गई थी। 10/05/2019 बीजेपी का राहुल गांधी पर पलटवार, कहा- 2024 में नहीं, साल के अंत तक पूरा होगा कोरोना वैक्सीनेशन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाए गए आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पीएम मोदी देश की जनता के साथ मिलकर कोविड का सामना कर रहे हैं, तब राहुल गांधी ऐसे प्रयासों के लिए ‘नौटंकी’ शब्द का उपयोग करते हैं। यह देश और जनता का अपमान है। 28/05/2021 हाईकोर्ट ने ममता सरकार की याचिका को कर दिया खारिज पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा हुई थी। इस मामले में ममता बनर्जी सरकार ने हाईकोर्ट में जांच के आदेश के खिलाफ याचिका दायर की थी। 21/06/2021 कोरोना: देश में लगातार दूसरे दिन आए 90 हजार से ज्यादा नए मामले, संक्रमितों के मामले में ब्राजील को पीछे छोड़ा देश में कोरोना की विकरालता थमने का नाम नहीं ले रही है और इसके प्रकोप के बढ़ते रफ्तार का अंदाजा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि 2 दिनों से लगातार 90 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं हालांकि राहत की बात यह भी है कि इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या भी करीब 70 हजार अथवा इससे अधिक के औसत पर बनी हुई है। 07/09/2020 पुलिस की मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में पांच लाख रुपए का इनामी नक्सली ढेर हो गया है। एक पिस्टल और विस्फोट सामाग्री बरामद की गयी है। 06/11/2021 दाम घटने से थोक महंगाई में कमी, फरवरी महीने में घटकर 2.26 फीसदी हुई दर घरेलू बाजार में फल एवं सब्जी, अनाज और तेल तिलहन की आवक बढ़ने से फरवरी 2020 में थोक मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर घटकर 2.26 प्रतिशत रह गई है जबकि इससे पिछले महीने जनवरी में यह आंकड़ा 3.1 प्रतिशत रहा था। 16/03/2020 देश में कोरोना: 24 घंटे में आए 1.27 लाख से ज्यादा नए केस, 2795 मौतें, 20 लाख से कम हुए एक्टिव केस देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के दैनिक मामलों में लगातार गिरावट के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 1,27,510 नए मामले सामने आए, जबकि 2,795 मरीजों की मौत हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार की सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 1,27,510 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2 करोड़ 81 लाख 75 हजार 044 हो गया है। 01/06/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/dengue-havoc-in-delhi--congress-demands--lt-governor-s-intervention--even-the-biggest-hospital-and-university-college-of-medical-sciences-in-yamunapar-do-not-have-adequate-arrangements-to-deal-with-dengue.html,दिल्ली में डेंगू का कहर : कांग्रेस ने उपराज्यपाल से हस्तक्षेप की रखी मांग,"भारत दिल्ली में डेंगू का कहर : कांग्रेस ने उपराज्यपाल से हस्तक्षेप की रखी मांग Monday, November 22, 2021 13:55 PM facebook instagram twitter google+ कॉन्सेप्ट फोटो नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू की वजह से लगातार बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति ने उप राज्यपाल अनिल बैजल से इस मामले में हस्तक्षेप करने और स्वास्थ्य प्रणाली को दुरूस्त करने की मांग की है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि राजधानी में डेंगू से बिगड़ती स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यमुनापार के सबसे बड़े अस्पताल और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज में भी डेंगू से निपटने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं और वहां से मरीजों को स्वामी दयानंद अस्पताल भेजा जा रहा है। अस्पताल में बिस्तर खाली नहीं हैं और एक एक बिस्तर पर दो दो मरीजों को लिटाया जा रहा है। चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि डेंगू से होने वाली मौतों के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं और आम आदमी को इलाज मिलना तो मुश्किल है चिकित्सकों की मौत इस साधारण समझी जाने वाली बीमारी से हो रही है। रविवार को लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज में सजरी रेजिडेंट डा़ ईशान भगत की मौत हो गई है । वह मात्र 23 वर्ष के थे और अगर समय रहते उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल जाती तो इस होनहार चिकित्सक की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का डेंगू से निपटने का अभियान' दस हफ़्ते, दस बजे, दस मिनट फुस्स साबित हो गया हैं और ना ही उन्होंने इससे निपटने की कोई रणनीति बनाई हैै और ना ही दिल्ली के इलाकों में फॉगिग अभियान चलाया है जिसकी वजह से यह हालत हो गई है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के वरिष्ठ प्रवक्ता डा़ नरेश कुमार ने कहा कि राजधानी में इससे पहले अप्रैल मई में कोरोना का कहर लोगों पर बरपा था और अगर उस समय दिल्ली सरकार की पहले से ही तैयारी होती तो कोरोना से हालात उतने बदतर नहीं हुए होते लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी नाकामियों को दूसरे के सिर पर डालने की आदत रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले पांच वर्षों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई कार्य नहीं किया है और सिर्फ अपने प्रचार में लगे हुए हैं उन्हें लोगों की जानमाल की कोई फिक्र नहीं है । वह इस समय भी उत्तराखंड़ में चुनाव प्रचार में मस्त हैं और लोगों को झांसा दे रहे हैं कि वहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर बुजुर्गों को फ्री में तीर्थ यात्रा कराएंगे। इसी तरह के वादे उन्होंने दिल्ली की जनता से भी किए हैें लेकिन लोगों की जान बचानी ज्यादा जरूरी है क्योंकि जान है तो जहान है और अगर ङ्क्षजदा बचे रहे तो लोग सभी धामों की यात्रा कर सकते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री को राजधानी में लगातार डेंगू से भयावह होती स्थिति की कोई फिक्र नहीं है, वह गोवा , पंजाब और अन्य राज्यों में जाकर लोगों को बरगला रहे हैं। डा़ कुमार ने कहा कि केजरीवाल ने अभी भी राजधानी में डेंगू को लेकर कोई व्यापक रणनीति तैयार नहीं की है और न ही चिकित्सकों से मिलकर डेंगू से निपटने पर चर्चा की है क्योंकि वह तो उत्तराखंड और अन्य राज्यों में जाकर आटो रिक्शा वालों से मिलकर अपनी सरकार बनाने के लिए चर्चा में व्यस्त हैं। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: केंद्रीय गृहमंत्री ने नड्डा के काफिले पर हमले को बताया निंदनीय, कहा- मामले को गंभीरता से ले रहा केंद्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के काफिले पर हमले को निंदनीय करार देते हुए कहा है कि केन्द्र सरकार इस हमले को गंभीरता से ले रही है। शाह ने गुरूवार को ट्वीट कर कहा कि नड्डा के ऊपर हुए हमले की जितनी भी निंदा की जाए वो कम है। 10/12/2020 राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना, कहा- अधिकतर किसान नहीं समझते कानून, वरना पूरा देश भड़क जाएगा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर है। यहां उन्होंने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कलपेट्टा में एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों की मुखालफत करते हुए कहा कि सच्चाई यह है कि अधिकांश किसान विधेयक (तीनों कृषि कानून) के विवरण को नहीं समझते हैं, क्योंकि अगर वह इसे समझ जाएंगे, तो पूरे देश में आंदोलन शुरू हो जाएंगे और देश में आग लग जाएगी। 28/01/2021 SC से अरनब गोस्वामी को फौरी राहत, अग्रिम जमानत अर्जी के लिए दिए 3 हफ्ते, गिरफ्तारी पर रोक सुप्रीम कोर्ट ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी को फौरी राहत प्रदान करते हुए 3 सप्ताह तक उनकी गिरफ्तारी या किसी अन्य तरह की दंडात्मक कार्रवाई पर शुक्रवार को रोक लगा दी। न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की खंडपीठ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की गई सुनवाई के दौरान अरनब की याचिका पर सभी 6 राज्य सरकारों को नोटिस जारी किए। 24/04/2020 एग्जिट पोल भले ही महागठबंधन के पक्ष में हो, लेकिन राजग के पक्ष में होंगे एग्जैक्ट पोल के नतीजे: शाहनवाज भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने दावा किया कि चुनाव बाद के सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) में महागठबंधन को आगे बताया जा रहा है लेकिन मंगलवार को मतों की गिनती के बाद जब चुनाव परिणाम आएगा तो वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में होगा। 09/11/2020 गुजरात के आणंद में भीषण सड़क हादसा, कार-ट्रक की भिड़ंत में एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत गुजरात के आणंद जिले के तारापुर के पास बुधवार सुबह कार और ट्रक की टक्कर में 1 बच्चे समेत एक परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को तारापुर रेफरल अस्पताल के मुर्दाघर भेजा। पुलिस ने बताया कि तारापुर-वटामण राजमार्ग पर इंद्ररज गांव के पास एक इको कार और ट्रक में टक्कर हो गई। 16/06/2021 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छत्तीसगढ़ में किसान सम्मेलन को किया संबोधित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रायपुर के बनचरौदा गांव में महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की अवधारणा को समर्पित छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सुराजी गांव के तहत निर्मित आदर्श गौठान का अवलोकन किया। 27/09/2019 पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम बाद हिंसा, पीएम मोदी ने लॉ एंड ऑर्डर पर राज्यपाल से की बात पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद से ही वहां लगातार राजनीतिक हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ से फोन पर बातचीत की है। राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फोन करके राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता और दुख व्यक्त किया है। 05/05/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/rahul-gandhi-expressed-grief-at-peoples-killed.html,राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश में बाढ़ के कारण लोगों की मौत पर व्यक्त किया शोक,"भारत राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश में बाढ़ के कारण लोगों की मौत पर व्यक्त किया शोक Sunday, November 21, 2021 12:45 PM facebook instagram twitter google+ राहुल गांधी (फाइल फोटो) नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश में बाढ़ के कारण लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है और पार्टी कार्यकर्ताओं पर बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद करने की अपील की है। गांधी ने ट्वीट कर कहा किआंध्र प्रदेश में बाढ़ से भारी क्षति हुई है। उन लोगों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। प्रिय कांग्रेस कार्यकर्ताओं, कृपया हर संभव तरीके से लोगों की मदद करे। उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश के कडप्पा, अनंतपुर और चित्तूर जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 24 लोगों की मौत हुई है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: राज्यसभा से विपक्ष का वाकआउट... जाने कारण निलम्बन वापस नहीं किये जाने के विरोध में राज्यसभा से विपक्ष का वाकआउट 30/11/2021 राहुल गांधी ने अमेठी से स्वीकार की हार, स्मृति ईरानी को दी बधाई मैं अमेठी से हार स्वीकार करता हूं, वहां की जनता का निर्णय स्वीकार करता हूं, स्मृति ईरानी जी को बधाई देता हूं कि वहां का ध्यान रखें, विकास के काम कराएं। 23/05/2019 इसरो ने किया रिसेट-2बी का सफल प्रक्षेपण, सुरक्षा बलों-आपदा एजेंसियों को मिलेगी मदद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को रडार इमेजिंग उपग्रह आरआईएसएटी-2बी का सफल प्रक्षेपण कर नया इतिहास रच दिया। 22/05/2019 गृहमंत्री ने नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में किया पेश, कहा, अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों के मुद्दे पर शुक्रवार को आमने-सामने आए विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आज भी लोकसभा में तीखी नोक-झोंक की संभावना है, क्योंकि सरकार बहुचर्चित और विवादास्पद ‘नागरिकता संशोधन विधेयक 2019’ को लोकसभा में पेश करने जा रही है। 09/12/2019 कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस का देशव्यापी प्रदर्शन, राहुल गांधी का लोगों से किसानों का साथ देने का आह्वान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के 'स्पीक अप फॉर किसान अधिकार' अभियान से जुड़ने का लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं और देशवासियों को उनके हक की लड़ाई से जुड़ना चाहिए। 15/01/2021 मनन चतुर्वेदी के पेंटिंग शो का आयोजन गुजरात के आणंद जिला मुख्यालय पर सरदार पटेल स्टेच्यू सर्किल पर राजस्थान बाल अधिकार आयोग की पूर्व अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी के लाइव पेंटिंग शो का आयोजन किया जा रहा है। 07/03/2020 इस वर्ष सामान्य रहेगा मानसून, 1 जून को केरल के तिरुवनंतपुरम पहुंचने की उम्मीद: IMD देशव्यापी लॉकडाउन के बीच इस मानसून में होने वाली वर्षा को लेकर खेती-किसानी के लिए उत्साहजनक खबर आई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद जताई है। आईएमडी ने मानसून के लिए अपने प्रथम चरण लंबी दूरी पूर्वानुमान में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून समयावधि की वर्षा औसतन पूरे देश के लिए सामान्य 96 से 104 फीसदी रहने का अनुमान है। 15/04/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/farmers-decision-of-movement.html,संयुक्त किसान मोर्चा का जारी रहेगा आंदोलन,"भारत संयुक्त किसान मोर्चा का जारी रहेगा आंदोलन Sunday, November 21, 2021 11:50 AM facebook instagram twitter google+ किसान मोर्चा ने बताया कि आंदोलन चलता रहेगा। नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीनों कृषि कानून को वापस लेने की घोषणा कर दी है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने अब भी आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि आंदोलन सभी मोर्चो पर चलता रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने शीतकालीन सत्र में संसद कूच करने की भी घोषणा की है। सिंघु बॉर्डर पर करीब दो घंटे तक संयुक्त किसान मोर्चा के 9 सदस्यों के समन्वय समिति की बैठक के बाद किसान नेता दर्शनपाल ने बताया कि पहले से जो कार्यक्रम तय किए हुए है। उसमें कोई बदलाव नहीं होगा। लखनऊ में महापंचायत, 26 नवंबर को दिल्ली की सीमाओं पर अधिक संख्या में किसानों को जुटाने और संसद कूच करने की घोषणा की हुई है। लखनऊ की रैली को सफल करना है दर्शन पाल ने बताया कि 22 तारीख को लखनऊ की रैली को सफल करना है। अगर लखीमपुर खीरी में हमारे साथियों को परेशान करने की कोशिश की जाती है तो फिर हम लखीमपुर खीरी इलाके में आंदोलन चलाएंगे। उम्मीद है कि हमारे अन्य मुद्दों को लेकर सरकार जल्द ही बैठक बुलाएगी उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के अलावा हमारे मुद्दे, विशेष रूप से एमएसपी, हमारे खिलाफ मामलों को वापस लेना, बिजली विधेयक और वायु गुणवत्ता अध्यादेश को वापस लेना और हमारे मरने वाले दोस्तों के लिए एक स्मारक के लिए एक स्थान का आवंटन लंबित है। उम्मीद है कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए बैठक बुलाएगी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: बिहार विधानसभा चुनावः 'निश्चय संवाद' में बोले नीतीश, सरकार बनने पर अपनी कमाई बढ़ाने में लग जाएंगे राजद नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव में लोगों को राष्ट्रीय जनता दल नेताओं की अफवाहों में नहीं फंसने की हिदायत देते हुए कहा कि यदि राजद की सरकार बनी तो उनके नेता जनता को भूलकर फिर से अपनी कमाई बढ़ाने में लग जाएंगे जबकि पिछले 15 साल में उनकी सरकार के कार्यकाल में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी हुई है। 14/10/2020 देश में कोरोना के 2,61,500 नए मामले आए सामने भारत में 24 घंटों के दौरान सभी प्रदेशों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस (कोविड-19) के सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी हुयी है। 18/04/2021 चावड़ी बाजार में मुस्लिम वर्ग करेगा मंदिर बनाने में सहयोग चावड़ी बाजार में मंदिर में तोड़फोड़ के मामले में अमन कमेटी की बैठक हुई। इसके बाद मुस्लिम वर्ग के प्रतिनिधि ने कहा कि हम मंदिर के पुनर्निर्माण में मदद करेंगे। घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, अमन कमेटी मिलकर मंदिर बनवाएगी। 03/07/2019 कोरोना वायरस: भारत में संक्रमितों का आंकड़ा 99.32 लाख के पार, रिकवरी दर बढ़कर हुई 95.21 प्रतिशत देश में कोरोना संक्रमण के नए मामले घटने-बढ़ने के क्रम के बीच स्वस्थ होने वालों की संख्या में लगातार सुधार से सक्रिय मामलों की संख्या घट रही है तथा इनकी दर 3.5 प्रतिशत से नीचे आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 26382 नए मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा 99.32 लाख के पार पहुंच गया है। 16/12/2020 देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 81.84 लाख के पार, सक्रिय मामले घटकर हुए 5.70 लाख देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के सक्रिय मामलों में लगातार कमी आ रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक है। देश में स्वस्थ होने वाले लागों की संख्या लगातार बढ़ने से कोरोना के सक्रिय मामलों का आंकड़ा घटकर 5,70,458 रह गया है। 01/11/2020 पुलवामा में शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी निकिता ने ज्वॉइन की आर्मी, बनीं लेफ्टिनेंट जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से एनकाउंटर में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी निकिता ढौंडियाल बतौर लेफ्टिनेंट आधिकारिक तौर पर सेना में शामिल हो गईं हैं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद शनिवार को आयोजित पीओपी में उन्होंने सेना की वर्दी पहनी। 29/05/2021 SC में 34 विदेशी जमातियों की याचिका पर 10 जुलाई तक टली सुनवाई, कहा- स्वदेश भेजने के मामले में नहीं करेगा हस्तक्षेप सुप्रीम कोर्ट ने तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले 34 विदेशी जमातियों की याचिकाओं की सुनवाई गुरुवार को 10 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी तथा कहा कि वह उन्हें स्वदेश भेजने के मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा, बल्कि काली सूची में डाले जाने के मसले पर ही सुनवाई करेगा। 02/07/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/farmer-won-in-movement--says-gandhi.html,चीन के अधिकार की बात स्वीकार करे मोदी : राहुल,"भारत चीन के अधिकार की बात स्वीकार करे मोदी : राहुल Saturday, November 20, 2021 18:30 PM facebook instagram twitter google+ राहुल गांधी (फाइल फोटो) नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि भारतीय सीमा पर चीनी सैनिक अधिकार किये हुए है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी के कृषि संबंधी तीनों कानून वापस लेने की घोषणा पर प्रतिक्रिया में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को अपनी गलती स्वीकार करने में समय लगा दिया, तब तक 700 किसानों की शहादत हो चुकी थी, लेकिन अत्याचार और अन्याय झेलते हुए अंतत: इस आंदोलन में किसान जीत कर ही माना। गांधी ने कहा कि अब सरकार को सीमा पर चीन द्वारा किए गये अधिकार की बात भी मान लेनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि अब चीन के अधिकार का सत्य भी मान लेना चाहिए। कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि चीन के सैनिक भारतीय सीमा में घुसपैठ किये है, लेकिन सरकार इस सत्य को मानने के लिए तैयार नहीं है। मोदी ने सर्वदलीय बैठक में भी कहा था कि कोई घुसपैठ नहीं हुई है, लेकिन बाद में उन्होंने माना कि घुसपैठ हुई है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: शिवसेना सांसद संजय राउत का मोदी सरकार पर हमला, बिना योजना के लागू किया लॉकडाउन शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को आरोप लगाया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत के लिए फरवरी में गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम और बाद में मुंबई तथा दिल्ली में उनके प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का आगमन कोरोना वायरस के प्रसार के लिए जिम्मेदार है। 31/05/2020 दिल्ली हिंसा : अंकित शर्मा के परिवार को एक करोड़ की सम्मान राशि देगी दिल्ली सरकार उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगों में मारे गए खुफिया विभाग के जवान अंकित शर्मा को दिल्ली सरकार एक करोड़ की सम्मान राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंकित शर्मा खुफिया विभाग के जांबाज अधिकारी थे। 02/03/2020 भारत के 100 सबसे बड़े धनकुबेरों की सूची जारी, मुकेश अंबानी टॉप पर अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती का असर देश के सबसे बड़े अमीरों की संपत्ति पर भी पड़ा है। देश के 100 धनकुबेरों की संपत्ति में 8 फीसदी की गिरावट आई है। 12/10/2019 भाजपा के पास बहुमत है, तो ला सकती है अविश्वास प्रस्ताव : कमलनाथ मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास बहुमत है, तो वे अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं। 16/03/2020 PM मोदी का बर्धमान में ममता बनर्जी पर निशाना, कहा- बंगाल में हुए आधे चुनावों में TMC पूरी साफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के बर्धमान में जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की नेता के द्वारा अनुसूचित जाति का अपमान करने का मुद्दा उठाया। मोदी ने कहा कि दीदी के लोग बंगाल के अनुसूचित जाति के हमारे भाई-बहनों को भिखारी कहने लगे हैं। अभी 14 अप्रैल को ही बाबा साहेब की जन्म जयंती है, उससे पहले दीदी व टीएमसी ने उनका इतना बड़ा अपमान किया। 12/04/2021 शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 4 आतंकवादी ढेर शोपियां जिले में बुधवार सुबह सुरक्षा बलों के संयुक्त घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गये। 22/04/2020 दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्तर पर, मास्क लगाकर घरों से निकल रहे लोग दीपावली के बाद राजधानी एक बार फिर गैस चैंबर बनने के मुहाने पर पहुंच गई है और प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है तथा इस हालात से राहत की उम्मीद भी नहीं जतायी जा रही है। 30/10/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/rajnath-singh-target-at-china.html,भारत की तरफ देखने वाले देश को मिलेगा जवाब : राजनाथ,"भारत भारत की तरफ देखने वाले देश को मिलेगा जवाब : राजनाथ Saturday, November 20, 2021 18:20 PM facebook instagram twitter google+ राजनाथ सिंह (फाइल फोटो) नैनीताल। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन और पाकिस्तान दोनों पर एक साथ निशाना साधा। सिंह ने कहा कि कोई भी देश यदि भारत की देखेगा, तो उसे जवाब मिलेगा। चीन सीमा से सटे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से सिह ने कहा कि भीतर तक मारेंगे और भारत व नेपाल मित्र राष्ट्र है और दोनों की मित्रता के बीच में कोई दूरी उत्पन्न नहीं कर सकता है। सिंह पिथौरागढ़ के मूनाकोट में शहीद सम्मान यात्रा के दूसरे चरण में शामिल हुए। पूर्व सैनिकों के साथ ही एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने चीन सीमा से भी उसे उसी की भाषा में संदेश दिया और कहा कि भारत की संस्कृति और परंपरा रही है कि वह अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण तथा अच्छे रिश्ते बनाएं। भारत न किसी देश पर आक्रमण करता है और न ही किसी की भूमि पर अधिकार करता है, लेकिन भारत की तरफ देखने वाले देश को जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह नया भारत है। नेपाल और भारत की दोस्ती में कोई दरार उत्पन्न नहीं कर सकता है। उन्होंने उत्तराखंड की भूमि को वीरों की भूमि बताते हुए कहा कि पिथौरागढ़ भी वीरों के इतिहास से भरा हुआ है। उन्होंने इस मौके पर शहीदों के परिजनों को सम्मानित कर शहीदों की स्मृति को नमन किया। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: बच्चे को खाना खिलाते हुए जवान का वीडियो वायरल, CRPF महानिदेशक ने किया सम्मानित भारतीय सेना के एक जवान इकबाल सिंह ने दिव्यांग बच्चे को खाना खिलाया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 15/05/2019 आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट से देवेन्द्र फडणवीस को झटका उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को झटका देते हुए कहा कि निचली अदालत फड़णवीस के खिलाफ दायर मुकदमे पर नये सिरे से विचार करे। 01/10/2019 सोनिया की क्लास में एकजुटता और अनुशासन की नसीहत : BJP और संघ विचारधारा से लड़ने का आह्वान बैठक में कांग्रेस के सदस्यता अभियान, महंगाई को लेकर शुरू होने वाले जन-जागरण अभियान और पाँच राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा के लिए आयोजित की गई। 26/10/2021 अमेजॉन को झटका, दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा- फ्यूचर-रिलायंस रिटेल सौदे पर नियामक लें फैसला देश के सबसे बड़े रिटेल सौदे की राह में आ रही बाधाओं के दूर होने का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है। सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने फ्यूचर ग्रुप और अमेजॉन विवाद मामले में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए नियामकों को निर्देश दिया कि वे फ्यूचर ग्रुप के आवेदन और आपत्तियों पर कानून के अनुसार निर्णय करें। 21/12/2020 बंगाल में भाजपा ने जारी कर दी 57 उम्मीदवारों की पहली सूची पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 57 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। 07/03/2021 तीन तलाक निरोधक कानून के खिलाफ नई याचिका पर केंद्र को नोटिस सुप्रीम कोर्ट ने मुसलमानों में तीन तलाक की कुप्रथा को अपराध की श्रेणी में रखे जाने को चुनौती देने वाली एक नई याचिका पर केंद्र सरकार से जवाब तलब किया। 13/09/2019 राहत की खबर: पेट्रोल 29 पैसे और डीजल 20 पैसे सस्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में जारी गिरावट के बीच देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट रही। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल 29 पैसे और डीजल 20 पैसे सस्ता हुआ। 05/10/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/priyanka-gandhi-wrote-the-letter-of-modi.html,प्रियंका गांधी ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए PM मोदी को लिख पत्र,"भारत प्रियंका गांधी ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए PM मोदी को लिख पत्र Saturday, November 20, 2021 13:10 PM facebook instagram twitter google+ प्रियंका गांधी (फाइल फोटो) लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लखीमपुर हिंसा मामले के पीड़ितो को न्याय दिलाने के लिए केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को पद से हटाने की मांग की है। प्रियंका ने मोदी को संबोधित पत्र को साझा करते हुये कहा कि लखीमपुर किसान नरसंहार में अन्नदाताओं के साथ हुयी क्रूरता को देश ने देखा। यह जानकारी भी है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने का मुख्य आरोपी सरकार के केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री का पुत्र है। राजनीतिक दवाब के कारण इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने शुरूआत से ही न्याय को दबाने की कोशिश की। उच्चतम न्यायालय ने इस संदर्भ में कहा कि सरकार की मंशा देखकर लगता है कि सरकार किसी विशेष आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि लखीमपुर में मारे गये किसानों के परिवारों से वह मिली है। परिवार न्याय की मांग कर रहे है, लेकिन मगर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के पद में बने रहते यह संभव नहीं है। किसान नरसंहार मामले में जांच की स्थिति उन परिवारों की आशंका को सही साबित करती है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: तेदेपा सत्ता में आयी तो मुस्लिमों के लिए इस्लॉमिक बैंक : चंद्रबाबू तेलुगू देशम पार्टी अध्यक्ष एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी दोबारा सत्ता में आती है तो मुस्लिमों के कल्याण के लिए इस्लॉमिक बैंक की स्थापना की जायेगी। 06/04/2019 जम्मू-कश्मीर में विभिन्न आयोगों को समाप्त करने के खिलाफ याचिका, रोक लगाने की मांग जम्मू-कश्मीर में विभिन्न आयोगों को समाप्त किए जाने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। याचिकाकर्ता ने सरकार के इस फैसले पर रोक लगाने की मांग की है। 25/10/2019 आम्रपाली केस: SC ने फ्लैट खरीदारों को दी राहत, बैंकों को बकाया लोन देने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली मामले में फ्लैट खरीदारों को राहत प्रदान करते हुए बुधवार को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बकाया ऋण राशि का भुगतान करने को कहा है। 10/06/2020 यूनिवर्सिटी-कॉलेज में फाइनल ईयर परीक्षा का मामला, SC में सुनवाई 14 अगस्त तक स्थगित सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सरकार से जानना चाहा कि क्या राज्य आपदा प्रबंधन अधिनियम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों को प्रभावित कर सकते हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने मामले की सुनवाई 14 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी। 10/08/2020 मध्य प्रदेश: कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी की हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत, जमानत अर्जी खारिज मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने 'स्टैंडअप कॉमेडियन' मुनव्वर फारूकी और एक अन्य की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने 25 जनवरी को मामले से संबंधित पक्षों की दलीलें सुनकर फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसे गुरुवार को जारी किया है। 28/01/2021 हरियाणा में भाजपा के 78 उम्मीदवार घोषित, योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट भी मैदान में 78 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को करनाल से उम्मीदवार बनाया गया है। 30/09/2019 विहिप को नहीं मिली विवादित परिसर में दीपोत्सव की मंजूरी विश्व हिन्दू परिषद को अयोध्या के विवादित परिसर में दीवाली के समय दीपोत्सव की मंजूरी जिला प्रशासन ने नहीं दी है। 15/10/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/naxalites-target-of-railway-track.html,भारत बंद को सफल बनाने के लिए नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को बनाया निशाना,"भारत भारत बंद को सफल बनाने के लिए नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को बनाया निशाना Saturday, November 20, 2021 12:00 PM facebook instagram twitter google+ माओवादियों ने पटरी पर ब्लास्ट कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। रांची। झारखंड में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादियों के पोलित ब्यूरो के सदस्य और प्रशांत बोस तथा केंद्रीय समिति की सदस्य शीला मरांडी की गिरफ्तारी के खिलाफ भारत-बंद को सफल बनाने के लिए नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को निशाना बनाया। माओवादियों ने झारखंड के लातेहार में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। पश्चिमी सिंहभूम में भी हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर विस्फोट कर ट्रैक को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। इसके कारण कई रेलगाडिय़ां विभिन्न स्टेशनों पर रूकी रही। कुछ ट्रेनों को परिवत्र्तित मार्ग से चलाया जा रहा है। माओवादियों ने धनबाद रेल मंडल के टोरी-लातेहार रेलखंड के के बीच पटरी पर बम ब्लास्ट कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हादसे के बाद डाउन रेलवे लाइन पर परिचालन पूरी तरह से ठप हो गयी। इसके साथ ही एक ट्रॉली भी डिरेल हो गयी। स्थानीय पुलिस भी घेराबंदी कर छापेमारी कर रही है। इस कारण माओवादियों ने भारत बंद के दौरान चक्रधरपुर रेल मंडल को भी एक बार फिर निशाना बनाया। हावड़ा मुंबई-मुख्य रेलमार्ग पर चक्रधरपुर और लोटा पहाड़ स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक को उड़ाने की कोशिश की गयी। ट्रैक को अधिक नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन इस वारदात के कारण हावड़ा-पुणे एक्सप्रेस समेत कई यात्री गाड़ियां को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: सेंसेक्स 51 हजार से हो गया अधिक रिजर्व बैंक द्वारा मौद्रिक नीति की समीक्षा से पहले बीएसई का सेंसेक्स पहली बार 51000 अंक से अधिक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 15000 अंक से अधिक हो गया। 05/02/2021 दिल्ली एयरपोर्ट पर शुरू होगा बायोमेट्रिक चेहरे की पहचान वाला सिस्टम दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बायोमेट्रिक चेहरे की पहचान वाले सिस्टम का ट्रायल शुरू किया जाएगा। जीएपआर कंपनी की ओर से संचालित नए सिस्टम को पहले एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर ट्रायल किया जाएगा। 06/09/2019 कमलनाथ ने लिखा राज्यपाल को पत्र, कहा- आपके निर्देश को स्पीकर के समक्ष भेजा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर कहा है कि उन्होंने सारे तथ्यों के प्रकाश में राज्यपाल के निर्देश को विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष समुचित निर्णय के लिए भेज दिया है। 17/03/2020 पंजाब: अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हेरोइन और हथियार बरामद, सुरक्षाबलों की गोलाबारी में 1 घुसपैठिया ढेर सीमा सुरक्षा बल ने पंजाब की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 53 किलोग्राम से अधिक हेरोइन, 2 एके-47 राइफल, 4 मैगजीन, 45 लाइव राउंड, 1 मोबाइल फोन, प्लास्टिक की पाइप और पाकिस्तानी मुद्रा बरामद की है। सुरक्षा बलों ने अमृतसर देहात पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया जबकि एक अन्य को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। 07/04/2021 TRP स्कैमः SC का रिपब्लिक टीवी की याचिका पर सुनवाई से इनकार, पहले हाईकोर्ट जाने की दी सलाह सुप्रीम कोर्ट ने टीआरपी घोटाले में मुंबई पुलिस की ओर से जारी समन आदेश के खिलाफ रिपब्लिक टीवी की याचिका पर सुनवाई से गुरुवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचुड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने याचिकाकर्ता को बॉम्बे हाईकोर्ट जाने को कहा। उसके बाद याचिकाकर्ता ने याचिका वापस ले ली। 15/10/2020 मुंबई में 1000 करोड़ रुपए का मादक पदार्थ जब्त, 2 आरोपी गिरफ्तार मुंबई सीमा शुल्क और राजस्व खुफिया विभाग ने न्हावा शेवा पोर्ट ट्रस्ट से एक मालवाहक कंटेनर से करीब 1,000 करोड़ रुपए का 191 किलोग्राम नशीला पदार्थ जब्त किया है। जब्त किए गए मादक पदार्थ को 'आयुर्वेदिक दवा' बताया गया है। 10/08/2020 कश्मीर मसले पर मोदी और इमरान मिलकर करें पहल : फारुख जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारुख अब्दुल्ला ने कश्मीर मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास को बेहतर बताते हुए कहा है कि इस पर मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को मिलकर पहल करनी चाहिए। 23/07/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-inauguration-of-schemes-in-up.html,मोदी ने सिंचाई परियोजनाओं का किया उद्घाटन,"भारत मोदी ने सिंचाई परियोजनाओं का किया उद्घाटन Friday, November 19, 2021 18:05 PM facebook instagram twitter google+ मोदी ने कहा कि सरकार को दिल्ली से निकालकर लोगों के बीच में ले आए है। महोबा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के महोबा में अर्जुन बांध सहायक परियोजना सहित अन्य सिंचाई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बुंदेलखंड की सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में पिछली सरकार ने कोई रूचि नहीं दिखाई। सरकारों ने गरीब परिवारों को पानी की मूलभत आवश्यकताओं से वंचित रखा। मोदी ने कहा कि सरकार को दिल्ली से निकालकर लोगों के बीच में ले आए है। यह धरती ऐसी योजनाओं, ऐसे फैसलों की साक्षी रही है, जिन्होंने देश की महिलाओं के जीवन में बदलाव किए है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: प्रियंका गांधी गिरफ्तार : धारा 151, 107, 116 के तहत केस दर्ज उत्तर प्रदेश में हिंसा प्रभावित लखीमपुर में प्रभावित किसानों के परिवारों से मिलने पर अड़ी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सीतापुर पुलिस ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। 05/10/2021 केरल में बाढ़ से तबाही : उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी लैंडस्लाइड में अब तक 21 लोगों की मौत, 8 लापता 18/10/2021 सर्वदलीय बैठक में बोले प्रधानमंत्री मोदी, सरकार कृषि कानूनों पर अपने प्रस्ताव पर कायम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंदोलनकारी किसानों को बातचीत की पेशकश दोहराते हुए शनिवार को कहा कि सरकार कृषि सुधार कानूनों के मुद्दे पर अपने 22 जनवरी के प्रस्ताव पर अब भी कायम है और कृषि मंत्री को एक फोन कॉल करके बातचीत को बढ़ाया जा सकता है। मोदी ने यह बात संसद के बजट सत्र के मौके पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए कही। 31/01/2021 संकट में नारायणसामी सरकार, फ्लोर टेस्ट से पहले एक कांग्रेस और एक डीएमके विधायक ने दिया इस्तीफा पुड्डुचेरी में सत्तारूढ़ कांग्रेस को करारा झटका देते हुए उसके एक और विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और डीएमके के विधायक के. वेंकटेशन ने रविवार को इस्तीफा दे दिया, जिससे पार्टी के लिए सोमवार को सदन में बहुमत साबित करना बहुत मुश्किल हो गया है। 22/02/2021 कृषि विधेयकों को लेकर राहुल गांधी का PM पर हमला, कहा- किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बना रहे हैं मोदी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं चूकते हैं और रविवार को उन्होंने किसान संबंधी विधेयकों को लेकर हमला बोलते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को पूंजीपतियों का 'ग़ुलाम' बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा। 20/09/2020 महाराष्ट्र में पानी का कहर: भारी बारिश से डूबा चिपलूण शहर, 5000 से अधिक लोग बाढ़ में फंसे महाराष्ट्र के तटवर्ती कोंकण क्षेत्र व पश्चिम महाराष्ट्र में बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक हुई भारी बारिश पूरा कोकण जलमय हो गया है। विशेषकर कोंकण का चिपलूण शहर लगभग डूब सा गया है। इस शहर के 5000 से अधिक लोग बाढ़ में फंसे हैं। 23/07/2021 मोदी सरकार ने 4 दिसंबर को बुलाई सर्वदलीय बैठक, कोरोना संक्रमण की स्थिति पर होगी चर्चा देश में फैल रहे कोरोना संक्रमण की स्थिति पर चर्चा करने के लिए मोदी सरकार ने चार दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सदन में पार्टियों के नेताओं के साथ ऑनलाइन बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में संसद के शीत सत्र को बजट सत्र के साथ मर्ज करने को लेकर चर्चा हो सकती है। 01/12/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/om-birla-give-tribute-of-indira-gandhi.html,संसद में इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि,"भारत संसद में इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि Friday, November 19, 2021 14:40 PM facebook instagram twitter google+ संसद सदस्यों ने इंदिरा गांधी की जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, उपसभापति, राज्य सभा, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अध्यक्ष, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, सोनिया गांधी और संसद सदस्यों और पूर्व सांसदों ने इंदिरा गांधी की जयंती पर संसद भवन में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। लोकसभा के महासचिव, उत्पल कुमार सिंह और राज्यसभा के महासचिव, मोदी ने इन्दिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: वायुसेना के AN-32 दुर्घटनाग्रस्त विमान में सभी 13 लोगों की मौत अरुणाचल प्रदेश में 10 दिन पहले दुर्घटना ग्रस्त हुए वायुसेना के ए एन 32 विमान के मलबे का पता लगाने के बाद बचाव अभियान में जुटी टीम को दुर्घटसथाल पर कोई जीवित नहीं मिला है। 13/06/2019 नए शहरीकरण के लिए नगरीय निकायों का सशक्त होना जरूरी : कमलनाथ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए नगरीय निकायों को सशक्त बनाना जरूरी है। स्थानीय संस्थाओं के चुने हुए जनप्रतिनिधि तेजी से हो रहे परिवर्तन को पहचान और नई सोच और नई दृष्टि से दूरदर्शिता के साथ अपने शहरों का विस्तार करें। 05/12/2019 महाराष्ट्र में सरकार गठन की तस्वीर साफ नहीं, पवार बोले- जनता ने हमें विपक्ष की भूमिका में चुना महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन की तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है। सीएम पद को लेकर खींचतान जस की तस बनी हुई है। बीजेपी और शिवसेना की तरफ से लगातार बयानबाजी हो रही है, लेकिन अब तक दोनों दल किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं। 06/11/2019 पेट्रोल-डीजल के वाहनों की कीमत एक समान किए जाने के प्रयास: गडकरी सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश में अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाए जाने पर जोर दिया। गडकरी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों की कीमत एक समान किए जाने के प्रयास किए जाएंगे। 19/02/2021 कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें, प्रदेश कार्यसमिति के साथ-साथ कोर कमेटी की बैठक कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के साथ-साथ कोर कमेटी की बैठक मेंगलुरु में हुई, जिसमें राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही हैं। दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक बस्वराज पाटिल यत्नाल ने हाल ही में दावा किया था कि येदियुरप्पा के अब गिनती के दिन रह गए हैं और पार्टी हाईकमान येदियुरप्पा के प्रदर्शन से खुश नहीं है। 06/11/2020 चिन्मयानंद पर अपहरण का आरोप लगाने वाली लड़की की अखिरी लोकेशनि दिल्ली मिली पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर अपहरण का केस दर्ज किया गया है, जिस लड़की के अपहरण का केस दर्ज हुआ है उसकी आखिरी लोकेशन दिल्ली में मिली है। 29/08/2019 ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के फॉलोअर्स हुए 5 करोड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। माइक्रोब्लागिंग साइट ट्विटर पर उनके फॉलोअर्स की संख्या पांच करोड़ पर पहुंच गई है। पीएम मोदी जनवरी 2009 में ट्विटर से जुड़े हैं। 09/09/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-goes-to-up--says-gandhi.html,मोदी को उपचुनाव में मिली हार के बाद हुआ किसानों की ताकत का एहसास : प्रियंका,"भारत मोदी को उपचुनाव में मिली हार के बाद हुआ किसानों की ताकत का एहसास : प्रियंका Friday, November 19, 2021 12:55 PM facebook instagram twitter google+ प्रियंका गांधी (फाइल फोटो) नई दिल्ली। किसानों पर अत्याचार और उनका दमन करने के बाद मोदी सरकार को किसानों की ताकत का एहसास हाल के उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद हुआ है। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ गए, लेकिन वहां से कुछ ही दूरी पर जहां किसान के पुत्र को केंद्रीय मंत्री के पुत्र ने अपनी कार से रौंदा उस किसान के आवास पर नहीं गये। गांधी ने कहा कि छह सौ से अधिक किसानों की शहादत, 350 से अधिक दिन का संघर्ष। मोदी जी आपके मंत्री के पुत्र ने किसानों को कुचल कर मार डाला, आपको कोई परवाह नहीं थी। आपकी पार्टी के नेताओं ने किसानों का अपमान कर उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी कहा, आंदोलनजीवी बोला, उन पर लाठियां चलाई। उन्हें गिरफ़्तार किया। अब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी कि यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती। बदलते हुए रुख पर विश्वास करना मुश्किल है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: दिल्ली-एनसीआर में बदला मौसम का मिजाज, कई इलाकों में तेज आंधी के साथ हल्की बारिश राजधानी दिल्ली-एनसीआर में रविवार को मौसम ने अचानक पलटी मारी और कई इलाकों में तेज आंधी और हल्की बारिश हुई। 10/05/2020 उन्नाव दुष्कर्म मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी, जांच में मिले पर्याप्त सबूत उन्नाव जिले के बिहार क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने के आरोपियों के खिलाफ जांच के बाद पुलिस चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ जांच में पर्याप्त सबूत मिले है। 26/12/2019 उन्नाव रेप केस : विधायक कुलदीप सेंगर को तीस हजारी कोर्ट ने दिया दोषी करार दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव बलात्कार एवं अपहरण मामले में सोमवार को फैसला सुनाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी ठहराया। 16/12/2019 मोदी के सामान की चल रही है नीलामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओलंपिक खिलाड़ियों के सामान की ई-नीलामी चल रही है। इसमें पहली भारतीय तलवारबाज भवानी देवी की तलवार भी शामिल है। 26/09/2021 छठ को लेकर गुलजार हुए बाजार, लोगें ने शुरू की तैयारी लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर बिहार के बाजार गुलजार हो गये और वहां रौनक देखने को मिल रही है। बिहार में लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व कार्तिक छठ के संकल्प के साथ शुरू होगा। 30/10/2019 बिहार चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर शीर्ष नेतृत्व पर बिफरे कपिल सिब्बल, कहा- पार्टी के लिए हर हार सामान्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बिहार चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन का ठीकरा शीर्ष नेतृत्व पर फोड़ा है। उन्होंने कह दिया कि शायद हर चुनाव में हार को ही कांग्रेस ने अपनी नियति मान ली है। सिब्बल से पहले यही सुर बिहार कांग्रेस के बड़े नेता तारिक अनवर का भी था। 17/11/2020 सुप्रीम कोर्ट ने गडकरी को दिया आने का आमंत्रण सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक परिवहन में इलेक्ट्रिक तकनीक अपनाने संबंधी मामले की सुनवाई में सहयोग के लिए केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को आने का आमंत्रण दिया। 19/02/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/law-return-decision-win-of-farmers.html,नेताओं ने कृषि कानून के वापस लने की घोषणा पर दिया धन्यवाद,"भारत नेताओं ने कृषि कानून के वापस लने की घोषणा पर दिया धन्यवाद Friday, November 19, 2021 12:35 PM facebook instagram twitter google+ अमरिदंर सिंह (फाइल फोटो) चंडीगढ़। गुरू नानक देव जयंती के पावन पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केंद्रीय कृषि कानून वापस लेने की घोषणा का पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी समेत अनेक नेताओं, राजनीतिक दलों और किसान संगठनों के नेताओं ने धन्यवाद किया है। चन्नी ने इस फैसले पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह प्रधानमंत्री की इस घोषणा का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि किसानों के लम्बे और शांतिपूर्ण आंदोलन की जीत है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह ने ट्वीट कर कृषि कानून रद्द करने का स्वागत करते हुये इसके प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया है। एक और ट्वीट में पूर्व मुख्यमंत्री ने किसानों के विकास के लिए भविष्य में भाजपा के साथ मिलकर काम करने की आशा व्यक्त की है। अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने के बाद कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाने की घोषणा की थी। भाजपा ने राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। राज्य के कृषि मंत्री रणदीप सिंह ने भी कृषि कानून वापिस लेने का धन्यवाद करते हुये मोदी से आंदोलन के दौरान नुकसान झेलने वाले परिवारों को मुआवजा देने की अपील की है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कृषि कानून रद्द करने की प्रधानमंत्री की घोषणा को किसान मोर्चा के सत्याग्रह की ऐतिहासिक सफलता करार दिया। उन्होंने यहां अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि कृषि कानून रद्द करना सही दिशा में एक फैसला है। उन्होंने कहा कि यह किसान मोर्चा के सत्याग्रह की ऐतिहासिक सफलता है। किसानों के बलिदान का फल मिला है। उन्होंने कहा है कि पंजाब सरकार की प्राथमिकता एक रोडमैप बनाकर किसानी के पुनरुद्धार की होनी चाहिए। पंजाब प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा ने इस फैसले पर किसानों की बड़ी जीत और अहंकार ही हार करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों की जीत है। संयुक्त किसान मोर्चा ने किया धन्यवाद संयुक्त किसान मोर्चा तीन कृषि क़ानूनों को रद्द करने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि वह उचित संसदीय प्रक्रियाओं के माध्यम से घोषणा के प्रभावी होने की प्रतीक्षा करेगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान जारी कर कहा कि किसान मोर्चा इस निर्णय का स्वागत करता है और उचित संसदीय प्रक्रियाओं के माध्यम से घोषणा के प्रभावी होने की प्रतीक्षा करेगा। अगर ऐसा होता है, तो यह भारत में एक वर्ष से चल रहे किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत होगी। इस संघर्ष में करीब 700 किसान शहीद हुए हैं। बयान में कहा गया कि संयुक्त किसान मोर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र किसानों का यह आंदोलन न केवल तीन काले कानूनों को निरस्त करने के लिए है, बल्कि सभी कृषि उत्पादों और सभी किसानों के लिए लाभकारी मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए भी है। किसानों की यह अहम मांग अभी बाकी है। इसी तरह बिजली संशोधन विधेयक को भी वापस लिया जाना बाक़ी है। संज्ञान लेकर ही अपनी बैठक करेगा और आगे के निर्णयों की घोषणा करेगा। कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय हर एक किसान की जीत : ममता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि सरकार की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय हर एक किसान की जीत है। बनर्जी ने ट्वीट किया कि किसानों को हार्दिक अभिनंदन, जिन्होंने अथक संघर्ष किया और उस क्रूर व्यवहार से विचलित नहीं हुए, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने किसानों के साथ किया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की वजह बने तीनों नए कृषि कानून सरकार ने वापस ले लिए है। संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा की। मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों के साथ लाई थी, लेकिन यह बात हम किसानों को समझा नहीं पाए। तीनों नए कृषि कानूनों को बीते वर्ष सितंबर को संसद से मंजूरी मिली थी। उसके बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने तीनों कानूनों के प्रस्ताव पर हस्ताश्रर किए थे। इसके बाद से ही किसान संगठनों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया था। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: Petrol and diesel prices increased for the fourth day : पेट्रोल और डीजल फिर से 35-35 पैसे प्रति लीटर महंगा इस महीने में अब तक पेट्रोल 5.60 रुपये प्रति लीटर और डीजल 6.20 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। 23/10/2021 भाजपा की आय में हुई 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी देश में लोकसभा चुनाव के भारतीय जनता पार्टी की आय में करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले बीजेपी की आय करीब 2,410 करोड़ रुपये थी, जो बढ़कर 3,623 करोड़ रुपये हो गई है। 10/08/2021 PM के दखल के बाद किसानों-सरकार में कल फिर होगी बातचीत, हिंसा पर 50 और लोगों को नोटिस किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली में लाल किला समेत कई जगहों पर हिंसा हुई थी। 29 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर भी पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई। उपद्रव को लेकर दिल्ली पुलिस ने रविवार को 50 और लोगों को नोटिस जारी किए, इनमें किसान नेता भी शामिल हैं। नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान नेताओं और सरकार के बीच अगली बातचीत 2 फरवरी को होगी। 01/02/2021 भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 5 लाख 12 हजार के पार, रिकवरी दर बढ़कर हुई 96.52 फीसदी देश में कोरोना संक्रमण की धीमी पड़ती रफ्तार के बीच इस बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी से सक्रिय मामलों की दर घटकर 2.03 फीसदी रह गई है, वहीं संक्रमण से होने वाली मौतों की दैनिक संख्या फिर 200 से नीचे आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 16,946 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 5 लाख 12 हजार से अधिक हो गई है। 14/01/2021 मध्य प्रदेश में 1 जून से लॉकडाउन में मिलेगी राहत, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए संकेत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आ गई है, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बावजूद जरा सी लापरवाही से फिर स्थितियां काबू से बाहर जा सकती हैं। चौहान ने संकेत दिए कि यदि स्थितियां इसी तरह नियंत्रण में रहीं, तो 1 जून से क्रमिक तरीके से कोरोना कर्फ्यू में राहत दी जा सकती है। 22/05/2021 केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ बदसलूकी, भाजपा ने ममता पर साधा निशाना भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ हुई बदसलूकी को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार और पुलिस पर निशाना साधा है। 20/09/2019 हिमाचल में बर्फबारी से जनजीवन अस्तव्यस्त, शिमला सहित कई इलाकों में यातायात बंद हिमाचल प्रदेश में अलग क्षेत्रों में गत तीन दिनों से लगातार हो रहे हिमपात और बारिश ने राज्य में जहां जिंदगी की रफ्तार रोक दी है। 09/01/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/farmers-doing-movement--says-surjewala.html,मोदी ने किसानों के साथ अन्याय को किया स्वीकार : कांग्रेस,"भारत मोदी ने किसानों के साथ अन्याय को किया स्वीकार : कांग्रेस Friday, November 19, 2021 12:20 PM facebook instagram twitter google+ रणदीप सिंह सुरजेवाला (फाइल फोटो) नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंदोलन कर रहे किसानों के साथ अन्याय किया है, उसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है और अब मोदी को देश के अन्नदाता से इस अपराध के लिए सार्वजनिक तौर से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में कहा कि देश का किसान कृषि विरोधी तीन कानूनों को वापस करने की मांग के लिए आंदोलन कर रहा है, लेकिन सरकार ने हठधर्मिता दिखाते हुए उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया और असंवेदनशील तरीके से उनके आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया। उन्होंने इसे गंभीर अपराध बताते हुए कहा कि इस आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों ने शहादत दी। किसानों पर अत्याचार हुए, लाठी चलाई गई और उन्हें आतंकवादी और आंदोलनजीवी कह कर अपमानित किया गया। उन्होंने कहा कि देश के लोग अब समझ गए है कि भाजपा किसान विरोधी है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: कौशल विकास के बहाने सरकार पर बरसी प्रियंका कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कौशल विकास को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर सिर्फ बातें करने का आरोप लगाया और कहा कि इस बारे में हो-हल्ला बहुत किया गया लेकिन परिणाम निराशाजनक रहे हैं। 04/08/2019 सोनिया गांधी बनीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष, राहुल ने ठुकराया अध्यक्ष बने रहने का प्रस्ताव कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारिक इकाई कार्य समिति की बैठक में शनिवार देर रात सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बना लिया। 10/08/2019 शिवसेना ने 2014 में भी कांग्रेस को दिया था सरकार बनाने का प्रस्ताव: चव्हाण शिवसेना और एनसीपी ने 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को रोकने के लिए मिलकर सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, कांग्रेस ने उस समय इससे इनकार कर दिया था। यह खुलासा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने किया। 20/01/2020 असम में धेमाजी इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन, PM मोदी बोले- बढ़ाई जाएगी विकास की गति असम में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सोमवार को राज्य को कई बड़ी सौगातें मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने असम दौरे के दौरान कई अहम परियोजनाओं की शुरुआत की। पीएम मोदी ने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर हमारी सरकार काम कर रही है। 22/02/2021 लखनऊ और नोएडा में अब होगा कमिश्नरेट सिस्टम, योगी कैबिनेट ने दी मंजूरी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम को मंजूरी दे दी है। अब लखनऊ व गौतमबुद्धनगर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होगी यानि कि लखनऊ व गौतमबुद्धनगर में अब पुलिस कमिश्नर होंगे। 13/01/2020 देश में कोरोना: 24 घंटे में आए 45951 नए केस, 817 मौतें, 17 दिन में घटे करीब 5 लाख सक्रिय मामले देश में 17 दिनों में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के करीब 5 लाख सक्रिय मामले घटे और पिछले 24 घंटे में 60,729 मरीज स्वस्थ हुए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 45,951 नए मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3 करोड़ 3 लाख 62 हजार 848 हो गया है। 30/06/2021 इसरो की सफल उड़ान, ईओएस-01 और 9 अन्य उपग्रहों का प्रक्षेपण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र (एसडीएससी) के पहले लॉन्च पैड से पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-01 और अन्य देशों के 9 वाणिज्यिक उपग्रहों को सफलतापूवर्क लॉन्च किया। 08/11/2020",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/rahul-gandhi-give-congratulation-of-farmers.html,अन्नदाता के सत्याग्रह के सामने झुका अहंकार : राहुल,"भारत अन्नदाता के सत्याग्रह के सामने झुका अहंकार : राहुल Friday, November 19, 2021 11:20 AM facebook instagram twitter google+ राहुल गांधी (फाइल फोटो) नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की सरकार की घोषणा के बाद किसानों को जीत की बधाई दी। गांधी ने इसे अन्याय की हार बताते हुए कहा कि अन्नदाता के सत्याग्रह के सामने अहंकार झुका है। गांधी ने ट्वीट किया कि के अन्नदाता ने सत्याग्रह ने अहंकार झुक गया। अन्याय के खिलाफ इस जीत की बधाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करते हुए आंदोलनकरी किसानों से आवास लौटने की अपील की है। किसानों का कहना है कि वह आंदोलन तभी समाप्त करेंगे, जब संसद में इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: भारत नई ताकत और तेज गति से बढ़ेगा आगे : मोदी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अर्थव्यवस्था को लेकर आश्वस्त किया कि पहले भी उतार चढ़ाव आयें और देश हर बार पहले से भी मजबूत होकर निकला है। 20/12/2019 केन्द्र सरकार ने 22 भ्रष्ट अधिकारियों को जबरन किया रिटायर सरकार ने भ्रष्टाचार के कथित आरोपों को लेकर केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के 22 वरिष्ठ अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है। 27/08/2019 कोरोना अपडेट देश में कोरोना के 30,941 नए मामले आए सामने 31/08/2021 गणतंत्रता दिवस के मौके पर असम में विस्फोट, कोई हताहत नहीं गणतंत्रता दिवस के मौके पर पूर्वी असम में कम तीव्रतावाले चार विस्फोट हुए। इनमें से तीन डिब्रूगढ़ जिले में हुए, जबकि चौथा विस्फोट चराईदेव जिले में हुआ। हालांकि विस्फोट में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ। विस्‍फोट के बाद आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। 27/01/2020 ट्रैफिक नियम तोड़ने पर परिवहन मंत्री का कटा चालान झारखंड सरकार में बीजेपी के परिवहन मंत्री सीपी सिंह के पास यातायात नियम तोड़ने पर चालान पहुंचा है, जिसका उन्होंने भुगतान किया है। 29/08/2019 पीएम को खुला खत लिखने वाली 49 हस्तियों के खिलाफ बंद होगा राजद्रोह का केस देश में मॉब लिंचिंग के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखने वाली 49 हस्तियों के खिलाफ मुजफ्फरपुर में दर्ज प्राथमिकी के सभी आरोप गलत पाए गए और अब पुलिस याचिकाकर्ता सुधीर कुमार पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। 10/10/2019 सड़क सुरक्षा कानून का उल्लंघन किसी को नहीं करने देंगे : गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नये मोटर वाहन कानून के तहत कोई भी व्यक्ति सड़क पर नियमों का उल्लंघन कर लोगों की जान से नहीं खेल सकेगा और जो नियम तोड़ेगा उसे हर हाल में दंडित किया जाएगा। 09/09/2019",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/movement-will-not-return-of-farmers--says-rakesh.html,किसानों का आंदोलन तत्काल नहीं होगा वापस : टिकैत,"भारत किसानों का आंदोलन तत्काल नहीं होगा वापस : टिकैत Friday, November 19, 2021 11:10 AM facebook instagram twitter google+ राकेश टिकैत (फाइल फोटो) नई दिल्ली। किसानों का आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर कहा कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा। तब तक इंतजार करेंगे, जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणी की और कहा कि इसके लिए शुरू हो रहे संसद सत्र में प्रक्रिया शुरू की जाएगी। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश हनीट्रैप मामला : पांचों महिला आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जेल मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार पांचों महिला आरोपियों को मंगलवार को इंदौर की एक कोर्ट ने आगामी 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। 01/10/2019 दिल्ली में 3 महीने के भीतर लगा देंगे वैक्सीन : केजरीवाल कोरोना के बढ़ते केस पर दिल्ली सरकार ने एक बैठक बुलाई। बैठक में कोरोना मामले, रोक और वैक्सीनेशन को लेकर चर्चा की गई। 18/03/2021 मध्यप्रदेश में परीक्षा में पूछा क्रांतिकारी आतंकवादियों पर सवाल, शिवराज ने की जांच की मांग मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के जीवाजी विश्वविद्यालय की एक परीक्षा में 'क्रांतिकारी आतंकवादियों' पर सवाल पूछे जाने के मामले में सख्त आपत्ति उठाते हुए कहा कि इस मामले में गैरजिम्मेदार लोगों पर तत्काल कार्रवाई की जाए। 27/12/2019 इंडिगो एयरलाइन का 'टफ कुकी' अभियान, डॉक्टरों-नर्सों को किराए में देगी 25 फीसदी तक रियायत देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने कोरोना संकट के समय लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉक्टरों और नर्सों को किराए में 25 प्रतिशत तक रियायत देने की घोषणा की है। एयरलाइन ने गुरुवार को बताया कि इसके लिए उसने 'टफ कुकी' नाम से अभियान की शुरुआत की है। 02/07/2020 पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी आज भरेंगी नामांकन, कहा- नंदीग्राम में काम नहीं करेगी विभाजनकारी राजनीति पश्चिम बंगाल में मिदनापुर की सबसे चर्चित सीट पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के कांटे की टक्कर मानी जा रही है। मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी इस सीट पर 10 को नामांकन भरेगी। 09/03/2021 शिफ्ट होगा पीएम आवास और दफ्तर, नए आवास से ऑफिस तक पैदल जा सकेंगे प्रधानमंत्री केन्द्र सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना सेंट्रल विस्टा का मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। प्रस्तावित योजना के तहत साउथ ब्लॉक के पीछे प्रधानमंत्री के लिए नया आवास और ऑफिस बनाया जाएगा। दोनों को इस तरीके से बनाया जाएगा कि प्रधानमंत्री आवास से ऑफिस पैदल भी जा सकें। 17/01/2020 समंदर में बढ़ेगी भारत की ताकत, 6 स्वदेशी पनडुब्बी बनाने के लिए 43,000 करोड़ की निविदा को मंजूरी रक्षा मंत्रालय ने देश में ही छह पनडुब्बी बनाने से संबंधित 43 हजार करोड़ की परियोजना के लिए निविदा जारी करने को मंजूरी दी है। 04/06/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/big-announcement-of-pm-modi--three-agricultural-laws-will-be-returned--the-process-of-repeal-of-all-three-laws-will-be-done-in-this-session-of-parliament-.html,PM मोदी का बड़ा ऐलान : तीन कृषि कानून होंगे वापस,"भारत PM मोदी का बड़ा ऐलान : तीन कृषि कानून होंगे वापस Friday, November 19, 2021 10:15 AM facebook instagram twitter google+ मोदी सरकार का बड़ा ऐलान तीनों कानूनों को रद्द करने की प्रक्रिया संसद के इसी सत्र में की जाएगी। नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा की और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तथा शून्य बजट खेती पर सिफारिश के लिए बहुपक्षीय समिति बनाने का भी ऐलान किया। मोदी ने देव दीपावली और गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह नेक नीयत से किसानों की भलाई के लिए ये तीनों कृषि कानून लाए थे। इसके लिए लंबे समय से मांग हो रही थी। उन्होंने कहा कि कुछ किसान, भले ही उनकी संख्या कम हो, उन्होंने इसका विरोध किया। संभवत: यह हमारी तपस्या की कमी थी कि हम उन्हें इन तीनों कानूनों के बारे में समझा नहीं सके। मोदी ने कहा कि इन तीनों कानूनों को रद्द करने की प्रक्रिया संसद के इसी सत्र में की जाएगी। संसद का सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है। उन्होंने किसानों से आंदोलन छोड़ कर अपने-अपने घर वापस जाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि एमएसपी पर चुनाव के लिए समिति में केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के अलावा राज्य सरकारों, किसान संगठनों, कृषि विशेषज्ञ तथा कृषि अर्थशास्त्री रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं किसानों और ग्रामीण लोगों के लिए पहले से अधिक मेहनत के साथ काम करता रहूंगा। गौरतलब है कि कृषि मंडी व्यवस्था में सुधार, अनुबंध की खेती में किसानों के हितों की रक्षा के उपाय पर केंद्रीय तीनों कृषि कानूनों को लेकर कई किसान संगठन दिल्ली की सीमाओं पर मोर्चाबंदी किये हैं और उनके आंदोलन का करीब एक साल होने वाला है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: यस बैंक संकट पर राहुल-प्रियंका का पीएम मोदी पर निशाना, कहा- देश की अर्थव्यवस्था को कर दिया चौपट कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यस बैंक के वित्तीय हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। 06/03/2020 जम्मू कश्मिर दौरे पर गृहमंत्री : शहीद पुलिसकर्मी के घर गये शाह शहीद की पत्नी को नौकरी 23/10/2021 अमित शाह, राजनाथ और योगी आदित्य नाथ सहित दिग्गजों ने बाबू जी को किये श्रद्धासुमन अर्पित बाबूजी के जाने से राजनीतिक नभ में, विशेषकर हमारी पार्टी के लिए, एक बड़ी रिक्तता आई है- अमित शाह 23/08/2021 ट्विटर पर लगातार बढ़ रही PM मोदी की लोकप्रियता, फॉलोअर्स की संख्या पहुंची 6 करोड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लगातार बढ़ती जा रही है और उनके फॉलोअर्स की संख्या बढ़कर 6 करोड़ पर पहुंच गई है। मोदी जनवरी 2009 में ट्विटर से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल के अनुसार उनके फॉलोअर्स की संख्या 6 करोड़ पर पहुंच गई है। सितंबर 2019 में ट्विटर पर मोदी के फॉलोअर्स की संख्या 5 करोड़ थी। 19/07/2020 हिंद महासागर में गिरकर नष्ट हो गया चीन का रॉकेट चीन का रॉकेट सीजेड-5बी-वाई2 वायुमंडल में फिर से प्रवेश करने के बाद हिंद महासागर में गिरकर नष्ट हो गया। अमेरिकी अंतरिक्ष बल के 18वें अंतरिक्ष नियंत्रण स्क्वैड्रन ने इसकी पुष्टि की है। 09/05/2021 कोरोना पर मंथन: PM मोदी ने कहा- थोड़ी सी ढिलाई भी घातक, एकजुट होकर करना होगा मुकाबला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि देश में कोरोना जिस भयानक रफ्तार से फैल रहा है वह चिंता का विषय है लेकिन सभी को राजनीति से ऊपर उठकर इस चुनौती से निपटने के लिए एकजुट होकर तेजी से कदम उठाने होंगे क्योंकि थोड़ी सी भी ढिलाई घातक सिद्ध हो सकती है। 09/04/2021 कोरोना वायरस के खिलाफ एक और हथियार, भारत में स्पूतनिक वी टीके को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी भारत में तीसरी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई है। एक्सपर्ट कमेटी ने स्पूतनिक वी के इमरजेंसी इस्तेमाल को लेकर बैठक की, जिसमें इसे सहमति दे दी गई। 12/04/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/modi-insistence-to-bank-officers.html,देश का बैंकिंग क्षेत्र पहले से अधिक है मजबूत : मोदी,"भारत देश का बैंकिंग क्षेत्र पहले से अधिक है मजबूत : मोदी Thursday, November 18, 2021 18:15 PM facebook instagram twitter google+ नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो) नई दिल्ली। सरकार ने बैंकों के समक्ष आयीं समस्याओं और चुनौतियों का समाधान कर दिया और अब देश का बैंकिंग क्षेत्र पहले से अधिक मजबूत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में आर्थिक गतिविधियां बढश़्ने से बैंकों के लिए काम करने का अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा कि कंपनियां और स्टार्टअप जिस गति से बढ़ रहे है। वह अभूतपूर्व है। जनाकांक्षाओं को शक्ति प्रदान करने का इससे अच्छा समय नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि उनमें निवेश करे। उन्होंने बैंक अधिकारियों से आग्रह किया कि वह उनने पास ऋण के लिए आवेदन करने वाले को याचक न माने, बल्कि उनके साथ भागीदार की भावना के साथ काम करे। प्रधानमंत्री निर्बाध ऋण प्रवाह और आर्थिक विकास के लिए तालमेल बनाना विषय पर सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन में विभिन्न मंत्रालय, बैंक, वित्तीय संस्थान और उद्योग के प्रतिनिधि शामिल हुए। मोदी ने कहा कि देश के बैंकिंग क्षेत्र के सामने आने वाली सभी समस्याओं और चुनौतियों का समाधान निकाल लिया है। बैंकों में एनपीए की समस्या का समाधान कर दिया है, बैंकों में नयी पूंजी डाली है और उनकी शक्ति बढ़ाई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बैंक अब तौर से सुरक्षित हो गए है। उन्हें अब ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ना चाहिए। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: हिमाचल में बर्फबारी से जनजीवन अस्तव्यस्त, शिमला सहित कई इलाकों में यातायात बंद हिमाचल प्रदेश में अलग क्षेत्रों में गत तीन दिनों से लगातार हो रहे हिमपात और बारिश ने राज्य में जहां जिंदगी की रफ्तार रोक दी है। 09/01/2020 मुंबई में 4 मंजिला इमारत गिरी, 12 लोगों की मौत, राहत-बचाव कार्य जारी बारिश के मौसम में मुंबई में आए दिन हादसे हो रहे हैं। मंगलवार को भी मुंबई के डोंगरी इलाके में बड़ा हादसा हो गया। 16/07/2019 सिर को ज्यादा झुकाकर मोबाइल यूज करने वाले युवाओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा मोबाइल को लेकर जैव यांत्रिकी पर पर एक रिसर्च किया गया है, जिसमें मोबाइल इस्तेमाल करने वाले युवाओं के सिर के सिरों में सींग उगने लगे हैं। 22/06/2019 केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को दिया 1.10 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर, एक डोज की कीमत 200 रुपए देश भर में कोरोना वायरस का टीकाकरण 16 जनवरी से शुरू होगा। इसको लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है। केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के पुणे स्थित टीका निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कोवीशील्ड के लिए ऑर्डर दे दिया है। वैक्सीन के एक डोज की कीमत 200 रुपए होगी। 11/01/2021 प्रवासी मजदूरों को 2 माह तक मिलेगा 5 किलो गेहूं-चावल, अगस्त से एक देश एक राशन कार्ड केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने वाले आर्थिक पैकेज की दूसरी किस्त में प्रवासी मजदूरों, किसानों, रेहड़ी-पटरी वालों और छोटे व्यापारियों पर फोकस रहा। सरकार ने बिना राशन कार्ड वाले मजदूरों को अगले 2 माह तक मुफ्त में प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल या गेहूं तथा प्रति परिवार 1 किलो चना देने की घोषणा की। 14/05/2020 तिहाड़ जेल में डी के शिवकुमार से मिले अहमद पटेल और आनंद शर्मा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और आनंद शर्मा ने गुरुवार को तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में बंद पार्टी के कर्नाटक से नेता डी के शिवकुमार से मुलाकात की। 26/09/2019 संकट में नारायणसामी सरकार, फ्लोर टेस्ट से पहले एक कांग्रेस और एक डीएमके विधायक ने दिया इस्तीफा पुड्डुचेरी में सत्तारूढ़ कांग्रेस को करारा झटका देते हुए उसके एक और विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और डीएमके के विधायक के. वेंकटेशन ने रविवार को इस्तीफा दे दिया, जिससे पार्टी के लिए सोमवार को सदन में बहुमत साबित करना बहुत मुश्किल हो गया है। 22/02/2021",1 https://www.dainiknavajyoti.net,https://www.dainiknavajyoti.net/india/case-should-be-filed-against-kangana--says-congress.html,कंगना के खिलाफ दायर किया जाना चाहिए राष्ट्रद्रोह का मुकदमा : कांग्रेस,"भारत कंगना के खिलाफ दायर किया जाना चाहिए राष्ट्रद्रोह का मुकदमा : कांग्रेस Thursday, November 18, 2021 14:45 PM facebook instagram twitter google+ फाइल फोटो नई दिल्ली। कांग्रेस ने अभिनेत्री कंगना रनौत पर हमला किया है। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने कहा कि उन्होंने देश के शहीदों का अपमान किया है। इसलिए उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उनसे सरकार के दिए हुए सम्मान वापस लिए जाने चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि कंगना रनौत को उन्होंने महात्मा गांधी तथा देश के शहीदों का अपमान किया है। उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दायर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कंगना को मुद्दों और तथ्यों की समझ नहीं है। हिन्दू और हिंदुत्व संबंधी विवाद पर प्रवक्ता ने कहा कि महात्मा गांधी हिन्दू और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे हिंदुत्व के प्रतीक है। परफेक्ट जीवनसंगी की तलाश? राजस्थानी मैट्रिमोनी पर निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे! यह भी पढ़ें: ओवैसी के आवास पर हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़ एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के दिल्ली के आवास पर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की। इसे लेकर ओवैसी ने भाजपा पर निशाना साधा है। 22/09/2021 कोरोना अपडेट: देश में संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 8 लाख के पार, एक्टिव केस घटकर हुए 1.51 लाख देश में कोरोना संक्रमण से निजात पाने वालों के दैनिक घटते-बढ़ते क्रम में पिछले 24 घंटो के दौरान 15 हजार से अधिक लोग स्वस्थ हुए, जिससे सक्रिय मामलों में कमी आने का सिलसिला जारी रहा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार की सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 12,408 नए मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 1 करोड़ 8 लाख 2 हजार से अधिक हो गया है। 05/02/2021 जंतर-मंतर पर किसान संसद: केंद्र के 3 कृषि कानूनों का विरोध, कानून वापसी की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय से आंदोलनरत किसानों ने गुरुवार को राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर में किसान संसद की शुरुआत की है। किसान संगठनों के मुताबिक जब तक संसद का मानसून सत्र जारी रहेगा वह हर रोज ऐसी किसान संसद लगाएंगे। 22/07/2021 उत्तराखंड के CM त्रिवेंद्र सिंह के खिलाफ CBI जांच के आदेश पर SC की रोक, सभी पक्षकारों को नोटिस जारी सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच के उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश पर गुरुवार को रोक लगा दी। कोर्ट ने मामले में सभी पक्षकारों को नोटिस जारी किए हैं और जवाब के लिए 4 सप्ताह का समय दिया है। 29/10/2020 फडणवीस की पुनर्विचार याचिका पर फैसला सुरक्षित सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी हलफनामे में आपराधिक मामलों को छुपाने के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पुनर्विचार याचिका पर फैसला मंगलवार को सुरक्षित किया। 18/02/2020 कोटला स्टेडियम में अरुण जेटली की प्रतिमा का अनावरण, शाह बोले- बड़े भाई की तरह हर संकट से बाहर निकाला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत अरुण जेटली की प्रतिमा का अरुण जेटली स्टेडियम में अनावरण किया। अमित शाह ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की 68वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर डीडीसीए के मौजूदा अध्यक्ष और अरुण जेटली के पुत्र रोहन जेटली तथा उनके परिवार के सदस्य मौजूद थे। 28/12/2020 दिल्ली में हो सकती है बारिश आंशिक तौर पर बादल छाये रहे और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया। भारतीय मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। 05/09/2021",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%86%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%97-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%8c%e0%a4%9c%e0%a5%82%e0%a4%a6%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%bf%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%8b-%e0%a4%b5%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80&id=73968,नीति आयोग ने आज देश में आपात स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल की मौजूदा स्थिति पर दो व्‍यापक रिपोर्ट जारी की,"Dec 10, 2021 , 2:51PM नीति आयोग ने आज देश में आपात स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल की मौजूदा स्थिति पर दो व्‍यापक रिपोर्ट जारी की AIR Pics नीति आयोग ने आज देश में आपात स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल की मौजूदा स्थिति पर दो व्‍यापक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में एंबुलेंस सेवा, स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी बुनियादी ढांचा, मानव संसाधन और देखभाल उपकरणों की मौजूदा स्थिति में कमियों का उल्‍लेख किया गया है। नीति आयोग में सदस्‍य, स्‍वास्‍थ्‍य डॉ. वी.के. पॉल की उपस्थिति में रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट की प्रस्‍तावना में डॉ. वी.के. पॉल ने देश में विश्‍वस्‍तरीय कुशल और एकीकृत आपात देखभाल प्रणाली सृजित करने पर बल दिया है।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%95%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%9c%e0%a4%b2%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%81-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%9a%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%be&id=73967,लोकसभा में आज प्रश्‍नकाल के बाद जलवायु परिवर्तन पर चर्चा,"Dec 10, 2021 , 2:50PM लोकसभा में आज प्रश्‍नकाल के बाद जलवायु परिवर्तन पर चर्चा AIR Pics लोकसभा में आज प्रश्‍नकाल के बाद जलवायु परिवर्तन पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा में हिस्‍सा लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के रमेश बिधूड़ी ने कहा कि अनेक देशों ने वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए कानून लागू किये हैं। श्री बिधूड़ी ने भोपाल गैस त्रासदी का मुद्दा भी सदन में उठाया। उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा गुजरात का मुख्‍यमंत्री रहने के दौरान लागू की गई विभिन्‍न परियोजनाओं का उल्‍लेख किया।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%b8%e0%a4%a6-%e0%a4%ad%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%a7%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a4%be&id=73954,राज्यसभा के निलंबित विपक्षी सदस्‍यों द्वारा आज संसद भवन परिसर में फिर धरना,"Dec 10, 2021 , 1:39PM राज्यसभा के निलंबित विपक्षी सदस्‍यों द्वारा आज संसद भवन परिसर में फिर धरना AIR Pics राज्यसभा के निलंबित विपक्षी सदस्‍यों ने आज संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने अपना धरना फिर से शुरू कर दिया। ये सदस्‍य अपने निलंबन को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इन विपक्षी सदस्यों को पिछले मानसून सत्र में उनके अमान्‍य व्‍यवहार के कारण वर्तमान सत्र के पहले दिन ही पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 11 अन्य लोगों के निधन के कारण उन्होंने कल अपना धरना प्रदर्शन स्‍थगित कर दिया था।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%af%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%b8%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%82%e0%a4%b6-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a4%b9%e0%a4%be---%e0%a4%b8%e0%a4%ac%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%8f&id=73952,राज्‍यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा - सबको मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करना चाहिए,"Dec 10, 2021 , 1:35PM राज्‍यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा - सबको मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करना चाहिए Tweeted by @AIR राज्‍यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा है कि आज मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को स्‍वीकार करने की 73वीं वर्षगांठ है। सदन की बैठक आज जैसे ही शुरू हुई, उन्‍होंने कहा कि इसका उद्देश्‍य भेदभाव की गहरी जडों की समस्‍या का समाधान करना है और इसके लिए सबको मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करना चाहिए। श्री हरिवंश ने कहा कि यह सबकी जिम्‍मेदारी है कि पूरी तरह समावेशी रहते हुए इसके लिए अटल प्रतिबद्धता को दोहराएं।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%b2-%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%b2%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a4%af%e0%a5%82-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%89%e0%a4%a6%e0%a4%98%e0%a4%be%e0%a4%9f%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%87&id=73939,प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कल उत्‍तरप्रदेश के बलरामपुर में सरयू नहर राष्‍ट्रीय परियोजना का उदघाटन करेंगे,"Dec 10, 2021 , 11:47AM प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कल उत्‍तरप्रदेश के बलरामपुर में सरयू नहर राष्‍ट्रीय परियोजना का उदघाटन करेंगे Tweeted by @AIR प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कल उत्‍तरप्रदेश के बलरामपुर में सरयू नहर राष्‍ट्रीय परियोजना का उदघाटन करेंगे। यह परियोजना 1978 में शुरू हुई थी लेकिन बजट सहयोग, अन्‍तरविभागीय समन्‍वय और पर्याप्‍त निगरानी के अभाव में लगभग चार दशक बाद भी काम पूरा नहीं हो सका। किसानों के हित और सशक्तिकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों और राष्‍ट्रीय महत्‍व की लम्बित परियोजनाओं को प्राथमिकता देने की उनकी प्रतिबद्धता से इस परियोजना पर फिर ध्यान दिया गया। वर्ष 2016 में इस परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लाया गया ताकि समयबद्ध सीमा में इसे पूरा किया जा सके। इस परियोजना पर नये सिरे से ध्‍यान दिये जाने से लगभग चार वर्ष में इसे पूरा कर लिया गया। सरयू नहर परियोजना पर नौ हजार आठ सौ करोड रूपये से अधिक की लागत आई है। इसमें से चार हजार छह सौ करोड रूपये की राशि का प्रावधान पिछले चार वर्ष में किया गया। परियोजना के तहत पांच नदियों- घाघरा, सरयू, राप्‍ती, बाणगंगा और रोहिणी को जोडा जाना भी शामिल है ताकि इस क्षेत्र के जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो सके। इस परियोजना से 14 लाख हेक्‍टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई हो सकेगी और छह हजार दो सौ गांवों के लगभग 29 लाख किसानों को लाभ होगा। इससे राज्‍य के नौ जिले - बहराइच, श्रावस्‍ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्‍ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज भी लाभान्वित होंगे। इस क्षेत्र के किसान अब बडे पैमाने पर फसल उगाने में सक्षम होंगे और कृषि क्षमता अधिकतम हो सकेगी।",1 https://newsonair.gov.in,https://newsonair.gov.in/hindi/Hindi-News?title=%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%af%e0%a5%81%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a4%bf-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b8%e0%a4%82%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%86%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5%e0%a4%97%e0%a4%bf%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be&id=73874,संयुक्त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों और संबंधित मुद्दों पर आंदोलन स्थगित किया,"Dec 09, 2021 , 8:14PM संयुक्त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों और संबंधित मुद्दों पर आंदोलन स्थगित किया sanyukatkishanmorcha@Noa संयुक्‍त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों और संबंधित मुद्दों को लेकर जारी अपना आंदोलन स्‍थगित करने की घोषणा की है। नई दिल्‍ली में संवाददाता सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि यह फैसला किसान नेताओं की बैठक में किया गया है। उन्‍होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान शनिवार से प्रदर्शन स्‍थल छोडना शुरू कर देंगे। उन्‍होंने कहा कि किसान नेता अगले महीने की 15 तारीख को समीक्षा बैठक करेंगे और यदि सरकार अपने वायदे पूरे नहीं करेगी, तो वे फिर से आंदोलन शुरू कर देंगे। किसान करीब एक वर्ष से दिल्‍ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। संसद ने मौजूदा शीतकालीन सत्र के पहले दिन तीनों कृषि कानून निरस्‍त कर दिए थे। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने पिछले महीने की 19 तारीख को 2019 में बनाये गये नये कृषि कानून रद्द करने की घोषणा की थी। श्री मोदी ने किसानों से अपील की थी कि वे आंदोलन समाप्‍त कर अपने घरों को लौट जाएं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि कृषि संबं‍धी सभी पहलुओं पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/goa-assembly-polls-2022-priyankas-promise-30-percent-reservation-for-women-if-congress-voted-to-power-in-goa,"Goa assembly polls 2022: प्रियंका का वादा, गोवा में कांग्रेस सरकारी बनी तो महिलाओं को 30 फीसदी आरक्षण","विस्तार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को वादा किया कि यदि गोवा के आगामी चुनाव में उनकी पार्टी सत्ता में आई तो महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। गोवा में सियासी जमीन बनाने में जुटी आम आदमी पार्टी पर परोक्ष निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने गोवा की जनता से कहा कि वह राज्य में बाहर से आने वाले 'नए दलों' से सतर्क रहे। गोवा की चुनावी राजनीति में बड़ी भूमिका पाने का प्रयास कर रही आप की आलोचना करते हुए कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की जिम्मेदार है, जहां अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली यह पार्टी सत्तारूढ़ है। आदिवासी महिलाओं के साथ नृत्य किया शुक्रवार को एक दिनी गोवा यात्रा के दौरान प्रियंका गांधी ने क्वयूपेम विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले मोरपीरला विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया। वहां उन्होंने आदिवासी महिलाओं से चर्चा की। प्रियंका ने आदिवासी महिलाओं के साथ उनका परंपरागत नृत्य भी किया। गोवा: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने दक्षिण गोवा के मोरपीरला गांव में आदिवासी समाज की महिलाओं के साथ मुलाक़ात की। pic.twitter.com/CH7nQZHHia — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 10, 2021 प्रियंका गांधी ने कहा कि गोवा के वोटरों को संक्षिप्त संबोधन में कहा कि जब आप इस बार वोट डालें तो अपने खुद के, अपने राज्य के और अपने परिवार के बारे में विचार करें। उन्होंने कहा कि यहां कई पार्टियां बाहर से आएंगी। इन दिनों नई पार्टियां यहां आ रही हैं। कांग्रेस महासचिव ने जनता से कहा कि इन दलों को वोट देने के पहले देखें कि उन्होंने जहां वो सत्ता में हैं, वहां क्या किया है? क्या वहां उन्होंने कोई विकास किया है? दिल्ली में इतना प्रदूषण है कि आप वहां सांस तक नहीं ले सकते। प्रियंका गांधी ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही है जो आपके लिए काम करेगी। गोवा में कांग्रेस सत्ता में आएगी तो वह 30 फीसदी सरकारी नौकरियां महिलाओं के लिए आरक्षित कर देगी। उन्होंने यह भी कहा कि विकास व पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन कायम रखा जाना चाहिए।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/summit-for-democracy-pm-modi-said-that-even-centuries-of-migrant-rule-could-not-suppress-the-democratic-spirit-of-the-indian-people-latest-news-update,Summit For Democracy: पीएम मोदी बोले- सदियों का प्रवासीय शासन भी भारतीय लोगों की लोकतांत्रिक भावना को नहीं दबा सका,"विस्तार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुझे इस शिखर सम्मेलन में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। लोकतंत्र की भावना हमारी सभ्यता का अभिन्न अंग है। सदियों का प्रवासीय शासन भी भारतीय लोगों की लोकतांत्रिक भावना को नहीं दबा सका। भारत की कहानी दुनिया के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि लोकतंत्र लागू किया जा सकता है, लोकतंत्र लागू किया गया है और लोकतंत्र आगे भी जारी रहेगा। इस दौरान पीएम मोदी ने सोशल मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए वैश्विक मानदंडों को आकार देने के लिए एकजुट प्रयासों का आह्वान किया ताकि उनका उपयोग लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए किया जाए। उन्होंने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों के जरिए लोकतंत्र को कमजोर नहीं होने दिया जा सकता। पीएम मोदी ने कहा कि सदियों का औपनिवेशिक शासन भारतीय लोगों की लोकतांत्रिक भावना को कुचल नहीं पाया। इसने भारत की स्वतंत्रता के साथ फिर से ऊपर उठना शुरू किया और पिछले 75 वर्षों में लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण में एक अद्वितीय कहानी पेश की। बहुदलीय चुनाव, स्वतंत्र न्यायपालिका और स्वतंत्र मीडिया जैसी संरचनात्मक विशेषताएं लोकतंत्र के महत्वपूर्ण उपकरण हैं। इन सब के बावजूद लोकतंत्र की मूल ताकत वह भावना है जो हमारे नागरिकों और हमारे समाज में निहित है। उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। हम सभी को अपनी लोकतांत्रिक प्रथाओं और प्रणालियों में लगातार सुधार करने की आवश्यकता है। आज की सम्मेलन दुनिया के लोकतंत्रों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक सामयिक मंच प्रदान करती है। इसमें भारत को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने, डिजिटल समाधानों के माध्यम से शासन के सभी क्षेत्रों में पारदर्शिता बढ़ाने में अपनी विशेषज्ञता साझा करने में खुशी होगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है। इसके लिए भारत साथी लोकतंत्रों के साथ शामिल होने के लिए तैयार है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/parliament-winter-session-2021-live-news-tenth-day-opposition-protest-continues,Parliament Winter Session 2021 Live: लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री बोले- जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए देश में 36 लैब मौजूद,"खास बातें संसद के शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन है। 12 सांसदों के निलंबन मामले पर विपक्ष का धरना प्रदर्शन आज भी जारी रहेगा। लोकसभा में आज जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत चर्चा होने के आसार है। वहीं, नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थ संशोधन विधेयक 2021 (NDPS act) को पेश कर पारित किया जा सकता है। लाइव अपडेट 04:41 AM, 10-Dec-2021 ग्लासगो में पीएम मोदी के अचानक 'नेट जीरो' एलान पर विपक्ष ने मांगी सफाई विपक्षी सदस्यों ने शुक्रवार को लोकसभा में आरोप लगाया कि जलवायु परिवर्तन पर ग्लासगो 'कॉप 26' सम्मेलन में वर्ष 2070 के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने 'नेट जीरो' के लक्ष्य का एलान कर अचानक नीति परिवर्तन कर दिया। विपक्ष ने इसके पीछे के मंतव्य पर भी सवाल उठाया। तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने लोकसभा में पर्यावरण पर चर्चा के दौरान कहा कि कॉप 26 के एक सप्ताह पहले तक सरकार ने नेट जीरो के लक्ष्य को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाई थी। रॉय ने कहा कि आखिर किस दबाव में पीएम ने यह एलान कर दिया। पर्यावरण ने मीडिया से चर्चा में ऐसी किसी संभावना से इनकार किया था। द्रमुक सदस्य कनीमोझी ने जलवायु परिवर्तन पर बुधवार को चर्चा आरंभ की थी। 04:06 AM, 10-Dec-2021 यूपी, महाराष्ट्र, बंगाल में फर्जी कोविड टीकाकरण के मामले सामने आए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पाटीदार ने लोकसभा में कहा महाराष्ट्र, बंगाल व उत्तर प्रदेश में फर्जी कोविड टीकाकरण कैंप के मामले सामने आए हैं। केंद्र सरकार को इनके बारे में सूचना मिली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया कि वह इन मामलों की जांच करे और इस धोखाधड़ी में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे। बूस्टर डोज पर विशेषज्ञ समूह कर रहा विचार स्वास्थ्य राज्यमंत्री पवार ने लोकसभा में कहा कि कोविड वैक्सीन के बूस्टर डोज पर विशेषज्ञ समूह वैज्ञानिक सबूत एकत्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 (एनईजीवीएसी) के लिए वैक्सीन प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह और टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) कोरोनोवायरस के खिलाफ बूस्टर खुराक के औचित्य से संबंधित वैज्ञानिक प्रमाणों पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि www.ourworldindata.org पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार 60 से अधिक देश कोविड-19 टीकों की बूस्टर खुराक प्रदान कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा गया था कि क्या सरकार ने बूस्टर डोज के लिए कोविड वैक्सीन को लेकर कोई नीति घोषित की है? 03:55 AM, 10-Dec-2021 ओमिक्रॉन: बेड रोल सुविधा बहाल करने से पूर्व विचार होगा रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच ट्रेनों में यात्रियों को बेडरोल सुविधा बहाल करने के पहले स्थिति पर पूर्ण विचार किया जाएगा। रेलवे ने पिछले माह अपनी कुछ सेवाओं को बहाल कर दिया था। कोरोना महामारी के बाद से कई सेवाएं बंद थीं। इसके अलावा ट्रेनों के आगे से विशेष का तमगा भी हटा दिया था, जिससे किराया पुन: सामान्य हो गया। वहीं ट्रेनों में गर्म खान मुहैया कराने का भी फैसला किया था। हालांकि बेड रोल्स प्रदान करने का निर्णय अब भी लंबित है। राज्यसभा में एक तारांकित सवाल के लिखित जवाब में मंत्री वैष्णव ने कहा कि हम बेड रोल्स की सुविधा बहाल करने ही वाले थे, लेकिन ओमिक्रॉन के खतरे के बाद पर्याप्त विचार के बाद ही बहाल किया जाएगा। 01:07 PM, 10-Dec-2021 लोकसभा में, नियम 193 के तहत जलवायु परिवर्तन पर चर्चा जारी है। सरकार ग्लोबल वार्मिंग कम करने के लिए लगातार प्रयासरत है। 12:23 PM, 10-Dec-2021 रात में होगा पोस्टमार्टम स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आगे कहा कि पहले पोस्टमॉर्टम करने का एक नियम था, दिन में ही पोस्टमार्टम किया जाता था, क्योंकि पहले बिजली की सुविधा और तकनीक अच्छी नहीं थी, लेकिन अब बिजली और टेक्नोलॉजी भी बदल चुकी है। इसलिए अब रात में भी पोस्टमॉर्टम का काम चलता रहेगा। कई खास मामलों में, वीडियोग्राफी के साथ दिन में पोस्टमॉर्टम किया जाता है। 11:26 AM, 10-Dec-2021 जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए देश में 36 लैब उपलब्ध लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि ओमिक्रॉन पर वैक्सीन कितनी प्रभावी है, उसके लिए लैब में स्टडी जारी है। इसके बाद ही उन्होंने बताया कि जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए देश में 36 लैब उपलब्ध हैं। इन लैबों में एक साथ 30 हजार जीनोम सीक्वेंसिंग की जा सकती हैं। प्राइवेट लैब का इस्तेमाल कर इसकी क्षमता भी बढ़ा सकते हैं। 11:15 AM, 10-Dec-2021 लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही शुरू लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही शुरू हो गई है। लोकसभा में प्रश्नकाल चल रहा है। 11:14 AM, 10-Dec-2021 पीएम मोदी ने ली मंत्रियों की बैठक संसद शुरू होने से पहले संसद भवन में प्रधानमंत्री मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक में अमित शाह, राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, अनुराग ठाकुर और किरण रिजाजु शामिल हुए। PM Narendra Modi holds meeting with senior ministers including Home Minister Amit Shah, Finance Minister Nirmala Sitharaman, Sports Minister Anurag Thakur, Commerce and Industry Minister Piyush Goyal & others to discuss strategy for the ongoing winter session of Parliament pic.twitter.com/lyITKT31qI — ANI (@ANI) December 10, 2021 11:13 AM, 10-Dec-2021 Parliament Winter Session 2021 Live: लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री बोले- जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए देश में 36 लैब मौजूद संसद के शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन है। 12 सांसदों के निलंबन मामले पर विपक्ष का धरना प्रदर्शन आज भी जारी रहेगा। लोकसभा में आज जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत चर्चा होने के आसार है। वहीं, नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थ संशोधन विधेयक 2021 (NDPS act) को पेश कर पारित किया जा सकता है। संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल अगले सप्ताह के सरकारी कार्यों के बारे में जानकारी देंगे। इसके अलावा राज्यसभा में याचिका समिति का प्रतिवेदन पेश किया जाएगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sonia-gandhi-want-to-say-on-china-intrusion-but-she-has-not-being-given-an-opportunity-to-speak-on-this-issue-in-parliament,चीन की घुसपैठ पर कौन बोल रहा 'झूठ': सीमा विवाद पर मोदी सरकार से क्यों टकराना चाहती हैं सोनिया गांधी,"विस्तार भारतीय सीमा में चीन की घुसपैठ को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के अलग-अलग दावे हैं। घुसपैठ को लेकर कौन 'झूठ' बोल रहा है, इस सवाल का जवाब दोनों तरफ से मिल रहा है। सोनिया गांधी कहती हैं कि देश की सीमाओं पर बड़ी चुनौतियां हैं, मगर संसद में इस मसले पर विपक्ष को अपनी बात रखने का अवसर नहीं दिया जा रहा है। सत्र के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा, पिछले तीन वर्ष में चीन सीमा पर कोई भी घुसपैठ नहीं हुई है। यानी चीन की तरफ से घुसपैठ के मामलों की संख्या 'जीरो' है। दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी लगातार इस मसले को उठाती रही है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के मुताबिक, कोर कमांडर स्तर की बैठकों के 13 दौर पूरे होने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। चीनी सैनिक बेशर्मी से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। हमारे जवान सीमाओं पर उन्हें बहादुरी से रोक रहे हैं। उत्तराखंड, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में चीन ने क्या किया है, अब ये किसी से छिपा नहीं है। सरकार झूठ पे झूठ बोले जा रही है। पड़ोसियों के साथ संबंधों पर पूर्ण चर्चा हो: सोनिया गांधी संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस पार्टी के संसदीय दल की बैठक में अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, यह असाधारण है कि देश की सीमाओं पर जो चुनौतियां आने वाली हैं, सरकार उस पर चर्चा करने का कोई अवसर तक नहीं दे रही है। इस तरह की चर्चा, सामूहिक इच्छाशक्ति और संकल्प को प्रदर्शित करने का एक अवसर होता है। सरकार, ऐसे मुश्किल सवालों का जवाब नहीं देना चाहती। देश की सीमाओं से जुड़े मसलों पर स्पष्टीकरण मांगना, विपक्ष का अधिकार और कर्तव्य है। ऐसे मामले में मोदी सरकार बहस के लिए समय आवंटित करने से इनकार करती है। सरकार को देश की सीमाओं की स्थिति और अपने पड़ोसियों के साथ संबंधों पर पूर्ण चर्चा करानी चाहिए। चीन सीमा पर घुसपैठ के मामले तो जीरो हैं: गृह मंत्रालय संसद के मौजूदा सत्र में लोकसभा सदस्य चिराग पासवान ने पूछा, गत तीन वर्षों के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रकाश में आए घुसपैठ के मामलों की संख्या कितनी है। गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रामाणिक ने बताया कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर 128, भारत-बांग्लादेश सीमा पर 1787, भारत-नेपाल सीमा पर 25, भारत-भूटान सीमा पर जीरो, भारत-म्यांमार सीमा पर 133 और भारत-चीन सीमा पर 'जीरो' मामले रहे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के नेता पवन खेड़ा कहते हैं, भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। लद्दाख में डेढ़ साल से विवाद खत्म नहीं हुआ है। गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन का नाम लेने से परहेज कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने ही तो कहा था कि 'भारतीय क्षेत्र का एक इंच भी नहीं' दिया गया। अब दोनों देशों के बीच सैन्य वार्ता के 13 दौर पूरे हो चुके हैं। उसमें क्या चर्चा हुई है, देश को बताएं। दूसरी तरफ सेना प्रमुख ने कहा, चीन यहां रहने के लिए है। बाराहोती के निकट तक चीनी घुसपैठ देखी गई थी: खेड़ा पवन खेड़ा ने कहा, चीनी सैनिक बेशर्मी से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। हमारे जवान सीमाओं पर उन्हें बहादुरी से रोक रहे हैं। अभी कुछ ही दिन हुए हैं कि जब उत्तराखंड में टुन जून ला दर्रे को पार करते हुए बाराहोती के निकट तक चीनी घुसपैठ देखी गई थी। अरुणाचल प्रदेश में तवांग पर चीनी सैनिक आ जाते हैं। हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में तो चीन ने लॉजिस्टिक सुविधा का इंतजाम कर लिया है। आर्टिलरी यूनिट और एक वायु रक्षा बेस भी स्थापित हो गया है। मतलब, चीन ने वहां पर व्यापक बुनियादी ढांचे का निर्माण कर लिया है। उत्तरी क्षेत्रों में भारत के सामरिक हितों के लिए ये एक बड़ा संभावित खतरा है। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि एलएसी पर जो स्थिति बिगड़ी थी, वह चीन द्वारा यथास्थिति को बदलने के एकतरफा प्रयासों और द्विपक्षीय समझौतों के उल्लंघन के कारण हुई थी। केंद्र सरकार लगातार झूठ बोल रही है: कांग्रेस पार्टी देश की सीमाओं की रक्षा को लेकर कांग्रेस पार्टी ने कई बार केंद्र सरकार को घेरा है। पार्टी ने कहा है, मोदी सरकार ने देश से झूठ क्यों बोला कि किसी भी चीनी ने भारतीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है। 100 से अधिक चीनी सैनिकों ने उत्तराखंड में टुन जून ला दर्रे को पार करते हुए बाराहोटी के पास भारतीय संप्रभु क्षेत्र में 5 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रवेश कर लिया था। 30 अगस्त, 2021 को चीन के सैनिक तीन घंटे से अधिक समय तक वहां कैसे रहे। क्या यह सरकार और इसकी एजेंसियां, भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा करने में विफल नहीं हुई हैं। इसके बाद भी सरकार कह रही है कि घुसपैठ का कोई मामला सामने नहीं आया। पवन खेड़ा के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में लद्दाख से उत्तराखंड तक और सिक्किम से अरुणाचल प्रदेश तक घुसपैठ हुई है। चीन, एलएसी के साथ अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहा है। वह भारतीय क्षेत्र में बार-बार घुसपैठ कर रहा है। प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री चुप क्यों हैं। चीनी घुसपैठ के निहितार्थ अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाने वाले डेपसांग और दौलत बेग ओल्डी सेक्टर पर सरकार कुछ साफ नहीं बता रही है। चर्चा करने के लिए तैयार नहीं पीएलए अगस्त में 12वें दौर की सैन्य वार्ता के बाद, इस बात पर आपसी सहमति बनी थी कि गोगरा क्षेत्र से दोनों देशों के सैनिक पीछे हटेंगे। इससे विपरीत चीन को दौलत बेग ओल्डी सेक्टर के साथ बड़े पैमाने पर सेना को मजबूत करने का मौका मिल गया। कांग्रेस पार्टी के अनुसार, वहां भारी संख्या में पीएलए ने अपने सैनिक तैनात कर दिए, बल्कि हथियार प्रणाली को भी उन्नत कर लिया। वहां पर अब उन्नत एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली भी मौजूद है। इसे डेमचोक सेक्टर के साथ तैनात किया गया है। यह 400 किमी के क्षेत्र में हवाई जहाजों के लिए खतरा है। यहां से लगभग पूरा जम्मू और कश्मीर और लद्दाख कवर हो सकता है। क्लीन चिट वापस लें मोदी: कांग्रेस नेता इस रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी से चीन को दी गई क्लीन चिट वापस लेने की मांग की है। पिछले साल जून में अरुणाचल प्रदेश से भाजपा सांसद तपिर ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिख चेतावनी दी थी कि चीन ने देश की सीमा में घुसपैठ की है। लेकिन पीएम और गृहमंत्री ने उन दावों को खारिज कर दिया। अब आज 17 महीने हो चुके हैं, लेकिन मोदी ने चीन को क्लीन चिट दे रखी है। ये क्लीन चिट ही भारत के इतिहास का एक काला अध्याय है क्योंकि चीन ने पूरी दुनिया में इसका इस्तेमाल किया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/ncb-case-nawab-malik-apologizes-to-high-court-commented-on-wankhede-family-even-after-the-ban,"एनसीबी केस: नवाब मलिक ने हाईकोर्ट से मांगी माफी, रोक के बाद भी वानखेड़े परिवार पर की थी टिप्पणी","विस्तार एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े के पिता द्वारा दायर मानहानि मामले में राकांपा नेता व महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से माफी मांगना पड़ी। मलिक ने हाईकोर्ट से किए वादे को तोड़ते हुए वानखेड़े परिवार के खिलाफ टिप्पणी की थी। इस पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने राकांपा नेता मलिक को नोटिस जारी कर एक हलफनामा दायर कर यह जवाब देने को कहा था कि कोर्ट के पूर्ववर्ती आदेश का जानबूझकर उल्लंघन करने के आरोप में क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए? एनसीबी मुंबई के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े व परिवार के अन्य लोगों के खिलाफ मलिक ने बयान दिए थे, जबकि इससे पूर्व उन्होंने कोर्ट को लिखकर दिया था कि वे वानखेड़े परिवार के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/no-farmer-died-due-to-police-action-during-farmers-protest-tell-union-agriculture-minister-to-rajya-sabha-in-parliament-committee-to-be-formed-on-msp,संसद में बोली सरकार: आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई की वजह से नहीं गई किसी किसान की जान,"विस्तार केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि किसानों के करीब साल भर चले आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई की वजह से किसी किसान की मौत नहीं हुई। किसानों के विभिन्न संगठन केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। इन कानूनों को हाल ही में वापस ले लिया गया है। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरुवार को इस आंदोलन के समापन का एलान किया था। आंदोलन को समाप्त करने का फैसला केंद्र सरकार की ओर से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज सभी मामलों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों की लंबित मांगों को स्वीकार करने के बाद लिया गया। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों के लिए मुआवजे का मुद्दा राज्यों से संबंधित है। एक सवाल के लिखित उत्तर में तोमर ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान किसी भी किसान की मौत पुलिस की कार्रवाई की वजह से नहीं हुई। वह कांग्रेस नेता धीरज प्रसाद साहू और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह के संयुक्त प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। बता दें कि कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियां इस आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का मामला लंबे समय से उठाते चले आ रहे हैं। एमएसपी को लेकर समिति बनाने पर हो रहा विचार वहीं, एमएसपी को लेकर तोमर ने कहा कि शून्य बजट की कृषि को प्रोत्साहन देने, देश की जरूरत के अनुसार फसलों के चक्र को बदलने और और एमएसपी को अधिक प्रभावी व पारदर्शी बनाने के लिए एक समिति के गठन पर विचार किया जा रहा है। केंद्र कृषि लागत और मूल्य आयोग की सिफारिशों के आधार पर 22 अनिवार्य फसलों और गन्ने के उचित लाभकारी मूल्य के लिए एमएसपी तय करता है। नवंबर 2020 से शुरू हुआ था किसानों का आंदोलन केंद्र की ओर से लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में हजारों किसान नवंबर 2020 से राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। इन किसानों में मुख्यत: पंजाब, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के थे। 29 नवंबर को संसद ने इन कानूनों की वापसी के लिए एक विधेयक पारित किया था। यह आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में हुआ जिसके साथ 40 किसान संगठन जुड़े हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farm-laws-repeals-and-farmers-protest-called-off-who-won-farmers-or-pm-narendra-modi-government-political-analysis,"378 दिन का नफा-नुकसान: किसानों को क्या हासिल हुआ, क्या सरकार ने कुछ खोया? जानें सबकुछ","विस्तार दिल्ली की सीमाएं 378 दिन से जाम थीं। हालात ऐसे थे कि किसानों की मोर्चाबंदी सिर्फ दिल्ली की सीमाओं पर नहीं, बल्कि केंद्र सरकार के चारों तरफ हो चुकी थी। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को गुरु नानक जयंती पर तीनों कृषि कानून वापस लेने का एलान किया तो यह मसला सुलझने के आसार बनने लगे, लेकिन किसानों ने एमएसपी समेत अन्य मांगों को पूरा करने की डिमांड रख दी। इसके बाद दोनों पक्षों में बातचीत के दौर शुरू हुए और महज 20 दिन बाद (9 दिसंबर) को किसानों ने आंदोलन वापसी का एलान कर दिया। अब सवाल उठता है कि इस आंदोलन से किसानों को क्या हासिल हुआ? क्या सरकार ने कुछ खोया? इस स्पेशल रिपोर्ट में जानते हैं आंदोलन के इन 378 दिनों का नफा-नुकसान... आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/mumbai-mayor-get-death-threat-if-you-mess-with-dada-you-will-have-to-face-the-consequences,"धमकी: मुंबई की मेयर को जान से मारने की धमकी, पत्र में लिखा 'दादा' से पंगा लिया तो अंजाम भोगना पड़ेगा","विस्तार मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर को जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्हें भेजे गए एक पत्र में कहा गया है कि 'दादा' से पंगा लिया तो उन्हें अंजाम भोगना पड़ेगा। मामले में पुलिस जांच कर रही है। शिवसेना नेता किशोरी पेडनेकर को पिछले साल भी धमकी दी गई थी। पुलिस के अनुसार मेयर को मराठी में लिखा एक पत्र मिला है, इसमें अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें धमकी दी गई है। पत्र में किसी 'दादा' का जिक्र करते हुए कहा गया है कि यदि उनसे खिलवाड़ किया तो अंजाम भोगना पड़ेगा। धमकी की सूचना मिलते ही मुंबई की भायखला पुलिस मेयर के निवास पर पहुंची व जांच शुरू की। पिछले साल मेयर को फोन पर धमकी दी गई थी। फोन करने वाले ने बताया था कि वह गुजरात के जामनगर से बोल रहा है। उसने जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद मेयर की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार किया था। शेलार की टिप्पणी के बाद मिली धमकी पेडनेकर को ताजा धमकी एक भाजपा नेता की उनके बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच मिली है। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने मुंबई पुलिस आयुक्त से वर्ली में हाल ही में सिलेंडर विस्फोट के संबंध में भाजपा नेता आशीष शेलार की कथित टिप्पणी के बारे में एक तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने को कहा है। आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने ट्विटर पर कहा कि जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों द्वारा महिलाओं के बारे में 'अपमानजनक' टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस धमकी को शेलार के साथ विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। 2019 में चुनी गईं मेयर पेडनेकर को नवंबर 2019 में निर्विरोध बृहन्मुंबई नगर निगम मेयर चुना गया था। तब भाजपा व शिवसेना के बीच गठबंधन था। बाद में यह गठबंधन टूटा और शिवसेना ने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी सरकार बनाई है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sameer-wankhede-moves-to-mumbai-court-to-stop-publishing-malicious-and-defamatory-content-on-social-media,"मुंबई: सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेंट के खिलाफ कोर्ट पहुंचे समीर वानखेड़े, टिप्पणियों पर रोक लगाए जाने की मांग","विस्तार एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े व उनकी पत्नी क्रांति रेडकर ने कोर्ट का रुख किया है। दोनों ने अपने खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक कंटेंट पब्लिश किए जाने पर रोक लगाए जाने की मांग की है। बॉम्बे सिविल कोर्ट में दाखिल की गई याचिका में अपील की गई है कि गूगल, फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया पर अपमान व आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर कंपनियों को निर्देशित किया जाए। समीर वानखेड़े ने इस याचिका में कहा है कि जिन लोगों के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई की है, वे सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ गलत बयानबाजी कर रहे हैं। अब उन्होंने इसमें उनकी पत्नी को भी घसीट लिया है। उनके खिलाफ भी आपत्तिजनक, झूठी व बेबुनियाद टिप्पणियां प्रसारित की जा हरी हैं। दोनों ने मांग की है कि कोर्ट की ओर से सोशल मीडिया कंपनियों को इन पर रोक लगाने का निर्देश दे। नवाब मलिक को लगाई थी फटकार कोर्ट ने संबंधित मामले में एनसीपी नेता नवाब मलिक को फटकार लगाई थी। दरअसल, आर्यन खान ड्रग्स केस के बाद से नवाब मलिक समीर वानखेड़े व उनके परिवार को लेकर ट्विटर पर लगातार टिप्पणियां कर रहे थे, जिसके बाद कोर्ट ने आदेश दिया था कि, मलिक समीर वानखेड़े व उनके परिवार को लेकर सीधे तौर पर या इशारों में भी कोई बयानबाजी नहीं करेंगे।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/us-sanctions-on-iran-have-not-affected-india-chabahar-port-project-says-govt,"चाबहार बंदरगाह: ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों से प्रभावित नहीं होगी परियोजना, लोकसभा में विदेश मंत्री का जवाब","विस्तार विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों से भारत की चाबहार बंदरगाह परियोजना प्रभावित नहीं हुई है और ना आगे होगी। बसपा सदस्य रितेश पांडे के एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि ईरान में भारत की चाबहार बंदरगाह परियोजना के लिए अमेरिकी प्रतिबंध से कोई लेना देना नहीं हैं। प्रश्नकाल के दौरान, पांडे ने सरकार से यह जानने की कोशिश की क्या ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का चाबहार बंदरगाह पर भारत की परियोजना पर कोई असर पड़ा है, और दावा किया कि ईरानी सरकार ""सार्वजनिक रूप से कह रही है कि हमारी चाबहार बंदरगाह परियोजना में बहुत देरी हुई है। बसपा सदस्य ने यह भी दावा किया कि वह ""जागरूक"" हैं कि चीन ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का लाभ उठाकर परियोजना पर काम करने की कोशिश कर रहा है, जैसा कि उसने ""रेल लिंक के साथ"" किया था, और सरकार से पूछा कि क्या वह ""समाधान"" पर काम कर रही है। विदेश मंत्री ने बसपा सांसद के आरोपों को बताया गलत इन सवालों पर जवाब देते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, "" आपका दावा पूरी तरह से गलत है। इस समझौते पर 2016 में हस्ताक्षर किए गए थे। हमने 2018 में टर्मिनल पर कब्जा कर लिया था। हम पहले ही छह क्रेन की आपूर्ति कर चुके हैं। टर्मिनल पूरी तरह काम में है। अमेरिकी प्रतिबंध इस परियोजना के लिए बिल्कुल भी प्रासंगिक नहीं हैं। अफगानिस्तान सरकार से करार की जरूरत नहीं- विदेश मंत्री ""चाबहार बंदरगाह संचालन पर हमारे सभी समझौते ईरान तक सीमित हैं। मूल रूप से, एक त्रिपक्षीय समझौता था बंदरगाह संचालन के संदर्भ में, हमें अफगानिस्तान सरकार के साथ कोई समझौता करने की जरूरत नहीं है और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि बंदरगाह काम कर रहा है ।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/winter-session-of-parliament-mansukh-mandaviya-in-lok-sabha-said-86-percent-people-have-been-given-at-least-one-dose-of-covid-19-vaccine,"लोकसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री: 86% वयस्कों को दी जा चुकी है कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक, जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए देश में 36 लैब","विस्तार संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश में अब तक 86 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने एनके प्रेमचंद्रन, राजीव रंजन सिंह, मनीष तिवारी व अन्य नेताओं की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार 100 प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयासरत है और जल्द ही इस लक्ष्य को भी प्राप्त कर लिया जाएगा। कोरोना टीके का स्वास्थ्य पर असर पड़ने के सवाल के जवाब में मंडाविया ने कहा कि कई परीक्षणों, अध्ययनों और ट्रायल के बाद ही टीकों को मंजूरी मिलती है। बिना तथ्य के टीके को लेकर कुछ भी न कहा जाए। क्योंकि इससे लोगों में बेवजह टीके को लेकर झिझक पैदा होगी। जीनोम अनुक्रमण के लिए देश में 36 प्रयोगशालाएं मनसुख मंडाविया ने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर देश के वैज्ञानिक व विशेषज्ञ अध्ययन कर रहे हैं। सभी तथ्य सामने आने के बाद इसको लेकर भी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना लगातार अपना स्वरूप बदलता रहता है। जीनोम अनुक्रमण के लिए देश में 36 प्रयोगशालाएं हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/goa-mahila-congress-in-setback-on-day-priyanka-gandhi-visit-many-leaders-resign,"झटका: प्रियंका गांधी के दौरे के दिन गोवा के कई नेताओं ने दिए इस्तीफे, बोले- चुनाव को लेकर गंभीर नहीं पार्टी","विस्तार 2022 में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में गोवा भी शामिल है। गोवा में सियासी दलों द्वारा प्रचार प्रसार शुरू है। वहीं, कांग्रेस ने भी चुनावी शंखनाद कर दिया है, लेकिन इससे पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को प्रियंका गांधी के दौरे से ठीक पहले पोरवोरिम विधानसभा सीट के कई नेताओं ने इस्तीफे दे दिए हैं। नेताओं का कहना है कि कांग्रेस राज्य में चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर नहीं है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य गुपेश नायत ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी राज्य में चुनाव को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। अब तक उसने अपनी कोई तैयारी भी शुरू नहीं की है।' कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कुछ ही देर में गोवा की राजधानी पणजी पहुंचेंगी। प्रियंका गांधी अपने तय यात्रा के अनुसार, वह असोलन में शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित करेंगी और सभा को संबोधित करेंगी। इसके बाद प्रियंका गांधी एक्वेम के कोस्टा मैदान में एक महिला सम्मेलन 'प्रियदर्शनी' को संबोधित भी करेंगी। इसके अलावा वह राज्य महिला कांग्रेस पदाधिकारियों और पदाधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगी। गोवा में शिवसेना और कांग्रेस का गठबंधन बता दें कि पिछले दिनों शिवसेना सांसद संजय राउत ने नई दिल्ली में प्रियंका के साथ एक घंटे की मुलाकात की थी और बाद में गोवा में पार्टियों के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन का संकेत दिया था। विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से नेताओं का लगातार जाना पार्टी के लिए सही संकेत नहीं है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो ने सितंबर में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। वहीं, पूर्व सीएम रवि नाइक ने इस सप्ताह की शुरुआत में राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले अक्तूहर राहुल गांधी अगले साल होने वाले चुनावों के प्रचार के लिए अक्टूबर में गोवा भी गए थे",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/pm-narendra-modi-address-on-summit-for-democracy-hosted-by-us-president-joe-biden,Summit on Democracy: लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी बोले- भारत लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए तैयार,"विस्तार भारत विश्व स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए भागीदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है। लोकतंत्र के सिद्धांतों को ग्लोबल गर्वनेंस का मार्गदर्शन करना चाहिए और टेक्नोलॉजी कंपनियों को खुले और लोकतांत्रिक समाजों को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभानी चाहिए. ये बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र पर आयोजित दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में कहीं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को लोकतंत्र विषय पर वाइट हाउस के पहले शिखर सम्मेलन की शुरुआत की। बाइडन ने सभी देशों से किया आह्वान इस दौरान उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थानों के लिए वैश्विक स्तर ह्रास को लेकर चिंता भी जताई। बाइडन ने कहा कि दुनियाभर में लोकतंत्र की मजबूती के लिए नेता और देशों को आगे आकर काम करना चाहिए। राष्ट्रपति बाइडन ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि अमेरिका और समान विचारधारा वाले सहयोगियों को दुनिया को यह दिखाने की जरूरत है कि लोकतंत्र समाज के लिए निरंकुशता से कहीं बेहतर है। पीएम मोदी की बड़ी बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत बहुपक्षीय मंचों सहित वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ काम करने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने लोकतांत्रिक देशों को अपने संविधानों में निहित मूल्यों को पूरा करने पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय लोकतांत्रिक शासन के 4 स्तंभों के रूप में संवेदनशीलता, जवाबदेही, भागीदारी और सुधार पर भी जोर दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ठीक इसी तारीख को 75 साल पहले, भारत की संविधान सभा ने अपना पहला सत्र आयोजित किया था। कानून के शासन और बहुलवादी लोकाचार के सम्मान सहित लोकतांत्रिक भावना भारतीय लोगों में निहित है। भारतीय प्रवासी भी इसको मानते हैं, जिससे उनके घरों की आर्थिक भलाई और सामाजिक सद्भाव में योगदान होता है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/gujarat-high-court-raps-ahmedabad-municipal-corporation-over-drive-against-non-veg-food-seller-carts-news-and-updates,"'ये आप तय करेंगे कि हमें क्या खाना चाहिए?': जब्त हुए नॉनवेज बेचने वालों के ठेले, हाईकोर्ट ने नगरपालिका को लगाई फटकार","विस्तार गुजरात हाईकोर्ट ने 25 फेरीवालों की याचिका को लेकर अहमदाबाद नगरपालिका (एएमसी) को फटकार लगाई है। दरअसल, नगरपालिका के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने एक स्थानीय पार्षद की शिकायत के बाद मांसाहारी (नॉनवेज) खाना बेचने वालों के ठेले जब्त कर लिए थे। इसी को लेकर गुजरात हाईकोर्ट ने एएमसी को फटकार लगाई और निर्देश दिया कि उसे जल्द से जल्द याचिकाकर्ताओं के सामान को वापस करना होगा। सुनवाई के दौरान जस्टिस बीरेन वैष्णव ने पूछा, ""आखिर नगरपालिका को किस बात से परेशानी है?"" सरकारी वकील को संबोधित करते हुए कोर्ट ने कहा, ""आखिर आपकी समस्या क्या है? आपको मांसाहारी खाना नहीं पसंद, तो ये आपका नजरिया है। आखिर आप कैसे फैसला कर सकते हैं कि मैं बाहर क्या खाउंगा? क्या कल से आप ये भी फैसला करने लगेंगे कि मैं घर के बाहर क्या खाऊं? नगरपालिका के आयुक्त को तुरंत बुलाइए और उनसे पूछिए कि आखिर वे कर क्या रहे हैं? कल वे लोग कहेंगे कि मुझे गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए, क्योंकि इससे मुझे डायबिटीज हो सकता है या कॉफी नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि यह सेहत के लिए खराब है?"" गुजरात हाईकोर्ट ने अहमदाबाद नगरपालिका को यह फटकार याचिकाकर्ताओं की उस दलील के बाद लगाई, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनके ठेलों और फेरी को बिना किसी आधिकारिक आदेश के जब्त कर लिया गया और वडोदरा, सूरज, भावनगर, जूनागढ़ और अहमदाबाद ने इस पूरे मामले में विरोधी रुख अपना रखा है। पिछले महीने राजकोट के मेयर ने भी कहा था कि मांसाहारी खाना बेचने वाले धार्मिक भावनाओं को आहत करने का काम कर रहे हैं। मामले में अहमदाबाद नगरपालिका की ओर से वकील सत्यम छाया ने कहा कि यह केस किसी तरह की गलतफहमी की वजह से दायर हुआ है और मांसाहारी खाना बेचने वाले सभी ठेले वालों को हटाने का कोई अभियान शुरू नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि ठेलों को हटाने की एकमात्र वजह सड़क किनारे किया गया अतिक्रमण था, जिससे ट्रैफिक में काफी समस्या पैदा हो रही थी। इस पर जस्टिस वैष्णव ने पूछा कि क्या अतिक्रमण हटाने का काम मांसाहारी खाना बेचने वालों टारगेट कर के किया जा रहा है। उन्होंने कहा- ""अगर वस्त्रपुर लेक के पास हॉकर अंडे बेच रहे हैं और रातोंरात सत्ता में आई पार्टी ने यह फैसला कर लिया कि हमें अंडे नहीं खाने हैं और हमें इसे रोकना है, तो क्या आप उन्हें हटा देंगे। आप ऐसा क्यों कर रहे हैं। आप अपने नगरपालिका कमिश्नर से यहां मौजूद रहने के लिए कहिए। आखिर आपकी हिम्मत कैसे हुई लोगों से इस तरह भेदभाव करने की?""",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/nagaland-violence-security-personnel-first-shot-to-driver-to-stop-the-truck-says-villagers-of-oting,"नगालैंड हिंसा: ग्रामीणों का दावा- ट्रक रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने ड्राइवर को मारी थी पहली गोली, फिर घेर कर बरसाई थीं गोलियां","विस्तार नगालैंड हिंसा में ग्रामीणों समेत 14 लोगों की मौत के बाद ओटिंग गांव के लोगों ने एक मंच के माध्यम से चार दिसंबर के घटनाक्रम की पूरी कहानी बयां करी है। ग्रामीणों का कहना है कि सुरक्षाबलों ने कोयले की खदान से कामगारों को ले जा रहे ट्रक को रोकने के लिए पहली गोली ट्रक ड्राइवर को मारी थी। इसके बाद पूरे ट्रक को घेर लिया गया और गोलियां बरसा दी गईं। ओटिंग सिटीजन कार्यालय के मीडिया सेल की ओर से जारी किए गए बयान के तहत ट्रक की विंडस्क्रीन में गोली का छेद मिला है, जो बिल्कुल ड्राइवर की पोजीशन पर है। इससे साफ है कि सुरक्षाबलों की ओर से पहली गोली ड्राइवर को ही मारी गई थी। यह घटना तब हुई जब कामगार कोयले की खदान से काम करके एक सप्ताह बाद ओटिंग गांव वापस लौट रहे थे। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों के वाहनों का पीछा किया और उन पर कब्जा करके आग लगा दी। सरकार की ओर से बिठाई गई है जांच मामला समाने आने के बाद केंद्र सरकार की ओर से इस घटना की एसआईटी जांच कराने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा गया है। गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि एसआईटी इस घटना की पूरी रिपोर्ट एक महीने के अंदर पेश करेगी। वहीं असम राइफल्स ने भी इस घटना पर खेद जताते हुए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी कराने के आदेश जारी कर दिए हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cbi-arrests-brother-of-binay-mishra-from-kolkata-who-is-accused-of-coal-scam-was-in-hospital-arrested-from-there,"पश्चिम बंगाल: कोयला घोटाले में मुख्य आरोपी का भाई गिरफ्तार, अस्पताल में भर्ती था, सीबीआई ने वहीं से उठाया","विस्तार करोड़ों रुपए के कोयला घोटाले में मुख्य आरोपी बिनय मिश्रा के भाई बिकाश मिश्रा को सीबीआई ने बृहस्पतिवार को कोलकाता से गिरफ्तार किया। वह भी इस घोटाले में आरोपी है और अंतरिम बेल पर था। उसे एक प्राइवेट अस्पताल से गिरफ्तार किया गया, जहां वह गिरफ्तारी से बचने के लिए भर्ती हुआ था। आसनसोल की सीबीआई अदालत में मिश्रा को बुधवार को पेश होना था, लेकिन वह नहीं आया। बताया गया कि उसने खुद को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवा लिया है। इस पर अदालत ने बेल रद्द कर मिश्रा की गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/advocate-and-worker-sudha-bhardwaj-released-from-jail-after-three-years-in-bhima-koregaon-case-special-court-grants-bail,महाराष्ट्र: भीमा कोरेगांव मामले में तीन साल बाद सुधा भारद्वाज रिहा,"विस्तार भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार वकील-कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज को तीन साल बाद मुंबई की बाइकुला जेल से बृहस्पतिवार को रिहाई मिल गई। स्पेशल एनआईए कोर्ट ने बुधवार को सुधा को 50 हजार रुपये के कैश बेल बॉन्ड पर जमानत दी। हालांकि, बॉन्ड के अलावा भी उन्हें कई शर्तों का पालन करना पड़ेगा। कोर्ट की शर्तों के अनुसार सुधा को मुंबई में ही रहना होगा। हाजिरी की तय तारीखों पर उन्हें कोर्ट में पेश होना होगा। वह मीडिया से केस से जुड़ी किसी तरह की बात नहीं कर सकती हैं। इसके साथ उन्हें अपने पासपोर्ट भी जमा करने होंगे। सुधा भारद्वाज को तीन साल पहले भीमा कोरेगांव-एल्गार परिषद जाति हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया था, इसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक दिसंबर को उन्हें डिफॉल्ट जमानत दे दी थी। हालांकि, हाईकोर्ट के इस फैसले को एनआईए ने दो दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था और जमानत बरकरार रखी थी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/after-the-end-of-the-farmers-protest-now-bjp-strategy-of-making-pm-modi-image-among-the-farmers-as-the-biggest-sympathizer,किसान आंदोलन: अचानक क्यों खामोश हो गए भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत? भाजपा की नजर उनकी सियासी रणनीति पर,"विस्तार किसान आंदोलन खत्म होने के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी की इमेज को किसानों के बीच और बेहतर बनाने के साथ उन्हें किसानों का सबसे बड़ा हमदर्द साबित करने की रणनीति पर तेजी से काम चल रहा है। केंद्र सरकार इसकी पूरी तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि जनवरी 2022 में सरकार कुछ ऐसा करने वाली है, जिससे किसानों को उससे कोई शिकायत न हो। तब तक किसान दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर से पूरी तरह चले जाएंगे। सभी टोल टैक्स खाली हो जाएंगे, लेकिन किसान संगठनों के बीच में भी राकेश टिकैत की चुप्पी चर्चा का विषय बनी हुई है। केंद्रीय सचिवालय के गलियारे में भी राकेश टिकैत की चुप्पी को लेकर तरह-तरह की चर्चा है। हालांकि भाकियू के नेता राजबीर सिंह जादौन का कहना है कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। इस तरह के कयास पर ध्यान नहीं देना चाहिए। जादौन कहते हैं कि भाकियू की तरफ से बातचीत में कभी राकेश टिकैत नहीं जाते। हमेशा से भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव और हमारे नेता युद्धवीर सिंह ही जाते रहे हैं। युद्धवीर सिंह जाट महासभा के महासचिव भी हैं और चौधरी चरण सिंह, महेंद्र सिंह टिकैत के साथ भी काम कर चुके हैं। जबकि चर्चा है कि केंद्र सरकार की इच्छा के अनुरुप ही राकेश टिकैत शांत चल रहे हैं। टिकैत के चेहरे पर फिलहाल आंदोलन के दौर वाली या फिर जीत वाली कोई चमक नहीं दिखाई दे रही है। किसान नेता युद्धवीर सिंह भी किसानों के आंदोलन की बहुत बड़ी जीत बता रहे हैं, लेकिन वह इस समझौते को अभी 50 फीसदी ही बताते हैं। यह भी पढ़ें: किसान आंदोलन : काम आई शाह की रणनीति, युद्धवीर के जरिये पर्दे के पीछे से बातचीत कर रहे थे गृहमंत्री गृह राज्यमंत्री टेनी की बर्खास्तगी की मांग का क्या हुआ? किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए किसानों ने जिन मुद्दों को प्रमुख बताया था, उसमें एक मुद्दा गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग का भी था। इसके लिए प्रमुख किसान संगठनों ने भी काफी जोर दिया था। लेकिन केंद्र सरकार के रणनीतिकारों से वार्ता के दौरान किसान संगठनों को इस मांग को न उठाने के लिए मना लिया गया। किसान संगठनों से कहा गया कि किसानों की समस्या के समाधान और आंदोलन को समाप्त करने की शर्त में अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग नहीं उठनी चाहिए। किसान संगठनों की यह मांग और जिद दोनों ठीक नहीं है। किसान संगठनों से जुड़े एक नेता ने कहा कि हमने इस पर कोई विशेष आपत्ति नहीं की। क्योंकि लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में हो रही है। आखिर सरकार ने कैसे मनाया किसानों को? सरकारी पक्ष की मानें तो 26 जनवरी को लाल किला और दिल्ली में हिंसा की स्थिति पैदा होने के बाद किसान संगठन आंदोलन को लेकर कुछ दबाव में आने लगे थे। लेकिन आंदोलन को उत्तर प्रदेश के एक नेता का संरक्षण मिलने के बाद इसका स्वरुप बदल गया। सरकार भी बैकफुट पर आ गई। दूसरा बड़ा झटका सरकार को लखीमपुर खीरी की घटना और उपचुनावों के नतीजों ने दिया। सूत्र का कहना है कि प्रधानमंत्री ने उच्चस्तर पर मंत्रणा के बाद किसान आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई थी। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की काफी अहम भूमिका रही। किसानों को मनाने के लिए हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के किसानों में गहरी पैठ रखने वाले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी भूमिका निभाई। राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं में नरेश टिकैत, राकेश टिकैत, युद्धवीर सिंह, सरदार वीएम सिंह, भानु गुट आदि में भी गहरी पैठ रखते हैं। भाकियू के युद्धवीर सिंह नरेश और राकेश के बीच में कड़ी का काम करते हैं और बातचीत में संवेदनशील रहते हैं। इसलिए युद्धवीर सिंह को इसके लिए चुना गया। पंजाब और हरियाणा के किसानों को मनाया किसानों को मनाने के लिए केंद्र सरकार के रणनीतिकारों ने पहले पंजाब से ही समस्या के समाधान के रास्ते को चुना। बताते हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और उनकी अमित शाह से मुलाकात के बाद यह रास्ता आसान बनाने की कवायद शुरू हो गई। इसमें अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी अहम भूमिका निभाई। किसान नेता सतनाम सिंह सरीखों ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी की प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा के बाद से ही सरकार के पक्ष में और आंदोलन से उठने के लिए बयान देना शुरू कर दिया। हरियाणा के किसानों को साधने के दौरान केंद्र सरकार के सामने सबसे अहम मुद्दा करीब 45 हजार मुकदमों की वापसी का आया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री और पंजाब के प्रभारी गजेन्द्र सिंह शेखावत ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बताते हैं इसके समाधान का रास्ता खोजने के बाद केंद्र सरकार ने आंदोलन को समाप्त कराने की पटकथा लिखनी शुरू कर दी। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल, प्रधानमंत्री कार्यालय के कुछ अफसर अहम बताए जा रहे हैं। सावधान हैं भाजपा और केंद्र के रणनीतिकार राकेश टिकैत को लेकर भाजपा और केंद्र सरकार के रणनीतिकार काफी सावधान हैं। राजनीतिक मामले पर नजर रखने वाले सूत्र का कहना है कि राकेश टिकैत समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से अच्छा संबंध रखते हैं। इस आंदोलन में समाजवादी पार्टी की भूमिका से भी इनकार नहीं है। समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय लोकदल के साथ उत्तर प्रदेश में चुनावी तालमेल है। इसकी पूरी संभावना है कि राकेश टिकैत के कुछ करीबी नेता समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरें। राजनीति और चुनाव जैसी किसी संभावना के बारे में राकेश टिकैत भी चुनाव अधिसूचना जारी होने का इंतजार करने की बात कहते हैं। ऐसे में भाजपा और केंद्र सरकार के रणनीतिकारों ने एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है। राकेश टिकैत को अलग रखकर युद्धवीर सिंह से बातचीत की पहल की है। हालांकि नरेश टिंकैत, राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह सभी आपस में करीबी हैं और इन सभी स्थितियों की भनक समय पर ही राकेश टिकैत को लग चुकी थी। बताते हैं आंदोलन के हर मोड़ पर काफी कुछ आपसी तालमेल के साथ आगे बढ़ा है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/winter-session-india-will-have-its-own-space-station-by-2030-gaganyaan-will-launch-first-two-unmanned-missions-by-end-of-2022,"शीत सत्र : 2030 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा, 2022 के अंत में पहले दो मानवरहित मिशन होंगे लॉन्च","विस्तार भारत 2022 के अंत तक गगनयान से पहले दो मानवरहित मिशन अंतरिक्ष में भेजेगा। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवालों के जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी। सिंह ने कहा, भारत की योजना 2030 तक एक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की है जो अपनी तरह का अनोखा स्टेशन होगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया मानवरहित मिशन पूरी तरह रोबोटिक होंगे। इनमें से एक अगले साल की शुरूआत और दूसरे मिशन को साल के अंत तक भेजा जाएगा। सिंह ने कहा कि गगनयान की सफलता के साथ ही भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में विश्व में अग्रिम पंक्ति के देशों में शुमार हो जाएगा। शुक्र और सौर मिशन की भी तैयारी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, गगनयान के साथ ही शुक्र मिशन, सौर मिशन (आदित्य) और चंद्रयान के लिए भी काम जारी है। कोविड महामारी के कारण विभिन्न मिशन में देरी हुई और लेकिन अब इसके लिए तैयारियां तेजी से शुरू हो गई हैं और चंद्रयान के अगले साल भेजे जाने की योजना है। गगनयान : पृथ्वी की निचली कक्षा तक सफर मंत्री ने यह भी कहा कि गगनयान मिशन के माध्यम से कोई भी व्यक्ति पृथ्वी की निचली कक्षा तक का सफर कर सकेगा। इस मिशन के लिए 500 से ज्यादा प्रतिष्ठान शामिल हैं। इसके लिए कई रिसर्च मॉड्यूल बनाए गए हैं, इसमें भारत में निर्मित रिसर्च मॉड्यूल भी शामिल है। सरकार बोली- ईडी-सीबीआई प्रमुखों का कार्यकाल बढ़ाया नहीं, समय सीमा तय की तीखी नोंकझोंक और आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच लोकसभा ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई और केंद्रीय सतर्कता आयोग के प्रमुखों के कार्यकाल को पांच साल तक बढ़ाने संबंधी दो बिलों पर मुहर लगा दी। बिल पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार पर इन जांच एजेंसियों का अपने राजनीतिक हित में दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि बढ़ती अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों के मुद्देनजर एजेंसियों को चुस्त-दुरुस्त बनाना जरूरी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने इनका कार्यकाल नहीं बढ़ाया है, बल्कि इनके कार्यकाल की समय सीमा तय की है। बिल के प्रावधानों का जिक्र करते हुए कहा कि अब इन जांच एजेंसियों का न्यूनतम कार्यकाल दो वर्षों का होगा। जरूरत पड़ने पर इन्हें एक-एक साल का तीन सेवा विस्तार दिया जा सकता है। अध्यादेश के लिए विपक्ष को ठहराया जिम्मेदार केंद्रीय मंत्री ने अध्यादेश का विकल्प चुनने के लिए विपक्ष के रवैये को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही चलेगी या नहीं यह निश्चित नहीं है। बीता मानसून सत्र हंगामे के कारण पूरी तरह से धुल गया। ऐसे में सरकार जरूरी कानून के लिए संसद के सत्र पर निर्भर नहीं रह सकती। विपक्ष ने लगाए गंभीर आरोप विपक्ष ने सरकार पर एजेंसियों के राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगाया। टीएमसी के सौगत राय ने कहा कि यह पूरी कवायद सीवीसी के मुखिया संजय मिश्रा को एक और कार्यकाल देने के लिए की गई। बीजेडी के भर्तृहरि महताब ने कहा कि इसे लेकर अध्यादेश लाना संदेह उत्पन्न करता है। ई-श्रम पोर्टल : सौ दिन में 11 करोड़ श्रमिक पंजीकृत ई-श्रम पोर्टल वांछित सफलता हासिल कर रहा है। अपने आगाज के 100 दिन के भीतर ही 11 करोड़ श्रमिकों ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। यह जानकारी बृहस्पतिवार को श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान दी है। उन्होंने सदन को पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि श्रमिकों के कल्याण को देखते हुए सरकार चार सर्वेक्षण भी करा रही है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/west-bengal-governor-jagdeep-dhankhar-writes-letter-to-cm-mamta-said-your-stand-in-bsf-matter-is-a-big-threat-to-security,"पश्चिम बंगाल: राज्यपाल धनखड़ का सीएम ममता को पत्र, बीएसएफ मामले में ममता का रुख सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा","विस्तार पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि बीएसएफ को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का राज्य पुलिस को दिया गया कथित निर्देश संघीय राजनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ‘संभावित बड़ा खतरा’ है। बनर्जी ने राज्य पुलिस को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि बीएसएफ अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर के अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन नहीं कर पाए। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के साथ लगती सीमाओं वाले राज्यों में बीएसएएफ एवं केंद्रीय सशस्त्र बल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपराधियों पर लगाम कस अवैध गतिविधियों को रोकते हैं। ऐसे में 7 दिसंबर को गंगा रामपुर में प्रशासनिक बैठक के दौरान बीएसएफ को लेकर दिए आपके निर्देश से चिंतित हूं, जिसमें बीएसएफ को 15 किमी के दायरे में अनुमति दी गई है, वह भी राज्य पुलिस की अनुमति से। ट्विटर पर साझा पत्र में धनखड़ ने बनर्जी से त्वरित कदम उठाने और जनहित एवं राष्ट्रीय हित में मुद्दों के समाधान की अपील की। कहा, यह निर्देश कानून के अनुरूप नहीं है या हाल में गृह मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक नहीं है। भाजपा प्रवक्ता की तरह काम कर रहे राज्यपाल बीएसएफ मामले में ममता बनर्जी पर निशाना साधने वाले धनखड़ के बयान पर टीएमसी ने पलटवार किया है। सत्ताधारी पार्टी ने कहा कि धनखड़ राज्यपाल जैसे नहीं बल्कि भाजपा प्रवक्ता की तरह काम कर रहे हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/parliament-winter-session-krishna-janmabhoomi-dispute-arose-in-the-house-before-the-up-elections-mp-harnath-singh-yadav-demanded-to-repeal-the-law-on-status-quo,"संसद सत्र : यूपी चुनाव से पहले सदन में उठा कृष्ण जन्मभूमि विवाद, सांसद ने की यथास्थिति पर कानून रद्द करने की मांग","विस्तार यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने राज्यसभा में मथुरा का श्रीकृष्ण जन्म भूमि विवाद उठाया। शून्यकाल के दौरान उन्होंने मांग रखी कि उपासना स्थल (विशेष उपबंध) अधिनियम 1991 को असांविधानिक करार दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह कानून किसी भी उपासना स्थल को परिवर्तित करने से प्रतिबंधित करता है। उपासना स्थलों का वही स्वरूप बनाए रखता है जो 15 अगस्त 1947 में था। सिंह ने कहा कि किसी कानून में ऐसा प्रावधान संविधान में दिए समानता के अधिकार और प्रस्तावना में उल्लेखित धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन करता हैं। यादव ने कहा कि इसी कानून ने अयोध्या की राम जन्मभूमि को अपवाद माना, लेकिन बाकी सभी धर्म स्थलों के कानूनी विवाद खत्म करार दिए। इस प्रकार कानून के जरिए भगवान राम और भगवान कृष्ण के बीच भी भेदभाव किया गया है। जबकि दोनों ही भगवान विष्णु के अवतार हैं। वहीं, विपक्ष के सांसदों ने शून्यकाल में यह विवाद उठाने पर आपत्ति जताई। राजद के मनोज कुमार झा ने कहा, इसका उद्देश्य देश में सद्भाव और सौहार्द बनाए रखना था। सभी धर्मों की अच्छी बातें चुनकर बनाएं समान नागरिक संहिता भाजपा के राज्यसभा सांसद केसी रामामृर्ति ने सरकार से मांग की है कि वह सभी धर्मों की अच्छी बातों को चुनकर अनुच्छेद 14 के तहत समान नागरिक संहिता बनाए और लागू करे। उन्होंने कहा कि इससे एकरूपता आएगी। संविधान के खिलाफ हैं खाप पंचायतें, इन्हें खत्म करें एनसीपी से सदस्य फौजिया खान ने कहा कि ये संस्थाएं कानून अपने हाथ में ले रही हैं। वे नागरिकों का सामाजिक बहिष्कार और अपमान करवाती हैं। इनको पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए। केवी में कोटे को लेकर अपनों से घिरे सुशील मोदी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले में सांसदों का कोटा समाप्त करने के सुझाव में अपनों में ही घिर गए हैं। सुशील मोदी के सुझाव के अगले दिन ही भाजपा सांसद रूपा गांगुली ने उनसे ठीक उलट कोटे को आबादी के हिसाब से बढ़ाने की पैरवी की। इस प्रस्ताव का भाजपा समेत अन्य नौ सांसदों ने समर्थन किया। कम हो पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमतें एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने मांग की कि सरकार को पेट्रोल, डीजल और घरेलू रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को कम करना चाहिए। सदन में शून्यकाल के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को समाज के पिरामिड की तरह सोचना चाहिए। इंधन आैर खाने के तेल पर टैक्स कम करना चाहिए ताकि जनता को महंगाई से राहत मिले। राज्यसभा में थियेटर कमांड का मुद्दा गूंजा एकीकृत थियेटर कमांड का मुद्दा राज्यसभा में जोरशोर से उठा। भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉ. अशोक वाजपेयी ने शून्यकाल में सीडीएस बिपिन रावत के आकस्मिक निधन के बाद उनके सपना पूरा करने के मसले को सदन पटल पर उठाया। सुजीत कुमार, डॉ. अमर पटनायक और डॉ. संबित पात्रा ने भी इसका समर्थन किया। हज सब्सिडी राजनीतिक छल था : नकवी केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सालों तक लागू रही हज सब्सिडी एक राजनीतिक छल था। मोदी सरकार में सब्सिडी खत्म करने के बावजूद कम किराया अदा करना पड़ रहा है। नकवी ने लोकसभा में लिखित उत्तर में कहा, सब्सिडी रहने के समय जब कोई व्यक्ति श्रीनगर से हज यात्रा पर जाता था तो उसे 1.97 लाख देना पड़ता था, अब 86 हजार रुपये देना पड़ता है। दूसरे खर्चों में भी कमी आई है। यह मोदी सरकार की नेकनीयत का नतीजा है। राज्यसभा में राष्ट्रीय औषधि संशोधन विधेयक पारित राष्ट्रीय औषधि शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान संशोधन विधेयक 2021 को राज्यसभा से ध्वनिमत से पारित हो गया। इससे देश के 6 संस्थानों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा मिलने का रास्ता साफ होगा। इसके साथ ही फार्मा के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। यह विधेयक देश में फार्मा उद्योग को संजीवनी प्रदान करेगा।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/unique-initiative-in-lok-sabha-out-of-62-speakers-29-women-mps-got-a-chance-to-speak-50-percent-share-in-zero-hour,"लोकसभा में अनूठी पहल : स्पीकर बोले- आज ‘लेडीज फर्स्ट’, फिर शून्यकाल में 50 फीसदी हुई आधी आबादी की हिस्सेदारी","लोकसभा में शून्यकाल के दौरान स्पीकर ओम बिरला ने एक अनूठी पहल करते हुए नई मिसाल कायम की। पहली बार शून्यकाल में हिस्सेदारी करने वालों की आधी आबादी की हिस्सेदारी करीब 50 फीसदी रही। इस दौरान 62 सदस्यों ने बात रखी, जिनमें 29 महिलाएं थी। स्पीकर ने भविष्य में भी महिलाओं को मुद्दे उठाने और पूरक प्रश्न पूछने के मामले में अधिक अवसर देने की घोषणा की। शून्यकाल शुरू होते ही स्पीकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह आज ‘लेडीज फर्स्ट’ की नीति अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि वह शून्यकाल में अधिक से अधिक सदस्यों को बोलने का अवसर देते हैं। यह सिलसिला जारी रहेगा, मगर अब इसमें महिला सांसदों को प्राथमिकता मिलेगी। सिर्फ उड़िया जानने के कारण करती थीं संकोच स्पीकर ने महिला सांसद का बनवाया नोट: स्पीकर ने ओडिशा के अस्का संसदीय सीट की सांसद पमिला बिश्नोई को न सिर्फ बोलने के लिए प्रेरित किया, बल्कि एक बार उन्हें नोट भी तैयार करा कर दिया। बहुत कम पढ़ी-लिखी बिश्नोई सिर्फ उड़िया भाषा जानने के कारण बोलने में संकोच करती थीं। स्पीकर ने कहा कि प्रेरित करने के बाद बिश्नोई अब शून्यकाल में लगातार जनहित से जुड़े विषय उठा रही हैं। स्पीकर ने इस दौरान यह भी बताया कि प्रमिला स्वयं सहायता समूह के जरिए हजारों महिलाओं को रोजगार भी देती हैं। शून्यकाल में बढ़ रही भागीदारी शीतकालीन सत्र में शून्यकाल में सदस्यों की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। बीते छह दिनों में शून्यकाल में 402 सांसदों ने हिस्सा लिया। बीते दो दिनों में ही सौ से अधिक संसद सदस्यों ने शून्यकाल के दौरान अपनी बातें रखीं। न्यायपालिका के साथ कार्यपालिका-विधायिका भी होती है स्वतंत्र : रिजिजू केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट संशोधन विधेयक, 2021 पर चर्चा के दौरान कहा, जब न्यायपालिका स्वतंत्र होती है तो कार्यपालिका और विधायिका भी स्वतंत्र होती है। मंत्री ने कहा, यह आरोप कि सरकार कॉलेजियम द्वारा अनुशंसित कुछ नामों को रोक रही है, सही नहीं है। थरूर और निशिकांत दुबे के बीच वार-पलटवार न्यायाधीशों के वेतन एवं सेवा शर्त से संबंधित विधेयक पर चर्चा के दौरान पिछले दिनों की गई एक टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच सदन में वार-पलटवार देखने को मिला। हालांकि, दोनों सांसदों ने एक-दूसरे का नाम नहीं लिया। दरअसल, मंगलवार को चर्चा में भाग लेते हुए थरूर ने कुछ विषयों का उल्लेख किया था। इस पर दुबे ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि अदालतों में लंबित विषयों को यहां नहीं उठाना चाहिए. दुबे ने थरूर के संदर्भ में एक टिप्पणी भी की थी जिसे कांग्रेस सांसद ने व्यक्तिगत आरोप करार दिया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/strategy-of-home-minister-amit-shah-worked-in-farmer-protest-was-talking-from-the-backdoor-through-yudhvir,"किसान आंदोलन : काम आई शाह की रणनीति, युद्धवीर के जरिये पर्दे के पीछे से बातचीत कर रहे थे गृहमंत्री","विस्तार कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा का 378 दिनों से जारी आंदोलन फिलहाल खत्म हो गया। केंद्र की इस बड़ी सफलता का श्रेण गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति को जाता है। पीएम मोदी ने नवंबर के पहले हफ्ते में शाह को आंदोलन खत्म कराने की जिम्मेदारी सौंपी थी और वह लगातार पर्दे के पीछे से अपनी रणनीति पर काम कर रहे थे। शाह जाट महासभा के महासचिव युद्धवीर सिंह के जरिये लगातार संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में रहे। कृषि कानूनों की वापसी के बाद सरकार विवाद का सुखांत चाहती थी। रणनीति यह थी कि आंदोलन न सिर्फ खत्म हो, बल्कि नाराज किसान संतुष्ट हो कर वापस जाएं। इसी कड़ी में मुआवजा देने, मुकदमे वापस लेने, बिजली कानून में समझौता करने और एमएसपी पर कानूनी गारंटी के मामले को कमेटी के समक्ष भेजने का अलग-अलग प्रस्ताव दिया। प्रस्ताव के प्रावधानों पर किसान संगठनों की आपत्तियों को भी शाह ने व्यक्तिगत स्तर पर हल किया। एक माह की बातचीत के निकला हल चूंकि आमने सामने की एक दर्जन बार बातचीत से कोई हल नहीं निकला, इसलिए शाह ने पर्दे के पीछे से बातचीत की रणनीति बनाई। शाह ने मोर्चा के सभी अहम नेताओं से एक साथ बातचीत के बजाय युद्धवीर को चुना। करीब एक महीने तक चली बातचीत के बाद प्रस्तावों पर सहमति बनी। लखीमपुर मामले में फंसा था पेच शुरुआत में मोर्चा लखीमपुर खीरी की घटना मामले में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे पर अड़े हुए थे। शनिवार को जब मोर्चा ने इस्तीफे पर न अड़ने पर सहमति दी, तभी आंदोलन के खत्म होने का संदेश मिल गया।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/cji-nv-raman-said-after-liberalization-no-big-leader-emerged-from-among-the-students,सीजेआई रमण ने कहा : उदारीकरण के बाद छात्रों में से कोई बड़ा नेता नहीं निकला,"भारत के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण ने उदारीकरण के बाद सामाजिक कार्यों में छात्रों की गतिविधियों में कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, पिछले कुछ दशकों में छात्र समुदाय से कोई बड़ा नेता सामने नहीं आया है। राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में बृहस्पतिवार को सीजेआई ने कहा, भारतीय समाज को बारीकी से देखने वाले पर्यवेक्षक ने पाया होगा कि पिछले कुछ दशकों में छात्र समुदाय से कोई बड़ा नेता नहीं उभरा है। उदारीकरण के बाद सामाजिक कार्यों में छात्रों की घटती भागीदारी देखी जा सकती है। छात्र आत्म केंद्रित नहीं रह सकते और यह आवश्यक है कि अधिक से अधिक अच्छे, दूरदर्शी व ईमानदार छात्र सार्वजनिक जीवन में प्रवेश करें। आपको नेताओं के रूप में उभरना चाहिए। राजनीतिक चेतना और सुविचारित बहसें देश को हमारे संविधान द्वारा परिकल्पित गौरवशाली भविष्य की ओर ले जा सकती हैं। एक उत्तरदायी युवा लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। छात्र समाज का अभिन्न अंग हैं और वे अलगाव में नहीं रह सकते हैं।- जस्टिस एनवी रमण मानविकी, प्राकृतिक विज्ञान जैसे अहम विषयों की उपेक्षा सीजेआई रमण ने कहा, आजकल मानविकी और प्राकृतिक विज्ञान जैसे अहम विषयों की उपेक्षा की जा रही है। छात्र व्यावसायिक पाठ्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। उन्होंने कहा, नवोदित प्रतिभाओं के प्रारंभिक वर्षों को एक घुटन भरे माहौल में बिताया जाता है जो दुर्भाग्य से जेलों जैसा है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/prime-minister-narendra-modi-said-that-tech-companies-can-help-the-world-to-save-democratic-institutions-during-virtual-meeting-of-democracy-summit,Democracy Summit : वर्चुअल संबोधन में बोले पीएम मोदी- लोकतांत्रिक संस्थाएं बचाने में योगदान दे सकती हैं तकनीकी कंपनियां,"विस्तार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि तकनीकी फर्में लोकतांत्रिक संस्थाओं को बचाने में योगदान कर सकती हैं। तकनीकी में लोकतंत्र के प्रभाव को सकारात्मक या नकारात्मक बनाने की क्षमता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के संचालन में आयोजित लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में वर्चुअल संबोधन में उन्होंने यह बात कही। मोदी ने कहा कि संवेदनशीलता, जवाबदेही, सहभागिता और सुधार भारत की लोकतांत्रिक सरकार के संचालन के चार आधार हैं। उन्होंने जोर दिया कि लोकतंत्र को वैश्विक शासन प्रणाली का मार्गदर्शन करना चाहिए। साथ ही, भारत के सभ्यतागत लोकाचार को लोकतंत्र के मूल स्रोत में से एक बताया। प्रधानमंत्री ने बताया कि आज से ठीक 75 साल पहले भारतीय संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। एक विशेष संकेत के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति बाइडन के संचालन में मुख्य नेताओं के सत्र में आमंत्रित किया गया था।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/andhra-pradesh-education-minister-vehicle-hit-a-bike-leaving-one-dead-and-another-injured-in-peddaraveedu,"आंध्र प्रदेश: मंत्री के काफिले की कार ने मारी बाइक को मारी टक्कर, एक की मौत","आंध्र प्रदेश के शिक्षा मंत्री के काफिले के एक वाहन ने प्रकाशम जिले के पेद्दारवीडु में कथित तौर पर एक बाइक को टक्कर मार दी, जिसमें एक की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। पेद्दारवीदु के एसआई पी राजेश ने बताया कि कार में मंत्री मौजूद नहीं थे क्योंकि कार सर्विस से लौट रही थी। उन्होंने बताया कि हमने ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। AP | A vehicle belonging to state edu min’s convoy allegedly hit a bike leaving one dead &another injured in Peddaraveedu,Prakasam dist The minister wasn't present in the car as it was returning from service. We've registered a case against the driver: P Rajesh, SI,Peddaraveedu pic.twitter.com/gm0c91PxT1 — ANI (@ANI) December 9, 2021",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/truck-hits-trinamool-congress-leader-and-actress-sayantika-banerjee-car-and-no-casualty,"पश्चिम बंगाल: अभिनेत्री सयंतिका बनर्जी की कार को ट्रक ने मारी टक्कर, बाल-बाल बचीं","विस्तार अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता बनी सयंतिका बनर्जी उस वक्त बाल-बाल बच गईं जब उनकी कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि हादसे के वक्त वह बांकुरा से कोलकाता जा रही थीं। हालांकि वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन वह बाल-बाल बच गई। इसके बाद उन्होंने वापस बांकुरा जाने का फैसला किया। इस मामले में पुलिस भी कार्रवाई कर रही है। पश्चिम बर्धमान जिले के पुलिस सूत्रों ने बताया कि उनके वाहन को टक्कर मारने वाले ट्रक को जब्त कर लिया गया और उसके चालक को हिरासत में ले लिया गया है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sco-seminar-hosted-by-india-discusses-ways-to-deal-with-misuse-of-internet-by-terrorists,SCO seminar: भारत द्वारा आयोजित एससीओ सेमीनार में आतंकवादियों द्वारा इंटरनेट के दुरुपयोग से निपटने के तरीकों पर चर्चा की गई,"विस्तार एससीओ क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना (आरएटीएस) के तहत भारत द्वारा आयोजित दो दिवसीय सेमीनार में आतंकवादियों, अलगाववादियों और चरमपंथियों द्वारा इंटरनेट के दुरुपयोग का मुकाबला करने के तरीकों पर चर्चा की गई। बुधवार को खत्म हुई सेमीनार में पाकिस्तान सहित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सेमीनार में साइबर आतंकवाद, रैंसमवेयर और डिजिटल फोरेंसिक जैसे प्रमुख क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर भी विचार-विमर्श किया गया। भारत ने 28 अक्टूबर से एक वर्ष की अवधि के लिए एससीओ (आरएटीएस एससीओ) के क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे की परिषद की अध्यक्षता ग्रहण की। भारत ने एससीओ और इसके क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी ढांचे (आरएटीएस) के साथ अपने सुरक्षा-संबंधी सहयोग को गहरा करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है, जो विशेष रूप से सुरक्षा और रक्षा से संबंधित मुद्दों से संबंधित है। यह सेमीनार भारत की अध्यक्षता में आयोजित होने वाला पहला कार्यक्रम है। यह दूसरी बार है जब भारत ने इस तरह के सेमीनार की मेजबानी की है। पहला अगस्त 2019 में हैदराबाद में आयोजित किया गया था। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस सेमिनार में नीतियों और रणनीतियों, साइबर आतंकवाद, रैंसमवेयर और डिजिटल फोरेंसिक जैसे प्रमुख क्षेत्रों को संबोधित किया गया। साथ ही कहा कि इस सेमीनार में बहुआयामी दृष्टिकोण से साइबर क्षेत्र से संबंधित मुद्दों की जांच की गई।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/live/india-news/defence-minister-rajnath-singh-to-brief-parliament-on-bipin-rawat-death-in-tamil-nadu-mi17-helicopter-crash,"Parliament: सीबीआई और ईडी प्रमुख का कार्यकाल बढ़ाने वाला विधेयक लोकसभा में पास, कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित","खास बातें बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का चॉपर हादसे का शिकार हो गया। हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ 11 अन्य सैन्य अधिकारियों का निधन हो गया। शीत सत्र में आज पहली बार विपक्ष ने कोई प्रदर्शन नहीं किया और राज्यसभा की कार्यवाही सुचारु रूप से चली। लाइव अपडेट 11:05 PM, 09-Dec-2021 जब न्यायपालिका स्वतंत्र होती है तो कार्यपालिका और विधायिका भी स्वतंत्र होती है: रिजिजू केंद्रीय कानून और न्यायमंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक, 2021 पर चर्चा के दौरान कहा, मेरा मानना है कि जब न्यायपालिका स्वतंत्र होती है तो कार्यपालिका और विधायिका भी स्वतंत्र होती है। जब विधायिका द्वारा पारित एक अधिनियम को सुप्रीम कोर्ट द्वारा रद्द कर दिया जाता है, तो यह हम सभी के लिए विचार करने और चर्चा करने के लिए एक बड़ा मुद्दा बन जाता है। मंत्री ने कहा, यह आरोप कि सरकार कॉलेजियम द्वारा अनुशंसित कुछ नामों को रोक रही है, सही नहीं है। सदस्यों ने रिजिजू से सवाल किया कि चूंकि इस विधेयक के माध्यम से सरकार विधायिका के इरादे को स्पष्ट कर रही है, क्या वह ओएनजीसी के मामले में भी ऐसा ही करेगी जहां सुप्रीम कोर्ट द्वारा अधिनियम को रद्द कर दिया गया है। रिजिजू ने जवाब दिया कि इस मुद्दे में अन्य हितधारकों के साथ परामर्श किए बिना सदन में कोई आश्वासन देना उनके लिए उचित नहीं होगा। 11:05 PM, 09-Dec-2021 सरकार हमेशा कांग्रेस के नेताओं को ही पीड़ितों से मिलने के लिए रोकती है: रंजन कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने नगालैंड जा रहे अपनी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को असम में रोके जाने का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि सरकार हमेशा कांग्रेस के नेताओं को ही पीड़ित लोगों से मिलने से रोकती है। उन्होंने सदन में कहा, नगालैंड में निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद सोनिया गांधी जी के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल का गठन किया गया था। इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को असम में हिरासत में लिया गया। इस संबंध नें गृहमंत्री अमित शाह के बयान का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, गृहमंत्री ने सदन को गुमराह करने वाला बयान दिया। लोगों को रुकने के लिए कहा गया और जब वे नहीं रुके तब गोली चलाई गई। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि सीधे गोली मारी गई। यह सरकार पूर्वोत्तर की स्थिति को बिगाड़ती जा रही है। 11:05 PM, 09-Dec-2021 थरूर और निशिकांत दुबे के बीच हुआ वार-पलटवार न्यायाधीशों के वेतन एवं सेवा शर्त से संबंधित विधेयक पर चर्चा के दौरान पिछले दिनों की गई एक टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच सदन में वार-पलटवार देखने को मिला। हालांकि, दोनों सांसदों ने एक-दूसरे का नाम नहीं लिया। दरअसल, मंगलवार को ‘हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट (वेतन एवं सेवा शर्त) संशोधन विधेयक’ पर चर्चा में भाग लेते हुए थरूर ने कुछ विषयों का उल्लेख किया था। इस पर दुबे ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि अदालतों में लंबित विषयों को यहां नहीं उठाना चाहिए. दुबे ने थरूर के संदर्भ में एक टिप्पणी भी की थी जिसे कांग्रेस सांसद ने व्यक्तिगत आरोप करार दिया। 11:04 PM, 09-Dec-2021 विपक्ष ने की ईडी और सीबीआई निदेशक कार्यकाल बढ़ाने संबंधी विधेयक को वापस लेने की मांग लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने गुरुवार को ईडी और सीबीआई निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने संबंधी विधेयक को वापस लेने की मांग की। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशकों का कार्यकाल दो साल से बढ़ाकर पांच साल तक किए जाने के प्रावधान वाले विधेयकों का विरोध करते हुए विपक्ष के सदस्यों ने कहा कि ये विधेयक इन संस्थाओं की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हैं और इन्हें वापस लिया जाना चाहिए। आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन और कांग्रेस के मनीष तिवारी ने सदन में ‘केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021’ और ‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक, 2021’ पेश किये जाने का विरोध करते हुए इनसे संबंधित अध्यादेशों को नामंजूर करने वाले सांविधिक संकल्प भी सदन में प्रस्तुत किए। विधेयकों को चर्चा और पारित करने के लिए रखते हुए कार्मिक और लोक शिकायत राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सदन में विधेयकों को पेश करते समय भी स्पष्ट किया गया था कि इस संशोधन को लेकर जितना बड़ा विवाद खड़ा किया जा रहा है, यह उतना बड़ा विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि सदस्य इसकी भावना को देखें और इस पर चर्चा करें। 10:31 PM, 09-Dec-2021 उत्तराखंड में परियोजनाओं पर केंद्र ने दाखिल किया है हलफनामा पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने संसद को बताया कि उत्तराखंड में सात निर्माणाधीन हाइड्रो पावर परियोजनाओं को पूरा करने की अनुमति के लिए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अलकनंदा पावर कंपनी बनाम अनुज जोशी एनं अन्य के एक मामले की सुनवाई करते हुए गंगा बेसिन के ऊपरी हिस्ते में हाइड्रो पावर परियोजनाओं को लेकर केंद्र को एक आम नीति के साथ आने के लिए कहा था। 10:22 PM, 09-Dec-2021 महिला आरक्षण विधेयक पर सरकार ने कही ये बात केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में कहा कि महिला आरक्षण पर एक विधेयक को लाने के लिए सभी राजनीतिक गलों की सहमति पर आधारित ध्यान पूर्वक विचार की जरूरत है। उन्हंने कहा कि लैंगिक न्याय सरकार की एक अहम प्रतिबद्धता है। यह बात उन्होंने इस सवाल के जवाब में कही कि क्या क्या सरकार को महिला आरक्षण विधेयक पर सहमति बनाने के लिए मुख्य राजनीतिक दलों और अन्य हिस्सेदारों के साथ वार्ता करनी चाहिए। 10:12 PM, 09-Dec-2021 लोकसभा में उठा महिला आरक्षण विधेयक पर सवाल द्रमुक सांसद कनिमोझी ने लोकसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण उपलब्ध कराने का मुद्दा उठाया और सरकार से पूछा कि इस पर कोई विधेयख संसद में कब पेश किया जाएगा। शून्य काल में यह मुद्दा उठाते हुए कनिमोझी ने कहा कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटों के आरक्षण के लिए एक विधेयक को आए हुए 25 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है। 10:01 PM, 09-Dec-2021 विदेशी जेलों में कैद हैं 622 भारतीय मछुआरे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने राज्यसभा में बताया कि इस समय कुल 622 भारतीय मछुआरे विदेशी जेलों में बंद हैं। इनमें से 574 भारतीय मछुआरे पाकिस्तान, 26 बांग्लादेश, चार बहरीन और 18 सउदी अरब की जेलों में हैं। 07:39 PM, 09-Dec-2021 सीबीआई और ईडी प्रमुख का कार्यकाल बढ़ाने वाला विधेयक लोकसभा में पास केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक, 2021 और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना (संशोधन) विधेयक 2021 लोकसभा में पारित किए गए। इन अध्यादेशों का उद्देश्य CBI और ED के प्रमुखों के कार्यकाल को मौजूदा 2 साल से 5 साल तक बढ़ाना है। 06:02 PM, 09-Dec-2021 विपक्ष ने आज नहीं किया प्रदर्शन, सरकार की निंदा बुधवार को हुए हेलिकॉप्ट हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 सैन्य कर्मियों की मौत को देखते हुए विपक्ष ने गुरुवार को राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों के खिलाफ चल रहे अपने प्रदर्शन को एक दिन के लिए रोक दिया। पूरे दिन विपक्ष ने कोई प्रदर्शन नहीं किया और सदन की कार्यवाही में भी भाग लिया। हालांकि, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद संसद के अंदर सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए अनुमति न देने के लिए विपक्षी दलों ने सरकार की निंदा की। टीएमसी सदस्यों ने इसके विरोध में राज्यसभा में वाकआउट भी किया। 05:48 PM, 09-Dec-2021 विमान विनिर्माण के क्षेत्र में तेजी से हो रही प्रगति: सिंधिया नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में बताया कि देश का नागरिक उड्डयन उद्योग विकास की ओर अग्रसर है और विमान विनिर्माण के क्षेत्र में बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद सौगत राय के सवाल का उत्तर देते हुए सिंधिया ने यह भी कहा कि अगले पांच से छह वर्षों में हवाई अड्डों की संख्या को 138 से बढ़ाकर 220 करने की योजना पर भी काम चल रहा है। 05:39 PM, 09-Dec-2021 महिला सांसदों को प्रमुखता देने के लिए बिड़ला की सराहना संसद सदस्यों की क्षमताओं को पहचानने के लिए और उन्हें सदन में बोलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लोकसभा सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला की सराहना की। सांसदों ने स्पीकर की तारीफ तब की जब पहली बार सांसद बनीं बीजद की प्रमिला बिसोई ने महिलाओं के लिए रोजगार का मुद्दा उठाया। बिसोई को स्वयं सहायता समूहों को आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपनी मातृभाषा उड़िया में यह मुद्दा उठाया। बिड़ना ने कहा कि यह देश का लोकतंत्र है, मैंने व्यक्तिगत तौर पर उनसे सदन में बोलने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि मुझे केवल उड़िया आती है, इसके बाद उनके सचिवालय ने उनकी मदद की। 05:25 PM, 09-Dec-2021 राज्यसभा: छह फार्मा संस्थानों का दर्जा बढ़ाने के लिए विधेयक पारित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) विधेयक 2021 पेश किया, जिसे सदन ने पारित कर दिया। उन्होंने कहा कि छह और राष्ट्रीय फार्मा शिक्षा एवं शोध संस्थान (एनआईपीईआर) को राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों का दर्जा देने से शोध क्षमताएं बढ़ेंगी और देश में फार्मा शिक्षा का स्तर और बेहतर हो सकेगा। इसके बाद इन संस्थानों का संचालन आईआईटी की तरह किया जाएगा। 04:01 PM, 09-Dec-2021 2022 के अंत तक लॉन्च किए जाएंगे दो मानवरहित अभियान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत साल 2022 के अंत तक मानव युक्त अंतरिक्ष यात्रा कार्यक्रम गगनयान से पहले दो मानव रहित अभियान लॉन्च किए जाएंगे। अन्य अंतरिक्ष परियोजनाओं की की स्थिति की जानकारी देते हुए सिंह ने राज्यसभा में प्रश्न काल के दौरान कहा कि शुक्र अभियान की योजना 2022 के लिए तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से अंतरिक्ष परियोजनाओं में देरी हुई है। 03:49 PM, 09-Dec-2021 सुप्रिया सुले ने कहा, पेट्रोल-डीजल-एलपीजी की कीमतें घटाए सरकार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने लोकसभा में कहा कि बढ़ती महंगाई को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्र सरकार को दखल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को पेट्रोल, डीजल व घरेलू रसोई गैस की कीमतो में कमी करनी चाहिए जिससे करोड़ों गरीब लोगों को राहत मिल सके। सदन में शून्यकाल के दौरान आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि खाना पकाने का तेल भी आम आदमी के लिए बहुत महंगा हो गया है। Load More",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/had-justice-katju-expressed-little-regret-we-would-not-have-proceeded-against-him-ranjan-gogoi,"Ranjan Gogoi Book: पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई बोले, जस्टिस काटजू अगर खेद जताते तो अभूतपूर्व फैसला नहीं लेना पड़ता","विस्तार भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) और राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई ने अवमाननापूर्ण ब्लॉग के लिए शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति मार्कंडेय काटजू के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू करने को लेकर अपनी आत्मकथा में विचार रखे हैं। पूर्व सीजेआई ने अपने अभूतपूर्व आदेश को लेकर कहा कि अगर काटजू ने थोड़ा खेद व्यक्त किया होता तो हम इस मामले को आगे नहीं बढ़ाते। जस्टिस काटजू 2006 और 2011 के बीच सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे। उन्होंने अपने ब्लॉग में एक दुष्कर्म और हत्या के मामले में एक फैसले की आलोचना की थी और न्यायाधीशों पर टिप्पणी की थी जो प्रथम दृष्टया अवमाननापूर्ण पाए गए थे। देश के न्यायिक इतिहास में पहली बार न्यायमूर्ति गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने पूर्व न्यायाधीश काटजू के खिलाफ स्वत: अवमानना नोटिस जारी किया था, जिसे बाद में उनकी लिखित माफी के बाद बंद कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने एक ब्लॉग पोस्ट करते हुए कहा था कि निर्णय कानूनी रूप से त्रुटिपूर्ण था (वह ऐसा कहने के हकदार हैं)। लेकिन उन्होंने और भी कहा था कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का बौद्धिक स्तर जस्टिस नरीमन और जे चेलमेश्वर को छोड़कर बाकियों में बेहद कम था। काटजू ने अपने ब्लॉग में जिस भाषा का इस्तेमाल किया है वह बेहद अशोभनीय था। इसमें जजों का व्यक्तिगत रूप से नाम लिया गया था और और अपमानजनक बयान दिए गए थे। इस मामले के बारे में 46वें सीजेआई ने अपनी आत्मकथा, जस्टिस फॉर द जज' में लिखा है। पदोन्नति विशुद्ध रूप से न्यायाधीशों की अखिल भारतीय वरिष्ठता के आधार न करें रंजन गोगोई ने कहा है कि यदि पदोन्नति विशुद्ध रूप से न्यायाधीशों की अखिल भारतीय वरिष्ठता के आधार पर की जाएगी तो सुप्रीम कोर्ट एक या दो उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों से भर जाएगा। उन्होंने इस आधार पर कॉलेजियम की सिफारिश पर सरकार की सामान्य आपत्ति पर सवाल उठाते हुए यह टिप्पणी की। एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर से कनिष्ठ रहे न्यायमूर्ति गोगोई ने अपनी आत्मकथा जस्टिस फॉर द जज' में लिखा है कि उन्होंने एक जूनियर के रूप में न्यायमूर्ति लोकुर के साथ शीर्ष अदालत में एक बेंच की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा, यह थोड़ा हैरतभरा लग सकता है कि मैं न्यायमूर्ति लोकुर के समक्ष एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और एक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनसे कनिष्ठ होने के बावजूद सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बन गया। लेकिन इस तरह के घटनाक्रम निश्चित रूप से होते हैं। संघीय अदालत होने के नाते सभी राज्यों को उपयुक्तता के तहत सर्वोच्च न्यायालय में प्रतिनिधित्व दिया जाना है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/supreme-court-governor-disqualifies-12-bjp-mlas-from-manipur-election-commission-recommended-latest-news-update,"सुप्रीम कोर्ट: राज्यपाल ने मणिपुर के 12 भाजपा विधायकों को अयोग्य ठहराया, चुनाव आयोग ने की थी सिफारिश","विस्तार मणिपुर सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि राज्यपाल ने विधानसभा के 12 भाजपा विधायकों अयोग्य ठहराने का निर्णय ले लिया है। इस संबंध में चुनाव आयोग ने जनवरी में सिफारिश की थी। राज्य सरकार की इस जानकारी के बाद जस्टिस एल नागेश्वर राव, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ ने इस मामले में दायर याचिका का निपटारा कर दिया। मणिपुर के कांग्रेस विधायक डीडी थाइसी ने याचिका दायर कर मांग की थी अयोग्य ठहराए गए ये 12 विधायक अब भी संसदीय सचिवों के पद पर हैं और यह लाभ के पद के बराबर है। पीठ इसी मामले की सुनवाई कर रही थी। दरअसल, 11 नवंबर को हुई पिछली सुनवाई में पीठ ने कहा था, जनवरी में चुनाव आयोग ने 12 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की सिफारिश की थी। संविधान के अनुच्छेद-192 के अनुसार, राज्यपाल को इस पर निर्णय लेना होता है। 11 महीने में कुछ नहीं हुआ। हम आदेश पारित नहीं करना चाहते हैं। इस पर सॉलिसिटर जनरल ने जवाब दिया था, मैं आश्वासन देता हूं कि हम कुछ करेंगे। कोई आदेश पारित करने की आवश्यकता नहीं होगी।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/election-commission-sushil-chandra-said-that-officials-should-deal-strictly-with-black-money-latest-news-update,"चुनाव आयोग: सुशील चंद्रा बोले- अधिकारियों को काले धन से सख्ती से निपटना चाहिए, लोकतंत्र को मजबूत करने का किया आह्वान","विस्तार मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुशील चंद्रा ने आह्वान किया कि भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारियों को काले धन से सख्ती से निपटना चाहिए। इसके लिए शुरुआत से ही मेहनत करनी होगी। उन्हें इस देश में काले धन पर काबू पाने के लिए चुना गया है। ईमानदार करदाताओं को लाभ पहुंचाना और लोकतंत्र को मजबूत करना उनका पहला लक्ष्य होना चाहिए। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी और इलेक्शन मैनेजमेंट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में 74वें बैच के अधिकारियों को संबोधित करते हुए सुशील चंद्रा ने कहा कि आपको शुरू से अपना दिमाग बनाकर चलना होगा कि काला धन केवल फाइलों में नहीं दिखता। आजकल इसे जटिल तरीकों से रखा जाता है। इसकी परतें बनाई जाती हैं। लेन-देन मुखौटा कंपनियों के माध्यम से होने लगा है। आपको देश के लिए अपना लक्ष्य पूरा करने की प्रक्रिया की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा के आदर्श समर्पण, संकल्प और निष्पक्षता हैं। यह आपको महत्वाकांक्षा पूरी करने और प्रतिभा दिखाने के भरपूर मौके देती है। उन्होंने उत्कृष्टता को आदत बनाने और ईमानदारी से काम करने का भी आह्वान किया। उन्होंने सुशासन के लिए व्यवस्थागत परिवर्तनों पर बल दिया। इसके लिए उन्होंने 2018 में फॉर्म-26 जरूरी करने का उदाहरण दिया, जिसमें प्रत्याशी को नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपनी सभी संपत्तियों और देनदारियों की जानकारी देना जरूरी बनाया गया है। अब सीबीडीटी इन शपथ-पत्रों की जांच कर इनके आधार पर भी चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों पर कार्रवाई कर रहा है। चुनाव प्रक्रिया प्रशिक्षण लेने वाला ग्रुप-ए अफसरों का दूसरा बैच चंद्रा ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया का प्रशिक्षण लेने वाला यह ग्रुप-ए अफसरों का यह केवल दूसरा बैच है। खर्चों पर नजर रखने, वित्त और खातों की गहरी समझ के चलते आईआरएस अधिकारी चुनाव आयोग के लिए बेहद उपयोगी साबित होंगे। आयोग देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन से मुक्त चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। खर्च पर्यवेक्षक के रूप में कई आईआरएस अधिकारियों ने सुनिश्चित किया है कि चुनाव में सभी उम्मीदवारों को मिले बराबरी के मौके को धनशक्ति प्रभावित न कर सके। पिछले चुनाव में पकड़ा गया था चार गुना काला धन सीईसी सुशील चंद्र ने बताया कि पिछले चुनाव में देश में 93 करोड़ मतदाता थे और 10.5 लाख बूथ। 300 चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे। हाल ही में चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में हुए चुनाव के दौरान दौरान एक हजार करोड़ रुपये का काला धन पकड़ा गया था, जो वर्ष 2016 में हुए चुनाव से चार गुना से भी ज्यादा है।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/world/rest-of-world/sanjay-raut-made-a-responsible-statement-that-we-need-a-non-bjp-opposition-in-the-country,चिदंबरम बोले: ममता और हमारा दृष्टिकोण अलग लेकिन साथ आना होगा; राउत के बयान को सराहा,"विस्तार कांग्रेस ने एक बार फिर दोहराया है कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष बनाने के लिए कांग्रेस का होना जरूरी है। वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि संजय राउत ने एक जिम्मेदार बयान दिया कि हमें देश में एक गैर-भाजपा विपक्ष की जरूरत है और कांग्रेस को सभी यूपीए दलों को एक साथ लाने के लिए नेतृत्व करना चाहिए। ममता और हमारा दृष्टिकोण अलग, साथ आना होगा चिदंबरम ने कहा कि ममता बनर्जी का दृष्टिकोण अलग है, हमारा दृष्टिकोण अलग है, देश के लिए अच्छा होगा यदि दोनों दृष्टिकोण एक साथ आ जाएं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गोवा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द ही घोषित की जानी है। ममता बनर्जी ने हाल ही में बयान दिया था कि यूपीए जैसी अब कोई चीज नहीं रह गई है। बंगाल में प्रचंड जीत के बाद वह लगातार कई दलों के नेताओं से मुलाकात कर रही हैं ताकि भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाया जा सके। हाल ही में उन्होंने मुंबई में शरद पवार और शिवसेना नेता संजय राउत से भी मुलाकात की थी। बाद में राउत ने बयान दिया था कि कांग्रेस के बिना मजबूत विपक्ष नहीं बन सकता।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmer-protest-called-off-governments-bet-could-have-reversed-the-winning-bet-but-the-farmer-did-not-back-down-latest-update,"किसान को '302/307' पर अड़ना पड़ा: जीती हुई बाजी पलट सकता था सरकार का यह दांव, मगर पीछे नहीं हटे किसान","विस्तार दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के चलते लगाए गए मोर्चे उठाने के लिए किसान संगठन राजी हो गए हैं। केंद्र सरकार ने गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चे 'एसकेएम' को पत्र लिखकर उनकी अधिकांश मांगों पर अपनी सहमति दे दी है। इससे पहले सरकार और किसानों के मध्य सहमति नहीं बनने की एक बड़ी वजह, किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए पुलिस केसों की वापसी रही है। आंदोलन में शामिल किसान संगठन जानते थे कि यही एक बात ऐसी है जो 'जीती हुई बाजी' को हार में बदल सकती है। अगर किसानों पर दर्ज पुलिस केस वापस नहीं होते और आंदोलन खत्म हो जाता तो बड़ी मुश्किल पैदा हो सकती थी। इस मुद्दे पर हरियाणा, पंजाब और यूपी के किसान संगठनों के बीच काफी तर्क वितर्क हुआ था। बाद में इन सबके बीच यह सहमति बनी कि जब तक केंद्र सरकार, आंदोलन के दौरान दर्ज पुलिस केस वापस लेने की घोषणा नहीं करती, तब तक मोर्चा नहीं हटाया जाएगा। पूर्व पुलिस अफसरों का कहना है कि किसी भी आंदोलन में दर्ज हुए केस, संबंधित सरकार के लिए 'चाबी' की तरह होते हैं। सरकार चाहे तो ये केस एक सप्ताह में खत्म हो सकते हैं। अगर सरकार की इच्छाशक्ति नहीं है तो इस तरह के पुलिस केस वर्षों तक चलते रहते हैं। खासतौर पर 302 और 307 जैसे गंभीर अपराध वाले केसों में तो सजा भी ज्यादा होती है। दिल्ली पुलिस के पूर्व डीसीपी एलएन राव, जो स्पेशल सेल जैसी महत्वपूर्ण इकाई में 14 साल तक तैनात रहे हैं, का कहना है कि इस तरह के आंदोलनों में दर्ज हुए केस सप्ताह से पहले भी खत्म हो सकते हैं। ये सब, सरकार की इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। सरकार, केस वापसी का ग्राउंड तैयार करती है। उसके बाद वह फाइल एलजी के पास जाती है। जैसे ही एलजी उस फाइल पर साइन करते हैं, आंदोलन में दर्ज हुए केस वापस हो जाते हैं। यानी केस रद्द कर दिए जाते हैं। हर राज्य में यही प्रक्रिया होती है। दिल्ली से बाहर का केस है तो उस मामले में राज्यपाल के पास फाइल भेजी जाती है। हालांकि केस वापसी की अंतिम प्रक्रिया अदालत में पूरी होती है। सरकार ने केस वापस ले लिए हैं, इस बाबत अदालत में रिपोर्ट जमा करानी पड़ती है। दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी केजी त्यागी का कहना है, किसान आंदोलन में 99 फीसदी केस कोर्ट की सहमति से वापस हो सकते हैं। इस तरह के केसों में शिकायतकर्ता, पुलिस होती है। जब केस वापसी की सहमति बनती है तो राज्य सरकार, कोर्ट में आवेदन देती है। कुछ मामलों में केस उठाने के लिए दो तीन माह का समय लग सकता है। अगर 302 और 307 जैसे गंभीर अपराध के मामले यदि अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हैं तो वे जल्द ही खत्म हो सकते हैं। सरकार, अदालत को लिखित में दे सकती है कि ये केस वापस लिए जाते हैं। कई मामलों में एफआर रिपोर्ट लगानी पड़ती है कि फलां केस में पर्याप्त सबूत नहीं मिला। केंद्र सरकार ने किसानों को भेजे अपने पत्र में कहा है, जहां तक किसान आंदोलन में दर्ज हुए केसों का सवाल है तो उस बाबत यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और हरियाणा सरकार ने इसके लिए पूर्ण सहमति दे दी है कि तत्काल प्रभाव से आंदोलन संबंधित सभी केसों को वापस ले लिया जाएगा। किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार के संबंधित विभाग, एजेंसियों तथा दिल्ली सहित सभी संघ शासित क्षेत्र में आंदोलनकारियों और समर्थकों पर बनाए गए आंदोलन संबंधित केस भी तत्काल प्रभाव से वापस लेने की सहमति है। भारत सरकार अन्य राज्यों से अपील करेगी कि इस किसान आंदोलन से संबंधित केसों को अन्य राज्य भी वापस लेने की कार्रवाई करें।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/up-elections-not-jinnah-and-krishna-employment-is-the-biggest-issue-for-youth,"UP Elections 2022: जिन्ना और कृष्ण नहीं, युवाओं के लिए रोजगार ही सबसे बड़ा मुद्दा","विस्तार किसी भी चुनाव में युवा मतदाता राजनीतिक दलों की एक बड़ी प्राथमिकता में शामिल होते हैं। खूब जोर-शोर से मतदान करने को उत्सुक युवा मतदाता किसी भी दल की ओर मुड़ जाएं तो उसकी जीत तय हो जाती है। यही कारण है कि सभी राजनीतिक दल इन्हें अपने से जोड़ने के लिए तरह-तरह की लुभावनी घोषणाएं करते रहते हैं। लेकिन युवाओं से बात करने पर पता चलता है कि अब वे पहले से कहीं ज्यादा सूचना संपन्न और अपने अधिकारों के लिए जागरूक हैं। अब युवाओं ने मन बनाया है कि जो सचमुच रोज़गार देगा, वोट उसी को देंगे। सियासी दल उठाने लगे जिन्ना और कृष्ण का मुद्दा प्रयागराज के तेलियरगंज निवासी आदर्श शर्मा ने अमर उजाला से कहा कि इस चुनाव में राजनीतिक दल एक बार फिर जिन्ना और कृष्ण की बात उठाने लगे हैं। उन्हें लगता है कि युवाओं को इन्हीं मुद्दों से बरगलाया जा सकता है। लेकिन राजनीतिक दलों को समझना चाहिए कि युवाओं के लिए रोजगार ही सबसे बड़ा धर्म होता है। जब तक सभी युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता, विकास का कोई भी दावा पूरा नहीं हो सकता। अर्थशास्त्र के शोध छात्र आदर्श शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार हो या यूपी सरकार, पिछले पांच सालों में प्रदेश में विकास के कई बड़े काम किये गए हैं। बड़े-बड़े एक्सप्रेस हाईवे, एयरपोर्ट और स्वास्थ्य सुविधाओं का निर्माण करने के लिए सरकार की प्रशंसा की जा सकती है। लेकिन इनके निर्माण के समय रोजगार के जितने बड़े दावे किये जाते हैं, अक्सर वे पूरे नहीं होते। आज भी अस्पतालों में डॉक्टर-नर्स या अन्य सपोर्टिंग स्टाफ नहीं होते। लोगों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। सरकार को बड़ी घोषणाएं करने की बजाय उनको अच्छी तरह से लागू करने पर जोर देना चाहिए। एयरपोर्ट और एक्सप्रेस हाईवे से कम रोजगार पैदा हो रहे आजमगढ़ के रहने वाले विशाल यादव प्रयागराज में रहकर यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी ताकत के साथ यह घोषणा करती है कि यूपी में देश में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थापित किये जा रहे हैं। सरकार का दावा है कि इससे बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा होंगे। लेकिन इसी मामले की असलियत यह है कि हजारों करोड़ की लागत से बनने वाले इन एयरपोर्ट और एक्सप्रेस हाईवे से अपेक्षाकृत कम रोजगार पैदा होते हैं। जिन किसानों की जमीन इनके निर्माण में ली जाती है, वे शायद ही कभी इन एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार परिवहन के लिए इनका निर्माण तो अवश्य करे, लेकिन वह कृषि और उत्पादन आधारित योजनाओं को बढ़ाने का काम करे जिससे भारी से भारी संख्या में रोजगार पैदा हो और युवाओं में अपने भविष्य के प्रति असुरक्षा का भाव न पैदा हो। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में उनके जैसे सभी साथी रोजगार के मुद्दे पर ही मतदान करेंगे। जो भी राजनीतिक दल युवाओं के लिए बेहतर योजनाएं पेश करेगा, युवा उनकी ओर मुड़ सकते हैं। चुनाव के बाद नहीं मिलता रोजगार हंडिया निवासी जमील अहमद ने बताया कि सरकारें चुनाव के समय बहुत रोजगार देने की बात कहती हैं, लेकिन चुनाव के बाद रोजगार नहीं मिलते। जो परीक्षाएं आयोजित होती हैं उनके नतीजे वक्त पर नहीं आते। परीक्षाओं में पास होने के बाद भी नौकरी मिलने की गारंटी नहीं रहती। उन्होंने कहा कि एक कानून के तहत किसी भी राजनीतिक दल या सरकार को नौकरियों की घोषणा को निश्चित समय सीमा में पूरा करने के लिए जिम्मेदार बनाया जाना चहिये। युवा वोटर 27 फीसदी से ज्यादा वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान 29 वर्ष तक की आयु के युवा वोटरों की संख्या लगभग 27 प्रतिशत थी। उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी 17 लाख नए मतदाता जुड़े थे जिन्होंने चुनाव में पहली बार वोट किया था। अनुमान है कि पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं की संख्या इस चुनाव में भी काफी अधिक रहने वाली है जो किसी भी राजनीतिक दल के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/calcutta-high-court-quashes-fir-against-actor-bjp-leader-mithun-chakraborty-over-his-controversial-speech,"बंगाल: कलकत्ता हाई कोर्ट से मिथुन चक्रवर्ती को बड़ी राहत, विवादित भाषण मामले में एफआईआर रद्द","विस्तार कलकत्ता हाई कोर्ट की ओर से आज अभिनेता व भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती को बड़ी राहत मिली। जस्टिस कौशिक चंदा की बेंच ने विधानसभा चुनाव के दौरान विवादित बयान को लेकर मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही इस मामले में आगे की जांच को भी रोकने का आदेश दिया है। विवादित बयान देने पर हुई थी एफआईआर दर्ज बता दें कि 7 मार्च 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मिथुन चक्रवर्ती ने भाजपा का दामन थामा था। भाजपा में शामिल होने के बाद मिथुन चक्रवर्ती ने ममता के खिलाफ एक के बाद एक बयान देकर राज्य की राजनीति गरमा दी थी। उनकी टिप्पणी पर टीएमसी ने थाने में भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई थी। विवादित भाषण से संबंधित मामले में मिथुन के खिलाफ मानिकलता पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था। एफआईआर रद्द करने की मांग को लेकर मिथुन ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। मामले में हाईकोर्ट ने पुलिस को मिथुन से पूछताछ करने का निर्देश दिया था। इसी सिलसिले में 16 जून को पुलिस ने उनसे वर्चुअली पूछताछ की थी। मिथुन ने दिया था ये विवादित बयान भाजपा में शामिल होते ही मिथुन चक्रवर्ती ने ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए थे। चुनावी मंच से उन्होंने कहा था, मैं एक नंबर का कोबरा हूं.. डसूंगा तो तुम फोटो बन जाओगे। उन्होंने कहा कि मैं गरीबों की लड़ाई लड़ना चाहता हूं। मैं राजनीति नहीं, मनुष्य नीति करता हूं।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/sit-tells-supreme-court-that-nobody-raised-finger-in-our-investigation-of-2002-gujarat-riots-except-petition-by-zakia-jafri,"सुप्रीम कोर्ट: गुजरात दंगों पर एसआईटी ने कहा, हमारी जांच पर जकिया जाफरी के अलावा किसी ने उंगली नहीं उठाई","विस्तार साल 2002 में गुजरात में हुए दंगों की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हमारी जांच पर किसी ने उंगली नहीं उठाई सिवाय उस याचिका के जो जाकिया जाफरी ने दायर की है। जाफरी ने अपनी याचिका में राज्य में हुई इस हिंसा में बड़ी साजिश होने का आरोप लगाया है। गुजरात दंगों में एसआईटी की ओर से तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 64 लोगों को क्लीन चिट दी गई है। एसआईटी के इस कदम को जकिया जाफरी ने चुनौती दी है। जकिया के पति और कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की 28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसायटी में हिंसा के दौरान मौत हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुरक्षित रखा फैसला न्यायाधीश एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने जकिया जाफरी की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। एसआईटी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ से कहा कि मामले में शीर्ष अदालत को निचली अदालत और गुजरात हाईकोर्ट के फैसलों के अनुरूप ही निर्णय लेना चाहिए। रोहतगी ने कहा कि अन्यथा यह मामला सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के कुछ उद्देश्यों की वजह से अंतहीन अभ्यास की तरह यूं ही चलता रहेगा। तीस्ता सीतलवाड़ इस मामले में दूसरी याचिकाकर्ता हैं। सुप्रीम कोर्ट की इस पीठ में न्यायाधीश खानविलकर के अलावा दिनेश माहेश्वरी और सीटी रविकुमार भी थे। पूर्व की सुनवाई में एसआईटी ने कही थी ये बात इस याचिका पर पूर्व में हुई सुनवाई के दौरान रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि जकिया जाफरी ने लगभग 12 हजार पन्नों की विरोध याचिका दायर की है और इसे शिकायत मानने के लिए कहा है। रोहतगी ने कहा था कि ऐसा करके जकिया इस मामले को गर्म रखना चाहती हैं और यह एक दुर्भावनापूर्ण संकेत है। रोहतगी ने पीठ से कहा कि यही कारण है कि इन दंगों में राज्य सरकार का हाथ होने की बात कही जा रही है। इस पर पीठ ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा कि यह राज्य की ओर से प्रायोजित दंगा था। इसके बाद इस मामले की अगली सुनवाई गुरुवार के लिए स्थगित कर दी गई।",1 https://www.amarujala.com,https://www.amarujala.com/india-news/farmers-protest-called-off-demand-farm-laws-prime-minister-narendra-modi-government-political-analysis,"किसान आंदोलन: कहां फंसा था पेंच, किन मांगों पर सरकार झुकी और कहां किसानों ने भी नरम रुख अपनाया?","विस्तार किसान आंदोलन की जब शुरुआत हुई थी, तब तीन बड़े मुद्दों कानून वापसी, एमएसपी और पराली जलाने के मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ था। एक साल बीतते-बीतते किसानों के उठाए मुख्य मुद्दों की संख्या बढ़कर सात हो गई। इनमें से छह मांगों पर सरकार की तरफ से लिखित प्रस्ताव मिलने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया है। 11 दिसंबर से किसानों की दिल्ली की सरहदों से वापसी शुरू होगी। हालांकि, 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की समीक्षा बैठक होगी, जिसमें किसान नेता आगे की रणनीति तय करेंगे। जानते हैं कि किन मुद्दों पर पेंच फंसा था और किन मांगों पर सरकार झुकी या किसानों ने नरम रुख अपनाया...",1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/tribute-paid-to-general-rawat-in-jamia-university/india/news/2589281.html,जामिया विवि में जनरल रावत को दी गयी श्रद्धांजलि,"नयी दिल्ली,10 दिसंबर (वार्ता) जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश के प्रथम प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत,उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सैन्य कर्मी की मौत पर शोक व्यक्त किया और उनकी आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना करते हुये दो मिनट का मौन धारण किया। इस शोक सभा में प्राचार्य नजमा अख्तर ने कहा,“ मैं जनरल बिपिन रावत जी, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य सैन्य कर्मियों के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों और उनके संबंधियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।”",1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/will-establish-real-peace-not-peace-in-kashmir-sinha/india/news/2589264.html,"कश्मीर में माेलभाव की शांति नहीं, वास्तविक शांति स्थापित करेंगे: सिन्हा","नयी दिल्ली 10 दिसंबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज कहा कि सरकार कश्मीर घाटी में मोलभाव की शांति नहीं बल्कि स्थायी एवं वास्तविक शांति स्थापित करने के लिए कटिबद्ध है और केन्द्र शासित प्रदेश में पाकिस्तान के कुछ बचे हुए एजेंटों को भी जल्दी ही कानून के शिकंजे में लाया जाएगा। श्री सिन्हा ने यहां संवाददाताओं से कहा,“ कश्मीर घाटी में सामान्यत: पर शांति का वातावरण है। पत्थरबाज़ी बंद हो चुकी है। लोगों में विकास कार्य को लेकर सकारात्मक भावना है।” उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में पड़ोसी देश के इशारे पर निशाना बना कर कुछ हत्याएं किए जाने की वारदात जरूर हुई हैं और इसमें लिप्त तत्वों से निपटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले कश्मीर में आतंकवादी हिंसा की घटनाओं पर स्थानीय नेता माेलभाव करके और कुछ सौदेबाजी करके शांति कायम करते रहे हैं लेकिन अब सरकार ने नीति बदल ली है। उन्होंने कहा,“ हम मोलभाव की शांति नहीं चाहते हैं बल्कि स्थायी एवं वास्तविक शांति स्थापित करने के लिए कटिबद्ध हैं।” उन्होंने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश में सुरक्षा की नीति में बदलाव करते हुए घटना को अंजाम देने वालों के साथ अब उन्हें पनाह, समर्थन, मदद एवं शह देने वाले एजेंटों पर शिकंजा कसा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के इशारे में निशाना बना कर हत्याओं को अंजाम देने वालों मेें 39 में से 38 को निष्क्रिय किया जा चुका है। एक बाकी है, उसे भी सुरक्षा बल जल्द ही निष्क्रिय कर देंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में पहले अधिकतर राजनीतिज्ञ ‘साॅफ्ट सेपेरेटिज़्म’ के समर्थक रहे हैं जिसके कारण भारत समर्थक एक बहुत बड़ा तबका खामोश रहा करता था। उन्होंने देश के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के असामयिक निधन पर श्रीनगर के लाल चौक पर लोगों का गुरुवार की शाम को मोमबत्ती जला कर शोक प्रकट करने का उदाहरण देते हुए कहा कि अब हालात बदल गये हैं और भारत समर्थक लोग मुखर होने लगे हैं। श्रीनगर से शारजाह के लिए जाने वाली उड़ान को लेकर पूछे जाने पर श्री सिन्हा ने कहा कि इस विमान सेवा को पाकिस्तान द्वारा अपनी वायुक्षेत्र से होकर गुजरने की अनुमति नहीं दिये जाने के कारण उड़ान के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। केन्द्र सरकार इस बारे में पाकिस्तान से बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे प्रति उड़ान करीब चार लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसी कोशिश की जा रही है कि इस उड़ान के साथ कार्गाे के परिवहन की भी व्यवस्था हो जाये तो करीब साढ़े तीन लाख रुपए तक के नुकसान की भरपायी हो जायेगी। सचिन.श्रवण वार्ता",1 http://www.univarta.com,http://www.univarta.com/united-kisan-morcha-team-offered-prayers-at-gurdwara-bangla-sahib/india/news/2589273.html,संयुक्त किसान मोर्चे की टीम ने गुरुद्वारा बंगला साहिब में टेका मत्था,"नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (वार्ता) कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ शुरू किए गए आंदोलन के जरिए उन्हें वापस कराने में सफलता मिलने पर संयुक्त किसान मोर्चे की टीम ने शुक्रवार को दिल्ली के ऐतिहासिक गुरुद्वारा बंगला साहिब में मत्था टेका। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) की ओर से संयुक्त किसान मोर्चे की टीम का सम्मान किया गया। डीएसजीएमसी के महासचिव हरमीत सिंह कालका तथा अन्य पदाधिकारियों ने किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, राकेश टिकैत और अन्य सभी किसान नेताओं का सिरोपा डालकर स्वागत किया।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/people-pray-for-general-rawat-during-friday-prayers-in-north-kashmir-129198096.html,"कश्मीर की मस्जिदों में जनरल रावत को श्रद्धांजलि: मछाल सेक्टर के पुशवारी, दबपाल और सुंतवारी में CDS के लिए मांगी गई दुआएं","कश्मीर की मस्जिदों में जनरल रावत को श्रद्धांजलि:मछाल सेक्टर के पुशवारी, दबपाल और सुंतवारी में CDS के लिए मांगी गई दुआएं श्रीनगर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अंतहीन सफर के लिए जा चुके हैं। शुक्रवार की शाम 4:56 बजे जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका को एक ही चिता पर दोनों बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने एकसाथ मुखाग्नि दी। पूरे देश के साथ कश्मीर में भी जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी गई। यहां मछाल सेक्टर के पुशवारी, दबपाल और सुंतवारी में CDS के लिए इबादत की गई। मस्जिदों में नमाज के पहले 2 मिनट मौन धारण कर CDS को याद किया गया। इस दौरान मौलवियों ने नमाज पढ़ने आए लोगों को हेलिकॉप्टर क्रैश की दुर्घटना के बारे में भी बताया। 8 दिसंबर को क्रैश हुआ था हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर की दोपहर करीब 12 बजकर 08 मिनट पर CDS रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। उसमें जनरल रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी थीं। उनके अलावा विमान में सेना के 12 लोग सवार थे। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है। बुधवार दोपहर तक ये खबर आती रही कि हादसे में घायल हुए कुछ लोगों को गंभीर हालत में वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। जहां से करीब साढ़े पांच घंटे तक खबर आती रही कि जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत कुछ अफसर बुरी तरह घायल हुए हैं, लेकिन फिर बारी-बारी से मौत की खबर आने लगी। किसी सैन्य अफसर की ऐसी अंतिम विदाई पहली बार CDS रावत ने कोई वादा नहीं तोड़ा; न देश से, न फौज से और न पत्नी मधुलिका से जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को उनकी दो बेटियों ने एक ही चिता पर मुखाग्नि दी जनरल रावत को 28 साल पहले पाकिस्तानी गोली लगी, 6 साल पहले हेलिकॉप्टर क्रैश में बचे थे CDS रावत को श्रद्धांजलि देने पहुंचा नवासा, सूनी आंखों से भीड़ के बीच नाना-नानी को खोजता रहा खबरें और भी हैं... जनरल को आखिरी सैल्यूट: विवाह वेदी से चिता तक संग; जनरल रावत और पत्नी मधुलिका को उनकी दो बेटियों ने एक ही चिता पर मुखाग्नि दी देश किसी सैन्य अफसर की ऐसी अंतिम विदाई पहली बार: दिल्ली की सड़कों पर उतरी जनता, फूल बरसाए, शव वाहन के साथ दौड़ते रहे.. देखें तस्वीरें देश शहीदों की आखिरी विदाई आंख में ले आई पानी: नाना-नानी को ढूंढता रहा CDS रावत का नवासा, ताबूत चूमकर फफक पड़ीं ब्रिगेडियर लिड्डर की पत्नी देश अंतिम यात्रा का अंतिम पड़ाव: ब्रिटेन, इजराइल के एम्बेसेडर्स और श्रीलंकाई हाईकमिश्नर ने CDS रावत को श्रद्धांजलि दी, चीन-PAK ने किसी को नहीं भेजा देश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/tejashwi-yadav-marriage-rachel-accepted-hinduism-from-christianity-129197660.html,ईसाई से हिंदू बनी तेजस्वी की पत्नी: राजनैतिक परिवार की दुविधा दूर करने के लिए लालू की बहू का नया नाम होगा राजेश्वरी यादव,"ईसाई से हिंदू बनी तेजस्वी की पत्नी:राजनैतिक परिवार की दुविधा दूर करने के लिए लालू की बहू का नया नाम होगा राजेश्वरी यादव पटना राजद नेता और बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव की हरियाणा की रहने वाली रेचल के साथ शादी सुर्खियों में है। इस शादी से पहले सबसे ज्यादा चर्चा रेचल के क्रिश्चियन होने को लेकर थी, लेकिन अब एक और बात सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बचपन की दोस्त से शादी करने के लिए तेजस्वी को उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मनाना पड़ा। रेचल ने शादी से पहले क्रिश्चियन धर्म छोड़कर हिंदू धर्म को कबूल किया है। इसके चलते उनका नाम भी बदल गया है। लालू परिवार में शामिल होने से पहले ही वे रेचल से राजेश्वरी यादव हो गई थीं। हालांकि इस बारे में लालू परिवार के किसी भी सदस्य ने अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। रेचल के हुए तेजस्वी यादव दिल्ली में गुरुवार को शादी के दौरान रेचल की मांग भरते तेजस्वी यादव। दरअसल, लालू और राबड़ी दोनों तेजस्वी की रेचल से शादी को लेकर खुश नहीं थे। दोनों की सहमति नहीं थी। इससे पहले लालू-राबड़ी ने सभी बच्चों की शादी यादव जाति में ही की है, लेकिन रेचल यादव जाति की ही नहीं हिंदू धर्म की भी नहीं थी। इसे लेकर भी परिवार में असहमति थी। माना जा रहा है कि इसका गलत राजनीतिक संदेश जाने का डर भी राजद सुप्रीमो को था। निमंत्रण न मिलने पर भड़के मामा साधु, बोले- क्रिश्चियन लड़की से शादी करके समाज को कलंकित किया पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक इन सब कारणों से ही लालू परिवार में शामिल होने के लिए रेचल को हिंदू धर्म कबूल करना पड़ा है। वह रेचल से राजेश्वरी यादव हो गई हैं। RJD के सीनियर नेताओं के मुताबिक, इससे लालू-राबड़ी की नाराजगी कम हुई है। तेजप्रताप ने तेजस्वी-रेचल को दी बधाई, लोगों ने खींची टांग शादी के बाद अपनी मां, बहनों व अन्य रिश्तेदारों के साथ तेजस्वी-रेचल। दोनों बचपन के हैं दोस्त गुरुवार को हिन्दू रीति-रिवाज से हुई इस शादी में सिर्फ परिवार के ही लोग शामिल हुए। बड़े सियासत घराने की इस शादी में पार्टी के नेताओं को भी न्योता नहीं मिला था। बुधवार तक तो RJD के नेता और तेजस्वी के कई नजदीकी भी बोलने को तैयार नहीं थे। सिर्फ लालू की बेटी रोहिणी ने सोशल मीडिया पर भाई तेजस्वी को बधाई दी थी। खबर है कि तेजस्वी की शादी में लालू प्रसाद खुद आने को तैयार नहीं थे। काफी मान-मनौव्वल के बाद राबड़ी के साथ वह शादी में पहुंचे। तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी रेचल बचपन के दोस्त हैं। करीब 7 साल पहले दोनों एक-दूसरे के करीब आए। रेचल चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं। खबरें और भी हैं... सरकार से बोला शराबी- शराब बंद कराएं या इस्तीफा दें: बक्सर में बीच सड़क पर बैठकर शराबी ने किया हंगामा, अब ढूंढने में जुटी पुलिस बक्सर मुंबई और दिल्ली के फ्लाइट यात्रियों की आज बढ़ी परेशानी: मुंबई जाने वाली फ्लाइट 4 घंटे लेट, तो दिल्ली जाने वाली 3 घंटे पटना बक्सर में 12 शिक्षक निलंबित, रिटायर्ड और डेड भी शामिल: 5 साल पहले प्रशासन ने औचक निरीक्षण के दौरान पाई थी कमियां, अब जांच में खुलासा हुआ तो सस्पेंड कर दिया बक्सर भोजपुर में जमकर बरसीं लाठियां, 3 महिल समेत 10 घायल: चुनाव जीतने के बाद भी चल रहा था विवाद, दोनों ओर से चले लाठी-डंडे भोजपुर",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/breaking-news-live-updates-headlines-10-dec-rajasthan-delhi-mp-uttar-pradesh-maharashtra-mumbai-129197250.html,"भास्कर LIVE अपडेट्स: अमेरिका की डेमोक्रेसी समिट में बोले मोदी- लोकतंत्र से अच्छे नतीजे मिले थे, मिले हैं और मिलते रहेंगे","भास्कर LIVE अपडेट्स:अमेरिका की डेमोक्रेसी समिट में बोले मोदी- लोकतंत्र से अच्छे नतीजे मिले थे, मिले हैं और मिलते रहेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अमेरिका की समिट फॉर डेमोक्रेसी में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र पर भारत का दुनिया को बिल्कुल साफ संदेश है कि लोकतंत्र से ही अच्छे नतीजे मिले थे, मिले हैं और मिलते रहेंगे। समिट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रेसिडेंट बाइडेन के निमंत्रण पर डेमोक्रेसी समिट का हिस्सा बनकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने आगे कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के तौर पर भारत मल्टीलेटरल फोरम्स सहित दुनिया में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने भागीदारों के साथ काम करता रहेगा। J&K: आतंकियों की फायरिंग में 2 पुलिसकर्मियों की मौत जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया है। घाटी के बांदीपोरा इलाके में गुलशन चौक पर शुक्रवार को आतंकियों ने फायरिंग की। इसमें 2 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। मारे गए पुलिसवालों के नाम एसजीसीटी मोहम्मद सुल्तान और सीटी फैयाज अहमद है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। आज की अन्य बड़ी खबरें… गुजरात के सांसद CM से मिलने पहुंचे, पाटीदारों के खिलाफ 140 केस वापस लेने की मांग गुजरात के कुछ सांसदों शुक्रवार को गांधीनगर पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की। इनकी मांग है कि 2015 के पाटीदार आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए पाटीदार समुदाय के केस वापस लिए जाएं। सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार केस वापस लेने का ऐलान जल्द कर सकती है। हफ्ते की शुरुआत में पाटीदार समुदाय के नेता भी सीएम से मिले थे और केस वापस लेने की मांग की थी। गुजरात में आरक्षण आंदोलन के दौरान पाटीदारों के खिलाफ 485 मामले दर्ज किए गए थे। इसमें से 228 मामले खत्म हो चुके हैं। करीब 140 से अधिक केस चल रहे हैं। पुलिस फायरिंग में मारे गए पाटीदारों को सरकारी नौकरी देने के अपने वादे पर सरकार ने अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है। पश्चिम बंगाल में IT का सर्च ऑपरेशन, 250 करोड़ रु. की फर्जी खरीद का खुलासा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट(IT) ने पश्चिम बंगाल में कई ग्रुप्स पर सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान IT को करीब 250 करोड़ रुपए की फर्जी खरीद का पता चला है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड(CBDT)) ने बताया कि IT ने 7 दिसंबर को रिफाइंड लेड, लेड एलॉय और लेड ऑक्साइड के 2 प्रमुख निर्माताओं और सप्लायर्स के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया। ऑपरेशन के तहत 53 लाख रुपए की ज्वैलरी जब्त की गई है। वहीं, 4 बैंक लॉकर्स की जांच जारी है। मेक्सिको में प्रवासियों से भरा ट्रक दूसरे ट्रक से टकराया; 53 लोगों की मौत, 54 घायल साउथ मेक्सिको के तुक्स्टला गुटिरेज शहर के पास प्रवासियों से भरे एक ट्रक को दूसरे ट्रक ने टक्कर मार दी। ट्रक में मध्य अमेरिका के 100 से अधिक प्रवासी सवार थे। इस दर्दनाक हादसे में 53 लोगों की मौत हो गई और 54 घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक, घायलों में 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद पहुंची मेडिकल टीम ने ट्रक से डेड बॉडीज को बाहर निकाला असांजे को प्रत्यर्पण को ब्रिटिश हाईकोर्ट की मंजूरी विकिलीक्स के फाउंडर और ऑस्ट्रेलियाई नागरिक जूलियन असांजे के अमेरिका प्रत्यर्पण को ब्रिटिश हाईकोर्ट ने मंजूरी दे दी है। हालांकि, इस फैसले के बावजूद इस एक्टिविस्ट को अमेरिका भेजा जाना बिल्कुल आसान नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि असांजे के पास ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट में अपील का अधिकार है। असांजे की गर्लफ्रेंड स्टेला मॉरिस ने कहा- हम बहुत जल्द असांजे को अमेरिका भेजे जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करेंगे। अगर असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित किया जाता है और उन्हें वहां जासूसी का दोषी पाया जाता है तो उन्हें 175 साल तक की सजा हो सकती है। असांजे को 2019 में ब्रिटिश पुलिस ने इक्वेडोर के दूतावास से गिरफ्तार किया था। वो वहां सात साल तक रहे थे। PM मोदी ने बाइडेन की डेमोक्रेसी समिट में हिस्सा लिया अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' में भाग लेते हुए, PM मोदी ने गुरुवार को कहा कि लोकतांत्रिक भावना भारतीयों में निहित है। PM मोदी उन 12 नेताओं में से एक थे, जिन्हें गुरुवार को 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' के पहले दिन अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की तरफ से आयोजित वर्चुअल समिट के पूर्ण सत्र में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस सत्र में भारत सहित 12 चुनिंदा देश शामिल हुए। चीन ने टेनिस स्टार पेंग शुआई का इंटरनेट रोका; पेंग ने पूर्व उप-प्रधानमंत्री पर लगया था यौन उत्पीड़न का आरोप चीनी सरकार न्यूज सेंसर करने के लिए जानी जाती है। चीन ने ऑनलाइन जाने के 20 मिनट बाद टेनिस स्टार पेंग शुआई का इंटरनेट रोक दिया। पेंग शुआई ने आनलाइन जाकर पूर्व उप-प्रधानमंत्री झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। पिछले महीने पेंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर कहा था कि पूर्व उप प्रधानमंत्री झेंग गाओली ​​​​​ने लगातार इनकार करने के बावजूद उनके साथ यौन संबंध बनाया। हालांकि, सरकार ने इस पोस्ट को सोशल मीडिया से हटा दिया, साथ ही चीनी मीडिया में भी इस खबर को दबा दिया गया। जब भी चीनी इंटरनेट पर ऐसी खबरें आती हैं, तो सेंसर हरकत में आ जाते हैं और खबरों को दबा देते हैं। निकारागुआ ने ताइवान के साथ राजनयिक संबंध तोड़े; ताइवान को बताया चीन का हिस्सा निकारागुआ के विदेश मंत्री डेनिस मोनकाडा (फाइल फोटो) निकारागुआ की सरकार ने गुरुवार को ताइवान के साथ अपने राजनयिक संबंध खत्म कर दिए। रिपोर्ट के मुताबिक, निकारागुआ के विदेश मंत्री डेनिस मोनकाडा ने कहा कि हमारी सरकार मानती है कि दुनिया में केवल एक ही चीन है। उन्होंने कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना ही पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करती है और ताइवान चीन का हिस्सा भर है। निकारागुआ की सरकार आज से ताइवान के साथ राजनयिक संबंध तोड़ती है और किसी भी आधिकारिक संबंध को बंद करती है। दिल्ली-NCR की एयर क्वालिटी आज 'खराब' कैटेगरी में दिल्ली-NCR में एयर क्वालिटी आज 'खराब' कैटेगरी में है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) आज 293 (खराब कैटेगरी में) है। हवा खराब होने की वजह से धुंध है। कल दिल्ली में AQI 208 थी, जो खराब कैटेगरी में आता है। PM केयर्स फंड को लेकर दो याचिकाओं पर दिल्ली हाईकोर्ट में आज होगी सुनवाई PM केयर्स फंड को सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत एक राज्य और सार्वजनिक प्राधिकरण घोषित करने संबंधी याचिकाओं पर आज दिल्ली हाई कोर्ट सुनवाई करेगी। जस्टिस डी. एन. पटेल और जस्टिस ज्योति सिंह की बेंच ने याचिकाकर्ता सम्यक गंगवाल द्वारा पहले सुनवाई के अनुरोध वाले आवेदन को मंजूर करते हुए कहा था, 'मामले के तथ्यों को देखते हुए, हमने आवेदन मंजूर कर लिया है और सुनवाई की तारीख पहले खिसकाकर 10 दिसंबर कर दी है।' रांची एयरपोर्ट पर बड़ा विमान हादसा टला झारखंड की राजधानी रांची में गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया। यहां बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर एयर एशिया के विमान से तेल लीक हो गया। इसका पता तब चला जब लैंडिंग के बाद ब्रेक लगाने के दौरान पैसेंजर्स को तेज झटका लगा। इसके बाद एप्रन पर प्लेन के लैंडिंग गियर से तेल के रिसाव के बारे में पता चला। जानकारी के मुताबिक, मुंबई से रांची आ रही एयर एशिया की फ्लाइट ने गुरुवार की सुबह 11:25 बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर लैंडिंग की थी। लैंडिंग के बाद विमान के एप्रन पर पहुंचने के बाद इस घटना का पता चला। इस विमान में 110 यात्री सवार थे। खबरें और भी हैं... दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव: अपनों के ताबूत देख भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी ने एयरपोर्ट पर हर शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया देश बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया देश हेलिकॉप्टर क्रैश की 5 कहानियां, 10 तस्वीरें: दुख और गर्व के ऐसे किस्से कि लिखते वक्त दिल दहल गया, हाथ कांपते रहे DB ओरिजिनल क्रैश की कहानी मिनट-दर-मिनट: सुबह 11:48 पर CDS का हेलिकॉप्टर उड़ा और 20 मिनट बाद लापता हो गया, जानिए कब-क्या हुआ DB ओरिजिनल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/lucknow/news/big-decision-of-allahabad-high-court-rape-victim-cannot-be-forced-to-do-dna-test-to-find-out-father-of-child-129197281.html,"दुष्कर्म केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: पिता का पता लगाने जबरदस्ती बच्चे का DNA टेस्ट नहीं कर सकते, रेप पीड़िता की मंजूरी जरूरी","दुष्कर्म केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला:पिता का पता लगाने जबरदस्ती बच्चे का DNA टेस्ट नहीं कर सकते, रेप पीड़िता की मंजूरी जरूरी लखनऊ दुष्कर्म की वारदात के बाद जन्मे बच्चे के पिता का पता लगाने के लिए उसका DNA टेस्ट कराने के लिए पीड़िता को मजबूर नहीं किया जा सकता। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने गुरुवार को एक अहम फैसले में यह बात कही। कोर्ट ने पॉक्सो कोर्ट के उस आदेश को भी खारिज कर दिया, जिसमें रेप पीड़िता के बच्चे के पिता का पता करने का आदेश दिया गया था। आदेश जस्टिस संगीता चंद्रा की एकल पीठ ने रेप पीड़िता की मां की ओर से दाखिल याचिका को मंजूर करते हुए दिया। कोर्ट ने कहा कि सवाल यह नहीं था कि अभियुक्त पीड़िता के बच्चे का पिता है या नहीं, बल्कि पॉक्सो कोर्ट को यह तय करना था कि अभियुक्त ने पीड़िता से रेप किया है या नहीं। सुल्तानपुर में 2017 में दर्ज हुई थी FIR 2017 में सुल्तानपुर की कोतवाली देहात थाने में पीड़िता की मां ने FIR दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया था कि अभियुक्त ने उसकी 14 साल की बेटी का 7 महीने पहले रेप किया था। जिससे उसकी बेटी गर्भवती है। जांच के बाद पुलिस ने आरोप-पत्र दाखिल किया। किशोर न्याय बोर्ड ने खारिज की थी DNA टेस्ट की मांग अभियुक्त के किशोर होने से मामले की सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में शुरू हुई। इस दौरान पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया। पीड़िता और उसकी मां की गवाही होने के बाद अभियुक्त की ओर से एक प्रार्थना पत्र दिया गया। इसमें बच्चे के DNA टेस्ट की मांग की गई। इसे किशोर न्याय बोर्ड ने 25 मार्च, 2021 को खारिज कर दिया। पॉक्सो कोर्ट ने 25 जून को दिया था टेस्ट का आदेश इसके बाद अभियुक्त ने पॉक्सो कोर्ट में अपील दाखिल की। पॉक्सो कोर्ट ने 25 जून को दिए आदेश में बच्चे का DNA टेस्ट का आदेश दे दिया। इसके खिलाफ पीड़िता की मां ने हाईकोर्ट का रुख किया। मां की तरफ से दाखिल याचिका में कहा गया कि पॉक्सो कोर्ट ने यह भी नहीं देखा कि उसके DNA टेस्ट का आदेश देने से कहीं बच्चे के नाजायज होने की घोषणा न हो जाए। साथ ही मां भी चरित्रहीन तो घोषित नहीं हो जाएगी। हाईकोर्ट ने आदेश को खारिज करते हुए कहा कि पीड़िता की सहमति के बिना बच्चे के DNA टेस्ट का आदेश नहीं दिया जा सकता था। यह हो सकता है कि DNA टेस्ट से इंकार करना पीड़िता के खिलाफ जाए, फिर भी बिना सहमति के DNA टेस्ट का आदेश देना कानूनी तौर पर ठीक नहीं है। खबरें और भी हैं... डॉक्टर से छेड़खानी, ह्वाट्सएप पर भेजते थे अश्लील मैसेज: लखनऊ के चरक अस्पताल की पीड़िता ने नेफ्रोलॉजिस्ट के खिलाफ दर्ज कराई FIR, डायरेक्टर भी आरोपी उत्तरप्रदेश इविवि प्रशासन का स्पष्टीकरण: कोविड काल में हॉस्टल में रहने वाले छात्रों से 15-15 हजार रुपये अर्थदंड नहीं, लिया जा रहा यूजर चार्ज प्रयागराज (इलाहाबाद) मेरठ में स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप की सास का दर्द: हीरे जैसा दामाद था मेरा, उस दिन बेटी से बात हुई थी वह पति के लिए खाना बना रही थी मेरठ 10 साल पहले बीरा के मन में था CDS प्लान: मेरठ कॉलेज से पीएचडी के वक्त कहा था- तीनों सेनाओं का ज्वाइंट कमांड हो, इससे तालमेल बढ़ेगा मेरठ",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-politics-on-illegal-sand-mining-aap-party-says-we-will-reward-cm-charanjit-channi-129197747.html,पंजाब में अवैध रेत माइनिंग पर गरमाई सियासत: सूचना देने वाले को सरकार देगी 25 हजार; AAP बोली- एक्शन लें तो हम CM चन्नी को देंगे इनाम,"पंजाब में अवैध रेत माइनिंग पर गरमाई सियासत:सूचना देने वाले को सरकार देगी 25 हजार; AAP बोली- एक्शन लें तो हम CM चन्नी को देंगे इनाम चंडीगढ़ अवैध रेत माइनिंग पर पंजाब की सियासत गरमा गई है। सीएम चरणजीत चन्नी की सरकार ने अवैध रेत माइनिंग की सूचना देने पर 25 हजार इनाम की घोषणा की। इसके जवाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा कि सीएम कार्रवाई करें तो हम उन्हें 25 हजार रुपए देंगे। उधर, अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने तो सीएम चन्नी को ही सबसे बड़ा रेत माफिया बता दिया। पंजाब में रेत माफिया का मुद्दा लगातार चुनावों में छाया रहता है। इस बार भी चुनाव से पहले इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। CM चन्नी ने कुछ दिन पहले डिप्टी कमिश्नर से मीटिंग कर इनाम देने को कहा था सरकार ने यह किया था ऐलान पंजाब में सरकार ने साइट पर रेत का रेट साढ़े 5 रुपए क्यूबिक फुट तय किया है। इसके बावजूद लगातार ज्यादा कीमत वसूलने के आरोप लग रहे हैं। जिसके बाद CM चरणजीत चन्नी ने डिप्टी कमिश्नरों के साथ मीटिंग की। मीटिंग मे कहा गया कि अगर कोई वीडियो या अन्य सुबूत के साथ अवैध रेत माइनिंग की सूचना देता है तो उसे 25 हजार इनाम दिया जाएगा। AAP ने कहा - जिंदापुर पर कार्रवाई करो AAP के पंजाब सह प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा कि सीएम चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब के जिंदापुर गांव में अवैध रेत माइनिंग हुई। उनके पास फॉरेस्ट अफसर का इस बारे में अफसरों को भेजे लेटर का सुबूत है। इसके बावजूद सीएम ने कोई एक्शन नहीं लिया। चड्‌ढा ने कहा कि सीएम इस पर कार्रवाई करे तो 25 हजार इनाम AAP सीएम चन्नी को देगी। सुखबीर बोले- सीएम खुत रेत माफिया अवैध रेत माइनिंग का पर्दाफाश करने के बदले 25 हजार इनाम की बात पर शिअद के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि सीएम चरणजीत चन्नी खुद राज्य के सबसे बड़े रेत माफिया हैं। ऐसे में वह कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। खबरें और भी हैं... AAP ने 30 कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की: पूर्व अफसरों और पंजाबी गायकों पर खेला दांव; दूसरी पार्टियों से आए नेताओं को भी टिकट चंडीगढ़ मंत्रियों की लड़ाई में कूदे मजीठिया: बोले- छोटे जिले का रेट 2-3 करोड़, बड़े का 5 करोड़, जांच की जगह CM ने दरवाजे बंद कराए चंडीगढ़ पंजाब में 2 मंत्रियों की भिड़ंत: रुपए लेकर SSP-DSP लगाने के आरोप से बिगड़ा माहौल; रंधावा और राणा के बीच CM के सामने ही घमासान चंडीगढ़ आवाज दबाने वाला पंजाब पुलिस का फॉर्मूला: ​​​​​​​फंक्शन में CM चन्नी के विरोध में नारेबाजी हो तो DJ बजा देना, नारे की आवाज न सुनाई दे चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-congress-minister-fight-akali-mla-bikram-majithia-on-posting-trasfer-rate-129197602.html,"मंत्रियों की लड़ाई में कूदे मजीठिया: बोले- छोटे जिले का रेट 2-3 करोड़, बड़े का 5 करोड़, जांच की जगह CM ने दरवाजे बंद कराए","मंत्रियों की लड़ाई में कूदे मजीठिया:बोले- छोटे जिले का रेट 2-3 करोड़, बड़े का 5 करोड़, जांच की जगह CM ने दरवाजे बंद कराए चंडीगढ़ पंजाब में डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा और टेक्निकल मंत्री राणा गुरजीत की लड़ाई में अब विपक्षी दल भी कूद पड़ा है। पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि छोटे जिलों में पोस्टिंग के लिए 2 से 3 करोड़ रुपए और बड़े जिले के लिए 5 करोड़ रुपए का रेट है। चंडीगढ़ में मजीठिया ने कहा कि एक मंत्री के आरोपों पर जांच और कार्रवाई की जगह CM चरणजीत चन्नी ने दरवाजे बंद करवा दिए। बाद में अपने घर बुलाकर सबको चुप करा दिया कि कोई बाहर कुछ नहीं कहेगा। पंजाब जैसे बॉर्डर स्टेट में यह आरोप गंभीर हैं, जिनकी गंभीरता से जांच कराई जानी चाहिए। गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद मंत्री आपस में भिड़े थे। रंधावा पर गंभीर आरोप मजीठिया ने गृह विभाग देख रहे डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि रंधावा पर पहले भी यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को VIP ट्रीटमेंट देने के आरोप लगते रहे। जेल में रहता मुख्तार अंसारी तय करता था कि जेल सुपरिटेंडेंट कौन होगा? इसके अलावा गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई को लेकर भी रंधावा पर सवाल उठते रहे हैं। जेल में कत्ल पर उठाए सवाल मजीठिया ने कहा कि अमृतसर में 2700 करोड़ का ड्रग केस सामने आया था, जिसमें BSF ने क्रॉस बॉर्डर वाली 532 किलो हेरोइन बरामद की थी। बाद में उसकी जेल में ही हत्या कर दी गई। इसके अलावा बेअदबी केस में प्रमुख कड़ी महिंदरपाल बिट्‌टू की भी हत्या कर दी गई। मजीठिया ने कहा कि जेल मंत्रालय भी रंधावा के पास है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अपने और कांग्रेस के फायदे के लिए जेल में सबूत मिटाए जा रहे हैं। पंजाब में 2 मंत्रियों की भिड़ंत:रुपए लेकर SSP-DSP लगाने के आरोप से बिगड़ा माहौल; रंधावा और राणा के बीच CM के सामने ही घमासान CBI और NIA करे जांच मजीठिया ने कहा कि रुपए लेकर पुलिस अफसरों की तैनाती राज्य और देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसमें जिसने रुपए लिए और दिए, उनके खिलाफ कार्रवाई हो, लेकिन इस मामले की जांच CBI और NIA करे। इससे सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। पाकिस्तान लगातार पंजाब में गड़बड़ी की कोशिश करता रहता है। इससे पहले भी प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मेंबर अवतार पन्नू के भाई बलविंदर सिंह पन्नू कोटलाबामा के भाई को चेयरमैन लगाया गया था। बाद में उसे हटाना पड़ा। खबरें और भी हैं... AAP ने 30 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की: पूर्व अफसरों और सिंगरों पर खेला दांव; दूसरी पार्टियों से आए नेताओं को भी टिकट चंडीगढ़ डॉ. नैन से SIT की पूछताछ जारी: डेरा सच्चा सौदा के वाइस चेयरमैन से हो रही पूछताछ, चेयरपर्सन विपासना इंसां नहीं मिली चंडीगढ़ पंजाब में ओमिक्रॉन का केस नहीं: कोरोना मरीजों की गिनती लगातार बढ़ रही, डिप्टी CM सोनी के दावे के बावजूद आधे ही टेस्ट हो रहे चंडीगढ़ आवाज दबाने वाला पंजाब पुलिस का फॉर्मूला: ​​​​​​​फंक्शन में CM चन्नी के विरोध में नारेबाजी हो तो DJ बजा देना, नारे की आवाज न सुनाई दे चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-congress-charanjit-channi-minister-randhawa-and-rana-clash-after-cabinet-meeting-129197461.html,पंजाब में 2 मंत्रियों की भिड़ंत: रुपए लेकर SSP-DSP लगाने के आरोप से बिगड़ा माहौल; रंधावा और राणा के बीच CM के सामने ही घमासान,"पंजाब में 2 मंत्रियों की भिड़ंत:रुपए लेकर SSP-DSP लगाने के आरोप से बिगड़ा माहौल; रंधावा और राणा के बीच CM के सामने ही घमासान चंडीगढ़ पंजाब में माफिया और करप्शन खत्म करने का दावा करने वाली चन्नी सरकार खुद बड़े विवाद में घिर गई है। गुरुवार को पंजाब कैबिनेट की मीटिंग के बाद दो मंत्री आपस में भिड़ गए। यह भिड़ंत पंजाब में रुपए लेकर SSP और DSP को तैनात किए जाने के आरोपों को लेकर हुई। जिस वक्त दोनों मंत्री आपस में उलझ रहे थे, तब वहां CM चरणजीत चन्नी भी मौजूद थे। उन्होंने बीचबचाव कर माहौल शांत कराया। हालांकि खुले हॉल में मंत्रियों की आवाज इतनी तेज थी कि वह पंजाब भवन में सुनाई देने लगी। इसके बाद हॉल का दरवाजा बंद कराया गया। अब तक कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार पर यह आरोप लगाए जा रहे थे, लेकिन अब चन्नी सरकार भी इस विवाद में घिर गई है। गुरुवार शाम को पंजाब भवन में कैबिनेट की मीटिंग थी ऐसे शुरू हुआ विवाद कैबिनेट मीटिंग के बाद सभी अफसरों को भेज दिया गया। इसके बाद डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि उन पर पैसे लेकर एसएसपी और डीएसपी को तैनात करने के आरोप लग रहे हैं। इसके लिए उन्होंने मंत्री ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा से पूछा तो बाजवा ने कहा यह बात उन्हें टेक्निकल एजुकेशन और रोजगार जेनरेशन मंत्री राणा गुरजीत ने कही थी। इसके बाद रंधावा और राणा आमने-सामने हो गए। दोनों के बीच तू तू- मैं मैं की नौबत आ गई। दोनों को CM चन्नी ने शांत कराया। इसके बाद गुस्साए तेवरों के साथ दोनों वहां से निकल गए। देर रात CM ने दोनों में सुलह कराने की कोशिश की। रजिया ने भी उठाए सवाल कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने भी सरकार पर सवाल उठा दिए। दरअसल, जब रुपए लेकर SSP लगाने का मुद्दा उठा तो सीएम ने कहा कि मंत्रियों, विधायकों और स्थानीय नेताओं से चर्चा कर SSP की नियुक्ति कर रहे हैं। उन्होंने मंत्री रजिया से पूछा कि मालेरकोटला में उनसे पूछकर ही एसएसपी लगाया गया। हालांकि इस पर रजिया ने हां तो कहा, लेकिन पूछा कि फिर SSP को कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास जाने के लिए किसने कहा। यह सुनकर सभी खामोश हो गए। बेअदबी और STF रिपोर्ट पर भी बहस इस दौरान मंत्री राणा गुरजीत ने गृह विभाग देख रहे रंधावा से पूछा कि बरगाड़ी बेअदबी और ड्रग्स केस में अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। ड्रग्स से जुड़ी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की रिपोर्ट क्यों सार्वजनिक नहीं की जा रही। रैली को लेकर भी भिड़ंत इसके बाद राणा गुरजीत ने कहा कि सुल्तानपुर लोधी में कांग्रेसी MLA नवतेज चीमा उनकी रैली नहीं होने दे रहा। रैली के टेंट उखाड़ दिए गए। इस मामले में डिप्टी सीएम रंधावा ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर रंधावा ने कहा कि केस पुलिस ने दर्ज करना होता है, मंत्री ने नहीं। रंधावा ने यहां तक कह दिया कि राणा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ कुछ नहीं कहा। पूर्व डीजीपी ने कैप्टन सरकार पर लगाए थे आरोप इससे पहले पूर्व डीजीपी मुहम्मद मुस्तफा ने आरोप लगाए थे कि कैप्टन सरकार के वक्त रुपए लेकर एसएसपी तैनात किए जाते थे। मुस्तफा कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के पति हैं। मुस्तफा का दावा था कि कैप्टन के करीबी मंत्री को SSP नियुक्त होने के बदले एक अफसर ने 40 लाख रुपए दिए थे। मुस्तफा ने रुपए न लौटाने पर शिकायत की चेतावनी दी थी, लेकिन बाद में वह भी खामोश हो गए। खबरें और भी हैं... आवाज दबाने वाला पंजाब पुलिस का फॉर्मूला: ​​​​​​​फंक्शन में CM चन्नी के विरोध में नारेबाजी हो तो DJ बजा देना, नारे की आवाज न सुनाई दे चंडीगढ़ पंजाब में ओमिक्रॉन का केस नहीं: कोरोना मरीजों की गिनती लगातार बढ़ रही, डिप्टी CM सोनी के दावे के बावजूद आधे ही टेस्ट हो रहे चंडीगढ़ डेरा सच्चा सौदा पहुंची पंजाब पुलिस की SIT: बेअदबी केस में डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां और वाइस चेयरमैन नैन से होगी पूछताछ चंडीगढ़ दुष्कर्म आरोपी JJP जिलाध्यक्ष का इस्तीफा: बोले- मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई; दुष्कर्म पीड़िता ने भी वीडियो जारी करके मांगा न्याय हिसार",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/bipin-rawat-helicopter-crash-photos-update-loc-kashmir-machal-srinagar-129197432.html,"LOC पर यादों में जिंदा हुए जनरल रावत: मछाल, कुपवाड़ा और बारामूला में कड़ाके की सर्दी के बीच कैंडल मार्च निकाले गए; लोग बोले- दोस्त चला गया","LOC पर यादों में जिंदा हुए जनरल रावत:मछाल, कुपवाड़ा और बारामूला में कड़ाके की सर्दी के बीच कैंडल मार्च निकाले गए; लोग बोले- दोस्त चला गया श्रीनगर लेखक: मुदस्सिर कुल्लू तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के असमय निधन से पूरा देश शोकाकुल है। उनके निधन का दुख तमिलनाडु ही नहीं देश की राजधानी दिल्ली से भी हजार किलोमीटर दूर पाकिस्तान सीमा से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर भी महसूस किया गया। जो LOC रात-दिन पड़ोसी देश की हरकतों के कारण गोलियों और मोर्टार के शोर से गूंजती रहती है, गुरुवार को उसी LOC पर कुपवाड़ा, मछाल, बारामूला, लगभग सभी जगह जनरल रावत के निधन के लिए दुख के बोल सुनाई दिए। दुख भरी ये आवाजें उन लोगों की थी, जिनके लिए देश का CDS नहीं बल्कि उनका एक पुराना दोस्त इस दुनिया से चला गया। इन लोगों ने गुरुवार को खून को भी जमा देने वाले माइनस टेंपरेचर के बावजूद सड़कों पर जगह-जगह कैंडल मार्च निकालकर, शोक सभाओं के लिए जमा होकर और और जनरल रावत की तस्वीरों के आगे मोमबत्तियां जलाकर उनके निधन पर शोक जताया। मछाल गांव के लिए प्यारा दोस्त चला गया मछाल गांव में कैंडल मार्च निकालकर शोक जताते ग्रामीण। मछाल गांव के ग्रामीणों ने जनरल रावत को अपने प्यारे दोस्त के तौर पर याद किया। साथ ही उन्होंने कैंडल मार्च निकालने के दौरान जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत और हेलिकॉप्टर क्रैश में उनके साथ जान गंवाने वाले 11 अन्य सैन्य अधिकारियों के लिए भी दुख जाहिर किया। लगभग सभी एज ग्रुप के लोगों की मौजूदगी वाले मार्च में जनरल रावत के साथ ही ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को भी खासतौर पर याद किया, जो इसी साल 27 जुलाई को मछाल सेक्टर में दौरे पर ग्रामीणों से भी मिलने आए थे। जनरल बिपिन रावत के फोटो के आगे मोमबत्ती जलाकर श्रद्धाजंलि देता एक ग्रामीण। दो मिनट का मौन रखकर किया याद कैंडल मार्च निकालने के बाद मछाल के ग्रामीणों ने जनरल बिपिन रावत की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धाजंलि दी। साथ ही Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश में मरने वाले सभी लोगों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान सभी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा, शांति और स्थिरता का माहौल बनाने के लिए जनरल रावत के अथक प्रयासों को कश्मीरी कभी नहीं भुला पाएंगे। मछाल के ग्रामीणों के साथ ही LOC पर तैनात भारतीय सेना के जवानों ने भी रखा मौन। जनरल रावत GOC रहने के दौरान बने थे सभी के दोस्त जनरल बिपिन रावत करीब एक दशक पहले नॉर्थ कश्मीर के बारमूला में डग्गर डिविजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) के तौर पर तैनात रहे थे। इसी दौरान वे स्थानीय लोगों के दोस्त बने। नॉर्थ कश्मीर के निवासी उनके पीपुल्स फ्रेंडली व्यवहार को आज भी याद करते हैं। उनकी इमेज ऐसे आदमी की थी, जो सीमावर्ती इलाकों के लोगों की हर संभव मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता था। मछाल में जनरल बिपिन रावत के फोटो के सामने मोमबत्ती जलाने के साथ ही फूल भी चढ़ाए गए। बारामूला जिले के फारूक अहमद के मुताबिक, वह (जनरल रावत) हर किसी का फोन रिसीव करते थे। लोगों के प्रति अपने दोस्ताना व्यवहार के कारण जनरल रावत हमेशा अपनी सेवाओं के लिए याद किए जाएंगे। मौजूदा GOC भी मानते हैं जनरल रावत का कश्मीर कनेक्शन श्रीनगर में भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के GOC लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के निधन किसी दूसरे के मुकाबले नॉर्थ कश्मीर में बारामूला के लोगों के लिए ज्यादा बड़ा नुकसान है, क्योंकि उनका यहां के लोगों के साथ क्लोज कनेक्शन था और वे इन सभी को बेहद प्यार करते थे। बारामूला के शेरवानी कम्युनिटी हॉल में जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते GOC जनरल रावत को श्रद्धाजंलि देने के बाद GOC पांडे ने मीडिया से कहा, 'हम सभी को इस दुख से उबरने में बहुत लंबा समय लगेगा। वे (जनरल रावत) सभी की जरूरत सुनते थे और फिर मुझे कॉल करते थे। इसके बाद वे मुझे सभी की मांग सुनने और उनकी मदद करने के लिए कहते थे। मुझे पक्का यकीन है कि बारामूला के लोगों ने किसी दूसरे के मुकाबले कहीं ज्यादा खोया है।' बारामूला के शेरवानी कम्युनिटी हॉल में जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते आम लोग। GOC ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि इतना प्यार और जुड़ाव मैंने कहीं और देखा है, जितना उनका (जनरल रावत) उड़ी और बारामूला के लोगों और समूचे कश्मीर के लोगों के साथ था। यदि आप लोगों की DP (सोशल मीडिया अकाउंट्स की डिस्प्ले फोटो) देखें तो मेरे ख्याल से हर किसी की उनके साथ कम से कम एक फोटो मिलेगी।"" राजभवन में भी मौन रखकर दी गई श्रद्धाजंलि जम्मू-कश्मीर के राजभवन में जनरल बिपिन रावत व अन्य शहीदों को श्रद्धाजंलि देते उपराज्यपाल मनोज सिन्हा। जम्मू-कश्मीर के राजभवन में भी उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को जनरल रावत व हादसे में मरने वाले अन्य लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों के साथ दो मिनट का मौन भी रखा। उपराज्यपाल ने इस दौरान कहा, 'देश सैन्य बलों में किए गए रिफॉर्म्स, शानदार नेतृत्व और विजन के लिए हमेशा जनरल रावत का अहसानमंद रहेगा।' तस्वीरों में देखिए कश्मीर में कहां-कहां लोगों ने जताया शोक कुपवाड़ा में सेना के जवानों के साथ आम जनता ने भी कैंडल मार्च निकालकर जताया दुख। कुपवाड़ा में मोमबत्ती जलाकर जनरल बिपिन रावत को श्रद्धाजंलि देता कश्मीरी युवक। कुपवाड़ा के दर्गमुला में हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों को श्रद्धाजंलि देती जनता। श्रीनगर के चर्चित लाल चौक पर जनरल बिपिन रावत और दूसरे शहीदों को श्रद्धाजंलि देने के लिए जमा हुए लोग। लाल चौक पर जनरल बिपिन रावत और दूसरे शहीदों को श्रद्धाजंलि देने के लिए आम जनता के साथ सेना के अधिकारी भी पहुंचे। लाल चौक पर शहीदों को श्रद्धाजंलि देने के लिए मोमबत्तियां जलाते लोग। खबरें और भी हैं... दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव: अपनों के ताबूत देख भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी ने एयरपोर्ट पर हर शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया देश बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया देश पलभर में उजड़ा परिवार: जनरल रावत की सिर्फ दो बेटियां, हादसे में माता-पिता दोनों को खोया देश बीरा तू बहुत याद आएगा: जनरल बिपिन रावत के दोस्त कर रहे अपने यार के अनदेखे वीडियो शेयर, आप भी देखिए… DB ओरिजिनल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/jalandhar/news/kisan-andolan-punjab-farmers-prayers-at-delhi-gurdwara-129197533.html,"किसान नेता पहुंचे गुरुद्वारा बंगला साहिब: दिल्ली मोर्चा फतेह और सकुशल वापसी के लिए की अरदास, पंजाब के नेताओं के साथ टिकैत भी","किसान नेता पहुंचे गुरुद्वारा बंगला साहिब:दिल्ली मोर्चा फतेह और सकुशल वापसी के लिए की अरदास, पंजाब के नेताओं के साथ टिकैत भी जालंधर केंद्र सरकार के साथ खेती कानूनों की जंग जीतने और आंदोलन समाप्ति के बाद सभी किसान नेता शुक्रवार को दिल्ली में गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब में नतमस्तक हुए। किसान नेताओं ने यहां शुक्राना अता किया और सकुशल वापसी के लिए अरदास की। गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब पहुंचे किसान नेताओं में अधिकतर पंजाब के किसान संगठनों के नेता शामिल रहे। इनमें बलवीर सिंह राजेवाल, मनजीत सिंह राय, जोगिंदर सिंह समेत दर्जनों किसान नेता शामिल रहे। इनके साथ भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल रहे। टिकैत ने कहा कि आमजन के सहयोग से जीत मिली है। दिल्ली के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर करीब सवा साल से बैठे किसान अपनी जीत के बाद शुकराना करने गुरुघर में आए। गुरुघर में सभी ने गुरबाणी का श्रवण किया और शब्द कीर्तन का आनंद उठाया। गुरुघर में जीत के बाद सकुशल वापसी की अरदास की। किसान नेताओं को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया। बता दें कि किसान 11 दिसंबर को यहां से घर वापसी करेंगे और किसानों ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर को खाली करना शुरू कर दिया है। सिंघु बॉर्डर पर भी किसानों ने अरदास का कार्यक्रम रखा हुआ है। राकेश टिकैत भी गुरद्वारा बंगला साहिब में पहुंचे संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता राकेश टिकैत भी पंजाब के किसान नेताओं के साथ गुरद्वारा श्री बंगला साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंचे। पंजाब के किसान नेताओं ने बाकायदा टिकैत के सिर पर दस्तार सजाई और उन्हें गुरुघर में लेकर गए। राकेश टिकैत अरदास में भी शामिल हुए और सभी किसानों की सुख समृद्धि की मन्नत मांगी। अरदास मे राजेवाल व अन्य किसान नेताओं के साथ राकेश टिकैत। पीले रंग की पगड़ी में। सिरोपा भेंट किया किसान आंदोलन की जीत के बाद शुक्राना करने के लिए दिल्ली गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब में नतमस्तक होने पहुंचे किसान नेताओं को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने सिरोपे भेंट कर सम्मानित किया। गुरुघर में- बोले सो निहाल, सत श्री अकाल के नारों के बीच सभी को पटके भेंट किए गए। टिकैत बोले- आमजन के सहयोग से मिली जीत गुरुघर में नतमस्तक होने के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि गुरुघर में जीत के बाद शुक्राना करने आए थे। गुरुघर से और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से उन्हें खूब मदद मिली। भोजन से लेकर, दवाइयों तक कई प्रकार की मदद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने की। दिल्ली के चारों तरफ मोर्चे लगे हुए थे। इनमें साथ लगते गांवों के लोगों ने बहुत साथ दिया। सब्जी से लेकर दूध लस्सी तक लंगरों में पहुंचाया। डॉक्टरों ने संघर्ष के दौरान बहुत अच्छी भूमिका निभाई। इसके सफाई सेवकों ने निशुल्क सफाई व्यवस्था का प्रबंध संभाल कर सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि आज यदि किसानों को जीत मिली है तो वह आमजन की बदौलत उनके सहयोग से ही मिली है। उन्होंने कहा कि गुरुघर में माथा टेकने के बाद अरदास की गई कि सभी अपने-अपने घरों में खुशी-खुशी लौटें। वाहेगुरु सभी को सुख समृद्धि बख्शे। खबरें और भी हैं... शहीद गुरसेवक की नहीं हो रही शिनाख्त: डीएनए जांच के लिए पिता के ब्लड सैंपल भेजे गए दिल्ली, तीन-चार दिन में आ जाएगी रिपोर्ट अमृतसर डेरा सच्चा सौदा पहुंची पंजाब पुलिस की SIT: बेअदबी केस में डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां और वाइस चेयरमैन नैन से होगी पूछताछ चंडीगढ़ दिल्ली बॉर्डर से किसानों की रवानगी: रातभर टेंट और सामान समेटते रहे आंदोलनकारी; दोनों बॉर्डर से 100 से ज्यादा ट्रैक्टर हो चुके रवाना रेवाड़ी जुमला निकला ऑटो संचालकों के जुर्माने माफी का ऐलान: जारी नहीं किया गया कोई नोटिफिकेशन, मुख्यमंत्री के खिलाफ जगराओं पुल पर प्रदर्शन करेंगे चालक लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/cm-charanjit-channi-play-dj-when-someone-sloganeering-against-cm-in-punjab-129197286.html,"आवाज दबाने वाला पंजाब पुलिस का फॉर्मूला: ​​​​​​​फंक्शन में CM चन्नी के विरोध में नारेबाजी हो तो DJ बजा देना, नारे की आवाज न सुनाई दे","आवाज दबाने वाला पंजाब पुलिस का फॉर्मूला:​​​​​​​फंक्शन में CM चन्नी के विरोध में नारेबाजी हो तो DJ बजा देना, नारे की आवाज न सुनाई दे चंडीगढ़ हक मांग रहे संगठनों की आवाज दबाने के लिए पंजाब पुलिस ने गजब का फॉर्मूला निकाला है। अफसरों को कहा गया है कि अगर कहीं फंक्शन में CM चरणजीत चन्नी का विरोध हो तो ऊंची आवाज में DJ बजा देना, ताकि नारेबाजी की आवाज CM तक न पहुंचे। सीएम सिक्योरिटी देखने वाली स्पेशन प्रोटेक्शन यूनिट के IG ने यह फरमान निकाला है, जिसे सभी DC, पुलिस कमिश्नर और SSP को भेज दिया गया है। हालांकि जब यह सार्वजनिक हो गया तो पंजाब पुलिस तुरंत यूटर्न मार गई। कहा कि यह तो क्लेरिकल मिस्टेक हो गई। जब कोई अपनी फरियाद CM को बताए तो लाउडस्पीकर की आवाज कम कर देना, ताकि सीएम को उनकी आवाज अच्छी तरह सुन सके। यह था फरमान IG ने लिखा कि जब भी कहीं CM का फंक्शन होता है तो उनके रास्ते में जगह-जगह अलग-अलग संगठन ऊंची आवाज में नारेबाजी करते हैं। इसलिए भविष्य में जब भी आपके इलाके में फंक्शन हो तो जहां यह संगठन प्रदर्शन कर रहे हों, वहां DJ लगा देना। कोई नारेबाजी करे तो DJ पर ऊंची आवाज में गुरबाणी शबद और धार्मिक गीत लगा देना, ताकि सीएम के कानों तक नारेबाजी की आवाज न पहुंचे। पहले जारी किया आदेश क्लेरिकल मिस्टेक के बहाने यूटर्न पंजाब पुलिस का यह फॉर्मूला लीक हो गया तो अफसर यूटर्न ले गए। इस फरमान को विदड्रॉ कर लिया गया। उस पत्र पर आगे की कार्रवाई करते हुए DJ का फॉर्मूला रोक लिया गया। इसे क्लेरिकल मिस्टेक बताकर डैमेज कंट्रोल करते हुए आदेश दिया गया कि जब भी सीएम आम पब्लिक की फरियाद सुनते हों तो लाउडस्पीकर की आवाज कम कर देना, ताकि सीएम को आम पब्लिक की बात सुनने में कोई दिक्कत न हो। पंजाब पुलिस का वापस लिया आदेश जाखड़ बोले- यह लोकतंत्र का मजाक हर बात पर पंजाब कांग्रेस और सरकार को घेरने वाले पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि यह सच नहीं हो सकता। यह तो लोकतंत्र का मजाक है। हड़ताली कर्मचारियों ने CM चन्नी के नारे भी बदले पंजाब में मुख्यमंत्री बनते ही चरणजीत चन्नी के प्रचार के लिए नारा बना दिया गया। जिसमें लिखा जाता था 'घर-घर विच चल्ली गल, चन्नी करदा मसले हल'। अब पक्का करने और रोजगार की मांग कर रहे कर्मचारियों ने इसका तोड़ बना दिया। सुनवाई न होने के बाद कर्मचारी नारे लगा रहे हैं। घर-घर विच चल्ली गल, चन्नी तों नहीं हुंदे मसले हल, चन्नी दी नई मनदा कोई गल। खबरें और भी हैं... विधायक बैंस के खिलाफ दुष्कर्म केस की सुनवाई: आज गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद तीसरी तारीख, दो बार पेश नहीं हुए MLA सिमरजीत सिंह लुधियाना ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़ 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ 11 दिसंबर से टोल देने को हो जाएं तैयार: हरियाणा-पंजाब में 2 दर्जन टोल प्लाजा पर सालभर से धरने, कंपनियां बोली- किसानों के उठते ही वसूली शुरू जालंधर",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/17-countries-like-china-usa-have-made-a-stock-of-biological-weapons-india-is-away-from-them-129190676.html,"भास्कर एक्सप्लेनर: चीन-अमेरिका जैसे 17 देश बना चुके जैविक हथियारों का जखीरा, भारत इनसे दूर","भास्कर एक्सप्लेनर:चीन-अमेरिका जैसे 17 देश बना चुके जैविक हथियारों का जखीरा, भारत इनसे दूर वायरस से लड़े जाने वाला युद्ध जैविक या बायोलॉजिकल वॉर कहलाता है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने बिम्सटेक देशों को जैविक युद्ध के प्रति आगाह करते हुए इसके खिलाफ तैयार होने की अपील की है। सीडीएस ने जिस जैविक युद्ध की तरफ इशारा किया वह सदियों पुराना है। जानते हैं युद्ध व हथियार कितने खतरनाक हैं... जैविक युद्ध क्या है? वायरस से लड़े जाने वाला युद्ध जैविक या बायोलॉजिकल वॉर कहलाता है। जैविक हथियार कम समय में बहुत बड़े क्षेत्र में तबाही मचा सकते हैं। इन हथियारों से आशय उन कारकों से है, जो लोगों में बीमारियां पैदा कर दें। शिकार हुए लोग मरने लगें। अपंग या मनोरोगी हो जाएंं। जैविक हथियारों का इस्तेमाल कब, कहां हुआ? जैविक हथियारों का पहला इस्तेमाल 1347 में हुआ था। तब मंगोल सेना ने प्लेग से संक्रमित शव काफा (अब यूक्रेन के फ्यूडोसिया) के ब्लैक सी के तट पर फेंके थे। जहाजों से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित होकर तब इटली लौटे। ब्लैक डेथ महामारी फैली। 4 साल में यूरोप में 2.5 करोड़ लोग मृत। 1710 में स्वीडन सेना से लड़ रही रूसी फौज ने एस्टोनिया के तालिन में घेरकर उन पर प्लेग संक्रमित शव फेंके थे। 1763 में ब्रिटिश सेना ने पिट्सबर्ग में डेलावेयर इंडियन को घेरकर चेचक वायरस से संक्रमित कंबल फेंके थे। विश्वयुद्ध में प्रयोग हुआ? हां, जर्मनी ने पहले विश्वयुद्ध में एन्थ्रेक्स नामक जैव का इस्तेमाल किया था। उसने दुश्मनों के घोड़ों व मवेशियों को संक्रमित करने के लिए गुप्त कार्यक्रम चलाया। सेंट पीटर्सबर्ग में प्लेग फैलाने की कोशिश की। जापान ने टाइफाइड वाले वाइरस को सोवियत की जल आपूर्ति वाले पाइपों में मिला दिया था। ये पहला युद्ध था, जब दोनों पक्षों ने जैव हथियार प्रयोग किए। जैविक युद्ध रोकने के लिए दुनिया ने क्या प्रयास किए? विश्व युद्ध में जैविक हथियारों के इस्तेमाल के बाद अधिकांश देशों इन पर रोक लगाने के लिए जिनेवा प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए। 1972 में बायोलॉजिकल वेपंस कन्वेंशन हुआ। ये 1975 में लागू हो गया। क्या भारत ने ऐसे जैविक हथियार विकसित किए? नहीं, भारत ने ऐसे किसी भी प्रकार के हथियार नहीं बनाए हैं। इन्हें विकसित करने वालों में जर्मनी, अमेरिका, रूस, चीन जैसे 17 देश शामिल हैं। क्या कोरोना भी वैसा ही जैविक हथियार है? कोरोना फैलने के साथ ही चीन पर बीते साल से ही आरोप लग रहे हैं कि उसने इस वायरस को जैविक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। हालांकि इसकी आज तक पुष्टि नहीं हो सकी। पेंटागन रिपोर्ट में क्या था? अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की हाल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार अपना बायोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। उसके सैन्य संस्थान भी अलग-अलग तरह के टॉक्सिन पर काम कर रहे हैं जिनका दोहरा इस्तेमाल करता है। अमेरिका दोहरे इस्तेमाल को जैविक- खतरा मानता है। खबरें और भी हैं... कोरोना देश में: ब्रिटेन और कनाडा से भोपाल लौटे दो लोग कोरोना पॉजिटिव मिले, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा सैंपल ओमिक्रॉन A to Z भास्कर अपडेट्स: राहुल गांधी से मिले शिवसेना सांसद संजय राउत, कहा- विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए देश आज खत्म हो सकता है किसान आंदोलन: केस वापसी पर फंसा पेंच; किसान इस पर केंद्र सरकार से ठोस आश्वासन चाहते हैं चंडीगढ़ विश्व असमानता रिपोर्ट: दुनिया के 100 जाने-माने अर्थशास्त्रियों की रिपोर्ट; भारत में 50% आबादी की कमाई इस साल 13% घटी, सालाना औसत आय सिर्फ 53,610 रुपए देश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/panipat/news/journey-of-farmers-movement-in-13-pictures-129194687.html,किसान आंदोलन का सफर 13 तस्वीरों में: खाई खोदने से दिल्ली जमावड़े और 26 जनवरी की हिंसा से टिकैत के आंसुओं तक देखें पूरा घटनाक्रम,"किसान आंदोलन का सफर 13 तस्वीरों में:खाई खोदने से दिल्ली जमावड़े और 26 जनवरी की हिंसा से टिकैत के आंसुओं तक देखें पूरा घटनाक्रम पानीपत दिल्ली सीमा पर किसान आंदोलन के दौरान कुछ ऐसे मुद्दे भी रहे जिनकी या तो वीडियो या फिर तस्वीर ने हलचल पैदा की। यह तस्वीरें और वीडियो मुख्यधारा के मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक छाए रहे। इसके साथ किसान आंदोलन पर भी कई बार कुछ सवाल उठे। कभी आंदोलन को खालिस्तानियों से जोड़ा गया और कभी इसका हिंसात्मक रूप सामने आया। इन विवादों पर एक नजर.... खबरें और भी हैं... 11 दिसंबर से टोल देने को हो जाएं तैयार: हरियाणा-पंजाब में 2 दर्जन टोल प्लाजा पर सालभर से धरने, कंपनियां बोली- किसानों के उठते ही वसूली शुरू जालंधर किसान आंदोलन पर क्रेडिट-वॉर शुरू: कैप्टन बोले- कानून रद्द करने के लिए मैंने मनाया केंद्र को, चन्नी का जवाब- यह किसानों के संघर्ष की जीत लुधियाना पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़ ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/navjot-singh-sidhu-no-tweet-after-bipin-rawats-death-in-helicopter-crash-129194510.html,"ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम","ट्विटर पर घिरे सिद्धू:CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़ हर मुद्दे पर ट्वीट करने वाले पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू ट्विटर पर ही घिर गए। उनके फॉलोअर्स ने सिद्धू को हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए CDS बिपिन रावत और दूसरे सैनिकों को श्रद्धांजलि न देने के मामले पर घेरा। हेलिकॉप्टर क्रैश में एक सैनिक तरनतारन का भी था। फॉलोअर्स ने इसे सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम तक बता दिया। इसकी शुरूआत तब हुई, जब सिद्धू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को जन्मदिन की बधाई दी। सिद्धू ने सोनिया गांधी के साथ अपनी फोटो ट्वीट की। इसमें लिखा कि आपको आपकी तरह ही इस विशेष दिन की बधाई। इसके बाद फॉलोअर्स ने सिद्धू की खिंचाई शुरू कर दी। सिद्धू ने सोनिया गांधी को जन्मदिन की बधाई का ट्वीट किया लोगों का तंज, इमरान-बाजवा ने मना किया होगा सिद्धू के सोनिया को बर्थडे विश के ट्वीट के नीचे फॉलोवर्स ने ताबड़तोड़ ट्वीट शुरू कर दिए। उन्होंने लिखा कि CDS बिपिन रावत की अकस्मात मृत्यु पर कुछ नहीं बोला या फिर बड़े भाई इमरान और बाजवा ने मना किया है। अंकुर सिंह नाम के फॉलोवर ने लिखा कि इमरान खान के छोटे भाई सिद्धू देश ने आभूषण खोया है लेकिन आपने संवेदना तक व्यक्त नहीं की। एक फॉलोवर ने यहां तक लिया कि इमरान खान का जन्मदिन होता तो अब तक पार्टी चल रही होती। सिद्धू के ट्वीट के नीचे फालोवर्स के सवाल सिद्धू पर पाक प्रेम के हमेशा लगे आरोप पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू पर अक्सर पाकिस्तान प्रेम के आरोप लगते रहे हैं। सिद्धू को लेकर ताजा बवाल तब हुआ, जब उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर से जाते वक्त इमरान खान को अपना बड़ा भाई बता दिया था। इससे पहले भी वह पाक आर्मी चीफ कमर बाजवा के गले लगने से विवादों में आए थे। पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सिद्धू के पाकिस्तानी रिश्तों को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। सिद्धू अब भी पाकिस्तान के साथ व्यापार खोलने की वकालत कर रहे हैं। खबरें और भी हैं... CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव: सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव चंडीगढ़ 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ शहीद गुरसेवक के परिवार का हाल: पत्नी बोली- दिन में कई फोन करते थे; 48 घंटे से एक कॉल नहीं आया, बच्चों से क्या कहूं अमृतसर पंचकूला में एलएस लिद्दड़ के घर पर सन्नाटा: CDS रावत के साथ शहादत के बाद सेक्टर 12 में मकान के बाहर शोक जताने पहुंचे लोग, राजवर्धन राठौड़ के बैचमेट थे एलएस लिद्दड़ चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/farmers-protest-kisan-andolan-delhi-singhu-border-latest-update-rakesh-tikait-punjab-haryana-news-129193883.html,378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म,"378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म:दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ दिल्ली बॉर्डर पर 378 दिन से चल रहा किसान आंदोलन खत्म हो गया है। किसान नेता बलबीर राजेवाल ने गुरुवार को कहा कि अहंकारी सरकार को झुकाकर जा रहे हैं। हालांकि यह मोर्चे का अंत नहीं है। हमने इसे स्थगित किया है। 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की फिर मीटिंग होगी, जिसमें आंदोलन की समीक्षा करेंगे। सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट उखाड़ने शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा वापसी की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। वहीं, आंदोलन की अगुआई करने वाले पंजाब के 32 किसान संगठनों ने अपना कार्यक्रम भी बना लिया है, जिसमें 11 दिसंबर को दिल्ली से पंजाब के लिए फतेह मार्च होगा। सिंघु और टिकरी बॉर्डर से किसान एक साथ पंजाब के लिए वापस रवाना होंगे। 13 दिसंबर को पंजाब के 32 संगठनों के नेता अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब में मत्था टेकेंगे। उसके बाद 15 दिसंबर को पंजाब में करीब 113 जगहों पर लगे मोर्चे खत्म कर दिए जाएंगे। हरियाणा के 28 किसान संगठन भी अलग से रणनीति बना चुके हैं। सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट उखाड़ने शुरू कर दिए हैं। घर वापसी की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इन मुद्दों पर बनी सहमति MSP : केंद्र सरकार कमेटी बनाएगी, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि लिए जाएंगे। अभी जिन फसलों पर MSP मिल रही है, वह जारी रहेगी। MSP पर जितनी खरीद होती है, उसे भी कम नहीं किया जाएगा। केस वापसी : हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार केस वापसी पर सहमत हो गई हैं। दिल्ली और अन्य केंद्रशासित प्रदेशों के साथ रेलवे द्वारा दर्ज केस भी तत्काल वापस होंगे। मुआवजा : मुआवजे पर भी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में सहमति बन गई है। पंजाब सरकार की तरह ही यहां भी 5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा। किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसानों की मौत हुई है। बिजली बिल : बिजली संशोधन बिल को सरकार सीधे संसद में नहीं ले जाएगी। पहले उस पर किसानों के अलावा सभी संबंधित पक्षों से चर्चा होगी। प्रदूषण कानून : प्रदूषण कानून को लेकर किसानों को सेक्शन 15 से आपत्ति थी, जिसमें किसानों को कैद नहीं, जुर्माने का प्रावधान है। इसे केंद्र सरकार हटाएगी। किसानों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। किसान इसे अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं। ऐसे बनी सहमति केंद्र सरकार ने इस बार सीधे संयुक्त किसान मोर्चा की 5 मेंबर्स हाईपावर कमेटी से मीटिंग की। हाईपावर कमेटी के मेंबर बलबीर राजेवाल, गुरनाम चढ़ूनी, अशोक धावले, युद्धवीर सिंह और शिवकुमार कक्का नई दिल्ली स्थित ऑल इंडिया किसान सभा के ऑफिस पहुंचे, जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के अफसर भी जुड़े। सबसे बड़ा पेंच केस पर फंसा था, जिसे तत्काल वापस लेने पर केंद्र राजी हो गया। किसानों की केंद्र सरकार से मांग मंजूर करने वाला आधिकारिक लेटर पंजाब से शुरू हुआ था आंदोलन : किसान आंदोलन की चिंगारी पंजाब से ही सुलगी थी। 5 जून 2020 को केंद्र ने कृषि सुधार बिल संसद में रखे थे। इसके बाद 17 सितंबर को इन्हें पारित कर दिया गया। इसके बाद पंजाब में सबसे पहले इसका विरोध शुरू हुआ। 24 सितंबर को पंजाब से आंदोलन की शुरुआत हुई। इसके 3 दिन बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के साथ यह कानून बन गए। फिर 25 नवंबर को किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया। हरियाणा में रोका, लेकिन बैरिकेड तोड़ आगे बढ़े किसान : इसका ऐलान होते ही हरियाणा ने बॉर्डर सील कर दिए। जहां किसानों पर लाठीचार्ज हुआ। पानी की बौछारें छोड़ी गईं। किसान बैरिकेड तोड़कर हरियाणा में घुस गए। अगले दिन हरियाणा सरकार को भी पीछे हटना पड़ा। किसानों ने दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन शुरू कर दिया। सिंघु और टिकरी बॉर्डर से किसान एक साथ पंजाब के लिए वापस रवाना होंगे। इससे पहले आंदोलन की जीत पर किसान जश्न मना रहे हैं। 11 दौर की वार्ता रही बेनतीजा: इसके बाद केंद्र सरकार के साथ 11 दौर की वार्ता हुई, लेकिन किसान कानून वापस लेने के लिए यस या नो की शर्त पर अड़ गए। जिसके बाद काफी समय बातचीत बंद रही। 26 जनवरी 2021 का वह दिन भी आया, जब ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में कुछ प्रदर्शनकारी लाल किले तक पहुंच गए। दिल्ली में हिंसा हुई। किसान आंदोलन पर कई तरह के आरोप लगे, लेकिन किसान डटे रहे। पीएम ने की कानून वापसी की घोषणा : 19 नवंबर को गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर दी। 29 नवंबर को इससे संबंधित बिल को लोकसभा और राज्यसभा से पास कर दिया गया। इसके बाद किसानों ने MSP पर गारंटी कानून की मांग की। हालांकि अब इस पर सहमति बनी है कि केंद्र की कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चे के मेंबर भी शामिल होंगे। इसके अलावा केस वापसी पर भी केंद्र ने लिखित में दे दिया है। जिसके बाद 378 दिन बाद किसान आंदोलन गुरुवार को खत्म हो गया। आंदोलन शांतिपूर्ण, लेकिन 700 जानें गईं : एक साल से ज्यादा वक्त तक चला किसान आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। इसके बावजूद इसमें 700 से अधिक किसानों की मौत हुई। किसान दिल्ली बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड, भीषण गर्मी और बारिश के अलावा आंधी में भी डटे रहे। इस दौरान कई किसानों की मौत हुई, जिन्हें संयुक्त किसान मोर्चा ने शहीद का दर्जा दिया है। खबरें और भी हैं... CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव: सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव चंडीगढ़ पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़ पंजाब कैबिनेट का फैसला: 4,587 सफाई कर्मचारी और सीवरमैन पक्के होंगे; एक नवंबर से मिलेगा सस्ती बिजली का लाभ चंडीगढ़ SKM की एकमात्र महिला सदस्य का इंटरव्यू: रविंद्रपाल बोलीं- किसान के लिए जमीन छिनने से बड़ा धक्का दूसरा नहीं, आंदोलन के बाद मृतकों के घर जाउंगी करनाल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/ludhiana/news/captains-claim-i-spoke-to-the-center-to-get-the-agriculture-law-repealed-129194617.html,"किसान आंदोलन पर क्रेडिट-वॉर शुरू: कैप्टन बोले- कानून रद्द करने के लिए मैंने मनाया केंद्र को, चन्नी का जवाब- यह किसानों के संघर्ष की जीत","किसान आंदोलन पर क्रेडिट-वॉर शुरू:कैप्टन बोले- कानून रद्द करने के लिए मैंने मनाया केंद्र को, चन्नी का जवाब- यह किसानों के संघर्ष की जीत लुधियाना किसान आंदोलन खत्म होते ही इसका क्रेडिट लेने की होड़ शुरू हो गई है। दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों की वापसी अगले दो-तीन दिनों में होनी है मगर पंजाब के नेता उससे पहले ही आमने-सामने हो गए हैं। इनमें सबसे आगे हैं पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह और मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी। कांग्रेस छोड़ने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) बना चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि तीनों कृषि कानून वापस लेने के लिए उन्होंने केंद्र सरकार से लगातार बात की। पंजाब में सर्वदलीय बैठक बुलाई और अब उन्हीं के प्रयासों से किसान वापस लौट रहे हैं। उन्होंने ही मुख्यमंत्री रहते हुए आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की शुरुआत की। कैप्टन के इस दावे के बाद लुधियाना जिले के पायल में आयोजित सभा में मौजूदा CM चरणजीत सिंह चन्नी ने उन पर पलटवार किया। चन्नी ने आरोप लगाया कि महाराजा ने साढ़े चार साल कुछ नहीं किया। यह किसानों और उनके संघर्ष की जीत है। 700 लोगों की शहादत के बाद मोदी सरकार झुकी है। इसमें महाराजा को श्रेय देने की जरूरत नहीं है। किसान आंदोलन खत्म होने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की पोस्ट डाली जा रही हैं जिनमें इसका क्रेडिट उन्हें दिया जा रहा है। अमरिंदर सिंह का दावा- किसानों की हर तरह से मदद की पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने पिछले 18 महीने में अलग-अलग लेवल पर किसान यूनियनों के अलावा केंद्र सरकार के साथ व्यक्तिगत रूप से बात की। उन्हें खुशी है कि किसानों की लड़ाई अंजाम तक पहुंच गई। पंजाब में उनकी सरकार ने जो फैसले लिए थे, अब यूपी और हरियाणा सरकारें उसका पालन करने को सहमत हो गई हैं। अब आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा मिल जाएगा। कैप्टन के अनुसार, उन्होंने पंजाब का मुख्यमंत्री रहते हुए दिसंबर-2020 और जनवरी-2021 में आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद और उनके परिवारों के एक-एक मेंबर को नौकरी देने की घोषणा की थी। इसे अब यूपी और हरियाणा सरकार भी लागू करने जा रही है। किसानों के कल्याण के लिए काम करता रहूंगा- कैप्टन किसानों के प्रति अपनी पार्टी के समर्थन पर जोर देते हुए कैप्टन ने कहा कि वह हमेशा की तरह किसानों के हितों की रक्षा और उनके कल्याण के लिए हरसंभव कोशिश करते रहेंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में भी उन्होंने कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए किसानों की लड़ाई का समर्थन किया। जून-2020 में उन्होंने ही सबसे पहले तीनों कानून रद्द करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। उनकी अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने तीनों कानूनों को खारिज करने का प्रस्ताव पंजाब विधानसभा में पारित कराया। लुधियाना जिले के पायल विधानसभा हलके में गुरुवार को आयोजित कांग्रेस पार्टी की रैली में पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के किसान हितैषी होने के सारे दावों को खारिज कर दिया। चन्नी बोले- साढ़े 4 साल कुछ नहीं किया कैप्टन के इस दावे के बाद बारी पंजाब के मौजूदा CM चरणजीत सिंह चन्नी की थी। लुधियाना के पायल विधानसभा हलके में आयोजित कांग्रेस पार्टी की सभा में चन्नी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को बार-बार ‘महाराजा’ कहकर संबोधित किया। चन्नी ने कहा कि महाराजा ने साढ़े चार साल कुछ नहीं किया। पूरे समय सिर्फ ऐश परस्ती की। और अब कृषि कानून रद्द होने पर दोबारा मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं। कहा- कैप्टन भाजपा से मिले हुए जो पंजाब की दुश्मन चन्नी ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी किसानों के संघर्ष की जीत है। जिस भाजपा के साथ कैप्टन हाथ मिलाने जा रहे हैं, वह पंजाब की दुश्मन है। भाजपा की वजह से ही पंजाब के किसान एक साल तक बॉर्डर पर परेशान हुए। इससे पंजाब का आर्थिक नुकसान हुआ। किसानों की यह जीत 700 साथियों की शहादत के बाद आई है इसलिए इसका श्रेय किसी को नहीं दिया जा सकता। चन्नी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह, अकाली दल और और भाजपा के साथ मिले हुए हैं और पंजाब का नुकसान करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। खबरें और भी हैं... बिजली चोरी के कारण कटा मीटर, CM लगवाएंगे: बिल माफ करने पर बोल रहे थे चन्नी, पंडाल से बोली महिला- 5 साल से मेरे घर पर अंधेरा लुधियाना बेअदबी के आरोपी पर हमले का प्रयास: लुधियाना कोर्ट में पेशी के दौरान अनिल अरोड़ा को जूता मारने जा रहे युवक को पुलिसवालों ने रोका लुधियाना बेअदबी मामले की कोर्ट में सुनवाई: आज ​​​​​​​फरीदकोट की अदालत में पेश होंगे जमानत पर चल रहे डेरा प्रेमी, 6 साल पुराना है मामला लुधियाना कल की कैबिनेट की बैठक पर कर्मियों की आंख: दूसरे दिन भी जारी रही हड़ताल, कैबिनेट की बैठक में हल नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री ओर परिवहन मंत्री के हलके में प्रदर्शन लुधियाना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/tejashwi-yadav-to-tie-knot-with-lover-today-in-delhi-129194199.html,"रेचल के हुए तेजस्वी यादव: पहले सगाई फिर लिए अग्नि के 7 फेरे; लालू, राबड़ी सहित यूपी के पूर्व CM अखिलेश पत्नी के साथ शामिल हुए","रेचल के हुए तेजस्वी यादव:पहले सगाई फिर लिए अग्नि के 7 फेरे; लालू, राबड़ी सहित यूपी के पूर्व CM अखिलेश पत्नी के साथ शामिल हुए पटना तेजस्वी-रेचल की जयमाला के बाद ये तस्वीर ली गई है। इसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव भी दिख रहे हैं। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गुरुवार को रेचल के साथ परिणय सूत्र में बंध गए। दिल्ली के साकेत स्थित मीसा भारती के सैनिक फार्म हाउस पर विवाह समारोह संपन्न हुआ। पहले दोनों की सगाई हुई। उसके बाद परिवार के समक्ष तेजस्वी-रेचल ने अग्नि के सात फेरे लिए। कार्यक्रम में पिता लालू प्रसाद यादव, मां राबड़ी देवी, बहन मीसा भारती, भाई तेजप्रताप यादव और UP के पूर्व CM अखिलेश यादव भी पत्नी डिंपल के साथ शामिल हुए। तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी रेचल बचपन के दोस्त हैं। करीब 7 साल पहले दोनों एक-दूसरे के करीब आए। रेचल चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं। तेजस्वी यादव और रेचल की सगाई का फोटो। लालू ने करीबियों को भी शादी का नहीं दिया था न्योता शादी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि लालू यादव खुद इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। शायद इसी वजह से उन्होंने अपने कई करीबियों को भी शादी में शरीक होने का न्योता तक नहीं दिया था। शादी इतनी गोपनीय तरीके से हुई कि बुधवार तक किसी को इसकी खबर तक नहीं थी। शादी समारोह में रस्म निभाते तेजस्वी और रेचल। हालांकि इस बात की भी चर्चा है कि लालू की बहू हिंदू नहीं हैं, इसलिए वे नाराज थे। बुधवार को बहन रोहिणी आचार्या ने ट्वीट कर लिखा था, 'भाई के सिर पर सेहरा है सजने वाला खुशियों से गुलजार घर का आँगन है होने वाला।' रोहिणी आज कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाईं। हालांकि उन्होंने ट्वीट कर तेजस्वी-रेचल को बधाई जरूर दी। तेजस्वी यादव और रेचल जयमाला के बाद एक साथ दिखे। तेजस्वी और उनकी प्रेमिका की बचपन की है दोस्ती तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी रेचल की दोस्ती बचपन की है। दोनों साथ में DPS, आरके पुरम में पढ़ते थे। वहीं, 2014 से करीब आ गए थे। दोस्ती प्यार में बदली और गुरुवार को दोनों एक-दूसरे के हो गए। तेजस्वी लालू-राबड़ी की सबसे छोटी संतान हैं, इसलिए दुलारे भी हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें माता-पिता को शादी के लिए मनाने में काफी समय लग गया। यहां तस्वीरों में देखिए तेजस्वी-रेचल की शादी... तेजस्वी यादव अपनी दुल्हन रेचल का हाथ मांगते दिखे। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से आशीर्वाद लेतीं बहू रेचल। पिता लालू प्रसाद यादव के साथ तेजप्रताप यादव। साथ में यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव। छोटे भाई दूल्हा तेजस्वी यादव व दुल्हन रेचल के साथ तेजप्रताप यादव। शादी के दौरान लावा छिंटाई की रस्म अदा करते तेजस्वी-रेचल। शादी के दौरान रस्म अदा करते तेजस्वी यादव और रेचल। जयमाला के बाद दूल्हा तेजस्वी और दुल्हन रेचल के पास खड़े अखिलेश यादव व डिंपल यादव। साथ ही मां राबड़ी देवी और पिता लालू प्रसाद यादव भी स्टेज पर दिख रहे हैं। खबरें और भी हैं... डंके की चोट पर शादी करेंगे चिराग, तेजस्वी जैसी नहीं: नेता प्रतिपक्ष की गुपचुप शादी पर कहा- उन्हें मेरी शुभकामनाएं...मैं ऐसा नहीं करूंगा बिहार तेजस्वी को शादी के लिए लालू-राबड़ी को मनाना पड़ा!: चंडीगढ़ की रहने वाली हैं प्रेमिका, दिल्ली के आरके पुरम में साथ पढ़ते थे दोनों बिहार चिराग और निशांत से पहले तेजस्वी की शादी क्यों?: RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा- बहुत चीजों का इंतजार नहीं कर सकते पटना साढ़े तीन साल बाद लालू के घर में शहनाई: बिहार से दूर तेजस्वी की दिल्ली में शादी आज, तेज के विवाह में शामिल हुए थे 25 हजार पटना",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/the-kashmiri-party-is-increasing-its-penetration-in-the-muslim-dominated-areas-of-jammu-and-the-bjp-in-kashmir-129196612.html,भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट: कश्मीरी दल जम्मू के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में तो भाजपा कश्मीर में पैठ बढ़ा रही है,"भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट:कश्मीरी दल जम्मू के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में तो भाजपा कश्मीर में पैठ बढ़ा रही है श्रीनगर लेखक: मुदस्सिर कुल्लू 370 के खात्मे के बाद पहली बार चुनावी मूड में जम्मू-कश्मीर। सूबे में 10 साल बाद आजाद सक्रिय, अंदेशा है कि वे नई पार्टी भी बना सकते हैं अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में चुनावी सरगर्मियां दिख रही हैं। राज्य की सियासी पार्टियां धुआं धार रैलियां कर रही हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस सहित सभी प्रमुख सियासी दल जम्मू के मुस्लिम बहुल इलाके चिनाब घाटी और पीर पंजाल रेंज में रैलियां कर रहे हैं। इसी तरह, भाजपा कश्मीर में पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंदर रैना ने हाल ही में कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में गुर्जर और बकरवाल समुदाय तक पहुंचने के लिए कई रैलियां कीं और वादा किया कि सरकार उनके उत्थान के लिए काम करेगी। इस सक्रियता की वजह यह है कि प्रशासन ने कहा है कि अगले साल 6 मार्च तक परिसीमन आयोग अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे सकता है। इसके बाद कभी भी चुनाव हो सकते हैं। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती चिनाब घाटी और पीर पंजाल रेंज में रैलियां कर रही हैं और अनुच्छेद 370 के खात्मे के लिए भाजपा को कोस रही हैंं। इसी तरह नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने कई रैलियां की हैं। उमर 8 दिनों से जम्मू की चिनाब घाटी में डेरा डाले हुए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उमर ने पार्टी वर्कर्स से चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। अनुच्छेद 370 की बहाली तक चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान से उमर अब्दुल्ला असहज स्थिति में थे। वे रैलियों में कह रहे हैं कि नेशनल कांफ्रेंस विधानसभा चुनावों के बहिष्कार की गलती नहीं दोहराएगी, जैसा कि 2018 में पंचायत और शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा और अन्य दलों के लिए खुला मैदान छोड़ कर की थी। दूसरी तरफ कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद 10 साल बाद ऐसे वक्त राज्य की राजनीति में सक्रिय हैं, जब उनके वफादारों ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख गुलाम अहमद मीर के खिलाफ विद्रोह का झंडा उठा रखा है। आजाद जम्मू क्षेत्र और दक्षिण कश्मीर में रैलियां कर रहे हैं। उनकी गतिविधियों ने उन अटकलों को हवा दी है कि अगर कांग्रेस उन्हें दरकिनार करती है तो वे एक नई पार्टी बना सकते हैं। उन्होंने एक रैली में कहा कि उनका नई पार्टी बनाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन राजनीति में भविष्य की भविष्यवाणी नहीं कर सकते। आजाद के करीबी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विकार रसूल कहते हैं कि मीर अपने कार्यकाल में विफल रहे हैं, इसलिए वे उनका इस्तीफा मांग रहे हैंं। उन्होंने यह भी मांग की कि आजाद को पार्टी का चेहरा बनाया जाए। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में आलाकमान के खिलाफ बने जी-23 का हिस्सा बनने के बाद आजाद पार्टी में हाशिए पर चले गए हैं। उनसे अहम पद लिए जा चुके हैं। आखिर कश्मीरी पार्टियां चिनाब और पीर पंजाल में सक्रिय क्यों हैं नई विधानसभा में 83 की जगह 90 सीटें होंगी। परिसीमन में इन 7 सीटों के जम्मू में जाने की संभावना है। इस स्थिति में जम्मू में 44 और कश्मीर में 46 सीटें हो सकती हैं। भाजपा का फोकस राज्य की 11% अनुसूचित जनजाति पर है। इनके लिए काेई रिजर्व सीट नहीं। इनमें गुज्जर, बक्करवाल, सिप्पी, गद्दी आते हैंै। कश्मीर में इनकी अच्छी तादाद हैै। ये रिजर्व सीटें मांग रहे हैं, जिसे भाजपा पूरा कर सकती है। जम्मू के चेनाब और पीर पंजाल रेंज में 15 सीटें हैं। ऐसे में यह क्षेत्र निर्णायक बन गया है। कश्मीरी पार्टियां इस इलाके में ये सुनिश्चित करना चाहती हैं कि भाजपा यहां पैठ न बना सके। खबरें और भी हैं... भास्कर अपडेट्स: मुंबई एयरपोर्ट पर 247 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी, 35 किलोग्राम हेरोइन लेकर आया था जिम्बाब्वे का कपल देश कोरोना देश में: बूस्टर डोज पर कल हो सकता है फैसला, एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग; कोविशील्ड को मंजूरी दे चुका है DCGI ओमिक्रॉन A to Z दिल्ली आए हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों के शव: अपनों के ताबूत देखकर भावुक हुईं बेटियां; PM मोदी भी पहुंचे एयरपोर्ट, हर शहीदों के परिवार को बंधाया ढांढस देश बीरा को आखिरी सलाम: PM मोदी ने जनरल बिपिन रावत समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी, परिजनों से एक-एक कर मिले और ढांढस बंधाया देश",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/punjab-drug-case-hearing-updates-in-punjab-and-haryana-highcourt-129194022.html,पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा,"पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली:तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़एक दिन पहले पंजाब सरकार जल्द सुनवाई की एप्लीकेशन दे सकती है। पंजाब के बहुचर्चित ड्रग्स केस की पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में गुरुवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अब इसकी अगली तारीख 11 जनवरी 2022 तय कर दी गई है। अब उससे पहले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में पंजाब सरकार पर खुद रिपोर्ट खोलकर कार्रवाई करने का दबाव है। इसके अलावा सरकार हाईकोर्ट में एप्लीकेशन दायर कर इसकी जल्द सुनवाई की भी मांग कर सकती है हालांकि हाईकोर्ट में पंजाब के एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया ने अपील की थी कि दिसंबर महीने में ही इसकी सुनवाई कर ली जाए। हालांकि HC इससे सहमत नहीं हुई। इस मामले में सरकार की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट से पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगी थी। हाईकोर्ट में पंजाब के नए एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया ने कहा था कि रिपोर्ट खोलने पर HC की रोक नहीं है। इस पर हाईकोर्ट ने सरकार को कहा कि उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की, जिसके बाद पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने कहा कि उनकी बात सच साबित हुई। अपराध और बर्बादी से ज्यादा सियासी मुद्दा पंजाब में नशे का मुद्दा किसी अपराध और बर्बादी से ज्यादा सियासी मुद्दा बन चुका है, जिसे सबसे ज्यादा कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू भुना रहे हैं। सिद्धू कई बार दावा कर चुके हैं कि इसमें अकाली नेताओं के नाम हैं। रिपोर्ट खोलने की मांग को लेकर सिद्धू मरणव्रत तक की चेतावनी दे चुके हैं। इसके विरोध में पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया भी पार्टी बनने कोर्ट पहुंचे थे। लेकिन हाईकोर्ट से इसकी मंजूरी नहीं मिली। सिद्धू ने इस मामले में सरकार से फिर कार्रवाई की मांग की है। सिद्धू इस मुद्दे पर लगातार सरकार से टकराते रहे हैं। पिछले AG ने हाईकोर्ट की मंजूरी का दिया था तर्क इससे पहले पंजाब सरकार के पिछले एडवोकेट जनरल का कहना था कि एसटीएफ की रिपोर्ट हाईकोर्ट में सीलबंद जमा की गई है। ऐसे में सरकार का उसे खोलना उचित नहीं है। इस बारे में हाईकोर्ट से मंजूरी मिल जाए तो फिर उसे खोलकर आगे की कार्रवाई की जा सकती है। कैप्टन सरकार ने भी नहीं की थी कार्रवाई कैप्टन अमरिंदर सिंह जब CM थे, तब भी इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई। उस वक्त भी यही तर्क दिया जाता था कि मामला हाईकोर्ट में है। ऐसे में राज्य सरकार सबज्यूडिश मामले में कार्रवाई नहीं कर सकती, जिसको लेकर कैप्टन पर अकालियों से साठगांठ के सवाल उठते रहे। आप मांग चुकी मजीठिया से माफी आम आदमी पार्टी ने 2017 के पंजाब विस चुनाव में इस मुद्दे को खूब भुनाया था। उन्होंने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर नशा तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगाए थे। इसके पोस्टर भी पूरे पंजाब में लगवा दिए थे। विरोधस्वरूप मजीठिया ने अमृतसर कोर्ट में मानहानि का केस कर दिया, जिसके बाद मजीठिया ने ही बताया कि अरविंद केजरीवाल ने उनसे लिखित माफी मांगी है। हालांकि आप पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्‌ढा ने बुधवार को फिर कहा कि कांग्रेस और अकाली मिलकर कोई खेल खेल रहे हैं, जिसमें मजीठिया को एक दिन के लिए गिरफ्तार किया जाएगा। उसमें भी इसी मुद्दे की तरफ इशारा किया गया था। खबरें और भी हैं... पंजाब पुलिस को झटका: HC का फैसला; डेरा सच्चा सौदा वाइस चेयरमैन से डेरे में होगी पूछताछ; सम्मन भेजकर नहीं बुलाएगी SIT चंडीगढ़ ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़ 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ सबसे ज्यादा फायदे में अमरिंदर: शुरू से आंदोलन के पक्ष में डटे रहे कैप्टन; किसानों को दिल्ली कूच से नहीं रोका, मुआवजा मॉडल उन्हीं का चंडीगढ़",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/db-original/news/subramanian-swamy-said-supreme-court-justice-should-investigate-the-helicopter-crash-otherwise-the-facts-will-be-suppressed-129194515.html,"सुब्रमण्यम स्वामी का इंटरव्यू: भाजपा सांसद स्वामी को CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में साजिश का शक, कहा- सरकार के अधीन न हो जांच","सुब्रमण्यम स्वामी का इंटरव्यू:भाजपा सांसद स्वामी को CDS हेलिकॉप्टर क्रैश में साजिश का शक, कहा- सरकार के अधीन न हो जांच नई दिल्लीएक दिन पहलेलेखक: रवि यादव वीडियो CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच के लिए केंद्र सरकार ने हाई लेवल कमेटी बनाई है। सेना के पूर्व अफसर और कई नेताओं ने भी दुर्घटना को लेकर सवाल खड़े किए हैं। सीनियर BJP लीडर और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को इस हादसे को लेकर शक है। उन्होंने जांच पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करानी चाहिए। तभी सच सामने आ सकेगा। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर रवि यादव ने इसे लेकर सुब्रमण्यम स्वामी से बात की। पढ़ें स्वामी ने क्या कहा... सवाल : रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच को लेकर आप सवाल क्यों खड़ा कर रहे हैं? जवाब : मैं कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। मेरा कहना है कि सेना के एक बड़े अफसर की मौत हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई है और वो भी तब जब घटना अपने ही देश में हुई है। रावत एक सरकारी कार्यक्रम में जा रहे थे। उस हेलिकॉप्टर को चलाने वाला स्टाफ मिलिट्री का ही था। इसलिए मेरा कहना है कि मिलिट्री पर कोई दबाव नहीं आना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि जो तथ्य हैं उन्हें दबा दिया जाए या जो आधार हैं, उन पर अंकुश लगा दिया जाए। इस जांच के लिए ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो सेना से नहीं हो और सरकार के अधीन भी न हो, वह केवल सुप्रीम कोर्ट का जज ही हो सकता है। जब अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की हत्या हुई थी तो वहां के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। उसे वॉरन कमीशन कहा गया था। मेरा कहना है कि जांच के लिए ऐसे लोग होने चाहिए, जिन पर किसी तरह का दबाव न हो। मैं मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में ज्यादातर जज ऐसे ही हैं, जिन्हें कोई नहीं हिला सकता। सवाल : क्या आपको लगता है कि सरकार आपकी बात मानेगी? जवाब : मैं इस बात की चिंता नहीं करता कि सरकार मेरी बात मानेगी या नहीं। मेरी तो यही राय है कि ये सब जनता को जानना चाहिए और पब्लिक इसके लिए इंतजार कर रही है। सवाल : क्या सरकार से जांच के लिए पैरवी करेंगे? जवाब : इसमें पैरवी करने की बात नहीं है। कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद अगर लोग उसे मान लेते हैं तो फिर बोलने का कोई मतलब नहीं रह जाता। अगर लोग नहीं मानते हैं तब मुझे याद किया जाएगा कि सुब्रमण्यम स्वामी ने ये बात कही थी। सवाल: ब्लैक बॉक्स मिल चुका है। क्या इससे सच सामने आ सकेगा? जवाब : ब्लैक बॉक्स मिल गया है। उसमें सारी जानकारी तो होती है, लेकिन वो तो सिर्फ मेकेनिकल बात होगी जो मेकेनिकल कमी देखेंगे उस पर बड़ी जांच होगी। सवाल: क्या सरकार को ब्लैक बॉक्स की जानकारी को सार्वजनिक करना चाहिए? जवाब : सरकार रिपोर्ट को सार्वजनिक न करे, लेकिन जांच के बाद जो निर्णय आएगा, वो तो सबको बताना पड़ेगा कि उसमें कोई साजिश नहीं है। अगर ये बात सुप्रीम कोर्ट का जज बोल दे तो फिर कोई सवाल नहीं उठा सकता। सवाल: रक्षा मंत्रालय ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू कर दी है, आपकी क्या राय है? जवाब : वो तो सब ठीक है, लेकिन उनकी तरफ से कमेटी के अध्यक्ष का नाम नहीं बताया गया है जो कि बेहद जरूरी है। खबरें और भी हैं... हादसा या साजिश: रिटायर्ड ब्रिगेडियर सावंत को शक- CDS हेलिकॉप्टर क्रैश LTTE-ISI की साजिश, ये प्लान्ड अटैक भी हो सकता है DB ओरिजिनल भास्कर एक्सप्लेनर: CDS के हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद; क्या ये बताएगा हादसे की वजह? कैसे होगी पूरी जांच? एक्सप्लेनर अलविदा बीरा: उन्होंने कहा, ‘अब जो मैं बता रहा हूं वह छापने के लिए नहीं है…।’ उनकी वह शर्त उनके जाने के बाद भी कायम है… DB ओरिजिनल CDS का हेलिकॉप्टर क्रैश: एक दिन भी खाली नहीं रह सकता है रावत का पद, नई नियुक्ति तक वाइस CDS ने संभाली कमान DB ओरिजिनल",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/kisan-andolan-vs-politics-amarinder-singh-benefited-ahead-punjab-assembly-election-129194370.html,"सबसे ज्यादा फायदे में अमरिंदर: शुरू से आंदोलन के पक्ष में डटे रहे कैप्टन; किसानों को दिल्ली कूच से नहीं रोका, मुआवजा मॉडल उन्हीं का","सबसे ज्यादा फायदे में अमरिंदर:शुरू से आंदोलन के पक्ष में डटे रहे कैप्टन; किसानों को दिल्ली कूच से नहीं रोका, मुआवजा मॉडल उन्हीं का चंडीगढ़ दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन खत्म होने के बाद सबकी नजर पंजाब की सियासत पर है। पंजाब से ही यह आंदोलन शुरू हुआ था। अब पंजाब में 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। किसान वोट बैंक को बटोरने की कोशिश सभी दलों ने की लेकिन पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह सबसे फायदे में नजर आ रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ही वह शख्स हैं, जिन्होंने आंदोलन को न केवल पंजाब में खड़ा करने में मदद की बल्कि दिल्ली बॉर्डर तक पहुंचा दिया। इसके बाद भी कैप्टन डटकर किसानों के साथ खड़े रहे। आंदोलन खत्म होने से लेकर केस वापसी में भी अमरिंदर भूमिका निभा रहे हैं। 5 महीने पंजाब में चला आंदोलन किसान आंदोलन की शुरूआत जून महीने में हुई थी। उस वक्त कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में मुख्यमंत्री थे। नवंबर महीने तक किसानों ने पंजाब में टोल बंद किए। रेलवे ट्रैक जाम किए। पंजाब में जगह-जगह सड़कों पर धरने लगे लेकिन कैप्टन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसकी जगह कैप्टन भी कानून के विरोध में रहे। उन्होंने विधानसभा में संशोधित कानून तक पास कर गवर्नर को भेज दिया। पंजाब में 5 महीने तक आंदोलन चला। कैप्टन से मीटिंग के बाद दिल्ली कूच पंजाब में किसानों के प्रदर्शन के बाद भी केंद्र ने कानून वापसी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद चंडीगढ़ में कैप्टन की किसान नेताओं से मीटिंग हुई। जिसके बाद नवंबर महीने के आखिरी हफ्ते में किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया। कैप्टन ने सीएम रहते हुए भी किसानों को दिल्ली कूच करते वक्त पंजाब के बॉर्डर पर नहीं रोका। कैप्टन ने बाद में कहा भी था कि केंद्र सरकार ने उन्हें किसानों को रोकने को कहा था लेकिन उन्होंने नहीं रोका। हरियाणा में लाठीचार्ज हुआ तो भड़के कैप्टन जब किसान दिल्ली जाने के लिए हरियाणा पहुंचे तो अंबाला और करनाल में पुलिस ने किसानों को रोक लिया। वहां पर लाठीचार्ज हुआ। किसानों पर पानी की बौछार मारी गई। बैरिकेडिंग कर उन्हें रोका गया। यह देख कैप्टन अमरिंदर भड़के उठे और सीधे हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्‌टर से ट्विटर पर भिड़ गए। कैप्टन ने कांग्रेस को भी पंजाब में चिंता में डाल रखा है मुआवजे का पंजाब मॉडल कैप्टन का ही आंदोलन में मरे 700 से ज्यादा किसानों के लिए संयुक्त किसान मोर्चा मुआवजे का जो पंजाब मॉडल बता रहा है, वह कैप्टन का ही है। अमरिंदर ने सीएम रहते मृत किसानों के परिवार को 5 लाख की वित्तीय मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी का वादा किया। हालांकि इसे शुरू करने से पहले कुर्सी चली गई। इसके बावजूद किसान नेता इस बात को जानते हैं कि यह कैप्टन की ही देन है। कुर्सी गई तो आंदोलन से जोड़ा भविष्य जब कैप्टन अमरिंदर सिंह की CM की कुर्सी चली गई तो कैप्टन ने फिर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। कैप्टन ने भाजपा से मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही लेकिन कहा कि किसान आंदोलन की समाप्ति के बाद ही वह बातचीत करेंगे। इसके बाद बैक डोर से कैप्टन केंद्र सरकार और पंजाब के किसान संगठनों से अनौपचारिक तौर पर बातचीत करते रहे। हरियाणा के CM खट्‌टर से मिलते अमरिंदर सिंह। कॉफी नहीं खट्‌टर से किसानों पर मुलाकात कुछ दिन पहले कैप्टन हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर से मिलने पहुंचे। तब उन्होंने कहा कि कॉपी पर गए थे लेकिन असल सच्चाई यह थी कि किसानों के मुद्दे पर ही कैप्टन वहां पहुंचे थे। कैप्टन पंजाब की सियासी स्थिति बताने के साथ केस वापस लेने पर उसके राजनीतिक फायदे के बारे में बताने गए थे। जिसका बाद में असर भी नजर आया। कैप्टन ने गन्ने के रेट बढ़ाए तो आंदोलन के दौरान ही किसानों ने उनका मुंह मीठा कराया जबकि किसानों ने राजनीतिक दलों और नेताओं का बहिष्कार कर रखा था। कैप्टन के साथ किसान नेताओं की अच्छी ट्यूनिंग कैप्टन के साथ किसान नेताओं की अच्छी पटती है। यह तस्वीर तब भी सामने आई थी जब कैप्टन ने गन्ना किसानों के आंदोलन पर गन्ने का रेट बढ़ाया तो लड्‌डू खिला कैप्टन का मुंह मीठा कराया गया। यह तस्वीर भी काफी चर्चा में रही। कैप्टन के पंजाब के किसान नेताओं से अच्छे संबंध हैं। आंदोलन खत्म होने के बाद अंदरख़ाने उन्हें इसका सियासी फायदा मिल सकता है। कैप्टन मंगलवार को पंजाब में BJP के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत इस तरह से सिसवां फार्म हाउस में मिले थे। पंजाब में कैप्टन-BJP का कामयाब गठजोड़ अगर कैप्टन को किसान आंदोलन का फायदा मिला तो फिर पंजाब चुनाव में उनका BJP से गठजोड़ कामयाब हो सकता है। पंजाब में 77 सीटों पर किसान चुनावी हार-जीत का फैसला करते हैं। ग्रामीण सीटों में किसानों का दबदबा है। यहां से कैप्टन मजबूत होकर बाहर आ सकते हैं। शहरी क्षेत्र में हिंदू वोट बैंक पर भाजपा की अच्छी पकड़ है। कांग्रेस में सीएम और प्रधान सिख चेहरे होने से हिंदू छिटक सकते हैं। अकाली दल पर पहले ही सिखों की पंथक पार्टी का ठप्पा है। ऐसे में शहरी क्षेत्र में भाजपा चौंका सकती है। ऐसे में कैप्टन को इसका बड़ा सियासी फायदा मिल सकता है। खबरें और भी हैं... ट्विटर पर घिरे सिद्धू: CDS बिपिन रावत और दूसरे सैन्य अफसरों को नहीं दी श्रद्धांजलि, फॉलोअर्स बोले- यह पाकिस्तान प्रेम चंडीगढ़ 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म: दिल्ली बॉर्डर से टेंट उखड़ने लगे; 11 दिसंबर को फतेह मार्च; 15 को पंजाब के सब मोर्चे खत्म चंडीगढ़ CM चन्नी के भाई लड़ेंगे चुनाव: सीनियर मेडिकल अफसर के पद से इस्तीफा दिया; बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र में हुए एक्टिव चंडीगढ़ पंजाब ड्रग्स केस में 11 जनवरी तक टली: तब तक लग सकती है चुनाव आचार संहिता; पंजाब सरकार पर रिपोर्ट खोल कार्रवाई का दबाव बढ़ा चंडीगढ़",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/trending-news/tejashwi-is-a-stigma-welcome-with-shoes-if-he-comes-to-bihar-mama-sadhu-yadav-furious-over-marriage-with-christian-girl/1954492/,"कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव","कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव साधू इतने गुस्से में दिखे कि तेजस्वी की नवविवाहिता को बियर बार की डांसर तक करार दिया। Written By जनसत्ताEdited By shailendra gautam patna December 10, 2021 8:45:48 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) लालू यादव के साले साधू यादव। (फोटोः ट्विटर@SponsorZone) तेजस्वी यादव की शादी पर पूरा लालू परिवार खुशी से झूमता दिखा लेकिन कभी युवा नेता को अपनी गोद में खिलाने वाले उनके मामा साधू यादव खासे खफा हैं। इतने कि उन्होंने तेजस्वी को कलंक तक करार दिया। गुस्सा इस कदर उन पर तारी है कि शादी के बारे में सवाल पूछने पर बोले कि बिहार में वो आए तो जूते चप्पल से स्वागत करो। इसने नाम पर बट्टा लगा दिया। लालू यादव के साले ने पूछा कि क्रिश्चियन लड़की से शादी क्यों की। तेजस्वी ने अपने समाज अपने धर्म में शादी क्यों नहीं की। अपनी जाति की लड़की से शादी क्यों नहीं की। उनका दावा है कि इस बात के लिए यादवों में काफी गुस्सा है। साधू यादव ने कहा कि लालू ने अपनी बेटियों की शादी में हर चीज देखी। लालू यादव ने कुल खानदान को हमेशा ध्यान में रखा तो फिर तेजस्वी यादव की शादी में इतनी बड़ी गलती कैसे की। Also Read मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला प्राइवेट बैंक में भी खुलता है जीरो बैलेंस खाता, जान‍िए न‍ियम मुकेश अंबानी के पौत्र की बर्थडे पार्टी में शामिल होने जामनगर पहुंचे रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या और जहीर खान, सचिन तेंदुलकर के भी पहुंचने की चर्चा आंखों में आंसू लिए ब्रिगेडियर एस लिड्डर की पत्नी बोलीं – हम नहीं चाहते थे वह ऐसे लौटें, शायद यह किस्मत में था साधू यादव ने कहा कि यादव समाज लालू और उनके परिवार को अपना नेता मानता था, लेकिन तेजस्वी ने यादव के सपने को चकनाचूर कर दिया। अब तेजस्वी मुख्यमंत्री का सपना छोड़ दें, क्योंकि वह अब यादव नहीं क्रिश्चियन हो चुके हैं। साधू इतने गुस्से में दिखे कि तेजस्वी की नवविवाहिता को बियर बार की डांसर तक करार दिया। साधू यादव ने कहा कि यादवों के भरोसे लालू यादव सालों सत्ता में बने रहे, लेकिन अब वही यादव समाज तेजस्वी यादव का विरोध करेगा। क्या यादव समाज में लड़की की कमी हो गई थी, जो तेजस्वी ने ईसाई धर्म की लड़की से शादी कर ली। उनका कहना था कि वोट मांगने के लिए ये बिहार के लोगों से अपील करते हैं पर शादी के लिए दूसरे सूबे की गैर धर्म की लड़की को चुनते हैं। बिहार लालू यादव की बपौती नहीं है। उन्हें यहां के लोग इसका जवाब देंगे। उनका कहना था कि अगर सब कुछ ठीक था तो दिल्ली में चोरी-चोरी शादी क्यों की। सबको क्यों नहीं बुलाया। उनका सवाल था कि जब तेजस्वी से असेंबली में इस लड़की के बारे में पूछा गया था तो उसने कहा था कि क्रिकेट खेलते समय किसी ने सेल्फी ले ली थी। उसने बिहार की जनता से धोखा किया। साधू यादव ने जगदानंद सिंह पर भी हमला बोला। उनका कहना था कि जगदानंद सिंह ही परिवार को खत्म करने वाला है। राष्ट्रीय जनता दल को हम लोगों ने सींचा है। लेकिन ये लोग पार्टी को बर्बाद करने पर तुले हैं। पढें ट्रेंडिंग समाचार (Trending News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on BiharLalu YadavSadhu yadavtejaswi yadav Next Story पटना: बस खड्ड में गिरने से पांच की मौत, 25 घायल अपडेट मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos कैटरीना कैफ हैं युजवेंद्र चहल की बॉलीवुड क्रश, IPL में इस टीम से खेलना चाहता है फिरकी गेंदबाज फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/west-bengal/kolkata/cbi-arrested-tmc-leader-pranab-chatterjee-in-chit-fund-case-chairperson-board-of-administrator-burdwan-municipality/1954455/,"पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट","पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सीबीआई ने चिटफंड मामले में तृणमूल नेता प्रणब चटर्जी को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने शुक्रवार सुबह ही छापा मारा था। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By शिशुपाल-कुमार कोलकाता Updated: December 10, 2021 9:31:12 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) चिटफंड घोटाले में टीएमसी नेता गिरफ्तार (प्रतीकात्मक फोटो एक्सप्रेस) पश्चिम बंगाल में चिटफंड मामले में सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के एक नेता को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी सीबीआई ममता बनर्जी की पार्टी के नेताओं पर चिटफंड घोटाले को लेकर शिंकजा कस चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने चिटफंड मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के तृणमूल नेता और प्रशासक बोर्ड (बीओए) के अध्यक्ष प्रणब चटर्जी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद टीएमसी नेता को कोर्ट में पेश किया गया। जहां सीबीआई ने चार दिनों के लिए रिमांड की मांग की। जिसके बाद कोर्ट ने चटर्जी को तीन दिनों के लिए सीबीआई की रिमांड में भेज दिया। Also Read वायरलः जब अपनी ही सांसद पर बिफर गईं ममता, स्टेज पर फटकार लगा अपने नेताओं के बर्ताव पर निकाली भड़ास डीप फ्रिजर में पहुंच चुकी है कांग्रेस, विपक्ष के लिए ममता बनर्जी ही एकमात्र संबल- अपने मुखपत्र में तृणमूल ने साधा निशाना टीएमसी के लिए भाजपा के लोग भी कर रहे काम, प्रशांत किशोर देते हैं ‘सैलरी’, बीजेपी नेता तथागत रॉय का दावा संसद में कांग्रेस के साथ खड़ी रहेगी टीएमसी लेकिन बाहर ज्यादा नजदीकी नहीं- बोले डेरेक ओ ब्रायन मिली जानकारी के अनुसार प्रणब चटर्जी ने खुद की अपनी कंपनी खोल रखी है। ऑफिस भी उन्होंने अपने ही घर में खोल रखा था। जहां से वो चिटफंड का काम करते थे। सीबीआई ने शुक्रवार को प्रणब चटर्जी के घर पर छापा मारा और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई के जांच अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह से लगातार ऑपरेशन चलाया, फिर गिरफ्तारी की। इस घटना से बर्दवान शहर में भारी हड़कंप मच गया है। कुछ महीने पहले तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता को शहर का प्रशासक नियुक्त किया गया था। स्वाभाविक रूप से पूर्वी बर्दवान जिले में उनके घर पर सीबीआई की छापेमारी की खबर चर्चा का विषय बन गई है। Also Read वायरलः जब अपनी ही सांसद पर बिफर गईं ममता, स्टेज पर फटकार लगा अपने नेताओं के बर्ताव पर निकाली भड़ास सीबीआई सूत्रों के मुताबिक यह रेड चिटफंड से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के एक निजी मामले में किया गया था। सुबह करीब सात बजे सीबीआई के जांच अधिकारी बर्दवान शहर के तेल मारुई पारा स्थित नगर प्रशासक प्रणब चटर्जी के घर पर अचानक पहुंच गए। शुरुआती पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम उन्हें लेकर चली गई। टीम के बाकी सदस्य तलाशी में लगे थे। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई प्रणब चटर्जी को सीधे आसनसोल की विशेष अदालत ले गई। चटर्जी को हिरासत में लेकर उनसे विस्तार से पूछताछ की जाएगी। हालांकि बर्दवान आए सीबीआई अधिकारियों ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। साथ ही इस मामले पर टीएमसी की तरह से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पढें कोलकाता समाचार (Kolkata News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on BengalCBIChit Fund ScamTMC Next Story जम्मू-कश्मीर: घट रहा बाढ़ का पानी, लाखों लोग को अब भी मदद की दरकार अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/jammu-and-kashmir-two-policemen-killed-in-bandipora-in-terrorist-attack/1954454/,"जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद","जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद बांदीपोरा के गुलशन चौक इलाके में पुलिस की टीम तैनात थी, इसी दौरान आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद पूरे इलाके को घेर लिया गया है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी नई दिल्ली Updated: December 10, 2021 8:09:04 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) बांदीपोरा आतंकी हमले में पुलिस के दो जवान शहीद (प्रतीकात्मक तस्वीर) उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में पुलिस की टीम पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। बांदीपोरा के गुलशन चौक इलाके में पुलिस की टीम तैनात थी, इसी दौरान आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद पूरे इलाके को घेर लिया गया है और आतंकवादियों की तलाश की जा रही है। गुलशन चौक इलाके में तैनात पुलिस की टीम पर हुए इस हमले में दो पुलिसकर्मी मोहम्मद सुल्तान और फयाज अहमद घायल हो गए। इसके बाद दोनों घायल पुलिसकर्मियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। Also Read पंजाबः सीएम के दौरे पर विरोध की आवाज दबाने के लिए अनोखा पैंतरा, IG का फरमान- ऐसे में बजनी चाहिए गुरबाणी, बवाल के बाद आदेश वापस मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला वायरलः जब अपनी ही सांसद पर बिफर गईं ममता, स्टेज पर फटकार लगा अपने नेताओं के बर्ताव पर निकाली भड़ास बिहारः पशु चोरी के आरोप में 50 वर्षीय मुस्लिम शख्स की हत्या, 100 से ज्यादा की भीड़ ने पीट-पीटकर मारा कश्‍मीर जोन पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस हमले के बारे में बताया गया, ”आतंकियों ने गुलशन चौक इलाके में पुलिस टीम पर फायरिंग की जिसमें दो पुलिसकर्मी मोहम्‍मद सुल्‍तान और फयाज अहमद घायल हो गए थे, बाद में दोनों पुलिसकर्मी शहीद हो गए।” #Terrorists fired upon a police party at Gulshan Chowk area of #Bandipora. In this #terror incident, 02 police personnel namely SgCT Mohd Sultan & Ct Fayaz Ahmad got injured & attained #martyrdom. Area cordoned off. Further details shall follow. @JmuKmrPolice — Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) December 10, 2021 पुलिस की टीम पर हुए इस आंतकी हमले की निंदा करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला ने ट्वीट किया, ”उत्‍तरी कश्‍मीर के बांदीपोरा इलाके में पुलिस टीम पर आतंकी हमले की निंदा करता हूं, जिसके कारण दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। अल्‍लाह उन्‍हें जन्‍नत दें और उनके परिवार को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।” Also Read 26/11 मुंबई हमलाः 13 साल बाद भी पाकिस्तान में अटकी है जांच, खुलेआम घूम रहे कई आरोपी इसके पहले, 8 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली थी। शोपियां जिले के चेक चोलन इलाके में हुए एनकाउंटर में तीन आतंकी मारे गए। एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह एक आतंकी को मार गिराया था जबकि 2 अन्य आतंकी बाद में मार गिराए गए। आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया था और उसी जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। जैसे ही सुरक्षाबल उस स्थान पर पहुंचे, तुरंत एनकाउंटर शुरू हो गया। इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना की संयुक्त कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हामिद नाथ को बडगाम से गिरफ्तार किया गया था। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on bandiporaJammu and KashmirJammu Kashmir PoliceTerror Attack Next Story तुर्की ने मार गिराया रूसी लड़ाकू विमान अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/rajya/bengal-cm-mamata-banerjee-angry-on-tmc-mp-mahua-moitra-in-party-meeting-nadia-over-civic-polls/1954380/,"वायरलः जब अपनी ही सांसद पर बिफर गईं ममता, स्टेज पर फटकार लगा अपने नेताओं के बर्ताव पर निकाली भड़ास","वायरलः जब अपनी ही सांसद पर बिफर गईं ममता, स्टेज पर फटकार लगा अपने नेताओं के बर्ताव पर निकाली भड़ास नदिया में तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी कलह से चिंतित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एक प्रशासनिक बैठक की थी। इसी दौरान उन्होंने पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा को सबके सामने फटकार दिया। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By शिशुपाल-कुमार कोलकाता Updated: December 10, 2021 10:08:59 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) महुआ मोइत्रा को ममता बनर्जी ने सबके सामने लगाई फटकार (एक्सप्रेस फाइल फोटो) एक मीटिंग में अपनी ही सांसद पर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बुरी तरह से भड़कती दिखीं। सबके सामने ही ममता बनर्जी, ना केवल सांसद को फटकार लगाई, बल्कि अपने नेताओं के बर्ताव पर जमकर भड़ास भी निकालती दिखीं। तृणमूल कांग्रेस की तेज तर्रार सासंद महुआ मोइत्रा को ममता बनर्जी के गुस्से का शिकार होना पड़ गया है। महुआ कई मौकों पर पार्टी की ओर से मजबूती से पक्ष रखती दिखी है, लेकिन स्थानीय चुनाव को लेकर उनपर ममता को इतना गुस्सा आ गया कि उन्होंने सबके सामने ही उन्हें फटकार लगा दी। Also Read पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद पंजाबः सीएम के दौरे पर विरोध की आवाज दबाने के लिए अनोखा पैंतरा, IG का फरमान- ऐसे में बजनी चाहिए गुरबाणी, बवाल के बाद आदेश वापस मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला नगर निकाय चुनावों को लेकर नदिया में तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी कलह से चिंतित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एक प्रशासनिक बैठक की थी। इस दौरान कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि टिकट वितरण पार्टी द्वारा तय किया जाएगा। बैठक में, बनर्जी ने पार्टी के कृष्णानगर अध्यक्ष जयंत शाह से पिछले महीने एक विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछा, जिसका नेतृत्व कथित तौर पर मोइत्रा के समर्थकों ने उनके खिलाफ किया था। वे आवास योजना के लिए लाभार्थियों के चयन का विरोध कर रहे थे। बनर्जी ने सोशल मीडिया पर मौजूद विरोध प्रदर्शन के वीडियो पर भी आपत्ति जताई। Also Read अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर ने हाईजैक किया ममता का दिल्ली दौरा! मिलने पहुंचे तृणमूल एमपी तक की ली गई तलाशी बैठक में मोइत्रा को फटकारते हुए टीएमसी प्रमुख ने कहा- “महुआ, मैं यहां एक स्पष्ट संदेश देना चाहती हूं। मुझे यह देखने की जरूरत नहीं है कि कौन किसके खिलाफ है। यदि कोई व्यक्ति, किसी व्यक्ति को पसंद नहीं करता है, तो वह कुछ लोगों को यूट्यूब या समाचार पत्रों में बयान भेजता है। इस तरह की राजनीति एक दिन चल सकती है लेकिन हमेशा के लिए नहीं। यह स्वीकार करना ठीक नहीं है कि एक ही व्यक्ति हमेशा के लिए एक ही स्थान पर रहेगा। जब चुनाव होगा तो पार्टी तय करेगी कि कौन चुनाव लड़ेगा। यहां असहमति के लिए कोई जगह नहीं है। हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए।” मई में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बनर्जी की नादिया की यह पहली यात्रा थी। महुआ मोइत्रा नदिया में पार्टी की प्रभारी थीं, जहां तृणमूल का प्रदर्शन बंगाल के बाकी हिस्सों की तरह शानदार नहीं रहा। जिले की 17 सीटों में से नौ पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। पढें राज्य समाचार (Rajya News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on mahua moitramamta banerjeeTMC MPWest Bengal Next Story दलित हत्या कांड: पीड़ित पक्ष की सभी मांगें सरकार ने मानी, अंतिम संस्कार के लिए परिवार राजी अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/punjab-government-order-to-silent-anti-government-slogans-by-playing-dj-songs-and-hymns-backfires/1954428/,"पंजाबः सीएम के दौरे पर विरोध की आवाज दबाने के लिए अनोखा पैंतरा, IG का फरमान- ऐसे में बजनी चाहिए गुरबाणी, बवाल के बाद आदेश वापस","पंजाबः सीएम के दौरे पर विरोध की आवाज दबाने के लिए अनोखा पैंतरा, IG का फरमान- ऐसे में बजनी चाहिए गुरबाणी, बवाल के बाद आदेश वापस ये पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, आम आदमी पार्टी के विधायक और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने सरकार पर निशाना साधा। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी नई दिल्ली Updated: December 10, 2021 7:00:29 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (फोटो- पीटीआई) पंजाब में जिलों के अधिकारियों को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के दौरे के दौरान विरोध प्रदर्शन की आवाज को दबाने के लिए भजन बजाने के विवादित आदेश पर सियासत गरमाई हुई है। इसको लेकर विपक्ष दलों ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया, जिसके बाद अधिकारियों ने ‘लिपिकीय त्रुटि’ का हवाला देते हुए इस आदेश को वापस ले लिया गया। स्‍पेशल प्रोटेक्‍शन यूनिट के आईजीपी दफ्तर द्वारा उपायुक्तों, पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को ‘मुख्यमंत्री के दौरे पर सुरक्षा इंतजाम’ के संबंध में एक पत्र जारी किया था। इस आदेश में कहा गया था कि विभिन्न संगठन मुख्यमंत्री के दौरे पर नारेबाजी करते हैं। ”ऐसे में, जब भी पंजाब के सीएम आपके जिले में किसी कार्यक्रम के लिए आएं और किसी भी संगठन के लोग प्रदर्शन करें तो डीजे लगाकर उसमें गुरबानी शबद या धार्मिक गीत चलाए जाएं, जिससे नारेबाजी सुनाई ना दे।” Also Read मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद ये पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, आम आदमी पार्टी के विधायक और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने सरकार पर निशाना साधा और इस आदेश को ‘शर्मनाक’ बताया। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से इस आदेश को शेयर भी किया। Also Read CM चन्नी पर फूटा अरविंद केजरीवाल का गुस्सा, बोले- एक मुख्यमंत्री इतना बेशर्म कैसे हो सकता है? हरपाल सिंह चीमा ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को मेंशन करते हुए ट्वीट किया, ”आप कितने डरे हुए हैं? इस तरह के हथकंडे अपनाकर विरोध करने वाली यूनियनों की आवाज को चुप कराने की कोशिश करना उनके प्रति आपके डर को दर्शाता है। आप उनका सामना करने और उन्हें सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। आप केवल उनके प्रति सहानुभूति जताने का नाटक करते हैं जो अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। बेहद शर्मनाक।” बवाल के बाद आदेश लिया गया वापस इसके अलावा, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने ट्वीट किया, ”यह सच नहीं हो सकता है। यह बेअदबी और लोकतंत्र का मखौल है।” इस आदेश को लेकर तीखी प्रतिक्रियाओं के बाद आईजी के कार्यालय ने गुरुवार शाम को एक और पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया कि ”पहले के पत्र को लिपिकीय गलती के कारण वापस लिया जा रहा है।” पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on Charanjit Singh ChanniPunjabPunjab government Next Story रोमिंग पर फोन कॉल 23 फीसदी और एसएमएस 75 फीसदी तक सस्‍ता होगा अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/crime-news-hindi/mumbai-police-fir-against-2-officers-for-not-charging-bjp-leader-wife-who-used-fake-docs-for-citizenship/1954404/,"मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला","मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, क्राईम ब्रांच की रिपोर्ट के आधार पर मालवानी थाने में केस दर्ज किया गया है। अभी तक किसी को अरेस्ट नहीं किया जा सका है। रिपोर्ट के मुताबिक- रेशमा बांग्लादेश की नागरिक है। उसने फर्जी दस्तावेज के जरिए यह दावा किया कि वो भारत की नागरिक है। Written By जनसत्ताEdited By shailendra gautam mumbai Updated: December 10, 2021 6:35:14 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) प्रतीकात्मक फोटो-एक्सप्रेस बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने की कोशिश में महाराष्ट्र पुलिस के दो सीनियर अफसरों पर गाज गिरी है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल समेत दो अफसरों पर केस दर्ज किया गया है। आरोपी महिला को भी फर्जीवाड़े के मामले में नामजद किया गया है। खास बात है कि एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कुछ अर्सा पहले देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए इसे उजागर किया था। जिन पुलिस अफसरों पर गाज गिरी उनमें एडिशनल डायरेक्टर जनरल देवेन भारती और एसीपी दीपक पतंगरे शामिल हैं। मामले के मुताबिक बीजेपी की अल्पसंख्य सेल के मुंबई उपाध्यक्ष हैदर आजम खान की पत्नी रेशमा ने भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए फर्जीवाड़ा किया था। पुलिस की जांच में पता चला कि जो दस्तावेज उन्होंने पासपोर्ट बनवाने के लिए दिए थे, वो सारे फर्जी हैं। रेशमा पर भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस अफसर मामले में बोलने से बच रहे हैं। Also Read छेड़छाड़ से रोका तो बॉक्सर ने तोड़ दी महिला की नाक, सर्जरी के लिए पीड़िता ने सोशल मीडिया पर लगाई आर्थिक मदद की गुहार एक साल से 4 शिक्षक 10वीं की छात्रा से कर रहे थे रेप, प्रिंसिपल पर भी आरोप, कहा था- मेरा भाई मंत्री है, कुछ बताने की हिम्मत न करना मद्रास HC ने दिया स्पाइसजेट को झटका, स्विस कंपनी की पेमेंट न करने की एवज में संपत्ति जब्त करने का आदेश, उधर एयरलाइंस ने किया ये दावा दिल्ली दंगे में पहली सजाः मुस्लिम परिवार को लूटने और घर को आग के हवाले करने के आरोप में हिंदू शख्स दोषी करार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, क्राईम ब्रांच की रिपोर्ट के आधार पर मालवानी थाने में केस दर्ज किया गया है। अभी तक किसी को अरेस्ट नहीं किया जा सका है। रिपोर्ट के मुताबिक- रेशमा बांग्लादेश की नागरिक है। उसने फर्जी दस्तावेज के जरिए यह दावा किया कि वो भारत की नागरिक है। उसने पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन किया था। पासपोर्ट बन भी गया था। पुलिस को गड़बड़ झाले का पता चला तो जांच शुरू की गई। स्पेशल ब्रांच के अफसर दीपक कुरलकर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रेशमा ने अपने जन्म प्रमाण पत्र में खुद को पश्चिम बंगाल के 24 परगना का निवासी बताया था। पुलिस ने क्रास चैक किया तो पता चला कि वहां जो पता उसने दिया वो जाली है। वहां उसके जन्म का कोई रिकार्ड नहीं मिला। उन्होंने इस मामले में मालवानी पुलिस थाने में पत्र लिखा। रेशमा इसी थाना क्षेत्र में रहती थी। पुलिस को कहा गया था कि इस मामले में केस दर्ज किया जाए। कुरलकर 2017 में रिटायर हो गए थे। उनका कहना है कि पतंगरे ने उन्हें बताया कि देवेन भारती ने उनसे इस मामले में केस दर्ज ना करने को कहा था। कुरलकर का ये भी कहना है कि एडीजी ने उनसे भी कहा था कि रेशमा बीजेपी के बड़े नेता की पत्नी है। लिहाजा इस मामले में वह जांच करने का जोखिम न उठाए तो ही बेहतर है। पढें जुर्म समाचार (Crimehindi News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on bjp leaderMumbaimumbai crime Next Story मुंबई: सिनेमा हॉल में राष्‍ट्रगान के दौरान पॉपकॉर्न खाती रही मॉडल, पार्षद से हुई नोकझोंक अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/mumbai-mayor-kishori-pednekar-says-she-has-been-threatened-two-days-after-she-filed-an-fir-against-bjp-mla/1954288/,"महाराष्ट्रः बीजेपी नेता पर FIR दर्ज कराने वाली मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर को धमकी, जानें पूरा मामला","महाराष्ट्रः बीजेपी नेता पर FIR दर्ज कराने वाली मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर को धमकी, जानें पूरा मामला पूरे मामले पर भाजपा विधायक आशीष शेलार ने सफाई देते हुए कहा था कि मुंबई की मुंबई के बारे में की गईं उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी मुंबई December 10, 2021 5:33:28 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर (फाइल- एक्सप्रेस) मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बीजेपी विधायक आशीष शेलार के खिलाफ दो दिन पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं, अब मुंबई की मेयर ने कहा है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। किशोरी पेडनेकर ने कहा कि वर्ली स्थित घर पर उनको और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भरी चिट्ठी भेजी गई है। पेडनेकर ने कहा कि चिट्ठी में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने धमकी भरी चिट्ठी के बारे में बताया, “मेरे ‘दादा’ को किसी भी तरह से परेशान मत करो। यदि उनको परेशान किया, तो [हम] आपको और आपके बेटे को मार डालेंगे।” Also Read मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद इससे पहले, बुधवार को पेडनेकर ने महाराष्ट्र के विधायक शेलार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुंबई पुलिस से संपर्क किया था। पेडनेकर ने मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि शेलार ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। भाजपा नेता के खिलाफ आईपीसी की धारा 354(ए) (द्विअर्थी टिप्पणी करना) और 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले शब्द या भाव-भंगिमा का इस्तेमाल) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आशीष शेलार ने पिछले हफ्ते वर्ली में एक सिलेंडर ब्लास्ट के पीड़ितों तक पहुंचने में कथित देरी को लेकर मुंबई की मेयर पर निशाना साधा था। शेलार ने उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि क्या पेडनेकर “72 घंटे से सो रही थीं”। वहीं, भाजपा नेता के बयान के बाद राज्य में सियासत गरमाने लगी थी। सत्ताधारी दल के नेताओं ने शेलार पर इसको लेकर निशाना साधा था। Also Read नवाब मलिक के ‘हाइड्रोजन बम’ बयान पर भाजपा का तंज, कहा- ये तो फुलझड़ी भी नहीं निकली पूरे मामले पर भाजपा विधायक आशीष शेलार ने सफाई देते हुए कहा था कि मुंबई की मुंबई के बारे में की गईं उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। जबकि, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आशीष शेलार के बयान का गलत मतलब निकाला गया। फडणवीस ने कहा कि कोई भी भाजपा नेता किसी महिला के खिलाफ अभद्र टिप्पणी नहीं कर सकता है। फिलहाल इस मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही है। किशोरी पेडनेकर मुंबई के एक नगरपालिका वार्ड से शिवसेना पार्षद हैं। उन्हें नवंबर 2019 में मेयर चुना गया था। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on BJPMaharashtraMumbai Next Story विनोद राय ने मनमोहन सिंह पर बोला हमला, कहा- ‘कांग्रेसी नेताओं ने बनाया था दबाव’ अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/no-farmer-died-due-to-police-action-during-farmers-protests-says-narendra-singh-tomar-in-rajya-sabha/1954172/,"कोई भी किसान पुलिस की ज्यादती से नहीं मरा, ऊपरी सदन में बोले नरेंद्र तोमर, मुआवजे का मामला राज्यों को तय करना है","कोई भी किसान पुलिस की ज्यादती से नहीं मरा, ऊपरी सदन में बोले नरेंद्र तोमर, मुआवजे का मामला राज्यों को तय करना है गुरुवार को केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार करने के साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान किया था। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By कमल तिवारी नई दिल्ली Updated: December 10, 2021 4:35:24 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (फोटोः इंडियन एक्सप्रेस) केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में साल भर तक चले किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में किसी किसान की मौत नहीं हुई। साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजे का विषय संबंधित राज्य सरकारों का है। अधिकांश किसान संगठन तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे, जिन्हें अब खत्म कर दिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले वापस लेने और एमएसपी समेत किसानों की प्रमुख लंबित मांगों को स्वीकार करने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को स्थगित कर दिया। Also Read पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद पंजाबः सीएम के दौरे पर विरोध की आवाज दबाने के लिए अनोखा पैंतरा, IG का फरमान- ऐसे में बजनी चाहिए गुरबाणी, बवाल के बाद आदेश वापस मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला कांग्रेस नेता धीरज प्रसाद साहू और आप नेता संजय सिंह के संयुक्त प्रश्न के जवाब में नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा, “आंदोलन में मृतक किसानों के परिवारों को मुआवजे का मामला संबंधित राज्य सरकारों के पास है। किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई से किसी भी किसान की मौत नहीं हुई।” तीनों कृषि कानून के रद्द किए जाने के बाद सरकार ने किसानों की बाकी मांगें भी मान ली हैं। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों पर दर्ज किए गए सभी केस तुरंत वापस लेने का ऐलान किया गया है। मुआवजे को लेकर भी उत्तरप्रदेश और हरियाणा सरकार ने सहमति दे दी है। साथ ही पराली को लेकर भी किसानों के ऊपर कैद और जुर्माने का प्रावधान हटाने का आश्वासन सरकार की तरफ से दिया गया है। Also Read किसान आंदोलन थमने के बाद यूपी मिशन का क्या होगा? पत्रकार ने राकेश टिकैत से पूछा सवाल तो मिला यह जवाब इसके पहले, गुरुवार को केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार करने के साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान किया था। किसान मोर्चा ने कहा कि 11 दिसंबर से किसानों की वापसी शुरू होगी। सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान 11 दिसंबर को पंजाब के लिए रवाना होंगे। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के उनके ऐलान के बाद भी किसान नेता आंदोलन खत्म नहीं कर रहे थे। राकेश टिकैत समेत प्रमुख किसान नेताओं का कहना था कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, वे आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on farmer movementFarmers ProtestNarendra Singh Tomar Next Story रोमिंग पर फोन कॉल 23 फीसदी और एसएमएस 75 फीसदी तक सस्‍ता होगा अपडेट मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos कैटरीना कैफ हैं युजवेंद्र चहल की बॉलीवुड क्रश, IPL में इस टीम से खेलना चाहता है फिरकी गेंदबाज फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/elections/up-assembly-elections-2022/up-elections-bjp-is-starting-new-program-to-reach-dalits-in-uttarpradesh/1954093/,"यूपी चुनावः दलितों को साधने में जुटी भाजपा, शुरू करने वाली है नया कार्यक्रम, जानें क्या है प्लान","यूपी चुनावः दलितों को साधने में जुटी भाजपा, शुरू करने वाली है नया कार्यक्रम, जानें क्या है प्लान त्तरप्रदेश में करीब 22 प्रतिशत दलित आबादी रहती है, ये समुदाय पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर सीधा अपना प्रभाव रखते हैं। इतना ही नहीं यूपी की कुल 403 विधानसभा सीटों में से 85 सीटें दलितों के लिए आरक्षित हैं। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By रुंजय कुमार लखनऊ December 10, 2021 4:10:55 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) भाजपा दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करने के लिए उत्तरप्रदेश में सामाजिक संवाद कार्यक्रम आयोजित कर रही है। (फोटो: ट्विटर/ swatantrabjp) आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियां प्रदेश की जनता को रिझाने में कोई कसर छोड़ना नहीं चाह रही है। ऐसे में सत्तारूढ़ दल भाजपा भी दोबारा से सत्ता पर काबिज होने के लिए अलग अलग जातियों और समुदायों को अपने पक्ष में करने में जुटी हुई है। भाजपा अब दलितों को साधने के लिए प्रदेश भर में सामाजिक संवाद कार्यक्रम कर रही है। सामाजिक संवाद कार्यक्रम की शुरुआत 8 दिसंबर को भाजपा के प्रदेश कार्यालय लखनऊ से हुई। इस कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ केंद्रीय शहरी एवं आवास राज्य मंत्री कौशल किशोर भी शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की जनता जानती है कि केंद्र में मोदी सरकार और राज्य में योगी सरकार ने सभी वर्गों के लिए दिल खोलकर काम किया है लेकिन कुछ ऐसी ताकतें भी है जो जाति और धर्म में तोड़कर सामाज को बांटना चाहती है। Also Read पीएम मोदी के बयान के बाद संसद में अनोखा विरोध प्रदर्शन, जया बच्चन ने विपक्षियों को पहनाई लाल टोपी यूपी में प्रियंका गांधी ने जारी किया महिलाओं के लिए घोषणापत्र, फ्री स्कूटी, स्मार्टफोन के साथ कई बड़े वादे यूपी चुनाव 2022: पूर्वांचल की 164 सीटों पर हैं मोदी-योगी की नजर; कुशीनगर एयरपोर्ट से लेकर गोरखपुर एम्स तक की दे चुके हैं सौगात UP Election 2022: 17 जातियों को साधने में जुटे राजनेता वहीं केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि मोदी और योगी सरकार का लक्ष्य है कि दलित, महिलाएं और वंचित समाज मुख्य धारा का हिस्सा हो। इस कार्यक्रम में दलित समाज के कई लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें कई जिलों के डॉक्टर, इंजीनियर समेत कई लोग मौजूद रहे। भाजपा इस कार्यक्रम को दूसरे शहरों में भी आयोजित करेगी। 11 दिसंबर को वाराणसी में केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय और 12 दिसंबर को मेरठ में सांसद राजेंद्र अग्रवाल सामाजिक संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। बीजेपी इन कार्यक्रमों के जरिए पिछले विधानसभा चुनाव में जीती गई सुरक्षित सीटों पर अपना दबदबा बनाए रखना चाहती है। हालांकि कई विपक्षी पार्टियों की नजर भी इन सीटों पर हैं। इसलिए भाजपा दलित समुदाय को अपने पक्ष में करने के लिए इन कार्यक्रमों को आयोजित कर रही है। दरअसल उत्तरप्रदेश में करीब 22 प्रतिशत दलित आबादी रहती है, ये समुदाय पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर सीधा अपना प्रभाव रखते हैं। इतना ही नहीं यूपी की कुल 403 विधानसभा सीटों में से 85 सीटें दलितों के लिए आरक्षित हैं। इन सीटों पर पहले बसपा काफी मजबूत मानी जाती थी, लेकिन पिछले दो चुनावों में यहां भी मायावती को नुकसान हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 65 से ज्यादा सुरक्षित सीटें हासिल कर भाजपा सत्ता पर काबिज हुई थी। पढें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 समाचार (Upassemblyelections2022 News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on BJPDalit Politicsuttarpradesh Next Story शी का रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने का आह्वान, मोदी ने उठाया घुसपैठ का मुद्दा अपडेट यूपी चुनावः दलितों को साधने में जुटी भाजपा, शुरू करने वाली है नया कार्यक्रम, जानें क्या है प्लान UPSC: पिता की चाय की दुकान पर बैठकर पढ़ते थे अखबार, आज IAS बनकर देशसेवा कर रहे हिमांशु गुप्ता Vastu Tips: नये साल में करें ये खास वास्तु उपाय, घर में कभी नहीं होगी धन की कमी SSC CGL Answer Key 2021: आयोग ने जारी किया लिखित परीक्षा का फाइनल आंसर की, ऐसे कर पाएंगे डाउनलोड वाराणसी में होगा 2 हजार संतों का जमावड़ा, पीएम मोदी के कार्यक्रम में पहुंचेंगे रामदेव जान‍िए, संसद में प्रश्‍न पूछने का क्‍या है तरीका और सवाल कैसे क‍िए जाते हैं मंजूर या खार‍िज? भारत में ओमिक्रोन की एंट्री से खौफ, गुजरात में संक्रमित शख्स की पत्नी और रिश्तेदार भी नए वैरिएंट की चपेट में आए सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई राहुल गांधी से 10 कदम आगे निकलीं, थोड़ा पढ़ लिया करो- CM योगी को प्रधानमंत्री कह बैठीं प्रियंका गांधी, फिल्म निर्माता ने ली चुटकी Surya Rashi Parivartan 2021: धनु राशि में जल्द बनेगा बुधादित्य योग, 4 राशि वालों को धन लाभ के प्रबल आसार न्यूज एंकर दीपक चौरसिया का वीडियो वायरल, शहीद बिपिन रावत को दे रहे थे श्रद्धांजलि Pregnancy Tips: फैमली प्लानिंग से पहले कराएं ब्लड शुगर टेस्ट, जानें डायबिटीज़ कैसे प्रजनन क्षमता को करती है प्रभावित फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 3 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 3 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 4 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/2000-saints-invited-in-pm-modi-kashi-vishwanath-corridor-inauguration-shankaracharya-baba-ramdev-morari-bapu-see-full-list/1953988/,"वाराणसी में होगा 2 हजार संतों का जमावड़ा, पीएम मोदी के कार्यक्रम में पहुंचेंगे रामदेव","वाराणसी में होगा 2 हजार संतों का जमावड़ा, पीएम मोदी के कार्यक्रम में पहुंचेंगे रामदेव श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर 13 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र काशी जाएंगे। इसको लेकर वाराणसी शहर को सजाया जा रहा है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By अर्पित आलोक मिश्र नई दिल्ली December 10, 2021 3:57:12 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर काशी जाएंगे(फोटो सोर्स: ANI/फाइल)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम काशी विश्वनाथ धाम का भव्य उद्घाटन करेंगे। बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 2,000 से अधिक प्रमुख महंतों, संतों को आमंत्रित किया है। आरएसएस प्रमुख भी आमंत्रित: बता दें कि इससे पहले राम जन्मभूमि शिलान्यास समारोह, केदारनाथ पुनर्विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के मौके पर कोरोना महामारी के प्रोटोकॉल के चलते अधिक संख्या में संतों को न्यौता नहीं दिया गया था। ऐसे में अब काशी में भाजपा ने संतों और हिंदू धर्मगुरुओं से शामिल होने का अनुरोध किया है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और बाबा रामदेव को भी उद्घाटन कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। Also Read मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद उद्घाटन समारोह में पहले देशभर से आमंत्रित संतों की संख्या का अनुमान 550 था। हालांकि यह संख्या अब बढ़कर 2,000 हो गई है। इस कार्यक्रम के लिए अन्य राज्यों से और नाम भेजे जाने के लिए कहा गया है। आमंत्रित किये गये संत: इस उद्घाटन कार्यक्रम में गोविंद देव गिरि, जगद्गुरु शंकराचार्य करवीर पीठ, ज्ञानेश्वर मठ के शंकरानंद सरस्वती, महाराष्ट्र के पंच दिगंबर अखाड़े के महंत राम किशोर दास जी महाराज, मोरारी बापू, साध्वी ऋतंभरा आमंत्रित किये गए हैं। इसके अलावा रमेश भाई ओझा, अवधेशानंद जी महाराज, दयानंद सरस्वती जी महाराज, महंत बालकनाथ, महंत शिवशंकर दास जी महाराज, गुजरात से श्री महंत दिगंबर अनी अखाड़ा, केरल से स्वामी सत्यानंद सरस्वती जी महाराज को भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। Also Read केशव प्रसाद मौर्य बोले, भाजपा से अच्छी कोई पार्टी नहीं, लोग करने लगे ऐसे कमेंट वहीं केरल से माता अमृतानंदमयी , श्री स्वर्णवल्ली महासंस्थान मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य, कर्नाटक के श्री सिद्धगंगा मठ के श्री सिद्धलिंग महास्वामीजी, श्री दत्ता पीठम के साई दत्ता नागानंद सरस्वती, मंत्रालय के सुबुधेंद्र तीर्थ स्वामीजी, श्री राघवेंद्र स्वामी मठ, और आंध्र के गोपालनंद कृष्ण मातम भी शामिल हैं। बता दें कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण को लेकर जिलाधिकारी की ओर से निमंत्रण कार्ड वितरण की जिम्मेदारी परियोजना अधिकारी को सौंपी गई है। वहीं कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों को वाहन पार्किंग व रहने की व्यवस्था देने की जिम्मेदारी जिला आबकारी अधिकारी को दी गई है। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on Baba Ramdevkashi vishwanath corridorkashi vishwanath corridor projectkashi vishwanath templeModi GovernmentPM Modi Next Story अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी को आरोपों की जांच करने का सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 8 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/what-is-the-method-of-asking-questions-in-parliament-and-how-accepted-or-rejected-know-all-detail/1954051/,"जान‍िए, संसद में प्रश्‍न पूछने का क्‍या है तरीका और सवाल कैसे क‍िए जाते हैं मंजूर या खार‍िज?","जान‍िए, संसद में प्रश्‍न पूछने का क्‍या है तरीका और सवाल कैसे क‍िए जाते हैं मंजूर या खार‍िज? सांसदों को दोनों सदनों में मंत्रालयों और विभागों से तारांकित, अतारांकित, अल्प अवधि और गैर सरकारी सदस्यों से प्रश्न के माध्यम से सूचना प्राप्त करने का अधिकार है। Written By जनसत्ता ऑनलाइनEdited By शिशुपाल-कुमार नई दिल्ली December 10, 2021 3:53:01 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) संसद में सांसदों द्वारा कई तरह और कई नियमों के तहत पूछे जाते हैं प्रश्न (फाइल फोटो- पीटीआई) इस संसद सत्र में बीजेपी के दो सांसदों – सुब्रमण्‍यम स्‍वामी और वरुण गांधी – ने जो सवाल पूछा, वो अंतत: सूचीबद्ध नहीं क‍िया गया। कांग्रेस से राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल का सवाल, जिसका जवाब दो दिसंबर को दिया जाना निर्धारित था, सूची से हटा दिया गया। प्रश्न क‍िसान आंदोलन के मद्देनजर प्रवासी भारतीयों को एयरपोर्ट पर तंग करने और वापस भेजने के संदर्भ में था। बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी कहा कि उनके द्वारा उठाए गए प्रश्न को अस्वीकृत कर दिया गया। उन्होंने ट्वीट किया,”यह दुर्भाग्य पूर्ण नहीं तो हास्यास्पद जरूर है कि मुझे राज्यसभा सचिवालय ने सूचित किया कि मेरे द्वारा चीनी सेना के LAC पार करने के प्रश्न को राष्ट्रीय हित में अस्वीकृत कर दिया गया है। Also Read पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद पंजाबः सीएम के दौरे पर विरोध की आवाज दबाने के लिए अनोखा पैंतरा, IG का फरमान- ऐसे में बजनी चाहिए गुरबाणी, बवाल के बाद आदेश वापस मुंबईः बीजेपी नेता की पत्नी को बचाने पर नपे ADG समेत दो पुलिस अफसर, नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाने का है मामला प्रश्नों को कैसे स्वीकार किया जाता है? सांसदों को दोनों सदनों में मंत्रालयों और विभागों से तारांकित, अतारांकित, अल्प अवधि और गैर सरकारी सदस्यों से प्रश्न के माध्यम से सूचना प्राप्त करने का अधिकार है। सांसदों के प्रश्नों की एक लंबी सूची तैयार होती है जिसे निकासी के लिए एक कठिन और जटिल प्रक्रिया से गुजरना होता है। राज्यसभा में प्रश्नों की स्वीकृति ‘राज्यों की परिषद की प्रक्रिया और आचरण के नियम 47-50’ से निर्धारित होती है। एक बार स्वीकृत होने पर सचिवालय इसे संबंधित मंत्रालय या विभाग को भेजता है। मंत्रालय से तथ्यों की प्राप्ति होने के बाद इन प्रश्नों की स्वीकृति के लिए एक बार पुनः जांच की जाती है। फिर इस सूची को मंत्रीगणों को प्रेषित किया जाता है जिसके आधार पर वे अपना जवाब देते हैं। लोक सभा में प्रश्नों के लिए नोटिस प्राप्त होने के बाद बैलट से वरीयता निर्धारित की जाती है। तारांकित, अतारांकित, अल्प अवधि और गैर सरकारी सदस्यों के प्रश्नों को सॉफ्टवेयर में अलग अलग दर्ज किया जाता है। फिर प्रश्नों की स्वीकार्यता की जांच लोक सभा की प्रक्रिया और आचरण के नियम 41-44′ के आधार पर की जाती है। जवाब देने के लिए मंत्रालयों और विभागों को पांच समूहों(I-V) में विभाजित किया गया है और उन्हें क्रमानुसार सोमवार, मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार अलॉट किया गया है। समूह इस तरह तैयार किए गए हैं कि हर समूह के लिए एक निश्चित दिन लोक सभा और एक निश्चित दिन राज्य सभा के प्रश्नों का जवाब देने के लिए हो। -क्या होते हैं तारांकित,अतारांकित,अल्प अवधि और अन्य वर्गों के प्रश्न? तारांकित प्रश्न – ये वे प्रश्न हैं जिनका जवाब मंत्रीगणों को मौखिक रूप से देना होता है। इसे तारांकित कर के सांसदों द्वारा अलग कर दिया जाता है। इसके बाद सदस्य पूरक प्रश्न भी पूछ सकते हैं। अतारंकित प्रश्न – ये वे प्रश्न हैं जिनका जवाब मंत्रीगणों को लिखित रूप से देना होता है। इसे तारांकित नहीं किया जाता है। इसके बाद सदस्य पूरक प्रश्न नहीं पूछ सकते हैं। अल्प अवधि प्रश्न – ये जनहित के अति आवश्यक मुद्दों पर पूछे गए प्रश्न होते हैं। इनका मौखिक जवाब मंत्रीगणों से मांगा जाता है। न्यूनतम दस दिन से कम की नोटिस पे पूछे गए प्रश्न अल्प अवधि प्रश्न होते हैं। गैर सरकारी सदस्यों से प्रश्न – लोक सभा के नियम 40 और राज्य सभा के नियम 48 के अनुसार गैर सरकारी सदस्यों से भी प्रश्न पूछा जा सकता है यदि प्रश्न किसी बिल, नियम या ऐसे मामले से संबंधित हो जिससे सांसद का ताल्लुक हो। कब पूछे जाते हैं प्रश्न? संसद के प्रत्येक सदन का पहला घंटा प्रश्न काल होता है जिसमें प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रश्नों की अधिकतम संख्या 175 निर्धारित है। जिसमें 15 अल्प अवधि प्रश्न होते हैं,और वो प्रश्न जो एक सूची से दूसरे में लिखित जवाब के लिए भेजे जाते हैं, और 15 प्रश्न ऐसे राज्यों से संबंधित होते हैं जिसमें राष्ट्रपति शासन लागू होता है। किस प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं? प्रश्नों की स्वीकृति लोक सभा में नियम 41-44 और राज्य सभा में 47-50 से निर्धारित होती है। प्रश्नों की स्वीकृति या अस्वीकृति लोक सभा स्पीकर या राज्य सभा चेयरमैन निर्धारित करते हैं। राज्य सभा में प्रश्नों को एक विशिष्ट मामले से ही होना चाहिए, किसी नाम या कथन को बीच में नहीं लाया जाना चाहिए और यदि ऐसा किया गया है तो उसकी तथ्यपरकता के लिए सांसद स्वयं जिम्मेदार होंगे। प्रश्न में किसी भी प्रकार की विवादपूर्ण, अपमानजनक ,या तंज कसने वाली भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। लोक सभा में ऐसा कोई भी सवाल जो पहले पूछा जा चुका हो या न्यायालय या संसदीय समिति के समक्ष विचाराधीन हो नहीं पूछा जा सकता है। कितनी बार प्रश्नों को अस्वीकृत किया गया है? मानसून सत्र में राज्य सभा में 833 प्रश्नों को अस्वीकृत किया गया है। तुलना के लिए 2013-14 के शीत सत्र में 748 प्रश्नों को अस्वीकृत किया गया। अस्वीकृति के पश्चात इसके खिलाफ अपील करना बेहद मुश्किल होता है। इस साल के मानसून सत्र में – सरकार ने एक प्रश्न को अस्वीकृत कर दिया जो कि इजरायल के साइबर सुरक्षा फर्म एनएसओ ग्रुप से सरकार के समझौते के विषय में था जिसने पेगासस का उपयोग भारत में काफी सारे फोन को हैक करने के लिए किया था। सरकार ने कहा कि ये मामला पीआईएल के तहत न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है। राज्य सभा से सीपीआई सांसद बिनॉय विस्वम द्वारा पूछे गए अनंतिम रूप से स्वीकृत प्रश्न को सरकार ने राज्य सभा नियम 47(xix) का हवाला देते हुए सचिवालय से अस्वीकृत करा दिया क्योंकि ‘ये भारत के किसी एक न्यायालय में विचाराधीन है)। विदेश मंत्रालय ने राज्यसभा में तृणमूल से सांसद शांता छेत्री द्वारा भारत के लोकतांत्रिक सूचकांक में स्थान से संबंधित प्रश्न को संवेदनशील होने का हवाला देकर अस्वीकृत करा दिया। पूर्व लोकसभा जनरल सेक्रेटरी पीडीटी आचार्य का कहना है,’पहले बहुत कम प्रश्न अस्वीकृत किए जाते थे। लेकिन अब ये काफी मौकों पर होने लगा है। न्यायालय के अधीन होने या राष्ट्रहित का हवाला देकर प्रश्नों को अस्वीकृत कर दिया जाता है। हम अक्सर प्रश्नों को स्वीकृत कर देते थे, और बहुत जरूरी मुद्दा होने पर ही सरकार का निवेदन राज्य सभा या लोक सभा में आता था’। उन्होंने ये भी कहा कि संबंधित अधिकारियों को ये जानकारी देनी चाहिए कि प्रश्नों को क्यों अस्वीकृत किया गया है। संसद विशेषाधिकार के कारण सूचना के अधिकार या न्यायालय में ऐसे मामले को ले जाना बहुत मुश्किल होता है। अतः एक बार अस्वीकृत हो जाने पर इसके खिलाफ जाना बहुत मुश्किल होता है। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on Parliament SessionparlimamentQuestion Hour Next Story भाजपा और आप के खिलाफ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन अपडेट मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में 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hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.jansatta.com,https://www.jansatta.com/national/several-congress-leaders-resigned-today-as-congress-priyanka-gandhi-vadra-is-scheduled-to-visit-goa-for-a-day/1954062/,"प्रियंका गांधी का गोवा दौरा, लग गई इस्तीफों की झड़ी, कहा- पार्टी गंभीर नहीं है","प्रियंका गांधी का गोवा दौरा, लग गई इस्तीफों की झड़ी, कहा- पार्टी गंभीर नहीं है गोवा में प्रियंका के दौरे से पहले नेताओं ने यह कहकर इस्तीफों की झड़ी लगा दी कि पार्टी चुनावों को लेकर गंभीर नहीं है। कांग्रेस के लिए यह करारा झटका है। Written By जनसत्ताEdited By shailendra gautam panji December 10, 2021 3:16:02 pm Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (सोर्स- प्रियंका गांधी ट्विटर) कांग्रेस की मुश्किलें खत्म होने के नाम नहीं ले रहीं। एक तरफ यूपी में अखिलेश पार्टी को जीरो देने की भविष्यवाणी कर चुके हैं वहीं दूसरे चुनावी राज्य पंजाब में नवजोत सिद्धू के बेलगामी से परेशानी बढ़ रही है। उत्तराखंड में हरीश रावत के तेवर परेशानी में डालने वाले हैं तो वहीं गोवा में प्रियंका के दौरे से पहले नेताओं ने यह कहकर इस्तीफों की झड़ी लगा दी कि पार्टी चुनावों को लेकर गंभीर नहीं है। कांग्रेस के लिए यह करारा झटका है। गोवा में शुक्रवार को पोरवोरिम विधानसभा सीट के कई नेताओं ने इस्तीफे दे दिए हैं। इस्तीफे प्रियंका गांधी के दौरे से पहले हुए। इन नेताओं का कहना है कि कांग्रेस राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। कुछ नेताओं के बर्ताव से ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर नहीं है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य गुपेश नायत ने कहा कि कांग्रेस राज्य में चुनाव को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। अब तक उसने अपनी कोई तैयारी भी शुरू नहीं की है। Also Read मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद इस्तीफा देने वाले नेताओं का गुट निर्दलीय विधायक रोहन खौंटे को समर्थन कर रहा है। दक्षिण गोवा के सीनियर नेता मोरेनो रेबेलो ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। रेबेलो ने कहा कि वह मौजूदा विधायक एलेक्सियो रेगिनाल्डो को एक बार फिर से टिकट दिए जाने से निराश हैं। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के खिलाफ काम करते रहे हैं और उसके बाद भी कर्टोरिम सीट से उन्हें टिकट दिए जाने से वह नाराज हैं। उन्होंने कहा कि विधायक ने बीते साढ़े चार सालों में पार्टी के किसी आयोजन में हिस्सा नहीं लिया है। हमेशा पार्टी के नेताओं के खिलाफ बोलते रहे हैं। रेबेलो ने गोवा प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष गिरीश चोडनकर को लिखे खत में अपनी यह व्यथा व्यक्त की है। पिछले दिनों ही कांग्रेस के नेता रहे पूर्व सीएम लुईजिन्हो फलेरियो ने कई नेताओं के साथ टीएमसी का दामन थाम लिया था। इसके अलावा आम आदमी पार्टी भी लगातार ताल ठोक रही है। ऐसे में कांग्रेस के लिए गोवा में मुश्किल खड़ी हो गई हैं। एक तरफ भाजपा संगठित नजर आ रही है तो वहीं कांग्रेस आपसी कलह से परेशान है। सेक्युलर विचारधारा से जुड़ी कुछ अन्य पार्टियों की सक्रियता ने भी उसे परेशान किया है। उधर, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन को लेकर सूबे के प्रभारी पी. चिदंबरम ने कहा है कि उन्होंने केवल समर्थन देने की बात की है। चिदंबरम ने फॉरवर्ड पार्टी को गठबंधन साथी मानने से इन्कार किया। दूसरी तरफ कांग्रेस नेता दिनेश गुंडु राव ने फॉरवर्ड पार्टी के चीफ विजय सरदेसाई और गोवा कांग्रेस अध्यध के बीच मीटिंग कराने का दावा किया है। चिदंबरम के बयान के कुछ क्षणों बाद उन्होंने ये ट्वीट किया। पढें राष्ट्रीय समाचार (National News). हिंदी समाचार (Hindi News) के लिए डाउनलोड करें Hindi News App. ताजा खबरों (Latest News) के लिए फेसबुक ट्विटर टेलीग्राम पर जुड़ें। More Stories on CongressGoaPriyanka Gandhi Next Story गोवा: पुलिस ने बरामद किए 1.5 करोड़ रुपए, 2000 रुपए के नए नोटों के साथ दो अरेस्ट अपडेट कभी किसी ने हिम्मत नहीं की थी- फिरोज खान के ‘बेबी’ कहने पर दंग रह गई थीं हेमा मालिनी, एक्ट्रेस की मां का यूं था रिएक्शन मुंबईः बेल आर्डर में बदलाव के लिए आर्यन खान पहुंचे हाईकोर्ट, गुजारिश कर की इन रियायतों की मांग योगी जी की पुलिस ‘परिवार स्वरूप’ जनता का आदर करती हुई- कानपुर लाठीचार्ज से भड़के पूर्व IAS, वरुण गांधी ने भी साधा निशाना केरलः हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जब महिला वकील ने जज को कह दिया सर, माफी मांगी तो जस्टिस ने कही ये बात कलंक है तेजस्वी, बिहार आए तो जूते से स्वागत करो- ईसाई लड़की से शादी पर भड़के मामा साधू यादव Velle Review: करण देओल की कॉमिक टाइमिंग ने जीता दर्शकों का दिल, हंसाकर लोटपोट कर देगी ये ‘दोस्ती’ पश्चिम बंगालः चिटफंड मामले में ममता के नेता पर शिकंजा, CBI ने बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के प्रशासक को किया अरेस्ट सबसे ज्‍यादा पढ़ी गई NPCIL Recruitment 2021: न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, ऐसे होगा चयन BRO Recruitment 2021: बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन में 10वीं पास के लिए निकली नौकरी, 63200 रुपए तक मिलेगी सैलरी जम्मू-कश्मीरः बांदीपोरा इलाके में आतंकियों का कहर, सरेआम बरसाईं गोलियां, पुलिस के दो जवान शहीद कैटरीना कैफ और विक्की कौशल शादी के बाद सवाई माधोपुर से हुए रवाना, इस अंदाज में आए नजर- देखें Photos फोटो गैलरी 7 Photos ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से शोहरत भी मिली और प्यार भी, एक दूजे को दिल दे चुके हैं ये एक्टर्स 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 10 Photos राबड़ी देवी को नहीं चाहिए थी मॉल जाने वाली बहू, तेजस्वी यादव की शादी में यूं नजर आईं उनकी मां 9 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) 8 Photos ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भांजा बल्ला, पिता के अधूरे सपने को यूं पूरा कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री 10 hours Ago Share Click to share on Twitter (Opens in new window) Click to share on Facebook (Opens in new window) Click to share on WhatsApp (Opens in new window) और पढ़ें",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/farmers-started-uprooting-tents-on-singhu-border-many-left-for-home-1509081,"सिंघू बॉर्डर पर किसानों ने तंबू उखाड़ने शुरू किए, कई घर के लिए रवाना हुए","नई दिल्लीः किसानों के प्रदर्शन स्थल में से एक सिंघू बॉर्डर का बड़ा हिस्सा शुक्रवार को खाली हो गया। बड़ी संख्या में किसान अपना सामान बांधकर ट्रैक्टरों पर घरों की ओर रवाना हो गए जबकि अन्य लोग अपने तंबुओं को उखाड़ने के काम में घंटों लगे रहे, जो उन्होंने प्रदर्शन शुरू होने पर पिछले साल लगाए थे। रंगबिरंगी रोशनी से जगमग ट्रैक्टर प्रदर्शन स्थल से रवाना हुए और उनमें जीत का जश्न मनाने वाले गीत बज रहे थे। बुजुर्गों ने रंगबिरंगी पगड़ियां पहनी और युवाओं के साथ नाचे। किसानों के इस प्रदर्शन स्थल पर शुक्रवार को सीढ़ी, तिरपाल, डंडे और रस्सियां ​​बिखरी पड़ी थीं क्योंकि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन खत्म होने के बाद किसानों ने अपने तंबू उखाड़ लिए, अपना सामान बांध कर उन्हें ट्रकों पर लादना शुरू कर दिया है। किसान संघों की संस्था संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन खत्म करने की घोषणा की थी। केंद्र के कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर एक साल पहले उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। सरकार द्वारा विवादास्पद कानूनों को वापस लेने के हफ्तों बाद किसान शनिवार की सुबह घर जाएंगे। पंजाब के बरनाला के हरजोत सिंह ने कहा कि जिन लोगों के पास थोड़ा सामान था, वे बृहस्पतिवार शाम को घर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ आज जा रहे हैं। जिन्होंने बड़े तंबू लगाए थे और जिनके पास ज्यादा सामान है, वे कल जाएंगे।'' बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों के रवाना होने से भारी यातायात जाम लग गया। इसी तरह प्रदर्शन की शुरुआत में तब लंबा जाम लग गया था जब विभिन्न राज्यों से प्रदर्शनकारियों ने यहां के लिए कूच किया था। युवा और बुजुर्गों ने पिछले एक साल में दिल्ली-करनाल सड़क के लंबे धूल भरे खंड पर बनाए गए मजबूत अस्थायी ढांचे को तोड़ने के लिए एक साथ मिलकर काम किया। जोश पैदा करने के लिए वे लगातार ‘बोले सो निहाल' का नारा लगा रहे थे। पंजाब के फरीदकोट के किसान जस्सा सिंह (69) ने कहा, ‘‘अधिक लोगों का मतलब है कि यह जल्दी खत्म हो जाएगा। हमारे पास उन्हें बनाने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन हम कल चले जाएंगे। इसलिए, जल्दी है... मैंने अपने जीवन में बहुत घी खाया है। मुझमें 30 वर्ष के व्यक्ति जितना जोश हैं।'' पुरुषों ने कपड़े और गद्दे बांधे और उन्हें ट्रकों पर लादा, महिलाओं ने दोपहर का भोजन तैयार किया। पंजाब के जालंधर की 61 वर्षीय माई कौर ने कहा, ‘‘गैस स्टोव और बर्तन आखिर में पैक किए जाएंगे। हमें अभी रात का खाना और कल का नाश्ता बनाना है।'' टूटे हुए ढांचे के चारों ओर कार्डबोर्ड, थर्मोकोल, लोहे के तार की जाली, पीवीसी शीट और मच्छरदानी बिछा दी गई है। युवाओं ने घर वापसी की तैयारी में ट्रैक्टरों का निरीक्षण किया, ट्रॉलियों की सफाई की। वे दोपहर का भोजन, चाय या नाश्ता करने के लिए रुकते हैं और फिर वापसी की तैयारी में लग जाते हैं। कुछ किसानों ने अपना सामान आसपास के गांवों में जरूरतमंद लोगों को दान कर दिया है। पंजाब में होशियारपुर के 64 वर्षीय सुरजीत सिंह ने कहा, ‘‘हमारे पास बहुत सारे कपड़े और राशन है जो उनके काम आ सकता है। पहले भी हम पड़ोसी इलाकों के कई लोगों को खाना खिलाते थे।'' अपने-अपने घर लौटने से पहले किसानों ने समूहों में तस्वीरें खिंचवाई और एक आखिरी बार साथ में नाचे। हालांकि, कई स्वयंसेवक शनिवार को नहीं जा रहे हैं। यहां ‘जंगी किताब घर' चलाने वाले जसवीर सिंह ने कहा, ‘‘हमने कुछ वक्त तक यहां रुकने का फैसला किया है ताकि उन किसानों की मदद की जा सकें जिन्हें अपने तंबुओं को उखाड़ने और सामान बांधने में मदद की जरूरत पड़ सकती है।'' 10 बिस्तरों वाला किसान मजदूर एकता अस्पताल चलाने वाले बख्शीश ने कहा कि वह सभी के जाने के बाद अपना सामान बांधना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘आपात चिकित्सा की स्थिति में किसी को तो यहां होना चाहिए।''",1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/scindia-praised-pm-modi-1509070,"सिंधिया ने किया PM मोदी का गुणगान, कहा- वे ऐसी हैं शख्सियत जिन पर कोई दाग नहीं",इस पार्टी का नेतृत्व ऐसे नेता कर रहे हैं जिनके नेतृत्व का लोहा आज पूरा विश्व मान रहा है। साथ ही उन्होंने ग्वालियर में होने वाले ड्रोन मेले के विषय में कहा कि पूरे देश के हर राज्य में इसे प्रोत्साहित किया जाये। नई पीढ़ी के लिये यह एक नया अवसर है। प्रदेश में हमने ग्वालियर को इस मेले के लिये चुना है।,1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/pm-modi-said-india-s-story-is-a-clear-message-to-the-world-1509046,Democracy Summit में बोले पीएम मोदी- भारत की कहानी दुनिया के लिए एक स्पष्ट संदेश है,"नेशनल डस्कः अमेरिका द्वारा आयोजित लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी में पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। पीएम मोदी ने कहा कि लोकतांत्रिक भावना हमारे सभ्यतागत लोकाचार का अभिन्न अंग है। सदियों का औपनिवेशिक शासन भारतीय लोगों की लोकतांत्रिक भावना को दबा नहीं सका। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता ने पिछले 75 वर्षों में लोकतांत्रिक राष्ट्र-निर्माण में एक अद्वितीय गाथा का नेतृत्व किया। यह सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व सामाजिक-आर्थिक समावेश की गाथा है, यह निरंतर सुधार की कहानी है। लोकतंत्र सिर्फ जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए नहीं है बल्कि यह जनता के साथ, जनता में समाहित है। भारत को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में अपनी विशेषज्ञता साझा करने में खुशी होगी।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-skm-kisan-delhi-ghazipur-1508886,"हटने लगे तंबू, उखड़ने लगे टेंट: राकेश टिकैत ने बताया- किस दिन किसान खाली कर देंगे दिल्ली के बॉर्डर","मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि दिल्ली के गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान 15 से 16 दिसंबर तक हट जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम कल से बॉर्डरों से हटना शुरू करेंगे और 4 से 5 दिन यानी 15 से 16 दिसंबर तक बॉर्डर खाली कर देंगे। राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर को लेकर कहा कि हम कम से कम एक रोड को 12 दिसंबर तक खाली करने का प्रयास करेंगे। किसान नेता ने कहा कि सरकार से फिलहाल कोई गतिरोध नहीं है और समझौता हो गया है। यही नहीं उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में जुटने वाले लोगों के लिए हर साल 8 से 10 दिनों के लिए एक मेले का आयोजन किया जाएगा। इससे लोगों को आपस में मुलाकात करने का मौका मिल सकेगा। इसके बाद से दिल्ली बॉर्डरों पर जाम की समस्या खत्म होने और लोगों को आवाजाही में होने वाली परेशानी दूर होने की उम्मीद बढ़ गई है। 29 नवंबर को संसद ने कर दिया था इन कानूनों को निरस्त संसद ने 29 नवंबर को इन कानूनों को निरस्त कर दिया था, लेकिन किसानों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। एसकेएम के एक अन्य सदस्य गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, ‘‘यह देखने के लिए कि क्या सरकार ने सभी मांगों को पूरा किया है, 15 जनवरी को एक समीक्षा बैठक बुलाई जाएगी। अगर ऐसा नहीं होता है, तो हम विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू करने का निर्णय कर सकते हैं।'' किसान नेताओं ने यह भी कहा कि किसान 11 दिसंबर को अपने-अपने स्थानों पर विजय मार्च निकालेंगे। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने किसान यूनियन के प्रदर्शन स्थगित करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे भारतीय जनता पार्टी को केंद्र तथा राज्य दोनों में पार्टी की सरकारों द्वारा किए गए कामों को लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपना एजेंडा तय करने में मदद मिलेगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भाजपा के प्रमुख जाट चेहरे बालियान ने कहा कि पार्टी की स्थिति में और सुधार होगा क्योंकि ‘‘किसान नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यों से संतुष्ट होकर घर लौट रहे हैं।'' उन्होंने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह न केवल मेरे लिए बल्कि हम सभी के लिए खुशी की बात है और वे (किसान) सरकार के कार्यों से संतुष्ट होकर घर जा रहे हैं।'' आंदोलन की अगुवाई कर रहे 40 कृषि यूनियन के निकाय एसकेएम ने उन लोगों से माफी मांगी, जिन्हें इसके विरोध प्रदर्शन के कारण असुविधा का सामना करना पड़ा था। आंदोलन स्थलों से पंजाब में अपने घर लौटने वाले किसानों का होगा स्वागत पंजाब के कई गांव उन किसानों का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक साल से आंदोलन करने के बाद अपने घर लौट रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा बृहस्पतिवार को आंदोलन समाप्त करने की घोषणा किये जाने के बाद घर लौटने वाले किसानों के सम्मान की तैयारी की जा रही है। मोहाली जिले में चिल्ला गांव की जनसंख्या दो हजार के आसपास है और गांववालों ने दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर जोरशोर से आंदोलन में भाग लिया था। एक स्थानीय निवासी जगतार सिंह ने कहा, “गांव लौटने पर हम उन्हें (किसानों) सम्मानित करेंगे।” उन्होंने कहा कि गांव के 50-60 लोगों ने सिंघू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने कहा, “हम उन्हें एक ट्रॉफी तथा शॉल देकर सम्मानित करेंगे।” उन्होंने कहा कि उनके गांव के चार लोगों ने प्रदर्शनस्थल पर एक साल बिताया। सिंह ने कहा कि वे उन महिलाओं और बच्चों को भी सम्मानित करेंगे जो आंदोलन के समर्थन में किसानों का झंडा उठाकर यातायात सिग्नल पर हर दिन खड़े रहे। इसी प्रकार राज्य के कई स्थानों पर ग्रामीणों ने घर लौट रहे किसानों को सम्मानित करने की योजना बनाई है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://www.punjabkesari.in/national/news/national-news-punjab-kesari-delhi-tamil-nadu-coonoor-general-rawat-1508852,"""गिरा या क्रैश हुआ...?"" कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे का यह वीडियो खड़े करता है कई सवाल, क्या सच्चाई आएगी सामने!","नेशनल डेस्क: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे की जांच कर रहा तीनों सेना का एक दल मानवीय गलती समेत सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रहा है, जिसमें प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल रावत और 12 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई थी। वहीं सोशल मीडिया पर कल से वायरल हो रहे चॉपर का वीडियो कई तरह के सवाल खड़े करता है। यह वीडियो स्थानीय लोगों से प्राप्त किया गया है, जिसमें भारतीय वायु सेना के Mi17 V5 हेलिकॉप्टर का बताया जा रहा है।",1 https://www.punjabkesari.in,https://mp.punjabkesari.in/national/news/ssb-jawans-on-target-of-naxalites-in-kanker-1508845,नक्सलियों के निशाने पर SSB जवान ! IED बम से किए सीरियल ब्लास्ट,"पूरा मामला जिले के रावघाट थाना क्षेत्र अंतर्गत का है यहां एक के बाद एक दो सीरियल IED ब्लास्ट हुए। पहला ब्लास्ट सेंदरी बाहर नाला और दूसरा सूखा नाला के पास हुआ। वहीं IED ब्लास्ट की जानकारी मिलते ही मौके का मुआवना करने के लिए एसडीओपी समेत एसएसबी अधिकारी पहुंचे। सर्चिंग के दौरान 3 जिंदा राकेट लांचर बम भी मिले। जानकारी के मुताबिक रावघाट परियोजना के तहत रेलवे ट्रैक निर्माण के सुरक्षा में जवान तैनात हैं।",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/tamil-nadu-after-a-long-legal-battle-jayalalithaa-niece-got-the-keys-of-the-house-with-a-poes-garden-says-this-is-a-big-victory-953447.html,"Tamil Nadu: लंबी कानूनी लड़ाई के बाद जयललिता की भांजी को मिली पोएस गार्डन वाले मकान की चाभी, कहा- ये बड़ी जीत","तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता. (File Photo) तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता (Tamil Nadu Former CM J Jayalalithaa) की भांजी जे दीपा को आधिकारिक रूप से दिवंगत नेता के पोएस गार्डन (Poes Garden) स्थित आवास की चाभी मिल गई है. इस भव्य भवन को लेकर चल रही लंबी कानूनी लड़ाई का इसके साथ ही शुक्रवार को पटाक्षेप हो गया. चेन्नई की जिलाधिकारी जे विजय रानी ने जयललिता के आवास की चाभी आधिकारिक रूप से दीपा को सौंपी. मद्रास हाई कोर्ट की सिंगल बेंच ने 24 नवंबर के अपने फैसले में जयललिता के आवास वेद निलयम को उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को सौंपने का आदेश दरकिनार करके मकान दीपा को सौंपने का रास्ता साफ कर दिया था. चाभी मिलने पर दीपा ने कहा कि ये बड़ी जीत है. इसे सामान्य जीत नहीं माना जा सकता. मैं बहुत खुश हूं, मैं बहुत भावुक हो रही हूं क्योंकि उनकी मौत के बाद पहली बार मैंने घर के भीतर कदम रखा है. After the court’s verdict, govt has handed over the keys to us. There used to be lots of clashes between us & the Sasikala family. Now I am neither for nor against her: Deepa Jayakumar, niece of ex Tamil Nadu CM J Jayalalithaa after getting keys to her aunt’s Poes Garden bungalow pic.twitter.com/ghvinOri62 — ANI (@ANI) December 10, 2021 AIADMK ने जयललिता के आवास संबंधी फैसले के खिलाफ अपील की इसी महीने अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम ने सिंगल बेंच के जज के उस आदेश के खिलाफ मद्रास हाई कोर्ट का रुख किया, जिसमें तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के चेन्नई के पोएस गार्डन स्थित आवास वेद निलयम को अधिग्रहीत कर स्मारक बनाने के लिए पूर्ववर्ती सरकार द्वारा जारी सभी आदेशों को रद्द कर दिया गया था. न्यायमूर्ति एन शेषशायी ने 24 नवंबर को 2017 से पारित सभी आदेशों को रद्द कर दिया था. अपनी वर्तमान अपील में पूर्व कानून मंत्री और अन्नाद्रमुक के विल्लुपुरम जिला सचिव, सी वी षणमुगम ने कहा कि सिंगल बेंच के जज का आदेश गलत है और कानून के स्थापित प्रस्ताव के विपरीत है. अपील में दावा किया गया है कि पूरे फैसले को पढ़ने मात्र से पता चलता है कि ये कई कारकों से पक्षपाती है, जिसके लिए अदालत के समक्ष कोई सबूत या दलील उपलब्ध नहीं थी. पिछले महीने अदालत ने 2017 से 2020 के बीच जारी सभी आदेशों को रद्द करते हुए तीन रिट याचिकाओं और दिवंगत अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता की भतीजी जे दीपा और भतीजे जे दीपक की ओर से अलग-अलग अनुरोध के साथ दाखिल याचिकाओं को अनुमति दे दी थी. ये भी पढ़ें- मद्रास हाईकोर्ट ने जयललिता का आवास स्मारक में तब्दील करने का आदेश किया रद्द, जानिए क्या है पूरा मामला ये भी पढ़ें- फिर खोला गया पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के ड्राइवर की मौत का मामला, जानें इसके पीछे क्या है वजह (इनपुट- भाषा के साथ)",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/iuml-leader-raises-questions-about-kerala-minister-marriage-to-chief-minister-daughter-says-it-is-illegitimate-953390.html,"Kerala: आईयूएमएल नेता ने केरल के मंत्री की मुख्यमंत्री की बेटी से शादी को लेकर खड़े किए सवाल, बताया इसे नाजायज","वीना और रियास ने पिछले साल जून में तिरुवनंतपुरम में शादी की थी. (File Photo) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (Indian Union Muslim League) के एक नेता ने केरल के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मंत्री पीए मोहम्मद रियास और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) की बेटी वीना विजयन के बीच विवाह को नाजायज बताकर कथित रूप से अप्रिय टिप्पणी की है. वक्फ बोर्ड की नियुक्तियों पर राज्य में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के रुख के विरोध में गुरुवार शाम कोझीकोड में मुस्लिम लीग की ओर से आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य सचिव अब्दुर्रहमान कल्लायी (Abdurahiman Kallai) ने लीग कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वो जोरदार ढंग से ये कहने का साहस दिखाएं कि रियास का वीना के साथ पिछले साल हुआ विवाह नाजायज था. वीना और रियास ने पिछले साल जून में तिरुवनंतपुरम में शादी की थी. शादी तब हुई थी, जब रियास डीवाईएफआई (डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. रियास इस साल अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में कोझीकोड की बेपोर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. उन्हें उनके ससुर विजयन की अध्यक्षता वाले राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जातिवादी नारेबाजी की मुसलमानों के जीवन में इस्लामी सिद्धांतों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने भाषण में अब्दुर्रहमान ने कहा कि डीवाईएफआई के पूर्व अखिल भारतीय अध्यक्ष उनके इलाके के हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी कौन है? क्या ये शादी है? ये एक नाजायज रिश्ता है. उन्होंने आईयूएमएल कार्यकर्ताओं से इसे कहने का साहस दिखाने का आग्रह किया. रैली में शामिल मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री विजयन के खिलाफ जातिवादी लहजे में नारेबाजी भी की. केरल में सोशल मीडिया यूजर्स की ओर से अब्दुर्रहमान की टिप्पणियों की व्यापक रूप से निंदा की गई, जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी. शुक्रवार को खेद व्यक्त करते हुए अब्दुर्रहमान ने कहा कि अपने भाषण में वो केवल निजी जीवन पर धार्मिक दृष्टिकोण का जिक्र कर रहे थे और इसका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. डीवाईएफआई ने रियास और वीना के खिलाफ नेता की विवादास्पद टिप्पणी के लिए मुस्लिम लीग की आलोचना की और पार्टी से अपने नेता की मानसिक स्थिति की जांच कराने का आग्रह किया. ये भी पढ़ें- केरल में कोरोना का बरपा है कहर, पिछले 24 घंटों में 4656 नए मामले आए सामने- 134 मरीजों की गई जान ये भी पढ़ें- केरल: कोच्चि में मॉडल के साथ गैंगरेप के आरोप में एक गिरफ्तार, एक महिला समेत तीन और लोगों की तलाश जारी (इनपुट- भाषा के साथ)",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/supreme-court-says-do-not-use-state-force-to-browbeat-political-opinion-journalists-953316.html,"‘राजनीतिक राय और पत्रकारों को डराने के लिए ना हो राज्य की शक्तियों का इस्तेमाल’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी","सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कहा है कि राज्य की शक्तियों को इस्तेमाल कभी भी राजनीतिक राय या पत्रकारों को डराने के लिए नहीं किया जाना चाहिए. शीर्ष अदालत ने कहा कि देशभर के राजनीतिक वर्ग को बातचीत में हो रही गिरावट को लेकर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. इसने लेखकों और पत्रकारों को ट्विटर युग में अधिक जिम्मेदार होने के लिए कहा है. जस्टिस एसके कौल (SK Kaul) और जस्टिस एमएम सुंदरेश (MM Sundresh) की पीठ ने पश्चिम बंगाल में प्रकाशित लेखों के संबंध में एक समाचार वेब पोर्टल के संपादकों और अन्य के खिलाफ एफआईआर रद्द करते हुए ये टिप्पणियां कीं. शीर्ष अदालत ने कहा कि एक ऐसे देश में जो अपनी विविधता पर गर्व करता है. वहां अलग-अलग धारणाएं और राय होनी चाहिए, जिसमें राजनीतिक राय शामिल होगी. ये लोकतंत्र का सार है. पीठ ने कहा कि राज्य की शक्तियों का इस्तेमाल किसी की राजनीतिक राय को डराने के लिए नहीं किया जाना चाहिए या पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में मौजूद चीजों के लिए पत्रकारों को उसका परिणाम नहीं भुगतना चाहिए. पीठ ने कहा, हालांकि, ये बयान पत्रकारों की जिम्मेदारी नहीं लेता है कि वे मामलों की रिपोर्ट कैसे करते हैं. खासकर ट्विटर युग में. पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ दवे ने पीठ को सूचित किया कि राज्य ने अंग्रेजी भाषा वाली वेबसाइट ओपइंडिया डॉट कॉम की संपादक नूपुर जे शर्मा, यूट्यूबर अजीत भारती और इसके संस्थापक और सीईओ समेत अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेने का फैसला किया है. शीर्ष अदालत ने कहा कि वह समाज और अदालत को परेशान करने वाली बात कहने का मौका नहीं छोड़ना चाहती. शीर्ष अदालत ने क्या कहा? निस्संदेह जो संवाद आजकल हो रहा है, उसमें दुर्बलता नजर आ रही है. इस वजह से देशभर में राजनीतिक वर्ग को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है. एक ऐसे देश में जो अपनी विविधता पर गर्व करता है. वहां अलग-अलग धारणाएं और राय होनी चाहिए, जिसमें राजनीतिक राय भी शामिल होगी. वर्तमान में जारी कार्यवाही एक तरह से उसी के बारे में बात करती है. हम ऐसा इसलिए ऐसा कह रहे हैं, क्योंकि याचिकाकर्ता ने जो किया है वह राजनीतिक वर्ग ने एक-दूसरे के खिलाफ कहा है और वह पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में है. ये एक ऐसा पहलू है, जिसे याचिकाकर्ता के वकील ने प्रमुखता से बताया है. ये भी पढ़ें: Bipin Rawat Funeral Photos: सैन्य सम्मान के साथ बिपिन रावत को अंतिम विदाई, एक दूूसरे को संभालती नजर आईं दोनों बेटियां",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/priyanka-gandhi-will-be-able-to-win-congress-on-the-strength-of-women-in-uttar-pradesh-assembly-elections-2022-953134.html,उत्तर प्रदेश की सियासत में महिलाओं की भगीदारी और प्रियंका गांधी का दांव,"प्रियंका गांधी वाड्रा का दांव क्या बदल देगा यूपी में कांग्रेस का भविष्य. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) में अब महज कुछ ही महीने और बचे हैं. एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) सूबे में दोबारा सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अपनी दावेदारी ठोकने का भरसक प्रयास कर रहे हैं. मायावती की बहुजन समाज पार्टी फिलहाल खामोशी से काम कर रही है, क्योंकि उसे पता है कि उसका एक कोर वोट बैंक है जो उसी के साथ रहेगा. लेकिन इन सबके बीच जो सबसे खास रहा, वह कांग्रेस का ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा रहा. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की डूबती नैया को किनारे लगाने का पूरा जिम्मा इस बार कांग्रेस आलाकमान ने कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के कंधों पर डाल दिया है. और प्रियंका गांधी इसके लिए खूब मशक्कत भी कर रही हैं. यह उनके ही दिमाग की उपज है कि उन्होंने जाति और धर्म से ऊपर उठकर सीधे-सीधे सूबे के 50 फ़ीसदी वोटों पर हमला किया है. यानि उत्तर प्रदेश की सियासत में यह एक नया प्रयोग है. इससे पहले महिलाओं को लुभाने के लिए राजनीतिक पार्टियां उन्हें नौकरियों में आरक्षण सुरक्षा और अन्य मुद्दों पर प्रभावित जरूर करती थीं. लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी राजनीतिक पार्टी ने खुले मंच से उत्तर प्रदेश की महिलाओं को आवाहन किया है कि वह अपनी पार्टी की 40 फीसद सीटों पर महिला उम्मीदवारों को उतारेगी और उत्तर प्रदेश की महिलाओं को सूबे की राजनीति में भागीदार बनाएगी. हालांकि प्रियंका गांधी कि यह नई रणनीति कितनी सफल होगी इसके लिए हमें उत्तर प्रदेश की राजनीति में महिलाओं के योगदान पर एक नजर डाली होगी. फिलहाल 8 सांसद और 44 विधायक हैं उत्तर प्रदेश की सियासत में महिलाओं की भागीदारी कितनी है, इसे आप साल 2019 के लोकसभा चुनाव में और साल 2017 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं की जीत से देख सकते हैं. 80 लोकसभा सीटों वाले इस प्रदेश से 2019 के लोकसभा चुनाव में 11 महिला सांसद चुनी गईं. जिनमें सबसे अधिक 8 बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीती थीं. जबकि कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और अपना दल से 1-1 महिलाएं लोकसभा पहुंची. वहीं अगर राज्यसभा की बात करें तो उत्तर प्रदेश से 4 महिला राज्यसभा सांसद हैं और यह चारों महिला राज्यसभा सांसद भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनी गई हैं. जबकि 403 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य से 2017 विधानसभा चुनाव में 44 महिला विधायक चुनी गईं, जिनमें से 37 महिला विधायक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा पहुंची. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर दो-दो महिला विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचीं. वहीं अगर आप उत्तर प्रदेश के 100 विधान परिषद सदस्यों में महिलाओं की संख्या देखते हैं तो यह महज तीन हैं. जिनमें से दो समाजवादी पार्टी से और एक बीजेपी की सदस्य हैं. कुल प्रतिशत में अगर आंकड़े देखना चाहते हैं तो इसे ऐसे देखिए कि उत्तर प्रदेश से चुने गए सभी लोकसभा सांसदों में महिलाओं की संख्या महज़ 11 फ़ीसदी है. जबकि उत्तर प्रदेश से चुने गए राज्यसभा सांसदों में इनकी संख्या 13 फ़ीसदी है और विधानसभा में महज 11 फ़ीसदी. विधान परिषद में तो आंकड़े शर्मनाक हैं, यहां महिलाओं को महज़ 3 फ़ीसदी भागीदारी मिली है. महिला बनाम महिला प्रियंका गांधी के इस घोषणा के बाद कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वह 40 फ़ीसदी सीटों पर महिला उम्मीदवारों को उतारेगी, ने यूपी के सभी राजनीतिक दलों की सिट्टी पिट्टी गुम कर दी. क्योंकि कोई भी नेता खुलकर इसका विरोध नहीं कर सकता. हालांकि पार्टियों ने एक चाल जरूर चली और प्रियंका गांधी को जवाब देने के लिए अपने महिला कैडर को आगे खड़ा कर दिया. भारतीय जनता पार्टी जिसकी सूबे में सरकार है उसकी ओर से प्रियंका गांधी के इस बयान पर किसी भी पुरुष नेता का कोई बयान नहीं आया है. लेकिन बीजेपी की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने इसे कांग्रेस की शोबाज़ी जरूर करा दिया है और सवाल तक कर दिया कि हाल ही में जो चुनाव हुए उसमें कांग्रेस पार्टी ने कितनी महिलाओं को टिकट दिया था. समाजवादी पार्टी की तरफ से समाजवादी महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने आगे आकर प्रियंका गांधी के इस ऐलान पर सवाल उठा दिए और कहा कि समाजवादी पार्टी में महिलाओं की भागीदारी डॉ राम मनोहर लोहिया के समय से ही निश्चित है और हमारी पार्टी हमेशा महिलाओं की आवाज उठाती रही है. इन सब से इतर उत्तर प्रदेश की सियासत में एक मजबूत महिला चेहरा और सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रियंका गांधी के इस घोषणा पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में होती है तो उसे दलित, पिछड़े और महिलाओं की याद नहीं आती और अब जब कांग्रेस के बुरे दिन हट नहीं रहे हैं, तो पंजाब में दलित की तरह यूपी में महिलाएं इन्हें याद आ रही हैं. यह पूरी तरह से एक कोरी चुनावी नाटक बाजी है. 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देने का असर क्या होगा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस पार्टी 40 फ़ीसदी टिकट महिला उम्मीदवारों को देगी. कांग्रेस के इस फैसले से यह जरूर हो सकता है कि प्रदेश की महिलाएं इससे प्रभावित हों, लेकिन सवाल उठता है कि आखिरकार कांग्रेस को इतनी महिला उम्मीदवार जो चुनाव लड़कर जीतने या सामने वाले प्रत्याशी को टक्कर देने की स्थिति में हों मिलेंगे कहां? क्या कांग्रेस पार्टी ठीक वैसा ही करेगी जैसा गांव में महिला आरक्षित प्रधानी सीटों पर होता है. दरअसल गांव की राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि अगर वहां की पंचायत सीट महिला आरक्षित हो जाती है तो पुरुष जो प्रधानी का चुनाव लड़ना चाहता है, वह अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा देता है. लेकिन यहां समस्या यह आ जाती है कि चुनावी पोस्टर से लेकर 5 साल तक के कामकाज में महिला सिर्फ कागजों पर ही दर्ज रहती है, पोस्टर में भी उसकी फोटो पति की फोटो से छोटी होती है. कुछ समय पहले एक पंचायत वेब सीरीज आई थी जिसमें ऐसे गांवों की हकीकत साफ तरीके से दर्शाई गई थी. उसमें दिखाया गया था कि कैसे एक महिला प्रधान तो होती है, लेकिन पूरा गांव उसके पति को प्रधान जी कहता है और प्रधान का पूरा कार्यभार भी उसका पति ही संभालता है. महिला की जरूरत सिर्फ कागजों पर साइन करने तक ही सीमित रहती है. अगर कांग्रेस पार्टी भी अपने दिग्गज पुरुष नेताओं की पत्नियों, बेटियों और बहनों को सीट देकर अपने 40 फ़ीसदी टिकट के वादे की खानापूर्ति करती है तो इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रियंका गांधी का यह वादा भी केवल दूर के ढोल सुहावने ही साबित होंगे. महिलाओं की भागीदारी उत्तर प्रदेश में समय-समय पर बदलती रही है उत्तर प्रदेश में सबसे पहला विधानसभा चुनाव साल 1952 में हुआ था, इस विधानसभा चुनाव में कुल 20 महिलाएं बताओ और विधायक चुनी गई थीं. इसके बाद 1985 में 31 महिलाएं विधानसभा चुनकर पहुंची. 1989 में सूबे की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी गिर कर 18 पहुंच गई, 1991 के विधानसभा चुनाव में और ज्यादा गिरकर 10 तक पहुंच गई. फिर 1993 के विधानसभा चुनाव हुए इसमें 14 महिलाएं विधायक बनीं. 1996 में यह आंकड़ा 20 तक पहुंचा, 2002 के विधानसभा चुनाव में 126 हुआ और 2007 के विधानसभा चुनाव में महज 3 महिलाएं चुनकर विधानसभा पहुंच सकीं. जबकि 2012 के विधानसभा चुनाव में जब अखिलेश यादव सूबे के मुख्यमंत्री बने थे, उस वक्त 35 महिलाएं चुनकर विधानसभा पहुंची थीं, जो एक रिकॉर्ड था. हालांकि यह रिकॉर्ड साल 2017 में तब टूटा जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने. 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 44 महिलाएं विधायक बनीं, जिनमें से अकेले 37 बीजेपी के टिकट पर चुनी गई थीं. ये भी पढ़ें- Maharashtra: नवाब मलिक ने बॉम्बे HC से बिना शर्त मांगी माफी, कोर्ट के आदेश की अनदेखी कर समीर वानखेड़े पर की थी टिप्पणी देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट के अब तक सामने आए 25 केस, सरकार ने कहा- अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ाई गई निगरानी",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/democracy-is-with-the-people-and-also-within-the-people-says-pm-modi-at-us-hosted-summit-953096.html,"‘लोकतंत्र लोगों के साथ और लोगों के भीतर भी है’, अमेरिका की मेजबानी वाले शिखर सम्मेलन में बोले पीएम मोदी","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता ने पिछले 75 सालों में लोकतांत्रिक राष्ट्र-निर्माण में एक अद्वितीय गाथा का नेतृत्व किया. (File Photo) अमेरिका की मेजबानी वाले लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन (Summit for Democracy) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि मुझे लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है. लोकतांत्रिक भावना हमारे सभ्यतागत लोकाचार का अभिन्न अंग है. सदियों का औपनिवेशिक शासन भारतीय लोगों की लोकतांत्रिक भावना को दबा नहीं सका. भारत की स्वतंत्रता ने पिछले 75 सालों में लोकतांत्रिक राष्ट्र-निर्माण में एक अद्वितीय गाथा का नेतृत्व किया. ये सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व सामाजिक-आर्थिक समावेश की गाथा है, ये निरंतर सुधार की कहानी है. लोकतंत्र सिर्फ जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए नहीं है बल्कि ये जनता के साथ, जनता में समाहित है. भारत को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में अपनी विशेषज्ञता साझा करने में खुशी होगी. The Indian story has one clear message to the world that democracy can deliver, has delivered and will continue to deliver. Democracy is just not about of, by or for the people but also with the people & within the people: PM Modi at ‘Summit for Democracy’, via videoconferencing pic.twitter.com/TZn3gWq0sO — ANI (@ANI) December 10, 2021 प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें क्रिप्टोकरेंसी और सोशल मीडिया जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए वैश्विक मानदंडों को भी संयुक्त रूप से आकार देना चाहिए ताकि उनका उपयोग लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए किया जा सके न कि इसे कमजोर करने के लिए. लोकतंत्र एक साथ काम करके नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है. We must also jointly shape global norms for emerging technologies like cryptocurrencies & social media so that they are used to empower democracy and not to undermine it. By working together, democracies can meet the aspirations of citizens: PM Modi at ‘Summit for Democracy’ pic.twitter.com/ZAtKRwIhDN — ANI (@ANI) December 10, 2021 वहीं शिखर सम्मेलन के पहले दिन बाइडेन ने स्वतंत्र मीडिया, भ्रष्टाचार रोधी कार्यों और अन्य का समर्थन करने के लिए दुनियाभर में 42.4 करोड़ डॉलर तक खर्च करने की अमेरिका की योजना की घोषणा की. इस पहल की घोषणा उन्होंने दुनियाभर में लोकतंत्र की कथित खतरनाक स्थिति को पलटने के लिए विश्व के नेताओं से उनके साथ काम करने का आह्वान करते हुए की. मानव स्वतंत्रता की यात्रा को आगे बढ़ाएंगे- बाइडेन राष्ट्रपति बाइडेन ने पूछा कि क्या हम अधिकारों और लोकतंत्र के अवमूल्यन को अनियंत्रित रूप से जारी रहने देंगे? या हम साथ मिलकर एक दृष्टिकोण बनाएंगे और एक बार फिर मानव प्रगति तथा मानव स्वतंत्रता की यात्रा को आगे बढ़ाने का साहस दिखाएंगे? उन्होंने चीन और रूस का नाम लिए बिना बार-बार यह बात उठाई कि अमेरिका और समान विचारधारा वाले सहयोगियों को दुनिया को ये दिखाने की जरूरत है कि लोकतंत्र निरंकुशता की तुलना में समाज के लिए एक बेहतर माध्यम है. इस सम्मेलन की अमेरिका के मुख्य विरोधियों और अन्य देशों ने आलोचना की, जिन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था. ये भी पढ़ें- अमेरिका की ओर से लोकतंत्र पर आयोजित शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान ने नहीं लिया हिस्सा, क्या चीन का था दबाव! ये भी पढ़ें- Summit for Democracy में राष्ट्रपति बाइडेन ने उठाया निष्पक्ष चुनाव और मीडिया की आजादी का मुद्दा (इनपुट- भाषा के साथ)",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/union-minister-hardeep-singh-puri-bjp-chief-jp-nadda-carry-guru-granth-sahib-which-has-been-brought-by-sikh-delegation-from-kabul-953039.html,"माथे पर गुरु ग्रंथ साहिब रख चलते नजर आए जेपी नड्डा और हरदीप सिंह पुरी, अफगानिस्तान से 104 लोगों को भी सुरक्षित निकाला","जेपी नड्डा और हरदीप सिंह पुरी सिर पर रख कर ले गए गुरु ग्रंथ साहिब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारों और मंदिरों में रखे धार्मिक ग्रंथों को भारत सुरक्षित लाया गया है. दिल्ली पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) एयरपोर्ट पर अपने सिर पर रखकर पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर गए. इसी खास विमान से 10 भारतीय नागरिकों समेत 104 लोगों को भी सुरक्षित निकाला गया. भारत सरकार की ओर से भेजी गई स्पेशल फ्लाइट के जरिए 104 लोगों का रेस्क्यू किया गया. साथ में कई पवित्र धार्मिक ग्रंथों को भारत लाया गया. काबुल के ऐतिहासिक गुरुद्वारों में रखे 3 गुरु ग्रंथ साहिब को आज दोपहर काबुल (अफगानिस्तान) से सिख प्रतिनिधिमंडल लेकर आया. श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को महावीर नगर स्थित अर्जन देव जी गुरुद्वारा जबकि हिंदू धार्मिक ग्रंथों को फरीदाबाद के असामाई मंदिर ले जाया गया. #WATCH | Union Minister Hardeep Singh Puri and BJP chief JP Nadda carry Guru Granth Sahib which has been brought by Sikh delegation from Kabul, Afghanistan this afternoon. The delegation has brought three Guru Granth Sahib with them. pic.twitter.com/2ckZFRd9oP — ANI (@ANI) December 10, 2021 अफगानिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों से तीन पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अलावा 5वीं शताब्दी के असामाई मंदिर से रामायण, महाभारत और भगवद गीता सहित हिंदू धार्मिक ग्रंथों को भी लाया गया. ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ के तहत विशेष व्यवस्था भारत ने आज शुक्रवार को विशेष चार्टर विमान से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 10 भारतीय नागरिकों समेत 104 लोगों को सुरक्षित निकाला. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत उड़ान की व्यवस्था की गई थी. 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान की ओर से कब्जा जमाए जाने के बाद वहां राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति बन गई थी और बड़ी संख्या में लोग वहां से निकलने की कोशिश करने लगे. भारत ने भी वहां पर फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया था. रेस्क्यू किए लोगों में 9 बच्चे भी शामिल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत, भारत द्वारा व्यवस्थित एक विशेष काम एयर फ्लाइट काबुल से नई दिल्ली पहुंची है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘स्पेशल विमान के जरिए 10 भारतीयों और 94 अफगानों को सुरक्षित निकाला गया है, जिनमें अफगान हिंदू-सिख अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य भी शामिल हैं. सुरक्षित निकाले गए लोगों में 3 शिशुओं सहित 9 बच्चे भी शामिल हैं.’ अधिकारियों ने यह भी बताया कि उड़ान के कुछ जरुरी चिकित्सा आपूर्ति के साथ भारत में फंसे 90 से अधिक अफगान नागरिकों के वापस लौटने की संभावना है. इस स्पेशल उड़ान के जरिए राजधानी काबुल (Kabul) के प्राचीन असामाई मंदिर से 3 श्री गुरु ग्रंथ साहिब और हिंदू धार्मिक ग्रंथों की कई प्रतियां लाईं गईं. साथ ही यह पता चला है कि भारत सरकार और दिल्ली स्थित अफगान दूतावास दोनों ने स्पेशल उड़ान की व्यवस्था करने के लिए समन्वय किया था. इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने पहले एक बयान में कहा, यह गर्व की बात है कि “अफगानिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारों से तीन पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी ग्रंथ और रामायण, महाभारत तथा भगवदगीता सहित हिंदू धार्मिक ग्रंथों” को पांचवीं शताब्दी से काबुल में असमाई मंदिर से दिल्ली लाया जा रहा है. ये भी पढ़ें Bipin Rawat Funeral: पंचतत्व में विलीन हुए बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका, नम आंखों से दोनों बेटियों ने माता-पिता को दी मुखाग्नि",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/parliament-winter-session-2021-today-updates-house-to-reconvene-adjournment-motion-notice-on-inflation-human-rights-violation-952202.html,"Winter Session: स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया बोले- ओमीक्रॉन पर वैक्सीन कितना प्रभावी, लैब में की जा रही स्टडी","संसद भवन (Parliament) संसद (Parliament) के शीतकालीन सत्र (Winter Session) का आज शुक्रवार को 10वां दिन है. सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोगों की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत के बाद श्रद्धांजलि देने के लिए विपक्षी दलों की ओर से कल सदन में कोई प्रदर्शन नहीं किया गया था, लेकिन आज कई मुद्दों पर बहस के लिए विपक्ष की ओर से नोटिस दिया गया है. लोकसभा में सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कब बूस्टर डोज दिया जाएगा, इसके बारे में भी जानकारी दी. राज्यसभा की कार्यवाही 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. इससे पहले कार्यवाही के दौरान राज्यसभा में यूपी के रेवती रमन सिंह ने फसल के असेसमेंट को लेकर सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार सही से फसल का असेसमेंट नहीं करती, जिससे इमश्योरेंस कंपनियों को फायदा होता है, किसानों को नहीं. राज्यसभा में सांसद जया बच्चन ने सवाल किया ‘ग्रेटर नोएडा पर विज़न तो बहुत दिखाया, लेकिन एक्शन कब होगा?’. सत्र के 10वें दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में नए वेरिएंट पर वैक्सीन के प्रभावी होने के मामले पर कहा कि ओमीक्रॉन पर वैक्सीन कितनी प्रभावी है, उसके लिए लैब में स्टडी की जा रही है. इसके बाद ही यह बताया जा सकता है कि वैक्सीन कितनी प्रभावी होगी. उन्होंने यह भी बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए देश में इस समय 36 लैब उपलब्ध हैं और इनमें से 30 हजार जीनोम सीक्वेंसिंग की जा सकती हैं. ये कैपेसिटी प्राइवेट लैब का उपयोग करके बढ़ाई भी जा रही है. मंडाविया ने आगे कहा कि ये बहुरूपिया वायरस है. समय-समय पर रूप बदलता है. नए-नए म्यूटेंट के रूप में हम पूर्णतया इस पर नजर रखे हुए हैं. म्यूटेंट के व्यवहार पर लगातार अध्ययन कर रहेः मंडाविया देश में वैक्सीन डोज के बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब तक देश में 89% फर्स्ट डोज लगा दिया है. जबकि करीब 7 करोड़ डोज अब भी राज्यों के पास पड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि देश में दो एक्सपर्ट ग्रुप हैं. दोनों ग्रुप जब सहमति देंगे तो हम तीसरा या बूस्टर डोज देंगे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केरल में एक्सपर्ट टीम ने स्टडी किया और जाकर सलाह दी है कि कोविड अप्रोप्रिट बिहेवियर अपनाना ही सबसे सही तरीका है. उन्होंने कहा कि आज देश में ओमीक्रॉन के 23 मामले हैं. हम रोज वैज्ञानिकों से सुबह इस पर चर्चा करते हैं. हम लगातार अध्ययन कर रहे हैं कि म्यूटेंट कैसे-कैसे व्यवहार कर रहा हैं. कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है तो कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने “भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना की घुसपैठ …” मुद्दे पर चर्चा करने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया. Congress MP Manish Tewari gives adjournment motion notice in Lok Sabha over the issue of inflation. — ANI (@ANI) December 10, 2021 मानवाधिकार पर चर्चा के लिए नोटिस इसी तरह राज्यसभा में सांसद मनोज कुमार झा ने “पूरे भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चर्चा करने के लिए” सदन में निलंबन का नोटिस दिया है. इससे पहले संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र में कल गुरुवार को पहली बार राज्यसभा में कामकाज सुचारू रूप से शुरू हो सका था. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य रक्षाकर्मियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, विपक्षी दलों ने राज्यसभा के बाहर और अंदर दोनों जगह अपना विरोध प्रदर्शन नहीं किया था. 29 नवंबर से चल रहे सत्र में यह पहला मौका था, जब संसद का शीतकालीन सत्र सुचारू रूप से चल सका था. फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च पर बिल राज्यसभा में पास रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल गुरुवार को लोकसभा में तमिलनाडु में सैन्य हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी दी. इस हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी. राज्यसभा में कल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) विधेयक, 2021 पर चर्चा की गई. चर्चा के बाद राज्यसभा ने ‘द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) विधेयक 2021’ पारित किया. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इस विधेयक पर बोलने से पहले, मैं 10 लाख फार्मासिस्टों, कर्मचारियों, सीईओ, एमडी, अध्यक्षों को धन्यवाद देता हूं. कोविड के दौरान भारत की सहायता की और 150 देशों को दवा की आपूर्ति की. वहीं कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा को गुमराह किया जब उन्होंने कहा कि नागालैंड में नागरिकों के भागने की कोशिश करने के बाद सुरक्षा बलों ने उन पर गोलियां चलाईं. लोकसभा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशकों के कार्यकाल के विस्तार से संबंधित विधेयकों पर भी चर्चा की गई. ये भी पढ़ें राज्यसभा शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित, कल विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/why-opposition-parties-not-raising-the-issue-of-poverty-in-the-uttar-pradesh-assembly-elections-2022-953106.html,उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसको अमीर बनाएंगे 37.38 फ़ीसदी गरीब लोग,"उत्तर प्रदेश के चुनाव में क्यों नहीं हो रही है गरीबों की बात. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) में जितनी चर्चा जातीय गणित, हिंदू-मुस्लिम, काशी-मथुरा-अयोध्या और पाकिस्तान, जिन्ना की हो रही है, इतनी चर्चा गरीबी पर नहीं हो रही है. जबकि नीति आयोग द्वारा जारी की गई ‘नेशनल मल्टीडाइमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स’ के अनुसार उत्तर प्रदेश बिहार, झारखंड के बाद तीसरे नंबर पर है. यहां की कुल आबादी का 37.38 फीसद हिस्सा गरीब है. इस रिपोर्ट में पाया गया कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगभग 64 जिले ऐसे हैं, जहां का मल्टीडाइमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. समस्या इस बात की है कि जब प्रदेश में इतना बड़ा मुद्दा जो आम जनमानस से जुड़ा है, मौजूद है, तो राजनीतिक पार्टियां इसे क्यों चुनाव के दौरान उठाने से बच रही हैं. क्या यह 37.78 फ़ीसदी गरीब लोग चुनावों में वोट नहीं देते, या इनके वोटों से सरकारें नहीं बनती. ऐसा नहीं है कि राजनीतिक पार्टियां अपने चुनावी मेनिफेस्टो में गरीबों की बात नहीं करतीं, वह बात तो जरूर करती हैं, लेकिन केवल मेनिफेस्टो के पन्नों पर. सार्वजनिक मंचों से जितनी ज्यादा बार जाति, धर्म, मंदिर-मस्जिद, पाकिस्तान-जिन्ना के मुद्दे उठाए जाते हैं, उतनी बार कभी भी यूपी की गरीब जनता से जुड़े मुद्दे नहीं उठाए जाते. शायद यही वजह है कि 1971 से चले आ रहे नारे ‘गरीबी हटाओ’ के 50 साल होने के बावजूद भी देश से गरीबी नहीं मिटी. गरीबों की सियासी पार्टियों के मेनिफेस्टो में जगह कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया जाए तो उत्तर प्रदेश में अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने अपना 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर मेनिफेस्टो जारी नहीं किया है. कांग्रेस पार्टी ने भी केवल सांकेतिक रूप से अपना एक महिला घोषणापत्र जारी किया है, जिसमें वह महिलाओं की बात करती दिख रही है. हालांकि अगर हम 2017 विधानसभा चुनाव के इन राजनीतिक दलों के मेनिफेस्टो को देखें तो हमें अंदाजा लग जाएगा कि कौन सी पार्टी गरीबों के लिए कितना सोचती है. सबसे पहली बात समाजवादी पार्टी की, 2012 से लेकर 2017 तक अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार चला रहे थे. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में इन्होंने जब अपना घोषणा पत्र जारी किया तो उसमें खास ‘गरीबों’ के लिए मेंशन करके कोई योजना नहीं थी. हालांकि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए एक आयोग गठित करना, समाजवादी पेंशन योजना और अन्य पेंशन योजनाओं के तहत एक करोड़ परिवारों को 1000 रुपए की मासिक पेंशन देना, अंत्योदय अन्न योजना के तहत निशुल्क गेहूं और चावल का वितरण करना, न्यूनतम मजदूरी का निर्धारण करना, कमजोर वर्ग के लिए असाध्य रोगों के इलाज के लिए नई स्वास्थ्य बीमा योजनाएं लाना इत्यादि शामिल थे. हालांकि 2017 में अखिलेश यादव की सरकार नहीं बनी इसलिए उनके यह वादे केवल पन्नों पर ही रह गए. कांग्रेस ने भी 2017 के विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि अगर उसकी सरकार आती है तो किसानों का कर्ज माफ होगा और बिजली बिल हाफ होगा. इसके साथ ही कांग्रेस ने वादा किया था कि उत्तर प्रदेश में 150 दिनों का रोजगार गारंटी कानून लागू होगा. यानि सभी लोगों को जो बेरोजगार हैं, उन्हें कम से कम डेढ़ सौ दिनों का रोजगार मुहैया कराया जाएगा. हालांकि 2017 के घोषणा पत्र में भी कांग्रेस का ज्यादा ध्यान महिलाओं की ओर ही था, क्योंकि उस दौरान भी कांग्रेस ने हर जिले में 3 महिला थाना खोलने की बात कही थी, कन्या सशक्तिकरण योजना लागू करने की बात कही थी और पंचायतों में महिलाओं को 50 फ़ीसदी आरक्षण देने की बात की थी. बीजेपी ने गरीबों के लिए क्या-क्या किया 2017 के भारतीय जनता पार्टी के मेनिफेस्टो को देखें तो उसमें भारतीय जनता पार्टी के खास मुद्दे राम मंदिर, किसानों की ऋण माफी, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान, नागरिकों की सुरक्षा, एंटी भू माफिया टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश को फूड पार्क राज्य के रूप में बदलना, और 90 दिनों के भीतर राज्य सरकार की सभी रिक्त पदों की भर्ती के लिए पारदर्शी प्रक्रिया शुरू करना था. हालांकि बीजेपी ने हाल ही में प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत लगभग साढ़े 5 लाख गरीबों को घर मुहैया कराया. जिसमें कुल 6637.72 करोड़ रुपए की लागत आई. नए एलपीजी कनेक्शनों की बात करें तो उज्ज्वला योजना के तहत योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक 1 करोड़ 67 लाख कनेक्शन दिए हैं. 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ कि कर्ज माफी, गन्ना किसानों को 1.44 लाख करोड़ से अधिक का बकाया भुगतान किया. प्रदेश की 42.19 लोगों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना बीमा से कवर किया. यूपी की गरीबी का जिम्मेदार कौन है नीति आयोग ने जब ‘नेशनल मल्टीडाइमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स’ की रिपोर्ट जारी की, जिसमें उत्तर प्रदेश अपनी 37.78 फ़ीसदी आबादी के साथ देश का तीसरा सबसे बड़ा गरीबों वाला राज्य बना, अखिलेश यादव समेत प्रियंका गांधी ने भी इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी को घेरने का प्रयास किया. हालांकि हम आपको बता दें कि ‘नेशनल मल्टीडाइमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स’ रिपोर्ट, नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2015-16 की रिपोर्ट पर आधारित है. यानि यह रिपोर्ट उस वक्त पर आधारित है जिस वक्त उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की नहीं बल्कि अखिलेश यादव की सरकार थी. इसलिए इस इंडेक्स पर जवाबदेही केवल योगी आदित्यनाथ की नहीं बल्कि अखिलेश यादव की भी बनती है. ये भी पढ़ें- Bipin Rawat Funeral Photos: सैन्य सम्मान के साथ बिपिन रावत को अंतिम विदाई, एक दूूसरे को संभालती नजर आईं दोनों बेटियां देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट के अब तक सामने आए 25 केस, सरकार ने कहा- अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ाई गई निगरानी",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/political-temperature-heats-in-jammu-kashmir-leaders-in-campaign-mode-omar-abdullah-demands-article-370-reimplementation-952732.html,"जम्मू-कश्मीर में गर्म हुआ राजनीतिक पारा, कैंपेन मोड में जुटे नेता, उमर अब्दुल्ला ने की अनुच्छेद 370 फिर से लागू करने की मांग","कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी. सर्दियां शुरू होते ही कश्मीर में सियासी पारा चढ़ने लगा है. चुनावों को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के सभी शीर्ष नेता पहले से ही अभियान मोड में हैं और अपने सार्वजनिक संपर्क को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि अभी तक चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की गई है. लेकिन मुख्यधारा के अधिकांश नेता उम्मीद कर रहे हैं कि परिसीमन प्रक्रिया (Delimitation Process) खत्म होने के बाद अगले कुछ महीनों में चुनाव हो सकते हैं. हाल के दिनों में तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में कई सभाओं को संबोधित किया, जिसमें जबरदस्त भीड़ देखी गई थी. कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कई रैलियों में हिस्सा लिया और लोगों के लिए जमीन और नौकरी के आरक्षण के साथ-साथ राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की. जनता अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से दुखी जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के उपाध्यक्ष जीएन मोंगा (GN Monga) ने कहा, ‘उन्होंने (आजाद ने) जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों में रैलियां कीं और लोगों से सामने आई प्रतिक्रिया जबरदस्त थी. यह भी जमीनी स्तर पर कांग्रेस को मजबूत करने का एक प्रयास है.’ उन्होंने कहा कि ये रैलियां उन लोगों तक पहुंच बनाने का एक प्रयास थीं, जो अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से दुखी हैं. उन्होंने कहा, ‘आने वाले दिनों में आजाद और अन्य पार्टी नेताओं द्वारा और ज्यादा रैलियां की जाएंगी.’ नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) का चिनाब घाटी (Chenab Valley) का दौरा खत्म हो गया. यहां उन्होंने कई राजनीतिक रैलियों को संबोधित किया, जिसमें भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी थी. उमर ने जम्मू-कश्मीर का खास दर्जा छीनने के लिए केंद्र सरकार (Central Government) पर निशाना साधा और राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा की बहाली के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने की कसम खाई. उन्होंने कांग्रेस पर उनके नेतृत्व द्वारा दिए गए अनुच्छेद 370 का दृढ़ता से बचाव नहीं करने का भी आरोप लगाया. रैलियों में जनता ने दी जबरदस्त प्रतिक्रिया उमर के राजनीतिक सलाहकार तनवीर सादिक (Tanvir Sadiq) ने बताया कि रैलियों में जनता की प्रतिक्रिया जबरदस्त थी. उन्होंने कहा, ‘दुखद बात यह है कि लोग खुश नहीं हैं. 5 अगस्त 2019 के बाद जो कुछ हुआ उससे वे परेशान और निराश हैं. जिस तरह से इस राज्य को दो भागों में विभाजित किया गया है और एक केंद्र शासित प्रदेश में डाउनग्रेड किया गया है, उससे जनता निराश हैं. वे इस बात का जवाब चाहते हैं कि हमारे जैसे समृद्ध राज्य को उस स्थिति में क्यों रखा गया, जहां हम आज हैं.’ ये भी पढ़ें: रुला देंगी ये तस्वीरें: ब्रिगेडियर लिड्डर को अंतिम विदाई देते हुए टूट गईं पत्नी, बेटी की आंखों से भी बहा सैलाब",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/amit-shah-rahul-gandhi-president-ramnath-kovind-many-leaders-paid-tribute-cds-general-bipin-rawat-madhulika-rawat-952398.html,"राजनेता, मौलवी और राजदूत… सभी ने जनरल बिपिन रावत को दी अंतिम श्रद्धांजलि","तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में दिवंगत CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को दिल्ली स्थित उनके आवास पर लाया गया है. देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का अंतिम संस्कार आज पूरे सैन्य सम्मान के साथ दिल्ली में किया जाएगा. इसी बीच गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और रामदास आठवले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और हरिश रावत समेत कई नेताओं, मौलवी और राजदूत ने CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. ‘भारी मन से जनरल रावत को दी श्रद्धांजलि’- शाह अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने ट्विट करते हुए लिखा, ‘भारी मन से जनरल बिपिन रावत जी और श्रीमती मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) जी को श्रद्धांजलि अर्पित की. जनरल रावत वीरता और साहस के प्रतिमूर्ति थे. उन्हें इतनी जल्दी खोना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था. मातृभूमि के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा हमारी यादों में रहेगी.’ With a heavy heart paid my last respects to Gen Bipin Rawat Ji and Mrs Madhulika Rawat Ji. Gen Rawat was the epitome of bravery and courage. It was very unfortunate to lose him so early. His commitment towards the motherland will forever remain in our memories. pic.twitter.com/RvlXP8L1tg — Amit Shah (@AmitShah) December 10, 2021 राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनके आवास पर श्रद्धांजलि दी.सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, उनका जाना देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. ये हमारा दुर्भाग्य है कि हमने इतने अच्छे सैनिक को खो दिया है. हम आशा करते हैं कि परमात्मा उनके परिवार को ये दुख सहने की शक्ति दें. जे.पी.नड्डा ने श्रद्धांजलि दी दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि दी. उत्तराखंड सीएम ने श्रद्धांजलि दी दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनके आवास पर श्रद्धांजलि दी. इजरायल के राजदूत भी पहुंचे इजरायल के राजदूत नाओर गिलों सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पहुंचे. अनिल बैजल ने श्रद्धांजलि दी दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनके आवास पर श्रद्धांजलि दी. हरियाणा सीएम ने दुख जताया हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, देश के बहादुर बिग्रेडियर एल. एस. लिड्डर जिस प्रकार से दुर्घटना में गए हैं उससे देश को एक बहुत बड़ी हानि हुई है. अभी उनका प्रमोशन होने वाला था, वो देश की एक बड़ी कमान संभालने वाले थे लेकिन वो हमें बीच में छोड़कर चले गए. इसका हमें बहुत कष्ट है. ये भी पढ़ें: Brigadier LS Lidder Funeral: हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर लिड्डर का हुआ अंतिम संस्कार, पत्नी-बेटी ने नम आंखों से कहा, ‘अलविदा’",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/bjp-president-j-p-nadda-kickstarts-bjp-campaign-in-manipur-says-n-biren-singh-led-govt-brought-stability-state-manipur-assembly-election-2022-862500.html,"मणिपुर में नड्डा ने फूंका चुनावी बिगुल, कहा- 4 साल में किए विकास पर मिलेगा जनता का साथ, फिर खिलेगा कमल","बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (फाइल फोटो) मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी बिगुल बज गया है. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने मणिपुर दौरे के दौरान कहा कि पार्टी 2017 के बाद से किए गए विकास कार्यों के आधार पर राज्य में सत्ता में एक बार फिर वापसी करेगी. मणिपुर के बिष्णुपुर के साई ग्राउंड में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने राज्य को ‘आत्मनिर्भर भारत का प्रवेश द्वार’ बताया. राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए, भाजपा नेता ने कहा, ‘हमारी सरकार के बनने से पहले मणिपुर में भ्रष्टाचार, कमीशन और अपराधीकरण का बोलबाला था. अपहरण के मामले पुलिस थानों के बाहर हल होते थे. यही राज्य की जमीनी हकीकत थी. यहां कोई विकास नहीं हुआ था.’ चार साल में हुए सिर्फ विकास कार्य उन्होंने राज्य में वर्तमान भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की प्रशंसा की और कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पिछले चार वर्षों के दौरान केवल विकास के लिए काम किया है. नड्डा ने कहा, ‘मणिपुर अब विकास की मुख्यधारा में है क्योंकि लोगों ने 2017 में सही समय पर भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार चुनी थी. पूर्वोत्तर राज्यों में मणिपुर आत्मानिर्भर भारत अभियान में अग्रणी है.’ उन्होंने कहा, ‘अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इनोवेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार, कनेक्टिविटी और एकीकरण का समय है.’ पीएम और सीएम ने लोगों को साथ लेकर चलने का काम किया नड्डा ने आगे कहा कि चुनी हुई बेहतर सरकार के कारण लोगों को शांत वातावरण मिला है. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा सभी को एक साथ लेकर चलने का प्रयास किया गया है. गृह मंत्री अमित शाह सहित इन नेताओं ने समाज में सभी को एक साथ लाने के लिए एक सक्रिय भूमिका निभाई गई है जिससे राज्य में स्थिरता आई है.’ उन्होंने आगे केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि इन योजनाओं ने राज्य के आम आदमी को सशक्त बनाया है. नड्डा दो दिवसीय शनिवार को मणिपुर पहुंचे, जहां अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. नड्डा यहां पार्टी के कोर समूह के नेताओं के अलावा पार्टी के सांसदों व विधायकों से भी चर्चा करेंगे. साथ ही नड्डा के श्री गोविंदजी मंदिर में पूजा अर्चना करने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है. ये भी पढ़ें: राहुल गांधी का पीएम मोदी पर तंज- किसानों की हत्या, महंगाई, बेरोजगारी पर चुप हैं प्रधानमंत्री, इन चीजों पर हैं काफी सक्रिय",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/manipur-npp-candidate-n-diten-residence-attacked-miscreants-hurled-grenade-883304.html,"मणिपुर: NPP के उम्मीदवार एन दितेन के आवास पर हमला, अज्ञात उपद्रवियों ने फेंका ग्रेनेड","योगी सरकार में अपराधियों पर कसकर चाबुक चलाया जा रहा है. यही वजह है कि हिस्ट्रीशीटर बुरी तरह से डरे हुए हैं. मणिपुर (Manipur) में अज्ञात उपद्रवियों ने नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के प्रत्याशी एन दितेन के आवास पर शुक्रवार को हथगोला फेंका. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि यह घटना थोउबल जिले के उखोंगसांग मायई इलाके में शाम करीब छह बजकर 45 मिनट पर घटी. हालांकि, इसमें कोई घायल नहीं हुआ है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि दितेन आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गत कुछ महीनों से अपने आवास से चुनाव प्रचार कर रहे हैं, लेकिन विस्फोट के समय वह आवास पर नहीं थे. विधानसभा की तैयारियों में जुटी पार्टियां मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सभी पार्टियां कमर कस चुकी हैं. हाल ही में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मणिपुर दौरे पर गए थे. इस दौरे के दौरान उन्होंने 2017 के बाद से किए गए विकास कार्यों के आधार पर एक बार फिर सत्ता में वापसी की बात कही. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, हमारी सरकार के बनने से पहले राज्य में मणिपुर में भ्रष्टाचार, कमीशन और अपराधीकरण का बोलबाला था. यह राज्य की जमीनी हकीकत थी. यहां कोई विकास नहीं हुआ था. उन्होंने वर्तमान में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार की तारीफ करते हुए कहा, सीएम एन बीरेन सिंह ने केवल और केवल विकास के लिए काम किया. जेपी नड्डा ने कहा कि बेहतर सरकार के कारण लोगों को शांत वातावरण मिला है. उन्होंने कहा, ”पीएम और सीएन ने सभी को एक साथ लेकर चलने की कोशिश की. गृह मंत्री अमित शाह सहित इन नेताओं ने समाज में सभी को एक साथ लाने के लिए एक सक्रिय भूमिका निभाई है जिससे राज्य में स्थिरता आई है.” उन्होंने केंद्र की कई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इनसे राज्य के आम आदमी सशक्त बना. (भाषा से इनपुट) यह भी पढ़ें: UP विधानसभा चुनाव में सपा से गठबंधन करेंगे शिवपाल यादव! सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा के दौरान कही ये बड़ी बात ‘हमें औपनिवेशिक माइंडसेट से बाहर निकलने की ज़रूरत’, राम माधव की बुक लॉन्च पर बोले RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/2022-assembly-elections-survey-bjp-in-clear-majority-in-uttar-pradesh-aap-in-punjab-congress-samajwadi-party-bahujan-samaj-party-912566.html,"सर्वे: UP में कम होंगी बीजेपी की सीटें, इन राज्यों में भाजपा को मिलेगा बहुमत! जानें पंजाब समेत 5 राज्यों में किसकी बन सकती है सरकार","5 राज्यों में विधानसभा चुनाव (प्रतीकात्मक तस्वीर) साल 2022 की शुरुआत में देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2022) के लिए राजनीतिकि पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं. इनमें से चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली सरकार है, वहीं पंजाब में कांग्रेस सत्ता में है. अगले चुनाव में किस राज्य में फेरबदल होगा या कौन-सी पार्टी सत्ता में दोबारा आएगी, एबीपी सी-वोटर ने सर्वे के जरिए आंकड़े जारी किए हैं. सर्वे के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन सकती है. राज्‍य में 403 विधानसभा सीटें हैं. सर्वे की मानें तो राज्य में बीजेपी और उसके सहयोगियों को 213-221 सीटें मिल सकती हैं. वहीं बीजेपी गठबंधन को 41 फीसदी वोट मिल सकती है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी (SP) और सहयोगियों को 152-160 सीटों पर जीत मिल सकती है. वोटों के प्रतिशत मामले में भी 31 फीसदी के साथ ये दूसरे नंबर पर हैं. सर्वे के अनुसार, बहुजन समाज पार्टी (BSP) को 16-20 सीटें (वोट प्रतिशत-15), कांग्रेस को 6-10 सीटें (वोट प्रतिशत-9) और अन्य को 2-6 सीटें (वोट प्रतिशत-4) मिल सकती हैं. पंजाब में AAP सबसे बड़ी पार्टी वहीं पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. राज्य में विधानसभा की कुल 117 सीटें हैं. सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस को 42-50 (वोट प्रतिशत-35), शिरोमणि अकाली दल (SAD) को 16-24 सीटें (वोट प्रतिशत-21), आम आदमी पार्टी को 47-53 सीटें (वोट प्रतिशत-36) मिल सकती है. यहां बीजेपी का प्रदर्शन खराब होने के संकेत हैं. बीजेपी को 0-1 और अन्य को 0-1 सीट मिलने का अनुमान है. उत्तराखंड में बीजेपी को बढ़त संभव सर्वे के अनुसार, उत्तराखंड में बीजेपी को बढ़त का अनुमान है हालांकि कांग्रेस यहां कड़ी टक्कर दे सकती है. राज्य में 70 विधानसभा क्षेत्र हैं. यहां बीजेपी को 36-40 सीटों (वोट प्रतिशत-41) पर जीत मिल सकती है. वहीं कांग्रेस को 30-34 सीटें (वोट प्रतिशत-36), आम आदमी पार्टी को 0-2 (वोट प्रतिशत-12) और अन्य को 0-1 सीट मिलने का अनुमान है. गोवा में भी बीजेपी की हो सकती है वापसी गोवा में भी बीजेपी वापसी करती हुई दिख रही है. राज्य में विधानसभा की 40 सीटें हैं. सर्वे के मुताबिक, राज्य में बीजेपी को 19-23 सीटें (वोट प्रतिशत-36) मिल सकती है. वहीं कांग्रेस को 2-6 सीटों (वोट प्रतिशत-19) और आम आदमी पार्टी को 3-7 सीटों (वोट प्रतिशत-24) पर जीत मिल सकती है. सर्वे में अन्य को 8-12 सीटों पर जीत का अनुमान है. राज्य में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है. मणिपुर में होगा ‘खेला’ वहीं मणिपुर में बीजेपी को 25-29 सीटों (वोट प्रतिशत-39) पर जीत मिल सकती है. राज्य में विधानसभा की 60 सीटें हैं. ऐसे में कोई भी पार्टी बहुमत का आंकड़ा पार करती हुई नहीं दिख रही है. सर्वे के अनुसार, कांग्रेस को 20-24 सीटें (वोट प्रतिशत-33), नागा पीपल्स फ्रंट (NPF) को 4-8 सीटें (वोट प्रतिशत-9) और अन्य को 3-7 (वोट प्रतिशत-19) सीटें मिल सकती हैं. ये भी पढ़ें- Delhi-NCR Air Pollution: नोएडा की हवा सबसे जहरीली, 750 के पार पहुंचा AQI, दिल्ली में भी हालात बुरे; ओवरऑल AQI 499 तक पहुंचा ये भी पढ़ें- त्रिपुरा हिंसा के विरोध में बुलाया गया बंद हुआ हिंसक! नांदेड़, मालेगांव और अमरावती में तोड़फोड़ और पत्थरबाजी, करीब 23 लोग घायल; दुकानें तोड़ी गईं",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/state/punjab/punjab-vidhansabha-election-cm-charanjit-singh-channi-brother-dr-manohar-contest-election-952146.html,"Punjab assembly election 2022: पंजाब कांग्रेस में भी पनप रहा है परिवारवाद, CM चन्नी के भाई भी चुनाव लड़ने की कर रहे हैं तैयारी","मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सभी सियासी दल रणनीति तैयार कर चुनाव प्रचार प्रसार में जुट चुकी है. एक तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी जनता से किए वादे आचार संहिता लगने से पहले पूरा करने की कोशिश में जुटे हुए हैं, ताकि इसका सिया माइलेज लिया जा सके वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह भी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए हैं. उन्होंने पंजाब के चुनावी रण में क़िस्मत आज़माने के लिए सीनियर मेडिकल अफसर पद से इस्तीफा भी दे दिया है. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह खरड़ सिविल अस्पताल में बतौर सीएमओ काम कर रहे थे. सरकारी पद पर तैनात व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता इसलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया. इस्तीफ़ा देने के बाद से वह फतेहगढ़ साहिब के बसी पठानां विधानसभा क्षेत्र में एक्टिव हो गए हैं. आपको बता दें कि यह विधानसभा क्षेत्र एससी वर्ग के लिए रिजर्व है. इसलिए डॉ. मनोहर सिंह ने इस विधानसभा क्षेत्र को चुनते हुए लोगों से मुलाकात करना शुरू कर चुके हैं. यहां तक कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में दांव आजमाने के लिए बसी पठानां में अपना दफ़्तर भी खोल दि या है. गौरतलब है कि डॉ. मनोहर का कहना है कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने मंजूरी दी तो वह बसी पठानां विधानसभा क्षेत्र से जरूर चुनाव लड़ेंगे. लोगों के बीच इसलिए रहे चर्चा में पंजाब की सियासी गलियारों में यह चर्चा ज़ोरों पर है कि अब पंजाब कांग्रेस में भी परिवारवाद पनपने लगा है यही वजह है कि बसी पठानां से कांग्रेस के ही विधायक होने के बावजूद मुख्यंमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ मनोहर सिंह यहां से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. गौरतलब है कि बसी पठाना में पहले से ही कांग्रेस के विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी हैं, लगातार दूसरी बार वह टिकट के दावेदार हैं. इसके बावजूद सीएम चन्नी के भाई यहां से चुनाव लड़ने की ख़्वाहिश कर रहे हैं. मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह का बयान नंदपुर कलौर के प्राइमरी हेल्थ सेंटर में तैनाती के वक्त वह लोगों के बीच खूब चर्चा में रहे थे. इसी वजह से वहां के मौजूदा कांग्रेसी विधायक गुरप्रीत जीपी ने उनका तबादला करवा दिया था. आपको बता दें कि डॉ. मनोहर एनेस्थिसिया में पोस्ट ग्रेजुएट होने के साथ जर्नलिज्म में एम ए और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से लॉ ग्रेजुएट भी हैं. वह अपनी योग्यता और समाजिक कार्यों को आधार बनाते हुए खुद को बसी पठानां से विधायक पद का उम्मीदवार बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं. वहीं बस्सी पठाना से कांग्रेस के मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी ने कहा कि डा मनोहर का तबादला करवाने में मेरा कोई हाथ नहीं था. ये तो रूटीन ट्रांसफर था. मैं तो अपना काम कर रहा हूं. इस समय मैं हलके का विधायक हूं. फिर इसी जगह से चुनाव लड़कर चुनाव जीतूंगा.इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना. ये भी पढ़ें-लाख कोशिशों के बावजूद विमान को नहीं बचा पाए पायलट, दंग रह गए लोग जब धम्म की सुनी आवाज…जानें Helicopter Crash की मिनट-दर-मिनट कहानी",1 https://www.tv9hindi.com,https://www.tv9hindi.com/india/nagaland-government-to-organize-special-session-of-assembly-against-afspa-demand-to-withdraw-after-firing-incident-951990.html,"AFSPA के खिलाफ विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित करेगी नगालैंड सरकार, गोलीबारी की घटना के बाद से वापस लेने की उठ रही मांग","आफस्पा का मतलब आर्म्ड फोर्सेज़ स्पेशल पावर एक्ट है. (सांकेतिक फोटो) नगालैंड (Nagaland) के मोन जिले में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में 14 लोगों की मौत के बाद नगालैंड सरकार (Nagaland government) ने विधानसभा का एक विशेष सत्र आयोजित करने और अफस्पा (AFSPA) को निरस्त करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का गुरुवार को फैसला किया. सरकार के एक प्रवक्ता ने ये जानकारी दी. योजना और समन्वय, भूमि राजस्व और संसदीय मामलों के मंत्री नीबा क्रोनू ने बताया कि विशेष सत्र 20 दिसंबर को होने की संभावना है और असम तथा नगालैंड के राज्यपाल जगदीश मुखी औपचारिक रूप से इसे आहूत करेंगे. सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (Armed Forces Special Powers Act) सेना को अशांत क्षेत्रों में गिरफ्तारी और नजरबंदी की शक्तियां देता है. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की नगा राजनीतिक मुद्दे पर कोर कमेटी की दिन में कोहिमा में हुई बैठक में ये फैसला लिया गया. मंत्री नीबा क्रोनू ने कहा कि विशेष सत्र में नगा राजनीतिक मुद्दे पर भी चर्चा होगी. मोन जिले के ओटिंग गांव में शनिवार को सुरक्षाबलों की गोलीबारी में कोयला खदान में काम करने वाले छह मजदूरों की मौत हो गई थी. घटना के बाद में झड़पों में सात लोगों की मौत हो गई. नगालैंड से अफस्पा हटाने की मांग हुई तेज इन घटनाओं के बाद से नगालैंड से अफस्पा हटाने की मांग तेज हो गई है. मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने भी सोमवार को लोगों के अंतिम संस्कार के दौरान इस कानून को वापस लेने की मांग की थी. नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन और नागरिक संस्थाओं सहित आदिवासी संगठन और महिला संगठन राज्य सरकार से विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित करने और कानून को निरस्त करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने की मांग कर रहे हैं. क्या है अफस्पा (AFSPA)? ये एक कानून है, जिसका पूरा नाम आर्म्ड फोर्सेज़ स्पेशल पावर एक्ट है. इस कानून को साल 1958 में लागू किया गया था और देश के कई ‘अशांत’ इलाकों में इसे लागू किया गया है. आफस्पा को समझने से पहले इसके इतिहास को समझा जाना जरूरी है. दरअसल साल 1942 में ब्रिटिश शासन के दौरान भारत के पूर्वी बॉर्डर में हो रहे हमले को लेकर भारतीय सेना और जापान के सैनिकों के बीच खास अलायंस हुआ था. इसके साथ ही सेना के लिए एक ऑर्डिनेंस पास किया गया था, जिसमें सेना को किसी मारने, प्रोपर्टी को नष्ट करने और गिरफ्तार करने के लिए स्पेशल पावर दिए गए थे. माना जाता है कि ये ही आज के आफस्पा की बुनियाद है. होता क्या है कि कुछ राज्यों में राज्य सरकार और पुलिस-प्रशासन कानून-व्यवस्था संभालने में नाकाम रहती है. केंद्र सरकार उस क्षेत्र को ‘डिस्टर्ब एरिया’ घोषित कर आंतरिक सुरक्षा के लिए सेना को तैनात कर देती है. ऐसे में सेना को खास पावर दिए जाते हैं, जिससे कि अलगाववाद जैसी घटनाओं को रोका जा सके और ऐसा ही नगालैंड में भी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय हर छह महीने के लिए (AFSPA) कानून को लागू करता है. ये भी पढ़ें- नगालैंड में हिंसा के बाद नगा शांति वार्ता का क्‍या होगा और 70 साल पहले कैसे पड़ी थी सशस्‍त्र आंदोलन की नींव, जानिए पूरा इतिहास ये भी पढ़ें- नागालैंड की घटना के बाद फिर चर्चा में सेना को ‘ताकत’ देने वाला आफस्पा! जानिए क्या है ये और क्यों इसका विरोध होता है (इनपुट- भाषा के साथ)",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-says-mamata-banerjee-is-indirectly-supporting-bjp-in-goa-7216981/,"कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी","कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि गोवा विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी का समर्थन कर रही हैं। नई दिल्ली Published: December 10, 2021 11:56:47 pm नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से कांग्रेस और टीएमसी के बीच जुबानी जंग जारी है। ममता बनर्जी कई मौकों पर कांग्रेस पर निशाना साध चुकी हैं। हाल ही उन्होंने अपने मुंबई दौरे के समय कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया था। ममता बनर्जी ने कहा कि अब देश में यूपीए जैसा कुछ नहीं बचा है। वहीं अब कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता का कहना है कि गोवा विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी का समर्थन कर रही हैं। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस खुद को नया विपक्षी पार्टी बताकर गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है। ऐसा कर टीएमसी गोवा चुनाव में बीजेपी के लिए रास्ता बना रही है। congress says mamata banerjee is indirectly supporting bjp in goa कांग्रेस नेता का कहना है कि टीएमसी जो कर रही है उसका फायदा बीजेपी को मिलेगा। बीजेपी को इस फेडरल फ्रंट के बनने से फायदा होगा। इस दौरान उन्होंने टीएमसी पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि वो यह सोचती हैं कि गोवा में कांग्रेस प्रदर्शन नहीं कर पाएगी, लेकिन वो भूल गई हैं कि कांग्रेस ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनने में मदद की थी। बता दें कि अधीर रंजन चौधरी का यह बयान पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के उस बयान के बाद आया है, जिसमें कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भाजपा के खिलाफ संगठित विपक्ष की वकालत की थी। दरअसल, चिदंबरम ने कहा था कि ममता बनर्जी का अप्रोच अलग है और हमारा अप्रोच अलग है। अगर यह दोनों अप्रोच मिल जाएं देश के लिए अच्छा होगा। यह भी पढ़ें: Bandipora Attack: बांदीपोरा में पुलिस की टीम पर आतंकवादी हमला, 2 जवान हुए शहीद वहीं दूसरी ओर गोवा बीजेपी अध्यक्ष सदानंद सेठ ने राज्य में टीएमसी कार्यकर्ताओं की एंट्री को खतरे की घंटी बताते हुए आगाह किया। इसके साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को खूनी मानसिकता की पार्टी बताया। सदानंद सेठ ने कहा कि वो खूनी सोच के हैं और जो लोग इस पार्टी में शामिल हो रहे हैं वो अपनी इच्छा के खिलाफ उनके पास जा रहे हैं। गौरतलब है कि ममता बनर्जी बीते कुछ दिनों से कांग्रेस से नाराज चल रही हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा था कि अब जब पांच राज्यों में चुनाव होने हैं और कांग्रेस को विपक्ष का धर्म निभाना है तो वह कोई फैसला नहीं ले रही हैं। अगर बीजेपी को हराना है तो सभी पार्टियों को साथ आना होगा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय जनता पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर Bandipora Attack: बांदीपोरा में पुलिस की टीम पर आतंकवादी हमला, 2 जवान हुए शहीद पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-president-jp-nadda-hold-meeting-with-booth-presidents-in-meerut-7216623/,"BJP Mission 2022 : जगह वहीं बस बदला चक्रव्यूह रचने वाला चेहरा, नड्डा मंत्र से बूथ जीत की कोशिश","BJP Mission 2022 : जगह वहीं बस बदला चक्रव्यूह रचने वाला चेहरा, नड्डा मंत्र से बूथ जीत की कोशिश BJP Mission 2022 : बात 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले की है। यूपी जीतने के लिए उस दौरान भी भाजपा (BJP) ने ऐसे ही पूरी ताकत झोंकी थी जो इस समय 2022 जीतने के लिए है। 2019 में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections in 2019) से पहले मेरठ में हुई भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President) ने जीत का मंत्र दिया था। आज चेहरा बदल गया है। इस बार जीत का मंत्र देने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (National President JP Nadda) आ रहे हैं। लेकिन जगह वहीं है। मेरठ Published: December 10, 2021 08:14:33 pm पत्रिका न्यूज नेटवर्क मेरठ . BJP Mission 2022 : प्रदेश में फिर से जीत के विश्वास के साथ इस बार भी मेरठ से ही भाजपा शुरूआत करने जा रही है। 2022 में प्रदेश वापसी का सपना देख रही भाजपा के सामने इस बार परिस्थितियां काफी बदली हुई हैं। इस बदली परिस्थितियों के बीच आगामी 11 दिसंबर को सुभारती विश्वविद्यालय में मेरठ-सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के 14 जिलों के 25 हजार बूथ अध्यक्षों को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जीत का मंत्र देंगे। BJP Mission 2022 : जगह वहीं बस बदला चक्रव्यूह रचने वाला चेहरा, नड्डा मंत्र से बूथ जीत की कोशिश 2019 के अगस्त माह में इसी सुभारती में लोकसभा चुनाव से पूर्व भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी। इस दौरान मेरठ में बीजेपी के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा रहा था। बैठक में बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत प्रदेश और केंद्र सरकार के तमाम मंत्री भी शामिल रहे थे। जगह तो वहीं है लेकिन इस बार सिर्फ चेहरा बदल गया है। अमित शाह आज देश के गृहमंत्री हैं और जेपी नड्डा राष्ट्रीय अध्यक्ष। यह भी पढ़े : वरुण गांधी ने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर उठाया सवाल, भाजपा असहज 2019 में काम कर गया था शाह मंत्र 2019 में हुई दो दिवसीय कार्यशाला में बीजेपी के 68 सांसद, 324 विधायक, 92 जिला और महानगर अध्यक्ष और संगठन के पदाधिकारी यानी करीब एक हजार लोगों की क्लास अध्यक्ष अमित शाह ने ली थी। जिसका परिणाम 2019 के लोकसभा चुनाव में बेहतर रहा था। उसी परिणाम से उत्साहित होकर एक बार फिर से भाजपा अध्यक्ष जेपी नडडा उसी सुभारती में 14 जिलों के 25 हजार बूथ अध्यक्षों को मिशन 2022 की जीत का मंत्र देगे। नड्डा का यह मंत्र कितना कारगर होगा यह तो आने वाला समय बताएगा। लेकिन इतना तय है कि भाजपा बड़े संगठित तरीके से प्रदेश में फिर से जीत के लिए बूथ मैनेजमेंट का चक्रव्यूह रच रही है। भाजपा के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी गजेंद्र शर्मा ने बताया कि 11 दिसंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष 14 जिलों के 25 हजार बूथ अध्यक्षों से सीधा संवाद करेंगे। इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Kamta Tripathi भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/tejashwi-marriage-bihar-cm-nitish-kumar-did-not-get-invitation-but-congratulate-him-7215939/,"Tejashwi marriage: तेजस्वी की शादी में चाचा 'नीतीश' को नहीं मिला न्योता, भतीजे को इस अंदाज में दी बधाई","Tejashwi marriage: तेजस्वी की शादी में चाचा 'नीतीश' को नहीं मिला न्योता, भतीजे को इस अंदाज में दी बधाई Tejashwi marriage बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दिल्ली में बेहद निजी समारोह में अपनी दोस्त के साथ विवाह के बंधन में बंध गए। अपने इस शादी समारोह में उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को न्योता नहीं दिया। हालांकि शादी का निमंत्रण ना मिलने के बाद भी नीतीश कुमार ने अपने अंदाज में उन्हें शादी की शुभकामनाएं दीं। नई दिल्ली Published: December 10, 2021 12:17:45 pm नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ( Lalu Prasad Yadav ) के छोटे बेटे तेजस्वी यादव शादी ( Tejashwi Marriage ) के बंधन में बंध गए। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को अपनी दोस्त रचेल के साथ सात फेरे लिए। हालांकि ये शादी बड़े ही गोपनीयत तरीके से की गई। यही नहीं इस शादी में परिवार के करीबियों को ही बुलाया गया था। दिल्ली स्थिति बहन मीसा भारती के फार्म हाउस पर ये विवाद समारोह संपन्न हुआ। खास बात यह है कि इस विवाद समारोह का न्योता बिहार के मुख्यमंत्री और तेजस्वी के राजनीतिक 'चाचा' कहे जाने वाले नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) को नहीं मिला। हालांकि नीतीश कुमार ने अपने अंदाज में भतीजे तेजस्वी यादव को जीवन की नई शुरुआत के लिए बधाई जरूर दी। उन्होंने कहा कि 'सुना है शादी कर ली, मीडिया से जानकारी मिली है, नए जीवन के लिए बधाई।' यह भी पढ़ेँः तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंधने जा रहे, लालू परिवार की मौजूदगी में दिल्ली में होगी सगाई आरजेडी लीडर और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी दोस्त के साथ गुरुवार को सात फेरे ले लिए। लेकिन उनकी ये शादी अगले दिन भी सुर्खियों में बनी हुई है। दरअसल इसकी वजह है कि उन्होंने अपनी विवाह समारोह के लिए ज्यादा लोगों को न्योता नहीं दिया। यही नहीं अपने चीर प्रतिद्वंदी और राजनीतिक चाचा कहे जाने वाले नीतीश कुमार को भी इस शादी का निमंत्रण नहीं दिया गया। हालांकि नीतीश कुमार ने चुटीले अंदाज में भतीजे तेजस्वी को शादी के बंधन में बंधने की बधाई दी। तेजस्वी की शादी की बधाई और शुभकामना सीएम नीतीश कुमार की तरफ से बड़े ही औपचारिक तरीके से भेजी गईं। सीएम ऑफिस के जनसंपर्क कोषांग की ओर से जारी प्रेस रिलीज में लिखा गया है, 'समाचारों के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की दिल्ली में परिणय सूत्र में बंधने की सूचना प्राप्त हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के परिणय सूत्र में बंधने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं हैं।' इससे पहले मुंगेर में नीतीश से जब तेजस्वी की शादी में जाने को लेकर सवाल किया गया तो नीतीश मुस्कुरा कर चले गए थे। उस दौरान उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया था। बता दें कि तेजस्वी यादव अक्सर मुख्यमंत्री नीतीश को चाचा कहकर संबोधित करते हैं। तेजस्वी यादव की शादी में लालू प्रसाद ने सिर्फ रिश्तेदारों और करीबी दोस्तों ही बुलाया था। शादी में कोई बाहरी व्यक्ति शामिल नहीं हुआ। वहीं 32 वर्षीय तेजस्वी ने एक फार्म हाउस में माता-पिता राबड़ी देवी और लालू प्रसाद यादव, अपने भाई-बहनों, परिवार के अन्य सदस्यों, करीबी रिश्तेदारों के बीच शादी रचाई। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी अपनी पत्नी डिंपल यादव के साथ शामिल हुए। दरअसल अखिलेश यादव लालू फैमिली के रिश्तेदार भी हैं। लालू की एक बेटी की शादी मुलायम के पोते के साथ हुई है। यह भी पढ़ेँः एक दूजे के हुए तेजस्वी और एलेक्सिस, एयरहोस्टेस रह चुकी हैं उनकी दुल्हन, शादी में तेजप्रताप भी रहे मौजूद जानिए कौन है तेजस्वी की दुल्हनिया तेजस्वी की दुल्हनिया हरियाणा के एक व्यावसायी की बेटी हैं। वे एयर होस्टेस के तौर पर काम करती थीं। वो दिल्ली के वसंत विहार कॉलोनी में रहती हैं और उनके पिता चंडीगढ़ के एक स्कूल में प्रिंसिपल भी रह चुके हैं। तेजस्वी को वे 6 वर्षों से जानती थीं लंबे रिलेशनशिप के बाद दोनों ने शादी के बंधन में बंधने का फैसला लिया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर यूपी और Goa के चुनावों में कांग्रेस के साथ जाना शिवसेना को पड़ सकता है भारी, जानें कैसे पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/shiv-sena-alliance-with-congress-in-up-and-goa-polls-7214656/,"यूपी और Goa के चुनावों में कांग्रेस के साथ जाना शिवसेना को पड़ सकता है भारी, जानें कैसे","यूपी और Goa के चुनावों में कांग्रेस के साथ जाना शिवसेना को पड़ सकता है भारी, जानें कैसे महाराष्ट्र (Maharashtra) की पार्टी शिवसेना (Shiv Sena) के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, ""हम उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और गोवा (Goa) में एक साथ काम करने पर विचार कर रहे हैं।"" ये कैसे शिवसेना के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है और भाजपा का लिए अवसर इसे समझते हैं। नई दिल्ली Published: December 09, 2021 05:15:27 pm एक समय था जब शिवसेना और कांग्रेस (Congress) कट्टर विरोधी हुआ करते थे। आज ये दोनों पार्टियां गलबहियां करते हुए नजर आती है। महाराष्ट्र (Maharashtra) के बाद अब शिवसेना ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और गोवा (Goa) में भी मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। हालांकि, इससे कांग्रेस को तो कोई घाटा शायद ही हो, परंतु शिवसेना को आने वाले समय में बड़ा झटका अवश्य लग सकता है। संजय राउत कैसे कांग्रेस के साथ जाना शिवसेना को पड़ेगा भारी? शिवसेना हिंदुओं की पार्टी मानी जाती रही है जिसकी धर्मनिरपेक्ष पार्टी कांग्रेस से कभी बनी नहीं। या यूं कहें कांग्रेस के विरोध में ही बाला साहब ठाकरे ने शिवसेना की नींव रखी थी। बाला साहब ठाकरे के विचारों के विपरीत शिवसेना ने वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाया था। उस समय इसके समर्थकों में काफी नाराजगी देखने को मिली थी। इसका प्रभाव बीएमसी चुनावों में देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, हाल ही में सातारा जिले में कोऑपरेटिव चुनाव में शिवसेना कोटे के राज्यमंत्री शंभूराजे देसाई को हार झेलनी पड़ी है। इसी वर्ष मई में सोलापुर जिले की पंढरपुर-मंगलवेढ़ा विधा सभा सीट पर हुए उपचुनाव में BJP ने महाविकस आघाडी को झटका देते हुए जीत दर्ज की थी। अयोध्या (Ayodhya) यात्रा के दौरान उद्धव का विरोध हो, या वीर सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ उसकी चुप्पी, या मुस्लिम आरक्षण देने पर जोर देना हो, इन मुद्दों के कारण शिवसेना की हिन्दुत्व वाली छवि पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। अब यूपी और गोवा के चुनावों में कांग्रेस के साथ जाने से शिवसेना को आगामी बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (BMC Election) के 227 सीटों पर अगले वर्ष होने वाले चुनावों में बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। अन्य राज्य में कांग्रेस के साथ जाने से भाजपा को BMC चुनावों में शिवसेना को हिन्दुत्व के मुद्दे पर घेरने का फिर से अवसर मिल जाएगा। वर्ष 2017 में भाजपा ने बड़ी बढ़त हासिल कर 82 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि शिवसेना को 84 सीटें मिली थी। इस बार भाजपा शिवसेना को घेरते हुए मराठी वोट को एकजुट करने का प्रयास कर सकती है। शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के प्रति भाजपा अपनी रैलियों में खासा आदर दिखा रही है जिससे शिवसेना के लिए राह कठिन हो सकती है। कांग्रेस का साथ शिवसेना के आने से यूपी में भाजपा के लिए अवसर पिछले कुछ समय से शिवसेना पार्टी अपने कोर हिन्दू वोट बैंक के साथ-साथ मुस्लिमों को भी लुभाने के प्रयास करती दिखाई दी है। हालांकि, शिवसेना का कहना है कि वो भाजपा को उसी की रणनीति से हराएगी। राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व दोनों ही शिवसेना की विचारधारा का हिस्सा है जो भाजपा से भिन्न नहीं है। शिवसेना को भरोसा है कि वो भाजपा को बड़ा नुकसान पहुंचाएगी। परंतु एक वास्तविकता ये भी है कि एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) के साथ जाने से शिवसेना की हिन्दुत्व वाली छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। जब महाराष्ट्र (Maharashtra) के सीएम उद्धव ठाकरे अयोध्या यात्रा के लिए निकले थे, तब अयोध्या के साधु संत उनका विरोध कर रहे थे। पिछले वर्ष अयोध्या के स्वामी परमहंस ने तो विरोध करते हुए कहा था कि 'बाला साहेब ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना को हम कांग्रेस नहीं बनने देंगे। अगर ऐसा हुआ तो शिवसेना चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन उद्धव ठाकरे ने सत्ता के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया।' हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत राजू दास ने शिवसेना को सख्त चेतावनी देते हुए कहा था कि 'मुस्लिमों को 5 % आरक्षण देने वाली शिवसेना पार्टी अब हिंदुत्व के मार्ग से हट चुकी है, उद्धव को अयोध्या आने नहीं दूंगा।' स्पष्ट है शिवसेना जो कभी हिन्दुत्व की छवि के लिए मशहूर थी, वो छवि धूमिल हुई है। जिस तरह से वीर सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा आमने सामने रहते हैं इसका इस्तेमाल भी भाजपा शिवसेना के खिलाफ कर सकती है। हो सकता है भाजपा (BJP) इसे अवसर में बदलकर यूपी के चुनावों में हिन्दू वोट का ध्रुवीकरण करे। यदि ऐसा हुआ तो भाजपा एक बार फिर से यूपी के चुनावों के समीकरण अपने पक्ष में करने में सफल हो सकती है। महाराष्ट्र (Maharashtra) के बाहर शिवसेना का रिकार्ड खराब उत्तर प्रदेश और गोवा में शिवसेना कुछ खास कमाल शायद ही दिखा सके। शिव सेना का इतिहास देखें तो महाराष्ट्र के बाहर उसका रिकार्ड काफी खराब रहा है। ऐसा नहीं है कि शिवसेना आज ही महाराष्ट्र के बाहर अपने हाथ-पाँव मार रही है। वर्ष 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में शिवसेना को नोटा से भी कम वोट मिले थे। शिवसेना को 0.05 फीसदी वोट मिले थे, जबकि NOTA पर 1.68 फीसदी वोट थे। दिल्ली (Delhi) में पार्टी की इकाई चर्चा में तो रही, परंतु कभी विधानसभा में सीट नहीं जीत सकी। शिवसेना 1998 से शिवसेना राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ रही है, लेकिन कभी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाई शिवसेना ने 90 के दशक में यूपी में 3 बार विधान सभा चुनाव लड़ा था, परंतु उसके हाथ वर्ष 1991 में केवल एक सीट आई थी। यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh Assembly Elections 2022 में अब छड़ी भांजते नजर आएंगे सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर क्या कहा शिवसेना ने ? बता दें कि शिवसेना (Shiv Sena) के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बुधवार को नई दिल्ली (Delhi) में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने घोषणा करते हुए कहा, ""हम उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और गोवा (Goa) में एक साथ काम करने पर विचार कर रहे हैं।"" गोवा (Goa) और यूपी में भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए शिवसेना कांग्रेस के साथ हाथ मिला रही है। यहाँ शिवसेना का उद्देश्य भाजपा को हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर घेरना है। अब शिवसेना का ये कदम उसे यूपी में कितना फायदा पहुंचता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा । पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर Tejashwi marriage: तेजस्वी की शादी में चाचा 'नीतीश' को नहीं मिला न्योता, भतीजे को इस अंदाज में दी बधाई पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-trinamool-congress-alliance-with-jai-jawan-jai-kisan-7212871/,गोवा के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका देने पंजाब पहुंची टीएमसी,"गोवा के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका देने पंजाब पहुंची टीएमसी तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को पंजाब में जय जवान जय किसान पार्टी (जेजेजेके) के साथ गठबंधन कर लिया । टीएमसी और जेजेजेके ने पंजाब की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। नई दिल्ली Published: December 08, 2021 03:40:04 pm टीएमसी अगर किसी पार्टी के लिए सिर दर्द बन गई है तो वो देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस है। गोवा और त्रिपुरा में कांग्रेस को तोड़ने के बाद अब ममता बनर्जी की पार्टी ने कांग्रेस शासित प्रदेश पंजाब का रुख किया है। ,, तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को पंजाब में जय जवान जय किसान पार्टी (जेजेजेके) के साथ गठबंधन कर लिया। TMC और जेजेजेके ने पंजाब की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। recommended by Herbeauty 6 Strong Female TV Characters Who Deserve To Have A Spinoff Learn more दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर भी बात हो चुकी है। जय जवान जय किसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ बलजीत सिंह औलख ने घोषणा कर कहा कि 'जेजेजेके 87 जबकि टीएमसी 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।' इस दौरान मंच पर टीएमसी के प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह भी मौजूद थे। टीएमसी के प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह ने पंजाब में चुनाव प्रचार को लेकर कहा, ''मैं 15 दिसंबर को ममता जी से मिल रहा हूं। उसके बाद वह हमें अपना कार्यक्रम बताएंगी।'' इससे स्पष्ट है कि ममता बनर्जी स्वयं चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरने वाली हैं। इसके साथ ही गठबंधन के लिए 22 उम्मीदवारों के नाम की भी घोषणा कर दी गयी है। बता दें कि पंजाब में इस समय अकाली दल, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और भाजपा चुनावी मैदान में हैं। अब टीएमसी की एंट्री पंजाब की जनता के लिए एक और विकल्प के रूप में सामने आई है। टीएमसी अपनी पकड़ को पंजाब में मजबूत करने के लिए अन्य के दलों के असंतुष्ट नेताओं को अपनी ओर भी कर सकती है। पहले कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही है। यदि विधानसभा चुनावों में 1-2 फीसदी भी वोट ममता बनर्जी की पार्टी हासिल करने में सफल होती है तो इससे कांग्रेस की मुश्किलें खड़ी कर सकती है। पंजाब विधानसभा चुनावों में किस तरह से टीएमसी की एंट्री प्रभाव डालने वाली है ये देखना दिलचस्प होगा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/jammu-kashmir-national-conference-chief-farooq-abdullah-raise-punjab-bsf-issue-target-modi-govt-7212613/,"Jammu Kashmir: फारूक अब्दुल्ला ने उठाया BSF के अधिकार क्षेत्र का मुद्दा, जानिए किस खतरे को लेकर दी चेतावनी","Jammu Kashmir: फारूक अब्दुल्ला ने उठाया BSF के अधिकार क्षेत्र का मुद्दा, जानिए किस खतरे को लेकर दी चेतावनी Jammu Kashmir नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। अब्दुल्ला ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में इजाफा करने के मोदी सरकार के फैसले को मनमाना बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को लगता है कि बहुमत के दम पर किसी भी तरह का फैसला ले सकती है तो ये उसकी भूल है नई दिल्ली Published: December 08, 2021 12:37:33 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) में चुनाव से पहले एक बार फिर सियासत गर्मा गई है। पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ( Mehbooba Mufti ) के बाद अब नेशन कॉन्फ्रेंस ( National Conference ) प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ( Farooq Abdullah ) ने भी केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। इसी कड़ी में फारूक अब्दुल्ला ने अब BSF के अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के मुद्दे को उठाया है। अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर बहुमत के दम पर तानाशाही का आरोप लगाया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को लगता है कि वो बहुमत के दम पर कुछ भी निर्णय ले सकती है। बिना परिणाम सोचे, लोगों की चिंता किए बगैर केंद्र सरकार मनमाने फैसले ले रही है। बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाया जाना इन्हीं में से एक है। यह भी पढ़ेँः तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंधने जा रहे, लालू परिवार की मौजूदगी में दिल्ली में होगी सगाई #WATCH | We never raised any slogan against India. We were called Pakistanis... I was called even Khalistani... We follow the path of (Mahatma) Gandhi & want to bring Gandhi's India back: National Conference chief Farooq Abdullah in Jammu (07.12.2021) pic.twitter.com/MAVlzoGPas — ANI (@ANI) December 8, 2021 #WATCH | They think they have a majority and can do anything...In Punjab, they handed over 50 km area to BSF. Why? Is their Police not capable to control it? There also similar fight will happen as you saw in Nagaland...: National Conference chief Farooq Abdullah in Jammu (07.12) pic.twitter.com/fLvIuOsQi3— ANI (@ANI) December 7, 2021 फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पंजाब में मोदी सरकार ने 50 किमी क्षेत्र बीएसएफ को सौंप दिया क्यों? क्या उनकी पुलिस इसे नियंत्रित करने में सक्षम नहीं है? अब्दुल्ला ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जो लड़ाई नागालैंड में देखने को मिल रही है वही लड़ाई अब पंजाब में देखने को मिल सकती है। एनसी चीफ ने कहा कि, हमने कभी भारत के खिलाफ कोई नारा नहीं लगाया। हमें पाकिस्तानी कहा जाता था। मुझे खालिस्तानी भी कहा गया। हम महात्मा गांधी के रास्ते पर चलते हैं और गांधी के भारत को वापस लाना चाहते हैं। जब तक सरकार समझेगी तब तक देर हो चुकी होगी अब्दुल्ला ने कहा, हमें अब वो रास्त खोजना होगा, जिससे हमें अपने हक दोबारा मिल सकें। नेशन कॉन्फ्रेंस प्रमुख का इशारा आर्टिकल 370 को लेकर था। उन्होंने कहा हमेशा जम्मू-कश्मीर को मुश्किल से मुश्किल दौर से निकाला है। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार को हमारी बातें समझ में आएंगी तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका होगा। हमें पाकिस्तानी बताया जा रहा है, लेकिन सच तो यह है कि हमने हमारी पार्टी के किसी कार्यकर्ता ने देश के खिलाफ नारा नहीं लगाया। दिल और दिल्ली की दूरी का दावा भी गलत अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोगों ने कभी ग्रेनेड नहीं फेंका, कभी पत्थर नहीं उठाया, लेकिन जो दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी कम करने के दावे करते थे, वो भी गलत साबित हुए। बताइए दिल्ली और दिल की दूरियां पहले से ज्यादा कम हुईं या फिर बढ़ी हैं। यह भी पढ़ेँः Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव गरीबों के सपने टूट रहे फारूक अब्दुल्ला ने मोदी सरकार को गरीब विरोधी बताया। उन्होंने गरीब मां-बाप कर्जा लेकर बच्चे को पढ़ाते हैं ताकी उसका भविष्य उज्जवल हो। लेकिन अब उनके सपने टूट रहे हैं। महंगाई ने उनकी कमर तोड़ दी है। अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसे बड़े-बड़े दावे ठोकने वालों से बच कर रहें जो कहते हैं हम गरीबों के साथ हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-parliamentary-meeting-sonia-gandhi-target-modi-government-insensitive-towards-public-and-farmers-7212393/,"Congress Parliamentary Meeting: सोनिया गांधी का केंद्र पर हमला, कहा-मोदी सरकार ने बेच दी देश की संपत्ति","Congress Parliamentary Meeting: सोनिया गांधी का केंद्र पर हमला, कहा-मोदी सरकार ने बेच दी देश की संपत्ति Congress Parliamentary Meeting कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए मोदी सरकार जमकर निशाना साधा। सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार आम आदमी और किसानों के प्रति अंसवेदनशील है। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर देश की संपत्ति बेचने का आरोप भी लगाया, साथ ही महंगाई का मुद्दा भी बैठक में प्रमुखता से उठाया गया नई दिल्ली Published: December 08, 2021 10:51:51 am नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक ( Congress Parliamentary Meeting ) में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) ने मोदी सरकार ( Modi Government ) जमकर हमला बोला। सोनिया गांधी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पर देश की संपत्ति बेचने का आरोप लगाया। संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित इस बैठक में राहुल गांधी समेत कांग्रेस के तमाम सांसद मौजूद रहे। दरअसल राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन को लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष लगातार हमलावर है। शीतलकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) के 7वें दिन भी विपक्ष का विरोध प्रदर्शन जारी है। दरअसल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल 12 सांसदों को शीतकालीन सत्र से निलंबित किए जाने के आदेश को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि सांसदों के निलंबन के खिलाफ पार्टी एकजुटता के साथ खड़ी है। यह भी पढ़ेंः तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंधने जा रहे, लालू परिवार की मौजूदगी में दिल्ली में होगी सगाई We demand a full-fledged discussion in Parliament on border issues: Congress interim chief Sonia Gandhi at the parliamentary party meeting On suspension of 12 MPs, Gandhi says it is ""unprecedented & unacceptable"". ""We stand in solidarity with the suspended MPs,"" she says pic.twitter.com/GhJaw8edud — ANI (@ANI) December 8, 2021 कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को जमकर घेरा। सोनिया ने कहा- मोदी सरकार ने देश की संपत्ति बेच डाली है। पीएसयू को केंद्र सरकार ने खत्म कर दिया है। देश झेल रहा महंगाई की मार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महंगाई के मुद्दे पर भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा पूरे देश महंगाई की मार झेल रहा है। पेट्रोल-डीजल, सीएनजी से लेकर रसोई गैस तक हर चीज आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही है। सब्जियों से लेकर रोजमर्रा के जरूरत की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं। हर परिवार का मासिक बजट बिगड़ गया है। किसानों के साथ मोदी सरकार का कठोर रवैया सोनिया गांधी ने कहा कि किसानों के साथ मोदी सरकार लगातार कठोर रवैया अपना रही है। उन्होंने 700 किसानों ने अपनी कुर्बानी दी है। आइए उन्हें सम्मान दें। सोनिया ने कहा कि, मोदी सरकार किसानों और आम लोगों के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। यह भी पढ़ेंः Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव 12 सांसदों का निलंबन नामंजूर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार नियमों के विरुद्ध जाकर कदम उठा रही है। राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन हमें नामंजूर है। दरअसल कांग्रेस समेत विपक्ष लगातार 12 सांसदों के निलंबन का विरोध कर रहा है। उनकी मांग है कि इस फैसले को वापस लिया जाए। सोनिया गांधी ने कहा कि 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस पूरी एकजुटता के साथ खड़ी है। वहीं कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा है। उन्होंने किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी, मृतक किसानों को मुआवजा दिए जाने क मुद्दे पर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग की है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rjd-leader-tejashwi-yadav-marriage-has-been-fixed-engagement-likely-in-delhi-in-the-presence-of-lalu-family-7212285/,"तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंधने जा रहे, लालू परिवार की मौजूदगी में दिल्ली में होगी सगाई","तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंधने जा रहे, लालू परिवार की मौजूदगी में दिल्ली में होगी सगाई बिहार के बड़े सियासी घराने लालू प्रसाद यादव के घरे एक बार फिर शहनाई बजने की तैयारियां जोरों पर हैं। लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शांदी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। पूरे लालू परिवार की मौजूदगी में तेजस्वी दिल्ली में सगाई करेंगे। बताया जा रहा है कि 50 खास रिश्तेदारों की मौजूदगी में ये सगाई समारोह आयोजित किया जा रहा है। नई दिल्ली Published: December 08, 2021 09:40:38 am नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल ( RJD ) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ( Lalu Prasad Yadav ) के घर फिर शहनाई बजने वाली है। लालू के छोटे लाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) जल्द शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। तेजस्वी यादव की शादी पक्की हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजस्वी यादव की सगाई दिल्ली ( Delhi ) में होगी। इस दौरान पूरा लालू परिवार मौजूद रहेगा। बताया जा रहा है कि 50 लोगों की मौजूदगी में सगाई समारोह आयोजित किया जाएगा। लालू प्रसाद यादव पत्नी राबड़ी बड़े बेटे तेज प्रताप और बेटी मीसा एवं देवी समेत अन्य बच्चों के साथ इस वक्त दिल्ली में मौजूद हैं। यह भी पढ़ेंः Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव बिहार के बड़े सियासी घराने में शुमार लालू परिवार में एक बार फिर खुशियों का मौका आया है। इस बार उनके छोटे बेटे घोड़ी चढ़ने की तैयारी कर रहे हैं। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। यही वजह है कि इस खुशी के मौके पर पूरा लालू परिवार इस वक्त दिल्ली में मौजूद है। बताया जा रहा है यहां सीमित लोगों की मौजूदगी में ही तेजस्वी यादव की सगाई होने वाली है। ये सगाई गुरुवार यानी 9 दिसंबर को होगी। हालांकि शादी समारोह में कौन-कौन शामिल होगा? तेजस्वी की दुल्हनिया कौन हैं, फिहाल इसको लेकर मीडिया में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है। आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के कुल 9 बच्चे हैं। इनमें 7 बेटी और 2 बेटे हैं। सभी बच्चों में तेजस्वी सबसे छोटे हैं। यही नहीं तेजस्वी यादव को लालू यादव का राजनीतिक उत्तराधिकारी भी माना जाता है। यह भी पढ़ेंः कांग्रेस को बड़ा झटका, अब इस दिग्गज ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज लालू की गैरमौजूदगी में वे ही पार्टी से जुड़े सभी फैसले लेते रहे हैं। उन्हीं के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव में राजद ने बेहतर प्रदर्शन भी किया। बता दें कि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की शादी उन्हीं की पार्टी के विधायक की बेटी एश्वर्या से हुई थी, लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गए और एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए दोनों तलाक लेने का फैसला लिया। तेज प्रताप के तलाक का मामला भी लंबे समय तक मीडिया में सुर्खियां बंटोरता रहा। इस दौरान बिहार की सियासत भी गर्माई रही। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-narendra-modi-pulls-up-bjp-mps-for-skipping-parliament-7211524/,"पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज","पीएम मोदी की बीजेपी सांसदों को चेतावनी, जानिए किन सांसदों पर गिर सकती है गाज पीएम मोदी ने कहा है, 'अगर बच्चों को भी किसी चीज के लिए बार-बार कहा जाए तो वो ऐसा नहीं करते हैं। कृप्या कर परिवर्तन लाइए,,,वरना परिवर्तन तो हो जाता है, मुझे बार-बार ये कहना पसंद नहीं।' नई दिल्ली Published: December 07, 2021 07:32:26 pm प्रधानमंत्री ने अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में भाजपा की संसदीय दल की बैठक में सभी सांसदों को फटकार लगाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में पार्टी के सांसदों की उपस्थिति पर जोर देते हुए कहा कि अगर वे खुद को नहीं बदलेंगे तो समय के साथ बदलाव किया जायेगा। इससे आने वाले समय में उन सासंदों पर गाज गिर सकती है जो अपने कर्तव्य का पालन करने से बचते हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार संसदीय बैठकों में सभी सांसदों को उपस्थित रहने और अपने क्षेत्र के कार्यों की चर्चा में भी शामिल होने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि केवल वही सांसद बैठक से बाहर रह सकते हैं जो अपने क्षेत्र के कार्यक्रम में व्यस्त हैं। इसके बावजूद कुछ सासंद इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अब ये कौन से सांसद हैं जो पीएम मोदी के रडार पर हो सकते हैं? 1 जून 2019 से 11 अगस्त 2021 की अवधि के आंकड़ों को जब हमने देखा तो पाया कि कई बड़े नाम हैं जो सांसद तो बन गए, परंतु उपस्थिति के नाम पर इनके नंबर छोटे हैं। सबसे पहले तो गुरदासपुर से सांसद सनी देओल की बात करते हैं जिनकी सदन में उपस्थिति केवल 31 फीसदी है। ये अपने संसदीय क्षेत्र से भी गायब रहते हैं। इनके गायब रहने के पोस्टर तक पंजाब में देखने को मिलते हैं। मथुरा से हेमा मालिनी की उपस्थिति भी केवल 53% है और ये भी अपने संसदीय क्षेत्र से गायब ही रहती हैं। उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद हंस राज हंस की उपस्थिति 49% है। पूर्वी दिल्ली से गौतम गंभीर की उपस्थिति 66% है। इसी तरह कर्नाटक के चित्रदुर्ग से लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री ए. नारायणस्वामी की उपस्थिति 61% है कर्नाटक के चिकबलपुर सीट से बीजेपी सांसद बी. एन. बाचे गौड़ा की उपस्थिति 42% है। ये तो कुछ नाम हैं जिनके बारे में हम आपको जानकारी दे रहे हैं। अनुपस्थिति के नंबर पर अगर आप लिस्ट बनाने बैठे तो विपक्षी नेताओं के आंकड़े कुछ खास अच्छे नहीं हैं। हालांकि नैनीताल-उधमसिंहनगर सांसद और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट जैसे नाम भी हैं जो सदन की सभी कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं। क्या कहा था पीएम मोदी ने? पीएम मोदी ने मानसून सत्र के दौरान भी सांसदों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई थी और उनकी लिस्ट भी मांगी थी। इस बार उन्होंने संसदीय दल की बैठक में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है, 'अगर बच्चों को भी किसी चीज के लिए बार-बार कहा जाए तो वो ऐसा नहीं करते हैं। कृप्या कर परिवर्तन लाइए...वरना परिवर्तन तो हो जाता है, मुझे बार-बार ये कहना पसंद नहीं।' इस दौरान प्रधानमंत्री ने किसी सांसद का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि समय का पाबंद होना और लोगों के कल्याण के लिए काम करना महत्वपूर्ण है। इस दौरान पीएम मोदी ने आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल की सराहना की जिन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सफलतापूर्वक खेल आयोजन करवाया। बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सभी सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र के बाद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाने और जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों के साथ चाय पर चर्चा करने को कहा। अब पीएम मोदी की बात को कितने सांसद गंभीरता से लेते हैं ये जल्द ही सभी के सामने होगा, परंतु इतना तो तय है कि लापरवाही करने वालों के खिलाफ एक्शन कभी भी लिया जा सकता है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey नरेन्द्र मोदी Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/delhi-pdp-chief-mehbooba-mufti-says-i-will-not-contest-election-till-article-370-is-not-restored-in-jammu-kashmir-7211474/,"Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव","Delhi: महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं हो जाती, नहीं लड़ेंगी चुनाव Delhi जम्मू-कश्मीरी की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि गांधी का भारत गोडसे का भारत बन गया है। इसके लिए क्रिकेट मैच का सहारा भी लिया और पूर्व पीएम वाजपेयी का जिक्र भी किया। नई दिल्ली Published: December 07, 2021 07:12:20 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir )की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ( Mehbooba Mufti ) चुनाव से पहले एक्शन मोड में नजर आ रही हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों से वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही है। इस बीच मंगलवार को महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान सामने आया। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि तब तक चुनाव नहीं लडेंगी जब तक घाटी में धारा 370 ( Article 370 ) दोबार बहाल नहीं हो जाती। यही नहीं पीडीपी चीफ मुफ्ती ने कहा कि बेशक, हम चुनाव लड़ने जा रहे रहैं, हम उन्हें कोई जगह नहीं देंगे, लेकिन मैं तब तक चुनाव नहीं लड़ूंगी, जब तक कि कश्मीर में फिर से घारा-370 बहाल नहीं कर दिया जाता। इसको लेकर जब तक लड़ना पड़ेगा लड़ूंगी। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर नहीं थम रहा बवाल, कल राज्यसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष Delhi | Of course, we are going to fight elections, we will not cede any space to them, I won’t be fighting elections till Article 370 is restored: PDP chief Mehbooba Mufti pic.twitter.com/UJtMVY9yNL — ANI (@ANI) December 7, 2021 महबूबा मुफ्ती लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोल रही है। इससे पहले पीडीपी चीफ ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, 'ऐसा लगता है कि गांधी का भारत गोडसे का भारत बन गया है।' इसके लिए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल और मौजूदा शासनकाल की तुलना की। क्रिकेट मैच के बहाने कसा तंज मुफ्ती ने अपनी दलील को साबित करने के लिए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का सहारा भी लिया। मुफ्ती ने कहा, 'मुझे वाजपेयी जी के दौर में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच याद है, जहां पाक के नागरिक भारत के लिए जयकार कर रहे थे और भारत के नागरिक पाकिस्तान के लिए जयकार कर रहे थे। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी की तत्कालीन भारतीय कप्तान एमएस धोनी की तारीफ की थी।' लेकिन बीते दिनों जब आगरा में भारत के साथ मैच के दौरान कुछ युवाओं ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जय-जयकार की तो एक भी वकील उनका पक्ष लेने को तैयार नहीं हुआ। इसलिए अब लगता है कि गांधी का भारत अब गोडसे का भारत बनता जा रहा है। यह भी पढ़ेंः कांग्रेस को बड़ा झटका, अब दिग्गज ने पार्टी से दिया इस्तीफा, जल्द बीजेपी जॉइन करने की लगी अटकलें चुनाव ना लड़ने की पहले भी कर चुकी घोषणा ऐसा पहली बार नहीं है जब महबूबा मुफ्ती ने चुनाव ना लड़ने की बात कही हो। इससे पहले इसी साल जून में केंद्र सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के अगले ही दिन उन्होंने घोषणा की थी कि अनुच्छेद 370 की बहाली तक वे कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-opposition-will-bycott-rajya-sabha-tomorrow-for-12-mps-suspension-7211209/,"Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर नहीं थम रहा बवाल, कल राज्यसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष","Parliament Winter Session: 12 सांसदों के निलंबन पर नहीं थम रहा बवाल, कल राज्यसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र में 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा लगातार गर्माया हुआ है। विपक्ष रोजोना गांधी प्रतिमा के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही लगातार बाधित होती है, वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि बुधवार को विपक्ष की समाज विचारधारा वाले दल राज्यसभा का बहिष्कार करेंगे नई दिल्ली Published: December 07, 2021 05:21:55 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) में विपक्षा का हंगामा लगातार जारी है। खास तौर पर 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्ष ( Opposition Parties ) का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को भी विपक्षी दलों ने निलंबित सांसदों के समर्थन में जोरदार हंगामा किया। राज्यसभा की कार्यवाही का छठा दिन भी शोर और विरोध की भेंट चढ़ गया। 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का हंगामा छठे दिन भी जारी रहा जिसके चलते सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी। ऐसे में राज्यसभा की कार्यवाही को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। हालांकि विपक्ष का कहना है कि जबतक सांसदों का निलंबन रद्द नहीं कर दिया जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा। वहीं सत्ता पक्ष ने सांसदों के निलंबन को सही ठहराते हुए उनकी गलती पर माफी मांगने की बात कही। बता दें कि मानसून सत्र में अनुशासनहीनता के चलते शीतकालीन सत्र में 12 सांसदों को निलंबित किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा 6 सांसद कांग्रेस के हैं। यह भी पढ़ेँः कांग्रेस को बड़ा झटका, गोवा के पूर्व सीएम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज कल होगा बहिष्कार निलंबित सांसदों की बहाली को लेकर विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि 12 सांसदों को जबरदस्त नियम के विरुद्ध जाकर निलंबित किया गया है। ऐसे में विपक्ष के समाच विचारधारा वाले दल इसके विरोध में बुधवार को राज्यसभा का बहिष्कार करेंगे। इससे पहले हंगामे के बीच राज्यसभा दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित हुई थी। राज्यसभा के संबंध में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राज्यसभा को चलाने में आ रही रुकावटों के लिए सरकार खुद जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कामकाज को सुविधाजनक बनाने का पूरा प्रयास किया। हम सिर्फ यह बताना चाहते हैं कि मानसून सत्र की बात को शीतकालीन सत्र में लाकर जिन 12 सांसदों का निलंबन किया गया है, वह गलत है। सांसदों को नियम 256 के अनुसार ही निलंबित किया जा सकता है, लेकिन उन्होंने नियमों की अनदेखी की। सरकार की मंशा संसद चलाने की नहीं है। यह भी पढ़ेंः प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त जय बच्चन ने भी गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन में लिया हिस्सा सांसदों के निलंबन के समर्थन में सपा सांसद जया बच्चन भी नजर आईं। मंगलवार को उन्होंने गांधी प्रतिमा पर चल रहे विपक्ष के प्रदर्शन में हिस्सा भी लिया। जया बच्चन के अलावा एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/farmer-protest-news-rahul-gandhi-raised-issues-of-farmers-lok-sabha-7211002/,"Farmer Protest News: 'पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसान मरे', लिस्ट दिखा सरकार पर बरसे राहुल गांधी","Farmer Protest News: 'पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसान मरे', लिस्ट दिखा सरकार पर बरसे राहुल गांधी Farmer Protest News: राहुल गांधी ने कहा,'पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में मारे गए हैं। मैं ये लिस्ट सदन में पेश कर रहा हूं। सरकार कह रही है कि कोई नहीं मरा है, उसे किसानों से माफी मांगनी चाहिए।' नई दिल्ली Published: December 07, 2021 03:03:14 pm राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में किसान आंदोलन के दौरान मारे गये किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। इस दौरान उन्होंने मृत किसानों की सूची भी सदन में पेश कर सरकार को जमकर घेरा। Rahul Gandhi सरकार पर बरसे राहुल गांधी राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,'कृषि मंत्री ने 30 नवंबर को एक सवाल के जवाब में कहा था कि उनके पास किसान आंदोलन (Farmer Protest) में मारे गए किसानों का कोई डाटा नहीं है। मैं ये डाटा आपको देना चाहता हूं और यही चाहता हूं कि किसानों को हक मिले और उनके परिजनों को मुआवजा मिले।' राुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, 'पंजाब सरकार ने अब तक 400 किसानों को पांच लाख रूपए का मुआवजा दिया है। जबकि 152 किसानों को सरकारी नौकरी दी है।' राहुल गांधी ने कहा,'हरियाणा के 70 किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में मारे गए हैं। मैं ये लिस्ट सदन में पेश कर रहा हूं। सरकार कह रही है कि कोई नहीं मरा है, उसे किसानों से माफी मांगनी चाहिए।' राहुल गांधी ने आगे कहा, 'पिछले 12 महीनों से दिल्ली सीमा पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें 700 किसानों ने अपनी जान दी है। हम किसानों को न्याय दिलाना चाहते हैं और अन्य मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं।' इस दौरान कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान की मांग भी की। इसके बाद सरकार के विरोध में NCP और DMK सदन से वॉकआउट कर गये। क्या कहा था सरकार ने? बता दें कि सरकार से लोकसभा में पूछा गया था कि क्या सरकार के पास कोई डाटा है कि आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई है। तब इसके जवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि कृषि मंत्रालय के पास ऐसा कोई डाटा नहीं है कि किसान आंदोलन में कितने किसान मारे गए। ऐसे में किसी भी तरह के मुआवजे का सवाल ही नहीं बनता। तब भी विपक्ष ने सरकार के इस बयान का विरोध किया था। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/goa-assembly-election-2022-congress-senior-leader-and-former-cm-ravi-naik-resigns-as-party-mla-7210979/,"कांग्रेस को बड़ा झटका, गोवा के पूर्व सीएम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज","कांग्रेस को बड़ा झटका, गोवा के पूर्व सीएम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज गोवा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम रवि नाइक ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। नाइक के इस्तीफे के बाद गोवा विधानसभा में कांग्रेस के महज 3 विधायक रह गए हैं। हालांकि अब तक नाइक ने आगे की रणनीतिक को लेकर खुलासा नहीं किया है, राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। नई दिल्ली Published: December 07, 2021 02:44:44 pm नई दिल्ली। अगले वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस ( Congress )की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। खास तौर पर गोवा ( Goa ) में पार्टी के लिए अच्छी खबरें सामने नहीं आ रही हैं। कांग्रेस के एक और कद्दावर नेता ने पार्टी को बड़ा झटका दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ( Ravi Naik ) ने मंगलवार को राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। रवि नाइक का जाना कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। नाइक के पार्टी के पुराने और जमीन से जुड़े नेताओं में गिने जाते थे। आगामी चुनाव से पहले उनका जाना कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकता है। राजनीतिक गलियारों में राम नाइक के कांग्रेस से जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी में जाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही वे बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। recommended by Herbeauty 10 Brutally Honest Reasons Why You’re Still Single Learn more यह भी पढ़ेंः Punjab: कैप्टन अमरिंदर ने चंडीगढ़ में खोला पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस ' का पहला दफ्तर, BJP के साथ चुनाव लड़ने का किया एलान गोवा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए एक और खराब खबर सामने आई है। पार्टी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ने राज्य विधानसभा से अपना इस्तीफा दे दिया। हालांकि नाइक ने अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। बता दें कि इसी वर्ष अक्टूबर में, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेरियो ने कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था और बाद में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद ये कांग्रेस के लिए दूसरा बड़ा झटका है। हालांकि देखते ही देखते कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी से किनारा कर लिया है। गोवा विधानसभा में बचे कांग्रेस 3 MLA गोवा विधानसभा में कांग्रेस का कद लगातार घटता जा रहा है। रवि नाइक के इस्तीफे के बाद 40 सदस्यीय विधानसभा में अब कांग्रेस के महज 3 एमएलए यानी विधायक बचे हैं। नाइक के दोनों बेटे पहले से बीजेपी में रवि नाइक के दोनों बेटे पहले से ही भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं। यही वजह है कि अब राम नाइक के भी बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि नाइक बीजेपी के गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामेंगे। अभी सस्पेंस बरकरार नाइक की ओर से अब तक ना तो इस्तीफे को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि की गई है और ना उन्होंने आगामी रणनीतिक को लेकर कोई खुलासा किया है। नाइक ने अपने अगले कदम को लेकर अभी पत्ते खोले नहीं हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में इतना जरूर कहा कि, 'मैं आपको जल्द बताऊंगा कि आगे की योजना क्या है।' बता दें कि नाइक पोंडा सीट से कांग्रेस के विधायक थे। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर को सौंपा। 17 से 3 पर पहुंची कांग्रेस गोवा में हुए 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन समय के साथ पार्टी को दुर्दशा किसी ने छिपी नहीं है। अगले चुनाव से पहले पार्टी के विधायक 17 से घटकर 3 रह गए हैं। यह भी पढ़ेँः नागालैंड में बढ़ी नाराजगी, मुख्यमंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि देने के साथ की AFSPA हटाने की मांग 2017 के चुनावों के बाद, वालपोई विधायक विश्वजीत राणे कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पहले व्यक्ति थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और इस सीट से उपचुनाव जीत लिया। राणे वर्तमान में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं। राणे के बाहर निकलने के तुरंत बाद, कांग्रेस के दो और विधायक - सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे ने बीजेपी में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी। इन दोनों ने बाद में मई 2019 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की। गोवा कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका जुलाई 2019 में लगा, जब उसके 10 विधायकों के एक समूह ने तत्कालीन विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में पार्टी छोड़ दी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/jyotiraditya-scindia-hit-back-at-digvijaya-singh-over-traitor-remark-7209694/,"'मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता', दिग्विजय सिंह के 'गद्दार' वाले बयान पर सिंधिया का पलटवार","'मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता', दिग्विजय सिंह के 'गद्दार' वाले बयान पर सिंधिया का पलटवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार करते हुए कहा, ""मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता जो 'ओसामा को 'ओसामा जी' कहते हैं ।"" नई दिल्ली Published: December 06, 2021 05:51:46 pm केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के 'गद्दार' वाली टिप्पणी पर करारा जवाब दिया है। मध्य प्रदेश के अशोक नगर में सिंधियाँ ने एक रिपोर्टर से कहा, ""मैं उस स्तर तक नहीं गिर सकता जो 'ओसामा को 'ओसामा जी' कहते हैं और कहते हैं कि सत्ता में आते ही अनुच्छेद 370 फिर से बहाल करेंगे।"" सिंधिया ने आगे कहा, ""वो जो कहते हैं वो उनकी मानसिक स्थिति को दर्शाता है। ये जनता तय करेगी कौन गद्दार है और कौन नहीं।"" I don't want to fall to that level... Ppl who called Osama as 'Osama Ji' & say that they’ll restore Art 370 when they come to power…public will decide as to who is a traitor, who isn’t: Jyotiraditya Scindia over reports of Congress leader Digvijaya Singh calling him a “traitor” pic.twitter.com/yfuGNIa4uz — ANI (@ANI) December 6, 2021 दरअसल, दिग्विजय सिंह ने 4 मई 2011 को अपने एक बयान में आतंकी ओसामा बिन लादेन को 'ओसामा जी' कहकर संबोधित किया था। तब भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का अवसर मिल गया था। अब सिंधिया ने अपने इस एक बयान से दिग्विजय सिंह को सांकेतिक शब्दों में देश का 'गद्दार' बता दिया है जो एक आतंकी को 'जी' कहकर सम्बोधित करता है। सिंधिया का करारा जवाब तब सामने आया है जब रविवार को मध्य प्रदेश के विदिशा में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान दिग्विजय सिंह ने सिंधिया पर हमला बोल था। उन्होंने तब कहा था कि “सिंधिया महाराज ने कांग्रेस से सभी प्रकार के लाभ लिए और फिर भाजपा को में शामिल हो गए। इतिहास कभी गद्दार को माफ़ नहीं करता। यदि सिंधिया महाराज ने धोखा नहीं दिया होता, तो कमलनाथ की सरकार बनी रहती!” Scindia (Jyotiraditya) Maharaj took every benefit from Congress and then joined BJP. History never forgets a traitor. Kamal Nath ji’s govt would have been intact if Scindia Maharaj had not betrayed Congress: Congress leader Digvijaya Singh in Vidisha, MP yesterday pic.twitter.com/VpLeU37u2h — ANI (@ANI) December 6, 2021 इससे पहले शनिवार को दिग्विजय सिंह ने सिंधिया को 'गद्दार' कहा था जिसने पार्टी को धोखा दिया और भाजपा में शामिल हो गए। बता दें कि सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब भी दिग्विजय सिंह और उनकी नहीं बनती थी। कमलनाथ जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच गुटबाजी देखने को मिली थी। ये गुटबाजी इतनी बढ़ गई कि सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey Jyotiraditya Scindia Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/punjab-captain-amarinder-singh-inaugurates-his-party-office-in-chandigargh-7209560/,"Punjab: कैप्टन अमरिंदर ने चंडीगढ़ में खोला पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस ' का पहला दफ्तर, BJP के साथ चुनाव लड़ने का किया एलान","Punjab: कैप्टन अमरिंदर ने चंडीगढ़ में खोला पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस ' का पहला दफ्तर, BJP के साथ चुनाव लड़ने का किया एलान Punjab कैप्टन अमरिंदर सिंह विधानसभा चुनाव से पहले अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के पहले कार्यालय का उद्घाटन किया। चंडीगढ़ के सेक्टर 9 में कैप्टन ने ऑफिस की शुरुआत की। हालांकि इस दौरान उनके साथ कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आया। लेकिन इस दौरन कैप्टन ने बीजेपी और ढींढसा की पार्टी संयुक्त अकालीदल के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया नई दिल्ली Published: December 06, 2021 04:44:54 pm नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव ( Punjab Assembly Election 2022 ) से पहले प्रदेश में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। कांग्रेस ( Congress ) छोड़ने के बाद अपनी नई राजनीतिक पार्टी शुरू करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ( Amrinder Singh ) ने सोमवार को एक और कदम बढ़ाया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ में अपनी पार्टी ( पंजाब लोक कांग्रेस ) के कार्यालय का उद्घाटन किया। पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही कैप्टन ने भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया। चंडीगढ़ के सेक्टर 9 डी में स्थित दफ्तर का उद्धाटन करने कैप्टन खुद पहुंचे। बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने को लेकर अमरिंदर ने कहा कि उन्होंने इस बारे में अमित शाह से बात की है। हालांकि, सीटों पर समझौता होना बाकी है। यह भी पढ़ेंः Parliament Winter Session: नागलैंड फायरिंग पर लोकसभा में बोले अमित शाह, जांच के लिए SIT की टीम गठित, एक महीने में सौंपेगी रिपोर्ट Punjab polls 2022: Amarinder says seat adjustment with BJP , Sukhdev Singh Dhindsa's party soon Read @ANI Story | https://t.co/dseugyfS6F#PunjabAssemblyPolls pic.twitter.com/H5O2NVB9QP — ANI Digital (@ani_digital) December 6, 2021 पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीतिक गर्मा गई है। कांग्रेस का साथ छोड़ने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को चंडीगढ़ में पहले पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ बीजेपी बल्कि ढींढसा की पार्टी संयुक्त अकाली दल के साथ चुनाव लड़ने की घोषणा भी की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना ही उनका अहम लक्ष्य है। उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी के साथ ये चुनाव लड़ा जाएगा, इसको लेकर अमित शाह से बात भी हुई है, लेकिन अभी सीटों के बंटवारे पर बात होना बाकी है। प्रेसवार्ता में कैप्टन ने कहा कि चुनाव में जीत हासिल करना लक्ष्य है लिहाजा पार्टी जिताऊ या मजबूत उम्मीदवारों को ही टिकट देगी। टिकटों को लेकर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के साथ विस्तार से चर्चा होना बाकी है। यह भी पढ़ेँः प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त बता दें कि शनिवार को अमित शाह ने भी कैप्टन की पार्टी के साथ पंजाब में चुनाव लड़ने को लेकर संकेत दिए थे। ऐसा पहली बार है बीजेपी की ओर से इस तरह का कोई बयान सामने आया। अब तक इशारों में ही वे इस बारे में बात करते आए हैं। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने से पहले वाहेगुरु का आशीर्वाद लिया। कैप्टन ने ट्वीट किया कि 'पंजाब की समृद्धि और सुरक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की, क्योंकि मैं अपने राज्य और इसके लोगों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखने का संकल्प लेता हूं।' पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/after-priyanka-chaturvedi-shahi-tharoor-also-left-sansad-tv-show-till-suspension-of-12-members-of-rajya-sabha-7209306/,"प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त","प्रियंका चतुर्वेदी के बाद सांसदों के निलंबन के खिलाफ शशि थरूर का भी समर्थन, छोड़ा संसद TV का शो, रखी ये शर्त तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर विरोध करते नजर आ रहे हैं। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के बाद शशि थरूर ने भी बड़ा फैसला लेते हुए सोमवार को संसद टीवी के प्रमुख कार्यक्रम 'टू दि पॉइंट' की एकरिंग नहीं करने का फैसला लिया है। नई दिल्ली Published: December 06, 2021 01:09:57 pm नई दिल्ली। राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा थमता नजर नहीं आ रहा है। पहले सदनों में विपक्ष का विरोध, फिर प्रदर्शन और अब सांसदों ने इस निलंबन के खिलाफ अलग ही रुख अख्तियार कर लिया है। एक दिन पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद टीवी से इस्तीफा दे दिया तो अब उनके बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी बड़ा फैसला लिया है। शशि थरूर ने भी संसद टीवी के शो की होस्टिंग करने से इनकार कर दिया है। दरअसल मानसून सत्र से 12 सांसदों के निलंबन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी संसद टीवी से शो की होस्टिंग छोड़ दी है। उन्होंने कहा कि जब तक निलंबन रद्द नहीं हो जाता वे संसद टीवी के किसी भी शो की एंकरिंग नहीं करेंगे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: नागालैंड में गोलीबारी की घटना पर सरकार तोड़ेगी चुप्पी, दोनों सदनों में बयान देंगे अमित शाह pic.twitter.com/WzXu8B3Rrm — Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 6, 2021 तिरुवनंतपुरम कांग्रेस सांसद शशि थरूर लंबे समय से संसद टीवी के शो 'टू द पॉइंट' को होस्ट करते आ रहे हैं, लेकिन अब वे इस शो की होस्टिंग करते नहीं दिखाई देंगे। दरअसल शशि थरूर ने इस शो की एकरिंग से खुद को अलग कर लिया है। इसको लेकर बकायदा शशि थरूर ने एक ट्विट भी किया। इस ट्वीट में उन्होंने वो लेटर साझा किया गया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द होने और संसद की कार्यवाही में द्विदलीय भावना प्रतिबिंबित होने तक वह ‘संसद टीवी’ पर कार्यक्रम की मेजबानी नहीं करेंगे। कांग्रेस सांसद ने कहा कि, 'मेरा मानना था कि एक शो की मेजबानी के लिए संसद टीवी के निमंत्रण को स्वीकार करना भारत के संसदीय लोकतंत्र की सर्वोत्तम परंपराओं में था। ये इस सिद्धांत की पुष्टि करता है कि हमारे राजनीतिक मतभेद हमें संसद सदस्यों के रूप में विभिन्न संसदीय संस्थानों में पूरी तरह से भाग लेने से नहीं रोकते हैं।' यह भी पढ़ेँः ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने दिया झटका, सामना में बताया- विपक्ष के लिए UPA जरूरी प्रियंका चतुर्वेदी भी दे चुकी इस्तीफा थरूर से पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी संसद टीवी के कार्यक्रमों से खुद को अलग कर लिया। प्रियंका चतुर्वेदी संसद टीवी के कार्यक्रम 'मेरी कहानी' की एंकरिंग कर रही थी, जिससे उन्होंने इस्तीफा दे दिया। दरअसल चतुर्वेदी राज्यसभा के उन 12 सदस्यों में शामिल हैं, जिन्हें सदन में अनुशासन हीनता और अशोभनीय आचरण के चलते सत्र की शेष अवधि के लिए 29 नवंबर को निलंबित कर दिया गया था। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-today-06-12-2021-amit-shah-share-statement-on-nagaland-firing-7209110/,"Parliament Winter Session: नागालैंड फायरिंग पर लोकसभा में बोले अमित शाह, जांच के लिए SIT की टीम गठित, एक महीने में सौंपेगी रिपोर्ट","Parliament Winter Session: नागालैंड फायरिंग पर लोकसभा में बोले अमित शाह, जांच के लिए SIT की टीम गठित, एक महीने में सौंपेगी रिपोर्ट Parliament Winter Session नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में शनिवार को सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। यही नहीं सेना के मुताबिक इस दौरान एक सैन्यकर्मी की भी शहीद हो गया था, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद से ही विपक्ष सरकार को घेर रही थी। अब सरकार इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ रही है। खुद गृहमंत्री इस घटना के बाद सरकार के कदमों को लेकर अपना बयान साझा करेंगे। नई दिल्ली Updated: December 06, 2021 04:37:10 pm नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) जारी है। सरकार इस सत्र में विपक्ष को तमाम सवालों और वार पर पलटवार कर रही है। फिर चाहे वो किसान से जुड़ा मुद्दा हो या फिर महंगाई। विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे आरोपों और दागे जा रहे सवालों का जवाब दिया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) नागालैंड ( Nagaland ) में हुई गोलीबारी की घटना पर अपना बयान दिया। गृहमंत्री अमित शाह ने नागालैंड फायरिंग को लेकर लोकसभा में कहा कि, मौजूदा समय में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि, भीड़ के हिंसा करने पर सुरक्षाबलों को फायरिंग करनी पड़ी। एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो 1 माह में जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी। दरअसल, नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में शनिवार को सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। यही नहीं सेना के मुताबिक इस दौरान एक सैन्यकर्मी की भी शहीद हो गया था, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद से ही विपक्ष सरकार को घेर रही थी। अब सरकार इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ रही है। खुद गृहमंत्री इस घटना के बाद सरकार के कदमों को लेकर अपना बयान साझा करेंगे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस, TMC समेत 6 पार्टियों ने राज्यसभा से किया वॉकआउट As a result, one jawan of the security forces died; many other jawans injured. Security forces had to resort to firing for self-defence & to disperse crowd. This caused death of 7 more civilians, some others injured. Local admn-Police tried to bring the situation to normalcy: HM pic.twitter.com/BauwQn2MXl — ANI (@ANI) December 6, 2021 गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- 250लोगों की उज्जवलित भीड़ ने मोन जिले में तोड़फोड़ करने के साथ आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इसके जवाब में सुरक्षाबलों को भीड़ को तितर बितर करने के लिए गोली चलानी पड़ी। पूरी घटना पर सेना ने दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि सेना ने संदिग्ध समझकर गोलियां चलाई थीं। इस फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई थी। शाह ने कहा कि 21 पैरा कमांडो को सूचना मिली थी कि मोन जिले के तिरु इलाके में संदिग्ध विद्रोहियों की आवाजाही हो सकती है, इसी आधार पर 21 कमांडो ने संदिग्ध इलाके में घात लगाकर हमला किया। शनिवार शाम को जब एक वाहन वहां पहुंचा, तो उसे रुकने का इशारा किया गया लेकिन उसने रुकने के बजाय भागने की कोशिश की। ऐसे में सेना ने संदिग्ध होने की आशंका में फायरिंग की जिसमें 6 लोग मारे गए। गृहमंत्री ने कहा कि, इलाकों को पूरे दिन मॉनिटर किया गया। गृहमंत्रालय की ओर से तत्कार संज्ञान लेते हुए हर मोमेंट पर नजर रखी जा रही है। सरकार स्थिति पर सूक्षमता से नजर रख रही है। अमित शाह ने किया मैंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री बातचीत की है। भविष्य में किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो, इसको लेकर अतिरिक्त सुरक्षा बल मुहैया करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि, भारत सरकार नागालैंड में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अत्यंत खेद व्यक्त करती है। लोकसभा में केजरीवाल सरकार की शराब नीति का मसला उठा। इसको लेकर बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की योजना है कि वो शराब के ठेकों से 10 हजार करोड़ की एक्साइज ड्यूटी वसूल करेगी। उन्होंने कहा, केजरीवाल ने कहा है कि वो पंजाब में नशाबंदी करेंगे और दिल्ली में खुद ही नशे को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि इससे घरेलू हिंसा नहीं बढ़ेगी। संसद में लहराया शराब का डिब्बा प्रवेश वर्मा लोकसभा में ब्लैकलेवेल शराब का डब्बा लेकर पहुंचे और प्रश्नकाल में उन्होंने संसद के अन्दर उसको लहराते हुए दिल्ली सरकार पर शराब को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। बीजेपी सांसद ने कहा कि, राजधाना में 824 नए शराब दुकान खोले जा रहे। शराब खरीदने और पीने की आयु 25 से घटाकर 21 कर दी, महिलाओं के लिए पिंक बार खुलवा रहे हैं। अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए केजरीवाल सरकार दिल्ली का भविष्य बर्बाद करना चाहती है। Winter session: Amit Shah to give statement on Nagaland firing incident in both Houses of Parliament Read @ANI Story | https://t.co/laddJsqmm6#Parliament #NagalandFiring pic.twitter.com/FsUjXWzdUD — ANI Digital (@ani_digital) December 6, 2021 संसद के शीतलकालीन सत्र के दौरान सोमवार का दिन काफी अहम है। इस दिन गृहमंत्री अमित शाह संसद को दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में नागालैंड हिंसा को लेकर अपना बयान देंगे। अमित शाह ये बयान दोपहर 3 बजे देंगे। लोकसभा में नागालैंड फायरिंग का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, सरकार इतनी बड़ी घटना पर चुप्पी साधकर बैठी है। इस मसले पर सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिे। नागालैंड घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि मोन जिले में सुरक्षा बलों ने शनिवार शाम को एक कोयला खदान में काम करने के बाद घर लौट रहे कम से कम 14 दिहाड़ी मजदूरों पर गोलियां चला दी। प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट के उग्रवादियों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सेना के जवानों ने एक पिकअप ट्रक पर गोलियां चलाईं, जिसमें मजदूर यात्रा कर रहे थे। वहीं नगालैंड सीएम नेफ्यू रियो ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने का आश्वासन दिया है और समाज के सभी वर्गों के लोगों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया है। यह भी पढ़ेँः भारत में तेजी से पैर पसार रहा Omicron, 4 दिन में पांच राज्यों से 21 मामले आए सामने, दोनों डोज लेने वाले भी संक्रमित उधर..सैन्य गोलीबारी की घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ प्रदर्शन करने के लिए टीएमसी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को प्रदेश का दौरा करेगा। TRS सांसद की मांग,MSP पर हो चर्चा लोकसभा में तेलंगाना राष्ट्र समिति( TRS ) सांसद नामा नागेश्वर राव ने स्थगन प्रस्ताव नोटिस भेजा है। इस नोटिस के जरिए टीआरएस सांसद ने न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP ) के लिए खाद्यान्न खरीद और कानूनी गारंटी पर राष्ट्रीय नीति पर चर्चा कराए जाने की मांग की है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-rahul-gandhi-target-over-gov-on-nagaland-incident-7208175/,"नगालैंड हिंसा को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल, लोग सुरक्षित क्यों नहीं हैं?","नगालैंड हिंसा को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल, लोग सुरक्षित क्यों नहीं हैं? नगालैंड हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने पूछा कि आखिर आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित क्यों नहीं हैं, गृह मंत्रालय क्या कर रहा है। नई दिल्ली Published: December 05, 2021 06:55:41 pm नई दिल्ली। नगालैंड हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए पूछा कि आखिर क्या वजह है कि आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित क्यों नहीं हैं। सरकार को इस बारे में जवाब देना चाहिए, आखिर गृह मंत्रालय क्या कर रहा है। congress leader rahul gandhi target over gov on nagaland incident इसके साथ ही राहुल गांधी ने तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी और एआईएमआईएम नेता असदउद्दीन ओवैसी ने भी सवाल उठाए हैं। जानकारी के मुताबिक बीती रात नगालैंड में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई आम लोगों के मारे गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगालैंड पुलिस ने बताया कि राज्य के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस बारे में ज्यादा जानकारी जल्द ही सामने आ जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस घटना की जांच जारी है, जिससे यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है। इस घटना के बाद हुई हिंसा में एक सैनिक की भी मौत हो गई थी। वहीं इस घटना को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताते हुए केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि यह घटना दिल दुखाने वाली है। देश में आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी सुरक्षित क्यों नहीं है। राहुल गांधी ने इस संबंध में सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को सही-सही जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है, जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं। This is heart wrenching. GOI must give a real reply. What exactly is the home ministry doing when neither civilians nor security personnel are safe in our own land?#Nagaland pic.twitter.com/h7uS1LegzJ — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2021 यह भी पढ़ें: दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन मरीज की कैसी है तबीयत, डॉक्टरों ने बताए लक्षण, ऑक्सीजन लेवल कांग्रेस इस घटना को लेकर सरकार पर हमलावर है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा नगालैंड से आई दुखद खबर बेहद परेशान करने वाली है। उत्तर पूर्व में बार-बार हिंसा की घटनाएं कानून-व्यवस्था बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने में मोदी सरकार की विफलता का संकेत हैं। कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार हमारे नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ क्यों है। गौरतलब है कि बीती रात गश्त लगा रही सेना की एक टुकड़ी ने काम ख़त्म कर घर लौट रहे लोगों पर लोगों पर गोलियां चलाईं। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद घटना से नाराज स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हुई। इस झड़प में 7 अन्य आम नागरिकों सहित सेना के एक जवान की मौत हो गई। बता दें कि नगालैंड में सेना बीते कई सालों से उग्रवाद की समस्या से जूझ रही है। यहां लोग सेना पर अपने अभियानों में स्थानीय लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाते रहे हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/mehbooba-mufti-praises-atal-bihari-vajpayee-on-article-370-and-balakot-7206792/,"महबूबा मुफ्ती ने की अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ, कहा- उन्होंने राजधर्म निभाया, चाहते तो हजार 'बालाकोट' कर देते","महबूबा मुफ्ती ने की अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ, कहा- उन्होंने राजधर्म निभाया, चाहते तो हजार 'बालाकोट' कर देते महबूबा मुफ्ती ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा। पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी एक महान नेता थे। अगर वो चाहते तो हजार बालाकोट कर देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। नई दिल्ली Updated: December 04, 2021 09:22:53 pm नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा। पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी एक महान नेता थे। अगर वो चाहते तो हजार बालाकोट कर देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। Mehbooba Mufti praises Atal Bihari Vajpayee on article 370 and balakot महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा नहीं किया और उन्होंने राजधर्म निभाया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर को दिल की नजरों से देखा, लेकिन मौजूदा सरकार गोडसे का कश्मीर बनाना चाहती है। जो कश्मीर के लोगों को कतई स्वीकार नहीं है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेयी पाकिस्तान गए, उन्होंने वहां की हूर्रियत से बात की। वाजपेयी जी ने परवेज मुशर्रफ को बुलाया। संसद चली, बात हुई। इसको लेकर अटल बिहारी वाजपेयी की काफी अलोचना भी हुई। लोगों ने कहा कि वो पाक से एक भी गोली दागे बिना चला आया। शायद यही वजह रही कि अगले चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यह भी पढ़ें: कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का सवाल- मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस या बोको ***** वाले थे? पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भले चुनाव हार गए, हम उन्हें सलाम करते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी का सीना 56 इंच का नहीं, 67 इंच का है। वाजपेयी जी ने अनुच्छेद 370 और 35 ए का मुद्दा भी उठाया और ये भरोसा भी दिया कि जम्मू कश्मीर को ये विशेषाधिकार लौटाने पड़ेंगे। गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद स्थिति और भी खराब हो गई है। हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया गया है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/congress-leader-salman-khurshid-ask-who-set-fire-in-my-house-7206543/,कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का सवाल- मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे?,"कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का सवाल- मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे? कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने एक बार फिर से अपनी किताब को लेकर हुए विवाद का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे। नई दिल्ली Published: December 04, 2021 06:20:41 pm नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने एक बार फिर से अपनी किताब को लेकर हुए विवाद का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि एक किताब को लेकर कुछ लोगों ने मुझे जान से मारने की धमकियां दीं। यहां तक की मेरे घर में पत्थरबाजी और आगजनी की। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मेरे घर में आग लगाने वाले आईएस वाले थे। congress leader salman khurshid ask who set fire in my house दरअसल, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद आज एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उनसे उनकी किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या' को लेकर सवाल पूछा गया। सलमान खुर्शीद से पूछा गया कि जब आपने यह किताब लिखी थी तो आपको अंदाजा भी था कि इस किताब को लेकर आग लग जाएगी। आग बुझाने के लिए लिखी थी किताब इसके जवाब में सलमान खुर्शीद ने कहा कि देश में आग तो पहले से ही लगी हुई है, जिसे बुझाना बहुत जरूरी हो गया है। इस किताब को लिखने का मकसद आग को बुझाना है। इसलिए किताब लिखी है, अगर लोगों को नहीं मालूम की सूर्योदय क्या होता है तो मुझे बहुत बहुत कष्ट होगा। मैंने किताब का टाइटल सनसेट नहीं किया, मैंने अपनी किताब में अंधकार की बात नहीं की। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने अपनी किताब में एक उम्मीद की बात कही। अगर उनमान ये है- लिफाफे पर क्या लिखा है तो ये समझ लीजिए तो बात समझ में आ जाएगी। इस दौरान कांग्रेस नेता ने हिंदुत्व पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व एक वे ऑफ लाइफ है। एक जीने की पद्धति है, लेकिन धर्म में परिवर्तन करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि वे ऑफ लाइफ में परिवर्तन हुए हैं और हो सकता है। यही नहीं देश में और विश्व में भी परिवर्तन हुए हैं, इस्लाम में हुए हैं, क्रिश्चनिटी में हुए हैं, हिंदुत्व में भी लोग परिवर्तन कर रहे हैं, ये अच्छी बात नहीं है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमने किताब में समान नहीं कहा सिमिलर कहा है। किस बात में परिवर्तन हो रहा है वो इस बात में हो रहा है कि उन्होंने भी किया है और इन्होंने भी किया है। यह भी पढ़ें: Omicron वेरिएंट को लेकर महाराष्ट्र में खास तैयारी, हर दिन चेकअप, 7वें दिन RT-PCR, BMC ने जारी की नई गाइडलाइन इस दौरान कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि मेरा इस किताब का लक्ष्य जोड़ने का है आपस में दूरी कम का है। उन्होंने सवाल किया मेरे घर में आग जिसने लगाई क्या वो आईएस वाला था, वो बोको ***** वाला था। कांग्रेस नेता ने पूछा अगर वो हिंदुत्व का नहीं था तो मेरा घर किसने जलाया ये जवाब दे दें। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता ने बीते दिनों एक किताब लिखा है। जिसको लेकर खूब विवाद हुआ, सलमान खुर्शीद को धमकियां मिलीं। इसके साथ ही कुछ संगठनों ने उनके घर में पत्थरबाजी और आगजनी भी की। हिंदु संगठनों का आरोप है कि सलमान ने अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठनों से की है। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-open-for-an-alliance-with-amarinder-for-punjab-polls-amit-shah-7206424/,"पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भाजपा बना रही बड़ी रणनीति, अमित शाह ने दिये संकेत","पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भाजपा बना रही बड़ी रणनीति, अमित शाह ने दिये संकेत गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'हम कैप्टन साब (अमरिंदर सिंह) के साथ-साथ (पूर्व अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा) ढींडसा साहब से बात कर रहे हैं। संभव है कि हमारा दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन हो। हम दोनों पक्षों से सकारात्मक सोच के साथ बात कर रहे हैं।' नई दिल्ली Published: December 04, 2021 06:14:17 pm पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा कैप्टन अमरिंदर सिंह और अकाली दल से अलग हुए सुखदेव सिंह ढींढसा के साथ आने के लिए तैयार है। गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं इसके संकेत दिए हैं कि वो पहले ही दोनों नेताओं के संपर्क में है, और गठबंधन को लेकर रणनीति बना रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पंजाब चुनाव पर कहा, 'हम कैप्टन साब (अमरिंदर सिंह) के साथ-साथ (पूर्व अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा) ढींडसा साहब से बात कर रहे हैं। संभव है कि हमारा दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन हो। हम दोनों पक्षों से सकारात्मक सोच के साथ बात कर रहे हैं।' स्पष्ट है भाजपा पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए बड़ी रणनीति पर काम कर रही है। अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह के साथ आने से भाजपा को बढ़त मिली है। पहले ही अमरिंदर सिंह पंजाब में एक लोकप्रिय चेहरा हैं और अब सुखदेव सिंह के साथ आने से अकाली दल के वोट बैंक में भी भाजपा सेंध लगा सकती है। हालांकि, अमित शाह ने इशारों-इशारों में साफ कर दिया है कि इस बार अकाली दल के साथ कोई गठबंधन नहीं किया जाएगा। शाह ने ये भी कहा कि 'पंजाब में मेरिट और विकास के आधार पर चुनाव लड़ा जाएगा।' कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भी जारी किसान आंदोलन पर शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने बड़ा दिल दिखाया है। उन्होंने कहा, ""मुझे नहीं लगता कि किसानों का आंदोलन अभी भी वहां कोई बड़ा मुद्दा है..प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मांग को मान कर अपना बड़ा दिल दिखाया है और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की है।"" गौरतलब है कि पंजाब में सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस अभी आंतरिक कलह से जूझ रही है। अमरिंदर सिंह पार्टी से अलग हो चुके हैं और उन्होंने कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भाजपा से हाथ मिलाने के संकेत दिए थे। अकाली दल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पहले ही पंजाब चुनावों के लिए नए-नए दांव चल रहे हैं। अब भाजपा का अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह के साथ जाना चुनावी समीकरण पर कितना प्रभाव डालेगा देखना दिलचस्प होगा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey अमित शाह Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/odisha-assembly-speaker-sn-patra-adjourns-house-7206270/,"ममिता मेहर हत्याकांड को लेकर चौथे दिन भी हंगामा, ओडिशा विधानसभा कार्यवाही स्थगित","ममिता मेहर हत्याकांड को लेकर चौथे दिन भी हंगामा, ओडिशा विधानसभा कार्यवाही स्थगित ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र जबसे शुरू हुआ है हंगामा देखने को मिल रहा है। आज प्रश्नकाल के दौरान भी विरोधी दलों ने मेहर हत्याकांड का मुद्दा उठाया और हंगामा किया। नई दिल्ली Published: December 04, 2021 03:38:49 pm ओडिशा विधानसभा में इन दिनों ममिता मेहर हत्याकांड के कारण कार्यवाही मुश्किल हो गई है। इस हंगामे के कारण आज लगातार चौथे दिन भी विधानसभा की कार्यवाही 4 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। #Watch | Odisha Assembly Speaker SN Patra adjourns House till 4PM after ruckus over Mamita Meher murder case. Congress MLAs protest against State Home Min, demand his resignation. Congress's Tara Bahinipati dons priest avatar & conducts symbolic rituals (Source: Odisha Assembly) pic.twitter.com/ymTqwjXunI — ANI (@ANI) December 4, 2021 दरअसल, ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र जबसे शुरू हुआ है हंगामा ही देखने को मिल रहा है। आज प्रश्नकाल के दौरान भी विरोधी दलों ने मेहर हत्याकांड का मुद्दा उठाया और हंगामा किया। कई तो विधानसभा अध्यक्ष के पोडियम के पास आकर घंटा बजाने लगे और नारेबाजी के साथ पोस्टर दिखाने लगे। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सभी से कई बार शांत होने का अनुरोध किया, परंतु किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। हंगामे को बढ़त देख अध्यक्ष ने कार्यवाही को अपराह्न 4 बजे तक के लिए टाल दिया है और कहा कि विधानसभा में नाटक के लिए कोई स्थान नहीं है। इस हंगामे पर कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने कहा है कि शिक्षिका ममिता मेहर हत्याकांड में जिस दिव्य शंकर मिश्रा का कनेक्शन सामने आया है, वो विधानसभा में आ रहे हैं, और हम ऐसा नहीं होने देंगे। कांग्रेस और भाजपा के विरोध को बीजद विधायिका स्नेहांगिनी छुरिया ड्रामा करार दिया है। बता दें कि ममिता मेहर की हत्या में गृह राज्य मंत्री दिव्य शंकर मिश्रा के कनेक्शन को लेकर विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। ओडिशा के कालाहांडी जिले के महालिंग सनसाइन पब्लिक स्कूल की शिक्षिका ममिता मेहेर की हत्या का आरोप स्कूल के अध्यक्ष गोविन्द साहू पर लगा है। जांच में सामने आया है कि साहू और मिश्रा के बीच घनिष्ठ संबंध हैं। ऐसे में मिश्रा को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग तेज हो गई है। वहीं बीजद का कहना हो कि वो मामले की जांच कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी को भी न बख्शा जाए। Odisha saw a huge rise in crimes against women in the past dozen years due to its ruling party's criminality. Now another minister implicated, in the murder of a woman teacher of a school where girls were allegedly being exploited Will national media cover this?#JusticeForMamita pic.twitter.com/7mWTWuenka — Baijayant Jay Panda (@PandaJay) October 19, 2021 पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Mahima Pandey भारतीय जनता पार्टी Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/pm-modi-inaugurate-and-lay-foundation-stone-of-18-thousand-crore-schemes-uttarakhand-addressed-rally-7206197/,"PM Modi ने उत्तराखंड को दी 18 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं की सौगात, बोले- विकास की गंगा बहा रही डबल इंजन की सरकार","PM Modi ने उत्तराखंड को दी 18 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं की सौगात, बोले- विकास की गंगा बहा रही डबल इंजन की सरकार PM Modi ने Uttarakhand में 18 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान परेड ग्राउंड पर रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने डबल इंजन वाली सरकार के फायदे गिनाए। उन्होंने कहा अटल सरकार के दौरान देश में कनेक्टिविटी का महायज्ञ शुरू हुआ, लेकिन उनके बाद 10 वर्षों तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर सिर्फ घपले और घोटाले हुए अब डबल इंजन के साथ दोगुना गति से विकास हो रहा है। नई दिल्ली Published: December 04, 2021 02:35:44 pm नई दिल्ली। तीन महीने में तीसरी बार उत्तराखंड ( Uttarakhand ) पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने परेड ग्राउंड में रैली के संबोधित करते हुए कहा कि, इस क्षेत्र का विकास भव्य स्वरूप ले ये डबल इंजन की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी भावना से बीते 5 वर्षों में उत्तराखंड के विकास के लिए केंद्र सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक परियोजनाएं स्वीकृत की हैं। यहां की सरकार इन योजनाओं को तेजी से जमीन पर उतार रही है। इसी को आगे बढ़ाते हुए आज 18 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने कहा कि, इनमें कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, संस्कृति, तीर्थाटन, बिजली और बच्चों के लिए विशेष तौर पर बना चाइल्ड फ्रैंडली सिटी प्रोजेक्ट प्रमुख रूप से शामिल हैं। यह भी पढ़ेंः संतों की मांगों के आगे झुकी उत्तराखंड सरकार, सीएम धामी ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने का किया ऐलानपीएम मोदी बोले- मैंने केदारनाथ की पवित्र धरती से कहा था, फिर दोहरा रहा हूं..ये परियोजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी। जो लोग पूछते हैं डबल इंजन की सरकार का फायदा क्या है, वो देख सकते हैं कि ये सरकार उत्तराखंड में विकास की गंगा बहा रही है। इस शताब्दी की शुरुआत में पूर्व पीएम अटल बिहारी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था, लेकिन उनके बाद 10 साल ऐसी सरकार रही, जिसने देश का उत्तराखंड का बहुमूल्य समय व्यर्थ कर दिया। 10 वर्षों तक इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले और घपले हुए। इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आगे भी करेंगे। भारत 100 लाख करोड़ रुपए के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है। बिना तैयारी के फीता काटने वाले तौर तरीकों को पीछे छोड़कर भारत आगे बढ़ रहा है। 21वीं सदी में भारत में कनेक्टिविटी का महायज्ञ चल रहा है। इस देवभूमि में श्रद्धालु भी आते हैं, उद्यमी भी आते हैं, प्रकृति प्रेमी सैलानी भी आते हैं। चारधाम और फेदर रोड परियोजना के तहत देव प्रयास से श्रीकोट और ब्रह्मपुरी से कोडियाला की परियोजना का शिलान्यास किया गया है। क्या बोले सीएम पुष्कर धामी? इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, उत्तराखंड विकास के रास्ते पर अग्रसर है। ' मुझे भरोसा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हम जल्द देश के सर्वश्रेष्ठ राज्य बनेंगे' सीएम धामी ने काह कि बीते 5 वर्ष में प्रदेश में 1 करोड़ लाख रुपए से भी ज्यादा लागत से कई परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। जो विकासपथ पर आगे बढ़ने में बड़ी भूमिकाएं निभाएंगी। उन्होंने कहा सेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा हुआ है। अब गोली का जवाब गोली से दिया जाता है। यह भी पढ़ेँः Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला इन योजनाओं को हरी झंडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड दौरे पर जिन योजनाओं को हरी झंडी दिखाई उनमें... - केदारनाथ पुननिर्माण और चारधाम को जोड़ने वाली ऑल वेदर रोड उनके ड्रीम प्रोजेक्ट भी शामिल हैं। - उत्तराखंड को एक और मेडिकल कॉलेज की सौगात देंगे। 538 करोड़ रुपए की लागत से कुंभनगरी हरिद्वार में आधुनिक मेडिकल कॉलेज बनेगा। - बताया जा रहा है कि इस योजना से युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी। - दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास। इसके बनने के बाद दिल्ली से देहरादून तक की दूरी 2 घंटे में पूरी होगी - 1695 करोड़ रुपए की लागत से पौंटा साहिब से बल्लूपुर चौक तक सड़क बनेगी। - 50 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के निर्माण से हिमाचल प्रदेश से देहरादून तक का सफर सरल और सुविधायुक्त होगा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा नरेन्द्र मोदी Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/shiv-sena-big-setback-to-mamata-banerjee-says-in-saamana-opposition-nee-upa-7206062/,"ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने दिया झटका, सामना में बताया- विपक्ष के लिए UPA जरूरी","ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने दिया झटका, सामना में बताया- विपक्ष के लिए UPA जरूरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी की मंशा को शिवसेना ने बड़ा झटका दिया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना मोदी और उनकी प्रवृत्ति की सोच वाले दलों को लेकर तो समझ आती है लेकिन बीजेपी विरोधी प्रवृत्ति दल भी ऐसी सोच रखें ये सही नहीं है। विपक्ष को UPA की जरूरत है नई दिल्ली Published: December 04, 2021 12:52:50 pm नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस ( Trinamool Congress ) प्रमुख और पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) पिछले कुछ दिनों से एक खास मिशन पर है। इस मिशन के तहत ममता बनर्जा विपक्षी दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर रही थी। इस मुलाकात के पीछे ममता की मंशा विपक्ष का चेहरा बनने की थी। लेकिन ममता की इस मंशा को जोर का झकटा लगा है और ये झटका दिया है शिवसेना ने। शिवसेना ( Shivsena ) ने अपने मुखपत्र सामना ( Saamana ) में लिखा है कि, विपक्ष को यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस यानी UPA की जरूरत है। दरअसल ममता बनर्जी हाल में मुंबई के दौरे पर थी। इस दौरे पर ममता ने शिवसेना और राष्ट्रवाती कांग्रेस पार्टी के प्रमुखों से मुलाकात की। इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं थी कि ममता बनर्जी 2024 में होने वाला आम चुनाव में विपक्ष का चेहरा बनने की तैयारी कर रही हैं। यह भी पढ़ेँः Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त देने के बाद से ही ममता बनर्जी के हौसले बुलंद है। यही नहीं अब वे विपक्ष का चेहरा बनने का सपना भी संजो रही हैं। यही वजह है कि ममता लगातार इस मिशन जमीनी और मुलाकातों के जरिए अंजाम देने में जुटी है। एक तरफ ममता बनर्जी कांग्रेस समेत अन्य दलों को नेताओं को पार्टी में शामिल कर टीएमसी के विस्तार में जुटी है वहीं दूसरी तरफ वे विपक्ष दलों के प्रमुखों से मुलाकात अपने पक्ष में माहौल बनाने की भी कोशिशें कर रही हैं। इसी कड़ी में हाल में ममता बनर्जी मुंबई पहुंची और शिवसेना एवं रांकपा प्रमुखों से मुलाकात की। लेकिन इनकी इस कोशिश को शिवसेना ने बड़ा झटका दिया है। शिवसेना ने मुखपत्र ‘सामना’ (Saamana) में एक लेख में लिखा है ममता बनर्जी के मुंबई (Mumbai) दौरे के कारण विपक्षी दलों (Opposition) की हलचलों में गति आई है। कम-से-कम शब्दों के हवा के बाण तो छूट रहे हैं। अपने-अपने राज्य और टूटे-फूटे किले संभालने के एक साथ इस पर तो कम-से-कम एकमत होना जरूरी है। इस एकता का नेतृत्व कौन करे यह आगे का मसला है। सामना में लिखा- पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बाघिन की तरह लड़ीं और जीतीं। ममता ने मुंबई में आकर राजनैतिक मुलाकात की। ममता की राजनीति काग्रेंस उन्मुख नहीं है। बंगाल से उन्होंने कांग्रेस, वामपंथी और बीजेपी का सफाया कर दिया। यह सच है फिर भी कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से दूर रखकर सियासत करना यानी मौजूदा ‘फासिस्ट’ राज की प्रवृत्ति को बल देने जैसा है। सामना ने एक तरफ ममता को झटका दिया तो दूसरी तरफ कांग्रेस को भी राहत दी। शिवसेना ने सामने में लिखा कि कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो, ऐसा मोदी और उनकी पार्टी को लगना तो समझ में आता है, लेकिन मोदी और उनकी प्रवृत्ति के विरुद्ध लड़नेवालों को भी कांग्रेस खत्म हो, ऐसा लगना यह सबसे गंभीर खतरा है। पिछले दस वर्षों में कांग्रेस पार्टी का पिछड़ना चिंता का कारण है। फिर भी उतर रही गाड़ी को ऊपर चढ़ने नहीं देना है और कांग्रेस की जगह हमें लेना है यह मंसूबा घातक है। यह भी पढ़ेँः लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा कांग्रेस को अपनों से ज्यादा खतरा सामना में आगे लिखा कि, कांग्रेस को दूसरों के साथ-साथ अपनों से ज्यादा खतरा है। उनके अपने लोग भी उनका गला दबा रहे हैं। इसमें उन्होंने अमरिंदर और गुलाम नबी आजाद जैसे दिग्गज नेताओं का भी जिक्र किया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/bjp-congress-other-political-parties-get-rs-1100-crore-during-election-7205592/,"5 राज्यों के चुनाव में BJP, कांग्रेस समेत 19 दलों ने कमाए 1100 करोड़ रुपए, चुनाव प्रचार पर किया जमकर खर्च, रिपोर्ट में हुआ खुलासा","5 राज्यों के चुनाव में BJP, कांग्रेस समेत 19 दलों ने कमाए 1100 करोड़ रुपए, चुनाव प्रचार पर किया जमकर खर्च, रिपोर्ट में हुआ खुलासा भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सहित 19 राजनीतिक दलों ने साल 2021 में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनावों के दौरान 1,100 करोड़ से अधिक रुपए हासिल किए थे। वहीं इन दलों ने चुनावों में करीब 500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च भी किए हैं। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 11:37:46 pm नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सहित 19 राजनीतिक दलों ने साल 2021 में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनावों के दौरान 1,100 करोड़ से अधिक रुपए हासिल किए थे। वहीं इन दलों ने चुनावों में करीब 500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च भी किए हैं। जानकारी के मुताबिक इनमें से एक बड़ा हिस्सा स्टार प्रचारकों के लिए विज्ञापनों और यात्रा में खर्च हुआ। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। bjp congress other political parties get rs 1100 crore during election रिपोर्ट के मुताबिक असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को सबसे ज्यादा 611.69 करोड़ रुपए हासिल हुए थे। वहीं पार्टी ने चुनाव में 252 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर, भाजपा ने मीडिया में विज्ञापन सहित प्रचार पर 85.26 करोड़ रुपए और स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा पर 61.73 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। वहीं अगर देश की सबसे पुरानी पार्टी यानि कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस को इन चुनावों के दौरान 193.77 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई। वहीं पार्टी ने चुनाव प्रचार में 85.62 करोड़ रुपए खर्च किए। जानकारी के मुताबिक इसमें प्रचार पर 31.45 करोड़ रुपए खर्च हुए और यात्रा पर 20.40 रुपए खर्च हुए। वहीं सबसे ज्यादा पैसे हासिल करने के मामले में तीसरे नंबर पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) रही। पार्टी को 134 करोड़ रुपए की रकम मिली। जबकि द्रमुक ने कुल 114.14 करोड़ रुपए खर्च किए। इसमें प्रचार पर 52.144 करोड़ रुपए और अपने स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा के लिए 2.41 करोड़ रुपए खर्च किए। यह भी पढ़ें: स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा,ओमिक्रॉन वेरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो भारत में ला सकते हैं कोरोना की तीसरी लहर रिपोर्ट के मुताबिक अन्य पार्टियों जैसे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को कुल 79.24 करोड़ रुपए, तृणमूल कांग्रेस को 56.32 करोड़ रुपए, अन्नाद्रमुक को 14.46 करोड़ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को 8.05 करोड़ रुपए हासिल हुए। जिनमें से काफी रकम चुनाव प्रचार में खर्च की गई। रिपोर्ट की मानें तो असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों के दौरान 2021 में 19 राजनीतिक दलों द्वारा धन 1,116.81 करोड़ रुपए एकत्र किया गया था। जबकि चुनाव प्रचार में खर्च 514.30 करोड़ रुपए खर्च किया गया। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh भारतीय जनता पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस Home / Delhi / New Delhi अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rahul-gandhi-say-we-have-list-death-farmer-gov-should-pay-compensation-7205042/,"राहुल गांधी का सरकार पर हमला, कहा- हमारे पास है मारे गए किसानों की लिस्ट, सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही शर्म","राहुल गांधी का सरकार पर हमला, कहा- हमारे पास है मारे गए किसानों की लिस्ट, सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही शर्म राहुल गांधी का कहना है कि जब पीएम मोदी ने कृषि कानून लाने को अपनी गलती मान लिया है तो शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म किस बात की है। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 07:01:20 pm नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों अब रद्द हो गए हैं। बावजूद इसके किसानों के मुद्दे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि न जाने क्यों केंद्र सरकार को शहीद अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म आ रही है। rahul gandhi say we have list death farmer gov should pay compensation मुआवजा देने में शर्म क्यों दरअसल, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने किसानों के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कह कि जब पीएम मोदी ने कृषि कानून लाने को अपनी गलती मान लिया है तो शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म किस बात की है। पीएम के पास हैं अपने उद्योगपति दोस्तों को नंबर राहुल गांधी का कहना है कि सरकार संसद में कह रही है, उनके पास कोई डाटा नहीं है कि आंदोलन में अब तक कितने किसान मारे गए हैं। पीएम मोदी के पास सिर्फ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास आंदोलन के दौरान मारे गए हमारे पास 403 मृत किसानों की लिस्ट है, जिन्हें पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इनके परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा दिया है। यही नहीं पंजाब सरकार ने इनमें से 152 के परिजनों को नौकरी भी दी है। मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं। अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया। #Farmers #HumanityFirst pic.twitter.com/NwPU26E794 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास अन्य राज्यों के 100 नामों की एक सूची है और एक तीसरी सूची है, जिसमे नामों की सार्वजनिक जानकारी भी है। अगर सरकार कहे तो हम उन्हें यह लिस्ट सौंप देंगे और सरकार इस लिस्ट में दिए गए नामों को आसानी से सत्यापित भी कर सकेगी। लेकिन सरकार वादा करे कि इन किसानों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। बता दें कि इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इसमें सरकार किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठा रही है। कांग्रेस ने हाल ही में किसान आंदोलन में मारे गए अन्नदाताओं के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी। इसके जवाब में कृषि मंत्री ने संसद में कहा कि हमारे पास इसका कोई डाटा मौजूद नहीं है, ऐसे में हम किसानों को मुआवजा नहीं दे सकते। यह भी पढ़ें: असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते गौरतलब है कि करीब एक साल से किसान कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद केंद्र सरकार ने इन कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया। सरकार ने शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन इससे संबंधी विधेयक संसद में पेश किया, जो पारित हो गया। वहीं अब राष्ट्रपति ने भी इस विधेयक पर अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/asaduddin-owaisi-says-tejashwi-yadav-could-be-bihar-cm-7204940/,"असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते","असदुद्दीन ओवैसी का दावा, तेजस्वी यादव मेरी बात मानते तो आज बिहार के सीएम होते हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा खुलासा किया है। ओवैसी ने कहा कि पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अगर पार्टी उनकी बात मान लेती तो आज तेजस्वी यादव राज्य के सीएम होते। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 06:05:40 pm नई दिल्ली। अगले साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां मैदान में हैं। इसी बीच एक कार्यक्रम के दौरान हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा खुलासा किया है। ओवैसी ने कहा कि पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अगर पार्टी उनकी बात मान लेती तो आज तेजस्वी यादव राज्य के सीएम होते। asaduddin owaisi says tejashwi yadav could be bihar cm तेजस्वी यादव बन सकते थे बिहार के सीएम असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि मैंने इस संबंध में तेजस्वी की पार्टी से बात करने की काफी कोशिश की थी, पर कामयाबी नहीं हासिल हुई। इसी के चलते आज तेजस्वी यादव विपक्ष में बैठे हैं। अगर वो मेरी बात मान लेते तो आज तेजस्वी यादव विपक्ष में बैठने के बजाय राज्य के सीएम होते। हम बीजेपी के साथ नहीं बता दें कि ओवैसी की पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे थे। वहीं ओवैसी पर बिहार चुनावों में बीजेपी को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करने के आरोप भी लग रहे थे। लोगों का कहना है कि ओवैसी की पार्टी ने बिहार में चुनाव लड़कर राजद के वोट काटने का काम किया। इस पर जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा कि हमारी पार्टी ने वोट काटने का काम नहीं किया और न ही हमने बीजेपी का साथ दिया। ओवैसी ने दावा किया कि मैंने तेजस्वी यादव से संपर्क करने की कोशिश की थी। अगर तेजस्वी मेरी बात मान लेते तो आज वे विपक्ष के नेता होने के बजाय राज्य के सीएम होते। यह भी पढ़ें: बेंगलुरु: कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे के बीच दक्षिण अफ्रीकी देशों से लौटे 10 विदेशी हुए गायब, फोन भी कर लिए बंद गौरतलब है कि वंबर 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए थे। चुनाव में राजद, कांग्रेस, माकपा, भाकपा और भाकपा-माले ने महागबंधन में रहकर चुनाव लड़ा था। वहीं, असदुद्दीन की आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) ने अकेले ही मैदान में थी। अगर विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो ओवैसी की पार्टी ने बिहार चुनाव में एआइएमआइएम ने पांच सीट जीत ली। वहीं अकेले 73 सीट जीतने के बाद अन्य दलों से बेहतर सहयोग ना मिल पाने के कारण राजद को विपक्ष में ही बैठना पड़ा। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/gujarat-congress-appoint-jagdish-thakor-new-president-of-party-will-replace-amit-chavda-7204734/,"Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला","Gujarat: पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को मिली प्रदेश कांग्रेस की कमान, 9 महीने बाद पार्टी ने लिया बड़ा फैसला Gujarat जगदीश ठाकोर को कांग्रेस आलाकमान ने गुजरात अध्यक्ष की कमान सौंपी है। ठाकोर के अलावा कांग्रेस ने विधायक सुखराम रथवा को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया है। बता दें कि हाल में इन दोनों ही नेताओं ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही इनको बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। नई दिल्ली Published: December 03, 2021 03:38:15 pm नई दिल्ली। गुजरात ( Gujarat ) में विधानसभा चुनाव ( Assembly Election ) से पहले कांग्रेस ( Congress ) एक्शन मोड में नजर आ रही है। लंबे समय से प्रदेश अध्यक्ष के खाली पड़े पद को लेकर पार्टी ने शुक्रवार को फैसला लिया। इसके तहत पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर ( Jagdish Thakor ) को गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले जगदीश ठाकरो को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। ठाकोर पर पार्टी के जनाधार के मजबूत करने के साथ पार्टी में हो रहे बिखराव को बंटोरने का बड़ा दायित्व है। दरअसल अमित चावड़ा के इस्तीफा के 9 महीने से गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष का पद खाली पड़ा था। कांग्रेस इस पद पर ऐसे शख्स की नियुक्ति चाहती थी, जो आने वाले चुनाव में पार्टी की पकड़ को मजबूत बनाने के साथ सबको साथ लेकर चल सके। यह भी पढ़ेँः कांग्रेस बोली आंदोलन में शहीद किसानों को मिले 5 करोड़, सरकार ने कहा- ऐसे किसानों का कोई रिकॉर्ड नहीं, मुआवजे का सवाल ही नहीं Congress appoints Jagdish Thakor as President of Gujarat Pradesh Congress Committee. pic.twitter.com/1Nj5SGtq5r — ANI (@ANI) December 3, 2021 इसी वर्ष मार्च में निकाय चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अमित चावड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही पार्टी को प्रदेश में नए अध्यक्ष की तलाश थी। ये तलाश पूरे नौ महीने बाद पूरी हुई है। दरअसल अध्यक्ष पद पर नियुक्ति ना किए जाने से कांग्रेस लगातार विरोधियों के साथ-साथ अपने के भी निशाने पर थी। दरअसल कहा जा रहा था कि एक तरफ बीजेपी सीएम समेत पूरी सरकार बदलकर चुनाव की तैयारियों में जुट गई है, लेकिन कांग्रेस एक अध्यक्ष पद पर नियुक्ति नहीं कर पा रही है। हार्दिक पटेल भी रेस में थे आगे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की रेस में पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल को भी आगे माना जा रहा था, लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने जगदीश ठाकोर पर दांव लगाया है। ठाकोर उत्तर गुजरात से आते हैं। ऐसे में पार्टी ठाकरो जरिए इस क्षेत्र वोट बैंक पर नजर गढ़ाए हुए है। 64 वर्षीय जगदीश ठाकोर बनासकंठा के कंकरेज के मूल निवासी हैं। हालांकि मौजूदा समय में वे अहमदाबाद में रहते हैं। उन्होंने 2009 लोकसभा चुनाव में पाटन सीट से चुनाव जीता। इस दौरान ठाकोर ने रिकॉर्ड 2.8 लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की थी। यही नहीं ठाकोर दहेगाम सीट से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। जगदीश ने 2016 में गुजरात कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी के कार्यकर्ता बने रहेंगे। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा सुखराम बने नेता विपक्ष लेकिन पार्टी ने एक बार फिर ठाकोर पर भरोसा जताते हुए उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी है। जगदीश ठाकोर के अलावा कांग्रेस आलाकमान ने विधायक सुखराम रथवा को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया है। बता दें कि हाल में इन दोनों ही नेताओं ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही इनको बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/parliament-winter-session-latest-updates-from-lok-sabha-and-rajaya-sabha-03-12-2021-7204553/,"Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा","Parliament Winter Session: लोकसभा मे CVC, CBI निदेशक का कार्यकाल बढ़ाने वाला बिल पेश, जानिए विपक्ष ने क्या कहा Parliament Winter Session संसद के शीतकालीन सत्र में 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार चौथे दिन जहां विपक्ष ने निलंबित सांसदों के समर्थन में प्रदर्शन किया, वहीं शुक्रवार को विपक्ष के खिलाफ बीजेपी सांसद पर सड़क पर उतर आए। संसद के बाहर बीजेपी सांसदों ने सबको सन्मति दे भगवान...नारे के साथ प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसे जख्मों पर नमक छिड़कने वाला बताया नई दिल्ली Updated: December 03, 2021 02:37:48 pm नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) में सांसदों का निलंबन विरोध का बड़ी वजह बनता जा रहा है। लगातार चौथे दिन भी संसद बाहर 12 निलंबित सांसदों का प्रदर्शन जारी है। खास बात यह है कि निलंबित किए गए 12 सांसदों के समर्थन में विपक्ष के प्रदर्शन के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के सांसदों ने भी बड़ा कदम उठाया। बीजेपी सांसदों ने भी विपक्ष के खिलाफ संसद ना चलने देने के विरोध में प्रदर्शन किया। बीजेपी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक विरोध मार्च निकाला। बीजेपी सांसद जफर इस्लाम ने कहा कि विपक्ष लगातार प्रदर्शन के जरिए लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। बीजेपी किसी भी कीमत पर ये बर्दाश्त नहीं करेगी। संसद को भंग करना, माफी नहीं मांगने जैसी हरकतों के जरिए विपक्ष सिर्फ लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर प्रहार कर रहा है। यह भी पढ़ेँः Parliament Winter Session: महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस, TMC समेत 6 पार्टियों ने राज्यसभा से किया वॉकआउट #SansadUpdate: Union Minister @DrJitendraSingh introduces 'The Central Vigilance Commission (Amendment) Bill, 2021' & 'The Delhi Special Police Establishment (Amendment) Bill, 2021' in #LokSabha #winterSession2021 @LokSabhaSectt pic.twitter.com/L6Bkjr7X66 — SansadTV (@sansad_tv) December 3, 2021 Winter session | The Central Vigilance Commission (Amendment) Bill, 2021 and the Delhi Special Police Establishment (Amendment) Bill, 2021 introduced in Lok Sabha.— ANI (@ANI) December 3, 2021 शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन लोकसभा में CVC, CBI निदेशक के कार्यकाल की अवधि पांच साल तक बढ़ाने वाला बिल पेश किया गया है। हालांकि बिल के पेश होने पर भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। यही नहीं विपक्ष ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि ऐसे में CBI जैसी एजेंसी का और सरकारी दुरुपयोग होगा। BJP MPs protest at Parliament over 'unruly' Opposition behaviour Read @ANI Story | https://t.co/ooW5R8poVZ#Parliamentwintersession #BJP pic.twitter.com/djKO9wPoYe — ANI Digital (@ani_digital) December 3, 2021 भजन गाकर निकाला मार्च विपक्ष के हंगामे और प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने भी शुक्रवार को प्रदर्शन शुरू कर दिया। रघुपति राघव राजाराम, सबको सन्मति दे भगवान...नारे के साथ बीजेपी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक मार्च निकाला। बीजेपी का कहना है कि विपक्ष निलंबित सांसदों के बहाने लोकतांत्रित प्रक्रिया को खत्म करने की कोशिश कर रहा है। लगातार संसद को भंग कर विपक्ष लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। 12 सांसदों के निलंबर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्ष पर भाजपा सांसदों ने निशाना साधा है। It was needlessly provocative of the BJP MPs to come here & rub salt in the wounds. If anything BJP should've shown solidarity. My colleagues were unjustly expelled by a party that has institutionalised disruption: Congress MP Shashi Tharoor,on BJP MPs' protest against Opposition pic.twitter.com/NVqQYJPvUi — ANI (@ANI) December 3, 2021 शशि थरूर बोले जख्मों पर नमक छिड़क रहे बीजेपी सांसद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी सांसदों की ओऱ से किए गए प्रदर्शन को जख्मों पर नमक छिड़कना बताया। उन्होंने कहा कि, बीजेपी सांसदों का यहां आना और जख्मों पर नमक मलना बेवजह उकसाने वाला था। कुछ भी हो तो बीजेपी को एकजुटता दिखानी चाहिए थी। मेरे सहयोगियों को एक ऐसी पार्टी ने अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया, जिसने संस्थागत व्यवधान उत्पन्न किया है। A BJP minister said yesterday in the Parliament that NRC won't be implemented throughout India. They've (Central govt) repealed the 3 farm laws & will also repeal NRC: Dola Sen, TMC MP pic.twitter.com/E6SPBt3E2u — ANI (@ANI) December 3, 2021 एनआरसी भी रद्द करेगी सरकार तृणमूल सांसद डोला सेना ने कहा कि, जलद् ही बीजेपी सरकार एनसआरी को भी रद्द कर देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक मंत्री ने गुरुवार को संसद में कहा कि एनआरसी पूरे भारत में लागू नहीं किया जाएगा। डोला सेन ने कहा कि, केंद्र सरकार ने 3 कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है और जल्द ही एनआरसी को भी निरस्त कर देंगे। We had written to all States asking for data on it. 19 States responded, only Punjab reported four 'suspected' deaths due to oxygen shortage: Union Health Minister Dr Mandaviya in Lok Sabha on the question of 'deaths due to oxygen shortage' pic.twitter.com/xrZfXVpHf1 — ANI (@ANI) December 3, 2021 यह भी पढ़ेंः कोरोना गाइडलाइन को लेकर आमने-सामने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार, जानिए क्या है पूरा मामला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मंडाविया ने लोकसभा में 'ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतों' के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि, हमने सभी राज्यों को पत्र लिखकर इस पर डेटा मांगा था। 19 राज्यों ने जवाब दिया, केवल पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कारण चार 'संदिग्ध' मौतों की सूचना दी। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें धीरज शर्मा Home / Political अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.patrika.com,https://www.patrika.com/political-news/rabri-devi-target-on-bihar-cm-nitish-kumar-on-liquor-ban-7201894/,"राबड़ी देवी का बिहार सीएम नीतीश कुमार पर हमला, कहा- महिलाओं से पूछिए शराबबंदी की जमीनी हकीकत","राबड़ी देवी का बिहार सीएम नीतीश कुमार पर हमला, कहा- महिलाओं से पूछिए शराबबंदी की जमीनी हकीकत पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार की इस बिहार यात्रा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सीएम को राज्य की महिलाएं शराबबंदी की जमीनी हकीकत बताएंगी। नई दिल्ली Published: December 01, 2021 09:01:22 pm नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में इन दिनों शराबबंदी बड़ा मुद्दा बना हुआ है। सरकार राज्य से शराब के कारोबार को खत्म करने के दावे कर रही है। वहीं विपक्ष इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी अभियान को लेकर बिहार यात्रा कर रहे हैं, जिसको लेकर भी सियासत तेज हो गई है। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार की इस बिहार यात्रा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सीएम को राज्य की महिलाएं शराबबंदी की जमीनी हकीकत बताएंगी। rabri devi target on bihar cm nitish kumar on liquor ban महिलाएं बताएंगी शराबबंदी की असलियत राबड़ी देवी ने कहा कि सीएम बिहार भर की यात्रा कर रहे हैं, ये अच्छी बात है। लेकिन जब सीएम गांव में पहुंचे तो महिलाओं से शराबबंदी की जमीनी हकीकत जान लें। सीएम महिलाओं से जरूर पूछे कि उनके पति शराब पीते हैं या नहीं। क्योंकि महिलाएं ही बेहतर तरीके से बता सकती हैं कि बिहार में शराबबंदी की क्या स्थिति है। इस दौरान बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून व्यवस्था और बढ़ते अपराध को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की असल तस्वीर सामने आई है, लेकिन सीएम को जरा भी फर्क नहीं पड़ता। बिहार की बदहाली के लिए नीतीश सरकार ही जिम्मेदार है। यह भी पढ़ें: रद्द हो गए तीनों कृषि कानून, दोनों सदनों से हरी झंडी के बाद अब राष्ट्रपति ने भी लगाई मुहर राबड़ी देवी ने हाल ही में बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की बोतलों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में शराबबंदी का दावा करते हैं, लेकिन विधानसभा परिसर से शराब की बोतलें मिल रही हैं। राज्य के डीजीपी बोतल खोजने में लगे हैं और बिहार सरकार सिर्फ बयान दे रही है। बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव समेत कई नेता विधानसभा परिसर में शराब मिलने का मुद्दा उठा चुके हैं। पत्रिका डेली न्यूज़लेटर अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें सब्सक्राइब करें Nitin Singh Home / Delhi / New Delhi अगली खबर कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना, कहा- गोवा में बीजेपी को सपोर्ट कर रही है टीएमसी पत्रिका के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम खबरें और अलर्ट,अभी डाउनलोड करें।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-most-of-the-projects-are-getting-delayed-due-to-system-says-nitin-gadkari-22284300.html,सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी,"नई दिल्ली (एएनआइ)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को एक बड़ी बात कही। SCL इंडिया 2021 सम्मेलन को संबोधित करते हुए, गडकरी ने कहा कि भारत में सिस्टम के कारण ज्यादातर परियोजनाओं में देरी हो रही है।‌ उन्होंने सरकारी प्रणाली में निर्णय न लेना और निर्णय में देरी करना एक बड़ी समस्या बताई। SCL इंडिया 2021 सम्मेलन में क्या कहा नितिन गडकरी ने SCL इंडिया 2021 सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सरकारी प्रणाली को लेकर काफी नाराज दिखाई दिए। उन्होंने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ढेर सारी सरकारी परियोजनाओं में देरी होने का बड़ा कारण सिस्टम है। केंद्रीय मंत्री ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा वह किसी के खिलाफ किसी भी प्रकार का आरोप नहीं लगा रहे, लेकिन सरकारी प्रणाली में कई सारे अहम परियोजनाओं पर निर्णय नहीं लिया जाता है, या फिर निर्णय लेने में देरी की जाती है, जिसके चलते अधिकांश परियोजनाएं देरी से पूरी होती हैं। यही नहीं मंत्री गडकरी ने देरी से पूरी होने वाली परियोजनाओं का दुष्परिणाम भी बताते हुए कहा, 'हर जगह निर्णय लेने में बहुत देरी होती है, जिससे परियोजनाओं की लागत में वृद्धि होती है' औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें कंस्ट्रक्शन क्षेत्र से पैदा होते हैं रोजगार के अवसर केंद्र सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास करती है, केंद्र राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन कार्यक्रम(National Infrastructure Pipeline Programme) के माध्यम से 2025 तक करोड़ों रुपये का आवंटन करके भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की कोशिश में लगी हुई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा 'हम सभी जानते हैं कि कंस्ट्रक्शन का क्षेत्र भारत में रोजगार के अवसर पैदा करने वाले प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। कृषि क्षेत्र के बाद, यह हमारे समूचे घरेलू उत्पाद में योगदान के मामले में दूसरे स्थान पर आता है।' साथ ही साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन करने की बात भी कही। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा, 'पीएम मोदी ने मेरी अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की है, जिसमें रेल, पर्यावरण, खान आदि मंत्री भी शामिल होंगे। हम हमेशा देश की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से जुड़े मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करते हैं।' Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-aurangzeb-donated-land-for-over-400-temples-including-kamakhya-temple-in-guwahati-claims-aiudf-mla-22275597.html,"औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा","गुवाहाटी, एएनआइ। आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के विधायक अमीनुल इस्लाम ने दावा किया कि मुगल शासक औरंगजेब ने अपने शासन के दौरान गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए भूमि दान की थी। मंगलवार को एएनआइ से बात करते हुए, इस्लाम ने कहा, 'मैंने देश में मुगल शासन के दौरान जो देखा था वह मैंने कहा। एक इतिहासकार ने अपनी पुस्तक में यह भी लिखा है कि औरंगजेब ने अपने शासन के दौरान 400 से अधिक मंदिरों को भूमि दान की थी। अन्य मुगल शासकों ने भी गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर सहित मंदिरों, पुजारियों के लिए भूमि दान की।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें एआईयूडीएफ विधायक ने आगे कहा कि भारत में धर्मनिरपेक्षता हजारों वर्षों से मौजूद है, यह 1947 के ठीक बाद नहीं आई। उन्होंने कहा, 'असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि भारत 1947 के बाद ही धर्मनिरपेक्ष बना। इस पर मैंने कहा था कि जिसने भी भारत पर शासन किया, उसने धर्मनिरपेक्षता बनाए रखी। जब हिंदू शासक थे, मुसलमान अपने धर्म का पालन करने के लिए स्वतंत्र थे, और वैसे ही मुसलमानों के शासक में हिंदू।' उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता हजारों वर्षों से भारत का हिस्सा रही है। औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए जमीन दान की थी, इसपर AIUDF विधायक अमीनुल इस्लाम ने कहा, 'महेश्वर नियोग की पवित्र असम किताब कहती है कि औरंगजेब के एक अधिकारी ने जमीन से जुड़ा फरमान जारी किया था। मुझे धमकी देने के बजाय, वोंग बुक प्रकाशित करने के लिए सीएम को असम साहित्य सभा को धमकाना चाहिए।' इस्लाम कहते हैं, धर्मनिरपेक्षता हजारों शासकों के शासन के दौरान अस्तित्व में थी, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो। तो असम के सीएम के ये बयान, कि कैसे हमें आजादी के बाद केवल धर्मनिरपेक्षता मिली और कैसे मुसलमानों ने 300 साल पहले देश में प्रवेश किया, यह गलत हैं। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-modi-held-a-meeting-with-top-ministers-in-parliament-discussed-the-strategy-for-the-winter-session-22281528.html,"पीएम मोदी ने संसद में की शीर्ष मंत्रियों के साथ बैठक, शीतकालीन सत्र की रणनीति पर हुई चर्चा","नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र की रणनीति पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की। उपस्थित लोगों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल शामिल थे। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ है और यह 23 दिसंबर को समाप्त होगा। इस बीच, राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन को रद करने की विपक्ष की मांग पर संसद के दोनों सदनों में बार-बार कार्यवाही स्थगित हो रही है। बता दें कि अगस्त में मानसून सत्र के अंत में अनियंत्रित आचरण को लेकर सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें निलंबित सांसदों में कांग्रेस के छह, टीएमसी और शिवसेना के दो-दो और सीपीएम और सीपीआई के एक-एक सांसद शामिल हैं। निलंबित सांसदों में एलाराम करीम (सीपीएम), फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनॉय विश्वम, तृणमूल कांग्रेस के डोला सेन और शांता छेत्री, शिवसेना के प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई हैं। वहीं, तमिलनाडु में हेलीकाप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य के सम्मान में गुरुवार को राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी नेताओं ने अपना धरना समाप्त कर दिया था। जनरल रावत और अन्य के निधन पर संसद के दोनों सदनों ने दो मिनट का मौन रखा। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-winter-session-manickam-tagore-gives-adjournment-motion-notice-to-discuss-intrusion-of-chinese-military-22281436.html,"शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन","नई दिल्ली, जेएनएन। शीतकालीन सत्र की शुरूआत से ही विपक्षी दल 12 सांसदों के निलंबन को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को पहली बार इस मुद्दे को लेकर संसद के अंदर या बाहर किसी तरह का कोई प्रदर्शन नहीं किया गया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पहले इस बारे में कह चुके थे कि सीडीएस बिपिन रावत और हेलिकाप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में विपक्ष विरोध नहीं करेगा। बता दें कि इससे पहले 12 सांसदों के निलंबन को लेकर संसद में लगातार हंगामा चल रहा था। विपक्ष ने सांसदों के इस निलंबन को उच्च सदन द्वारा 'अलोकतांत्रिक और प्रक्रिया के सभी नियमों का उल्लंघन' करार दिया है। सत्र के शुरू होने से लेकर हर दिन विपक्ष संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहा है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Updates:- - राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। - आज जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार किया जा रहा है, इसलिए विपक्ष ने 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विरोध प्रदर्शन नहीं करने का निर्णय लिया है। - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र की रणनीति पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की। इस मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल शामिल थे। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें - राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज कुमार झा ने शुक्रवार को राज्यसभा में नियम 267 के तहत देशभर में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चर्चा करने के लिए कामकाज को स्थगित करने का नोटिस दिया। उच्च सदन के अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में झा ने कहा, आज विश्व मानवाधिकार दिवस पर मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस दिन के लिए अन्य सभी कार्यों को निलंबित कर दें और सदन में भारत के विभिन्न हिस्सों में मानवाधिकारों के निर्मम उल्लंघन पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए। हमें इस पर भी विचार करना चाहिए कि छात्र कार्यकर्ताओं और अन्य मानवाधिकार रक्षकों को कठोर कानूनों का शिकार क्यों बनाया जाता है। इसी संदर्भ में मैं नियम -267 के तहत आपके सामने अपना अनुरोध रखता हूं। - कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। - कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने 'भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना की घुसपैठ' पर चर्चा करने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। Congress MP Manickam Tagore gives adjournment motion notice in Lok Sabha to discuss ""the intrusion of Chinese military into the Indian Territory..."" — ANI (@ANI) December 10, 2021 Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-no-farmer-died-due-to-police-action-during-farmers-protest-says-center-22281930.html,किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र,"नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि किसानों के साल भर के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई के कारण किसी किसान की मौत नहीं हुई। विभिन्न किसान समूह तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे, जिन्हें अब समाप्त कर दिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस मामले वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सहित उनकी प्रमुख लंबित मांगों को स्वीकार करने के बाद, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर साल भर के विरोध को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया था। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा, 'किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजे आदि का विषय संबंधित राज्य सरकारों के पास है।' उन्होंने कहा, 'किसानों के आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में किसी किसान की मौत नहीं हुई।' तोमर कांग्रेस नेता धीरज प्रसाद साहू और आप नेता संजय सिंह के संयुक्त सवाल का जवाब दे रहे थे। सदस्यों ने पूछा था कि क्या सरकार किसानों के विरोध के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को आजीविका मौद्रिक मुआवजे के लिए कोई प्रावधान या प्रावधान करने की योजना बना रही है। कांग्रेस समेत विपक्षी दल साल भर से चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों की मौत का मुद्दा उठाते रहे हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें एसकेएम, जिसने अपनी प्रमुख लंबित मांगों को स्वीकार करते हुए केंद्र सरकार से एक औपचारिक पत्र प्राप्त करने के बाद विरोध प्रदर्शन को स्थगित कर दिया, ने गुरुवार को यह भी कहा कि किसान 11 दिसंबर को 'विजय दिवस' के रूप में मनाएंगे और विजय मार्च निकालेंगे जिसके बाद वे घर जाएंगे। बता दें कि SKM 40 फार्म यूनियनों का एक छत्र निकाय है। हजारों किसान, मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के, तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर नवंबर 2020 के अंत से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। 29 नवंबर को, संसद ने तीन कानूनों को निरस्त करने के लिए एक विधेयक पारित किया था। एमएसपी पर अलग-अलग सवालों के जवाब में, तोमर ने कहा, 'शून्य बजट आधारित कृषि को बढ़ावा देने, देश की बदलती जरूरतों के अनुसार फसल पैटर्न बदलने और एमएसपी को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए एक समिति का औपचारिक गठन विचाराधीन है।' यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार हर फसल के लिए एमएसपी को कानूनी गारंटी देने के लिए कानून लाने का प्रस्ताव करती है, मंत्री ने कहा कि सरकार ने 2018-19 में राष्ट्रीय किसान आयोग (एनसीएफ) द्वारा की गई सिफारिश को पहले ही लागू कर दिया है यानी उत्पादन की भारित औसत लागत पर न्यूनतम समर्थन मूल्य कम से कम 50 प्रतिशत लाभ। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें बता दें कि केंद्र, कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों के आधार पर 22 अनिवार्य कृषि फसलों और गन्ने के लिए उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) के लिए MSP तय करता है। तोरिया और छिलके वाले नारियल के लिए एमएसपी की घोषणा भी क्रमशः रेपसीड और सरसों और खोपरा के एमएसपी के आधार पर की जाती है। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-vote-bank-politics-in-india-22284259.html,"दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में","सुरेंद्र किशोर। शासन और विकास की राजनीति अपनी जड़ें जमाने लगी हैं। इसके सकारात्मक संकेत भी मिलने लगे हैं। इसके कारण सामाजिक समीकरण और वोट बैंक की राजनीति अब दबाव की मुद्रा में है। वह झुंझलाकर हमले भी कर रही है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो ‘वोट बैंक’ की छीना-झपटी के प्रयास के तहत कुछ नेता जिन्ना को याद कर रहे हैं तो कुछ अन्य हिंदुत्‍व पर अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं, ताकि अल्पसंख्यक वोट उनकी ओर मुखातिब हों। इस बीच एक ताजा चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के अनुसार 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को बढ़त मिलती दिख रही है। हालांकि बहुमत पहले की अपेक्षा थोड़ा कम हो जाएगा। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उधर बिहार में हाल में हुए उपचुनावों के नतीजे बता रहे हैं कि कोविड-19 की पृष्ठभूमि में विपरीत राजनीतिक और प्रशासनिक परिस्थितियों के बावजूद राजग की बढ़त इस राज्य में बरकरार है। सामान्य परिस्थितियों में चुनाव जीतना भी बड़ी बात होती है, पर यह उल्लेखनीय है कि कोई दल अत्यंत विपरीत परिस्थितियों में चुनाव जीते। राजनीतिक साख की पूंजी बड़ी रहने पर ही कोई विपरीत परिस्थितियों में चुनाव जीतता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साख जातीय समीकरण के कारण नहीं, बल्कि काम के कारण है। डेढ़ दशक की सत्ता के बावजूद बिहार में सत्ता विरोधी लहर न होने के पीछे कुछ बात तो है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल के प्रारंभिक वर्षो से ही विकास और सुशासन पर बल दिया। उनका नारा रहा है-न्याय के साथ विकास। दूसरी ओर मुख्य प्रतिपक्षी दल राजद के नेता की समझदारी रही है कि वोट विकास से नहीं, बल्कि सामाजिक समीकरण से मिलते हैं। अब राजद के लिए चिंतन करने का अवसर आ गया है कि उसे विकास पर भी ध्यान देना चाहिए या सिर्फ समीकरण पर ही जोर देते रहना चाहिए। वास्तव में यही बात दूसरे राज्यों के दलों पर भी लागू होती है। उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्रिय सहयोग और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण हाल में कुछ क्षेत्रों में त्वरित विकास हुआ है। इससे भी बड़ी बात यह हुई है कि उत्तर प्रदेश में जिहादी, अपराधी और माफिया तत्वों के खिलाफ जिस तरह की कठोर कार्रवाई हुई है, उसका कोई दूसरा उदाहरण इस देश के किसी अन्य राज्य में नहीं मिलता। कोरोना काल में योगी सरकार की विफलताओं को बढ़ा-चढ़ाकर प्रचारित किया गया। नदी किनारे की उन लाशों को भी कोविड का शिकार बताकर प्रदर्शित किया गया, जो खास समुदाय के लोग अपनी परंपरा के अनुसार बालू में गाड़ देते रहे हैं। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा, एआइएमआइएम और कांग्रेस के बीच अल्पसंख्यक मतों के लिए खींचतान जारी है। ओमप्रकाश राजभर को पहले लगा था कि अल्पसंख्यक वोट असदुद्दीन ओवैसी खींच लेंगे तो वह उनके साथ हो लिए। किंतु ‘चुनावी मौसम’ पहचान लेने के बाद राजभर सपा की शरण में हो लिए। कांग्रेस की छटपटाहट इसी बात को लेकर अधिक है। राहुल गांधी, सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी, मणिशंकर अय्यर तथा ऐसे अन्य नेताओं के हिंदुत्‍व विरोधी बयानों को कुछ लोग कांग्रेस का भटकाव बता रहे हैं, पर ऐसा है नहीं। यह उनकी मजबूरी है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें एकमात्र सहारा यानी रहा-सहा मुस्लिम वोट भी कांग्रेस के हाथ से निकल रहा है। एक तरफ सपा के अखिलेश यादव और उनके सहयोगी ओमप्रकाश राजभर जिन्ना को गांधी-पटेल की बराबरी के स्वतंत्रता सेनानी बताकर अपना वोट बैंक सुदृढ़ करने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस हिंदुत्‍व पर चोट कर कुछ अल्पसंख्यक वोट हासिल करने की कोशिश में है। कांग्रेस के पास अब कुछ ही राज्यों में मुस्लिम वोट बैंक बचा है और वह भी वहीं जहां वह भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी है। हाल के विधानसभा चुनावों में केरल और बंगाल में कांग्रेस को मुस्लिम वोट लगभग नहीं के बराबर मिले। यदि उत्तर प्रदेश में भी वही हाल हुआ तो उसके लिए अपनी सात सीटें भी बचा लेना मुश्किल होगा। इसीलिए हिंदुत्‍व की आलोचना करने के लिए कांग्रेसी नेतागण ‘ओवर एक्टिंग’ कर रहे हैं। यह उनकी मजबूरी हो गई है। वैसे कांग्रेस दुनिया की एकमात्र राजनीतिक पार्टी है, जो अपने देश के बहुसंख्यक समाज की भावनाओं पर लगातार चोट करके भी चुनाव जीतने की उम्मीद रखती है। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्‍व की तुलना आइएस और बोको हराम से की। उन्हें लगता है कि इससे कम कड़ी बात कहने से काम नहीं चलेगा। लोग भूले नहीं होंगे कि 2001 में जब वाजपेयी सरकार ने जिहादी संगठन ‘सिमी’ पर प्रतिबंध लगाया था तो उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष सलमान खुर्शीद ही सुप्रीम कोर्ट में सिमी के वकील थे। वह एक ऐसे संगठन के वकील थे, जिसने खुलेआम घोषणा कर रखी थी कि हम हथियारों के बल पर भारत में इस्लामिक शासन कायम करेंगे। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए और एनआरसी की चर्चा के बीच अल्पसंख्यक समुदाय किसी एक दल को एकजुट होकर वोट दे रहा है। बंगाल विधानसभा के गत चुनाव के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि कांग्रेस और माकपा के भी मुस्लिम समर्थकों ने इस बार तृणमूल कांग्रेस को वोट दे दिए। केरल में भी ऐसा ही हुआ। वहां ध्रुवीकरण माकपा के पक्ष में हुआ। इससे पहले माकपा सरकार ने पीएफआइ पर प्रतिबंध लगाने की वहां के डीजीपी की सलाह ठुकरा दी थी। डीजीपी ने केरल हाईकोर्ट से कहा था कि सिमी के लोगों ने ही पीएफआइ बनाया है। यदि कहीं भी मुस्लिमों के बीच ध्रुवीकरण होगा तो बहुसंख्यक समुदाय के बीच उसकी प्रतिक्रिया स्वाभाविक है। (लेखक राजनीतिक विश्लेषक एवं वरिष्ठ स्तंभकार हैं) Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-modi-to-inaugurate-saryu-nahar-national-project-in-up-balrampur-today-22284176.html,पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन,"नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश के ताबड़तोड़ दौरे के क्रम में बलरामपुर में आज दोपहर करीब एक बजे सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का शुभारंभ करेंगे। गोरखपुर में सात दिसंबर को देश को बड़ा खाद का कारखाना व एम्स गोरखपुर समर्पित करने के चार दिन बाद पीएम मोदी पांच नदियों तथा नौ जनपदों को जोड़ने वाली इस राष्ट्रीय परियोजना का शुभांरभ करेंगे। जिसका काम 1971 में किया गया था, लेकिन इसको अंजाम तक लाने का काम उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने किया है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें बता दें कि यूपी के बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर से होकर गोरखपुर तक जाने वाली 318 किलोमीटर लम्बी और करीब 9,800 करोड़ रुपए की लागत वाली सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से 29 लाख के करीब किसानों को फायदा होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने यह जानकारी दी थी। इस परियोजना से 14 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई के लिए सुनिश्चित पानी मिलेगा। जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के 6200 से अधिक गांवों के लगभग 29 लाख किसान लाभान्वित होंगे। इससे किसान अब क्षेत्र की कृषि क्षमता को भी बढ़ाने में सक्षम होंगे। पीएम मोदी ने भगीरथ बनकर पूर्वांचल के नौ जिलों के 30 लाख किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाया है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना की कुल लागत 9800 करोड़ रुपए है, जिसमें से पिछले चार वर्ष में 4600 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया। इस परियोजना में क्षेत्र के जल संसाधनों का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए पांच नदियों घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी को आपस में जोड़ा गया है। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौ जिले बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज के किसान लाभान्वित होंगे। इस परियोजना के विलंबित होने से सर्वाधिक पीड़ित किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। उन्नत सिंचाई क्षमता से अत्यधिक लाभान्वित होंगे। इसके साथ अब बड़े पैमाने पर फसल उगाने और क्षेत्र की कृषि क्षमता को अधिकतम करने में सक्षम होंगे। Edited By: Pooja Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-summit-for-democracy-pm-modi-says-the-spirit-of-democracy-is-an-integral-part-of-our-indian-civilization-22282329.html,"डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र","नई दिल्ली, ब्यूरो/एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर मान्य अंतरराष्ट्रीय नियम बनाने की जरूरत बताई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी में आयोजित डेमोक्रेसी समिट को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने न सिर्फ भारत में लोकतंत्र की बेहद गहरी जड़ों के बारे में बताया बल्कि लोकतंत्र को और ज्यादा सफल बनाने का मंत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत के नागरिकों और यहां के समाज में लोकतंत्र की मूल भावना का वास है जो इसकी सफलता का कारण है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें PM Shri @narendramodi's remarks at The Summit for Democracy. https://t.co/Xz6w03TwIf — BJP (@BJP4India) December 10, 2021 क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते खतरे को लेकर आगाह किया प्रधानमंत्री मोदी ने हाल के दिनों में कई बार इंटरनेट मीडिया और अत्याधुनिक तकनीक के बढ़ते खतरे को लेकर आगाह किया है। एक दिन पहले भी डेमोक्रेसी समिट में शामिल होने वाले 12 शीर्ष देशों के प्रमुखों के साथ हुई बैठक में मोदी ने टेक्नोलोजी कंपनियों से आग्रह किया था कि वे लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद करें। शुक्रवार को विश्व के 110 देशों के सामने अपने विचार रखते हुए मोदी ने कहा कि हमें मिलकर उभरती हुई टेक्नोलोजी जैसे इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर वैश्विक नियम बनाने चाहिए ताकि इनका इस्तेमाल लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए हो, न कि उसे कमजोर करने के लिए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया क्रिप्टोकरेंसी का मुद्दा प्रधानमंत्री मोदी का यह वक्तव्य इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ दिनों में भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी को नियमित करने को लेकर कानून बनाने का विधेयक संसद में पेश होने वाला है। सूचना है कि इस बारे में अंतिम फैसला करने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी को ही निभानी है। यह पिछले एक महीने में दूसरा मौका है जब प्रधानमंत्री मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया है। इसके पहले सिडनी डायलाग में भी उन्होंने इसी तरह से अपनी बात रखी थी। लोकतंत्र सिर्फ जनता के लिए नहीं... प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में लोकतंत्र की जड़ें 2,500 साल पुरानी हैं तब भारत में लिच्छवी और शाक्य जैसे नगर गणराज्य विकसित हुए थे। इसी लोकतांत्रिक भावना का जिक्र 10वीं सदी के शिलालेख उत्तरामेरूर में भी है। सदियों की विदेशी सत्ता भी भारतीयों में लोकतंत्र की भावना को खत्म नहीं कर सकी। आजादी के बाद भारतीयों में यह भावना खूब देखने को मिली और इसने पिछले 75 वर्ष के दौरान लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने के अभूतपूर्व काम में मदद की है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें लगातार सुधार कर रहा भारत पीएम मोदी ने कहा कि भारत शिक्षा, स्वास्थ्य और दूसरे क्षेत्रों में लगातार सुधार कर रहा है। भारत ने दुनिया को साफ संदेश दिया है कि लोकतंत्र काम कर सकता है, लोकतंत्र ने काम किया है और यह आगे भी काम करता रहेगा। लोकतंत्र जनता के बीच वाली व्यवस्था बहुलवादी राजनीतिक दलों वाली व्यवस्था, स्वतंत्र न्यायपालिका और मुक्त मीडिया को उन्होंने लोकतंत्र के मूल तत्व के तौर पर चिह्नित करते हुए कहा कि लोकतंत्र सिर्फ जनता की, जनता के लिए और जनता के द्वारा व्यवस्था ही नहीं है बल्कि यह जनता के साथ और जनता के बीच वाली व्यवस्था भी है। मोदी ने भारत की तरफ से दुनिया के दूसरे देशों के साथ लोकतंत्र के अपने अनुभव साझा करने की पेशकश की। खास तौर पर भारत स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने और डिजिटल माध्यम की मदद से गवर्नेंस सुधारने में दूसरे देशों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा कर सकता है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें स्वतंत्र न्यायपालिका लोकतंत्र का महत्वपूर्ण उपकरण प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सदियों का औपनिवेशिक शासन भारतीय लोगों की लोकतांत्रिक भावना को दबा नहीं सका। इसने भारत की स्वतंत्रता के साथ फिर से पूर्ण अभिव्यक्ति पाई और पिछले 75 वर्षों में लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण में एक अद्वितीय कहानी रखी। बहुदलीय चुनाव, स्वतंत्र न्यायपालिका और स्वतंत्र मीडिया जैसी संरचनात्मक विशेषताएं लोकतंत्र के महत्वपूर्ण उपकरण हैं। हालांकि लोकतंत्र की मूल ताकत वह भावना और लोकाचार है जो हमारे नागरिकों और समाज में निहित है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों ने लोकतांत्रिक विकास के विभिन्न रास्तों का अनुसरण किया है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें लोकतांत्रिक प्रणालियों में सुधार करने की जरूरत प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम एक दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। हम सभी को अपनी लोकतांत्रिक प्रथाओं और प्रणालियों में लगातार सुधार करने की आवश्यकता है। आज की सभा दुनिया के लोकतंत्रों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक सामयिक मंच प्रदान करती है। इसमें भारत को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने और नवोन्मेषी, डिजिटल समाधानों के माध्यम से शासन के सभी क्षेत्रों में पारदर्शिता बढ़ाने में अपनी विशेषज्ञता साझा करने में खुशी होगी। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है लोकतंत्र पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र हमारे नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है और मानवता की लोकतांत्रिक भावना का जश्न मना सकता है। भारत इन नेक प्रयासों में साथी लोकतंत्रों के साथ शामिल होने के लिए तैयार है। इससे पहले पीएम मोदी ने गुरुवार को इस सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए तकनीकी कंपनियों से सहयोग की अपेक्षा जताते हुए सभी लोकतांत्रिक देशों को अपने संविधान में दिए गए लोकतांत्रिक मूल्यों के मुताबिक कदम उठाने की जरूरत बताई थी। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-union-govt-says-making-internet-safe-and-reliable-violation-of-privacy-in-internet-media-742-cases-registered-22282972.html,"इंटरनेट मीडिया में निजता के उल्लंघन पर 742 मामले दर्ज, सरकार इसे सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने पर अडिग","नई दिल्ली, पीटीआइ। देश में वर्ष 2020 में आइटी एक्ट की धारा 66 ई के तहत इंटरनेट मीडिया में निजता के उल्लंघन के 700 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। यह जानकारी शुक्रवार को राज्यसभा में इलेक्ट्रानिक्स और आइटी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दी। मंत्री ने लिखित उत्तर में बताया कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार निजता उल्लंघन के 742 मामले केवल 2020 में दर्ज किए गए। धारा 66 ई के तहत 2019 में 812 और 2018 में 389 मामले दर्ज हुए थे। उन्होंने बताया कि धारा 66 ई के तहत दंड का भी प्रविधान है। ये सारे मामले विभिन्न राज्यों की पुलिस देख रही है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें इंटरनेट को जवाबदेह बनाने पर अडिग केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, सरकार इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं को पूरी तरह से बंदिशों से मुक्त, सुरक्षित, विश्वसनीय और जवाबदेह बनाने को दृढ़ संकल्पित है। पुलिस कार्रवाई में एक भी किसान की मौत नहीं केंद्र सरकार ने कहा है कि कृषि कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस कार्रवाई में किसी भी किसान की मौत नहीं हुई। किसानों का यह विरोध प्रदर्शन करीब एक साल चलने के बाद गुरुवार को स्थगित हो गया है। इससे पहले सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को रद कर दिया था। राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई में किसी भी किसान की मौत नहीं हुई। अगर किसी मामले में उन्हें आर्थिक सहायता की दरकार होगी तो वह राज्य सरकारें देंगी। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें 63 प्रतिशत ट्रेन चल रहीं बिजली से इस समय देश में प्रतिदिन कुल 13,555 ट्रेन चलाई जा रही हैं। लेकिन इनमें से 37 प्रतिशत ट्रेन ही डीजल इंजन से चलाई जा रही हैं जबकि बाकी 63 प्रतिशत इलेक्टि्रक इंजन से चल रही हैं। इसके चलते ट्रेन परिचालन से बहुत कम प्रदूषण हो रहा है। यह जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा को दी है। देश के 6,071 रेलवे स्टेशनों पर दी जा रही फ्री वाईफाई की सुविधा में हर महीने औसतन 97.25 टेराबाइट डाटा इस्तेमाल हो रहा है। जल्द ही सभी ट्रेनों में मिलने लगेंगे बिस्तर वैष्णव ने बताया कि उच्च श्रेणी के यात्रियों को ट्रेन में दी जाने वाली बिस्तर की सुविधा को फिर से शुरू करने का निर्णय पर अमल ओमिक्रोन वायरस के संक्रमण के खतरे के चलते कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है। लेकिन जल्द ही इसे पूर्व की भांति लागू कर दिया जाएगा। वैसे कुछ ट्रेनों में यह सुविधा शुरू की जा चुकी है। विदित हो कि कोरोना संक्रमण के दौर में सभी ट्रेनों में यह सुविधा रोक दी गई थी। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें गन्ना किसानों को 92 हजार करोड़ का भुगतान सितंबर में पूरे हुए 2020-21 के कारोबारी वर्ष में चीनी मिलों ने गन्ना मूल्य के कुल 88,436 करोड़ रुपये चुका दिए गए हैं। जबकि पुराने बकाया धन में से 4,445 करोड़ रुपये का भी भुगतान किया गया है। इस प्रकार से कुल 92,881 करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को हो चुका है। राज्यसभा में यह जानकारी खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों की राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने दी है। उन्होंने बताया कि 2016-17 से किसानों को गन्ना मूल्य का नियमित भुगतान कराया जा रहा है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-narendra-modi-will-inaugurate-saryu-nahar-national-project-in-balrampur-uttar-pradesh-on-december11-22281323.html,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरयू नहर परियोजना का कल बलरामपुर से करेंगे उद्घाटन,"नई दिल्ली, एएनआइ। उत्तर प्रदेश में कल यानी 11 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन करेंगे। माना जा रहा है कि नहर से पूर्वांचल के नौ जिलों बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर के 25 से 30 लाख किसानों को लाभ मिलेगा। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें परियोजना से 14 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई के लिए सुनिश्चित पानी उपलब्ध होगा और 6200 से अधिक गांवों के लगभग 29 लाख किसानों को लाभ होगा। इससे पूर्वी यूपी के 9 जिलों-बहरीच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज को फायदा होगा। पीएमओ ने इसकी जानकारी दी है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर से गोरखपुर तक जाने वाली 318 किलोमीटर लम्बी सरयू नहर परियोजना का बलरामपुर से उद्घाटन होना है। यह पूर्वांचल में बाढ़ और सूखे की समस्या से निपटने में मददगार साबित हो सकती है। प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम की जानकारी बताया कि उक्त परियोजना के उद्घाटन हेतु प्रधानमंत्री 11 दिसम्बर को बलरामपुर के हसुवाडीह आएंगे। Edited By: Pooja Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-bjp-member-demanded-implementation-of-uniform-civil-code-in-rajya-sabha-22279801.html,शीतकालीन सत्र : राज्य सभा में भाजपा सदस्य ने की समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग,"नई दिल्ली, प्रेट्र। राज्यसभा में गुरुवार को भाजपा के एक सदस्य ने सरकार से सभी धर्मो की बेहतरीन व्यवस्थाओं का अध्ययन कर उनकी मदद से समान नागरिक संहिता बनाए जाने की मांग की। उच्च सदन में विशेष उल्लेख के जरिये यह मुद्दा उठाते हुए भाजपा सदस्य केसी राममूर्ति ने कहा कि लैंगिक असमानता देश में लंबे समय से रही है। धर्म या संप्रदाय से निरपेक्ष महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 14 कहता है कि सरकार देशभर में अपने नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता लागू करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता का उद्देश्य विवाह, तलाक, संरक्षण, दत्तक-ग्रहण और उत्तराधिकार के अलग-अलग कानूनों में एकरूपता लाना है। इसके अलावा सिविल और मानवाधिकार से जुड़े मुद्दे भी इसके अंतर्गत आएंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और कई यूरोपीय देशों में समान नागरिक संहिता लागू है। यहां तक कि देश में गोवा में भी यह प्रविधान लागू है। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता को लेकर व्याप्त भ्रम को दूर किया जाना चाहिए। मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि लोगों के हित में इसे लागू करे। सीडीएस को श्रद्धांजलि देने के लिए विपक्ष ने स्थगित किया धरना चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) समेत 13 सैन्यकर्मियों के आकस्मिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करने के लिए विपक्ष ने अपने 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन और धरने को गुरुवार को स्थगित कर दिया। लेकिन राज्यसभा में संवेदना व्यक्त करने का मौका नहीं दिए जाने पर सरकार व आसन पर निशाना साधा और अनुमति नहीं देने के फैसले की निंदा की। विपक्ष ने संसद चलाने के तौर-तरीकों को लेकर भी सरकार पर प्रहार किया। राज्यसभा में शोक-संवेदना व्यक्त करने का मौका नहीं दिए जाने से बिफरे विपक्ष ने इसका विरोध करते हुए बाहर आकर जनरल रावत समेत सभी सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-subramanian-swamy-seeks-probe-by-supreme-court-judge-into-helicopter-crash-that-killed-cds-bipin-rawat-22277579.html,सुब्रमण्यम स्वामी ने जनरल बिपिन रावत के हेलिकाप्‍टर हादसे की सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की,"उडपी (कर्नाटक), पीटीआइ। राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हेलीकाप्टर हादसे की जांच सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश से कराने की मांग की है। इस दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस घटना को चौंकाने वाला और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी चेतावनी बताया। उन्होंने कहा, 'अंतिम रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए मेरे लिए कुछ भी कहना बहुत मुश्किल है। हालांकि ऐसा लगता है कि तमिलनाडु जैसे सुरक्षित इलाके में हेलीकाप्टर को उड़ा दिया गया हो।' यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसी चीज है, जिसकी गंभीरता से जांच की आवश्यकता है। जनता को विश्वास में लेना होगा, इसलिए मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी वरिष्ठ न्यायाधीश करानी चाहिए।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें कुन्नूर में दुर्घटनास्थल से आई रिपोर्टों के मुताबिक जब हेलीकाप्टर हासदे का शिकार हुआ तो वह घने जंगल वाले इलाके में कोहरे की स्थिति में नीची उड़ान भर रहा था। दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद वह वहां एक मकान से टकराते हुए पेड़ों पर गिर गया जिसके कारण उसमें आग लग गई और जनरल रावत समेत अधिकांश लोगों की इसमें झुलसने से मृत्यु हो गई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दुर्घटना की सूचना मिलते ही तत्काल नीलगिरि के कलेक्टर तथा स्थानीय प्रशासन को सेना के साथ राहत और बचाव कार्य में लगा दिया। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य लोगों के साथ दुर्घटनाग्रस्त हुआ एमआइ17वी5 हेलीकाप्टर एक उन्नत, दमदार और भरोसेमंद सैन्य परिवहन हेलीकाप्टर है। इन हेलीकाप्टरों को भारतीय वायु सेना के बेड़े में 2012 में शामिल किया गया था। रूसी रक्षा कंपनी कजान द्वारा निर्मित यह हेलीकाप्टर आनबोर्ड मौसम रडार और नवीनतम नाइट विजन उपकरणों से लैस है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-cpp-meet-sonia-gandhi-slams-govt-on-farmers-issue-condemns-suspension-of-rs-mps-22275721.html,"किसानों और सांसदों के निलंबन पर सोनिया गांधी ने किया सरकार पर हमला, बताया अपमानजनक","नई दिल्ली (पीटीआई)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कीमतों में वृद्धि, किसानों की मांगों और सीमा पर तनाव को लेकर बुधवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि उनकी पार्टी देश के सामने आने वाली चुनौतियों पर संसद में चर्चा पर जोर देगी। कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए उन्‍होंने नगालैंड में 14 नागरिकों की हत्या पर भी गहरा दुख व्यक्त किया। उन्‍होंने कहा कि इन पीडि़त परिवारों के लिए न्याय जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें सीपीपी की बैठक में सोनिया गांधी ने सांसदों के निलंबन पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्‍होंने इस कदम को अपमानजनक और कहा कि यह अभूतपूर्व है कि उन्हें शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने यहां तक कहा कि यह संविधान और राज्यों की परिषद में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों का उल्लंघन करता है। सोनिया गांधी ने कहा कि समूचा विपक्ष इस मुद्दे पर एकजुट है और सरकार के माफी मांगने तक इससे पीछे नहीं हटने वाला है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें आपको बता दें कि सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियां लगातार सदन में भी काफी हल्‍ला कर रही हैं। वहीं सरकार की तरफ से कहा गया है कि यदि निलंबित सांसद माफी मांग लेते हैं तो सरकार उनके निलंबन को रद करने पर विचार कर सकती है। हालांकि सरकार की इस मांग को कांग्रेस समेत दूसरी पार्टी ने ठुकरा दिया है। संसद के सेंट्रल हाल में हुई सीपीपी की बैठक के दौरान कांग्रेस के सभी सांसद मौजूद रहे। सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस जनता से जुड़े हर मुद्दे पर सदन में चर्चा करना चाहती है, लेकिन सरकार उनसे बच रही है। सीपीपी की बैठक में उन्‍होंने देश में बढ़ती महंगाई का भी मुद्दा उठाया। इसके लिए भी उन्‍होंने सरकार को आड़े हाथों लिया। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-sonia-gandhi-to-address-a-congress-parliamentary-party-meeting-22275313.html,"सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक, सांसदों के निलंबन को बताया अपमानजनक","नई दिल्ली, जेएनएन। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बुधवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई। इस बैठक में सोनिया गांधी ने कीमतों में वृद्धि, किसानों की मांगों और सीमा पर तनाव को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि उनकी पार्टी देश के सामने आने वाली चुनौतियों पर संसद में चर्चा पर जोर देगी। बैठक में पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने नगालैंड में 14 नागरिकों की हत्या पर भी गहरा दुख जताया। उन्‍होंने कहा कि इन पीड़ित परिवारों के लिए न्याय जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें इसके अलावा उन्होंने सांसदों के निलंबन पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्‍होंने इस कदम को अपमानजनक करार देते हुए कहा कि यह अभूतपूर्व है कि उन्हें शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि यह संविधान और राज्यों की परिषद में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों का उल्लंघन करता है। उन्होंने आगे कहा कि पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर एकजुट है और सरकार के माफी मांगने तक इससे पीछे नहीं हटने वाला है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें बता दें कि संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा के 12 सांसदों को खराब आचरण के कारण निलंबित किए जाने पर विपक्षी दलों के विरोध के बीच यह बैठक हुई है। सांसदों को पिछले सप्ताह निलंबित कर दिया गया था। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा था कि सरकार उच्च सदन में बाधाओं के लिए जिम्मेदार थी। उन्होंने 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को गलत करार दिया। सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दल लगातार सदन में भी शोर-शराबा कर रहे हैं। वहीं सरकार की तरफ से कहा गया है कि यदि निलंबित सांसद माफी मांग लेते हैं तो सरकार उनके निलंबन को रद करने पर विचार कर सकती है। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-why-the-scope-of-the-jurisdiction-of-bsf-was-increased-minister-of-state-for-home-told-the-reason-in-lok-sabha-22273317.html,"आखिर क्यों बढ़ाया गया बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र का दायरा, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताई वजह","नई दिल्ली, एएनआई: देश की केंद्र सरकार ने बीते अक्टूबर नोटिफिकेशन जारी कर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से सटे राज्यों में सुरक्षा के लिए तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को अतिरिक्त ताकतें देने का एलान किया था। इस घोषणा के बाद से केंद्र की मोदी सरकार और विपक्षी पार्टियों के बीच लगातार विवाद की स्थिति बनी हुई है। इसी मुद्दे पर मंगलवार को गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि कुछ राज्यों में बीएसएफ के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में विस्तार का मकसद बीएसएफ को अपने सीमा सुरक्षा कर्तव्यों का अधिक प्रभावी ढंग से निर्वहन करने के लिए सशक्त बनाना है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें बीते नवंबर बीएसएफ के तरफ से जारी एक बयान में कहा गया थी कि बढ़े हुए अधिकार क्षेत्र से बीएसएफ को पुलिस के हाथ मजबूत करने में मदद मिलेगी। यह एक ऐसा प्रावधान है जिसका उद्देश्य राज्य पुलिस के प्रयासों को मजबूत और पूरक बनाना है। गौरतलब है कि बीएसएफ कई सीमावर्ती राज्यों में पुलिस के साथ संयुक्तरूप से काम कर रही है। केंद्र ने अक्टूबर के महीने में बीएसएफ को भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र के अंदर 50 किमी के क्षेत्र में तलाशी लेने, संदिग्धों को गिरफ्तार करने और जब्ती करने का अधिकार दिया था। वहीं, बात अगर पश्चिम बंगाल और असम की करें तो इन राज्यों में बीएसएफ को 15 किलोमीटर तक कार्रवाई करने का अधिकार था। जिसे केंद्र सरकार ने बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया था। ताकि बिना किसी रोक-टोक के बीएसएफ अपना काम कर सके। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें हालांकि, पांच पूर्वोत्तर राज्य- मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में इसके अधिकार क्षेत्र में 20 किमी की कटौती की गई है। यहां बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 80 किमी तक था। इसी तरह गुजरात में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 80 से घटाकर 50 किमी कर दिया गया है। राजस्थान में, बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 50 किमी पर समान रहेगा। Edited By: Amit Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-tension-escalated-over-mps-suspension-opposition-to-sprut-protest-22274150.html,"सांसदों के निलंबन पर बढ़ी तकरार, विपक्ष ने विरोध को धार देने का किया एलान, सरकार पीछे हटने को नहीं तैयार","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर तकरार और बढ़ गई है। लिहाजा इसके चलते सदन की कार्यवाही मंगलवार को भी बाधित रही। विपक्षी दलों ने एकजुट होकर निलंबन के खिलाफ लड़ाई को और धार देने की घोषणा की और बुधवार को संसद परिसर में बड़े विरोध प्रदर्शन का फैसला किया है। इसमें राज्यसभा के अलावा विपक्षी दलों के लोकसभा सदस्य भी शामिल होंगे। निलंबन को गैरकानूनी करार देते हुए विपक्ष का आरोप है कि सदन में विपक्षी दलों की आवाज बंद करने की कोशिश के तहत यह कदम उठाया गया है, इसलिए निलंबन वापस होने तक विपक्ष इसके खिलाफ अपना विरोध जारी रखेगा। वहीं, सरकार ने एक बार फिर साफ किया कि विपक्षी सांसद माफी मांग लें तो वह उनका निलंबन वापस लेने को तैयार है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुआई में तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर बाकी सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के बाहर और भीतर आक्रामक तरीके से सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाकर विरोध का इजहार किया। सदन शुरू होते ही सभापति वेंकैया नायडू ने इस मुद्दे पर खड़गे के कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस को खारिज कर दिया। इसे लेकर हंगामा शुरू हुआ और सदन दो बजे तक के लिए स्थगित हो गया। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें दोबारा सदन शुरू हुआ तो स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच दो विधेयक पेश किए और बहस करके इन्हें पारित कराने की पेशकश की। लेकिन विपक्षी सदस्यों के भारी विरोध और शोर-शराबे के बीच सदन तीन बजे तक स्थगित होने के बाद फिर शुरू हुआ तो खड़गे ने विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई को गैरकानूनी ठहराते हुए कहा कि मानसून सत्र का अवसान होने के बाद निलंबन असंवैधानिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष की आवाज को बंद करके संसद को तानाशाही तरीके से चलाना चाहती है, विपक्षी दल ऐसा नहीं होने देंगे। जब तक निलंबन वापस नहीं होगा, विपक्षी दल अपना विरोध जारी रखेंगे। सरकार की ओर से हस्तक्षेप करते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि हम शोर-शराबे में विधेयक पारित नहीं करना चाहते। हम भी चाहते हैं कि निलंबित सांसद सदन की कार्यवाही में शामिल हों। हम निलंबन खत्म करने के लिए तैयार हैं बशर्ते पिछले सत्र के दौरान सदन में अशोभनीय आचरण करने वाले विपक्षी सदस्य माफी मांगे। विपक्षी सदस्य जोशी के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और हंगामा जारी रहा। तब संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्ष का रवैया यही रहा तो शोर-शराबे में विधेयक पारित करने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचेगा। हंगामा बढ़ता देख उपसभापति ने सदन पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-questions-raised-over-collegium-procedure-in-loksabha-22274764.html,"लोकसभा में उठे कोलेजियम प्रणाली पर सवाल, सरकार से इस पर पुनर्विचार की मांग","नई दिल्ली, प्रेट्र। लोकसभा सदस्यों ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्टो में जजों की नियुक्ति की कोलेजियम प्रणाली पर सरकार से पुनर्विचार करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने अदालतों में लंबित मामलों और न्यायपालिका में रिक्तियों की बड़ी संख्या पर चिंता व्यक्त की। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के पूर्व जजों के एक निश्चित उम्र में पहुंचने पर अतिरिक्त पेंशन के मामले में स्पष्टीकरण के लिए पेश दो संशोधन विधेयकों पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कुछ सदस्यों ने हाई कोर्ट के जजों की सेवानिवृत्ति आयु भी सुप्रीम कोर्ट जजों के समान 65 वर्ष करने की मांग की। अभी हाई कोर्ट जजों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष है। कानून मंत्री किरण रिजिजू बुधवार को चर्चा का जवाब दे सकते हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सदस्य शशि थरूर ने अदालतों में लंबित मामलों की बड़ी संख्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि न्यायपालिका की संवेदनहीनता के कई उदाहरण हैं जिनमें कोरोना काल में प्रवासी कामगारों की मुश्किलों को लेकर कई याचिकाओं का खारिज होना शामिल है। बीजद के पिनाकी मिश्र ने कहा कि कुछ बदलावों के साथ राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) गठित करने का विधेयक फिर लाया जाना चाहिए। पूर्व कानून राज्यमंत्री और भाजपा सदस्य पीपी चौधरी ने कहा, 'मैं सरकार से कोलेजियम प्रणाली पर पुनर्विचार करने का अनुरोध करता हूं.. और अनुच्छेद-124 की मूल भावना और उद्देश्य को बहाल करने की जरूरत है।' उन्होंने कहा कि 1993 से पहले जब जजों की नियुक्ति कार्यपालिका द्वारा की जाती थी, कोई नहीं कह सकता कि उन्होंने खराब फैसले सुनाए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें चौधरी ने आगे कहा, 'हमारे यहां संसदीय लोकतंत्र है और सभी मंत्री जवाबदेह हैं। लेकिन कानून मंत्री को जवाबदेह ठहराना बेहद कठिन है क्योंकि हाई कोर्टो और सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिक्तियों को भरने में उनकी कोई भूमिका नहीं होती।' उन्होंने आइएएस और आइपीएस की तर्ज पर अधीनस्थ अदालतों में जजों की नियुक्ति के लिए अखिल भारतीय न्यायिक सेवा की पैरवी भी की। तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने कहा कि कोलेजियम एक प्रशासनिक कदम है और उन्हें हर प्रशासनिक कदम की आलोचना करने का अधिकार है। वाईएसआर कांग्रेस की गीता विश्वनाथ ने भी कोलेजियम के स्थान पर एनजेएसी व्यवस्था का समर्थन किया। जदयू और बीजद के सदस्यों ने भी कोलेजियम प्रणाली की आलोचना की। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-sanjay-raut-met-rahul-gandhi-said-opposition-front-is-not-possible-without-congress-22273742.html,"विपक्षी एकता में दीदी का सियासी ब्रेकर हटाने को मैदान में उतरी शिवसेना, संजय राउत ने की राहुल गांधी से मुलाकात","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। विपक्षी एकता को पटरी से उतारने की ममता बनर्जी की कोशिशों से निपटने के लिए शिवसेना ने अपनी सियासी सक्रियता तेज कर दी है। शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करके ममता की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को यह कहते हुए पंचर करने की कोशिश की कि विपक्षी दलों का कोई भी फ्रंट कांग्रेस के बिना संभव नहीं है। संकेत दिए, ममता को समझाने की पहल कर सकते हैं शरद पवार शिवसेना नेता ने साफ कहा कि विपक्षी नेतृत्व के बारे में मिलकर चर्चा तो की जा सकती है मगर विपक्ष का केवल एक ही मोर्चा होना चाहिए। इतना ही नहीं, शिवसेना नेता ने यह उम्मीद भी जताई कि विपक्षी एकजुटता को अकेले अलग राह पर ले जाने की कोशिश कर रहीं ममता बनर्जी को समझा-बुझाकर ट्रैक पर लाने में राकांपा प्रमुख शरद पवार अहम भूमिका निभाएंगे। इस तरह की पहल के लिए वह सबसे काबिल नेता हैं। संजय राउत ने कहा, कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी मोर्चा मुमकिन नहीं राहुल गांधी के सरकारी आवास पर उनसे लंबी मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा में संजय राउत ने स्वीकार किया कि इस दौरान विपक्षी राजनीति के मुद्दों पर बात हुई। इसमें ममता बनर्जी की ताजा सियासी पहल पर भी चर्चा हुई और वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को इसके लब्बोलुआब से अवगत कराएंगे। संजय राउत ने कहा कि शिवसेना पहले भी कह चुकी है और वह दोहराते हैं कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का कोई मोर्चा बनाना संभव नहीं है। राहुल गांधी से इस पर भी चर्चा हुई, वह इस महीने के आखिर में मुंबई जाने वाले हैं और उद्धव ठाकरे की सेहत ठीक रही तो कांग्रेस नेता से उनकी इस संदर्भ में मुलाकात और बातचीत भी होगी। विपक्षी सियासत को आगे बढ़ाने के लिए राहुल को लीड करना चाहिए शिवसेना नेता ने बताया, उन्होंने राहुल से कहा कि विपक्षी सियासत को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें लीड करना चाहिए और खुलकर काम करने की जरूरत है। ममता के अलग मोर्चा बनाने की कोशिशों को अर्थहीन साबित करने का प्रयास करते हुए राउत ने कहा कि विपक्षी खेमे के बहुत सारे राजनीतिक दल आज भी कांग्रेस के साथ हैं तो अलग-अलग फ्रंट बनाकर क्या करेंगे। राउत ने कहा कि विपक्ष का एक ही मोर्चा हो, अपनी इस पहल के लिए वह बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मुलाकात करके बातचीत करेंगे। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-modi-to-bjp-mps-said-be-regular-in-parliament-otherwise-change-might-happen-22273146.html,"पीएम मोदी ने भाजपा सांसदों की लगाई फटकार, कहा- संसद में नियमित रहें, नहीं तो हो सकता है 'बदलाव'","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एक तरफ जहां संसद की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है, वहीं सत्र दर सत्र यह भी स्पष्ट हो गया है कि सदस्यों की रुचि चुनाव जीतने में ही है, सदन में उपस्थित होने में नहीं। यह रुख हर दल में है। बहरहाल, सत्ताधारी भाजपा सदस्यों की गैरहाजिरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस कदर व्यथित कर दिया कि उन्होंने परोक्ष चेतावनी ही दे दी, 'नहीं बदले तो बदलाव तो होता ही है।' संकेत साफ है कि बार-बार की चेतावनी के बावजूद जिन सदस्यों के कान पर जूं नहीं रेंग रही है, वे केंद्रीय नेतृत्व की नजरों में हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री का यह रुख इसलिए अहम है क्योंकि पिछले छह-सात वर्षों में वह लगभग एक दर्जन बार सदन में उपस्थित रहने, संसदीय क्षेत्र के विषयों को उठाने और बड़ी बहस में पूरी तैयारी के साथ हिस्सा लेने के निर्देश दे चुके हैं। एक अवसर पर जब राज्यसभा में विधेयक पारित किए जाने के वक्त भी कुछ मंत्री और सांसद गैरमौजूद थे तब तो उन्होंने ऐसे पार्टी सांसदों की सूची ही मांग ली थी। यहां तक भी निर्देश था कि सत्र के दौरान अगर किसी कारण से कोई अनुपस्थित होता है तो इसकी जानकारी सदन के अलावा पार्टी और सरकार को भी दें। पर लगता है कि किसी ने अब तक इसे गंभीरता से नहीं लिया है। लोकसभा में कोरोना पर चर्चा के दौरान भी पूरे सदन में गिने-चुने सत्ताधारी और विपक्षी सांसद थे। ऐसे में नाराज प्रधानमंत्री ने कहा, बार-बार कहे जाने पर तो छोटा बच्चा भी बदल जाता है। आप लोग भी खुद में परिवर्तन लाएं वरना परिवर्तन तो आ ही जाता है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से अपने अपने क्षेत्रों में पद्म पुरस्कृत लोगों को सम्मानित करने का भी निर्देश दिया है। मालूम हो कि पिछले कुछ वर्षों से लगातार ऐसे लोगों को पुरस्कृत किया जा रहा है जो दूर-दराज के इलाकों में सेवा कर रहे हैं और उनकी प्रतिष्ठा है। 14 दिसंबर को पीएम बुलाएंगे वाराणसी के मंडल अध्यक्षों की बैठक बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने-अपने क्षेत्र के मंडल अध्यक्षों की बैठक बुलाने को कहा। प्रधानमंत्री ने तत्काल इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया। वह 14 दिसंबर को वाराणसी क्षेत्र के मंडल अध्यक्षों की बैठक बुलाएंगे। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-caste-census-is-not-possible-at-the-central-level-let-the-states-do-it-says-bjp-leader-22273115.html,"केंद्रीय स्तर पर जाति गणना संभव नहीं, राज्यों को करने दें: भाजपा नेता","नई दिल्ली, आइएएनएस। जाति जनगणना के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान के जवाब में, बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि केंद्र के स्तर पर यह संभव नहीं था। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया है। लोकसभा सांसद ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, 'केंद्र के स्तर पर हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है कि हम गरीबों के लिए सभी योजनाएं बनाते हैं। हमारी प्राथमिकता जाति नहीं, बल्कि सभी गरीबों का कल्याण है।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें जायसवाल ने जाति जनगणना की मांग पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र के लिए 4,80,000 जातियों की अलग से गणना करना संभव नहीं है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई राज्य सरकार अपने स्तर पर जातिगत जनगणना करवाना चाहती है तो वह कर ले। बता दें कि बिहार में जाति जनगणना एक बड़ा मुद्दा रहा है। इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सभी दलों के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दिया है जिसमें कहा गया है कि जाति जनगणना कराना संभव नहीं है। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-live-updates-opposition-criticized-government-22272589.html,"सरकार विपक्ष को कर रही इग्‍नोर, गलत तरीके से किया सांसदों का निलंबन - खड़गे","नई दिल्‍ली, एएनआइ। संसद का शीतकालीन सत्र लगातार विपक्ष द्वारा बाधित किया जा रहा है। विपक्ष लगातार अपने निलंबित 12 सांसदों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। संसद में भी शोर-शराबा जारी है। यही वजह है कि किसी भी दिन संसद में शीतकालीन सत्र बिना रुके नहीं चल पा रहा है। सोमवार को भी सदन में नगालैंड के मुद्दे पर विपक्ष का शोर-शराबा देखने को मिला था। अब विपक्ष इस मांग पर अड़ा है कि इस पर सरकार को गलती माननी चाहिए। बता दें कि इस पूरी घटना पर सोमवार को सदन में गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया था। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें सदन में हो रहे शोर-शराबे को देखते हुए भाजपा की आज पार्लियामेंटरी मीट भी हुई है। इसका मकसद सदन की कार्रवाई को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी सांसदों को मर्यादित बयानबाजी करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि विपक्ष अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है। मंगलवार को भी संसद में शोर-शराबे के पूरे आसार है। कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने लोकसभा में नोटिस देकर अरुणाचल प्रदेश में सीमा के निकट चीन द्वारा गांव बसाने पर बहस करने की मांग की है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें शीतकालीन सत्र से जुड़े प्रमुख अपडेट्स - 12 सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा क‍ि ये संविधान के नियमों के तहत नहीं किया, नियम के मुताबिक आरोप नहीं बताए गए। यहां तो रूल बुक है कि 12 लोगों की नेमिंग करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। फिर उनका प्रस्ताव बिना नेमिंग के मूव कर दिया। ये संविधान के खिलाफ है। - मंगलवार को भी सदन में भारी हंगामे के बाद राज्यसभा अब बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है। - एनसीपी सांसद भी गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन में जुटे। - कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार की तरफ से 12 सांसदों को गलत तरीके से निलंबित किया गया है। यदि मंत्री माफी मांगे तो वो अपनी मांग से पीछे हट सकते हैं। - कृषि कानून के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवजा देने के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि इनमें जो किसान पंजाब से थे उन्‍हें वहां की सरकार ने मुआवजा दिया है और कुछ को नौकरी भी दी है। राहुल गांधी ने कहा कि यदि सरकार के पास उन किसानों की लिस्‍ट नहीं है तो उनके पास ये मौजूद है और वो इसको सरकार को देने के लिए तैयार है। उन्‍होंने मांग की कि किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें - शोर-शराबे के बीच राज्‍य सभा की कार्रवाई दोपहर दो बजे के लिए स्‍थगित संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि यदि निलंबित सांसद माफी मांगते हैं तो उनके निलंबन पर दोबारा विचार किया जा सकता है। हालांकि विपक्ष इस मांग को पहले ही ठुकरा चुका है। अधीर रंजन चौधरी ने नगालैंड की घटना पर केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा सदन में दिए गए बयान को हवा हवाई भाषण बताया हे। - संसद की कार्रवाई शुरू हो गई है। इस बीच सदन के अंदर और बाहर विपक्ष ने शोर मचाना भी शुरू कर दिया है। संसद के बाहर गांधी प्रतिमा के पास विपक्ष के सांसद सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। ये सरकार के मुखिया पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें - भाजपा सांसद सुशील मोदी ने राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया है और केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश के लिए विशेष कोटे से एक सांसद (सांसद) की विवेकाधीन शक्ति को हटाने की मांग की है। - नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सांसद अगाथा संगमा ने अफस्पा को खत्म करने की मांग को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। - कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने एमएसपी अधिनियम की किसानों की मांग, आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने और उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग पर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें - सूत्रों के मुताबिक आरएस आज से पूरे संसद सत्र का बहिष्कार करेगी। वे संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर एक संक्षिप्त धरना देंगे और औपचारिक रूप से अपने निर्णय की घोषणा करेंगे। धान खरीद, 12 निलंबित सांसद और तेलंगाना से जुड़े अन्य मुद्दों पर टीआरसी ने ये फैसला लिया है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-slams-centre-over-nagaland-firing-case-incident-result-of-the-governments-mistake-22272946.html,"नगालैंड मामले को लेकर कांग्रेस का केंद्र पर हमला, कहा- ये सरकार की गलती का परिणाम","नई दिल्ली, एएनआइ। नगालैंड फायरिंग को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह घटना केंद्र की गलती का परिणाम है। पत्रकारों से बात करते हुए खड़गे ने कहा, 'हम शोक संतप्त परिवारों को केंद्र सरकार से मुआवजे के बारे में पूछना चाहते थे, लेकिन हमें सदन में मौका नहीं दिया गया। उन्होंने आगे कहा, केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मुद्दे पर सदन में बात की और आखिर में कहा कि सरकार को पछतावा है। इसका क्या मतलब है? इसका मतलब है कि आपने गलती की है।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें कांग्रेस नेता ने कहा, 'आपका खुफिया विभाग क्या कर रहा था? आपके मुखबिर क्या कर रहे थे? उन्हें (केंद्रीय गृह मंत्री) ये सब बातें पता होनी चाहिए। हम ये बातें पूछने के लिए तैयार थे लेकिन उनके बयान के बाद सदन स्थगित कर दिया गया।' बता दें कि सोमवार को सदन में नगालैंड के मुद्दे पर विपक्ष का शोर-शराबा देखने को मिला था। अब विपक्ष इस मांग पर अड़ा है कि इस पर सरकार को गलती माननी चाहिए। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में इस मुद्दे पर बयान दिया था। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें उन्होंने नगालैंड की घटना को गलत पहचान का मामला करार दिया था और सदन को यह भी बताया था कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है और एक महीने के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सोमवार को सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते समय भविष्य में ऐसी कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना न हो। नगालैंड में शनिवार और रविवार को हुई दो अलग-अलग घटनाओं में सुरक्षा कर्मियों की तरफ से की गई फायरिंग में 13 नागरिकों की मौत हो गई थी। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-the-issue-of-nagaland-firing-incident-needs-to-be-discussed-congress-leader-tharoor-slams-center-22272942.html,"नगालैंड हमले के मुद्दे पर चर्चा की जरूरत, कांग्रेस नेता थरूर ने केंद्र को घेरा","नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को नगालैंड में आर्मी द्वारा घात लगाकर फायरिंग के मामले पर केंद्र पर हमला बोला और कहा कि सदन में चर्चा होनी चाहिए थी लेकिन गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री बिना सवाल लिए वाक आउट कर गए। समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में थरूर ने कहा, 'हमें चर्चा करनी चाहिए थी। गृह मंत्री और रक्षा मंत्री को सदन को संबोधित करना चाहिए था और सदन को जो कहना है उसे सुनना चाहिए था। इसके बजाय, आपने बहुत छोटा बयान दिया और बिना सवाल लिए चले गए। इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी ने वाकआउट किया।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें नगालैंड पर बोलते हुए, थरूर ने कहा, 'सबसे पहले, ऐसा क्यों हुआ? दूसरा, हमारे पास किस तरह की खुफिया संरचना है, जब इस तरह की दोषपूर्ण जानकारी से इतने सारे निर्दोष लोगों की जान जा सकती है। तीसरा, क्यों सामान्य पूछताछ किए बिना गोली चलाना जरूरी था? ये ऐसे सवाल हैं जिनका कोई जवाब नहीं दिया गया।' उन्होंने कहा, 'एक ऐसे राज्य में जहां सरकार बहुत सफल शांति वार्ता में शामिल होने का दावा करती है, देखिए उन्होंने राज्य को आज किस तरह की स्थिति में ला दिया है। हमने अपने कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में कहा था कि अफस्पा की समीक्षा होनी चाहिए। हम यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि लोग इसे कुछ ऐसा मान लें जो सुरक्षा बलों को दण्ड से मुक्ति के साथ कार्य करने की अनुमति देता है।' औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें इससे पहले सोमवार को, गृह मंत्री अमित शाह ने नगालैंड में सुरक्षा बलों द्वारा नागरिकों की हत्या को 'गलत पहचान का मामला' करार दिया था और बताया था कि एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसमें दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर एक माह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-ready-to-withdraw-suspension-if-opposition-mp-apologizes-says-prahlad-joshi-22272738.html,विपक्षी सांसद माफी मांगे तो निलंबन वापस लेने को तैयार : प्रह्लाद जोशी,"नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि अगर राज्यसभा के निलंबित सांसद माफी मांगते हैं तो उनका निलंबन वापस ले लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रियों ने आज नई दिल्ली में डा अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित भाजपा संसदीय दल की बैठक के दौरान सांसदों के निलंबन का कारण बताया, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया था। जोशी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से कहा, 'हमने समझाया कि उन्हें निलंबित क्यों करना पड़ा। देश ने देखा है कि जो कुछ हुआ है। यह रिकार्ड में है। अगर वे आज भी माफी मांगते हैं, तो हम निलंबन वापस लेने के लिए तैयार हैं।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मानसून सत्र के आखिरी दिन हंगामा करने के लिए संसद के शेष शीतकालीन सत्र के लिए कुल 12 विपक्षी सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। निलंबित सांसदों में कांग्रेस के छह, टीएमसी और शिवसेना के दो-दो और सीपीएम और सीपीआई के एक-एक सांसद शामिल हैं। निलंबित सांसदों में एलाराम करीम (सीपीएम), फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनॉय विश्वम, तृणमूल कांग्रेस के डोला सेन और शांता छेत्री, शिवसेना के प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें इसके अलावा बैठक का ब्योरा देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पद्म पुरस्कारों से सम्मानित लोगों के साथ कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया है। जोशी ने कहा, 'अच्छा काम करने वाले आम नागरिकों को पद्म पुरस्कार प्रदान किया गया है। पीएम ने पुरस्कार विजेता के साथ कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही है।' भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ पार्टी की संसदीय बैठक में अमित शाह, पीयूष गोयल, एस जयशंकर, प्रह्लाद जोशी, जितेंद्र सिंह समेत केंद्रीय मंत्री मौजूद थे Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-sdpi-distributed-controversial-badges-to-school-students-22272671.html,"केरल : राजनीतिक फायदे के लिए स्कूल के बच्चों का इस्तेमाल कर रही SDPI, बांटे विवादित बैज","तिरुअनंतपुरम, जेएनएन। केरल में बाबरी मस्जिद के नाम पर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए बच्चों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। एसडीपीआइ के कथित कार्यकर्ता को 'आइ एम बाबरी' का बैज बांटते देखा गया है, ये बैज उसने स्कूल जाने वाले बच्चों की शर्ट पर भी लगाए। यह मामला राज्य के कोट्टंगल का है, जहां एक शख्स चुंगप्पारा सेंट जार्ज स्कूल के बच्चों की शर्ट पर बैज लगाते हुए देखा गया है। बताया जा रहा है कि यह शख्स एसडीपीआइ का कार्यकर्ता है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Is Kerala another Syria in the making? The SDPI is forcefully pasting ""I Am Babari"" sticker on the students of Chungappara St. George School in Kottangal Panchayat, which is ruled by the @CPIMKerala - SDPI alliance. Why is CM @vijayanpinarayi silent? Condemnable. @AmitShah pic.twitter.com/IT46oVjPN4 — K Surendran (@surendranbjp) December 6, 2021 केरल भाजपा के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने इस घटना के कई फोटो ट्विटर पर शेयर किए हैं। इसके साथ उन्होंने कैप्शन में सवाल करते हुए लिखा, क्या केरल दूसरा सीरिया बनने की राह पर है? चुंगप्पारा सेंट जार्ज स्कूल के बच्चों की शर्ट पर एसडीपीआइ जबरन 'आइ एम बाबरी' के स्टीकर लगा रही है। उन्होंने कहा कि कोट्टंगल पंचायत में सीपीआइएम केरल और एसडीपीआइ का गठबंधन है। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री पिनरई विजयन की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें एक तस्वीर में एक छात्र की शर्ट पर विवादित बैज देखा जा सकता है और कथित एसडीपीआइ कार्यकर्ता की शर्ट पर भी वही स्टीकर लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक, पैरेंट टीचर एसोसिएशन ने मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और मामले की जांच भी की जा रही है। यह घटना सोमवार सुबह का है, जब बच्चे स्कूल पहुंचे थे। बच्चों की शर्ट पर बैज को देखकर टीचर्स ने स्कूल प्रशासन को जानकारी दी, जिसके बाद बच्चों से ये बैज हटाने के लिए कहा गया। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-difficult-for-amarinder-singh-bjp-to-get-117-candidates-for-punjab-polls-says-congress-mp-jasbir-gill-22272599.html,पंजाब विधानसभा चुनाव: कैप्टन के भाजपा के साथ चुनाव लड़ने पर बोले कांग्रेस एमपी- मिलकर भी नहीं ला पाएंगे 117 सीटें,"नई दिल्ली, एएनआइ। आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के भाजपा के साथ चुनाव लड़ने के एलान के बाद माहौल गर्म हो गया है। अब इस पर कांग्रेस के सांसद जसबीर सिंह गिल ने कहा कि दोनों पार्टी अगर मिलकर भी चुनाव लडेंगी तब भी वह 117 सीटें नहीं ला पाएंगी। न्यूज एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए, कांग्रेस एमपी ने कहा,'भाजपा के साथ अमरिंद के गठबंधन करने के बाद उनकी राजनीतिक संभावनाएं खत्म हो रही हैं। कैप्टन की नई पार्टी और भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 117 उम्मीदवारों को लाना मुश्किल होगा।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उन्होंने कहा,' अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ कर चुप रहे होते और भारतीय जनता पार्टी के साथ नहीं जाते, तो शायद उनकी कांग्रेस में वापसी संभव होती, लेकिन जैसे ही वे भाजपा के साथ मिले उनकी कांग्रेस पार्टी में वापसी संभव नहीं होगी। किसानों के विरोध को लेकर भाजाप पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि पंजाब के हर गांव के लोगों ने किसान आंदोलन में हिस्सा लिया और कृषि कानूनों को विरोध किया।' औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें उन्होंने कहा, 'पंजाब में भाजपा की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है और हर गांव के लोगों ने किसान आंदोलन में भाग लिया है। इसलिए, पंजाब में भाजपा के लिए कोई समर्थन नहीं है। यहां तक ​​​​कि अगर कैप्टन यहां किसी अन्य पार्टी के साथ चुनाव लड़ते हैं, तो इसका कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।' बता दें कि अमरिंदर सिंह ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ महीनों की लड़ाई के बाद कांग्रेस छोड़ दी और अपनी पार्टी बनाई। पंजाब में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया। वहीं आम आदमी पार्टी 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) केवल 15 सीटें जीतने में सफल रहा, जबकि भाजपा को 3 सीटें मिलीं थी। Edited By: Pooja Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-narendra-modi-arrives-for-the-bjp-parliamentary-party-meeting-22272569.html,"भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी को किया गया सम्मानित, अमित शाह और जेपी नड्डा रहे मौजूद","नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को डा. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हो रही भाजपा की संसदीय दल की बैठक में शामिल हुए। गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पीयूष गोयल, एस जयशंकर, प्रह्लाद जोशी, जितेंद्र सिंह समेत अन्य नेता पार्टी की संसदीय दल की बैठक में मौजूद थे। इस दौरान 15 नवंबर (बिरसा मुंडा के जन्मदिन) को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा के लिए भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें संसद सत्र के दौरान आमतौर पर हर मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक होती है। हालांकि, पिछले सप्ताह बैठक नहीं हुई थी। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने निलंबित 12 राज्यसभा सांसदों पर भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद कहा कि हमने समझाया कि उन्हें निलंबित क्यों करना पड़ा। जो कुछ भी हुआ, देश ने देखा है। यह आन रिकार्ड है। अगर वे आज भी माफी मांगते हैं, तो हम निलंबन वापस लेने के लिए तैयार हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने आज की बैठक में संसद खेल स्पर्धा, तंदरुस्त बाल स्पर्धा और सूर्यानमस्कार स्पर्धा आयोजन करने के लिए आवाहन दिया है। इसके साथ ही जिन्हें पद्म अवार्ड मिला है उनके साथ एक लाइव कार्यक्रम करने का आवाहन भी दिया है। Delhi: PM Narendra Modi honoured at the BJP Parliamentary Party meeting for announcing the celebration of November 15th (the birthday of Birsa Munda) as Janjatiya Gaurav Divas. The meeting has begun. pic.twitter.com/fd5GObWgbM — ANI (@ANI) December 7, 2021 संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ और 23 दिसंबर तक चलेगा। संसद के दोनों सदनों में 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग पर विपक्ष अड़ा हुआ है। इसकी वजह से संसद की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने में बाधा आ रही है। निलंबित सदस्यों में कांग्रेस से छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो, और सीपीआइ और सीपीएम से एक-एक सदस्य शामिल हैं। निलंबन के बाद से सभी 12 सांसद रोजाना संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। इन 12 सांसदों का निलंबन सदन में अनुशासनहीनता के आरोप में सीपीएम के इलामाराम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनाय विश्वम, टीएमसी की डोला सेन और शांता छेत्री और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई को मौजूदा सत्र के शेष भाग के लिए निलंबित कर दिया गया है। अगस्त में मानसून सत्र के अंत में कथित अनियंत्रित आचरण के लिए सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-deoghar-dc-got-costly-for-registering-a-wrong-case-against-mp-election-commission-took-strict-action-22271545.html,"सांसद के खिलाफ गलत मामला दर्ज कराना देवघर डीसी को पड़ा महंगा, चुनाव आयोग ने की कड़ी कार्रवाई","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। झारखंड के मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में खुद पर लगे आरोपों से बौखलाकर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे पर दुर्भावना से प्रेरित होकर एक ही दिन में पांच एफआइआर दर्ज कराने वाले आइएएस अफसर और देवघर के डीसी सह-डीईओ मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने राज्य सरकार से न सिर्फ उन्हें तत्काल डीसी सह-डीईओ के पद से हटाने के निर्देश दिए हैं, बल्कि केंद्र और राज्य सरकार को उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए भी कहा है। आयोग ने सांसद निशिकांत दुबे और आइएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री को सुनने के बाद यह फैसला सुनाया है। खास बात यह है कि आयोग ने निशिकांत दुबे की शिकायत पर मंजूनाथ को नोटिस दिया था। साथ ही इससे जुड़ी जानकारी तलब की थी। इस दौरान पाया गया कि दुर्भावना से प्रेरित होकर डीसी सह-डीईओ देवघर ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। इसके साथ ही आयोग ने आने वाले चुनावों में बगैर आयोग की अनुमति के उन्हें कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी न देने के भी निर्देश दिए हैं। मंजूनाथ पर एक पार्टी के लिए काम करने का लगा था आरोप गौरतलब है कि अप्रैल 2021 में हुए मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान भाजपा ने मंजूनाथ पर एक पार्टी के लिए काम करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें डीईओ की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया था। हालांकि बाद में राज्य सरकार ने उन्हें फिर से डीसी सह-डीईओ की जिम्मेदारी दे दी थी। इसके बाद उन्होंने सांसद के खिलाफ एक ही दिन पांच एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए थे। माफीनामा को गोड्डा सांसद ने इंटरनेट मीडिया पर किया था साझा बता दें कि पिछले दिनों इस मामले को लेकर झारखंड भाजपा और दुबे ने भजंत्री पर राजनीतिक हमला बोला था। झारखंड की सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता की तरह कार्य करने का आरोप लगाया था। मामला बिगड़ते देख भजंत्री ने चुनाव आयोग से माफी मांगी थी। माफीनामा को गोड्डा सांसद ने इंटरनेट मीडिया फेसबुक पर साझा किया था। यह भी पढ़ें: भारत-रूस रिश्तों में पुराने दिनों की गर्माहट, दोनों देशों के बीच अगले 10 वर्षों के सैन्य सहयोग का एजेंडा हुआ तैयार Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-leave-india-if-you-feel-suffocated-here-says-rss-leader-to-farooq-abdullah-22271827.html,"फारूक अब्दुल्ला को RSS नेता ने दे दी देश छोड़ने की सलाह, जानें क्या कहा","नई दिल्ली, प्रेट्र। वरिष्ठ RSS नेता इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने सोमवार को नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) को आड़े हाथों लिया। दरअसल फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जम्मू कश्मीर की जनता को अपने अधिकार वापस पाने के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों की तरह ही 'बलिदान' देना होगा। संघ के नेता ने अब्दुल्ला के इसी बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि वे शांति नहीं हिंसा पसंद करते हैं। उन्होंने सलाह दी कि अगर अबदुल्ला को भारत में घुटन महसूस होती है तो देश छोड़ देना चाहिए और अपनी पसंद के अनुसार दुनिया के किसी भी हिस्से में चले जाना चाहिए। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें महबूबा मुफ्ती के लिए फैशन है झूठ बोलना: RSS नेता RSS नेता ने PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) पर भी हमला बोला जो केंद्रशासित प्रदेश की जनता के कथित दमन के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन कर रहीं हैं। RSS नेता ने मुफ्ती पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि उनके लिए झूठ बोलना एक फैशन बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के दोनों नेताओं को उकसाने की राजनीति बंद कर देनी चाहिए और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में बाधा बनना बंद कर देना चाहिए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें RSS नेता ने आगे कहा, 'फारूक अब्दुल्ला ने पहले कहा था कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के लिए चीन की मदद ली जाएगी। क्या हमें इसे स्वीकार करना चाहिए? कभी नहीं। यदि उन्हें यहां घुटन महसूस होता है तो वे जहां चाहते हैं वहां जाएं अरब या अमेरिका। उनकी पत्नी इंग्लैंड में रहती हैं। वहां जाकर पत्नी के साथ रहने को लेकर भी वे सोच सकते हैं। वे खुश रहेंगे।' बता दें कि अब्दुल्ला ने रविवार को कहा था कि विशेष दर्जा की बहाली के लिए जम्मू कश्मीर की जनता को बलिदान देना पड़ सकता है जैसा कि किसानों ने किया और यह सफल हुआ। नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की 116वीं जयंती के अवसर पर श्रीनगर के नसीमबाग में उनके मकबरे पर पार्टी की युवा शाखा के सम्मेलन को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने यह भी कहा था कि उनकी पार्टी हिंसा का समर्थन नहीं करती है। वहीं मुफ्ती ने केंद्रशासित प्रदेश के लोगों के कथित दमन के विरोध में सोमवार को यहां जंतर मंतर पर धरना दिया था और कहा था कि निर्दोषों की हत्या तत्काल रोकी जानी चाहिए। RSS नेता ने आगे कहा, 'फारूक अब्दुल्ला ने पहले कहा था कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के लिए चीन की मदद ली जाएगी। क्या हमें इसे स्वीकार करना चाहिए? कभी नहीं। यदि उन्हें यहां घुटन महसूस होता है तो वे जहां चाहते हैं वहां जाएं अरब या अमेरिका। उनकी पत्नी इंग्लैंड में रहती हैं। वहां जाकर पत्नी के साथ रहने को लेकर भी वे सोच सकते हैं। वे खुश रहेंगे।' Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-blockade-again-in-rajya-sabha-over-suspension-of-opposition-mps-uppar-house-stalled-due-to-uproar-22271363.html,"विपक्षी सांसदों के निलंबन पर राज्यसभा में फिर अवरोध, हंगामे के कारण सदन ठप, थरूर ने भी संसद टीवी का शो छोड़ा","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मामला सोमवार को भी गर्म रहा। इन सांसदों के निलंबन की कार्यवाही को गैरकानूनी और असंवैधानिक बताते हुए विपक्ष ने स्पष्ट कहा कि सरकार जब तक निलंबन वापस नहीं लेती तब तक सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से चलाना संभव नहीं होगा। इस बीच लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी एकजुटता दिखाते हुए संसद टीवी पर अपना शो स्थगित करने का एलान कर दिया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें थरूर ने कहा कि राज्यसभा में विपक्षी सांसदों को गैरकानूनी तरीके से निलंबित कर उनके लोकतांत्रिक अधिकार पर प्रहार किया जा रहा है। उन्होंने संसद टीवी पर अपने शो को तब तक नहीं करने का फैसला किया जब तक निलंबन वापस नहीं हो जाता। निलंबित सांसदों में शामिल शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी रविवार को ही संसद टीवी के एक कार्यक्रम का एंकर पद छोड़ने का एलान कर चुकी हैं। संसद के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने सोमवार को निलंबित सांसदों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अपने खिलाफ कार्रवाई को गैरकानूनी बताया और संघर्ष जारी रखने का एलान किया। वहीं राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा कई अन्य विपक्षी सदस्यों ने यह मामला उठाया। हंगामे के कारण सदन कई बार बाधित हुआ। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें पीठासीन सभापति ने विपक्षी सदस्यों की मांग पर सदन में महंगाई पर अल्पकालिक चर्चा शुरू कराने की घोषणा की और खड़गे को बोलने के लिए कहा। खड़गे ने कहा कि सबसे पहले विपक्षी सदस्यों का निलंबन वापस लिया जाए। खड़गे के अलावा कांग्रेस के आनंद शर्मा, एनसीपी की फौजिया खान और राजद के मनोज झा का नाम भी बोलने के लिए पुकारा गया मगर सभी ने निलंबन का मुद्दा उठाया। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस पर कहा कि विपक्ष लोकतंत्र की दुहाई देता है और हम बहस के लिए तैयार हैं। मगर बहाना कर चर्चा टाली जा रही है। तब खड़गे ने आसन से कहा कि सदन में व्यवस्था कायम हो तो वे बोलने के लिए तैयार हैं। इस पर सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्षी सदस्य हंगामा कर रहे हैं और नेता विपक्ष सदन में व्यवस्था बनाने के लिए आसन को कह रहे। पक्ष और विपक्ष के बीच कई बार नोक-झोंक हुई। गृहमंत्री अमित शाह के नगालैंड की घटना पर सदन में बयान दिए जाने के दौरान भी विपक्ष का हमला जारी रहा और पांच बार ठप होने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-2021-suspension-of-12-mps-farmers-msp-omicron-variant-nagaland-firing-22269559.html,"शीतकालीन सत्र 2021: नगालैंड फायरिंग पर बोले शाह- संदिग्धों की आशंका में हुई घटना, एक महीने में रिपोर्ट सौंपेगी SIT","नई दिल्ली, एजेंसी। संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में तो कामकाज चला लेकिन विपक्षी दलों के अड़ियल रुख के कारण राज्यसभा लगातार बाधित हो रही है। राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन की वापसी और किसानों के लिए एमएसपी की गारंटी सहित कई मांगों को लेकर विपक्ष सदन की कार्यवाही नहीं चलने दे रहा है। दूसरी तरफ नगालैंड फायरिंग के मुद्दे पर भी विपक्ष हंगामा करता रहा। इसके कारण राज्यसभा की कार्यवाही को सुबह 12 बजे और दूसरी बार 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में नगालैंड फायरिंग पर दुख जताते हुए कहा कि संदिग्धों की आशंका में यह घटना हुई। गृह मंत्री ने कहा कि मौजूदा स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है। 5 दिसंबर को नागालैंड के डीजीपी और कमिश्नर ने साइट का दौरा किया। एसआइटी को एक माहीने में जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Parliament Winter Session 2021 News Updates: - अमित शाह ने कहा कि ओटिंग, सोम में चरमपंथियों की गतिविधि की सूचना मिली थी। इसी आधार पर 21 कमांडो ने संदिग्ध इलाके में घात लगाकर हमला किया। इस दौरान वहां एक वाहन पहुंचा, उसे रुकने का इशारा किया गया, लेकिन उसने भागने की कोशिश की। चरमपंथियों को ले जा रहे वाहन के संदेह में, उस पर गोली चलाई गई। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें Current situation is tense but under control. On 5th Dec, #Nagaland DGP & Commissioner visited the site. FIR registered & keeping the seriousness in mind, probe handed over to State Crime Police Station. SIT formed, it has been directed to complete probe within a month: HM in LS pic.twitter.com/R8ao2xnTia — ANI (@ANI) December 6, 2021 - गृह मंत्री ने आगे कहा कि वाहन में सवार 8 लोगों में से 6 की मौत हो गई। बाद में पता चला कि यह गलत पहचान का मामला है। घायल हुए 2 अन्य लोगों को सेना द्वारा निकटतम स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। इसकी खबर मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की टुकड़ी को घेर लिया, 2 वाहनों में आग लगा दी और उन पर हमला कर दिया। - ग्रामीणों के हमले में सुरक्षाबलों का एक जवान शहीद हो गया, जबकि कई अन्य जवान घायल हुए। सुरक्षाबलों को आत्मरक्षा और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग का सहारा लेना पड़ा। इससे 7 और नागरिकों की मौत हो गई, कुछ अन्य घायल हो गए। स्थानीय प्रशासन-पुलिस ने स्थिति सामान्य करने की कोशिश की। - शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा से निलंबित किए गए विपक्षी नेताओं ने सोमवार को संसद परिसर में डा. बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मानसून सत्र के आखिरी दिन कथित रूप से हंगामा करने के आरोप में 12 विपक्षी सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें - लोकसभा में नगालैंड से एनडीपीपी सांसद टी येप्थोमी ने फायरिंग में नागरिकों की मौत पर कहा कि जांच शुरू की जानी चाहिए। राज्य सरकार ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी है। केंद्र को भी प्रभावित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देना चाहिए। An inquiry should be initiated. State govt has given ex-gratia of Rs 5 lakhs each to the families of the victims. The Centre should also give adequate compensation to the affected families: T. Yepthomi, NDPP MP from Nagaland in Lok Sabha on recent civilian killings in his state pic.twitter.com/X4Jj4ONsgh — ANI (@ANI) December 6, 2021 - राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई है। विपक्ष नगालैंड फायरिंग के मुद्दे पर चर्चा और गृह मंत्री के बयान की मांग पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें - नगालैंड फायरिंग पर केंद्रीय गृह मंत्री के बयान की विपक्षी सांसदों की मांग के बीच राज्यसभा आज दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। - नगालैंड फायरिंग की घटना और दोनों सदनों में सरकार की रणनीति समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में शीर्ष मंत्रियों के साथ बैठक की। - कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम मांग करेंगे कि गृह मंत्री दोनों सदनों के सामने अपना बयान दें और घटना पर अपना विस्तृत विवरण दें, हम इसकी उम्मीद कर रहे हैं। बहुत ही संवेदनशील घटना है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्हें जवाब देना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें We'll demand that the Home Minister give his statement before both Houses & give his detailed view on the incident, we're expecting it. It's a very sensitive incident. It shouldn't have happened. He should answer why did it happen: LoP Rajya Sabha, Mallikarjun Kharge#Nagaland pic.twitter.com/ds1Pf9nHZu — ANI (@ANI) December 6, 2021 - कांग्रेस सांसद शशि थरूर का कहना है कि उन्होंने राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन रद्द होने तक संसद टीवी शो 'To the Point'की मेजबानी से खुद को अलग करने का फैसला किया है। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें - सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) विधेयक, 2021 और सरोगेसी (विनियमन) विधेयक, 2020 पर आज राज्यसभा में चर्चा होगी। - राज्यसभा सांसद मनोज झा ने नागालैंड में नागरिकों की हत्या से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए कार्य निलंबन नोटिस दिया है। राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर राय ने नियम 168 के तहत नागालैंड फायरिंग की घटना पर चर्चा के लिए नियम 167 के तहत एक प्रस्ताव पेश करने का नोटिस दिया है। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें - नगालैंड फायरिंग की घटना पर चर्चा के लिए कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी नगालैंड में हुई गोलीबारी की घटना पर चर्चा करने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया, जिसमें 13 नागरिकों की मौत हो गई थी। - टीआरएस सांसद नामा नागेश्वर राव ने 'किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए खाद्यान्न खरीद और कानूनी गारंटी पर राष्ट्रीय नीति' के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। - केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू आज लोकसभा में उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक, 2021 पेश करेंगे। - केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डां मनसुख मांडविया आज लोकसभा में राष्ट्रीय औषधि शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2021 को पारित करने के लिए पेश करेंगे। - राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 66वें महापरिनिर्वाण दिवस पर संसद भवन में डॉ. भीमराव आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-amit-shah-to-give-a-statement-on-the-nagaland-firing-incident-in-both-the-houses-of-the-parliament-today-22269629.html,"नगालैंड फायरिंग पर गृहमंत्री अमित शाह ने दिया बयान, कहा- घटना के बाद की बात, जांच को बनेगी एसआईटी","नई दिल्ली, एएनआइ। गृह मंत्री अमित शाह आज लोकसभा में बीते दिन नगालैंड में हुई फायरिंग घटना को लेकर बयान दिया है। उन्‍होंने इस घटना पर दुख जताया है। उन्‍होंने कहा है कि इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा और ये एक माह में अपनी रिपोर्ट देगी। उन्‍होंने बताया कि ये मामला गलत पहचान का है। उनके मुताबिक स्थिति गंभीर है लेकिन नियंत्रण में है। नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित फायरिंग में कम से कम 13 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद आम नागरिकों की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है। इस घटना के बाद भड़की हिंसा में एक सैनिक की भी मौत हो गई। इससे पहले नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफिउ रियो ने सुरक्षाबलों द्वारा नागरिकों की कथित हत्याओं की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया था। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उधर, नगालैंड सरकार ने भड़काऊ वीडियो, तस्वीरें या टेक्स्ट मैसेज का प्रसार रोकने के लिए जिले में मोबाइल, इंटरनेट और डाटा सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य सरकार ने मारे गए नागरिकों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये देने की भी घोषणा की है। आज मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो घटनास्थल का दौरा करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को घटना के बारे में अवगत करा दिया गया है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें गौरतलब कि गोलीबारी की पहली घटना शनिवार शाम ओटिंग और तिरु गांवों के बीच हुई। कुछ दिहाड़ी मजदूर कोयला खदान से पिक अप वैन से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान सुरक्षा बलों ने इन मजदूरों को गलती से उग्रवादी समझ लिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल आफ नगालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर गोलीबारी की थी। इसमें छह मजदूरों की मौत हो गई थी। मजदूर जब अपने घर नहीं पहुंचे तो स्थानीय युवा और ग्रामीण उन्हें खोजते हुए घटनास्थल तक पहुंचे। उन्होंने सैन्य बलों को घेरकर उन पर हमला कर दिया। उन्होंने सुरक्षा बलों के वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। इस संघर्ष में एक सैनिक की मौत हो गई। Edited By: Pooja Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-know-why-after-lok-sabha-elections-2014-hd-deve-gowda-became-a-fan-of-prime-minister-modi-22268840.html,"2014 लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी के मुरीद हो गए देवेगौड़ा, पूर्व पीएम ने खुद बताया कारण","मंड्या, पीटीआइ। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनका सम्मान तब कई गुना बढ़ गया जब उन्होंने (पीएम मोदी) उनको लोकसभा से इस्तीफा देने से रोक दिया। इस घटना को याद करते हुए देवेगौड़ा ने कहा कि उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को चुनौती दी थी कि अगर भाजपा 276 सीटें जीतकर अपने दम पर सत्ता में आई तो वह लोकसभा से इस्तीफा दे देंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें इसे लेकर देवेगौड़ा ने कहा, 'मैंने उनसे कहा था कि अगर आप 276 सीटें जीतते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। आप दूसरों के साथ गठबंधन करके सरकार बना सकते हैं, लेकिन अगर आप अपने दम पर 276 सीटें जीतते हैं तो मैं (लोकसभा से) इस्तीफा दे दूंगा।' उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा अपने दम पर सत्ता में आई, जिसके बाद उन्होंने अपने द्वारा किए गए वादे को पूरा करने के बारे में सोचा। पूर्व प्रधानमंत्री ने बताया कि जीत के बाद, पीएम मोदी ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। सभी समारोह समाप्त होने के बाद, उन्होंने मोदी से मिलने का समय मांगा , जिसके लिए उन्होंने हामी भर दी। जब उनकी कार संसद के बरामदे में पहुंची तो प्रधानमंत्री मोदी खुद वहां उनकी अगवानी करने आए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें देवेगौड़ा ने आगे कहा, 'मुझे तब से घुटने में दर्द है, जो अब भी जारी है। वह जो भी हो, जैसे ही मेरी गाड़ी संसद के बरामदे में आई, मोदी खुद आए, मेरा हाथ पकड़कर मुझे अंदर ले गए। उन्होंने ऐसा उस व्यक्ति के लिए था जिसने उनका इतना विरोध किया था।' गौड़ा ने कहा कि उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा देने की इच्छा व्यक्त की। देवेगौड़ा ने कहा, 'मैंने उनसे कहा कि मैं अपने शब्दों पर कायम हूं। कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें। उन्होंने मुझे बताया कि मैं चुनाव के दौरान कही गईं बातों को इतनी गंभीरता से क्यों ले रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी स्थिति उत्पन्न होगी उन्हें मेरे साथ मामलों पर चर्चा करने की आवश्यकता होगी।' इस घटना के बाद, देवेगौड़ा, मोदी से छह से सात बार मिले। उनके प्रति उनका सम्मान बढ़ गया था। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी जब भी उनसे मिलना चाहते हैं, उनसे मिलने के लिए तुरंत तैयार हो गए। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-goa-assembly-polls-2022-kejriwal-promises-rs-1000-per-month-to-every-woman-22267226.html,"गोवा विधानसभा चुनाव 2022: अरविंद केजरीवाल का वादा, चुनाव जीते तो हर महिला को देंगे 1,000 रुपये प्रति माह","नवेलिम (गोवा), एएनआइ। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को वादा किया कि अगर उनकी पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव में राज्य की सत्ता में आई तो 18 साल से अधिक उम्र की हर महिला को 1,000 रुपये प्रति माह नकद सहायता दी जाएगी। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'महिलाओं के लिए गृह आधार लाभ 1500 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति माह किया जाएगा। 18 वर्ष से अधिक उम्र की प्रत्येक महिला को 1000 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावी महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम है।' उन्होंने कहा, दूसरे दलों का कहना है कि केजरीवाल लोगों को मुफ्त उपहार दे रहे हैं। अब तक सिर्फ मंत्रियों को ही टैक्सपेयर्स के पैसे पर मुफ्त उपहार मिलता था। नेताओं को जो मिल रहा है वह मुफ्त है, लोगों को जो मिल रहा है वह उनका अधिकार है। Griha Aadhar benefit for women will be increased from Rs 1500 to Rs 2500 per month. Rs 1000 per month will be given to every female over 18 yrs. This is the biggest & the most effective women empowerment program in the world: Delhi CM & AAP leader Arvind Kejriwal in Goa pic.twitter.com/s0pzvk62HY — ANI (@ANI) December 5, 2021 बता दें कि आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित गोवा की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है, जहां अगले साल चुनाव होने हैं। सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के अलावा ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), शिवसेना और अन्य दल भी मैदान में होंगे। आप ने पंजाब में भी 18 साल से अधिक उम्र की हर महिला को 1,000 रुपये प्रति माह नकद सहायता देने का वादा किया है। पंजाब विधानसभा चुनाव भी अगले साल की शुरुआत में होने हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-amit-shah-said-bjp-government-will-be-formed-in-rajasthan-in-2023-with-two-thirds-majority-22267418.html,"भाजपा नहीं गिराएगी अशोक गहलोत सरकार, 2023 में हासिल करेंगे बंपर बहुमत : अमित शाह","जयपुर, एएनआइ। जनप्रतिनिधि संकल्प महासम्मेलन को संबोध‍ित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा क‍ि आप सभी का उत्साह, उमंग और जोश देखकर मुझे विश्वास हो गया है कि वर्ष 2023 में दो तिहाई बहुमत के साथ राजस्थान में भाजपा सरकार बनेगी। जब भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तब राजस्थान की वीर भूमि ने नरेंद्र मोदी को 25 में से 25 सीटें देने का काम किया। 2019 में जब भाजपा 300 पार गई तब भी 25 में से 23 सीटें देने का काम मेरे राजस्थान के लोगों, कार्यकर्ताओं ने किया। उन्‍होंने कहा क‍ि मैं राजस्थान की जनता से आह्वान करने आया हूं कि यहां की निकम्मी और भ्रष्टाचारी अशोक गहलोत सरकार को मूल समेत उखाड़कर फेक देना है और भाजपा के कमल के निशान वाली सरकार बनानी है। भाजपा राजस्थान में कभी भी सरकार नहीं गिराएगी, 2023 के विधानसभा चुनावों में मजबूत जनादेश के साथ राज्य में सत्ता में आएगी। अमित शाह ने कहा क‍ि इंदिरा जी ने 70 के दशक में गरीबी हटाओ का नारा दिया था। जब 2014 में मोदी जी आए तब भी करोड़ों गरीबों के लिए घर, बिजली नहीं थी, गरीबों के पास शौचालय की व्यवस्था नहीं थी। कांग्रेस के नेता सुन लें, आपने गरीबी हटाने की जगह, गरीब हटाओ का काम किया था। अशोक गहलोत पर हमला करते हुए कहा क‍ि मोदी जी ने पूरे देश के अंदर पेट्रोल-डीज़ल के टैक्स घटाए लेकिन राजस्थान एक ऐसा राज्य है जहां के सीएम को तिजोरी बहुत प्रिय है। जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं उन्होंने वैट के अंदर कटौती की है, आप अभी भी समझ जाओ पेट्रोल के दाम घटा दो वरना जनता राह देखकर खड़ी है। उन्‍होंने कहा क‍ि पूरे राजस्थान में ला एंड आर्डर की व्याख्या ही बदल गई है। ला एंड ऑर्डर का मतलब होता है कानून और व्यवस्था। गहलोत जी ने ला एंड आर्डर का मतलब कर दिया है कि लो और आर्डर करो। राजस्थान की गहलोत सरकार पूरी भ्रष्ट सरकार है। 1971 के हीरो लोंगेवाला से मिले शाह अमित शाह रविवार सुबह 1071 के युद्ध में लोंगेवाला पोस्ट के वीर नायक भैरों सिंह राठौड़ से मिले। उनसे मिलने के बाद अमित शाह ने कहा कि लोंगेवाला से दुश्मनों को खदेड़ने की आपकी वीरता और मातृभूमि के प्रति प्रेम ने देश के इतिहास व देशवासियों के मन में स्थान बनाया है। दरअसल, बीएसएफ के नायक रहे भैरों सिंह 1971 के लोगेंवाला युद्ध के हीरो थे। साहस दिखाने पर उन्हे सेना मेडल मिला है। लोंगेवाला में पाकिस्तान की पूरी टैंक की बटालियन को बीएसएफ के जवानों ने खदेड़ दिया था। ज्ञात हो क‍ि इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के जैसलमेर में बीएसएफ के 57वें स्थापना दिवस समारोह में संबोधित किया था। शाह ने परेड की सलामी ली थी। परेड में पहली बार बीएसएफ का महिला दस्ता शामिल हुआ। परेड में ऊंट सवार दस्ता भी शामिल हुआ। बांग्लादेश बार्डर गार्ड के चीफ मेजर जनरल शफीनुल इस्लाम भी इस मौके पर मौजूद थे। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-vice-president-m-venkaiah-naidu-said-corruption-pierces-the-heart-of-democracy-should-not-be-tolerated-22268261.html,"उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू बोले, भ्रष्टाचार लोकतंत्र का हृदय छलनी करता है, बर्दाश्त नहीं करना चाहिए","नई दिल्ली, प्रेट्र। भ्रष्टाचार लोकतंत्र के हृदय को छलनी करता है इसलिए भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने यह बात पूर्व कैबिनेट सचिव और झारखंड के पूर्व राज्यपाल प्रभात कुमार की पुस्तक के विमोचन के कार्यक्रम में कही। वेंकैया ने कहा कि भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत समय से प्रभावी कार्रवाई करके भ्रष्टाचार को रोका जा सकता है। सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करके लोकतंत्र को मजबूत किया जा सकता है। उप राष्ट्रपति ने जनसेवकों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिये किए जाने की आवश्यकता जताई है। कहा, इससे मामलों के निस्तारण को गति मिलेगी और जनता के बीच अच्छा संदेश जाएगा। सरकार और प्रशासन में बैठे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होने पर भ्रष्टाचार कम होगा और व्यवस्था में सुधार होगा। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें भ्रष्ट सरकारी अधिकारी किसी तरह से बच न पाएं : नायडू साथ ही उप राष्ट्रपति ने आगाह किया कि जो अधिकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करें, उन्हें हतोत्साहित करने वाले कदम न उठाए जाएं और न ही उनका उत्पीड़न हो। सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए। लेकिन भ्रष्ट सरकारी अधिकारी किसी तरह से बच न पाएं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। इस तरह की कार्रवाइयों से व्यापक जनहित जुड़ा होता है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें वेंकैया ने ईमानदार अधिकारियों की उपलब्धियों और उनके योगदान की प्रशंसा किए जाने को भी जरूरी बताया। इससे न केवल कनिष्ठ अधिकारियों को प्रेरणा मिलेगी बल्कि प्रतिभाओं को भी बढ़ावा मिलेगा। इस तरह के कदम से अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को अच्छा कार्य करने में सहूलियत होगी। इससे पूरी व्यवस्था को फायदा होगा और आम आदमी को सरकारी सुविधाओं का पूरा लाभ हासिल होगा। यही लोकतंत्र का ध्येय है। इसलिए भ्रष्टाचार पर प्रहार जरूरी है। यह भी पढ़ें: देश में बढ़ने लगे ओमिक्रोन के मामले, राजस्थान में नौ और महाराष्ट्र में सात नए केस, दिल्ली में भी दर्ज हुआ मामला Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-bhupesh-baghel-targeted-mamta-banerjee-said-this-about-the-prime-ministerial-candidate-in2024-22267932.html,"भूपेश बघेल ने ममता बनर्जी पर साधा न‍िशाना, 2024 में प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार को लेकर कही यह बात","नयी दिल्ली, प्रेट्र। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि वह अपनी पार्टी को भाजपा से लड़कर मुख्य विपक्षी दल बनाना चाहती हैं या फिर विपक्ष से लड़कर यह करना चाहती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विपक्ष का मुख्य स्तंभ है और उसके बगैर भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर कोई मोर्चा संभव नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) में शामिल दल और इस गठबंधन की प्रमुख सोनिया गांधी मिलकर तय करेंगे कि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा कौन होगा। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें कई राज्‍यों में भाजपा और कांग्रेस की सीधी लड़ाई उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब पिछले दिनों ममता बनर्जी और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस एवं उसके शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे। ममता ने कहा था कि अब संप्रग जैसी कोई चीज नहीं है। किशोर ने कहा था कि कांग्रेस जिस विचारधारा और राजनीति का प्रतिनिधित्व करती है, वह अहम है, लेकिन उसका नेतृत्व किसी व्यक्ति का नैसर्गिक अधिकार नहीं है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें ममता और किशोर की टिप्पणियों पर बघेल ने कहा क‍ि कांग्रेस एकमात्र पार्टी है जो सब जगह है और भाजपा के साथ सीधी लड़ाई में है। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड और कई ऐसे राज्य हैं जहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज की तारीख में यह नहीं लगता कि भाजपा के खिलाफ कांग्रेस के बिना कोई राष्ट्रीय मोर्चा बन सकता है। यह पूछे जाने पर कि क्या आगे कांग्रेस ही विपक्षी गठबंधन का मुख्य स्तंभ होगी, उन्होंने कहा क‍ि वह तो है ही। कश्मीर से लेकर केरल तक की बात करें तो हर जगह कांग्रेस का अस्तित्व है। हर जगह दूसरे विपक्षी दलों का अस्तित्व कहां है। प्रशांत किशोर पर साधा न‍िशाना किशोर पर निशाना साधते हुए बघेल ने कहा क‍ि प्रशांत किशोर पैसे के लिए काम करते हैं। वह एक पेशेवर आदमी हैं। प्रशांत किशोर अब बताएं कि किसके लिए काम कर रहे हैं? क्या वह किसी राजनीतिक दल के साथ जुड़े हैं कि वह ऐसी टिप्पणी करेंगे? क्या भाजपा के लिए काम कर रहे हैं या ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे हैं? उन्हें स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा क‍ि ममता बनर्जी जी से भी यह कहना चाहता हूं कि आप मुख्य विपक्षी दल बनना चाहती हैं, बहुत अच्छी बात है। आप यदि कोई योजना बनाकर और सपना पालकर आगे बढ़ना चाहती हैं तो सब स्वागत करेंगे। लेकिन सवाल यह है कि आप सत्ता पक्ष से लड़कर मुख्य विपक्षी दल बनना चाहती हैं या फिर जो विपक्ष में है उससे लड़कर मुख्य विपक्षी दल बनना चाहती हैं? शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें चुनावी राज्‍यों में भाजपा की मदद कर रही है तृणमूल कांग्रेस बघेल ने सवाल किया क‍ि मोदी जी और शाह जी (प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री) लगातार 'कांग्रेस मुक्त भारत' की बात कर रहे थे। वो तो नहीं कर पाए। अब क्या यह काम प्रशांत किशोर ने अपने हाथ में ले लिया है? इस प्रश्न पर कि क्या उन्हें यह लगता है कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच कोई अंदरूनी सहमति है, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा क‍ि उन्हें (ममता) ही स्पष्ट करना चाहिए। शरद पवार जी से मिलने के बाद कहती हैं कि संप्रग जैसी कोई चीज नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री से मिलकर निकलीं तो कोई बात सामने क्यों नहीं आई? बताएं कि प्रधानमंत्री से क्या बात हुई? उन्होंने सिर्फ कांग्रेस पर निशाना साधा, आखिर क्या बात है? उनके मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस चुनावी राज्यों में कहीं न कहीं भाजपा की मदद कर रही है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें सभी मिलकर तय करेंगे कौन होगा व‍िपक्ष का चेहरा बघेल ने कहा क‍ि लगता है कि वो उन राज्यों में भाजपा की मदद करने जा रहे हैं, जहां चुनाव हैं। गोवा में उनका कुछ नहीं है, लेकिन वहां लड़ना चाहते हैं। इसका मतलब है कि वो कांग्रेस का वोट काटना चाहते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या अगले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी विपक्ष का चेहरा होंगे, उन्होंने कहा क‍ि संप्रग में कई दल हैं। इसकी प्रमुख सोनिया गांधी जी हैं। सब मिलकर तय करेंगे। उनका यह भी कहना था क‍ि पूरे देश में राहुल जी अकेले नेता हैं जो भाजपा और केंद्र सरकार पर आक्रमण करते हैं...उनको लेकर भाजपा में घबराहाट है। इसलिए हो सकता है कि भाजपा के लोग इनके (तृणमूल कांग्रेस) माध्यम से हमला करा रहे हों। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक बघेल ने यह दावा भी किया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार तय है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें उन्होंने कहा क‍ि योगी (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) से सारे लोग नाराज हैं। सरकारी गुंडागर्दी के अलावा, उपलब्धि के नाम पर उनके पास कुछ नहीं है। इसलिए मैं कह रहा हूं कि योगी जा रहे हैं। बघेल ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा क‍ि बसपा तो कहीं नहीं है। मायावती जी कहीं नहीं निकलीं। अखिलेश जी तो चुनाव नजदीक आने पर निकले हैं। प्रियंका जी हर जगह गई हैं। हमारी कोशिश है कि हम मेहनत करें और अच्छा प्रदर्शन करें। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया जाएगा, उन्होंने कहा क‍ि यह पार्टी अलाकमान को तय करना है। उत्तर प्रदेश में तो नेतृत्व प्रियंका जी का ही है। उन्हीं के नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mps-suspension-situation-tense-in-rajya-sabha-but-lok-sabha-will-function-smoothly-says-adhir-ranjan-22267700.html,"सांसदों के निलंबन पर अधीर रंजन ने कहा, राज्यसभा में स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन लोकसभा चलेगी सुचारू रूप से","नई दिल्ली, एएनआइ। सोमवार को संसद का शीतकालीन सत्र है। इस बीच, संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के दो दिवसीय शताब्दी समारोह के रविवार को संपन्न होने के बाद इसके अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 12 सांसदों के निलंबन के चलते राज्यसभा में स्थिति तनावपूर्ण है। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में सोमवार को कामकाज सामान्य रहेगा। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए चौधरी ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 12 सांसदों को बाहर बैठना पड़ रहा है क्योंकि अन्य नेता सदन के अंदर बहस और चर्चा में भाग ले रहे हैं। हम लोकसभा के अंदर निलंबन का मुद्दा नहीं उठा सकते हैं, लेकिन यह मुद्दा राज्यसभा उठाया जाएगा।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उन्होंने आगे कहा कि दोनों सदन सुचारू रूप से चल रहे हैं। हां, राज्यसभा में सांसदों के निलंबन को लेकर मनमुटाव है, लेकिन इससे लोकसभा का कामकाज प्रभावित नहीं होगा। पीएसी की गरिमा और महत्व के बारे में बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस दो दिवसीय बैठक का उद्देश्य पीएसी और इसके महत्व को मजबूत करना था। सरकार द्वारा जनता के कल्याण के लिए किए गए खर्च पर चर्चा करना और इसका निष्कर्ष को निकालना था। साथ ही उन्होंने कहा कि पीएसी को और मजबूत करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सरकार के भीतर जवाबदेही और जिम्मेदारी तय करेगा और सार्वजनिक धन के अनावश्यक खर्च पर कड़ी जांच करेगा। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें 23 दिसंबर तक चलेगा संसद का शीतकालीन सत्र बता दें कि शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कुछ विपक्षी नेताओं और मंत्रियों के साथ विचार-विमर्श किया और दोनों पक्षों से सदन के 12 सदस्यों के निलंबन की उनकी मांग के मद्देनजर अपने कथित विचारों पर आगे चर्चा करने का आग्रह किया था। मालूम हो कि शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ, जिसके 23 दिसंबर को समाप्त होने की संभावना है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-shiv-sena-mp-priyanka-chaturvedi-resigns-as-anchor-of-sansad-tv-show-after-suspension-from-rs-22267309.html,"शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद टीवी के एक शो के एंकर पद से दिया इस्‍तीफा, बताई इसकी वजह","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को संसद के पूरे शीतकालीन सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित होने के बाद संसद टीवी के एक शो के एंकर पद से इस्‍तीफा दे दिया है। इसकी उन्‍होंने वजह भी बताई है। राज्‍यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू को लिखे पत्र में शिवसेना सांसद ने कहा है कि बहुत पीड़ा लेकिन जिम्मेदारी की भावना के साथ मैं आपको सूचित करना चाहती हूं कि मैं संसद टीवी के शो मेरी कहानी के एंकर का पद छोड़ना चाहती हूं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें राज्यसभा से अपने निलंबन को मनमाना बताते हुए उन्होंने कहा- ऐसे में जब संविधान की मेरी प्राथमिक शपथ से मुझे इनकार किया जा रहा है... मैं संसद टीवी के शो मेरी कहानी के एंकर पर काम करना जारी रखने के लिए तैयार नहीं हूं। उन्होंने आगे कहा कि पिछले सत्र में आचरण के लिए 12 सांसदों का निलंबन संसद के इतिहास में कभी नहीं हुआ। आज मुझे उनके लिए बोलने और एकजुटता से खड़े होने की जरूरत है। साथ ही हमें 12 सांसदों के निलंबन की इस घटना को कभी नहीं भूलना चाहिए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें इसके साथ ही शिवसेना सांसद ने राज्‍यसभा अध्‍यक्ष एम. वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को उन्हें उक्‍त जिम्मेदारी के योग्य मानने और उन्हें अवसर देने के लिए धन्यवाद भी दिया। बता दें कि मानसून सत्र के आखिरी दिन कथित रूप से हंगामा करने के आरोप में विपक्षी दलों के 12 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पहले राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को उनके सांसदों के आचरण के बारे में पत्र लिखा था जो मानसून सत्र के आखिरी दिन चौंकाने वाली हिंसा के लिए जिम्‍मेदार बताए गए थे। गौरतलब है कि राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस मसले पर उच्च सदन के नेता पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा था कि इसका कोई समाधान कैसे निकलेगा जब अनुचित आचरण के लिए निलंबित किए गए सदस्य माफी मांगने तक को राजी नहीं हैं। गोयल ने बताया कि कुछ सदस्यों ने इस मसले पर मुझसे संपर्क साधा था। मैंने उनसे कहा कि माफी मांगना आसन के प्रति एक शिष्टाचार है। इस पर सदस्‍यों का कहना था कि हम माफी नहीं मांग सकते। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-mp-manish-tewari-on-navjot-singh-sidhu-statement-on-trade-with-pakistan-stops-sending-terrorists-22266950.html,नवजोत सिंह सिद्धू ने की पाकिस्‍तान से व्‍यापार शुरू करने की बात तो जानें- मनीष तिवारी ने क्‍या कहा,"नई दिल्ली, एएनआइ। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार शुरू करने वाले बयान पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने जवाब दिया है। मनीष तिवारी ने कहा कि जब तक पाकिस्तान, भारत में आतंकवादियों को भेजना बंद नहीं करता और ड्रोन के माध्यम से हमारे क्षेत्रों में ड्रग्स और हथियार गिराना बंद नहीं करता, तब तक पाकिस्तान के साथ व्यापार संबंधी कोई भी बातचीत करना बेकार और व्यर्थ है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें बता दें कि हाल ही में नवजोत सिंह सिद्धू ने भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार को खोलने की वकालत की थी। उन्होंने अमृतसर में कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार खोला जाना चाहिए ताकि किसानों को फसलों का सही दाम मिल सके। इतना ही नहीं सिद्धू ने कहा था कि वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बहुत पसंद करते हैं, जिन्होंने भारत से पाकिस्तान के लिए अमन-ईमान बस सेवा शुरू कराई थी। नवोजत ने कहा,' अगर यूरोप में दूसरे विश्वयुद्ध के बाद सीमाएं खोली जा सकती हैं तो यहां क्यों नहीं? सिद्धू ने कहा कि सरहदों पर चौकसी बरती जाए लेकिन मुंबई-कराची सीमा पर व्यापार हो सकता है तो अमृतसर-लाहौर सीमा पर व्यापार बंद क्यों कर दिया गया है।' औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें इस दौरान नवजोत ने कहा था कि व्यापार होगा तो 34 देशों को फायदा होगा। अगर केंद्र सरकार इसे खोल देती है तो पंजाब की इकोनॉमी को काफी बढ़ावा मिलेगा। . पंजाब कांग्रेस चीफ ने कहा,' रोजगार इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा है। मैं आपको गारंटी देता हूं कि कुछ ही समय में हम आपको एक विजन देंगे। सभी लोगों के पास आंखें होती हैं, लेकिन विजन कुछ के पास होता है।' Edited By: Pooja Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-narendra-modi-dehradun-live-lay-foundation-stone-of-projects-worth-rs-18000-crore-campaigning-begins-for-uttarakhand-assembly-elections2022-22263989.html,"पीएम मोदी ने उत्‍तराखंड को दी 18 हजार करोड़ की सौगात, तेजी से होगा प्रदेश का विकास","नई दिल्‍ली/देहरादून (एएनआई/जेएनएन)। उत्‍तराखंड समेत पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनावों के प्रचार का बिगुल बज चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देहरादून में 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसके बाद वह परेड मैदान में जनसभा को संबोधित भी किया। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री की इस रैली को खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसे 'विजय संकल्प रैली' नाम दिया गया है और इसे राज्‍य में चुनावी शंखनाद कहा जा रहा है। उत्‍तराखंड में पीएम मोदी के इस कार्यक्रम को लेकर तैयारियां काफी दिनों से शुरू हो गई थीं। पीएम मोदी ने आठ हजार करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले दिल्‍ली देहरादून इकनामिक कारिडोर का माडल देखा। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें दोपहर साढ़े 12 बजे दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे पीएम मोदी पीएम मोदी का तीन माह में यह तीसरा उत्तराखंड दौरा है। पिछले कुछ समय से राज्‍य में राजनीतिक उठापटक चल रही है। ऐसे में भाजपा विधानसभा चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। पीएम मोदी आज दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचें। इसके बाद एक बजे हेलीकाप्टर से परेड मैदान स्थित हेलीपैड पहुंचें। परेड मैदान में वह प्रदर्शनी का अवलोकन कर 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। आज उत्‍तराखंड में प्रधानमंत्री जिन योजनाओं का शिलान्यास किया है उनमें 8600 करोड़ की लागत से बनने वाला दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (इकोनामिक कारिडोर) भी शामिल है। बताया जा रहा है कि इस आर्थिक गलियारे दिल्‍ली और देहरादून की दूरी मात्र 2 घंटे के लगभग की रह जाएगी। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें परेड ग्राउंड के एक किमी की परिधि में स्थित 45 स्कूलों में आज छुट्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में सुरक्षा व यातायात व्यवस्था के मद्देनजर जिला प्रशासन ने परेड ग्राउंड के एक किमी की परिधि में स्थित 45 स्कूलों में आज अवकाश घोषित कर दिया है। हालांकि, लेकिन इन स्कूलों में होने वाली परीक्षाएं अपने निर्धारित समय पर होंगी। इस संबंध में प्रशासन ने परीक्षार्थियों के लिए बाकायदा गाइडलाइन जारी की हैं। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी परीक्षा अपने निर्धारित समय पर होंगी, बशर्ते परीक्षार्थियों को परीक्षा के निर्धारित समय से दो घंटे पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना होगा। मास्‍क जरूरी और काले कपड़ों पर प्रतिबंध परेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा के लिए नौ प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। हालांकि, भीड़ के अनुसार ही इन प्रवेश द्वार को प्रयोग में लाया जाएगा। इसके अलावा बगैर मास्क के आयोजन स्थल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पर्स व मोबाइल फोन के अलावा किसी प्रकार का सामान ले जाने की अनुमति नहीं है। काले कपड़े पहनने वालों को आयोजन स्‍थल पर प्रवेश करने की मनाही है। इसके अलावा आयोजन स्थल के चारों ओर सुबह से ही जीरो जोन कर दिया जाएगा और 500 मीटर के दायरे में धारा-144 लागू कर दी गई है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें पीएम मोदी की जनसभा पर मौसम मेहरबान उत्तरांखड में बारिश-बर्फबारी के बीच कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। बीते तीन दिनों से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बादलों का डेरा है और बारिश-बर्फबारी के भी कई दौर हो चुके हैं। हालांकि, आज दून में प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा के दौरान दिनभर मौसम साफ रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को दून समेत आसपास के इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन देर शाम ज्यादातर इलाकों में बादल लौट सकते हैं। रविवार और सोमवार को कहीं-कहीं बारिश और बर्फबारी हो सकती है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-amit-shah-says-bjp-massive-victory-will-not-be-able-to-stop-the-alliance-of-sp-with-smaller-parties-22265726.html,अमित शाह बोले- उत्‍तर प्रदेश में छोटे दलों से सपा का गठबंधन नहीं रोक पाएगा भाजपा की प्रचंड जीत,"नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। उत्तर प्रदेश में भाजपा को चोटी पर पहुंचाने वाले रणनीतिकार व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समाजवादी पार्टी की छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन को ज्यादा तरजीह नहीं दे रहे हैं। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता पहले भी वोट बैंक आधारित गठबंधन की राजनीति को नकार चुकी है और इस बार भी ऐसा ही होगा। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत का दावा किया। गठबंधन की के‍मेस्ट्री बताई एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में भाजपा के पहले सहयोगी रहे दलों के साथ सपा के गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि राजनीतिक दलों का गठबंधन फिजिक्स के बजाय केमिस्ट्री की तरह होता है, जहां दो केमिकल को मिलाने से कोई तीसरा केमिकल बन जाता है। उन्होंने कहा कि गठबंधन को वोटों के जोड़ या घटाव के हिसाब से आंकना उचित नहीं होगा। इस संबंध में उन्होंने पहले विभिन्न दलों के साथ सपा के गठबंधनों का हवाला दिया, जिसके बावजूद भाजपा की भारी जीत हुई थी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता अब जागरूक हो चुकी है। वह अब गठबंधनों के आधार अपना निर्णय नहीं लेती है। प्रचंड जीत का दावा साल 2014 के बाद से लगातार उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत की रणनीति बनाने वाले अमित शाह ने काशी, गोरखपुर, कानपुर और अवध क्षेत्र के दौरों के आधार पर भाजपा की प्रचंड जीत का दावा किया। कहा कि 12 दिसंबर को वे ब्रज क्षेत्र के दौरे पर भी जा रहे हैं लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा धर्मेद्र प्रधान के संगठनात्मक नेतृत्व और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। बाकी सभी वरिष्ठ नेता उनका सहयोग करेंगे। किसान आंदोलन का असर नहीं अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कृषि कानून विरोधी आंदोलन के किसी असर से इन्कार कर दिया। उनके अनुसार, उत्तर प्रदेश में पहले भी कृषि कानून विरोधी आंदोलन का उतना असर नहीं था और कृषि कानूनों की वापसी के बाद यह मुद्दा पूरी तरह से खत्म हो गया है। पंजाब में अमरिंदर और ढिंढसा के साथ गठबंधन के संकेत अमित शाह ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढिंढसा के साथ भाजपा के गठबंधन के संकेत दिए। अमरिंदर सिंह पहले ही भाजपा के साथ गठबंधन का एलान कर चुके हैं। इस सिलसिले में अगले कुछ दिनों में उनकी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत हो सकती है। अकाली दल को लेकर यह रणनीति इसके साथ ही भाजपा ने साफ संकेत दे दिया है कि वह अब अकाली दल को ज्यादा तवज्जो देने के मूड में नहीं है। दो दिन पहले ही बादल परिवार के करीबी रहे मनजिंदर सिंह सिरसा को पार्टी में शामिल कराकर भाजपा ने इसके संकेत भी दे दिए। पंजाब की राजनीति में लौटी भाजपा अमित शाह ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी के साथ ही पंजाब की राजनीति में भाजपा की वापसी हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव में वह अहम खिलाड़ी रहेगी। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ा दिल दिखाते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान किया और संसद ने इस पर मुहर भी लगा दी है। अब पंजाब में कृषि कानून कोई मुद्दा नहीं है। वहां चुनाव मेरिट के आधार पर होगा और विकास ही अहम मुद्दा रहेगा। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-alerted-to-keep-tmc-away-from-opposition-center-stage-in-parliament-know-what-was-the-strategy-22265552.html,"संसद में टीएमसी को विपक्षी सेंटर स्टेज से दूर रखने को कांग्रेस हुई सतर्क, जानें क्‍या बनाई रणनीति","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी की महत्वाकांक्षा के मद्देनजर कांग्रेस अब उनके खिलाफ आक्रामक जवाबी दांव को जरूरी मान रही है। मौजूदा शीत सत्र के दौरान विपक्षी राजनीति का सेंटर स्टेज हासिल करने की टीएमसी की कोशिशों को कांग्रेस किसी स्थिति में परवान नहीं चढ़ने देगी। इस रणनीति के तहत कांग्रेस विपक्षी खेमे के अन्य दलों को एकजुट रखने का प्रयास कर रही है, ताकि विपक्षी राजनीति को अपने एजेंडे के हिसाब से दिशा देने की कोशिश कर रही तृणमूल कांग्रेस के इरादों पर ब्रेक लगाया जा सके। संसद में तृणमूल के किनारा करने के बावजूद कांग्रेस के रणनीतिकारों ने इसके मद्देनजर ही विपक्षी दलों के नेताओं की रोजाना बैठक बुलाने का सिलसिला खत्म नहीं किया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें ममता की महत्वाकांक्षाओं के मद्देनजर जवाब देना जरूरी मान रही कांग्रेस राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय कक्ष में सदन की बैठक से पूर्व रोज विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हो रही है। संयुक्त रणनीति के साथ दोनों सदनों में कांग्रेस इन दलों को साथ लेकर चल रही है। टीएमसी के नेता भी अपनी बैठकें कर रहे हैं, लेकिन अब तक विपक्षी खेमे के किसी दल के नेता को वे इन बैठकों में ले जाने में सफल नहीं हुए हैं। मालूम हो कि पिछले मानसून सत्र के दौरान कृषि कानूनों और पेगासस मामले पर सरकार की घेरेबंदी के लिए विपक्षी नेताओं की रोजाना बैठकें शुरू हुई थी। तब टीएमसी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही थी। लेकिन दीदी की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा की सियासी गाड़ी के मेघालय, त्रिपुरा, असम से लेकर गोवा पहुंचने के बाद टीएमसी ने कांग्रेस पर नजरें टेढ़ी कर ली हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को सदन के भीतर सतर्क रहने को कहा ऐसे में कांग्रेस भी रक्षात्मक नहीं दिखना चाहती। इसीलिए द्रमुक, शिवसेना, एनसीपी, राजद और झामुमो से लेकर वामदलों के नेताओं से मशविरा कर रोजाना संसद के भीतर साझी रणनीति तय कर रही है। ऐसी कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जा रही कि टीएमसी को इन दलों को अपने साथ जोड़ने का मौका मिले। कांग्रेस ने इसी मंशा से केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी, जयराम रमेश, अधीर रंजन चौधरी सरीखे पार्टी वरिष्ठ नेताओं को विशेष रूप से सदन के भीतर सतर्क रहने को कहा है। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-the-vice-president-said-there-is-a-need-for-a-comprehensive-debate-on-populist-announcements-22265425.html,"राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू बोले, लोकलुभावन घोषणाओं पर व्यापक बहस की है जरूरत","नई दिल्ली, एजेंसियां। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि विकास की जरूरतों और कल्याणकारी दायित्वों का सामंजस्य बनाने के बीच लोकलुभावन घोषणाओं पर व्यापक बहस की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) से इस पहलू की जांच का भी अनुरोध किया। एएनआइ के अनुसार, नायडू ने देश के सीमित संसाधनों के अधिकतम इस्तेमाल पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि संसद द्वारा स्वीकृत धन का बुद्धिमत्तापूर्ण और किफायती उपयोग होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि खर्च किया जाने वाला हर रपया सामाजिक-आर्थिक परिणाम देगा। उपराष्ट्रपति ने इस बात पर भी जोर दिया कि साल में संसद की बैठक कम-से-कम 100 दिन और राज्य विधानमंडलों की बैठक 90 होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीतिक आम सहमति की जरूरत है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी रहे मौजूद नायडू संसद के केंद्रीय कक्ष में लोक लेखा समिति के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और समिति के अध्यक्ष तथा कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे। पीएसी अनियमितता का पता लगाने के लिए सरकारी खर्चे की करती है जांच औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें राष्ट्रपति कोविन्द ने अपने संबोधन में उल्लेख किया कि पीएसी अनियमितता का पता लगाने के लिए सरकारी खर्चे की जांच करती है। उन्होंने कहा कि समिति न सिर्फ इसे कानूनी नजरिये से देखती है, बल्कि आर्थिक, विवेकपूर्ण और बुद्धिमत्तापूर्ण पहलुओं पर भी विचार करती है। समिति का उद्देश्य और कुछ नहीं, बल्कि बर्बादी, नुकसान, भ्रष्टाचार, अपव्यय और अक्षमता को ध्यान में लाना है। ईमानदार करदाताओं के पैसे को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने और राष्ट्र विकास के कार्यो में लगाने की प्रक्रिया में पीएसी और इसके सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह भी पढ़ें: वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास के पास वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं, कंगाली की कगार पर इमरान सरकार Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-live-double-engine-government-wants-of-develop-uttrakhand-says-pm-modi-22264249.html,"पीएम मोदी का विपक्ष पर वार, कहा- कुछ दलों को केवल अपना वोटबैंक ही नजर आता है","देहरादून (जेएनएन)। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज उत्‍तराखंड को विकास की नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए कई बड़ी योजनाओं की शुरुआत की है। उन्‍होंने 18 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्‍यास किया। इस दौरान जिस विशाल रैली को वो संबोधित कर रहे हैं उसको विजय संकल्‍प रैली का नाम दिया गया है। इस रैली के जरिए पीएम मोदी यहां पर पार्टी का चुनावी शंखनाद भी कर रहे हैं। इससे पहले उन्‍होंने एक ट्वीट कर कहा था कि:- देवभूमि उत्तराखंड की विकास यात्रा में कल एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ेगा। देहरादून में दोपहर 1 बजे मुझे 18 हजार करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का सौभाग्य प्राप्त होगा। इनमें दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा समेत कई प्रोजेक्ट शामिल हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Live updates:- इस दौरान पीएम मोदी ने कविता की कुछ पक्तियां भी सुनाई पवन बहे संकल्प लिए, जहां पर्वत गर्व सिखाते हैं, जहां ऊंचे-नीचे सब रस्ते, बस भक्ति के सुर में गाते हैं उस देवभूमि के ध्यान से ही, उस देव भूमि के ध्यान से ही मैं सदा धन्य हो जाता हूं, है भाग्य मेरा, सौभाग्य मेरा, औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें मैं तुमको शीश नवाता हूं 3:01 PM आने वाले 5 वर्ष उत्तराखंड को रजत जयंती की तरफ ले जाने ले हैं। ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है, जो उत्तराखंड हासिल नहीं कर सकता। ऐसा कोई संकल्प नहीं है, जो इस देवभूमि में सिद्ध नहीं हो सकता। उत्तराखंड में अब होम-स्टे लगभग हर गांव में पहुंच चुके हैं। लोग बहुत सफलता से यहां होम-स्टे चला रहे हैं। उत्तराखंड होम-स्टे बनाने में, सुविधाओं के विस्तार में पूरे देश को दिशा दिखा सकता है। इस तरह के परिवर्तन उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाएंगे। 2:53PM हमने कहा कि जो भी योजनाएं लाएंगे सबके लिए लाएंगे, बिना भेदभाव के लाएंगे। हमने वोटबैंक की राजनीति को आधार नहीं बनाया बल्कि लोगों की सेवा को प्राथमिकता दी। हमारी अप्रोच रही कि देश को मजबूती देनी है। देश के सामान्य मानवी का स्वाभिमान, उसका गौरव सोची-समझी रणनीति के तहत कुचल दिया गया, उसे आश्रित बना दिया गया।लेकिन इस अप्रोच से अलग हमने अलग रास्ता चुना है। वो मार्ग कठिन है, लेकिन देशहित में है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें 2:50PM हमारा मार्ग है, सबका साथ-सबका विकास। कुछ राजनीतिक दलों द्वारा समाज में भेद करके सिर्फ एक तबके को, चाहे वो अपनी जाति का हो, किसी खास धर्म का हो या अपने छोटे से इलाके के दायरे का हो, इसी पर ध्यान देना यही प्रयास हुए हैं और उसमें ही उनको अपना वोट बैंक नजर आता है। 2:45PM डबल इंजन की सरकार में उत्तराखंड के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी तेजी से काम चल रहा है। उत्तराखंड में तीन नए मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए गए हैं। ऋषिकेश एम्स तो सेवा दे ही रहा है, कुमाऊं में भी सेटेलाइट सेंटर सेवा देना शुरु कर देगा। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें 2:42 PM टीकाकरण के मामले में आज उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में है। इसके लिए मैं पुष्कर सिंह धामी जी, उनके साथियों और पूरी उत्तराखंड की सरकार को बधाई देता हूं। 2:40 PM पहले की सरकार ने उत्तराखंड में नेशनल हाईवे पर 7 साल में 600 करोड़ के आस पास खर्च किया। हमारी सरकार ने 7 साल में नेशनल हाईवे पर 12,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर चुकी है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें 2:32PM साल 2007 से 2014 के बीच जो केंद्र की सरकार थी, उसने सात साल में उत्तराखंड में केवल 288 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए। जबकि हमारी सरकार ने अपने सात साल में उत्तराखंड में 2 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई के नेशनल हाईवे का निर्माण किया है। 2:30 PM हमारे पहाड़, हमारी संस्कृति, आस्था के गढ़ तो हैं ही, ये हमारे देश की सुरक्षा के भी किले हैं। पहाड़ों में रहने वालों का जीवन सुगम बनाना देश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें 2:23 PM आज भारत, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है। 2:20 PM आज भारत की नीति, गतिशक्ति की है, दोगुनी-तीन गुनी तेजी से काम करने की है। 2:18 PM साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए, घपले हुए। 2:16 PM इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आज भी कर रहे हैं। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें 2:15 PM रैली को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि उत्तराखंड पूरी देश की आस्था ही नहीं, बल्कि कर्म और कठोरता की भी भूमि है। इसलिए इस क्षेत्र का विकास, इस क्षेत्र को भव्य स्वरूप देना, डबल इंजन की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पीएम मोदी द्वारा की जाने वाली योजनाओं के शिलान्‍यास में सबसे अधिक महत्‍वपूर्ण दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कारिडोर है। इसके बनने के बाद जिस दूरी को तय करने में अभी 6 घंटे लगते हैं उसको महज 2.5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। ये भविष्‍य में यहां के विकास के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगा। बता दें कि अगले वर्ष उत्‍तराखंड समेत पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी कमर पूरी तरह से कस ली है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-kashmir-witnessing-peace-investment-tourists-post-370-abrogation-said-amit-shah-22264260.html,"कश्मीर में अनुच्‍छेद 370 हटने के बाद आई शांति, निवेश और पर्यटन में भी आई तेजी - अमित शाह","नई दिल्ली, एजेंसियां। गृह मंत्री अमित सिंह ने कहा कि कश्मीर में 370 हटने के बाद से शांति, निवेश और पर्यटकों में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर में जिस प्रकार का विकास इस समय हो रहा है, जिस प्रकार की कानून व्यवस्था वहां अब बनी है, इससे वहां पर्यटन भी बढ़ा है। जन कल्याण की योजनाओं का लाभ वहां के लोगों तक पहुंचाने में जम्मू कश्मीर आज अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने का दावा करने के अलावा तीनों कृषि कानूनों पर भी गृह मंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान बयान दिया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधासनभा चुनावों को लेकर अमित शाह ने कहा,' मैं पूरे विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हम (भाजपा) प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने वाले हैं। अमित शाह ने दावा किया है कि भाजपा एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में सरकार बनाएगी। अमित शाह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसान आंदोलन का उत्तर प्रदेश के चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें एक कार्यक्रम में संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि ये सौभाग्य की बात है कि कोरोना महामारी आने के करीब 7 साल पहले ही देश में एक परिवर्तन हुआ। 2014 के बाद देश को एक राजनीतिक स्थिरता मिली है। शाह ने कहा,' लंबे समय तक देश में गठबंधन सरकारों का दौर रहा था। इसके दुष्परिणाम देश के प्रशासन, अर्थतंत्र और देश के भविष्य पर पड़े। 2014 के 10 साल पहले तक देश में बहुत सारे घपले, घोटाले हुए। इससे दुनिया में देश का सम्मान कम हुआ है।' उन्होंने कहा,' श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने ढेर सारे मामलों को बहुत धैर्य के साथ और दूरदर्शी तरीके से अपने हाथ में लिया। उनके आने के बाद गरीबों को भी देश के विकास में भागीदार बनाने का काम हुआ है।' इसके साथ ही अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए बहुत बड़ा दिल दिखाकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया है। पंजाब में चुनाव विकास के आधार पर होगा। जिसका अच्छा प्रदर्शन होगा, उसकी सरकार बनेगी। साथ ही कहा कि देश के विशेषज्ञों के मेरा निवेदन है कि आंकड़ों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर देश की जनता के सामने रखें कि किस सरकार के आने पर देश में ज्यादा विकास होता है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें इतना ही नहीं पूर्वोतर के लिए भी अमित शाह ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में पिछले 2.5 साल में करीब 4,000 उग्रवादियों ने समर्पण किया है। देश का बहुत बड़ा क्षेत्र उग्रवाद की चपेट से बाहर आया है। पिछले 7 वर्षों में सबसे कम नकस्लवादी हिंसा देश में हुई है और ये लगातार कम हो रही है। Edited By: Pooja Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-private-bill-reserve-to-amend-the-preamble-of-the-constitution-22262963.html,"संविधान की प्रस्तावना में संशोधन का निजी विधेयक रिजर्व, केजे अलफांस ने 'सोशलिस्ट' शब्द को 'इक्वीटेबल' करने का दिया प्रस्ताव","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में भाजपा सदस्य के संविधान संशोधन संबंधी निजी विधेयक को लेकर विपक्ष के कड़े विरोध को देखते हुए उसे रिजर्व करना पड़ा। प्रस्तुत किए गए निजी विधेयक में संविधान की प्रस्तावना में शामिल किए गए 'सोशलिस्ट' (समाजवादी) शब्द को संशोधित कर 'इक्वीटेबल' (समतामूलक) करने का प्रस्ताव है। आमतौर पर निजी विधेयकों के पेश करने को लेकर इस तरह के विरोध कम ही होते हैं। लेकिन संविधान की प्रस्तावना के शब्दों के संशोधन को लेकर आए इस प्रस्ताव पर विपक्ष ने पेश करने पर ही आपत्ति उठा दी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें संविधान (संशोधन) विधेयक 2021 (प्रस्तावना में संशोधन) को भाजपा सदस्य केजे अलफांस ने पेश किया। इस निजी विधेयक को चर्चा के लिए मंजूर किए जाने को लेकर सदन में 'हां' और 'ना' के लिए उपसभापति हरिवंश ने घोषणा की। इसी बीच राजद सदस्य मनोज झा ने आपत्ति दर्ज कराते हुए 'ना' वालों की संख्या अधिक होने की बात कही। उपसभापति ने झा से उनकी आपत्तियां जाननी चाही, जिस पर मनोज झा समेत कई विपक्षी सदस्यों ने कहा कि यह निजी विधेयक संविधान की प्रस्तावना में संशोधन की बात करता है, जो उचित नहीं है। लेकिन उपसभापति ने स्पष्ट किया कि सदन में विधेयक पेश करने का हर सदस्य को अधिकार है। विधेयक का विरोध करने का सदस्यों को अधिकार है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें मनोज झा ने नियमों का हवाला देकर इसे रोकने को कहा एमडीएमके सदस्य वाईको ने इसे अति गंभीर मसला करार देते हुए कहा कि आपको इस तरह के विधेयक को पेश करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। सदन में हो रहे शोर शराबा के बीच अल्फांस अपनी बात रखने की मांग करते रहे। सदन में तिरुचि सिवा, वाईको, मनोज झा समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि विधेयक को पेश करने देने का अधिकार चेयर को है न कि राज्यसभा सचिवालय को। मनोज झा ने नियमों का हवाला देकर इसे रोकने को कहा। उन्होंने कहा कि यह संविधान के मूल ढांचे पर हमला है। संविधान में इस तरह के संशोधन के लिए राष्ट्रपति की अनुमति लेनी जरूरी है। लेकिन उपसभापति ने उनकी इस बात को खारिज करते हुए कहा कि यह सदन का अधिकार है। इसके लिए राष्ट्रपति की पहले से अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। मामला गंभीर होते देख सदन में संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने सुझाव रखा, जिसे स्वीकार करते हुए विधेयक को रिजर्व कर लिया गया। विधेयक की मेरिट को देखते हुए इसे बाद में मंजूर किया जा सकता है। उपसभापति हरिवंश ने व्यवस्था देते हुए कहा कि सदन की अगर यही राय है तो इसे रिजर्व करते हुए इस पर बाद में फैसला लिया जाएगा। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-hope-of-mps-suspension-withdrawal-is-getting-low-bjp-termed-action-appropriate-22262720.html,"सांसदों के निलंबन वापसी पर अब सुलह की उम्मीद कम, भाजपा ने कार्रवाई को बताया उचित, विपक्ष का प्रदर्शन जारी","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमर्यादित आचरण के आरोप में राज्यसभा से पूरे शीत सत्र के लिए निलंबित 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी पार्टियां भले ही कांग्रेस की अगुआई में आंदोलनरत हैं, लेकिन सत्ता पक्ष के रुख को देखते हुए अब सुलह की उम्मीद कम ही है। विपक्षी सांसदों की ओर से इस मुद्दे पर जारी धरना और विरोध प्रदर्शन के बीच शुक्रवार को भाजपा की अगुआई में सत्ता पक्ष के सांसदों ने भी संसद परिसर में प्रदर्शन किया। साथ ही लोकतंत्र को बचाने की गुहार लगाई। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें सत्ता पक्ष के सांसदों ने यह प्रदर्शन तब किया है जब विपक्ष की ओर से लगातार सदन के कामकाज में व्यवधान पैदा किया जा रहा है। सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया जा रहा है। ऐसे में भाजपा सांसदों ने सदन में अमर्यादित आचरण करने वाले विपक्षी सांसदों की तस्वीरों वाले पोस्टर हाथ में लेकर यह बताने की कोशिश की कि कौन लोकतंत्र का गला घोंट रहा है। खास बात यह है इन सभी तस्वीरों में विपक्षी सांसद सदन के भीतर सभापति के सामने वाली टेबल पर चढ़े हुए हैं और हंगामा कर रहे हैं। हालांकि इस सब के बीच संसद के दोनों सदनों में काम-काज सामान्य रूप से शुरू हो गया है। दोनों ही सदनों में प्रश्नकाल और शून्यकाल भी सामान्य रूप से संचालित हुए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें माफी मांगने की शर्त पर निलंबन वापस लेने की बात सरकार ने कही थी उल्लेखनीय है कि सरकार ने शुरुआत में निलंबित सांसदों के माफी मांगने की शर्त पर निलंबन वापस लेने की बात कही थी। दोनों पक्षों में बातचीत भी चल रही थी, लेकिन विपक्ष माफी की शर्त या सदन में व्यवधान नहीं पहुंचाने का आश्वासन नहीं देना चाहता। इस बीच, विपक्ष ने दबाव बनाने के लिए इस मुद्दे पर पूरे सत्र का बहिष्कार करने जैसे संकेत दिए थे, लेकिन तृणमूल कांग्रेस का साथ नहीं मिल पाने से यह मुहिम आगे नहीं बढ़ पाई। घावों पर नमक छिड़क रही भाजपा : थरूर भाजपा के नेतृत्व में सत्ता पक्ष के सांसदों के प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, 'भाजपा सांसदों का यहां आना अनावश्यक रूप से उकसाना और घावों पर नमक छिड़कना है। अगर भाजपा को कुछ दिखाना चाहिए तो वह है एकजुटता। मेरे सहयोगियों को उस पार्टी ने अन्यायपूर्ण तरीके से निलंबित कर दिया जिसने व्यवधान को संस्थागत रूप दिया है।' वहीं, कांग्रेस के एक अन्य सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'गांधी न सिर्फ हमारे देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए शांति, अहिंसा, एकता और सद्भाव का प्रतीक हैं। भाजपा गांधी प्रतिमा के चरणों में बैठकर प्रदर्शन का अधिकार भी नहीं दे रही है। वह न सिर्फ विपक्ष के बल्कि लोगों के अधिकार भी छीन रही है।' Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-opposition-try-to-disturbed-winter-parliament-session-22260879.html,पार्लियामेंट : केवल पंजाब ने जताई आक्‍सीजन की कमी से एक व्‍यक्ति की मौत की आशंका- केंद्र,"नई दिल्‍ली (एएनआई)। संसद के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां दिन है। इस सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष सदन में लगातार हंगामा कर सदन की कार्रवाई को बाधित कर रहा है। निलंबित सांसदों के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे शोर शराबे के चलते सदन की कार्रवाई को कई बार रोकना पड़ा है। विपक्ष जहां कह रहा है कि इस पर सांसद माफी नहीं मांगेंगे तो वहीं सरकार और दोनों सदनों के अध्‍यक्ष चाहते हैं कि सांसदों को माफी मांगनी चाहिए। बता दें कि शोर-शराबे की वजह से विपक्ष के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें हालांकि, अब कहा जा रहा है कि सरकार सदन की कार्रवाई को सुचारू रूप से चलाना चाहती है। सरकार की कोशिश है कि विभिन्‍न बिलों को पारित किया जाए। इसके लिए सांसदों को चेतावनी देकर छोड़ने पर भी विचार कर रही है। इसकी पहल लोकसभा अध्‍यक्ष की तरफ से की गई है। सरकार की कोशिशों के चलते ही लोकसभा में एक बिल को पारित कर दिया गया। राज्यसभा में गुरुवार को बहुप्रतीक्षित बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 लंबी चर्चा के बाद पारित कर दिया गया। विधेयक को पुनर्विचार के लिए प्रवर समिति के पास भेजे जाने का विपक्ष का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया, जिसके लिए मतविभाजन कराना पड़ा। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें Live Updates:- - कोविड-19 के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर सरकार द्वारा बरती जा रही सतर्कता के मामले में केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने बताया कि प्रभावित देशों से आने वाले करीब 16हजार लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया है। जिनमें से 18 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव आई है। सभी की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा रही है, ताकी यह सुनिश्चित किया जा सके की वो सभी ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित हैं या नहीं। - वैक्सीन के मुद्दे पर केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि एक वक्त था जब किसी वैक्सीन रिसर्च को अप्रूव होने में 3 साल तक का वक्त लग जाता था। जिसके चलते कोई भी शोध नहीं करता था। हमने उन नियमों को खत्म कर दिया और एक साल के भीतर शोध के बाद देश को वैक्सीन मिल गई यह सुविधा पीएम मोदी ने दी है। - चर्चा के दौरान केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने बताया कि भारत में पहला कोविड-19 का मामला 13 जनवरी 2020 को केरल में सामने आया। लेकिन केंद्र द्वारा गठित संयुक्त निगरानी समिति की पहली बैठक 8 जनवरी 2020 को हुई थी। इसका मतलब है कि हम कोरोना को लेकर सतर्क थे, मामला दर्ज होने से पहले एक समिति बनाई गई थी और इसने काम करना शुरू कर दिया था। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें - केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं को बेहतर किया गया है। बिना पूर्व की सरकारों की आलोचना किए बिना सरकार ने इस क्षेत्र में अपना काम किया। बीते दो वर्षों के दौरान मोदी सरकार ने जो बड़े फैसले लिए वो सरकार की विल पावर को दर्शाता है। - विपक्ष द्वारा किए जा रहे शोर-शराबे के बाद राज्‍य सभा की कार्रवाई को ढाई बजे तक के लिए स्‍थगित कर दिया गया है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें - सरकार ने लोकसभा में सेंट्रल विजिलेंस कमिशन संशोधन बिल 2021 और दिल्‍ली स्‍पेशल पुलिस इस्‍बेलिशमेंट संशोधन बिल 2021 पेश किया। - टीएमसी की सांसद डोला सेन ने कहा है कि भाजपा के मंत्री ने गुरुवार को संसद में कहा कि एनआरसी पूरे भारत में लागू नहीं किया जाएगा। सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेकिन हम एनआरसी को भी वापस लेने की मांग करते हैं। - चर्चा के दौरान केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डाक्‍टर मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार की तरफ से सभी राज्‍यों को आक्‍सीजन की कमी से हुई मौतों पर आंकड़े जुटाने देने को कहा गया। इस बारे में अब तक 19 राज्‍यों का रेस्‍पांस भी मिल चुका है। केवल पंजाब ने एक व्‍यक्ति के आक्‍सीजन की कमी की वजह से मरने की आशंका व्‍यक्‍त की है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें - भाजपा के विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने कहा कि पहले भाजपा ने उनके साथियों का निलंबन किया और अब वो विरोध प्रदर्शन कर उनके जख्‍मों पर नकम छिड़कने का काम कर रहे हैा। - भाजपा के राज्‍यसभा सांसदों ने संसद में विपक्ष के रवैये के खिलाफ गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया है - कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने लखीमपुर में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान गाड़ी से कुचल कर मारे गए किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्‍थगन प्रस्‍ताव रखा है। इस मामले में गृह राज्‍य मंत्री का बेटा आरोपित है। उनकी मांग है कि इस मामले में सरकार ये सुनिश्चित करे कि दोषी को सजा मिले। इसके अलावा उन्‍होंने पीएम मोदी से आग्रह किया है कि वो गृह राज्‍य मंत्री को बर्खास्‍त करें। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें - कांग्रेस, राजद, सीपीआई, सीपीआईएम, एनसीपी, डीएमके और आप ने संयुक्‍त रूप से राज्‍य सभा में नियम 267 के तहत बिजनेस नोटिस को सस्‍पेंड कर त्रिपुरा के निगम चुनाव पर उठे सवालों पर चर्चा करने की मांग की है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-cpi-m-leader-pb-sandeep-kumar-stabbed-to-death-in-thiruvalla-22260319.html,केरल: अज्ञात हमलावरों ने की CPI(M) नेता पीबी संदीप कुमार की हत्या,"तिरुअनंतपुरम, एएनआइ। CPI(M) नेता पीबी संदीप कुमार (PB Sandeep Kumar) की केरल के तिरुवल्‍ला (Thiruvalla) में गुरुवार को हत्‍या कर दी गई। यह घटना रात 8 बजे की है। न्‍यूज एजेंसी एएनआइ ने यह जानकारी पार्टी के राज्‍य सचिव के हवाले से दी। Kerala | CPI (M) leader PB Sandeep Kumar stabbed to death in Thiruvalla. The incident occurred at 8 pm, says the party's state secretary (File pic) pic.twitter.com/J4sUFnareH — ANI (@ANI) December 2, 2021 माकपा नेता संदीप 34 साल के थे। आज शाम उनपर कुछ अज्ञात हमलावरों ने अचानक हमला कर दिया। इस पर CPI (M) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट भी साझा किया है और दुख व्यक्त किया है। राज्य सचिवालय ने मामले की गहन जांच की मांग की। मामले से अवगत पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान पथानमथिट्टा जिले के पेरिंगारा गांव निवासी माकपा के स्थानीय सचिव संदीप कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि कुमार के शरीर पर चाकू से वार के 11 निशान थे, जिनकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें पुलिस ने कहा कि कुमार ने कथित तौर पर शराब के नशे में आरोपी और एक दुकानदार के बीच विवाद को सुलझाने की कोशिश की और इसके बाद उनकी बाइक का पीछा किया गया और उन्हें कई बार चाकू मारा गया Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-manmohan-singh-did-not-act-strongly-against-pakistan-after-the-mumbai-terror-attack-says-manish-tiwari-22260434.html,26/11 हमले के बाद मनमोहन सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ नहीं उठाया सख्त कदम - मनीष तिवारी,"नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत ने जब-जब संयम बरता है, पाकिस्तान ने तब-तब इसे हमारी कमजोरी माना है। यह बात वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने गुरुवार को कही है। उनकी ओर से यह बयान 2008 के मुंबई आतंकी हमले पर तत्कालीन मनमोहन सरकार की प्रतिक्रिया पर आलोचनात्मक विचार आने के बाद आया है। तिवारी का यह बयान उनकी किताब में आए तीखे विचारों को हल्का करने का प्रयास माना जा रहा है। मुंबई हमले को लेकर संप्रग सरकार की प्रतिक्रिया पर असंतोष सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मनीष तिवारी ने अपने किताब में मुंबई हमले पर संप्रग सरकार की प्रतिक्रिया पर असंतोष जताया है। गुरुवार को दिए गए अपने ताजा बयान में तिवारी ने कहा, यह दृष्टिकोण आधारित तथ्य है कि संप्रग सरकार ने कार्रवाई में संयम बरता था। कांग्रेस सांसद ने कहा, भारतीय सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। अगर ऐसा हुआ होता तो पुलवामा में हमला नहीं होता। तिवारी ने कहा, भारत जब भी संयम बरतता है, पाकिस्तान उसे हमारी सहनशीलता और ताकत का प्रतीक नहीं मानता, वह उसे हमारी कमजोरी के तौर पर लेता है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त युद्ध के बेहत करीब था भारत - कांग्रेस नेता कांग्रेस नेता ने कहा, सर्जिकल स्ट्राइक के समय भारत युद्ध के नजदीक था। मनीष तिवारी की किताब-10 फ्लैशप्वाइंट्स, 20 ईयर्स, की लांचिंग के मौके पर पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने कहा कि आज की तारीख में भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती चीन है। दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जो स्थिति है उसका समाधान जरूरी है। देश के विकास के लिए मसले का शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनीष तिवारी ने पाकिस्तान के संबंध में जो बात कही है व्यापक परिप्रेक्ष्य में उससे सहमत हैं लेकिन मुंबई हमले के लिए जवाबी कार्रवाई को लेकर तिवारी की सोच से वह सहमत नहीं हैं। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-targets-mamata-banerjee-calls-her-opportunist-not-in-upa-since2012-22259922.html,"ममता बनर्जी के रुख से कांग्रेस तिलमिलाई, कहा- दीदी अवसरवादी, 2012 के बाद से संप्रग में नहीं","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयानों के बाद कांग्रेस सहित विपक्षी खेमे में खलबली है। यह इसलिए भी है, क्योंकि कांग्रेस जिस संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की डोर से अब तक विपक्ष को एकजुट कर नेतृत्व कर रही थी, उस पर ही ममता ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस जाहिर तौर पर तिलमिलाई हुई है और इसने ममता को सीधे-सीधे अवसरवादी करार दिया है। वहीं ममता के निकटस्थ रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने फिर से परोक्ष रूप से राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर आग को और भड़का दिया है। विपक्ष के कुछ दल चुप्पी साधे देख रहे हैं और बेचैन हैं कि ऐसे में वे क्या करें। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें पिछले कुछ दिनों से लगातार तृणमूल और कांग्रेस की दूरी बढ़ती जा रही थी। इसका चरम बुधवार को तब हुआ, जब मुंबई में शरद पवार से मुलाकात के बाद ममता ने संप्रग के अस्तित्व को ही खारिज कर दिया। संदेश साफ था कि अब जो भी गठबंधन तैयार होगा, उसका नेतृत्व नए सिरे से तय होगा। गौरतलब है कि माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी में भी इसको लेकर कुछ संदेश था। मुखपत्र में लिखा गया था कि कांग्रेस और ममता दोनों ही विपक्ष को नेतृत्व नहीं दे सकती हैं। नेतृत्व का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए। ध्यान रहे कि इस पूरी लड़ाई में पवार ही एक ऐसी धुरी बचते हैं, जिनके खिलाफ बयान नहीं आए हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें ममता के बयान के बाद विपक्ष में खुली लड़ाई छिड़ी बहरहाल, ममता के बयान के बाद विपक्ष में खुली लड़ाई छिड़ गई है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने तो ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला और कहा कि क्या उनको नहीं पता है कि संप्रग क्या है? बंगाल में जीत के बाद वह सोच रही हैं कि पूरे भारत ने 'ममता-ममता' का जाप करना शुरू कर दिया है। लेकिन भारत का मतलब बंगाल नहीं है और अकेले बंगाल का मतलब भारत नहीं है।' ममता पर और तीखे सवाल दागे कांग्रेस का गुबार यहीं तक नहीं थमा। गुरुवार को संसद परिसर में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन की मौजूदगी में ममता पर और तीखे सवाल दागे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिद्धांतों वाली पार्टी है। लेकिन ममता बनर्जी का जो चरित्र रहा है, वह जब राजग के साथ रहती हैं, तो उसे बेहतर बताती हैं। जब संप्रग के साथ रहती हैं तो उसे अच्छा बताती हैं। वैसे भी वह जिस संप्रग पर सवाल खड़ा कर रही हैं, वह उसके साथ 2012 से ही नहीं थीं। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा ने संयमित बयान दिया कांग्रेस के ग्रुप-23 में शामिल वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा ने जरूर संयमित बयान दिया और कहा कि यह समय एकजुटता का है। कांग्रेस के बगैर संप्रग वैसा ही है, जैसे आत्मा के बिना शरीर। लेकिन दूसरे सदस्यों के तीखे बयानों के बाद यह तो माना ही जा सकता है कि तृणमूल और कांग्रेस की दूरी अरसे तक बनी रहेगी। दरअसल प्रशांत किशोर के ट्वीट ने कांग्रेस को और उकसा दिया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस का एक स्थान है, लेकिन नेतृत्व दैवीय अधिकार नहीं है। उन्होंने तो राहुल का नाम नहीं लिया, लेकिन कांग्रेस के पवन खेड़ा ने जरूर स्पष्ट कर दिया कि जिसके नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया जा रहा है, वह भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहा है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें कांग्रेस अब राहुल गांधी को आगे रखने में जुटी ममता बनर्जी की ओर से संप्रग पर सवाल उठाए जाने के बाद कांग्रेस ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब वह संसद भवन में सांसदों के निलंबन पर चल रहे विरोध प्रदर्शन में खुद को आगे रख कर लड़ाई लड़ रही है। इनमें राहुल गांधी को वह नेता के तौर पर आगे रख रही है। इतना ही नहीं, राहुल भी इस प्रदर्शन में पूरा समय दे रहे हैं। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-2021-omicron-variant-lok-sabha-suspended-rajya-sabha-mps-22257943.html,"शीतकालीन सत्र 2021: निलंबित राज्यसभा सांसदों से मिले राहुल गांधी, संसद के बाहर राजनीतिक लड़ाई जारी","नई दिल्ली, एजेंसी। राज्यसभा से विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन से पैदा हुआ गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष निलंबन और किसानों की मौत को लेकर दोनों सदनों में लगातार हंगामा कर रहा है। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 12 निलंबित राज्यसभा सांसदों से मुलाकात की।सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने रुख पर कायम हैं। विपक्ष अपने अशोभनीय आचरण के लिए माफी मांगने को तैयार नहीं है जबकि सत्ता पक्ष कह रहा है कि जब तक माफी नहीं तब तक निलंबन की वापसी नहीं। विपक्षी सांसद संसद के बाहर और भीतर दोनों ही जगहों पर एकजुट होकर निलंबर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। Parliament Winter Session 2021 Updates: निलंबित सांसदों सेो मिले राहुल गांधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 12 निलंबित राज्यसभा सांसदों से मुलाकात की, जो संसद के शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए सदन से निलंबन का विरोध कर रहे हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मनरेगा का बजट कम कम करने का आरोप कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह सरकार जब से आई है तब से मनरेगा के बजट में कटौती कर रही है। जो बजट उन्होंने 2020-21 में 1,10,000 करोड़ रुपए का रखा था उन्होंने इसे अब 73,000 करोड़ रुपए कर दिया है। इसमें 38,000 करोड़ रुपए कम किया गया है। राज्यसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित विपक्षी नेताओं के विरोध और वाकआउट के बाद राज्यसभा को गुरुवार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। मौजूदा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन यह दूसरा मौका है जब उच्च सदन को स्थगित किया गया है। इससे पहले सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें सदन से विपक्ष का वाक आउट तृणमूल कांग्रेस ने 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन सहित विभिन्न मुद्दों पर राज्यसभा से वाकआउट किया है। वहीं, महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस, राकांपा, राजद, टीआरएस और आईयूएमएल ने राज्यसभा से वाकआउट किया है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान लोकसभा में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले 6 महीनों में हमारा प्रयास रहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उड़ानों को धीरे-धीरे बढ़ाया जाए... ओमिक्रोन दुनिया के लिए एक झटका है और सभी देशों को सुरक्षित रहने की जरूरत है। हमारी सरकार ने 11 देशों को 'जोखिम वाले देशों के रूप में वर्गीकृत किया है। अपने कदाचार पर पछतावा नहीं करना चाहते: वेंकैया नायडू राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इस प्रतिष्ठित सदन के कुछ सम्मानित नेताओं और सदस्यों ने अपने विवेक से 12 सदस्यों के निलंबन को 'अलोकतांत्रिक' बताया। आप अपने कदाचार पर पछतावा नहीं करना चाहते हैं, लेकिन सदन के नियमों के तहत निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार इस सदन के निर्णय को रद्द करने पर जोर देते हैं। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें दीपेंद्र हुड्डा का सरकार पर हमला सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों का रिकार्ड न होने के जवाब पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जितने किसानों ने अपनी जान कुर्बान की है उसका रिकार्ड सार्वजनिक है। संयुक्त किसान मोर्चा ने इसे प्रकाशित किया है। हर प्रदेश में गांव स्तर पर ये जानकारी मौजूद है। राज्यसभा में पेश होगा 'बांध सुरक्षा विधेयक 2019' केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज राज्यसभा में 'बांध सुरक्षा विधेयक 2019' पेश करेंगे। विधेयक को कल भी सदन में पेश किया गया था, लेकिन विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे के कारण इसे पारित नहीं किया जा सका। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सांसदों ने 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर गांधी प्रतिमा के पास हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। #WATCH दिल्ली: कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सांसदों ने 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर गांधी प्रतिमा के पास हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/46IEsjm2cX — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2021 आंकड़े ना दिखाना सरकार का बहानाछ: खड़गे कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कोई सरकार ऐसी नहीं हो सकती है जिसके पास आंकड़े ना हो। आंकड़े ना दिखाना ये सरकार का बहाना है। लेकिन किसान झुकने वाले नहीं हैं वो लड़ेंगे और लड़ते रहेंगे। MSP और उनकी जितनी भी मांगें हैं वो उसके लिए लड़ेंगे। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें कोरोना महामारी पर आज चर्चा लोकसभा में आज नियम 193 के तहत कोरोना महामारी पर चर्चा होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मंडाविया आज लोकसभा में राष्ट्रीय औषधि शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश करेंगे। तमिलनाडु बाढ़ में मुआवजे की मांग कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने तमिलनाडु में भारी बाढ़ और अत्यधिक वर्षा के बाद हुए नुकसान पर चर्चा करने के लिए, सरकार को प्रभावित किसानों और अपनी संपत्ति खोने वाले लोगों के लिए 4,626 करोड़ रुपये के बाढ़ राहत के मुआवजे की घोषणा करने का निर्देश देने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें टीआरएस ने दिया स्थगन प्रस्ताव नोटिस टीआरएस सांसद नामा नागेश्वर राव ने लोकसभा में 'खाद्यान्न खरीद पर राष्ट्रीय नीति' के मुद्दे पर चर्चा और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। विपक्ष को बोलने से रोका जा रहा है: कांग्रेस वहीं, निलंबित सांसदों का साफ कहना था कि वह माफी तो नहीं मांगेंगे। कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी संसद के हंगामे को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष को बोलने से रोका जा रहा है। सरकार सदन में चर्चा की अनुमति नहीं दे रही है। विपक्षी सांसदों को भी गलत तरीके से निलंबित किया गया है। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें अशोभनीय आचरण करने की वजह से निलंबन गौरतलब है कि संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मानसून सत्र के दौरान अशोभनीय आचरण करने की वजह से इस सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। इन सदस्यों को किया गया निलंबित जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें माकपा के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-leaders-attacked-on-mamata-banerjee-no-upa-statement-says-congress-aims-to-defeat-bjp-only-22258325.html,"कांग्रेस का लक्ष्य BJP को हराना, लेकिन.... ममता बनर्जी के 'नो यूपीए' वाले बयान पर कांग्रेसी हुए हमलावर","नई दिल्ली, एजेंसी। पिछले कुछ महीनों में अपनी पार्टी के कई नेताओं के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने के बाद, कांग्रेस ने अब ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी पर चौतरफा हमला करने का फैसला कर लिया है। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख और महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगी, शरद पवार के साथ बैठक के बाद ममता की 'यूपीए नहीं है' टिप्पणी को पार्टी से कड़ी प्रतिक्रिया मिली। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें इस साल की शुरुआत में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में टीएमसी की प्रचंड जीत के बाद, ममता लगातार राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत विकल्प की वकालत कर रही हैं, परोक्ष रूप से कांग्रेस को भी टक्कर दे रही हैं। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, ममता पर हमला करने का फैसला बुधवार रात हुई बैठक में लिया गया। बुधवार की देर रात कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच चर्चा हुई जिसमें तय हुआ कि पार्टी अब ममता पर बड़े हमले करेगी। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी और राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के बीच बैठक को पुरानी पार्टी को कमजोर करने के लिए एक 'पूर्व नियोजित साजिश' करार दिया और आरोप लगाया कि टीएमसी प्रमुख 'भाजपा की आक्सीजन आपूर्तिकर्ता बन गई हैं। कांग्रेस का अब प्लान आने वाले चुनावों में भाजपा के साथ TMC के विरुद्ध लड़ने का भी है। सूत्रों ने बताया कि ममता पर राजनीतिक हमले करने की जिम्मेदारी मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला जैसे शीर्ष नेताओं को सौंपी गई है। और ऐसा देखने को भी मिल रहा है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य भाजपा को हराना है जबकि कुछ लोग केवल केंद्र में सत्ताधारी दल की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी बिल्कुल गलत हैं कि यूपीए मौजूद नहीं है। राहुल गांधी पर व्यक्तिगत हमले करना भी गलत है। ममता बनर्जी का यह आरोप कि राहुल जी कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं, गलत है। कांग्रेस हर मुद्दे को उठा रही है। और हर जगह लड़ रही है। हमारा उद्देश्य भाजपा को हराना है लेकिन कुछ लोग केवल उस पार्टी की मदद कर रहे हैं। कांग्रेस कई राज्यों में सत्ता में है और कुछ जगहों पर विपक्ष में भी है।' शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें कांग्रेस लीडर बोले, 'हमने उन्हें (टीएमसी) विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों में शामिल करने की कोशिश की है जहां कांग्रेस ने अपना नाम बनाया है। विपक्ष को फूट-फूट कर आपस में नहीं लड़ना चाहिए। हमें मिलकर भाजपा से लड़ना है।' बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा था, 'यूपीए क्या है? कोई यूपीए नहीं है।' किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'हमारी लड़ाई सत्ताधारी पार्टी (भाजपा) के खिलाफ है। जो लोग हमारे साथ आना चाहते हैं, वे हमारे साथ आएं और जो हमसे जुड़ना नहीं चाहते हैं वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं...क्या कांग्रेस की भागीदारी के बिना भाजपा के खिलाफ कोई राजनीतिक गठबंधन हो सकता है?' बता दें कि तृणमूल कांग्रेस कभी यूपीए, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का हिस्सा थी, जो कांग्रेस सहित कई पार्टियों का गठबंधन था, जो 2004 से 2014 तक 10 साल तक केंद्र में सत्ता में रही, इसके बाद भाजपा सत्ता में आई। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-rs-mp-elaram-karim-said-we-will-continue-our-strike-against-the-undemocratic-action-of-the-government-chairman-of-rajya-sabha-22258141.html,"राज्यसभा के सभापति, सरकार की अलोकतांत्रिक कार्रवाई के खिलाफ हम अपना धरना जारी रखेंगे: RS सांसद एलाराम करीम","नई दिल्ली, एएनआइ। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन में कदाचार के लिए संसद के 12 सदस्यों को निलंबित करने के कुछ दिनों बाद, राज्यसभा सांसद एलाराम करीम, जो निलंबित सांसदों में से एक हैं, ने कहा कि वह राज्यसभा के सभापति की अवैध और अलोकतांत्रिक कार्रवाई का विरोध करना जारी रखेंगे। बुधवार को एएनआइ से बात करते हुए, करीम ने कहा, 'हम, 12 सांसदों ने धरना शुरू किया था। सुबह में, हमारे साथी सांसद संसद परिसर के पास गांधी प्रतिमा के सामने इकट्ठे हुए और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने धरना की शुरुआत की। हमारा विरोध राज्यसभा सभापति और सरकार की अवैध, अलोकतांत्रिक कार्रवाई के खिलाफ है।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने कहा, 'उन्होंने सदन में कृषि कानूनों को निरस्त करने के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया और बहुमत का उपयोग करके इसे पारित कर दिया। बाद में सांसदों को निलंबित करने के बाद सत्र स्थगित कर दिया गया और सत्रावसान कर दिया गया। एक सत्र के सत्रावसान के बाद दूसरे सत्र में कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। यही नियम है। इसलिए उन्होंने कानून के नियमों और सिद्धांतों का उल्लंघन कर यह कार्रवाई की है। विपक्ष ने उस मुद्दे को सदन में ले लिया है।' औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें कहा गया, 'राज्यसभा में विपक्ष के नेता एम खड़गे ने सांसदों के निलंबन से जुड़े मुद्दों का हवाला देते हुए सभापति को पत्र लिखा था। इसलिए, हम गांधी प्रतिमा के सामने अपना धरना जारी रख रहे हैं, जब तक कि कोई निर्णय नहीं आता है कि वे या तो निलंबन को रद कर देंगे या इस सदन के व्यवसाय को समाप्त कर देंगे।' केंद्र पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के बयान उनके मूड को दर्शाते हैं। वे विपक्ष को चुनौती दे रहे हैं। यह काम करने की शैली है। वे हमारे देश की लोकतांत्रिक भावना का सम्मान नहीं कर रहे हैं।' कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित विपक्षी दल के नेताओं ने बुधवार को संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया और 12 राज्यसभा सदस्यों के निलंबन को रद करने की मांग की। बता दें कि मानसून सत्र के आखिरी दिन हंगामा करने के आरोप में विपक्षी दलों के 12 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को एक पत्र लिखा था, जो मानसून सत्र के आखिरी दिन हिंसा के लिए था। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें निलंबित सांसदों में कांग्रेस के छह, टीएमसी और शिवसेना के दो-दो और सीपीएम और सीपीआई के एक-एक सांसद शामिल हैं। निलंबित सांसदों में एलाराम करीम (सीपीएम), फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनॉय विश्वम, तृणमूल कांग्रेस के डोला सेन और शांता छेत्री, शिवसेना के प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई हैं। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-on-the-third-day-proceedings-of-rajya-sabha-met-with-uproar-the-opposition-ignored-the-advice-of-the-chairman-22256560.html,"तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही, सभापति की नसीहतों को विपक्ष ने किया नजरअंदाज","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राज्यसभा में तीसरे दिन की कार्यवाही भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई। डैम सेफ्टी बिल पेश होने के बावजूद उस पर चर्चा नहीं हो सकी। सदन से निलंबित सदस्यों की बहाली की मांग पर बुधवार को भी विपक्ष अड़ा रहा। जबकि सरकार ने माफी मांग लेने और सदन को सुचारू रूप से चलने देने की सलाह दी। दोपहर बाद तीन बजे तक कई बार बाधित होने के बाद सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।सुबह सदन की बैठक शुरू होने के साथ ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने हाथों में प्लेकार्ड दिखाते हुए वेल में आकर शोर शराबा और नारेबाजी शुरू कर दी, जिसे देखते हुए सदन को पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हरकतें कर रहा है विपक्ष सभापति एम. वेंकैया नायडू विपक्षी दलों को नसीहतें देते रहे, लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों ने उनकी नहीं सुनी। जबकि सभापति ने निलंबित सदस्यों के अमर्यादित आचरण का विस्तार से एक बार फिर जिक्र किया, जिन्होंने मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में जमकर धमाचौकड़ी की थी। नायडू ने हैरानी जताते हुए कहा कि जिन लोगों को अपने किए पर पछतावा होना चाहिए वे अब भी जिद पर अड़े हुए हैं। यह उचित नहीं है। सदन के वेल में आना, टेबल पर चढ़ना, कागज फेंकना, मंत्री के हाथ से कागज छीनना और चेयर को चुनौती देने जैसी हरकतें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हैं। इस पर भी उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है, इस पर हम क्या कर सकते हैं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें डैम सेफ्टी बिल पेश पर केंद्रीय मंत्री शेखावत को नहीं बोलने दिया गया दोपहर बाद सदन दोबारा बैठा, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को डैम सेफ्टी बिल, 2019 पेश नहीं करने दिया। आसन पर बैठे भुवनेश्वर कलिता ने विपक्षी सदस्यों को उनकी सीट पर भेजकर केंद्रीय मंत्री शेखावत को बिल पेश करने को कहा। इसके पहले उपसभापति हरिवंश भी जल शक्ति मंत्री को बिल पेश करने को कह चुके थे। उस समय उन्होंने आंदोलित विपक्षी सदस्यों को आश्वस्त किया था कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को 12 निलंबित सदस्यों के मसले पर बोलने का मौका दिया जाएगा। इस आश्वासन पर सदस्य अपनी सीटों पर लौट गए थे। जारी रहा व‍िपक्ष का हंगामा कलिता ने विपक्षी सदस्यों के व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जो कुछ भी हो रहा है, वह अच्छा नहीं है। आपको आचार संहिता का पालन करना चाहिए, लोगों में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। लेकिन विपक्षी सदस्यों ने उनकी एक नहीं सुनी और हंगामा जारी रखा, जिससे सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद जब सदन बैठा तो उपसभापति हरिवंश ने शेखावत को विधेयक पेश करने को कहा। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें बिल प्रस्तुत करने के बाद जब शेखावत को भाषण देने के लिए कहा गया, ठीक उसी समय खड़गे खड़े हो गए और निलंबित सदस्यों के मुद्दे पर बोलने की अनुमति मांगी। लेकिन उपसभापति हरिवंश ने इसकी अनुमति देने के बजाय कहा कि वह चाहें तो विधेयक पर बोल सकते हैं। इस पर कुछ विपक्षी सदस्यों ने वेल में आकर और बाकी ने अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ विपक्षी सदस्यों ने मोबाइल से फोटोग्राफी शुरू कर दी, जिसे रोकने पर भी वे नहीं माने। इसके बाद सदन को तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-ncr-manjinder-singh-sirsa-joins-bjp-after-meeting-home-minister-amit-shah-will-benefit-in-punjab-elections-22256934.html,"गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा, पंजाब चुनावों में मिलेगा फायदा","नई दिल्‍ली, एजेंसी। शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा द‍िया। इसके कुछ घंटों बाद ही वह दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से स‍िरसा की मुलाकात को अहम माना जा रहा है। इससे अकाली दल के लिआ बड़ा झटका माना जा रहा है। माना जा रहा है क‍ि स‍िरसा के भाजपा शामिल होना पंजाब में अगले साल होने वाले चुनाव में यह भाजपा के लिए फायदेमंद हो सकता है। सि‍रसा पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन से दो बार के पूर्व विधायक रहे हैं। वह केंद्रीय मंत्रियों गजेंद्र सिंह शेखावत, धर्मेंद्र प्रधान और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। सिरसा के अलावा अकाली दल में रह चुके परमिंदर सिंह बराड़ भी भाजपा में शामिल हो गए। अकाली दल की छात्र विंग एसओआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके परमिंदर सिंह बराड़ कुछ दिन पहले ही अकाली दल छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे, मगर बुधवार को उन्होंने फिर पलटी मारते हुए भाजपा में शामिल हो गए। मनजिंदर सिंह सिरसा ने पत्रकारों से बातचीत करते कहा कि देश भर में सिख समुदाय से संबंधित कई मुद्दे हैं और इन्हें केवल सरकार ही हल कर सकती है। मैंने हमेशा इन मुद्दों को उठाया है। मैंने आज गृह मंत्री अमित शाहजी के साथ समुदाय के कुछ मुद्दों पर चर्चा की। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मंत्री ने कहा कि वह इन सभी मुद्दों को संबोधित करना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा क‍ि वह स‍िख समुदाय के कल्याण और मानवीय कार्यों को जारी रखने के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा क‍ि सिख समुदाय से संबंधित कई मुद्दे हैं जो पिछले 70 वर्षों से अनसुलझे हैं। दिल्‍ली में बाबा बंदा सिंह बहादुर जी शहीद हो गए, लेकिन हम अपने कमजोर नेतृत्व के कारण पिछले 70 वर्षों में सिख समुदाय के लिए एक भी विश्वविद्यालय नहीं प्राप्त कर सके। इस समुदाय की चिंताओं का क्या मतलब है, जो सीमाओं पर लड़ता है। उसकी वर्षों से सुनी नहीं जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा क‍ि मैं मनजिंदर सिंह सिरसा का भाजपा में स्वागत करता हूं। सिख समुदाय के कल्याण के लिए भाजपा के संकल्प में विश्वास रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वह पार्टी में शामिल हुए। मुझे विश्वास है कि उनके शामिल होने से यह संकल्प और मजबूत होगा सिरसा के भाजपा में शामिल होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार ने घटिया राजनीति करते हुए सिरसा को जबर्दस्ती भाजपा में शामिल कराया, यह एक तरह के सिखों के धार्मिक मसलों के अंदर दखलअंदाजी है। चीमा ने इसे खालसा पंथ के ऊपर बड़ा हमला बताते हुए कहा कि यह सिख धर्म को कंट्रोल करने की केंद्र की पुरानी नीति का हिस्सा है। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mamata-banerjee-likely-to-meet-sharad-pawar-today-22255051.html,"शरद पवार से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- यूपीए जैसा अब कुछ भी नहीं","ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता शरद पवार से मुलाकात के बाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के अस्तित्व पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि अब कोई संप्रग नहीं है। ममता बनर्जी अपने तीन दिवसीय दौरे पर इन दिनों मुंबई में हैं। मंगलवार को उन्होंने महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री एवं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे और शिवसेना सांसद संजय राउत से मुलाकात की थी। बुधवार को वह राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार से मिलने उनके घर सिल्वर ओक पहुंचीं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें पवार के साथ लंबी मुलाकात के बाद जब पत्रकारों ने ममता से पूछा कि क्या शरद पवार संप्रग का नेतृत्व करेंगे तो ममता ने प्रतिप्रश्न किया कि कौन सा संप्रग। फिर उन्होंने खुद ही कहा कि अब कोई संप्रग नहीं है। हम लोग मिलकर निर्णय करेंगे। यानी अपने एक ही वाक्य में ममता बनर्जी ने एक ओर संप्रग के अस्तिव पर सवाल खड़े कर दिए तो दूसरी ओर कोई गैर कांग्रेसी गठबंधन बनने पर उसका नेतृत्व शरद पवार को दिए जाने के सवाल से भी कन्नी काट गईं। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें हम क्या कर सकते हैं, जब कोई लड़ ही नहीं रहा है यह पूछे जाने पर कि क्या कोई गैर कांग्रेसी गठबंधन तैयार किया जा रहा है, इस पर ममता ने कहा कि 'शरद जी' का कहना है कि हमें एक मजबूत विकल्प तैयार करना है, जो लड़ सके। हम क्या कर सकते हैं, जब कोई लड़ ही नहीं रहा है। मेरी समझ से सबको लड़ना चाहिए। माना जा रहा है कि ममता का यह तंज कांग्रेस की ओर था। आप ज्यादा समय विदेश में रहकर राजनीति नहीं कर सकते कांग्रेस पर ममता के तंज की बानगी उनकी मुंबई के कुछ विशिष्ट जनों से मुलाकात के दौरान भी दिखाई दी, जब उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीति में लगातार संघर्ष करना पड़ता है। आप ज्यादा समय विदेश में रहकर यह काम नहीं कर सकते। आप सड़क पर नहीं उतरेंगे, तो भाजपा आपको क्लीन बोल्ड करेगी। हालांकि, पत्रकारों ने जब उनसे यह पूछा कि क्या किसी गैर कांग्रेसी मोर्चे का नेतृत्व वह स्वयं करेंगी, ममता ने इससे भी इन्कार करते हुए कहा कि मैं तो एक छोटी कार्यकर्ता हूं। ममता का कहना था कि यदि सभी क्षेत्रीय पार्टियां एक साथ आएं तो भाजपा को हराना आसान हो सकता है। हम कहना चाहते हैं कि भाजपा हटाओ, देश बचाओ। भाजपा देश के लिए सुरक्षित विकल्प नहीं है। हमें देश को सुरक्षित रखना है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें राष्ट्रीय स्तर पर समविचार वाली पार्टियों को साथ लाने का इरादा दूसरी ओर शरद पवार ने कहा कि ममता का इरादा राष्ट्रीय स्तर पर समविचार वाली पार्टियों को साथ लेकर एक संयुक्त नेतृत्व तैयार करना है। हमारा यह विचार आज के लिए नहीं है। यह चुनाव के लिए है। बाद में शरद पवार ने ट्वीट करके भी कहा कि बुधवार को अपने आवास पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलकर खुशी हुई। हमारे बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हम लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने और लोगों के भले के लिए संयुक्त प्रयास करने पर सहमत हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में शरद पवार की पार्टी राकांपा उसी महाविकास अघाड़ी सरकार में एक तिहाई की हिस्सेदार है, जिसमें कांग्रेस भी एक तिहाई की ही हिस्सेदार है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें कांग्रेस के विधायकों और नेताओं को भी अपनी ओर खींच रही है तृणमूल संभवत: इसीलिए ममता बनर्जी से पवार की मुलाकात के पहले ही राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक मंगलवार को कह चुके हैं कि कांग्रेस के बगैर कोई विपक्षी मोर्चा संभव नहीं है। बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस इन दिनों कई राज्यों में कांग्रेस के विधायकों और नेताओं को भी अपनी ओर खींच रही है। इस संबंध में पूछे गए सवाल पर नवाब मलिक ने कहा था कि सभी को अपनी पार्टी को विस्तार देने का हक है, लेकिन कोई विपक्षी मोर्चा कांग्रेस के बगैर तैयार नहीं हो सकता। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mamata-banerjee-mumbai-visit-says-shah-rukh-khan-victimised-22257107.html,"शाह रुख खान की राजनीतिक बलि दी गई, मुंबई में बोलीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी","राज्य ब्यूरो, मुंबई। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को मुंबई में चुनिंदा लोगों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शाह रुख खान की राजनीतिक बलि दी गई है। बता दें कि दो अक्टूबर को शाह रुख खान के पुत्र आर्यन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की एक कार्रवाई में मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज कार्डेलिया से उनके कुछ साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। करीब 28 दिन बाद उन्हें जमानत मिल पाई। ममता ने उस घटना को राजनीतिक रंग देते हुए कहा कि शाह रुख की राजनीतिक बलि दी गई है। इसके लिए उन्होंने भाजपा को क्रूर एवं अलोकतांत्रिक पार्टी भी बताया। बता दें कि ममता ने शाह रुख को बंगाल का ब्रांड एंबेसडर बनाया हुआ है। वे सार्वजनिक तौर पर शाह रुख को छोटा भाई बताती हैं और उन्हें राखी भी बांधती हैं। शाह रुख आइपीएल की एक टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिकों में से एक हैं। इसके बावजूद आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद लंबे समय तक ममता का कोई बयान न आने पर कांग्रेस ने उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए थे। इस मुद्दे पर बुधवार को पहली बार ममता ने मुंह खोला है। ममता ने मुंबई के जिन चुनिंदा लोगों के बीच यह बात कही उनमें कई भाजपा विरोधी शख्सियतें भी शामिल थीं। इस कार्यक्रम में स्वरा भास्कर, महेश भट्ट, शत्रुघ्न सिन्हा, जावेद अख्तर, मेधा पाटकर, तुषार गांधी और विद्या चह्वाण के साथ आर्यन का मुकदमा लड़नेवाले वकील मुकुल रोहतगी भी शामिल रहे। शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अक्टूबर की शुरुआत में मुंबई में एक क्रूज जहाज पर छापा मारने के बाद गिरफ्तार किया था। बांबे हाई कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने से पहले आर्यन (23) ने लगभग एक महीने जेल में बिताए। हाई कोर्ट ने क्रूज पर ड्रग्स के मामले में अपने विस्तृत आदेश में कहा था कि प्रथम दृष्टया आरोपियों के खिलाफ ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे पता चलता हो कि उन्होंने अपराध करने की साजिश रची थी। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-up-assembly-election-union-minister-ramdas-athawale-meets-amit-shah-sought-seats-in-uttar-pradesh-22256972.html,"अमित शाह से मिले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, उत्तर प्रदेश चुनाव में मांगीं 10 सीटें","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए आठ से दस सीटें मांगी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पार्टी का जनाधार पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ा है। ऐसे में प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर होने वाले गठबंधन में उसे सम्मिलित होने का अवसर मिलना चाहिए। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें महात्मा ज्योतिबा फूले व अन्नाभाऊ साठे को भारत रत्न देने की मांग की केंद्रीय मंत्री आठवले ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा में यह जानकारी दी। साथ ही बताया कि गृह मंत्री शाह से उनकी यह मुलाकात संसद भवन स्थित उनके कार्यालय में हुई। बैठक में उत्तर प्रदेश के चुनावों से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी दोनों के बीच चर्चा हुई। आठवले के मुताबिक गृह मंत्री के साथ चर्चा में उन्होंने समाज सुधारक व लेखक ज्योतिबा फुले और अन्नाभाऊ साठे के उल्लेखनीय कार्यो को देखते हुए दोनों को ही मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें पार्टी की बड़ी रैली इस महीने लखनऊ में प्रस्तावित गौरतलब है कि आठवले की पार्टी पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूती देने के लिए एक बड़ा अभियान छेड़े हुए है। इसके तहत इस महीने प्रदेश के सभी मंडलों में सभाएं की गई है। साथ ही पार्टी की एक बड़ी रैली इस महीने लखनऊ में प्रस्तावित है। हाल ही में आठवले बनारस पहुंचे थे हाल ही में आठवले बनारस पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विभागीय अफसरों से बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि बाबा साहब अंबेडकर की असली पार्टी आरपीआइ ही है। साथ ही बहुजन समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बसपा को सिर्फ चुनाव लड़ने में रूचि है। वह दलित समाज को बरगला रही है। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-opposition-not-ready-to-bow-down-on-the-issue-of-suspension-of-mps-demonstrated-outside-and-inside-parliament-22256979.html,"सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष झुकने को तैयार नहीं, संसद के बाहर और भीतर किया प्रदर्शन","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राज्यसभा में अमर्यादित आचरण के आरोप में निलंबित सांसदों के मुद्दे पर कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने सदन के बाहर और भीतर दोनों ही जगहों पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है। विपक्षी सांसदों के इस प्रदर्शन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया और कहा कि तानाशाही के खिलाफ हम गांधीवादी खड़े हैं, झुकेंगे नहीं। इस बीच विपक्षी पार्टियों ने सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर फिर से बैठक की। इसमें आंदोलन को आगे भी इसी तरह से जारी रखने पर जोर दिया। वहीं, निलंबित सांसदों का साफ कहना था कि वह माफी तो नहीं मांगेंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें संसद के बाहर और भीतर दोनों ही जगहों पर एकजुट होकर किया प्रदर्शन कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी संसद के हंगामे को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष को बोलने से रोका जा रहा है। सरकार सदन में चर्चा की अनुमति नहीं दे रही है। विपक्षी सांसदों को भी गलत तरीके से निलंबित किया गया है। कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही की सभी हदें पार कर गई है। यह पहली सरकार है जो न सांसदों की बात सुनना चाहती और न संसद की। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हरकतें कर रहा है विपक्ष राज्यसभा में तीसरे दिन सभापति एम. वेंकैया नायडू विपक्षी दलों को नसीहतें देते रहे, लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों ने उनकी नहीं सुनी। जबकि सभापति ने निलंबित सदस्यों के अमर्यादित आचरण का विस्तार से एक बार फिर जिक्र किया, जिन्होंने मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में जमकर धमाचौकड़ी की थी। नायडू ने हैरानी जताते हुए कहा कि जिन लोगों को अपने किए पर पछतावा होना चाहिए वे अब भी जिद पर अड़े हुए हैं। यह उचित नहीं है। सदन के वेल में आना, टेबल पर चढ़ना, कागज फेंकना, मंत्री के हाथ से कागज छीनना और चेयर को चुनौती देने जैसी हरकतें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हैं। इस पर भी उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है, इस पर हम क्या कर सकते हैं। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-union-govt-nitin-gadkari-says-loss-of-toll-worth-rs-2731-crore-occurred-during-farmers-agitation-22256542.html,"सरकार ने राज्‍यसभा में कहा- किसानों के आंदोलन के दौरान हुआ 2,731 करोड़ के टोल का नुकसान","नई दिल्ली, एजेंसियां। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कृषि कानून विरोधी आंदोलन से नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) को 2,731.32 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ। राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि शुरुआत में अक्टूबर, 2020 में प्रदर्शनकारियों ने पंजाब में टोल प्लाजा को बंद करना शुरू किया था। इसके बाद यह पूरे हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में फैल गया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें राजमार्गों पर 60-65 टोल प्लाजा हुए प्रभावित केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह भी बताया कि आंदोलन की वजह से राष्ट्रीय राजमार्गों पर 60-65 टोल प्लाजा प्रभावित हुए। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि मंत्रालय का वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 12 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का लक्ष्य है। प्रदर्शनकारियों की मौत का कोई रिकार्ड नहीं औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों की मौत का उसके पास कोई रिकार्ड नहीं है। ऐसे प्रदर्शनकारियों के स्वजन को वित्तीय सहायता दिए जाने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कृषि मंत्रालय ने बताया कि उसके पास इस मामले में कोई रिकार्ड नहीं है, लिहाजा इसका सवाल ही पैदा नहीं होता। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों की मौत का मसला उठाया था। प्रदर्शनकारियों के स्वजन को पांच करोड़ देने की मांग कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बुधवार को लोकसभा में शून्य काल के दौरान कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान मारे गए प्रदर्शनकारियों के स्वजन को पांच करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों की पहचान करने के लिए सरकार को सर्वे कराना चाहिए। तिवारी ने दावा किया कि आंदोलन के दौरान 750 प्रदर्शनकारी मारे गए। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-modi-and-hd-deve-gowda-meeting-heightens-buzz-around-bjp-jds-pact-in-karnataka-will-be-a-blow-for-congress-22256437.html,"कर्नाटक में कांग्रेस को झटका दे सकती है भाजपा, मोदी-देवेगौड़ा मुलाकात से अटकलें तेज","बेंगलुरु, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जद (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के बीच मंगलवार को संसद भवन में हुई मुलाकात के बाद कर्नाटक में आगामी विधान परिषद चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी व जद (एस) के बीच चुनावी समझौता होने की अटकलें तेज हो गई हैं। कई भाजपा नेताओं ने इस मुलाकात की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मस पर साझा कीं। कर्नाटक विधान परिषद के 20 स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्रों की 25 सीटों पर 10 दिसंबर को द्विवार्षिक चुनाव के लिए मतदान होगा। इन सीटों पर मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के चलते चुनाव कराए जा रहे हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें भाजपा के कद्दावर नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा चुनाव में उन सीटों पर जद (एस) का खुलेआम समर्थन मांग रहे हैं, जहां वह अपने उम्मीदवार नहीं उतार रही है। इस पृष्ठभूमि में मोदी-देवेगौड़ा की मुलाकात का घटनाक्रम सामने आया है। जद (एस) ने केवल छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि भाजपा और कांग्रेस 20-20 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। पीएम से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारों से बात करते हुए गौड़ा ने कहा था कि इस मामले पर चर्चा हुई और भाजपा को इस संबंध में अंतिम फैसला करना है, जबकि जद (एस) की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी निर्णय लेंगे। गौड़ा ने कहा कि इस मामले पर फैसला लेना अंतत: भाजपा पर निर्भर करता है, क्योंकि वह सत्ता में है। कुमारस्वामी ने इस (प्रस्ताव) पर नकारात्मक बात नहीं की है। अंतिम निर्णय भाजपा पर निर्भर करता है। येदियुरप्पा की राय (जदएस का समर्थन मांगने) पर.. मैंने (प्रधानमंत्री) से कहा कि यह आप लोगों पर निर्भर है कि आप फैसला लें। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें उन्होंने कहा कि उन्होंने (पीएम) कहा कि वह इस मामले पर प्रह्लाद जोशी (कर्नाटक से केंद्रीय मंत्री) से चर्चा करेंगे। इस बीच, दिल्ली के घटनाक्त्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को हुबली में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि येदियुरप्पा और कुमारस्वामी संभावित समझौते पर अंतिम निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि पीएम और देवेगौड़ा के बीच बैठक के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस मामले को स्थानीय नेतृत्व पर छोड़ दिया गया है। हमारे नेता येदियुरप्पा और कुमारस्वामी इस पर अंतिम निर्णय लेंगे। कर्नाटक विधानमंडल के 75 सदस्यीय उच्च सदन में बहुमत हासिल करने के लिए भाजपा के लिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। जद (एस) के सूत्रों के अनुसार, पार्टी उन सीटों पर भाजपा का समर्थन करने के लिए तैयार है, जिन पर वह चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन भाजपा नेताओं को इस संबंध में आधिकारिक तौर पर जद (एस) नेताओं से संपर्क कर बात करनी होगी। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-2021-suspended-rajya-sabha-mps-omicron-variant-lok-sabha-22254933.html,"शीतकालीन सत्र 2021: सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का हंगामा, राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए स्थगित","नई दिल्ली, एजेंसी। राज्यसभा से विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर संसद में आज भी गतिरोध देखने को मिला। विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं, निलंबन रद करने की मांग को लेकर विपक्षी नेता संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी शामिल हुए। बता दें कि विपक्ष सांसदों के निलंबन को वापस लेने पर अड़ा हुआ है। उसका तर्क है कि पिछले सत्र में हुई घटना के लिए इस सत्र में निलंबन कानून सम्मत नहीं है, जबकि सत्ता पक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि निलंबित सांसद माफी मांग लें तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। वहीं, लोकसभा मेंआज कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन पर चर्चा की जाएगी। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Parliament Winter Session 2021 Updates: राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए स्थगित 12 सांसदों के निलंबन को रद करने सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी नेताओं के हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार को एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई। मृत किसानों को मुआवजा दे सरकार: खड़गे कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से सवाल किया कि बार्डर पर किसानों की मृत्यु हुई क्या इसकी जानकारी सरकार को नहीं है? 700 लोगों का अगर सरकार के पास आंकड़ा नहीं है तो सरकार ने कोरोना से मृत लोगों का आंकड़ा कहां से लिया। सरकार जनगणना के आधार पर गिनती करे और मृत किसानों को मुआवजा दे। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 पेश केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र एस शेखावत ने सदन में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 पेश किया। विपक्षी सांसदों के नारेबाजी के बाद राज्यसभा की कार्यवाही 3 बजे तक के लिए स्थगित की गई है। 2021 में 165 आतंकवादी मारे गए राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि अक्टूबर 2020 से अक्टूबर 2021 के दौरान 32 सुरक्षा बलों के जवानों और 19 जम्मू-कश्मीर पुलिस कर्मियों ने विभिन्न कार्रवाई के दौरान जान गंवाई है। दिसंबर 2020 से 26 नवंबर 2021 तक 14 आतंकवादियों को पकड़ा गया और 165 आतंकवादी मारे गए। भारत में रहा रहे 4,557 अफगान नागरिक राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि वर्तमान में 4,557 अफगान नागरिक अपने वीजा के विस्तार के बाद स्टे वीजा पर भारत में रह रहे हैं। 24 नवंबर तक 200 'ई-आपातकालीन एक्स-विविध वीजा' जारी किए गए हैं। देश की जेलों में क्षमता के मुकाबले अधिक कैदी बंद गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2018 के बाद से घुसपैठ और आतंकवादी हमलों की घटनाओं में काफी कमी आई है। अक्टूबर 2021 में कश्मीर में रहने वाले लगभग 115 कश्मीरी पंडित परिवार जम्मू चले गए। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार देश की जेलों में 4,03,739 कैदियों की क्षमता के मुकाबले 4,78,600 कैदी बंद हैं। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें आतंकी हिंसा में मारे जाने वालों के परिवार को 1 लाख की अनुग्रह राशि राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार की मौजूदा योजना के तहत आतंकवाद से संबंधित हिंसा में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का भुगतान किया जाता है। इसके अलावा, केंद्रीय योजना के तहत 5 लाख रुपये दिए जाते हैं। घुसपैठ की घटनाओं में काफी कमी गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2018 के बाद से घुसपैठ और आतंकवादी हमलों की घटनाओं में काफी कमी आई है। 2018 में घुसपैठ की कुल 143 घटनाएं हुईं। इस साल (नवंबर तक) केवल 28 घुसपैठ की घटनाएं दर्ज की गई है। 2018 में कुल 417 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गईं। इस साल (21 नवंबर तक), कुल 244 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गई है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें त्रिपुरा हिंसा पर सरकार का बयान त्रिपुरा हिंसा पर राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभद्र भाषा और अफवाहें फैलाने के लिए किसी विशिष्ट समूह की पहचान नहीं की गई है। अफवाह / सांप्रदायिक घृणा आदि फैलाने वाले सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में 6 मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए, त्रिपुरा सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया है। सभी धार्मिक स्थलों को सुरक्षा मुहैया कराई गई है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें फिर स्थगित विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाया। विपक्ष के भारी हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इससे पहले कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया था। गांधी प्रतिमा के सामने बैठना हास्यास्पद निलंबित सदस्यों के प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठना हास्यास्पद है। मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि कम से कम पश्चाताप व्यक्त करें... आज लोकसभा को चलाने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष का रवैया क्या रहता है, देखते हैं। हम तो लोकसभा चलाना चाहते हैं। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें किसानों को मुआवजा देने पर सरकार का बयान किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के सवाल पर सरकार ने कहा है कि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के पास इस मामले में कोई रिकार्ड नहीं है। ऐसे में मृतक किसानों के परिजनों को मुआवजे का कोई सवाल ही नहीं उठता। जारी रहेगा धरना: टीएमसी तृणमूल सांसद सौगत राय ने कहा कि 12 निलंबित सांसदों को माफी मांगने को कहा गया है लेकिन मुझे नहीं लगता कि विपक्ष माफी मांगेगा। 12 सांसद में 2 सांसद तृणमूल के भी हैं, तृणमूल माफी मांगने के खिलाफ है। तृणमूल के दोनों सांसद गांधी मूर्ति के समक्ष धरने पर बैठें हैं और ये धरना जारी रहेगा। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें राज्यसभा, लोकसभा 12 बजे तक के लिए स्थगित 12 निलंबित सांसदों के मुद्दे पर विपक्ष ने राज्यसभा और लोकसभा में जमकर नारेबाजी की। हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। लोकसभा में प्रश्‍नकाल के समय विपक्षी सदस्‍यों ने 'निलंबन वापस लो' के नारे लगाए। धरने पर बैठे निलंबित सदस्य राज्यसभा के निलंबित विपक्षी सदस्य संसद के शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए सदन से निलंबन के विरोध में धरने पर बैठे हैं। शीतकालीन सत्र से निलंबित टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा कि सांसदों का निलंबन बहुमत वालों के अहंकार को दर्शाता है। जब वे विपक्ष में थे तो वे संसद की कार्यवाही को भी बाधित करते थे। न्याय नहीं मिलने तक हम अपना धरना जारी रखेंगे। शीर्ष मंत्रियों के साथ पीएम मोदी की बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में शीर्ष मंत्रियों के साथ एक बैठक की। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कानून मंत्री किरेन रिजिजू और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी सहित वरिष्ठ कैबिनेट सदस्य मौजूद थे। राज्यसभा में पेश होगा बांध सुरक्षा विधेयक केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत आज राज्यसभा में बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 पेश करेंगे। विधेयक बांध की विफलता से संबंधित आपदाओं की रोकथाम और उनके सुरक्षित कामकाज के लिए निर्दिष्ट बांधों की निगरानी, ​​निरीक्षण, संचालन और रखरखाव का प्रावधान करता है। निलंबन पर विपक्ष की बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग कर रहे हैं। हम एक बैठक करेंगे और भविष्य की रणनीति तय करेंगे। एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने 'प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को वित्तीय सहायता और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी पर चर्चा' की मांग करते हुए व्यावसायिक नोटिस का निलंबन दिया है। निलंबन को लेकर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन राज्यसभा के 12 विपक्षी सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्षी नेता संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। #WATCH दिल्ली: राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी नेताओं ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/lq4yeFioiu — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2021 महंगाई के मुद्दे पर स्थगन प्रस्तान संसद का शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में ""महंगाई की उच्च दर, रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि"" पर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने 'अनाज, खाद्य तेल, पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि' के मुद्दे पर सदन में कार्यवाही स्थगित करने का नोटिस दिया है। कोरोना से मौतों की वास्तविक संख्या पर चर्चा की मांग कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में 'कोरोना से मौतों की वास्तविक संख्या पर चर्चा करने और सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया कि गरीबों को प्रत्येक को 4 लाख रुपये मिले।' लोकसभा में पेश होगा हायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) विधेयक स्वास्थ्य मंत्री डा मनसुख मंडाविया आज लोकसभा में सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) विधेयक, 2020 पेश करेंगे। विधेयक सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी क्लीनिकों के विनियमन और पर्यवेक्षण, दुरुपयोग की रोकथाम, प्रजनन प्रौद्योगिकी सेवाओं के सुरक्षित और नैतिक अभ्यास के लिए है। कोरोना के नए वैरिएंट पर आज लोकसभा में चर्चा कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर पूरी दुनिया में फैले दहशत के माहौल के बीच आज लोकसभा में नियम 193 के तहत इस पर चर्चा की जाएगी। हालांकि भारत में अभी तक ओमिक्रोन का कोई भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन सरकार अपनी तरफ से पूरी सजगता बरत रही है। निलंबन पर संसद से बाहर भी राजनीतिक लड़ाई राज्यसभा सांसदों के निलंबन पर राजनीतिक लड़ाई संसद के बाहर भी जारी रहेगी। राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठने का फैसला किया है। सूत्रों ने बताया कि सांसद सुबह 10 बजे से धरने पर बैठेंगे। विभिन्न विपक्षी दलों के नेता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा और लोकसभा के सभी सांसदों से एकजुटता दिखाने के लिए वहां मौजूद रहने को कहा है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के दो सांसद आज से 23 दिसंबर को सत्र खत्म होने तक रोज संसद परिसर में गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठेंगे। हालांकि विपक्षी दलों के अन्य सांसदों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-no-record-of-farmers-who-died-during-agitation-question-doesnt-arise-for-compensation-says-centre-22255494.html,"कृषि कानून के खिलाफ हुए आंदोलन में हुई किसानों की मौत का नहीं कोई रिकार्ड, कांग्रेस ने कहा- सरकार ने किया अपमान","नई दिल्‍ली (एएनआई)। सरकार का कहना है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत का कोई रिकार्ड मौजूद नहीं है। ये जवाब कृषि मंत्रालय की तरफ से संसद में दिया गया है। ये बयान उस सवाल के जवाब में दिया गया है जिसमें पूछा गया था कि क्‍या सरकार इस आंदोलन में मारे किए किसानों के परिजनों को किसी तरह वित्‍तीय मदद उपलब्‍ध कराने के बारे में विचार कर रही है या नहीं। इसके जवाब में साफ कर दिया गया है आंदोलन में किसानों के मारे जाने का कोई रिकार्ड सरकार के पास नहीं है। सरकार के इस जवाब पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि सरकार ने ये बयान देकर किसानों का अपमान किया है। खड़गे ने कहा है कि कृषि कानूनों के खिलाफ हुए आंदोलन में 700 से अधिक किसान मारे गए हैं। सरकार ऐसा कैसे कह सकती है कि उनके पास इसका कोई रिकार्ड नहीं है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सरकार से ये सवाल लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूछा था। इस बीच किसानों ने एक बार फिर से अपनी मांगें दोहराते हुए कहा है कि इस आंदोलन में मारे गए किसानों को सरकार की तरफ से मुआवजा राशि दी जानी चाहिए। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती है तब तक उनका आंदोलन बदस्तूर जारी रहेगा। उनकी ये भी मांग है कि सरकार को आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज करीब 50 हजार केस भी वापस लेने होंगे। इसके अलावा एमएसपी पर गारंटी कानून को भी बनाना होगा। जिन किसानों की इस दौरान मौत हुई है उनको मुआवजा मिलना चाहिए। किसानों का कहना है कि ये उनकी प्रमुख मांग हैं, जिसे सरकार को मानना ही होगा। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें आपको ये भी बता दें कि सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले वर्ष शुरू हुआ था। हाल ही में इस आंदोलन को एक वर्ष पूरा हुआ है। इस दौरान सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को रद कर दिया है और संसद में भी इस पर मुहर लगाई जा चुकी है। हालांकि, किसान अब अपनी दूसरी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं। विपक्ष का ये भी कहना है कि किसानों की मांग सरकार ने यूपी समेत पांच राज्‍यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की मजबूरी के तहत मानी है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-nityanand-rai-informed-in-rajya-sabha-no-group-could-be-identified-in-tripura-violence-security-given-to-all-religious-places-22255388.html,"त्रिपुरा हिंसा में नहीं हुई किसी ग्रूप की पहचान, सभी धार्मिक स्थलों को दी सुरक्षा: राज्यसभा में नित्यानंद राय ने दी जानकारी","नई दिल्ली, एएनआइ। त्रिपुरा में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा के संदर्भ में केंद्र द्वारा राज्यसभा में जानकारी दी गई है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने त्रिपुरा में हाल ही में हुई हिंसा पर राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, 'त्रिपुरा सरकार ने जानकारी दी है कि संपत्ति के नुकसान की कुछ छिटपुट घटनाएं हुई हैं। पिछले कुछ हफ्तों के दौरान राज्य में इन घटनाओं को लेकर 15 मामले दर्ज किए गए हैं।' सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें गृह राज्य मंत्री ने आगे बताया, 'ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए, त्रिपुरा सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया है। रात में मोबाइल, इंटरनेट के संबंध में सख्ती की और नियमित पेट्रोलिंग जारी रही है। सभी धार्मिक स्थलों को सुरक्षा मुहैया कराई गई है।' त्रिपुरा हिंसा पर राज्यसभा में राय ने बताया, 'अल्पसंख्यकों के खिलाफ अफवाहें और अभद्र भाषा फैलाने के लिए किसी विशिष्ट समूह की पहचान नहीं की गई है। हालांकि, अफवाह/सांप्रदायिक घृणा आदि फैलाने वाले सोशल मीडिया में दुर्भावनापूर्ण पोस्ट के संबंध में 6 मामले दर्ज किए गए हैं।' औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें बता दें कि बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद की एक रैली के दौरान त्रिपुरा के कई हिस्सों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना रिपोर्ट हुई थी। हालांकि, सरकार ने इससे इनकार किया और आरोप यह भी था कि हिंसा में मस्जिद को भी आग लगाई गई, लेकिन इस आरोप को भी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फर्जी बताया था। इस बीच सांप्रदायिक हिंसा और इसे लेकर राज्य पुलिस की मिलीभगत की स्वतंत्र जांच के लिए दायर याचिका की सुनवाई कर रही है। याचिका में कहा गया है कि घटनाओं की गंभीरता के बावजूद पुलिस द्वारा उपद्रवियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। आरोप लगाया गया कि मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने वाले लोगों में से किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-goa-assembly-elections-gfp-chief-vijay-sardesai-meets-rahul-gandhi-attacks-bjp-22255052.html,"गोवा विधानसभा चुनाव: GFP प्रमुख विजय सरदेसाई ने राहुल गांधी से मुलाकात की, भाजपा पर बोला हमला","नई दिल्ली, एएनआइ। गोवा में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले, गोवा फारवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई ने अन्य नेताओं के साथ मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। सरदेसाई के साथ उनकी पार्टी के सहयोगी विनोद पालेकर और निर्दलीय विधायक प्रसाद शशिकांत गांवकर ने भी वायनाड के सांसद से मुलाकात की। बैठक में गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता दिगंबर कामत भी मौजूद थे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें विजय सरदेसाई ने ट्विटर पर कहा, 'भाजपा शासन के तहत गोवा की निरंतरता असंभव है! राहुल गांधी से मुलाकात की। गोवा की दूसरी मुक्ति के लिए उस व्यक्ति के परपोते के साथ काम करने पर गर्व है जिसने पहली आजादी को सफल किया था! साम्प्रदायिक और गोवा विरोधी डा प्रमोद सावंत सरकार को उड़ा दिया जाएगा।' बैठक के बाद, गोवा के एआईसीसी प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने लिखा, 'गोवा फारवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई और विनोद पालेकर और निर्दलीय विधायक प्रसाद शशिकांत गांवकर ने राहुल गांधी से मुलाकात की और आगामी विधानसभा चुनाव में भ्रष्ट और अयोग्य भाजपा गोवा सरकार से निपटने के लिए अपना पूरा समर्थन व्यक्त दिया। बता दें कि गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-suspension-of-mps-will-not-be-withdrawn-venkaiah-naidu-took-a-tough-stand-against-mps-22254243.html,"वापस नहीं होगा सांसदों का निलंबन, वेंकैया नायडू ने अमर्यादित आचरण करने वाले सांसदों के खिलाफ अपनाया कड़ा रुख","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को निलंबित किए जाने के विरोध में मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू के सख्त रुख को देखते हुए विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। विपक्षी दलों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निलंबन की कार्रवाई को नियम विरुद्ध और निराधार करार दिया। इस पर नायडू ने साफ कहा, 'आपने सदन को गुमराह करने की कोशिश की। आपने अफरा-तफरी मचाई। आपने सदन में हंगामा किया। आसन पर कागज फेंका। कुछ तो टेबल पर चढ़ गए और मुझे ही पाठ पढ़ा रहे हैं। कार्रवाई हो चुकी है और यह अंतिम फैसला है।' सभापति ने कहा कि निलंबित सदस्य बाद में सदन में आएंगे और उम्मीद है कि सदन की गरिमा व देशवासियों की आकांक्षाओं का ध्यान रखेंगे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें मानसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने जबर्दस्त हंगामा किया था। सदन में अफरातफरी मचाने वाले सांसदों को चिन्हित करने के लिए गठित समिति की रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को शीत सत्र के पहले दिन 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। मंगलवार की सुबह सदन शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के नेताओं ने सभापति नायडू से मिलकर इसे वापस लेने की मांग की थी। इस पर नायडू ने कहा कि माफी मांगे बगैर यह संभव नहीं है। उधर, कांग्रेस ने भी कहा कि माफी मांगने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें निलंबन की कार्रवाई नियमों के तहत की गई : नायडू मंगलवार सुबह राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाते हुए खड़गे ने नियमों का हवाला देकर उनकी बहाली के साथ ही उन्हें कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति मांगी। इस पर नायडू ने स्पष्ट किया कि निलंबन की कार्रवाई उनकी नहीं बल्कि सदन की थी। सांसदों ने पिछले सत्र में किसान आंदोलन और अन्य कई मुद्दों को लेकर सदन में जो हो-हल्ला और हंगामा किया था, वह अभूतपूर्व था, जिससे सदन में अफरातफरी मच गई थी। निलंबन की कार्रवाई नियमों के तहत की गई है। कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताना गलत नायडू ने कहा कि राज्यसभा निरंतर चलने वाला सदन है। इसका कार्यकाल कभी खत्म नहीं होता है। उन्होंने कहा, 'राज्यसभा के सभापति को संसदीय कानून की धाराओं 256, 259 और 266 समेत अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई करने का अधिकार मिला है। इस पर सदन भी कार्रवाई कर सकता है। सोमवार को हुई कार्रवाई सभापति ने नहीं, बल्कि सदन की थी। सदन में लाए गए प्रस्ताव के आधार पर कार्रवाई हुई है।' उन्होंने कहा कि कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताना गलत है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह जरूरी है। सभापति ने कहा कि उन्होंने लीक से हटकर कोई फैसला नहीं लिया है। नियमों और पूर्व के उदाहरणों के हिसाब से कार्रवाई की गई है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-2021-suspended-mps-issue-can-prolong-opposition-parties-refuse-to-apologise-22253921.html,"निलंबित सांसदों के मुद्दे पर लंबी खिंच सकती है तकरार, विपक्षी दलों ने माफी मांगने से किया स्पष्ट इन्कार","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कृषि कानूनों की वापसी के बाद कांग्रेस सहित ज्यादातर विपक्षी पार्टियों के हौसले फिलहाल बुलंद हैं। यही कारण है कि अब वे निलंबित हुए 12 सांसदों की वापसी के मुद्दे पर अड़ने की तैयारी कर रहे हैं, वह भी अपनी शर्त पर। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मानसून सत्र की तरह इस सत्र को भी बाधित किया जा सकता है। इसी खातिर मंगलवार को राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में 16 विपक्षी दलों की बैठक हुई और लड़ाई जारी रखने पर सहमति बनी। अब तक सबसे आक्रामक दिखते रहे विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस की भी यही मंशा है, लेकिन वह कांग्रेस से अलग दिखना चाहती है। लिहाजा वह मंगलवार को भी कांग्रेस की बैठक से दूर रही और विपक्षी दलों के बायकाट के बावजूद सदन की कार्यवाही में हिस्सा भी लिया। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें निलंबित सांसदों ने आगे भी धरना जारी रखने का एलान किया कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने निलंबित सांसदों के मुद्दे पर बुलाई गई इस बैठक में हिस्सा लिया। साथ ही कहा, 'किस बात की माफी? संसद में जनता की बात उठाने की? बिल्कुल नहीं।' बैठक में जो सहमति बनी, उसके बाद विपक्षी नेताओं ने राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की और सांसदों का निलंबन रद करने की मांग की। बात नहीं बनने पर विपक्षी सांसदों ने पहले राज्यसभा के भीतर हंगामा किया। बाद में सभी सांसदों ने सदन का बहिष्कार करते हुए संसद परिसर में मौजूद गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया और नारेबाजी की। निलंबित सांसदों ने आगे भी धरना जारी रखने का एलान किया। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें प्रियंका चतुर्वेदी ने माफी मांगने से किया इन्कार इस बीच, मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति को एक चिट्टी लिखी है, जिसमें उन्होंने 12 सांसदों के निलंबन को गलत बताया और कहा कि संसदीय लोकतंत्र के हितों के मद्देनजर इनके निलंबन को वापस लिया जाना चाहिए। विपक्षी सांसदों के साथ गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन और धरने में शामिल हुईं शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने माफी मांगने से इन्कार किया और कहा कि जनता के मुद्दे उठाना व सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना यदि अलोकतांत्रिक है, संसदीय नियमों के खिलाफ है तो उन्हें इस तरह के सौ निलंबन मंजूर हैं। बता दें कि निलंबित सांसदों में प्रियंका चतुर्वेदी भी शामिल हैं। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-know-what-union-minister-of-state-for-home-nityanand-rai-said-in-parliament-regarding-caste-based-census-22252977.html,"आजादी के बाद एससी और एसटी को छोड़कर नहीं हुई जातियों की गिनती, नित्यानंद राय ने लोकसभा को दी जानकारी","नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसने आजादी के बाद से जनगणना में अनुसूचित जातियों (एससी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के अलावा जाति आधारित गणना नहीं की है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही। प्रश्न पूछा गया था कि क्या सरकार ने जाति आधारित जनगणना के लिए कोई योजना या नीति बनाई है? गृह राज्यमंत्री ने कहा कि संविधान (अनुसूचित जाति) आदेश, 1950 और संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश, 1950 के तहत अनुसूचित जातियों तथा अनुसूचित जनजातियों के रूप में विशेष तौर पर अधिसूचित जातियों और जनजातियों को एक दशक में होने वाली जनगणना में गिना जाता है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें छह लाख से अधिक भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी सरकार ने लोकसभा को बताया कि पिछले पांच वर्षो में छह लाख से अधिक भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि विदेश मंत्रालय के पास उपलब्ध जानकारी के मुताबिक 1,33,83,718 भारतीय नागरिक दूसरे देशों में रह रहे हैं। भारतीय नागरिकता के लिए 10,645 लोगों ने किया आवेदन औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें नित्यानंद राय ने लोकसभा में कहा कि पिछले पांच वर्षो में 10,645 लोगों ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है। इनमें 227 लोग अमेरिका से, 7,782 लोग पाकिस्तान से, 795 लोग अफगानिस्तान से और 184 लोग बांग्लादेश से हैं। इस दौरान कुल 4,177 लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई। राष्ट्रव्यापी एनआरसी को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) तैयार करने के बारे में अब तक कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), 2019 को 12 दिसंबर, 2019 को अधिसूचित किया गया था और यह 10 जनवरी, 2020 को अमल में आया। मंत्री ने कहा कि नियमों के अधिसूचित होने के बाद लोग इस कानून के तहत नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-suspension-of-12-opposition-mps-rajya-sabha-lok-sabha-farm-laws-22252074.html,"शीतकालीन सत्र 2021: निलंबन वापसी पर बोले सभापति- बिना माफी मांगे संभव नहीं, कल गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देगा विपक्ष","नई दिल्ली, एजेंसी। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के 12 सदस्यों क निलंबन का मुद्दा दोनों सदनों में गरमाया रहा। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस कार्रवाई को नियमों के खिलाफ बताते हुए निलंबन वापस लेने का अनुरोध किया, जिसे राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने खारिज कर दिया। 12 निलंबित विपक्षी सांसद राज्यसभा के सभापति को अपने निलंबन को निरस्त करने के लिए पत्र लिखेंगे। सभी निलंबित सांसद कल संसद में गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देंगे। मानसून सत्र में इन सांसदों ने अशोभनीय आचरण किया था। सदन के अंदर तोड़फोड़, आसन पर पेपर फेंकने, टेबल पर चढ़कर डांस करने और मार्शल के साथ अभद्रता के आरोप थे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें Parliament Winter Session 2021 Live Updates लोकसभा राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष के भारी हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। कार्रवाई आवश्यक थी: गोयल 12 सांसदों के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले सत्र में विपक्ष की मंशा सत्र को ना चलने देने की थी। अध्यक्ष का अपमान किया गया, पेपर फेंके गए। लेडी मार्शल को चोट लगी। इसे देखते हुए आवश्यक था कि ये कार्रवाई की जाए। सदस्य को माफी मांगनी चाहिए। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें क्रिप्टो करेंसी पर बिल लाने की तैयारी में सरकार राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह एक जोखिम भरा क्षेत्र है और पूर्ण नियामक ढांचे में नहीं है। इसके विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। आरबीआई और सेबी के माध्यम से जागरूकता पैदा करने के लिए कदम उठाए गए हैं। सरकार जल्द ही एक विधेयक पेश करेगी। बिना माफी निलंबन वापस नहीं मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में विपक्षी दल के आठ नेताओं ने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की और उनसे 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया। सभापति नायडू ने उनसे कहा कि सदन के निलंबित सदस्यों से माफी मांगे बिना यह संभव नहीं है: सूत्र एनआरसी तैयार करने का कोई निर्णय नहीं गृह मंत्रालय ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि अब तक, सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर (NRIC) तैयार करने का कोई निर्णय नहीं लिया है। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें भारत में ओमिक्रोन का कोई मामला नहीं राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मंडाविया ने बताया कि भारत में अब तक कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। Koo App भारत में अब तक #COVID19 के ओमीक्रोन वेरिएंट का कोई मामला दर्ज़ नहीं किया गया है: #RajyaSabha में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया View attached media content - पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) 30 Nov 2021 निलंबन पर विपक्षी की एक और बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी नेता एक और बैठक कर रहे हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा जिन 12 सदस्यों को निलंबित किया गया उन्हें वापस लेने के लिए आज हम अध्यक्ष महोदय से मिले और उनसे आग्रह किया गया। पिछले सत्र में जो घटना हुई थी फिर उसे उठाकर फिर से सदस्यों को निलंबित करना गैरक़ानूनी है और नियमों के खिलाफ है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें संसद परिसर में विपक्ष का प्रदर्शन 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी नेता संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू द्वारा 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने को खारिज करने के बाद विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा से वाकआउट किया है। #WATCH Opposition leaders protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament premises demanding revocation of suspension of 12 Opposition MPs of Rajya Sabha pic.twitter.com/iuqVtc5q5R — ANI (@ANI) November 30, 2021 निलंबन को रद्द करने के अनुरोध को खारिज राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने के अनुरोध को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के सभापति को कार्रवाई करने का अधिकार है और सदन भी कार्रवाई कर सकता है। नायडू ने कहा कि पिछले मानसून सत्र का कड़वा अनुभव आज भी हममें से अधिकांश लोगों को परेशान करता है। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें लोकसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित राज्यसबा के सदस्यों के निलंबन पर कांग्रेस, DMK और नेशनल कांफ्रेंस के वाक आउट के बाद लोकसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया। पीएम मोदी किसानों और कृषि के प्रति प्रतिबद्ध केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सारा देश इस बात का साक्षी है कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों के प्रति और कृषि के प्रति प्रतिबद्ध हैं और रहेंगे। उनके 7 साल के कार्यकाल में जो ऐतिहासिक काम कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए हुए हैं, वे पहले कभी भी कांग्रेस सरकार में नहीं हुए। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें मजबूरी में लेना पड़ा फैसला 12 सांसदों के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कल भी हमने उनसे कहा कि आप लोग माफी मांग लीजिए, खेद व्यक्त कीजिए। लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया, साफ इनकार किया। इसलिए मज़बूरी में हमें ये फैसला लेना पड़ा। उन्हें सदन में माफी मांगनी चाहिए। विपक्षी दलों की राज्यसभा के सभापति से मुलाकात राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दल राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मिलने जा रहे हैं। इन सांसदों ने अशोभनीय आचरण के कारण मौजूदा सत्र से निलंबित कर दिया गया है। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें ईंधन की बढ़ती कीमतों पर चर्चा की मांग लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। ईंधन की बढ़ती कीमतों पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और शिवसेना ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। शीतकालीन सत्र की रणनीति पर चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में राजनाथ सिंह, अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर सहित शीर्ष मंत्रियों के साथ जारी शीतकालीन सत्र की रणनीति पर चर्चा के लिए एक बैठक की। 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष की बैठक सदन के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में बैठक की। इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जा रही है। #WATCH Opposition parties meet at the Parliament to discuss future strategy after suspension of 12 Rajya Sabha MPs for the remaining part of the Winter session. Congress MP Rahul Gandhi present in the meeting pic.twitter.com/oF7JMSgB9H — ANI (@ANI) November 30, 2021 बैठक के बाद लिया जाएगा फैसला: चौधरी लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सत्र को बहिष्कार किए जाने को लेकर मेरे पास कोई जानकारी नहीं है। 12 सांसदों के निलंबन को लेकर बैठक है। जो भी निर्णय इस बैठक के बाद लिया जाएगा उसे हम मानेंगे। सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार: नकवी केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि जिन भी मुद्दों पर विपक्ष बहस या चर्चा चाहता है उसके लिए सरकार तैयार है। उसके लिए नोटिस दिया जाता है। सरकार ने तो कभी कहा ही नहीं कि हम चर्चा नहीं करने देंगे। माफी नहीं मांगेंगे: बिनाय विश्वम सीपीआइ सांसद बिनाय विश्वम ने कहा है कि हमने आत्मानिर्भर भारत के लिए बैंक के निजीकरण के मुद्दे पर लड़ाई लड़ी... हम माफी नहीं मांगेंगे। विश्वम समेत 12 राज्यसभा सांसदों को शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए अनुशासनहीनता के लिए निलंबित कर दिया गया है। माफी मांगने का सवाल ही नहीं विपक्ष के 12 सदस्यों के निलंबन पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि भविष्य की रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्षी दल आज बैठक कर रहे हैं। माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। सांसदों को सदन के नियमों के खिलाफ निलंबित किया गया है। लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने 'सरकार को कृषि कानूनों के विरोध में जान गंवाने वाले किसानों का रिकार्ड बनाने और उनके परिवारों को मुआवजा देने का निर्देश देने के लिए' लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। व हीं, कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने 'देश भर में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के कारणों पर चर्चा करने के लिए और सरकार को पेट्रोल, डीजल, एलपीजी पर उत्पाद शुल्क को 2013 के स्तर तक कम करने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश देने के लिए' लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। किरेन रिजिजू पेश करेंगे बिल केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक, 2021 पेश करेंगे। यह विधेयक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) अधिनियम, 1954 और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) अधिनियम, 1958 में और संशोधन का प्रयास है। समिति की जांच के बाद कार्रवाई निलंबित सदस्यों ने बीते मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन की गरिमा को तार-तार करते हुए कथित तौर पर धक्का-मुक्की के साथ जबर्दस्त हंगामा किया था। इसे लेकर गठित समिति ने इसकी जांच की थी, जिसकी सिफारिशों के आधार पर तैयार प्रस्ताव को सदन में मंजूरी दी गई। सरकार और विपक्ष के बीच फिर दरार राज्यसभा से विपक्षी दलों के 12 सांसदों के निलंबन ने सरकार और विपक्ष के बीच फिर से दरार पैदा कर दी है। सरकारी सूत्रों ने कहा है कि जिन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, अगर वे नियमानुसार माफी मांगते हैं तो इसपर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। Koo App १/१. संसद के पिछले सत्र के आखिरी दिन सारी हदें पार करते हुए हंगामा करने वाले 12 सांसदों का निलम्बन बिहार सहित देश भर की विधानसभाओं के सदस्यों के लिए भी एक कड़ा, लेकिन आवश्यक संदेश है कि सदन में मर्यादा का पालन होना ही चाहिए। - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 29 Nov 2021 Koo App जिन कानूनों की वापसी की मांग पर विपक्ष एकजुट था, आम सहमति थी और सरकार ने किसानों की भावना का सम्मान करते हुए इसके लिए बिल पेश भी किया, फिर उस पर चर्चा की मांग कर हंगामा करना दुर्भाग्यपूर्ण था। विपक्ष का मकसद सिर्फ हंगामा करना नहीं होना चाहिए। - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 29 Nov 2021 Koo App १/२. विपक्ष को आलोचना करने और सवाल पूछने का पूरा अधिकार है, लेकिन किसी को भी आसन का अपमान करने, माइक तोड़ने, रिपोर्टर टेबुल पर चढने और मार्शलों से मारपीट करने जैसे आचरण की छूट नहीं दी जा सकती। विधायिका सवाल-जवाब, चर्चा और बहस करने का मंच है, मसल पावर दिखाने का अखाड़ा नहीं। - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 29 Nov 2021 इन 12 सांसदों का निलंबन सदन में अनुशासनहीनता के आरोप में राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इसमें सीपीएम के इलामाराम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनाय विश्वम, टीएमसी की डोला सेन और शांता छेत्री और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई को मौजूदा सत्र के शेष भाग के लिए निलंबित कर दिया गया है। संसद में कृषि कानून वापसी बिल पास सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में कृषि विधि निरसन विधेयक, 2021 को मंजूरी प्रदान कर दी गई। विपक्ष लगातार इस विधेयक पर चर्चा की मांग करते हुए भारी हंगामा कर रहा था, जिस कारण सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mamata-wants-to-lead-opposition-sonia-gandhi-days-are-over-says-dilip-ghosh-22252357.html,"सोनिया गांधी का समय हुआ समाप्‍त, अब ममता चाहती हैं विपक्ष को लीड करना: भाजपा","कोलकाता (एएनआई)। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच बन रही दूरियों पर भाजपा ने भी कटाक्ष किया है। भाजपा के उपाध्‍यक्ष दिलीप घोष ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा है कि अब सोनिया गांधी का समय पूरा हो चुका है और अब ममता विपक्ष को लीड करना चाहती हैं। उन्‍होंने कहा कि इनका ये नाटक काफी पुराना है। विपक्ष की हर पार्टी चाहती है कि वो लीड करे। ममता भी विपक्ष की नेता बनना चाहती हैं। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान भी कांग्रेस और टीएमसी के बीच जारी खींचतान खुलकर सामने आ गई है। इससे पहले भी दोनों के बीच दूरियां काफी बढ़ी हुई थीं। इसकी वजह कांग्रेस के नेताओं का तेजी से टीएमसी का दामन थामना था। बता दें कि टीएमसी न तो कांग्रेस द्वारा बुलाई गई बैठक का हिस्‍सा बनी थी न ही वो केंद्र सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस समेत दूसरी पार्टियों के साथ शामिल हुई। कांग्रेस ने ये बैठक शीतकालीन सत्र को लेकर रणनीति बनाने के मकसद से बुलाई थी। आपको यहां पर ये भी बता दें कि कांग्रेस की तरफ से लगातार टीएमसी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें पिछले दिनों कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि टीएमसी किसानों के मुद्दे पर मिली जीत का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है जबकि वो इस लड़ाई में कहीं थी ही नहीं। अब कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि टीएमसी और भाजपा में अंदरखाने सांठगांठ हो रखी है। चौधरी ने यहां तक कहा है कि टीएमसी डबल गेम खेल रही है। गौरतलब है कि इसी वर्ष 20 अगस्‍त को जब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और कांग्रेसी की कार्यकारी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के बीच में मुलाकात हुई थी, तब दोनों की ही तरफ से बातचीत सकारात्‍मक दिशा की तरफ बढ़ने का संकेत दिया गया था। उस वक्‍त टीएमसी प्रमुख ने कहा था कि भाजपा की केंद्र सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ आना चाहिए। लेकिन आज ये स्थिति बदल चुकी है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-cold-war-between-congress-tmc-raises-questions-about-opposition-unity-22252142.html,"कांग्रेसी नेता ने दिया टीएमसी को लेकर बड़ा बयान, कहा- खेल रही डबल गेम, भाजपा से है सांठगांठ","नई दिल्‍ली (एएनआई)। कांग्रेस के अंदर मची खींचतान अब खुलकर सामने आ रही है। पार्टी के अंदर ही छिड़े शीत युद्ध और विपक्ष की एकजुटता को लेकर अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने ही सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत के दौरान कांग्रेस में छिड़ा कोल्‍ड वार साफतौर पर दिखाई भी दिया है। टीएमसी ने पेन-इंडिया एक्‍सपेंशन की तरफ बढ़ रही है। हालांकि दोनों ही पार्टियां आमने सामने आकर एक दूसरे के खिलाफ खुद को दिखाने से बच रही हैं, लेकिन दोनों के उठाए गए कदम इस बात का सीधा संकेत दे रहे हैं कि सब कुछ ठीक नहीं है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें इस बीच कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के रवैये को लेकर उन पर कई आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि टीएमसी डबल गेम खेल रही है। पिछली बार संसद सत्र के दौरान वो कांग्रेस के साथ थी। इस बार भी ऐसा ही होना था लेकिन वो दूर चली गई है। उन्‍होंने ये भी आरोप लगाया कि ममता के भतीजे को ईडी ने काल किया था, जिसके बाद ममता की भाजपा से डील हुई और उनके भतीजे को छोड़ दिया गया। असम और मेघालय में कांग्रेस के खेमे को मिले झटके के बाद इन दोनों ही पार्टियों की दूरियां और अधिक बढ़ गई है। असम में कांग्रेस महिला विंग की अध्‍यक्ष सुष्मिता देव ने हाल ही में टीएमसी का दामन थामा है। इतना ही नहीं टीएमसी में लगातार दूसरी पार्टियों से नेताओं का आना लगा हुआ है। इसमें सबसे अहम कांग्रेस ही है। मेघालय में भी कांग्रेस के पूर्व सीएम समेत करीब 14 नेता टीएमसी में शामिल होने से भी दोनों के बीच तनाव बढ़ा है। बिहार से कीर्ति आजाद भी कांग्रेस को छोड़ टीएमसी में शामिल हुए हैं। टीएमसी में लगातार ये सिलसिला चल रहा है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें टीएमसी गोवा में पार्टी का विस्‍तार करने और अपनी किस्‍मत आजमाने की कोशिश कर रही है। टीएमसी ने कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक का भी बहिष्‍कार किया था। शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन जहां सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने गांधी की प्रतिमा के आगे विरोध प्रदर्शन किया वहीं टीएमसी सदस्‍यों ने दूसरी जगह प्रदर्शन कर ये बता दिया कि वो कांग्रेस के साथ नहीं हैं। टीएससी कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की उस बैठक में भी नहीं गई थी जो राज्‍य सभा में विपक्ष्‍ज्ञ के 12 सदस्‍यों के निलंबन के फैसले के खिलाफ लेकर बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद इसमें शामिल 11 विपक्षी पार्टियों ने एक साझा बयान जारी किया था जबकि टीएमसी ने अपना पक्ष अलग से रखा था। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक के बाद जारी साझा बयान को लेकर कांग्रेस ने इस बयान में टीएमसी का नाम जोड़ने को लेकर पार्टी की सहमति मांगी थी, जिसको ठुकरा दिया गया था। सूत्रों का ये भी कहना है कि टीएमसी की अपनी महत्‍वाकांक्षाएं और हित हैं। वहीं कांग्रेस आमने-सामने की नाराजगी से बचना चाहती है। आपको बता दें कि हाल ही में ममता बनर्जी दिल्‍ली में थी लेकिन उन्‍होंने कांग्रेस की कार्यवाहक अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की थी। जब ममत से इस बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने कहा कि क्‍या ये जरूरी है कि सोनिया गांधी से मिला ही जाए। तीन कृषि कानूनों की वापसी को लेकर जब सदन के पटल प्रस्‍ताव रखा गया तो कांग्रेसी खेमा खामोश रहा लेकिन टीएमसी ने जबरदस्‍त हंगामा किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही को स्‍थगित करना पड़ा था। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-suspended-mps-likely-to-meet-rajya-sabha-chairman-venkaiah-naidu-today-22251870.html,"राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू से आज मिलेंगे सभी निलंबित सांसद, मांग सकते हैं 'माफी'","नई दिल्ली, एएनआइ। देश में संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है और मंगलवार (आज) को दूसरा दिन है। सत्र के पहले ही दिन सोमवार को संसद के ऊपरी सदन में हुए हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद निलंबित किए गए 12 सांसद आज राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू से मिल सकते हैं। नाम न बताने की शर्त पर सूत्रों ने एएनआइ को बताया कि यह मुलाकात उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु के आवास पर हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को ये सांसद अपने आचरण के लिए अध्यक्ष वेंकैया नायडू से माफी मांग सकते हैं। जिन 12 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सदन से निलंबित किया गया है, उनमें माकपा के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भाकपा के विनय विस्वम शामिल हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें बता दें कि किसानों से किए गए वादे के मुताबिक संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सरकार ने कृषि सुधार के तीनों कानूनों को रद करने का 'कृषि कानूनों का निरस्तीकरण विधेयक, 2021' पारित कर दिया। इसके बावजूद न तो किसानों का आंदोलन रुका और न ही राजनीति थमी। दोनों सदनों में विपक्ष कानून रद करने से पहले चर्चा चाहता था। आखिरकार शोर-शराबे के बीच ही विधेयक पारित कर कानून रद कर दिए गए। वैसे कांग्रेस ने यह जरूर स्पष्ट किया कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन से इस सदन के सभी सदस्य प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जुड़े हुए हैं और सभी ने मदद की है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें सोमवार को जब कानून रद करने के लिए विधेयक आया तो विपक्ष इसे सरकार की असफलता के साथ-साथ यह बताना चाहता था कि अब सरकार भी मान रही है कि गलत कानून पारित कराए गए थे। इसी उद्देश्य से विधेयक के पहले चर्चा कराने की मांग की गई थी। शोर शराबे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही सुबह ही एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। जबकि विधेयक पेश करने से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि जब सरकार के साथ विपक्ष भी कानूनों की वापसी के लिए तैयार है तो फिर इस पर चर्चा का कोई औचित्य नहीं बनता। ध्वनिमत से लोकसभा में विधेयक मिनटों में पारित हो गया और कानून रद। वैसे संकेत हैं कि सदन अभी भी शांत नहीं होगा। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-opposition-angry-over-suspension-of-12-mps-congress-to-meet-with-the-opposition-parties-22250974.html,"12 सांसदों के निलंबन पर भड़का विपक्ष, सरकार के खिलाफ लामबंदी तेज, कांग्रेस बोली- आज विपक्षी दलों के साथ होगी बैठक","नई दिल्ली, जेएनएन/एजेंसियां। सदन के अंदर तोड़फोड़, आसन पर पेपर फेंकने, टेबल पर चढ़कर डांस और मार्शल तक के साथ अभद्रता के आरोप में राज्यसभा के 12 सदस्य पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिए गए हैं। घटना पिछले सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त की थी। इसलिए पूरी छानबीन के बाद शीतकालीन सत्र के पहले दिन यह कार्रवाई हुई है। इस कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने आक्रामक तेवर अख्तियार कर लिए हैं। कांग्रेस ने कहा है कि हम इस कदम की निंदा करते हैं। मंगलवार को 10 बजे विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को लेकर मिलना तय किया है। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें उपसभापति के प्रस्‍ताव पर लगी मुहर उपसभापति हरिवंश नारायण की अनुमति से संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने इस आशय का प्रस्ताव सदन में पेश किया, जिसका विपक्षी दलों ने विरोध किया लेकिन हंगामे के बीच सदन में इसे मंजूरी दे दी गई। यह कार्रवाई राज्यसभा की नियमावली 256 के तहत की गई है, जिसमें सभापति को यह अधिकार प्राप्त है। ये हैं आरोप औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें आरोप हैं कि निलंबित सदस्यों ने बीते मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन की गरिमा को तार-तार करते हुए कथित तौर पर धक्का-मुक्की के साथ जबर्दस्त हंगामा किया था। इसे लेकर गठित समिति ने इसकी जांच की थी, जिसकी सिफारिशों के आधार पर तैयार प्रस्ताव को सदन में मंजूरी दी गई। सभापति को हैं अधिकार धक्का-मुक्की और सदन की मर्यादा का कथित तौर पर उल्लंघन करने के आरोपों के बाद राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने मामले की जांच के लिए समिति गठित की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर इन सांसदों के खिलाफ सोमवार को कार्रवाई की गई। राज्यसभा के सभापति को सदन की कार्यवाही के संचालन के लिए कई तरह के अधिकार प्राप्त हैं। समिति ने अपनी जांच में उक्त सदस्यों के व्यवहार को गलत व अमर्यादित करार दिया है। विपक्ष ने की थी यह गुजारिश बताया जाता है कि विपक्षी दलों ने सरकार से यह प्रस्ताव नहीं लाने का आग्रह किया था। सरकार की ओर से जब मांग की गई कि सदस्य सदन के अंदर माफी मांगे और वचन दें कि इस सत्र में कोई अड़चन पैदा नहीं करेंगे तो विपक्षी दलों ने ऐसा आश्वासन देने से मना कर दिया। 11 अगस्त की घटना शर्मनाक दरअसल सरकारी पक्ष का कहना है कि विपक्ष ने मानसून सत्र को बाधित करने का मन बना लिया था। एक नेता ने राज्यसभा की बुलेटिन दिखाते हुए कहा कि हर दिन सदन को बाधित करने वाले दो-ढाई दर्जन विपक्षी सदस्यों का नाम आता था। सरकार ने बर्दाश्त किया। लेकिन 11 अगस्त को जो कुछ हुआ वह निम्नतम गिरने की पराकाष्ठा थी। शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन, 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्ष नहीं करेगा प्रदर्शन यह भी पढ़ें लंबा रहा है ऐसी कार्रवाई का इतिहास सदन में अशोभनीय आचरण करने के आरोप में पहली कार्रवाई 40वें सत्र में 1962 में गोडे मुराहरि के खिलाफ हुई थी। चर्चित नेता राजनारायण को 1966, 1967, 1971 और 1974 में सदन से निलंबित किया गया था। हाल के वर्षों में 2010 में कमाल अख्तर, वीरपाल सिंह यादव, एजाज अली, सुभाष प्रसाद यादव, अमीर आलम, नंद किशोर यादव को निलंबन झेलना पड़ा। साबिर अली और सुभाष यादव को अक्षम्य आचरण के चलते सदन से बर्खास्त तक कर दिया गया। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई से किसी किसान की मौत नहीं हुई: केंद्र यह भी पढ़ें साल 2020 और 2021 में भी घटनाएं साल 2020 में तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन, आप के संजय ¨सह, कांग्रेस के राजीव सातव, माकपा के केके रागेश, कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा, एआइटीसी के डोला सेन और माकपा के एलामारम करीम को निलंबित कर दिया गया था। 2021 में डाक्टर शांतनु सेन को भी निलंबन झेलना पड़ा। इन सांसदों को किया गया निलंबित जिन 12 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सदन से निलंबित किया गया है, उनमें माकपा के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भाकपा के विनय विस्वम शामिल हैं। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें सिब्बल ने बोला हमला इन 12 सांसदों को सस्पेंड करने पर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सरकार पर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि सरकार की केवल ये मानसिकता है कि विपक्ष के ऊपर किसी तरह से वार करो और इनको मालूम है कि अगर वो इस तरह निलंबित करेंगे तो निश्चित रूप से विपक्ष इसका विरोध करेगी और फिर सदन नहीं चलेगा। वह यही चाहते हैं कि सदन न चले.... लामबंद हुआ विपक्ष पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें सांसदों को शीतकालीन सत्र से सस्पेंड करने पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह लोकतंत्र विरोधी कदम है और सरकार सांसदों में डर पैदा करने के लिए ये कदम उठाई है। डराना-धमकाना उनकी अदत बन गई है। सरकार ने आज 12 सांसदों पर एक्शन लेने के लिए जो रेजोल्यूशन मूव किया है ये पूरी तरह गलत है। यह लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश है। हम इसकी निंदा करते हैं और इस पर सभी विपक्षी पार्टी सहमत है। हमने मंगलवार को 10 बजे मिलना तय किया है... Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-first-day-of-winter-session-the-agricultural-law-was-withdrawn-without-discussion-22250935.html,"पहले ही दिन बिना चर्चा कृषि कानून वापस, विधेयक पर भी विपक्षी दलों ने किया हंगामा, कर रहे थे चर्चा की मांग","जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। किसानों से किए गए वादे के मुताबिक संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सरकार ने कृषि सुधार के तीनों कानूनों को रद करने का 'कृषि कानूनों का निरस्तीकरण विधेयक, 2021' पारित कर दिया। इसके बावजूद न तो किसानों का आंदोलन रुका और न ही राजनीति थमी। दोनों सदनों में विपक्ष कानून रद करने से पहले चर्चा चाहता था। आखिरकार शोर-शराबे के बीच ही विधेयक पारित कर कानून रद कर दिए गए। वैसे कांग्रेस ने यह जरूर स्पष्ट किया कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन से इस सदन के सभी सदस्य प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जुड़े हुए हैं और सभी ने मदद की है। जाहिर तौर पर यह बयान किसानों की सहानुभूति जीतने के लिए था, लेकिन परोक्ष रूप से इसका संदेश यह भी जाता है कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन की पृष्ठभूमि में कुछ राजनीतिक दल थे। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें पिछले हफ्ते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह कहते हुए तीनों कृषि कानूनों की वापसी का एलान किया था कि इन्हें छोटे किसानों की भलाई के लिए लाया गया था, लेकिन अफसोस है कि किसानों के एक छोटे वर्ग को सरकार इनके लाभ नहीं समझा सकी। सोमवार को जब कानून रद करने के लिए विधेयक आया तो विपक्ष इसे सरकार की असफलता के साथ-साथ यह बताना चाहता था कि अब सरकार भी मान रही है कि गलत कानून पारित कराए गए थे। इसी उद्देश्य से विधेयक के पहले चर्चा कराने की मांग की गई थी। शोर शराबे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही सुबह ही एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। जबकि विधेयक पेश करने से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि जब सरकार के साथ विपक्ष भी कानूनों की वापसी के लिए तैयार है तो फिर इस पर चर्चा का कोई औचित्य नहीं बनता। ध्वनिमत से लोकसभा में विधेयक मिनटों में पारित हो गया और कानून रद। वैसे संकेत हैं कि सदन अभी भी शांत नहीं होगा। किसानों के मुद्दे पर विपक्ष सवाल खड़े करता रहेगा। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को दो मिनट बोलने का मौका मिला कृषि कानूनों की वापसी के मुद्दे को उच्च प्राथमिकता के आधार पर लोकसभा में पारित कराने के साथ सरकार ने विधेयक को दोपहर के भोजनावकाश के तत्काल बाद राज्यसभा में भी पेश कर दिया। विपक्षी दलों की ओर से विधेयक पर चर्चा की मांग उठाई गई, लेकिन उपसभापति हरिवंश नारायण ने उनकी मांग को स्वीकार नहीं किया। हालांकि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आग्रह को देखते हुए उन्हें बोलने के लिए दो मिनट का मौका दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह कृषि कानून विरोधियों के साथ आंदोलन में खड़े थे। कानून वापसी के मुद्दे का कांग्रेस विरोध नहीं करती। उनके भाषण को लंबा खिंचता देख उपसभापति ने कृषि मंत्री तोमर को विधेयक पेश करने का मौका दे दिया। इसके बाद विधेयक ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। पीएम मोदी ने दिया ऐतिहासिक बड़प्पन का परिचय: तोमर विपक्षी दल के सदस्य सदन से बाहर आकर सरकार की आलोचना करते दिखे। उनका आरोप था कि पहले भी कई विधेयक वापस हुए हैं, जिन पर सदन में बहस कराई गई थी। कांग्रेस नेता खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार ने उपचुनाव के नतीजे देखने के बाद कृषि कानून वापस लेने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि आगे पांच राज्यों में चुनाव हैं, इसलिए सरकार को लगा कि अड़े रहे तो बड़ा नुकसान हो सकता है। कृषि मंत्री तोमर ने इसके जवाब में कहा, 'हम किसानों को समझाने में सफल नहीं हुए इसलिए प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक बड़प्पन का परिचय दिया।' Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-vinod-tawde-met-narendra-modi-pm-said-use-skills-in-service-and-dedication-to-the-public-22251339.html,"पीएम मोदी से मिले विनोद तावड़े, प्रधानमंत्री ने कहा- जनता की सेवा और समर्पण में करें कौशल का उपयोग","नई दिल्‍ली, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बनने के बाद विनोद तावड़े ने रविवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर पीएम मोदी ने व‍िनोद तावड़े को राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी ढंग से काम करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री मोदी ने विनोद तावड़े से कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में पार्टी को आपसे बहुत सारी राजनीतिक और संगठनात्मक अपेक्षाएं हैं। उन्होंने आगे कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव के रूप में उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, वह एक बड़ा अवसर है और आप इस अवसर का अधिकतम उपयोग करते हुए पार्टी के विकास के लिए काम करें। प्रधानमंत्री ने विनोद तावड़े से यह भी कहा कि भाजपा को अपने कौशल का उपयोग जनता की सेवा और समर्पण में करना चाहिए। देश और पार्टी हित ही हमारे लिए सर्वोपरि है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने मार्गदर्शन करते हुए व‍िनोद तावड़े से कहा कि हमें न केवल चुनावी राजनीति करनी चाहिए, बल्कि सत्ता के फल को आम, गरीब जनता तक पहुंचाने के लिए भी कड़ी मेहनत करनी चाहिए। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को भी प्रेरित किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने विनोद तावड़े से यह भी कहा कि भाजपा को अपनी शक्ति का उपयोग बिना उपभोग किए जन सेवा के साधन के रूप में करना चाहिए। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-winter-session-2021-trinamool-congress-looked-like-a-change-protested-by-staying-behind-22251067.html,"Winter Session 2021: बदली-बदली सी दिखी तृणमूल कांग्रेस, पीछे रहकर ही किया विरोध","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जैसी आंशका थी, ठीक वैसा ही नजारा शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद के दोनों ही सदनों में देखने को मिला। विपक्ष ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी से जुड़े विधेयक पर चर्चा की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। बावजूद इसके जो खास बात देखने मिली, वह राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस का बदला हुआ रुख था। अमूमन सदन में आक्रामक और विपक्ष के साथ विरोध में अगुआ बनकर खड़ी रहने वाली इस पार्टी के सांसद राज्यसभा में इस बार थोड़ा चुप्पी साधे दिखे। हालांकि विपक्ष को दिखाने के लिए कुछ अपनी सीटों से खड़े भी हुए, लेकिन वेल में आने जैसी गलती नहीं की। कांग्रेस की ओर से बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक से भी खुद को रखा दूर यह और बात है कि लोकसभा में तृणमूल आक्रामक थी। तृणमूल कांग्रेस के इस रुख की सत्ता पक्ष के खेमे में चर्चा तो थी ही, विपक्षी सांसद भी अचंभित थे। खास तौर पर तब जबकि सदन में सामंजस्य के लिए कांग्रेस की ओर से बुलाई गई बैठक से तृणमूल गायब थी। कांग्रेस की ओर से बुलाई गई इस बैठक में 11 विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लिया था। वैसे तृणमूल नेता शुभेंदु शेखर का कहना था कि तृणमूल का किसी के साथ कोई गठबंधन नहीं है। जाहिर है कि तृणमूल अब कांग्रेस के नेतृत्व में काम करते हुए नहीं दिखेगी। वह अपनी तय रणनीति के तहत ही कभी साथ तो कभी अलग भी दिखेगी। भारी हंगामे में तृणमूल के दो सांसद भी किए गए जानकारों की मानें तो राज्यसभा में सोमवार को मानसून सत्र का भी असर था, जिसमें भारी हंगामा करने के चलते जिन 12 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया है, उनमें तृणमूल के भी दो सांसद हैं। इससे पहले के सत्र में तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का हंगामे के चलते निलंबन हो चुका है। इसके साथ ही पार्टी को गलत व्यवहार के चलते कई बार सभापति की ओर से चेतावनी भी दी जा चुकी है। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-winter-session-2021-opposition-will-not-leave-the-issue-of-farmers-questions-raised-on-passing-the-bill-without-discussion-22251015.html,"Winter Session 2021: किसानों का मुद्दा नहीं छोड़ेगा विपक्ष, बिना चर्चा विधेयक पारित करने पर उठाए सवाल","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। संसद के पहले दिन ही दोनों सदनों से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का 'कृषि कानूनों का निरस्तीकरण विधेयक, 2021' पारित कर सरकार ने भले ही किसानों से किए गए अपने वादों को पूरा कर दिया है, लेकिन विपक्ष फिलहाल किसानों का मुद्दा छोड़ने को तैयार नहीं है। संसद के दोनों सदनों के भीतर और बाहर सोमवार को कांग्रेस सहित करीब समूचे विपक्ष की जो रणनीति दिखी, उससे साफ है कि वह आगे भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी देने सहित कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को मुआवजा देने जैसी मांगों को लेकर अपने तीखे विरोध को जारी रखेगा। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें राहुल गांधी बोले, चर्चा से डरती है सरकार कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इसके संकेत दिए। उन्होंने कहा कि आपने कहा प्रधानमंत्री ने माफी मांगी, इसका मतलब प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि उनकी गलती के कारण 700 लोग मारे गए, उनकी गलती से आंदोलन हुआ। अगर उन्होंने गलती मानी है तो नुकसान की भरपाई तो करनी पड़ेगी। । राहुल गांधी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा, हमने कहा था कि जो तीन काले कानून हैं इनको वापस लेना पड़ेगा क्योंकि हमें पता था कि तीन-चार जो बड़े पूंजीपति है उनकी शक्ति हिंदुस्तान के किसानों के सामने खड़ी नहीं हो सकती और वही हुआ। यह किसानों की जीत है, देश की सफलता है, लेकिन जिस प्रकार इन तीनों कृषि कानूनों को बगैर किसी चर्चा के रद किया गया, वह दर्शाता है कि सरकार चर्चा से डरती है। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि जो 700 प्रदर्शनकारी शहीद हुए हैं, उनके बारे में चर्चा हो। एमएसपी, लखीमपुर खीरी, गृह राज्यमंत्री आदि मुद्दों पर चर्चा हो, जो नहीं होने दिया गया। वे अभी भी उनकी मांगें हैं, हम उनका समर्थन करते हैं। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-tharoor-selfie-with-six-women-mp-with-attractive-place-to-work-tweet-sparks-row-22249849.html,"शशि थरूर ने महिला सांसदों के साथ शेयर की सेल्फी, कैप्शन देख भड़के लोग, बाद में मांगी माफी","नई दिल्ली, पीटीआइ। कांग्रेस सांसद शशि थरूर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनकी एक सेल्फी चर्चा का विषय बनी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को ट्विटर पर छह महिला सांसदों के साथ एक सेल्फी पोस्ट की है। उन्होंने सेल्फी के साथ कैप्शन में लिखा, 'कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए एक आकर्षक जगह नहीं है। आज सुबह मेरे छह साथी सांसदों के साथ।' शशि थरूर की इस सेल्फी के कैप्शन को लेकर इंटरनेट मीडिया में लोग तरह-तरह के कमेंट कर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। सिस्टम के कारण‌ ज्यादातर प्रोजेक्ट में हो रही देरी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यह भी पढ़ें दरअसल, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बारामती की सांसद सुप्रिया सुले, पटियाला की सांसद परनीत कौर, दक्षिण चेन्नई की सांसद थमिजाची थंगापांडियन, जादवपुर की सांसद मिमी चक्रवर्ती, बशीरहाट की सांसद नुसरत जहां और करूर से सांसद एस जोथिमनी के साथ एक तस्वीर पोस्ट की है। इसी तस्वीर पर इंटरनेट मीडिया में हंगामा मचा हुआ है। Who says the Lok Sabha isn’t an attractive place to work? With six of my fellow MPs this morning: ⁦@supriya_sule⁩ ⁦@preneet_kaur⁩ ⁦@ThamizhachiTh⁩ ⁦@mimichakraborty⁩ ⁦@nusratchirps⁩ ⁦⁦@JothimaniMP⁩ pic.twitter.com/JNFRC2QIq1 — Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 29, 2021 राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि आप संसद और राजनीति में उनके योगदान को आकर्षण की वस्तु बनाकर नीचा दिखा रहे हैं। संसद में महिलाओं को आपत्तिजनक बनाना बंद करें। औरंगजेब ने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए जमीन दान की, AIUDF विधायक का दावा यह भी पढ़ें सुप्रीम कोर्ट की वकील करुणा नंदी ने ट्वीट किया 'शशि थरूर ने चुने गए राजनेताओं को उनके लुक तक सीमित करने की कोशिश की और खुद को केंद्र में दिखाया है। थरूर की इस पोस्ट पर टिप्पणी करते हुए एक ट्विटर यूजर ने कहा कि लोकसभा में महिलाएं आपके कार्यक्षेत्र को आकर्षक बनाने के लिए सजावटी सामान नहीं हैं। वे सांसद हैं। विवाद बढ़ता देख थरूर ने माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि सेल्फी (महिला सांसदों की पहल पर ली गई) का मकसद हास्य था और उन्होंने ही मुझे उसी भावना से ट्वीट करने के लिए कहा था, मुझे खेद है कि कुछ लोगों को बुरा लगा, लेकिन मुझे इस सौहार्द्रपूर्ण माहौल में काम करना पसंद हैं, बस इतना ही है। हालांकि, टीएमसी सांसद मौहुआ मोइत्रा ने थरूर का बचाव किया और ट्वीट किया कि आश्चर्य की बात नहीं है कि एक गैर-आकर्षक सरकार के कृषि अधिनियम को निरस्त करने पर चर्चा की अनुमति नहीं देने के फैसले से ध्यान हटाने के लिए एक गैर-मुद्दे पर शशि थरूर पर हमला करने वाले ट्रोल का एक समूह है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-lok-sabha-farm-laws-repeal-bill2021-22249031.html,"शीतकालीन सत्र 2021: कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित, बदसलूकी को लेकर कार्रवाई","नई दिल्ली, एजेंसी। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन लोकसभा में पास होने के बाद कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 (Farm Laws Repeal Bill 2021) को राज्यसभा में भी पास हो गया है। दोनों सदनों में विपक्ष के भारी हंगामे और नारेबाजी के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानून वापसी बिल को पेश किया। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। वहीं, अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। संसद का यह सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। Parliament winter session Updates: - 12 सांसदों के निलंबन पर राज्‍यसभा में व‍िपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम (विपक्षी दलों के नेता) भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए कल बैठक कर रहे हैं। अगर दूसरों के लिए आवाज उठाने वालों की आवाज दबाई जाती है, तो यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। हम इसकी निंदा करते हैं, सभी दल इसकी निंदा करते हैं। - विपक्षी दलों ने संयुक्त वक्तव्य जारी कर कहा क‍ि विपक्षी दलों के नेता एकजुट होकर 12 सांसदों के अनुचित और अलोकतांत्रिक निलंबन की निंदा करते हैं। राज्‍यसभा के विपक्षी दलों के नेताओं की कल बैठक होगी, जिसमें सरकार के फैसले का विरोध करने और संसदीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए भविष्य की कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया जाएगा। - राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दलों ने कल राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में एलओपी पर बैठक बुलाई है। - बिहार के पूर्व डीप्टी सीएम और राज्‍यसभा सदस्‍य सुशील मोदी ने कहा क‍ि पिछले सत्र के अंतिम दिन जिस तरह से विपक्षों ने हंगामा किया, मैंने अपने संसदीय जीवन में इस प्रकार की अराजकता नहीं देखी। ये स्वागत योग्य कदम है और जो नियम कानून का पालन नहीं करते, उनको संदेश जाना चाहिए। - केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा क‍ि कृषि सुधार बिल जब आए थे तब व्यापक रूप से चर्चा हुई थी। कृषि क़ानूनों को वापस लेना एक सर्वसम्मत विषय था। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा था कि आप लोग (विपक्ष) अपने स्थान पर बैठे तो वह चर्चा कराने के लिए तैयार हैं, अगर चर्चा होती तो सरकार उसका जवाब देती। दिल्ली में कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा क‍ि संसद में कोई भी बिल रद्द होती है तो उस पर चर्चा होती है लेकिन जब चर्चा की बात आई तो सरकार उससे भाग रही थी। सरकार पूरी तरह से किसानों के मुद्दों से भाग रहीं। उनके पास किसानों की मौत और MSP पर कोई जवाब नहीं है। इस सत्र के लिए निलंबित 12 राज्यसभा सांसदों में से एक शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा क‍ि सीसीटीवी फुटेज देखें तो यह रिकार्ड हो गया है कि कैसे पुरुष मार्शल महिला सांसदों को पीट रहे थे। एक तरफ ये सब, दूसरी तरफ आपका फैसला? यह कैसा असंसदीय व्यवहार है? उन्‍होंने कहा क‍ि जिला कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, एक आरोपी को वहां भी सुना जाता है, उनके लिए वकील भी उपलब्ध कराए जाते हैं, कभी-कभी सरकारी अधिकारियों को उनका पक्ष लेने के लिए भेजा जाता है। यहां हमारा पक्ष नहीं लिया गया। 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित सदन में अनुशासनहीनता के आरोप में राज्यसभा के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इसमें सीपीएम के इलामाराम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, भाकपा के बिनाय विश्वम, टीएमसी की डोला सेन और शांता छेत्री और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई को मौजूदा सत्र के शेष भाग के लिए निलंबित कर दिया गया है। अगली बार योग्य सरकार चुनेगी जनता: अखिलेश सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि 700 किसानों की मौत हुई उनके परिवारों की मदद कौन करेगा? समाजवादी पार्टी ने तय किया है कि उत्तर प्रदेश में सरकार बनेगी तो 25 लाख रुपए से उन परिवारों का सम्मान किया जाएगा। उ.प्र. की जनता को योगी सरकार नहीं योग्य सरकार चाहिए। अगली बार जनता योग्य सरकार चुनेगी। बिना किसी चर्चा के कानून रद्द किए गए: राहुल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जिस तरह से संसद में बिना किसी चर्चा के कानून रद्द किए गए, ये दिखाता है कि सरकार चर्चा से डरती है। सरकार जानती है कि उन्होंने गलत काम किया है। 700 किसानों की मृत्यु, कानूनों को लागू करने के पीछे किसकी शक्ति थी इस पर चर्चा होनी थी पर सरकार ने नहीं होने दी। दबाव में वोट बैंक की राजनीति, हर कोई अपने लिए सही समी‍करण बिठाने की फिराक में यह भी पढ़ें राज्यसभा में कृषि कानून वापसी बिल पास विपक्ष के भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पारित हुआ। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया। एमएसपी लीगल गारंटी के साथ लागू की जाए: अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि एमएसपी लीगल गारंटी के साथ लागू की जाए। 35,000 किसानों को झूठे केसों में फसाया गया उन्हें मुक्त कराने की मांग और आंदोलन के दौरान मृतक 700 किसानों को मुआवजा देने की मांग पर सदन में चर्चा के लिए मौका दिया जाना चाहिए था, लेकिन हमें सदन में बोलने नहीं दिया गया। पीएम मोदी बलरामपुर दौरा: सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का आज करेंगे उद्घाटन यह भी पढ़ें बिटक्वाइन को मुद्रा के रूप में मान्यता देने का प्रस्ताव नहीं वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि भारत सरकार बिटक्वाइन लेनदेन पर डेटा एकत्र नहीं करती है। देश में बिटक्वाइन को मुद्रा के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं। राज्यसभा में पेश होगा आज पेश होगा बिल केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 आज दोपहर 2 बजे राज्यसभा में पेश किया जाएगा। आज जब कृषि क़ानून निरसन विधेयक, 2021 लोकसभा में पेश किया गया तो कांग्रेस और उनके मित्र विपक्ष के सांसदों ने नारेबाजी की। विपक्ष की भी कृषि क़ानूनों को रद्द करने की मांग थी, जो पूरी हो रही है। इन लोगों की मंशा क्या है मैं ये सवाल करता हूं। डेमोक्रेसी समिट में पीएम मोदी की दुनिया से अपील, कहा- इंटरनेट मीडिया और क्रिप्टोकरेंसी पर बनें वैश्विक नियम ताकि मजबूत रहे लोकतंत्र यह भी पढ़ें आंदोलन जारी रहेगा: टिकैत लोकसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक पारित होने पर राकेश टिकैत ने कहा कि जिन 700 किसानों की मृत्यु हुई उनको ही इस बिल के वापस होने का श्रेय जाता है। एमएसपी भी एक बीमारी है। सरकार व्यापारियों को फसलों की लूट की छूट देना चाहती है। आंदोलन जारी रहेगा। Koo App Rajya Sabha also passes The Farm Laws Repeal Bill, 2021. View attached media content - Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 29 Nov 2021 कृषि कानून वापसी बिल लोकसभा में पास लोकसभा को आज दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच लोकसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 पारित हुआ। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में विधेयक पर चर्चा की मांग की थी। राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12.19 बजे तक स्थगित संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होते ही लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। इसकी वजह से लोकसभा को दोपहर 12 बजे और राज्यसभा को दोपहर 12:19 बजे तक के लिए स्थ्गित कर दिया गया है। सरकार बैठ कर बात करे राकेश टिकैत ने कहा है कि तीन मामलों का समाधान हो गया है अभी 1 मामला बाकी है। 1 साल में जो नुकसान हुआ है उस पर सरकार बैठ कर बात करे, समाधान निकल जाएगा। सरकार धोखे में रख कर, जालसाज़ी के साथ ग़लत बयानबाजी करके मामले को निपटाना चाहती है, तो उससे ये मामला खत्म नहीं होगा। कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्यों के साथ पीएम की बैठक पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी सहित कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक की। गांधी की प्रतिमा के पास कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नेतृत्व में पार्टी के सांसदों ने संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार: पीएम शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह संसद का एक महत्वपूर्ण सत्र है। देश के नागरिक एक उत्पादक सत्र चाहते हैं। वे उज्जवल भविष्य के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं। सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है, खुली चर्चा करने के लिए तैयार है। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। #WATCH This is an important session of the Parliament. The citizens of the country want a productive session....We are ready to discuss all issues & answer all questions during this session, says PM Narendra Modi ahead of winter session pic.twitter.com/bvZ6JM7LXJ — ANI (@ANI) November 29, 2021 संसद की गरिमा बनी रहे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि हमारी पूरी कोशिश है और हम ईमानदारी के साथ चाहते हैं कि संसद का सत्र सुचारू रूप से चले। हम चाहते है कि रचनात्मक और सकारात्मक चर्चा हो, एक मज़बूत विपक्ष हो। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी है कि संसद की गरिमा को बनाए रखें। प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया है। उन्होंने सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने के लिए चर्चा की मांग की है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि किसानों की समस्याएं जब तक हल नहीं होगी तब तक वो बॉर्डर से नहीं उठेंगे। हम आज किसानों के मुद्दे पर, मंहगाई पर और जो पहले मुद्दे उठाए गए हैं उन सभी पर बात करेंगे। संजय सिंह ने दिया बिजनेस नोटिस आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने नियम 267 के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी पर चर्चा की मांग को लेकर बिजनेस नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द करने का बिल लेकर आ रही है लेकिन इस सरकार ने 750 किसानों की शहादत ली है। किसानों के मन में आशंका है कि ये सरकार कब क्या कर दे, उन्हें भरोसा नहीं। आज प्रधानमंत्री को सदन में ये स्पष्ट करना चाहिए कि ये बिल दोबारा इस संसद में नहीं आएगा। कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों की बैठक संसद का शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस ने आज कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) कार्यालय में अपने राज्यसभा सांसदों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस ने कृषि कानून और महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाई है। एमएसपी पर चर्चा के लिए कार्य निलंबन नोटिस भाकपा सांसद बिनाय विश्वम ने राज्यसभा में कार्य निलंबन नोटिस दिया और न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी सुनिश्चित करने पर चर्चा की मांग की है। वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया, जिसमें सरकार को कृषि कानूनों के विरोध में जान गंवाने वाले किसानों का रिकार्ड बनाने और उनके परिवारों को मुआवजा देने का निर्देश देने के लिए चर्चा की मांग की गई है। किसानों को मुआवजा देने की मांग कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया, जिसमें सरकार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की पहल करने और दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के विरोध के दौरान पिछले एक साल में मारे गए 700 किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा करने का निर्देश दिया गया है। 10:30 बजे कार्य सलाहकार समिति की बैठक लोकसभा की कार्य सलाहकार समिति (बीएसी) की सोमवार सुबह 10:30 बजे बैठक होगी। इस बीच, कांग्रेस ने अपने सांसदों को संसद के दोनों सदनों में मौजूद रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने राज्यसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर उनसे 29 नवंबर को संसद के दोनों सदनों में मौजूद रहने को कहा है। कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 होगा पेश कृषि कानूनों का निरस्तीकरण विधेयक, 2021 सोमवार को लोकसभा में विचार और पारित होने के लिए सूचीबद्ध है। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा से पारित होने के बाद इसे सोमवार को ही राज्यसभा में पेश किए जाने की संभावना है। कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 में कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन व सरलीकरण), 2020- कृषक (सशक्तीकरण-संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर अनुबंध विधेयक, 2020- आवश्यक वस्तु संशोधन अधिनियम, 2020 शामिल है। Koo App देश के समक्ष आज अनेक ऐसे विषय हैं जिन पर सदन में गंभीर चर्चा-संवाद की आवश्यकता है। देश की जनता भी हमसे यही उम्मीद रखती है। #WinterSession के दौरान प्रयास रहेगा कि प्रत्येक सदस्य को जनता की आशाओं-अपेक्षाओं को सदन के माध्यम से अभिव्यक्त करने के लिए पर्याप्त समय व अवसर उपलब्ध हों। - Om Birla (@ombirlakota) 29 Nov 2021 करीब 30 विधेयक होंगे पेश लोकसभा सचिवालय के अनुसार, आर्थिक एवं अन्य सुधार संबंधी विधेयकों में बिजली संशोधन विधेयक 2021, बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक 2021, पेंशन सुधार संबंधी पीएफआरडीए संशोधन विधेयक, दिवाला एवं शोधन अक्षमता दूसरा संशोधन विधेयक 2021, ऊर्जा संरक्षण संशोधन विधेयक 2021, मध्यस्थता विधेयक 2021, चार्टर्ड एकाउंटेंट, कास्ट एंड वर्क्स एकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरीज संशोधन विधेयक 2021 आदि शामिल हैं। क्रिप्टोकरंसी पर निचले सदन में विधेयक वहीं, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान निचले सदन में पेश किए जाने वाले विधेयकों की सूची में क्रिप्टोकरंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 सूचीबद्ध है। इस विधेयक में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के सृजन के लिए एक सहायक ढांचा सृजित करने की बात कही गई है। इस प्रस्तावित विधेयक में भारत में सभी तरह की निजी क्रिप्टोकरंसी को प्रतिबंधित करने की बात कही गई है। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-passes-bill-to-repeal-three-farm-laws-opposition-accused-not-allowed-to-speak-22249951.html,"संसद के दोनों सदनों से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का विधेयक पास, विपक्ष ने सरकार पर चर्चा से भागने का लगाया आरोप","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा और राज्य सभा दोनों ही सदनों से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का विधेयक पास हो गया। विपक्ष ने सरकार पर बिना चर्चा के इस विधेयक के पास कराने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार पर चर्चा से डरने का आरोप लगाया। वहीं सपा सांसद जया बच्चन ने कहा कि उन्होंने संसद में ऐसा माहौल कभी नहीं देखा, जहां विपक्ष को बोलने की इजाजत नहीं दी गई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि इस सरकार पर कुछ ऐसे लोगों के समूह का कब्जा है जो गरीब विरोधी है और किसानों-मजदूरों के हितों को नुकसान पहुंचा रहा है। कानूनों का निरस्त करना किसानों और मजदूरों की जीत है। सरकार को अब एमएसपी की मांग भी स्वीकार करनी चाहिए। इन कानूनों को जिस प्रकार से बिना चर्चा के रद्द किया गया वह दिखाता है कि सरकार चर्चा से डरती है। आंदोलन के दौरान 700 किसानों की मौत हुई उनके बारे में चर्चा होनी चाहिए थी। राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कहा कि उन्होंने संसद में ऐसा माहौल कभी नहीं देखा जहां विपक्ष को बोलने की भी अनुमति नहीं दी गई। इतना महत्वपूर्ण बिल राज्यसभा में बिना किसी चर्चा के पारित हो गया। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि संसद में कार्यवाही कैसे चल रही है। मैं कई वर्षों से सांसद हूं लेकिन यह पहली बार है जब मैं ऐसा माहौल देख रहा हूं, जहां विपक्ष के नेता जब बोल रहे थे तब केंद्रीय मंत्री की ओर से बीच में ही बीच में रोक दिया गया और उनको अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जो लोग किसान को नकली बताते थे आज उनको एहसास हुआ कि इनकी वोट असली है इसलिए उन्होंने अपने कदम पीछे हटाए। आज लोकतंत्र की फिर से हत्या हुई है। इस (कृषि क़ानून) पर चर्चा न पारित कराते समय हुई न वापस लेते समय हुई। यह लोकतंत्र नहीं ठोकतंत्र है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्हें आने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक नुकसान दिख रहा था इसलिए उनको मजबूरी में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करना पड़ा। Koo App चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा को तैयार। View attached media content - Arjun Ram Meghwal (@ArjunRamMeghwal) 29 Nov 2021 सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि आंदोलन के दौरान 700 किसानों की मौत हुई उनके परिवारों की मदद कौन करेगा? उन्‍होंने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी होगी। सरकार को ये बताना चाहिए कि जिस समय किसानों ने ये आंदोलन छेड़ा था तब भाजपा का क्या रुख था और आज जब भाजपा ने कानून वापस ले लिया है तो ये किसानों के हक में कैसे हो गया? वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि सुधार बिल जब आए थे तब व्यापक रूप से चर्चा हुई थी। कृषि कानूनों को वापस लेना एक सर्वसम्मत विषय था। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा था कि आप लोग (विपक्ष) अपने स्थान पर बैठे तो वह चर्चा कराने के लिए तैयार हैं, अगर चर्चा होती तो सरकार उसका जवाब देती। सरकार ने छोटे किसानों की मदद के लिए 10 लाख FPOs बनाने की घोषणा की है। इस पर 6,850 करोड़ रुपए खर्च होंगे। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-ls-speaker-met-leaders-of-political-parties-sought-support-for-smooth-functioning-of-parliament-said-sources-22249643.html,लोकसभा अध्यक्ष ने राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात कर संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए मांगा समर्थन,"नई दिल्ली, एएनआइ। संसद के शीतकालीन सत्र में आज लोकसभा में कृषि कानून विधेक की वापसी का बिल पास हो गया है। विपक्ष के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्रवाई दो बजे तक के लिए स्थागित हो गई है। अब लोकसभा अध्यक्ष ने राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात कर संसद को सुचारू रूप से संचालन के लिए समर्थन मांगा है। सूत्रों के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सदन में होने वाले महत्वपूर्ण कार्यों पर सदन के नेताओं से चर्चा की।सूत्रों ने कहा, ""विपक्षी नेता सदन के सुचारू कामकाज का समर्थन करने के लिए सहमत हुए, लेकिन कृषि कानूनों और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को रद्द करने पर चर्चा की भी मांग की है'। बिरला ने बैठक में उपस्थित सभी नेताओं को आश्वासन दिया कि सरकार सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन संसदीय लोकतंत्र में व्यवधान अच्छी बात नहीं है और लोगों के कल्याण के लिए सदन को सुचारू रूप से चलाने की जरूरत है।' बिरला ने कहा कि देश के सामने कई मुद्दे हैं जिन पर सदन में गंभीर चर्चा किए जाने की जरूरत है। देश के लोग भी इन मुद्दों को उठाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह हरसंभव कोशिश करेंगे कि सांसदों को विभिन्न मुद्दे उठाने देने के लिए वह पर्याप्त समय एवं अवसर दें। अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि सभी दल सदन के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए अपना सहयोग देंगी और कार्यवाही व्यवस्थित तरीके से संचालित की जाएगी। उन्होंने कहा, ""अपने सामूहिक प्रयासों से हम सदन की गरिमा को बढ़ाएंगे। बता दें कि लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पास कृषि कानून वापसी बिल पास हो गया है। अब यह बिल पास होने के लिए राष्ट्रपति के पास जाएगा। हालांकि इस बिल के वापसी के बाद भी आंदोलनकारी रास्तों से हटने को तैयार नहीं है। संसद का यह सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले की घोषणा थी और इसके बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन तीनों कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को मंजूरी दे दी थी। इसके अलावा सरकार इस पूरे सत्र में करीब 30 विधेयक पेश करने जा रही है जिनमें क्रिप्टोकरंसी, बिजली, पेंशन, वित्तीय सुधार और बैंकिंग कानून से संबंधित विधेयक शामिल हैं। Edited By: Pooja Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-msp-should-be-implemented-with-legal-guarantee-adhir-ranjan-says-to-center-22249641.html,"अधीर रंजन चौधरी की केंद्र सरकार से मांग, लीगल गारंटी के साथ लागू की जाए एमएसपी","नई दिल्ली, एएनआइ। शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल भारी हंगामे के बीच पास हो गया। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन में बिल पेश किया। इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में विधेयक पर चर्चा की मांग की थी। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि एमएसपी लीगल गारंटी के साथ लागू की जाए। अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 35,000 किसानों को झूठे केसों में फंसाया गया उन्हें मुक्त कराने की मांग और आंदोलन के दौरान मृतक 700 किसानों को मुआवजा देने की मांग पर सदन में चर्चा के लिए मौका दिया जाना चाहिए था, लेकिन हमें सदन में बोलने नहीं दिया गया। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है और 23 दिसंबर को समाप्त होगा। कांग्रेस ने अपने सांसदों को आज संसद के दोनों सदनों में मौजूद रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप भी जारी किया है। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के पास 26 नए विधेयकों सहित विधायी कार्य के साथ शीतकालीन सत्र के लिए एक भारी एजेंडा है। जान गंवाने वाले प्रदर्शनकारियों के लिए अधीर ने की शोक प्रस्ताव की मांग लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन के अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन के दौरान हुई प्रदर्शनकारियों की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए संसद में एक प्रस्ताव लाने का अनुरोध किया था। इसमें उन्होंने लोकसभा स्पीकर को लोकसभा में कार्यवाही के सुचारू संचालन के लिए एक उपाध्यक्ष की नियुक्ति करने के लिए भी लिखा था। इसके अलावा चौधरी ने एक अन्य पत्र में शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही की स्वतंत्र और निष्पक्ष कवरेज सुनिश्चित करने के लिए मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को कम करने का भी आग्रह किया था। कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले डेढ़ साल के दौरान महामारी संबंधी दिशा-निर्देशों की आड़ में अधिकतर पत्रकारों को प्रेस गैलरी तक पहुंच और सांसदों के साथ बातचीत से वंचित कर दिया गया है। अधीर ने कहा कि कोरोना प्रतिबंधों को वापस लेने के बाद माल, रेस्टोरेंट्स, सिनेमा हाल, बाजार और सार्वजनिक स्थल खुल गए हैं, लेकिन संसद की कार्यवाही की कवरेज के लिए मीडिया के लोगों पर प्रतिबंध अभी भी जारी हैं। उन्होंने कहा, 'यह संसदीय लोकतंत्र की भावना के विरुद्ध है। मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि संसद और सांसदों को मीडिया की निगरानी से अलग-थलग करने की एक खतरनाक प्रवृत्ति उभर रही है।' Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-parliament-winter-session-pm-modi-said-governmenty-ready-to-discuss-all-issues-and-answer-all-questions-22249441.html,"संसद के शीतकालीन सत्र से पहले बोले पीएम मोदी, सरकार हर मुद्दे पर खुली चर्चा को तैयार","नई दिल्ली, एजेंसी। नई दिल्ली, प्रेट्र : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में देश हित में चर्चा हो और राष्ट्र की प्रगति के लिए रास्ते खोजे जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है, बशर्ते सदन में शांति बनाई रखी जाए और सदन व आसन की गरिमा के अनुकूल आचरण किया जाए। लोकसभा में पहुंचने पर भाजपा सदस्यों ने प्रधानमंत्री का स्वागत 'भारत माता की जय' के उद्घोष से किया। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से आरंभ हो गया। सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'संसद में सवाल भी हों और संसद में शांति भी हो। हम चाहते हैं संसद में सरकार के खिलाफ, सरकार की नीतियों के खिलाफ, जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए वह हो, लेकिन संसद की गरिमा, अध्यक्ष व आसन की गरिमा.. इन सब के विषय में हम वह आचरण करें, जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए।' उन्होंने कहा, 'सरकार खुली चर्चा करने के लिए तैयार है। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद का यह सत्र और आगे आने वाले सत्र भी आजादी के दीवानों की भावनाओं के प्रति समर्पित हों। संविधान दिवस के अवसर पर पिछले दिनों हुए समारोहों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, 'हम चाहेंगे, देश भी चाहेगा और देश का हर सामान्य नागरिक भी चाहेगा कि आजादी के दीवानों की जो भावना है, आजादी के अमृत महोत्सव की जो भावना है, उसी भावना के अनुकूल संसद में देश हित में चर्चा हो। देश की प्रगति के लिए रास्ते खोजे जाएं, नए उपाय खोजे जाएं।' #WATCH This is an important session of the Parliament. The citizens of the country want a productive session....We are ready to discuss all issues & answer all questions during this session, says PM Narendra Modi ahead of winter session pic.twitter.com/bvZ6JM7LXJ — ANI (@ANI) November 29, 2021 अच्छे योगदान से हो संसद की कार्यवाही का आकलन प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके लिए यह सत्र विचारों की समृद्धि वाला, दूरगामी प्रभाव पैदा करने वाला और सकारात्मक निर्णयों वाला बने। उन्होंने उम्मीद जताई कि संसद के इस सत्र में मिलजुल कर देश हित में तेजी से निर्णय हों, जो सामान्य जन की आशाओं व आकांक्षाओं को पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि भविष्य में संसद की कार्यवाही का आकलन हो तो उसे, उसमें किसने कितना अच्छा योगदान दिया, उस तराजू पर तौला जाए न कि इस तराजू पर तौला जाए कि किसने कितना जोर लगाकर संसद सत्र को बाधित किया। उन्होंने कहा, 'मानदंड यह होना चाहिए कि संसद में कितने घंटे काम हुआ.. कितना सकारात्मक काम हुआ।' आजादी के अमृत महोत्सव में यह सत्र महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद का यह सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और हिंदुस्तान में चारों दिशाओं में इसे लेकर रचनात्मक, सकारात्मक और जनहित व राष्ट्र हित में सामान्य नागरिक अनेक कार्यक्रम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे उनको पूरा करने के लिए सामान्य नागरिक भी इस देश का अपना कोई न कोई दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है। मोदी ने कहा, 'यह खबरें अपने आप में भारत के उ”वल भविष्य के लिए शुभ संकेत हैं।' 'ओमिक्रोन' के खतरे से सतर्क व सजग रहें प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देश में कोरोना के नए स्वरूप 'ओमिक्रोन' के खतरे से सभी को सतर्क व सजग रहने का अनुरोध किया और कहा कि संकट की ऐसी घड़ी में देशवासियों का उत्तम स्वास्थ्य उनकी प्राथमिकता है। मार्च, 2022 तक बढ़ी गरीब कल्याण योजना उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को मार्च, 2022 तक बढ़ाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि इस संकट काल में गरीबों के घर भी चूल्हा जलता रहे। सत्र से पहले वरिष्ठ मंत्रियों के साथ की बैठक संसद के शीत सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कैबिनेट के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी मौजूद थे। Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-bjp-stunned-by-victory-in-tripura-civic-polls-pm-narendra-modi-praised-party-workers-know-what-he-say-22247954.html,"त्रिपुरा के नगर निकाय चुनावों में भाजपा ने जीतीं 334 में से 329 सीटें, पीएम मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं की तारीफ की, जानें क्‍या कहा","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। त्रिपुरा के प्रतिष्ठापूर्ण नगर निकाय चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा ने प्रचंड जीत दर्ज करते हुए 334 में से 329 सीटों पर कब्जा जमा लिया। पार्टी ने अगरतला नगर निगम (एमएमसी) की सभी 51 सीटों पर अभूतपूर्व जीत दर्ज की। विपक्षी तृणमूल कांग्रेस व मा‌र्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) 11 नगर निकायों में खाता भी नहीं खोल सकीं। इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्‍य के पार्टी कार्यकर्ताओं की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि त्रिपुरा के लोगों ने संदेश दिया है कि वे सुशासन की राजनीति को प्राथमिकता देते हैं। सुशासन की राजनीति पर मुहर : पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं निकाय चुनावों में त्रिपुरा भाजपा को स्पष्ट समर्थन देने के लिए राज्‍य के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। त्रिपुरा के लोगों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे सुशासन की राजनीति को प्राथमिकता देते हैं। ये आशीर्वाद हमें त्रिपुरा में प्रत्येक व्यक्ति के कल्याण के लिए काम करने की अधिक शक्ति देते हैं। कार्यकर्ताओं को सराहा पीएम मोदी ने एक अन्‍य ट्वीट में कहा कि मैं भाजपा त्रिपुरा कार्यकर्ताओं की सराहना करना चाहता हूं जिन्होंने जमीन पर अथक परिश्रम किया और लोगों की सेवा की। बिप्लब देब जी के नेतृत्व में राज्य सरकार कई पहलों में सबसे आगे रही है, जिसका नतीजा है कि जनता ने विधिवत आशीर्वाद दिया है। भाजपा अध्‍यक्ष ने कही यह बात वहीं भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि त्रिपुरा में स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा को भव्य जीत हासिल हुई है। इस ऐतिहासिक जीत के लिए मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री बिप्लब देब, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और भाजपा कार्यकर्ताओं को तहे दिल से बधाई देता हूं। भाजपा ने आज घोषित हुए 334 वार्ड के नतीजों में 329 वार्ड में जीत दर्ज की है। इसमें भाजपा ने 112 सीटें पहले ही निर्विरोध जीत ली थी। विपक्ष पर निशाना भाजपा अध्‍यक्ष नड्डा ने कहा कि इस चुनाव में विपक्ष को मात्र पांच सीटें हासिल हुई हैं। 14 में से 11 म्युनिसिपल कारपोरेशन में सभी सीटें भाजपा ने जीती हैं। तीन म्युनिसिपल कारपोरेशन में कलिया शहर में 17 में से 16, पाली सागर में 13 में से 12 और अम्बासा में 15 में से 12 सीटें भाजपा ने जीती हैं। राष्ट्रवादी ताकतों की जीत भाजपा अध्‍यक्ष ने एक अन्‍य ट्वीट में कहा कि त्रिपुरा के स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक विजय राष्ट्रवादी ताकतों की जीत है, विकासवादी सोच की जीत है। साथ ही यह विघटनकारी ताकतों, हिंसा की राजनीति करने वालों और त्रिपुरा का अपमान करने वालों की करारी हार है। भाजपा विरोधियों को मिला जवाब मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने जीत को ऐतिहासिक व भाजपा विरोधियों को त्रिपुरा की जनता द्वारा दिया गया उचित जवाब करार दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य के बहुसंख्यक व अल्पसंख्यक, दोनों समुदायों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे विकास के पक्ष में मतदान किया। जनता ने राज्य को बदनाम करने वाली ताकतों को सही जगह दिखाई है। क्‍या कहते हैं चुनावी नतीजे राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि भाजपा ने 15 सदस्यीय खोवाई नगर परिषद, 17 सदस्यीय बेलोनिया, 15 सदस्यीय कुमारघाट व नौ सदस्यीय सबरूम नगर पंचायत के सभी वार्डो में जीत हासिल की। पार्टी ने 25 वार्ड वाले धर्मनगर नगर परिषद, 15 सदस्यीय तेलियामुरा व 13 सदस्यीय अमरपुर नगर पंचायत में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया। सोनामूरा व मेलाघर नगर पंचायतों की सभी 13-13 सीटों तथा 11 सदस्यीय जिरानिया नगर पंचायत पर भी भाजपा ने कब्जा कर लिया है। माकपा को तीन व तृणमूल को महज एक सीट भाजपा ने अंबासा नगर परिषद की 12 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि तृणमूल व माकपा को एक-एक सीट मिली। एक अन्य सीट निर्दलीय उम्मीदवार के पास गई। कैलाशहर नगर परिषद की 16 सीटों पर भाजपा जीती, जबकि माकपा को एक सीट मिली। पानीसागर नगर पंचायत में भाजपा 12 सीटों पर विजयी हुई, जबकि माकपा ने एक सीट हासिल की। तृणमूल हुई मजबूत आइएएनएस के अनुसार, तृणमूल राज्य में अहम पार्टी के रूप में उभरी है। सूत्रों ने बताया कि नगर निकाय चुनाव में भाजपा को 59 फीसद मत मिले हैं, जबकि लेफ्ट को 19.55 प्रतिशत। तृणमूल भी 16.39 फीसद मत हासिल करने में कामयाब रही है। 12 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध वर्ष 2018 में प्रचंड जीत के साथ राज्य की सत्ता में आई भाजपा के लिए नगर निकाय चुनाव बेहद अहम थे। पार्टी ने एएमसी व 13 अन्य नगर निकायों की सभी 334 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और 112 पर निर्विरोध जीत हासिल की। छह नगर निकाय ऐसे रहे, जहां भाजपा के सभी प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। बाकी 222 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ था। तृणमूल प्रत्याशियों पर हमला मतगणना के बाद तृणमूल प्रत्याशियों और पोलिंग एजेंट को उनके घर पहुंचाने जा रही पुलिस गाड़ी पर तेलियामुरा में हमला हो गया। इसमें कुछ पुलिसकर्मी व तृणमूल नेता चोटिल हुए हैं। इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-samyukta-shetkari-kamgar-morcha-sskm-rally-rakesh-tikait-demands-law-to-guarantee-msp-to-farmers-22247022.html,"Video : टिकैत ने दी 26 जनवरी दोहराने की धमकी, कहा- अपना दिमाग ठीक कर ले सरकार, चार लाख टैक्‍टर अभी भी मौजूद","मुंबई, राज्‍य ब्‍यूरो/एजेंसियां। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को मांग की कि केंद्र सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए एक कानून लाए। मुंबई में संयुक्त शेतकारी कामगार मोर्चा (Samyukta Shetkari Kamgar Morcha, SSKM) के बैनर तले आजाद मैदान में 'किसान महापंचायत' में टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब एमएसपी के समर्थक थे और किसानों के हितों की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कानून चाहते थे। इसके साथ ही टिकैत ने 26 जनवरी दोहराने की धमकी दी। #WATCH किसानों ने एक साल बहुत झेल लिया। सरकार MSP पर कानून बना दे नहीं तो हम वहीं के वहीं हैं। 26 जनवरी दूर नहीं है और देश के 4 लाख ट्रैक्टर भी यहीं हैं और देश का किसान भी यहीं है: राकेश टिकैत, BKU, महाराष्ट्र pic.twitter.com/qfdK4LX6XB — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2021 टिकैट केंद्र सरकार पर एमएसपी के मुद्दे पर बहस से भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार को किसानों को एमएसपी की गारंटी देने के लिए एक कानून लाना चाहिए। कृषि और श्रम क्षेत्रों से जुड़े कई मुद्दे अभी अनछुए हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। हम इन मुद्दों को उजागर करने के लिए पूरे देश में यात्राएं करेंगे। टिकैत ने कृषि कानूनों के विरोध में एक साल तक चले आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को वित्तीय सहायता दिए जाने की भी मांग की। किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा। यह लंबा चलेगा। सरकार अभी बात करने की लाइन में नहीं आई है। इसमें अभी और कुर्बानियां होंगी। अब तक 700 लोगों की कुर्बानियां हो चुकी हैं। उन्होंने सरकार को धमकी देते हुए कहा कि आप हमारी मीटिंग रोकने की कोशिश करोगे तो हम भी आपकी मीटिंग रोकेंगे। राकेश टिकैत के यही तेवर मंच के नीचे पत्रकारों से बातचीत के दौरान भी नजर आए। तीनों कृषि कानूनों की समाप्ति के बाद अब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार अपना दिमाग ठीक कर ले, नहीं तो 26 जनवरी दूर नहीं है। चार लाख ट्रैक्टर तैयार हैं, और देश का किसान भी यहीं है। बता दें कि इसी वर्ष 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के बाद किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इसके दौरान प्रदर्शनकारियों की आड़ लेकर बड़ी संख्या में उपद्रवी लाल किले में घुस गए थे। उनके द्वारा लाल किले पर फहरा रहे तिरंगे के अपमान किया गया था, और दिल्ली की सड़कों पर मनमाने तरीके से ट्रैक्टर दौड़ाए गए थे। इस हिंसा में ट्रैक्टर पलटने से एक व्यक्ति की जान भी गई थी। इससे पहले अपनी भारी रणनीति के बारे में बताते हुए राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा था कि 29 तारीख के प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च (संसद तक) को हमने स्थगित कर दिया है। आगामी तारीख को संयुक्त किसान मोर्चा की फिर से बैठक होगी और उसमें हम आगे का कार्यक्रम तय करेंगे। सरकार ने अभी तक किसानों की मौत, लखीमपुर खीरी की घटना, MSP के मुद्दे और हम पर हुए मुकदमें पर कोई जवाब नहीं दिया है। हमारी प्राथमिकता है कि MSP पर कानून बने इसलिए हम सरकार से कहना चाहते हैं कि वह हमें MSP पर कानून बनाकर दें। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राजवीर सिंह ने कहा था कि संसद कूच करने का कार्यक्रम स्थगित हुआ है खत्म नहीं हुआ है। हम इस पर चार तारीख को फैसला लेंगे। सरकार को किसानों के सारे मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा से बात करना होगा और बिना न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के हमारा मोर्चा वापस नहीं होगा। हम सरकार की घोषणाओं से सहमत नहीं हैं। दरअसल केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा था कि तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की घोषणा के बाद मैं समझता हूं कि अब आंदोलन का कोई औचित्य नहीं बनता है, इसलिए मैं किसानों और किसान संगठनों से निवेदन करता हूं कि वे अपना आंदोलन समाप्त कर, अपने-अपने घर लौटें। उन्‍होंने एलान किया कि किसान संगठनों ने पराली जलाने पर किसानों को दंडनीय अपराध से मुक्त किए जाने की मांग की थी। सरकार ने यह मांग को भी मान लिया है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-winter-session-2021-some-parties-express-concerns-over-supreme-court-commenting-on-functioning-of-parliament-22248759.html,संसद के कामकाज को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर विभिन्न दलों ने जताई चिंता,"नई दिल्ली, प्रेट्र। संसद एवं अन्य विधायिकाओं के कामकाज और कानून बनाने के तरीकों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों पर कुछ नेताओं ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने रविवार को राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू से कहा कि किसी भी सदस्य या पार्टी और अन्य संवैधानिक एजेंसियों द्वारा कामकाज के मानकों के किसी भी उल्लंघन की स्थिति में पीठासीन अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए और अन्य संवैधानिक निकायों को उन पर प्रतिकूल टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए। संसद के शीत सत्र से पहले नायडू के आवास पर बुलाई गई विभिन्न दलों के सदन के नेताओं की बैठक में यह मुद्दा उठाया गया। जवाब में वेंकैया ने कहा, 'मैं आपकी चिंता समझ सकता हूं, लेकिन ऐसी टिप्पणियों को विधायिकओं के कामकाज में लगातार व्यवधानों, अनियंत्रित व्यवहार और हिंसक कृत्यों के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। उन्हें जवाब देने का सर्वश्रेष्ठ तरीका सदन की गरिमा और मर्यादा बरकरार रखते हुए विधायिकाओं का समुचित कामकाज सुनिश्चित करना है। ऐसी टिप्पणियों को लोगों का समर्थन इसलिए मिलता है क्योंकि वे ऐसा देखते हैं।' बैठक में विभिन्न दलों के 40 नेताओं ने हिस्सा लिया। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी जहां विधायी एजेंडे के बारे में जानकारी दी, वहीं नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य पार्टियों के नेताओं ने उन मुद्दों को उठाया जिन पर वे सत्र के दौरान चर्चा करना चाहते हैं। कुछ नेताओं ने मानसून सत्र के दौरान कामकाज पर चिंता व्यक्त की जब लगातार व्यवधानों की वजह से 70 प्रतिशत समय बर्बाद हो गया था। कई नेताओं ने जोर देकर कहा कि वे सदन के सुचारू संचालन के पक्ष में हैं और एक उत्पादक शीतकालीन सत्र का आह्वान किया। नायडू ने सरकार और विपक्ष से सदन के प्रभावी कामकाज को सक्षम करने के लिए नियमित रूप से एक-दूसरे से बात करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी वर्गों से एक उत्पादक शीतकालीन सत्र सुनिश्चित करने में सहयोग करने की अपील की। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-winter-session-2021-bjp-told-its-mps-be-present-in-parliament-and-come-fully-prepared-22248471.html,"Winter Session 2021: भाजपा ने अपने सांसदों से कहा, संसद में मौजूद रहें और पूरी तैयारी करके आएं","नई दिल्ली, प्रेट्र। भाजपा ने संसद के शीत सत्र की रणनीति बनाने के लिए रविवार को बुलाई गई अपने संसदीय दल की बैठक में सांसदों से अधिक से अधिक उपस्थिति सुनिश्चित करने और विपक्ष को जवाब देने के लिए उनसे पूरी तैयारी करके आने के लिए कहा। सूत्रों ने यह जानकारी दी। रविवार को ही हुई राजग की बैठक में भी सहयोगी दलों ने सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी घटक दलों के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत और ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति पर जोर दिया। बैठक में कुछ घटक दलों ने तीनों कृषि कानूनों को रद करने के फैसले के लिए सरकार को धन्यवाद दिया। इन बैठकों में अक्सर मौजूद रहने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इनमें से किसी बैठक में हिस्सा नहीं लिया। भाजपा संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की और इसमें लोकसभा में उपनेता राजनाथ सिंह, राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी हिस्सा लिया। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, भूपेंद्र यादव और मुख्तार अब्बास नकवी भी बैठक में उपस्थित थे। राजग घटक दलों से ये नेता रहे मौजूद राजग बैठक में घटक दलों के सदन के नेताओं ने हिस्सा लिया जिनमें जदयू के राजीव रंजन सिंह, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, एनपीपी की अगाथा संगमा, अन्नाद्रमुक के ए. नवनीथकृष्णन और आरएलजेपी के नेता पशुपति पारस शामिल रहे। अनुप्रिया पटेल ने यूपी में अध्यापकों की 69 हजार रिक्तियों का मुद्दा उठाया दोनों बैठकों के दौरान जोशी ने सरकार के विधायी कार्यो और विपक्ष द्वारा उठाए जा सकने वाले मुद्दों के बारे में सचेतकों को जानकारी दी। अपना दल (एस) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश में अध्यापकों की 69 हजार रिक्तियों का मुद्दा उठाया और अनुरोध किया कि उत्तर प्रदेश सरकार पिछले वर्ग के अभ्यर्थियों की भर्ती के लिए ओबीसी कमीशन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करे। उन्होंने कृषि कानूनों को रद करने का फैसले लेने के लिए सरकार को धन्यवाद भी दिया। सत्र के दौरान दोनों सदनों में सभी भाजपा सांसदों की अधिक से अधिक उपस्थिति की जरूरत पर जोर देते हुए नड्डा ने कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर किसी भी सदन में विपक्ष को हावी नहीं होने देने के लिए उपस्थिति अहम है। पार्टी सांसदों को सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर पूरी तैयारी से आना होगा जिन्हें विपक्ष उठा सकता है। उन्होंने पार्टी सांसदों से मोदी सरकार द्वारा किए अच्छे कामों खासकर कोरोना काल में किए गए कामों का बखान करने के लिए भी कहा। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-npp-demanded-cancellation-of-caa-on-the-lines-of-agricultural-laws-22248358.html,Winter Session 2021: राजग घटक एनपीपी ने की कृषि कानूनों की तर्ज पर सीएए रद करने की मांग,"नई दिल्ली, प्रेट्र। भाजपा के सहयोगी दल नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की नेता अगाथा संगमा ने रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों की बैठक और सर्वदलीय बैठक में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को निरस्त करने की मांग की। सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र से पहले यह बैठकें बुलाई गई थीं। राजग की बैठक के बाद अगाथा ने कहा, 'चूंकि कृषि कानून रद कर दिए गए हैं। यह खासकर लोगों के हितों को ध्यान में रखकर किया गया था। इसलिए मैंने सरकार से पूर्वोत्तर के लोगों की उसी तरह की भावनाओं को ध्यान में रखकर सीएए को रद करने का आग्रह किया है।' पार्टी और पूर्वोत्तर के लोगों की तरफ से की गई यह मांग: अगाथा संगमा मेघालय में तुरा से सांसद अगाथा ने कहा कि सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन उन्होंने मांग पर गौर किया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या राजग में शामिल पूर्वोत्तर की अन्य पार्टियों ने भी इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं, अगाथा ने कहा, 'मैंने यह मांग अपनी पार्टी और पूर्वोत्तर के लोगों की तरफ से की है।' सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में उत्पीड़न के शिकार अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारत की नागरिकता प्रदान करने की अनुमति देता है। सर्वदलीय बैठक में लगभग डेढ़ दर्जन प्रमुख मुद्दों पर हुई चर्चा : खड़गे कल से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में हंगामे के आसार हैं। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में लगभग डेढ़ दर्जन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई। सभी विपक्षी दलों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने पर चर्चा कराने की ओर ध्यान खींचा। बिजली संशोधन विधेयक पर भी विपक्षी नेताओं ने सरकार से जानकारी मांगी। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-vice-president-chairs-meeting-of-floor-leaders-of-all-parties-in-house-22247596.html,शीतकालीन सत्र से पहले उपराष्ट्रपति ने सदन में सभी दलों के फ्लोर नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की,"नई दिल्ली, एएनआइ। सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को सदन में सभी दलों के फ्लोर नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे। इससे पहले रविवार को एनडीए दलों की बैठक हुई। बैठक के बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार किसी भी विषय पर चर्चा और बहस के लिए तैयार है। सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए। एआइएडीएमके केंद्र सरकार के विधेयकों का करेगी समर्थन इसके साथ ही एआइएडीएमके सांसद ए नवनीतकृष्णन ने कहा कि अन्नाद्रमुक ने केंद्र सरकार को आश्वासन दिया है कि पार्टी संसद की सुचारू कार्यवाही के लिए उनका समर्थन करेगी और सभी विधेयकों का भी समर्थन करेगी। जल्द से जल्द बने एमएसपी गारंटी का कानून : खड़गे रविवार को ही सर्वदलीय बैठक भी हुई। बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने मांग की है कि जल्द से जल्द एमएसपी गारंटी का कानून बने। कोरोना में मारे गए करीब 52 लाख लोगों को मुआवजा मिलना चाहिए। शीतकालीन सत्र के लिए सरकार के पास हे एक बड़ा एजेंडा बता दें कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के पास 29 नवंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के लिए एक बड़ा एजेंडा है, जिसमें 26 नए विधेयकों सहित कई विधायी कार्य शामिल हैं। इस बीच, सरकार ने संकेत दिया है कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाएगा। एजेंडा में क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 का विनियमन भी शामिल है। गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है और 23 दिसंबर को समाप्त होगा। माना जा रहा है इस बार का शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार होने वाला है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां किसान, एमएसपी, लखीमपुर खीरी घटना और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश में हैं। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-bjp-parliamentary-executive-meeting-before-winter-session-of-parliament-22247009.html,"Winter Session 2021 : एनडीए की अहम बैठक खत्म, अर्जुन राम मेघवाल बोले- सरकार किसी भी विषय पर बहस के लिए तैयार","नई दिल्ली, एएनआइ। सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इसी के चलते रविवार को कई बैठकों का दौर चला। रविवार शाम भाजपा की संसदीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई अन्य बड़े नेता पहुंचे। भाजपा की संसदीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद एनडीए की भी अहम बैठक हुई। बैठक के बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार किसी भी विषय पर चर्चा और बहस के लिए तैयार है। सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए। माना जा रहा है कि इस बैठक में एनडीए के नेताओं ने सोमवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र के लिए खास रणनीति पर चर्चा की है। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के पास सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के लिए बड़ा एजेंडा है, जिसमें 26 नए विधेयक पेश करने की योजना बनाई गई है। साथ ही सरकार ने संकेत दिया है कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक को प्राथमिकता के आधार पर लाया जाएगा। एजेंडा में आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 का क्रिप्टोकरेंसी और विनियमन भी शामिल है। विपक्षी दलों ने सोमवार सुबह 10 बजे बुलाई बैठक वहीं, सरकार की तैयारियों के बीच विपक्षी दलों ने भी अपनी तैयारी के लिए कल सुबह 10 बजे एक बैठक बुलाई है। यह बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में की जाएगी। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे। सर्वदलीय बैठक में कृषि कानूनों की वापसी समेत कई अन्य मुद्दों पर हुई चर्चा बता दें कि सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र को लेकर आज सुबह एक सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में नए कृषि कानूनों की वापसी समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में कम से कम 15 से 20 विषयों पर चर्चा हुई। सभी पार्टियों ने केंद्र सरकार से कहा कि MSP और इलेक्ट्रिक बिल पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही MSP पर कानून बनाना चाहिए। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-tripura-civic-poll-2021-counting-continues-bjp-leading-on-these-seats-22246441.html,"त्रिपुरा में भाजपा का बंपर प्रदर्शन, अगरतला नगर निगम की सभी सीटों को जीता","अगरतला, एएनआइ। त्रिपुरा में रविवार को नगर निकाय चुनावों के लिए वोटों की गिनती जारी है। काउंटिंग के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं ताकि कानून व्यवस्था ना बिगड़े। भाजपा ने अगरतला के 51 वार्डों में से 51 वार्डों पर जीत हासिल कर ली है। इसके अलावा कई सीटों पर पार्टी ने बढ़त बनाई हुई है। त्रिपुरा नगर निकाय चुनावों में मुख्य मुकाबला भाजपा, माकपा और टीएमसी के बीच है। Updates: - राज्य चुनाव आयोग ने कहा, त्रिपुरा में निकाय चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा ने 51 सदस्यीय अगरतला नगर निगम (एएमसी) की सभी सीटों पर जीत हासिल की है। विपक्षी टीएमसी और सीपीआई (एम) एएमसी में खाता खोलने में विफल रही। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, अगरतला नगर निगम में भाजपा ने 51 वार्डों में से 29 वार्डों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल कर लिया है। Tripura civic election results | BJP has won from 29 wards out of 51 wards bagging majority in Agartala Municipal Corporation, as per State Election Commission — ANI (@ANI) November 28, 2021 त्रिपुरा चुनाव आयोग के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी अम्बस्सा, जिरानिया, तेलीअमुरा और सबरूम में आगे चल रही है। बता दें कि त्रिपुरा के नगर निकायों की 200 से ज्यादा सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ था। Tripura | Counting of votes underway for Agartala Municipal Corporation, Nagar Panchayats elections BJP leading in Ambassa, Jirania, Teliamura and Sabroom, as per Tripura State Election Commission Visuals from a counting centre in Agartala pic.twitter.com/PhIgQYRtOP — ANI (@ANI) November 28, 2021 त्रिपुरा के नगर निकाय चुनावों में भाजपा ने सभी 334 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 112 सीटों और 19 नगर निकायों में पार्टी ने पहले ही निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी। अब आज 222 सीटों पर वोटों की गिनती की जा रही है। इन 222 सीटों पर 785 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतगणना के दौरान किसी भी तरह की हिंसा को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन लेयर की सुरक्षा तैनात की गई है। बताया गया है कि जिन केंद्रों पर काउंटिंग चल रही है, वहां पुलिस के अलावा त्रिपुरा स्टेट राइफल्स और CAPF के जवानों की तैनाती की गई है। असिस्टेंट आईजी (ला एंड आर्डर) सुब्रता चक्रवर्ती ने एक बयान जारी कर लोगों से अफवाहों से दूर रहने को कहा है। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-government-call-all-party-meeting-today-before-winter-parliament-session-22246419.html,"सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए पीएम, कांग्रेस को डर- सरकार फिर ला सकती है तीनों कृषि कानून","नई दिल्‍ली (एएनआई)। राजनीतिक गलियारों में रविवार का दिन बेहद खास हो गया है। खास होने की कुछ बड़ी वजह भी है। इसकी पहली वजह है कि सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। इसको देखते हुए सरकार समेत सभी विपक्षी पार्टियां अपनी रणनीति बनाने के लिए आज अलग-अलग बैठक करने वाली हैं। संसद के शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से चलाने के मकसद से सरकार ने भी आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक की अध्‍यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी ने की है। इसके पीछे सरकार का मकसद संसद के पटल पर पेश होन वाले विधेयकों को पारित करवाने में विपक्ष की अड़चनों को कम करना है। इस बैठक में कांग्रेस की तरफ से मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर आर चौधरी, आनंद शर्मा, टीएमसी से सुदीप बनर्जी और डैरेक ओ ब्रायन, डीएमके के टीआर बालू और टी सिवा, एनसीपी के शरद पवार शामिल हुए हैं। टीएमसी के सुदीप बनर्जी ने इससे पहले कहा कि टीएमसी कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में हिस्‍सा नहीं लेगी। इस सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि इस बैठक में 31 पार्टियां शामिल हुई थीं। विभिन्‍न राजनीतिक पार्टियों के करीब 42 नेताओं के बीच में शीतकालीन सत्र को लेकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई, जो काफी अच्‍छी रही। उन्‍होंने ये भी कहा कि सरकार हर उन मुद्दों पर बिना किसी समस्‍या के चर्चा करेगी जिसको सभापति मंजूरी देंगे। इस बैठक में शामिल कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्‍हें उम्‍मीद थी कि इसमें पीएम मोदी भी शामिल होंगे, लेकिन कुछ कारणों के चलते वो इसमें हिस्‍सा नहीं ले सके। उन्‍होंने कहा कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने की बात कही है लेकिन पीएम का कहना है कि वो किसानों को समझ नहीं सके। इसका मतलब है कि सरकार इन कानूनों को भविष्‍य में वापस ला सकती है। उन्‍होंने इस बात की भी मांग की है कि कोविड-19 महामारी के चलते जान गंवाले वाले पीडि़तों के परिजनों को सरकार चार-चार लाख का मुआवजा दे। इसी तरह का मुआवजा उन किसानों को भी दिया जाना चाहिए जिनकी जान इस आंदोलन में गई। बैठक के बाद आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार ने दूसरी पार्टी के नेताओं को बोलने ही नहीं दिया। उनके मुताबिक इस बैठक में उन्‍होंने एमएसपी पर कानून बनाने और बीएसएफ का बढ़ा दायरा वापस लेने का मुद्दा उठाया था। लेकिन सर्वदलीय बैठक में बोलने ही नहीं दिया गया। आपको बता दें कि सरकार शीताकालीन सत्र के पहले ही दिन तीन कृषि कानूनों को रद करने के लिए बिल लाने वाली है। इसके लिए सरकार ने अपने सांसदों को व्हिप भी जारी किया है। कृषि कानूनों पर सरकार को बड़ी फजीहत उठानी पड़ी है। किसानों ने इस मुद्दे पर एक साल से आंदोलन छेड़ा हुआ है। किसान पहले शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन संसद कूच करना चाहते थे, लेकिन कृषि मंत्री की तरफ से आए बयान के बाद फिलहाल किसानों ने इसको टाल दिया है। हालांकि किसानों ने ये भी साफ कर दिया है कि उनका आंदोलन एमएसपी पर कानून बनने तक जारी रहेगा। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-tmc-not-a-part-of-opposition-parties-meeting-called-by-congress-know-the-reason-22246753.html,"कांग्रेस की बुलाई विपक्षी पार्टियों की बैठक को टीएमसी ने कहा 'न', जानें- इसके पीछे क्‍या है वजह","नई दिल्‍ली (एएनआई/जेएनएन)। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस को टीएमसी ने एक और झटका दिया है। दरअसल, इस सत्र से पहले विपक्ष की रणनीति तय करने के मकसद से कांग्रेस ने सभी विपक्षी पार्टियों की एक बैठक बुलाई थी, जिससे तृणमूल कांग्रेस ने किनारा कर कांग्रेस को झटका देने का काम किया है। कांग्रेस की इस बैठक से पहले ही टीएमसी नेता सुदीप बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी इसमें शामिल नहीं होने वाली है। आपको बता दें कि कुछ समय से तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस में जमकर खींचतान चल रही है। इस खींचतान को हालिया कुछ घटनाओं ने और हवा दी है। दरअसल, कुछ ही दिन पहले मेघालय में कांग्रेस के 17 में 12 विधायक टीएमसी में शामिल हुए हैं। इनमें राज्‍य के पूर्व सीएम मुकुल संगमा भी शामिल हैं। ये सभी कुछ ऐसे समय में हुआ जब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी दिल्‍ली में डेरा डाले हुए थीं। कहा जा रहा था‍ कि वो कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकती हैं। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वहीं इसी दिन कीर्ति आजाद ने थामा था। कांग्रेस और टीएमसी में दूरी की केवल यही वजह नहीं है बल्कि इसके पीछे कुछ और भी वजह हैं। इसमें एक बड़ी वजह कांग्रेस का वो आरोप भी है जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस ने किसानों के साथ मिलकर आंदोलन को जीत की कगार पर पहुंचाने का काम किया और अब टीएमसी झूठे ही उसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। नवंबर की शुरुआत में ही टीएमसी और कांग्रेस के बीच उस वक्‍त तीखी बयानबाजी सामने आई थी जब खुद टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि कांग्रेस ने कभी भाजपा के खिलाफ लड़ाई की ही नहीं। इसी वजह से उन्‍होंने कांग्रेस को छोड़ा था। इसके जवाब में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने ममता को राजनीतिक गद्दार तक बता दिया था। बता दें कि टीएमसी लगातार अपना राजनीतिक विस्‍तार कर रही है। इसके तहत उसने गोवा, त्रिपुरा, असम, मेघालय, हरियाणा आदि शुरुआत भी कर दी है। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-venkaiah-naidu-called-a-meeting-of-various-political-parties-before-the-winter-session-of-parliament-22245642.html,"Winter Session 2021 : शीतकालीन सत्र से पहले उपराष्ट्रपति ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष ने तैयार की रणनीति","नई दिल्ली, एएनआइ: संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है। राज्यसभा के सभापति व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने संसद के शीतकालनी सत्र से पहले रविवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की एक अहम बैठक बुलाई है। सत्र के सुचारू पूर्वक संचालन पर चर्चा के लिए रविवार शाम उच्च सदन में सर्वदलीय नेताओं की यह बैठक है। साथ ही संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी आगामी शीतकालीन सत्र और महत्वपूर्ण कार्यों के एजेंडे पर चर्चा करने के लिए रविवार को संसद में एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बार का शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार होने वाला है। वहीं, विपक्षी नेताओं ने संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक घंटे पहले सोमवार को संसद में बैठक करने की योजना बनाई है। दोनों सदनों में 'तीन कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार की विफलता' और बढ़ती महंगाई को उजागर करने की रणनीति को लेकर यह बैठक की जाएगी। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और सांसद ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, 'हमारी रणनीति पूरे विपक्ष और समान विचारधारा वाले दलों द्वारा संसद में 'एक आवाज' में बोलना है और आम आदमी से जुड़े मुद्दों को उठाना है। वहां (संसद) मतभेद नहीं होना चाहिए क्योंकि केंद्र सरकार की विफलता के कारण इन दिनों आम लोगों को बहुत कुछ झेलना पड़ रहा है।' चर्चा के लिए सरकार पर इन मुद्दों पर दबाव बनाएगा विपक्ष एक अन्य विपक्षी नेता व राज्यसभा सांसद ने कहा, 'हम कृषि कानूनों को निरस्त करने के मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। लेकिन हम विपक्षी नेता सरकार पर कृषि कानूनों को निरस्त करने के विधेयक 2021 पर चर्चा करने के लिए दबाव डालने की कोशिश करेंगे। हम इस बात पर प्रकाश डालेंगे कि पिछले एक साल के दौरान आंदोलनकारी किसानों को क्या सामना करना पड़ा और कैसे हो सकता है सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करे।' विपक्षी सांसद ने आगे कहा कि हम विपक्षी नेता न केवल कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक 2021 पर चर्चा करना चाहते हैं, बल्कि चीनी आक्रामकता, आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी और लखीमपुर खीरी की घटना पर भी चर्चा करना चाहते हैं। लखीमपुर घटना में आठ लोग मारे गए थे और उम्मीद कर रहे हैं कि मोदी सरकार विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए सभी सवालों का जवाब देगी। ओम बिरला 29 नवंबर को करेंगे बैठक संसद का शीतकालीन सत्र सुचारू रूप से चलाने के उद्देश्य से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 29 नवंबर को विभिन्न पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैठक लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी के साथ होने की संभावना है। 26 नवंबर को संसद के सेंट्रल हाल में लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित संविधान दिवस समारोह का लगभग सभी विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था। बिरला ने विपक्षी दलों द्वारा कार्यक्रम का बहिष्कार करने पर 'दर्द' व्यक्त किया। कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बिरला ने कहा कि वह सदन के सुचारू संचालन के लिए आम सहमति बनाने के लिए विपक्ष और सत्ता पक्ष के साथ बैठेंगे। लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने कहा कि स्पीकर सोमवार को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने पर पार्टियों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-winter-session-2021-even-though-the-big-issues-are-over-winter-session-will-remain-hot-22245503.html,Winter Session 2021: बड़े मुद्दे भले ही खत्म हो गए हों लेकिन गर्म ही रहेगा शीतसत्र,"नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। तीनों कृषि कानूनों की वापसी और पेगासस जासूसी कांड जैसे मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित करने के बाद यह मुद्दे भले ही खत्म हो गए हों, लेकिन इसके बाद भी सरकार के लिए संसद के शीतकालीन सत्र में कामकाज बहुत आसान नहीं होगा। विपक्षी दलों का जो रुख देखने को मिल रहा है,उसमें पिछले सत्र की तरह बड़े व्यवधान भले ही न हों लेकिन सदन को सुचारु रूप से चलाना सरल नहीं होगा। कोरोना को लेकर फिर से आशंकाएं खड़ी होने लगी हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में पुराने मुद्दों को गरम करने की कोशिश हो सकती है। कृषि कानूनों की वापसी के बाद भी विपक्ष किसानों का मुद्दा नहीं छोड़ेगा राहुल गांधी ने पहले ही संदेश दे दिया है कि वह कोरोना के कारण होने वाली मौतों की संख्या को फिर से उठा सकते हैं। वैसे भी आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश सहित देश के अहम पांच राज्यों में चुनाव हैं और वहां के स्थानीय मुद्दे भी संसद में रोजाना उछल सकते हैं। इस बीच जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार विपक्ष किसानों के मुद्दे पर ही सरकार को घेरने की रणनीति पर काम करेगा। इनमें एमएसपी को कानूनी गारंटी देने जैसी किसानों की एक अहम मांग भी है। एमएसपी और चुनावी राज्यों के स्थानीय मुद्दों पर होगी सरकार की घेरेबंदी हालांकि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी के साथ ही एमएसपी की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने का भी एलान किया है। बावजूद इसके विपक्ष खुद को किसानों के मुद्दे पर साथ खड़ा रहने और दिखाने की कोशिश जारी रखने की रणनीति पर जुटा है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नंवबर से शुरू हो रहा है, जो 23 दिसंबर तक चलेगा। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-ahead-of-up-polls-jp-nadda-interacts-with-young-academicians-entrepreneurs-in-delhi-22244399.html,"यूपी चुनाव से पहले जेपी नड्डा ने दिल्ली में युवा शिक्षाविदों और उद्यमियों के साथ की बातचीत, पिछले पांच साल का लिया फीडबैक","नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को दिल्ली में 'सामाजिक संवाद' कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में नड्डा ने समाज के विभिन्न वर्गों के उद्यमियों, युवा शिक्षाविदों और पेशेवरों से खास बातचीत की। भाजपा मुख्यालय में 4 घंटे तक यह कार्यक्रम चला, जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, सीटी रवि और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद रहे। इसके साथ ही नड्डा ने ट्विटर पर लिखा, ' 'सामाजिक संवाद' के एक हिस्से के रूप में समाज के विभिन्न वर्गों के युवा शिक्षाविदों, उद्यमियों और पेशेवरों को संबोधित किया और आकांक्षी वर्गों के मुद्दों पर चर्चा की। ये युवा उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में पहुंचेंगे और इसके विकास में योगदान देंगे।' सूत्रों के अनुसार सामाजिक संवाद कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश चुनाव के आगे के घटनाक्रम को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों से पिछले पांच साल का फीडबैक लिया गया। सामाजिक संवाद में आए शिक्षाविद् गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विकास पवार ने कहा कि इस सत्र में समाज के हर वर्ग को मजबूत करने की बात की गई है। चाहे वह आर्थिक दृष्टि से हो या शिक्षा की दृष्टि से। कमजोर वर्ग को ऊपर उठाने के लिए मिलकर काम करें इस बात पर भी जोर रहा है। प्रोफेसर पवार ने कहा कि आज की चर्चा में समाज में शिक्षकों के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि यह एक प्रशिक्षण सत्र है और चुनाव के बाद भी भाजपा इस तरह के सत्र करती रहेगी। 2022 में हैं यूपी के विधानसभा चुनाव बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 403 सीटों वाली विधानसभा में से 312 सीटें हासिल की थीं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 47 सीटें हासिल की थीं, बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) ने 19 सीटें जीती थीं। कांग्रेस ने केवल सात सीटें जीतीं थी। वहीं, बाकी सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी राज्य में 1989 से यानी 30 से अधिक वर्षों से सत्ता से बाहर है। जून 1988 से दिसंबर 1989 तक कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्तर प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी थे। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-union-minister-amit-shah-can-go-on-gujarat-tour-today-will-return-on-november29-22243738.html,"केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आज जा सकते हैं गुजरात दौरे पर, 29 नवंबर को होगी वापसी!","नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के शनिवार को गुजरात दौरे पर जाने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह 27 नवंबर की शाम को गुजरात जाएंगे और उनके 28 नवंबर की रात या 29 नवंबर की सुबह लौटने की संभावना है। इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वाराणसी का भीदौरा किया था और भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा प्रभारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। गौरतलब है कि राज्य में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। गुजरात में पिछले दो दशक से अधिक समय से सत्ता में रही भाजपा ने पिछले महीने हुए उपचुनाव में सभी आठ सीटों पर जीत हासिल की है। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के लिए चुनाव 2022 में होने हैं। 2017 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 99 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिलीं। Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-will-not-participate-in-a-programme-on-constitutional-day-at-parliaments-central-hall-22240623.html,"कांग्रेस-टीएमसी समेत 14 विपक्षी दलों ने संविधान दिवस कार्यक्रम का किया बहिष्कार, भाजपा ने कहा- यह अंबेडकर का अपमान","नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने संसद में होने वाले संविधान दिवस समारोह का बहिष्कार किया है। विपक्षा का आरोप है कि नरेन्द्र मोदी सरकार संविधान पर निरंतर हमले कर रही है और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई पार्टी के संसदीय मामलों के रणनीतिक समूह की बैठक में यह फैसला लिया गया। वहीं, विपक्ष के इस फैसले पर भाजपा ने कहा है कि यह डा भीमराव अंबेडकर का अपमान है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, 'कांग्रेस, वामपंथी, टीएमसी, राजद, एसएस, एनसीपी, एसपी, आईयूएमएल और डीएमके सहित 14 दलों ने सेंट्रल हाल में आयोजित 'संविधान दिवस' समारोह का बहिष्कार किया। नेहरू जयंती कार्यक्रम के दौरान हंगामा करने वाली कांग्रेस बहिष्कार का नेतृत्व कर रही है। यह डाक्टर अंबेडकर का अपमान है।' पिछले साल भी कांग्रेस ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया था। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, जब सरकार संविधान पर निरंतर हमले कर रही है और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है तो फिर ऐसे कार्यक्रम का दिखावा क्या करना है। हम संविधान पर हमले करने वाली सरकार के ऐसे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते। Koo App हमारा दृढ़ विश्वास रहा है कि लोग हमारे विकास के केंद्र में हैं। वे हमारे देश के परिवर्तन के प्रतिनिधि हैं, उनका सशक्तिकरण हमारे सभी प्रयासों का लक्ष्य हैः उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू #SamvidhanDiws #ConstitutionDay2021 #संविधानदिवस View attached media content - PIB in Rajasthan (@PIBJaipur) 26 Nov 2021 गौरतलब है कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संसद के केंद्रीय कक्ष में शुक्रवार (26 नवंबर) को संविधान दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन होगा जिसे राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संबोधित करेंगे। संसदीय कार्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, राष्ट्रपति अपने संबोधन के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ेंगे। उनके साथ संविधान की प्रस्तावना को पढ़ने के लिए पूरे देश को आमंत्रित किया गया है। आपको बता दें कि आज के ही दिन 1949 में संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को मंजूरी दी थी। हालांकि इसको 26 जनवरी 1950 में लागू किया गया था। देश के संविधान के तहत हर देशवासी को समान अधिकार प्राप्‍त हैं। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-on-the-very-first-day-of-the-parliament-session-preparations-to-withdraw-the-agriculture-act-intensified-pm-modi-will-fulfill-the-promise-made-to-the-farmers-22239326.html,"संसद सत्र के पहले ही दिन कृषि कानून वापस लेने की तैयारी तेज, सांसदों को व्हिप जारी","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। तीनों नए कृषि कानूनों को रद करने के लिए संसद के शीत सत्र के पहले ही दिन लोकसभा से पारित कराने की सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। इस क्रम में राजग और भाजपा के सभी सांसदों को व्हिप जारी किया जा रहा है। केंद्र सरकार कृषि कानूनों को पहले ही दिन रद कर आंदोलनकारी किसानों की सबसे बड़ी मांग पूरा करना चाहती है। सरकार इस कदम के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों से 19 नवंबर को किए गए वादे को पूरा करेगी। कृषि कानूनों की वापसी से संबंधित तीनों विधेयक सोमवार से शुरू हो रहे शीत सत्र के पहले ही दिन कार्यसूची में शामिल करने की विधायी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सदन में उपस्थित रहने के लिए भाजपा सांसदों के लिए व्हिप जारी भाजपा के सांसदों को पार्टी के चीफ व्हिप राकेश सिंह की ओर से उस दिन अनिवार्य से सदन में उपस्थित रहने के लिए निर्देश जारी किया जा रहा है। कृषि कानूनों की वापसी का विधेयक पारित कराने में विपक्षी दल कोई अड़ंगा लगाएंगे इसकी गुंजाइश नहीं है। किसान आंदोलन का शुरू से समर्थन करता आ रहा विपक्ष तीनों कानूनों की वापसी की मांग पर अड़ा था। कृषि कानूनों की वापसी संबंधी तीनों विधेयकों पर केंद्रीय कैबिनेट बुधवार को ही मुहर लगा दी थी। कानून रद करने संबंधी विधेयक पहले लोकसभा में लाने की संभावना संसदीय प्रक्रिया की सामान्य परंपरा के अनुसार कानूनों की वापसी के लिए अमूमन विधेयक उसी सदन में पेश किया जाता है जिस सदन में यह पहले पारित हुआ हो। कृषि कानूनों को पिछले वर्ष सबसे पहले लोकसभा में ही पेश और पारित किया गया था। उसके बाद राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच उन्हें पारित किया गया। इस हिसाब से कृषि कानूनों की वापसी संबंधी विधेयक पहले लोकसभा में पेश होने हैं। हालांकि सरकार पर कोई बंदिश नहीं है। वह चाहे तो पहले राज्यसभा का रास्ता भी चुन सकती है। मगर सदन में बड़े संख्या बल को देखते हुए सरकार के लिए पहले लोकसभा का विकल्प अधिक उपयुक्त है। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mp-politics-minister-of-mp-said-capture-the-women-of-the-upper-caste-society-and-take-them-out-then-only-equality-will-come-22239622.html,"VIDEO: मप्र के मंत्री ने कहा-सवर्ण समाज की औरतों को पकड़कर बाहर निकालो, तभी आएगी समानता","अनूपपुर, राज्‍य ब्‍यूरो। मध्य प्रदेश के खाद्य व आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह के सवर्ण समाज की महिलाओं के प्रति बोल बिगड़ गए। मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने फुनगा गांव में महिलाओं के सम्मान समारोह में बुधवार को कहा कि महिला और पुरुष दोनों को समान रूप से काम करना चाहिए। महिलाओं को बाहर लाने की जरूरत है। खासकर सवर्ण समाज को, जो अपने घर की औरतों को कोठरी में बंद रखता है, काम करने को निकलने नहीं देता। खासकर जितने बड़े-बड़े ठाकुर और कुछ और बड़े लोग वो सब अपने घर की औरतों को कोठरी में बंद कर देते हैं। महिलाओं के अधिकारों को लेकर कही यह बात कार्यक्रम में मंत्री महिलाओं के अधिकार की बात कर रहे थे। मंत्री बिसाहूलाल सिंह का यह भी कहना था कि समाज में समानता लानी है तो उच्च जाति की महिलाओं को पकड़कर बाहर निकालो। गांव की महिलाएं धान काटती हैं, गोबर लीपती हैं और अन्य काम करती हैं। यहीं काम करते हैं ना..अरे भाई, महिलाओं को जब पुरुष और महिलाओं के बराबर अधिकार है तो दोनों को बराबर काम करना चाहिए। अब सब अपने आप को पहचानों और पुरुष के साथ कंधे मिलाकर आप आगे आएं...और जितने बड़े-बड़े ठाकुर-वाकुर हैं ना उनके घर की महिलाओं को पकड़-पकड़ कर बाहर निकालें...उन लोगों को भी समाज के साथ काम करना चाहिए। तब ही ना महिलाएं आगे बढ़ेंगी।' #WATCH | Thakur-thakar (upper castes) keep their women confined to their homes & don't allow them to work in society. Women of Thakurs&other big people should be dragged out of their homes & made to work in society to ensure equality: MP Minister Bisahulal Singh in Anuppur(24.11) pic.twitter.com/46962n0Puj — ANI (@ANI) November 25, 2021 पहले भी अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रह चुके हैं मंत्री गौरतलब है कि फुनगा गांव के खेल स्टेडियम में सर्वजन सुखाय सामाजिक संस्था ने नारी सम्मान समारोह का आयोजन किया था। बिसाहूलाल मुख्य अतिथि थे। मंत्री बिसाहूलाल सिंह सवर्ण समाज की महिलाओं के ऊपर की गई उनकी टिप्पणी इंटरनेट मीडिया में खूब वायरल हो रही है। मंत्री पहले भी अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रह चुके हैं। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-jp-nadda-on-two-days-visit-to-goa-will-address-public-meetings-today-22237583.html,"गोवा : पणजी में बोले जेपी नड्डा, राज्य के हर व्यक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में करेंगे काम","पणजी, एएनआइ। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गोवा के दो दिवसीय दौरे पर हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। उन्होंने आज पणजी के महालक्ष्मी मंदिर में पूजा-अर्चना की। पणजी में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, नड्डा ने कहा, 'हमें गोवा में मिलकर काम करने की जरूरत है। पीएम मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयासों के तहत राज्य का विकास करना है।' उन्होंने कहा, 'हमें राज्य के हर एक व्यक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में काम करने की जरूरत है।' महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भाजपा ने राज्य का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और सांसद दर्शन जरदोश को राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। डाक्टरों को किया संबोधित अपने दौरे के पहले दिन जेपी नड्डा डाबोलिम हवाई अड्डे पर उतरे और पणजी गए। यहां उन्होंने डाक्टरों के एक सम्मेलन को संबोधित किया। यह कार्यक्रम भाजपा के गोवा मेडिकल सेल द्वारा आयोजित किया गया था। इस मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सदानंद शेत तनावडे, गोवा बीजेपी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डाक्टर शेखर सालकर मौजूद थे। गोवा में विधानसभा चुनाव 2022 की शुरुआत में होने हैं। पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई को दो ज्ञापन सौंपे। इसमें उन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के इस्तीफे की मांग की है। इस प्रतिनिधिमंडल में लोकसभा सांसद सौगत रॉय, पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, गोवा के पूर्व सीएम लुइजिन्हो फलेरियो, गोवा टीएमसी नेता स्वाति केरकर और डोरिस टेक्सीरा भी शामिल थे। पहले ज्ञापन में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के इस्तीफे की मांग की गई है और इसके साथ ही पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भाजपा शासित राज्य सरकार के खिलाफ उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की गई। Edited By: Neel Rajput",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-india-is-the-most-secular-country-in-world-says-vice-president-venkaiah-naidu-22243512.html,भारतीय लोकतंत्र को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं : उपराष्ट्रपति नायडू,"नई दिल्ली, एएनआइ। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (Vice President M Venkaiah Naidu) ने भारतीय लोकतंत्र पर सवाल खड़ा करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसके लिए बाहरी एजेंसियों के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। भारतीय संविधान सबके हितों का ध्यान रखते हुए अपने नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण करता है। नायडू शुक्रवार को यहां ए सूर्यप्रकाश की पुस्तक 'डेमोक्रेसी, पालिटिक्स एंड गवर्नेस' का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। #WATCH | There's a trend in Western media to run down Indian govt on issues of secularism, free speech. They can't digest the fact that India is on the rise. Some of them suffering from indigestion...India is the most secular country in world: Vice President Venkaiah Naidu(26.11) pic.twitter.com/sXTrfWA52T — ANI (@ANI) November 26, 2021 नायडू ने पिछले दिनों भारतीय लोकतंत्र पर पश्चिमी देशों और अमेरिकी एजेंसियों की ओर से उठाए सवालों के जवाब में भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों का विस्तार से जिक्र किया। कहा कि भारतीय संविधान हर नागरिक को जाति, धर्म, वर्ग, रंग और क्षेत्र से ऊपर उठकर देशहित में काम करने का मौका देता है। उन्होंने कहा कि सूर्यप्रकाश अपने 30 वषर्षो के लंबे लेखन कार्य से संविधान की इसी भावना को आगे ब़़ढा रहे हैं। इस मौके पर देश के ख्याति प्राप्त लेखक और पत्रकार उपस्थित थे। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-jp-nadda-said-on-constitution-day-rahul-gandhi-had-opposed-ambedkar-jayanti-earlier-as-well-22242645.html,संविधान दिवस कार्यक्रम के बहिष्कार करने पर जेपी नड्डा बोले- राहुल गांधी ने आंबेडकर जयंती का भी किया था विरोध,"जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संविधान दिवस के दिन विरोध और बहिष्कार की विपक्ष की राजनीति पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज जब देश के संविधान को सम्मान देने और बाबा साहेब आंबेडकर की विरासत को नमन करने का अवसर था, तब कुछ विपक्षी पार्टियों ने संकीर्ण राजनीति करते हुए इसका बहिष्कार किया और देशहित के ऊपर दल हित और परिवार हित को रखा। यह संविधान और बाबा साहेब का अपमान है। जनता इनको माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि राहुल ने आंबेडकर जयंती का भी विरोध किया था। दरअसल, शुक्रवार को संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम का कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा का कहना था कि जिस तरह संसदीय परंपराओं को तोड़ते हुए विधेयक पारित कराए जा रहे हैं और संसदीय मर्यादाओं की अवहेलना हो रही है, उसके खिलाफ बहिष्कार किया गया। यह और बात है कि कार्यक्रम सरकार का नहीं था। हालांकि कार्यक्रम के दौरान ही प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर अलोकतांत्रिक आचरण की बात कहते हुए टिप्पणी कर दी थी। कांग्रेस ने बाबा साहेब के जीवित रहते भी उनका विरोध किया था: जेपी नड्डा भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने सीधा प्रहार किया। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा, राहुल गांधी ने बाबा साहेब की 125वीं जयंती का भी विरोध किया था। आज राहुल देश में नहीं दिख रहे हैं, लेकिन कांग्रेस वही रंग दिखा रही है। यह उनकी राजशाही मानसिकता का प्रतीक है। कांग्रेस ने बाबा साहेब के जीवित रहते भी उनका विरोध किया था। उनको चुनाव हराया। उनको कभी उचित सम्मान नहीं दिया। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तो टिप्पणी नहीं की, लेकिन इसका जरूर अहसास कराया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संविधान और बाबा साहेब के प्रति गहन आस्था और सम्मान है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-narendra-modi-takes-part-in-constitution-day-2021-programme-22242022.html,"पीएम मोदी बोले- संविधान के लिए समर्पित सरकार विकास में भेद नहीं करती, यह हमने साबित किया","नई दिल्ली, एजेंसियां। संविधान दिवस 2021 के कार्यक्रम को शुक्रवार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास, ये संविधान की भावना का सबसे सशक्त प्रकटीकरण है। संविधान के लिए समर्पित सरकार विकास में भेद नहीं करती और ये हमने साबित किया है। आज गरीब से गरीब को भी क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर तक वही पहुंच मिल रही है, जो कभी साधन संपन्न लोगों तक सीमित थी। आज लद्दाख, अंडमान और नार्थ ईस्ट के विकास पर देश का उतना ही फोकस है, जितना दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों पर है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जब देश का सामान्य मानवी, देश का गरीब विकास की मुख्यधारा से जुड़ता है, जब उसे समान मौके मिलते हैं, तो उसकी दुनिया पूरी तरह बदल जाती है। जब रेहड़ी, पटरी वाले भी बैंक क्रेडिट की व्यवस्था से जुड़ता है, तो उसे राष्ट्र निर्माण में भागीदारी का एहसास होता है। वो करोड़ों लोग जिनके घरों में शौचालय तक नहीं था, ​बिजली के अभाव में अंधेरे में अपनी ज़िंदगी बिता रहे थे उनकी तकलीफ समझकर उनका जीवन आसान बनाने के लिए खुद को खपा देना मैं संविधान का असली सम्मान मानता हूं। 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज सुनिश्चचित किया जा रहा इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में पिछले कई महीनों से 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज सुनिश्चचित किया जा रहा है। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना पर सरकार 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करके गरीबों को मुफ्त अनाज दे रही है। अभी कल ही हमने इस योजना को अगले वर्ष मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है। उन्होंने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आजादी के लिए जीने-मरने वाले लोगों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों के प्रकाश में और हजारों साल की भारत की महान परंपरा को संजोए हुए, हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें संविधान दिया। बहुत कुछ किया जाना बाकी पीएम मोदी ने यह भी कहा, 'जो देश लगभग भारत के साथ आजाद हुए वो आज हमसे काफी आगे हैं, मतलब अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हमारे संविधान में समावेश पर कितना जोर दिया गया है, लेकिन आजादी के इतने दशकों बाद भी बड़ी संख्या में देश के लोग बहिष्करण (Exclusion) को भोगने के लिए मजबूर रहे। लैंगिक समानता की बात करें तो अब पुरुषों की तुलना में बेटियों की संख्या बढ़ रही है। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में डिलिवरी के ज्यादा अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। इस वजह से माता मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर कम हो रही है।' औपनिवेशिक मानसिकता को दूर करना होगा पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन में जो संकल्पशक्ति पैदा हुई, उसे और अधिक मजबूत करने में ये औपनिवेशिक मानसिकता बहुत बड़ी बाधा है। हमें इसे दूर करना ही होगा। इसके लिए, हमारी सबसे बड़ी शक्ति, हमारा सबसे बड़ा प्रेरणा स्रोत, हमारा संविधान ही है। दुर्भाग्य यह है कि हमारे देश में भी ऐसी ही मानसिकता के चलते अपने ही देश के विकास में रोड़े अटकाए जाते है। कभी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर तो कभी किसी और चीज का सहारा लेकर। उपनिवेशवादी मानसिकता विकृतियों को जन्म दे रही पीएम मोदी ने यह भी कहा कि पूरे विश्व में कोई भी देश ऐसा नहीं है जो प्रकट रूप से किसी अन्य देश के उपनिवेश के रूप में रहता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उपनिवेशवादी मानसिकता समाप्त हो गई है। हम देख रहे हैं कि यह मानसिकता अनेक विकृतियों को जन्म दे रही है। इसका सबसे स्पष्ट उदाहरण हमें विकासशील देशों की विकास यात्राओं में आ रही बाधाओं में दिखाई देता है। जिन साधनों से, जिन मार्गों पर चलते हुए, विकसित विश्व आज के मुकाम पर पहुंचा है, आज वही साधन, वही मार्ग, विकासशील देशों के लिए बंद करने के प्रयास किए जाते हैं। नर्मदा की पानी से कच्छ का विकास हुआ पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल ने मां नर्मदा पर सरदार सरोवर डैम जैसे एक डैम का सपना देखा था, पंडित नेहरु ने इसका शिलान्यास किया था। लेकिन ये परियोजना दर्शकों तक अप-प्रचार में फंसी रही। पर्यावरण के नाम पर चले आंदोलन में फंसी रही। न्यायालय तक इसमें निर्णय लेने से हिचकते रहे। लेकिन उसी नर्मदा की पानी से कच्छ का जो विकास हुआ, उससे कच्छ हिंदुस्तान में तेज गति से आगे बढ़ रहे जिलों में से एक बन गया है। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-is-going-to-hold-a-big-rally-against-inflation-under-the-leadership-of-sonia-gandhi-22241318.html,"कांग्रेस ने लोकसभा सांसदों को जारी किया व्हिप, महंगाई के खिलाफ पार्टी की होगी बड़ी रैली, 29 को विपक्षी दलों की भी बैठक","नई दिल्ली, एएनआइ। पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस अब एक्टिव मोड में नजर आ रही है। महंगाई के खिलाफ कांग्रेस एक बड़ी रैली करने जा रही है। कांग्रेस 12 दिसंबर को दिल्ली में 'महंगाई हटाओ' रैली आयोजित करेगी। पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस रैली को संबोधित करेंगे। इस बीच कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों को तीन पंक्तियों का व्हिप जारी किया है, जिसमें उन्हें 29 नवंबर को सदन में उपस्थित रहने और पार्टी के रुख का समर्थन करने के लिए कहा गया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने 29 नवंबर को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने 29 नवंबर को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस नेता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर पार्टी के संसदीय रणनीति समूह की बैठक में उन मुद्दों पर चर्चा करने पहुंचे, जिन्हें पार्टी 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में उठाएगी। पार्टी के शीतकालीन सत्र में मूल्य वृद्धि सहित कई मुद्दों की संभावना है। किसान, MSP व लखीमपुर खीरी की घटना को सत्र में उठाएगी कांग्रेस सोनिया के आवास पर कल हुई बैठक में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि 29 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र को लेकर बैठक की गई। हम सत्र में किन-किन विषयों को उठाएंगे इसपर चर्चा हुई। कांग्रेस किसान, MSP व लखीमपुर खीरी की घटना को सत्र में लाएगी। विपक्षी पार्टियों के साथ एकजुट होकर लोगों के मुद्दें सदन में उठाएंगे। इससे पहले 25 नवंबर को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया था कि हम संसद के आगामी सत्र में महंगाई का मुद्दा उठाएंगे। बता दें कि शीतकालीन सत्र के लिए सरकार के एजेंडे में 26 नए बिल शामिल हैं जिनमें क्रिप्टोकरेंसी पर कानून और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए एक और विधेयक शामिल है। इस विधेयक में भारतीय रिजर्ब बैंक द्वारा जारी आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के सृजन के लिए एक सहायक ढांचा सृजित करने की बात कही गई है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-pm-modi-address-on-constitution-day-opposition-to-skip-constitution-day-celebration-22240817.html,"संविधान दिवस: पीएम मोदी ने परिवारवाद पर कसा तंज, कहा- फार द फैमिली, बाय द फैमिली...आगे कहने की जरूरत नहीं","नई दिल्‍ली (जेएनएन)। संविधान सभा के मौके पर आज संसद भवन में विशेष कार्यक्रम ओयाजित किया गया। इसमें राष्‍ट्रपति, उप-राष्‍ट्रपति, लोकसभा स्‍पीकर समेत अन्‍य गणमान्‍य लोग उपस्थित हुए। कांग्रेस, आरजेडी, लेफ्ट, टीएमसी, आरजेडी, शिव सेना, एनसीपी, सपा, आईयूएमएल, और डीएमके सेमत करीब 14 राजनीतिक पार्टियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की है। इस बात की संभावना है कि कांग्रेस के साथ दूसरे विपक्षी दल भी इसमें शामिल नहीं हुए। संविधान दिवस अपडेट्स 11:50 AM डिजिटल संस्‍करण जारी राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्‍द ने संविधान सभा की चर्चाओं का डिजिटल संस्करण जारी किया और संवैधानिक लोकतंत्र पर आधारित ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का शुभारंभ किया। साथ ही उन्‍होंने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ने में देश का नेतृत्व किया। 11:37AM उप-राष्‍ट्रपति का संबोधन वैंकेया नायडू ने इस दिन को बेहद खास बताया। इस दिन एक विचार को संविधान के रूप में साकार किया गया था। अपने संबोधन में उन्‍होंने डाक्‍टर राजेंद्र प्रसाद का भी जिक्र किया। 11:35 AM स्‍पीकर को दिया धन्‍यवाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने लोकसभा स्‍पीकर को धन्‍यवाद दिया कि उन्‍होंने इस मौके पर इस दिवस का आयोजन किया। उन्‍होंने कहा कि ये किसी पीएम के संबोधन का दिवस नहीं है। 11:33 AM फार द फैमिली... आजादी और देश के लोगों को उनका अधिकार मिले इसके लिए लड़ना जरूरी था। महात्‍मा गांधी ने इस दौरान छेड़ी अपनी लड़ाई में भारत के नागरिकों के मन में उस बीज को बोया जिसमें खादी पहनने की जरूरत, सफाई का महत्‍व बताया गया था। आजादी के बाद इसको बढ़ाना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्‍य से ऐसा नहीं हुआ। 11:30 AM भ्रष्‍टाचार पर वार पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्‍टाचार में सजा पाने के बावजूद केवल अपने राजनीतिक लाभ के लिए केवल अपने हितों को साधने के लिए उनसे नाता जोड़ा जाता है तो इसका गलत संदेश जाता है। इससे चिंता स्‍वा‍भाविक है। 11:25 AM पारिवारिक पार्टियों पर वार पीएम मोदी ने इस दौरान पारि‍वारिक पार्टियों पर जमकर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि ऐसी पार्टियां संविधान को भूल चुकी हैं। उन्‍होंंने कहा कि पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली पार्टियां चिंता का विषय हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वो इस बात के खिलाफ नहीं है कि एक ही परिवार से कोई दूसरा व्‍यक्ति राजनीतिक पार्टी में न आए। वो इससे दुखी हैं कि कुछ पार्टियां पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार से चलती हैं। उन्‍होंने कहा कि फार द फैमिली, बाए द फैमिली...आगे कहने की जरूरत नहीं। 11:23 AM संविधान एक दस्‍तावेज संविधान दिवस की शुरुआत यदि पहले की गई होती तो बेहतर होता। इससे देश के लोगों को इसके बारे में पता चलता। हमें इस दिवस को शुरू करने का मौका मिला। पीएम ने कहा कि वर्ष 2015 में जब इसकी शुरुआत की गई थी तब भी इसको लेकर विरोध की आवाज उठी थी। कहा गया था कि संविधान दिवस कहांं से ले आए। लेकिन आज इस तरह की आवाज नहीं सुनी जाएगी। 11:20AM आज मुश्किल होता संविधान का निर्माण विभिन्‍न दिक्‍कतों के साथ देश को एक सूत्र में पिरोना बेहद मुश्किल था। आज शायद यदि इसको लिखा जाता तो एक पेज भी मुश्किल होता। देश के संविधान निर्माण करने वालों ने राष्‍ट्रहित में अपना सहयोग दिया। 11:15 AM पीएम मोदी का संबोधन पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 26/11 का उल्‍लेख किया और कहा कि देश के दुश्‍मनों ने देश के अंदर घुसकर मुंबई में आतंकी घटना को अंजाम दिया। उन्‍होंने इस दौरान उन लोगों को नमन किया जिन्‍होंने इन आतंकियों को रोकने में अपनी जान गंवा दी। Koo App हमारा संविधान ये सिर्फ अनेक धाराओं का संग्रह नहीं है, हमारा संविधान सहस्त्रों वर्ष की महान परंपरा, अखंड धारा उस धारा की आधुनिक अभिव्यक्ति है: PM नरेंद्र मोदी View attached media content - Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 26 Nov 2021 11:10 AM लोकसभा स्‍पीकर का संबोधन ओम बिरला ने अपने संबोधन में कहा कि इस संविधान के साथ भारत ने अपनी विकास यात्रा शुरू की थी। ये हमारे दायित्‍वों का बोध कराता है। इसको अक्षुण्‍ण बनाए रखना हमारी जिम्‍मेदारी है। उन्‍होंने कहा कि हमारे देश का संविधान आधुनिक गीता की तरह है। 11:06 AM संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद भवन में किया राष्‍ट्रपति का स्‍वागत। इस मौके पर जोशी ने संविधान को एक पवित्र ग्रंथ बताया और कहा कि हम इसकी महत्‍ता को समझते हैं। उन्‍होंने बताया कि संसदीय कार्य मंत्रालय ने इस मौके पर दो पोर्टल तैयार किए हैं। 11:00 AM राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविन्‍द पहुंच संसद भवन Koo App Constitution is the backbone of the nation. Remembering Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar as we observe Constitution Day today. Let’s honour the efforts of those who framed the Constitution of India and take a pledge to follow the path of democracy. #ConstitutionDay View attached media content - Sukhbir Singh Badal (@sukhbir_singh_badal) 26 Nov 2021 Koo App संविधान दिवस की देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं #Haryana #DIPRHaryana View attached media content - DPR Haryana (@diprharyana) 26 Nov 2021 विपक्ष के इस रवैये पर कंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल विपक्ष सदन और देश के संविधान का अपमान कर रहा है। उन्‍होंने यहां तक कहा कि कांग्रेस बीआर अंबेडकर समेत दूसरे लोगों का सम्‍मान नहीं करती है, वो केवल नेहरू परिवार से जुड़े लोगों का ही सम्‍मान करना जानती है। आपको बता दें कि भारत का संविधान विश्‍व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। आज के ही दिन 1949 में संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को अपनाया था। हालांकि इसको 26 जनवरी 1950 में लागू किया गया था। देश के संविधान के तहत हर देशवासी को समान अधिकार प्राप्‍त हैं। हमारे संविधान में नागरिकों को मौलिक अधिकारों के जरिए एक ताकत दी गई है। हर वर्ष 26 नवंबर का दिन देश में संविधान दिवस और राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है। वर्ष 2015 में इसकी शुरुआत हुई थी। गौरतलब है कि डाक्‍टर बीआर अम्बेडकर ने संविधान निर्माण के लिए बनाई गई सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। संविधान दिवस 2021 से पहले पीएम मोदी ने एक ट्वीट कर कहा है कि किसी भी देश का संविधान भले ही कितना मजबूत हो लेकिन जब उसको चलाने वाले देश के सच्चे, निस्पृह, निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता है। डा. राजेंद्र प्रसाद की यह भावना पथ-प्रदर्शक की तरह है। उन्‍होंने पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा हस्ताक्षरित संविधान पत्र को भी अपने ट्वीट के साथ साझा किया। Edited By: Kamal Verma",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-important-meeting-of-congress-at-sonia-gandhi-house-regarding-winter-session-of-parliament-22238864.html,"संसद के शीतकालीन सत्र में किसान, MSP व लखीमपुर खीरी मुद्दे को सत्र में उठाएगी कांग्रेस, सोनिया गांधी के घर हुई बैठक","नई दिल्ली, एएनआइ। संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ में पार्टी नेताओं की अहम बैठक हुई। बैठक में पार्टी की संसदीय रणनीति समूह के नेता शीतकालीन सत्र को लेकर चर्चा की। इसमें कांग्रेस नेता एके एंटनी, आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, के सुरेश, रवनीत बिट्टू, और जयराम रमेश समेत कई अन्य नेता इस बैठक में शामिल रहे। बैठक में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 29 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र को लेकर बैठक की गई। हम सत्र में किन-किन विषयों को उठाएंगे इसपर चर्चा हुई। कांग्रेस किसान, MSP व लखीमपुर खीरी की घटना को सत्र में लाएगी। विपक्षी पार्टियों के साथ एकजुट होकर लोगों के मुद्दें सदन में उठाएंगे। इसके पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि हम संसद के आगामी सत्र में महंगाई का मुद्दा उठाएंगे। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस सार्वजनिक मंचों और संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में 'कोविड कुप्रबंधन' के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने की योजना बना रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र को पत्र लिखकर कोविड पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हर राज्य के कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता भी उस राज्य के अपने-अपने मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखेंगे जहां कांग्रेस सत्ता में नहीं है। राहुल गांधी ने शुरू किया कोविड न्याय अभियान कोरोना के कारण जान गंवाने वाले परिवारों को लेकर कांग्रेस नेता और वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करके 'कोविड न्याय अभियान' शुरू किया है। राहुल गांधी ने भारत सरकार से देश में कोविड से संबंधित मौतों के सही आंकड़े प्रदान करने और चार लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है। राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस पार्टी की दो मांगें हैं - कोरोना मृतकों के सही आंकड़े दिए जाने चाहिए और उन परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-ncr-with-foundation-of-jewar-airport-pm-narendra-modi-attacks-opposition-govts-key-points-of-the-speech-22238313.html,"जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशानेे पर रहा विपक्ष, जानें भाषण की प्रमुख बातें","जेवर, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को ग्रेटर नोएडा के जेवर में एशिया के सबसे बड़े और दुनिया के चौथे सबसे बड़े एयरपोर्ट की नींव रखी। इस मौके पर पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जेवर एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को आसान बनाएगा। यह उत्‍तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने का काम करेगा। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में केंद्र और राज्‍यों की पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि आजादी के बाद से यूपी की छवि नकारात्‍मक बनाकर रखी गई। कुछ दलों ने केवल परिवार के विकास पर दिया ध्‍यान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे देश में कुछ राजनीतिक दलों ने हमेशा अपने स्वार्थ को सर्वोपरि रखा है। इन लोगों की सोच अपना स्वार्थ, सिर्फ अपना खुद का और परिवार के विकास पर ही ध्‍यान दिया है जबकि हम राष्ट्र प्रथम की भावना पर चलते हैं। बुनियादी ढांचे का विकास हमारे लिए राजनीति का नहीं वरन राष्ट्रनीति का हिस्सा है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि परियोजनाएं अटकें या भटकें नहीं। हमारी कोशिश है कि परियोजनाओं का काम तय समय के भीतर पूरा किया जाए। पूर्व की सपा सरकार पर निशाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में पूर्व की अखिलेश यादव सरकार पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि उत्‍तर प्रदेश में पहले जो सरकार थी उसने तो बकायदा चिठ्ठी लिखकर तब की केंद्र सरकार को कह दिया था कि इस परियोजना को बंद कर दिया जाए लेकिन आज डबल इंजन सरकार की ताकत से हम उसी एयरपोर्ट के शिलान्यास के साक्षी बन रहे हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दो दशक पहले यूपी की भाजपा सरकार ने जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का सपना देखा था। उसके बाद ये एयरपोर्ट अनेक वर्षों तक दिल्ली और लखनऊ में जो सरकारें रहीं उनकी खींचतान में उलझा रहा। पूर्व की सरकारों ने दिखाए झूठे सपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने उत्तर प्रदेश को अभाव और अंधकार में बनाए रखा। पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को हमेशा झूठे सपने दिखाए। आज उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय ही नहीं, अंतर्राष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है। आजादी के सात दशक बाद पहली बार उत्तर प्रदेश को वो मिलना शुरु हुआ है जिसका वह हमेशा से हकदार रहा है। डबल इंजन की सरकार की कोशिशों से आज यूपी देश के सबसे कनेक्टेड क्षेत्र में बदल रहा है। अब तो दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे भी तैयार होने वाला है। यूपी छोड़ रहा अंतरराष्ट्रीय छाप प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद उत्‍तर प्रदेश को ताने सुनने के लिए मजबूर कर दिया गया था। कभी गरीबी, कभी घोटालों, कभी खराब सड़कों तो कभी माफियाओं के ताने सुनने में आते थे। पहले दशकों तक परियोजनाएं अटकी रहती थीं और दूसरों पर इसका ठीकरा फोड़ा जाता था। मौजूदा वक्‍त में हमारी डबल इंजन की सरकार के कार्यकाल में यूपी अंतरराष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है। आज डबल इंजन सरकार की ही देन है कि अकेले यूपी में ही पिछले वर्षों में आठ एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू हो चुकी हैं जबकि कहीं पर काम चल रहा है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mallikarjun-kharge-said-on-12-congress-mlas-joining-tmc-in-meghalaya-it-is-happening-like-a-conspiracy-22238698.html,"मेघालय में कांग्रेस के 12 विधायकों के टीएमसी में शामिल होने पर खड़गे बोले, यह एक साजिश की तरह हो रहा","नई दिल्ली, एएनआइ। मेघालय में कांग्रेस के 17 में से 12 विधायक गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। पूर्वोत्तर राज्य में सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी और आलाकमान के अन्य लोग इस पर विचार कर रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए खड़गे ने कहा, 'यह एक साजिश की तरह हो रहा है। हमारी पार्टी के लोग, खासकर हमारी पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और आलाकमान के अन्य लोग इसे देख रहे हैं। वे इस बात पर निर्णय लेंगे।' साथ ही उन्होंने कहा, 'लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि हम संसद में भाजपा को हराने और उनकी विचारधारा के खिलाफ लड़ने की कोशिश करेंगे, चाहे हम किसी भी पार्टी या विचारधारा के हों। हम बैठक करके (भाजपा के खिलाफ) लड़ना जारी रखेंगे। जो लोग हमारे साथ हमेशा रहे हैं।' वहीं, इसके पूर्व टीएमसी में शामिल हुए मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने आज कहा कि देश को एक अखिल भारतीय विपक्षी दल की जरूरत है और कांग्रेस इसे पूरा करने में विफल रही है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए संगमा ने कहा कि हमने अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के साथ जुड़ने का एक दम सही निर्णय लिया है। कांग्रेस पर हमलावर होते हुए संगमा ने कहा, 'मेघालय में हमारी एक टीम है जिसने दक्षता का प्रदर्शन किया और लोगों का विश्वास अर्जित किया है। इस विश्वास और सम्मान का सम्मान किया जाना चाहिए।' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, '(कांग्रेसी होने के नाते) हम विपक्षी दल की जिम्मेदारी निभाने में विफल हो रहे हैं। हम अपने कर्तव्य और जिम्मेदारियों को निभाने में विफल हो रहे हैं। भारत की नब्ज यह है कि एक मजबूत वैकल्पिक विपक्ष और राजनीतिक दल की जरूरत है।' टीएमसी में शामिल होने पर संगमा ने आगे कहा कि धारणा के आधार पर कांग्रेस पार्टी देश में एक मुख्य विपक्षी दल के रूप में अपने कर्तव्य के आह्वान का वास्तव में जवाब देने में विफल रही है। इसलिए राज्य, पूर्वोत्तर क्षेत्र और देश की देखभाल के लिए एक व्यवहार्य विकल्प खोजने की हमारी कवायद समाप्त हो गई। Edited By: Dhyanendra Singh Chauhan",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-nawab-malik-told-bombay-high-court-will-not-give-statement-against-sameer-wankhede-and-his-family-till-22238464.html,"बांबे हाईकोर्ट से बोले नवाब मलिक, अगली सुनवाई तक समीर वानखेड़े या उनके परिवार के खिलाफ नहीं देंगे बयान","मुंबई,पीटीआइ। महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक ने गुरुवार को बांबे हाईकोर्ट को बताया कि वह सुनवाई की अगली तारीख 9 दिसंबर तक नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े, उनके पिता या उनके परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ कोई ट्वीट या कोई सार्वजनिक बयान नहीं देंगे। उन्होंने यह आश्वासन तब दिया, जब हाई कोर्ट ने मंत्री से पूछा कि क्या उन्होंने समीर वानखेड़े की जाति के खिलाफ अपने आरोपों के संबंध में कास्ट स्क्रूटिनी कमिटी के पास शिकायत दर्ज कराई है? यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया है तो इसे 'मीडिया पब्लिसिटी' के पीछे उनका इरादा क्या था? कोर्ट ने कहा कि यह एक मंत्री को शोभा नहीं देता। मलिक की ओर से उनके वकील कार्ल टैंबोली ने जस्टिस एसजे कथावाला और मिलिंद जाधव की पीठ के समक्ष बयान दिया। इससे पहले पीठ ने कहा कि वह अगली सुनवाई तक मंत्री को वानखेड़े के खिलाफ सार्वजनिक टिप्पणी करने से रोकने के लिए एक आदेश पारित करना चाहती है। पीठ ने कहा कि यह स्पष्ट है कि मलिक के ट्वीट द्वेष से उपजे हैं। उन्होंने कहा, 'मंत्री ऐसा क्यों व्यवहार कर रहे हैं? उन्हें ऐसा व्यवहार क्यों करना चाहिए जो हम जानना चाहते हैं? यह द्वेष के अलावा और कुछ नहीं है।' पीठ समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े द्वारा दायर एक अपील पर सुनवाई कर रही थी। इसमें उच्च न्यायालय की एकल पीठ के आदेश को चुनौती दी गई थी, जिसने 22 नवंबर को मलिक और उनके परिवार के खिलाफ अपमानजनक बयान देने से रोकने के लिए मना कर दिया था। ज्ञानदेव की ओर से वकील बीरेंद्र सराफ ने कहा कि जस्टिस कथावाला की अध्यक्षता वाली पीठ से कहा कि एकल पीठ ने अपने आदेश में कहा था कि मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ उनके धर्म से संबंधित आरोप लगाए थे। सराफ ने आगे कहा कि मंत्री ने न केवल ज्ञानदेव और समीर वानखेड़े के खिलाफ, बल्कि उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी टिप्पणी की थी। Edited By: Tanisk",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-adhir-ranjan-on-12-mlas-joining-tmc-in-meghalaya-says-conspiracy-to-break-congress-in-northeast-22238066.html,"'पूर्वोत्तर में कांग्रेस को तोड़ने की साजिश', मेघालय में 12 विधायकों के TMC में शामिल होने पर बोले अधीर रंजन","नई दिल्ली, एएनआइ। मेघालय में कांग्रेस के 17 में से 12 विधायकों के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को चुनौती दी कि टीएमसी उन्हें पहले पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़वाकर दिखाए। बुधवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने दावा किया कि मेघालय से कांग्रेस के 12 विधायक उनकी पार्टी में शामिल हो गए हैं। चौधरी ने कहा, 'कांग्रेस को तोड़ने की ये साजिश सिर्फ मेघालय में ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वोत्तर में हो रही है। मैं टीएमसी को चुनौती देता हूं कि वे कांग्रेस विधायकों से विधायक पद से इस्तीफा दिलाएं और टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़वाकर दिखाएं। भले ही वे टीएमसी में शामिल हुए हों, फिर भी वे कांग्रेस विधायक हैं और कांग्रेस के मतदाताओं ने उन्हें वोट दिया है। अगर वे टीएमसी के टिकट पर जीत जाते हैं तो हम आपकी क्षमता को पहचानेंगे।' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देता हूं कि पहले विधायकों को टीएमसी के चुनाव चिह्न पर लड़वाकर दिखाएं और फिर औपचारिक रूप से उनकी पार्टी में उनका स्वागत करें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि टीएमसी कांग्रेस को बांटना चाहती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की मदद करना चाहती है। वे बोले, 'अगर वह (ममता बनर्जी) अभी सोनिया गांधी से मिलती हैं, तो पीएम मोदी नाराज हो जाएंगे। ईडी द्वारा उनके भतीजे को तलब किए जाने के तुरंत बाद उनकी हरकतें बदल गईं। इससे पहले उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ने को कहा था।' चौधरी ने कांग्रेस विधायकों का TMC की ओर रुख करने पर आगे कहा, 'यह सब प्रशांत किशोर और टीएमसी के नेता लुईजिन्हो फलेरियो कर रहे हैं। हमें इसकी जानकारी थी।' Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-what-issues-will-congress-raise-in-the-winter-session-parliamentary-party-meeting-to-be-held-at-sonia-gandhi-house-today-22237619.html,शीतकालीन सत्र में क्या मुद्दे उठाएगी कांग्रेस? आज सोनिया गांधी के घर होनी है संसदीय दल की बैठक,"नई दिल्ली, एएनआइ। 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा के लिए कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर गुरुवार को संसदीय रणनीति समूह की बैठक होगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एएनआइ से बातचीत में कहा था, 'हम संसद के आगामी सत्र में महंगाई का मुद्दा उठाएंगे। आगामी संसद सत्र की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की 25 नवंबर को नई दिल्ली में बैठक होगी।' भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को घेरने के लिए, कांग्रेस सार्वजनिक मंचों और संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में 'कोविड कुप्रबंधन' के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने की योजना बना रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र को पत्र लिखकर COVID पीड़ितों को मुआवजे की मांग करेंगे। इसके साथ ही हर राज्य के कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता भी उस राज्य के अपने-अपने मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखेंगे जहां कांग्रेस सत्ता में नहीं है। पार्टी नेता और वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करके 'COVID न्याय अभियान' शुरू किया और भारत सरकार से देश में COVID से संबंधित मौतों के सही आंकड़े प्रदान करने और संक्रमण के कारण जान गंवाने वालों के परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की। राहुल गांधी ने लिखा, 'कांग्रेस पार्टी की दो मांगें हैं- COVID मृतकों के सही आंकड़े दिए जाने चाहिए, और उन परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए, जिन्होंने अपने प्रियजनों को COVID से खो दिया है।' वायनाड के सांसद ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करके विकास के 'गुजरात माडल' पर भी कटाक्ष किया, जिसमें दावा किया गया था कि गुजरात में कांग्रेस ने जिन परिवारों से बात की, उन्होंने कहा कि COVID के दौरान उन्हें अस्पताल के बिस्तर, आक्सीजन और वेंटिलेटर नहीं मिल पाए। वीडियो में, उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात में 3 लाख से अधिक लोगों ने COVID-19 के कारण दम तोड़ दिया है, जबकि आधिकारिक आंकड़ों में केवल 10,000 COVID से संबंधित मौतें बताई गई हैं। इस बीच, इस श्रृंखला में, महाराष्ट्र कांग्रेस विधायक दल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखा है और कहा है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के मानदंडों के लिए प्रत्येक को सीओवीआईडी ​​पीड़ितों के परिवारों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जानी चाहिए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रत्येक COVID पीड़ितों के परिवारों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने का अनुरोध किया। सूत्रों ने कहा, 'कांग्रेस शासित राज्यों के अन्य मुख्यमंत्री भी ऐसा ही करेंगे।' Edited By: Nitin Arora",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-in-huge-jolt-to-congress-in-meghalaya-its-17-mlas-set-join-tmc-22237132.html,"मेघालय में कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व मुख्यमंत्री संगमा समेत 12 विधायकों ने छोड़ा साथ; TMC में शामिल","शिलांग, प्रेट्र। मेघालय में कांग्रेस पार्टी को इसके विधायकों ने बड़ा झटका दे दिया। दरअसल पार्टी के कुल 17 में से 12 विधायकों ने बुधवार को इसका साथ छोड़ दिया और अब ये तृणमूल कांग्रेस (TMC) पार्टी में शामिल हो गए हैं। यह जानकारी एच एम शांगप्लियांग (H M Shangpliang) ने दी। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा (Mukul Sangma) का नाम भी शामिल है। इसके साथ ही राज्य में TMC बिना चुनाव लड़े ही मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभर कर सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करेंगे कर मुकुल संगमा औपचारिक रूप से TMC में शामिल होने का एलान करेंगे। बता दें कि इस समय ममता बनर्जी दिल्ली में हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं से मुलाकात कर रही हैं। हालांकि, उन्होंने इस बार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की है। उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में अनेकों दलों के असंतुष्ट बड़े नेताओं ने TMC का दामन थामा है। इस कड़ी में अब आज मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा 12 कांग्रेसी विधायकों के साथ बुधवार को TMC को समर्थन देने का एलान किया है। माना जा रहा है कि विन्सेंट एच. पाला को मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमिटी का प्रमुख बनाए जाने के बाद से संगमा नाराज चल रहे थे। संगमा ने यह भी कहा था कि पार्टी नेतृत्व ने पाला की नियुक्ति को लेकर उनसे मशविरा नहीं किया। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि संगमा TMC में शामिल हो सकते हैं। संगमा की नाराजगी को देखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अक्टूबर 2021 में संगमा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विन्सेंट एच पाला से मुलाकात की थी। फौरी तौर पर मामला सुलझा हुआ भी मान लिया गया था लेकिन महीने भर बाद ही संगमा ने कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया। मेघालय में विधानसभा की 60 सीटों पर साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 21 सीटें जीती थीं और नेशनल पीपुल्स पार्टी को 20 सीटें मिली थीं। यूडीएफ के खाते में 6 और निर्दलियों के पास 3 सीटें गई थीं। भाजपा ने मात्र दो सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन बाद में एनपीपी की सरकार बनी, जिसमें भाजपा सहयोगी पार्टी है। अब मुकुल संगमा के साथ 12 कांग्रेसी विधायकों के साथ छोड़ने से कांग्रेस के पास केवल नौ विधायक रह जाएंगे। Edited By: Monika Minal",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-meghalaya-governor-satyapal-malik-says-msp-is-their-basic-demand-govt-accept-this-22235914.html,"कृषि कानून वापस लेने पर सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी को दी बधाई, कहा- अब एमएसपी की मांग भी मान लीजिए","नई दिल्‍ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को गुरु नानक जयंती के मौके पर राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा की थी। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी है। उन्‍होंने बुधवार को कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है, आप समाधान की तरफ आगे बढ़े हैं। किसानों की एमएसपी की मांग मान लें और एक कमेटी बना दें तो यह मसला हल हो जाएगा और किसान धरना स्‍थलों से उठ जाएंगे। सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसानों की सभी मांगें नहीं मानी गई हैं। एमएसपी उनकी मूल मांग है। सरकार को इस मांग को स्वीकार कर एक कमेटी बनानी चाहिए। अगर वे ऐसा करते हैं तो किसान अपना आंदोलन वापस ले लेंगे। मैं एमएसपी और अन्य मुद्दों के समाधान के लिए समितियां गठि‍त किए जाने की दशा में किसानों से घर जाने की गुजारिश करूंगा। मैं उन्हें सलाह दूंगा कि वे इसे (विरोध) अनावश्यक रूप से ना बढ़ाएं। एमएसपी उनकी मूल मांग है और मैं इस मुद्दे पर उनके साथ हूं। इसके साथ ही सत्यपाल मलिक (Meghalaya Governor Satyapal Malik) ने एकबार फिर दोहराया कि जिन लोगों ने मुझे राज्‍यपाल पद पर नियुक्त किया है। उनसे पद छोड़ने को लेकर कोई भी संकेत मिलते ही मैं राज्यपाल के पद से इस्‍तीफा दे दूंगा। मलिक ने कहा कि मैं एमएसपी पर किसानों के साथ हूं। बाकी चीजें बातचीत से हल हो सकती हैं। जहां तक सवाल कृषि कानूनों को वापस लेने का है तो इसमें देर तो हुई है। यदि कृषि कानूनों को काफी पहले ही वापस ले लिया गया होता तो सरकार को ज्‍यादा फायदा होता। उल्‍लेखनीय है कि बीते दिनों मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जयपुर में किसान आंदोलन का समाधान नहीं करने को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं पर निशाना साधा था। उनका कहना था कि कुत्ता भी मरता है तो दिल्ली के नेताओं का शोक संदेश आता है लेकिन 600 किसानों का शोक संदेश का प्रस्ताव लोकसभा में पास नहीं हुआ। मलिक ने जयपुर में ग्लोबल जाट समिट को संबोधित करते हुए कहा था कि किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए यदि उनका पद भी चला जाए तो उनको कोई भी मलाल नहीं होगा। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-bjp-leader-subramanian-swamy-praised-west-bengal-cm-mamata-banerjee-jagran-special-22236350.html,"पूर्व प्रधानमंत्रियों से तुलना कर सुब्रमण्यम स्वामी ने दीदी की राष्ट्रीय उम्मीदों को दी हवा, जानें इसके मायने","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सुर्खियों के पर्याय माने जाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से बुधवार को मुलाकात कर सियासी गलियारों में न केवल हलचल बढ़ा दी बल्कि दीदी की शख्सियत की तुलना मोराराजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर और पीवी नरसिंह राव जैसे पूर्व प्रधानमंत्रियों से कर देर-सबेर बंगाल की मुख्यमंत्री की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को हवा देने के अभियान का हिस्सा होने का संकेत भी दे दिया। दीदी की प्रशंसा करते हुए स्वामी ने कहा कि वे ऐसी नेता हैं कि जो कहती हैं वही करती हैं। स्वामी नाखुश तृणमूल कांग्रेस के विस्तार अभियान को गति देने दिल्ली आयीं ममता से मुलाकात के बाद स्वामी की यह तारीफें स्वाभाविक रूप से टीएमसी को सुकून देने वाली हैं। एनडीए सरकार की दूसरी पारी में भी कोई बड़ी भूमिका नहीं मिलने से नाखुश स्वामी कुछ समय से सरकार के फैसलों की भी खुली आलोचना करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। स्वामी और दीदी की बातचीत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विहिप के साथ बेहद मधुर रिश्ते रखने वाले स्वामी की दीदी से मुलाकात से भले कोई सियासी उथल-पुथल नहीं मचेगा मगर ममता की 2024 के लिए शुरू की गई पहल को टीएमसी अपने राजनीतिक हलचल के लिए इस्तेमाल जरूर करेगी। ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के राजधानी स्थित आवास पर स्वामी और दीदी की मुलाकात व बातचीत हुई। टीएमसी और स्वामी दोनों की ओर से इस मुलाकात से जुड़ी तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा की गईं। भारतीय राजनीति में यह गुण दुर्लभ स्वामी ने दीदी की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, 'अब तक जिन राजनीतिज्ञों के साथ उनकी मुलाकातें हुई या उन्होंने जिनके साथ काम किया है उनमें ममता बनर्जी को जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर, पीवी नरसिंह राव की श्रेणी में रखते हैं। जिनके लिए अपने कहे शब्दों के मायने थे। उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं था। भारतीय राजनीति में यह गुण दुर्लभ है।' राज्यसभा का कार्यकाल हो रहा खत्‍म दिलचस्प यह भी है कि अपने आदर्श नेताओं की सूची में उन्होंने भाजपा के किसी दिग्गज नेता का नाम भी नहीं लिया। स्वामी का राज्यसभा का कार्यकाल अगले साल खत्म हो रहा है और अभी पिछले महीने ही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। यह स्नेह तात्कालिक नहीं हालांकि स्वामी का दीदी के प्रति यह स्नेह तात्कालिक नहीं है बल्कि कुछ समय पूर्व ममता को पोप से मुलाकात के लिए इटली जाने की अनुमति नहीं देने के केंद्र सरकार के फैसले की भी उन्होंने आलोचना की थी और फैसला वापस लेने की मांग की थी। ममता को बताया था सच्चा हिंदू पिछले साल भी जब बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच सियासी जंग उफान पर था तब स्वामी ने ममता को सच्चा हिंदू और दुर्गा भक्त भी करार दिया था। 2014 के चुनाव से पूर्व स्वामी ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के अभियान का समर्थन किया और अभी तक वे चाहे सरकार की आलोचना करें मगर पीएम मोदी पर टीका-टिप्पणी नहीं की है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-preparation-for-debate-on-public-issues-in-parliament-jagran-special-22236760.html,"संसद में जनता के मुद्दों पर बहस के लिए कांग्रेस की तैयारी, जानें किन मुद्दों पर सरकार को घेरने की है रणनीति","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने संबंधी प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर और सुप्रीम कोर्ट के पेगासस जासूसी कांड की जांच कराने के फैसले के बाद संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच आर-पार की सियासी जंग का फिलहाल कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसके मद्देनजर कांग्रेस शीतकालीन सत्र की कार्यवाही चलाने और जनता से जुड़े मुददों पर बहस के जरिये सरकार को घेरने की रणनीति पर अमल करेगी। इन मुद्दों को किया शामिल इसमें चौतरफा बढ़ी महंगाई के अलावा कोरोना पीडि़तों की मदद, अर्थव्यवस्था की चुनौती और बेरोजगारी के साथ ही सीमा पर चीन के लगातार बढ़ते अतिक्रमण जैसे मुद्दों पर बहस कराने की मांग को कांग्रेस ने अपनी सियासी सूची में शामिल किया है। आज संसदीय रणनीतिक समूह की बैठक शीतकालीन सत्र में पार्टी की रणनीति तय करने के लिए गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में पार्टी के संसदीय रणनीतिक समूह की बैठक होगी। पेट्रोल-डीजल के अलावा बीते कुछ समय से खाने-पीने से लेकर दूसरी जरूरी वस्तुओं के दाम में हुए भारी इजाफे को बड़ा मुद्दा बताते हुए कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दोनों सदनों में इसे जोर शोर से उठाने का पहले ही एलान कर दिया है। उठाती रही है चीन की चालबाजी का मुद्दा अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, कोरोना प्रबंधन की खामियों और पूर्वी लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम के बाद अब भूटान के सीमावर्ती इलाके में चीन की चालबाजी पर लगाम कसने में सरकार की कथित कमजोरी का मसला राहुल गांधी लगातार उठा रहे हैं और कांग्रेस रणनीतिकारों के अनुसार उनका प्रयास होगा कि सरकार इन सभी मुद्दों पर सदन में बहस कराए ताकि जनता सच्चाई से रूबरू हो। दो मुद्दों पर गुंजाइश नहीं बीते सत्र में कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी कांड और कृषि कानूनों पर जबरदस्त हंगामा किया था। कृषि कानूनों की वापसी के एलान के बाद अब केवल इनकी वापसी की विधायी प्रक्रिया ही बाकी रह गई है। सुप्रीम कोर्ट की जांच कराने के फैसले के बाद संसद में पेगासस कांड पर बहस की फिलहाल गुंजाइश ही नहीं बची है। विपक्षी खेमे में भी अंदरूनी तनातनी इतना ही नहीं विपक्षी खेमे में भी फिलहाल अंदरूनी तनातनी के हालात बन रहे हैं क्योंकि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी 2024 में विपक्ष की तरफ से अपनी दावेदारी पेश करने की तैयारियों में जुट गई हैं। इसके लिए वे दूसरे दलों के नेताओं को टीएमसी में शामिल कर रही हैं और कांग्रेस नेताओं को तोड़ने में दीदी पूरी ताकत लगा रही हैं। जाहिर तौर पर ममता की यह दोनों ही सियासी गतिविधियां कांग्रेस को नागवार लग रही हैं। ऐसे में इस बात से इन्कार नहीं किया जा रहा कि शीत सत्र के दौरान संसद में विपक्षी एकजुटता शायद उतनी मुखर और एकजुट नहीं दिखेगी जैसा मानसून सत्र में दिखी थी। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-mamata-banerjee-likely-to-meet-pm-modi-today-regarding-tripura-violence-and-bsf-issue-22234656.html,"प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात में ममता ने उठाया बीएसएफ का मुद्दा, अधिकार क्षेत्र में विस्तार को वापस लेने की मांग","नई दिल्ली, प्रेट्र। बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और राज्य में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र में विस्तार के मुद्दे को उठाते हुए इसे वापस लेने की मांग की। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि वह बीएसएफ के खिलाफ नहीं हैं लेकिन बीएसएफ को और अधिकार दिए जाने से राज्य पुलिस के साथ कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। किसी भी सूरत में देश के संघीय ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए। टीएमसी प्रमुख ने कहा कि उन्होंने अगले साल बंगाल में होने वाले वैश्रि्वक उद्योग सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया। बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा में हिंसा का मुद्दा भी उठाया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर हमले किए गए हैं। अखिलेश को मदद देने के लिए तैयार उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'यदि अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष) को हमारी मदद की जरूरत होगी तो हम उन्हें मदद करने को तैयार हैं।' सोनिया से मुलाकात के सवाल को टाल दिया कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री के अलावा उन्होंने किसी अन्य नेता से मिलने का समय नहीं मांगा था क्योंकि उन्हें पता है कि सभी पंजाब चुनावों में व्यस्त हैं। उद्धव और पवार से करेंगी मुलाकात मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जब 30 नवंबर को दो दिवसीय दौरे पर महाराष्ट्र जाएंगी तब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करेंगी। पीएम के संसदीय क्षेत्र का करेंगी दौरा ममता बनर्जी ने कहा कि वह वाराणसी का भी दौरा करेंगी क्योंकि 'कमलापति त्रिपाठी का परिवार अब हमारे साथ है।' बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके दिवंगत कमलापति त्रिपाठी के पोते राजेशपति त्रिपाठी और पड़पोते Edited By: Manish Pandey",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-preparations-to-present-six-bills-related-to-economic-reforms-in-the-winter-session-of-parliament-economic-reforms-will-get-more-momentum-22236460.html,"संसद के शीतकालीन सत्र में आर्थिक सुधार से जुड़े छह विधेयक पेश करने की तैयारी, आर्थिक सुधार को मिलेगी और गति","नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कृषि सुधार पर एक कदम पीछे खींचने के बावजूद दूसरे आर्थिक सुधारों को लेकर सरकार ढिलाई नहीं बरतेगी। आगामी शीतकालीन सत्र में सरकार कम से कम छह ऐसे विधेयक पेश करने जा रही है जो वित्त से लेकर बिजली सेक्टर तक में सुधार की राह तेज करेंगे। इसमें से कुछ विधेयकों को लेकर राजनीतिक विरोध के भी आसार हैं। खासतौर पर बिजली संशोधन विधेयक, 2021 को लेकर राजनीतिक दलों के साथ ही किसान नेता भी धमकी दे रहे हैं। सरकारी बैंकों के निजीकरण और बिजली सेक्टर मे नए सुधार की राह होगी आसान वैसे सरकार को भरोसा है कि आर्थिक सुधार से जुड़े विधेयकों को दोनो सदनों से पारित करवाने में कोई परेशानी नहीं होगी।शीतकालीन सत्र में बैंकिंग कानून (संशोधन विधेयक), 2021 पेश होगा, जो सरकारी बैंकों के निजीकरण की राह आसान करेगा। इसके जरिये सरकार बैंकिंग कंपनी एक्ट, 1970 व 1980 और बैंकिंग नियमन कानून, 1949 में संशोधन किया जाएगा। यह विधेयक आम बजट, 2021-22 में बैंक निजीकरण को लेकर की गई घोषणा को अमली जामा पहनाने में मदद करेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तब दो सरकारी बैंकों के निजीकरण का एलान किया था। सरकार ने अभी तक सार्वजनिक तौर पर यह नहीं कहा है कि किन दो बैंकों का निजीकरण होगा लेकिन माना जा रहा है कि इसके लिए इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्र और सेंट्रल बैंक आफ इंडिया का नाम चुना गया है। विधेयक के माध्यम से इनमें से दो बैंकों के निजीकरण की प्रक्रिया में आने वाली बाधाएं दूर की जाएंगी। शीत सत्र में पेश होगा बिजली संशोधन कानून, 2021 आर्थिक सुधार से जुड़ा एक और महत्वपूर्ण विधेयक बिजली संशोधन कानून, 2021 है। वैसे तो इस विधेयक का प्रारूप दो वर्षों से तैयार है, लेकिन कई वजहों से इसे पेश नहीं किया जा सका है। यह बिजली वितरण क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को तेज करेगा और ग्राहकों को मोबाइल सेवा प्रदाता की तरह बिजली वितरण कंपनी चुनने की आजादी देगा। यह वितरण कंपनियों के लिए नवीन स्त्रोतों से बिजली खरीद को अनिवार्य बनाएगा। इससे पवन व सौर ऊर्जा जैसे क्षेत्रों को ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा। बिजली सेक्टर को एक नई दिशा देने में सफल रहेगा नया कानून सरकार का मानना है कि बिजली कानून, 2003 की तरह ही यह विधेयक भी समूचे बिजली सेक्टर को एक नई दिशा देने में सफल रहेगा। लेकिन इस विधेयक के कुछ प्रस्तावों को लेकर पूर्व में किसान संगठनों काफी विरोध कियाा था। उनका कहना है कि सरकार कृषि क्षेत्र को मिलने वाली बिजली सब्सिडी को खत्म करना चाहती है।आर्थिक सुधारों से जुड़ा एक अन्य विधेयक पीएफआरडीए (संशोधन) विधेयक, 2021 है। जो देश के पेंशन सेक्टर को मजबूत करने और हर कामगार का भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए को ज्यादा अधिकार सुनिश्चित करेगा। इसी तरह से इंसाल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2021 को भी काफी मत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह मौजूदा दिवालिया कानून (आइबीसी) को ज्यादा सशक्त बनाएगा और दिवालिया प्रक्रिया को तेजी से पूरी करने में बैंकों की मदद करेगा। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-rahul-gandhi-will-pressurize-to-tell-the-exact-number-of-deaths-from-corona-and-give-compensation-of-four-lakh-rupees-22236234.html,कोरोना से मौतों की सही संख्या बताने और मुआवजा चार लाख रुपये देने के लिए दबाव बनाएंगे राहुल गांधी,"नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। संसद के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी फिर से कोरोना को मुद्दा बनाने की कोशिश शुरू कर दी है। राहुल ने ट्विटर पर कांग्रेस के न्याय अभियान के तहत एक संक्षिप्त वीडियो में गुजरात के कोरोना पीड़ि‍त परिवार का उल्लेख करते हुए सरकार से कहा कि हमारी दो ही मांग है, कोरोना के मृतकों के सही आंकड़े बताए जाएं और दूसरा कोरोना के चलते अपने प्रियजनों को खो चुके परिवारों को चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। गुजरात को लेकर बोला हमला गुजरात माडल की खूब बाते होती हैं मगर उन लोगों ने जिन परिवारों से बात की सबने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान बेड, वेंटिलेटर कहीं उपलब्ध नहीं था और सरकार ने कोई मदद नहीं की। राहुल गांधी ने इस वीडियो में दावा किया है कि गुजरात सरकार कोरोना की वजह से केवल 10,000 लोगों की मौत होने की बात कह रही है मगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर सर्वे किया है और हमारा आकलन है कि राज्य में तीन लाख से अधिक लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है। कांग्रेस पार्टी की दो माँग हैं- 1. कोविड मृतकों के सही आँकड़े बताए जायें। 2. अपने प्रियजनों को कोविड में खो चुके परिवारों को चार लाख हरजाना दिया जाए। सरकार हो तो जनता का दुख दूर करना होगा, हरजाना मिलना चाहिए, #4LakhDenaHoga pic.twitter.com/aEPO7XVxyJ — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 24, 2021 संसद के शीत सत्र के दौरान बनाएंगे दबाव उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री 8,500 करोड़ रुपये का हवाई जहाज खरीद सकते हैं मगर कोरोना पीड़ि‍तों के प्रियजनों को मुआवजा नहीं दिया जा सकता। शीत सत्र के दौरान कोरोना पीड़ि‍तों के घाव पर मरहम लगाने के लिए सियासी दबाव बनाने का साफ संकेत देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मृतक के परिजनों को चार लाख रुपए मुआवजा दिलाने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत से सरकार पर दबाव डालेगी। संसद के दोनों सदनों में सरकार के कोरोना प्रबंधन की खामियों पर बहस कराने की मांग भी पार्टी शीत सत्र में उठाएगी। Edited By: Arun Kumar Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-yusuf-sharif-became-the-richest-leader-of-karnataka-congress-mlc-candidate-declared-assets-worth-rs-1743-crore-22236093.html,"कर्नाटक के सबसे अमीर नेता यूसुफ शरीफ, कांग्रेस के MLC प्रत्याशी ने घोषित की 1,743 करोड़ रुपये की संपत्ति","बेंगलुरु, एजेंसी। प्रापर्टी के कारोबार से जुड़े कांग्रेस के विधान परिषद उम्मीदवार यूसुफ शरीफ उर्फ केजीएफ बाबू उर्फ स्क्रैप बाबू ने 1,743 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है और कर्नाटक के सबसे अमीर नेता बन गए हैं। कांग्रेस ने यूसुफ शरीफ को बेंगलुरु शहरी क्षेत्र से विधान परिषद (एमएलसी) प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले भाजपा नेता और राज्य के लघु उद्योग मंत्री एमटीबी नागराज ने 1,200 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी और उन्हें राज्य का सबसे अमीर नेता माना जाता था, अब शरीफ ने उन्हें पीछे छोड़ दिया है। चुनाव आयोग के पास जमा कराए हलफनामा में शरीफ ने बताया है कि उनके पास 1.10 करोड़ रुपये की एक कलाई घड़ी और 4.8 किलोग्राम सोना है। इसके अलावा बेंगलुरु के आसपास 1,593.27 करोड़ रुपये मूल्य की कृषि और गैर-कृषि जमीन भी है। शरीफ की संपत्तियों में 100 करोड़ रुपये की चल और 1643.59 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां शामिल हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि शरीफ की संपत्ति 4,000 करोड़ रुपये से भी अधिक है। शरीफ ने मेगा स्टार अमिताभ बच्चन से उनकी रोल्स रायस फैंटम कार खरीदी थी और हाल में इसको लेकर वह चर्चा आए थे, क्योंकि परिवहन विभाग के अधिकारियों ने दस्तावेज नहीं होने पर उनकी यह कार जब्त कर ली थी। 14 भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं शरीफअपने माता-पिता की 14 संतानों में सबसे बड़े शरीफ का बचपन गरीबी में बीता। वह कोलार गोल्ड फील्ड (केजीएफ) में पले बढ़े। कई कारोबार में हाथ आजमाया। भारत गोल्ड माइन के स्क्रैप विभाग में काम किया। शरीफ की दो पत्नियां और पांच बच्चे शरीफ के पिता पहले बेकरी चलाते थे। उसमें नुकसान हुआ तो आटो चलाने लगे और उसके बाद स्क्रैप के धंधे से जुड़े। उसके बाद तो उनकी किस्मत बदल गई। शरीफ का मुख्य कारोबार जमीन की खरीद-बिक्री का है। उनकी दो पत्नियां और पांच बच्चे हैं। Edited By: Ramesh Mishra",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-bjp-president-jp-nadda-says-dmk-tried-to-crush-the-cultural-values-of-tamil-nadu-22235539.html,भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा बोले- डीएमके ने तमिलनाडु के सांस्कृतिक मूल्यों को कुचलने की कोशिश की,"नई दिल्‍ली, एजेंसियां। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को कहा कि डीएमके के राज में कोरोना के नाम पर वीकेंड पर लोगों को मंदिर जाने की अनुमति नहीं थी। डीएमके ने तमिलनाडु के सांस्कृतिक मूल्यों को कुचलने की कोशिश की। ये लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती है और इसका सिर्फ एक जवाब है भाजपा। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी सिमट कर पारिवारिक पार्टी रह गई है। BJP National President Shri J.P. Nadda inaugurates newly constructed District Offices of BJP Tamil Nadu in Thiruppur. #WelcomeNaddaJi https://t.co/HdH8YxsKOR — BJP (@BJP4India) November 24, 2021 भाजपा अध्‍यक्ष ने तमिलनाडु की राज्य कार्यकारी समिति की बैठक को संबोधित किया। जेपी नड्डा ने कहा कि द्रमुक (DMK) और भ्रष्टाचार, डीएमके और वंशवाद, DMK और परिवारवाद पर्यायवाची हैं। ये एक सिक्के के दो पहलू हैं। कश्मीर से दक्षिण तक लोकतंत्र के 70 सालों में गंभीर चुनौती आई है जो राजनीतिक पार्टियां विचारधारा की बात किया करती थीं वो सिमट कर पारिवारिक पार्टी के रूप में रह गई हैं। भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मौजूदा वक्‍त में यह केवल भाजपा ही है जिसके पास ही लोकतांत्रिक मानदंड हैं... जहां कोई अपनी प्रतिभा के कारण आगे बढ़ सकता है। यह एक वैचारिक आधार वाली पार्टी है। यह एक ऐसी पार्टी है जो क्षेत्रीय भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय भावनाओं का ख्याल रखती है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सबसे पुरानी भाषा के साथ तमिलनाडु संस्कृति का खजाना है। यह अध्यात्म से परिपूर्ण भक्ति की भूमि है। हमारा मानना है कि विचारधारा का प्रचार कार्यालय से होता है। यह एक ऐसी जगह है जहां हम चर्चा करते हैं, विचार-विमर्श करते हैं, योजना बनाते हैं और हम पार्टी को मजबूत बनाने के लिए आगे बढ़ते हैं। हमारी पार्टी ऐसी नहीं है जहां कार्यालय नेताओं के घर से चलता हो, जैसा कि अन्य पार्टियों में होता है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु के बाद नड्डा विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर विचार-मंथन करने के लिए गोवा के दो दिवसीय दौरे पर होंगे। गोवा दौरे के दौरान नड्डा प्रबुद्ध वर्ग के साथ संवाद की मुहिम के तहत डाक्टरों के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में आयुर्वेदिक, एलोपैथिक और होम्योपैथिक समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लगभग 300 डाक्‍टर शामिल होंगे। उनका पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक का भी कार्यक्रम है। Edited By: Krishna Bihari Singh",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-ongoing-fast-for-the-demand-to-make-didihat-a-district-ends-on-the-assurance-of-harish-rawat-22235595.html,हरीश रावत के आश्वासन पर डीडीहाट को जिला मनाने की मांग को लेकर चल रहा अनशन खत्म,"पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता : डीडीहाट जिला बनाने की मांग को लेकर विगत 56 दिनों से चल रहा आमरण अनशन कांग्रेसी नेता पूर्व सीएम हरीश रावत के आश्वासन पर समाप्त हो गया है। हरीश रावत ने आमरण अनशन पर बैठे दोनों अनशनकारियों को जूस पिला कर अनशन तुड़वाया । इस मौके पर उपस्थित भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि 2022 में कांग्रेस की सरकार बनाओ और डीडीहाट जिला मिलेगा। बुधवार को अपने कार्यक्रम के तहत पूर्व सीएम हरीश रावत देवलथल में संविधान सम्मान यात्रा कार्यक्रम के बाद डीडीहाट पहुंंचे । उनके डीडीहाट पहुंचने की सूचना पर भारी भीड़ जुट गई । हरीश रावत के डीडीहाट पहुंंचने पर कांग्रेसियों सहित जनता ने उनका जोरदार स्वागत किया। श्री रावत सबसे पहले आमरण अनशन स्थल पर पहुंचे । जहां जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों से बात की। उन्होंने कहा कि 2022 में कांग्रेस की सरकार बनते ही डीडीहाट जिला बनाया जाएगा। उनके इस आश्वासन पर जिला बनाओ संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया। हरीश रावत ने आमरण अनशन पर बैठे दीपक हर्ष और राजेंद्र बोरा को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। बाद में रामलीला मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा प्रदेश की भाजपा सरकार से जनता का मोहभंग हो चुका है। जनता इस सरकार से निजात पाना चाह रही है। उन्होंने बीते दिनों भाजपा की शहीद सम्मान यात्रा को ढकोसला बताया । डीडीहाट विस क्षेत्र के परिप्रेक्ष्य में बोलते हुए कहा कि कांग्रेस इस क्षेत्र से विगत तीस वर्षों से संघर्ष क र रही है। भाजपा विगत 25 वर्षो से यहां पर प्रतिनिधित्व कर रही है। आज भी डीडीहाट में कांग्रेस द्वारा पूर्व में किए गए कार्यो के अलावा कुछ नजर नहीं आता है। उन्होंने जनता से अब कांग्रेस का वनवास समाप्त करने की अपील की। सभा में बोलते हुए पूर्व विधायक मयूख महर ने कहा कि डीडीहाट की जनता ने अब तक बबूल बोया था जिसके चलते उसे आम खाने को नहीं मिल रहे थे। उन्होंने पेयजल मंत्री और विधायक विशन सिंह चुफ़ाल के एक कार्य को बताने को कहा। उन्होंनें कहा कि कांग्रेस ही डीडीहाट का विकास करेगी। सभा को प्रदीप पाल सहित दर्जन भर कांग्रेसी नेताओं ने संबोधित किया। Edited By: Skand Shukla",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-congress-parliamentary-strategy-group-meeting-tomorrow-at-sonia-gandhi-residence-a-plan-will-be-made-on-the-upcoming-winter-session-22235201.html,"सोनिया गांधी के आवास पर कल कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक, आगामी शीतकालीन सत्र पर बनेगा प्लान!","नई दिल्ली, एएनआइ। संसद के आगामी शीतकालीन सत्र की रणनीति तैयार करने के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर कल कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक होनी है। 25 नवंबर यह बैठक होगी। कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने एएनआइ को बताया, 'हम संसद के आगामी सत्र में महंगाई का मुद्दा उठाएंगे। आगामी संसद सत्र की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की 25 नवंबर को नई दिल्ली में बैठक होगी।' इस बीच, केंद्र ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले 28 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सूत्रों ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बैठक में शामिल हो सकते हैं।' संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होने वाला है। शीतकालीन सत्र से पहले केंद्र ने एक बड़ा फैसला लेते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। पीएम मोदी ने खुद इसकी घोषणा की। वहीं, बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-tmc-should-declare-mamata-banerjee-as-prime-ministerial-candidate-for-2024-ls-polls-said-bjp-22234846.html,भाजपा बोली- तणमूल कांग्रेस को 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए ममता बनर्जी को PM पद का उम्मीदवार घोषित करना चाहिए,"नई दिल्ली, एएनआइ। भाजपा ने कहा कि तणमूल कांग्रेस को साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर देना चाहिए। दरअसल, आज ममता की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात है। इस पर उन्होंने यह बयान देते हुए कहा कि भाजपा का पीएम पद का उम्मीदवार तय है। ऐसे में टीएमसी को भी अपना पीएम उम्मीदवार घोषित कर देना चाहिए। भाजपा ने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपनी पार्टी, तणमूल कांग्रेस को साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित कर देना चाहिए। दरअसल, ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल सकती हैं। बंगाल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) ने ममता की इस यात्रा पर बोलते हुए कहा,' अगर ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री हैं तो यह स्वाभाविक है कि वह दिल्ली आएंगी और प्रधानमंत्री सहित हमारे मंत्रियों से मिलेंगी। हर मुख्यमंत्री दिल्ली आता है।' राज्य के विकास के लिए केंद्रीय मंत्रियों से मिलें हैं। जहां तक बात यह है कि वह विपक्ष का चेहरा हैं या नहीं, तो तृणमूल कांग्रेस को पहले आधिकारिक घोषणा करनी चाहिए कि ममता बनर्जी उनकी पीएम उम्मीदवार हैं। सबसे पहले हम चाहते हैं कि टीएमसी अपने पीएम पद का उम्मीदवार चेहरा बताए और फिर विपक्ष को यह तय करने दें कि वे ममता बनर्जी को विपक्ष के चेहरे के रूप में स्वीकार करेंगे या नहीं।' सुकांत मजूमदार ने कहा कि भाजपा का पीएम चेहरा तय है। हमारा पीएम पद का उम्मीदवार का चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। इसके साथ ही भाजपा ने नेता ने राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ""हिंसा पर राजनीति"" करके तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं। उन्होंने कहा, 'वह इस हिंसा को पूरे देश के अन्य हिस्सों में ले जाना चाहती हैं।' मजूमदार ने त्रिपुरा में कथित पुलिस बर्बरता को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन करने पर टीएमसी पर भी हमला किया और कहा कि ममता बनर्जी 'धरने की राजनीति की मास्टर' हैं।",1 https://www.jagran.com,https://www.jagran.com/politics/national-tripura-law-minister-said-tmc-intentions-to-postpone-elections-receives-setback-in-supreme-court-22234845.html,"त्रिपुरा में चुनाव टालने से सुप्रीम कोर्ट का इन्कार, कानून मंत्री बोले- टीएमसी की साजिश हुई नाकाम","अगरतला, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट ने त्रिपुरा में स्थानीय निकाय चुनाव टालने से इन्कार कर दिया है। राजनीतिक हिंसा का हवाला देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में निकाय चुनाव टालने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसा करना जरूरी नहीं है। कोर्ट के फैसले पर त्रिपुरा के कानून मंत्री ने कहा कि टीएमसी की साजिश नाकाम हो गई है। बता दें कि त्रिपुरा में 25 नवंबर से निकाय चुनाव होने हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए त्रिपुरा के कानून मंत्री रतन लाल नाथ ने मंगलवार को कहा कि टीएमसी द्वारा नगर निकाय चुनावों को स्थगित करने की साजिश रची गई थी। त्रिपुरा में चुनाव को टालने की उसकी याचिका को शीर्ष अदालत ने खारिज कर दिया। कानून मंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस यह अच्छी तरह से जानती है कि 25 नवंबर को होने वाले चुनावों में वे अपना खाता तक नहीं खोल पाएगी। हार की शर्मिंदगी से बचाने के लिए ही टीएमसी ने अदालत में कई याचिकाएं दायर की हैं। उनकी याचिकाओं का एकमात्र मकसद न्यायपालिका के जरिए चुनाव स्थगित करना है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव स्थगित करने की पार्टी द्वारा रची गई साजिश को विफल कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए नाथ ने कहा कि हम भारत के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हैं जिसने संवैधानिक पवित्रता को बरकरार रखा है और चुनावों के पक्ष में आदेश दिया है। त्रिपुरा में त्योहार की भावना से चुनाव कराने का इतिहास रहा है और यह इन निकाय चुनावों में भी ऐसा ही रहेगा। यदि चुनाव आयोग चुनाव समय सारिणी घोषित करता है तो आम तौर पर न्यायालय चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करता है। दुर्लभ से दुर्लभतम मामलों में, चुनाव कार्यक्रम में संशोधन का सुझाव दिया जाता है। पश्चिम बंगाल में काफी समय पहले ऐसी स्थिति सामने आई थी जब सुरक्षा बलों की तैनाती में कुछ दिक्कतें आई थीं, नहीं तो हाल के दिनों में ऐसे मामले सामने नहीं आए थे। अनुच्छेद 243 (जेड) (जी) और अगरतला नगर अधिनियम के तहत, न्यायालय ने निर्देशों के एक सेट के साथ चुनाव के पक्ष में अपना आदेश पारित किया। त्रिपुरा के महाधिवक्ता सिद्धार्थ शंकर डे ने कहा किआम तौर पर अदालत चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करती है। दुर्लभ मामलों में भी चुनाव कार्यक्रम में संशोधनों का सुझाव दिया जाता है। उनके अनुसार, कोर्ट ने पुलिस महानिदेशक (DGP) को सुरक्षा के आवश्यक इंतजाम करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा है किअगर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात करने की आवश्यकता है तो राज्य चुनाव आयोग राज्य के पुलिस प्रमुख और IG कानून व्यवस्था से परामर्श कर सकता है।",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/bjp-mla-indra-pratap-tiwari-legislature-went-in-the-case-of-29-years-old-fake-degree-now-not-even-getting-bail-ntc-1371563-2021-12-10,"यूपीः 29 साल पुराने केस में गई बीजेपी विधायक की सदस्यता, अब जमानत भी नहीं मिल रही","अयोध्या की गोसाईंगंज सीट से भाजपा विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी की 29 साल पुराने मामले में विधानसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई है. 18 अक्टूबर 2021 को फर्जी मार्कशीट मामले में कोर्ट ने अयोध्या के गोसाईगंज सीट से भाजपा विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी, तत्कालीन छात्र नेता फूलचंद यादव और कृपा निधान तिवारी को दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई थी. इतना ही नहीं इस मामले में उन्हें अभी तक जमानत नहीं मिली है. बता दें कि साल 1992 में साकेत महाविद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य यदुवंश राम त्रिपाठी ने फर्जी मार्कशीट के आधार पर इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी समेत तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. तत्कालीन प्राचार्य यदुवंश राम त्रिपाठी ने अपने शिकायती पत्र में कहा था कि इंद्र प्रताप तिवारी और फूलचंद यादव के साथ कृपा निधान तिवारी ने बीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने और बैक पेपर बाद भी बीएससी सेकेंड ईयर में एडमिशन ले लिया था. लिहाजा तीनों के खिलाफ अयोध्या के राम जन्मभूमि थाने में 420 , 467, 468, 471 धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था. लिहाजा बीते गुरुवार को विधानसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर इंद्र प्रताप तिवारी की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी. इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी और सपा नेता फूलचंद यादव और चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृपा निधान तिवारी को कोर्ट ने 5 साल की सजा के साथ ही 13000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है. हालांकि कृपा निधान तिवारी की जमानत मंजूर हो गई है. जबकि इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी और फूलचंद यादव को जमानत नहीं मिली है. बता दें कि इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी के खिलाफ पहले से गंभीर धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/parliament-winter-session-2021-live-updates-tenth-day-opposition-protest-on-mps-suspension-at-ntc-1371144-2021-12-10,"Winter Session: शीतकालीन सत्र का 10वां दिन, विपक्ष आज भी धरना प्रदर्शन से रहा दूर","संसद के शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन रहा. जनरल रावत और अन्य का अंतिम संस्कार के कारण विपक्ष आज भी, 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से दूर रहा. लोकसभा में आज जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत चर्चा हुई. राज्यसभा में पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए और प्रभावी कानून बनाने संबंधी निजी संकल्प पर चर्चा की गई. लोकसभा में, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए कल्याणकारी उपायों पर चर्चा की गई.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/karnatka-andhra-pradesh-legislative-council-election-voting-congress-bjp-vsr-congress-jds-pdp-ntc-1371068-2021-12-10,"कर्नाटक-आंध्र में MLC चुनाव, दोनों राज्यों की सियासत पर कितना असर?","कर्नाटक और आंध्र प्रदेश की विधान परिषद (एमएलसी) सीटों के लिए शुक्रवार को चुनाव हो रहे हैं. कर्नाटक की 25 एमएलसी सीट में से 20 और आंध्र प्रदेश की 11 सीटों पर वोटिंग है. इन सीटों पर वोट स्थानीय निकाय के चुने हुए प्रतिनिधि (शहरी और ग्रामीण) डालेंगे. आंध्र प्रदेश में टीडीपी और वाईएसआर में मुख्य मुकाबला है तो कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है. दोनों ही राज्‍यों में हो रहा यह चुनाव कहीं न कहीं प्रदेश की भावी राजनीति को प्रभावित करने वाले साबित होंगे. कर्नाटक में 90 उम्मीदवार मैदान में कर्नाटक विधान परिषद की 25 सीटों में से 20 सीटों पर चुनाव हो रहे है, जिसके लिए 90 उम्‍मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस 20-20 और जनता दल सेक्‍युलर 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 33 निर्दलीय उम्‍मीदवार भी मैदान में है. 20 स्थानीय निकाय के एमएलसी चुनाव के लिए 6,072 मतदान केंद्रों पर 98,840 मतदाता वोट डालेंगे. कर्नाटक की जिन 25 एमएलसी सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनसे कांग्रेस के 14, भाजपा के 7 और जेडीएस के 4 सदस्यों का कार्यकाल 5 जनवरी, 2022 को समाप्त हो रहा है. माना जा रहा है कि एमएलसी चुनाव नतीजों का सीधा असर 75 सदस्यीय उच्च सदन (विधान परिषद) में पार्टियों के समीकरण पर पड़ेगा. बता दें कि 75 सदस्‍यीय सदन में अभी बीजेपी के 32, कांग्रेस के 29 और जेडीएस के 12 सदस्य हैं. उच्‍च सदन में नए कानून पारित कराने के लिए बीजेपी को जेडीएस पर निर्भर रहना पड़ता है. कर्नाटक में बीजेपी बहुमत पाने के प्रयास में जुटी है तो कांग्रेस भी एमएलसी चुनाव जीतकर अपने वर्चस्व को बरकरार रखना चाहती है. आंध्र में वाईएसआर का पलरा भारी आंध्र प्रदेश विधान परिषद की 58 सीटों में से सबसे अधिक सीटें टीडीपी के पास हैं. वाईएसआर कांग्रेस के पास 12, स्‍वतंत्र 4, पीडीएफ के 4, नॉमिनेटेड सदस्‍य 8, बीजेपी के पास एक सीट है. विधान परिषद की 14 सीटें फिलहाल खाली हैं, जिनमें 11 स्थानीय निकाय और 3 विधायकों के द्वारा चुनी जानी हैं. मौजूदा सियासी तस्वीर को देखते हुए इसकी संभावना है कि आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस बड़ी आसानी से सभी सीटें जीतकर उच्च सदन में बहुमत हासिल कर लेगी. इससे पार्टी को परिषद में अपना अध्यक्ष और उपाध्यक्ष रखने में मदद मिलेगी. हाल ही में वाईएसआरसी ने नगर निगम और निगम चुनावों में 86% एमपीटीसी, 98% जेडपीटीसी और 82.80% सीटें जीती हैं. एमएलसी के 14 रिक्त पदों में से तीन विधायक कोटे के अंतर्गत आते हैं और शेष 11 स्थानीय निकायों द्वारा चुने जाने हैं. माना जा रहा है कि पूर्ण बहुमत के कारण वाईएसआरसी आसानी से सभी 14 सीटों पर कब्जा कर लेगी. इसके साथ 58 सदस्यीय सदन में वाईएसआरसी की ताकत 32 सीटों तक हो जाएगी, जिससे सभी महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करना उसके लिए आसान हो जाएगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/father-of-chhattisgarh-cm-bhupesh-baghel-views-on-hinduism-ntc-1370833-2021-12-09,सीएम भूपेश बघेल के पिता ने ब्राह्मणों को लेकर दिया बड़ा बयान,"उत्तर प्रदेश में चल रहे चुनावी माहौल में बड़ी राजनैतिक पार्टियों के अलावा छोटी पार्टियां भी सक्रिय दिखाई दे रही हैं. ये पार्टियां आने वाले विधानसभा चुनाव में अपना दमखम दिखाने के लिए चुनाव में उतरेंगी. इन्हीं में से एक है आम जनता पार्टी इंडिया, जो आगामी विधानसभा चुनाव में भाग लेगी और यूपी की सभी सीटों से चुनाव लड़ेगी. आम जनता पार्टी इंडिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई. साथ ही, उन्हें पार्टी के संसदीय बोर्ड का चेयरमैन भी नियुक्त किया गया. पार्टी का मुख्य एजेंडा ब्राह्मणवाद का खात्मा इस मौके पर, नंद कुमार बघेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी का मुख्य एजेंडा ब्राह्मणवाद का खात्मा एवं शोषित पिछड़ों का राज स्थापित करना होगा. उन्होंने कहा कि सिंधु घाटी सभ्यता में 6 हज़ार साल पहले हम सब एक होते थे. हम लोगों के बीच सिर्फ़ काम का बंटवारा हुआ था. कोई नाई था, कोई कुम्हार था तो कोई धोबी था. सब एक दूसरे में शादी विवाह करते थे. लेकिन ब्राह्मणों ने जातिवाद को प्रभावित किया और हमें जातियों में बांट दिया. ब्राह्मणों और ब्राह्मणवादी विचारधारा वालों को वोट नहीं बघेल ने कहा कि नेपाल में सवर्ण जातियां, जमीन पर कब्जा कर रही हैं और वहां पर एक आंदोलन किया जाएगा जिसमें यह तय होगा कि हम उनके घरों और खेतों में काम नहीं करें. वो लोग खेतों में काम तो करते नहीं हैं और हमें अछूत मानते हैं. जब हम लोग अछूत हैं तो हम लोग काम क्यों करें. ऐसा सिर्फ़ नेपाल में ही नहीं, छत्तीसगढ़, बंगाल और बिहार में भी यही हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ब्राह्मण हम लोगों को अछूत मानते हैं तो हम लोग ब्राह्मणों और उनकी विचारधारा वाले लोगों को वोट क्यों दें, इसीलिए हम लोग एससी-एसटी और अल्पसंख्यक को एकजुट कर रहे हैं. सोनिया गांधी पर भी आरोप नंद बघेल यहीं नहीं रुके, उन्होंने सोनिया गांधी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा- 'अभी मैं पंजाब से होकर आया हूं वहां के मुख्यमंत्री चन्नी हैं जो कि एससी हैं, लेकिन मुझे संदेह है कि चुनाव हो जाने के बाद, सोनिया गांधी और ब्राह्मण लोग मिलकर उन्हें हटा देंगे और एससी-एसटी को टिकट नहीं देंगे. एससी-एसटी के बजाए, ब्राह्मण, बनिया या ठाकुर को टिकट देंगे और SC/ST को दरकिनार कर देंगे. इसके लिए मैं जन आंदोलन करूंगा.' वहीं आम जनता पार्टी इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरि पटेल का कहना है कि आम जनता पार्टी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में किसी भी ब्राह्मण को टिकट नहीं देगी और आम जनता पार्टी ब्राह्मणवाद को मिटाकर दलित और पिछड़ों के समाज की स्थापना करेगी. ",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/congress-party-mamata-banerjee-tmc-challange-upa-modi-2024-election-ntc-1370784-2021-12-09,चुनावी मौसम में BJP से ज्यादा ममता को गलत साबित करना कांग्रेस के लिए चुनौती!,"यूपी में खोई हुई जमीन को वापस पाना... पंजाब में फिर सत्ता वापसी का संघर्ष, उत्तराखंड में बीजेपी की चुनौती से पार पाना, कांग्रेस पार्टी के लिए पांच राज्यों में होने जा रहे चुनाव किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं हैं. पार्टी को इन चुनावों में तो जीत चाहिए ही, इसके अलावा 2024 के रण में अपनी मजबूती दिखानी है. पार्टी उम्मीद लगाए बैठी है कि अपने पुराने रूप में आएगी और पूरे विपक्ष को एकजुट करने का काम करेगी. लेकिन ये इतना आसान नहीं होने वाला है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने एक बयान से सभी समीकरणों को बदल दिया है. ममता ने उठाया UPA के अस्तित्व पर सवाल UPA के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करने वालीं ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी को चुनौती कांग्रेस नहीं क्षेत्रीय पार्टियां देने वाली हैं. उनका संदेश साफ है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस मुक्त 'एकजुट विपक्ष' बनाया जाए. अब ममता के बयान ने कांग्रेस को जितना झटका दिया है, उससे कही ज्यादा उन्हें गलत साबित करने की चुनौती खड़ी कर दी है. देश की सबसे पुरानी पार्टी मानकर चल रही है कि उनके बिना विपक्षी एकजुटता संभव नहीं. ये भी माना जा रहा है कि पूरे देश में बीजेपी को हराने का दमखम सिर्फ कांग्रेस रखती है. 2014 से कैसे हुआ कांग्रेस का पतन? लगातार हो रही चुनावी हारों ने कांग्रेस के इन दावों को कमजोर कर दिया है, इतना कमजोर कि अब क्षेत्रीय पार्टियों को कांग्रेस लीडरशिप स्वीकार ही नहीं है. आंकड़े भी बताते हैं कि कांग्रेस ने सिर्फ चुनावी हारे नहीं देखी हैं, बल्कि उसका संगठन भी जमीन पर बिखरता गया है. हाल ही में जारी की गई ADR की रिपोर्ट बताती है कि सबसे ज्यादा अपने नेता खोने वाली पार्टी कांग्रेस है. 2014 से बीजेपी का स्वर्णिम काल शुरू हुआ है तो कांग्रेस ने अपना सबसे बुरा दौर भी देखा है. पिछले सात सालों में 222 नेताओं ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दूसरी दलों का दामन थाम लिया, 177 विधायक और सांसद ऐसे भी रहे जिन्होंने सबसे पुरानी पार्टी से अपनी विदाई ले ली. वहीं इन सात सालों में सिर्फ 115 नेताओं ने दूसरे दलों से कांग्रेस में एंट्री ली. संगठन में बिखराव, जी 23 के बगावती तेवर इस सब के अलावा कांग्रेस अभी उस एक चेहरे की भी तलाश में है जो पूरे विपक्ष को स्वीकार्य हो, जिसमें सभी को एकजुट करने का दमखम रहे. कांग्रेस के लिए उनका चेहरा राहुल गांधी है जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. पार्टी तब से ही अध्यक्ष विहीन रही है. सोनिया गांधी ने अभी के लिए जिम्मेदारी जरूर संभाल रखी है, लेकिन ये अस्थाई है और एक नए अध्यक्ष की तलाश जारी है. कांग्रेस का अपना जी23 वाला धड़ा इसकी लगातार मांग उठा रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद कह चुके हैं कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 300 सीटे नहीं जीतने वाली है. उनके मुताबिक इस पार्टी में अब सीनियर नेताओं की बातों को सुना नहीं जाता है. वे ये भी मानते हैं कि अब कांग्रेस पार्टी में अपनी राय रखना किसी गुनाह से कम नहीं है. अब इन्हीं बगावती तेवर और चुनावी हारों ने कांग्रेस को एक कमजोर विकल्प बना दिया है, वहीं जो UPA 2004 में खड़ा किया गया था, उससे कई दल छिटक चुके हैं. कई ऐसे दल हैं जिससे कांग्रेस ने अपने रिश्ते खराब कर लिए हैं तो कई ऐसे भी हैं जिन्हें अब कांग्रेस में वो मजबूती ही नजर नहीं आती. पार्टी के नेता ही बताते हैं कि लंबे समय से UPA की कोई बैठक तक नहीं देखी गई है. ऐसे में जब ममता बनर्जी, UPA के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करती हैं तो क्षेत्रीय पार्टियां उन पर विश्वास भी करती हैं और कांग्रेस मुक्त विपक्ष देखने का सपना भी देखने लग जाती हैं. ममता बनर्जी रेस में आगे कैसे निकल गईं? वैसे इस मुश्किल समय में अगर कांग्रेस ने अपनी जमीन कमजोर की है तो वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी ने पूरे देश में अपनी राजनीति को एक अलग ही धार देने का काम किया है. सिर्फ चुनावी नतीजे ही बताने के लिए काफी हैं कि ममता की टीएमसी ने कई बार बीजेपी के चुनावी रथ को रोका है और उनकी राजनीति को भी गहरी ठेस पहुंचाई है. बात सबसे पहले हाल में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव की ही होनी चाहिए. इस एक चुनाव में बीजेपी को पहली बार बंगाल में एक बड़ी ताकत के तौर पर देखा गया. प्रचार भी ऐसा रहा कि मानो इस बार बंगाल में कमल खिला दिया जाएगा. लेकिन ममता बनर्जी ने अपने अंदाज में ऐसा खेला होबे किया कि लेफ्ट-कांग्रेस का तो सूपड़ा साफ हुआ ही, बीजेपी भी चारों खाने चित पड़ गई. उस चुनाव में टीएमसी ने फिर पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाई और कुल 215 सीटें अपने नाम कीं. इस एक चुनाव ने ममता बनर्जी को विपक्ष का सबसे बड़ा नेता बना दिया. ऐसा नेता जो ना सिर्फ बीजेपी की राजनीति से टक्कर ले सकता है बल्कि मोदी-शाह की जोड़ी को भी मात देने का दमखम रखता है. ममता से पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार को भी इसी कैटेगरी में देखा जा रहा था. लेकिन बंगाल चुनाव के बाद से ही ममता बनर्जी की राजनीतिक छवि काफी ऊपर उठ चुकी है. इसी वजह से अब उनके दिल्ली दौरे भी ज्यादा हो रहे हैं और वे कई क्षेत्रीय नेताओं से मिल आगे की तैयारी भी कर रही हैं. उनके मन में विपक्षी एकजुटता का एक ऐसा रोडमैप तैयार हो चुका है जहां पर कांग्रेस के लिए कोई स्थान नहीं है. इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार राशिद किदवई बताते हैं कि बंगाल में तीसरी बार सीएम बनने के बाद से ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजनीति में खुद को स्थापित करने में जुटी हैं. उन्हें लगता है कि वो विपक्षी दलों को जोड़कर 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का विकल्प बनी सकती हैं, लेकिन बिना कांग्रेस की कोई भी विपक्षी एकजुटता केंद्र की राजनीति में नहीं आ सकती है. आगामी चुनावों में कांग्रेस के लिए कितनी उम्मीद? ऐसे में सवाल उठता है कि कांग्रेस पार्टी अब क्या करेगी? बीजेपी से तो मुद्दों की लड़ाई है लेकिन ममता बनर्जी ने सीधे अस्तित्व पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. इसलिए इस समय कांग्रेस को चुनाव में जरूर बीजेपी को हराना है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी ममता बनर्जी को गलत साबित करना है. ये काम भी अब तभी संभव है जब कांग्रेस फिर जोरदार वापसी करे, एक ऐसी वापसी जहां पर दोनों राहुल और प्रियंका की नेतृत्व शक्ति भी दिखाई पड़ जाए और दूसरी पार्टियों का भी कांग्रेस में दोबारा विश्वास आ जाए. लेकिन कांग्रेस के लिए ये करना काफी मुश्किल होने वाला है. आगामी चुनावों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की वापसी काफी मुश्किल है. पार्टी ने देश के सबसे बड़े राज्य में अकेले जाने का प्लान बनाया है. प्रियंका गांधी ने तैयारियां जरूर जोरदार की हैं, नीतीश स्टाइल में महिला वोटरों को भी जीतने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन फिर भी उम्मीद से ज्यादा चुनौती है. यहां भी बीजेपी से पहले सपा-आरएलडी के गठबंधन और बसपा से पार पाना कांग्रेस के लिए असल परीक्षा रहने वाली है. पंजाब चुनाव पर नजर डाले तो वहां भी जो राह पहले आसान दिख रही थी, अब काफी कठिन बन पड़ी है. कैप्टन अमरिंदर जैसे नेता को पार्टी खो चुकी है, नवजोत सिंह सिद्धू उम्मीद से ज्यादा पार्टी के लिए अपने बयानों से चुनौती पेश कर रहे हैं. वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी के 'फ्री' वाले ऐलानों ने चन्नी के वादों को भी कुछ हद तक फीका किया है. ऐसे में इस राज्य में भी कांग्रेस अब जीत की गारंटी नहीं देख सकती. उत्तराखंड पर आ जाइए जहां पर पार्टी अभी अंदरूनी लड़ाई से जूझ रही है. एक गुट अगर हरीश रावत को सीएम की तरह प्रोजेक्ट करना चाहता तो दूसरा धड़ा उनके चेहरे का विरोध भी कर रहा है. पार्टी हाईकमान साफ कर चुका है कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा, लेकिन हरीश रावत की इच्छाएं इससे उलट दिखाई पड़ती हैं. उन्होंने सोमवार को 'सारा उत्तराखंड हरदा के संग' अभियान शुरू कर साफ कर दिया कि वे आने वाले चुनाव में खुद को सीएम चेहरा देखना चाहते हैं. देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में भी कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत नहीं मान सकती है. जिस राज्य में 2017 विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के 18 विधायक थे, अब वो सिर्फ चार रह गए हैं. इसकी एक बड़ी वजह ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी है जो दोनों कांग्रेस और बीजेपी के कई असंतोष विधायकों को अपने पाले में करना चाहती है. जब से ममता ने गोवा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, इसका असर बीजेपी पर कम और कांग्रेस पर ज्यादा रहा है. जिस राज्य में लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच थी, अब टीएमसी ने इसे त्रिकोणीय बना दिया है. आम आदमी पार्टी भी अपनी किस्मत आजमाने में लगी हुई है. मतलब इस राज्य में भी अब कांग्रेस को रेस से बाहर करने की कवायद चली जा रही है. ऐसे में कांग्रेस को पहले ममता बनर्जी से पार पाना है जिनकी विस्तारवादी रणनीति ने कई राज्यों में पार्टी के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. ममता के बाद फोकस बीजेपी को चुनाव में हराने का है क्योंकि उसी के दम पर 2024 में अपनी दावेदारी को मजबूत किया जाएगा. ये सब होने के बाद एक ऐसा चेहरा ढूंढना होगा जो कांग्रेस में तो नई जान फूंक ही सके और विपक्ष को भी एकजुट करने का काम करे. अब इतना सबकुछ कांग्रेस ममता चुनौती के बीच कर पाती है या नहीं, ये आगामी चुनाव के नतीजों से स्पष्ट हो जाएगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/kisan-andolan-year-long-agitation-ends-pm-narendra-modi-farmers-protest-updates-timeline-ntc-1370705-2021-12-09,"378 दिन से चल रहा Kisan Protest खत्म, जानें एक साल में क्या रहे आंदोलन के उतार चढ़ाव","केंद्र सरकार की तरफ से मिले प्रस्ताव पर बनी सहमति के बाद किसान संगठनों की तरफ से गुरुवार को आंदोलन खत्म कर दिया गया. पिछले एक साल से ज्यादा समय से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को खत्म करने का औपचारिक ऐलान बाकी है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह अंतिम फैसला लिया गया है. किसान शनिवार को घर वापसी करेंगे. दिल्ली की सीमा पर चल रहा किसान आंदोलन मोदी सरकार के गले की फांस बन गया था. गुरु नानक जयंती के अवसर पर पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानून की वापसी का ऐलान किया था और शीतकालीन सत्र में उसे अमलीजामा भी पहना दिया गया था. लेकिन, किसान संगठन एमएसपी की गारंटी सहित तमाम किसानों से जुड़ी मांगों को लेकर अड़े थे. मोदी सरकार ने किसानों की लगभग सभी मांगे मान ली है, जिसकी कृषि सचिव के हस्ताक्षर से चिट्ठी जारी कर दी गई है. 378 दिनों से चल रहा किसानों का यह आंदोलन अब खत्म हो गया. ऐसे में हम बताते हैं कि कानून के आने से लेकर किसान आंदोलन के खत्म होने में कब क्या-क्या हुआ.. 5 जून, 2020: सबसे पहले मोदी सरकार ने पिछले साल पांच जून को तीन कृषि बिलों को अध्यादेश के जरिए से लेकर आई. कोरोना काल के बीच लाए गए अध्यादेश को लेकर विपक्षी दलों ने विरोध किया. 14 सितंबर, 2020: इसके बाद 14 सितंबर को पिछले साल पहली बार केंद्र सरकार ने इन अध्यादेशों को संसद में पेश किया. 17 सितंबर, 2020: यह वह तारीख थी, जब तीनों कृषि बिल लोकसभा से पारित हुए. विपक्षी दलों ने संसद में काफी हंगामा करते हुए इन बिलों को किसान विरोधी बताया. हालांकि, बिल को संसद से पारित होने से वे नहीं रोक सके. 20 सितंबर, 2020: किसी भी बिल को पारित करवाने के बाद कानून की शक्ल देने के लिए दोनों सदनों से पास करवाना होता है. इसी तरह लोकसभा से पास होने के बाद कृषि बिल राज्यसभा में पेश किए गए और यहां से भी भारी विरोध के बीच पारित हो गए. 25 सितंबर, 2020: पहली बार कृषि बिलों को लेकर किसान संगठनों ने बड़ा विरोध जताना शुरू किया. किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन कमेटी ने राष्ट्रव्यापी विरोध का ऐलान किया. 27 सितंबर, 2020: यह वह दिन था, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीनों कृषि बिलों को हरी झंडी दे दी. इसके बाद इसने कानून की शक्ल ले ली और कानूनों के खिलाफ विरोध और बढ़ता गया. 25 नवंबर, 2020: किसान संगठनों ने दिल्ली चलो आंदोलन का आह्वान किया. 26 नवंबर, 2020: दिल्ली की ओर जा रहे किसानों का पुलिस के साथ आमना-सामना हुआ. पुलिस ने किसानों को दिल्ली बॉर्डर की ओर बढ़ने से रोकने के लिए वॉटर कैनन और आंसू गैस छोड़े. 28 नवंबर, 2020: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब दिल्ली बॉर्डर से हटेंगे किसान तब उनसे बातचीत होगी. किसानों को बुराड़ी प्रदर्शन स्थल पर जाना होगा. किसानों ने इन मांगों को खारिज कर दिया. 3 दिसंबर, 2020: सरकार और किसानों के बीच बातचीत का दौर शुरू हुआ. तीन दिसंबर को पहले दौर की बातचीत हुई. 5 दिसंबर, 2020: किसानों और सरकार के बीच दूसरे दौर की वार्ता 8 दिसंबर, 2020: किसानों ने भारत बंद बुलाया. 9 दिसंबर, 2020: बातचीत के दौरान किसानों ने कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव खारिज कर दिया. 11 दिसंबर, 2020: कृषि कानूनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हुई 7 जनवरी, 2021: नए कृषि कानूनों को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने सुनने पर सहमति जताई. 11 जनवरी, 2021: सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी का गठन करने के लिए कहा. 12 जनवरी, 2021: सुप्रीम कोर्ट ने तीनों कृषि कानूनों को स्थगित कर दिया. 26 जनवरी, 2021: गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने ट्रैक्टर रैली बुलाई. हालांकि, इस दौरान दिल्ली के कई इलाकों में हिंसक झड़पें हुईं, जिसका आरोप किसानों पर लगा. लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराए जाने का भी आरोप लगाया गया. 2 फरवरी, 2021: सिंगर रिहाना, क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों को अपना समर्थन करते हुए ट्वीट किया. 5 फरवरी, 2021: ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किए गए ट्वीट में टूलकिट को लेकर उनके क्रिएटर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. 9 फरवरी, 2021: पंजाबी एक्टर दीप सिंधु को 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. 14 फरवरी, 2021: टूलकिट एडिटिंग मामले में 21 वर्षीय क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया गया. 23 फरवरी, 2021: दिल्ली हाई कोर्ट ने दिशा रवि को जमानत दे दी. 5 मार्च, 2021: पंजाब विधानसभा ने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया. 7 अगस्त, 2021: संसद में किसान आंदोलन को लेकर विपक्षी दलों ने बैठक बुलाई. 28 अगस्त, 2021: हरियाणा पुलिस ने करनाल में लाठीचार्ज किया. कई किसान घायल हुए. 7 सितंबर, 2021: कई किसान करनाल में प्रोटेस्ट करने के लिए रवाना हुए. 11 सितंबर, 2021: हरियाणा सरकार ने लाठीचार्ज मामले की जांच करने की बात कही. 3 अक्टूबर, 2021: यूपी के लखीमपुर खीरी में बीजेपी नेताओं और किसानों के बीच झड़प हुई. अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप लगा कि उनकी गाड़ी ने किसानों को रौंद दिया. इसमें चार किसानों समेत कुल आठ की मौत हुई. इसके बाद विपक्ष ने यूपी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. 14 अक्टूबर, 2021: गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को जेल भेज दिया गया. 17 नवंबर 2021: सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के रिटायर जज को लखीमपुर खीरी मामले को मॉनिटर करने के लिए नियुक्त किया. 17 नवंबर, 2021: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि किसानों के खिलाफ दर्ज की गईं सभी एफआईआर वापस ली जाएंगी. 19 नवंबर, 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया. इसे आगामी संसद सत्र में वापस ले लिया जाएगा. 19 नवंबर, 2021: पीएम मोदी के कानून वापसी के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी कानून, मुकादमा वापसी, शहीद किसानों को मुआवजा सहित छह मांगे सरकार की सामने रखी. 24 नंवबर, 2021: मोदी सरकार ने कृषि कानून को वापस लेने के लिए कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी. 29 नंवबर, 2021: संसद के शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों से कृषि कानून को वापस लेने के बिल को पास कर दिया गया. 1 दिसंबर, 2021: कृषि कानून वापसी बिल पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुहर लगा दी. 4 दिसंबर, 2021: कृषि कानून के वापसी के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई, जिसमें एमएसपी गारंटी कानून सहित तमाम मांगों को लेकर सरकार के सामने प्रस्ताव के लिए एक पांच सदस्यी कमेटी बनी. यह कमेटी सरकार को प्रस्ताव भेजा, पर बात नहीं बनी. 8 दिसंबर, 2021: सरकार के प्रस्ताव पर मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा की असहमतियों के बाद बुधवार को केंद्र सरकार ने नया प्रस्ताव भेजा था. 9 दिसंबर 2021: किसान संगठनो के प्रस्तावों में से कई मांग को सरकार ने स्वीकार किया. केंद्र सरकार ने नए मसौदे में प्रदर्शनकारियों पर से तत्काल केस वापसी के साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी कमिटी को लेकर सरकार ने स्पष्ट किया कि यह कमिटी तय करेगी कि सभी किसानों को एमएसपी मिलना किस तरह सुनिश्चित किया जाए. मुआवजे को लेकर सहमति जताते हुए बिजली बिल को लेकर कहा गया कि संसद में लाने से पहले संयुक्त किसान मोर्चा से चर्चा की जाएगी. सरकार के नए प्रस्ताव पर पहले संयुक्त किसान मोर्चा की पांच नेताओं की कमिटी ने नई दिल्ली में बैठक की और फिर सिंघु बॉर्डर पर मोर्चा की बड़ी बैठक में प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया. सहमति का एलान करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा प्रस्ताव को लेकर आधिकारिक ऐलान करने के बाद धरना खत्म करने का ऐलान कर दिया जाएगा. 11 दिसंबर 2021: किसान संयुक्त मोर्चा विजय दिवस मनाएगा और फिर आंदोलनरत किसान घर वापसी करेंगे.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/sonia-gandhi-75th-birthday-pm-modi-kejriwal-channi-gehlot-bhupesh-baghel-wish-her-on-twitter-ntc-1370639-2021-12-09,"सोनिया गांधी का जन्‍मदिन आज, PM मोदी, CM केजरीवाल समेत इन नेताओं ने दी बधाई","कांग्रेस की अध्‍यक्ष सोनिया गांधी का आज 75वां जन्‍मदिन है. इस दौरान उन्‍हें पीएम नरेंद्र समेत कई नेताओं ने बधाई दी है. हालांकि CDS जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों के निधन होने कारण उन्‍होंने जन्‍मदिन न मनाने का फैसला किया है. सोनिया गांधी को अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्‍नी समेत तमाम नेताओं ने बधाई दी. पीएम मोदी ने सोनिया गांधी को जन्‍मदिन की बधाई दी, पीएम मोदी ने जन्‍मदिन को लेकर एक ट्वीट भी किया. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, सोनिया गांधी जी को जन्‍मदिन की बधाई. उनकी लंबी उम्र और अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य की कामना करता हूं Best wishes to Smt. Sonia Gandhi Ji on her birthday. Praying for her long life and good health. — Narendra Modi (@narendramodi) December 9, 2021 दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सोनिया गांधी को जन्‍मदिवस की बधाई दी. Birthday greetings to Smt. Sonia Gandhi Ji. Praying for her long and healthy life. — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 9, 2021 एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने भी ट्वीट कर बधाई दी, अपने ट्वीट में लिखा, जन्‍मदिवस पर उनके उत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य की कामना करता हूं. Greetings to Congress President Smt. Sonia Gandhi Ji on her birthday. Wishing her good health and happiness. #SoniaGandhi@INCIndia pic.twitter.com/kdUQ94UdCO — Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) December 9, 2021 अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एक मजबूत नेता को जन्म दिन पर बहुत बहुत बधाई. Strong women aren't simply born. They are forged through challenges of life which grow them n take them forward leading the rest with their heads high. Happy Birthday to a strong leader,woman of great courage n strength smt. #SoniaGandhi ji.#HappyBirthdaySoniaGandhi ji 💥 pic.twitter.com/RLA5qRyMw4 — Urmila Matondkar (@UrmilaMatondkar) December 9, 2021 पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिंदबंरम ने भी सोनिया गांध को 75वें जन्‍मदिवस की बधाई दी. Best Wishes to our Party President #SoniaGandhi her 75th Birthday @INCIndia pic.twitter.com/6AMISH0mzu — Karti P Chidambaram (@KartiPC) December 9, 2021 बॉक्‍सर और कांग्रेस के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके विजेंदर सिंह ने भी सोनिया गांधी को जन्‍मदिवस की बधाई दी. Greetings to Congress President Smt. Sonia Gandhi Ji on her Birthday. Wishing her good health and happiness 🎂🎉 #SoniaGandhi pic.twitter.com/JclAF5LBLX — Vijender Singh (@boxervijender) December 9, 2021 दिल्‍ली कांग्रेस के नेता अरविंदर सिंह लवली ने भी सोनिया गांधी को बधाई दी, अपने ट्वीट में उन्‍होंने लिखा कि वह हमेशा से हमारे लिए प्रेरणा का स्‍त्रोत रहीं हैं. उनके अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य की कामना करता हूं. वह हमेशा खुश रहें. Heartiest Birthday wishes to our beloved @INCIndia President Hon. Smt. Sonia Gandhi Ji a very Happy Birthday. She has always been a source of inspiration to all of us. Wishing her good health & happiness always. #SoniaGandhi ji pic.twitter.com/2oICfPXGTq — Arvinder S. Lovely (@ArvinderLovely) December 9, 2021 पंजाब के मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी ने भी सोनिया गांधी को बधाई दी, अपने ट्वीट में उन्‍होंने लिखा कि दूरदर्शी राष्‍ट्रीय नेता, दलितों की मसीहा, राजनीति में नैतिकता की हिमायती सोनिया गांधी जी को जन्‍मदिन की बधाई. My best wishes to the visionary, dynamic & determined national leader, messiah of downtrodden & votary of morality in politics, Smt. #SoniaGandhi Ji on her birthday. Her strength, dedication, courage & sacrifice is an inspiration for all. Wishing her good health and happiness pic.twitter.com/djDX0xF2bF — Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) December 9, 2021 इसके अलावा राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत और छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सोनिया गांधी को जन्‍मदिन पर बधाई दी. एक ऐसा नेतृत्व जिस पर देश भर के कार्यकर्ता गर्व करते हैं, त्याग, तपस्या की प्रतिमूर्ति हमारी राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी को जन्मदिन पर हम सब की तरफ से बधाई एवं शुभकामनाएं। हम सब आपके स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। आपकी निर्णय क्षमता हम सब की प्रेरणा का स्रोत है। pic.twitter.com/kMmdNTFgwE — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 9, 2021 I extend my best wishes & greetings to Congress President Smt Sonia Gandhi ji on her birthday. You are a source of strength for the party, your commitment towards welfare of people & your sacrifices are an inspiration. May you be blessed with happiness, good health & a long life. — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 9, 2021 सोनिया गांधी का आज 75वां जन्‍मदिन है. उनको शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी बधाई दी.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/shiv-sena-sanjay-raut-rahul-gandhi-mamata-banerjee-ambition-opposition-unity-face-upa-alliance-ntc-1369957-2021-12-08,"कभी कांग्रेस की धुर विरोधी थी शिवसेना, आज TMC की आंधी से बचाने के लिए बनी ढाल","प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अभी से विपक्ष का चेहरा बनने के लिए कांग्रेस और टीएमसी में शह-मात का खेल शुरू हो गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों विपक्षी दलों के नेताओं के संग मेल-मिलाप करने के साथ-साथ कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए के अस्तित्व और राहुल गांधी की सक्रियता पर सवाल खड़े कर रही हैं. टीएमसी के इस मुहिम के बीच कांग्रेस के लिए शिवसेना अब ढाल बनकर सामने खड़ी हो गई है. साथ ही राहुल गांधी से विपक्ष को लीड करने की बात कह कर ममता को तगड़ा झटका दिया है. शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने मंगलवार शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात के बाद साफ कर दिया है कि कांग्रेस के बिना विपक्षी एकता नहीं हो सकती है. राउत ने कहा कि राहुल गांधी के साथ विपक्ष की एकजुटता पर राजनीतिक चर्चा हुई है. हम पहले ही कह चुके हैं अगर कोई एक विपक्षी मोर्चा बनता है तो कांग्रेस के बिना कतई संभव नहीं है. 'विपक्ष को लीड करें राहुल गांधी' संजय राउत ने कहा, 'मैंने राहुल गांधी से कहा है आपको विपक्षी एकता लीड करने के लिए आगे आना चाहिए और आपको इस बारे में खुलकर काम करना चाहिए. कांग्रेस के साथ आज भी बहुत सारे राजनीतिक दल हैं तो अलग-अलग फ्रंट बनाने की जरूरत है. विपक्ष का एक ही फ्रंट होना चाहिए. शिवसेना ने यह बात कह कर विपक्ष के चेहरे बनने की कवायद में जुटी ममता बनर्जी के अरमानों को तगड़ा झटका दिया है. संजय राउत पहले यह भी कह चुके हैं कि महाराष्ट्र में चल रहा तीन दलों का गठबंधन भी मिनी यूपीए की तरह है. संजय राउत की राहुल गांधी से हुई मुलाकात को शिवसेना भले ही रूटीन बता रही हो, लेकिन ममता बनर्जी के महाराष्ट्र दौरे पर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे से साथ मुलाकात का डैमेज कन्ट्रोल है. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो ममता के मुंबई दौरे से यूपीए को लेकर पैदा हुई गलतफहमी को दूर करने के लिए शिवसेना का एक प्रयास है. संजय राउत ने बिना कांग्रेस के विपक्षी एकता संभव नहीं कह कर यह बड़ा सियासी संदेश दिया है. ममता को शिवसेना का झटका बता दें कि म एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे की मुलाकात बाद ममता बनर्जी ने यूपीए के अस्तित्व और राहुल गांधी को लेकर सवाल खड़े किए थे. कांग्रेस के तमाम नेता पार्टी छोड़कर टीएमसी का दामन थाम रहे थे.साथ ही तमाम क्षेत्रीय पार्टियां भी इन दिनों कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन से किनारा करती दिख रही है तो ममता विपक्षी एकजुटता की मुहिम में जुटी हैं. यूपीए पर सवाल खड़े कर ममता बनर्जी यह संदेश देना चाहती थी कि कांग्रेस अब विपक्ष को लीड करने की ताकत नहीं रखती है और बंगाल में बीजेपी के विजय रथ को रोककर उन्होंने यह साबित किया है कि मोदी के खिलाफ वो विपक्षी की सबसे बड़ी चेहरा हैं, जो 2024 के चुनाव में पीएम मोदी को कड़ी चुनौती दे सकती हैं. ममता की सक्रियता के बीच विपक्षी दलों में शिवसेना पहली पार्टी है, जो कांग्रेस के साथ खुलकर सिर्फ खड़ी ही नहीं हुई बल्कि यह भी संदेश दे दिया है कि कांग्रेस के बिना कोई भी फ्रंट मंजूर नहीं है. साथ ही राहुल गांधी से विपक्षी एकता को लीड करने की बात कह कर टीएमसी की मुहिम पर ब्रेक लगाने की एक तरह से कोशिश की है. कांग्रेस के लिए शिवसेना एक तरह से ढाल बनकर सामने आई है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/sonia-gandhi-farmers-death-farm-protest-slam-modi-government-in-congress-meeting-ntc-1369876-2021-12-08,सोनिया गांधी ने कहा- 700 शहीद किसानों का सम्‍मान करे मोदी सरकार,"कांग्रेस (Congress) की अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृषि आंदोलन और किसानों की मौत को लेकर घेरा है. उन्‍होंने पीएम मोदी पर करारा हमला बोला है. साथ ही कई मुद्दों पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. सोनिया गांधी ने ये बातें कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कहीं. उन्‍होंने कहा कि जिन 700 किसानों ने अपनी जान गंवाई है, उनके प्रति केंद्र की मोदी सरकार को सम्‍मान करना चाहिए. किसानों और आम लोगों के जो भी मुद्दे हैं, उनके प्रति केंद्र सरकार असंवेदशील है. Hon'ble Chairperson Smt. Sonia Gandhi presides over the General Body Meeting of the CPP in the Central Hall, Parliament House, New Delhi. pic.twitter.com/3Gw0ww6DlS — Congress (@INCIndia) December 8, 2021 वहीं कांग्रेस अध्‍यक्ष ने केंद्र सरकार को बढ़ती कीमत और विनिवेश के मुद्दे पर भी घेरा . उन्‍होंने कहा जिस तरह कीमतें बढ़ रही हैं, आम आदमी के लिए जीना मुश्किल हो गया है. सोनिया गांधी यहीं नहीं रुकी, उन्‍होंने ये भी कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भारत की संपत्ति बेच रही है. जो भी सरकारी उप्रक्रम (PSUs) हैं, उनको सरकार लगातार खत्‍म करने की कोशिश में लगी हुई है. सोनिया गांधी ने बैठक के दौरान 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा भी उठाया. सोनिया गांधी ने संसदीय दल की बैठक में कहा की ये सरकार किसानों को लेकर कठोर रवैया अपना रही है. महंगाई से जनता त्रस्त है. संसद भवन के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई. इससे पहले 3 दिसंबर को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर किसानों को घेरा था. वह अपने साथ मृत किसानों की लिस्‍ट (Rahul Gandhi on Farmers compensation) साथ लाए थे. उन्‍होंने कहा था कि हमने इन किसानों को मुआवजा भी दिया और नौकरी भी. राहुल गांधी ने इस लिस्‍ट को मंगलवार को संसद में भी पेश किया, उन्‍होंने कहा कि सरकार को किसानों को मुआवजा देना चाहिए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/parliament-winter-session-2021-live-updates-eighth-day-suspension-of-mps-opposition-ntc-1369873-2021-12-08,Winter Session: राज्यसभा में पास हुए एआरटी बिल और सरोगेसी बिल,"संसद के शीतकालीन सत्र का आज 8वां दिन है. 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का धरना आज भी जारी है. टीडीपी को छोड़कर, पूरे विपक्ष ने राज्यसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया है. लोकसभा में हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जज वेतन और सेवा शर्त संशोधन बिल 2021 चर्चा के बाद पास हो गया. जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत अल्पकालिक चर्चा होगी. उधर राज्यसभा में आज द असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (रेग्यूलेशन) बिल 2021 और सरोगेसी विनियमन विधेयक 2020 पास कर दिया गया.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/bjp-knocked-on-court-door-regarding-violence-in-the-municipal-elections-to-be-held-on-december-19-in-west-bengal-ntc-1369767-2021-12-08,पश्चिम बंगाल में फिर चुनावी सुरक्षा का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर!,"पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी बनाम तृणमूल कांग्रेस का अगला भाग सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. लेकिन अबकी बार शिकायत लेकर टीएमसी नहीं बल्कि बीजेपी पहुंची है. बीजेपी ने राज्य में स्थानीय चुनावों को लेकर अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा का मुद्दा बनाया है. 19 दिसंबर को होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में हिंसा को लेकर भाजपा सांसद और पश्चिम बंगाल में पार्टी के अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि 19 दिसंबर से होने वाले स्थानीय निकायों के चुनाव में बीजेपी के सदस्यों के साथ चुनाव प्रचार के दौरान हिंसा की जा रही है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए BJP ने केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है. CJI के सामने रखी बात पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार की वकील मेनका गुरुस्वामी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमणा से बीजेपी की याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की. गुरुस्वामी ने कहा कि नगर निगम के चुनाव 19 दिसंबर से होने हैं. विपक्षी पार्टी के सदस्यों को मारा-पीटा जा रहा है और धमकाया जा रहा है. हम केंद्रीय बलों की तैनाती चाहते हैं. सीजेआई ने कहा कि ये सभी चुनावी मामले हैं. इन मामलों में जमीन पर लड़ाई लड़ी जानी है, अदालतों में नहीं. अदालत इस मुद्दे को देखेगी गुरुस्वामी ने कहा कि जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच पहले से ही इसी तरह के मामले को देख रही है और विस्तृत आदेश पारित कर चुकी है. CJI ने कहा कि अदालत इस मुद्दे को देखेगी. उम्मीद है कि इसी हफ्ते इस मामले की सुनवाई हो.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/arvind-kejriwal-punjab-election-promise-in-jalandhar-1000-rs-per-month-to-women-above-18-years-ntc-1369582-2021-12-07,"केजरीवाल का चुनावी वादा, AAP जीती तो हर महिला को मिलेंगे महीने के 1000 रुपये","पंजाब में विधानसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान होना बाकी है लेकिन नेताओं ने अभी से चुनावी वादों की झड़ी लगा दी है. चुनावी वादे कुछ इस तरह से गढ़े गए हैं कि मतदाता ना चाहते हुए भी उनके जाल में फंसे बिना नहीं रह पाएंगे. पंजाब की लगभग हर राजनीतिक पार्टी लोगों को लुभाने में लगी हुई है. 99 लाख महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 1000 रुपये मंगलवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जालंधर के सराय खास गांव में जाकर, न केवल 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये देने की घोषणा की, बल्कि इसके लिए बाकायदा महिलाओं का पंजीकरण भी शुरू कर दिया. महिलाएं दूर-दूर से अपने आधार कार्ड और बैंक खातों की जानकारी लेकर इस कार्यक्रम में पहुंचीं. अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है, तो राज्य की 99 लाख महिलाओं के खाते में हर महीने 1000 रुपये दिए जाएंगे. यह मदद विधवा और बुढ़ापा पेंशन के अलावा दी जाएगी. घर में अगर चार महिलाएं हैं तो सभी को 1000 रुपये मिलेंगे, यानी जितनी महिलाएं उतने पैसे. इस कार्यक्रम में अपना पंजीकरण करवाने पहुंची ज्यादातर महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं हैं. वे बेरोजगार हैं और गरीबी से जूझ रही हैं. पंजाब के जिस क्षेत्र से इस पंजीकरण की शुरुआत की गई वहां दलित बहुल जनसंख्या है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी लोगों को निशुल्क बिजली और इलाज उपलब्ध करवाने का वादा भी कर चुकी है. अन्य पार्टियां भी चुनावी वादों से लुभाने की कोशिशें कर रही हैं आम आदमी पार्टी इकलौती पार्टी नहीं है जो मतदाताओं को तरह-तरह के प्रलोभन देकर लुभाने में लगी है. शिरोमणि अकाली दल ने गरीब तबकों से ताल्लुक रखने वाली महिलाओं के खाते में हर महीने 2000 रुपये देने का वादा किया है. इस मामले में कांग्रेस भी पीछे नहीं है. कांग्रेस ने पहले ही लाल डोरे के भीतर सरकारी जमीन पर मकान बनाने वाले लोगों को निशुल्क जमीन का तोहफा दे दिया है. बिजली की दरें कम कर दी हैं और पानी के दाम भी घटा दिए हैं. चरणजीत सिंह चन्नी खुद को आम आदमी की सरकार का मुखिया बताने में लगे हुए हैं. बड़ा सवाल: मतदाताओं को लुभाने वाली यह योजना कितनी आसान सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जिस राज्य पर 3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज चढ़ा हो वहां पर क्या इस तरह की योजनाओं पर अमल करना आसान होगा? गौरतलब है कि पंजाब सरकार के सिर पर लगभग तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज चढ़ा हुआ है. जीएसटी से होने वाली आय 11,800 करोड रुपये है, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने 1000 रुपये प्रतिमाह देने का वादा करके हर साल 12000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्चा करने का वादा कर लिया है. यानी पंजाब सरकार की जितनी आमदनी है, उससे कहीं ज्यादा तो हर महीने महिलाओं को 1000 रुपये देने पर ही खर्च हो जाएगा. इसके अलावा कर्ज चुकाने, कर्मचारियों की पेंशन और तनख्वाह देने के लिए पैसा कहां से आएगा यह जवाब इन नेताओं के पास नहीं है. अरविंद केजरीवाल का मानना है कि राज्य के भ्रष्ट नेता और अफसर अवैध खनन करके सरकार को हर साल 20,000 करोड़ रुपये का चूना लगा रहे हैं. वह अवैध खनन पर लगाम कसकर अपनी घोषणाओं के लिए रेत बेचकर पैसा कमाएंगे.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/varun-gandhi-ask-bsf-border-extension-issue-in-parliament-mha-says-threat-of-drones-uavs-reason-to-increase-jurisdiction-of-bsf-ntc-1369515-2021-12-07,BSF के अधिकार क्षेत्र को क्‍यों बढ़ाया गया? वरुण गांधी के सवाल का MHA ने दिया जवाब,"गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने मंगलवार को संसद में जानकारी दी कि ड्रोन और यूएवी (Unmanned Aerial Vehicle: UAVs) के खतरे को देखते हुए बीएसएफ (BSF) का अधिकार क्षेत्र बढ़ा दिया गया है. पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) के एक सवाल पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी सदन में दी. गृह मंत्रालय ने अपने लिखित जवाब में कहा कि कुछ राज्यों में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को मजबूत बनाना है. जिससे बीएसएफ ड्रोन और यूएवी जैसे तकनीक के लिए प्रभावी ढंग से इनसे निपट सकेगा. ड्रोन और मानव रहित हवाई वाहन (UAV) का आम तौर पर उपयोग राष्ट्र-विरोधी ताकतें करती हैं. वहीं हथियारों, नशीले पदार्थों और नकली भारतीय मुद्रा नोटों की तस्करी के लिए (FICN) भी इन तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है. अब नए परिर्तन से इससे मवेशियों की तस्करी पर भी लगाम लगेगी. क्‍योंकि कई बार तस्कर बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र से बाहर के इलाकों में शरण लेते हैं. BSF के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने को लेकर बंगाल में राजनीति तेज, बीजेपी ने TMC पर लगाए गंभीर आरोप त्रिपुरा, BSF के अधिकार क्षेत्र के मुद्दे पर PM मोदी से मिलेंगी ममता बनर्जी वरुण गांधी ने गृह मंत्रालय से जवाब मांगा था कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के अंदर 15 किमी से 50 किमी तक क्यों बढ़ाया गया है ? ऐसा पंजाब, पश्चिम बंगाल, असम में क्‍यों हुआ है ? इस बारे में 11 अक्‍टूबर 2021 को एक नोटिफिकेशन भी जारी हुआ था. गैर बीजेपी राज्यों पश्चिम बंगाल और पंजाब ने इस नोटिफिकेशन का विरोध किया है. इसे राज्य के संघीय अधिकारों का उल्लंघन भी बताया गया है. हाल ही में बीएसएफ के डीजीपी ने कहा था कि सीमावर्ती राज्यों में जनसंख्‍या परिवर्तन भी एक प्रमुख कारण है. पश्चिम बंगाल और असम राज्य सीमा के क्षेत्राधिकार के विस्तार के प्रमुख कारणों में से है. यह बात बीएसएफ के डीजी पंकज सिंह ने पिछले सप्‍ताह कही थी. उन्‍होंने कहा था कि सीमावर्ती राज्यों में 50 किलोमीटर तक बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र विस्तार करने के कारणों में से एक कारण असम और पश्चिम बंगाल में जनसांख्यिकी परिवर्तन था. हमारे पास जिले के हिसाब से इसका डाटा है. हालांकि इस बारे में संसद में कोई जानकारी नहीं दी गई.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/aiudf-mla-controversial-statement-aurangzeb-donated-land-kamakhya-temple-ntc-1369608-2021-12-07,AIUDF विधायक बोले- औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए दान की थी जमीन!,"AIUDF विधायक ने अमीनुल इस्लाम ने दावा किया कि मां कामाख्या मंदिर (Kamakhya Temple) के लिए औरंगजेब (Aurangzeb) ने भूमि दान की थी. विधायक के इस बयान को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि एक विधायक जेल में है. अगर इस तरह का बयान फिर से कोई देगा तो वह भी जेल भेज दिया जाएगा. ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के एक विधायक के बयान के बाद असम में फिर माहौल गर्म हो गया है. यहां विधायक अमीनुल इस्लाम ने दावा किया है कि मुगल सम्राट औरंगजेब (Aurangzeb) ने शक्तिपीठ मां कामाख्या मंदिर के लिए जमीन दान की थी. अमीनुल इस्लाम मध्य असम के नौगांव जिले में ढ़िंग विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. उनका कहना है कि मुगल सम्राट औरंगजेब जो हिंदुओं के खिलाफ क्रूरता और हिंदू मंदिरों पर हमलों के लिए जाना जाता था, उसने गुवाहाटी में नीलांचल पहाड़ियों के ऊपर स्थित शक्ति पीठ कामाख्या मंदिर के लिए जमीन दान की थी. विधायक अमीनुल इस्लाम ने आगे कहा कि औरंगजेब ने भारत में कई सौ मंदिरों को भूमि दान की थी, जैसे कि वाराणसी के जंगमवाड़ी मंदिर. विधायक ने कहा कि जंगमवाड़ी मंदिर को 178 हेक्टेयर भूमि दान की गई थी. कामाख्या मंदिर के लिए औरंगजेब का भूमि अनुदान अभी भी ब्रिटिश संग्रहालय में है. असम के सीएम बोले: दोबारा बयान दिया तो जाना पड़ेगा जेल AIUDF विधायक की विवादित टिप्पणी पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार में इस तरह के बयान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक विधायक शर्मन अली अभी जेल में हैं. अगर इस तरह के बयान दोबारा दिया तो अमीनुल इस्लाम को भी जेल जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में सभ्यता, संस्कृति के खिलाफ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर वो बाहर रहना चाहते हैं तो रहें. तब हमारी आलोचना भी कर सकते हैं. कामाख्या, शंकरदेव, बुद्ध, महावीर जैन और यहां तक कि पैगंबर मोहम्मद को इस तरह के किसी भी बयान में शामिल नहीं करना चाहिए. कुटुंब सुरक्षा मिशन नामक एक हिंदू संगठन ने AIUDF विधायक अमीनुल इस्लाम के बयानों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करा दी है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/sanjay-raut-rahul-gandhi-meeting-lead-he-talk-mumbai-ntc-1369590-2021-12-07,संजय राउत बोले- बिना कांग्रेस के विपक्ष का कोई भी फ्रंट बनना संभव नहीं,"शिवसेना नेता संजय राउत मंगलवार को राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे और उनसे बातचीत की. इस बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से लंबी राजनीतिक चर्चा हुई है. संजय राउत ने कहा कि संदेश यही है कि सबकुछ ठीक है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से जो बात हुई, वो सीएम उद्धव को बताऊंगा. संजय राउत ने कहा कि विपक्ष की एकजुटता पर चर्चा की गई. हमने यह पहले से कहा है कि विपक्ष का अगर कोई एक फ्रंट बनता है तो कांग्रेस के बिना संभव नहीं है, उस बारे में जरूर चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मुंबई में आने वाले हैं. जल्द ही उनका कार्यक्रम बन रहा है. मुझे लगता है कि ज्यादा बात करना उचित नहीं है. राहुल को खुलकर करना चाहिए काम राउत ने कहा कि मैंने राहुल गांधी को कहा है कि आपको लीड लेना चाहिए. आपको इस बारे में खुलकर काम करना चाहिए. कोई इस प्रकार से फ्रंट बनाएगा, बहुत सारे राजनीतिक दल आज भी कांग्रेस के साथ हैं, तो अलग-अलग फ्रंट बनाकर क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने कब कहा है कि कोई नेता लीड करना चाहिए. मैं इतना कहता हूं विपक्ष का एक ही फ्रंट होना चाहिए. लीडरशिप के बारे में एक साथ बैठकर आप चर्चा कर सकते हो. उन्होंने कहा कि एक ही फ्रंट बनेगा. एक ही फ्रंट बनना चाहिए. एक घंटे तक चली मुलाकात एक घंटे तक संजय राउत और राहुल गांधी के बीच हुई मुलाकात ने विपक्षी एकता को फिर से सुर्खियों में ला दिया है. शिवसेना सांसद ने कहा कि कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी मोर्चा नहीं हो सकता. राउत ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई थी. मैंने राहुल जी से अनुरोध किया कि वह नेतृत्व करें और इस दिशा में काम करें. कांग्रेस के बिना एकता नहीं हो सकती. कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ हैं. दो-तीन विपक्षी मोर्चे होने से क्या फायदा. कांग्रेस और टीएमसी के बीच मतभेदों के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि पवार दोनों के बीच की खाई को पाटने के लिए काफी हैं. पवार बहुत वरिष्ठ और मजबूत नेता हैं. उन्होंने कहा कि उनका कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से भी मिलने का कार्यक्रम है. न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा करेंगे.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/up-election-congress-priyanka-gandhi-launch-women-manifesto-important-issues-employment-security-respect-ntc-1369507-2021-12-07,UP: प्रियंका गांधी कल लांच करेंगी कांग्रेस का महिला मेनिफेस्टो,"उत्तर प्रदेश में कांग्रेस (UP Congress) महिला मेनिफेस्टो लांच करेगी. प्रियंका गांधी 8 दिसंबर को कांग्रेस का महिला घोषणापत्र जारी करेंगी. इस मामले को लेकर दोपहर 12 बजे लखनऊ कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस वार्ता होगी. महिला मेनिफेस्टो (Women's manifesto) में रोजगार, सुरक्षा और सम्मान के अहम मुद्दे शामिल होंगे. इन मामलों पर फोकस करते हुए कांग्रेस महिलाओं को रिझाने का प्रयास किया जा रहा है. महिला वोटरों को रिझाने के लिए कांग्रेस की ये नई कोशिश है. कांग्रेस पार्टी को लगता है कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व के चलते में पार्टी भाजपा के महिला वोटरों में सेंधमारी कर सकती है. यूपी के चुनाव में महिला सुरक्षा अहम मुद्दा रहा है. प्रियंका गांधी सीएम योगी के कार्यकाल में हुई बलात्कार की घटनाओं का मुद्दा उठाती रही हैं. चाहे वह उन्नाव हो या हाथरस, प्रियंका गांधी की कोशिश रही है कि वह फ्रंट पर नजर आएं. सियासी जमीन मजबूत करने के लिए शक्ति साधना में जुटी कांग्रेस यूपी में सियासी जमीन मजबूत करने के लिए कांग्रेस शक्ति साधना में जुटी है और कोशिश है कि शक्ति के रूप में महिलाओं को साधकर कांग्रेस के पक्ष में चुनावी माहौल तैयार किया जाए. यूपी में चेहरा प्रियंका गांधी हैं. उन्हीं के इस चेहरे के साथ तमाम घोषणाओं के जरिए महिलाओं को लुभाने की कोशिश की जा रही है. यूपी के चुनाव में नारी शक्ति के दम पर कांग्रेस अपना किला तैयार करना चाहती है. 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' टैगलाइन से यूपी के समर में उतरीं प्रियंका गांधी ने महिलाओं को आगे बढ़ाने वाला ये चुनावी दांव चला है. प्रियंका ने एक ऐसा मेनिफेस्टो जारी किया है, जिसमें महिलाओं के लिए सौगातों की भरमार है. यूपी के चुनाव में 40 फीसदी सीटें महिलाओं को देने का वादा कांग्रेस पहले ही कर चुकी है. अब पार्टी ने महिलाओं को लेकर अलग से घोषणा पत्र भी जारी कर दिया है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rajya-sabha-suspension-protest-opposition-strategy-ntc-1369294-2021-12-07,"उलझता जा रहा सांसदों का निलंबन विवाद, नई रणनीति के साथ उतरेगा विपक्ष","राज्यसभा सासंदों के निलंबन का मामला बढ़ता जा रहा है. ना सरकार झुकने को तैयार है और ना ही विपक्ष के नेता अपने प्रदर्शन को शांत कर रहे हैं. अब इस बीच विपक्ष अपने प्रदर्शन को और तेज कर सकता है. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में सरकार को घेरने के लिए एक रणनीति पर काम किया जा रहा है. उलझता जा रहा निलंबन विवाद खबर है कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर विपक्ष की एक अहम बैठक होने जा रही है. बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी और नई रणनीति पर भी मंथन होगा. विपक्ष के नेताओं ने साफ कर दिया है कि इस मामले में वे झुकने वाले नहीं हैं. ना माफी मांगी जाएगी और ना ही कोई सफाई पेश की जाएगी. स्पष्ट मांग की गई है कि सस्पेंशन को रद्द किया जाए. इसी कड़ी में सस्पेंड हुए कांग्रेस सासंद नासिर हुसैन ने कहा है कि ये सरकार तानाशाही अंदाज में काम कर रही है. ऐसे में प्रदर्शन को और ज्यादा आक्रामक किया जाएगा. उनके मुताबिक निलंबित हुए सांसदों ने कोई गलत काम नहीं किया था. सिर्फ जनता के मुद्दों को उठाया गया था, उनकी मांगों को सरकार के बीच लाया गया था. लेकिन बिना किसी कारण उन सभी को सस्पेंड कर दिया गया. माफी मांगने से इनकार, सरकार पर दवाब अभी के लिए सरकार कह रही है कि अगर निलंबित सासंद माफी मांग लें तो सस्पेंशन वापस लिया जा सकता था. लेकिन विपक्ष ने माफी मांगने से साफ मना कर दिया है. जोर देकर कहा गया है कि बिना किसी शर्त के सरकार अपने सस्पेंशन को वापस ले. वहीं दूसरी तरफ संसद टीवी पर होस्ट करने वालीं शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कार्यक्रम से अपने हाथ पीछे खीच लिए हैं. शशी थरूर भी अब अपने कार्यक्रम की होस्टिंग करते नहीं दिखेंगे. ऐसे में सरकार पर दवाब बनाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. लेकिन अभी ये विवाद सुलझता नहीं दिख रहा है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/parliament-winter-session-2021-live-updates-seventh-day-suspension-of-mps-opposition-ntc-1369256-2021-12-07,राहुल गांधी ने आंदोलन में मारे गए किसानों के नाम की लिस्ट संसद में की पेश,संसद के शीतकालीन सत्र के 7वें दिन राज्यसभा में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने द असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (रेगुलेशन) बिल 2021 बिल और सरोगेसी बिल 2020 पेश किया. विपक्ष के हंगामे की वजह से राज्यसभा में आज कामकाज ठप रहा.,1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/madhya-pradesh/story/childrens-congress-membership-form-asking-caste-bjp-vishwas-sarang-rahul-gandhi-pc-sharma-ntc-1369145-2021-12-07,"MP: बाल सदस्यता के फॉर्म में कांग्रेस ने पूछी 'जाति', BJP ने राहुल को घेरा","मध्यप्रदेश में कांग्रेस और भाजपा इन दिनों बच्चों की जाति को लेकर आमने-सामने हैं. दरअसल, युवाओं को कांग्रेस की विचारधारा के साथ जोड़ने के लिए जिस बाल कांग्रेस का गठन किया गया है उसकी सदस्यता फॉर्म में बच्चों की जाति पूछी जा रही है जिसपर अब सियासत शुरू हो गई है. 14 नवंबर को भोपाल के कांग्रेस कार्यालय में बाल कांग्रेस का गठन किया गया था. इसका मकसद 16 से 20 साल तक के ऐसे युवाओं को पार्टी से जोड़ने का है जो कांग्रेस के विचारों का समर्थन करते हैं और कांग्रेस की विचारधारा को उस उम्र के लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे जो 2023 विधानसभा चुनाव तक वोट करने का अधिकार पा लेंगे. लेकिन जिन बाल मन वाले युवाओं को बाल कांग्रेस में शामिल किया जा रहा है उनसे सदस्यता फॉर्म में जाति पूछी जा रही है. इस फॉर्म में बच्चों के नाम, पिता का नाम, उम्र के साथ-साथ जाति भी पूछी गई है. बाल कांग्रेस के मेम्बरशिप फॉर्म में जाति पूछे जाने पर बीजेपी ने सवाल खड़े किये हैं. बीजेपी नेता और एमपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इसे कांग्रेस का जातिवादी चेहरा बताया है और इसके जरिये राहुल गांधी पर निशाना साधा है. विश्वास सारंग ने कहा कि राहुल गांधी खुद बच्चे हैं क्या जो उन्हें अपनी ही पार्टी की करतूत नहीं दिखती? जो बच्चे आगे जाकर भविष्य की नींव रखेंगे उनके मन मे जातिवाद का ज़हर घोला जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने इसे सामान्य बताते हुए बीजेपी पर पलटवार किया है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पूछा है कि खुद कार्यकारिणी की घोषणा करते समय भाजपा ने नेताजों की जाति क्यों पूछी थी. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा इसलिए यह मुद्दे उठा रही है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/bjp-leader-sambit-patra-tweet-on-moradabad-samajwadi-party-mp-st-hasan-appeal-to-muslim-before-up-election-ntc-1369020-2021-12-06,"'...तो बवाल काट देते', सपा सांसद के बोल पर BJP का तीखा पलटवार","उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन के बयान पर बीजेपी ने तीखा पलटवार किया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सपा सांसद ने लोगों से कहा है कि बहुत जल्दी कॉमन सिविल कोड आने वाला है और इस कानून से मुसलमानों के पर्सनल लॉ खत्म हो जाएंगे, इसलिए बंट मत जाना. हमारा मकसद बीजेपी को हराना है. सांसद हसन के इस बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने तीखा हमला बोला है. संबित पात्रा ने लिखा है, 'चुनाव आ रहा है, अल्लाह के वास्ते बंट मत जाना... समाजवादी पार्टी के सांसद एस टी हसन कह रहे हैं. यदि यही कोई भाजपा सांसद 'हिंदुओं' के लिए कह दे तो उसे अंग्रेजी में 'Polarisation' और 'Islamophobia' कह बवाल काट देते!' मुरादाबाद में रविवार रात हुए कार्यक्रम में सांसद एसटी हसन ने कहा, 'सिर्फ कौम के लिए, हिन्दुस्तान के लिए, हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए, मैं आपसे इतनी दरख्वास्त करूंगा कि इलेक्शन आने जा रहा है, अल्लाह के वास्ते इस बार बंट मत जाना... सिर्फ एक ही आपका मकसद होना चाहिए कि बीजेपी को हराना है. बीजेपी ने जो अंदरूनी हालात पैदा कर दिए हैं, उसका एहसास आपको 10 साल बाद होगा कि हम कहां पहुंच गए हैं. अगर कॉमन सिविल कोड आता है तो मुस्लिम पर्सनल लॉ खत्म हो जाएंगे, दूसरी शादी नहीं कर सकेंगे और आर्टिकल 29 और 30 खत्म हो जाएगा. इससे हमारे संस्थान जामिया मिलिया इस्लामिया, हमदर्द यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और मुराबाद मुस्लिम डिग्री कॉलेज का मायनॉरिटी कैरेक्टर खत्म हो जाएगा.''",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/rajasthan/story/rajasthan-election-2023-amit-shah-in-jaipur-tells-bjp-cm-face-ashok-gehlot-ntc-1368877-2021-12-06,राजस्‍थान में बीजेपी का CM फेस कौन? शाह ने खत्म किया सस्पेंस,"अमित शाह (Amit Shah) ने राजस्‍थान (Rajasthan) को लेकर तस्‍वीर साफ कर दी है, उन्‍होंने कहा कि चुनाव चिह्न कमल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर बीजेपी चुनावी मैदान में उतरेगी. अमित शाह ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि जो संगठन में काम करेगा, संगठन के लिए पसीना बहाएगा, उसको इनाम मिलेगा. दरअसल, वसुंधरा राजे का गुट उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहा है. वैसे पिछले दो विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे BJP के मुख्यमंत्री पद चेहरा भी नहीं हैं, इस लिहाज से अमित शाह का बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बीच द्वंद्व चल रहा है, उसी को देखते हुए BJP के कार्यसमिति में संदेश देने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने जयपुर का दौरा किया था. अमित शाह पूरे रास्ते प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ रहे और उनको क्लीन चिट देते हुए कहा कि संगठन शानदार काम कर रहा है. शाह के इस दौरे में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को जिस तरह अहमियत मिली है, उसे देखकर BJP राजस्‍थान में चर्चा हो रही है. अपने भाषण में अमित शाह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी जवाब दिया कि वह पांच साल पूरे करें, क्‍योंकि 5 साल बाद BJP के कार्यकर्ता तीन-चौथाई बहुमत से राजस्थान में सरकार बनाने जा रहे हैं. जयपुर में जनप्रतिनिधि संकल्प महासम्मेलन को संबोधित किया। आप सभी का उत्साह, उमंग और जोश देखकर मैं विश्वास से कह सकता हूँ कि भ्रष्ट गहलोत सरकार की उलटी गिनती शरू हो गई है और 2023 में दो तिहाई बहुमत के साथ राजस्थान में मोदी जी के नेतृत्व में निश्चित रूप से भाजपा की सरकार बनेगी। pic.twitter.com/Klsyh9KqYY दरअसल, सीएम गहलोत लगातार आरोप लगाते रहते हैं कि गृह मंत्री अमित शाह राजस्थान सरकार को गिराने की साज़िश में लगे रहते हैं. ऐसे में अमित शाह का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि सरकार आराम से पांच साल पूरा करे और उसके बाद ही बीजेपी आएगी. अमित शाह ने कहा, 'गहलोत जी को डर लगता है कि मेरी सरकार गिर जाएगी, अरे भई कौन आपकी सरकार गिरा रहा है. भारतीय जनता पार्टी कभी सरकार नही गिराएगी. हम तो 2023 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में आएंगे.' चर्चा यह भी है कि गृह मंत्री अमित शाह ने अकेले में BJP के बड़े पांच नेताओं को साथ चलने की हिदायत दी है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/deputy-chief-minister-uttar-pradesh-keshav-prasad-maurya-statement-meeting-pm-modi-delhi-ntc-1368844-2021-12-06,"दिल्ली में PM मोदी से मिले केशव प्रसाद मौर्य, आखिर क्या हुई बात?","उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का गरीब कल्याण का एजेंडा है. गांव के विकास का एजेंडा है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का भी पहला और अंतिम एजेंडा गांव का विकास और गरीबों के कल्याण का एजेंडा है. हम लोग चाहते हैं कि गरीबों का कल्याण हो, वे आगे बढ़ें. पीएम ने किसानों की आय दोगुनी करने की कोशिश भी की. मथुरा पर पूछे गए सवाल को केशव प्रसाद मौर्य ने टालते हुए कहा कि हमको उसकी जानकारी नहीं है. ट्वीट कर 'मथुरा की तैयारी' का दिया था नारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने हिंदुत्व की पिच पर उतरने की तैयारी कर ली है. इसके संकेत सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने दे दिया था. केशव मौर्य ने ट्वीट कर कहा था कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है और मथुरा की तैयारी है. केशव प्रसाद मौर्य के इस बयान के बाद से अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीजेपी एक बार फिर अयोध्या-मथुरा-काशी के एजेंडे के सहारे चुनावी नैया पार लगाना चाहती है. अयोध्या-काशी-मथुरा शुरू से ही बीजेपी के एजेंडे में शामिल रहा है. अयोध्या में बाबरी मस्जिद और श्रीराम जन्मभूमि का विवाद रहा, जिस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला राम मंदिर के पक्ष में आ गया. इसके बाद से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/nagaland-firing-incident-may-cause-tiff-between-amit-shah-and-neiphu-rio-ntc-1368801-2021-12-06,"नगालैंड में फायरिंग के बाद सियासी उबाल, क्या बचेगी CM रियो की कुर्सी?","नगालैंड के मोन जिले में शनिवार को सशस्त्र बलों द्वारा की गई फायरिंग में 14 नागरिकों की मौत के बाद से इस मामले पर राजनीति शुरू होने की संभावना बढ़ गई है. वहीं, यह घटना नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. क्या है मामला शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान फायरिंग में 14 गांववालों की मौत हो गई. इस हिंसा में एक जवान को भी अपनी जान गंवानी पड़ी. मज़दूरों का एक समूह कोयला खदान में काम करने के बाद अपने गांव लौट रहा था. असम राइफल्स के जवानों ने इन लोगों को प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट का सदस्य समझा और उनकी गाड़ी पर कथित तौर पर फायरिंग कर दी. ओटिंग में अंतिम संस्कार पर नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने नगालैंड में लागू AFSPA (Armed Forces Special Powers Act) को तत्काल हटाने की मांग की है. असम राइफल्स ने रविवार को कहा कि उन्हें इस घटना पर खेद है, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मारे गए लोगों के परिवारों को न्याय दिलाने का वादा किया. असम राइफल्स केंद्रीय गृह मंत्रालय के दायरे में आती है. मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने शांति की अपील करते हुए कहा है कि एक विशेष जांच दल घटना की जांच करेगा. मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के लिए मुश्किल है आने वाला समय सशस्त्र बलों की फायरिंग में नागरिकों की मौत से राज्य में आक्रोश है. पिछले काफी समय से केंद्र सरकार कई नगा समूहों के साथ शांति-संधि को अंतिम रूप देने में लगी हुई है, जिनमें एनएससीएन जैसे उग्रवादी संगठन शामिल हैं. ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि मोन जिले की यह घटना इस प्रक्रिया में बाधा डाल सकती है. कई नागरिक समाज समूहों की मदद से शांति प्रक्रिया को बढ़ावा मिला था, लेकिन इस घटना ने बहुतों को नाराज़ कर दिया है. रियो राज्य के निर्विवादित नेता बनने की कोशिशों में लगे हैं, लेकिन निर्दोष नागरिकों की हत्या से उनकी लोकप्रियता और राज्य में उनकी पकड़ ढीली होने की संभावना है. रियो का राजनीतिक ताना-बाना 2014 में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री पद की उम्मीद में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ दी थी. उस समय, वह एनपीएफ़ के नेता थे, जो एनडीए का हिस्सा रहा है. लेकिन जब वे कामयाब नहीं हुए, तो उन्होंने राज्य की राजनीति में फिर से लौटना चाहा. बीजेपी समर्थित एनपीएफ सरकार और तत्कालीन मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग ने उनकी कोशिशों को कामयाब नहीं होने दिया. तब रियो ने एक नई पार्टी एनडीपीपी बनाई और 2018 के बाद मुख्यमंत्री के रूप में वापसी की. यहां खास बात यह रही कि बीजेपी ने उन्हें सपोर्ट किया, जिसने तब तक राज्य में एनपीएफ के साथ गठबंधन तोड़ लिया था. 60 सदस्यों वाली नगालैंड विधानसभा में एनडीपीपी के पास 21, एनपीएफ के पास 25 और बीजेपी के पास 12 सीटें हैं. बीजेपी, पड़ोसी राज्य मणिपुर में एनपीएफ की सहयोगी है. हाल ही में, जब रियो को लगा कि बीजेपी फिर से एनपीएफ के साथ गठबंधन करने की कोशिश कर रही है, तो रियो ने एनपीएफ को सरकार में शामिल होने के लिए न्योता दे दिया और अपनी कुर्सी पर आने वाले किसी भी तरह के खतरे को दूर कर लिया. इस पर कहा यह गया कि नगा शांति प्रक्रिया सुचारू रूप से सके, इसके लिए राज्य में सर्वदलीय सरकार की ज़रूरत थी. इससे केंद्र सरकार निश्चित रूप से नाराज़ हुई, जिसे डर है कि एनपीएफ को बोर्ड में लाकर रियो ईसाई बहुल राज्य में बीजेपी का सफाया करने की कोशिश कर रहे हैं. रियो सरकार को किससे खतरा? मोन जिले की इस हालिया घटना, पर जब राज्य सरकार जनता के आक्रोश का सामना कर रही है, तो बीजेपी रियो सरकार के लिए खतरा बन सकती है, क्योंकि अब बीजेपी, एनपीएफ के नेतृत्व वाली सरकार का गठन कर सकती है. मणिपुर में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने जा रहे हैं, जिसका असर भी इस राजनीतिक खेल पर पड़ सकता है. हालांकि, ऐसा कहना आसान है, करना नहीं. ऐसा इसलिए, क्योंकि असम राइफल्स केंद्र सरकार के अधीन आती है और रियो इसका दोष केंद्र सरकार पर मढ़ने की कोशिश कर सकते हैं. इससे दोनों दलों के बीच के संबंधों में कड़वाहट और बढ़ सकती है. दोनों ही हालातों में आने वाले दिनों में नगालैंड का सियासी माहौल सस्पेंस भरा होगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/nagaland-firing-amit-shah-home-minister-staement-in-lok-sabha-rajya-sabha-ntc-1368825-2021-12-06,नगालैंड फायरिंग पर संसद में शाह बोले- गलत पहचान की वजह से चली गोली,"नगालैंड फायरिंग पर गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बयान दिया है. अमित शाह ने कहा है कि ये गलत पहचान का मामला है. सेना ने संदिग्ध समझकर फायरिंग की थी. इस फायरिंग में 6 लोग मारे गए. लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि सेना के 21 पैरा कमांडों को जानकारी मिली थी कि मोन जिले के तिरु इलाके में संदिग्ध विद्रोहियों की आवाजाही हो सकती है. इसके बाद सेना ने वहां पर जाल बिछाया. शनिवार को शाम जब वहां से एक गाड़ी गुजर रही थी तो सेना ने इस वाहन को रुकने को कहा. लेकिन ये गाड़ी रुकने के बजाय वहां से तेजी से गुजरने लगी. इसके बाद सेना ने गाड़ी में संदिग्धों के होने की आशंका में गोलियां चलाई. इस वाहन में 8 लोग सवार थे. फायरिंग में 6 लोग मारे गए. अमित शाह ने कहा कि बाद में ये गलत पहचान का मामला साबित हुआ. आगे गृह मंत्री ने कहा कि वाहन में सवार 2 लोगों को सेना द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया. यह समाचार मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की टुकड़ी को घेर लिया, उनके वाहनों को जला दिया और उनपर हमला कर दिया. इसकी वजह से एक जवान की मृत्यु हो गई. और कई जवान घायल हो गए. अपनी सुरक्षा में और भीड़ को हटाने के लिए सुरक्षा बलों को गोली चलानी पड़ी. इससे 7 और नागरिकों की मृत्यु हो गई तथा कुछ और घायल हो गए. अमित शाह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहा है. वहां इस वक्त हालात तनावपूर्ण मगर काबू में है. उन्होंने कहा कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस FIR दर्ज कर ली गई है और इसकी जांच शुरू कर दी गई है. इसकी जांच के लिए एक SIT का भी गठन किया गया है. ये एसआईटी एक महीने में अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट देगी. अमित शाह ने कहा कि इस घटना के बाद कुछ लोगों ने 5 दिसबर को असम राइफल्स की यूनिट पर तोड़ फोड़ की. मकान में आग लगा दी. इसके बाद असम राइफल्स को गोली चलानी पड़ी. इसमें एक और व्यक्ति की मृत्यु हो गई. प्रभावित क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. अमित शाह ने कहा कि सेना ने इन मौतों पर अत्यधिक दुख व्यक्त किया है. सेना इस फायरिंग की वजहों की उच्चस्तरीय जांच कर रही है. इसमें कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियों को कहा गया है कि आगे से वे विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाते वक्त इस बात का ध्यान दें कि जिससे कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो. अमित शाह ने राज्यसभा में भी इस घटना पर बयान दिया.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/dr-ambedkar-65th-death-anniversary-pm-narendra-modi-mayawati-yogi-ntc-1368654-2021-12-06,Ambedkar Death Anniversary: मायावती बोलीं- दिखावटी अपनापन दिखा रहे कई दल,"बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मायावती (Mayawati) ने सोमवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की, बाबा साहेब भीमराव अम्‍बेडकर की पुण्‍यतिथि के मौके पर उन्‍होंने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्‍होंने कहा भीमराव अम्‍बेडकर ने अपनी अपनी पूरी जिंदगी गरीबों के प्रति समर्पित की, कानूनी अधिकार भी दिलाने का काम किया. उन्‍होंने कहा था कि गरीब वर्ग को सत्ता को चाबी अपने हाथ में लेना होगी. बीएसपी की चार बार बनी सरकार इसका उदाहरण है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज महापरिनिर्वाण दिवस (Mahaparinirvan Diwas 2021) के मौके पर बाबासाहेब भीमराव अम्‍बेडकर को नमन किया. भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर सादर श्रद्धांजलि। Tributes to Dr. Ambedkar Ji on Mahaparinirvan Diwas. pic.twitter.com/e3ieIbG4Me वहीं मायावती ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान कहा, देश में संकीर्ण मानसिकता वाली पार्टियां भी हैं, जिन्होंने भीमराव अंबेडकर का विरोध किया, लेकिन अब दिखावटी अपनापन दिखा रहे हैं. सही मायनों में ये उनकी मजबूरी ही है. बाबासाहेब ने दलितों को गुलाम मानसिकता से आजादी दिलाई है, उनको दिल जान से चाहने वाले लोग उनको आज याद कर रहे हैं. योगी ने किया याद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर पहुंचकर अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पुष्पांजलि अर्पित की. सीएम योगी के अलावा यूपी सरकार में कानून मंत्री बृजेश पाठक, स्वामी प्रसाद मौर्य और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस के मौके पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की. समाजवादी पार्टी पर क्‍या बोलीं मायावती मायावती ने कहा बीएसपी को अपने वर्ग पर पूरा भरोसा है कि 2022 में पार्टी और अधिक मजबूत सरकार बनाएगी. उत्तराखंड में भी बीएसपी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी, पंजाब में भी बीएसपी मजबूती से चुनाव लड़ेगी. इस दौरान उन्‍होंने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला, बोलीं- ये जनता जानती है कि विजय तो अभी मिली भी नहीं है, विजय यात्रा निकाल रहे हैं. ये जितना चाहे गठबंधन कर लेकिन ये सब जानते हैं कि कानून व्यवस्था बीएसपी में कैसी थी. बीजेपी की सरकार में भी जुल्म ढाया जा रहा है. वहीं उन्‍होंने ये भी किा उत्तराखंड में पार्टी अकेले मैदान में उतरेगी. और पंजाब में अकाली दल से गठबंधन है. बोलीं, सड़कों पर उतरने से काम नही चलेगा, सत्ता परिवर्तन के लिए मानसिकता परिवर्तन करना होगा. कोरोना पर बोलीं मायावती कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, तीसरी लहर बढ़ रही है, इस बारे में चुनाव आयोग और राज्य सरकार को देखना होगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/parliament-winter-session-2021-live-updates-sixth-day-nagaland-firing-rahul-gandhi-amit-shah-opposition-ntc-1368651-2021-12-06,Winter Session: नगालैंड की घटना पर गृहमंत्री अमित शाह ने दिया बयान,"संसद के शीतकालीन सत्र का आज छठा दिन है. 12 निलंबित सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का धरना आज भी जारी है. नगालैंड में शनिवार को हुई 15 लोगों की मौत का मुद्दा आज शून्यकाल के दौरान उठाया गया, जिसमें सांसदों ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं. इसी मामले पर, आज संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने बयान दिया. लोकसभा में राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल शिक्षा और अनुसंधान संस्थान संशोधन बिल 2021 पास हुआ.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/news/story/nagaland-firing-update-14-civilians-killed-indian-army-parliament-winter-session-ntc-1368586-2021-12-06,"नगालैंड फायरिंग का मुद्दा आज संसद में उठेगा, सेना का आया बयान, जानें पूरा अपडेट","नगालैंड में हुई फायरिंग का मामला आज संसद (Parliament Winter Session) में उठाया जाएगा, शनिवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान 14 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं सेना का एक जवान भी शहीद हो गया था. इस हिंसा में कुल 15 लोगों की मौत हुई है. वहीं कई लोग घायल भी हुए हैं. घटना में पहले 6 कोयला मजदूर मारे गए थे, जो अपने घर लौट रहे थे. एजेंसियों के मुताबिक, इस फायरिंग में मृत लोगों के परिवारों को नगालैंड सरकार ने 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. सोमवार को मोन जिले का मुख्‍यमंत्री नेफियो रियो भी दौरा करेंगे. जहां सुरक्षाबलों ने लोगों पर फायरिंग की थी. इस दौरान सीएम सिविल सोसाइटी और राज्‍य के आला अधिकारियों से बात करेंगे. वहीं तृणमूल कांग्रेस का पांच सदस्‍यों का प्रतिनिधिमंडल भी राज्‍य का दौरा करेगा और मृतकों के परिजनों से मिलेगा. सुरक्षा के लिहाज से आज मोन जिले में कर्फ्यू लगा दी गई है. सेना का आया बयान इस मामले में सेना का बयान भी सामने आया है, सेना ने कहा कि 5 दिसंबर को शाम के 4 बजे करीब 500 युवा मोन जिले में सुरक्षा बलों के कैंप में घुस गए. ये भीड़ एक दिन पहले तिरु और तिजित जिले में मारे गाए लोगों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान सुरक्षा बलों ने भीड़ को समझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने कैंप में तोड़फोड़ शुरू कर दी. सेना ने उन्‍हें वापस जाने का भी कहा. लेकिन जो भीड़ थी वह कैंप में घुस गई. जिसके बाद उन्‍होंने वहां आग लगा दी. लेकिन इसके बाद भी सेना संयम कायम रखा. लेकिन जब भीड़ ने सेना के ऊपर शारीरिक बल का प्रयोग किया और हथियारों से सेना पर हमला शुरू कर दिया तब जाकर आत्‍मरक्षा में सेना ने फायरिंग की, जिसमें कुछ आम नागरिक घायल हो गए. वहीं सेना के दो जवान भी घायल हुए. आज संसद में उठेगा मुद्दा राज्‍यसभा सांसद केजी केने ने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में सोमवार को उठाएंगे. वहीं विपक्ष के हमलावर रुख को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया आई, उन्‍होंने कहा कि इस मामले की जांच एसआईटी की एक टीम करेगी. इस एसआईटी टीम का नेतृत्‍व आईजीपी लेवल का अधिकारी करेगा. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए सवाल उठाया था कि आखिर गृहमंलालय कर क्‍या रहा है. असदद्दीन ओवैसी ने तो यहां तक कह दिया कि गृहमंत्री अमित शाह का बर्खास्‍त कर देना चाहिए. Anguished over an unfortunate incident in Nagaland’s Oting, Mon. I express my deepest condolences to the families of those who have lost their lives. A high-level SIT constituted by the State govt will thoroughly probe this incident to ensure justice to the bereaved families. वहीं नगलौंड के मुख्‍यमंत्री नेफियो रियो (Neiphiu Rio) ने भी इस मामले की आलोचना की, अपने ट्वीट में उन्‍होंने लिखा कि ओटिंग में जो नागरिक मारे गए हैं, उनकी मौत की मैं कड़ी भर्त्‍सना करता हूं. जो घायल हैं,उनके शीघ्र ठीक होने की दुआ करता हूं. The unfortunate incident leading to killing of civilians at Oting, Mon is highly condemnable.Condolences to the bereaved families & speedy recovery of those injured. High level SIT will investigate & justice delivered as per the law of the land.Appeal for peace from all sections — Neiphiu Rio (@Neiphiu_Rio) December 5, 2021 6 दिसंबद को रहेगा बंद नगा स्‍टूडेंट फेडरेशन ने सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे के बीच के बंद का आह्वान किया है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rakesh-tikait-and-modi-government-on-bank-privatisation-bku-farmer-leader-call-nationwide-movement-ntc-1368615-2021-12-06,"टिकैत ने उठाई बैंकों की बात तो बोले मंत्री- आप किसानों की बात करो, बाकी...","केंद्र सरकार तीन कृषि कानून (3 Farm law) वापस लेकर बैकफुट पर पहुंच गई है. लेकिन किसान नेता इस बात पर अब भी लामबंद हैं कि न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (MSP) पर सरकार कानून बनाए. वहीं किसान किसानों के खिलाफ दर्ज केस, केंद्रीय मंत्री टेनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी किसान संगठनों द्वारा की जा रही है. इसी बीच अब राकेश टिकैत अब बैंकों के निजीकरण पर सरकार को घेरने वाले हैं. वहीं सरकार ने इस मामले में राकेश टिकैत को नसीहत दी है. सरकार ने टिकैत के उसके इस बयान पर कहा कि आप किसानों की बात करें, बाकी सरकार देख लेगी. यानि कुल मिलाकर अब बैंकों के निजीकरण पर राकेश टिकैत सरकार पर हल्‍ला बोलेंगे. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्‍ता राकेश उन्‍होंने बाकायदा इसके खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है. राकेश टिकैत ने कहा कि हमने सरकार से पहले ही कह दिया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा. राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में लिखा कि 6 दिसंबर को संसद में सरकारी बैंकों के निजीकरण का बिल पेश होने जा रहा है. निजीकरण के खिलाफ देशभर में साझा आंदोलन की जरूरत है. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, इस मामले में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान भी सामने आया. उन्‍होंने कहा कि आपकी मांगें पूरी हो गई हैं, आप किसानों की बात करो. सरकार कैसे चलानी है और नीतियों के जो फैसले लेने हैं वो सरकार लेगी.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/jdu-leader-kc-tyagi-son-amrish-tyagi-joined-bjp-in-lucknow-ntc-1368355-2021-12-05,"JDU नेता केसी त्यागी के बेटे BJP में शामिल, ट्रंप के लिए कर चुके हैं काम","जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने लखनऊ में उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई. अमरीश त्यागी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमेरिका के राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव मैनेजमेंट संभाल चुके हैं. बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा त्यागी ने कहा कि उनके परिवार में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और वह कोई भी पार्टी से जुड़ने को स्वतंत्र हैं. अमरीश त्यागी ने कहा कि उनके पिता केसी त्यागी एनडीए के घटक दल के नेता हैं और ऐसे में बीजेपी के साथ हमेशा ही जुड़ाव रहा है. पिता की सोशलिस्ट विचारधारा और बीजेपी की हिंदुत्व पर उन्होंने कहा कि एक परिवार में अलग-अलग विचारधारा हो सकती है. बीजेपी के काम, पीएम मोदी और योगी के नेतृत्व ने मुझे पार्टी जॉइन करने की प्रेरणा दी. बीजेपी कैंपेनिंग में सबसे आगे चुनाव प्रबंधन करने वाले अमरीश त्यागी मानते हैं, बीजेपी कैंपेनिंग में सबसे आगे है और उसके आगे विपक्ष दूर तक कहीं नहीं है. साथ ही चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, वह करूंगा. कोई अलग उम्मीद नहीं रखी है. ट्रंप के लिए किया काम 43 साल के राजनीतिक रणनीतिकार अमरीश त्यागी ओवलीनो बिजनेस इंटेलिजेंस प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) हैं. ओबीआई कंपनी तमाम राजनीति दलों के लिए चुनावी स्ट्रेटजी, मीडिया मैनेजमेंट और राजनीतिक सलाह देने का काम करती है. इस कंपनी ने नीतीश कुमार के लिए विधानसभा चुनाव में काम किया. वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प के लिए चुनावी रणनीति पर काम किया. अमरीश की कंपनी को अमेरिका में एशियाई समुदाय की मांगों, अपेक्षाओं और आशंकाओं का आकलन करने का काम सौंपा गया था. परिवार का मतलब केवल रिश्तेदारों से इस मौके पर उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि दूसरे दलों में परिवार का मतलब केवल रिश्तेदारों से है जबकि बीजेपी का परिवार हर जाति और समुदाय से जुड़ा है. विपक्ष के पास राष्ट्रीय या प्रदेश स्तर पर कोई मुद्दा नहीं, इसलिए जाति के नाम पर राजनीति कर रही है. बड़े स्तर पर नेता बीजेपी से जुड़ रहे हैं, जिससे विपक्ष हताश हो गया है. यूपी में बीजेपी ने लगाई कई दलों में सेंध डॉ. दिनेश शर्मा और लक्ष्मीकांत वाजपेयी की मौजूदगी में जेडीयू के अलावा समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और भीम आर्मी के नेताओं ने भी बीजेपी का झंडा थामा. इनमें गोपाल अग्रवाल, हेमसिंह आर्य, सरन सिंह, सत्येंद्र सिंह यादव, डॉ. टीपी सिंह भीम, पूर्व अपर मुख्यसचिव चंद्र प्रकाश समेत विपनेश चौधरी, सत्येंद्र सिंह, बृजेश शर्मा शामिल हैं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/crime/news/story/krishna-mandir-and-eidgah-row-security-beefed-up-in-mathura-ahead-of-babri-mosque-demolition-anniversary-on-6-december-ntc-1368262-2021-12-05,"मथुरा: मस्जिद में जलाभिषेक के ऐलान से गरमाया माहौल, चप्पे-चप्पे पर फोर्स","यूपी के मथुरा में 6 दिसंबर को शाही ईदगाह मस्जिद में जलाभिषेक के ऐलान से माहौल गर्मा गया है. इस जानकारी के बाद शहर में प्रशासन ने धारा-144 लगा दी है. मस्जिद और उसके आसपास उत्तर प्रदेश पुलिस, पीएसी के जवान और आरएएफ के जवान तैनात किए गए हैं. मस्जिद की तरफ जाने वाले हर शख्स का पहले पहचान पत्र चेक किया जा रहा है, फिर उसकी बकायदा तलाशी ली जा रही है. उसके बाद ही मस्जिद की तरफ जाने दिया जा रहा है. मथुरा पुलिस सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रख रही है. एसएसपी मथुरा के मुताबिक, अब तक सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने पर शहर के गोविंदनगर और कोतवाली पुलिस थाने में 4 अलग-अलग एफआईआर दर्ज हो चुकी है. आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है. हमारी टीम सोशल मीडिया पर नजर रख रही है. उन्होंने बताया कि 6 दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थान और शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के आसपास गाड़ियों की आवाजाही बाधित रहेगी. बकायदा इसके लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है. मथुरा की गलियों में तैनात सुरक्षाबल. दंगा निरोधक दस्ता की तैयारी शाही ईदगाह मस्जिद की तरफ जाने वाले एंट्री प्वाइंट की सुरक्षा की जिम्मेदारी मथुरा के सीओ सिटी को दी गई है. सीओ अभिषेक तिवारी का कहना है कि हमने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था यहां पर तैनात की है. ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही है. हमारी कोशिश है कि कोई भी असामाजिक तत्व यहां कोई हरकत न कर सके. इसके अलावा हमने शनिवार को पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल भी की थी, जिसमें दंगा निरोधक दस्ता की तैयारी देखी गई. सुरक्षा के मद्देनजर मथुरा के हर मेन प्वाइंट पर फोर्स की तैनाती गई है. मथुरा में बवाल के मद्देनजर पुलिस बल की तैनाती. क्या है मामला बता दें कि 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर मथुरा में चार हिंदूवादी संगठनों- अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास, नारायणी सेना और श्रीकृष्ण मुक्ति दल ने शाही ईदगाह मस्जिद में जलाभिषेक कार्यक्रम का ऐलान किया है. अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने प्रशासन परिसर में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करने की इजाजत मांगी है. हालांकि, प्रशासन ने इन संगठनों को अनुमति देने से इनकार कर दिया है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/jp-nadda-bjp-pm-narendra-modi-mission-five-state-session-agenda-aaj-tak-2021-ntc-1368071-2021-12-04,"कुछ भी तय करने से पहले कैसे और किनसे मंत्रणा करते हैं पीएम मोदी, जेपी नड्डा ने बताया","भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को आजतक के कार्यक्रम एजेंडा आजतक के मिशन फाइव स्टेट सेशन में पार्टी की चुनावी रणनीति को लेकर सवालों के बेबाकी से जवाब दिए. जेपी नड्डा ने ये भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ भी तय करने से पहले कैसे और किनसे मंत्रणा करते हैं. जेपी नड्डा ने एजेंडा आजतक के मंच से इस सवाल का भी खुलकर जवाब दिया. जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विचार पर साथियों से चर्चा करते हैं. उन्होंने कहा कि कोई आइडिया उनकी ओर से जेनरेट होता है तो वे साथियों से चर्चा करते हैं. पार्लियामेंट्री बोर्ड के साथियों के साथ चर्चा होती है. इसके बाद थोड़ा नीचे तक जाती हैं चीजें और इसके बाद उसमें से जो छन के आता है उसको रखने का प्रधानमंत्री प्रयास करते हैं. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि नरेंद्र मोदी सबको साथ लेकर चलते हैं. जेपी नड्डा ने पीएम मोदी से अपने जुड़ाव की चर्चा करते हुए कहा कि जब भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष था तब वे जनरल सेक्रेटरी हुआ करता था. जब हिमाचल प्रदेश में विपक्ष का नेता बना तब नरेंद्र मोदी हमारे प्रभारी हुआ करते थे. उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वे व्यक्तिगत जीवन में भी गाइड करते रहते हैं. जेपी नड्डा ने यूपी की सियासत को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा कि हमने अखिलेश यादव और मायावती के नेतृत्व वाली सरकार के समय का बकाया गन्ना मूल्य भी हमने किसानों को दिया है. हम योगी सरकार की ओर से किए गए कार्यों को किसान के सामने रखने वाले हैं. किसान भी इस बात से सहमत है कि गन्ना मूल्य का सबसे अधिक भुगतान योगी आदित्यनाथ की सरकार के समय हुआ है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/delhi/story/arvind-kejriwal-starts-mukhyamantri-tirth-yatra-yojana-first-train-for-ayodhya-bjp-attack-ntc-1367572-2021-12-04,"ओमिक्रॉन के खौफ के बीच केजरीवाल ने शुरू की 'तीर्थ यात्रा योजना', BJP ने घेरा","लगभग 2 साल के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने एक बार फिर से 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' की शुरुआत की. दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से अयोध्या के लिए ट्रेन को रवाना किया गया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया, 'इस योजना के तहत 1000 श्रद्धालुओं को अयोध्या भेजा जाएगा'. केजरीवाल ने हरी झंडी दिखाकर इन लोगों को रवाना किया. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते तीर्थ यात्रा योजना रुक गई थी, लेकिन कोरोना काफी हद तक थम गया है. यही वजह है एक बार फिर से इस योजना को शुरू किया गया है. केजरीवाल ने कहा, 'आने वाले दिनों में इस योजना को और बढ़ाया जाएगा. हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा, जयपुर, अजमेर शरीफ इन सब जगह पर भी लोगों को भेजा जाएगा. कुछ दिन पहले अयोध्या जी में श्री रामलला के दर्शन किए तो मन में एक विचार आया, दिल्ली के अपने सभी बुजुर्गों को भी भगवान श्री राम के दर्शन कराउं दिल्ली से अयोध्या के लिए आज तीर्थयात्रा की पहली ट्रेन को रवाना किया। ये मेरे लिए बेहद भावुक पल थे, सबकी यात्रा मंगलमय हो। जय श्री राम। pic.twitter.com/rO0dsv0m2b — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 3, 2021 इस यात्रा को लेकर जा दिल्ली सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है, तो वहीं विपक्ष ने केजरीवाल सरकार को इस मुद्दे पर घेर लिया है. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने तीर्थ यात्रा योजना पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना के नए वैरिएंट (ओमिक्रॉन) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख रहे हैं. वहीं बुजुर्गों की सेहत से खिलवाड़ करके उनकी जान जोखिम में डाल रहे हैं. एक तरफ़ तो #OmicronVarient का ख़तरा मंडरा रहा है,दूसरी तरफ़ @ArvindKejriwal जी हज़ारों बुजुर्गों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए आज एक ट्रेन अयोध्या जी भेज रहे है। आप भेजे अच्छी बात लेकिन चुनावी हिंदू केजरीवाल जी करोना को देखते हुए क्या इसको 3-4 महीने टाला नहीं जा सकता था ? pic.twitter.com/dSmxmXCAFv — Harish Khurana (@HarishKhuranna) December 3, 2021 इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी ट्रेनें चल रही हैं. यात्रा भी जारी है. विपक्ष का तो काम है बोलना, बीजेपी जो बोलती है उसको बोलने दीजिए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/cm-bhupesh-baghel-wants-to-see-rahul-gandhi-as-congress-president-again-at-agenda-2021-ntc-1367513-2021-12-03,"'मैं सबसे बड़ा वकील हूं, पहले दिन से हूं...' राहुल गांधी से जुड़े सवाल पर बोले CM बघेल","मैं राहुल गांधी का पार्टी में सबसे बड़ा वकील हूं. पहले दिन से ही उन्हें अध्यक्ष बनाने की वकालत कर रहा हूं. मैंने राहुल जी को अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देने से भी मना किया था.' शुक्रवार को एजेंडा आजतक (Agenda Aajtak) के सत्र 'सिंहासन छत्तीसी' को संबोध‍ित करते हुए कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कही. प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार घोषित करने के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि यह आलाकमान तय करेगा. जब उनसे पूछा गया कि आपकी पार्टी का आलाकमान आखिर कौन है? आप राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की वकालत करते आए हैं. इसके जवाब में कांग्रेस के सीनियर लीडर ने खुलकर कहा, 'राहुल जी को मैंने अध्यक्ष पद छोड़ने से भी मना किया था. मैं बिल्कुल उनकी वकालत कर रहा हूं. हम जैसे कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि फिर से राहुल गांधी पार्टी की कमान संभालें.' यह पूछे जाने पर कि राहुल गांधी ने कांग्रेस का अध्यक्ष पर छोड़ते वक्त क्या कहा था? जवाब में बघेल ने बताया कि राहुल जी के अंदर नैतिकता है. लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था. PK के बयान पर पलटवार कांग्रेस पार्टी के 90 फीसदी चुनाव हारने वाले बयान को सीएम भूपेश बघेल ने गलत करार दिया. उन्होंने कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, गोवा, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में कांग्रेस प्रदर्शन को बेहतर बताया. दरअसल, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि विपक्ष का नेतृत्व करना कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं है, जब पार्टी पिछले 10 सालों में अपने 90 फीसदी चुनाव हारी हो. यूपी में अब हमारी बारी क्या यूपी में बीजेपी जैसी मजबूत पार्टी को कांग्रेस टक्कर दे पाएगी? इस पर बघेल ने कहा कि कुछ समय पहले बीजेपी भी यूपी में चौथे नंबर की पार्टी थी और आज वह एक नंबर पर है, इसलिए यह एक रोटेशन है. जनता जिसे पसंद करती है, वह पार्टी पहले नंबर पर आ जाती है. कांग्रेस नेता आगे कहा, पहले यूपी की जनता ने मायावती जी (बहुजन समाज पार्टी) को परखा, फिर अखिलेश यादव जी (समाजवादी पार्टी) और भारतीय जनता पार्टी को भी परख लिया. अब हमारी पार्टी (कांग्रेस) की बारी है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/bhupesh-baghel-rahul-gandhi-priyanka-gandhi-at-agenda-2021-ntc-1367455-2021-12-03,भूपेश बघेल बोले- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बीच कोई झगड़ा नहीं है,"छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को एजेंडा आजतक के मंच से केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी से जुड़े मसलों पर भी अपनी बात रखी. एजेंडा आजतक के सिंहासन छत्तीसी नामक सेशन में भूपेश बघेल ने साफ कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, दोनों भाई-बहन के बीच कोई झगड़ा नहीं है. छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया गया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी में अभी किसका वक्त चल रहा है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दोनों भाई-बहन में तुलना नहीं की जानी चाहिए. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, दोनों भाई-बहनों के बीच कोई झगड़ा नहीं है. बघेल ने कहा कि राहुल गांधी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को यूपी की जिम्मेदारी दी गई है. वो पूरी शिद्दत के साथ जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे निभाने में जुटी हुई हैं. भूपेश बघेल ने ये भी कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में ही लड़ रही है. प्रियंका गांधी के नेतृत्व में जिला, ब्लॉक, न्याय पंचायत स्तर पर भी हमने संगठन के ढांचे को खड़ा किया. हम इसी संगठन के बल पर हम चुनाव लड़ेंगे. भूपेश बघेल ने यूपी के चुनाव को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा कि कुछ साल पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी चौथे नंबर पर थी. उन्होंने कहा कि ये तो रोटेशन है. जनता ने सबको परखा, अब हमारी बारी है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/chhattisgarh-cm-bhupesh-baghel-raised-questions-about-name-of-pm-awas-yojana-at-agenda-2021-ntc-1367449-2021-12-03,बघेल का सवाल- जब आवास योजना का 40% पैसा राज्यों का तो नाम PM का क्यों?,"छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम को लेकर केंद्र पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब 40 फीसदी पैसा राज्य सरकार देती है तो प्रधानमंत्री के नाम से यह योजना क्यों है? शुक्रवार को नई दिल्ली में 'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुखिया ने यह बात कही. केंद्र का छत्तीसगढ़ सरकार पर आरोप है कि पीएम आवास में राज्य अपने हिस्से की राशि नहीं दे रहा, जिसके चलते गरीबों के लिए मकान नहीं बन पा रहे हैं. इसके जवाब में सीएम बघेल ने कहा, यह योजना प्रधानमंत्री के नाम से है तो फिर इसमें 60:40 के हिसाब से राशि देने का अनुपात क्यों है? पूरी सौ फीसदी राशि ही केंद्र सरकार को देनी चाहिए या यह अनुपात 90:10 का होना चाहिए. या फिर राज्यों को इस योजना का नाम रखने का अधिकार दिया जाना चाहिए. ये है पूरा मामला दरअसल, पीएम आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ में वर्ष 2021-22 में करीब साढ़े 7 लाख से ज्यादा मकान बनाए जाने प्रस्तावित थे. लेकिन राज्य सरकार की ओर से पैसा नहीं देने पर केंद्र ने इस प्रोजेक्ट को वापस ले लिया. बता दें कि पीएम आवास योजना के तहत बनाए जाने वाले मकानों के लिए केंद्र और राज्य क्रमश: 60 और 40 फीसदी राशि देते हैं. क्या है रुकावट की वजह सीएम भूपेश बघेल का आरोप है कि भारत सरकार की वजह से ही पीएम आवास योजना के मकान बनने में अड़बंगा लग रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार ने छत्तीसगढ़ को मिलने वाली सेंट्रल एक्साइज की राशि नहीं दी है जो कि तकरीबन 20-22 हजार करोड़ रुपए है. साथ ही कोल ब्लॉक पेनाल्टी मामले में भी राज्य को चार हजार करोड़ मिलने हैं. जब तक यह राशि मिल नहीं जाती तब तक पीएम आवास के मकान नहीं बन पाएंगे. बघेल ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि राज्य में यह योजना बंद नहीं की गई है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/chhattisgarh-cm-bhupesh-baghel-formula-agenda-aaj-tak-2021-ntc-1367130-2021-12-03,छत्तीसगढ़ में था ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का फॉर्मूला? भूपेश बघेल ने दिया ये जवाब,"छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को एजेंडा आज तक कार्यक्रम के सेशन सिंघासन छत्तीसी में शिरकत की. भूपेश बघेल ने एजेंडा आज तक के मंच से अपनी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की साथ ही सियासी मसलों पर भी खुलकर बात की. भूपेश बघेल ने ढाई-ढाई साल के सीएम के फॉर्मूले को लेकर भी खुलकर अपनी बात रखी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले को लेकर सवाल पर कहा कि सरकार के अब तीन साल पूरे होने को हैं. ढाई-ढाई साल के सीएम की बात ही नहीं रही अब. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. पार्टी हाईकमान तय करेगा कि सीएम कौन होगा. भूपेश बघेल ने कहा कि तीन साल पहले हाईकमान ने जो आदेश दिया उस भूमिका का अब तक निरंतर निर्वहन कर रहा हूं. आगे भी करता रहूंगा. उन्होंने अपनी सरकार के तीन साल के कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी पर तंज भी किए. सीएम बघेल ने साथ ही केंद्र सरकार पर कांग्रेस पार्टी के शासन वाले राज्यों की सरकार के साथ भेदभाव का आरोप भी लगाया और प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर भी सवाल उठाए. भूपेश बघेल ने कहा कि इस योजना के तहत 40 फीसदी फीसदी पैसा राज्य सरकारें देती हैं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/cm-bhupesh-baghel-targeted-central-government-for-stopping-share-of-chhattisgarh-money-at-agenda-2021-ntc-1367389-2021-12-03,'क्योंकि मैं कांग्रेस का मुख्यमंत्री हूं' भूपेश बघेल का केंद्र पर पैसा रोकने का आरोप,"एजेंडा आजतक' कार्यक्रम में शामिल हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश (Bhupesh Baghel) बघेल ने केंद्र सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी. सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ का हिस्सा देने में केंद्र अड़ंगेबाजी कर रहा है. केंद्र सरकार ने हमारा सेंट्रल एक्साइज और कोयला पेनाल्टी का हिस्सा रोक रखा है, जो कि 20-22 हजार करोड़ के आसपास है. सीएम बघेल का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतरमण को लगातार पत्र लिखने के बाद भी छत्तीसगढ़ को सेंट्रल एक्साइज का हिस्सा नहीं दिया जा रहा है. हिस्सा मिलने पर मकान बनाएंगे छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान न बनाने को लेकर सीएम बघेल ने दो टूक कह दिया कि जब केंद्र हमारा हिस्सा दे देगा तो मकान बनाएंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ने पीएम आवास योजना बंद नहीं की है. बता दें कि मोदी सरकार ने 2021-22 के लिए राज्य को आवंटित किया गया पीएम आवास बनाने का प्रोजक्ट वापस ले लिया है. इस प्रोजेक्ट के तहत गरीबों के लिए 7 लाख 81 हजार 999 घर बनाए जाने थे. PM आवास के नाम पर दिक्कत इस दौरान कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री ने आवास योजना का नाम PM के नाम से होने पर भी अपना विरोध जताया. बघेल ने सवाल उठाया कि जब यह योजना प्रधानमंत्री के नाम से है, तो फिर राशि देने का अनुपात 60:40 क्यों रखा गया है? इसमें केंद्र और राज्य क्रमश: 60 और 40 फीसदी राशि देते हैं. सीएम का कहना है कि मकान बनाने की इस योजना में राशि देने का अनुपात 90:10 या 100 फीसदी होना चाहिए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rahul-gandhi-pc-on-farmers-crisis-farmers-compensation-kisan-death-pm-modi-farmers-death-list-1367382-2021-12-03,"राहुल गांधी का PM मोदी पर हमला, 403 मृत किसानों की लिस्‍ट के साथ आए सामने","कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की, इस दौरान वह 403 मृत किसानों लिस्‍ट (Rahul Gandhi on Farmers compensation) के साथ आए. बोले- हमने मुआवजा भी दिया और नौकरी भी दी है. सरकार के सामने इस लिस्‍ट को सोमवार को संसद के अंदर रखा जाएगा. इस दौरान वह ये भी बोले किसानों को लाखों करोड़ों रुपए नहीं देना है. जब ये 700 किसान शहीद हुए तो इनके लिए संसद में दो मिनट का मौन भी नहीं रखा गया. अगर सरकार वाकई मुआवजा देना चाहती है तो ये लिस्‍ट लेकर किसानों की मदद करे. राहुल ने अपनी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की शुरुआत संसद के शीतकालीन सत्र में दिए गए मृत किसानों के रिकॉर्ड न होने के सवाल से की. राहुल ने कहा, संसद में सरकार ने मृत किसानों को मुआवजा देने से मना कर दिया. सरकार से पूछा गया था कि क्‍या मृत किसानों को मुआवजा दिया जाएगा, इस पर सरकार ने कहा कहा था कि उनके पास कोई रिकॉर्ड नहीं हैं. मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं। अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया। #Farmers #HumanityFirst pic.twitter.com/NwPU26E794 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 केंद्र सरकार के आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों के आंकड़ें न होने की बात पर राहुल गांधी ने कहा, ' हमने थोड़ा काम किया है, पंजाब की सरकार के पास 403 किसानों के नाम हैं, जिन्‍हें हमने 5 लाख रुपए मुआवजा दिया है. 152 लोगों को नौकरी दी है. बाकी को देने वाले हैं, उन सभी के फोन नंबर इसमें है. जो बचे हैं पब्लिक रिकॉर्ड से वैरिफाई कर उनका मुआवजा दिया जाएगा.' राहुल गांधी ने कहा कि मृत 700 किसानों को 25-30 लाख मुआवजा देना सरकार के लिए कोई बड़ी बात नहीं है. पीएम मोदी अपनी इमेज के बारे में सोचते हैं, उनमें मानवता नहीं है. पीएम उद्योगपति मित्रों की मदद करते हैं, लेकिन वे बोलते हैं ये 700 मृत किसान नहीं हैं. My interaction with members of the Press about the farmers’ crisis. https://t.co/9kfvhCNxER — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021 राहुल गांधी ने कहा हमने मृत किसानों के परिवारों को पंजाब में मुआवजा दिया, कुछ को नौकरी भी दी. पंजाब में मुआवजा देना हमारी जिम्‍मेदारी नहीं थी, लेकिन हमने नौकरी भी दी. उन्‍होंने सवाल उठाया आखिर किसानों को मुआवजा देने में सरकार को दिक्‍कत क्‍या है. इस प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में उनके साथ रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे. राहुल गांधी ने इस दौरान मृत किसानों को मुआवजा न देने के सरकार के फैसले पर जमकर निशाना साधा. पीसी में उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में कहा कि वह अपने उद्योगपति मित्रों की मदद कर देते हैं, लेकिन किसानों की नहीं. ओमिक्रॉन पर जताई चिंता ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर भी राहुल गांधी ने चिंता जताई, बोले इस बारे में वैक्‍सीनेशन पॉलिसी के बारे में सोचना चाहिए. बूस्‍टर डोज को लेकर क्‍या करना है, इस बारे में देखना चाहिए. इस दौरान उन्‍होंने गुजरात में कोरोना के आंकड़ों पर सरकार को घेरा, बोले- गुजरात में आंकड़े छिपाए गए. राज्‍य में 7 लाख लोगों की मौत हुई थी.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/bjp-mp-rajkumar-chahar-raise-question-to-rakesh-tikait-on-farmers-issue-at-agenda-2021-ntc-1367352-2021-12-03,"'6% किसानों की चिंता, लेकिन बाकी देश की चिंता कौन करेगा?'","एजेंडा आजतक' के कार्यक्रम में शुक्रवार को शामिल हुए किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर (Rajkumar Chahar) के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुए. बीजेपी नेता का कहना है कि देश के सिर्फ 6 फीसदी किसान अपनी 23 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल (MSP) पर बेचते हैं जबकि बाकी बचे 94% किसानों की चिंता कौन करेगा, जो कि फल, फूल, सब्जी इत्यादि की खेती करते हैं. राकेश टिकैत के एमएसपी पर गारंटी कानून की मांग पर उन्होंने यह जवाब दिया. सांसद चाहर ने इस बहस के दौरान यूपी में चले 'लेवी आंदोलन' का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि साल 1973 में गेहूं का सरकारी समर्थन मूल्य कम था और बाजार में ज्यादा दाम मिल रहे थे. जब किसान बाजार में अपनी फसल बेचने लगे तो सरकार ने उन पर मुकदमे लगा दिए. इस आंदोलन में किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के लिए तत्कालीन बीजेपी नेता अटल बिहारी वाजपेयी को 5 दिन तक जेल में रहना पड़ा था. इसलिए एमएसपी पर कानून बनाने से पहले इसे सभी पहलुओं पर गंभीर विचार-विमर्श की जरूरत है. किसानों की नहीं, व्यापारियों की चिंता बीजेपी नेता के सवाल पर टिकैत ने कहा कि इनको किसानों की चिंता नहीं है बल्कि व्यापारियों की चिंता है. व्यापारी सस्ती दरों पर किसानों से फसल खरीदता है और एमएसपी अधिक मूल्य पर बेचता है. अधिकारी, व्यापारी और सरकार आपस में मिले हुए हैं, इसीलिए एमएसपी गारंटी कानून नहीं लाया जा रहा है. PM ने MSP पर कमेटी की बात कही एजेंडा कार्यक्रम में मौजूद बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एमएसपी पर कानूनी गारंटी को लेकर कमेटी बनाने का सुझाव दे चुके हैं. अगर यह गारंटी किसानों के हित में होगी तो उसे बिल्कुल लागू किया जाना चाहिए. पलटवार में टिकैत ने कहा कि एमएसपी कानून मामले में कमेटी 2011 में बन गई थी और आज के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस कमेटी के अध्यक्ष थे. अब उनकी सरकार बता दें कि एमएसपी से किसानों को नुकसान होगा या फायदा? पहले कानून बनाया जाए कमेटी बनाने की बात पर टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसान संगठनों को बातों में उलझाने में जुटी है. सरकार का कहना है कि एमएसपी कानून बनाने को लेकर एक कमेटी बना ली जाए, जबकि किसान नेता का कहना है कि पहले एमएसपी गारंटी कानून बना दिया जाए, फिर उसे लागू करने के लिए कमेटी बना दी जाए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/rakesh-tikait-compared-2020-indian-agriculture-acts-with-a-disease-like-corona-and-demands-msp-guarantee-at-agenda-2021-ntc-1367266-2021-12-03,"राकेश टिकैत बोले- कृषि कानून कोरोना की तरह थे, किसानों की दूसरी 'बीमारी' का भी इलाज हो","किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर (Rajkumar Chahar) शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित 'एजेंडा आजतक' के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान टिकैत ने कृषि कानूनों की तुलना कोरोना जैसी बीमारी से की. उन्होंने कहा कि कोविड की भांति कानून का इलाज मिल गया, लेकिन अब किसानों की दूसरी बीमारियों के उपचार की भी जरूरत है. यानी अब किसानों की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी चाहिए. टिकैत ने आगे कहा, तीनों कृषि कानूनों की वापसी से किसानों की समस्याएं अभी खत्म नहीं हुई हैं. जिस तरह कोरोना का इलाज मिलने के बाद भी अस्पतालों में दूसरी बीमारियों के लोग आ रहे हैं, ठीक उसी प्रकार किसानों की दूसरी बीमारियां भी हैं और उनका इलाज दिल्ली की संसद में है. MSP पर गारंटी मिले राजधानी के बॉर्डर पर लंबे समय से धरने पर बैठे किसान नेता ने आरोप लगाया कि सरकार इसलिए एमएसपी की गारंटी नहीं देना चाहती, क्योंकि उससे व्यापारियों को फायदा होता है. किसानों को एमएसपी न देने की योजना बनाई जाती है. उन्होंने कहा कि बड़ा सवाल एमएसपी को लेकर है, सरकार को उसकी गारंटी दे देनी चाहिए. PM ने एमएसपी पर कमेटी की बात कही एजेंडा कार्यक्रम में मौजूद बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एमएसपी पर कानूनी गारंटी को लेकर कमेटी बनाने का सुझाव दे चुके हैं। अगर यह गारंटी किसानों के हित में होगी तो उसे बिल्कुल लागू किया जाना चाहिए. पलटवार में टिकैत ने कहा कि एमएसपी कानून मामले में कमेटी 2011 में बन गई थी और आज के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस कमेटी के अध्यक्ष थे. अब उनकी सरकार बता दें कि एमएसपी से किसानों को नुकसान होगा या फायदा? किसानों को उलझा रही सरकार कमेटी बनाने की बात पर टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसान संगठनों को बातों में उलझाने में जुटी है. सरकार का कहना है कि एमएसपी कानून बनाने को लेकर एक कमेटी बना ली जाए, जबकि किसान नेता का कहना है कि पहले एमएसपी गारंटी कानून बना दिया जाए, फिर उसे लागू करने के लिए कमेटी बना दी जाए.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/jagdeep-dhankhar-west-bengal-governor-tmc-cm-mamata-banerjee-at-agenda-2021-ntc-1367314-2021-12-03,जब राज्य में अलग पार्टी की सरकार हो तो राज्यपाल पंचिंग बैग बन जाता है: धनखड़,"पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने एजेंडा आजतक कार्यक्रम में राज्य की ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर लिया. 'संविधान की शपथ' सत्र में राज्यपाल धनखड़ ने बताया कि बंगाल में हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं. बंगाल के राज्यपाल से पूछा गया कि आपने जो संविधान की शपथ ली, क्या आप उसकी रक्षा कर पा रहे हैं? इस सवाल के जवाब में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि जब राज्यपाल उस राज्य में जाता है जहां दूसरी पार्टी (केंद्र सरकार से अलग पार्टी की सरकार) की सरकार है तो वहां राज्यपाल पंचिंग बैग बन जाता है, उसको शक की नजर से देखा जाता है. बता दें कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है, जबकि केंद्र में बीजेपी की सरकार है और राज्यपाल केंद्र के प्रतिनिधि के तौर पर काम करते हैं. बंगाल में मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच अक्सर टकराव की स्थिति नजर आती है. बंगाल में हालात चुनौतीपूर्ण राज्यपाल धनखड़ ने कहा, ''पश्चिम बंगाल एक चुनौतीपूर्ण राज्य है. वहां के हालात प्रशासनिक दृष्टि से अत्यंत चिंताजनक हैं. वहां की व्यवस्था संविधान की मर्यादा से दूर है. आजादी के बाद वहां सबसे भयानक चुनाव बाद हिंसा हुई. '' सीएम ममता बनर्जी को घेरा बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि दो साल से ज्यादा हो गए, हमारी तरफ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बहुत से विषयों पर जानकारी मांगी गई, लेकिन आजतक एक भी जानकारी नहीं मिली. राज्यपाल धनखड़ ने खासकर, IAS अधिकारियों को टारगेट करते हुए बताया कि अधिकारियों की तरफ से भी जानकारी नहीं दी जाती. 'वीसी नियुक्त हो गए, मुझे पता तक नहीं' राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि जब बंगाल डेमोक्रेसी के लिए गैस चैंबर बन रहा हो तो क्या मैं चुप बैठूं? धनखड़ ने कहा, ''राज्यपाल ने बंगाल की विधानसभा को दो बार एड्रेस किया, दोनों बार ब्लैकआउट रहा. राज्यपाल ने स्पीकर को कहकर विधानसभा का दौरा किया, दरवाजे के ताले लग गए. बिना राज्यपाल की मर्जी के किसी वीसी की नियुक्ति नहीं होती, मेरे यहां एक दर्जन से ज्यादा वीसी नियुक्ति हो गए और मुझे पता ही नहीं. 2012 से आजतक एक बार भी CAG ऑडिट नहीं हुआ है.''",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/asaduddin-owaisi-tejashwi-yadav-could-be-bihar-cm-alliance-politics-at-agenda-2021-ntc-1367256-2021-12-03,तेजस्वी अगर हमारी बात मान लेते तो आज बिहार के सीएम होते: ओवैसी,"यूपी चुनाव में पूरा सियासी माहौल सेट हो चुका है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Owaisi) भी पूरी तैयारी से इस बार यूपी की चुनावी जंग में उतर गए हैं. वो 100 से ज्यादा सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं कि ओवैसी के लड़ने से बीजेपी को फायदा पहुंचेगा. इसी मसले पर एजेंडा आजतक 2021 (Agenda Aajtak 2021) में असदुद्दीन ओवैसी से सवाल किया गया. ओवैसी से सवाल किया गया कि 100 सीटों पर आप बीजेपी को फायदा पहुंचाएंगे, जहां-जहां आप लड़ेंगे वहां बीजेपी को फायदा होगा? इसके जवाब में ओवैसी ने कहा कि हमसे इनको (बीजेपी) कोई फायदा नहीं मिलेगा, बल्कि हम नुकसान पहुंचा रहे हैं. अपने जवाब के साथ ओवैसी ने बिहार का भी उदाहरण दिया. ओवैसी ने कहा कि बिहार में अगर आरजेडी के लोग हमारी बात मान लेते तो तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) मुख्यमंत्री होते. ""बिहार में अगर RJD हमारी बात मान लेती तो आज तेजस्वी मुख्यमंत्री होते,"" @asadowaisi (अध्यक्ष, AIMIM)#AgendaAajTak21 | @anjanaomkashyap देखें लाइव: https://t.co/tbfI8ddTvw pic.twitter.com/xWDwQIUIaW — AajTak (@aajtak) December 3, 2021 ओवैसी ने कहा कि आरजेडी वालों के साथ हमने कई बार कोशिश की, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी. बता दें कि बिहार में 2020 में विधानसभा चुनाव हुए, जहां तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी ने चुनाव लड़ा जबकि दूसरी तरफ नीतीश कुमार और बीजेपी का गठबंधन था. आरजेडी के लिए चुनाव नतीजे हालांकि काफी अच्छे रहे लेकिन वो सरकार बनाने से चूक गई. बाद में कहा गया कि ओवैसी ने आरजेडी को नुकसान पहुंचाया. दरअसल, सीमांचल की कुछ सीटों पर ओवैसी ने पार्टी ने न सिर्फ अच्छा प्रदर्शन किया, बल्कि 5 सीटों पर जीत भी दर्ज की. चुनाव के दौरान दोनों के गठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. अब ऐसी ही चर्चा यूपी में हो रही है, जहां अखिलेश यादव कई छोटे दलों को समाजवादी पार्टी के साथ लेकर चुनाव लड़ रहे हैं. ओमप्रकाश राजभर भी सपा के साथ आ गए हैं. ये वही राजभर हैं जो ओवैसी से भी मुलाकात कर चुके हैं. ऐसे में ओवैसी और सपा को लेकर भी चर्चा उठती रहती है, हालांकि ऐसा कुछ अभी हो नहीं सका है. ओवैसी ने भी कहा है कि उनके पास अभी कोई मैसेज नहीं आया है. इस बीच ओवैसी ने यूपी के राजनीतिक दलों को बिहार चुनाव की याद दिला दी है और अपनी अहमियत बताने की कोशिश की है.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/aimim-asaduddin-owaisi-up-election-jinnah-bjp-yogi-samajwadi-akhilesh-at-agenda-2021-ntc-1367208-2021-12-03,"यूपी को जिन्ना की जरूरत नहीं, गन्ने की कीमत की जरूरतः असदुद्दीन ओवैसी","ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एजेंडा आजतक 2021 में शिरकत की. इस दौरान ओवैसी ने यूपी विधानसभा चुनाव से लेकर अपने ऊपर लगने वाले कई आरोपों पर जवाब दिए. यूपी चुनाव में जिन्ना की चर्चा हो रही है, इसे लेकर किए गए सवाल पर ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार ने कहा है कि यूपी में जो गंदी हवा आ रही है उसकी वजह पाकिस्तान है. सरकार ये कह रही है कि पाकिस्तान से पल्यूशन हो रहा है जिसपर सीजेआई ने भी कहा है कि क्या मैं यहां बैठकर पाकिस्तान के इंडस्ट्रियलिस्ट को बैन करूं. ओवैसी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्हें हर चीज में जिन्ना नजर आता है, जबकि जिन्ना की जरूरत नहीं है, गन्ने की सही कीमत की जरूरत है. ओवैसी ने कहा कि हमने जिन्ना का नाम नहीं लिया, न हम ख्वाब में भी सोचते, जितना नाम जिन्ना का सपा और बीजेपी ने लिया, हम नहीं लेते. ओवैसी ने कहा कि भारत के मुसलमान को जिन्ना से क्या करना, जो जिन्ना को मानने वाले थे वो पाकिस्तान चले गए. सीएम योगी को भी घेरा ओवैसी ने यूपी के मुख्यमंत्री असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर घेरा. ओवैसी ने कहा कि मोदी और अमित शाह ने सबको हिंदू बना दिया था, जबकि बाबा (सीएम योगी) ने साढ़े चार साल में ठाकुरवाद-ठाकुरवाद इतना किया कि एक डिप्टी सीएम बोलते हैं कि मैं मौर्य हूं, दूसरे डिप्टी सीएम बोलते हैं कि मैं ब्राह्मण हूं.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/pm-modi-result-oriented-fortunate-to-work-no-comparison-with-upa-jyotiraditya-scindia-at-aajtak-2021-tutk-1367131-2021-12-03,"मोदी सरकार में काम करना ‘सौभाग्य’, यूपीए से तुलना संभव नहीं: सिंधिया","नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में अपने काम करने के अनुभव को 9वें एजेंडा आजतक में साझा किया. उन्होंने कहा कि दोनों के कामकाज की तुलना करना मुश्किल है. दोनों के कामकाज करने के तौर-तरीकों में जमीन-आसमान का अंतर है. मोदी सरकार ‘रिजल्ट ओरिएंटेड’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार एक रिजल्ट ओरएंटेड सरकार है. इस सरकार में तेजी से निर्णय होते हैं. मेरा पिछले 4 महीनों का जो अनुभव है वो ये बताता है कि ये सरकार प्रोडक्टिविटी पर ध्यान देती है. इसके लिए एक पूरा सिस्टम काम करता है. मोदी सरकार में काम करना ‘सौभाग्य’ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि एक राजनेता और जनसेवक होने से पहले मैं निजी क्षेत्र में बैंकर के तौर पर काम कर चुका हूं. ऐसे में ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस तरह की रिजल्ट ओरिएंटेड और प्रोडक्टिविटी ड्रिवेन सरकार में काम करने का मौका मिला. ये मेरे लिए एक सुनहरा अवसर है. Air India का निजीकरण सबसे हित में सिंधिया ने उनके कामकाज संभालने के बाद हुए Air India के निजीकरण को सबके हित में बताया. उन्होंने कहा कि इससे एअर इंडिया का तो भला होगा ही, बल्कि जनता को भी एक अच्छा विकल्प मिलेगा. वहीं एविएशन सेक्टर में एक इसकी नई भूमिका तय होगी. आम आदमी करे हवाई सफर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 30 से 40 साल पहले कुछ लोग ही विमान से सफर कर सकते थे. उड़ान योजना के तहत अब आम आदमी भी हवाई सफर कर रहा है. देश में हवाई अड्डा का जाल बिछाया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहार के दरभंगा जैसे शहर में एयरपोर्ट बना, और लोग यहां से सफर कर रहे हैं. रिजनल कनेक्विटी से देश का विकास होगा. तेजी से हवाई यात्रियों की संख्या में इजाफा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि देश में हर साल करीब साढ़े 14 करोड़ लोग हवाई सफर करते हैं. जिसमें सालाना 10 फीसदी से बढ़ोतरी दर्ज की रही है. वहीं रेल से सालाना साढ़े 18 करोड़ (फर्स्ट और सेकंड एसी क्लास में) यात्री सफर करते हैं, रेल यात्रियों की संख्या में साढ़े 5 फीसदी की ग्रोथ देखी जा रही है. हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह कहते हैं कि आने वाले कुछ वर्षों में रेल से ज्यादा विमान से लोग सफर करेंगे.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/randeep-surjewala-rakesh-tikait-congress-relations-farmers-protest-at-agenda-2021-ntc-1367119-2021-12-03,राकेश टिकैत से कांग्रेस का क्या रिश्ता है? सुरजेवाला ने किया 'खुलासा',"एजेंडा आजतक 2021 में 'किसान बहान मोदी निशाना' सत्र में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने किसान नेता राकेश टिकैत से रिश्तों पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि हां टिकैत से हमारा रिश्ता है और मैं आज इसका खुलासा करूंगा. दरअसल, सुरजेवाला से सवाल किया गया था कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से आपका रिश्ता क्या कहलाता है, और बार-बार आरोप लगते हैं कि आप राकेश टिकैत से साथ कुछ मैनेज कर रहे हैं? इस सवाल पर रणदीप सुरजेवाला ने अपने जवाब में कहा, ''हमारा राकेश टिकैत जी से रिश्ता है.., बिल्कुल सही कहा और आज मैं खुलासा करूंगा. हमारा उनसे जमीन का रिश्ता है, पसीने का रिश्ता है, मिट्टी का रिश्ता है, मेहनत का रिश्ता है, भाईचारे का रिश्ता है और गांव के पड़ोस का रिश्ता है.'' सुरजेवाला ने राकेश टिकैत से रिश्तों पर ये भी कहा कि जमीन और मिट्टी का रिश्ता जो देश के हर किसान और मजदूर का एक-दूसरे से है वो उनसे हमारा है. गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसान पिछले साल नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों की मांग पर अब केंद्र सरकार ने तीनों कानून वापस ले लिए हैं, बावजूद इसके किसानों ने आंदोलन खत्म नहीं किया है. दूसरी तरफ कांग्रेस ने लगातार किसान आंदोलन को समर्थन दिया है. संसद में कांग्रेस इस मुद्दे को उठाती रही है. सत्तापक्ष की तरफ से ये आरोप भी लगते रहे हैं कि विपक्ष किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर सरकार को घेर रहा है. अब जबकि कुछ किसान संगठन आंदोलन वापसी के संकेत दे रहे हैं वहीं, राकेश टिकैत ने साफ कर दिया कि MSP समेत बाकी मांगों पर जबतक अमल नहीं होगा, आंदोलन चलता रहेगा.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/events/agenda-aaj-tak/story/kisan-bahana-modi-nishana-bjp-parshottam-rupala-congress-randeep-surjewala-farm-laws-at-agenda-2021-ntc-1367068-2021-12-03,केंद्रीय मंत्री ने क्यों कहा- किसानों के कंधों पर बंदूक रखने का आरोप साबित हो गया?,"एजेंडा आजतक 2021 (Agenda Aajtak 2021) के सत्र 'किसान बहाना मोदी निशाना' में केंद्रीय डेयरी, पशुपालन एवं मत्स्यपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हुए. आजतक की सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप ने इस सेशन को मॉडरेट किया. अंजना ने सवाल किया कि किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर विपक्ष सरकार पर हमले कर रहा है, और हकीकत ये है कि कानून वापस होने पर भी हालात जस के तस हैं और विपक्ष ये भी आरोप लगा है कि सरकार ने यूपी चुनाव में हार के डर से कानून वापस लिए हैं. इस सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा, ''किसानों की मांग थी कि कानून वापस ले लीजिए, अब कानून वापस ले लिए. लेकिन किसान अब भी नहीं गए. इसका मतलब क्या हुआ, ये डिमांड सही थी या इसके पीछे कोई था. इससे साबित होता है कि किसानों के कंधे का इस्तेमाल करने के जो आरोप थे, वो एकदम सही थे. क्योंकि जब आंदोलन शुरू हुआ था तब काले कानून वापस लो की मांग थी और कांग्रेस के नेता तो यहां तक कहते थे कि आप कानून वापस ले लो, हम डिस्कस भी नहीं करना चाहते, अब कानून वापस हो गए हैं.'' रणदीप सुरजेवाला ने क्या कहा? वहीं, कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने किसानों के मुद्दों के सहारे केंद्र सरकार को घेरा. सुरजेवाला ने पीएम मोदी के उस बयान पर तंज किया जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि हम शायद किसानों को समझा नहीं पाए. सुरजेवाला ने कहा कि जब से इनकी सरकार आई है तब से बहुत सारी चीजें हैं जो सरकार नहीं समझा पाई है. जब सुरजेवाला से ये पूछा गया कि कांग्रेस की सरकार के दौरान MSP की मांग पूरी क्यों नहीं गई. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2014 तक तो कोई किसान दिल्ली नहीं आया MSP मांगने, क्योंकि हमारी सरकार एमएसपी देती थी. साथ ही किसान आंदोलन पर सुरजेवाला ने कहा कि जब राकेश टिकैत के पिता (महेंद्र सिंह टिकैत) आंदोलन करने दिल्ली आए थे तो उस वक्त उन्हें वहां बैठाया गया था जहां आज सेंट्रल विस्टा बन रहा है, उनकी राहों में कीलें नहीं बिछवाई गई थीं जैसा आज हो रहा है, राजीव गांधी जी ने उनसे बात की थी.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/parliament-winter-session-2021-live-updates-fifth-day-bjp-congress-mp-suspension-opposition-ntc-1367026-2021-12-03,Parliament Winter Session: शीतकालीन सत्र का आज पांचवां दिन,"संसद के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां दिन है. 12 निलंबित सांसदों के निलंबन पर विपक्ष का धरना आज भी जारी है, लेकिन राज्यसभा और लोकसभा के कामकाज में बाधा नहीं डालेगा विपक्ष. लोकसभा में नियम 193 के तहत, कोविड-19 महामारी पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सवालों के जवाब दिए. लोकसभा में दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन विधेयक 2021 और केंद्रीय सतर्कता आयोग संशोधन बिल 2021 पेश किया गया.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rahul-gandhi-vs-mamata-banerjee-war-of-words-between-rahul-mamata-full-timeline-tmc-vs-congress-ntc-1366766-2021-12-02,राहुल गांधी और ममता बनर्जी में कब-कब हुई जुबानी जंग?,"कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) में एक बार सियासी तलवारें खिंच गईं हैं, इसकी वजह है ममता बनर्जी का राहुल गांधी पर दिया गया बयान. ये बयान उन्‍होंने मुंबई में एक कार्यक्रम में दिया. हालांकि, इस दौरान ममता बनर्जी ने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष की तरफ था. पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने मुंबई में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की थी. उन्‍होंने ये भी कहा अब यूपीए खत्‍म है. ये अब यूपीए नहीं हैं. दरसअल, एक पत्रकार ने पूछा था कि क्‍या आप शरद पवार को यूपीए का नेतृत्‍व करने के लिए कहेंगी ? इसी पर उन्‍होंने ये जबाव दिया. I also met with Shri @PawarSpeaks ji, today. We discussed at length about the present state of this nation. We reiterated our interests in prioritising the well-being of our people. pic.twitter.com/J642Hhfx9W — Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 1, 2021 हालांकि, इसी साल जब 28 जुलाई को ममता बनर्जी जब सोनिया गांधी से मिलीं थी, तब उन्‍होंने कहा था कि बीजेपी को हराने के लिए सबका साथ होना बेहद जरूरी है. ऐसे में ये तय है कि अब ममता बनर्जी वह अपना राजनीतिक विस्‍तार करने में लगी हुई हैं, इसी के तहत वह मुंबई में उन्‍होंने ये बयान दिया. आखिर राहुल गांधी और ममता बनर्जी ममें कब-कब सियासी बयानबाजी हुई है, यही इस खबर में विस्‍तार से बताएंगे. वहीं कई मौके ऐसे भी आए जब दोनों ही पार्टियों के नेता भी एक दूसरे से भिड़ गए. आखिर ममता बनर्जी ने कहा क्‍या? पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री बनर्जी ने 1 दिसंबर को मुंबई में कहा, 'आधे वक्‍त विदेश रहेंगें तो राजनीति कैसे हो सकती है. हमने भी घूमने की कोशिश की थी, हम विदेश जाएंगे तो हमारे पीछे-पीछे लोग भी आएंगे. दूसरी बात ये है कि अगर कोई कुछ करता ही नहीं है. आधा टाइम आप विदेश में रहो, तो पॉलिटिक्‍स कैसे होगी? पॉलिटिक्‍स में तो आपको लगातार समय देना होगा.' वह बोलीं, संघीय ढांचा मजबूत करना होगा. साथ ही सभी क्षेत्रीय पार्टियों को एक साथ आना होगा. क्षेत्रीय पार्टी ही मिलकर राष्‍ट्रीय पार्टी बना सकती हैं. अगर सभी क्षेत्रीय पार्टी एक साथ आ गई तो आसानी से बीजेपी को सत्‍ता से उखाड़कर फेंका जा सकता है. कब-कब ममता-राहुल ने छोड़े सियासी तीर 1 नवम्‍बर 2021: कोलकाता में एक पूजा उद्घाटन समारोह के दौरान ममता बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस भरोसे लायक नहीं है. वहीं कांग्रेस और बीजेपी में सेटिंग की बात कही थी. ममता ने कहा था कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई तब से क्‍या कांग्रेस ने कोई लड़ाई लड़ी है? वह केवल ऊपर से विरोध करती है. हमनें कांग्रेस इसलिए छोड़ी क्‍योंकि वह जनता के साथ धोखेबाजी करती है. 30 अक्‍टूबर 2021: ममता बनर्जी ने पणजी में कहा था कि कांग्रेस राजनीति को गंभीरता से नहीं ले रही है. वह ये भी बोलीं थी कि कांग्रेस सही फैसले नहीं ले रही है. इसका अंजाम पूरा देश भुगता रहा है. वह पत्रकारों से बात करते हुए ये भी बोलीं थी कि पीएम मोदी और ताकतवर बनेंगे. 23 मार्च 2019: चाचल (मालदा) में राहुल गांधी ने एक रैली में कहा पीएम मोदी बड़े-बड़े वादे करते है, ममता बनर्जी ने भी कुछ ज्‍यादा काम नहीं किए हैं. मोदी जी झूठ बोलते हैं तो ममता बनर्जी केवल वादे करती रहती हैं. 7 जुलाई 2018 : इंडिया टुडे से बातचीत में ममता बनर्जी ने कहा था कि कहा था कि वह सोनिया गांधी के साथ काम करने को तैयार हैं, उनके साथ उनके बहुत अच्‍छे संबंध हैं. लेकिन राहुल गांधी काफी जूनियर हैं. 23 अप्रैल 2016 : पश्चिम बंगाल विधानसभा के दौरान तत्‍कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कोलकाता के हावड़ा में रैली ममता बनर्जी और मोदी सरकार दोनों पर हमला किया था. तब उन्‍होंने बोला था ममता जी बंगाल में झूठे वादे कर रहीं हैं वहीं उनके दोस्त मोदी जी दिल्ली में झूठे वादों की बरसात कर रहे हैं. 18 अप्रैल 2016 : मुर्शिदाबाद की चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि ममता बनर्जी ने 70 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन किसी को नौकरी नहीं मिली. राहुल गांधी तब बोले थे कांग्रेस की मदद से बंगाल में ममता बनर्जी ने सत्‍ता हासिल की लेकिन वह रातोंरात बदल गईं. अपने सारे वादे भी भूल गईं हैं. 6 जून 2015 : कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं कों संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला था, राहुल गांधी ने कहा था, 'हमारी यूपीए सरकार के दौरान प्रधानमंत्री बांग्लादेश जाना चाहते थे, हमने ममता जी से साथ चलने की विनती की थी, पर तब ममता बनर्जी ने इंकार करते हुए कहा- एकला चलो रे. अब मोदी जी आ गए हैं तो साथ जाने की बात करने लगीं. ये कैसी दोस्ती है.' दरअसल, तब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दौरे पर एक साथ गए थे. जब दोनों पार्टी के नेता एक दूसरे से भिड़े 28 अक्‍टूबर 2021: TMC के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में कहा छपा था कि कांग्रेस ने खुद को 'ट्विटर की दुनिया तक सीमित' कर लिया है. 24 अक्‍टूबर 2021: अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को पीएम मोदी का मिडिडलमैन कहा था. अधीर ने आगे बोला था कि ऐसा लग रहा है कि उन्होंने तय कर लिया है कि दिल्ली आपकी और कोलकाता हमारा. अगर ऐसा नहीं होता तो वह कांग्रेस के लिए ऐसी बेकार चीजें नहीं बोलतीं. दरअसल, एक दिन पहले अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस को वोट देना बर्बादी है. 23 अक्‍टूबर 2021: तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने साउथ 24 परगना में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस को वोट देना अपने मत को बर्बाद करने जैसा होगा, क्‍योंकि टीएमसी पिछले कई सालों से बीजेपी को हरा रही है, जबकि कांग्रेस भाजपा से लगातार चुनाव हार रही. 18 सितंबर 2021: टीएमसी के मुखपत्र में पार्टी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के हवाले से कहा गया था कि हमने यह कभी नहीं कहा कि कांग्रेस के बिना भाजपा का वैकल्पिक मोर्चा तैयार किया जा सकता है. लेकिन राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के विकल्प बनने में विफल रहे. इसलिए ममता बनर्जी को पीएम मोदी के खिलाफ विकल्प के तौर पर पेश करेंगे. मुखपत्र में ये लिखा गया था कि पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी नहीं बल्कि ममता बनर्जी विकल्‍प हैं. ममता के बयान पर कांग्रेस ने क्‍या कहा? ममता बनर्जी की मुंबई में बयानबाजी पर कांग्रेसी नेताओं ने हमला बोला है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सियासी पलटवार किया करते हुए, ' थोड़ा ज्‍यादा पागलपन शुरू कर दिया है, उनको लग रहा है कि सारा हिन्‍दुस्‍तान 'ममता-ममता' कर रहा है. ये साजिश आज की नहीं है, इसके पीछे पीएम मोदी हैं'. वहीं महाराष्‍ट्र कांग्रेस के अध्‍यक्ष नाना पटोले ने कहा, कांग्रेस के नेतृत्‍व में ही यूपीए में लड़े और जीते थे. वहीं कपिल सिब्बल ने कहा, कांग्रेस के बिना यूपीए, बिना आत्मा के शरीर की तरह होगी. यह समय एकता दिखाने का है. दिग्विजय सिंह का भी बयान आया, बोले, आज देश में कोई सड़कों पर लड़ रहा है तो वह कांग्रेस है. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, हम तमाम मुद्दों में टीएमसी को साथ लाने का प्रयास करते हैं. विपक्ष को बंटना नहीं चाहिए. हमें साथ मिलकर ये लड़ाई लड़नी होगी. दिल्‍ली आईं पीएम मोदी से मिलीं पर सोनिया से नहीं वैसे कई मौकों पर कांग्रेस और ममता बनर्जी एक दूसरे के साथ भी नजर आए हैं, लेकिन हाल में जब दिल्‍ली ममता बनर्जी आईं तो उन्‍होंने पीएम मोदी से तो मुलाकात की थी लेकिन वह कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से नहीं मिली थीं. इस पर उन्‍होंने कहा था कि मैनें पीएम मोदी से समय मांगा था, उनसे मुलाकात की. किसी और से मिलने के लिए समय नहीं मांगा था.",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/adhir-ranjan-chowdhary-attacked-mamata-banerjee-saying-she-is-making-bjp-stronger-ntc-1366613-2021-12-02,"'कांग्रेस को कमजोर कर रहीं ममता, नया सुर बनाने की कोशिश में दीदी और मोदी'","चुनावी मौसम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तीखे बोल ने कांग्रेस की सिरदर्दी बढ़ा दी है. हाल ही में ममता ने एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा कि अब यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा. बंगाल और बाकी राज्यों में टीएमसी लगातार कांग्रेस को घेर रही है. ऐसे में कांग्रेस ने भी टीएमसी पर पलटवार किया है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'ममता बनर्जी तो कांग्रेस का हाथ कमजोर कर बीजेपी की ताकत बढ़ा रही हैं. ममता और राहुल गांधी में फर्क है. राहुल गांधी विदेश जाते हैं तो वहां हिंदुस्तान का इतिहास बताते हैं और दीदी का भतीजा (अभिषेक बनर्जी) कोयला चोरी और गाय तस्करी के पैसे जमा करने जाते हैं. वैसे भी ममता बनर्जी भाजपा के साथ सरकार में शामिल रह चुकी हैं. ऐसे में यह रिश्ता पुराना है. इस रिश्ते को ममता ताजा करने जा रही हैं, क्योंकि खुद की पार्टी और भतीजे को बचाने की कोशिश है.' 'और अभिषेक को लगा कांग्रेस सबसे बड़ी दुश्मन' टीएमसी चीफ पर बरसते हुए अधीर रंजन ने कहा, 'जब उनके भतीजे को ईडी के दफ्तर में बुलाया गया और 9 घंटे पूछताछ हुई. ईडी के दफ्तर से निकलते ही अभिषेक को लगा कि कांग्रेस सबसे बड़ी दुश्मन है. दीदी को भी तब से लगने लगा, कांग्रेस सबसे बड़ी दुश्मन है. एक तरफ PK (प्रशांत किशोर) हैं और दूसरी तरफ दीदी हैं. दोनों मिलकर कांग्रेस को कमजोर करने और बीजेपी की ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'राहुल जी जरूर विदेश जाते हैं. जाना पड़ता है, सारे दुनिया में हमारा संगठन है. तो अगर हमारे संगठन का बुलावा आए तो जाना पड़ता है. राहुल पार्टी के पूर्व अध्यक्ष भी हैं. 20 अगस्त को सोनिया जी के साथ मीटिंग में 19 पार्टियों ने जो शिरकत की थी, उनमें ममता बनर्जी भी थीं. क्या फैसला किया था? सितंबर में भाजपा के खिलाफ देशभर में एकजुट होकर आंदोलन छेड़ेंगे. और अब कांग्रेस पर दीदी अटैक कर रही हैं.' 'नया सुर बनाने की कोशिश में दीदी और मोदी' कांग्रेस नेता ने कहा कि 'मोदी जी और दीदी मिलकर नया सुर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इस समय देश में भाजपा की हालत लड़खड़ा रही है और ममता बनर्जी उनकी सबसे बड़ी बैसाखी बनकर उभरने की कोशिश कर रही हैं. राहुल जी को अगर वे गाली नहीं देंगी तो मोदी जी कैसे खुश रहेंगे? हिंदुस्तान में मोदी जी का एक ही दुश्मन है, राहुल. कोविड से लेकर चीन तक हर मुद्दे पर वे लड़ रहे हैं. हर मुद्दे पर वे बोल रहे हैं.' अब ममता बनर्जी होंगी कांग्रेस के निशाने पर दरअसल, ममता बनर्जी अब अलग तरीके से राजनीति कर रही हैं. देश भर में कांग्रेस के बाहर गए नेताओं को अलग- अलग राज्य में अपनी पार्टी में शामिल कर अलग से रणनीति बना रही हैं. संसद में भी तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस से अलग चलकर अपनी अलग राजनीति करने के संकेत दे चुकी है. इसको देखते हुए अब कांग्रेस भी ममता बनर्जी पर अलग-अलग मुद्दों को लेकर हमला करती रहेगी. कांग्रेस में अब रणनीति बनी है कि कांग्रेस के बड़े नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, रणदीप सिंह सुरजेवाला भी अब ममता बनर्जी को निशाने पर लेंगे. अधीर रंजन चौधरी तो पहले ही ममता को टारगेट करते रहे हैं. हालांकि कांग्रेस हमेशा से ममता को साथ लेकर चलने की कोशिश में रही. मगर जिस ढंग से अब ममता बनर्जी अलग-अलग राज्यों में कांग्रेस से बाहर गए नेता और दूसरे विपक्षी पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर अपनी राजनीति की नए सिरे से शुरुआत कर रही हैं, उसको देखते हुए कांग्रेस ने भी ममता को लेकर अपनी रणनीति बदल दी है. Live TV ये भी पढ़ें- Shah Rukh Khan को निशाना बनाया गया, CM Mamta Banerjee का बयान, लोग बोले 'अब याद आया' UAPA पर स्वरा भास्कर के सवाल और ममता बनर्जी के जवाब",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/mamata-banerjee-opposition-party-leaders-meet-upa-congress-rahul-gandhi-political-impact-strategy-ntc-1366600-2021-12-02,"गांधी फैमिली-UPA पर सवाल, ममता की रणनीति से किसे नफा-किसे नुकसान?","प्रधानमंत्री मोदी के सामने 2024 में विपक्ष का चेहरा बनने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अभी से कवायद में जुट गई है. ममता अपने सपने को साकार करने के लिए इन दिनों एक तरफ दूसरे दलों के नेताओं को तोड़कर अपने साथ मिलाने में जुटी हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी-कांग्रेस को छोड़कर बाकी अन्य दलों के साथ मेल-मिलाप कर उन्हें एकजुट करने की मुहिम पर लगी है. इतना ही नहीं ममता अब तो कांग्रेस के अगुवाई वाले यूपीए गठबंधन की प्रासंगिकता पर भी सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि ममता की रणनीति से किसे नफा और किसे नुकसान होगा? ममता बनर्जी ने दो दिनों से महाराष्ट्र में डेरा जमा रखा है. शिवसेना प्रमुख व महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर कांग्रेस को आईना दिख रही. ममता ने कहा कि अगर सारे क्षेत्रीय दल एक साथ आ जाएं तो बीजेपी को आसानी से हराया जा सकता है. इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस के अगुवाई वाले यूपीए पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यूपीए क्या है? अब कोई यूपीए नहीं है. ममता बनर्जी ने सीधे-सीधे सबकुछ दिया कि गैर एनडीए दलों का नेतृत्व कांग्रेस करे यह बात उन्हे मंजूर नहीं. साथ ही राहुल गांधी की राजनीतिक क्षमता पर भी ममता ने सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति कुछ ना करे और सिर्फ विदेश में ही रहे तो काम कैसे चलेगा? साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस को अब विपक्षी एकता में बड़े भाई की भूमिका से दूर हो जाना चाहिए, क्योंकि उसकी पहली वाली हैसियत नहीं रही. ममता जब कांग्रेस पर हमलावर थी तो उनके बगल में शरद पवार खडे थे. ममता का क्षेत्रीय दलों को जोड़ने में जुटी क्षेत्रीय दलों के साथ ममता के मुलाकात का संकेत है कि कांग्रेस फिलहाल बीजेपी को चुनौती देने की स्थिति में नहीं है. साथ ही वह यह बताने की कोशिश कर रही हैं कि क्षेत्रीय ताकत वैकल्पिक समूह बनने के लिए बेहतर स्थिति में है. बनर्जी शायद संकेत दे रही थीं कि यह ऐसे समूह बनाने का समय है, जिसमें कांग्रेस न हो. इसीलिए उन्होंने यूपीए की प्रासंगिकता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिए. कांग्रेस के विकल्प बनने का ममता प्लान ममता अब खुलकर कांग्रेस के खिलाफ उतर चुकी हैं. ऐसे में उनके इरादे साफ-साफ नजर आ रहे हैं. देश में कल तक जो जगह कांग्रेस की थी, वहां पर ममता बनर्जी खुद को खडी देख रही हैं..पिछली बार में कोलकाता से दिल्ली दौरे पर आईं तो सोनिया गांधी से शिष्टाचार मुलाकात की थी, लेकिन इस बार दिल्ली आना हुआ तो कांग्रेस से दूरियां बना रखा. उन्होंने न तो सोनिया से मिली और न ही राहुल से. गांधी परिवार से मुलाकात न होने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि कोई जरूरी नहीं है कि हर बार मिला जाए. वहीं, ममता बनर्जी ने गांधी परिवार के धुर विरोधी माने जाने वाले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी से मिली. कांग्रेस के अगुवाई में 2004 में यूपीए का गठन 2004 लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी को सत्ता से बाहर रखना रखने के लिए सोनिया गांधी ने धर्मनिरपेक्ष विपक्ष दलों को एकजुट कर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का गठन किया. यूपीए की अगुवाई कांग्रेस ने किया, जिसमें वामपंथी दलों के साथ आरजेडी, डीएमके, एनसीपी, पीएमके, टीआरएस, जेएमएम, एलजेपी, एमडीएमके, एआईएमआईएम, पीडीपी, आईयूएमएल, आरपीआई (ए), आरपीआई (जी) और केसी (जे) 14 दल शामिल हुए. कांग्रेस के अगुवाई वाले यूपीए में क्षेत्रीय दलों को साथ लाने में वामपंथी नेता हरकिशन सिंह सुरजीत की अहम भूमिका रही. हालांकि, साल 2008 में वामपंथी दलों ने यूपीए का साथ छोड़ दिया. इस तरह साल 2004 और साल 2014 के बीच कई दल इससे बाहर आए और साल 2014 में मिली हार के बाद गठबंधन अपने आप बिखरने लगा. डीएमके, एनसीपी और जेएमएम को छोड़कर बाकी दलों के साथ कांग्रेस के संबंध अब पहले की तरह नहीं है. कांग्रेस का गिरता सियासी ग्राफ 2014 के बाद से कांग्रेस को लगातार असफलताओं का सामना करना पड़ रहा है. है. कांग्रेस को राज्यों में एक हार से दूसरी हार का सामना करना पड़ा है. राष्ट्रीय और राज्य दोनों स्तरों पर आंतरिक असंतोष और नेतृत्व के सवाल का समाधान करने में असमर्थता ने इस गति को और बढ़ा दिया है. विपक्ष में कई लोगों का मानना है कि कांग्रेस जरूरी नेतृत्व नहीं कर पा रही है.ऐसे में ममता बनर्जी ने मौके की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस की भूमिका में खुद को स्थापित करने की कवायद में जुट गई हैं. वरिष्ठ पत्रकार राशिद किदवई कहते हैं कि बंगाल में तीसरी बार सीएम बनने के बाद से ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजनीति में खुद को स्थापित करने में जुटी हैं. उन्हें लगता है कि वो विपक्षी दलों को जोड़कर 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का विकल्प बनी सकती हैं, लेकिन बिना कांग्रेस की कोई भी विपक्षी एकजुटता केंद्र की राजनीति में नहीं आ सकती है. ममता बनर्जी भले ही अभी कांग्रेस के कुछ नेताओं और कुछ क्षेत्रीय दलों को अपने साथ ले लिया हो, लेकिन पांच राज्यों के चुनाव के बाद सही तस्वीर सामने आएगी. पांच राज्यों के चुनाव के बाद असल तस्वीर राशिद किदवाई कहते हैं कि कांग्रेस अगर पांच राज्यों में दो से तीन राज्य में सरकार बनाने में सफल रहती है तो ममता बनर्जी की सारी कवायद फेल हो जाएगी. कांग्रेस एक बार फिर से विपक्षी के तौर पर सबसे बड़ी दावेदार के रूप में होगी. कांग्रेस से कई दल टूटे, लेकिन कांग्रेस अपने वजूद को बचाए रखने में सफल रही है. ममता की रणनीति से अभी फिलहाल को कांग्रेस के लिए टेंशन बढ़ा रहा है, लेकिन 2024 का चुनाव अभी दूर है. ऐसे में 2018 में भी ममता इस तरह की कवायद कर चुकी हैं, लेकिन सफल नहीं रहीं. क्षेत्रीय दलों का आधार अपने राज्य से बाहर किसी दूसरे राज्य में नहीं रहा है जबकि कांग्रेस अभी का आधार अभी भी कई राज्यों में है. शरद पवार विपक्षी खेमे को जरूरी नेतृत्व मुहैया नहीं कराने को लेकर कांग्रेस से नाराज हैं. बनर्जी के साथ उनकी मुलाकात के बाद पवार ने कहा कि विपक्षी दलों को एक मजबूत विकल्प देना होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस इस मजबूत विकल्प का हिस्सा होगी, उन्होंने कहा 'भाजपा का विरोध करने वाले सभी लोगों का हमारे साथ आने पर स्वागत है. किसी को बाहर करने का सवाल ही नहीं है. इससे साफ है कि ममता की तरह पवार अभी कांग्रेस को छोड़ने को तैयार नहीं है बल्कि वो साथ लेकर भी विपक्षी एकजुटता बनाने के पक्ष में है. Live TV ये भी पढ़ें: दिल्ली में कल से अगले आदेश तक स्कूल बंद, SC की फटकार के बाद केजरीवाल सरकार का फैसला क्या हिंदुत्व के एजेंडे पर वापस लौट रही BJP, योगी-केशव के बयान के क्या हैं मायने?",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/mamata-vs-congress-prashant-kishor-attack-on-rahul-and-sonia-gandhi-over-opposition-leadership-ntc-1366608-2021-12-02,"विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं, 90% चुनाव हारती हैः PK का राहुल पर हमला","तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस के बीच 'विकल्प' की लड़ाई में अब राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की एंट्री हो गई है. प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व पर सीधे हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस पिछले 10 साल में अपने 90% चुनाव हारी है. ऐसे में विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं हो सकता. प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस मजबूत विपक्ष के लिए जिस विचार और विस्तार का प्रतिनिधित्व करती है, वह अहम है. लेकिन विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं है, जब पार्टी पिछले 10 सालों में अपने 90% चुनाव हारती हो. लोकतांत्रिक तरीके से विपक्षी नेतृत्व को तय करने दें. ममता VS कांग्रेस हुई लड़ाई दरअसल, ममता बनर्जी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों में जुट गई हैं. वे अलग-अलग राज्यों में पार्टियों के नेताओं से मिलकर भाजपा का विकल्प बनने की अपील कर रही हैं. ममता ने बुधवार को मुंबई में कहा था कि बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय विकल्प तभी बन सकता है जब पार्टियां लड़ने को तैयार हों. विकल्प मजबूत होना चाहिए. यह अकेले नहीं किया जा सकता है. ममता ने कांग्रेस पर साधा था निशाना ममता ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि कोई लड़ नहीं सकता, तो हम क्या करें. हम चाहते हैं कि सभी पार्टियां लड़ें. ममता ने यह भी कहा कि अब यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा? बता दें कि अभी यूपीए की नेता सोनिया गांधी हैं. कांग्रेस ने किया पलटवार यूपीए को लेकर दिए बयान के बाद कांग्रेस ममता बनर्जी पर हमलावर हो गई. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, दिग्विजय सिंह, कपिल सिब्बल, मल्लिकार्जुन खड़गे ने ममता बनर्जी और टीएमसी पर निशाना साधा. यहां तक कि अधीर रंजन चौधरी ने तो ममता पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगा दिया. चौधरी ने कहा, ममता पीएम मोदी की सलाह पर कांग्रेस को तोड़ने के लिए साजिश रच रही हैं. Live TV ये भी पढ़ें: 'बीजेपी की भाषा बोल रही हैं ममता'- UPA वाले बयान पर भड़की कांग्रेस का पलटवार कांग्रेस में एंट्री की चर्चा के बीच राहुल पर निशाना, क्यों बदल गया प्रशांत किशोर का मन?",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/rajya-sabha-chairman-m-venkaiah-naidu-statement-on-suspendent-mps-ntc-1366599-2021-12-02,"वेंकैया नायडू ने गिनाया 1962 से अब तक का डेटा, 11 बार हो चुका सांसदों पर ऐक्शन","राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने गुरुवार को राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन पर कहा कि सासंदों का निलंबन पहली बार नहीं हुआ है. तो फिर इस बार निलंबन अलोकतांत्रिक कैसे हो गया. संसद सभापति वैंकेया नायडू ने कहा कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में इस सम्मानित सदन के पहले सत्र की यह चौथी बैठक है. पिछले तीन दिनों के दौरान सदन में कोई कामकाज नहीं हो सका. मैं अपनी पीड़ा को किसी और तरीके से सार्वजनिक नहीं कर सकता, इसलिए अपनी पीड़ा और विचारों को इस एकमात्र मंच के जरिए साझा कर रहा हूं. इस प्रतिष्ठित सदन के कुछ सम्मानित नेताओं और सदस्यों ने अपने विवेक से 12 सदस्यों के निलंबन को 'अलोकतांत्रिक' बताया है. मुझे यह समझने में काफी परेशानी हुई कि क्या इस तरह के नैरेटिव का प्रचार करने का कोई औचित्य था. पहली बार नहीं हुआ इस तरह का निलंबन उन्होंने कहा कि हाल ही में किया गया निलंबन पहली बार नहीं हुआ है. 1962 से शुरू होकर 2010 तक 11 मौकों पर, तत्कालीन सरकारों ने सदस्यों का निलंबन किया. क्या वे सभी अलोकतांत्रिक थे? अगर हां, तो इसका इतनी बार सहारा क्यों लिया गया? राज्य सभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियम में स्पष्ट है कि नियम 255 और 256 के तहत, सदन की कार्यवाही को बाधित करने और सदन की गरिमा को कम करने वाले कदाचार के लिए सदस्यों के निलंबन का प्रावधान है. यह निलंबन किन कारणों से किया गया, वह सार्वजनिक डोमेन में थे और संसदीय कार्य मंत्री ने इस सत्र के पहले दिन निलंबन के प्रस्ताव को पेश करते हुए कारण बताए थे. मैं पिछले मॉनसून सत्र के दौरान हुए दुर्व्यवहार को फिर से याद नहीं करना चाहता. उन्होंने कहा कि पहले भी निलंबन हुए थे और उनमें से कुछ ने सदन में अपने दुर्व्यवहार पर खेद जताया था, इसलिए समय से पहले ही उनका निलंबन रद्द कर दिया गया था. इंसान गलतियां करता है, लेकिन इस कृत्य पर खेद व्यक्त करने से साफ इनकार कर दिया गया है जिसपर मुझे बहुत दुख हुआ. नेता अपने किए पर माफी मांगने के बजाए निलंबन रद्द करने की मांग कर रहे हैं. Live TV ये भी पढ़ें आखिरकार रद्द हो गए तीनों कृषि कानून, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लगाई मुहर संसद में मीडिया की एंट्री से बैन हटाने की मांग, कांग्रेस सांसद खड़गे का राज्यसभा चेयरमैन को पत्र",1 https://www.aajtak.in,https://www.aajtak.in/india/politics/story/after-no-upa-congress-attack-against-mamata-banerjee-ntc-1366537-2021-12-02,'BJP की भाषा बोल रही हैं ममता'- UPA वाले बयान पर कांग्रेस का पलटवार,"कांग्रेस सोनिया गांधी और यूपीए पर दिए बयान को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमलावर हो गई है. अधीर रंजन चौधरी से लेकर दिग्विजय सिंह तक तमाम नेताओं ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. यहां तक की कांग्रेस नेताओं ने ममता बनर्जी पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप तक लगा दिया. दरअसल, ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि अब यूपीए नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा? क्या ममता बनर्जी नहीं जानती कि यूपीए क्या है?- अधीर रंजन चौधरी ममता पर हमले की शुरुआत कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने की. अधीर रंजन चौधरी ने पूछा, क्या ममता बनर्जी नहीं जानती कि यूपीए क्या है? मुझे लगता है कि उन्होंने पागलपन शुरू कर दिया है. उन्हें लगता है कि पूरे देश ने ममता ममता चिल्लाना शुरू कर दिया है. लेकिन भारत का मतलब सिर्फ बंगाल नहीं, बंगाल का अकेले का मतलब भारत नहीं. चौधरी ने कहा, यूपीए सरकार में ममता बनर्जी की पार्टी के 6 मंत्री थे. ममता बनर्जी ने कुछ कारण बताकर 2012 में समर्थन वापस ले लिया. वे उस वक्त यूपीए सरकार तोड़ना चाहती थीं. लेकिन वे सफल नहीं हो सकीं. यह उनकी पुरानी साजिश है. अब उन्होंने एक बार फिर इसे शुरू कर दिया है, क्योंकि मोदी जी उनके पीछे खड़े हैं. इसलिए वे कांग्रेस को कमजोर करने के सभी प्रयास कर रही हैं. चौधरी ने कहा, शरद पवार ने कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं कहा. वे वरिष्ठ नेता हैं. हम उनका आदर करते हैं. लेकिन ममता की यह सोची समझी साजिश है कि शरद पवार और अन्य पार्टियों के नेताओं को फंसाने और यह दिखाने के लिए कि भाजपा का एक विकल्प आ गया है. यह भाजपा को फायदा पहुंचाएगा. चौधरी ने कहा, भाजपा पूरे देश में संघर्ष कर रही है. दिन प्रति दिन पार्टी की स्थिति खराब होती जा रही है. लेकिन अब ममता बनर्जी ने भाजपा को ऑक्सीजन देने का फैसला किया है. ममता बनर्जी भाजपा की ऑक्सीजन सप्लायर बन गईं हैं. अब भाजपा उनसे खुश है. कपिल सिब्बल बोले- कांग्रेस के बिना यूपीए संभव नहीं कपिल सिब्बल ने कहा, कांग्रेस के बिना यूपीए, बिना आत्मा के शरीर की तरह होगी. यह समय एकता दिखाने का है. दिग्विजय सिंह बोले- सिर्फ कांग्रेस सड़कों पर लड़ रही एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, आज देश में कोई सड़कों पर लड़ाई लड़ रही है तो वो सिर्फ कांग्रेस है. केवल राहुल गांधी है जो लड़ रहे हैं. राहुल गांधी की विचारधारा साफ है. राहुल ने पूछा कि कांग्रेस के अलावा कौन सी ऐसी पार्टी है, जिसने जनसंघ और RSS-भाजपा के साथ सरकार नहीं बनाई. दिग्विजय सिंह ने कहा, सभी राजनीतिक दलों ने माना है कि कांग्रेस के बिना कोई विकल्प नहीं बन सकता. ममता ने क्या कहा, हमें इसमें नहीं जाना चाहिए. उन्होंने 2012 में ही यूपीए से नाता तोड़ दिया था. खड़गे बोले- विपक्ष को एकजुट रहना चाहिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, हम तमाम मुद्दों में टीएमसी को साथ लाने का प्रयास करते हैं. विपक्ष को बंटना नहीं चाहिए. हमें साथ मिलकर लड़ना चाहिए. हमें यह लड़ाई भाजपा के साथ लड़ना है. अब यूपीए नहीं है- ममता बनर्जी ममता दो दिन के मुंबई दौरे पर थीं. दौरे के आखिरी दिन बुधवार को उन्होंने कहा था कि बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय विकल्प तभी बन सकता है जब पार्टियां लड़ने को तैयार हों. विकल्प मजबूत होना चाहिए. यह अकेले नहीं किया जा सकता है. ममता ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि कोई लड़ नहीं सकता तो हम क्या करें. हम चाहते हैं कि सभी पार्टियां लड़ें. ममता ने यह भी कहा कि अब यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा? बता दें कि अभी यूपीए की नेता सोनिया गांधी हैं. Live TV ये भी पढ़ें: मुंबई: ममता बनर्जी ने बैठकर गाया राष्ट्रगान, बीजेपी नेता ने दर्ज कराई शिकायत जब UPA जैसा कुछ है ही नहीं तो 'नेता' के सवाल का मतलब नहीं... ममता का सोनिया गांधी पर वार",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/abp-shikhar-sammelan-chhattisgarh-cm-bhupesh-baghel-on-owaisi-and-mamata-banerjee-2014633,"ABP Shikhar Sammelan: छत्तीसगढ़ के सीएम Bhupesh Baghel ने ओवैसी को बताया BJP की बी टीम, Mamata पर साधा निशाना","छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं. इस मौके पर एबीपी न्यूज़ ने आज छत्तीसगढ़ शिखर सम्मेलन का आयोजन किया. शिखर सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. साथ ही उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति को लेकर भी बात की. इस दौरान एक सवाल के जवाब में सीएम बघेल ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी की बी टीम बताया. बघेल ने सीएम ममता पर भी निशाना साधा. जानिए उन्होंने क्या कहा? यूपी चुनाव को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ‘’यूपी में एक तरफ सपा है, बीजेपी है और कांग्रेस है. बीएसपी तो लड़ाई में ही नहीं है. जनता योगी सरकार को फर्श पर पटकने की तैयारी कर रही है. जनता यूपी में कांग्रेस को सत्ता में लाएगी. हमारा सीएम कौन होगा, ये बाद में तय किया जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘’प्रियंका गांधी किसानों और नौजवानों की बात कर रही हैं. वह महिलाओं के मुद्दों की बात कर रही हैं.’’ ममता बनर्जी बदल गई हैं- भूपेश बघेल ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए बघेल ने कहा, ‘’ममता बनर्जी फायरब्रांड लेडी हैं, लेकिन अब वो सेंट्रल एजेंसियों के दायरे में आ गई हैं. उनके सपने बहुत हैं. उन्हें तय करना है कि वो कांग्रेस से लड़कर आगे बढ़ना चाहती हैं या बीजेपी से लड़कर वो खुद का कद बड़ा करना चाहती हैं. आज ममता बनर्जी बदल गई हैं.’’ ओवैसी बीजेपी की बी टीम- भूपेश बघेल वहीं, एआईएमआईएम चीफ ओवैसी के बार में पूछे गए एक सवाल के जवाब में भूपेश बघेल ने कहा कि ओवैसी बीजेपी की बी टीम है, जहां विभाजन की बात करनी होती है, वहां ओवैसी को भेज दिया जाता है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/maharashtra-ncp-leader-nawab-malik-said-government-guests-can-come-to-my-house-know-who-is-pointing-towards-2014601,"Nawab Malik News: नवाब मलिक बोले- मेरे घर आने वाले हैं सरकारी मेहमान, जानिए किस ओर है इशारा","महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने दावा करते हुए कहा कि उनके घर किसी भी वक्त सरकारी मेहमान आ सकते हैं. दरअसल, नवाब मलिक का ये इशारा केंद्रीय जांच एजेंसियों की ओर है. उन्होंने समीर वानखड़े मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट में माफी मांगने के बाद किया है. नवाब मलिक ने बीती रात एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, साथियों, सुना है, मेरे घर आज कल में सरकारी मेहमान आने वाले हैं, हम उनका स्वागत करते हैं. डरना मतलब रोज रोज मरना, हमें डरना नहीं, लड़ना है, गांधी लड़े थे गोरों से, हम लड़ेंगे चोरों से. नवाब मलिक पर मानहानि का केस बता दें, समीर वानखेड़े के पिता ध्यानदेव वानखेड़े ने नवाब मलिक पर मानहानि का केस दर्ज कराया है. इस मामले पर बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है. वहीं, बीते दिन समीर वानखेड़े पर टिप्पणी को लेकर नवाब मलिक ने हाई कोर्ट ने बिना शर्त माफी मांगी. कोर्ट ने नवाब मलिक को फटकार लगाते हुए कहा कि अदालत के आदेश के बावजूद आप समीर वानखेड़े के खिलाफ टिप्पणी करते रहे. जिसके बाद नवाब मलिक ने माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करना नहीं था. जज ने नवाब को दिखाया सख्त रूप नवाब मलिक ने मांफी दर्ज कराते हुए कहा कि, पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उनसे कोर्ट के आदेश का उल्लंघन हो गया. हालांकि बाद में जज एसजे काठवाला और मिलिंद जाधव ने सुनवाई करते हुए नवाब मलिक को अधिकारी पर टिप्पणी नहीं करने को सख्ती से कहा. Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार Omicron: गुजरात के जामनगर में ओमिक्रोन वेरिएंट से दो और संक्रमित, 3 पहुंची बीमारों की तादाद",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/farmers-protest-homecoming-of-farmers-start-farmers-will-celebrate-vijay-diwas-across-the-country-today-2014521,"Farmers Protest: आंदोलन खत्म होने के बाद किसानों की घर वापसी शुरू, आज पूरे देश में मनाएंगे विजय दिवस","एक साल तक किसान सडकों पर डटे रहे. खुले आसमान के नीचे तंबू और टेंट के भीतर गर्मी-सर्दी सब सहते रहे, लेकिन आज किसानों के चेहरे पर कोई परेशानी नहीं, बल्कि उनके भीतर जीत का भाव है. किसानों में जश्न का माहौल है. कानून वापसी की मांग मनवाकर आज किसान घर लौटे रहे हैं. इस बीच किसानों ने आज पूरे देश में विजय दिवस मनाने का एलान किया है. सड़क से तंबू, टेंट और पंडाल हटाए गए दिल्ली से हरियाणा तक से किसान अपने घरों को लौट रहे हैं. नेशनल हाइवे 44 पर आंदोलन के दौरान बनाए गए ईंटों के मकानों को किसानों ने तोड़ दिया है. सड़क से तंबू, टेंट और पंडाल हटाए जा रहे हैं. आंदोलनरत किसानों ने ट्रैक्टर ट्रॉलियों तक में घर बना रखा था. अब ये ट्रैक्टर ट्रॉलियां पंजाब-हरियाणा और यूपी के खेतों में वापस पहुंचेगी. अन्नदाता अनाज उगाने के काम में जुट जाएंगे और दिल्ली की चमचमाती सड़कों पर एक साल बाद गाड़ियां फर्राटा भरकर दौड़ना शुरू कर देंगी. पंजाब सरकार करेगी किसानों का स्वागत ""आंदोलन खत्म करने के एलान के साथ किसानों ने घर वापसी के लिए 11 और 12 दिसंबर की तारीख तय की थी. दिल्ली की सीमाओं से लौटने वाले किसानों का पंजाब सरकार स्वागत करेगी. इसका एलान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने किया है. किसानों, मजदूरों और संयुक्त किसान मोर्चा को बधाई देते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा ये केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों की जीत है. राज्य सरकार अपनी माटी के बेटों का स्वागत करेगी. सिंघु बॉर्डर से किसान अंबाला तक साथ जाएंगे और फिर अपने-अपने जिले के लिए जाएंगे, लेकिन जिनके घर दूर हैं, वो फतेहपुर साहिब में आज की रात रुकेंगे. जबकि टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान पटियाल के रास्ते पंजाब पहुंचेंगे. कुल मिलाकर कल यानी 12 दिसंबर तक सभी किसानों के अपने-अपने घर पहुंच जाने का कार्यक्रम है. वहीं 13 दिसंबर को किसान अमृतसर में श्री दरबार साहब में मत्था टेकेंगे."" 15 दिसंबर को खत्म होगा टोल, मॉल और पेट्रोल पंप पर चल रहा प्रदर्शन खत्म 15 दिसंबर के बाद सभी पंजाब-हरियाणा सब जगह टोल, मॉल और पेट्रोल पंप पर चल रहा प्रदर्शन खत्म हो जाएगा. 15 दिसंबर तक किसानों की टोली पंजाब-हरियाणा समेत दिल्ली की सड़कों को पुरी तरह खाली कर देगी. दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर से बैरिकेडिंग भी हट जाएगी और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर गाड़ियां फिर दौड़ने लगेगी.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/pm-modi-up-visit-pm-modi-will-visit-balrampur-in-up-today-will-inaugurate-saryu-canal-national-project-2014502,"PM Modi UP Visit: आज यूपी के बलरामपुर जाएंगे पीएम मोदी, सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का करेंगे उद्घाटन","प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले का दौरा करेंगे और सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जिससे 14 लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि की सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और क्षेत्र के लगभग 29 लाख किसानों को फायदा पहुंचेगा. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने यह जानकारी दी. पीएमओ ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर से होकर गोरखपुर तक जाने वाली 318 किलोमीटर लम्बी और करीब 9,800 करोड़ रुपए की लागत वाली सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन करेंगे. पूर्ववर्ती सरकारों पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि परियोजना पर काम 1978 में शुरू हुआ था. लेकिन इसे कभी पूरा नहीं किया गया और उनकी सरकार ने इसे पूरा करने के वास्ते कदम उठाये. उन्होंने ट्वीट किया, आपको जानकर हैरानी होगी कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पर 1978 में काम शुरू हुआ था, लेकिन दशकों तक यह परियोजना कभी पूरी नहीं हुई. खर्च बढ़ गया और लोगों की परेशानी भी बढ़ गई. जो परियोजना चार दशक से अधूरी थी, उसे चार साल में पूरा किया गया है. मोदी ने आगे कहा, मैं कल, 11 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में एक बहुत ही खास कार्यक्रम- सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के उद्घाटन के लिए आऊंगा. यह परियोजना पूर्वी उत्तर प्रदेश में सिंचाई संबंधी समस्याओं का समाधान करेगी और हमारे मेहनती किसानों की मदद करेगी. पीएमओ के मुताबिक, इस परियोजना पर काम की शुरुआत 1978 में हुई थी, लेकिन बजट आवंटन, संबंधित विभागों के बीच समन्वय और उपयुक्त निगरानी के अभाव में इसमें देरी हुई और लगभग चार दशकों तक यह जमीन पर नहीं उतर सकी. पीएमओ ने कहा कि किसानों के कल्याण और उनके सशक्तीकरण के साथ ही राष्ट्रीय महत्व की लंबित परियोजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा करने की प्रतिबद्धता की वजह से प्रधानमंत्री ने इस परियोजना पर अपना ध्यान केंद्रित किया. इस परियोजना को पूरा करने के मकसद से मोदी, साल 2016 में इसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ले आए और इसे समय सीमा के भीतर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया. पीएमओ ने बताया कि इसे साकार करने के लिए भूमि अधिग्रहण और कानूनी अड़चनों सहित अन्य समस्याओं का समाधान निकाला गया और इसी का परिणाम है कि इस महत्वपूर्ण परियोजना का काम चार वर्षों के भीतर ही पूरा कर लिया गया. पीएमओ ने कहा कि इस परियोजना को 9800 करोड़ रुपये में पूरा किया गया. इसमें से 4600 करोड़ रुपये का प्रावधान पिछले चार वर्षों में किया गया. इस परियोजना में पांच नदियों को भी जोड़ा गया है. घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिन नदियों को जोड़ते हुए 318 किलोमीटर लम्बी मुख्य नहर और इससे जुड़ी 6,600 किलोमीटर लिंक नहरों वाली उक्त नहर से पूर्वांचल के नौ जिलों बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर के लगभग 29 लाख किसानों को लाभ मिलेगा. पीएमओ ने कहा कि इस परियोजना में देरी की वजह से क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान हुआ, लेकिन अब इससे उन्हें लाभ मिलेगा. पीएमओ ने कहा कि अब क्षेत्र के किसान बड़े स्तर पर पैदावार कर सकेंगे और क्षेत्र की कृषि उत्पादक क्षमता का लाभ उठाएंगे.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/bengal-governor-furious-at-tmc-over-bsf-s-jurisdiction-2014496,"West Bengal News: BSF के अधिकार क्षेत्र को लेकर TMC पर भड़के बंगाल के राज्यपाल, ममता पर उठाए सवाल","पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के क्षेत्राधिकार पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के रुख को ‘दुर्भाग्यपूर्ण और गलत’ करार दिया है और जानना चाहा कि केंद्र के इस फैसले के खिलाफ सिर्फ उनकी ही सरकार क्यों है. धनखड़ ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय के पत्र के जवाब में यह बात कही. राय ने धनखड़ को पत्र लिखकर उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीएसएफ को लेकर हालिया निर्देश पर अपनी टिप्पणी से संघवाद के सिद्धांतों की अवहेलना की है. राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘‘सुखेंदु शेखर और तृणमूल कांग्रेस ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को लेकर गलत धारणा बना ली है. इसको लेकर ममता बनर्जी का निर्देश बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. संस्थानों और एजेंसियों के बीच टकराव की नहीं बल्कि सामंजस्य की जरूरत है. यह समस्या केवल हमारे राज्य में ही क्यों है, कहीं और नहीं!’’ केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में बीएसएफ अधिनियम में संशोधन किया है ताकि बल को पंजाब, बंगाल और असम की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से 50 किमी के भीतर तलाशी अभियान, जब्ती और गिरफ्तारी करने के लिए अधिकृत किया जा सके. इससे पहले यह अधिकार क्षेत्र 15 किमी तक ही था. बंगाल और पंजाब दोनों ने अपने-अपने राज्य विधानसभा में आदेश के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है. राय ने अपने पत्र में कहा कि धनखड़ को यह पता होना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय सीमा भारत के 50 किलोमीटर भीतर तक नहीं होती और कानून एवं व्यवस्था राज्य का मामला होता है. टीएमसी सांसद ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आपके भड़काऊ बयान ने इस प्रकार से संघवाद के सिद्धांत को नकार दिया है जो भारत के संविधान की एक बुनियादी संरचना है.’’ मुख्यमंत्री ने राज्य में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र को 15 किमी से 50 किमी तक बढ़ाने के केंद्र के फैसले को अस्वीकार कर दिया है. ममता ने हाल ही में कुछ सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधिकारियों से बिना अनुमति के गांवों में बीएसएफ कर्मियों के प्रवेश पर रोक लगाने को कहा है. राज्यपाल ने इसके जवाब में कहा है कि मुख्यमंत्री का यह रुख संघीय राजनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ‘‘संभावित रूप से खतरनाक’’ हो सकता है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/goa-election-2022-priyanka-gandhi-promises-30-percent-reservation-for-women-in-jobs-2014495,Goa Election 2022: प्रियंका गांधी ने नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण का वादा किया,"कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गोवा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के सत्ता में आने पर महिलाओं को नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा किया. प्रियंका ने तटीय राज्य की अपनी एक दिन की यात्रा के दौरान दावा किया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा ‘‘महिला विरोधी’’ है और उन्होंने लोगों से 'बाहर' से गोवा में आ रहे राजनीतिक दलों से सावधान रहने को कहा. उन्होंने मारगांव में महिलाओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ""बीजेपी की विचारधारा मूलत: महिला विरोधी है. उसकी विचारधारा कभी यह नहीं चाहेगी कि महिलाएं सशक्त हों. बीजेपी सोचती है कि एक गैस सिलेंडर मुफ्त देने या कुछ नकदी देने से उन्होंने सरकार के तौर पर अपना काम पूरा कर दिया है, लेकिन वे महिलाओं को निर्भर बना रहे हैं न कि आत्म निर्भर."" प्रियंका गांधी ने कहा कि अब देश में महिलाओं को अहसास हो गया है कि अब उनके मुखर होने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि इसलिए हमने नारा दिया, ""मैं नारी हूं, मैं लड़ सकती हूं."" उन्होंने दुष्कर्म के एक मामले का जिक्र करते हुए कहा कि जब गोवा में महिलाओं के खिलाफ अपराध होता है तो मुख्यमंत्री कहते हैं, ""आप देर रात तक समुद्र तट पर क्या कर रही थीं. उनके (BJP) नेता पूछ रहे हैं कि आप ऐसे कपड़े क्यों पहन रही हैं."" कांग्रेस नेता ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकना सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, ""जहां भी बीजेपी सरकार है वहां अपराधी को सुरक्षा दी जाती है जबकि पीड़ित से सवाल किए जाते हैं."" उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रत्येक महिला स्वयं सहायता समूह को एक लाख रुपये तक की धनराशि देगी ताकि उनका कारोबार फल-फूल सकें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है जो चुनाव प्रचार के दौरान विकास की बात करती है. वह दाबोलिम में कार्यकर्ता और पूर्व रक्षा अधिकारी कैप्टन विरिआतो फर्नांडीज के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बोल रही थीं. उन्होंने गोवा में बीजेपी सरकार के फैसलों द्वारा पर्यावरण को कथित तौर पर पहुंचे नुकसान के बारे में फर्नांडीज की टिप्पणियों का हवाला भी दिया. कांग्रेस महासचिव ने कहा, ""बीजेपी सरकार हर दिन साबित कर रही है कि वह भारत के लोगों, गोवा के लोगों और खूबसूरत जमीन, समुद्र और वनों का सम्मान नहीं करती है."" उन्होंने आरोप लगाया, ""यह सरकार गोवा के लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह भूल गयी है. उसे अपने उद्योगपति मित्रों के प्रति ज्यादा जिम्मेदारी महसूस होती है."" कैप्टन फर्नांडीज के पार्टी में शामिल होने पर प्रियंका ने कहा कि जब कोई कांग्रेस में शामिल होने का फैसला करता है तो यह 'हमारे लिए गर्व का क्षण' होता है. इससे पहले प्रियंका गांधी ने क्यूपेम विधानसभा क्षेत्र के मोरपीरला गांव का दौरा किया, जहां उन्होंने आदिवासी महिलाओं से बातचीत की. कांग्रेस नेता आदिवासी महिलाओं के साथ उनके पारंपरिक नृत्य में भी शामिल हुईं. उन्होंने स्पष्ट रूप से तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का जिक्र करते हुए कहा, ""कई पार्टियां बाहर से आएंगी. इन दिनों नयी पार्टियां आ रही हैं."" कांग्रेस नेता ने लोगों से मतदान से पहले यह देखने को कहा कि इन संबंधित दलों ने उन राज्यों में क्या किया है, जहां वे सत्ता में हैं. उन्होंने कहा, ""क्या उन्होंने विकास किया है? मैं दिल्ली से हूं, दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है. दिल्ली में इतना प्रदूषण है कि आप सांस भी नहीं ले सकते. केवल कांग्रेस पार्टी ही आपके लिए काम करेगी."" उन्होंने कहा कि राज्य में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस 30 फीसदी नौकरियां केवल महिलाओं के लिए आरक्षित कर देगी.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/offering-namaz-in-open-spaces-will-not-be-tolerated-says-haryana-cm-manohar-lal-khattar-2014459,"Watch: मनोहर लाल खट्टर बोले- खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा बर्दाश्त नहीं, सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेगी सरकार","गुरुग्राम में खुले स्थानों पर जुमे की नमाज अदा करने पर कई हिंदू संगठनों द्वारा आपत्ति जताए जाने के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा को ‘‘बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’’ खट्टर ने यह भी कहा कि जिला प्रशासन के खुले स्थानों पर नमाज के लिए कुछ स्थानों को आरक्षित करने का पूर्व निर्णय वापस ले लिया गया है और राज्य सरकार अब इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेगी. मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में खुले स्थानों पर नमाज अदा करने पर कई दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा उठाई गई आपत्तियों को लेकर एक सवाल के जवाब में गुरुग्राम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यहां (गुरुग्राम) खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा बर्दाश्त नहीं की जाएगी...लेकिन हम सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेंगे.’’ खट्टर ने कहा, ‘‘सभी को (प्रार्थना करने के लिए) सुविधा मिलनी चाहिए, लेकिन किसी को भी दूसरों के अधिकारों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए. इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी.’’ खुले स्थानों पर नमाज के लिए कुछ स्थान निर्धारित करने के जिला प्रशासन के फैसले को वापस लेने पर उन्होंने कहा, ""हमने पुलिस और उपायुक्त से कहा है कि इस मुद्दे को सुलझाया जाए...अगर कोई नमाज अदा करता है, किसी के स्थान पर पाठ करता है तो हम उस पर कोई आपत्ति नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘धार्मिक स्थल इसी मकसद से बनाए जाते हैं कि लोग वहां जाएं और पूजा-अर्चना करें. इस तरह के कार्यक्रम खुले में नहीं होने चाहिए.’’ खट्टर ने कहा, ‘‘खुली जगहों पर नमाज पढ़कर टकराव से बचना चाहिए. हम (दो पक्षों के बीच) टकराव की भी इजाजत नहीं देंगे.'’ पिछले कुछ महीनों में, कुछ हिंदू संगठनों के सदस्य उन जगहों पर इकट्ठा हो जाते हैं, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग खुले स्थान पर ‘नमाज' अदा करते हैं और ‘‘भारत माता की जय’’ और ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाते हैं.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/ex-aap-mla-join-congress-party-ahead-punjab-election-2022-in-mansa-2014454,"Punjab Election: आप के पूर्व विधायक बलदेव सिंह कांग्रेस में हुए शामिल, सीएम चन्नी ने किया स्वागत","आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक जैतू बलदेव सिंह शुक्रवार को मानसा में कांग्रेस में शामिल हो गए. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने उनका पार्टी में स्वागत किया. पंजाब के मानसा में सीएम चन्नी की चुनावी सभा में उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की है. उनके साथ ही इसी मंच पर शिरोमणि अकाली (शिअद) दल के माखन सिंह लालका ने भी उनके साथ पार्टी ज्वाइन की है. उल्लेखनीय है कि बलदेव सिंह ने बृहस्पतिवार को ‘आप’ की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. पंजाब में उन्होंने पार्टी के प्रधान भगवंत मान और राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में निजी कारणों का हवाला देते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने दूसरी बार ‘आप’ को छोड़ा है. बलदेव सिंह को विधानसभा अध्यक्ष ने इस साल अक्टूबर में दल-बदल कानून के तहत विधानसभा सदस्य के तौर पर अयोग्य करार दिया था और उनकी विधानसभा सीट जैतो को खाली घोषित कर दिया था. बलदेव सिंह और कुछ अन्य ‘आप’ विधायकों ने जुलाई 2018 में नेता प्रतिपक्ष के पद से सुखपाल सिंह खैरा को हटाए जाने के बाद पार्टी नेतृत्व से बगावत कर दी थी. इसके बाद वह खैरा द्वारा गठित पंजाब एकता पार्टी में शामिल हो गए थे और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में फरीदकोट से चुनाव लड़ा. लेकिन हार गए. बाद में बलदेव सिंह अक्टूबर 2019 में फिर से ‘आप’ में लौट आए थे. वहीं उनके साथ शिरोमणि अकाली दल (बी) के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी माखन सिंह लालका ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/farmers-movement-withdrawn-protesters-celebrate-at-ghazipur-border-2014451,"Farmers Protest: दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनकारी किसानों की आज आखिरी रात, मनाया गया जश्न, पढ़ें बड़ी बातें","पिछले एक साल से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर बैठे किसानों के लिए अब वक्त घर वापसी का है. संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन स्थगित करने के फैसले के बाद अब सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान खेतों की ओर लौटने की तैयारी कर रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने आंदोलन के लिए पूरा शहर सा बसा लिया था. ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर बने इस शहर में सुविधाएं भी थी और रहने का पूरा इंतजाम भी. अब ये डेरे उखड़ने लगे हैं. सामान को समेटा जा रहा है एक साल के संघर्ष का नतीजा अपने पक्ष में आने पर किसानों में घर वापसी की खुशी है. हालांकि दूसरी तरफ उन्हें यहां से जाने का दुख भी हो रहा है. दरअसल किसानों के लिए अब ये बॉर्डर उनके दूसरे घर की तरह हो गया था. साथ ही उन साथियों का गम भी है जो आंदोलन में साथ छोड़कर चले गए. दिल्ली पंजाब के रास्ते में पड़ने वाले टोल प्लाजा पर भी किसान आंदोलन पर बैठे थे अब वो भी वापस लौटेंगे. सोनीपत-कुंडली बॉर्डर पर नेशनल हाईवे-44 पर बने पक्के घरों को किसानों ने तोड़ना शुरु कर दिया है. किसानों ने ये पक्के मकान धूप और बारिश से बचने के लिए बनाए थे. इन्हें बनाने में जो 19 हजार ईंट लगी थी अब उनका इस्तेमाल आंदोलन में मारे गए किसानों का स्मारक बनाने में किया जाएगा. गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान वापस लौटने की तैयारी कर रहे हैं. यहां भी कल से किसान वापस लौटना शुरु होंगे. एक साल से किसान आंदोलन पर थे तो दिल्ली के बॉर्डर से आने जाने वाले लोगों के लिए भी यहां से गुजरना किसी जद्दोजेहद से कम नहीं था. अब किसानों की वापसी के बाद दिल्ली के इन बॉर्डर के आसपास रहने वाले लोगों की जिंदगी भी ट्रैफिक जाम से आजाद होगी. ""सरकार ने प्रस्ताव में क्या कहा है? MSP: किसानों ने आंदोलन वापसी की घोषणा केंद्र सरकार के प्रस्ताव के बाद की है. प्रस्ताव में कहा गया है कि पीएम मोदी ने और बाद में केंद्रीय कृषि मंत्री ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर एक समिति गठित करने की घोषणा की है. कमेटी में केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारी के साथ एसकेएम के प्रतिनिधि भी होंगे."" केस वापसी: साथ ही प्रस्ताव में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा की सरकारें तत्काल प्रभाव से किसानों के खिलाफ मामले वापस लेने पर राजी है. मुआवजा: केंद्र ने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजन को मुआवजा मुहैया करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. बिजली विधेयक: प्रस्ताव में कहा गया है कि विद्युत संशोधन विधेयक संसद में तब तक पेश नहीं किया जाएगा, तब तक कि सरकार किसानों पर प्रभाव डालने वाले प्रावधानों पर एसकेएम व अन्य हितधारकों के साथ बातचीत नहीं कर लेती है. ""किसानों का स्वागत करेगी पंजाब सरकार इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार दिल्ली की सीमाओं से ‘‘विजयी’’ वापसी पर अपनी ‘‘माटी के बेटों’’ का स्वागत करेगी. किसानों, कृषि मजदूरों और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोगों की जीत है और समाज के विभिन्न वर्गों की एकता ने मोदी सरकार को ‘‘कठोर काले कानूनों’’ को वापस लेने पर मजबूर कर दिया."" उन्होंने कहा कि देश के किसान और लोग एक साल से अधिक समय तक उनके धैर्य की परीक्षा लेने के लिए मोदी सरकार तथा उसके नेताओं को कभी माफ नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि यह जीत किसानों के लिए आसान नहीं रही, क्योंकि आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों ने अपना बलिदान दिया.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/farmers-agitation-update-rahul-gandhi-tweet-last-night-of-this-satyagraha-2014379,"Farmers Protest: किसान 'घर वापसी' को तैयार, राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- इस सत्याग्रह की आज आखिरी रात","कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) किसान आंदोलन को लगातार सपोर्ट करते रहे हैं. किसान आंदोलन के खत्म होने और दिल्ली के बॉर्डर से कल यानी 11 दिसंबर से किसानों की घर वापसी को लेकर अब राहुल गांधी ने एक और ट्वीट किया है. राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर तंज भी कसा है. राहुल ने ट्वीट किया है कि इस सत्याग्रह की आज आखिरी रात है… ""अन्याय के अंधेरे को हिम्मत से हराएंगे, न्याय की राह पर यूं ही आगे बढ़ते जाएंगे"" इससे पहले किसानों के ऐतिहासिक आंदोलन को स्थगित किए जाने के फैसले पर भी राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए खुशी जताई थी. उन्होंने लिखा था ''अपना देश महान है, यहां सत्याग्रही किसान है! सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं.'' संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद कहा था कि 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं वाले विरोध स्थलों से किसान घर लौट जाएंगे. तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद अब किसान भी घर वापसी की तैयारी कर रहे हैं. किसानों ने कहा है कि हर महीने की 15 तारीख को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार के साथ हमारी सहमति बनी, इसके बाद हमने पत्र जारी कर दिए. थोड़ा गम-थोड़ी खुशी के साथ धीरे-धीरे किसान गाजीपुर बॉर्डर और अन्य बॉर्डर से घर जाएंगे.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/priyanka-gandhi-joins-women-of-tribal-community-as-they-dance-in-a-traditional-way-at-maand-interaction-at-morpirla-village-2014311,"Priyanka Gandhi Dance Video: विधानसभा चुनाव से पहले गोवा पहुंची प्रियंका गांधी, आदिवासी महिलाओं के साथ किया डांस","गोवा विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसी क्रम में कांग्रेस के नेता प्रियंका गांधी ने गोवा का दौरा किया. गोवा के दौरे पर गई प्रियंका गांधी ने आदिवासी महिलाओं के साथ पारम्परिक नृत्य की. अपने दौरे के दौरान उन्होंने एक सभा को संबोधित की और मौजूदा केंद्र और राज्य की सरकार पर करारा हमला बोला. इस दौरान उन्होंने गोवा के विकास में कांग्रेस की सरकारों की ओर से दिए गए महत्वपूर्ण योगदान को याद किया. प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनावों के दौरान उन पार्टियों को जवाबदेह ठहराना बहुत जरूरी है जिन्होंने बड़े-बड़े वादे किए हैं लेकिन उसे पूरा नहीं किया. आदिवासियों के बीच पहुंची प्रियंका गंधी ने आदिवासी समुदाय की महिलाओं के साथ बात की और उनका हालचाल जाना. इस दौरान आदिवासी महिलाओं की ओर से आयोजित पारंपरिक डांस 'मांड' में भाग लिया. उनका यह वीडियो कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया. सात सेकेंड के इस वीडियो में प्रियंका गांधी आदिवासी महिलाओं के साथ नृत्य करती दिखाई दे रही हैं. गोवा दौरे के दौरान प्रियंका गांधी मडगांव में विशाल महिला सम्मेलन ""प्रियदर्शिनी"" में भाग ली और वहां मौजूद महिलाओं की एक सभा को संबोधित किया. बता दें कि अगले साल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान गोवा में भी चुनाव होगा. राज्य में कुल 40 सीटों के लिए चुनाव होंगे.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/play-loud-speaker-during-cm-visit-to-counter-protest-at-chief-minister-s-event-order-taken-back-punjab-election-2022-2014221,"Punjab News: मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के कार्यक्रमों में भजन बजाने का दिया गया निर्देश, फिर फैसले को लिया गया वापस, जानें क्या है मामला","प्रदर्शनकारियों की नारेबाजी की आवाज दबाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में भजन बजाने के एक निर्देश को भारी विरोध के बाद ‘लेखन त्रुटि’ बताते हुए वापस ले लिया गया है. विशेष सुरक्षा इकाई के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) के कार्यालय ने बृहस्पतिवार को उपायुक्तों, पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को, ‘मुख्यमंत्री के दौरे पर सुरक्षा इंतजाम’ के संबंध में एक पत्र जारी किया गया था. पंजाबी में लिखे पत्र में कहा गया कि विभिन्न संगठन मुख्यमंत्री के दौरे पर नारेबाजी करते हैं, “इसलिए, जब भी पंजाब के मुख्यमंत्री आपके जिले में किसी कार्यक्रम के लिए आएं और अन्य संगठन प्रदर्शन करें, तो डीजे लगाकर उसमें गुरबानी शबद या धार्मिक गीत चलाए जाएं..ताकि नारेबाजी सुनाई ना दे.’’ Sameer Wankhede के परिवार पर टिप्पणी मामले में महाराष्ट्र के मंत्री Nawab Malik ने Bombay HC में मांगी माफी इस पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, आम आदमी पार्टी के विधायक एवं पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने सरकार पर निशाना साधा और इस आदेश को ‘‘बेहद शर्मनाक’’ करार दिया. उन्होंने यह आदेश ट्विटर पर साझा भी किया. चीमा ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया,‘‘चरणजीत चन्नी आप कितने डरे हुए हैं? प्रदर्शन कर रही यूनियन की आवाज दबाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाना आपका डर दिखाता है. आप उनका सामना करने या उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं. आप, बस अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे लोगों के हमदर्द होने का नाटक करते हैं. यह बेहद शर्मनाक है.’’ कांग्रेस की पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने ट्वीट किया, ‘‘ यह सच नहीं हो सकता, यह बेअदबी और लोकतंत्र का मखौल है.’’ आदेश का भारी विरोध होने के बाद आईजी कार्यालय ने बृहस्पतिवार रात एक और आदेश जारी किया और कहा, ‘‘ पूर्व पत्र को लेखन त्रुटि के कारण वापस ले लिया गया है.’’ संशोधित पत्र में कहा गया, ‘‘ सूचित किया जाता है कि जब पंजाब के मुख्यमंत्री आम जनता की दलीलें सुन रहे हों, तो ‘लाउडस्पीकर’ की आवाज कम कर दी जाए ताकि उन्हें जनता की बात सुनने में कोई असुविधा न हो.’’",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/governor-jagdeep-dhankhar-attack-on-mamata-government-on-human-rights-day-said-west-bengal-example-of-human-rights-violations-2014211,"Human Rights Violations: बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर ममता सरकार पर लगाए आरोप, क्या कुछ कहा?","पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को राज्य की सत्ता में काबिज तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार पर एक बार फिर से हमला करते हुए आरोप लगाया है कि राज्य ने मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए एक मिसाल कायम की है. आज यानी 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) के मौके पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ एक वीडियोग्राफी संबोधन के दौरान ये आरोप लगाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के फलने-फूलने के लिए लोगों के अधिकारों की रक्षा करना आवश्यक है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्विटर पर पोस्ट किए अपने संबोधन में कहा, ""पश्चमि बंगाल में मानवाधिकार का हनन प्रकाष्ठा पर है. यहां की शासन व्यवस्था और अधिकारी गण राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं. लोगों में भय का आतंक इतना भयानक है कि लोग खुलकर चर्चा तक नहीं कर पाते हैं. प्रजातांत्रिक व्यवस्था के जीवित रहने के लिए यह आवश्यक है कि मानवाधिकारों का सृजन हो."" आगे उन्होंने कहा, ""कितनी दुखदायी स्थिति है कि मानवाधिकार आयोग जिसका कार्य मानव अधिकार को सुरक्षित करना है, वे प्रत्यक्ष के अनुसार आईसीयू में है, वेंटीलेटर पर हैं. आज मानवाधिकार दिवस के दिन कोई कार्यक्रम का नहीं होना एक बहुत बड़ी टिप्पणी है. मैं सरकार और अधिकारी गण से आग्रह करूंगा कि उनकी शासन व्यवस्था संविधान के दायरे में रहे और कानून के अनुरूप हो."" उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल पुलिस और कोलकाता पुलिस को टैग करते हुए एक ट्वीट किया, ""मानवाधिकारों का उल्लंघन चिंताजनक है. सरकार संविधान और कानून से दूरी बना रही है. शासन को बाध्य कर रही है. आप कभी इतने ऊंचे न हो, क्योंकि कानून आपके ऊपर है."" जुलाई 2019 में राज्यपाल के रूप में पद संभालने के बाद से उन्होंने कई मुद्दों को लेकर टीएमसी सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने यह आरोप लगाया है कि राज्य में प्रशासन और अधिकारी राजनीतिक कार्यकर्ताओं की तरह व्यवहार कर रहे हैं. वहीं, राज्यपाल ने अधिकारियों से संविधान के प्रावधानों के तहत काम करने का आग्रह किया. इस बीच, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मानवाधिकार दिवस पर ट्विटर के जरिए एक संदेश में मौलिक अधिकारों का हनन करने वाली ताकतों को हराने के लिए लोगों के बीच एकता का आह्वान किया है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/agriculture-minister-narendra-singh-tomar-says-no-farmer-died-due-to-police-action-during-year-long-protests-by-farmers-2014213,Farmers Protest: आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में क्या किसानों की गई जान? संसद में सरकार ने दिया ये जवाब,"एक साल से अधिक समय से जारी किसानों का आंदोलन स्थगित हो चुका है. इस बीच राज्यसभा में दिए एक लिखित जवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में किसी किसान की जान नहीं गई है. उन्होंने मुआवजा देने के सवाल पर कहा कि ""किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजे आदि का विषय संबंधित राज्य सरकारों के पास है."" सरकार से कांग्रेस नेता धीरज प्रसाद साहू और आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने सवाल पूछे थे. दोनों सांसदों ने पूछा था कि क्या सरकार किसानों के विरोध के दौरान मरने वाले किसानों के परिवारों को आजीविका या आर्थिक क्षतिपूर्ति प्रदान करने की योजना बना रही है या इसके लिए कोई प्रावधान किया है. बता दें कि आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के लिए विपक्षी दल और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) लगातार मुआवजा देने की मांग कर रहा है. किसान संगठनों का दावा है कि आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हुई है. इस बीच सरकार ने कहा है कि किसी भी किसान की पुलिस कार्रवाई में मौत नहीं हुई है. किसान संगठनों ने गुरुवार को सरकार की तरफ से लिखित प्रस्ताव मिलने के बाद आंदोलन स्थगित करने का एलान किया था. इस दौरान किसान संगठनों ने कहा था दिल्ली की सीमाओं से किसान 11 दिसंबर को वापस लौटेंगे. किसान नेताओं ने कहा है कि वे यह देखने के लिए 15 जनवरी को फिर से बैठक करेंगे कि सरकार ने उनकी मांगें पूरी की है, नहीं. ""सरकार ने प्रस्ताव में क्या कहा है? केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को एक औपचारिक पत्र भेज कर उसकी लंबित मांगों को स्वीकार करने की सहमति जताई. पत्र में किसानों की पांच मुख्य मांगों का जिक्र किया गया है, जो पिछले महीने संसद में तीन कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने के बाद लंबित हैं."" इसमें यह जिक्र किया गया है कि प्रधानमंत्री ने और बाद में केंद्रीय कृषि मंत्री ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर एक समिति गठित करने की घोषणा की, जिसमें केंद्र व राज्य सरकारों के अधिकारी सदस्य होंगे तथा किसान संघों के प्रतिनिधि एवं कृषि वैज्ञानिक भी होंगे. पत्र में कहा गया है, ‘‘यह स्पष्ट किया जाता है कि इस समिति में एसकेएम के भी सदस्य होंगे...देश में एमएसपी पर फसलों की खरीद पर यथास्थिति कायम रखी जाएगी. ’’ पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा की सरकारें तत्काल प्रभाव से किसानों के खिलाफ मामले वापस लेने को राजी हो गई है. पत्र में कहा गया है कि केंद्र ने किसानों को यह सूचित किया है कि हरियाणा और उप्र सरकारों ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजन को मुआवजा मुहैया करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. इसने यह भी स्पष्ट किया है कि विद्युत संशोधन विधेयक संसद में तब तक पेश नहीं किया जाएगा, तब तक कि सरकार किसानों पर प्रभाव डालने वाले प्रावधानों पर एसकेएम व अन्य हितधारकों के साथ बातचीत नहीं कर लेती है. केंद्र ने पत्र में कहा है कि पराली जलाने को पहले ही अपराध की श्रेणी से हटा दिया गया है.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/ncp-leader-nawab-malik-bombay-high-court-sameer-wankhede-ncb-dnyandev-wankhede-2014204,Sameer Wankhede के परिवार पर टिप्पणी मामले में महाराष्ट्र के मंत्री Nawab Malik ने Bombay HC में मांगी माफी,"एनसीपी नेता नवाब मलिक ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के परिवार पर बयानबाजी को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट से माफी मांगी है. समीर वानखेड़े के पिता ने मलिक के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था. इसके बाद कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें नवाब मलिक ने माफी मांगी है. मलिक ने कोर्ट को यह भरोसा दिया था कि वह वानखेड़े परिवार पर कोई बयानबाजी नहीं करेंगे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने समीर वानखेड़े के परिवार पर बयानबाजी की. बॉम्बे हाई कोर्ट ने नवाब मलिक को नोटिस जारी किया और उनसे एक हलफनामा दायर करने के लिए कहा कि ज्ञानदेव वानखेड़े और परिवार के खिलाफ बयानों के संबंध में अपने पहले के आदेशों का ""जानबूझकर उल्लंघन"" करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए, जबकि उन्होंने अदालत में कहा था कि वह ऐसा नहीं करेंगे. ",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/gujarat-court-on-non-veg-food-row-says-how-can-you-decide-what-i-should-eat-2014155,Non-Veg Food Row: लोगों को अपनी पसंद का खाने से आप कैसे रोक सकते हैं ? - मांसाहारी भोजन विवाद पर अदालत का सवाल,"रेहड़ियों पर मांसाहारी भोजन बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ अहमदाबाद नगर निगम के अभियान को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए गुजरात उच्च न्यायालय ने सवाल किया कि आखिर आप लोगों को घर से बाहर ‘‘उनकी पसंद का खाना खाने’’ से कैसे रोक सकते हैं? अदालत ने करीब 20 रेहड़ी-पटरी वालों की ओर से दायर याचिकाओं का निपटारा करते हुए गुरुवार को उक्त टिप्पणी की. याचिका में दावा किया गया कि शहरी निकाय अपने अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मांसाहारी भोजन बेचने वाले ठेलों का निशाना बना रहा है, हालांकि निकाय ने इस बात से इंकार किया है. याचिका पर सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति बिरेन वैष्णव एक वक्त पर कुछ नाराज हो गए और अहमदाबाद नगर निगम से सवाल किया, ‘‘आपकी समस्या क्या है? आप कैसे तय कर सकते हैं कि मैं अपने घर के बाहर क्या खाऊं? आप लोगों को उनकी पसंद का खाने से कैसे रोक सकते हैं? सिर्फ इसलिए क्योंकि सत्ता में बैठा व्यक्ति अचानक सोचता है कि वह क्या करना चाहता है?’’ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस आदेश का स्वागत किया है. उनका कहना है कि किसी को दूसरों की निजी स्वतंत्रता में हस्तेक्षेप करने या उसका उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है. याचिका के माध्यम से अहमदाबाद के रेहड़ी-पटरी वालों ने आरोप लगाया था कि राजकोट में एक निर्वाचित प्रतिनिधि द्वारा ठेलों पर ऐसा भोजन बेचे जाने के खिलाफ टिप्पणी किए जाने के बाद अहमदाबाद में सड़क किनारे ठेले पर अंडे और मांसाहारी भोजन बेचने वालों के खिलाफ कथित रूप से अभियान चलाया जा रहा है. इन रेहड़ी-पटरी वालों के ठेले भाजपा शासित अहमदाबाद नगर निगम ने जब्त कर लिए हैं. ठेले वालों की ओर से अधिवक्ता रॉनित जॉय ने निकाय के एक कदम को ‘कट्टरता’ करार देते हुए दावा किया कि स्थानीय निकाय ने स्वच्छत नहीं बनाए रखने के आधार पर मांसाहारी भोजन बेचने वाले ठेलों को हटा दिया है. जॉय ने कहा कि मांसाहारी भोजन बेचने वाले दुकानदारों को चुन-चुन कर शाकाहारी भोजन नहीं बेचने के आधार पर हटाया गया. सभी बातें सुनने के बाद इससे नाराज न्यायमूर्ति वैष्णव ने कहा, ‘‘क्या नगर निगम आयुक्त फैसला करेंगे कि मैं क्या खाऊं? कल वे लोग कहेंगे कि मुझे गन्ने का रस नहीं पीना चाहिए क्योंकि उससे मधुमेह हो सकता है, या कहेंगे कि कॉफी सेहत के लिए खराब है.’’ स्थानीय निकाय की ओर से पेश वकील सत्यम छाया ने जब अदालत में इन आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि निकाय का लक्ष्य सिर्फ अतिक्रमण हटाना है, तब न्यायमूर्ति वैष्णव ने कहा, ‘‘आप अतिक्रमण की आड़ में ऐसा कर रहे हैं क्योंकि आपको मांसाहारी भोजन पसंद नहीं है. यह हमेशा प्रतिवादी के सहुलियत की बात है. किसी के अहम को पोसने के लिए ऐसा मत करिए.’’",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/mumbai-mayor-kishori-pednekar-received-death-threats-has-also-filed-a-complaint-last-year-ann-2014129,"Mumbai: मेयर किशोरी पेडनेकर को जान से मारने की मिली धमकी, पिछले साल भी दर्ज करा चुकी हैं शिकायत","मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है. जानकारी के मुताबिक, उन्हें एक धमकी भरा पत्र मिला है जिसमें उन्हें मारने की बात की गई है. बता दें, पेडनेकर को बीते साल भी जान से मारने की धमकी मिली थी. बताया जा रहा है कि, पेडनेकर को मिले धमकी भरे पत्र में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है. पत्र में मेयर के परिवार को गोली मारने की भी धमकी दी गई है. इस पत्र में यह भी लिखा गया है कि, अगर मेरे भाई (अनुमान है कि यह व्यक्ति आशीष शेलार का समर्थक है) को देखोगे तो उसका परिणाम खराब होगा. महापौर जल्द ही पुलिस में इस पत्र के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगी. पेडनेकर ने आशीष शेलार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी दरअसल, मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक आशीष शेलार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार पेडनेकर ने दक्षिण मुंबई में मरीन ड्राइव थाने में आशीष शेलार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद अब उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है. 354ए और 509 के तहत मामला हुआ दर्ज पुलिस ने बताया कि, बीजेपी नेता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354ए और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आशीष शेलार पर वर्ली इलाके में सिलेंडर विस्फोट मामले में बीएमसी की कार्यशैली को लेकर सवला खड़े करते हुए पेडनेकर पर विवादित बयान देने के आरोप हैं.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/farmers-protest-ghazipur-border-rakesh-tikait-narendra-modi-yogi-adityanath-govt-bipin-rawat-2014084,Farmers Protest: किसान आंदोलन स्थगित लेकिन क्या है आगे की रणनीति? Rakesh Tikait ने बताया,"तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद अब किसान भी घर वापसी की तैयारी कर रहे हैं. किसानों ने गुरुवार को आंदोलन स्थगित करने का फैसला लिया है. इसके बाद दिल्ली की सीमाओं से किसानों के तंबू उखड़ने लगे हैं. किसानों ने कहा है कि हर महीने की 15 तारीख को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार के साथ हमारी सहमति बनी, इसके बाद हमने पत्र जारी कर दिए. थोड़ा गम-थोड़ी खुशी के साथ धीरे-धीरे किसान गाजीपुर बॉर्डर व अन्य बॉर्डर से घर जाएंगे. शहीदों के लिए मन दुखी राकेश टिकैत ने कहा कि जो जवान शहीद हुए हैं, उससे मन दुखी है. हमारे किसान भी शहीद हुए हैं, कई मुद्दे हैं, जो बरकरार रहेंगे. जनवरी में संयुक्त किसान मोर्चा की दिल्ली में बैठक होगी. Watch: 'मेरे पिता मेरे हीरो थे, शायद यह किस्मत में था', नम आंखों से अंतिम विदाई देकर बोली ब्रिगेडियर LS लिड्डर की बेटी आशना धीरे-धीरे किसान यहां से घर जाएंगे. सबसे आखिरी में गाजीपुर बॉर्डर से रवाना होंगे. 12 तारीख में कैराना में मीटिंग होगी. इसके बाद अमृतसर-चंडीगढ़ से 15 तारीख को अंतिम जत्था गाजीपुर बॉर्डर से जाएगा. उन्होंने कहा कि आंदोलन 1 साल 13 दिन तक चला. सरकार के साथ एमएसपी को लेकर कमेटी बन जाएगी. काफी किसानों ने सभी त्योहार-पर्व साथ मनाए, जिससे एक अपनापन भी हो गया है. Online Fraud: KYC अपडेट के नाम पर ठगी का शिकार हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस राकेश टिकैत ने उस मुद्दों के बारे में भी बताया, जिस पर आने वाले समय में सरकार से बातचीत होगी. टिकैत ने कहा, आने वाले समय में कई अहम मुद्दे रहेंगे. इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के साथ भी गन्ने के भुगतान को लेकर बातचीत करेंगे.",1 https://www.abplive.com,https://www.abplive.com/news/india/punjab-assembly-elections-2022-aam-aadmi-party-announce-30-candidate-see-list-here-2014067,"Punjab AAP Candidates: पंजाब चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने किया 30 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान, देखें लिस्ट","Punjab AAP Candidates List: अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. अभी 117 में से सिर्फ 30 उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट जारी की गई है. पठानकोट विधानसभा सीट पर विभूति शर्मा, गुरदासपुर से रमन बहेल, दिना नगर (एससी) से शमशेर सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है. इसके साथ ही, कादियां विधानसभा सीट से जगरूप सिंह शेखावन, बटाला से शेर्री कलसी, फतेहगढ़ चूरियां से बलबीर सिंह पन्नू, अमृतसर नॉर्थ से कुंवर विजय प्रताप, अमृतसर साउथ से डॉक्टर इन्द्रबीर सिंह निज्जर, पट्टी से लालजीत सिंह भुल्लर, करतारपुर (एससी) से डीसीपी बलकार सिंह, शाम चौरासी (एससी) से डॉक्टर रावजोत सिंह, नवां शहर से ललित मोहन ‘बल्लू’ पाठक, खरार से अनमोल गगन मान और लुधियाना ईस्ट से दलजात सिंह ‘भोला’ ग्रेवाल को उतारा है. ये भी पढ़ें: सांसद भगवंत मान का आरोप- BJP ने AAP छोड़ने के लिए दिया केंद्र में कैबिनेट मंत्री पद का ऑफर, बड़े नेता का आया था फोन आम आदमी पार्टी ने आतम नगर से कुलवंत सिंह सिद्धू, पायल (एससी) से मानविंदर सिंह ज्ञासपुरा, जीरा से नरेश कटारिया, श्रीमुक्तसर साहिब से जगदीप सिंह ‘काका’ बरार, फरीदकोट से गुरदित सिंह शेखां, रामपुरा फुल से बलकार सिंह सिद्धू, राजपुरा से नीना मित्तल, सिनौर से हरमीत सिंह पठानमाजरा, समाना से चेतन सिंह जोरमाजरा, लुधियाना नॉर्थ से मदन लाल बग्गा, गिल (एससी) से जीवन सिंग संगोवाल, लांबी से गुरमीत सिंह खुदियां, गन्नौर से गुरलाल घनौर, भादौर (एससी) से लाभ सिंह उग्योक, भोआ (एससी) से लालचंद कटरुचक और जंदियाला (एससी) से हरभजन सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है.",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/varanasi/news/sitting-on-the-ladder-with-the-workers-who-built-kashi-vishwanath-dham-also-photographed-129205651.html,"काशी विश्वनाथ मंदिर संवारने वालों के बीच मोदी: PM ने हाथ जोड़ श्रमिकों को धन्यवाद कहा, 10 मिनट तक फूल बरसाए; साथ खाना भी खाया","काशी विश्वनाथ मंदिर संवारने वालों के बीच मोदी:PM ने हाथ जोड़ श्रमिकों को धन्यवाद कहा, 10 मिनट तक फूल बरसाए; साथ खाना भी खाया वाराणसी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के नए परिसर का लोकार्पण किया। इससे पहले यहां नया नजारा देखने को मिला। मोदी अचानक कॉरिडोर बनाने वाले श्रमिकों से मिलने पहुंच गए। इनकी संख्या 50 से ज्यादा थी। सभी नए परिसर की सीढ़ियों पर बैठे थे। मोदी वहां पहुंचे और करीब 10 मिनट तक उन पर फूल बरसाते रहे। PM उनके साथ सीढ़ी पर ही बैठ गए। श्रमिकों के साथ खिंचाई फोटो श्री काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण कार्य मे लगे श्रमिकों के साथ PM मोदी ने सीढ़ी पर बैठ कर फोटो खिंचाई। PM काफी देर तक श्रमिकों से बातचीत करते रहे। PM ने मजदूरों से विश्वनाथ धाम के निर्माण से जुड़े उनके अनुभव पूछे। इसके बाद उन्होंने बाबा का जयकारा लगाते हुए सभी के साथ फोटो खिंचाई। इस दौरान PM को अपने बीच पाकर मजदूर काफी खुश दिखे। मोदी ने सभी से बातचीत भी की। उनसे हाल-चाल पूछा और निर्माण कार्य में सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया। 2019 में प्रयागराज कुंभ में PM ने सफाईकर्मियों के पैर धोए थे प्रयागराज में कुंभ के दौरान PM मोदी ने सफाई कर्मियों के पैर धोकर उन्हें सम्मानित किया था। 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज कुंभ आए थे। यहां PM मोदी ने सफाई कर्मियों के पैर धोए थे। PM मोदी ने कहा था, 'सफाई कर्मियों के योगदान से कुंभ की पहचान स्वच्छ कुंभ के रूप में हुई। दिव्य कुंभ को भव्य कुंभ बनाने में सबसे बड़ा योगदान सफाई कर्मियों का रहा है। कुंभ में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा गया, ये बड़ी जिम्मेदारी थी। PM ने कहा कि सफाई कर्मियों ने अपने प्रयासों से कुंभ के विशाल क्षेत्र में साफ-सफाई को पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना दिया। 800 करोड़ रुपए की लागत से हुआ जीर्णोद्धार विश्वनाथ धाम को 800 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। इसमें श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। प्राचीन मंदिर के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए 5 लाख 27 हजार वर्ग फीट से ज्यादा क्षेत्र को विकसित किया गया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का क्षेत्रफल पहले लगभग 3,000 वर्ग फीट था। लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से मंदिर के आसपास की 300 से ज्यादा इमारतों को खरीदा गया। इसके बाद 5 लाख वर्ग फीट से ज्यादा जमीन पर लगभग 400 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से निर्माण किया गया 8 मार्च 2019 को PM ने किया था शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर के विस्तारीकरण और पुनरुद्धार के लिए 8 मार्च 2019 को विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। तब से बाबा के धाम में श्रमिक विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण कार्य में लगे थे। हर मौसम में कॉरिडोर का निर्माण कार्य चलता रहा। कोरोना के दौरान भी कॉरिडोर का निर्माण बंद नहीं हुआ।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/varanasi/news/today-kashi-vishwanath-dham-will-be-inaugurated-cm-yogi-welcomed-at-the-airport-129205488.html,"15 PHOTOS में मोदी का काशी दौरा: क्रूज से घाटों की सैर, सुरक्षा घेरा तोड़कर बनारस की गलियों में घूमे; एंट्री करते ही नगर कोतवाल के दर्शन करने पहुंचे","हर हर महादेव, बम भोले और बाबा विश्वनाथ की जय... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जब वाराणसी की गलियों में निकले तो लोगों ने इन नारों के साथ उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से मोदी सीधे काल भैरव मंदिर पहुंचे। यहां पूजा की और निकल पड़े बनारस की गलियों में। काफी देर तक लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के बाद मोदी खिरकिया घाट से क्रूज में सवार होकर ललिता घाट पहुंचे और स्नान कर बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। अब आगे तस्वीरों में देखिए मोदी का बनारस दौरा... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस एयरपोर्ट पर पहुंचे तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथ जोड़कर अभिवादन किया। काली गाड़ी में सवार होकर पीएम मोदी सीधे एयरपोर्ट से 25 किलोमीटर दूर स्थित काल भैरव मंदिर पहुंचे। काल भैरव मंदिर में प्रधानमंत्री ने पूजा-अर्चना की। उन्होंने बाबा भैरवनाथ को सरसों के तेल का दीपक लगाया। काल भैरव मंदिर से पीएम बनारस की गलियों में पैदल निकल गए। हालांकि उनकी सिक्योरिटी के जवान लोगों को दूर करते रहे। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बनारस के खिरकिया घाट पहुंचे। पीएम ने यहां का डेवलपमेंट वर्क देखा। खिरकिया घाट से मोदी-योगी क्रूज से गंगा नदी के ललिता घाट पहुंचे। सीएम ने पीएम को प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी। ललिता घाट पर पीएम मोदी ने स्नान किया। उन्होंने गेरुआ वस्त धारण किए हुए थे। उनके हाथ में माला और कलश भी था। स्नान के बाद पीएम मोदी ने ललिता घाट पर ही भगवान भास्कर (सूर्य) की उपासना की और उन्हें जल अर्पित किया। पीएम मोदी ने ललिता घाट में स्नान के बाद कलश में गंगा जल लिया और बाबा विश्वनाथ को अर्पित करने मंदिर चल दिए। काशी विश्वनाथ के गेट पर मौजूद पुजारियों ने पीएम का तिलक लगाकर अभिनंदन किया। यहां से वे गर्भगृह की तरफ चले गए। पीएम मोदी ने भगवान शिव को गंगा जल अर्पित किया और पुजारी के बताए अनुसार विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। मंदिर में पूजन के बाद प्रधानमंत्री मोदी सीधे अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने पहुंचे। पीएम मोदी ने विश्वनाथ मंदिर परिसर में वृक्षारोपण कर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने फूल बरसाकर काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट के लिए दिन-रात एक करने वाले सैकड़ों मजदूरों का अभिनंदन किया। पीएम ने मजदूरों के साथ भोजन किया। प्रधानमंत्री के साथ खाना खाने वाले मजदूर भी उत्साहित नजर आए। मोदी के भाषण के कार्यक्रम में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, डिप्टी CM केशव मौर्य और BJP चीफ जेपी नड्डा भी थे। काशी की भव्यता के 15 फोटो देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें... कारीगरों पर पुष्पवर्षा, गलियों में चहलकदमी, भोजपुरी-हिंदी में 46 मिनट की स्पीच PM मोदी जब काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा कर रहे थे, तब ज्ञानवापी मस्जिद में क्या हो रहा था? मुगलों की आंखों की किरकिरी था बाबा का धाम, एक हजार साल में तीन बार पूरी तरह तोड़ा गया",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/narendra-modi-inaugurate-vishwanath-dham-varanasi-uttar-pradesh-129205366.html,"काशी में PM मोदी: बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद मोदी ने 3 संकल्प दिलाए, दशाश्वमेध घाट पर क्रूज से देखी गंगा आरती","काशी में PM मोदी:बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद मोदी ने 3 संकल्प दिलाए, दशाश्वमेध घाट पर क्रूज से देखी गंगा आरती वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का सोमवार को लोकार्पण किया। लोकार्पण के बाद वह गंगा आरती देखने के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंचे। घाट के सामने मौजूद क्रूज से उन्होंने आरती और लेजर शो देखा। इस दौरान उनके साथ क्रूज पर UP के CM योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा भी मौजूद थे। वह रविदास घाट से विवेकानंद क्रूज में सवार होकर दशाश्वमेध घाट पहुंचे। इससे पहले उन्होंने रविदास घाट पर संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मोदी ललिता घाट से अलकनंदा क्रूज के जरिए रविदास घाट पहुंचे थे। रविदास घाट पर मौजूद संत रविदास की प्रतिमा को नमन करते PM मोदी। मोदी ने मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ पूजा-पाठ की और मंदिर के निर्माण में शामिल मजदूरों के साथ खाना खाया। उन्होंने प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूरों पर फूलों की बारिश कर उन्हें सम्मानित किया और सीढ़ी पर बैठकर फोटो खिंचाई। PM मोदी ने यहां धर्माचार्यों से भी बातचीत की । प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण शुभ मुहूर्त रेवती नक्षत्र में दोपहर 1.37 बजे से 1.57 बजे 20 मिनट तक किया। मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत बाबा विश्वनाथ को प्रणाम करने के साथ भोजपुरी में की। उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ के चरणों में हम शीश नवावत हैं। माता अन्नपूर्णा के चरणन के बार-बार वंदन करत हैं। मोदी की स्पीच के हाईलाइट्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... काशीवासियों के सहारे देश से मांगे 3 संकल्प प्रधानमंत्री मोदी ने काशीवासियों के साथ-साथ पूरे देश से 3 संकल्प भी मांगे। उन्होंने कहा, कि मैं हर भारतीय को भगवान का अंश मानता हूं, देश के लिए बाबा की पवित्र धरती से तीन संकल्प चाहता हूं। उन्होंने स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास जैसे 3 संकल्प मांगे। 3 हजार वर्गफीट से 5 लाख वर्गफीट हुआ कैंपस प्रधानमंत्री ने कहा, 'गंगा उत्तरवाहिनी होकर विश्वनाथ के पांव पखारने आती हैं, वे भी बहुत प्रसन्न होंगी। विश्वनाथ धाम का पूरा होने से पहुंचना सुगम हो गया है। हमारे बुजुर्ग माता-पिता बोट से जेटी तक आएंगे, जेटी से एस्केलेटर है, वहां से मंदिर तक आएंगे। दर्शन के लिए घंटों तक का इंतजार और परेशानी अब कम होगी। पहले यहां मंदिर क्षेत्र केवल 3 हजार वर्गफीट में था, वह अब करीब 5 लाख वर्गफीट का हो गया है।' काल भैरव के दर पर पूजन-अर्चन करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके साथ उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूरों पर फूलों की बारिश करते प्रधानमंत्री मोदी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी पहुंचने पर उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। काशी विश्वनाथ धाम में सभा स्थल पर लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। मोदी ने मजदूरों को श्रेय दिया, उन पर फूल बरसाए मोदी बोले, 'मैं आज अपने हर श्रमिक भाई-बहनों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिसका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में रहा है। कोरोना के इस विपरीत काल में भी उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया। मुझे अभी इन साथियों से मिलने का अवसर मिला। उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला।' काशी की गलियों में पैदल घूमे प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री आज से दो दिन के वाराणसी दौरे पर हैं। वे सुबह पौने ग्यारह बजे काशी पहुंचे। सवा ग्यारह बजे उन्होंने काल भैरव मंदिर में पूजा की। पूजा के बाद वे पैदल ही खिड़किया घाट तक गए। यहां से मोदी क्रूज में बैठकर ललिता घाट पहुंचे। ललिता घाट से गंगाजल लेकर मोदी काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। गंगाजल से बाबा का अभिषेक किया। वाराणसी मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है। वाराणसी के गेस्ट हाउस से कालभैरव मंदिर की तरफ बढ़ता हुआ PM मोदी का काफिला। 800 करोड़ रुपए की लागत से विश्वनाथ धाम का जीर्णोद्धार काशी में मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ धाम को 800 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। इसमें श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। प्राचीन मंदिर के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए 5 लाख 27 हजार वर्ग फीट से ज्यादा क्षेत्र को विकसित किया गया है। वाराणसी एयरपोर्ट पर PM मोदी को रिसीव करते हुए UP के CM योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल। शाम को देखेंगे गंगा आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में दो दिन रहेंगे। काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद वे बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW) के गेस्ट हाउस में दो घंटे आराम करेंगे। शाम को फिर संत रविदास घाट से नाव की सैर करते हुए दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगे। यहां गंगा आरती देखेंगे। इस दौरान काशी पहुंचे मुख्यमंत्रियों के परिजन से मिलेंगे। इसके बाद वापस संत रविदास घाट आएंगे और रात 9:15 बजे BLW गेस्ट हाउस में विश्राम करने चले जाएंगे। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के दोनों स्वर्ण शिखरों पर 1835 में महाराजा रणजीत सिंह ने सोना चढ़वाया था। धाम के लोकार्पण से पहले दोनों स्वर्ण शिखरों की सफाई कराई गई है। ऐसे बदला काशी, अब श्रद्धा के साथ सुविधा का भी ध्यान पहले तंग गलियों में स्थित जिस विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी, वहां अब सुकून के साथ श्रद्धालु समय गुजार सकेंगे। धाम का मंदिर चौक क्षेत्र अब इतना विशाल है कि यहां 2 लाख श्रद्धालु खड़े होकर दर्शन-पूजन कर सकेंगे। इसके चलते अब सावन के सोमवारों, महाशिवरात्रि के दौरान शिव भक्तों को दिक्कत नहीं होगी। विश्वनाथ मंदिर के क्षेत्र में कैसे हुआ बदलाव? जानिए इसके आर्किटेक्ट से 40 से ज्यादा मंदिरों को संरक्षित किया गया श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का क्षेत्रफल पहले 3,000 वर्ग फीट था। लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से मंदिर के आसपास की 300 से ज्यादा बिल्डिंग को खरीदा गया। इसके बाद 5 लाख वर्ग फीट से ज्यादा जमीन में लगभग 400 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से निर्माण किया गया। हालांकि निर्माण कार्य अभी जारी है। इसमें प्रमुख रूप से गंगा व्यू गैलरी, मणिकर्णिका, जलासेन और ललिता घाट से धाम आने के लिए प्रवेश द्वार और रास्ता बनाने का काम है। गौरतलब है कि धाम के लिए खरीदे गए भवनों को नष्ट करने के दौरान 40 से अधिक मंदिर मिले। उन्हें विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के तहत नए सिरे से संरक्षित किया गया है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/narendra-modi-varanasi-speech-prime-minister-modi-inaugurates-kashi-vishwanath-dham-corridor-project-129205832.html,"काशी में मोदी का मेगा शो: कारीगरों पर पुष्पवर्षा, गलियों में चहलकदमी, भोजपुरी-हिंदी में 46 मिनट की स्पीच; वेद मंत्र से लेकर लोकतंत्र का जिक्र","काशी में मोदी का मेगा शो:कारीगरों पर पुष्पवर्षा, गलियों में चहलकदमी, भोजपुरी-हिंदी में 46 मिनट की स्पीच; वेद मंत्र से लेकर लोकतंत्र का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्धाटन किया। गंगा में जल अर्पित किया, काशी की गलियों में चहलकदमी की, बाबा विश्वनाथ की पूजा की और उनका धाम बनाने वाले कारीगरों पर खुद पुष्पवर्षा की। 46 मिनट की स्पीच दी तो उसमें भोजपुरी भी थी और हिंदी भी। काशी का जिक्र था तो कांजीपुरम का भी। इस स्पीच में मोदी ने वेद मंत्र भी पढ़े तो लोकतंत्र का भी जिक्र किया। जनता को संकल्प दिलाए तो यह भी बताना नहीं भूले कि पूरे देश का स्वरूप धारण किए काशी में कोई भी बिना महादेव की मर्जी के नहीं आता, जो होता है, वो महादेव की मर्जी से ही होता है। पढ़िए मोदी की स्पीच के हाईलाइट्स... भोजपुरी में सभी का स्वागत, मंत्रों से काशी का गुणगान ""बाबा विश्वनाथ के चरणों में हम शीश नवावत हैं। माता अन्नपूर्णा के चरणन के बार-बार वंदन करत हैं।"" ""गंगा तरंग रमणीय जटा कलापम् गौरी निरंतर विभूषित वामभागम्, नारायण प्रिय मनंग मदाप हारम् वाराणसी पुरपतिं भज विश्वनाथम्।"" ""ई विश्वनाथ धाम तो बाबा अपने हाथ से बनैले हन। कोई कितना बड़ा हवै तो अपने घरै के होइहै। उ कहिए तबै कोई आ सकेला और कछु कर सकैला।"" विश्वनाथ धाम के नए स्वरूप का जिक्र मोदी ने जब स्पीच दी, तो उन्होंने बताया कि विश्वनाथ धाम का नया स्वरूप किस तरह से लोगों के लिए उपयोगी होगा। उन्होंने कहा, ""जब लोग बाबा की पूजा करेंगे तो मां गंगा की स्नेहिल हवा उन्हें स्नेह देगी। उन्होंने कहा कि नाव से लेकर मंदिर में आने तक बड़े-बुजुर्गों को सुविधा होगी। जेटी है, एस्केलेटर हैं, मंदिर में इतनी जगह है, जहां 60-70 हजार श्रद्धालु पूजा कर सकेंगे। 3 हजार वर्गफीट में फैला मंदिर अब 5 लाख वर्गफीट का हो गया है। काशी के संकल्प के सहारे विपक्ष पर निशाना मोदी ने कहा, ""जब मैं बनारस आया था तो अपने से ज्यादा भरोसा बनारस के लोगों पर था। कुछ लोग बनारस के लोगों पर संदेह करते थे। कैसे होगा, होगा ही नहीं, यहां तो ऐसे ही चलता है, मोदी जैसे बहुत आकर गए। राजनीति थी, स्वार्थ था इसलिए बनारस पर आरोप लगाए जा रहे थे, लेकिन काशी तो काशी है। काशी तो अविनाशी है। काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथ में डमरू है, उनकी सरकार है। भगवान शंकर ने खुद कहा है कि बिना मेरी प्रसन्नता के काशी में कौन आ सकता है, कौन इसका सेवन कर सकता है। काशी में महादेव की इच्छा के बिना न कोई आता है और न ही उनकी इच्छा के बिना यहां कुछ होता है। यहां जो कुछ होता है महादेव की इच्छा से होता है। ये जो कुछ भी हुआ है, महादेव ने ही किया है।"" प्रधानमंत्री बोले- मैं आज अपने हर श्रमिक भाई-बहनों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिनका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में रहा है। कोरोना के इस विपरीत काल में भी उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया। मुझे अभी इन साथियों से मिलने का अवसर मिला। उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला। काशी के चरित्र से कट्टरपंथ पर निशाना मोदी ने कहा, ""काशी के लोग एकता की याद दिला देते हैं। वारेन हेंस्टिंग्स का क्या हाल काशी के लोगों ने किया था। काशी के लोग समय-समय पर बोलते हैं कि घोड़े पर हौदा और हाथी पर जिन जान लेकर भागल बाटें हेंस्टिंग्स। आज समय का चक्र देखिए आतंक के वो पर्याय इतिहास के काले पन्नों तक सिमट कर रह गए हैं। मेरी काशी फिर से देश को अपनी भव्यता दे रही है। काशी वो है, जहां जागृति ही जीवन है। काशी वो है, जहां मृत्यु भी मंगल है। काशी वो है, जहां सत्य ही संस्कार है। जहां प्रेम ही परंपरा है।"" बनारस को पूरे देश से जोड़ दिया प्रधानमंत्री ने बनारस को सिर्फ पूर्वांचल या यूपी तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने इसे पूरे देश से जोड़ दिया। बोले- शिव शब्द का चिंतन करने वाले शिव को ही ज्ञान कहते हैं इसलिए ये काशी शिवमयी है और ज्ञानमयी है। ज्ञान, शोक, अनुसंधान काशी और भारत के लिए स्वाभाविक है। शिव ने स्वयं कहा है कि धरती के सभी क्षेत्रों में काशी मेरा ही शरीर है। यहां का हर पत्थर शंकर है इसलिए हम अपनी काशी को सजीव मानते हैं। इसी भाव से हमें अपने देश के कण-कण में मातृभाव का बोध होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वनाथ धाम का निर्माण करने वाले मजदूरों के साथ भोजन किया। उन्होंने कहा कि 100 साल बाद माता अन्नपूर्णा की मूर्ति काशी में वापस आ गई है। कोरोना के समय काशीवासियों ने अन्न के भंडार खोल दिए। जिस तरह काशी अनंत है, वैसे ही उसका योगदान अनंत है। इस विकास में भारत की अनंत परंपराएं शामिल हैं। हर भाषा और वर्ग के लोग यहां आते हैं और अपना जुड़ाव महसूस करते हैं। काशी भारत की आत्मा का एक जीवंत अवतार भी है। मेरा पुराना अनुभव है कि हमारे घाट पर रहने वाले नाव चलाने वाले कई बनारसी साथी तो तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ फर्राटेदार बोलते हैं। ये भी सिर्फ संयोग नहीं है कि जब काशी ने करवट ली है कुछ नया किया है, देश का भाग्य बदला है। आस्था के जरिए विकास का जिक्र मोदी ने कहा, ""विश्वनाथ धाम का लोकार्पण भारत को नई दिशा देगा, उज्ज्वल दिशा की ओर ले जाएगा। ये हमारे संकल्प का परिचायक है कि अगर सोच लिया जाए तो असंभव कुछ नहीं। हर भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो कल्पनीय को साकार कर देता है। हम तप और तपस्या जानते हैं, देश के लिए दिन-रात खपना जानते हैं। गुलामी के कालखंड में भारत को जिस हीन भावना से भर दिया गया था, आज का भारत उससे बाहर निकल रहा है। भारत सोमनाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण ही नहीं करता, समंदर में हजारों किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर भी बिछा रहा है। केदारनाथ का जीर्णोद्धार ही नहीं कर रहा, अपने दम पर अंतरिक्ष में भी लोगों को भेज रहा है। राम मंदिर का निर्माण ही नहीं कर रहा, देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज बना रहा है। विश्वनाथ का निर्माण ही नहीं कर रहा, हर गरीब के लिए पक्के घर भी बना रहा है। नए भारत में विरासत भी है और विकास भी है।"" काशीवासियों के सहारे देश से मांगे 3 संकल्प प्रधानमंत्री मोदी ने काशीवासियों के साथ-साथ पूरे देश से 3 संकल्प भी मांगे। उन्होंने कहा, ""मेरे लिए हर भारतवासी ईश्वर का ही अंश है। जैसे सब लोग भगवान के पास जाकर मांगते हैं, जब मैं आपको भगवान मानता हूं तो मैं आज आपसे कुछ मांगता हूं। अपने लिए नहीं, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं। भूल मत जाना। बाबा की पवित्र धरती से मांग रहा हूं। पहला- स्वच्छता, दूसरा- सृजन और तीसरा- आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास। स्वच्छता जीवनशैली होती है, अनुशासन होती है, ये अपने साथ कर्तव्यों की श्रृंखला लेकर आती है। जितना भी विकास क्यों न करें, स्वच्छता नहीं रहेगी तो आगे बढ़ पाना मुश्किल होगा। अपने प्रयास बढ़ाने होंगे।""",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/punjab/bathinda/news/kisan-andolan-celebration-punjab-farmers-married-effigy-of-kangana-ranaut-with-mahinder-singh-129205994.html,"कंगना से शादी कर किसानों ने डाला भंगड़ा: बठिंडा में रणौत के पुतले से धूमधाम से हुआ विवाह, किसान बोले-आतंकवादी कहती थी, अब संभालेगी खेती","कंगना से शादी कर किसानों ने डाला भंगड़ा:बठिंडा में रणौत के पुतले से धूमधाम से हुआ विवाह, किसान बोले-आतंकवादी कहती थी, अब संभालेगी खेती बठिंडा पंजाब के बठिंडा में किसानों ने कृषि कानूनों पर अपनी जीत के जश्न में अभिनेत्री कंगना रणौत को भी शामिल कर लिया है। गांव कोटसमीर में किसानों ने बॉलीवुड अदाकारा कंगना रणौत के पुतले का गांव गहरी भागी के किसान महिंदर सिंह के साथ विवाह कर दिया। विवाह पूरे रीति रिवाज के साथ हुआ। कंगना के पुतले को दुल्हन की तरह सजाया गया और उसका हार सिंगार किया। बठिंडा में कंगना के पुतले को ब्याह कर लाता किसान महिंदर सिंह। गांव गहरी भागी के किसान महिंदर सिंह बारात लेकर गांव कोटसमीर पहुंचे। कंगना रणौत के पुतले और किसान महिंदर सिंह की शादी करवा दी गई। माहौल पूरी शादी जैसा था। इस अनोखी शादी में जहां गांव की महिलाओं ने बोलियां डालते हुए शादी के गीत गाए, वहीं किसानों और गांव के लोगों ने ढोल की थाप पर भांगड़ा व महिलाओं ने गिद्दा डाला। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धुपुर के नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान कंगना रणौत ने किसानों को आतंकवादी कहा था। जिसके बदले किसान यूनियन ने कंगना रणौत को चैलेंज किया था कि वो उसे सबक सिखाकर ही दिखाएंगे। शादी में भंगड़ा पाती महिलाएं। किसान यूनियन नेताओं ने कहा कि किसानों को आतंकवादी कहने वाली कंगना को अब पता चलेगा,गांव में किसान कैसे रहते हैं। इससे अब गांव में खेतों में काम करवाएंगे। इससे तब पता चलेगा किसान कैसे अपना जीवन व्यतीत करते हैं। दूल्हा बने किसान महिंदर सिंह ने कहा कि कंगना किसानों के बारे में काफी कुछ उलट-पुलट बोलती थी। अब उसे शादी करके लेकर आए हैं और उसे रोटियां बनाएंगे, खेतों में काम करवाएंगे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/business/news/india-cpi-inflation-rate-november-2021-retail-inflation-rate-at-inflation-rises-to-4-91-129205990.html,"देश में बढ़ी महंगाई: रिटेल महंगाई दर नवंबर में बढ़कर 4.91% हुई, अक्टूबर में ये 4.48% थी","देश में बढ़ी महंगाई:रिटेल महंगाई दर नवंबर में बढ़कर 4.91% हुई, अक्टूबर में ये 4.48% थी नई दिल्ली कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित रिटेल महंगाई दर नवंबर में बढ़कर 4.91% हो गई। अक्टूबर में यह 4.48% दर्ज की गई थी। महंगाई के आंकड़े लगातार पांचवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कम्फर्ट जोन में बने हुए हैं। RBI का महंगाई दर को 4% (प्लस या माइनस 2%) पर बनाए रखने का लक्ष्य है। अक्टूबर में रिटेल महंगाई दर 4.48% थी। जबकि इससे पहले अगस्त में 5.30% थी जबकि जुलाई में यह 5.59% थी। वहीं एक साल पहले की समान अवधि में रिटेल महंगाई दर 6.93% थी। महीने-दर महीने आधार पर महंगाई दर फूड इन्फ्लेशन नवंबर में बढ़कर 1.87% हो गई, जो अक्टूबर में 0.85% थी। वेजिटेबल इन्फ्लेशन नवंबर में -22.47% रही, जो अक्टूबर में -19.43% थी। पल्सेज इन्फ्लेशन अक्टूबर में 5.42% थी जो नवंबर में घटकर 3.18% हो गई। क्लोदिंग एंड फुटवेयर इन्फ्लेशन नवंबर में 7.94% के अक्टूबर मुकाबले 7.39% रही। फ्यूल एंड लाइट इन्फ्लेशन नवंबर में 13.35 रही जो अक्टूबर में 14.35% थी। हाउसिंग इन्फ्लेशन नवंबर में 3.66% के अक्टूबर मुकाबले 3.58% रही। आने वाले महीनों में और बढ़ सकती है महंगाई हाल ही में RBI की मीटिंग में गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा था कि CPI आधारित मुद्रास्फीति के चालू वित्त वर्ष यानी 2021-21 की तीसरी तिमाही में 5.1% और चौथी तिमाही में 5.7% रहने का अनुमान है( कुल मिलाकर इसके 2021-22 में 5.3 प्रतिशत रहने की संभावना है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/sonipat/news/it-will-take-2-days-for-the-traffic-to-start-from-the-singhu-border-of-sonipat-the-administration-started-preparing-129203150.html,"सिंघु बॉर्डर 2 दिन में खुलेगा ट्रैफिक के लिए: नेशनल हाईवे की सफाई में लगाई 20 JCB, SKM का मंच हटाने का काम शुरू","सिंघु बॉर्डर 2 दिन में खुलेगा ट्रैफिक के लिए:नेशनल हाईवे की सफाई में लगाई 20 JCB, SKM का मंच हटाने का काम शुरू सोनीपत सोनीपत-दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से यातायात शुरू करने के लिए अवरोधक हटाने का काम जोरों पर है। किसानों ने जहां संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का मुख्य मंच कुछ हद तक हटा दिया है, वहीं दिल्ली पुलिस भी सीमेंट के बड़े बैरिकेडों को हटाने में लगी है। रविवार को सोनीपत और दिल्ली दोनों तरफ 20 से अधिक जेसीबी रास्ता खोलने के काम पर लगाई गई। 24 से 36 घंटे में रोड को खोलने के प्रयास जोरों पर हैं। प्रशासन सोमवार को रास्ता खोलने के कार्य की समीक्षा करेगा। कुंडली बॉर्डर पर इस प्रकार के हालात। नेशनल हाईवे (NH-44) पर सोनीपत क्षेत्र में राई से लेकर सिंघु बॉर्डर तक के करीब 10 किलोमीटर क्षेत्र में किसान आंदोलन फैला था। किसानों के साथ प्रशासन भी अब रास्ता खोलने को लेकर अवरोधकों को हटाने के लगा है। 20 से ज्यादा जेसीबी काम कर रही हैं। रसोई गांव से आगे रोड पर बड़ी संख्या में पत्थर, ईंट और जगह-जगह रोड पर छोटे-छोटे निर्माण मौजूद हैं। पत्थरों और टेंट गाड़ने के लिए किए गए गड्ढे भी यातायात में बाधक हैं। फिलहाल रोड पर टूटी-फूटी झोपड़ियां, उनके खंभे, शेड के खंभे भी हैं, जिसे पूरी तरह से हटाने के बाद ही यातायात शुरू किया जा सकता है। कुंडली बार्डर पर लोहे के गार्डर, पिलर और मजबूत टीन शेड से बना मुख्य मंच को सायं तक हटाने का काम चला। इसी सुबह तक पूरी तरह से हटा दिया जाएगा। कुंडली बॉर्डर पर सामान समेटने का काम जारी है। टीडीआई सिटी के सामने पर चल रहे सबसे बड़े कार सेवा दल का सामान उठाया गया। किसानों ने साफ सफाई भी शुरू की। कहा जा रहा है कि अगले 24 घंटों में किसान जत्थेबंदियां यहां से काम पूरा कर लौट जाएंगी। दूसरी तरफ प्रशासन ने भी जेसीबी के सहारे रोड पर जगह-जगह खड़े किए गए अवरोधकों को हटाने का काम शुरू कर दिया है। प्रशासन के कई अधिकारी मौके का मुआयना कर करनाल जीटी रोड को जल्द शुरू कराने के प्रयासों में लगे हैं। हालांकि अभी कहा जा रहा है कि यातायात शुरू करने में कुछ 24 से 36 घंटे का समय और लगेगा। जेसीबी से हटाए जा रहे हैं अवरोधक। जीटी रोड NH-44 पर सबसे बड़े अवरोधक तो दिल्ली पुलिस की ओर से ही खड़े किए गए थे। कंक्रीट की दीवार के साथ यहां कीलें भी लगाई गई थी। कंटीले तारों की बाड़ भी किसानों का दिल्ली की तरफ रास्ता रोके खड़ी थी। रविवार को दिल्ली पुलिस ने भी जेसीबी लगाकर बैरिकड हटाने का काम शुरू कर दिया। किसान मोर्चा का मंच हटाने में लगे मजदूर और किसान। डीसी ललित सिवाच का कहना है कि बॉर्डर पूरी तरह से खाली नहीं हो पाया है। किसान अभी भी सामान को समेटने मे लगे हैं। सोमवार को यहां के हालातों की समीक्षा के बाद रोड को जल्द चालू करने की कार्रवाई होगी। दिल्ली प्रशासन को भी अवरोधकों को हटाने के लिए संपर्क साधा गया है। अधिकारियों की डयूटी लगाई गई है। जल्द ही खराब सड़क की मरम्मत भी की जाएगी। अभी आासपास के रास्तों से वाहन आ जा रहे हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/navjot-sidhu-news-navjot-sidhu-says-punjab-two-cm-are-land-grabber-129203177.html,"सिद्धू का बड़ा बयान: मोहाली में 2 CM का डेढ़ लाख करोड़ रुपए की जमीन पर कब्जा, नाम पता चलेंगे तो पैरों तले जमीन खिसक जाएगी","सिद्धू का बड़ा बयान:मोहाली में 2 CM का डेढ़ लाख करोड़ रुपए की जमीन पर कब्जा, नाम पता चलेंगे तो पैरों तले जमीन खिसक जाएगी चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने रविवार को बड़ा सियासी हमला किया। चंडीगढ़ के लॉ भवन में 'बोलदा पंजाब' कार्यक्रम में सिद्धू ने कहा कि मोहाली में डेढ़ लाख करोड़ रुपए की जमीन पर अवैध कब्जा है। इसके लिए जमीन के रिकॉर्ड में हेराफेरी की गई। जस्टिस कुलदीप सिंह कमीशन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सिद्धू ने कहा कि इसमें से 900 एकड़ जमीन पर तो 2 मुख्यमंत्रियों ने ही कब्जा कर रखा है। हालांकि सिद्धू ने यह नहीं बताया कि ये 2 मुख्यमंत्री कौन से हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि वह पंजाब के CM रह चुके नेताओं के बारे में बात कर रहे हैं या मौजूदा CM के बारे में। चूंकि किसी राज्य में एक ही CM हो सकता है ऐसे में सिद्धू ने यह भी साफ नहीं किया कि क्या दूसरे किसी राज्य कस मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल है? सिद्धू ने इतना ही कहा कि रिपोर्ट पढ़ो तो उसमें कई नेताओं के नाम है। उनके बारे में जानकर पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। कार्यक्रम में बोलते नवजोत सिद्धू। फिर छलका दर्द, कहा- मैं शोपीस नहीं बनूंगा सिद्धू का पंजाब का मुख्यमंत्री न बन पाने का दर्द रविवार को फिर छलका। सिद्धू ने कहा, ‘राजनीति में अच्छे आदमी को शोपीस बना दिया जाता है। उसे मोहरा बनाकर चुनाव जिताने के लिए रखा जाता है। कैंपेन करवाने के बाद उसे शोपीस बनाकर रख देते हैं लेकिन अब मैं किसी का शोपीस और मोहरा नहीं बनूंगा।’ सिद्धू का बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि कल ही उन्होंने कहा था कि उनके पास कोई प्रशासनिक पावर नहीं है। उनके पास सिर्फ ऑर्गेनाइजेशन है मगर वहां भी जनरल सेक्रेटरी और दूसरे पदों पर किसी को नहीं लगाने दिया जा रहा। केजरीवाल को कहा- नकली सिद्धू आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा पंजाब के CM चरणजीत चन्नी को नकली केजरीवाल बताए जाने से जुड़े सवाल के जवाब में सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल नकली सिद्धू बन गया है, जो उनके पंजाब मॉडल की नकल कर रहा है। केजरीवाल नौकरी, फ्री बिजली और हर महिला को एक-एक हजार रुपए देने का जो दावा कर रहा है, उसे पूरा कहां से करेगा? यह बताए। रेत से तो 2 हजार रुपए नहीं निकलते तो वह कहां से रुपए निकालेगा? प्रियंका-राहुल का साथ नहीं छोड़ूंगा सिद्धू ने कहा कि वह प्रियंका गांधी और राहुल गांधी का साथ नहीं छोड़ेंगे। जो वचन दिया है, उस पर कायम रहेंगे। सिद्धू ने यह बात तब कही, जब उनसे पूछा गया कि उन पर भरोसा करके लोग कांग्रेस को जिता भी दें मगर बाद में उन्हें कोई जिम्मेदारी यानी CM न बनाया गया तो? इस पर सिद्धू ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिलेगी, निभाएंगे। अगर कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई तो भी राहुल-प्रियंका का साथ नहीं छोड़ेंगे। हालांकि वह तभी साथ होंगे, जब मुद्दा पंजाब के हित का होगा। कांग्रेस में पावरलेस हुए 'गुरु':हाईकमान की ईंट से ईंट खड़काने का दम भरने वाले सिद्धू बोले- मर्जी से जनरल सेक्रेटरी भी नहीं लगा सकता शिक्षा मुद्दे पर कहा- पंजाब में झूठ बेच रहे केजरी सिद्धू ने स्कूली शिक्षा के मुद्दे पर भी केजरीवाल पर हमला किया। सिद्धू ने कहा, ‘जब केजरीवाल सत्ता में आए थे तो 8 लाख नौकरियों की बात कही लेकिन सिर्फ 440 लोगों को मिली। वह मेरे साथ बहस करें तो सबको नंगा कर दूंगा। दिल्ली में जब केजरीवाल सरकार आई तो टीचरों की 7 हजार पोस्ट खाली थी, अब 19 हजार पोस्ट खाली हो चुकी हैं। केजरीवाल पंजाब में झूठ बेच रहे हैं। उन्होंने कौन से नए स्कूल बनाए हैं!’",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/national/news/former-cm-mahbooba-mufti-house-arrested-police-also-sealed-pdp-office-129202964.html,यूथ कन्वेंशन से पहले महबूबा मुफ्ती हाउस अरेस्ट: कश्मीर पुलिस ने गुपकार रोड पर ब्लॉस्ट के इनपुट और कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला दिया,"यूथ कन्वेंशन से पहले महबूबा मुफ्ती हाउस अरेस्ट:कश्मीर पुलिस ने गुपकार रोड पर ब्लॉस्ट के इनपुट और कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला दिया श्रीनगर लेखक: वैभव पलनीटकर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और PDP चीफ महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर के गुपकार रोड स्थित उनके घर में हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। इसके साथ ही श्रीनगर स्थित PDP(पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) के कार्यालय को भी पुलिस ने सील कर दिया है और किसी भी पार्टी कार्यकर्ता को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। 12 दिसंबर को PDP का यूथ कन्वेंशन होने वाला था, कश्मीर पुलिस बताया कि हमें कन्वेंशन पर टारगेटेड एक्पलोसिव ब्लॉस्ट का इनपुट मिला था। वहीं, गुपकार रोड पर कई संस्थाओं की हाई सिक्योरिटी बिल्डिंग्स मौजूद है। यूथ कन्वेंशन में 1000 लोगों के इकट्ठा होने की आशंका थी। इससे पहले ही जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कोविड-19 प्रतिबंधों का हवाला देते हुए ये सख्ती दिखाई है। नौजवानों को रोकने के लिए नए तरीके अपना रही सरकार महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ये खाली कुर्सियां जम्मू- कश्मीर के हालात की तस्वीर पेश कर रही हैं। कोरोना का बहाना बना कर सरकार हमारी आवाज दबा रही है। नौजवानों को घर से बाहर निकलने और पॉलिटिक्स में जाने से रोकने के लिए नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता मोहित भान ने श्रीनगर के एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के ऑर्डर की कॉपी ट्वीट की है। प्रशासन ने कहा है कि- ‘कोविड-19 को लेकर प्रतिबंध जारी हैं। इसलिए PDP गुपकार रोड पर अपना यूथ कॉन्फ्रेंस का कार्यक्रम नहीं कर सकती है। बिना इजाजत के इस तरह के कार्यक्रम को आयोजित ना दिया जाए।’ गुपकार जाने वाले सभी रास्ते बंद PDP प्रवक्ता नाजमू साकिब ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया है कि गुपकार को जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है, ताकि PDP के तय कार्यक्रम यूथ कन्वेंशन को आयोजित ना होने दिया जाए। इसके बाद हमने तय किया कि हम ये कार्यक्रम पार्टी कार्यालय में आयोजित करेंगे, लेकिन प्रशासन ने पार्टी ऑफिस भी सील कर दिया है। श्रीनगर के कई इलाकों में PDP के यूथ कन्वेंशन के बैनर लगाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, श्रीनगर के पनथा चौक पर कई सारे वाहनों को रोका जा रहा है। वहीं सोनवार में कुछ जगहों पर लाठीचार्ज की भी खबरें आई हैं। बता दें कि PDP पिछले कई दिनों से 12 दिसंबर को यूथ कन्वेंशन आयोजित करने की तैयारी कर रही थी। घाटी में राजनीतिक गतिविधियां शुरू जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के करीब 2 साल बाद कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। पिछले 1-2 महीनों से नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और PDP जैसी पार्टियां जम्मू कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में पार्टी सम्मेलन आयोजित कर रही हैं।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/karnal/news/darbar-sahib-left-for-karnal-to-amritsar-129202821.html,"किसानों की घर वापसी: जत्थों का दिल्ली से अमृतसर का सफर जारी, पंजाब में किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक जाम किया","किसानों की घर वापसी:जत्थों का दिल्ली से अमृतसर का सफर जारी, पंजाब में किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक जाम किया करनाल रवानगी की तैयारी करते हुए किसान नेता। सिंघु बॉर्डर से धरना खत्म करके पंजाब के लिए रवाना हुआ जत्था करनाल में रुकने के बाद रविवार सुबह निकल गया। इस जत्थे को श्री दरबार साहिब अमृतसर पहुंचना है। यह जत्था कल दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से चलकर पहली रात करनाल के डेरा कार सेवा में रुका था। जत्था 15 दिसंबर को अमृतसर पहुंचेगा। गुरु गोविंद सिंह की लाडली फौज के निहंग सिंह जत्थे में शामिल होकर चल रहे हैं। उधर दिल्ली में बैठे किसानों की वापसी के साथ ही आज पंजाब के लोकल किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है। कुल 7 जगह ट्रेन रोकने की घटनाएं हुई हैं। ट्रैक जाम होने की वजह से ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया है। चढ़ूनी की अगुआई में बढ़ रहे हैं किसान जत्थे भारतीय किसान यूनियन नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी नेतृत्व करते हुए जत्थे को आगे बढ़ा रहे हैं। चढ़ूनी ने किसानों की पेंडिंग मांगों पर 15 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में चर्चा करने की बात कही। साथ ही पंजाब में चुनाव के दौरान अपने प्रत्याशियों को रण में उतारने की तैयारी बताई। कई मुद्दों पर गुरनाम चढ़ूनी ने अपना पक्ष रखा। यह भी पढ़ें: एक शख्स, जिसने किसानों को फ्री खिलाया: पूरा एक साल लंगर चलाया तो सरकार ने बंद करा दिया था ढाबा, अब दोबारा खुलेगा 'गोल्डन हट' सवाल: फतेह मार्च क्यों निकाला गया? चढ़ूनी: 380 दिन धरने पर बैठने के बाद सबसे हठी प्रधानमंत्री जनता के आगे झुका है, इसलिए फतेह मार्च शुरू किया गया है। 15 को अमृतसर पहुंचेंगे। श्री हरमंदिर साहिब जाएंगे। रवानगी करते हुए जत्थे में शामिल निहंग सिंह। सवाल: जीत का श्रेय किसको जाता है? चढ़ूनी: आंदोलन के दौरान शहीद हुए 750 किसानों को जीत का श्रेय जाता है। साथ ही 1 साल तक बुजुर्ग-बच्चे जो सड़कों पर बैठे हुए थे, उनको जाता है। लोगों के अंदर उत्साह है, जोश है, लंबे संघर्ष के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को झुकाया है। इसी खुशी में जगह-जगह स्वागत समारोह किए जा रहे हैं। यह भी पढ़ें: टीकरी बॉर्डर खुलने का रास्ता साफ:कभी भी खुल सकता है हाईवे, दिल्ली MCD टोल भी शुरू होगा; आखिरी बचा लंगर हटाने में जुटे किसान सवाल: आगे की क्या योजना है? चढ़ूनी: 15 दिसंबर को फिर से संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है। इस बैठक में लंबित मांगों पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक एक महीने में एक बार जरूर की जाएगी। अगर कहीं भी सरकार गड़बड़ करती है तो आंदोलन फिर शुरू किया जाएगा। सवाल: पंजाब-यूपी में चुनाव हैं, किसानों की क्या योजना रहेगी? चढ़ूनी: पंजाब में हम मिशन पंजाब चला रहे हैं। वहां पर अपने लोगों को चुनाव लड़ाएंगे। चुनाव में किसान अपनी पावर दिखाएंगे। उत्तर प्रदेश के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा। यह भी पढ़ें: बसताड़ा टोल खोलने की तैयारी शुरू:साफ-सफाई हुई; रोलिंग ठीक करने में जुटे, कंप्यूटर सिस्टम फिट, किसानों के उठते ही शुल्क वसूला जाएगा किसानों को गुरुद्वारे की तरफ से सरोपा भेंट किया गया। सवाल: किसानों के आंदोलन का लक्ष्य यही था? चढ़ूनी: यह पहली सीढ़ी है, जो किसानों ने जीती है। जो जंग पूंजीवाद के विरुद्ध है, 3 कानून भी उसका ही एक हिस्सा हैं। अभी पूरी जंजीर तोड़नी बाकी है। पूंजीवाद के चलते छोटे दुकानदार, किसान, मजदूर समेत सबके काम पर असर पड़ता है। पूंजीवादी मोटी रकम हड़प रहे हैं। उस पर लगाम लगाना जरूरी है। रोजाना की इनकम को बराबर लाना है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/prime-minister-narendra-modi-bjp-release-work-details-for-sikh-community-ahead-of-assembly-election-in-punjab-up-and-uttarakhand-129202919.html,भाजपा का सिखों पर चुनावी दांव: सिख समाज से जुड़े 13 काम गिनाए; यह गिनती पहले गुरु बाबा नानक के 'तेरा-तेरा' सिद्धांत से जुड़ी हुई,"भाजपा का सिखों पर चुनावी दांव:सिख समाज से जुड़े 13 काम गिनाए; यह गिनती पहले गुरु बाबा नानक के 'तेरा-तेरा' सिद्धांत से जुड़ी हुई चंडीगढ़ लेखक: मनीष शर्मा पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने सिखों पर चुनावी दांव खेला है। भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम के सहारे सिख समाज से जुड़े 13 काम गिनाए] जिनमें करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण से लेकर अफगानिस्तान से सिखों को भारत लाने जैसी उपलब्धियां शामिल की गई हैं। भाजपा ने सिर्फ 13 ही काम गिनाए, इसके जरिए भी सिखों को प्रभावित करने की कोशिश की गई है। सिखों के प्रथम गुरू श्री गुरुनानक देव जी ने तेरा-तेरा का सिद्धांत दिया था। सिख समाज इस वक्त भाजपा से नाराज चल रहा है] जिसकी बड़ी वजह किसान आंदोलन है। हालांकि अब विवादित कृषि सुधार कानून वापस होने के बाद आंदोलन खत्म हो चुका है] जिसके तुरंत बाद भाजपा ने यह सियासी कोशिश की है। PM नरेंद्र मोदी के गुरुद्वारे में माथा टेकते की वीडियो भी जारी की गई। पंजाब सिख बहुल स्टेट, UP और उत्तराखंड में अच्छी संख्या देश में पंजाब सिख बहुल स्टेट है, जहां इस वक्त अकाली दल से गठबंधन तोड़ने के बाद भाजपा बड़ी चुनावी चुनौती झेल रही है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, रामपुर, बरेली जैसे कई जिलों में सिखों की अच्छी तादाद है। वहां लखीमपुर खीरी में किसानों को जीप से कुचलने के मामले में केंद्रीय मंत्री पर आरोप के बाद भाजपा की छवि खराब हुई है। वहीं उत्तराखंड में उधमपुर समेत कई क्षेत्रों में सिखों की अच्छी आबादी है। सिख समाज के लिए गिनाए मोदी सरकार के काम यह है बाबा नानक का तेरा-तेरा सिद्धांत कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में श्री गुरुनानक देव जी नवाब के भंडारगृह में काम करते थे। यहां गुरुनानक देव जी जरूरतमंदों की मदद करते थे। कुछ लोगों ने सुल्तान को चुगली कर दी कि बाबा नानक के कारण मोदीखाना लुट रहा है। वह कोई चीज तोलते नहीं और 'तेरा-तेरा' कहकर सामान दे देते हैं। हालांकि जब इसका हिसाब जोड़ा गया तो मोदीखाने में रुपए ज्यादा ही निकले। इससे जुड़ा गुरुद्वारा हट्‌ट साहिब भी बना हुआ है। कृषि कानून वापसी का भी खास दिन केंद्र सरकार ने नाराज सिख समाज को खुश करने के लिए विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए भी खास दिन चुना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रथम गुरू श्री गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व के दिन यह घोषणा की। इसके जरिए भी सिखों से करीबी दिखाने की कोशिश की गई। वीडियो में करतारपुर कॉरिडोर शुरू करते वक्त के फुटेज भी दिखाए गए हैं। 3 मिनट 57 सेकेंड के वीडियो से दिखाई उपलब्धियां भाजपा ने सिख समाज के लिए गिनाए काम के साथ 3.57 मिनट की वीडियो भी जारी की है, जिसके जरिए सिख समाज के लिए करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने से लेकर बाकी काम गिनवाए गए हैं। भाजपा ने किसान आंदोलन के दौरान ही यह बुकलेट भी जारी की थी। पहले 71 पेज की बुकलेट जारी कर चुकी सरकार सिखों को अपने साथ जोड़ने के लिए भाजपा पहले भी कोशिश कर चुकी है। इसी साल की शुरूआत में भाजपा ने 71 पेज की बुकलेट जारी की थी। 'प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार का सिखों के साथ विशेष संबंध' शीर्षक से यह बुकलेट तैयार की गई थ,। जिसमें करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण, सिख विरोधी दंगों में कार्रवाई, लंगर को GST मुक्त करने, आतंकवाद के दौर में बनी ब्लैक लिस्ट से सिखों के नाम हटाने जैसे काम गिनाए गए थे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/navjot-singh-sidhu-sidhu-says-i-am-powerless-congress-president-129202755.html,कांग्रेस में पावरलेस हुए 'गुरु': हाईकमान की ईंट से ईंट खड़काने का दम भरने वाले सिद्धू बोले- मर्जी से जनरल सेक्रेटरी भी नहीं लगा सकता,"कांग्रेस में पावरलेस हुए 'गुरु':हाईकमान की ईंट से ईंट खड़काने का दम भरने वाले सिद्धू बोले- मर्जी से जनरल सेक्रेटरी भी नहीं लगा सकता चंडीगढ़ लेखक: मनीष शर्मा पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू कांग्रेस में 'बेबस' नजर आने लगे हैं। बाबा बकाला रैली में पहुंचे सिद्धू ने पावरलेस होने का खूब रोना रोया। सिद्धू ने कहा कि उनके पास एडमिनिस्ट्रेशन की ताकत नहीं है। वह ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान हैं, लेकिन तब भी अपनी मर्जी से एक जनरल सेक्रेटरी भी नहीं लगा सकते। इससे पहले कांग्रेस हाईकमान को सीधी धमकी देते थे कि अगर उन्हें फैसले लेने की छूट नहीं दी तो ईंट से ईंट खड़का देंगे। उन्हें दर्शनी घोड़ा बनने का कोई शौक नहीं। सिद्धू का यह दर्द इसलिए छलका है, क्योंकि उन्होंने अपनी मर्जी से जिला प्रधानों की लिस्ट तैयार कर भेजी थी, जिसे कांग्रेस हाईकमान ने रोक लिया। सिद्धू के प्रधान नहीं, कांग्रेस ने अपने को-आर्डिनेटर लगाए नवजोत सिद्धू ने अपनी मर्जी से पंजाब कांग्रेस के 29 जिला यूनिटों के लिए एक जिला प्रधान और 2 वर्किंग प्रधान की लिस्ट भेजी थी। जब यह लिस्ट कांग्रेस के पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी तक पहुंची तो पता चला कि सिद्धू ने अकेले ही इसे तैयार किया। इसमें लोकल MLA और सीनियर नेताओं की राय नहीं ली। सिद्धू मेरिट का तर्क देते रहे, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने लिस्ट रोक ली और इसकी जगह हर जिले में AICC के को-आर्डिनेटर लगाकर सिद्धू को झटका दे दिया। सिद्धू ने कुछ दिन पहले कहा कि सियासत बोझ लगने लगती है तो इस्तीफा दे देते हैं। अब उनकी बेबसी से फिर सिद्धू के अगले सियासी कदम को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। CM से अब होम मिनिस्ट्री की तड़प नवजोत सिद्धू भले ही पंजाब बचाने की बात करते हों, लेकिन कुर्सी और पॉवर की तड़प नहीं छिपा पाते। सिद्धू ने कहा कि जिनके हाथ में आज बागडोर है, उन्हें चिट्‌टा (नशा) बेचने और गोलमाल करने वालों को अंदर करना चाहिए।। मैं आज से नहीं, बल्कि साढ़े 4 साल से मांग रहा हूं कि 4 दिन की ताकत मुझे दे दो। अगर जट्‌ट को ताकत दी होती तो जीजा-साला देश छोड़ देते। सिद्धू का यह निशाना अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया पर था। इससे पहले सिद्धू CM की कुर्सी को लेकर छटपटाहट दिखाते रहे। राहुल गांधी ने सरकार विरोधी बयानबाजी से रोका सूत्रों की मानें तो सिद्धू की इस बैचेनी की वजह राहुल गांधी भी हैं। सिद्धू लगातार CM चरणजीत चन्नी की सरकार पर वार कर रहे थे। उनके ऐलान को लॉलीपॉप तो कभी छुरलियां कह रहे थे। राहुल गांधी तक भी यह रिपोर्ट पहुंची कि सिद्धू की बयानबाजी से कांग्रेस की छवि खराब हो रही है। इसमें कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी की भी अहम भूमिका बताई जा रही है। कुछ दिन पहले राहुल ने सिद्धू को दिल्ली तलब किया था, जहां उन्हें कहा गया कि वह सरकार के खिलाफ बयानबाजी न करें। AAP पर भी हमलावर होना पड़ा सिद्धू और आम आदमी पार्टी की सियासी खिचड़ी ने कांग्रेस को चिंता में डाल रखा था। सिद्धू अभी तक अपनी ही सरकार को टारगेट कर रहे थे। इसके अलावा वह सिर्फ अकाली दल को निशाना बनाते थे। इससे कांग्रेस के भीतर भी संदेह था कि सिद्धू कहीं फिर कोई झटका न दे दें। AAP की तरफ से भी सिद्धू की तारीफ की जा रही थी। लेकिन राहुल गांधी से मुलाकात के बाद अब सिद्धू आप के खिलाफ भी हमलावर होने को मजबूर हुए हैं। सिद्धू को लेकर अक्सर चर्चा रही कि वह AAP का CM चेहरा हो सकते हैं। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन पहले कहा कि सिद्धू उनके साथ आना चाहते थे।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/haryana/hisar/news/accused-on-pm-modis-special-security-guard-for-assaulting-woman-and-her-sister-in-hisar-police-engaged-in-investigation-129202851.html,मोदी की सुरक्षा में तैनात गार्ड ने पत्नी-साली को पीटा: CRPF का जवान प्रधानमंत्री की स्पेशल सुरक्षा में तैनात; 11 साल पहले हुई थी शादी,"मोदी की सुरक्षा में तैनात गार्ड ने पत्नी-साली को पीटा:CRPF का जवान प्रधानमंत्री की स्पेशल सुरक्षा में तैनात; 11 साल पहले हुई थी शादी हिसार हरियाणा के हिसार जिले के आजाद नगर में पति द्वारा पत्नी व साली के साथ मारपीट करने व धमकी देने की घटना हुई है। पीड़ित लाड़वा निवासी संजय के खिलाफ आजाद नगर थाना में केस दर्ज करवाया है। आरोपी पति CRPF में नौकरी करता है और फिलहाल पीएम मोदी के स्पेशल प्रोटेक्शन गार्ड के तौर पर नियुक्त है। इसी बात की वह पत्नी सीमा को धमकी देता है। आजाद नगर थाना पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पीड़िता सीमा ने बताया कि लाड़वा निवासी संजय के साथ उसकी शादी 11 साल पहले हुई थी। शादी के बाद उसको एक बेटी प्रिंसी पैदा हुई। पति के साथ मनमुटाव के कारण वह दोनों अलग हो गए और अब उनका तलाक का केस चल रहा है। उसने पति से खर्चा लेने के लिए कोर्ट केस दायर किया हुआ है, जबकि उसके पति संजय ने तलाक का केस डाला हुआ है। सीमा के अनुसार, शुक्रवार सुबह संजय, ससुर रोशनलाल व उनके रिश्तेदार राजबीर व सुंदर जबरदस्ती उनके घर आ गए। बातचीत के लिए मना करने पर बाकी तो उनके घर से चले गए, लेकिन संजय वहीं पर रुका रहा। कुछ देर बाद संजय ने जबरदस्ती उसको अपने साथ ले जाने की कोशिश की व पकड़कर गली में खींचा। जब उसकी बहन कविता ने मदद करने की कोशिश की तो संजय ने उसके साथ भी मारपीट की। महिला के अनुसार, संजय ने उसे धमकी दी है कि वह पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात है, इसलिए उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उसने दोनों को जान से मारने की धमकी भी दी है।",1 https://www.bhaskar.com,https://www.bhaskar.com/local/chandigarh/news/cricketer-harbhajan-singh-joining-bjp-cricketer-says-this-is-fake-news-129202799.html,भाजपा जॉइन नहीं कर रहे हरभजन सिंह: सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को बताया फेक; युवराज सिंह के भी शामिल होने की चर्चा,"भाजपा जॉइन नहीं कर रहे हरभजन सिंह:सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को बताया फेक; युवराज सिंह के भी शामिल होने की चर्चा चंडीगढ़ क्रिकेटर हरभजन सिंह भाजपा जॉइन नहीं कर रहे। सोशल मीडिया पर हरभजन सिंह की BJP जॉइन करने की चर्चाएं चल रही थी, जिसे हरभजन सिंह ने फेक न्यूज करार दिया। हरभजन के साथ क्रिकेटर युवराज सिंह की भी भाजपा जॉइन करने की चर्चा है। हालांकि अभी तक उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हरभजन सिंह पंजाब में जालंधर के रहने वाले हैं। साल2017 में भी हरभजन सिंह के कांग्रेस में शामिल होकर जालंधर से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। हरभजन ने राजनीतिक पारी से कभी इन्कार नहीं किया है। ऐसे में अक्सर उनके राजनीतिक दलों में शामिल होकर चुनाव लड़ने की चर्चा होती रहती है। युवराज सिंह पंजाब में बड़े चेहरों पर दांव खेल रही भाजपा भाजपा पहली बार पंजाब में अकाली दल से अलग होकर चुनाव लड़ रही है। वहीं किसान आंदोलन की वजह से सिखों के आगे भाजपा की छवि खराब हुई है, जिसे सुधारने के लिए भाजपा लगातार बड़े सिख चेहरों पर दांव खेल रही है। भाजपा नेता खुद भी कह रहे हैं कि पंजाब के दिग्गज सिख चेहरे उनके संपर्क में हैं। जो जल्द ही पार्टी में शामिल होंगे। भाजपा किसान आंदोलन के बीच ही कई सिख चेहरों को पार्टी में शामिल कर चुकी है।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/mumbai-news-shivsena-mp-sanjay-raut-booked-for-objectional-comments-on-bjp-women-member-b636/,"शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज, भाजपा की महिला नेता ने की थी शिकायत","शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज, भाजपा की महिला नेता ने की थी शिकायत By आजाद खान | Published: December 13, 2021 05:55 PM मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अंधेरी इलाके में छापा मारा तो बड़े से दर्पण के पीछे से बेसमेंट में जाने का रास्ता दिखा। वहीं पर सभी को छिपाया हुआ था। शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज, भाजपा की महिला नेता ने की थी शिकायत बार के बेसमेंट में बड़ी ही चतुराई से छिपाकर महिलाओं को रखा गया था। बाहर लगे इलेक्ट्रानिक कैमरे से हर आने-जाने वालों पर रखता था नजर। पूछताछ में संचालक ने किसी भी तरह की अवैध गतिविधि से किया इंकार। भारत: दिल्ली पुलिस ने शिवसेना सांसद संजय राउत के खिलाफ पूर्वी दिल्ली के मंडावली पुलिस स्टेशन में भाजपा की महिला सदस्यों के खिलाफ उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है। एफआईआर भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव की शिकायत मिलने के बाद दर्ज की गई है। टीवी साक्षात्कार में कथित तौर पर कहीं अपमानजनक बातें महिला नेता ने दावा किया है कि 9 दिसंबर को एक मराठी समाचार चैनल पर प्रसारित एक साक्षात्कार में राउत ने ""भाजपा के राजनीतिक कार्यकर्ताओं के जीवन और अंग के खिलाफ अभद्र भाषा में धमकी दी है।“ महिला ने बताया कि टीवी पर राउत ने एक साक्षात्कार में भाजपा के पार्टी कार्यकर्ताओं को गालियां दीं। इसके बाद पार्टी की महिला शाखा ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया। महिला नेता की शिकायत पर पुलिस ने ली कानूनी राय महिला नेता ने उनके बयान को न केवल अपमानजनक बताया, बल्कि भाजपा की महिला पार्टी कार्यकर्ताओं के शील को भी ठेस पहुंचाने वाला कहा। उसकी शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कानूनी राय ली और शिवसेना सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। राउत ने किया ट्वीट करके केस को दबाव बनाने की कोशिश बताया इस केस पर अपनी टिप्पणी करते हुए राउत ने ट्वीट करके कहा कि उनके एक शब्द के इस्तेमाल पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जबकि इस तरह के शब्द भाजपा के नेता अक्सर बोलते रहते हैं। लेकिन उनके खिलाफ कुछ नहीं होता है। जाहिर यह उन पर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया गया है।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/bihar-news-magistrate-was-beaten-by-local-in-panchayat-election-called-off-re-election-held-in-b636/,"बिहार में मतदान के दौरान बवाल, मजिस्ट्रेट को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, दो बूथों में फिर से होगा मतदान","बिहार में मतदान के दौरान बवाल, मजिस्ट्रेट को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, दो बूथों में फिर से होगा मतदान By आजाद खान | Published: December 13, 2021 05:44 PM बिहार में चल रहे मतदान के दौरान पुलिस के साथ मजिस्ट्रेट की पिटाई का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने मजिस्ट्रेट को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। बिहार में मतदान के दौरान बवाल, मजिस्ट्रेट को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, दो बूथों में फिर से होगा मतदान दरभंगा में चुनाव के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस पर जमकर हमला हुआ है। इस घटना में कई EVM को तोड़फोड़ भी किया गया है। इसके बाद डीएम ने बूथ संख्या 151 व 152 पर फिर से मतदान का एलान किया है। भारत:बिहार के दरभंगा में चल रहे 11वें चरण के मतदान के दौरान बोगस वोट डलने को लेकर जमकर बवाल हुआ जिसमें पुलिस के साथ मजिस्ट्रेट पर भी हमला हुआ है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला आला अधिकारियों के नजर में आया है। बताया जा रहा है कि इस घटना में आरोपियों द्वारा मजिस्ट्रेट को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया है। यही नहीं EVM सहित चुनाव के अन्य सामान के साथ तोड़फोड़ भी किया गया है। बता दें कि यह घटना कुशेश्वरस्थान प्रखंड की चिगरी सिमराहा पंचायत के चिगरी गांव स्थित बूथ संख्या 151 व 152 की है जिसमें 4 लोगों के घायल होने की भी बात सामने आई है। मामले से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है और फरार अरोपियों की तलाश में भी पुलिस जुट गई है। मामले का मुख्य आरोपी पत्नी के साथ फरार बता दें कि इस घटना का मुख्य आरोपी मिथिलेश यादव और अपनी पत्नी के साथ फरार हैं। पुलिस की एक टीम उनकी तलाश में जुटी है। इस पर SSP बाबू राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस घटना के आरोप में मुखिया प्रत्याशी वीरेंद्र चौपाल समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस पर उन्होंने आगे बोलते हुए कहा, 'इस पूरे मामले में तिलकेश्वर ओपी प्रभारी अखिलेश राय की भूमिका संदिग्ध है। इसकी जांच की जा रही है।' बता दें कि घटना शुरु होने का मुख्य कारण अभी साफ नहीं हुआ है। गिरफ्तार लोगों के रिश्तेदारों ने किया पुलिस का घेराव वहीं इस मामले में गिरफ्तार लोगों के रिश्तेदारों ने पकड़े गए 6 लोगों को छोड़ने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने पुलिस का घेराव भी किया है। प्रशासन ने घटना को देखते हुए बूथ संख्या 151 व 152 पर हुए मतदान को रद्द कर दिया और फिर से मतदान का आदेश दिया। वहीं डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम के आदेश पर मुखिया, जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्य एवं वार्ड सदस्य का पुनर्मतदान 14 दिसंबर की सुबह 7 बजे से होगा। इसके साथ डीएम ने यह भी कहा कि मतपेटी सुरक्षित रहने के कारण पंच व सरपंच का चुनाव नहीं होगा।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/it-is-up-to-congress-to-join-tmc-led-anti-bjp-alliance-mamata-b421/,टीएमसी नीत भाजपा विरोधी गठबंधन में शामिल होना कांग्रेस पर निर्भर करता है: ममता,"टीएमसी नीत भाजपा विरोधी गठबंधन में शामिल होना कांग्रेस पर निर्भर करता है: ममता By भाषा | Published: December 13, 2021 09:11 PM टीएमसी नीत भाजपा विरोधी गठबंधन में शामिल होना कांग्रेस पर निर्भर करता है: ममता पणजी, 13 दिसंबर गोवा में ‘खेल ज़तलो’ का नया चुनावी नारा देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बैनर तले तटीय राज्य में भाजपा विरोधी गठबंधन पहले ही आकार ले चुका है और अब यह कांग्रेस को तय करना है कि वह भगवा दल से मुकाबला करने के लिए चुनाव से पहले गठबंध में शामिल होना चाहती है या नहीं। दक्षिण गोवा के बेनौलिम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि टीएमसी इस बार सत्तारूढ़ भाजपा को चुनाव जीतने नहीं देगी जो 2022 की शुरुआत में गोवा में होने हैं। एक अलग कार्यक्रम में, बनर्जी ने कहा कि गोवा में ""खेल ज़तलो"" होगा ('ज़तलो' एक कोंकणी शब्द है जिसका अर्थ है 'होगा')। उन्होंने इससे पहले इस साल की शुरुआत में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान 'खेला होबे' (खेल जारी है) का नारा दिया था। वह राज्य की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। जनसभा में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) पहले ही उनके भाजपा विरोधी गठबंधन में शामिल हो चुकी है और अब राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एकमात्र विधायक चर्चिल अलेमाओ ने पार्टी की राज्य विधायी इकाई का टीएमसी में विलय कर दिया है। अपनी पार्टी में अलेमाओ को शामिल करते हुए बनर्जी ने कहा, “ अगर कांग्रेस को लगता है कि वे भाजपा को हराना चाहते है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। हम पहले ही एमजीपी से हाथ मिला चुके हैं। अगर आप जुड़ना चाहते हैं तो हमसे जुड़ें। हम पहले ही गठबंधन कर चुके हैं।” इससे पहले दिन में, अलेमाओ ने राकांपा की गोवा विधायी इकाई का टीएमसी में विलय कर दिया, जिससे छोटे तटीय राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी को बढ़त मिली है। भाजपा विरोधी गठबंधन के बारे में बात करते हुए, बनर्जी ने दावा किया कि उनकी पार्टी राज्य में भगवा दल का विकल्प बन गई है। कांग्रेस को सीधा संदेश देते हुए टीएमसी प्रमुख ने कहा, “एमजीपी गठबंधन में शामिल हो गया है। राकांपा ने अपनी विधायी इकाई का (टीएमसी में) विलय कर दिया है। अगर कोई वोट नहीं बांटना चाहता है तो आएं और हमसे जुड़ें।” उन्होंने संकल्प लिया “हम इस बार (गोवा में) भाजपा को नहीं जीतने देंगे।” राज्य की ईसाई आबादी को रिझाने की कोशिश में बनर्जी ने कहा कि वह पिछले 20 साल से क्रिसमिस की आधी रात को होने वाली प्रार्थना में शिरकत करती आई हैं। इससे पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने गोवा को ‘ प्यारा, खूबसूरत और बहुत बुद्धिमान’ राज्य बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने चुनाव लड़ने का फैसला राज्य को नियंत्रित करने या मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं किया है बल्कि चुनाव में गोवा के लोगों की मदद करने के लिए अपने अनुभव का इस्तेमाल करने के लिए किया है। वह टीएमसी के स्थानीय नेताओं को संबोधित कर रही थीं। बनर्जी ने गोवा विधानसभा चुनाव में टीएमसी की जीत का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि गोवा में अगर कोई भाजपा को शिकस्त देना चाहता है तो उसे उनकी पार्टी का समर्थन करना चाहिए। बनर्जी ने कहा कि उनके पास पश्चिम बंगाल की तरह गोवा के लिए भी एक योजना है, जिसे सत्ता में आने के छह महीने के अंदर तटीय राज्य में लागू किया जाएगा। बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उनकी पार्टी ने गोवा में चुनाव लड़ने को लेकर विचार नहीं किया था, लेकिन जब यह महसूस हुआ कि अन्य दल भाजपा को टक्कर नहीं दे रहे हैं, तो टीएमसी ने यहां चुनाव मैदान में कूदने का फैसला किया। बनर्जी ने कहा, “ इतने सालों में हम गोवा नहीं आए, लेकिन हमने महसूस किया कि कोई कुछ नहीं कर रहा है। भाजपा के खिलाफ कोई नहीं लड़ रहा था। इसलिए हमने यहां आने का सोचा।” परोक्ष रूप से कांग्रेस का हवाला देते हुए बनर्जी ने कहा, ""जब आप पश्चिम बंगाल में हमारे खिलाफ लड़ सकते हैं, तो हम गोवा में आपके खिलाफ क्यों नहीं लड़ सकते हैं। हम आपके साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन हम (अपने दम पर) लड़ेंगे।” बनर्जी ने कहा कि गोवा में ‘खेल जतलो’ होगा। इससे पहले उन्होंने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान ‘ ‘खेला होबे’ का नारा दिया था। टीएमसी प्रमुख ने कहा, “ भाजपा के खिलाफ में खेला होबे, खेल जतलो, भाजपा हटाओ।” उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल और गोवा को फिल्मों और फुटबॉल के साथ-साथ कई चीज़ें जोड़ती हैं। बनर्जी ने भाजपा पर पश्चिम बंगाल में मानवाधिकारों का उल्लंघन दिखाने के लिए फर्जी वीडियो बनाने का आरोप लगाया, जिनमें बांग्लादेश के दृश्य दिखाए जाते हैं। उन्होंने कहा, “ हम वीडियो के खिलाफ उच्चतम न्यायालय गए हैं। वह (भाजपा) पश्चिम बंगाल को खत्म करना चाहती है। वे ममता बनर्जी को खत्म करना चाहते हैं।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/the-terrorists-tried-to-demolish-kashi-the-city-is-giving-new-grandeur-to-its-pride-modi-b421-1/,"आततायियों ने काशी को ध्वस्त करने के प्रयास किए, नगर अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रहा: मोदी","आततायियों ने काशी को ध्वस्त करने के प्रयास किए, नगर अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रहा: मोदी आततायियों ने काशी को ध्वस्त करने के प्रयास किए, नगर अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रहा: मोदी वाराणसी (उप्र), 13 दिसंबर भारत की सभ्यतागत धरोहर की जीवटता की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सोमवार को कहा कि औरंगजेब जैसे आततायियों ने काशी को ध्वस्त करने के प्रयास किए, लेकिन आतंक के वे पर्याय इतिहास के काले पन्नों तक सिमटकर रह गए, जबकि प्राचीन नगरी काशी अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रही है। काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के बाद मोदी ने अपने भाषण में कहा कि भारत सदियों की गुलामी से उत्पन्न हीनभावना से बाहर निकल रहा है। साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, देश को एक निर्णायक दिशा देगा तथा इसे एक उज्ज्वल भविष्य की तरफ ले जाएगा।’’ पवित्र नगरी, जो उनका संसदीय क्षेत्र भी है, में पहुंचने के बाद मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की और फिर गंगा में डुबकी लगाई, जहां से उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए गंगाजल भरा। मोदी ने भाषण में देश के एक नया इतिहास रचने का उल्लेख करते हुए मुगल शासक औरंगजेब, मुस्लिम आक्रांता सालार मसूद और ब्रिटिश गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘कितनी ही सल्तनतें उठीं और मिट्टी में मिल गईं, लेकिन बनारस बना हुआ है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यहाँ अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं! अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। और अंग्रेजों के दौर में भी, वारेन हेस्टिंग्स का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं। आततायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए!’’ मोदी ने कहा, ‘‘औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है... जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की! लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देखिए, कैसे समय बदल गया। आज, आंतक के पर्याय रहे लोग इतिहास के काले पन्नों तक सिमटकर रह गए, जबकि काशी आगे बढ़ रही है और वह अपने गौरव को फिर से नयी भव्यता दे रही है।’’ कई इतिहासकारों का मानना है कि औरंगजेब ने मंदिर को ध्वस्त कर एक मस्जिद बनाने का आदेश दिया था। मोदी ने मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए रानी अहिल्याबाई होल्कर और मंदिर के गुंबद पर स्वर्ण परत (प्लेटिंग) चढ़ाने को लेकर सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की सराहना की। मोदी ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का पूरा परिसर महज एक भव्य भवन नहीं है, बल्कि भारत की सनातन संस्कृति, इसकी आध्यात्यिमक आत्मा और परंपरा का प्रतीक है। मोदी ने भव्य मंदिर परिसर के निर्माण कार्य में शामिल श्रमिकों का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने उनसे मुलाकात की और उन पर फूल बरसाए और बाद में उनके साथ भोजन भी किया। प्रधानमंत्री की इस यात्रा पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज किया, जिनकी समाजवादी पार्टी (सपा) उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल है, जहां तीन महीने से भी कम समय में विधानसभा चुनाव होना है। राज्य में अभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में है। इटावा में जब संवाददाताओं ने सपा प्रमुख को बताया कि मोदी की वाराणसी में महीने भर लंबे समारोहों की योजना है, इस पर अखिलेश ने कहा, ‘‘सिर्फ एक महीना क्यों?’’ उन्होंने तंज करते हुए कहा, ‘‘बहुत अच्छी बात है। एक महीना नहीं, दो महीने, तीन महीने रहें, अच्छी बात है। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय पर बनारस में ही रहा जाता है।’’ मंदिर परिसर में अपने भाषण में मोदी ने कहा कि यदि भारत राम मंदिर, काशी विश्वनाथ धाम बना रहा है तो वह समुद्र में हजारों किमी लंबी ऑप्टिकल फाइबर भी बिछा रहा है, गरीबों के लिए लाखों मकान बना रहा है और लोगों को अंतरिक्ष में भेज रहा है। उन्होंने बौद्ध और सिख तीर्थ यात्रा केंद्रों के लिए किए गए कार्य का भी उल्लेख किया। मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम का उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्राचीन और नवीनता का समन्वय है। उन्होंने कहा, ‘‘यह परिसर, साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्तव्य का। अगर सोच लिया जाए, ठान लिया जाए, तो असंभव कुछ भी नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विध्वंसकारियों की ताकत भारत की शक्ति और भक्ति से कभी बड़ी नहीं हो सकती। हम जिस तरह से खुद को देखेंगे, दुनिया भी हमें उसी तरह से देखेगी।’’ प्रधानमंत्री ने लोगों से स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि इस अमृत काल में, आजादी के 75वें वर्ष में, ‘‘हमें देश की आजादी के 100 बरस पर दिखने वाले भारत के लिए काम करना होगा।’’ प्रधानमंत्री ने इससे पहले कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र सिर्फ 3,000 वर्ग फुट था जो अब बढ़कर करीब पांच लाख वर्ग फुट हो गया है। उन्होंने काशी के गौरव का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नगर अविनाशी है और यह भगवान शिव के संरक्षण में है। उन्होंने भाषण के बीच में स्थानीय बोली का भी उपयोग किया। समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और देशभर से आए सैकड़ों साधु संत शामिल हुए।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/kashi-vishwanath-inauguration-pm-narendra-modi-participates-ganga-aarti-in-varanasi-shiv-deepotsav-b507/,"Kashi Vishwanath Inauguration: ‘हर-हर महादेव’ के उदघोष के बीच गंगा आरती में शामिल हुए पीएम मोदी, देखें वीडियो","‘हर-हर महादेव’ के उदघोष के बीच गंगा आरती में शामिल हुए पीएम मोदी, वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम के नये स्वरूप के निर्माण में लगभग पौने तीन वर्ष लगे और इस पर सात सौ करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। उपस्थित जनसमूह के साथ कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा। (photo-ani) काशी विश्वनाथ धाम को लोगों को समर्पित करने के बाद शाम को गंगा आरती में शामिल हुए। वाराणसी में 'गंगा आरती' देखी। शहर में आज शिव दीपोत्सव मनाया जा रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का भी उद्घाटन किया। Kashi Vishwanath Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पवित्र शहर वाराणसी में हैं। सबसे पहले काल भैरव मंदिर गए और फिर गलियारे से सटे ललिता घाट तक पहुंचने के लिए नदी मार्ग से यात्रा की। दोपहर में काशी विश्वनाथ धाम को लोगों को समर्पित करने के बाद शाम को गंगा आरती में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम वाराणसी में 'गंगा आरती' देखी। शहर में आज शिव दीपोत्सव मनाया जा रहा है। पीएम मोदी शाम को राज्य के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्री के साथ रिवर क्रूज पर एक अनौपचारिक बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी गंगा नदी के किनारे होने वाली आरती को देखने के लिए संत रविदास घाट से स्वामी विवेकानंद क्रूज (जहाज) पर सवार हुए। इस मौके पर घाटों पर हजारों दीपक जगमगा रहे थे। प्रधानमंत्री के साथ क्रूज पर सवार होने वालों में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल थे। प्रधानमंत्री और आरती को देखने के लिए विभिन्न घाटों पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। क्रूज जब दश्वामेध घाट पर रुका तो लोगों ने ‘हर हर महादेव’ का जयघोष किया। पुरोहितों के मंत्रोच्चारण, घंटियों की आवाज और शंख नाद से पूरा माहौल आध्यात्मिक था। #WATCH | Prime Minister Narendra Modi witnessed 'Ganga Aarti' in Varanasi this evening. Shiv Deepotsav is being celebrated today in the city. (Source: DD) pic.twitter.com/gUKwM8Etak — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 वाराणसी में श्री काशी विश्‍वनाथ धाम के नये स्वरूप के लोकार्पण समारोह को भव्य रूप देने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राज्य के विभिन्न अंचलों में सोमवार को जलाभिषेक और पूजा-अर्चना की तथा उपस्थित जनसमूह के साथ कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा। BJP National president JP Nadda, Governor Anandiben Patel along with Chief Ministers and Deputy Chief Ministers of other states at Ravidas Ghat in Varanasi pic.twitter.com/CHogEOXVvg — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम के नये स्वरूप के निर्माण में लगभग पौने तीन वर्ष लगे और इस पर सात सौ करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री ने आठ मार्च, 2019 को की थी। सोमवार को मोदी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम के नये स्वरूप का लोकार्पण किया। #WATCH | Prime Minister Narendra Modi witnessed laser light show at Ganga Ghat in Varanasi this evening. Shiv Deepotsav is being celebrated today in the city. (Source: DD) pic.twitter.com/MiToW94TY5 — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 ‘हर-हर महादेव’ के उदघोष के बीच यहां सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उस समय गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई गई जब वह वाराणसी की गलियों से गुजर रहे थे, जिसके दोनों ओर उनकी तस्वीरों और अभिवादन वाले बड़े-बड़े पोस्टर लगे हुए थे। साधु-संतों और जानी मानी हस्तियों की काफी संख्या में मौजूदगी के बीच मोदी ने काशी विश्वनाथ गलियारा परियोजना के प्रथम चरण का उदघाटन किया। इससे पहले, उन्होंने गंगा में डुबकी लगाई और मंदिर में पूजा अर्चना की। सुबह के समय नगर में पहुंचने के बाद, सबसे पहले वह काल भैरव मंदिर गये और वहां पूजा की। इस मंदिर को काशी का कोतवाल कहा जाता है। कड़ी सुरक्षा के बीच उनका काफिला फिर इलाके से बाहर गया, इस दौरान स्थानीय बाशिंदे ‘हर-हर महादेव’ और मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। Prime Minister Narendra Modi witnesses 'Ganga Aarti' in Varanasi. Shiv Deepotsav is being celebrated today in the city. pic.twitter.com/tAc0U6Jou8 — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 ललिता घाट जाने के लिए जब मोदी की कार तंग गलियों से नदी तट तक जा रही थी तब कई लोगों ने अपनी बालकनी और छज्जे से गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई जबकि अन्य ने तिरंगा लहराया। तंग गलियों ने एसपीजी और स्थानीय पुलिस बल के लिए सुरक्षा व्यवस्था में कड़ी चुनौती पेश की। Prime Minister Narendra Modi boards Vivekanand Cruise at Ravidas Ghat in Varanasi. He will take part in 'Ganga Aarti' shortly. CM Yogi Adityanath & other CMs-Deputy CMs of BJP ruled states also present. pic.twitter.com/Wt69gAoFDL — ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021 एक व्यक्ति ने काल भैरव मंदिर के पास मोदी को गुलाबी रंग की एक पगड़ी भेंट करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उसे दूर हटाने की कोशिश की। तभी मोदी ने कार के अंदर से संकेत किया और व्यक्ति को पास आने दिया तथा उसने प्रधानमंत्री को पगड़ी भेंट की। इस व्यक्ति ने फिर प्रधानमंत्री को एक पीताम्बरी (भगवा अंगवस्त्र) भेंट की, जिसे उन्होंने हाथ जोड़ कर और मुस्कुराते हुए स्वीकार कर लिया।",1 https://www.lokmatnews.in,https://www.lokmatnews.in/india/surat-bajrang-dal-activists-remove-banner-of-pakistani-cuisine-utsav-from-restaurant-and-set-it-on-b421/,सूरत: बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रेस्तरां से ‘पाकिस्तानी व्यंजन उत्सव’ का बैनर हटाकर उसमें आग लगाई,"सूरत: बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रेस्तरां से ‘पाकिस्तानी व्यंजन उत्सव’ का बैनर हटाकर उसमें आग लगाई सूरत: बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रेस्तरां से ‘पाकिस्तानी व्यंजन उत्सव’ का बैनर हटाकर उसमें आग लगाई सूरत (गुजरात), 13 दिसंबर दक्षिणपंथी ‘बजरंग दल’ के कार्यकर्ताओं ने यहां एक रेस्तरां में आयोजित किए जाने वाले ‘पाकिस्तानी व्यंजन उत्सव’ का एक बड़ा बैनर उतारकर उसमें आग लगा दी। बजरंग दल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह जानकारी दी और दावा किया कि रेस्तरां ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। रिंग रोड इलाके में स्थित रेस्तरां की इमारत के ऊपर लगाए गए बैनर को उतार दिया गया और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए उसमें आग लगा दी गई। यह उत्सव 12 दिसंबर से 22 दिसंबर के बीच ‘टेस्ट ऑफ इंडिया’ में आयोजित किया जाना था। बजरंग दल की दक्षिण गुजरात इकाई के अध्यक्ष देवीप्रसाद दुबे ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने इमारत से बैनर उतार दिया और उसमें आग लगा दी क्योंकि वे इस कार्यक्रम के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सुनिश्चित किया कि रेस्तरां में इस प्रकार के उत्सव का आयोजन नहीं हो। इस प्रकार के उत्सव का आयोजन सहन नहीं किया जाएगा। रेस्तरां ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है।’’ ‘टेस्ट ऑफ इंडिया’ का संचालन करने वाले ‘शुगर एंड स्पाइस रेस्टोरेंट्स’ के संदीप डावर ने कहा कि वे मुगलई व्यंजन परोसना जारी रखेंगे और कार्यक्रम से ‘‘पाकिस्तानी’’ शब्द हटा देंगे क्योंकि इससे कुछ लोगों की भावनाएं आहत होती हैं। इस संबंध में कोई पुलिस मामला दर्ज नहीं किया गया है।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-dcw-notice-to-cbse-protested-against-the-anti-women-article-question-in-the-10th-board-exam-news-hindi-1-499580-KKN.html,"डीसीडब्ल्यू का सीबीएसई को नोटिस, 10वीं की बोर्ड परीक्षा में आए महिला-विरोधी अनुच्छेद प्रश्न का किया विरोध","नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोमवार को सीबीएसई को नोटिस जारी कर 10वीं बोर्ड परीक्षा में प्रकाशित एक महिला-विरोधी अनुच्छेद पर नाराजगी व्यक्त की है। आयोग ने आपत्तिजनक अनुच्छेद का संज्ञान लिया, जिसमें लेखक ने कहा है कि, महिलाओं में स्वतंत्रता और समानता में वृद्धि के कारण बच्चों में अनुशासनहीनता बढ़ गई है।आयोग ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुच्छेद को ना केवल महिला विरोधी ठहराया, बल्कि बच्चों के अंदर नकारात्मक सोच एवं लैंगिक भेदभाव को बढ़ावा देने वाला कहा है।दरअसल सीबीएसई द्वारा प्रश्न पत्र में प्रकाशित इस आर्टिकल में लेखक ने समाज में घटते अपराधों को किशोरों के भटकने और बड़ों के साथ गलत व्यवहार करने का प्रमुख कारण बताया है।आयोग के मुताबिक, लेखक के अनुसार महिलाएं जब अपने पति को घर का मास्टर मानके उनके आधीन रहती थीं, तब बच्चे आज्ञकारी बनते थे। वहीं केवल अपने पति की हर बात को स्वीकार करने से ही वह बच्चों से आज्ञाकारिता प्राप्त कर सकती थी। वह आगे दावा करता है कि पत्नी ने अपनी इस अधीनता से संसार को आज्ञाकारिता का उदाहरण दिया।आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीएसई से कहा है कि वह इस तरह के पितृसत्तात्मक लेख को परीक्षा के पेपर में प्रकाशित कराने के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ-साथ लेखक एवं उन सब पर लिए गए ऐक्शन से संबंधित जानकारी आयोग को जल्द से जल्द प्रदान करे।आयोग ने सीबीएसई से इस बात का कारण बताने को भी कहा कि लैंगिक भेदभाव का प्रचार करने वाले इस गद्यांश को ही क्यों एग्जाम के लिए चुना गया और विशेषज्ञों द्वारा इसकी जांच की गई थी या नहीं।आयोग द्वारा सीबीएसई को इस संबंध में विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए 72 घंटे का समय दिया गया है।डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने विवादास्पद अनुच्छेद पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा, यह अस्वीकार्य है कि सीबीएसई ने अपने परीक्षा पत्र में महिलाओं को अपनमानित करने वाले ऐसे अनुच्छेद का प्रयोग किया, जिसने सभी महिलाओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। ऐसे लेख ना केवल महिलाओं की स्वतंत्र पहचान पर हमला करते हैं परंतु साथ ही साथ लिंग रूढ़िवाद का प्रचार भी करते हैं।छात्र जो इस देश का भविष्य हैं उनकी प्रगतिशील सोच पर ऐसे लेखों से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वहीं मैंने सीबीएसई को सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और आयोग को उसी का विवरण प्रदान करने के लिए 72 घंटे का समय दिया है।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/varanasi-news/news-the-prime-minister-gave-a-big-message-by-showering-flowers-and-eating-food-on-the-workers-news-hindi-1-499579-KKN.html,श्रमिकों पर पुष्प वर्षा और भोजनकर प्रधानमंत्री ने दिया बड़ा संदेश,"वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद यजमान बने। आयोजन के बहाने उन्होंने कई संदेश दिए। मोदी, निर्माण तथा जीर्णोद्धार में लगे कर्मकार तथा कर्म साधकों का सम्मान तथा स्वागत करना नहीं भूलते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में सोमवार को बड़े सम्मान के बाद जीर्णोद्धार में लगे श्रमिकों के साथ बकायदे बैठकर भोजन भी किया।मोदी ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चौक में इस पावन धाम के निर्माण में लगे श्रमिकों तथा कामगारों पर पुष्प वर्षा की। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने इन लोगों के साथ दोपहर में भोजन भी किया। प्रधानमंत्री के इस आचरण से ऊंच-नीच छोटे बड़े का फासला कम होता दिखा।प्रधानमंत्री भोजन से पहले सभी कार्मिकों के पास गए और कुछ से उन्होंने बात भी की। कुछ ने तस्वीर खिंचवाने की इच्छा जताई तो प्रधानमंत्री ने मना नहीं किया और ग्रुप फोटो भी कराई। इनमें निर्माण करने वाले श्रमिकों के साथ सफाई कर्मी भी थे।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां पर लगी अपनी कुर्सी हटाई और कामगार तथा सफाईकर्मी साथियों के बीच जाकर बैठ गए। इससे संदेश साफ है कि हम सभी सनातनी एक हैं। हम लोगों में ना कोई दूरी है और ना ही कोई भेदभाव।इससे पहले उन्होंने कहा था कि मैं आज हर उस श्रमिक भाई-बहनों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिनका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है। कोरोना के इस विपरीत काल में भी उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया, हमारे कारीगर, हमारे सिविल इंजीनयरिंग से जुड़े लोग, प्रशासन के लोग, वो परिवार जिनके यहां घर थे, सभी का मैं अभिनंदन करता हूं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं सभी श्रमिक साथियों का भी अभिनंदन करना चाहता हूं, जो यहां पर लगे थे। उन्होंने कहा कि मुझे अभी इन सभी का आशीर्वाद लेने का मौका मिला।इससे पहले उन्होंने लाल वस्त्र में गंगा स्नान किया। फिर बाबा विश्वनाथ पर गंगाजल चढ़ाने पहुंचे। गंगा स्नान के बाद गले में रूद्राक्ष और हाथ में गंगाजल लेकर जब प्रधानमंत्री धाम परिसर की ओर बढ़े तो हर-हर महादेव के उद्घोष से आकाश गूंज उठा। 33 महीने में तैयार श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के भव्य लोकार्पण समारोह में देश भर से वीवीआईपी, संत और महात्मा पहुंचे।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-if-pm-twitter-account-can-be-hacked-what-will-happen-to-common-man-security-adhir-ranjan-chowdhury-news-hindi-1-499576-KKN.html,अगर प्रधानमंत्री का ट्विटर अकाउंट हैक हो सकता है तो आम आदमी की सुरक्षा का क्या होगा: अधीर रंजन चौधरी,"नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ट्विटर अकाउंट से छेड़छाड़ की जा सकती है तो आम आदमी के ट्विटर अकाउंट की सुरक्षा को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है।लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को शून्यकाल में यह मसला उठाते हुए ""मोदी के अकाउंट से रविवार को कुछ समय के लिए छेड़छाड़ की गई थी तो ऐसे में आम लोगों के ऐसे अकाउंट की सुरक्षा किस प्रकार की जा सकती है।""उन्होंने कहा कि ऐसे समय जब सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है और उनके अकाउंट से कुछ समय के लिए छेड़छाड़ की गई थी तथा एक लिंक को टवीट भी किया गया था कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने जा रही है। ""सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने जा रही है या नहीं।""तृणमूल कांग्रेस की प्रोतिमा मंडल ने इसी दौरान कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का मसला उठाया और कहा कि इस महामारी ने चुपचाप ही पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। उन्होंने कोविड के समय देश में शिक्षा, ऑनलाइन स्कूली पढ़ाई और स्कूलों में डिजिटल सुविधाओं की कमी का मसला भी उठाया।उन्होंने कहा कि इस दौरान जिन बच्चों के माता पिता की मौत हो गई है उन्हें मानसिक और सामाजिक तौर पर सहारा देने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए और शिक्षा के क्षेत्र में अधिक धन आबंटित करना चाहिए।बहुजन समाज पार्टी के सांसद कुंवर दानिश अली ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)को वापिस लेने की मांग करते हुए कहा कि जिस प्रकार श्री मोदी ने तीन कृषि कानून वापिस लिए हैं उसी प्रकार उन्हें सीएए को भी वापिस ले लेना चाहिए और यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जिन छात्रों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे वे भी वापिस लिए जाएं।शिव सेना के विनायक राऊत ने महाराष्ट्र में बेमौसमी बारिश और इससे हुए नुकसान का मसला उठाते हुए राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से उपयुक्त धनराशि जारी किए जाने की मांग की । इस दौरान कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के उठाए गए मसले पर सरकार से जवाब देने की मांग को लेकर सदन से वाकआउट किया। उन्होंने 11 दिसंबर की सीबीएसई परीक्षा के उस पैरे का जिक्र किया जिसमें महिलाओं के लिए अपमानजनक बातें लिखी थीं। श्रीमती गांधी ने इस सवाल को हटाने तथा माफी मांगने की बात कही थी।चौधरी ने कहा कि वे इस मामले में सरकार के इस तरह के रवैये के खिलाफ सदन से बर्हिगमन कर रहे हैं।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/punjab/punjab-chandigarh-news/news-on-returning-home-miss-universe-harnaaz-will-be-welcomed-with-makki-ki-roti-and-sarson-ka-saag-news-hindi-1-499573-KKN.html,घर लौटने पर 'मक्के की रोटी और सरसों का साग' के साथ होगा मिस यूनिवर्स हरनाज का स्वागत,"चंडीगढ़। मिस यूनिवर्स 2021, हरनाज संधू जब अपने गृहनगर चंडीगढ़ वापस आएंगी तो उनके माता-पिता उन्हें 'मक्के की रोटी और सरसों का साग' खिलाएंगे। हरनाज संधू ने 21 साल बाद भारत के लिए मिस यूनिवर्स का ताज हासिल किया है, जिसके बाद पूरा देश, खासतौर पर पंजाब और चंडीगढ़ के लोग उनका स्वागत करने को बेताब हैं।हरनाज की मां रविंदर कौर ने मोहाली में अपने आवास पर मीडिया से कहा, ""यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। मैं व्यक्त नहीं कर सकती कि मैं कितनी खुश हूं। वह हमेशा बहुत सक्रिय और ²ढ़निश्चयी रही हैं।""स्त्री रोग विशेषज्ञ कौर ने कहा, ""मक्के की रोटी और सरसों का साग उसका पसंदीदा है। जब वह घर आएगी तो मैं इसके साथ ही उसे ट्रीट करना पसंद करूंगी। इससे कैलोरी भी नहीं बढ़ती है।""ताज हासिल करने से पहले, आत्मविश्वास से लबरेज हरनाज ने ट्वीट किया था, ""इंडिया.., आज रात हम चमकेंगे!""हरनाज संधू ने 80 देशों के प्रतियोगियों को पछाड़ते हुए 21 साल बाद इतिहास रच दिया है। पूरी दुनिया में हरनाज संधू की इस ऐतिहासिक जीत की चर्चा हो रही है। मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम करने के बाद से ही हरनाज संधू का नाम सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।उसकी मां के मुताबिक, एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली हरनाज ने अपनी काबिलियत साबित की है।उन्होंने कहा, ""वह बहुत आश्वस्त है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने पर केंद्रित है। हमने उसके जुनून का समर्थन किया है।""उनकी जीत से उत्साहित, हरनाज के भाई हरनूर ने कहा, ""हरनाज ज्यादातर समय शांत और केंद्रित रहती है। उसे अपने स्कूल के दिनों से ही विश्वास था कि एक दिन वह यह खिताब हासिल करेगी और उसने इसे हासिल कर लिया।"" पंजाबी फिल्म अभिनेत्री हरनाज वर्तमान में लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने आने वाली 'यारा दिया पू बरन' और 'बाई जी कुट्टंगे' जैसी पंजाबी फिल्मों में भी काम किया है। प्रतियोगिता जीतने के बाद, उनका परिवार प्रार्थना करने के लिए पास के एक गुरुद्वारे में गया। कम उम्र में मॉडलिंग शुरू करने वाली हरनाज इससे पहले मिस चंडीगढ़ और मिस पंजाब का खिताब जीत चुकी हैं। संधू के पिता के 17 भाई हैं और हरनाज इतने बड़े परिवार में एकमात्र महिला संतान हैं। हरनाज के पिता पी. एस. संधू ने कहा, ""हम सभी उनके आने पर 'भंगड़ा' करेंगे।"" हरनाज के शौक गायन, खाना बनाना, थिएटर और घुड़सवारी करना है। 2000 में लारा दत्ता के जीतने के बाद उन्होंने भारत के लिए मिस यूनिवर्स का ताज जीता है।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/bihar/patna-news/news-bihar-vaccine-data-discrepancy-claims-of-giving-first-dose-to-pm-modi-rahul-and-rakhi-sawant-news-hindi-1-499571-KKN.html,"बिहार : वैक्सीन डेटा में गड़बड़ी, पीएम मोदी, राहुल और राखी सावंत को पहली डोज देने का दावा","पटना। बिहार में अरवल के बाद अब कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण में कुप्रबंधन का एक और मामला सामने आया है। गड़बड़ी का ताजा मामला सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में देखने को मिला है। नवहट्टा पीएचसी से जुड़े वैक्सीनेशन के सेशन साइट कोविन की सूची में कई तरह की गड़बड़ियां उजागर हुई हैं। इस कंप्यूटराइज्ड पीडीएफ फाइल में पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, अभिनेत्री राखी सावंत, अभिनेता रणबीर कपूर, गायिका रानू मंडल, एसपी लिपि सिंह को 24 अक्टूबर को पहली खुराक देने की बात कही गई है। एक अधिकारी के मुताबिक, इन प्रमुख व्यक्तियों की एंट्री 24 अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में की गई है। उनके नाम के साथ फोन नंबर भी लिखे हैं और यह सभी फोन नंबर फर्जी हैं। संपर्क करने पर सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। विभाग को अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। इससे पहले दिसंबर के पहले सप्ताह में बिहार के अरवल जिले के एक स्वास्थ्य केंद्र में भी ऐसा ही कुप्रबंधन सामने आया था। वहां पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक देने की बात कही गई थी। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-on-omicron-outbreak-kejriwal-said-will-impose-restrictions-if-needed-news-hindi-1-499569-KKN.html,"ओमिक्रॉन के प्रकोप पर केजरीवाल ने कहा, जरूरत पड़ी तो प्रतिबंध लगाएंगे","नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से उत्पन्न खतरे से निपटने के लिए तैयार है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर उनकी सरकार शहर में कुछ प्रतिबंध लगाएगी। उन्होंने कहा, ""हम ओमिक्रॉन खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। यदि जरूरी हुआ तो हम आवश्यक प्रतिबंध लगाएंगे। वर्तमान में, ऐसी कोई आवश्यकता नहीं है।"" मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की उपलब्धता को लेकर कई समीक्षा बैठकें हो चुकी हैं। उन्होंने आगे कहा, ""हम नहीं चाहते कि ओमिक्रॉन दिल्ली को प्रभावित करे। लेकिन अगर यह आता है, तो हम इसके लिए तैयार हैं। अगर दिल्ली के लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए इसकी आवश्यकता है, तो हम निश्चित रूप से विशेषज्ञों की सिफारिश के साथ प्रतिबंध लगाएंगे।"" उन्होंने दिल्ली के निवासियों से बाजारों में भीड़ और बड़ी सभा से बचने का आग्रह किया। अब तक, दिल्ली में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं। हालांकि आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ और केरल में हाल ही में नए वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद देश में ओमिक्रॉन संक्रमण की संख्या 38 हो गई है। रविवार को महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक-एक मामला दर्ज किया गया था। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/madhya-pradesh/bhopal-news/news-digvijay-singh-invites-stand-up-comedian-to-perform-in-bhopal-news-hindi-1-499556-KKN.html,दिग्विजय सिंह ने स्टैंड-अप कॉमेडियन को परफार्म करने के लिए भोपाल आमंत्रित किया,"भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोमवार को स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा और मुनव्वर फारूकी को राज्य की राजधानी में परफार्म करने के लिए आमंत्रित किया है। सिंह अक्सर दक्षिणपंथी समूहों, आरएसएस, बजरंग दल और अन्य के खिलाफ मुखर रहे हैं। उन्होंने दोनों को उस समय आमंत्रित किया, जब उनके निर्धारित कार्यक्रम विवादों में पड़ने की वजह से रद्द हो गए हैं। सिंह ने उन्हें पूरी सुरक्षा का आश्वासन देते हुए एक शर्त रखी कि कॉमेडी का विषय सिर्फ वही (दिग्विजय सिंह) होना चाहिए। कांग्रेस नेता ने सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ""मैं आपके (कुणाल कामरा) और मुनव्वर के लिए भोपाल में एक शो आयोजित करूंगा। सारी जिम्मेदारी मेरी होगी। शर्त एक होगी, केवल दिग्विजय सिंह कॉमेडी का विषय होंगे। संघियों (आरएसएस) को इस पर आपत्ति नहीं करनी चाहिए! आओ, डरो मत। अपनी सुविधानुसार तारीख और समय दो। आपकी सभी शर्ते स्वीकार हैं।"" हालांकि, वे भोपाल या मध्य प्रदेश के किसी अन्य हिस्से में परफार्म देने के लिए सिंह के निमंत्रण को स्वीकार करेंगे या नहीं, यह अभी देखा जाना बाकी है। पिछले महीने, हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के बीच मुनव्वर फारूकी को कर्नाटक के बेंगलुरु में एक शो आयोजित करने की अनुमति से वंचित कर दिया गया। कुछ दिनों बाद सरकार के मुखर आलोचक कामरा ने कहा कि बेंगलुरु में होने वाले उनके स्टैंड-अप शो को आयोजकों की धमकी मिलने के बाद रद्द कर दिया गया था। दिग्विजय सिंह ने अपने पोस्ट में कामरा से जुड़े एक न्यूज आर्टिकल को भी टैग किया। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/bihar/patna-news/news-sushil-modi-praised-tejashwi-yadav-inter-caste-marriage-said-i-have-shown-courage-news-hindi-1-499550-KKN.html,"तेजस्वी यादव के अंतरजातीय विवाह को सुशील मोदी ने सराहा, कहा, 'हिम्मत दिखाई है'","पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के अंतरजातीय विवाह करने से भले ही उनके मामा साधु यादव नाराज हों, लेकिन अब तेजस्वी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी का साथ मिला है। मोदी ने कहा कि तेजस्वी ने अंतरजातीय विवाह कर बड़ा और अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने हिम्मत दिखाई है। पत्रकारों से चर्चा के दौरान तेजस्वी की शादी से जुड़े प्रश्न पर भाजपा नेता ने तेजस्वी को अंतरजातीय विवाह करने को लेकर बधाई दी। मोदी ने कहा, उन्होंने बहुत बड़ा और अच्छा काम किया है। तेजस्वी ने हिम्मत दिखाई है। उन्होंने एक मानक बनाया, जिसका राजद के दूसरे लोगों को भी अनुसरण करना चाहिए। सशील कुमार मोदी ने यह भी कहा कि, मैंने भी अंतरजातीय विवाह किया था। मोदी ने कहा कि ऐसे कार्यों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। बिहार सरकार भी अन्तरजातीय विवाह को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार प्रोत्साहन राशि देती है और अगर तेजस्वी यादव या कोई भी ऐसा करेगा और आवेदन देगा तो उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। इस दौरान मोदी से जब तेजस्वी के बहूभोज में जाने को लेकर एक सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, अगर मुझे उस भोज का न्यौता मिलता है तो जरूर जाऊंगा। लालू प्रसाद मेरे बेटे की शादी में भी आए थे। इस दौरान हालांकि सुशील मोदी ने तेजस्वी के मामा साधु यादव की नाराजगी से जुड़े किसी भी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/rajasthan/jaipur-news/news-owaisi-objected-to-rahul-gandhi-statement-about-hindus-cm-gehlot-clarified-news-hindi-1-499547-KKN.html,"ओवैसी ने हिंदुओं को लेकर राहुल के बयान पर आपत्ति जताई, गहलोत ने दी सफाई","जयपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यह टिप्पणी कि भारत हिंदुओं का देश है और हिंदू और हिंदुत्व के बीच अंतर करने की उनकी परिभाषा ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्वीट में कहा, ""राहुल और कांग्रेस ने हिंदुत्व के लिए जमीन तैयार की। अब वे बहुसंख्यकवाद की फसल काटने की कोशिश कर रहे हैं। 'हिंदुओं को सत्ता में लाना' 2021 में 'धर्मनिरपेक्ष' एजेंडा है। वाह! भारत सभी भारतीयों का है। अकेले हिंदू नहीं। भारत सभी धर्मों के लोगों का है और उनका भी है जिनकी कोई आस्था नहीं है।"" हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच के अंतर को स्पष्ट करते हुए, राहुल गांधी ने रविवार को जयपुर की एक रैली में कहा, दो शब्दों का मतलब एक ही बात नहीं हो सकता। हर शब्द का एक अलग अर्थ होता है। हमारे देश की राजनीति में आज हिंदू और हिंदुत्व का अर्थ एक ही है। ये एक ही बात नहीं हैं, वे दो अलग-अलग शब्द हैं और उनका मतलब पूरी तरह से अलग चीजें हैं। मैं एक हिंदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी एक हिंदू थे और नाथूराम गोडसे एक हिंदुत्ववादी थे।"" ""चाहे कुछ भी हों, हिंदू सत्य की तलाश में अपना पूरा जीवन ढूंढता है और खर्च करता है जबकि हिंदुत्व अपना पूरा जीवन सत्ता की तलाश और सशक्त होने में लगाता है। वह सत्ता के लिए किसी को भी मार डालेगा। हिंदू का मार्ग 'सत्याग्रह' है, जबकि हिंदुत्व का मार्ग 'सत्ताग्रह' है।"" राहुल की टिप्पणियों पर सफाई देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ""सत्य, अहिंसा, प्रेम, भाईचारे और सहिष्णुता में विश्वास रखने वाला व्यक्ति हिंदू है। हिंदू किसी से नफरत नहीं करते और सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। हालांकि, हिंदुत्व हिंसा असहिष्णुता और नफरत फैलाने में विश्वास करता है। हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच वही अंतर है जो गांधी और गोडसे के बीच है।"" गहलोत ने आगे कहा, ""सही मायने में हिंदू सत्य, अहिंसा और सद्भाव में विश्वास करते हैं। कट्टरता और अतिवाद किसी भी धर्म में स्वीकार्य नहीं है। राहुल गांधी की सोच है कि भाजपा-आरएसएस के नाम पर नफरत और हिंसा की राजनीति की जा रही है।"" इससे पहले भालपा ने भी राहुल गांधी के भाषण के बाद कांग्रेस पर हमला बोला था और कहा था कि हिंदू और हिंदुत्व की उनकी धारणा समझ से परे है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, ""राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्व की अजीब व्यख्या कर दी। हर कोई जानता है कि हिंदू दर्शन जीवन का एक तरीका है, किसी भी भारतीय के लिए हिंदू और हिंदुत्ववादी होना गर्व की बात है।"" --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-sonia-gandhi-slams-government-in-lok-sabha-over-cbse-question-paper-controversy-news-hindi-1-499538-KKN.html,सोनिया गांधी ने सीबीएसई प्रश्न पत्र विवाद को लेकर लोकसभा में सरकार की खिंचाई की,"नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को सीबीएसई कक्षा 10 के अंग्रेजी प्रश्न पत्र को लेकर सरकार की खिंचाई की और इसे शिक्षा और परीक्षण के 'बेहद खराब' मानकों के रूप में वर्णित किया। 'शून्यकाल' के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को हुई सीबीएसई की 10वीं कक्षा की परीक्षा में प्रकाशित महिलाओं पर 'चौंकाने वाला प्रतिगामी पैसेज' महिलाओं के लिए अपमानजनक और प्रतिगामी था। उन्होंने सीबीएसई से सवाल वापस लेने और माफी मांगने को कहा। सदन में प्रश्न पत्र के पारित होने के पाठ का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा, ""पूरा पैसेज इस तरह के निंदनीय विचारों से भरा हुआ है और इसके बाद आने वाले प्रश्न समान रूप से निर्थक हैं।"" उन्होंने इस तरह की 'घोर स्त्री विरोधी सामग्री' का कड़ा विरोध किया। 11 दिसंबर को आयोजित अंग्रेजी परीक्षा के प्रश्न पत्र में वाक्यों के साथ एक पैसेज था जिसमें लिखा था कि 'महिलाओं की मुक्ति ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को नष्ट कर दिया' और 'अपने पति के मार्ग को स्वीकार करने से ही एक माँ छोटों पर आज्ञाकारिता प्राप्त कर सकती है।' सीबीएसई से माफी की मांग करते हुए, सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि यह मार्ग 'शिक्षा और परीक्षण के मानकों पर बेहद खराबी' को दर्शाता है और शिक्षा मंत्रालय से इस सवाल को तुरंत वापस लेने का आग्रह किया। इससे पहले, कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी 10वीं कक्षा के सीबीएसई अंग्रेजी प्रश्न पत्र पर आपत्ति जताई थी और भाजपा सरकार पर महिलाओं पर इन प्रतिगामी विचारों का समर्थन करने का आरोप लगाया था। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/varanasi-news/news-prime-minister-narendra-modi-was-welcomed-at-kashi-vishwanath-temple-in-varanasi-news-hindi-1-499530-KKN.html,"PM मोदी ने ने किया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण, बोले, 'यहां तो एक ही सरकार है वो सरकार है बाबा की', देखें तस्वीरें","वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बनारस के लोगों पर शक करते थे। कहते थे कि ये कैसे होगा, वो कैसे होगा। बनारस पर आरोप लगाए जा रहे थे। लेकिन उनको पता नहीं था कि काशी तो अविनाशी है। काशी में तो एक ही सरकार है वो सरकार है बाबा की।प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी में महादेव की इच्छा के बिना कुछ भी नहीं होता। यह जो कुछ भी हुआ है, वो सब बाबा की दया है। बाबा की इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिलता। बाबा के साथ अगर किसी और का योगदान है तो वो है काशी के वासियों का। क्योंकि यहां तो सिर्फ एक ही सरकार है वो भी बाबा की।मोदी ने कहा कि आतातायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए। औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है। जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की। लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है। कहा कि यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं। अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे कारीगर, हमारे सिविल इंजीनयरिंग से जुड़े लोग, प्रशासन, वो परिवार जिनके यहां घर थे सभी का मैं अभिनंदन करता हूं। इन सबके साथ यूपी सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने पर हर कोई आसानी से बाबा के दर्शन कर सकेगा। हमारे दिव्यांग भाई बहनों और बुजर्गों को अब दिक्कतों को सामना नहीं करना पड़ेगा।कहा कि साथियों हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है सभी पापों से मुक्त हो जाता है। आज बनारस में ऐसा लग रहा है कि सभी देवी देवता बाबा के धाम में आए हुए हैं। साथियों आज भगवान शिव का प्रिय दिन सोमवार है। आज की तिथि एक नया इतिहास रच रही है।उन्होंने कहा कि देश वासियों के लिए काशी के कोतवाल से आशीर्वाद लेकर आया हूं। उन्होंने देश दुनिया के उन लोगों का आभार व्यक्त किया, जोकि दूर होकर भी इस पल के साक्षी बन रहे हैं। साथियों हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है सभी पापों से मुक्त हो जाता है।मोदी ने कहा कि पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं, यानि पहले मां गंगा के दर्शन-स्नान और वहां से सीधे विश्वनथ धाम।उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम का नया भवन भारत की प्राचीनता, परंपरा और गतिशीलता का प्रतीक है। यहां अब जब आएंगे तो केवल आस्था के ही दर्शन नहीं होंगे बल्कि अतीत के गौरव का भी अहसास होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, यह आपको यहां पता चलेगा।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी के कोतवाल काल भैरव की पूजा-अर्चना के बाद क्रूज पर सवार होकर ललिता घाट पहुंचे। वहां पर गंगा नदी में स्नान के बाद वहां से जल लेकर नव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। कॉरिडोर से गुजरते वक्त डमरू दल ने उनका डमरू बजाकर स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री पूजन के लिए बैठ गए। मंत्रोचारण के साथ ही केसर और गंगाजल से अभिषेक किया गया। काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने श्रम साधकों को सम्मान किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया। काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए खुद प्रधानमंत्री मोदी गंगा से जल लेने गए। इस दौरान उन्होंने गंगा स्नान किया और सूर्य को जल भी अर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गंगा में डुबकी लगाकर, सूर्य को अघ्र्य दिया। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-government-is-provoking-opposition-to-disrupt-the-house-kharge-news-hindi-1-499523-KKN.html,सरकार सदन को बाधित करने के लिए विपक्ष को उकसा रही है : खड़गे,"नई दिल्ली। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को राज्यसभा में आरोप लगाया कि सरकार 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने पर विचार नहीं कर विपक्ष को सदन को बाधित करने के लिए मजबूर कर रही है। खड़गे ने कहा, ""सरकार अपने फैसले पर विचार नहीं कर रही है, और चूंकि आप (अध्यक्ष) सदन के संरक्षक हैं, हम अनुरोध करते हैं कि निलंबन रद्द किया जाए। सरकार का अड़ियल नजरिया विपक्ष को सदन को बाधित करने के लिए मजबूर करना है, इसलिए हम वॉकआउट करने का फैसला करते हैं।""सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया और कहा कि दोनों पक्षों को मामले को सुलझाना चाहिए।इससे पहले, कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा, ""सदन के नेता यहां हैं और हम अनुरोध करते हैं कि निलंबन रद्द किया जाए।"" इसका डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने समर्थन किया।निलंबित सांसदों में कांग्रेस के सैयद नसीर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, शिवसेना से प्रियंका चतुवेर्दी, अनिल देसाई, सीपीआई-एम के एलाराम करीम, सीपीआई के बिनॉय विश्वम और तृणमूल कांग्रेस के डोला सेन और शांता छेत्री हैं।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/varanasi-news/news-prime-minister-narendra-modi-offers-prayers-at-kashi-vishwanath-temple-in-varanasi-news-hindi-1-499518-KKN.html,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की, देखें तस्वीरें","वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की।इससे काशी कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव मंदिर में आशीर्वाद लिए। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने वहां पूजा-अर्चना की। काल भैरव मंदिर से मोदी गंगा मार्ग से होते हुए क्रूज से ललिताघाट पहुंचे। वहां गेरुआ वस्त्र में उन्होंने गंगा में डुबकी लगाई। गंगा नदी में स्नान के बाद वहां से जल लेकर नव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए खुद प्रधानमंत्री गंगा से जल लेने गए। इस दौरान उन्होंने गंगा स्नान किया और सूर्य को जल भी अर्पित किया। मोदी ने गंगा में डुबकी लगाकर, सूर्य को अर्ध्य दिया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद राजघाट पहुंचे।काल भैरव मंदिर पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दर्शन-पूजन के साथ आरती करके देश के लिए मंगलकामना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिन के प्रवास पर बाबा भोले की नगरी को कई उपहार देंगे। प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर वायुसेना के विशेष विमान से पहुंचे। मोदी सबसे पहले काल भैरव मंदिर के दरबार में पहुंचे, जहां पीएम मोदी की नजर उतारी गई। पीएम मोदी ने विधि-विधान से महादेव का पूजन किया। काल भैरव के दरबार में पीएम मोदी की हाजिरी, महादेव से काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की अनुमति मांगी। काल भैरव मंदिर के बाहर प्रधानमंत्री को लोगों ने पगड़ी भेंट की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की झलक पाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। प्रधानमंत्री मोदी के काल भैरव मंदिर पहुंचने के साथ ही लोगों ने हर-हर महादेव से उनका स्वागत किया।वाराणसी आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ""काशी पहुंचकर अभिभूत हूं। कुछ देर बाद ही हम सभी काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के लोकार्पण के साक्षी बनेंगे। इससे पहले मैंने काशी के कोतवाल काल भैरव जी के दर्शन किए।""एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह , आशुतोष टंडन, मंत्री नीलकंठ तिवारी, मंत्री अनिल राजभर, सांसद बीपी सरोज, राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, सहित अन्य भाजपा नेताओं और कार्यकतार्ओं ने उनकी अगवानी की। लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। इसके साथ ही भगवा अंगवस्त्र भी दिया। एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री मोदी का काफिला काल भैरव मंदिर के लिए रवाना हो गया।",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/lucknow-news/news-up-bjp-will-start-5-yatras-from-19-december-news-hindi-1-499510-KKN.html,यूपी: बीजेपी 19 दिसंबर से 5 यात्राएं करेगी शुरू,"लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 19 दिसंबर को राज्य में अलग-अलग जगहों से पांच जन विश्वास यात्राएं शुरू करेगी। साथ ही छठी यात्रा 20 दिसंबर से शुरू होगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता यात्रा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर, ब्रज के मथुरा, बुंदेलखंड के झांसी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर और बलिया से हरी झंडी दिखाएंगे। छठी यात्रा पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से भी शुरू होगी। इन यात्राओं के प्रभारी विद्या सागर सोनकर ने कहा, ""ये यात्राएं राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेंगी। हम लोगों से जुड़ रहे हैं और उन्हें अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे।"" पार्टी ने अभी तक उन नेताओं की घोषणा नहीं की है जो इन यात्राओं को हरी झंडी दिखाएंगे। लेकिन सूत्रों ने बताया कि भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के साथ प्रदेश पार्टी प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह और राज्य के चुनाव पैनल के प्रमुख धर्मेंद्र प्रधान यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस बीच, भाजपा और उसकी सहयोगी निषाद पार्टी की संयुक्त रैली 17 दिसंबर को लखनऊ में होने वाली है। निषाद पार्टी के नेता और एमएलसी संजय निषाद ने कहा कि शाह उस रैली में शामिल होंगे जिसमें रिवरलाइन कम्युनिटी के सदस्यों, निषादों को अनुसूचित जाति (एससी) श्रेणी के तहत आरक्षण प्रदान करने की घोषणा की उम्मीद है। ",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/delhi-ncr/delhi-news/news-partition-of-india-historical-mistake-all-muslims-of-the-country-had-to-bear-the-loss---farooq-abdullah-news-hindi-1-499509-KKN.html,"भारत का विभाजन ऐतिहासिक गलती, देश के सारे मुसलमानों को उठाना पड़ा इसका नुकसान-फारूक अब्दुल्ला","नई दिल्ली। नेशनल कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भारत के विभाजन को एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक गलती बताते हुए दावा किया है कि इसका नुकसान सिर्फ कश्मीरियों को ही नहीं, बल्कि पूरे देश के मुसलमानों को भुगतना पड़ा। भारत के विभाजन को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए बयान का समर्थन करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारत का विभाजन एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक गलती थी। इसका नुकसान सिर्फ कश्मीरियों को ही नहीं बल्कि पूरे देश के मुसलमानों को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर यह मुल्क एक होता तो ताकत भी रहती, मुश्किलें भी नहीं पैदा होती और देश में भाईचारा भी रहता। काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण और वाराणसी में आयोजित भव्य कार्यक्रम पर मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुबारक हो, यह अच्छी बात है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी को दूसरों धर्मो को भी तवज्जों देनी चाहिए क्योंकि वो सिर्फ एक धर्म के नहीं पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं। भारत में बहुत सारे धर्म है। हिंदू और हिंदुत्व को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कोई धर्म बुरा नहीं होता है, इंसान बुरे होते हैं। उन्होंने कहा कि वो उम्मीद करेंगे कि हिंदू असली हिंदू बने और अपने धर्म का पालन करें। ",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/jammu-kashmir/srinagar-news/news-bjp-worker-security-guard-missing-with-2-weapons-in-jandk-kupwara-news-hindi-1-499495-KKN.html,जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में भाजपा कार्यकर्ता का सुरक्षा गार्ड 2 हथियारों के साथ लापता,"श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में रविवार रात एक भाजपा कार्यकर्ता का निजी सुरक्षा गार्ड दो हथियारों के साथ लापता हो गया। पुलिस ने कहा कि 12 और 13 दिसंबर की रात को भाजपा कार्यकर्ता अब्दुल राशिद जरगर के साथ सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) साकिब अहमद तांत्री दो हथियारों के साथ भाग गया। साकिब का सहयोगी आरिफ अहमद भी लापता है। पुलिस ने बताया कि दोनों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि साकिब अहमद तांत्री अपने घर आए और फिर चले गए। उनके परिवार ने हमें बताया कि वे भी उनकी तलाश कर रहे हैं। --आईएएनएस",1 https://www.khaskhabar.com,https://www.khaskhabar.com/local/uttar-pradesh/bareilly-news/news-inter-religious-marriage---woman-complains-against-her-family-in-up-news-hindi-1-499494-KKN.html,अंतरधार्मिक विवाह - यूपी में महिला ने अपने परिवार के खिलाफ की शिकायत,"बरेली। अपने मुस्लिम दोस्त से शादी करने वाली एक 22 वर्षीय महिला ने पुलिस सुरक्षा मांगी है। महिला गर्भवती है। उसके माता-पिता ने 'अपहरण और गैरकानूनी धर्मातरण' की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। महिला ने पुलिस को बताया कि उसे अपने परिवार से खतरा है। महिला ने पुलिस से अदालत में अपना बयान दर्ज करने और अपने पति के खिलाफ मामला बंद करने का भी अनुरोध किया है क्योंकि उसने अपनी मर्जी से उस व्यक्ति से शादी की थी और इस्लाम कबूल भी किया था। महिला ने संवाददाताओं से कहा कि मैंने अपनी पसंद के आदमी से शादी की है। मेरे माता-पिता ने एक फर्जी शिकायत दर्ज कराई कि मेरा अपहरण कर लिया गया था और शादी के लिए मजबूर किया गया, जो गलत है। मेरी 22 फरवरी को बरेली में शादी हुई थी और मैं अपने पति के साथ खुश हूं। मैं अपना शेष जीवन उसके साथ बिताना चाहती हूं। महिला ने राहत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी और 21 सितंबर को अपने पति और उसके परिवार के सदस्यों की गिरफ्तारी से सुरक्षा प्राप्त की थी। महिला ने कहा कि लेकिन मेरे पति के परिवार के सदस्यों को अभी भी पुलिस और मेरे परिवार द्वारा परेशान किया जा रहा है। मैं गर्भवती हूं। मेरे पति और ससुराल वालों को मेरे पिता और भाई से नियमित रूप से धमकियां मिलती हैं और हम पुलिस सुरक्षा चाहते हैं। मैंने इस संबंध में एसएसपी से मुलाकात की है। अतिरिक्त एसपी (ग्रामीण) राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि महिला के परिवार ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी को बहकाया गया है, उसका अपहरण कर लिया गया है, उसकी जबरदस्ती शादी कर दी गई है और उसे इस्लाम धर्म कबूल कराया गया है। भूटा पुलिस स्टेशन में आईपीसी और धर्मातरण विरोधी कानून धारा 363 (अपहरण) और 366 (एक महिला को उसकी शादी के लिए मजबूर करने के लिए अपहरण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस को कानून के अनुसार कार्रवाई करनी पड़ी और शिकायत में आरोपी बनाए गए लोगों से ही पूछताछ की गई है। एएसपी ने कहा कि पुलिस ने बाद में मामले में उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन किया। उन्होंने कहा कि महिला अब आगे आई है और हमने उसका बयान दर्ज कर लिया है और 164 सीआरपीसी के तहत उसका बयान दर्ज करने के लिए अदालत में एक आवेदन भेजा है। हम अदालत के आदेश के अनुसार आगे कदम उठाएंगे। --आईएएनएस",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/kerala-hc-asks-petitioner-if-ashamed-of-pm-plea-against-narendra-modi-photo-on-vaccination-certificate/1046947,"'वैक्‍सीन सर्टिफिकेट से हटाया जाए मोदी का फोटो,' कोर्ट-क्या आपको PM पर आती है शर्म?","वैक्‍सीन सर्टिफिकेट से हटाया जाए मोदी का फोटो,' कोर्ट-क्या आपको PM पर आती है शर्म? Kerala HC asks petitioner if ashamed of PM? याचिकाकर्ता का आरोप था कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट उसका निजी स्थान है, और उस पर उसके कुछ अधिकार हैं. एम पीटर के मुताबिक कोरोना सर्टिफिकेट में किसी की फोटो से नागरिक के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है. कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट से PM की फोटो हटाने की मांग हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा आपत्ति को लेकर ये सवाल नेहरू के नाम पर यूनिवर्सिटी तो सर्टिफिकेट पर PM की फोटो से क्या दिक्कत: HC कोच्चि: केरल हाई कोर्ट (Kerala High Court) ने एक याचिका पर सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की उस आपत्ति पर सवाल किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तस्वीर को कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट (COVID-19 Vaccination Certificate) से हटाने की मांग की गई है. इस सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि क्या उन्हें देश के प्रधानमंत्री पर शर्म आती है. तस्वीर लगाने में क्या गलत है: HC जस्टिस पी वी कुन्हीकृष्णन ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस देश की जनता ने चुना है और इसलिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर उनकी तस्वीर लगाने में क्या गलत है. जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन ने यह देखते हुए कि याचिकाकर्ता, खुद जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ लीडरशिप में कार्यरत है, उन्होंने इस पर भी सफाई मांगी कि वैक्सीन सर्टिफिकेट्स पर वर्तमान PM नरेंद्र मोदी की फोटो होना, पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू के नाम पर विश्वविद्यालय के नामकरण से कैसे अलग है. जस्टिस ने टिप्पणी की, 'यदि प्रधानमंत्री मोदी का नाम वैक्सीन प्रमाणपत्र पर है तो क्या दिक्कत है? आप भी जवाहरलाल नेहरू के नाम पर एक संस्थान में काम करते हैं, वह भी एक प्रधानमंत्री हैं. फिर, विश्वविद्यालय से उनका नाम भी हटाने के लिए क्यों नहीं कहते हैं?' विदेशों का हवाला जब याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत को बताया कि अन्य देशों में ऐसी कोई प्रथा नहीं है, तो जस्टिस ने मौखिक रूप से टिप्पणी करते हुए कहा, 'उन्हें अपने प्रधान मंत्री पर गर्व नहीं हो सकता है, हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है.' अदालत ने आगे कहा, 'आप (याचिकाकर्ता) प्रधानमंत्री से शर्मिंदा क्यों हैं? वह लोगों के जनादेश से सत्ता में आए. हमारे अलग-अलग राजनीतिक विचार हो सकते हैं, लेकिन इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता कि वो अभी भी देश यानी हमारे प्रधानमंत्री हैं.' PM की फोटो प्राइवेट स्थान में घुसपैठ: याचिकाकर्ता याचिकाकर्ता के वकील एम पीटर ने कहा, 'सर्टिफिकेट एक 'निजी स्थान' है जिसमें व्यक्तिगत विवरण रिकॉर्ड लिखे जाते हैं. इसलिए उस पर किसी की भी फोटो किसी व्यक्ति की गोपनीयता में दखल देने जैसा काम है जो सही नहीं है. सर्टिफिकेट में प्रधानमंत्री की तस्वीर जोड़ना किसी व्यक्ति के निजी स्थान में घुसपैठ करना है.' दरअसल, याचिकाकर्ता का आरोप था कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट उसका निजी स्थान है, और उस पर उसके कुछ अधिकार हैं. एम पीटर के मुताबिक कोविड सर्टिफिकेट में लगा फोटो किसी नागरिक के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/darul-uloom-deoband-asks-saudi-arabia-to-rethink-decision-to-ban-tablighi-jamaat/1046923,"तबलीगी जमात पर बैन से भड़का दारुल उलूम, कहा- आतंकवाद के आरोप झूठे","तबलीगी जमात पर बैन से भड़का दारुल उलूम, कहा- आतंकवाद के आरोप झूठे दारुल उलूम देवबंद (Darul Uloom Deoband) ने पहली बार सऊदी अरब (Saudi Arabia) सरकार के फैसले पर अपना विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि इस पर आतकंवाद के आरोप पूरी तरह निराधार हैं. सऊदी अरब ने लगाया है बैन दारुल उलूम ने जताया विरोध संगठन पर आतंकवाद के आरोप सहारनपुर: विश्वविख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने सऊदी अरब (Saudi Arabia) सरकार के तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) पर बैन लगाने के फैसले पर ऐतराज जताया है. दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा कि सऊदी अरब सरकार अपने इस फैसले पर फिर से विचार करें. 'आतंकवाद के आरोप निराधार' उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात पर लगाए गए आरोप बेबुनियादी हैं. दारुल उलूम देवबंद ने पहली बार सऊदी अरब सरकार के फैसले पर अपना विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि इस पर आतकंवाद के आरोप पूरी तरह निराधार हैं. मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा कि करीब 100 साल पहले दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद रह चुके हजरत मौलाना महमूद हसन के शिष्य स्वर्गीय मौलाना मोहम्मद इलयास ने तबलीगी जमात की शुरुआत की थी और मामूली स्तर पर विरोध के बावजूद तबलीगी जमात अपने मकसद में कामयाब रही है. तबलीगी जमात का मुख्यालय दिल्ली के निजामुद्दीन में है. सऊदी अरब ने लगाया बैन दुनिया में इस्लाम के संरक्षक कहे जाने वाले देश सऊदी अरब ने कट्टर सुन्नी इस्लामिक संगठन तबलीगी जमात पर प्रतिबंध लगा दिया है. सऊदी अरब ने कहा कि तबलीगी जमात और कुछ नहीं बल्कि आतंकवाद में एंट्री करने का गेटवे है. सऊदी अरब में इस्लामिक मामलों के मंत्री डॉ अब्दुल्लातिफ अल शेख ने ट्वीट करके इस बारे में जानकारी दी. मंत्री ने मस्जिदों के इमामों के निर्देश दिया कि वे शुक्रवार को नमाज के लिए आने वाले लोगों को तबलीगी जमात की असलियत के बारे में अवगत कराएं और इसमें शामिल होने से रोकें. कैसे काम करता है संगठन? तबलीगी जमात से जुड़े लोग मुस्लिम मोहल्लों में जाकर वहां के लोगों को दीन की राह पर चलने के लिए कहते हैं. संगठन मुस्लिम पुरुषों को पठानी सलवार पहनने, मूंछ साफ करने और दाढ़ी बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है. दिन में पांच वक्त नमाज पढ़ने और महिलाओं को बुर्का या पर्दा में रखने पर जोर देता है. भारत के ज्यादातर मुस्लिम किसी न किसी समय हिंदू रहे हैं. उनमें से काफी लोग मजहब बदलने के बावजूद आज भी हिंदुओं वाली जाति, दूसरे गांव में शादी जैसी परंपराओं का पालन करते हैं. ऐसे में तबलीगी जमात उन लोगों के पास जाकर उनसे हिंदुओं का सरनेम और रीति-रिवाज पूरी तरह खत्म करने पर दबाव डालता है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/up-deputy-cm-dinesh-sharma-attacks-akhilesh-yadav-for-credit-of-kashi-corridor-says-muslim-appeasemt/1046537,"अखिलेश पर भड़के डिप्टी CM, कहा- कॉरिडोर पर पहले बोलते तो पड़े जाते वोटों के लाले","अखिलेश पर भड़के डिप्टी CM, कहा- कॉरिडोर पर पहले बोलते तो पड़े जाते वोटों के लाले Kashi Vishwanath Corridor Inauguration: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के दावे को यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने नकार दिया है. दिनेश शर्मा ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. Written by - Vishal Pandey|Edited by: Vishal Pandey|Last Updated: Dec 13, 2021, 12:50 PM IST अखिलेश के दावे में प्रमाणिकता नहीं- दिनेश शर्मा पहले टीका लगाना थी सांप्रदायिकता- दिनेश शर्मा काशी आज बम-बम बोल रही है- दिनेश शर्मा वाराणसी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी में आज पीएम मोदी (PM Modi) काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन (Kashi Vishwanath Corridor Inauguration) करेंगे. इसका निर्माण 339 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा विश्वनाथ धाम की भव्यता देखते ही बनती है लेकिन इस बीच काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के उद्घाटन को लेकर श्रेय लेने की होड़ लग गई है. जहां एक तरफ बीजेपी और पीएम मोदी काशी में कॉरिडोर निर्माण का श्रेय ले रहे हैं तो वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी दावा किया है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने का फैसला उनकी सरकार में लिया गया था. उनकी कैबिनेट ने इसे पास किया था. अखिलेश यादव पर डिप्टी सीएम का करारा हमला सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के इस दावे को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने सिरे से नकार दिया है. दिनेश शर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव के बयान की कोई प्रमाणिकता नहीं है. अगर अखिलेश यादव की कैबिनेट ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के प्रस्ताव को पास किया था तो उन्होंने पहले इसके बारे में क्यों नहीं बताया? अखबारों में क्यों नहीं छपवाया? पहली बात तो उनका दावा झूठा है और अगर उन्होंने ऐसा पहले किया होता तो उनको वोटों के लाले पड़ जाते. पिछली सरकार ट्रिपल इंजन वाली थी फिर भी कुछ नहीं कर पायी- दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम, यूपी #UPElection2022 | #PMModi | #Banaras | @myogiadityanath | @PMOIndia | @BJP4UP | @vishalpandeyk पीएम मोदी ने अपना वादा किया पूरा- डिप्टी सीएम उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि काशी में चुनाव लड़ने के लिए आने के बाद पीएम मोदी का पहला बयान था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है तो लोगों ने इसके कई अर्थ लगाए. लेकिन आज ये सिद्ध हो गया है जब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन हो रहा है. ये अद्भुत है. काशी बम-बम बोल रही है. पीएम मोदी के आने के बाद बदला देश का माहौल- डिप्टी सीएम उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के आने से पहले देश में ऐसा माहौल था कि अगर कलावा बांधोगे या टीका लगाओगे तो सांप्रदायिक हो जाओगे. लेकिन अब ये बदल चुका है. भारतीय संस्कृति का दर्शन हमारी सरकार में विकास के एजेंडे के साथ-साथ शामिल हुआ है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/congress-leader-digvijaya-singh-invites-comedian-munawar-faruqui-and-kunal-kamra-for-show-in-bhopal/1046501,"खुद अपना मजाक उड़वाना चाहते हैं दिग्गी राजा, देखिये क्या ऐलान कर बैठे","खुद अपना मजाक उड़वाना चाहते हैं दिग्गी राजा, देखिये क्या ऐलान कर बैठे अक्सर अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भोपाल में कॉमेडी शो आयोजित करवाने का ऐलान किया है. उन्होंने इसके लिए कुणाल कामरा और मुनव्वर फारूकी को आमंत्रित किया है. साथ ही उन्होंने शर्त रखी है कि शो का सब्जेक्ट वो खुद यानी कि दिग्विजय सिंह होना चाहिए. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 13, 2021, 09:27 AM IST अपने बयानों के लिए मशहूर हैं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह कॉमेडियन कुणाल कामरा और मुनव्वर फारूकी को न्योता दिया कांग्रेस नेता ने भोपाल में शो आयोजित करने का किया ऐलान भोपाल: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने लगता है अपना मजाक उड़वाने का पूरा मन बना लिया है, इसलिए वो एक अजीब घोषणा कर बैठे हैं. दिग्विजय सिंह ने कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) और मुनव्वर फारूकी (Munawar Faruqui) को भोपाल में शो करने का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि सारी जिम्मेदारी उनकी होगी और कॉमेडी का सब्जेक्ट भी दिग्विजय सिंह होगा. यानी वो चाहते हैं कि दोनों कॉमेडियन भोपाल आएं और दिल खोलकर उनका मजाक बनाएं. विरोध के नाम पर कुछ भी चलेगा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने इस संबंध में एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, ‘मैं कुणाल और मुनव्वर के लिए भोपाल में शो आयोजित करूंगा. सारी जिम्मेदारी मेरी होगी. शर्त केवल ये होगी कि कॉमेडी का सब्जेक्ट दिग्विजय सिंह होगा. इसमें तो संघियों को ऐतराज नहीं होना चाहिए’. दरअसल, कांग्रेस नेता संघ पर निशाना साध रहे हैं और इसके लिए वो अपना मजाक बनवाने को भी तैयार हैं. अपनी सुविधा अनुसार तय करें Date दिग्विजय सिंह ने कुणाल कामरा और मुनव्वर फारूकी से ये भी कहा कि वो अपनी सुविधा के हिसाब से तारीख और समय बता दें. उन्होंने कहा कि उनकी सारी शर्तें मंजूर होंगी, लेकिन शो का सब्जेक्ट केवल दिग्विजय सिंह होना चाहिए. बता दें कि कुणाल कामरा और मुनव्वर फारूकी के कई शो कैंसिल हो गए हैं. दोनों के ऊपर भड़काऊ कॉमेडी करने के आरोप लगते रहे हैं. मुनव्वर फारूकी के तो महज दो महीने में 12 शो रद्द हो चुके हैं. इससे नाराज होकर उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था, 'अब मेरा काम हो गया, नफरत जीत गई और कलाकार हार गया.' ‘मैं कोरोना वायरस का नया वैरिएंट’ उधर, कुणाल कामरा का भी बेंगलुरु में होने वाला शो रद्द हो गया है. उन्हें धमकी दी गई थी कि अगर शो होता है तो वेन्यू को बंद कर दिया जाएगा. उनका ये शो इसी महीने होने वाला था. कामरा ने शो रद्द होने की जानकारी देते हुए बताया था कि 45 लोगों के एक कार्यक्रम स्थल पर इकट्ठा होने की अनुमति नहीं ली गई थी और कार्यक्रम स्थल को बंद करने की धमकी मिली थी, इसलिए शो कैंसिल किया जा रहा है. कामरा ने तंज कसते हुए कहा था कि मुझे लगता है कि मैं इन्हें कोरोना वायरस के नए वैरिएंट जैसा दिखता हूं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/photo-gallery-kashi-vishwanath-corridor-inauguration-comparison-from-old-pictures-of-lord-shiva-temple-see-images/1046495,"काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने से कितना बदला बाबा का धाम, देखिए पहले और अब की तस्वीरें","काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने से कितना बदला बाबा का धाम, देखिए पहले और अब की तस्वीरें Kashi Vishwanath Corridor Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज (सोमवार को) वाराणसी (Varanasi) में अपने साल 2014 के वादे को पूरा करते हुए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट ने बाबा विश्वनाथ के धाम की तो सूरत ही बदल दी है. आप तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि पहले बाबा विश्वनाथ के मंदिर जाने के लिए कितनी संकीर्ण गलियों से होकर गुजरना पड़ता था लेकिन आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद इस परिसर का नजारा बहुत भव्य हो गया है. कॉरिडोर से बदली काशी विश्वनाथ धाम की सूरत 1/5 काशी आज 352 साल बाद फिर से एक ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा. रानी अहिल्याबाई ने 352 साल पहले काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था. फिर महाराजा रणजीत सिंह ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर के शिखर पर सोने की परत चढ़वाई थी और अब 2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण पूरा हुआ है जिससे मंदिर परिसर का नजारा अद्भुत हो गया है. (फोटो साभार- पीटीआई) पहले कैसा दिखता था बाबा विश्वनाथ का मंदिर 2/5 बता दें कि वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के मुख्य मंदिर के आसपास सैकड़ों मंदिर और थे, जिनका अधिग्रहण करके पर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करना बहुत जटिल प्रक्रिया थी. शायद इसीलिए किसी और सरकार ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनवाने का फैसला करने की हिम्मत नहीं की. (फोटो साभार- पीटीआई) कॉरिडोर बनाने के लिए किया गया सैकड़ों घरों का अधिग्रहण 3/5 जान लें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर करीब सवा 5 लाख स्कवायर फीट में बनाया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने के लिए सैकड़ों घरों का अधिग्रहण किया गया. इस दौरान विरोध भी हुआ लेकिन आखिकार सरकार को सफलता मिली. (फोटो साभार- पीटीआई) पीएम मोदी आज करेंगे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन 4/5 पीएम मोदी आज रेवती नक्षत्र में दोपहर 1:37 बजे से शुरू होने वाले 20 मिनट के शुभ मुहूर्त में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन करेंगे. इसे करीब 339 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. (फोटो साभार- पीटीआई) आज काशी में होगा साधु-संतों का जमावड़ा 5/5 गौरतलब है कि 12 ज्योतिर्लिंगों और 51 सिद्धपीठों के पुजारी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के साक्षी बनेंगे. उद्घाटन समारोह में बीजेपी शासित 18 राज्यों के सीएम भी मौजूद रहेंगे. (फोटो साभार- पीटीआई)",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/fir-against-shiv-sena-leader-sanjay-raut-in-delhi/1046404,"शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ FIR, बीजेपी नेत्री ने लगाए ये आरोप","शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ FIR, बीजेपी नेत्री ने लगाए ये आरोप बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ती रावत ने संजय राउत के खिलाफ स्त्रियों को अपमानित करने और स्त्री के लिए सामाजिक रूप में अपशब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में एफआईआर दर्ज किया गया है. संजय राउत के खिलाफ FIR मंडावली थाने में दर्ज हुई एफआईआर बीजेपी नेत्री ने लगाए आरोप नई दिल्ली: बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ती रावत ने राज्य सभा और शिवसेना नेता सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के खिलाफ महिलाओं के लिए अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है. शिवसेना पार्टी से राज्य सभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के खिलाफ दीप्ती रावत भारद्वाज ने 9 दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई थी, रविवार को दिल्ली के मंडावली थाने में FIR दर्ज कर ली गई. क्या है मामला? दरअसल 9 दिसंबर को संजय राउत (Sanjay Raut) का प्राइवेट न्यूज चैनल पर इंटरव्यू टेलीकास्ट हुआ था. जिसमें उन्होंने अपने इंटरव्यू में बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. इसी मामले को लेकर 9 दिसम्बर को ही दीप्ती रावत भारद्वाज ने दिल्ली के मंडावली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी अब इस मामले में धारा 500 और 509 के तहत FIR दर्ज कर ली है. पुलिस को वीडियो भी सौंपा संजय राउत के ऊपर स्त्रियों को अपमानित करने और स्त्री के लिए सामाजिक रूप में अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज करने का आधार यह भी माना गया है कि संजय राउत ने न केवल बीजेपी के कार्यकर्ताओं बल्कि कार्यकर्ताओं में शामिल महिलाओं के लिए भी गलत शब्दों का इस्तेमाल किया है. दीप्ती रावत भारद्वाज ने शिकायत दर्ज कराते वक्त टीवी चैनल की क्लिप भी पुलिस को सौंपी है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/sp-government-started-kashi-vishwanath-corridor-akhilesh-yadav-claimed/1046367,"उद्घाटन से पहले अखिलेश की चुनावी चाल, बोले- सपा ने की काशी कॉरिडोर की शुरुआत","उद्घाटन से पहले अखिलेश की चुनावी चाल, बोले- सपा ने की काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत इससे पहले, शनिवार को बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना को लेकर भी अखिलेश ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए दावा किया था कि इस परियोजना का तीन चौथाई काम सपा सरकार के कार्यकाल में ही हो गया था. अखिलेश यादव ने किया एक और दावा 'सपा शासन में हुई काशी विश्वनाथ कॉरिडोर' बीजेपी पर भेदभाव का लगाया आरोप लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा उद्घाटन किए जाने से एक दिन पहले समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत अपने मुख्यमंत्रित्व काल में होने का दावा किया है. अखिलेश ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा बुनियादी सवालों से ध्यान हटाने के लिए जनता को दूसरे मुद्दों में उलझा रही है. PM मोदी करेंगे लोकार्पण अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा 'भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था जिसे वह पूरा नहीं कर सकी. महंगाई बेकाबू है. जनता यह सवाल न कर दे इसलिए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और अन्य ध्यान हटाने के लिए यह सब मुद्दे उठाया जा रहे हैं.' पूर्व मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत अपने शासनकाल में होने का दावा करते हुए कहा 'काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रस्ताव भी अगर किसी ने कैबिनेट में पास किया था, शुरुआत अगर किसी ने की थी तो वह समाजवादी पार्टी की सरकार ही थी.' गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे. भेदभाव से काम करने का आरोप इससे पहले, शनिवार को बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना को लेकर भी अखिलेश ने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए दावा किया था कि इस परियोजना का तीन चौथाई काम सपा सरकार के कार्यकाल में ही हो गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समाजवादी पार्टी की लाल टोपी को 'रेड अलर्ट' बताए जाने से संबंधित एक सवाल पर अखिलेश ने इसे भाजपा द्वारा बहस के मुद्दों को बदलने की एक साजिश करार दिया. सपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अपने पिछले साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान भेदभाव से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि अंग्रेज 'फूट डालो और राज करो' के मंत्र पर काम करते थे. उसी तरह भाजपा डरा कर और लोगों को मारकर राज करना चाहती है. आगामी विधान सभा चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी. 'चीन से मंगाए जा रहे टेबलेट' अखिलेश ने कहा, ‘आज उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी का सवाल है. इसके अलावा पेपर लीक छात्रों पर लाठीचार्ज, भर्तियों पर स्थगन आदेश के सवाल भी मौजूद हैं. शिक्षामित्र भटक रहे हैं. युवा दुखी हैं.’ उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाए जाने की घटना कौन भूल जाएगा. कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, नदियों में तैरती लाशें, बीमार अस्पताल और उनमें व्याप्त अव्यवस्थाओं को भी कोई कैसे भूल सकता है. नोटबंदी के समय लोगों को लाइन में लगाने वाली सरकार को अब आगामी विधान सभा चुनाव में मतदाता वोट डालने के लिए कतार में खड़े होकर सत्ता से बाहर करेंगे.' सपा अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार अपने शासनकाल के अंतिम दिनों में अपने वर्ष 2017 के वादे के मुताबिक छात्रों को टेबलेट देने की बात कर रही है. सुनने में आ रहा है कि सरकार यह सामान चीन से मंगवा कर देगी. सपा सरकार आने पर किए ये वादे इस सवाल पर कि क्या सत्ता में आने पर समाजवादी पार्टी मौजूदा सरकार के शासनकाल में हुए कथित फर्जी मुठभेड़ मामलों की जांच कराएगी, अखिलेश ने कहा 'अभी हमारा घोषणा पत्र आने दीजिए. उसमें बहुत सारी चीजें होंगी.' सपा अध्यक्ष ने एक अन्य सवाल पर कहा कि जो समाजवाद है वही अंबेडकर वाद है और जो अंबेडकर वाद वही समाजवाद है, क्योंकि डॉक्टर राम मनोहर लोहिया और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर दोनों ही जाति तोड़ने के समर्थक थे. अखिलेश ने एक सवाल पर कहा कि सत्ता में आने पर उनकी सरकार गोरखपुर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने के सिलसिले में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी. उन्होंने कहा कि सपा की सरकार बनी तो गरीबों को मुफ्त पौष्टिक भोजन देने के लिए जरूरत पड़ने पर कैंटीन बनाई जाएगी.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/a-grand-temple-of-lord-shri-ram-will-be-built-on-the-lines-of-vatican-and-mecca-vhp-announced/1046349,"वेटिकन और मक्का की तर्ज पर होगा राम मंदिर क्षेत्र का विकास, VHP ने किया ऐलान","वेटिकन और मक्का की तर्ज पर होगा राम मंदिर क्षेत्र का विकास, VHP ने किया ऐलान विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अध्यक्ष रबींद्र नारायण सिंह VHP अध्यक्ष का बड़ा बयान हिंदुत्व का प्रतीक बनेगा श्रीराम मंदिर वेटिकन सिटी और मक्का जैसा होगा राम मंदिर नागपुर: विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अध्यक्ष रबींद्र नारायण सिंह ने रविवार को कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को वेटिकन सिटी और मक्का की तरह विकसित किया जाएगा और वह हिंदुत्व के प्रतीक के रूप में उभरेगा. हिंदुत्व का प्रतीक बनेगा श्रीराम मंदिर सिंह रविवार को महाराष्ट्र के नागपुर में धंतोली क्षेत्र में विश्व हिंदू जनकल्याण परिषद के विदर्भ क्षेत्र के कार्यालय निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के लिए आए थे. उन्होंने विहिप पदाधिकारियों और संतों की सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को वेटिकन सिटी (रोमन कैथोलिक चर्च का मुख्यालय) और मक्का (इस्लाम का सबसे पवित्र शहर) की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. वह हिंदुत्व का प्रतीक बनेगा.' मुस्लिमों से की अपील पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने भारत में धर्मांतरण के उद्देश्य से विदेशी फंड पर शिकंजा कसने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की सराहना की. उन्होंने मुस्लिम समुदाय से राष्ट्र की सेवा में हिंदुओं के साथ शामिल होने की अपील की. हिंदुओं की सोच पर बोले रबींद्र रबींद्र नारायण सिंह ने कहा, 'हिंदुओं की सोच है कि उनके साथ कुछ नहीं होगा. हम इस मानसिकता के कारण चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.' उन्होंने ईसाई धर्म प्रचारक संस्थाओं पर धर्म परिवर्तन के लिए आदिवासी इलाकों में अस्पताल और स्कूल चलाने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जनकल्याण परिषद का आगामी कार्यालय पूर्वी महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र में हिंदुओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी कदम शुरू करेगा. 'GDP को लेकर चिंतित रहते हैं भारतीय' सिंह ने कहा, 'धर्म प्रचारक संस्थाएं हिंदू धर्म को उखाड़ फेंकने की पूरी साजिश के साथ आदिवासी इलाकों में स्कूल एवं अस्पताल चला रही हैं. हिंदुओं को हिंदुत्व और अपनी रक्षा के लिए एकजुट होकर मजबूत ताकत बनना होगा.' साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय इन दिनों अपने बच्चों को ‘संस्कार’ देने के बजाय GDP को लेकर ज्यादा चिंतित रहते हैं. मुसलमानों और ईसाइयों को लेकर रबींद्र के विचार भारत में मुसलमानों और ईसाइयों को लेकर उनके विचारों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कैंसर की उपमा दे डाली. उन्होंने कहा, 'जब कैंसर चौथे चरण तक फैल जाता है, आपको कीमोथेरेपी करानी पड़ती है और आपके शरीर को इसके लिए मजबूत होना चाहिए.' विहिप प्रमुख ने कहा कि जनकल्याण परिषद का आगामी कार्यालय पूर्वी महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र में हिंदुओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी कदम शुरू करेगा. इससे पहले दिन में, विहिप प्रमुख ने के.बी हेडगेवार और एम.एस. गोलवलकर को समर्पित रेशमबाग क्षेत्र में स्मृति मंदिर स्मारक का दौरा किया था. यह दोनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पहले दो नेता थे, जिसका मुख्यालय नागपुर में है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/jp-nadda-attacks-on-akhilesh-yadav-over-muhammad-ali-jinnah-statement/1046348,"'चुनाव में जिन्ना के जिन्न को बोतल में बंद कर देगी जनता', अखिलेश पर नड्डा का निशाना","चुनाव में जिन्ना के जिन्न को बोतल में बंद कर देगी जनता', अखिलेश पर नड्डा का निशाना भाजपा अध्यक्ष ने सपा पर हमला करते हुए कहा 'कुछ लोग जिन्ना के नाम पर जीते हैं. वहीं, कुछ परिवार के नाम से पार्टी बनाते हैं लेकिन भाजपा सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मूल मंत्र पर भरोसा करती है.' Last Updated: Dec 12, 2021, 08:50 PM IST जेपी नड्डा ने अखिलेश पर साधा निशाना जिन्ना वाले बयान को लेकर घेरा एटा में की बूथ अध्यक्षों की बैठक संबोधित लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) ने रविवार को समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर जिन्ना वाले बयान को लेकर हमला करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता विधान सभा चुनाव में जिन्ना के जिन्न को बोतल में बंद कर देगी. नड्डा ने एटा में भाजपा के बृज क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों की बैठक को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा. 'हम गन्ना के बारे में बात करते हैं' जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कहा 'हम गन्ना के बारे में बात करते हैं और उनके मुंह से जिन्ना निकलता है. मैं उन लोगों और दलों से खतरा महसूस करता हूं जो वोट हासिल करने के लिए लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के मुकाबले जिन्ना के जिन्न को बाहर निकालते हैं. मुझे विश्वास है कि अगले विधान सभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के लोग इस जिन्न को वापस बोतल में बंद कर देंगे.’ गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पिछली 31 अक्टूबर को हरदोई में आयोजित एक कार्यक्रम में मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र करते हुए कहा था कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और मोहम्मद अली जिन्ना ने देश को आजादी दिलाने में मदद की और संघर्ष से कभी पीछे नहीं हटे. 'कुछ लोग जिन्ना के नाम पर जीते हैं' भाजपा अध्यक्ष ने सपा पर हमला जारी रखते हुए कहा 'कुछ लोग जिन्ना के नाम पर जीते हैं. वहीं, कुछ परिवार के नाम से पार्टी बनाते हैं लेकिन भाजपा सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मूल मंत्र पर भरोसा करती है.' उन्होंने कहा 'बाकी सभी राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. परिवारवाद में आकंठ डूबे यह दल जातिवाद पर काम कर रहे हैं. भाजपा एकमात्र ऐसा दल है जो विचारधारा पर आधारित है और इसमें ऊपर से लेकर नीचे तक लोकतंत्र है.' नड्डा ने मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र करते हुए कहा 'कोई भी मुजफ्फरनगर के दंगों और कैराना से लोगों के पलायन को नहीं भूल सकता. याद रखिए यह वही पुरानी सपा है. यह कोई नई सपा नहीं है. प्रदेश के विकास के लिए ऐसे लोगों को उनके घर में ही बैठाना और हर बूथ पर कमल खिलाना जरूरी है.' राम मंदिर निर्माण का किया जिक्र भाजपा अध्यक्ष ने उपस्थित लोगों से पूछा कि क्या कांग्रेस, सपा या बसपा के शासनकाल में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो सकता था, क्या तीन तलाक की प्रथा खत्म हो सकती थी, क्या अनुच्छेद 370 को समाप्त किया जा सकता था? नहीं कभी नहीं.' नड्डा ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे पहले उत्तर प्रदेश में यूरिया को लेकर किसानों पर गोलियां चलती थीं और लाठी चार्ज होता था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरिया की शत-प्रतिशत नीम कोटिंग कराई, जिसकी वजह से इसकी कालाबाजारी रुक गई और अब किसानों को आसानी से यूरिया उपलब्ध है. भाजपा अध्यक्ष ने कहा 'अनेक लोगों ने खुद के किसान होने और किसानों का नेता होने का दावा किया था लेकिन उनमें से किसी ने भी किसानों का भला नहीं किया. यह नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार है जिसने किसानों के कल्याण के लिए काम किया.'",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/why-corona-protocol-only-for-us-mehbooba-mufti-furious-over-cancellation-of-youth-summit/1046302,कोविड प्रोटोकॉल सिर्फ हमारे लिए क्यों? यूथ समिट रद्द होने पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती,"कोविड प्रोटोकॉल सिर्फ हमारे लिए क्यों? यूथ समिट रद्द होने पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती PDP को कोविड-19 पाबंदियों का हवाला देते हुए रविवार को युवा सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई. महबूबा मुफ्ती ने इसे 'गड़बड़' बताया. Last Updated: Dec 12, 2021, 08:27 PM IST महबूबा मुफ्ती का युवा सम्मेलन हुआ रद्द मुफ्ती को किया गया नजरबंद? मुफ्ती ने प्रशासन पर लगाए गड़बड़ी के आरोप श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को कोविड-19 पाबंदियों का हवाला देते हुए रविवार को युवा सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई. पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इसे 'गड़बड़' बताया है. आपको बता दें कि पार्टी की युवा शाखा का सम्मेलन गुपकर रोड स्थित पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास 'फेयरव्यू' पर होने वाला था. युवाओं के साथ हुई मारपीट PDP प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हमें COVID के बहाने युवाओं से बातचीत करने की अनुमति नहीं दी. COVID केवल हम पर ही क्यों लागू होता है, अन्य पार्टियों पर क्यों नहीं? अधिवेशन में आए हजारों युवाओं को न केवल रोका गया बल्कि पीटा गया, उनके कपड़े फाड़ दिए गए. मुफ्ती को किया गया नजरबंद? हालांकि, पुलिस ने कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया और मार्ग पर किसी भी तरह की आवाजाही की अनुमति नहीं थी. पत्रकारों को भी कार्यक्रम स्थल की ओर जाने से रोक दिया गया. पीडीपी के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है. हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. नहीं हुआ कोई कार्यक्रम कार्यकारी मजिस्ट्रेट, प्रथम श्रेणी, दक्षिण श्रीनगर ने एक आदेश में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से प्राप्त रिपोर्ट और कोविड-19 पाबंदियों के मद्देनजर कहा, 'पीडीपी को गुपकर में निर्धारित सम्मेलन के आयोजन की अनुमति नहीं देने का आदेश दिया जाता है.' मजिस्ट्रेट ने संबंधित थाना प्रभारी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि 'सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना' ऐसा कोई कार्यक्रम आयोजित न हो. पार्टी ऑफिस को किया गया सील पीडीपी प्रवक्ता नजम-उस-साकिब ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को मुफ्ती के आवास की ओर जाने से रोक दिया गया है. प्रवक्ता ने बताया कि मुफ्ती के आवास पर सम्मेलन को विफल किए जाने के बाद पार्टी ने शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास अपने मुख्यालय में इसे आयोजित करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने कार्यालय को भी सील कर दिया. उन्होंने दावा किया कि मुफ्ती को नजरबंद रखा गया है. मुफ्ती ने बताई गड़बड़ी मुफ्ती ने पार्टी के ट्विटर हैंडल पर डाले गए एक वीडियो मैसेज में अधिकारियों के इस कदम को 'गड़बड़' बताया. उन्होंने कहा, 'मैं अपनी पार्टी से जुड़े युवाओं से बात करना चाहती थी. अब उन्हें (अधिकारियों को) कोविड की याद आ गई और इस कार्यक्रम में गड़बड़ कर दी.'",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/aimim-chief-asaduddin-owaisi-attack-on-rahul-gandhi/1046266,"'हिंदुओं की सत्ता ही है कांग्रेस का सेक्युलर एजेंडा?', राहुल के बयान पर बिफरे ओवैसी","हिंदुओं की सत्ता ही है कांग्रेस का सेक्युलर एजेंडा?', राहुल के बयान पर बिफरे ओवैसी राहुल गांधी (Rahul Ganhdi) ने कहा, देश से 'हिंदुत्ववादियों को वापस निकालना है हिंदुओं का राज लाना है. उनके इस बयान पर ओवैसी ने निशाना साधा है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 07:13 PM IST राहुल गांधी पर ओवैसी का निशाना हिंदू वाले पर बयान पर भड़के ओवैसी जयपुर रैली में राहुल ने दिया बयान नई दिल्ली: जयपुर में 'महंगाई हटाओ' रैली के दौरान हिंदुत्व और हिंदुओं पर दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान पर सियासी वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है. ओवैसी ने सवाल किया है कि क्या यही है कांग्रेस का सेक्युलर एजेंडी? क्या है मामला? जयपुर में 'महंगाई हटाओ' रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा,‘यह देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं है. देश में महंगाई है, दर्द है तो यह काम हिंदुत्ववादियों ने किया है. हिंदुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए.’ हिंदू और हिंदुत्ववाद को 2 अलग-अलग शब्द बताते हुए राहुल ने कहा कि जिस तरह से 2 जीवों की एक आत्मा नहीं हो सकती, वैसे ही दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता क्योंकि हर शब्द का अलग मतलब होता है. राहुल ने आगे कहा कि हिंदू वह है जो किसी से नहीं डरता जो सबको गले लगता है. उन्होंने कहा कि देश से 'हिंदुत्ववादियों को वापस निकालना है हिंदुओं का राज लाना है.' ओवैसी का निशाना राहुल गांधी के इस निशाने पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा, 'राहुल और कांग्रेस ने हिंदुत्व के लिए जमीन तैयार की. अब वे बहुसंख्यकवाद की फसल काटने की कोशिश कर रहे हैं. 2021 में 'हिंदुओं को सत्ता में लाना' एक 'धर्मनिरपेक्ष' एजेंडा है. वाह! भारत सभी भारतीयों का है, अकेले हिंदू नहीं. भारत सभी धर्मों के लोगों का है और उन लोगों का भी जिनका कोई विश्वास नहीं है.' Rahul & INC fertilised the ground for Hindutva. Now they’re trying to harvest majoritarianism. Bringing “Hindus to power” is a “secular” agenda in 2021. Wah! India belongs to all Bharatiyas. Not Hindus alone. India belongs to people of all faiths & also those who have no faith pic.twitter.com/9EfpynChqU — Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 12, 2021 'मैं नहीं डरता' इस बयान पर राजनीति तेज होने के बाद राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में राहुल ने लिखा, 'हिंदुत्ववादी ये सुनकर मुझपर वार करेंगे. कर लो, मैं नहीं डरता!' वहीं राहुल गांधी के बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'जो हिन्दू होकर भी हिंदुत्ववादी नहीं है वह नकली हिन्दू है. बीएसपी नेता सुरेंद्र जैन ने राहुल गांधी पर निशाना साधते उन्हें भारत का सबसे ज्यादा भ्रमित नेता बताया.. उन्होंने कहा, 'उन्हें (राहुल गांधी) मालूम नहीं कि वह क्या बोलते हैं. उन्हें न हिन्दू की समझ है न हिंदुत्व की. वह महात्मा गांधी को भी नहीं जानते. राहुल गांधी को इतनी भी समझ नहीं है कि अपना गोत्र नाना के साथ जोड़कर बताएं या दादा के साथ.'",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/rahul-gandhi-played-hindu-card-said-hindus-have-to-bring-back-the-rule-i-am-also-a-hindu/1046103,"अपने ही बयान पर राहुल गांधी का ट्वीट, 'हिंदुत्वादी मुझ पर वार करेंगे, मैं नहीं डरता'","अपने ही बयान पर राहुल गांधी का ट्वीट, 'हिंदुत्वादी मुझ पर वार करेंगे, मैं नहीं डरता' कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि भारत हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनके तीन चार मित्रों ने 7 साल में देश को बर्बाद कर दिया. भारत हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं जयपुर रैली में बोले राहुल गांधी कहा- हिंदुओं का राज वापस लाना है जयपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि भारत हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनके तीन चार मित्रों ने 7 साल में देश को बर्बाद कर दिया. इस बयान पर राहुल गांधी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन उन्होंने अपने बयान पर जोर देते हुए ट्वीट किया कि हिंदुत्ववादी ये सुनकर मुझपर वार करेंगे. कर लो, मैं नहीं डरता! राहुल ने समझाए 2 शब्दों के अर्थ गांधी ने कहा, ‘मैं हिंदुत्ववादी नहीं, मैं हिंदू हूं.’ यहां 'महंगाई हटाओ रैली' को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा,‘यह देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं है. देश में महंगाई है, दर्द है तो यह काम हिंदुत्ववादियों ने किया है. हिंदुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए.’ हिंदू और हिंदुत्ववाद को 2 अलग-अलग शब्द बताते हुए राहुल ने कहा कि जिस तरह से 2 जीवों की एक आत्मा नहीं हो सकती, वैसे ही दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता क्योंकि हर शब्द का अलग मतलब होता है. 'हिंदुओं का राज वापस लाना है' राहुल ने कहा कि हिंदू वह है जो किसी से नहीं डरता जो सबको गले लगता है. उन्होंने कहा कि देश से 'हिंदुत्ववादियों को वापस निकालना है हिंदुओं का राज लाना है.' देश को जनता नहीं चला रही, देश को 3-4 पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री जी उनका काम कर रहे हैं. कौन है हिंदू? राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि असली हिंदू वही है जो सबको गले लगाता है, किसी से नहीं डरता, और हर धर्म का सम्मान करता है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/many-big-brahman-leaders-of-purvanchal-joins-sp-up-assembly-elections-2022-left-bjp-bsp-hari-shankar-tiwari/1045996,"UP चुनाव से पहले BJP-BSP को झटका, पूर्वांचल के कई बड़े ब्राह्मण चेहरे सपा में शामिल","UP चुनाव से पहले BJP-BSP को झटका, पूर्वांचल के कई बड़े ब्राह्मण चेहरे सपा में शामिल Brahman Leaders Join Samajwadi Party Before UP Elections: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि हमें जनता का अपार समर्थन मिल रहा है. यूपी विधान सभा चुनाव में हमारी पार्टी एकतरफा जीत हासिल करेगी. जनता बीजेपी को जवाब देगी. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हमारी कैबिनेट में पास हुआ- अखिलेश यादव यूपी से बीजेपी की सरकार जाने वाली है- अखिलेश यादव किसानों के मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश हो रही है- अखिलेश यादव लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) को बड़ा झटका दिया है. बीएसपी (BSP) और बीजेपी (BJP) के कई विधायक आज (रविवार को) सपा (SP) में शामिल हो गए हैं. पूर्वांचल के कई बड़े ब्राह्मण नेताओं (Brahman Leaders) ने सपा का दामन थाम लिया है. ये ब्राह्मण नेता सपा में हुए शामिल बता दें कि हरिशंकर तिवारी (Hari Shankar Tiwari) के बेटे और बीएसपी विधायक विनय शंकर तिवारी (BSP MLA Vinay Shankar Tiwari) ने समाजवादी पार्टी (SP) ज्वाइन कर ली है. विनय शंकर तिवारी गोरखपुर जिले की चिल्लूपार (Chillupar) विधान सभा सीट से विधायक हैं. हालांकि बीएसपी से विनय शंकर तिवारी को पहले ही निष्कासित किया जा चुका है. इसके अलावा संतकबीरनगर के खलीलाबाद से बीजेपी विधायक (BJP MLA) जय चौबे (Jay Chaubey) ने बीजेपी को छोड़कर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का झंडा थाम लिया है. वहीं पूर्व सांसद कुशल तिवारी (Kushal Tiwari) और गणेश शंकर पाण्डेय (Ganesh Shankar Pandey) ने भी आज सपा ज्वाइन कर ली. क्या बीजेपी और सपा के बीच होगी कड़ी टक्कर? समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि बीजेपी (BJP) और हमारी पार्टी के बीच कड़ी लड़ाई नहीं है. यूपी (UP) की जनता हमारे साथ है. सपा को चुनाव में एकतरफा जीत मिलेगी. आप ही देखिए कि विनय शंकर तिवारी ने भी आज समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली. भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने पर अखिलेश का जवाब भगवान परशुराम (Lord Parshuram) की मूर्ति लगवाने के वादे पर सपा के चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि भगवान परशुराम का सम्मान करेंगे. उनका पूजा-पाठ सरकार आने से पहले भी होगा और बाद में भी होगा. गरीबों को मुफ्त में देंगे खाना- अखिलेश यादव अखिलेश यादव ने आगे कहा कि बीजेपी जो टैबलेट बांटने वाली है वो चीन से आ रहे हैं. अभी तक स्टूडेंट उसका इंतजार कर रहे हैं. गरीबों को अनाज बांटने का कार्यक्रम पहले नवंबर तक था और अब उसे मार्च तक बढ़ा दिया गया है. बीजेपी ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि वो जानते हैं कि मार्च के बाद उनकी सरकार चली जाएगी. सपा की सरकार बनने पर जरूरत होगी तो गरीबों को मुफ्त में खाना दिया जाएगा. अखिलेश यादव ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर भी हमारी सरकार की कैबिनेट में पास किया गया था. मैं इसके दस्तावेज पेश कर सकता हूं. ये उद्घाटन और शिलान्यास इसलिए हो रहे हैं जिससे किसानों के मुद्दे पर से ध्यान हटाया जा सके. एमएसपी पर अभी तक सरकार ने कानून नहीं बनाया है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/bank-insurance-guarantee-scheme-pm-modi-address-deposit-program/1045971,"बैंक डिपॉजिट इंश्योरेंस पर सरकार का बड़ा फैसला, पीएम मोदी ने दिया तोहफा","बैंक डिपॉजिट इंश्योरेंस पर सरकार का बड़ा फैसला, पीएम मोदी ने दिया तोहफा PM Modi Address In Deposit Insurance Program: पीएम मोदी ने कहा कि कानून में संशोधन करके समस्या को हल करने की कोशिश की है. हमारी सरकार ने बैंक डूबने की स्थिति में भी 90 दिन के भीतर जमाकर्ताओं को उनका पैसा वापस देना अनिवार्य किया है. नया भारत समस्याओं के समाधान पर जोर लगाता है- पीएम मोदी समस्याओं को टालने की आदत हमारी सरकार की नहीं है- पीएम मोदी 90 दिन के अंदर मिलेगा जमाकर्ताओं का पैसा- पीएम मोदी नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज (रविवार को) दिल्ली के विज्ञान भवन में 'डिपॉजिटर्स फर्स्ट गारंटीड टाइम-बाउंड डिपॉजिट इंश्योरेंस पेमेंट अप टू फाइव लाख' विषय पर कार्यक्रम को संबोधित किया. जमा राशि बीमा (Deposit Insurance) के दायरे में भारत में कार्यरत सभी वाणिज्यिक बैंकों (Commercial Banks) में सभी तरह की जमा-धनराशियों जैसे बचत, फिक्स्ड, चालू और सावधि जमा आदि को शामिल कर दिया गया है. डिपॉजिट इंश्योरेंस प्रोग्राम में पीएम ने क्या कहा? पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के लिए, बैंकिंग सेक्टर के लिए और देश के करोड़ों बैंक अकाउंट होल्डर्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है. दशकों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का कैसे समाधान निकाला गया है आज का दिन उसका साक्षी बन रहा है. आज के आयोजन का जो नाम दिया गया है उसमें Depositors First की भावना को सबसे पहले रखना, इसे और सटीक बना रहा है. बीते कुछ दिनों में एक लाख से ज्यादा Depositors को सालों से फंसा हुआ उनका पैसा वापस मिला है. ये राशि 1300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. समय पर निकाला समस्या का समाधान- पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी देश समस्याओं का समय पर समाधान करके ही उन्हें विकराल होने से बचा सकता है लेकिन वर्षों तक एक प्रवृत्ति रही कि समस्याओं को टाल दो. आज का नया भारत, समस्याओं के समाधान पर जोर लगाता है, आज भारत समस्याओं को टालता नहीं है. पहले लोगों को किसी बैंक से फंसा अपना ही पैसा प्राप्त करने में वर्षों लग जाते थे. हमारे निम्न मध्यम वर्ग, मध्यम वर्ग और गरीबों ने इस समस्या को झेला है. इस स्थिति को बदलने के लिए हमारी सरकार ने बहुत संवेदनशीलता के साथ बदलाव किए, रिफॉर्म किए. कब बैंक डिपॉजिटर्स के लिए बनी थी इंश्योरेंस की व्यवस्था? उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश में बैंक डिपॉजिटर्स के लिए इंश्योरेंस की व्यवस्था 60 के दशक में बनाई गई थी. पहले बैंक में जमा रकम सिर्फ 50,000 रुपये तक की राशि पर ही गारंटी थी, फिर इसे बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया था. हमने इस राशि को एक लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है. कानून में संशोधन करके एक और समस्या का समाधान करने की कोशिश की है. पहले जहां पैसा वापसी की कोई समय सीमा नहीं थी, अब हमारी सरकार ने इसे 90 दिन यानी 3 महीने के भीतर अनिवार्य किया है. यानी बैंक डूबने की स्थिति में भी 90 दिन के भीतर जमाकर्ताओं को उनका पैसा वापस मिल जाएगा. जमा राशि का बीमा कवर बढ़कर हुआ 5 लाख- पीएम बता दें कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यरत राज्य, केंद्रीय और प्राथमिक सहकारी बैंकों को भी इसके दायरे में रखा गया है. इस सुधार के तहत बैंक जमा राशि बीमा कवर को एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है. प्रति जमाकर्ता, प्रति बैंक के हिसाब से पांच लाख रुपये के जमा राशि बीमा कवरेज के आधार पर पिछले वित्त वर्ष के अंत तक पूरी तरह से सुरक्षित खातों की संख्या कुल खातों की संख्या का 98.1 प्रतिशत थी, जबकि अंतरराष्ट्रीय मानक 80 प्रतिशत है. जान लें कि अंतरिम भुगतान का पहला भाग हाल ही में डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गांरटी कॉरपोरेशन (DICGC) ने जारी किया है. ये भुगतान उन 16 शहरी सहकारी बैंकों के जमाकर्ताओं के दावों के आधार पर किया गया है, जिन बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रतिबंधित कर रखा है. क्या होता है बैंक खाते का इंश्योरेंस? बैंक का लाइसेंस रद्द होने, मर्जर होने या पुनर्निर्माण पर हर डिपॉजिटर्स को मूलधन और ब्याज की राशि के लिए अधिकतम 5 लाख रुपये तक का बीमा किया जाता है. आपके सभी अकाउंट्स को मिलाकर कितना ही पैसा क्यों न हो, आपको केवल 5 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर मिलेगा. इस राशि में मूलधन और ब्याज की राशि दोनों शामिल हैं. बैंक के विफल होने पर अगर आपकी मूल राशि 5 लाख रुपये है तो आपको केवल ये राशि वापस मिलेगी और ब्याज नहीं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/bharatiya-kisan-union-leader-rakesh-tikait-tells-further-planning-regarding-kisan-aandolan-mela-and-mahapancha/1045914,"किसान आंदोलन स्थगित होने के बाद आया राकेश टिकैत का बयान, बताई आगे की रणनीति","Kisan Mahapanchayat: किसान आंदोलन स्थगित होने के बाद आया राकेश टिकैत का बयान, बताई आगे की रणनीति Kisan Mahapanchayat: दिल्‍ली की सीमा पर साल भर से धरने पर बैठे किसान अब अपने घरों को वापस लौटने लगे हैं लेकिन इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने आगे की रणनीति को लेकर एक बड़ी घोषणा कर दी है. Written by - Zee News Desk|Edited by: Zee News Desk|Last Updated: Dec 12, 2021, 01:50 PM IST किसान धरने को लेकर सामने आई नई रणनीति किसान नेता ने दिया बयान कहा- जारी रहेंगी महापंचायतें, लगेगा किसान आंदोलन मेला नई दिल्‍ली: एक साल से ज्‍यादा समय तक चला किसान आंदोलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े फैसले के खत्‍म हो गया है. केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए हैं. कई महीनों से दिल्‍ली की सीमा पर बैठे किसान अब अपने घरों को लौट गए हैं. हालांकि अब भी कुछ किसान बाकी हैं, जो निकलने की तैयारी में हैं. इसी बीच भारतीय किसान संघ के प्रमुख राकेश टिकैत ने आगे की रणनीति बता दी है. इसे लेकर उन्‍होंने एक बड़ी घोषणा की है. जारी रहेंगी महापंचायतें कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद टिकैत ने कहा था कि यह आंदोलन खत्‍म नहीं हुआ है बल्कि केवल स्‍थगित किया जा रहा है. हम आगे भी अपने हक के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. एएनआई के मुताबिक रविवार को किसानों का एक बड़ा समूह गाजीपुर बॉर्डर खाली करने जा रहा है. इससे पहले टिकैत ने कहा कि हमने कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग सफलता पूर्वक पूरी करा ली है लेकिन इसके बाद भी किसान महापंचायतें जारी रहेंगी. टिकैत ने कहा, हम हर साल 10 दिवसीय किसान आंदोलन मेला करेंगे. इसके अलावा किसानों से जुड़े मुद्दे पर समय-समय पर महापंचायत भी आयोजित की जाएंगी."" यह भी पढ़ें: कुन्‍नूर हादसे के एकमात्र सर्वाइवर कैप्टन वरुण सिंह की कैसी है हालत, जानें हेल्थ अपडेट 15 जनवरी को होगी बैठक प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 19 नवंबर को कृषि कानूनों को निरस्‍त करने की घोषणा के बाद किसानों ने अपनी सारी मांगे पूरी होने तक धरना खत्‍म करने से इनकार कर दिया था. इन मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी और उनके खिलाफ दर्ज हुए मामलों को वापस लेना शामिल था. इस पर सरकार ने लिखित आश्वासन दिया था. जिसके बाद किसानों ने 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमा को खाली करने की बात कही थी. एसकेएम ने कहा है, यदि सरकार अपने वादे पूरे नहीं करती है, तो हम अपना आंदोलन फिर से शुरू कर सकते हैं. इसे लेकर 15 जनवरी 2022 को एक समीक्षा बैठक की जाएगी. वहीं टिकैत ने कहा है कि सारे किसानों के घर लौटने में अभी 4-5 दिन का समय लगेगा. उसके बाद ही 15 दिसंबर तक वो खुद यहां से हटेंगे.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ed-raids-the-hideouts-of-4-pfi-leaders-in-kerala/1045742,"मनी लॉन्ड्रिंग केस में PFI पर कसा शिकंजा, 4 ठिकानों पर ED की छापेमारी","मनी लॉन्ड्रिंग केस में PFI पर कसा शिकंजा, 4 ठिकानों पर ED की छापेमारी ED ने केरल (Kerala) में PFI के बड़े नेताओं के यहां छापेमारी कर विदेशी फंडिग और मनी लॉड्रिंग से जुड़े सबूतों को जब्त किया है. इस दौरान PFI से जुड़े लोगों ने अधिकारियों को धमकाने की भी कोशिश की. Written by - Jitender Sharma|Edited by: Jitender Sharma|Last Updated: Dec 11, 2021, 11:53 PM IST PFI के 4 नेताओं के ठिकाने पर छापेमारी संगठन को विदेशों से मिल रही फंडिंग लोगों ने रेड का किया विरोध नई दिल्ली: ED ने केरल (Kerala) में PFI के बड़े नेताओं के यहां छापेमारी कर विदेशी फंडिग और मनी लॉड्रिंग से जुड़े सबूतों को जब्त किया है. छापेमारी के दौरान PFI से जुड़े लोगों ने अधिकारियों को धमकाने और उनके काम को रोकने की कोशिश की. जिसके बाद एजेंसी को CRPF की मदद लेनी पड़ी. उसके बाद ED की टीम कहीं जाकर छापेमारी कर सकी. PFI के 4 नेताओं के ठिकाने पर छापेमारी एजेंसी ने PFI के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज कर रखा है. उसी मामले की जांच के लिये केरल में PFI के नेताओं के चार ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. ये छापेमारी PFI और उसकी राजनीतिक पार्टी SDPI के सदस्यों शफिक पायथ, अब्दुल रज्जाक, अशरफ एम के उर्फ तमर अशरफ उर्फ अशरफ खादर और मुन्नार विला विस्टा प्रोजेक्ट के ठिकानों पर की गई थी. संगठन को विदेशों से मिल रही फंडिंग जांच में ED को पता चला कि PFI को विदेशों से काफी सारी फंडिग मिल रही है. इसके अलावा केरल (Kerala) में चल रहे प्रोजेक्ट के नाम पर मनी लाड्रिंग भी की जा रही है. जिसमें मुन्नार विला विस्टा प्रोजेक्ट भी शामिल है. एजेंसी को छापेमारी में मिले दस्तावेजों से पता चला कि PFI ने विदेशों में भी काफी सारी संपत्ति बना रखी है. जिसमें अबू धाबी में बार और रेस्टोरेंट भी शामिल हैं. लोगों ने रेड का किया विरोध वहीं PFI ने छापेमारी पर विरोध जताते हुए इसे प्रताड़ित करने वाला एक्शन बताया. PFI के महासचिव ने वीडियो मैसेज में दावा किया कि यह कार्रवाई संगठन को बदनाम करने के लिए है और इसके खिलाफ कानूनी-लोकतांत्रिक तरीके से लड़ाई लड़ी जाएगी.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/school-children-in-haryana-will-read-verses-of-gita-cm-manohar-lal-khattar-announced/1045732,"स्कूली बच्चे अगले साल से पढ़ेंगे भागवत गीता के श्लोक, इस राज्य ने लिया फैसला","सरकारी स्कूल के बच्चे अगले साल से पढ़ेंगे भागवत गीता के श्लोक, इस राज्य ने लिया फैसला स्कूली बच्चों को अगले एकेडमिक सेशन से भागवत गीता (Bhagwat Geeta) के श्लोक पढ़ाए जाएंगे. इस दौरान बच्चों को गीता का सार समझाते हुए भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से परिचय कराया जाएगा. गीता का सार समझें सभी लोग महाभारत थीम पर बनेगा संग्रहालय अगले साल से शुरू होगा श्री कृष्ण उत्सव चंडीगढ़: हरियाणा में अगले एकेडमिक सेशन से स्कूली बच्चों को भागवत गीता (Bhagwat Geeta) के श्लोक पढ़ाए जाएंगे. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने शनिवार को इस बारे में घोषणा की. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) शनिवार को कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (International Gita Festival) में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस महोत्सव में लोक सभा के स्पीकर ओम बिरला भी मौजूद थे. इस मौके पर आयोजित एक संगोष्ठी में बोलते हुए मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य में अगले सेशन से स्कूली बच्चों को भागवत गीता (Bhagwat Geeta) के श्लोक पढ़ाए जाएंगे. उन्होंने ऐलान किया कि भागवत गीता से जुड़ी किताबें पांचवीं और सातवीं कक्षा के सिलेबस का हिस्सा बनेंगी. 'गीता का सार समझें सभी लोग' मुख्यमंत्री खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि युवाओं को गीता का सार (Bhagwat Geeta) अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए. इसकी वजह ये है कि इस पवित्र ग्रंथ में मौजूद संदेश न केवल अर्जुन के लिए बल्कि हम सभी के लिए प्रासंगिक हैं. जिसने भागवत गीता का संदेश समझ लिया, वह इन सांसारिक दुखों को भी हमेशा के लिए छोड़ देता है. महाभारत थीम पर बनेगा संग्रहालय उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में होने वाले वार्षिक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को व्यापक स्तर पर ले जाने के लिए अगले साल से गीता जयंती समिति गठित की जाएगी. इस समिति में राजनेताओं के अलावा धार्मिक विद्वान और अधिकारी शामिल किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ज्योतिसार में ‘गीतास्थली’ पर दो एकड़ भूमि पर 205 करोड़ रुपये की लागत से महाभारत थीम पर एक संग्रहालय बनाया जा रहा है. अगले साल से शुरू होगा श्री कृष्ण उत्सव सीएम खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि रामलीला की तर्ज पर अगले साल से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कृष्ण उत्सव भी आयोजित किया जाएगा. इसके लिए अलग से फंड आवंटित किया जाएगा. यह कृष्ण उत्सव कुरुक्षेत्र की एक और पहचान बनेगा.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/government-job-will-be-given-to-the-families-of-those-who-died-during-the-maratha-movement-minister-announced/1045724,मराठा आंदोलन के दौरान मरने वालों के परिजनों को दी जाएगी सरकारी नौकरी: राजेश टोपे,"मराठा आंदोलन के दौरान मरने वालों के परिजनों को दी जाएगी सरकारी नौकरी, मंत्री ने किया ऐलान महाराष्ट्र के लोक स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 42 लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरियां दी जाएगी. मराठा आरक्षण के आंदोलन में जान गंवाने वालों को मिलेगी सरकारी नौकरी 42 परिवारों के लोगों को मिलेगी सरकारी नौकरी साल 2016 और 2018 में हुआ था आंदोलन जालना: महाराष्ट्र के लोक स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने शनिवार को कहा कि मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 42 लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरियां दी जाएंगी. CM से बात करेंगे मंत्री उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करेंगे. सरकार ने उनके परिवारों को पहले ही 10 लाख रुपये का मुआवजा दे दिया है. आरक्षण के लिए हुआ था आंदोलन आपको बता दें कि मराठा संगठनों ने साल 2016 और 2018 के बीच नौकरियों और शिक्षा में समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुए राज्य भर में आंदोलन किया था. कोर्ट ने रद्द किया आरक्षण गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मराठाओं को आरक्षण दे दिया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस कानून को रद्द कर दिया. SBC के आरक्षण को कोर्ट में चुनौती उधर महाराष्ट्र लोक सेवा में विशेष पिछड़ा वर्ग (SBC) के उम्मीदवारों को 1994 में प्रदान किए गए 2 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है. ‘यूथ फॉर इक्वेलिटी’ संगठन की ओर से दायर की गई याचिका में दावा किया गया है कि महाराष्ट्र सरकार की नौकरियों में यह 2 दो प्रतिशत का कोटा असंवैधानिक है. इस याचिका को सुनवाई के लिए सोमवार को लिस्ट किया गया था लेकिन समय की कमी के कारण इस पर विचार नहीं किया जा सका. ‘यूथ फॉर इक्वेलिटी’ इससे पहले मराठा आरक्षण को भी चुनौती दे चुका है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/farooq-again-advocated-for-pakistan-said-dialogue-is-necessary-to-end-terror/1045692,"फारूक ने फिर की पाकिस्तान की वकालत, कहा- आतंक के खात्मे के लिए बातचीत जरूरी","फारूक अब्दुल्ला ने फिर की पाकिस्तान की वकालत, कहा- आतंक के खात्मे के लिए बातचीत जरूरी नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा दो पुलिसकर्मियों की हत्या को एक ‘दुखद कहानी’ बताते हुए शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है. कश्मीर में 2 पुलिसकर्मियों की हत्या पर बोले फारूक अब्दुल्ला घटना को दुखद करार देते हुए कहा, पाक से बात करने की जरूरत हरियाणा सीएम के बयान पर बोले - 'सरकार दे नमाज की जगह' जम्मू: नेशनल कांफ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा दो पुलिसकर्मियों की हत्या को एक ‘दुखद कहानी’ बताते हुए शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है. हरियाणा के सीएम के बयान पर दर्ज की आपत्ति उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) के इस बयान पर भी आपत्ति जताई कि खुले में ‘नमाज’ करने की प्रथा को ‘बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’ और उनसे मुसलमानों को नमाज के लिए जगह मुहैया कराने को कहा क्योंकि संविधान धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देता है. 'क्या हम सुरक्षित हैं?' शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकवादियों द्वारा 2 पुलिसकर्मियों की हत्या के बारे में एक सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, अब्दुल्ला ने कहा, ‘...आपको लगता है कि हम खुश हैं कि वे लोगों को मार रहे हैं? यह एक दुखद कहानी है और सरकार कह रही है कि सब कुछ अच्छा चल रहा है. क्या यह अच्छा चल रहा है? क्या लोग सुरक्षित हैं? जब आपके पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं हैं तो एक आम आदमी कैसे सुरक्षित है? आतंकियों ने की पुलिसकर्मियों की हत्या आपको बता दें कि बांदीपोरा जिले में शुक्रवार को एक पुलिस दल पर हुए आतंकवादी हमले में 2 कर्मी शहीद हो गये थे, जिसकी विभिन्न राजनीतिक दलों ने निंदा की. आतंकवादियों ने शाम को गुलशन चौक पर पुलिस टीम पर गोलीबारी की थी. यह पूछे जाने पर कि क्या वह अब भी पाकिस्तान के साथ बातचीत पर जोर देते हैं, अब्दुल्ला ने जवाब दिया, ‘आपको बात करनी होगी. कोई रास्ता नहीं है (आतंकवाद को खत्म करने के लिए).' चीन के मुद्दे पर भी बोले फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर से नेशनल कांफ्रेंस के सासंद अब्दुल्ला ने कहा, ‘आप चीन से बात कर सकते हैं. आप इसके बारे में क्या कहते हैं? चीन आ रहा है और हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है. वे उस इलाके में अपने घर बना रहे हैं. भारत सरकार को यह समझने के लिए संसद में चर्चा की अनुमति देनी चाहिए कि चीनी क्या कर रहे हैं.’\ पत्रकारों पर भड़के अब्दुल्ला जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या पाकिस्तान के साथ बातचीत पर जोर देकर, वह उन पाकिस्तानी आतंकवादियों को ‘क्लीन चिट’ दे रहे हैं, जो लोगों को मार रहे हैं, तो अब्दुल्ला ने नाराज होते हुए कहा, ‘आप पत्रकार नहीं हैं. आपका रवैया सांप्रदायिक है.’ 'सरकार दे नमाज की जगह' हरियाणा के मुख्यमंत्री के बयान के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि देश में धार्मिक सहिष्णुता है और संविधान धार्मिक स्वतंत्रता भी प्रदान करता है. उन्होंने कहा, ‘अगर वह खुली जगह में नमाज की अनुमति नहीं देते है, तो उन्हें एक ऐसी जगह बनाने दें जहां वे नमाज पढ़ सकें.’ दिल्ली में बैठक पर ये बोले अब्दुल्ला उन खबरों पर कि जम्मू-कश्मीर परिसीमन आयोग ने 20 दिसंबर को नेशनल कांफ्रेंस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पांच सांसदों के साथ दिल्ली में बैठक बुलाई है, उन्होंने कहा कि पार्टी को अब तक कोई आमंत्रण पत्र नहीं मिला है. इस सवाल पर कि क्या उनकी पार्टी बैठक में कश्मीरी प्रवासी पंडितों के लिए राजनीतिक आरक्षण के लिए दबाव डालेगी, उन्होंने कहा, ‘पत्र आने दो ... हम वहां क्या करेंगे, मुझे वहां अपनी बात कहनी होगी.’",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/sadhu-yadav-annoyed-by-tejashwi-marriage-tej-pratap-yadav-challenges-sadhu-yadav-by-calling-him-kans/1045653,"तेजस्वी की शादी से नाराज मामा साधु, तेजप्रताप बोले- 'कंस तुम्हारा गर्दा उड़ा देंगे'","तेजस्वी की शादी से नाराज हुए साधु यादव, तेजप्रताप बोले- 'मामा कंस तुम्हारा गर्दा उड़ा देंगे' लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) ने शनिवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए चुनौती दे दी. तेजप्रताप ने अपने मामा साधु यादव (Sadhu Yadav) को 'कंस' कह दिया. तेजप्रताप के अलावा उनकी बहन रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने भी साधु यादव को कंस बताया. तेजप्रताप यादव ने अपने मामा को 'कंस' कहते हुए चुनौती दी कहा- अगर मां का दूध पिया है तो मैदान में आके करले दो-दो हाथ साधु ने यादव समाज से की थी तेजस्वी के बहिष्कार की अपील नई दिल्ली. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की शादी से जहां तेजस्वी के मामा साधु यादव (Sadhu Yadav) नाराज हैं, वहीं शनिवार को तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने अपने मामा को 'कंस' कहते हुए चुनौती दी है. तेजप्रताप के अलावा उनकी बहन रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने भी साधु यादव को कंस बताया. बता दें, तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक क्रिश्चियन लड़की राशेल से शादी की है. तेजप्रताप ने दी मामा साधु को चुनौती लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप ने शनिवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए चुनौती देते हुए लिखा, 'हत्यारे साधु यादव का पुतला दहन छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा किया गया. हमारी मां-बहनों की इज्जत को सरेआम बेइज्जत करने वाले उस 'कंस' को मेरा खुला निमंत्रण है कि अगर अपनी मां का दूध पिया है तो मैदान में आके करले दो-दो हाथ. या अगर औकात है तो सामने में सीधा खड़ा होकर हीं दिखा दें!' हत्यारे साधु यादव का पुतला दहन छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा किया गया। हमारी माँ-बहनों की इज़्ज़त को सरेआम बेइज़्ज़त करने वाले उस “कंस” को मेरा खुला निमंत्रण है कि अगर अपनी माँ का दुध पिया है तो मैदान में आके करले दो-दो हाथ। या अगर औकात है तो सामने में सीधा खड़ा होकर हीं दिखा दें! pic.twitter.com/5tzlbxd9uW — Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) December 11, 2021 'बिहार आ रहे हैं तो आपका गर्दा उड़ा देंगे' एक अन्य ट्वीट में तेजप्रताप ने भड़कते हुए अपने अंदाज में लिखा कि, 'रुकिए हम बिहार आ रहे हैं तो आपका गर्दा उड़ा देंगे. थोड़ा औकात में रहना सीखिए. पजामा से बाहर आने की कोई जरूरत नहीं है.' साधु ने की थी तेजस्वी के बहिष्कार की अपील गौरतलब है कि शुक्रवार को साधु यादव ने आरोप लगाया था कि तेजस्वी ने अपने समाज की लड़की से शादी नहीं की. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि यादव समाज अब किसी का पिछलग्गू नहीं है. उन्होंने यादव समाज से तेजस्वी के बहिष्कार करने की अपील कर दी थी. इस दौरान उन्होंने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भी काफी भला-बुरा कहा था. साधु को शादी का नहीं दिया न्यौता बता दें कि तेजस्वी यादव की शादी हाल ही में दिल्ली में हुई है. इस आयोजन में खास दोस्तों और रिश्तेदारों को ही बुलाया गया था. सूत्रों के मुताबिक मामा साधु को तेजस्वी यादव की शादी में शामिल होने का निमंत्रण नहीं दिया गया था. मामा साधु ने दिया जवाब तेजप्रताप और उनकी बहन के बयान पर पलटवार करते हुए उनके मामा साधु ने बयान दिया है कि 'ये लोग 10-12 साल से मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. आप (तेजस्वी) किसी से भी शादी करने के लिए स्वतंत्र हैं, मुझे कोई आपत्ति नहीं है … लालू जी या बहन जी अपने बच्चों को नियंत्रित नहीं करते हैं तो गंभीर परिणाम होंगे.'",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/ganna-is-ours-and-jinnah-is-theirs-nadda-from-meerut-targeted-akhilesh-fiercely/1045644,"‘गन्ना’ हमारा है और 'जिन्ना' उनका, मेरठ से नड्डा ने अखिलेश पर जमकर साधा निशाना","‘गन्ना’ हमारा है और 'जिन्ना' उनका, मेरठ से नड्डा ने अखिलेश पर जमकर साधा निशाना भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने शनिवार को गन्ना मूल्य के रिकॉर्ड भुगतान को लेकर योगी सरकार की सराहना की और कहा कि गन्ना हमारा है और जिन्ना उनका है. साथ ही यह भी कहा कि भाजपा गन्ना पर चुनाव लड़कर जीतेगी और जिन्ना मानसिकता का भी पर्दाफाश करेगी.मेरठ में बोले जे पी नड्डा.'सपा वाले दंगातंत्र के पुजारी'योगी सरकार की जमकर की तारीफ मेरठ: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा (J. P. Nadda) ने शनिवार को गन्ना मूल्य के रिकॉर्ड भुगतान को लेकर योगी सरकार की सराहना की और कहा कि गन्ना हमारा है और जिन्ना उनका है. साथ ही यह भी कहा कि भाजपा गन्ना पर चुनाव लड़कर जीतेगी और जिन्ना मानसिकता का भी पर्दाफाश करेगी. 'सपा वाले दंगातंत्र के पुजारी' नड्डा ने मेरठ में सुभारती यूनिवर्सिटी ग्राउंड में आयोजित पश्चिम क्षेत्र के बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह नई सपा नहीं है बल्कि वही पुरानी सपा है. उन्होंने कहा, ‘हम प्रजातंत्र के पुजारी हैं और वे (सपा) दंगातंत्र के पुजारी हैं.’ उन्होंने कहा, ‘आज प्रदेश में योगी सरकार ने गन्ना किसानों को रिकॉर्ड भुगतान किया है. गन्ना हमारा है और (मोहम्मद अली) जिन्ना उनका है. हम गन्ना पर चुनाव लड़कर जीतेंगे और हम जिन्ना वाली मानसिकता का भी पर्दाफाश करेंगे.’गौरतलब है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कुछ दिन पहले हरदोई में एक भाषण में कहा था, ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने पढ़ाई की और बैरिस्टर बने तथा भारत की आजादी के लिए किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटे.'UP में शांति का माहौल.नड्डा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार ने किसानों को 1.41 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड गन्ने का भुगतान किया है. उन्होंने कहा कि पुरानी सरकार का भी बकाया 11 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया है. उन्होंने मुजफ्फरनगर दंगे और कवाल कांड की चर्चा की. उन्होंने कैराना पलायन के मुद्दे को भी उठाया और कहा कि पहले राज्य में आए दिन दंगे होते थे लेकिन अब शांति का माहौल कायम है.'अखिलेश ने छुड़वाए थे आतंकी' सपा को घेरते हुए नड्डा ने कहा, ‘आज सपा के नेता अपना पुराना चेहरा ढककर नए चेहरे में आने का प्रयास कर रहे हैं. ये नई सपा नहीं है, ये वही सपा है. पहले जब 15 आतंकवादी पकड़े गए थे, तब अखिलेश यादव की सरकार ने उन्हें निर्दोष बताकर छुड़वा लिया, बाद में अदालत के आदेश के बाद उन्हें फिर गिरफ्तार किया गया. भाजपा से पहले की सरकार में पांच साल उत्तर प्रदेश में 700 से ज्यादा दंगे हुए थे जिसमें 112 लोग मारे गये थे.’योगी सरकार की करी जमकर तारीफ.नड्डा ने किसानों के मुद्दे पर विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सरकार में 20 चीनी मिल बंद हुई थीं जबकि सपा के शासनकाल में 11 चीनी मिल बंद हुई थीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बंद चीनी मिलों को खोलने का काम किया है. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘स्वामीनाथन रिपोर्ट में कहा गया था कि लागत का डेढ़ गुना किसानों को मिलना चाहिए, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने ऐसा नहीं किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने का काम किया.’ उन्होंने कहा कि पहले यूरिया लेने के लिए किसानों पर लाठीचार्ज होता था फिर भी उन्हें यूरिया नहीं मिलता था. लेकिन आज यूरिया को ‘नीम कोटेड’ करने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया ताकि यूरिया की कालाबाजारी न हो सके और किसानों को आसानी से मिल सके.'पीढ़िया चली गईं, रामजन्मभूमि का सपना बना रहा' नड्डा ने कहा, ‘हम सब लोगों ने भव्य राममंदिर की कल्पना की थी, पीढ़िया दर पीढ़िया चली गईं, रामजन्मभूमि का सपना बना रहा, यह मोदी जी की सरकार है, जिन्होंने रास्ता प्रशस्त किया, जो कांग्रेसी यह फैसला होने से रोकते थे, उनको आपने हटा दिया और मोदी ने इसके लिए रास्ता प्रशस्त किया और सुप्रीम कोर्ट ने एकमत से भव्य मंदिर बनाने का रास्ता प्रशस्त कर दिया.' साथ ही नड्डा ने यह भी कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने अभी तीन कृषि कानून वापस लिए हैं. दम भरने के लिए कई लोग खुद को किसान नेता कह रहे हैं लेकिन किसानों के लिए जो काम मोदी ने किया, वह किसी और ने कभी नहीं किया है.’ धारा 370 के मुद्दे पर बोले नड्डा.उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति थी जो कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया. पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, सीरिया समेत किसी भी मुस्लिम देश में ‘तीन तलाक’ नहीं है. यह हमारे देश में करोड़ों मुस्लिमों बहनों को इसका शिकार होना पड़ता था. भारत के सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि तीन तलाक समाप्त करो लेकिन पहले की सरकारों ने यह काम नहीं किया. यह मोदी ने इच्छाशक्ति जताई कि तीन तलाक समाप्त हुआ और हमारी मुस्लिम बहनों को आजाद करने का काम किया.’",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/shiv-sena-mp-sanjay-rauts-allegation-on-bjp-sharad-pawar-ncp-sharad-pawar-new-book/1045641,"पवार ने 25 साल पहले BJP पर कही थी ये बात, शिवसेना को देरी से हुआ अहसास: संजय राउत","शरद पवार ने 25 साल पहले BJP को लेकर कही थी ये बात, शिवसेना को देरी से हुआ अहसास: संजय राउत शिवसेना (Shiv Sena) ने अपनी पूर्व सहयोगी रही बीजेपी पर एक बार फिर निशाना साधा है. पार्टी ने कहा कि बीजेपी (BJP) एक विभाजनकारी पार्टी है, जो देश की एकता नहीं चाहती. 'बीजेपी एक विभाजनकारी पार्टी','देश को पीछे ले जाएगी बीजेपी','विपक्ष को दबाने की कोशिश'मुंबई: शिवसेना (Shiv Sena) ने अपनी पूर्व सहयोगी रही बीजेपी पर एक बार फिर निशाना साधा है. पार्टी ने कहा कि बीजेपी (BJP) एक विभाजनकारी पार्टी है, जो देश की एकता नहीं चाहती. लेकिन इस बात को समझने में शिवसेना को 25 साल लग गए.'बीजेपी एक विभाजनकारी पार्टी',पार्टी के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने 25 साल पहले ही कहा था कि बीजेपी (BJP) एक विभाजनकारी पार्टी है. उस वक्त बीजेपी के साथ शिवसेना (Shiv Sena) की अटूट दोस्ती थी, इसलिए इस बयान पर कोई ध्यान नहीं दिया. हालांकि 2 साल पहले पार्टी को इस सच्चाई का अहसास हुआ कि शरद पवार ने जो कहा था, वह सही था.'देश को पीछे ले जाएगी बीजेपी'.संजय राउत (Sanjay Raut) ने विभिन्न राजनीतिक रैलियों में शरद पवार के भाषणों के मराठी संग्रह ‘नेमकेची बोलाने’ नामक पुस्तक के विमोचन पर यह बात कही. संजय राउत ने कहा, ‘करीब 25 साल पहले शरद पवार ने कहा था कि बीजेपी (BJP) देश में एकता नहीं चाहती. इसके तरीके विभाजनकारी हैं. इसका अहसास हमें दो साल पहले हुआ था. उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा की नीतियां ऐसी हैं जो देश को पीछे ले जाएंगी. हालांकि, हमें इसे महसूस करने में काफी समय लगा.''विपक्ष को दबाने की कोशिश'राउत (Sanjay Raut) ने कहा, 'पुस्तक का नाम इतना अच्छा है कि हम सभी को इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार में देना चाहिए. उन्हें कुछ चीजें जानने की जरूरत है.' संजय राउत ने आरोप लगाया कि सरकार संसद में विपक्षी पार्टियों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है और असल मुद्दों को देश के सामने नहीं लाने दे रही. 'सवाल उठाने से रोका जा रहा'शिवसेना (Shiv Sena) सांसद ने कहा कि संसद का केंद्रीय सभागार पार्टियों के नेताओं और वरिष्ठ पत्रकारों के अलावा अन्य राजनेताओं के बीच बैठकों के लिए जाना जाता था. सब लोग मिलकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते थे. हालांकि हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि संसद में सवाल पूछने की कोशिश करने वालों का विरोध किया जा रहा है और उन्हें दबाया जा रहा है. राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि सवाल उठाने के बुनियादी अधिकारों से इनकार बहुसंख्यकवाद का मार्ग प्रशस्त करता है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/after-haryana-demand-for-ban-on-open-namaz-arose-in-bihar-mla-pleaded-with-cm/1045629,"हरियाणा के बाद इस राज्य में खुले में नमाज का विरोध, विधायक ने CM से की रोक की मांग","हरियाणा के बाद इस राज्य में उठी खुले में नमाज पर रोक की मांग, विधायक ने CM से लगाई गुहार अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले BJP विधायक हरिभूषण ठाकुर (Haribhushan Thakur) ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वे इसकी पहल करेंगे. BJP विधायक ने की खुले में नमाज पर रोक लगाने की मांग,हरियाणा के सीएम को दिया धन्यवाद,BJP विधायक बोले- मस्जिद या घर में पढ़ें नमाज,नई दिल्ली. हरियाणा (Haryana) में खुले में नमाज पढ़ने को लेकर जारी विवाद के बीच बिहार के भारतीय जनता पार्टी (Bjp) के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल (Haribhushan Thakur Bachaul) ने शनिवार को बिहार में भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि बिहार में भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगनी चाहिए.विधायक ने खुले में नमाज पर रोक लगाने की कही बात.अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वे इसकी पहल करेंगे. BJP विधायक ने कहा कि जिस तरह हरियाणा की सरकार ने खुले में नमाज पर रोक लगाई है, बिहार में भी वैसा होना चाहिए. खुले में और सड़कों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगनी चाहिए. शुक्रवार को सड़कों को जाम कर देना, सड़क पर नमाज पढ़ना, ये कैसी पूजा पद्धति है. अगर आस्था की बात है घर में या मस्जिद में नमाज पढ़ें. आखिर मस्जिद क्यों है?'अगर नहीं किया ऐसा तो बिगड़ेगा सौहार्द'.ऐसा करने से सौहार्द बिगड़ेगा के सवाल पर उन्होंने कहा, अब अगर ऐसा नहीं किया तो सौहार्द बिगड़ेगा. 75 साल पहले धर्म के नाम पर भारत का विभाजन हुआ. लेकिन ये मुद्दा आज भी वहीं के वहीं है.हरियाणा के सीएम को दिया धन्यवाद.उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इस मामले पर क्या करेंगे ये वो ही जानें, लेकिन दुनिया ये काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जो किया है, उसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि वंदे मातरम में फल, हवा, हरियाली की वंदना है, लेकिन ये नहीं गाएंगे. यह कौन सी मानसिकता है. इसे समय रहते नहीं रोका गया तो देश को बड़ी हानि होगी.खुले में नमाज को लेकर हरियाणा के सीएम ने कही थी ये बात.बता दें, इससे पहले शुक्रवार को हरियाणा में खुले में नमाज पढ़ने के मामले में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सख्ती से हिदायत देते हुए कहा था कि किसी भी कीमत पर खुले में नमाज नहीं होने दी जाएगी. इस मसले पर कोई टकराव न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन और जिला उपायुक्त को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं. खुले में नमाज पढ़ने की जो प्रथा चल पड़ी है, उसे कतई सहन नहीं किया जाएगा.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/due-to-the-return-of-farmers-scrapers-are-being-happy-people-engaged-in-collecting-old-goods/1045608,किसानों की घर वापसी से कबाड़ियों की मौज! ऐसे हुआ जमकर फायदा,"किसानों की घर वापसी से कबाड़ियों की मौज! ऐसे हुआ जमकर फायदा 1 साल चले प्रदर्शन के बाद शनिवार को प्रदर्शनकारी किसानों के घर लौटने के बाद सिंघु बॉर्डर पर कबाड़ी बांस के खंभे, तिरपाल, प्लास्टिक और लकड़ियां इकट्ठा करने में व्यस्त दिखे. सोनीपत के कुंडली में सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ करीब 5 किलोमीटर लंबी सड़क किसानों का धरना स्थल थी.सालभर बाद खाली हुए बॉर्डर,किसानों ने की घर वापसी,कबाड़ियों ने बीना सामान,नई दिल्ली: 19 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह 9 बजे घोषणा की कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जा रहा है. इसके बाद देश के लोगों की निगाहें किसानों की ओर टिकी थीं कि वे कब बॉर्डर खाली करेंगे. हालांकि किसानों ने बॉर्डर खाली करने के लिए भी कई बैठकें कीं और कुछ शर्तों के साथ बॉर्डर खाली करने को राजी हुए. करीब एक साल चले इस प्रदर्शन का अंत आधिकारिक तौर पर शनिवार को हो गया. बॉर्डर खाली होने के बाद सिंघु गांव के आसपास के कबाड़ियों को काफी फायदा हुआ.कबाड़ियों की आई मौज,करीब एक साल चले इस लंबे प्रदर्शन के बाद शनिवार को प्रदर्शनकारी किसानों के घर लौटने के बाद सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर कबाड़ी बांस के खंभे, तिरपाल, प्लास्टिक और लकड़ियां इकट्ठा करने में व्यस्त दिखे. सोनीपत के कुंडली में सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ करीब 5 किलोमीटर लंबी सड़क किसानों का धरना स्थल थी. उन्होंने वहां अस्थाई ढांचे खड़े कर रखे थे. इनमें टॉयलेट रूम (Toilet Room) और रसोई घर सहित आवास सुविधा भी थी.गांव वालों के काम आएगा पुराना सामान,सुबह से ही झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोग और कबाड़ी बांस के खंभे, तिरपाल, लकड़ियां, प्लास्टिक और लोहे की छड़े चुनने में लगे रहे और वे उन्हें वापस अपने घर ले गए. उनमें से कुछ को पंजाब लौट रहे प्रदर्शनकारियों ने कंबल, ऊनी कपड़े, पैसे एवं रोजाना उपयोग के अन्य सामान भी दिए.स्थानीय लोगों को मिला लाभ,मूल रूप से असम के रहने वाले जावेद अपनी पत्नी और बच्चों के साथ प्लास्टिक शीट इकट्ठा करता हुए दिखे. जावेद ने कहा, ‘मैं इन्हें बेच दूंगा. हमें यहां लंगर में भोजन मिलता था लेकिन अब यह खत्म हो गया है.’ पास में ही बच्चों का समूह बांस के खंभे, प्लास्टिक के टुकड़े और अन्य सामान इकट्ठा करने में व्यस्त था. सामान बीन रहे 14 वर्षीय शमी ने कहा, ‘सरदार जी से मुझे एक कंबल मिला.’ आपको बता दें कि कुंडली में कई कारखाने, बड़े गोदाम और वर्कशॉप हैं जहां बिहार, उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों के हजारों प्रवासी मजदूर काम करते हैं.सालभर बाद हुई किसानों की घर वापसी,गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद 40 किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने गुरुवार को साल भर से चल रहे आंदोलन को समाप्त करने का निर्णय किया था और शनिवार को इसका असर दिखने भी लगा है.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/earlier-people-were-hesitant-to-go-to-the-temple-a-new-era-started-in-modi-government-amit-shah/1045573,"हिंदुओं को सालों तक किया गया अपमानित, मोदी सरकार में मिला सम्मान: अमित शाह","हिंदुओं को सालों तक किया गया अपमानित, मोदी सरकार में मिला सम्मान: अमित शाह गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को कई सालों तक अपमानित किया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 2014 में सत्ता में आने तक किसी ने भी इनका गौरव बहाल करने की परवाह नहीं की.अहमदाबाद में बोले अमित शाह,हिंदुओं को सालों तक किया गया अपमानित पीएम मोदी ने दिलाया सम्मान,अहमदाबाद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को कहा कि हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को कई सालों तक अपमानित किया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व वाली सरकार के 2014 में सत्ता में आने तक किसी ने भी इनका गौरव बहाल करने की परवाह नहीं की. मोदी सरकार अब ऐसे स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए 'निडरता से' काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पहले लोग मंदिरों में जाने से कतराते थे, लेकिन मोदी सरकार के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई.कई वर्षों तक हिंदुओं के स्थलों को किया गया अपमानित,आपको बता दें कि अमित शाह अहमदाबाद में कडवा पाटीदार सम्प्रदाय की देवी ‘मां उमिया’ को समर्पित उमियाधाम मंदिर के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे. यह मंदिर एवं अन्य भवन 74 हजार वर्ग गज जमीन पर 1500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हैं. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'कई वर्षों तक, हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को अपमानित किया गया और जब तक मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सत्ता में नहीं आई, तब तक किसी ने भी गौरव बहाल करने की पहल नहीं की.'पीएम मोदी ने किया पुनरुद्धार,शाह ने कहा, 'आज जब एक भव्य मंदिर का शिलान्यास आर्य समाजी (गुजरात के राज्यपाल) आचार्य देवव्रत द्वारा किया जा रहा है, ऐसे मौके पर मैं यह कहना चाहूंगा कि मोदीजी ने हमारे आस्था और विश्वास के भूले-बिसरे केंद्रों के जीर्णोद्धार के लिए निडर होकर और विश्वास एवं सम्मान के साथ काम किया है.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और 2013 में अचानक आई बाढ़ से तबाह केदारनाथ मंदिर क्षेत्र में करोड़ों हिंदुओं के विश्वास के केंद्र को पुनरुद्धार किया.काशी में पीएम मोदी करेंगे जीर्णोद्धार,उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई के हाथ से 13 दिसम्बर को काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार होते देखेंगे, जिसे औरंगजेब के जमाने में ध्वस्त कर दिया गया था. मंदिर न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र रहे हैं, बल्कि वे जीवन से निराश लोगों के लिए अपनी कठिनाइयों को दूर करने और आगे बढ़ने के लिए समाज सेवा और ऊर्जा के केंद्र भी हैं. इस मौके पर भाजपा नेता ने पाटीदार समुदाय की तारीफ करते हुए कहा कि गुजरात और देश के उत्थान का इतिहास इस समुदाय से जुड़ा है.पीएम मोदी भी होंगे वर्चुअली शामिल,इस कार्यक्रम के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और अन्य ने तीन-दिवसीय शिलान्यास समारोह के पहले दिन के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी 13 दिसंबर को वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास समारोह में शामिल होंगे.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/sp-chief-akhilesh-yadavs-allegations-on-yogi-adityanath-government-of-up-up-politics/1045486,"अखिलेश का BJP पर पलटवार- यूपी से योगी सरकार जाना तय, अब आएगी योग्य सरकार","अखिलेश का BJP पर पलटवार- यूपी से योगी सरकार जाना तय, अब आएगी योग्य सरकार समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने कहा कि उनकी समाजवादी सरकार ने यूपी की बेटियों और किसानों को सम्मान दिया था. वहीं योगी सरकार ने उनके साथ अत्याचार किया है'यूपी की जनता समाजवादियों को देख रही''बीजेपी सरकार पब्लिक पर कर रही अत्याचार''गोरखपुर एम्स के लिए एसपी ने दी थी जमीन'लखनऊ: यूपी में अगले साल होने वाले असेंबली चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर राजनीतिक पार्टियों में घमासान तेज होता जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने बलरामपुर (Balrampur) में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन (Saryu Canal Project Inauguration) करते हुए विपक्षी पार्टियों पर व्यंग्य के तीर छोड़े. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के चालू हो जाने से करीब 30 लाख किसानों को फायदा होगा. उनके भाषण के कुछ देर बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर पलटवार किया.'यूपी की जनता समाजवादियों को देख रही'अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा, 'यूपी की जनता समाजवादियों को देख रही है. हम यूपी की जनता को एक नई सरकार देने का काम करेंगे. यूपी में बीजेपी सरकार को पांच साल पूरे होने जा रहे है, अभी तक बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र उठा कर नहीं देखा. किसानों की आय दोगुनी कब होगी. सरकार विज्ञापनबाजी में मोटा पैसा खर्च कर रही है लेकिन वो बताएं कि प्रदेश में कितने युवाओं को रोजगार मिला.''बीजेपी सरकार पब्लिक पर कर रही अत्याचार'अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने कहा, 'योगी सरकार ने अटल यूनिवर्सिटी की घोषणा की थी लेकिन आज तक उसकी बिल्डिंग का कहीं अता-पता नहीं है. वह यूनिवर्सिटी आज भी सपा सरकार के वक़्त बनी लोहिया यूनिवर्सिटी के नौवें फ्लोर पर चल रही है. एसपी ने युवाओं को लैपटॉप दिया. वहीं बीजेपी सरकार ने हाथरस में बेटी पर अत्याचार किया और लखीमपुर में किसानों पर जीप चढ़ाई. दोनों सरकारों में से किसने कितना काम किया, इसका फर्क साफ दिखाई देता है.''गोरखपुर एम्स के लिए एसपी ने दी थी जमीन'एसपी के अध्यक्ष ने कहा कि अगर उनकी सरकार ने गोरखपुर में जमीन मुहैया नहीं कराई होती तो वहां AIIMS नहीं बन पाता. कोरोना के पीक टाइम में जरूरतमंद लोगों की जिन अस्पतालों में मदद हुई, वे सभी समाजवादी सरकार के दौरान खोले गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी को काम करने की नहीं बल्कि फीता काटने की आदत है. बीजेपी और उसकी सरकार ने यूपी को पीछे कर दिया है.'यूपी में जा रही योगी सरकार'अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि पूरे यूपी आज खाद की गंभीर कमी हो गई है. किसान परेशान हैं लेकिन सरकार जानबूझकर खाद का आयात नहीं कर रही है. इसकी वजह ये है कि वे कुछ खास लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में अभी तक बीजेपी जितनी भी रैलियां हो रही हैं, वे सभी सरकार प्रायोजित हैं. जनता की रैली अभी तक कहीं दिखाई नहीं दी है. अखिलेश ने दावा किया कि यूपी में योगी सरकार जा रही है और योग्य सरकार आ रही है.पीएम के तंज का दिया जवाब,बताते चलें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन करते हुए समाजवादी पार्टी पर तंज कसा था. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर व्यंग्य करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों का काम सिर्फ फीता काटना होता है. हो सकता है कि उन्होंने इसका फीता भी बचपन में काट दिया हो. लेकिन हमारी सरकार का काम प्रोजेक्ट को सही समय पर पूरा करना है. हम सिर्फ फीता काटने पर विश्वास नहीं करते हैं.",1 https://zeenews.india.com,https://zeenews.india.com/hindi/india/p-chidambaram-takes-a-dig-at-rijiju-for-his-remarks-on-the-sedition-law/1045442,"राजद्रोह कानून पर फिर छिड़ी जंग, चिदंबरम बोले- 'कानून मंत्री नहीं पढ़ते अखबार'","राजद्रोह कानून पर फिर छिड़ी जंग, चिदंबरम बोले- 'कानून मंत्री नहीं पढ़ते अखबार' पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने राजद्रोह के कानून को लेकर कानून मंत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लगता है कि कानून मंत्री रिजिजू सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही की खबरें देने वाले अखबार नहीं पढ़ते.Written by - Zee कांग्रेस नेता ने कानून मंत्री पर साधा निशाना,कहा- सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही की खबरें वाले अखबार नहीं पढ़ते मंत्री,कानून मंत्री ने भी किया पलटवार,नई दिल्ली. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने राजद्रोह के कानून को लेकर कानून मंत्री पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि कानून मंत्री रिजिजू सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही की खबरें देने वाले अखबार नहीं पढ़ते. बता दें शुक्रवार को कानून मंत्री ने लोक सभा में कहा था कि राजद्रोह से जुड़ी भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए को हटाने से संबंधित कोई प्रस्ताव गृह मंत्रालय के पास विचाराधीन नहीं है.कानून मंत्री ने किया पलटवार,इस मामले में रिजिजू ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि वह भले ही वो अखबार नहीं पढ़ते हैं, लेकिन ये जानते हैं कि खबरें कभी भी आधिकारिक रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बनतीं. उन्होंने चिदंबरम से ये सवाल भी किया कि कांग्रेस की सरकारों में लोगों के खिलाफ राजद्रोह के कितने हजार मामले दर्ज किए गए?चिदंबरम ने ट्वीट करके साधा निशाना,पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट करके कहा कि ‘कानून मंत्री ने कहा कि राजद्रोह से संबंधित कानून को निरस्त करने का कोई भी प्रस्ताव गृह मंत्रालय के पास नहीं है. उन्होंने यह नहीं बताया कि गृह मंत्रालय के पास ये प्रस्ताव जरूर है कि राजद्रोह के कानून के तहत बहुत सारे निर्दोष लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए.’उन्होंने रिजिजू पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि 'कानून मंत्री ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से राजद्रोह के कानून के संदर्भ में कोई टिप्पणी किए जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है. उन्होंने ये नहीं बताया कि वह सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही की खबरें देने वाले अखबार नहीं पढ़ते.’'मीडिया की खबरें रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बनतीं'रिजिजू ने उनके ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पलटवार किया कि ‘कांग्रेस की सरकारों द्वारा लोगों के खिलाफ राजद्रोह के कितने हजार मामले दर्ज किए गए? कानून मंत्री भले ही अखबार नहीं पढ़ता हो, लेकिन वह जानता है कि मीडिया की खबरें विभागों के आधिकारिक रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बनतीं. माननीय उच्च न्यायालय इससे अवगत है कि कैसे टिप्पणियां करनी हैं और कैसे औपचारिक आदेश पारित करना है.’रिजिजू ने लोक सभा में कही थी ये बात,गौरतलब है कि केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रिजिजू ने शुक्रवार को लोक सभा में कहा था कि राजद्रोह से जुड़ी भारतीय दंड संहिता की धारा 124A को हटाने से संबंधित कोई प्रस्ताव गृह मंत्रालय के पास विचाराधीन नहीं है. उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा था कि धारा 124ए से संबंधित ‘कानून का सवाल’ सुप्रीम कोर्ट के पास लंबित है.",1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-why-are-you-ashamed-of-pm-image-on-vaccine-certificate-asks-kerala-hc-5316795.html,वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मोदी: कोर्ट ने पूछा- एक निर्वाचित पीएम की तस्वीर से क्या दिक्कत?,"वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की फोटो को लेकर दायर याचिका की विश्वसनीयता पर केरल हाईकोर्ट ने सोमवार को सवाल उठाया। याचिका की सुनवाई करते हुए जस्टिस पीपी कुन्हीकृष्णन ने याचिकाकर्ता से कहाकि अगर किसी पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर देश की यूनिवर्सिटी का नाम हो सकता है तो वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की फोटो होने में क्या हर्ज है? याचिकाकर्ता फिलहाल जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूटी ऑफ लीडरशिप के साथ काम कर रहे हैं। वह हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं, गैर देश के नहीं,जस्टिस पीपी कुन्हीकृष्णन ने कहाकि वह हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं, किसी गैर देश के नहीं। उन्हें देश की जनता ने चुना है। केवल अपने राजनीतिक मतभेद के चलते आप इस तरह से चीजों को चैलेंज नहीं कर सकते हैं। उन्होंने याचिकाकर्ता से पूछा कि आप अपने प्रधानमंत्री को लेकर शर्मिंदा क्यों हैं? देश के 100 करोड़ लोगों को इससे कोई दिक्कत नहीं है तो फिर आपको क्या परेशानी है? जज ने कहाकि आप कोर्ट का वक्त जाया कर रहे हैं। याचिकाकर्ता पीटर म्यालपरांभिल ने अक्टूबर में वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर को लेकर कोर्ट का रुख किया था। पीटर ने सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री की तस्वीर को गैरजरूरी बताया था। याचिकाकर्ता की तरफ से पेश हुए वकील अजीत एम रॉय का कहना था कि वैक्सीन सर्टिफिकेट उनका प्राइवेट मामला है इस पर उनके कुछ अधिकार हैं। वकील ने यह भी कहा था कि चूंकि याचिकाकर्ता ने वैक्सीन लगवाने के लिए फीस दी है, इसलिए सरकार का कोई अधिकार नहीं बनता कि वह इसपर किसी तरह से क्रेडिट ले। साथ ही उन्होंने बिना पीएम की इमेज वाले सर्टिफिकेट के विकल्प की भी मांग की थी।कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला,याचिकाकर्ता ने यह भी दलील दी थी कि बहुत से अन्य देशों में वैक्सीन सर्टिफिकेट पर राष्ट्रप्रमुख की फोटो नहीं है। इसके जवाब में कहाकि हो सकता है कि उन देशों को अपने प्रधानमंत्री पर गर्व न हो, लेकिन हमें है। जज ने कहाकि उन्हें देश ने चुना है। हमारा विचारधाराएं अलग हो सकती हैं, लेकिन इसके बावजूद वह देश के प्रधानमंत्री हैं। वहीं केंद्र सरकार की तरफ से पेश वकील ने कहाकि प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ उनका संदेश लोगों में जागरूकता फैलाएगा और कोरोना से बचाव को प्रेरित करेगा। उन्होंने यह भी कहाकि उच्च सदन में इसी तरह का सवाल आने के बाद स्वास्थ्य राज्य मंत्री बीपी पवार ने भी कहा था कि प्रधानमंत्री की तस्वीर जागरूकता फैलाने के लिए आदर्श है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने मामले में विस्तार से जानकारी मांगी और बाद में फैसला सुनाने की बात कही।23 नवंबर को कही थी यह बात,वहीं 23 नवंबर को हुई पिछली सुनवाई में इसी कोर्ट की एक अन्य बेंच ने भी याचिकाकर्ता की बातों पर असहमति जताई थी। बेंच ने कहा था कि इस तरह तो कल को कोई इस बात के लिए भी याचिका दाखिल कर देगा कि नोट पर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीरें हटाई जानी चाहिए। तब इस बात की इजाजत कैसे दी जाएगी? हालांकि याचिकाकर्ता के वकील ने तब यह दलील दी थी कि नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर आरबीआई के नियमों के तहत लगाई गई है। जबकि प्रधानमंत्री की तस्वीर किसी कानूनी प्रावधान या नियम के तहत नहीं लगाई गई है।",1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-rahul-gandhi-will-go-to-amethi-first-time-after-defeat-in-amethi-loksabha-seat-5316620.html,फिर स्मृति इरानी के मुकाबले चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी? 2019 में हार के बाद पहली बार अमेठी जाएंगे,"कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी परंपरागत अमेठी सीट से हार गए थे। उसके बाद यह पहला मौका है, जब वह अमेठी के दौरे पर जाने वाले हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 18 दिसंबर को जन जागरण अभियान के तहत अमेठी जाने वाले हैं। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक पदयात्रा में हिस्सा लेंगे। कांग्रेस की ओर से जारी प्रेस रिलीज में यह जानकारी दी गई है। अर्थव्यवस्था में गिरावट और महंगाई जैसे मुद्दों पर कांग्रेस ने देशव्यापी प्रदर्शन शुरू किए हैं। इसके तहत ही अमेठी में भी पार्टी पदयात्रा का आयोजन करने लेने वाली है। देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू की जयंती 14 नवंबर से कांग्रेस ने इस अभियान की शुरुआत की थी।रविवार को ही कांग्रेस की जयपुर में एक बड़ी रैली थी। इसमें सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी मौजूद थे। राजस्थान की रैली में भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि 2014 से अब तक गैस सिलेंडर, घी, दाल, आटा और चीन जैसी चीजों के दाम दोगुने हो गए हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने तंज कसते हुए लोगों से पूछा था, 'अच्छे दिन आ गए?'। फिर इस पर जवाब देते हुए कहा, 'अच्छे दिन आ गए- हम दो, हमारे दो एक!'। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि कुछ चुनिंदा कारोबारियों के लिए आम लोगों से हर चीज को छीना जा रहा है।इसी महीने की 16 तारीख को राहुल गांधी देहरादून में भी एक रैली करने जा रहे हैं। बांग्लादेश के निर्माण और पाकिस्तान से युद्ध में जीत के 50 साल पूरे होने के मौके पर यह आयोजन होने वाला है। हालांकि सबसे अहम दौरा अमेठी का ही है, जहां राहुल गांधी 2019 की हार के बाद से ही नहीं गए थे। उनके इस दौरे से यह कयास भी लगने लगे हैं कि क्या एक बार फिर से वह अपने गढ़ में वापसी करेंगे, जहां से अब स्मृति इरानी लोकसभा की सांसद हैं। राहुल गांधी की अमेठी में हार की काफी चर्चा हुई थी। तीन पीढ़ियों से गांधी फैमिली का गढ़ रही इस सीट पर 2014 में भी स्मृति इरानी उनके मुकाबले लड़ी थीं, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन हालात 2019 में बदल गए और राहुल गांधी को अमेठी से ही बेदखल होना पड़ा।",1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-mamata-banerjee-says-anyone-wants-to-defeat-bjp-should-come-with-trinamool-congress-5318298.html,"ममता का कांग्रेस को गोवा से साफ संकेत, जिन्हें भाजपा को हराना है, वे आएं हमारे साथ","बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए टीएमसी का प्रचार तेज कर दिया है। सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर गोवा पहुंचीं ममता बनर्जी ने भरोसा जताया कि राज्य में उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव जीत जाएगी। यही नहीं उन्होंने कहा कि यदि गोवा में कोई भाजपा को हराना चाहता है तो फिर उसे टीएमसी के साथ आने होगा। उन्होंने कहा, 'यदि कोई भाजपा को हराना चाहता है तो फिर उसे हमारा समर्थन करना चाहिए।' गोवा को सुंदर, विनम्र और विद्वान राज्य बताते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी पार्टी यहां सत्ता को नियंत्रित करने या फिर मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं आई है। हम अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए यहां गोवा के लोगों की मदद करना चाहते हैं। टीएमसी ने राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए सूबे की सबसे पुरानी पार्टी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी से गठबंधन किया है। टीएमसी अपने सहयोगी दल के साथ मिलकर राज्य की सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर चुकी है। राज्य में यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और मणिपुर के साथ ही अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने वाले हैं। बनर्जी ने कहा कि मेरे पास गोवा के लिए वैसा ही प्लान है, जैसे हमने बंगाल में काम किया था। उन्होंने कहा कि यदि हम सत्ता में आते हैं तो 6 महीने के अंदर प्लान को लागू कर देंगे। इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि उनकी पार्टी गोवा में चुनाव नहीं लड़ना चाहती थी, लेकिन जब हमने देखा कि भाजपा को दूसरे दल टक्कर देने की स्थिति में नहीं हैं तो फिर हमने उतरने का फैसला लिया।ममता बनर्जी ने कहा, 'हम बीते कई सालों तक गोवा में नहीं आए। लेकिन जजब हमने देखा कि कोई कुछ नहीं कर रहा है। भाजपा के खिलाफ कोई लड़ नहीं रहा है। तो फिर हमने यहां उतरने का फैसला लिया।' यही नहीं ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था, 'आप हमारे खिलाफ बंगाल में चुनाव लड़ सकते हैं। फिर हम गोवा में क्यों नहीं आपके खिलाफ उतर सकते। हम आपके साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन लड़ेंगे अपने दम पर ही। हम आपकी बात नहीं सुनेंगे।' यही नहीं गोवा को लेकर ममता बनर्जी ने बंगाल की तर्ज पर ही नया नारा 'खेला जातलो' दिया है। इससे पहले बंगाल में ममता बनर्जी का नारा खेला होबे था।",1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/national/story-bombay-high-court-directs-central-government-to-issue-affidavit-in-pm-cares-fund-petition-5317596.html,"पीएम केयर्स फंड से पीएम का नाम-तस्वीर हटाने की याचिका, बांबे हाई कोर्ट ने कहा-केंद्र दे हलफनामा",पीएम केयर्स न्यास कोष से प्रधानमंत्री का नाम और तस्वीर हटाने का निर्देश देने के लिए दाखिल याचिका पर सोमवार को बंबई हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहाकि यह महत्वपूर्ण मामला है और केंद्र को 23 दिसंबर तक इस संदर्भ में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया।कांग्रेस पार्टी के सदस्य विक्रांत चव्हाण ने इस याचिका में आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत (पीएम केयर्स) न्याय कोष की आधिकारिक वेबसाइट से राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रीय चिह्न की तस्वीर भी हटाने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति एमएस कर्णिक ने कहा कि केंद्र सरकार ने अबतक हलफनामा जमा नहीं किया है।मुख्य न्यायाधीश दत्ता ने केंद्र सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल अनिल सिंह से कहाकि यह महत्वपूर्ण मुद्दा है। हलफनामा दाखिल करें। बेंच ने सरकार को 23 दिसंबर तक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया और मामले को तीन जनवरी 2022 को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया।,1 https://www.livehindustan.com,https://www.livehindustan.com/punjab/story-rakesh-tikait-said-farmers-have-come-after-one-year-of-rigorous-physical-training-during-protest-5317168.html,"राकेश टिकैत बोले- 1 साल के आंदोलन के साथ कड़ी ट्रेनिंग करके आए किसान, 30-40 साल तक करते रहेंगे ये काम","किसानों की घर वापसी के बाद भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को अमृतसर में कहा कि किसान एक साल के आंदोलन की ट्रेनिंग करके आए हैं। हर मौसम में उनकी फिजिकल ट्रेनिंग हुई और इस ट्रेनिंग में वो कामयाब भी रहे। अब आगे 30-40 साल तक ये काम करते रहेंगे। टिकैत ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में दर्शन करने के बाद यह बात कही।जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून वापस लिए जाने और किसानों की अन्य मांगें स्वीकार करने के बाद किसान अब अपने-अपने घरों को वापस लौट गए हैं। सर्दी, गर्मी, बारिश और कोरोना महामारी के बावजूद एक साल से भी अधिक समय तक दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन करने वाले किसान इसे अपनी जीत के तौर पर देख रहे हैं।राकेश टिकैत ने शनिवार को बताया था कि अब किसान अपने-अपने घर जा रहे हैं, लेकिन हम 15 दिसंबर को घर जाएंगे क्योंकि देश में हजारों धरने चल रहे हैं, हम पहले उन्हें समाप्त करवाएंगे और उन्हें घर वापस भेजेंगे। लोगों ने प्रदर्शन स्थल खाली करने भी शुरू कर दिए हैं, इसमें 4-5 दिन लगेंगे। मैं 15 दिसंबर को निकलूंगा।Amritsar | Farmers trained for the movement for a year. This physical training under all weather conditions has been completed now. They have succeeded in the training, can now work for the next 30-40 years: BKU leader Rakesh Tikait on farm movement pic.twitter.com/c2GBqZ4g05— ANI (@ANI) December 13, 2021राकेश टिकैत ने कहा था कि किसानों के आंदोलन को सफल बनाने में डॉक्टरों, अस्पतालों, खाप पंचायतों, सफाई कर्मियों, गुरुद्वारा समिति और अन्य गुरुधामों ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि आंदोलन सफल हुआ क्योंकि गुरु साहिब की कृपा थी। यहां तक कि तीनों कानूनों को वापस लेने की घोषण भी गुरुपरब को हुई। किसान आंदोलन ने भाईचारे को और मजबूत किया है।गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 19 नवंबर को किसानों की मुख्य मांगों में से एक विवादास्पद तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की गई थी। इसके लिए 29 नवंबर को संसद में एक विधेयक पारित किया गया था। हालांकि, किसानों ने यह मांग करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त करने से इनकार कर दिया था कि सरकार उनकी अन्य मांगों को पूरा करे जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी और किसानों के खिलाफ मामलों को वापस लेना शामिल है। उसके बाद किसानों की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी व अन्य मांगों पर संयुक्त किसान मोर्चा व केंद्र सरकार के बीच समझौता होने के बाद किसान नेताओं ने दिल्ली की सीमाओं पर एक साल से चल रहे आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा की थी।",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59634674,"पीएम मोदी ने वाराणसी में कहा- 'औरंगजेब आता है, तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं'","पीएम मोदी ने वाराणसी में कहा- 'औरंगजेब आता है, तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में 'श्री काशी विश्वनाथ धाम' का लोकार्पण किया. शिलान्यास के लगभग 2 साल 8 महीने बाद इस ड्रीम प्रोजेक्ट के 95 प्रतिशत कार्य को पूरा कर लिया गया. माना जा रहा है कि इस पूरे कॉरिडोर के निर्माण में 340 करोड़ रुपये ख़र्च हुए हैं. पूरे कॉरिडोर को लगभग 50,000 वर्ग मीटर के एक बड़े परिसर में बनाया गया है. विश्वनाथ कॉरिडोर को 3 भागों में बांटा गया है. पहला, मंदिर का मुख्य भाग है जो लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है. इसमें 4 बड़े-बड़े गेट लगाए गए हैं. इसके चारों तरफ़ एक प्रदक्षिणा पथ बनाया गया है. उस प्रदक्षिणा पथ पर संगमरमर के 22 शिलालेख लगाए गए हैं जिनमें काशी की महिमा का वर्णन है.कॉरिडोर में 24 भवन भी बनाए जा रहे हैं जिनमें मुख्य मंदिर परिसर, मंदिर चौक, मुमुक्षु भवन, तीन यात्री सुविधा केंद्र, चार शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मल्टीपर्पज़ हॉल, सिटी म्यूज़ियम, वाराणसी गैलरी, जलपान केंद्र गंगा व्यू कैफ़े आदि हैं. ",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59634619,"'भारत-पाक पत्रकार, जिन्होंने सरकारों को सीख दी' - वुसत का ब्लॉग","भारत-पाक पत्रकार, जिन्होंने सरकारों को सीख दी' - वुसत का ब्लॉग 29 नवंबर को पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार मोहम्मद जियाउद्दीन दुनिया छोड़ गए और उसके छह दिन बाद भारतीय पत्रकार विनोद दुआ के जाने की ख़बर आई. कई लोगों के लिए ये दोहरा झटका था. और झटका भी ऐसे समय लगा जब दोनों तरफ के हालात कुछ और ही हैं. जियाउद्दीन ने जिस-जिस जगह काम किया, त्यागपत्र मेज़ की दराज में रखकर किया. पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार वुसतुल्लाह ख़ान विनोद दुआ के साथ उस ख़ास मुलाक़ात को याद कर रहे हैं, जो 20 साल पहले हुई थी. देखिए उनका ये व्लॉग. ",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59634615,तालिबान ने भारत को क्यों कहा शुक्रिया?,"तालिबान ने भारत को क्यों कहा शुक्रिया? तालिबान के सत्ता में आने के बाद से लागातार बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था से जूझ रहे अफ़ग़ानिस्तान को भारत ने मानवीय सहायता के रूप में स्वास्थ्य सामग्री की पहली खेप भेजी है. असरफ़ ग़नी के बेदख़ल होने के बाद भारत की ओर से शनिवार को अफ़ग़ानिस्तान भेजी गई यह पहली मदद है. दिल्ली से सीधे काबुल के लिए उड़ान भरने वाली अफ़ग़ान एयरलाइन काम एयर में 1.6 मीट्रिक टन स्वास्थ्य सामग्री भारत ने तालिबान शासित अफ़ग़ानिस्तान को भेजी. अफ़ग़ानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत से मिली इस मदद का स्वागत किया लेकिन कहा कि वर्तमान स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए उन्हें और मदद की ज़रूरत है. ",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59621796,पीएम मोदी और शो कैंसल होने पर बोले कुणाल कामरा,"पीएम मोदी और शो कैंसल होने पर बोले कुणाल कामरा 12 दिसंबर 2021 कुणाल कामरा कहते हैं कि जिसके पास पावर आता है, उसे हंसना बिल्कुल पसंद नहीं है. कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के बाद उनका शो भी बेंगलुरु में नहीं हो सकता. इस पर उन्होंने क्या प्रतिक्रिया दी है? और कॉमेडियनंस को लेकर आज के माहौल के लिए वो किसको ज़िम्मेदार मानते हैं? बीबीसी के लिए इमरान कुरैशी ने उनसे ख़ास बातचीत की. ",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59620245,हरियाणाः रोहतक की चर्च में जबरन घुसे हिंदू संगठन के लोग,"हरियाणाः रोहतक की चर्च में जबरन घुसे हिंदू संगठन के लोग 11 दिसंबर 2021 हरियाणा के रोहतक में बीते गुरुवार को कुछ हिंदू संगठन के लोग एक चर्च में जबरन घुस गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए चर्च के पास भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया. हिंदू संगठनों का आरोप था कि चर्च में ग़रीब हिंदुओं को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है. चर्च से जुड़े लोगों ने धर्म परिवर्तन के आरोपों से इनकार किया है. उनका कहना है कि वो सिर्फ़ धार्मिक आयोजन के लिए चर्च में जुटे थे. वहीं प्रशासन का कहना है कि चर्च ने इस धार्मिक आयोजन की इजाज़त नहीं ली थी हालांकि प्रशासन किसी तरह के धर्म परिवर्तन की बातों से भी इनकार किया है. ",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59620228,मनोहर लाल खट्टर बोले-खुले में नमाज़ बर्दाश्त नहीं होगी,"मनोहर लाल खट्टर बोले-खुले में नमाज़ बर्दाश्त नहीं होगी 11 दिसंबर 2021 दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य के गुड़गाँव में हर शुक्रवार को खुले में नमाज़ पढ़ने के दौरान हिंदूवादी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि खुले में नमाज़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कहा कि 'खुले में नमाज़ पढ़ने को कतई भी सहन नहीं किया जाएगा और इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण हल निकालने के लिए नए तरीक़े से प्रयास किए जा रहे हैं.' साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि गुड़गाँव में जहाँ-जहाँ पर खुले में नमाज़ पढ़ने के लिए अनुमति दी गई थीं उन्हें वापस ले लिया गया है. ",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59620262,कलमा न पढ़ पाने पर जब भारतीय पायलट बनाए गए क़ैदी-Vivechna," कलमा न पढ़ पाने पर जब भारतीय पायलट बनाए गए क़ैदी-Vivechna 11 दिसंबर 2021 1971 युद्ध की 11वीं कड़ी में आज कहानी भारतीय पायलट जवाहरलाल भार्गव की जिनका विमान पाकिस्तान में मार गिराया गया. वो भारत की सीमा की तरफ़ पैदल बढ़े लेकिन सीमा से केवल 15 किलोमीटर पहले पकड़े गए. कारण ? उन्हें कलमा पढ़ना नहीं आता था. कहानी सुना रहे हैं रेहान फ़ज़ल ",1 https://www.bbc.com,https://www.bbc.com/hindi/media-59607794,"राकेश टिकैत बोले, आंदोलन ने हमें एकजुट किया, जाने का मन नहीं","राकेश टिकैत बोले, आंदोलन ने हमें एकजुट किया, जाने का मन नहीं राकेश टिकैत बोले, आंदोलन ने हमें एकजुट किया, जाने का मन नहीं 10 दिसंबर 2021 भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि जाने का मन नहीं है लेकिन समझौते की वजह से जाना होगा. किसानों ने गुरुवार को अपना विरोध प्रदर्शन स्थगित करने का फ़ैसला किया. किसान नेताओं का कहना है कि वो 11 दिसंबर को धरना ख़त्म कर देंगे. ",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/2001-parliament-attack-when-terrorists-infiltrated-india-citadel-of-democracy-r416od,"20 साल पहले आज ही के दिन आतंकियों ने संसद पर किया था हमला, अब सुरक्षा के ये हैं इंतजाम","नई दिल्ली। 13 दिसंबर 2001, इतिहास के पन्नों में दर्ज वह दिन है, जिस दिन आतंकियों ने लोकतंत्र के मंदिर संसद पर हमला किया था। इस आतंकी हमले ने न केवल भारतीय अस्मिता पर गहरा आघात किया, बल्कि देश को ऐसा घाव दिया जो लंबे समय तक सालता रहा। उस दौरान संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा था।गृह मंत्रालय का स्टीकर लगी एक अंबेसडर कार संसद परिसर में घुस गई थी। संसद के दोनों सदन कुछ देर के लिए स्थगित हुए थे। अटल बिहारी वाजपेयी और सोनिया गांधी संसद भवन से जा चुके थे। लालकृष्ण आडवाणी समेत 100 अन्य लोग संसद भवन में ही थे। उस समय कुछ सांसदों की गाड़ियां भी आ रही थी और जा रही थी। इसलिए किसी को शक नहीं हुआ कि कार में सवार पांच आतंकवादी संसद में घुस आए हैं। कार में भारी मात्रा में आरडीएक्स था। गेट नंबर 11 से उपराष्ट्रपति बाहर निकलने वाले थे। उनकी गाड़ियों का काफिला इंतजार कर रहा था।उसी समय सफेद अंबेसडर को गेट नंबर 11 की ओर बढ़ते देख सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। आतंकी AK47 राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर, पिस्टल और ग्रेनड से लैस थे। जवाब में सुरक्षाबलों के जवानों ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी गोलीबारी की। करीब 45 मिनट तक दोनों तरफ से गोलीबारी हुई। सुरक्षाबल के जवानों ने पांचों आतंकवादियों को मारकर संसद परिसर में मौजूद मंत्रियों और सांसदों को तो बचा लिया था। इस हमले में 5 आतंकी समेत 14 लोग मारे गए थे। सबसे पहले कांस्टेबल कमलेश कुमारी यादव शहीद हुई थीं। इसके अलावा संसद के एक माली, संसद भवन में सुरक्षा सेवा के दो कर्मचारी और दिल्ली पुलिस के 6 जवान शहीद हो गये थे।तिहाड़ जेल में अफजल गुरु को दी गई फांसी,इस मामले में 15 दिसंबर 2001 को दिल्ली पुलिस ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य अफजल गुरु को जम्मू-कश्मीर से पकड़ा। दिल्ली विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज के एसएआर गिलानी से पूछताछ की गई और बाद में उसे गिरफ्तार किया गया। इसके बाद अफसान गुरु और उसके पति शौकत हुसैन गुरु को पकड़ा गया।18 दिसंबर 2002 को एसएआर गिलानी, शौकत हुसैन गुरु और अफजल गुरु को फांसी की सजा मिली, जबकि अफसान गुरु को बरी किया गया। 30 अगस्त 2003 को श्रीनगर में बीएसएफ के साथ मुठभेड़ में संसद हमले का मुख्य आरोपी जैश-ए-मोहम्मद का नेता गाजी बाबा मारा गया। 29 अक्टूबर 2003 को एसएआर गिलानी बरी हो गया। 4 अगस्त 2005 को सुप्रीम कोर्ट ने अफजल गुरु को मौत की सजा पर मुहर लगायी। वहीं, शौकत हुसैन गुरु की मौत की सजा को बदलकर 10 साल सश्रम कारावास कर दिया। 9 फरवरी 2013 को तिहाड़ जेल में अफजल गुरु को फांसी दी गई।बढ़ाई गई सुरक्षा-व्यवस्था,आतंकी हमले के बाद संसद की सुरक्षा बढ़ाई गई। 24 घंटे तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया। संसद भवन के भीतर संसद के सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। परिसर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के जवान और बाहरी स्तर पर सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं। सुरक्षा के लिए तमाम तरह के इलेक्ट्रॉनिक और तकनीकी उपकरण लगाए गए हैं। क्विक एक्शन टीम तैनात किया गया है। सायरन बजते ही यह टीम हर स्थिति से निपटने के लिए मोर्चा ले लेती है।बुम बैरियर्स और टायर बस्टर्स लगाए गए ताकि बगैर अनुमति के कोई वाहन संसद भवन में प्रवेश नहीं कर सके। प्रत्येक प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी, एक्सेस कंट्रोल और व्यक्तियों व सामान की जांच के लिए उपकरण लगाए गए। वाहन स्कैनिंग प्रणाली के अलावा विस्फोटक पदार्थ का पता लगाने के लिए उपकरण लगाए गए। संसद भवन में सिर्फ आरएफआईडी टैग वाले वाहनों को ही प्रवेश मिलता है। इन वाहनों में सिर्फ वही लोग सवार हो सकते हैं, जिनका पास हो।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/uttar-pradesh/kashi-vishwanath-dham-project-effortless-vision-of-prime-minister-narendra-modi-and-his-imprint-on-design-and-architect-know-all-about-dvg-r3zum4,Kashi Vishwanath Dham Project: पीएम मोदी के अथक प्रयास को मिला हकीकत का धरातल,"नई दिल्ली। काशी विश्वनाथ धाम परियोजना (Kashi Vishwanath dham Project) पर पीएम मोदी (PM Modi) की अलग छाप है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के विकास के लिए पीएम मोदी की यात्रा एक नए भारत के निर्माण के उनके अद्वितीय दृष्टिकोण को दर्शाता है जो एक आधुनिक दृष्टिकोण वाला राष्ट्र, आध्यात्मिक पुन: जागरण के माध्यम से रखी गई नींव पर आत्मविश्वास से खड़ा है। यह पीएम के इनपुट रहे हैं जिन्होंने डिजाइन से लेकर आर्किटेक्चर और सुविधाओं से लेकर भूमि अधिग्रहण तक की पूरी प्रक्रिया का मार्गदर्शन किया है। इसने यह सुनिश्चित किया है कि काशी विश्वनाथ अत्याधुनिक वास्तुकला और सुविधाओं को सुनिश्चित करते हुए बिना किसी मुकदमे के एक मॉडल परियोजना के रूप में उभरा है।एक लुप्त हुई परंपरा को फिर स्थापित किया,काशी (Kashi, the holy city) में सदियों पुरानी परंपरा है कि लोग गंगा नदी (Ganga River) में स्नान करते हैं, पवित्र नदी से जल ले जाते हैं और मंदिर में गंगाजल चढ़ाते हैं। सदियों से आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निर्माण और अतिक्रमण के कारण यह परंपरा लुप्त होती जा रही थी। बेरोकटोक निर्माण ने भी मंदिर तक पहुंचना और दर्शन करना भक्तों के लिए एक कठिन कार्य बना दिया। पीएम मोदी की लंबे समय से पुरानी परंपरा को बहाल करने की इच्छा थी। इसे प्राप्त करने के लिए, पीएम मोदी ने गंगा नदी को काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ने के लिए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को मूर्तरूप देने की ठानी।यहां आने वाले को न हो कोई असुविधा...विश्वनाथ कॉरिडोर के बारे में पीएम मोदी चाहते थे कि यहां आने जाने वाले किसी तीर्थयात्री को परेशानी न हो न ही उसके आध्यात्मिक उत्साह में कोई कमी आए। हालांकि, तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखने पर तमाम प्रकार की बाधाओं की आशंकाएं थी। लेकिन पीएम मोदी के विजन से मुकदमा फ्री प्रोजेक्ट की ओर काम सब बढ़े।दरअसल, जब इस प्रोजेक्ट के बारे में सोचा जा रहा था तो एक आम धारणा थी कि इतनी घनी आबादी, तमाम प्रकार की असहमतियों की वजह से इस परियोजना को काफी विवाद और केस झेलने पड़ेंगे जोकि इसके पूरा होने में रोड़ा बन सकती है। सबसे बड़ी बाधा तो संपत्तियों का अधिग्रहण थी। हालांकि, पीएम मोदी ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि निरंतर बातचीत के माध्यम से सभी को साथ लिया जाए। अधिकारियों को पीएम ने लचीला और धैर्यवान दृष्टिकोण अपनाने और सभी शिकायतों को हल करने के लिए समय देने के लिए कहा। सबका प्रयास के इस दृष्टिकोण के परिणामस्वरूप परियोजना मुकदमेबाजी मुक्त हो गई। लगभग 400 परिवारों के इस महादान से परियोजना के लिए भूमि उपलब्ध हुई।""प्रोजेक्ट की डिजाइन से लेकर काम पूरा होने तक मॉनिटरिंग,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छाप पूरे प्रोजेक्ट पर देखने को मिल जाएगी। पीएम मोदी ने न केवल आर्किटेक्ट्स को शुरुआती ब्रीफिंग दी, बल्कि आर्किटेक्चरल डिजाइन के लिए लगातार इनपुट और अपना विजन भी दिया। प्रोजेक्ट का 3डी मॉडल के जरिए समीक्षा भी करते रहे। विस्तार पर उनका ध्यान क्षेत्र को विकलांगों के अनुकूल बनाने के उनके इनपुट में भी दिखाई देता है। परियोजना के डिजाइन के साथ-साथ, पीएम मोदी ने इसे पूरा कराने में भी सक्रिय भूमिका निभाई।कोविड काल में वीडियो कांफ्रेंसिंग से की समीक्षा,पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड काल में भी परियोजना की प्रगति की निगरानी की। कोविड के बावजूद, बाबा के आशीर्वाद से, पीएम के प्रयासों ने परियोजना को रिकॉर्ड समय में पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पीएम ने काशी की इस भावना को साबित किया जिसमें कहा जाता है कि “मुश्किल समय में भी काशी ने दिखा दिया है कि वो रुकती नहीं है, वो थकती नहीं है।”काशी की आध्यात्मिक पहचान को नई दृष्टि मिली,पीएम मोदी का विजन यह भी सुनिश्चित करना था कि प्रस्तावित कॉरिडोर को बंद करने वाली संपत्तियों को हटाया जा रहा है, साथ ही मौजूदा विरासत संरचनाओं को भी संरक्षित किया जाए। पीएम की यह दूरदर्शिता तब काम आई जब इमारतों के विध्वंस के दौरान, श्री गंगेश्वर महादेव मंदिर, मनोकामेश्वर महादेव मंदिर, जौविनायक मंदिर, श्री कुंभ महादेव मंदिर आदि जैसे 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों की खोज की गई, जो वर्षों से रास्ते में बहुमंजिला इमारतों में समाहित हो गए थे। ये कोई 'छोटा' मंदिर नहीं हैं; उनमें से प्रत्येक का एक इतिहास है जो कुछ सदियों की परंपरा को बताती है। फिर से खोजे गए ये मंदिर शहर की गौरवशाली विरासत को और समृद्ध करेंगे।खोई हुई विरासत की यह पुनर्खोज प्रधान मंत्री की दृष्टि और खोई हुई विरासत को विदेशी भूमि से भी वापस लाकर सांस्कृतिक बहाली के अथक प्रयासों के अनुरूप है। यह हाल ही में कनाडा से मां अन्नपूर्णा देवी की दुर्लभ मूर्ति को वापस लाने और काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित करने के उनके प्रयास के माध्यम से इसका प्रतीक था।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/todays-news-gujarat-a-boat-owner-found-2-suspicious-pigeons-with-a-ring-a-small-device-on-the-pigeons-leg-r3zdyg,Today's Update : जब हम गन्ने की बात करते हैं तो उनके मुंह से जिन्ना निकलता है : भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा,"नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले भाजपा (BJP) ने बूथ लेवल पर पकड़ मजबूत बनाने की मुहिम तेज कर दी है। इसी क्रम में रविवार को यूपी के एटा में बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में जेपी नड्डा ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां वोटबैंक के साथ जुड़ी हैं, जातिवाद के साथ काम कर रही हैं। कोई जिन्ना के नाम पर जीता है तो कोई परिवारवाद के नाम पर पार्टी खड़ी करता है लेकिन BJP सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास करने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा- जब हम गन्ने की बात करते हैं तो उनके मुंह से जिन्ना निकलता है। मुझे और देश को उन लोगों से खतरा दिखता है जो कुर्सी और वोट के लिए लौह पुरुष सरदार पटेल जिन्होंने 567 राज्यों को एकत्र करके भारत देश बनाया, उनके मुंह से पटेल का नाम नहीं जिन्ना का जिन्न निकलता है। नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने किसानों की मांग को एक बार फिर अपना समर्थन दिया है। उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की मांग करने वाला एक निजी विधेयक संसद में रखा है। ‘द फार्मर्स राइट टू गारंटीड मिनिमम सपोर्ट प्राइस रिएलाइजेशन ऑफ एग्री प्रोड्यूस बिल 2021' नामक विधेयक का मकसद 22 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी दिलवाना है, जिसे उत्पादन की व्यापक लागत पर 50 प्रतिशत के लाभांश पर निर्धारित किया जाना चाहिए। गांधी ने संसद में विधेयक जमा करा दिया है, लेकिन इसे पेश किया जाना बाकी है। विधेयक में इस बात की व्यवस्था है कि एमएसपी से कम कीमत हासिल करने वाला कोई भी किसान प्राप्त मूल्य और गारंटीशुदा एमएसपी के बीच मूल्य के अंतर के बराबर मुआवजे का हकदार होगा। भाषा शोभना प्रशांत ब्रिटेन में शाही आवास के पास मुठभेड़, पुलिस की गोली से एक व्यक्ति की मौत लंदन। लंदन (London) में शाही आवास केन्सिंग्टन पैलेस के पास पुलिस मुठभेड़ में शनिवार को एक व्यक्ति मारा गया। ब्रिटेन (Britain) की पुलिस ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि पश्चिमी लंदन के केन्सिंग्टन इलाके में एक व्यक्ति बंदूक लेकर एक बैंक और एक दुकान में घुस गया है। व्यक्ति किसी गाड़ी से फरार हो रहा था, जिसे पास के पुलिसकर्मियों ने रोकने की कोशिश की। घटना जिस जगह हुई, वहां कई दूतावास हैं। इसके अलावा प्रिंस विलियम, उनकी पत्नी केट और तीन बच्चे के आधिकारिक आवास भी वहीं हैं। इसी स्थान पर शाही परिवार के कई सदस्यों के आवास भी हैं। पुलिस ने बताया कि व्यक्ति को रोकने के लिए गोलियां चलाई गईं, जिसमें वह मारा गया। पुलिस ने कहा कि यह आतंकवाद की घटना नहीं लग रही, लेकिन हर एंगल से जांच की जा रही है। पोरबंदर में दो कबूतरों के साथ आई संदिग्ध डिवाइस पोरबंदर। गुजरात के पोरबंदर (Gujrat) में एक बार फिर पाकिस्तानी (Pakistani) कबूतरों के साथ संदिग्ध डिवाइस देखी गई है। यहां के नाविक ने पुलिस को बताया कि उसकी बोट पर काम करने वाले एक कर्मचारी को ये दो कबूतर मिले हैं। इनके पैरों में एक रिंग और एक डिवाइस मिला है। उसने इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया है।पोरबंदर के डिप्टी एसपी स्मित गोहिल ने कहा कि कबूतरों को पकड़कर डिवाइस निकाली जाएगी। अवंतीपोरा में मुठभेड़, एक आतंकी ढेर श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया। मुठभेड़ बरागाम इलाके में जारी है। इससे पहले बुधवार को साउथ कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया था। कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली आज जयपुर में जयपुर। कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली आज जयपुर में दोपहर 12 बजे से होगी। इस रैली को दिल्ली प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि उप राज्यपाल के कहने पर प्रशासन ने ऐसा किया है। इसके बाद कांग्रेस ने यह रैली राजस्थान में करने का निर्णय लिया। राजस्थान में कांग्रेस की ही सरकार है। और पढ़ें बिपिन रावत की मौत का जश्न मनाने पर MP, गुजरात में गिरफ्तारियां, फिल्म निर्माता ने छोड़ा इस्लाम हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी व सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मियों की मौत पर जहां देश शोक मना रहा है, वहीं दूसरी ओर इन सोल्जर्स पर कुछ अराजक तत्व टिप्पणी कर रहे हैं। इसी को लेकर गुजरात और मध्य प्रदेश में गिरफ्तारियां हुई हैं। उधर, केरल में एक फिल्म निर्माता ने कहा कि वह इस त्रासदी पर खुशी मनाने वाले लोगों के एक वर्ग के विरोध में इस्लाम छोड़ रहे हैं। मलयालम फिल्म निर्देशक अली अकबर ने घोषणा की है कि वह और उनकी जनरल बिपिन रावत तथा उनकी पत्नी की दुखद मौत पर खुशी मनाने वाले सोशल मीडिया यूजर्स के एक वर्ग के विरोध में इस्लाम छोड़ रहे हैं। भारतीय वैज्ञानिक ने बनाई दो घंटे में ओमीक्रोन पहचानने वाली किट डिब्रूगढ़। कोरोना वायरस (Corona virus) का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) भारत में तेजी से फैल रहा है। देश में अब तक ओमिक्रॉन के 33 मरीज मिले हैं। कोरोना के मरीज में ओमिक्रॉन का संक्रमण हुआ है या नहीं, इसकी जांच के लिए वर्तमान में जीनोम सिक्वेंसिंग करानी पड़ती है। इस टेस्ट में अधिक समय लगता है। हालांकि जल्द ही ओमिक्रॉन की पहचान के लिए सिर्फ जीनोम सिक्वेंसिंग पर निर्भरता नहीं रहेगी। और पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑफिशियल ट्विटर हैंडल कुछ देर के लिए हैक नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल (@narendramodi) से छेड़छाड़ की गई है। इसे कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया। रविवार सुबह करीब 2:11 बजे पीएम के ट्विटर हैंडल को हैक कर बिटकॉइन के संबंध में ट्वीट किया गया। ट्वीट में दावा किया गया कि भारत ने आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है। सरकार भी 500 बिटकॉइन खरीदकर लोगों को बांट रही है। और पढ़ें Srinagar: शून्य से नीचे पहुंचा पारा, जमा देने वाली ठंड से जनजीवन प्रभावित श्रीनगर। कश्मीर में शीतलहर (Cold wave) से जनजीवन प्रभावित हो गया है। रात में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य से नीचे पहुंच रहा है। शनिवार को श्रीनगर (Srinagar) में रात का तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस था। यहां दिन का अधिकतम तापमान 11.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। और पढ़ें Last Updated Dec 12, 2021, 4:05 PM IST Top NewsHindi newsTodays NewsModiGujrat",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/prashant-kishor-formula-to-defeat-bjp-in-lok-sabha-elections-r3yqrp,"2024 में BJP को हराने का PK फॉर्मूला, विपक्ष का मतलब कांग्रेस नहीं, दूसरी पार्टियां तक करें नेता","नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) अब मात्र दो साल दूर है। चुनाव से पहले जहां विपक्ष में बिखराव दिख रहा है। वहीं, कांग्रेस इतनी ताकत नहीं जुटा पाई है कि विपक्ष के सभी दल उसके साथ मिलकर चलने को तैयार दिखे। इस बीच तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अभी कोई यूपीए नहीं है।लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के अलग-अलग सुर के बीच आई-पैक नाम से पॉलीटिकल कंसलटेंसी चलाने वाले प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए 2024 के चुनाव में बीजेपी को हराने का अपना फॉर्मूला पेश किया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए विपक्ष के सभी दलों को मिलकर अपने नेता का चुनाव करना चाहिए। पूरे विपक्ष का मतलब कांग्रेस नहीं है। विपक्ष में दूसरी पार्टियां भी हैं। सभी को मिलकर तय करना चाहिए कि लीडर कौन हो।एक चेहरा, एक विचार जरूरी,प्रशांत किशोर ने कहा कि भाजपा के खिलाफ सिर्फ बहुत सारी पार्टियों के एक साथ आने से कुछ नहीं होगा। असम में महागठबंधन बना, लेकिन हार हुई। 2017 में उत्तर प्रदेश में हुए चुनाव में सपा-बसपा और अन्य पार्टियां साथ थी, लेकिन बीजेपी जीत गई। भाजपा को हराने के लिए सबको एक करने वाला चेहरा चाहिए, एक विचार होना चाहिए। इसके बाद आंकड़ों और मशीनरी का नंबर आता है।प्रशांत ने कहा कि कोई पार्टी अकेले बीजेपी को चुनौती नहीं दे सकती। देश में प्रभावी विपक्ष के लिए कांग्रेस जरूरी है, लेकिन पार्टी की मौजूदा स्थिति ऐसी नहीं है। मौजूदा कांग्रेस लीडरशिप के साथ कांग्रेस ने कुछ अच्छा नहीं किया है। कांग्रेस पार्टी अकेले पूरा विपक्ष नहीं है। और भी बहुत सारी पार्टियां हैं। सबको मिलकर तय करना चाहिए कि विपक्ष का नेता कौन होगा।कांग्रेस को बदलना चाहिए स्ट्रक्चर,कांग्रेस की स्थिति पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि इसे अपना स्ट्रक्चर बदलना चाहिए। कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी तीन साल से अंतरिम अध्यक्ष के साथ चल रही है, क्या यह सही कदम है? फुलटाइम प्रेसिडेंट होना चाहिए। जब आप चुनाव जीतते हैं तो इसका क्रेडिट लेते हैं, हार पर आपको हट जाना चाहिए और दूसरे को मौका देना चाहिए। प्रशांत ने कहा कि मैं राहुल गांधी की बात नहीं कर रहा हूं। मैं उस लीडरशिप के बारे में बात कर रहा हूं जिसकी अगुआई में पिछले 10 साल से कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। इस दौरान पार्टी 90 फीसदी चुनाव हारी है।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/punjab/bsf-jurisdiction-conflict-between-home-ministry-and-states-punjab-government-moved-to-supreme-court-dvg-r3yhyi,"BSF अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के खिलाफ SC में Punjab Government, कोर्ट का केंद्र सरकार को नोटिस","नई दिल्ली। केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा बीएसएफ (BSF) के अधिकार क्षेत्र की बढ़ोत्तरी के खिलाफ पंजाब सरकार (Punjab Government) ने न्यायालय का रास्ता खटखटाया है। पंजाब सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) में पेटीशन दायर किया है। पंजाब सरकार की पेटीशन पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर दिया है। पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal Government) भी बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाए जाने के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पास किया है, साथ ही पुलिस से बीएसएफ के हस्तक्षेप से रोकने को कहा गया है।सरकार ने कहा- राज्य के अधिकार में हस्तक्षेप,पंजाब सरकार ने तर्क दिया कि केंद्र की तरफ से बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने से राज्य के अधिकार में हस्तक्षेप हुआ है। पंजाब की भौगोलिक स्थिति के लिहाज से यह उचित नहीं है। राज्य सरकार का तर्क है कि केंद्र के इस फैसले से करीब 27 हजार स्क्वायर किमी एरिया बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में आ गया है। जो पंजाब का आधा हिस्सा है। हालांकि बीएसएफ सफाई दे चुकी है कि वह सिर्फ पंजाब पुलिस को सहयोग करेंगे। केस दर्ज करने से लेकर जांच और कोर्ट में चालान पेश करने का काम पंजाब पुलिस ही करेगी। क्या है नया आदेश?बीएसएफ, जिसे पहले पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में 15 किलोमीटर तक कार्रवाई करने का अधिकार था, अब केंद्र या राज्य सरकारों से बिना किसी बाधा या अनुमति के अपने अधिकार क्षेत्र को 50 किलोमीटर तक बढ़ाने के लिए अधिकृत है। हालांकि, बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में 20 किमी कम कर दिया गया था, जहां पहले इसका अधिकार क्षेत्र 80 किमी था। गुजरात में, बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 80 से 50 किमी तक घटा दिया गया था। राजस्थान में, बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 50 किमी ही रहेगा।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/exclusive-interview-of-governor-jagdeep-dhankhar-on-bsf-jurisdiction-and-law-human-rights-in-west-bengal-kpa-r3xr89,पश्चिम बंगाल पुलिस V/s BSF: गवर्नर ने बताया इसे ममता का बहुत खतरनाक कदम; पढ़िए Exclusive Interview,"कोलकाता. BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने का लगातार विरोध कर रहीं ममता बनर्जी(Mamata Banerjee) के इस कदम को राज्यपाल जगदीप धनखड़ जगदीप धनखड़(Governor Jagdeep Dhankar) ने खतरनाक बताया है। asianet news को दिए अपने Exclusive Interview में धनखड़ ने कहा कि राज्य पुलिस और BSF को अपराधियों और देशद्रोहियों पर संयुक्त रूप से कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, न कि स्थानीय पुलिस को BSF पर नजर रखनी चाहिए। पहले जानें क्यों बढ़ रहा विवाद,बता दें कि हाल में ममता बनर्जी ने WB की पुलिस को आदेश दिया है कि वे सीमा सुरक्षा बल (BSF) का विरोध करें, अगर वे अंदर आते हैं। ममता ने 9 दिसंबर को कहा कि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है। बांग्लादेश की सीमा से लगते नदिया जिले की पुलिस को उन्होंने निर्देश दिया कि BSF को उसके अधिकार क्षेत्र के बाहर के इलाकों में प्रवेश करने से रोकें। बगैर अनुमति गांवों में न घुस पाए BSF। बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में बीएसएफ अधिनियम में बदलाव किए थे। जिसने पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किमी से 50 किमी तक तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी करने के लिए BSF के अधिकार क्षेत्र को बढ़ा दिया था। इसी मुद्दे पर एशियानेट न्यूजेबल(Asianet Newsable) के याकूब(Yacoob) ने राज्यपाल धनखड़ से बातचीत की।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है, जिसमें उन्होंने राज्य पुलिस से कहा है कि BSF को बिना अनुमति के गांवों में प्रवेश नहीं करने दिया जाए?आप देखिए, उन्होंने वास्तव में यह निर्देश जारी किया है। यदि आप पब्लिक डोमेन इनपुट पर जाएं, तो उसने तीन निर्देश दिए हैं: पहला, बीएसएफ को 15 किलोमीटर तक सीमित किया जाना चाहिए। यह बिल्कुल अवैध है, क्योंकि बीएसएफ का क्षेत्र कानूनी रूप से बढ़कर 50 किलोमीटर (सीमावर्ती इलाकों में) हो गया है। अतः यह निर्देश विधिसम्मत आदेश के विरुद्ध है। नंबर 2-उन्होंने संकेत दिया है कि बीएसएफ के लोगों को स्थानीय पुलिस की अनुमति लेनी चाहिए, जो कानूनी रूप से उचित नहीं ठहराया जा सकता है। तीसरा, एक अधिक खतरनाक पहलू - संभावित रूप से बहुत, बहुत खतरनाक- यह है कि स्थानीय पुलिस को बीएसएफ पर नजर रखने को कहा गया है।आपने 9 दिसंबर को लिखे एक पत्र में कहा है कि ममता बनर्जी का रुख राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए 'संभावित रूप से खतरनाक' है। संवैधानिक रूप से क्या राज्यपाल इससे निपटने कुछ कर सकता है?संविधान के तहत यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं संविधान की रक्षा और उसका बचाव करूं। संवैधानिक कानून का पालन करना उनका (ममता बनर्जी का) दायित्व है। अगर उनकी हरकतें कानून के खिलाफ हैं, अगर आप 1984 के बीएसएफ अधिनियम को देखते हैं, तो स्थिति बहुत स्पष्ट है कि बीएसएफ को क्या करना चाहिए? संघीय भावना को ध्यान में रखते हुए इन मामलों को नाजुक ढंग से निपटाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें मिलन, समन्वय, सहयोग और सद्भाव बनाना चाहिए, ताकि ये एजेंसियां ​​​​एक साथ काम करें। राज्य पुलिस और बीएसएफ को अपराधियों और देशद्रोहियों पर संयुक्त रूप से कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, न कि इसके विपरीत स्थानीय पुलिस को बीएसएफ पर नजर रखनी चाहिए।उन्हें (ममता) संविधान का पालन करना चाहिए और मुझे संविधान की रक्षा करनी होगी। जरा सोचिए कि वह किस तरह की स्थिति पैदा कर रही हैं? राज्य और केंद्रीय एजेंसियों को लोकतंत्र की सेवा करनी चाहिए। इसी तरह उन्हें सद्भाव जीतना है; मिलकर जीतना चाहिए। उसकी सुनियोजित शिकायतों को देखें? सबसे दुर्भाग्यपूर्ण। मुझे उम्मीद है कि उस पर अच्छी समझ बनी रहेगी।बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र का विस्तार राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा कैसे करता है?मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड और जम्मू-कश्मीर के पूरे क्षेत्र का पूरा क्षेत्र बीएसएफ ऑपरेशन के अधीन है। और 1973 से ही, गुजरात में 80 किलोमीटर (ऑपरेशन का क्षेत्र) है, राजस्थान में 50 किलोमीटर। अब, दो सीमावर्ती राज्यों-पंजाब और पश्चिम बंगाल के लिए बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में वृद्धि की गई है। इसका एक तर्क यह भी है कि जैसा आप आज जानते हैं, बंगाल की तीन देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाएं हैं। लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि हमारे मुख्यमंत्री बाकियों कीतरह संवैधानिक कानून का पालन करेंगे।अगर इस मुद्दे को दूसरी तरफ रख दूं, तो इस स्तर पर कुछ और भी मुद्दे हैं, तो हमें निश्चित रूप से उन्हें सुलझाना होगा। मैंने मुख्यमंत्री से अपील की है और मुख्यमंत्री से मेरी अपील बहुत स्पष्ट है कि मैंने उन्हें सौहार्द पैदा करने, समन्वय पैदा करने और विश्वास बढ़ाने का संकेत दिया है, ताकि राज्य और केंद्रीय एजेंसियां ​​मिलकर काम करने की स्थिति में हों और एकजुटता से कार्य करें। मुझे यकीन है कि देश की सुरक्षा में विश्वास करने वाला कोई भी व्यक्ति इस तरह के रुख की सराहना नहीं कर सकता (सीएम ममता बनर्जी की कार्रवाई राज्य पुलिस को बीएसएफ पर नजर रखने के लिए कहती हैं)।केवल एक संवैधानिक प्रमुख के रूप में, जो कानून के संरक्षण और बचाव के दायित्व के साथ जुड़ा हुआ है, मैं इस स्थिति में बेरुखी रवैया नहीं रख सकता हूं। मैंने मुख्यमंत्री से सवाल किया है, मैंने उनसे अपील की है। मैंने उन्हें चेताया है कि वह राष्ट्रहित में, जनहित में तत्काल कदम उठाएं और स्थानीय पुलिस को दिए गए अपने बयानों और निर्देशों को वापस बुलाएं।बीएसएफ के मुद्दे को लेकर टीएमसी ने आप पर बीजेपी प्रवक्ता होने और राज्यपाल के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है, आप क्या कहेंगे?हम ऐसे राज्य में हैं, जहां संविधान और कानून शासन से कोसों दूर है। अनुच्छेद 167 के तहत राज्यपाल को (सभी विषयों पर) जानकारी देना (मुख्यमंत्री का) कर्तव्य है। वह दो साल से अधिक समय से विफल रही है; जानकारी का एक भी अशंक प्रदान नहीं किया गया। जब राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे की बात आती है, तो हम कमजोर नहीं हो सकते। हमने उनसे 'सबसे पहले राष्ट्र' रखने के लिए कहा है।हाल में एक BJP विधायक का बयान आया था, जिसमें दार्जिलिंग को पश्चिम बंगाल से अलग करने की मांग उठाई गई है, इस मामले में TMC आप पर आरोप लगा रही है कि आप चुप हैं?मुझे नहीं पता कि आप किस बारे में बात कर रहे हैं। वास्तव में मैंने टीएमसी के एक वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय को कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया था, उन्हें अपना जवाब देने के लिए नहीं।एक बात कह दूं कि मीडिया द्वारा फैलाया गया यह बयान कि 'टीएमसी ऐसा कह रही है' बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मीडिया को पश्चिम बंगाल की स्थिति जानने की जरूरत है। आज मानवाधिकार दिवस (10 दिसंबर) है। मानवाधिकार आयोग इससे पहले एक रिपोर्ट दे चुका है। बंगाल में कानून का नहीं; शासक(ममता) का शासन है। कोलकाता हाईकोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश और SHRC के अध्यक्ष के अनुसार, यहां मानवाधिकारी वेंटिलेटर पर है, ICU में है।पश्चिम बंगाल में लोगों के मन में भय इतना तीव्र और गंभीर है कि वे अपनी बात तक नहीं कर पाते हैं। इस महान देश के नागरिक के रूप में हमें लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास करना चाहिए। वे मूल्य तभी कायम रह सकते हैं, जब शासन संवैधानिक कानून के सम्मत हो। बंगाल में स्थिति बेहद चिंताजनक है। यह बहुत, बहुत खतरनाक है। आजादी के बाद देश में पहली बार चुनाव के बाद हुई हालिया हिंसा इतनी गंभीर है। बलात्कार, हत्या, आगजनी और क्या नहीं की घटनाएं हुई हैं? सरकार बदमाशों के लिए अंधी हो गई और अब हकीकत सामने आ रही है।तो समय आ गया है जब मैं प्रशासन से अपील करता हूं...और सबसे बड़ी समस्या यह है कि पश्चिम बंगाल में नौकरशाही का पूरी तरह से राजनीतिकरण किया गया है, पूरी तरह से सत्तारूढ़ व्यवस्था के साथ गठबंधन कर दिया गया है। लोकतंत्र का गला घोंटना इतना गंभीर है कि राज्य के भीतर यदि कोई जीना चाहता है, व्यापार करना चाहता है, सेवा करना चाहता है या राजनीति में संलग्न होना चाहता है, तो उसके पास केवल एक ही विकल्प बचा है, या तो सत्ताधारी दल के साथ रहें या उनका हमला सहें। यह उचित समय है, जब मीडिया इसे उजागर करे।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/loudspeakers-in-mosques-statement-of-haryana-chief-minister-manohar-lal-khattar-and-good-story-from-west-bengal-kpa-r3xjfy,"loudspeakers in mosques:नमाज के वक्त लाउडस्पीकर से स्कूलों में न हो शोर, WB की एक मस्जिद ने लिया बड़ा फैसला","नई दिल्ली. मस्जिदों में नमाज के वक्त लाउडस्पीकर(loudspeakers in mosques) के इस्तेमाल को लेकर अकसर सवाल उठते रहे हैं। दुनिया के तमाम देश; खासकर मुस्लिम मुल्क मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर सख्ती अपनाते जा रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण पश्चिम बंगाल में सामने आया है। लेकिन यहां मस्जिद ने खुद यह अच्छी पहल की है। बच्चों की पढ़ाई में बाधा न पहुंचे इसलिए जलपाईगुड़ी में एक मस्जिद अज़ान के समय लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं करता। स्कूल के शिक्षक इंद्रनील साहा ने ANI को बताया, “स्थानीय लोगों ने काफ़ी सहयोग किया है। पढ़ाई में किसी भी तरह की बाधा ठीक नहीं इससे बच्चों का ध्यान भी भटकता है।”pic.twitter.com/uixlpPRJ4w दुनियाभर में इसे लेकर सख्ती बरती जा रही है,दुनियाभर में मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर को लेकर सख्ती बरती जाने लगी है। सऊदी अरब प्रशासन ने पिछले दिनों लाउडस्पीकर की आवाज कम रखने का आदेश सुनाया था। सऊदी अरब में इस्लामिक मामलों के मंत्री डॉक्टर अब्दुल लतीफ़ बिन अब्दुल्ला अज़ीज़ अल-शेख ने मई में इन प्रतिबंधों की घोषणा की थी। उनका कहना था कि ऐसी भी शिकायतें मिलीं हैं कि लाउडस्पीकर की तेज आवाज से बच्चों की नींद ख़राब होती है।इंडोनेशिया पहले ही मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा चुका है। इंडोनेशिया ने लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए बड़ा फैसला किया था। मुस्लिम राष्ट्र इंडोनेशिया ने अजान करने वाले लाउडस्पीकर्स की आवाज घटाने का निर्णय लिया था। तेज आवाज से लोगों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए देश के मस्जिद परिषद ने यह फैसला लिया था। दरअसल, अजान या किसी तरह से मस्जिद का विरोध ईशनिंदा की श्रेणी में आता है लेकिन यहां स्वास्थ्य समस्याओं के बढ़ने से मस्जिद परिषद ने खुद आगे आकर फैसला लिया है।खुले में नमाज को लेकर भी टकराव,इधर, खुले में नमाज को लेकर भी टकराव की स्थिति बनने लगी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि खुले में नमाज नहीं पढ़ने दी जाएगी। लोग धार्मिक स्थलों में नमाज पढ़ें और जगह नहीं है तो अपने घर में पढ़ें। बता दें कि हरियाणा में कई महीनों से खुले में नमाज पर विवाद चल रहा है। गुरुग्राम में कुछ हिंदू संगठन और स्थानीय निवासी जुमे के दिन खुले में होने वाली नमाज का विरोध कर रहे हैं। 27 नवंबर को सेक्टर-37 में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस की सुरक्षा में नमाज पढ़ी। इस दौरान हिंदू संगठन के लोगों ने सेक्टर-37 के ग्राउंड में पहुंचकर 26/11 हमले में शहीद हुए लोगों के लिए हवन किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/farmers-protest-farmers-leave-border-protest-sites-after-victory-vva-r3xdp4,Farmers protest: विजय रैली के बाद आज सिंघू बॉर्डर पर आंदोलन स्थल खाली करेंगे किसान,"नई दिल्ली। 378 दिनों तक चले किसान आंदोलन (Farmers protest) समाप्त होने के बाद दिल्ली की सीमा पर एक साल से डटे किसान घर लौट रहे हैं। बहुत से किसान शुक्रवार को लौट गए। वहीं, बाकी बचे किसान आज विजय रैली के बाद सिंघू बॉर्डर (Singhu border) पर आंदोलन स्थल खाली करेंगे।बॉर्डर से किसानों की घर वापसी का सिससिला गुरुवार शाम से शुरू हुआ था। जिनके पास कम सामान थे वे संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आंदोलन समाप्त करने की घोषणा के बाद ही दिल्ली की सीमा छोड़कर घर लौट गए। जिन किसानों ने ठहरने के लिए बड़े-बड़े मंच तैयार किए थे वे शुक्रवार को दिनभर सामान समेटते नजर आए।किसानों ने की धरना स्थल की सफाई,घर जाने से पहले किसानों ने धरना स्थल की सफाई की। सिंघू बॉर्डर से लेकर टीकरी बॉर्डर, बहादुरगढ़ बाईपास, नया गांव चौक और आसपास के इलाके में सफाई अभियान चलाया गया। जहां-तहां लगे कूड़े के ढेर को हटाया गया। किसानों ने बहादुरगढ़ और आसपास के गांवों के लोगों का भी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।जुलूस के रूप में घर लौटेंगे किसान,किसान आज सभी मोर्चे हटा लेंगे और जश्न मनाते हुए जुलूस के रूप में वापसी करेंगे। इसके साथ ही सभी टोल प्लाजा भी मुक्त कर दिए जाएंगे। हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत की शुक्रवार को अंत्येष्टि होने के कारण किसानों ने इस दिन जश्न नहीं मनाने का फैसला किया था। सोमवार को पंजाब के किसान संगठन के नेता श्री दरबार साहिब में माथा टेकेंगे। 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी। इस बैठक में आंदोलन की समीक्षा होगी।बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा सितंबर 2020 में पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठन पिछले एक साल से आंदोलन कर रहे थे। 26 नवम्बर 2020 से किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। 19 नवंबर 2021 को केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया। संसद में कानून वापस लेने संबंधी प्रस्ताव पास होने के बाद किसान आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार हुए। हालांकि किसानों ने सरकार के सामने एमएसपी पर कानून बनाने समेत छह मांगें रख दी थी।7 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को गृह मंत्रालय ने सभी मुद्दों पर सकारात्मक सहमति का संकेत दिया। इसपर विचार के बाद किसान नेताओं ने सरकार से प्रस्तावों के तीन बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा। 8 दिसंबर को सरकार ने संशोधित प्रस्ताव भेजा। 9 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की।",1 https://hindi.asianetnews.com,https://hindi.asianetnews.com/national-news/after-378-days-the-departure-of-farmers-from-delhi-border-started-large-part-of-tikri-border-empty-r3wa5m,"किसान आंदोलन : 378 दिन बाद किसानों की दिल्ली बॉर्डर से रवानगी शुरू, 24 घंटे में कई ट्रैक्टर घरों के लिए निकले","नई दिल्ली। 378 दिनों बाद गुरुवार को सरकार के लिए मंगल खबर आई। किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को मानकर आंदोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी। शुक्रवार सुबह होते-होते किसानों की दिल्ली के सिंघु और टीकरी बॉर्डर से रवानगी शुरू हो गई। कई किसानों के टेंट रात से ही उखड़ने शुरू हो गए थे।378 दिनों तक सीमा पर डटे रहे इन किसानों ने अभी आंदोलन खत्म नहीं करने का ऐलान किया है, लेकिन पिछले 24 घंटे में तकरीबन 15 ट्रैक्टर किसानों के साथ बॉर्डर से घर वापसी के लिए निकल चुके हैं। इससे पहले जीत की खुशी में किसानों ने टीकरी बॉर्डर पर जश्न मनाया। ढोल बजे और मिठाइयां भी बंटीं। शुक्रवार दोपहर तक सिंघु बॉर्डर पर किसानों से भरा रहने वाला इलाका काफी हद तक खाली हो चुका था। किसान संगठनों ने 15 दिसंबर को फिर एक बैठक करने की बात कही है। इसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।दोबारा प्रस्ताव भेजा, तब माने किसान,सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) को कई दिनों की बातचीत के साथ अपना प्रस्ताव दिया था। किसानों ने इसमें कुछ मांगे बढ़ाकर वापस सरकार को भेजा था। सरकार का रिवाइज्ड प्रपोजल किसानों ने मान लिया और ने गुरुवार को आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा कर दी। पंजाब के किसान तो 3 नए कृषि कानूनों की वापसी के बाद ही घर जाने को तैयार थे, लेकिन हरियाणा के किसान MSP पर कानून बनाने और दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए थे। आखिर में इन दोनों ही मुद्दों पर सहमति बन गई। अब पंजाब, हरियाणा के साथ बाकी राज्यों के किसान भी घर वापसी करेंगे। वापसी से पहले आंदोलन में काम करने वाले लोगों का सम्मान किया जा रहा है। हालांकि, किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि यदि सरकार ने अपनी बातों पर अमल नहीं किया तो फिर से आंदोलन शुरू होगा।26 नवंबर 2020 से चल रहा आंदोलन, 700 मौतें हुईं,सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन की शुरुआत 26 नवंबर 2020 को हुई थी। उसके बाद किसानों ने एक साल तक दोनों ही बॉर्डर को अपना घर बनाए रखा। इनमें बहुत से किसान ऐसे हैं, जो आंदोलन के पहले दिन से ही यहां डटे रहे। एक दिन भी घर नहीं गए। ऐसे किसानों का मंच से गुरुवार को सम्मान भी किया गया। इस दौरान करीब 700 किसानों की अलग-अलग वजहों से मौत भी हुई।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/state/22-25-63966,"कंगना रनौत को फिलहाल गिरफ्तारी से मिली राहत, मुंबई पुलिस ने बॉम्बे हाईकोर्ट से कही ये बात","मुम्बई पुलिस ने सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से कहा कि वे अभिनेत्री कंगना रनौत को उनके सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में 25 जनवरी, 2022 तक गिरफ्तार नहीं करेगी। कंगना रनौत को कोर्ट द्वारा कुछ अंतरिम राहत देने के बाद पुलिस ने यह बयान दिया है।पुलिस का यह भी कहना है कि कंगना रनौत इस मामले में पुलिस का सहयोग नहीं कर रही हैं। जिसपर कंगना के वकील ने कहा है कि वह पुलिस के सामने पेश होने को तैयार है, लेकिन मामले में उनकी गिरफ्तारी होने की आशंका है।हालांकि, कोर्ट ने उन्हें कुछ राहत प्रदान करते हुए 22 दिसंबर को मुंबई पुलिस के सामने पेश होने को कहा है।न्यायमूर्ति नितिन जामदार और न्यायमूर्ति सारंग कोतवाल की पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मुद्दे में रानौत के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का बड़ा सवाल शामिल है।रनौत ने इस महीने की शुरुआत में हाई कोर्ट से गुहार लगाई थी कि इस साल नवंबर में मुंबई के खार पुलिस थाने में उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द की जाए।अधिवक्ता रिजवान सिद्दीकी के माध्यम से दायर अपनी याचिका में, रनौत ने कहा कि शिकायतकर्ताओं ने 21 नवंबर को किए गए उनके इंस्टाग्राम पोस्ट पर आपत्ति जताई, लेकिन उनके खिलाफ कोई कानूनी मामला नहीं बना है। अभिनेता के खिलाफ प्राथमिकी एक सिख निकाय के कुछ सदस्यों द्वारा की गई शिकायत के बाद दर्ज की गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के विरोध को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में चित्रित किया है।कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा था कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने भले ही आज सरकार की बांह मरोड़ दी। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक महिला प्रधानमंत्री ने इन्हें कुचला था। चाहे इसकी वजह से देश को कितना ही कष्ट क्यों ना उठाना पड़ा हो।पुलिस ने तब कंगना पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए के तहत समुदाय की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर आहत करने के आरोप में मामला दर्ज किया था।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/general/government-guests-expected-at-his-home-soon-tweets-nawab-malik-63923,"'सुना है, मेरे घर आज-कल में सरकारी मेहमान आने वाले हैं...' :नवाब मलिक","मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में एनसीपी नेता नवाब मलिक के लगाए आरोपों ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसके बाद उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कुछ केंद्रीय एजेंसियां उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश कर रही हैं। इसी बीच उन्होंने शुक्रवार रात को एक ट्वीट किया, 'साथियों, सुना है, मेरे घर आज कल मे सरकारी मेहमान आने वाले हैं, हम उनका स्वागत करते है। डरना मतलब रोज-रोज मरना, हमे डरना नहीं, लड़ना है। गांधी लड़े थे गोरों से, हम लड़ेंगे चोरों से।' बता दें कि महाराष्ट्र के मंत्री ने पिछले महीने दावा किया था कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनके आवास की रेकी करने की कोशिश की और उनके और उनके परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की। साथ ही आरोप लगाया था कि कुछ केंद्रीय एजेंसियां उन्हें झूठे मामलों में फंसाना चाहती हैं।गौरतलब है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और उसके मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के नेतृत्व में अक्टूबर में क्रूज शीप पर छापा मार कर बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन और कुछ अन्य को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। वहीं, इस कार्रवाई को लेकर मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर लगातार आरोप लगाए थे।",1 https://www.outlookhindi.com,https://www.outlookhindi.com/country/issues/maharashtra-minister-nawab-malik-apologizes-to-bombay-high-court-for-remarks-on-wankhedes-family-63907,"वानखेड़े के परिवार पर टिप्पणी मामले में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने बॉम्बे हाईकोर्ट से मांगी माफी, जानें क्या है पूरा मामला","राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के परिवार पर बयानबाजी को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में माफी मांगी है। दरअसल समीर वानखेड़े के पिता ने मलिक के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था, जिसके बाद कोर्ट में सुनवाई के दौरान नवाब मलिक ने माफी मांगी है।मलिक को कोर्ट में इसलिए माफी मांगनी पड़ी क्योंकि वानखेड़े के परिवार के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करने का वादा करने के बाद भी उन्होंने ऐसा किया। हाई कोर्ट ने मलिक को नोटिस जारी किया और उन्हें एक हलफनामा दायर करके यह बताने को कहा है कि कोर्ट के पहले के आदेश का जानबूझकर उल्लंघन करने की वजह से उनपर कार्रवाई क्यों ना की जाए?ज्ञानदेव वानखेड़े ने 6 दिसंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दायर कर आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने अदालत की अवमानना की है क्योंकि उन्होंने अदालत में वचन देने के बाद भी उनके परिवार के खिलाफ बयान देना जारी रखा।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-banner-of-pakistani-food-festival-was-torn-down-and-burnt-by-vhp-and-bajrang-dal-workers-in-surat-7176956,सूरत में पाकिस्तानी Food Festival के बैनर को विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने फाड़कर जलाया,"अहमदाबाद। सूरत में एक रेस्त्रां पर लगे पाकिस्तानी Food Festival के बैनर को विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने फाडकर जला दिया। हिंदू संगठनों का कहना है कि दुश्मन देश के नाम पर भारत में कोई फेस्टीवल का आयोजन हो उन्हें गंवारा नहीं होगा। सूरत रिंगरोड पर स्थित टेस्ट ऑफ इंडिया रेस्त्रां की ओर से 12 से 22 दिसंबर तक पाकिस्तानी फूड फेस्टीवल का आयोजन किया गया था। यहां डिनर में पाकिस्तानी लजीज व्यंजन तैयार कर इसको पसंद करने वालों को परोसा जाना था। जब इसकी भनक विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल को लगी तो इनके कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर बैनर फाड़कर उन्हें जला दिये। विहिप के प्रदेश प्रवक्ता हितेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि सूरत में पाकिस्तानी Food Festival का आयोजन किया गया था।इसे विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बंद कराया है। उनका कहना है कि दुश्मन देश के व्यंजनों को अपने देश में शान से परोसे जाने की बात किसी को भी असहज करने वाली है। राजपूत का कहना है कि इस फेस्टीवल में पाकिस्तानी व्यंंजनों की प्रशंसा की जा रही थी जो देश के स्वाभिमानी लोगों के लिए असहनीय था। राज्‍य में एक अन्‍य मामले में आज वडोदरा की मदर टेरेसा मिशनरीज ऑफ चैरिटी संस्था पर मतांतरण कराने का आरोप लगा है। संस्था में आने वाले बच्चों व युवक - युवतियां को बाइबिल पढाने व अन्य धर्म के युवक युवती से विवाह के लिए प्रेरित करने की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर यह जांच शुरू हुई है। इस संबंध में मदर टेरेसा मिशनरीज का कहना है कि यहां ऐसा कुछ भी नहीं होता है। बच्चों को सर्वधर्म प्रार्थना कराई जाती है। संस्था पर मतांतरण के आरोप सही नहीं हैं। युवक व युवती अपनी मर्जी से विवाह करते हैं। सूरत में ढाई साल की मासूम का अपहरण, दुष्‍कर्म व हत्‍या के आरोपी को फांसी की सजा",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-on-srinagar-terrorist-attack-farooq-abdullah-said-why-does-not-china-fight-with-pakistan-manoj-sinha-expressed-grief-7176938,"श्रीनगर आतंकी हमले पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा पाकिस्‍तान से बात क्‍यों नहीं कर सकते, मनोज सिन्‍हा ने जताया दुख","श्रीनगर में हुए आतंकी हमले के बाद अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। हमले की सूचना आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की जानकारी मांगी है। उन्होंने हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है। दूसरी तरफ श्रीनगर आतंकी हमले पर नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है। मैं शहीद हुए जवानों के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। मैं सरकार से गुजारिश करता हूं कि अगर इन चीजों को खत्म करना है तो दिल जीतने की बात करें। अगर वे दिल जीत लेते हैं, तो ये चीजें नहीं होंगी। नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला से जब पूछा गया कि क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बीच पाकिस्तान के साथ बातचीत करना संभव है तो उन्‍होंने कहा कि जब आप चीन से बात कर सकते हैं जो हमारे क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जिसने जवानों को मार डाला। आप उनसे क्यों नहीं लड़ते? आप चीन से बात कर सकते हैं लेकिन पाकिस्‍तान से क्‍यों नहीं कर सकते।चीन के YUTU-2 रोवर ने चांद पर खोजी झोपड़ी जैसी रहस्यमय वस्तु, वैज्ञानिक हैरान, जांच में जुटे.इधर, जम्मू-कश्मीर लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। हमारे वीर शहीद पुलिस कर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि अपराधियों को सजा मिले। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है।गौरतलब है कि सोमवार शाम को आतंकियों ने श्रीनगर के प्रवेशद्वार पंथाचौक में जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को लेकर जा रही बस पर हमला कर दिया। इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत दो पुलिसकर्मी बलिदानी हो गए। 12 अन्य पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए हैं, जिनमें से दो की हालत चिताजनक बनी हुई है। हमलावर आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया है।Strongly condemn the cowardly terrorist attack on J&K Police bus in Srinagar. My homage to our brave martyred police personnel. We are committed to ensure that perpetrators are punished. My heartfelt condolences to the bereaved families: J&K Lt Gov Manoj Sinha pic.twitter.com/c5JM0PxL48— ANI (@ANI) December 13, 2021When you can talk to China which is advancing into our territory, which killed jawans...Why do you not fight them? You can talk to them (China) but not them (Pak)? Why?: NC chief Farooq Abdullah when asked if it's possible to hold talks with Pakistan amid terror attacks in J&K pic.twitter.com/7qSk4wy5g3— ANI (@ANI) December 13, 2021",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-complaint-of-conversion-of-children-in-vadodara-police-case-registered-on-instructions-of-national-commission-for-protection-of-child-rights-7176764,"वडोदरा में बच्‍चों के धर्मांतरण की शिकायत, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर पुलिस केस दर्ज","अहमदाबाद। वडोदरा की मदर टेरेसा मिशनरीज ऑफ चैरिटी संस्था पर मतांतरण कराने का आरोप लगा है। संस्था में आने वाले बच्चों व युवक - युवतियां को बाइबिल पढाने व अन्य धर्म के युवक युवती से विवाह के लिए प्रेरित करने की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर यह जांच शुरू हुई है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य एवं वडोदरा समाज सुरक्षा अधिकारी ने मकरपुरा पुलिस थाने में मदर टेरेसा मिशनरीज ऑफ चैरिटी नामक संस्था के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। शिकायत में संस्था में आने वाले बच्चों व युवक - युवतियों को बाइबिल का अध्ययन कराने तथा युवाओं को अन्य धर्म के युवक - युवतियों से विवाह करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया गया है। बाल अधिकार आयोग की रिपोर्ट के आधार पर ही मकरपुरा पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। उधर मदर टेरेसा मिशनरीज का कहना है कि यहां ऐसा कुछ भी नहीं होता है, बच्चों को सर्वधर्म प्रार्थना कराई जाती है। संस्था पर मतांतरण के आरोप सही नहीं हैं, युवक युवती अपनी मर्जी से विवाह करते हैं तथा यहां आने वाले कई युवाओं ने हिंदू समाज में ही विवाह किया है इसलिए ऐसा कहना गलत है कि यह संस्था मतांतरण कराती है।सूरत में पाकिस्तानी Food Festival के बैनर को विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने फाड़कर जलाया.गौरतलब हैं कि वडोदरा की ही एक मुस्लिम संस्था पर विदेश से दान लेकर विविध राजयों में मतांतरण के लिए उसका उपयोग करने जांच चल रही है। इस मामले में उत्तर प्रदेश व गुजरात पुलिस उमर गौतम, सलाउद्दीन नामक आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। मुसलिम संस्था के बाद अब वडोदरा में इसाई संस्था के भी मतांतरण में लिप्त होने का आरोप लगा है।अहमदाबाद। उत्तर गुजरात के ऊंझा से विधायक डॉ आशाबेन पटेल का उनके गांव सिद्धपुर में अंतिम संस्कार किया गया। कस्बे के व्यापारियों ने स्वयंभू बंद रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। डेंग्यू के चलते उनके तबियत बिगडने के बाद शुक्रवार को उन्हें अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में लाया गया था जहां रविवार को उनका निधन हो गया था।डॉ आशा पटेल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ग्रह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह एवं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। 2017 के विधानसभा चुनाव में आशाबेन पहली बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं। भाजपा में शामिल होने के बाद 2019 के उपचुनाव में वे फिर विधायक चुनी गईं। डेग्यू के चलते उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, अहमदाबाद की जायडस हॉस्पीटल में उनहें जीवनरक्षक उपकरणों पर रखा गया था लेकिन रविवार को उनका निधन हो गया। उनके निधन के चलते गुजरात में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उपचुनाव कराना पड सकता है।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-pm-modi-varanasi-visit-pm-modi-said-now-there-will-be-a-vision-of-antiquity-and-novelty-together-in-vishwanath-complex-7176610,"पीएम मोदी ने बताया काशी का महत्व, बोले- 'यहां औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं'","PM Modi Varanasi Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया। 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी से विजयी होने के बाद मोदी ने इस प्रोजेक्ट का संकल्प लिया था, जो अब पूरा हुआ है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूं, देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं। काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं। हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है। भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद, एक अलौकिक ऊर्जा यहाँ आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है।पीएम मोदी का काशी दौरा: पढ़िए संबोधन की बड़ी बातें.विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का!ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का! ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का! भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।आप यहाँ जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे। आपको यहाँ अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा। कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं, इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं।पहले यहाँ जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। यानि पहले माँ गंगा का दर्शन-स्नान, और वहाँ से सीधे विश्वनाथ धाम।काशी तो काशी है! काशी तो अविनाशी है। काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है। जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है?मैं आज अपने हर उस श्रमिक भाई-बहन का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिसका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है।कोरोना के विपरीत काल में भी, उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया। मुझे अभी अपने इन श्रमिक साथियों से मिलने का, उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है।हमारे कारीगर, हमारे सिविल इंजीनयरिंग से जुड़े लोग, प्रशासन के लोग, वो परिवार जिनके यहां घर थे सभी का मैं अभिनंदन करता हूं। इन सबके साथ यूपी सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का भी अभिनंदन करता हूं जिन्होंने काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया।यहाँ अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं! अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। और अंग्रेजों के दौर में भी, हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं।आतातायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए! औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है। जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की! लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है।काशी शब्दों का विषय नहीं है, संवेदनाओं की सृष्टि है। काशी वो है- जहां जागृति ही जीवन है! काशी वो है- जहां मृत्यु भी मंगल है! काशी वो है- जहां सत्य ही संस्कार है! काशी वो है- जहां प्रेम ही परंपरा है इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी का स्वागत किया और कहा, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जब 100 साल पहले वाराणसी आए थे, तो उन्होंने संकरी गलियों और गंदगी को देखकर दुख व्यक्त किया था। गांधी जी के नाम पर कई लोग सत्ता में आए, लेकिन पहली बार उनका शानदार काशी का सपना साकार हुआ है।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-parliament-uproar-over-cbse-syllabus-sonia-gandhi-furious-over-objectionable-content-on-women-7176614,"Winter Session: महिलाओं पर आपत्तिजनक कंटेंट, CBSE ने सिलेबस से हटाया विवादित पैरा","संसद (Parliament) का शीतकालीन सत्र (Winter Session) चल रहा है और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने लोकसभा में सीबीएसई के सिलेबस का मुद्दा उठाया। सोनिया गांधी ने कहा कि सीबीएसई सिलेबस में महिलाओं के लिए आपत्तिजनक कंटेंट दिया गया है। सोनिया गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय को जेंडर के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और गलतियों के लिए माफी मांगनी चाहिए। लोकसभा में यह मामला उछलने के बाद सीबीएसई भी सक्रिय हो गया है और तत्काल सफाई देते हुए कहा कि विवादास्पद कंटेंट को हटाया जा रहा है और इससे जुड़े विवादास्पद प्रश्नों को भी हटाया जा रहा है।सोनिया बोली, तुरंत हटाया जाए सिलेबस.लोक सभा में सोनिया गांधी ने कहा कि सीबीएसई सिलेबस में महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक कंटेंट दिया गया है, जिसे तत्काल हटाया जाना चाहिए। साथ ही सोनिया ने कहा कि महिलाओं के प्रति ऐसा अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय महिलाओं का अपमान करने के लिए माफी मांगना चाहिए।सीबीएसई की कक्षा-10 का मामला.सोनिया गांधी ने कहा कि क्लास-10 के अंग्रेजी की पेपर में एक एक्सरसाइज थी, जिसमें घर पर किशोरों के बीच अनुशासनहीनता के लिए नारीवादी विद्रोह और पत्नी की दास्य मुक्ति को दोषी ठहराया गया है। सोनिया गांधी ने कहा कि CBSE से इतनी बड़ी गलती कैसे हुई, इस बात की भी समीक्षा होनी चाहिए। सोनिया गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय को CBSE सिलेबस और टेस्टिंग में लिंग संवेदनशीलता मानकों की समीक्षा करनी चाहिए और भविष्य में भी इस तरह की गलतियां न हो, इसके प्रति अलर्ट रहना चाहिए।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-arvind-kejriwal-announces-creating-1-lakh-govt-jobs-and-giving-5000-rs-allowance-when-coming-to-power-in-uttarakhand-7042582,"Uttarakhand Election: अरविंद केजरीवाल का चुनावी ऐलान, युवाओं को हर महीने 5000 रुपये भत्ता देगी AAP सरकार","Uttarakhand Assembly Election: आम आदमी पार्टी (AAP) उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को गंभीरता से प्लानिंग कर रही है। रविवार को पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश की युवा आबादी को आकर्षित करने के लिए कई बड़े ऐलान किया। हलद्वानी में अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि अगर उत्तराखंड में हमारी सरकार बनी, तो 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी और पुराने बिजली के बिल को माफ कर दिया जाएगा। साथ ही 6 महीने में 1 लाख सरकारी नौकरी मुहैया कराई जाएगी और हर परिवार से एक युवा को नौकरी मिलने तक हर महीने 5 हजार रुपये का भत्ता दिया जाएगा। साथ ही नौकरी में उत्तराखंड के लोगों को 80 फीसदी आरक्षण भी देने का ऐलान किया।उत्तराखंडवासियों को मेरी 6 गारंटी, AAP की सरकार बनने पर▪️हर घर रोज़गार▪️तब तक हर महीने 5 हज़ार▪️नौकरियों में उत्तराखंडियों को 80% आरक्षण▪️6 महीने में 1 लाख सरकारी नौकरी▪️प्राइवेट सेक्टर में नौकरियों के लिए जॉब पोर्टल▪️पलायन रोकने के लिए रोज़गार एवं पलायन मंत्रालय का गठन— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 19, 2021केजरीवाल ने कहा कि अगर हमारी सरकार यहां बनेगी तो 300 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी और पुराने बिजली के बिल माफ किया जाएगा तथा 24 घंटे बिजली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं जो कहता हूं वो करता हूं। हमने कहा फ्री बिजली देंगे... तो देंगे। AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार बनने के 6 महीने के अंदर 1 लाख सरकारी नौकरियां तैयार की जाएगी। साथ ही उत्तराखंड के बच्चों के लिए एक जॉब पोर्टल बनाया जाएगा और यहां के लोगों के लिए रोजगार और पलायन मंत्रालय बनाया जाएगा। सीएम ने कहा कि सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में 80 फीसदी नौकरियां उत्तराखंड के बच्चों के लिए आरक्षित की जाएंगी।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-aap-supremo-arvind-kejriwal-announced-ajay-kothiyal-as-its-cm-candidate-in-uttarakhand-assembly-election-7004988,"Uttarakhand: कर्नल अजय कोठियाल होंगे AAP के CM कैंडिडेट, देहरादून में अरविंद केजरीवाल का ऐलान","Uttarakhand Assembly Elections : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी के दूसरे राज्यों में विस्तार को लेकर काफी गंभीर हैं। पंजाब में कोई खास कामयाबी नहीं मिलने उन्होंने अगले साल उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव में हाथ आजमाने की सोची है। मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने देहरादून में रैली की और पूर्व कर्नल अजय कोठियाल (Colonel Ajay Kothiyal) को आम आदमी पार्टी (AAP) के सीएम चेहरा घोषित किया।AAP leader & Delhi CM Arvind Kejriwal rallies from Clock Tower to Dilaram Bazar in Dehradun, Uttarakhand.At a public address held earlier in the day, Kejriwal announced Ajay Kothiyal (retd Colonel) as AAP's Chief Ministerial candidate for the Assembly Election 2021. pic.twitter.com/Srgl8IlH7W— ANI (@ANI) August 17, 2021AAP संयोजक और दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने देहरादून में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, 'आज मैं दो बड़ी घोषणा करने आया हूं। पहली घोषणा यह कि आने वाले चुनाव में उत्तराखंड राज्य के लिए 'आप' के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल होंगे। कुछ दिन पहले जब हमने सर्वे कराया तो लोगों ने कहा कि जब से उत्तराखंड का गठन हुआ है तब से कुछ चंद पार्टियों ने राज्‍य को पूरी तरह से लूट लिया। लोगों ने कहा कि अब हमें नेता नहीं चाहिये, एक देशभक्त फौजी चाहिए।ऐसा नेता चाहिए जो अपना घर भरने के बजाए उत्तराखंड का विकास करे, मां भारती की सेवा करे।'आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने कहा कि अजय कोठियाल की तारीफ करते हुए कहा कि जब कुछ साल पहले केदारनाथ आपदा आयी थी, तब इन्‍होंने अपनी टीम से साथ केदारनाथ का नव-निर्माण किया था। अब उत्तरखंड के नव निर्माण का समय है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश की प्रशासनिक राजधानी होगी, और उत्तराखंड पूरी दुनिया की आध्‍यात्‍म‍िक राजधानी होगी।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-goa-forward-election-party-manifesto-for-vidhansabha-election-get-a-break-to-sleep-in-the-afternoon-6596172,"गोवा फॉरवर्ड पार्टी का अनोखा चुनावी वादा, दोपहर 2 से 4 बजे तक मिलेगा सोने का ब्रेक","गोवा में वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और राज्य के सभी राजनीतिक दल विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुट गए हैं। कुछ राजनीतिक दलों ने तो अभी से मेनिफेस्टो भी घोषित कर दिया है। ऐसे में राज्य में गोवा फॉरवर्ड पार्टी के मेनिफेस्टो में की गई एक घोषणा सभी को लुभा रही है और राज्य में चर्चा का विषय बनी हुई है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में एक अजीब चुनावी वादा कर दिया है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के मेनिफेस्टो में ‘दोपहर में सोने के लिए अनिवार्य ब्रेक’ देना सुनिश्चित किया गया है। इस पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई के मुताबिक ‘अगर उन्हें जनता गोवा का मुख्यमंत्री बनाती है तो वो सभी के लिए दोपहर में सोने के लिए 2 से 4 बजे के बीच जरूरी ब्रेक देना शुरु कर देंगे। इसके लिए जरूरी कानूनी प्रावधान किया जाएगा।दोपहर में सोना गोवा की संस्कृति का हिस्सा.हमारे देश के अन्य हिस्सों में भले ही दोपहर में सोने को आलस्य से जोड़ा जाता है और बुजुर्ग लोग भी दोपहर की नींद लेना अच्छा नहीं मानते हैं। लेकिन गोवा के मामले में ऐसा नहीं है। गोवा की संस्कृति में दोहर की नींद को जरूरी माना गया है। गोवा की संस्कृति में इसे ‘सुसेगाड’ कहा जाता है। दरअसल ‘सुसेगाड’ एक पुर्तगाली शब्द है, जिसका मतलब शांति होता है। दोपहर में कुछ समय के लिए नींद लेना भी ‘सुसेगाड’ का ही एक अंग है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष विजय सरदेसाई का कहना है कि दोपहर की नींद लेना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है और दुनियाभर में इस संबंध में कई रिसर्च भी हुई है कि दोपहर में कुछ देर के लिए आराम करने से शरीर को अच्छी एनर्जी मिलती है। दरअसल गोवा में रात्रि में पार्टियां चलती है और कई लोग इन पार्टियों में रात-रात भर जागते हैं। पिकनिक और टूरिस्ट स्पॉट होने के कारण यहां रात में ऐसे कई आयोजन होते रहते हैं। इस कारण भी यहां दोपहर की नींद लेना यहां की संस्कृति में शामिल है।'सुसेगाड' समझना है तो देखें ‘थ्री ईडियट्स’ फिल्म.गोवा की संस्कृति में शामिल सुसेगाड शब्द को समझना है तो इसे बॉलीवुड मूवी ‘थ्री ईडियट्स’ (3 Idiots) से आसानी से समझा जा सकता है। फिल्म में बोमन ईरानी के भूमिका निभा रहे कॉलेज के डीन (वायरस) को दर्शकों ने काफी पसंद किया। फिल्म में वायरस दोपहर में दो बजे ऑपेरा सुनते हुए झपकी लेते दिखाई दिया है। यदि गोवा फॉरवर्ड पार्टी विधानसभा चुनाव में जीत जाती है तो गोवा में भी अब ऐसा ही दिखाई देगा। लोग ऑफिस, दुकान, स्कूल आदि स्थानों पर दोपहर में दो से चार बजे तक नींद लेते हुए दिखाई देंगे।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-election-commission-of-india-holds-a-review-meeting-with-chief-electoral-officers-6988530,"5 राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू, चुनाव आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों संग की बैठक","चुनाव आयोग अगले साल 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है। इसके लिए बुधवार को राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की बैठक बुलाई गई। इस मीटिंग में अधिकारियों को तैयारियों के निर्देश दिए गए। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में उत्तरप्रदेश, गोवा, मणिपुर, पंजाब और उत्तराखंड के निर्वाचन ऑफिसर शामिल हुए। इस बैठक में मतदान केंद्रों पर सुविधाएं बढ़ाने पर चर्चा की गई। सुशील चंद्रा ने कहा कि मतदान केंद्रों पर सुविधा, लॉजिस्टिक जरूरत, वोटिंग लिस्ट अपडेट और मतदाताओं को जागरूक करना होगा।समय पर होंगे चुनाव.इससे पहले सीईसी सुशील चंद्रा ने कहा था, चुनाव आयोग को पंजाब और उत्तरप्रदेश समेत पांच प्रदेशों के विधानसभा चुनाव अगले वर्ष समय पर कराने का भरोसा है। उन्होने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच बिहार, पश्चिम बंगाल और अन्य चार राज्यों के विधानसभा चुनावों से काफी सिखने को मिला है।The Election Commission of India holds a review meeting with Chief Electoral Officers of Goa, Manipur, Punjab, Uttarakhand and Uttar Pradesh today. The meeting was focused on Assured Minimum Facilities at polling stations amongst others pic.twitter.com/B5LDlhryEK— ANI (@ANI) July 28, 2021मार्च 2022 में खत्म होगा कार्यकाल.गोवा, मणिपुर, पंजाब और उत्तराखंड विधानसभाओं का कार्यकाल 2022 मार्च में समाप्त होने वाला है। वहीं यूपी विधानसभा का कार्यकाल अगले साल मई को खत्म होगा। सुशील चंद्रा ने कहा था कि कोविड-19 की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही है। हमने कोरोना महामारी के समय बिहार में इलेक्शन कराए। इसके बाद अन्य प्रदेशों और केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव संपन्न कराए हैं। हमने महामारी के बीच इलेक्शन कराने का अनुभव मिल गया है।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-jaipur-i-am-a-hindu-not-a-hindutvawadi-know-what-else-rahul-gandhi-said-in-the-congress-rally-against-inflation-7175999,"Jaipur: 'मैं हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं', जानिए कांग्रेस की रैली में और क्या-क्या बोले राहुल गांधी","Congress Rally In Jaipur: कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ जयपुर में 'महंगाई हटाओ रैली' का आयोजन किया है। पहले यह रैली दिल्ली में होना थी, लेकिन अनुमति नहीं मिलने पर जयपुर में आयोजन किया गया। मंच पर पूरा गांधी परिवार एक साथ नजर आया। बारी-बारी से सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने संबोधित किया। राहुल गांधी ने एक बार फर हिंदू और हिंदुत्व की बात कही। राहुल ने कहा, 'देश की राजनीति में दो शब्दों के बीच स्पर्धा है। हिंदू और हिंदुत्व। दोनों का अंतर समझने की जरूरत है। मैं हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं हूं। आप सभी हिंदू हैं, हिंदुत्ववादी नहीं। महात्मा गांधी हिंदू थे और उनकी हत्या करने वाला गोडसे हिंदुत्ववादी था। गांधी को हिंदुत्ववादियों ने गोली मारी थी।' राहुल गांधी जब इस विषय पर बोल रहे थे, तब सोनिया गांधी भी ताली बजा रही थी।राहुल ने आगे कहा, देश में 2014 से हिंदुत्ववादियों की सरकार है। हमें इस सरकार को हटाना है और हिंदुओं की सरकार बनाना है। हिंदुत्ववादियों के कारण ही देश में महंगाई है। हिंदुत्ववादियों को सच से नहीं, सत्ता से मतलब होता है, जबकि गांधी हिंदू थे और उन्हें सिर्फ सच से मतलब था।महात्मा गांधी ने पूरी ज़िन्दगी सत्य को ढूंढने में लगा दी। हिंदुत्ववादी अपनी पूरी ज़िन्दगी सत्ता को खोजने में लगा देगा - उसे सिर्फ सत्ता चाहिए। उसका रास्ता सत्याग्रह नहीं, उसका रास्ता सत्ताग्रह है।हिन्दू एक पीछे नहीं हटता, वो शिव जी जैसे अपने डर को निगल लेता है। हिंदुत्ववादी को उसका डर डूबा देता है। और इस डर से उसके दिल में गुस्सा पैदा होता है, नफरत पैदा होती है।हिन्दुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए। महात्मा गांधी कहते हैं मैं सच्चाई चाहता हूँ , सत्ता नहीं। हिंदुत्ववादी कहतें हैं कि उन्हें सिर्फ सत्ता चाहिए, सत्य जाए भाड़ में। हिन्दू कौन ? जो सबको गले लगता है हिन्दू कौन ? जो किसी से नहीं डरता. हिन्दू कौन ? जो हर धर्म का आदर करता है ! नरेंद्र मोदी जी ने किसानों की जो आत्मा है, उनका जो दिल है, किसानों की छाती में चाक़ू मारा। पीछे से मारा। जब हिन्दू किसान हिंदुत्ववादी के सामने खड़ा हुआ, तो मोदी जी कहतें हैं, मैं माफ़ी मांगता हूँ।तूर दाल अब हुई ₹135/- किलो, 35% बढ़ोतरी। महंगाई हटाओ , भाजपा भगाओ !चाईना की सेना हमारे देश में आ जाती है, हज़ार किलोमीटर ले जाती है, पर प्रधानमंत्री जी कहतें हैं, कि हमारे देश में कोई नहीं आया।आज हिंदुस्तान की 1% आबादी के हाथ में 33% धन। और सबसे 50% गरीब आबादी के हाथ में सिर्फ 1% धन। मोदी जी ने उनके 3-4 उद्योगपतियों ने इस देश को 7 साल में बर्बाद कर दिया।राहुल गांधी ने रैली में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-pm-modi-will-inaugurate-kashi-vishwanath-corridor-on-monday-with-large-scale-preparations-in-varanasi-7176264,"UP: सोमवार को PM मोदी करेंगे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण, सज-धज कर तैयार हुई वाराणसी","Kashi Vishwanath Corridor : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 13 दिसंबर को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और नवनिर्मित कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। आपको बता दें कि इस परियोजना के तहत काशी विश्वनाथ मंदिर को सीधे गंगा घाटों से जोड़ा जा रहा है। पीएम मोदी के आने से पहले तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पूरी वाराणसी इस कार्यक्रम के लिए सज-धजकर तैयार दिख रही है। इस ऐतिहासिक पल पर वाराणसी (Varanasi) में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी आ रहे हैं। कॉरिडोर लोकार्पण का कार्यक्रम बहुत ही भव्य होने वाला है और इसके तहत एक महीने तक काशी में सांस्कृतिक कार्यक्रम चलेंगे। रविवार को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी पहुंचकर अंतिम तैयारियों का जायजा लिया। कैसे तैयार हुआ ये कॉरिडोर?इस परियोजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। इसकी आधारशिला 2019 में रखी गई थी। करीब 800 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत बाबा विश्वनाथ के मंदिर को सीधे गंगा नदी के घाटों से जोड़ दिया गया है। इसे पूरा करने के लिए वाराणसी के एक भीड़भाड़ वाले हिस्से में घरों और छोटे मंदिरों के अधिग्रहण की एक मुश्किल प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। शुरुआत में कई लोग अपने घरों के अधिग्रहण से परेशान थे, क्योंकि कई घरों में प्राचीन मंदिर थे। लेकिन सभी को समझा-बुझाकर अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया गया। पीएम के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी रविवार को वाराणसी पहुंचे और काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।उत्तर प्रदेश: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की।BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा, ""कल PM काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन करेंगे। मंदिर को 3,000 स्क्वायर मीटर से बढ़ाकर 50,000 स्क्वायर मीटर में विकसित किया गया है।"" pic.twitter.com/i59KJs4RFz— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2021क्या है उद्देश्य?एक तरफ काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर लोगों की आस्था से जुड़ा है, तो दूसरी और यूपी की राजनीति से भी। इसलिए करीब पौने तीन साल में तैयार हुए इस कॉरिडोर का उद्घाटन करने लिए खुद प्रधानमंत्री मोदी आ रहे हैं। साथ ही इसे बीजेपी के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। परियोजना के उद्घाटन में देरी नहीं की जा सकती क्योंकि जल्द ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो जाएगी। आपके बता दें कि इस वाराणसी यात्रा के साथ प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में पिछले महीने में नौ दिन बिताए हैं। योगी आदित्यनाथ भी लगातार चुनावी सभाओं का आयोजन कर रहे हैं और विपक्ष पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रहे। ये आयोजन बीजेपी के चुनावी अभियान को गति देनेवाला भी माना जा रहा है।",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-top-news-dec-11-2021-farmers-called-off-the-protests-aaj-ki-khabar-breaking-news-in-hindi-7175284,"किसानों का घर लौटना जारी, जानिए कब तक पूरी तरह खाली हो जाएगी सिंघु बॉर्डर","किसानों की घर वापसी: एक साल से अधिक समय के विरोध प्रदर्शन के बाद दिल्ली की सीमाओं पर जमा हुए किसान अब अपने घर लौट रहे हैं। शनिवार से शुरू हुआ यह सिलसिला कुछ दिन चलेगा। माना जा रहा है कि दिल्ली से सटी सिंघु बॉर्डर 15 दिसंबर तक पूरी तरह खाली कर दी जाएगी। किसानों का यह जत्था जहां-जहां जा रहा है, वहां-वहां भव्य स्वागत किया जा रहा है। हरियाणा में प्रवेश करने पर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश की गई। बता दें, इससे पहले आंदोलनकारी किसानों को उनकी लंबित मांगों पर विचार करने के लिए केंद्र से एक औपचारिक पत्र प्राप्त होने के बाद इस सप्ताह के शुरू में आधिकारिक तौर पर विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की थी कि वे शनिवार सुबह करीब नौ बजे साइट खाली कर देंगे। शनिवार सुबह इसकी शुरुआत हो गई। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि आंदोलन स्थल खाली करने में 4-5 दिन का समय लग सकता है।इससे पहले किसानों का पहला दल शनिवार को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुआ और बाकी किसानों ने मिठाइयां बांटकर कृषि कानून खत्म होने का जश्न मनाया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने अपने विवादास्पद कृषि कानूनों को खत्म कर दिया है और अन्य समस्याओं को सुलझाने के लिए सहमत हो गई है। रविवार को गाजीपुर सीमा का एक बड़ा हिस्सा खाली कर दिया जाएगा, हालांकि 15 दिसंबर तक इसे पूरी तरह खाली कर दिया जाएगा। टिकैत ने कहा कि वह सभी किसानों को विदा करके घर लौटेंगे।#WATCH प्रदर्शनकारी किसान टिकरी बॉर्डर से प्रदर्शन स्थल खाली करके वापस जा रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने आज से प्रदर्शन स्थल खाली करने की घोषणा की थी। pic.twitter.com/sipulT092D— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2021#WATCH | Farmers leave their site of protest, Ghazipur border (Delhi-UP border), after suspending their year-long protest against the 3 farm laws & other related issues pic.twitter.com/42CCOr9VHY— ANI UP (@ANINewsUP) December 11, 2021Posted By: Arvind Dubey",1 https://www.naidunia.com,https://www.naidunia.com/national-some-more-arrested-for-making-derogatory-remarks-on-general-bipin-rawat-7175945,जनरल बिपिन रावत पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कुछ और गिरफ्तार,"जहां एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत और अन्य सैन्यकर्मियों की मौत पर पूरा देश में शोक में डूबा है वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इंटरनेट मीडिया पर उनके बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर लोगों का गुस्सा बढ़ा रहे हैं। पुलिस ने शनिवार को कई राज्यों में इस तरह का अशिष्ट आचरण करने वालों को दबोच कर जेल पहुंचा दिया।गुजरात के भरूच जिले में, एक यूजर फिरोज दीवान को जनरल रावत के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में दुर्गेश वास्कले को शनिवार को फेसबुक पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया था। जम्मू-संभाग के सीमावर्ती जिले राजौरी में एक दुकानदार काका खान को जनरल बिपिन रावत के खिलाफ एक अपमानजनक पोस्ट साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह पोस्ट मूल रूप से पाकिस्तान से आई थी। इससे पहले गुरुवार को भी राजौरी पुलिस ने राजौरी नगर से सटे मुरादपुर में एक दुकानदार को इंटरनेट मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।इससे पहले दो दिन पहले इंटरनेट मीडिया पर चीफ आफ डिफेंस (सीडीएस) बिपिन रावत के बारे में अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित युवक राजस्थान में टोंक शहर का रहने वाला है। उसने करीब एक घंटे बाद पोस्ट को इंटरनेट मीडिया से हटा दिया। टोंक के पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश ने बताया कि शहर के राज टाकिज के पास रहने वाला जावाद (21) को गिरफ्तार किया गया है। जनरल रावत के शहीद होने के बाद जावाद ने इंटरनेट मीडिया पर उनके बारे में बुधवार देर रात आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी। पोस्ट में रावत के शहीद होने को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई थी। पोस्ट वायरल होने के बाद लोगों में नाराजगी बढ़ी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449417/parents-want-action-against-teachers-making-objectionable-remarks-on-women-in-question-paper.html,प्रश्न पत्र में महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं अभिभावक,"सीबीएसई दसवीं कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा को लेकर शुरू हुआ विवाद काफी बढ़ गया है। जहां अभिभावकों ने प्रश्न पत्र में महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक भाषा लिखने पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं सीबीएसई ने अब इस विषय पर एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है।सीबीएसई का कहना है कि वह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए खेद जताते हैं और एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जा रहा है। यह एक्सपर्ट कमेटी प्रश्न पत्र प्रक्रिया को सु²ढ़ बनाने का कार्य करेगी और सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में इस प्रकार की त्रुटियां न हों।दरअसल सीबीएसई ने 10 वीं की अंग्रेजी की परीक्षा में एक पैराग्राफ में कुछ इस तरह की बातें लिखी जिनसे यह दर्शाया गया कि पत्नी को पति की प्रत्येक आज्ञा का पालन करना आवश्यक। इस पैराग्राफ में लिखा गया है कि महिलाओं की स्वतंत्रता ने बच्चों पर अभिभावकों यानी माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया है और महिलाएं बतौर पत्नी अपने पति के तौर-तरीकों को मानते हुए ही एक मां के रूप में सम्मान हासिल कर सकती हैं। साथ ही इस पैराग्राफ में कहा गया है कि पत्नियां अपने पति की कही गई बातें नहीं मानतीं जिसके कारण बच्चे अनुशासनहीन हो रहे हैं, यह सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का एक प्रमुख कारण है।सीबीएसई दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के तहत 11 दिसंबर को अंग्रेजी का यह टेस्ट आयोजित किया गया था। अंग्रेजी की इस परीक्षा में महिलाओं को लेकर लिखे गए इस पैराग्राफ पर कई संगठनों ने अपनी सख्त आपत्ति दर्ज की है।इस प्रश्न पत्र को लेकर अभिभावकों के संगठन दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि कोरोनाकाल में शिक्षा का स्तर केवल बच्चों में ही नहीं टीचर्स में भी गिरा है। कोरोना ने टीचर्स का ज्ञान भी शून्य कर दिया। अभिभावकों के इस संगठन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मांग करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रश्नपत्रों को तैयार करने वाले टीचर्स और अधिकारियों पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए जो बच्चों के भविष्य से लगातार खेल रहे हैं।कांग्रेस और शिवसेना समेत कई राजनीतिक दलों ने भी इसे महिलाओं के लिए आपत्तिजनक तथ्य करार दिया। इस विरोध के बाद अब सोमवार को सीबीएसई ने विवादास्पद पैराग्राफ को परीक्षा से हटाने लेने का फैसला लिया है। इस पैराग्राफ के बदले सभी छात्रों को पूर्ण अंक प्रदान किए जाएंगे।आईआईटी मद्रास की छात्रा रह चुकीं लक्ष्मी रामचंद्रन ने कहा कि यह अपमानजनक रूप से निर्थक पैराग्राफ है। 10 वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के पेपर में दिखाई दिया। हम अपने बच्चों को क्या पढ़ा रहे हैं, सीबीएसई को स्पष्टीकरण देना होगा और हमारे बच्चों को इसके लिए उकसाने के लिए माफी मांगनी होगी।सीबीएसई ने अब इस पूरे प्रकरण पर खेद जताते हुए माफी मांग ली है। सीबीएसई द्वारा प्रश्न पत्र में इस तरह का पैराग्राफ देने का कई लोगों ने विरोध किया है। स्वयं कांग्रेस कि नेता प्रियंका गांधी ने भी इस पर आपत्ति दर्ज करते हुए सीबीएसई बोर्ड के प्रश्न पत्र को सोशल मीडिया पर साझा किया है। सोमवार को सीबीएसई ने अपनी एक भूल का सुधार किया है। सीबीएसई बोर्ड द्वारा आधिकारिक तौर पर इस पैराग्राफ को वापस लेने का निर्णय लिया गया है।इसके साथ ही सीबीएसई ने एक आधिकारिक संदेश जारी किया है,दसवीं कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा में प्रश्न पत्र के शामिल एक प्रश्न बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि प्रश्न को छोड़ दिया जाए और इस प्रशन के लिए छात्रों को पूरे अंक दिए जाएं।इससे पहले भी सीबीएसई कि इन परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों को लेकर विवाद हो चुका है बारहवीं कक्षा की समाजशास्त्र की बोर्ड परीक्षा में छात्रों से गुजरात दंगों को लेकर विवादास्पद प्रश्न पूछा गया था। परीक्षा के उपरांत सीबीएसई ने इस पर खेद जताते हुए भूल स्वीकार की और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी।एमसीक्यू बेस्ड एग्जाम में छात्रों से प्रश्न किया गया था कि गुजरात में वर्ष 2002 में हिंसा किस पार्टी की सरकार में हुई। इसके लिए छात्रों के समक्ष चार थे कांग्रेस, बीजेपी, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन।बोर्ड परीक्षा में आए इस प्रश्न के लिए अब सीबीएसई का कहना था कि यह उनके द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। सीबीएसई का कहना है कि प्रश्न पत्र तैयार करने से पहले ही यह तय किया गया था कि प्रश्न केवल संबंधित कक्षा के सिलेबस के आधार पर होंगे। मूल विषयों से हटकर अलग न जाने के दिशा निर्देश जारी किए गए थे।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449398/cbse-and-education-ministry-should-apologize-for-anti-women-curriculum-congress.html,"आपत्तिजनक कॉन्टेंट पर संसद में सोनिया गांधी ने उठाया था मुद्दा, CBSE ने वापस लिया विवादित पैसेज","कांग्रेस ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं की परीक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र में पूछे गए एक सवाल पर केंद्र की मोदी सरकार को जमकर घेरा। सीबीएसई दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के तहत 11 दिसंबर को अंग्रेजी का टेस्ट आयोजित किया गया था। अंग्रेजी की इस परीक्षा में महिलाओं को लेकर लिखे गए एक पैराग्राफ पर कई संगठनों ने अपनी सख्त आपत्ति दर्ज की है। महिला संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी इसे महिलाओं के लिए आपत्तिजनक तथ्य करार दिया। इस विरोध के बाद अब सोमवार को सीबीएसई ने विवादास्पद पैराग्राफ को परीक्षा से हटाने लेने का फैसला लिया है। इस पैराग्राफ के बदले सभी छात्रों को पूर्ण अंक प्रदान किए जाएंगे। दरअसल सीबीएसई ने अपने एक पैराग्राफ में कुछ इस तरह की बातें लिखीं, जिनसे यह दर्शाया गया कि पत्नी को पति की प्रत्येक आज्ञा का पालन करना चाहिए। इस पैराग्राफ में लिखा गया है कि महिलाओं की स्वतंत्रता ने बच्चों पर अभिभावकों यानी माता-पिता के अधिकार को समाप्त कर दिया है और महिलाएं बतौर पत्नी अपने पति के तौर-तरीकों को मानते हुए ही एक मां के रूप में सम्मान हासिल कर सकती है। साथ ही इस पैराग्राफ में कहा गया है कि पत्नियां अपने पति की कही गई बातें नहीं मानती, जिसके कारण बच्चे अनुशासनहीन हो रहे हैं, यह सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का एक प्रमुख कारण है।आईआईटी मद्रास की छात्रा रह चुकी लक्ष्मी रामचंद्रन ने कहा कि यह अपमानजनक रूप से निर्थक पैराग्राफ है। 10 वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के पेपर में दिखाई दिया। हम अपने बच्चों को क्या पढ़ा रहे हैं, सीबीएसई को स्पष्टीकरण देना होगा और हमारे बच्चों को इसके लिए उकसाने के लिए माफी मांगनी होगी।सीबीएसई द्वारा प्रश्न पत्र में इस तरह का पैराग्राफ देने का कई लोगों ने विरोध किया है। इस सम्बंध में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा, अविश्वसनीय! क्या हम वाकई बच्चों को यह बकवास सिखा रहे हैं? स्पष्ट रूप से बीजेपी की सरकार महिलाओं पर इन विचारों का समर्थन करती है, नहीं तो वो इसे सीबीएसई पाठ्यक्रम में क्यों शामिल करते?वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे घृणित बताते हुए भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा , आरएसएस-बीजेपी युवाओं के मनोबल और भविष्य को कुचलने की साजिश कर रहे हैं। बच्चों, अपना सर्वश्रेष्ठ करो। मेहनत रंग लाती है, कट्टरता नहीं।इस मसले को कांग्रेस सोनिया गांधी ने सोमवार को लोकसभा में कहा, शिक्षा मंत्रालय को जेंडर के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। सीबीएसई के सिलेबस में महिलाओं को लेकर जो भी आपत्तिजनक कंटेंट है, उसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा|उन्होंने कहा सीबीएसई से इतनी बड़ी गलती कैसे हुई इसकी समीक्षा की जानी चाहिए और तय करें कि महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक कंटेंट को सिलेबस में शामिल न किया जाए।इस मसले पर तमिलनाडु कांग्रेस के प्रवक्ता लक्ष्मी रामचंद्रन ने कहा, यह अपमानजनक रूप से निर्थक पठन मार्ग आज 10 वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के पेपर में दिखाई दिया। हम अपने बच्चों को क्या सिखा रहे हैं? सीबीएसई को स्पष्टीकरण देना होगा और हमारे बच्चों को इसके साथ भड़काने के लिए माफी मांगनी होगी।इसके साथ ही सीबीएसई ने एक आधिकारिक संदेश जारी किया है,दसवीं कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा में प्रश्न पत्र के शामिल एक प्रश्न बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि प्रश्न को छोड़ दिया जाए और इस प्रशन के लिए छात्रों को पूरे अंक दिए जाएं।इससे पहले भी सीबीएसई कि इन परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों को लेकर विवाद हो चुका है, बारहवीं कक्षा की समाजशास्त्र की बोर्ड परीक्षा में छात्रों से गुजरात दंगों को लेकर विवादास्पद प्रश्न पूछा गया था। परीक्षा के उपरांत सीबीएसई ने इस पर खेद जताते हुए भूल स्वीकार की और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी।एमसीक्यू बेस्ड एग्जाम में छात्रों से प्रशन किया गया था कि गुजरात में वर्ष 2002 में हिंसा किस पार्टी की सरकार में हुई। इसके लिए छात्रों के समक्ष चार थे कांग्रेस, बीजेपी, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन।बोर्ड परीक्षा में आए इस प्रश्न के लिए अब सीबीएसई का कहना था कि यह उनके द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। सीबीएसई का कहना है कि प्रश्न पत्र तैयार करने से पहले ही यह तय किया गया था कि प्रश्न केवल संबंधित कक्षा के सिलेबस के आधार पर होंगे। मूल विषयों से हटकर अलग न जाने के दिशा निर्देश जारी किए गए थे।गौरतलब है कि सीबीएसई बोर्ड द्वारा दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए यह पहले चरण की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करवाई गई थी। कोरोना के कारण इस बार बोर्ड परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित करवाई जा रही हैं। पहले चरण की बोर्ड परीक्षाएं ली जा चुकी है। वहीं दूसरे चरण की बोर्ड परीक्षाएं अगले वर्ष मार्च-अप्रैल में ली जाएंगी।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449396/partition-of-india-is-a-historical-mistake-the-muslims-of-the-country-had-to-bear-the-loss-farooq-abdullah.html,"भारत का विभाजन ऐतिहासिक गलती, देश के मुसलमानों को उठाना पड़ा नुकसान-फारूक अब्दुल्ला","नेशनल कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भारत के विभाजन को एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक गलती बताते हुए दावा किया है कि इसका नुकसान सिर्फ कश्मीरियों को ही नहीं, बल्कि पूरे देश के मुसलमानों को भुगतना पड़ा। भारत के विभाजन को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए बयान का समर्थन करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारत का विभाजन एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक गलती थी। इसका नुकसान सिर्फ कश्मीरियों को ही नहीं बल्कि पूरे देश के मुसलमानों को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर यह मुल्क एक होता तो ताकत भी रहती, मुश्किलें भी नहीं पैदा होती और देश में भाईचारा भी रहता।काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण और वाराणसी में आयोजित भव्य कार्यक्रम पर मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुबारक हो, यह अच्छी बात है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी को दूसरों धर्मो को भी तवज्जों देनी चाहिए क्योंकि वो सिर्फ एक धर्म के नहीं पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं। भारत में बहुत सारे धर्म है।हिंदू और हिंदुत्व को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कोई धर्म बुरा नहीं होता है, इंसान बुरे होते हैं। उन्होंने कहा कि वो उम्मीद करेंगे कि हिंदू असली हिंदू बने और अपने धर्म का पालन करें।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449392/the-uproar-of-the-opposition-demanding-the-withdrawal-of-the-suspension-of-the-suspended-members.html,"सदन में खड़गे बोले- सरकार सदन को बाधित करने के लिए विपक्ष को उकसा रही, राज्य सभा 2 बजे तक स्थगित","संसद के मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘अशोभनीय आचरण’ को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सांसदों ने अपने खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में सोमवार को संसद परिसर में धरना दिया।हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया। निलंबन रद्द करने की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किए जाने की वजह से सोमवार को राज्यसभा की बैठक दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल शुरू कराया, कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों ने संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कथित अशोभनीय आचरण के लिए शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए बारह सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग की।सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बारह सदस्यों का निलंबन रद्द करने के लिए बार बार अनुरोध किया जा रहा है। उन्होंने सरकार पर अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा ‘‘आप सदन के संरक्षक हैं। सरकार हमें आदेश नहीं दे सकती कि हम यह करें और यह न करें।’’उन्होंने कहा कि सरकार ने अड़ियल रवैया अपना रखा है और जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। उन्होंने कहा कि जो कुछ हो रहा है, उस पर विरोध जताते हुए उनकी पार्टी के सदस्य सदन से वाकआउट कर रहे हैं।इस पर सभापति ने कहा कि सदन की कार्यवाही में बार बार व्यवधान डालना ठीक नहीं है। इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने 12 सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।राज्यसभा में 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच गतिरोध कायम रहा। निलंबन रद्द करने की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किए जाने की वजह से सोमवार को राज्यसभा की बैठक ग्यारह बज कर पंद्रह मिनट पर दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सदस्यों को निलंबित किए 10 दिन हो गए। उन्होंने कहा कि वह सदस्यों का निलंबन वापस लेने का अनुरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि आसन ने भी पिछले सप्ताह व्यवस्था दी थी कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता आपस में बात कर इस मुद्दे को सुलझाएं ताकि सदन की कार्रवाई निर्बाध चल सके। द्रमुक सदस्य के तिरुचि शिवा ने कहा ‘‘हम चाहते हैं कि सदन की कार्यवाही सामान्य तरीके से चले। इसलिए जरूरी है कि निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लिया जाए।’’ गौरतलब है कि 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के बारह सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं। सभापति ने इन सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने की अपील की। लेकिन सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने ग्यारह बज कर करीब पंद्रह मिनट पर बैठक को दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले, सदन में संसद पर हमले की 20वीं बरसी पर, लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर की रक्षा करते हुए जान गंवाने वाले सुरक्षा कर्मियों और आतंकियों की गोलीबारी में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गई।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449381/afraid-of-cold-china-made-changes-in-the-rotation-rules-of-soldiers.html,ठंड से डरे चीन ने जवानों के रोटेशन नियमों में किए बदलाव,"पिछली बार ठंड में गलवान घाटी में भारतीय जवानों से पिटने के बाद ड्रैगन सतर्क हो गया है। वह समझ गया है कि ठंड में उसके जवान भारतीय सुरक्षा बलों के सामने नहीं टिक पाएंगे।इस बीच, गृह मंत्रालय ने अपने जवानों के रोटेशन में बदलाव कर उन्हें ऑल वेदर कंटेनर की सौगात दी है। खुफिया रिपोटरे के मुताबिक, भारतीय सुरक्षा बलों की तैयारी को देखते हुए चीन ने भी अपनी सेना में कई अहम बदलाव किए हैं। ठंड को देखते हुए उसने भी एलएसी पर जहां जवानों के रोटेशन नियमों में बदलाव किया है, वहीं, उम्र सीमा भी घटाई है।गौरतलब है कि भारत और चीन की सेना लद्दाख में पिछले डेढ़ साल से 18 से 20 हजार फुट की ऊंचाई वाले इलाकों में बैठे हैं। ये वो इलाके हैं, जहां पहले चीन अपने सैनिकों को कभी इतने लंबे समय के लिए और इतनी बड़ी तादाद में तैनात नहीं रखता था। पिछले साल की तरह इस बार भी चीन के सैनिकों की हालत खराब न हो और ये बातें दुनिया के सामने न आएं, इसके लिए इस बार वह सैनिकों को स्वस्थ रखने और रोटेशन प्रणाली के तहत उनकी तैनाती करने पर सबसे अधिक ध्यान दे रहा है।खुफिया रिपोटरे के मुताबिक, आमतौर पर अपने सैनिकों का रोटेट करने के लिए चीन दो प्रक्रियाएं अपनाता है। पहला है फ्रंट लाइन ट्रुप रोटेशन और दूसरा है सेकेंड लाइन से डेप्थ एरिया रोटेशन यानी फ्रंट के सैनिकों को 2-3 किलोमीटर पीछे लाना और सेकेंड लाइन के सैनिकों को ऊपर भेजना। इसके बाद सेकेंड लाइन से डेप्थ एरिया में भेजना है, जो 40 से 50 किलोमीटर पीछे होता है।चीन आमतौर पर पिछले साल तक फ्रंट लाइन सैनिकों को 3-4 महीने में रोटेट करता था और सेकेंड लाइन से डेप्थ एरिया के लिए डेढ़ साल में करता था, लेकिन ड्रैगन ने अब इस राणनीति में बदलाव किया है। चीन अब फ्रंट लाइन की रोटेशन 2 महीने में और सेकेंड लाइन की रोटेशन एक साल में कर रहा है ताकि कम समय के लिए सैनिकों को ऊंचाई पर रहना पड़े। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि चीन को अपने सैनिकों के अस्वस्थ होने और ठंड से मरने का खतरा सता रहा है। सूत्रों के अनुसार, चीन ने इसके लिए ज्यादा से ज्याद हेलीपैड (हेलिकाप्टर मूवमेंट के लिए) और मोबाइल ट्रांजिट कैम्प भी बना दिए है। इसके अलावा उसने लॉजिस्टिक ड्रोन्स को भी इन इलाकों में लगाया है, जो करीब 70 से 80 किलो तक वजन उठा सकते हैं ताकि सैनिकों को एक पोस्ट से दूसरे पोस्ट तक चलना ना पड़े और रसद भी आसानी से पहुंचाई जा सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने सैनिकों के रोटेशन के लिए उम्र का भी मापदंड बनाया है। इसके तहत फ्रंट लाइन पर सिर्फ 20-25 साल के सैनिकों को ही तैनात किया जाएगा।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449380/anniversary-of-terrorist-attack-by-breaching-the-security-of-parliament.html,संसद पर हमले की बरसी : भारतीय अस्मिता पर गहरा आघात था हमला,"लोकतंत्र के सबसे बडे मंदिर पर 20 वर्ष पूर्व 13 दिसम्बर 2001 को हुए आतंकवादी हमले ने न केवल भारतीय अस्मिता के मस्तक पर गहरा आघात किया बल्कि देश को ऐसा घाव दिया जो लंबे समय तक झकझोरता रहेगा।हमले के मुख्य दोषी अफजल गुरु को हमले के 12 वर्ष बाद भले ही फंसी हो गई लेकिन फांसी चढ़ाने को लेकर देश में जिस तरह की राजनीति हुई उससे न केवल सुरक्षाबलों के मनोबल को ठेस पहुंची बल्कि लोकतंत्र शहीद हुए जवानों के परिजनों को न्याय मिलने में भी देरी हुई।13 दिसम्बर 2021 को संसद की सुरक्षा में तैनात दिल्ली पुलिस के पांच कर्मचारियों नानक चंद, रामपाल, ओमप्रकाश, बिजेंद्र सिंह और घनश्याम के अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में महिला कर्मचारी कमलेश कुमारी, संसद में सुरक्षाकर्मी जगदीश यादव और मातबर सिंह नेगी के लिये यह दिन भी सामान्य दिनों की ही तरह था लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम था कि यह दिन उनके जीवन का अंतिम दिन है, उन्हें नहीं मालूम था कि जिस लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा का प्रहरी बनने पर उन्हें नाज है उसी लोकतंत्र की अस्मिता बचाने के लिये उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ेगी। एक तरफ यह सभी जवान संसद के भीतर मौजूद तमाम बड़े नेताओं, मंत्रियों व सांसदों की जान को सुरक्षित रखने के लिये अपनी जान को दांव पर लगाये हुए थे तो दूसरी ओर आतंकवादियों के रूप में मौत तांडव करती हुई उनकी ओर बढ़ रही थी।सवेरे लगभग साढ़े दस बजे गृह मंत्रालय का स्टीकर लगी एक अंबेसडर कार संसद परिसर में प्रवेश किया, उस समय कुछ सांसदों की गाडियां भी आवागमन कर रही थी, किसी को अंदाजा तक नहीं था कि सफेद रंग की कार में पांच आतंकवादी हैं और कार में भारी मात्रा में आरडीएक्स है। गेट नंबर 11 से उपराष्ट्रपति बाहर निकलने वाले थे, इसलिये उनकी गाडियों का काफिला उपराष्ट्रपति का वहां इंतजार कर रहा था। सफेद अंबेसडर को गेट नंबर 11 की ओर बढ़ते देख जब जहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका तो गोलीबारी शुरु हो गई और लगभग 45 मिनट तक लोकतंत्र का यह मंदिर मूक होकर आतंकवादियों का तांडव देखता रहा। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को मार कर संसद परिसर में मौजूद मंत्रियों व सांसदों की जान तो बचा ली लेकिन उक्त पांच जवान अपनी जान नहीं बचा सके।संसद पर हुए इस हमले को 20 वर्ष बीत चुके हैं लेकिन यह हमला देश को एक ऐसा आघात दे गया है जिसकी यादें हमेशा बनी रहेंगी। शहीद हुए जवानों के परिजनों के लिये भी बीते बीस वर्ष का एक एक पल अपनों को खो देने के दर्द में बीता है। सबसे बड़ा दर्द तो हमले के मुख्य दोषी अफजल गुरु को फांसी देने में हुई राजनीति और जानबूझ कर की गई देरी रही। जेएनयू जैसे उच्च शिक्षण संस्थान में अफजल गुरु के समर्थन में हुई नारेबाजी की घटनाओं ने सुरक्षाबलों के मनोबल को ही नहीं तोड़ा बल्कि शहीदों के परिजनों को भी गहरे घाव दिये।",1 http://www.samaylive.com,http://www.samaylive.com/nation-news-in-hindi/449353/india-has-won-direct-wars-with-pakistan-and-will-win-indirect-wars-as-well-rajnath.html,भारत ने पाकिस्तान से प्रत्यक्ष युद्ध जीते हैं और परोक्ष युद्ध भी जीतेंगे: राजनाथ,"रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान के साथ सीधे युद्ध जीते हैं और अब परोक्ष युद्ध भी जीतेंगे।राजनाथ सिंह ने रविवार को यहां इंडिया गेट पर भारत- पाकिस्तान के 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर 'स्वर्णिम विजय पर्व' समारोह का उद्घाटन करने के मौके पर कहा 1971 के युद्ध में शिकस्त खाने के बाद पाकिस्तान अब अघोषित युद्ध कर रहा है और आतंकवाद तथा अन्य भारत विरोधी गतिविधियों के जरिए देश के शांतिपूर्ण माहौल में व्यवधान पैदा करना चाहता है। भारतीय सेनाओं ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया था और अब आतंकवाद को जड़ से मिटाने का काम जारी है। हम उसके साथ सीधा युद्ध जीत चुके हैं और परोक्ष युद्ध में भी हमारी विजय ही होगी।राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की कट्टर भारत विरोधी भावना का जिक्र करते हुए कहा भारत के खिलाफ पाकिस्तान की कठोर भावना को इस तरीके से समझा जा सकता है कि वह अपनी मिसाइलों के नाम भी उन हमलावरों के नाम पर रखता है जिन्होंने भारत पर हमले किए थे और इनके नाम गौरी, गजनबी, अब्दाली रखे गए हैं जबकि भारत ने अपनी मिसाइलों के नाम आकाश, पृथ्वी और अग्नि रखे हैं और हाल ही में हमने अपनी एक मिसाइल का नाम संत रखा है।उन्होंने 11 दिसंबर को हेलीकॉप्टर लांचर स्टैंड- ऑफ एंटी टैंक नाशक मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ)को बधाई दी है। इसे डीआरडीओ ने स्वदेशी तौर पर विकसित किया है।उन्होंने कहा कि दो विश्व युद्धों के बाद 1971 का भारत- पाकिस्तान का युद्ध काफी निर्णायक था। वह युद्ध हमें बताता है कि धर्म के आधार पर भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक भूल था और पाकिस्तान का उदय धर्म के नाम पर ही हुआ था लेकिन वह एक नहीं रह सका है। रक्षा मंत्री ने कहा कि 1971 का युद्ध भारत की नैतिकता और लोकतांत्रिक परंपराओं को एक उत्कृष्ट उदाहरण है और ऐसा इतिहास में बहुत ही कम देखा जाएगा कि किसी देश को युद्ध में हराने के बाद दूसरा देश उस पर अपना प्रभुत्व नहीं सौंपता है लेकिन अपने राजनीतिक प्रतिनिधि को सत्ता सौंप देता है और भारत ने भी यही किया था क्योंकि यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है। भारत ने कभी भी किसी दूसरे देश पर आक्रमण नहीं किया और न ही किसी देश की एक भी इंच जमीन पर कब्जा किया। उन्होंने बंगलादेश में लोकतंत्र की स्थापना में भारत के योगदान का जिक्र किया और यह भी कहा कि पिछले 50 वर्षों में उसने काफी प्रगति की है जो पूरे विश्व के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। रक्षा मंत्री ने कहा कि उस समय के पूर्वी पाकिस्तान में लोगों और महिलाओं पर हो रही ज्यादतियां पूरी मानवता के लिए खतरा थी और उन लोगों को अन्याय तथा शोषण से मुक्ति दिलाना भारत का कर्तव्य था। उन्होंने उस युद्ध में भारत की जीत सुनिश्वित करने वाले जाबांज वीरों तथा शहीदों का जिक्र करते हुए कहा कि देश हमेशा उनके योगदान को याद रखेगा। उन्होंने देश के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक बहादुर सैनिक, बेहतर सलाहकार और बेहतरीन इंसान थे। इस कार्यक्रम की परिणिति पूरे वर्ष की विजयी ज्योति की यात्रा के समापन के साथ होगी और इस स्वर्णिम विजय मशाल ने देश के कोने कोने की यात्रा की है तथा इस दौरान उस युद्ध में शहीद हुए जवानों के गांवो की मिट्टी के नमूने भी एकत्र किए गए। इसका मशाल यात्रा का समापन 16 दिसंबर 2021 को नई दिल्ली में एक भव्य समारोह में किया जाएगा। भारत ने पाकिस्तान से प्रत्यक्ष युद्ध जीते हैं और परोक्ष युद्ध भी जीतेंगे: राजनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान के साथ सीधे युद्ध जीते हैं और अब परोक्ष युद्ध भी जीतेंगे।",1